भारत-अमेरिका ट्रेड वार्ता अटकी ; रुपये पर बढ़ा दबाव और शेयर बाजार कर रहा है इंतजार
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी से शेयर बाजारों और रुपये पर दबाव बढ़ा है। विदेशी निवेशकों की सतर्कता, भारत-ओमान नए व्यापार समझौते और वैश्विक व्यापार उम्मीदों के बीच बाजार स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं।
सोनभद्र 2 लाख करोड़ का निवेश:85 एमओयू से औद्योगिक विकास को मिली रफ्तार, हजारों रोजगार सृजित
सोनभद्र में औद्योगिक विकास ने नई गति पकड़ी है। जिले में अब तक 85 निवेशकों द्वारा 206008 करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। यह निवेश प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इन निवेशकों में गुजरात,महाराष्ट्र और तेलंगाना जैसे प्रमुख औद्योगिक राज्यों के उद्यमी भी शामिल हैं।सोनभद्र की बढ़ती औद्योगिक साख और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था इसका स्पष्ट संकेत है। इन निवेश प्रस्तावों का असर अब धरातल पर भी दिखने लगा है। कुल 54 औद्योगिक इकाइयों ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भाग लिया है,जिनमें से 38 इकाइयों ने अपना वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया है। इन चालू इकाइयों में कुल 5285 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है,जिससे जिले में हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। जिलाधिकारी बी.एन.सिंह ने बताया कि निवेशकों को सुविधाजनक माहौल प्रदान करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है।यह प्रणाली अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी),अनुमतियों और प्रोत्साहनों की प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और समयबद्ध बनाती है,जिससे निवेश को बढ़ावा मिल रहा है। निवेश मित्र पोर्टल पर भी सोनभद्र का प्रदर्शन बेहतर रहा है।जिलाधिकारी के निर्देशन में निवेशकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर एनओसी सुविधा प्रदान करने में जनपद सोनभद्र को प्रदेश में 12वां स्थान प्राप्त हुआ है। जिले में औद्योगिक आधारभूत ढांचे का तेजी से विकास किया जा रहा है।प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इन निरंतर प्रयासों से बड़े और दीर्घकालिक निवेश आकर्षित होने की संभावनाएं और मजबूत हुई हैं,जिससे जिले में निवेश की अपार संभावनाएं सामने आई हैं। सोनभद्र में ऊर्जा और भंडारण क्षेत्र में बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं,जिसमें ग्रीनको ग्रुप, टोरेन्ट पावर,जे0एस0डब्ल्यू0,अदानी ग्रुप और एन0टी0पी0सी0 जैसी कंपनियां निवेश कर रही हैं।इन प्रोजेक्ट्स में कुल 1लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। इन प्रोजेक्ट्स से 3563लोगों को रोजगार मिला है और आगे भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।जिला प्रशासन का मानना है कि इन्वेस्ट यूपी की सुदृढ़ और पारदर्शी प्रणाली के कारण सोनभद्र निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। सोनभद्र को जीबीसी-5 के माध्यम से 20 हजार करोड़ का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसे प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन काम कर रहा है।
अंतिम सप्ताह का IPO कैलेंडर अपडेट ; निवेशकों के लिए नए IPO, नई उम्मीदें
22 से 24 दिसंबर के बीच भारतीय शेयर बाजार में कई IPO सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहे हैं। मुख्य बोर्ड और SME सेगमेंट की कंपनियां बाजार से पूंजी जुटाने उतर रही हैं। वर्ष के अंत में प्राथमिक बाजार की बढ़ती गतिविधि और निवेशकों के लिए अवसर व जोखिम दोनों पर केंद्रित विस्तृत रिपोर्ट।
TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, L Catterton ने डील की खास डिटेल्स का खुलासा नहीं किया है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि ये एक माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट है. L Catterton को फ्रेंच लग्जरी ग्रुप LVMH और उसके चेयरमैन बर्नार्ड अरनॉल्ट की फैमिली होल्डिंग कंपनी है.
अमेरिका से आई खुशखबर, अगले हफ्ते क्या होगा भारतीय शेयर बाजार पर असर?
Share market review Market ki Baat : भारतीय शेयर बाजार के लिए दिसंबर का तीसरा हफ्ता कुछ खास नहीं रहा। पहले 4 दिन बाजार में मुनाफा वसूली हुई। आखिरी दिन बाजार में कुछ लेवाली हुई। सेंसेक्स 85,000 और निफ्टी 26,000 के मनौवैज्ञानिक स्तर से नीचे ही बंद ...
राजस्थान पर लगातार कर्ज बढ़ रहा है। सरकार पर सितंबर 2025 तक 6 लाख 76 हजार 513.55 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका था। पिछले साल सितंबर तक सरकार पर 6 लाख 8 हजार 813.2 करोड़ रुपए का कर्ज था। बजट अनुमानों में मार्च 2026 तक कर्ज का आंकड़ा 7 लाख 26 हजार 384.84 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। वित्त विभाग के अप्रैल से सितंबर तक की सरकार के बजट और आर्थिक हालात पर जारी राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) रिपोर्ट में इसका ब्योरा दिया गया है। एफआरबीएम रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से सितंबर के बीच राज्य सरकार को मिलने वाली केंद्रीय सहायता (यूनियन ग्रांट्स) में पिछले साल की तुलना में 36.70% कमी दर्ज की गई है। अप्रैल से सितंबर के बीच राज्य सरकार को 5883.86 करोड़ रुपए की यूनियन ग्रांट मिली। पिछले साल अप्रैल से सितंबर के बीच 9295. 64 करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता मिली थी, इस तरह इस बार 3411.78 करोड़ रुपए कम मिले हैं। राज्य सरकार ने इस साल बजट में केंद्रीय सहायता के रूप में 39193.30 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान जताया था। एमएसएमई में निवेश 32.44% बढ़ा एफआरबीएम रिव्यू के मुताबिक राजस्थान में अप्रैल से सितंबर के बीच एमएसएमई में निवेश 32.44% बढ़ा है, लेकिन इस सैक्टर में रोजगार बढ़ने की जगह घट गए हैं। एमएसएमई में रोजगार 14.48 लाख से घटकर 14.40 पर आ गए, रोजगार में आठ हजार की कमी हुई है। अप्रैल से दिसंबर तक राजस्थान में 2 लाख 70 हजार 251 माइक्रो, स्मॉल और मीडियम स्टेट इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) रजिस्टर्ड थे, जिनमें 7220.15 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और इसे 14 लाख 40 हजार 449 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। एमएसएमई यूनिट के रजिस्ट्रेशन में 2.51% का इजाफा हुआ है, 32.44% निवेश बढ़ा है। साल 2024-25 में 2 लाख 63 हजार 891 एमएसएमई यूनिट रजिस्टर्ड थीं और उनमें 5451.61 करोड़ का निवेश था। 14 लाख 48 हजार 571 लोगों को रोजगार मिला हुआ था। पेट्रोलियम से मिलने वाले रेवेन्यू में 28.79% की कमी सरकार को पेट्रोलियम से मिलने वाले रेवेन्यू में पिछले साल की तुलना में 28.79% की कमी दर्ज की गई है। सरकार को अप्रैल से सितंबर तक 1056.53 करोड़ रुपए का पेट्रोलियम से राजस्व मिला था, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 1483.71 करोड़ रुपए मिले थे। सरकार का टैक्स रेवेन्यू 10.68% बढ़ा सरकार के टैक्स रेवेन्यू में 10.68% का इजाफा हुआ है, जबकि नोन टैक्स रेवेन्यू में 16.56% की कमी हुई है। सरकार को अप्रैल से सितंबर के 1 लाख 04 हजार 571.46 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला, पिछले साल 2024-25 में इस अवधि तक 98 हजार 787.86 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था।सरकार ने बजट में 2025-26 में 2 लाख 94 हजार 536 करोड़ रुपए का कुल रेवेन्यू मिलने का अनुमान जताया है, जिसमें से सितंबर तक 1 लाख 04 हजार 571.46 करोड़ रुपए मिल चुके थे। छह महीने में खर्च किए 1.40 लाख करोड़ इस साल सरकार ने 3 लाख 79 हजार 616.50 करोड रुपए बजट खर्च करने का अनुमान जताया था, जिसमें से सितंबर तक 1 लाख 40 हजार 821.72 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। यह बजट अनुमानों का 37.10% है। राजस्व घाटे में 4000 करोड़ की बढ़ोतरी सरकार का राजस्व घाटा बढ़ा है लेकिन राजकोषीय घाटा कम हुआ है। 6 महीने में 24,110 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है, जो 2024-25 में 20 हजार 408 करोड रुपए था। इस तरह पिछले साल की तुलना में इस बार राजस्व घाटे में 4000 करोड़ से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।सितंबर तक 35837.48 करोड़ रुपए का राजकोषीय घाटा हुआ है, हालांकि पिछले साल से यह आंकड़ा कम है। पिछले साल 36354.98 करोड़ रुपए का राजकोषीय घाटा हुआ था। शराब से छह महीने में 7587 करोड़ मिले सरकार को मिलने वाले टैक्स रेवेन्यू में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी लैंड रेवेन्यू से मिलने वाले टैक्स में हुई है। 6 महीने के दौरान सरकार को 552.39 करोड़ रुपए का टैक्स लैंड रेवेन्यू से मिला है। 2024-25 में अप्रैल से सितंबर के बीच 198 करोड़ रुपए का टैक्स लैंड रेवेन्यू से मिला थाा। इस तरह से 178.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने इस बार 881.11 करोड़ रुपए लैंड रेवेन्यू से आने का अनुमान जताया है। एंट्री टैक्स और बिजली से मिलने वाली आय घटी एंट्री टैक्स से मिलने वाले रेवेन्यू में 52.57% की कमी दर्ज की है। इलेक्ट्रिसिटी पर टैक्स और ड्यूटी से मिलने वाला रेवेन्यू भी कम हुआ है, इसमें 6.79% की कमी आई है। इलेक्ट्रिसिटी से 1371.54 करोड़ रुपए मिले हैं, जबकि पिछले साल 1471.43 करोड़ रुपए मिले थे। छह महीने में 51,901 करोड़ का टैक्स वसूला टैक्स रेवेन्यू में 7.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सरकार को 6 महीने में टैक्स रेवेन्यू के तौर पर 51901.38 करोड रुपए मिले हैं, जो कि पिछले साल की तुलना में 7.10% ज्यादा है। पिछले साल 48,459.30 करोड़ रुपए मिले थे। सरकार ने इस साल 1,42,743.39 करोड रुपए टैक्स रेवेन्यू से मिलने का अनुमान जताया है।
उन्नाव के चर्चित यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अनुराग द्विवेदी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने लखनऊ, उन्नाव और दिल्ली में एक साथ 10 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान विभिन्न खातों में करीब 3 करोड़ रुपए की कैश फ्रीज किया। 20 लाख रुपए नकद बरामद किए। 4 करोड़ 18 लाख कीमत की लैंबॉर्गिनी उरुस और मर्सिडीज, ऑडी जैसी 4 लग्जरी कारें जब्त की गई हैं। कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं। दस्तावेजों की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि अवैध सट्टेबाजी से अर्जित रकम को हवाला चैनलों के जरिए विदेश भेजा गया और उससे दुबई में रियल एस्टेट में निवेश किया गया। जांच में इससे जुड़े पुख्ता सबूत मिलने की बात कही जा रही है, जो अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग की ओर इशारा करते हैं। अब ईडी यूट्यूबर अनुराग को दुबई से भारत लाने की तैयारी कर रही है। यहां लाने के बाद अनुराग से उसके नेटवर्क और संपत्ति के ब्यौरे के बारे में विस्तृत रूप से पूछताछ की जाएगी। इससे पहले ईडी के कोलकाता जोनल ऑफिस की टीम ने उन्नाव के नवाबगंज कस्बे से तीन किलोमीटर दूर खजूर गांव निवासी अनुराग द्विवेदी से जुड़े कुल 10 ठिकानों पर तलाशी ली। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप और हार्ड डिस्क बरामद हुईं, जिनकी जांच की जा रही है। पहले पढ़िए कैसे सामने आया नेटवर्क....इस केस की शुरुआत पश्चिम बंगाल पुलिस की एफआईआर से हुई थी। जांच में सामने आया कि सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज सिलीगुड़ी से संगठित ऑनलाइन सट्टेबाजी पैनल चला रहे थे। यह गिरोह फर्जी बैंक खातों, टेलीग्राम चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए जुआ-सट्टा चला रहा था। प्रमोशन कर नेटवर्क बढ़ाने का आरोपईडी के अनुसार अनुराग द्विवेदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइट्स का प्रचार किया। वह प्रमोशनल वीडियो बनाकर लोगों को इन ऐप्स से जोड़ता था। इसके बदले उसे बड़ी रकम मिली, जिसे उसने अपने और परिजनों के खातों में ट्रांसफर कराया। समन के बावजूद पेश नहीं हुआईडी ने बताया कि अनुराग द्विवेदी को जांच में शामिल होने के लिए कई बार समन भेजे गए, लेकिन वह एक बार भी पेश नहीं हुआ। एजेंसी अब उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर और प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि वह फिलहाल दुबई में रहकर नेटवर्क चला रहा था। पहले भी 23.7 करोड़ की संपत्ति अटैचईडी इस मामले में पहले ही 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले एजेंसी ने करीब 23.7 करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज/अटैच की थी। 1 अगस्त 2025 को विशेष PMLA कोर्ट, कोलकाता में अभियोजन शिकायत भी दाखिल की जा चुकी है। ईडी का कहना है कि जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। अनुराग का तंज- जिन्हें टैक्स दिया, आज वही तलवार लेकर खड़े अनुराग द्विवेदी ने एजेंसी का नाम लिए बिना कार्रवाई पर तंज कसा है। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा- सफर यहां तक आसान नहीं था। एक नहीं, दो नहीं, करोड़ों ने हाथ खींचे। किसी ने पैर, किसी ने दिल, दिमाग, शरीर, आत्मा… सब पर जोर लगाया। संघर्षों के रास्ते चुने। खुद के लिए कभी जिया ही नहीं, मेरे साथी पास थे। जबकि बड़े-बड़े टेबल पर ऑफर पड़े थे। 2025 में विभाग को मुझसे न जाने क्या समस्या हुई, जिन्हें इतना टैक्स दिया। आज देखो, हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं। उन्हें अपनी मजबूरी कैसे बताऊं, अपनी जरूरतें कैसे जताऊं… जब सही चीज़ को गलत साबित करने पर वो अड़े हों। कैसे ED के रडार पर आया, कहां से की अकूत कमाई 4 पॉइंट में जानिए ED की छापेमारी अनुराग के करीबी भी रडार पर, 3 एंगल पर ED की जांच अब जानिए यूट्यूबर अनुराग के बारे में... अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी ग्राम प्रधान रह चुके हैं। घर में मां मंजू देवी और बहन कोमल हैं। कोमल की शादी करीब तीन साल पहले हो चुकी है। अनुराग ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। साल 2017-18 के दौरान अनुराग द्विवेदी गांव में ही रहता था। इसी बीच वह क्रिकेट मैचों के सट्टेबाजों के संपर्क में आ गया। इसमें उसने लाखों रुपए गंवा दिए। जब यह बात उसके परिवार वालों को पता चली, तो पिता ने उसे कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद अनुराग नवाबगंज में रहने वाले अपने दोस्त संजीत कुमार के साथ दिल्ली चला गया। यहीं से उसका जीवन बदला और वहां से दुबई चला गया। लखनऊ में प्रोग्राम कर बढ़ाई फैन फॉलोइंगअनुराग द्विवेदी के यूट्यूब चैनल पर 7 मिलियन सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 2.4 मिलियन फॉलोअर हैं। इन्हीं फॉलोअर्स के दम पर अनुराग ने 7 जनवरी, 2024 को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में “तू कर लेगा” नाम से अपना पहला ग्रैंड मीट-अप किया। इस कार्यक्रम में 500 से ज्यादा फैंटेसी क्रिकेटप्रेमियों के शामिल होने का दावा किया गया। इस कार्यक्रम ने अनुराग की ब्रांड वैल्यू और फैन फॉलोइंग बढ़ा दी। एक साल पहले लॉरेंस गैंग ने दी जान से मारने की धमकी ------------------------ ये खबर भी पढ़िए बेटी को छुआ तो मां ने प्रेमी को मार डाला:कानपुर में बोली- मेरा खून खौल उठा था; 49 दिन बाद युवक का कंकाल मिला 'गोरेलाल के साथ मेरे अवैध संबंध थे। लेकिन वह मेरी 13 साल की बेटी पर बुरी नजर रखता था। कहता था कि मुझे तुम्हारी बेटी के साथ शारीरिक संबंध बनाने हैं। मैंने जब मना किया तो उसने धमकी दी। कहने लगा- तेरे इकलौते बेटे को मारकर फेंक दूंगा। एक दिन उसने मेरी बेटी को बैड टच किया। यह देखकर मेरा खून खौल उठा। मैंने उसी पल गोरेलाल को खत्म करने का मन बना लिया। मैंने अपने भतीजे ईशू को बुलाया। गोरेलाल को शराब पिलाई। फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव को जंगल में फेंक दिया।' यह कबूलनामा है कि चौबेपुर की रहने वाली लक्ष्मीदेवी गौतम का। पुलिस ने उसे और उसके भतीजे को अरेस्ट किया है। दोनों ने मिलकर 49 दिन पहले गोरेलाल का मर्डर किया था। पुलिस ने दोनों की निशानदेही से चौबेपुर के जंगल से गोरे लाल का कंकाल बरामद किया है। पढ़िए पूरी खबर...
कांग्रेस शहर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने मेडिकल स्टोर संचालक पर व्यापार में निवेश के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस उपायुक्त कानून एवं व्यवस्था आशुतोष कुमार से की। जिनके आदेश पर फीलखाना पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक समेत तीन पर मुकदमा दर्ज है। अब जानिए पूरा मामला पवन गुप्ता ने बताया कि फूलबाग स्थित राहत मेडिकल स्टोर संचालक हिमांशु पेशवानी और उनके पिता महेश पेशवानी से उनकी पुरानी जान पहचान है। हिमांशु ने अपने पिता और पत्नी निकिता पेशवानी के साथ मिलकर दवा कंपनी में निवेश करने का प्रस्ताव दिया। साथ ही रकम सुरक्षित होने और 25 हजार रुपये प्रतिमाह मुनाफा होने का भरोसा दिया। जिस पर उन्होंने 15 फरवरी 2025 को चेक के माध्यम से 10 लाख रुपये उन्हें दिया। आरोप है कि रकम मिलने के बाद उन लोगों के स्वभाव में बदलाव आ गया। जिसके बाद से वह लोग रुपये देने के बजाय उन्हें टहलाने लगे। बीती 10 अक्टूबर 2025 को वह अपनी रकम मांगने मेडिकल स्टोर पहुंचे तो हिमांशु ने विवाद किया और जान से मारने की धमकी दी। विदेश भागने की फिराक में आरोपी नवंबर 2025 में वह अपना मोबाइल बंदकर फरार हो गया। दिसंबर में वह आरोपी को पिता महेश पेशवानी और पत्नी निकिता से दुकान पर मिले। उन्होंने अपनी रकम वापसी के लिए बोला तो वह लोग गाली-गलौज करते हुए धमकाने लगे। जिसके बाद उन्होंने परिवार के बारे में पता किया तो जानकारी हुई कि वह कई लोगों से धोखाधड़ी कर चुके है। आरोपी शहर छोड़कर विदेश भागने की फिराक में है। फीलखाना थाना प्रभारी ने बताया कि रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।
हर दिन लग रहे तीन नए उद्योग, इस साल 7.83 लाख करोड़ के 219 निवेश प्रस्ताव मिले: लखन
छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विकास की गति लगातार तेज होती जा रही है। दो वर्षों में प्रदेश में 2505 नए उद्योग स्थापित हुए हैं। यानी हर दिन औसतन तीन नए उद्योग लगे हैं। वहीं इस साल 18 क्षेत्रों में 7.83 लाख करोड़ के 219 निवेश प्रस्ताव भी मिले हैं। शुक्रवार को उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने पिछले दो साल में विभाग की उपलब्धियों का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि संरचनात्मक सुधारों और पारदर्शी नीतियों से प्रदेश में निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है। इसका सीधा असर निवेश और रोजगार पर दिख रहा है। सेमीकंडक्टर और एआई से लेकर सीमेंट, बिजली और मैन्युफैक्चरिंग तक में निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। इन परियोजनाओं से 1.5 लाख रोजगार सृजित होंगे। पांचों संभागों पर निवेशकों की नजर अलग-अलग सेक्टरों के लिए जो निवेश मिले हैं, वह सिर्फ रायपुर तक सीमित नहीं है। यह पांचांे संभागों के लिए है। उद्योग मंत्री ने बताया कि निवेश प्रस्तावों में 21 प्रतिशत आदिवासी बहुत बस्तर संभाग में है। रायपुर संभाग में 33 प्रतिशत और बिलासपुर, दुर्ग और सरगुजा संभागों में 46 प्रतिशत है। इनमें 57 परियोजनाएं 1000 करोड़ रुपए से अधिक की है। वहीं एक हजार अधिक रोजगार देने वाली परियोजनाओं की संख्या 34 है। वहीं बस्तर में रापपुर स्टोन क्लिनिक का 350 बेड का अस्पताल लगभग तैयार है। इससे आदिवासी परिवारों को उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। 9 परियोजनाएं शुरू, 5500 से अधिक को मिला रोजगार मंत्री ने बताया कि 9 बड़ी परियोजनाओं में उत्पादन शुरू हो गया है। यहां 5500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इसके अलावा 109 परियोजनाएं जल्द शुरू होंगे। यह 24 जिलों और 16 क्षेत्रों में फैली हैं। इसमें 87132 रोजगार सृजित होंगे। खास बात यह है कि इनमें से 58 प्रतिशत परियोजनाएं आतिथ्य व स्वास्थ्य, फूड प्रोसेसिंग, आईटी, इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल और फार्मा क्षेत्र से जुड़ी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया है कि मजबूत अर्थ नीति केवल आंकड़ों की बात नहीं होती, बल्कि आम आदमी की नौकरी, आय और जीवन स्तर से सीधा जुड़ाव रखती है। निवेश बढ़ेगा तो उद्योग लगेंगे, उद्योग लगेंगे तो युवाओं को रोजगार मिलेगा और यही विकास का असली चक्र है। मुख्यमंत्री यह बात मुंबई में आयोजित वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम कॉन्फ्रेंस–2025 में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि निवेश का लाभ सीधे जनता तक पहुंचे। उद्योगों के साथ रोजगार, स्वरोजगार और छोटे व्यापारियों के अवसर बढ़ें। सरकार निवेशकों की जरूरत के अनुसार सहयोग कर रही है, ताकि प्रदेश के युवाओं को बाहर न जाना पड़े और उन्हें अपने ही राज्य में बेहतर भविष्य मिले। रोजगार, व्यापार और शहरों की बदलेगी तस्वीरमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में लागू की गई 18 नई औद्योगिक नीतियां केवल उद्योगपतियों के लिए नहीं, बल्कि हर परिवार के जीवन से जुड़ी हैं। नए कारखाने लगेंगे तो स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी, छोटे दुकानदारों और सेवा क्षेत्र को काम मिलेगा और शहरों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। टेक्सटाइल पार्क, आईटी हब और एमएसएमई इकाइयों से गांव से शहर तक रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। ‘मेक इन इंडिया’ से आम आदमी को फायदामुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अब ‘मेक इन इंडिया’ से आगे बढ़कर ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की ओर जा रहा है। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। प्रदेश में बने उत्पाद जब देश और दुनिया में जाएंगे तो किसानों, मजदूरों, कारीगरों और युवाओं की आमदनी बढ़ेगी। मध्यप्रदेश के कपड़ा उद्योग, कृषि उत्पाद, ऑटोमोबाइल और फार्मा सेक्टर से लाखों परिवारों की आजीविका जुड़ी है। पर्यटन, मेट्रो और कनेक्टिविटी से रोजमर्रा की जिंदगी आसानमुख्यमंत्री ने बताया कि रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आने से होटल, टैक्सी, गाइड, छोटे व्यवसाय और स्थानीय कलाकारों को फायदा हो रहा है। भोपाल और इंदौर में मेट्रो सेवा से आम लोगों का सफर आसान होगा। बेहतर सड़क, हवाई सेवा और लॉजिस्टिक व्यवस्था से व्यापार भी तेज होगा और समय की बचत होगी। किसान से लेकर युवा तक विकास की कड़ीमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि के साथ उद्योग को जोड़कर आगे बढ़ रहा है। किसान की उपज को बाजार और उद्योग से जोड़ने से उसकी आय बढ़ेगी। ऊर्जा, टेक्सटाइल, ऑटो और आईटी सेक्टर में हो रहा निवेश प्रदेश को आत्मनिर्भर बना रहा है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार की नीतियों का मकसद सिर्फ निवेश आकर्षित करना नहीं, बल्कि हर नागरिक के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। यही वजह है कि मध्यप्रदेश आज रोजगार, विकास और भरोसे का नया केंद्र बनकर उभर रहा है।
Share Bazaar में गिरावट पर लगी लगाम, Sensex 448 अंक उछला, Nifty में भी आई तेजी
Share Market Update News : आज भारतीय शेयर बाजार में लगातार 3 दिनों की गिरावट का सिलसिला टूट गया। सेंसेक्स में 447.55 अंकों की शानदार तेजी देखी गई और यह 84929.36 के स्तर तक पहुंच गया। दूसरी तरफ निफ्टी भी 150.85 अंक उछलकर 25966.40 के लेवल पर बंद हुआ। ...
ICICI Prudential Share Prirce: शेयर बाजार में आज मेनबोर्ड के आईपीओ ICICI Prudential AMC के शेयरों की लिस्टिंग हुई. इन शेयरों की 20 फीसदी से अधिक प्रीमियम के साथ लिस्टिंग हुई. इस आईपीओ को शानदार रिस्पॉन्स मिला और यह करीब 39 गुना भरा.
शेयर बाजार में तेजी का दौर जारी ; BSE और NSE ने दर्ज की सकारात्मक रुझान
आज भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली, जहां BSE सेंसेक्स 84,944.60 और NSE निफ्टी 25,969.75 पर बंद हुए। प्रमुख सेक्टरों में मजबूती और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुझान ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया, जिससे बाजार में स्थिरता और भरोसा मजबूत हुआ।
सर्राफा बाजार अपडेट: सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के संकेत होने से निवेशकों पर असर
मुंबई के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। 24 कैरेट सोना ₹13,418 प्रति ग्राम और चांदी ₹2,09,000 प्रति किलो पर पहुंची। जानिए इस बदलाव का निवेशकों, बाजार और उपभोक्ता मांग पर क्या असर पड़ सकता है।
क्रिप्टो और फॉरेक्स में निवेश के नाम पर चल रहे एक फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसमें एक्सपीओ डॉट कॉम नामक फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए लाखों लोगों से हजारों करोड़ रुपये की ठगी की गई। यह नेटवर्क ऊंचे रिटर्न और रेफरल बोनस के लालच पर आधारित था, जिसके मास्टरमाइंड विदेश, खासतौर पर दुबई से ऑपरेट कर रहे थे, जबकि भारत में इसका संचालन जयपुर से किया जा रहा था। जांच में सामने आया है कि सभी मुख्य आरोपियों की लोकेशन दुबई आ रही है। कंपनी भारत में किसी भी प्राधिकरण से पंजीकृत नहीं थी। वेबसाइट खुद को वर्ष 2016 से रूस में संचालित बताती थी, जबकि वास्तविकता में इसका संचालन नवंबर 2022 से जयपुर से शुरू हुआ। इस प्लेटफॉर्म के जरिए देशभर में करीब 3100 करोड़ रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई। नेटवर्क का फैलाव 20 से अधिक राज्यों में था, जिसमें सबसे अधिक निवेश राजस्थान से हुआ। यहां 2.07 लाख लोगों ने पैसा लगाया, जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र में 48.53 हजार निवेशक जुड़े। कुल मिलाकर 3.20 लाख से अधिक लोगों ने लगभग 7,100 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इसमें से 3100 करोड़ रुपए ऑनलाइन निवेश किया है, जबकि 4000 करोड़ इंटरनल डिपॉजिट होने का अनुमान है। हालांकि इंटरनल डिपॉजिट की अभी जांच चल रही है। इस मामले में पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस चार-पांच आरोपियों के दुबई भाग जाने की आशंका जता रही है। ये लोग जगह-जगह सेमिनार आयोजित करते और एजेंट ऊंचे मुनाफे और जल्दी रिटर्न का वादा कर निवेशकों को आकर्षित करते थे। मुख्य आरोपी देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों से सीधे संपर्क कर उनके नाम से आईडी बनाते और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित करते थे। प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कोऑपरेटिव विभाग को भी रिपोर्ट भेजी इस बड़े साइबर फर्जीवाड़े में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुओ मोटो संज्ञान लिया है। भरतपुर पुलिस ने ईडी को पूरे मामले की जानकारी उपलब्ध कराई है। साथ ही प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कोऑपरेटिव विभाग को भी रिपोर्ट भेजी गई है ताकि मामले की जांच सीबीआई जैसी बड़ी एजेंसी से कराई जा सके। मुख्य आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज करने के लिए पुलिस ने स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो को पत्र लिखा है। जांच अधिकारी आईपीएस पंकज यादव ने बताया कि प्लेटफॉर्म की सबसे पहली आईडी जयपुर निवासी रजत शर्मा के नाम से बनाई गई थी और निवेशकों के पैसे उसके बैंक खाते में जाते थे। अधिकारियों के अनुसार, पांचों मुख्य आरोपी दुबई में हैं। जैसे ही वे भारत लौटेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन
भास्कर न्यूज|लुधियाना विधानसभा क्षेत्र दक्षिणी के लोहारा पुल पर सीनियर कांग्रेस नेता कृष्ण कुमार बावा, कोऑर्डिनेटर ऑल इंडिया कांग्रेस इंचार्ज हिमाचल प्रदेश के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की तरफ से मनरेगा का नाम बदले जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान सीनियर नेता राजिंदर बाजवा, कांग्रेस नेता कृष्ण कुमार बावा ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार ने मनरेगा स्कीम शुरू की थी। उसमें कोई शर्त नहीं थी। हर आदमी को 15 दिन में काम मिल सकता था। जिस पर 90 प्रतिशत खर्च भारत सरकार उठाती थी, जिसे पूरे भारत में लागू भी किया गया था। लेकिन अब मोदी सरकार ने 40 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार को और 60 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार को देने का फैसला किया है और किस राज्य में लागू करना है, कब करना है या नहीं करना है, यह सब केंद्र सरकार के हाथ में होगा। जबकि ज्यादातर राज्य सरकारें 40 प्रतिशत रकम देने में भी काबिल नहीं हैं। गुरनाम सिंह, वरिंदर भल्ला, कुलदीप शर्मा, रत्नेश कुमार, हरपाल सिंह सैनी खास तौर पर मौजूद थे।
सरकारी निवेश में तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट संभव : सम्राट चौधरी
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य में विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए पीपीपी मोड यानी पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप को अधिक से अधिक अपनाने की आवश्यकता है
What is Securities Markets Code Bill 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिक्योरिटीज़ मार्केट्स कोड बिल, 2025 को लोकसभा में पेश किया. इस बिल के जरिए सरकार भारत के शेयर बाजार में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
Share Bazaar में मामूली गिरावट, Sensex 78 अंक टूटा, Nifty भी 25900 के नीचे
Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 77.84 अंक टूटकर 84,481.81 अंक पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 3.00 अंक गिरकर 25,815.55 अंक पर आ गया। निफ्टी 50 की कंपनियों में ...
Meesho के IPO ने निवेशकों को चौंकाया ; सात दिन में दर्ज किया 129% का जबरदस्त उछाल
Meesho के IPO के सिर्फ 7 दिनों में शेयरों ने 129% की तेजी दिखाई, निवेशकों को बड़ा लाभ मिला। सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म की इस सफलता ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम और डिजिटल मार्केटप्लेस में निवेशकों के भरोसे को भी मजबूत किया है।
Silver Story in 2025 : 2025 में जब शेयर बाजार ने निवेशकों को निराश किया, डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए तब चांदी तक निवेशकों को मालामाल कर दिया। इस वर्ष चांदी पहली बार 1 लाख रुपए किलो हुई। इसके बाद इसने पलटकर नहीं देखा और ...
लाल निशान से नहीं उबर पा रहा भारतीय शेयर बाजार, चौथे दिन भी गिरावट जारी
सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला। एशियाई बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर दिखा, जिसके चलते बाजार सुस्त दिखा
सोढानी ग्रुप का ‘निवेशक दरबार 7.0’ संपन्न
सोढानी ग्रुप ऑफ कंपनीज़ की ओर से आयोजित “निवेशक दरबार 7.0” शनिवार को सोढानी फार्म हाउस, चोखी ढाणी, सांगानेर में हुआ। कार्यक्रम सुबह 9:30 से शाम 7:30 बजे तक चला, जिसमें देशभर के शेयर मार्केट विशेषज्ञ और वित्तीय सलाहकार शामिल हुए। विभिन्न सत्रों में शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, निवेश रणनीति और वित्तीय साक्षरता पर चर्चा की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय वित्तीय साक्षरता ओलंपियाड के मेधावी छात्रों और विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया गया। चेयरमैन राजेश कुमार सोढानी ने निवेश अनुभव साझा करते हुए अगले “निवेशक दरबार” के आयोजन की घोषणा 19 सितंबर 2026 को की। समारोह में प्रिया सोढानी, तोशिभा पारिख, डॉक्टर सुमन कुलहरि, नीरज के पवन (आईएएस) मौजूद रहे।
मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश और रोजगार सृजन को नई गति देने के लिए 25 दिसंबर को ग्वालियर में अभ्युदय एमपी ग्रोथ समिट का आयोजन होगा। इसमें 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्तावों का भूमिपूजन होगा। 10 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण भी होगा। आयोजन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे। समिट के दौरान कई निवेश प्रस्तावों के लिए भूमि आवंटन, लेटर ऑफ इंटेंट और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती होने के कारण आयोजन स्थल पर विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें उनके विकास, सुशासन और समावेशी प्रगति के विजन को प्रदर्शित किया जाएगा। समिट की थीम ‘निवेश से रोजगार- अटल संकल्प, उज्ज्वल एमपी’ रखी गई है। सरकार इस अवसर पर बीते दो वर्षों के औद्योगिक विकास का लेखा-जोखा प्रस्तुत करेगी। सफलता की कहानियां, लोग बताएंगे अनुभव समिट में भूमिपूजन व लोकार्पण के अलावा महिलाओं से जुड़े उद्योगों की सफलता की कहानियां प्रस्तुत की जाएंगी। निवेश से बदली जिंदगी वाले लोग अपने अनुभव साझा करेंगे। महिलाओं के उद्योगों के प्रेजेंटेशन होंगे हैं। औद्योगिक कर्मचारियों के लिए स्पेशल रेट जोन की घोषणा भी होगी। सागर जैसे इलाकों में बने इन औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष दर निर्धारित करके निवेश आकर्षित किए जाते हैं।
लखनऊ में अंसल सिटी को लेकर आज राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में सुनवाई होनी है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सुनवाई हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं आ सका। ऐसे में अब निवेशकों की नजरें बृहस्पतिवार की सुनवाई पर टिकी हैं। सोमवार और मंगलवार को करीब डेढ़-डेढ़ घंटे तक सुनवाई चली। पहले दिन लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और आवंटियों की ओर से पक्ष रखा गया। एलडीए ने दलील दी कि कॉलोनी पर पहला अधिकार उसका है, इसलिए हैंडओवर उसे दिया जाना चाहिए। इस मांग का समर्थन अंसल सुशांत गोल्फ सिटी टाउनशिप के आवंटियों ने भी किया। मंगलवार को अंसल कंपनी और उसे कर्ज देने वाली वित्तीय संस्था आईएफएसएल के अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद भी न्यायाधिकरण कोई निर्णय नहीं ले सका। आवंटी और निवेशक गगन टंडन ने बताया कि अब 18 तारीख को फिर सुनवाई होगी। उन्हें उम्मीद है कि फैसला आवंटियों के पक्ष में आएगा। अगर कॉलोनी का हैंडओवर एलडीए को होता है, तो हजारों आवंटियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
वंडरलैंड फूड्स, भारत के प्रीमियम नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स उद्योग की एक प्रमुख कंपनी, उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में एक ग्रीनफील्ड नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करेगी। इस परियोजना में कंपनी लगभग 240 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्रस्तावित परियोजना के आंशिक वित्तपोषण के लिए आशा वेंचर्स फंड-I और ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट पीएलसी (यूनाइटेड किंगडम सरकार का उपक्रम) द्वारा कंपनी में 140 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) राकेश कुमार सिंह ने बुधवार को कंपनी के चेयरमैन राकेश कुमार गुप्ता को सेक्टर 8D में परियोजना के लिए 30,000 वर्ग मीटर औद्योगिक भूमि का आशय पत्र (लेटर ऑफ इंटेंट) प्रदान किया। इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ACEO) शैलेंद्र भाटिया और राजेश कुमार भी उपस्थित थे। कंपनी को भूमि का कब्जा मिलने के 24 महीनों के भीतर इस परियोजना में उत्पादन शुरू होने की संभावना है। कंपनी के संस्थापक राकेश कुमार गुप्ता के अनुसार, यह परियोजना समाज के कमजोर वर्ग से आने वाली 750 से अधिक महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगी। परियोजना के पूरी तरह से चालू होने पर इससे प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।
फ्लैट क्लोजिंग के साथ शेयर बाजार बंद ; बोनस शेयरों ने खींचा ध्यान, कॉरपोरेट ऐक्शन चर्चा में
भारतीय शेयर बाजार में आज मिला-जुला कारोबार देखने को मिला। शुरुआती बढ़त के बाद मिड-सेशन में दबाव और सीमित क्लोजिंग के बीच बोनस शेयरों और कॉरपोरेट एक्शंस ने निवेशकों का ध्यान खींचा। एक्स-बोनस तारीख, स्टॉक स्प्लिट और बाजार की मौजूदा अनिश्चितता पर विस्तृत रिपोर्ट।
उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने पेंसिल्वेनिया में बीते 11 महीनों में 60,000 अच्छे वेतन वाले रोजगार सृजित होने और 100 बिलियन डॉलर के नए निवेश की घोषणा की। यह बयान राज्य की आर्थिक प्रगति, निवेशकों के भरोसे और अमेरिकी परिवारों के लिए बढ़ते अवसरों को रेखांकित करता है।
Sensex Today: शेयर बाजार में कमजोरी, मिड-सेशन में सेंसेक्स 238 अंक टूटा, बाजार दबाव में
बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 238 अंकों की गिरावट के साथ 84,440.99 पर आ गया। वैश्विक संकेतों में अनिश्चितता, अमेरिकी ब्याज दरों को लेकर चिंता और मुनाफावसूली के दबाव से शेयर बाजार में कमजोरी देखने को मिली, जबकि निवेशकों में सतर्कता का माहौल बना रहा।
गोरखपुर के कोतवाली इलाके में रहने वाले बैंककर्मी के साथ 16.28 लाख की साइबर जालसाजी का मामला सामने आया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश में भारी मुनाफे का लालच देकर साइबर जालसाजों ने ठगी की घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद सात बार में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तराखंड के हरिद्वार से जालसाजी की रकम निकाली गई है। आर्यनगर के अमर सिंह पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले अमन पांडेय (24) की शिकायत पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जालसाजी की 7.18 लाख रुपये बैंक में होल्ड भी करा दिया है। मंगलवार को पुलिस ने बैंक खातों को डिटेल निकलवाया है। जिसके आधार पर जालसाजों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अमन पांडेय मऊ जिले में स्थित एक्सिस बैंक में काम करते हैं। अब जानें पूरा मामलाकोतवाली थाना क्षेत्र के आर्य नगर उत्तरी, अमर सिंह पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले अमन पांडेय ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 17 अक्तूबर को उन्हें व्हाट्सएप पर “93 डीबीएस एनेलिस्ट फोरम” नामक एक ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में रोजाना ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़े टिप्स दिए जाते थे। ग्रुप में रजत वर्मा और मीना भट्ट नामक लोग निवेश की सलाह देते थे। कुछ समय बाद नीना थक्कर नाम की महिला ने निजी संदेश भेजकर निवेश से होने वाले मुनाफे के स्क्रीनशॉट दिखाए और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया। पीड़ित के अनुसार, तीन नवंबर को उन्होंने निवेश के लिए आवेदन किया, जिसे पांच नवंबर को स्वीकृत कर लिया गया। इसके बाद अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा कराई गई। शुरुआत में पहले 25 हजार निवेश किया। अच्छा मुनाफा हुआ। इसके बाद 50 हजार रुपये लगाए, फिर अच्छा मुनाफा हुआ। जिससे भरोसा बढ़ गया। ठगों ने पहले स्टॉक, फिर आईपीओ और ओटीसी स्टॉक में निवेश कराया और खाते में लाखों रुपये का मुनाफा दिखाया गया। दोस्तों से उधार ली रकम अमन पांडेय का आरोप है कि बाद में उन्हें जबरन अधिक राशि के आईपीओ अलॉटमेंट में फंसा दिया गया और कहा गया कि यदि पूरी रकम जमा नहीं की गई तो अब तक का सारा पैसा होल्ड हो जाएगा। डर के कारण उन्होंने लोन और दोस्तों से उधार लेकर अलग-अलग खातों में लाखों रुपये ट्रांसफर किए। उनके खाते में बैलेंस 40 लाख रुपये से अधिक दिखाया गया लेकिन जब उन्होंने रकम निकालने की कोशिश की तो बार-बार निकासी असफल होती रही। आखिरकार एक दिसंबर को उनसे 14 लाख रुपये की ‘सर्विस फीस’ मांगी गई, जिस पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद दो दिसंबर को उन्होंने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। अंजान व्यक्ति न करें पैसे का लेनदेन इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि मामला संगठित साइबर ठगी से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। 7.18 लाख रुपये बैंक में होल्ड करा दिए गए हैं। लोगों से अपील है कि वे ऑनलाइन निवेश के नाम पर आने वाले अनजान कॉल, मैसेज और ग्रुप से सावधान रहें और बिना सत्यापन किसी भी लिंक या खाते में धनराशि न भेजें।
सोनीपत। जिले के थाना साइबर सोनीपत की पुलिस ने टेलीग्राम पर मैसेज भेजकर क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुल्ला महबूब इमाम और बाशा पापामियां शेख के तौर पर हुई है। दोनों निवासी महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। पुलिस ने कोर्ट में पेश करके उनको जेल भेज दिया है। शिकायत से खुला मामला पुलिस प्रवक्ता ASI रविंद्र सिंह ने बताया कि 2 दिसंबर को आदित्य निवासी भगवान सिंह कॉलोनी, खरखौदा, जिला सोनीपत ने थाना साइबर सोनीपत में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, 26 नवंबर को उसकी टेलीग्राम आईडी पर एक व्यक्ति का संदेश आया, जिसने उसे क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के लिए एक ग्रुप में शामिल होने का निमंत्रण दिया। ग्रुप का नाम Bluebuzz था, जिसमें उसे टेलीग्राम आईडी @Dipflame के माध्यम से जोड़ा गया। ग्रुप में शामिल होने के बाद एक अन्य सदस्य @TriggerDoll ने उससे 90 हजार रुपये का एक्सचेंज किया। उसने बैंक अकाउंट भेजे और पैसे प्राप्त करने के बाद ग्रुप के एडमिन @Virat_Mittal ने उसे USDT ट्रांसफर किया। निवेश के नाम पर बढ़ती ठगी पहले लेनदेन के बाद पीड़ित ने और निवेश करने का निर्णय लिया। उसने @TriggerDoll द्वारा भेजे गए खातों में और रकम भेजी। जब एडमिन @Virat_Mittal की ओर से USDT भेजने की बारी आई, तो उसने ट्रांजैक्शन फेल होने का बहाना बनाकर 4000 USDT और मांगे। घबराकर पीड़ित ने 2292.52 USDT और भेज दिए। इसके बाद आरोपी ने उसे ब्लॉक कर दिया और ग्रुप से निकाल दिया। बाद में जांच में सामने आया कि @Virat_Mittal, @Dipflame और @TriggerDoll तीनों एक ही गिरोह के सदस्य थे। इस तरह पीड़ित से कुल 8,93,175 रुपये और 2292.52 USDT की ठगी की गई। पुलिस की कार्रवाई शिकायत के आधार पर थाना साइबर सोनीपत में भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच की जिम्मेदारी सहायक उप निरीक्षक गिरिश को सौंपी गई। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर महाराष्ट्र में छापेमारी कर दोनों आरोपियों — मुल्ला महबूब इमाम और बाशा पापामियां शेख — को गिरफ्तार किया। बरामदगी और आगे की कार्रवाई गिरफ्तार आरोपियों से घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। साथ ही, पुलिस ने 67,500 रुपए की राशि संबंधित खातों में फ्रीज करवाई है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। साइबर पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क की पहचान करने में जुटी है।
ग्वालियर से ‘एमपी ग्रोथ’ दिखाएगी सरकार:25 को आएंगे उद्योगपति, शाह के सामने निवेश करार
मप्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्रदेश ने इंडस्ट्रीज व दूसरे सेक्टर के डेवलपमेंट में कितनी ग्रोथ की। ये ग्वालियर के मेला मैदान से दिखाया जाएगा, इसके लिए 25 दिसंबर को भारत र| एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101 वीं जयंती के मौके पर “अभ्युदय एमपी ग्रोथ समिट 2025’ होगी। इस समिट में शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर आएंगे। सोमवार को कलेक्टर रुचिका चौहान ने समिट तैयारियों के लिए बैठक ली और संबंधित विभाग एवं अधिकारियों को जिम्मेदारी दीं। इनमें निवेश की संभावना समिट में ग्वालियर अंचल में मैन्युफैक्चरिंग, टूरिज्म, फूड प्रोसेसिंग, ग्रीन एनर्जी, लॉजिस्टिक पार्क, वेयर हाउसिंग, टेक्सटाइल और आईटी सेक्टर में मिल सकता है। पिछले वर्ष के प्रस्ताव फाइलों में अटके पिछले वर्ष अगस्त में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव ग्वालियर में हुई थी। जिसमें 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव तय हुए। लेकिन उनमें से कई कंपनियों ने अपना प्रोजेक्ट धरातल पर अब तक नहीं उतारा। जिनमें अंबानी और अदाणी जैसे ग्रुप भी शामिल हैं। इसके अलावा आगरा, फिरोजाबाद आदि शहरों से अंचल में उद्योग लाने की मुहिम भी ठंडी पड़ गई। उद्योगपति जल्द होंगे तय एमपी ग्रोथ समिट मेला मैदान में 25 दिसंबर को प्रस्तावित है। अगले 2-3 दिन में सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी। जिसके बाद समिट में शामिल होने वाले उद्योगपति एवं अन्य जानकारी स्पष्ट हो सकेंगी।- अनीशा श्रीवास्तव, कार्यकारी निदेशक/ आईआईडीसी
दिल्ली-एनसीआर का नया ग्रोथ सेंटर बनेगा हापुड़, समिट में 1300 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त
उत्तर प्रदेश निवेश और औद्योगिक विकास का बड़ा गंतव्य बनने की ओर अग्रसर है। इसी क्रम में अब दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक नया निवेश केंद्र तेजी से उभर रहा है और वह हापुड़ है
सीएम योगी ने लखनऊ में टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के साथ हुई शिष्टाचार भेंट के दौरान उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश और नवाचार को लेकर अहम चर्चा हुई। बातचीत में AI, IT, इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा विनिर्माण, ऊर्जा, ईवी और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में टाटा समूह की संभावित भागीदारी पर विस्तृत विमर्श किया गया। बैठक में प्रदेश को रोजगार और उद्योग का बड़ा केंद्र बनाने पर विशेष जोर रहा। AI, IT और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेश के नए अवसरों पर चर्चा भेंट के दौरान उत्तर प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को लेकर टाटा समूह की संभावनाओं पर गंभीर बातचीत हुई। प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किए गए सुदृढ़ नीतिगत ढांचे और स्टार्टअप-फ्रेंडली इकोसिस्टम को टाटा समूह के सामने रखा गया। इस दौरान डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCC) की स्थापना को लेकर भी सकारात्मक संकेत मिले। रक्षा विनिर्माण, ऊर्जा और ईवी सेक्टर में भागीदारी के संकेत बैठक में रक्षा विनिर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश की बढ़ती भूमिका पर चर्चा हुई। पारंपरिक और नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और ग्रीन टेक्नोलॉजी में निवेश की संभावनाओं पर भी मंथन किया गया। टाटा समूह की ओर से इन क्षेत्रों में दीर्घकालिक भागीदारी की प्रतिबद्धता जताई गई, जिससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है। पर्यटन, आतिथ्य और कौशल विकास पर भी फोकस भेंट के दौरान पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी चर्चा हुई। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में टाटा समूह की सहभागिता पर भी सहमति बनी। डिजिटल इकोसिस्टम के विस्तार को प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए अहम बताया गया। उत्तर प्रदेश को ग्रोथ इंजन बनाने का संकल्प बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि मजबूत नीतिगत समर्थन, कुशल मानव संसाधन और अनुकूल औद्योगिक माहौल के साथ उत्तर प्रदेश देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। टाटा समूह ने प्रदेश के औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन में सक्रिय भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
गुजैनी में भारत हैवी इलेक्टिकल्स लिमिटेड (भेल) में तैनात वरिष्ठ इंजीनियर की पत्नी को साइबर ठगों ने शेयर और आईपीओ में निवेश का झांसा देकर करीब 46 लाख रुपए कर ठगी कर ली। ठगों ने कॉल कर निवेश में बेहतर रिटर्न का भरोसा दिया, फिर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। इसके बाद एप इंस्टॉल कराया। उसी के माध्यम से 3 महीने में रूपए निवेश कराए। पीड़िता ने गुजैनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। स्टॉक मार्केट एडवाइजरी कंपनी का प्रतिनिधि बताया तात्या टोपे नगर फेस-3 निवासी जसवंत कुशवाहा भेल में वरिष्ठ इंजीनियर के पद पर तैनात हैं। उनकी पत्नी उर्मिला कुशवाहा के पास अगस्त में अंजान नंबर से एक महिला ने कॉल की और खुद को एक प्रोफेशनल स्टॉक मार्केट एडवाइजरी कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए शेयर और आईपीओ में निवेश कराने का झांसा दिया। आरोपी महिला ने एक मोबाइल ट्रेडिंग एप के माध्यम से निवेश करने को कहा और दावा किया कि यह प्लेटफॉर्म सेबी रजिस्टर्ड और पूरी तरह सुरक्षित है। आरोप है कि झांसे में आकर पीड़िता ने अपने और अपने पति जसवंत के बैंक खातों से अलग-अलग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और बैंक ट्रांसफर के जरिए कुल 45,88,133 रुपए बताए गए बैंक खातों और यूपीआई आईडी में भेज दिए। 8 दिसंबर 2025 को बंद हुआ ट्रेडिंग एप शुरुआत में एप पर मुनाफा दिखाया जाता रहा, जिससे भरोसा और बढ़ गया। 8 दिसंबर 2025 को अचानक वह ट्रेडिंग एप पूरी तरह बंद हो गया और लॉग-इन नहीं हो पाया। इसके साथ ही जिस व्यक्ति द्वारा निवेश की ट्रेनिंग और गाइडेंस दी जा रही थी, उसका मोबाइल भी बंद हो गया। जिस व्हाट्सएप ग्रुप से निवेश संबंधी सलाह दी जाती थी, वह भी पूरी तरह खत्म हो गया। इसके बाद ठगी का अहसास हुआ, तो पुलिस से शिकायत की। गुजैनी थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर खातों में पड़ी धनराशि को होल्ड करने का प्रयास किया जा रहा है।
रोहतक जिले में अवैध कॉलोनियों में अब प्लाट के न तो फुल पेमेंट एग्रीमेंट होंगे और न ही बिजली के कनेक्शन जारी किए जाएंगे। जिला प्रशासन ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए निर्देश जारी कर दिए है। अगर कोई अवैध कॉलोनियों में निवेश करता है तो उसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। जिले में कुछ भू माफियाओं की तरफ से कुछ क्षेत्रों में बिना लाइसेंस, सीएलयू और एनओसी प्राप्त किए अनधिकृत कॉलोनियों को विकसित किया जा रहा है, जो नियमानुसार अवैध है। इस मामले में संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जो अवैध निर्माण कर रहे हैं, उनके निर्माण को तोड़ा जा रहा है। अवैध कॉलोनियों में रजिस्ट्री पर रोक डीसी सचिन गुप्ता ने निर्देश दिए कि राजस्व क्षेत्रों के उल्लेखित किला और खसरा नंबरों में किसी भी प्रकार की बिक्री विलेख, एग्रीमेंट टू सेल, फुल पेमेंट एग्रीमेंट अथवा पावर ऑफ अटॉर्नी का पंजीकरण, निष्पादन न किया जाए। सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं जिला राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि अवैध कॉलोनियों में रजिस्ट्री पर सख्ती से रोक लगाई जाए। अवैध कॉलोनियों में जारी नहीं होंगे बिजली कनेक्शनडीसी सचिन गुप्ता ने कहा कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम अवैध कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन जारी न करें। हरियाणा राज्य प्रवर्तन ब्यूरो को संबंधित स्थलों पर कड़ी निगरानी रखने और किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण कार्य को रोकने के निर्देश दिए। आम जनता किसी भी प्रकार के संपत्ति संबंधी लेन-देन से पूर्व भूमि और कॉलोनी की वैधानिक स्थिति की भली-भांति जांच कर लें। इन क्षेत्रों में काटी जा रही अवैध कॉलोनी जिला नगर योजनाकार सुमनदीप ने बताया कि भालोठ, चुलियाना, पाड़ा, बोहर, महम और खरावड़ क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों काटी जा रही है। जिन पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जिला नगर योजनाकार ने आमजन से अपील की कि जमीन खरीदने से पहले उनके विभाग में पूछताछ कर सकते हैं।
प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन खत्म होने के बाद अलग-अलग देश के राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख व उनके प्रतिनिधिमंडल ने अखिल राज्य ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आरतिया) का ऑफिस विजिट किया। इस दौरान आरतिया की टीम से व्यापार व निवेश संभावनाओं पर चर्चा हुई। साथ ही सहयोग की सहमति जताई। नेशनल यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स की संस्थापक और राजस्थान फाउंडेशन न्यूयॉर्क चैप्टर प्रमुख पूर्णिमा वोरा ने कहा- राजस्थान व अमेरिका के बीच व्यापार, उद्योग व सेवा क्षेत्र तीनों में बड़े अवसर हैं। अमेरिकी कंपनियों के लिए राजस्थान में निवेश संभावनाएं हैं, इस पर हैंड होल्डिंग की जा सकती हैं। राजस्थान से कोई कारोबारी अमेरिका में काम करना चाहे, उसे उनका चैंबर संपूर्ण सहयोग देगा। इसी तरह टैक्सास अमेरिका स्थित राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख राज असावा, संदीप सिंह, अरूण मलिक व प्रवीण कुमार भी आये, उन्होंने आपसी सहयोग के जरिए क्या किया जा सकता है, इस पर बहुत कुछ बताया। न्यूजीलैंड ऊन व दूध उत्पादों का बड़ा उत्पादक राजस्थान फाउंडेशन न्यूजीलैंड चैप्टर प्रमुख गुरूधारी रीमा शर्मा व उमेश शर्मा ने बताया- न्यूजीलैंड ऊन व दूध उत्पादों का बड़ा उत्पादक है। इसी तरह राजस्थान से अनेक वस्तुओं का वहां निर्यात किया जा सकता है। न्यूजीलैंड हायर एजुकेशन का बड़ा डेस्टिनेशन है। सभी के लिए उनकी टीम पूरा सहयोग करने के लिए तत्पर है। जांबिया चैप्टर प्रमुख नरेंद्र भाटी ने कहा- इस अफ्रीकन देश में खनिज व कृषि क्षेत्र अभी बहुत खुला है और राजस्थानी निवेशकों के लिए समुचित अवसर हैं। व्यवसायिक संभावनाओं पर चर्चा की राजस्थान एसोसिएशन ऑफ केन्या के अध्यक्ष व फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख डा सोनवीर सिंह, निर्मला चौधरी, धर्मेंद्र व कुलदीप सिंह राठौड़ ने राजस्थान व केन्या के आपसी सहयोग से सृजित व्यवसायिक संभावनाओं पर चर्चा की और बताया किन किन वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार किया जा सकता है। सोनवीर सिंह ने केन्या में राजस्थान से आयात की व्यापकता के बारे में बताया। फाउंडेशन के यूगांडा चैप्टर प्रमुख मनीष कल्ला ने कहा कि वहां इकोनॉमी प्रोग्रेसिव फेज में है तथा भारत से ऑटो उपकरणों समेत अनेक उत्पादों का निर्यात किया जा सकता है। इसी कृषि भूमि की उपलब्धता के बारे में उन्होंने जानकारी दी व कहा कि ऐसा क्षेत्र है, जिसमें अल्प निवेश से अधिक लाभ लिया जा सकता है। घाना स्थित राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख कनिका सुनीता राजपुरोहित ने बताया- अफ्रीका इवेंट व संबंधित गतिविधियों के लिहाज से बहुत रिच है। राजस्थान व अफ़्रीकी देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। इसके अलावा राजस्थानी हस्तशिल्प के लिए अफ्रीकी देश बड़े बाजार हैं। साथ ही वहां की ईको टूरिज्म इकोनॉमी बहुत बढ़ रही है, इसका लाभ ले सकते हैं।टीम आरतिया की ओर से विष्णु भूत, कमल कंदोई आशीष सर्राफ, प्रेम बियाणी, ओ पी राजपुरोहित, कैलाश शर्मा, अजय गुप्ता, ज्ञान प्रकाश, विष्णु गोयल व सुरेश बंसल ने आगंतुक अतिथि गण को दुपट्टा भेंट कर स्वागत तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। टीम आरतिया साथियों ने राजस्थान के कारोबारी परिदृश्य, यहां निवेश अवसरों तथा सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर में सहयोग की संभावना से आगंतुक अतिथिगण को अवगत कराया।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार जहां अपने दो साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रही है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश पर बढ़ते कर्ज को लेकर सियासी तकरार तेज हो गई है। राज्य सरकार बीते एक साल में करीब 50 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है और दिसंबर में फिर से कर्ज लेने की तैयारी कर रही है। ऐसे में कांग्रेस ने सरकार पर हमला किया है। पार्टी ने इसे सरकार की वित्तीय नाकामी बताया है। कांग्रेस के पूर्व विधायक संजय यादव के आरोपों पर उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने सफाई देते हुए कर्ज के गणित को सामने रखा और विपक्ष को उसकी सरकारों के कार्यकाल की याद दिलाई। वित्त मंत्री का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा लिया जा रहा कर्ज पूरी तरह नियम और प्रक्रिया के तहत है, जिसमें भारत सरकार की अनुमति शामिल होती है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए कर्ज लेना एक सामान्य वित्तीय प्रक्रिया है। देवड़ा, सरकार की उपलब्धियां गिनाने के लिए पिछले दिनों जबलपुर आए थे। दिसंबर में फिर कर्ज ले रही सरकार साल 2025 की विदाई से पहले ही प्रदेश में “कर्ज लेकर घी पीने” जैसे आरोपों को लेकर सियासी वार-पलटवार शुरू हो गया है। जानकारी के मुताबिक 12 नवंबर को मध्यप्रदेश सरकार ने 4 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया था। इसके बाद दिसंबर में एक बार फिर 3 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया जा रहा है। वित्त विभाग के नोटिफिकेशन के अनुसार 3 हजार करोड़ रुपए का कर्ज तीन हिस्सों में लिया जाएगा। इसे चुकाने की अवधि क्रमशः 8 साल, 13 साल और 23 साल तय की गई है। कब कितना कर्ज लिया पूंजीगत कार्यों में खर्च होता है कर्ज वित्तमंत्री का कहना है कि कर्ज सीमा के अंतर्गत ही लिया जाता है और ये राशि पूंजीगत कार्यों में ही खर्च होती है, ना कि राजस्व मद में। उन्होंने कहा कि कर्ज लेकर समय पर ब्याज दिया जाता है। कर्ज लेना कोई बुरी बात नहीं है, यह कर्ज नहीं बल्कि निवेश है। कर्ज लेकर अगर सड़क बन रही है, तालाब बन रहे हैं, बिल्डिंग बन रही है, रोजगार मिलेगा, विकास होगा जो कि कहीं से गलत नहीं है। वित्तमंत्री ने कहा कि पहले जब कांग्रेस की सरकार थी, तब कर्ज लेकर वेतन बांटा जाता था पर हमारी भाजपा सरकार ने कर्ज लेकर सिर्फ पूंजीगत कार्यों में खर्च कर रही है, एक पैसा भी दूसरे कामों में खर्च नहीं किया जाता है। पहले जो हालत सड़क की थी, सिंचाई की थी, आज पूरी तरह से बदल गई है। बजट से ज्यादा कर्ज ले चुकी सरकार मौजूदा वित्तीय वर्ष में मध्यप्रदेश सरकार का बजट 4 लाख 21 हजार करोड़ है, लेकिन सरकार पर कर्ज 4 लाख 64 हजार करोड़ पहुंच गया है जो बजट से 43 हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। कांग्रेस कर्ज के बढ़ते बोझ को सरकार की वित्तीय नाकामी बताकर उसे जमकर घेर रही है। कांग्रेस के पूर्व विधायक संजय यादव ने राज्य सरकार के कर्ज लेकर प्रचार-प्रसार में खर्च किया है। जितने का बजट नहीं है, उससे ज्यादा का कर्ज मोहन सरकार ले रही है। उन्होंने कहा कि राज्य का हर व्यक्ति कर्ज की दलदल में फंस रहा है। भाजपा के वित्त मंत्री से ना ही वित्त मंत्रालय संभल रहा है और ना ही सरकार। लगातार सरकार पर कर्ज बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते दयनीय स्थिति हो गई है।
लक्षद्वीप के विकास में बड़ा कदम, 500 करोड़ रुपए के निवेश से समृद्ध होगी ब्लू इकोनॉमी
लक्षद्वीप में हाल ही में एक निवेशकों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें 500 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के प्रस्ताव आए हैं
नोएडा की थाना फेस-2 पुलिस ने ई-स्कूटी लीज स्कीम के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान बिहार निवासी सौरभ मिश्रा के रूप में हुई है। उसे भंगेल से स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर पकड़ा गया। डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि सौरभ मिश्रा अपने सहयोगी गौरव और अन्य साथियों के साथ मिलकर एक सुनियोजित योजना के तहत काम करता था। उन्होंने भंगेल स्थित चैतन्य बिल्डिंग में एक कार्यालय खोला था, जहां से वे एनसीआर क्षेत्र के लोगों को निशाना बनाते थे। आरोपी लोगों को ई-स्कूटी कंपनी की आकर्षक स्कीमों का लालच देते थे। पीड़ितों को उनके नाम पर ई-स्कूटी खरीदने का झांसा देकर प्रति माह ₹7,000 लाभांश देने का वादा किया जाता था। प्रत्येक ई-स्कूटी के लिए पीड़ितों से ₹85,000 की राशि जमा करवाई जाती थी। आरोपी यह दावा करते थे कि तीन साल की अवधि पूरी होने पर ई-स्कूटी वापस कर दी जाएगी। धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद चैतन्य बिल्डिंग स्थित कार्यालय बंद कर आरोपी फरार हो गए थे। गौरव मिश्रा, जो इस गिरोह का हिस्सा था, को पहले ही गाजियाबाद कमिश्नरेट ने अन्य साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार कर जिला कारागार गाजियाबाद में भेजा जा चुका है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी है और अन्य संभावित पीड़ितों की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब अमेजन ने भी भारत में बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है। अमेजन ने घोषणा की है कि 2030 तक कंपनी भारत में 35 बिलियन डॉलर यानी 3.14 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश करेगी। यह निवेश AI ड्रिवन डिजिटाइजेशन, एक्सपोर्ट ग्रोथ और जॉब क्रिएशन पर फोकस्ड होगा। यह ऐलान अमेजन की सालाना SMBhav समिट में हुआ। जहां कंपनी ने छोटे बिजनेस और MSMEs को AI टूल्स देने का प्लान बताया। 2013 से अब तक अमेजन ने भारत में कुल 40 बिलियन डॉलर यानी 3.59 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसमें कर्मचारियों की सैलरी और इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है। अमेजन तीन सेक्टरों पर फोकस करेगी अमेजन का यह नया निवेश तीन मुख्य सेक्टरों में बंटा है। पहला- AI से डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को तेज करना। दूसरा- एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना ताकि मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स ग्लोबल मार्केट में पहुंचें। तीसरा- जॉब क्रिएशन के जरिए इकोनॉमी को बूस्ट करना। इस महीने ही अमेजन ने 12.7 बिलियन डॉलर (1.14 लाख करोड़ रुपए) के निवेश का ऐलान किया था, जो AI और AWS (अमेजन वेब सर्विसेज) पर था। इसमें तेलंगाना और महाराष्ट्र में डेटा सेंटर्स का एक्सपेंशन शामिल है। कुल मिलाकर 2030 तक यह निवेश लॉजिस्टिक्स, स्टोरेज और छोटे बिजनेस को सपोर्ट करने में लगेगा। की-स्टोन स्ट्रेटेजी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन ने अब तक 12 मिलियन यानी 1.2 करोड़ से ज्यादा छोटे बिजनेस को डिजिटाइज किया है और 20 बिलियन डॉलर यानी 1.79 लाख करोड़ रुपए के ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट एनेबल किए हैं। AI पर जोर, लाखों लोगों को फायदा अमेजन AI को भारत के लिए गेम चेंजर मान रही है। कंपनी का प्लान है कि 14 मिलियन यानी 1.4 करोड़ छोटे बिजनेस और सैकड़ों मिलियन शॉपर्स को AI के फायदे मिलें। इसमें LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) ट्रेनिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट शामिल है। साथ ही 4 मिलियन यानी 40 लाख गवर्नमेंट स्कूल स्टूडेंट्स को AI एजुकेशन और करियर एक्सप्लोरेशन दिया जाएगा। यह कदम भारत की नेशनल प्रायोरिटी से मैच करता है, जहां डिजिटल इनोवेशन को पुश दिया जा रहा है। अमेजन का कहना है कि AI से छोटे बिजनेस अपनी सेल्स, कस्टमर सर्विस और इन्वेंटरी मैनेजमेंट को बेहतर कर सकेंगे। एक्सपोर्ट को बूस्ट करने में नया कदम SMBhav समिट में अमेजन ने अपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया। यह पार्टनरशिप एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देने के इनिशिएटिव के तहत की गई है, जो डिजिटल एंटरप्रेन्योर्स को मैन्युफैक्चरर्स से जोड़ेगी। ताकि वे ग्लोबल सेलिंग कर सकें। इसके लिए 10 से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स में ऑन-ग्राउंड ऑनबोर्डिंग होगी, जैसे तिरुपुर, कानपुर और सूरत। यह पार्टनरशिप मैन्युफैक्चरिंग फोकस्ड है और छोटे बिजनेस को एक्सपोर्ट में मदद करेगी। माइक्रोसॉफ्ट के 17.5 बिलियन डॉलर (1.57 लाख करोड़ रुपए) के AI-क्लाउड निवेश के बाद अमेजन का यह ऐलान टेक जायंट्स की रेस को दिखाता है। 2030 तक 10 लाख जॉब्स क्रिएट करेंगे अमेजन के इमर्जिंग मार्केट्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने समिट में कहा, 'हम पिछले 15 सालों से भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बने हैं। अमेजन की ग्रोथ यहां आत्मनिर्भर और विकसित भारत की विजन से मैच करती है।' उन्होंने आगे बताया, 'हमने फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में स्केल पर निवेश किया है। जिससे लाखों जॉब्स क्रिएट हुए और मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स ग्लोबल हुए। आगे हम AI को लाखों भारतीयों के लिए डेमोक्रेटाइज करेंगे, 1 मिलियन यानी 10 लाख जॉब्स क्रिएट करेंगे और 2030 तक ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट को 80 बिलियन डॉलर यानी 7.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाएंगे।' 2013 से भारत में अमेजन का सफर अमेजन ने 2013 में भारत में अपना मार्केटप्लेस लॉन्च किया था। तब से कंपनी ने तेजी से ग्रोथ की है। 2024 की की-स्टोन स्ट्रेटेजी रिपोर्ट कहती है कि अमेजन ने 2.8 मिलियन यानी 28 लाख से ज्यादा डायरेक्ट, इंडायरेक्ट, इंड्यूस्ड और सीजनल जॉब्स सपोर्ट किए हैं। ई-कॉमर्स से 20 बिलियन डॉलर यानी 1.79 लाख करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट एनेबल हुए हैं। यह निवेश अमेजन के ग्लोबल स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जहां भारत को सबसे बड़ा मार्केट माना जा रहा है। पहले भी अमेजन ने लॉजिस्टिक्स और क्लाउड सर्विसेज में भारी निवेश किया, जो अब AI के साथ और मजबूत होगा। 2030 तक अमेजन का टारगेट क्या है? 2030 तक अमेजन का टारगेट है कि ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट 80 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएं, जो मौजूदा का चार गुना है। 1 मिलियन नई जॉब ऑपर्च्युनिटीज क्रिएट होंगी। AI से छोटे बिजनेस और स्टूडेंट्स को स्किल्स मिलेंगी, जो इकोनॉमी को बूस्ट करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, यह निवेश एक्सपोर्ट और जॉब्स से GDP में योगदान देगा। अमेजन का फोकस आत्मनिर्भर भारत पर है, जहां टेक से ग्रामीण इलाकों तक कनेक्टिविटी पहुंचेगी। ये खबर भी पढ़ें... माइक्रोसॉफ्ट भारत में ₹1.6 लाख करोड़ निवेश करेगी: AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होगा; CEO सत्य नडेला ने PM मोदी से मुलाकात के बाद ऐलान किया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव के बावजूद माइक्रोसॉफ्ट भारत में 17.5 अरब डॉलर (करीब ₹1.57 लाख करोड़) निवेश करने जा रही है। अमेरिकी टेक कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। फंड का इस्तेमाल AI, क्लाउड और डेटा सेंटर जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...
अरशद वारसी पर लगा शेयर मार्केट में बैन, जानिए क्या है मामला
बॉलीवुड एक्टर अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी समेत 57 लोगों पर शेयर बाजार नियामक SEBI ने बैन लगा दिया है। उन्हें 1 साल के लिए सिक्योरिटी मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया है। सेबी का कहना है कि ये लोग मार्केट में धोखाधड़ी जैसे कामों में पाए गए।
काजोल ने किया रियल एस्टेट में निवेश, खरीदी इतने करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। काजोल भले ही फिल्मों में कम नजर आती हो, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं। काजोल ने अब एक्टिंग के साथ-साथ रियल एस्टेट में भी कदम रख दिया है। काजोल ने मुंबई के गोरेगांव वेस्ट ...
जानिए क्यों पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास पर है 2100 करोड़ रुपए निवेश
पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास अपने करियर के शानदार दौर से गुजर रहे हैं, और निर्विवाद रूप से अखिल भारतीय सुपरस्टार के रूप में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। बाहुबली, सलार, कल्कि 2898 एडी जैसी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्मों के साथ, उन्होंने भारतीय ...
खतरों के खिलाड़ी सीजन 14 के कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार जिन्होंने बिग बॉस 17 में अपने कार्यकाल से काफी लोकप्रियता हासिल की, अपने आकर्षक व्यक्तित्व से लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। विवादित रियलिटी शो में उनकी भागीदारी ने उन्हें स्टार बना दिया और उन्हें रातोंरात सफलता दिलाई। अभिषेक जो वर्तमान में रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी 14 में हैं, ने साझा किया कि वह एक प्रोडक्शन हाउस खोलना चाहते हैं। इसे भी पढ़ें: Kartik Aaryan का खुलासा, Pyaar Ka Punchnama की सफलता के बावजूद उनके पास ‘कोई ऑफर नहीं था, कोई पैसा नहीं था ईटाइम्स टीवी के साथ एक इंटरव्यू में, अभिषेक ने खुलासा किया कि वह भविष्य के लिए पैसे बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह मुंबई में एक घर खरीदें, लेकिन वह एक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। अभिषेक ने कहा कि वह एक उद्यमी बनना चाहते हैं और उनके बड़े सपने हैं जिन्हें वह हासिल करना चाहते हैं। अभिषेक कुमार मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते इंटरव्यू में, अभिषेक ने कहा कि उन्होंने पैसे बर्बाद करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते क्योंकि शहर काफी महंगा है और कहा कि किराए पर रहना एक समझदारी भरा फैसला है। उन्होंने यहां तक कहा कि घर खरीदने में बड़ी रकम लगाने और फिर हर महीने लोन के रूप में बैंक को बड़ी EMI चुकाने का कोई मतलब नहीं है। इसे भी पढ़ें: Karan Johar को कोर्ट से मिली राहत, फिल्म Shaadi Ke Director Karan Aur Johar की रिलीज परह लगी रोक अभिषेक ने कहा कि वह अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं और उस पर ब्याज पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह रवि दुबे और सरगुन मेहता की तरह एक प्रोडक्शन हाउस स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार चंडीगढ़ में घर खरीदे, लेकिन मुंबई में नहीं क्योंकि वे वहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह पैसे बचाना चाहते हैं और कोई दूसरा व्यवसाय शुरू करने में निवेश कर सकते हैं। KKK 14 की बात करें तो शिल्पा शिंदे शो से बाहर हो गईं। एक यूट्यूब चैनल के अनुसार, सनी वरुण ने बात की, गश्मीर, करणवीर, अदिति और अभिषेक ने निष्कासन स्टंट किया।
कंगना रनौत के किस बयान पर भड़की CISF की महिला जो सरेआम एक्ट्रेस को जड़ दिया थप्पड़, जानिए पूरा मामला
चंडीगढ़: हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी सांसद एवं एक्ट्रेस कंगना रनौत से चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर बदसलूकी के पश्चात् हंगामा मचा हुआ है. दरअसल, 6 जून को कंगना दिल्ली जाने के लिए चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर पहुंची थीं. तभी सिक्योरिटी चेक के पश्चात् CISF की एक महिला जवान कुलविंदर कौर ने उनको थप्पड़ मार दिया. हालांकि CISF की अपराधी महिला कर्मी को निलंबित कर दिया गया है तथा उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि CISF की जवान ने थप्पड़ क्यों मारा, तो इसका जवाब है कंगना का 4 वर्ष पुराना एक ट्वीट. कंगना रनौत ने इस ट्वीट में 3 कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के चलते पंजाब की 80 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला किसान की गलत पहचान करते तथा उन्हें बिलकिस बानो कहा था. कंगना ने जो ट्वीट किया था उसमें एक वृद्ध महिला नजर आ रही थीं, जो भले ही झुककर चल रही थीं, लेकिन उन्होंने किसान आंदोलन का झंडा बुलंद किए हुए था. उनका नाम मोहिंदर कौर था. कंगना ने मोहिंदर कौर की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा था कि ''हा हा. ये वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगज़ीन की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में सम्मिलित किया गया था.... और ये 100 रुपये में उपलब्ध हैं. हालांकि कंगना रनौत ने बाद में ये ट्वीट डिलीट कर दिया था. बता दें कि कंगना ने जिस बिलकिस बानो का जिक्र किया था, वह 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला हैं तथा उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में CAA प्रोटेस्ट के चलते अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी थीं. कंगना के इस बयान को लेकर CISF की महिला जवान भड़की हुई थी. चंडीगढ़ हवाईअड्डे पर कंगना से बदसलूकी का वीडियो सामने आया था, इसमें CISF की यह जवान कहती नजर आ रही है कि 'इसने बोला था किसान आंदोलन में 100-100 रुपये में महिलाएं बैठती थीं. वहां मेरी मां भी थी'. राहुल गांधी ने भाजपा पर लगाया शेयर बाजार में हेराफेरी का आरोप, बताया देश का सबसे बड़ा घोटाला उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी, यूपी के कुछ क्षेत्रों में राहत की उम्मीद बिहार के गया जिले में भीषण सड़क हादसा, तीन लोगों की मौत

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