सहरसा के किलकारी बिहार बाल भवन में बाल दिवस के अवसर पर 'बाल उमंग पखवाड़ा' का आयोजन किया जा रहा है। 13 से 30 नवंबर तक चलने वाले इस पखवाड़े के तहत शुक्रवार को बच्चों ने एक भव्य सांस्कृतिक झांकी निकाली। इसमें सैकड़ों बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बच्चों ने पेश किया स्वागत और पारंपरिक बिहू नृत्य कार्यक्रम में सहरसा के जिला शिक्षा पदाधिकारी हेमचंद्र मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके आगमन पर बच्चों ने स्वागत नृत्य और पारंपरिक बिहू नृत्य प्रस्तुत किया। डीईओ ने झांकी को हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह झांकी किलकारी परिसर से शुरू होकर शहर के कचहरी ढाला, शिवपुरी, पासवान टोला, महाराणा प्रताप चौक, बम्फर चौक, पंचवटी होते हुए गंगजला मार्ग से वापस किलकारी पहुंची। बाल उमंग पखवाड़ा की देखें तस्वीरें... संस्कृति, कला और सामाजिक जागरूकता के बारे में बताया पूरे मार्ग में बच्चों ने सांस्कृतिक वेशभूषा, कार्टून कैरेक्टर्स और विभिन्न थीम पर आधारित प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया। कई बच्चों ने संस्कृति, कला और सामाजिक जागरूकता से जुड़े प्रभावी नारे भी प्रदर्शित किए। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों की सृजनशीलता, सजावट और अनुशासन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि किलकारी बिहार बाल भवन बच्चों के लिए सीखने और अपने हुनर को प्रदर्शित करने का एक अनूठा मंच प्रदान करता है। झांकी से खेल और विज्ञान के प्रति सकारात्मक संदेश फैलाना उद्देश्य प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक प्रणव भारती ने बताया कि इस झांकी का मुख्य उद्देश्य समाज में कला, खेल और विज्ञान के प्रति सकारात्मक संदेश फैलाना है। इसका लक्ष्य है कि अधिक से अधिक बच्चे किलकारी द्वारा प्रदान किए जा रहे निःशुल्क प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मधु कुमारी, लेखा पदाधिकारी विश्व विजय झा, प्रशिक्षक-प्रशिक्षिकाएं और बच्चों की एक बड़ी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बच्चों ने वालंटियर के रूप में दिया उत्कृष्ट सहयोग कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने स्वयंसेवक (वालंटियर) के रूप में उत्कृष्ट सहयोग दिया। यह समारोह न केवल मनोरंजक रहा, बल्कि इसने बच्चों में अनुशासन, सामाजिक जागरूकता और सांस्कृतिक विविधता के सम्मान जैसे गुणों को भी बढ़ावा दिया।
आईआईएम बोधगया ने बिहार प्रशासकीय सुधार मिशन सोसाइटी (बीपीएसएमएस) के माध्यम से बिहार सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, आईआईएम बोधगया को मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना का शैक्षणिक और ज्ञान साझेदार बनाया गया है। इस योजना का उद्देश्य बिहार के 121 प्रशिक्षित युवा निवासियों को फेलो के रूप में शामिल करना है, जो राज्य, प्रमंडल, जिला और नगर स्तर पर नीति निर्माण, प्रशासनिक निर्णय और विकास योजनाओं में योगदान देंगे। समझौते के अनुसार, आईआईएम बोधगया फेलोज़ के लिए संपूर्ण शैक्षणिक पाठ्यक्रम, चयन प्रक्रिया में सहयोग, कक्षा प्रशिक्षण, व्यावहारिक शिक्षा, मार्गदर्शन और नियमित मूल्यांकन का संचालन करेगा। बिहार सरकार उनकी तैनाती, प्रशासनिक प्रक्रियाओं के समन्वय और वित्तीय सहयोग का प्रबंधन करेगी। यह सहयोग राज्य की उस परिकल्पना को साकार करेगा, जिसमें युवा प्रशासनिक पेशेवरों का एक समूह तैयार किया जाए। यह समूह बेहतर सेवा प्रदान करने, नीति लागू करने में स्पष्टता लाने और सरकारी व्यवस्थाओं में नवाचार को बढ़ावा देने में सहायक होगा। विभिन्न स्तरों पर अपनी सेवाएं देंगे ये फेलो जिला अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक विभिन्न स्तरों पर अपनी सेवाएं देंगे। आईआईएम बोधगया पहले भी बिहार प्रशासनिक सेवा और बिहार पुलिस सेवा के अधिकारियों के लिए नेतृत्व और प्रबंधन कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। इन कार्यक्रमों में प्रशासनिक प्रभावशीलता, सार्वजनिक नेतृत्व, निर्णय-निर्माण और नागरिक-केंद्रित सेवा जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे। इन प्रयासों ने जल संसाधन, परिवहन, योजना, पंचायती राज और अन्य तकनीकी विभागों के अधिकारियों की प्रबंधकीय क्षमता को मजबूत किया है। इस एमओयू पर बोलते हुए, आईआईएम बोधगया की निदेशक प्रो. (डॉ.) विनीता एस सहाय ने कहा कि यह सहयोग राष्ट्र-निर्माण में संस्थान की भूमिका और 'विकसित भारत' व 'विकसित बिहार' के लक्ष्य को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आपको याद होगा जब बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा हुई थी, उससे पहले और बाद में कांग्रेस पार्टी जोरशोर से 'वोट चोरी' मुद्दा उछाल रही थी. ग्रैंड ओल्ड पार्टी ने भाजपा के साथ-साथ चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए. राहुल गांधी ने हजारों पन्ने ले आकर बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस और प्रजेंटेशन भी दिया था.
बसपा के बिहार प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस कदम से बिहार में पार्टी के लिए सियासी चुनौतियां बढ़ गई हैं। कुमार ने अपने त्यागपत्र में निजी कारणों का हवाला दिया है। उन्होंने कहा कि वे अब पार्टी को अपना पूरा समय और योगदान नहीं दे सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे स्वेच्छा से प्रदेश प्रभारी पद छोड़ रहे हैं और बसपा की प्राथमिक सदस्यता भी त्याग रहे हैं। इस दौरान उन्होंने पार्टी नेतृत्व, विशेषकर अध्यक्ष मायावती, को मिले समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब बसपा आगामी 2025 विधानसभा चुनावों से पहले बिहार में पहले से ही कमजोर स्थिति में है। इस कदम से पार्टी में संगठनात्मक कमजोरी और नेतृत्व-विहीनता की स्थिति पैदा हो सकती है, जिसका असर बसपा की रणनीति और भविष्य की दिशा पर पड़ सकता है। पार्टी ने नहीं दी कोई प्रतिक्रिया पार्टी ने अभी तक इस इस्तीफे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, माना जा रहा है कि जल्द ही नए बिहार प्रभारी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। बता दें कि अनिल कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में बक्सर सीट से बसपा के उम्मीदवार थे। उन्होंने 1,14,714 वोट प्राप्त कर तीसरा स्थान हासिल किया था। इस इस्तीफे के बाद, बसपा को आगामी 2025 विधानसभा चुनावों से पहले अपने शीर्ष संगठनात्मक नेतृत्व में बदलाव का सामना करना पड़ रहा है। इस घटनाक्रम का असर आने वाले दिनों में पार्टी की चुनावी तैयारियों और प्रदर्शन पर स्पष्ट रूप से दिख सकता है।
साल 2009, मई का महीना, लोकसभा का रिजल्ट आ रहा था। हाजीपुर से चुनाव लड़ रहे रामविलास पासवान पिछड़ने लगे। पूरे बिहार की नजरें इस सीट पर थीं। दोपहर के वक्त जब काउंटिंग रुकी तो पासवान चुनाव हार चुके थे। वहीं, लालू यादव छपरा से चुनाव जीत गए थे। UPA को केंद्र में सरकार बनाने की हैसियत मिली थी। पासवान के सामने सिर्फ चुनाव हारने का गम नहीं था। 2 दशक से जिस 12 जनपथ रोड वाले आवास में रह रहे थे उसे खाली करने की चिंता सताए जा रही थी। कुछ वक्त बीता और लालू यादव पासवान के लिए सहारा बने। बंगला बचाने की खातिर पासवान को राज्यसभा भेज दिया। यह कहानी दोस्ती और बंगले दोनों की है। अब नई कहानी सुनिए। 25 नवंबर की शाम लालू यादव के एक और साथी रहे नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी को नया घर दे दिया। मतलब, बिना कुछ कहे बता दिया कि अब आपको 10 सर्कुलर वाले आवास से जाना होगा। सूत्रों के मुताबिक जैसे ही यह खबर आई, लालू के करीबियों ने उन्हें नीतीश कुमार से बात करने की सलाह दी। इस पर लालू बोले, ‘हमको बात नहीं करनी, जब उनको शर्म नहीं बची तो मैं क्यों फोन करूं।’ अब पढ़िए 4 नेताओं के 4 बंगले की कहानी 1- लालू की मदद से बचा रामविलास का बंगला रामविलास को 1990 में केंद्रीय मंत्री बनने के बाद दिल्ली के 12 जनपथ बंगला मिला था। 2009 में चुनाव हारने के बाद नौबत घर खाली करने की थी। रामविलास बंगला बचाने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पास पहुंचे। उस समय लालू ने उनकी मदद की थी। अपने विधायकों की मदद से रामविलास को राज्यसभा भेज दिया। पासवान न केवल राज्यसभा पहुंचे, बल्कि दिल्ली में अपना पसंदीदा आशियाना भी बचा लिया। उनके निधन के बाद 2022 में चिराग पासवान को यह बंगला खाली करना पड़ा। चिराग की लाख कोशिशों के बाद भी बंगला से रामविलास से जुड़ी निशानियों को मिटा दिया गया। 2- अब बात 2025 की, राबड़ी देवी को मिला नया घर बिहार में प्रचंड बहुमत के साथ NDA की सरकार बनी है। सरकार ने राजद सुप्रीमो को उस घर से बाहर निकालने का फैसला किया है जहां से वह पिछले 20 साल से सियासत कर रहे हैं। 10 सर्कुलर रोड लालू परिवार के लिए केवल एक बंगला नहीं, बल्कि राजद की सियासत का पावर सेंटर भी है। यह बंगला फिलहाल राबड़ी देवी को विधान परिषद में विपक्ष की नेता की हैसियत से मिला हुआ है। सरकार ने अब उन्हें 39 हार्डिंग रोड का बंगला अलॉट किया है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी राबड़ी देवी को बंगला खाली करने का नोटिस नहीं दिया गया है। नया बंगला अलॉट किए जाने के बाद तय माना जा रहा है कि उन्हें जल्द 10 सर्कुलर रोड वाला घर खाली करना होगा। लालू बंगला छोड़ने को तैयार, CM से नहीं मांगेंगे मदद राजद के कई नेता खुलेआम बोल रहे हैं कि बंगला खाली नहीं करेंगे। वहीं, राबड़ी आवास से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि लालू यादव से कहा गया था कि वे घर को लेकर सीएम नीतीश कुमार से बात करें। लालू ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। लालू ने साफ कहा, ’किसी से बात करने की जरूरत नहीं। अगर सरकार चाहती है तो बंगला खाली कर दूंगा।’ 10 सर्कुलर रोड: यहीं से लालू के बच्चों का करियर शुरू हुआ कभी वेटनरी कॉलेज के हॉस्टल में रहने वाले लालू यादव पटना के लुटियंस कहे जाने वाले सर्कुलर रोड के बंगलों में 1990 में पहुंचे। 1990 से 2005 तक उनका ठिकाना एक अणे मार्ग यानि CM हाउस रहा। 2005 में जब उनकी सत्ता गई तो CM हाउस के ठीक पीछे 10 सर्कुलर रोड बतौर पूर्व मुख्यमंत्री की हैसियत से राबड़ी देवी को मिला। 2017 में जब हाईकोर्ट ने पूर्व CM के आवास की व्यवस्था रद्द की तो सरकार ने 10 सर्कुलर रोड को विधान परिषद में विपक्ष की नेता होने के नाते राबड़ी को आवंटित किया। यह घर लालू यादव के लिए कई लिहाज से खास है। अपनी सियासत की ढलान पर जब लालू यादव इस बंगले में आए तो यहीं से उनके दोनों बेटों का राजनीतिक करियर शुरू हुआ। विधायक से लेकर मंत्री और डिप्टी सीएम तक का सफर उन्होंने यहीं से तय किया। उनके दोनों बेटों समेत 3 बेटियों की शादी इसी बंगले में रहते समय हुई। लालू परिवार की ऐसी कई यादें इस बंगले से जुड़ी हैं। यही कारण है कि राजद नेता इस बंगले को नहीं छोड़ना चाहते। 3- देश रत्न मार्ग, इसके लिए तेजस्वी हाईकोर्ट तक लड़े, सम्राट ने दोष दूर किया बिहार की सियासत में 2015 के बाद जो बंगला सत्ता के गलियारे के सबसे पावरफुल बंगले के रूप में उभरा वो है 5 देश रत्न मार्ग। 2015 में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद इसे डिप्टी सीएम के बंगले के रूप में आवंटित किया गया। उस समय तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे। उनके रहने आने से पहले बंगले की सजावट में करोड़ों रुपए खर्च किए गए। स्पेन के ग्रेनाइट और जयपुर के झूमर मंगाकर लगाए गए। तेजस्वी के लिए बंगले को 5 स्टार होटल की तरह तैयार किया गया, लेकिन यह उनके लिए अनलकी साबित हुआ। 2.5 साल के भीतर ही उनकी सरकार गिर गई। सरकार गिरते ही उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस थमा दिया गया, लेकिन तेजस्वी बंगला छोड़ने को तैयार नहीं थे। वे हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गए, लेकिन हर जगह हार मिली। उन्हें जुर्माने के साथ बंगला खाली करना पड़ा। तेजस्वी के बाद सुशील मोदी और तारकिशोर प्रसाद को ये आवास मिला, लेकिन कोई अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया। 2024 में डिप्टी CM बनने के बाद सम्राट चौधरी ने बंगले में कई बदलाव कराए। एक दरवाजे को हमेशा के लिए बंद कराया। चुनाव बाद एक बार फिर से वे डिप्टी CM बने हैं। उन्हें यही आवास आवंटित किया गया है। कहा जा रहा है कि उन्होंने इस आवास के सारे दोष दूर कर दिए हैं। 4- 6 स्ट्रैंड रोड, यहां जो भी रहे बर्बाद हुए, सहनी शिखर से शून्य तक पहुंचे बिहार के पावर सेंटर के बीच जिस बंगले को सबसे मनहूस माना जाता है, वो है 6M स्ट्रैंड रोड। कहा जाता है यहां रहने वाले कोई नेता आगे नहीं बढ़े, जो रहे बर्बाद हुए। पिछले 12-15 साल में जिस मंत्री को ये बंगला मिला, उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया। 2010 में यह बंगला जदयू कोटे से उत्पाद विभाग के मंत्री बने अवधेश कुशवाहा को दिया गया था। वे इसी बंगले में रिश्वत लेते पकड़े गए। इस्तीफा देना पड़ा। 2015 में ये बंगला राजद-जदयू की सरकार में सहकारिता मंत्री आलोक मेहता को मिला। उनके मंत्री बने डेढ़ साल भी नहीं हुए कि सरकार चली गई। नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से सीएम बने और आलोक मेहता का मंत्री पद चला गया। 2017 में यह बंगला मंजू वर्मा को मिला। वह मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड फंस गईं। उन्हें न केवल इस्तीफा देना पड़ा बल्कि उनका पूरा करियर तबाह हो गया। 2020 में इस बंगले में मुकेश सहनी पूरे ताम-झाम के साथ आए थे। वह न केवल यहां रहे, बल्कि लाखों रुपए खर्च कर बंगले को मॉडिफाई कराया। इसे अपनी पार्टी का हेडक्वार्टर बनाया। वे ढाई साल तक भी मंत्री नहीं रह सके। पहले उनकी पार्टी के तीनों विधायक भाजपा में चले गए। इसके बाद उनका मंत्री और MLC पद भी चला गया। जब वे बंगला में गए तो अपनी राजनीति के शिखर पर थे, निकले तो एक बार फिर से शून्य थे। बंगला खाली करने के लिए विभाग को नोटिस देना पड़ा था मंत्री और MLC पद गंवाने के बाद भी मुकेश बंगला छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। भवन निर्माण विभाग को बंगला खाली कराने में काफी मशक्कत करानी पड़ी। दूसरी नोटिस के बाद उन्होंने इस बंगले को खाली किया था। मुकेश सहनी के बाद सरकार ने नेता की जगह एक IAS को ये बंगला अलॉट किया। वे भी यहां एक साल तक नहीं रह पाए। बंगला पिछले 7-8 महीने से खाली पड़ा है। यहां कोई जाना नहीं चाहता।
भ्रष्टाचारमुक्त बिहार बनाने का उपाय जारी:पारदर्शिता के साथ सरकारी योजनाएं लागू हों : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भ्रष्टाचारमुक्त बिहार बनाने का हर कारगर उपाय जारी रहे। सुशासन और पारदर्शिता के साथ सरकारी योजनाएं लागू हों। उन्होंने गुरुवार को मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग और निगरानी विभाग के कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को ये निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों विभाग बेहतर ढंग से काम करें। सरकार की जो प्राथमिकताएं हैं, उसके आधार पर तेजी से पूरा करें। भ्रष्टाचार को समाप्त करने में निगरानी विभाग कारगर, गतिशील भूमिका निभा रहा है। उद्देश्य न्याय के साथ विकास करते हुए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है। इस मौके पर मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग एवं निगरानी विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने सीएम को विभाग के कार्यों की अद्यतन और विस्तृत जानकारी दी। बैठक में आला अधिकारी दीपक कुमार, कुमार रवि, गोपाल सिंह, डॉ. चंद्रशेखर सिंह, निलेश रामचंद्र देवरे, अरविंद कुमार वर्मा भी उपस्थित थे।
INSIDE STORY: बिहार जीत के बाद बीजेपी का नया नारा-'जहां कम वहां हम'; बंगाल में होगा 'खेला'!
Amit Shah: बिहार में NDA की प्रचंड जीत के बाद अब बीजेपी पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए रणनीति बना रही है. पार्टी के चाणक्य अमित शाह ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हुई बैठक में पार्टी के नेताओं को एक बड़ा संदेश दिया है. उन्होंने क्या कुछ कहा है जानते हैं.
बिहार में नेशनल गेम्स की तर्ज पर हर दो साल में बिहार स्टेट गेम्स के आयोजन की कवायद तेज हो गई है। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रन शंकरण ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा को आयोजन की जानकारी देते हुए एक लेटर लिखा है। इसके जवाब में पीटी उषा ने शुभकामनाएं देते हुए डिटेल इवेंट प्लान, प्रस्तावित शेड्यूल, खेलों की सूची, आयोजन स्थल आदि जानकारी मांगी है। जनवरी के अंतिम सप्ताह से आयोजन महानिदेशक रवीन्द्रन शंकरण ने लिखा कि, बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के सहयोग से बिहार जनवरी के अंतिम सप्ताह से फरवरी के पहले सप्ताह तक पहली बार बिहार स्टेट गेम्स का आयोजन करेगा। हम इस आयोजन के लिए आपकी सहमति चाहते हैं और इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के देखरेख में इसके सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए आपके सहयोग और मार्गदर्शन का अनुरोध करते हैं। यह पहल बिहार के खेल इकोसिस्टम को मजबूत करेगा- पीटी उषा पीटी उषा ने कहा, 'मुझे बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित होने वाले पहले बिहार स्टेट गेम्स के आयोजन के बारे में जान कर खुशी हुई है। IOA इस पहल का हार्दिक स्वागत करता है। यह बिहार के खेल इकोसिस्टम को मजबूत करने और जमीनी स्तर की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पीटी उषा ने आगे कहा, 'हम IOA के सहयोग से एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सफल आयोजन सुनिश्चित करने में सहायता के लिए मार्गदर्शन और समन्वय प्रदान करेंगे। कृपया डिटेल इवेंट प्लान, प्रस्तावित शेड्यूल, खेलों की सूची, आयोजन स्थल और जरूरी किसी भी तरह की सहायता के बारे में हमें बताएं।' नेशनल गेम्स की तरह हर दो साल में होंगे बिहार स्टेट गेम्स दरअसल, खेल मंत्री बनते ही श्रेयसी सिंह ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही एक बड़ा ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि बिहार से अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभा तलाशने और तराशने के लिए नेशनल गेम्स की तर्ज पर अगले साल जनवरी फरवरी से हर दो साल पर बिहार स्टेट गेम्स का आयोजन किया जाएगा, ताकि गांव-गांव से प्रतिभा को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सके।
बिहार विधानसभा चुनाव के हार की समीक्षा के लिए कांग्रेस ने एक अहम बैठक बुलाई है। आज कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में 3 बजे से बैठक शुरू होगी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, पूर्व CLP, सभी सांसद, विधायक, सभी कांग्रेस प्रत्याशी को बुलाया गया है। चुनावी नतीजों के बाद प्रदेश के नेताओं के साथ कांग्रेस नेतृत्व की यह पहली बैठक है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा और आगे की रणनीति पर होगी चर्चा। बिहार चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ 6 सीट ही जीती है। सभी 61 प्रत्याशी देंगे अपने क्षेत्र की रिपोर्ट इस बैठक में जीते हुए छह विधायकों सहित उन सभी 61 प्रत्याशियों को बुलाया गया है, जिन्होंने इस चुनाव में पार्टी का प्रतिनिधित्व किया था। हर प्रत्याशी को अपने क्षेत्र की डिटेल रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी, जिसमें यह बताया जाएगा कि किस वजह से हार का सामना करना पड़ा, स्थानीय स्तर पर कौन से मुद्दे प्रभावी रहे और संगठनात्मक रूप से पार्टी किन मोर्चों पर पिछड़ गई। यह रिपोर्टें चुनावी रणनीति की समीक्षा का आधार बनेंगी। छह साल के लिए 7 नेताओं को किया निष्कासित दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने 43 कांग्रेस नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा था। इसमें से कांग्रेस ने पार्टी-विरोधी गतिविधियों के कारण 6 साल के लिए 7 नेताओं को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया। इसमें कांग्रेस सेवा दल के पूर्व उपाध्यक्ष आदित्य पासवान, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष शकीलुर रहमान, किसान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार राजन, अति पिछड़ा विभाग के पूर्व अध्यक्ष कुंदन गुप्ता, बांका जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कंचना कुमारी और नालंदा जिला के रवि गोल्डन को पार्टी से निष्कासित किया गया है।
अक्टूबर अंत में आए मोंथा तूफान से बर्बाद फसलों की भरपाई लगभग एक महीने बाद कृषि विभाग करने जा रहा है। तूफान ने बिहार के 12 जिलों के 39 प्रखंडों और 397 पंचायतों में फसलों को व्यापक क्षति पहुंचाई। प्रभावित क्षेत्रों के सर्वेक्षण के आधार पर सरकार ने कृषि इनपुट अनुदान योजना के तहत किसानों को सहायता उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेज कर दी है। इस संबंध में कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को शीघ्र आर्थिक सहयोग देना सरकार की प्राथमिकता है। योजना का लाभ उन सभी रैयत एवं गैर-रैयत किसानों को दिया जाएगा, जिनकी फसलें 33 प्रतिशत से अधिक बर्बाद हुई हैं। कृषि विभाग ने स्पष्ट किया है कि पात्र किसानों को अनुदान की राशि सीधे बैंक खाते में भेजी जाएगी। वर्षा आश्रित (असिंचित) फसलों के लिए 8500 रुपए, सिंचित फसलों के लिए 17000 रुपए, और शाश्वत या बहुवर्षीय फसलों के लिए 22500 रुपए प्रति हेक्टेयर का अनुदान मिलेगा। अनुदान अधिकतम दो हेक्टेयर भूमि तक के लिए दिया जाएगा। 2 दिसंबर तक आवेदनमंत्री ने बताया कि किसान dbtagriculture.bihar.gov.in अथवा कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर 2 दिसंबर तक आवेदन दे सकते हैं। 12 जिलों बेगूसराय, पूर्वी चंपारण, कैमूर, मधुबनी, किशनगंज, गयाजी, भोजपुर, मधेपुरा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं सुपौल के किसान आवेदन कर सकते हैं।
सहारनपुर में यूपी ने छत्तीसगढ़ को 9 विकेट से हराया:कूच बिहार ट्रॉफी में अयान अकरम बने मैन ऑफ द मैच
उत्तर प्रदेश अंडर-19 टीम ने सहारनपुर में बीसीसीआई की कूच बिहार ट्रॉफी में बुधवार शाम छत्तीसगढ़ को 9 विकेट से हराया। इस मुकाबले में सहारनपुर के अयान अकरम को उनके शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। बिहारीगढ़ के सुंदरपुर स्थित सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए चार दिवसीय मुकाबले के चौथे दिन छत्तीसगढ़ की दूसरी पारी 250 रन पर सिमट गई। छत्तीसगढ़ के लिए विकल्प ने सर्वाधिक 67 रन बनाए, जबकि फैज ने 40 रन का योगदान दिया। उत्तर प्रदेश की ओर से रवि सैनी ने 4 विकेट लिए। अयान अकरम ने 3 विकेट चटकाए, जबकि यश को 2 और कार्तिके को 1 सफलता मिली। अयान ने अपनी सटीक लाइन-लेंथ से बल्लेबाजों को बांधे रखा। जीत के लिए उत्तर प्रदेश को 63 रन का लक्ष्य मिला था। टीम ने यह लक्ष्य सिर्फ एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। शतनु ने 35 रन की नाबाद पारी खेली, भव्य गोयल ने 12 रन बनाए और अनमोल नौसरान 9 रन बनाकर नाबाद रहे। मैन ऑफ द मैच अयान अकरम सहारनपुर के मानकमऊ के निवासी हैं। उन्होंने इसी मैदान पर पिछले मैच में चंडीगढ़ के खिलाफ पहली पारी में 5 विकेट लिए थे। मैच के रेफरी अलिंद नायडू थे, जबकि अक्षय जांबलेकर और संदीप वासुदेव चव्हाण ने अंपायर की भूमिका निभाई। सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड प्रबंधन और एसडीसीए पदाधिकारियों ने आयोजन में सहयोग किया।
बिहार में नई सरकार के बनने के साथ बुलडोजर चलना शुरू हो गया है। किशनगंज पुलिस ने स्मैक के अवैध कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। शहर के खगड़ा मेला ग्राउंड इलाके में स्मैक के 12 से अधिक अवैध अड्डों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई बिहार के डिप्टी CM और गृह मंत्री सम्राट चौधरी के अपराध से कमाई गई अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाने के ऐलान के बाद हुई है। SP सागर कुमार के निर्देश पर सदर थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन के नेतृत्व में यह अभियान चलाया गया। कार्रवाई से पहले उन ठिकानों को चिह्नित किया गया था, जहां स्मैक बेची और पी जाती थी। इसके बाद एक-एक कर सभी अवैध ढांचों को जमींदोज कर दिया गया। पुलिस के एक्शन की 2 तस्वीरें... स्मैक के एक-एक अड्डे पर बुलडोजर चलाएंगे सदर थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन ने बताया कि 'लोगों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ इलाकों में खुलेआम स्मैक बिक रही है। कई आरोपी पहले ही गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं। अब उनके ठिकानों को खत्म किया जा रहा है ताकि यह अवैध कारोबार जड़ से समाप्त हो। यह अभियान लगातार जारी रहेगा। शहर में स्मैक के सभी चिह्नित ठिकानों को बारी-बारी से नेस्तनाबूद किया जाएगा।' गृहमंत्री की कुर्सी संभालते ही सम्राट बोले- बुलडोजर तैयार है सम्राट चौधरी ने मंगलवार को शुभ मुहूर्त में गृहमंत्री की कुर्सी संभाली। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, आज हमने कई चीजों पर फोकस किया। नीतीश कुमार जी ने बिहार में जिस सुशासन की स्थापना की है उसे और आगे बढ़ाएंगे। जो अपराधी हैं चाहे किसी भी स्तर के हो, जमीन माफिया, शराब माफिया सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्कूल, कॉलेजों के बाहर कोई रोमियो घूम ना सके, इसलिए विशेष फोर्स तैनात रहेगी। स्कूलों में छुट्टी होने पर भी फोर्स रहेगी। जेल को पूरी तरह निगरानी में रखा जाएगा। जेल में मोबाइल कैसे जाता है, अब देखा जाएगा। जेल में खाना कैसे जा रहा है ये भी देखेंगे। सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि, सोशल मीडिया पर किसी को भी गाली देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। माफिया की लिस्ट बन रही है। 400 लोगों की लिस्ट तैयार है। सरकार ने कोर्ट में इसके लिए आवेदन दिया है। 2 लोगों के लिए परमिशन मिल गई है। जैसे-जैसे बाकी की परमिशन मिलेगी, सबकी संपत्ति जब्त करेंगे।
गिरिडीह जिले के डुमरी थाना क्षेत्र में उत्पाद विभाग ने तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। गुप्त सूचना के आधार पर विभाग की टीम ने बंगाल से बिहार जा रहे एक ट्रक से 800 पेटी चंडीगढ़ निर्मित विदेशी शराब बरामद की। इस शराब की अनुमानित कीमत 75 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है। कार्रवाई के दौरान एक कार भी जब्त की गई, जो ट्रक को एस्कॉर्ट कर रही थी। कृषि उपज को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर शराब की तस्करी कर रहे थे उत्पाद विभाग की टीम ने ट्रक की तलाशी ली तो ऊपरी हिस्से में आलू लदा पाया। संदेह होने पर जब आलू हटाई गई, तो उसके नीचे बड़ी मात्रा में शराब की पेटियां छिपाई हुई मिलीं। उत्पाद विभाग के अधिकारी अवर निरीक्षक रवि रंजन ने बताया कि तस्कर जांच से बचने के लिए कृषि उपज को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर शराब की तस्करी कर रहे थे। इस तरीके से शराब को आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजा जा रहा था। गिरिडीह जिले के रास्ते कई राज्यों में शराब की आपूर्ति की जा रही थी इस कार्रवाई के दौरान मौके से हरिन्दर सिंह, बिन्दर सिंह, हरपीट सिंह और दीपक कुमार को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी पंजाब और हरियाणा के निवासी बताए जा रहे हैं। प्राथमिक पूछताछ में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं, जिनके आधार पर उत्पाद विभाग तस्करी नेटवर्क की आगे जांच कर रहा है। आशंका है कि गिरिडीह जिले के रास्ते कई राज्यों में शराब की आपूर्ति की जा रही थी।य अधिकारी अवर निरक्षक रवि रंजन ने बताया कि यह कार्रवाई तस्करी माफिया के खिलाफ एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब कारोबार से राज्य को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा था। विभाग ने आश्वासन दिया है कि इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी और तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए निगरानी और कड़ी की जाएगी। अवैध शराब की लगातार हो रही तस्करी को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन और उत्पाद विभाग ने संयुक्त अभियान तेज करने का संकेत दिया है। इसका उद्देश्य जिले को तस्करी का मार्ग बनने से रोकना है।
MP में अतिक्रमण हटाने का वीडियो बिहार में बुलडोजर कार्रवाई के भ्रामक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो अक्टूबर 2025 में मध्यप्रदेश के छतरपुर में नगरपालिका द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का है. इसका बिहार से कोई संबंध नहीं है.
राबड़ी देवी को मिलेगा नया बंगला, बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने किया आवंटित
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी एनडीए की सरकार ने अब कामकाज संभाल लिया है। इसके तहत कई तरह के फैसले भी किए जा रहे हैं
गया-धनबाद रेलखंड पर स्थित कोडरमा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार दोपहर जीआरपी ने एक व्यक्ति को 40 लाख रुपए नकद के साथ पकड़ा। जीआरपी प्रभारी उपेंद्र कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति भारी रकम लेकर कोडरमा से ट्रेन द्वारा कोलकाता (पश्चिम बंगाल) जा रहा है। इस सूचना के सत्यापन के लिए जीआरपी प्रभारी के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारियों और जवानों ने कोडरमा स्टेशन के विभिन्न प्लेटफार्मों पर जांच अभियान शुरू किया। इसी दौरान मंगलवार शाम करीब 4:30 बजे प्लेटफॉर्म संख्या 03 पर एक युवक एक बैग के साथ खड़ा मिला। संदेह होने पर जीआरपी पुलिस ने उससे नाम-पता पूछा। युवक ने अपना नाम 19 वर्षीय अमित कुमार, पिता सुनील बर्णवाल, निवासी सिकंदरा, जमुई (बिहार) बताया। इसके बाद उससे बैग में रखे सामान की तलाशी लेने को कहा गया। युवक को उसके बैग के साथ जीआरपी पोस्ट लाया गया तलाशी के लिए कहने पर युवक घबरा गया और कुछ भी बताने से इनकार करने लगा। इसके बाद युवक को उसके बैग के साथ जीआरपी पोस्ट लाया गया। वहां उसके बैग की तलाशी ली गई, जिसमें भारी मात्रा में नगदी बरामद हुई। युवक ने सोने-चांदी के व्यापार के लिए रुपए ले जाने की कही बात पूछताछ में युवक ने बताया कि उसके बैग में 25 लाख रुपए नगद है, जिसे वह सोने-चांदी के व्यापार के लिए गया-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस से कोलकाता लेकर जा रहा था। हालांकि, जीआरपी द्वारा नोटों की गिनती करने पर बैग से कुल 40 लाख रुपए बरामद हुए। जीआरपी ने युवक से पैसों के संबंध में कागजात प्रस्तुत करने को कहा। इस पर उसने कागजात प्रस्तुत करने के लिए एक दिन का समय मांगा। बुधवार सुबह जब उसे टेलीफोन के माध्यम से कागजात लेकर जीआरपी पोस्ट आने को कहा गया, तब भी उसके द्वारा कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया। अमित कुमार को आयकर विभाग के हवाले कर दिया जाएगा इसके बाद जीआरपी प्रभारी उपेंद्र कुमार ने उक्त पैसों से संबंधित जानकारी वरीय अधिकारियों को दी। उनके निर्देशानुसार, एसडीओ कोडरमा से आवेदन के माध्यम से एक दंडाधिकारी नियुक्त करने का आग्रह किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार दंडाधिकारी के समक्ष उक्त पैसों की जब्ती सूची बनाकर गिरफ्तार युवक अमित कुमार को आयकर विभाग के हवाले कर दिया जाएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पक्षियों को बिहार पसंद:शरद ऋतु में वैकेशन मनाने पहुंचे प्रवासी पक्षी
राजधानी पटना के गंगा दियारा क्षेत्र में इन दिनों विदेशी प्रवासी पंछियों का अनोखा मेला लगा हुआ है। यूरोप, रूस, उत्तरी अमेरिका और साउथ अफ्रीका जैसे दूर-दराज के देशों से आई विभिन्न प्रजातियों के पक्षी गंगा किनारे काफी तादाद में देखे जा रहे हैं। दियारा में रंग-बिरंगे प्रवासियों की चहचहाहट से शरद ऋतु खास बन रहा है। विशेषज्ञों ने कहा कि अक्टूबर-नवंबर की शुरुआत से ही यह प्रवासी मेहमान अनुकूल मौसम और सुरक्षित वातावरण की तलाश में भारत आते हैं और मार्च-अप्रैल में अपने मूल निवास लौटकर ब्रीडिंग करते हैं और अगले वर्ष अपने बच्चों के साथ फिर विदेश भ्रमण पर आते हैं। यहां हर वर्ष सर्दियों में भारत में 300-400 प्रजाति के प्रवासी पक्षी आते हैं। देशी पक्षियों के साथ मिलकर यह संख्या 1300 से अधिक प्रजाति की हो जाती है, जिसमें बिहार में 100-150 प्रजातियां प्रवास करती हैं। स्थानीय प्रजातियों को जोड़ने पर यह संख्या 412 से ऊपर पहुंचती है। एक्सपर्ट ने कहा कि इसकी संरक्षण हमारी साझा जिम्मेदारी, राज्यभर में प्रवासी पक्षियों की प्रजाति 150 से अधिक बीएनएचएस गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और आईबीसीएन के स्टेट कोऑर्डिनेटर अरविंद मिश्रा ने बताया कि इन पक्षियों के मूल निवास क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड, बर्फबारी और भोजन-पानी की कमी के कारण यह सुरक्षित और गर्म क्षेत्रों की तलाश में भारत का रुख करते हैं। प्रवासी पक्षियों के अध्ययन कर चुके प्रसिद्ध प्रकृतिविद कर्नल अमित सिन्हा ने बताया कि बिहार, यूपी, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा और जम्मू-कश्मीर विदेशी पक्षियों के लिए आदर्श वातावरण वाले स्थान हैं। मध्य एशिया, अफ्रीका, उत्तरी यूरोप, रूस और तिब्बत से माइग्रेट होकर ये पक्षी भारत आते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में बहुत कम विदेशी प्रजातियां अंडे देती हैं। पक्षी यहां शीतकाल सुरक्षित बिताने के बाद अपने देश लौटकर ब्रीडिंग करते हैं और अगले वर्ष अपने बच्चों के साथ फिर लौटते हैं। उन्होंने कहा कि गंगा दियारा में प्रवासी पक्षियों का यह जमावड़ा न सिर्फ प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है, बल्कि यह संकेत है कि गंगा का पारिस्थितिकी तंत्र अब भी जीवंत है। मंगलवार को एनआईटी पटना, एनवायरमेंट क्लब और एनवायर्नमेंट वॉरियर्स ने प्रो. सुदीप्ता मुखर्जी के मार्गदर्शन में टीम ने गंगा दियारा में प्रवासी पक्षियों का अवलोकन किया। इस दौरान साइबेरियन स्टोनचैट, बार-हेडेड गूज, व्हाइट वैगटेल, सिट्रीन वैगटेल, ग्रे वैगटेल, ग्रेट कॉर्मोरेंट, लिटिल रिंग्ड प्लोवर और कॉमन सैंड-पीपर समेत 50 से अधिक देशी-विदेशी प्रजातियां दर्ज की गईं। साथ ही गौरैया, घोघिल, गाय बगुला, चील, मार्टिन, लार्क, जलकौआ और टिटहरी जैसी स्थानीय प्रजातियां भी पाई गईं। टीम में शहबाज, विक्रम पाटिल, सोमेन खटवा, सुब्रत दास, मासूम रंजन, दिग्विजय कुमार और निशांत रंजन शामिल थे। एनआईटी के डॉ. अनुराग सहाय ने कहा कि गंगा क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों की इतनी बड़ी संख्या का मिलना बहुत सुखद संकेत है। expert viewगंगा दियारा में विदेशी पक्षियों का मेला, शीतकाल सुरक्षित बिताकर स्वदेश लौटकर करते हैं फैमिली प्लानिंग
पीजी होम्योपैथी व आयुर्वेद की बची सीटों पर 30 तक आवेदन
बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीईबी) ने पीजीएमएसी (आयुष)-2025, एमडी (होम्योपैथी) के स्ट्रे वैकेंसी राउंड और पीजीएमएसी (आयुष)-2025 के तहत एमडी या एमएस आयुर्वेद कोर्स में बची हुई सीटों के लिए ऑनलाइन आवेदन और च्वॉइस फिलिंग शुरू कर दी है। इसके लिए योग्य व इच्छुक अभ्यर्थी 30 नवंबर 2025 रात 10 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। यह मौका उन उम्मीदवारों के लिए है, जिन्होंने ऑल इंडिया आयुष पीजी एंट्रेंस टेस्ट (एआईएपीजीईटी-2025) के आधार पर हुई पिछले राउंड की काउंसलिंग में या तो पंजीकरण नहीं कराया था या पंजीकरण तो किया था, पर काउंसलिंग फीस व सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा नहीं किया था। आवेदन करने से पहले सीट मैट्रिक्स जरूर देखेंसरकारी/निजी आयुष कॉलेजों में उपलब्ध सीटों पर ही यह काउंसलिंग होगी। तीसरे राउंड काउंसलिंग के बाद उपलब्ध सीटों की जानकारी वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। उम्मीदवारों को सलाह है कि आवेदन करने से पहले सीट मैट्रिक्स जरूर देखें। आरबीटीएस गवर्नमेंट होम्यो मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरपुर में इस राउंड में कोई सीट खाली नहीं है। काउंसलिंग की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। पात्रता नियम, फीस और आवेदन प्रक्रिया से संबंधित विस्तृत जानकारी विज्ञापन बीसीईसीईबी की वेबसाइट bceceboard.bihar.gov.in पर उपलब्ध है।
‘बिहार में कट्टा और लालटेन का युग समाप्त हो गया है। राज्य देसी बंदूकों की जगह मिसाइल और तोप बनाने के लिए तैयार है।’ 8 नवंबर को रामगढ़ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने और 9 नवंबर को सासाराम में गृह मंत्री अमित शाह की कही यह बातें सही साबित होने जा रही है। 25 नवंबर को नीतीश सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में डिफेंस कॉरिडोर और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क बनाने के लिए कमेटी गठित करने की मंजूरी दी है। डिफेंस कॉरिडोर और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क बनने से बिहार की तस्वीर कैसे बदल जाएगी? इसमें होगा क्या? जानेंगे, आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाहीं में…। सवाल-1ः डिफेंस कॉरिडोर और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क क्या होता है? जवाबः डिफेंस कॉरिडोरः सेना का बनेगा हथियार सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्कः इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बनेगा सवाल-2ः डिफेंस कॉरिडोर देश में कहां-कहां हैं? जवाबः देश में फिलहाल उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में दो बड़े डिफेंस कॉरिडोर बनाए गए हैं। सवाल-3ः देश में डिफेंस का कारोबार कितने का है और बिहार में बनने से क्या फायदा होगा? जवाबः भारत तेजी से दूसरे देशों पर से हथियारों और सेना के सामान की निर्भरता खत्म कर रहा है। 100 से ज्यादा देश भारत से सैन्य हथियार और उपकरण मंगवा रहे हैं। पटना यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर अविरल पांडेय कहते हैं, 'बिहार सरकार का यह निर्णय बताता है कि वह चुनाव में किए गए अपने वादों को लेकर गंभीर है। बिहार में इंडस्ट्री (GSVA) का हिस्सा अभी भी लगभग 20% के आसपास है, जबकि दूसरे राज्यों में यह करीब 29% है। इसका मतलब हुआ कि बिहार में हाई क्वालिटी मैन्युफैक्चरिंग और तकनीक वाली इंडस्ट्री की जरूरत है।’ बिहार को कैसे फायदा होगा, इसे समझिए… 29 मार्च 2025 को रक्षा मंत्रालय की जारी रिपोर्ट के मुताबिक… बड़े बाजार में हिस्सेदार होगा बिहारः 2029 तक रक्षा उत्पादन 3 लाख करोड़ रुपए करने का टारगेट है। जो 2024-25 से दो गुना से ज्यादा है। यहां डिफेंस कॉरिडोर बनने से बिहार को बड़े बाजार में शामिल होने का मौका मिलेगा। इससे अर्थव्यवस्था सुधरेगी। प्राइवेट कंपनियां आएंगी: देश के मजबूत रक्षा औद्योगिक आधार में 16 डीपीएसयू, 430 से अधिक लाइसेंसी कंपनियां और करीब 16,000 MSME शामिल हैं। यह कंपनियां स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देती हैं। देश के रक्षा उत्पादन में प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी 21% है। प्राइवेट कंपनियां नई तकनीक और स्किल्ड को बढ़ावा देती हैं। इसका फायदा भी बिहार को होगा। सवाल-4ः सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क बनने से बिहार को क्या फायदा होगा? जवाबः भारत ने ग्लोबल सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम का हिस्सा बनने के लिए इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन यानी ISM की शुरुआत की है। सरकार का पूरा जोर सेमीकंडक्टर को लेकर आत्मनिर्भर बनने और विश्व के बाजार पर कब्जा करने की है। अर्थशास्त्री अविरल पांडेय बताते हैं, ‘बिहार में सेमीकंडक्टर पार्क बनने से हाई-स्किल्ड युवाओं को रोजगार का बड़ा बाजार देगा। McKinsey की रिपोर्ट भी बताती है कि भारत इंजीनियरिंग प्रतिभा का बड़ा निर्यातक है, ऐसे में बिहार में हाई तकनीक इंडस्ट्री लगाना रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है।’ इससे बिहार को क्या फायदा होगा... मेक इन इंडिया बूस्ट: ये प्रोजेक्ट 'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' को बूस्ट करेगा। देश के साथ-साथ बिहार अब चिप्स का यूजर नहीं, बल्कि मैन्युफैक्चरर भी बनेगा। नई जॉब्स मिलेंगी: एक छोटे प्लांट से 15,000+ डायरेक्ट और इनडायरेक्ट जॉब्स के अवसर बनेंगे। इंजीनियर्स, टेक्नीशियन और सपोर्ट स्टाफ के लिए ढेर सारे मौके होंगे। ग्लोबल टेक हब: यह पार्क बिहार को दूसरे देश ताइवान, साउथ कोरिया जैसे देशों की कतार में लाएगा, जो ग्लोबल चिप मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में बढ़े प्लेयर्स हैं। सस्ते गैजेट्स: लोकल प्रोडक्शन से चिप्स सस्ते हो सकते हैं, जिससे फोन, लैपटॉप और कारें भी अफोर्डेबल हो सकती हैं। सेमीकंडक्टर का कितना बड़ा बाजार, जानिए…
असम की तरह बिहार में भी चाय उद्योग का विकास होगा : दिलीप
बिहार में भी असम की तरह ही चाय उद्योग विकसित किया जाएगा। इसके लिए विभिन्न जिलों में चाय बागान के लिए मिट्टी, माहौल सहित अन्य जगहों की तलाश की जाएगी। इसके साथ ही किशनगंज को चाय उद्योग का हब बनाया जाएगा। यह बात उद्योग मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने विभाग में पदभार ग्रहण करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य रोजगार और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना है। रोजगार के लिए उद्योग को मजबूत किया जाएगा। बिहार को उद्योग हब बनाया जाएगा। निवेशकों के साथ जो समझौते हुए हैं, उन्हें बिहार में निवेश करने के लिए संपर्क किया जाएगा। साथ ही उद्योग की मॉनिटरिंग की जाएगी। मखाना और शहद निर्यात क्लस्टर का निर्माण होगा उधर, उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल मंगलवार को दिल्ली में व्यापार बोर्ड की बैठक में भी शामिल हुए। वहां उन्होंने कहा कि बिहार में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग यूनिट बनाने के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र बनाया जा रहा है। इसमें निर्यात इकाई की स्थापना के साथ ही स्टार एक्सपोर्ट हाउस बनाया जाएगा। उन्होंने कहा- स्टार एक्सपोर्ट हाउस के निर्माण से उद्योगपतियों को उद्योग लगाने में सरकारी प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही मखाना और शहद निर्यात क्लस्टर का निर्माण किया जाएगा। जहां से देश के विभिन्न हिस्से के साथ ही विदेशों में भी निर्यात में आसानी होगी। साथ ही अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता के मानकों के मुताबिक मखाना, शहद का उत्पादन और प्रसंस्करण होगा।
देश के पहाड़ी राज्यों की बर्फबारी से मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ रही है। इस बीच राजस्थान में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार 27 नवंबर से उदयपुर, जोधपुर, अजमेर संभाग के जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। इससे सर्दी बढ़ेगी। मध्यप्रदेश में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चलने के बाद अब मौसम सामान्य रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि नवंबर के आखिरी हफ्ते में सर्दी से राहत मिलेगी। हालांकि साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से राज्य के कई जिलों में बादल छा रहे हैं। बिहार में बीते कुछ दिनों से सर्दी बढ़ गई है। मंगलवार को पटना, बेतिया, बगहा, समस्तीपुर गोपालगंज, मधेपुरा, सुपौल, बेगूसराय, जहानाबाद समेत 10 से ज्यादा जिलों में सुबह घना कोहरा देखने को मिला। अगले 24 घंटे में तापमान में 1-3 डिग्री तक गिरावट आ सकती है। देशभर में सर्दी की 2 तस्वीरें...
छत्तीसगढ़ ने यूपी पर 24 रन की बढ़त बनाई:सहारनपुर में कूच बिहार ट्रॉफी मैच चौथे दिन निर्णायक मोड़ पर
सहारनपुर में बीसीसीआई अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी के एलीट ग्रुप डी मुकाबले में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच मैच तीसरे दिन रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया। मंगलवार शाम तक छत्तीसगढ़ ने उत्तर प्रदेश पर 24 रन की बढ़त बना ली है, जिससे चौथे और अंतिम दिन कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। सुबह उत्तर प्रदेश की टीम ने अपनी पहली पारी 370 रन पर समाप्त की। टीम के बल्लेबाज कार्तिकेय सिंह ने सर्वाधिक 88 रन बनाए, जबकि यश ने 15 रन का योगदान दिया। इस तरह उत्तर प्रदेश ने छत्तीसगढ़ पर पहली पारी में 190 रन की बढ़त हासिल की थी। छत्तीसगढ़ की गेंदबाजी में मो. फैज़ खान ने 3 विकेट लिए। धनंजय नायक और विधान जैन को 2-2 विकेट मिले। पहली पारी में पिछड़ने के बाद छत्तीसगढ़ ने दूसरी पारी में संभलकर बल्लेबाजी की। दिन का खेल समाप्त होने तक टीम ने 5 विकेट पर 214 रन बना लिए थे। इस पारी में विकल्प तिवारी ने 53 रन की पारी खेली। बालाजी राव ने 38, यश ने 36 और मो. फैज़ खान 36 रन बनाकर नाबाद रहे। उत्तर प्रदेश की ओर से रवि सैनी ने प्रभावी गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट चटकाए। अयान अकरम और कार्तिकेय ने 1-1 विकेट लिया। यह मैच सुंदरपुर, बिहारीगढ़ स्थित सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा है। बुधवार को चौथा और अंतिम दिन मैच का नतीजा तय करेगा। मैच संचालन की जिम्मेदारी बीसीसीआई के रेफरी अलिंद नायडू, अंपायर अक्षय जांबलेकर और संदीप वासुदेव चव्हाण निभा रहे हैं। मैनुअल स्कोरिंग प्रशांत चतुर्वेदी और ऑनलाइन स्कोरिंग एसपी सिंह के पास है। वीडियो एनालिस्ट के रूप में ऋषि कपूर और सतीश अवस्थी नियुक्त किए गए हैं। मैच आयोजन में सॉलिटेयर क्रिकेट ग्राउंड के डायरेक्टर डॉ. सैयद फैसल, एसडीसीए चेयरमैन मोहम्मद अकरम, अध्यक्ष राजीव गुप्ता, सचिव लतीफ उर रहमान सहित पाली कालड़ा, अमर गुप्ता, साजिद उमर, महेश शर्मा, विनय कुमार, आमिर कुरैशी, भावना तोमर, तनवीर खान जैसे कई पदाधिकारियों और सदस्यों ने सहयोग दिया।
बिहार विधान परिषद के 05-दरभंगा स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक सूची तैयार करने के संबंध में मंगलवार को एक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी आनंद शर्मा की अध्यक्षता में हुई, जिसमें जिले के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बैठक में जानकारी दी कि कार्यक्रम के अनुसार, 25 नवंबर 2025 को सभी निर्दिष्ट स्थलों पर निर्वाचक सूची का प्रारूप प्रकाशित कर दिया गया है। प्रारूप से संबंधित मतदाता सूची जिला निर्वाचन कार्यालय में भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि प्रारूप प्रकाशन के बाद 25 नवंबर 2025 से 10 दिसंबर 2025 तक दावा/आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। ये दावा/आपत्तियां ऑफलाइन माध्यम से सभी नाम निर्दिष्ट पदाधिकारी, सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी के कार्यालयों में जमा की जा सकती हैं। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन माध्यम से https://ceo.bihar.gov.in/tcgconline/ लिंक के जरिए भी आवेदन किया जा सकता है। 10 दिसंबर 2025 तक प्राप्त होने वाले दावा/आपत्तियों का नियमानुसार निष्पादन 25 दिसंबर 2025 तक किया जाएगा। इसके उपरांत, निर्वाचक सूची का अंतिम प्रकाशन 30 दिसंबर 2025 को किया जाना है। बैठक में उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रशांत शेखर और मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
रोपड़ में वाहन की टक्कर से युवक की मौत:बाइक से जा रहा था, बिहार के मधुबनी का रहने वाला
रोपड़ में नांगल हाईवे पर गांव मलिकपुर के पास एक ओवरब्रिज पर बीती रात सड़क हादसे में 19 वर्षीय युवक सत्यम सिंह की मौत हो गई। उसे एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी थी। पुलिस ने अज्ञात वाहन ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक सत्यम सिंह अपनी बाइक पर रोपड़ की ओर आ रहा था। मलिकपुर ओवरब्रिज के पास पहुंचने पर किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। एक राहगीर ने बाइक के नंबर से पहचान कर उसके मामा मनोज कुमार सिंह को सूचना दी। मनोज कुमार सिंह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और घायल सत्यम को एक निजी वाहन से रोपड़ के सरकारी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया। बिहार के मधुबनी का रहने वाला अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद सत्यम को मृत घोषित कर दिया। सत्यम सिंह पुत्र इंद्र कुमार मूल रूप से मधुबनी, बिहार के लदनिया थाना क्षेत्र का रहने वाला था। वह वर्तमान में गुरु गोविंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के पास बनी लेबर कॉलोनी में अपनी मां के साथ रहता था। मामले की जांच कर रही पुलिस थाना सदर पुलिस के जांच अधिकारी पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि मृतक के मामा मनोज कुमार सिंह के बयानों के आधार पर अज्ञात वाहन ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने सरकारी अस्पताल रूपनगर में सत्यम के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है।
बांके बिहारी जी के प्राकट्य दिवस बिहार पंचमी के अवसर पर वृंदावन के कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक में पंचवटी महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में साधु संतों ने 140 एकड़ क्षेत्र में 5-5 पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर ग्रैमी अवॉर्ड विजेता विश्व मोहन भट्ट ने शास्त्रीय संगीत के माध्यम से प्रस्तुति दी। दीप प्रज्वलन से शुरू हुआ कार्यक्रम बिहार पंचमी के अवसर पर यमुना किनारे उत्तर प्रदेश के वन,पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा पंचवटी महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ साधु संत और वन मंत्री अरुण सक्सेना ने बांके बिहारी जी के छवि चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। ब्रज में वृक्षों का महोत्सव कार्यक्रम में मौजूद साधु संतों ने कहा कि ब्रज में वृक्षों का महत्व है। यहां के वनों में भगवान श्री कृष्ण ने लीला की थीं। यह वन पिछले कुछ वर्षों में विलुप्त हुए। लेकिन एक बार फिर ब्रज को हरा भरा बनाने की पहल करना सार्थक कदम है। यहां वृक्ष लगेंगे तो ब्रज की हवा भी शुद्ध होगी। मंत्री ने लगाया पीपल का वृक्ष पंचवटी महोत्सव में शामिल होने आए वन मंत्री अरुण सक्सेना ने पीपल का वृक्ष लगाकर अभियान की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने फावड़ा चलाकर मिट्टी डाली और फिर लगाए वृक्ष को पानी दिया। साधु संतों ने भी यहां वृक्ष रोपित किए। यहां 108 साधु संतों ने 540 वृक्ष रोपित किए। मंत्री अरुण सक्सेना ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में सबसे ज्यादा पौधा रोपित किए गए हैं। इनमें 90 प्रतिशत से ज्यादा पौधे अब वृक्ष बनने की तरफ हैं। इन वृक्षों का किया गया रोपण पंचवटी महोत्सव के अंतर्गत कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक मेला स्थल पर 5 तरह के वृक्ष लगाए गए। जिसमें पीपल,बरगद,गूलर,आम और पाखर के वृक्षों का रोपण किया गया है। आयोजकों का कहना है कि जब यहां कुंभ मेला लगेगा तब इन वृक्षों की छांव में आनंद का अलग ही अनुभव होगा। इस दौरान संत फूलडोल महाराज,श्री महंत सुतीक्ष्ण दास महाराज,महंत लाडली शरण महाराज, महंत सुंदर दास महाराज,मौनी बाबा ,सत्यमित्रानंद महाराज,अनिरुद्धाचार्य महाराज,पार्वती बल्लभ आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
बिहार में नई सरकार के गठन के बाद कई मंत्रियों ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। आज प्रदेश के गृहमंत्री सम्राट चौधरी अपना कामकाज संभालेंगे। गृह विभाग का पदभार संभालने से पहले सम्राट चौधरी ने सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर में भोले नाथ की पूजा की। इस दौरान उन्होंने बिहार में यूपी मॉडल की चर्चा को लेकर कहा कि, बिहार में सुशासन कायम रहेगा। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जिस तरह का सुशासन है, उसी तरह का सुशासन आगे भी कायम रहेगा। हरिहरनाथ मंदिर सम्राट की पूजा-पाठ की 4 तस्वीरें गृहमंत्री की कुर्सी संभालने से पहले सम्राट का योगी अंदाज इससे पहले सोमवार को सम्राट चौधरी ने मुंगेर में 45 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। सम्राट योगी अंदाज में नजर आए। रोड शो से पहले उन्होंने रत्नेश्वर महादेव मंदिर में अभिषेक किया। तेलडीहा के महारानी मंदिर में मां दुर्गा की पूजा की। इसके बाद उन्होंने अपने रोड शो की शुरुआत की। रोड शो में जगह-जगह बुलडोजर से उनके ऊपर फूल बरसाए गए। जय श्रीराम के नारे लगाए गए। भगवा झंडा लिए लोग स्वागत में खड़े रहे। नए मंत्री आज से कामकाज संभाल रहे हैं। अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए....
मुरादाबाद के कुन्दरकी थाना क्षेत्र के सैफपुर चित्तू गांव में उस समय शोक छा गया, जब बिहार राज्य के निकटवर्ती जनपद चंदौली जिले में एक सड़क हादसे में 22 वर्षीय शानू रजा पुत्र मोहम्मद हुसैन की मौत की खबर गांव पहुंची। जानकारी के अनुसार, सैफपुर चित्तू निवासी शानू रज़ा अपने साथी मुकर्रम के साथ कुन्दरकी से ट्रक लेकर बिहार माल भरने गए थे। मुकर्रम गांव ईसापुर मुड़िया बिलारी के रहने वाले हैं। माल लोड करने के बाद शानू मोटरसाइकिल से ट्रांसपोर्ट पर भाड़ा लेने जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने शानू को अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन शव लेने चंदौली पहुंच गए। परिजनों ने बताया कि शानू के बड़े भाई जुबैर रजा की भी 12 वर्ष पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। परिवार पर यह दूसरी विपदा आई है।
बिहार का कांग्रेसी बवाल अब दिल्ली में सुलझेगा। नाराज कांग्रेसी नेता आज राहुल गांधी से मिलने की तैयारी में है। कांग्रेस कमेटी के सदस्य आनंद माधव, पूर्व विधायक छत्रपति यादव सहित आधे दर्जन असंतुष्ट खेमे के नेता कल ही दिल्ली के लिए कूच किए थे। आज उन्होंने राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है। वे प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को हटाने की मांग करेंगे। इन दोनों पर असंतुष्ट कांग्रेसियों ने टिकट बेचने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने 6 साल के लिए 7 नेताओं को किया निष्कासित वहीं, दूसरी ओर सोमवार को बिहार कांग्रेस ने पार्टी-विरोधी गतिविधियों के कारण 6 साल के लिए 7 नेताओं को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया है। इसमें कांग्रेस सेवा दल के पूर्व उपाध्यक्ष आदित्य पासवान, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष शकीलुर रहमान, किसान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार शर्मा, प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार राजन, अति पिछड़ा विभाग के पूर्व अध्यक्ष कुंदन गुप्ता, बांका जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कंचना कुमारी और नालंदा जिला के रवि गोल्डन को पार्टी से निष्कासित किया गया है। कल कांग्रेस आयोजित कर रहा संविधान बचाओ कार्यक्रम कल संविधान दिवस के मौके पर कांग्रेस संविधान बचाओ कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत सभी जिलों में 'संविधान संरक्षण और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा' विषय पर विशेष विचार-गोष्ठी आयोजित की जाएगी, जिसमें वरिष्ठ नेता, बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, वकील और युवा भाग लेंगे। सभी जिला कांग्रेस कमेटियों को निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रम को अनुशासन, गंभीरता और उच्च सहभागिता के साथ आयोजित कर इसकी एक्शन टेकन रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय भेजी जाए।
बिहार में विधायकों के लिए शाही इंतजाम हैं। 5 स्टार होटल जैसा घर, मुफ्त इलाज, ट्रेन-फ्लाइट से मुफ्त यात्रा। वेतन 1.60 लाख रुपए। आज जब 600 रुपए प्रति माह में अनलिमिटेड इंटरनेट और टॉक टाइम मिलता है। विधायक को टेलिफोन भत्ता के रूप में सरकार 8300 रुपए हर महीने देती है। बिहार के MLA का वेतन गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों के विधायकों की सैलरी से ज्यादा है। भास्कर की रिपोर्ट में पढ़िए विधायक को बिहार में कितने पैसे और कौन सी सुविधाएं मिलती हैं। इनकी तुलना में ट्रेनी IAS अधिकारी को कितना वेतन मिलता है। आम बिहारी के महीने की पगार जितना है विधायक का 1 दिन का वेतन विधायक के वेतन और भत्तों को जोड़ दें तो उन्हें रोज 5 हजार रुपए से ज्यादा वेतन मिलता है। ट्रेन और प्लेन से कहीं जाना हो तो पैसे नहीं देने पड़ते। इलाज मुफ्त मिलता है। रहने के लिए सरकार घर देती है। नहीं तो 35 हजार रुपए हाउस रेंट। वहीं, नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस के आंकड़े के अनुसार बिहार की प्रति व्यक्ति आमदनी सालाना 69,321 रुपए है। इस तरह एक आम बिहारी महीने में 5776 रुपए कमाता है। आम आदमी के वेतन जितना पैसा विधायक को रोज सरकार देती है। विधायकों को सैलरी देने में 5वें नंबर पर बिहार विधायकों को सैलरी देने में बिहार 5वें नंबर पर है। पहले स्थान पर तेलंगाना है। यहां MLA को 2.5 लाख रुपए सैलरी मिलती है। दूसरे नंबर पर दिल्ली, तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र और चौथे नंबर पर उत्तर प्रदेश है। विधायक की सैलरी गुजरात में 1.41 लाख रुपए और पंजाब में 89,500 रुपए है। केरल में विधायकों को सबसे कम 70 हजार रुपए वेतन मिलता है। विधायक का वेतन 1.60 लाख रुपए, इलाज फ्री बिहार में पहली बार चुनाव जीतने वाले विधायक को हर महीने करीब 1.60 लाख रुपए वेतन मिलता है। मूल वेतन 50 हजार रुपए महीना है। इन्हें वेतन से ज्यादा भत्तों से आमदनी होती है। MLA का क्षेत्रीय भत्ता 55 हजार रुपए प्रति महीना है। इसके साथ ही स्टेशनरी भत्ता के रूप में 15 हजार रुपए हर महीने मिलते हैं। विधायक को कितने अन्य भत्ता मिलते हैं? 1. दैनिक भत्ता- विधानसभा के सत्र में भाग लेने और समिति की बैठक में शामिल होने जैसे काम के लिए पटना में रहने पर विधायक को रोज 3 हजार रुपए मिलते हैं। एक साल में राज्य के अंदर यात्रा करने के लिए 3 हजार रुपए रोज मिलते हैं। ये पैसे 20 दिनों के लिए दिए जाते हैं। राज्य के बाहर जाने पर अधिकतम 15 दिनों के लिए 3500 रुपए रोज भत्ता मिलता है। 2. यात्रा भत्ता- विधायकों को समिति की बैठक में शामिल होने के लिए अपने घर से पटना आने-जाने के लिए 25 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से यात्रा भत्ता मिलता है। यह एक महीने में दो बार मिलता है। सत्र शुरू होने पर आने और समाप्त होने पर लौटने के लिए भत्ता मिलता है। सत्र अगर 21 दिनों से ज्यादा चले तो विधायक 15 दिन में अपने घर जा सकते हैं। जाने-आने के लिए यात्रा भत्ता मिलेगा। राज्य के बाहर जाने पर एक साल में 15 दिनों के लिए यात्रा भत्ता (25 रुपए प्रति किलोमीटर) मिलता है। यह रोज 200 km सड़क यात्रा के लिए होता है। 3. इंटरनेट, टेलीफोन और मोबाइल फोन भत्ता- विधायक को इंटरनेट, टेलीफोन और मोबाइल फोन के लिए हर महीने 8 हजार 300 रुपए मिलते हैं। चुनाव जीतते ही यह शुरू हो जाता है। इतना भत्ता तब है जब 500-600 प्रति महीना खर्च कर एक आम आदमी अनलिमिटेड टॉक टाइम और 5G इंटरनेट का आनंद लेता है। 4. रेलवे और हवाई जहाज भत्ता- विधायक 4 सहयोगी के साथ देश के अंदर कहीं भी ट्रेन और विमान से मुफ्त यात्रा कर सकते हैं। 1 साल में 4 लाख रुपए तक यात्रा खर्च सरकार देती है। 5. रेंट के लिए 35 हजार रुपए- बिहार सरकार विधायकों को पटना में रहने के लिए घर देती है। अगर किसी विधायक को सरकारी आवास नहीं मिला तो उन्हें हर महीने 35 हजार रुपए घर के किराये के लिए मिलते हैं। घर की सफाई के लिए 8 हजार रुपए हर महीने मिलते हैं। प्रति माह 2500 यूनिट तक बिजली बिल सरकार भरती है। 6. 1 लाख रुपए का फर्नीचर-विधायक को 5 साल के कार्यकाल के दौरान एक बार फर्नीचर लगाने के लिए 1 लाख रुपए मिलते हैं। अगर विधायक फिर से चुनाव जीतते हैं तो उन्हें अगले कार्यकाल के लिए भी 1 लाख रुपए फर्नीचर खर्च के लिए मिलेंगे। 7. निजी सहायक की सुविधा- विधायक एक या अधिक निजी सहायक रख सकते हैं। इसके लिए उन्हें हर महीने 40 हजार रुपए मिलते हैं। 8. 5% लोन पर खरीद सकते हैं कार- विधायक को कार खरीदने के लिए 5% ब्याज पर लोन मिलता है। राशि अधिकतम 25 लाख रुपए हो सकती है। 5 साल के कार्यकाल के दौरान विधायक एक बार इसका लाभ ले सकते हैं। 9. मुफ्त इलाज- विधायक को इलाज करने के लिए जेब से खर्च नहीं करना पड़ता। IAS और IPS की तरह ये मुफ्त इलाज करा सकते हैं। एम्स,आईजीआईएमएस जैसे हॉस्पिटल में इन्हें मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। विधायक पर निर्भर उनके परिवार के लोगों को भी मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराया तो खर्च रीइंबर्समेंट करा सकते हैं। 10. विदेश यात्रा-विधायक को विदेश यात्रा के लिए राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय से अनुमति लेनी होती है। अगर सरकारी काम से जा रहे हैं तो दैनिक भत्ता और फ्लाइट का किराया मिलेगा। 11.रेल रिजर्वेशन की सुविधा- पटना से खुलने वाली ट्रेनों में सेकेंड क्लास की सीट बुक करा सकते हैं। अपने साथ चार सहयोगी रख सकते हैं। अब जानिए मुख्यमंत्री और मंत्री के वेतन और सुविधाएं बिहार के मुख्यमंत्री और मंत्री का वेतन 2 लाख 60 हजार रुपए प्रति महीना है। मूल वेतन 65 हजार रुपए है। भत्ता की राशि से प्रति महीना बनने वाला वेतन मूल वेतन से चार गुना से अधिक हो जाता है। दो महत्वपूर्ण भत्ते (अतिथि भत्ता और दूसरा क्षेत्रीय भत्ता) मिलते हैं। अतिथि भत्ता प्रतिदिन के हिसाब से जोड़ा जाता है। यह 3 हजार 500 रुपए प्रति दिन है। क्षेत्रीय भत्ता 70 हजार रुपए प्रति महीना है। मुफ्त ट्रेन यात्रा- ट्रेन से यात्रा करनी हो तो फर्स्ट क्लास का टिकट मिलता है। उनके परिवार के लोग भी मुफ्त ट्रेन यात्रा करते हैं। गाड़ी की सुविधा- CM और मंत्री को सरकार गाड़ी उपलब्ध कराती है। पेट्रोल-डीजल के पैसे और ड्राइवर भी देती है। खराब होने या सामान्य मेंटेनेंस का खर्च सरकार भरती है। मंत्री अगर निजी कार से सड़क यात्रा करते हैं तो उन्हें 25 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से पैसे मिलते हैं। मुफ्त हवाई यात्रा की सुविधा- मुख्यमंत्री और मंत्री को मुफ्त हवाई यात्रा की सुविधा मिलती है। ये एग्जीक्यूटिव क्लास में यात्रा करते हैं। दैनिक भत्ता- CM और मंत्री को हर दिन 3500 रुपए की दर से दैनिक भत्ता मिलता है। राज्य के बाहर रहने पर यह राशि दोगुनी हो जाती है। टेलीफोन भत्ता- CM और मंत्री को टेलीफोन भत्ता मिलता है। इनके आवास और ऑफिस का खर्च सरकार उठाती है। मुफ्त इलाज- सीएम और मंत्री को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। इनके परिवार के लोग भी यह सुविधा पाते हैं। विदेश यात्रा- CM को विदेश जाने के लिए प्रधानमंत्री से अनुमति लेनी होती है। यात्रा के दौरान सुविधाएं केंद्रीय मंत्री जितनी मिलती है। मंत्री को विदेश यात्रा के लिए सीएम और विदेश मंत्रालय से मंजूरी लेनी होती है। कार लोन: सीएम और मंत्री को विधायक जितना ही (25 लाख रुपए) कार लोन मिलता है। इसपर ब्याज 5% लगता है। मुख्यमंत्री और मंत्री को मिलते हैं दो प्राइवेट सेक्रेटरी- मुख्यमंत्री और मंत्री को दो प्राइवेट सेक्रेटरी मिलती है। एक बाहरी और दूसरे सरकारी अधिकारी होते हैं। दो निजी सहायक मिलते हैं। इसके साथ ही 3 फोर्थ ग्रेड कर्मी मिलते हैं। घर की सजावट के लिए 6 लाख रुपए- मुख्यमंत्री और मंत्री को घर की सजावट के लिए 6 लाख रुपए मिलते हैं। इससे फर्नीचर और दूसरे सामान खरीदे जा सकते हैं। अब जानिए एक ट्रेनी आईएएस का वेतन ट्रेनी आईएएस को शुरुआती वेतन काफी कम मिलता है। इसकी शुरुआत 56 हजार रुपए प्रति माह से होती है। यह वेतन ट्रेनिंग के दौरान मिलती है। रिटायरमेंट तक वेतन में काफी इजाफा हो जाता है। ट्रेनिंग के दौरान आईएएस को मिलती हैं ये सुविधाएं ट्रेनिंग के दौरान आईएएस अधिकारी को मुफ्त रहने और खाने की सुविधा मिलती है। मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में ट्रेनिंग दी जाती है। इस दौरान इन्हें सरकारी घर, गाड़ी या स्टाफ जैसी सुविधाएं नहीं मिलती। 3 हजार रुपए यात्रा भत्ता: फील्ड पोस्टिंग के दौरान आईएएस अधिकारी को यात्रा भत्ता मिलता है। यह रोजाना 3 हजार रुपए है। 5 स्टार होटल जैसी सुविधाओं वाले बंगले में रहेंगे विधायक पटना में सभी 243 विधायकों को रहने के लिए खूबसूरत बंगले मिलेंगे। इनमें 5 स्टार होटल जैसी सुविधाएं मिलेंगी। डुप्लेक्स बंगला 4300 स्क्वायर फीट का है। बंगले में गेस्ट रूम, बेड रूम, 2 छोटे रूम, पूजा रूम, ऑफिस, पीए का रूम, डायनिंग रूम, 3 किचन, एक हॉल, टॉयलेट-बाथरूम, ओपन टेरिस, बालकनी और फैमिली लाउंज हैं। बंगले में लाइटिंग, पंखे, AC, सोफा-पलंग, मॉड्यूलर किचन और डाइनिंग चेयर-टेबल की सुविधाएं मिलेंगी।
वर्ल्ड पिकलबॉल में बिहार ने 5 गोल्ड, 2 सिल्वर जीते
ऑल इंडिया पिकलबॉल संघ और कर्नाटक राज्य पिकलबॉल संघ की ओर से 20 से 23 नवंबर तक बैंगलुरू में आयोजित वर्ल्ड पिकलबॉल सीरीज में बिहार के खिलाड़ियों 11 मेडल जीते। बिहार के आदित्य गुप्ता ने अपने महाराष्ट्र के पार्टनर अंजली पॉल के साथ मिलकर अंडर-19 आयु वर्ग के मिश्रित युगल के फाइनल मुकाबले में छत्तीसगढ़ के आरिश चौबे व मुंबई के काव्या की जोड़ी को 11-8 ,11-9 से हराकर गोल्ड जीता। वहीं एकल वर्ग के फाइनल में बिहार के रोहतास के राजीव कुमार ने कर्नाटक के विरांश चोपड़ा को 11-3,11-5 से हराकर गोल्ड जीता। बिहार के आदित्य गुप्ता और राजीव कुमार की जोड़ी ने अंडर-19 आयु वर्ग के युगल फाइनल मुकाबले में कर्नाटक के अयान फरीद व अयाल फाहिज से हारकर सिल्वर मेडल प्राप्त किया। आदित्य गुप्ता और राजीव कुमार ने ओपन आयु वर्ग के युगल फाइनल मुकाबले में निखिल व आकाश को 11-3,11-4 से हराकर कांस्य पदक जीता। बिहार के अविनाश व मुंबई के कश्यप बर्नवाल की जोड़ी ने ओडिशा के किरण व आदित्य प्रदीप से 5 -11,10-12 से हारकर सिल्वर मेडल प्राप्त किया। 35 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के महिला एकल फाइनल मुकाबले में बिहार की दरभंगा की प्रीति कुमारी ने कर्नाटक की प्रियंका को हरा कर गोल्ड जीता। पटना के वीरेन्द्र कुमार ने 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के ओपन एकल फाइनल मुकाबले में ओडिशा के प्रवीण को हराकर गोल्ड मेडल जीता। वहीं युगल के फाइनल में भी वीरेन्द्र कुमार ने गोल्ड मेडल प्राप्त किया। बिहार पिकलबॉल संघ के सचिव रंजन कुमार गुप्ता ने बताया कि वर्ल्ड पिकलबॉल सीरीज में बिहार को कुल 5 गोल्ड, 2 सिल्वर एवं 4 कांस्य पदक प्राप्त हुए।
एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने चौरीचौरा थाना क्षेत्र के दुबियारी पुल के पास एक कंटेनर को पकड़ा। जिसके केबिन के ऊपर विशेष कैविटी (केबिन) बनाकर बड़ी मात्रा में तस्कर गांजा छिपाकर ले जा रहे थे। टीम ने कंटेनर की केबिन में रखे 6.35 क्विंटल गांजा बरामद करने के साथ ही पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। गांजा की कीमत करीब डेढ़ करोड़ बताई जा रही है। एसटीएफ ने एक कंटेनर ट्रक, एक स्कार्पियो, नकदी, मोबाइल, लाइसेंस और फर्जी नंबर प्लेट भी कब्जे में लेकर चौरीचौरा थाने में सौंप दिया है। एसटीएफ प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि रविवार दोपहर के समय मुखबिर से सूचना मिली थी कि नेपाल से भारी मात्रा में गांजा लेकर एक कंटेनर बिहार की ओर जा रहा है। सूचना मिलते ही एसटीएफ टीम सक्रिय हुई और कंटेनर की तलाश में सोनौली बॉर्डर से ही निगरानी शुरू कर दी। बाद में गोरखपुर में संदिग्ध कंटेनर दिखाई दिया, जिस पर टीम ने उसका पीछा शुरू कर दिया। चौरीचौरा के दुबियारी पुल के पास पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त अभियान चलाकर कंटेनर को रोक लिया। उसके पीछे चल रही स्कार्पियो को भी कब्जे में ले लिया गया। तलाशी में कंटेनर के केबिन के ऊपर हुड के नीचे बने विशेष केबिन में 41 पैकेटों में भरा 635.5 किलो गांजा मिला। स्कार्पियो से भी कुछ मात्रा में गांजा, एक अतिरिक्त नेपाल राष्ट्र का नंबर प्लेट, सात मोबाइल, तीन ड्राइविंग लाइसेंस, भारतीय व नेपाली मुद्रा और पैन कार्ड बरामद हुआ। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये आंकी गई है। बिहार और नेपाल के हैं पांचों तस्कर पकड़े गए लोगों में कंटेनर चालक सुनील राय निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार, जिंतेंद्र यादव व राजू यादव निवासी मोतिहारी बिहार, नेपाल निवासी नवराज कुलश्रेष्ठ और बिहार निवासी राजन तिवारी शामिल हैं। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चौरीचौरा थाने में सौंप दिया गया है।एसटीएफ के अनुसार, बरामद गांजा नेपाल से बिहार ले जाया जा रहा था। पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं जिनके आधार पर एसटीएफ इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी कर रही है। बरामद गांजा को 41 पैकेट को सील कर नारकोटिक्स विभाग को सौंप दिया गया है। सरगना ने पूछताछ में बताया कि गोरखपुर पहुंचने पर दो पैकेट गांजा स्कार्पियो में अलग कर देवरिया में स्थानीय एजेंट को सौंपा जाना था। इसके बाद दोनों वाहन देवरिया गुठनी होते हुए सिवान पहुंचने वाले थे, जहां से माल छोटे सप्लायरों को बांटा जाता था। इसके एवज में उनसे मोटी रकम ली जाती थी। एसटीएफ प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि यह बरामदगी पूर्वांचल में हाल के वर्षों की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों को एनसीबी गोरखपुर टीम को सौंपकर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। गिरोह के अन्य सदस्यों व नेपाल में सक्रिय सप्लायरों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
झांसी में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा-कांग्रेस जिसके भी साथ जाती है, उसका राजनीतिक भविष्य बर्बाद होना तय है। बिहार में जनता के मुद्दों पर चर्चा चल रही थी, लेकिन राहुल भैया SIR और वोट चोरी लेकर आ गए। कांग्रेस सबको ले डूबी है, अब ममता की बारी है। कांग्रेस की राजनीति पूरी तरह अवसरवाद पर आधारित है और वह किसी भी राज्य में स्थिरता या विकास नहीं ला सकती। जनता कांग्रेस और उसके नेताओं के इरादों को अच्छी तरह समझ चुकी है, इसलिए उसका खत्म होना तय है। सबसे पहले 2 तस्वीरें देखिए झांसी में शिवराज सिंह चौहान का हुआ जोरदार स्वागत... भगवान राम और माता जानकी की शादी में शामिल होने पहुंचे शिवराज सिंहझांसी से सटे मध्य प्रदेश के ओरछा में स्थित रामराजा दरबार में मंगलवार को भगवान राम और माता जानकी का भव्य विवाह उत्सव मनाया जाएगा। इस आयोजन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार शाम दिल्ली से वंदे भारत एक्सप्रेस से झांसी पहुंचे। शिवराज सिंह के आगमन पर भाजपा पदाधिकारियों और समर्थकों ने स्टेशन पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद वे सीधे ओरछा के लिए रवाना हो गए। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान झांसी स्टेशन पर लगभग एक घंटे रुके। इनके बाद वह कार में सवार होकर ओरछा के लिए रवाना हो गए। यहां मंगलवार को भव्य शोभायात्रा, वैदिक मंत्रोच्चार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच विवाह उत्सव आयोजित किया जाएगा। रामराज्य ही विश्व शांति का रास्ता दिख सकता है: शिवराज सिंहइस दौरान मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने ‘सिया-राम मय सब जग जानी’ दोहा सुनाते हुए कहा- राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं। रामराज्य ही विश्व शांति का मार्ग दिखा सकता है। जब मेरा जन्म हुआ, तब भगवान राम के मंदिर का निर्माण हुआ। मैं भाग्यशाली हूं कि आज राम-जानकी विवाह महोत्सव में शामिल होने जा रहा हूं। वहीं, बिहार चुनाव को लेकर विपक्ष की प्रतिक्रियाओं पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा- जिनके भाग्य में गुस्सा करना और बाद में पछताना लिखा है, वे वही करेंगे। लेकिन पूरा देश प्रसन्न है। यह (भाजपा की जीत) वही है, जिसका संदेश भगवान राम ने दिया था। दूसरों के हित और कल्याण के लिए है रामराज्य। अब अगर कुछ लोगों को इससे तकलीफ होती है, तो हम क्या कर सकते हैं? बोले-फर्जी वोट जुड़वा कर जो लोग जीतते थे, वही नाम कट रहे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) पर कहा-विदेशी और घुसपैठियों को वोटर लिस्ट से बाहर करना चुनाव आयोग का दायित्व है। चुनाव आयोग अपना काम कर रहा है। जो लोग फर्जी वोट जुड़वाकर चुनाव जीतते थे, उन्हीं घुसपैठियों के नाम काटे जा रहे हैं। यह देशहित और राष्ट्रहित में फैसला है। अगर विपक्ष जनता के असली मुद्दों पर काम करें, तभी लोगों पर असर पड़ेगा। लेकिन वे केवल भ्रम फैलाने में लगे हैं। अखिलेश, केजरीवाल, तेजस्वी के बाद अब ममता की बारीउन्होंने कहा-बिहार में जनता के मुद्दों पर चर्चा हो रही थी, तभी राहुल भैया पहुंच गए और SIR-SIR, वोट चोरी-वोट चोरी चिल्लाने लगे। जनता बंपर वोट दे रही है, और ये लोग इसे वोट चोरी कहकर जनता का अपमान कर रहे हैं। अब भी यही आंदोलन की बात कर रहे हैं। कांग्रेस का हाल तो ऐसा हो गया है कि हम तो डूबे हैं सनम, तुमको भी ले डूबेंगे। अखिलेश यादव, केजरीवाल, तेजस्वी यादव, और अब ममता बनर्जी की बारी है।---------- ये भी पढ़ें- नीले ड्रम वाली मुस्कान ने बेटी को जन्म दिया:पति का आज ही बर्थडे; मेरठ में परिवार बोला- बच्चा सौरभ या साहिल का? DNA टेस्ट कराएंगे मेरठ जेल में बंद नीले ड्रम वाली मुस्कान रस्तोगी ने बेटी को जन्म दिया है। डॉक्टरों ने 6.50 बजे नॉर्मल डिलीवरी कराई है। मुस्कान और उसकी बच्ची स्वस्थ्य हैं। खास बात है कि मुस्कान जिस पति सौरभ की हत्या में आरोपी है, वह भी आज यानी 24 नवंबर के दिन पैदा हुआ था। यह मुस्कान की दूसरी बेटी है। बड़ी बेटी पीहू अपने नाना-नानी के साथ रहती है। रविवार की रात मुस्कान को पेट में तेज दर्द उठा। जेल के डॉक्टरों ने चेकअप के बाद अल्ट्रासाउंड के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया था। पढ़िए पूरी खबर...
गया जिले की डोभी पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार देर शाम एक टाटा इंडिगो सीएस कार (JH15G 3321) से भारी मात्रा में अवैध विदेशी शराब और बीयर बरामद की गई। इस मामले में राजेश कुमार और मंटू कुमार नामक दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, जो बिहार के निवासी हैं। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि झारखंड से गया शहर की ओर एक कार में बड़ी मात्रा में विदेशी शराब लाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर डोभी जाँच चौकी पर वाहनों की सघन तलाशी शुरू की गई। संदिग्ध कार को रोककर जाँच करने पर उसमें छिपाकर रखी गई कुल 60 लीटर अवैध विदेशी शराब और बीयर की बोतलें मिलीं। उत्पाद विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शराब की यह खेप ग्राहकों को सप्लाई करने की योजना थी, जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। गिरफ्तार आरोपितों ने शराब परिवहन की बात स्वीकार की है। पुलिस अब इस तस्करी में शामिल अन्य लोगों और शराब के स्रोत व गंतव्य की जाँच कर रही है। बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद अवैध तस्करी का नेटवर्क सक्रिय है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन तस्कर नए-नए तरीकों से शराब की आपूर्ति करने का प्रयास करते रहते हैं। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। गिरफ्तार दोनों आरोपितों के खिलाफ बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रियाएँ शुरू कर दी गई हैं। पुलिस ने वाहन को भी जब्त कर लिया है और पूरे मामले की गहन जांच जारी है।
शेखपुरा के हिमांशु कुमार का चयन अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में होने वाली 69वीं राष्ट्रीय विद्यालय ताइक्वांडो प्रतियोगिता के लिए बिहार टीम में हुआ है। इस प्रतियोगिता में शेखपुरा की खुशबू कुमारी बिहार टीम की कोच की भूमिका निभाएंगी। यह आयोजन 26 नवंबर से 2 दिसंबर 2025 तक चलेगा। हिमांशु अंडर-52 किलोग्राम भार वर्ग में बिहार का करेंगे प्रतिनिधित्व ताइक्वांडो एसोसिएशन ऑफ शेखपुरा के सचिव और राष्ट्रीय कोच कुंदन कुमार ने बताया कि हिमांशु कुमार अंडर-17 बालक आयु वर्ग में अंडर-52 किलोग्राम भार वर्ग में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगे। हिमांशु सदर प्रखंड के मटोखर गांव निवासी किसान अनिरुद्ध कुमार के पुत्र हैं और स्थानीय हथियावा कॉलेज में 11वीं कक्षा के छात्र हैं। कुंदन कुमार ने हिमांशु से पदक जीतने और शेखपुरा जिले का नाम रोशन करने की उम्मीद जताई है। शुभकामनाएं देकर प्रतियोगिता के लिए किया रवाना हिमांशु के चयन पर जिला खेल पदाधिकारी सुजीत कुमार सुमन, जिला खेल प्रभारी राकेश कुमार, राजनंदन शर्मा, विशाल कुमार, ताइक्वांडो एसोसिएशन ऑफ शेखपुरा के अध्यक्ष रंजीत कुमार, उप सचिव शेखर सुमन, राष्ट्रीय खिलाड़ी हर्ष उज्ज्वल, आशीष कुमार, मानव कुमार, उपाध्यक्ष आशीष कुमार और ताइक्वांडो प्रशिक्षक राज साक्षी कसक सहित अन्य खेल प्रेमियों ने उसे शुभकामनाएं दीं और प्रतियोगिता के लिए रवाना किया।
बिहार में नई सरकार बनने के बाद अब राजनीतिक फोकस विधानसभा स्पीकर पद पर आ गया है। गृह मंत्रालय 20 साल बाद पहली बार बीजेपी को मिलने के बाद माना जा रहा है कि स्पीकर पद पर भी पार्टी की दावेदारी मजबूत होगी। राजनीतिक गलियारों में इस पद को लेकर चर्चाएं तेज हैं। रेणु देवी का नाम सबसे आगे इसी चर्चा के बीच बेतिया से निर्वाचित विधायक रेणु देवी का नाम प्रमुखता से सामने आया है।रेणु देवी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार वासी अहमद को 22 हजार से अधिक वोटों से हराया। यह उनकी लगातार छठी विधानसभा जीत है। पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुकी रेणु देवी संगठन और सरकार दोनों स्तरों पर मजबूत राजनीतिक अनुभव रखती हैं। संघ से जुड़ाव और लंबा राजनीतिक सफर रेणु देवी का संघ की महिला शाखा से पुराना जुड़ाव रहा है। राम मंदिर आंदोलन के दौरान उन्होंने कई महिला कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी भी दी थी। उनकी प्रमुख भूमिकाएं, 1991 में महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री, 2020 में बिहार की उपमुख्यमंत्री बनी थीं। इसी पृष्ठभूमि के चलते पार्टी के भीतर भी उन्हें मजबूत दावेदार माना जा रहा है। रेणु देवी ने कहा- पद की मांग कभी नहीं की स्पीकर पद की चर्चा पर प्रतिक्रिया देते हुए रेणु देवी बोलीं, मैं पार्टी की कार्यकर्ता हूं। संगठन जो निर्णय देगा, मैं उसे स्वीकार करूंगी। मैंने कभी किसी पद की मांग नहीं की है। गायत्री देवी और डॉ. प्रेम कुमार भी रेस में स्पीकर पद की संभावित दौड़ में परिहार से लगातार पांचवीं बार विजयी गायत्री देवी और गया सदर से नौवीं बार जीते डॉ. प्रेम कुमार के नाम भी शामिल हैं। जल्द होगा अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व जल्द ही विधानसभा के इस अहम पद पर अंतिम निर्णय लेगा। इस पर पूरा राज्य और राजनीतिक हलके की नजरें टिकी हुई हैं।
नालंदा के किसानों के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है सुगंधित पौधों की खेती योजना। जिले की बंजर और ऊसर भूमि, जो वर्षों से नीलगाय और जंगली सूअरों के आतंक से त्रस्त रही है, अब लेमन ग्रास की खुशबू से महकेगी। पहली बार जिले को इस महत्वाकांक्षी योजना में शामिल किया गया है। योजना की मुख्य बातें राज्य सरकार ने सुगंधित और औषधीय पौधों के क्षेत्र विस्तार के तहत इस वर्ष 10 हेक्टेयर क्षेत्र में लेमन ग्रास की खेती का लक्ष्य रखा है। इच्छुक किसानों को प्रति हेक्टेयर 75 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा, जो कुल लागत का 50 प्रतिशत है। उद्यान विभाग स्वयं उन्नत प्रभेद के पौधे उपलब्ध कराएगा। जिला उद्यान पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि यह पहली बार है जब नालंदा को इस योजना में चुना गया है। किसान अपनी बंजर भूमि का सदुपयोग कर सकेंगे और बेहतर मुनाफा कमा सकेंगे। बंजर भूमि के लिए वरदान गिरियक, कतरीसराय और सकरी नदी के किनारे के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ऊसर भूमि है। इन इलाकों में नीलगाय और जंगली सूअरों के कारण किसान परंपरागत खेती करने में असमर्थ रहे हैं। लेमन ग्रास की खेती इस समस्या का सटीक समाधान है क्योंकि इसके औषधीय गुणों के कारण जानवर इसे नहीं खाते। आर्थिक लाभ की संभावनाएं लेमनग्रास की खेती किसानों के लिए आर्थिक रूप से बेहद लाभदायक साबित हो सकती है। पौधे रोपण के छह महीने बाद पत्तियां तैयार हो जाती हैं और साल में तीन बार कटाई की जा सकती है। एक बार रोपण के बाद पांच वर्षों तक फसल ली जा सकती है। लेमनग्रास के तेल की बाजार में कीमत 1200 से 1500 रुपए प्रति लीटर है। इस तेल का उपयोग दवाइयों, साबुन, शैंपू, इत्र और सौंदर्य प्रसाधन बनाने में होता है। बाजार में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। विशेष सुविधाएं सरकार ने तेल निकालने के लिए आसवन संयंत्र (डिस्टिलेशन यूनिट) स्थापित करने का भी प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा है। इससे किसानों को उत्पाद बेचने में आसानी होगी और वे बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकेंगे। आवेदन प्रक्रिया इच्छुक किसान उद्यान विभाग के पोर्टल horticulture.bihar.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के साथ जमीन की रसीद या एलपीसी, आधार कार्ड, पहचान पत्र और बैंक पासबुक की जानकारी देनी होगी। जल्द ही आवेदन के लिए पोर्टल खोला जाएगा।
तारीख-19 नवंबर की देर रात बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल को फोन आता है। बोला जाता है-तैयार रहिए। इस पर संगठन में ही काम करने की बातें कहते हैं, लेकिन उधर से बोला जाता है आपको मंत्री बनना है। और अगली सुबह करीब 11.30 बजे उन्होंने मंत्री पद की शपथ ले ली। इस संबंध में उन्होंने कहा- यह केंद्र और शीर्ष नेताओं का निर्णय है। मैं संगठन के हर निर्देश का पालन करूंगा। उनके शपथ लेते ही चर्चा शुरू हो गई कि अब बिहार को नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा। चूंकि, पार्टी में एक व्यक्ति, एक पद की व्यवस्था है। खबर है कि पार्टी को नए साल में नया बिहार अध्यक्ष मिल जाएगा। आज की डेट में प्रदेश अध्यक्ष की रेस में नेताओं के सियासी गलियारे में घूम रहे हैं। मंडे स्पेशल स्टोरी में जानिए, बिहार भाजपा अध्यक्ष पद की रेस में कौन-कौन नेता हैं। उनकी ताकत और कमजोरी क्या हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के बाद बिहार में होगा बदलाव भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। वह केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं। उम्मीद है कि पार्टी कभी भी अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है। भाजपा के भीतर चर्चा है कि नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने के बाद प्रदेश स्तर पर बदलाव होगा। बिहार में नए साल में नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चुने जा सकते हैं। तब तक दिलीप जायसवाल पद संभालेंगे। 8 साल से लगातार OBC के हाथ में कमान पिछले 8 साल से लगातार पिछड़ा वर्ग से आने वाले नेता को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिल रही है। अबकी बार इस बात की चर्चा तेज है कि किसी सवर्ण को प्रदेश अध्यक्ष की कमान मिल सकती है। हालांकि विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम और अवधेश नारायण सिंह को विधान परिषद का सभापति बनाने के बाद भूमिहार और राजपूत जाति के नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना कम दिख रही है। किसी ब्राह्मण को यह जिम्मेदारी मिल सकती है। भास्कर ने पार्टी के कई सीनियर नेताओं से बात कर नए प्रदेश अध्यक्ष कौन होंगे, यह समझने की कोशिश की, लेकिन फिलहाल कोई भी नेता इस पर खुलकर बात नहीं कर रहे हैं। कैसे होगा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव? भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव जिला स्तर पर फीडबैक के आधार पर होगा। इसके लिए जिलावार नेताओं से अध्यक्ष के नाम को लेकर प्रस्ताव मांगा जाएगा। इसके बाद उन प्रस्तावों की जांच होगी। 3 नामों को चुनकर दिल्ली हाई कमान के पास भेजा जाएगा। दिल्ली में इन तीनों नेताओं का इंटरव्यू होगा। इसके बाद पार्टी नेतृत्व द्वारा तय किया जाएगा कि बिहार का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा। चुनाव में सक्रियता है आधार बिहार में डेढ़ वर्ष के दौरान लोकसभा और विधानसभा चुनाव हुए। लोकसभा चुनाव में पार्टी को उम्मीद के अनुसार सफलता नहीं मिली। विधानसभा में उम्मीद से अधिक सफलता मिली। ऐसे में पार्टी अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी को ध्यान में रखते हुए नया प्रदेश अध्यक्ष चुनेगी। प्रदेश अध्यक्ष की रेस में 4 नाम, जानिए… मिथिलेश तिवारीः संगठन के बड़े नेता प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे मिथिलेश तिवारी का नाम चल रहा है। उनकी गिनती संगठन के अनुभवी और बड़े नेता के रूप में होती है। संघ के करीबी हैं। संगठन में प्रदेश स्तर के कई अहम पदों पर रह चुके हैं। इनके पास पार्टी के भीतर कई बड़े पदों पर काम करने का अनुभव है। मिथिलेश भाजपा के प्रदेश मंत्री, प्रदेश महामंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं। बैकुंठपुर से चुनाव जीतकर फिलहाल विधायक हैं। इसे पहले बक्सर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। मिथिलेश तिवारी की कमजोरी- दो चुनाव हारे मिथिलेश तिवारी दो चुनाव हार चुके हैं। पार्टी इन्हें बक्सर से अश्विनी चौबे का टिकट काटकर कैंडिडेट बनाया, लेकिन जीत न सके। इससे पहले 2020 में बैकुंठपुर विधानसभा से भी चुनाव हार चुके हैं। प्रदेश स्तर पर इन्हें नित्यानंद राय के खेमे का माना जाता है। ऐसे में अन्य खेमा नहीं चाहेगा कि ये प्रदेश अध्यक्ष बनें। ब्राह्मण कोटे से ये भी रेस में- अगर ब्राह्मण कोटे से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है तो मिथिलेश तिवारी के साथ संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मृत्युंजय झा और पूर्व मंत्री व झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्रा भी रेस में हैं। विवेक ठाकुर- संगठन के माहिर नेता, अमित शाह के करीबी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में नवादा के सांसद विवेक ठाकुर का नाम भी चल रहा है। विवेक ठाकुर बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के बेटे हैं। केंद्र और राज्य की सियासत में अपनी अलग पहचान बनाई है। लोकसभा चुनाव जीतने से पहले यूपी विधानसभा चुनाव में सह प्रभारी थे। यूपी चुनाव में अहम भूमिका निभाई। इनकी गिनती शाह के भरोसेमंद नेता के रूप में होती है। विवेक ठाकुर 24 साल की उम्र से पार्टी में एक्टिव हैं। भारतीय जनता दल युवा मोर्चा (भाजयुमो) के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे और बाद में राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य भी रह चुके हैं। भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर रहते हुए विवेक ठाकुर गुजरात, बंगाल और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी भी रहे। 2014 में एक साल के लिए बिहार विधान परिषद के सदस्य बने थे। इसके बाद इन्हें 2020 में राज्यसभा सांसद बनाया गया था। लोकसभा चुनाव 2024 में नवादा से लड़े और जीतकर सांसद बने। 2015 के विधानसभा चुनाव में बक्सर के ब्रह्मपुर सीट से हार गए थे। विवेक ठाकुर की कमजोरी- भूमिहार चेहरा से हो सकता है नुकसान विवेक ठाकुर भूमिहार चेहरा हैं। अभी पार्टी का पूरा फोकस गैर यादव ओबीसी, ईबीसी और दलित वोटर्स को अपने पाले में करने की है। अगर ऐसा होता है विवेक ठाकुर रेस में पिछड़ सकते हैं। संजीव चौरसिया- संगठन का अनुभव, संघ से हैं संजीव चौरसिया की सबसे बड़ी ताकत उनका संघ से होना है। इनकी संघ में मजबूत पैठ मानी जाती है। 2015 से लगातार तीसरी बार दीघा से विधायक चुने गए हैं। उनके पिता गंगा प्रसाद को बिहार बीजेपी का फाउंडर मेंबर माना जाता है। वे सिक्किम के राज्यपाल भी रह चुके हैं। संजीव चौरसिया के पास संगठन के लिए काम करने का अनुभव है। विद्यार्थी परिषद से इन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय महामंत्री रहे। वह प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री, सचिव के पद पर रह चुके हैं। चौरसिया संगठन की हर गतिविधियों से सीधे तौर पर जुड़े रहे हैं। हर कद के व्यक्ति के साथ इनके अच्छे संबंध हैं। ऐसे में इन्हें अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। चौरसिया अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं। इस लिहाज से भी ये इस पद के लिए फिट बैठते हैं। अति पिछड़ा वोट बैंक नीतीश कुमार के साथ रहा है। अब सभी पार्टियां तेजी से पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज में अपनी पैठ बनाने में जुटी हैं। भाजपा भी गैर यादव ओबीसी नेताओं का कद बढ़ा रही है। चौरसिया की कमजोरी- सॉफ्ट छवि से हो सकता है नुकसान पॉलिटिकल एक्सपर्ट की माने तो संजीव चौरसिया एग्रेसिव पॉलिटिक्स की जगह सॉफ्ट पॉलिटिक्स के लिए जाने जाते हैं। मौजूदा समय में पार्टी को अग्रेसिव नेता की जरूरत है। प्रदेश अध्यक्ष पर नीतीश कुमार से बेहतर रिश्ते बनाए रखने के साथ तेजस्वी यादव से मुकाबला करने की जिम्मेदारी होगी। बीजेपी अब गठबंधन में छोटा भाई की जगह बराबर की हिस्सेदार है। हालांकि एक्सपर्ट कहते हैं कि संजीव चौरसिया सॉफ्ट भले हों, लेकिन उनकी गिनती संगठन के तेज-तर्रार नेता के रूप में होती है। जनक राम-भाजपा का दलित चेहरा, सरकार और संगठन का अनुभव BJP प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिस दूसरे नेता के नाम की चर्चा तेजी से हो रही है, वो हैं जनक राम। इनके पास संगठन से लेकर सरकार में काम करने का अनुभव है। संगठन में महामंत्री से लेकर मुख्य प्रवक्ता तक की जिम्मेदारी निभाई है। NDA सरकार में मंत्री थे। पिछले साल हुए प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में भी ये रेस में थे, लेकिन आखिरी समय में इनका नाम कट गया। ऐसे में ये माना जा रहा है कि संगठन में इन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। जनक राम की गिनती भाजपा के दलित चेहरे के रूप में होती है। दलितों की आबादी बिहार में लगभग 20 फीसदी है। पार्टी का आरक्षित सीटों पर परफॉर्मेंस भी बेहतर रहा है। जनक राम गोपालगंज सांसद रह चुके हैं। जनक राम की कमजोरी- मूल रूप से भाजपाई नहीं जनक राम की सबसे बड़ी कमजोरी ये है कि ये मूल रूप से भाजपाई नहीं हैं। दिग्गज दलित नेता कांसीराम से प्रभावित होकर राजनीति में आए थे। लंबे समय तक बिहार में बहुजन समाजवादी पार्टी के विस्तार पर काम किया। 2013 में नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए। अभी तक खुद को दलित लीडर के रूप में स्थापित नहीं कर पाए। इनकी सियासी पकड़ बस उत्तर बिहार तक ही सीमित है।
कूच बिहार ट्रॉफी एलिट: पहली पारी में बिहार ने 203 रन बनाए
कूच बिहार ट्रॉफी एलिट के मुकाबले में तमिलनाडु के खिलाफ पहले दिन बिहार ने अपनी पहली पारी में 203 रन बनाए। टीएनसीए अकादमी, थेनी में खेले गए इस मैच में दिन का समापन तमिलनाडु के 3 रन बिना नुकसान के हुआ। बिहार की ओर से पारी की शुरुआत देवांश अश्वल और अनमोल कुमार ने की। दोनों ने शुरुआती ओवरों में संयमित बल्लेबाजी की, देवांश अश्वल 23 रन, अनमोल कुमार भी 12 रन बनाकर पवेलियन लौटे। तीसरे विकेट के रूप में दीपेश गुप्ता 8 रन बनाकर आउट हुए, जिससे टीम का स्कोर 46 पर तीन विकेट हो गया। जबकि बल्लेबाज मोहम्मद आलम ने 119 गेंदों पर 51 रन की प्रभावी पारी खेली, जिसमें नौ चौके शामिल रहे। कप्तान और विकेटकीपर तौफीक ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए मात्र 9 गेंदों पर 21 रन जोड़कर पारी को गति दी। इसके बाद प्रीतम राज ने भी 46 रन की उपयोगी पारी खेलकर स्कोर को सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाया। पूरी टीम 72.5 ओवर में 203 रन पर सिमट गई।तमिलनाडु की ओर से गेंदबाजी में शाविन वी सबसे प्रभावी रहे। उन्होंने 15 ओवर 3 मेडन 45 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। वहीं सतीश एस ने एक विकेट लिया, जबकि संदीप बी और बेनी हिन वी ने दो-दो विकेट हासिल किए। जवाब में तमिलनाडु ने दिन के अंतिम एक ओवर में बिना कोई विकेट गंवाए 3 रन बनाए। पी कुश बारडिया 3 रन और राघव के वी शून्य पर नाबाद लौटे।
पंजाब के लुधियाना में आतंकियों के साथ हुए एनकाउंटर के बाद पुलिस ने बिहार से एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है। लुधियाना पुलिस ने बिहार पुलिस के साथ मिलकर आरा से हर्ष ओझा के घर छापेमारी की। पुलिस उसे पकड़कर पंजाब ले आई है। पाकिस्तानी हैंडलर के कहे अनुसार हर्ष को ही ग्रेनेड फेंकना था। जांच में सामने आया है कि हर्ष बचपन से ही गैंगस्टर बनने का शौक रखता है। कुछ दिन स्कूल जाने के बाद वहां से भी भाग गया। इसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और दिल्ली में एक बार साइबर सेल के हत्थे भी चढ़ा, वहां पुलिस ने तिहाड़ में उसे बाल सुधार गृह में भेजा। इसके बाद वो वहां से फरार हो गया। वहीं, हर्ष परिवार के लोगों का कहना है कि मां-बाप की मौत के बाद वो कभी गांव में रहने लगता तो कभी दिल्ली चला जाता था। स्कूल छोड़ने के बाद उसने अपराध करना शुरू किया तो उसे परिवार से बेदखल कर दिया। हर्ष की बहन ने इसी साल 12वीं की परीक्षा में जिला टॉप किया था। उसके चाचा ने कैमरे के सामने बात करने से इनकार करते हुए कहा कि हमें उससे डर लगता है। अगर कैमरे के सामने बोलने लगे तो हमें भी जेल से बाहर आकर मार देगा। माता-पिता के निधन के बाद दहशत की राह चुनीहर्ष के माता-पिता का निधन हो चुका है। उसके पिता एथलीट रहे हैं। बहन ने इसी साल इंटर की परीक्षा में जिला टॉप किया था। वहीं हर्ष के बारे में परिवार ने बताया कि वह बचपन से ही गैंगस्टर बनना चाहता था। पढ़ाई-लिखाई में भी उसका मन नहीं लगता था। गांव के ही एक पारिवारिक सदस्य ने कैमरे पर न आने की शर्त पर कहा कि वह बचपन से दिमाग से थोड़ा सनकी है। एश-ओ-आराम की जिंदगी का शौकीन था। मां-पिता के निधन के बाद से वो गलत रास्ते पर चल पड़ा। पुलिस की जांच में हर्ष की उम्र 19 साल सामने आई है, हांलाकि परिवार का कहना है कि अभी भी वह नाबालिग है। सिलसिलेवार पढ़िए हर्ष की जुर्म की दुनिया में घुसने की कहानी... पुलिस ने सोते हुए को पकड़ापरिवार के लोगों ने बताया कि बुधवार की रात वो घर में सोया हुआ था, तभी लोकल पुलिस के साथ लुधियाना पुलिस ने घर को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस के आने की खबर भतीजे को लग गई और वो भागने लगा, लेकिन पुलिस ने एनकाउंटर का डर दिखाकर उसे रोक लिया। पाकिस्तान हैंडलर के संपर्क में थालुधियाना के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के मुताबिक, टेरर मॉड्यूल केस में पहले फिरोजपुर के शमशेर को ग्रेनेड फेंकना था। उसने उस जगह की रेकी भी कर ली थी, लेकिन इसके वह ग्रेनेड फेंकने से मुकर गया। इसके बाद पाकिस्तानी हैंडलर ने भोजपुर के हर्ष को इस काम के लिए चुना। हर्ष को पाकिस्तानी हैंडलर से मिलवाने वाला राहुल है। राहुल, हर्ष का पुराना साथी है। वह इस समय लखनऊ जेल में बंद है। राहुल और हर्ष की फेसबुक और वॉट्सऐप पर बातचीत होती थी। राहुल ने ही पाकिस्तानी जसबीर चौधरी के साथ नाबालिग को फेसबुक-वॉट्सऐप के जरिए मिलवाया था।
अगर बिहार नहीं जीतते तो क्या दूसरे राज्यों में एसआईआर होता?
एसआईआर ( मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण) से अगर बिहार में सफलता नहीं मिलती तो क्या उसे दूसरे राज्यों में लागू किया जाता
दिल्ली : व्यापार मेला में बिहार दिवस समारोह, निवेशकों को बेहतरीन अवसर दे रही राज्य सरकार
दिल्ली के भारत मंडपम में 14 से 27 नवंबर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में रविवार को बिहार दिवस समारोह का आयोजन किया गया
गाजीपुर में पूर्व मंत्री का बयान:कहा- बिहार चुनाव में वोट डकैती, सरकार पर साधा निशाना
गाजीपुर से खबर है कि पूर्व मंत्री शादाब फातिमा ने बिहार चुनाव और उत्तर प्रदेश में चल रहे एसआईआर (SIR) को लेकर बयान दिया है। उन्होंने बिहार चुनाव में 'वोटों की डकैती' का आरोप लगाया और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। गाजीपुर में मीडिया से बात करते हुए फातिमा ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की चोरी नहीं, बल्कि वोटों की डकैती हुई है। यह बयान बिहार चुनाव परिणामों को लेकर उनकी गंभीर आपत्तियों को दर्शाता है। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में चल रहे एसआईआर (SIR) के संदर्भ में चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिह्न लगाए। उन्होंने आयोग की भूमिका पर संदेह व्यक्त करते हुए उसकी निष्पक्षता पर सवाल उठाए। कहा कि बिहार में SIR प्रक्रिया इतनी जल्दबाजी में हुई कि लोगों को समझने का मौका नहीं मिला। वहीं, उत्तर प्रदेश में भी SIR को लेकर तिथि तय की गई है, लेकिन यह तैयारी आधी-अधूरी है। उन्होंने चुनाव आयोग के उस बयान पर सवाल उठाया जिसमें कहा गया था कि 99.5%लोगों को SIR प्रपत्र बांटे जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सभी मदरसों की एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) से जांच कराने की मांग पर भी प्रतिक्रिया दी गई। उन्होंने कहा कि यदि सरकार मदरसों की जांच एटीएस से कराना चाहती है तो कर सकती है। हालांकि, उन्होंने पलटवार करते हुए सवाल किया कि क्या बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की भी कोई जांच की जाएगी? उन पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, और यह शर्मनाक है कि ऐसे व्यक्ति को गृह मंत्रालय सौंपा गया है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद नीतीश कुमार और अन्य बड़े नेताओं ने सोचा होगा कि 'चोर के हाथों में खजाना' सुरक्षित रहेगा। उन्होंने बिहार के दूसरे उप मुख्यमंत्री का भी जिक्र किया, जिन पर अपने क्षेत्र में लोगों ने गोबर फेंका था, फिर भी वे बड़े अंतर से जीते। इसे बिहार में 'लूट' करार देते हुए उन्होंने दावा किया कि यह लूट उत्तर प्रदेश में नहीं होगी, क्योंकि 'पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के प्रहरी अब सजग हो गए हैं।'
बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह उद्योग मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल मंत्रिमंडल गठन के बाद पहली बार किशनगंज पहुंचे। यहां माता गुजरी मेडिकल कॉलेज में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कानून-व्यवस्था और औद्योगिक विकास पर महत्वपूर्ण बयान दिए। पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. जायसवाल ने बताया कि 49 दिनों में उन्होंने 38 जिलों का दौरा किया। उनका एकमात्र उद्देश्य कार्यकर्ताओं से संवाद कर एनडीए सरकार को फिर से सत्ता में लाना था, जिसमें वे सफल रहे। 'NDA सरकार बिहार में कानून का राज स्थापित करेगी' उन्होंने कहा कि NDA सरकार बिहार में कानून का राज स्थापित करेगी। शुक्रवार से ही अपराध मुक्त बिहार का मिशन शुरू हो चुका है। डॉ. जायसवाल ने जोर देकर कहा कि गलत करने वाले किसी भी व्यक्ति को सजा मिलेगी और स्पीडी ट्रायल चलाकर उसे जेल भेजा जाएगा। 'राज्य के युवाओं का पलायन रोकना प्राथमिकता' उद्योग मंत्री के रूप में अपनी सबसे बड़ी जिम्मेदारी बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं का पलायन रोकना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं को रोजगार मिले और कानून का राज स्थापित हो, ये उनकी दो मुख्य प्राथमिकताएं हैं। सभी को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं - दिलीप कुमार जायसवाल डॉ. जायसवाल ने स्वीकार किया कि सभी को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं है। इसलिए, युवाओं को रोजगार कैसे मिले, इसका रोडमैप तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अन्य देशों से लोग यहां उद्योग स्थापित करें, इसके लिए श्रम विभाग ने कई नए कानून बनाए हैं। 25 नवंबर को बिहार कैबिनेट की पहली बैठक होगी उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 25 नवंबर को बिहार कैबिनेट की पहली बैठक होगी, जिसमें बिहार में उद्योगों का जाल बिछाने पर प्रमुखता से निर्णय लिया जाएगा। इसी दिन भारत सरकार के साथ भी एक बैठक निर्धारित है, जहां उद्योगों के विस्तार पर चर्चा होगी। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने रविवार को गृह मंत्रालय सम्राट चौधरी को मिलने से जुड़े सवालों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ कहा कि यह किसी तरह का विवाद या असहमति का विषय नहीं है। दुबे ने दावा किया कि 2005 से ही बिहार में कानून का राज कायम है, लेकिन सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनते ही अपराधियों के लिए बिहार की जमीन और तंग हो जाएगी। उन्होंने कहा, 'अब अपराधियों के सामने सिर्फ दो रास्ते हैं या तो बिहार छोड़ दें या फिर अपराध छोड़ दें। अगर पहले कहीं-कहीं छिटपुट घटना कर भी लेते थे, तो अब उसे भी छोड़ना पड़ेगा। सरकार उनसे निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।' सतीश चंद्र दुबे एक अस्पताल के उद्घाटन के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे, जहां उन्होंने यह भी कहा कि NDA में गृह विभाग को लेकर किसी तरह का कोई बवाल नहीं है। हम सभी एकजुटता के साथ और मजबूती से सरकार चला रहे हैं। सुशासन को और मजबूत बनाऊंगा सम्राट चौधरी ने कहा था नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन को और मजबूत बनाऊंगा। गृह विभाग संभालने के बाद सम्राट चौधरी ने कल बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशन में गृह मंत्री के रूप में काम करने का अवसर मिला है। सम्राट ने कहा, 'बिहार की जनता को मैं आश्वस्त करता हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में बिहार में सुशासन लगातार मजबूत होगा। नीतीश कुमार ने राज्य में सुशासन स्थापित किया है और आगे भी वही व्यवस्था उनके नेतृत्व में आगे बढ़ेगी।' जंगलराज खत्म, व्यवस्था अब पूरी तरह स्थापित की जाएगी गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने स्पष्ट किया कि बिहार में सुशासन की व्यवस्था पहले से मौजूद है, जिसने अराजकता और जंगलराज को खत्म किया है। अब इस व्यवस्था को पूरी मजबूती और कठोरता के साथ स्थापित किया जाएगा। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज है कि बीजेपी आलाकमान बिहार में भी उत्तर प्रदेश जैसा मॉडल लागू करना चाहता है। इसी रणनीति के तहत गृह विभाग को पार्टी ने अपने पास रखा है और सम्राट चौधरी को इसकी कमान दी गई है।
अजमेर के मदार रेलवे स्टेशन के पास एक युवक ट्रेन की चपेट में आ गया। बिहार के गया जिले के महानपुर निवासी आरजू (27) हादसे में बुरी तरह घायल हो गया। उसने अपने दोनों पैर खो दिए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल को तुरंत जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अलवर गेट थाने के एएसआई गणपतलाल के अनुसार, युवक मदार रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर था, तभी यह हादसा हुआ। दुर्घटना के बाद, मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायल आरजू को जवाहर लाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। आरजू की हालत गंभीर बनी हुई है और वह अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस को आरजू के पास से मिले दस्तावेजों से पता चला है कि वह लुधियाना में निजी काम करता है। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके। ............. पढ़ें ये खबर भी.... अजमेर में खोला था राजकुमारों के लिए महल जैसा स्कूल:जिसने सपना देखा, उसका अंडमान निकोबार में मर्डर हुआ; जानिए-क्या है मेयो कॉलेज में खास अजमेर का मेयो कॉलेज भारत का सबसे रॉयल स्कूल माना जाता है। देश के सबसे महंगे स्कूलों में से एक मेयो 150 साल का हो गया है। ये भव्य दिखता है, जैसा इसे बनाने का सपना लॉर्ड मेयो ने देखा था— एक ऐसा सपना, जो उनकी हत्या के बाद भी जिंदा रहा। इस स्कूल की रॉयल हिस्ट्री के भीतर झांकने का अवसर कम ही लोगों को मिला है। भास्कर ऐप पर पहली बार देखिए- देश के सबसे पॉपुलर स्कूल में क्या है खास... (पूरी खबर पढें)
सिंगरौली की एक छात्रा को पटना (बिहार) में कोचिंग के नाम पर देह व्यापार के जाल में फंसाया गया था। वह गुरुवार रात बिहार के किशनगंज स्थित रेडलाइट एरिया से भाग निकली और बहादुरगंज थाने पहुंची। पुलिस ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए देर रात छापेमारी कर तीन अन्य लड़कियों को भी मुक्त कराया। छात्रा ने पुलिस को बताया कि वह एक महीने पहले सिंगरौली से पटना में कोचिंग के लिए आई थी। वहां उसकी मुलाकात दो लड़कियों से हुई, जिन्होंने उसे मॉल में नौकरी और बेहतर रहने की सुविधा का झांसा दिया। उनके झांसे में आकर छात्रा उनके साथ चली गई, जिसके बाद उसे किशनगंज के प्रेमनगर स्थित रेडलाइट इलाके में पहुंचा दिया गया। युवती के अनुसार, वहां उस पर कई दिनों तक देह व्यापार के लिए दबाव बनाया जाता रहा। गुरुवार रात युवती मौका पाकर पिछली गलियों से भाग निकली। उसने एनएच-327 के पास स्थानीय लोगों से मदद मांगी, जिन्होंने बहादुरगंज थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवती को सुरक्षित थाने ले गई। पढ़ने के लिए आई थी पटना बहादुरगंज थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि युवती ने अपने प्रारंभिक बयान में स्पष्ट किया है कि वह पढ़ने के लिए पटना आई थी, लेकिन उसे किशनगंज ले जाकर देह व्यापार में धकेला गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने रेड-लाइट क्षेत्र से तीन अन्य लड़कियों को भी बचाया। मामले की जांच मानव तस्करी के कोण से की जा रही है।
1300 मौजा में सर्वे, अभी तक 113 की ही सीमाओं का हो सका सत्यापन
गांव से बाहर रहने वाले वेबसाइट https://dirs.bihar.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं। अंचल कैंप में ऑफलाइन आवेदन जमा करने की भी सुविधा है। विधानसभा चुनाव के बाद जमीन सर्वे का काम तेज होगा। पटना जिले में अभी तक 10,50,566 लोगों ने फॉर्म भरा है। अभी 3 लाख से अधिक आवेदन आने की उम्मीद है। पंचायतों में तैनात सर्वे अमीन को घर-घर जाकर जागरूक करने का निर्देश दिया गया है, ताकि लोग जल्द आवेदन कर दें। दस्तावेज में कोई कमी होगी तो सर्वे अधिकारी अंचल कार्यालय से मंगाकर सर्वे का काम पूरा करेंगे। अभी तक जिले के 113 मौजों की सीमा का सत्यापन कर त्रिसीमाना को लॉक किया गया है। त्रिसीमाना का मतलब तीन मौजों की सीमा के मिलने वाला बिंदु है। कैडस्ट्रल सर्वे (वर्ष 1890 से 1920) के अनुसार पटना जिले के 1300 राजस्व ग्राम में 13,85,842 जमाबंदी और 15,75,314 खेसरा हैं। इसमें चार गुनी तक बढ़ोतरी संभव है। कारण, परिवारों की संख्या बढ़ी है। पटना जिले में अब राजस्व ग्राम की संख्या 1511 है। इनमें 41 राजस्व ग्राम टोपो लैंड, जबकि 170 नगर निकाय का हिस्सा हैं। इस कारण 211 राजस्व ग्राम को सर्वे से मुक्त रखा गया है। वर्तमान में जिले के 1300 मौजा में सर्वे चल रहा है। जमीन सर्वे से फायदा बंदोबस्त पदाधिकारी सह सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मुख्यालय नीरज कुमार सेठ ने पटना जिले के लोगों से घर बैठे ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जो लोग ऑनलाइन आवेदन करने में असमर्थ है, वे शिविर कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं। जमीन सर्वे का सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा। पूर्वजों के नाम वाली जमीन वर्तमान लोगों के नाम पर होगा। यानी, खाताधारक का नाम बदल जाएगा। जो लोग अभी तक फॉर्म नहीं भरे हैं, वे जल्द से जल्द भरें। इससे सर्वे कार्य को सुचारू रूप से करने में मदद मिलेगी। आवेदन भरने में असमर्थ लोगों की मदद अमीन द्वारा की जाएगी। केवल पपत्र-2 यानी स्व-घोषणा पत्र के साथ वंशावली देनी है। इसके अलावा आपके पास जमीन से संबंधित जो भी साक्ष्य उपलब्ध है, उसकी फोटोकॉपी जमा करनी है। 7 मशीनों से चल रहा काम, 23 चाहिए जिला बंदोबस्त कार्यालय को अबतक 7 इलेक्ट्रॉनिक टोटल स्टेशन (ईटीएस) मिले हैं। जबकि, जरूरत प्रत्येक अंचल में एक-एक ईटीएस की है। 23 ईटीएस मिलने पर राजस्व ग्राम के सीमा सत्यापन का कार्य तेजी से होगा। इसके लिए विभाग को पत्र लिखा गया है। अबतक 113 राजस्व ग्राम का सीमा सत्यापन कर त्रिसीमाना को लॉक किया गया। अभी 1,179 राजस्व ग्राम के मौजा का सीमा सत्यापन कर त्रिसीमाना लॉक करना है। इस मशीन में जीपीएस लगा रहता है। मशीन को मापी करने वाले खेत के किनारे खड़ा करना होता है। इस मशीन के प्रिज्म का बटन दबाते ही किरणें निकलती है। इस प्रिज्म के माध्यम से दूरी रिकॉर्ड होती है। इससे विवाद को रोकने में मदद मिलेगी। विशेष परिस्थिति में कड़ी का उपयोग किया जा रहा है। इनका सर्वे सरकार के नाम पर होगा अबतक 10.50 लाख लोगों ने फॉर्म भरा, ऑनलाइन भरने की भी सुविधा
बलिया पहुंचे नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने शनिवार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने महंगाई को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि महंगाई भाजपा के पेट से निकली है। पाण्डेय ने आरोप लगाया कि सरकार ने महंगाई रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का एजेंडा है कि महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं पर कोई चर्चा नहीं होगी, जबकि अयोध्या पर रोज चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार में गमछा लहराने के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने हिंदुस्तान के किसी प्रधानमंत्री को इस स्तर पर बोलते नहीं देखा। अखिलेश यादव के इस बयान पर कि बिहार में जो 'खेल' हुआ, वह यूपी में नहीं होगा, पाण्डेय ने सहमति जताते हुए कहा कि यहां हम लोग भाजपा को परास्त करेंगे। बलिया में जेल के मुद्दे पर उन्होंने सवाल उठाया कि जेल कहां चला गया। पाण्डेय ने कहा कि जेल की जमीन को मेडिकल कॉलेज के नाम पर नहीं लेना चाहिए था। उनका तर्क था कि जब मेडिकल कॉलेज बनाना था, तो जमीन अलग से अधिग्रहित की जा सकती थी। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह मेडिकल कॉलेज के लिए अलग से कुछ नहीं कर रही है। पाण्डेय ने कहा, यह तो अच्छा हुआ कि आपके यहां जेल ले लिया। हम लोगों के यहां तो अस्पताल ही कब्जा कर लिया। दूसरा जिला चिकित्सालय बनाया नहीं और जिले चिकित्सालय को थोड़ा सा जोड़कर मेडिकल कॉलेज बना दिया।
अखिल भारतीय श्री राम चरित्र मानस प्रचार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य सत्यनारायण मिश्र ने कहा है कि विवाह पंचमी के मौके पर समस्तीपुर में श्री सीताराम विवाह महोत्सव का आयोजन बाबा बिजेश्वर धाम में किया जाएगा। श्री सीताराम विवाह महोत्सव समिति के बैनर तले इस कार्यक्रम का आयोजन होगा। शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 25 नवंबर को श्री राम बारात श्री राम जानकी मंदिर समर्थक कल्याणपुर बंबइया से निकाली जाएगी। दलसिंहसराय से मुसरीघरारी तक जाएगी बारात बारात मुस्तफापुर , दलसिंहसराय के मुख्य मार्ग से होते हुए बसढिया, सातनपुर , रूपौली होते हुए संध्या 4:00 बजे मुसरीघरारी पहुंचेगी । इस दौरान डॉक्टर अरुण कुमार झा महिषी अयोध्या, नरेश श्री दशरथ जी के रूप में महंत श्री शिवराम दास जी महाराज होगी गुरु वशिष्ठ और श्री सतीश कुमार झा सुमंत के रूप में रहेंगे। उन्होंने बताया कि मुसरीघरारी में विरज पीठाधीश्वर सत्यनारायण मिश्र, मिथिला नरेश जनक जी की भूमिका में अपने संग समाज के साथ बारात का स्वागत करेंगे। इसके बाद यह बारात डगरूआ लाटबसेपूरा गंगापुर , मोरवा खुदनेश्वर धाम, रामपुर ठाकुरवाड़ी एवं उदय पट्टी होकर बाबा बृजेश्वर धाम विवाह स्थल पर पहुंचेगी, जहां वैदिक रीति एवं विदेह नगर डरोरी के विवाह कीर्तन मंडली के साथ ही राम और उनके भाइयों का विवाह संपन्न कराया जाएगी। बिहार सरकार के मंत्री और प्रशासनिक पदाधिकारी भी शामिल होंगे इस कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी के साथी कई प्रशासनिक पदाधिकारी के भी शामिल होने की संभावना है। अयोध्या में 500 सालों के बाद भगवान राम की मंदिर स्थापना के बाद जिले के नरघोघी से पिछले साल भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस साल भी विवाह पंचमी के मौके पर अयोध्या में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। महंत शिवराम दास जी के अलावा डॉक्टर अरुण कुमार झा, सतीश कुमार झा, इंद्रकांत झा, डॉक्टर मिथिलेश कुमार सिंह, राम लखन झा आदि उपस्थित थे।
ललित सुरजन की कलम से - बिहार चुनाव : कुछ अन्य बातें
'बिहार में महागठबंधन की अभूतपूर्व जीत के बारे में टीकाकारों के अपने-अपने विश्लेषण हैं
Fact check: क्या कन्हैया कुमार ने दिल्ली और बिहार में 'डबल वोटिंग' की? नहीं
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर कन्हैया कुमार के दिल्ली में एक मतदान केंद्र विजिट करने की है. वह 2024 में उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे जबकि उन्होंने अपना मतदान अपने होम टाउन बेगूसराय में ही किया था.
आसान नहीं बिहार का मैदान भाजपा के लिए
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार खत्म हो गया है और गुरुवार, 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा
क्या बिहार से लेफ्ट एकता की राह पकड़ेगा?
बिहार के विधानसभा चुनाव के बहुत सारे पहलू हैं। और इनमें से ज्यादातर पर लिखा जा रहा है
2015 की तरह इस बार भी बिहार में आरक्षण सबसे बड़ा मुद्दा
बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है। वहां यह मुद्दा सबसे बड़ा बनने जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी शुरुआत हो गई है
राहुल गांधी ने बिहार मतदाता सूची से बच्चों के नाम कटने का दावा नहीं किया
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों के नाम काटे जाने से संबंधित कोई दावा नहीं किया था.
राहुल की भारत एक खोज पार्ट टू यात्रा से बिहार यात्रा तक की कहानी
राहुल अच्छे यात्री हैं। सफल। मगर दफ्तर में भी कोई होना चाहिए। सब व्यवस्था बनाए रखने के लिए
पीएम उषा अभियान के तहत बिहार को 600 करोड़ रुपए देगी मोदी सरकार, नीतीश कैबिनेट ने खोला बंद रास्ता
बिहार में पीएम उषा अभियान को लागू करने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अगले दो साल में 600 करोड़ रुपए मिलने का रास्ता खुल गया है।
बिहार के प्रिंस कुमार सिंह ने यूपीएससी आईएफएस परीक्षा में 15वीं रैंक प्राप्त की है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई बड़े एग्जाम को पास किया हुआ है। जानिए जानते प्रिंस कुमार की कहानी जिन्होंने अपने आर्थिक
बॉलीवुड के मशहूर स्टार कपल सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल 7 वर्ष की डेटिंग के बाद अब पति-पत्नी बन चुके हैं। दोनों की शादी इस वक़्त टॉक ऑफ द टाउन है। सोनाक्षी और जहीर अलग धर्म से हैं। ऐसे में ना उन्होंने निकाह किया तथा ना ही फेरे लिए, बल्कि सादगी से रजिस्टर मैरिज की एवं फिर रिसेप्शन पार्टी रखी। अलग धर्म में शादी करने पर सोनाक्षी एवं जहीर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग के कारण दोनों को अपने वेडिंग पोस्ट का कमेंट सेक्शन तक बंद करना पड़ा। मगर बात तब हद से ज्यादा तब बढ़ गई, जब इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी एवं जहीर के खिलाफ बिहार के गांव में प्रोटेस्ट मार्च निकाले गए। रिपोर्ट के अनुसार, सोनाक्षी के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन 'हिंदू शिव भवानी सेना' नाम की एक संगठन द्वारा आयोजित किया गया था। जहीर संग शादी पर बेटी सोनाक्षी की हो रही ट्रोलिंग पर अब शत्रुघ्न सिन्हा ने चुप्पी तोड़ी है तथा हेटर्स को जवाब दिया है। अपने एक इंटरव्यू के चलते शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- आनंद बक्शी साहब ने इस तरह के प्रोफेशनल प्रोटेस्टर्स के बारे में लिखा है- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। इसमें आगे जोड़ना चाहूंगा कि कहने वाले अगर बेकार, बेकाम-काज के हों तो बोलना ही उनका काम बन जाता है। मेरी बेटी ने कुछ भी ऐसा नहीं किया जो गैरकानूनी एवं संविधान के खिलाफ है। सोनाक्षी-जहीर की शादी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा- शादी दो लोगों के बीच का एक बहुत ही व्यक्तिगत फैसला है। इसमें किसी को भी बीच में दखल देने या कमेंट करने का हक नहीं होता। विरोध प्रदर्शन करने वालों को मैं यही बोलना चाहता हूं- अपनी जिंदगी पर ध्यान दो। जिंदगी में कुछ अच्छा करो। इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने खुशी-खुशी अपनी इकलौती बेटी की शादी की है। उन्होंने दामाद जहीर को भी अपना आशीर्वाद दिया है। रिलीज हुआ श्रद्धा कपूर-राजकुमार राव की स्त्री 2 का टीजर, इस अवतार में नजर आए स्टार्स किशोर कुमार के गानों पर बैन, मनोज कुमार-देव आनंद की फिल्मों पर रोक..! बॉलीवुड पर भी पड़ा था 'इमरजेंसी' का बुरा असर सामने आई कंगना रनौत की इमरजेंसी की रिलीज डेट, जानिए किस दिन आ रही है इंदिरा गांधी की बायोपिक?
फिल्म रैप में जानिए कि रविवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. 9 जून 2024 का दिन एतिहासिक रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ली. इस दौरान शाहरुख खान से लेकर अक्षय कुमार भी मौजूद रहे.
परेशान होकर छोड़ी इंडस्ट्री, सालों बाद किया कमबैक, बिहार की लड़की कैसे बनी हीरोइन?
टेलीविजन के पॉपुलर शो उडारियां 15 साल का लीप लेने जा रहा है. लीप के बाद शो एक नई कहानी और स्टारकास्ट के साथ दर्शकों को एंटरटेन करने आ रहा है. लीप से पहले उडारियां में आशमा का रोल निभाने वाली अदिति भगत ने आजतक संग बातचीत की और शो को लेकर कई सारी बातें शेयर कीं.
बिहार सीईटी बीएड : पांच साल में सबसे ज्यादा आवेदन आए, इस तारीख से आएंगे एडमिट कार्ड
Bihar CET B.Ed:महिलाओं के लिए अलग एवं पुरुषों के लिए अलग परीक्षा केंद्र होंगे। अभ्यर्थी 17 जून से अपना एडमिट कार्ड वेबसाइटwww. biharcetbed- lnmu. inपर लॉगइन कर डाउनलोड कर सकेंगे।
Bihar DElEd Answer Key 2024: आंसर की जारी, ऐसे दर्ज करें ऑब्जेक्शन, देखें डायरेक्ट लिंक
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (DElEd) परीक्षा 2024 की आंसर की जारी की। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट- biharboardonline.b
Bihar STET: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी)-2024 (प्रथम) परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। पेपर-1 के विभिन्न विषयों की परीक्षा 18 से 29 मई तक होगी।
CSBC Bihar Police Constable Exam: क्या जारी हो चुकी हैं रिवाइज्ड तारीखें, पढ़ें अपडेट
CSBC Bihar Police Constable exam dates: बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की नई तारीखों का इंतजार है। परीक्षाएं 1, 7 और 15 अक्टूबर को निर्धारित की गई थीं, जिन्हें रद्द व स्थगित कर दिया गया था। आइए
बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा शर्मा की हाल ही में बिहार में एक रोड शो में भागीदारी ने इंटरनेट पर तूफान ला दिया है। क्रुक और तुम बिन 2 जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए मशहूर सुश्री शर्मा को अपने पिता अजीत शर्मा का समर्थन करते देखा गया, जो कांग्रेस के टिकट पर भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यह रोड शो उन अफवाहों के बीच हुआ कि अभिनेता राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं। हालाँकि, अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह सिर्फ अपने पिता के लिए प्रचार कर रही थीं। नेहा शर्मा ने इंस्टाग्राम पर बांका, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया सहित बिहार के विभिन्न जिलों की अपनी यात्रा दिखाते हुए एक वीडियो साझा किया। वह पारंपरिक सलवार कमीज पहने हुए थीं और जनता का अभिवादन करती और उन्हें वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करती नजर आईं। इसे भी पढ़ें: AR Rahman ने नए एल्बम के रिलीज पर Taylor Swift को बधाई दी, नेटिजन ने कहा 'महान कला, महान कला को पहचानती है' View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial) इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया रोड शो के दौरान पीरपैंती और कहलगांव में भारी भीड़ ने अभिनेता का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा “वे कहते हैं कि जब कोई आपको अपने दिल में जगह देता है, तो आप हमेशा के लिए वहीं रहते हैं। आपने मुझे जो प्यार और समर्थन दिया है, उससे मेरा दिल भर गया है। पीरपैंती और कहलगांव में गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद। आपका प्यार सारी आँखों पर। सदा आभारी। ऑनलाइन प्रसारित हो रहे एक अन्य वीडियो में अभिनेत्री को भागलपुर में अपने पिता के चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए दिखाया गया है। भागलपुर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होना है। इस सीट पर कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले अजीत शर्मा का मुकाबला जेडीयू के अजय कुमार मंडल से है। पहले ऐसी अफवाह थी कि सुश्री शर्मा राजनीति में प्रवेश कर सकती हैं। हालाँकि, कई रिपोर्टों ने स्पष्ट किया है कि वह अभी चुनावी शुरुआत नहीं कर रही हैं। रिपोर्टों के अनुसार, उनके पिता अजीत शर्मा ने उन्हें राजनीति में शामिल होने का अवसर दिया, शर्मा वर्तमान में अपने अभिनय करियर पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। Bihar, Bhagalpur: Bollywood actress Neha Sharma campaigns for Congress leader and father Ajeet Sharma in the Lok Sabha elections, participates in a roadshow. pic.twitter.com/yEhb4XoQQL — IANS (@ians_india) April 23, 2024 View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial) View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial)
सलमान के घर फायरिंग से पहले शूटर्स ने बिहार में की हथियारों की प्रैक्टिस, फार्म हाउस की हुई थी रेकी
14 अप्रैल को, सुबह 4.50 बजे सलमान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर, अज्ञात हमलावरों ने पांच राउंड फायरिंग की थी. पुलिस ने सलमान के घर पर फायरिंग करने के मामले में विक्की गुप्ता (24 साल) और सागर पाल (21 साल) नाम के दो लड़कों को गिरफ्तार किया था. अब इससे जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है.
Manisha और Elvish के बीच लगी दुश्मनी की आग हुई और तेज, बिहार की बेटी नेसरेआम बना दिया'राव साहब' का मजाक ?
Bihar Board: जानें-10वीं की मार्कशीट में लिखी U/R,B और C जैसी शॉर्ट फॉर्म का क्या मतलब है?
बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं का रिजल्ट 31 मार्च को जारी कर दिया गया था। छात्र अपनी ओरिजनल मार्कशीट स्कूल से ले सकते हैं। आइए जानते हैं मार्कशीट में लिखी शॉर्ट फॉर्म की फुलफॉर्म क्या है।
बिहार में जेईई और नीट की फ्री कोचिंग, रहने-खाने की भी रहेगी मुफ्त व्यवस्था, ऐसे करें अप्लाई
Bihar Board Jee and Neet Free Coaching : विद्यार्थी समिति द्वारा संचालित engineering (jee) औरmedical (neet) की नि:शुल्क तैयारी हेतु BSEB SUPER-50 आवासीय शिक्षण में पढ़ने हेतु आवेदन कर सकत हैं।
Bihar Board BSEB 2024 Matrci Result Today:बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट biharboardonline.bihar.gov.in व biharboardonline.com , onlinebseb.in पर जल्दजारी कर दिया जाएगा।
BSEB: क्लास 10वीं के रिजल्ट से पहले जानें ये 10 जरूरी बातें, मार्कशीट मिलने में मिलेगी मदद
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड अब कभी भी वेबसाइट biharboardonline.gov.in पर कक्षा 10वीं के रिजल्ट अपलोड कर सकता है। एक बार रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) मैट्रिक यानी कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अब कभी भी biharboardonline.bihar.gov.in पर जारी हो सकता है, जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, रिजल्
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर में एडमिशन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इस बाबत समिति ने सभी सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, इंटर कॉलेजों की सूची ofssbihar.in पर अपलोड कर दी है।
बीएसईबी मैट्रिक रिजल्ट की घोषणा जल्द की जाएगी। हालांकि अभी तक रिजल्ट की टाइमिंग और तारीख के बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद है नतीजे 31 मार्च तक आधिकारिक वेबसाइट biharboardonlin
BSEB Bihar 10th Board: प्रेस कॉन्फ्रेंस में शेयर की जाएंगी ये 5 डिटेल्स, यहां पढ़ें
छात्र आधिकारिक वेबसाइट्स से बीएसईबी 10वीं स्कोरकार्ड 2024 डाउनलोड कर सकेंगे। रिजल्ट वाले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। जिसमें बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा से जुड़ी कई डिटेल्स शेयर की जाएगी। आइए ज
Bihar 12th Board: किसान की बेटी बनीं कॉमर्स की टॉपर, अब बनना चाहती हैं प्रोफेसर, करेंगी PhD
बिहार बोर्ड 12वीं की कॉमर्स स्ट्रीम में खुशी कुमारी को जिले में सेकंड रैंक मिली है। उनके पिता किसान हैं। उन्होंने कहा, मेरे पिता ने हमेशा शिक्षा को महत्व दिया है, इसलिए भविष्य में मैं शिक्षा के क्षेत
इस साल का रिजल्ट पिछले 5 साल की तुलना में सबसे बेहतर, 87.21 प्रतिशत विद्यार्थी हुए पास
BSEB Bihar Board 12th Result : हार बोर्ड ने आज 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस वर्ष का रिजल्ट पिछले 5 सालों की तुलना में सबसे बेहतर रहा है। इस साल इंटर का रिजल्ट 87.21 फीसदी रहा।
BSEB : बारहवीं कक्षा के छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए फ्री में कोचिंग देती है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) गरीब विद्यार्थियों को JEE और NEET की मुफ्त कोचिंग कराती है।
BSEB Bihar Board: बिहार बोर्ड इंटर छात्र जानें टॉप 10 इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज
NIRF यानी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क। इस रैंकिंग को शिक्षा मंत्रालय जारी करता है। एनआईआरएफ रैंकिंग में देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी की रैंकिंग जारी की जाती है।
बीएसईबी 12वीं के परिणाम के साथ टॉपर्स की लिस्ट भी शेयर करेगा। जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, पिछले 7 सालों में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम में किसने किया था टॉप। यहां पढ़ें पूरी
Bihar 12th Board 2024: रिजल्ट जारी होने की तारीख और समय के बारे में यहां मिलेगी जानकारी
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) जल्द ही इंटरमीडिएट या कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित करेगा। वहीं बोर्ड परिणाम के समय की घोषणा पहले कर दी जाएगी। आइए जानते हैं, आप कहां कर सकें

