Lok Sabha Election 2024 | एचडी देवेगौड़ा सरकार ने ही कर्नाटक में मुसलमानों के लिए कोटा लागू किया था
रिकॉर्ड्स के अनुसार, ओबीसी कोटा के तहत मुसलमानों के लिए आरक्षण एचडी देवेगौड़ा की जनता दल की सरकार द्वारा लागू किया गया था। जैसा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की ओबीसी सूची में मुस्लिम समुदाय को शामिल करने के कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार के फैसले की निंदा की, रिकॉर्ड बताते हैं कि यह आरक्षण पहली बार 1995 में एचडी देवेगौड़ा की जनता दल द्वारा लागू किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि देवगौड़ा की जद (एस) अब भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी है। इसे भी पढ़ें: America: छात्रों ने कॉलेजों से इजराइल का समर्थन करने वाले निवेश को बंद करने की मांग की मध्य प्रदेश की रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस को ओबीसी का सबसे बड़ा दुश्मन करार देते हुए कहा, एक बार फिर, कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से ओबीसी के साथ सभी मुस्लिम जातियों को शामिल करके कर्नाटक में धार्मिक आधार पर आरक्षण दिया है। इस कदम से ओबीसी समुदाय को आरक्षण के एक महत्वपूर्ण हिस्से से वंचित कर दिया गया है।” त्वरित प्रतिक्रिया में, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह दावा कि कांग्रेस ने पिछड़े वर्गों से मुसलमानों को आरक्षण स्थानांतरित कर दिया था, एक सरासर झूठ था। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या पूर्व प्रधान मंत्री देवेगौड़ा अभी भी मुसलमानों के लिए कोटा के अपने समर्थन पर कायम हैं क्योंकि उन्होंने यह उपाय शुरू किया था या नरेंद्र मोदी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। इसे भी पढ़ें: Loksabha Elections लड़ने के लिए तैयार है खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह, इस सीट से होगा मैदान में सिद्धारमैया ने कहा, क्या कभी मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू करने का दावा करने वाले देवगौड़ा अब भी अपने रुख पर कायम हैं? या क्या वे नरेंद्र मोदी के सामने आत्मसमर्पण कर देंगे और अपना पिछला रुख बदल देंगे? उन्हें राज्य के लोगों को यह स्पष्ट करना चाहिए। कर्नाटक ओबीसी आरक्षण का इतिहास 1995 में, देवगौड़ा सरकार ने कर्नाटक में मुसलमानों को ओबीसी कोटा के भीतर एक विशिष्ट वर्गीकरण, 2बी के तहत चार प्रतिशत आरक्षण दिया। कर्नाटक सरकार के 14 फरवरी, 1995 के एक आदेश में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि यह निर्णय चिन्नप्पा रेड्डी आयोग की रिपोर्ट के विचारों का पालन करता है और समग्र आरक्षण को 50 प्रतिशत तक सीमित करने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करता है। रेड्डी आयोग ने मुसलमानों को ओबीसी सूची के तहत श्रेणी 2 में समूहित करने की सिफारिश की। इस पर कार्रवाई करते हुए, वीरप्पा मोइली के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 20 अप्रैल और 25 अप्रैल, 1994 के एक आदेश के माध्यम से मुसलमानों, बौद्धों और अनुसूचित जाति में धर्मांतरित लोगों के लिए अधिक पिछड़े के रूप में पहचानी जाने वाली श्रेणी 2बी में छह प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की। जबकि मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया गया था, दो प्रतिशत बौद्धों और एससी के लिए नामित किया गया था जो ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गए थे। आरक्षण 24 अक्टूबर 1994 से लागू होना था। हालाँकि, आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी। 9 सितंबर, 1994 को एक अंतरिम आदेश जारी किया गया, जिसमें कर्नाटक सरकार को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी सहित कुल आरक्षण को 50 प्रतिशत तक सीमित करने का निर्देश दिया गया। वीरप्पा मोइली के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को राजनीतिक संकट का सामना करना पड़ा और आदेश लागू करने से पहले 11 दिसंबर 1994 को सरकार गिर गई। 11 दिसंबर 1994 को एचडी देवेगौड़ा मुख्यमंत्री बने। 14 फरवरी 1995 को उन्होंने पिछली सरकार के कोटा फैसले को सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम फैसले के मुताबिक संशोधनों के साथ लागू किया। ईसाई धर्म और बौद्ध धर्म में परिवर्तित होने वाले एससी, जिन्हें पहले 2बी के तहत वर्गीकृत किया गया था, उन्हें उसी क्रम में क्रमशः श्रेणी 1 और 2ए में पुनर्वर्गीकृत किया गया था। 2बी कोटा के तहत, शैक्षणिक संस्थानों और राज्य सरकार की नौकरियों में चार प्रतिशत सीटें मुसलमानों के लिए आरक्षित थीं। वर्तमान आरक्षण स्थिति 2006 में, जद (एस) और भाजपा की गठबंधन सरकार बनी, जिसके बाद 2008 में बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी। हालाँकि, दोनों कार्यकालों के दौरान, इस वर्गीकरण में कोई संशोधन नहीं किया गया। 2019 में, जब भाजपा सरकार सत्ता में लौटी, तो मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 27 मार्च, 2023 को ओबीसी के लिए श्रेणियों 3 ए और 3 बी को समाप्त करने का प्रस्ताव रखा। इसके बजाय, वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों के लिए 2 प्रतिशत आरक्षण के साथ नई श्रेणियों 2 सी और 2 डी का सुझाव दिया गया। प्रत्येक। बोम्मई प्रशासन ने मुसलमानों के लिए 2बी श्रेणी को खत्म करने और उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10 प्रतिशत कोटा में शामिल करने का भी प्रस्ताव रखा। हालाँकि, इसे विरोध का सामना करना पड़ा और कानूनी लड़ाई में भागना पड़ा, जिसके कारण प्रस्ताव को स्थगित कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने 13 अप्रैल, 2023 को कहा कि मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत ओबीसी कोटा खत्म करने का कर्नाटक सरकार का फैसला प्रथम दृष्टया अस्थिर और त्रुटिपूर्ण था। बोम्मई सरकार ने तब कहा था कि कोई नई नियुक्ति या प्रवेश नहीं किया जाएगा। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने पिछड़ा वर्ग समुदाय के लिए आरक्षण में यथास्थिति बरकरार रखते हुए बीजेपी सरकार के फैसले के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी है।
Karnataka Murder Case: बेटे ने मां-बाप और भाई की हत्या के लिए दी सुपारी, ऐसे हुआ खुलासा
Karnataka Murder Case: कर्नाटक पुलिस ने 19 अप्रैल को गडग शहर में चार लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। इस केस शामिल 8 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस हत्याकांड की साजिश रचने वाला मुख्य आरोपी विनायक बकाले है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बकाले पीड़ित कार्तिक सौतेला भाई है। पैसे और प्रॉपर्टी के लिए विनायक अपनों का कातिल बन गया। उसने अपने ही घर में हैवानियत का वह खौफनाक खेल खेला कि खून से सनी दीवारें और फर्श पर पड़ी लाशें देखकर पुलिस का दिल भी पसीज गया।पुलिस ने बताया कि विनायक और उसके पिता प्रकाश बकाले के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। ऐसे में विनायक ने अपने माता-पिता और भाई को रास्ते से हटाने के लिए 65 लाख रुपये में सुपारी दी। लेकिन गलत पहचान की वजह से कॉन्ट्रैक्ट किलर किसी और को मार कर चले गए। इसमें कार्तिक के तीन रिश्तेदारों की जान चली गई।इन लोगों की चली गई जानपुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 19 अप्रैल को तड़के गडग शहर के दशहरा ओनी (Dasara Oni) में बकाले के घर पर परशुराम हादीमनी (55), लक्ष्मी हादीमनी (45) और आकांक्षा हादीमनी (16) की हत्या कर दी गई। पुलिस ने कहा कि हादीमानी परिवार कार्तिक के सगाई समारोह में शामिल होने आया था। हमलावरों ने उन्हें बकाले समझ लिया। जिससे उनकी मौत हो गई। कार्तिक और विनायक बकाले भाजपा नेता और गड़ग-बेतागिरी सिटी म्युनिसिपल काउंसिल के वाइस प्रेसिडेंट प्रकाश बकाले (Prakash Bakale) के बेटे हैं। प्रकाश की दूसरी पत्नी पत्नी सुनंदा बकाले हैं। सुनंदा के बेटे कार्तिक हैं।संपत्ति विवाद को लेकर हत्या का शकहादसे के बाद जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तो वहां ज्वेलरी और कैश सुरक्षित रखा था। ऐसे में पुलिस को इस हत्या के बारे में शक हुआ कि ये हत्या चोरी के मकसद से नहीं की गई है। पुलिस के मुताबिक, दोनों भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद की संभावना नजर आ रही है। प्रकाश बकाले सारी संपत्ति कार्तिक को देने वाले थे। जिससे विनायक नाराज हो गया और उसने अपने माता-पिता और भाई की जान लेने की योजना बनाई।पुलिस ने 8 लोगों को किया गिरफ्तारगड़ग से विनायक प्रकाश बकाले (35), फैराजी काजी (29), जिशान काजी (24) और महाराष्ट्र के सांगली जिले के मिराज से जुड़वां भाई साहिल अश्फाक काजी (19), सोहेल अश्फाकी काजी (19), सुल्तान जिलानी शेख (23), महेश जगन्नाथ सालुंके (21) और वाहीद लियाकत बेपारी (21) को गिरफ्तार किया है। विनायक ने फैराजी को 65 लाख रुपए का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। फैराजी ने ही गाड़ियां, वाहन और सर्विलांस का इंतजाम किया है।Nafe Singh Rathi: हरियाणा INLD प्रमुख नफे सिंह राठी की सरेआम गोली मारकर हत्या
Karnataka govt distributed rights of backward classes among Muslims injustice to OBC Commission objection कर्नाटक: ‘राज्य सरकार ने पिछड़ा वर्ग के अधिकारों को मुसलमानों में बांटा, ओबीसी से अन्याय’, आयोग ने जताई आपत्ति
भाजपा के आधिकारिक हैंडल से इंटरनेट मीडिया एक्स पर कांग्रेस घोषणा-पत्र या मुस्लिम लीग घोषणा-पत्र शीर्षक से किए गए पोस्ट के खिलाफ एफआईआर कराई गई है। कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि मल्लेश्वरम विधानसभा क्षेत्र की एफएसटी टीम द्वारा बेंगलुरु के मल्लेश्वरम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2024 सेशन 2 का रिजल्ट बुधवार देर रात जारी कर दिया। इस बार सेशन-2 में 56 स्टूडेंट्स ऐसे रहे हैं, जिन्हें 100 पर्सेंटाइल मिला है।इसमें दिल्ली की शायना सिन्हा
पीएम से सवाल करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस ने कहां कहा है कि वह पिछड़े वर्गों और एससी/एसटी से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देगी?
कर्नाटक में आरक्षण को लेकर PM मोदी ने कांग्रेस पर लगाया यह आरोप...
Prime Minister Modi made this allegation on Congress regarding reservation in Karnataka : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस पर मुस्लिम जातियों को एक ही श्रेणी में रखकर कर्नाटक में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण कम करने का आरोप लगाया और दावा किया कि वह इसे पूरे देश में दोहराने की योजना बना रही है। ओबीसी का सबसे बड़ा दुश्मन विपक्षी दल : मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक चुनावी रैली में उन्होंने विपक्षी दल को ओबीसी का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया। मोदी ने दावा किया कि अतीत में कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान किया था जिसकी देश का संविधान अनुमति नहीं देता है। ALSO READ: कौन हैं वो 7 टॉप गेमर्स जिनसे मिले PM नरेंद्र मोदी? उन्होंने कहा, एक बार फिर कांग्रेस ने सभी मुस्लिम जातियों को ओबीसी के साथ रखकर पिछले दरवाजे से कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया है। ऐसा करके उसने ओबीसी समुदाय से आरक्षण का एक बड़ा हिस्सा छीन लिया है। कांग्रेस इस खतरनाक खेल में शामिल हो गई है जो आपकी (आने वाली) पीढ़ियों को नष्ट कर देगी। वह ओबीसी की सबसे बड़ी दुश्मन है। धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं दिया जाएगा : उन्होंने कहा कि 2004 में कांग्रेस ने संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर की पीठ में छुरा घोंपकर धर्म के आधार पर आरक्षण दिया। उन्होंने कहा, हमारा संविधान साफ कहता है कि धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं दिया जाएगा। बाबा साहेब आंबेडकर स्वयं धर्म के आधार पर आरक्षण के विरोधी थे। लेकिन कांग्रेस ने वर्षों पहले धर्म के आधार पर आरक्षण देने का खतरनाक संकल्प लिया और संकल्प को पूरा करने के लिए वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। ALSO READ: PM नरेंद्र मोदी ने बताया 2047 तक भारत कैसे बनेगा दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी? मोदी ने कहा कि कर्नाटक में पार्टी ने पिछले दरवाजे से गैर कानूनी तरीके से ऐसा आरक्षण मुहैया कराया और ओबीसी समाज के साथ ‘गुनाह’ किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, इसके लिए मुसलमानों की सभी जातियों को ओबीसी कोटा (आरक्षण) में डाल दिया। ऐसा करके कांग्रेस ने ओबीसी समाज का बड़ा हिस्सा छीन लिया और धर्म के आधार पर दूसरों को दे दिया। ALSO READ: लोकसभा चुनाव 2024 : क्यों जीत रही BJP, विपक्ष कहां कर रहा चूक, प्रशांत किशोर का दावा- बंगाल-तेलंगाना में चौंकाएंगे मोदी कांग्रेस यही फार्मूला पूरे देश में लागू करना चाहती है : मोदी ने दावा किया, कांग्रेस यही फार्मूला पूरे देश में लागू करना चाहती है। ये खतरनाक खेल आपकी पीढ़ी को खत्म कर देगा। कांग्रेस ओबीसी समुदाय की सबसे बड़ी दुश्मन है। कांग्रेस ने सामाजिक न्याय की हत्या की है, संविधान की भावना का उल्लंघन किया है और बाबा साहेब का घोर अपमान किया है। विपक्षी सवाल पूछते हैं 400 पार क्यों : उन्होंने कहा, ये (विपक्षी) सवाल पूछते हैं, 400 पार क्यों? मैं जवाब देता हूं, आप (कांग्रेस) जो ओबीसी के आरक्षण की चोरी का खेल, खेल रहे हैं। आपके ये खेल हमेशा के लिए बंद करने, आपके मंसूबे को हमेशा के लिए ताला लगाने के लिए मोदी को 400 पार चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा, मुझे दलितों, आदिवासियों, ओबीसी के आरक्षण की रक्षा करनी है। मैं स्वयं इस समाज से आया हूं, मैं आपका (जनता) दर्द जानता हूं इसलिए मैं आपको संरक्षण देकर रहूंगा और मैं आपके साथ हूं। ALSO READ: PM नरेंद्र मोदी ने बताया 2047 तक भारत कैसे बनेगा दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी? प्रधानमंत्री ने किसी के पूर्वजों द्वारा बचाई गई संपत्ति पर विरासत कर लगाने की 'योजना' के लिए भी कांग्रेस की आलोचना की। मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य के रूप में जाना जाता था और विकास तभी शुरू हुआ जब भाजपा सत्ता में आई। (भाषा) Edited By : Chetan Gour
लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच कांग्रेस अब मुस्लिम आरक्षण पर भी फंसती नजर आ रही है. पिछड़ा वर्ग आयोग का कहना है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने सभी मुस्लिम जातियों को ओबीसी में शामिल कर लिया है और उन्हें आरक्षण दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसे लेकर कांग्रेस को घेरा है. ऐसे में जानते हैं कि ये पूरा मामला क्या है?
Rapido मतदान के दिन Karnataka में वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग मतदाताओं को देगी मुफ्त सेवाएं
नयी दिल्ली । ऑनलाइन टैक्सी बुकिंग की सुविधा देने वाली कंपनी रैपिडो ने अपनी ‘सवारी जिम्मेदारी की’ पहल के तहत कर्नाटक में मतदान के दिन दिव्यांग तथा वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं को मुफ्त बाइक टैक्सी, ऑटो और कैब मुहैया कराने की घोषणा की है। कंपनी के अनुसार, बेंगलुरु, मैसूरु और मंगलुरु में मतदाता ‘वीओटीई एनओडब्ल्यू (वोट नाउ) कोड का इस्तेमाल करके 26 अप्रैल को मतदान केंद्रों तक मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकेंगे। रैपिडो ने एक बयान में कहा, ‘‘ भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के सहयोग से रैपिडो बेंगलुरु में दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं को मुफ्त ऑटो तथा कैब की सवारी प्रदान करके आम चुनाव 2024 में नागरिक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।’’ रैपिडो के सह-संस्थापक पवन गुंटुपल्ली ने कहा कि इस कदम का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि दिव्यांग तथा वरिष्ठ मतदाताओं को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए समान अवसर मिल पाए।
नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के ताजा कदम से सियासत और गरमाने के आसार हैं। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया है कि कर्नाटक सरकार ने आरक्षण का लाभ देने के लिए मुस्लिमों को पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी में शामिल किया है। हंसराज अहीर का […] The post मुस्लिमों को ओबीसी में रखने पर कर्नाटक में घिरी कांग्रेस!, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष ने लगाया हक छीनने का आरोप appeared first on राजसत्ता एक्सप्रेस- Rajsatta Express .
ओबीसी आरक्षण पर कर्नाटक ने नहीं दिया उचित स्पष्टीकरण : ओबीसी आयोग
नई दिल्ली। कर्नाटक में संपूर्ण मुसलमान समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग-ओबीसी के अंतर्गत आरक्षण देने पर राष्ट्रीय ओबीसी आयोग ने कहा है कि राज्य सरकार ने इस संबंध में उचित स्पष्टीकरण नहीं दिया है। राष्ट्रीय ओबीसी आयोग के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर ने बुधवार को यहां कहा कि कर्नाटक सरकार ने ओबीसी आरक्षण का श्रेणीकरण […] The post ओबीसी आरक्षण पर कर्नाटक ने नहीं दिया उचित स्पष्टीकरण : ओबीसी आयोग appeared first on Sabguru News .
लोकसभा चुनाव के बीच आरक्षण मुद्दे को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस एससी-एसटी और ओबीसी के अधिकारों को मुस्लिमों में बांटने की कोशिश कर रही है....
Karnataka में कांग्रेस ने साल भर में ऐसी कौन-सी गलतियां कर दीं जिसके चलते जनता इतनी नाराज है
लगभग एक साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा की 224 में से 136 सीटों पर जीत हासिल करके प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनाई थी। लेकिन एक साल के भीतर ही कर्नाटक के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जिस तरह कांग्रेस के प्रति नाराजगी दिखने लगी है वह दर्शा रही है कि चुनावों में किये गये वादे पूरे नहीं किये जायें तो जनता सबक सिखाने को तैयार रहती है। खास बात यह है कि कर्नाटक में दी गयी गारंटियों को पूरा करने के दावे के आधार पर कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए जारी अपने घोषणापत्र में तमाम तरह की गारंटियां दी हैं। लेकिन जब आप कर्नाटक में कांग्रेस की गारंटियों के बारे में जनता से राय लेंगे तो पाएंगे कि दिल्ली में जो दावे किये जा रहे हैं वह खोखले हैं। हमने कर्नाटक के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का कहना था कि बिजली के बिल में कटौती की जगह बिजली की कटौती होने लगी है। शहरी क्षेत्रों में व्यापारियों ने कहा कि कमर्शियल यूज के लिए बिजली की दरों में बार-बार इजाफा किया जा रहा है जिससे हम पर भार पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार हमसे पैसा लेकर दूसरों को सब्सिडी दे रही है जोकि गलत है। गांवों में किसानों और दुग्ध उत्पादकों ने कहा कि हमसे किये गये वादे पूरे नहीं किये गये। शहरी क्षेत्रों में गैर-लग्जरी बसों में मुफ्त यात्रा सुविधा का उपयोग करने वाली महिलाओं ने कहा कि यह देश का चुनाव है इसलिए हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ हैं वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं से जब हमने मुफ्त यात्रा सुविधा के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि एक तो बसें कम हैं और दूसरा जो बसें हैं वह खटारा जैसी हैं और प्रदूषण फैलाती हैं इसलिए ऐसी सुविधा का हमें कोई फायदा नहीं। इसे भी पढ़ें: Bangalore Rural में Devegowda के दामाद CN Manjunath ने DK Shivakumar के भाई Suresh की राह में बड़ी बाधा खड़ी कर दी है हमने गांवों और शहरों में एक चीज समान रूप से पाई कि लोग यह कहते दिखे कि हमें मुफ्त की सौगात नहीं चाहिए। लोगों ने कहा कि हम कमा कर खाना चाहते हैं और सभी चीजों का बिल भी अपनी जेब से भरना चाहते हैं। लोगों ने कहा कि हम सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहते इसलिए सरकार को मुफ्त रेवड़ियां बांटने की बजाय रोजगार के अवसर मुहैया कराने पर जोर देना चाहिए। हमने पाया कि कर्नाटक में राष्ट्रवाद, हिंदुत्व और विकास इस चुनाव में बड़े मुद्दे हैं। हमने पाया कि भाजपा से बेहतर बूथ प्रबंधन किसी अन्य पार्टी के पास नहीं है। हमने पाया कि महिला शक्ति का समर्थन सर्वाधिक भाजपा के साथ है। हमने पाया कि युवा शक्ति का समर्थन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को है। हमने पाया कि पहली बार मतदान करने वाले से लेकर बच्चे तक की जुबान पर मोदी का नाम है। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 43 प्रतिशत मत हासिल किये थे। पिछले लोकसभा चुनावों में कर्नाटक उन राज्यों में शुमार था जहां भाजपा ने 51 प्रतिशत से अधिक मत हासिल किये थे। इस बार के चुनावों में भी वही स्थिति देखने को मिल सकती है। पिछले चुनावों में भाजपा ने राज्य की 28 में से 25 सीटों पर विजय हासिल की थी, ऐसा लगता है कि इस बार भी वही स्थिति रह सकती है या भाजपा और आगे भी जा सकती है। कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मजबूत छवि का लाभ भाजपा को मिलता दिख रहा है और जिस तरह हाल ही में बेंगलुरु के एक कैफे में धमाका हो गया था उसको देखते हुए लोगों के मन में यह भावना प्रबल हुई है कि सुरक्षा हालात भाजपा के राज में ही बेहतर होते हैं। कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के समय साइडलाइन किये गये पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को भाजपा जिस तरह इस बार पूरा महत्व दे रही है उसका जातिगत असर होता भी दिख रहा है। भाजपा ने येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी सौंपी है। येदियुरप्पा का लिंगायत समुदाय पर बड़ा प्रभाव है जोकि राज्य में बड़ा सामाजिक वर्ग है। वहीं जनता दल सेक्युलर का प्रभाव वोक्कालिगा समुदाय के बीच काफी अच्छा माना जाता है। इस समय कर्नाटक में जो सामाजिक समीकरण हैं उसके मुताबिक लिंगायत और वोक्कालिगा की ताकत के साथ जब प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता जुड़ जायेगी तो इस गठबंधन का बेड़ा पार होना आसान हो जायेगा। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा राज्य में काफी सम्मानित नेता हैं। उन्होंने मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया है और लगातार साक्षात्कारों और बयानों के जरिये वह जिस तरह मोदी के लिए समर्थन मांग रहे हैं उसका भी बड़ा असर कर्नाटक की राजनीति में देखा जा रहा है। खुद पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता येदियुरप्पा भी कह चुके हैं कि जनता दल सेक्युलर के साथ गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए ही नहीं है बल्कि यह आगे तक के लिए है। कर्नाटक में हमने एक चीज और पाई कि भाजपा जहां इस चुनाव को पूरी एकजुटता के साथ लड़ रही है वहीं कांग्रेस बिखरी हुई नजर आ रही है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की बजाय अपने-अपने खेमों के लोगों को जिताने के लिए ही प्रयास करते नजर आ रहे हैं। बताया जाता है कि यह सब घटनाक्रम कांग्रेस के कई विधायकों को अखर रहा है। वह पहले से ही इस बात से नाराज हैं कि उनके क्षेत्र में विकास के लिए फंड नहीं दिया जा रहा है। दरअसल ऐसा बताया जाता है कि मुफ्त रेवड़ियां बांटने के चक्कर में कर्नाटक सरकार का खजाना ही खाली हो चुका है और विकास के लिए पैसा नहीं बचा है। यहां सवाल यह भी उठता है कि जब खजाना रेवड़ियां लुटाने में खाली कर दिया गया लेकिन जनता कह रही है कि उसे कुछ मिला ही नहीं तो यह पैसा आखिर गया कहां? -नीरज कुमार दुबे
NCBC Report:राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि कर्नाटक सरकार ने पिछड़ों का हक काटकर मुस्लिमों को दे दिया है.
नेहा हिरेमथ की तस्वीरें लीक करने में कर्नाटक सरकार का हाथ, प्रह्लाद जोशी ने लगाया आरोप
हुबली। केंद्रीय मंत्री एवं कर्नाटक में धारवाड़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नेहा हिरेमथ के कथित हत्यारे के मोबाइल से तस्वीरें लीक करने के पीछे राज्य की कांग्रेस सरकार का हाथ है। जोशी ने आज संवाददाताओं से सवालिया लहजे में कहा कि जब आरोपी जेल […] The post नेहा हिरेमथ की तस्वीरें लीक करने में कर्नाटक सरकार का हाथ, प्रह्लाद जोशी ने लगाया आरोप appeared first on Sabguru News .
नेहा मर्डर केस: क्या 2023 विधानसभा चुनावों से सबक सीखेगी कर्नाटक भाजपा?
कर्नाटक में नेहा मर्डर केस को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है. पर जिस तरह विधानसभा चुनावों के पहले बजरंग बली से लेकर हिजाब, ईदगाह मैदान आदि मुद्दे को जीवित करने की कोशिश असफल साबित हुई थी, क्या बीजेपी उससे सबक सीखेगी?
Amar ujala Exclusive Hassan Ground Report karnataka JDS Hassan Ground Report: हारे तो गौड़ा…जीते तो भी गौड़ा...पर कौनसा, यह वक्त ही बताएगा, पढ़ें क्या कहते हैं मतदाता
एनसीबीसी ने कहा कि सभी मुस्लिम समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने का फैसला सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को कमजोर करेगा। हालांकि एनसीबीसी ने जोर दिया कि मुस्लिम समुदाय के भीतर वास्तव में वंचित और हाशिए पर रहने वाले लोग हैं लेकिन पूरे मुस्लिम समुदाय को पिछड़ा मानने से मुस्लिम समाज के भीतर विविधता की अनदेखी होती है।
केरल में बर्ड फ्लू के प्रकोप की खबरों के बीच दक्षिण कर्नाटक में हाई अलर्ट
मंगलुरु, एजेंसी। केरल के कुछ जिलों में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के...
'भरोसा रखें, मैं मुख्यमंत्री बनूंगा', जनता से बोले कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार
पिछले साल राज्य में हुए विधानसभा चुनावों कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार में ठन गई थी. डीके शिवकुमार पार्टी के राज्य यूनिट के अध्यक्ष थे और उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी. इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोका था. हालांकि पार्टी हाईकमान ने सिद्धारमैया के चेहरे पर मुहर लगाई.
Neha Murder Case: 'समाधि पर बेटी से वादा किया...' नेहा हिरेमथ के पिता ने कर्नाटक सरकार से मांगी माफी
Neha Murder Case: कर्नाटक कांग्रेस के पार्षद निरंजन हिरेमथ ने मंगलवार (23 अप्रैल) को अपनी 23 वर्षीय बेटी नेहा की कॉलेज कैंपस में हत्या के बाद कर्नाटक सरकार के खिलाफ बोलने के लिए माफी मांग ली। उन्होंने मांग की है कि उनकी बेटी जैसे मामलों से निपटने के लिए एक कानून बनाया जाए और फास्ट-ट्रैक कोर्ट का नाम नेहा हिरेमथ के नाम पर रखा जाए। साथ ही उन्होंने अपनी बेटी के हत्यारे के लिए एनकाउंटर या फांसी की सजा की मांग की। निरंजन हिरेमथ ने कहा कि वह मामले में पीछे नहीं हटेंगे और न ही हार मानेंगे। बेटी के कातिल को सजा दिलवा कर ही रहेंगे। नेहा हिरेमथ के पिता हुबली-धारवाड़ नगर निगम से कांग्रेस के पार्षद हैं।न्यूज 18 के मुताबिक उन्होंने कहा, एनकाउंट या फांसी ही एकमात्र विकल्प है (आरोपी के लिए)। मैंने अपनी नेहा से उसकी समाधि पर वादा किया है कि मैं हार नहीं मानूंगा।'' हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद की बेटी की 18 अप्रैल को बीवीबी कॉलेज के कैंपस में उसके पूर्व सहपाठी फयाज खोंडुनाइक ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।जैसे ही सांप्रदायिक आरोप लगाए गए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि हत्या के पीछे व्यक्तिगत कारण थे। हालांकि इससे पहले, निरंजन हिरेमथ ने दावा किया था कि उनकी बेटी की हत्या लव जिहाद के कारण की गई थी। हिरेमथ ने कहा था कि जबरन वैवाहिक धर्म परिवर्तन बहुत तेजी से फैल रहा है। उन्होंने पूछा- यह लव जिहाद नहीं तो क्या है?सीएम ने निरंजन से फोन पर की बातसिद्धारमैया ने मंगलवार को नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ से फोन पर बात की और उनकी बेटी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने निरंजन हिरेमथ को इस मामले को आपराध जांच विभाग (CID) को सौंपने और जल्द सुनवाई होने के लिए एक विशेष अदालत स्थापित करने के सरकार के फैसले से अवगत कराया।सिद्धारमैया ने हिरेमथ से फोन पर कहा, निरंजन...बहुत खेद है। हम आपके साथ खड़े हैं। इस दौरान राज्य के कानून एवं संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल हिरेमथ के घर में मौजूद थे। पीटीआई के मुताबिक, सिद्धारमैया ने पाटिल के फोन पर कॉल कर हिरेमथ से बात की। उन्होंने इस दौरान मामले की जांच CID को सौंपने और जल्द सुनवाई करने के लिए एक विशेष अदालत की स्थापना करने की जानकारी दी।सिद्धारमैया ने कहा, यह एक गंभीर अपराध है...एक विशेष अदालत स्थापित करके हम आरोपी को सजा दिलवाएंगे। हिरेमथ ने मामले को सीआईडी को सौंपने और एक विशेष अदालत स्थापित करने के लिए अपने परिवार के शुभचिंतकों और समुदाय की ओर से सिद्धारमैया को धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा, जल्द से जल्द आदेश सुनिश्चित करें और हमें न्याय प्रदान करें। नेहा के पिता ने पाटिल, राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर, स्थानीय कांग्रेस विधायक प्रसाद अब्बय्या और अन्य को भी उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। हिरमेथ से सिद्धारमैया ने कहा, हम इसे यथाशीघ्र सुनिश्चित करेंगे।18 अप्रैल को हुई थी हत्या23 वर्षीय नेहा हिरेमथ की 18 अप्रैल को धारवाड़ के बीवीबी कॉलेज कैंपस में चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आरोपी फयाज खोंडुनाइक मौके से भाग गया, लेकिन बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। नेहा मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की प्रथम वर्ष की छात्रा थी और फैयाज पहले उसका सहपाठी रह चुका था।मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को घोषणा की थी कि उनकी सरकार ने हुबली में हुई छात्रा की हत्या के मामले की जांच सीआईडी को सौंपने का फैसला किया है। साथ ही मामले का जल्द निपटारा करने के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया जाएगा।इस हत्याकांड को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सत्तारूढ़ दल ने इसे निजी विवाद के कारण हुई घटना करार दिया। जबकि BJP ने इसे 'लव जिहाद' का मामला बताया है और कहा है कि ये राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रमाण है।
BJP से निष्कासन के बाद पार्टी और येदियुरप्पा को लेकर क्या बोले पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा?
K.S. Eshwarappa : कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा (K.S. Eshwarappa) ने शिवमोगा (Karnataka) में मंगलवार को कहा कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) से निष्कासन का भय नहीं था। साथ ही उन्होंने पूरे जोश के साथ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव (Lok Sabha) लड़ने का संकल्प दोहराया। ईश्वरप्पा ने कहा कि उनका निष्कासन अपेक्षित था। भाजपा ने सोमवार को पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए ईश्वरप्पा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। ALSO READ: क्या मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन पाएंगे? जानिए क्या कहते हैं अयोध्या पहुंचे रामभक्त 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया : प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष लिंगराज पाटिल ने निष्कासन आदेश में कहा कि पार्टी के निर्देशों की अनदेखी करते हुए आप शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से एक बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। यह पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है। इसमें कहा गया कि इसलिए आपको सभी जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है और तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है। ईश्वरप्पा चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर अड़े हुए हैं, पार्टी नेताओं द्वारा उन्हें मनाने की कोशिशें विफल हुई हैं। ईश्वरप्पा ने कर्नाटक में भाजपा को खड़ा किया : विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व नेता ईश्वरप्पा को निष्कासित करने का पार्टी का फैसला लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 7 मई को कर्नाटक में होने वाले मतदान के लिए उम्मीदवारी वापस लेने के आखिरी दिन आया। येदियुरप्पा और दिवंगत एच.एन. अनंत कुमार के साथ ईश्वरप्पा को कर्नाटक में जमीनी स्तर पर भाजपा को खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है। ALSO READ: गिरिराज फिर बोले, पाकिस्तान समर्थक देशद्रोहियों से नहीं मांगूंगा वोट पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले 75 वर्षीय ईश्वरप्पा ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से कहा था कि वे चुनावी राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं और उन्हें किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने पर विचार न किया जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तब ईश्वरप्पा को फोन किया था और उनसे वीडियो कॉल पर बात की थी तथा पार्टी के निर्देशों के अनुसार चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के उनके कदम की सराहना की थी। ईश्वरप्पा ने मंगलवार को यहां व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि मुझे अपने निष्कासन के संबंध में पार्टी से कोई सूचना नहीं मिली है। सच तो यह है कि मैं सोच रहा था कि मुझे अभी तक निष्कासित क्यों नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि मैं निष्कासन से नहीं डरूंगा। मेरा चुनाव लड़ना स्पष्ट है, शिवमोगा (शिमोगा लोकसभा सीट) से जीतना स्पष्ट है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों को मजबूत करना भी स्पष्ट है। ALSO READ: डिंपल यादव बोलीं, केंद्र में सरकार बदलने पर बदल जाएगी UP की भी सरकार 'गन्ना वाला किसान' चुनाव चिह्न आवंटित : उन्होंने कहा कि उन्हें 'गन्ना वाला किसान' चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है, जो उनके निर्वाचन क्षेत्र के किसानों से उनके लिए आशीर्वाद का संकेत देता है। ईश्वरप्पा पड़ोसी हावेरी निर्वाचन क्षेत्र से अपने बेटे के ई कांतेश के लिए टिकट चाह रहे थे। टिकट नहीं मिलने पर ईश्वरप्पा ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के संसदीय बोर्ड के सदस्य बी.एस. येदियुरप्पा के खिलाफ विद्रोह कर दिया और उन पर अपने बेटे की राजनीतिक संभावनाओं को खत्म करने का आरोप लगाया। येदियुरप्पा और उनके 2 बेटे शिमोगा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बी वाई राघवेंद्र और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं शिकारीपुरा विधायक बी वाई विजयेन्द्र पर निशाना साधते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि भाजपा कर्नाटक में 'पिता-पुत्र' की पार्टी में बदल गई है जिसमें प्रचुर मात्रा में भाई-भतीजावाद है।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta
इस राज्य में क्या हुआ? कर्नाटक ने सीमावर्ती जिलों में जारी किया हाई-अलर्ट
अधिकारियों ने कहा कि हमारे केरल समकक्षों ने हमें आश्वासन दिया है कि अलप्पुझा जिले के भीतर स्थिति पर काबू पा लिया गया है. हालांकि, ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर पोल्ट्री उत्पादों की लोडिंग, बुकिंग और ले जाने पर अभी भी निगरानी की जा रही है.
स्वच्छ ऊर्जा रूपांतरण में कर्नाटक और गुजरात आगे
कर्नाटक और गुजरात ने एक बार फिर स्वच्छ ऊर्जा रूपांतरण (एनर्जी ट्रांजिशन) की दिशा में अपना नेतृत्व प्रदर्शित किया है। इस बात का खुलासा हुआ...
मुझे माफ कर दीजिएगा.. नेहा के माता-पिता से ऐसा क्यों बोले कर्नाटक के मुख्यमंत्री?
Neha Hiremath: नेहा के पिता ने कहा कि जानकारी के अभाव में मैंने सरकार के खिलाफ बयान जारी किए थे. मैं कानून के बारे में नहीं जानता. सरकार ने अपना काम किया था. सीएम ने मेरे घर आने का वादा किया है. अगर मैंने गलत बयान जारी किया है, तो मैं भी माफी मांगता हूं.
भाजपा ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने के आरोप में 'बागी' पार्टी नेता केएस ईश्वरप्पा को सोमवार को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। यह घटनाक्रम तब हुआ जब कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री शिवमोग्गा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर कायम रहे। ईश्वरप्पा ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था और उन्हें मनाने के लिए भाजपा नेताओं के व्यापक प्रयासों को ठुकरा दिया था। पूर्व सीएम और पार्टी के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा के बेटे और राज्य भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र शिवमोग्गा में पार्टी के उम्मीदवार हैं। इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Newsroom | Malaysia Navy Helicopter आसमान में कैसे टकराए, 10 लोगों की मौत का जिम्मेदार आखिर कौन? खौफनाक वीडियो आया सामने निष्कासन आदेश में कहा “पार्टी के निर्देशों की अनदेखी करते हुए, आप शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से एक विद्रोही उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। राज्य अनुशासन समिति के अध्यक्ष लिंगराज पाटिल ने निष्कासन आदेश में कहा, यह पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारी वापस लेने की समय सीमा सोमवार शाम को बंद होने के बाद पार्टी ने ईश्वरप्पा को निष्कासित करने का विकल्प चुना। 75 वर्षीय ने हाल ही में जोर देकर कहा था कि वह निर्दलीय हैं और भाजपा के साथ नहीं हैं। उन्होंने कहा, जब मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रहा हूं तो वह (विजयेंद्र) क्या अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे? निर्दलीय चुनाव लड़ने का मतलब है कि मैं पार्टी से बाहर आ गया हूं। ईश्वरप्पा ने पिछले सप्ताह कहा था भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उन्हें यह भी नहीं पता कि निर्दलीय चुनाव लड़ना क्या होता है। इसका मतलब है कि आप जो भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करना चाहें, करें। मैं ऐसी धमकियों से नहीं डरता। इसे भी पढ़ें: 'राहुल गांधी गंभीर राजनेता नहीं', लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस नेता पर फिर बरसे केरल के मुख्यमंत्री उन्होंने यह भी दावा किया कि कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष ने 'वंशवाद की राजनीति' के कारण अपना पद सुरक्षित किया है - इस दावे का बीवाई विजयेंद्र ने जोरदार खंडन किया है। बाद वाले ने हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान पीटीआई को बताया कि उन्हें राज्य इकाई प्रमुख बनाने का निर्णय भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने लिया था, और इसका उनके पिता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने प्रकाशन को बताया था “पार्टी कार्यकर्ता आज ईश्वरप्पा से सवाल कर रहे हैं। वह शिमोगा से इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि उनके बेटे को हावेरी से टिकट नहीं मिल सका। सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों का फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा मौजूदा सांसदों के प्रदर्शन, नमो ऐप के माध्यम से 'कार्यकर्ताओं' की राय के आधार पर किया गया था। विभिन्न मापदंडों के आधार पर आलाकमान ने निर्णय लिया है. यह विजयेंद्र या येदियुरप्पा नहीं हैं जिन्होंने उम्मीदवारों का फैसला किया है।
सूखा राहत को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं का केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
बेंगलुरु, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। कर्नाटक में सूखा राहत को लेकर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार को विधानसभा में गांधी प्रतिमा के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
ईश्वरप्पा स्वतंत्र चुनाव लड़ने पर अडिग, बोम्मई और कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष पर लगाए ये आरोप
कर्नाटक के बागी नेता केएस ईश्वरप्पा ने भाजपा से निष्कासन के कुछ घंटों बाद ही स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने जीत का आत्मविश्वास जताया और भविष्य में भाजपा में लौटने की अपनी योजना की बात कही। ईश्वरप्पा को सोमवार को लोकसभा चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के कारण पार्टी अनुशासन के उल्लंघन के लिए छह वर्षों के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया गया। स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का उनका निर्णय उनके बेटे केई कंतेश को चुनाव टिकट न मिलने के बाद आया। ईश्वरप्पा ने इस अस्वीकृति के लिए राज्य भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र और उनके पिता, वरिष्ठ पार्टी नेता बीएस येदियुरप्पा को जिम्मेदार ठहराया। पार्टी नेताओं द्वारा उन्हें समझाने के प्रयासों के बावजूद, 75 वर्षीय ईश्वरप्पा चुनाव लड़ने के लिए दृढ़ निश्चय पर अड़े रहे और यहां तक कि स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया। उनके निष्कासन की घोषणा कर्नाटक में 7 मई को होने वाले दूसरे चरण के लोकसभा चुनावों के लिए नामांकन वापसी के अंतिम दिन की गई। ईश्वरप्पा ने येदियुरप्पा और दिवंगत नेता अनंत कुमार ने साथ मिलकर कर्नाटक में भाजपा को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का उनका निर्णय राजनीति में सक्रिय रहने और चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत का तहलका, इंटरनेशनल रिपोर्ट में मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति की हुई तारीफ एक्स को होगा फायदा, फिर भी अमेरिका में टिकटॉक पर बैन के खिलाफ हैं एलन मस्क जम्मू-कश्मीर: आतंकवाद फंडिंग के मामले में NIA ने श्रीनगर में 9 ठिकानों पर छापा मारा, कांस्टेबल सैफ-उद-दीन गिरफ्तार
बैंगलोर: कें द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेंगलुरु दौरे से पहले, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला सहित कांग्रेस नेताओं ने आज मंगलवार को बेंगलुरु के विधानसभा में केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सूखा राहत को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक के किसान सूखे की मार झेल रहे हैं और उन्होंने सूखा राहत नहीं देने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, किसान सूखे के कारण पीड़ित हैं। अब तक, हमने अपने किसानों को 650 करोड़ रुपये वितरित किए हैं। निर्मला सीतारमण और नरेंद्र मोदी ही कारण हैं कि कर्नाटक को राहत नहीं दी गई है। रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर सूखा राहत के लिए धन जारी न करके किसानों और कर्नाटक के लोगों से बदला लेने का आरोप लगाया। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सूखा राहत के लिए 18,172 करोड़ रुपये जारी किए बिना उन्हें कर्नाटक की धरती पर कदम रखने का कोई अधिकार नहीं है। सुरजेवाला ने कहा कि, कर्नाटक के साथ बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है। मोदी सरकार कर्नाटक के किसानों और लोगों से बदला लेना चाहती है। यह बदले की राजनीति है, यह भाजपा की द्वेष की राजनीति है। अमित शाह आज आ रहे हैं, उन्हें इस धरती पर पैर रखने का कोई अधिकार नहीं है। कर्नाटक का, 18172 करोड़ रुपये जारी किए बिना वो यहाँ नहीं आ सकते। इसलिए हमारे मुख्यमंत्री यहां बैठे हैं। कर्नाटक के लिए न्याय करना होगा। कर्नाटक के प्रति मोदी सरकार की दुश्मनी खत्म करनी होगी, अमित शाह हमारे पैसे जारी किए बिना कर्नाटक कैसे आ सकते हैं।'' कर्नाटक कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद ने कहा कि हम गंभीर सूखे में हैं, कर्नाटक का 95 प्रतिशत हिस्सा गंभीर सूखे में है। हमारे यहां पिछले 10 महीनों से बारिश नहीं हुई है। तो, पीएम मोदी ने हमें मुआवजा क्यों नहीं दिया? ऐसा क्या हो रहा है आप कर्नाटक के खिलाफ हैं? तो हमें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। अब सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि मोदी सरकार इस हफ्ते मुआवजा जारी करने पर सहमत हो गई है। क्या हमें अपने अधिकारों के लिए कोर्ट जाना होगा? उन्होंने कहा, हम धरने पर क्यों बैठे हैं? क्योंकि इसे दोहराया नहीं जाना चाहिए। वे दक्षिण भारतीय राज्यों के साथ भेदभाव नहीं कर सकते। कहाँ गया कर्नाटक सरकार का धन ? बता दें कि, कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान मुफ्त के चुनावी वादे किए थे, जिसके बाद वो सत्ता में तो आ गई, लेकिन इन गारंटियों को पूरा करने में सरकारी ख़ज़ाने पर बोझ बढ़ गया। एक बार जब कांग्रेस विधायकों ने अपने क्षेत्रों में विकास कार्य के लिए राज्य सरकार से धन माँगा, तो डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने ये कहते हुए मना कर दिया कि चुनावी गारंटियों को पूरा करने में हमें फंड लगाना पड़ा है, इसलिए अभी विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं दे सकते। अब जब राज्य सूखे से जूझ रहा है, तो राज्य सरकार ने केंद्र से आर्थिक मदद मांगी है। केंद्र सरकार ने एक हफ्ते में धनराशि जारी करने की बात कही है। हालाँकि, कांग्रेस के चुनावी वादों पर भी अर्थशास्त्रियों ने चिंता जताई थी कि मुफ्त की चीज़ों से सरकारी ख़ज़ाने पर बोझ बढ़ेगा और बाकी विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं बचेगा, लेकिन उस समय पार्टी ने इन बातों को नज़रअंदाज़ कर दिया था। यही नहीं, सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने अपनी मुफ्त की 5 चुनावी गारंटियों को पूरा करने के लिए SC/ST वेलफेयर फंड से 11 हजार करोड़ रुपये निकाल लिए थे। बता दें कि, कर्नाटक शेड्यूल कास्ट सब-प्लान और ट्रायबल सब-प्लान एक्ट के मुताबिक, राज्य सरकार को अपने कुल बजट का 24.1% SC/ST के उत्थान के लिए खर्च करना पड़ता है। लेकिन उन 34000 करोड़ में से भी 11000 करोड़ रुपए राज्य सरकार ने निकाल लिए। इसके बाद राज्य सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए एक योजना शुरू की, जिसमे उन्हें वाहन खरीदने पर 3 लाख तक की सब्सिडी देने का ऐलान किया था। उस योजना के अनुसार, यदि कोई अल्पसंख्यक 8 लाख रुपये की कार खरीदता है, तो उसे मात्र 80,000 रुपये का शुरूआती भुगतान करना होगा। 3 लाख रुपए राज्य सरकार देगी, यही नहीं बाकी पैसों के लिए भी बैंक ऋण सरकार ही दिलाएगी। वहीं, इस साल के बजट में कांग्रेस सरकार नेवक्फ प्रॉपर्टी के लिए 100 करोड़ और ईसाई समुदाय के लिए 200 करोड़ आवंटित किए हैं । जानकारों का कहना है कि, धन का सही प्रबंधन नहीं करने के कारण, राज्य सरकार का खज़ाना खाली हो गया और आज सूखे से जूझ रहे कर्नाटक को राहत देने के लिए कांग्रेस सरकार के पास पैसा नहीं बचा। इंदौर से भोपाल आ रही थी महिला AIG, चलती कार में हो गई मौत 'जीजाजी की नज़र है, साले साहब क्या करेंगे..', अमेठी से चुनाव लड़ना चाहते हैं रॉबर्ट वाड्रा, स्मृति ईरानी ने राहुल पर कसा तंज शर्ट के अंदर छुपा रखे थे 14 लाख कैश, तमिलनाडु पुलिस ने शख्स को दबोचा
प्रियंका गांधी के दौरे का कर्नाटक में कोई असर नहीं : प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष
कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने मंगलवार को कहा कि प्रियंका गांधी के दौरे का राज्य में कोई असर नहीं पड़ेगा...
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उनकी सरकार ने हुबली छात्र हत्या मामले को अपराध जांच विभाग को सौंपने का फैसला किया है और इसके शीघ्र निपटान के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया जाएगा। हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ की बेटी नेहा हिरेमथ (23) की गुरुवार को बीवीबी कॉलेज के परिसर में कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई। आरोपी फयाज खोंडुनाईक मौके से भाग गया, जिसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नेहा मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) प्रथम वर्ष की छात्रा थी और फैयाज पहले उसका सहपाठी था। इसे भी पढ़ें: PM Narendra Modi In Rajasthan | 'कांग्रेस राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह होता था', पीएम नरेंद्र मोदी ने टोंक रैली के दौरान विपक्ष पर कसा तंज इसके अलावा कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ से बात की, जिनकी 23 वर्षीय बेटी को हुबली में उसके कॉलेज परिसर के अंदर एक पूर्व सहपाठी ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी, उन्होंने कहा कि वह माफ करें और आश्वासन दिया कि हम आगे रहेंगे आपका पक्ष। 18 अप्रैल को, आरोपी फैयाज ने बीवीबी कॉलेज परिसर के अंदर मास्टर्स ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) की छात्रा नेहा पर हमला किया। घटना के सीसीटीवी फुटेज में फ़याज़ को मौके से भागने से पहले नेहा को कई बार चाकू मारते हुए देखा गया। 23 साल के फैयाज को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। कॉलेज के अधिकारी और अन्य छात्र नेहा को अस्पताल ले गए, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया। जबकि राज्य के कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल ने हुबली में निरंजन हिरेमथ से उनके आवास पर मुलाकात की, मुख्यमंत्री ने फोन पर उनसे कहा, निरंजन...बहुत खेद है। हम आपकी तरफ रहेंगे। इसे भी पढ़ें: भांजी की शादी में शैतान बना मामा, जीजा को उतारा मौत के घाट, डीजे के गाने पर हुआ विवाद समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धारमैया ने हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद को मामले की सीआईडी जांच और एक विशेष अदालत स्थापित करने के बारे में भी बताया। यह एक गंभीर अपराध है... एक विशेष अदालत स्थापित करके हम आरोपी व्यक्ति के लिए सजा सुनिश्चित करेंगे। अपने परिवार की ओर से, हिरेमठ ने मामला सौंपने के लिए सिद्धारमैया को धन्यवाद दिया और उनसे कहा कि जल्द से जल्द एक आदेश सुनिश्चित करें और हमें न्याय प्रदान करें। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, ''हम इसे जल्द से जल्द सुनिश्चित करेंगे।''
Karnataka Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने की वजह से बागी नेता के. एस. ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। चुनाव मैदान में उतरे पूर्व डिप्टी सीएम और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रह चुके ईश्वरप्पा ने अपने बेटे केई कांतेश को हावेरी से टिकट नहीं मिलने के लिए प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र और उनके पिता एवं दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा को दोषी ठहराया था।पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को हावेरी से बीजेपी का टिकट मिला है, जबकि विजयेंद्र के भाई एवं सांसद बीवाई राघवेंद्र शिमोगा से भाजपा के उम्मीदवार हैं। प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष लिंगराज पाटिल ने निष्कासन आदेश में कहा, पार्टी के निर्देशों की अनदेखी करते हुए आप शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से एक बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। यह पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है।बयान में कहा गया, ''इसलिए, आपको सभी जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है और तत्काल प्रभाव से छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है।'' विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व नेता को निष्कासित करने का पार्टी का फैसला लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत 7 मई को कर्नाटक में होने वाले मतदान के लिए उम्मीदवारी वापस लेने के आखिरी दिन आया।कौन हैं ईश्वरप्पा?येदियुरप्पा और दिवंगत एचएन अनंत कुमार के साथ ईश्वरप्पा को कर्नाटक में जमीनी स्तर पर बीजेपी को खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है। पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले 75 वर्षीय ईश्वरप्पा ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से कहा था कि वह चुनावी राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं और उन्हें किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने पर विचार न किया जाए।ये भी पढ़ें- राजस्थान में विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी, कहा- 'कांग्रेस के शासन में अपनी आस्था का पालन करना भी मुश्किल'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब ईश्वरप्पा को फोन किया था। पीएम ने उनसे वीडियो कॉल पर बात की थी तथा पार्टी के निर्देशों के अनुसार, चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के उनके कदम की सराहना की थी। कर्नाटक में 26 अप्रैल और 7 मई को दो चरणों में मतदान होगा। जबकि देश भर में एक साथ 4 जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे।
क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन में कर्नाटक और गुजरात सबसे आगे
लखनऊ (निशांत सक्सेना)——– कर्नाटक और गुजरात ने एक बार फिर क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन की दिशा में अपना नेतृत्व प्रदर्शित किया है। इस बात का खुलासा हुआ इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (IEEFA)और एम्बर की एक संयुक्त रिपोर्ट में। इस दिशा में यह मूल्यांकन का दूसरा साल हैजिसमें अब कुल21राज्य शामिल हैं,जो पिछले सात […] The post क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशनमें कर्नाटक और गुजरात सबसे आगे first appeared on नवसंचार समाचार .कॉम .
जब CM सिद्धारमैया को मिली फ्री बस टिकट से बनी माला
Karnataka loksabha election : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को कानून की पढ़ाई करने वाली प्रथम वर्ष की एक छात्रा एम.ए. जयश्री ने बस की मुफ्त टिकट से बनी एक माला भेंट की, जिससे वह बहुत खुश हुए। कांग्रेस के 5 प्रमुख चुनावी वादों में से एक 'शक्ति' गारंटी योजना शुरू करने के लिए छात्रा ने सिद्धरमैया के प्रति आभार जताने के लिए ये माला भेंट की। एम. ए. जयश्री ने सोमवार शाम को इस जिले के अरसीकेरे में एक चुनावी रैली के दौरान सिद्धरमैया को माला भेंट की थी। जयश्री ने मुख्यमंत्री से कहा कि आपने मुझे बसों में मुफ्त यात्रा करने की सुविधा दी, जिससे मैं कानून की पढ़ाई कर सकूं। पिछले साल जून में शुरू की गई इस योजना से राज्य की गैर-लक्जरी सरकारी बसों में महिलाएं मुफ्त यात्रा करती हैं। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस योजना की शुरुआत के बाद 194.39 करोड़ मुफ्त यात्रा की गई हैं, जिसमें राज्य के खजाने पर 4,673.56 करोड़ रुपए का भार पड़ा। ಅರಸೀಕೆರೆಯ ವಿದ್ಯಾರ್ಥಿನಿ ಇಂದು ನನ್ನ ಕೊರಳಿಗೆ ಹಾಕಿದ ಉಚಿತ ಬಸ್ ಟಿಕೆಟ್ ಗಳ ಮಾಲೆ ಆಕೆ ವ್ಯಕ್ತಪಡಿಸಿದ ಕೃತಜ್ಞತೆಯ ಮಾಲೆಯೂ ಹೌದು, ನಮ್ಮ ಸರ್ಕಾರದ ಸಾಧನೆಯ ಮಾಲೆಯೂ ಹೌದು, ಬಹುಷ: ಇದು ಈ ಚುನಾವಣೆಯ ವಿಜಯಮಾಲೆಯೂ ಇರಬಹುದೇನೋ? ಅರಸೀಕೆರೆಯಲ್ಲಿ ಚುನಾವಣಾ ಪ್ರಚಾರದಲ್ಲಿ ತೊಡಗಿದ್ದ ನನ್ನ ಕಡೆ ಏದುಸಿರುಬಿಡುತ್ತಾ ಓಡೋಡಿ ಬಂದ ಕಾನೂನು… pic.twitter.com/AYaWVMoc1P — Siddaramaiah (@siddaramaiah) April 22, 2024 उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर विपक्षियों द्वारा कांग्रेस की गारंटी योजना की आलोचना किये जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह कानून की पढ़ाई पूरी करके एक अच्छी वकील बनकर समाज की सेवा करना चाहती है और उन गुमराह लोगों को सही रास्ता दिखाना चाहती है जो गारंटी योजनाओं के कारण लड़कियों के भटकने का आरोप लगाते हैं। सिद्धरमैया के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में जयश्री के हवाले से बताया गया कि उसने माला भेंट करते हुए कहा, कि इसलिए मैंने बस के सारे मुफ्त टिकट जमा किये थे और उनसे ये माला बनाई। मैं आपको इसे देने के लिए महीनों से इंतजार कर रही हूं। जब मुझे पता चला कि आप आज अरसीकेरे आ रहे हैं, तो मैं यह माला लेकर यहां आ गई। मुख्यमंत्री इस भाव से अभिभूत हुए और उन्होंने इसे हमारी सरकार की उपलब्धियों की माला के तौर पर स्वीकार किया। (भाषा) Edited by : Nrapendra Gupta
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैयाने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से हमने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध किया। नरेंद्र मोदी और अमित शाह कर्नाटक के किसानों से नफरत करते हैं। राज्य के 223 तालुके सूखे पड़े हैं।
एनसीबीसी ने राज्य सरकार के फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि पूरे मुस्लिम समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल करने का फैसला सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को कमजोर करेगा।
कर्नाटक के हुबली में हुए नेहा हीरेमठ के मर्डर के बाद अब उनके पिता ने कहा है कि उनकी बेटी की हत्या 'दे केरल स्टोरी' के स्टाइल में हुई थी।
जेपी नड्डा आज मध्यप्रदेश में व अमित शाह पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र व कर्नाटक में करेंगे जनसभा
नई दिल्ली, 23 अप्रैल . भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज मध्यप्रदेश के चुनावी दौरे पर रहेंगे, वहीं केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और कर्नाटक में हुंकार भरते नजर आएंगे. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सुबह 11 बजे मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के राजेन्द्र पार्क में चुनावी रैली को संबोधित ... Read more
PM मोदी की राजस्थान और छत्तीसगढ़ में रैली, प्रियंका गांधी कर्नाटक में करेंगी जनसभाएं
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान खत्म होने के बाद अब नेताओं ने दूसरे चरण के लिए कमर कस ली है. अगले चरण के चुनावों को अब सिर्फ 3 दिन बचे हैं, इसलिए सियासी दलों के नेता चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. बता दें कि दूसरे चरण के लिए मतदान 26 अप्रैल को होना है.
कर्नाटक: भाजपा के पास पिछले प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती, वजूद बचाने के लिए कांग्रेस कर रही है जद्दोजहदKarnataka BJP challenge of repeating previous performance Congress struggling for existence
केरल, कर्नाटक में कांटे की टक्कर
पहले चरण में तमिलनाडु में मतदान संपन्न होने के साथ ही अब ध्यान पड़ोसी राज्य केरल और कर्नाटक पर केंद्रित हो गया है। इन दोनों राज्यों में 26 अप्रैल को मतदान होने जा रहा है। केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों...
नेहा को इंसाफ दिलाने सड़क पर उतर आईं मुस्लिम लड़कियां कौन, कर्नाटक में बवाल!
कर्नाटक के हुबली में एक कॉलेज परिसर में कर्नाटक कांग्रेस के पार्षद की बेटी की हत्या के बाद पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच 'लव जिहाद' के मुद्दे को लेकर तीखी नोकझोंक चल रही हैदरअसल हुबली के कॉलेज में एक छात्रा के साथ दरिंदगी की गई इस वारदात के बाद पूरे कर्नाटक में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए 23 साल की नेहा परीक्षा देकर केंद्र से बाहर निकली थी तभी उसके क्लास के एक लड़के ने चाकू से ताबड़तोड़ हमले कर हत्या कर दी...
नेहा हत्याकांड में कर्नाटक पुलिस ‘कठपुतली’ की तरह व्यवहार कर रही : मृतका के पिता
हुबली, (कर्नाटक) 22 अप्रैल . नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ ने सोमवार को दावा किया कि उनकी बेटी को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और कर्नाटक पुलिस राज्य सरकार की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रही है. निरंजन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, ”हुबली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार कठपुतली ... Read more The post नेहा हत्याकांड में कर्नाटक पुलिस ‘कठपुतली’ की तरह व्यवहार कर रही : मृतका के पिता first appeared on indias.news .
नेहा हत्याकांड में कर्नाटक पुलिस ‘कठपुतली’की तरह व्यवहार कर रही : मृतका के पिता
हुबली, (कर्नाटक) 22 अप्रैल . नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ ने सोमवार को दावा किया कि उनकी बेटी को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और कर्नाटक पुलिस राज्य सरकार की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रही है. निरंजन ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, ”हुबली-धारवाड़ पुलिस आयुक्त रेणुका सुकुमार कठपुतली ... Read more
नेहा हत्याकांड में कर्नाटक पुलिस 'कठपुतली' की तरह व्यवहार कर रही : मृतका के पिता
हुबली, (कर्नाटक) 22 अप्रैल (आईएएनएस)। नेहा हिरेमथ के पिता निरंजन हिरेमथ ने सोमवार को दावा किया कि उनकी बेटी को जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया और कर्नाटक पुलिस राज्य सरकार की कठपुतली की तरह व्यवहार कर रही है।
Government Jobs 2024: 12वीं पास कर सकते हैं इस जॉब के लिए आवेदन, जान ले आप भी लास्ट डेट
इंटरनेट डेस्क। आप भी नौकरी ढूंढ़ रहे हैं और वो भी अच्छी जॉब वाली तो फिर आज आपके लिए लेकर आए हैं हम भी एक ऐसी जॉब की जानकारी जिसे प्राप्त कर आप करियर बना सकते हैं और वो हें हुट्टी गोल्ड माइन्स कंपनी में। कुल पदों की संख्या-135 पदों के नाम- असिस्टेंट फोरमैन, सिक्योरिटी गार्ड आवेदन की लास्ट डेट- 30 मई 2024 आवेदन कैसे करें-ऑनलाइन आयु- 35 साल। शैक्षिक योग्यता- 12वीं कक्षा/आईटीआई/डिप्लोमा/कोई भी डिग्री होनी चाहिए।। अन्य जानकारी के लिए वेबसाइट https://huttigold.karnataka.gov.in/english देख सकते है। pc- cscgjsp.in
इंटरनेट डेस्क। हुट्टी गोल्ड माइन्स कंपनी की ओर से कुल 135 पदों पर निकली भर्ती के लिए आप जल्द ही आवेदन कर दें। असिस्टेंट फोरमैन, सिक्योरिटी गार्ड के पदों पर निकली इस भर्ती के लिए आवेदन करने की अन्तिम तारीख पास में ही है। आप इस भर्ती के लिए केवल 30 अप्रैल तक ही आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। भर्ती का विवरण: पदों का नाम:असिस्टेंट फोरमैन, सिक्योरिटी गार्ड पद: 135 आवेदन करने की अन्तिम तारीख: 03-05-2024 आयु : 35 साल।पूरी जानकारी नोटिफिकेशन से प्राप्त करें। शैक्षिक योग्यता: 12वीं कक्षा/ITI/डिप्लोमा/कोई भी डिग्री होनी चाहिए।। इस प्रकार करें आवेदन: इस भर्ती के लिए https://huttigold.karnataka.gov.in/english से पूरी जानकारी प्राप्त कर आवेदन किया जा सकता है। PC:searchenginejournal अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें
नेहा हत्याकांड को लेकर कर्नाटक बीजेपी का आज विरोध प्रदर्शन
बेंगलुरु, 22 अप्रैल . कर्नाटक में नेहा हिरेमथ हत्याकांड मामले में बीजेपी ने सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है. बीजेपी ने इस मामले में प्रदेश सरकार पर कानून-व्यवस्था नियंत्रित नहीं कर पाने का आरोप लगाया है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र मैसूर में प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे, वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष अशोक ... Read more
कर्नाटक के हुबली (Hubballi, Karnataka) से कांग्रेस पार्षद निरंजन हिमरेथ ने अपनी बेटी की हत्या के मामले पर CBI जांच की मांग की है (Congress Parshad daughter murder ). कुछ दिन पहले कॉलेज परिसर में एक शख्स ने उनकी बेटी की हत्या कर दी थी. इसे लेकर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. Approved ... Read more The post Neha Murder Case: मेरा भरोसा उठता जा रहा, CBI जांच करे. बेटी की हत्या पर Congress पार्षद ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल first appeared on Sanjeevni Today .
लोकसभा चुनाव-2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी बात को लेकर सबसे ज्यादा जोर लगा रहे हैं. वह अपने 10 साल के काम को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं. हाल ही में पीएम मोदी ने एशियननेट न्यूज को अब तक का सबसे....
कर्नाटक से एक हैरान कर देना वाला मामला सामने आया है। यहां रफीक नाम के शख्स ने अपनी पत्नी के सामने एक महिला से रेप किया। पुलिस ने आरोपी रफीक और उसकी पत्नी समेत कुल सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला जबरन धर्म परिवर्तन से जुड़ा है।
कर्नाटक में 28 वर्षीय महिला के साथ यौन उत्पीड़न किया गया और उसकी निजी तस्वीरों को उजागर करने की धमकी दी गई। इस मामले में सात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। बेलगावी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भीमाशंकर एस गुलेद ने कहा अप्रैल 2024 में आरोपी ने पीड़िता को पांच बार नमाज पढ़ने बुर्का पहनने और कुमकुम न पहनने के लिए मजबूर किया।
बुर्का पहनाया, सिंदूर नहीं लगाने दिया, पत्नी के सामने महिला से किया रेप
Karnataka News: कर्नाटक से एक बार फिर एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. एक महिला ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति और उसकी पत्नी ने उसकी अंतरंग तस्वीरों का उपयोग करके उसे ब्लैकमेल किया और उसे इस्लाम अपनाने के लिए कहा. साथ ही शख्स ने अपनी पत्नी के सामने महिला का रेप किया है.
पत्नी के सामने किया रेप, धर्म बदलने का डाला दबाव; कर्नाटक में महिला से दरिंदगी
Crime News: 28 वर्षीय विवाहित महिला की तरफ से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, महिला ने आरोप लगाए हैं कि एक युवक ने उसकी ही पत्नी के सामने बलात्कार किया।
Karnataka Neha Murder Case: Love Jihad मामले में विरोध तेज
वो कालेज आई थी..सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4- साढ़े 4 बजे तक उसकी क्लास थी...लेकिन कालेज में उसके साथ जो वारदात हुई उसने कर्नाटक समेत देश को हिला दिया है...जी हां नाम था उसका नेहा हिरेमथ वो हुबली में रहती थी..नेहा के पापा कर्नाटक की सत्तारूढ़ पार्टी से हुबली में काउंसलर यानि पार्षद हैं...नेहा एमसीए फस्ट ईयर की स्टूडेंट थी और हुबली के बीवीबी कालेज में पढ़ रही थी..फिर उसके साथ हुआ वो कांड जिसके बाद उसके कांग्रेस पिता निरंजन हिरेमथ को कहना पड़ा कि उनकी बेटी की हत्या लव जिहाद के वजह से हुई है। निरंजन हिरेमथ का बयान तब सामने आया है जब कर्नाटक सरकार ने कहा था कि इस मामले में जबरन धर्म परिवर्तन का कोई एंगल नहीं...
Karnataka Neha Murder Case: Love Jihad मामले में विरोध तेज | Hubballi | Fayaz | Crime Katha
वो कालेज आई थी..सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4- साढ़े 4 बजे तक उसकी क्लास थी...लेकिन कालेज में उसके साथ जो वारदात हुई उसने कर्नाटक समेत देश को हिला दिया है...जी हां नाम था उसका नेहा हिरेमथ वो हुबली में रहती थी..नेहा के पापा कर्नाटक की सत्तारूढ़ पार्टी से हुबली में काउंसलर यानि पार्षद हैं...नेहा एमसीए फस्ट ईयर की स्टूडेंट थी और हुबली के बीवीबी कालेज में पढ़ रही थी..फिर उसके साथ हुआ वो कांड जिसके बाद उसके कांग्रेस पिता निरंजन हिरेमथ को कहना पड़ा कि उनकी बेटी की हत्या 'लव जिहाद' के वजह से हुई है। निरंजन हिरेमथ का बयान तब सामने आया है जब कर्नाटक सरकार ने कहा था कि इस मामले में जबरन धर्म परिवर्तन का कोई एंगल नहीं...
बैंगलोर: बैं गलोर ग्रामीण सीट से कांग्रेस उम्मीदवार डीके सुरेश ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आज रैली करने आ रहे हैं, उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने कर्नाटक के विकास के लिए पिछले 10 साल में क्या किया है। सुरेश ने मीडिया को बताया कि उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्र में पिछले चुनाव की तुलना में अधिक समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि, मुझे पिछले चुनाव की तुलना में अधिक समर्थन मिल रहा है। मेरे निर्वाचन क्षेत्र में हर कोई, जाति और उम्र के बावजूद, मेरा समर्थन कर रहा है। हमारी सरकार की पांच गारंटी ने सभी के लिए काम किया है। मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए कड़ी मेहनत की। मैंने व्यक्तिगत और सरकारी मुद्दों को सुलझाने की कोशिश की। लोगों को मेरे सभी काम याद हैं। मैंने भविष्य की योजनाएं भी बताई हैं, मैंने यह भी वादा किया है कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र में जहां भी कावेरी जल की आवश्यकता होगी, मैं उन्हें अच्छी गुणवत्ता और नियमित जल आपूर्ति का आश्वासन देता हूं।'' उन्होंने कहा कि पीएम मोदी आज आ रहे हैं। तो उन्हें लोगों को बताना होगा कि उन्होंने कर्नाटक के विकास के लिए पिछले 10 वर्षों में क्या किया है। उन्होंने कितना पैसा दिया है? वह महंगाई को नियंत्रित क्यों नहीं कर रहे हैं? सुरेश ने आगे कहा कि बीजेपी के लोग सब झूठ बोल रहे हैं। वे अपने वादे पूरे नहीं कर रहे हैं जबकि कांग्रेस ने राज्य में अपनी गारंटी पूरी कर दी है। उन्होने कहा कि, यह राष्ट्रीय मुद्दों पर चुनाव है। हम भाजपा और महंगाई के खिलाफ लड़ रहे हैं; बेरोजगारी प्रमुख मुद्दा हैं। कर्नाटक को केंद्र सरकार से उचित धन नहीं मिल रहा है, जबकि हम देश में दूसरे सबसे बड़े करदाता हैं। सूखे के समय, वे किसी भी तरह से मदद नहीं कर रहे हैं। वे हमारे साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। वे उत्तर भारत के विकास के लिए हमारा पैसा ले रहे हैं, हमारे कन्नड़ लोग दबाव में हैं और नौकरियों के लिए गुजरात जा रहे हैं। बता दें कि, बेंगलुरू ग्रामीण सीट पर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। बीजेपी ने कांग्रेस के डीके सुरेश के खिलाफ पूर्व पीएम देवेगौड़ा के दामाद सीएन मंजूनाथ को मैदान में उतारा है। लोकसभा चुनाव के लिए कर्नाटक में जद (एस) और भाजपा गठबंधन में हैं। 2019 के चुनाव में सुरेश को 8,78,258 वोट मिले थे। 2014 के चुनाव में भी उन्होंने इस सीट से जीत हासिल की थी। 'आपने हमें 2014 और 2019 में बहुमत दिया, जिसका इस्तेमाल हमने..', राजस्थान में अमित शाह ने भरी हुंकार बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले पर कोलकाता हाई कोर्ट सुनाएगा फैसला, कई TMC नेताओं पर है आरोप ! प्रेमिका के भाई की गर्दन काटने वाले निजाम हाशमी की उम्रकैद निलंबित, हाई कोर्ट ने जमानत पर किया रिहा
पश्चिम बंगाल को हराकर कर्नाटक ने सेमीफाइनल में बनाई जगह
नारायणपुर| रामकृष्ण मिशन आश्रम में चल रहे स्वामी विवेकानंद अंडर 20 राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप के पहले चरण के लीग मैच शुक्रवार को खत्म हो गए। इसके साथ ही शुक्रवार को टूर्नामेंट का पहला क्वॉर्टर फाइनल मैच पश्चिम बंगाल व कर्नाटक के बीच खेला गया। इस मैच में कर्नाटक ने पश्चिम बंगाल को 1-0 से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह तय कर ली है। बताया जाता है कि शुक्रवार को खेले गए टूर्नामेंट के पहले क्वॉर्टर फाइनल मैच में कर्नाटक व पश्चिम बंगाल के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई। इसी बीच कर्नाटक के शैखम बोरिश सिंह ने खेल के 31वें मिनट में एकमात्र गोल दागकर टीम को बढ़त दिलवाई। शैखम के ही गोल की बदौलत कर्नाटक की टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर गई है। वहीं प्लेयर ऑफ दि मैच पश्चिम बंगाल के कप्तान प्रीतम चक्रवर्ती को दिया गया। रविवार से दूसरे चरण के लीग मैच की शुरूआत होगी। इसमें ग्रुप ए व ग्रुप एच की कुल 8 टीमों की भिड़ंत आपस में होगी। रविवार को सुबह दूसरे चरण का पहला मैच चंडीगढ़ बनाम मणिपुर व दूसरा मैच हिमाचल प्रदेश बनाम ओडिशा खेला जाएगा। दूसरे चरण की 8 टीमों का स्वागत समारोह शनिवार की शाम 7.30 बजे आयोजित किया जाएगा।
Karnataka PUC II Result 2024: कर्नाटक स्कूल एग्जामिनेशन एंड असेसमेंट बोर्ड (केएसईएबी ) आज कुछ देर में प्री-यूनिवर्सिटी एग्जाम II का रिजल्ट जारी करेगा। रिजल्ट सुबह 10 बजे जारी होगा।
Karnataka 2nd PUC Result 2024: सुबह 10 बजे जारी होगा रिजल्ट, यहां मिलेगा डायरेक्ट लिंक
Karnataka 2nd PUC Result 2024: सुबह 10 बजे कर्नाटक 2nd पीयूसी (12वीं) का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। रिजल्ट की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस में की जाएगी। जिसके बाद 11 बजे से छात्र अपना रिजल्ट डाउनलोड कर सकत
KEA KCET Admit Card 2024 Out: कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण ने कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। पंजीकृत उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नीचे बताए तरीके से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
Karnataka: DK Shivakumar के लिए CM Siddaramaiah ने खुद किया रास्ता साफ! Congress| Loksabha Election
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद सीएम पद को लेकर संघर्ष छिड़ गया था। कई दिनों तक खींचतान के बाद हाईकमान डीके शिवकुमार को राजी कर पाया था और फिर सिद्धारमैया को एक बार फिर मुख्यमंत्री का पद मिल गया। अब भी डीके शिवकुमार के समर्थक अकसर अपना दुख जाहिर करते रहते हैं। इस बीच सिद्धारमैया का एक बयान डीके शिवकुमार के समर्थकों को राहत दे सकता है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के करीबी डीके शिवकुमार आज भी कर्नाटक की राजनीति में एक ध्रुव...
वाटर वूमेन शिप्रा बोलीं, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी योगी लोकप्रिय
लखनऊ, 28 मार्च (आईएएनएस)। भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या से रामेश्वरम तक लगभग 3,952 किमी की पदयात्रा करने वाली वॉटर वुमन के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश की शिप्रा पाठक का कहना है कि कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी लोकप्रिय हैं। दक्षिणी राज्यों के लोग भी यूपी की कानून-व्यवस्था से काफी खुश दिखे।
Karnataka के इन दो अनोखे गांवों में हर कोई करता है संस्कृत में बात, बड़ी ही दिलचस्प यहां की कहानी
Karnataka के इन दो अनोखे गांवों में हर कोई करता है संस्कृत में बात, बड़ी ही दिलचस्प यहां की कहानी