भारत में इस जगह मिला 222000000 टन सोने का भंडार, हर भारतीय एक दिन में हो जाएगा अमीर!

Bihar gold discovery: भारत में सोने को लेकर बड़ी खोज हुई है, जहां बिहार ने सोने के भंडार के मामले में सबको पीछे छोड़ दिया है. भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) के अनुसार, बिहार के जमुई जिले में 222.8 मिलियन टन का देश का सबसे बड़ा सोने का खजाना मिला है. वहीं इस लिस्ट में राजस्थान 125.9 मिलियन टन के साथ दूसरे नंबर पर है. यह खोज देश की अर्थव्यवस्था के लिए काफी बड़ी साबित हो सकती है.

ज़ी न्यूज़ 15 Oct 2025 1:24 pm

Bihar Elections : जदयू की पहली लिस्ट पर NDA में बवाल, चिराग पासवान की 4 सीटों पर उतारे उम्मीदवार

JDU first list of Candidates : बिहार विधानसभा चुनावों में राजग और महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर जारी बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। उपेंद्र कुशवाह की नाराजगी की खबरों की बीच नीतीश कुमार की जदयू ने बुधवार को 57 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी ...

वेब दुनिया 15 Oct 2025 12:49 pm

Weather Update : Delhi-NCR से Bihar तक चमकी ठंड, इन राज्यों में बारिश का अलर्ट

Weather Update News : भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, देश के अधिकांश क्षेत्रों से मानसून खत्म हो गया है, उत्तर भारत में ठंड ने दस्तक भी दे दी है। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में तापमान में अचानक गिरावट आई ...

वेब दुनिया 15 Oct 2025 11:48 am

उपेंद्र कुशवाह की नाराजगी से NDA में हड़कंप, क्या अमित शाह की एंट्री से बनेगी बात?

Bihar Elections 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के बाद भी राजग में बवाल मचा हुआ है। जदयू नेता नीतीश कुमार के बाद आरएलएम नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी सीटों के बंटवारे पर नाराजगी जताई है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं ...

वेब दुनिया 15 Oct 2025 8:18 am

आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी:48 नए चेहरों को मौका, अब तक 59 प्रत्याशी घोषित; दिल्ली मॉडल से बिहार में ‘बदलाव’ की तैयारी

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में 48 नए चेहरों को मौका दिया गया है। इससे पहले 6 अक्टूबर को पार्टी ने 11 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी। इस तरह अब तक कुल 59 उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है। पार्टी ने साफ किया कि बिहार में उसका चुनावी फोकस “ईमानदार राजनीति, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार” जैसे मूल मुद्दों पर रहेगा। पार्टी की रणनीति और चयन प्रक्रिया प्रदेश प्रभारी अजेश यादव ने बताया कि, प्रत्याशियों का चयन जनसमर्थन, साफ-सुथरी छवि और जनसेवा में सक्रियता के आधार पर किया गया है। आम आदमी पार्टी दिल्ली में लागू किए गए शिक्षा और स्वास्थ्य मॉडल को आधार बनाकर बिहार में बदलाव की राजनीति लाना चाहती है। इस बार बिहार बदलेगा, और जनता ईमानदार राजनीति को चुनेगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार में जनता अब जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की बात करने वालों को प्राथमिकता दे रही है। आम आदमी पार्टी का नारा “बदलाव की ओर बिहार” प्रदेश अध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि पार्टी के उम्मीदवार जनता के बीच से निकले असली जनसेवक हैं। आम आदमी पार्टी बिहार में भ्रष्टाचारमुक्त और पारदर्शी शासन देने का वादा करती हैं हमारी पार्टी ने अपने अभियान का नारा दिया है – “बदलाव की ओर बिहार”। पार्टी का फोकस शिक्षा व्यवस्था में सुधार, सरकारी अस्पतालों की बेहतरी, युवाओं को रोजगार के अवसर और स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार खत्म करने पर है। सह प्रभारी अभिनव राय ने कहा कि यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि एक आंदोलन है – ‘बिहार बदलेगा, अब आम आदमी चलेगा।’ हम चाहते हैं कि राजनीति में आम लोग आएं, जो जनता की तकलीफ को समझते हों। बिहार में विकास तभी संभव है जब राजनीति ईमानदारी और जवाबदेही के रास्ते पर चले।

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 8:04 am

कौन हैं मैथिली ठाकुर, जो बिहार चुनाव से पहले बीजेपी में हुईं शामिल?

बिहार चुनाव से पहले 23 साल की मैथिली ठाकुर बीजेपी में शामिल हो गईं

देशबन्धु 15 Oct 2025 7:00 am

घाटशिला में झामुमो प्रत्याशी व बिहार में पार्टी की हिस्सेदारी पर आज उठेगा पर्दा

पॉलिटिकल रिपोर्टर | रांची घाटशिला में झामुमो की ओर से प्रत्याशी कौन होगा। बिहार में झामुमो को कितनी सीटें मिलेंगी। बुधवार को इससे पर्दा उठ जाएगा। बुधवार को पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय समिति की बैठक बुलाई है। इस बैठक में पार्टी की केंद्रीय समिति के सभी पदाधिकारीगण, केंद्रीय समिति सदस्य, जिला एवं महानगर अध्यक्षों को बुलाया गया है। यह बैठक हरमू के सोहराई भवन में सुबह 11 बजे से आयोजित की गई है। बैठक का मुख्य फोकस बिहार विधानसभा चुनाव और घाटशिला विधानसभा उपचुनाव ही है। पार्टी घाटशिला में प्रत्याशी को लेकर चर्चा एवं अंतिम निर्णय लेगी। बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो ने सात सीटों पर दावा किया है। पार्टी का कहना है कि जिन 7 सीटों पर दावेदारी पेश की गई है, वहां पार्टी की स्थिति मजबूत है। इन सीटों के मिलने से महागठबंधन को फायदा मिलेगा। बता दें कि झामुमो ने बांका, कटोरिया, चकाई, तारापुर, मनिहारी, पूर्णिया और धमदाहा विधानसभा सीटों पर दावा पेश किया है। इसमें कटोरिया और मनिहारी आदिवासी आरक्षित सीट है। इसलिए इसकी संभावना प्रबल है कि राजद अपने कोटे से झामुमो को कम से कम दो सीट कटोरिया और मनिहारी दे दे। हालांकि इसका औपचारिक एलान होने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी कि झामुमो के खाते में कितनी सीटें आती हैं। पार्टी का कहना है कि अगर बिहार में झामुमो को सम्मानजनक सीटें मिलती है, तो ठीक है, नहीं तो वह बिहार में अकेले दम पर भी चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है। पार्टी के अंतिम महाधिवेशन में इसका प्रस्ताव पास हो चुका है कि पार्टी के विस्तार के लिए पार्टी बिहार, ओडिशा एवं बंगाल सहित अन्य राज्यों में चुनाव लड़ेगी। पार्टी अपना विस्तार राष्ट्रीय स्तर पर करना चाहती है।

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 5:26 am

केजरीवाल-मयावती, राजभर की पार्टी बिहार में बेच रहीं टिकट:AAP ने मांगे 20 लाख, बसपा ने कहा- 15 लाख दो कहीं से भी लड़ो

15 लाख दे दो टिकट मिल जाएगा। बस पैसा कैश में चाहिए। बहनजी के पास गए तो अमाउंट बढ़ जाएगा। इसलिए 35 हजार दो फॉर्म भरो, सब फाइनल करा देते हैं। सांसद जी से मिलवा दूंगा, यहां सब कुछ वही देखते हैं। इसके बाद मैदान में जीत की तैयारी के लिए उतर जाइए। भास्कर के खुफिया कैमरे पर यह दावा मायावती की बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर गौतम कर रहे हैं। उमाशंकर ने कैंडिडेट बनकर पहुंचे भास्कर रिपोर्टर से टिकट की पूरी डील की। ऑपरेशन टिकट के सौदागर पार्ट -2 में पढ़िए और देखिए जिन पार्टियों की अन्य राज्यों में सरकारें रही हैं वह बिहार में कैसे बेच रहीं टिकट… यूपी में कई बार सत्ता संभालने और देश के कई राज्यों में मजबूत स्थिति बनाने वाली बहुजन समाज पार्टी बिहार में टिकट बेच रही है। इसकी पड़ताल के लिए भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर पटना के बुद्धा कॉलोनी स्थित बसपा के राज्य कार्यालय पहुंचे। यहां हमारी मुलाकात बसपा के राज्य प्रभारी उमाशंकर गौतम से हुई। उन्होंने टिकट के लिए रिपोर्टर से हर तरह की डील की... रिपोर्टर - मोतिहारी से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं?उमाशंकर - मोतिहारी खाली है, पार्टी की सदस्यता लीजिए फिर टिकट दे देंगे। रिपोर्टर - इसके लिए क्या करना होगा?उमाशंकर - फॉर्म भरिए और 25 हजार रुपए की रसीद कटानी होगी। इसके अलावा 10 हजार ऊपर से देने होंगे। रिपोर्टर - ठीक है, हो जाएगा।उमाशंकर - किस समाज से आते हैं? रिपोर्टर - कुशवाहा समाज से हैं, अपना वोट भी बहुत है।उमाशंकर - बढ़िया हैं, टिकट फाइनल कर देते हैं। रिपोर्टर - 35 हजार के अलावा क्या करना होगा?उमाशंकर - आप फॉर्म भरिए, सांसद जी आएंगे उनके सामने बात हो जाएगी। रिपोर्टर - हम साफ-साफ बात करना चाहते हैं, जैसे भी हो फाइनल हो जाए।उमाशंकर - मोतिहारी मेरे पास है, मुझे ही फाइनल करना है। आप जुड़िए और जीतिए। रिपोर्टर - मैं तो यही सोचकर आया हूं, यूपी से सटा हुआ क्षेत्र है, बसपा का कोर वोट मिल जाएगा।उमाशंकर - हां-हां, इसका पूरा फायदा मिल जाएगा। चुनाव में आप क्या खर्च करेंगे? रिपोर्टर - एक करोड़ रुपए तो खर्च हो ही जाएंगे।उमाशंकर - आप स्वेच्छा से दे दीजिएगा, पार्टी के लिए। आप तो जानते हैं, खर्चा बहुत ज्यादा है। मायावती का चुनाव खर्च बताकर, बढ़ाया सीट का रेट बसपा के प्रदेश प्रभारी उमाशंकर गौतम ने चुनाव में पार्टी की सुप्रीमो मायावती का खर्च बताकर टिकट के रेट की डील की। बसपा सुप्रीमो के खर्च के सवाल पर उमाशंकर गौतम ने टिकट का दाम बढ़ी सफाई से बताया... उमाशंकर - बहन जी के एक कार्यक्रम पर एक करोड़ रूपए खर्च हो जाता है। जेड प्लस सुरक्षा है, साधारण विमान से आएंगी नहीं।रिपोर्टर - हां, ये तो है, बड़ी लीडर हैं। उमाशंकर - टेंट पंडाल से लेकर सेफ रूम तक लखनऊ से आता है। 30 लाख तो सेफ हाउस और मंच में लग जाता है।रिपोर्टर - बजट तो आप बता ही दीजिए, क्या होगा, कितना देना होगा। उमाशंकर - 10 से 15 लाख कर दीजिएगा, टिकट फाइनल हो जाएगा।रिपोर्टर - हमने 11 से 12 तक का सोचा है? उमाशंकर - इसमें भी कम कर दिए, चलिए ठीक है।रिपोर्टर - पैसा कैश देना होगा या फिर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन होगा? उमाशंकर - सब कैश होगा, ऑनलाइन नहीं होगा।रिपोर्टर - ठीक है, कैश ही कर दिया जाएगा। उमाशंकर - सांसद जी से मिलवा देंगे। अगर बहन जी से मिलोगे तो रेट काफी बढ़ जाएगा। इसलिए यहीं फाइनल कर लो, बाद में मिलवा देंगे। आप निश्चिंत रहिए जाइए तैयारी कीजिए। बसपा में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं टिकट की डील के बाद हम पार्टी कार्यालय प्रभारी के पास पहुंचे। पार्टी की सदस्यता का फॉर्म देते हुए कार्यालय प्रभारी ने कहा 25 हजार रुपए सदस्यता का लगेगा। 10 हजार रुपए ऊपर से देने होंगे। रिपोर्टर ने सवाल किया, 10 हजार किसलिए। कर्मचारी बोला- अलग से देना होगा। कर्मचारी ने साफ कहा, पैसा कैश में चाहिए होगा। ऑनलाइन कोई ट्रांजैक्शन नहीं होता है। रिपोर्टर ने इतना पैसा कैश नहीं होने की बात कही, कार्यालय प्रभारी ने कहा, कैश लेकर आइए। दिल्ली से लेकर पंजाब तक सत्ता में अपनी ताकत दिखाने वाली अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी बिहार में टिकट बेच रही है। पार्टी का नाम और उसकी छवि आम आदमी, यानि ईमानदारी वाली रही है, लेकिन बिहार चुनाव में एक सीट के लिए 20 लाख रुपए की डिमांड की जा रही है। भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचे तो यहां हमसे प्रदेश प्रवक्ता मनोज यादव ने टिकट पर डील की... रिपोर्टर - मोतिहारी सीट से टिकट के लिए आए हैं?मनोज कुमार - पार्टी में डोनेशन हो जाएगा ना? रिपोर्टर - पार्टी की जो गाइडलाइन होगी वह पूरी की जाएगी।मनोज कुमार - ठीक है, अध्यक्ष जी से बात करके बताया जाएगा। रिपोर्टर - आप जैसा बोलिएगा, वैसे किया जाएगा।मनोज कुमार - ठीक है, कल आइए। हम अध्यक्ष जी से बात कर लेते हैं। एक दिन बाद बुलाकर 20 लाख की डिमांड कर दी आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मनोज कुमार ने प्रदेश अध्यक्ष से बात कर टिकट फाइनल करने की बात कही। बताए समय पर भास्कर रिपोर्टर दोबारा आम आदमी पार्टी के कार्यालय पहुंच गया। दूसरे दिन प्रदेश प्रवक्ता ने अध्यक्ष के हवाले से टिकट की डील की। मनोज यादव - अध्यक्ष जी से बात हो गई है, वह पूछ रहे हैं आप कितना कर दीजिएगा?रिपोर्टर - पार्टी का जो आदेश होगा, टिकट के लिए करना ही होगा। मनोज यादव - हमारी पार्टी की ज्यादा डिमांड नहीं होती है, अध्यक्ष जी से बात हुई तो वह 20 लाख बोल रहे हैं।रिपोर्टर - कुछ गुंजाइश नहीं होगी क्या इसमें? प्रदेश अध्यक्ष बोले हैं, या ऊपर बिग बॉस? मनोज यादव - बिहार प्रदेश अध्यक्ष जी ने बोला है, चलिए आप 17 कर दीजिएगा।रिपोर्टर - 17 लाख नहीं 15 में सेट करा दीजिए। मनोज यादव - पार्टी को देखिए, 17 ठीक है, यही फाइनल कीजिए। पार्टी की तरफ से कैंडिडेट्स को फंडिंग भी आती है। इसका भी तो लाभ देखिए।रिपोर्टर - कैश देना है या फिर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन होगा। मनोज यादव - पूछ लेंगे अध्यक्ष जी से कैसे लेना है। वैसे आप अपनी सुविधा अनुसार दे सकते हैं।रिपोर्टर - सभा में कौन आएंगे? मनोज यादव - भीड़ रहेगी तो अरविंद जी आ जाएंगे। प्रदेश प्रवक्ता मनोज यादव ने टिकट के लिए पैसे की डील करने के बाद प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के लिए होटल चाणक्य के रुम नंबर 110 में भेजा। रिपोर्टर के सवाल पर मनोज यादव ने कहा, पूरी बात हो चुकी है। बस अध्यक्ष जी जो बोलेंगे वहीं कीजिएगा, बाकी टिकट फाइनल है। मनोज यादव ने कहा बोला अध्यक्ष जी से बात हो गई है, वह अब कुछ नहीं पूछेंगे। सब डन हो गया है, बस आप जाकर मिल लीजिए। वहां बहुत लोग होंगे, कोई कुछ बोलेगा नहीं, बोल दीजिएगा। ऑफिस से सब हो गया है। इसके बाद हम चाणक्य होटल पहुंचे, यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश यादव से टिकट पर बात हुई। यह प्रदेश अध्यक्ष का मैनेजमेंट था, डील होने के बाद वह निचले स्तर के नेताओं को हमसे मैनेज कराना चाहते थे। राकेश यादव - वहां अभी आपका क्या समीकरण है?रिपोर्टर - कुशवाहा जाति से होने की वजह से जातीय समीकरण मजबूत है, बाकी पार्टी का कोर वोट और ताकत जीत दिला सकती है। राकेश यादव - आपकी क्या स्थिति है मैदान में? हम सभी सीटों पर लड़ रहे हैं, जो मजबूत होगा वहां पूरी ताकत लगाएंगे।रिपोर्टर - बहुत बढ़िया है, बस पार्टी का सपोर्ट मिल जाए तो जीत पक्की है। राकेश यादव - ठीक है, बात हो गई है। आप एक बार औपचारिकता के लिए जिलाध्यक्ष से मिल लीजिएगा। सब पुराने साथी हैं, मिलाकर चलना होता है।रिपोर्टर - आपकी तरफ से हरी झंडी मिल जाए तो ठीक होता? राकेश यादव - हम पता कर लेते हैं, फिर बात करते हैं। इसके बाद फाइनल करते हैं।रिपोर्टर - आप जैसा बताएंगे वैसा ही किया जाएगा। राकेश यादव - आप उनके पास जाइएगा तो ये मत बताइएगा कि मुझसे मिल चुके हैं। आप बोलिएगा प्रदेश अध्यक्ष से मिलवा दीजिए, फिर व्यवस्था बना दी जाएगी। वहां से सेट कीजिए, हम कर देंगे। सब साथ हैं तो किसी को नाराज नहीं करना है। यूपी की एनडीए सरकार में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी भी बिहार में टिकट बेच रही है। भास्कर की पड़ताल में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष टिकट के लिए पैसे की डील करते एक्सपोज हो गए। भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदय नरायण राजभर को कॉल किया तो उन्होंने पार्टी ऑफिस के बजाए घर बुलाया। पढ़िए दो दिनों में राजभर ने कैसे फाइनल किया टिकट... रिपोर्टर - मोतिहारी से चुनाव लड़ना चाहते हैं, यूपी से सटा है, अपना जातीय समीकरण भी फिट है।उदय नरायण राजभर - अभी एनडीए में अलायंस की बात चल रही है, जब तक फाइनल नहीं होता हम कुछ नहीं कह सकते हैं। रिपोर्टर - पार्टी चुनाव को लेकर क्या समीकरण बना रही है?उदय नरायण राजभर - सब कुछ सेट है, अब अलायंस नहीं हुआ तो सभी सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। रिपोर्टर - सर, कब तक फाइनल होगा?उदय नरायण राजभर - एक दिन इंतजार कर लीजिए, शनिवार को दो बजे के बाद कॉल कीजिएगा। रिपोर्टर - आप जैसा बोलेंगे, वैसा किया जाएगा।उदय नरायण राजभर - आप कल दोपहर बाद कॉल कीजिएगा, सब क्लियर कर देंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात हो गई है, 10 लाख दे दीजिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदय नरायण राजभर को भास्कर रिपोर्टर ने कॉल किया। राजभर ने शाम को 6 बजे के बाद घर बुलाया और 10 लाख में टिकट की पूरी डील की... रिपोर्टर - क्या निर्णय लिया गया?उदय नरायण राजभर - देखिए, आपसे जो बात हुई थी वही फाइनल है। रिपोर्टर - आप बताएं सर, मोतिहारी सीट का क्या हुआ?उदय नरायण राजभर - आपकी बातें हमने राष्ट्रीय कमेटी को बता दी हैं, वहीं से होना है। रिपोर्टर - क्या बताया आपने?उदय नरायण राजभर - बायोडाटा स्कैन करके सेंड कर दिया, बात भी हो गई है। कल राष्ट्रीय महासचिव आ रहे हैं, सारी सीट की घोषणा कर दी जाएगी। अगर आप चाहें तो आपका नाम फाइनल कर दिया जाएगा। रिपोर्टर - गठबंधन नहीं हो पाया क्या?उदय नरायण राजभर - नहीं, आज हमने खारिज कर दिया, एक-दो सीट लेकर हम क्या करेंगे। रिपोर्टर - राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से बात हो गई है?उदय नरायण राजभर - हम जो भी करते हैं, बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को बताए नहीं करते। राष्ट्रीय महासचिव पूर्व मंत्री डॉक्टर अरविंद राजभर आ रहे हैं। रिपोर्टर - वही सारा कुछ फाइनल करेंगे?उदय नरायण राजभर - हां, उन्हीं को करना है। हमने लिस्ट जारी कर दिया है, आपके बारे में भी बता दिया है। नाम तो राष्ट्रीय अध्यक्ष फाइनल करेंगे। बंद कमरे में हुई टिकट की पूरी डील सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदय नरायण राजभर ने पहले कुछ नेताओं के सामने बात की, लेकिन जब टिकट के लिए पैसे की डील करनी हुई तो उन्होंने कमरा बंद करा दिया। वहां कोई नहीं था, इस दौरान पैसे की पूरी डीलिंग हुई। उदय नरायण राजभर - 10 लाख देना होगा।रिपोर्टर - ऑनलाइन होगा या कैश देना होगा? उदय नरायण राजभर - ऑनलाइन नहीं, सब कैश में ही देना होगा।रिपोर्टर - यह पैसा टिकट के लिए ही देना होगा ना, इसमें कुछ और तो नहीं? उदय नरायण राजभर - यह टिकट के लिए प्रक्रिया है, उसके लिए ही देना होगा।रिपोर्टर - सर, हम जो 10 दे रहे हैं, उसके बदले यह लगे कि हमारे साथ पार्टी खड़ी है? उदय नरायण राजभर - हां-हां, ऐसा ही होगा।रिपोर्टर - राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रचार में आएंगे तो खर्चा कौन देगा? उदय नरायण राजभर - वह सब कुछ आपको देखना होगा।रिपोर्टर - राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात हो गई है, 10 वाली यह नहीं कि बाद में बढ़े? उदय नरायण राजभर - हां, राष्ट्रीय अध्यक्ष को बता दिया गया है, सब कुछ। कैंडिडेट से मोबाइल पर बात कराई, किश्त में पैसे की डील हुई भास्कर रिपोर्टर ने पहले से दूसरे रिपोर्टर को तैयार किया था। प्लान के तहत उदय नरायण राजभर से पूरी बात उगलवाने के लिए कैंडिडेट से वॉट्सऐप कॉल पर बात करने को कहा। उदय नरायण राजभर तैयार हो गए, रिपोर्टर से बातचीत में उन्होंने पैसे का पूरा गणित बताया... रिपोर्टर - सर नमस्कार कैसे हैं? (वॉट्सऐप कॉल पर)उदय नरायण राजभर - जी बढ़िया हैं, वॉइस कॉल पर बात नहीं करते हैं, वॉट्सऐप सुरक्षित है। आप भी सुरक्षित रहिए, हम भी सुरक्षित रहेंगे। रिपोर्टर - सर हमारा टिकट फाइनल हो गया?उदय नरायण राजभर - जो कल हमसे बात हुई थी, वही बात हो रही है। 10 लाख में टिकट फाइनल हो गया है। इसके बाद आपको किसी भी नेता के लिए कोई एक्स्ट्रा पैसा नहीं देना है। रिपोर्टर - 10 कल ही पूरा फाइनल कर देना होगा?उदय नरायण राजभर - जी, बिल्कुल, तभी सीट बुक हो पाएगी। रिपोर्टर - किश्त में कर दें तो कोई दिक्कत?उदय नरायण राजभर - नहीं भाई, किस्त में नहीं कीजिए। रिपोर्टर - दो किश्त में करा दीजिए, बड़ा अमाउंट है, वह भी कैश देना है?उदय नरायण राजभर - चलिए, ठीक है, कर दीजिए। 5-5 लाख का दो किश्त दे दीजिए। पहली किस्त टिकट से पहले और दूसरी किश्त 5 लाख की सिंबल से पहले दे दीजिएगा। रिपोर्टर - यही ठीक रहेगा?उदय नरायण राजभर - हां, कल 5 दे दीजिए, घोषणा हो जाएगी। जिस दिन सिंबल मिलेगा, उसी दिन 5 बकाया दे दीजिएगा। रिपोर्टर - इसका कोई रसीद भी मिलेगा क्या?उदय नरायण राजभर - नहीं, कोई रसीद नहीं मिलेगा। इसमें सिर्फ विश्वास चलता है। आपको घोषणा से मतलब है, आपको चुनाव लड़ना है। ओमप्रकाश राजभर की जानकारी में पूरी डील सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदय नरायण राजभर के मुताबिक पैसे की पूरी डीलिंग की जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को होती है। भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में यह सामने आया कि चुनाव में टिकट बेचने की पूरी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की एनडीए सरकार की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की जानकारी में होती है। प्रदेश अध्यक्ष उदय नरायण राजभर के मुताबिक सिंबल राष्ट्रीय अध्यक्ष ही फाइनल करते हैं। उदय नरायण राजभर काफी लंबे समय से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं, वह 2019 से चुनाव लड़ रहे हैं। उदय नरायण राजभर के मुताबिक 2020 में पार्टी का बिहार में बीएसपी, ओबीसी और उपेंद्र कुशवाहा के साथ अलायंस था। उत्तर प्रदेश में अभी भी एनडीए के साथ अलायंस है। वह दावा करते हैं, बिहार में 156 सीटों पर जातीय समीकरण से वह मजबूत स्थिति में हैं।

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 5:05 am

पेपर-लीक चुनावी मुद्दा नहीं, क्या सोच रहे बिहार के GenZ:लड़कियों को शादी का डर, PK-तेजस्वी से उम्मीद; आरोपी बोला- मैं भी बेरोजगार

मुंह पर कपड़ा बांधे 25 साल का संजय (बदला हुआ नाम) चुपचाप आकर बैठ जाता है। डरते हुए बार-बार आसपास देखता रहता है। बार-बार पूछता है, भैया, कोई पहचान तो नहीं लेगा न। बिहार में 15 मार्च, 2024 को कैंसिल हुए TRE-3 (टीचर रिक्रूटमेंट एग्जाम) का पेपर लीक कराने वालों में आरोपियों में से एक संजय भी है। गिरफ्तार हुआ और 3 महीने बेऊर जेल में रहा, अब जमानत पर बाहर है। पहचान बादल कर रैपिडो बाइक चला रहा है। कहता है- ‘भैया मैं टेक्निकल स्टाफ था, 8 हजार सैलरी थी। छुट्टी ले लो, तो वो भी कटकर आती थी। पेपर लीक कराने वालों के साथ काम करने लगा। मजबूरी थी, पैसा चाहिए था। कुछ और काम था ही नहीं। पकड़ा गया, जेल गया। जेल में अखबार में पढ़ा कि कितने लड़कों की जिंदगी खराब की। अब समझ में आता है कि गलत काम किया।’ इस कहानी के दूसरे सिरे पर 28 साल के बादशाह यादव खड़े हैं। वे उन 3.75 लाख कैंडिडेट्स में से एक हैं, जिन्होंने TRE-3 का एग्जाम दिया, जो बाद में कैंसिल हो गया। बादशाह कहते हैं- ‘ऐसे 4 पेपर दे चुका हूं, जो बाद में लीक हो गए। 28 उम्र हो गई है, पता नहीं कब तक ये सब चलता रहेगा। 15 साल से ये सब देख रहे हैं। PK सर और तेजस्वी से उम्मीद थी, लेकिन पता नहीं क्या होगा।’ वहीं, 21 साल की प्रियंका और 22 साल की अंशु को डर है कि नौकरी नहीं मिली तो घरवाले वापस बुलाकर शादी करा देंगे। बिहार विधानसभा चुनाव अनाउंस हो चुका है, 6 और 11 नवंबर को वोटिंग है और 14 को रिजल्ट आ जाएगा। क्या इन चुनावों में पेपर लीक कोई मुद्दा है, क्या युवा वोटर इसे ध्यान में रखकर वोट देने वाले हैं। क्या किसी किसी पॉलिटिकल पार्टी के पास इससे निपटने का प्लान है? इन सब सवालों के जवाब के लिए पढ़िए, ये ग्राउंड रिपोर्ट… बेरोजगारी पर कोई बात नहीं करता, 10 पेपर लीक हो गएTRE-3 पेपर लीक का आरोपी संजय ज्यादा बात नहीं करता। कहता है- ‘मेरे पास पैसे नहीं थे। 8 हजार में परिवार का खर्च नहीं चल रहा था। सेंटर वाले ने बोला, कर लो कुछ पैसा बन जाएगा। पेपर सॉल्व कराने में कुछ लोगों की मदद की थी। रोजी-रोजगार की दिक्कत में हम ये सब करने लगे।’ हालांकि, बिहार के सभी दलों का दावा है कि उनके समय में ज्यादा से ज्यादा सरकारी नौकरियां हुई हैं। JDU-RJD के गठबंधन की सरकार के दौरान करीब 17 महीनों तक तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री रहे। उनका दावा है उन्होंने पांच लाख नौकरियां दीं, जिनमें शिक्षक भर्ती सबसे बड़ी संख्या में हुई। ठीक इन्हीं नौकरियों का क्रेडिट तब CM रहे नीतीश कुमार की JDU भी लेती है। हालांकि, पेपर लीक पर सभी बात करने से बचते नजर आते हैं। 24 साल के अविनाश भी बताते हैं कि रोजगार न मिल पाना बड़ी दिक्कत हैं। वे कहते हैं- ‘सिलेक्ट भी हो जाओ, तो पेपर लीक होने का डर बना रहता है। वैकेंसी इतनी कम आती हैं, आई भी तो पेपर लीक हो जाता है। घर से कब तक पैसे मांगे।’ अविनाश TRE-2 के पेपर में सिलेक्ट हो गए थे, लेकिन बाद में पेपर लीक सामने आया और परीक्षा रद्द हो गई। पेपर लीक का चुनावी मुद्दा होने के सवाल पर अविनाश कहते हैं, ‘सभी नेता तो एक जैसी बात करते हैं। जिस तरह महिलाओं के लिए योजना है, प्लान है। कोई भी पार्टी स्टूडेंट्स के लिए यह मुद्दा नहीं उठा रही है।’ शिक्षक भर्ती परीक्षा में चार नंबर से चूके बादशाह यादव कहते हैं, ‘मैं दरभंगा में रहकर तैयारी करता था। पांच साल से वहीं कोचिंग पढ़ाता था और उसी पैसे से खर्च चलाता था। मेरा शिक्षक वाले में नहीं हुआ, तो मैं पटना आ गया हूं। डोमिसाइल नहीं लागू था, तो बिहार के लोगों को नौकरियों में जगह कम मिलती थी।’ पेपर लीक चुनाव में कितना बड़ा मुद्दा है? इस पर बादशाह कहते हैं, ‘मुद्दा तो है, लेकिन उतना बड़ा नहीं जितना होना चाहिए। इन्हें पेपर लीक से ज्यादा वैकेंसी पर ध्यान देना चाहिए। हम तो कह रहे हैं कि देश में जितने विधायक-सांसद हैं, उतने ही पदों पर भर्तियां लाई जाएं, तो स्टूडेंट्स पर एहसान होगा।' चुनाव में फिर भी बादशाह को थोड़ी उम्मीद नजर आती है। वो कहते हैं, ‘मुझे पीके सर (प्रशांत किशोर) से और तेजस्वी सर से थोड़ी-बहुत उम्मीद है। इस सरकार को हम लोग 15 साल से देख रहे हैं। कुछ समझ में नहीं आ रहा है। सरकार बदलने पर ही कुछ उम्मीद है।’ लड़कियों को डर, पेपर लीक होते रहे तो घरवाले शादी करा देंगे21 साल की प्रियंका एक साल पहले बक्सर से पटना आई हैं। जब वो आईं, उन्होंने बिहार दरोगा की भर्ती में इंट्रेस्ट दिखाया और उसकी तैयारी शुरू की। उससे पहले कॉन्स्टेबल भर्ती का रिजल्ट आ गया तो उसके फिजिकल टेस्ट की तैयारी कर रही हैं। फर्स्ट टाइम वोटर प्रियंका कहती हैं, ‘देखिए, हम लोग स्टूडेंट हैं तो पढ़ना हमारा काम है। पढ़ेंगे तो रिजल्ट होगा ही। एक पेपर लीक होगा, उससे अगले की तैयारी करेंगे। नहीं तो दूसरा एग्जाम देंगे। हिम्मत नहीं हारेंगे।’ प्रियंका को नीतीश कुमार से उम्मीद हैं। उन्हें पटना में सुबह 4 बजे निकलने पर भी डर नहीं लगता है, इसका श्रेय नीतीश कुमार को देती हैं। प्रियंका कहती हैं, ‘हम गांव से हैं, तो हमें भोर देखने की आदत है, लेकिन सेफ्टी भी बहुत जरुरी है। पटना में सुबह निकलने पर भी बहुत अनसेफ नहीं लगता है। मुझे यहां अच्छा लगा। मैं नीतीश कुमार को वोट दूंगी।’ वहीं, 22 साल की अंशु तीन साल से पटना में हैं। अंशु बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती के फिजिकल टेस्ट की तैयारी कर रही हैं। उन्हें घर से सख्त हिदायत के साथ सिर्फ दो साल का मौका मिला है। वे कहती हैं, ‘हम लड़कियां हैं। आने से पहले ही घरवालों ने कह दिया कि तुम्हारे पास दो साल है। इसी में कभी पेपर लीक तो कभी पेपर डिले। मैं नौकरियों के एग्जाम देने के बाद हाउसवाइफ नहीं बनना चाहती। मेरे पिता डिफेंस में हैं और मेरा भी मन है कि शरीर पर वर्दी हो। लड़कियों के घरवाले पेपर लीक होने पर वापस घर बुला लेते हैं।’ बिहार में भर्ती परीक्षाओं की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए अंशु कहती हैं, ‘एग्जाम न निकले तो बहुत दुख नहीं होता। बिहार में रहने पर हमें वो फायदा भी नहीं मिलता, जो देश के बाकी हिस्सों में होता है। मेरे पास NCC का C सर्टिफिकेट है। लगभग सभी प्रदेशों में उसके लिए 5 नंबर अलग से मिलता है, लेकिन बिहार में नहीं मिलता।’ अंशु की तरह अंजलि भी कॉन्स्टेबल के पद की तैयारी में हैं। पटना के गांधी मैदान में रोज पांच-सात किमी दौड़ती हैं। अंजलि पेपर लीक का शिकार हो चुकी हैं। वो कहती हैं, ‘घर वाले नहीं मानते कि पेपर लीक हो रहा है। उन्हें लगता है कि हम बहाने बना रहे हैं। हम ही नहीं पढ़ रहे। हम जानते हैं कि कितना मुश्किल होता है। स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा समस्या हो रही है। मेरी बहुत सारी दोस्त हैं, जो सिर्फ एक साल में घर लौट चुकी हैं। एक बार पेपर लीक होगा, तो दो साल तक नौकरी रुक जाती है। इसका असर होता है कि सीधे शादी करा दी जाती है।’ चुनाव में युवा पेपर लीक भूल जाते हैं, लेकिन इस बार GenZ गुस्से मेंपटना साइंस कॉलेज में प्रोफेसर और पेपर लीक के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहे एक्टिविस्ट डॉ. अखिलेश कुमार कहते हैं कि चुनाव में पेपर लीक युवाओं के लिए सबसे बड़ा मुद्दा होना चाहिए, लेकिन पोलराइजेशन की राजनीति में यह गायब हो जाता है। इससे गरीब परिवारों के लिए सरकारी नौकरी का सपना टूट रहा है। डॉ. अखिलेश युवाओं से अपील करते हैं कि पेपर लीक को चुनावी मुद्दा बनाएं, वरना सब ऐसे ही चलता रहेगा। वे कहते हैं, ‘बिहार जैसे स्टेट में गवर्नमेंट जॉब का बड़ा रोल होता है।' डॉ. अखिलेश इसे लॉ एंड ऑर्डर की नाकामी से भी जोड़कर देखते हैं। वे कहते हैं, ‘जो परीक्षा लेने वाली संस्थाएं हैं, उनकी जिम्मेदारी है कि फ्री एंड फेयर एग्जाम लें। सभी एग्जाम स्थानीय प्रशासन के मदद से ही होते हैं। ऐसी स्थिति में अगर पेपर लीक हो रहा है, तो इसका मतलब कहीं ना कहीं लॉ एंड ऑर्डर का भी प्रॉब्लम है।’ अखिलेश आगे कहते हैं- बहुत बड़ी इंडस्ट्री खड़ी हो गई है। इससे समाज में निचले पायदान पर खड़े लोगों का हक मारा जा रहा है। पेपर लीक से तभी निपटा जा सकता है., जब लीक कराने वालों को सख्त सजा दी जाए। शिक्षाविद प्रमोद रंजन मानते हैं कि पेपर लीक सिर्फ छात्रों की समस्या नहीं, बल्कि सिस्टम की नाकामी है। वे कहते हैं कि यह मुद्दा बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और राजनीतिक नेक्सस को उजागर करता है। आने वाले चुनावों में जेन जी का गुस्सा नीतीश सरकार को महंगा पड़ सकता है। प्रमोद कहते हैं, 'बिहार जैसे राज्य में, जहां उद्योग और रोजगार के मौके सीमित हैं, सरकारी नौकरी इकलौता सुरक्षित रास्ता मानी जाती है। यह लीक गरीब परिवारों के बच्चों का हक छीन लेता है, मनोवैज्ञानिक चोट पहुंचाता है और पूरे परिवार को हताश कर देता है।’ आने वाले चुनावों में पेपर लीक के असर पर प्रमोद कहते हैं कि ये जेन जी के गुस्से को भड़काएगा। लेकिन युवाओं का गुस्सा किसी एक राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं है। वो इस पूरे सिस्टम के खिलाफ है। तो वो सीधे-सीधे भले ही नहीं दिखेगा, लेकिन आपको पेपर लीक के खिलाफ आवाज उठा रहे राजनीतिक दलों की तरफ या नोटा की तरफ आपको कुछ वोट दिखाई पड़ेंगे। पेपर लीक होते रहते हैं, जांच जारी रहती हैआर्थिक अपराध इकाई (EOU) के DIG मानवजीत सिंह ढिल्लो ने पेपर लीक पर जांच की पैरवी करते हुए बीते फरवरी में कहा था, ‘2012 से अब तक के 10 पेपर लीक मामलों की जांच की जा रही है। 545 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच जारी है।’ वहीं सिर्फ 2024 में ही कुल 4 पेपर लीक हुए, जिनमें बिहार शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण (TRE 2.0) का पेपर भी लीक हो गया था। यह खुलासा बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की जांच रिपोर्ट में हुआ। इसके लिए 5000 रुपए में सौदा हुआ था। TRE-2 की परीक्षा 7 से 15 दिसंबर 2022 तक हुई थी। करीब 1.22 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा में सफल हुए थे। EOU की चार्जशीट में यह खुलासा 2024 में हुआ। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे अविनाश कहते हैं, ‘ये एक चक्र है। TRE-2 लीक हुआ तो मैंने दरोगा की तैयारी शुरू कर दी। उसमें भी 1700 सीट आई और 40 लाख से ज्यादा फॉर्म बिके। रेलवे भी बदमाशी करता है। दो फेज में एग्जाम लेता है, अलग-अलग मेरिट बनाता है। मेरा एक नंबर से भी कम से सिलेक्शन रुक गया है। लड़के इलाहाबाद हाईकोर्ट जा रहे हैं।’ 27 साल के ललित भी पटना दरोगा बनने आए, मगर परीक्षा में देरी होने से कॉन्स्टेबल की नौकरी भी ले लेना चाहते हैं। पेपर लीक पर वे कहते हैं, ‘पिछले दो बार से पहले तक हर बार धड़ल्ले से पेपर आउट हो रहा था। आपको भी पता है कि बिहार में पेपर लीक होता है। पढ़ने वालों के साथ यही समस्या है कि कुछ लोग पैसा देकर पेपर खरीद लेते हैं और हमारे जैसे लाखों लोग टैलेंट लेकर बैठे रह जाते हैं।’ ‘हमारे पापा गुवाहाटी में रहकर कमाते हैं। हमारे पास इतना पैसा तो है नहीं कि हम 20-25 लाख देकर ये सब कर सकें। हमारे परिवार में 5 लोग हैं। हम तीन भाई और मां-पिता। खर्च मां-पिता से चलता है। हर महीने 5 हजार का खर्च है, पिताजी आधी कमाई भेजते हैं।’ ललित को बीते एक साल में हो रही भर्तियों पर भी बहुत भरोसा नहीं है और वो उसे चुनावी रणनीति मानते हैं। नीतीश सरकार के लगातार हो रहे वादों पर वो कहते हैं, ‘अभी सब इलेक्शन के लिए हो रहा है। नीतीश जी इससे पहले कहां थे। एक साल में ही दरोगा का पीटी हो रहा, कॉन्स्टेबल का फिजिकल टेस्ट हो रहा है। हम लोगों को भी ये सब दिखता ही है। चलिए इसीलिए सही, नौकरी तो आ रही है।’ पार्टियां क्या बोलीं... JDU: जिनका सिलेक्शन नहीं हुआ, वे पेपर लीक का आरोप लगाते हैंJDU के MLC और मुख्य प्रवक्ता नीरज सिंह का मानना है कि पेपर लीक की बातें वही करते हैं, जिनका सिलेक्शन नहीं हो पाता। 2024 में TRE 3.0 पेपर लीक के सवाल पर वे कहते हैं, ‘लीक का बहुत हल्ला हुआ, लेकिन कोई कोर्ट में नहीं गया। सीटों की संख्या बढ़ती-घटती रहती है। अभी TRE 4 और 5 में सीटें बढे़ंगी।’ ‘सिपाही भर्ती का पेपर लीक हुआ था, इस पर कार्रवाई की गई। NEET के पेपर लीक पर बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तारियां कीं। राजस्थान में 15 पेपर लीक हुए, उस पर क्या कार्रवाई हुई। बिहार में पेपर लीक पर जीरो टॉलरेंस वाली सरकार है।’ ‘सरकार ने फॉर्म के लिए 100 रुपए फीस तय की है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड पर ब्याज खत्म कर दिया है। हम सरकार में लौटेंगे तो इसे और मजबूत करेंगे।’ कांग्रेस: सरकार बनी तो एग्जाम का करप्शन खत्म करेंगेकांग्रेस प्रवक्ता अधीर रंजन पेपर लीक का दोष NDA सरकार को देते हैं। वे कहते हैं, ‘महागठबंधन की सरकार बनी थी, तो करप्शन फ्री एग्जाम होते थे। हमने नौकरियां दीं। अब बिहार की सरकार युवाओं को पलायन करने पर मजबूर कर रही है।’ ‘हमारे यहां पढ़ाई का अच्छा माहौल हो, इसकी जिम्मेदारी हमारी है। हम रोजगार देंगे, रोटी देंगे। हमारी सरकार आएगी तो पलायन रोकेंगे और भ्रष्टचार से मुक्त परीक्षाएं करके दिखाएंगे।’

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 5:00 am

हरियाणा DGP की साली को बिहार में टिकट:सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं ओपी सिंह; पटना की दीघा सीट से बनीं उम्मीदवार

बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के लिए ये हफ्ता दोहरी खुशी लेकर आया है। सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई 1991 बैच के आईपीएस अफसर ओपी सिंह को हरियाणा का कार्यकारी DGP बनाया गया है। वहीं उनकी ममेरी बहन दिव्या गौतम को बिहार विधानसभा चुनाव में भाकपा (माले) ने उम्मीदवार बनाया है। भाकपा बिहार में विपक्षी दल की भूमिका में है। सियासी हलकों में चर्चा है कि ओपी सिंह को कार्यकारी DGP बनाने के पीछे बिहार चुनाव भी एक वजह हो सकती है। राजपूत वोटबैंक कई सीटों पर अहम है। बिहार के करीब 30 से 35 विधानसभा क्षेत्र में राजपूत जाति जीत या हार में निर्णायक भूमिका निभाती रही है। यही वजह है कि सत्तापक्ष हो या विपक्ष दोनों इस जाति को समय-समय पर अपने फैसलों के जरिए अपने साथ लाने की कोशिश करते रहे हैं। ओपी सिंह बिहार के जमुई जिले के रहने वाले हैं। वे इससे पहले अंबाला-पंचकूला, फरीदाबाद के पुलिस आयुक्त और हरियाणा में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर रह चुके हैं। हाल ही में हरियाणा में IPS वाई. पूरन कुमार के सुसाइड केस में नामजद होने के बाद डीजीपी पद से शत्रुजीत कपूर की छुट्टी की गई। पढ़िए कैसे डीजीपी बने ओपी सिंह... तेज तर्रार ऑफिसर हैं ओपी सिंह ओपी सिंह मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के नमून गांव के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई जमुई में हुई और आगे की शिक्षा के लिए वे दिल्ली चले गए। ओपी सिंह न सिर्फ तेजतर्रार पुलिस अफसर माने जाते हैं, बल्कि लेखक और खेल प्रेमी भी हैं। उन्होंने तीन किताबें लिखी हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ओपी सिंह काफी चर्चा में आए थे। उन्होंने इस मामले में न्याय के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी थी। अब डीजीपी बनने के बाद एक बार फिर उनका नाम सुर्खियों में है। दिव्या गौतम की सियासी पारीसुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन दिव्या गौतम अब बिहार की राजनीति में उतर चुकी हैं। भाकपा (माले) ने उन्हें पटना की दीघा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। ये सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है, इसलिए दिव्या का चुनावी मैदान में उतरना चर्चा का विषय बन गया है। दिव्या गौतम छात्र राजनीति से जुड़ी रही हैं। उन्होंने पटना विमेंस कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है और यूजीसी-नेट पास करने के बाद पीएचडी कर रही हैं। वह पहले पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन का चुनाव भी लड़ चुकी हैं और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) की सक्रिय सदस्य रही हैं।

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 5:00 am

जीतन कलेक्टर बनेगा तो हमारी भैंस कौन चराएगा:जमींदार से लड़े मांझी के पिता, नीतीश ने CM से हटाया तो पार्टी बनाई; बेटा-बहू, समधन को चुनाव लड़वाया

बिहार के ताकतवर राजनीतिक परिवारों की सीरीज ‘कुनबा’ के तीसरे एपिसोड में कहानी जीतन राम के मांझी कुनबे की… 17 मई 2014… लोकसभा चुनाव के नतीजे आए एक दिन बीत चुका था। एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली जेडीयू को करारी हार मिली थी। पार्टी महज दो सीटों पर सिमट कर रह गई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। नीतीश के इस्तीफे के फैसले से विधायकों में मायूसी छा गई। वे चाहते थे कि नीतीश इसपर दोबारा विचार करें। उन्होंने भावुक समर्थकों से दो दिन का समय मांगा। 18 मई की शाम नीतीश कुमार पार्टी अध्यक्ष शरद यादव से मिलने पहुंचे। बातचीत में नीतीश ने मुख्यमंत्री पद के लिए जीतन राम मांझी के नाम का सुझाव दिया। उस वक्त मांझी जहानाबाद के मखदूमपुर से विधायक और एससी/एसटी कल्याण मंत्री थे। शरद यादव ने जवाब दिया, ‘बहुत अच्छा नाम है।’ इस बहाने नीतीश महादलित वोट-बैंक को और मजबूत करना चाहते थे। उस शाम मांझी मोहनपुर जाने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें किसी की शादी में शामिल होना था। तभी नीतीश कुमार ने फोन किया और उन्हें मुख्यमंत्री आवास बुलाया। मांझी को लगा कि मौजूदा राजनीतिक हालात से जुड़ी कोई बैठक होगी। मांझी मुख्यमंत्री आवास, 1- अणे मार्ग, पटना पहुंचे। शरद यादव वहां पहले से मौजूद थे। मांझी हमेशा की तरह कोने वाली कुर्सी पर बैठने लगे। तभी नीतीश कुमार ने कहा, 'नहीं- नहीं! आप मेरी कुर्सी पर बैठिए। अब ये कुर्सी और ये मुख्यमंत्री आवास दोनों आपका है।’ मांझी हैरान रह गए, कुछ बोल ही नहीं पाए। पत्रकार संतोष सिंह अपनी किताब ‘Ruled or Misruled: Story and Destiny of Bihar’ में लिखते हैं, कोई भी राजनीतिक पंडित मांझी के नाम की भविष्यवाणी नहीं कर सकता था। उस समय तक स्पीकर उदय नारायण चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, नरेंद्र नारायण यादव और पार्टी अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम ही चर्चा में थे। 19 मई को नीतीश ने अपने विधायकों से दोबारा मुलाकात की। इसबार विधायकों के बीच शांति थी। नीतीश ने सभी को भरोसा दिलाया कि वे पार्टी का मार्गदर्शन करते रहेंगे। विधायकों ने नीतीश से ही विधानमंडल दल का नया नेता चुनने को कहा। नीतीश ने फौरन मांझी का नाम आगे कर दिया। सभी विधायकों ने इसपर अपनी मंजूरी दे दी। 20 मई 2014 को नीतीश कुमार, मांझी को साथ लेकर राजभवन पहुंचे। कुछ देर बाद उन्हें मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई। बंधुआ मजदूरी करने वाले दलित परिवार का बेटा राज्य की सत्ता के शीर्ष पर पहुंच गया। मांझी परिवार में 6 लोग राजनीति में सक्रिय हैं। जीतन राम मांझी 8 बार विधायक, एक बार सांसद और एक बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनके बेटे संतोष सुमन विधान परिषद (एमएलसी) सदस्य और बिहार सरकार में मंत्री हैं। बहू दीपा मांझी और समधन ज्योति मांझी भी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) की टिकट पर विधायक हैं। बेटी सुनैना देवी भी राजनीति में सक्रिय रही हैं। जबकि दामाद देवेंद्र मांझी भी विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। जगह- गया का हथियावां गांव। नाले के किनारे मुसहरों का टोला बसा था। जहां बिना खिड़की, दरवाजे वाली कई झोपड़ियां थीं। दरवाजे की जगह बांस की टाटी लगी थी। ऐसी ही एक झोपड़ी में भूमिहीन मजदूर रामजीत राम मांझी और सुकरी देवी रहते थे। 6 अक्टूबर 1944 को उनके घर बेटे का जन्म हुआ। जीतिया का दिन था, इसलिए बच्चे का नाम रखा गया जीतन राम मांझी। अमरीन खान की किताब 'मांझीनामा: एक बंधुआ मजदूर से केंद्रीय मंत्री बनने की सच्ची कहानी' में मांझी बताते हैं, ‘मेरे पैदा होने के एक साल बाद 1945-46 में गांव में भयंकर बाढ़ आई। हमारी झोपड़ी भी इस बाढ़ में बह गई। मेरे परिवार ने रातभर बरगद के पेड़ पर बैठकर अपनी जान बचाई। इसके बाद हम सभी महकार गांव में कामेश्वर सिंह के कब्जे वाली बंजर जमीन पर रहने लगे। परिवार उनके यहां मजदूरी करने लगा।’ मास्टर साहब ने ताड़ी पीते हुए जीतन को पढ़ाने की सलाह दीजीतन जब 6 साल के हुए तो जमींदार कामेश्वर सिंह की भैंस चराने के लिए जाने लगे। दिनभर भैंस चराते, शाम में धूल और कीचड़ से सनकर घर लौटते। जमींदार के घर ही खाना खा लेते। उस दौरान जमींदार के बच्चों को पढ़ाने के लिए एक मास्टर साहब आते थे। तब जीतन छिप-छिपकर मास्टर जी को सुना करते थे। एक दिन मास्टर जी ने जमींदार के बच्चों से गणित का एक सवाल पूछा। जीतन ने फौरन जवाब दे दिया। मास्टर जी को हैरानी हुई। उन्होंने कहा, 'तू तो जीतन है न, तुझे ये सब कैसे याद हुआ?' सहमे हुए जीतन धीमी आवाज में बोले-'मास्टर साहब... आप जब पढ़ा रहे थे, तब मैंने सुन लिया था।' एक शाम मास्टर जी ताड़ी पीने गए तो वहां जीतन के पिता रामजीत भी मिले। मास्टर जी ने ताड़ी पीते-पीते रामजीत से कहा, ‘तेरा बेटा जीतन बड़ा होशियार है। अगर वह पढ़-लिख लेगा तो एक दिन कुछ बन जाएगा।' जीतन को पढ़ाने के लिए पिता ने जमींदार से बगावत कर दीअगली सुबह जीतन के पिता ने जमींदार से बगावत कर दी। उन्होंने सख्त लहजे में कह दिया- ‘अब जीतन भैंस चराने नहीं जाएगा, वह पढ़ाई करेगा।’ जमींदार गुस्से में बोला- ‘पढ़ावे के का जरूरत है। पढ़ा के अपन बेटवा के कलेक्टर बनैबे का? हमर भेंसिया कौन चरइहें?’ रामजीत अपनी जिद पर अड़े रहे। उन्होंने परिवार समेत किसी दूसरे जमींदार के यहां मजदूरी करने की धमकी दे दी। आखिर जमींदार ने जीतन को अपने बेटों के साथ पढ़ने की अनुमति दे दी। हालांकि, उन्हें जमीन पर बैठना होता था और जमींदार के बच्चे कुर्सी पर बैठते थे। जीतन को एक टूटी स्लेट और आधी पेंसिल दी गई। हर शाम जीतन भैंस चराकर लौटते और मास्टर जी के पास जाकर पढ़ने बैठ जाते। सातवीं क्लास तक उन्होंने इसी तरह जमींदार के बच्चों के साथ पढ़ाई की। 1956 में 11 साल के जीतन राम मांझी की बिंदी देवी से शादी हो गई। शादी के बाद उन्होंने मैट्रिक पास किया और फिर गया कॉलेज में एडमिशन मिल गया। हॉस्टल भी मिला और स्कॉलरशिप के नाम पर 25 रूपए भी मिलते थे। जीतन राम मांझी एक इंटरव्यू में बताते हैं- मैं बचपन से राजनीति में आना चाहता था। कॉलेज के दिनों में कांग्रेस कार्यकर्ता मुझे कहते थे कि पिछड़े समुदाय की बस्तियों में जाओ। उनसे कहो कि, 'मैं गरीब मुसहर समुदाय का हूं। कांग्रेस पार्टी के पैसे से पढ़ रहा हूं। मैंने वैसा ही किया। इससे गरीबों ने कांग्रेस को वोट किया।’ टिकट कटने पर 12 घंटे जगन्नाथ मिश्र के घर के बाहर बैठे रहेआर्थिक तंगी और परिवार के दबाव की वजह से 1967 में जीतन पोस्टल विभाग में क्लर्क बन गए। उनका नौकरी में मन नहीं लगता था। वो चाहते थे कि छोटे भाई गोविंद की कहीं नौकरी लग जाए, ताकि वो परिवार की जिम्मेदारी से मुक्त होकर राजनीति में उतर सकें। 1972 में उनकी पहली पत्नी बिंदिया चल बसीं। उस समय बेटा संतोष सिर्फ तीन महीने का था और दोनों बेटियां भी छोटी थीं। उसी साल पिता ने शांति देवी से मांझी की दूसरी शादी करा दी। शांति देवी से उन्हें तीन बेटियां और एक बेटा प्रवीण सुमन हुए। 1976 में मांझी के भाई गोविंद सब-इंस्पेक्टर बन गए। इसके चार साल बाद 1980 में मांझी ने डाक विभाग की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में उतरने की तैयारी करने लगे। जब मांझी टिकट लेने दिल्ली के बिहार भवन पहुंचे, तो पता चला कि उनका टिकट कट गया है। मांझी टूट गए। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, ‘टिकट न मिलने पर मैं रोने लगा था। सोच रहा था कि 13 साल की नौकरी छोड़ दी और अब टिकट भी नहीं मिला।’ उसी शाम करीब 5 बजे जगन्नाथ मिश्र के घर पहुंचे। तब जगन्नाथ घर पर नहीं थे। जीतन शाम 5 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक घर के बाहर बैठे रहे। सुबह 4 बजे जगन्नाथ आए और सीधे अंदर चले गए। आधे घंटे बाद वे बाहर निकले और मांझी से पूछने लगे- ‘क्या जीतन, क्या हाल है? तुम्हारा टिकट तो कट गया।’ मांझी ने जवाब दिया- ‘सर इसीलिए आपके पास आए हैं। हम नौकरी छोड़कर चले आए थे, लेकिन हमारा तो टिकट कट गया।’ मिश्र ने पूछा- ‘तुम नौकरी कर रहे थे? छोड़कर आ गए?’ मांझी ने जबाव दिया- ‘हां सर, लगता है अपने बच्चों के साथ अन्याय कर दिया।’ मिश्र ने बस इतना कहा- ‘ठीक है, तुम जाओ हम देखते हैं।’ उसी शाम मांझी को पता चला कि उनको टिकट मिल गया है। वे भागकर कांग्रेस ऑफिस 24-अकबर रोड पहुंचे। उनके साथ वकील पीके शर्मा भी थे। उन्होंने चपरासी को दस रुपए दिए और कहा- ‘अंदर जाकर लिस्ट में देखो जीतन मांझी का नाम है या नहीं।’ थोड़ी देर में चपरासी वापस लौटा और बताया- ‘फतेहपुर से, जीतन राम मांझी का नाम है।’ 1980 विधानसभा चुनाव में मांझी फतेहपुर से विधायक बने। इसके बाद 1983 में चंद्रशेखर सिंह की सरकार में राज्यमंत्री बने। 90 के दशक में कांग्रेस ने तीन बार सीएम बदले। पहले बिन्देश्वरी दुबे फिर सत्येंद्र नारायण सिंह उसके बाद जगन्नाथ मिश्र को मुख्यमंत्री बनाया था। जब बिहार के मुख्यमंत्री लगातार बदल रहे थे, उस वक्त भी मांझी का मंत्रीपद बना हुआ था। लोकसभा चुनाव हारे तो पार्टी बदल लीसाल 1985 में जीतन राम मांझी फिर से विधायक बने। फिर 1991 में उन्होंने गया से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद वे जनता दल से जुड़ गए। 1996 में वो लालू प्रसाद यादव से मिले और RJD जॉइन कर ली। 2005 में जीतन राम मांझी लालू का साथ छोड़कर जेडीयू के साथ आ गए। यहां भी उन्हें मंत्री का पद दिया गया, लेकिन कुछ ही घंटे बाद नीतीश ने इस्तीफा ले लिया। दरअसल, शिक्षा विभाग में अनियमितता को लेकर निगरानी विभाग की जांच में उनका नाम आया था। हालांकि, अप्रैल 2008 में मांझी आरोप मुक्त हुए और दोबारा मंत्रिमंडल में जगह मिली। नीतीश कुमार की जगह मुख्यमंत्री बने, 9 महीने में इस्तीफा देना पड़ा2014 का साल जीतन राम मांझी के लिए बड़ा टर्निंग पॉइंट रहा। लोकसभा चुनाव में एनडीए ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री कैंडिडेट घोषित किया, तो नीतीश ने खुद को एनडीए से अलग कर लिया। इस चुनाव में बिहार में जेडीयू की स्थिति बेहद कमजोर रही। नतीजों के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया और महादलित वर्ग से आने वाले जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी। पत्रकार संतोष सिंह अपनी किताब ‘Ruled or Misruled: Story and Destiny of Bihar’ में लिखते हैं, नीतीश कुमार को एक इंटरनल सर्वे से पता चला था कि महादलित वोट पार्टी से खिसक रहा है। जो बिहार की आबादी का करीब 15.7 प्रतिशत था। इसी वोट बैंक को साधने के लिए नीतीश ने मांझी को आगे किया। मुख्यमंत्री बनने के बाद मांझी के फैसले और बयान पार्टी के साथ-साथ बड़े नेताओं को खटकने लगे। जेडीयू के भीतर मतभेद गहराने लगा। आखिरकार 8 फरवरी 2015 को पार्टी ने मांझी पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर निकाल दिया। इसके बाद नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुने गए। मांझी पर इस्तीफा देने का लगातार दवाब बनने लगा, लेकिन उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा- 'शरद यादव ने मुझे नीतीश कुमार का नाम प्रपोज करने के लिए कहा। अगर नीतीश जी को दिक्कत है तो वे खुद हमसे कहें, हम इस्तीफा दे देंगे।' मांझी ने बहुमत साबित करने की चुनौती दी, लेकिन खुद विधानसभा नहीं पहुंचेजेडीयू ने राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मांझी को बर्खास्त करने की मांग की। तब मांझी ने विधानसभा में बहुमत साबित करने की चुनौती दी। 20 फरवरी 2015 को बिहार विधानसभा का मौहाल गरम था। राज्यपाल विधानसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करने वाले थे। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भी अपना बहुमत साबित करना था। बीजेपी की ओर से समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद थी। सारी तैयारियां हो चुकी थीं। मांझी के विधानसभा पहुंचने का इंतजार था, लेकिन मांझी सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर राज्य भवन पहुंच गए। उनके हाथ में दो पत्र थे। एक में विधानसभा भंग करने की अनुशंसा थी, दूसरा उनका इस्तीफा था। राज्यपाल ने उनसे पूछा- ‘विधानसभा भंग कर रहे हैं? मांझी ने जवाब दिया- विधानसभा भंग करने का भी पत्र है सर, लेकिन मेरा मन है कि विधानसभा भंग न हो। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की भी इच्छा नहीं है।’ ये कहते हुए 10 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफे के बाद मांझी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा, ‘हमारे मंत्रियों-विधायकों को लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। विधानसभा में हाथापाई का खतरा था। हमने अपने विधायकों की जान और सदस्यता बचाने के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ी।’ सीएम पद से इस्तीफे के बाद मांझी ने सरकारी बंगला खाली करने से मना कर दिया। उन्होंने उल्टा नीतीश कुमार को घर बदलने की सलाह दे दी। उस वक्त नीतीश, 7-सर्कुलर रोड पर रहते थे। फरवरी से जून तक उलझन बनी रही कि असली मुख्यमंत्री आवास कौनसा है। बंगला खाली करने से पहले मांझी ने जनता को आम-लीची का मुद्दा दे दिया। मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास में हर आम और लीची के पेड़ पर सशस्त्र सुरक्षा गार्ड तैनात कर दिए हैं। जिसके बाद नीतीश को जवाब देना पड़ा, 'मैं अपनी तनख्वाह से इन्हें आम खरीदकर दे दूंगा।' बागी विधायकों के साथ बनाई पार्टी, बेटे को सौंपी विरासतजीतन राम मांझी ने सीएम पद से इस्तीफे के एक हफ्ते बाद ही 18 बागी विधायकों के साथ नई पार्टी बनाई। इसका नाम रखा हिन्दूस्तानी अवाम मोर्चा (HAM)। इसे 18 मई 2015 को एक राजनीतिक पार्टी की शक्ल दी गई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के बेटे नीतीश मिश्र और शकुनी चौधरी जैसे नामचीन चेहरे भी शामिल हुए। अब तक राजनीति से दूर रहे मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन पिता की राजनीतिक यात्राओं में नजर आने लगे। टीचर रहे संतोष दिल्ली यूनिवर्सिटी से राजनीति शास्त्र में एमए और मगध यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर चुके थे। खंबे पर चढ़कर पोस्टर चिपकाते थे जीतन राम के बेटे संतोषएक इंटरव्यू में मांझी ने बताया था, ‘मेरे बेटे संतोष को पीएचडी के बाद यूनीसेफ में एक छोटी सी नौकरी मिली थी। वो खंबे पर चढ़कर यूनीसेफ के पोस्टर चिपकाता था। छह साल ये काम करने के बाद उसे डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर बनाया गया। तब उसकी तनख्वाह 36 हजार रुपए हुई। उसी दौरान मुझे मंत्रीपद मिला तो वो मेरे पास आकर बोला- मैं नौकरी छोड़ रहा हूं, मुझे आपके साथ रहने की जरूरत है। मैंने तुंरत हां कह दिया।’ बेटा विधानसभा चुनाव हारा तो एमएलसी बनायासाल 2015 के विधानसभा चुनाव में HAM ने 21 सीटों पर दांव लगाया, लेकिन जीत केवल एक सीट पर मिली। औरंगाबाद की कुटुंबा सीट से पहला चुनाव लड़ने वाले संतोष कांग्रेस के राजेश कुमार से हार गए। विधानसभा का रास्ता बंद होने पर मांझी ने बेटे के लिए विधान परिषद का दरवाजा खोला। 7 मई 2018 को संतोष को विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) बना दिया। 2020 में NDA सरकार बनी तो संतोष को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। मांझी लगातार अपने बेटे को आगे बढ़ाते रहे। 26 अप्रैल 2022 को मांझी ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षता औपचारिक रूप से बेटे को सौंप दी। इसके बाद मांझी संरक्षक की भूमिका में आ गए। सीएम नीतीश कुमार से अनबन के बाद 14 जून 2023 को संतोष सुमन ने एससी/एसटी कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। बताया गया कि नीतीश कुमार HAM का जेडीयू में विलय करना चाहते थे। इसे लेकर संतोष ने एक इंटरव्यू में कहा - हमारी पार्टी का अस्तित्व खतरे में था, इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।’ हालांकि, इसके ठीक एक साल बाद उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया। बहू को अपनी सीट से विधायक बनाया1 अक्टूबर 2023 को जीतन राम मांझी ने राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा थी। इसके लिए उन्होंने 75 की उम्र के बाद चुनाव न लड़ने के व्यक्तिगत सिद्धांत का हवाला दिया था। उन्होंने कहा था- ‘2024 के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।’ उनके फैसले से NDA के नेताओं में बेचैनी छा गई। जनता और नेताओं के आग्रह पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया। अब मांझी एकबार फिर चुनावी मैदान में थे। मांझी के चुनाव प्रचार के दौरान गया में लोग कहते फिरते थे, 'हम सांसद नहीं, केंद्रीय मंत्री को वोट दे रहे हैं।' नतीजा भी ऐसा ही रहा, मांझी जीते और 79 साल की उम्र में पहली बार केंद्रीय मंत्री बने। तब मांझी की इमामगंज की विधानसभा सीट खाली हो गई। उपचुनाव में मांझी की बहू दीपा मांझी को उतारा गया। इस सीट के लिए दीपा के अलावा दो और लोगों की दावेदारी थी। मांझी के छोटे बेटे प्रवीण सुमन और दामाद देवेंद्र कुमार मांझी की। हालांकि, पार्टी अध्यक्ष संतोष सुमन ने अपने सौतेले भाई की जगह पत्नी को आगे कर दिया। राजनीतिक परिवार से आने वाली दीपा ने इमामगंज से आरजेडी के रौशन मांझी को 5 हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया। दीपा इससे पहले जिला परिषद सदस्य रह चुकी थीं और अध्यक्ष का चुनाव तीन वोट से हार गई थीं। दीपा के विधायक बनने के बाद परिवारवाद का आरोप लगा तो मांझी ने जवाब दिया- ‘दीपा को आप सिर्फ मेरी बहू बताकर हमारे ऊपर परिवारवाद का आरोप नहीं लगा सकते। दीपा से मैंने संतोष की शादी इसलिए कराई कि वह हमारे समाज की पहली लड़की है, जो तमाम सामाजिक ताना-बाना के इतर हमारे बच्चों के बीच शिक्षा की अलख जगा रही थी। मेरे मुख्यमंत्री बनने से पहले दीपा जिला पार्षद सदस्य बन गई थी।’ जीतन की पार्टी को बेटा-बहू-दामाद पार्टी कहा गयाअगस्त 2025 में दीपा मांझी के खिलाफ पार्टी में बगावत होने लगी। वरिष्ठ नेता और जिला परिषद सदस्य पार्वती देवी ने धमकी दी- ‘अगर मुझे आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया गया, तो मैं दीपा के खिलाफ चुनाव लड़ूंगी।’ जिसके बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। ऐसे ही पार्टी के प्रदेश महासचिव लक्ष्मण मांझी को संगठन विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित कर दिया गया। पार्टी से निकाले जाने के बाद लक्ष्मण मांझी ने कहा- 'अब यह जीतन राम मांझी की पार्टी नहीं रही, बल्कि बेटा-दामाद-बहू की पार्टी बन गई है।' समधन को पार्टी टिकट पर विधायक बनायामांझी की समधन ज्योति देवी भी 2020 विधानसभा चुनाव में HAM की टिकट से बरचट्टी से विधायक बनीं। हालांकि, वे लंबे समय से राजनीति में सक्रिय थीं और पहले भी विधायक रह चुकी थीं। 2010 में सीएम नीतीश कुमार ने उनके सामाजिक कामों से प्रभावित होकर उन्हें पहली बार चुनाव लड़ने के लिए कहा था। ज्योति 2010 में पहली बार विधायक बनीं। हालांकि, 2015 विधानसभा चुनाव से पहले मांझी और नीतीश कुमार के अलग होने से ज्योति को टिकट नहीं दिया गया। 2020 में फिर से विधानसभा पहुंची। दामाद को पॉलिटिक्स में सेट करने की कोशिशजीतन राम मांझी के दामाद देवेंद्र कुमार मांझी भी राजनीति में सक्रिय हैं। उनकी शुरुआत प्रशासनिक भूमिका से हुई। 2014 में जब मांझी मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने देवेंद्र को अपना पर्सनल असिस्टेंट बना लिया। विपक्ष ने नियमों का हवाला देकर इसे गलत ठहराया। दबाव बढ़ने पर देवेंद्र को कुछ महीनों में इस्तीफा देना पड़ा। 2015 में HAM के गठन के बाद देवेंद्र को पार्टी का महासचिव बना दिया। मांझी ने अपने कुनबे को आगे बढ़ाने की चाह में 2020 में देवेंद्र को मखदुमपुर सीट से टिकट दे दिया। हालांकि, उनकी हार हो गई। उस वक्त परिवारवाद पर उठ रहे सवालों पर मांझी ने योग्यता के आधार पर टिकट देने का हवाला दिया था। जून 2025 में नीतीश सरकार ने मांझी के दामाद देवेंद्र को बिहार SC आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया। इस पर विपक्ष के तेजस्वी यादव ने तंज कसा कि सरकार अब ‘जमाई आयोग’ चला रही है। साल 2023 में मांझी ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए अपने बेटे संतोष को सीएम कैंडिडेट बताया था। उन्होंने कहा था, ‘मेरा बेटा संतोष युवा और शिक्षित है। जिन लोगों का नाम सीएम पद के लिए आ रहा है, उनको पढ़ा सकता है। संतोष के पास सीएम बनने की सभी योग्यताएं हैं।’ बिहार विधानसभा 2025 में मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इन 6 सीटों में से एक सीट पर बहू दीपा मांझी और एक सीट पर समधन ज्योति देवी चुनाव लड़ सकती है। *** स्टोरी संपादन- उदिता सिंह परिहार

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 4:56 am

स्टेशन से 5 किलो गांजे सहित बिहार का तस्कर गिरफ्तार

लुधियाना| थाना जीआरपी पुलिस ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सिटी रेलवे स्टेशन से बिहार निवासी दामोदर यादव को 5 किलो गांजे सहित गिरफ्तार किया। एसएचओ पलविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने लोको लाबी के पास बने बाहर जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान आरोपी संदिग्ध हालत में दिखाई दिया। तलाशी लेने पर उसके बैग से 5 किलो गांजा मिला। जांच में सामने आया कि आरोपी यह नशीला पदार्थ बिहार से लुधियाना तस्करी के लिए लाया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा ताकि सप्लाई नेटवर्क का पता लगाया जा सके।

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 4:42 am

सांसद बृजमोहन को बिहार के हाजीपुर और लालगंज विधानसभा की दी गई जिम्मेदारी

भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद बृजमोहन अग्रवाल को बिहार विधानसभा चुनाव में दो विधानसभा क्षेत्रों की कमान संभालेंगे। वे वैशाली जिले की हाजीपुर और लालगंज विधानसभा क्षेत्र में संगठनात्मक एवं प्रचार गतिविधियां शुरू करेंगे। इन दोनों सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होना है। वे 15 अक्टूबर से हाजीपुर और लालगंज में चुनावी मोर्चे पर सक्रिय हो जाएंगे।

दैनिक भास्कर 15 Oct 2025 4:00 am

NDA में सीटों पर फंसा पेंच! BJP ने 71 उम्मीदवारों के नाम का किया ऐलान; चुनाव से पहले महागठबंधन में भी सीट संग्राम जारी

Bihar Elections:बिहार की राजनीति की वो प्रयोगशाला है जहां हर गठबंधन, एक नया सिद्धांत बनाता है और हर चुनाव एक नई परिभाषा गढ़ता है. ये विधानसभा चुनाव भी गठबंधन की राजनीति को नए सिरे से परिभाषित कर रहा है.

ज़ी न्यूज़ 14 Oct 2025 11:19 pm

सिकंदरा से प्रफुल्ल मांझी को फिर मिला टिकट:हम पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी की, समर्थकों में खुशी

जमुई जिले की सिकंदरा विधानसभा सीट से प्रफुल्ल कुमार मांझी को हम पार्टी ने दोबारा टिकट दिया है। वे वर्तमान में इसी सीट से विधायक हैं। पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए अपने छह प्रत्याशियों की सूची जारी की है, जिसमें प्रफुल्ल मांझी का नाम भी शामिल है। लगभग 50 वर्षीय प्रफुल्ल कुमार मांझी मांझी(मुसहर) समुदाय से आते हैं। वे स्नातक शिक्षित हैं और अपनी ईमानदारी तथा जनसेवा के लिए क्षेत्र में जाने जाते हैं। लंबे समय से वे जनता के बीच सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उनका व्यक्तित्व सादगीपूर्ण और जनसंपर्क से भरपूर है। दलितों के अलावा पिछड़ा और सवर्ण सहित क्षेत्र के हर वर्ग में उनकी अच्छी पकड़ है। जनता से सीधा जुड़ाव और हर समय उपलब्ध रहने की उनकी आदत ने उन्हें स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय बनाया है। सिकंदरा क्षेत्र में सड़क, बिजली और शिक्षा से जुड़ी कई योजनाओं में उनकी अहम भूमिका रही है, हालांकि पानी की समस्या अभी भी बनी हुई है। अपने कार्यकाल में उन्होंने विकास को प्राथमिकता दी, जिससे सिकंदरा के बुनियादी ढांचे में सुधार देखा गया। राजनीति में जहां स्वार्थ और समझौते आम हैं, वहीं प्रफुल्ल कुमार मांझी अपनी ईमानदारी और सादगी के लिए अलग पहचान रखते हैं। उनकी यही छवि उन्हें दोबारा टिकट मिलने का प्रमुख कारण मानी जा रही है। वे हमेशा जनता के बीच रहकर समस्याओं का संज्ञान लेते हैं, जिससे वे सिकंदरा में विकास और भरोसे का प्रतीक बन गए हैं। टिकट मिलने के बाद प्रफुल्ल मांझी सिकंदरा पहुंचे और मां जगदंबा मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 8:31 pm

ओपी राजभर बिहार में NDA के खिलाफ 80 उम्मीदवार उतारेंगे:BJP से शीट शेयरिंग पर नहीं बनी बात, सुभासपा महासचिव पटना पहुंचे

लखनऊ। बिहार विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी 80 सीटों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ेगी। सीट शेयरिंग में एक भी सीट नहीं मिलने से नाराज सुभासपा बुधवार को पटना में प्रेस कांफ्रेंस कर 80 सीटों पर प्रत्याशी घोषित करेगी। सुभासपा के महासचिव अरविंद राजभर ने दैनिक भास्कर डिजिटल से बातचीत में बताया कि पहले पार्टी की केवल 53 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी थी। लेकिन बिहार में करीब डेढ़ सौ से अधिक सीटों पर पार्टी को प्रत्याशी मिल गए हैं। एक-एक सीट पर सुभासपा के टिकट के लिए कई दावेदार भी हैं। उन्होंने बताया कि बीजेपी ने गठबंधन में टिकट नहीं दिया इसलिए बिहार में सुभासपा अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उनका कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और गृहमंत्री अमित शाह से भी इस संबंध में बात की थी। लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं मिला इसके बाद पार्टी ने बिहार में एनडीए से अलग होकर प्रत्याशी उतारने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर प्रत्याशी घोषित किए जाएंगे। संगठन महामंत्री से भी नहीं मिला आश्वासन बिहार में भाजपा के संगठन महामंत्री नागेंद्र कुमार से भी मंगलवार को अरविंद राजभर की बातचीत हुई। नागेंद्र कुमार ने भी उन्हें थोड़ा इंतजार करने को कहा, लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। अरविंद का कहना है कि 17 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तिथि है, ऐसे में ज्यादा इंतजार अब नहीं किया जा सकता है। कहीं दबाव की राजनीति तो नहीं राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सुभासपा बिहार चुनाव के जरिए भाजपा पर दबाव की राजनीति कर रही है। बिहार में यदि भाजपा नेतृत्व ने सुभासपा के नेतृत्व को चुनाव मैदान से बाहर रहने के लिए सहमत किया तो उसके बदले में यूपी में कोई बड़ी राजनीतिक सौदेबाजी होगी। इसमें पंचायत चुनाव में एक-दो जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष और पांच से दस ब्लॉक में प्रमुख प्रमुख की कुर्सी भी हो सकती है। भाजपा ने दिया था आश्वासन सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बीते दिनों प्रेस से बातचीत में बताया था कि वह बिहार में 28 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने उन्हें अकेले चुनाव लड़ने की जगह एनडीए के साथ आने का प्रस्ताव दिया। राजभर ने उम्मीद जताई थी कि उन्हें सम्मानजनक सीटें गठबंधन में मिल जाएंगी। केंद्रीय नेतृत्व का विषय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कहना है कि बिहार चुनाव में सीट बंटवारा केंद्रीय नेतृत्व का विषय है। सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के साथ क्या बातचीत हुई इसकी जानकारी नहीं हैं।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 7:39 pm

सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल बिहार में प्रचार करने पहुंचे:3 जिलों की 6 विधानसभाओं की जिम्मेदारी संभाल रहे

बड़वानी-खरगोन लोकसभा सांसद और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री गजेन्द्र सिंह पटेल को बिहार विधानसभा चुनाव में जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत तीन जिलों की छह विधानसभा सीटों का प्रभार दिया गया है। इन विधानसभा सीटों में सहरसा, समस्तीपुर उत्तरी और खगड़िया जिलों की सिमरी बख्तियारपुर, हसनपुर, अलौली, खगड़िया, बेलदौर और परबत्ता शामिल हैं। जिम्मेदारी मिलने के बाद से सांसद पटेल लगातार बिहार में सक्रिय हैं। वे संगठन सशक्तिकरण और चुनावी रणनीति पर कई बैठकों के माध्यम से कार्य कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने इन विधानसभा सीटों को लेकर कई बैठकें कीं। उनका ध्यान संगठन सशक्तिकरण, बूथ प्रबंधन और कार्यकर्ता संवाद पर है, साथ ही जनसंपर्क अभियान को भी गति दे रहे हैं। इससे पहले, सांसद पटेल को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 12 विधानसभा सीटों का प्रभार दिया गया था। उनके रणनीतिक नेतृत्व और संगठनात्मक कुशलता के कारण उन सभी सीटों पर भाजपा-महायुति को जीत मिली थी। सांसद पटेल लगातार यह संदेश दे रहे हैं कि भाजपा का विस्तार केवल एक राजनीतिक लक्ष्य नहीं है। यह समाज के प्रत्येक वर्ग तक विकास और विश्वास का संदेश पहुंचाने का एक व्यापक अभियान है। उन्होंने कहा, प्रत्येक कार्यकर्ता का समर्पण और परिश्रम ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। संगठन की शक्ति और एनडीए की एकजुटता से भाजपा-एनडीए बिहार में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 7:32 pm

Bihar Elections 2025 : BJP का नया दांव; बिहार चुनाव में हुई मैथिली ठाकुर की एंट्री!

Bihar Elections 2025 : लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने बीजेपी की सदस्यता लेकर राजनीति में कदम रख दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, उन्हें बिहार की अलीनगर सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

प्रातःकाल 14 Oct 2025 6:58 pm

अजय राय का बड़ा दावा, बिहार में चल रही राहुल गांधी की सुनामी, बनेगी इंडिया ब्लॉक अलायंस की सरकार

यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने दावा किया है कि बिहार में अगली सरकार इंडिया ब्लॉक अलायंस बनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर काम करती है। केंद्र की ओर से जो फरमान मिलता है, उस पर आयोग काम करता है, लेकिन इस बार बिहार की जनता ने मन बना लिया है कि महागठबंधन की सरकार बनानी है

देशबन्धु 14 Oct 2025 6:28 pm

Bihar Election 2025 : BJP ने की पहली लिस्ट घोषित ; 71 उमीदवार आये सामने

बीजेपी ने बिहार चुनाव 2025 के लिए अपनी पहली लिस्ट जारी की है, 101 सीटों पर उम्मीदवार तय किए गए हैं। बाकी सीटों के प्रत्याशियों के नाम आने वाले समय में दूसरी लिस्ट में घोषित होंगे।

प्रातःकाल 14 Oct 2025 3:32 pm

जमुई से श्रेयसी सिंह को दोबारा मिला टिकट:भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए जारी की पहली सूची, पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 71 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। जमुई विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह को दोबारा प्रत्याशी बनाया गया है। इस घोषणा के साथ ही जिले में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। 31 वर्षीय श्रेयसी सिंह ने 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जमुई सीट से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रत्याशी विजय प्रकाश को लगभग 41 हजार मतों के अंतर से हराया था। एमबीए शिक्षित और राजपूत समुदाय से आने वाली श्रेयसी सिंह पिछले पांच वर्षों से क्षेत्र में विकासात्मक कार्यों और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रही हैं। अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज हैं श्रेयसी सिंह भाजपा ने उनकी साफ छवि, क्षेत्रीय पकड़ और युवाओं में लोकप्रियता को देखते हुए उन पर दोबारा भरोसा जताया है। श्रेयसी सिंह अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज हैं, जिन्होंने 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। उनके पिता, दिवंगत दिग्विजय सिंह, केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं, और उनकी माता पुतुल कुमारी भी बांका से सांसद रही हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद जमुई जिले में पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया। समर्थकों ने श्रेयसी सिंह के आवास पर जश्न मनाया। दूसरी ओर, विपक्षी दल इस सीट पर एक मजबूत प्रत्याशी उतारने की रणनीति पर विचार कर रहे हैं। निर्णायक भूमिका निभाते हैं मुस्लिम मतदाता जमुई विधानसभा क्षेत्र में लगभग 79 प्रतिशत ग्रामीण और 21 प्रतिशत शहरी मतदाता हैं। इस क्षेत्र के जातीय समीकरण में राजपूत, यादव, दलित और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि श्रेयसी सिंह की लोकप्रियता और उनके पिछले कार्यकाल के विकासात्मक कार्य उन्हें दोबारा जीत का मजबूत दावेदार बनाते हैं।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 3:24 pm

मैथिली ठाकुर इस सीट से लड़ना चाहती थीं चुनाव, भाजपा ने नहीं दिया टिकट

Bihar Assembly Elections : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनावों के लिए 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। पार्टी ने बेनीपट्‍टी विधानसभा सीट से विनोद नारायण झा को टिकट दिया हैं। लोकप्रिय गायिका मैथिली ठाकुर भी इस सीट से ...

वेब दुनिया 14 Oct 2025 3:18 pm

कांग्रेस की तैयारियों की चिंता करने की जरूरत नहीं , वो अपना फैसला बिहार और देश के हित में लेगी : पप्पू यादव

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने जहां सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय कर लिया है, वहीं इंडिया ब्लॉक में अभी भी सीटों को लेकर खींचतान जारी है। कांग्रेस कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है

देशबन्धु 14 Oct 2025 2:08 pm

'टीपू' के साइकिल वाले दांव को लालू ने बिहार में खेला, कांग्रेस के पैंतरे से तेजस्‍वी को आया पसीना

Bihar Mahagathbandhan Seats: बिहार में वोटिंग नजदीक आने के साथ ही सरगर्मी बढ़ती जा रही है. दांव-पेंच भी शुरू हो गए हैं. लालू यादव ने कांग्रेस पर प्रेशर बनाने के लिए अपने मन से सिंबल देना शुरू कर दिया. कुछ ऐसा ही यूपी में हुआ था लेकिन तेजस्वी से राहुल ने ऐसा विरोध जताया कि लालू का 'टीपू दांव' फेल हो गया

ज़ी न्यूज़ 14 Oct 2025 1:49 pm

Bihar Election 2025 : चुनावी रण में भिड़े नीतीश-चिराग; NDA में दरार गहराई

Bihar Election 2025 में बीजेपी नीत NDA ने सीटों का बंटवारा तो तय कर लिया है, लेकिन अब असली पेच फंसा है उम्मीदवारों की लिस्ट पर। कौन किस सीट से लड़ेगा इस सवाल ने गठबंधन के भीतर नई खींचतान खड़ी कर दी है।

प्रातःकाल 14 Oct 2025 1:01 pm

अमित शाह का बिहार दौरा 16 से 18 अक्टूबर तक, चुनावी रणनीति पर होगी भाजपा नेताओं से चर्चा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 से 18 अक्टूबर तक बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे

देशबन्धु 14 Oct 2025 10:23 am

लालू परिवार के भ्रष्टाचार के कारण बिहार बदनाम हुआ: नित्यानंद राय

आईआरसीटीसी घोटाला केस में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव के खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं

देशबन्धु 14 Oct 2025 8:35 am

एनडीए में शेरो-शायरी के दौर के बाद अब महागठबंधन में गाए जा रहे रहीम के दोहे, बीजेपी खुश तो बहुत होगी

Bihar Mahagathbandhan News: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की पिक्चर साफ हो गई है लेकिन महागठबंधन में अटकलें और संशय बना हुआ है. तेजस्वी खेमा दोहे पढ़कर गांठ पड़ने का इशारा दे रहा है तो अंदरखाने RJD के 130 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की भी खबर आ रही है. इससे पहले भाजपा के साथी शायरी पढ़ रहे थे.

ज़ी न्यूज़ 14 Oct 2025 6:50 am

'तेजप्रताप की गठबंधन वाली पार्टी का टिकट 5 लाख में':नेताजी बोले- वो 25 पर लड़ेंगे बाकी हम तय करेंगे; बिहार में टिकट बेच रहीं पार्टियां

बिहार विधानसभा चुनाव में जहां एक तरफ पार्टियां टिकट बांट रही हैं। वहीं कुछ पार्टियां टिकट बेचने में लगी हैं। सीट के हिसाब से इन टिकटों के रेट फिक्स किए जा रहे हैं। रेट का पैमाना जातीय समीकरण से लेकर पार्टी के कोर वोटर्स तक तय हो रहा है। इसी आधार पर पार्टियां कैंडिडेट्स से डील कर रही हैं। 5 से 10 लाख रुपए में टिकट, पार्टी का सपोर्ट और चुनाव प्रचार का पूरा पैकेज मिल रहा है। थर्ड फ्रंट की तैयारी कर रहे तेजप्रताप की पार्टी से जुड़े गठबंधन के साथी, बीजेपी से अलग होकर नई पार्टियां बनाकर टिकट बेच रहे हैं। पैसा लेकर टिकट बेचने वाली पार्टियों को एक्सपोज करने के लिए दैनिक भास्कर ने ‘ऑपरेशन टिकट के सौदागर’ का प्लान किया। भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट्स बनकर पॉलिटिकल पार्टियों के दफ्तर पहुंचे और बड़े नेताओं से टिकट की डील की। ‘ऑपरेशन टिकट के सौदागर' पार्ट- 1 में पढ़िए और देखिए बिहार में पार्टियां कैंडिडेट्स को कैसे बेच रहीं टिकट… भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर पटना के कंकड़बाग स्थित विकासशील इंसान पार्टी (VVIP) के दफ्तर पहुंचे। कार्यालय पर काफी हलचल दिखी। टिकट की दावेदारी के लिए अलग-अलग जिलों से पहुंचे कैंडिडेट्स की भीड़ थी। यहां पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक छोटे सहनी और राष्ट्रीय महासचिव राकेश कुमार ने टिकट के लिए पैसे की पूरी डील की। रिपोर्टर - वीआईपी और वीवीआईपी में क्या अंतर है?छोटे सहनी - VIP को मैंने खड़ा किया है। विकासशील इंसान पार्टी नाम भी मैंने ही रखा था। यहां तक कि रजिस्ट्रेशन भी मेरा करवाया है। रिपोर्टर - इसका फायदा मिलेगा कैंडिडेट्स को?छोटे सहनी - VIP से मिलता-जुलता सब कुछ अपना है। नाव का प्रचार मुकेश जी कर रहे हैं, पूरे वोट आपको मिलेंगे। निषाद समाज हम लोगों के साथ जुड़ा है। रिपोर्टर - टिकट के लिए पार्टी के क्या नियम हैं?राकेश कुमार - पार्टी के जो नियम हैं, उन्हें पूरा करना होगा। रिपोर्टर - क्या नियम पूरे करने होंगे?राकेश कुमार - आप पार्टी में पहली बार आ रहे हैं, लेकिन हम आपकी मदद करेंगे। सिंबल भी देंगे, हर तरह की मदद करेंगे। आप बताएं आपकी तरफ से पार्टी को क्या योगदान होगा? रिपोर्टर - आप जो बताएं हम हर तरह से तैयार हैं।राकेश कुमार - पार्टी की सदस्यता ले लीजिए। आपके मन में जो है, बता दीजिए। क्या सोचकर आप आए हैं, आप बता दीजिए। रिपोर्टर - आप अपना बताइए, क्या चाहते हैं?राकेश कुमार - प्रेम से आपस में बढ़ाने की बात है। आप जो कहेंगे, हम उसे उसी तरीके से आगे करेंगे। अलग रूम में होती है पैसे की डील पार्टी कार्यालय में बहुत भीड़ थी, इसलिए राष्ट्रीय संयोजक राकेश कुमार रिपोर्टर को अलग रूम में पैसे की डील करने के लिए ले गए। वहां उन्होंने कहा देखिए, मुकेश जी (VIP) के टिकट के रेट के बारे में बताया। रिपोर्टर ने सवाल किया, आप कितना लीजिएगा? राकेश ने रिपोर्टर से 5 (5 लाख ) का इशारा किया। राकेश ने कहा, आप बोलिए कितना होगा, हम अध्यक्ष जी को बोल देते हैं। इसके बाद अलग रूम से राकेश फिर हमे कार्यालय में अध्यक्ष और राष्ट्रीय संयोजक के पास ले गया। रिपोर्टर - राकेश जी से 5 की बात हो गई है, दो-तीन दिन का समय दिया जाए।छोटे सहनी - सही है, कोई दिक्कत नहीं। रिपोर्टर - पेपर क्या-क्या देना होगा?छोटे सहनी - चेकलिस्ट दे दिया जाएगा। रिपोर्टर - हम आपको 5 लाख देंगे, वह चुनाव आयोग को खर्च में जाएगा ना?छोटे सहनी - नहीं, यह पार्टी को बढ़ाने का डोनेशन है। हम तो 2000 की सदस्यता रसीद दे देंगे। रिपोर्टर - ऑनलाइन देना होगा या कैश?राकेश कुमार - 2000 की सहयोग राशि दिखा देंगे, इससे ज्यादा हम ऑनलाइन नहीं लेंगे। बाकी कैश करना है, इसको खर्च में नहीं दिखाना है। आप पार्टी फंड में कुछ भी दे सकते हैं, कोई दिक्कत नहीं है। छोटे सहनी - जिस तारीख को हम सिंबल देंगे।रिपोर्टर - पैसा उसी दिन देना होगा ना? छोटे सहनी - नहीं, पहले दे दीजिएगा। हमारा तेजप्रताप की पार्टी से गठबंधन है VVIP के राष्ट्रीय महासचिव राकेश कुमार, राष्ट्रीय संयोजक छोटे सहनी और राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप निषाद ने कैंडिडेट बनकर गए रिपोर्टर को तेजप्रताप के नाम पर वोट का गणित बताया। नेताओं ने दावा करते हुए कहा, तेजप्रताप की पार्टी से हमारा गठबंधन है। नेताओं ने रिपोर्टर से जीत के दावे का बेस बताते हुए कहा, मांझी वोट अपने पाले में हैं, VIP के मुकेश की पार्टी का वोट भी अपने पाले में आएगा। तेजप्रताप यादव की पार्टी से अपना गठबंधन है, इसलिए वह भी चुनाव के दौरान प्रचार में जाएंगे। नेताओं के दावे पर हमने तेजप्रताप की पार्टी को लेकर सवाल किए। रिपोर्टर - अगर मोतिहारी सीट तेजप्रताप जी लेते हैं तो क्या होगा?छोटे सहनी - हम जो देंगे, वही होगा। गठबंधन हमने किया है। रिपोर्टर - बाद में मेरी सीट इधर-उधर तो नहीं होगी ना?छोटे सहनी - हमारी उनके साथ यही तो अंडरस्टैंडिंग है। रिपोर्टर - तेजप्रताप जी जिद्दी हैं, अगर जिद पकड़ लिए तो?छोटे सहनी - हमारी घोषणा हो गई तो कुछ नहीं होगा। रिपोर्टर - कितनी सीटों पर गठबंधन हुआ है?छोटे सहनी - तेजप्रताप बस 25 पर ही चुनाव लड़ेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में छोटी पार्टियों में राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी (राजपा) काफी चर्चा में है। चुनाव से पहले ही पार्टी के रंग में रंगी गाड़ियां चर्चा में रहीं। कैंडिडेट बनकर रिपोर्टर ने पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र साहनी से मोबाइल पर बात की। उपेंद्र समझ गए, रिपोर्टर को पटना के बेरिंग रोड पर स्थित पार्टी के ऑफिस बुला लिया। रिपोर्टर - आपका आशीर्वाद मिल जाए तो हम पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ जाते?उपेंद्र साहनी - हो जाएगा, इसके लिए थोड़ा-बहुत चंदा-पानी लगता है। रिपोर्टर - चुनाव में तो खर्च लगता ही है।उपेंद्र साहनी - सौ बात की एक बात, थोड़ा मजबूती मिलनी चाहिए। रिपोर्टर - पार्टी की क्या डिमांड होती है?उपेंद्र साहनी - बिना मांगे मोती मिले, मांगे मिले न भीख। आप बीजेपी से आए हैं, आपको सब मालूम होगा। रिपोर्टर - आप जो बताएं, हम तैयार हैं?उपेंद्र साहनी - आप जैसा आदमी एक लाख से कम क्या देगा? रिपोर्टर - समझा नहीं, कितना देना होगा?उपेंद्र साहनी - एक लाख एक रुपए तो दे ही दीजिए। आपको फायदा हो, इसलिए भाजपा से मिलता राजपा नाम रखा है राष्ट्रीय जन संभावना के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र साहनी ने राजपा से चुनाव लड़ने का बड़ा फायदा बताते हुए दावा किया, भाजपा का 25% वोट राजपा में आता है। कैंडिडेट्स को इससे मिलने वाला फायदा बताते हुए उपेंद्र सहनी ने कहा, भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल है, हमारा गोभी का फूल है। इसीलिए भाजपा से मिलता जुलता नाम राजपा रखा गया है। रिपोर्टर - वोटर बहुत चालाक हैं, भाजपा का वोट ऐसे कैसे मिल जाएगा।उपेंद्र साहनी - कमल के फूल का चार आना वोट गोभी का फूल काट लेता है। रिपोर्टर - चुनाव में होता है क्या ऐसा?उपेंद्र साहनी - पूरा होता है, आप मेहनत करेंगे उसमें एक्स्ट्रा 10% वोट मिल जाएगा। रिपोर्टर - भाजपा की तरह राजपा क्यों बना दिए?उपेंद्र साहनी - हम भाजपा में थे, भाजपा से टिकट मांगे, एक करोड़ खर्च किए फिर भी टिकट नहीं दिया। अब राजपा बनाकर टिकट बांट रहे हैं। रिपोर्टर - फूल भी बना लिए हैं?उपेंद्र साहनी - हां..हां.. भाजपा कमल का फूल है तो हमने भी गोभी का फूल ले लिया, सब फूले फूल है। भाजपा से भागे थे, इसलिए बना दिए। चुनाव के लिए एक करोड़ रुपए खर्च हुआ, मुंबई में बिल्डर था, सब पैसा खर्च हो गया। रिपोर्टर - कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं? अब तक कितने टिकट बांट चुके हैं?उपेंद्र साहनी - अब तक 50 से 60 टिकट जा चुके हैं, डेढ़ सौ और तैयार रखे हैं। रिपोर्टर - टिकट के लिए पैसा कैसे देना होगा, ऑनलाइन या कैश?उपेंद्र साहनी - जैसे मर्जी आपकी, कर सकते हैं। डोनेशन तो ही देना है। हम तो इसकी रसीद भी दे देंगे। रिपोर्टर - टिकट बनाने की प्रक्रिया क्या है?उपेंद्र साहनी - आधा घंटा लगेगा, टिकट बनाकर दे देंगे। आज अभी हमारे हाथ में है, कल किसी और को दे दिया तो कुछ नहीं होगा। कैंडिडेट्स फंसाने के लिए CM, 4 डिप्टी CM का प्लान बताया राजपा में भाजपा की तरह ही सरकार बनाने की तैयारी हो गई है। टिकट के लिए आने वाले कैंडिडेट्स को सरकार बनाने का पूरा प्लान समझाया जाता है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र साहनी ने भास्कर रिपोर्टर को भी टिकट मांगने वाले अन्य कैंडिडेट्स की तरह सरकार का पूरा प्लान बताते हुए दावा किया, उपेंद्र साहनी मुख्यमंत्री बनेगा और 4 डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। रिपोर्टर ने कहा, हम जीतकर आए तो क्या बनेंगे? उपेंद्र सहनी ने कहा, आप मंत्री तो बाद में बनेंगे अभी आपको पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना देते हैं। सिंबल दिखाते हुए बोले आपका भी सिंबल ऐसे आधे घंटे में बनाकर दे देंगे, बस फार्मेलिटी पूरी करा दीजिए। रिपोर्टर ने फिर सवाल किया, सरकार बनाने का दावा आप किस आधार पर कर रहे हैं? रिपोर्टर - आपकी पार्टी सिर्फ बिहार में है?उपेंद्र साहनी - नहीं-नहीं, बिहार, यूपी, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, मिजोरम, तमिलनाडु, दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक से लेकर देश के 15 राज्यों में हमारी पार्टी है। रिपोर्टर - तब तो फायदा होगा?उपेंद्र साहनी - हां, अब तक 100 कैंडिडेट्स को टिकट ऐसे थोड़ी दे चुके हैंं। पूरा स्टेट के लोग आएंगे मदद के लिए। रिपोर्टर - चुनाव भी लड़ाते होंगे, अन्य राज्यों में?उपेंद्र साहनी - नितिन गडकरी के खिलाफ भी लड़ा दिए थे। रिपोर्टर - चुनाव के दौरान प्रचार प्रसार की क्या व्यवस्था होगी?उपेंद्र साहनी - हमारे स्टार प्रचारक हैं, हम लोग हेलिकॉप्टर भी उड़ाएंगे। सब हवा में उड़ जाएंगे, निश्चिंत रहिए। VVIP के राष्ट्रीय संयोजक छोटे साहनी और राष्ट्रीय महासचिव राकेश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप निषाद ने 5 लाख रुपए में जिस विधानसभा सीट पर टिकट देने का दावा किया, उसी सीट पर तेजप्रताप की पार्टी जनशक्ति जनतादल ने भी टिकट पक्का कर दिया। VVIP ने दावा किया था कि उसकी पार्टी का तेजप्रताप की पार्टी से गठबंधन है, वह टिकट फाइनल कर देंगे तो तेजप्रताप भी नहीं काट पाएंगे। VVIP के दावों की हकीकत जानने के लिए भास्कर रिपोर्टर कैंडिडेट बनकर तेजप्रताप की पार्टी जनशक्ति जनता दल के कार्यालय पहुंचे। यहां हमारी मुलाकात पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन यादव से हुई, पॉलिटिकल बायोडेटा लेने के साथ ही उन्होंने टिकट का आश्वासन दे दिया। हालांकि तेजप्रताप की पार्टी ने पैसे की कोई डिमांड नहीं की, लेकिन उसी सीट पर टिकट का आश्वासन दिया जिसके लिए अलायंस की पार्टी ने VVIP ने 5 लाख मांगे थे। रिपोर्टर - मोतिहारी से चुनाव लड़ना चाहते हैं, पार्टी का टिकट मिल जाता तो अच्छा रहताप्रदेश अध्यक्ष - बायोडेटा में जनशक्ति जनता दल लिखिए और नेताजी का फोटो लगाइए। रिपोर्टर - ऐसा ही कर देते हैं, उम्मीद है टिकट की?प्रदेश अध्यक्ष - हां, इतना कराइए, फिर बात करते हैं। रिपोर्टर - अगर टिकट की उम्मीद है तो यह तत्काल करा देते हैं?प्रदेश अध्यक्ष - हो जाएगा..आप भाजपा से आए हैं ना ? मतलब भाजपा में हैं? जाइए टिकट दे दिया। मोतिहारी से बहुत बायोडेटा आया है। रिपोर्टर - हां, भाजपा में हैं, बायोडेटा सही करा के लाते हैं।प्रदेश अध्यक्ष - आप भाजपा में हैं तो जाइए फाइनल है, आपको टिकट दे देंगे। लाइए कागज आज ही रात 8 बजे आपको टिकट दे देंगे। बस आज और कल का ही समय है। मेरे ऑफिस से कागज सही कराके लाइए आज टिकट फाइनल कर देते हैं। संयुक्त किसान विकास पार्टी ने भास्कर रिपोर्टर को 2 लाख रुपए में टिकट देने की बात कही। पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सूरज प्रकाश राम को भास्कर रिपोर्टर ने कैंडिडेट बनकर कॉल किया। फोन पर तो वह पैसे की कोई डील नहीं की, दूसरे दिन मिलने को बुला लिया। रविवार को सूरज प्रकाश ने पहलवान मार्केट बुलाया और कार्यालय में 2 लाख में टिकट की पूरी डीलिंग की। पहले तो वह कुछ नहीं बोले, लेकिन बाद में स्कॉर्पियों के लिए 2 लाख की डिमांड की। रिपोर्टर - मोतिहारी से चुनाव लड़ना चाहते हैं?सूरज प्रकाश - ठीक है, आप तैयारी कीजिए। रिपोर्टर - बताएं क्या करना होगा, हम पूरा कर दें जिससे टिकट मिल जाए।सूरज प्रकाश - हमारे पास एक छोटी गाड़ी है, मदद कीजिए बड़ी गाड़ी हो जाएगी। रिपोर्टर - कितनी मदद करनी होगी?सूरज प्रकाश - स्कॉर्पियो गाड़ी ले रहे हैं, उसमें ही दो लाख की मदद कीजिए। इस चुनाव में प्रयास है बड़ी गाड़ी के लिए व्यवस्था हो जाए। रिपोर्टर - दो लाख रुपए कैश देना होगा या ऑनलाइन दे सकते हैं?सूरज प्रकाश - कैश दीजिए, अगर आपको दिक्कत है तो ऑनलाइन कर सकते हैं। रिपोर्टर - दो लाख के बाद चुनाव में और कुछ नहीं देना होगा ना?सूरज प्रकाश - नहीं.. नहीं, बस एक बर दे दीजिएगा, बाकी हमारे सिंबल पर चुनाव लड़िए। तेजप्रताप से अलायंस में नहीं बनी बात तो खुद बांट रहे टिकट संयुक्त किसान विकास पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सूरज प्रकाश राम ने दावा किया, वह तेजप्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल से अलायंस की तैयारी में थे। बातचीत चल रही थी, लेकिन अभी तक सीट फाइनल नहीं हुई है। इस कारण वो अब खुद टिकट बांट रहे हैं। सूरज प्रकाश ने बताया, जिस कैंडिडेट का कहीं से रास्ता नहीं बन रहा है तो हम टिकट सिंबल सब देने को तैयार हैं। तेजप्रताप की पार्टी से अलायंस नहीं हुआ, अब नामांकन चालू हो गया है। ऐसे में हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। सूरज प्रकाश ने कहा, टिकट सबका बराबर है। हम लोग चुनाव में पैसा न तो लेते हैं, ना ही देते हैं। स्वेच्छा से कुछ पार्टी फंड में कैंडिडेट दे देते हैं। भाजपा और राजद के टिकट की आस लगाने वाले आज हमसे टिकट लेकर गए हैं। वहां तो करोड़ों रुपए देने के बाद भी टिकट नहीं मिल रहा है। जिसे कहीं से मौका नहीं मिल रहा है, वह हमारे पास आ रहे हैं। सबका टिकट और सिंबल एक जैसा आएगा, बस ब्रांड अलग है। बड़ी पार्टियों के लिए तो लोग पैसे लेकर ढूंढ रहे हैं, बैग भरकर पैसे लेकर घूम रहे हैं। भास्कर की डील में कई पार्टियां ऐसी भी हैं, जो टिकट के लिए पैसे की डिमांड को लेकर अलर्ट हैं, लेकिन पार्टी फंड में सहयोग की बात कर रही हैं। भास्कर की इन्वेस्टिगेशन में कई पार्टियों ने सीधा पैसा की डील नहीं कर बचाव के लिए पार्टी फंड की बात की। 'ऑपरेशन टिकट के सौदागर पार्ट - 2' में देखिए जिन पार्टियों की अन्य राज्यों में सरकारें रही हैं वह बिहार में कैसे बेच रहीं टिकट…

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 5:02 am

लोजपा (आर) को बिहार में 29 सीटें मिलना गर्व की बात : वीरेंद्र प्रधान

रांची| लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान ने सोमवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के तहत 29 सीटें मिलना गर्व की बात है। प्रधान ने बताया कि यह निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के दूरदर्शी नेतृत्व, स्पष्ट नीति और संगठनात्मक सशक्तता का परिणाम है।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 5:01 am

रायपुर के ट्रांसपोर्टर की गाड़ी का बिहार में कट गया चालान

राजधानी में एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी ने अपने ट्रक के रजिस्ट्रेशन नंबर का फर्जी उपयोग किए जाने की शिकायत की है। उसके ट्रक के नंबर पर बिहार के पटना में ई-चालान जारी हुआ है, जबकि उसकी गाड़ी उस दिन कांकेर में खड़ी थी। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने उसके पुराने ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच कर रही है। प्रार्थी करनदीप सिंह ने बताया कि उसकी मां कुलजीत कौर अहलुवालिया के नाम पर एक ट्रक रजिस्टर्ड है। उसे 29 अगस्त को बिहार ट्रैफिक पुलिस की ओर से 10 हजार रुपए का ई-चालान जारी हुआ। जब उन्होंने ई-चालान में लगे फोटो को देखा, तो पाया कि उसमें करनदीप की गाड़ी का नंबर किसी और ट्रक पर लिखा था। करनदीप ने अपने पुराने ड्राइवर अजय कुमार मिश्रा पर इस फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है। फिलहाल इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 4:16 am

राहत: लुधियाना से बिहार के लिए स्पेशल ट्रेनें चलेंगी

त्योहारी सीजन में यात्रियों की सुविधा के लिए लुधियाना से बिहार व पूर्वी राज्यों के लिए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा की है। ट्रेन संख्या 04656/04655 लुधियाना–सहरसा अनारक्षित फेस्टिवल स्पेशल एक्सप्रेस 22, 23 और 24 अक्टूबर को लुधियाना से चलेगी। यह ट्रेन लुधियाना जंक्शन से सुबह 11:30 बजे रवाना होगी और दूसरे दिन रात 8 बजे सहरसा पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन सहरसा से रात 11:50 बजे चलेगी और तीसरे दिन सुबह 9:20 में लुधियाना पहुंचेगी। 04658/04657 लुधियाना–कटिहार आरक्षित फेस्टिवल स्पेशल 22 अक्टूबर को रात 11:35 बजे लुधियाना से चलेगी और 24 अक्टूबर की सुबह 10 बजे कटिहार पहुंचेगी। 24 अक्टूबर से यही ट्रेन कटिहार से दोपहर 1 बजे चलेगी और 25 अक्टूबर को रात 11:30 बजे लुधियाना पहुंचेगी। तीसरी ट्रेन 04660/04659 लुधियाना–कटिहार फेस्टिवल स्पेशल 23 अक्टूबर को शाम 4:50 बजे लुधियाना से चलेगी और 24 अक्टूबर को दोपहर 3:30 बजे कटिहार पहुंचेगी। यही ट्रेन 25 अक्टूबर से कटिहार से सुबह 6:30 मिनट पर चलेगी और 26 अक्टूबर को शाम 6:30 बजे लुधियाना पहुंचेगी। वहीं ट्रेन 04664/04663 लुधियाना–पटना फेस्टिवल स्पेशल 24 अक्टूबर को रात 8:20 बजे लुधियाना से चलेगी और अगले दिन रात 10:40 बजे पटना पहुंचेगी। यही ट्रेन 26 अक्टूबर को पटना से रात 1 बजे निकलेगी और लुधियाना सुबह 5 बजे पहुंचेगी।

दैनिक भास्कर 14 Oct 2025 4:00 am

लोक गायिका मैथिली ठाकुर भाजपा में शामिल, बिहार में चुनाव लड़ने को लेकर कही ये बात

बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रसिद्ध लोक और भक्ति गायिका मैथिली ठाकुर मंगलवार को भाजपा में शामिल...

आउटलुक हिंदी 14 Oct 2025 12:00 am

तेजप्रताप यादव ने Bihar Chunav के लिए जारी की 21 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, महुआ से खुद मैदान में

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े पुत्र और जनशक्ति जनता दल (janshakti janata dal) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी के 21 उम्मीदवारों का ऐलान किया है। JJD ने पहली लिस्ट में 21 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, जिसमें तेज प्रताप ...

वेब दुनिया 13 Oct 2025 9:01 pm

'पशुओं का चारा खाया, फिर सत्ता के सपने देख रहे':भाजपा का राजद पर निशाना, कहा- लालू फैमिली ने फिर से बिहार को कलंकित किया

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को IRCTC घोटाले में आरोपी माना। अब तीनों के खिलाफ केस चलेगा। कोर्ट की ओर से लालू यादव, उनकी पत्नी और बेटे के खिलाफ आरोप तय होने के बाद भाजपा ने राजद पर जमकर हमला बोला। भागलपुर में सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने कहा, आज एक बार फिर लालू प्रसाद यादव ने बिहार को कलंकित करने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू परिवार को सार्वजनिक संपत्ति में हेराफेरी और नौकरी के नाम पर जमीन खरीदने जैसे भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराया गया है। बोले- जो पशुओं का चारा खा गया, नौकरी के नाप पर घोटाला किया आर्य ने कहा, 'जो व्यक्ति पशुओं का चारा खा गया, सरकारी संपत्ति में हेरा-फेरी की और नौकरी के नाम पर घोटाला किया, वही आज फिर से बिहार की सत्ता का सपना देख रहा है। ऐसे लोग न संविधान को मानते हैं और न ही बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों को।' आर्य बोले- बंगाल में गैंगरेप हुआ, लालू और तेजस्वी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी भाजपा नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजद अब ममता बनर्जी के गठबंधन में है, जबकि पश्चिम बंगाल में एक दलित नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप हुआ। इस घटना पर न तो लालू यादव और न ही तेजस्वी यादव ने कोई प्रतिक्रिया दी। आर्य ने कहा, 'यह साबित करता है कि लालू-तेजस्वी को दलितों की इज्जत से ज्यादा गठबंधन की राजनीति प्यारी है।' उन्होंने ममता बनर्जी के उस बयान की भी निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि औरत को रात में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। आर्य ने इसे नारी सम्मान के खिलाफ और ओछी मानसिकता का बयान बताया।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 8:38 pm

चतरा में अवैध पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार, एक फरार:एक का रहा है गंभीर आपराधिक इतिहास, बिहार भागने की फिराक में थे सभी

चतरा पुलिस ने अवैध हथियार के साथ बिहार भागने की फिराक में दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। एसपी सुमित अग्रवाल को मिली गुप्त सूचना के आधार पर हंटरगंज पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए यह सफलता हासिल की। गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक देशी पिस्तौल और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। एसपी को जानकारी मिली थी कि तीन संदिग्ध व्यक्ति एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर अवैध हथियार के साथ बिहार की सीमा की ओर जा रहे हैं। इस सूचना पर हंटरगंज थाना प्रभारी ने तत्काल गोसाइंडीह के पास घेराबंदी की योजना बनाई। जब पुलिस ने मोटरसाइकिल सवार तीनों व्यक्तियों को रोकने का प्रयास किया, तो उनमें से दो को भागने की कोशिश के दौरान पकड़ लिया गया। हालांकि, एक अपराधी मौके से फरार होने में कामयाब रहा। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान विश्वानन्द कुमार उर्फ रिषु कुमार (लगभग 20 वर्ष, गोदोवार) और प्रियांशु कुमार (लगभग 19 वर्ष, बहेरा) के रूप में हुई है। प्रियांशु पूर्व में भी जा चुका है जेल पुलिस ने उनके कब्जे से एक देशी पिस्तौल मैगजीन के साथ और दो एंड्रॉइड मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरफ्तार अभियुक्त प्रियांशु कुमार का गंभीर आपराधिक इतिहास रहा है। वह पूर्व में भी लूट और आर्म्स एक्ट के कई मामलों में शेरघाटी (गया, बिहार) और हंटरगंज थाना से जेल जा चुका है। प्रियांशु कुमार के खिलाफ हंटरगंज थाना में पूर्व में कांड संख्या 91/24 (मारपीट, रंगदारी, आगजनी) और हाल ही में कांड संख्या 202/24 (बीएनएस के तहत गंभीर धाराओं) में मामले दर्ज हैं। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित भारतीय दंड संहिता (भा०द०वि०) और सी.एल.ए. एक्ट की विभिन्न गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब फरार तीसरे अपराधी की तलाश में जुटी है और इस बात की भी जांच कर रही है कि वे किस वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार लेकर बिहार जा रहे थे।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 5:13 pm

Jan Suraaj Candidates Second List : जन सुराज की बिहार चुनाव के लिए दूसरी लिस्ट जारी, 65 उम्मीदवारों के नाम, क्या राघोपुर से चुनाव लड़ेंगे प्रशांत किशोर

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जन सुराज (Jan Suraaj) ने अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची लिस्ट जारी की। सोमवार को जारी इस सूची में 65 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इससे पहले पार्टी ने पहली सूची में 51 प्रत्याशियों की घोषणा की थी।

वेब दुनिया 13 Oct 2025 5:12 pm

जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची की जारी, 65 उम्मीदवारों के नाम शामिल

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जन सुराज पार्टी ने सोमवार को उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की। इस सूची में 65 उम्मीदवारों के नाम हैं

देशबन्धु 13 Oct 2025 4:23 pm

14 साल के वैभव सूर्यवंशी बने बिहार रणजी टीम के उपकप्तान

वैभव सूर्यवंशी को बुधवार से शुरु हो रहे रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन के शुरुआती दो राउंड्स के लिए बिहार की टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया है। टीम की कमान साकिबुल गनी को दी गई है। सीजन के शुरु होने से दो दिन पहले यह घोषणा हुई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल ...

वेब दुनिया 13 Oct 2025 2:19 pm

लखनऊ से चलने वाली ट्रेनों में बढ़ी 4000 सीटें:दीपावली-छठ पर बिहार जाने वाले यात्रियों का सफर होगा आसान

त्योहारों के सीजन में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने बड़ी राहत दी है। दीपावली और छठ पर्व पर यात्रियों की सुविधा के लिए लखनऊ से चलने वाली ट्रेनों में तत्काल कोटे की 4000 अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाएंगी। अब तत्काल कोटे की कुल सीटें 6500 से बढ़कर 10500 हो जाएंगी। इससे त्योहारों पर टिकट पाने में यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। त्योहारों पर बढ़ी भीड़ से रेल प्रशासन अलर्ट त्योहार नजदीक आते ही लखनऊ समेत आसपास के रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। हर रोज सैकड़ों यात्री वेटिंग टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर और पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दीपावली और छठ के दौरान यात्रियों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। इसलिए इस बार ट्रेन सेवाओं को मजबूत करने के साथ-साथ तत्काल कोटे में भी बढ़ोतरी की गई है। 10 स्टेशनों के यात्रियों को सीधी राहत तत्काल कोटे की ये अतिरिक्त सीटें लखनऊ के अलावा कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, देवरिया, छपरा, पटना, हाजीपुर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर जाने वाली ट्रेनों में जोड़ी जाएंगी। इससे पूर्वांचल और बिहार के यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। रेलवे ने सख्ती की तैयारी की त्योहारों पर टिकट ब्लैकिंग और दलालों की सक्रियता को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने आरपीएफ को भी अलर्ट किया है। लखनऊ, चारबाग, आलमनगर, बडऩवा और आसपास के स्टेशनों पर निगरानी रखी जाएगी। आरपीएफ की टीमें दलालों और अवैध टिकट विक्रेताओं के खिलाफ अभियान चलाएंगी ताकि असली यात्रियों को टिकट आसानी से मिल सके। अतिरिक्त ट्रेनों का भी होगा संचालन उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि इस बार दीपावली और छठ पर्व के लिए 152 स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में यात्रियों को सामान्य और तत्काल दोनों कोटे में टिकट मिल सकेगा। यात्रियों की सुविधा सर्वोपरि है और त्योहारों पर किसी को परेशानी न हो, इसके लिए हर स्तर पर निगरानी रखी जा रही है।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 1:42 pm

ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए में सीटें न मिलने पर जताई नाराज़गी , बोले-हम बिहार में अलग मोर्चा बनाकर लड़ सकते हैं चुनाव

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीटें नहीं मिलने पर अफसोस जाहिर किया

देशबन्धु 13 Oct 2025 12:45 pm

गयाजी में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नमो ऐप पर कराया रजिस्ट्रेशन:'मेरा बूथ सबसे मजबूत' अभियान के तहत पीएम करेंगे संवाद; बिहार चुनाव में जीत का दावा

गयाजी टाउन विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी नेता डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने कार्यकर्ताओं के साथ 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' अभियान के तहत नमो ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराया। यह अभियान 15 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सीधे संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। इस पहल का लक्ष्य गयाजी विधानसभा के प्रत्येक कार्यकर्ता और बूथ स्तर के समर्थकों को नमो ऐप से जोड़ना है। प्रधानमंत्री मोदी इस दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। नमो ऐप सिर्फ एक डिजिटल प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का माध्यम है। इससे बूथ स्तर पर संगठन मजबूत होगा और प्रधानमंत्री के विचार व योजनाएं सीधे जनता तक पहुंचेंगी। भारी बहुमत से जीत का दावा बीजेपी नेता डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने सभी कार्यकर्ताओं से अधिक संख्या में नमो ऐप पर पंजीकरण करने और 15 अक्टूबर को प्रधानमंत्री का संबोधन सुनकर उसे अपने-अपने बूथों पर साझा करने की अपील की। साथ ही विश्वास व्यक्त किया कि 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' अभियान के माध्यम से बीजेपी को विधानसभा चुनाव 2025 में भारी बहुमत से जीत मिलेगी। इस अवसर पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य राजेंद्र प्रसाद, अधिवक्ता संतोष ठाकुर समेत पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 12:42 pm

14 साल के वैभव सूर्यवंशी बिहार रणजी टीम के उपकप्तान:शुरुआती दो राउंड के लिए टीम का ऐलान, सकीबुल गनी कप्तानी करेंगे

वैभव सूर्यवंशी को 15 अक्टूबर से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन के लिए बिहार टीम का उपकप्तान बनाया गया है। टीम की कप्तानी बल्लेबाज सकीबुल गनी करेंगे। यह घोषणा रणजी ट्रॉफी के इस सीजन के पहले दो राउंड के लिए हुई है। अगले साल की शुरुआत में अंडर-19 वर्ल्ड कप होना है। ऐसे में वैभव का पूरे सीजन खेलना मुश्किल है। बिहार 15 अक्टूबर को अपने पहले मैच में अरुणाचल प्रदेश से भिड़ेगा। इसके बाद 25 अक्टूबर को उसका सामना मणिपुर से होगा। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में जड़े शतक14 साल के वैभव भारत की अंडर-19 टीम के लिए खेलते हुए इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़े हैं। वैभव ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इंडिया अंडर-19 टीम के लिए खेलते हुए ब्रिस्बेन में पहले यूथ टेस्ट में 78 गेंदों पर शतक लगाया। ऑस्ट्रेलिया में हुई मल्टी-डे सीरीज में वह दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने तीन पारियों में कुल 133 रन बनाए। भारत ने यह सीरीज 2-0 से जीती। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यूथ वनडे में तीन मैचों में 124 रन बनाए। इसमें एक 68 गेंदों में 70 रन की पारी भी शामिल थी। इससे पहले, इंग्लैंड के खिलाफ 5 यूथ वनडे मैचों में उन्होंने 174.02 के स्ट्राइक रेट से 355 रन बनाए थे। लेफ्ट हैंड बैटर वैभव इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इतिहास में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। 14 साल की उम्र में सूर्यवंशी ने IPL 2025 में गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक जड़ा था। बिहार एसोसिएशन के पास सिलेक्शन पैनल नहींबिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के पास रणजी ट्रॉफी के लिए टीम का चयन करने के लिए सिलेक्टर्स नहीं थे। हालांकि, BCCI के आदेश के बाद एसोसिएशन ने दो सदस्यीय पैनल बनाकर टीम का ऐलान किया। BCCI ने BCA को जल्द से जल्द पांच सदस्यीय सिलेक्शन पैनल नियुक्त करने का निर्देश दिया है। रणजी ट्रॉफी 2025/26 के लिए बिहार की टीमसकीबुल गनी (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी (उपकप्तान), पीयूष कुमार सिंह, भास्कर दुबे, अर्नव किशोर, आयुष लोहारूका, बिपिन सौरभ, अमोद यादव, नवाज खान, साकिब हुसैन, राघवेंद्र प्रताप सिंह, सचिन कुमार सिंह, हिमांशु सिंह, खालिद आलम और सचिन कुमार। --------------------- स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... दिल्ली टेस्ट- रवींद्र जडेजा ने तोड़ी 177 रन की साझेदारी:शतक बना चुके कैम्पबेल को LBW किया भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट मैच दिल्ली में खेला जा रहा है। आज मैच का चौथा दिन है और पहला सेशन जारी है। फॉलोऑन खेल रही वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 3 विकेट खोकर 212 रन बना लिए। टीम अब भारत से 58 रन से पीछे है। शाई होप क्रीज पर हैं। पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 11:33 am

इनसाइड स्टोरी: सीट शेयरिंग पर फंसा था पेंच फिर पीएम का आया फोन, पहली बार बिहार में भाजपा स्ट्राइक एंड पर

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट शेयरिंग इतनी भी आसान नहीं थी. जीतन राम मांझी मनाने के बाद भी बोल पड़े किआलाकमान ने जो निर्णय किया वो स्वीकार है लेकिन छह सीटें देकर उन्होंने हमारे महत्व को जो कम करके आंका है, हो सकता है कि उसका खामियाजा भुगतना पड़े. यह एक तरह की चेतावनी भी कही जा सकती है.

ज़ी न्यूज़ 13 Oct 2025 7:52 am

पावापुरी जल मंदिर, फिर लौटेगी संगमरमर की चमक:ओडिशा के शिल्पकारों के हाथों संवर रहा आस्था का केंद्र, बिहार के 'ताज' का कायाकल्प

धूल और मौसम की मार से फीकी पड़ चुकी 'बिहार के ताज' की संगमरमरी चमक एक बार फिर लौटने वाली है। भगवान महावीर स्वामी के पवित्र जल मंदिर, जो सदियों से आस्था और स्थापत्य कला का अनूठा संगम रहा है, अब अपने खोए हुए वैभव को पुनः प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। पावापुरी का यह ऐतिहासिक जल मंदिर, जो एक मनमोहक सरोवर के बीच स्थित है, न केवल जैन समुदाय की आस्था का प्रमुख केंद्र है, बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का विशेष स्थल रहा है। सफेद संगमरमर से निर्मित इस भव्य मंदिर की वास्तुकला की बारीकियां और शिल्प कौशल देखते ही बनता है, लेकिन बीते वर्षों में प्रदूषण, नमी और प्राकृतिक कारणों से मंदिर का संगमरमर अपनी चमक खो बैठा था, जिससे इसकी दिव्य आभा मद्धिम पड़ गई थी।इसी स्थिति को देखते हुए जैन श्वेतांबर मंदिर प्रबंधन समिति ने मंदिर के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इस परियोजना के तहत ओडिशा से विशेष रूप से बुलाए गए 21 कुशल कारीगर पिछले 2 महीने से अधिक समय से अथक परिश्रम में जुटे हुए हैं। कुछ दिनों पूरा हो जाएगा काम अनुभवी ठेकेदार तपन कुमार मांझी के नेतृत्व में शिल्पकार पारंपरिक विधियों और आधुनिक रासायनिक मिश्रणों का प्रयोग करते हुए संगमरमर की एक-एक परत को सावधानीपूर्वक साफ कर रहे हैं। श्वेतांबर मंदिर प्रबंधन के सचिव शांतिलाल बोथरा ने बताया कि यह केवल सफाई का काम नहीं है, बल्कि हमारी धरोहर को संजोने और आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखने का प्रयास है। अगले कुछ दिनों में यह कार्य पूर्ण हो जाएगा और भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव से पहले मंदिर अपनी संपूर्ण दिव्यता और उज्ज्वलता के साथ श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार होगा। दीवारों और फर्श की भी मरम्मत की जा रही मंदिर समिति के ट्रस्टी सुभाष बोथरा ने इस परियोजना के व्यापक स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए कहा कि केवल मंदिर की बाहरी संरचना ही नहीं, बल्कि परिसर की दीवारों और फर्श की भी व्यापक मरम्मत की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि श्रद्धालु यहां एक स्वच्छ, सुंदर और आध्यात्मिक वातावरण में दर्शन कर सकें। यह स्थान केवल पूजा का नहीं, बल्कि शांति और ध्यान का भी केंद्र है। मंदिर प्रबंधन के हेमचंद भूरा ने बताया कि इस नाजुक काम के लिए ओडिशा के कारीगरों को चुनना एक सोचा-समझा निर्णय था। ओडिशा के शिल्पकार पत्थर और संगमरमर के काम में अत्यंत कुशल हैं। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव इस परियोजना की सफलता की कुंजी है। जल मंदिर को 'बिहार के ताजमहल' कहा जाना अकारण नहीं है। सरोवर के मध्य श्वेत संगमरमर में निर्मित यह भव्य संरचना दूर से ही अपनी अद्वितीय सुंदरता से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देती है। यह वह पवित्र स्थान है जहां जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी ने निर्वाण प्राप्त किया था। इस कारण यह स्थान जैन समुदाय के लिए सर्वाधिक पूजनीय तीर्थों में से एक है।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 5:59 am

रणजी ट्रॉफी के लिए बिहार टीम की घोषणा:वैभव सूर्यवंशी बने उपकप्तान, 15 अक्टूबर से शुरू होगा मुकाबला; साकिबुल गनी को कमान

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) ने रणजी ट्रॉफी सत्र 2025-26 के पहले दो मुकाबलों के लिए बिहार की सीनियर टीम की घोषणा कर दी है। चयन समिति ने 14 खिलाड़ियों को शामिल किया है। टीम की कमान साकिबुल गनी को सौंपी गई है, जबकि उपकप्तान की जिम्मेदारी वैभव सूर्यवंशी निभाएंगे। इस साल बिहार की टीम बिहार की क्रिकेट टीम प्लेट ग्रुप में खेल रही है। पिछले रणजी सत्र में खराब प्रदर्शन की वजह से बिहार को एलिट से प्लेट ग्रुप में आना पड़ा। पटना मोइनुल हक स्टेडियम में होगा मुकाबला पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में रणजी का मुकाबला खेला जाएगा। बिहार घरेलू क्रिकेट के इस सत्र में रणजी ट्रॉफी के तीन मैचों की मेजबानी करेगा। पहला मैच 15 से 18 अक्टूबर तक बिहार और अरुणाचल प्रदेश के बीच खेला जाएगा। दूसरा मैच 1 से 4 नवंबर तक बिहार और मेघालय के बीच होगा। वहीं, तीसरा मैच 16 से 19 नवंबर तक बिहार और मिजोरम के बीच खेला जाएगा। रणजी ट्रॉफी के पहले मुकाबले के लिए अरुणाचल प्रदेश की रणजी टीम रविवार को पटना पहुंच गई है। रणजी मैच में बिहार की टीम पियूष कुमार सिंह, भास्कर दुबे, साकिबुल गनी (कप्तान), वैभव सूर्यवंशी (उपकप्तान), अर्णव किशोर, आयुष लोहरुका, बिपिन सौरभ, आमोद यादव, नवाज़ खान, साकिब हुसैन, रघवेंद्र प्रताप सिंह, सचिन कुमार सिंह, हिमांशु सिंह, खालिद आलम और सचिन कुमार। इनके अलावा अन्य पंजीकृत खिलाड़ी स्टैंडबाय के रूप में रहेंगे। टीम के सहयोगी स्टाफ में विनायक सामंत (मुख्य कोच), कुमार मृदुल (सहायक कोच), डॉ. हेमेन्दु कुमार सिंह (फिजियोथेरेपिस्ट) और गोपाल कुमार (एस एंड सी कोच) शामिल हैं। टीम मैनेजर के रूप में नंदन कुमार सिंह को बीसीए द्वारा नियुक्त किया गया है।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 5:59 am

नवादा के दीपक का बिहार अंडर-23 क्रिकेट टीम में चयन

सिटी रिपोर्टर | नवादा नवादा के युवा क्रिकेट खिलाड़ी दीपक यादव ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। उन्हें बीसीसीआई द्वारा आयोजित अंडर-23 सीके नायडू क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए बिहार क्रिकेट टीम में चयनित किया गया है। दीपक यादव का चयन आगामी दो मैचों के लिए किया गया है। टीम का पहला मुकाबला गुजरात के विरुद्ध अहमदाबाद में खेला जाएगा। उनके चयन पर जिले में खुशी की लहर है। जिला क्रिकेट संघ, नवादा के अध्यक्ष राजेश कुमार मुरारी, उपाध्यक्ष रंजन सिंह, सचिव राकेश कुमार, संयुक्त सचिव सुरेश यादव, कोषाध्यक्ष अभिषेक पांडे, क्लब प्रतिनिधि अरुण यादव, खिलाड़ी प्रतिनिधि मनीष कुमार, गोविंद, अजय कुमार, प्रह्लाद कुमार, श्याम देव कुमार, अविनाश कुमार, अमित कुमार, नयन, राजेश कुमार तथा सुभाष प्रसाद आदि ने दीपक यादव को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। संघ के पूर्व सचिव मनीष आनंद एवं पूर्व उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने भी उनके चयन पर हर्ष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि दीपक का यह चयन जिले के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 4:59 am

बादल कनौजिया बिहार टीम के लिए चयनित

सिटी रिपोर्टर | मोतिहारी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) द्वारा आयोजित वनडे सीनियर और वनडे यू-23 मैचों में अपने शानदार प्रदर्शन के बदौलत ईसीडीसीए से सम्बद्ध कनौजिया क्रिकेट एकेडमी के खिलाड़ी बादल कनौजिया ने कर्नल सीके नायडू (यू-23) ट्रॉफी के लिए बिहार टीम में जगह बनाकर पूर्वी चंपारण को गौरवान्वित किया हैं। मीडिया प्रभारी प्रीतेश रंजन ने जानकारी देते हुए बताया हैं कि बादल कनौजिया ने सीनियर डिवीजन के 4 मैचों में 12 विकेट और यू-23 ग्रुप में 10 विकेट लेकर और उसके तुंरत बाद आयोजित ट्रायल प्रक्रिया में भी शानदार प्रदर्शन कर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा आयोजित कर्नल सी के नायडू ट्रॉफी के लिए बिहार टीम में जगह बनाया है। ज्ञात हो कि बादल कनौजिया बाएं हाथ का एक उत्कृष्ट तेज गेंदबाज के साथ-साथ मध्य क्रम का उपयोगी बल्लेबाज भी हैं। बादल कनौजिया के चयन पर बीसीए गवर्निंग काउंसिल कन्वेनर ज्ञानेश्वर गौतम, ईसीडीसीए अध्यक्ष आकर्षण आदित्व, सचिव रवि राज, संयुक्त सचिव कन्हैया प्रसाद, कोषाध्यक्ष अभिषेक कुमार ठाकुर आदि उपस्थित थे।

दैनिक भास्कर 13 Oct 2025 4:56 am

Bihar Elections 2025 : बिहार चुनाव के लिए NDA ने किया सीट बंटवारें का ऐलान, BJP-JDU को मिलेंगी 101-101 सीटें

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है। एनडीए की पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया है। मीडिया खबरों के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चिराग पासवान की पार्टी को 29 सीटों पर चुनाव ...

वेब दुनिया 12 Oct 2025 6:22 pm

गोरखपुर में एंबुलेंस में लगी आग, तेज धमाका हुआ-VIDEO:मरीज लेकर बनारस से बिहार जा रहे थे परिजन, कूदकर बचाई जान

गोरखपुर के एम्स थाना क्षेत्र के सोनबरसा बाजार राष्ट्रीय राजमार्ग 27 पर रविवार को चलती एंबुलेंस में अचानक आग लग गई। उसमे बैठे मरीज को लेकर परिजन कूदकर गाड़ी से भागे। तभी गाड़ी में रखा आक्सीजन सिलेंडर विस्फोट कर गया। जिससे तेज आवाज में 3 धमाके हुए। आवाज दूर तक गूंजी। जिसके बाद अफरातफरी का माहौल हो गया। लोग इधर-उधर भागने लगे। एंबुलेंस में विस्फोट होने से बेलवा खुर्द के मोनू सिंह घायल हो गए। उन्हें सीएचसी पर पहुंचाया गया। एम्स थाने की पुलिस और फायर ब्रिगेड टीम ने पहुंचकर करीब आधे घंटे में आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी। गनीमत रही कि इसमे जनहानि नहीं हुई। घटना के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने दोनों तरफ गाड़ियां आगे बढ़वाकर जाम हटवाया। सोनबरसा ओवर ब्रिज पर अपराह्न करीब 3 बजे यूपी-56-बीटी-1054 नंबर की एंबुलेंस बनारस से मरीज को लेकर बिहार जा रही थी। चालक ने बताया- अचानक शॉर्ट सर्किट से गाड़ी में आग लग गई। खतरा भांप कर गाड़ी रोकी। सभी मरीज को लेकर उसके परिजन जल्दी-जल्दी गाड़ी से कूदे। अभी सभी लाेग सुरक्षित स्थान की तरफ जा रहे थे, तभी आक्सीजन सिलेंडर दग गया। गनीमत थी कि सभी लोग कार से बाहर आ गए थे। वरना एक बड़ी घटना हो जाती। एंबुलेंस में आग लगने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई। थोड़ी देर तक रास्ता बंद करना पड़ा। मौके पर फायर ब्रिगेड टीम को बुलवाकर आग पर नियंत्रण पाया गया। एंबुलेंस चालक संतोष कुमार बनारस के मडुआडीह डिहवा का रहने वाला है। एंबुलेंस में मरीज नीलम देवी बिहार के चंपारन बेतिया की रहने वाली हैं। उनके साथ पति भी थे। उन्हें दूसरी गाड़ी से बिहार भेजवाया गया। गोरखपुर के एम्स क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार को चलती एंबुलेंस में आग लग गई। इसके बाद मरीज को लेकर परिजन गाड़ी से कूदे, तभी तेज धमाका हुआ, इसके बाद अफरातफरी मच गई, गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, सभी सुरक्षित एंबुलेंस से बाहर आ गए थे।

दैनिक भास्कर 12 Oct 2025 5:24 pm

नवादा में बस से भारी मात्रा में शराब जब्त:कलकत्ता से बिहार लाई जा रही थी, चालक, कंडक्टर और खलासी गिरफ्तार

नवादा जिले के रजौली स्थित बिहार-झारखंड सीमावर्ती चितरकोली जांच चौकी पर रविवार को उत्पाद बलों ने कलकत्ता से बिहारशरीफ जा रही एक बस से भारी मात्रा में शराब जब्त की। इस मामले में बस के तीन स्टाफ को भी गिरफ्तार किया गया है झारखंड से आने वाली गाड़ियों पर नजर उत्पाद अधीक्षक अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि बिहार में मद्यनिषेध और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्पाद बल झारखंड से आने वाले छोटे-बड़े वाहनों की सघन जांच कर रहे हैं। इस अभियान का नेतृत्व उत्पाद इंस्पेक्टर अमृत कुमार गुप्ता कर रहे हैं। रविवार सुबह उत्पाद एसआई प्रवीण कुमार ने जांच के दौरान बस की छत पर रखे सात कार्टून से विभिन्न प्रकार की विदेशी शराब बरामद की। चालक, कंडक्टर और खलासी गिरफ्तार इस मामले में संलिप्त बस के चालक, कंडक्टर और खलासी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान बांका जिले के रविन्द्र कुमार (सुरेन्द्र यादव के पुत्र), नालंदा जिले के मो. नुमान (मो. इलाही मियां के पुत्र) और झारखंड के दुमका जिले के सॉकेट लाल यादव (नोनू लाल यादव के पुत्र) के रूप में हुई है। तस्करों की ट्रैकिंग के लिए स्कैनर मशीन भी लगी उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि जांच चौकी पर उत्पाद बलों के अलावा ट्रकों की जांच के लिए हैंड स्कैनर मशीन भी लगाई गई है। मशीन के टेक्नीशियन पिंकू कुमार और अन्य कर्मचारी सभी वाहनों की सघन जांच कर रहे हैं। इस दौरान उत्पाद एएसआई दीपक कुमार शर्मा, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अस्थाई चेक नाका पर मजिस्ट्रेट सुनील कुमार गावस्कर, पीटीसी उपेंद्र कुमार, और सिपाही अरविंद कुमार व पंकज कुमार के साथ गृहरक्षक के जवान भी मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 12 Oct 2025 4:56 pm

दिल्ली : बिहार चुनाव को लेकर भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की आज शाम 6:30 बजे बैठक, उम्मीदवारों की सूची हो सकती है जारी

भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बिहार विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए रविवार शाम 6:30 बजे पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक होगी

देशबन्धु 12 Oct 2025 1:11 pm

विकास की राह पर बिहार सरकार, फिर से जीतेंगे:भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने दरगाह जियारत कर मांगी दुआ

पूर्व केन्द्रीय मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार में चुनाव है और ख्वाजा साहब की दरगाह में दुआ की गई कि इसमें सफलता मिले। विकास की राह पर सरकार चल रही है और फिर से वापस जीतेंगे। अजमेर दरगाह जियारत के लिए आए हुसैन ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज के दर पर दरगाह में हाजरी के लिए आया हूं और जब भी आया हूं, कभी मायूस नहीं गया। आज जो भी हूं, उसमें ख्वाजा का करम है। इससे पहले उन्होंने दरगाह में मखमली चादर और फूल चढ़ाकर अपनी श्रद्धा अर्पित की। हुसैन ने दरगाह में करीब आधे घंटे तक समय बिताया और ख्वाजा साहब की मजार पर माथा टेका। जन्नति दरवाजे पर दुआ भी की। उसके बाद सूफी संत के जीवन व उनके संदेशों पर चर्चा की। शाहनवाज ने कहा कि ख्वाजा साहब का संदेश प्रेम, भाईचारा और इंसानियत का है, जो आज भी समाज को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस मौके पर स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने भी सैयद शाहनवाज हुसैन का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने दरगाह के खादिम सैयद अब्दुल बारी के परिजनों से मुलाकात कर शौक व्यक्त किया। (वीडियो-फोटो-नजीर कादरी, अजमेर) ................ ये खबर भी पढ़ें .... साइबर ठगी के शक में युवक को पकड़ा, दूसरा फरार:ई-मित्र संचालक के खाते फ्रिज हुए तो पता चला, पुलिस कर रही पूछताछ अजमेर के गंज थाना क्षेत्र में एक ई-मित्र संचालक ने स्थानीय लोगों की मदद से दो युवकों के साइबर ठग गिरोह में होने का शक जाहिर किया है। लोगों ने एक युवक को दबोच लिया। जिसे गंज पुलिस को सौंप दिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, जबकि दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 12 Oct 2025 10:34 am

विधायक नहीं, MLC बनेंगे पवन सिंह:तेजस्वी ने पशुपति पारस से RLJP का विलय करने को कहा; जानिए बिहार की 3 बड़ी सियासी चर्चाएं

भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह, पत्नी ज्योति सिंह के जाल में फंसकर विधायकी का टिकट गंवा दिए क्या? क्योंकि अब पवन सिंह खुद कह रहे हैं कि हम चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन चर्चा है कि BJP उनको चुनाव के बाद MLC बना देगी। चर्चा तो ये भी है कि संजय झा कि वजह से दर्जन भर नेताओं ने JDU छोड़ दी हैं। बिहार के सियासी गलियारों में फिलहाल ऐसी ही तीन चर्चाएं गर्म हैं। दबे मुंह लोग फुस-फुसा रहे हैं, जिसे अंग्रेजी में कॉन्सपिरेसी थ्योरी कहते हैं। अब ये सच है या झूठ हम दावा नहीं करते हैं, लेकिन चर्चा तो है। दैनिक भास्कर लाया है, हर रविवार बिहार से जुड़ी ऐसी ही कॉन्सपिरेसी थ्योरी पर आधारित सीरीज ‘सच्चा झूठ’... पहली कॉन्सपिरेसी- चुनाव के बाद बीजेपी पवन सिंह को MLC बनाएगी। चर्चा है कि पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच चल रहे विवाद की वजह से भाजपा ने पावर स्टार का टिकट काट दिया है। वहीं पवन सिंह को समझाने की जिम्मेदारी यूपी के बाहुबली राजपूत नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को दी गई है। 10 अक्टूबर की रात उन्होंने पवन सिंह से फोन पर बात भी की। इसके अगले ही दिन पवन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना है। चुनावी चाणक्यों का कहना है कि ज्योति के साथ बढ़ते विवाद के चलते भाजपा को लग रहा है कि पार्टी को इसका फायदा के बजाय नुकसान झेलना पड़ सकता है। चर्चा तो ये भी है कि बीजेपी ने पावर स्टार को चुनाव बाद कलाकार कोटा से MLC बनाने का वादा किया है। हालांकि, पवन सिंह राज्यसभा जाना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी ऐसा करने के मूड में नहीं है। अब उनकी ये हालत देखकर बिहार में लोग कह रहे हैं कि पवन भईया को न माया मिली न राम… ऐसा हम नहीं कह रहे हैं… ये सिर्फ चर्चा है चर्चा…सच है कि झूठ हमें नहीं पता। दूसरी कॉन्सपिरेसी- तेजस्वी ने टिकट देने के नाम पर पशुपति पारस की पार्टी का RJD में विलय करने को कहा। एक तरफ महागठबंधन सीट बंटवारे का गणित सुलझाने में लगा है। वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी जुगाड़ बैठा रहे हैं कि सीट देने के नाम पर कैसे छोटी पार्टियों को RJD में मिला लिया जाए। राजनीति के अंत:पुर की खबर रखने वालों का कहना है कि ऐसा ही ऑफर स्वर्गीय रामविलास पासवान के छोटे भाई और चिराग के चाचा पशुपति पारस को दिया गया है। तेजस्वी ने पारस को साफ कह दिया की अगर महागठबंधन से सीट चाहिए तो RJD के सिंबल पर चुनाव लड़ना होगा। क्योंकि आपकी सिलाई मशीन को कोई नहीं जानता, लालटेन जलाइए। चर्चा है कि RJD में विलय के बाद ही पशुपति पारस के बेटे यशराज, भतीजे प्रिंसराज और उनके करीबी लोगों को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया जाएगा। खबर है कि इस उहापोह के बीच पशुपति जी को एक रणनीतिकार ने एक नया आइडिया दिया है कि पशुपति पारस और सूरजभाज पार्टी संभालें। दूसरी तरफ बेटे, भतीजे और सूरजभान की पत्नी वीणा देवी को RJD के सिंबल से चुनाव लड़ा दिया जाए। अब इसी नए आइडिया पर आज पशुपति पारस बैठक कर सकते हैं। फिर से बताएं दे रहे हैं, ऐसी चर्चा है… सच कि झूठ हम नहीं जानते। तीसरी कॉन्सपिरेसी- संजय झा के चलते एक दर्जन नेताओं ने नीतीश कुमार की JDU छोड़ी। ज्यों-ज्यों चुनाव चढ़ रहा है, त्यों-त्यों दल बदल की रफ्तार बढ़ रही है। सबसे बड़ा झटका तो नीतीश कुमार की JDU को लगा है। अब तक 12 से ज्यादा नेताओं पार्टी से रिश्ता तोड़ लिया है। इसमें नीतीश के करीबी पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, पूर्व मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, श्याम बिहारी प्रसाद, पूर्व विधायक मीना द्विवेदी जैसे नाम शामिल हैं। चर्चा है कि JDU पर संजय झा की पकड़ मजबूत होने से पार्टी के तमाम नेता और कोर-वोटर नाराज होकर पार्टी से नाता तोड़ रहे हैं । 10 अक्टूबर को RJD ज्वाइन करते हुए संतोष कुशवाहा ने कहा कि JDU को 3 लोगों ने गिरवी रख लिया है। नीतीश जी को अंधेरे में रखा जा रहा है। जो लोग चुनाव हार जाते हैं, वो या तो मंत्री बन जाते हैं या राज्यसभा चले जाते हैं। संतोष तो यहां तक बोल गए कि कुछ ही दिन में JDU खत्म हो जाएगी। चर्चा है कि पूर्व सांसद संतोष जी मधेपुरा जिले के बिहारीगंज से विधायकी का टिकट चाहते थे, लेकिन जब वहां से बात नहीं बनी तो JDU के एक मंत्री जी उन्हें दूसरा आप्शन दिए। लेकिन मामला उसमें भी सेट नहीं हुआ। ऐसे में वो नाराज होकर तीर छोड़ दिए और लालटेन जलाने चले गए। अब हो सकता है कि RJD उन्हें धमदाहा से मंत्री लेसी सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा दे। दूसरी तरफ 8 अक्टूबर को पूर्व मंत्री लक्ष्मेश्वर राय RJD में शामिल होने के बाद JDU के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा पर फट पड़े। उन्होंने कहा, ‘अब JDU में नीतीश कुमार नहीं, बल्कि संजय झा सब कुछ चला रहे हैं। मुख्यमंत्री को किनारे कर दिया गया है और कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं होती।’ चुनावी चाणक्यों का कहना है कि JDU के कोर-वोटर यानी कोइरी-कुर्मी कम्युनिटी के लोग चाहते हैं कि इस बार नीतीश कुमार अपने बेटे निशांत की पॉलिटिक्स में एंट्री कराएं और पार्टी की कमान सौंपे। फिर से बताए दे रहे हैं… ये सब चर्चा हैं सिर्फ चर्चा… सच है कि झूठ… हम दावा नहीं कर रहे। **** बिहार की ऐसी ही सियासी और चुनावी चर्चाओं के लिए इंतजार करिए अगले रविवार का, तब तक जुड़े रहिए दैनिक भास्कर एप से...

दैनिक भास्कर 12 Oct 2025 5:14 am

शंकराचार्य बिहार विधानसभा चुनाव में उतारेंगे गौ भक्त प्रत्याशी:जहानाबाद में सभी सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार लड़ाने का किया ऐलान

जहानाबाद के कृष्णा गार्डन होटल में जगद्‌गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार में सनातनी राजनीति का शंखनाद किया है। उन्होंने 'गौ मतदाता संकल्प यात्रा' निकाली है और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर निर्दलीय गौ भक्त प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है। शंकराचार्य ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा तभी संभव है जब हम गौ माता का संरक्षण करेंगे। उन्होंने सनातनी हिन्दुओं से गौ माता को राष्ट्र माता घोषित कराने के लिए गौ भक्त प्रत्याशियों को मतदान करने की अपील की है। गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग उन्होंने बताया कि सभी राष्ट्रीय पार्टियों के दिल्ली कार्यालय पर जाकर गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए लोकसभा सदन में अपना पक्ष रखने को कहा गया था। हालांकि, किसी भी राजनीतिक दल ने अभी तक इस विषय पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। इसी कारण अब उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में गौ भक्त प्रत्याशी उतारने पड़ रहे हैं। शंकराचार्य खुद गौ भक्त उम्मीदवारों का करेंगे चुनाव प्रचार शंकराचार्य स्वयं इन गौ भक्त उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार करेंगे। उन्होंने यह भी घोषणा की कि नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद औपचारिक रूप से बताया जाएगा कि कौन-कौन उम्मीदवार उनकी तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं। यह जानकारी शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने दी है। परिसर में आयोजित यह कार्यक्रम आध्यात्मिक और सांस्कृतिक माहौल से परिपूर्ण रहा, जहां भक्तों ने शंकराचार्य के संदेश को श्रद्धा और उत्साह के साथ आत्मसात किया।

दैनिक भास्कर 11 Oct 2025 3:36 pm

पटना में बिहार कांग्रेस की इमरजेंसी मीटिंग:सीट शेयरिंग पर राहुल ने तेजस्वी से की बात, राजेश राम बोले- कांग्रेस की सीट पर रूपरेखा तैयार

सीट शेयरिंग को लेकर फंसे पेंच के बीच कांग्रेस ने अचानक इमरजेंसी बैठक बुलाई है। यह बैठक ऑनलाइन है। दिल्ली से स्क्रीनिंग कमिटी के मेंबर और सीनियर आब्जर्वर जूम कॉल से जुड़े हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में सीट बंटवारे को लेकर और उम्मीदवारों के नामों को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा। वहीं, कुछ संभावित उम्मीदवारों को वन टू वन मीटिंग के लिए भी बुलाया गया है। कांग्रेस की सीट पर रूपरेखा है फाइनल बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि, आज की मीटिंग में हम सभी मुद्दे पर बात कर रहे हैं। सीट शेयरिंग पर हम बात कर रहे हैं। सीट शेयरिंग का फार्मूला लगभग तय है। अब बस इसे सामूहिक रूप से सार्वजनिक करना है। कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों को तैयार कर लिया है। इंडिया गठबंधन में जो हमारे हिस्से के सीट हैं, उस पर सभी रूपरेखा को हम लोग फाइनल कर चुके हैं। अब बस सीट शेयरिंग के ऐलान का इंतजार है। सबको सब चीजें पता हो जाएंगी। - राजेश राम, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार कांग्रेस राहुल और तेजस्वी की फोन पर हुई बात सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सीट बंटवारे को लेकर नाराज है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी से फोन पर बात की है। राहुल गांधी ने कांग्रेस के तमाम बड़े नेता को निर्देश दिया है कि इस बार सीटों के क्वालिटी से कोई समझौता नहीं करना है। राहुल से मिलने दिल्ली जा सकते हैं तेजस्वी यादव तेजस्वी को 13 अक्टूबर को कोर्ट में पेशी के लिए दिल्ली जाना है। ऐसे में वो आज ही किसी भी वक्त दिल्ली रवाना हो सकते हैं। जहां वो राहुल गांधी के मुलाकात कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 11 Oct 2025 3:01 pm

भोजपुरी स्टार पवन सिंह नहीं लड़ेंगे बिहार विधानसभा चुनाव, जानिए क्या है वजह

भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार के नाम से मशहूर पवन सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है

देशबन्धु 11 Oct 2025 2:30 pm

बिसात... बिहार में मोहन के जिम्मे यादव:विधानसभा चुनाव - जोन और लोकसभावार मिला काम, मप्र की टीम 17 से होगी सक्रिय

दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा के बाद बनी रणनीति के अनुसार, बिहार चुनाव में भाजपा के लिए मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका में नज़र आ रहा है। मध्य प्रदेश के कई दिग्गज नेता बिहार में डेरा जमाए हुए हैं। इन्हें ज़ोन और लोकसभा वार काम सौंपा गया है। सबसे खास जिम्मेदारी प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को मिलती दिख रही है। हाल ही में डॉ. यादव दिल्ली गए थे, जहाँ बिहार के चुनाव को लेकर उनसे बात हुई है। संभावना है कि यादव बहुल सीटों पर केंद्रीय नेतृत्व उनका ज्यादा इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा कुछ ऐसी सीटों पर भी मुख्यमंत्री की सक्रियता बढ़ सकती है, जहाँ मध्य प्रदेश का असर है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दिल्ली में अमित शाह और केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक के बाद उनके बिहार दौरे की तैयारी हो गई है। वे भाजपा नेताओं का नामांकन कराने के लिए 17 अक्टूबर को बिहार जाएंगे। फिर दिवाली के बाद उनका जनसंपर्क अभियान शुरू होगा। दो-तीन दिन में केंद्रीय भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दौरा कार्यक्रम मध्य प्रदेश को मिल जाएगा। पूर्व में 14 सितंबर को मुख्यमंत्री पटना में यादव समाज के एक कार्यक्रम में शामिल हो चुके हैं। मिथिला-तिरहुत ज़ोन में सर्वाधिक 58 सीटें हैं, और यह ज़ोन मध्य प्रदेश के भरोसे इस बैठक के बाद पूरे बिहार को चुनाव प्रबंधन की दृष्टि से पार्टी ने पाँच भागों में बांटा है: मिथिला-तिरहुत, चंपारण-सारण, मगध-शाहाबाद, भागलपुर-कोशी-पूर्णिया, और पटना-मुंगेर-बेगूसराय-नालंदा। हर ज़ोन का प्रभारी एक बड़े नेता को बनाया गया है, और साथ ही संगठन से जुड़े एक नेता को उनके साथ जोड़ा गया है। हर ज़ोन में 50 से 60 सीटें शामिल हैं। मध्य प्रदेश के भाजपा प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह को पार्टी ने बिहार के सर्वाधिक सीट वाले मिथिला और तिरहुत ज़ोन का प्रभारी बनाया है। इस ज़ोन में 12 जिलों की 10 लोकसभा सीटें और 58 विधानसभा सीटें आती हैं। मध्य प्रदेश के संगठन महामंत्री कार्यकर्ताओं को उनके साथ सह प्रभारी बनाया गया है। दोनों ही नेता पिछले दो सप्ताह से मिथिलांचल में डेरा डाले हुए हैं। नगरीय आवास एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग को भी पार्टी की ओर से जातिगत समीकरणों के हिसाब से बिहार में काम सौंपा गया है। विश्वास सारंग को पटना-मुंगेर-बेगूसराय-नालंदा क्षेत्र में काम दिया गया है। इसके अलावा पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को अब बिहार के मुजफ्फरपुर और बोंचहा विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब जल्द ही मध्य प्रदेश के सांसद और कुछ विधायकों की भी ड्यूटी बिहार में लगने वाली है। प्रदेश के पाँच नेता पहले से मैदान में हैं। पार्टी की ओर से अभी तक जिन नेताओं को बिहार में चुनाव का काम मिला है, वह भी जातिगत समीकरणों के हिसाब से ही है। भाजपा आलाकमान ने मध्य प्रदेश के पाँच नेताओं को बिहार विधानसभा चुनाव तक बिहार में कैंप कर चुनाव प्रबंधन देखने के लिए पहले ही बुला लिया है। 26 सितंबर को पटना में बिहार चुनाव प्रभारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने प्रवासी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक की थी। मध्य प्रदेश के डॉ. महेंद्र सिंह, हितानंद, प्रहलाद पटेल और विश्वास सारंग इस बैठक में शामिल हुए थे।

दैनिक भास्कर 11 Oct 2025 5:54 am

जनसुराज प्रत्याशी ने किया बिहार में बदलाव का दावा:बोले- कल्याणपुर में जनसुराज और एनडीए के बीच ही मुख्य मुकाबला

समस्तीपुर जिले की कल्याणपुर सुरक्षित विधानसभा सीट से जनसुराज ने समस्तीपुर नगर निगम के उपमेयर रामबालक पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है। शुक्रवार को जनसुराज प्रत्याशी ने अपने निवास स्थान मूसेपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। बिहार में बदलाव की लहर का दावा इस दौरान उन्होंने जनसुराज के शीर्ष नेतृत्व और प्रशांत किशोर का आभार व्यक्त करते हुए बिहार में बदलाव की लहर का दावा किया। पासवान ने कहा कि जनसुराज ने उन्हें कल्याणपुर से उम्मीदवार बनाकर स्थानीय व्यक्ति को मौका दिया है। उन्होंने प्रशांत किशोर के दिशा-निर्देश में मजबूती से चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने बताया कि जनसुराज की सरकार बनने पर रोजगार सृजन, शिक्षा व्यवस्था में सुधार और पलायन रोकने जैसे मुद्दों पर प्राथमिकता से काम किया जाएगा। जनसुराज और एनडीए के बीच ही मुख्य मुकाबला पासवान ने दावा किया कि बिहार में जनसुराज और एनडीए के बीच ही मुख्य मुकाबला है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और कल्याणपुर की जनता भी स्थानीय उम्मीदवार बनाए जाने से खुश है, जिससे उनका विश्वास स्थानीय प्रत्याशी पर बढ़ेगा। उन्होंने कल्याणपुर के मान-सम्मान और विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा तत्पर रहने का संकल्प दोहराया। रामबालक पासवान कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र के मूसेपुर गांव के निवासी हैं। वे समस्तीपुर नगर निगम के उपमेयर चुनाव में लगभग 8600 वोटों से जीत हासिल कर चुके हैं। जदयू, लोजपा और बीजेपी जैसे दलों के बाद अब जनसुराज उनका राजनीतिक करियर 1983 से सक्रिय है और वे पूर्व में जदयू, लोजपा और बीजेपी जैसे दलों में भी रह चुके हैं। उन्होंने जननायक कर्पूरी ठाकुर के मार्गदर्शन में भी राजनीति की है। रामबालक पासवान को एक प्रखर वक्ता के रूप में जाना जाता है। वे समस्तीपुर में वर्ष 1984 से 1986 तक चले ट्रेड आंदोलन के प्रमुख नेता थे और विभिन्न मुद्दों पर मुखर होकर आवाज उठाते रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रखंड अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र प्रसाद, निपेंद्र कुमार, जय नारायण सिंह, विक्रम कुमार, गोपाल कुमार सहित कई जनसुराज कार्यकर्ता मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 8:18 pm

जियाउर्रहमान बर्क बोले- बिहार में बीजेपी को शिकस्त सरकार बनाएंगे:संभल में सपा सांसद बोले- मुस्लिम और PDA को बदले की भावना से किया जा रहा टारगेट

संभल में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समाज को बदले की भावना से निशाना बनाया जा रहा है। सांसद ने यह बात संभल शहर के थाना नखासा क्षेत्र के हातिम सराय स्थित मोहन तालाब पर एक कार्यक्रम के दौरान कही।बर्क ने आरोप लगाया कि यह काम एक सोची-समझी साजिश के तहत किया जा रहा है। उन्होंने पुलिस-प्रशासन और सरकार से लोगों को निशाना बनाने के बजाय उनका फायदा पहुंचाने की अपील की। सांसद ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से लोग सरकार से दूरी बना रहे हैं। मोहन तालाब से संबंधित एक नोटिस का जिक्र करते हुए बर्क ने इसे जल्दबाजी में दिया गया और अनुचित बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रभावित लोगों को न्याय मिलेगा।सांसद ने अपने क्षेत्र के लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि वह अपने लोगों के दुख-दर्द में मजबूती से उनके साथ खड़े हैं और न्याय दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। बिहार चुनाव को लेकर भी सांसद बर्क ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगा और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराकर वहां अपनी सरकार बनाएगा। उन्होंने सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन के भीतर निर्णय लेने की बात कही।

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 5:04 pm

तेजस्वी की नौकरी देने वाली बात पर अखिलेश का समर्थन:राज्यसभा सांसद बोले- 15, 16, 17 को करेंगे नॉमिनेशन, 20 साल से बिहार माफिया की गिरफ्त में है

राज्यसभा सांसद और बिहार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने तेजस्वी यादव के हर घर में एक सरकारी नौकरी देने की बात का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हम तेजस्वी यादव का बिल्कुल समर्थन करते हैं। हर घर में नौकरी मिले इसका तो कोई राजनीतिक पार्टी विरोध नहीं करेगा। हम लोग चाहते हैं कि बिहार खुशहाल बने। संभावनाओं को कभी खारिज नहीं करना चाहिए। आज से नॉमिनेशन शुरू है, मगर अभी तक महागठबंधन की सीट शेयरिंग का ऐलान नहीं होने पर उन्होंने कहा कि हमें बताया गया कि 15, 16, 17 अच्छा डेट है, तब हम नॉमिनेशन करेंगे। वहीं, कल सीनियर ऑब्जर्व्स के लालू प्रसाद से नहीं मिलने की बात पर अखिलेश सिंह ने कहा कि ऐसी कोई सूचना नहीं थी। वरना लालू जी से मिलने में किसी को कोई परेशानी नहीं है। हर समय उनका दरवाजा खुला रहता है। अशोक गहलोत रात में चर्चा कर रहे थे कि वह अगली बार आएंगे तो मिलेंगे। उन्होंने तेजस्वी यादव से रात में बात भी की थी। राजद और कांग्रेस का जो संबंध है वह सब को मालूम है। कांग्रेस पार्टी ने 12 माफिया को चिन्हित किया है कांग्रेस पार्टी ने 12 माफियाओं को चिन्हित किया है। अखिलेश सिंह ने कहा कि पूरा बिहार 20 सालों से माफियाओं की गिरफ्त में है। पूरे बिहार में लूट मची है। जैसे ही महागठबंधन की सरकार बनेगी बिहार माफिया मुक्त होगा। चप्पे चप्पे पर माफिया को हम लोग समाप्त करेंगे। हमारे सरकार में माफियाओं के लिए दो ही जगह होगी। एक स्थान जहन्नुम और दूसरा जेल में होगा। माफियाओं के लिए दो ही उपाय है- पीठ पर गोली, पेट पर लात होगा। पहला माफिया महिलाओं को माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्ज में फंसाने वाला है। 9 लाख महिलाओं पर औसतन ₹20000 बकाया है। वसूली के नाम पर धमकी और हिंसा के रिपोर्ट सामने आते हैं। हमारी सरकार आती है ऋण रिकवरी के लिए त्वरित कार्रवाई करेंगे। माफियाओं की संपत्ति को कुर्की करके जब्त करने का काम करेंगे। भू माफिया के खिलाफ तुरंत रिकॉर्ड, ऑडिट और नकली रजिस्ट्री रद्द करेंगे। बालू माफियाओं पर भी करवाई होगी। टास्क फोर्स बनाया जाएगा, ड्रोन से निगरानी होगी। वहीं, शराब माफियाओं के लिए सख्त सीमा निगरानी होगी। ठेका माफिया के लिए सड़कों, बिजली, नल जल जैसे योजनाओं के लिए ई-टेंडरिंग अनिवार्य होगी, पकड़े जाने कर आपराधिक मुकदमा होगा। शिक्षा माफिया के लिए पेपर सिक्योरिटी कठोर करेंगे। सरकार पर साधा निशाना भर्ती माफिया के लिए पुलिस, शिक्षा के क्षेत्र में मौजूद माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई होगी। भर्ती में पूर्ण पारदर्शिता होगी। माइनिंग माफिया के लिए खनन लाइसेंस का रिव्यू होगा, अवैध कमाई का कुर्की जब्ती करेंगे। कॉन्ट्रैक्ट किलिंग नेटवर्क में विशेष जांच टीम और अंतरराज्यीय को ऑर्डिनेशन करेंगे। ट्रांसफर पोस्टिंग माफिया में रिश्वत लेने वाले अधिकारियों पर जीरो टॉलरेंस सरकार बनाएगी। वहीं, स्वास्थ्य माफियाओं को रोकने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य खरीद में ई टेंडर अनिवार्य किया जाएगा। दोषी कंपनी या व्यक्ति की पर दंडात्मक कार्रवाई होगी। मिलावट माफियाओं को लेकर या सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी मिलावटी सामान बिहार के लोगों के बीच नहीं जाए। आप सभी देख रहे हैं कि मौजूदा सरकार में मंत्रियों को काफी पैसे मिल रहे हैं। मंत्रियों के कहां से इतना पैसा आ जा रहा है। अखंड भ्रष्टाचार की सरकार है उनकी जगह जेल में है। मैं भी मंत्री रहा हूं, मगर पटना में एक घर के अलावा कुछ नहीं है।

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 4:14 pm

नूंह से 4 साइबर ठग अरेस्ट:फर्जी विज्ञापनों से लाखों की ठगी का खुलासा, बिहार और राजस्थान पते की सिम बरामद

नूंह जिले की साइबर थाना पुलिस ने अलग-अलग मामलों में चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर आम लोगों को ठगने का काम कर रहे थे। इन अपराधियों के पास से फर्जी मोबाइल सिम कार्ड, फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आरोपी फर्जी विज्ञापन देकर लोगों से धोखाधड़ी कर रहे थे और उनके खिलाफ राष्ट्रीय साइबर पोर्टल पर देश के विभिन्न राज्यों से शिकायतें दर्ज थीं। साइबर टीम ने इनके मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रेस करके जिले के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर आरोपियों को दबोचा है। साड़ी कलेक्शन के नाम से करता था ठगी , बिहार का सिम बरामद साइबर थाना प्रभारी ओमवीर सिंह ने बताया कि पहले मामले में साइबर क्राइम टीम ने 9 अक्टूबर को ताहिर हुसैन निवासी गांव सिंगार थाना बिछोर को गिरफ्तार किया। ताहिर सोशल मीडिया पर साड़ी कलेक्शन नाम से फर्जी विज्ञापन डालकर लोगों से ठगी करता था। उसके पास से दो फोन बरामद हुए, जिनमें फर्जी जियो सिम थे, जो बिहार के ज्योति कुमार के नाम पर रजिस्टर्ड थे। फोन में साड़ी बेचने से जुड़ी चेट, वीडियो, फोटो और क्यूआर कोड मिले हैं। दूसरे फोन में इंस्टाग्राम आईडी से माइसोर सिल्क साड़ी के फर्जी विज्ञापन चलाए जा रहे थे। इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरा बाइक बेचने के नाम पर करता था ठगी ओमवीर सिंह ने बताया कि दूसरे मामले में टीम ने मुर्सलीन निवासी झारपड़ी थाना पिनगवां को अकबरपुर रोड पर से पकड़ा। मुर्सलीम मोबाइल के जरिए बाइक बेचने के नाम पर साइबर फ्रॉड कर रहा था। उसके पास से फोन बरामद हुआ, जिसमें फर्जी सिम लगा था, जो अब्दुल करीम के नाम पर रजिस्टर्ड है। फोन में बिजनेस वॉट्सऐप प्रोफाइल 'वेलकम' से बाइक बेचने की संदिग्ध चेट मिलीं। पोर्टल पर इस नंबर के खिलाफ मध्य प्रदेश से शिकायत दर्ज थी, जिसमें 14,800 रुपए की ठगी हुई थी। फेसबुक पर यामाहा रतन सिंह नाम से फर्जी अकाउंट चल रहा था। तीसरा श्री सांवरिया सेठ लकी ड्रॉ के नाम से करता था ठगी ओमवीर के मुताबिक तीसरे मामले में मोहीन निवासी गांव गंडूरी थाना नगीना को गिरफ्तार किया। मोहीन लकी ड्रॉ के नाम पर ठगी कर रहा था। उसके पास से दो फोन बरामद हुए, एक में फर्जी सिम लगा था, जो राजस्थान के राजकुमार के नाम पर थी। वॉट्सऐप पर शिवकुमार लकी ड्रॉ प्रोफाइल से संदिग्ध चेट और कॉल हिस्ट्री मिली। फेसबुक पर 'श्री सांवरिया सेठ लकी ड्रॉ उपहार योजना' नाम से फर्जी पोस्ट चल रही थी। पोर्टल पर बिहार से शिकायत दर्ज थी, जिसमें 2100 रुपए की ठगी हुई। दूसरे फोन में फेक फोन-पे ऐप और संदिग्ध ट्रांजैक्शन मिले। चौथे मामले में अलीम को गिरफ्तार किया गया। अलीम भी बाइक बेचने के नाम पर फर्जी मोबाइल फोन और सिम का इस्तेमाल कर ठगी कर रहा था। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 4:04 pm

​​​​​​​दिवाली-छठ में बिहार जाने वाले यात्रियों‎ की भारी भीड़:कम पड़ रही स्पेशल ट्रेनें‎, पटना समेत कई मार्गों की ट्रेनों में तेजी से बढ़ रही वेटिंग

दिवाली और छठ पूजा जैसे बड़े ‎त्योहारों को देखते हुए रांची रेल मंडल‎ की ओर से अब तक 14 जोड़ी स्पेशल‎ ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।‎ यह पहली बार है, जब किसी वर्ष‎ त्योहारों के दौरान इतनी अधिक ‎स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। हालांकि ‎इसके बावजूद बिहार की ओर जाने ‎वाली ट्रेनों में सीटों की भारी किल्लत‎ देखने को मिल रही है। रांची से पटना,‎गया, आरा, समस्तीपुर समेत अन्य‎ मार्गों की ट्रेनों में वेटिंग तेजी से बढ़‎ रही है। कुछ ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर‎ चुकी हैं, जबकि अन्य में बेहद सीमित ‎सीटें शेष हैं। इसके अलावा दिल्ली, ‎मुंबई, पुणे और बेंगलुरु जैसे महानगरों‎ से झारखंड और बिहार लौटने वालों‎ की संख्या भी काफी अधिक है। इन‎ ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग चल रही है।‎ रेलवे की कोशिशों के बावजूद यात्रियों‎ की भारी भीड़ के चलते स्पेशल ट्रेनें‎ भी नाकाफी साबित हो रही हैं। यात्रियों ‎द्वारा अतिरिक्त कोच जोड़ने या और ‎ट्रेनें चलाने की मांग की जा रही है।‎ छठ के दौरान पटना जाने वाली ट्रेनों में‎ वेटिंग बढ़ती ही जा रही है।‎ बसों की 50 प्रतिशत तक सीटें हो गईं रिजर्व‎रांची से बिहार के विभिन्न स्थानों के‎लिए 35 बसें जाती हैं। इन बसों में ‎छठ के दो दिन पहले तक औसतन‎ 50 प्रतिशत सीटें बुक हो गई हैं। ‎यह कहते हुए बस चालक संघ के‎ महासचिव राणा बजरंगी ने कहा ‎कि ऑनलाइन में कई लोग ज्यादा ‎पैसे ले रहे हैं। भाड़ा में एक रुपए‎ की बढ़ोतरी नहीं की गई है। उन्होंने ‎कहा कि छठ के दौरान बसों की ‎किल्लत हो सकती है। 10 नई बसें ‎भी चलने की संभावना है। उन्होंने ‎यह भी कहा कि बिहार सरकार‎ द्वारा सरकारी बस स्टैंड से 4 बसें‎ चलाई जा सकती हैं।‎महानगरों से और स्पेशल‎ ट्रेनें चलाई जानी चाहिए‎यात्रियों का कहना है कि देशभर ‎में त्योहारों को देखते हुए 12000‎ स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की गई है,‎ लेकिन झारखंड की राजधानी ‎रांची के लिए दिल्ली छोड़ अन्य‎ महानगरों से एक भी स्पेशल ट्रेन‎ नहीं है। वहीं, जेडआरयूसीसी‎सदस्य अरुण जोशी ने रेलवे को ‎पत्र लिखकर आग्रह किया है कि ‎मुंबई, पुणे, बेंगलुरू समेत अन्य ‎महानगरों से रांची के लिए ट्रेन‎ चलाई जाएं।‎ त्योहारों पर चलाई गई स्पेशल ट्रेनों की स्थिति‎‎

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 10:12 am

गोरखपुर में रेंटेड लहंगा, शेरवानी का चलन:नेपाल, बिहार से आ रही बुकिंग, यूनिक ड्रेस के दीवाने हुए लोग

गोरखपुर में आजकल लहंगा, शेरवानी, गाउन और ज्वेलरी जैसे वेडिंग एस्सेसरीज को रेंट पर लेने का ट्रेंड बढ़ रहा है। लोगों का मानना है कि एक दिन पहनने के लिए लाखों के ड्रेस पर खर्च करना व्यर्थ है। इससे अच्छा उसी पैसे से हम कुछ बेहतर काम कर कर पाएंगे। इसी सोच के साथ लोग बेझिझक रेंट पर कपड़े लेना शुरू कर चुके है। वेडिंग सीजन आते ही महीनों पहले से ब्राइडल लहंगा, इंगेजमेंट लहंगा या गाउन, पार्टी वियर ड्रेस,दूल्हे के लिए शेरवानी की बुकिंग होने लगी है। शहर का एक ऐसा शॉप है जिसकी यूनिक कलेक्शन को खूब पसंद किया जा रहा है। विदेशों से भी बुकिंग हो रही है। किफायती रेट पर मिलते महंगे ड्रेस 17 साल पहले गोरखपुर के एक कपल गोपाल वैश्य और प्रीति ने वेडिंग लहंगा रेंट पर देने का अपना एक छोटा सा स्टार्टअप शुरू किया। दोनों लोग ने अपनी मेहनत और लगन के दम पर आज बड़ा बिज़नेस खड़ा कर चुके हैं। इतना ही नहीं ये दोनों लोग अपने इस काम के जरिए सोशल वर्क भी करते हैं। विदेशों तक डिमांड मंगला वेडिंग कलेक्शन के ऑनर गोपाल वैश्य ने बताया- हमारे कपड़ों की डिमांड गोरखपुर के आसपास के शहर सहित, बिहार, आजमगढ़, कानपुर, महराजगंज, निचलौल के साथ-साथ नेपाल तक है। यहां तक कि बैंगलोर जैसे विदेशों में रहने वाले लोग भी फ़ोन के माध्यम से बुकिंग करते हैं। हर कोई हमारे कलेक्शन और सर्विस को खूब पसंद करता है। लोग ढूंढ कर हमारी दुकान तक पहुंचते हैं। 2 लहंगों से शुरू किया बिजनेस उन्होंने बताया- वर्षों पहले मेरी पत्नी ने कुछ अलग करने के उद्देश्य से सिर्फ दो लहंगों के साथ इस बिजनेस को शुरू किया। 2008 में उन्होंने ब्यूटी पार्लर के साथ शादी के लिए लहंगा रेंट पर देना शुरू किया। धीरे-धीरे लोगों को हमारा काम पसंद आने लगा। और हमने एक से बढ़ कर एक कलेक्शन रखना शुरू कर दिया। अभी कम से कम 300 ड्रेस हैं हमारे पास। सोशल मीडिया से जुड़ रहें लोग मंगला वेडिंग्स के ओनर ने बताया अब सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोग हमसे जुड़ते हैं। इंस्टाग्राम पर हमारा एक पेज है, जिस पर हम अपने कलेक्शन को पोस्ट करते हैं। जिसे देखकर लोग हमें कांटेक्ट करते हैं और फोन करके बुकिंग्स करते। हमारे यहां वो लहंगे या वेडिंग ड्रेस रेंट पर दिया जाता है, जो शहर में कहीं नहीं मिलता। इंजीनियर और डॉक्टर्स भी हमारे यहां बुकिंग करते हैं। शौक पूरा होने साथ पैसे की होती बचत मंगला वेडिंग्स की फाउंडर प्रीति वैश्य का कहना है- आजकल फैशन इतना बढ़ गया है कि लोग कपड़े रिपीट नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में हर फंक्शन के लिए अलग- अलग ड्रेस लेना भी पैसे की बर्बादी ही है। जो लोग पैसे की अहमियत को जानते हैं। वे हमसे रेंट पर कपड़े ले जाकर अपना शौक भी पूरा कर लेते है और उनके पैसों की बचत भी हो जाती है। काफी अच्छे-अच्छे फैमिली से हमें बुकिंग्स मिलती हैं। महीनों पहले शुरू हो जाती बुकिंग गोपाल ने बताया- हर वेडिंग सीजन में हमें ज्यादा प्रॉफिट होता है। कम से कम 300 तक बुकिंग मिलते हैं। इस बार अभी तक 150 बुकिंग हो चुका है। जिसमें ब्राइड, ग्रूम का इंगगेजमेंट, वेडिंग के आलावा पार्टी वियर हर तरह के ड्रेस शामिल हैं। अभी तो और बुकिंग्स आनी बाकी है। कस्टमर्स कोई खास कलेक्शन जैसे ही देखते हैं तुरंत बुक कर लेते है। क्योंकि वैसा डिज़ाइन फिर कहीं और नहीं मिलेगा। हम लोग भी हर ड्रेस का सिंगल पीस ही रखते हैं। न हमारे यहां और न ही मार्केट में सेम ड्रेस मिलेगा। करते हैं डोनेट उन्होंने बताया- हम अपने इस बिजनेस के माध्यम से सोशल वर्क भी करते हैं। जब हमारे लहंगे या कोई भी ड्रेस थोड़ा सा आउट ऑफ़ फैशन हो जाता है तो हम उसे किसी जरूरत मंद को डोनेट कर देते हैं। ज्यादातर गरीबों की शादी कराने वाली संस्थाओं तक हम ये कपड़ें, ज्वेलरी सेट के साथ पहुंचाते हैं। दिव्यज्योति संस्थान और मारवाड़ी समाज की ओर से होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम में हमने ब्राइडल सेट लहंगा और ज्वेलरी के साथ ग्रूम के लिए शेरवानी और शहरा भी गिफ्ट किए थे। अभी तक लगभग 35 कपड़े डोनेट कर चुके हैं। हमें यह काम करके बहुत ख़ुशी होती है। ड्रेस मार्केट रेट रेंट रेट

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 6:00 am

मैं बिहार बोल रहा हूं, एपिसोड-8:2005 के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार; शराबबंदी से हुआ राजस्व घाटा, फिर भी ग्रोथ रेट बढ़ी

GSDP जीएसडीपी यानी सकल राज्य घरेलू उत्पाद, यह किसी राज्य में एक साल के दौरान पैदा की गई सारी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य है। जैसे, पूरे देश की अर्थव्यवस्था का पैमाना GDP (सकल घरेलू उत्पाद) होता है, वैसे ही किसी राज्य की आर्थिक सेहत को मापने का पैमाना जीएसडीपी है। इसमें तीन प्रमुख क्षेत्रों का योगदान शामिल होता है। 1. कृषि क्षेत्र-खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन, वानिकी 2. औद्योगिक क्षेत्र-निर्माण, खनन, बिजली, कारखाने 3. सेवा क्षेत्र-शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, आईटी, व्यापार आदि। हर क्षेत्र से साल भर में जितनी वस्तुएं और सेवाएं बनीं, उनका बाजार मूल्य जोड़कर राज्य का जीएसडीपी तय किया जाता है। इन आंकड़ों से साफ है कि 2005 के बाद बिहार की रफ्तार बदली। अब उसकी अर्थव्यवस्था इतिहास की सबसे तेज लय में दौड़ रही है। आसान भाषा में समझें, तो अपने घर को एक छोटा ‘राज्य’ मान लीजिए। अगर परिवार की आमदनी खेती, नौकरी या छोटे-मोटे काम जैसे ट्यूशन या सिलाई से होती है, तो साल भर की कुल आमदनी ही उस घर का ‘जीएसडीपी’ है। यानी यह आपके घर की सालाना आर्थिक गतिविधि का पैमाना है। जीएसडीपी किसी राज्य की सालाना कमाई या आर्थिक कारोबार का वह आईना है, जो उसकी असली आर्थिक ताकत दिखाता है। आज की आर्थिक स्थिति की तुलना 1990 या 2005 की जीएसडीपी से करने पर आज के बिहार की आर्थिक स्थिति स्वतः स्पष्ट होती है। यह चार्ट बिहार के सकल राज्य घरेलू उत्पाद को मौजूदा कीमतों पर, मोटे तौर पर छह चुने हुए वर्षों के आंकड़े ही दिखाता है, ताकि विकास प्रगति की गति की एक तत्काल झलक मिल सके। पिछले सभी सालों के आंकड़ों की सूची दिखाने के लिए कहीं अधिक विस्तृत साल-दर-साल के आंकड़ों की जरूरत होती, इसलिए यह चार्ट कोई निरंतर वार्षिक रेखा नहीं है, बल्कि अलग-अलग वर्षों को जोड़ता हुआ एक सामान्य संकेतक है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि सांख्यिकी विभाग समय-समय पर आधार वर्ष बदलता है-1980-81, 2004-05 और 2011-12 इसलिए आंकड़े अलग-अलग सांख्यिकीय विंडो से लिए गए हैं। दीर्घकालीन तुलना के लिए इस नोट में उपलब्ध मौजूदा कीमतों के शुरुआती और अंतिम आंकड़ों (जैसे 1989-90 से 2024-25) का उपयोग करके चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) निकाली गई है। यह एक सरल प्रगति-कथा बताने के लिए पर्याप्त है। हां, अगर कोई तकनीकी विश्लेषण करना चाहे, तो एक ही आधार वर्ष की बैक सीरीज को जोड़कर वास्तविक (मुद्रास्फीति-समायोजित) वृद्धि भी दिखाई जा सकती है। 2005-06 के बाद बिहार की वृद्धि की रफ्तार तेज हुई निचोड़ है कि 2005-06 के बाद बिहार की वृद्धि की रफ्तार 1990 के दशक और उससे पहले की तुलना में काफी तेज हुई है। हाल के वर्षों में भी यह मजबूती कायम है। अप्रैल 2016 में बिहार ने पूरे राज्य में शराबबंदी लागू की। उस समय की कई समकालीन रिपोर्टों ने इस फैसले की समय-रेखा दर्ज की है। उदाहरण के लिए, मीडिया कवरेज में उल्लेख है कि यह लागू होना अप्रैल 2016 से शुरू हुआ। (स्रोतः इटी 27 नवंबर 2015)। तब से, नीति-निर्माण के संबंध में यह बार-बार उठने वाला मुद्दा है... शराबबंदी से खोया हुआ आबकारी राजस्व। इंडिया टुडे के एक लेख के अनुसार, ‘बिहार ने शराबबंदी लागू होने के बाद से लगभग 40,000 करोड़ का राजस्व गंवाया है’, (इंडिया टुडे, दिसंबर 2022)। यह एक उदाहरणात्मक और सतर्क अनुमान है, जिसका उद्देश्य केवल राजस्व हानि के परिमाण को समझाना है। शराब आबकारी से हुए इस राजस्व घाटे के बावजूद, बिहार का जीएसडीपी लगातार मजबूती से बढ़ता रहा है। इसमें हाल का 13.09 फीसदी का यह उछाल भी शामिल है। किसी भी राज्य की अर्थव्यवस्था में जीएसडीपी की वृद्धि और राज्य के अपने कर राजस्व की वृद्धि आपस में जुड़ी होती है। शराबबंदी भले एक राजस्व धारा को सीमित कर दे, लेकिन व्यापक अर्थव्यवस्था निवेश, उपभोग, सार्वजनिक परियोजनाओं और सेवाओं के सहारे काफी तेजी से आगे बढ़ सकती है। यह बिहार ने साबित किया है। (यह लेखक के निजी विचार है। लेख में आर्थिक आंकड़े को एकत्र करने व विश्लेषण का काम, सहयोगी एएस रघुनाथ ने किया है) ---------- क्या आप हैं बिहार की राजनीति के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम बिहार की राजनीति से जुड़े 5 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। चुनावी क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें - https://dainik.bhaskar.com/GXiUvc8h3Wb

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 5:37 am

दिवाली-छठ में बिहार जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़, कम पड़ रही हैं स्पेशल ट्रेनें

दिवाली और छठ पूजा जैसे बड़े त्योहारों को देखते हुए रांची रेल मंडल की ओर से अब तक 14 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। यह पहली बार है जब किसी वर्ष त्योहारों के दौरान इतनी अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। हालांकि, इसके बावजूद बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में सीटों की भारी किल्लत देखने को मिल रही है। रांची से पटना, गया, आरा, समस्तीपुर समेत अन्य मार्गों की ट्रेनों में वेटिंग तेजी से बढ़ रही है। कुछ ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर चुकी हैं, जबकि अन्य में बेहद सीमित सीटें शेष हैं। इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, पुणे और बेंगलुरु जैसे महानगरों से झारखंड और बिहार लौटने वालों की संख्या भी काफी अधिक है। इन ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग चल रही है। रेलवे की कोशिशों के बावजूद यात्रियों की भारी भीड़ के चलते स्पेशल ट्रेनें भी नाकाफी साबित हो रही हैं। यात्रियों द्वारा अतिरिक्त कोच जोड़ने या और ट्रेनें चलाने की मांग की जा रही है। छठ के दौरान पटना जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग बढ़ती ही जा रही है। रांची से बिहार के विभिन्न स्थानों के लिए 35 बसें जाती हैं। इन बसों में छठ के दो दिन पहले तक औसतन 50 प्रतिशत सीटें बुक हो गई हैं। यह कहते हुए बस चालक संघ के महासचिव राणा बजरंगी ने कहा कि ऑनलाइन में कई लोग ज्यादा पैसे ले रहे हैं। भाड़ा में एक रुपए की बढ़ोतरी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि छठ के दौरान बसों की किल्लत हो सकती है। 10 नई बसें भी चलने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार सरकार द्वारा सरकारी बस स्टैंड से 4 बसें चलाई जा सकती हैं। त्योहारों पर चलाई गई स्पेशल ट्रेनों की स्थितिट्रेन संख्या 03253/07255-07256 पटना-चर्लपल्ली- पटना द्वि साप्ताहिक स्पेशल- 24 व 17 अक्टूबर को वेटिंग है। 24 को थर्ड एसी रिग्रेट है।ट्रेन संख्या 08629/08630 रांची-गोरखपुर-रांची साप्ताहिक- 18, 22 व 25 अक्टूबर को वेटिंग है।ट्रेन संख्या 09619/09620 अजमेर-रांची-अजमेर साप्ताहिक स्पेशल- 19 और 26 अक्टूबर को एसी क्लास में काफी कम टिकटें उपलब्ध हैं।ट्रेन संख्या 08626/08625 रांची- पूर्णिया कोर्ट -रांची साप्ताहिक - पूर्णिया के लिए सभी क्लास में टिकटें उपलब्ध हैं।ट्रेन संख्या 08105/08106 रांची- जयनगर -रांची साप्ताहिक : 22 अक्टूबर को एसी क्लास में 3-4 सीटें बची हैं।ट्रेन संख्या 18611 रांची- वाराणसी एक्सप्रेस- 11 अक्टूबर को द्वितीय श्रेणी स्लीपर का एक अतिरिक्त कोच लगाया जाएगा।ट्रेन संख्या 08640/08639 रांची-आरा- रांची साप्ताहिक : आरा के लिए 19 और 26 अक्टूबर को एसी में 25 सीटें हैं।ट्रेन संख्या 08621/08622 रांची- कामाख्या -रांची साप्ताहिक : 18 अक्टूबर एसी क्लास में वेटिंग है। वहीं, स्लीपर में काफी कम सीटें उपलब्ध हैं।ट्रेन संख्या 08795/08796 दुर्ग -पटना -दुर्ग दिवाली स्पेशल : 21 अक्टूबर को थर्ड एसी में सिर्फ 2 सीट उपलब्ध है। स्लीपर में भी सिर्फ 50 के करीब सीट है।ट्रेन संख्या 07005/07006 चर्लपल्ली -रक्सौल -चर्लपल्ली साप्ताहिक ट्रेन : रक्सौल के लिए 21 अक्टूबर को सीटें रिग्रेट हैं। 14 अक्टूबर को 4-5 सीटें ही खाली हैं। महानगरों से और स्पेशल ट्रेनें चलाई जानी चाहिए यात्रियों का कहना है कि देशभर में त्योहारों को देखते हुए 12000 स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की गई है, लेकिन झारखंड की राजधानी रांची के लिए दिल्ली छोड़ अन्य महानगरों से एक भी स्पेशल ट्रेन नहीं है। वहीं, जेडआरयूसीसी सदस्य अरुण जोशी ने रेलवे को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि मुंबई, पुणे, बेंगलुरू समेत अन्य महानगरों से रांची के लिए ट्रेन चलाई जाएं। शहर किराया (रुपए) पटना 500-600 गया 300- 400 भागलपुर 600- 700 समस्तीपुर 600-700 शहर किराया (रुपए) दरभंगा 600- 700 मुजफ्फरपुर 600-700 बक्सर 600- 700 पूर्णिया 700-800

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 4:00 am

पटना का तापमान बढ़ा, बिहार से दो दिन में मानसून की विदाई होगी

दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की प्रक्रिया जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार से एक-दो दिन में मानसून की वापसी हो जाएगी। इधर, गुरुवार को बिहार का मौसम शुष्क बना रहा। सुबह से कड़ी धूप निकली। दिनभर उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे। इससे पटना का अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री और न्यूनतम 26.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, मध्य असम और आसपास के क्षेत्रों में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जो औसत समुद्र तल से लगभग 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। वहीं, उत्तर-पश्चिम उत्तरप्रदेश और आसपास के इलाकों पर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखा जा रहा है, जो 1.5 से 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक मौजूद है। इसी बीच, उत्तरी ओडिशा और आसपास के क्षेत्रों में बना चक्रवाती परिसंचरण अब कमजोर पड़ गया है। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 3-4 दिनों तक बिहार के अधिकतर जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं होगा। दिन में हल्की गर्मी और रात में हल्की ठंडक का असर बना रहेगा।

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 4:00 am

बिहार बोर्ड : 2027 की इंटर परीक्षा के लिए 24 तक अनुमति आवेदन लिया जाएगा

साल 2027 की इंटर परीक्षा के लिए सूचीकरण व अनुमति आवेदन भरने की तारीख बिहार बोर्ड ने बढ़ा दी है। अब विलंब शुल्क के साथ आवेदन 24 अक्टूबर तक biharboardexam.com पर भरा जाएगा। बोर्ड ने संबंधित शिक्षण संस्थान के प्राचार्यों को सूचना दे दी है। इससे पहले 9 अक्तूबर तक आवेदन भरने की अंतिम तिथि थी। बोर्ड ने कहा है कि शिक्षण संस्थान के प्रधान आवेदन संबंधित विद्यार्थी की उपस्थिति में भरेंगे। शुल्क 22 अक्तूबर तक ही जमा होगा। बोर्ड ने कहा है कि जिन विद्यार्थियों के आवेदन भरे जाएंगे, उनके विवरणी के सत्यापन के लिए पहले से भरा गया घोषणा पत्र डाउनलोड कर संस्थान के प्रधान के हस्ताक्षर के बाद समिति के पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करने के बाद अनुमति आवेदन सबमिट करना होगा। बोर्ड ने कहा है कि जिन विद्यालयों को व्यावसायिक ट्रेड आवंटित किया गया है, वहां के विद्यार्थियों को किसी एक ट्रेड का चयन कर उसकी परीक्षा में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। आवेदन भरने और शुल्क जमा करने में किसी तरह की असुविधा होने पर हेल्पलाइन नंबर 0612-2230039 पर संपर्क कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 10 Oct 2025 4:00 am

'विधानसभा चुनाव के बाद धरती से गायब हो जाएगी राजद':भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश बोले- तेजस्वी यादव के पास कोई विजन नहीं, बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश ने दरभंगा में मीडिया से बातचीत करते हुए राजद और तेजस्वी यादव पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राजद और उनके नेता तेजस्वी यादव के पास कोई विजन नहीं है और बिहार की जनता अब महागठबंधन और उसके घोषणापत्र पर भरोसा नहीं करती। गुरु प्रकाश ने कहा कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के बाद 14 नवंबर को NDA फिर से बहुमत के साथ सरकार बनाएगी, जबकि राजद पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। उनका दावा था कि जैसे धरती से डायनासोर गायब हो गए, उसी तरह RJD भी बिहार की राजनीति से गायब हो जाएगा। उन्होंने राजद पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी और उसके नेता केवल वादों तक सीमित हैं और बिहार के विकास के लिए कोई ठोस योजना नहीं रखते। भाजपा प्रवक्ता ने युवाओं और महिला नेताओं को राजनीति में आगे लाने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने लोकगायिका मैथिली ठाकुर के चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि यह प्रधानमंत्री की सोच का हिस्सा है और देश के युवाओं को राजनीति में सक्रिय करना आवश्यक है। गुरु प्रकाश ने कहा कि NDA सरकार युवाओं को अवसर देने और बिहार के विकास को नई दिशा देने के लिए प्रतिबद्ध है। बोले- बिहार में महागठबंधन और राजद पर जनता को भरोसा नहीं उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार में जनता महागठबंधन और राजद पर भरोसा खो चुकी है, और आगामी चुनाव में भाजपा एवं NDA के पक्ष में जनमत स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास और प्रदेश की राजनीतिक स्थिरता के लिए जनता सशक्त और अनुभवी नेतृत्व चाहती है, जो केवल NDA ही प्रदान कर सकता है। गुरु प्रकाश के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है। भाजपा प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि NDA का लक्ष्य केवल सत्ता में आना नहीं, बल्कि बिहार के आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक विकास को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाना ही चुनाव में उनकी प्राथमिकता होगी। गुरु प्रकाश ने RJD और महागठबंधन पर हमला करते हुए NDA की जीत की भविष्यवाणी की और बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की रणनीति और दृष्टिकोण का साफ संदेश दिया।

दैनिक भास्कर 9 Oct 2025 9:49 pm

बसपा की रैली बिहार चुनाव में दलित वोट बाटने के लिए भाजपा की फंडिंग से की गई-अजय राय का मायावती पर हमला

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती पर निशाना साधते हुए कहा है कि बहनजी ने हमेशा दलितों को ठगने का काम किया है

देशबन्धु 9 Oct 2025 5:40 pm

नौशाद आलम बने बिहार राज्य उर्दू एडवाइजरी कमेटी अध्यक्ष:पौआखाली में स्वागत, उर्दू के विकास का दिया आश्वासन

नौशाद आलम को बिहार राज्य उर्दू एडवाइजरी कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति के बाद से उर्दू के क्षेत्र में नई प्रगति की उम्मीदें जताई जा रही हैं। बृहस्पतिवार को किशनगंज जिले के पौआखाली नगर पंचायत में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्हें फूलमालाएं पहनाई गईं और सभी ने मुंह मीठा कराया। नौशाद आलम ने उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। लंबित कार्यों को पूरा करने का आश्वासन मीडिया से बातचीत में अध्यक्ष नौशाद आलम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है, उसके तहत वे सर्वप्रथम उर्दू के क्षेत्र में लंबित कार्यों को पूरा करेंगे और लोगों को नई दिशा में सफलता दिलाएंगे। मौजूदा चुनावी माहौल में उन्हें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पर नौशाद आलम ने कहा कि पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारी को निभाना उनका प्राथमिक कर्तव्य है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस जिम्मेदारी को पूरा कर क्षेत्र को उर्दू शिक्षा की नई दिशा में ले जाएंगे।

दैनिक भास्कर 9 Oct 2025 3:45 pm

सिरसा में कांग्रेस MLA गोकुल सेतिया बोले:मीटिंग का नहीं था कोई मैसेज, कहरवालां बोले- मेरी ड्यूटी बिहार चुनाव में लगी

हरियाणा कांग्रेस को नया प्रदेशाध्यक्ष मिलने के बावजूद आपसी फूट दूर होती नहीं दिख रही। नए प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने कार्यभार संभालने से पहले बयान दिया था कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सभी पहुंचेंगे। मगर इसका उलट देखने को मिला। सूत्रों की मानें तो कुछ विधायकों को चंडीगढ में हुई कांग्रेस मीटिंग का कोई मैसेज ही नहीं था। इसके चलते सिरसा से न सांसद तो न विधायक कोई भी मीटिंग में नहीं गया। सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया का भी बयान सामने आया है कि उनको भी कांग्रेस मीटिंग का कोई मैसेज नहीं था। इस बारे में विधायक गोकुल सेतिया से बातचीत की गई, तो बोले कि उनके पास न तो कांग्रेस मीटिंग और न ही शपथ ग्रहण कार्यक्रम की सूचना थी, इसके क्या कारण रहे, वो पार्टी पदाधिकारी ही जाने। मेरी बिहार चुनाव में लगी डयूटी वहीं, कालांवाली से कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला से बात की, तो उन्होंने बताया कि सभी विधायकों के लिए पार्टी की ओर से एक ही मैसेज आया था। बाकी किसी का मैसेज नहीं था। मेरी ड्यूटी बिहार चुनाव में लगी है, इस समय वहीं पर हूं, इस कारण मीटिंग में नहीं आ सका। आज लड्‌डू बांटने से कुछ नहीं होता-सेतिया विधायक गोकुल सेतिया बुधवार को भादरा दौरे पर थे और भादरा से पूर्व विधायक बलवान पूनिया और किसानों से मिले। विधायक गोकुल सेतिया ने अपनी ही पार्टी पर कई सवाल उठाए। गोकुल सेतिया ने कहा कि आज लड्‌डू बांटने से कुछ नहीं होता कि अपने प्रधान बने हैं, कार्यकर्ता में जोश की लहर है। जब तक हम बीमारी को जड़ से उखाड़ नहीं फेंकते, तब तक हम लोग आगे नहीं बढ़ पाएंगे। काफी ऐसे लोग है, जो घर के भेदी लंका ढहाए। कोई इज्जत से बुलाएगा, तो जाएंगे-सेतिया गोकुल सेतिया बोले कि हमारी कांग्रेस की सरकार ही नहीं आई। वर्कर का कितना मनोबल गिरता है। हर आदमी आज पछता रहा है। वोट प्रतिशत को क्या करेंगे। जब हम 46 का आंकड़ा नहीं छू पाए। इसे गंभीरता से मंथन करने वाली बात है। तगड़े होकर हमको आगे बढ़ना है। हम ऐसे लोग नहीं है, जो बिना बुलाए वहां जाकर सीट पर बैठ जाए। जब कोई इज्जत से बुलाएगा, तो जाएंगे, वरना नहीं जाएंगे।

दैनिक भास्कर 9 Oct 2025 2:06 pm

पी. चिदंबरम ने बिहार एसआईआर को लेकर चुनाव आयोग से इन 7 सवालों का जवाब मांगा

बिहार में चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कांग्रेस द्वारा कड़ी आलोचना के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को चुनाव आयोग से 7 सवालों का जवाब मांगा है। ये सवाल बिहार विधानसभा चुनावों से पहले 'मतदाता शुद्धिकरण' अभियान में कथित अनियमितताओं से जुड़े हैं

देशबन्धु 9 Oct 2025 12:46 pm

यमुनोत्री जाते समय चलती कार पर गिरा पहाड़:गाड़ी के शीशे-दरवाजे टूटे, 3 लोग सवार थे, बिहार से चार धाम यात्रा पर आए

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में आज सुबह यमुनोत्री जाते समय श्रद्धालुओं की चलती कार के ऊपर पत्थर गिर गए। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, दरवाजों के साथ साथ शीशे तक टूट गए। कार के अंदर तीन लोग सवार थे, तीनों ही चारधाम की यात्रा के लिए देहरादून से टैक्सी बुक करके निकले थे। हादसा यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर फूलचट्टी के पास हुआ। गाड़ी का नंबर UK07 TB 3225 है। हादसा होता देख आस-पास के लोग फौरन घायलों की मदद के लिए पहुंचे, चूंकी कार का गेट भी क्षतिग्रस्त हो गया था जिस कारण तीनों लोग अंदर ही फंस गए हालांकि आसपास के लोगों ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला। घटना से जुड़े कुछ फोटो भी सामने आए हैं उनमें दिख रहा है कि कार के दरवाजे-शीशे टूट चुके हैं, साथ ही ड्राइवर सीट पर भी शीशे के टुकड़े बिखरे हुए हैं। 3 पॉइंट में पढ़िए पूरी खबर.... 1. मौसम खराब होने पर आए उत्तराखंड: बिहार के रहने वाले हरिमोहन ठाकुर पत्नी संग खराब मौसम को बीच परसों यानी मंगलवार को ट्रेन के जरिए देहरादून पहुंचे। यहां से उन्होंने चार धाम घूमने के लिए कार की, जिसमें उन्होंने लोकल ड्राइवर मनोज को चुना। मनोज यात्रियों को ​​​चार धाम घूमता है। 2. ​​​​​​मंगलवार की सुबह यात्रा के लिए निकले: देहरादून रुकने के बाद वो दिन के समय आप-पास के इलाके घूमने लगे। फिर शाम के समय वो पहाड़ी घूमने के लिए निकल पड़े। बुधवार तक ऋषिकेश​​​​​​​ घूमने के बाद प्लान गुरुवार को आगे बढ़ने का था, इसलिए वो आगे की ओर बढ़ गए। 3. गुरुवार सुबह यमुनोत्री निकले: हरिमोहन ठाकुर​​​​​​​ ​​​​​​​सुबह तड़के ही यमुनोत्री के लिए निकल पड़े। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद मौसम साफ था, लेकिन लैंडस्लाइड जारी थी। फिर भी ​​​​​हरिमोहन ने ड्राइवर को आगे बढ़ने को बोला। हालांकि रास्ते में पड़ रही पहाड़ियों से लगातार मलबा गिर ही रहा था। लोकल ​​​​​​​ड्राइवर ​​​​​होने के कारण मनोज को पहाड़ में लैंडस्लाइड में गाड़ी चलाने का एक्सपीरियंस था। लेकिन तभी अचानक पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे और हरिमोहन ठाकुर​​​​​​​ ​​​​​​​घबरा गए, घबराहट में वो ड्राइवर से बात करने लगे, जिससे ड्राइवर का ध्यान भी भटक गया और कुछ पत्थर आकर सीधा कार से जा टकराए। हादसे में यात्रियों को हल्की चोट आई है, ड्राइवर मनोज ने दूसरी गाड़ी की व्यवस्था कर दंपती को यमुनोत्री धाम के लिए रवाना कर दिया है।

दैनिक भास्कर 9 Oct 2025 11:12 am

2015 की तरह इस बार भी बिहार में आरक्षण सबसे बड़ा मुद्दा

बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है। वहां यह मुद्दा सबसे बड़ा बनने जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी शुरुआत हो गई है

देशबन्धु 6 Oct 2025 3:28 am

राहुल की यात्रा का पहला दौर कामयाब : मगर असली लक्ष्य है बिहार जीतना

राहुल की बिहार यात्रा का पहला दौर खतम हो गया। दूसरा दौर जब भी शुरू हो मगर उससे पहले ही वोट चोरी पूरे देश में मुद्दा बन गई

देशबन्धु 1 Sep 2025 3:47 am

राहुल गांधी ने बिहार मतदाता सूची से बच्चों के नाम कटने का दावा नहीं किया

बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों के नाम काटे जाने से संबंधित कोई दावा नहीं किया था.

बूमलाइव 26 Aug 2025 4:36 pm

राहुल की भारत एक खोज पार्ट टू यात्रा से बिहार यात्रा तक की कहानी

राहुल अच्छे यात्री हैं। सफल। मगर दफ्तर में भी कोई होना चाहिए। सब व्यवस्था बनाए रखने के लिए

देशबन्धु 25 Aug 2025 6:39 am

चुनाव आयोग पर बिहार में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने की साजिश का आरोप

बिहार के कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मतदाताओं के सत्यापन की समुचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया और वे जिन प्रमाणपत्रों की मांग कर रहे हैं, वे लोगों के पास हैं ही नहीं।

देशबन्धु 28 Jul 2025 2:50 am

चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, बिहार में जारी रहेगा वोटर लिस्ट रिवीजन, 28 जुलाई को अगली सुनवाई

बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में कोर्ट ने रिवीजन प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया

देशबन्धु 10 Jul 2025 3:06 pm

पीएम उषा अभियान के तहत बिहार को 600 करोड़ रुपए देगी मोदी सरकार, नीतीश कैबिनेट ने खोला बंद रास्ता

बिहार में पीएम उषा अभियान को लागू करने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अगले दो साल में 600 करोड़ रुपए मिलने का रास्ता खुल गया है।

लाइव हिन्दुस्तान 15 Jul 2024 3:14 pm

Success Story: यूपीएससी ही नहीं, और भी कई बड़े एग्जाम किए पास, जानिए बिहार के प्रिंस कुमार की अनोखी स्टोरी

बिहार के प्रिंस कुमार सिंह ने यूपीएससी आईएफएस परीक्षा में 15वीं रैंक प्राप्त की है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई बड़े एग्जाम को पास किया हुआ है। जानिए जानते प्रिंस कुमार की कहानी जिन्होंने अपने आर्थिक

लाइव हिन्दुस्तान 9 Jul 2024 7:04 pm

इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी-जहीर के खिलाफ बिहार में निकाले गए प्रोटेस्ट मार्च, शत्रुघ्न बोले- 'कहने वाले अगर बेकार...'

बॉलीवुड के मशहूर स्टार कपल सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल 7 वर्ष की डेटिंग के बाद अब पति-पत्नी बन चुके हैं। दोनों की शादी इस वक़्त टॉक ऑफ द टाउन है। सोनाक्षी और जहीर अलग धर्म से हैं। ऐसे में ना उन्होंने निकाह किया तथा ना ही फेरे लिए, बल्कि सादगी से रजिस्टर मैरिज की एवं फिर रिसेप्शन पार्टी रखी। अलग धर्म में शादी करने पर सोनाक्षी एवं जहीर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग के कारण दोनों को अपने वेडिंग पोस्ट का कमेंट सेक्शन तक बंद करना पड़ा। मगर बात तब हद से ज्यादा तब बढ़ गई, जब इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी एवं जहीर के खिलाफ बिहार के गांव में प्रोटेस्ट मार्च निकाले गए। रिपोर्ट के अनुसार, सोनाक्षी के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन 'हिंदू शिव भवानी सेना' नाम की एक संगठन द्वारा आयोजित किया गया था। जहीर संग शादी पर बेटी सोनाक्षी की हो रही ट्रोलिंग पर अब शत्रुघ्न सिन्हा ने चुप्पी तोड़ी है तथा हेटर्स को जवाब दिया है। अपने एक इंटरव्यू के चलते शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- आनंद बक्शी साहब ने इस तरह के प्रोफेशनल प्रोटेस्टर्स के बारे में लिखा है- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। इसमें आगे जोड़ना चाहूंगा कि कहने वाले अगर बेकार, बेकाम-काज के हों तो बोलना ही उनका काम बन जाता है। मेरी बेटी ने कुछ भी ऐसा नहीं किया जो गैरकानूनी एवं संविधान के खिलाफ है। सोनाक्षी-जहीर की शादी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा- शादी दो लोगों के बीच का एक बहुत ही व्यक्तिगत फैसला है। इसमें किसी को भी बीच में दखल देने या कमेंट करने का हक नहीं होता। विरोध प्रदर्शन करने वालों को मैं यही बोलना चाहता हूं- अपनी जिंदगी पर ध्यान दो। जिंदगी में कुछ अच्छा करो। इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने खुशी-खुशी अपनी इकलौती बेटी की शादी की है। उन्होंने दामाद जहीर को भी अपना आशीर्वाद दिया है। रिलीज हुआ श्रद्धा कपूर-राजकुमार राव की स्त्री 2 का टीजर, इस अवतार में नजर आए स्टार्स किशोर कुमार के गानों पर बैन, मनोज कुमार-देव आनंद की फिल्मों पर रोक..! बॉलीवुड पर भी पड़ा था 'इमरजेंसी' का बुरा असर सामने आई कंगना रनौत की इमरजेंसी की रिलीज डेट, जानिए किस दिन आ रही है इंदिरा गांधी की बायोपिक?

न्यूज़ ट्रॅक लाइव 25 Jun 2024 5:05 pm

Film wrap: तीसरी बार PM बने नरेंद्र मोदी, शाहरुख-अक्षय रहे मौजूद, बिहार की लड़की कैसे बनी TV की हीरोइन?

फिल्म रैप में जानिए कि रविवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. 9 जून 2024 का दिन एतिहासिक रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ली. इस दौरान शाहरुख खान से लेकर अक्षय कुमार भी मौजूद रहे.

आज तक 9 Jun 2024 8:06 pm

परेशान होकर छोड़ी इंडस्ट्री, सालों बाद किया कमबैक, बिहार की लड़की कैसे बनी हीरोइन?

टेलीविजन के पॉपुलर शो उडारियां 15 साल का लीप लेने जा रहा है. लीप के बाद शो एक नई कहानी और स्टारकास्ट के साथ दर्शकों को एंटरटेन करने आ रहा है. लीप से पहले उडारियां में आशमा का रोल निभाने वाली अदिति भगत ने आजतक संग बातचीत की और शो को लेकर कई सारी बातें शेयर कीं.

आज तक 8 Jun 2024 11:00 am

बिहार सीईटी बीएड : पांच साल में सबसे ज्यादा आवेदन आए, इस तारीख से आएंगे एडमिट कार्ड

Bihar CET B.Ed:महिलाओं के लिए अलग एवं पुरुषों के लिए अलग परीक्षा केंद्र होंगे। अभ्यर्थी 17 जून से अपना एडमिट कार्ड वेबसाइटwww. biharcetbed- lnmu. inपर लॉगइन कर डाउनलोड कर सकेंगे।

लाइव हिन्दुस्तान 7 Jun 2024 6:56 am

बीएसईबी बिहार बोर्ड से संबद्ध और एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड संस्थानों की सूची जारी

Bihar D.El.Ed: बिहार बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2024 की आंसर की जारी करने के एक दिन बाद अब राज्य में मौजूद सरकारी व निजी डीएलएड प्रशिक्षण संस्थानों की सूची भी जारी कर दी है। डीएलएड में दाखिला लेने

लाइव हिन्दुस्तान 23 May 2024 7:21 pm

Bihar DElEd Answer Key 2024: आंसर की जारी, ऐसे दर्ज करें ऑब्जेक्शन, देखें डायरेक्ट लिंक

बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (DElEd) परीक्षा 2024 की आंसर की जारी की। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट- biharboardonline.b

लाइव हिन्दुस्तान 21 May 2024 7:31 pm

Bihar STET : बिहार एसटीईटी का कार्यक्रम जारी, पेपर-1 की परीक्षाएं 18 से 29 मई तक, ऐसे डाउनलोड करें अपना एडमिट कार्ड

Bihar STET: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी)-2024 (प्रथम) परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। पेपर-1 के विभिन्न विषयों की परीक्षा 18 से 29 मई तक होगी।

लाइव हिन्दुस्तान 12 May 2024 5:30 am

CSBC Bihar Police Constable Exam: क्या जारी हो चुकी हैं रिवाइज्ड तारीखें, पढ़ें अपडेट

CSBC Bihar Police Constable exam dates: बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की नई तारीखों का इंतजार है। परीक्षाएं 1, 7 और 15 अक्टूबर को निर्धारित की गई थीं, जिन्हें रद्द व स्थगित कर दिया गया था। आइए

लाइव हिन्दुस्तान 10 May 2024 7:15 pm