पंजाब के लुधियाना में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसने शहर के एक निवासी को डोमिनोज़ पिज्जा चेन की फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर 20.77 लाख रुपए की ठगी की थी। पुलिस आरोपी का रिकार्ड खंगाल रही है। आरोपी की पहचान बिहार के नवादा निवासी धीरज कुमार उर्फ उदय बिंद के रूप में हुई है। पुलिस उसके साथियों की तलाश कर रही है। फर्जी दस्तावेजों के जरिए गुजरात में खुलवाया खाता सब-इंस्पेक्टर हरिंदरपाल सिंह जो मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि आरोपी बिहार का रहने वाला है लेकिन उसने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके गुजरात के एक बैंक में खाता खोला था।साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने 24 जून 2024 को लुधियाना के तरसेम सिंह (48) की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। गूगल के माध्यम से आरोपी के संपर्क में आया था शिकायतकर्ताशिकायतकर्ता ने पुलिस से कहा कि वह डोमिनोज की फ्रेंचाइजी लेना चाहता था। उसने गूगल सर्च इंजन पर इसके बारे में खोज की थी। वह एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आया, जिसने खुद को रेस्त्रां श्रृंखला का अधिकारी बताया। आरोपी ने फ्रेंचाइजी प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए उसे 20.77 लाख रुपए का भुगतान करने के लिए कहा। शिकायतकर्ता ने कहा कि वह इससे सहमत हो गया और अलग-अलग लेनदेन में भुगतान किया। पैसे मिलने के बाद आरोपी ने जवाब देना बंद कर दिया। तभी पीड़ित को पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है। सब-इंस्पेक्टर हरिंदरपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने गुजरात में उस बैंक खाते का पता लगाया जिसमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे। पुलिस ने पाया कि खाता फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके खोला गया था, जबकि आरोपी ने दस्तावेजों पर अपनी तस्वीर का इस्तेमाल किया था। तस्वीर का पता लगाने पर पुलिस ने बिहार से आरोपी को ढूंढ निकाला। आरोपी पहले से ही एक हत्या के मामले में मुकदमे का सामना कर रहा है। पैसों को अलग-अलग बैंक खातों में किया ट्रांसफर सब-इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिस ने पाया कि आरोपी ने बिहार में निकलने से पहले पैसे को अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया था। पुलिस रैकेट में शामिल सभी आरोपियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। उसकी शिकायत के बाद, लुधियाना के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 120-बी, 465, 467, 468 और 471 के तहत एफआईआर दर्ज की।
अब गुजरात में भी मिलेगा आयुष्मान का लाभ, राजस्थान के मरीजों को बड़ी राहत
उदयपुर| राजस्थान के मरीजों के लिए बड़ी राहत की घोषणा करते हुए राज्य सरकार ने अब गुजरात के मान्यता प्राप्त अस्पतालों में भी आयुष्मान कार्ड से केशलैस और निशुल्क उपचार की सुविधा लागू कर दी है। सांसद डॉ. मन्नालाल रावत की पहल पर यह व्यवस्था 15 दिसंबर से प्रभावी होगी। डॉ. रावत ने बताया कि दक्षिण राजस्थान के हजारों मरीज वर्षों से कैंसर, किडनी और हृदय जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए गुजरात जाते रहे हैं, लेकिन आयुष्मान योजना का लाभ न मिलने से उन्हें भारी आर्थिक बोझ झेलना पड़ता था। इस समस्या को लेकर सांसद ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर ‘आउटबाउंड पोर्टेबिलिटी’ लागू करने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार ने तत्परता से प्रक्रिया को मंजूरी दी। नए प्रावधान के बाद राजस्थान का कोई भी आयुष्मान कार्डधारी देशभर में कहीं भी, विशेषकर गुजरात में, केशलैस इलाज प्राप्त कर सकेगा। इस फैसले से गंभीर रोगियों को सीधा लाभ मिलेगा।
Ahmedabad plane crash: गुजरात प्लेन हादसे को हुए 6 महीने, पीड़ितों के वकील ने किया बड़ा खुलासा
Ahmedabad plane crash investigation: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया फ्लाइट विमान हादसे को छह महीने पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर अमेरिकी वकील माइक एंड्रयू ने वडोदरा में जहाज हादसे के पीड़ित परिवारों की तरफ से आईएएनएस के साथ खास बातचीत की है. माइक एंड्रयू का कहना है कि प्लेन क्रैश को छह महीने हो गए हैं और उनके परिवार के लोग वही सवाल लगातार पूछ रहे हैं जो उन्होंने शुरू में पूछे थे.
बांका के रजौन थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव में शुक्रवार को एक महिला के प्रेमी संग फरार होने का मामला सामने आया है। घटना ने इलाके में सनसनी फैलाई है। पत्नी के अचानक गायब होने के बाद परिजनों ने रजौन थाने में आवेदन देकर पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। पत्नी और बच्ची की गुमशुदगी परिजनों के अनुसार, गुड़िया देवी, 26 वर्ष, अपने तीन बच्चों में से एक छोटी बच्ची को साथ लेकर घर से गायब हो गई। पति बिरजू दास, 28 वर्ष, ने बताया कि उनकी पत्नी ने घर से निकलते समय कहा था कि वह विजय हाट बाजार जा रही है। लेकिन देर शाम तक वह वापस नहीं लौटी। बिरजू दास और परिवार ने गांव और आसपास के इलाकों में खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने विजय हाट और रिश्तेदारों के यहां भी पूछताछ की, फिर भी महिला और बच्ची का कोई पता नहीं चल सका। प्रेम प्रसंग का संदेह परिवार ने बताया कि महिला अपने दो बड़े बच्चों को घर पर छोड़कर सिर्फ छोटी बच्ची को अपने साथ ले गई। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि महिला का मोबाइल फोन भी साथ ले लिया गया है। बिरजू दास ने पड़ोसी युवक पांडव कुमार पर पत्नी को बहला-फुसलाकर भगाने का गंभीर आरोप लगाया। बताया गया कि घटना वाले दिन से ही पांडव कुमार भी गांव से गायब है, जिससे संदेह और गहरा गया है। गांव में चर्चा है कि गुड़िया देवी और पांडव कुमार के बीच पिछले दो वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस कारण से इस घटना की आशंका पहले से जताई जा रही थी। पति की शिकायत और पुलिस जांच बिरजू दास मजदूरी करता है और लंबे समय तक गुजरात में रहा। वह दो महीने पहले ही घर लौटा था। पत्नी और बच्ची के गायब होने के बाद उन्होंने रजौन थाने में आवेदन दिया। थानाध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि आवेदन के आधार पर पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। महिला और बच्ची का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस गांव में पूछताछ कर रही है और आसपास के इलाकों में जांच बढ़ा दी गई है। गांव में अफरातफरी और चर्चाएं महिला और उसके साथ फरार युवक के गायब होने से गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। ग्रामीण इस घटना को लेकर चिंतित हैं। लोगों का कहना है कि यदि यह मामला सत्य है तो भविष्य में परिवार और समाज में कई तरह की जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं। स्थानीय लोग पुलिस से अपील कर रहे हैं कि जल्दी से जल्दी महिला और बच्ची को ढूंढकर सुरक्षित घर लाया जाए। पुलिस की कार्रवाई थानाध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। उन्होंने बताया कि आसपास के क्षेत्रों, रिश्तेदारों और बाजार में पूछताछ की जा रही है। साथ ही मोबाइल लोकेशन और अन्य सुरागों की जांच की जा रही है। पुलिस का लक्ष्य है कि महिला और बच्ची को जल्द से जल्द सुरक्षित पाया जाए और फरार युवक को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और किसी भी सूचना को पुलिस के साथ साझा करें।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार सुबह से झारखंड, गुजरात और उत्तर प्रदेश में जानलेवा कफ सीरप की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में छापेमारी की है। यह कार्रवाई शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे शुरू हुई। झारखंड में रांची स्थित व्यवसायिक प्रतिष्ठान शैली ट्रेडर्स भी जांच के दायरे में है। ईडी ने रांची के व्यवसायी शुभम जायसवाल के तुपुदाना स्थित गोदाम और उनके आवास पर भी तलाशी ली। मिली जानकारी के अनुसार, ईडी की टीमें उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, जौनपुर, सहारनपुर के साथ-साथ गुजरात के अहमदाबाद और झारखंड के रांची में एक साथ छापेमारी की। ईडी यह पता लगाने में जुटी है कि इस खतरनाक कफ सीरप की आपूर्ति श्रृंखला किन-किन राज्यों तक फैली हुई है और इसके वित्तीय लेन-देन कैसे संचालित हो रहे हैं।
उदयपुर में गुरुवार को एक दूल्हा हेलिकॉप्टर में सवार होकर अपनी होने वाली ससुराल में दुल्हन को लेने पहुंचा। इस उड़नखटोले को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। उदयपुर जिले के खेरवाड़ा उपखंड के बावलवाड़ा निवासी प्रग्नेश पंचाल की शादी गुजरात के साबरकांठा जिले के चिठोड़ा गांव में तय हुई थी। गुरुवार को जब बारात की रवानगी का समय आया, तो दूल्हा हेलिकॉप्टर में बैठकर रवाना हुआ। दूल्हे को हेलिकॉप्टर में बैठते देखने के लिए बावलवाड़ा में डाक बंगला स्थित सीनियर स्कूल खेल मैदान में हेलिपैड बनाया गया था, जहां ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। गांव वाले नज़ारा देखने के लिए पहाड़ी पर चढ़ गए। सुरक्षा के मद्देनजर हेलिपैड स्थल पर एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड की गाड़ी भी मौजूद थी। दुल्हन की विदाई भी हेलिकॉप्टर सेगुजरात के चिठोड़ा पहुंचने पर वहां भी हेलिकॉप्टर को देखने के लिए हजारों लोग जमा थे। शादी की रस्में और फेरे पूरे होने के बाद दूल्हा प्रग्नेश अपनी दुल्हन करीना को उसी हेलिकॉप्टर में बैठाकर वापस बावलवाड़ा लाया। इस दौरान हेलिकॉप्टर मात्र 2 मिनट के लिए रुका एवं बारात के प्रस्थान के दौरान करीब आधे घंटे रुका था। इस अनूठी विदाई ने शादी समारोह को यादगार बना दिया। बावलवाड़ा क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली शादी है, जिसमें दूल्हा हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लेकर गया और विदा कराकर लाया। क्षेत्र की पहली हेलिकॉप्टर वाली शादीबावलवाड़ा क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली शादी है, जिसमें दूल्हा हेलिकॉप्टर से लेकर गया और दुल्हन को विदा कराकर लाया। इनपुट : प्रतीक्षा, बावलवाड़ा
गुजरात की तरफ बढ़ रही पाकिस्तानी नाव को समंदर में रोका गया, कोस्ट गार्ड ने 11 को किया गिरफ्तार
Pakistani Boat Arrested in Gujarat: साल 2008 में हुए मुंबई हमलों के हमलावरों ने भी समुद्री रास्ते से ही घुसपैठ की थी. ऐसे में किसी भी संदिग्ध नाव या बोट के पाकिस्तान से भारतीय सीमा में घुसने पर तटरक्षक जवान सतर्क रहते हैं. आए दिन पाकिस्तानी जहाज भारतीय नेवी के हाथों पकड़े जाते हैं.
इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला पर दिए गए बयान पर गुजरात कैडर के रिटायर्ड आईपीएस राम सिंह यादव ने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वीडियो जारी कर कहा है कि उन्होंने ये कभी नहीं कहा था कि उनको चौधरी अभय सिंह चौटाला ने छित्तर (जूते) मारे थे। अभय सिंह चौटाला एक अच्छे राजनेता हैं और वो अभय सिंह चौटाला जी के अच्छे भविष्य की कामना करते हैं। यादव ने अपने बयान को लेकर उठे विवाद पर विस्तृत सफाई देते हुए कहा कि उनके शब्दों को गलत संदर्भ में समझा गया, जबकि न उनकी नीयत किसी को बदनाम करने की थी और न ही किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा बनने की। जूते वाले शब्द पर भी बोले पूर्व आईपीएस पूर्व आईपीएस ने साफ कहा कि चौटाला साहब उनके लिए सम्मानित नेता हैं और यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वे दिल से माफी मांगते हैं। यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘जूते वाले’ जैसे शब्द का अर्थ न तो हमला था और न ही किसी तरह की बेइज्जती, बल्कि यह अनजाने में बोला गया वाक्य था, जिसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। साथ ही उन्होंने चौटाला साहब के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे हमेशा कामना करते हैं कि वे सफल, मजबूत और जनता के लिए और अधिक प्रभावशाली नेता बनकर उभरें। 4 प्वाइंट में समझिए क्या है पूरा मामला.... 1. जूते मारने का आरोप लगाया: 1988 बैच के आईपीएस रहे रामसिंह यादव ने अभय चौटाला के खिलाफ उन्हें 39 जूते मारने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह आरोप एक पॉडकॉस्ट इंटरव्यू में लगाया है। इंटरव्यू में अभय चौटाला पर आरोप लगाने के बाद मामला गरमा गया है। 2. अजय को राजस्थान से गिरफ्तारी का दावा: रामसिंह यादव ने खुलासा करते हुए बताया कि भजनलाल सरकार के समय वे अजय चौटाला को राजस्थान से पकड़ कर लाए थे। रेल की पटरी उखाड़ने के केस में ऐसा हुआ था। जिसका बदला लेने के लिए उन पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। 3. अभय चौटाला ने खारिज किया दावा: इनेलो सुप्रीमो ने इंटरव्यू के तुरंत बाद उनका दावा खारिज करते हुए कहा कि उनका दावा पूर्णतया उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया है। इसलिए वे रामसिंह यादव को 100 करोड़ रुपए का मानहानि नोटिस देंगे। 4. पूर्व आईपीएस को बताया भ्रष्ट: अनुपमा का दावा है कि अजय और अभय ने उनके पति व उन्हें भ्रष्ट बताया है। उन्हें खुद भी भ्रष्टाचार के केस में डिसमिस हुआ बताया है। जिसके कारण उसकी मानहानि हुई है। पति के समर्थन में आई अनुपमा यादव पूर्व आईपीएस यादव के समर्थन में उनकी पत्नी अनुपमा यादव खुलकर सामने आ गई थीं। जिन्होंने सोशल मीडिया पर पति के समर्थन में और चौटाला ब्रदर्स के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है। चौटाला फैमिली को टारगेट करते हुए वे हर रोज 5 से 6 पोस्ट कर रही हैं। ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट रहीं अनुपमा यादव ने अब घोषणा कर दी है कि वे भी चौटाला ब्रदर्स के खिलाफ मानहानि का दावा करने जा रही हैं। ये दावा कितने करोड़ का होगा, यह कोर्ट की व्यवस्था होने के बाद तय किया जाएगा। क्योंकि अभी उनके पास इतनी बड़ी अमाउंट नहीं है। जिसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर फंडिंग करने के लिए भी पोस्ट किया है।
बलरामपुर-रामानुजगंज के एक युवक के साथ रायपुर में मारपीट, जबरन वसूली और अनैतिक यौन कृत्य किया गया। पीड़ित की शिकायत पर रामानुजगंज थाना पुलिस ने मामले दर्ज कर लिया है और केस डायरी रायपुर पुलिस को सौंपा दी गई है। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित 5 दिसंबर को रोजगार के लिए गुजरात जा रहा था। 6 दिसंबर को रायपुर में उतरने पर उसे घर से कॉल आया कि रिश्तेदारी में किसी की मौत हो गई है और तुरंत लौटना है। उसके पास पैसे नहीं थे, इसलिए वह रायपुर स्टेशन पर परेशान बैठा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात एक अज्ञात युवक से हुई। स्थिति बताते हुए युवक ने आरोपी से कहा कि वह उसके मोबाइल नंबर पर घर से पैसे मंगा सकता है। परिजनों ने आरोपी के नंबर पर 200 रुपए भेज भी दिए, लेकिन इसके बाद आरोपी संदिग्ध व्यवहार करने लगा। मारपीट, धमकी और अनैतिक कृत्य कर बनाया वीडियो आरोपी युवक को स्टेशन से दूर सुनसान जगह ले गया, जहां उससे मारपीट की, धमकाया और अनैतिक यौन कृत्य कर उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद युवक के परिवार को कॉल कर डेढ़ लाख रुपए की मांग शुरू कर दी। जीरो FIR दर्ज, मामला रायपुर पुलिस को सौंपा पीड़ित किसी तरह आरोपी के चंगुल से छूटकर अपने घर पहुंचा और परिजनों को घटना बताई। थाना प्रभारी अजय साहू ने बताया कि शिकायत पर रामानुजगंज पुलिस ने जीरो में FIR दर्ज कर मामला रायपुर पुलिस को सौंप दिया है, क्योंकि घटना रायपुर क्षेत्र की है। आगे की जांच रायपुर पुलिस करेगी।
गुजरात के राजकोट जिले के आटकोट के पास कानपर गांव की सीमा में दिल्ली निर्भया कांड जैसी बेहद क्रूर और अमानवीय घटना सामने आई है। खेत में खेल रही 6 साल की मासूम बच्ची को एक खेत मजदूर झाड़ियों में खींच ले गया। दुष्कर्म के बाद उसके साथ की हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। आरोपी मध्यप्रदेश के आलीराजपुर का रहने वाला है। घटना के कुछ ही घंटों में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस 7 दिन की रिमांड के लिए कोर्ट में उसे पेश करेगी। 10 संदिग्धों की लाइनअप, बच्ची ने आरोपी को पहचानाराजकोट ग्रामीण एसपी विजय सिंह गुर्जर के मुताबिक पीड़िता मूल रूप से दाहोद जिले की रहने वाली है। परिवार खेतों में मजदूरी करता है। आरोपी ने दुष्कर्म के बाद बच्ची के प्राइवेट पार्ट में रॉड घोंप दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। बच्ची दर्द से कराहती रही, लेकिन आरोपी उसे वहीं लहूलुहान हालत में छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने 10 टीम बनाकर 10 किलोमीटर के दायरे में लगे CCTV खंगाले। 10 संदिग्ध सामने आए। चाइल्ड काउंसलर, महिला पुलिस और डॉक्टर की मौजूदगी में बच्ची ने आरोपी रामसिंह तेजसिंह की पहचान की। 4 दिसंबर को क्या हुआ था?आरोपी पास के खेत में मजदूरी करता था। उसी खेत में पीड़िता के मामा-मामी भी काम करते थे। दोपहर करीब 12 बजे बच्चे खेल रहे थे। आरोपी ने बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर पानी की टंकी के पीछे ले गया। रेप की कोशिश असफल होने पर उसने प्राइवेट पार्ट में रॉड घोंप दी। बच्ची की हालत बिगड़ते ही वह भाग निकला। परिजनों ने बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया, तब पुलिस को सूचना दी गई। आरोपी खुद 13 साल की बेटी का पिताआरोपी रामसिंह (30) मध्यप्रदेश के अलीराजपुर का निवासी है। उसके दो बेटे और एक 13 साल की बेटी है। घटनास्थल से एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। सरकार के निर्देश हैं कि जल्द चार्जशीट दाखिल कर सख्त सजा दिलाई जाए। मन में अचानक आई विकृति, कोई पूर्व योजना नहींपुलिस के अनुसार आरोपी ने पहले से कोई योजना नहीं बनाई थी। बच्ची को देखकर उसमें अचानक विकृति उत्पन्न हुई। आरोपी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। फिलहाल पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है, मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर और धाराएं जुड़ सकती हैं। घटना 4 दिसंबर की, मामला अब क्यों सामने आया?शुरुआत में परिजनों को लगा कि बच्ची खेलते समय गिर गई है। अस्पताल में इलाज चलने के दौरान 24 घंटे महिला कॉन्स्टेबल तैनात रही। जब डॉक्टरों ने पुष्टि की कि बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है, तब एफआईआर दर्ज की गई। घटना के बाद आटकोट और आसपास के इलाकों में आक्रोश फैल गया है। लोग दोषी को फांसी जैसी सख्त सजा देने की मांग कर रहे हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूला जुर्मपुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। जब बच्ची ने विरोध किया तो उसने रॉड घोंप दी। आरोपी ने बच्ची का मुंह दबाकर वारदात को अंजाम दिया। बच्ची की हालत स्थिर, 2-3 दिन में डिस्चार्ज संभवपरिजनों को बच्ची खून से लथपथ हालत में खेत के पास मिली। पहले स्थानीय अस्पताल और फिर राजकोट के जनाना अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत अब स्थिर है और 2–3 दिन में छुट्टी मिल सकती है। क्या है निर्भया कांड दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को 6 लोगों ने निर्भया के साथ गैंगरेप किया था। उसके गुप्तांग में लोहे की रॉड डाल दी थी। हालत गंभीर होने पर 27 दिसंबर को निर्भया को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया जहां 29 दिसंबर को माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। निर्भया के साथ गैंगरेप और हत्या के दोषी चार लोगों- मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को 20 मार्च को साल 2020 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। वहीं एक दोषी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। छठा आरोपी घटना के दौरान नाबालिग था। साल 2015 में उसे रिहा कर दिया गया था।
कोकण के हापूस आम पर गुजरात का दावा; आम बागायतदारों में चिंता की लहर
गुजरात के गांधीनगर और नवसारी विश्वविद्यालय ने 'वलसाड हापूस' के नाम से GI मानांकन के लिए आवेदन किया, जिससे कोकण हापूस आम उत्पादक चिंतित हैं। इस कदम से कोकण के किसानों को आर्थिक नुकसान और पहचान में भेसळ का खतरा है। आंबा बागायतदार संघटनाएँ कानूनी लड़ाई की तैयारी में हैं।
पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच पूर्व क्रिकेटर व कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू मुंबई से अमृतसर लौट आए हैं। सिद्धू के लौटते ही उनके अमृतसर स्थित घर में समर्थक भी जुटने लगे हैं। उनकी टीम मेंबर के तौर पर साथ रहने वाले उनके घर के बाहर मौजूद हैं। उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को लेकर पंजाब कांग्रेस नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। नवजोत कौर ने कहा था कि सीएम बनने के लिए 500 करोड़ रुपए की अटैची चाहिए। कौर ने कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग, सांसद सुखजिंदर रंधावा, नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा के अलावा कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। कौर ने ये भी कहा था कि अगर सिद्धू को CM चेहरा बनाएंगे तो ही वह एक्टिव पॉलिटिक्स में आएंगे। कौर की बयानबाजी के बाद कांग्रेस उन्हें सस्पेंड कर चुकी है। हालांकि कौर ने कहा कि वह राजा वड़िंग को प्रधान ही नहीं मानती। हालांकि सिद्धू ने अभी तक इस पूरे मामले पर कोई रिएक्शन नहीं दिया है। आज वह मीडिया से बात करते हैं या फिर नेताओं से मिलते हैं, इसको लेकर स्थिति क्लियर नहीं है। सिद्धू सोशल मीडिया के जरिए भी अपनी बात रख सकते हैं। पति नवजोत सिद्धू के अमृतसर में एंट्री करते ही पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने फिर पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग को निशाने पर लिया। उन्होंने बैक टू बैक 4 ट्वीट किए। इसमें नवजोत ने कहा कि आप 2 बार चुनाव क्यों हारे। गुजरात में टिकटें बेचने पर आपको बाहर निकाला गया। उस पैसे से महंगी गाड़ियां खरीदीं। नवजोत कौर सिद्धू की राजा वड़िंग-मिट्ठू मदान पर अहम बातें नवजोत कौर ने कांग्रेस अध्यक्ष को नोटिस भेजाइसी बीच सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने अमृतसर के कांग्रेस अध्यक्ष मिट्ठू मदान को 10 करोड़ का मानहानि नोटिस भेज दिया है। कौर ने कहा कि मदान ने उनके खिलाफ गुमराह और गलत इरादे वाला कंटेंट सोशल मीडिया पर डाला है। इसको लेकर 7 दिन के भीतर माफी मांगें वर्ना कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा 48 घंटे के भीतर कौर को बदनाम करने वाली सभी वीडियो क्लिप, रील, पोस्ट समेत हर तरह का डिजिटल कंटेंट हटाने को कहा गया है। इसके अलावा लिखकर देना होगा कि आगे से वह उन्हें बदनाम करने वाला इस तरह का काम नहीं करेंगे। हालांकि मिट्ठू मदान ने कहा कि उनके पास सबूत हैं और वह माफी नहीं मांगेंगे। रंधावा को भी जवाब भेजानवजोत कौर ने सांसद सुखजिंदर रंधावा के नोटिस का भी जवाब भेज दिया है। इसमें कौर ने लिखा कि उन्होंने जो भी आरोप लगाए, वह इन्वेस्टिगेटिव जनरल्स के आधार पर सच हैं। उन्होंने रंधावा को अपना नोटिस वापस लेने को कहा है। बता दें कि नवजोत कौर ने कहा था कि रंधावा के स्मगलरों से संबंध हैं। इसके अलावा राजस्थान में उन्होंने कांग्रेस की टिकटें बेचीं और कांग्रेस को हरा दिया। ******************** नवजोत कौर फिर बोलीं- चोरों का साथ नहीं दूंगी:ऐसे नोटिस बहुत निकलते हैं; रंधावा के स्मगलरों से संबंध, इतनी फार्म लैंड कहां से आई नवजोत सिद्धू की पत्नी कांग्रेस से सस्पेंड:₹500 करोड़ में CM वाले बयान पर एक्शन; कौर बोलीं-वड़िंग भ्रष्ट और बेईमान; रंधावा बोले- सिद्धू ने कितने दिए नवजोत कौर बोलीं- बेचारा अनिल जोशी, फ्रस्ट्रेटेड है:पैसे देकर कांग्रेस जॉइन की, अब SAD में जा रहा; पूर्व मंत्री बोले- ये बिना ब्रेक चल रहीं नवजोत कौर बोलीं- CM फेस बनाने पर सिद्धू एक्टिव होंगे:मुख्यमंत्री वही बनता है जो 500 करोड़ की अटैची देता है; राज्यपाल से मिलीं
नमस्कार, कल की बड़ी खबर संसद में दिए राहुल गांधी के बयान से जुड़ी रही। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी एजेंसियों पर भाजपा-RSS का कब्जा है। दूसरी बड़ी खबर गुजरात में निर्भया जैसी दरिंदगी की रही। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. राहुल बोले- बीजेपी देश में चुनाव सुधार नहीं चाहती, इलेक्शन कमीशन को कंट्रोल कर रही राहुल गांधी ने लोकसभा में SIR पर 28 मिनट की स्पीच दी। उन्होंने कहा कि भाजपा और RSS देश की संस्थाओं पर कब्जा कर रही हैं। इनमें चुनाव आयोग, ईडी, सीबीआई, आईबी, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट शामिल हैं। सरकार चुनाव सुधार नहीं चाहती, बल्कि चुनावों को प्रभावित करना चाहती है। मैंने इस बारे में काफी सबूत पेश किए हैं। राहुल ने सरकार से 3 सवाल पूछे1. चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से CJI को क्यों हटाया गया। 2. दिसंबर 2023 में कानून बदला कि चुनाव आयुक्त को दंडित नहीं किया जा सकता। ऐसा क्यों? 3. चुनाव के 45 दिन बाद CCTV फुटेज क्यों डिलीट कर दिए जाते हैं। SIR रोकने की मांग उठी: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि संविधान में भी पूरे राज्य में एक साथ SIR को लेकर कोई कानून नहीं है। SIR गैरकानूनी है और इस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। चुनाव EVM की जगह बैलट पैपर से कराए जाने चाहिए। पढ़ें पूरी खबर... 2. यूपी में एक्सप्रेस-वे पर हजारों कपल्स के प्राइवेट वीडियो बने, टोल मैनेजर का कबूलनामा यूपी के एक्सप्रेसवे पर कार में कपल के रोमांस का सीसीटीवी से वीडियो बनाने में बड़ा खुलासा हुआ है। 'एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम' (ATMS) का पूर्व मैनेजर आशुतोष सरकार ने पुलिस को बताया कि ढाई साल में इस तरह के हजारों मामले सामने आए हैं। जो वीडियो वायरल हुआ है, उसे टोल पर काम करने वाले एक पूर्व कर्मचारी ने किसी ड्राइवर को दिया था। FIR से पहले बैकडेट में निकाला: 'दैनिक भास्कर' के खुलासे के बाद ठेका कंपनी ने ब्लैकमेलर डिप्टी मैनेजर आशुतोष सरकार को टर्मिनेट कर दिया। टर्मिनेशन 30 नवंबर 2025 को दिखाया है, जबकि पीड़ितों ने इसकी शिकायत 2 दिसंबर को CM योगी, सुल्तानपुर के DM और SP से की थी। पढ़ें पूरी खबर... 3. सरकार ने इंडिगो की उड़ानों में 10% कटौती की, स्लॉट दूसरी एयरलाइंस को मिलेंगे सरकार ने इंडिगो की 10% उड़ानों में कटौती का निर्देश दिया है। ये स्लॉट दूसरी एयरलाइंस को दिए जाएंगे। यात्रियों की परेशानी जांचने के लिए 10 बड़े एयरपोर्ट पर IAS अफसर तैनात किए गए हैं। मंगलवार को देशभर में 400 से ज्यादा इंडिगो फ्लाइट्स रद्द हुईं। यात्रियों को पूरा रिफंड मिला: इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि कंपनी का संचालन अब पूरी तरह स्थिर हो गया है। यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जा चुका है और सभी 138 रूट्स पर उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं। इंडिगो सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। पढ़ें पूरी खबर... 4. शाह बोले- नेहरू ने वंदे मातरम् को 2 हिस्सों में बांटा, गीत न बंटता तो देश भी न बंटता राज्यसभा में राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ पर चर्चा हुई। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू ने 1937 में वंदे मातरम् के केवल दो अंतरों को मान्यता दी थी। यहीं से देश में तुष्टीकरण की राजनीति शुरू हुई। शाह ने कहा कि इस तरह के फैसलों की वजह से ही देश बंटवारा हुआ। शाह बोले- गांधी परिवार वंदे मातरम् विरोधी: गृहमंत्री ने संबोधन में कहा- जब वंदे मातरम् 100 साल का हुआ, पूरे देश को बंदी बना दिया गया। जब 150 साल पर लोकसभा में चर्चा शुरू हुई, गांधी परिवार के दोनों सदस्य (राहुल-प्रियंका) नदारद थे। वंदे मातरम् का विरोध नेहरू से लेकर आज तक गांधी परिवार के खून में है। पढ़ें पूरी खबर... 5. अखिलेश ने NDA सांसद को फटकारा- अनपढ़ हो, कोई बात नहीं समझते; संसद में जमकर हंगामा संसद के शीतकालीन सत्र के 7वें दिन मंगलवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर चर्चा हुई। सपा ने यूपी में SIR में जल्दबाजी और BLO की मौतों का मुद्दा उठाया। टिप्पणी पर भड़के: अखिलेश के भाषण के दौरान सत्तापक्ष के एक सांसद ने टिप्पणी कर दी। इस पर अखिलेश भड़क गए। बोले- ये ऐसे अनपढ़ हैं, जो पहले इधर ही थे, आज उधर खिसक गए हैं। ये कोई बात नहीं समझते। पढ़े-लिखे नहीं हैं, होते तो समझते। पढ़ें पूरी खबर... 6. गुजरात में 6 साल की बच्ची से निर्भया जैसी दरिंदगी, आरोपी ने प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गुजरात में राजकोट जिले के अटकोट में निर्भया कांड जैसी घटना सामने आई है। आरोपी ने छह साल की बच्ची से बलात्कार की कोशिश की और बच्ची के प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी। बच्ची को राजकोट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी MP का रहने वाला है: यह घटना 4 दिसंबर की है, जो अब सामने आई है। बच्ची का परिवार खेत में काम कर रहा था, तभी आरोपी छह साल की मासूम को उठाकर ले गया और उसके साथ दरिंदगी की। जब परिजनों ने बच्ची की तलाश शुरू की, तो वह खून से लथपथ मिली। 30 साल आरोपी मध्य प्रदेश का रहने वाला है। उसके एक बेटी और दो बेटे हैं। पढ़ें पूरी खबर... 7. बिहार से चलेगी देश की पहली स्लीपर वंदे भारत, पटना से दिल्ली 8 घंटे में पहुंचेगी देश की पहली स्लीपर वंदे भारत ट्रेन बिहार के पटना से दिल्ली के बीच चलेगी। इसका न्यूनतम किराया 590 रुपए होगा। ट्रेन में लग्जरी होटल जैसी सुविधाएं, टच-फ्री टॉयलेट, वाई-फाई और बेहतर सुरक्षा सिस्टम मिलेगा। इसका ट्रायल 12 दिसंबर के बाद होगा। सफर करीब 8 घंटे में पूरा होगा: ट्रेन सप्ताह में 6 दिन पटना-दिल्ली रूट पर चलेगी। यह ट्रेन शाम को रवाना होकर सुबह पहुंचेगी। यह ट्रेन 160 km/h की रफ्तार से दौड़ेगी। अधिकतम रफ्तार 180 km/h है। सफर करीब 8 घंटे में पूरा होगा। अभी देशभर में चेयर कार वाली 164 वंदे भारत ट्रेनें चल रहीं हैं। पढ़ें पूरी खबर... 8. गोवा क्लब अग्निकांड- चेन के दूसरे क्लब पर बुलडोजर चला, थाईलैंड भागे दोनों मालिक गोवा क्लब अग्निकांड के बाद प्रशासन ने ‘बिर्च बाय रोमियो लेन’ क्लब चेन के दूसरे क्लब पर बुलडोजर चलाया। वहीं हादसे के तुरंत बाद ही क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा थाईलैंड भाग गए। दोनों के खिलाफ इंटरपोल का ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। क्लब में आग लगने से 25 मौतें हुई थीं: 7 दिसंबर की रात क्लब में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हुए थे। क्लब में फायर सेफ्टी नियमों की अनदेखी पाई गई थी। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... चीन की फैक्ट्रियों में काम करेंगे 6 हाथ वाले रोबोट चीन की कंपनी मिडिया ने छह हाथ वाला ह्यूमनॉइड रोबोट मिरो यू लॉन्च किया है। यह 360 डिग्री घूमता है और अब फैक्ट्रियों में काम करेगा। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज सिंह राशि वालों की इनकम बढ़ सकती है। तुला राशि वालों की प्रॉपर्टी में निवेश करने की योजना फायदेमंद होगी। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
मप्र में माल ढुलाई गुजरात से तीन गुना महंगी:हर परिवार पर सालाना 7200 रुपए का अतिरिक्त बोझ
मध्यप्रदेश में ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट (माल ढुलाई) राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा है। नीति आयोग के मुताबिक माल ढुलाई का राष्ट्रीय औसत 11.5% है, यानी 100 रुपए के सामान की ढुलाई पर 11.50 रुपए खर्च आता है, लेकिन मप्र में यह 16% है। यानी मप्र में 100 रुपए का सामान ढुलाई के बाद 116 रुपए का हो जाता है। आटा-दाल से लेकर निर्माण सामग्री तक की कीमत इसकी वजह से बढ़ जाती है। इसका सीधा असर परिवार के बजट पर पड़ा रहा है। इसके उलट गुजरात में ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट राष्ट्रीय औसत से भी काफी कम यानी 5 प्रतिशत ही है। महाराष्ट्र में ये 8 प्रतिशत है। हालांकि केंद्र ने ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट को 9.5 फीसदी तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। गुजरात और महाराष्ट्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर अच्छा मप्र में माल-ढुलाई दर 16% है तो ये अंतर सिर्फ दूरी या ट्रक-रूट तक ही सीमित नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पीछे मप्र में लॉजिस्टिक नेटवर्क, रोड-इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर मल्टी-मॉडल विकल्पों की कमी है। वहीं गुजरात-महाराष्ट्र में बेहतर गोदाम, रेल/पोर्ट कनेक्टिविटी, बेहतर रोड नेटवर्क और बिजनेस इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है। जिससे वहां माल ढुलाई लागत कम है। मप्र में किस पर कितना असर तीन बड़ी वजहें... जिनके कारण मप्र में ज्यादा है माल ढुलाई दर 1. खराब सड़कें, लागत निकलने के बाद भी टोलयह सबसे बड़ी वजह है। टोल वसूली के बाद भी सड़कों की हालत खराब है। मप्र की 56 टोल सड़कों पर 7300 करोड़ रुपए लागत आई है, जबकि इनसे 9800 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है। इसके बाद भी अधिकतर सड़कों पर मेंटेनेंस के नाम पर अगले 12 साल टोल वसूली जारी रहेगी। इन पर ट्रकों से प्रति टोल 250 रुपए और भारी वाहनों से 500 रुपए तक टोल लिया जाता है। तीन प्रमुख टोल सड़कें भोपाल-देवास, लेबड़-जावरा और जावरा-नयागांव के निर्माण और मेंटेनेंस में 2025 तक 1300 करोड़ की लागत आई है, जबकि इन तीनों सड़कों पर 6000 करोड़ से ज्यादा की टोल वसूली हो चुकी है। 2. ईंधन की कीमत ज्यादा मप्र में ईंधन अन्य राज्यों से महंगा है। भोपाल में डीजल 91.82 रु. प्रति लीटर है। दिल्ली में 87.66, उप्र में 87.74, व मुंबई में 89.95 रु. है। इससे ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट ज्यादा पड़ रही है। 3. चेक पॉइंट पर वसूली शुरूमप्र में टोल पर चेक पोस्ट केंद्र के दखल के बाद हटा दिए गए। इससे माल वाहनों के पास होने में राहत मिली लेकिन अब उनकी जगह चेक पॉइंट ने ले ली है। नतीजतन फिर से वसूली की शिकायतें बढ़ रही हैं। टोल से नहीं कमाया जा सकता बेजा लाभसुप्रीम कोर्ट के अनुसार, सड़क जनता की संपत्ति है। इसलिए टोल का उपयोग बेजा लाभ कमाने में नहीं लिया जा सकता। लेकिन यहां टोल वालों के दो तरह के खाते हैं, जिससे सही जानकारी सामने नहीं आ पाती। भोपाल बायपास में ऑपरेटर्स ने 10 साल में 149 करोड़ रुपए टोल वसूला। सरकार ने अपनी निगरानी में लिया तो 5.5 साल में ही 270 करोड़ रुपए वसूल लिए। इधर, एमपीआरडीसी के एमडी भरत यादव का कहना है कि इन सड़कों पर आगे भी टोल वसूली जारी रहेगी। इससे सरकार को भी आय होती है। एक्सपर्ट व्यू - ट्रांसपोर्ट के खर्च का 70% टोल-डीजल मेंमप्र में औसतन हर 60 से 40 किमी पर टोल है। टोल रोड की कॉस्ट वसूली जा चुकी है, फिर भी उनकी अवधि बढ़ा रहे हैं। प्रदेश में ट्रांसपोर्ट भाड़े का 70% खर्चा टोल और डीजल का है। मप्र में पेट्रोल, डीजल की कीमत अन्य राज्यों से ज्यादा है। मप्र में ट्रांसपोर्टिंग कॉस्ट कम करने की दिशा में सरकार को काम करने की बहुत जरूरत है।राजेंद्र त्रेहान, चेयरमैन, इंदौर मोटर एवं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, मेंबर-ऑल इंडिया मोटर कांग्रेस मैनेजिंग कमेटी
सीकर में स्लीपर बस और ट्रक की भीषण भिड़ंत में 3 लोगों की मौत हो गई और 18 यात्री घायल हो गए। हादसा जयपुर–बीकानेर नेशनल हाईवे पर रात करीब 10:40 बजे फतेहपुर के पास हुआ है। हादसे में मरने वालों की अभी पहचान नहीं हुई। बताया जा रहा है कि बस में सवार अधिकतर यात्री गुजरात के रहने वाले थे। ये सभी वैष्णो देवी के दर्शन कर लौट रहे थे और यात्रा के दौरान खाटू श्याम जी मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे। जानकारी के अनुसार स्लीपर बस बीकानेर की ओर से जयपुर जा रही थी। वहीं ट्रक झुंझुनूं से बीकानेर की ओर जा रहा था। टक्कर इतनी तेज थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह चकनाचूर हो गया और कई यात्री सीटों में ही फंस गए। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हाईवे से गुजर रहे वाहन रुक गए और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। बस में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। घायलों को तुरंत सीकर और आसपास के अस्पतालों में पहुंचाया गया, डॉक्टरों की कई टीमें इलाज में जुटी हैं। हादसे से जुड़ी 2 तस्वीरें...
हरियाणा को 6 नए IAS अधिकारी मिल गए हैं। UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा 2024-25 का रिजल्ट इसी साल अप्रैल में जारी किया था, जिसके आधार पर इन अधिकारियों को हरियाणा कैडर अलॉट किया गया है। खास बात यह है कि इनमें से दो कैंडिडेट हरियाणा के रहने वाले हैं, जबकि बाकी चार उम्मीदवार दूसरे राज्यों से हैं। वहीं हरियाणा की हर्षिता गोयल ने UPSC 2024 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की, लेकिन उन्हें हरियाणा कैडर नहीं मिला। हर्षिता हिसार की रहने वाली हैं, लेकिन उनके पिता के साथ बचपन में गुजरात शिफ्ट होने और पढ़ाई वहीं करने के कारण उन्हें गुजरात कैडर आवंटित किया गया। पेशे से वह चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) हैं और बीकॉम ग्रेजुएट भी। हर्षिता ने UPSC के लिए अब तक दो बार प्रयास किया था, और तीसरे अटेंप्ट में उन्होंने न सिर्फ परीक्षा क्रैक की, बल्कि AIR-2 भी हासिल की। हरियाणा के आदित्य विक्रम अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कैडर मिलाहर्षिता गोयल की तरह 9वीं रैंक हासिल करने वाले हरियाणा के आदित्य विक्रम अग्रवाल को उत्तर प्रदेश कैडर मिला। 92वीं रैंक हासिल करने वाले हरियाणा के दीपक गोदारा को एजीएम UT कैडर मिला। 308वीं रैंक वाले हरियाणा के तेजस्व को पश्चिम बंगाल कैडर मिला। 376वीं रैंक हासिल करने वाले हरियाणा के जीतेंद्र कुमार को एजीएम UT कैडर मिला। वहीं, 439वीं रैंक वाले हरियाणा के विशाल को हिमाचल प्रदेश कैडर मिला। केंद्र ने मांगी थी खाली पदों की लिस्टपंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के वकील हेमंत कुमार ने बताया कि मई में केंद्र के DOPT विभाग ने हरियाणा समेत सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा था, जिसमें नव चयनित IAS अधिकारियों के लिए प्रत्येक राज्य में कितनी रिक्तियां हैं, उनकी श्रेणी (इनसाइडर-आउटसाइडर) और जाति विवरण मांगा गया था। हरियाणा कैडर के लिए कुल 6 रिक्तियां थीं। इनमें से 4 आउटसाइडर यानी बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों के लिए थीं। जिनमें 3 EWS (अनारक्षित) और 1 SC (अनुसूचित जाति) केटेगरी का था। बाकी 2 इनसाइडर, यानी हरियाणा के मूल निवासियों के लिए थे। इनमें से 1 OBC और 1 ST (अनुसूचित जनजाति) का पद था। चूंकि हरियाणा में ST के लिए आरक्षण नहीं है, इसलिए इस बार इनसाइडर ST की रिक्ति को इनसाइडर OBC के लिए बदल दिया गया।
समस्तीपुर में ससुराल आए युवक ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक मोये सहनी(30) हलई के कवाचक मरीचा गांव के रहने वाले थे। घटना उजियारपुर थाना क्षेत्र के रायपुर गांव की है। मृतक का साला संतोष कुमार सहनी ने बताया कि बहनोई गुजरात में मजदूरी का काम करते थे। कुछ दिन पहले वहां से अपने घर आए थे। 4 दिन पहले ससुराल आए थे। तीन दिन तक यहां रहने के बाद केसोपट्टी गांव अपनी बहन के पास चले गए। सोमवार दोपहर वहां से बाइक लेकर सातनपुर चौक पर गए। कीटनाशक दुकान से जहरीली पदार्थ खरीदकर खा लिया। इसके बाद ससुराल आए। बार-बार उल्टी कर रहे थे। उनके मुंह से झाग भी निकल रहा था। परिवार के लोग उन्हें डॉक्टर से पास ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पत्नी से विवाद के बाद जहर खाने का शक माना जा रहा है कि ससुराल में पत्नी से उसका विवाद हुआ था। वह मायके से ससुराल चलने की बात कर रहा था। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ। जिसके बाद उसने जाहर खा लिया। इस एंगल से भी जांच चल रही है। जांच में जुटी पुलिस इस संबंध में दलसिंहसराय के डीएसपी विवेक कुमार शर्मा ने बताया कि जहरीला पदार्थ खाने से युवक की मौत हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। ससुराल वालों से पूछताछ की जा रही है।
कोर्ट ने गुजरात के पूर्व डीएम को सुनाई 5 साल की सजा, सरकार को 1.20 करोड़ रुपए का पहुंचाया था नुकसान
विशेष पीएमएलए अदालत ने भुज भूमि आवंटन के दौरान गुजरात सरकार को 1.20 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने के लिए एक पूर्व जिला कलेक्टर को पांच साल की कैद और 50,000 रुपए का जुर्माना लगाया
बीकानेर की मंडियों में इस सीजन मूंगफली का व्यापार इतिहास रच रहा है। गुजरात में भारी बारिश से मूंगफली की फसल खराब होने के बाद वहां के बड़े एक्सपोर्टर और प्रोसेसिंग यूनिट संचालक अब बीकानेर पर निर्भर हैं। नतीजा यह हुआ कि बीकानेर मंडल में अब तक 1 करोड़ से अधिक बोरी मूंगफली की खरीद हो चुकी है, जो अब तक की सबसे बड़ी खरीद मानी जा रही है। बीकानेर की मुख्य अनाज मंडी और पूगल रोड मंडी सहित लूणकरणसर, नोखा, डूंगरगढ़ में रोजाना करीब 5 लाख बोरी मूंगफली की आवक दर्ज हो रही है। सरदारशहर, बज्जू और मोहनगढ़ जैसी छोटी मंडियों को शामिल करें तो ये संख्या और बढ़ जाती है। अक्टूबर से शुरू हुई आवक नवंबर और दिसंबर में पीक पर रही। गुजराती कारोबारियों के बाजार में आने से कीमतों में भी जोरदार बढ़ोतरी दर्ज हुई है। दीपावली से पहले 3800-4800 रुपए प्रति क्विंटल मिलने वाली मूंगफली अब 5000 से 6300 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रही है। यानी किसानों को 700 से 1000 रुपए प्रति क्विंटल का अतिरिक्त भाव मिला है। अच्छी आवक के साथ बीकानेर के किसानों को इस सीजन में भाव का बड़ा लाभ मिला। गुजरातियों के आने से बाजार में कॉम्पिटिशन बढ़ा और दाम तेजी से ऊपर गए। एक बड़े किसान ने बताया, इतने अच्छे भाव कई साल बाद मिले हैं। इस बार मूंगफली ने हमारी उम्मीदों से ज्यादा फायदा दिया है। बीकानेर की मूंगफली का दाना अच्छा, इसलिए गुजरात में मांग तेज उत्पादन और बेहतर खाद्य गुणवत्ता, मशीन क्लीनिंग, ग्रेडिंग और प्रोसेसिंग की सुविधा, मंडियों में तेजी से नीलामी, एक्सपोर्ट कंपनियों के लिए उपयुक्त दाना, राजस्थान में आवक का स्थिर और बड़ा वॉल्यूम, इतनी आवक से स्थानीय तेल मिल, दाना मिल, पंजाब-उत्तरप्रदेश के कारोबारी और क्रेशिंग यूनिट भी बड़ी मात्रा में खरीद कर रहे हैं। भास्कर एक्सपर्ट- -बालेश कूकणा, पूर्व अध्यक्ष, बीकानेर मूंगफली दाना मिल एसोसिएशन, बीकानेर इस वर्ष गुजरात में फसल को बहुत नुकसान हुआ। बीकानेर की मूंगफली दाना साइज, तेल प्रतिशत और कलर क्वालिटी में इस बार देश में सबसे बेहतर है। हमारी कई प्रोसेसिंग यूनिट्स अब बीकानेर से ही दाना उठा रही हैं। यहां की मंडियों में पारदर्शिता और तेज खरीद-फरोख्त भी हमें आकर्षित करती है। -मनोज पटेल, एक्सपोर्ट ट्रेडर, राजकोट बीकानेर की मूंगफली देश की सबसे विश्वसनीय ब्रांड बन चुकी है बीकानेर की मूंगफली अब राष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान बन चुकी है। इस बार गुजरात के बड़े व्यापारियों द्वारा की गई रिकॉर्ड खरीद किसानों के लिए बहुत सकारात्मक संकेत है। बाजार में पारदर्शिता, गुणवत्ता और भारी आवक ने बीकानेर को देश का सबसे मजबूत मूंगफली हब बना दिया है। आने वाले सालों में यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
गोपाल इटालिया पर हमले के बाद केजरीवाल का गुजरात दौरा, राजकोट में पीड़ित किसानों से करेंगे मुलाकात
आम आदमी पार्टी विधायक गोपाल इटालिया पर हुए जूता फेंकने के हमले ने गुजरात की राजनीति को हिला दिया है। भीड़ के बीच एक कांग्रेस कार्यकर्ता द्वारा किया गया यह हमला न सिर्फ इटालिया की बढ़ती लोकप्रियता का संकेत बना, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी नए सवाल खड़े कर गया
Gujarat High Court ने आमिर खान के बेटे की पहली फिल्म महाराज की रिलीज पर लगी रोक हटाई
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को बॉलीवुड स्टार आमिर खान के बेटे जुनैद की पहली फिल्म महाराज की रिलीज पर लगी अंतरिम रोक हटाते हुए कहा कि फिल्म में कुछ भी अपमानजनक नहीं है और यह पुष्टिमार्ग संप्रदाय को निशाना नहीं बनाती है, जैसा कि याचिका में आरोप लगाया गया है। यह फिल्म 1862 के एक मानहानि मामले पर आधारित है, जिसमें वैष्णव धार्मिक नेता एवं समाज सुधारक करसनदास मुलजी शामिल थे। पुष्टिमार्ग संप्रदाय के कुछ सदस्यों ने नेटफ्लिक्स पर इस फिल्म की रिलीज के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है। न्यायमूर्ति संगीता विशेन ने 13 जून को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्म की रिलीज पर अंतरिम रोक लगा दी थी।न्यायाधीश ने शुक्रवार को अपने आदेश में कहा कि फिल्म को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा प्रमाणित किया गया है और यह उक्त संप्रदाय को निशाना नहीं बनाती है।
Gujarat HC ने Netflix को Maharaj रिलीज करने की अनुमति दी, कहा- इससे भावनाएं आहत नहीं होतीं
गुजरात उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को स्ट्रीमिंग दिग्गज नेटफ्लिक्स की फिल्म ‘महाराज’ की रिलीज पर लगी अपनी अस्थायी रोक हटा ली, जिसमें कहा गया कि फिल्म महाराज 1862 के महाराज मानहानि मामले से जुड़ी घटनाओं पर आधारित है और इसका उद्देश्य किसी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं है। न्यायमूर्ति संगीता के. विशेन, जिन्होंने 13 जून को फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई थी, ने फिल्म देखने के बाद शुक्रवार को नेटफ्लिक्स को फिल्म स्ट्रीम करने की अनुमति देने का फैसला किया। इसे भी पढ़ें: Swara Bhasker के साथ कोई भी निर्माता-निर्देशक नहीं करना चाहता काम? एक्ट्रेस ने खुद किए चौंकाने वाले खुलासे अदालत ने कहा “यह अदालत प्रथम दृष्टया इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि फिल्म महाराज उन घटनाओं पर आधारित है, जिनके कारण मानहानि का मामला दायर किया गया और इसका उद्देश्य पुष्टिमार्गी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं है। फिल्म को संबंधित दिशा-निर्देशों पर विचार करने के बाद विशेषज्ञ निकाय केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया था… 13 जून को दी गई अंतरिम राहत रद्द कर दी गई है। मूल रूप से 14 तारीख को रिलीज होने वाली इस फिल्म को हाईकोर्ट ने नेटफ्लिक्स पर रोक लगा दी थी, क्योंकि व्यापारियों के एक समूह ने इस आधार पर कोर्ट में याचिका दायर की थी कि इसमें वैष्णव समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की क्षमता है। इसे भी पढ़ें: Bollywood Wrap Up | नमक-मिर्च लगाकर कच्ची केरी के चटकारे ले रहीं परिणीति चोपड़ा, मिर्जापुर 3 का जबरदस्त ट्रेलर रिलीज फिल्म महाराज गुजराती लेखक सौरभ शाह की 2013 की किताब पर आधारित है, जो 1862 के ऐतिहासिक मानहानि मामले पर आधारित है, जो एक प्रमुख वैष्णव व्यक्ति, जदुनाथजी द्वारा समाज सुधारक करसनदास मुलजी के खिलाफ दायर किया गया था, जिन्होंने सर्वशक्तिमान महाराज द्वारा यौन शोषण के खिलाफ लिखा था। मुलजी ने अपनी पत्रिका सत्यप्रकाश में शोषणकारी प्रथा का खुलासा किया, जिसके कारण मानहानि का मामला चला, जो प्रसिद्ध महाराज मानहानि मामला बन गया। न्यायमूर्ति विशन ने कहा कि याचिकाकर्ताओं की प्राथमिक शिकायत कि फिल्म वैष्णव समुदाय को बदनाम करती है, बदनाम करती है और उसका अपमान करती है, में कोई दम नहीं है। “इस प्रकार उनकी अदालत इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए बाध्य है कि याचिकाकर्ताओं की आशंका अनुमानों पर आधारित है। चूंकि फिल्म को अभी सार्वजनिक रूप से देखने के लिए जारी नहीं किया गया है, इसलिए केवल अनुमान के आधार पर संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (ए) के तहत प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सीमित नहीं किया जा सकता है, अदालत ने कहा। उन्होंने खुली अदालत में आदेश सुनाते हुए कहा फिल्म का मुख्य संदेश, जैसा कि प्रतिवादी ने सही कहा है, यह है कि फिल्म सामाजिक बुराई और करसनदास मुलजी द्वारा सामाजिक सुधार के लिए लड़ाई पर केंद्रित है, जो स्वयं वैष्णव समुदाय से थे। उन्होंने कहा, फिल्म किसी भी तरह से धार्मिक भावनाओं को प्रभावित या आहत नहीं करती है। फिल्म यह निष्कर्ष निकालती है कि संप्रदाय किसी भी व्यक्ति या घटना से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। इस घटना को अपवाद मानते हुए वैष्णव संप्रदाय और उसके अनुयायी बढ़ते रहे और भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक ताने-बाने का गौरवपूर्ण और अभिन्न अंग बने रहे। यह आशंका जताई जा रही है कि इससे सांप्रदायिक विद्वेष पैदा होने की संभावना है। हालांकि, उसी मानहानि मामले के आधार पर 2013 में पुस्तक प्रकाशित हुई थी और किसी घटना की सूचना नहीं दी गई है। उन्होंने कहा, यहां तक कि याचिकाकर्ताओं ने भी यह दावा नहीं किया है कि पुस्तक से सांप्रदायिक विद्वेष पैदा हुआ है।
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