जीडीपी वृद्धि आर्थिक लचीलेपन का नतीजा
जयपुर | उद्योग संगठनों के अनुसार जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में 8.2 फीसदी वृद्धि मजबूत घरेलू मांग, सेवा निर्यात में मजबूती और कम मुद्रास्फीति के चलते संभव हुई। यह प्रदर्शन भारत की मजबूत आर्थिक क्षमता को दर्शाता है। फेडरेशन अॉफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) के अघ्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि जीडीपी वृद्धि का आधार निजी उपभोग रहा। निर्यात में 5.6 फीसदी की वृद्धि इसमें सहायक रही। जीडीपी वृद्धि घरेलू मांग से संचालित है। इसके मद्देनजर दूसरी छमाही में जीडीपी वृद्धि का करीब 6.6 फीसदी रहने की उम्मीद है। हालांकि, अमेरिका के उच्च टैरिफ व वैश्विक सुस्ती का प्रभाव निर्यात पर दिखेगा। लेकिन, अमेरिकी शुल्क जैसी चुनौतियों के बावजूद विनिर्माण और सेवा क्षेत्र ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। प्रमुख क्षेत्रों में व्यापक विस्तार और घरेलू मांग में सुधार बताते हैं कि नीतिगत स्थिरता और सुधार वास्तविक वृद्धि में बदल रहे हैं।

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