शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने दो जगहों पर कार्रवाई करते हुए 33.5 क्विंटल पोहा सीज किया है। पोहा में सफेदी के लिए रसायनिक रंग मिलाने की आशंका है। मौके से 4 सैंपल भी लिए गए हैं। सीएमएचओ डॉ. नरेंद्र नागर ने बताया कि टीम ने सब्जी मंडी रोड स्थित एक फर्म पर निरीक्षण किया। यहां बिहार से आए 58 कट्टों (प्रत्येक में 30 किलो) (अमृत भोग ) पोहे रखे थे, जिनका 37 रु प्रति किलो भाव था। बाजार में पोहे के भाव 48-50 रु प्रति किलो चल रहा है। इन पोहो में अन्य पोहे की तुलना में व्हाटनेस ज्यादा थी, जिसके कारण इन पोहो में कलर डालने की आशंका होने पर नमूने लेते हुए बाकी माल सीज किया गया। 33.5 क्विटंल पोहा सीजकैथूनीपोल में एक बड़े थोक विक्रेता के यहां भी अमृत भोग ब्रांड के 54 कट्टे रखे थे। यहां से भी नमूने लेकर माल सीज किया। इन पोहो के कट्टों पर निर्माता का पता , उत्पादन तिथि, बैच भी नहीं लिखे थे। शहर में विभिन्न ब्रांडों के 4 नमूने पोहा के खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत लेते हुए 33.5 क्विटंल पोहा सीज किया। दीपावली अभियान के तहत लिए 8 सेंपल जांच में फेल पाए गए है। 8 मामलों में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट कोटा के सामने परिवाद पेश किया है। -मनोज कुमार मालव, मैसर्स- मालव रेस्टोरेन्ट, संभागीय आयुक्त कार्यालय सीएडी सर्किल से नमकीन (बेसन, मसालें एवं रिफा. सोयाबीन तेल से बनी)। -अजय कुमार दरोआ, मैसर्स- साई एन्टरप्राईजेज, रथकाकरा, रावतभाटा रोड़ कोटा से दही। -श्याम सुन्दर अग्रवाल, जी मैसर्स- श्री बीकानेरी मिष्ठान भण्डार, गुमानपुरा, का चौराहा से मिल्क केक (दूध व शक्कर से बना)। -महेन्द्र जैन, मैैसर्स- जैन बन्धु एन्टरप्राईजेज, चम्बल इण्डस्ट्रीयल एरिया कोटा सें बेसन के लड्डू (बेसन, शक्कर एवं बेकरी शॉर्टनिंग से बने)। -महेन्द्र गिरी, मैसर्स- न्यू जोधपुर मिष्ठान भंडार, रंगबाड़ी रोड़ वीर सावरकर नगर से मिल्क केक (दूध व शक्कर से बना)। -गिरीश खण्डेलवाल, मैसर्स- श्री दुग्धालय, पाटनपोल से मोहन खीर मिठाई (दूध व शक्कर से निर्मित)। -मुकेश अग्रवाल, मैसर्स- न्यू शंकर पेठा स्टोर, केनाल रोड़, गुमानपुरा से पेठा मिठाई (पेठा फल, शक्कर से निर्मित)। -राकेश अग्रवाल, मैसर्स- शंकर पेठा भण्डार, केनाल रोड़, गुमानपुरा, कोटा पेठा मिठाई (पेठा फल, शक्कर से निर्मित)अवमानक पाए गए।
बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद बांकीपुर विधायक नितिन नबीन पहली बार दो दिवसीय दौरे पर पटना पर आ रहे हैं। पटना पहुंचने के बाद वे 6KM लंबा रोड शो करेंगे। रोड शो दोपहर 12.30 बजे पटना एयरपोर्ट से शुरू होगा। जो करीब 2 बजे मिलर हाई स्कूल मैदान में खत्म होगा। मिलर स्कूल में उनके स्वागत में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के स्वागत समारोह के दौरान बीजेपी के सभी विधायक, सांसद और कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे। नितिन नवीन के स्वागत के लिए पटना के प्रमुख चौक-चौराहे पर बड़े होर्डिंग, बैनर और पोस्टर लगाए गए हैं। हाथी-घोड़े, बाइक रैली के साथ निकलेगा काफिला दोपहर 12:30 बजे पटना एयरपोर्ट से स्वागत कार्यक्रम की शुरुआत होगी। इसमें 12 से ज्यादा हाथी और घोड़े, हजारों की संख्या में बाइक सवार कार्यकर्ता, ढोल-नगाड़े, बैंड-बाजे के साथ जगह-जगह फूलों की बारिश की जाएगी। पूरे मार्ग में जगह-जगह स्वागत मंच बनाए गए हैं, जहां भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक अपने नेता का अभिनंदन करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी के मुताबिक, पटना एयरपोर्ट से निकलने के बाद नितिन नबीन का काफिला शेखपुरा मोड़ होते हुए राजवंशी नगर स्थित महावीर मंदिर पहुंचेगा। वहां वे पंचमुखी हनुमान जी की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद वे पटना हाईकोर्ट के पास डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर श्रद्धांजलि देंगे। आयकर गोलंबर के पास लोकनायक जयप्रकाश नारायण (जेपी) की मूर्ति पर श्रद्धांजलि देंगे। मिलर स्कूल मैदान में दिखाई जाएंगी झांकियां नितिन नबीन का काफिला मिलर हाई स्कूल मैदान पहुंचेगा, जहां अभिनंदन समारोह होगा। इसमें पटना महानगर की सभी विधानसभा इकाइयों, पार्टी के अलग-अलग मंच, मोर्चा और प्रकोष्ठों के लिए अलग-अलग स्वागत मंच बनाए गए हैं। इस दौरान झांकियां भी दिखाई जाएंगी। बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाने वाली झांकियां इस समारोह का मुख्य आकर्षण होंगी। संजय सरावगी बोले- ये पद नहीं जिम्मेदारी है प्रदेश अध्यक्ष संजय सरावगी ने कहा, 'नितिन नबीन को पद नहीं, बल्कि बड़ी जिम्मेदारी मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को साकार करने में बिहार भाजपा पूरी ताकत से योगदान देगी। संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाएगा'। लगातार पांचवीं बार विधायक, अब राष्ट्रीय जिम्मेदारी बता दें कि नितिन नबीन बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं। पार्टी ने उनकी संगठनात्मक क्षमता, लोकप्रियता और अनुभव को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। यह न केवल पटना, बल्कि पूरे बिहार भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए गर्व का विषय माना जा रहा है।
एसआईआर में करीब 41.85 लाख नाम कट चुके हैं। 11 लाख मतदाताओं को दस्तावेज प्रस्तुत करने हैं। एसआईआर पर हुए कामकाज पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन से बांग्लादेशी, रोहिंग्या आदि के नाम कटने और दूसरे राज्यों से तुलनात्मक आंकड़े व हालातों पर बातचीत- कुछ राज्यों में नाम कटने पर विवाद हुआ, यहां शांति है, कैसे मैनेज किया? दूसरे राज्यों में नाम कटने की बात करें तो यह आंकड़ा बड़े राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार, एमपी आदि के आसपास ही है। जिस तरह से एसआईआर के तहत हमारा आंकड़ा 7.65 प्रतिशत है, वहां भी लगभग इतना ही है। वहां भी वोटर को पूरा मौका मिला है और यहां भी दिया जाएगा। SIR में आगे क्या रहेगा? 15 जनवरी तक सभी योग्य मतदाताओं से दावे और आपत्तियां प्राप्त कर रहे हैं। निस्तारण 7 फरवरी तक हो जाएगा। जिनकी मैपिंग नहीं हो पाई है, उन्हें नोटिस जारी करके बुलाया जा रहा है। 14 फरवरी को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन करेंगे। 41.85 लाख नाम काटने का बड़ा आंकड़ा है, यानी सिस्टम में खामी है? एसआईआर अभियान में अपनाई गई प्रक्रिया सामान्य तौर पर चलने वाली प्रक्रिया से पूरी तरह से अलग है। ऐसे में इस तरह का फर्क आना सामान्य और स्वाभाविक रहता है। बीएलओ में नाराजगी हुई थी, अब कितनी है? बीएलओ समेत सभी कर्मचारियों ने अच्छा काम किया है। इनकी अच्छी वर्किंग पर जिलेवार इनका सम्मान भी किया गया है। अब नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। प्रपत्र वितरण, मैपिंग के लिए नंबर वन बनने का दावा किया गया, ये कैसे? भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों पर हमने अनुमान लगाया था कि राजस्थान का नंबर बिहार के बाद अगले चरण में आएगा। ये अनुमान सही साबित हुआ। इसलिए तभी से हमने तैयारी शुरू कर दी थी। बीएलओ ने ये काम बखूबी किया। एसआईआर की अधिसूचना जारी होने तक 70 प्रतिशत मैपिंग का कार्य किया जा चुका था। कार्यों की टेंडरिंग तक हो गई थी। इसके बाद बीएलओ समेत सभी ने अच्छा काम किया। घुमंतू केसों में मैपिंग नहीं हुई, नाम कटेंगे क्या? महाजन: दस्तावेज प्रस्तुत करने पर नाम नहीं कटेंगे। आयोग ने 12 दस्तावेज तक मान्य कर रखे हैं।
बिहार में फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स (FMG) छात्रों ने इंटर्नशिप आवंटन में हो रही देरी के खिलाफ शुक्रवार को बिहार मेडिकल काउंसिल कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में FMGE परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके लगभग 300 विदेशी मेडिकल स्नातक डॉक्टर शामिल थे। छात्रों का कहना है कि विदेश से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्तर की FMGE परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर ली है। उन्हें प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन भी मिल चुका है, लेकिन अनिवार्य एक वर्षीय इंटर्नशिप के लिए उन्हें लंबे समय से इंतजार करना पड़ रहा है। छात्र बोले- इंटर्नशिप सूची जारी होने में देरी से भविष्य का पता नहीं प्रदर्शनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि बिहार स्वास्थ्य विभाग और बिहार स्टेट मेडिकल काउंसिल (BCMR) ने अब तक इस मुद्दे पर कोई ठोस या संतोषजनक जवाब नहीं दिया है। बार-बार संपर्क करने पर केवल मौखिक आश्वासन मिल रहे हैं, जबकि न तो कोई लिखित आदेश जारी हुआ है और न ही इंटर्नशिप काउंसलिंग के लिए कोई समय-सीमा तय की गई है। छात्रों ने बताया कि प्रोविजनल रजिस्ट्रेशन केवल एक वर्ष के लिए मान्य होता है। इंटर्नशिप सूची जारी होने में देरी से उनका भविष्य अनिश्चित हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि देश के लगभग सभी राज्यों में FMGE छात्रों की इंटर्नशिप काउंसलिंग और आवंटन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन बिहार में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। छात्रों ने कहा कि इस अनिश्चितता के कारण उनका मानसिक तनाव बढ़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक इंटर्नशिप आवंटन को लेकर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
नालंदा लिटरेचर फेस्टिवल में पहुंचे शशि थरूर ने बिहार के विकास के लिए केंद्र और नीतीश सरकार की जमकर तारीफ की है। सोमवार को नालंदा में पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस सांसद ने कहा कि बिहार में काफी बदलाव हुए हैं और ये बदलाव अच्छा है, हालांकि मैं पहले नहीं आया था, लेकिन अब जब बिहार आया हूं तो काफी अच्छा लग रहा है। शशि थरूर ने कहा कि बिहार के रास्ते अच्छे हैं, बिजली है, पानी है, लोग रात को भी बाहर रह रहे हैं। ये सब देखकर अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि 20 साल पहले मैने लिखा था, तब तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल कलाम थे। उन्होंने कहा था कि नालंदा को उसकी विरासत को देखते हुए इसे रिवाइव करना चाहिए, मैंने भी कहा था कि 21वीं शताब्दी में नालंदा के लिए कुछ करना चाहिए। थरूर ने कहा कि अब 20 साल बाद आकर नालंदा देखना, कैंपस को देखना, लोगों से मिलना, नालंदा यूनिवर्सिटी के छात्रों से मिलना बहुत सुखद है। नालंदा को आगे लेकर जाना चाहिए, इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए। राज्य और केंद्र सरकार को इसके लिए पूरा समर्थन भी देना चाहिए। मनरेगा स्कीम की जगह 'विकसित भारत-जी राम जी' पर भी बोले थरूर शशि थरूर ने नालंदा में मनरेगा स्कीम की जगह 'विकसित भारत-जी राम जी' पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मनरेगा स्कीम को लेकर सोनिया गांधी विशेष रूप से चिंतित हैं, क्योंकि ये साल 2005 में लाया गया था, जो ओरिजिनल कॉन्सेप्ट था और इसमें सोनिया गांधी काफी हद तक शामिल थीं। थरूर ने कहा कि 20 साल बाद मनरेगा को खत्म होते देखना दिल तोड़ने वाला है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि मनरेगा को खत्म किए जाने को लेकर कई लोगों की चिंताएं हैं। हमने इस मुद्दे को पार्लियामेंट में उठाने की कोशिश की। पार्टी का नाम जरूरी है क्योंकि ज़ाहिर है, गांधीजी के राम राज्य के विजन में ग्राम स्वराज शामिल था और इस नए बिल में इसे पूरी तरह से नजर अंदाज कर दिया गया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। थरूर ने कहा कि हल्के-फुल्के अंदाज में कहूं तो, मुझे बचपन का एक बॉलीवुड गाना याद आ रहा है, जिसके बोल देखो, तुम पागल लोग, ऐसा मत करो, राम का नाम बदनाम न करो थे। मुझे नहीं पता, ये एक मुद्दा है। उन्होंने कहा कि दूसरा मुद्दा ये है कि बोझ राज्यों पर ज़्यादा ट्रांसफर किया जा रहा है। 40% खर्च राज्यों को उठाना होगा, जबकि पुराने सिस्टम में यह सिर्फ़ 25% था, जिसका मतलब है दोगुनी रकम। पैसा अब सेंटर से नहीं आएगा, और कई राज्यों के पास रिसोर्स नहीं हैं। मुझे बिहार के बारे में नहीं पता, लेकिन केरल में, पहले ही अनुमान लगाया है कि इसमें 2000 करोड़ रुपए ज़्यादा लगेंगे। उनके पास पैसा नहीं है। यह कई राज्यों के लिए एक बहुत बड़ा मुद्दा बनने वाला है जिनके पास इसके लिए पेमेंट करने के लिए रिसोर्स नहीं हैं। एक चिंता यह भी है कि कटाई के मौसम में जीरो अवेलेबिलिटी होगी। चौथी बात, एक चिंता यह है कि ये अब डिमांड-ड्रिवन नहीं रहा, जैसा कि ओरिजिनल कॉन्सेप्ट था। ये इस बात पर सप्लाई-ड्रिवन होगा कि सरकार और रिसोर्स कितने अलॉट किए जाते हैं। इसलिए प्रोसेस में कई लिमिटेशन हैं। नालंदा यूनिवर्सिटी के पुराने और नए कैंपस पर भी खुलकर की बात नालंदा लिटरेचर फेस्टिवल में प्रोफेसर सचिन चतुर्वेदी की ओर से भारतीय यूनिवर्सिटीज की ग्लोबल भूमिका पर पूछे गए सवालों के जवाब में शशि थरूर ने खुलकर बात की। उन्होंने प्राचीन नालंदा यूनिवर्सिटी के बारे में बात करते हुए कहा कि ये कभी विश्व का सबसे प्रमुख यूनिवर्सिटी था, जहां एशिया के विभिन्न देशों से विद्यार्थी बिना किसी शुल्क के अध्ययन करते थे। डॉ. थरूर ने कहा कि नालंदा का पुनर्जीवन आज उसके मूल स्थल पर नहीं, बल्कि एक नए और आधुनिक स्वरूप में किया गया है, जो उचित है, क्योंकि पुराना स्थल एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और पुरातात्विक धरोहर है। वर्तमान स्थिति पर बात करते हुए डॉ. थरूर ने स्पष्ट रूप से कहा कि आज भारत के विश्वविद्यालय विश्व के शीर्ष संस्थानों में शामिल नहीं हैं। हालांकि आईआईटी और भारतीय विज्ञान संस्थान जैसे कुछ संस्थान हाल के वर्षों में वैश्विक रैंकिंग में शीर्ष 200 में आए हैं, लेकिन वे अभी भी शीर्ष स्तर से काफी पीछे हैं। उन्होंने कहा कि भारत को वैश्विक शैक्षणिक प्रतिष्ठा दोबारा हासिल करने के लिए लंबा सफर तय करना होगा। मोदी सरकार की शिक्षा नीति की भी सराहना की शिक्षा नीति पर बोलते हुए डॉ. थरूर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की सराहना की। उन्होंने इसे व्यापक परामर्श से बनी एक दुर्लभ नीति बताया और कहा कि मसौदा तैयार करने के दौरान वे स्वयं इस प्रक्रिया से जुड़े थे तथा उनके कई सुझाव इसमें शामिल किए गए। उन्होंने कहा कि यह नीति किसी एक सरकार या पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे देश के हित में बनी है, इसी कारण वे इसका समर्थन करते हैं।
कपूरथला RCF वर्कशॉप में दो सप्ताह पहले डीजी सेट चलाते समय करंट लगने से गंभीर रूप से घायल हुए सीनियर टेक्नीशियन इन्दरमनी की रविवार देर रात जालंधर के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। यूनियन नेताओं भरतराज और अरविंद कुमार ने इसकी पुष्टि की है। भुलाना चौकी इंचार्ज एएसआई दविंदरपाल ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है। पोस्टमॉर्टम आज सोमवार शाम तक करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। डीजी सेट को स्टार्ट करते समय लगा करंट यह घटना दो सप्ताह पहले MRS शॉप में हुई थी। डीजी सेट के संचालन के लिए ड्राइवर न होने के कारण सीनियर टेक्नीशियन इन्दरमनी खुद डीजी सेट को स्टार्ट कर रहे थे, तभी उन्हें तेज करंट लगा। इस हादसे में उनका पूरा हाथ जल गया था। गंभीर रूप से घायल इन्दरमनी, जो RCF कॉलोनी के निवासी और मूल रूप से पटना, बिहार के रहने वाले थे, को अन्य कर्मियों की मदद से पहले RCF अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जालंधर रेफर कर दिया गया था। वह बीते 14 दिनों से जालंधर के निजी अस्पताल में उपचाराधीन थे। डीजी सेट ड्राइवर की मांग की थी गौरतलब है कि इस घटना से एक माह पहले ही RCF एम्प्लॉई यूनियन ने MRS शॉप में डीजी सेट ऑपरेटर की कमी को लेकर प्रबंधन को एक पत्र लिखा था। यूनियन ने डीजी सेट ड्राइवर की जल्द तैनाती की मांग भी की थी।
Atal Bihari Vajpayee Jayanti: अटल बिहारी वाजपेयी, एक महान नेता और भारतीय राजनीति के आइकॉन
Atal Bihari Vajpayee Jayanti 2025: अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के एक ऐसे दिग्गज थे, जिन्होंने अपनी वाक्पटुता, उदारवादी दृष्टिकोण और सर्वसम्मति बनाने की क्षमता से न केवल देश की राजनीति को एक नई दिशा दी, बल्कि उन्हें एक 'आइकॉन' (Icon) और 'महान ...
मधुबनी के रीजनल सेकेंडरी स्कूल में आयोजित दो दिवसीय पूर्वोत्तर क्षेत्रीय बिहार बाल विज्ञान शोध कार्यक्रम-2025 रविवार को संपन्न हो गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन राज्य स्तर के लिए 13 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया। चयनित वैज्ञानिकों को प्रमाण पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इन जिलों के लोगों ने लिया हिस्सा इस कार्यक्रम में मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, अररिया, पूर्णिया और मधेपुरा सहित सात जिलों के जिला स्तर पर चयनित बाल वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया था। इन लोगों का हुआ चयन चयनित बाल वैज्ञानिकों में रीजनल सेकेंडरी स्कूल मधुबनी की रितिका कुमारी, महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान दरभंगा की सानिया इमरान, यूएमएस चकला मधेपुरा के शिवम कुमार, विद्या बिहार आवासीय स्कूल पूर्णिया की श्रुति सिंह, उ. उ. मा. वि. वारा एकमा सुपौल की आर्या सिंह, सुधीर मेमोरियल साइंस क्लब मधुबनी की प्रियम प्रियदर्शिनी, प्लस टू एलबीएसएस पलासी अररिया के अरबाज आलम, उ. मा. वि. नरियार सहरसा के शिवम कुमार, प्लस टू यूएचएस गुआलपारा मधेपुरा की प्रतिमा, शारदा विद्यापीठ लखनौर मधुबनी के आदित्य नारायण शरण, प्लस टू परियोजना बालिका उच्च विद्यालय डरहार दरभंगा की वर्षा कुमारी, आरक्षी मध्य विद्यालय कचहरी पूर्णिया की दिव्या कुमारी और आरएसएम पब्लिक स्कूल सुपौल की सान्वी शामिल हैं। कार्यक्रम में वैकल्पिक उपयोग, मिट्टी का संरक्षण एवं प्रबंधन, तथा मौसम, जलवायु एवं कृषि जैसे विषयों पर शोध प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद इस अवसर पर शिक्षा विभाग के एडीपीसी सुजीत सिंह, कार्यक्रम के राज्य संरक्षक और रीजनल सेकेंडरी स्कूल के निदेशक डॉ. आर एस पांडेय, डॉ. मिथिलेश कुमार झा, डॉ. मीना झा, प्रो. अरिंदम कुमार, शैक्षणिक समन्वयक सह प्राचार्य डॉ. मनोज कुमार झा, उ. म. वि. बहरबन बेलाही के प्रधानाध्यापक नवनीत कुमार, राज्य पुरस्कार से सम्मानित म. वि. लदनियां महथा के शिक्षक प्रेम नाथ गोसाई, शैक्षणिक निदेशक ई. प्रत्यूष परिमल, राजीव कुमार, डॉ. धीरेन्द्र कुमार, डॉ. संजीव कुमार, प्रो. अंजीत कुमार ठाकुर, रविन्द्र झा, अमित कुमार शाही, राधा मोहन झा, श्रुति खन्ना, शैलेन्द्र कुमार पांडेय, शैलेन्द्र मोहन झा, ऋषि कुमार झा, सुमित कुमार चौधरी, श्वेता कुमारी, पवन कुमार सिंह और जिला समन्वयक डॉ. एस एन ठाकुर सहित विभिन्न जिलों के कई शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
NCERT : नॉन टीचिंग के 173 पदों पर निकली गई भर्ती; सैलरी 78 हजार से ज्यादा
बिहार तकनीकी सेवा आयोग की ओर से वर्क इंस्पेक्टर सहित 1907 पदों पर भर्ती निकली है। उम्मीदवार btsc.bihar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। फीस जमा करने की आखिरी तारीख भी 5 जनवरी 2026 तय की गई है बिहार तकनीकी सेवा ने वर्क इंस्पेक्टर सहित 1907 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगा लास्ट डेट- 8 जनवरी 2026 शैक्षणिक योग्यता : वर्क इंस्पेक्टर के लिए मान्यता प्राप्त संस्थान से 10वीं पास। आईटीआई से ड्राफ्टमैन सिविल / सर्वेयर या प्लम्बर ट्रेड की परीक्षा पास की हो। डेंटल हाइजीनिस्ट के लिए बायोलॉजी के साथ 12वीं पास, डेंटल हाइजीन में 2 साल का डिप्लोमा, बिहार स्टेट डेंटल काउंसिल द्वारा डेंटल हाइजीनिस्ट के तौर पर रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। हॉस्टल मैनेजर के लिए होटल मैनेजमेंट में डिग्री। आयु सीमा : न्यूनतम 18 वर्ष है। सामान्य वर्ग के लिए 37 वर्ष है। महिला, ओबीसी 40 वर्ष। एससी, एसटी के लिए 42 वर्ष है। आयु की गणना 01 अगस्त, 2025 के आधार पर की जाएगी। आवेदन शुल्क : 100 रुपए है। आवेदन : btsc.bihar.gov.in पर अप्लाई लिंक पर क्लिक करें। जानकारी दर्ज करें। फीस व फॉर्म भरें। चयन प्रक्रिया : रिटन, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल एग्जाम के आधार पर होगी। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने नॉन टीचिंग के 173 पदों पर भर्ती निकाली है। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ncert.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। शैक्षणिक योग्यता : पद के अनुसार ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री। आयु सीमा : जारी नहीं की गई है। आवेदन शुल्क : निशुल्क है। कैसे करें आवेदन : एनसीईआरटी की वेबसाइट ncert.nic.in पर लॉग ऑन करें। “रिक्तियों” अनुभाग में “विभिन्न गैर-शैक्षिक पदों को भरने के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करना” के तहत “ऑनलाइन आवेदन करें” पर क्लिक करें। खुद को रजिस्टर करें और लॉग इन करें। अपना आवेदन पत्र भरें। डॉक्यूमेंट्स अपलोड करके फीस का भुगतान करें। फॉर्म को डाउनलोड करें। इसका प्रिंट आउट लेकर रखें। चयन प्रक्रिया : रिटन एग्जाम, पद के अनुसार स्किल टेस्ट (यदि लागू हो तो) और इंटरव्यू के आधार पर होगा।
देवी सिंह के विहिप उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री बनने से संगठन को मिलेगी मजबूती
भास्कर न्यूज| पूर्णिया विहिप नगर इकाई की बैठक रविवार को पूर्णिया सिटी रोड स्थित महामाया मंदिर प्रांगण में नगर मंत्री विनित भदोरिया के नेतृत्व में हुई। विहिप जिला उपाध्यक्ष मृत्युंजय महान की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में देवी सिंह के विहिप उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री बनने पर बधाई दी गई। कहा गया कि उनके संगठन मंत्री बनने से संगठन को काफी मजबूती मिलेगी। मृत्युंजय महान ने कहा कि 17,18 व 19 दिसंबर को विश्व हिन्दू परिषद प्रन्यासी मंडल की बैठक जम्बूद्वीप परिसर हस्तिनापुर में आयोजित की गई थी। इसमें उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र समर्थ को उत्तर बिहार प्रांत से हटाकर देवी सिंह को विहिप उत्तर बिहार प्रांत संगठन मंत्री का दायित्व सौंपा गया है। देवी सिंह इससे पहले झारखंड प्रांत के संगठन मंत्री थे। उनके कार्यकाल में संगठन ने ऊंचाईयों को प्राप्त किया। आशा है नये व ओजस्वी प्रांत संगठन मंत्री देवी सिंह के कुशल मार्गदर्शन में उत्तर बिहार प्रांत के सभी जिलों में विहिप संगठन का कार्य विस्तार होगा। अब ऊर्जावान समर्पित कार्यकर्ता को प्रोत्साहित किया जाएगा।नगर मंत्री विनित भदोरिया ने कहा कि अब संगठन के आड़ में मनमानी, भ्रष्ट आचरण,राजनीति व संगठन विरोधी कार्य करने वाले की नहीं चलेगी। ऐसे गलत आचरण करने वाले अधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लावें वरना उन्हें इसका खामियाजा भुगतना होगा। नगर मासिक बैठक में जिला उपाध्यक्ष मृत्युंजय महान, जिला समरसता प्रमुख रंजन कुणाल,जिला धर्मप्रसार प्रमुख ब्रजभूषण सिंह, नगर संयोजक ब्रजेश कुमार,वरिष्ठ कार्यकर्ता निलाभ रंजन झा,पूर्व प्रखंड संयोजक पी.के पल्लव,पुरनदाहा बजरंगदल संयोजक अमित मिश्रा समेत अन्य मौजूद थे।
बेगूसराय के कमरुद्दीनपुर निवासी पिंकू पासवान के पुत्र प्रेम कुमार ने जिले का नाम रौशन किया है। बिहार राज्य वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए यूथ 65 किलो वर्ग में स्वर्ण पदक जीता है। यह प्रतियोगिता खेल भवन जहानाबाद में 19 से 22 दिसंबर तक आयोजित की गई है। प्रेम कुमार ने प्रतियोगिता में उत्कृष्ट लिफ्टिंग करते हुए Snatch में 91 किलोग्राम और Clean Jerk में 114 किलोग्राम सहित कुल 205 किलोग्राम भार उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। जिला वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन ने प्रेम की इस सफलता पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। इस कैटेगरी के सभी विजेता खिलाड़ियों को इंटरनेशनल रेफरी और बिहार वेटलिफ्टिंग टेक्निकल कमेटी के चेयरमैन रजनीश भास्कर ने मेडल देकर सम्मानित किया। प्रेम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा इस उपलब्धि पर बेगूसराय जिला वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने कहा है कि प्रेम कुमार की यह सफलता उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है। अनुशासन और निरंतर अभ्यास का परिणाम है कि प्रेम ने आज बेगूसराय का रोशन किया है। प्रेम ने भारोत्तोलन से जुड़ने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार अभ्यास और खेल विधा पर नजर बनाए रखा। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रेम कुमार भविष्य में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे। वहीं, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने प्रेम कुमार को बधाई देते हुए कहा कि 205 किलोग्राम के कुल भार के साथ यूथ वर्ग में स्वर्ण पदक जीतना बेगूसराय के उभरते खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है। यह उपलब्धि जिले में वेटलिफ्टिंग खेल के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। आने वाले दिनों में बेगूसराय से और खिलाड़ी निकल कर सामने आएंगे।
नेशनल स्कूल गेम्स के लिए बेगूसराय में ओपन ट्रायल, बिहार भर से जुटे खिलाड़ी
भास्कर न्यूज |बेगूसराय कलारिपयट्टू नेशनल स्कूल गेम्स के लिए ओपन ट्रायल का आयोजन शुक्रवार को बेगूसराय स्थित महंत राम जीवन दास महाविद्यालय परिसर में किया गया। इस ट्रायल में बिहार के विभिन्न जिलों से आए बड़ी संख्या में बच्चों और खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन जवाहर नवोदय विद्यालय, बेगूसराय के प्राचार्य सी. एस. मिश्रा ने किया। इस मौके पर महंत राम जीवन दास महाविद्यालय के डिग्री प्राचार्य अमित कुमार, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी तथा एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हामजा भी मौजूद रहे। ओपन ट्रायल के दौरान खिलाड़ियों ने कलारिपयट्टू की पारंपरिक युद्ध तकनीकों, शारीरिक दक्षता, अनुशासन और आत्मविश्वास का बेहतरीन प्रदर्शन किया। ट्रायल का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन करना था, ताकि वे नेशनल स्कूल गेम्स में बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व कर सकें।आयोजन को सफल बनाने में कलारिपयट्टू एसोसिएशन ऑफ बेगूसराय के अध्यक्ष संजीत कुमार, सचिव शुभम कुमार, उपाध्यक्ष मंजेश कुमार, सह सचिव गुलशन कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष अभिनव कुमार, कोच फुलटुश कुमार और बिहार कोच सुबल कुमारी की अहम भूमिका रही। इस अवसर पर प्रशिक्षकों और आयोजकों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ऐसे ओपन ट्रायल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के खिलाड़ियों को समान अवसर मिलता है। साथ ही पारंपरिक खेलों को बढ़ावा मिलता है और राज्य को नई खेल प्रतिभाएं मिलती हैं।
रायबरेली में प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए रायबरेली सांसद राहुल गांधी को 'सिरफिरा' बताया। उन्होंने राहुल गांधी पर 'एस आई आर' के मुद्दे पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। मंत्री सिंह ने कहा कि राहुल गांधी 'एस आई आर' के विरोध में पैदल यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि जनता ने इस विरोध को पहले ही खारिज कर दिया है। सिंह ने बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जनता ने विपक्षियों को उनकी राजनीतिक 'हैसियत' बता दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में जो भी 'एस आई आर' का विरोध करेगा, जनता उसे पूरी तरह नकार देगी। मंत्री ने यह भी कहा कि देश के संसाधनों पर केवल देश की जनता का अधिकार है, न कि बांग्लादेश या अन्य देशों से आए घुसपैठियों का। दिनेश प्रताप सिंह ने यह बयान जीआईसी ग्राउंड में 14वें रायबरेली महोत्सव का उद्घाटन करने के दौरान मीडिया से बातचीत में दिया।
भिवानी के दो सरकारी कर्मचारियों ने बिहार के पटना स्थित पाटलिपुत्र खेल स्टेडियम में 13 से 15 दिसंबर तक आयोजित ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025-26 में 6 मेडल अपने नाम किए। इस प्रतियोगिता में देशभर से करीब 1300 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। मेडल विजेता दोनों कर्मचारियों अमरजीत व गांव बड़ेसरा निवासी अमित का शनिवार को स्थानीय भीम स्टेडियम में पहुंचने पर स्वागत किया गया। इस दौरान समर्थ ग्रीन सोसाइटी के सदस्यों ने गांव शिमली निवासी शिक्षक भूपेंद्र चाहर के पुत्र रंजन चाहर को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयन होने पर सम्मानित किया। दोनों खिलाड़ियों ने जीते मेडल ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025-26 में भिवानी की डीसी कॉलोनी निवासी और हरियाणा परिवहन विभाग में उप निरीक्षक के पद पर तैनात अमरजीत ने 40 से 60 आयु वर्ग में 4 बाई 100 मीटर रिले रेस स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। साथ ही नेशनल रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इसके अलावा 100 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल, 400 मीटर दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल जीता। इस प्रतियोगिता में गांव बड़ेसरा के रहने वाले और बागवानी विकास अधिकारी अमित ने ट्रैक पर अपनी चमक बिखेरी। अमित ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए तीन अलग-अलग स्पर्धाओं में मेडल जीते। उन्होंने 100 मीटर दौड़ में सिल्वर पदक, 200 मीटर दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल तथा 4 बाई 100 मीटर रिले में सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
पटना सदाकत आश्रम में आज बिहार कांग्रेस की दो बड़ी बैठक है। पहली मीटिंग दोपहर 1 बजे होगी। जिसमें पार्टी के प्रवक्ता और सोशल मीडिया टीम मौजूद रहेगी। दूसरी मीटिंग दोपहर 2 बजे अलग-अलग संगठन मोर्चा के अध्यक्षों के साथ है। अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम करेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस लगातार समीक्षा बैठक कर रही है। पार्टी को मजबूत करने में लगी हुई है। पार्टी को मजबूत करने की कवायद इलेक्शन रिजल्ट के बाद राजेश राम ने कहा था कि संगठन को मजबूत करने के लिए और फिर से स्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए कांग्रेस बिहार भर में घूमेगी। जल्द से जल्द संगठन को खड़ा करेंगे। इसके लिए एक रूट चार्ट तैयार किया जाएगा, जिसमें अलग-अलग जिलों में प्रदेश अध्यक्ष खुद जाकर लोगों से मिलेंगे। वहां स्थिति का जायजा लेते हुए कांग्रेस को मजबूत करने की प्लानिंग बनाएंगे। कांग्रेस अब ब्लॉक लेवल से लेकर जिला लेवल तक पार्टी को मजबूत करने की तैयारी में है। इसके लिए वह पार्टी के हर विभाग और कमिटी के सदस्यों से उनकी राय ले रही है। अभी तक नहीं चुना अपने विधायक दल का नेता दूसरी ओर कांग्रेस अभी तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुन पाई है। नई सरकार बनने के बाद बिहार विधानसभा सत्र खत्म हो चुका है, मगर कांग्रेस ने अभी तक अपने विधायक दल का नेता नहीं चुना है। मनिहारी से विधायक मनोहर प्रसाद सिंह और अररिया से विधायक अबिदुर्र रहमान का नाम सामने आया था। ये दोनों इस बार जीते कांग्रेस के सभी 6 विधायकों में सबसे वरीय हैं। मनोहर प्रसाद सिंह चौथी बार जीते हैं, जबकि अबिदुर्र रहमान तीसरी बार जीत हासिल किए हैं। हालांकि इन दोनों में से किसी भी नाम पर प्रदेश नेतृत्व ने कुछ साफ नहीं किया है।
महाराष्ट्र के नागपुर में शुक्रवार (19 दिसंबर) को फैक्ट्री में पानी की टंकी फटने से बिहार के 6 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में 9 मजदूर घायल हुए हैं। इनमें तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा सुबह करीब 9.30 बजे ‘अवादा इलेक्ट्रो प्राइवेट लिमिटेड’ के सोलर पैनल निर्माण फैक्ट्री में हुआ। घटना नागपुर-चंद्रपुर राजमार्ग के पास स्थित बुटीबोरी महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MIDC) की है। जानकारी के मुताबिक, मजदूर पानी की टंकी के पास कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे थे। टेस्टिंग के दौरान पानी के हाई प्रेशर के चलते टंकी फट गई। टंकी फटते ही उसका ढांचा पानी के साथ ढह गया। मृतक मजदूरों की पहचान अरविंद ठाकुर (28), अशोक पटेल (42), अजय पासवान (26), सुधांशु कुमार साहनी (36), बुलेट इंद्रजीत शाह (30), शमीम अंसारी (42) के रूप में हुई है। मरने वालों में दो मुजफ्फरपुर, दो बेतिया के रहने वाले थे। सभी घायल भी बिहार के निवासी हैं। मृतकों में 2 मुजफ्फरपुर-2 बेतिया के मृतकों में 2 मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। उनकी पहचान करजा इलाके के गबसरा निवासी नागेश्वर सहनी के बेटे सुधांशु कुमार(23) और राजेश्वर पासवान के बेटे अजय कुमार(25) के तौर पर हुई है। इसी गांव के बुल्ला सहनी के बेटे प्रकाश कुमार(28) गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। टंकी गिरने के बाद जोरदार ब्लास्ट हुआ, जिसमें दबकर सुधांशु और अजय की मौत हो गई। जबकि प्रकाश के पैर फ्रैक्चर हो गए और सीने में चोट लगी है। वहीं बेतिया के पश्चिम चंपारण के चनपटिया प्रखंड क्षेत्र के मिश्रौली पटखौली गांव निवासी अरविंद कुमार ठाकुर और बुलेट कुमार की भी हादसे में जान में जान चली गई। टेस्टिंग के दौरान जोरदार धमाका हुआ यहां बुनियादी ढांचे के काम के लिए एल्युमीनियम धातु से बनी पानी की टंकियां बनाई गई थीं। रामा बांध से लाए गए पानी से टंकी की टेस्टिंग की जा रही थी। इसी दौरान जोरदार धमाका हुआ और टंकी का ढांचा गिर गया। आसपास काम कर रहे मजदूर मलबे और पानी की चपेट में आ गए। सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के बाद टंकी के निर्माण में इस्तेमाल की गई धातु की क्वालिटी पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने प्राथमिक जांच में तकनीकी खामी या घटिया सामग्री के इस्तेमाल की आशंका जताई है। कमजोर स्ट्रक्चर और प्रेशर की वजह से टंकी फटी पुलिस ने आशंका जताई है कि टंकी का स्ट्रक्चर कमजोर होने और पानी के प्रेशर की वजह से हादसा हुआ। नागपुर रुरल की डिप्टी एसपी भाग्यश्री धीरबस्सी ने कहा, हमें सूचना मिली थी कि पानी के प्रेशर की वजह से ब्लास्ट हुआ है। 10 लोग हादसे की चपेट में आए है। मृतकों की बॅाडी को पोस्टमॉर्टम के लिए एम्स भेज दिया है। और 4 लोगों का इलाज चल रहा है। प्रशासन ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने 5-5 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया इस दर्दनाक घटना पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दुख जताया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की मुआवजा देने का ऐलान किया। इसके अलावा संबंधित कंपनी ने भी प्रत्येक मृतक के परिवार को 30 लाख रुपयए मुआवजा देने पर सहमति जताई। उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, हादसे में घायल मजदूरों को 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी और उनके इलाज का पूरा खर्च कंपनी वहन करेगी।
केंद्र की रिपोर्ट:चुनावी साल में भी बिहार में 26 राज्यों से अधिक लघु उद्योग लगे
इस वर्ष 30 नवंबर तक लगीं 4 लाख 79 हजार 446 इकाइयां चुनावी साल होने के बाद भी बिहार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की 4 लाख 79 हजार 446 इकाइयां लगीं। 2025-26 में इस मामले में बिहार ने देश के 26 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से बाजी मारी है। केवल महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे 9 राज्य ही इस मामले में बिहार से आगे हैं। राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्य भी ऐसे ही हैं। भारत सरकार की ओर से संसद में दिए गए जवाब के तहत पेश आंकड़ों से इसका पता चलता है। ये आंकड़े 30 नवंबर तक के हैं। आंकड़ों की मानें ताे राज्यों के औद्योगिक विस्तार की सूची में जरूर बिहार अच्छी उपस्थिति दिखा रहा है, लेकिन राज्य के ही पिछले तीन साल के आंकड़ाें में यह सबसे कम है। 2024-25 में उद्यम पोर्टल पर 11,28,025 इकाइयों का निबंधन हुआ था। 2023-24 में संख्या 16,31,465 था। हालांकि, 2023-24 से पहले लघु उद्योगों के लगने के आंकड़े कम थे। 2022-23 में यह 321253, 2021-22 में 219536 और 2020-21 में 89788 थे। जाहिर है कि 2023-24 से एमएसएमई इकाइयों के लगने में आई तेजी के पीछे बिहार सरकार की औद्योगिक नीति की भी असरकारक भूमिका रही है। इससे मिलने वाले प्रोत्साहन से बड़ी संख्या में लोग उद्यम की स्थापना के लिए प्रेरित हुए हैं। झारखंड के दोगुने से अधिक उद्यम की यहां स्थापना हुई झारखंड के दोगुने से भी अधिक लघु उद्यम इस साल बिहार में लगे हैं। झारखंड में बिहार के 479446 के मुकाबले 2025-26 में केवल 179840 लघु उद्यम लगे। इससे पहले के वर्षाें में भी लघु उद्योगों के निबंधन का आंकड़ा बिहार की तुलना में कम ही रहा है। आबादी और विस्तार के हिसाब से भी बिहार के बड़ा होने के कारण यह आंकड़ा असहज नहीं करता है। परंतु, झारखंड के औद्योगिक राज्य होने और बिहार में औद्योगिक माहौल अपेक्षाकृत कम होने के कारण यह थोड़ा चौंकाता जरूर है। स्वरोजगार : राज्य में अधिकतर लग रहे सूक्ष्म और कुटीर उद्योग सालभर में लघु उद्यमों के लगने का आंकड़ा तो जरूर भारी-भरकम है। परंतु, दैनिक भास्कर की पड़ताल में यह सामने आया है कि उनमें से अधिकतर सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों जैसी इकाइयां हैं। सूक्ष्म उद्योगों में ज्यादातर एक व्यक्ति अपना कोई धंधा चलाता है। वहीं कुटीर उद्योगों में दो-तीन लोग घर में रहकर ही किसी सामग्री का उत्पादन हाथ से ही करते हैं। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे केपीएस केसरी कहते हैं कि मैनुफैक्चरिंग की अगर हम बात करें तो कुल इकाइयां कुछ हजार में होंगी। सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों में अधिकतर स्वरोजगार ही मिलते हैं।
वीबी जी राम जी बिल से बिहार जैसे राज्यों में पलायन बढ़ेगा
शेखपुरा | 20 साल पूर्व वामदलों के दबाव में सरकार ने मनरेगा बिल लाया था। जिसमें पहली बार महिला और पुरुषों को बराबरी का दर्जा देते हुए न्यूनतम मजदूरी मिलने लगा। अब गरीबो का निवाला छीनने के लिए मोदी सरकार ने वीबी जी राम जी बिल लाया है। उक्त बातें महिला फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव व सीपीआई की राष्ट्रीय सचिव एनी राजा ने कही। इस मौके पर महिला फेडरेशन की राज्य सचिव राज श्री किरण, राज्य नेता निवेदिता झा, जिला सचिव प्रभात पांडेय मौजुद थे। प्रेस वार्ता के दौरान एनी राजा नें कहा कि विश्व में जब आर्थिक मंदी हुआ था तब भी मनरेगा योजना के कारण देश की आर्थिक गतिविधि चलती रही और भारत को इस आर्थिक मंदी का नुकसान नहीं उठाना पड़ा।
पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए पटना समेत बिहार की सभी 40 पुलिस लाइन में नवोदय विद्यालय जैसे आवासीय स्कूल खुलेंगे। इनमें पहली से 10वीं तक की पढ़ाई होगी। यहाँ पुलिस लाइन में रहने वालों के साथ ही थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के बच्चे भी पढ़ेंगे। हॉस्टल भी बनेंगे। बेहतर शिक्षकों की बहाली होगी। पुलिसकर्मी का तबादला होने पर उनके बच्चे वहाँ की पुलिस लाइन के आवासीय स्कूल में पढ़ेंगे। उपमुख्यमंत्री सह गृहमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में पुलिस सैलरी पैकेज के तहत सेवा के दौरान 36 दिवंगत पुलिसकर्मियों के परिजनों को बीमा राशि से संबंधित चेक का वितरण करने के दौरान यह घोषणा की। परिजनों को 25 करोड़ रुपए दिए गए। गृहमंत्री ने यह भी घोषणा की कि पटना पुलिस लाइन की तरह राज्य के 39 पुलिस जिलों की पुलिस लाइन में जीविका दीदी की रसोई 30 जनवरी से पहले शुरू होगी। गृहमंत्री ने कहा कि होमगार्ड जवानों को भी बिहार पुलिस की तरह बीमा योजना का लाभ मिलेगा। इस पर विभाग और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बातचीत चल रही है। जल्द ही इस पर भी फैसला होगा, ताकि उनके परिजनों को भी बीमा योजना की तरह लाभ मिले। मेडिकल सुविधा को कैशलेस करने पर हो रहा विचारगृहमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कैशलेस इलाज की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही उचित निर्णय होगा। उन्होंने कहा कि जिन 36 मृत पुलिसकर्मियों के परिजनों के बीच बीमा राशि का वितरण किया गया है, उनमें 24 लोगों की मौत बीमारी की वजह से ही हुई थी। इन कारणों से मेडिकल सुविधा को कैशलेस करने पर विचार किया जा रहा है। सुसाइड करने वाले पुलिसकर्मियों के आश्रितों को भी मिलेगा 20 लाख के बीमा का लाभ डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि पिछले 15 माह से अधिक समय से बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ विशेष बीमा योजना चल रही है। अब तक 90 पुलिसकर्मियों के बीच 43 करोड़ से अधिक की राशि का वितरण किया जा चुका है। 30 मामले लंबित हैं। इन मामलों का निपटारा जल्द कर दिया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि बैंक की इस विशेष बीमा योजना के तहत आत्महत्या करने वाले पुलिसकर्मियों के परिजनों को भी 20 लाख की राशि देने की योजना है। हालांकि, पुलिस महकमे के स्तर से मिलने वाली आर्थिक सहायता में ऐसा प्रावधान नहीं है। इस दौरान दो टोल फ्री नंबर जारी किए गए। इनकी सहायता से पुलिसकर्मी बीमा से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। एडीजी कमल किशोर सिंह ने कहा कि जल्द ही पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन में बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा और एक एटीएम खुलेगी। कार्यक्रम के दौरान गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन, एडीजी (कल्याण) डॉ. कमल किशोर सिंह, गृह सचिव प्रणव कुमार, संतोष कुमार सिंह समेत अन्य मौजूद थे।
बरेली के भोजीपुरा में स्थित श्रीराम मूर्ति स्मारक क्रिकेट स्टेडियम में यूपी और बंगाल के बीच खेला गया कूच बिहार ट्रॉफी का मुकाबला शुक्रवार को ड्रॉ पर समाप्त हुआ। घने कोहरे की वजह से तीन दिन तक प्रभावित रहे इस मैच में पूरा खेल नहीं हो सका, लेकिन पहली पारी में 45 रन की बढ़त के दम पर यूपी टीम को 3 अंक मिल गए। बंगाल को एक अंक से संतोष करना पड़ा।तीन अंक हासिल करने के साथ ही यूपी टीम के कूच बिहार ट्रॉफी में कुल 22 अंक हो गए और टीम ने सीधे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। मैच का हालमैच का टॉस दोपहर 2.40 बजे हुआ, जिसमें यूपी के कप्तान भव्य ने टॉस जीतकर पहले बंगाल को बल्लेबाजी का न्योता दिया। पहले दिन घने कोहरे और कम रोशनी की वजह से खेल बाधित रहा। महज 17 ओवर का खेल हो सका, जिसमें बंगाल ने 3 विकेट के नुकसान पर 89 रन बनाए। दूसरे दिन भी हालात नहीं बदले। धूप नहीं निकलने के कारण मैच रेफरी ने पूरे दिन खेल न होने की घोषणा कर दी। तीसरे दिन मौसम साफ होने पर सुबह 10.20 बजे खेल शुरू हुआ। बंगाल ने 89 रन से आगे खेलते हुए 33.1 ओवर में 171 रन बनाए। जवाब में यूपी टीम ने 71 ओवर में 8 विकेट खोकर 216 रन बनाए और पहली पारी में 45 रन की अहम बढ़त हासिल कर ली। इसी बढ़त के चलते अंपायरों ने मैच ड्रॉ घोषित करते हुए यूपी को 3 अंक देने का फैसला किया। युवराज बने मैन ऑफ द मैचयूपी के विकेटकीपर बल्लेबाज युवराज को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। युवराज ने 107 गेंदों पर 2 छक्कों और 11 चौकों की मदद से 75 रन की अहम पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने विकेटकीपिंग करते हुए बंगाल के 5 बल्लेबाजों को कैच आउट कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। सम्मान समारोह में खेल अधिकारियों का सम्मानमैच समाप्त होने के बाद पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। बीसीए के संरक्षक एवं एसआरएमएस ट्रस्ट के सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति और बीसीए सेक्रेटरी सीताराम सक्सेना ने मैच रेफरी प्रकाश भट्ट, अंपायर पाराशर जोशी और आर राजेश कैनन, एंटी करप्शन ऑफिसर विजय शर्मा, रेफरी लाइजनिंग ऑफिसर देवेश सिंह, ऑनलाइन स्कोरर तपेश कौशिक, स्कोरर प्रशांत, बोर्ड स्कोरर प्रणब दास, वीडियो एनालिस्ट अभिषेक यादव और जयकीरत सिंह जस्सी, बीसीसीआई क्यूरेटर रविंद्र चौहान, यूपीसीए पिच क्यूरेटर शिव कुमार को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मैच पर एक नजर आदित्य मूर्ति ने जताया आभारआदित्य मूर्ति ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों और आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोहरे के बावजूद जितना समय मिला, खिलाड़ियों ने बेहतरीन क्रिकेट खेला। पहली पारी में 45 रन की बढ़त लेकर क्वार्टर फाइनल में पहुंची यूपी टीम से उन्हें टूर्नामेंट जीतने की पूरी उम्मीद है। इस मौके पर ट्रस्ट सलाहकार इंजीनियर सुभाष मेहरा, बीसीए सेक्रेटरी सीताराम सक्सेना, सीनियर ज्वाइंट सेक्रेटरी ओपी कोहली, ट्रेजरर शहजाद अली, उपाध्यक्ष राजेंद्र मनोहर शर्मा, ज्वाइंट सेक्रेटरी राहुल कपूर, चंचल उपाध्याय, राकेश शर्मा समेत बीसीए के पदाधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य मौजूद रहे।
''किस्मत की एक बहुत खूबसूरत आदत है कि वो वक्त आने पर बदलती है'' धुरंधर मूवी का यह डायलॉग हर किसी की जुबां पर है। हर कोई इस फिल्म की चर्चा कर रहे हैं। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर धमाका मचा रही है। इस फिल्म में बिहार के भोजपुर के एक बाल कलाकर की एक्टिंग भी धांसू है। भोजपुर जिले के चरपोखरी प्रखंड निवासी 14 वर्षीय अजिंक्या मिश्रा ने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है। हाल ही में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म 'धुरंधर' में उन्होंने बाल कलाकार फैजल डकैत की भूमिका निभाई है। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, आर. माधवन, अर्जुन रामपाल और संजय दत्त जैसे बड़े कलाकार शामिल हैं। अजिंक्या ने अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है। इंदौर में हुआ अंजिक्या मिश्रा का जन्म 7 सितंबर 2011 को मध्यप्रदेश के इंदौर में अजिंक्या मिश्रा का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। मुकुंदपुर गांव से निकलकर अजिंक्या मिश्रा ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने टीवी की दुनिया में भी कई लोकप्रिय धारावाहिकों में काम किया है, जिनमें 'दिल तो हैप्पी है जी' उनका पहला सीरियल था। उनकी पहली फिल्म 'राष्ट्रकवच ओम' थी। परिवार के सहयोग से साकार हुआ अभिनय का सपना अजिंक्या की सफलता में उनके माता-पिता और परिवार का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है। उनके दादा समाजसेवी चंदेश्वर मिश्रा एक सेवानिवृत्त बैंककर्मी हैं, जबकि पिता जय शंकर मिश्रा प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत हैं और अपने बेटे के सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। उनकी माता का नाम रेणुबाला मिश्रा है। पढ़ाई के साथ कई प्रोजेक्ट पर काम कर चुके हैं अजिंक्या अजिंक्या मिश्रा ने अब तक कई टीवी सीरियल, वेब सीरीज और फिल्मों में काम किया है। वर्तमान में वे नौवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं और उनके तीन आगामी प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं, जिनमें कई फिल्में और वेब सीरीज शामिल हैं। चरपोखरी प्रखंड के इस युवा कलाकार द्वारा बॉलीवुड में अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाने के बाद पूरे भोजपुर जिले में उनकी चर्चा हो रही है। अजिंक्या की सफलता से पूरे गांव में खुशी का माहौल अजिंक्या मिश्रा के सुपरहिट फिल्म धुरंधर में अभिनय के बाद पूरे जिले और प्रखंड में खुशी की लहर है। अजिंक्या के बड़े पापा विकास मिश्रा और दादी निर्मला देवी ने दैनिक भास्कर की टीम से बात करते हुए अपने पोते की सफलता पर खुशी जाहिर की है। 3 साल की उम्र से शुरू किया अभिनय का सफर अजिंक्या के बड़े पापा विकास मिश्रा (सीएसपी संचालक) ने बताया कि वो बचपन से ही प्रतिभावान बच्चा रहा है। शुरू से ही स्कूल में पढ़ने के दौरान उसे एक्टिंग से लगाव था। उन्होंने बताया तीन साल की उम्र से उसने एक्टिंग में कदम रख दिया। शुरुआत में छोटे-छोटे ऐड में उसे देखा गया और अब अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर बॉलीवुड में भी कदम रख चुका है। अजिंक्या मिश्रा मिश्रा को सिंगिंग, डांस, गाना और तैराकी पसंद है। दादी का आशीर्वाद- बड़ा अभिनेता बने आंगनबाड़ी सेविका के तौर पे काम कर रहीं अजिंक्या की दादी निर्मला देवी ने बताया कि जब भी उससे बात होती है तो वो कहता है दादी मुझे आशीर्वाद दो मैं बड़ा हीरो बनूं। परिवार वाले उसे एक कलाकार के तौर पर देख कर हमें बहुत खुशी और होता है। फिल्म की कहानी फिल्म की कहानी 1999 में हुए IC-814 विमान अपहरण और 2001 के भारतीय संसद हमले की पृष्ठभूमि से प्रेरित है। कहानी की शुरुआत भारतीय खुफिया एजेंसी के प्रमुख अजय सान्याल (आर माधवन) से होती है, जो पाकिस्तान में चल रहे आतंकवाद और अंडरवर्ल्ड नेटवर्क को खत्म करने की योजना बनाते हैं। इसके लिए उन्हें एक ऐसे युवक की आवश्यकता होती है, जिसकी कोई पहचान न हो और जो किसी अपराध में फंसा हुआ हो। उनकी तलाश पंजाब के 20 साल के हमजा (रणवीर सिंह) तक पहुंचती है, जो जेल में बंद है। हमजा को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है और मिशन के लिए पाकिस्तान भेजा जाता है। पाकिस्तान में हमजा का सामना ल्यारी के खतरनाक अंडरवर्ल्ड से होता है, जहां उसे गैंगस्टर रहमान डकैत (अक्षय खन्ना) और कराची के एसपी चौधरी असलम (संजय दत्त) जैसे खतरनाक लोगों से निपटना पड़ता है। फिल्म का पहला भाग गैंगस्टर दुनिया, अपराध और हिंसा को दर्शाता है, जबकि फिल्म का दूसरा पार्ट जासूसी, धोखे और षड्यंत्र से भरा है। कहानी दर्शकों को अंत तक उत्सुक बनाए रखती है कि क्या हमजा अपने मिशन में सफल होता है और कैसे वह अंडरवर्ल्ड का सफाया करता है। फिल्म में अभिनय रणवीर सिंह हमजा के किरदार में पूरी तरह फिट बैठते हैं। उनका लुक, बॉडी लैंग्वेज और एक्शन एनर्जी दर्शकों को पूरी फिल्म में बांधे रखती है। कई सीन्स में उनका दमदार प्रदर्शन फिल्म का आकर्षण बनता है। अक्षय खन्ना विलेन के रूप में खतरनाक और प्रभावशाली हैं। उनके हर संवाद और एंट्री में जोश और डर दोनों महसूस होते हैं। संजय दत्त, अर्जुन रामपाल और आर माधवन की उपस्थिति और अभिनय फिल्म की कहानी को विश्वसनीय बनाते हैं। सारा अर्जुन छोटे स्क्रीन टाइम के बावजूद उन्होंने अपने किरदार में स्वाभाविकता और भावनात्मक पहलू जोड़ा, जो फिल्म के गंभीर हिस्सों को और असरदार बनाता है।
बिहार में वाटर स्पोर्ट्स जल्द विकसित होगा और इसमें बिहार का सहयोग मध्य प्रदेश करेगा। खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की। इस स्पोर्ट के विकास के अध्ययन के लिए श्रेयसी सिंह ने भोपाल के वाटर स्पोर्ट्स के कैनोइंग, कयाकिंग और रोइंग अकादमियों का दौरा भी किया। भारतीय कैनोइंग एंड कयाकिंग फेडरेशन के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा ने बिहार में वाटर स्पोर्ट्स अकादमी खोलने के लिए उपयुक्त जगहों के सर्वे के लिए अगले सप्ताह कनाडा के ऑलंपियन और वाटर स्पोर्ट्स के इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स को भेजने पर सहमति जताई है। दो वर्षों तक भारतीय कैनोइंग एंड कयाकिंग फेडरेशन करेगा संचालन फेडरेशन द्वारा बिहार के वाटर स्पोर्ट्स के ट्रेनर को भी अपने विश्व स्तरीय ट्रेनरों द्वारा ट्रेनिंग की सुविधा देने पर भी सहमति बनी। बिहार में वाटर स्पोर्ट्स के लिए अकादमी बनाने, जेटी के निर्माण से लेकर इस खेल से जुड़े आवश्यक उपकरणों खरीद और आपूर्ति में भी फेडरेशन का पूरा सहयोग रहेगा। बिहार में वाटर स्पोर्ट्स अकादमी के निर्माण से लेकर पहले दो वर्षों तक इसके संचालन और प्रशिक्षण की पूरी जिम्मेदारी भारतीय कैनोइंग एंड कयाकिंग फेडरेशन पूरा सहयोग करेगा ताकि बिहार इस खेल विधा में भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर आगे बढ़ सके। बिहार के खिलाड़ियों के लिए मध्य प्रदेश में 20 प्रतिशत स्थान होगा आरक्षित वहीं, श्रेयसी सिंह ने अपने प्रतिनिधिमंडल और मध्य प्रदेश के खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंगी सहित अधिकारियों की टीम की उपस्थिति में खेल के क्षेत्र में आपसी सहयोग के संदर्भ में विस्तार से बात किया। कैलाश सारंगी ने कहा कि मध्य प्रदेश के विभिन्न खेल अकादमी में बिहार के खिलाड़ियों के लिए 20 प्रतिशत स्थान आरक्षित रखा जाएगा। इसमें विशेषकर शूटिंग, तीरंदाजी, बॉक्सिंग, वाटर स्पोर्ट्स आदि में ट्रेनिंग के लिए बिहार के खिलाड़ियों को सुविधा उपलब्ध रहेगी। बिहार के खिलाड़ी मध्यप्रदेश में ले सकेंगे ट्रेनिंग इस बात पर भी सहमति बनी कि जब तक जिन खेलों के लिए बिहार में आधारभूत संरचना पूरी तरह विकसित नहीं हो जाती, उन खेलों के लिए बिहार के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ट्रेनर के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में स्थित सुविधाओं का लाभ और ट्रेनिंग ले सकेंगे। राज्य में खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए दोनों राज्यों के बीच खेल के आपसी ज्ञान, प्रशिक्षकों और खेल विशेषज्ञों के आपसी आदान प्रदान और दोनों के बीच आपसी समन्वय, तालमेल और सहयोग पर सहमति हुई। बिहार की खेल प्रतिभा खोज योजना 'मशाल' को मध्यप्रदेश भी करेगा लागू सारंगी ने बिहार की खेल प्रतिभा खोज परियोजना 'मशाल' के क्रियान्वयन और संचालन के बारे में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण से विशेष जानकारी ली और इस योजना से प्रभावित होकर मध्यप्रदेश में भी मशाल योजना को लागू करने का आवश्यक निर्देश अपने अधिकारियों को दिया। मशाल के क्रियान्वयन और सफल संचालन की जानकारी लेने के लिए मध्यप्रदेश के अधिकारियों की एक टीम शीघ्र ही बिहार का दौरा करेगी।
विवि शिक्षक बोले- बिहार की तरह 30 दिन ग्रीष्मावकाश देने पर ही क्वालिटी एजुकेशन
रांची राज्य के विश्वविद्यालयों में ग्रीष्म अवकाश को लेकर शिक्षक सहमत नहीं है। झारखंड विवि शिक्षक संघ (जुटान) ने स्पष्ट कर दिया है कि विवि शिक्षकों के लिए ग्रीष्म अवकाश कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं, बल्कि अकादमिक व्यवस्था का अनिवार्य हिस्सा है। शिक्षकों ने कुलाधिपति से मांग की है कि अवकाश तालिका में बिहार की तर्ज पर 30 दिनों के ग्रीष्म अवकाश का स्पष्ट प्रावधान किया जाए। ऐसा नहीं होने पर इसका सीधा असर शिक्षण, शोध और उच्च शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा। कहा कि विवि शिक्षक केवल कक्षा में पढ़ाने तक सीमित नहीं रहते। शोध कार्य, पाठ्यक्रम अद्यतन, अकादमिक लेखन, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, सेमिनारों की तैयारी और नई शिक्षा नीति से जुड़े कार्य शिक्षकों की नियमित जिम्मेदारियों में शामिल हैं। इन सभी के लिए समय, एकाग्रता व अकादमिक वातावरण की आवश्यकता होती है, जो ग्रीष्म अवकाश में ही संभव हो पाता है। बढ़ा है शैक्षणिक-प्रशासनिक दबाव संयोजक डॉ कंजीव लोचन ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में शिक्षकों पर शैक्षणिक के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों का दबाव तेजी से बढ़ा है। परीक्षा संचालन, मूल्यांकन, नैक से जुड़े दस्तावेजी कार्य, विभिन्न समितियों की जिम्मेदारी और यूथ फेस्टिवल में भागीदारी ने शिक्षकों का कार्यभार कई गुना बढ़ा दिया है। ऐसे में ग्रीष्म अवकाश कम करना न केवल थकान बढ़ाएगा , एकेडमिक एक्टिविटी को भी प्रभावित करेगा।
बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह ने एक महिला का हिजाब हटाने की घटना को निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि यह देश के संवैधानिक मूल्यों और धार्मिक स्वतंत्रता का सीधा उल्लंघन है। सांसद ने इस घटना के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। धार्मिक स्वतंत्रता सुरक्षित नहीं, तो राजनीतिक स्वतंत्रता का क्या अर्थ सिंह ने जोर देकर कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता ही भारत की लोकतांत्रिक और बहुलतावादी पहचान का आधार है। उनके अनुसार, यदि समाज में धार्मिक स्वतंत्रता सुरक्षित नहीं है, तो राजनीतिक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं रह जाता। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र का अर्थ केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि नागरिकों की गरिमा, सम्मान और अधिकारों की रक्षा करना भी है। सांसद ने उस महिला के साहस की सराहना की, जिसने आत्मसम्मान से समझौता न करते हुए सरकारी नौकरी ठुकरा दी। उन्होंने इसे पूरे समाज के लिए प्रेरणास्रोत बताया। महिला के लिए सम्मान सर्वोपरि, ठुकरा दी नौकरी सिंह ने कहा कि किसी भी महिला के लिए सम्मान सर्वोपरि है और उसे अपने पहनावे, विश्वास तथा पहचान के साथ जीने का पूरा अधिकार है। नौकरी के दबाव में धार्मिक पहचान छोड़ने के लिए मजबूर करना अस्वीकार्य है। सुधाकर सिंह ने इस घटना को केवल एक व्यक्तिगत मामला नहीं माना, बल्कि इसे महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा पर एक गंभीर सवाल बताया। उन्होंने सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। संविधान के दायरे में रहकर शासन करना ही जिम्मेदारी सांसद ने सत्ता में बैठे लोगों को संविधान की सर्वोच्चता याद दिलाई। उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में रहकर शासन करना ही उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने अपील की कि समाज के सभी वर्ग इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाएं और धार्मिक स्वतंत्रता व महिला सम्मान की रक्षा के लिए एकजुट हों। अंत में उन्होंने उस साहसी महिला को सलाम करते हुए कहा कि उसका यह त्याग और आत्मसम्मान आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत संदेश है कि सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
लुधियाना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक सार्वजनिक समारोह में मुस्लिम बेटी के चेहरे से नकाब हटाने का मामला अब पंजाब तक गरमा गया है। इस घटना को लेकर मजलिसे अहरार इस्लाम हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पंजाब के शाही इमाम मौलाना मोहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने इसे न केवल शर्मनाक बताया बल्कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ करार देते हुए नीतीश कुमार से इस्तीफे और बिना शर्त माफी की मांग की है। न उम्र का लिहाज रहा, न ओहदे की मर्यादा ऐतिहासिक जामा मस्जिद में आज शाही इमाम ने तीखे शब्दों में कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी इस हरकत से साबित कर दिया है कि उनके मन में अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत भरी है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री को अपनी उम्र और पद का भी लिहाज नहीं रहा। अगर उन्हें अल्पसंख्यकों से इतनी ही नफरत है तो वे सेक्युलरिज्म का ढोंग करना छोड़ दें। इमाम की दो टूक: यह सिर्फ एक बेटी नहीं पूरी दुनिया की बेटियों का अपमानशाही इमाम ने कहा कि यह मामला केवल मुस्लिम समुदाय का नहीं है बल्कि हर उस बेटी के सम्मान का है जो अपनी मर्यादा में रहना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस्लाम की धार्मिक मान्यताओं के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।राजनीति नहीं सम्मान की लड़ाई: इमाम ने स्पष्ट किया कि उनका विरोध राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक और नैतिक है। उन्होंने नीतीश कुमार का पक्ष लेने वालों को नसीहत दी कि वे एक बार अपने घर की बहू-बेटियों के सम्मान के बारे में भी सोचें। बड़ी चेतावनी:पंजाब में दर्ज होगा अदालती मुकदमा मौलाना उस्मान ने चेतावनी दी है कि वे इस मामले को यहीं शांत नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने फौरन माफी नहीं मांगी तो वे पंजाब की अदालत में नीतीश कुमार के खिलाफ मुकदमा दायर करेंगे। उनका कहना है कि कोई भी व्यक्ति कानून या धर्म से ऊपर नहीं हो सकता चाहे वह कितने ही बड़े पद पर क्यों न बैठा हो। नीतीश कुमार को इस नापाक हरकत के बाद एक पल भी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहने का हक नहीं है। उन्हें फौरन इस्तीफा देना चाहिए और सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
बहादुरगढ़ के थाना सदर क्षेत्र के गांव लडरावण में गुरुवार सुबह एक युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना की सूचना पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और अग्रिम कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के सिविल अस्पताल में शव गृह में रखवा दिया है। जानकारी के अनुसार गांव लडरावण निवासी संजय कुमार ने गुरुवार की सुबह डायल 112 पर कॉल कर बताया कि गांव में कुलासी रोड पर पापड़ी के पेड़ से एक युवक फांसी के फंदे पर लटका हुआ है। युवक की उम्र करीब 23-24 वर्ष बताई जा रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया। जांच के दौरान मृतक की पहचान बिहार के जिला समस्तीपुर निवासी मुन्ना के रूप में हुई। आत्महत्या के कारणों का पता नहींथाना सदर के जांच अधिकारी एएसआई नवीन ने बताया कि मृतक बहादुरगढ़ की एक फैक्ट्री में काम करता था और कुछ माह पहले ही यहां आकर रह रहा था। आत्महत्या के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल में रखवा दिया है। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। परिजनों के यहां पहुंचने के बाद पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई कर शव उन्हें सौंपा जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ रांची के इटकी थाने में लिखित शिकायत की गई है। यह शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता मो. मुर्तजा आलम नाम के व्यक्ति ने कराई है। थाने में की गई शिकायत में कहा है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान हिजाब खींचा जाना व्यक्तिगत मामला न हो कर सार्वजनिक डोमेन का विषय बन चुका है। धार्मिक परिधान के साथ सार्वजनिक मंच पर किया गया ऐसा व्यवहार न केवल आपत्तिजनक है बल्कि महिला की गरिमा, लज्जा और शारीरिक स्वायत्तता पर प्रत्यक्ष आघात करना है। लिखित शिकायत में मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही गई है। पहले नियुक्ति पत्र दिया, फिर बोले- इसे हटाइए दरअसल बीते सोमवार को CM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे।महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। --------------------------------------------------------------------------------------- इसे भी पढ़िए... CM नीतीश ने हिजाब खींचा, नुसरत ने बिहार छोड़ा:बोलीं- अब नौकरी जॉइन नहीं करूंगी; मुख्यमंत्री का इरादा जो हो, मुझे तकलीफ हुई CM नीतीश कुमार ने जिस महिला डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब हटाया था, उन्होंने बिहार छोड़ दिया है। वो अब कोलकाता में अपने परिवार के पास चली गई हैं। 15 दिसंबर को ये घटना हुई, इसके अगले दिन ही नुसरत कोलकाता में अपने परिवार के पास आ गईं। वो पढ़ाई में बहुत तेज हैं। डॉक्टर बनना उनका सपना था। फिलहाल वो बिहार सरकार की नौकरी जॉइन नहीं करेंगी। परिवार नुसरत परवीन को समझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वो वापस बिहार आकर नौकरी जॉइन करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही हैं। ये बातें शहनवाज से नुसरत के भाई ने कही। पूरी खबर यहां पढ़ें..
संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर्रहमान बर्क ने बिहार के एक सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक मुस्लिम डॉक्टर लड़की का हिजाब खींचे जाने की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सांसद बर्क ने अपने 'X' और फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इस घटना को 'बहुत शर्मनाक और घटिया' बताया। उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा एक मुस्लिम लड़की का हिजाब जबरन खींचना केवल असभ्यता नहीं, बल्कि एक नैतिक अपराध है। बर्क ने जोर देकर कहा कि संविधान की शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री का सार्वजनिक मंच पर किसी महिला की इज्जत और धार्मिक पहचान से खिलवाड़ करना संवैधानिक मर्यादा पर सीधा हमला है। उन्होंने नीतीश कुमार से बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की। सांसद बर्क के अनुसार, यह केवल एक लड़की का अपमान नहीं, बल्कि महिला सम्मान, धार्मिक स्वतंत्रता और संवैधानिक मर्यादा पर सीधा हमला है। सांसद बर्क ने इस 'घटिया हरकत' पर चारों ओर सन्नाटे और टीवी चैनलों पर किसी बहस न होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने इसे 'दोहरा मापदंड' करार दिया और कहा कि अगर यही काम किसी और ने किया होता तो अब तक 'स्टूडियो ट्रायल' शुरू हो चुका होता।
उत्तर बिहार के जिलों में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 21 दिसंबर तक पूरे उत्तर बिहार में मौसम साफ और शुष्क बने रहने का अनुमान है। इस दौरान सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कुहासा छा सकता है, जबकि दिन में धूप खिली रहेगी। सीतामढ़ी में पछुआ हवा चलने के कारण सुबह-शाम कनकनी महसूस हो रही है। पूर्वानुमान के मुताबिक, अधिकतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। औसतन 3 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चल सकती है, जिससे रात के समय ठंड और बढ़ेगी। कुछ क्षेत्रों में पुरवा हवा चलने की भी संभावना मौसम विभाग ने बताया कि 20 से 21 दिसंबर के आसपास कुछ क्षेत्रों में पुरवा हवा चलने की भी संभावना है। सुबह के समय सापेक्ष आर्द्रता 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 40 से 45 प्रतिशत के बीच रह सकती है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 24.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम तापमान 25.2 तथा न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा है। दो-तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना पछुआ हवा के कारण रात में ठंड अधिक महसूस की जा रही है। आने वाले दो-तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। ठंड के कारण सुबह के समय सड़कों पर चहल-पहल कम देखी जा रही है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब उतारने के कथित मामले को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। विपक्ष के साथ अब भाजपा खेमे से भी विरोध के सुर उठने लगे हैं। देवबंद से भाजपा की पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेत्री शशि बाला पुंडीर ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। शशि बाला पुंडीर ने कहा-जिस तरह सार्वजनिक मंच पर एक महिला का हिजाब हटाया गया, वह बंदर और लंगूर जैसी छीना-झपटी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यक्रम में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों की बेटियां मौजूद थीं, ऐसे में इस तरह की हरकत महिलाओं के सम्मान का अपमान है। उन्होंने कहा-ये देश सती-सावित्री और सीता माता की परंपरा वाला देश है, यहां हर धर्म और जाति की बेटियों का बराबर सम्मान होता है। पूर्व विधायक ने कहा-पहले वहीं नेता एक धर्म विशेष के पैर छूते थे और आज उसी धर्म की बेटियों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगाते हुए कहा कि जो नेता महिलाओं के सम्मान पर चोट करता है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। शशि बाला पुंडीर ने चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं देश को तोड़ने का काम करेंगी। अगर इस तरह की हरकतें होती रहीं तो कोई भी धर्म हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई अपनी बहन-बेटियों के सम्मान के लिए जान देने से पीछे नहीं हटेगा। इससे देश में टकराव और कत्लेआम जैसी स्थितियां पैदा हो सकती हैं। नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए उन्होंने विधानसभा में पहले दिए गए उनके बयानों का जिक्र भी किया और कहा कि सत्ता आती-जाती रहती है, लेकिन समाज में छवि हमेशा रहती है। सोचिए, सत्ता जाने के बाद अगर आपकी बेटी या बहू के साथ ऐसा हो तो आपको कैसा लगेगा? उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण से उनका शर्म से सिर झुक गया है।
दरभंगा नगर सीट से 6 बार के विधायक संजय सरावगी बिहार बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। वो आज पटना भाजपा कार्यालय में पदभार संभालेंगे। सरावगी दरभंगा 150 से ज्यादा गाड़ियों के काफिले के साथ पटना के लिए निकल चुके हैं। उन्होंने कहा कि, पार्टी ही सबकुछ है मेरे लिए। पिछले साल नीतीश सरकार में कैबिनेट विस्तार के दौरान संजय सरावगी को पहली बार मंत्री बनाया गया था। अब वो दिलीप जायसवाल की जगह बिहार में पार्टी की कमान संभालेंगे। संजय सरावगी के दरभंगा से निकले की 2 तस्वीरें देखिए 6 बार से विधायक हैं संजय सरावगी संजय सरावगी ने सबसे पहले 2005 में विधानसभा चुनाव जीता। इसके बाद 2005 के नवंबर महीने में हुए चुनाव में भी उन्हें जीत मिली। इसके बाद 2010, 2015, 2020 और 2025 में भी विधायक चुने गए। हालांकि इस बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था। उसी समय ये चर्चा थी कि उन्हें प्रदेश में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। बिहार में अब संगठन का काम संजय सरावगी ही देखेंगे। 55 साल के संजय सरावगी वैश्य समुदाय से आते हैं। वो भाजपा के पुराने और भरोसेमंद चेहरे हैं और कारोबारी वर्ग में गहरी पकड़ रखते हैं। मिथिलांचल की सियासत में दरभंगा का खासा प्रभाव माना जाता है। स्टूडेंट लाइफ से ही पॉलिटिक्स में एंट्री ली दरभंगा के गांधी चौक के रहने वाले संजय सरावगी का जन्म 28 अगस्त 1969 को हुआ था। उन्होंने एमकॉम और एमबीए की पढ़ाई की है। स्टूडेंट लाइफ में ही संजय सरावगी ने पॉलिटिक्स जॉइन की थी। भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से उन्होंने छात्र राजनीति की शुरुआत की। साल 1995 में संजय सरावगी ने भाजपा की सदस्यता ली। वह मार्च 2005, नवंबर 2005, 2010, 2015, 2020 और 2025 में बीजेपी के टिकट पर दरभंगा सदर से विधायक चुने गए। संजय सरावगी दरभंगा नगर निगम से वार्ड पार्षद भी रह चुके हैं। उनकी छवि साफ छवि के नेता की रही है। दरभंगा शहर की जनता के बीच वे चर्चित चेहरा हैं। 2018 में उन्हें विधानसभा की प्राकलन समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया था। संजय सरावगी से जुड़े अपडेट के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए
सिटी रिपोर्टर| मोतिहारी उत्तर बिहार के जिलों में 17-21 दिसम्बर तक मौसम साफ और शुष्क रहने का अनुमान है। सुबह में हल्के से मध्यम कुहासा छा सकता है। अधिकतम तापमान 24 से 25 तथा न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। वहीं पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 3-5 कि.मी. प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा चल सकती है तथा 20-21 दिसंबर के आसपास पुरवा हवा भी चल सकती है। दूसरी ओर सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 40 से 45 प्रतिशत रहने की संभावना है। मंगलवार का अधिकतम तापमान 24.5 और न्यूनतम तापमान 9.5 डग्री सेल्सियस रिकॉड किया गया। रात में पछिया हवा के कारण कनकनी बढेगी। आग दो-तीन दिनों के बाद ठंड और बढ़ने की उम्मीद है। इस बीच न्यूनतम तापमान में कमी आने की संभावना है। साथ सुबह कुहासा रहेगा। पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमशः 25.2 एवं 9.1 डिग्री सेल्सियस रहा। औसत सापेक्ष आर्द्रता 97.0 प्रतिशत सुबह में एवं दोपहर में 58.0 प्रतिशत, हवा की औसत गति 2.6 किमी प्रति घंटा एवं दैनिक वाष्पन 1.6 मिमी तथा सूर्य प्रकाश अवधि औसतन 7.2 घंटे प्रति दिन रिकार्ड किया गया तथा 5 से.मी की गहराई पर भूमि का औसत तापमान सुबह में 15.1 एवं दोपहर में 23.6 डिग्री था। ^उत्तर बिहार के जिलों में मौसम साफ और शुष्क का अनुमान है। सुबह में हल्के से मध्यम कुहासा छा सकता है। - डॉ. ए. सत्तार, नोडल पदाधिकारी,मौसम विभाग, डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा किसान को सलाह दी जाती है कि गेहूं की पिछात किस्मों की बुआई 25 दिसम्बर से पहले अवश्य पूर्ण कर लें, क्योंकि इसके बाद बुआई करने पर उपज में भारी कमी आ सकती है। इस क्षेत्र के लिए गेहूं की पिछात किस्मों एचडी 2733, एचयूडब्ल्यू 468, डब्लूआर 544, डीबीडब्लू 39, एचडी 2967 तथा एचडब्लू 2045 किस्में अनुशंसित हैं। बुआई से पूर्व प्रति किलो बीज को 2.5 ग्राम बेविस्टीन से उपचारित करें तथा उसके बाद क्लोरपायरीफॉस 20 ईसी दया की 8 मिली मात्रा प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचार करें। खेत की तैयारी के समय 40 किलो नेत्रजन, 40 किलो फास्फोरस एवं 20 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से डालें।
एसजीएफआई के तहत बिहार टीम चयन के लिए 20 को ओपन ट्रायल
भास्कर न्यूज | बेगूसराय स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) के अंतर्गत बिहार टीम के चयन हेतु ओपन ट्रायल का आयोजन किया जा रहा है। यह ओपन ट्रायल 20 दिसंबर को बेगूसराय में आयोजित होगा। चयनित खिलाड़ियों के लिए एसजीएफआई की रिपोर्टिंग सेशन 24 जनवरी से 31 जनवरी तक प्रस्तावित है। बिहार राज्य के सभी जिलों के अंडर-17 और अंडर-19 बालक व बालिका खिलाड़ियों से इस ओपन ट्रायल में भाग लेने की अपील की गई है। खिलाड़ियों को इंटरव्यू और खेल कौशल के आधार पर चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा, जहां वे अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन कर सकेंगे। इस संबंध में बिहार कलरीपयट्टू संघ के सचिव श्याम सहनी और अध्यक्ष आदित्य वर्मा ने बताया कि यह ट्रायल राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयन का सुनहरा अवसर है। वहीं कलरीपयट्टू संघ बेगूसराय के जिला अध्यक्ष संजीत कुमार उर्फ पंकज दा और उपाध्यक्ष मंजेश कुमार ने कहा कि अंडर-17 और अंडर-19 वर्ग के खिलाड़ियों के लिए यह बड़ा मंच साबित हो सकता है। बेगूसराय कलरीपयट्टू संघ के सचिव शिवम कुमार और कोषाध्यक्ष ने बताया कि ओपन ट्रायल का आयोजन महंत राम जीवन दास कॉलेज, विष्णुपुर (एम.आर.जे.डी. कॉलेज) परिसर में किया जाएगा। आयोजकों ने सभी जिलों के खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों से इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग की अपील की है।
बुरहानपुर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। यह प्रदर्शन पटना में एक कार्यक्रम के दौरान एक महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने के मामले में किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नीतीश कुमार को उनके पद से हटाने की मांग की है। यह घटना पिछले दिनों पटना में आयुष चिकित्सकों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में हुई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिजाब पहनकर आई एक अल्पसंख्यक डॉक्टर को नियुक्ति पत्र देते समय कथित तौर पर उसका हिजाब हटा दिया था। बुधवार शाम को बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक नेता और कांग्रेस नेता बुरहानपुर के एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम बुरहानपुर एसडीएम अजमेरसिंह गौड़ को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। कांग्रेस अल्पसंख्यक नेता फरीद काजी ने बताया कि 15 दिसंबर को पटना में हुई घटना में मुस्लिम महिला डॉक्टर के चेहरे से नकाब खींचकर मुस्लिम विरोधी मानसिकता का परिचय दिया गया और महिलाओं का सार्वजनिक अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि यह केवल मुस्लिम महिला का नहीं, बल्कि सभी महिलाओं का अपमान था। जिला कांग्रेस कमेटी, अल्पसंख्यक कांग्रेस और पार्षदों की ओर से राष्ट्रपति और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर नीतीश कुमार को पद से हटाने की मांग की गई। इस दौरान शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रिंकू टाक, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के सलीम कॉटनवाला और निखिल खंडेलवाल सहित कई पार्षद मौजूद थे।
कैथल में थाना चीका क्षेत्र में गोदाम से गेहूं की बोरियां चोरी करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ टीम द्वारा काबू करके 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान आरोपी बलबेहडा निवासी रणधीर सिंह, सेगा प्लाट चीका निवासी रुलदू तथा महामादा चोबे तोला जिला चंपारण बिहार निवासी उपेंद्र राय उर्फ राजू के रूप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की गई गेहूं की 30 बोरी, 2 लाख 1 हजार रुपए तथा वारदात में प्रयुक्त ट्रैक्टर- ट्राली बरामद हुए हैं। चीका थाना में दर्ज था मामला अनाज मंडी चीका निवासी सतीश कुमार की शिकायत के अनुसार, 9 दिसंबर को कैथल रोड चीका स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा 243 बोरी गेहूं चोरी कर ली गई। इस बारे थाना चीका में मामला दर्ज किया गया। मामले में एंटी व्हीकल थेफ्ट स्टाफ प्रभारी एसआई प्रदीप कुमार की अगुवाई में एएसआई करनैल सिंह की टीम द्वारा 16 दिसंबर को आरोपी रणधीर सिंह, रुलदु तथा उपेंद्र राय उर्फ राजू को काबू कर लिया गया। उनका कोर्ट से 2 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया। पुलिस प्रवक्ता प्रवीन श्योकंद ने बताया कि रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ उपरांत आरोपियों के कब्जे से गेहूं, 2 लाख 1 हजार रुपए तथा ट्रैक्टर ट्राली बरामद की गई है। सभी आरोपी जेल भेज दिए गए।
गयाजी के मानपुर प्रखंड के सिकहर मोड़ के पास एक निजी होटल में जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से सदस्यता नवीनीकरण अभियान-2025 की औपचारिक शुरुआत की गई। कार्यक्रम में संगठन को धार देने और बूथ स्तर तक मजबूती का संदेश साफ दिया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर जदयू के प्रदेश महासचिव सह मुख्यालय प्रभारी चंदन सिंह मौजूद रहे। अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष अजीत शर्मा ने की। संचालन अवध बिहारी पटेल ने संभाला। प्रदेश महासचिव चंदन सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जदयू आज बिहार की बड़ी और भरोसेमंद पार्टी है। जनता ने बार-बार पार्टी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर विश्वास जताया है। इसी भरोसे को संगठन की ताकत में बदलना इस अभियान का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में कम से कम एक करोड़ प्राथमिक सदस्य बनाने का टारगेट तय किया गया है। गांव-गांव तक पार्टी को पहुंचाया जाएगा। गयाजी जिले में 5 लाख से अधिक सदस्य बनाने का टारगेट उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की नीतियां और विकास की सोच घर-घर पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि गया जिले में पांच लाख से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मानपुर प्रखंड से इसकी मजबूत शुरुआत हुई है। कार्यक्रम के दौरान पहले से जुड़े 50 कार्यकर्ताओं ने अपनी सदस्यता का नवीनीकरण कराया। वहीं 200 नए साथियों ने प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। कई प्राथमिक सदस्यों को सक्रिय सदस्य भी बनाया गया। संगठन में नई ऊर्जा दिखी। कार्यकर्ताओं में उत्साह नजर आया। जदयू प्रखंड अध्यक्ष बोले- अभियान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहेगा प्रखंड अध्यक्ष अजीत शर्मा ने कहा कि यह अभियान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहेगा। आने वाले एक महीने तक गांव-गांव जाकर पार्टी की बात रखी जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्य, सामाजिक न्याय और सुशासन का मॉडल लोगों तक पहुंचाया जाएगा। महिलाओं, युवाओं और हर वर्ग को संगठन से जोड़ने पर फोकस रहेगा। कार्यक्रम में जिले के वरीय नेता, प्रखंड और पंचायत स्तर के अध्यक्ष, प्रखंड कमेटी के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे। नेताओं ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
पाकिस्तान के कुख्यात डॉन शहजाद भट्टी ने अपना एक वीडियो जारी कर धमकी दी है कि सीएम नीतीश माफी मांग लें वरना फिर ये मत कहना है कि चेतावनी नहीं दी गई थी।
ललित सुरजन की कलम से - बिहार के बाद क्या?
पहले तो लोग इस बात पर माथापच्ची करते रहे कि बिहार में विधानसभा चुनावों के नतीजे क्या होंगे। जिस दिन मतदान का आखिरी चरण सम्पन्न हुआ उस दिन तमाम विशेषज्ञ एक्जिट पोलों की चीर-फाड़ में लग गए
ललित सुरजन की कलम से - बिहार चुनाव : कुछ अन्य बातें
'बिहार में महागठबंधन की अभूतपूर्व जीत के बारे में टीकाकारों के अपने-अपने विश्लेषण हैं
Fact check: क्या कन्हैया कुमार ने दिल्ली और बिहार में 'डबल वोटिंग' की? नहीं
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर कन्हैया कुमार के दिल्ली में एक मतदान केंद्र विजिट करने की है. वह 2024 में उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे जबकि उन्होंने अपना मतदान अपने होम टाउन बेगूसराय में ही किया था.
आसान नहीं बिहार का मैदान भाजपा के लिए
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार खत्म हो गया है और गुरुवार, 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा
क्या बिहार से लेफ्ट एकता की राह पकड़ेगा?
बिहार के विधानसभा चुनाव के बहुत सारे पहलू हैं। और इनमें से ज्यादातर पर लिखा जा रहा है
2015 की तरह इस बार भी बिहार में आरक्षण सबसे बड़ा मुद्दा
बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है। वहां यह मुद्दा सबसे बड़ा बनने जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी शुरुआत हो गई है
राहुल की यात्रा का पहला दौर कामयाब : मगर असली लक्ष्य है बिहार जीतना
राहुल की बिहार यात्रा का पहला दौर खतम हो गया। दूसरा दौर जब भी शुरू हो मगर उससे पहले ही वोट चोरी पूरे देश में मुद्दा बन गई
राहुल गांधी ने बिहार मतदाता सूची से बच्चों के नाम कटने का दावा नहीं किया
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों के नाम काटे जाने से संबंधित कोई दावा नहीं किया था.
पीएम उषा अभियान के तहत बिहार को 600 करोड़ रुपए देगी मोदी सरकार, नीतीश कैबिनेट ने खोला बंद रास्ता
बिहार में पीएम उषा अभियान को लागू करने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अगले दो साल में 600 करोड़ रुपए मिलने का रास्ता खुल गया है।
बॉलीवुड के मशहूर स्टार कपल सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल 7 वर्ष की डेटिंग के बाद अब पति-पत्नी बन चुके हैं। दोनों की शादी इस वक़्त टॉक ऑफ द टाउन है। सोनाक्षी और जहीर अलग धर्म से हैं। ऐसे में ना उन्होंने निकाह किया तथा ना ही फेरे लिए, बल्कि सादगी से रजिस्टर मैरिज की एवं फिर रिसेप्शन पार्टी रखी। अलग धर्म में शादी करने पर सोनाक्षी एवं जहीर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग के कारण दोनों को अपने वेडिंग पोस्ट का कमेंट सेक्शन तक बंद करना पड़ा। मगर बात तब हद से ज्यादा तब बढ़ गई, जब इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी एवं जहीर के खिलाफ बिहार के गांव में प्रोटेस्ट मार्च निकाले गए। रिपोर्ट के अनुसार, सोनाक्षी के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन 'हिंदू शिव भवानी सेना' नाम की एक संगठन द्वारा आयोजित किया गया था। जहीर संग शादी पर बेटी सोनाक्षी की हो रही ट्रोलिंग पर अब शत्रुघ्न सिन्हा ने चुप्पी तोड़ी है तथा हेटर्स को जवाब दिया है। अपने एक इंटरव्यू के चलते शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- आनंद बक्शी साहब ने इस तरह के प्रोफेशनल प्रोटेस्टर्स के बारे में लिखा है- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। इसमें आगे जोड़ना चाहूंगा कि कहने वाले अगर बेकार, बेकाम-काज के हों तो बोलना ही उनका काम बन जाता है। मेरी बेटी ने कुछ भी ऐसा नहीं किया जो गैरकानूनी एवं संविधान के खिलाफ है। सोनाक्षी-जहीर की शादी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा- शादी दो लोगों के बीच का एक बहुत ही व्यक्तिगत फैसला है। इसमें किसी को भी बीच में दखल देने या कमेंट करने का हक नहीं होता। विरोध प्रदर्शन करने वालों को मैं यही बोलना चाहता हूं- अपनी जिंदगी पर ध्यान दो। जिंदगी में कुछ अच्छा करो। इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने खुशी-खुशी अपनी इकलौती बेटी की शादी की है। उन्होंने दामाद जहीर को भी अपना आशीर्वाद दिया है। रिलीज हुआ श्रद्धा कपूर-राजकुमार राव की स्त्री 2 का टीजर, इस अवतार में नजर आए स्टार्स किशोर कुमार के गानों पर बैन, मनोज कुमार-देव आनंद की फिल्मों पर रोक..! बॉलीवुड पर भी पड़ा था 'इमरजेंसी' का बुरा असर सामने आई कंगना रनौत की इमरजेंसी की रिलीज डेट, जानिए किस दिन आ रही है इंदिरा गांधी की बायोपिक?
फिल्म रैप में जानिए कि रविवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. 9 जून 2024 का दिन एतिहासिक रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ली. इस दौरान शाहरुख खान से लेकर अक्षय कुमार भी मौजूद रहे.
परेशान होकर छोड़ी इंडस्ट्री, सालों बाद किया कमबैक, बिहार की लड़की कैसे बनी हीरोइन?
टेलीविजन के पॉपुलर शो उडारियां 15 साल का लीप लेने जा रहा है. लीप के बाद शो एक नई कहानी और स्टारकास्ट के साथ दर्शकों को एंटरटेन करने आ रहा है. लीप से पहले उडारियां में आशमा का रोल निभाने वाली अदिति भगत ने आजतक संग बातचीत की और शो को लेकर कई सारी बातें शेयर कीं.
बिहार सीईटी बीएड : पांच साल में सबसे ज्यादा आवेदन आए, इस तारीख से आएंगे एडमिट कार्ड
Bihar CET B.Ed:महिलाओं के लिए अलग एवं पुरुषों के लिए अलग परीक्षा केंद्र होंगे। अभ्यर्थी 17 जून से अपना एडमिट कार्ड वेबसाइटwww. biharcetbed- lnmu. inपर लॉगइन कर डाउनलोड कर सकेंगे।
बीएसईबी बिहार बोर्ड से संबद्ध और एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड संस्थानों की सूची जारी
Bihar D.El.Ed: बिहार बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2024 की आंसर की जारी करने के एक दिन बाद अब राज्य में मौजूद सरकारी व निजी डीएलएड प्रशिक्षण संस्थानों की सूची भी जारी कर दी है। डीएलएड में दाखिला लेने
Bihar DElEd Answer Key 2024: आंसर की जारी, ऐसे दर्ज करें ऑब्जेक्शन, देखें डायरेक्ट लिंक
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (DElEd) परीक्षा 2024 की आंसर की जारी की। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट- biharboardonline.b
Bihar STET: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी)-2024 (प्रथम) परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। पेपर-1 के विभिन्न विषयों की परीक्षा 18 से 29 मई तक होगी।
CSBC Bihar Police Constable Exam: क्या जारी हो चुकी हैं रिवाइज्ड तारीखें, पढ़ें अपडेट
CSBC Bihar Police Constable exam dates: बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की नई तारीखों का इंतजार है। परीक्षाएं 1, 7 और 15 अक्टूबर को निर्धारित की गई थीं, जिन्हें रद्द व स्थगित कर दिया गया था। आइए
सलमान के घर फायरिंग से पहले शूटर्स ने बिहार में की हथियारों की प्रैक्टिस, फार्म हाउस की हुई थी रेकी
14 अप्रैल को, सुबह 4.50 बजे सलमान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर, अज्ञात हमलावरों ने पांच राउंड फायरिंग की थी. पुलिस ने सलमान के घर पर फायरिंग करने के मामले में विक्की गुप्ता (24 साल) और सागर पाल (21 साल) नाम के दो लड़कों को गिरफ्तार किया था. अब इससे जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है.
Manisha और Elvish के बीच लगी दुश्मनी की आग हुई और तेज, बिहार की बेटी नेसरेआम बना दिया'राव साहब' का मजाक ?
Bihar Board: जानें-10वीं की मार्कशीट में लिखी U/R,B और C जैसी शॉर्ट फॉर्म का क्या मतलब है?
बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं का रिजल्ट 31 मार्च को जारी कर दिया गया था। छात्र अपनी ओरिजनल मार्कशीट स्कूल से ले सकते हैं। आइए जानते हैं मार्कशीट में लिखी शॉर्ट फॉर्म की फुलफॉर्म क्या है।
बिहार में जेईई और नीट की फ्री कोचिंग, रहने-खाने की भी रहेगी मुफ्त व्यवस्था, ऐसे करें अप्लाई
Bihar Board Jee and Neet Free Coaching : विद्यार्थी समिति द्वारा संचालित engineering (jee) औरmedical (neet) की नि:शुल्क तैयारी हेतु BSEB SUPER-50 आवासीय शिक्षण में पढ़ने हेतु आवेदन कर सकत हैं।
Bihar 10th Board 2024: टॉप 5 में इन 10 छात्रों ने बनाई जगह, जानें नाम और मार्क्स
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने दसवी का रिजल्ट bsebmatric.org और results.biharboardonline.com पर जारी कर दिया है। इस साल टॉप 10 की लिस्ट ने 51 छात्रों ने अपनी जगह बनाई है। टॉप 5 की लिस्ट में 10 छ
Bihar Board BSEB 2024 Matrci Result Today:बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट biharboardonline.bihar.gov.in व biharboardonline.com , onlinebseb.in पर जल्दजारी कर दिया जाएगा।
BSEB: क्लास 10वीं के रिजल्ट से पहले जानें ये 10 जरूरी बातें, मार्कशीट मिलने में मिलेगी मदद
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड अब कभी भी वेबसाइट biharboardonline.gov.in पर कक्षा 10वीं के रिजल्ट अपलोड कर सकता है। एक बार रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) मैट्रिक यानी कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अब कभी भी biharboardonline.bihar.gov.in पर जारी हो सकता है, जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, रिजल्
बीएसईबी मैट्रिक रिजल्ट की घोषणा जल्द की जाएगी। हालांकि अभी तक रिजल्ट की टाइमिंग और तारीख के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद है नतीजे 31 मार्च तक आधिकारिक वेबसाइट biharboardonlin
BSEB Bihar 10th Board: प्रेस कॉन्फ्रेंस में शेयर की जाएंगी ये 5 डिटेल्स, यहां पढ़ें
छात्र आधिकारिक वेबसाइट्स से बीएसईबी 10वीं स्कोरकार्ड 2024 डाउनलोड कर सकेंगे। रिजल्ट वाले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। जिसमें बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा से जुड़ी कई डिटेल्स शेयर की जाएगी। आइए ज
Bihar 12th Board: किसान की बेटी बनीं कॉमर्स की टॉपर, अब बनना चाहती हैं प्रोफेसर, करेंगी PhD
बिहार बोर्ड 12वीं की कॉमर्स स्ट्रीम में खुशी कुमारी को जिले में सेकंड रैंक मिली है। उनके पिता किसान हैं। उन्होंने कहा, मेरे पिता ने हमेशा शिक्षा को महत्व दिया है, इसलिए भविष्य में मैं शिक्षा के क्षेत
इस साल का रिजल्ट पिछले 5 साल की तुलना में सबसे बेहतर, 87.21 प्रतिशत विद्यार्थी हुए पास
BSEB Bihar Board 12th Result : हार बोर्ड ने आज 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस वर्ष का रिजल्ट पिछले 5 सालों की तुलना में सबसे बेहतर रहा है। इस साल इंटर का रिजल्ट 87.21 फीसदी रहा।
बिहार बोर्ड ने 12वीं यानी इंटर परीक्षा का रिजल्ट अब जारी कर दिया है। टॉपर्स के नाम भी सामने आ गए हैं। आइए जानते हैं साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स स्ट्रीम के टॉपर्स ने किन स्कूलों से पढ़ाई की है। यहां देखें न
BSEB : बारहवीं कक्षा के छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए फ्री में कोचिंग देती है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) गरीब विद्यार्थियों को JEE और NEET की मुफ्त कोचिंग कराती है।
BSEB Bihar Board: बिहार बोर्ड इंटर छात्र जानें टॉप 10 इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज
NIRF यानी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क। इस रैंकिंग को शिक्षा मंत्रालय जारी करता है। एनआईआरएफ रैंकिंग में देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी की रैंकिंग जारी की जाती है।
बीएसईबी 12वीं के परिणाम के साथ टॉपर्स की लिस्ट भी शेयर करेगा। जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, पिछले 7 सालों में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम में किसने किया था टॉप। यहां पढ़ें पूरी

