नमस्कार, कल की बड़ी खबर संसद में दिए राहुल गांधी के बयान से जुड़ी रही। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी एजेंसियों पर भाजपा-RSS का कब्जा है। दूसरी बड़ी खबर गुजरात में निर्भया जैसी दरिंदगी की रही। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. राहुल बोले- बीजेपी देश में चुनाव सुधार नहीं चाहती, इलेक्शन कमीशन को कंट्रोल कर रही राहुल गांधी ने लोकसभा में SIR पर 28 मिनट की स्पीच दी। उन्होंने कहा कि भाजपा और RSS देश की संस्थाओं पर कब्जा कर रही हैं। इनमें चुनाव आयोग, ईडी, सीबीआई, आईबी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट शामिल हैं। सरकार चुनाव सुधार नहीं चाहती, बल्कि चुनावों को प्रभावित करना चाहती है। मैंने इस बारे में काफी सबूत पेश किए हैं। राहुल ने सरकार से 3 सवाल पूछे1. चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से CJI को क्यों हटाया गया। 2. दिसंबर 2023 में कानून बदला कि चुनाव आयुक्त को दंडित नहीं किया जा सकता। ऐसा क्यों? 3. चुनाव के 45 दिन बाद CCTV फुटेज क्यों डिलीट कर दिए जाते हैं। SIR रोकने की मांग उठी: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि संविधान में भी पूरे राज्य में एक साथ SIR को लेकर कोई कानून नहीं है। SIR गैरकानूनी है और इस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। चुनाव EVM की जगह बैलट पैपर से कराए जाने चाहिए। पढ़ें पूरी खबर... 2. यूपी में एक्सप्रेस-वे पर हजारों कपल्स के प्राइवेट वीडियो बने, टोल मैनेजर का कबूलनामा यूपी के एक्सप्रेसवे पर कार में कपल के रोमांस का सीसीटीवी से वीडियो बनाने में बड़ा खुलासा हुआ है। 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) का पूर्व मैनेजर आशुतोष सरकार ने पुलिस को बताया कि ढाई साल में इस तरह के हजारों मामले सामने आए हैं। जो वीडियो वायरल हुआ है, उसे टोल पर काम करने वाले एक पूर्व कर्मचारी ने किसी ड्राइवर को दिया था। FIR से पहले बैकडेट में निकाला: 'दैनिक भास्कर' के खुलासे के बाद ठेका कंपनी ने ब्लैकमेलर डिप्टी मैनेजर आशुतोष सरकार को टर्मिनेट कर दिया। टर्मिनेशन 30 नवंबर 2025 को दिखाया है, जबकि पीड़ितों ने इसकी शिकायत 2 दिसंबर को CM योगी, सुल्तानपुर के DM और SP से की थी। पढ़ें पूरी खबर... 3. सरकार ने इंडिगो की उड़ानों में 10% कटौती की, स्लॉट दूसरी एयरलाइंस को मिलेंगे सरकार ने इंडिगो की 10% उड़ानों में कटौती का निर्देश दिया है। ये स्लॉट दूसरी एयरलाइंस को दिए जाएंगे। यात्रियों की परेशानी जांचने के लिए 10 बड़े एयरपोर्ट पर IAS अफसर तैनात किए गए हैं। मंगलवार को देशभर में 400 से ज्यादा इंडिगो फ्लाइट्स रद्द हुईं। यात्रियों को पूरा रिफंड मिला: इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि कंपनी का संचालन अब पूरी तरह स्थिर हो गया है। यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जा चुका है और सभी 138 रूट्स पर उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं। इंडिगो सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। पढ़ें पूरी खबर... 4. शाह बोले- नेहरू ने वंदे मातरम् को 2 हिस्सों में बांटा, गीत न बंटता तो देश भी न बंटता राज्यसभा में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा हुई। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने 1937 में वंदे मातरम् के केवल दो अंतरों को मान्यता दी थी। यहीं से देश में तुष्टीकरण की राजनीति शुरू हुई। शाह ने कहा कि इस तरह के फैसलों की वजह से ही देश बंटवारा हुआ। शाह बोले- गांधी परिवार वंदे मातरम् विरोधी: गृहमंत्री ने संबोधन में कहा- जब वंदे मातरम् 100 साल का हुआ, पूरे देश को बंदी बना दिया गया। जब 150 साल पर लोकसभा में चर्चा शुरू हुई, गांधी परिवार के दोनों सदस्य (राहुल-प्रियंका) नदारद थे। वंदे मातरम् का विरोध नेहरू से लेकर आज तक गांधी परिवार के खून में है। पढ़ें पूरी खबर... 5. अखिलेश ने NDA सांसद को फटकारा- अनपढ़ हो, कोई बात नहीं समझते; संसद में जमकर हंगामा संसद के शीतकालीन सत्र के 7वें दिन मंगलवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर चर्चा हुई। सपा ने यूपी में SIR में जल्दबाजी और BLO की मौतों का मुद्दा उठाया। टिप्पणी पर भड़के: अखिलेश के भाषण के दौरान सत्तापक्ष के एक सांसद ने टिप्पणी कर दी। इस पर अखिलेश भड़क गए। बोले- ये ऐसे अनपढ़ हैं, जो पहले इधर ही थे, आज उधर खिसक गए हैं। ये कोई बात नहीं समझते। पढ़े-लिखे नहीं हैं, होते तो समझते। पढ़ें पूरी खबर... 6. गुजरात में 6 साल की बच्ची से निर्भया जैसी दरिंदगी, आरोपी ने प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गुजरात में राजकोट जिले के अटकोट में निर्भया कांड जैसी घटना सामने आई है। आरोपी ने छह साल की बच्ची से बलात्कार की कोशिश की और बच्ची के प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी। बच्ची को राजकोट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी MP का रहने वाला है: यह घटना 4 दिसंबर की है, जो अब सामने आई है। बच्ची का परिवार खेत में काम कर रहा था, तभी आरोपी छह साल की मासूम को उठाकर ले गया और उसके साथ दरिंदगी की। जब परिजनों ने बच्ची की तलाश शुरू की, तो वह खून से लथपथ मिली। 30 साल आरोपी मध्य प्रदेश का रहने वाला है। उसके एक बेटी और दो बेटे हैं। पढ़ें पूरी खबर... 7. बिहार से चलेगी देश की पहली स्लीपर वंदे भारत, पटना से दिल्ली 8 घंटे में पहुंचेगी देश की पहली स्लीपर वंदे भारत ट्रेन बिहार के पटना से दिल्ली के बीच चलेगी। इसका न्यूनतम किराया 590 रुपए होगा। ट्रेन में लग्जरी होटल जैसी सुविधाएं, टच-फ्री टॉयलेट, वाई-फाई और बेहतर सुरक्षा सिस्टम मिलेगा। इसका ट्रायल 12 दिसंबर के बाद होगा। सफर करीब 8 घंटे में पूरा होगा: ट्रेन सप्ताह में 6 दिन पटना-दिल्ली रूट पर चलेगी। यह ट्रेन शाम को रवाना होकर सुबह पहुंचेगी। यह ट्रेन 160 km/h की रफ्तार से दौड़ेगी। अधिकतम रफ्तार 180 km/h है। सफर करीब 8 घंटे में पूरा होगा। अभी देशभर में चेयर कार वाली 164 वंदे भारत ट्रेनें चल रहीं हैं। पढ़ें पूरी खबर... 8. गोवा क्लब अग्निकांड- चेन के दूसरे क्लब पर बुलडोजर चला, थाईलैंड भागे दोनों मालिक गोवा क्लब अग्निकांड के बाद प्रशासन ने ‘बिर्च बाय रोमियो लेन’ क्लब चेन के दूसरे क्लब पर बुलडोजर चलाया। वहीं हादसे के तुरंत बाद ही क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा थाईलैंड भाग गए। दोनों के खिलाफ इंटरपोल का ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। क्लब में आग लगने से 25 मौतें हुई थीं: 7 दिसंबर की रात क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हुए थे। क्लब में फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी पाई गई थी। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... चीन की फैक्ट्रियों में काम करेंगे 6 हाथ वाले रोबोट चीन की कंपनी मिडिया ने छह हाथ वाला ह्यूमनॉइड रोबोट मिरो यू लॉन्च किया है। यह 360 डिग्री घूमता है और अब फैक्ट्रियों में काम करेगा। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज सिंह राशि वालों की इनकम बढ़ सकती है। तुला राशि वालों की प्रॉपर्टी में निवेश करने की योजना फायदेमंद होगी। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
मप्र में माल ढुलाई गुजरात से तीन गुना महंगी:हर परिवार पर सालाना 7200 रुपए का अतिरिक्त बोझ
मध्यप्रदेश में ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट (माल ढुलाई) राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा है। नीति आयोग के मुताबिक माल ढुलाई का राष्ट्रीय औसत 11.5% है, यानी 100 रुपए के सामान की ढुलाई पर 11.50 रुपए खर्च आता है, लेकिन मप्र में यह 16% है। यानी मप्र में 100 रुपए का सामान ढुलाई के बाद 116 रुपए का हो जाता है। आटा-दाल से लेकर निर्माण सामग्री तक की कीमत इसकी वजह से बढ़ जाती है। इसका सीधा असर परिवार के बजट पर पड़ा रहा है। इसके उलट गुजरात में ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट राष्ट्रीय औसत से भी काफी कम यानी 5 प्रतिशत ही है। महाराष्ट्र में ये 8 प्रतिशत है। हालांकि केंद्र ने ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट को 9.5 फीसदी तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। गुजरात और महाराष्ट्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर अच्छा मप्र में माल-ढुलाई दर 16% है तो ये अंतर सिर्फ दूरी या ट्रक-रूट तक ही सीमित नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पीछे मप्र में लॉजिस्टिक नेटवर्क, रोड-इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर मल्टी-मॉडल विकल्पों की कमी है। वहीं गुजरात-महाराष्ट्र में बेहतर गोदाम, रेल/पोर्ट कनेक्टिविटी, बेहतर रोड नेटवर्क और बिजनेस इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। जिससे वहां माल ढुलाई लागत कम है। मप्र में किस पर कितना असर तीन बड़ी वजहें... जिनके कारण मप्र में ज्यादा है माल ढुलाई दर 1. खराब सड़कें, लागत निकलने के बाद भी टोलयह सबसे बड़ी वजह है। टोल वसूली के बाद भी सड़कों की हालत खराब है। मप्र की 56 टोल सड़कों पर 7300 करोड़ रुपए लागत आई है, जबकि इनसे 9800 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है। इसके बाद भी अधिकतर सड़कों पर मेंटेनेंस के नाम पर अगले 12 साल टोल वसूली जारी रहेगी। इन पर ट्रकों से प्रति टोल 250 रुपए और भारी वाहनों से 500 रुपए तक टोल लिया जाता है। तीन प्रमुख टोल सड़कें भोपाल-देवास, लेबड़-जावरा और जावरा-नयागांव के निर्माण और मेंटेनेंस में 2025 तक 1300 करोड़ की लागत आई है, जबकि इन तीनों सड़कों पर 6000 करोड़ से ज्यादा की टोल वसूली हो चुकी है। 2. ईंधन की कीमत ज्यादा मप्र में ईंधन अन्य राज्यों से महंगा है। भोपाल में डीजल 91.82 रु. प्रति लीटर है। दिल्ली में 87.66, उप्र में 87.74, व मुंबई में 89.95 रु. है। इससे ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट ज्यादा पड़ रही है। 3. चेक पॉइंट पर वसूली शुरूमप्र में टोल पर चेक पोस्ट केंद्र के दखल के बाद हटा दिए गए। इससे माल वाहनों के पास होने में राहत मिली लेकिन अब उनकी जगह चेक पॉइंट ने ले ली है। नतीजतन फिर से वसूली की शिकायतें बढ़ रही हैं। टोल से नहीं कमाया जा सकता बेजा लाभसुप्रीम कोर्ट के अनुसार, सड़क जनता की संपत्ति है। इसलिए टोल का उपयोग बेजा लाभ कमाने में नहीं लिया जा सकता। लेकिन यहां टोल वालों के दो तरह के खाते हैं, जिससे सही जानकारी सामने नहीं आ पाती। भोपाल बायपास में ऑपरेटर्स ने 10 साल में 149 करोड़ रुपए टोल वसूला। सरकार ने अपनी निगरानी में लिया तो 5.5 साल में ही 270 करोड़ रुपए वसूल लिए। इधर, एमपीआरडीसी के एमडी भरत यादव का कहना है कि इन सड़कों पर आगे भी टोल वसूली जारी रहेगी। इससे सरकार को भी आय होती है। एक्सपर्ट व्यू - ट्रांसपोर्ट के खर्च का 70% टोल-डीजल मेंमप्र में औसतन हर 60 से 40 किमी पर टोल है। टोल रोड की कॉस्ट वसूली जा चुकी है, फिर भी उनकी अवधि बढ़ा रहे हैं। प्रदेश में ट्रांसपोर्ट भाड़े का 70% खर्चा टोल और डीजल का है। मप्र में पेट्रोल, डीजल की कीमत अन्य राज्यों से ज्यादा है। मप्र में ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट कम करने की दिशा में सरकार को काम करने की बहुत जरूरत है।राजेंद्र त्रेहान, चेयरमैन, इंदौर मोटर एवं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, मेंबर-ऑल इंडिया मोटर कांग्रेस मैनेजिंग कमेटी
सीकर में स्लीपर बस-ट्रक में भिड़ंत, 3 की मौत:7 की हालत गंभीर; खाटूश्यामजी जा रहे थे गुजरात के यात्री
सीकर में स्लीपर बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत में 3 लोगों की मौत हो गई। 28 यात्री घायल हो गए। इनमें सात की हालत गंभीर है। हादसा जयपुर-बीकानेर नेशनल हाईवे पर मंगलवार देर रात 10:40 बजे फतेहपुर के पास हुआ। बताया जा रहा है कि बस में सवार सभी यात्री वलसाड (गुजरात) के रहने वाले हैं। ये सभी वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रहे थे और खाटूश्यामजी जा रहे थे। बस में करीब 50 लोग सवार थे। जानकारी के अनुसार स्लीपर बस बीकानेर की ओर से जयपुर जा रही थी। वहीं ट्रक झुंझुनूं से बीकानेर की ओर जा रहा था। टक्कर इतनी तेज थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह चकनाचूर हो गया। कई यात्री सीटों में ही फंस गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हाईवे से गुजर रहे वाहन रुक गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। बस में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घायलों को तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया गया। डॉक्टरों की कई टीमें इलाज में जुटी हैं। हादसे से जुड़ी 3 तस्वीरें... बस ड्राइवर समेत 3 की मौतहादसे में बस यात्री मयंक और ड्राइवर कमलेश की मौत हो गई। एक मृतक की पहचान नहीं हुई है। अनंत, तुषार पुत्र अर्जुन, राजेश पुत्र ओमप्रकाश, प्रवीण पुत्र बाबू भाई, रंजना पत्नी सुरेश भाई, मुक्ता बेन पुत्री शैतान सिंह, आशीष पुत्र रामलाल, निलेश पुत्र अमित समेत 15 घायलों को सीकर रेफर किया गया है। इनमें सुहानी पुत्री अमित, कर्मल बेन, जमवंत पुत्र उदाराम, सुदा बेन पुत्री उत्तम, अर्जुन पुत्र उकल भाई, अमित पुत्र रमन लाल, शीला बेन पत्नी महेश भाई भी शामिल हैं। 13 घायल फतेहपुर अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें महेश भाई पत्नी शैतान सिंह, गंगा बेन पत्नी गोविंद भाई, कंचन, साकेत पाल, लादू पुत्र विष्णु, रमीला, रंजीत, अर्जुन, संगीता, परितेश, अतुल, इंदू बेन पत्नी जीवन भाई और एक अन्य है। अचानक जोर का झटका लगा, लोग बस के गलियारे में गिर गएबस में सवार शीला बेन दो नंबर सीट पर थीं। उनकी नाक में फ्रैक्चर हुआ है। शीला बेन ने बताया- हम खाटूश्यामजी जा रहे थे। ज्यादातर सवारी सो चुकी थी। मैं अपने बेटे के साथ थी। कुछ लोग बस के गलियारे में गिरे हुए थे। हमें किसी ने इमरजेंसी गेट से निकाला। उसके बाद पता चला कि बस से ट्रक टकराया है।
सीकर में स्लीपर बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत में 3 लोगों की मौत हो गई और 18 यात्री घायल हो गए। हादसा जयपुर–बीकानेर नेशनल हाईवे पर रात करीब 10:40 बजे फतेहपुर के पास हुआ है। हादसे में मरने वालों की अभी पहचान नहीं हुई। बताया जा रहा है कि बस में सवार अधिकतर यात्री गुजरात के रहने वाले थे। ये सभी वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रहे थे और यात्रा के दौरान खाटू श्याम जी मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे। जानकारी के अनुसार स्लीपर बस बीकानेर की ओर से जयपुर जा रही थी। वहीं ट्रक झुंझुनूं से बीकानेर की ओर जा रहा था। टक्कर इतनी तेज थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह चकनाचूर हो गया और कई यात्री सीटों में ही फंस गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हाईवे से गुजर रहे वाहन रुक गए और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। बस में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घायलों को तुरंत सीकर और आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया, डॉक्टरों की कई टीमें इलाज में जुटी हैं। हादसे से जुड़ी 2 तस्वीरें...
हरियाणा को 6 नए IAS अधिकारी मिल गए हैं। UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा 2024-25 का रिजल्ट इसी साल अप्रैल में जारी किया था, जिसके आधार पर इन अधिकारियों को हरियाणा कैडर अलॉट किया गया है। खास बात यह है कि इनमें से दो कैंडिडेट हरियाणा के रहने वाले हैं, जबकि बाकी चार उम्मीदवार दूसरे राज्यों से हैं। वहीं हरियाणा की हर्षिता गोयल ने UPSC 2024 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की, लेकिन उन्हें हरियाणा कैडर नहीं मिला। हर्षिता हिसार की रहने वाली हैं, लेकिन उनके पिता के साथ बचपन में गुजरात शिफ्ट होने और पढ़ाई वहीं करने के कारण उन्हें गुजरात कैडर आवंटित किया गया। पेशे से वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) हैं और बीकॉम ग्रेजुएट भी। हर्षिता ने UPSC के लिए अब तक दो बार प्रयास किया था, और तीसरे अटेंप्ट में उन्होंने न सिर्फ परीक्षा क्रैक की, बल्कि AIR-2 भी हासिल की। हरियाणा के आदित्य विक्रम अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कैडर मिलाहर्षिता गोयल की तरह 9वीं रैंक हासिल करने वाले हरियाणा के आदित्य विक्रम अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कैडर मिला। 92वीं रैंक हासिल करने वाले हरियाणा के दीपक गोदारा को एजीएम UT कैडर मिला। 308वीं रैंक वाले हरियाणा के तेजस्व को पश्चिम बंगाल कैडर मिला। 376वीं रैंक हासिल करने वाले हरियाणा के जीतेंद्र कुमार को एजीएम UT कैडर मिला। वहीं, 439वीं रैंक वाले हरियाणा के विशाल को हिमाचल प्रदेश कैडर मिला। केंद्र ने मांगी थी खाली पदों की लिस्टपंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने बताया कि मई में केंद्र के DOPT विभाग ने हरियाणा समेत सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा था, जिसमें नव चयनित IAS अधिकारियों के लिए प्रत्येक राज्य में कितनी रिक्तियां हैं, उनकी श्रेणी (इनसाइडर-आउटसाइडर) और जाति विवरण मांगा गया था। हरियाणा कैडर के लिए कुल 6 रिक्तियां थीं। इनमें से 4 आउटसाइडर यानी बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों के लिए थीं। जिनमें 3 EWS (अनारक्षित) और 1 SC (अनुसूचित जाति) केटेगरी का था। बाकी 2 इनसाइडर, यानी हरियाणा के मूल निवासियों के लिए थे। इनमें से 1 OBC और 1 ST (अनुसूचित जनजाति) का पद था। चूंकि हरियाणा में ST के लिए आरक्षण नहीं है, इसलिए इस बार इनसाइडर ST की रिक्ति को इनसाइडर OBC के लिए बदल दिया गया।
समस्तीपुर में ससुराल आए युवक ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक मोये सहनी(30) हलई के कवाचक मरीचा गांव के रहने वाले थे। घटना उजियारपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव की है। मृतक का साला संतोष कुमार सहनी ने बताया कि बहनोई गुजरात में मजदूरी का काम करते थे। कुछ दिन पहले वहां से अपने घर आए थे। 4 दिन पहले ससुराल आए थे। तीन दिन तक यहां रहने के बाद केसोपट्टी गांव अपनी बहन के पास चले गए। सोमवार दोपहर वहां से बाइक लेकर सातनपुर चौक पर गए। कीटनाशक दुकान से जहरीली पदार्थ खरीदकर खा लिया। इसके बाद ससुराल आए। बार-बार उल्टी कर रहे थे। उनके मुंह से झाग भी निकल रहा था। परिवार के लोग उन्हें डॉक्टर से पास ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पत्नी से विवाद के बाद जहर खाने का शक माना जा रहा है कि ससुराल में पत्नी से उसका विवाद हुआ था। वह मायके से ससुराल चलने की बात कर रहा था। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ। जिसके बाद उसने जाहर खा लिया। इस एंगल से भी जांच चल रही है। जांच में जुटी पुलिस इस संबंध में दलसिंहसराय के डीएसपी विवेक कुमार शर्मा ने बताया कि जहरीला पदार्थ खाने से युवक की मौत हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। ससुराल वालों से पूछताछ की जा रही है।
सरकार के दमन से त्रस्त गुजरात कह रहा, ‘BJP गुजरात छोड़ो’; गुजरात से गरजे केजरीवाल
Arvind Kejriwal:अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा सरकार के दमन से पूरा गुजरात त्रस्त है और कह रहा है कि भाजपा गुजरात छोड़ो.महात्मा गांधी जी ने ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ आंदोलन शुरू कर देश से अंग्रेजों को भगाया था और अब हड़दड़ से शुरू हुआ आंदोलन भाजपा को गुजरात से भगाएगा.
कोर्ट ने गुजरात के पूर्व डीएम को सुनाई 5 साल की सजा, सरकार को 1.20 करोड़ रुपए का पहुंचाया था नुकसान
विशेष पीएमएलए अदालत ने भुज भूमि आवंटन के दौरान गुजरात सरकार को 1.20 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने के लिए एक पूर्व जिला कलेक्टर को पांच साल की कैद और 50,000 रुपए का जुर्माना लगाया
बीकानेर की मंडियों में इस सीजन मूंगफली का व्यापार इतिहास रच रहा है। गुजरात में भारी बारिश से मूंगफली की फसल खराब होने के बाद वहां के बड़े एक्सपोर्टर और प्रोसेसिंग यूनिट संचालक अब बीकानेर पर निर्भर हैं। नतीजा यह हुआ कि बीकानेर मंडल में अब तक 1 करोड़ से अधिक बोरी मूंगफली की खरीद हो चुकी है, जो अब तक की सबसे बड़ी खरीद मानी जा रही है। बीकानेर की मुख्य अनाज मंडी और पूगल रोड मंडी सहित लूणकरणसर, नोखा, डूंगरगढ़ में रोजाना करीब 5 लाख बोरी मूंगफली की आवक दर्ज हो रही है। सरदारशहर, बज्जू और मोहनगढ़ जैसी छोटी मंडियों को शामिल करें तो ये संख्या और बढ़ जाती है। अक्टूबर से शुरू हुई आवक नवंबर और दिसंबर में पीक पर रही। गुजराती कारोबारियों के बाजार में आने से कीमतों में भी जोरदार बढ़ोतरी दर्ज हुई है। दीपावली से पहले 3800-4800 रुपए प्रति क्विंटल मिलने वाली मूंगफली अब 5000 से 6300 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रही है। यानी किसानों को 700 से 1000 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त भाव मिला है। अच्छी आवक के साथ बीकानेर के किसानों को इस सीजन में भाव का बड़ा लाभ मिला। गुजरातियों के आने से बाजार में कॉम्पिटिशन बढ़ा और दाम तेजी से ऊपर गए। एक बड़े किसान ने बताया, इतने अच्छे भाव कई साल बाद मिले हैं। इस बार मूंगफली ने हमारी उम्मीदों से ज्यादा फायदा दिया है। बीकानेर की मूंगफली का दाना अच्छा, इसलिए गुजरात में मांग तेज उत्पादन और बेहतर खाद्य गुणवत्ता, मशीन क्लीनिंग, ग्रेडिंग और प्रोसेसिंग की सुविधा, मंडियों में तेजी से नीलामी, एक्सपोर्ट कंपनियों के लिए उपयुक्त दाना, राजस्थान में आवक का स्थिर और बड़ा वॉल्यूम, इतनी आवक से स्थानीय तेल मिल, दाना मिल, पंजाब-उत्तरप्रदेश के कारोबारी और क्रेशिंग यूनिट भी बड़ी मात्रा में खरीद कर रहे हैं। भास्कर एक्सपर्ट- -बालेश कूकणा, पूर्व अध्यक्ष, बीकानेर मूंगफली दाना मिल एसोसिएशन, बीकानेर इस वर्ष गुजरात में फसल को बहुत नुकसान हुआ। बीकानेर की मूंगफली दाना साइज, तेल प्रतिशत और कलर क्वालिटी में इस बार देश में सबसे बेहतर है। हमारी कई प्रोसेसिंग यूनिट्स अब बीकानेर से ही दाना उठा रही हैं। यहां की मंडियों में पारदर्शिता और तेज खरीद-फरोख्त भी हमें आकर्षित करती है। -मनोज पटेल, एक्सपोर्ट ट्रेडर, राजकोट बीकानेर की मूंगफली देश की सबसे विश्वसनीय ब्रांड बन चुकी है बीकानेर की मूंगफली अब राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान बन चुकी है। इस बार गुजरात के बड़े व्यापारियों द्वारा की गई रिकॉर्ड खरीद किसानों के लिए बहुत सकारात्मक संकेत है। बाजार में पारदर्शिता, गुणवत्ता और भारी आवक ने बीकानेर को देश का सबसे मजबूत मूंगफली हब बना दिया है। आने वाले सालों में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
गोपाल इटालिया पर हमले के बाद केजरीवाल का गुजरात दौरा, राजकोट में पीड़ित किसानों से करेंगे मुलाकात
आम आदमी पार्टी विधायक गोपाल इटालिया पर हुए जूता फेंकने के हमले ने गुजरात की राजनीति को हिला दिया है। भीड़ के बीच एक कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा किया गया यह हमला न सिर्फ इटालिया की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत बना, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी नए सवाल खड़े कर गया
देश के ग्रोथ इंजन गुजरात की एक और उपलब्धि, प्रति व्यक्ति आय पहली बार 3 लाख रुपए के पार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और गुजरात में उनके द्वारा शुरू की गई विकास यात्रा को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ा रहे हैं
अमित शाह का आज से तीन दिवसीय गुजरात दौरा, 25 पब्लिक इवेंट्स में होंगे शामिल
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का तीन दिवसीय गुजरात दौरा शुरू होगा। इस दौरान वे अहमदाबाद, गांधीनगर, सनादर (दियोदर), वाव-थराद और आसपास के इलाकों में 25 सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे
Gujarat High Court ने आमिर खान के बेटे की पहली फिल्म महाराज की रिलीज पर लगी रोक हटाई
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को बॉलीवुड स्टार आमिर खान के बेटे जुनैद की पहली फिल्म महाराज की रिलीज पर लगी अंतरिम रोक हटाते हुए कहा कि फिल्म में कुछ भी अपमानजनक नहीं है और यह पुष्टिमार्ग संप्रदाय को निशाना नहीं बनाती है, जैसा कि याचिका में आरोप लगाया गया है। यह फिल्म 1862 के एक मानहानि मामले पर आधारित है, जिसमें वैष्णव धार्मिक नेता एवं समाज सुधारक करसनदास मुलजी शामिल थे। पुष्टिमार्ग संप्रदाय के कुछ सदस्यों ने नेटफ्लिक्स पर इस फिल्म की रिलीज के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है। न्यायमूर्ति संगीता विशेन ने 13 जून को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म की रिलीज पर अंतरिम रोक लगा दी थी।न्यायाधीश ने शुक्रवार को अपने आदेश में कहा कि फिल्म को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा प्रमाणित किया गया है और यह उक्त संप्रदाय को निशाना नहीं बनाती है।
Gujarat HC ने Netflix को Maharaj रिलीज करने की अनुमति दी, कहा- इससे भावनाएं आहत नहीं होतीं
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘महाराज’ की रिलीज पर लगी अपनी अस्थायी रोक हटा ली, जिसमें कहा गया कि फिल्म महाराज 1862 के महाराज मानहानि मामले से जुड़ी घटनाओं पर आधारित है और इसका उद्देश्य किसी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं है। न्यायमूर्ति संगीता के. विशेन, जिन्होंने 13 जून को फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई थी, ने फिल्म देखने के बाद शुक्रवार को नेटफ्लिक्स को फिल्म स्ट्रीम करने की अनुमति देने का फैसला किया। इसे भी पढ़ें: Swara Bhasker के साथ कोई भी निर्माता-निर्देशक नहीं करना चाहता काम? एक्ट्रेस ने खुद किए चौंकाने वाले खुलासे अदालत ने कहा “यह अदालत प्रथम दृष्टया इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि फिल्म महाराज उन घटनाओं पर आधारित है, जिनके कारण मानहानि का मामला दायर किया गया और इसका उद्देश्य पुष्टिमार्गी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं है। फिल्म को संबंधित दिशा-निर्देशों पर विचार करने के बाद विशेषज्ञ निकाय केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया था… 13 जून को दी गई अंतरिम राहत रद्द कर दी गई है। मूल रूप से 14 तारीख को रिलीज होने वाली इस फिल्म को हाईकोर्ट ने नेटफ्लिक्स पर रोक लगा दी थी, क्योंकि व्यापारियों के एक समूह ने इस आधार पर कोर्ट में याचिका दायर की थी कि इसमें वैष्णव समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की क्षमता है। इसे भी पढ़ें: Bollywood Wrap Up | नमक-मिर्च लगाकर कच्ची केरी के चटकारे ले रहीं परिणीति चोपड़ा, मिर्जापुर 3 का जबरदस्त ट्रेलर रिलीज फिल्म महाराज गुजराती लेखक सौरभ शाह की 2013 की किताब पर आधारित है, जो 1862 के ऐतिहासिक मानहानि मामले पर आधारित है, जो एक प्रमुख वैष्णव व्यक्ति, जदुनाथजी द्वारा समाज सुधारक करसनदास मुलजी के खिलाफ दायर किया गया था, जिन्होंने सर्वशक्तिमान महाराज द्वारा यौन शोषण के खिलाफ लिखा था। मुलजी ने अपनी पत्रिका सत्यप्रकाश में शोषणकारी प्रथा का खुलासा किया, जिसके कारण मानहानि का मामला चला, जो प्रसिद्ध महाराज मानहानि मामला बन गया। न्यायमूर्ति विशन ने कहा कि याचिकाकर्ताओं की प्राथमिक शिकायत कि फिल्म वैष्णव समुदाय को बदनाम करती है, बदनाम करती है और उसका अपमान करती है, में कोई दम नहीं है। “इस प्रकार उनकी अदालत इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए बाध्य है कि याचिकाकर्ताओं की आशंका अनुमानों पर आधारित है। चूंकि फिल्म को अभी सार्वजनिक रूप से देखने के लिए जारी नहीं किया गया है, इसलिए केवल अनुमान के आधार पर संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (ए) के तहत प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सीमित नहीं किया जा सकता है, अदालत ने कहा। उन्होंने खुली अदालत में आदेश सुनाते हुए कहा फिल्म का मुख्य संदेश, जैसा कि प्रतिवादी ने सही कहा है, यह है कि फिल्म सामाजिक बुराई और करसनदास मुलजी द्वारा सामाजिक सुधार के लिए लड़ाई पर केंद्रित है, जो स्वयं वैष्णव समुदाय से थे। उन्होंने कहा, फिल्म किसी भी तरह से धार्मिक भावनाओं को प्रभावित या आहत नहीं करती है। फिल्म यह निष्कर्ष निकालती है कि संप्रदाय किसी भी व्यक्ति या घटना से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। इस घटना को अपवाद मानते हुए वैष्णव संप्रदाय और उसके अनुयायी बढ़ते रहे और भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक ताने-बाने का गौरवपूर्ण और अभिन्न अंग बने रहे। यह आशंका जताई जा रही है कि इससे सांप्रदायिक विद्वेष पैदा होने की संभावना है। हालांकि, उसी मानहानि मामले के आधार पर 2013 में पुस्तक प्रकाशित हुई थी और किसी घटना की सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, यहां तक कि याचिकाकर्ताओं ने भी यह दावा नहीं किया है कि पुस्तक से सांप्रदायिक विद्वेष पैदा हुआ है।
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