तुलसी विवाह समारोह का भव्य समापन, ढोल-नगाड़ों और मंगल कलशों के साथ निकली शोभायात्रा
बारां में अखिल भारतीय अग्रवाल महिला संगठन द्वारा आयोजित पांच दिवसीय तुलसी विवाह महोत्सव का समापन धार्मिक उल्लास के साथ हुआ। ढोल-नगाड़ों, मंगल कलशों और पारंपरिक रीति-रिवाजों के बीच शालिग्राम भगवान और तुलसी माता का पवित्र विवाह संपन्न हुआ, जिसमें श्रद्धा और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
'दूसरी शादी नहीं कर सकते..' केरल हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला ; मुस्लिम विवाह कानून पर बड़ा निर्णय
2025 में केरल हाईकोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा कि कोई भी मुस्लिम पुरुष अपनी पहली पत्नी की जानकारी और सहमति के बिना दूसरी शादी का पंजीकरण नहीं करा सकता। यह निर्णय मुस्लिम महिलाओं के वैवाहिक अधिकारों और समानता की दिशा में बड़ा कदम है।
छत्तीसगढ़ रजत जयंती के अवसर पर बलौदाबाजार में जिला स्तरीय 3 दिवसीय राज्योत्सव का आयोजन पंडित चक्रपाणी शुक्ल शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मैदान में किया जा रहा है। आयोजन की दूसरी शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया, जिसमें कठपुतली नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इसके साथ ही टीबी मुक्त और बाल विवाह मुक्त पंचायतों को प्रशस्ति पत्र भी दिए गए। संगीत और नृत्य ने समां बांधा सांस्कृतिक संध्या में भिलाई के 'रंग सरोवर' ने छत्तीसगढ़ की पुरातन व पारंपरिक शैलियों की झलकियां प्रस्तुत कीं। भूपेंद्र साहू और उनके साथी कलाकारों के गीत, संगीत और नृत्य ने समां बांधा। दर्शक अंतिम प्रस्तुति तक डटे रहे। बिलासपुर की किरण मोईतरा ने कठपुतली कार्यक्रम पेश किया। इसमें बड़े और छोटे आकार की कठपुतलियों के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश दिया गया। सुआ नृत्य ने भी खूब तालियां बटोरीं। ग्राम पंचायतों को दिए गए प्रशस्ति पत्र इसके अलावा झांपी लोक सांस्कृतिक संस्था करमदा और सुर ओ चन्दम बलौदाबाजार के कलाकारों ने भी अपनी दिलकश प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर दीपक सोनी, डीएफओ गणवीर धम्मशील और सीईओ जिला पंचायत दिव्या अग्रवाल ने किसानों को स्वामित्व योजना के तहत स्वामित्व कार्ड प्रदान किए। टीबी मुक्त एवं बाल विवाह मुक्त पंचायतों को प्रशस्ति पत्र दिए गए, साथ ही 'हम होंगे कामयाब' योजना के तहत युवाओं को भी सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के कलाकारों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
7 दिवसीय श्री राम-जानकी विवाह मंगल महोत्सव आज से
जयपुर | चांदपोल बाजार स्थित ठिकाना मंदिर श्री रामचंद्रजी में बुधवार से 11 नवंबर तक श्रीराम-जानकी विवाह उत्सव मनाया जाएगा। कार्यक्रम मिथिला पद्धति के अनुसार विविध वैवाहिक प्रसंग से सगुण ब्रह्म का साकार दर्शन और प्रासंगिक भजन गायन के साथ आयोजित किया जाएगा। 7 को श्रीरामजी की सगाई होगी। 9 को मुख्य कार्यक्रम विवाह उत्सव होगा। हलकारा भवन से श्री रामजी की लवाजमे के साथ बारात निकलेगी। महंत नरेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि उत्सव की शुरुआत बुधवार को विवाह के गणपति न्योतने के साथ की जाएगी। सुबह मंदिर प्रांगण में स्थित शिवालय में महंत परिवार गणेश को आमंत्रित किया जाएगा।
Donald Trump: हद से ज्यादा टैरिफ लगाने के बाद अमेरिका और भारत के रिश्ते टेंशन भरे हो चुके हैं, लेकिन अब जो व्हाइट हाउस का बयान आया है उसमें थोड़ी नरमी दिखाई दे रही है.
धौलपुर में विवाह समारोह से लौट रहे दम्पतियों को बदमाशों ने लूटकर घायल किया
धौलपुर। राजस्थान में धौलपुर जिले के मनियां थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात शादी समारोह से लौट रहे मोटर साइकिल पर सवार दो परिवारों को बदमाशों ने लूटपाट करके उन्हें घायल कर दिया। पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि देर रात विवाह समारोह से दो दम्पती मोटर साइकिल से लौट रहे थे कि राजमार्ग […] The post धौलपुर में विवाह समारोह से लौट रहे दम्पतियों को बदमाशों ने लूटकर घायल किया appeared first on Sabguru News .
टेलीविजन का पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस 19 झगड़ों के चलते सुर्खियों में बना हुआ है। शो में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट मालती चहर के आने से कई बदलाव देखने मिले। सिंगर अमाल मलिक ने शो में मालती की आलोचना करते हुए कई बार ये कहा कि वो उन्हें जानते नहीं है, बल्कि सिर्फ एक बार 5 मिनट के लिए मिले थे। हालांकि मालती ने हालिया एपिसोड में कहा कि वो कई बार मिले हैं और उनके बीच क्या है ये उनके पिता भी जानते हैं। अब शो के पूर्व कंटेस्टेंट आवेज दरबार ने अमाल के दावों पर पलटवार किया है। आवेज दरबार ने ऑफिशियल X अकाउंट (पहले ट्विटर) पर लिखा है, 'अमाल ने सिर्फ बातें ट्विस्ट नहीं कीं, उसने मेरे बारे में भी झूठ बोला है। मालती के केस में भी वो सबको गलत कहानी सुनाकर क्लीन बनने की एक्टिंग कर रहा है। वो क्लेम कर रहा है कि मालती सिर्फ 5 मिनट मिली थी, जबकि रियलिटी ये है कि दोनों पहले से एक-दूसरे को जानते हैं, फिर भी शो में अमाल ‘मैं उसे नहीं जानता’ का ड्रामा कर रहा है।' आगे आवेज ने लिखा है, 'बिल्कुल क्लियर है, अमाल झूठ बोल रहा है और डबल गेम खेल रहा है। और ईमानदारी से शहबाज और नीलम का रिएक्शन भी एकदम एक्सपोज हो गया। अमाल के सामने इनकी हिम्मत ही नहीं पड़ती कुछ बोलने की, बस चुपचाप देखते रहते हैं। पूरे एपिसोड में सबका डबल स्टैंडर्ड दिख गया।' बता दें कि सोमवार को टेलीकास्ट हुए एपिसोड में मालती, शहबाज और नीलम को ये बताती नजर आईं कि वो अमाल को अच्छी तरह जानते हैं और कई बार मिले हैं। इसके जवाब में शहबाज-नीलम ने कहा कि अमाल अक्सर मालती की आलोचना करते हैं। इस पर मालती भड़क गईं और उन्होंने अमाल को एक्सपोज करते हुए सबके सामने खुलासा किया कि वो एक-दूसरे को जानते हैं और दोनों ने शो में आने से पहले ये फैसला किया था कि वो सबके सामने यही दिखाएंगे कि वो एक-दूसरे से सिर्फ 5 मिनट के लिए ही मिले। मालती ने अमाल को फटकारते हुए ये भी कहा कि उनके पिता भी जानते हैं कि हम कब मिले हैं। बता दें कि इस हफ्ते कॉमेडियन प्रणीत मोरे को डेंगू होने के चलते शो छोड़कर जाना पड़ा। प्रणीत के शो छोड़ने की वजह से इस हफ्ते कोई दूसरा नॉमिनेशन नहीं हुआ।
महराजगंज में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू स्मारक पीजी कॉलेज मैदान में भव्य समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर कुल 1336 जोड़ों का विवाह विधि-विधान से संपन्न हुआ। विवाह मंडपों में मंत्रोच्चार और शहनाइयों की गूंज के बीच नवविवाहित जोड़ों ने एक-दूसरे का हाथ थामा तो माहौल भावुक और उल्लासमय हो उठा। कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि “योगी सरकार गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की खुशियों को संजोने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। यह योजना गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।” पंकज चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना सामाजिक समरसता और समानता का प्रतीक है। इससे समाज में एकता और सहयोग का संदेश जाता है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत सरकार विवाह का पूरा खर्च वहन करती है और नवदंपतियों को गृहस्थ जीवन की शुरुआत के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है। अतिथियों ने किया पुष्पवर्षा कर अभिनंदन समारोह के दौरान अतिथियों—पनियरा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया और भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पांडेय ने नवविवाहित जोड़ों पर पुष्पवर्षा की और आशीर्वाद दिया। ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के चेहरों पर मुस्कान लाने वाली है और इससे किसी बेटी का विवाह आर्थिक तंगी के कारण नहीं रुकता। वहीं, जय मंगल कन्नौजिया ने कहा कि “डबल इंजन की सरकार” सभी वर्गों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और इस योजना ने समाज में सादगी व एकता की नई परंपरा स्थापित की है। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की रही व्यापक मौजूदगी इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, जनप्रतिनिधि और आमजन उपस्थित रहे। वर-वधू जोड़ों को सरकार की ओर से उपहार और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। समारोह के अंत में नवदंपतियों के चेहरों पर खुशी झलक रही थी—कई जोड़ों ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना ने उनके सपनों को साकार कर दिया है।
बांसवाड़ा जिले के भचड़िया गांव में सकल वैष्णव समाज द्वारा आयोजित सामूहिक एकादशी उद्यापन और तुलसी विवाह समारोह में पूरे गांव ने श्रद्धा और उत्साह से भाग लिया, जिसमें 101 यजमानों द्वारा यज्ञ-हवन कुंड किए गए। तीन दिनों तक चले इस धार्मिक आयोजन की शुरुआत हेमाद्रि स्नान विधि से हुई। 101 यजमानों ने किया यज्ञ दूसरे दिन मुख्य कार्यक्रम के रूप में एकादशी उद्यापन संपन्न हुआ। इस दौरान कुल 101 यजमानों द्वारा यज्ञ-हवन कुंड किए गए। गोधूलि बेला में भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह विधि-विधान से सम्पन्न हुआ, जिसके मुख्य यजमान जालम पटेल और मुकेश पटेल परिवार रहे। नगर भ्रमण और महाप्रसादी के साथ हुआ समापन तीसरे दिन भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का नगर भ्रमण कराया गया, जिसके साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। पूरे पूजन की विधि आचार्य पंडित नटवर जोशी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न कराई। गांववासियों ने मिलकर की थी महीनों तैयारी इस आयोजन की तैयारी गांव के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने मिलकर दो महीने पहले से शुरू कर दी थी। तीनों दिन महाप्रसादी का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। भचड़िया गांव में पहली बार इतने वृहद स्तर पर तुलसी विवाह का आयोजन हुआ, जिसे समाज ने सामूहिक एकता और भक्ति का प्रतीक बताया।
देवउठनी एकादशी के साथ शुरू हुए विवाह सीजन में पानीपत प्रशासन ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाए हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग ने जिलेभर में विशेष निगरानी अभियान शुरू किया है। जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता के नेतृत्व में गठित टीमें गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं ताकि किसी भी नाबालिग की शादी न हो सके। गुप्त सूचना के लिए हेल्पलाइन सक्रिय जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि जिले की 178 पंचायतों के सरपंचों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने क्षेत्र में होने वाली हर शादी की जानकारी रखें। यदि किसी बाल विवाह की आशंका हो तो तुरंत विभाग या पुलिस को सूचित करें। विभाग ने हेल्पलाइन नंबर भी सक्रिय किए हैं, जिन पर कोई भी व्यक्ति गुप्त रूप से सूचना दे सकता है। स्कूलों और धार्मिक स्थलों पर पोस्टर, नुक्कड़ नाटक देवउठनी एकादशी से लेकर विवाह सीजन के अंत तक विभाग की टीमें लगातार सक्रिय रहेंगी। स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, पंचायत घरों और धार्मिक स्थलों पर बाल विवाह के दुष्परिणामों से जुड़े पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं। ग्रामीण इलाकों में नुक्कड़ नाटक और रैलियों के माध्यम से लोगों को बताया जा रहा है कि नाबालिग विवाह न केवल गैरकानूनी है, बल्कि बच्चों के भविष्य, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। चार वर्षों में बाल विवाह के 77 मामले दर्ज विभाग के अनुसार, वर्ष 2025 में अब तक 20 से अधिक बाल विवाह मौके पर ही रुकवाए गए हैं। वर्ष 2021 में 16, वर्ष 2022 में 23, वर्ष 2023 में 30 से अधिक और वर्ष 2024 में 8 बाल विवाह की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई कर विवाह रोके गए। सभी मामलों में दोनों पक्षों को समझाया गया और बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया गया। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों पर हमला - डीसी उपायुक्त डॉ. वीरेंद्र कुमार दहिया ने कहा कि देवउठनी एकादशी से विवाह समारोहों की शुरुआत होती है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। बाल विवाह न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि यह बच्चों के अधिकारों, शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने में प्रशासन का सहयोग करें।
शिक्षा के लिए 10 और विवाह के लिए पांच बार कर्मचारी निकाल सकेंगे फंड
जालंधर| कर्मचारी भविष्य निधि संगठन श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय में मीटिंग हुई। इसमें क्षेत्रीय आयुक्त पंकज कुमार ने संगठन द्वारा पीएफ से आंशिक निकासी के पुराने 13 जटिल प्रावधानों को सरल बनाते हुए अब उन्हें तीन मुख्य श्रेणियों में एकीकृत कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जरूरी आवश्यकताएं- बीमारी, शिक्षा, विवाह आदि, आवास संबंधी आवश्यकताएं जिसमें मकान क्रय, निर्माण या मरम्मत हेतु और विशेष परिस्थितियां जिसमें जैसे प्राकृतिक आपदा, बेरोजगारी इत्यादि को शामिल किया गया है। इन संशोधनों का उद्देश्य सदस्य खाताधारकों को अधिक सुविधा और वित्तीय लचीलापन प्रदान करना है। उदाहरण के रुप में सदस्य बीमारी, शिक्षा या विवाह जैसी आवश्यकताओं के लिए पहली श्रेणी के अंतर्गत निकासी कर सकेंगे, जबकि मकान संबंधी खर्चों के लिए अलग श्रेणी उपलब्ध रहेगी। अब किसी भी आंशिक निकासी के लिए सदस्य की न्यूनतम सेवा अवधि केवल 12 महीने निर्धारित की गई है। पहले यह अवधि इससे अधिक थी, लेकिन नए नियमों के तहत केवल एक वर्ष की सेवा के बाद निकासी संभव हो सकेगी। शिक्षा के लिए अब सदस्य 10 बार तक निकासी कर सकते हैं। विवाह के लिए 5 बार तक निकासी की अनुमति है। पहले इन दोनों उद्देश्यों के लिए संयुक्त रूप से केवल तीन बार तक निकासी की अनुमति थी। सदस्य अब अपने खाते से कर्मचारी तथा नियोक्ता दोनों के योगदान सहित पात्र राशि 100 फीसदी तक निकासी कर सकते हैं। खाते में न्यूनतम 25 फीसदी राशि बनी रहनी चाहिए।
आधुनिक युग में भी छत्तीसगढ़ में बाल विवाह जैसी कुप्रथा थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार, सामाजिक संस्थाओं और प्रशासनिक तंत्र के तमाम प्रयासों के बावजूद ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में अब भी नाबालिग बच्चों की शादी रचाई जा रही है। राज्य महिला एवं बाल विकास विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले डेढ़ साल में 500 से ज्यादा बाल विवाह के मामले सामने आए हैं। इनमें कई मामले ऐसे हैं, जहां शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी और फेरे शुरू होने से ठीक पहले प्रशासनिक टीम ने पहुंचकर शादी रुकवाई। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, कई बार परिवार शादी को सामाजिक परंपरा बताकर बचने की कोशिश करते हैं। बाल विवाह निवारण अधिनियम 2006 के तहत नाबालिग की शादी कराना अपराध है, लेकिन शिकायत दर्ज कराने से लोग अब भी हिचकिचाते हैं। अधिकतर मामलों में सूचना पड़ोसी, शिक्षक या पंचायत सचिव देते हैं। इसके बाद चाइल्ड मैरिज प्रिवेंशन ऑफिसर और पुलिस मिलकर मौके पर पहुंचते हैं। फिलहाल चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर आस-पड़ोस के लोग कॉल कर इसकी जानकारी दे रहे हैं, जिससे कई बच्चियों का भविष्य खराब होने से बच रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 2024-25 में कुल 349 मामले सामने आए थे। इनमें कार्रवाई करते हुए टीम ने 341 बाल विवाह रुकवाए थे। वहीं 2025-26 में अगस्त माह तक कुल 185 मामले विभाग के संज्ञान में आए, इनमें 181 विवाह विभाग ने रुकवाए। यह ऐसे मामले थे, जो संज्ञान में आए। इनमें सबसे ज्यादा मामले सूरजपुर, जांजगीर, बलौदाबाजार, बलरामपुर, बेमेतरा, सुकमा, जशपुर, कवर्धा, मुंगेली आदि जिलों से सामने आए हैं। राहत भी...रायपुर में 192 ग्राम पंचायत बाल विवाह मुक्त राजधानी में केस तो कम हैं, लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं हो पा रहे हैं। रायपुर में 2024-25 में 6 तो इस साल (अगस्त तक) 4 मामले सामने आए हैं। अधिकारियों के अनुसार रायपुर के तिल्दा ब्लॉक से ज्यादा मामले संज्ञान में आते हैं। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी में 192 ग्राम पंचायत बाल विवाह मुक्त हो गए हैं। साथ ही 12 नगरीय निकाय क्षेत्रों में पिछले तीन साल में एक भी बाल विवाह के मामले नहीं आए हैं।
भल्लों का गुड़ा में तुलसी विवाह का मनोरथ संपन्न
उदयपुर | देवउठनी एकादशी पर भल्लों का गुड़ा स्थित सेजों की भागल में तुलसी विवाह मनोरथ हुआ। श्रद्धालुओं ने भगवान शालग्राम और मां तुलसी का रीति-रिवाजों के साथ विवाह हुआ। चारभुजा मंदिर से ठाकुरजी की बारात रवाना हुई। गाजे-बाजे और ढोल-नगाड़ों के बीच महिलाओं ने मंगल गीत गाए। भक्ति गीतों पर थिरकते श्रद्धालु सेजों की भागल पहुंचे। वधू पक्ष ने पुष्प बरसाकर स्वागत किया। तोरण की रस्म के बाद पंडितों ने मंत्रोच्चार के साथ सप्तपदी करवाई। कन्यादान की रस्म भी हुई।
राजगढ़ जिले में बाल विवाह की रोकथाम को लेकर कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा- “बाल विवाह समाज के लिए अभिशाप है, इस दिशा में अब जरा-सी लापरवाही भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” कलेक्टर डॉ. मिश्रा सोमवार को कलेक्टोरेट सभागार में आयोजित समय-सीमा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ. इच्छित गढ़पाले, अपर कलेक्टर प्रताप सिंह चौहान, संयुक्त कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह दांगी, एसडीएम डॉ. ज्योति राजोरे समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में उन्होंने बाल विवाह रोकथाम पर विशेष कार्यशालाएं आयोजित करने, पंचायत सचिवों को सक्रिय रखने और सूचना मिलते ही पुलिस व बाल विकास विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी ने ऐसे मामलों में ढिलाई बरती, तो कार्रवाई तय होगी। इसी दौरान कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन की लंबित शिकायतों पर भी नाराजगी जताई। जल संसाधन विभाग का प्रदर्शन कमजोर रहने पर फटकार लगाई गई, जबकि एपीओ मनरेगा पर ₹2000 का जुर्माना लगाया गया। जिला सहकारी बैंक को शिकायतों के निराकरण में लापरवाही पर कारण बताओ नोटिस जारी करने और जेएसओ व पंचायत सचिव की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने भावांतर योजना, छात्रवृत्ति वितरण और पुस्तक वितरण की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसानों और विद्यार्थियों को योजनाओं का लाभ समय पर मिले, यह सभी विभाग सुनिश्चित करें। साथ ही आरसीएमएस रिपोर्ट में लोक सेवा गारंटी के लंबित मामलों पर असंतोष जताया। उन्होंने अंत में कहा- “जिले की प्राथमिक योजनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही सामने आई तो जिम्मेदार अधिकारी सीधे जवाबदेह होंगे।”
ऑनलाइन पंजीकरण के बाद मिलेगा विवाह शगुन योजना का लाभ
कुरुक्षेत्र | मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ अब विवाह का ऑनलाइन पंजीकरण करवाने के बाद ही मिलेगा। इसके लिए लाभ पात्र विवाहिता की शादी का ई-दिशा पोर्टल पर पंजीकरण होना जरूरी है। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना का लाभ लेने वाले परिवार को अपनी बेटी की शादी के 6 महीने पूरे होने से पहले ऑनलाइन पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण करने के बाद ही विवाहित कन्या के माता-पिता को उक्त योजना का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अनुसूचित एवं विमुक्त जाति के परिवार का नाम बीपीएल सूची में है तो उसको कन्या विवाह शगुन योजना के तहत 71 हजार रुपए का लाभ दिया जाएगा। सभी वर्गों की विधवाओं, बेसहारा महिला, अनाथ बच्चे, बीपीएल सूची में है या उनकी आय 1 लाख 80 हजार रुपए से कम है तो उनको इस योजना में 51 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। वहीं बीपीएल सूची में सामान्य या पिछड़े वर्ग के परिवार को 31 हजार रुपए का लाभ दिया जाएगा।
गोपीनाथजी की बगीची में तुलसी शालिग्रामजी का विवाह महोत्सव
जयपुर | पुरानी बस्ती राजाशिवदासजी का रास्ता स्थित गोपीनाथजी की बगीची में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में रविवार को कार्तिक एकादशी उत्सव मनाया गया। वृंदावन से आए आचार्य राम दीक्षित महाराज के सान्निध्य में तुलसी शालिग्राम का विवाह हुआ। आचार्यश्री ने तुलसी महारानी और शालिग्रामजी का महत्व बताया। आयोजक चौहान परिवार है। कथा आरंभ से पहले राजसिंह चौहान, शिवसिंह, नरेंद्रसिंह चौहान व ममता कंवर ने भागवत पोथी का सामूहिक पूजन किया। आचार्य श्रीराम दीक्षित महाराज ने कथा के तीसरे दिन तुलसी शालिग्राम विवाह से पहले, वृंदा (तुलसी) और जालंधर की कथा सुनाई। संयोजक रघुवीर सिंह चौहान ने बताया कि भागवत कथा 5 नवंबर तक रोज दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक होगी।
खरगोन के जामली में देव प्रबोधिनी एकादशी पर शालिग्राम और तुलसी का विवाह महोत्सव हुआ। यह आयोजन कुशवाह समाज के सान्निध्य में हुआ। महोत्सव के तहत तुलसी की हल्दी-मेहंदी रस्म निभाई गई। रविवार को मंडप प्रतिष्ठा, मामेरा और बारात निकाली गई। गोधूलि बेला में भगवान शालिग्राम और तुलसी मैया का विवाह हुआ। पंडित पंकज तारे ने विवाह की लग्न विधि कराई। इसके बाद समाज का भंडारा भी आयोजित किया गया। दो दिवसीय इस उत्सव में पहले दिन तुलसी को मेहंदी और हल्दी लगाई गई। वधू पक्ष से कैलाश कुशवाह और वर पक्ष से धर्मेंद्र कुशवाह ने इन रस्मों में भागीदारी की। उन्होंने तुलसी को सजाकर शालिग्राम के साथ बैंडबाजे पर बग्गी में विराजित कर बाना निकाला। समाजसेवी घनश्याम कुशवाह ने बताया कि विवाह उत्सव खलमाटी पूजन के साथ शुरू हुआ था। क्षत्रिय कुशवाह समाज युवा और महिला मंडल ने भी इस आयोजन में सक्रिय सहभागिता की। पूर्व मंडल अध्यक्ष अनीता कुशवाह, अन्नपूर्णा कुशवाह, प्रमिला कुशवाह, कमला कुशवाह, कला कुशवाह और रामकन्या कुशवाह सहित समाज की मातृ शक्ति ने भी इस महोत्सव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
सलूंबर के अमरपुरा गांव में रविवार 02 नबंवर को सर्व समाज द्वारा तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। इस मौके पर सुबह भगवान शालिग्राम की बारात हिम्मतराम रोडजी गर्ग के निवास से धूमधाम से निकाली गई। बारात में भक्त हाथी-घोड़े, पालकी और ढोल-नगाड़ों के साथ जय कन्हैया लाल की के जयघोष करते हुए नाचते-गाते शामिल हुए। यह शोभायात्रा पूरे गांव में निकाली गई, जिससे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण बन गया। बारात धनराज पटेल के निवास स्थान पर पहुंचने के बाद, वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विधि-विधान से विवाह संस्कार संपन्न हुआ। विवाह मंडप में मोड़जी कचराजी पटेल, देवीलाल खे्मजी पटेल, असित विश्वास, देवीलाल पूंजाजी वातड़ा और मनीष सोनी ने पूर्णाहुति दी। कलश पूजन में पूंजालाल पटेल, हीरालाल भरोड़, प्रकाश वातड़ा, सुन्दर पटेल और मनीष सोनी ने भाग लिया। तुलसीजी के मामा की भूमिका हीरालाल तलावत ने, बुआ की भूमिका रतन तलावत ने और काकी की भूमिका प्रेमजी भरोड़ ने निभाई। मायरा भरने का कार्य हीरालाल और मोडीलाल द्वारा किया गया। इस पूरे कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे भक्तिमय वातावरण बना रहा। तुलसी विवाह के मौके पर गांव में दिनभर धार्मिक अनुष्ठान, भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। यह आयोजन सर्व समाज की एकजुटता और पारंपरिक आस्था का प्रतीक बना, जो गांव में धार्मिक सद्भाव और संस्कृति के संरक्षण को दर्शाता है।
डूंगरपुर में देवउठनी एकादशी पर रविवार को सनातन धर्म समिति की ओर से तुलसी विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। हाथी, घोड़े ओर रथ गाड़ी के साथ भगवान की बारात निकाली गई। गाजे बाजे के साथ बाराती खूब नाचे। श्रीनाथजी मंदिर में ठाकुरजी की बारात के बाद तुलसी विवाह महोत्सव की रस्में हुई और हज़ारों लोग इसके साक्षी बने। सात फेरो की रस्मों पर लोगो ने पुष्प वर्षा के साथ ही ठाकुरजी और तुलसी माता के जयकारे लगाए। सजधज कर निकली ठाकुरजी की बारात, देखें फोटोज... देवउठनी एकादशी को लेकर आज रविवार की शहर के मुरलीधर मंदिर में धार्मिक आयोजन किए गए। देर शाम के समय मुरलीधर मंदिर से हाथी, घोड़े ओर रथ गाड़ी के साथ शोभायात्रा रवाना हुई। सबसे आगे घोड़े पर बच्चे, युवा और समाज के अध्यक्ष पारंपरिक वेशभूषा, महापुरुष का वेश धारण कर सवार हुए। हाथी पर ठाकुरजी के माता पिता बना परिवार सवार था। रथ गाड़ी में संत महात्मा विराजे। बारात में बड़ी संख्या में महिलाएं, पुरुष और युवा बाराती बनकर शामिल हुए। धर्म गीतों के साथ भगवान ठाकुरजी के जयकारे लगाते हुए लोग खूब नाचे। वहीं, ठाकुरजी के रथ भी शामिल हुए। रास्ते में कई जगहों पर पुष्प वर्षा के साथ ठाकुरजी की बारात का स्वागत किया गया। लोगों ने ठाकुरजी के दर्शन किए। बारात नगर भ्रमण करते हुए शहर के गेपसागर की पाल स्थित श्रीनाथजी मंदिर पहुंचे। जहां दूल्हे ठाकुरजी के साथ ही बारातियों का स्वागत किया गया। पुष्पवर्षा के साथ स्वागत ओर जयकारे गूंज उठे। घोड़े पर सवार होकर बारात में शामिल हुए बच्चे, देखें फोटोज... बारातियों की खूब आवभगत हुई। इसके बाद श्रीनाथ मंदिर में ही मंडप में शादी की रस्में हुई। ठाकुरजी का तुलसी माता के साथ विवाह की रस्में हुई। जिसमें हजारों लोगों के बीच मंत्रों के साथ विवाह करवाया। फेरो की रस्में होते ही लोगों ने पुष्प वर्षा के साथ जयकारे लगाए। इसके बाद लोगो ने कन्यादान की रस्में की ओर फिर बारातियों का भोज (प्रसाद) ओर विदाई दी गई। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उमड़े।
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने रविवार को डीग-नगर क्षेत्र में आयोजित विभिन्न सामूहिक विवाह सम्मेलनों में शिरकत की। उन्होंने नव-दंपतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि सर्वसमाज की एकता और सौहार्द ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। मंत्री बेढ़म ने ऐसे आयोजनों को परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम बताया। अपने दौरे की शुरुआत में, मंत्री बेढ़म नगर में संत रविदास सेवा समिति द्वारा आयोजित 'सर्वजातीय समाज एवं जाटव समाज' के सामूहिक विवाह सम्मेलन में शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर 36 बिरादरी के लोगों और आयोजक समिति ने उनका स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर सभी नव-विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया। इसके बाद, गृह राज्य मंत्री ने नगर में ही अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के 11वें आदर्श सामूहिक विवाह एवं सामाजिक सम्मेलन में मुख्य मेहमान के तौर पर भाग लिया। जांगिड़ समाज के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया और स्मृति चिन्ह भेंट किया। बेढ़म ने जांगिड़ समाज को इस आयोजन के लिए बधाई दी और नव-दंपतियों के मंगलमय जीवन की कामना की। अंत में, मंत्री बेढ़म डीग में प्रजापति समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में सम्मिलित हुए। उनकी उपस्थिति ने समारोह में उत्साह का संचार किया। उन्होंने सभी नव-दंपतियों के उज्ज्वल, सुखमय और मंगलमय वैवाहिक जीवन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके परिवारों को इस प्रगतिशील कदम के लिए बधाई दी। आपसी प्रेम और भाईचारे को मजबूत करते हैं ऐसे आयोजन सम्मेलनों में उमड़े जनसमूह को संबोधित करते हुए बेढ़म ने कहा, ये सामूहिक विवाह समारोह केवल पारिवारिक आयोजन नहीं हैं, बल्कि यह समाज में आपसी प्रेम, भाईचारे और एकजुटता को और भी मजबूत करने का एक सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से सभी समाजों के बीच सौहार्द स्थापित करने के मिशन के लिए समर्पित हैं, ताकि यह क्षेत्र एकता की मिसाल कायम कर सके। मुख्यमंत्री के निर्देशन में सर्वसमाज के उत्थान हेतु प्रतिबद्ध बेढ़म ने राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के कुशल निर्देशन में राज्य सरकार 'सर्वसमाज के उत्थान' के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सामाजिक योजनाओं के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि विकास का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और हर वर्ग का जीवन स्तर ऊंचा उठे। परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम गृह राज्य मंत्री ने आयोजकों की सराहना करते हुए इन कार्यक्रमों को हमारी समृद्ध परंपरा और प्रगतिशील आधुनिकता के सुंदर संगम का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल सामाजिक कुरीतियों और फिजूलखर्ची पर रोक लगती है, बल्कि यह हमारी भावी पीढ़ियों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण भी प्रस्तुत करते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य पालन विभाग मंत्री डॉ. संजय निषाद रविवार को प्रयागराज पहुंच गए। वे यमुनापार के मेजा इलाके में भव्य सामूहिक विवाह समारोह में शिरकत कर रहे हैं। मंत्री नवविवाहित कन्याओं को आशीर्वाद देंगे। इस अवसर पर 11 कन्याओं का विवाह हिंदू रीति-रिवाजों के साथ होगा। कार्यक्रम मेजा क्षेत्र के ग्रामसभा टाई सरैया में हो रहा है। संजय निषाद के साथ ही निषाद पार्टी के कई पदाधिकारी, भाजपा नेता भी मौजूद रहेंगे। विवाह समारोह स्थल को फूलों, बिजली के झालरों से सजाया गया है। आयोजक प्रदीप कुमार सिंह की देखरेख तैयारियां की गई हैं। प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि गांव के सभी लोगों के सहयोग से इस कार्यक्रम को यादगार बनाने की पूरी तैयारी की गई है। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल होंगे। विवाह के उपरांत कन्याओं को आवश्यक गृहस्थी सामग्री भेंट की जाएगी। शुभ मुहूर्त में मंत्रोच्चारण और वैदिक रीति से विवाह संपन्न होगा।
फिरोजाबाद। विकास भवन के पीछे उद्यान विभाग के प्रांगण में रविवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 351 जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह संपन्न हुआ। इनमें 80 मुस्लिम जोड़े भी शामिल रहे। शहनाइयों की गूंज और कुरान की आयतों के साथ विवाह की रस्में पूरी की गईं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पर्यटन मंत्री मौजूद रहे। उनके साथ जिलाधिकारी रमेश रंजन, मेयर कामिनी राठौर, टूंडला विधायक प्रेमपाल धनगर, भाजपा जिलाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह और मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। अतिथियों ने परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया।। पर्यटन मंत्री ने कहा कि सरकार गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह के लिए संकल्पित है। इस योजना से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति पर कार्य कर रही है। मंत्री ने बताया कि वर्ष 2024-25 में वधू के परिवार की अधिकतम आय सीमा जो 2 लाख रुपये थी, उसे बढ़ाकर वर्ष 2025-26 में 3 लाख रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार, वधू के खाते में दी जाने वाली 35 हजार रुपये की सहायता राशि बढ़ाकर 60 हजार रुपये कर दी गई है। यह गरीब वर्ग के प्रति सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। सामूहिक विवाह में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों की बेटियों का विवाह उनके धर्मानुसार रीति-रिवाज से संपन्न कराया गया। फर्जीवाड़े की रोकथाम के लिए वर-वधू की उपस्थिति का बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण भी किया गया। इस अवसर पर कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शुभारंभ भी किया गया। इनमें माध्यमिक विद्यालयों में 47.46 लाख रुपये की लागत से चार मल्टीपर्पज हॉल और दो अतिरिक्त कक्षों का निर्माण, मनरेगा के तहत 8573.38 लाख रुपये की लागत से ग्रामीण संपर्क मार्ग, खेल मैदान और पार्कों का निर्माण कार्य शामिल है। इसके साथ ही राजकीय इंटर कॉलेज नसीरपुर में 65.32 लाख रुपये की लागत से अतिरिक्त कक्ष निर्माण का उद्घाटन भी किया गया।
विप्र फाउंडेशन डूंगरपुर की ओर दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। बेहतरीन कार्य करने वाली विप्र फाउंडेशन की इकाइयों, प्राधिकारियों ओर कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। सागवाड़ा में विप्र फाउंडेशन के एक्सीलेंस रिसर्च सेंटर खुलेगा। वही विप्र फाउंडेशन की ओर से सामूहिक यज्ञोपवीत ओर विवाह कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा। शहर के पास प्रगति कॉलेज में आयोजित विप्र फाउंडेशन के दीपावली स्नेह समारोह का भगवान परशुरामजी के सामने दीप प्रज्वलन ओर मंगल आरती के साथ हुआ। मुख्य अतिथि प्रदेश वरिष्ठ सचिव अनुराग पाठक रहे। विशिष्ट अतिथियों में जिला संरक्षक तेज प्रकाश जोशी, विनोद त्रिवेदी सिद्धि कॉलेज, सागवाड़ा, जयप्रकाश चौबीसा, जिला महिला अध्यक्ष रोशनी पंड्या, जिलाध्यक्ष ललित उपाध्याय, जिला महामंत्री प्रशान्त चौबीसा शामिल रहे। अध्यक्षता प्रदेश संगठन मंत्री विनोद जोशी ने की। मुख्य अतिथि अनुराग पाठक ने अपने उद्बोधन में कहा कि “विप्र फाउंडेशन द्वारा युवा, महिला एवं समाज हित में जो कार्य किया जा रहा है, वह गौरव का विषय है। जिले की श्रेष्ठ इकाइयों आंतरी, देवला, गणेशपुर, मोवाई, पूंजपुर, अंतिया, तालोरा, सेमलिया, साबला, भाडगा, सागवाड़ा और वरवासा को सम्मानित किया गया। श्रेष्ठ तहसील अध्यक्षों में साबला तहसील अध्यक्ष कल्पेश शास्त्री, दोवड़ा तहसील अध्यक्ष डी.के. उपाध्याय एवं सागवाड़ा तहसील अध्यक्ष ललित पूंजोत को भी सम्मानित किया गया। जिला समन्वय समिति का गठन किया गया। जिसमें जयप्रकाश चौबीसा को अध्यक्ष घोषित कर सम्मानित किया गया। प्रदेश समन्वय समिति के सदस्य कमला शंकर चौबीसा का भी अभिनंदन किया गया। कर्मचारी प्रकोष्ठ अध्यक्ष हेमेंद्र चौबीसा ने अपनी कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए युवा उपाध्यक्ष सुदीप चौबीसा सहित 10 नए सदस्यों को जोड़ा।
भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा की, तुलसी माता का विवाह शालिग्राम से कराया
भास्कर न्यूज|मधुबनी धार्मिक परंपराओं और आस्था का प्रतीक देवोत्थान एकादशी जिले में श्रद्धा, उल्लास और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ घर-घर में मनाई गई। चार महीने के देवशयन काल के बाद भगवान विष्णु के जागरण का यह पर्व धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं और पुनः सृष्टि के कार्यों का संचालन प्रारंभ करते हैं। सुबह से ही पूरे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में भक्तों ने विशेष पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने व्रत रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा की। घरों और मंदिरों में तुलसी विवाह की विशेष तैयारी की गई, जिसमें तुलसी माता का विवाह शालिग्राम भगवान से कराया गया। पारंपरिक गीतों और मंगलाचार के साथ तुलसी विवाह का यह आयोजन पूरे वातावरण को भक्ति रस में सराबोर कर गया। कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने दीपदान और भजन-कीर्तन का आयोजन किया। शाम के समय घरों के आंगनों और मंदिर प्रांगणों में दीयों की रौशनी से अद्भुत दृश्य देखने को मिला। जिले के प्रमुख मंदिरों में दिनभर भक्तों की भीड़ रही। पुजारियों ने विशेष पूजा संपन्न कर भक्तों को देव उठान एकादशी का महत्व बताया। वर्त में रहने वाले एसएन मिश्रा ने बताया कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज में प्रेम, एकता और सामूहिकता का संदेश भी देता है। इसके साथ ही विवाह, मंगनी और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत हो गई। इसलिए कई घरों में वैवाहिक कार्यक्रमों की तैयारियां भी शुरू हो गईं। आस्था, परंपरा और उल्लास के संगम के रूप में मनाया गया यह पर्व एक बार फिर मिथिला की सांस्कृतिक समृद्धि और धार्मिक एकजुटता की झलक प्रस्तुत करता है।
भोमिया नगर प्रथम में तुलसी विवाह संपन्न
जयपुर | कालवाड़ रोड स्थित बैकुंठ धाम, राधा कृष्ण शिव हनुमान मंदिर, भोमिया नगर प्रथम में देवउठनी एकादशी पर माता तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह बड़ी धूमधाम से संपन्न हुआ। विवाह से एक दिन पूर्व भात, लग्न और टिका का आयोजन हुआ था। पंडित कृष्ण कुमार ने बताया कि सनातन धर्म में तुलसी विवाह का विशेष महत्व है। बारात पूरी कॉलोनी से होते हुए मंदिर पहुंची। सभी ने भगवान से भारत देश की प्रगति की कामना की।
मंदिरों व घरों में भगवान शालीग्राम के साथ तुलसी विवाह की पूजा
भास्कर न्यूज|रामगढ़ कार्तिक शुक्ल पक्ष एकादशी पर तुलसी विवाह पूजा की गई। शनिवार की शाम को तुलसी का विवाह भगवान विष्णु के स्वरुप शालिग्राम से कराया गया। शहर के शिवाजी रोड के श्री बांके बिहारी राधा रानी किला मंदिर,गोला रोड के श्री सत्यनारायण मंदिर सहित अन्य मंदिरों में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ तुलसी विवाह की पूजा विधान की गई। इस दौरान तुलसी विवाह मेंे मूली, आंवला, बेर, शकरकंद, सिंघाड़ा, मूली, सीताफल, अमरुद, ऋतु फल से पूजा की गई। वहीं,गन्ना से विवाह मंडप तैयार कर भगवान विष्णु की प्रतिमा,तुलसी की पौधा रखी गई। वहीं, धूप दीपक, वस्त्र, माला, फूल, सुहाग सामाग्री, सुहाग का प्रतीक लाल चुनरी, साड़ी, हल्दी चढ़ा कर पूजा की गई। किला मंदिर में प्रधान पुजारी पंडित गोविंद बल्लभ शर्मा ने बताया कि पुराणों में ऐसी मान्यता है तुलसी विवाह कराने से वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो जाती है,और विवाह का योग बन जाते है। भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए तुलसी विवाह का विशेष महत्व माना जाता है।
बाल विवाह की रोक के लिए सजग रहे प्रशासन : सोसाइटी
भास्कर न्यूज | लातेहार जिले में बाल विवाह के खिलाफ मुहिम चला रहे गैरसरकारी संगठन वेदिक सोसाइटी ने देवउठनी एकादशी से शुरू होने वाले शादी-विवाह के मौसम के मद्देनजर जिला प्रशासन एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) से बाल विवाहों की रोकथाम के लिए सख्त निगरानी और अत्यधिक सतर्कता बरतने का अनुरोध किया है। इसे लेकर संगठन ने जिला प्रशासन को पत्र भी भेजा है, जिसमे बाल विवाहों की रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए कड़ी चौकसी की अपील की है।वेदिक सोसाइटी के निदेशक चंद्रशेखर सिंह ने आम लोगों से किसी संभावित बाल विवाह की जानकारी मिलने पर तत्काल पुलिस हेल्पलाइन (112), चाइल्ड हेल्पलाइन (1098) या स्थानीय थाना को सूचना देने की अपील की है। ज्ञात हो कि जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन (जेआरसी) का सहयोगी संगठन वेदिक सोसाइटी बाल विवाह के खात्मे के लिए जेआरसी के राष्ट्रव्यापी अभियान चाइल्ड मैरेज फ्री इंडिया के तहत जिले को 2030 तक बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए कार्य कर रहा है। संगठन ने एक नवंबर से शुरू हो रहे शादी-ब्याह के मौसम को देखते हुए जिला प्रशासन से सरपंचों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश देने की अपील की है।
बाल विवाह की रोकथाम पर जागरूकता
फतेहपुर | देवउत्थान एकादशी के अवसर पर बनवासी विकास आश्रम की ओर से बाल विवाह रोकथाम हेतु व्यापक जागरूकता अभियान चलाया गया। आश्रम के समन्वयक मनोरंजन कुंवर एवं समाजिक कार्यकर्ता शांति गोपाल महतो के नेतृत्व में यह कार्यक्रम जिले के विभिन्न विद्यालयों एवं धार्मिक स्थलों पर आयोजित किया गया। इस दौरान उत्क्रमित मध्य विद्यालय सहाना, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गायछांद, राजकीय उच्च विद्यालय (कन्या) जामताड़ा तथा मां चंचला मंदिर, जामताड़ा में बाल विवाह के दुष्परिणामों पर चर्चा की गई। विद्यार्थियों को बाल विवाह रोकने की शपथ दिलाई गई और उन्हें संबंधित जानकारी वाले पंपलेट वितरित किए गए। कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि बाल विवाह न केवल बच्चों के अधिकारों का हनन है।
बाल विवाह मुक्त अभियान की दिलाई शपथ
बड़वानी | पाटी में महिला एवं बाल विकास विभाग ने बाल विवाह मुक्त अभियान के तहत शनिवार को पाटी परियोजना कार्यालय में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बाल विवाह रोकथाम की शपथ दिलाई। परियोजना अधिकारी प्रकाश रंगशाही ने कहा बाल विवाह एक सामाजिक बुराई है, जो न केवल बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है, बल्कि समाज की प्रगति में भी बाधक है। उन्होंने सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कार्य क्षेत्र में बाल विवाह की रोकथाम के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने, किशोर-किशोरियों व अभिभावकों को समझाए देने सहित समुदाय में बाल विवाह के विरुद्ध सकारात्मक वातावरण तैयार करने के निर्देश दिए। इस दौरान सेक्टर पर्यवेक्षक व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं मौजूद थी।
बाल विवाह की रोकथाम के लिए मांगी मदद
रांची। गैर सरकारी संगठन कर्रा सोसाइटी फॉर रुरल एक्शन ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन से सख्त निगरानी और सतर्कता बरतने का अनुरोध किया है। शादी-विवाह के मौसम को देखते हुए संगठन जिलें में बाल विवाह के खिलाफ मुहिम चला रही है। संगठन ने प्रशासन से कड़ी चौकसी की अपील की है।
बगबुड़ा में भी तुलसी विवाह का आयोजन
बगबुड़ा | अंचल में एकादशी देवउठनी का पर्व अर्थात तुलसी विवाह 1 नवंबर दिन शनिवार को धूमधाम व हर्षो उल्लास के साथ मनाया गया। ग्रामीण अंचल के बगबुड़ा, कोलिहा, कोहरौद, तुरमा कुम्हारी, धाराशिव,खैरा, दतान, तिल्दा, लवन कोरदा सहित अनेकों गांवो में देवउठनी पर्व को लेकर ग्रामवासी विशेष तैयारी में जुट चुके हैं। इस दिन विधिविधान के साथ तुलसी चौरा में गन्ने का मंडप सजाकर उसमें भगवान विष्णु और माता तुलसी की विवाह रचाया जाता है। लोग इस पर्व पर कांदा सिंघाड़ा लड्डू मीठा का प्रसाद के रूप में वितरण किया जाता है। इसके अलावा यादव जाति के लोग देर रात तक गौ माता को सोहई बांधने का रस्म पूरी करते हैं।
बजी श्रद्धा की शहनाई...:गली-गली आरती व मंदिर में मंगलाष्टक, तुलसी विवाह की चौतरफा धूम रही
भास्कर न्यूज | लुधियाना शनिवार का दिन... सुबह की धूप हल्की-सी सुनहरी थी और महावीर नगर स्थित दुर्गा माता मंदिर का आंगन भक्ति और उल्लास से सराबोर। तुलसी माता और शालीग्राम जी के शुभ विवाह की तैयारियां पहले से ही तेज थीं, कहीं मंदिर के बाहर पंडाल सजा रहे थे, तो कहीं रसोई में खीर, पूड़ी और आलू की सब्जी की खुशबू फैल रही थी। हवा में शहनाई की धीमी-सी धुन... और इस सबके बीच चेहरे पर चमक लिए भक्तों के जत्थे जैसे एक दिव्य लोक का निर्माण कर रहे हों। 11 बजे से तैयारियां शुरू हो गईं थीं। सजे-धजे पांडाल के बीच हर ओर उत्साह ही उत्साह। कोई बैंड वालों से तालमेल बिठा रहा था, कोई पालकी की चौखट चढ़ा रहा था। भरपूर धूप के बीच तुलसी विवाह के लिए इंतजाम सिर्फ सजावट नहीं, श्रद्धा का माहौल रच रहे थे। शालीग्राम जी को पालकी में विराजमान कर सजे-धजे घोड़े के साथ विवाह मंडप से बाहर लाया गया। दोपहर 3:15 बजे शाही अंदाज में घुड़चड़ी की रस्म पूरी की गई। मेहमानों के लिए नाश्ते की थालियां थी, जिससे पूरा माहौल एक घराती-पहराती उत्सव की तरह सजीव हो उठा। जैसे ही 4:15 बजे बारात दुर्गा माता मंदिर से निकली। दुग्ध-धवल वस्त्रों में लिपटे शालीग्राम जी पालकी में बैठक कर नगर में भ्रमण किए। घर-घर से महिलाएं दीपक और थाल लेकर बाहर आईं। किसी ने आरती उतारी, किसी ने रुपए से नजर उतारी। पग-पग पर पवित्र आशीषों की बारिश... यही थी वह बारात जिसमें हर कोई शामिल था। तुलसी विवाह मंडप में पहले से ही फूलों की छत्रछाया, नैवेद्य की थालियां और लाल चुनरियां सजी थीं। जैसे ही बारात शाम 7:16 बजे बारात दुर्गा माता मंदिर पहुंची वैसे ही बारात का स्वागत हल्दी-कुंकुम के थालों से उनका अभिषेक हुआ। मंदिर के प्रधान सुभाष सलूजा और कैशियर राकेश सिंगला ने स्वयं तिलक लगाकर अगवानी की। हवन कुण्ड के पास, तुलसी माता को गोद में लिए थीं अनु अग्रवाल। और शालीग्राम जी को थामे थे कृष्ण अग्रवाल। मंत्रोच्चार के बीच दोनों ने सात फेरे पूरे किए, हर फेरा एक वचन, हर वचन एक प्रार्थना। ठीक रात के 8:35 बजे, विवाह सम्पन्न हुआ। विवाह के बाद पूरा प्रांगण छप्पन भोग के साथ भर उठा। खीर, पूड़ी, सब्जी और पेठे की मिठास... सब कुछ आशीर्वाद की तरह परोसा गया। इस दौरान देवेंद्र अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, संजीव अग्रवाल और समस्त छज्जूराम परिवार मौजूद था।
लोकगीत गाए, तुलसी मैया को मेहंदी लगाने की रस्म निभाई, विवाह कल
भास्कर न्यूज | जालंधर कोट किशन चंद स्थित मां अन्नपूर्णा मंदिर में तुलसी आंवला पूजन के मौके पर लगे वार्षिक मेले में शनिवार को श्रद्धालुओं ने लोक गीत गाए। वहीं तुलसी मां को मेहंदी लगाने की भी रस्म अदा की गई। तीन नवंबर को तुलसी विवाह होगा। शनिवार को मंदिर में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा दिखी। मंदिर में विभिन्न भजन मंडलियों ने अपनी हाजिरी लगाई। इस मौके पर प्रधान डॉ. अनिल ज्योति, महासचिव प्रवीण महाजन, विपन उप्पल, राजेश शर्मा, सुदर्शन भार्गव, पं. राकेश शर्मा, अश्विनी हांडा, विपन ज्योति, राघव ज्योति व अन्य मौजूद रहे। मौली बांधती महिला। मंदिर में गौमाता का पूजन करते श्रद्धालु।
देवउठनी एकादशी के अवसर पर शनिवार को रायसेन शहर के मंदिरों और घरों में भगवान शालिग्राम और माता तुलसी का विवाह धूमधाम से संपन्न हुआ। इस आयोजन के साथ ही सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो गई है। विवाह के लिए विशेष मंडप सजाए गए और विधि-विधान से मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया। घरों में लोगों ने अपने आंगन और छतों पर गन्ने के मंडप सजाकर देवताओं को जगाया। इस दौरान बच्चों ने आतिशबाजी की और महिलाओं ने सुंदर रंगोलियां बनाईं। शहर की रामपुर कॉलोनी में तुलसी विवाह को पूर्ण करने के लिए एक घर ने वधू पक्ष की भूमिका निभाई, जबकि दूसरे घर ने भगवान शालिग्राम के लिए वर पक्ष की जिम्मेदारियां पूरी कीं। धूमधाम से बारात निकाली गई, जिसमें शामिल महिलाओं और अन्य लोगों ने उत्साहपूर्वक नृत्य किया। एकादशी तिथि 1 नवंबर को सुबह 9:11 बजे से शुरू होकर 2 नवंबर को सुबह 7:31 बजे तक रही। इस दौरान रवि योग (1 नवंबर सुबह 6:33 बजे से शाम 6:20 बजे तक) और ध्रुव योग (2 नवंबर रात 2:10 बजे तक) का शुभ संयोग बना। पंडितों के अनुसार, इन योगों में किए गए कार्य दीर्घकालिक और मंगलदायक फल देते हैं। देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर और दिसंबर में कुल 17 विवाह मुहूर्त रहेंगे। नवंबर में 2, 3, 5, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25, 30 तारीखें और दिसंबर में 4, 5, 6 तारीखें शुभ मानी गई हैं। इन तिथियों पर पूरे क्षेत्र में शादियों की धूम रहेगी, जिसके चलते टेंट हाउस, डीजे, फोटोग्राफर और बैंड वालों की बुकिंग पहले ही पूरी हो चुकी है। मैरिज गार्डन संचालकों ने बताया कि नवंबर के पहले सप्ताह की लगभग सभी तारीखें बुक हो चुकी हैं। देखिए तस्वीरें...
“उठो देव बैठो देव, अंगुरिया चटकाओ देव...” जैसे भक्ति गीतों की गूंज से शनिवार की शाम जिलेभर का वातावरण भक्तिमय हो उठा। देवउठनी ग्यारस पर्व पर श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु को शयनावस्था से जगाकर पूजा-अर्चना की। मंदिरों और घरों में हवन-पूजन, शंख, झालर और आरती के साथ भगवान विष्णु को नई फसल और पकवानों का भोग लगाया गया। देवउठनी पर्व के साथ ही जिलेभर में तुलसी-शालिग्राम विवाह उत्सव का आयोजन हुआ। मंदिरों, आश्रमों और घरों में भक्तों ने विधि-विधान से तुलसी और शालिग्राम का विवाह संपन्न कराया। इस मौके पर भक्तों ने भगवान विष्णु को रामभाजा और नई फसल के पकवान अर्पित किए। पर्व के चलते बाजारों में भी खूब रौनक रही। नई फसल का गन्ना की पूजा भी की ग ई। गन्ने का मंडप बनाकर चौंक पर भगवान को बैठाया गया। आज के दिन गाने की जबरदस्त मांग होने के कारण ऊंचे भाव में बाजार में बेचा गया जबकि बैंगन, मूली और साग-भाजी की जबरदस्त मांग रही। श्रद्धालुओं ने नई फसल से बने व्यंजनों का भोग लगाकर रंभा झा का वितरण किया। आस्था और परंपरा से ओतप्रोत इस पर्व ने जिलेभर में भक्ति का माहौल बना दिया, हर घर में देवउठनी ग्यारस के भजन और आरती से शाम का हर क्षण दिव्य और श्रद्धामय बन गया।
देवरिया में शहर के दीनदयाल उपाध्याय पार्क में इस वर्ष भी परंपरागत तुलसी विवाह का भव्य आयोजन बड़े ही श्रद्धा, उल्लास और भक्ति भाव के साथ संपन्न हुआ। इस मौके पर महिलाओं, बच्चों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पूरा पार्क परिसर भक्ति गीतों, शंखध्वनि और “जय तुलसी माता” के नारों से गूंज उठा। सैकड़ों लोगों ने भाग लेकर इस परंपरा को जीवंत बना दिया। तुलसी विवाह समारोह के लिए आयोजकों ने पूरे पार्क को रंग-बिरंगी झालरों, फूलों की मालाओं और दीपों से सजाया था। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच तुलसी माता और भगवान शालिग्राम की प्रतिमाओं का विवाह पारंपरिक रीति से संपन्न कराया गया। कार्यक्रम की शोभा तब और बढ़ गई जब देवरिया की जिलाधिकारी दिव्या मित्तल स्वयं समारोह में पहुंचीं। उनके आगमन पर महिलाओं ने घोड़े-बाजे और नगाड़ों की थाप पर पारंपरिक नृत्य कर उनका स्वागत किया। महिलाओं ने आरती उतारी और पुष्पवर्षा कर डीएम का अभिनंदन किया। शालिग्राम की निकली बारात विवाह से पूर्व भगवान शालिग्राम की भव्य बारात निकाली गई। दुल्हे के रथ पर शालिग्राम भगवान सवार थे, जो नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए पार्क पहुंचे। बारात में शामिल श्रद्धालु भक्ति गीत गाते हुए नाचते-गाते आगे बढ़े। पार्क पहुंचने पर विवाह की विधियां देर शाम शुरू हुईं। डीएम दिव्या मित्तल ने तुलसी माता को चुनरी ओढ़ाकर पूजन किया और भगवान शालिग्राम के विवाह संस्कार में भाग लिया। उन्होंने कहा कि तुलसी विवाह केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि नैतिकता, मर्यादा और समर्पण का प्रतीक है। यह पर्व समाज में प्रेम, शांति और आस्था का संदेश देता है। महिलाओं ने किया नृत्य, बच्चों ने सजाए रूप तुलसी विवाह के अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक परिधान पहनकर घोड़े-बाजे और नगाड़ों की ताल पर भक्ति नृत्य किया। “हरि संग तुलसी का ब्याह” और “शुभ लगन आए तुलसी विवाह का” जैसे गीतों ने पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। बच्चों ने देवी-देवताओं की वेशभूषा धारण कर सबका ध्यान आकर्षित किया। भगवान विष्णु, लक्ष्मी, तुलसी और जालंधर के रूप में सजे बालक-बालिकाओं ने विवाह मंडप की परिक्रमा की, जिससे पूरा दृश्य जीवंत धार्मिक नाट्य का आभास देता रहा। पौराणिक कथा और महत्व तुलसी विवाह का धार्मिक और पौराणिक महत्व अत्यंत गहरा है। शास्त्रों के अनुसार, देवउठनी एकादशी (प्रभोधिनी एकादशी) के दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं, और इसी दिन तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। यह विवाह भगवान विष्णु (शालिग्राम रूप) और माता तुलसी (वृंदा) के पवित्र मिलन का प्रतीक है। पौराणिक कथा के अनुसार, वृंदा (तुलसी) एक पतिव्रता स्त्री थीं जिनके पति जालंधर राक्षसों में अत्यंत शक्तिशाली थे। जालंधर के अहंकार से तीनों लोक विचलित हो उठे। तब भगवान विष्णु ने जालंधर का रूप धारण कर वृंदा का सतीत्व भंग किया। सत्य का ज्ञान होने पर वृंदा ने विष्णु को श्राप दिया कि वे पत्थर के रूप में पूजे जाएंगे। वृंदा ने अग्नि में आत्मदाह किया, और उनके भस्म से तुलसी का पौधा उत्पन्न हुआ।श्राप के प्रभाव से भगवान विष्णु शालिग्राम रूप में प्रकट हुए और वचन दिया कि वे सदा तुलसी के साथ पूजे जाएंगे। तभी से देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाता है। भक्ति और प्रसाद से गूंजा परिसर पूरे आयोजन के दौरान महिलाएं घंटी और थाली बजाकर “जय तुलसी माता” और “हरि बोल” के नारे लगाती रहीं। विवाह संपन्न होने के बाद भंडारे और प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया और धार्मिक वातावरण का आनंद लिया। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि यह कार्यक्रम हर वर्ष दीनदयाल पार्क में आयोजित किया जाता है और अब यह देवरिया की सांस्कृतिक पहचान बन गया है। इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिनमें महिलाएं और बच्चे विशेष रूप से शामिल रहे। डीएम ने सराहा आयोजन कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आयोजन समिति की सराहना की। उन्होंने कहा कि तुलसी विवाह केवल पूजा का नहीं, बल्कि समाज में एकता, त्याग और मर्यादा का संदेश देने वाला पर्व है। ऐसे आयोजन समाज में सौहार्द और धार्मिक चेतना बढ़ाने का कार्य करते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी परंपराओं को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं ताकि भारतीय संस्कृति की जड़ें मजबूत बनी रहें। आस्था और उत्सव का संगम कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर तुलसी माता के समक्ष प्रणाम किया और सुख-समृद्धि की कामना की। देर रात तक दीनदयाल पार्क में भक्ति संगीत और आरती की गूंज बनी रही। तुलसी विवाह का यह आयोजन आस्था, भक्ति और उत्सव का अद्भुत संगम बनकर देवरिया की धार्मिक परंपरा को नई ऊंचाई पर ले गया। श्रद्धालुओं के चेहरों पर भक्ति का प्रकाश और वातावरण में गूंजती आरतियां इस बात का प्रमाण थीं कि तुलसी विवाह केवल पूजा नहीं, बल्कि देवरिया की सांस्कृतिक आत्मा का उत्सव बन चुका है।
रामानुजगंज में देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह का पर्व हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर घरों में दीप जलाए गए और पूरे नगर में सुबह से ही भक्तिमय वातावरण रहा। नगर के प्रमुख पुजारी नंदू पांडे ने देवउठनी एकादशी का महत्व बताते हुए कहा कि इस दिन भगवान विष्णु चार माह की योगनिद्रा से जागते हैं, जिसके साथ ही सभी मांगलिक कार्य पुनः शुरू हो जाते हैं। तुलसी विवाह को भगवान विष्णु और माता तुलसी के पवित्र मिलन का प्रतीक माना जाता है। पर्व को लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखा गया। सुबह से ही नगर के गांधी चौक में फूल, गन्ना और पूजन सामग्री की दुकानों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। बाजार सुबह पांच बजे से ही गुलजार हो गया था, जहाँ महिलाएं और युवतियां उत्साहपूर्वक पूजा की सामग्री खरीदती दिखीं। भक्तों ने विधि-विधान से तुलसी विवाह की पूजा-अर्चना की शाम होते ही घरों में सुंदर रंगोलियां सजाई गईं और दीयों की रोशनी से पूरा नगर जगमगा उठा। बच्चों ने आतिशबाजी कर त्योहार की रौनक बढ़ाई। मंदिरों और घरों में भक्तों ने विधि-विधान से देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह की पूजा-अर्चना की। भजन-कीर्तन और धार्मिक गीतों की गूंज में डूबा रामानुजगंज इस दौरान भक्तों ने भगवान विष्णु और तुलसी माता का विवाह परंपरागत रीति से संपन्न कराया और एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। नगर के विभिन्न मोहल्लों में सामूहिक पूजा और भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। तुलसी विवाह के अवसर पर धार्मिक गीतों की गूंज से पूरा नगर भक्तिमय वातावरण में डूब गया। इस पर्व ने नगरवासियों के बीच आपसी सद्भाव और धार्मिक आस्था का अद्भुत संदेश दिया, जिससे पूरा रामानुजगंज भक्ति और उत्सव के रंग में रंग गया।
करौली में माली सैनी कुशवाहा समाज के सातवें सामूहिक विवाह सम्मेलन का शनिवार को भव्य शुभारंभ हुआ। यह दो दिवसीय सम्मेलन महात्मा ज्योतिबा फुले विकास संस्थान, करौली द्वारा आयोजित किया गया है, जिसमें 22 जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे। मुख्य विवाह समारोह देवउठनी एकादशी, 2 नवंबर (रविवार) को संपन्न होगा। कार्यक्रम की शुरुआत सेलोंकर हनुमान मंदिर से निकली विशाल कलश यात्रा और गणेश स्थापना के साथ हुई। महिलाएं सिर पर मंगल कलश लिए भजन-कीर्तन करती हुई आगे बढ़ीं, जबकि युवा वर्ग नाचते-गाते यात्रा में शामिल हुआ। यह यात्रा मेडिकल कॉलेज और पुलिस लाइन मार्ग से होते हुए संस्थान परिसर पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गणेश स्थापना की गई। इस अवसर पर समाज के पंच-पटेल, पदाधिकारी, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में मौजूद रहे। मुख्य कलश की बोली श्रीमती मिथलेश देवी (पत्नी बनेसिंह, बड़वाला तालाब, अहमदाबाद) ने लगाई और उन्होंने ही यात्रा का नेतृत्व किया। संस्थान सचिव रामगोपाल माली ने बताया कि इस वर्ष कुल 22 जोड़े विवाह करेंगे, जिनमें से आठ जोड़े विधवा महिलाओं की बेटियां हैं। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य सामाजिक एकता को मजबूत करना, सादगीपूर्ण विवाह की परंपरा को प्रोत्साहित करना और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। मुख्य विवाह समारोह रविवार सुबह आयोजित होगा, जिसमें समाज के विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधि और अतिथि शामिल होंगे।
सीहोर कलेक्टर ने बाल विवाह रोकने के आदेश दिए:देव उठनी ग्यारस पर कंट्रोल रूम और उड़न दस्ते सक्रिय
देव उठनी ग्यारस पर जिले में बाल विवाह की आशंका को देखते हुए कलेक्टर बालागुरू के. ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। 1 नवंबर को होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रमों में नाबालिग वर-वधु का विवाह किसी भी हाल में नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने उड़न दस्ता दल गठित कर कंट्रोल रूम भी सक्रिय कर दिया है। कलेक्टर के आदेशों के मुताबिक सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ मैदान में रहकर निगरानी करने को कहा गया है। बाल विवाह की सूचना मिलते ही अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि बाल विवाह करवाने, बढ़ावा देने या उसमें शामिल होने वालों जैसे बाराती, विवाह स्थल संचालक, टेंट हाउस, केटरर, पंडित या मौलवी के खिलाफ बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत वैधानिक कार्रवाई होगी। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि किसी भी विवाह में वर की आयु 21 वर्ष से कम और वधु की 18 वर्ष से कम पाए जाने पर शादी तुरंत रोक दी जाए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि कहीं बाल विवाह की जानकारी मिले तो महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला वन स्टॉप सेंटर के कंट्रोल रूम नंबर पर तुरंत सूचना दें।
हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में श्री शक्ति प्रजापति समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में आज मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा पहुंचेंगे। उनके साथ उत्तर प्रदेश सरकार में होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा विभाग मंत्री धर्मवीर प्रजापति भी शिरकत करेंगे। इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में प्रजापति समाज के करीब 16 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न करवाया जाएगा। दोनों मंत्री कार्यक्रम में पहुंचकर वर वधु को आशीर्वाद देंगे। समिति द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियां पूरी कर ली गई है। सीताराम की बगीची में होगा कार्यक्रम भारतीय प्रजापति हीरोज आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय सचिव ओमकरण प्रजापति ने बताया कि आज आयोजित किए जाने वाले प्रजापति समाज के युवाओं एवं युवतियों के सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। तैयारियों को पूर्ण करने के बाद समाज के प्रतिनिधियों ने बैठक कर सभी को जिम्मेदारी सौंप दी है। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से समिति द्वारा निरंतर प्रजापति समाज के युवाओं एवं युवतियों के सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जाता रहा है। प्रदेश के कई राजनेता करेंगे शिरकत उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समाज के लिए हर्ष की बात यह है कि कार्यक्रम में प्रदेश के लोग निर्माण मंत्री रणवीर सिंह गंगवा और उत्तर प्रदेश सरकार में होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा विभाग मंत्री धर्मवीर प्रजापति सहित हरियाणा प्रदेश, राजस्थान और अन्य प्रदेशों से कई राजनेता और समाजसेवी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और वर वधु को अपना आशीर्वाद देंगे। हर बार की तरह इस बार भी श्री सीताराम की बगीची में विवाह सम्मेलन का आयोजन करवाया जा रहा है।
बाल- विवाह की रोकथाम के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई
राजगढ़|जिले में बाल विवाह की कुप्रथा पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने व्यापक कानूनी कार्ययोजना तैयार की है। देवउठनी ग्यारस से शुरू होने वाले वैवाहिक सीजन में बाल विवाह की रोकथाम को लेकर शुक्रवार को जिला न्यायालय परिसर स्थित एडीआर सेंटर भवन में कार्यशाला आयोजित की गई। ये आयोजन प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में हुआ। मुख्य अतिथि न्यायिक मजिस्ट्रेट सह सचिव देव दत्त रहे। बताया गया कि आम लोग यदि बाल विवाह की सूचना देना चाहें तो वे टोल फ्री नंबर-15100 पर कॉल करके दे सकते हैं। नाम गोपनीय रखा जाएगा। कार्यशाला में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला परियोजना अधिकारी श्याम बाबू खरे, रश्मि चौहान, विक्रम सिंह ठाकुर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड और स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य उपस्थित रहे। देव दत्त ने बताया कि विगत वर्ष प्राधिकरण ने 45 बाल विवाह रुकवाए थे। इस साल दोगुनी सक्रियता और कानूनी कसावट के साथ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बाल प्रतिषेध अधिनियम, 2006 के तहत सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
पांचाल महासभा; विवाह सम्मेलन आज, 15 जोड़े बंधेंगे परिणय सूत्र में
जयपुर | पांचाल महासभा राजस्थान प्रदेश की ओर से शनिवार को मां श्री त्रिपुरा सुंदरी मंदिर धाम जटवाड़ा जयपुर में निशुल्क आदर्श सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होगा। सम्मेलन संस्थापक एमसी पांचाल ने बताया कि सम्मेलन में प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के 15 जोड़े परिणय सूत्र मे बंधेंगे। नामदेव छीपा समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन शनिवार को देव उठनी एकादशी पर नामदेव छीपा समाज मिथिलाशरण सत्संग भवन सांगानेर में आयोजित होगा। श्री नामदेव छीपा समाज सेवा समिति सांगानेर के तत्वावधान में यह आयोजन होगा। समिति के सचिव राधावल्लभ सोपरा ने बताया कि इस दिन 21 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। शुक्रवार को कलश यात्रा निकाली गई । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राधेश्याम बैराठी, अध्यक्षता कुंजबिहारी तोणगरिया एवं विशिष्ट अतिथि रामरतन धनोपिया, नवल भगत रहे। शाम को विठ्ठल नामदेवजी मंदिर नामदेव चौक सांगानेर में महिला संगीत कार्यक्रम हुआ।
तुलसी विवाह समारोह कल, शोभायात्रा चारभुजा मंदिर से निकलेगी, भक्तों ने शुरू की तैयारियां
उदयपुर| ॐ श्री मार्कंडेय आध्यात्मिक ट्रस्ट के तत्वावधान में तुलसी विवाह का आयोजन 2 नवंबर को किया जाएगा। ट्रस्ट के भक्तों ने आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत 1 नवंबर को माताएं तुलसी जी और ठाकुर शालीग्राम जी को मेहंदी लगाएंगी। अगले दिन 2 नवंबर को सुबह 8 बजे कालका माता मंदिर, चांदपोल प्रांगण में भक्त एकत्र होंगे, जहां विवाह की लग्न पत्रिका लिखी जाएगी।
आज जागेंगे श्रीहरि, चार महीने बाद फिर बजेगी शहनाई, तुलसी विवाह मनोरथ होंगे
उदयपुर | अक्षय नवमी पर घसियार स्थित प्राचीन श्रीनाथजी मंदिर में शुक्रवार को गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। दोपहर में ठाकुरजी को निज मंदिर से लाकर गोवर्धन पूजा चौक में विराजित किया गया, जहां हीड़ गायन और गौ क्रीड़ा के बाद ठाकुरजी के समक्ष नंदवंशी गोमाता से गोवर्धन कुचलवाने की परंपरा निभाई गई। आयोजन को देखने और ठाकुरजी के दर्शन करने के लिए उदयपुर सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। इस अवसर पर मंदिर परिसर में गोवर्धन पर्वत की स्थापना की गई और मुखिया ने विधिवत पूजा-अर्चना संपन्न की। सेवादारों ने परंपरा अनुसार ग्वालबालों को फेंटा और दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया। देर शाम युवाचार्य गोस्वामी विशाल बावा और अधिराज बावा भी घसियार पहुंचे। ठाकुरजी को अन्नकूट का भोग धराया और आरती उतारी। इसके बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया। इस अवसर पर गोगुंदा, ईसवाल, कड़िया, लोसिंग, बडगांव, कविता और उदयपुर सहित कई गांवों के श्रद्धालु उपस्थित रहे। तुलसी विवाह समारोह कल, शोभायात्रा चारभुजा मंदिर से निकलेगी, भक्तों ने शुरू की तैयारियां उदयपुर | ॐ श्री मार्कंडेय आध्यात्मिक ट्रस्ट के तत्वावधान में तुलसी विवाह का आयोजन 2 नवंबर को किया जाएगा। ट्रस्ट के भक्तों ने आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत 1 नवंबर को माताएं तुलसी जी और ठाकुर शालीग्राम जी को मेहंदी लगाएंगी। अगले दिन 2 नवंबर को सुबह 8 बजे कालका माता मंदिर, चांदपोल प्रांगण में भक्त एकत्र होंगे, जहां विवाह की लग्न पत्रिका लिखी जाएगी। सुबह 8:30 बजे गणपति स्थापना, 9:30 बजे हल्दी समारोह और 11:15 बजे ठाकुर जी की बारात खोड़ी आमली स्थित चारभुजा मंदिर से रवाना होगी। भक्तगण नाचते-गाते गाजे-बाजे के साथ कालका माता मंदिर प्रांगण तक शोभायात्रा निकालेंगे। अभिजीत मुहूर्त 12:15 बजे तोरण-दस्तूर और 12:30 बजे पाणिग्रहण संस्कार संपन्न होगा। सभी रस्में भक्तगण पूरे विधि-विधान और श्रद्धा से करेंगे। नीलकंठ शिव मंदिर में खाटूश्याम जन्मोत्सव आज फतहसागर-यूडीए मार्ग स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में खाटू श्याम बाबा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस मौके पर बाबा का विशेष फूलों से शृंगार किया जाएगा। शाम 5 बजे से छप्पन भोग धराया जाएगा। विशेष नैवेद्य में चूरमा और मावा के पेड़े शामिल होंगे। सात बजे से एक शाम खाटू श्याम बाबा के नाम शुरू होगी, जिसमें स्थानीय गायक भक्ति रस बराएंगे। रात 9 बजे मिल्क केक काटकर बाबा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इसके बाद रात 9:30 बजे 1100 दीयों से महाआरती की जाएगी। देवउठनी एकादशी शनिवार को मनाई जाएगी। मान्यता के अनुसार चार महीने से क्षीर सागर में योग निद्रा ले रहे भगवान श्रीहरि का जागरण होगा। लोक में इसे देवों का जागना भी कहा गया है। इसके साथ ही सावे भी शुरू हो जाएंगे। परंपरा के अनुसार इस दिन मंदिरों में छोटी दिवाली मनाई जाएगी। तुलसी विवाह मनोरथ होंगे। घरों में भी दीपमालाएं सजाई जाएंगी। फतहसागर झील किनारे रानी रोड स्थित महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और 108 दीपों से महाआरती की जाएगी। इधर, जगदीश मंदिर में तुलसी विवाह और देव-दीपावली के कार्यक्रम होंगे। मंदिर में विशेष सजावट होगी। मंदिर में शीत ऋतु की शुरुआत मानी जाएगी। ठाकुरजी की भोग-नैवेद्य सेवा बदल जाएगी। अब भोग में केसर दूध, सागर, सोंठ के लड्डू धराए जाएंगे। मंदिर में सुबह 5:30 बजे पंचामृत स्नान के साथ आयोजनों की शुरुआत हो जाएगी। भगवान जगन्नाथ स्वामी को दूल्हे का वेश धारण कराया जाएगा। बता दें, गत 6 जुलाई को देवशयन हुआ था। इसके साथ ही विवाह कार्य बंद हो गए थे। घसियार के श्रीजी मंदिर में गोवर्धन पूजा व अन्नकूट संपन्न, विशाल बावा भी आए
तुलसी विवाह के संबंध में निकाली गई जागो
अमृतसर सिटी| श्री वैष्णो देवी मंदिर जौड़ा फाटक दशमेश नगर में परम पूज्य ब्रह्मा ज्योति श्री जनक रानी जी महाराज की अगुवाई में संगत द्वारा तुलसी विवाह के संबंध में जागो निकाली। जागो दशमेश नगर कृष्णा नगर व अन्य कई इलाकों से निकाली गई। आज शगुन और कल को बारात निकलेगी फिर तुलसी विवाह होगा।
लुधियाना|शहर में तुलसी माता और भगवान शालिग्राम जी के विवाह की तैयारियां श्रद्धा और उल्लास के साथ चल रही हैं। इसको लेकर विवाह से पूर्व की रस्मों के तहत शनिवार को शहर के मंदिरों में मेहंदी समारोह का आयोजन किया जा रहा है। राधा-कृष्ण मंदिर, नैना देवी मंदिर समेत हंबड़ां रोड स्थित अग्रसेन धाम में धांधरा रोड स्थित ग्रैंड एन्क्लेव में मेहंदी समारोह का आयोजन किया जाएगा। धाम के प्रधान ने बताया कि तुलसी–शालिग्राम विवाह का विशेष धार्मिक महत्व है। इस रस्म के आयोजन से घर और समाज में सुख, शांति व समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आयोजक मंडल ने सभी श्रद्धालुओं से इस पावन अवसर पर भाग लेने का आग्रह किया है।
मुजफ्फरनगर के नवीन मंडी परिसर में आयोजित तीन दिवसीय कृषि मेले का समापन हुआ। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री एस.पी. सिंह बघेल मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान, कृषि विशेषज्ञ और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री बघेल ने किसानों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार की कृषि कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नवीनतम तकनीकी उपायों पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने किसानों की स्थिति सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।इनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि यंत्रीकरण सब्सिडी और मिशन ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट जैसी योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने किसानों से वैज्ञानिक खेती, फसल विविधीकरण, ड्रिप सिंचाई, जैविक खाद और डिजिटल कृषि ऐप्स का उपयोग करने की अपील की।मंत्री ने आश्वासन दिया कि इन उपायों से किसानों की आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कृषि उपकरण प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने स्टॉलों पर प्रदर्शित नवीन मशीनरी जैसे ट्रैक्टर, ड्रोन स्प्रेयर और सोलर पंप देखे और किसानों से सीधा संवाद किया। उन्होंने युवा किसानों को स्टार्टअप और एग्री-टेक इनोवेशन अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह मेला किसानों को आधुनिक तकनीक, बीज, खाद और बाजार लिंकेज से जोड़ने का एक सफल माध्यम बना। मीडिया से बातचीत में मंत्री बघेल ने बिहार विधानसभा चुनाव पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बिहार में जनता का विश्वास एनडीए पर है, इसलिए वहां मजबूत सरकार बनेगी। ममता कुलकर्णी के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा, “ममता कुलकर्णी को किसी ने महामंडलेश्वर घोषित कर दिया, लेकिन उनके असामाजिक तत्वों से पुराने संबंध जगजाहिर हैं। ऐसे लोगों के बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। दाऊद इब्राहिम मुंबई बम धमाकों का आरोपी और भारत विरोधी अपराधी है। उसके समर्थन में कोई बयान दे, सच्चाई नहीं बदलती। देश ऐसे व्यक्तियों को कोई महत्व नहीं देता।”कार्यक्रम के अंत में मंत्री ने किसानों को आधुनिक खेती अपनाने का आह्वान किया और मेले को सफल बताते हुए आयोजकों की सराहना की।
बुंदेलखंड की आध्यात्मिक नगरी ओरछा में तीन दिवसीय श्री राम-जानकी विवाह महोत्सव की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। यह आयोजन 23 से 25 नवंबर तक होगा। शुक्रवार को जिला कलेक्टर जमुना भिंडे ने प्रशासनिक अधिकारियों और नगर के गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक की, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव की मंशा के अनुरूप महोत्सव को भव्य स्वरूप देने पर चर्चा हुई। बैठक में विवाह महोत्सव की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की गई। 23 नवंबर को गणेश पूजन के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। 24 नवंबर को मंडप पूजन और रामराजा धर्मशाला में बुंदेली व्यंजनों की विशाल पंगत का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव का मुख्य आकर्षण 25 नवंबर की शाम 7 बजे श्री रामराजा सरकार की भव्य बारात होगी। यह बारात मंदिर से नगर भ्रमण के लिए प्रस्थान करेगी। इस दौरान दूल्हा सरकार को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा। कलेक्टर जमुना भिंडे ने बताया कि मुख्यमंत्री मोहन यादव चाहते हैं कि यह महोत्सव ओरछा की पहचान बने और भक्ति, संस्कृति तथा अनुशासन का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई, भंडारे के संचालन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सहित सभी व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। बारात का आयोजन 25 नवंबर की शाम जब दूल्हा सरकार पालकी में विराजमान होकर मंदिर से निकलेंगे, तो पुलिस जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। बारात नगर के पारंपरिक मार्गों से गुजरेगी, जिसमें शामिल होंगे। एक सैकड़ा घोड़े, पारंपरिक पंखा, मशाल, छड़ी और धार्मिक झांझर-नगाड़े। यात्रा की शोभा बढ़ाएंगे। नगर के द्वार-द्वार श्रद्धालु टीका कर स्वागत करेंगे। सुरक्षा और व्यवस्थाएं एसपी डॉ. राय सिंह नरवरिया ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। बारात मार्ग पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा और मंदिर प्रांगण में भीड़ नियंत्रण की समुचित व्यवस्था की जाएगी। सफाई, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस और डॉक्टरी टीम घाटों पर सफाई व तैराकों की नियुक्ति की गई है। पिछले वर्ष तत्कालीन कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और भव्य स्वरूप दिया था। इसीलिए इस बार लोगों की उम्मीदें और भी बढ़ी हैं। नगरवासी चाहते हैं कि इस बार भी रामराजा सरकार का विवाह दिव्यता और भव्यता के साथ ऐसा रचा जाए कि पूरी दुनिया में ओरछा का नाम गूंजे।
मां अवंतिका देवी मंदिर का हुआ जीर्णोद्धार:महाभारत कालीन मंदिर श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह का साक्षी
बुलंदशहर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित पौराणिक मां अवंतिका देवी मंदिर का प्रशासनिक पहल पर करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार किया गया है। पर्यटन विभाग और जिला पंचायत के संयुक्त प्रयासों से इस मंदिर को नए स्वरूप में संवारा गया है। आधुनिक तकनीक के प्रयोग से मंदिर को भव्य रूप दिया गया है। रात के समय इसकी जगमगाती सुंदरता श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है। महाभारत काल से जुड़ा यह मंदिर धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि मां रुक्मिणी यहां प्रतिदिन गंगा स्नान के बाद मां अवंतिका देवी की पूजा करती थीं। कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने रुक्मिणी का हरण इसी स्थल से किया था, जब कुंदनपुर (वर्तमान आहार) के राजा भीष्मक का पुत्र रुक्म अपने मित्र शिशुपाल से रुक्मिणी का विवाह कराना चाहता था। इसके बाद हुए भीषण युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण ने रुक्म और शिशुपाल को परास्त किया था। यही वह स्थान है जहां भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी का विवाह संपन्न हुआ था। आज भी आसपास के गांवों के नाम उस विवाह की रस्मों से जुड़े हुए हैं, जो इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं। मां अवंतिका देवी मंदिर को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रशासन ने आहार रोड से मंदिर तक करीब 6 किमी की सीसी रोड और डाबर रोड का निर्माण कराया है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को पहुंचने में सुविधा हो रही है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मंदिर परिसर में लाइटिंग, पार्किंग, जल सुविधा और हरियाली व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जा रहा है। इसके साथ ही यहां धार्मिक मेलों और सांस्कृतिक आयोजनों को भी बढ़ावा देने की योजना है। इस पहल से उम्मीद है कि बुलंदशहर का यह पौराणिक मंदिर अब धार्मिक आस्था के साथ-साथ पर्यटन का भी प्रमुख केंद्र बनेगा।
तुलसी विवाह पर प्रभात फेरी निकाली
लुधियाना| बीआरएस नगर में रविवार को श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर समिति की ओर से तुलसी विवाह के उपलक्ष्य में प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी का शुभ आगमन विवेक मारवाहा और पूजा मारवाहा के निवास स्थान पर हुआ। इस दौरान श्रद्धालुओं ने हरि नाम संकीर्तन करते हुए भजन-कीर्तन गाए और वातावरण को भक्तिमय बना दिया। तुलसी विवाह के अवसर पर मंदिर समिति के पदाधिकारियों और स्थानीय श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
काशी विश्वनाथ धाम में नौ दिवसीय यज्ञो वै विष्णु महायज्ञ हो रहा है। इसमें देशभर के वैदिक आचार्य पहुंचे हुए हैं। इस बार पहली बार काशी में भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी और देवी पद्मावती अलीमेलुमंगा का विवाह उत्सव होगा। यह आयोजन श्री तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के तत्वावधान में हो रहा है। दक्षिण भारत में इसे श्रीनिवास कल्याण उत्सव के नाम से जाना जाता है। विवाह उत्सव में दक्षिण भारत से वैदिक आचार्य, भक्तगण और संगीत मंडलियां पहुंची हैं। जो पारंपरिक रीति से भगवान वेंकटेश्वर और पद्मावती का विवाह संस्कार संपन्न कराएंगे। पाराशर वैदिक आगम वेद शास्त्र परिषद कर रहा कार्यक्रमआचार्य पंडित जगन्नाथ शास्त्री ने बताया कि यह आयोजन श्री पाराशर वैदिक आगम वेद शास्त्र परिषद (आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना) की ओर से हो रहा है। परिषद की ओर से कई विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। जिनमें आदित्य वैभव, भारतीय ऋषि वैभव और तेलुगु वैभव प्रमुख हैं। आदित्य वैभव कार्यक्रम भगवान सूर्य को समर्पित है। जिसमें सूर्य उपासना की प्राचीन वैदिक विधियों का प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं भारतीय ऋषि वैभव के अंतर्गत प्राचीन भारतीय ऋषियों- विश्वामित्र, वशिष्ठ, अगस्त्य, भृगु आदि की स्मृति में विशेष अनुष्ठान और वैदिक पाठ हो रहे हैं। इसके साथ ही तेलुगु वैभव कार्यक्रम में तेलुगु भाषा, साहित्य और कला के महत्व पर विद्वानों द्वारा विचार-विमर्श किया जाएगा। जिससे भारत की विविध सांस्कृतिक परंपराओं के बीच संवाद और एकता का संदेश दिया जा सके। काशी विश्वनाथ परिसर में पहली बार 1 लाख बिल्व फल से वैदिक यज्ञ हुआ इस नौ दिवसीय आयोजन की एक और विशेषता यह है कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के परिसर में पहली बार एक लाख बिल्व फल से वैदिक यज्ञ संपन्न हो रहा है। बिल्व पत्र और बिल्व फल भगवान शिव को अत्यंत प्रिय माने जाते हैं। इस यज्ञ का उद्देश्य विश्व शांति, पर्यावरण संतुलन और मानव कल्याण के लिए सामूहिक प्रार्थना करना है। यज्ञ के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार से पूरे परिसर में दिव्यता और पवित्रता का वातावरण है। जानिए श्री वेंकटेश्वर-पद्मावती विवाह के पीछे की कहानी भगवान वेंकटेश्वर के साथ देवी पद्मावती के विवाह की कथा तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर की उत्पत्ति से गहराई से जुड़ी हुई है। भगवान विष्णु के प्रति भृगु ऋषि द्वारा किए गए अपमान को सहन न कर पाने के कारण देवी लक्ष्मी वैकुंठ छोड़कर चली गईं। उन्होंने पृथ्वी पर तोंडईमंडलम के राजा अक्षरराज की पुत्री पद्मावती के रूप में जन्म लिया। पद्मावती एक सुंदर और प्रतिभाशाली बालिका के रूप में बड़ी हुई। अपनी सखियों के साथ तिरुपति के जंगलों में खेलते समय, उसने एक युवक को घोड़े पर सवार देखा। पूछताछ करने पर, उसने खुद को वसुदेव और देवकी का पुत्र कृष्ण बताया। वह युवक स्वयं भगवान विष्णु थे। उसे एहसास हुआ कि वह युवती देवी लक्ष्मी है और वह प्रेम-प्रसंग से उसके पास आया। हालांकि, इससे पद्मावती नाराज़ हो गई। वह युवक तिरुमाला की पहाड़ियों में अपने निवास पर चला गया और पद्मावती की लालसा करने लगा। पृथ्वी पर तिरुपति बालाजी की माता, वकुलमालिका, जानती थीं कि उनका पुत्र कोई और नहीं, बल्कि स्वयं भगवान विष्णु हैं। उन्होंने राजा से मिलने का निश्चय किया और रास्ते में पद्मावती की सहेलियों से मिलीं और उनसे उन्हें पता चला कि राजकुमारी वेंकटेश्वर से अगाध प्रेम करती है। इसके बाद वकुलमालिका पद्मावती के पिता अक्षरराज से मिली और उन्हें स्थिति तथा अपने पुत्र की वास्तविक पहचान से अवगत कराया। राजा और रानी इस सौभाग्यशाली घटनाक्रम से बहुत खुश हुए। पद्मावती और वेंकटेश्वर का विवाह बड़े ही भव्य ढंग से मनाया गया। ब्रह्मा, शिव और अन्य देवताओं ने इस उत्सव में भाग लिया। राजा ने दूल्हे को नागमणि की एक जोड़ी भेंट की, जो आज भी देवता धारण करते हैं। सोने के आभूषण से हुआ भगवान बालाजी, माता पद्मावती (लक्ष्मी) का श्रृंगार भगवान बालाजी का विवाह माता पद्मावती के साथ दक्षिण भारतीय रीति-रिवाज के साथ कराया गया। विवाह से पहले भगवान बालाजी, माता पद्मावती (लक्ष्मी) की मूर्तियों को सोना-चांदी के आभूषण रेशमी वस्त्रों से श्रृंगार किया गया था। तिरुपति से आए पंडितों ने दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार पूरे विधि-विधान से वैदिक मंत्रोच्चारण कर भगवान बालाजी का विवाह संपन्न करवाया। इस दौरान पूरा मंदिर दक्षिण भारतीय गाजे-बाजे की धुन से गुंजायमान रहा। इस आयोजन में दक्षिणी भारतीय भक्तों के साथ विदेश के भी कुछ NRI परिवार के साथ शामिल हुए हैं।
Tulsi Vivah ke achuk upay: तुलसी विवाह के अचूक उपाय: सुख, समृद्धि और विवाह बाधा मुक्ति के लिए
Tulsi Vivah 2025: तुलसी विवाह का पर्व कार्तिक मास की एकादशी से पूर्णिमा के बीच मनाया जाता है, जो भगवान विष्णु (शालिग्राम) और माँ तुलसी के मिलन का प्रतीक है। इस दिन किए गए कुछ विशेष उपाय आपके जीवन में स्वास्थ्य, धन और सुख-शांति ला सकते हैं।
Devuthani Ekadashi 2025: देव उठनी एकादशी पूजा और तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त
Tulsi Vivah Muhurat 2025: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रबोधिनी एकादशी को देव उठनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु को जगाकर उनकी पूजा करते हैं और शाम को प्रदोषकाल में उनके विग्रह रूप का तुलसी जी के साथ विवाह करवाते हैं। इस बार देव ...
Karva Chauth 2025: रिश्ते में उतर आएगी चांदनी की चमक, करवा चौथ पर शेअर करें ये प्यार भरी शुभकामनाएं
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राजेश खन्ना, अमिताभ और रेखा से रिश्ते तक, मौसमी चटर्जी ने फिल्म इंडस्ट्री के अंदरूनी राज खोले
एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन और रेखा संग अपने रिश्तों पर खुलकर बात की। उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री की राजनीति और अपने शुरुआती दिनों के अनुभवों को साझा किया। मौसमी ने बताया कि कैसे उन्होंने अपनी शर्तों पर ...
श्रुति हासन ने तोड़ी चुप्पी: मुझे इंडस्ट्री में अपशकुन मानते थे, हर रिश्ते में खुद को खो दिया
Filmfare के शो In The Ring में श्रुति हासन ने करियर के शुरुआती संघर्ष, रिश्तों की नाकामियाँ, मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे और अपने माता-पिता से जुड़े अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कैसे 'अनलकी' टैग लगा, रिश्तों में खुद को खोया और कैसे उन्होंने मानसिक ...
श्वेता तिवारी की बेटी पलक तिवारी फिल्मों से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहती हैं। पलक तिवारी का नाम बीते काफी समय से इब्राहिम अली खान संग जुड़ रहा है। दोनों अक्सर साथ में स्पॉट होते रहते हैं। हालांकि दोनों ने कभी भी अपने रिश्तेको लेकर ...
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इब्राहिम अली खान ने अपना पहला इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने नेपोटिज़्म, अपनी डेब्यू फिल्म 'नादानियां', सोशल मीडिया ट्रोलिंग और पलक तिवारी के साथ रिश्ते पर खुलकर बात की। उन्होंने खुद को Nobody कहकर स्टारडम को लेकर अपनी सोच साफ की।
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बॉलीवुड के मेगास्टार सलमान खान सिर्फ दर्शकों के नहीं, बल्कि इंडस्ट्री के अपने लोगों के भी चहेते हैं। हाल ही में मीडिया से बातचीत में सनी देओल ने सलमान के साथ अपने पुराने और दिल से जुड़े रिश्ते पर बात की। उन्होंने बताया कि सलमान सिर्फ बड़े स्टार नहीं ...
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फेमस रैपर-सिंगर बादशाह बीते कई समय से अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में हैं। बताया जा रहा है कि बादशाह पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को डेट कर रहे हैं। दोनों को कई बार साथ में टाइम स्पेंड करते देखा जाता है। बीते दिनों बादशाह हानिया संग दुबई ...
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बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा सोनाक्षी सिन्हा अब आधिकारिक रूप से विवाहित हैं। उन्होंने इस महीने अभिनेता ज़हीर इकबाल के साथ अपने करीबी दोस्तों और परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में शादी की। सेलिब्रिटी जोड़े की शादी पिछले कुछ हफ़्तों से चर्चा में है और अभी भी सोशल मीडिया पर सबसे ज़्यादा ट्रेंड कर रही है। इस जोड़ी को फ़िल्म जगत के दोस्तों और दुनिया भर के प्रशंसकों से बधाई संदेश मिल रहे हैं। हालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने ज़हीर के साथ अपने अंतर-धार्मिक विवाह के लिए सोनाक्षी को ट्रोल किया। इसे भी पढ़ें: Katy Perry ने 500 फीट लंबी ड्रेस हो रही सोशल मीडिया पर वायरल, रेड ड्रेस पर लिखा है सिंगल 'Woman's World' के बोल हालांकि सोनाक्षी ने सार्वजनिक बयान के ज़रिए ट्रोल्स को सीधे संबोधित करने से खुद को दूर रखा है, लेकिन हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर इन ट्रोल्स के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई। प्रसाद भट नामक एक इंस्टाग्राम यूज़र, जो एक एनिमेटर हैं, ने प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें प्यार को एक सार्वभौमिक धर्म बताया गया। पोस्ट में, उन्होंने नवविवाहित जोड़े को उनकी नई शुरुआत के लिए बधाई भी दी। पोस्ट शेयर करते हुए सोनाक्षी ने लिखा, ''सच्चे शब्द!! यह बहुत प्यारा है! शुक्रिया।'' इसे भी पढ़ें: Sonakshi Sinha ने साड़ी के बाद अपनी शादी के रिसेप्शन में आरामदायक अनारकली पहनी, ड्रेस की कीमत उड़ाएगी होश? सोनाक्षी सिन्हा-ज़हीर इकबाल की शादी जो लोग नहीं जानते, उन्हें बता दें कि सोनाक्षी सिन्हा ने अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड ज़हीर इकबाल से शादी की. उनकी शादी बहुत सादगी से हुई। उन्होंने रजिस्टर्ड मैरिज की और फिर मुंबई में एक ग्रैंड रिसेप्शन का आयोजन किया। इसमें सोनाक्षी और ज़हीर के परिवार के सदस्यों के अलावा इंडस्ट्री के कई लोग शामिल हुए। उनकी रिसेप्शन पार्टी में सलमान खान, रेखा, हुमा कुरैशी, काजोल, अदिति राव हैदरी और ऋचा चड्ढा जैसे कई कलाकार शामिल हुए। ज़हीर ने 2019 में रोमांटिक ड्रामा नोटबुक से बॉलीवुड में डेब्यू किया, जिसे सलमान खान ने प्रोड्यूस किया था। ज़हीर और सोनाक्षी को भी सलमान ने ही मिलवाया था। बाद में, यह जोड़ी फिल्म डबल एक्सएल में भी नज़र आई, जिसमें हुमा कुरैशी भी थीं। View this post on Instagram A post shared by Prasad Bhat (Graphicurry) (@prasadbhatart)
श्रद्धा कपूर ने राहुल मोदी के साथ रिश्ते की पुष्टि की?
श्रद्धा कपूर निस्संदेह बॉलीवुड की सबसे प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में से एक हैं। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई शानदार प्रदर्शन किए हैं और बार-बार अपनी अभिनय क्षमता को साबित किया है। अपनी पेशेवर उपलब्धियों के अलावा, श्रद्धा अक्सर अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी सुर्खियों में रहती हैं। पिछले कुछ समय से ऐसी अफ़वाहें चल रही हैं कि श्रद्धा राहुल मोदी को डेट कर रही हैं। हालाँकि, दोनों में से किसी ने भी इन अफ़वाहों पर कभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि श्रद्धा ने अपने रिश्ते की पुष्टि कर दी है। डेटिंग की अफवाहों के बीच, श्रद्धा ने हाल ही में अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर 'तू झूठी मैं मक्का' के लेखक राहुल मोदी के साथ एक तस्वीर शेयर की। फोटो में श्रद्धा कैमरे की तरफ देखकर मुस्कुराती नजर आ रही हैं, जबकि राहुल ने मजाकिया चेहरा बनाया हुआ है। फोटो के साथ श्रद्धा ने लिखा, दिल रख ले, नींद तो वापस दे दे यार, इसके साथ स्माइली और दिल वाली इमोजी भी लगाई। उन्होंने पोस्ट में राहुल को भी टैग किया। इस सेल्फी ने कई लोगों को यह विश्वास दिला दिया है कि श्रद्धा ने राहुल मोदी के साथ अपने रिश्ते की पुष्टि कर दी है। श्रद्धा और राहुल के बारे में डेटिंग की अफवाहें पिछले साल तब शुरू हुईं जब उन्हें कई मौकों पर एक साथ देखा गया। इस साल मार्च में वे एक दोस्त की शादी में भी साथ गए थे। इन अफवाहों ने तब और जोर पकड़ा जब श्रद्धा ने छुट्टियों की तस्वीरें शेयर कीं, जिनसे पता चला कि उन्होंने साथ में समय बिताया है। इस साल मई में श्रद्धा ने इंस्टाग्राम पर कई तस्वीरें पोस्ट की थीं, जिसमें वह स्टारफिश और शैल प्रिंट वाला पर्पल नाइट सूट पहने हुए नजर आई थीं। हर तस्वीर में अलग-अलग भावनाएं दिखाई दे रही थीं, लेकिन जिस चीज ने सबका ध्यान खींचा, वह था उनका 'आर' अक्षर वाला पेंडेंट। उन्होंने पोस्ट पर कैप्शन लिखा, कुछ नहीं वो, टूटे हैं तो कुछ नहीं कर रही। काम की बात करें तो श्रद्धा कपूर ने 'तीन पत्ती' में एक छोटी सी भूमिका से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी और 2011 में 'लव का दी एंड' से लोकप्रियता हासिल की। उसके बाद से उन्होंने 'आशिकी 2', 'एक विलेन', 'बागी', 'हैदर', 'हाफ गर्लफ्रेंड', 'हसीना पारकर' और 'स्त्री' जैसी कई हिट फिल्में दी हैं। उन्हें आखिरी बार रणबीर कपूर के साथ रोमांटिक ड्रामा 'तू झूठी मैं मक्कार' में देखा गया था। लव रंजन द्वारा निर्देशित यह फिल्म एक बड़ी हिट थी। श्रद्धा के पास 'स्त्री 2', 'चालबाज इन लंदन' और 'चंदा मामा दूर के' सहित कई आगामी प्रोजेक्ट हैं। सोनाक्षी सिन्हा की शादी से नाराज माँ ने उठाया बड़ा कदम, इंस्टाग्राम से किया बेटी को अनफॉलो जहीर संग बहन सोनाक्षी की शादी से नाराज है भाई, पोस्ट देख हैरत में पड़े फैंस शादी से पहले 3 बार हुआ अक्षय कुमार का ब्रेकअप, खुद किया खुलासा
श्रद्धा कपूर सोशल मीडिया पर सबसे ज़्यादा सक्रिय बॉलीवुड अभिनेत्रियों में से एक हैं। अपनी पेशेवर ज़िंदगी के अलावा, अपनी निजी ज़िंदगी के बारे में भी वह अक्सर सोशल मीडिया पर चर्चा करती रहती हैं। आशिकी 2 की अभिनेत्री को कई मौकों पर राहुल मोदी के साथ देखा गया है, जिससे उनके और राहुल मोदी के बीच रोमांस की अफ़वाहें उड़ी थीं। अब अभिनेत्री ने राहुल के साथ अपनी एक प्यारी सी तस्वीर पोस्ट करके इस पर प्रतिक्रिया दी है, जिससे उनके रिश्ते की पुष्टि होती है। श्रद्धा कपूर ने इंस्टाग्राम स्टोरीज़ पर एक तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा, दिल रख ले, नींद तो वापस दे दे यार। उन्होंने राहुल मोदी को टैग भी किया। इसे भी पढ़ें: Hrithik Roshan की फिल्म Lakshya के 20 साल पूरे, सिनेमाघरों में फिर से रिलीज की जाएगी फिल्म, जानें कब जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि यह अफ़वाह कई महीनों से उड़ रही है कि श्रद्धा राहुल को डेट कर रही हैं। हालाँकि, इस जोड़े ने कभी भी इन अटकलों को स्वीकार नहीं किया। जबकि दोनों को कई मौकों पर साथ देखा गया है। बता दें कि राहुल को IMDb पर लव रंजन की फिल्म प्यार का पंचनामा 2, सोनू के टीटू की स्वीटी और यहां तक कि श्रद्धा कपूर, रणबीर कपूर स्टारर तू झूठी मैं मक्का के लेखक के रूप में श्रेय दिया गया है। दोनों की पहली मुलाकात फिल्म के सेट पर हुई थी और कथित तौर पर उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। इसे भी पढ़ें: Bollywood Wrap Up | अपनी ही बेटी सोनाक्षी की शादी में नहीं आएंगे शत्रुघ्न सिन्हा!! बेहद नाराज, Alka Yagnik सुनाई देना हुआ बंद ऐसी खबरें हैं कि 2022 में जब श्रद्धा का फोटोग्राफर रोहन श्रेष्ठ के साथ कथित तौर पर ब्रेकअप हुआ था। मुंबई में जन्मे और पले-बढ़े राहुल ने व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की। उन्होंने 2011 की फिल्म प्यार का पंचनामा के सेट पर इंटर्नशिप की और आकाश वाणी जैसे अन्य प्रोजेक्ट्स में एसोसिएट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। उनके पिता आमोद एक बिजनेसमैन हैं। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि श्रद्धा उनके साथ रिलेशनशिप में थीं, लेकिन फिर दोनों ने रिश्ता खत्म कर दिया। इस बीच, वर्कफ्रंट की बात करें तो एक्ट्रेस को आखिरी बार लव रंजन की फिल्म तू झूठी मैं मक्का में देखा गया था। फिल्म में रणबीर कपूर मुख्य भूमिका में थे। वह अगली बार राजकुमार राव के साथ स्त्री 2 में नजर आएंगी। यह फिल्म 2018 की सुपरहिट फिल्म स्त्री का सीक्वल है। निर्माताओं ने हाल ही में स्त्री 2 का टीज़र रिलीज़ किया था, जिसे सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया था, जो फिल्म मुंज्या से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, अभिनेता एक पौराणिक रूपांतरण और एक टाइम-ट्रैवल फिल्म में भी नज़र आएंगे।
क्रिकेटर हार्दिक पांड्या की पत्नी नताशा स्टेनकोविक ने एक बार फिर अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर उनके कथित अलगाव की अफवाहों के बीच एक चौंकाने वाली रहस्यमयी पोस्ट शेयर की है। नताशा ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हॉलीवुड के मशहूर अभिनेता डेनजेल वाशिंगटन का एक कोट शेयर किया। नताशा द्वारा इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किए गए कोट में लिखा है, जब बहुत सी चीजें वापस चलन में आ रही हैं, तो मैं नैतिकता, सम्मान और बुद्धिमत्ता के फिर से चलन में आने का इंतजार नहीं कर सकती। इसे भी पढ़ें: Singham Again Release Date | अजय देवगन ने फाइनली किया 'सिंघम अगेन' की रिलीज का ऐलान, कार्तिक आर्यन की फिल्म से होगी भिड़ंत नताशा ने बुधवार को अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर बेटे अगस्त्य पांड्या के साथ कुछ खुशनुमा पल शेयर किए। अभिनेत्री ने अपने बेटे के साथ अपने कैंडिड पलों की कई तस्वीरें और वीडियो शेयर किए। पहली तस्वीर में अगस्त्य अपनी मां को गोद में लिए हुए हैं और दोनों साथ में झपकी ले रहे हैं। दूसरी तस्वीर में नताशा लिफ्ट में मिरर सेल्फी लेती नजर आ रही हैं। उन्होंने अपने बेटे का पुश-अप करते हुए एक वीडियो भी पोस्ट किया, जबकि एक अन्य वीडियो में वह जिम में डांस वर्कआउट करती नजर आ रही हैं। इसे भी पढ़ें: Farida Jalal ने याद किया अपना दौर, कहा- Rajesh Khanna 'घमंडी' थे, रिहर्सल करने से मना कर दिया, मुझे बुरा लगा पोस्ट को शेयर करते हुए नताशा ने लिखा, कुछ खुशनुमा पल। दूसरी ओर, हार्दिक पांड्या ने अपने नए हेयरकट की झलक इंस्टाग्राम स्टोरी पर दिखाई। नताशा स्टेनकोविक और हार्दिक पांड्या के तलाक की अफवाहें पिछले काफी समय से सुर्खियों में हैं। इस जोड़े ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। पिछले हफ्ते, नताशा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक सेल्फी पोस्ट की, जिसमें वह एक कप ब्लैक टी का लुत्फ़ उठाती नज़र आ रही हैं। वह कैमरे के लिए मुस्कुराते हुए नीले रंग के दुपट्टे के साथ एक सफ़ेद शर्ट पहने हुए देखी जा सकती हैं। उन्होंने लिखा, हाय (एक सफ़ेद दिल वाले इमोजी के साथ)। दूसरी स्लाइड में, नताशा को एक कप ब्लैक टी पकड़े हुए देखा जा सकता है। उन्होंने लिखा, पूरे सफ़ेद कपड़े पहने हुए (मुस्कुराहट वाले इमोजी और हाथ जोड़े हुए इमोजी के साथ) कार में बैठकर (ब्लैक टी इमोजी) पीते हुए। उन्होंने अपने फॉलोअर्स से यह भी पूछा, क्या मैं चाय गिरा दूँगी? बिग बॉस की पूर्व प्रतियोगी और डांसर नताशा स्टेनकोविक ने 31 मई, 2020 को क्रिकेटर हार्दिक पांड्या से शादी की है। इस जोड़े ने फरवरी 2023 में हिंदू और ईसाई रीति-रिवाजों के अनुसार अपनी शादी की प्रतिज्ञा को नवीनीकृत किया। नताशा द्वारा इंस्टाग्राम पर अपना पूरा नाम हटाने के बाद उन्होंने तलाक की अफवाहों को हवा दी। View this post on Instagram A post shared by @natasastankovic__ View this post on Instagram A post shared by @natasastankovic__
अमिताभ और जया बच्चन के रिश्ते को लेकर फरीदा जलाल ने किए ये खुलासे
जाने माने मशहूर फिल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' में दिखाई दी बॉलीवुड अभिनेत्री फरीदा जलाल लंबे समय से इंडस्ट्री का हिस्सा हैं। वो अनिल कपूर, शाहरुख खान, सलमान खान, अमिताभ बच्चन जैसे बड़े सितारों के साथ कई फिल्मों में दिखाई दे चुकी हैं। फरीदा जलाल अमिताभ बच्चन एवं जया बच्चन की बहुत अच्छी दोस्त हैं। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू के चलते अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के कोर्टशिप पीरियड को याद करते हुए दोनों के रिश्ते पर बात की। उन्होंने बताया कैसे दोनों एक दूसरे से लड़ते और मनाते थे। अपने एक इंटरव्यू के चलते फरीदा जलाल ने बताया कि अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और उनकी दोस्ती बहुत पुरानी है। उन्होंने बताया कि जब दोनों का कोर्टशिप पीरियड चल रहा था तब वो दोनों उन्हें (फरीदा जलाल) भी डेट पर ले जाते थे। फरीदा जलाल ने बताया कि वो मुंबई के ताज होटल में कॉफी पीने जाते थे। फरीदा जलाल ने कहा, मैं पाली हिल में रहती थी और वो दोनों जुहू में रहते थे। दोनों की शादी होने वाली थी, हुई नहीं थी। दोनों में कोर्टशिप चल रहा था तथा दोनों में झगड़े जैसे होते हैं आपस में, वो भी होते थे। फरीदा ने बताया कि अमिताभ गाड़ी चलाते थे, मैं पीछे बैठती थी तथा जया आगे। दोनों का झगड़ा चल रहा होता था, मैं देख रही होती थी। जया रोती थीं और अमिताभ उन्हें मनाते थे। फरीदा ने कहा कि मैं अमिताभ और जया से बोलती थी, क्यों मुझे कबाब में हड्डी बनाकर लाते हो तुम लोग। छोड़ा करो मुझे, मेरी नींद का टाइम है। मैं जल्दी सोने वाली लड़की हूं। मगर अमिताभ और जया दोनों फरीदा को लेकर जाते थे। फरीदा ने बताया कि तीनों लोग रात को 11,12 बजे ताज जाते थे। वहां चाय-कॉफी पीते थे। इसके बाद वापसी में फिल्म की बाते होती थीं। फरीदा ने बताया कि उस समय अभिमान बन रही थी। अमिताभ बताते थे सेट पर क्या-क्या हो रहा है, कैसे हो रहा है। फरीदा ने कहा अमिताभ वापसी में पहले मुझे घर छोड़ते थे तथा फिर ये दोनों घर जाते थे। उन्होंने कहा कि रास्ते-रास्ते में दोनों का झगड़ा भी हो जाता था, मेल भी हो जाता था। सबकुछ हो जाता था। फरीदा ने बताया कि दोनों बहुत ही छोटी-छोटी चीजों पर लड़ाई करते थे। प्यार मोहब्बत वाला झगड़ा होता था। दोनों बच्चों की तरह झगड़ा करते थे। जया जल्दी रूठ भी जाती थीं। गदर के बाद अब इस फिल्म के सीक्वल से धमाल मचाने आ रहे है सनी देओल, पोस्ट देख झूम उठे फैंस सोनाक्षी सिन्हा-जहीर इकबाल की शादी को लेकर आया बड़ा अपडेट, लीक हुआ कार्ड ‘हमारे बारह’ पर फिर मंडराया खतरा, मेकर्स को SC ने जारी किया नोटिस
शहनाज गिल के साथ रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी, सिंगर बोला...
फेमस पंजाबी सिंगर गुरु रंधावा अपने गानों के साथ अपने रिलेशनशि स्टेटस को लेकर भी चर्चा में बने रहते हैं.
बिग बॉस फेम इस एक्टर नेPriyanka Chahar और Ankit Gupta के रिश्ते को किया कन्फर्म,बातों-बातों में खोल दी सारी पोल पट्टी
क्या सच में रिश्ते में होने के बाद भीएक-दूसरे को चीत कर रहे थेDhanush-Aishwaryaa ?इस सिंगर ने खोली कपल की साड़ी पोल-पट्टी
रणवीर सिंह के प्रशंसक मंगलवार को उस समय हैरान रह गए जब उन्होंने देखा कि अभिनेता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से दीपिका पादुकोण के साथ शादी की तस्वीरें 'डिलीट' कर दी हैं। हालाँकि, इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि रॉकी और रानी की प्रेम कहानी के अभिनेता ने तस्वीरें हटा दी हैं या उन्हें संग्रहीत कर लिया है। रणवीर, जिनके फोटो-शेयरिंग एप्लिकेशन पर 47 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, के पास 133 पोस्ट हैं। पहली पोस्ट 24 जनवरी, 2023 की है, जो एक स्पोर्ट्सवियर ब्रांड के लिए शूट किया गया रील वीडियो है। उनके अकाउंट पर दिखाई देने वाली आखिरी पोस्ट अभिनेत्री आलिया भट्ट के साथ एक विज्ञापन है, जिसे 26 अप्रैल को पोस्ट किया गया था। हालांकि, उनके अकाउंट पर अभी भी दीपिका पादुकोण के साथ कुछ तस्वीरें मौजूद हैं। इसे भी पढ़ें: Freedom At Midnight: निखिल आडवाणी की आगामी राजनीतिक सीराज में पांच अंतर्राष्ट्रीय कलाकार हुए शामिल अब, रणवीर की टीम ने आगे आकर उनके प्रशंसकों के बीच चल रही खबरों पर प्रतिक्रिया दी है। रिपब्लिक वर्ल्ड ने रणवीर की टीम के हवाले से बताया ''यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है कि सिंह ने अपनी शादी की तस्वीरों सहित 2023 से पहले की सभी सामग्री को विशेष रूप से हटाने के बजाय केवल संग्रहीत किया है। इस बीच, दीपिका पादुकोण के इंस्टाग्राम पर अभी भी उनकी शादी की तस्वीरें मौजूद हैं। इसे भी पढ़ें: Arti Singh Grand Welcome | ससुराल की दहलीज पर महरानी की तरह हुए एक्ट्रेस आरती सिंह का स्वागत, रोक नहीं पाईं आंसू, वीडियो वायरल नवंबर 2018 में इटली में पारंपरिक कोंकणी और सिंधी समारोहों में शादी के बंधन में बंधे रणवीर और दीपिका ने अपने-अपने हैंडल पर प्यार भरी शादी की तस्वीरें साझा की थीं। बता दें, कुछ साल पहले दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शादी की तस्वीरें भी आर्काइव की थीं। इस बीच, कुछ प्रशंसकों ने रणवीर की नवीनतम पोस्ट के टिप्पणी अनुभाग में कहा, मैंने सुना शादी की एल्बम जला दी? एक अन्य यूजर ने कहा, 'शादी की फोटो कहां है भाई'। एक तीसरे यूजर ने कमेंट किया, ''भाई वो सब तो ठीक है लेकिन शादी की तस्वीरें क्यों डिलीट कीं?'' यह जोड़ा वर्तमान में अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहा है। पेशेवर मोर्चे पर, रणवीर की अगली फिल्म पाइपलाइन में रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित एक्शन ड्रामा सिंघम अगेन है। View this post on Instagram A post shared by दीपिका पादुकोण (@deepikapadukone) View this post on Instagram A post shared by दीपिका पादुकोण (@deepikapadukone)
दीपिका की प्रेगनेंसी के बीच Ranveer Singh ने क्यों डिलीट कर दी शादी की सारी तस्वीरें, कपल के रिश्ते को लेकर फैंस को सता रही चिंता
Akansha Ranjan नेSharan Sharma के साथ अपने रिश्ते पर लगाईं मोहर,डायरेक्टरके प्यार में गिरफ्तार हुई हसीना
अविनाश सचदेव ने खोलाRubina और अपने रिश्ते का सच तो भड़क गएAbhinav,Ex बॉयफ्रेंड लताड़ते हुए बोले'मर्द बनो...'
Janhvi Kapoor नेअपने औरशिखर पहाड़िया के रिश्ते को किया कन्फर्म, एक बार फिरब्वॉयफ्रेंड के लौकेट के साथ दिखी एक्ट्रेस
अपने रिश्ते को रील से रियल लाइफ में बदलेंगेShivangi Joshi और Kushal Tandon, जाने कबलगाएंगे सगाई की मुहर ?
बॉलीवुड अभिनेत्री अदिति राव हैदरी इन दिनों अपनी वेब सीरीज 'हीरामंडी' की सफलता का आनंद ले रही हैं। हीरामंडी की रिलीज से पहले अभिनेत्री अपनी सगाई को लेकर सुर्खियों में थी। मार्च महीने में अदिति ने अपने लंबे समय के बॉयफ्रेंड सिद्धार्थ से सगाई कर ली थी, जिसकी घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर दी थी। अभिनेत्री ने सिद्धार्थ संग अपने रिश्ते को हमेशा लाइमलाइट से दूर रखा। ऐसे में उनकी सगाई की घोषणा पर कई सवाल उठे थे, जिनका जवाब 'हीरामंडी' स्टार ने बड़ी फुर्सत से दिया है। इसे भी पढ़ें: खूबसूरत सजावट, महलों वाले असाधारण झूमर... तापसी पन्नू और मैथियास बो की शादी का संगीत प्रोग्राम हुआ था बेहद खास | Watch Video बॉलीवुड बबल के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में अदिति राव हैदरी ने अपनी निजी जिंदगी पर खुलकर बातचीत की। अभिनेत्री ने अपनी सगाई पर बात करते हुए कहा कि जो भी स्पेशल होने वाला है, मुझे शुरुआत एक स्पेशल जगह से करनी थी। वो मेरे परिवार का एक मंदिर है, जो 400 साल पुराना है, मैं वहां जाकर पूजा करना चाहती थी। वहां मेरी थोड़ी व्यस्तता थी।' सगाई को सार्वजनिक करने के अपने फैसले के बारे में बात करते हुए अभिनेत्री ने कहा, 'हमने उस समय चल रही सभी अफवाहों को स्पष्ट करने के लिए इस छवि को सोशल मीडिया पर साझा किया। मेरी मां ने मुझसे चीजें स्पष्ट करने के लिए कहा क्योंकि उन्हें इस संबंध में लगातार कॉल आ रही थीं।' इसे भी पढ़ें: Parineeti Chopra के साथ अमर सिंह चमकीला के बाद, Diljit Dosanjh इस फिल्म में Neeru Bajwa के साथ करेंगे अभिनय मार्च महीने में अदिति और सिद्धार्थ की शादी की अफवाहें सोशल मीडिया पर फैली थीं। दरअसल, हीरामंडी के एक इवेंट में अभिनेत्री शामिल नहीं हो पायी थी। इवेंट के होस्ट ने अभिनेत्री की गैरमौजूदगी को उनकी शादी से जोड़ दिया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर ये खबर आग की तरह फैल गयी। इसके बाद अगले दिन अभिनेत्री ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ तस्वीर साझा कर अपनी सगाई की घोषणा की थी।
Arpita से शादी के समय एक भी रुपया नहीं कमाते थे Ayush Sharma, फिर भी क्यों रिश्ते के लिए राजी हो गए Salman Khan ?
मनीषा-टोनी के रिश्ते में आई दरार! देखें वीडियो
बिग बॉस ओटीटी 2 के बाद मनीषा रानी के सितारे बुलंदियों पर हैं. वो लगातार किसी ना किसी प्रोजेक्ट की वजह से सुर्खियों में हैं.
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शेखर सुमन ने बेटे अध्ययन संग कंगना रनौत के रिश्ते पर की बात, बोले- दोनों खुश थे
एक वक्त था जब कंगना और शेखर के बेटे अध्ययन सुमन रिश्ते में हुआ करते थे. जब दोनों का ब्रेकअप हुआ तो पब्लिक में उन्होंने एक दूसरे पर कीचड़ उछाला. बेटे के सपोर्ट में शेखर सुमन भी आए थे. अब शेखर ने एक बार फिर कंगना रनौत के बारे में बात की है. और अब उनके सुर बदले हुए हैं.
Elvish और Manisha Rani के रिश्ते पर बेबिका ध्रुवे ने राखी अपनी राय, बोलीं 'मुझे नहीं लगता वो रियल…'
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पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ अपनी आगामी रिलीज अमर सिंह चमकीला के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हाल ही में रणवीर अल्लाहबादिया उर्फ बीयर बाइसेप्स के साथ बातचीत में दिलजीत ने अपने बचपन के बारे में बात की और बताया कि कैसे अपने रिश्तेदारों के साथ शहर में शिफ्ट होने के बाद वह अपने परिवार से दूर हो गए। आइए विस्तार से जानते हैं कि दिलजीत दोसांझ ने क्या कहा है। इसे भी पढ़ें: Sanjay Leela Bhansali का अगला प्रोजेक्ट Love and War, पुरानी फिल्म 'संगम' से काफी हद तक होगा प्रेरित रणवीर अल्लाहबादिया के साथ, दिलजीत ने याद किया कि कैसे ग्यारह साल की उम्र में उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और अपने मामाजी के साथ रहने लगे। उन्होंने कहा, मैं अपना गांव छोड़कर शहर आ गया। मैं लुधियाना चला गया। उन्होंने कहा 'उसे मेरे साथ शहर भेज दो' और मेरे माता-पिता ने कहा 'हां, उसे ले जाओ।' मेरे माता-पिता ने मुझसे पूछा भी नहीं। उन्होंने आगे कहा, मैं एक छोटे से कमरे में अकेला रहता था। मैं बस स्कूल जाता था और वापस आ जाता था, वहां कोई टीवी नहीं था। मेरे पास बहुत समय था। इसके अलावा, हमारे पास मोबाइल फोन भी नहीं थे। फिर, अगर मुझे घर पर फोन करना पड़ता था या अपने माता-पिता का फोन आता था, तो इसके लिए हमें पैसे खर्च करने पड़ते थे। इसलिए मैं अपने परिवार से दूर होने लगा। मेरे पिता बहुत प्यारे इंसान थे उन्होंने मुझसे यह भी नहीं पूछा कि मैंने किस स्कूल में पढ़ाई की है, लेकिन उनसे ही नहीं, सभी से मेरा नाता टूट गया।'' इसे भी पढ़ें: David Dhawan की अगली Untitled फिल्म में Varun Dhawan करेंगे अभिनय, रिलीज डेट की हुई घोषणा दिलजीत दोसांझ पंजाब के एक छोटे से शहर से हैं और उन्होंने 2005 में अपने एल्बम स्माइल और 2008 में चॉकलेट से पंजाबी संगीत में पहचान हासिल की। उन्होंने बॉलीवुड के साथ-साथ पंजाबी में भी सबसे प्रतिभाशाली कलाकारों में से एक को स्थापित किया है। उन्होंने सिया, कैमिलो और सवेटी समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के साथ भी काम किया है। आखिरी बार उन्हें करीना कपूर, तब्बू और कृति सेनन के साथ फिल्म क्रू में देखा गया था। फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई हो रही है और दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। View this post on Instagram A post shared by DILJIT DOSANJH (@diljitdosanjh)
बोनी कपूर ने Janhvi Kapoor और Shikhar Pahariya के रिश्ते पर खोला बड़ा राज, बोले 'वो कभी उसका एक्स...'
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शादी के ठीक एक महीने बाद हीSonarika Bhadoria की जिंदगी में शुरू हो गईप्रॉब्लम्स, क्या कपल के रिश्ते में आ गई है दरार ?
श्रद्धा कपूर के रिश्ते को लेकर खबरें...
बॉलीवुड की मोस्ट फेमस और लविंग एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर इन दिनों अपने रिलेशनशिप स्टेटस को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं.
श्रद्धा कपूर का आखिरी बार हमने रणबीर कपूर के साथ फिल्म तू झूठी मैं मक्कार में देखा गया था। काफी समय से उनकी शादी की भी चर्चा हो रही थी। कथित तौर पर माना जाता है कि श्रद्धा कपूर राहुल मोदी को काफी समय से डेट कर रहे हैं। अब ऐसा लगता है कि श्रद्धा कपूर अपने साथी सह-अभिनेताओं रकुल प्रीत सिंह और परिणीति चोपड़ा के नक्शेकदम पर चल रही हैं, क्योंकि वह जल्द ही शादी की ओर बढ़ सकती हैं। हालांकि शादी की अटकलें अभी शुरुआती दौर में हैं, लेकिन हालिया रिपोर्टों से पता चलता है कि श्रद्धा कपूर और राहुल मोदी अपने रिश्ते को लेकर अधिक आश्वस्त हो गए हैं। दरअसल, अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों के परिवार अपने बच्चों के रिश्ते की प्रगति से संतुष्ट हैं। क्या इसका मतलब यह है कि श्रद्धा और राहुल अपने रिश्ते को आधिकारिक बनाने की कगार पर हैं, और श्रद्धा संभवतः जल्द ही वास्तविक जीवन में दुल्हन बन जाएंगी? श्रद्धा कपूर, राहुल मोदी अपने रिश्ते को करेंगे आधिकारिक? हिंदुस्तान टाइम्स की हालिया रिपोर्टों के अनुसार, एक सूत्र ने खुलासा किया कि श्रद्धा और राहुल, जो रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म तू झूठी मैं मक्कार के सेट पर मिले थे, काफी मजबूत चल रहे हैं। जब वे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी से पहले के उत्सव के लिए जामनगर के लिए रवाना हो रहे थे, तो हवाई अड्डे पर एक साथ फोटो खिंचवाने में उन्हें कोई शर्म नहीं आई, इसका कारण यह है कि वे एक-दूसरे के साथ बहुत सहज स्थिति में हैं और ऐसा महसूस नहीं करते हैं। अपने अफेयर को छुपाने की जरूरत है. इससे यह भी पता चलता है कि कथित जोड़े को अक्सर एक साथ क्यों देखा जा रहा है। इसे भी पढ़ें: Bade Miyan Chote Miyan Trailer | अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म का ट्रेलर इस दिन होने वाला है रिलीज! रिपोर्ट में आगे बताया गया कि श्रद्धा और राहुल के रिश्ते से दोनों परिवार खुश हैं। हालाँकि, दोनों जल्द ही अपने रिश्ते को आधिकारिक बनाने की योजना नहीं बना रहे हैं। हालाँकि वे अब सार्वजनिक रूप से एक साथ फोटो खिंचवाने पर सतर्क महसूस नहीं करते हैं, फिर भी वे अपने रिश्ते को निजी रखते हैं क्योंकि राहुल और श्रद्धा दोनों बेहद निजी व्यक्ति हैं। इसे भी पढ़ें: Hrithik Roshan ने Ananya Panday की एक्टिंग की तारीफ, फिल्म Kho Gaye Hum Kahan के बारे में लिखा ये खास संदेश संभवतः श्रद्धा और राहुल कैटरीना कैफ और विक्की कौशल के नक्शेकदम पर चल सकते हैं। कैटरीना और विक्की की तरह, इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि श्रद्धा और राहुल एक-दूसरे के साथ शादी करने से पहले अपने रिश्ते को आधिकारिक न बनाएं। अपने पिछले एक इंटरव्यू में श्रद्धा ने कहा था कि जब भी वह शादी करती हैं तो उनके पार्टनर को उनकी तरह ही सनकी होना पड़ता है। ऐसा लगता है कि श्रद्धा को आखिरकार कोई ऐसा मिल गया है जो उनके निरालेपन से मेल खा सकता है
‘अरे बदलते रिश्ते गिरगिट लाइव…’ अपने इस दो टूक जवाब के कारण ट्रोल्स के हत्थे चढ़ीAnkita Lokhande की सास, देखिये Viral Video

