भारत के सबसे गरीब राज्य बिहार के 90% नए विधायक करोड़पति

गैर सरकारी संगठन असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार बिहार विधानसभा चुनावों में जीते 90 फीसदी विधायक करोड़पति हैं और करीब 53 फीसदी के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं

देशबन्धु 16 Nov 2025 2:31 pm

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में बम की सूचना से हड़कंप:दिल्ली से बिहार जा रही थी ट्रेन, पुलिस–आरपीएफ ने डॉग स्क्वॉयड के साथ चलाया सर्च अभियान

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में बम होने की सूचना मिलते ही अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। ट्रेन को तुरंत रोका गया और संदिग्ध व्यक्ति को नीचे उतारकर उसके बैग की तलाशी ली गई। आरपीएफ, जीआरपी, क्राइम इन्वेस्टिगेशन टीम, डॉग स्क्वाड और सिविल पुलिस ने संयुक्त रूप से जांच की। जनरल कोच में यात्रा कर रहे व्यक्ति और उसके बैग को भी तलाशी के लिए नीचे उतारा गया। तलाशी के बाद किसी प्रकार की विस्फोटक सामग्री नहीं मिलने पर संदिग्ध को छोड़ दिया गया। प्लेटफॉर्म 3 पर पुलिस ने दौड़ लगाईदिल्ली से बिहार जा रही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच में यात्रा कर रहे एक यात्री के पास बम होने की सूचना मिलने पर शनिवार देर रात अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम सक्रिय हो गई। ट्रेन के प्लेटफॉर्म संख्या 03 पर पहुंचते ही टीम ने चेकिंग शुरू कर दी। सूचना के आधार पर संदिग्ध व्यक्ति को उसके बैग सहित नीचे उतारकर तलाशी ली गई। प्रयागराज डिविजन से मिली फोटो सहित सूचनाजांच के दौरान संदिग्ध यात्री के बैग में केवल अमरूद, खाने-पीने का सामान और कपड़े मिले। कोई भी विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई। फिलहाल पुलिस टीम उससे पूछताछ कर रही है। आरपीएफ के सहायक आयुक्त गुलजार सिंह ने बताया-15 नवंबर की रात करीब 11:05 बजे प्रयागराज डिविजन कंट्रोल से फोटो सहित सूचना मिली थी कि दिल्ली से बिहार जा रही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस (12560/12562) के फ्रंट साइड जनरल कोच में एक यात्री के पास बम जैसी वस्तु होने की आशंका है। बिहार के मधुबनी का रहने वाला था यात्रीसूचना मिलते ही आरपीएफ, जीआरपी, क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट, डॉग स्क्वाड और सिविल पुलिस की टीमें सक्रिय हो गईं। ट्रेन के इंजन से दूसरे जनरल कोच में सीट संख्या 247503/सी पर संदिग्ध व्यक्ति को पाया गया और तुरंत उसे नीचे उतारकर पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में उसने अपना नाम सुशील सैनी (35 वर्ष), पुत्र राजकुमार सैनी बताया। वह बिहार के मधुबनी के थाना अरेर क्षेत्र के बिचखाना गांव का रहने वाला है। फरीदाबाद की डबुआ फल मंडी में करता है कामसुशील सैनी ने पूछताछ में बताया कि वह फरीदाबाद की डबुआ फल मंडी (दुकान नंबर 62) में काम करता है। वह अपने माता-पिता को लेने गांव जा रहा था। उसके बैग में मिले सभी सामान की एक-एक कर जांच की गई, लेकिन किसी तरह की संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। फिलहाल पुलिस उसके आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।

दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 2:02 pm

NDA और महागठबंधन दोनों के लिए 'ठंडा-गरम' साबित हुए PK? इन 35 सीटों से समझिए गणित

Bihar Election 2025 Analysis:बिहार में हुए विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में एक खास पैटर्न निकलकर सामने आया है. प्रशांत किशोर यानी PK और उनकी जन सुराज पार्टी का वोट बैंक. न कहीं पूरी तरह गर्म और न ही न पूरी तरह ठंडा साबित हुआ. लेकिन इतना जरूर है कि जन सुराज ने NDA और महागठबंधन दोनों के समीकरण पर बड़ा असर डाला है. 35 ऐसी सीटें रहीं, जहां जन सुराज के वोट जीत-हार के अंतर से ज्यादा हैं और यहीं से शुरू होती है असली कहानी.

ज़ी न्यूज़ 16 Nov 2025 11:54 am

AIMIM समर्थकों ने सांसद पप्पू यादव से मांगा इस्तीफा, VIDEO:तेजस्वी पर कहा- भाई को घर से निकाला, अब सीमांचल की जनता तुम्हें बिहार से बाहर कर रही

पूर्णिया में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये वीडियो अमौर विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक बने AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के समर्थकों का है। समर्थक सांसद पप्पू यादव से नाराज दिख रहे हैं। डीजे की लाइट के बीच माइक पर सांसद पप्पू यादव से खुलेआम उनका इस्तीफा मांगा जा रहा है। सांसद पप्पू यादव ने बीते दिनों धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में राजद प्रत्याशी संतोष कुशवाहा के जनसंपर्क अभियान के दौरान अपना संबोधन दिया था। उन्होंने ओवर कॉन्फिडेंस में ये तक कह डाला कि कांग्रेस से अमौर के प्रत्याशी अब्दुल जलील मस्तान को किसी ने हरा दिया तो वे राजनीत से संन्यास ले लेंगे। 14 तारीख को चुनाव के नतीजे आए। AIMIM के अख्तरुल ईमान ने NDA और महागठबंधन दोनों ही प्रत्याशियों को चौतरफा पटखनी दे दी। कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और सांसद पप्पू यादव के प्रचार-प्रसार के बावजूद कांग्रेस से अमौर प्रत्याशी अब्दुल जलील मस्तान को हार का मुंह देखना पड़ा। अमौर विधानसभा से AIMIM के अख्तरुल ईमान ने 38928 वोटों से जीत दर्ज की है। इन्हें 100836 वोट मिले। जबकि जदयू के सबा जफर 61908 और कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान 52791 वोट से संतोष करना पड़ा। चुनाव में मिली जीत के बाद अख्तरुल ईमान ने भास्कर से बातचीत में सांसद पप्पू यादव के बयान पर सवाल उठाते हुए उन्हें बड़बोला कह दिया। ऑन कैमरा इनसे पूछ डाला कि अब पूर्णिया सांसद कब तक इस्तीफा दे रहे हैं। AIMIM के समर्थकों ने मांगा इस्तीफा वहीं, शनिवार को अमौर से विधायक अख्तरुल ईमान के जीत की खुशी में बज रहे डीजे आर्केस्ट्रा के दौरान इन समर्थकों का गुस्सा आखिरकार फूट पड़ा। नाराज समर्थकों ने सरेआम ऑन माइक पहले अपना भड़ास निकाला और पप्पू यादव से उनका इस्तीफा मांग लिया। वीडियो में डीजे लाइट के बीच ऑन माइक समर्थक खुलेआम ये कहते दिख रहे हैं कि 'हम लोग AIMIM को अमौर से जिताकर विधानसभा भेज रहे हैं। पप्पू यादव आप कब इस्तीफा दे रहे हैं। हम लोग इंतजार कर रहे हैं आपके इस्तीफे का। आपने क्या कहा था, आपको याद है ना। अख्तरुल ईमान अमौर से जीत जाएगा, तो मैं सियासत छोड़ दूंगा। हम लोग सोशल मीडिया के माध्यम से चार डीजे लेकर आपके घर पहुंच रहे हैं। आप कब इस्तीफा दे रहे हैं। सीमांचल के लोग आपसे यही मांग कर रहे हैं कि आप इस्तीफा दें।' 'आपने खुदा की खुदाई को चैलेंज किया था। कहा था, ईश्वर और अल्लाह झूठ बोल सकता है, मैं झूठ नहीं बोल सकता। अब आप कहां गए। हम लोग यहां से AIMIM को जिताकर विधानसभा भेज रहे हैं पप्पू यादव। तेजस्वी आपने हमें 6 सीट के काबिल नहीं समझा। अब हम अपने दम पर 6 विधायक विधानसभा भेज रहे हैं। तुमने क्या कहा था कि हमारी पार्टी चरमपंथियों की है। सीमांचल के लोग चरमपंथी हैं। तेजस्वी तुमने सियासत के लिए अपने भाई को घर से बाहर किया। आज सीमांचल की जनता और हम तुम्हें बिहार से बाहर कर रहे हैं। असदुद्दीन ओवैसी साहब आई लव यू। सीमांचल के लोग आपसे प्यार करते हैं।' इसके बाद उत्साहित समर्थक AIMIM पार्टी, असदुद्दीन ओवैसी और जीते हुए सभी प्रत्याशियों के जिंदाबाद के नारे लगाते हैं। फिर वीडियो खत्म हो जाता है।

दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 11:45 am

बिहार के नतीजों में दिखी 'रेसिपी', यूपी चुनाव में मायावती के साथ आएंगे ओवैसी? पर्दे के पीछे पक रही सियासी खिचड़ी!

AIMIM and BSP: बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar results) में असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम (AIMIM) ने पांच और मायावती की बीएसपी (BSP) ने एक सीट जीतकर यूपी में नए भावी सियासी गठबंधन की खबरों को हवा दे दी है. क्या है पूरा मामला नीचे खुद जान लीजिए.

ज़ी न्यूज़ 16 Nov 2025 10:04 am

दिलीप जायसवाल बोले : बिहार को पसंद है मोदी-नीतीश की जोड़ी

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली बंपर जीत के बाद जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की एक फोटो एक्स पर शेयर करते हुए लिखा कि पीएम मोदी और सीएम नीतीश की जोड़ी हिट हो गई

देशबन्धु 16 Nov 2025 9:56 am

यमुनानगर में युवक ने फंदा लगाकर किया सुसाइड:कमरे में लटका मिला शव, बिहार का रहने वाला, फैक्ट्री में करता था काम

यमुनानगर के जगाधरी में एक युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। घटना के वक्त वह अपने कमरे में अकेला था। काम पर न आने पर जब साथी ने फोन किया तो कॉल रिसीव न होने पर कमरे पर पहुंचे और वहां पर उसका फंदे पर लटका शव पाया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया। पुलिस द्वारा शव को फंदे से उतारकर कब्जे में लिया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी पहुंचाया गया। बर्तन फैक्ट्री में करता था काम मृतक की पहचान बिहार के भोजपुर जिला निवासी 23 वर्षीय बजरंगी के रूप में हुई है। बजरंगी यहां जगाधरी में किराए के मकान में रहता था और बर्तन बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम किया करता था। मौत की सूचना मिलते ही मृतक का जीजा विमलेश कुमार बिहार से यमुनानगर पहुंचा। विमलेश ने बताया कि बजरंगी अभी अविवाहित था। वह दो साल पहले रोजगार की तलाश में बिहार से यमुनानगर आया था। यहां पर वह जगाधरी में किराए के कमरे में अकेला रहा करता था और बर्तन फैक्ट्री में काम किया करता था।। एक दिन बाद बिहार से आए परिजन उन्हें बताया गया है कि बजरंगी शुक्रवार को बजरंगी काम पर नहीं गया। ऐसे में उसका साथी उसे फोन कर रहा था, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। बार-बार कॉल के बाद वह उसे देखता हुआ उसके कमरे पर पहुंचा। कमरे का दरवाजा बंद था। उसके कैसे भी करके दरवाजा खोला तो अंदर देखा बजरंगी ने फंदा लगाया हुआ था। उसने तुरंत इस बारे पुलिस को बताया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मामले के जांच अधिकारी मान सिंह ने बताया कि युवक के शक को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी में रखवाया गया था। परिजन बिहार से शनिवार को पहुंचे हैं। ऐसे में शनिवार की देर शाम तक शव का पोस्टमॉर्टम करा उन्हें सौंप दिया गया। मामले की जांच कर रहे हैं।

दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 6:34 am

पंचकूला से सेब का ट्रक बिहार की बजाए पहुंचा सहारनपुर:यूपी के ड्राइवर ने की 15 लाख की धोखाधड़ी, अब 5 दिन के पुलिस रिमांड

पंचकूला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने सेब व्यापारी से 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। बिहार के जहानाबाद, बिहार निवासी एक सेब व्यापारी ने पंचकूला पुलिस को बताया था कि 13 सितंबर को सेब मंडी पिंजौर से 902 पेटी सेब खरीदी थी। जिनकी कीमत लगभग 15 लाख रुपए थी। परिवहन के लिए उसने अपने परिचित ट्रांसपोर्टर की सहायता से अहसान पुत्र अय्यूब, निवासी जिला शामली उत्तर प्रदेश, जो स्वयं ट्रक चालक भी है, से संपर्क किया था। उसी दिन अहसान ने सेब ट्रक में लादकर पिंजौर से बिहार (गया) के लिए निकला। लेकिन कुछ समय बाद उसका फोन बंद आने लगा और वह अपने पते से भी लापता पाया गया। व्यापारी की शिकायत पर थाना पिंजौर में 4 अक्टूबर को बीएनएस की धारा 316(3), 318(4) व 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। आर्थिक अपराध शाखा ने की जांच मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा पंचकूला के एएसआई सुनील कुमार को सौंपी गई। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी अहसान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने ट्रक में भरे सभी सेब सहारनपुर मंडी उत्तर प्रदेश में बेच दिए थे। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से रकम और अन्य जुड़े तथ्यों के बारे में विस्तृत पूछताछ कर रही है ताकि मामले में आगे की कार्रवाई की जा सके।

दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 6:00 am

क्या बिहार में लागू होगा महाराष्ट्र फॉर्मूला?:पटना में नीतीश की 45 नेताओं के साथ बड़ी बैठक; CM का फरमान लेकर ललन सिंह, संजय झा दिल्ली रवाना

पहले ये 3 बयान पढ़िए महाराष्ट्र में भी सब ठीक था, यहां भी सब कुछ ठीक होगा। एनडीए में कहीं कोई भ्रम नहीं है। सभी चीजें तय प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ रही हैं।- नितिन नवीन, भाजपा नेता बिहार में CM की कोई वैकेंसी नहीं है।- ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री, जदयू जनादेश जब नीतीश कुमार को मिला तो CM कोई और बनेगा क्या? बिहार में सुशासन बाबू का काम और पीएम ने बिहार की तरक्की के लिए जो मदद की। बिहार को विकास के रास्ते पर ले चलने के लिए यहां की जनता ने नीतीश कुमार पर विश्वास जताया है।- श्रवण कुमार,जदयू के सीनियर नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद एनडीए के नेताओं ने ये बयान दिए। भाजपा महाराष्ट्र मॉडल को ठीक बता रही है। CM के चेहरे पर साफ बात नहीं कही जा रही। वहीं, जदयू के नेता नीतीश कुमार को CM चेहरा बता रहे हैं। 5 प्वाइंट में जानिए क्या बिहार में सीएम चेहरे पर पेंच फंस गया है। पॉइंट- 1. CM ने 40-45 नेताओं के साथ बैठक की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को दिनभर चुनाव जीतने वाले विधायकों से मिले। सुबह 9 बजे से शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। नीतीश ने मुलाकातों के बीच जदयू की बैठक की। बीजेपी के सीनियर नेताओं से भी मुलाकात की। नीतीश कुमार से मिलने वाले बड़े चेहरे कौन-कौन? नीतीश कुमार से मिलने सबसे पहले विजय कुमार चौधरी पहुंचे। इसके बाद चिराग पासवान आए। इस बीच जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा भी CM हाउस पहुंचे। उनके ठीक बाद फुलवारी से नव निर्वाचित विधायक श्याम रजक आए। बिहारशरीफ विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. सुनील कुमार, जदयू नेता मनीष वर्मा, मसौढ़ी से नव निर्वाचित विधायक अरुण मांझी, इंजीनियर शैलेन्द्र, जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, मंत्री और बीजेपी विधायक कृष्ण कुमार मंटू भी मिलने वाले नेताओं में शामिल थे। मंत्री रहे भाजपा नेता नितिन नवीन ने भी मुलाकात की। पॉइंट- 2. विधायक दल की बैठक पर फैसला सोमवार को जदयू विधायक दल की बैठक बुलाने का फैसला लिया गया। इसमें सीएम नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिकता पूरी की जाएगी। पार्टी के चुनाव जीतने वाले सभी विधायकों को रविवार को पटना पहुंचने के लिए कहा है। पॉइंट- 3. शपथ ग्रहण की तारीख पर मंथन नीतीश कुमार 19-20 नवंबर को CM पद की शपथ ले सकते हैं। जदयू सूत्रों के अनुसार तारीख पर अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में लगेगी। पार्टी की ओर से दो तारीख चुने गए हैं। 19 या 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। जदयू विधायक दल की बैठक में शपथ ग्रहण समारोह पर बात होगी। विधायक दल की यह बैठक काफी अलग होगी। लंबे समय बाद जदयू के इतने अधिक विधायक जीते हैं। पॉइंट- 4. मंत्रिमंडल के चेहरे और संख्या पर बात कितने मंत्री बनेंगे? कौन बनेंगे? इन सवालों पर बातचीत हुई। नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने के लिए तैयारी चल रही है। समारोह में बिहार की जनता को न्योता दिया जाएगा। गाड़ियों में भर-भर कर लोगों को लाया जाएगा। नीतीश राजभवन की जगह पटना के गांधी मैदान में शपथ ले सकते हैं। गांधी मैदान में शपथ लेने की रही है परंपरा पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ लेने की पुरानी परंपरा रही है। लालू यादव ऐसा करते थे। नीतीश ने भी इस मैदान में शपथ लिए। नीतीश जब पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ 2005 में मुख्यमंत्री बने तो गांधी मैदान में शपथ लिया। इसके बाद 2010 और 2015 के चुनाव के बाद गांधी मैदान में ही शपथ ली। जुलाई 2017 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ा और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई तब राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में शपथ ली थी। 2020 में कोरोना महामारी की वजह से नीतीश ने राजभवन में शपथ ग्रहण किया था। लालू यादव ने शुरू की थी गांधी मैदान में शपथ लेने की परंपरा 1990 में राजद सुप्रीमो लालू यादव सीएम बने थे। उन्होंने गांधी मैदान में शपथ लिया था। इसके बाद 1990 से लेकर 2015 तक सीएम बनने वाले नेताओं ने शपथ ग्रहण स्थान गांधी मैदान चुना। पॉइंट- 5. संजय झा और ललन सिंह दिल्ली गए सीएम नीतीश कुमार के साथ बैठक और मुलाकात के बाद जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह शनिवार की शाम दिल्ली चले गए। वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। बिहार में नई सरकार बनाने पर बातचीत होगी। ------------ क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें - https://dainik.bhaskar.com/GXiUvc8h3Wb

दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 5:46 am

इंसुलिन लगाकर रसगुल्ले खाते थे बिहार के पहले CM:गांधी की मर्जी के उलट 17 साल मुख्यमंत्री रहे; जीते तो विरोधी से लिपटकर रोने लगे

बात 1953 की है। गांधीवादी विनोबा भावे ‘भूदान आंदोलन’ की अगुआई करते हुए बिहार पहुंचे। तब उन्हें पता चला कि देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में दलित नहीं जा सकते। उन्होंने दलितों के साथ मंदिर जाने का ऐलान किया। बैद्यनाथ धाम के पंडों को ये नामंजूर था। पंडों ने विनोबा को रोकना चाहा, लेकिन वे नहीं माने और सत्याग्रह पर बैठ गए। गुस्साए पंडों ने विनोबा से मारपीट कर दी। हंगामा खड़ा हो गया। राज्य सरकार पर भी दबाव बढ़ने लगा। तब के मुख्यमंत्री श्रीबाबू ने ऐलान किया- ‘मैं खुद दलितों के साथ बैद्यनाथ मंदिर में प्रवेश करूंगा।’ पंडों में हड़कंप मच गया। उन्होंने श्रीबाबू के परिवारवालों और करीबियों से कहा कि श्रीबाबू ऐसा न करें, नहीं तो अनर्थ हो जाएगा। श्रीबाबू के बड़े भाई देवकीनंदन ने भी विरोध किया, लेकिन वे नहीं माने। फिर तारीख आई 27 सितंबर 1953 की। बैद्यनाथ धाम छावनी बन चुका था। श्रीबाबू ने मंत्री विनोदानंद झा और 700 दलितों के साथ मंदिर में प्रवेश किया और पूजा की। पुलिस की मौजूदगी और नेताओं की मर्जी के सामने पंडे कुछ कर नहीं पाए। श्रीबाबू के इस ऐतिहासिक कदम के बाद राज्य के सभी सार्वजनिक मंदिरों में किसी भी जाति के प्रवेश पर लगी अघोषित रोक खत्म हो गई। श्रीकृष्ण सिंह का गांव मुंगेर जिले के बरबीघा थाना के माउर में था, लेकिन उनका जन्म 21 अक्टूबर 1887 को नवादा जिले के खनवा गांव में हुआ। ये उनका ननिहाल था। वे 5 भाई थे, 3 उनसे बड़े और एक छोटे। पिता हरिहर सिंह मुंगेर के जमींदार और शिवभक्त थे। एक रोज श्रीकृष्ण की मां की तबीयत बिगड़ गई। पता चला कि उन्हें प्लेग हो गया है। कुछ ही दिनों में वो चल बसीं। तब श्रीकृष्ण महज 5 साल के थे। तब से उनकी बड़ी भाभी यानी सबसे बड़े भाई देवकीनंदन सिंह की पत्नी ने देखभाल का जिम्मा संभाला। श्रीबाबू को पिता हरिहर से शुरुआती शिक्षा मिली। सबसे पहले उन्होंने उर्दू सीखी, फिर हिंदी। 1894 में वे गांव के स्कूल में पढ़ने जाने लगे। फिर उनका दाखिला मुंगेर जिला स्कूल में हो गया। वजीफा भी मिल गया। धीरे-धीरे वे कोर्स के अलावा देश-दुनिया की राजनीति से जुड़ीं किताबें पढ़ने लगे। राजनीति में दिलचस्पी बढ़ती गई। वे लोकमान्य तिलक का 'मराठा' और श्री अरविंदो का 'वंदे मातरम' अखबार पढ़ने लगे। दिल्ली यूनिवर्सिटी में हिस्ट्री के एसोसिएट प्रोफेसर नरेंद्र कुमार पांडेय अपनी किताब 'डॉ. श्रीकृष्ण सिंह: इतिहास के आईने में' में लिखते हैं, 'श्रीकृष्ण पर बंगाली और मराठा नेताओं के विचारों, लेखों और किताबों का असर पड़ा। वे क्रांति की ओर बढ़ने लगे। एक रोज वे गंगा नदी में खड़े हो गए। उन्होंने एक हाथ में गीता और दूसरे हाथ में कृपाण लेकर कसम खाई कि चाहे प्राण ही क्यों न चले जाएं, लेकिन देशसेवा की राह से नहीं भटकूंगा।' जॉर्ज पंचम पटना आए, तो खुद को दिनभर कमरे में बंद कर लिया साल 1911, दिसंबर का महीना। ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम पटना पहुंचे। तब श्रीकृष्ण पटना कॉलेज में पढ़ते थे और मिंटो हिंदू हॉस्टल में रहते थे। मिंटो हॉस्टल गंगा नदी के किनारे था। किंग जॉर्ज के स्वागत में पूरा शहर सजाया गया। वे नाव में बैठकर शहर देखने निकले। घाटों पर लंबा जाम लग गया। पटना कॉलेज के छात्र भी किंग जॉर्ज को देखने के लिए जाने लगे, पर श्रीकृष्ण सिंह नाराज हो गए। कहने लगे- 'लोग उसे देखने के लिए उतावले हैं, जिसके हम गुलाम हैं।' श्रीकृष्ण को अंग्रेजों से इतनी नफरत थी कि वे दिनभर अपने कमरे से बाहर नहीं निकले। खिड़की-दरवाजे तक बंद कर लिए, ताकि भूल से भी किंग जॉर्ज पर नजर न पड़ जाए। 1913 में MA की डिग्री हासिल करने बाद श्रीकृष्ण पटना के नेशनल कॉलेज में पढ़ाने लगे, लेकिन बड़े भाई देवकीनंदन के कहने पर वे नौकरी छोड़कर वकालत पढ़ने लगे। 1915 में उन्हें डॉक्टरेट ऑफ लॉ की डिग्री मिली। वे मुंगेर में वकालत करने लगे। इस बीच उनकी शादी हो गई। दो बेटे भी हुए- शिवशंकर और बंदीशंकर। फिर साल आया 1916 का। वाराणसी के सेंट्रल हिंदू कॉलेज में एक सभा हुई। यहां महात्मा गांधी ने भाषण दिया। सभा में श्रीकृष्ण भी मौजूद थे। गांधीजी के विचारों ने उनके मन में छाप छोड़ दी। वे गांधीजी के आंदोलनों में भाग लेने लगे। आगे चलकर श्रीकृष्ण का नाम ‘श्रीबाबू’ और ‘बिहार केसरी’ पड़ गया। 1920 में गांधीजी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया। अगले ही साल वकालत छोड़ श्रीबाबू भी आंदोलन से जुड़ गए। जेल भी गए। रिहाई के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए। 1927 में वे बिहार विधान परिषद के सदस्य बन गए। अब बिहार के बड़े नेताओं में श्रीबाबू की गिनती होने लगी थी। गांधीजी की मर्जी के उलट बिहार के प्रधानमंत्री बने साल 1937, अंग्रेजों ने बिहार में पहली बार विधानसभा चुनाव करवाए। कांग्रेस को बहुमत मिला, लेकिन अंग्रेजों ने मुस्लिम इंडिपेंडेंट पार्टी के मोहम्मद यूनुस को बिहार का प्रीमियर बना दिया। तब राज्यों में मुख्यमंत्री के बजाय प्रीमियर यानी प्रधानमंत्री का पद होता था। कांग्रेस ने इस फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आखिरकार यूनुस को इस्तीफा देना पड़ा। अब कांग्रेस में विधायक दल का नेता चुनने की कवायद शुरू हुई। महात्मा गांधी की पसंद अनुग्रह नारायण सिंह थे। वे चंपारण सत्याग्रह के दिनों से अनुग्रह नारायण को जानते थे। उन्होंने कद्दावर कांग्रेसी नेता और बाद में राष्ट्रपति बने डॉ. राजेंद्र प्रसाद को चिट्ठी लिखी- ‘अनुग्रह बाबू को विधायक दल का नेता चुना जाए।’ जुलाई 1937, एक दिन पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेसी विधायकों की बैठक हुई। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने ऐलान किया, ‘गांधीजी चाहते हैं कि अनुग्रह बाबू को नेता चुना जाए।’ इतना सुनते ही कांग्रेसी नेता सर गणेश दत्त सिंह और किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती खड़े हो गए। सर गणेश बोल पड़े, ‘अनुग्रह ही क्यों, श्रीबाबू क्यों नहीं?’ दरअसल, अनुग्रह बाबू राजपूत थे और उन्हें कायस्थ लॉबी का समर्थन था। वहीं श्रीबाबू भूमिहार थे और उनके साथ ब्राह्मण गुट था। दरभंगा नरेश कामेश्वर सिंह भी श्रीबाबू के फेवर में थे। अनुग्रह बाबू भांप गए कि श्रीबाबू का पलड़ा भारी है। उन्होंने खुद ही श्रीबाबू का नाम आगे कर दिया। इस तरह गांधीजी की मर्जी के उलट श्रीबाबू विधायक दल के नेता चुने गए और बिहार के प्रीमियर यानी प्रधानमंत्री बन गए। नेहरू के समर्थन से मिली मुख्यमंत्री की कुर्सी 1950 में संविधान लागू होने के बाद राज्यों के प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री कहलाने लगे। यानी श्रीबाबू बिहार के प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री हो गए। 1952 में देशभर में लोकसभा और विधानसभा चुनाव हुए। बिहार की 331 में से 235 विधानसभा सीटें कांग्रेस ने जीतीं। अब बारी थी विधायक दल के नेता चुनने की। पंडित नेहरू ने इस बार भी श्रीबाबू का साथ दिया, लेकिन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद चाहते थे कि अनुग्रह नारायण मुख्यमंत्री बनें। दोनों ओर जबरदस्त लामबंदी हुई। आखिर में नेहरू ने अनुग्रह बाबू से बात की और एक पॉलिटिकल फॉर्मूला सुझाया। अनुग्रह मान भी गए। विधायक दल की मीटिंग में अनुग्रह बाबू ने खुद ही श्रीबाबू का नाम आगे कर दिया। नेहरू के फॉर्मूले के तहत श्रीबाबू CM बने और अनुग्रह बाबू डिप्टी CM। अनुग्रह बाबू को वित्त मंत्रालय भी मिला। दोनों के बीच भले ही राजनीतिक अदावत रही, लेकिन एक दूसरे पर भरोसा कभी कम नहीं हुआ। श्रीबाबू प्रोटोकॉल से बाहर जाकर भी अनुग्रह बाबू की फाइलों और सिफारिशों पर दस्तखत कर देते थे। CM बने तो धुर विरोधी के गले लगकर रोने लगे फरवरी 1957 में बिहार में फिर से विधानसभा चुनाव हुआ। कांग्रेस ने 318 में से 210 सीटें जीतीं। इस बार अनुग्रह बाबू ने खुलकर मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोक दिया। अनुग्रह बाबू को लगा कि दिल्ली आलाकमान का अब उतना दबाव नहीं है और अंदरखाने विधायकों का समर्थन भी है। इधर, श्रीबाबू को अंदाजा था कि चुनाव बाद उनके खिलाफ खेमेबंदी होगी। ऐसे में उन्होंने चुनाव से पहले ही एक दांव चला। उन्होंने पार्टी की तरफ से ऑब्जर्वर बनकर आए बंबई के CM मोरारजी देसाई के साथ मिलकर संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में से 70 नाम कटवा दिए। इनमें से ज्यादातर अनुग्रह बाबू के खेमे के थे। वहीं राजपूत जाति से आने वाले अनुग्रह बाबू ने चुनाव के बाद सारा ध्यान दूसरी जाति के विधायकों को मनाने में लगा दिया। इससे नाराज राजपूत श्रीबाबू के खेमे में चले गए। बिहार के कद्दावर कांग्रेसी नेता रहे ललितेश्वर प्रसाद शाही अपनी बायोग्राफी 'बनते बिहार का साक्षी' में लिखते हैं, ‘मार्च महीने के एक दिन हुई बैठक में श्रीबाबू को 145 कांग्रेस विधायकों के वोट मिले, जबकि अनुग्रह बाबू को 109 वोट।’ जीत के बाद श्रीबाबू अपने समर्थकों और गाजे-बाजे के साथ राजभवन के सामने बने घर पहुंचे। जश्न का माहौल था। मिठाइयां बंट रही थीं। श्रीबाबू घर की पहली मंजिल पर थे, तभी उन्हें पता चलता है कि अनुग्रह बाबू वहां आ रहे हैं। भारी-भरकम शरीर वाले श्रीबाबू तेजी से सीढ़ियां उतरे और अनुग्रह बाबू की गाड़ी के दरवाजे तक पहुंच गए। जैसे ही अनुग्रह बाबू गाड़ी से बाहर निकले, श्रीबाबू उनके गले लग गए। दोनों रोने लगे। अनुग्रह बाबू माफी मांगते हुए बोले, 'उकसावे में आपके खिलाफ खड़े होने की गलती कर दी।' श्रीबाबू ने कहा, 'देखो अनुग्रह, अब इस अदावत को यहीं खत्म करो। तुम्हारा जैसा मन हो वैसी सरकार बनाओ।' श्रीबाबू ने कहा- या तो मैं चुनाव लड़ूंगा या मेरा बेटा1957 में चुनाव हो रहे थे। कांग्रेस के कुछ बड़े नेता श्रीबाबू से उनके बेटे शिवशंकर को चुनाव लड़वाने के लिए जोर डालने लगे, लेकिन श्रीबाबू नहीं माने। उन्होंने कहा, 'मैं तैयार हूं, लेकिन फिर मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। एक परिवार से एक ही व्यक्ति को चुनाव लड़ना चाहिए।' यही वजह थी कि श्रीबाबू के रहते उनके परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ा। श्रीबाबू अपने लिए कभी वोट मांगने नहीं जाते थे। फिर भी कभी चुनाव नहीं हारे। श्रीबाबू कहते थे- अगर मैंने काम किया है तो लोग मुझे वोट देंगे। हालांकि, वे आम दिनों में अपने क्षेत्र में जरूर जाते थे। CM रहते जब भी वे अपने गांव जाते, तो सुरक्षाकर्मियों को दूर ही छोड़ देते। उनका मानना था कि अपने गांव में उन्हें किसी से खतरा नहीं हो सकता। खाने के इतने शौकीन कि इंसुलिन लगाकर रसगुल्ला खाते थे श्रीबाबू के परपोते अनिल कुमार सिन्हा ने एक इंटरव्यू में बताया कि बाबा (श्रीबाबू) के बारे में मेरे पिताजी बताते थे कि वे खाने के बहुत शौकीन थे। वे इंसुलिन का इंजेक्शन लगाकर रसगुल्ला खाते थे। यही वजह थी कि उनका वजन बहुत बढ़ा हुआ था। अनिल कहते हैं, 'जब भी बाबा मुजफ्फरपुर या बेगूसराय जाते तो पहले ही अरहर की दाल बनाकर रखने का संदेश भेज देते। वहां रुक के खाना खाना, लोगों से मिलना उनका शौक था। उस वक्त आने-जाने की बेहतर सुविधा नहीं थी। बाबा पालकी या बैलगाड़ी से क्षेत्र का मुआयना करते थे।’ नेहरू से बोले- बिहार में फैक्ट्री नहीं लगी तो इस्तीफा दे दूंगा, अनशन पर बैठ गए श्रीबाबू बिहार में रिफाइनरी और उर्वरक फैक्ट्री लगवाना चाहते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नेहरू ने इसके लिए दूसरे राज्य चुन रखे थे। श्रीबाबू इसके खिलाफ अनशन पर बैठ गए। साफ बोले- बिहार में प्रोजेक्ट शुरू नहीं हुए तो इस्तीफा दे दूंगा।’ इसके बाद ही बरौनी में दोनों कारखाने खोले गए। कहते हैं कि प्रधानमंत्री नेहरू को सिर्फ दो ही मुख्यमंत्री 'तुम' कहा करते थे। पहले बंगाल के CM बिधान चंद्र रॉय और दूसरे बिहार के CM श्रीबाबू। परपोते अनिल कुमार सिन्हा के मुताबिक, नेहरू बाबा को इतना पसंद करते थे कि वह उन्हें केंद्र में गृह मंत्रालय देना चाहते थे, लेकिन बाबा बिहार में ही काम करना चाहते थे। 17 साल के कार्यकाल के दौरान श्रीबाबू ने बोकारो में पहला स्टील प्लांट लगवाया। बरौनी में डेयरी शुरू की। हटिया में भारी उद्योग निगम स्थापित किया। गढ़हरा में एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड बनवाया। भागलपुर के सबौर, समस्तीपुर के पूसा और रांची में एग्रीकल्चर कॉलेज बनवाए। कई पुल, हाईवे, ब्रिज बनवाए। इसलिए वे 'आधुनिक बिहार के निर्माता' कहलाए। संपत्ति के नाम पर सिर्फ 24.5 हजार, वो भी परिवार के लिए नहीं31 जनवरी 1961 को श्रीबाबू का निधन हो गया। 12 दिन बाद राज्यपाल डॉ. जाकिर हुसैन, बिहार के तत्कालीन CM दीपनारायण सिंह, जयप्रकाश नारायण और श्रीबाबू के मुख्य सचिव मजूमदार की मौजूदगी में उनकी तिजोरी खोली गई। उसमें 4 लिफाफे निकले। चारों में कुछ-कुछ रकम थी। कुल मिलाकर साढ़े 24 हजार रुपए, ​वह भी पार्टी और करीबियों के लिए। पहले लिफाफे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नाम 20 हजार रुपए थे। दूसरे में उजिहार हुसैन मुनीमी नाम के एक दोस्त की बेटी की शादी के लिए 3 हजार रुपए। तीसरे लिफाफे में बिहार के तत्कालीन मंत्री महेश प्रसाद सिन्हा की छोटी बेटी की शादी के लिए एक हजार रुपए निकले और चौथे में अपने एक भरोसेमंद नौकर के लिए 500 रुपए। । सीनियर जर्नलिस्ट संतोष सिंह अपनी किताब 'द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉयस ऑफ द वॉयसलेस' में लिखते हैं, '1937 से 1939 तक जब वे बिहार के प्रधानमंत्री थे, तब मंत्रियों को हर महीने 5 हजार रुपए सैलरी मिलती थी। श्रीबाबू ने इसे घटाकर 500 रुपए कर दिया था।' ------------ क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों 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दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 5:16 am

केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 2 हजार कंपनियां 22 तक बिहार में ही रहेंगी

विधानसभा चुनाव और फिर मतगणना के बाद भी केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियां पटना समेत पूरे बिहार में तैनात रहेंगी। चुनाव परिणाम के बाद बिहार में किसी चुनावी रंजिश को लेकर होने वाली आशंका को देखते हुए केंद्रीय बलों को 22 नवंबर तक रखा जाएगा। 22 को समीक्षा करने के बाद इन्हें आगे भी तैनात रखा जा सकता है। बिहार में चुनाव कराने के लिए एसएसबी, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ समेत अन्य केंद्रीय बलों की कंपनियां आई थीं। बिहार में चुनाव कराने के लिए करीब 2 हजार कंपनियां आई थीं। इन कंपनियों के अलावा बिहार के रैफ, सैप, बीसैप व बिहार पुलिस के जवानों और होमगार्ड की चौकसी से चुनाव के साथ ही पूरे बिहार में मतगणना शांतिपूर्ण रही। खास बात यह है कि कहीं भी वारदात नहीं हुई। यही नहीं किसी भी बूथ पर पुनर्मतदान नहीं हुआ। उधर, पटना के शहारी इलाकों से लेकर मोकामा तक केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल कैंप कर रहे हैं। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद जिस तरह की स्थिति पैदा हुई थी उसे इन जवानों ने पूरी तरह से नियंत्रण में किया। मोकामा में भी चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण हुआ। इन जवानों को स्थानीय पुलिस के साथ फरार चल रहे आरोपितों को गिरफ्तार करने, सघन वाहन चेकिंग के अलावा संस्थानों की सुरक्षा में लगाया गया है।

दैनिक भास्कर 16 Nov 2025 4:00 am

रोजगार और पलायन के मुद्दों पर काम करे बिहार की अगली सरकार : मनोज झा

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सांसद मनोज झा ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली बंपर जीत पर बधाई दी

देशबन्धु 15 Nov 2025 10:06 pm

बिहार के चुनावी मैदान में भी परिवारवाद रहा हावी, जीतनराम के बहू, समधन और दामाद जीते, लालू के बेटे तेजप्रताप को मिली शिकस्‍त

Bihar Assembly Elections News : बिहार के विधानसभा चुनाव में भी परिवारवाद हावी रहा। परिवारवाद को लेकर न तो एनडीए पीछे रहा और न ही महागठबंधन। यही कारण है कि बिहार के चुनावी मैदान में भी लगभग सभी दलों के बड़े नेताओं के बेटे-बेटी, बहू-दामाद, पत्नी, समधन ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 9:30 pm

MP Politics दिग्विजय सिंह ने बिहार चुनाव में NDA की रेकॉर्ड तोड़ जीत के बाद उठाए SIR और EVM पर सवाल

बिहार चुनाव में RJD-कांग्रेस की हार पर कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ऐक बार फिर पुराने सवपाल उठाए हैं। उन्‍होंने मतदाता सूची और ईवीएम पर सवाल उठाए। BJP की ऐतिहासिक जीत पर विपक्ष में निराशा। पढ़ें पूरी खबर।

डेली हिंदी न्‍यूज़ 15 Nov 2025 8:30 pm

दौसा में भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम, मंत्री राठौड़ ने बिहार चुनाव पर किया तंज

दौसा में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित भव्य जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भाग लिया। कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति की झलक, योजनाओं का लाभ वितरण और बिहार चुनाव पर मंत्री का तंज प्रमुख आकर्षण रहे।

प्रातःकाल 15 Nov 2025 7:18 pm

PM Modi on Bihar Victory: 'जातिवाद का जहर फैलाकर सियासत करने...', बिहार में जीत पर सूरत में क्या बोले पीएम मोदी?

Bihar में एनडीए की बंपर जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर पहुंचे हैं. यहां सूरत में पीएम मोदी ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने बिहार के विपक्षी दलों पर तीखे हमले किए और कहा कि इस बार बिहार ने इस विधानसभा चुनाव ने जातिवाद की राजनीति को सख्ती से खारिज कर दिया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 7:07 pm

बाएं से या दाएं से मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही बनेंगे, बिहार में सुशासन बाबू के पांच 'मास्टरस्ट्रोक'

Five masterstrokes of Nitish Kumar in Bihar: बिहार की धरती पर सियासी तूफान थम चुका है। धूल उड़ चुकी और बीच मैदान में खड़ा है वही पुराना योद्धा नीतीश कुमार। बाएं की 'महागठबंधन' की हुंकार हो या दाएं की एनडीए की चालाकी, बिहार ने एक बार फिर ठहराव चुना ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 6:20 pm

बिहार में हार के बाद कांग्रेस में हाहाकार, अचानक राहुल से मिलने पहुंचे तेलंगाना-कर्नाटक के CM; क्या होगा कोई बड़ा बदलाव?

Bihar Election में कांग्रेस ने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा और इसमें से वो महज 6 सीटें ही जीत पाई. बीते 15 सालों में कांग्रेस पार्टी का ये दूसरा सबसे बुरा प्रदर्शन रहा. कांग्रेस की हार ने सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही नहीं बल्कि बिहार के पूरे महागठबंधन को बड़े सदमें डाल दिया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 6:17 pm

दिल्ली विधायक, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सतीश उपाध्याय अयोध्या पहुंचे:बोले-नीतिश सरकार का सुशासन और पीएम मोदी पर अटूट विश्वास से बिहार विजय

दिल्ली के मालवीय नगर से विधायक और प्रदेश सह प्रभारी मध्य प्रदेश सतीश उपाध्याय आज अयोध्या पहुंचे। उन्होंने बिहार चुनाव में प्रचंड जीत का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को दिया है। सतीश उपाध्याय का कहना है कि यह असाधारण जीत असाधारण व्यक्तित्व के पीएम नरेंद्र मोदी पर जनता का अटूट विश्वास का फल है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल में भी इस तरह का अकड़ा प्रदर्शित नहीं हुआ था। बिहार में नीतीश सरकार का सुशासन और मोदी जी की नीतियों पर लोगों ने विश्वास किया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की आर्थिक तरक्की हुई है। वहीं सनातन भी मजबूत हुआ है। ऐसे में बिहार भी आगे बढ़ना चाहता था। इस चुनाव ने निश्चय कर दिया है कि जाति के नाम पर राजनीति करने वालों को जनता नकार देगी। सतीश उपाध्याय ने कहा कि बिहार में लोगों ने बड़ा बदलाव किया है। एनडीए की शक्तियों के रूप में महिलाओं का विश्वास पीएम मोदी पर विशेष कृपा के रूप में रही है। युवाओं के अवसर ने नए बिहार का निर्माण किया है। 20 साल पहले का जंगल राज और 20 साल बाद के बदलाव की झलक दिख रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योग, महिलाओं और युवाओं के अवसर बढ़े है। बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोग देखना चाहते थे। योगी आदित्यनाथ जहां जहां प्रचार किए वहां जीत सुनिश्चित नजर आई। यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिवर्तन लाया है। माफियाराज का खत्म किया है। अयोध्या में राम मंदिर बना। उन्होंने एक रोल मॉडल प्रस्तुत किया है। सतीश उपाध्याय ने कहा कि स्टार प्रचारक के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विशेष योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य और देश को नेतृत्व देने वाला राज्य है। इसका बिहार चुनाव में असर पड़ा है। बीजेपी का अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल है। जिस तरह से पश्चिम बंगाल को आगे बढ़ना चाहिए था वह नहीं बढ़ा है। बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति खत्म होगी और निश्चित रूप से कमल खिलेगा। लोगों को समझना होगा कि बिहार और पश्चिम बंगाल की दूरी ज्यादा नहीं है। अगला विकास का पड़ाव पश्चिम बंगाल होगा। दिल्ली के विधायक सतीश उपाध्याय ने कहा कि अयोध्या में सनातन का सबसे बड़ा गौरव राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण है। यह गौरव की बात है कि 500 वर्षों के संघर्ष का प्रतीक राम जन्मभूमि मंदिर की आधार शिला पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों रखी गई, मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा उन्हीं के हाथों हुई, अब ध्वजारोहण भी उन्हीं के हाथों होगीं। जब राम जन्मभूमि मंदिर पर ध्वजा लहराएगी वह सनातन की ध्वज लहराएगा। इससे बड़ा गौरव का छड़ हम सब देश वाशी सनातनियों के लिए नहीं हो सकता है।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 6:05 pm

क्या नीतीश के मुख्‍यमंत्री बनने में दिक्कत है? जानिए भाजपा ने क्या कहा

Who will become the Chief Minister of Bihar : बिहार विधानसभा चुनाव में इतनी बड़ी जीत के बाद भी क्या नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बन पाएंगे, क्‍यों‍कि बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के बयान ने एक बार फिर ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 5:46 pm

आगरा में ज्ञानेश कुमार की फोटो को खिलाई मिठाई:यूथ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया, बिहार में NDA की जीत को धांधली बताया

आगरा में यूथ कांग्रेस ने बिहार में एनडीए की जीत पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञाने कुमार की फोटो को मिठाई खिलाई। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बिहार में एनडीए की जीत में ज्ञानेश कुमार को बधाई दी। यूथ कांग्रेस की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक शर्मा के नेतृत्व में NDA व भारतीय जनता पार्टी की जीत पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की फोटो को मिठाई खिलाई। दीपक शर्मा ने बताया की आगरा का लाल कर गया कमाल। चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव में भरपूर धांधली की। भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है बिहार में लोगों के एक नहीं बल्कि दोनों हाथों में स्याही लगी हुई थी। धड़ल्ले से फर्जी वोटिंग हुई। आगरा के लाल ज्ञानेश कुमार द्वारा ही सम्भव हुआ की 1015 के एक कमरे में 2000 से भी अधिक वोटर रह रहे है। ये पहले ऐसे चुनाव अयुक्त है जिन्होंने तीन महीने एक एक व्यक्ति के दो राज्यों मे वोट डलवाये है। चुनाव से पहले पचास लाख से अधिक वोट बिहार में बिना किसी कारण काट दिए। लगता है अब सरकार बनाने के लिये के जनता के पास जाने की वोट मांगने की जरूरत नहीं। सीधी चुनाव आयुक्त से सेटिंग भी सरकार बना सकती है। लोगों का चुनाव आयोग से भरोसा हट गया है। ज्ञानेश कुमार की भूमिका का यूथ कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष ताहिर हुसैन,बिल्लू चौहान,बन्टी खान, रंगरेज,गोविन्द,दीपक दीक्षित,आसिफ,फरमान,साहिल,रेहान,शंकरलाल,दीपक कुमार,पिन्टू,रवि,फैसल,आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 5:41 pm

Bihar’s Phantom Victory: How India’s Democracy Was Ghost-Written in 2025

Elections are not won; they are engineered. Bihar 2025 was the proof. The counting screens flickered past midnight, and the numbers defied belief. Bihar is a state where unemployment grips nearly half of its youth, where the Kosi’s floodwaters still threaten homes, and where migrant workers return from Delhi with empty wallets and broken bodies. […]

चौथी दुनिया 15 Nov 2025 5:37 pm

फतेहाबाद पहुंचे BJP प्रदेश अध्यक्ष बड़ौली:बोले-कांग्रेस अब जड़मूल से खत्म हो जाएगी, बिहार में जनता ने लोकतंत्र का सम्मान किया

हरियाणा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली शनिवार दोपहर बाद फतेहाबाद जिले के टोहाना पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली के आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने टोहाना के विकास कार्यों पर भी चर्चा की। बड़ौली ने कहा कि बिहार के विधानसभा चुनाव में जनता ने लोकतंत्र का सम्मान किया है। अब देश से कांग्रेस नाम की पार्टी जड़मूल से खत्म हो जाएगी। अब वोट चोरी की बात ही नहीं रही, जनता ने तो कांग्रेस को ही चोरी कर दिया। जनता ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को जीत दिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों में विश्वास जताया है। लोकल राजनेताओं पर बोले- कहीं तालमेल की कमी नहीं बड़ौली ने लोकल राजनेताओं की आपसी खींचतान के सवाल के जवाब में कहा कि कहीं कोई दिक्कत नहीं है। किसी का कोई टकराव नहीं है। सभी कार्यकर्ता घी-शक्कर की तरह से रहते हैं। लगातार हर कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत बनाने में लगा हुआ है। पूर्व सीएम ने जो घोषणाएं की, वो पूरी होंगी बड़ौली ने कहा कि टोहाना सहित पूरे प्रदेश में पूर्व सीएम मनोहर लाल और वर्तमान सीएम नायब सैनी द्वारा की गई सभी घोषणाओं को जल्द पूरा किया जाएगा। बड़ौली ने स्वीकार किया कि घोषणाओं को पूरा करने में समय लग सकता है, लेकिन सभी वादों को निभाया जाएगा। इस मौके पर पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा, मार्केट कमेटी चेयरमैन जगजीत हुड्‌डा समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 5:03 pm

'SIR नहीं इस वजह से हुई NDA की जीत...,' बिहार चुनाव में किस पर निशाना साध रहे शरद पवार?

Bihar Vidhan Sabha Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव के परमाम आ चुके हैं. वहीं रिजल्ट को लेकर कई पार्टी के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 2:21 pm

बुद्ध के 'विहार' से नीतीश-मोदी के वर्तमान बिहार तक : विकास की खोज में एक राज्य

Bihar Assembly Election Results: बिहार—यह केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि सदियों से ज्ञान, शक्ति और परिवर्तन का केंद्र रहा है। गौतम बुद्ध ने यहीं अपने 'विहार' (बौद्ध मठ) स्थापित किए और शांति का संदेश दुनिया को दिया। आज वही भूमि गठबंधन की राजनीति का ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 2:03 pm

'बंगाल साम, दाम, दंड, भेद की राजनीति को स्वीकार नहीं करेगा...,' पीएम मोदी के बिहार में भाषण पर भड़कीं TMC सांसद

Sagrika Ghosh Slams PM Modi: TMC सांसद सागरिका घोष ने पीएम मोदी के पश्चिम बंगाल पर टिप्पणी को लेकर अपना रिएक्शन दिया है. उन्होंने कहा कि बंगाल साम, दाम, दंड, भेद' की राजनीति को स्वीकार नहीं करेगा.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 1:07 pm

कांग्रेस ने बताया, बिहार चुनाव में कैसे हुई वोट चोरी?

Bihar Election Results : बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन मात्र 35 सीटों पर सिमट गई। राजद तो 23 फीसदी वोट शेयर प्राप्त कर अपनी साख बचा गई लेकिन कांग्रेस मात्र 6 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी। करारी हार के बाद पार्टी ने एक बार फिर वोट चोरी को लेकर चुनाव ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 12:12 pm

Bihar Elections 2025: कांग्रेस की हार के बाद फिर क्यों याद आया गांधी जी का यह बयान? 'राजनीति छोड़ो' की सलाह के पीछे छिपा था बड़ा कारण!

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आने के बाद कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर देशभर में चर्चा तेज हो गई है. महागठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद पार्टी जहां सिर्फ 6 सीटों पर सिमट गई वहीं सोशल मीडिया पर एक बार फिर महात्मा गांधी का दशकों पुराना बयान ट्रेंड करने लगा है. आखिर गांधी ने ऐसा क्यों कहा था? और यह बयान आज फिर क्यों सुर्खियों में है? आइए जानते हैं...

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 12:08 pm

बिहार चुनाव में 128 विधानसभा सीटों पर हुई भयानक धांधली... कांग्रेस का चुनाव आयोग पर गंभीर हमला

Congress reaction on Bihar results: कांग्रेस ने एक खास पैटर्न की पहचान का दावा करते हुए चुनाव आयोग पर गंभीर हमला बोलते हुए कहा कि उनके एनलिसिस से साफ खुलासा होता है कि कुल 128 सीटों में भयानक धांधली का इस्तेमाल करके एनडीए को जितवाया गया.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 12:06 pm

राहुल गांधी ने बेगूसराय में तालाब में लगाई थी छलांग, यहां क्या हुआ कांग्रेस का हाल?

Bihar Election Results : बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में कांग्रेस ने 61 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे 43,74,579 यानी 8.71 फीसदी वोट प्राप्त हुए। पार्टी मात्र 6 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी। इस चुनाव में उसके ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 11:47 am

संजय निषाद बोले-राजभर ने बिहार चुनाव लड़कर गलत किया:उन्हें गठबंधन का सम्मान करना चाहिए; रवि किशन बोले-डमरू गड़-गड़ गूंजने लगा

बिहार चुनाव में NDA की रिकॉर्ड जीत के बाद यूपी में सियासी बयानबाजी बढ़ गई है। निषाद पार्टी के प्रमुख और योगी सरकार में मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने सुभासपा प्रमुख राजभर पर निशाना साधा है। संजय निषाद ने कहा- ओपी राजभर का बिहार में NDA से अलग होकर चुनाव लड़ने का निर्णय बिल्कुल गलत था। दैनिक भास्कर डिजिटल से बातचीत में उन्होंने कहा- यूपी में भाजपा ने सुभासपा को पूरा सम्मान दिया। ओपी राजभर ने खुद 2022 में सपा के साथ चुनाव लड़ा था। फिर भी भाजपा ने उन्हें NDA में शामिल कर मंत्री और MLC का पद दिया। इसलिए, गठबंधन का सम्मान होना चाहिए। राजभर की पार्टी अभी सिर्फ यूपी में है। राजनीति में वहीं बीज बोना चाहिए जहां हम उसे ढंग से सींच सके। बिहार में सुभासपा का जनाधार नहीं है। इसलिए चुनाव परिणाम सामने है। बता दें कि यूपी में सुभासपा और निषाद पार्टी दोनों एनडीए गठबंधन में हैं। दोनों पार्टी के प्रमुख योगी सरकार में मंत्री हैं। बिहार में राजद और कांग्रेस ने जनता को खूब लूटा। उस जमाने में मीडिया और सोशल मीडिया इतना नहीं था। लेकिन आज मीडिया और डिजिटल मीडिया ने सभी को जागरूक कर दिया। बिहार में बीजेपी की ताकत, पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और राजनीति के चाणक्य अमित शाह के दांव पेंच ने विपक्ष का सुपड़ा साफ कर दिया।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 10:24 am

Bihar Election: करारी हार के बावजूद जख्मों पर मरहम लगा रहे ये दो आंकड़े, तेजस्वी का दर्द करेंगे कम?

Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में NDA की इतनी जोरदार जीत हुई कि आरजेडी(RJD), कांग्रेस और लेफ्ट जैसे महागठबंधन के सभी दल मिलकर सिर्फ 35 सीटों पर ही सिमट गए.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 9:57 am

श्याम रजक बोले, बिहार में नीतीश ही विकल्प:सीएम से मिलने पहुंचे चिराग, संजय झा जीते कैंडिडेट की लिस्ट लेकर आएं

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद पटना में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री आवास में शनिवार की सुबह से ही नेताओं का आना-जाना जारी है। सबसे पहले मंत्री विजय कुमार चौधरी सीएम हाउस पहुंचे। उसके बाद चिराग समेत अन्य नेता भी पहुंचे। जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा भी सीएम हाउस पहुंचे। संजय झा अपने हाथों में जीते हुए कैंडिडेट की लिस्ट ले कर आए हैं। इसी क्रम में फुलवारी से नवनिर्वाचित विधायक श्याम रजक भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए श्याम रजक ने स्पष्ट कहा कि बिहार में नेतृत्व का एक ही भरोसेमंद चेहरा है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। बिहार में दूसरा कोई चेहरा नहीं है, नीतीश कुमार ही विकल्प हैं। श्याम रजक ने कहा हम अपने नेता से मिलने आए थे। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आम लोगों ने आस्था व्यक्त की है। नीतीश कुमार के काम पर लोगों ने विश्वास किया है। शपथ ग्रहण कब होगा इस पर श्याम रजक ने कहा कि यह मुख्यमंत्री जी तय करेंगे। नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री चेहरा है उनके अलावा कुछ सोचा भी नहीं जा सकता है। कौन क्या कहा है मुझे नहीं पता विनोद तावड़े ने कहा था सभी पार्टी एक साथ बैठकर तय करेंगे की सीएम कौन होगा। इसपर श्याम रजक ने कहा कि कौन क्या कहता है उनसे पूछिए। महाराष्ट्र पैटर्न के भी चर्चा शुरू है, इस पर श्याम रजक ने कहा कि इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। आप लोगों ने तो महागठबंधन को भी कितनी सीटें दी थी, उन्हें क्या कुछ मिला आपलोगों ने देखा है। पूरा एनडीए एकजुट है वहीं, दूसरी ओर से यह दावा किया जा रहा है कि बिना जदयू के भी सरकार बन सकती है। इस पर श्याम रजक ने करारा जवाब देते हुए कहा कि यह केवल एक सपना है, जिसकी कोई वास्तविकता नहीं है। उन्होंने दोहराया कि पूरा एनडीए एकजुट है और भारी जन mandate ने यह साबित कर दिया है कि जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही स्थिर सरकार चाहती है।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 9:56 am

Bihar Election Final Result 2025 : मोदी ने बताया बिहार की ऐतिहासिक जीत का राज़; वो क्या है जाने विस्तार से

Bihar Election Final Result 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भाजपा मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने 2010 के बाद का सबसे मजबूत जनादेश बताया, पुराने तुष्टिकरण वाले 'एमवाई' को 'महिला और युवा' का नया सकारात्मक फॉर्मूला करार दिया। युवाओं के मतदाता सूची शुद्धिकरण समर्थन, नक्सल क्षेत्रों में बढ़ते मतदान और लोकतंत्र की जीत पर जोर। बिहार ने झूठ व जंगलराज को नकारा, जनविश्वास की विजय स्थापित की।

प्रातःकाल 15 Nov 2025 9:42 am

हिमाचल के ADG की बिहार में जमानत जब्त:चुनाव लड़ने को VRS ली; 2 साल की नौकरी बची थी, छपरा से मात्र 3433 वोट मिले

हिमाचल प्रदेश के पूर्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) डा. जय प्रकाश सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई। जेपी सिंह ने चुनाव लड़ने के लिए ऐच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) ली थी। मगर उन्हें करारी हार मिली है। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। जेपी सिंह बिहार की छपरा सीट से चुनाव लड़े। लेकिन उन्हें मात्र 3433 वोट मिल पाए। जेपी सिंह छपरा सीट पर 10 उम्मीदवारों में चौथे नंबर पर जरूर रहे। मगर विजय उम्मीदवार से 83 हजार 412 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए। चौथे नंबर पर रहे, जमानत जब्त छपरा सीट से भारतीय जनता पार्टी की छोटी कुमारी विधायक चुनी गई। उन्हें 86 हजार 845 वोट लेकर मिले। दूसरे नंबर पर राष्ट्रीय जनता दल के शत्रुघन यादव रहे, उन्हें 79 हजार 245 वोट मिले। तीसरे नंबर पर इंडिपेंडेंट कैंडिडेट राखी गुप्ता को 11 हजार 488 वोट और चौथे नंबर पर जेपी सिंह रहे। साल 2000 बैच के IPS 10 जुलाई 1967 को बिहार में जन्मे जेपी सिंह हिमाचल कैडर के 2000 बैच के IPS अधिकारी रहे हैं। 31 जनवरी 2025 को ही वह ADG प्रमोट किए गए। ADG बनने के 5 महीने बाद ही उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया और जुलाई 2025 में समय से पहले रिटायरमेंट ले ली। उनकी रिटायरमेंट 31 जुलाई 2027 को तय थी। यानी दो साल पहले ही जेपी सिंह ने नौकरी छोड़ दी। जेपी सिंह बीए, एलएलबी, के साथ पुलिस मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री धारक हैं। चंबा-सिरमौर जिले में SP रहे जेपी सिंह वर्ष 2001 में कांगड़ा में बतौर प्रोबेशनर तैनात हुए। इसके बाद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) कांगड़ा के पद पर सेवाएं दी। फिर वह राज्यपाल के एडीसी, SP चंबा, SP सिरमौर, कमांडेंट और SP इंटेलिजेंस भी रहे। वे आईजी साउथ रेंज व आईजी नॉर्थ रेंज के अलावा विजिलेंस में भी सेवाएं दे चुके हैं। वीआरएस से पहले वह एडीजीपी सीआईडी पद पर तैनात थे। बिहार के एकमा तेघड़ा गांव के रहने वाले जेपी सिंह बिहार के एकमा के तेघड़ा गांव के रहने वाले हैं। उनका सफर प्रेरणादायक है। वह एक किसान परिवार से निकलकर, पहले सैन्य अधिकारी और फिर आईपीएस अधिकारी बने। हिमाचल पुलिस में विभिन्न पदों पर सेवाएं देने के बाद राजनीति में उतरे। छुट्टी के दौरान गांव के बच्चों को पढ़ाते थे जेपी सिंह छुट्टी के दौरान अपने गांव और आसपास के शैक्षणिक संस्थानों में जाकर विद्यार्थियों को पढ़ाते रहे हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए व्यावहारिक मार्गदर्शन देते हैं।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 9:31 am

बिहार चुनाव की 5 सबसे छोटी जीत, कोई 27 वोटों से जीता तो किसी को 30 वोट से मिली जीत

Bihar Assembly Election Results : नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग ने बिहार विधानसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल की है। भाजपा, जदयू, लोजपा, हम और आरएलएम के गठबंधन ने 202 सीटें जीत तो राजद, कांग्रेस और वामदलों का महागठबंधन मात्र 35 सीटें ही हासिल कर सका। इस चुनाव में महागठबंधन के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा। आइए नजर डालते हैं उन 5 सीटों पर जहां जीत का आंकड़ा सबसे कम रहा। ALSO READ: Bihar Assembly Election Results : बिहार में करारी हार पर क्या बोले राहुल गांधी, क्यों खड़ी हो गई कांग्रेस के सामने चुनौतियां बिहार चुनाव में सबसे छोटी जीत जदयू नेता रामचरण साहू की है। उन्होंने संदेश सीट पर राजद के दीपूसिंह को मात्र 27 वोटों से मात दी। रामचरण को 80,598 मिले तो दीपूसिंह के पक्ष में 80571 वोट गिरे। जनसुराज के राजीव रंजन राज 6000 से ज्यादा वोट प्राप्त कर तीसरे नंबर पर थे। रामगढ़ विधानसभा सीट पर बसपा के सतीश कुमार यादव मात्र 30 वोटों से जीत दर्ज करने में सफल रहे। उन्हें 72,689 वोट मिले तो भाजपा के अशोक कुमार सिंह 75,659 वोट ही हासिल कर सके। त्रीकोणिय मुकाबले वाली इस सीट पर राजद के अजीत कुमार 41 हजार से ज्यादा वोट ले गए। ALSO READ: तेजस्वी को वोट ज्यादा मिले, सीटें कम, 'बेदम' कांग्रेस ने बिगाड़ा खेल भाजपा नेता महेश पासवान ने अगिआंव सीट पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के प्रत्याशी शिव प्रकाश रंजन को मात्र 95 हराया। पासवान को 69412 वोट मिले जबकि शिवप्रकाश को 69317 ही हासिल हुए। यहां जनसुराज के रमेश कुमार 3882 वोट प्राप्त कर तीसरे स्थान पर रहे। जदयू नेता चेतन आनंद ने राज्य की नबीनगर विधानसभा सीट पर मात्र 112 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। चेतन आनंद को 80,380 वोट मिले जबकि राजद के अमोद कुमार सिंह 80,268 वोट हासिल कर जीत से कुछ ही कदम दूर रह गए। निर्दलीय प्रत्याशी लव कुमार 7000 से ज्यादा वोट लेकर नंबर 3 पर रहे। ALSO READ: AIMIM ने बिहार चुनाव में जीती 5 सीटें, 29 सीटों पर लड़ा था चुनाव बिहार की ढाका सीट पर राजद के फैसल रहमान ने भाजपा के पवन कुमार जायसवाल को मात्र 178 वोटों से हराया। यहां जनसुराज पार्टी के डॉक्टर एलबी प्रसाद ने 8347 वोट प्राप्त किए। edited by : Nrapendra Gupta

वेब दुनिया 15 Nov 2025 8:25 am

क्या बिहार में दोहराएगा महाराष्ट्र मॉडल जाएगा? जीतकर भी क्या किसी टेंशन में है भाजपा!

Bihar CM: बिहार में बीजेपी पहली बार 89 विधानसभा सीटें जीतकर पहली बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे बड़ी पार्टी बनी है. इसके बाद सियासी अटकलें लगाई जाने लगीं कि क्या ये माइल स्टोन छूकर इतिहास बनाने वाली बीजेपी कहीं महाराष्ट्र की तर्ज पर तरह बिहार में भी तो अपना सीएम नहीं बनाने जा रही.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 8:17 am

गंगा बिहार से बंगाल जाती है... टीएमसी ने BJP को वायरल मीम से दिया जवाब, कहा- 'सपने देखना अच्छी बात है'

TMC Shared Meme On BJP Bengal Election Post: पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा की ओर से बिहार चुनाव के बाद बंगाल चुनाव को लेकर किए गए एक पोस्ट का जवाब दिया है.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 8:04 am

बंगाल में बिहार जैसी स्थिति नहीं होगी, ममता बनर्जी फिर बनेंगी मुख्यमंत्री

तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों का पश्चिम बंगाल के आगामी चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है

देशबन्धु 15 Nov 2025 6:00 am

10-10 हजार रुपए बांट कर जीत गई NDA:चुनाव आयोग ने 2004 से अब तक 10 ऐसी योजनाएं रोकीं, लेकिन बिहार में बंटने दिया

क्या NDA की रिकॉर्ड 202 सीटों के जीतने के पीछे चुनाव आयोग का एक फैसला है? फैसला-आचार संहिता के बावजूद बिहार की महिलाओं को 10-10 हजार रुपए बंटने देना। जबकि, 2004 के बाद कम से कम 5 राज्यों में ऐसी 10 योजनाओं पर आचार संहिता के नाम पर रोक दिया गया। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के नाम से राज्यभर में 10 हजार करोड़ रुपए बांटे गए। इसकी शुरुआत तो 26 सितंबर को पहली किश्त बांट कर की गई थी, लेकिन 6 अक्टूबर को आचार संहिता लगने के बाद भी 5 बार 10-10 हजार रुपए बांटे गए। एक किश्त तो चुनावों की घोषणा वाले दिन यानी आचार संहिता के ऐलान वाले दिन ही जारी की गई। यही नहीं, नीतीश सरकार ने अक्टूबर में प्रदेश के सभी बड़े अखबारों में विज्ञापन देकर भुगतान की तारीख दिसंबर तक तय कर दी। ये विज्ञापन देखिए- अब सवाल है कि आखिर देश के अलग-अलग राज्यों में एक जैसे नियमों के बावजूद फैसले अलग क्यों हुए? आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाहीं में जानिए, कहां-कहां चुनाव आयोग ने योजनाओं को रोका, वहां चुनाव में क्या हुआ…। पॉइंट-1ः 5 राज्यों में रोका तो 3 में सरकार बदल गई राजस्थान: इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना रोक राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने अक्टूबर 2023 में मुफ्त स्मार्टफोन बांटने के लिए 'इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना' लॉन्च किया। जिसे चुनाव आयोग ने आचार संहिता का हवाला देकर रोक दिया। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि स्मार्टफोन जैसी चीजों का मुफ्त बांटना आचार संहिता के दौरान सीधे मतदाताओं को लुभाने की श्रेणी में आता है। आयोग ने अपने आदेश में तर्क दिया कि भले ही योजना पहले से लागू हो, लेकिन निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने और चुनाव में सबके लिए समान अवसर को बनाए रखने के लिए, इस पर रोक आवश्यक है। नतीजा- कांग्रेस की मौजूदा सरकार चली गई और भाजपा स्पष्ट बहुमत से लौटी। तेलंगाना में रायथु बंधु योजना पर रोक यह योजना PM-KISAN जैसी ही है। 10 मई 2018 को इसे तत्कालीन सीएम केसीआर ने लॉन्च की। इसमें किसानों को हर साल दो बार पैसा दिया जाता था। 2018 में जब यह योजना शुरू की गई थी तब 50.25 लाख किसान जुड़े थे। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव नवंबर 2023 में होने थे। 26 नवंबर 2023 को तेलंगाना के वित्त मंत्री टी. हरीश राव ने कहा कि रायथु बंधु योजना की राशि 28 नवंबर तक (वोटिंग से ठीक दो दिन पहले) दे दी जाएगी। ECI ने मंत्री के इस बयान को आचार संहिता की शर्तों का उल्लंघन माना और योजना को आचार संहिता हटने तक स्थगित कर दिया। नतीजा– चुनाव हुआ तो केसीआर की सरकार चली गई। कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से लौटी। आंध्र प्रदेश में YSR चेयुथा सहित 6 योजनाओं पर रोक चुनाव आयोग ने आंध्र प्रदेश में विधानसभा-लोकसभा चुनाव से दो दिन पहले 9 मई 2024 को YSR चेयुथा सहित छह अन्य DBT योजनाओं के भुगतान को तुरंत रोक दिया। अगस्त 2020 में आंध्र प्रदेश के तत्कालीन सीएम वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने YSR चेयुथा योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत आंध्र प्रदेश की सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यक समुदाय के 45-60 साल की महिलाओं को आर्थिक सहायता देनी थी। आयोग के अनुसार, इन योजनाओं में भुगतान 11-12 मई 2024 मतदान से ठीक पहले करने की योजना थी। चुनाव की घोषणा के बाद सत्ता पक्ष की सरकार को किसी भी नई वित्तीय घोषणा या जनहित सहायता का वितरण नहीं करना चाहिए। इसी तरह वाईएसआर आसरा और जगनन्ना विद्या दीवेना योजनाओं को भी चुनाव आयोग ने रोक दिया। इसमें विद्या दीवेना योजना पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप के वितरण से संबंधित थी। इस योजना के तहत, सरकार लाभार्थी छात्रों की माताओं के बैंक अकाउंट में स्कूल फीस सीधे भेजने वाली थी। वहीं, YSR आसरा योजना, बिहार के जीविका योजना की तरह ही स्वयं सहायता समूहों (SHG) की महिला सदस्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करने की थी। इन पर भी चुनाव आयोग ने रोक लगा दी। नतीजा- जगनमोहन रेड्डी की सरकार चली गई। 175 में से चंद्रबाबू नायडू की पार्टी ने 135 सीटें जीत लीं। भाजपा भी सरकार में सहयोगी है। ओडिशा: कालिया योजना पर रोक ओडिशा सरकार ने दिसंबर 2018 में 'कृषक सहायता आजीविका और आय संवर्धन' योजना की शुरुआत की। 2019 विधानसभा चुनाव के दौरान रोक दिया गया था। इस योजना को ECI ने आचार संहिता का उल्लंघन माना। KALIA एक नकद सहायता योजना थी, जिसमें खेती करने वाले प्रत्येक परिवार को ₹10,000 हर साल दिया जाता था। साथ ही 2 लाख रुपए का जीवन बीमा कवर और 57 लाख परिवारों के लिये 2 लाख रूपए का अतिरिक्त व्यक्तिगत दुर्घटना कवरेज भी शामिल था। बीजद (बीजू जनता दल) ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि इसी तरह की योजना पीएम-किसान निधि के पैसे मिलने जारी हैं, लेकिन उनकी योजना रोक दी गई। इस पर चुनाव आयोग का तर्क था कि पीएम किसान निधि केंद्रीय बजट में पहले से ही आवंटित थी और यह एक पुरानी योजना थी। कालिया योजना की किस्त का वितरण एक नई घोषणा थी, इसलिए उसे आदर्श आचार संहिता के तहत रोक दिया गया। नतीजा- पटनायक सरकार बरकरार रही, लेकिन भाजपा मजबूत हुई। तमिलनाडु: 2004,2011 में रोकी गई दो योजनाएं साल 2004 में लोकसभा चुनाव के ठीक पहले AIADMK (ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) की सरकार बिजली बिल भुगतान की योजना लेकर आई। इसमें छोटे किसानों को बिजली बिल के भुगतान की भरपाई के लिए मनी ऑर्डर से पैसे भेजे जाते थे। आयोग ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद मनी ऑर्डर के वितरण पर रोक लगा दी थी। साल 2006 में तमिलनाडू की DMK (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) सरकार ने रंगीन टीवी बांटने की योजना बनाई। यह पांच साल तक चलती रही, लेकिन 2011 में चुनाव कार्यक्रम जारी होने के तुरंत बाद, चुनाव आयोग ने जिला कलेक्टरों को चुनाव समाप्त होने तक मुफ्त टीवी सेट बांटने पर रोक लगा दिया। नतीजा- 2011 विधानसभा चुनाव में AIADMK गठबंधन ने 234 सीटों में लगभग 203 सीटें जीत लीं। पॉइंट-2ः 2 राज्यों में कैश ट्रांसफर नहीं रोका, सरकार लौटी बिहार में चुनाव के ऐलान के बाद भी महिलाओं को दिया पैसा बिहार में 6 अक्टूबर को चुनाव की आचार संहिता लग गई। आचार संहिता के लागू होने के बाद भी नीतीश सरकार ने महिलाओं के अकाउंट 10-10 हजार रुपए भेजे हैं। इसकी शिकायत RJD ने चुनाव आयोग से की थी, लेकिन उस पर कोई सुनवाई नहीं हुआ। नतीजा- नीतीश सरकार दो तिहाई से ज्यादा बहुमत से सरकार में लौटी है। झारखंड में वोटिंग से एक रात पहले आया मंईयां सम्मान योजना का पैसा झारखंड में विधानसभा चुनाव से ठीक 4 महीने पहले हेमंत सोरेन सरकार ने मईयां सम्मान योजना शुरू की। इसमें 18 से 50 साल तक की महिलाओं को 2500 रुपए हर महीने दिया गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि वोटिंग की एक रात पहले तक सरकार ने चुपके से महिलाओं के अकाउंट में पैसा भेजा। भाजपा ने इसकी लिखित शिकायत आयोग से की, लेकिन रोक नहीं लगी। नतीजा- हेमंत सोरेन की सरकार रिपीट हुई। JMM गठबंधन में दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाई। एक्सपर्ट बोले- यह ठीक नहीं… पॉलिटिकल एनालिस्ट अभिरंजन कुमार कहते हैं, अगर यह पैसा चुनाव के बीच में जाते रहे तो NDA 200 की बजाय 240 सीट भी जीते तो इसे अनफेयर ही कहा जाएगा। चुनाव के दौरान डायरेक्ट पैसा देना लोकतंत्र को कमजोर करने की प्रैक्टिस है। चुनाव से पहले ये सब करने से जनमत प्रभावित होता है और पांच साल के परफॉर्मेंस का आकलन नहीं हो पाता है। राजनीतिक विश्लेषक राशिद किदवई कहते हैं, ‘भारत का लोकतंत्र ब्रिटिश मॉडल पर है और वहां मर्यादा का बहुत महत्व है। हमारे यहां मर्यादा को लेकर बहुत लचीला रवैया है। चुनाव में सबको बराबर का महत्व मिलना चाहिए। आयोग को इस तरह का कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे किसी को फायदा हो।’ क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें - https://dainik.bhaskar.com/vkQR1zsokWb

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 5:46 am

बिहार विधानसभा चुनाव:राजस्थान के भाजपा नेताओं ने बिहार में 55 सीटों पर किया प्रचार, उसमें से 49 पर एनडीए की जीत

प्रदेश के भाजपा नेताओं ने बिहार विधानसभा चुनाव में 55 सीटों पर प्रबंधन, प्रचार, पीएम रैली व सोशल मीडिया की जिम्मेदारी संभाली। उनमें से 49 सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों की जीत हुई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी चुनावी सभा को संबोधित किया। वहीं भाजपा नेतृत्व ने पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व हरियाणा प्रभारी सतीश पूनियां, सोशल मीडिया इंचार्ज हिरेन कौशिक सहित 20 नेताओं को बिहार चुनाव की जिम्मेदारी दी थी। इन वरिष्ठ नेताओं ने अपने अनुभव के आधार पर स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर चुनावी रणनीति बनाई। जिसमें चुनाव प्रचार, सभाएं, सामाजिक व क्षेत्रीय संगठनों के साथ बैठके, रोड शो, सोशल मीडिया पर ट्रेंडिंग, विपक्ष पर पलटवार को लेकर प्लानिंग की गई। भाजपा नेताओं ने राजस्थानियों को लुभाया भाजपा के डेटा के अनुसार 15 लाख से ज्यादा बिहारी मतदाता राजस्थान में रह रहे हैं। इनमें से 5 लाख से अधिक की संख्या तो अकेले जयपुर में है। इसी तरह से 3 लाख प्रवासी राजस्थानी बिहार में रह रहे हैं। भाजपा नेतृत्व ने प्रवासी राजस्थानी-मारवाडियों को लुभाने के लिए नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी थी। इसके अलावा स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर चुनावी प्रबंधन का काम भी सौपा था। पार्टी के अनुसार भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने पाटलीपुत्र, सीपी जोशी ने दरभंगा, सतीश पूनियां को नवादा, अनिवाश गहलोत को मोतीहारी, कुलदीप धनकड़ को साहिबगंज, दामोदर अग्रवाल को सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी। हिरेन कौशिक को तिरहुत और मिथिला क्षेत्र में आने वाली विधानसभा सीटों के सोशल मीडिया प्रचार की जिम्मेदारी दी गई थी। इन नेताओंं को लगाया था चुनाव में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व सांसद सीपी जोशी, प्रदेश महामंत्री व सांसद दामोदर अग्रवाल, मंत्री अविनाश गहलोत, विधायक कुलदीप धनकड़ व अतुल भंसाली, पूर्व केंद्रीय मंत्री निहाल चंद मेघवाल, प्रदेश महामंत्री ओम प्रकाश भड़ाना, प्रदेश मंत्री वसुदेव चावला व आईदान सिंह भाटी, पूर्व अध्यक्ष महिला आयोग सुमन शर्मा, प्रदेश सह संयोजक अनुराग जांगिड़, विधायक हरलाल सारण, संभाग प्रभारी सोमकांत शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष विष्णु चेतानी, पूर्व प्रदेश मंत्री सरोज प्रजापत, पूर्व प्रदेश कार्यालय प्रभारी महेश शर्मा, अजमेर डिप्टी मेयर नीरज जैन सहित अन्य नेताओं को लगाया है। इसके अलावा महिला मोर्चा, एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की टीमों को भी बिहार चुनाव में भेजा गया था।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 5:17 am

हरियाणा DGP के साले बिहार में जीते, साली हारीं:दिव्या गौतम दीघा सीट से महागठबंधन उम्मीदवार रहीं, बबलू छातापुर से BJP के टिकट पर जीते

हरियाणा के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह के गृह जिले बिहार के जमुई से BJP की जीत हुई है। DGP की साली दिव्या गौतम चुनाव हार गईं। वह पटना की दीघा विधानसभा से महागठबंधन की उम्मीदवार थीं। दिव्या बॉलीवुड के दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह की ममेरी बहन हैं। वहीं सुशांत राजपूत के चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू बिहार की छातापुर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं। ओपी सिंह सुशांत सिंह राजपूत के बहनोई हैं और 1992 बैच के IPS अफसर हैं। हाल ही में IPS अफसर वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में नाम आने के बाद DGP शत्रुजीत कपूर को छुट्‌टी भेज दिया गया था। इनकी जगह ओपी सिंह को कार्यवाहक DGP बनाया गया। सियासी हलकों में चर्चा थी कि ओपी सिंह को कार्यकारी DGP बनाने के पीछे बिहार चुनाव भी एक वजह हो सकती है। राजपूत वोटबैंक कई सीटों पर अहम है। बिहार के करीब 30 से 35 विधानसभा क्षेत्र में राजपूत जाति जीत या हार में निर्णायक भूमिका निभाती रही है। पढ़िए कैसे कार्यवाहक DGP बने ओपी सिंह... सुशांत राजपूत के परिवार के 2 सदस्यों को मिला था टिकट... ममेरी बहन दिव्या गौतम की सियासी पारीसुशांत सिंह राजपूत की ममेरी बहन दिव्या गौतम को भाकपा (माले) ने पटना की दीघा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। ये सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है, इसलिए दिव्या को चुनावी मैदान में उतारा। दिव्या को भाजपा के उम्मीदवार संजीव चौरसिया ने बड़े अंतर से हराया। दिव्या दूसरे स्थान पर रहीं। दिव्या गौतम छात्र राजनीति से जुड़ी रही हैं। उन्होंने पटना विमेंस कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है और यूजीसी-नेट पास करने के बाद PHD कर रही हैं। वह पहले पटना यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन का चुनाव भी लड़ चुकी हैं और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) की सक्रिय सदस्य रही हैं। चचेरे भाई को मिला था भाजपा का टिकटबिहार में सुशांत राजपूत के चचेरे भाई नीरज कुमार सिंह बबलू बिहार के छातापुर विधानसभा से जीते हैं। वह पहले भी इस सीट से विधायक थे एवं नीतीश कुमार सरकार में पर्यावरण और वन मंत्री हैं। बबलू का जन्म 2 फरवरी 1969 को बिहार के पूर्णिया जिले के मलडीहा गांव में हुआ था। उनके पिता राम किशोर सिंह हैं। उनकी पत्नी नूतन सिंह हैं और उनके दो बेटे हैं। नीरज सिंह ने 2005 में जनता दल (यूनाइटेड) से राघोपुर-सुपौल निर्वाचन क्षेत्र से पहला चुनाव जीता था। 2010 में वे छातापुर (विधानसभा क्षेत्र) से चुने गए। बाद में उन्होंने जदयू छोड़ दिया और भाजपा में शामिल हो गए। वे 2015 और 2020 में भी भाजपा के सदस्य के रूप में छतरपुर से विधानसभा के लिए चुने गए थे।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 5:00 am

बिहार चुनाव की जीत का जश्न दिल्ली में:मोदी बोले- कांग्रेस अब मुस्लिम लीगी माओवादी पार्टी; छठ को ड्रामा कहने वाले बिहार की इज्जत क्या करेंगे

भाजपा ने बिहार में NDA की जीत का शुक्रवार को दिल्ली हेडक्वार्टर में जश्न मनाया। इस मौके पर पीएम ने 42 मिनट के भाषण में कहा, बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया। अब कट्टा सरकार कभी वापस नहीं आएगी। उन्होंने छठी मईया के जयकारे भी लगाए। उन्होंने कहा कि जो छठ पूजा को ड्रामा कह सकते हैं, वे बिहार की क्या इज्जत करेंगे। इस दौरान कांग्रेस, आरजेडी, पश्चिम बंगाल, केरल तमिलनाडु चुनाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बंगाल में भी भाजपा सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब मुस्लिम लीगी माओवादी पार्टी बन गई है। पीएम शाम 6 बजकर 51 मिनट पर मुख्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कार्यकर्ताओं का गमछा लहराकर अभिवादन किया। सभी कार्यकर्ताओं ने भी गमछा लहराकर इसका जवाब दिया। बिहार में आज NDA की सरकार बनी है। गठबंधन को 243 में 202 सीटों पर जीत हासिल हुई, जो रिकॉर्ड है। महागठबंधन के खाते सिर्फ 35 सीटें ही आईं। बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत होती है। NDA में भाजपा और JDU ने 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ा था। अन्य सहयोगी पार्टियों LJP को 29 सीटें, HAM और RLM को 6-6 सीटें दी गई थीं। मोदी के स्पीच की 4 बड़ी बातें, कहा- बंगाल से जंगलराज को उखाड़ देंगे पीएम के स्वागत की 4 PHOTOS... ------------------------------------------ क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें - https://dainik.bhaskar.com/vkQR1zsokWb --------------- ये खबर भी पढ़ें... मोदी गमछा लहराते हुए भाजपा मुख्यालय पहुंचे, मखाने की माला पहनी, टॉप 10 मोमेंट्स बिहार में NDA सरकार कायम रहेगी। शुक्रवार को जारी विधानसभा चुनाव के रिजल्ट में NDA को प्रचंड बहुमत मिला है। गठबंधन ने 200 से ऊपर जीतकर रिकॉर्ड बनाया है। भाजपा को 85 सीटें मिली हैं, जो अपने आप में रिकॉर्ड है। पीएम मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जीत का जश्न मनाया। पूरी खबर पढ़ें... राहुल गांधी बोले- चुनाव शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था, NDA को 200+ सीटें, महागठबंधन 35 पर सिमटा बिहार चुनाव के नतीजे शुक्रवार को आए। NDA को 2020 के मुकाबले 75 से ज्यादा सीटों का फायदा हुआ, वहीं महागठबंधन को लगभग इतनी ही सीटों का नुकसान हुआ। पिछली बार 43 सीटों पर सिमटी JDU की झोली में इस बार 80+ सीटें हैं। वहीं 89 सीटों के साथ BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। राजद 24 सीटों पर आगे चल रही है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 4:50 am

झारखंड के श्रम मंत्री के पुत्र रजनीश की बिहार में हार, राजद से लड़े थे

झारखंड सरकार के श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव के पुत्र रजनीश भारती राजद के टिकट पर कहलगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़े आैर हार गए। कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में जदयू के शुभानंद मुकेश ने रजनीश भारती को 50,112 वोटों से हराया। जदयू प्रत्याशी शुभानंद मुकेश को 1,30,767 वोट मिले जबकि राजद प्रत्याशी रजनीश भारती को 80,655 वोट मिले।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 4:00 am

भाजपा ने बिहार में जीत का मनाया जश्न

लुधियाना। जिला भाजपा कार्यालय में बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार जीत पर जिला भाजपा अध्यक्ष रजनीश धीमान की अध्यक्षता में भाजपा समर्थकों ने लड्डू बांट कर खुशी मनाई। इस मौके पर भाजपा प्रदेश महामंत्री अनिल सरीन, कोषाध्यक्ष गुरदेव शर्मा देबी विशेष तौर से इस प्रोग्राम में शामिल हुए। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष रजनीश धीमान ने कहा कि बिहार की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व, विकास कार्यों और जनता के विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह जीत बताती है कि देश के लोग जाति-पाति की राजनीति को नकारकर विकास और सुशासन को अपना समर्थन दे रहे हैं।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 4:00 am

भाजपा : बिहार में एनडीए की जीत का जश्न मनाया

उदयपुर| बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत पर उदयपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। जैसे ही परिणाम घोषित हुए, कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया और आतिशबाजी कर खुशी का इजहार किया। जिलाध्यक्ष पुष्कर तेली ने कहा कि यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त नेतृत्व और उनकी नीतियों में जनता के विश्वास का परिणाम है। पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा पूरे देश में विकास और सुशासन के विजन के साथ काम कर रही है, और बिहार की जनता ने इन मुद्दों पर भाजपा की मुहर लगाई है। कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष दीपक शर्मा, आकाश वागरेचा, लोकेश जोशी, प्रदीप रावानी, कुंतल जोशी, सुनील पालीवाल, आरोग्य शेखर, दिलीप दमामी, तिलक शर्मा, राजू पंवार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 4:00 am

बिहार चुनाव नतीजों पर 17 वायरल मीम्स:JDU की सीटों से PM मोदी चिंतित; PK पीछे से फर्स्ट, कांग्रेस का रिवर्स गियर

बिहार विधानसभा चुनाव में NDA को पूर्ण बहुमत मिला है और BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। 1. चुनावी नतीजों पर सोशल मीडिया यूजर्स का रिएक्शन 2. RJD के प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री का तंज बिहार में रैली के दौरान प्रधानमंत्री ने पूछा था कि इतनी रोशनी में लालटेन की जरूरत है। अब यह मीम चुनावी नतीजों के मौके पर वायरल है। 3. नीतीश कुमार की जंगलराज के खिलाफ बैटिंग चुनावों के बीच JDU ने भी एक AI तस्वीर जारी की, जिसमें नीतीश कुमार बैट लेकर जंगलराज को बाउंड्री पार मारते दिख रहे हैं। 4. बिहार में जगह बनाने में नाकामयाब जन सुराज पार्टी 5. सूट-बूट पहनकर तैयार तेजस्वी रिजल्ट में फेल एक X यूजर ने तेजस्वी की सूट-बूट वाली तस्वीर शेयर करते हुए तंज कसा - और जब हमारी बारी आई CM बनने की, तो एग्जिट पोल भी सहीं निकल गया। इस बार एग्जिट पोल की भविष्यवाणी सही साबित होती दिख रही है। 6. स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर प्रहलाद चा की ड्यूटी पंचायत वेब सीरीज के मशहूर कैरेक्टर प्रहलाद चा को स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा करते हुए दिखाया गया है। कैप्शन है - स्ट्रांग रूम के बाहर सीना तान के खड़ा उम्मीदवार का प्रहरी। हर चुनाव में यह मीम फॉर्मेट काफी पॉपुलर रहता है। 7. मोदी जी की टेंशन - नीतीश कभी भी पलट सकते हैं! यह मीम बिहार की राजनीति की असलियत बयां करता है। PM मोदी की दो तस्वीरों के साथ लिखा गया - जब आप बिहार में लीड कर रहे हैं लेकिन नीतीश कभी भी पलट सकते हैं। नीतीश कुमार के पुराने 'पलटू राम' इमेज को लेकर यह मीम काफी हिट हो रहा है। 8. कांग्रेस का गायब होना इस मीम में BJP को जनता का प्यार मिलता दिखाया गया है, जबकि RJD और कांग्रेस को रोते हुए दिखाया गया है। 9. कांग्रेस का उल्टा परफॉर्मेंस इस मीम में कांग्रेस के नेता को रेस में उल्टी दिशा में भागते हुए दिखाया गया है। यह मीम पार्टी के लगातार खराब प्रदर्शन पर कमेंट्री है। 10. पंचायत सीजन 4 वाला सेलिब्रेशन मीम हर चुनाव में जीतने वाली पार्टी के लिए पंचायत का चौथा सीजन वाला सेलिब्रेशन सीन वायरल होता है। इस बार भी NDA की जीत पर यह मीम एक बार फिर जमकर शेयर किया जा रहा है। 11. बिहार चुनाव vs इंडिया-साउथ अफ्रीका मैच आज का दिन स्पोर्ट्स और पॉलिटिक्स फैन्स के लिए कन्फ्यूजन भरा है। एक तरफ बिहार चुनाव के नतीजे आ रहे हैं, तो दूसरी तरफ भारत-साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच चल रहा है। मीम में दोनों स्क्रीन देखने की मजबूरी को दिखाया गया है। 12. अनंत सिंह का वायरल डायलॉग - टीवी के तो मनबे नहीं करते! — Bihar_se_hai (@Bihar_se_hai) November 14, 2025 एग्जिट पोल के दौरान अनंत सिंह का एक वीडियो काफी वायरल हुआ था। अब यूजर्स उसे मीम मटेरियल के तौर पर यूज कर रहे हैं। 13. महागठबंधन की निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, तेजस्वी की राजनीति से विदाई! इस मीम में महागठबंधन के सभी नेता अपने सीएम उम्मीदवार को राजनीति से विदाई देते दिख रहे हैं। 14. चुनाव नतीजों के बाद NDA खेमे में जश्न का माहौल 15. प्रशांत किशोर का '3 इडियट्स' वाला हाल चुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने JDU को 25 सीटों में समेटने का दावा किया था। अब चुनावी नतीजों में उनकी जनसुराज पार्टी खाता नहीं खोल सकी है। अब मीमर्स उन्हें '3 इडियट्स' का एक डायलॉग याद दिला रहे हैं- बहुत पीछे रह गए न हम... नीचे से चेक करो! 16. कीचड़ में कमल खिलाते राहुल गांधी 17. राहुल गांधी की वायरल डुबकी --------------------- बिहार चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ें... नीतीश के बिना BJP बना सकती है सरकार:जदयू के बगैर NDA 114 पार, जानिए नए समीकरण; 12.30 बजे तक का एनालिसिस बिहार में नई सरकार बनाने का एक नया समीकरण बन गया है। वो समीकरण है नीतीश के बिना NDA सरकार। यानी पहली बार बीजेपी बिहार में अपना सीएम बना सकती है। फिलहाल आंकड़े तो ऐसा ही संकेत दे रहे हैं। आखिर कैसे…Link

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 4:00 am

13 कार्टून्स में बिहार चुनाव के नतीजे:महिलाओं के वोट से NDA की ताजपोशी; पीके लुढ़के तो राहुल ने लगाई डुबकी, EVM पर फूटा गुस्सा

बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को पीछे धकेलकर NDA ने पूर्ण बहुमत वाली मजबूत सरकार बना ली है। इस चुनावी नतीजे को भास्कर कार्टूनिस्ट मंसूर नकवी की नजर से देखिए... 1. महिला वोट का ताज 2.EVM पर गुस्सा 3. महागठबंधन की निराशा 4. पीके की भविष्यवाणी फेल 5. महिलाओं का समर्थन 6. SIR का डंडा 7. RJD का अंधेरा बरकरार 8. सियासी तूफान में सब बहा, किनारे लगी बस चार सीटें 9. चिराग की चमक 10. वादों के बुलबुले हवा में उड़े 11. महागठबंधन के नए विधायकों में उलझन 12. चुनावी नतीजों से विपक्षी खेमे का हाल 13. हाथी की चूहे वाली चाल --------------------- बिहार चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ें... नीतीश के बिना BJP बना सकती है सरकार:जदयू के बगैर NDA 114 पार, जानिए नए समीकरण; 12.30 बजे तक का एनालिसिस बिहार में नई सरकार बनाने का एक नया समीकरण बन गया है। वो समीकरण है नीतीश के बिना NDA सरकार। यानी पहली बार बीजेपी बिहार में अपना सीएम बना सकती है। फिलहाल आंकड़े तो ऐसा ही संकेत दे रहे हैं। आखिर कैसे…Link

दैनिक भास्कर 15 Nov 2025 4:00 am

DNA: सूत्रधार या सूत्रहार? बिहार ने चूर किया प्रशांत किशोर का अहंकार

प्रशांत किशोर को चुनावी रणनीतिकार माना जाता है, लेकिन वो अपनी ही पार्टी को बिहार में एक भी सीट नहीं दिला पाए. अपने गृह राज्य में वो पूरी तरह फेल हो गए.

ज़ी न्यूज़ 15 Nov 2025 12:30 am

AIMIM ने बिहार चुनाव में जीती 5 सीटें, 29 सीटों पर लड़ा था चुनाव

Bihar Election Results : असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने बिहार विधानसभा चुनाव में 5 सीट पर जीत दर्ज की। चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी एआईएमआईएम ने सत्तारूढ़ या विपक्षी गठबंधन में शामिल हुए बिना, ...

वेब दुनिया 15 Nov 2025 12:26 am

DNA: बिहार चुनाव में नीतीश ने खुद को बीमार बताने वालों का किया इलाज, नतीजों ने बताया कौन बीमार?

DNA: विरोधी भले ही नीतीश को पलटूराम बताते रहे लेकिन बिहार ने नीतीश पर भरोसा बनाए रखा. आज आपको जानना चाहिए, कि नीतीश कुमार ने ऐसा क्या किया कि NDA के पक्ष में इतनी बड़ी सुनामी आ गई. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नीतीश कुमार के नेतृत्व की तारीफ़ की.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 11:45 pm

असदुद्दीन और मायावती के लिए आई खुशखबरी, तो बिहार की जनता ने 'पीके' को क्यों रूलाया?

बिहार का चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। 2010 के बाद एनडीए ने इतनी बड़ी जीत बिहार में दर्ज की है। वहीं, राजद और कांग्रेस की ऐसी हालत भी बिहार में लंबे समय बाद हुई है

देशबन्धु 14 Nov 2025 10:37 pm

मोदी गमछा लहराते हुए भाजपा मुख्यालय पहुंचे:मखाने की माला पहनी, बोले- बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया; टॉप 10 मोमेंट्स

बिहार में NDA सरकार कायम रहेगी। शुक्रवार को जारी विधानसभा चुनाव के रिजल्ट में NDA को प्रचंड बहुमत मिला है। गठबंधन ने 200 से ऊपर जीतकर रिकॉर्ड बनाया है। भाजपा को 85 सीटें मिली हैं, जो अपने आप में रिकॉर्ड है। पीएम मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी हेडक्वार्टर में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जीत का जश्न मनाया। मोदी जैसे ही भाजपा मुख्यालय पहुंचे, कार्यकर्ताओं का जोश हाई हो गया। मोदी-मोदी के नारे लगने लगे... पीएम भी कॉरिडोर से लेकर मंच तक गमछा हिलाते पहुंचे। पीएम को देख कैंपस में मौजूद हर कार्यकर्ता गमछा लहराने लगा। अब देखिए पीएम की 42 मिनट की स्पीच के टॉप 10 मोमेंट्स... .................................. बिहार चुनाव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... बिहार चुनाव की जीत का जश्न दिल्ली में: मोदी बोले- कांग्रेस अब मुस्लिम लीगी माओवादी पार्टी; छठ को ड्रामा कहने वाले बिहार की इज्जत क्या करेंगे भाजपा ने बिहार में NDA की जीत का शुक्रवार को दिल्ली हेडक्वार्टर में जश्न मनाया। इस मौके पर पीएम ने 42 मिनट के भाषण में कहा, बिहार के लोगों ने गर्दा उड़ा दिया। अब कट्टा सरकार कभी वापस नहीं आएगी। इस दौरान कांग्रेस, आरजेडी, पश्चिम बंगाल, केरल तमिलनाडु चुनाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बंगाल में भी भाजपा सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब मुस्लिम लीगी माओवादी पार्टी बन गई है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 9:53 pm

Youngest MLA: राम विलास पासवान, राजा भैया की जमात में शामिल हुईं मैथिली ठाकुर, इन शख्सियतों ने भी रचा था इतिहास

New Youngest MLA of Bihar:बिहार की अलीपुर विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल कर मैथिली ठाकुर अब राम विलास पासवान और राजा भैया जैसे कद्दावर नेताओं की जमात में शामिल हो गईं. फिलहाल मैथिली ठाकुर की उम्र इस समय 25 साल है.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 9:22 pm

बिहार के लोगों ने विकसित बिहार के लिए किया मतदान : मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिले प्रचंड बहुमत के लिए बिहार के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्होंने राजग को प्रचंड बहुमत देकर गर्दा उड़ा दिया है और अब गठबंधन उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा। मोदी ने बिहार में राजग को ऐतिहासिक […] The post बिहार के लोगों ने विकसित बिहार के लिए किया मतदान : मोदी appeared first on Sabguru News .

सबगुरु 14 Nov 2025 8:51 pm

bihar election pm narendra modi speech : PM मोदी ने बताया जीत का नया 'MY' फॉर्मूला, कहा- कांग्रेस में होगा बड़ा विभाजन, बताई क्या है कमियां

बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की भारी जीत की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि इस जीत ने एक नया ‘MY - महिला और यूथ’ फॉर्मूला दिया है और जनता ने ‘‘जंगल राज’ वालों के सांप्रदायिक एमवाई ...

वेब दुनिया 14 Nov 2025 8:41 pm

दिन भर की खबर | हिंदी समाचार भारत | शीर्ष ख़बरें दिन भर की | बिहार चुनाव | राहुल गांधी | #dblive

दिन भर की सबसे अहम खबरें—बिहार चुनाव परिणाम, आरोपित हेराफेरी, उपचुनाव के रुझान, एसआईआर धांधली खुलासा, किसानों का आंदोलन, सुप्रीम कोर्ट सुझाव और खेल-बिज़नेस अपडेट

हस्तक्षेप 14 Nov 2025 8:05 pm

Bihar Election Final Result 2025 : नतीजों ने बदली सियासी हवा, बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी, जेडी(यू) ने दी कड़ी टक्कर

Bihar Election Final Result 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी 90 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जबकि जेडी(यू) ने 84 सीटों पर मजबूत प्रदर्शन किया। आरजेडी, एलजेपीआरवी और अन्य दलों ने भी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की। 243 में से 147 सीटों के नतीजे घोषित हो चुके हैं, और राज्य में सरकार गठन को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है।

प्रातःकाल 14 Nov 2025 7:31 pm

बुरहानपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिहार विजय पर मनाया जश्न:नेताओं ने इसे ‘परिवारवाद पर प्रहार’ और मोदी-नीतीश नेतृत्व पर भरोसे की मुहर बताया

बुरहानपुर में शुक्रवार शाम भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा एनडीए गठबंधन की जीत का जश्न मनाया। इस अवसर पर कमल तिराहा पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हुए। कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी और आतिशबाजी भी की। यह जश्न बिहार में मिली चुनावी सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज माने ने कहा कि यह चुनाव आरजेडी और कांग्रेस के लिए 'सुनामी' साबित हुआ है। उन्होंने टिप्पणी की कि कांग्रेस की सीटें पार्षदों की संख्या के बराबर रह गई हैं, जिससे पार्टी और राहुल गांधी को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए। माने ने इस जीत को परिवारवाद और सनातन धर्म को अपमानित करने वाली ताकतों के खिलाफ जनादेश बताया, जिसे उन्होंने लोकतंत्र की जीत करार दिया। नेपानगर विधायक मंजू दादू ने कहा कि आज की जनता बहुत समझदार है और यह गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी की मेहनत का फल मिल रहा है। उन्होंने बिहार की जनता द्वारा दी गई इस जीत को दीपावली का उपहार बताया। बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनीस ने बिहार में मिली जीत को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि वहां की जनता ने देश के प्रधानमंत्री पर भरोसा जताया है, जो एक तरह का अपनापन दर्शाता है। इस अवसर पर जिला महामंत्री चिंतामन महाजन, राहुल जाधव, सुभान सिंह चौहान सहित अन्य भाजपा नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। इसी तरह का जश्न नेपानगर में भी मनाया गया। वहां बाबा साहब अंबेडकर चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े, मिठाई बांटी और एक-दूसरे को बधाई दी। भाजपा नेता गजेंद्र पाटील ने इस जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनकी नीतियों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह नीतीश कुमार के सुशासन पर जनता के भरोसे और विश्वास का परिचायक है। पाटील ने जोर देकर कहा कि जनता ने इस चुनाव में अराजक और गुंडागर्दी करने वाले लोगों को पूरी तरह नकार दिया है।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 7:30 pm

सरगुजा में बिहार चुनाव की जीत का जश्न:भाजपा ने पटाखे फोड़े, मिठाइयां बांटी, जिलाध्यक्ष बोले-जनता ने जन-कल्याण और विकास की राजनीति पर मुहर लगाई

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली जीत पर सरगुजा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय से रैली निकाली और घड़ी चौक पहुंची। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की और मिठाई बांटकर जीत का जश्न मनाया। जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया ने कहा कि बिहार की जनता ने जन-कल्याण और विकास की राजनीति पर फिर एक बार मुहर लगाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश प्रगति के नए आयाम स्थापित कर रहा है और बिहार की जनता ने इस विजयी यात्रा को और मजबूती प्रदान की है। उन्होंने कहा कि यह जीत हर भारतीय के विश्वास की जीत है। भाजपा और एनडीए जनता की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए लगातार विकासशील और सुशासन युक्त भारत के निर्माण के लिए समर्पित रहेंगी। महापौर ने बिहार के लोगों को जीत की बधाई दी महापौर मंजूषा भगत ने कहा कि बिहार के लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे विकास पर भरोसा कर एनडीए को फिर से ऐतिहासिक बहुमत दिया है। उन्होंने बिहार के लोगों को भी जीत की बधाई दी है। ये रहे उपस्थित कार्यक्रम में महापौर मंजूषा भगत, अनिल सिंह मेजर, त्रिलोक कपूर कुशवाहा, अंबिकेश केसरी, विनोद हर्ष, मधुसूदन शुक्ला, अरुणा सिंह, फुलेश्वरी सिंह, निलेश सिंह, विकास पांडेय, निश्चल प्रताप सिंह, मनीष सिंह, रूपेश दुबे, सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 7:23 pm

यूपी में केशव का बढ़ेगा कद, टूट सकती अखिलेश-राहुल जोड़ी:मायावती के लिए दलित एकजुट, जानिए बिहार नतीजों का असर

बिहार चुनाव में NDA ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है। BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसका असर अब यूपी में पंचायत चुनाव से लेकर 2027 के विधानसभा चुनाव पर पड़ना तय है। BJP पर सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल (S), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), निषाद पार्टी का दबाव कम होगा। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार के नतीजों के बाद यूपी में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा को नए सिरे से अपनी रणनीति पर विचार करना होगा। अखिलेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ अपनी शर्तों पर गठबंधन करेंगे। बिहार चुनाव नतीजों में भाजपा को बढ़तअब तक के रुझानों में भाजपा 89, जेडीयू को 85, लोजपा को 19 सहित एनडीए को कुल 205 सीटें मिली हैं। बिहार चुनाव के नतीजे खासतौर पर पूर्वांचल में असर करते हैं। पूर्वांचल और बिहार की संस्कृति और परिवेश भी एक जैसा है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार चुनाव के नतीजों से यूपी में गाजीपुर से सहारनपुर तक भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा, लोकसभा चुनाव के बाद जो निराशा छाई थी, वह हटेगी और कार्यकर्ता पंचायत से लेकर विधानसभा चुनाव तक नए जोश से काम करेंगे। जानिए बिहार के नतीजों से भाजपा को क्या राहत मिली? 1- खफा नेता चुनाव से पहले दल बदलने से बचेंगे राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि हर बार चुनाव से पहले कुछ विधायक और नेता दल बदलते हैं। बिहार चुनाव परिणाम के बाद भाजपा और सहयोगी दलों के नाराज नेता भी दल बदलने से बचेंगे। यह भी संभव है कि 2021-22 की तरह सपा के कुछ बड़े नेता भाजपा का दामन थाम लें। 2- सहयोगी दलों की हैसियत घटेगी यूपी में एनडीए के सहयोगी दलों की मोलभाव की ताकत में कमी आएगी। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार में भाजपा ने सुभासपा को एनडीए से बाहर कर साफ संदेश दे दिया था कि वह दबाव में नहीं आएगी। चुनाव के नतीजों से बीजेपी ने साफ कर दिया है कि जनता में पीएम नरेंद्र मोदी का जादू बरकरार है। चुनावी रणनीति में भाजपा के सामने विपक्षी राजनीतिक दल टिक नहीं रहे हैं। ऐसे में यूपी में आगामी पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव में भाजपा और योगी सरकार का मनोबल और राजनीतिक बल बढ़ेगा। सीटों के बंटवारे में सहयोगी दलों का दबाव या मनमर्जी ज्यादा नहीं चलेगी। 3- विधायकों के लिए भी है नसीहतराजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार चुनाव के परिणाम यूपी में बीजेपी के विधायकों के लिए भी नसीहत है। जो विधायक खुद को संगठन व सरकार से ऊपर मानकर चलते हैं, कार्यकर्ताओं और जनता की सुनवाई नहीं करते, पार्टी उनका टिकट काट सकती है। मौजूदा माहौल में भाजपा जिसे पात्र मानकर टिकट देगी, वही मजबूत विकल्प बन जाएगा। भाजपा के अंदर-बाहर क्या असर होगा? 1- भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व प्रभावी होगाराजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार में भाजपा की प्रचंड जीत से पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व प्रभावी होगा। खासतौर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और उनकी टीम का प्रभाव पहले से ज्यादा बढ़ेगा। उसका असर यूपी में योगी सरकार और भाजपा संगठन पर भी देखने को मिलेगा। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति, योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में असर देखने को मिलेगा। पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक में भी प्रदेश से ज्यादा केंद्रीय नेतृत्व की भूमिका अधिक रहेगी। 2- केशव प्रसाद मौर्य का कद बढ़ेगाभाजपा ने बिहार चुनाव में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सह प्रभारी नियुक्त किया था। चुनाव में डिप्टी सीएम केशव ने चुनावी रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाई। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के चुनाव प्रबंधन के एजेंडे को जमीन पर उतारा। बिहार में पिछड़ी जातियों को भी एकजुट करने में सक्रिय भूमिका निभाई। करीब दो महीने तक बिहार में बूथ से लेकर प्रदेश स्तर पर चुनावी जाजम बिछाई। उल्लेखनीय है कि 2017 में केशव के नेतृत्व में ही यूपी में भाजपा को 312 सीटें मिली थीं। पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार चुनाव के दौरान ही केशव को अपने प्रतिनिधि के रूप में भगवान बुद्ध के अस्थि कलश लेकर रूस भेजा था। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि बिहार में भाजपा और एनडीए की प्रचंड जीत से डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का राजनीतिक कद बढ़ेगा। विपक्ष पर असर क्या? अखिलेश को करना होगा मंथन बिहार चुनाव के नतीजे ने संकेत दिया है कि विपक्ष अपनी पकड़ मजबूत नहीं बना पा रहा है। बिहार जातीय ध्रुवीकरण का गढ़ है और वहां ओबीसी का दबाव है। इसके बाद भी विपक्षी गठबंधन को हताशा मिली है। नतीजे विपक्ष के लिए खतरे की घंटी भी हैं। आगामी चुनावों के मद्देनजर सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपनी कमियों, चुनौतियों और सामाजिक समीकरण के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन करना होगा। अखिलेश यादव को चुनावी रणनीति पर गहन मंथन करना होगा। अखिलेश यादव ने भी बिहार में करीब 22 चुनावी रैलियां की थी। ऐसा माना जा रहा है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस का गठबंधन होगा। सपा को पीडीए से इतर कोई नया कार्ड खेलना होगा। दलित वोटर मायावती के लिए फिर एकजुटबसपा प्रमुख मायावती ने बिहार चुनाव में सभी 243 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे। 2020 में बसपा ने 181 सीट पर चुनाव लड़ा था। तब उसे एक सीट पर सफलता मिली थी। चैनपुर से जीते जमा खान जेडीयू में चले गए थे। रामगढ़ और गोपालगंज में बसपा दूसरे नंबर पर थी। इस बार का बिहार चुनाव मायावती के भतीजे आकाश आनंद के लिए भी महत्वपूर्ण था। उन्होंने बिहार में काफी रैली व सभाएं की थीं। हालांकि पार्टी का सबसे अधिक फोकस यूपी से सटे जिलों में खासकर कैमूर जिले पर था। परिणाम आया तो यहां की रामगढ़ सीट बसपा जीतने में सफल रही। बसपा यूपी के सटे जिले में खासकर दलित बहुल सीटों पर अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रही। संदेश साफ है कि दलित वोटर एक बार फिर बसपा के पक्ष में एकजुट हुए हैं। यूपी में इसका बसपा को फायदा मिलेगा। अब एक्सपर्ट व्यू समझिए... वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आनंद राय का कहना है कि बिहार और पूर्वांचल की संस्कृति और परिवेश एक जैसा है। बिहार के नतीजे यूपी के पूर्वांचल में असर डालते हैं। बिहार के नतीजों से यूपी में बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ेगा। बिहार की जीत में यूपी के नेताओं का भी बड़ा योगदान है। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक वीरेंद्रनाथ भट्‌ट का कहना है कि अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी मानते हैं कि उनके पास मौजूद जाति के अक्षय पात्र में वोट गिरते रहेंगे। लेकिन मौजूदा दौर की राजनीति में राजनीतिक दलों को परफॉर्म करना होगा, डिलीवर करना होगा। विकास और रोजगार का मॉडल देना होगा। उन्हें समझना होगा कि अब वह दौर नहीं है कि पीढ़ी दर पीढ़ी सत्ता आपके हाथ में रहेगी। वहीं, दिल्ली में जिस तरह से केजरीवाल को और बिहार में आरजेडी को कांग्रेस ने अंत तक फंसाए रखा, उससे सपा को सबक लेना चाहिए। कांग्रेस यूपी में भी समाजवादी पार्टी को ठीक-ठाक तरीके से परेशान और हैरान करेगी। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... योगी बिहार में भी अखिलेश पर भारी पड़े:31 सीटों में से 27 जीती, सपा प्रमुख की 22 सभाओं में 20 हारी बिहार चुनाव में एनडीए ने प्रचंड जीत दर्ज की है। इस चुनाव में यूपी के नेताओं का भी बहुत कुछ दांव पर लगा हुआ था। बिहार चुनाव में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने 31 सभाएं व रैलियां की। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने किसी भी सीट पर चुनाव लड़े बगैर बिहार में महागठबंधन के पक्ष में 22 सीटों पर प्रचार किया था। रिजल्ट में यूपी सीएम भारी पड़े। उनकी जीत का स्ट्राइक रेट 87 प्रतिशत से अधिक है। एनडीए के 31 में से 27 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। जबकि अखिलेश यादव का स्ट्राइक रेट महज 9 प्रतिशत रहा। उनके प्रचार वाली सिर्फ दो सीटों पर महागठबंधन को जीत मिली। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 7:10 pm

Bihar Election Result: एकमुश्त पैसा, महिलाओं की लॉयल Tsunami, गठबंधन का ओवर कॉन्फिडेंस, मारक नहीं बने मुद्दे... यूं हुआ खेला

Bihar Election 2025 Result:नतीजों ने जो तस्वीर दिखाई उसने तमाम चर्चाओं को एक झटके में गलत साबित कर दिया. नीतीश कुमार और भाजपा न सिर्फ़ जीते बल्कि बल्कि इतने जबर्दस्त अंदाज़ में जिसका अंदाज़ा ख़ुद उन्हें ही नहीं रहा होगा.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 7:05 pm

तेजस्वी को वोट ज्यादा मिले, सीटें कम, 'बेदम' कांग्रेस ने बिगाड़ा खेल

Bihar Assembly Election Results: बिहार विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकने के बावजूद महागठबंधन के मुख्‍यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पिछले चुनाव के मुकाबले आधे से भी कम रह गईं। 2020 में राष्ट्रीय जनता दल 75 सीटें जीतकर बिहार में सबसे बड़ा दल ...

वेब दुनिया 14 Nov 2025 6:46 pm

धन बल के इस्तेमाल से बिहार चुनाव के परिणाम पर गहरा असर पड़ा : अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बिहार चुनाव परिणामों को निराशाजनक बताते हुए आराेप लगाया है कि महिलाओं को 10-10 हजार रुपए बांटने का असर परिणामों पर पड़ा है। गहलोत ने शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस समिति मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि बिहार में खूब धनबल का इस्तेमाल […] The post धन बल के इस्तेमाल से बिहार चुनाव के परिणाम पर गहरा असर पड़ा : अशोक गहलोत appeared first on Sabguru News .

सबगुरु 14 Nov 2025 6:35 pm

सोनीपत में बिहार चुनाव में NDA की जीत पर जश्न:भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की; बड़ौली बोले- PM मोदी को मिला जनादेश

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की बंपर जीत पर हरियाणा भाजपा में जश्न का माहौल है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के सभी जिला कार्यालयों में आतिशबाजी की, मिठाइयां बांटी और मोदी तथा भारत माता की जय के जयकारे लगाए। सोनीपत भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने भी बिहार चुनाव परिणाम कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर देखे और जीत की बधाई देते हुए एक दूसरे को मिठाइयां खिलाई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहन लाल बड़ौली ने बिहार के परिवारजनों को भी जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और जनता के भरोसे की जीत है। बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताया है। उन्होंने जंगलराज को नकारा है और विकास को प्राथमिकता दी है। श्री बड़ौली ने कहा कि बिहार की जीत वाकई में ऐतिहासिक जीत है। विपक्ष ने किया गुमराह करने का प्रयास बड़ौली ने कहा कि चुनाव के दौरान विपक्ष की पार्टियों और खासकर राहुल गांधी ने जनता को भ्रमित और गुमराह करने का पूरा प्रयास किया था, लेकिन बिहार की जनता ने गुमराह करने वालों को सबक सिखाया और पीएम मोदी तथा सीएम नीतिश कुमार पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि एनडीए को बिहार में जो ऐतिहासिक जनादेश मिला है इससे स्पष्ट होता है कि बिहार के लोग जंगलराज को दोबारा देखना नहीं चाहते थे। बिहार विकास का पक्षधर मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि बिहार विकास का पक्षधर है। एनडीए की सरकार ने बिहार को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम नीतिश कुमार के नेतृत्व में बिहार में सुशासन स्थापित हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने इस बार प्रचंड बहुमत देकर यह संदेश दिया है कि बिहार तरक्की पसंद राज्य है, इसलिए उन्होंने विकास करने वाली सरकार को चुना है। नकारात्मक राजनीति करने वालों के दिन लद चुके भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता ने जाति-पात, वर्ग भेद से ऊपर उठकर मतदान किया। आज के इस चुनावी परिणाम ने बता दिया कि अब नकारात्मक राजनीति करने वालों के दिन लद चुके हैं। जनता अब विकास और तरक्की पर भरोसा करती है। कांग्रेस पर साधा निशाना कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बड़ौली ने कहा कि अपनी गलत नीतियों के कारण कांग्रेस अपना जनाधार खो चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कांग्रेस के ही लोगों का भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बेवजह के मुद्दे उठाकर बिहार में जनता को भ्रमित करना चाहते थे, लेकिन बिहार की जागरूक जनता ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर भरोसा किया और राहुल गांधी को नकार दिया है।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 6:23 pm

सीतापुर में बिहार जीत का जश्न, जमकर आतिशबाजी:भाजपा जिलाध्यक्ष बोले- जनता ने दिया आशीर्वाद, विजय रथ लगातार आगे बढ़ रहा

सीतापुर में बिहार विधानसभा के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी व एनडीए को मिली प्रचंड जीत के बाद पूरे जिले में उत्साह का माहौल देखने को मिला। जिले की भाजपा टीम ने जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला के नेतृत्व में जोरदार जश्न मनाया। पार्टी कार्यालय सहित शहर के मुख्य चौराहे पर कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ पड़ी, जहां ढोल-नगाड़ों की थाप पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारे लगाए और एक-दूसरे को बधाइयां दीं। इस ऐतिहासिक जीत के उपलक्ष्य में भाजपाइयों ने आतिशबाजी और पटाखे छोड़कर खुशियों का इजहार किया। जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने स्वयं मिठाई खिलाकर पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए को मिला यह जनादेश जनता के भाजपा पर बढ़ते विश्वास का प्रतीक है। जिलाध्यक्ष शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का विजय रथ लगातार आगे बढ़ रहा है और इसका श्रेय केवल जनता को जाता है। उन्होंने कहा कि “मगध सहित पूरे बिहार में एनडीए ने विपक्ष का सूफड़ा साफ कर दिया है। यह परिणाम बताता है कि जनता विकास, सुशासन और स्थिरता को चुन रही है।” उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में भी जनता भाजपा की नीति और नीयत पर लगातार भरोसा जता रही है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 2027 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भी इसी तरह का जनादेश मिलेगा और प्रदेश में फिर से कमल खिलेगा। जिलाध्यक्ष ने बिहार की जनता को महान बताते हुए उन्हें इस व्यापक जनादेश के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जातिवाद व परिवारवाद की राजनीति को नकारते हुए विकास और राष्ट्रवाद को चुना है। इसी प्रकार उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता से भी आगामी चुनावों में भाजपा को प्रचंड बहुमत से विजय दिलाने की अपील की। कार्यक्रम में जिले के सभी मंडलों से आए भाजपा पदाधिकारी, मोर्चा पदाधिकारी, कार्यकर्ता और समर्थक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प भी दोहराया।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 6:14 pm

बांसवाड़ा भाजपा कार्यालय में बिहार जीत पर जश्न:जिलाध्यक्ष बोले- बिहार का जनादेश मोदी-नीतीश, विकास और सुशासन की जीत बताया

बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की शानदार जीत के बाद बांसवाड़ा भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को ढोल-नगाड़ों, आतिशबाजी और नारों के बीच जमकर खुशी मनाई गई। जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने कहा कि बिहार का जनादेश मोदी-नीतीश। NDA की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनहितकारी नीतियों पर जनता के भरोसे का परिणाम है। बांसवाड़ा भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल बांसवाड़ा शहर के उदयपुर रोड स्थित भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव में NDA गठबंधन की जीत पर जोरदार उत्सव मनाया गया। कार्यकर्ता सुबह से ही उत्साहित थे और परिणाम स्पष्ट होते ही माहौल जयघोषों से गूंज उठा। जय श्री राम और भारत माता की जय से गूंजा परिसर जैसे ही NDA को बहुमत मिलने की पुष्टि हुई, कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए विजयी माहौल बना दिया। ढोल-नगाड़ों की धुन पर कार्यकर्ता नाचने लगे और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर उत्साह साझा किया। आतिशबाजी ने जश्न को और भव्य बना दिया। वरिष्ठ पदाधिकारी रहे उपस्थित, कार्यकर्ताओं में उत्साह जश्न में भाजपा जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी, जिला प्रभारी दिनेश भट्ट, जिला उपाध्यक्ष मणिलाल गुर्जर, महामंत्री किरण जोशी, एडवोकेट जयपाल सिंह डाबी, सुबोध मालोत, मिलन पंड्या, कन्हैया लाल भौई, दीपक जोशी, पीयुष जैन, शीतल भंडारी, योगेश दीवाकर, पमा पहलवान और मनोहर व्यास सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। जनादेश को बताया विकास और सुशासन की जीत जिला अध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने कहा कि बिहार में NDA की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनहितकारी नीतियों पर जनता के भरोसे का परिणाम है। उन्होंने इसे विकास और सुशासन की बड़ी जीत बताया। देर शाम तक कार्यकर्ताओं का उत्साह जारी रहा और कार्यालय का माहौल दीपावली की तरह रोशन बना रहा।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 6:14 pm

bihar election final result: अबकी बार... बीजेपी–जेडीयू की संयुक्त ताकत 175 के पार, राजद के साथ अन्य तडिपार

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना में एनडीए को भारी बढ़त मिलती दिख रही है। शुरुआती नतीजों में बीजेपी और जेडीयू मिलकर 173 से अधिक सीटों पर आगे हैं, जबकि महागठबंधन पिछड़ता नजर आ रहा है। राज्य की राजनीति की दिशा तय करने वाले इन रुझानों ने चुनावी मुकाबले को बेहद रोचक बना दिया है।

प्रातःकाल 14 Nov 2025 6:12 pm

नारनौल में बिहार में एनडीए जीतने पर रामबिलास शर्मा नाचे:भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया जीत का जश्न, विधायक ओमप्रकाश ने भी लगाए ठुमके

हरियाणा के नारनौल में बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एनडीए की जीत पर नाचकर खुशी मनाई। हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि चुनाव परिणाम स्पष्ट कर देते हैं कि देश और बिहार की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित है।महावीर चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ लड्डू बांटते हुए उन्होंने कहा कि बिहार का मतदाता जागरूक है और उसने कांग्रेस के “वोट चोरी” जैसे आरोपों को पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी देश में कमजोर हो रही है और अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। जनता मोदी की नीतियों से प्रभावितइस अवसर पर नारनौल के विधायक एवं पूर्व मंत्री ओम प्रकाश यादव ने भी खुशी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि वे करीब 10 दिनों तक बिहार में चुनाव प्रचार में रहे और तभी स्पष्ट हो गया था कि जनता मोदी और नीतीश कुमार की नीतियों से संतुष्ट है। चुनाव परिणाम ने उस आकलन को सही साबित किया है।प्रो. रामबिलास शर्मा ने आपातकाल के दौरान गया जेल में बंद रहने के अनुभव का जिक्र करते हुए कहा कि वे बिहार के जनमानस को अच्छी तरह समझते हैं। क्योंकि वे कांग्रेस की तानाशाही के चलते इमरजेंसी के दौरान लंबे समय बिहार की गया जेल में बंद रहे थे उन्होंने वहां के लोगों की नब्ज को उसी समय ही पढ़ लिया था बिहार का व्यक्ति कांग्रेस और लालू प्रसाद की नीतियों को पसंद नहीं करता। पहले ही कर दी थी भविष्यवाणी उन्होंने दावा किया कि चुनाव परिणाम से पहले ही उन्होंने एनडीए की वापसी की भविष्यवाणी कर दी थी, ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत का पूर्वानुमान लगाया था और वह सही साबित हुआ। ये रहे मौजूद कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष यतेंद्र राव, पूर्व जिला अध्यक्ष एडवोकेट राकेश शर्मा, योगेश शास्त्री, जेपी सैनी, गोविंद भारद्वाज, आरके जांगडा, सुशील चौटाला, संजय अमन, भाजपा नेत्री सरोज शर्मा, कमलेश सैनी व जेपी सैनी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 6:06 pm

कौशांबी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिहार जीत का जश्न मनाया:जिलाध्यक्ष बोले- मोदी के कुशल नेतृत्व पर जनता ने विश्वास दिखाया

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत के बाद कौशांबी स्थित भाजपा जिला कार्यालय में जश्न मनाया गया। शुक्रवार शाम को भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने कार्यकर्ताओं को लड्डू खिलाकर खुशी जाहिर की। जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ ढोल-ताशे बजाकर जीत का जश्न मनाया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने कहा कि यह जीत बिहार की जनता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व पर अटूट विश्वास का प्रमाण है। उन्होंने एनडीए की जनसेवा, गरीब कल्याण, विकसित भारत और जनकल्याण की प्रभावशाली नीतियों को भी जीत का कारण बताया। मौर्य ने कहा कि यह जनादेश विकास, सुशासन, समृद्धि और स्थिरता के उस मार्ग का समर्थन है, जिस पर नया बिहार आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है। जिलाध्यक्ष ने इस ऐतिहासिक जीत के लिए बिहार की जनता, पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर जिला महामंत्री दीप चंद्र दिवाकर, संजय जायसवाल, जिला उपाध्यक्ष अजय पाण्डेय, अरविंद द्विवेदी, जिला मंत्री प्रदीप कुमार शीलू पाण्डेय, दिनेश पाण्डेय, कमल कुशवाहा, नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र सरोज फौजी, कविता पासी, वरिष्ठ भाजपा नेता भोलेशंकर कुशवाहा, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सिराथू लवकुश मौर्य, हुबलाल दिवाकर, डीसीएफ चेयरमैन चंद्र दत्त शुक्ल, मीडिया प्रभारी ज्ञानेन्द्र साहू और सोशल मीडिया संयोजक जितेंद्र साहू सहित कई मंडल अध्यक्ष और युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 6:06 pm

बिहार की जीत पर भाजपा ने मनाया जश्न:जिलाध्यक्ष बोले- बिहार की जनता ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया; भारत 2047 में विश्वगुरु बनेगा

बिहार में NDA गठबंधन की हुई जीत का जश्न भाजपा द्वारा प्रदेशभर सहित गुना में भी मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाट रोड स्थित पार्टी कार्यालय से हनुमान चौराहे तक रैली निकाली। एक दूसरे को मिठाई खिलाई और आतिशबाजी चलाई। पार्टी कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों की थाप पर जमकर थिरके। भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता हाट रोड स्थित पार्टी कार्यालय पर एकत्रित हुए। यह। भाजपा जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारों के साथ कार्यकर्ता हनुमान चौराहे तक आए। यहां जमकर आतिशबाजी की गई। वहीं एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार ने कहा कि पूरे बिहार में सच में बाहर आई है। प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व ने भी बिहार में एक महीने तक मेहनत की है, उनको भी बहुत बहुत धन्यवाद और आभार करते हैं। इस जीत से देश के कोने-कोने में कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। पिछले 11 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेवा, सुशासन और विकास की जो चिंता की है, यह जीत उसी का परिणाम है। विकास की योजनाएं अंतिम छोर के व्यक्ति, अंतिम नागरिक तक पहुंची हैं, यह जीत उनका प्रतिफल है। बिहार की जनता ने जंगलराज को नकार दिया है। कांग्रेस और RJD को नकार दिया है। वो कभी EVM पर ठीकरा फोड़ते हैं, कभी वोट चोरी की बात करते हैं। जनता उनके इस झूठ को समझ गई है। प्रचंड बहुमत से NDA को बिहार की जनता ने जिताया है। यह बहनों की जीत है। उन्होंने भाजपा का परचम लहराया है। वहां की जनता ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया है। यहां से एक अनुरोध और है कि सभी लोग SIR के काम में जुट जाएं, क्योंकि SIR के तहत ही वहां से फर्जी वोट हटाए गए। इस दौरान जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिकरवार, विधायक पन्नालाल शाक्य, नपाध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि हरिसिंह यादव, अशोक शर्मा, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह सलूजा, जिला महामंत्री संतोष धाकड़, महामंत्री चंद्रप्रकाश अहिरवार, उपाध्यक्ष शिवपाल परमार, पूर्व जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिकरवार, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष राजेश राजपूत, मीडिया प्रभारी अंकुर श्रीवास्तव सहित भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। तस्वीरों में देखिए जश्न

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 5:56 pm

टोंक में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिहार जीत पर मनाया जश्न:जिलाध्यक्ष बोले– यह सत्य और सुशासन की जीत हैं; आतिशबाजी कर मुंह मीठा कराया

बिहार में NDA की जीत के बाद शुक्रवार को टोंक में भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी घंटाघर पर एकत्रित हुए। जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर जीत का जश्न मनाया। भाजपा जिलाध्यक्ष बोले कि NDA की यह सत्य और सुशासन की जीत हैं। नकारात्मक राजनीति को करारा दिया जवाब भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान ने इस ऐतिहासिक जीत को सत्य और सुशासन की जीत बताया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने विकास और राष्ट्रवादी विचारधारा पर भरोसा जताकर विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को करारा जवाब दिया है। मोदी नेतृत्व पर बढ़ा जनता का भरोसा जिलाध्यक्ष ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और बिहार का जनादेश इसका मजबूत संदेश है। जनता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह विकास की राह पर आगे बढ़ते भारत के साथ है। भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष गणेश माहुर, सतीश चंदेल, जिला महामंत्री विष्णु शर्मा, प्रभु बाडोलिया, नरेश बंसल, ओमप्रकाश पांडे, रामनिवास गुर्जर, राजेश शर्मा, हरिराम यादव, नीलिमा आमेरा, महेंद्र सिरोठा, जूली शर्मा, हेमंत सैनी, धोलू गुर्जर, श्योराज जाट, शंभू शर्मा, राहुल गुर्जर, मनीष सिसोदिया, पंकज पहाड़िया, राजेश मंगल, लोकेश गुप्ता, देवराज गुर्जर, आशीष शर्मा, चौथमल विजय, मुकेश सैनी, ममता शर्मा, हर्षित जैन, तौसीफ खान, विकार खान, अजय डोई, वैभव पाटनी, सुभाष सैनी सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 5:55 pm

Bihar Election Natije 2025: शपथ लेने में सबसे आगे, पर कुर्सी पर टिके रहने में पीछे! जानिए अब तक कितने दिन सीएम रह चुके हैं नीतीश

Bihar Election Result 2025:सबसे लंबे वक्त तक सीएम रहने का रिकॉर्ड सिक्किम के सीएम रहे पवन चामलिंग के नाम दर्ज हैं, जो 24 साल 165 दिन तक मुख्यमंत्री रहे. दूसरी ओर, नीतीश कुमार 18 साल 347 दिन से मुख्यमंत्री हैं. इस दौरान उन्होंने कई बार सियासी पलटी मारी है. कभी वह एनडीए के साथ रहे तो कभी महागठबंधन का हाथ थामा.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 5:44 pm

Bihar Election Result 2025 : बिहार में NDA को मिला सुनहरा ताज; नितीश की 'वो' स्किम ने दिलाई जीत

Bihar Election Result 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नीतीश कुमार की धमाकेदार वापसी! JDU 80 सीटों पर बढ़त, NDA 200 पार। 10 हज़ारिया स्कीम, जीविका दीदी, शराबबंदी, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड और 125 यूनिट मुफ्त बिजली ने महिलाओं-युवाओं को साधा। साइलेंट वोटर जागा, महागठबंधन धराशायी – नीतीश की योजनाओं ने रचा इतिहास। पूरी रिपोर्ट।

प्रातःकाल 14 Nov 2025 5:23 pm

एनडीए को भारी बढ़त मिलने पर पप्पू यादव का बड़ा बयान, कहा- 'यह बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण’

बिहार में वोट काउंटिंग के दौरान एनडीए को भारी बढ़त मिलने को पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने 'दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया है

देशबन्धु 14 Nov 2025 5:23 pm

Bihar Election Result : चुनावी झटके से बाजार सहमा; निफ्टी 25,785 से नीचे लुढ़का

Bihar Election Result : भारतीय शेयर बाज़ार में शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज हुई, जहाँ सेंसेक्स 409 अंक और निफ्टी 124 अंक लुढ़क गया। बिहार चुनाव नतीजों की अनिश्चितता, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, वैश्विक बाज़ारों की कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने मिलकर मार्केट पर दबाव बढ़ाया। निवेशकों में सतर्कता और घबराहट साफ दिखाई दी।

प्रातःकाल 14 Nov 2025 5:19 pm

Bihar Election Result 2025: SIR पर विपक्ष की घेरेबंदी के गुब्बारे में शाह ने चुभोई पिन, कहा- इसी वजह से बढ़ी वोटिंग

Amit Shah on NDA Win in Bihar: अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'जंगलराज और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले चाहे किसी भी भेष में आएं, बिहार की जनता उन्हें दोबारा मौका नहीं देगी.' गृह मंत्री ने दावा किया कि एनडीए सरकार प्रदेश को विकास, सुशासन और स्थिरता के मार्ग पर आगे बढ़ाती रहेगी.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 5:05 pm

पटाखे से झुलसीं BJP मेयर:करनाल में हाथ पर आकर गिरा, साड़ी भी जली; बिहार में भाजपा की जीत का जश्न मना रहे थे

हरियाणा के करनाल में भाजपा की मेयर रेणु बाला गुप्ता पटाखे फटने से झुलस गईं। यह घटना तब हुई जब वह भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बिहार में पार्टी की जीत का जश्न मना रही थीं। मेयर गुप्ता मीडिया से बातचीत कर रही थीं कि अचानक एक पटाखे की चिंगारी उनके हाथ और पेट पर लगी, जिससे उनकी साड़ी का कुछ हिस्सा भी जल गया। घटना का पता चलते ही, भाजपा के एक नेता तुरंत पास की दुकान से टूथपेस्ट लेकर आए और मेयर को दिया, जिसे उन्होंने तुरंत अपने झुलसे हुए हिस्से पर लगाया। इसके बाद मेयर गुप्ता अपने घर चली गईं। घटना पर कोऑर्डिनेटर की 2 बातें... मेयर बोलीं- महागठबंधन ने कभी विकास की बात नहीं कीजश्न के दौरान मेयर रेणु बाला गुप्ता ने कहा कि बिहार में महागठबंधन ने कभी भी विकास की बात नहीं की। उन्होंने कभी वोट चोरी का आरोप लगाया तो कभी कहा कि राजनीति में पैसों का इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन आज जो आत्मविश्वास जागा है, उसने इन सभी बातों को गलत साबित करते हुए एक बड़ी जीत दिलाई है। लगातार तीसरी बार मेयर बनीं गुप्तारेणु बाला गुप्ता 2024 में तीसरी बार करनाल से मेयर बनीं। वह ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ मेयर्स की प्रेसिडेंट भी हैं। उनके पति बृजभूषण गुप्ता भाजपा के करनाल जिला कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2013 में करनाल एमसी काउंसलर्स ने उन्हें मेयर चुना। इसके बाद 2018 में उन्होंने डायरेक्ट इलेक्शन में भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की। उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार आशा वाधवा को 9,348 वोटों से हराया। यह हरियाणा का पहला डायरेक्ट मेयर चुनाव था। फरवरी 2025 में उन्होंने तीसरी बार भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की। पार्टी में उनकी भूमिका की बात करें तो वह भाजपा की महिला विंग में सक्रिय हैं।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 5:02 pm

Bihar Election Result 2025: बिहार चुनाव में क्यों बुझ गई 'लालटेन'? जानिए हार के 5 बड़े फैक्टर

RJD Bihar Election Defeat Reason: बीजेपी ने आरजेडी के 52 यादव उम्मीदवार मैदान में उतारने को लेकर जातिवाद को लेकर बड़ा कैंपेन छेड़ दिया और पूरे चुनाव के दौरान आरजेडी और यादव राज का नैरेटिव चलाया. बीजेपी का ये कैंपेन उन लोगों को छू गया जिन्होंने बिहार में 2005 से पहले का लालू राज देखा था.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 4:44 pm

बीजेपी मोलभाव कर सकेगी, लेकिन अब भी सहयोगियों पर निर्भर:महिलाओं की कैश स्कीम्स जीत की चाबी, राहुल का क्या; बिहार चुनाव के 7 नेशनल इम्पैक्ट

बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी 90% स्ट्राइक रेट के साथ 92 सीटें जीत रही है, लेकिन जेडीयू भी सभी को चौंकाते हुए 80% स्ट्राइक रेट से 82 सीटों पर आगे चल रही है। नतीजों के बाद बीजेपी की बारगेनिंग पावर जरूर बढ़ेगी, लेकिन नेशनल पॉलिटिक्स में वो अब भी सहयोगियों के भरोसे रहेगी। ब्रांड मोदी से राहुल गांधी तक, महिलाओं की फ्री स्कीम्स से SIR के मुद्दे तक; बिहार चुनाव के ऐसे 7 बड़े नेशनल इम्पैक्ट जानेंगे भास्कर एक्सप्लेनर में… पॉलिटिकल एनालिस्ट अमिताभ तिवारी के मुताबिक, 'महिलाओं को पैसे देकर लुभाना यह एक रेसिपी फॉर सक्सेस हो सकता है। आने वाले चुनाव में अब यह एक फॉर्मूला बन जाएगा और यह हमेशा काम करता है। सरकार, इलेक्शन कमीशन या सुप्रीम कोर्ट ही इसके खिलाफ नियम बनाकर कुछ बदलाव ला सकते हैं।' सीनियर जर्नलिस्ट हर्षवर्धन त्रिपाठी बताते हैं, 'अगर चुनाव के पहले NDA ने जो 10,000 रुपए बांटे हैं, इससे 50% महिलाएं भी कोई उद्यम शुरू करने में सफल होती हैं, तो ये एक अच्छा ट्रेंड बनेगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है और यह सिर्फ चुनाव जीतने की स्कीम बनकर रह जाती है तो यह अर्थव्यवस्था के लिए बहुत खतरनाक है। खासकर तब जब हम कह रहे हैं कि चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाले हैं।' हर्षवर्धन त्रिपाठी बताते हैं, ‘ब्रांड मोदी अभी भी इनटैक्ट है। भले ही मोदी ने मैं-मैं करके ज्यादा बात नहीं की, लेकिन जिन महिलाओं को 10,000 रुपए मिले वो नीतीश के साथ मोदी का भी नाम ले रही थीं। बदलाव बस इतना आया बीजेपी अब नरेंद्र मोदी का इस्तेमाल जरूरत के हिसाब से और रणनीतिक रूप से करेगी, जैसा उसने पहले हरियाणा, महाराष्ट्र और अब बिहार में भी किया।’ अमिताभ तिवारी बताते हैं, 'बीजेपी अब मोदी के नाम पर चुनाव जीतने के बजाय लोकल मुद्दों और लोकल नेताओं के दम पर चुनाव जीतने की नीति अपना रही है। महाराष्ट्र चुनाव में भी यही हुआ। बीजेपी के लिए यह जरूरी भी है क्योंकि अगले साल जिन 5 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, उसमें एक असम को छोड़ दें तो बीजेपी का कहीं बहुत स्ट्रॉन्ग होल्ड नहीं है।' अमिताभ तिवारी कहते हैं, किसी भी ब्रांड के चार फेज होते हैं- परिचय, विकास, परिपक्वता और अवनति यानी गिरावट। ब्रांड मोदी अभी परिपक्वता की ऊंचाई पर है। हर्षवर्धन त्रिपाठी कहते हैं, 'बीजेपी की उसके सहयोगी दलों पर डिपेंडेंसी तो साफ तौर पर है। बिहार में भले ही वो अब अकेले दम सरकार बना सकती है, लेकिन वो नीतीश कुमार को खारिज नहीं कर सकती। नेशनल लेवल पर बीजेपी चाहेगी कि उसके सहयोगी किसी तरह से बंधे रहें। अच्छी बात यह है कि चंद्रबाबू नायडू छोड़कर जाएंगे नहीं क्योंकि उन्हें अपनी राजनीति के लिए केंद्र की जरूरत है। चिराग पासवान की राजनीति भी बीजेपी पर निर्भर है।’ सी-वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख के मुताबिक, ‘इस चुनाव में अगर कुछ बहुत बुरी तरह से फेल हुआ है तो वो वोट चोरी कैम्पेन है। अगर वोटिंग परसेंट थोड़ा भी कम होता तो हम यह मान सकते थे कि लोगों का लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में भरोसा कम हुआ है, लेकिन वोटर टर्नआउट ने इतिहास बना दिया। इस बार ऐसा भी नहीं हुआ कि आखिरी घंटों में वोटिंग परसेंट बढ़े, बल्कि शुरू से ही ज्यादा टर्नआउट रहा।’ अमिताभ तिवारी कहते हैं, ‘कांग्रेस महागठबंधन की कमजोर कड़ी है। क्षेत्रीय पार्टियां अब कांग्रेस पर हमलावर होंगी कि उसकी वजह से हम चुनाव हारते हैं। कांग्रेस पर सवाल उठेंगे कि वो लोकल लीडर्स को अपने हिसाब से काम नहीं करने दे रही और मुद्दों को भटका रही है।’ पॉलिटिकल एक्सपर्ट रजत सेठी के मुताबिक, वोट परसेंट बढ़ने का सबसे बड़ा कारण SIR है। वोटर्स के रिवीजन की वजह से डुप्लिकेट वोट हटे हैं, जिसकी वजह से स्वाभाविक रूप से पोलिंग परसेंट बढ़ा है। अब बाकी देश में भी SIR की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 2026 में पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में इन चुनावों में भी वोटिंग परसेंट बढ़ सकता है। अमिताभ तिवारी के मुताबिक वोटिंग परसेंट बढ़ने की वजह SIR बिल्कुल नहीं है, बल्कि यह वास्तविक ग्रोथ है। हालांकि हर्षवर्धन त्रिपाठी बताते हैं, 'SIR होगा तो निश्चित रूप से वोटर लिस्ट प्यूरिफाई होगी। जो लोग कहीं और चले गए हैं, उनके नाम कटेंगे और नए लोगों के नाम जुड़ेंगे। इससे एक अच्छी वोटर लिस्ट बनेगी जिसके कारण देश भर के चुनावों में वोट परसेंट बिल्कुल बढ़ेगा।' सी-वोटर के फाउंडर यशवंत देशमुख के मुताबिक, नौकरी और रोजगार के वादों ने युवा वोटर्स खासकर ग्रामीण युवा वोटर्स को आकर्षित किया। ये वो लोग हैं जिन्होंने वो दौर नहीं देखा जिसे लालू का जंगलराज कहकर NDA ने प्रचारित किया। हर्षवर्धन त्रिपाठी बताते हैं, ‘इस चुनाव से यह सुखद संकेत दिखाई दे रहे हैं कि रोजगार अब चुनावी मुद्दा बनेगा, लेकिन यह वोट में कितना तब्दील होगा, यह कहना मुश्किल है। रोजगार का मुद्दा तो उठेगा, लेकिन अभी का ट्रेंड देखकर तो लगता है कि वोटर अपना नेता या अपनी जाति देखकर ही वोट डालेगा।' सीनियर जर्नलिस्ट अरुण दीक्षित के मुताबिक, 'अब रोजगार पर बात करना पार्टियों की मजबूरी होगी। तेजस्वी यादव ने जिस तरह रोजगार का मुद्दा उठाकर युवाओं को साधा, बिहार में यह चुनावी मुद्दा बन गया। आने वाले चुनावों में भी अब पार्टियां इस मुद्दे से बच नहीं सकती।' अमिताभ तिवारी कहते हैं, 'भारत की राजनीति में तीसरे मोर्चे का स्कोप जरूर है, लेकिन इसमें समय लगता है। हर पार्टी आम आदमी पार्टी की तरह नहीं होती, जिसे आंदोलन के कारण पहले चुनाव से ही एक बेस मिल गया था। अगर लगे रहेंगे तो पीके की जगह जरूर बनेगी।' ----------- ये खबर भी पढ़िए... जब प्यार में नीतीश कुमार ने आधी रात दौड़ाई बाइक:साथ रहने के लिए दिल्ली में पत्नी की नौकरी लगवाई, विवाद हुआ तो लालू को लिखी चिट्ठी साल 1985। बिहार के मौजूदा CM नीतीश कुमार तब पहली बार विधायक बने। जब चुनाव जीतकर अपने घर बख्तियारपुर पहुंचे, तो उनका खूब स्वागत हुआ, लेकिन धूम-धाम के बीच नीतीश की आंखें पत्नी मंजू को ढूंढ रही थीं, जो उस समय अपने मायके सेवदह जा चुकी थीं। बेचैन नीतीश ने आधी रात अपने एक साथी से कहा- मोटरसाइकिल निकालो, हम मंजू से मिलने जाएंगे। पूरी खबर पढ़िए...

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 4:39 pm

Bihar Election Results 2025: तेजप्रताप नहीं दिखा सके तेज, लालू के बड़े बेटे महुआ में बेहाल

परिवार और पार्टी से बेदखल होने के बाद तेज प्रताप ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जनशक्ति जनता दल (JJD) पार्टी बनाकर चुनाव में उतरे। खुद तेजप्रताप की महुआ में हालत खराब है। लेकिन अभी तक के रुझानों के मुताबिक जेजेडी का एक भी उम्मीदवार रुझान में आगे ...

वेब दुनिया 14 Nov 2025 4:34 pm

अंता में दूसरे-नंबर पर बीजेपी,अजमेर में बिहार जीत का जश्न:कार्यकर्ताओं ने की आतिशबाजी, जिला अध्यक्ष बोले- झूठे वादे करने वालों को जनता ने नकारा

अंता उपचुनाव में बीजेपी दूसरे स्थान पर रही। लेकिन अजमेर में बिहार चुनाव में जीत का जश्न मना। एनडीए की जीत पर अजमेर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया। शुक्रवार को भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश सोनी के नेतृत्व में कार्यकर्ता अग्रसेन चौराहे पर इकट्ठा हुए और जश्न मनाया। कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी की और एक दूसरे को लड्डू खिलाकर जश्न मनाया। जिला अध्यक्ष रमेश सोनी ने कहा- एक बार फिर से हुआ की भारत और बिहार की जनता ने विकास, विश्वास और विरासत को संरक्षण देने का उद्देश्य जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथ में लिया था उस पर जनता ने मोहर लगाई है। यूपी की प्रचंड जीत के बाद जिस प्रकार से भगवान रामलाल का भव्य मंदिर बना और बिहार की जनता ने तय कर लिया था कि हमारी मिथिला कुमारी सीता माता है, उसके प्रदेश में भी एक बार पुनः रामराज स्थापित होगा और जनता ने उस पर मोहर लगाई। जिला अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव के समय में जो झूठे वादे किए गए उन्हें जनता के द्वारा नकारा गया। जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और नितेश कुमार के सुशासन की सरकार पर पुनः विश्वास व्यक्त करते हुए प्रचंड बहुमत दिया है। जनता ने यह सिद्ध कर दिया कि यह भारत देश बदल रहा है। इस देश की जनता ने ठान लिया कि इस देश के विकास करने वाले और राष्ट्रीय हित में बात करने वाली पार्टी को ही लोकतंत्र में स्थान और महत्व देंगे।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 4:08 pm

सुर से लेकर सत्‍ता तक पहुंचने वाली मिथिला की आवाज, जानिए कौन हैं मैथिली ठाकुर?

कुछ साल पहले ही अपनी गायकी और लोकगीतों से चर्चा में आई मिथिला की आवाज मैथिली ठाकुर अब बिहार की सत्‍ता का हिस्‍सा होंगी। अपनी गायिकी की वजह से वे पहले से ही प्रसिद्ध हैं, मैथिली ठाकुर सुरों की दुनिया से निकलकर राजनीति (सत्‍ता) के गलियारों तक पहुंचने वाली एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने अपनी आवाज़ से न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाई है। पर अब वे राजनीतिक गलियारों में अपने सुर साधने की कोशिश करेंगी। सत्‍ता के इस सफर में कितना सफल हो पाएगीं यह तो वक्‍त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल बिहार चुनाव में उनकी जीत तकरीबन तय हो गई है। जानते हैं कौन हैं मैथिली ठाकुर। मैथिली ठाकुर कौन हैं ? (Who is Maithili Thakur?) मैथिली वह बिहार के मधुबनी जिले से आती हैं और अपनी जड़ों से गहरे जुड़ी हुई हैं। वह मुख्य रूप से मैथिली लोकगीत (जैसे सोहर, झूमर, चैती), भजन और पारंपरिक भारतीय संगीत और गायन के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अपने दोनों भाई-बहन, ऋषभ ठाकुर (तबला/परकशन) और अयाची ठाकुर (हारमोनियम/गायन) के साथ मिलकर संगीत की त्रयी बनाई है, जो सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय है। प्रसिद्धि और यात्रा : इंडियन आइडल जूनियर (2011): उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इसी रियलिटी शो से की थी। राइजिंग स्टार (2017) के रियलिटी शो की फाइनलिस्ट थीं, जिसने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। YouTube और Facebook पर उनके पारंपरिक लोक गीतों और भजनों के वीडियो को करोड़ों (Millions) में व्यूज मिलते हैं, जिससे वह कम समय में ही एक बहुत बड़ी ऑनलाइन हस्ती बन गईं। उन्हें संगीत में उनके योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। मैथिली ठाकुर का सुर से सत्‍ता तक पहुंचने का उनका ये सफर हालिया सरकारी और सार्वजनिक भूमिकाओं से है, न कि सक्रिय राजनीति (चुनाव लड़ने) से। बिहार की ब्रांड एंबेसडर ( Brand Ambassador of Bihar): उन्हें बिहार के लोक संगीत और कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बिहार राज्य खादी और हस्तशिल्प की ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। चुनाव आयोग का आइकन ( State Icon of Election Commission): 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले, भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने उन्हें बिहार का 'स्टेट आइकन' (State Icon) नियुक्त किया। Edited By: Navin Rangiyal

वेब दुनिया 14 Nov 2025 4:03 pm

बेढम बोले-अंता चुनाव में कांग्रेस ने धन-बल का प्रयोग किया:तुष्टिकरण कर रिजल्ट को प्रभावित किया; बिहार जीत पर जश्न मनाया

बिहार में NDA की जीत के बाद भरतपुर बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। इस दौरान गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने अंता चुनाव को लेकर कहा कि वहां पर कांग्रेस ने धन बल का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा- कई जगह छापे पड़े तो, कांग्रेस के लोगों को पकड़ा भी गया था। जिस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उखड़ भी रहे थे। बिहार की जनता ने NDA गठबंधन पर जताया विश्वासगृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा- बिहार में NDA को प्रचंड बहुमत मिला है। प्रधानमंत्री का जो विजन है, उसे बिहार की जनता ने दोबारा स्वीकार करते हुए NDA गठबंधन को भारी बहुमत दिया है। बिहार की जनता ने विकास के साथ खड़े होकर विकसित भारत की संकल्पना को पूरा करने के लिए बिहार को भी विकास की गति में जोड़ने के लिए और बिहार में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए NDA गठबंधन पर विश्वास जताया। अंता में कांग्रेस ने धन बल का प्रयोग कियागृह राज्य मंत्री ने अंता विधानसभा चुनाव पर कहा- अंता में धन बल प्रयोग जिस तरीके से किया गया। कांग्रेस ने लोगों को प्रभावित करने का काम किया हुआ था। बीजेपी के कार्यकर्ता भी प्रत्याशी मोरपाल सुमन के साथ खड़े रहे। कांग्रेस ने तुष्टिकरण और धन का दुरुपयोग कर वहां रिजल्ट को प्रभावित किया है। सरकार और सीएम भजन लाल शर्मा अंता के विकास के लिए काम करेंगे। कई जगह छापे पड़े तो कांग्रेस के लोगों को पकड़ा भी गया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा उखड़ भी रहे थे।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 4:02 pm

Bihar election result 2025 : मुकेश सहनी देख रहे थे डिप्टी CM बनने का सपना, पार्टी का इतना बुरा हाल

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 200 से अधिक सीटें मिलती दिखाई दे रही है, वहीं रुझानों में महागठबंधन 29 सीटों पर आगे है। प्रशांत किशोर की जनसुराज का तो खाता भी नहीं खुला है। डिप्टी सीएम का सपना लेकर एनडीए का साथ छोड़कर महागठबंधन में शामिल हुए ...

वेब दुनिया 14 Nov 2025 3:49 pm

₹10000 वाले जिस स्कीम ने बिहार में लालटेन जलने नहीं दी, बना NDA की जीत का M फैक्टर, क्या है वो योजना, कैसे करें अप्लाई, किसे मिलता है फायदा ? जानें सबकुछ

Bihar BJP Win Reason: बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है. एनडीए ने प्रचंड जीत हासिल की है. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों से एक बार फिर साबित कर दिया कि अब जाति नहीं M फैक्टर काम करेगा. M मतलब महिला फैक्टर.

ज़ी न्यूज़ 14 Nov 2025 3:36 pm

हिमाचल CM बोले- बिहार में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा:पार्टी वहां अलायंस पार्टनर थी; डॉक्टरों के ट्रांसफर मामले में झूठ बोल रही बीजेपी

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा- कांग्रेस वहां अलायंस पार्टनर थी। कांग्रेस ने 60 सीटों पर ही चुनाव लड़ा है। वहां पर कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है। सीएम ने कहा- अभी मतगणना जारी है। इसलिए फाइनल रिजल्ट के बाद प्रतिक्रिया दे पाएंगे। शिमला में मीडिया से बातचीत में सीएम सुक्खू ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी नेरचौक मेडिकल कॉलेज से 41 डॉक्टर ट्रांसफर करने पर झूठ बोल रही है। उन्होंने कहा- मेडिकल कॉलेज का अलग से कैडर बनाया जा रहा है। जो डॉक्टर ट्रांसफर किए, उनसे से 28 को मंडी जिले की ही डिस्पेंसरी में लगाया गया है। मेडिकल कॉलेज का अलग कैडर बना रही सरकार: सुक्खू सीएम ने कहा- प्रदेश सरकार मेडिकल कॉलेज का अलग कैडर बना रही है और हेल्थ सर्विसेज का अलगा। आईजीएमसी में भी जो हेल्थ सर्विसेज के डॉक्टर है, उन्हें भी हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा- सरकार मेडिकल कॉलेज को जल्द स्टाफ देगी। पूर्व भाजपा सरकार की तरह नहीं करेगी कि मेडिकल कॉलेज खोल दिए और एमआरआई मशीनें प्राइवेट में दे दी। मंडी में सरकारी कार्यक्रम होगा: CM सीएम ने कहा- मंडी में सरकार तीन साल पूरा करने पर जश्न मना रही है। यह सरकारी कार्यक्रम होगा। इसमें सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को जनता के बीच रखा जाएगा। उन्होंने कहा- सरकार ने भ्रष्टाचार के चोर दरवाजे बंद किए है। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 3:03 pm

गुरुग्राम में कांग्रेसाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बोले- बिहार में वोट चोरी:चुनाव परिणाम जनता की अपेक्षाओं के उल्ट; EVM में गड़बड़ी की संभावना जताई

हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने कहा है कि बिहार में चुनाव के परिणाम जनता की अपेक्षाओं के विपरीत हैं। राव नरेंद्र ने कहा कि 2014 के बाद से हुए सभी चुनावों के परिणाम आम लोगों की उम्मीदों से अलग रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की सरकार बनने की बात कही थी, लेकिन परिणाम इसके उलट आए। “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान जारी राव नरेंद्र ने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेशभर में “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान चलाया हुआ है, जो 11 दिसंबर को गुरुग्राम में समाप्त होगा। इस अभियान के माध्यम से लोगों को भाजपा की नीतियों और चुनावी अनियमितताओं के प्रति जागरूक किया जा रहा है। नेहरू जयंती पर श्रद्धांजलि इस बीच, देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। राव नरेंद्र ने कहा कि पंडित नेहरू ने भारत को आधुनिकता और विकास की दिशा दी। आजादी के बाद उन्होंने देश को एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए अथक परिश्रम किया। बच्चों के प्रति उनके स्नेह के कारण ही उन्हें ‘चाचा नेहरू’ के नाम से जाना जाता है।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 3:00 pm

कौन है सतीश कुमार, जिन्होंने तेजस्वी यादव के राघोपुर में दिखाए तारे

Bihar election result 2025 Party wise seats: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महागठबंधन की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इस चुनाव में लालू यादव की पार्टी फिलहाल 30 से भी कम सीटों पर सिमटती दिखाई दे रही है। यहां तक गठबंधन के सीएम उम्मीदवार और राघोपुर से राजद प्रत्याशी तेजस्वी यादव पर भी हार का खतरा मंडरा रहा है। भाजपा नेता सतीश कुमार 30 में से 11 राउंड के बाद यहां से करीब 5 हजार वोटों से आगे हैं। राघोपुर विधानसभा सीट से 2 बार विधायक चुने गए तेजस्वी यादव इस बार कांटे के मुकाबले में फंसे नजर आ रहे हैं। लालू परिवार का गढ़ मानी जाने वाली इस यादव बहुल सीट पर इस बार पासा पलटता दिखाई दे रहा है। ALSO READ: जन सुराज की 'जमानत' जब्त! खाता भी नहीं खुला, क्या प्रशांत किशोर लेंगे राजनीति से संन्यास? कौन हैं सतीश कुमार : सतीश कुमार भी बिहार की राजनीति में दिग्गज नेता माने जाते थे। पहले वे जदयू में थे हालांकि बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए। 2010 के विधानसभा चुनाव में उन्‍होंने राबड़ी देवी को हराया था। हालांकि 2015 और 2020 में उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा था। संकट में लालू परिवार की सीट : राघोपुर से चुनाव जीतकर लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच चुके हैं। तेजस्वी यादव भी यहां से जीतकर उप मुख्यमंत्री बने थे। इस बार भी उनकी उम्मीदें आसमान पर थी लेकिन जिस सतीश कुमार को उन्होंने 2 बार हराया वे ही इस बार राजद के दिग्गज नेता पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने यहां से चंचल कुमार चुनावी मैदान में उतारा तो तेजप्रताप की पार्टी जनशक्ति जनता दल ने प्रेम कुमार को टिकट दिया। edited by : Nrapendra Gupta

वेब दुनिया 14 Nov 2025 2:26 pm

कन्नौज में भाजपा ने बिहार जीत का जश्न मनाया:पूर्व सांसद के कार्यालय पर ढोल-नगाड़ों के साथ आतिशबाजी हुई, जमकर थिरके कार्यकर्ता

कन्नौज में भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को जमकर जश्न मनाया। बिहार में मिली प्रचंड जीत से उत्साहित भाजपाई पूर्व सांसद के कार्यालय पर एकजुट हुए। यहां ढोल की थाप पर थिरकते हुए एक-दूसरे को बधाई दी। भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के कार्यालय पर शुक्रवार दोपहर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की जमकर भीड़ उमड़ी। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिली प्रचंड जीत से उत्साहित कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, जिलाध्यक्ष वीरसिंह भदौरिया, पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत को माला पहनाकर मिठाई खिलाई। कार्यालय के बाहर भाजपाइयों ने जमकर आतिशबाजी छुड़ाई। यहां ढोल की थाप पर पार्टी नेता और कार्यकर्ता जमकर थिरके। यहां पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहाकि बिहार में एनडीए की सरकार में पिछले 20 वर्षों से जो सुशासन का राज रहा और जो वहां विकास की गंगा बही है, उससे वहां के लोगों का भरोसा बीजेपी और एनडीए पर बढ़ा है। खासकर माताओं और बहनों ने सरकार और भरोसा जताया। जिस कारण से एनडीए ने प्रचंड बहुमत हासिल किया। विपक्षी दल के नेताओं द्वारा नेपाल जैसी स्थित करने की धमकी दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहाकि भारत के जेन जी ने ही मोदी को प्रधानमंत्री मंत्री बनाया। भ्रष्टाचार के खिलाफ जेन जी ने पिछली सरकारों को उखाड़ फेंका है। अब ऐसे में यदि कोई देश का माहौल खराब करने का प्रयास करेगा तो यहां का जेन जी उनका क्या हश्र करेगा ये उन्हें पता होना चाहिए। जिलाध्यक्ष वीरसिंह भदौरिया ने कहाकि बिहार की जीत में हमारे पूर्व सांसद सुब्रत पाठक का भी योगदान है। उन्होंने बिहार चुनाव के दौरान वहां जमकर प्रचार किया और पसीना बहाया। इस जीत में कन्नौज की खुशबू भी शामिल है।

दैनिक भास्कर 14 Nov 2025 2:17 pm