NCERT : नॉन टीचिंग के 173 पदों पर निकली गई भर्ती; सैलरी 78 हजार से ज्यादा
बिहार तकनीकी सेवा आयोग की ओर से वर्क इंस्पेक्टर सहित 1907 पदों पर भर्ती निकली है। उम्मीदवार btsc.bihar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। फीस जमा करने की आखिरी तारीख भी 5 जनवरी 2026 तय की गई है बिहार तकनीकी सेवा ने वर्क इंस्पेक्टर सहित 1907 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा लास्ट डेट- 8 जनवरी 2026 शैक्षणिक योग्यता : वर्क इंस्पेक्टर के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं पास। आईटीआई से ड्राफ्टमैन सिविल / सर्वेयर या प्लम्बर ट्रेड की परीक्षा पास की हो। डेंटल हाइजीनिस्ट के लिए बायोलॉजी के साथ 12वीं पास, डेंटल हाइजीन में 2 साल का डिप्लोमा, बिहार स्टेट डेंटल काउंसिल द्वारा डेंटल हाइजीनिस्ट के तौर पर रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। हॉस्टल मैनेजर के लिए होटल मैनेजमेंट में डिग्री। आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष है। सामान्य वर्ग के लिए 37 वर्ष है। महिला, ओबीसी 40 वर्ष। एससी, एसटी के लिए 42 वर्ष है। आयु की गणना 01 अगस्त, 2025 के आधार पर की जाएगी। आवेदन शुल्क : 100 रुपए है। आवेदन : btsc.bihar.gov.in पर अप्लाई लिंक पर क्लिक करें। जानकारी दर्ज करें। फीस व फॉर्म भरें। चयन प्रक्रिया : रिटन, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल एग्जाम के आधार पर होगी। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने नॉन टीचिंग के 173 पदों पर भर्ती निकाली है। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ncert.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। शैक्षणिक योग्यता : पद के अनुसार ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री। आयु सीमा : जारी नहीं की गई है। आवेदन शुल्क : निशुल्क है। कैसे करें आवेदन : एनसीईआरटी की वेबसाइट ncert.nic.in पर लॉग ऑन करें। “रिक्तियों” अनुभाग में “विभिन्न गैर-शैक्षिक पदों को भरने के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करना” के तहत “ऑनलाइन आवेदन करें” पर क्लिक करें। खुद को रजिस्टर करें और लॉग इन करें। अपना आवेदन पत्र भरें। डॉक्यूमेंट्स अपलोड करके फीस का भुगतान करें। फॉर्म को डाउनलोड करें। इसका प्रिंट आउट लेकर रखें। चयन प्रक्रिया : रिटन एग्जाम, पद के अनुसार स्किल टेस्ट (यदि लागू हो तो) और इंटरव्यू के आधार पर होगा।
देवी सिंह के विहिप उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री बनने से संगठन को मिलेगी मजबूती
भास्कर न्यूज| पूर्णिया विहिप नगर इकाई की बैठक रविवार को पूर्णिया सिटी रोड स्थित महामाया मंदिर प्रांगण में नगर मंत्री विनित भदोरिया के नेतृत्व में हुई। विहिप जिला उपाध्यक्ष मृत्युंजय महान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में देवी सिंह के विहिप उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री बनने पर बधाई दी गई। कहा गया कि उनके संगठन मंत्री बनने से संगठन को काफी मजबूती मिलेगी। मृत्युंजय महान ने कहा कि 17,18 व 19 दिसंबर को विश्व हिन्दू परिषद प्रन्यासी मंडल की बैठक जम्बूद्वीप परिसर हस्तिनापुर में आयोजित की गई थी। इसमें उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ को उत्तर बिहार प्रांत से हटाकर देवी सिंह को विहिप उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया है। देवी सिंह इससे पहले झारखंड प्रांत के संगठन मंत्री थे। उनके कार्यकाल में संगठन ने ऊंचाईयों को प्राप्त किया। आशा है नये व ओजस्वी प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह के कुशल मार्गदर्शन में उत्तर बिहार प्रांत के सभी जिलों में विहिप संगठन का कार्य विस्तार होगा। अब ऊर्जावान समर्पित कार्यकर्ता को प्रोत्साहित किया जाएगा।नगर मंत्री विनित भदोरिया ने कहा कि अब संगठन के आड़ में मनमानी, भ्रष्ट आचरण,राजनीति व संगठन विरोधी कार्य करने वाले की नहीं चलेगी। ऐसे गलत आचरण करने वाले अधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लावें वरना उन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा। नगर मासिक बैठक में जिला उपाध्यक्ष मृत्युंजय महान, जिला समरसता प्रमुख रंजन कुणाल,जिला धर्मप्रसार प्रमुख ब्रजभूषण सिंह, नगर संयोजक ब्रजेश कुमार,वरिष्ठ कार्यकर्ता निलाभ रंजन झा,पूर्व प्रखंड संयोजक पी.के पल्लव,पुरनदाहा बजरंगदल संयोजक अमित मिश्रा समेत अन्य मौजूद थे।
बेगूसराय के कमरुद्दीनपुर निवासी पिंकू पासवान के पुत्र प्रेम कुमार ने जिले का नाम रौशन किया है। बिहार राज्य वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए यूथ 65 किलो वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। यह प्रतियोगिता खेल भवन जहानाबाद में 19 से 22 दिसंबर तक आयोजित की गई है। प्रेम कुमार ने प्रतियोगिता में उत्कृष्ट लिफ्टिंग करते हुए Snatch में 91 किलोग्राम और Clean Jerk में 114 किलोग्राम सहित कुल 205 किलोग्राम भार उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। जिला वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन ने प्रेम की इस सफलता पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। इस कैटेगरी के सभी विजेता खिलाड़ियों को इंटरनेशनल रेफरी और बिहार वेटलिफ्टिंग टेक्निकल कमेटी के चेयरमैन रजनीश भास्कर ने मेडल देकर सम्मानित किया। प्रेम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा इस उपलब्धि पर बेगूसराय जिला वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने कहा है कि प्रेम कुमार की यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है। अनुशासन और निरंतर अभ्यास का परिणाम है कि प्रेम ने आज बेगूसराय का रोशन किया है। प्रेम ने भारोत्तोलन से जुड़ने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार अभ्यास और खेल विधा पर नजर बनाए रखा। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रेम कुमार भविष्य में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वहीं, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने प्रेम कुमार को बधाई देते हुए कहा कि 205 किलोग्राम के कुल भार के साथ यूथ वर्ग में स्वर्ण पदक जीतना बेगूसराय के उभरते खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। यह उपलब्धि जिले में वेटलिफ्टिंग खेल के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। आने वाले दिनों में बेगूसराय से और खिलाड़ी निकल कर सामने आएंगे।
नेशनल स्कूल गेम्स के लिए बेगूसराय में ओपन ट्रायल, बिहार भर से जुटे खिलाड़ी
भास्कर न्यूज |बेगूसराय कलारिपयट्टू नेशनल स्कूल गेम्स के लिए ओपन ट्रायल का आयोजन शुक्रवार को बेगूसराय स्थित महंत राम जीवन दास महाविद्यालय परिसर में किया गया। इस ट्रायल में बिहार के विभिन्न जिलों से आए बड़ी संख्या में बच्चों और खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन जवाहर नवोदय विद्यालय, बेगूसराय के प्राचार्य सी. एस. मिश्रा ने किया। इस मौके पर महंत राम जीवन दास महाविद्यालय के डिग्री प्राचार्य अमित कुमार, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी तथा एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हामजा भी मौजूद रहे। ओपन ट्रायल के दौरान खिलाड़ियों ने कलारिपयट्टू की पारंपरिक युद्ध तकनीकों, शारीरिक दक्षता, अनुशासन और आत्मविश्वास का बेहतरीन प्रदर्शन किया। ट्रायल का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन करना था, ताकि वे नेशनल स्कूल गेम्स में बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व कर सकें।आयोजन को सफल बनाने में कलारिपयट्टू एसोसिएशन ऑफ बेगूसराय के अध्यक्ष संजीत कुमार, सचिव शुभम कुमार, उपाध्यक्ष मंजेश कुमार, सह सचिव गुलशन कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष अभिनव कुमार, कोच फुलटुश कुमार और बिहार कोच सुबल कुमारी की अहम भूमिका रही। इस अवसर पर प्रशिक्षकों और आयोजकों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ऐसे ओपन ट्रायल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों को समान अवसर मिलता है। साथ ही पारंपरिक खेलों को बढ़ावा मिलता है और राज्य को नई खेल प्रतिभाएं मिलती हैं।
रायबरेली में प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए रायबरेली सांसद राहुल गांधी को 'सिरफिरा' बताया। उन्होंने राहुल गांधी पर 'एस आई आर' के मुद्दे पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। मंत्री सिंह ने कहा कि राहुल गांधी 'एस आई आर' के विरोध में पैदल यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि जनता ने इस विरोध को पहले ही खारिज कर दिया है। सिंह ने बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जनता ने विपक्षियों को उनकी राजनीतिक 'हैसियत' बता दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में जो भी 'एस आई आर' का विरोध करेगा, जनता उसे पूरी तरह नकार देगी। मंत्री ने यह भी कहा कि देश के संसाधनों पर केवल देश की जनता का अधिकार है, न कि बांग्लादेश या अन्य देशों से आए घुसपैठियों का। दिनेश प्रताप सिंह ने यह बयान जीआईसी ग्राउंड में 14वें रायबरेली महोत्सव का उद्घाटन करने के दौरान मीडिया से बातचीत में दिया।
भिवानी के दो सरकारी कर्मचारियों ने बिहार के पटना स्थित पाटलिपुत्र खेल स्टेडियम में 13 से 15 दिसंबर तक आयोजित ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025-26 में 6 मेडल अपने नाम किए। इस प्रतियोगिता में देशभर से करीब 1300 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। मेडल विजेता दोनों कर्मचारियों अमरजीत व गांव बड़ेसरा निवासी अमित का शनिवार को स्थानीय भीम स्टेडियम में पहुंचने पर स्वागत किया गया। इस दौरान समर्थ ग्रीन सोसाइटी के सदस्यों ने गांव शिमली निवासी शिक्षक भूपेंद्र चाहर के पुत्र रंजन चाहर को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयन होने पर सम्मानित किया। दोनों खिलाड़ियों ने जीते मेडल ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025-26 में भिवानी की डीसी कॉलोनी निवासी और हरियाणा परिवहन विभाग में उप निरीक्षक के पद पर तैनात अमरजीत ने 40 से 60 आयु वर्ग में 4 बाई 100 मीटर रिले रेस स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। साथ ही नेशनल रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इसके अलावा 100 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल, 400 मीटर दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस प्रतियोगिता में गांव बड़ेसरा के रहने वाले और बागवानी विकास अधिकारी अमित ने ट्रैक पर अपनी चमक बिखेरी। अमित ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए तीन अलग-अलग स्पर्धाओं में मेडल जीते। उन्होंने 100 मीटर दौड़ में सिल्वर पदक, 200 मीटर दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल तथा 4 बाई 100 मीटर रिले में सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
पटना सदाकत आश्रम में आज बिहार कांग्रेस की दो बड़ी बैठक है। पहली मीटिंग दोपहर 1 बजे होगी। जिसमें पार्टी के प्रवक्ता और सोशल मीडिया टीम मौजूद रहेगी। दूसरी मीटिंग दोपहर 2 बजे अलग-अलग संगठन मोर्चा के अध्यक्षों के साथ है। अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम करेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस लगातार समीक्षा बैठक कर रही है। पार्टी को मजबूत करने में लगी हुई है। पार्टी को मजबूत करने की कवायद इलेक्शन रिजल्ट के बाद राजेश राम ने कहा था कि संगठन को मजबूत करने के लिए और फिर से स्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए कांग्रेस बिहार भर में घूमेगी। जल्द से जल्द संगठन को खड़ा करेंगे। इसके लिए एक रूट चार्ट तैयार किया जाएगा, जिसमें अलग-अलग जिलों में प्रदेश अध्यक्ष खुद जाकर लोगों से मिलेंगे। वहां स्थिति का जायजा लेते हुए कांग्रेस को मजबूत करने की प्लानिंग बनाएंगे। कांग्रेस अब ब्लॉक लेवल से लेकर जिला लेवल तक पार्टी को मजबूत करने की तैयारी में है। इसके लिए वह पार्टी के हर विभाग और कमिटी के सदस्यों से उनकी राय ले रही है। अभी तक नहीं चुना अपने विधायक दल का नेता दूसरी ओर कांग्रेस अभी तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है। नई सरकार बनने के बाद बिहार विधानसभा सत्र खत्म हो चुका है, मगर कांग्रेस ने अभी तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुना है। मनिहारी से विधायक मनोहर प्रसाद सिंह और अररिया से विधायक अबिदुर्र रहमान का नाम सामने आया था। ये दोनों इस बार जीते कांग्रेस के सभी 6 विधायकों में सबसे वरीय हैं। मनोहर प्रसाद सिंह चौथी बार जीते हैं, जबकि अबिदुर्र रहमान तीसरी बार जीत हासिल किए हैं। हालांकि इन दोनों में से किसी भी नाम पर प्रदेश नेतृत्व ने कुछ साफ नहीं किया है।
महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार (19 दिसंबर) को फैक्ट्री में पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में 9 मजदूर घायल हुए हैं। इनमें तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा सुबह करीब 9.30 बजे ‘अवादा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड’ के सोलर पैनल निर्माण फैक्ट्री में हुआ। घटना नागपुर-चंद्रपुर राजमार्ग के पास स्थित बुटीबोरी महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MIDC) की है। जानकारी के मुताबिक, मजदूर पानी की टंकी के पास कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे थे। टेस्टिंग के दौरान पानी के हाई प्रेशर के चलते टंकी फट गई। टंकी फटते ही उसका ढांचा पानी के साथ ढह गया। मृतक मजदूरों की पहचान अरविंद ठाकुर (28), अशोक पटेल (42), अजय पासवान (26), सुधांशु कुमार साहनी (36), बुलेट इंद्रजीत शाह (30), शमीम अंसारी (42) के रूप में हुई है। मरने वालों में दो मुजफ्फरपुर, दो बेतिया के रहने वाले थे। सभी घायल भी बिहार के निवासी हैं। मृतकों में 2 मुजफ्फरपुर-2 बेतिया के मृतकों में 2 मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। उनकी पहचान करजा इलाके के गबसरा निवासी नागेश्वर सहनी के बेटे सुधांशु कुमार(23) और राजेश्वर पासवान के बेटे अजय कुमार(25) के तौर पर हुई है। इसी गांव के बुल्ला सहनी के बेटे प्रकाश कुमार(28) गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। टंकी गिरने के बाद जोरदार ब्लास्ट हुआ, जिसमें दबकर सुधांशु और अजय की मौत हो गई। जबकि प्रकाश के पैर फ्रैक्चर हो गए और सीने में चोट लगी है। वहीं बेतिया के पश्चिम चंपारण के चनपटिया प्रखंड क्षेत्र के मिश्रौली पटखौली गांव निवासी अरविंद कुमार ठाकुर और बुलेट कुमार की भी हादसे में जान में जान चली गई। टेस्टिंग के दौरान जोरदार धमाका हुआ यहां बुनियादी ढांचे के काम के लिए एल्युमीनियम धातु से बनी पानी की टंकियां बनाई गई थीं। रामा बांध से लाए गए पानी से टंकी की टेस्टिंग की जा रही थी। इसी दौरान जोरदार धमाका हुआ और टंकी का ढांचा गिर गया। आसपास काम कर रहे मजदूर मलबे और पानी की चपेट में आ गए। सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के बाद टंकी के निर्माण में इस्तेमाल की गई धातु की क्वालिटी पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने प्राथमिक जांच में तकनीकी खामी या घटिया सामग्री के इस्तेमाल की आशंका जताई है। कमजोर स्ट्रक्चर और प्रेशर की वजह से टंकी फटी पुलिस ने आशंका जताई है कि टंकी का स्ट्रक्चर कमजोर होने और पानी के प्रेशर की वजह से हादसा हुआ। नागपुर रुरल की डिप्टी एसपी भाग्यश्री धीरबस्सी ने कहा, हमें सूचना मिली थी कि पानी के प्रेशर की वजह से ब्लास्ट हुआ है। 10 लोग हादसे की चपेट में आए है। मृतकों की बॅाडी को पोस्टमॉर्टम के लिए एम्स भेज दिया है। और 4 लोगों का इलाज चल रहा है। प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने 5-5 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया इस दर्दनाक घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दुख जताया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की मुआवजा देने का ऐलान किया। इसके अलावा संबंधित कंपनी ने भी प्रत्येक मृतक के परिवार को 30 लाख रुपयए मुआवजा देने पर सहमति जताई। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, हादसे में घायल मजदूरों को 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और उनके इलाज का पूरा खर्च कंपनी वहन करेगी।
केंद्र की रिपोर्ट:चुनावी साल में भी बिहार में 26 राज्यों से अधिक लघु उद्योग लगे
इस वर्ष 30 नवंबर तक लगीं 4 लाख 79 हजार 446 इकाइयां चुनावी साल होने के बाद भी बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की 4 लाख 79 हजार 446 इकाइयां लगीं। 2025-26 में इस मामले में बिहार ने देश के 26 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से बाजी मारी है। केवल महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे 9 राज्य ही इस मामले में बिहार से आगे हैं। राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य भी ऐसे ही हैं। भारत सरकार की ओर से संसद में दिए गए जवाब के तहत पेश आंकड़ों से इसका पता चलता है। ये आंकड़े 30 नवंबर तक के हैं। आंकड़ों की मानें ताे राज्यों के औद्योगिक विस्तार की सूची में जरूर बिहार अच्छी उपस्थिति दिखा रहा है, लेकिन राज्य के ही पिछले तीन साल के आंकड़ाें में यह सबसे कम है। 2024-25 में उद्यम पोर्टल पर 11,28,025 इकाइयों का निबंधन हुआ था। 2023-24 में संख्या 16,31,465 था। हालांकि, 2023-24 से पहले लघु उद्योगों के लगने के आंकड़े कम थे। 2022-23 में यह 321253, 2021-22 में 219536 और 2020-21 में 89788 थे। जाहिर है कि 2023-24 से एमएसएमई इकाइयों के लगने में आई तेजी के पीछे बिहार सरकार की औद्योगिक नीति की भी असरकारक भूमिका रही है। इससे मिलने वाले प्रोत्साहन से बड़ी संख्या में लोग उद्यम की स्थापना के लिए प्रेरित हुए हैं। झारखंड के दोगुने से अधिक उद्यम की यहां स्थापना हुई झारखंड के दोगुने से भी अधिक लघु उद्यम इस साल बिहार में लगे हैं। झारखंड में बिहार के 479446 के मुकाबले 2025-26 में केवल 179840 लघु उद्यम लगे। इससे पहले के वर्षाें में भी लघु उद्योगों के निबंधन का आंकड़ा बिहार की तुलना में कम ही रहा है। आबादी और विस्तार के हिसाब से भी बिहार के बड़ा होने के कारण यह आंकड़ा असहज नहीं करता है। परंतु, झारखंड के औद्योगिक राज्य होने और बिहार में औद्योगिक माहौल अपेक्षाकृत कम होने के कारण यह थोड़ा चौंकाता जरूर है। स्वरोजगार : राज्य में अधिकतर लग रहे सूक्ष्म और कुटीर उद्योग सालभर में लघु उद्यमों के लगने का आंकड़ा तो जरूर भारी-भरकम है। परंतु, दैनिक भास्कर की पड़ताल में यह सामने आया है कि उनमें से अधिकतर सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों जैसी इकाइयां हैं। सूक्ष्म उद्योगों में ज्यादातर एक व्यक्ति अपना कोई धंधा चलाता है। वहीं कुटीर उद्योगों में दो-तीन लोग घर में रहकर ही किसी सामग्री का उत्पादन हाथ से ही करते हैं। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे केपीएस केसरी कहते हैं कि मैनुफैक्चरिंग की अगर हम बात करें तो कुल इकाइयां कुछ हजार में होंगी। सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों में अधिकतर स्वरोजगार ही मिलते हैं।
वीबी जी राम जी बिल से बिहार जैसे राज्यों में पलायन बढ़ेगा
शेखपुरा | 20 साल पूर्व वामदलों के दबाव में सरकार ने मनरेगा बिल लाया था। जिसमें पहली बार महिला और पुरुषों को बराबरी का दर्जा देते हुए न्यूनतम मजदूरी मिलने लगा। अब गरीबो का निवाला छीनने के लिए मोदी सरकार ने वीबी जी राम जी बिल लाया है। उक्त बातें महिला फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव व सीपीआई की राष्ट्रीय सचिव एनी राजा ने कही। इस मौके पर महिला फेडरेशन की राज्य सचिव राज श्री किरण, राज्य नेता निवेदिता झा, जिला सचिव प्रभात पांडेय मौजुद थे। प्रेस वार्ता के दौरान एनी राजा नें कहा कि विश्व में जब आर्थिक मंदी हुआ था तब भी मनरेगा योजना के कारण देश की आर्थिक गतिविधि चलती रही और भारत को इस आर्थिक मंदी का नुकसान नहीं उठाना पड़ा।
पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए पटना समेत बिहार की सभी 40 पुलिस लाइन में नवोदय विद्यालय जैसे आवासीय स्कूल खुलेंगे। इनमें पहली से 10वीं तक की पढ़ाई होगी। यहाँ पुलिस लाइन में रहने वालों के साथ ही थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के बच्चे भी पढ़ेंगे। हॉस्टल भी बनेंगे। बेहतर शिक्षकों की बहाली होगी। पुलिसकर्मी का तबादला होने पर उनके बच्चे वहाँ की पुलिस लाइन के आवासीय स्कूल में पढ़ेंगे। उपमुख्यमंत्री सह गृहमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस सैलरी पैकेज के तहत सेवा के दौरान 36 दिवंगत पुलिसकर्मियों के परिजनों को बीमा राशि से संबंधित चेक का वितरण करने के दौरान यह घोषणा की। परिजनों को 25 करोड़ रुपए दिए गए। गृहमंत्री ने यह भी घोषणा की कि पटना पुलिस लाइन की तरह राज्य के 39 पुलिस जिलों की पुलिस लाइन में जीविका दीदी की रसोई 30 जनवरी से पहले शुरू होगी। गृहमंत्री ने कहा कि होमगार्ड जवानों को भी बिहार पुलिस की तरह बीमा योजना का लाभ मिलेगा। इस पर विभाग और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बातचीत चल रही है। जल्द ही इस पर भी फैसला होगा, ताकि उनके परिजनों को भी बीमा योजना की तरह लाभ मिले। मेडिकल सुविधा को कैशलेस करने पर हो रहा विचारगृहमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कैशलेस इलाज की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही उचित निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि जिन 36 मृत पुलिसकर्मियों के परिजनों के बीच बीमा राशि का वितरण किया गया है, उनमें 24 लोगों की मौत बीमारी की वजह से ही हुई थी। इन कारणों से मेडिकल सुविधा को कैशलेस करने पर विचार किया जा रहा है। सुसाइड करने वाले पुलिसकर्मियों के आश्रितों को भी मिलेगा 20 लाख के बीमा का लाभ डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि पिछले 15 माह से अधिक समय से बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विशेष बीमा योजना चल रही है। अब तक 90 पुलिसकर्मियों के बीच 43 करोड़ से अधिक की राशि का वितरण किया जा चुका है। 30 मामले लंबित हैं। इन मामलों का निपटारा जल्द कर दिया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि बैंक की इस विशेष बीमा योजना के तहत आत्महत्या करने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को भी 20 लाख की राशि देने की योजना है। हालांकि, पुलिस महकमे के स्तर से मिलने वाली आर्थिक सहायता में ऐसा प्रावधान नहीं है। इस दौरान दो टोल फ्री नंबर जारी किए गए। इनकी सहायता से पुलिसकर्मी बीमा से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। एडीजी कमल किशोर सिंह ने कहा कि जल्द ही पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन में बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा और एक एटीएम खुलेगी। कार्यक्रम के दौरान गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन, एडीजी (कल्याण) डॉ. कमल किशोर सिंह, गृह सचिव प्रणव कुमार, संतोष कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
बरेली के भोजीपुरा में स्थित श्रीराम मूर्ति स्मारक क्रिकेट स्टेडियम में यूपी और बंगाल के बीच खेला गया कूच बिहार ट्रॉफी का मुकाबला शुक्रवार को ड्रॉ पर समाप्त हुआ। घने कोहरे की वजह से तीन दिन तक प्रभावित रहे इस मैच में पूरा खेल नहीं हो सका, लेकिन पहली पारी में 45 रन की बढ़त के दम पर यूपी टीम को 3 अंक मिल गए। बंगाल को एक अंक से संतोष करना पड़ा।तीन अंक हासिल करने के साथ ही यूपी टीम के कूच बिहार ट्रॉफी में कुल 22 अंक हो गए और टीम ने सीधे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। मैच का हालमैच का टॉस दोपहर 2.40 बजे हुआ, जिसमें यूपी के कप्तान भव्य ने टॉस जीतकर पहले बंगाल को बल्लेबाजी का न्योता दिया। पहले दिन घने कोहरे और कम रोशनी की वजह से खेल बाधित रहा। महज 17 ओवर का खेल हो सका, जिसमें बंगाल ने 3 विकेट के नुकसान पर 89 रन बनाए। दूसरे दिन भी हालात नहीं बदले। धूप नहीं निकलने के कारण मैच रेफरी ने पूरे दिन खेल न होने की घोषणा कर दी। तीसरे दिन मौसम साफ होने पर सुबह 10.20 बजे खेल शुरू हुआ। बंगाल ने 89 रन से आगे खेलते हुए 33.1 ओवर में 171 रन बनाए। जवाब में यूपी टीम ने 71 ओवर में 8 विकेट खोकर 216 रन बनाए और पहली पारी में 45 रन की अहम बढ़त हासिल कर ली। इसी बढ़त के चलते अंपायरों ने मैच ड्रॉ घोषित करते हुए यूपी को 3 अंक देने का फैसला किया। युवराज बने मैन ऑफ द मैचयूपी के विकेटकीपर बल्लेबाज युवराज को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। युवराज ने 107 गेंदों पर 2 छक्कों और 11 चौकों की मदद से 75 रन की अहम पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने विकेटकीपिंग करते हुए बंगाल के 5 बल्लेबाजों को कैच आउट कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। सम्मान समारोह में खेल अधिकारियों का सम्मानमैच समाप्त होने के बाद पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। बीसीए के संरक्षक एवं एसआरएमएस ट्रस्ट के सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति और बीसीए सेक्रेटरी सीताराम सक्सेना ने मैच रेफरी प्रकाश भट्ट, अंपायर पाराशर जोशी और आर राजेश कैनन, एंटी करप्शन ऑफिसर विजय शर्मा, रेफरी लाइजनिंग ऑफिसर देवेश सिंह, ऑनलाइन स्कोरर तपेश कौशिक, स्कोरर प्रशांत, बोर्ड स्कोरर प्रणब दास, वीडियो एनालिस्ट अभिषेक यादव और जयकीरत सिंह जस्सी, बीसीसीआई क्यूरेटर रविंद्र चौहान, यूपीसीए पिच क्यूरेटर शिव कुमार को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मैच पर एक नजर आदित्य मूर्ति ने जताया आभारआदित्य मूर्ति ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों और आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोहरे के बावजूद जितना समय मिला, खिलाड़ियों ने बेहतरीन क्रिकेट खेला। पहली पारी में 45 रन की बढ़त लेकर क्वार्टर फाइनल में पहुंची यूपी टीम से उन्हें टूर्नामेंट जीतने की पूरी उम्मीद है। इस मौके पर ट्रस्ट सलाहकार इंजीनियर सुभाष मेहरा, बीसीए सेक्रेटरी सीताराम सक्सेना, सीनियर ज्वाइंट सेक्रेटरी ओपी कोहली, ट्रेजरर शहजाद अली, उपाध्यक्ष राजेंद्र मनोहर शर्मा, ज्वाइंट सेक्रेटरी राहुल कपूर, चंचल उपाध्याय, राकेश शर्मा समेत बीसीए के पदाधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य मौजूद रहे।
Nitish Kumar हिजाब विवाद पर ड्रामा क्वीन राखी सावंत ने रिएक्ट किया है. राखी ने एक वीडियो शेयर किया और महिला के साथ हुई इस बदसुलूकी पर बिहार सीएम से जवाब मांग रही हैं.
''किस्मत की एक बहुत खूबसूरत आदत है कि वो वक्त आने पर बदलती है'' धुरंधर मूवी का यह डायलॉग हर किसी की जुबां पर है। हर कोई इस फिल्म की चर्चा कर रहे हैं। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाका मचा रही है। इस फिल्म में बिहार के भोजपुर के एक बाल कलाकर की एक्टिंग भी धांसू है। भोजपुर जिले के चरपोखरी प्रखंड निवासी 14 वर्षीय अजिंक्या मिश्रा ने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म 'धुरंधर' में उन्होंने बाल कलाकार फैजल डकैत की भूमिका निभाई है। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, आर. माधवन, अर्जुन रामपाल और संजय दत्त जैसे बड़े कलाकार शामिल हैं। अजिंक्या ने अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है। इंदौर में हुआ अंजिक्या मिश्रा का जन्म 7 सितंबर 2011 को मध्यप्रदेश के इंदौर में अजिंक्या मिश्रा का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। मुकुंदपुर गांव से निकलकर अजिंक्या मिश्रा ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने टीवी की दुनिया में भी कई लोकप्रिय धारावाहिकों में काम किया है, जिनमें 'दिल तो हैप्पी है जी' उनका पहला सीरियल था। उनकी पहली फिल्म 'राष्ट्रकवच ओम' थी। परिवार के सहयोग से साकार हुआ अभिनय का सपना अजिंक्या की सफलता में उनके माता-पिता और परिवार का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है। उनके दादा समाजसेवी चंदेश्वर मिश्रा एक सेवानिवृत्त बैंककर्मी हैं, जबकि पिता जय शंकर मिश्रा प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत हैं और अपने बेटे के सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। उनकी माता का नाम रेणुबाला मिश्रा है। पढ़ाई के साथ कई प्रोजेक्ट पर काम कर चुके हैं अजिंक्या अजिंक्या मिश्रा ने अब तक कई टीवी सीरियल, वेब सीरीज और फिल्मों में काम किया है। वर्तमान में वे नौवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं और उनके तीन आगामी प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं, जिनमें कई फिल्में और वेब सीरीज शामिल हैं। चरपोखरी प्रखंड के इस युवा कलाकार द्वारा बॉलीवुड में अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाने के बाद पूरे भोजपुर जिले में उनकी चर्चा हो रही है। अजिंक्या की सफलता से पूरे गांव में खुशी का माहौल अजिंक्या मिश्रा के सुपरहिट फिल्म धुरंधर में अभिनय के बाद पूरे जिले और प्रखंड में खुशी की लहर है। अजिंक्या के बड़े पापा विकास मिश्रा और दादी निर्मला देवी ने दैनिक भास्कर की टीम से बात करते हुए अपने पोते की सफलता पर खुशी जाहिर की है। 3 साल की उम्र से शुरू किया अभिनय का सफर अजिंक्या के बड़े पापा विकास मिश्रा (सीएसपी संचालक) ने बताया कि वो बचपन से ही प्रतिभावान बच्चा रहा है। शुरू से ही स्कूल में पढ़ने के दौरान उसे एक्टिंग से लगाव था। उन्होंने बताया तीन साल की उम्र से उसने एक्टिंग में कदम रख दिया। शुरुआत में छोटे-छोटे ऐड में उसे देखा गया और अब अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर बॉलीवुड में भी कदम रख चुका है। अजिंक्या मिश्रा मिश्रा को सिंगिंग, डांस, गाना और तैराकी पसंद है। दादी का आशीर्वाद- बड़ा अभिनेता बने आंगनबाड़ी सेविका के तौर पे काम कर रहीं अजिंक्या की दादी निर्मला देवी ने बताया कि जब भी उससे बात होती है तो वो कहता है दादी मुझे आशीर्वाद दो मैं बड़ा हीरो बनूं। परिवार वाले उसे एक कलाकार के तौर पर देख कर हमें बहुत खुशी और होता है। फिल्म की कहानी फिल्म की कहानी 1999 में हुए IC-814 विमान अपहरण और 2001 के भारतीय संसद हमले की पृष्ठभूमि से प्रेरित है। कहानी की शुरुआत भारतीय खुफिया एजेंसी के प्रमुख अजय सान्याल (आर माधवन) से होती है, जो पाकिस्तान में चल रहे आतंकवाद और अंडरवर्ल्ड नेटवर्क को खत्म करने की योजना बनाते हैं। इसके लिए उन्हें एक ऐसे युवक की आवश्यकता होती है, जिसकी कोई पहचान न हो और जो किसी अपराध में फंसा हुआ हो। उनकी तलाश पंजाब के 20 साल के हमजा (रणवीर सिंह) तक पहुंचती है, जो जेल में बंद है। हमजा को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है और मिशन के लिए पाकिस्तान भेजा जाता है। पाकिस्तान में हमजा का सामना ल्यारी के खतरनाक अंडरवर्ल्ड से होता है, जहां उसे गैंगस्टर रहमान डकैत (अक्षय खन्ना) और कराची के एसपी चौधरी असलम (संजय दत्त) जैसे खतरनाक लोगों से निपटना पड़ता है। फिल्म का पहला भाग गैंगस्टर दुनिया, अपराध और हिंसा को दर्शाता है, जबकि फिल्म का दूसरा पार्ट जासूसी, धोखे और षड्यंत्र से भरा है। कहानी दर्शकों को अंत तक उत्सुक बनाए रखती है कि क्या हमजा अपने मिशन में सफल होता है और कैसे वह अंडरवर्ल्ड का सफाया करता है। फिल्म में अभिनय रणवीर सिंह हमजा के किरदार में पूरी तरह फिट बैठते हैं। उनका लुक, बॉडी लैंग्वेज और एक्शन एनर्जी दर्शकों को पूरी फिल्म में बांधे रखती है। कई सीन्स में उनका दमदार प्रदर्शन फिल्म का आकर्षण बनता है। अक्षय खन्ना विलेन के रूप में खतरनाक और प्रभावशाली हैं। उनके हर संवाद और एंट्री में जोश और डर दोनों महसूस होते हैं। संजय दत्त, अर्जुन रामपाल और आर माधवन की उपस्थिति और अभिनय फिल्म की कहानी को विश्वसनीय बनाते हैं। सारा अर्जुन छोटे स्क्रीन टाइम के बावजूद उन्होंने अपने किरदार में स्वाभाविकता और भावनात्मक पहलू जोड़ा, जो फिल्म के गंभीर हिस्सों को और असरदार बनाता है।
हरियाणा विधानसभा के विंटर सत्र के पहले दिन HPSC के कॉलेज कैडर असिस्टेंट प्रोफेसर इंग्लिश विषय भर्ती का मुद्दा भी गूंजा। नारनौंद से कांग्रेस MLA जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि इस सरकार को हरियाणा में कोई काबिल व्यक्ति नहीं मिला, जो बिहार के व्यक्ति को चेयरमैन बना दिया। हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) चेयरमैन को लेकर MLA जस्सी पेटवाड़ ने कहा कि चेयरमैन ने ऐसा माहौल बना दिया कि हरियाणा के JRF और गोल्ड मेडलिस्ट बच्चे भी 35 प्रतिशत नंबर नहीं ले पा रहे हैं। वो स्टूडेंट जब चेयरमैन से मिलने जाते हैं तो उन्हें कहा जाता है कि वे इस काबिल नहीं है। जस्सी पेटवाड़ ने स्पीकर की टोका-टाकी के बीच ही इस पूरे विषय को उठाया। जिस पर कांग्रेस विधायकों ने भी पीछे से समय देने के लिए कहा था। लेकिन स्पीकर ने बेल बजा दी। ये मांग कर रहे हैं कैंडिडेट क्या है विरोध की वजह.. हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर इंग्लिश की इस भर्ती में कुल 2 हजार 143 कैंडिडेट्स में से केवल 151 ही पास हुए हैं, जबकि भर्ती के लिए 613 पद निर्धारित हैं। कैंडिडेट के 10 प्रतिशत और पदों के 25 प्रतिशत युवा भी क्वालिफाई नहीं होने पर अब इसके पैटर्न पर सवाल उठाए जा रहे हैं। HPSC ने सब्जेक्ट नॉलेज टेस्ट में 35 प्रतिशत अंक का क्राइटेरिया बनाया है, जिसका युवा अब विरोध कर रहे हैं। नहीं मिल रही धरने की परमिशन पंचकूला में हरियाणा लोक सेवा आयोग ऑफिस के सामने 11 दिसंबर को कॉलेज कैडर असिस्टेंट प्रोफेसर इंग्लिश विषय भर्ती के फेल हुए कैंडिडेट ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के बाद वे वहां पर धरना शुरू करना चाहते थे। जिस पर सेक्टर-5 पुलिस ने उन्हें नोटिस दिया था। नोटिस में कहा गया था कि वे पहले धरना स्थल के लिए परमिशन लेकर आए। लेकिन प्रशासन उन्हें धरने की परमिशन भी नहीं दे रहा है।
विवि शिक्षक बोले- बिहार की तरह 30 दिन ग्रीष्मावकाश देने पर ही क्वालिटी एजुकेशन
रांची राज्य के विश्वविद्यालयों में ग्रीष्म अवकाश को लेकर शिक्षक सहमत नहीं है। झारखंड विवि शिक्षक संघ (जुटान) ने स्पष्ट कर दिया है कि विवि शिक्षकों के लिए ग्रीष्म अवकाश कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं, बल्कि अकादमिक व्यवस्था का अनिवार्य हिस्सा है। शिक्षकों ने कुलाधिपति से मांग की है कि अवकाश तालिका में बिहार की तर्ज पर 30 दिनों के ग्रीष्म अवकाश का स्पष्ट प्रावधान किया जाए। ऐसा नहीं होने पर इसका सीधा असर शिक्षण, शोध और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा। कहा कि विवि शिक्षक केवल कक्षा में पढ़ाने तक सीमित नहीं रहते। शोध कार्य, पाठ्यक्रम अद्यतन, अकादमिक लेखन, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, सेमिनारों की तैयारी और नई शिक्षा नीति से जुड़े कार्य शिक्षकों की नियमित जिम्मेदारियों में शामिल हैं। इन सभी के लिए समय, एकाग्रता व अकादमिक वातावरण की आवश्यकता होती है, जो ग्रीष्म अवकाश में ही संभव हो पाता है। बढ़ा है शैक्षणिक-प्रशासनिक दबाव संयोजक डॉ कंजीव लोचन ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में शिक्षकों पर शैक्षणिक के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों का दबाव तेजी से बढ़ा है। परीक्षा संचालन, मूल्यांकन, नैक से जुड़े दस्तावेजी कार्य, विभिन्न समितियों की जिम्मेदारी और यूथ फेस्टिवल में भागीदारी ने शिक्षकों का कार्यभार कई गुना बढ़ा दिया है। ऐसे में ग्रीष्म अवकाश कम करना न केवल थकान बढ़ाएगा , एकेडमिक एक्टिविटी को भी प्रभावित करेगा।
बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह ने एक महिला का हिजाब हटाने की घटना को निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि यह देश के संवैधानिक मूल्यों और धार्मिक स्वतंत्रता का सीधा उल्लंघन है। सांसद ने इस घटना के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। धार्मिक स्वतंत्रता सुरक्षित नहीं, तो राजनीतिक स्वतंत्रता का क्या अर्थ सिंह ने जोर देकर कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता ही भारत की लोकतांत्रिक और बहुलतावादी पहचान का आधार है। उनके अनुसार, यदि समाज में धार्मिक स्वतंत्रता सुरक्षित नहीं है, तो राजनीतिक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं रह जाता। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र का अर्थ केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि नागरिकों की गरिमा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा करना भी है। सांसद ने उस महिला के साहस की सराहना की, जिसने आत्मसम्मान से समझौता न करते हुए सरकारी नौकरी ठुकरा दी। उन्होंने इसे पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। महिला के लिए सम्मान सर्वोपरि, ठुकरा दी नौकरी सिंह ने कहा कि किसी भी महिला के लिए सम्मान सर्वोपरि है और उसे अपने पहनावे, विश्वास तथा पहचान के साथ जीने का पूरा अधिकार है। नौकरी के दबाव में धार्मिक पहचान छोड़ने के लिए मजबूर करना अस्वीकार्य है। सुधाकर सिंह ने इस घटना को केवल एक व्यक्तिगत मामला नहीं माना, बल्कि इसे महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा पर एक गंभीर सवाल बताया। उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। संविधान के दायरे में रहकर शासन करना ही जिम्मेदारी सांसद ने सत्ता में बैठे लोगों को संविधान की सर्वोच्चता याद दिलाई। उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में रहकर शासन करना ही उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने अपील की कि समाज के सभी वर्ग इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और धार्मिक स्वतंत्रता व महिला सम्मान की रक्षा के लिए एकजुट हों। अंत में उन्होंने उस साहसी महिला को सलाम करते हुए कहा कि उसका यह त्याग और आत्मसम्मान आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत संदेश है कि सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
लुधियाना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक सार्वजनिक समारोह में मुस्लिम बेटी के चेहरे से नकाब हटाने का मामला अब पंजाब तक गरमा गया है। इस घटना को लेकर मजलिसे अहरार इस्लाम हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पंजाब के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इसे न केवल शर्मनाक बताया बल्कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ करार देते हुए नीतीश कुमार से इस्तीफे और बिना शर्त माफी की मांग की है। न उम्र का लिहाज रहा, न ओहदे की मर्यादा ऐतिहासिक जामा मस्जिद में आज शाही इमाम ने तीखे शब्दों में कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी इस हरकत से साबित कर दिया है कि उनके मन में अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत भरी है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री को अपनी उम्र और पद का भी लिहाज नहीं रहा। अगर उन्हें अल्पसंख्यकों से इतनी ही नफरत है तो वे सेक्युलरिज्म का ढोंग करना छोड़ दें। इमाम की दो टूक: यह सिर्फ एक बेटी नहीं पूरी दुनिया की बेटियों का अपमानशाही इमाम ने कहा कि यह मामला केवल मुस्लिम समुदाय का नहीं है बल्कि हर उस बेटी के सम्मान का है जो अपनी मर्यादा में रहना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस्लाम की धार्मिक मान्यताओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।राजनीति नहीं सम्मान की लड़ाई: इमाम ने स्पष्ट किया कि उनका विरोध राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक और नैतिक है। उन्होंने नीतीश कुमार का पक्ष लेने वालों को नसीहत दी कि वे एक बार अपने घर की बहू-बेटियों के सम्मान के बारे में भी सोचें। बड़ी चेतावनी:पंजाब में दर्ज होगा अदालती मुकदमा मौलाना उस्मान ने चेतावनी दी है कि वे इस मामले को यहीं शांत नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने फौरन माफी नहीं मांगी तो वे पंजाब की अदालत में नीतीश कुमार के खिलाफ मुकदमा दायर करेंगे। उनका कहना है कि कोई भी व्यक्ति कानून या धर्म से ऊपर नहीं हो सकता चाहे वह कितने ही बड़े पद पर क्यों न बैठा हो। नीतीश कुमार को इस नापाक हरकत के बाद एक पल भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहने का हक नहीं है। उन्हें फौरन इस्तीफा देना चाहिए और सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
बहादुरगढ़ के थाना सदर क्षेत्र के गांव लडरावण में गुरुवार सुबह एक युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और अग्रिम कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के सिविल अस्पताल में शव गृह में रखवा दिया है। जानकारी के अनुसार गांव लडरावण निवासी संजय कुमार ने गुरुवार की सुबह डायल 112 पर कॉल कर बताया कि गांव में कुलासी रोड पर पापड़ी के पेड़ से एक युवक फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। युवक की उम्र करीब 23-24 वर्ष बताई जा रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया। जांच के दौरान मृतक की पहचान बिहार के जिला समस्तीपुर निवासी मुन्ना के रूप में हुई। आत्महत्या के कारणों का पता नहींथाना सदर के जांच अधिकारी एएसआई नवीन ने बताया कि मृतक बहादुरगढ़ की एक फैक्ट्री में काम करता था और कुछ माह पहले ही यहां आकर रह रहा था। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल में रखवा दिया है। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। परिजनों के यहां पहुंचने के बाद पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई कर शव उन्हें सौंपा जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ रांची के इटकी थाने में लिखित शिकायत की गई है। यह शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता मो. मुर्तजा आलम नाम के व्यक्ति ने कराई है। थाने में की गई शिकायत में कहा है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान हिजाब खींचा जाना व्यक्तिगत मामला न हो कर सार्वजनिक डोमेन का विषय बन चुका है। धार्मिक परिधान के साथ सार्वजनिक मंच पर किया गया ऐसा व्यवहार न केवल आपत्तिजनक है बल्कि महिला की गरिमा, लज्जा और शारीरिक स्वायत्तता पर प्रत्यक्ष आघात करना है। लिखित शिकायत में मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही गई है। पहले नियुक्ति पत्र दिया, फिर बोले- इसे हटाइए दरअसल बीते सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे।महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। --------------------------------------------------------------------------------------- इसे भी पढ़िए... CM नीतीश ने हिजाब खींचा, नुसरत ने बिहार छोड़ा:बोलीं- अब नौकरी जॉइन नहीं करूंगी; मुख्यमंत्री का इरादा जो हो, मुझे तकलीफ हुई CM नीतीश कुमार ने जिस महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब हटाया था, उन्होंने बिहार छोड़ दिया है। वो अब कोलकाता में अपने परिवार के पास चली गई हैं। 15 दिसंबर को ये घटना हुई, इसके अगले दिन ही नुसरत कोलकाता में अपने परिवार के पास आ गईं। वो पढ़ाई में बहुत तेज हैं। डॉक्टर बनना उनका सपना था। फिलहाल वो बिहार सरकार की नौकरी जॉइन नहीं करेंगी। परिवार नुसरत परवीन को समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वो वापस बिहार आकर नौकरी जॉइन करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं। ये बातें शहनवाज से नुसरत के भाई ने कही। पूरी खबर यहां पढ़ें..
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर्रहमान बर्क ने बिहार के एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम डॉक्टर लड़की का हिजाब खींचे जाने की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सांसद बर्क ने अपने 'X' और फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इस घटना को 'बहुत शर्मनाक और घटिया' बताया। उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा एक मुस्लिम लड़की का हिजाब जबरन खींचना केवल असभ्यता नहीं, बल्कि एक नैतिक अपराध है। बर्क ने जोर देकर कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री का सार्वजनिक मंच पर किसी महिला की इज्जत और धार्मिक पहचान से खिलवाड़ करना संवैधानिक मर्यादा पर सीधा हमला है। उन्होंने नीतीश कुमार से बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की। सांसद बर्क के अनुसार, यह केवल एक लड़की का अपमान नहीं, बल्कि महिला सम्मान, धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक मर्यादा पर सीधा हमला है। सांसद बर्क ने इस 'घटिया हरकत' पर चारों ओर सन्नाटे और टीवी चैनलों पर किसी बहस न होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने इसे 'दोहरा मापदंड' करार दिया और कहा कि अगर यही काम किसी और ने किया होता तो अब तक 'स्टूडियो ट्रायल' शुरू हो चुका होता।
उत्तर बिहार के जिलों में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 21 दिसंबर तक पूरे उत्तर बिहार में मौसम साफ और शुष्क बने रहने का अनुमान है। इस दौरान सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कुहासा छा सकता है, जबकि दिन में धूप खिली रहेगी। सीतामढ़ी में पछुआ हवा चलने के कारण सुबह-शाम कनकनी महसूस हो रही है। पूर्वानुमान के मुताबिक, अधिकतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। औसतन 3 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चल सकती है, जिससे रात के समय ठंड और बढ़ेगी। कुछ क्षेत्रों में पुरवा हवा चलने की भी संभावना मौसम विभाग ने बताया कि 20 से 21 दिसंबर के आसपास कुछ क्षेत्रों में पुरवा हवा चलने की भी संभावना है। सुबह के समय सापेक्ष आर्द्रता 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 40 से 45 प्रतिशत के बीच रह सकती है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम तापमान 25.2 तथा न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा है। दो-तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना पछुआ हवा के कारण रात में ठंड अधिक महसूस की जा रही है। आने वाले दो-तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। ठंड के कारण सुबह के समय सड़कों पर चहल-पहल कम देखी जा रही है।
बिहार में भारतीय जनता पार्टी को आज नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने जा रहा है। दरभंगा सदर से छह बार विधायक रहे संजय सरावगी आज पटना स्थित बिहार भाजपा कार्यालय में औपचारिक रूप से प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेंगे। पदभार ग्रहण को लेकर पार्टी संगठन में उत्साह का माहौल है। डिप्टी सीएम सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता इस मौके पर मौजूद रहेंगे। सोमवार को हुई थी घोषणा भाजपा ने सोमवार को संजय सरावगी को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया था। इससे पहले यह जिम्मेदारी दिलीप कुमार जायसवाल के पास थी। पद की घोषणा के साथ ही संजय सरावगी के आवास पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे सहित तमाम भाजपा के बड़े नेता बधाई देने पहुंचे। जिस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी उनके लिए मां के समान है और पार्टी ने उन पर जो भरोसा जताया है, उस पर वे पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करेंगे। छात्र राजनीति से शीर्ष नेतृत्व तक का सफर दरभंगा के गांधी चौक क्षेत्र के निवासी संजय सरावगी का जन्म 28 अगस्त 1969 को हुआ। उन्होंने एमकॉम और एमबीए तक की पढ़ाई की है। छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे संजय सरावगी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। साल 1995 में वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने। छह बार विधायक, दरभंगा की मजबूत पहचान संजय सरावगी ने पहली बार 2005 में विधानसभा चुनाव जीतकर सदन में प्रवेश किया। इसके बाद नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में वे लगातार दरभंगा सदर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर विधायक चुने गए। इससे पहले वे दरभंगा नगर निगम से वार्ड पार्षद भी रह चुके हैं। उनकी गिनती साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं में होती है और दरभंगा शहर में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। सरकार और संगठन दोनों में अनुभव पिछले साल नीतीश कुमार सरकार में कैबिनेट विस्तार के दौरान संजय सरावगी को पहली बार मंत्री बनाया गया था। हालांकि इस बार मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली, लेकिन तभी से यह चर्चा थी कि पार्टी उन्हें संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। अब प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपे जाने के साथ यह साफ हो गया है कि बिहार में भाजपा के संगठनात्मक कामकाज की अगुआई संजय सरावगी करेंगे। संगठन को धार देने पर रहेगा फोकस पदभार संभालने से पहले संजय सरावगी ने कहा कि पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता पर उनकी नजर रहेगी और सबको साथ लेकर चलने की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने हाल ही में नितिन नवीन को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाए जाने को भी संगठन के लिए गर्व का विषय बताया और कहा कि आने वाले समय में भाजपा की सांगठनिक मजबूती पर विशेष जोर दिया जाएगा। मिथिलांचल से प्रदेश नेतृत्व का संदेश वैश्य (ओबीसी) समुदाय से आने वाले संजय सरावगी को भाजपा का पुराना और भरोसेमंद चेहरा माना जाता है। मिथिलांचल की राजनीति में दरभंगा का खास प्रभाव है और ऐसे में इस क्षेत्र से प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को पार्टी का अहम राजनीतिक संदेश भी माना जा रहा है।
दरभंगा नगर सीट से 6 बार के विधायक संजय सरावगी बिहार बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। वो आज पटना भाजपा कार्यालय में पदभार संभालेंगे। सरावगी दरभंगा 150 से ज्यादा गाड़ियों के काफिले के साथ पटना के लिए निकल चुके हैं। उन्होंने कहा कि, पार्टी ही सबकुछ है मेरे लिए। पिछले साल नीतीश सरकार में कैबिनेट विस्तार के दौरान संजय सरावगी को पहली बार मंत्री बनाया गया था। अब वो दिलीप जायसवाल की जगह बिहार में पार्टी की कमान संभालेंगे। संजय सरावगी के दरभंगा से निकले की 2 तस्वीरें देखिए 6 बार से विधायक हैं संजय सरावगी संजय सरावगी ने सबसे पहले 2005 में विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद 2005 के नवंबर महीने में हुए चुनाव में भी उन्हें जीत मिली। इसके बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 में भी विधायक चुने गए। हालांकि इस बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था। उसी समय ये चर्चा थी कि उन्हें प्रदेश में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। बिहार में अब संगठन का काम संजय सरावगी ही देखेंगे। 55 साल के संजय सरावगी वैश्य समुदाय से आते हैं। वो भाजपा के पुराने और भरोसेमंद चेहरे हैं और कारोबारी वर्ग में गहरी पकड़ रखते हैं। मिथिलांचल की सियासत में दरभंगा का खासा प्रभाव माना जाता है। स्टूडेंट लाइफ से ही पॉलिटिक्स में एंट्री ली दरभंगा के गांधी चौक के रहने वाले संजय सरावगी का जन्म 28 अगस्त 1969 को हुआ था। उन्होंने एमकॉम और एमबीए की पढ़ाई की है। स्टूडेंट लाइफ में ही संजय सरावगी ने पॉलिटिक्स जॉइन की थी। भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से उन्होंने छात्र राजनीति की शुरुआत की। साल 1995 में संजय सरावगी ने भाजपा की सदस्यता ली। वह मार्च 2005, नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में बीजेपी के टिकट पर दरभंगा सदर से विधायक चुने गए। संजय सरावगी दरभंगा नगर निगम से वार्ड पार्षद भी रह चुके हैं। उनकी छवि साफ छवि के नेता की रही है। दरभंगा शहर की जनता के बीच वे चर्चित चेहरा हैं। 2018 में उन्हें विधानसभा की प्राकलन समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया था। संजय सरावगी से जुड़े अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए
सिटी रिपोर्टर| मोतिहारी उत्तर बिहार के जिलों में 17-21 दिसम्बर तक मौसम साफ और शुष्क रहने का अनुमान है। सुबह में हल्के से मध्यम कुहासा छा सकता है। अधिकतम तापमान 24 से 25 तथा न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। वहीं पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 3-5 कि.मी. प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा चल सकती है तथा 20-21 दिसंबर के आसपास पुरवा हवा भी चल सकती है। दूसरी ओर सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 40 से 45 प्रतिशत रहने की संभावना है। मंगलवार का अधिकतम तापमान 24.5 और न्यूनतम तापमान 9.5 डग्री सेल्सियस रिकॉड किया गया। रात में पछिया हवा के कारण कनकनी बढेगी। आग दो-तीन दिनों के बाद ठंड और बढ़ने की उम्मीद है। इस बीच न्यूनतम तापमान में कमी आने की संभावना है। साथ सुबह कुहासा रहेगा। पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमशः 25.2 एवं 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता 97.0 प्रतिशत सुबह में एवं दोपहर में 58.0 प्रतिशत, हवा की औसत गति 2.6 किमी प्रति घंटा एवं दैनिक वाष्पन 1.6 मिमी तथा सूर्य प्रकाश अवधि औसतन 7.2 घंटे प्रति दिन रिकार्ड किया गया तथा 5 से.मी की गहराई पर भूमि का औसत तापमान सुबह में 15.1 एवं दोपहर में 23.6 डिग्री था। ^उत्तर बिहार के जिलों में मौसम साफ और शुष्क का अनुमान है। सुबह में हल्के से मध्यम कुहासा छा सकता है। - डॉ. ए. सत्तार, नोडल पदाधिकारी,मौसम विभाग, डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा किसान को सलाह दी जाती है कि गेहूं की पिछात किस्मों की बुआई 25 दिसम्बर से पहले अवश्य पूर्ण कर लें, क्योंकि इसके बाद बुआई करने पर उपज में भारी कमी आ सकती है। इस क्षेत्र के लिए गेहूं की पिछात किस्मों एचडी 2733, एचयूडब्ल्यू 468, डब्लूआर 544, डीबीडब्लू 39, एचडी 2967 तथा एचडब्लू 2045 किस्में अनुशंसित हैं। बुआई से पूर्व प्रति किलो बीज को 2.5 ग्राम बेविस्टीन से उपचारित करें तथा उसके बाद क्लोरपायरीफॉस 20 ईसी दया की 8 मिली मात्रा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचार करें। खेत की तैयारी के समय 40 किलो नेत्रजन, 40 किलो फास्फोरस एवं 20 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से डालें।
एसजीएफआई के तहत बिहार टीम चयन के लिए 20 को ओपन ट्रायल
भास्कर न्यूज | बेगूसराय स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) के अंतर्गत बिहार टीम के चयन हेतु ओपन ट्रायल का आयोजन किया जा रहा है। यह ओपन ट्रायल 20 दिसंबर को बेगूसराय में आयोजित होगा। चयनित खिलाड़ियों के लिए एसजीएफआई की रिपोर्टिंग सेशन 24 जनवरी से 31 जनवरी तक प्रस्तावित है। बिहार राज्य के सभी जिलों के अंडर-17 और अंडर-19 बालक व बालिका खिलाड़ियों से इस ओपन ट्रायल में भाग लेने की अपील की गई है। खिलाड़ियों को इंटरव्यू और खेल कौशल के आधार पर चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा, जहां वे अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन कर सकेंगे। इस संबंध में बिहार कलरीपयट्टू संघ के सचिव श्याम सहनी और अध्यक्ष आदित्य वर्मा ने बताया कि यह ट्रायल राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयन का सुनहरा अवसर है। वहीं कलरीपयट्टू संघ बेगूसराय के जिला अध्यक्ष संजीत कुमार उर्फ पंकज दा और उपाध्यक्ष मंजेश कुमार ने कहा कि अंडर-17 और अंडर-19 वर्ग के खिलाड़ियों के लिए यह बड़ा मंच साबित हो सकता है। बेगूसराय कलरीपयट्टू संघ के सचिव शिवम कुमार और कोषाध्यक्ष ने बताया कि ओपन ट्रायल का आयोजन महंत राम जीवन दास कॉलेज, विष्णुपुर (एम.आर.जे.डी. कॉलेज) परिसर में किया जाएगा। आयोजकों ने सभी जिलों के खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों से इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग की अपील की है।
बुरहानपुर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन पटना में एक कार्यक्रम के दौरान एक महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने के मामले में किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नीतीश कुमार को उनके पद से हटाने की मांग की है। यह घटना पिछले दिनों पटना में आयुष चिकित्सकों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में हुई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिजाब पहनकर आई एक अल्पसंख्यक डॉक्टर को नियुक्ति पत्र देते समय कथित तौर पर उसका हिजाब हटा दिया था। बुधवार शाम को बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक नेता और कांग्रेस नेता बुरहानपुर के एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम बुरहानपुर एसडीएम अजमेरसिंह गौड़ को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। कांग्रेस अल्पसंख्यक नेता फरीद काजी ने बताया कि 15 दिसंबर को पटना में हुई घटना में मुस्लिम महिला डॉक्टर के चेहरे से नकाब खींचकर मुस्लिम विरोधी मानसिकता का परिचय दिया गया और महिलाओं का सार्वजनिक अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि यह केवल मुस्लिम महिला का नहीं, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान था। जिला कांग्रेस कमेटी, अल्पसंख्यक कांग्रेस और पार्षदों की ओर से राष्ट्रपति और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर नीतीश कुमार को पद से हटाने की मांग की गई। इस दौरान शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रिंकू टाक, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के सलीम कॉटनवाला और निखिल खंडेलवाल सहित कई पार्षद मौजूद थे।
कैथल में थाना चीका क्षेत्र में गोदाम से गेहूं की बोरियां चोरी करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ टीम द्वारा काबू करके 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान आरोपी बलबेहडा निवासी रणधीर सिंह, सेगा प्लाट चीका निवासी रुलदू तथा महामादा चोबे तोला जिला चंपारण बिहार निवासी उपेंद्र राय उर्फ राजू के रूप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई गेहूं की 30 बोरी, 2 लाख 1 हजार रुपए तथा वारदात में प्रयुक्त ट्रैक्टर- ट्राली बरामद हुए हैं। चीका थाना में दर्ज था मामला अनाज मंडी चीका निवासी सतीश कुमार की शिकायत के अनुसार, 9 दिसंबर को कैथल रोड चीका स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 243 बोरी गेहूं चोरी कर ली गई। इस बारे थाना चीका में मामला दर्ज किया गया। मामले में एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ प्रभारी एसआई प्रदीप कुमार की अगुवाई में एएसआई करनैल सिंह की टीम द्वारा 16 दिसंबर को आरोपी रणधीर सिंह, रुलदु तथा उपेंद्र राय उर्फ राजू को काबू कर लिया गया। उनका कोर्ट से 2 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया। पुलिस प्रवक्ता प्रवीन श्योकंद ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ उपरांत आरोपियों के कब्जे से गेहूं, 2 लाख 1 हजार रुपए तथा ट्रैक्टर ट्राली बरामद की गई है। सभी आरोपी जेल भेज दिए गए।
गयाजी के मानपुर प्रखंड के सिकहर मोड़ के पास एक निजी होटल में जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से सदस्यता नवीनीकरण अभियान-2025 की औपचारिक शुरुआत की गई। कार्यक्रम में संगठन को धार देने और बूथ स्तर तक मजबूती का संदेश साफ दिया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर जदयू के प्रदेश महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी चंदन सिंह मौजूद रहे। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष अजीत शर्मा ने की। संचालन अवध बिहारी पटेल ने संभाला। प्रदेश महासचिव चंदन सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जदयू आज बिहार की बड़ी और भरोसेमंद पार्टी है। जनता ने बार-बार पार्टी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर विश्वास जताया है। इसी भरोसे को संगठन की ताकत में बदलना इस अभियान का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में कम से कम एक करोड़ प्राथमिक सदस्य बनाने का टारगेट तय किया गया है। गांव-गांव तक पार्टी को पहुंचाया जाएगा। गयाजी जिले में 5 लाख से अधिक सदस्य बनाने का टारगेट उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की नीतियां और विकास की सोच घर-घर पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि गया जिले में पांच लाख से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मानपुर प्रखंड से इसकी मजबूत शुरुआत हुई है। कार्यक्रम के दौरान पहले से जुड़े 50 कार्यकर्ताओं ने अपनी सदस्यता का नवीनीकरण कराया। वहीं 200 नए साथियों ने प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। कई प्राथमिक सदस्यों को सक्रिय सदस्य भी बनाया गया। संगठन में नई ऊर्जा दिखी। कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आया। जदयू प्रखंड अध्यक्ष बोले- अभियान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहेगा प्रखंड अध्यक्ष अजीत शर्मा ने कहा कि यह अभियान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहेगा। आने वाले एक महीने तक गांव-गांव जाकर पार्टी की बात रखी जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्य, सामाजिक न्याय और सुशासन का मॉडल लोगों तक पहुंचाया जाएगा। महिलाओं, युवाओं और हर वर्ग को संगठन से जोड़ने पर फोकस रहेगा। कार्यक्रम में जिले के वरीय नेता, प्रखंड और पंचायत स्तर के अध्यक्ष, प्रखंड कमेटी के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे। नेताओं ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी ने अपना एक वीडियो जारी कर धमकी दी है कि सीएम नीतीश माफी मांग लें वरना फिर ये मत कहना है कि चेतावनी नहीं दी गई थी।
शिवहर के मजदूर की हरयाणा में ऑटो की टक्कर से मौत हो गई। मृतक की पहचान टाउन थाना क्षेत्र के जफरपुर वार्ड नंबर-6 निवासी अरुण राम के रूप में हुई है। हादसा रविवार को करनाल में हुआ। अरुण राम अपने कमरे की ओर पैदल जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी। वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें रेफर कर दिया गया। अरुण राम को पहले पीजीआई और फिर ओनली हार्ट (औली हॉट) अस्पताल में भर्ती कराया गया। आर्थिक परेशानियों के कारण इलाज के लिए ला रहे थे बिहार मृतक के ग्रामीण चाचा वीरेंद्र राम ने बताया कि आर्थिक परेशानियों के कारण अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें बिहार ले जाकर इलाज कराने की सलाह दी। इसके बाद परिजन उन्हें शिवहर लाने के लिए चल पड़े। शिवहर लाते समय हनुमान नगर पहुंचते-पहुंचते अरुण राम की मौत हो गई। इसके बाद उन्हें शिवहर सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के उपरांत उन्हें मृत घोषित कर दिया। 3 बच्चों का पिता था मजदूर अरुण राम अपने पीछे दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। वे परिवार के सबसे बड़े बेटे और एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। उनकी मृत्यु से परिवार की आजीविका प्रभावित हुई है। इस घटना को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। मृतक की पत्नी और ग्रामीणों का दावा है कि करनाल में मामले की एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, मृतक के ग्रामीण चाचा वीरेंद्र राम का कहना है कि घटना के बाद टेंपो चालक को थाने से छोड़ दिया गया था। इस विरोधाभास के कारण मामले को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। परिजन मामले में स्पष्ट कार्रवाई और सही जानकारी की मांग कर रहे हैं। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
IPL 2026 के ऑक्शन में बिहारी क्रिकेटर्स ने अपना जलवा बरकरार रखा है। इस ऑक्शन में बिहार के 4 खिलाड़ी बिके हैं। तीन खिलाड़ियों को टीम ने पहले ही रिटेन कर लिया था। यानी कि इस सीजन में पहली बार बिहार के 7 खिलाड़ी नजर आएंगे। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 का ऑक्शन मंगलवार को अबू धाबी में हुआ। भारतीय क्रिकेट के तेज गेंदबाज और रोहतास के आकाशदीप को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 1 करोड़ रुपए में खरीदा है। शुरुआती राउंड में इस तेज गेंदबाज को कोई खरीदार नहीं मिला था, लेकिन एक्सीलरेटेड ऑक्शन के दौरान KKR ने उन्हें वापस बेस प्राइस में खरीद लिया। पिछले साल लखनऊ सुपर जायन्ट्स ने आकाश को 8 करोड़ में खरीदा था। पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन को भी KKR ने खरीदा है। KKR ने सार्थक पर 30 लाख रुपए की बोली लगाई है। सार्थक पहली बार IPL ऑक्शन में शामिल हुए हैं। वे दिल्ली के लिए रणजी खेलते हैं। इधर, गोपालगंज के तेज गेंदबाज साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने, सुपौल के मो. इजहार को मुंबई इंडियंस ने खरीद लिया है। दोनों की कीमत 30-30 लाख रुपए लगाई गई है। वहीं, सनराइजर्स हैदराबाद ने ईशान किशन, दिल्ली कैपिटल्स ने मुकेश कुमार को और राजस्थान रॉयल्स ने वैभव सूर्यवंशी को रिटेन कर लिया है। इस लीग के लिए नीलामी में शामिल 350 खिलाड़ियों में से बिहार के 7 खिलाड़ी हैं। जानिए IPL ऑक्शन में शामिल वाले बिहारी खिलाड़ियों की कहानी... आकाश दीप- पिछले साल 8 करोड़ में खरीदे गए थे बिहार के छोटे से गांव से टीम इंडिया तक पहुंचने वाले आकाश दीप का सफर आसान नहीं था। उन्होंने 16 साल की उम्र में पिता को खोया। उसके 6 महीने के अंदर भाई का भी निधन हो गया। पिता और भाई को खोने के बाद आकाश बहन के साथ दिल्ली चले गए और अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की। फिर बंगाल में क्लब क्रिकेट खेला। बाद में घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व भी किया। क्रिकेट में करियर बनाने के लिए आकाश को न केवल अपने परिवार को छोड़ना पड़ा, बल्कि स्टेट भी छोड़ना पड़ा। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन की वजह से उन्हें बंगाल जाना पड़ा। क्रिकेट को अपने दिल में नहीं होने दिया बैन 27 साल के आकाश दीप बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर बैन की वजह से खेल नहीं पाएं पर उन्होंने क्रिकेट को अपने दिल में बैन नहीं होने दिया। उन्हें क्रिकेट में करियर बनाने के लिए न केवल अपने परिवार को बल्कि अपने प्रदेश को भी छोड़ना पड़ा। वह बंगाल चले गए और वहां आसनसोल में अपने रिश्तेदार के घर पर रहकर बंगाल में क्रिकेट खेला और बाद में घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया। उनके पिता एक शारीरिक शिक्षक थे, जबकि माता लड्डूमा देवी हाउस वाइफ हैं। उनका परिवार गांव में खेती करता है। 16 साल की उम्र में पिता को खोया फिर हुआ भाई का निधन आकाश दीप ने 16 साल की उम्र में पिता को खोया। उसके 6 महीने के अंदर भाई का भी निधन हो गया। पिता और भाई को खोने के बाद आकाश दीप बहन के साथ दिल्ली चले गए। वहां उदासी से बचने के लिए क्रिकेट खेलने लगे। बाद में एक दोस्त के बुलाने पर वह डिवीजन के ट्रायल देने के लिए बंगाल चले गए। आकाश दीप यूनाइटेड क्लब से खेलने लगे। फिर उन पर बंगाल रणजी टीम के सहायक कोच सौराशीष लाहिरी की नजर पड़ी। उन्होंने आकाश दीप को नेट पर बॉलिंग के लिए बुलाया और आकाश की गेंदबाजी को देखकर बंगाल अंडर-23 टीम में शामिल कर लिया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु टीम का रह चुके हैं हिस्सा भारतीय टेस्ट टीम में सेलेक्ट होने से पहले उन्हें साउथ अफ्रीका दौरे पर गई भारतीय वनडे टीम में चुना गया था। लेकिन वे डेब्यू नहीं कर सके। उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू कैप मिलने की उम्मीद है। आकाश दीप IPL में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु टीम का हिस्सा रह चुके हैं। साल 2022 में आरसीबी ने उन्हें 20 लाख रुपए में खरीदा था। उन्होंने 7 IPL मैचों में 6 विकेट चटकाए हैं। उन्होंने 29 मैचों में 103 विकेट लिए हैं। आकाश दीप को लखनऊ सुपर जायन्ट्स ने पिछले साल 8 करोड़ में खरीदा था। एक ही मैच में 10 विकेट और अर्धशतक बनाए थे इंग्लैंड के खिलाफ 2025 में एजबेस्टन टेस्ट मैच में उन्होंने 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था। इसके साथ ही उन्होंने 94 गेंदों पर 66 रन की पारी खेली थी। एक ही मैच में 10 विकेट और अर्धशतक बनाने वाले आकाश दीप दुनिया के 12वें और इंग्लैंड में ऐसा करने वाले पहले भारतीय नाइट वॉचमैन बने थे। उन्होंने अपनी ये उपलब्धि अपनी कैंसर पीड़ित बहन अखंड ज्योति को समर्पित किया था। उनकी बहन तीसरे स्टेज के कैंसर से जूझ रही है। आकाश दीप ने उनकी खुशी के लिए अपना अपना सर्वश्रेष्ठ देने की बात कही थी। साकिब हुसैन- 2024 में KKR ने 20 लाख रुपए में खरीदा था IPL 2026 ऑक्शन की लिस्ट में 21 साल के बिहार के गोपालगंज के साकिब हुसैन का भी नाम शामिल है। साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने बेस प्राइस 30 लाख रूपए में खरीदा है। साकिब दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। चेन्नई सुपर किंग में नेट बॉलर के रूप में चयनित हुए थे। वह 2024 और 2025 सीजन के लिए हुई नीलामी का भी हिस्सा रह चुके हैं। 2024 में साकिब हुसैन को IPL टीम KKR ने 20 लाख रुपए में खरीदा था। वह चेन्नई सुपर किंग में नेट बॉलर के रूप में भी चयनित हुए थे। वह अब तक 6 फर्स्ट क्लास और 12 T20 मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट क्लास में उनके नाम 16 विकेट दर्ज हैं। खेलने के लिए मां ने गिरवी रखे थे अपने गहने साकिब सदर प्रखंड के दरगाह मोहल्ले में रहते हैं। उनके पिता अली अहमद हुसैन पेशे से मजदूर हैं। साकिब के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। उनके पास गेंदबाजी करने के लिए खास जूते तक नहीं थे। तब खेलने के लिए मां ने अपने गहने गिरवी रखे थे। शुरुआती दिनों में उनका सपना क्रिकेट नहीं, बल्कि आर्मी में जाने का था। शहर के मिंज स्टेडियम में वे दौड़ने जाते थे, जहां खिलाड़ियों को देखकर उनके भी मन में क्रिकेट खेलने की तमन्ना जागी। अंडर-19 में हाईएस्ट विकेट टेकर रहे इंटर तक पढ़ाई करने के बाद साकिब ने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए। गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में देवधारी गिरी टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका भी मिला। इसमें उनका बॉलिंग के लिए चयन हुआ। इसके बाद 2021 में पटना में होने वाले बिहार क्रिकेट लीग में शामिल हुए। फिर अंडर-19 खेलने चंडीगढ़ चले गए, जिसमें वह हाईएस्ट विकेट टेकर रहे। उनका मानना है कि चंडीगढ़ से ही उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट शुरू हुआ, जिसने उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी बेंगलुरू तक पहुंचाया। इसके बाद मुस्ताक अली ट्रॉफी खेलने का मौका मिला। फिर उन्हें नेट बॉलिंग के लिए बुलाया गया था। धोनी ने की थी साकिब की तारीफ साकिब चेन्नई सुपर किंग्स के नेट बॉलर भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें महेंद्र सिंह धोनी से मिलने का मौका मिला। साकिब ने अपनी बॉलिंग को लेकर धोनी से राय ली। इस पर धोनी ने कहा, ‘अच्छा हो रहा है, तुम में अच्छा टैलेंट है। तुम ऐसे ही करते रहो। बस मेहनत करते रहो, सिलेक्शन तुम्हारे हाथ में नहीं है।’ साकिब धोनी को अपना आइडल भी मानते हैं। बिपिन सौरभ- 2024-2025 सीजन के IPL ऑक्शन का रह चुके हिस्सा औरंगाबाद के सत्येंद्र नगर में जन्में बिपिन सौरभ भी ऑक्शन की लिस्ट में शामिल हैं। बिपिन सौरभ विकेटकीपर और बैट्समैन हैं। वह 2024 और 2025 सीजन के लिए हुई नीलामी का भी हिस्सा रह चुके हैं। हालांकि, उनपर किसी टीम ने बोली नहीं लगाई। उन्होंने बिहार के लिए 26 फर्स्ट क्लास, 22 लिस्ट-ए और 30 टी20 मैच खेला है। वे अंडर-19 स्टेट मैच में ऑल ओवर बिहार में 19 डिस्ट्रिक्ट के हाईएस्ट स्कोरर रहे हैं। ऑक्शन में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन IPL ऑक्शन में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन पर भी बोली लगेगी। सार्थक रंजन का नाम ऑक्शन लिस्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। उनका बेस प्राइस 30 लाख रुपए रखा गया है। पहली बार उनपर IPL में बोली लग रही है। सार्थक दिल्ली के लिए रणजी खेलते हैं। वे एक ओपनिंग बैट्समैन हैं। दिल्ली प्रीमियर लीग में सार्थक रंजन ने 9 मैच में करीब 448 रन बना दिए थे। दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 में नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स की तरफ से खेलने वाले सार्थक रंजन ने 58 गेंदों पर शतक लगाया था। इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 7 छक्के मारे थे। उन्होंने 8 मुकाबलों में 49.86 की औसत के साथ 349 रन बनाए थे, जिसमें 14 छक्के और 37 चौके शामिल थे। ऑक्शन में नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स ने उन्हें 12 लाख रुपए से ज्यादा की रकम में खरीदा था। इस लीग में अपनी बल्लेबाजी से सार्थक ने सभी को प्रभावित किया है। तब से ही उनकी IPL में खेलने की चर्चा तेज थी। 2018 में टीम में शामिल करने पर हुआ था विवाद सार्थक रंजन को साल 2018 में दिल्ली ने सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के लिए टीम में शामिल किया था। तब काफी विवाद हुआ था। उन्हें बिना मैच खेले टीम में शामिल कर लिया गया था, जबकि अंडर-23 के टॉप स्कोरर हितेन दलाल को रिजर्व में बैठा दिया गया था। तब सार्थक की उम्र 21 थी। उन्हें उन खिलाड़ियों के ऊपर चुना गया, जिन्होंने अंडर-23 टीम के लिए रन बनाए थे। साबिर खान- IPL 2022 के ऑक्शन में भी आ चुका नाम मोतिहारी के साबिर खान का नाम IPL 2022 के ऑक्शन में भी आ चुका है। इसके बाद उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कैंप में बुलाया गया था। वे पिछले IPL सीजन में राजस्थान रॉयल्स के साथ बतौर नेट गेंदबाज जुड़े थे। साबिर अंडर-19 एशिया कप में भी भारतीय टीम के सदस्य रह चुके हैं। तेज गेंदबाज हैं इजहार वहीं, मोहम्मद इजहार बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद हैं। वे IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स के नेट गेंदबाज रह चुके हैं। 21 साल के मोहम्मद इजहार ने हाल ही में SMAT में छत्तीसगढ़ के खिलाफ डेब्यू करते हुए मध्य प्रदेश के खिलाफ 4 विकेट चटका दिए थे। वो सुपौल के छातापुर के ठुठी गांव के रहने वाले हैं। जम्मू-कश्मीर तथा महाराष्ट्र के खिलाफ भी उन्होंने दो-दो विकेट लिए थे। शुरुआत इजहार को परिवार ने क्रिकेट खेलने से मना किया जाता था। उन्हें पढ़ाई पर फोकस करने को कहा जाता था। मगर इजहार ने अपना पैशन नहीं छोड़ा और 2019-2020 में बिहार की सीनियर टीम में एंट्री कर ली। ईशान किशन- बड़े भाई ने छोटे के लिए छोड़ दिया था क्रिकेट करियर ईशान किशन को सनराइजर्स हैदराबाद ने रिटेन किया है। पिछले साल वो 11.25 करोड़ में बिके थे। ईशान किशन के बड़े भाई ने उनके लिए क्रिकेट छोड़ दिया। जब स्कूल गेम फेडरेशन की बिहार टीम मुंबई खेलने के लिए गई थी। इस टीम में दोनों भाई सिलेक्ट हुए थे। बड़े भाई ओपनर थे इसलिए प्रदर्शन कर पाए। जबकि छोटे भाई को मौका ही नहीं मिला। छोटे भाई को थोड़ी निराशा हुई, लेकिन उस निराशा को बड़े भाई ने बाद में क्रिकेट से त्याग देकर दूर कर दिया। तब ईशान की उम्र 9 साल थी। राज किशन अच्छे खिलाड़ी थे। राज किशन कहते हैं कि 'हम दोनों भाई क्रिकेट खेलते थे, लेकिन छोटे भाई का क्रिकेट के प्रति पूरा डिवोशन था। बेहतर करने की क्षमता थी।' बिहार में क्रिकेट की संभावना कम दिखी तो झारखंड गए बिहार में क्रिकेट की संभावना कम दिखी तो ईशान झारखंड की ओर कूच कर गए। 4-5 सालों में किशन ने झारखंड टीम में अहम भूमिका निभाई। 2016-17 में रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली की अच्छी गेंदबाजी के खिलाफ 273 रन बनाए। ईशान ने 14 सिक्सर जड़े, जो किसी रणजी ट्रॉफी की पारी में किसी बल्लेबाज के सबसे ज्यादा सिक्सर हैं। 2017-18 में किशन 6 मैचों में 484 रन के साथ झारखंड के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। 2018-19 देवघर ट्रॉफी के लिए इंडिया सी टीम में शामिल किया गया और फाइनल में एक महत्वपूर्ण शतक बनाया, जिसने भारत सी को अपना पहला खिताब जीतने में मदद की। सौराष्ट्र के खिलाफ मैच में मिला टर्निंग पॉइंट ईशान के करियर का टर्निंग पॉइंट सौराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में आया। यह राजकोट के माधवराव सिंधिया क्रिकेट ग्राउंड में खेला जा रहा था। ग्राउंड्समैन ने एक पिच बनाई थी, जिसमें पहले ही ओवर से धूल आ रही थी। यह टर्निंग पॉइंट था। झारखंड पहले बल्लेबाजी कर रहा था। झारखंड 168 रन पर ढेर हो गया। लेकिन, ईशान ने महज 69 गेंदों में 87 रनों की तूफानी पारी खेली। किशन को आउट करने के बाद, रवींद्र जडेजा ने उनसे अपनी पीठ थपथपवाई। राहुल द्रविड़ ने उनकी खूब सराहना की। यही, बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप 2016 के लिए किशन को भारत का कप्तान बनाने के कारणों में से एक था। डिफिनिट के नाम से बुलाते हैं दोस्त ईशान के दोस्त उसे डिफिनिट का नाम से बुलाते हैं। यह उपनाम फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में जिशान कादरी द्वारा निभाए गए डिफिनिट खान के किरदार से आया था। डिफिनिट खान के किरदार से ईशान का चरित्र मिलता है इसलिए लोग उन्हें इसी नाम से पुकारते हैं। ईशान एडम गिलक्रिस्ट, राहुल द्रविड़ और धोनी के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। क्रिकेट के अलावा, ईशान को टेबल टेनिस और बिलियर्ड्स खेलना काफी पसंद है। IPL में शतक लगाकर वैभव ने बनाया था रिकॉर्ड बिहार के वैभव सूर्यवंशी IPL इतिहास के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। पिछले साल राजस्थान रॉयल्स ने वैभव को 1.10 करोड़ रुपए में खरीद था। वे शानदार प्रदर्शन करते हुए IPL में फिफ्टी और सेंचुरी लगाने वाले सबसे युवा प्लेयर बने थे। वैभव ने 35 गेंद पर शतक लगाया था। यह IPL में किसी भारतीय खिलाड़ी का सबसे कम गेंदों पर शतक है। उनके इस प्रदर्शन के कारण RR ने उन्हें इस साल रिटेन किया है। पाकिस्तान के बल्लेबाज बाबर आजम का रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं वैभव वैभव बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वैभव का चयन जूनियर इंडियन क्रिकेट टीम में हुआ था। वे इस साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 सीरीज में टीम का हिस्सा थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने महज 58 गेंदों में ही शतक जड़ दिया था। इस पारी में उन्होंने 14 चौके और 4 छक्के लगाए थे। इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान के ओपनर बल्लेबाज बाबर आजम और बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। शांतो ने 14 साल 241 दिन की उम्र में सिलहट में श्रीलंका अंडर-19 के खिलाफ यूथ वनडे क्रिकेट में सेंचुरी जड़ी थी। वहीं, पाकिस्तान के बाबर आजम ने 15 साल 48 दिन में दांबुला में शतक जड़ा था। सचिन से भी कम उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी हाल ही में वैभव ने पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्राफी में डेब्यू किया था। तब उनकी उम्र सिर्फ 12 साल 9 महीने 14 दिन की थी। वैभव सबसे कम उम्र में रणजी में डेब्यू करने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे कम उम्र में अलीमुद्दीन ने (12 साल, 2 महीने 18 दिन) डेब्यू किया था। सचिन तेंदुलकर ने 15 साल और 7 महीने 22 दिन की उम्र में डेब्यू किया था। 5 साल की उम्र से शुरू किया क्रिकेट खेलना वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बताया कि ‘उसका जन्म 27 मार्च 2011 को हुआ था। उसने 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। घर पर ही 2 साल तक क्रिकेट खेलता रहा। 7 साल की उम्र में मैं उसे समस्तीपुर के क्रिकेट एकेडमी में ले गया। वैभव ने यहां 3 साल तक खेला। फिर हम उसे पटना के संपतचक स्थित जेन एक्स क्रिकेट एकेडमी में लेकर आ गए। 10 साल की उम्र में ही वैभव ने बड़े-बड़े मैच खेले और सीनियर मैच में भी रन बनाने शुरू कर दिए।’ गर्मी की चिलचिलाती धूप में रोज करता था प्रैक्टिस वैभव समस्तीपुर के पटेल मैदान में प्रैक्टिस करता था। उसके कोच ब्रजेश ने बताया कि ‘वैभव काफी मेहनत करता था। उसका एकेडमी में 5 से 6 घंटे स्पेशल टाइम रहता था। इस दौरान सीनियर भी उसके साथ प्रैक्टिस करते थे। गर्मी के महीने में भी सुबह 10 बजे से शाम 3:30 बजे तक वह अपने सेशन में प्रैक्टिस करता था, जिसका रिजल्ट आज हमें देखने को मिल रहा है। वह जल्दी रेस्ट करते नहीं दिखेगा। हमेशा वह अपने आप को प्रैक्टिस में रखता है।’ एक यूथ वनडे मैच में 14 छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 एशिया कप में एक यूथ वनडे मैच में सबसे ज्यादा सिक्स लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने 14 छक्के लगाए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल का 12 सिक्स वाला रिकॉर्ड तोड़ दिया। माइकल ने 2008 में नामीबिया के खिलाफ रिकॉर्ड बनाया था। UAE के खिलाफ उन्होंने वर्ल्ड रिकार्ड बनाया था। यूथ वनडे में छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल है वैभव सूर्यवंशी ने अंडर-19 क्रिकेट में कई रिकॉर्ड तोड़े हैं, जिनमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यूथ टेस्ट में 78 गेंदों पर शतक और यूथ वनडे में छक्कों का वर्ल्ड रिकॉर्ड शामिल हैं। वह ब्रेंडन मैक्कुलम के बाद 100 से कम गेंदों पर 2 यूथ टेस्ट शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी भी बने। इसके अलावा वैभव ने अंडर-19 वनडे में इंग्लैंड के खिलाफ 52 गेंद पर शतक लगाया था। यह यूथ वनडे में सबसे कम गेंदों पर सेंचुरी का रिकॉर्ड है। उन्होंने 10 छक्के लगाकर महज 78 गेंद पर 143 रन की पारी खेली थी। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे कम उम्र के शतक लगाने वाले खिलाड़ी वैभव हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी वैभव बने थे। उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन में 7 चौके 7 छक्का लगाकर 61 गेंदों पर नाबाद 108 रनों की पारी खेली। उन्होंने छक्का लगाकर 58 गेंद में अपने शतक को पूरा किया था। वैभव राइजिंग स्टार्स एशिया कप भी खेल चुके हैं। UAE के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 32 गेंदों में शतक जड़ा था। इस पारी में उनके 15 छक्के और 11 चौके शामिल थे। गोपालगंज के मुकेश को दिल्ली कैपिटल्स ने किया रिटेन मुकेश गोपालगंज के सदर प्रखंड के काकड़कुंड गांव के रहने वाले मुकेश को पिछले साल दिल्ली कैपिटल्स ने 8 करोड़ में खरीदकर इस ऑक्शन में रिटेन किया है। वे एक साधारण परिवार के ताल्लुक रखते हैं। पिता स्व. काशीनाथ सिंह कोलकाता में टैक्सी चलाते थे और माता गृहणी। मुकेश कुमार गांव में मोहल्ला के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते-खेलते आज इस मुकाम पर पहुंच गए हैं। मुकेश कुमार पहली बार गोपालगंज में अपनी गेंदबाजी का दम दिखाकर चर्चा में आए। उस प्रतियोगिता में सात मैच में एक हैट्रिक सहित 34 विकेट लिए। जिसके बाद गोपालगंज क्रिकेट टीम के सीनियर खिलाड़ी और हेमन ट्रॉफी के जिला क्रिकेट टीम के कप्तान अमित सिंह की उन पर नजर पड़ी और वे जिला टीम में आ गए। साल 2022 में इंडिया ए-टीम का बने थे हिस्सा मुकेश कुमार जिला क्रिकेट एसोसिएशन से खेलने के बाद बंगाल में अंडर-19 और बाद में बंगाल के लिए रणजी ट्राफी भी खेला है। इसके बाद उनका चयन इंडिया ए-टीम में साल 2022 में हुआ। इंडिया-ए और न्यूजीलैंड के बीच हुए मैच में उन्होंने 13 ओवर में पांच विकेट लिए और सिर्फ 36 रन दिए। उनके इस बेहतर प्रदर्शन के बाद वे भारतीय टीम का हिस्सा बने। मुकेश भारतीय टीम में तेज गेंदबाज के रूप में पहचान बनाते जा रहे है।
बिहार के CM नीतीश कुमार के मुस्लिम महिला के चेहरे से हिजाब हटाने पर पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी भड़क गया है। उसने वीडियो जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे वर्ना बाद में ये मत कहना की चेतावनी नहीं दी गई थी। शहजाद भट्टी हाल ही में कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को धमकी देकर सुर्खियों में आया था। भट्टी से जान का खतरा बताते हुए लॉरेंस के तिहाड़ जेल में बंद भाई अनमोल बिश्नोई ने भी दिल्ली कोर्ट से बुलेटप्रूफ जैकेट और गाड़ी की डिमांड की थी। बता दें कि 15 दिसंबर को बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान एक महिला हिजाब पहनकर आई तो नीतीश कुमार ने पूछा कि यह क्या है और उसे अपने हाथ से हटा दिया। पाकिस्तानी डॉन ने वीडियो कहा- सभी लोगों ने देखा होगा कि बिहार में क्या हुआ। एक बड़े पद पर बैठा व्यक्ति एक मुस्लिम महिला के साथ ऐसा व्यवहार करता है। फिर बाद में मुझ पर आरोप लगाए जाते हैं कि शहजाद भट्टी ने यह कर दिया, वह कर दिया। उस व्यक्ति के पास अभी भी समय है कि वह उस बच्ची और उस महिला से माफी मांगे। अगर आज माफी नहीं मांगी गई, तो जिम्मेदार संस्थानों को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। बाद में यह मत कहना कि चेतावनी नहीं दी गई थी।” अब जानिए आखिर पूरा मामला क्या है दरअसल, सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। इस दौरान डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने के प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते हुए नजर आए। हिजाब हटाने से महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से चली गई। 3 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम कौन है शहजाद भट्टी, जिसने बिहार CM को धमकाया पहलगाम हमले के बाद लॉरेंस से दुश्मनी हुईभट्टी पहले लॉरेंस के साथ मिलकर काम करता था। उसने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए भी हथियार उपलब्ध कराए थे। उसकी लॉरेंस से दोस्ती का पता तब चला, जब ईद पर उसकी लॉरेंस के साथ बधाई लेते वीडियो वायरल हुई थी। हालांकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद लॉरेंस ने आतंकी हाफिज सईद को धमकी दे दी। जिसके बाद भट्टी भड़क गया और लॉरेंस को धमकाने लगा। यह दोस्ती और तब बिगड़ी, जब भट्टी ने लॉरेंस के गुर्गों को सीधे हैंडल करना शुरू कर दिया। उनसे पंजाब के थानों में ग्रेनेड के अटैक कराने शुरू कर दिए। अब दोनों एक-दूसरे को धमकी देते रहते हैं। कौन है शहजाद भट्टी?:शहजाद भट्टी खुद को “पाकिस्तान का सिपाही” बताता है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। जांच में सामने आया है कि 2022–23 के दौरान शहजाद ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भारत मे अवैध हथियार,हैंड ग्रेनेड,ड्रग्स की तस्करी में सक्रिय था। फिलहाल उसके दुबई में छिपे होने की जानकारी सामने आती रही है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग से कनेक्शन:शहजाद भट्टी कभी भारत के कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता था। दोनों के बीच मजबूत आपराधिक गठजोड़ था।शहजाद ने लॉरेंस गैंग के लिए नेटवर्क, फंडिंग और हथियार सप्लाई में अहम भूमिका निभाई। लेकिन पहलगाम हमले के बाद जब लॉरेंस बिश्नोई ने आतंकी हाफिज सईद को धमकी दी, तभी से शहजाद और लॉरेंस के रिश्ते बिगड़ गए। इसके बाद शहजाद ने लॉरेंस गैंग से दूरी बना ली और दोनों खुले दुश्मन बन गए।सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में भूमिका का आरोप:2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद शहजाद भट्टी का नाम जांच में सामने आया। आरोप है कि मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियारों की सप्लाई शहजाद के नेटवर्क के जरिए हुई थी। हालांकि इस मामले में एजेंसियां अभी भी जांच कर रही हैं, लेकिन शहजाद का नाम लगातार इस केस से जोड़ा जाता रहा है।युवाओं को कैसे बना रहा है मोहरा?: 30 नवंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शहजाद भट्टी से जुड़े तीन युवकों को गिरफ्तार किया।इनकी उम्र 19 से 23 साल के बीच थी। जांच में सामने आया कितीनों गरीब और कम पढ़े-लिखे थे सोशल मीडिया, खासकर इंस्टाग्राम के जरिए शहजाद के संपर्क में आए पैसों का लालच देकर उन्हें इस्तेमाल किया गया| एजेंसियों के मुताबिक, शहजाद ऐसे युवाओं को “डिस्पोज़ेबल फुट सोल्जर” की तरह इस्तेमाल करता है।ISI के इशारे पर स्लीपर सेल एक्टिव करने की आशंका: खुफिया इनपुट के मुताबिक, शहजाद भट्टी अब ISI के इशारे पर भारत में निष्क्रिय पड़े स्लीपर सेल को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है। इसी एंगल से NIA और इंटेलिजेंस ब्यूरो उसकी गतिविधियों की गहन जांच कर रही हैं।नीतीश कुमार से माफी मंगवाने का असली मकसद? नीतीश कुमार से माफी की मांग कर शहजाद भट्टी खुद को मुस्लिम समुदाय का हितैषी दिखाना चाहता है सोशल मीडिया पर समर्थन और पकड़ बढ़ाना चाहता है भारत में चल रही एजेंसियों की जांच से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है यानी एक संवेदनशील सामाजिक मुद्दे को अपराध और आतंक के एजेंडे से जोड़ा जा रहा है। नीतीश कुमार का नकाब विवाद एक राजनीतिक मामला था, लेकिन शहजाद भट्टी के बयान के बाद यह राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क से जुड़ गया है
डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग दूध और मछली उत्पादन बढ़ाने का जिम्मा महिलाओं को देने जा रहा है। इसके लिए गेट्स फाउंडेशन महिलाओं को प्रबंधन कौशल में दक्ष बनाएगा। मंगलवार को फाउंडेशन की मदद से बिहार एक्वा कल्चर इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम और बिहार डेयरी ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट शुरू किया गया। इन योजनाओं का लक्ष्य आधुनिक तकनीक के जरिए उत्पादन बढ़ाना, किसानों और मछुआरों की आय में वृद्धि करना तथा जलवायु संवेदनशील और समावेशी विकास को बढ़ावा देना है। पुराना सचिवालय में हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता पशु संसाधन मंत्री सुरेंद्र मेहता ने की। इस योजना के तहत उन्नत प्रजातियों, आधुनिक हैचरियों, बेहतर तालाब प्रबंधन और डिजिटल एक्वाकल्चर प्लेटफॉर्म से मत्स्य उत्पादन में 25 प्रतिशत वृद्धि और तालाब उत्पादकता में 20 प्रतिशत सुधार का लक्ष्य तय किया गया है। कार्यक्रम में महिलाओं की कम से कम 60 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करते हुए महिला नेतृत्व वाले मत्स्य उद्यमों को बढ़ावा दिया जाएगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी इन दोनों योजनाओं से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी आय के अवसर सृजित होंगे, पोषण सुरक्षा मजबूत होगी और राज्य की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा। यह पहल बिहार को देश के अग्रणी कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र वाले राज्यों की कतार में खड़ा करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। भास्कर एक्सपर्ट पशुपालन विशेषज्ञ डॉ. बिनोद कुमार मुक्ता ने कहा कि मवेशी पालन में चारा देने, गोबर उठाने से लेकर सेवा करने के काम में महिलाओं की भूमिका अधिक रहती है। इसके साथ मत्स्यपालन का 80 प्रतिशत काम महिलाएं ही करती हैं। अब उन्हें प्रशिक्षित कर उद्यमी बनाया जाएगा। इससे महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्तीकरण बढ़ेगा। ....गुणवत्ता पर फोकस बिहार डेयरी ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट में चारा सुरक्षा, पशु प्रजनन, स्वच्छ दूध उत्पादन और मूल्य वर्धित डेयरी उत्पादों के विकास पर जोर दिया जाएगा। सौर ऊर्जा आधारित हाइड्रोपोनिक चारा प्रणाली, साइलेंज मॉडल और डिजिटल कृत्रिम गर्भाधान उपकरण जैसी आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया जाएगा। इस परियोजना में भारतीय उद्योग परिसंघ तकनीकी सहयोग देगा।
सहरसा में इंडियन डेंटल एसोसिएशन (आईडीए) बिहार शाखा की 14वीं वार्षिक आम सभा (एजीएम) संपन्न हुई। इस अवसर पर सहरसा के डॉ. पी. भास्कर को सर्वसम्मति से संगठन का उपाध्यक्ष चुना गया। दरभंगा के डॉ. मेजर पुलिन बी. वर्मा अध्यक्ष और समस्तीपुर के डॉ. उदय शंकर झा प्रेसिडेंट-इलेक्ट 2027 निर्वाचित हुए। डॉ. पी. भास्कर ने मंगलवार रात मीडिया को यह जानकारी दी। एजीएम में निशित कुमार उज्ज्वल, आईजी (सशस्त्र सीमा बल) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में दंत चिकित्सकों की सामाजिक भूमिका की सराहना की और दंत स्वास्थ्य जागरूकता को महत्वपूर्ण बताया। बिहार के विभिन्न जिलों से आए दंत चिकित्सकों ने इस बैठक में भाग लिया। दंत चिकित्सा से जुड़े समसामयिक विषयों पर चर्चा बैठक के दौरान संगठन की वार्षिक गतिविधियों की समीक्षा की गई। भविष्य की योजनाओं और दंत चिकित्सा से जुड़े समसामयिक विषयों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इसके बाद पदाधिकारियों का निर्वाचन शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से संपन्न हुआ। डॉ. पी. भास्कर दंत चिकित्सा के क्षेत्र में अपने अनुभव, संगठनात्मक क्षमता और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। उनके निर्वाचन पर आईडीए बिहार के सदस्यों ने खुशी व्यक्त की और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में संगठन नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा। संगठन को मजबूत करने पर जोर नव-निर्वाचित उपाध्यक्ष डॉ. पी. भास्कर ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे दंत चिकित्सकों के हितों की रक्षा, संगठन को सशक्त बनाने और आम जनता में दंत स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य करेंगे। उन्होंने नवनिर्वाचित आईडीए बिहार अध्यक्ष डॉ. मेजर पुलिन बी. वर्मा, बिहार सचिव डॉ. कुमार मानवेंद्र, कोषाध्यक्ष डॉ. अनुराग राय और राज्य के सभी जिलों के अध्यक्ष एवं सचिवों के प्रति भी आभार जताया। कार्यक्रम में ये लोग उपस्थित रहे डॉ. भास्कर ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग देने वाले डॉ. अरविंद खत्री, डॉ. अफगान, डॉ. एस.के. अनुज, डॉ. एस. अविनाश, डॉ. पवन कुमार, डॉ. जूही, डॉ. बबीता, डॉ. सुमन झा, डॉ. अभिषेक, डॉ. एम.के. रंजन सहित कोसी ब्रांच के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया।
खगड़िया में परबत्ता प्रखंड के बबराहा गांव निवासी नवजीवन कुमार का चयन बिहार पुलिस अवर निरीक्षक (दरोगा) के पद पर हुआ है। उनके पिता का नाम सुभाष कुमार सुमन और माता का नाम कविता कुमारी है। नवजीवन की इस उपलब्धि से उनके परिवार के साथ-साथ पूरे खगड़िया जिले का नाम रोशन हुआ है। चयन की सूचना मिलते ही गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है और उन्हें बधाइयां दी जा रही हैं। नवजीवन कुमार ने अपनी माध्यमिक शिक्षा मध्य विद्यालय डुमरिया बुजुर्ग से पूरी की। इसके बाद उन्होंने बिहार केशरी उच्च विद्यालय और मोती हजारी उच्च विद्यालय से अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की। एक साधारण ग्रामीण परिवार से आने के बावजूद, उन्होंने सीमित संसाधनों में भी कड़ी मेहनत जारी रखी। छात्र जीवन से ही नवजीवन कुमार ने पढ़ाई के साथ-साथ शारीरिक दक्षता पर भी विशेष ध्यान दिया। उनका लक्ष्य पुलिस सेवा में जाना था, जिसके लिए उन्होंने लगातार तैयारी की। इस दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने धैर्य और आत्मविश्वास के साथ सभी बाधाओं को पार किया। अंततः उनकी कड़ी मेहनत सफल हुई और उनका चयन बिहार दरोगा के पद पर हो गया। नवजीवन कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। उन्होंने कहा कि माता-पिता के त्याग, मार्गदर्शन और निरंतर प्रोत्साहन के बिना यह उपलब्धि संभव नहीं थी। उन्होंने अपने शिक्षकों और शुभचिंतकों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें सही दिशा प्रदान की। नवजीवन कुमार की सफलता से बबराहा गांव में उत्सव जैसा माहौल है। ग्रामीणों, रिश्तेदारों और मित्रों ने उनके घर पहुंचकर मिठाइयां बांटी और उज्ज्वल भविष्य की कामना की। स्थानीय लोगों का कहना है कि नवजीवन कुमार आज गांव के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं।
बीपीएससी ने 70वीं संयुक्त मुख्य (लिखित) प्रतियोगिता परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। 5,401 कैंडिडेट्स सफल हुए हैं। उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। 25 अप्रैल 2025 से 30 अप्रैल 2025 तक पटना के 32 परीक्षा केंद्रों पर 70वीं संयुक्त मुख्य (लिखित) प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में कुल 20,034 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें 5,401 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार (इंटरव्यू) के लिए सफल घोषित किया गया है। आयोग ने कहा कि तय प्रक्रिया के अनुसार, रिजल्ट जारी कर दिया गया है। अभ्यर्थी कुछ घंटों बाद आयोग की आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bihar.gov.in पर अपना परिणाम देख सकते हैं। 24 जनवरी को जारी हुआ था PT का रिजल्ट बीपीएससी 70वीं PT परीक्षा का रिजल्ट 24 जनवरी को जारी किया गया था। 21,581 अभ्यर्थी पास हुए थे। प्री परीक्षा में सामान्य वर्ग के 9017, अनुसूचित जाति के 3295, अनुसूचित जन जाति के 211, पिछड़ा वर्ग के 2793, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 3515, पिछड़ा महिला 601, दिव्यांग 561, ईडब्लूएस 2149 और स्वतंत्रता सेनानी कोटा के 280 अभ्यर्थी सफल हुए थे। 2035 पदों पर भर्ती होनी है बीपीएससी 70वीं में 2035 पदों पर भर्ती होनी है। एक पद पर औसतन 10 छात्रों को सफल घोषित किया गया है। प्री परीक्षा में 4.83 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 13 दिसंबर को 912 केंद्रों पर 3,28,990 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। बापू परीक्षा परिसर में हंगामा की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई। 12 हजार अभ्यर्थियों की 4 जनवरी को 22 केंद्रों पर परीक्षा ली गई। इसमें 5900 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
पप्पू यादव ने बिहार में हाईकोर्ट की एक और बेंच खोलने की मांग की है। लोकसभा में संबोधन के दौरान उन्होंने इंडिगो संकट, बिहार में बुलडोजर ऐक्शन, जमाबंदी में रिश्वतखोरी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को लोकसभा में रिफीलिंग एंड अमेंडमेंट बिल पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने बिहार में दूसरा हाईकोर्ट खोलने की मांग कर दी। सांसद ने कहा, 'बिहार में दूसरा हाईकोर्ट बनाइए बहुत केस पेंडिंग चल रहे हैं।' इसके अलावा पप्पू यादव ने इंडिगो संकट से लेकर बिहार में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे बुलडोजर ऐक्शन तक कई मुद्दों को संसद में उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूंजीपति मनमानी कर रहे हैं। उन पर लगाम लगाने के लिए कोई कानून नहीं है। उन्होंने कहा, 'नौकरशाह भी हावी हो रहे हैं, वे देश को गुलाम बना देंगे। अस्पताल में डॉक्टर मरे हुए लोगों को भी ICU पर भर्ती कर पैसा वसूलते हैं। उनकी जवाबदेही तय करने के लिए कानून होना चाहिए।' इंडिगो से देश में त्रासदी आई पप्पू यादव ने अपने संबोधन में कहा कि इंडिगो एयरलाइंस से इतनी बड़ी त्रासदी देशभर में आई और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या इंडिगो के मालिक पर जुर्माना लगाने या कार्रवाई के लिए कानून बना है। उन्होंने दावा किया कि पूंजीपति पैसा लेकर विदेश भाग जाते हैं। जो पूंजीपति यहां रह रहे हैं, वो देश के आम लोगों के खिलाफ खिलवाड़ करते हैं उसपर जुर्माने का कोई कानून नहीं। सांसद ने कहा, 'जर्मनी जैसे अन्य देशों में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र निजी हाथों में नहीं हैं। वहां ये सब सरकार के द्वारा प्रायोजित है, लेकिन भारत में इनका निजीकरण हो रहा है। यूपी में सरकारी स्कूल बंद हो रहे हैं। शिक्षकों की भर्ती सही से नहीं हो रही है। इसे लेकर एक रेगुलेटरी बॉडी बनानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कानून में संशोधन करके सरकार द्वारा पूंजीपतियों को फायदा दिलाया जा रहा है।' पूर्णिया में हाई कोर्ट बेंच खोलने की मांग उन्होंने आरोप लगाया कि गरीब आदमी जेल में रहते हैं, लेकिन पैसे वाले बाहर रहते हैं, उनके लिए कोई कानून नहीं है। अदालत में जज पार्टी बनकर बात करते हैं। उनके लिए भी कानून होना चाहिए। बिहार में एक ही हाईकोर्ट है, क्या पूर्णिया में हाईकोर्ट की बेंच खोलनी चाहिए। सीओ जमाबंदी का 5 लाख लेता है सांसद ने आरोप लगाया कि बिहार में जमीन की जमाबंदी के लिए अधिकारी और कर्मचारी पैसा लेते हैं। वे गरीब और मिडिल क्लास के लोग अपनी जमीन का म्यूटेशन हीं करा पाते हैं। एक CO पांच लाख रुपए लेता है। उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ जारी कार्रवाई को गलत बताते हुए कहा, 'बिहार में लगातार बुलडोजर चल रहा है। सरकार ने गरीबों को जमीन और शहरों में व्यापारियों को दुकान तो दी नहीं। उसके बावजूद बाजार के सौंदर्यीकरण के नाम पर उन्हें हटाया जा रहा है। सरकारी जमीन पर माफिया कब्जा कर रहे हैं, लेकिन आम आदमी को वहां से हटाया जा रहा है।'
अगर बिहार नहीं जीतते तो क्या दूसरे राज्यों में एसआईआर होता?
एसआईआर ( मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण) से अगर बिहार में सफलता नहीं मिलती तो क्या उसे दूसरे राज्यों में लागू किया जाता
ललित सुरजन की कलम से - बिहार चुनाव : कुछ अन्य बातें
'बिहार में महागठबंधन की अभूतपूर्व जीत के बारे में टीकाकारों के अपने-अपने विश्लेषण हैं
Fact check: क्या कन्हैया कुमार ने दिल्ली और बिहार में 'डबल वोटिंग' की? नहीं
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर कन्हैया कुमार के दिल्ली में एक मतदान केंद्र विजिट करने की है. वह 2024 में उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे जबकि उन्होंने अपना मतदान अपने होम टाउन बेगूसराय में ही किया था.
आसान नहीं बिहार का मैदान भाजपा के लिए
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार खत्म हो गया है और गुरुवार, 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा
क्या बिहार से लेफ्ट एकता की राह पकड़ेगा?
बिहार के विधानसभा चुनाव के बहुत सारे पहलू हैं। और इनमें से ज्यादातर पर लिखा जा रहा है
2015 की तरह इस बार भी बिहार में आरक्षण सबसे बड़ा मुद्दा
बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है। वहां यह मुद्दा सबसे बड़ा बनने जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी शुरुआत हो गई है
राहुल की यात्रा का पहला दौर कामयाब : मगर असली लक्ष्य है बिहार जीतना
राहुल की बिहार यात्रा का पहला दौर खतम हो गया। दूसरा दौर जब भी शुरू हो मगर उससे पहले ही वोट चोरी पूरे देश में मुद्दा बन गई
राहुल गांधी ने बिहार मतदाता सूची से बच्चों के नाम कटने का दावा नहीं किया
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों के नाम काटे जाने से संबंधित कोई दावा नहीं किया था.
पीएम उषा अभियान के तहत बिहार को 600 करोड़ रुपए देगी मोदी सरकार, नीतीश कैबिनेट ने खोला बंद रास्ता
बिहार में पीएम उषा अभियान को लागू करने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अगले दो साल में 600 करोड़ रुपए मिलने का रास्ता खुल गया है।
बिहार के प्रिंस कुमार सिंह ने यूपीएससी आईएफएस परीक्षा में 15वीं रैंक प्राप्त की है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई बड़े एग्जाम को पास किया हुआ है। जानिए जानते प्रिंस कुमार की कहानी जिन्होंने अपने आर्थिक
बॉलीवुड के मशहूर स्टार कपल सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल 7 वर्ष की डेटिंग के बाद अब पति-पत्नी बन चुके हैं। दोनों की शादी इस वक़्त टॉक ऑफ द टाउन है। सोनाक्षी और जहीर अलग धर्म से हैं। ऐसे में ना उन्होंने निकाह किया तथा ना ही फेरे लिए, बल्कि सादगी से रजिस्टर मैरिज की एवं फिर रिसेप्शन पार्टी रखी। अलग धर्म में शादी करने पर सोनाक्षी एवं जहीर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग के कारण दोनों को अपने वेडिंग पोस्ट का कमेंट सेक्शन तक बंद करना पड़ा। मगर बात तब हद से ज्यादा तब बढ़ गई, जब इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी एवं जहीर के खिलाफ बिहार के गांव में प्रोटेस्ट मार्च निकाले गए। रिपोर्ट के अनुसार, सोनाक्षी के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन 'हिंदू शिव भवानी सेना' नाम की एक संगठन द्वारा आयोजित किया गया था। जहीर संग शादी पर बेटी सोनाक्षी की हो रही ट्रोलिंग पर अब शत्रुघ्न सिन्हा ने चुप्पी तोड़ी है तथा हेटर्स को जवाब दिया है। अपने एक इंटरव्यू के चलते शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- आनंद बक्शी साहब ने इस तरह के प्रोफेशनल प्रोटेस्टर्स के बारे में लिखा है- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। इसमें आगे जोड़ना चाहूंगा कि कहने वाले अगर बेकार, बेकाम-काज के हों तो बोलना ही उनका काम बन जाता है। मेरी बेटी ने कुछ भी ऐसा नहीं किया जो गैरकानूनी एवं संविधान के खिलाफ है। सोनाक्षी-जहीर की शादी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा- शादी दो लोगों के बीच का एक बहुत ही व्यक्तिगत फैसला है। इसमें किसी को भी बीच में दखल देने या कमेंट करने का हक नहीं होता। विरोध प्रदर्शन करने वालों को मैं यही बोलना चाहता हूं- अपनी जिंदगी पर ध्यान दो। जिंदगी में कुछ अच्छा करो। इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने खुशी-खुशी अपनी इकलौती बेटी की शादी की है। उन्होंने दामाद जहीर को भी अपना आशीर्वाद दिया है। रिलीज हुआ श्रद्धा कपूर-राजकुमार राव की स्त्री 2 का टीजर, इस अवतार में नजर आए स्टार्स किशोर कुमार के गानों पर बैन, मनोज कुमार-देव आनंद की फिल्मों पर रोक..! बॉलीवुड पर भी पड़ा था 'इमरजेंसी' का बुरा असर सामने आई कंगना रनौत की इमरजेंसी की रिलीज डेट, जानिए किस दिन आ रही है इंदिरा गांधी की बायोपिक?
फिल्म रैप में जानिए कि रविवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. 9 जून 2024 का दिन एतिहासिक रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ली. इस दौरान शाहरुख खान से लेकर अक्षय कुमार भी मौजूद रहे.
परेशान होकर छोड़ी इंडस्ट्री, सालों बाद किया कमबैक, बिहार की लड़की कैसे बनी हीरोइन?
टेलीविजन के पॉपुलर शो उडारियां 15 साल का लीप लेने जा रहा है. लीप के बाद शो एक नई कहानी और स्टारकास्ट के साथ दर्शकों को एंटरटेन करने आ रहा है. लीप से पहले उडारियां में आशमा का रोल निभाने वाली अदिति भगत ने आजतक संग बातचीत की और शो को लेकर कई सारी बातें शेयर कीं.
बिहार सीईटी बीएड : पांच साल में सबसे ज्यादा आवेदन आए, इस तारीख से आएंगे एडमिट कार्ड
Bihar CET B.Ed:महिलाओं के लिए अलग एवं पुरुषों के लिए अलग परीक्षा केंद्र होंगे। अभ्यर्थी 17 जून से अपना एडमिट कार्ड वेबसाइटwww. biharcetbed- lnmu. inपर लॉगइन कर डाउनलोड कर सकेंगे।
बीएसईबी बिहार बोर्ड से संबद्ध और एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड संस्थानों की सूची जारी
Bihar D.El.Ed: बिहार बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2024 की आंसर की जारी करने के एक दिन बाद अब राज्य में मौजूद सरकारी व निजी डीएलएड प्रशिक्षण संस्थानों की सूची भी जारी कर दी है। डीएलएड में दाखिला लेने
Bihar DElEd Answer Key 2024: आंसर की जारी, ऐसे दर्ज करें ऑब्जेक्शन, देखें डायरेक्ट लिंक
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (DElEd) परीक्षा 2024 की आंसर की जारी की। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट- biharboardonline.b
CSBC Bihar Police Constable Exam: क्या जारी हो चुकी हैं रिवाइज्ड तारीखें, पढ़ें अपडेट
CSBC Bihar Police Constable exam dates: बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की नई तारीखों का इंतजार है। परीक्षाएं 1, 7 और 15 अक्टूबर को निर्धारित की गई थीं, जिन्हें रद्द व स्थगित कर दिया गया था। आइए
बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा शर्मा की हाल ही में बिहार में एक रोड शो में भागीदारी ने इंटरनेट पर तूफान ला दिया है। क्रुक और तुम बिन 2 जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए मशहूर सुश्री शर्मा को अपने पिता अजीत शर्मा का समर्थन करते देखा गया, जो कांग्रेस के टिकट पर भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यह रोड शो उन अफवाहों के बीच हुआ कि अभिनेता राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं। हालाँकि, अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह सिर्फ अपने पिता के लिए प्रचार कर रही थीं। नेहा शर्मा ने इंस्टाग्राम पर बांका, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया सहित बिहार के विभिन्न जिलों की अपनी यात्रा दिखाते हुए एक वीडियो साझा किया। वह पारंपरिक सलवार कमीज पहने हुए थीं और जनता का अभिवादन करती और उन्हें वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करती नजर आईं। इसे भी पढ़ें: AR Rahman ने नए एल्बम के रिलीज पर Taylor Swift को बधाई दी, नेटिजन ने कहा 'महान कला, महान कला को पहचानती है' View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial) इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया रोड शो के दौरान पीरपैंती और कहलगांव में भारी भीड़ ने अभिनेता का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा “वे कहते हैं कि जब कोई आपको अपने दिल में जगह देता है, तो आप हमेशा के लिए वहीं रहते हैं। आपने मुझे जो प्यार और समर्थन दिया है, उससे मेरा दिल भर गया है। पीरपैंती और कहलगांव में गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद। आपका प्यार सारी आँखों पर। सदा आभारी। ऑनलाइन प्रसारित हो रहे एक अन्य वीडियो में अभिनेत्री को भागलपुर में अपने पिता के चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए दिखाया गया है। भागलपुर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होना है। इस सीट पर कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले अजीत शर्मा का मुकाबला जेडीयू के अजय कुमार मंडल से है। पहले ऐसी अफवाह थी कि सुश्री शर्मा राजनीति में प्रवेश कर सकती हैं। हालाँकि, कई रिपोर्टों ने स्पष्ट किया है कि वह अभी चुनावी शुरुआत नहीं कर रही हैं। रिपोर्टों के अनुसार, उनके पिता अजीत शर्मा ने उन्हें राजनीति में शामिल होने का अवसर दिया, शर्मा वर्तमान में अपने अभिनय करियर पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। Bihar, Bhagalpur: Bollywood actress Neha Sharma campaigns for Congress leader and father Ajeet Sharma in the Lok Sabha elections, participates in a roadshow. pic.twitter.com/yEhb4XoQQL — IANS (@ians_india) April 23, 2024 View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial) View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial)
सलमान के घर फायरिंग से पहले शूटर्स ने बिहार में की हथियारों की प्रैक्टिस, फार्म हाउस की हुई थी रेकी
14 अप्रैल को, सुबह 4.50 बजे सलमान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर, अज्ञात हमलावरों ने पांच राउंड फायरिंग की थी. पुलिस ने सलमान के घर पर फायरिंग करने के मामले में विक्की गुप्ता (24 साल) और सागर पाल (21 साल) नाम के दो लड़कों को गिरफ्तार किया था. अब इससे जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है.
Manisha और Elvish के बीच लगी दुश्मनी की आग हुई और तेज, बिहार की बेटी नेसरेआम बना दिया'राव साहब' का मजाक ?
Bihar Board: जानें-10वीं की मार्कशीट में लिखी U/R,B और C जैसी शॉर्ट फॉर्म का क्या मतलब है?
बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं का रिजल्ट 31 मार्च को जारी कर दिया गया था। छात्र अपनी ओरिजनल मार्कशीट स्कूल से ले सकते हैं। आइए जानते हैं मार्कशीट में लिखी शॉर्ट फॉर्म की फुलफॉर्म क्या है।
बिहार में जेईई और नीट की फ्री कोचिंग, रहने-खाने की भी रहेगी मुफ्त व्यवस्था, ऐसे करें अप्लाई
Bihar Board Jee and Neet Free Coaching : विद्यार्थी समिति द्वारा संचालित engineering (jee) औरmedical (neet) की नि:शुल्क तैयारी हेतु BSEB SUPER-50 आवासीय शिक्षण में पढ़ने हेतु आवेदन कर सकत हैं।
Bihar 10th Board 2024: टॉप 5 में इन 10 छात्रों ने बनाई जगह, जानें नाम और मार्क्स
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने दसवी का रिजल्ट bsebmatric.org और results.biharboardonline.com पर जारी कर दिया है। इस साल टॉप 10 की लिस्ट ने 51 छात्रों ने अपनी जगह बनाई है। टॉप 5 की लिस्ट में 10 छ
Bihar Board BSEB 2024 Matrci Result Today:बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट biharboardonline.bihar.gov.in व biharboardonline.com , onlinebseb.in पर जल्दजारी कर दिया जाएगा।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) मैट्रिक यानी कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अब कभी भी biharboardonline.bihar.gov.in पर जारी हो सकता है, जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, रिजल्
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर में एडमिशन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इस बाबत समिति ने सभी सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, इंटर कॉलेजों की सूची ofssbihar.in पर अपलोड कर दी है।
बीएसईबी मैट्रिक रिजल्ट की घोषणा जल्द की जाएगी। हालांकि अभी तक रिजल्ट की टाइमिंग और तारीख के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद है नतीजे 31 मार्च तक आधिकारिक वेबसाइट biharboardonlin
BSEB Bihar 10th Board: प्रेस कॉन्फ्रेंस में शेयर की जाएंगी ये 5 डिटेल्स, यहां पढ़ें
छात्र आधिकारिक वेबसाइट्स से बीएसईबी 10वीं स्कोरकार्ड 2024 डाउनलोड कर सकेंगे। रिजल्ट वाले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। जिसमें बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा से जुड़ी कई डिटेल्स शेयर की जाएगी। आइए ज
Bihar 12th Board: किसान की बेटी बनीं कॉमर्स की टॉपर, अब बनना चाहती हैं प्रोफेसर, करेंगी PhD
बिहार बोर्ड 12वीं की कॉमर्स स्ट्रीम में खुशी कुमारी को जिले में सेकंड रैंक मिली है। उनके पिता किसान हैं। उन्होंने कहा, मेरे पिता ने हमेशा शिक्षा को महत्व दिया है, इसलिए भविष्य में मैं शिक्षा के क्षेत
इस साल का रिजल्ट पिछले 5 साल की तुलना में सबसे बेहतर, 87.21 प्रतिशत विद्यार्थी हुए पास
BSEB Bihar Board 12th Result : हार बोर्ड ने आज 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस वर्ष का रिजल्ट पिछले 5 सालों की तुलना में सबसे बेहतर रहा है। इस साल इंटर का रिजल्ट 87.21 फीसदी रहा।
बिहार बोर्ड ने 12वीं यानी इंटर परीक्षा का रिजल्ट अब जारी कर दिया है। टॉपर्स के नाम भी सामने आ गए हैं। आइए जानते हैं साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स स्ट्रीम के टॉपर्स ने किन स्कूलों से पढ़ाई की है। यहां देखें न
BSEB : बारहवीं कक्षा के छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए फ्री में कोचिंग देती है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) गरीब विद्यार्थियों को JEE और NEET की मुफ्त कोचिंग कराती है।
बीएसईबी 12वीं के परिणाम के साथ टॉपर्स की लिस्ट भी शेयर करेगा। जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, पिछले 7 सालों में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम में किसने किया था टॉप। यहां पढ़ें पूरी
Bihar 12th Board 2024: रिजल्ट जारी होने की तारीख और समय के बारे में यहां मिलेगी जानकारी
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) जल्द ही इंटरमीडिएट या कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित करेगा। वहीं बोर्ड परिणाम के समय की घोषणा पहले कर दी जाएगी। आइए जानते हैं, आप कहां कर सकें

