आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर एक भरोसेमंद ऑर्केस्ट्रा था, जहां हर म्यूजिशियन ने एक साथ मिलकर काम करने वाली भूमिका निभाई, इसी तरह 22 मिनट में भारतीय सेना ने 9 आतंकी जगहों को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा- मिलिट्री ऑपरेशन में हालात के बदलने के साथ बदलाव का अंदाजा लगाने की दूर की सोच दिखाई देती है। यह एक ऐसा जवाब था जो उस पल में नहीं बल्कि सालों की सोच से बना था कि कैसे इंटेलिजेंस, सटीकता और टेक्नोलॉजी मिलकर एक्शन में बदल सकती हैं। जनरल द्विवेदी ने कहा कि पाकिस्तान ने भी भारत के खिलाफ हमले किए और उसके बाद भारत के सभी जवाबी हमले भी ऑपरेशन सिंदूर के तहत किए गए। न्यूक्लियर हथियारों से लैस दो पड़ोसियों के बीच करीब 88 घंटे तक चली मिलिट्री लड़ाई 10 मई की शाम को एक समझौते पर पहुंचने के बाद रुक गई। आर्मी चीफ शनिवार को दिल्ली में न्यू दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (NDIM) के दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे। उनका संबोधन 'Navigating Change: The Real Constant' थीम पर आधारित था। उन्होंने छात्रों से कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है और उसमें अवसर भी छिपे हैं। आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी की स्पीच की प्रमुख बातें... 17 नवंबर: आर्मी चीफ बोले- एक साल से भारत-चीन संबंधों में सुधार आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा था कि पिछले अक्टूबर से भारत और चीन के संबंधों में सुधार हुआ है। उन्होंने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हालिया बैठकों में सामान्य स्थिति बहाल करने और विवादों के समाधान पर सकारात्मक चर्चा हुई है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि 21 अक्टूबर 2024 को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुआ समझौता भारत के लिए फायदेमंद रहा। इस समझौते में सीमा पर गश्त को लेकर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं ने कहा कि भारत और चीन विकास साझेदार हैं, प्रतिद्वंद्वी नहीं और यह भी कि मतभेद विवाद में नहीं बदलने चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर राजनीतिक दिशाएं स्पष्ट हों, तो उससे सभी को लाभ होता है। पूरी खबर पढ़ें... ............................. जनरल उपेंद्र द्विवेदी की ये खबर भी पढ़ें... सेना प्रमुख बोले-जमीन पर कब्जा भारत में जीत का पैमाना:युद्ध 4 दिन का टेस्ट मैच नहीं, इसमें थल सेना की भूमिका हमेशा अहम रहेगी आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा था कि युद्ध के दौरान जमीन पर कब्जा ही भारत में जीत की असली ‘करेंसी’ या पैमाना है। इस वजह से थल सेना की भूमिका हमेशा सबसे अहम रहेगी। जनरल द्विवेदी दिल्ली में ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के कार्यक्रम में बोल रहे थे। पूरी खबर पढ़ें...
हरियाणा में लगातार तापमान में गिरावट के साथ-साथ कोहरा भी छाने लगा है। वहीं ठंड अपना असर दिखाने लगी है। हरियाणा में सबसे गर्म जिला भिवानी रहा। जहां का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर, हिसार की रातें सबसे ठंडी रही। जहां का न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं उतर से नमी वाली हवाएं चलने से धुंध देखी जा रही है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ने का अनुमान जताया गया है। इसके साथ ही नारनौल का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री, करनाल का 9.6 डिग्री, भिवानी व गुरुग्राम का 9 डिग्री, कैथल का 9.7 डिग्री, पंचकूला का 8.9 डिग्री व महेंद्रगढ़ का 9.1 डिग्री तथा सिरसा का 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 24 घंटों के दौरान मौसम रह शुष्कमौसम विभाग चंडीगढ़ द्वारा जारी मौसम बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान हरियाणा में मौसम शुष्क रहा। कहीं-कहीं हल्का से मध्यम कोहरा दर्ज किया गया। हरियाणा में औसत अधिकतम तापमान में कल की तुलना में 0.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि तापमान सामान्य के करीब बना हुआ है। हरियाणा में सबसे अधिक तापमान 28.3C दर्ज किया गया, जो भिवानी (AWS) में रिकॉर्ड हुआ। न्यूनतम तापमान में भी मामूली गिरावट देखी गई और राज्य का सबसे कम तापमान 8.5C हिसार में दर्ज किया गया। हरियाणा में फिलहाल मौसम शुष्क और सामान्य बना हुआ है। आने वाले दिनों में भी आसमान साफ रहेगा और तापमान में मामूली गिरावट के साथ सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है। 23 नवंबर तक मौसम खुष्क व परिवर्तनशील रहेगाचौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 23 नवंबर तक खुष्क परंतु परिवर्तनशील संभावित है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से बीच-बीच में आंशिक बादलवाई रहने की भी संभावना है। जिससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट व रात्रि तापमान में हल्की बढ़ोतरी संभावित। इस दौरान हवा में बार-बार बदलाव होने तथा हवाएं हल्की गति से चलने की संभावना है। वातावरण में नमी बढ़ने से कुछ एक स्थानों पर अलसुबह हल्की धुंध भी रहने की संभावना है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वर्तमान में गतिमान विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण 2026 के अंतर्गत 23 नवंबर 2025 को सभी बूथों पर विशेष कैम्प आयोजित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। आजमगढ़ के जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में सभी बीएलओ, पदाभिहित अधिकारियों, ग्राम पंचायत सचिव, सफाई कर्मियों, ग्राम रोजगार सेवकों, लेखपाल, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को आदेशित किया है। जिले के समस्त चिन्हित बूथों पर सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक उपस्थित रहकर, क्षेत्र भ्रमण करते हुए मतदाताओं के गणना प्रपत्र भरवाना और उनका डिजिटाइजेशन करवाना सुनिश्चित करें। सर्वाधिक मतदाताओं का गणना प्रपत्र भरवा कर कराया ऑनलाइन विधानसभा क्षेत्र 347 के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी नरेंद्र कुमार गंगवार ने बताया कि बूथ संख्या 48 गांधी गुरुकुल इंटर कॉलेज कक्ष संख्या 1 की बूथ लेवल अधिकारी किरन लता सिंह ने कुल 772 मतदाताओं के सापेक्ष 455 मतदाताओं का गणना प्रपत्र भरकर ऑनलाइन किया है। एसडीएम सदर नरेंद्र सिंह गंगवार ने और कर्मचारियों को किरनलता सिंह से मेहनत से काम करने की नसीहत दी है। किरनलता सिंह ने बताया कि इस कार्य के लिए उन्होंने सभी ग्रामवासियों को उनके घर जाकर गणना प्रपत्र दिया गया। वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मिलान करके विवरण मतदाताओं को बताया गया।
मध्य प्रदेश पुलिस से रिटायर्ड डीजी मैथिलीशरण गुप्त के खिलाफ ईओडब्ल्यू में शिकायत की गई है। शिकायत दानिश कुंज कोलार में उनके बंगले के पड़ोस के प्लॉट मालिक इंजीनियर माधव गुप्ता ने की है। शिकायत में आरोप लगाया है कि पूर्व डीजी ने 2024 में भोपाल लोकसभा से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव के नामांकन के दौरान उनकी ओर से एक शपथ पत्र दिया था। शपथ पत्र में संपत्ति संबंधी जानकारी गलत है। इसमें उन्होंने अपनी संपत्ति की कीमत बेहद कम बताई है। बंगला 1996 में खरीदा, 2010 में रजिस्ट्री हुईमैथिलीशरण गुप्त दानिश कुंज कोलार रोड में रहते हैं। उनके खिलाफ शिकायत करने वाले माधव गुप्ता ने बताया कि मैथिलीशरण गुप्त की ओर से चुनाव नामांकन के दौरान शपथ पत्र दिया गया था। जिसमें उन्होंने स्वयं का बंगला (दानिशकुंज स्थित) की वर्तमान कीमत 3.10 करोड़ बताई है। साथ ही इस बंगले को उन्होंने 1996 में खरीदना बताया। जबकि हकीकत यह है कि इस बंगले की रजिस्ट्री 2010 में कराई गई। कीमत भी उनकी दी गई जानकारी से अधिक है। बंगले की मार्च 2010 में रजिस्ट्री के समय कीमत 23.60 लाख रुपए थी। लेकिन बंगले को 3.85 लाख रुपए में खरीदना बताया गया। बाकी की कीमत को अलग-अलग अदा किया गया था। इसके प्रमाण शिकायत आवेदन के साथ संगलन कर दिए हैं। पड़ोसी बोले- हमारी जमीन पर भी कब्जा कियाइंजीनियर माधव गुप्ता ने बताया कि अपने रसूख का फायदा उठाकर मैथिलीशरण गुप्त ने मेरे प्लॉट के कुछ हिस्से में कब्जा कर लिया है। जिसमें उन्होंने अवैध रूप से पार्किंग बनाई है। जिसकी शिकायत की तो मुझ पर ही धमकाने व अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी गई। आए दिन हमें धमकाते हैं, थाने शिकायत करने जाओ तो सुनवाई नहीं होती। मैथिलीशरण स्वयं को अपराध एवं क्राइम फ्री भारत मिशन का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हैं। डीजी बोले- चोरी और सीना जोरी कर रहा माधवदैनिक भास्कर से बात करते हुए पूर्व डीजी मैथिली शरण गुप्ता ने बताया कि माधव गुप्ता नियम विरुद्ध कंस्ट्रक्शन कर रहा है। मैने इसके खिलाफ कई शिकायत कर रखी हैं। इसीलिए वह चोरी के साथ सीनाजोरी कर रहा है। हमने किसी प्रकार का कोई अतिक्रमण नहीं किया है। माधव ने कंस्ट्रक्शन के लिए कई हरे पेड़ काट दिए हैं। 6 नवंबर को माधव ने नगर निगम के क्षेत्र में कब्जा किया, यहां कई गहरे-गहरे गड्डे किए हैं। जिससे मेरा मकान कमजोर हो गया है। नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस ने माधव के खिलाफ नोटिस जारी कर रखे हैं। यह खबर भी पढ़ें... घूसखोर से भी ठगी, 'लोकायुक्त' बन मांगे 50 हजार 'मैं लोकायुक्त भोपाल से बोल रहा हूं। तुम्हारे खिलाफ जो EOW ने कार्रवाई की है, वो फाइल अब हमारे पास आ गई है। अगर उसे खत्म करवाना है तो कुछ व्यवस्था करनी पड़ेगी।’ ये देवास के नायब तहसीलदार हर्षल बहरानी के मोबाइल पर आए कॉल की बातचीत का एक हिस्सा है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
जिला स्तरीय प्रतिभा खोज परीक्षा आज:10 हजार छात्र-छात्राएं होंगे शामिल; 8 केंद्र बनाए गए
गोरखपुर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिला स्तरीय प्रतिभा खोज परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। रविवार को जिले के 8 परीक्षा केंद्रों पर इसका आयोजन किया जाएगा। इस परीक्षा में 10 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। प्रतिभागियों को सुबह 10:30 बजे तक केंद्र के भीतर प्रवेश करना होगा। बिना प्रवेश पत्र के किसी भी विद्यार्थी को केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परीक्षा सुबह 11 बजे से शुरू हो जाएगा।प्रतियोगिता के आयोजक एवं उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष व भारतीय युवक संघ के अध्यक्ष आदित्य प्रताप सिंह आगू ने बताया कि परीक्षा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी विद्यार्थियों को समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा। यह प्रतियोगिता तीन वर्गों में होगी। जूनियर ग्रुप में कक्षा 6 से 8 तक, मीडियम ग्रुप में कक्षा 9 से 10 तक व सीनियर ग्रुप में कक्षा 11 से 12 तक के बच्चों को शामिल किया गया है।इन विद्यालयों में बनाए गए हैं केंद्रशहरी क्षेत्र में आरपीएम एकेडमी सिविल लाइन, एचपी चिल्ड्रेन एकेडमी, राजकीय एडी कन्या इंटर कालेज बैंक रोड को केंद्र बनाया गया है। ऐसे ही ग्रामीण क्षेत्र में नवल्स एकेडमी उनवल, आरपीएम एकेडमी कौडीराम, नवल्स नेशनल एकेडमी सहजनवा, हेरिटेज स्कूल बरडाड़ व मुरारी इंटर कालेज को केंद्र बनाया गया है। दिए जाएंगे पुरस्कार प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वाले छात्र-छात्रा को बाइक या स्कूटी पुरस्कार के रूप में प्रदान की जाएगी। वहीं, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल करने वाले मेधावियों को क्रमश: 21 हजार व 16 हजार का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इसके साथ हर वर्ग से 20-20 बच्चों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा। केंद्र के भीतर प्रवेश सुबह 10 बजे से प्रारंभ हो जाएगा।
सुविधाओं के बाद भी मध्य प्रदेश के विकसित और महानगरीय उपलब्धि वाले जिले भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर में एसआईआर की परफार्मेंस 18 दिनों में छोटे जिले की अपेक्षा पुअर है। हैरत की बात यह है कि यह सभी प्रदेश के 55 जिलों में बॉटम 10 जिलों की कैटेगरी में शामिल हैं जहां सबसे कम डिजिटाइजेशन हो सका है। चुनाव आयोग की सख्ती के बाद भी एमपी के वोटर्स की एसआईआर में प्रोग्रेस नहीं आ पा रही है। प्रदेश में 27 अक्टूबर की स्थिति में 5 करोड़ 74 लाख 6 हजार 143 मतदाता हैं जिसमें से 2 करोड़ 76 लाख 19 हजार 799 वोटर्स के एसआईआर डिटेल अभी डिजिटाइज होना बाकी है। 22 नवंबर की सुबह तक चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार डिजिटाइजेशन का प्रतिशत 48.11 है। संभागीय मुख्यालयों की बात करें तो सागर संभाग बॉटम जिलों से 11 वें स्थान पर हैं जहां 46.65 प्रतिशत डिजिटाइजेशन हुआ है और रीवा टाप परफार्मिंग जिलों की लिस्ट में 51.27 प्रतिशत के साथ 24वें स्थान पर है। हालांकि परफार्मेंस की यह रिपोर्ट हर दिन बदल रही है लेकिन इसके बाद भी छोटे जिलों का काम तेजी से हो रहा है। इसकी वजह इन जिलों के वोटर संख्या बड़े शहर वाले जिलों की अपेक्षा कम होना बताया जा रहा है। एक अन्य वजह एसआईआर फाॅर्म सभी को नहीं मिल पाना और फॉर्म सौंपने के बाद उसका कलेक्शन नहीं करना भी बताई जा रही है। सीईओ, जॉइंट सीईओ ने ली मीटिंगइधर निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश संजीव कुमार झा और संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आरपीएस जादौन ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हर जिले में एसआईआर की प्रोग्रेस की जानकारी ली। जिलावार समीक्षा के दौरान फाॅर्म कलेक्शन और डिजिटाइजेशन का काम समय पर पूरा करने के लिए कहा गया। खासतौर पर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के कलेक्टरों को इस काम में तेजी लाने के लिए कहा गया क्योंकि इन जिलों की परफार्मेंस बॉटम 5 जिलों में शामिल है। ये हैं बॉटम 10 परफाॅर्मर जिले ये हैं टॉप 10 परफाॅर्मर जिले ये खबर भी पढ़ें... एसआईआर- टारगेट पूरा करो, ट्रॉफी-सर्टिफिकेट पाओ भोपाल में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) में अब टारगेट पूरा करने पर इनाम भी मिलेंगे। एसडीएम, तहसीलदार और बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) हर दिन 'स्टार ऑफ द डे' भी बनेंगे। बकायदा, उनकी उपलब्धि की जानकारी ऑफिस के सूचना पटल पर भी चस्पा होगी। पूरी खबर पढ़ें
लखनऊ में किरीट भाई महाराज की भागवत कथा शुरू:श्री खाटू श्याम मंदिर में साप्ताहिक कथा का पहला दिन
लखनऊ के बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर में साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा के पहले दिन भागवताचार्य किरीट भाई महाराज ने श्रीमद्भागवत की महत्ता पर प्रकाश डाला। भागवताचार्य किरीट भाई महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा सभी वेदों का सार है। इसे सुनने से मनुष्य तृप्त होता है और जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है। उन्होंने बताया कि कथा सुनने या किसी भी शुभ कार्य को करने का परम उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति होता है। श्रीमद्भागवत कथा एक दिव्य ग्रंथ किरीट भाई महाराज ने कहा कि कथा स्थल में प्रवेश करने से पहले सांसारिक जीवन के दुखों और तकलीफों को भूलकर उस परमेश्वर का चिंतन-मनन करना आवश्यक है। उन्होंने श्रोताओं से आग्रह किया कि वे जिस उद्देश्य को लेकर कथा सुनने आते हैं, उसे अवश्य पूरा करें। महाराज ने आगे कहा कि श्रीमद्भागवत कथा केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह जीवन को धर्म, कर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देने वाला एक दिव्य ग्रंथ है। मनुष्य अपने भीतर ईश्वर का वास समझने लगता है, तभी उसे जीवन का सच्चा आनंद प्राप्त होता है।कथा के प्रवक्ता अनुराग साहू ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक चलेगी।इस अवसर पर मुख्य यजमान अतुल अग्रवाल, अनुराग साहू, पंकज, करिश्मा, विकास अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।
लखनऊ विश्वविद्यालय के 105वें स्थापना दिवस सप्ताह का समापन ए सेन सभागार में हुआ। अंतिम दिन का कार्यक्रम सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और उत्साह से भरपूर रहा, जिसमें सभागार विद्यार्थियों से खचाखच भरा था।मंच पर राजस्थानी लोक नृत्य, पंजाबी डांस, आकर्षक समूह नृत्य और शिव अर्चना जैसी प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। छात्रों ने ओजस्वी काव्य पाठ के माध्यम से भी अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।कार्यक्रम की विशेष प्रस्तुति विश्वविद्यालय के 'छात्रों के रूबरू बैंड' की रही। बैंड ने मां तुझे सलाम सहित कई देशभक्ति और प्रेरक गीत प्रस्तुत कर सभागार में ऊर्जा भर दी। विजेताओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया समापन समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं को मेडल देकर सम्मानित किया गया। मुख्य छात्र समन्वयक प्रतीक मिश्रा, छात्र समन्वयक विनायक सिंह और निष्ठा ओझा को भी प्रमाण पत्र, आनंद मठ पुस्तक तथा राष्ट्रीय एकता और हिंदी भाषा पुस्तक देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनकी सक्रिय सहभागिता की सराहना के रूप में दिया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर बबीता जायसवाल, प्रोफेसर नाज़नीन खान और प्रोफेसर अनूप भारतीय उपस्थित रहे। उन्होंने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की और उनका मनोबल बढ़ाया। समारोह का संचालन संस्कृत विभाग की प्रोफेसर अंचल श्रीवास्तव ने कुशलतापूर्वक किया।
आईएमआरटी बिजनेस स्कूल में फ्रेशर्स पार्टी:2025 का आयोजन, नए छात्रों का स्वागत
आईएमआरटी बिजनेस स्कूल, गोमतीनगर में फ्रेशर्स पार्टी 2025 का आयोजन किया गया। यह वार्षिक कार्यक्रम नए विद्यार्थियों के स्वागत और उनकी प्रतिभा, कला तथा उत्साह प्रदर्शन के लिए एक मंच बना। संस्थान का उद्देश्य नए वातावरण में कदम रखने वाले छात्रों को अपनी पहचान और रचनात्मकता प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है। इसी सोच के साथ इस वर्ष कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली रूप दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और गणेश वंदना से हुई। संस्थान के निदेशक ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि आईएमआरटी विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ जीवन कौशल और नेतृत्व क्षमता विकसित करने के अवसर प्रदान करता है। बी.कॉम, बीबीए, बीसीए, बी.कॉम (ऑनर्स) और एमबीए के छात्रों ने अपनी विविध पृष्ठभूमि और रचनात्मक प्रस्तुतियों से मंच को जीवंत किया। इन प्रस्तुतियों में आधुनिकता और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का बेहतरीन समागम देखने को मिला। बीबीए से लक्षय और हर्षिता को यह सम्मान मिला सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम के मुख्य आकर्षण रहे, जिनमें नृत्य, गायन और फैशन वॉक शामिल थे। विभिन्न विभागों में मिस्टर और मिस फ्रेशर चुने गए। बी.कॉम से सूर्यांश और आयुषी, बी.कॉम (ऑनर्स) से रवि यादव और यामिनी जोशी, बीसीए से आदित्य और अनुष्का, एमबीए से शिवम और मानसी तथा बीबीए से लक्षय और हर्षिता को यह सम्मान मिला। शिक्षा विभाग से सुमित कुमार और रिया तिवारी मिस्टर और मिस फ्रेशर बने। सभी विभागों में टैलेंट, स्पार्क और बेस्ट ड्रेस्ड अवॉर्ड भी दिए गए। इस अवसर पर चेयरमैन देशराज बंसल, निदेशिका शिल्पिका पांडेय, सीनियर प्रोफेसर एम.के. झा और डीन यशस्वी भार्गव सहित सभी शिक्षकगण मौजूद रहे। यह आयोजन नए छात्रों के लिए एक यादगार शुरुआत साबित हुआ।
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर इंदौर में यह दावा किया जा रहा है कि शत प्रतिशत प्रपत्र का वितरण कर दिया गया है। फिर भी इंदौर इस मामले में फिसड्डी शहरों की गिनती में है। इसके पीछे कारण देरी से पत्रक वितरण के साथ कई कारण सामने आए हैं। कई मतदान केंद्रों पर बीएलओ अभी तक पहुंचे ही नहीं है जिनको लेकर कार्यालय द्वारा नोटिस भी जारी किए गए हैं। इस कार्य में कुछ ऐसे कर्मचारी भी लगाए गए हैं जो आवश्यक कार्य के कारण अवकाश पर हैं। गर्भवती महिलाएं और शिक्षिकाओं को भी इस काम की जिम्मेदारी दी गई है उन्हें भी यह नोटिस जारी किए गए हैं। जानिए और क्या-क्या हैं कारण
भगवान बिरसा संदेश यात्रा का लखनऊ में स्वागत:अभाविप ने बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुरू की यात्रा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुरू की गई 'भगवान बिरसा संदेश यात्रा' का लखनऊ में जोरदार स्वागत हुआ। यह यात्रा लखनऊ विश्वविद्यालय पहुंची, जहां भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इसके बाद यात्रा को सीतापुर के लिए रवाना किया गया। सीतापुर रोड स्थित सेंट जोसेफ कॉलेज में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राज शरण शाही मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में आरएसएस पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष, अभाविप संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी, कॉलेज के चेयरमैन डॉ. अनिल अग्रवाल और जोगिंदर सिंह गौतम शामिल थे। यात्रा के प्रांत संयोजक एवं राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री गोविंद नायक भी इस अवसर पर मौजूद रहे। बिरसा मुंडा के संघर्ष जनजातीय गौरव का संदेश यह संदेश यात्रा उलिहातु, खूंटी, चक्रधरपुर, चाईबासा, रांची, जमशेदपुर, गुमला, गढ़वा, वाराणसी, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, बरेली, मुरादाबाद और सहारनपुर से होते हुए आगे बढ़ रही है। इसका समापन 27 नवंबर को देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित अभाविप के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में होगा। यात्रा के दौरान संगोष्ठियों, नुक्कड़ नाटकों, प्रदर्शनियों और जनजागरण कार्यक्रमों के माध्यम से बिरसा मुंडा के संघर्ष और जनजातीय गौरव का संदेश दिया जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक संगोष्ठी में अपने संबोधन में प्रो. राज शरण शाही ने बिरसा मुंडा को 'धरती आबा' बताते हुए उन्हें आदिवासी अधिकारों और स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक बताया। आरएसएस के क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष ने कहा कि बिरसा मुंडा ने मिशनरियों द्वारा आदिवासी संस्कृति पर हो रहे प्रहार के खिलाफ आवाज उठाई थी।डॉ. अनिल अग्रवाल ने जानकारी दी कि बिरसा मुंडा ने 1899-1900 में 'उलगुलान' (महान विद्रोह) का नेतृत्व कर ब्रिटिश शासन की भूमि-हड़प नीति को चुनौती दी थी। अभाविप अवध प्रांत के मंत्री पुष्पेंद्र वाजपेई ने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा विभिन्न राज्यों से होते हुए देहरादून अधिवेशन में इतिहास रचेगी।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बरेली बवाल में आपत्तिजनक नारेबाजी और पुलिस पर तेज़ाब, ईट-पत्थरों से हमला और फायरिंग की घटना के मुख्य आरोपी नदीम को राहत देने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने घटना को गंभीर मानते हुए प्राथमिकी रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक की मांग में दाखिल उसकी याचिका खारिज़ कर दी है। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने दिया है।याची के वकील का कहना था कि याची घटना में शामिल नहीं थे। उसे बाद में इस मामले में झूठा फंसाया गया है। प्रदेश सरकार की ओर से अपर शासकीय अधिवक्ता प्रथम परितोष कुमार मालवीय ने याचिका का विरोध करते हुए कहा कि बवाल न सिर्फ उन्मादी नारे लगाए गए बल्कि पुलिस पर फायरिंग की और तेज़ाब फेंका गया, इससे दो कांस्टेबलों को चोट आई। उनकी वर्दियां भी फाड़ दी गई।भीड़ में शामिल लोग बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश में थे। याची उनका नेतृत्व कर रहा था। इससे पूर्व भी इस कोर्ट से इस मामले में अन्य आरोपियों की याचिकाएं खारिज़ हो चुकी हैं।कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि प्रथमदृष्टया आरोप गंभीर हैं। इसमें विवेचना की जरूरत है। प्राथमिकी रद्द करने का कोई आधार नहीं है। मामले के तथ्यों के अनुसार कानपुर में आई लव मोहम्मद पर कार्रवाई के विरोध में 26 सितंबर को आईएमसी के मौलाना तौकीर रज़ा के आह्वान पर इस्लामिया कॉलेज ग्राउंड में प्रदर्शन के लिए जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल लोग सर तन से जुदा जैसे आपत्तिजनक नारे लगा रहे थे। पुलिस ने उन्हें रोका तो भीड़ हमलावर हो गई और पुलिसकर्मियों से मारपीट की गई। पुलिस ने 52 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
ग्वालियर में शनिवार को तगड़ा सहालग (शादियां) का असर शहर की सड़कों पर भी साफ दिखाई दिया है। शहर से लेकर हाइवे तक ट्रैफिक जाम रहा है। सबसे ज्यादा खराब हालात ग्वालियर-झांसी हाइवे पर सिकरौदा पॉइंट व आगरा-मुम्बई नेशनल हाइवे पर निरावली पॉइंट पर रहे हैं। यहां दो किलोमीटर लंबा जाम लगा था और डेढ़ से दो घंटे वाहन ट्रैफिक जाम में फंसे रहे और रेंगते हुए ही निकले हैं। ट्रैफिक जाम की खबर मिलते ही शहर से लेकर हाइवे तक पुलिस ट्रैफिक कंट्रोल करती हुई नजर आई है। रात 11 बजे तक सड़कों से यातायात सामान्य नहीं हो सका था। पुलिस जाम खुलवाने में जुटी नजर आई है। एक तरफ तो हाइवे पर जाम के कारण वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी। सबसे ज्यादा हालत निरावली और सिकरौदा चौराहे पर हुई और स्थिति को संभालने के लिए डीएसपी यातायात सहित सभी यातायात निरीक्षक व पुलिस बल जाम खुलवाने में जुट गया। शहर की सड़कों पर बारातों और नाचते बारातियों के कारण ट्रैफिक जाम हो रहा था। जिस कारण शहर के थानों का बल ने अपने-अपने क्षेत्र में एक्टिव होकर जाम खुलवाया है। जहां से निकली बारात लगता गया जामजाम लगने का मुख्य कारण शहर में निकल रही बारात थी, जिस मार्ग पर बारात निकल रही थी वहां पर जाम के हालत बनते गए। कई सड़कों पर तो एक के पीछे एक बारात चल रहीं थी, जिससे जाम लग गया। जाम लगने का पता चलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और जाम खुलवाने में जुट गया, लेकिन इसी बीच दूसरी जगह से बारात निकली तो उन जगहों पर जाम लग गया और पुलिस यहां से वहां पर दौड़ लगाती रही। मैरिज गार्डनों के बाहर जामसबसे ज्यादा ट्रैफिक व्यवस्था मैरिज गार्डनों के बाहर खराब हो रही थी। इन गार्डनों के बाहर दुपहिया और चार पहिया वाहनों की लाइन लगी थी। इस कारण उस रास्ते से निकलने वाले लोग परेशान होते देखें गए। कई गार्डनों के बाहर ही वाहन पार्क किए गए थे, इस कारण भी जाम लग रहा था। लेकिन इसको देखने वाला कोई नहीं था। न तो पुलिस नजर आ रही थी न हीं गार्डन के लोग दिखे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक आदेश में कहा है कि आरोपी की शिनाख्त परेड में अनावश्यक देरी ज़मानत मंजूर करने का आधार हो सकती है। क्योंकि यह विधि का स्थापित सिद्धांत है कि जब तक कोई व्यक्ति विधिपूर्वक दोषी साबित न हो जाए, उसे निर्दोष माना जाए। यह सिद्धांत ज़मानत नियम और जेल अपवाद के सिद्धांत का आधार है। यह टिप्पणी न्यायमूर्ति कृष्ण पहल ने भदोही के चर्चित प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह हत्याकांड में बतौर शूटर आरोपी जुनैद की जमानत मंजूर करते हुए की। याची की ओर वरिष्ठ अधिवक्ता कमल कृष्ण व श्यामल कुमार प्रयागी का कहना था कि याची एफआईआर में नामजद नहीं था। उसे बाद में अभियुक्त बनाया गया। शिनाख्त परेड घटना के 54 दिन बाद कराई गई, जो सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत के अनुसार मान्य नहीं है। इसके अलावा शिनाख्त परेड से पूर्व ही याची को बेपर्दा कर दिया गया था। गिरफ्तारी के समय मीडिया चैनलों और अखबारों में उसकी फोटो प्रकाशित हो गई थी। ऐसे में उसके बाद कराई गई शिनाख्त परेड दूषित है। अपर शासकीय अधिवक्ता का कहना था कि याची इनामी अपराधी है। उसे पुलिस ने बड़ी मेहनत के बाद मुंबई से गिरफ्तार किया। ज़मानत पर रिहा करने पर मुकदमे के ट्रायल पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णयों का हवाला देते हुए जमानत अर्जी मंजूर कर ली। मामले के तथ्यों के अनुसार इंद्र बहादुर ने 21 अक्टूबर 2024 को प्राथमिकी दर्ज कराई कि उसके भाई योगेंद्र बहादुर सिंह इंद्र बहादुर इंटर कॉलेज भदोही में प्रिंसिपल थे। घटना वाले दिन वह अपनी कार से कॉलेज के लिए घर से निकले थे। कुछ दूर बाइक सवार दो लोगों ने कार रोककर उन्हें गोली मार दी। अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पीलीभीत में संदिग्ध हालात में युवक की मौत:परिजनों ने जताई अनहोनी की आशंका, घर से टैंपो लेकर निकले थे
पीलीभीत। न्यूरिया थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में रहने वाले 44 वर्षीय विनोद कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची न्यूरिया पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजन रो-रोकर बेहाल हैं। विनोद कुमार पुत्र घासीराम टेंपो चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। उनके चचेरे भाई सौरभ कुमार ने बताया कि शुक्रवार को पड़ोस के कुछ लोग एक कार्यक्रम में जाने के लिए विनोद से सितारगंज के भगनैरा तक चलने की बात कहकर उन्हें अपने साथ ले गए थे। विनोद अपना टेंपो लेकर उनके साथ निकल पड़े। अस्पताल जाते समय मौत हुई सौरभ के मुताबिक रात में उन्हें जानकारी मिली कि विनोद की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। परिजनों ने जब पड़ोसियों से फोन पर बात की, तो उन्होंने बताया कि विनोद अचानक जमीन पर गिर पड़े थे और चोटिल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए पीलीभीत लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। शनिवार सुबह परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा भरवाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष सुभाष मावी ने बताया कि मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
कौशांबी के सैनी कोतवाली क्षेत्र में शनिवार रात एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। अझुवा हाईवे पर तेज रफ्तार पिकअप ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मृतक की पहचान सैनी कोतवाली क्षेत्र के ककराली का मजरा धुमई गांव निवासी सोनू पाल (26) पुत्र इंद्रपाल के रूप में हुई है। सोनू किसी काम से अझुवा बाजार आया था और अपना काम निपटाकर घर लौट रहा था। अझुवा बाजार में कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही एक तेज रफ्तार पिकअप ने सड़क पार करते समय सोनू की बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सोनू की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना अझुवा चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक लिखा-पढ़ी के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। सोनू की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और परिजन रोते-बिलखते घटनास्थल पर पहुंचे। सैनी थाना पुलिस अब घटना को अंजाम देने वाली पिकअप की तलाश कर रही है। इसके लिए हाईवे पर लगे आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
भरतपुर के सेवर थाना इलाके में दर्दनाक हादसा हो गया। थार गाड़ी और एक श्रधालुओं से भरी ईको वैन की आमने सामने भिड़ंत हो गई। घटना में ईको सवार एक महिला और ड्राइवर की मौत हो गई। एक्सीडेंट के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने थार में सवार युवकों की पिटाई कर दी। थार गाड़ी हरियाणा नंबर की थी। इसके अलावा ईको वैन में सवार 8 लोग घायल हो गए। थार सवार लोगों की स्थानीय लोगों ने की पिटाई घटना 9 बजे की है। जयपुर के फागी इलाके के 9 लोग ईको वैन में सवार होकर वृंदावन दर्शन के लिए जा रहे थे। सेवर थाना इलाके के अखड्ड चौराहे के पास एक थार गाड़ी ने ईको वैन को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। एक्सीडेंट में ईको गाड़ी आगे से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने थार में सवार युवकों की पिटाई कर दी। साथ ही घटना की सूचना पुलिस और एम्बुलेंस को दी गई। दो की मौत, 8 घायल मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने सभी घायलों को तुरंत आरबीएम अस्पताल पहुंचाया। जहां नीतू (24) निवासी फागी और ईको वैन के ड्राइवर अशोक को मृत घोषित कर दिया गया। साथ ही जीतू, ललिता, रेखा, नीतू, अशोक, नीलू, किशनी, सीता को घायल हालत में आरबीएम अस्पताल में भर्ती किया गया है। सुबह होगा शवों का पोस्टमार्टम सेवर थाना पुलिस ने दोनों मृतकों के शवों को मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। घायलों और मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। सुबह दोनों शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
दुर्ग जिले में 40 से अधिक रेलकर्मियों से 77 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। रेलवे के चतुर्थ श्रेणी गैंगमैन राहुल कुमार ने अपने सहकर्मियों को शेयर बाजार में उच्च मुनाफे का लालच देकर लाखों रुपये जमा कराए और फिर अपनी पत्नी के साथ फरार हो गया। यह घटना मोहन नगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 318(4) और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि राहुल कुमार ने अपने सहकर्मियों को शेयर मार्केट में निवेश पर हाई रिटर्न का झांसा दिया था। वह प्रति लाख रुपये निवेश पर 10 हजार रुपये मासिक और 10 लाख रुपये निवेश पर 1 लाख रुपये मासिक रिटर्न का वादा करता था। शुरुआत में उसने छोटे निवेशकों को लगभग एक साल तक नियमित भुगतान किया, जिससे कर्मचारियों का विश्वास मजबूत हुआ। डोंगरगढ़ से बिलासपुर तक के रेलकर्मियों को ठगा विश्वास होने के बाद, राहुल ने बड़े निवेश आकर्षित करना शुरू किया। डोंगरगढ़ से बिलासपुर तक कार्यरत कई रेलकर्मियों ने 3 लाख, 5 लाख, 10 लाख और 15 लाख रुपये तक का निवेश किया। चूंकि राहुल खुद रेलवे का कर्मचारी था और पीड़ित उसे लंबे समय से जानते थे, इसलिए किसी को उसकी योजना पर संदेह नहीं हुआ। पुलिस के अनुसार, लाखों रुपये जमा करने के बाद राहुल अचानक गायब हो गया। उसकी पत्नी भी उसके साथ फरार है। उसे आखिरी बार रायपुर एयरपोर्ट पर देखा गया था, जिसके बाद से उसका मोबाइल बंद है और उसकी कोई लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। इस मामले में रेलवे कर्मचारी संघ ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस टीम आरोपी के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है और बैंक खातों, लेनदेन और कॉल डिटेल्स की जांच कर रही है। ठगी का यह मामला तेजी से सुर्खियों में आ गया है क्योंकि एक सरकारी कर्मचारी द्वारा अपने ही विभाग के साथियों को निशाना बनाया गया है। पीड़ितों का कहना है कि कई लोगों ने अपनी जमा पूंजी और कर्ज लेकर निवेश किया था। सभी ने उम्मीद जताई है कि पुलिस जल्द आरोपी तक पहुंचेगी और रकम की रिकवरी होगी।
प्रतापगढ़ में शनिवार रात चुनावी रंजिश में दो पक्षों में जमकर मारपीट और फायरिंग हुई। गले में गोली लगने से पूर्व प्रधान के बेटे की मौत हो गई। जबकि उसके भाई की हालत गंभीर है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के बाद गांव में तनाव है। पुलिस फोर्स तैनात है। मामला कुंडा कोतवाली क्षेत्र के सरियावा गांव का है। यहां के 2 परिवारों के बीच लंबे समय से पुरानी रंजिश चल रही है। शनिवार रात करीब 9 बजे दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई। फिर मारपीट और फायरिंग होने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा- गोलीबारी में पूर्व प्रधान गुड्डू के बेटे मोहम्मद फुरकान (20) को गले में गोली लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके भाई एहतेशाम उर्फ साहिल भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद परिजन और ग्रामीण दोनों घायलों को कुंडा सीएचसी ले गए। डॉक्टरों ने फुरकान को मृत घोषित कर दिया, जबकि गंभीर रूप से घायल साहिल को प्राथमिक उपचार के बाद प्रयागराज रेफर कर दिया गया। युवक की मौत के बाद अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई और परिजनों ने पुरानी रंजिश को हमले का कारण बताया। गांव में तनाव के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है। सूचना मिलते ही एएसपी पश्चिमी बृजनंदन राय और कुंडा कोतवाल अवन दीक्षित पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। दोनों पक्षों से पूछताछ शुरू की। पुलिस के अनुसार, मामूली विवाद की आड़ में हत्या की आशंका जताई जा रही है। -------------------------- ये खबर भी पढ़िए... कश्मीर से आए फौजी समेत 3 दोस्तों की मौत, अमेठी में 100 की स्पीड में बुलेट ट्रक में टकराई अमेठी में ट्रक और बुलेट की टक्कर हो गई। हादसे में फौजी समेत तीन दोस्तों की मौत हो गई। तीनों शादी समारोह से लौट रहे थे। बुलेट की स्पीड 100 के करीब थी। ट्रक सड़क पर खड़ा था।उन्होंने बचने के लिए बुलेट की ब्रेक मारी, लेकिन ट्रक से टक्कर हो गई। पूरी खबर पढ़िए...
हाथरस में सड़क हादसे में युवक की मौत:गुस्साए लोगों ने लगाया जाम, परिजनों का हंगामा
हाथरस के सिकंदराराऊ में शनिवार रात एक सड़क हादसे में एक युवक की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दुर्घटना नगला ढक के पास हुई, जब एक अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। मृतक की पहचान 40 वर्षीय राजकुमार पुत्र प्रेमवीर के रूप में हुई है, जो अलीगढ़ जिले के रामनगर, थाना गंगीरी का निवासी था। घायल हुए दोनों युवक भी राजकुमार के साथ सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के बाजिदपुर गांव के पास एक ईंट भट्ठे पर काम करते थे। पुलिस के अनुसार, राजकुमार और उसके दो साथी रात करीब 9 बजे बाइक से वापस लौट रहे थे। इसी दौरान एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। हादसे के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और हंगामा किया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और करीब आधे घंटे की समझाने के बाद जाम खुलवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
मुरादाबाद। पुलिस और राज्य कर विभाग की संयुक्त टीम ने करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी करने वाले एक बड़े फर्जीवाड़ा गैंग का भंडाफोड़ किया है। एसओजी, सर्विलांस और संयुक्त आईटी टीम की कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मेरठ निवासी इम्तियाज मलिक और शाहजहांपुर निवासी इफ्तेखार आलम उर्फ दानिश कबाड़ी के रूप में हुई है। उनके पास से आठ एटीएम कार्ड, तीन आधार कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। पुलिस लाइन सभागार में एसपी क्राइम ने बताया कि दोनों आरोपी लंबे समय से फर्जी रजिस्ट्रेशन आईडी, ई-वे बिल और इनवॉयस बनाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी कर रहे थे। जांच में पता चला कि आरोपियों ने दो फर्जी फर्में खड़ी कर रखी थीं, जिनके माध्यम से बड़ा कारोबार दिखाकर जीएसटी चोरी की जा रही थी। पूछताछ में इम्तियाज ने बताया कि वर्ष 2022 में उसका टायर और वॉशिंग मशीन का व्यवसाय बंद हो गया था। इसके बाद वह दिल्ली में सक्रिय ऐसे गिरोहों के संपर्क में आया जो पैसे लेकर फर्जी जीएसटी आईडी और ई-वे बिल उपलब्ध कराते हैं। इन्हीं के जरिए उसने लगभग छह करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की। दूसरा आरोपी इफ्तेखार फर्जी आईडी पर बने खातों का संचालन करता था और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराता था। दोनों मिलकर फर्जी दस्तावेजों का जाल तैयार कर नकली व्यापार का भ्रम पैदा कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, इस गैंग ने करीब चार से पांच करोड़ रुपये की अवैध कमाई की है। इस मामले में कई और लोगों की संलिप्तता की जांच जारी है, जिसमें दिल्ली स्थित कॉल सेंटर संचालकों की भूमिका भी सामने आ सकती है। यह पूरा फर्जीवाड़ा तब उजागर हुआ जब पिछले महीने राज्य कर विभाग ने दो ट्रकों को लोहे की आड़ में जीएसटी चोरी करते पकड़ा था। इस मामले में एके एंटरप्राइजेज के स्वामी अंकित कुमार द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया था। विभाग की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने 860 करोड़ रुपये के टर्नओवर में लगभग 360 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की।
किशोरी की संदिग्ध मौत, परिजनों ने किया हंगामा:ग्राम प्रधान पक्ष पर हत्या का आरोप, 3 घंटे बाद शव दफन
मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के उलधन गांव में एक किशोरी की संदिग्ध मौत के बाद तनाव फैल गया। शुक्रवार शाम ग्राम प्रधान के घर में किशोरी का शव दुपट्टे से लटका मिला था। पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या बताया था। हालांकि, शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि किशोरी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी हत्या कर शव को लटकाया गया है। उन्होंने ग्राम प्रधान और किशोरी के कथित प्रेमी दीपांशु उर्फ लाला पुत्र मंगू समेत सात लोगों पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। परिजनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को दफनाने से इनकार कर दिया। उन्होंने पंचायतघर के सामने हंगामा शुरू कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए खरखौदा, किठौर और मुंडाली समेत तीन थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। सीओ किठौर प्रमोद कुमार, थाना प्रभारी खरखौदा राजपाल सिंह और एसएसआई सतीश सहित अन्य अधिकारियों ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। करीब तीन घंटे तक चले हंगामे के बाद, पुलिस ने परिजनों को सभी नामजद आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन शांत हुए और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किशोरी के शव को दफनाया गया। थाना प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि ग्राम प्रधान, दीपांशु उर्फ लाला और पांच अन्य लोगों के खिलाफ परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। पुलिस टीमें आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ब्यावर-पाली मार्ग पर सेलीबेरी मोड़ के पास शनिवार शाम एक बस और डम्पर की टक्कर हो गई। इस हादसे में भावनगर से लौट रहे पर्यटकों की बस में सवार 40 यात्रियों में से 8 घायल हो गए। घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर रूप से घायल पुरुषोत्तम पुत्र किशोर (40) को प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर रेफर किया गया है। दो अन्य घायलों को अमृतकौर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि शेष घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। बस में सवार घायल बस मालिक चिराग पुत्र छीतर (39) ने बताया कि सभी यात्री 11 नवंबर की रात को भावनगर से धार्मिक यात्रा पर निकले थे। उन्होंने डाकोर, ओंकारेश्वर, उज्जैन, वाराणसी, चित्रकूट, अयोध्या, प्रयागराज, हरिद्वार और गोकुलधाम की यात्रा की थी। पुरुषोत्तम के कहने पर यात्रा जल्दी समाप्त करने का निर्णय लिया गया था, क्योंकि उसकी बहन की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे मांगलियावास के पास भोजन करने के बाद सभी यात्री पुनः रवाना हुए थे। सेन्दड़ा बाइपास पार करते समय सेलीबेरी चौराहे पर एक तेज रफ्तार डम्पर ने अचानक ब्रेक लगा दिए, जिससे बस डम्पर के पिछले हिस्से से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का कंडक्टर साइड वाला पूरा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के बाद बस ड्राइवर मौके से फरार हो गया। घायलों में मेहु (19) पुत्र राहु, जयदीप (30) पुत्र राहु, मंगेश (40), नानजी (20), बस मालिक चिराग (39) पुत्र छीतर और मनीष पुत्र जीवा भाई शामिल हैं। सूचना मिलते ही बर टोल टैक्स की एम्बुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को राजकीय अमृतकौर अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
कांग्रेस ने बसेड़ी विधायक संजय जाटव को धौलपुर कांग्रेस का नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी संगठन के अनुसार कुल 50 जिलों में से 5 जिलाध्यक्षों की घोषणा अभी बाकी है। कई जिलों में मौजूदा विधायकों को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। संजय जाटव धौलपुर की बसेड़ी विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हैं। उन्होंने वर्ष 2023 में बसेड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। इससे पहले वे करौली-धौलपुर लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें वहां हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस विधायक और नवनियुक्त जिलाध्यक्ष संजय जाटव को एक तेज-तर्रार नेता माना जाता है। उन्होंने पूर्व में भी कई बार जनता के मुद्दों को उठाने के लिए संघर्ष किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने प्रदेश में हो रहे मतदाता सूची के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया को लेकर अफसरों के साथ मीटिंग की है। उन्होंने सभी रोल प्रेक्षक/मण्डलायुक्त, समस्त जिला निर्वाचन अधिकारी एवं नगर आयुक्त को वीडियो कॉफ्रेसिंग के माध्यम से एसआईआर के कार्यों मे तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी बीएलओ को प्रशिक्षित, प्रोत्साहित कर एवं उनका मनोबल बढ़ाते हुए कार्य कराया जाए। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी मण्डलायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अपने क्षेत्रों में एसआईआर के कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि जिला संपर्क केंद्रो (DCC) में कार्यरत कार्मिक पूर्णतया प्रशिक्षित एंव एसआईआर की पूरी प्रक्रिया से भिज्ञ हों और इन केंद्रो में आवश्यकतानुसार टेलिफोन लाइनों की उपलब्धता रहे, जिससे आने वाले कॉल एंव जिज्ञासाओं का शीघ्र समाधान किया जा सके। शहरी क्षेत्रों में नगरीय निकाय कार्यालयों में मतदाताओं को गणना प्रपत्र भरने में सहयोग करने के लिए हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएं एंव इन सभी क्षेत्रों में कैंप भी लगाए जाएं। उन्होंने गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश में 2.18 करोड़ से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन हुआ है। चित्रकूट, औरैया, फिरोजाबाद, मुरादाबाद और सहारनपुर आदि जनपदों ने लगभग 20 से 30 प्रतिशत तक डिजिटाइजेशन कार्य को पूर्ण कर लिया है। उन्होंने कम प्रगति वाले जिलों को डिजिटाइजेशन के कार्य में तेजी लाने के लिए बीएलओ के कार्यो की नियमित मॉनिटरिंग करने, साथ ही “बुक अ कॉल विद बीएलओ” ऐप के लंबित प्रकरणो को 48 घंटे से पहले निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त जिला अधिकरियों को अपने एक्स अकाऊंट को ग्रे टिक कराने को कहा, ग्रे टिक वास्तविक एवं वैरिफाड अकाऊंट होने का सूचक है, इससे किसी भी प्रकार के भ्रम व अफवाह होने की संभावना नहीं रहती। उन्होंने सोशल मीडिया में भ्रामक व नकारात्मक खबर फैलाने वालों की सख्त निगरानी करने और ऐसी भ्रामक और गलत सूचना का तत्काल तथ्यपरक जवाब देने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों को गणना प्रपत्रों के वितरण एवं संग्रह की स्थिति की जानकारी हेतु निरीक्षण करने के निर्देश दिए। हर हाल में ये सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी मतदाता गणना प्रपत्र पाने से वंचित न रहे। उन्होंने सभी बीएलओ को गणना प्रपत्र भरवाने में सहयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी राजनैतिक दलों ने भी 04 लाख से अधिक अपने बीएलए नियुक्त किए हैं, जो मतदेय स्थलों में बीएलओ का सहयोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त मतदाताओं को 04 दिसंबर तक अपना गणना प्रपत्र सही विवरण भरकर बीएलओ को देना है, जिससे 09 दिसंबर को मतदाता सूची के आलेख्य प्रकाशन में कोई भी मतदाता न छूटे। ऑनलाइन माध्यम से भी गणना प्रपत्र को भरने के लिए लोगों को जागरुक करें तथा प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एंव सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी संबधित वीडियो, पोस्टर एवं प्रेस विज्ञप्ति प्रसारित की जाएं।
डूंगरपुर में कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष की घोषणा कर दी गई है। डूंगरपुर विधायक और राजस्थान आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा को डूंगरपुर कांग्रेस की कमान सौंपी गई है। वे 39 साल बाद डूंगरपुर कांग्रेस के दूसरे अनुसूचित जनजाति (ST) जिलाध्यक्ष होंगे। राजस्थान कांग्रेस ने देर शाम को जिलाध्यक्षों की घोषणा की। डूंगरपुर से विधायक गणेश घोघरा को अब जिलाध्यक्ष की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। वे वर्तमान में राजस्थान आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। गणेश घोघरा डूंगरपुर विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। विधायक बनने से पहले वे सरपंच रह चुके हैं और वर्तमान में उनकी पत्नी सरपंच हैं। आदिवासी वोट बैंक में उनकी मजबूत पकड़ को देखते हुए उन्हें जिलाध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। डूंगरपुर से वे अकेले ही कांग्रेस के विधायक भी हैं। कांग्रेस ने 39 साल बाद डूंगरपुर में किसी अनुसूचित जनजाति के नेता को जिलाध्यक्ष बनाया है। इससे पहले 1980 से 1986 तक सागवाड़ा के भीखा भाई कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे थे। उनके बाद किसी एसटी नेता को यह मौका नहीं मिला था। हालांकि, 2005 से 2012 तक डॉ. शंकर यादव अनुसूचित जाति (SC) से जिलाध्यक्ष रहे थे।
दुर्ग जिले के पुलगांव थाना पुलिस ने 'ऑपरेशन विश्वास' के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। इस मामले में तीन युवकों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया गया है, जो स्कूटी से गांजा की डिलीवरी करने निकले थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 3 किलोग्राम गांजा, एक बिना नंबर की स्कूटी, मोबाइल फोन और 4,000 रुपये नकद जब्त किए हैं। यह कार्रवाई नशा तस्करों के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। यह घटना 21 नवंबर 2025 की है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि अभिनंदन पैलेस के पीछे रास्ते में दो व्यक्ति खड़े हैं और काले रंग की बिना नंबर की स्कूटी पर बैठे दो अन्य लोग नदी रोड की ओर गांजा की सप्लाई ले जाने वाले हैं। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलगांव पुलिस की टीम ने तत्काल घेराबंदी की। पुलिस ने संदिग्धों को हिरासत में लेकर तलाशी ली, जिसमें उनके थैलों से गांजा बरामद हुआ। पूछताछ और सबूतों के आधार पर पुलिस ने वामन यादव (20), मुकेश वर्मा (19), योगेश साहू (24) और एक विधि से संघर्षरत बालक को गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(ख) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
मेरठ के आयुष्मान अस्पताल में जबड़े का गलत ऑपरेशन करने के मामले में सीएमओ डॉ अशोक कटारिया द्वारा जांच टीम गठित कर दी गई है । उनका कहना है कि जांच के आधार पर ही कारवाई की जाएगी। परिजनों द्वारा आरोप था कि दाहिने की जगह मरीज का बांए जबड़े का ऑपरेशन कर दिया गया। डेंटल सर्जन और एसीएमओ रहेंगे टीम में सीएमओ डॉ अशोक कटारिया ने बताया कि क्योंकि मामला दांत से जुड़ा है इसलिए जांच टीम में एक डेंटल सर्जन और एक सीएमओ ऑफिस से एसीएमओ डॉ महेश चंद्र को नामित किया गया है। इन्हीं के द्वारा सौंपी जाने वाली जांच के आधार पर कारवाई होगी। अब देखिए क्या था पूरा मामला हसनपुर कला निवासी मरीज हिमांश के परिजनों ने बताया था कि कुछ दिन पहले उनके मरीज का एक्सीडेंट होने के कारण उसका इलाज आयुष्मान हॉस्पिटल में चल रहा था। इसमें उसके दाहिने जगड़े का ऑपरेशन होना था। डॉक्टरों ने लापरवाही से इलाज करते हुए मरीज का बांए जबड़े का ऑपरेशन कर दिया था। इसमे शिकायत के आधार पर सीउमओ द्वारा जांच टीम गठित की गई है।
संभल में बरातियों से भरी एक पिकअप और ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर में पिकअप चालक की मौत हो गई। इस हादसे में आठ अन्य बराती घायल हो गए। पिकअप में कुल 30 लोग सवार थे। यह सड़क हादसा शनिवार रात करीब 8:30 बजे संभल जिले की गुन्नौर तहसील के थाना रजपुरा क्षेत्र में गंवा-बबराला रोड पर स्थित गांव देवपुरा के पास हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप के परखच्चे उड़ गए। मृतक पिकअप चालक की पहचान हरिओम यादव (30) पुत्र रामेश्वर यादव के रूप में हुई है, जो गांव सौंधन मौहम्मदपुर, थाना कैलादेवी, संभल का निवासी था। शनिवार शाम 6 बजे गांव सौंधन निवासी होतीलाल के बेटे शंभू की बारात थाना रजपुरा क्षेत्र के गांव रसूलपुर जा रही थी। इसके एक घंटे बाद गांव के 30 लोग पिकअप में सवार होकर निकले थे। सूचना मिलने पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। घायलों में भोजराज, सोपाली, योगेश, धर्मेंद्र, पुष्पेंद्र, हरिओम, भूरे और नत्थू शामिल हैं, सभी सौंधन गांव के निवासी हैं। पिकअप चालक हरिओम की हालत गंभीर थी, उसे प्राथमिक उपचार के बाद मुरादाबाद रेफर किया गया था। हालांकि, मुरादाबाद ले जाते समय संभल के पास रास्ते में उसकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष निशांत कुमार राठी ने बताया कि सड़क हादसे में पिकअप चालक की मौत हुई है, जबकि घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। हरिओम की मौत की खबर से शादी वाले घर और मृतक के परिवार में शोक का माहौल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट नाथ कॉरिडोर के निर्माण में आ रहीं छिटपुट बाधाएं दूर हो गई हैं। कमिश्नर भूपेंद्र एस चौधरी के निर्देश पर उपनिदेशक पर्यटन रविंद्र कुमार ने धार्मिक स्थलों पर निर्माण कार्यों को गति दी है। फरवरी 2026 तक नाथ कॉरिडोर के कई धार्मिक स्थलों के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य है। शहर के सात प्रमुख नाथ स्थलों पर एक साथ चल रही 50 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं धार्मिक पर्यटन के नए द्वार खोल रही हैं। योगी सरकार का उद्देश्य सिर्फ मंदिरों का सौंदर्यीकरण नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत से युवाओं को जोड़ना और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित करना है। बरेली की पहचान सदियों से एक महत्वपूर्ण नाथ तीर्थ के रूप में रही है। अब योगी सरकार इस विरासत को व्यवस्थित, आधुनिक और विश्वस्तरीय स्वरूप देने में जुटी है। हाल ही में बड़ी धनराशि जारी होने के बाद नाथ कॉरिडोर के सभी स्थलों पर निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो चुका है। अलखनाथ, तपेश्वर नाथ, पशुपतिनाथ, धोपेश्वर नाथ, वनखंडी नाथ, त्रिवटीनाथ, तुलसी मठ और कावड़ स्थल को एक ही सर्किट में जोड़ा जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक स्थल पर आधुनिक विकासपरक सुविधाएं, सौंदर्यीकरण और यात्री सुविधाओं के विस्तार को गति मिली है। नाथनगरी में आध्यात्मिक पर्यटन की नई धारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप बरेली को प्रमुख नाथ पर्यटन केंद्र बनाया जा रहा है। कावड़ मार्ग, प्राचीन शिवधाम, नाथ परंपरा की धरोहर और वैदिक अध्ययन स्थलों को जोड़कर महादेव धार्मिक सर्किट तैयार किया जा रहा है, जो श्रद्धालुओं, युवाओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। बदायूं रोड पर बन रहे कावड़ स्थल को 4 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है, जिसमें सरकार की ओर से 2 करोड़ रुपए अवमुक्त किये जा चुके हैं। सावन में लाखों शिवभक्तों की भीड़ को देखते हुए यहां विशाल हॉल, पुरुष–महिला परिसर, विश्राम स्थल और बेहतर सुविधाओं का निर्माण तेजी से जारी है। यह पूरा इलाका धार्मिक पर्यटन का प्रवेश द्वार बनेगा। बरेली बन रहा आध्यात्मिक पर्यटन का नया केंद्र नाथनगरी में 50 करोड़ की परियोजनाओं से भव्य और सुसज्जित हो रहे धार्मिक स्थल आस्था, रोजगार और विरासत का संगम: मुख्यमंत्री योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट बदल रहा तस्वीरकावड़ स्थल से अलखनाथ मंदिर तक: नाथनगरी में योगी मॉडल का दिख रहा असरकमिश्नर के निर्देश पर पर्यटन विभाग ने वनखंडीनाथ और अलखनाथ में निर्माण की अड़चने दूर कराईं प्रमुख परियोजनाएं वनखंडीनाथ प्राचीन मंदिर: 582.08 लाख रुपए से धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। फ्लोरिस्ट दुकानें और प्रसाद केंद्र के साथ इसका स्वरूप पूरी तरह बदलने जा रहा है। तपेश्वर नाथ मंदिर: 836.98 लाख रुपए से मुख्य प्रवेश द्वार, विशाल स्टेज, भंडारा हाल और नए प्रसाद केंद्र के साथ इसे महादेव सर्किट में शामिल किया जा रहा है। धोपेश्वर नाथ: 771.50 लाख रुपए से परिसर में पार्किंग, लाइब्रेरी, फ्लोरिस्ट शॉप और आकर्षक लैंडस्केपिंग के साथ यह स्थान पर्यटक अनुकूल धार्मिक केंद्र बन रहा है। तुलसी मठ: 971.74 लाख रुपए से वैदिक लाइब्रेरी, मुख्य द्वार, मंच और धर्मशाला के साथ इस स्थल को वैदिक शोध और आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। पशुपतिनाथ मंदिर: 298.93 लाख रुपए से संरचनात्मक कार्यों के जरिए इसकी प्राचीनता को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़ा जा रहा है। मुख्य द्वार के साथ फोकस वाल का भी निर्माण कराया जा रहा है। अलखनाथ मंदिर: 1167.40 लाख रुपए से विकसित हो रहा यह स्थल नाथ कॉरिडोर का मुख्य हिस्सा है। वैदिक लाइब्रेरी, आस्था पथ, भव्य द्वार और विस्तृत लैंडस्केपिंग के साथ यह बरेली का सबसे विकसित धार्मिक स्थल बनेगा। त्रिवटीनाथ मंदिर: 655.65 लाख रुपए से प्रसाद केंद्र, फ्लोरिस्ट शॉप और विशाल सत्संग मंडप का निर्माण हो रहा है, जिससे यह स्थल भक्तों की सुविधाओं का आदर्श मॉडल बनेगा। युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर नाथ कॉरिडोरकी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद बरेली में धार्मिक पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ेगी। इससे होटल, परिवहन, ट्रैवल, भोजनालय, फूल, प्रसाद और स्थानीय व्यापार में बड़ा उछाल आएगा। हजारों युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर खुलेंगे और बरेली की पहचान एक विकसित नाथ तीर्थ और आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि नाथ परंपरा उत्तर भारत की सांस्कृतिक रीढ़ है। नाथनगरी को उसी गरिमा के अनुरूप विकसित किया जा रहा है। नाथ कॉरिडोरमें हो रहा तेज रफ्तार विकास इसी विजन का प्रमाण है।
बदायूं में मासूम की गला दबाकर हत्या कर दी गई। पिता–पुत्र ने नाली विवाद में बच्चे को मिठाई देने के बहाने घर बुलाया। गला दबाकर मार डाला और घर में दफना दिया। बच्चे की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस बच्चे को तलाश कर रही थी। जिस कारण आरोपी डर गए। बच्चे के शव को निकाल कर प्लॉट में फेंक दिया। पुलिस ने शव बरामद कर जांच शुरू की। गांव के आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने तीन साल पुरानी रंजिश में हत्या की बात कबूल की। मामला उझानी कोतवाली क्षेत्र का है। अब जानिए पूरा मामला... नझियाई चटईया कॉलोनी के रहने वाले राजमिस्त्री अंबर का 9 साल का बेटा शुभान 16 नवंबर की शाम अचानक लापता हो गया था। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। दो दिन बाद 18 नवंबर को गुमशुदगी दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस व परिवार ने खोजबीन तेज कर दी। सफलता न मिलने पर अंबर अपने बेटे की तलाश में दिल्ली रवाना हो गए। प्लॉट में बच्चे का शव मिलने की सूचना मिली शनिवार सुबह कॉलोनी के खाली पड़े प्लॉट में बच्चे का शव मिलने की सूचना मिली। परिजन मौके पर पहुंचे तो शव शुभान का ही निकला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस ने घटना के खुलासे के लिए तीन टीमें लगाई। गांव वालों और परिजनों से पूछताछ की। इस दौरान गांव के एक परिवार से नाली विवाद की बात सामने आई। पता चला गांव के अरबाज और जाकिर बच्चे के साथ देखे गए हैं। शुभान को सोनपापड़ी देने के बहाने घर बुलाया एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने बताया– पुलिस टीमों ने कुछ ही घंटों में अरबाज पुत्र जाकिर और जाकिर पुत्र किफायत को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने शुभान की हत्या की बात कबूल कर ली। आरोपियों ने बताया कि अंबर से तीन साल पहले नाली से पानी निकासी को लेकर विवाद हुआ था। गाली-गलौज और मारपीट हुई थी। इसी बाद से परिवार में रंजिश थी। मैंने तभी से बदला लेने की ठान ली थी। बदला लेने की नीयत से 16 नवंबर को शुभान को सोनपापड़ी देने के बहाने घर बुलाया।गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने अपने घर में गड्ढा खोदकर शव दबा दिया था। जब पुलिस का दबाव बढ़ा और तलाश तेज हुई तो दोनों घबरा गए और शव को गड्ढे से निकालकर पास के खाली प्लॉट में फेंक दिया। -------------------------------------- ये खबर भी पढ़िए... चंद्रशेखर को गर्लफ्रेंड की धमकी- इंडिया आ रही...खत्म कर दूंगी:जिस मां-बाप ने प्यार दिया, उन्हें ही धमका रहे; अब ताकत दिखाऊंगी यूपी की नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर और उनकी कथित एक्स गर्लफ्रेंड डॉक्टर रोहिणी घावरी के बीच विवाद थम नहीं रहा है। रोहिणी का दावा है कि चंद्रशेखर ने उनके मां-बाप को जेल भिजवाने की धमकी दी। रोहिणी ने चंद्रशेखर को धोखेबाज, एहसान फरामोश आदमी बताया। पूरी खबर पढ़िए...
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की गई समर्थन मूल्य पर धान खरीदी व्यवस्था का अनुचित लाभ उठाने वाले कोचिया और दलालों पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है। राजस्व विभाग की सक्रियता से चकरभाठा में एक लाख रुपये मूल्य का लगभग 30 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया है। इसे एक व्यापारी ने खपाने के लिए अवैध रूप से संग्रहित कर रखा था। जिले में धान खरीदी अब गति पकड़ चुकी है और लगभग सभी उपार्जन केंद्र खुल गए हैं। किसान अपनी उपज समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसी बीच, कोचिया और दलाल भी अनुचित लाभ कमाने के उद्देश्य से अवैध रूप से धान खपाने के प्रयासों में सक्रिय हो गए हैं। अवैध रूप से रखे 75 बोरी धान जब्त इन दलालों और कोचियों के मंसूबों को विफल करने के लिए कलेक्टर संजय अग्रवाल ने प्रशासनिक टीमों को ऐसे तत्वों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के क्रम में चकरभाठा में साल की यह पहली बड़ी कार्रवाई की गई। बिल्हा एसडीएम के मार्गदर्शन में व्यापारी सुरेश पंजवानी 'धान वाला' के कब्जे से अवैध रूप से रखे 75 बोरी धान जब्त किया गया। व्यापारी दस्तावेज पेश नहीं कर सका जब्त किए गए धान की मात्रा लगभग 30 क्विंटल है, जिसकी सरकारी कीमत एक लाख रुपये से अधिक है। व्यापारी जांच टीम को इस धान से संबंधित कोई हिसाब या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। आशंका जताई जा रही थी कि इस धान को सांठगांठ करके किसी सहकारी समिति में खपाने की तैयारी थी, लेकिन इससे पहले ही प्रशासन ने इसे बरामद कर लिया। यह कार्रवाई मंडी अधिनियम के प्रावधानों के तहत की गई है। इस अभियान में बोदरी के तहसीलदार, खाद्य निरीक्षक और मंडी के कर्मचारी शामिल थे। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध धान खरीदी और बिक्री पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी।
गन्नौर मार्केट कमेटी में बीजेपी चेयरमैन और सचिव के बीच कार्यालय के कमरे को लेकर विवाद गहरा गया है। नवनियुक्त चेयरमैन द्वारा भूतल पर स्थित सचिव कक्ष को अपना कार्यालय बनाने की मांग के बाद मामला अब प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर तक पहुंच गया है। सचिव ने इसे लेकर मुख्य प्रशासक और स्थानीय विधायक को लिखित शिकायत भेजी है। हालांकि बीजेपी के चेयरमैन ने मामले में लगे आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि आरोप बेबुनियाद है और उनको मामले में कोई जानकारी नहीं है। चेयरमैन–सचिव में कमरे को लेकर तकरार तेज गन्नौर मार्केट कमेटी में नवनियुक्त चेयरमैन और सचिव के बीच कार्यालय आवंटन को लेकर तनाव बढ़ गया है। सचिव शिव कुमार राठी का आरोप है कि चेयरमैन भूतल पर स्थित उनके कक्ष को कब्जे में लेने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं, जबकि चेयरमैन के लिए ऊपरी मंजिल पर पहले से कमरा तैयार है। सचिव ने इस विवाद को गंभीर बताते हुए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक मामला पहुंचाया है। सचिव की शिकायत : भूतल वाला कमरा जरूरी, कर्मचारियों ने भी जताया विरोध शिव कुमार राठी ने अपनी शिकायत में कहा कि हाल में नियुक्त चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के लिए राज्यभर में कमरे तय किए गए हैं। इसके बावजूद गन्नौर चेयरमैन उनके कक्ष को खाली करवाने पर जोर दे रहे हैं। सचिव ने बताया कि ऊपरी तल पर विश्राम गृह में तीन खाली कमरे और एक मीटिंग हॉल है, जिसमें चेयरमैन के लिए कमरा पहले से मौजूद है। उन्होंने यह भी कहा कि भूतल पर सचिव का कार्यालय होने से किसानों, आढ़तियों और अन्य हितधारकों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सीधे पहुंचने में आसानी होती है। कर्मचारियों ने भी सचिव कक्ष खाली करवाने का विरोध जताया है। विधायक कादियान का बयान : “जिसको जो कमरा अलॉट, वही मिलेगा” हलका विधायक देवेंद्र कादियान ने पुष्टि की कि उनके पास भी शिकायत पहुंची है। उन्होंने कहा कि कमरे का आवंटन पूरी तरह सरकारी नियमों के अनुसार तय होगा और जिस अधिकारी के नाम कमरा दर्ज है, वह उसी का रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नियमों से हटकर किसी को कार्यालय नहीं दिया जा सकता। चेयरमैन निशांत छौक्कर ने आरोप खारिज किए नवनियुक्त बीजेपी के चेयरमैन निशांत छौक्कर ने सचिव के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें जिम्मेदारी दी है और वह वही कमरा लेंगे जो चेयरमैन के लिए अधिकृत है। उन्होंने कहा कि अभी उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया है और आगे सभी कार्य अधिकारी–कर्मचारियों के सहयोग से सुचारू रूप से किए जाएंगे
बिलासपुर में खूंटाघाट बांध से पानी की आपूर्ति बंद होने के बाद नगर निगम के कई वार्डों में पेयजल संकट गहरा गया है। शनिवार रात क्रांतिनगर, तारबाहर और तालापारा जैसे क्षेत्रों में पानी के टैंकर भेजे गए। ट्यूबवेल से पानी की टंकियां पूरी तरह भर नहीं पा रही हैं, जिससे लोगों को कम दबाव और अपर्याप्त पानी मिल रहा है। बिलासपुर में 300 करोड़ रुपये की अमृत मिशन योजना 2023 में पूरी की गई थी। यह योजना सतही जल (नदी और बांध के पानी) पर आधारित है और पिछले दो वर्षों से नगर निगम के 56 वार्डों में पेयजल की आपूर्ति कर रही है। खूंटाघाट बांध की नहर में रिसाव (सीपेज) की समस्या के कारण शुक्रवार से पानी की आपूर्ति रोक दी गई है। यह रिसाव गर्मियों में ही शुरू हो गया था, लेकिन तब मौसम को देखते हुए मरम्मत का काम टाल दिया गया था। अब मरम्मत के लिए ठंड का मौसम चुना गया है। शहर के 22 वार्डों में पानी की आपूर्ति प्रभावित शहर के 22 वार्डों में पेयजल आपूर्ति के लिए टंकियों का उपयोग किया जाता है। इन टंकियों को ग्रेविटी फोर्स से भरने के लिए बिरकोना की दो बड़ी टंकियों का इस्तेमाल होता था। आपूर्ति बंद होने के बाद, वार्डों की टंकियों को ट्यूबवेल से भरने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वे पूरी तरह भर नहीं पा रही हैं। बांध से आपूर्ति बंद होने के दूसरे दिन, शहर की कुछ टंकियां शाम तक केवल 40-50 प्रतिशत ही भर पाईं। इसके परिणामस्वरूप लोगों को कम दबाव और अपर्याप्त पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप ने बताया कि अयोध्या नगर में भी कम दबाव और पानी की कमी की शिकायतें मिली हैं। टंकियों पर नजर रखी जा रही, टैंकर सप्लाई नगर निगम के नल जल विभाग के प्रभारी अनुपम तिवारी ने बताया कि जल प्रदाय के लिए निर्धारित सभी टंकियों को भरने के लिए वार्ड के मोटर पंप व बूस्टर पंप का उपयोग किया जा रहा है तथा ऑपरेटरों से कहा गया कि वह जल स्तर की जानकारी दें। व्यापार विहार की टंकी भर नहीं पाई उन्होंने बताया कि व्यापार विहार की टंकी में पर्याप्त पानी नहीं भर पाने के कारण क्रांतिनगर, तारबाहर और तालापारा में टैंकर सप्लाई की गई। उन्होंने बताया कि 8 जोन को मिलाकर नगर निगम के पास 45 टैंकर हैं, जिनके जरिए जरूरत के मुताबिक पानी सप्लाई की जाएगी। नहर की रिपेयरिंग के लिए पानी सुखने का इंतजार खारंग डिविजन के एसडीओ पीएन श्रीवास्तव ने बताया कि खूंटाघाट बांध की दाईं तट नहर के आरडी 1300 मीटर से 1500 मीटर नहर बैक के विभिन्न भाग क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी का निरंतर रिसाव हो रहा है। इसकी मरम्मत करने के लिए बिलासपुर नगर निगम को सप्लाई शुक्रवार को बंद कर दी गई, लेकिन नहर से पूरा पानी अभी निकल नहीं पाया है। उन्होंने बताया कि पानी सूखने के बाद पुरानी कांक्रीट तोड़ कर नए सिरे से ढलाई की जाएगी। अनुमान है कि इसमें 15 दिन या इसके अधिक भी लग सकते हैं।
लखनऊ में 19वें राष्ट्रीय जम्बूरी की तैयारियों के बीच शनिवार को स्काउट्स-गाइड्स ने खराब और बासी भोजन पर जमकर हंगामा किया। दोपहर के समय छात्रों ने कैंप में परोसे गए भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए नाराजगी जताई। इसी बीच रविवार से दुनिया भर के स्काउट-गाइड्स के आगमन के साथ जम्बूरी का भव्य आयोजन शुरू होने जा रहा है, जिसका औपचारिक उद्घाटन 24 नवंबर को होगा। राष्ट्रीय जम्बूरी के आयोजन स्थल पर शनिवार दोपहर स्काउट्स और गाइड्स ने भोजन की गुणवत्ता पर कड़ा विरोध जताया। छात्रों का आरोप था कि उन्हें रात का बासी और खराब खाना परोसा गया, जो खाने लायक भी नहीं था। खराब भोजन के विरोध में कई कैडेट्स कैंप क्षेत्र के बाहर जमा हुए और आयोजकों के खिलाफ नारेबाजी की। आयोजकों ने तुरंत स्थिति को संभालते हुए भोजन की व्यवस्था की जांच कराई और खाने की क्वालिटी सुधारने का आश्वासन दिया। इसके बाद माहौल शांत हुआ और कैडेट्स वापस अपने निर्धारित कार्यक्रमों में लौटे। जम्बूरी का डायमंड जुबली आयोजन लखनऊ में 61 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद राष्ट्रीय जम्बूरी का डायमंड जुबली कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 23 से 29 नवंबर तक चलने वाला यह भव्य आयोजन देश-विदेश से आए हजारों स्काउट्स और गाइड्स की मौजूदगी में “सशक्त युवा, विकसित भारत” थीम पर आयोजित हो रहा है। रविवार से अगले सात दिनों तक लखनऊ स्काउट-गाइड गतिविधियों का वैश्विक केंद्र बनेगा। रविवार को स्काउट्स-गाइड्स का पंजीकरण शुरू होगा और शाम तक कैंप लगभग पूरी तरह आबाद हो जाएगा। जम्बूरी का औपचारिक उद्घाटन 24 नवंबर को किया जाएगा।
नीमच सिटी थाना क्षेत्र के केलुखेड़ा गांव में सरकारी 5 आरी जमीन पर कब्जे को लेकर काका और भतीजे के बीच चल रहा पुराना विवाद शनिवार शाम को मारपीट में बदल गया। इस दौरान भतीजे परमेश्वर बावरी पर उसके काका राजमल बावरी और चचेरे भाई मन्नालाल बावरी ने हमला कर दिया। परमेश्वर पिता सूरजमल बावरी ने बताया कि उनका खेत और उनके काका राजमल पिता रामाजी बावरी का खेत पास-पास में है। खेत की मेढ़ को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है, जिसके कारण राजमल उनसे रंजिश रखते हैं। रिश्तेदार समझौता कराने पहुंचे, उसी दौरान विवाद शनिवार शाम को परमेश्वर के फुफाजी राम सिंह पिता दुलीचंद बावरी (निवासी अरनिया देव) अपने बेटों सुरेश और राजेश के साथ दोनों पक्षों को समझाने के लिए खेत पर पहुंचे थे। फुफाजी ने परमेश्वर को फोन कर बुलाया था ताकि आपसी समझौता हो सके। परमेश्वर जब खेत पर पहुंचे, तो वहां फुफाजी, उनके बेटे और मन्नालाल पिता राजमल बावरी मौजूद थे। फुफाजी दोनों को मेढ़ के झगड़े से बचने की समझाइश दे रहे थे। इसी बीच, परमेश्वर सरकारी 5 आरी जमीन के अतिक्रमण की रसीद लेकर आया, जिस पर उनका वर्षों से कब्जा है। रसीद देखने के बाद मन्नालाल बावरी अपनी बात से पलट गया। उसने परमेश्वर को गालियां देना शुरू कर दिया और उसे खेत पर न आने देने की धमकी दी। जब परमेश्वर ने मना किया, तो मन्नालाल ने उस पर थप्पड़ों और घूंसों से हमला कर दिया। मारपीट के दौरान मन्नालाल के पिता राजमल बावरी भी मौके पर आ गए और उन्होंने भी परमेश्वर के साथ थप्पड़-घूंसों से मारपीट की। फुफाजी राम सिंह और उनके बेटों सुरेश और राजेश ने बीच-बचाव कर परमेश्वर को छुड़ाया। आरोपी मन्नालाल और राजमल वहां से जाते-जाते परमेश्वर को जान से मारने की धमकी भी दी। घटना के बाद परमेश्वर ने अपने फुफाजी और बेटे विशाल के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मन्नालाल बावरी और राजमल बावरी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
अयोध्या में राममंदिर पर ध्वजारोहण के लिए 25 नवंबर को आ रहे पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए गेस्ट हाउसों में बुकिंग रद्द करने का निर्देश दिया गया है। आमंत्रित अतिथियों को छोड़ सभी श्रद्धालुओं की गेस्ट हाउसों के लिए यह निर्देश लागू किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर पर ध्वजारोहण के मुख्य अतिथि पीएम नरेन्द्र मोदी के आगमन को ध्यान में रखकर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया जा रहा है। फूल प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अयोध्या विशेषतया राम मंदिर के 200 मीटर के दायरे में आने वाले गेस्ट हाउसों, होम स्टे व आश्रमों में आमंत्रित अतिथियों के कमरों को छोड़कर शेष श्रद्धालुओं के द्वारा 24 व 25 नवम्बर को कराई गयी अग्रिम बुकिंग को निरस्त करने का आदेश दिया है। व्यवस्था में लगे एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि उच्च स्तरीय आदेश के अनुपालन में यह निर्देश जारी किया गया है। बताया गया कि राम पथ पर सुबह 6 बजे से दोपहर ढाई बजे तक आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इस दौरान आमंत्रित अतिथियों के चिह्नित वाहनों के अतिरिक्त पैदल यात्रियों का आवागमन भी बंद रहेगा। बताया गया कि अपराह्न ढाई बजे के बाद पैदल यात्रियों के लिए राम पथ पर प्रतिबंधों को शिथिल कर दिया जाएगा लेकिन चार पहिया व दोपहिया वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित ही रहेगा। बताया गया कि इस दौरान कनक भवन, दशरथ राजमहल, रंगमहल व जानकी महल सहित विभिन्न मंदिरों में भगवान राम व उनके अनुजों की बारात निकाली जाएगी। इसके कारण राम पथ पर वाहनों का संचालन निषिद्ध रखा गया है।
आगरा के वीर सपूत शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता के बलिदान दिवस पर रविवार को सुरसदन सभागार में “एक शाम बलिदानी कैप्टन शुभम के नाम” कार्यक्रम भावनात्मक माहौल के बीच आयोजित हुआ। कार्यक्रम का आयोजन कैप्टन शुभम् फाउंडेशन द्वारा किया गया, जिसमें प्रख्यात लेखक, गीतकार एवं चित्रकार बाबा सत्यनारायण मौर्य ने काव्यपाठ ओर देशभक्ति गीत से समा बांध दिया। कार्यक्रम की शुरुआत कैप्टन शुभम गुप्ता के जीवन, संघर्ष और शौर्य पर आधारित वीडियो प्रस्तुति से हुई। इस दौरान उनके माता-पिता को शहादत पर मिले सरकारी सम्मान को भी स्क्रीन पर दोबारा दिखाया गया। वीडियो के दौरान सभागार में कई लोगों की आंखें नम हो गईं। इसके बाद मंच पर उपस्थित संगीत कलाकारों ने तबला, हारमोनियम और बांसुरी के साथ देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। इन गीतों ने पूरे माहौल को देशभक्ति के रंग में रंग दिया और हर तरफ तालियों की गूंज सुनाई देने लगी। कार्यक्रम का सबसे खास क्षण तब आया जब बाबा सत्यनारायण मौर्य मिलिट्री ड्रेस में ऑडियंस के बीच से देशभक्ति गीत गाते हुए मंच की ओर बढ़े। जैसे ही उनकी एंट्री हुई, पूरा सुरसदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उन्होंने मंच पर चढ़ने से पहले सभी से दोनों हाथ जोड़कर नमन किया और सभी का संबोधन किया। मंच पर पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले वीर सपूत शहीद भगत सिंह की लाइव पेंटिंग बनानी शुरू की। उनके ब्रश के हर स्ट्रोक के साथ दर्शकों में उत्साह और गर्व का भाव और गहराता गया। कुछ ही क्षण में भगत सिंह की आकर्षक पेंटिंग तैयार हो गई। जिसे देखकर पूरा सभागार एक बार फिर ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा। इसके बाद बाबा सत्यनारायण मौर्य ने देशभक्ति, राष्ट्रप्रेम और युवाओं की भूमिका पर आधारित प्रभावशाली काव्य पाठ प्रस्तुत किया। उनकी कविताओं में शहीदों का बलिदान, मातृभूमि के प्रति समर्पण और समाज की जिम्मेदारी जैसे विषय प्रमुख रूप से सामने आए। कार्यक्रम में सांसद राजकुमार चहर सहित भाजपा और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, सैनिक परिवार और बड़ी संख्या में युवा भी मौजूद रहे। इस अवसर पर सभी ने कैप्टन शुभम गुप्ता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
बुलंदशहर में एक दरोगा की दबंगई सामने आई है। एक महिला खुर्जा के नव दुर्गा मंदिर पुलिस चौकी पहुंची। पुलिस से कहने लगी- मेरा पति तमंचा लेकर घूमता है। इस पर दरोगा ने कहा- इधर आओ। जैसे कह रहा हूं, वैसे कहना। दरोगा ने महिला के सबसे पहले पूरा सीन समझाया। महिला को क्या कहना है, ये बात फिल्मी डायलॉग की तरह रटाया। फिर उसके पति को पास बुलाया। कमर में तमंचा खोसा और जेब में कारतूस डाल दिए। मामला खुर्जा कोतवाली क्षेत्र का है। पहले मामले को जानते हैं…उस्मानपुर गांव में अजय सोलंकी (40) अपनी पत्नी पूजा (35) के साथ रहता है। शनिवार रात करीब 9 बजे पूजा ने 112 पर पुलिस को सूचना दी कि उसका पति तमंचा लेकर घूम रहा है। इसके बाद वो नवदुर्गा मंदिर चौकी पहुंची। इस पर पति को पुलिस पकड़ लाई। अजय के पास से तमंचा बरामद हुआ। यहां चौकी प्रभारी मनीष कुमार ने फिल्मी अंदाज में सीन क्रिएट किया। उसकी पत्नी को बताया कि कैसे और क्या बोलना है? पढ़िए दरोगा ने महिला को पूरा सीन कैसे समझाया… दरोगा- सुनो, तुम इधर आ जाओ। हम पूछेंगे कि तुम्हारा नाम क्या है? नाम तेज बताना। पति का नाम क्या है? उम्र कितनी है? कहां की रहने वाली हो? क्या हुआ जब पूछूंगा तो कहना- ये मेरा पति है। तमंचा लेकर घूम रहा। जितना बोला है उतना ही कहना, ठीक है। ज्यादा बकवास नहीं। दरोगा महिला के पति से- तू कहना कि साहब गलती हो गई। पति- साहब ऐसे घूमा नहीं, लेकिन.... दरोगा- गलती हुई है या जानबूझकर लेकर घूम रहा। पति- हां, साहब बिल्कुल गलती हुई है। दरोगा- यही कहना है कि साहब गलती हो गई। मुझे माफ कर दो। अब नहीं करूंगा। इसके बाद दरोगा तमंचा लेकर महिला के पति की कमर में खोस देता है और कारतूस जेब में डाल दिए। दरोगा- आओ, दीवान जी इधर आ जाओ। इसके बाद एक सिपाही फोन से वीडियो बनाने लगता है। फिर दरोगा पूछताछ करने लगता है। दरोगा महिला से- क्या हुआ 112 पर क्यों सूचना दी थी आपने? महिला- साहब ये मेरा पति है। दरोगा- क्या नाम है तुम्हारा? महिला- पूजा। दरोगा- पूजा, क्या हुआ था? महिला- ये मुझे पिस्टल लेकर मारने की कोशिश कर रहे थे। दरोगा- पिस्टल कहा है? महिला- इसके पास है। दरोगा- तलाशी लो इसकी। तलाशी लेने के बाद दरोगा उसकी कमर से पिस्टल निकालता है। और कारतूस गिनता है। एक, दो, तीन, चार, पांच। दरोगा- क्यों लेकर घूम रहा था तमंचा? पति- मैं जंगल में था, तो सुरक्षा के लिए लिया था। दरोगा- क्या नाम है तेरा? पति- अजय सोलंकी। दरोगा- ये तेरे को पता है नहीं है कि तमंचा रखना अपराध है? पति- आत्म सुरक्षा के लिए रखा था।------------------------- ये खबर भी पढ़ें...'मेरे सामने बच्चे की चोट पर फेवीक्विक लगाया':मेरठ में पिता बोले- मुझसे ही मंगवाया, भगवान किसी के बेटे को ऐसा दर्द न दें बच्चे का खून देखकर मैं घबरा गया था। जल्दी से अस्पताल भागा। अस्पताल स्टॉफ ने बताया- घाव गहरा है। उसे असहनीय दर्द हो रहा था। मैंने टांके का विकल्प पूछा। मुझे क्या पता था वे ऐसा करेंगे। मुझसे ही फेवीक्विक मंगाया। मेरे सामने ही बच्चे की आंख के ऊपर लगी चोट पर फेवीक्विक लगा दिया। ये कहना है ढाई साल के मासूम मनराज के पिता सरदार जसपिंदर सिंह का। मेरठ के सरदार जसपिंदर के बेटे की चोट पर भाग्यश्री अस्पताल में फेवीक्विक डाल कर चिपका दिया गया था। अस्पताल की इस लापरवाही की वजह से बच्चा रात भर दर्द से तड़पता रहा। उसकी तकलीफ बयां करते हुए पिता की आंखें भर आईं। पढ़ें पूरी खबर...
जिला निर्वाचन कार्यालय ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम को गति देने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत, शनिवार, 22 नवंबर से ऐसे बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) और उनके सहयोगियों को प्रतिदिन पुरस्कार दिए जाएंगे, जो अपने बूथ के शत-प्रतिशत मतदाताओं के गणना फार्म का डिजिटाइजेशन पूरा करेंगे। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, प्रतिदिन प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से एक बीएलओ और उसके सहयोगी का चयन किया जाएगा। यदि किसी विधानसभा क्षेत्र में एक से अधिक बूथ 100% डिजिटाइजेशन का लक्ष्य प्राप्त करते हैं, तो विजेता टीम का चयन लॉटरी के माध्यम से होगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी राघवेंद्र सिंह के निर्देश पर शुरू की गई इस पहल का मुख्य उद्देश्य बीएलओ में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और कार्य की गति व गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। चयनित बीएलओ और उनके सहयोगी को पुरस्कार के रूप में दो-दो मूवी टिकट और 500-500 रुपए के गिफ्ट वाउचर दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, मतदाताओं के सत्यापन और गणना पत्रकों के डिजिटाइजेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बीएलओ एवं सहयोगियों को कलेक्टर राघवेंद्र सिंह द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया जाएगा। इस नवाचार से जिले में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में तेजी आने और उसकी गुणवत्ता में सुधार होने की उम्मीद है।
एटा में खड़े ऑटो को मैक्स पिकअप ने मारी टक्कर:आधा दर्जन लोग घायल, मेडिकल कॉलेज में भर्ती
एटा जिले के रिजोर थाना क्षेत्र में शिकोहाबाद रोड पर एक सड़क हादसे में आधा दर्जन लोग घायल हो गए। एक तेज रफ्तार मैक्स पिकअप ने सड़क किनारे खड़े ऑटो में टक्कर मार दी। सभी घायलों को एटा के वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। यह घटना तब हुई जब मैक्स पिकअप ने खड़े ऑटो को पीछे से टक्कर मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो में सवार लोग घायल हो गए और चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर ऑटो में फंसे लोगों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। घायलों में 52 वर्षीय गुड्डी (निवासी पीपल खेड़िया), 65 वर्षीय यासीन खां, 25 वर्षीय सुषमा (पत्नी राजेश), 38 वर्षीय फिरोज (पुत्र नासिर) और दो वर्षीय मासूम ताज शामिल हैं। चिकित्सकों ने गंभीर रूप से घायल लोगों का तत्काल उपचार शुरू कर दिया है। सूचना मिलते ही रिजोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। ऑटो में सवार शोएब ने बताया कि उनका ऑटो सड़क किनारे खड़ा था, तभी मैक्स पिकअप ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पांच लोग घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है।
औरेया में सड़क हादसे में युवक की मौत:बाइक कार से टकराई, परिजनों में शोक का माहौल
बिधूना। बेला थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना में सिद्धार्थ नगर महेवा रोड अछल्दा निवासी 29 वर्षीय अजय प्रताप सिंह की मौत हो गई। यह हादसा बेला मार्ग पर रात करीब 8 बजे हुआ, जब उनकी बाइक सड़क पर खड़ी एक इको कार से टकरा गई। जानकारी के अनुसार, अजय ठठिया स्थित एक रिश्तेदारी के निमंत्रण से लौट रहे थे। वह बेला से बिधूना की ओर आ रहे थे, तभी बेला मार्ग पर पुरवा ताल के पास उनकी बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर खड़ी इको कार से पीछे से टकरा गई। हादसे के बाद राहगीरों ने तुरंत बेला पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने एम्बुलेंस की सहायता से गंभीर रूप से घायल युवक को सीएचसी बिधूना में भर्ती कराया। हालांकि, वहां मौजूद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बेला थानाध्यक्ष गंगादास गौतम ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। एसओ ने यह भी बताया कि दुर्घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी गई है। पुलिस के अनुसार, अजय प्रताप सिंह ने हेलमेट अपनी बाइक में टांग रखा था, लेकिन उसे पहना नहीं था। प्रारंभिक जानकारी में सिर में गंभीर चोटें और अधिक रक्तस्राव को मौत का कारण बताया जा रहा है। खबर लिखे जाने तक मृतक अजय प्रताप सिंह के परिजन शव तक नहीं पहुंच पाए थे। पुलिस मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई कर रही है।
कांग्रेस ने 45 जिलाध्यक्षों की घोषणा की है। जयपुर ग्रामीण वेस्ट में फुलरा विधायक विद्याधर सिंह चौधरी और जयपुर ग्रामीण वेस्ट में पूर्व विधायक गोपाल मीणा को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। जयपुर शहर जिलाध्यक्ष की घोषणा अटक गई है, आज जयपुर शहर जिलाध्यक्ष की घोषणा नहीं की गई है। बताया जाता है कि जयपुर शहर कांग्रेस में भारी गुटबाजी और आपसी विवाद है। कांग्रेस हाईकमान के पास इसकी रिपोर्ट है। किसी चेहरे पर सर्वसम्मति नहीं होने की वजह से कुछ समय के लिए घोषणा अटक गई है। कोटपूतली बहरोड़ में पायलट समर्थक इंद्राज गुर्जर जिलाध्यक्ष नए जिले कोटपूतली बहरोड़ में पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर को जिलाध्यक्ष बनाया है। इंद्राज गुर्जर सचिन पायलट के समर्थक हैं। जयपुर ग्रामीण वेस्ट से जिलाध्यक्ष बने विद्याधर चौधरी भी पायलट समर्थक माने जाते हैं, लेकिन उनकी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से भी नजदीकी हैं। उन्हें जिलाध्यक्ष बनाने में डोटासरा ने पैरवी की थी। जयपुर शहर सहित पांच जिलों के जिलाध्यक्षों की घोषणा बाद में होगी जयपुर शहर, राजसमंद, प्रतापगढ़, बारां और झालावाड़ के जिलाध्यक्ष अभी नहीं बने हैं। अंता सीट पर उपचुनाव के कारण बारां और झालावाड़ जिलों में जिलाध्यक्ष की रायशुमारी नहीं हुई थी, रायशुमारी उपचुनाव बाद में होने के कारण प्रक्रिया पूरी नहीं हुई। जयपुर, राजसमंद और प्रतापगढ़ में खींचतान की वजह से घोषणा नहीं हो पाई है। इन पांचों जिलों की घोषणा कब होगी इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है।
अलीगढ़ में नगर निगम के नाला सफाई अभियान के दौरान अब्दुल करीम चौराहे पर मस्जिद के नीचे करीब 100 साल पुराना नाला मिला है। निगम की टीम जब उसी स्थान पर नाला निर्माण कराने पहुंची तो बजरंग बल ने काम रुकवा दिया। उनका आरोप है कि पुराने नाले पर अतिक्रमण कर मस्जिद बनाई गई है। बजरंग बल ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि पहले अतिक्रमण हटेगा, तभी नाला निर्माण आगे बढ़ेगा। 18 फीट नीचे बह रहा है पुराना नालाबजरंग बल के जिला संयोजक गौरव शर्मा ने बताया कि शहर में निगम की टीम कई जगह अतिक्रमण हटाकर नालों का जीर्णोद्धार कर रही है। लेकिन अब्दुल करीम चौराहे पर स्थिति अलग है। उनका दावा है कि यहां मस्जिद 100 साल पुराने नाले के ऊपर बना दी गई है, जबकि नाला करीब 18 फीट नीचे बह रहा है। इसके बावजूद निगम की टीम बिना अतिक्रमण हटाए मस्जिद के नीचे ही नाले का निर्माण शुरू करने जा रही थी। निगम पर पक्षपात का आरोपगौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि अतिक्रमण के बावजूद निगम मस्जिद के नीचे ही नाला निर्माण कराने की तैयारी कर रहा है। निर्माण कार्य देख रहे एक्सईएन दानेश कुमार ने कहा कि नाला पुराना है और इसे तोड़ा नहीं जा सकता। नाले के ऊपर गेट और सीढ़ियां बनी हुई हैं। इसलिए उच्चाधिकारियों के निर्देश पर वहीं निर्माण कराया जा रहा है। इस पर बजरंग बल ने निगम पर पक्षपात करने का आरोप लगाकर कार्य रोकने की मांग की। अतिक्रमण नहीं हटाने पर दी आंदोलन की चेतावनीगौरव शर्मा ने महापौर प्रशांत सिंघल से बात कर अतिक्रमण हटाने के बाद ही निर्माण कराने की मांग रखी। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक अतिक्रमण नहीं हटेगा, नाला निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। इस पर महापौर ने तत्काल काम रुकवाने का आश्वासन दिया। महापौर बोले: मस्जिद के नीचे नाले की जांच कराई जा रही है महापौर प्रशांत सिंघल ने बताया कि मस्जिद के नीचे नाला होने की जानकारी मिली है, जिसके बाद काम रोकने के आदेश दिए गए हैं। लेखपाल को मौके पर जांच के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि नाले पर अतिक्रमण पाया जाता है, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं, नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा का कहना है उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। अगर कहीं अतिक्रमण है तो जांच कराई जाएगी।
कांग्रेस की ओर से शनिवार को 45 कांग्रेस जिलाध्यक्षों की घोषणा की गई। पार्टी की ओर से जारी लिस्ट में टोंक के कांग्रेस जिला अध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा को भी बदल दिया है। टोंक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के समर्थक सउद सईदी को कांग्रेस का नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है। शनिवार काे एआईसीसी ने नए अध्यक्षों की सूची का ऐलान किया, जिसमें टोंक विधायक सचिन पायलट के नजदीकी सईदी को जिम्मेदारी दी गई है। सऊदी के नाम की घोषणा के समय पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा व सऊद सईदी सवाई माधोपुर में कांग्रेस नेता दिनेश चौरसिया के परिवार के सदस्य की शादी समारोह में मौजूद थे। नाम की घोषणा के बाद पूर्व जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा ने बुके देकर नए जिलाध्यक्ष का स्वागत किया। सऊदी खुले तौर पर पायलट के समर्थक माने जाते हैं। इन्होंने पायलट का टोंक विधानसभा चुनाव मैनेजमेंट देखा था। इनकी टोंक में मुस्लिम लीडर के तौर पर पहचान है। साथ ही युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष और पीसीसी सदस्य रह चुके हैं। वे निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुके है। वहीं राजस्थान कांग्रेस के अभाव अभियोग प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भी रह चुके है। जिलाध्यक्ष सईदी के फादर और जम्मू के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने एक साथ की थी MBBS: कांग्रेस जिलाध्यक्ष सईदी के पिता ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने एक साथ सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर से MBBS की पढ़ाई की थी। दोनों रूम पार्टनर भी रहे थे। इसके चलते दोनों परिवारों में काफी घनिष्ठ पारिवारिक रिश्ते अभी भी है। फारुख अब्दुल्ला की बेटी से कांग्रेस के महासचिव सचिन पायलट का विवाह हुआ। इससे पायलट से भी सऊदी सईदी के रिश्ते अच्छे बनते गए। अब्दुल्ला परिवार की तरह पायलट से भी पारिवारिक रिश्ते बन गए। उसके बाद पायलट टोंक से चुनाव लड़े तो और ज्यादा नजदीकियां बढ़ गई। उसका फायदा यह हुआ कि आज कई दावेदारों को पछाड़कर जिलाध्यक्ष बन गए। इनके साले अहमद अली नगर परिषद के चेयरमैन है। सईदी चार भाई है। उनके सबसे बड़े भाई जमील दिल्ली में बड़े बिजनेसमैन है। वे भी कांग्रेस में पहले जिला कार्यकारिणी में रहे थे। इनके दादा भी बड़े हकीम थे।
बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मोहल्ला भूड़ कानूनगोयन निवासी 29 वर्षीय अंकित श्रीवास्तव का शव उनके घर के भीतर मिला। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर प्रेमनगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने अंकित की मौत का कारण पुरानी बीमारी और शराब की लत बताया है। परिजनों के मुताबिक, अंकित लंबे समय से शराब का सेवन करता था और लीवर संबंधी बीमारी से पीड़ित था। शनिवार दोपहर वह अपनी पत्नी प्रियंका को उनके मायके बिहारीपुर छोड़कर घर लौटा था। इसके बाद वह घर में अकेला था। शाम तक जब घर के अंदर से कोई हलचल नहीं हुई, तो परिजनों ने दरवाजा खोला। अंदर अंकित मृत अवस्था में पड़ा मिला। पुलिस की प्रारंभिक जांच में भी अत्यधिक शराब सेवन और कमजोर स्वास्थ्य को संभावित कारण माना जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। थाना पुलिस का कहना है कि मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
खरगोन जिले के खल बुजुर्ग स्थित नर्मदा नदी में लगभग 7 फीट लंबा मगरमच्छ देखा गया है। शनिवार सुबह के बाद मगरमच्छ 3 बार पानी की सतह पर दिखाई दिया। गोताखोरों, नाविकों और श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई। ग्रामीणों के अनुसार, यह मगरमच्छ लंबे समय तक पानी की सतह पर तैरता रहा। पुल पर मौजूद लोगों ने मगरमच्छ का वीडियो भी बनाया। श्रीराम मंदिर घाट क्षेत्र के संत 1008 बालकदासजी महाराज ने श्रद्धालुओं से स्नान करते समय सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि मगरमच्छ दिन में तीन बार दिखाई दिया। आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे पर स्थित संजय सेतु के नर्मदा क्षेत्र में दिनभर मगरमच्छ की गतिविधियां देखी गईं। प्रत्यक्षदर्शी आशीष अवसारी ने बताया कि उन्होंने नर्मदा में पहली बार इतना बड़ा मगरमच्छ देखा। पुल पर मौजूद लोगों ने उन्हें खतरा बताकर नदी से बाहर निकलने को कहा। 6 से 7 फीट का मगरमच्छ है। मुकेश चौहान और विजयसिंह चौहान ने प्रशासन और वन विभाग से नर्मदा क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने तथा चेतावनी बोर्ड लगाने की मांग की है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह मगरमच्छ सरदार सरोवर परियोजना के वैकवॉटर से यहां पहुंचा है। ठंड के कारण वह नदी की गहराई से बाहर आकर धूप सेंकने का प्रयास कर रहा होगा।
सुल्तानपुर में पुलिस ने अयोध्या की कुमारगंज पुलिस टीम पर हमला करने और पिस्टल छीनने के आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से लूटी गई सर्विस पिस्टल भी बरामद की गई है। यह घटना गुरुवार को हलियापुर थाना क्षेत्र के लाला का पुरवा, डोभियारा गांव में हुई थी। अयोध्या जिले के कुमारगंज थाने के दरोगा अकील हुसैन, भानु प्रताप शाही और कांस्टेबल उमेश गौतम हत्या के प्रयास के एक मामले में वांछित दशरथ सिंह को पकड़ने सादे कपड़ों में पहुंचे थे। दशरथ सिंह और उनके परिजनों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिसमें तीनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। हमलावरों ने दरोगा अकील हुसैन की सर्विस पिस्टल और मोबाइल फोन छीन लिया और मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद हलियापुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। शनिवार को पुलिस ने दशरथ सिंह के पुत्र शिवम सिंह (26), अखिलेश सिंह उर्फ अखिल (20), पत्नी प्रमिला सिंह (50) और पुत्री शिवानी सिंह (24) को डोभियारा गांव से गिरफ्तार किया।
जी.आर. ग्लोबल एकेडमी में शनिवार को एक मोटिवेशनल सेशन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसीबी के एडिशनल एसपी संदीप सारस्वत और विशिष्ट अतिथि लेखक एवं रंगकर्मी अमित शर्मा रहे। मुख्य अतिथि संदीप सारस्वत ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई और स्कूलिंग के दौरान तनाव न लें। उन्होंने परिजनों से बच्चों की बात सुनने, स्कूलों से काउंसलिंग करने और सीनियर छात्रों से जूनियर की बुलिंग न करने की अपील की। विशिष्ट अतिथि अमित शर्मा ने छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ सह-शैक्षणिक गतिविधियों में भी सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर बच्चों ने चार युगों को दर्शाने वाला नृत्य नाटक 'युगांतर' प्रस्तुत किया। स्कूल के प्रबंध निदेशक जगदीश पूनिया और प्रिंसिपल अजय कुमार गुप्ता ने अतिथियों का अभिनंदन किया।
सीहोर की कोतवाली पुलिस ने मंदिरों की दानपेटी और दुकानों से चोरी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने आरोपी से चोरी की दानपेटी, नकदी और चोरी के पैसों से खरीदा गया मोबाइल सहित कुल लगभग 30 हजार रुपए का सामान बरामद किया है। पुलिस के अनुसार, 12-13 जुलाई की रात सीहोर के सब्जी मंडी स्थित श्री सिद्ध हनुमान मंदिर से ताला काटकर दानपेटी चुराई गई थी। इस संबंध में थाना कोतवाली में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, 27-28 अक्टूबर की रात श्री सिद्ध बंदी हनुमान मंदिर, पुरानी जेल सीहोर से भी दानपेटी चोरी हुई थी। इस मामले में भी थाना कोतवाली में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। तीसरी घटना 19 नवंबर की रात को हुई, जब कंचन मार्केट स्थित एक कलर पेंट की दुकान का ताला काटकर नकदी चोरी की गई। इस पर भी कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया। इसके बाद थाना प्रभारी निरीक्षक रविंद्र यादव के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इस टीम को आरोपी और चोरी के सामान की तलाश में लगाया गया। कोतवाली पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर तंत्र की मदद से शातिर चोर शानू उर्फ सुनील पिता राकेश सोलंकी निवासी जोशी मोहल्ला गंज, सीहोर को गिरफ्तार किया। आरोपी ने दो मंदिरों और एक दुकान में चोरी करने की बात कबूल की है। आरोपी से चोरी की गई दानपेटी, नकदी और चोरी के पैसों से खरीदा गया मोबाइल फोन सहित कुल लगभग 30 हजार रुपए का माल बरामद किया गया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
घाटमपुर के पतारा कस्बे में शनिवार शाम एक किराना स्टोर से टप्पेबाजी की घटना सामने आई है। परचून स्टोर पर खुद को दुकानदार बताकर आए एक युवक ने लगभग 15 हज़ार रुपए का महंगा सामान पर्चे पर लिखवाया और मौका पाकर दुकान से भाग निकला। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पतारा कस्बा निवासी अवधेश कुमार गुप्ता ने बताया कि उनकी पतारा चौराहे पर पुलिस चौकी रोड के पास ओमर किराना स्टोर के नाम से दुकान है। शनिवार शाम करीब चार बजे एक युवक दुकान पर आया और खुद को परचून का दुकानदार बताते हुए सिगरेट, पान मसाला, मेवा व अन्य महंगे सामान का पर्चा बनवाने लगा। इस दौरान वह बार-बार हाईवे की ओर देख रहा था। दुकानदार की पत्नी शशि सूची के अनुसार सामान निकाल रही थीं, जबकि अवधेश पर्चे को जोड़ रहे थे। इसी बीच युवक हाईवे की तरफ थूकने के बहाने बाहर निकला और मौके से फरार हो गया। जब तक परिजनों और आसपास के दुकानदारों ने तलाश शुरू की, युवक काफी दूर निकल चुका था। घटना की सूचना पतारा चौकी पुलिस को दी गई। पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पांडेय ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है और आरोपी युवक की तलाश की जा रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि युवक को परचून के महंगे सामानों की पूरी जानकारी थी, जिससे आशंका जताई जा रही है कि वह पहले किराना दुकान में काम कर चुका होगा या उसके आसपास दुकान हो सकती है। घटना के बाद बाजार में दहशत का माहौल है।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की ओर से शनिवार देर शाम 45 जिला अध्यक्ष की लिस्ट जारी की गई। इनमें जालोर में रमिला मेघवाल को अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया है। जालोर जिले के रानीवाड़ा निवासी रमिला रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से आती हैं। पार्टी ने विधानसभा चुनावों में जालोर से विधानसभा से टिकट दिया था। लेकिन रमिला 19536 वोटों से हार गई थी। इसके बाद भी संगठन में सक्रिय रहने और जिले में अच्छी पकड़ के कारण अब कांग्रेस जालोर जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। उनके जिला अध्यक्ष बनने की जानकारी मिलते ही समर्थकों आतिशबाजी की और एक- दूसरे का मुंह मीठा करवाकर खुशी जाहिर की।
मुजफ्फरनगर के रामपुरी और लद्धावाला मोहल्ले में स्थित अंसारियान कब्रिस्तान की भूमि को लेकर विवाद गहरा गया है। कब्रिस्तान की जमीन पर कथित तौर पर फर्जी वसीयतनामा तैयार कर निजी कब्जे की कोशिशों के आरोप सामने आने के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। शनिवार को सपा जिलाध्यक्ष और समाज के सैकड़ों लोगों ने एसडीएम सदर प्रवीण द्विवेदी से मिलकर मामले की शिकायत की। सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले इन मोहल्लों के निवासियों ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में बताया कि खसरा नंबर 382/1, 382/3 और 382/4 में दर्ज इस कब्रिस्तान का उपयोग मुस्लिम समाज दशकों से कर रहा है। वर्ष 2012-13 में तत्कालीन राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप ने अपनी निधि से इसकी चारदीवारी भी बनवाई थी। कब्रिस्तान की देखरेख के लिए पूर्व में गठित कमेटी ने मोहम्मद राशिद निवासी लद्दावाला को प्रबंधक नियुक्त किया था। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि राशिद ने वर्षों तक कब्रिस्तान से होने वाली आय का कोई हिसाब नहीं दिया। इसमें घास कटाई, अमरूद के पेड़ों का ठेका और किराए पर दिए गए एक मकान की रकम शामिल है। उन पर कब्रिस्तान की ईंटें और पेड़ बेचने का भी आरोप है। शिकायत में दर्ज सबसे गंभीर आरोप यह है कि 25 सितंबर 2025 को राशिद ने कथित धोखाधड़ी कर कब्रिस्तान की भूमि (खसरा संख्या 382/1) का फर्जी वसीयतनामा अपने पुत्रों दानिश, नौशाद, फिरोज अहमद, पुत्री फिरोजा परवीन तथा परिचित दिलशाद के नाम कर दिया। इस घटना के बाद समाज ने राशिद को प्रबंधक पद से हटा दिया और कब्रिस्तान की जिम्मेदारी पंजीकृत संस्था अंजुमन ट्रस्ट को सौंप दी। शिकायतकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई, तो विवाद गंभीर रूप ले सकता है। समाज के लोगों का आरोप है कि प्रबंधन से हटाए जाने के बाद राशिद और उसके परिजन कब्रिस्तान पर कब्जे का प्रयास कर रहे हैं। वे लोगों को धमका रहे हैं कि यह निजी संपत्ति है और यहां किसी भी शव को दफन नहीं होने देंगे। इससे स्थानीय लोगों में गहरा रोष है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी ने किया। सभासद पति नदीम खान ने बताया कि एसडीएम सदर ने भरोसा दिलाया है कि कोर्ट के निर्णय तक किसी भी प्रकार का परिवर्तन या कब्जे का प्रयास नहीं होने दिया जाएगा और यथास्थिति बनाए रखी जाएगी। इस अवसर पर मुख्य रूप से सभासद पति नदीम खान, हाजी इदरीस अंसारी, डा. फुरकान मलिक, काजिम गौर, शहजाद सलमानी, ताहिर त्यागी, जाहिद अंसारी, इंतजार अंसारी, राजा सलमानी, हाजी इस्लाम, फाजिल अंसारी, अरशद सलमानी, शमशेर मालिक, बाबा मूसली, कल्लू, मजीद प्रधान अंसारी, मास्टर दिलशाद इदरीसी, मोहम्मद अब्बास रंगरेज, नवाब मलिक, जरीफ मालिक, नूर मोहम्मद मालिक, अहसान अंसारी, साकिब सैफी, निसार मेंबर रंगरेज, मुरसलीन ठेकेदार, शमशाद अंसारी डीलर सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे
शिवपुरी में भाजपा कार्यकर्ता आठ दिनों से लापता:अंतिम बार साथी की बाइक पर देखा गया था; गुमशुदगी दर्ज
शिवपुरी जिले के रन्नौद थाना क्षेत्र के अकाझिरी गांव से भाजपा कार्यकर्ता रिंकू जैन उर्फ दिनेश जैन (40) पिछले आठ दिनों से लापता हैं। वह आखिरी बार 15 नवंबर की सुबह अपने साथी सोनू कुशवाह की बाइक पर घर से निकले थे। शाम तक घर न लौटने और उनका फोन लगातार बंद मिलने के बाद परिजनों ने चिंता व्यक्त की है। सूचनाकर्ता धर्मेंद्र जैन ने पुलिस को बताया कि रिंकू सुबह घर से निकले थे और सोनू कुशवाह की बाइक पर गए थे। जब वे देर शाम तक नहीं लौटे, तो परिजनों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन बंद मिला। सोनू कुशवाह ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने रिंकू को अपने घर के पास उतार दिया था, जिसके बाद उन्हें रिंकू के बारे में कोई जानकारी नहीं है। परिजनों ने रिंकू की तलाश रिश्तेदारों, परिचितों और आसपास के गांवों में की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला। परिवार अब उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है। मामले की सूचना मिलने पर रन्नौद थाना पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली है। पुलिस की एक टीम ने युवक की तलाश शुरू कर दी है और संभावित स्थानों पर पड़ताल कर रही है। इसके साथ ही, रिंकू की अंतिम लोकेशन और उनके संपर्कों की भी जांच की जा रही है।
देवरिया में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस ने कड़े कदम उठाए हैं। शनिवार देर शाम शहर कोतवाल विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 36 ई-रिक्शों को जब्त कर कोतवाली भेजा गया। शहर के मुख्य मार्गों, विशेषकर मालवीय रोड, सब्जी मंडी, राघव नगर, रामलीला मैदान और मेडिकल कॉलेज मोड़ पर शाम होते ही जाम की स्थिति गंभीर हो जाती है। इसका मुख्य कारण ई-रिक्शा चालकों द्वारा सड़क के बीच में सवारी भरना और गलत दिशा में वाहन चलाना है। इसी समस्या के समाधान हेतु कोतवाल ने अपनी टीम के साथ सघन चेकिंग शुरू की। चेकिंग के दौरान कई ई-रिक्शा चालक यातायात नियमों का उल्लंघन करते पाए गए, जिनके वाहनों को तत्काल कोतवाली भेजा गया। रात करीब 9 बजे जब चालक अपने वाहन वापस लेने कोतवाली पहुंचे, तो कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने उन्हें यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि नियमों का पालन न करना ही जाम की मुख्य वजह है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोतवाल ने चालकों को चेतावनी देते हुए कहा कि यह केवल एक 'संदेशात्मक कार्रवाई' थी। सभी जब्त किए गए वाहनों को मामूली चालान के बाद छोड़ दिया गया है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में यदि कोई चालक सड़क पर अव्यवस्था फैलाते हुए पाया गया, तो उसके वाहन को सीज कर दिया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस पहल से आम जनता और स्थानीय व्यापारियों ने राहत की उम्मीद जताई है। उनका कहना है कि शाम के समय लगने वाले जाम से उनकी दैनिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं। यदि यह अभियान नियमित रूप से जारी रहता है, तो शहर की यातायात व्यवस्था में निश्चित रूप से सुधार होगा।
युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सहसचिव प्रीति मांझी के हिडमा को लेकर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट मामले में जांच समिति गठित कर दी गई है,और जांच पूरी होने तक प्रीति मांझी को उनके पद से हटाकर सभी आधिकारिक कार्यों से अलग कर दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद युवा कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस प्रभारी अमित सिंह पठानिया ने समिति बनाई है, और साफ किया है कि जांच पूरी होने तक प्रीति मांझी किसी भी आधिकारिक निर्णय या कार्यक्रम का हिस्सा नहीं बनेंगी। युवा कांग्रेस चाहती है कि नक्सलवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर पूरी सतर्कता और शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जाए। भाजपा ने कांग्रेस को बताया था नक्सल समर्थक पोस्ट को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर “अर्बन नक्सलवाद को बढ़ावा देने” का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस हिंसा फैलाने वालों को महिमामंडित कर रही है। क्या है पूरा मामला यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय पदाधिकारी ने नक्सली हिड़मा को कॉमरेड बताते हुए पोस्ट किया था। हालांकि कुछ ही देर बाद पोस्ट हटा लिया गया, लेकिन इसे लेकर अब विवाद शुरू हो गया है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की रहने वाली प्रीति मांझी ने इंस्टाग्राम पर हिड़मा की फोटो लगाकर लाल सलाम कॉमरेड लिखा। पोस्ट जैसे ही वायरल हुआ, लोगों के रिएक्शन आए तो उसे डिलीट कर दिया गया। लेकिन अब उसके स्क्रीनशॉट तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गए है। जिसके बाद पार्टी पर कई तरह सवाल उठने लगे। इसे लेकर पार्टी ने साफ कर दिया है कि ये पोस्ट करने वाले का व्यक्तिगत विषय है। पार्टी से उसका कोई लेना देना नहीं है। कांग्रेस ने किया बयान से किनारा कांग्रेस ने इस पूरे मामले पर अपना आधिकारिक स्टैंड साफ कर दिया है। कांग्रेस के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि देश और संविधान, आम लोग और कांग्रेस पार्टी की निगाह में हिड़मा एक हत्यारा था। झीरम कांड जिसमें कांग्रेस ने अपनी एक पूरी पीढ़ी को खो दिया था, उसका सूत्रधार भी हिडमा ही बताया जाता है। ऐसे व्यक्ति से कांग्रेस की कोई संवेदना नहीं है। सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि हिडमा का अंत बताता है कि संविधान के इतर जाकर रक्तपात करेंगे तो आपका अंत ऐसा ही होगा। किसी व्यक्ति ने अगर उसे लेकर पोस्ट किया गया है तो यह उनका व्यक्तिगत विषय हो सकता है। कांग्रेस पार्टी के लिए हिड़मा बस्तर में आतंक का पर्याय था। कांग्रेस पार्टी की कोई संवेदना उसके साथ नहीं है। प्रीति मांझी बोली- पोस्ट नहीं स्टोरी डाली, गलत मतलब निकाला गया विवाद बढ़ने पर प्रीति मांझी ने स्पष्टीकरण जारी किया है। उन्होंने कहा कि उनकी पोस्ट का गलत अर्थ निकाला गया है। उनका उद्देश्य किसी नक्सली या हिंसक गतिविधि का समर्थन करना नहीं था, बल्कि आदिवासी इलाकों के संघर्ष और वहां के हालात की ओर ध्यान आकर्षित करना था। मांझी ने आगे कहा, मैं गांधीवादी विचारधारा की हूं, संविधान का समर्थन करती हूं और नक्सलियों का पुरजोर विरोध करती हूं। छत्तीसगढ़ की बेटी होने के नाते मेरा व्यक्तिगत मत है कि नक्सली ज्यादा से ज्यादा आत्मसमर्पण करें और मुख्यधारा में आएं। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने सीधे पोस्ट नहीं डाली थी, बल्कि एक स्टोरी शेयर की थी जिसमें एआई-जनरेटेड क्लिप थी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं, तो सरकार के साथ कांग्रेस पार्टी भी उनके मुख्यधारा में आने का समर्थन करती है। 18 नवंबर को मारा गया नक्सली हिडमा देश का सबसे खतरनाक नक्सली माना जाने वाला माडवी हिडमा 18 नवंबर को छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर मारा गया। ये नक्सल संगठन में सेंट्रल कमेटी का सदस्य था। इस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम घोषित था। छ्त्तीसगढ़ में नक्सल संगठन का फ्रंट लाइन का लीडर था। यूथ कांग्रेस पदाधिकारी के पोस्ट और हिड़मा के एनकाउंटर की खबर सामने आने के बाद मामला और अधिक राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया है। पार्टी ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है, लेकिन विवाद फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा।
बैतूल में आयुष विभाग ने अमानक पाई गई कई आयुर्वेदिक दवाओं के क्रय-विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है। यह कार्रवाई भोपाल से जारी निर्देशों के बाद की गई है। प्रतिबंधित दवाओं में डाबर इंडिया की कफ कुठार रस (बैच नंबर एसबी 00066) और लक्ष्मी विलास रस (नारदीय) (एसबी 00065) शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, श्री धन्वंतरी हर्षलला विपेज की प्रवाल पिष्टी (पीपीएमबी 077) और मुक्ता शुक्ति (एमएसबीडी 059), तथा शर्मायू जेन्युन की गिलोय सत्व (005 पी-1) और कामदुधा रस (251170002 पी-1) भी अमानक पाई गई हैं। औषधि नियंत्रक एवं संचालनालय आयुष, मध्य प्रदेश द्वारा जारी निर्देशों के अनुपालन में, शनिवार को जिला आयुष अधिकारी डॉ. योगेश चौकीकर के नेतृत्व में जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्टॉकिस्टों और औषधि विक्रेताओं की गहन जांच की गई। जांच के दौरान, उपरोक्त दवाएं अमानक घोषित की गईं, जिसके बाद इनकी अनुज्ञप्ति (लाइसेंस) रद्द करने की कार्रवाई की गई। इस श्रेणी की सभी अमानक आयुर्वेदिक दवाओं के क्रय-विक्रय पर पूर्ण प्रतिबंध लागू कर दिया गया है। जिला आयुष अधिकारी डॉ. योगेश चौकीकर ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य स्तरीय निर्देशों के अनुरूप की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में भी इस संबंध में सख्त निगरानी जारी रहेगी ताकि गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।
राजस्थान सरकार के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने पंचायत समिति पुनर्गठन और नई पंचायत समितियों के गठन का आदेश जारी कर दिया है। नागौर जिले में भी इस अधिसूचना के तहत चार नई पंचायत समितियों का गठन किया गया है। श्रीबालाजी, मेड़ता रोड़, डेह और पांचौड़ी पंचायत समितियों का गठन किया गया है। श्रीबालाजी नागौर पंचायत समिति से अलग श्रीबालाजी नई पंचायत समिति का गठन किया गया है। नागौर पंचायत समिति की 58 ग्राम पंचायतों में से 26 ग्राम पंचायतों को श्रीबालाजी पंचायत समिति में शामिल किया गया है। नागौर पंचायत समिति में नई और पुरानी मिलाकर 28 ग्राम पंचायतें रहेंगी। मेड़ता रोड़ वहीं मेड़ता सिटी पंचायत समिति से मेड़ता रोड़ को अलग किया गया है। मेड़ता रोड़ अब नई पंचायत होगी जिसमें मेड़ता सिटी की 51 ग्राम पंचायतों में से 21 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। मेड़ता सिटी में नई ग्राम पंचायतें मिलाकर 28 ग्राम पंचायतें रहेंगी । डेह जायल पंचायत समिति से डेह पंचायत समिति अलग बनाई गई है। देह में जायल पंचायत समिति की 23 ग्राम पंचायतें शामिल की गई हैं। इसके बाद जायल पंचायत समिति के क्षेत्राधिकार में 30 पंचायतें रहेंगी। पांचौड़ी खींवसर पंचायत समिति से भी पांचौड़ी पंचायत समिति का गठन किया गया है। पांचौड़ी पंचायत समिति में 23 ग्राम पंचायतें शामिल होंगी। इसके बाद खींवसर पंचायत समिति में कुल 27 ग्राम पंचायतें रहेंगी। जिले में अब 12 पंचायत समितियां 346 ग्राम पंचायतें नागौर जिले में पहले 8 पंचायत समितियां थी जिनकी संख्या बढ़कर अब 12 हो जाएंगी। नागौर जिले में अब ग्राम पंचायतों की संख्या 346 हो गई हैं । चार पंचायत समितियों का पुनर्गठन किया गया है इसके अलावा अन्य 4 के क्षेत्राधिकार में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है जो डेगाना, भेरूंदा, रियांबड़ी और मुंडवा है।
चित्तौड़गढ़ जिला कांग्रेस कमेटी को आखिरकार अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। पार्टी ने प्रमोद सिंह सिसोदिया को जिला अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है। उनके नियुक्त होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखने को मिला। रात को उनके समर्थक जिला कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे और आतिशबाजी कर खुशियां मनाईं। सिसोदिया लंबे समय से कांग्रेस संगठन में सक्रिय रहे हैं, इसी वजह से उन्हें यह बड़ा पद दिया गया है। छात्र राजनीति से शुरू हुई सिसोदिया की कांग्रेस यात्रा प्रमोद सिंह सिसोदिया का जन्म 5 फरवरी 1969 को हुआ था। उन्होंने बीएससी और एमए (अर्थशास्त्र) की पढ़ाई की है। छात्र जीवन से ही वह कांग्रेस की छात्र शाखा NSUI से जुड़े हुए थे। 1995 से 2002 तक वे NSUI के जिला अध्यक्ष रहे। इसके बाद उन्होंने युवक कांग्रेस में सक्रिय भूमिका निभाई और 2002 से 2010 तक युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष के पद पर रहे। छात्र राजनीति से लेकर युवक नेतृत्व तक सिसोदिया का सफर हमेशा कांग्रेस के साथ रहा है। कांग्रेस संगठन में कई अहम पदों पर रहे सक्रिय सिसोदिया ने संगठन में लगातार काम करते हुए कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं। 2012 से 2019 तक वे जिला कांग्रेस कमेटी के जिला महासचिव रहे। इसके बाद 2019 से 2020 तक उन्हें जिला उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली। संगठनात्मक अनुभव के आधार पर उन्हें 2022 में उदयपुर, झाड़ोल ब्लॉक में निर्वाचन अधिकारी बनाया गया। यही नहीं, वे 2022 में कांग्रेस के चिंतन शिविर की प्रचार समिति के सदस्य भी रहे। चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के “हाथ से हाथ जोड़ो” अभियान में भी वे प्रभारी रहे। कांग्रेस के कई बड़े कार्यक्रमों में निभाई अहम भूमिका राजनीतिक पदों के अलावा सिसोदिया ने पार्टी के कई प्रमुख अभियानों में भी हिस्सा लिया है। 2024 में वे उदयपुर के प्रोटोकॉल सदस्य और जोधपुर संभाग के प्रभारी सचिव रहे। 2025 में “वोट कर गाड़ी छोड़ो” हस्ताक्षर अभियान में उन्हें भीलवाड़ा जिले का प्रभारी बनाया गया। उनके लगातार सक्रिय रहने और संगठन में मजबूत पकड़ के चलते पार्टी ने उन्हें चित्तौड़गढ़ का नया जिला अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया है। संगठन के अलावा खेल और समाजसेवा में भी जुड़ाव प्रमोद सिंह सिसोदिया राजनीतिक कार्यों के अलावा सामाजिक गतिविधियों और खेल संगठनों से भी जुड़े रहे हैं। वे जिला बैडमिंटन संघ, लॉन टेनिस और बॉक्सिंग संघ चित्तौड़गढ़ के सदस्य रह चुके हैं। इसके साथ ही वे एक ठेकेदार और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी जिले में पहचाने जाते हैं। फिलहाल वे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य और चित्तौड़गढ़ बीसूका के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के भरोसेमंद माने जाते हैं सिसोदिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ भी उनकी अच्छी पकड़ बताई जाती है। यही कारण है कि संगठन ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें जिला अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद सौंपा है। छात्र राजनीति से ही युवाओं में उनकी अच्छी पकड़ रही है। उनके समर्थकों का कहना है कि उनके आने से कांग्रेस संगठन और मजबूत होगा और कार्यकर्ताओं को नई दिशा मिलेगी। समर्थकों में खुशी, संगठन को मिलने की उम्मीद नई ऊर्जा सिसोदिया के जिला अध्यक्ष बनने की सूचना मिलते ही जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। रात को समर्थकों ने कलेक्ट्रेट पर आतिशबाजी कर जश्न मनाया और उन्हें बधाई दी। कई कार्यकर्ताओं का कहना है कि सिसोदिया के नेतृत्व में अब कांग्रेस के संगठनात्मक काम और तेज होंगे और आने वाले समय में पार्टी को इसका फायदा मिलेगा। सिसोदिया के अनुभव, संगठन में पकड़ और लगातार सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी दी है। जिले में अब हर किसी की नजर उनके कामकाज पर होगी कि वे संगठन को किस तरह नई दिशा देते हैं।
मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े एक घर में घुसकर महिला से मारपीट, छेड़छाड़ और लूटपाट का मामला सामने आया है। 4 युवकों ने महिला और उसके पति को बेरहमी से पीटा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता के अनुसार, वह अपने पति के साथ घर में थी, तभी मोहल्ले के रहने वाले शावेज, उमेश, परवेज उर्फ़ मुंशी और कामरान लाठी-डंडे लेकर जबरन घर में घुस आए। आरोप है कि आरोपियों ने आते ही गाली-गलौज शुरू कर दी और महिला पर हमला कर दिया। पीड़िता ने बताया कि विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ बदसलूकी की और छेड़छाड़ की। बीच-बचाव करने पर उसके पति को भी बेरहमी से पीटा गया। इस दौरान उसकी सोने की चेन भी चोरी हो गई, जिसे लेकर परिजनों ने लूटपाट का आरोप लगाया। घटना के दौरान घर में अफरा-तफरी मच गई और शोर सुनकर पड़ोसी इकट्ठा होने लगे। भीड़ बढ़ती देख आरोपी मौके से फरार हो गए। महिला के देवर ने थाने में तहरीर देकर पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शावेज, उमेश, परवेज उर्फ मुंशी और कामरान के खिलाफ मारपीट, छेड़छाड़ और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। घटना के बाद इलाके में गुस्सा और दहशत का माहौल है। पुलिस ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मेरठ में सड़क हादसों पर काबू पाने और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस ने 'ऑपरेशन नकेल' अभियान शुरू किया है। इस अभियान का नेतृत्व डीआईजी कलानिधि नैथानी कर रहे हैं, जिन्होंने रेंज के सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों को तत्काल प्रभाव से योजना बनाने के आदेश जारी किए हैं। डीआईजी ने बताया कि लगातार यातायात नियमों की अनदेखी, अवैध पार्किंग, फर्जी नंबर प्लेट, बिना परमिट और तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए अब पुलिस 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर काम करेगी। इस अभियान के तहत सबसे बड़ी कार्रवाई उन वाहन चालकों पर होगी जिनके पांच से अधिक चालान लंबित हैं और उन्होंने अब तक जुर्माना नहीं भरा है। ऐसे वाहन चालकों को नोटिस भेजकर ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 23 से 30 नवंबर तक चलने वाले इस अभियान में अवैध पार्किंग और अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बिना नंबर या फर्जी नंबर प्लेट वाले वाहन जब्त किए जाएंगे, जबकि बिना परमिट या फर्जी परमिट पर चलने वाले वाहनों को सीज किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, शराब पीकर वाहन चलाने, तेज रफ्तार, रेड लाइट जंप करने और मोबाइल का प्रयोग करने वाले चालकों के लाइसेंस निलंबित किए जाएंगे। सार्वजनिक स्थानों पर खड़े वाहनों को क्रेन से उठाकर जब्त किया जाएगा। डीआईजी ने सभी टीएसआई स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में चार सदस्यीय क्यूआरटी टीम बनाने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि अभियान तेजी और सख्ती से आगे बढ़ सके। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कार्रवाई के दौरान सामान्य जनता को अनावश्यक परेशानी न हो और पुलिसकर्मी पूरी शालीनता व संयम के साथ चेकिंग करें।
मंदसौर जिले के सुवासरा थाना क्षेत्र के बसई गांव में ट्रैक्टर चोरी के प्रयास के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। शनिवार शाम मंदसौर जिले के तीन थानों की संयुक्त पुलिस टीम ने कंजर डेरों पर दबिश दी। इस अभियान में सीतामऊ, सुवासरा और शामगढ़ थानों का पुलिस बल शामिल था। एसडीओपी दिनेश प्रजापति ने कार्रवाई का नेतृत्व किया, जबकि सीतामऊ थाना प्रभारी कमलेश प्रजापति सहित तीनों थानों के अधिकारी और जवान मौके पर मौजूद रहे। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात हथियारबंद बदमाश एक क्रेशर मशीन पर खड़े ट्रैक्टर को चुराने पहुंचे थे। ग्रामीणों के जागने पर बदमाशों ने उन्हें डराने के लिए हवाई फायरिंग की और अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। चंबल नदी से सटे इस क्षेत्र में पहले भी चोरी, लूट और वाहन चोरी की कई वारदातें हुई हैं। इन घटनाओं में अक्सर कंजर गिरोह पर संदेह जताया जाता रहा है। बढ़ती आपराधिक वारदातों के मद्देनजर पुलिस ने इस बार सख्त कार्रवाई का फैसला किया। पुलिस टीमें मोटरसाइकिलों से जंगल क्षेत्रों तक पहुंचीं और योजनाबद्ध तरीके से कंजर डेरों की घेराबंदी की। सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया, जिसका उद्देश्य जंगल की ओर भागने वाले संदिग्धों पर ऊपर से निगरानी रखना था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कंजर गिरोह अक्सर पुलिस की मौजूदगी का पता चलते ही जंगलों में भाग जाते हैं और महिलाओं को ढाल बनाने की कोशिश करते हैं। इसी वजह से इस बार तकनीकी और रणनीतिक रूप से विशेष तैयारी के साथ दबिश दी गई। एक घंटे से अधिक चले इस अभियान में कई संदिग्ध स्थानों की तलाशी ली गई।
मुजफ्फरनगर में अपराधों की रोकथाम और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर शहरी क्षेत्र में किराएदारों और नौकरों के सत्यापन का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, सीओ सिटी आईपीएस सिद्धार्थ कुमार मिश्रा ने पुलिस टीम के साथ मिलकर किराएदारों और नौकरों का सत्यापन किया। उन्होंने मकान मालिकों और दुकानदारों को सत्यापन की अनिवार्यता के बारे में जागरूक किया और उन्हें समय पर सत्यापन कराने के लिए प्रेरित किया। मुजफ्फरनगर एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि किराएदारों और नौकरों का समय पर सत्यापन न कराना सुरक्षा की दृष्टि से एक गंभीर चूक है। उन्होंने कहा कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी तरह से सरल और निःशुल्क है, फिर भी कई लोग इसे नजरअंदाज करते हैं, जिससे असामाजिक तत्वों के शहर में छिपकर रहने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने सभी मकान मालिकों, व्यवसायियों और नागरिकों से अपील की कि किसी भी व्यक्ति को किराए पर कमरा या मकान देने अथवा नौकर रखने से पहले उसका पूर्ण सत्यापन अवश्य कराएं। इससे आपराधिक तत्वों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकेगा। अभियान के दौरान खालापार थाना प्रभारी महावीर सिंह चौहान सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
5365 किसानों से 36,490 मीट्रिक टन से अधिक धान खरीद:हरदोई में जिलाधिकारी ने धान खरीद की समीक्षा की
हरदोई में जिलाधिकारी अनुनय झा ने शनिवार, 22 नवंबर 2025 को विवेकानंद सभागार में धान खरीद की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान बताया गया कि जनपद में अब तक कुल 5,365 किसानों से 36,490.166 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। जिलाधिकारी ने इस प्रगति को महत्वपूर्ण बताते हुए सभी एजेंसियों को लक्ष्य के अनुरूप खरीद सुनिश्चित करने के लिए तेजी और पारदर्शिता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खरीद प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि केंद्र पर आने वाले किसानों को नियमानुसार टोकन जारी किए जाएं और टोकन रजिस्टर को नियमित रूप से अद्यतन रखा जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि टोकन व्यवस्था से भीड़ नियंत्रित रहती है और किसानों को असुविधा नहीं होती। सिटी मजिस्ट्रेट, डिप्टी आरएमओ और मंडी सचिव को हरदोई मंडी में टोकन आधारित खरीद की विशेष निगरानी करने के निर्देश भी दिए गए। इसके अतिरिक्त, सभी क्रय एजेंसियों को यह भी निर्देश दिए गए कि खरीदे गए धान को जल्द से जल्द राइस मिलों को भेजा जाए, ताकि मंडियों में अनावश्यक स्टॉक जमा न हो। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को क्रय केंद्रों का लगातार निरीक्षण करने पर भी जोर दिया। समीक्षा बैठक में जिला खाद्य विपणन अधिकारी, पीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस, मंडी सचिव, भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक, एडीएम न्यायिक प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी सिंह और प्रभारी जिला सूचना अधिकारी दिव्या निगम सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
पानीपत जिले की समालखा पुलिस ने ऑफिसर कॉलोनी में युवक पर लाठी-डंडों से हमला कर गंभीर रूप से घायल करने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान देहरा गांव निवासी अजय, डिकाडला निवासी तुषार और नवीन के रूप में हुई है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और ओरा गाड़ी के साथ एक डंडा भी बरामद किया है। थाना प्रभारी दीपक ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों ने अपने दो फरार साथियों के साथ मिलकर रंजिश के चलते पीड़ित दीपक का रास्ता रोककर हमला करने की बात स्वीकार की है। यह घटना समालखा की ऑफिसर कॉलोनी में हुई थी। पंचायत में हुआ राजीनामा डिकाडला गांव निवासी दीपक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि करीब दो महीने पहले उसके परिचित लाखू बुआना गांव निवासी संदीप और देहरा गांव निवासी अजय के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था। संदीप ने दीपक को भी थाने बुलाया था, जहां पंचायती तौर पर राजीनामा हो गया था। अजय उसी दिन से दीपक से रंजिश रखने लगा था और उसे संदीप का साथ देने का 'मजा चखाने' की धमकी दी थी। दीपक के अनुसार, 16 नवंबर को वह समालखा की ऑफिसर कॉलोनी में एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में अपने दोस्त मच्छरौली निवासी अनूप से मिलने गया था। अनूप से मिलने के बाद जब वह घर के लिए निकला, तभी एक काले रंग की स्कॉर्पियो और एक सफेद रंग की ओरा गाड़ी में सवार होकर आए अजय, डिकाडला निवासी रविंद्र, तुषार, नवीन, आटा गांव निवासी कुनाल और उनके साथ 8-10 अन्य लड़कों ने उसका रास्ता रोक लिया। मरा हुआ समझकर भागे हमलावर हमलावरों ने लाठी, डंडों और सरिये से दीपक पर हमला कर दिया। अजय ने सरिये से उसके सिर पर वार किया, जबकि नवीन ने उसके गले से सोने की चेन तोड़ ली। सिर में चोट लगने से दीपक बेहोश होकर गिर गया। हमलावर उसे मरा हुआ समझकर मौके से फरार हो गए। दीपक के दोस्त अनूप और इंद्रा उसे इलाज के लिए समालखा के सरकारी अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे रेफर कर दिया। दीपक की शिकायत पर थाना समालखा में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। पुलिस अब फरार अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
पंजाब के लुधियाना में हुए एनकाउंटर में दो आतंकी दीपक (पंजाब) और रामलाल (राजस्थान) घायल हैं। उनका अस्पताल के वार्ड को लॉक कर इलाज किया जा रहा है। इस एनकाउंटर में पाकिस्तान-स्थित हैंडलर जसवीर उर्फ चौधरी से रामलाल का लिंक का सामने आया था। रामलाल के घर शनिवार को पुलिस पहुंची। श्रीगंगानगर में आरोपी के घर की तलाशी ली और परिजनों के फोन जब्त किए हैं। परिजनों का दावा है- रामलाल तो पूजा पाठ करता है। दीपक उसे जबरदस्ती अपने साथ ले गया था। कहा था किसी का इलाज (झाड़-फूंक) करना है। इसके बाद लौट आएंगे। घटना से पहले 4 दिन दीपक, रामलाल के घर रुका था। मामले में रामलाल की हालत सीरियस बताई जा रही है। रामलाल बार-बार कोमा में जा रहा है। मामले को लेकर लालगढ़ जाटान SHO गुरमेल सिंह बराड़ ने बताया- आज डीएसटी टीम के साथ ताखरावाली गांव पहुंचकर रामलाल के परिजनों और अमित के परिजनों से पूछताछ की। पुलिस इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है। पहले पढ़िए क्या है पूरा मामला पंजाब के लुधियाना में दो आतंकियों के एनकाउंटर पर पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें बताया- गुरुवार को दिल्ली-अमृतसर हाईवे पर लाडोवाल टोल के पास पुलिस की PAK-समर्थित टेरर मॉड्यूल के 2 आतंकियों से मुठभेड़ हो गई थी। इसमें दोनों ही घायल हो गए थे। इसमें दीपक कुमार पंजाब के अबोहर का रहने वाला है। जबकि, दूसरा राजस्थान के (ताखरावाली) श्रीगंगानगर का रामलाल (25) है। एनकाउंटर के दौरान रामलाल को 5 गोलियां और दीपक को 2 गोलियां लगीं थीं। इसी मामले में पंजाब पुलिस आज रामलाल के घरवालों से पूछताछ करने आई थी। कमिश्नर के अनुसार, दोनों का पाकिस्तान-स्थित हैंडलर जसवीर उर्फ चौधरी से लिंक था। दोनों को राज्य में ग्रेनेड हमला करने के लिए भेजा गया था। कमिश्नर ने ये भी बताया कि पकड़े गए आतंकी लॉरेंस गैंग से जुड़े मॉड्यूल का हिस्सा हैं और एक आतंकी का लिंक सलमान खान के घर फायरिंग करने वाले से भी है। उनकी योजना सरकारी इमारतों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर ग्रेनेड फेंककर राज्य में तनाव फैलाने की थी। मां बोलीं- दीपक जबरन बेटे को ले गया था रामलाल की मां वीरपाल ने बताया- उसका बेटा रामलाल तीन-चार दिन से हनुमानगढ़ में एक शादी में गया हुआ था। इस दौरान आरोपी दीपक उनके घर आया और रामलाल के आने तक उनके घर में ही रुका रहा। रामलाल के आते ही दीपक उसे एक दोस्त अमित के साथ गाड़ी में अपने साथ पंजाब ले गया। इसके बाद अमित 2 दिन बाद वापस आ गया और कहा कि पंजाब पुलिस ने रामलाल को पकड़ लिया है। इसके बाद अमित कहां गया हमें नहीं पता। इसके बाद जब मोबाइल फोन पर गांव में हमने अमित के एनकाउंटर की न्यूज देखी तो हमें उसके बारे में पता चला। मुझे तो बेटे की फोटो तक न दिखाई रामलाल की मां ने कहा- मेरा बेटा भक्त है और घर में पूजा-पाठ करता है। वह वैसे भी भोला है। मां ने बताया- दीपक भी रामलाल के साथ ही पूजा-पाठ करता था। मुझे अपने बेटे के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं है, लेकिन गांव वाले कह रहे हैं कि बम और पिस्टल के साथ उसका बेटा पकड़ लिया गया है। उसे तो अभी तक फोटो तक दिखाई नहीं गई। ड्राइवर का भाई बोला- झाड़-फूंक के लिए साथ ले जाते थे इधर, सुनील (24) ने बताया- उसका बड़ा भाई अमित ड्राइवर है। अमित को रामलाल पंजाब में यह कहकर साथ लेकर गया था कि वहां किसी का इलाज (पाठ-पूजा) करना है। रामलाल माता करणी का भक्त है। वह घर में ही पाठ-पूजा और झाड़ फूंक का काम करता है। इसके कारण उसके पास झाड़ फूंक करवाने के लिए लोग आते थे। जानकारी के अनुसार, रामलाल, दीपक को पिछले कई सालों से जानता था। दीपक श्रीगंगानगर में मजदूरी का काम करता है। रामलाल के गांव ताखरावाली से दीपक के गांव अबोहर (पंजाब) की दूरी 60 किलोमीटर है। एनकाउंटर वाले दिन दोनों के मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ थे। 5 पॉइंट्स में समझिए पूरा मामला लुधियाना आतंकी एनकाउंटर में राजस्थान का कनेक्शन:श्रीगंगानगर से ग्रेनेड की डिलीवरी लेने गए थे, पाकिस्तानी हैंडलर के कॉन्टैक्ट में थे पंजाब के लुधियाना में गुरुवार को हुए दो आतंकियों के एनकाउंटर का राजस्थान से कनेक्शन सामने आया है। दोनों आतंकी राजस्थान के रहने वाले हैं। (पढ़ें पूरी खबर)
हापुड़ में सदर कोतवाली क्षेत्र के प्रीत विहार इलाके में शनिवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया। जब आवारा कुत्ते एक व्यक्ति का कटा हुआ हाथ और सिर मुंंह में दबाकर वहां ले गए। लोगों ने इस बात की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पास से गुजर रहे रेलवे ट्रैक पर जांच की तो वहां एक व्यक्ति का धड़ बरामद हो गया। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजकर उसकी शिनाख्त का प्रयास शुरू कर दिया है। कयास लगाया जा रहा है कि व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आकर मृत हुआ है। जानकारी के अनुसार शनिवार देर शाम को दिल्ली रोड स्थित प्रीत विहार में कुछ लोग टहल रहे थे। तभी कुछ आवारा कुत्ते एक व्यक्ति का हाथ और सिर लेकर वहां से दौड़ते हुए निकले। इसी बीच कुत्तों के मुंह से व्यक्ति के शरीर के दोनों अंग वहां सड़क पर रह गए। जिसके बाद लोगों ने यह दृश्य देखा तो उनकी चीख निकल गई। थोड़ी ही देर में मौके पर काफी संख्या में लोग जमा हो गए। इसी बीच किसी ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। ----- सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और रेलवे ट्रैक पर जांच करने के लिए गई तो वहां से एक व्यक्ति का धड़ बरामद हो गया। शव इस प्रकार क्षत-विक्षित हो चुका था कि उसकी शिनाख्त करना काफी मुश्किल लग रहा था। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया और आसपास के थानों को सूचना दी है। ताकि शव की शिनाख्त हो सके। इस मामले में एसएचओ सदर देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि शव को कब्जे में ले लिया गया है। कयास लगाया जा रहा है कि ट्रेन की चपेट में आने से व्यक्ति की मौत हुई है। विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में ट्रक की टक्कर से दो बाइक सवारों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों मेडिकल स्टूडेंट्स थे और डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में 2021 बैच के थे। हादसे के बाद एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। यह मामला परपा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स अंकित दानी और आलिया जगदलपुर से मेडिकल कॉलेज की ओर जा रहे थे। इसी दौरान एक ढाबे के पास तेज रफ्तार हाइवा ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनों बाइक सवार दूर फेंके गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि अंकित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आलिया गंभीर रूप से घायल हो गई। पास में मौजूद लोगों ने आलिया को तुरंत डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अंकित भिलाई का रहने वाला था और आलिया रायपुर की थी। दोनों 2021 से मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। हादसे के बाद पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को पकड़ लिया है और मामले की जांच जारी है।
प्रतापगढ़ में नवजात शिशु का शव मिला:जांच में खुलासा, जिला अस्पताल में मृत पैदा हुआ था
प्रतापगढ़ शहर के गोपालपुरा इलाके में शनिवार को मिट्टी में दबा एक मृत नवजात शिशु मिला। तालाब खेड़ा के पीछे स्थित खाली पड़े क्षेत्र में स्थानीय लोगों ने गड्ढे में ताज़ा मिट्टी और नवजात का शरीर देखा, जिसके बाद उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। एम्बुलेंस की मदद से नवजात को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. धीरज सेन ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में डॉक्टरों ने बताया कि नवजात पूर्ण विकसित था और उसका वजन 2 किलो 170 ग्राम था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और चिकित्सा अधिकारियों ने विस्तृत जांच शुरू की। छानबीन के दौरान यह खुलासा हुआ कि नवजात का जन्म उसी दिन जिला अस्पताल में हुआ था और वह जन्म के समय ही मृत अवस्था में था। परिजनों ने दुख और भय के कारण मृत नवजात को अपने साथ ले जाकर गोपालपुरा के सुनसान क्षेत्र में दफना दिया था। हालांकि, स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने नवजात को गड्ढे से बाहर निकलवाया और जांच के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस की पूछताछ और अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच से पुष्टि हुई कि शिशु मृत पैदा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को बुलाकर आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करवाईं। पुलिस की मौजूदगी में परिजनों को नवजात को विधिपूर्वक पुनः दफनाने की अनुमति दी गई है। इस घटना के बाद, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. धीरज सेन ने आमजन से अपील की है कि किसी भी स्थिति में नवजात शिशु, चाहे जीवित हो या मृत, को खुले में न छोड़ें। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में पालना गृह और ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं उपलब्ध हैं, ताकि मामलों को मानवीय और सुरक्षित तरीके से संभाला जा सके। यह जानकारी शनिवार शाम 7:30 बजे दी गई।
प्रदेश कांग्रेस की ओर से जिलाध्यक्षों की सूची लंबे इंतजार के बाद शनिवार देर शाम को जारी कर दी गई। पैनल में सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष के लिए कई वरिष्ठ नेताओं के नाम भी चल रहे थे। उन सभी नाम को पीछे छोड़ते हुए जिला अध्यक्ष पर विधायक इंदिरा मीणा की नियुक्ति हुई हैं। दो बार की विधायक इंदिरा मीणाकांग्रेस नेता राहुल गांधी के फॉर्मूले पर रायशुमारी करने के बाद जिलाध्यक्ष इंदिरा मीणा की नियुक्ति की गई हैं। इससे पहले सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष के पद पर गिर्राज सिंह गुर्जर कार्यरत थे, जिन्हें रिपीट नहीं करके विधायक इंदिरा मीणा को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। बता दें कि इंदिरा मीणा बामनवास से लगातार दूसरी बार विधायक हैं। उनकी विधानसभा और जिले में सक्रियता को देखते हुए सवाई माधोपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति दी गई है। साथ ही मीणा को महिला वर्ग से होने का भी फायदा मिला है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अब आगामी निकाय चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस जिला संगठन में कई बदलाव नजर आने की संभावना है।
झुंझुनूं में चिड़ावा पंचायत समिति की प्रधान इंदिरा डूडी का इस्तीफा शुक्रवार को जिला प्रमुख ने स्वीकार कर लिया। उन्होंने 6 अक्टूबर को इस्तीफा भेजा था। आज शनिवार को इंदिरा डूडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा- चिड़ावा पंचायत समिति में जीएसटी के नाम पर चल रही अवैध वसूली लाखों में नहीं, करोड़ों में है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों से 45% तक “कट” लिया जाता था। उन्होंने कहा- स्थानीय विधायक के बेटे- दामाद और रिश्तेदार कमीशन मांगते हैं। ग्राम विकास अधिकारी (VDO) ने पूर्व प्रधान के साथ पार्टनरशिप में एक कंपनी बना रखी है, जिससे पूरा खेल किया जा रहा है। इंदिरा डूडी ने कहा- 2020 में जनता ने आशीर्वाद देकर प्रधान बनाया, लेकिन उसी दिन से कुछ नेताओं को मेरी प्रधानी पच ही नहीं पाई। पहले अविश्वास लाए, फिर झूठी जांच करवाई, फिर निलंबित करवाया, लेकिन मैं हर बार निर्दोष साबित हुई। उन्होंने एक निजी रिसॉर्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कीं, जिसमें उनके कार्यकाल के दौरान हुए पूरे घटनाक्रम को बताया। इंदिरा डूडी ने कहा- 2020 में जनता ने आशीर्वाद देकर प्रधान बनाया, लेकिन उसी दिन से कुछ नेताओं को मेरी प्रधानी पच ही नहीं पाई। पहले अविश्वास लाए, फिर झूठी जांच करवाई, फिर निलंबित करवाया, लेकिन मैं हर बार निर्दोष साबित हुई। मेरे जीतने के अगले दिन ही मेरे ही साथ कांग्रेस के सिंबल पर खड़े लोग निर्दलीय बन गए। जो लोग मेरे साथ कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़कर जीते, वही लोग अगले ही दिन उनके खिलाफ खड़े हो गए। उन्होंने कहा- कुछ लोगों को मेरी प्रधानी हजम नहीं हुई। कई हल्की हरकत वाले नेताओं ने मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी की। अविश्वास प्रस्ताव 2024 में आया, लेकिन एक वोट की कमी से गिर गया। इसके बाद यहीं से असल लड़ाई शुरू हुई। मेरे ऊपर बनाई गई झूठी जांच… लेकिन एक रुपया का आरोप भी सिद्ध नहीं कर पाए। डूडी ने कहा- अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद विरोधियों ने उन पर अनियमितता, पद दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर रिपोर्ट भिजवाना शुरू कर दी इसके बाद पंचायती राज विभाग ने जांच बैठाई और अक्टूबर 2024 में उन्हें निलंबित कर दिया गया। जांच में मैं पूरी तरह निर्दोष निकलींडूडी ने कहा- जांच तीन स्तरों पर हुई। इसमें मैं पूरी तरह दोषमुक्त निकलीं। सितंबर 2025 में उनका बहाली आदेश आया, जिसमें साफ लिखा था कि “प्रधान दोषमुक्त है।” बहाली के बाद 1 अक्टूबर 2025 को जब दोबारा कार्यभार संभाला, तो लगा कि “कुछ तो बहुत गलत हो रहा है।” उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी, खासकर चिड़ावा VDO, उनकी अनुमति के बिना बैठकें बुला रही थीं। डूडी ने आरोप लगाया कि बाल संरक्षण समिति की बैठक रात को मैसेज करके बुला ली जाती थी। मैंने पूछा तो कहा यह मीटिंग मैंने स्वयं बुला ली। सचिव की तरह काम करने के बजाय नेतागिरी कर रही थीं। जब उन्होंने गलत तरीके से बुलाई गई मीटिंग में साइन करने से मना किया, तभी से टकराव शुरू हो गया। पंचायत में 45% जीएसटी सिंडिकेट चल रहा थाइंदिरा डूडी ने कहा- चिड़ावा पंचायत समिति में जीएसटी के नाम पर चल रही अवैध वसूली लाखों में नहीं, करोड़ों में है। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों से 45% तक “कट” लिया जाता था। जिस जनता का टैक्स सरकार को जाना चाहिए, वही पैसा 45% जीएसटी के नाम पर इकट्ठा कर लिया जाता था। 5 प्रतिशत VDO को, 4 प्रतिशत AEN को, 3 प्रतिशत किसी और को… और इस तरह जनता की कमाई लूट ली जाती है। डूडी ने बताया- उन्होंने कई बार VDO और अन्य अधिकारियों से कहा कि यह गलत है, लेकिन चार- पांच दिन तक चेतावनी देने के बावजूद वे नहीं मानीं। इसकी कलेक्टर को लिखित शिकायत दी, जिसकी कॉपी उनके पास मौजूद है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व प्रधान रोहतास धागड़ और अधिकारियों की साझेदारी में बनी दिव्या कंस्ट्रक्शन कंपनी से ही पूरा खेल किया जा रहा है। उन्होंने दिव्या कंस्ट्रक्शन कंपनी की जांच की मांग की। पूर्व प्रधान की कंपनी में VDO पार्टनर, जांच होडूडी ने दावा किया कि यह कंपनी रोहतास धागड़ और एक ड्राइवर के नाम पर बनी है, जिसमें खुद चिड़ावा VDO पार्टनर हैं। 40% राशि एडवांस निकाल ली जाती है। डूडी का आरोप है कि उनके कार्यकाल में जब तक काम पूरा नहीं होता था और AEN सीसी नहीं देता था, तब तक उन्होंने एक रुपए का भुगतान नहीं किया। लेकिन बहाली तक आते-आते यह पैटर्न बदल चुका था। लिस्ट दिखाकर बोलीं- कौन-कितना वसूल रहा कहा- मैं हर पेमेंट का सबूत देने को तैयार हूंडूडी ने दावा किया कि अगर मेरे बताए पेमेंट गलत हों, मैं सबूत देने को तैयार हूं। जांचें जारी हैं। मंत्री, मुख्यमंत्री और ACB तक जांच करवा रहे हैं। इस्तीफा देने के बाद भी रोहतास धागड़ और संबंधित अधिकारी जांचों को अपने पक्ष में करवाने का दबाव बना रहे हैं। इनकी वर्तमान में जिला स्तर पर जांच जारी है। इस बार मैं पद छोड़कर इनके खिलाफ लड़ूंगी। एक-एक सबूत कोर्ट में दूंगी। विधायक पर भी लगाए गंभीर आरोपडूडी ने बताया कि सोलना ग्राम पंचायत में कुसुम योजना के तहत लग रहे सोलर प्लांट को लेकर स्थानीय विधायक बेहद चिंतित थे। विधायक ने कहा था कि अगर कनेक्शन हो गया तो मेरा नाक कट जाएगी। फिर बोले- अगर कनेक्शन हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। मैं किसी की जान अपने ऊपर नहीं ले सकती थी। ऐसे बयान जनप्रतिनिधि को शोभा नहीं देते। विधायक के बेटे और दामाद पर कमीशन मांगने का आरोप डूडी ने बेहद गंभीर आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक के बेटे- दामाद और रिश्तेदार कमीशन मांगते हैं। पंचायत के कामों में कमीशन मांगते हैं। एक बार विधायक बनने से कुछ नहीं होता, इंसान बनना पड़ता है। मैंने इस्तीफा देकर एक विधायक की जान बचाई। मैंने इस्तीफा दबाव में नहीं दिया। मैंने एक जान बचाई है। अगर वह सच में आत्महत्या कर लेते तो जिंदगीभर पछतावा रहता। उपप्रधान की भूमिका पर भी उठाए सवालडूडी के अनुसार, परंपरा के अनुसार प्रधान का निलंबन या इस्तीफे के बाद पद उपप्रधान को मिलता है। लेकिन कांग्रेस के उपप्रधान ने लिखकर दिया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, अतः रोहतास धागड़ को पद दे दिया जाए। यह पहले से प्लान किया हुआ सियासी खेल था। लेकिन मैं अब जनता का एक–एक रुपया वापस दिलवाऊंगी। हालांकि डूडी ने कहा कि वह राजनीति छोड़ नहीं रही हैं। उल्टा मैं कांग्रेस में थी, हूं और रहूंगी। लेकिन अब बाहरी दबाव में पद पर रहकर कुछ नहीं कर सकती थी। बाहर रहकर लड़ूंगी। उन्होंने कहा- पंचायत समिति में कई करोड़ रुपए के घोटाले हुए हैं। सिर्फ 45% जीएसटी वसूली में ही करोड़ों खो गए हैं। सभी हेड में कितनी-कितनी राशि गई, इसकी डिटेल निकलवा रही हूं।
बेटी की विदाई से पहले जला दहेज का सामान:फतेहपुर में पिता ने एक युवक पर लगाया आग लगाने का आरोप
फतेहपुर में शादी के बाद विदाई से पहले घर पर रखा दहेज का सामान संदिग्ध परिस्थितियों में जल गया। लड़की के पिता ने गांव के एक युवक पर आग लगाने का आरोप लगाया है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। नबीपुर गांव निवासी राम दयाल की 22 वर्षीय बेटी कल्पना देवी की शादी शुक्रवार, 21 नवंबर को हुई थी। शादी की रात ही देर रात करीब 2 बजे, उनके दूसरे घर में रखे दहेज के सामान में आग लग गई। आग से बेड, अलमारी सहित अन्य दहेज का सामान जलकर खाक हो गया। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। लड़की के पिता रामदयाल ने बताया कि वे लोग बेटी की शादी के कार्यक्रम में व्यस्त थे। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के प्रदीप यादव ने उनके दूसरे घर में रखे बेटी के दहेज के सामान में आग लगाई है। हुसैनगंज थाना प्रभारी आलोक कुमार पांडेय ने जानकारी दी कि शनिवार को रामदयाल ने एक प्रार्थना पत्र दिया है। इसमें उन्होंने 21 नवंबर को बेटी की शादी के दौरान दूसरे घर में रखे दहेज के सामान में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने और प्रदीप यादव पर आग लगाने का आरोप लगाया है। प्रार्थना पत्र के आधार पर जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से होने वाली घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार शाम चौक कोतवाली क्षेत्र के ककरा पुल के पास एक बाइक सवार ऋषिपाल चाइनीज मांझे की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। मांझा उसके गले में उलझ गया, जिससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों की मदद से घायल युवक को तत्काल एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। थाना कांट क्षेत्र का निवासी ऋषिपाल अपने काम से बाइक पर सवार होकर घर लौट रहा था। ककरा पुल के पास पहुंचते ही अचानक उसके गले में चाइनीज मांझा उलझ गया। मांझे की चपेट में आने से ऋषिपाल अपना संतुलन खो बैठा और बाइक समेत जमीन पर गिर गया। उसकी गर्दन में गहरा कट लग गया और काफी खून बहने लगा। एक वीडियो में घायल युवक की गर्दन पर पट्टी बंधी हुई दिख रही है। बताया जा रहा है कि उसकी हालत खतरे से बाहर है। इस घटना की जानकारी अभी तक पुलिस को नहीं दी गई है। चौक कोतवाली इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार ने बताया कि उनके पास इस संबंध में कोई सूचना नहीं आई है। उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी जुटाई जा रही है। गौरतलब है कि शाहजहांपुर में चाइनीज मांझे से पहले भी कई गंभीर हादसे हो चुके हैं। करीब डेढ़ साल पहले अजीजगंज के पास चाइनीज मांझे की चपेट में आने से एक कांस्टेबल की मौत हो गई थी। इसी तरह, भाईदूज पर अपनी पत्नी के साथ ससुराल जा रहे एक व्यक्ति की भी रोजा के सैटेलाइट बस अड्डे के पास चाइनीज मांझे से मौत हो गई थी। इन घटनाओं के बाद पुलिस ने चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाया था, लेकिन अब यह अभियान ठंडा पड़ गया है।
हाथरस जंक्शन के रेलवे रोड देवी नगर निवासी राजनाथ प्रताप सिंह के छह माह के बेटे तनिष्क की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। एक सप्ताह पहले तबीयत बिगड़ने पर राजनाथ बच्चे को जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर आए थे। अस्पताल में बच्चे के चेहरे पर चोट के निशान देखे गए। एक्स-रे और सीटी स्कैन भी कराया गया। इमरजेंसी में तैनात ईएमओ ने बच्चे को चोटिल बताया। सीटी स्कैन रिपोर्ट में बच्चे की बाईं आंख के नीचे खोपड़ी में फ्रैक्चर और हाथ में अंदरूनी चोट पाई गई। डॉक्टरों ने बच्चे को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी थी, लेकिन बताया जाता है कि परिजन उसे घर ले गए। शनिवार को अचानक दम तोड़ दिया। बच्चे द्वारा कोई हरकत न करने पर उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया । बच्चे के पिता का कहना है कि 12 नवंबर को बच्चे को हाथरस जंक्शन में इंजेक्शन लगाया गया था। पिता ने इसी इंजेक्शन के कारण बच्चे की मौत होने की आशंका जताई है। पुलिस ने आज शनिवार की शाम बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण चोट लगना बताया गया है। कोतवाली प्रभारी हाथरस जंक्शन ललित कुमार ने पुष्टि की कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण चोट लगना ही आया है।
बागपत में एक हत्या के मामले में न्यायालय ने तीन दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही, प्रत्येक दोषी पर 50 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है। यह फैसला ओम कुमार हत्याकांड से संबंधित है। ओम कुमार की हत्या मामूली बात पर पीट-पीटकर की गई थी। यह घटना मार्च 2023 को हुई थी। मृतक की पत्नी शकुंतला ने इस संबंध में पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था। शहर कोतवाली क्षेत्र के बली गांव निवासी ओम कुमार की हत्या खैराती पुत्र अतरे, ओमवीर पुत्र प्रकाश और सुखपाल पुत्र गजराज ने की थी। शकुंतला की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गवाहों की गवाही पर फैसला यह मामला न्यायालय में विचाराधीन था। न्यायाधीश पवन कुमार की अदालत ने सभी गवाहों की गवाही और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर अपना फैसला सुनाया। अदालत ने तीनों अभियुक्तों को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास और 50 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा दी। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) रविकांत भारद्वाज ने बताया कि सभी गवाहों की गवाही और साक्ष्यों के आधार पर ही अदालत ने यह निर्णय लिया है।
लंबे इंतजार के बाद आज प्रदेश में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की सूची जारी हो चुकी है। सीकर में लगातार दूसरी बार सुनीता गठाला को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। जिनका कहना है कि वह लगातार कॉलेज लाइफ से संघर्ष कर रही है। इसकी वजह से उन्हें दूसरी बार यह जिम्मेदारी मिली है। सुनीता गठाला ने कहा- कांग्रेस आलाकमान ने लगातार दूसरी बार उन्हें जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी है। उसका वह बखूबी तरीके से निर्वहन करेगी। इतना ही नहीं पार्टी के द्वारा जो भी कार्यक्रम जारी किए जाएंगे उनका हर विधानसभा के बूथ लेवल तक निर्वाहन करवाया जाएगा। सुनीता का कहना है कि वह कॉलेज लाइफ से ही कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI से जुड़ी हुई है। इसके बाद भी लगातार पार्टी में एक्टिव रही। विपक्ष में रहने के बावजूद भी उन्होंने लगातार सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध किया। इसके बूते ही उन्हें यह वापस जिम्मेदारी मिली है। हालांकि राजनीतिक जानकार बताते हैं कि जिलाध्यक्ष पद में वापस सुनीता की वापसी होना कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की बात को तवज्जो देना है क्योंकि सीकर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद के लिए लगातार कई नेता दावेदारी कर रहे थे।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने जैसलमेर जिले के पंचायती ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव करते हुए पुनर्गठन की अंतिम अधिसूचना जारी कर दी है। शासन सचिव डॉ. जोगा राम द्वारा जारी आदेश के बाद जिले के ग्रामीण राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि जैसलमेर में अब पंचायत समितियों की संख्या 7 से बढ़कर 8 हो गई है। विश्वविख्यात 'सम' पंचायत समिति का नाम और मुख्यालय बदलकर अब 'खुहड़ी' कर दिया गया है। अब ऐसी होगी जिले की पंचायती तस्वीर: कुल 256 ग्राम पंचायतें नई अधिसूचना और पुनर्गठन के बाद जिले में कुल 256 ग्राम पंचायतें होंगी। नवसृजित 'रामदेवरा' 8वीं पंचायत समिति के रूप में अस्तित्व में आई है। वहीं, 50 ग्राम पंचायतों के साथ 'भणियाणा' जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति बन गई है। पंचायत समिति वार ग्राम पंचायतों की नई स्थिति: रामदेवरा नई पंचायत समिति रामदेवरा का उदय और सम का विलोपन अधिसूचना के अनुसार- रामदेवरा को नई पंचायत समिति का दर्जा मिला है, जिसका मुख्यालय पोकरण रखा गया है। वहीं, पर्यटन के नक्शे पर मशहूर 'सम' का नाम पंचायत समिति की सूची से हटाकर अब उस क्षेत्र को 'खुहड़ी' पंचायत समिति के नाम से जाना जाएगा। विभाग ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान पंचायत समितियां अपना कार्यकाल पूरा करेंगी। आगामी चुनाव के बाद ही यह नई 8 पंचायत समितियों वाली व्यवस्था और नई सीमाएं प्रभावी होंगी।
लखनऊ की वजीरगंज पुलिस ने सऊदी अरब की करेंसी के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी बंग्लादेश से पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसकर अलग-अलग राज्यों में लोगों से ठगी करते थे। पिछले आठ साल से दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में कई घटनाएं कर चुके हैं। पुलिस अन्य राज्यों से जानकारी जुटा रही है। निशातगंज सब्जी मंडी स्थित पांचवीं गली निवासी गुल्लू सोनकर पुल के नीचे कॉस्मेटिक की दुकान चलाते हैं। गुल्लू ने बताया कि 14 नवंबर को एक युवक दुकान पर आया और सामान खरीदने के बाद बातचीत में बताया कि वह कूड़ा बीनने का काम करता है और कूड़े में उसे सऊदी अरब की करेंसी मिली है। युवक ने 50-50 रियाल के दो नोट दिखाते हुए भारतीय करेंसी के बदले इसे बेचने की बात कही। करेंसी एक्सचेंज शॉप पर दिखाया गुल्लू ने नोटों की जांच के लिए अमीनाबाद के करेंसी एक्सचेंज शॉप पर दिखाया। दुकानदार ने नोटों को बदलकर 2200 रुपए दिए। असली नोट मिलने पर गुल्लू ने युवक से फोन करके बातचीत की। अगले दिन युवक ने बताया कि उसके पास 300 और नोट हैं और सौदा तय करने के लिए एसएसपी ऑफिस के पीछे मिलने को कहा। गुल्लू तय समय पर 2 लाख रुपए लेकर मौके पर पहुंचा। वहां युवक अपने साथी के साथ मिला और कपड़े में बंधा नोटों का बंडल गुल्लू को थमा दिया। जैसे ही गुल्लू बंडल खोलना लगा। दोनों युवक उनका पैसों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने पीछा करने की कोशिश की लेकिन दोनों आरोपी फरार हो गए। गुल्लू ने कपड़े में बंधा बंडल खोला तो उसमें अखबार के रोल मिले। पीड़ित ने दोनों मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया मगर नंबर बंद मिले। इसके बाद पीड़ित ने वजीरगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। पश्चिम बंगाल रास्ते भारत में घुसे आरोपी आरोपियों की पहचान गोपालगंज बंग्लादेश निवासी हसन शेख (29) और उमर शेख (26) के रूप में हुई। दोनों इस वक्त दिल्ली की जेजे कॉलोनी में रह रहे थे। ठगी करने के लिए लखनऊ आए थे। हसन शेख पूछताछ में बताया कि पिछले 8 सालों से भारत की सीमा मे पश्चिम बंगाल के रास्ते से प्रवेश कर दिल्ली, मुम्बई, लखनऊ में अलग अलग स्थानों में रहकर लोगों के साथ धोखाधड़ी का कार्य करता था। आरोपियों ने पूछताछ बताया कि विदेशी करेंसी (सऊदी अरब) के लालच में लोगों को फंसाकर बुलाते थे। उनसे भारतीय रूपए लेकर उनको एक कपड़े में अखबार को रोलकर बंडल बना कर ऊपर से विदेशी करेंसी 7-9 नोटों को रख देते थे। भारतीय रुपए मिलने के बाद अखबार का बंडल थमाकर फरार हो जाते। मामले में राजेश त्रिपाठी का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ अन्य राज्यों से आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।
हापुड़। सिटी कोतवाली क्षेत्र के प्रीत विहार में शनिवार देर शाम एक क्षत-विक्षत शव मिलने से इलाके में दहशत फैल गई। इसी दौरान आवारा कुत्ते एक व्यक्ति का कटा हुआ सिर और हाथ मुंह में दबाकर दौड़ते हुए दिखाई दिए। भयावह दृश्य देखकर लोग सहम गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके की छानबीन की। स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम टहलने के दौरान कुछ लोगों ने कुत्तों को तेज रफ्तार में सोसायटी की ओर दौड़ते देखा। पहले किसी ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन कुत्तों के मुंह से खून टपकता देख शक हुआ। कुछ दूर जाते ही कुत्तों के मुंह से इंसानी सिर और हाथ नीचे गिर पड़े। देखते ही देखते स्थल पर भीड़ जुट गई। पुलिस टीम ने कुत्तों की दिशा में तलाश की और रेलवे ट्रैक की ओर पहुंचे। दिल्ली–लखनऊ रेल मार्ग के किनारे झाड़ियों में एक व्यक्ति का क्षत-विक्षत धड़ मिला। आसपास शरीर के और हिस्से भी बिखरे थे। कोतवाली प्रभारी देवेंद्र बिष्ट ने बताया कि शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त है, पहचान कराना चुनौतीपूर्ण होगा। आशंका है कि व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आया और बाद में आवारा कुत्ते अंग खींचकर सोसायटी तक ले आए। शव की शिनाख्त के प्रयास जारी हैं।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में पदस्थ नरेंद्र कुमार सिदार को शासकीय एवं अर्धशासकीय वाहन चालक संघ 16105 का प्रदेश महामंत्री नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति की घोषणा होते ही संघ में खुशी का माहौल बन गया। सहकर्मियों और पदाधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री नरेंद्र सिदार ने कहा कि वे अपने पद की जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता के साथ निभाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि शासकीय और राजकीय विश्वविद्यालयों में पदस्थ वाहन चालकों की समस्याओं को प्रांतीय स्तर पर मजबूती से उठाया जाएगा, ताकि समय पर उनका समाधान हो सके। नियुक्ति के बाद विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, विशेषकर वाहन चालक साथियों ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में संघ और अधिक संगठित होगा। सिदार ने प्रांतीय पदाधिकारियों ताराचंद साहू, शैल चापड़ी, महेंद्र सिंह, महेश साहू, तिलक ध्रुव समेत सभी 16105 वाहन चालक साथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से संघ को और मजबूत बनाने का प्रयास जारी रहेगा।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने झुंझुनूं जिले में बड़ा संगठनात्मक बदलाव करते हुए मंडावा विधायक कुमारी रीटा चौधरी को पार्टी का नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी आलाकमान ने 2023 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाली तेजतर्रार नेता रीटा चौधरी पर भरोसा जताते हुए उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि उनके स्वर्गीय पिता राजस्थान कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रामनारायण चौधरी थे, जिन्हें दिग्गज नेता माना जाता था। उन्होंने कई बार मंत्री पद भी संभाला। विधायक होने के साथ-साथ अब रीटा चौधरी जिले में कांग्रेस पार्टी की गतिविधियों और संगठन की मजबूती का केंद्र भी होंगी। पार्टी ने जिले में एक मजबूत, अनुभवी और जनाधार वाली महिला नेतृत्व पर दांव लगाया है। जिला अध्यक्ष पद के लिए कई दिग्गज दावेदार थे, जिनमें सांसद बृजेन्द्र ओला गुट के खलील बुडाना और पूर्व जिला प्रमुख सुमन रायला भी शामिल थे। इन्होंने आवेदन भी किए थे। हालांकि, पार्टी ने सभी को दरकिनार करते हुए रीटा चौधरी के राजनीतिक कौशल और जनाधार पर विश्वास व्यक्त किया है। 3 बार हासिल की निर्णायक जीत उन्होंने मंडावा सीट से अब तक तीन बार (2008, 2019, और 2023) जीत हासिल की है। उपचुनाव और 2023 के चुनाव में उनकी निर्णायक जीत ने उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक कौशल को साबित किया, जिसके आधार पर उन्हें अब जिला अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। यह रहेंगी चुनौती: जिला अध्यक्ष के रूप में रीटा चौधरी की प्राथमिक चुनौती जिले में कांग्रेस संगठन को मजबूत करना होगा। सबसे बड़ी चुनौती जिले में कांग्रेस के विभिन्न गुटों को एक साथ लेकर चलना और आपसी मनमुटाव को दूर कर संगठनात्मक एकता स्थापित करना होगा।
गुरुग्राम उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा डॉ. बीआर अंबेडकर आवास नवीनीकरण योजना के तहत सभी बीपीएल परिवारों को मकान मरम्मत के लिए 80 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह योजना हरियाणा अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा संचालित है। उपायुक्त ने बताया कि पहले इस योजना का लाभ केवल अनुसूचित जाति के बीपीएल परिवारों को मिलता था। हरियाणा सरकार ने अब इसमें बदलाव किया है, जिसके बाद सभी पात्र बीपीएल परिवार इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। सरकार ने लाभार्थियों का दायरा बढ़ाने के साथ-साथ सहायता राशि को भी 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 80 हजार रुपए कर दिया है। योजना के तहत, आवेदक को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके मकान निर्माण को या वर्तमान मकान को बने हुए 10 साल या उससे अधिक का समय हो गया हो। साथ ही, मकान मरम्मत के योग्य होना चाहिए। बीपीएल सूची में नाम होना जरुरी इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए और उसका नाम बीपीएल सूची में दर्ज होना अनिवार्य है। अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग से संबंधित आवेदकों को अपना जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। आवेदक का अपना घर होना भी आवश्यक है। आवेदन के लिए परिवार पहचान पत्र (परिवार आईडी), बीपीएल राशन कार्ड नंबर, जाति प्रमाण पत्र (एससी/बीसी), आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या, मोबाइल नंबर, घर के साथ आवेदक की फोटो जैसे दस्तावेज आवश्यक हैं। इसके अतिरिक्त, बिजली बिल, हाउस रजिस्ट्री या पानी बिल में से कोई भी दो दस्तावेज तथा मकान की मरम्मत पर अनुमानित खर्च का प्रमाण भी संलग्न करना होगा। आवेदन कैसे करना है आवेदक को सबसे पहले haryanascbc.gov.in से फॉर्म डाउनलोड करके उसे भरना है। इसके बाद फार्म को सरपंच या फिर पार्षद से सत्यापित करवाना होगा। फॉर्म के साथ में ऊपर बताए गए सभी दस्तावेज लगाने अनिवार्य है। इसके बाद ये फॉर्म आपके नजदीकी सीएससी सेंटर से ऑनलाइन करवाना है। ऑनलाइन करवाने के बाद आपको ये फार्म जिले के अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में जमा करवाना है। कोई भी गलत जानकारी न भरें। डॉक्यूमेंट की कॉपी साथ लगाएं, जिससे आपके काम में कोई अड़चन न आए। आवेदन प्रक्रिया और अधिक जानकारी के लिए संबंधित विभाग से संपर्क किया जा सकता है।
कांग्रेस ने मोहम्मद सलीम नागौरी को फलोदी जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने आज रात करीब 8 बजे राजस्थान के 45 जिलाध्यक्षों की घोषणा की। यह पहली बार है जब फलोदी में जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष घोषित किया गया है, जिससे फलोदी कांग्रेस जोधपुर देहात कांग्रेस कमेटी से अलग हो गई है। फलोदी जिले में कांग्रेस संगठन के पुनर्गठन के लिए हाल के दिनों में गहन समीक्षा, रायशुमारी और फील्ड सर्वे किए गए थे। कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने जिले से छह दावेदारों के नाम हाईकमान को भेजे थे, जिनमें सलीम नागौरी का नाम सबसे ऊपर था। उनके जिलाध्यक्ष बनने की चर्चा काफी समय से चल रही थी, जिसकी आधिकारिक घोषणा आज रात हुई। सलीम नागौरी कांग्रेस के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं और पिछले दो दशकों से पार्टी के विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं। वह नगर परिषद के पिछले बोर्ड में उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। सभी वर्गों में उनकी स्वीकार्यता को उनके पक्ष का एक मजबूत पहलू माना जाता है। कांग्रेस के प्रति उनकी बेदाग निष्ठा, अशोक गहलोत खेमे में विश्वसनीय चेहरा होना, जनता और कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पकड़ तथा हाईकमान तक पहुंचे अत्यंत सकारात्मक फीडबैक ने उन्हें इस पद तक पहुंचाया है।
कोटा कांग्रेस कमेटी ने शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। राखी गौतम को शहर जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जो पहले दो बार कोटा दक्षिण से विधायक का चुनाव लड़ चुकी हैं। वहीं, भानुप्रताप सिंह को कोटा ग्रामीण की कमान सौंपी गई है। इधर लिस्ट जारी होने के बाद विरोध के सुर भी सामने आने लगे है। हालांकि किसी नेता ने विरोध में सीधा कुछ नहीं कहा लेकिन सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा करना शुरू कर दिया है। ऐसे ही एक दावेदार क्रांति ने पार्टी से उम्मीद की बात फेसबुक पर लिखी है। राखी गौतम वर्तमान में पीसीसी महासचिव के पद पर हैं। नामों की घोषणा के बाद नियुक्त पदाधिकारियों के खेमे में उत्साह का माहौल है। राखी गौतम प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुकी हैं और उनका गहलोत और पायलट दोनों ही खेमों में प्रभाव है, हालांकि उन्हें पायलट समर्थक गुट का माना जाता है। गुंजल और धारीवाल गुट के बीच हुआ था हंगामाकोटा में शहर जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में वर्तमान अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, पीसीसी सचिव शिवकांत नंदवाना, पीसीसी महासचिव अनूप ठाकुर, पीसीसी सदस्य क्रांति तिवारी, संजय यादव, पूर्व विधायक पूनम गोयल, पीसीसी महासचिव राखी गौतम, बृजेश नीटू, किशोर मदनानी और दिनेश जोशी शामिल थे। इनमें बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए प्रहलाद गुंजल का प्रभाव माना जा रहा था कि वह अपने गुट के बृजेश नीटू को जिलाध्यक्ष बनवा सकते हैं। पर्यवेक्षक जब कोटा में आए थे तो उस समय भी गुंजल और धारीवाल गुट के बीच हंगामा तक हो गया था। कांग्रेस ने शनिवार देर शाम को लिस्ट जारी कर नामों से चौंका दिया। राखी-भानुप्रताप बोले- कोटा में भी कोई गुटबाजी नहीं हैवहीं, कोटा देहात में वर्तमान जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष सरोज मीणा, प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, पूर्व उपाध्यक्ष हरिप्रकाश शर्मा, देवा भड़क, मंजूर तंवर, दिलदार अली, कुशलपाल सिंह, आशुतोष धाकड़ और महिला कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष रुक्मणी मीणा शामिल थीं। भानुप्रताप को पद पर बरकरार रखा गया है। वह सांगोद से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि हीरालाल नागर से चुनाव हार गए थे। नियुक्ति के बाद राखी गौतम ने शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोटा में भी कोई गुटबाजी नहीं है। सभी सीनियर नेताओं के सहयोग और मार्गदर्शन से कांग्रेस को और मजबूत करने के लिए काम करेंगे। पार्षद रह चुकी है राखी गौत्तमराखी गौतम कोटा नगर निगम में पार्षद रह चुकी। साल 2018 में कांग्रेस ने राखी को कोटा दक्षिण से चुनावी रण में उतारा था। कोटा दक्षिण को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है। यहाँ ब्राह्मण मतदाता ज्यादा है। राखी ने बीजेपी के सिटिंग एमएलए संदीप शर्मा को कड़ी टक्कर दी। हालांकि राखी चुनाव हार गई थी। लेकिन राखी जीत के अंतर को 10 हजार से कम लाने में सफल हुई थी। राखी गौतम के पास युवा कार्यकर्ताओं की लंबी चौड़ी फौज है। राखी गौत्तम को कमान सौंपने के मायनेराखी गौत्तम को लेकर पार्टी में अभी कोई विवाद नहीं है। दूसरा, उनकी छवि भी साफ है। सबसे बड़ी बात कि भाजपा के गढ़ में उन्होंने चुनाव लड़ा। कोटा दक्षिण सीट पर भाजपा बडे़ मार्जन से हमेशा चुनाव जीतती आई है। साल 2018 में वे विधानसभा चुनाव में मैदान में थी। सीधी टक्कर ओम बिरला खेमे से थी। दस हजार से कम के मार्जन से चुनाव हार गई थी लेकिन कोटा दक्षिण में कांग्रेस को जिंदा किया। दोबारा चुनाव लड़ा, जीती नहीं लेकिन पार्टी में लगातार प्रभाव छोड़ती रही। पार्टी से उम्मीद थीवहीं लिस्ट आने के बाद कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष के लिए दावेदारी जता रहे और दौड़ में शामिल कांग्रेस नेता क्रांति तिवारी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि इस बार पार्टी से गहरी उम्मीद थी। क्रांति तिवारी पायलट समर्थक है। कोटा में अलग तरीके से आंदोलन करने के लिए उन्हें जाना जाता है। लिस्ट आने के बाद उनकी नाराजगी उनकी पोस्ट से झलक रही है।
राजस्थान में कांग्रेस ने 45 जिला अध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। श्रीगंगानगर में श्रीकरणपुर से कांग्रेस के विधायक रूपेंद्र सिंह कुन्नर को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इससे पहले अंकुर मिगलानी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष थे। हालांकि इससे पहले सादुलशहर से पूर्व विधायक जगदीश चंद्र जांगिड़ का नाम भी जिलाध्यक्ष की रेस में चल रहा था। जांगिड़ गहलोत गुट के हैं। रुपिंदर सिंह कुन्नर की विधायक के रूप में सक्रियता और सिख समुदाय में लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई। कुन्नर किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलनों में भी सक्रिय रहते हैं। वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह भी सिख समुदाय से है। ऐसे में राजस्थान में सिख बाहुल्य क्षेत्र में पंचायती चुनाव में वोटरों को साधने के लिए कुन्नर को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। पिता के निधन के बाद मिला टिकट रुपिंदर सिंह कुन्नर, पूर्व मंत्री स्वर्गीय गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे हैं। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गुरमीत सिंह कुन्नर को फिर से टिकट दिया था, मगर 25 नवंबर को प्रस्तावित चुनाव से पहले ही इनका निधन हो गया था। इसके चलते करणपुर में 25 नवंबर को चुनाव टाल दिए गए थे। फिर 5 जनवरी को उपचुनाव हुए तो कांग्रेस ने उनके बेटे रुपिंदर सिंह को टिकट दिया। भाजपा ने करणपुर उपचुनाव में सियासी दांव खेला और मतदान से पहले अपने प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को राज्यमंत्री बनाया। 8 जनवरी को चुनाव परिणाम आने पर सुरेंद्र पाल सिंह की हार हुई तो इसी दिन शाम को उन्होंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। 8 जनवरी 2024 को करणपुर उपचुनाव की मतगणना में कांग्रेस उम्मीदवार रुपिंदर सिंह कुन्नर ने कुल 94950 और भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्रपाल सिंह टीटी ने 83667 वोट हासिल किए। कुन्नर की जीत का अंतर 11283 रहा। भाजपा ने सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को चुनाव जीतने से पहले ही मंत्री घोषित कर दिया था। इस घटनाक्रम ने प्रदेश में खूब सुर्खियां बटोरी थी।
कांग्रेस पार्टी द्वारा जिला अध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी गई है। जिसमें रामजीलाल ओढ़ को फिर से जिलाध्यक्ष बनाया गया है। वैश्य वर्ग से आने वाले रामजीलाल ओढ़ पुराने कांग्रेसी हैं। ये पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजेश पायलट के बेहद करीबी थे। साल 2001 में जब राजेश पायलट की सड़क हादसे में मौत हुई थी। उस दौरान ओढ़ भी पायलट के साथ कार में सवार थे। इसके बाद सबकी नजरों में आए रामजीलाल ओढ़ को पहली बार जिला कांग्रेस का कार्यवाहक जिलाध्यक्ष बनाया गया था। 2016 में तत्कालीन प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने इन्हें पहली बार जिलाध्यक्ष बनाया था। इसके बाद दिसंबर 2021 में इन्हें दूसरी बार जिलाध्यक्ष की कमान मिली थी। ऐसे में अब इन्हें तीसरी बार जिलाध्यक्ष बनाकर पार्टी नेतृत्व ने भरोसा जताया है। मूलत: सिकराय विधानसभा क्षेत्र के सिकंदरा के रहने वाले ओढ़ पूर्व में युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व जिला कार्यकारिणी में कई पदों पर रह चुके हैं। ये सिकंदरा चौराहे पर मशीनरी व मोटर पार्टस के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। विवादों से दूर, संगठन पर मजबूत पकड़ दौसा जिले की राजनीति में रामजीलाल ओढ़ को तेज-तर्रार राजनीतिज्ञ माना जाता है। कार्यकर्ताओं पर इनकी मजबूत पकड़ व सौम्य छवि के चलते सभी कांग्रेसी इनको पसंद करते हैं। ओढ़ सचिन पायलट के भी बेहद करीबी माने जाते हैं। विवादों से ओढ़ का आमतौर पर कोई नाता नहीं रहा है। वरिष्ठ नेताओं के साथ पूरे बैलेंस से संगठन के अनुभवी हैं। जिले के कांग्रेसियों में इनकी गहरी पैठ मानी जाती है। इसी के चलते पार्टी के सभी नेता इनके पैरोकार बने।
इंदौर में रहने वाले शासकीय सेवानिवृत्त बुजुर्ग दंपती 3 दिन से डिजिटल अरेस्ट थे। शनिवार को उन्होंने अखबार में खबर पढ़ी, जिसके बाद उन्होंने अपने परिचित को जानकारी दी। परिचित ने राज्य साइबर सेल के अधिकारियों को इसकी सूचना दी, जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची और बुजुर्ग दंपती को डिजिटल अरेस्ट की घटना से बचाया। एयरपोर्ट के पास एक पॉश कॉलोनी में रहने वाली शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल से प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त महिला और बैंक से सेवानिवृत्त उनके पति तीन दिनों से डिजिटल अरेस्ट की घटना का शिकार हो रहे थे। पिछले कई दिनों से अनजान नंबरों से उन्हें कॉल आ रहे थे। कॉलर स्वयं को सीबीआई का पुलिस अधिकारी बता रहा था और आधार कार्ड की कुछ जानकारी दे रहा था। पहले तो उन्होंने कॉलर की बातों पर ध्यान नहीं दिया, पर तीन दिन पहले कॉलर ने बताया कि वे बहुत बड़ी मुश्किल में फंसने वाले हैं और सीबीआई की टीम उनके घर पहुंचकर दोनों को गिरफ्तार कर मुंबई ले जाएगी, क्योंकि उनके आधार कार्ड का उपयोग केनरा बैंक, मुंबई में एक खाता खोलने में किया गया था। उस खाते में करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन हुए हैं और 10 प्रतिशत के हिसाब से अपने आधार कार्ड से खाता खुलवाने के एवज में अवैध कमीशन लेने का आरोप बुजुर्ग दंपती पर लगाया गया। वीडियो कॉल पर पुलिस-कोर्ट दिखाकर रखा डिजिटल अरेस्ट इसके बाद आरोपियों ने वीडियो कॉलिंग कर उन्हें पुलिस और कोर्ट के दृश्य दिखाए और 24 घंटे कैमरा चालू रखने की हिदायत दी। जिसके चलते बुजुर्ग दंपती डर गए और उनकी हर बात मानने लगे। दूसरे दिन जब बेडरूम की साफ-सफाई और घरेलू काम करने के लिए महिला आई तो बदमाशों ने दंपती को फटकार लगाई कि उस कमरे में किसी के आने की अनुमति नहीं है। शनिवार को जब उन्होंने अखबार में इसी तरह के साइबर फ्रॉड की खबर पढ़ी तो उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ भी ऐसा ही हो रहा है। आगे बढ़ने से पहले पढ़िए क्या होता है डिजिटल अरेस्ट पुलिस दिखते ही बदमाश घबराए, वीडियो कॉल बंद कर भागे इस पर उन्होंने अपने परिचित को कॉल कर इसकी जानकारी दी, जिसके बाद परिचित ने राज्य साइबर सेल के अधिकारी को इस घटना के बारे में बताते हुए उनके घर का पता दिया। इसके बाद राज्य साइबर सेल की महिला टीआई सरिता सिंह और एसआई आशीष जैन दंपती के घर पहुंचे। इस दौरान बदमाश दंपती को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से कैमरे से देख रहे थे। पुलिस को घर पर देखकर बदमाश घबरा गए और अपना कैमरा बंद कर दिया। स्क्रीन पर मुंबई पुलिस का लोगो डिस्प्ले कर दिया। कुछ देर बाद उन्होंने कॉल भी डिसकनेक्ट कर दी। इधर, टीम ने मोबाइल डिवाइस की सेटिंग में संदिग्ध नंबरों को ब्लॉक किया और NCRP वेबसाइट पर रिपोर्ट दर्ज कराई।
खंडवा में रियल एस्टेट कारोबारी के यहां काम करने वाले एक कर्मचारी ने शनिवार को सुसाइड कर लिया। कर्मचारी ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या की है। स्कूल से लौटे 11 साल के बेटे ने पिता को फंदे पर लटका देखा तो उसने पड़ोसियों को जानकारी दी। इसके बाद पड़ोसियों ने पत्नी को सूचना दी और घर बुलाया। पुलिस की मौजूदगी में शव को फंदे से उतारा गया। मामला थाना पदमनगर क्षेत्र के सन्मति नगर का है। यहां रहने वाले दुर्गेश पटेल (35) ने सुसाइड कर लिया। दुर्गेश की पत्नी प्राइवेट स्कूल में टीचर है। वहीं 11 साल का बेटा भी पढ़ने जाता है। वह शाम के समय स्कूल से लौटा तो पिता को फंदे पर लटका देखा। पुलिस के अनुसार, दुर्गेश रियल एस्टेट फर्म लखन आनंद ग्रुप में पिछले करीब 10 साल से नौकरी करता था। बताते हैं कि पिछले एक महीने से वह ड्यूटी पर भी नहीं गया था। फिलहाल मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला हैं। परिवार नर्मदापुरम का, सूचना पर खंडवा के लिए रवानादुर्गेश पटेल (किरार) मूल रूप से नर्मदापुरम जिले के बनखेड़ी का रहने वाला है। पत्नी ने परिवार वालों को घटना के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद परिजन खंडवा के लिए रवाना हुए हैं। इधर, थाना पदमनगर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। जिला अस्पताल में शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में दुर्गेश का ऑनलाइन सट्टे के जाल में फंसना बताया गया है।
खैरथल-तिजारा जिले के मुंडावर थाना क्षेत्र के ग्राम जसाई में 17 नवंबर की रात शादी की तैयारी के दौरान की गई फायरिंग में 6 वर्षीय मासूम वीरा की दर्दनाक मौत के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी दूल्हा राहुल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पिछले चार दिनों से फरार चल रहा था। पुलिस ने दबिश देकर उसे पकड़ा और न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया है। यह कार्रवाई पुलिस महानिरीक्षक जयपुर रेंज राघवेन्द्र सुहास, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल भार्गव और किशनगढ़बास वृत्ताधिकारी लालसिंह की सुपरविजन में गठित विशेष टीम द्वारा की गई है। ये थी घटना परिवादी सतपाल मीणा निवासी जसाई ने 18 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। रिपोर्ट में बताया गया कि 17 नवंबर की रात दूल्हा राहुल चौधरी की शादी की तैयारी को लेकर ‘बान’ कार्यक्रम चल रहा था। इसी दौरान डी.जे. के बीच दूल्हा राहुल अपने दोस्तों के साथ अवैध हथियार लहराते हुए नाच रहा था और अचानक उसने फायरिंग कर दी। फायर की गई गोली नजदीक खड़ी 6 वर्षीय बच्ची वीरा के सिर में जा लगी। परिजन उसे गंभीर अवस्था में नीमराणा के सचखंड अस्पताल ले गए, जहां से उसे एस.एम.एस. अस्पताल जयपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 103(1), 189(2) बीएनएस, आर्म्स एक्ट की धारा 3/25, 5/27 तथा एससी-एसटी एक्ट की धारा 3(2)(V) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। अवैध हथियारों की सप्लाई मामले में पूछताछ जारी गठित टीम ने संभावित स्थानों पर लगातार दबिश देकर आरोपी की तलाश जारी रखी। 21 नवंबर को आरोपी राहुल चौधरी (23) को गिरफ्तार कर लिया गया। अब पुलिस उससे अवैध हथियार की सप्लाई, घटना में शामिल अन्य युवकों तथा हथियार के स्रोत के बारे में पूछताछ कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में अवैध हथियार रखने, प्रदर्शन करने तथा सप्लाई करने वालों पर अब सख्त निगरानी रखते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना से संबंधित ये खबर भी पढ़ें- 1. बेटी की मौत पर पिता बोले-यहां बच्चों से ज्यादा हथियार:हवाबाजी ने ली वीरा की जान; मामला दर्ज होने के बाद दूल्हा गांव से फरार 2. शादी में फायरिंग, दूल्हे के दोस्त की बेटी की मौत:डीजे पर नाचते समय युवक गोलियां चला रहे थे, मासूम के सिर में जा लगी
कोरबा में नवविवाहिता ने फांसी लगाकर दी जान:9 माह पहले की थी लव मैरिज, मां ने प्रताड़ना का आरोप लगाया
कोरबा के मानिकपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत अमरिया पारा बस्ती में एक नवविवाहिता ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर मानिकपुर चौकी पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मृतिका के परिजनों ने ससुराल वालों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मृतिका की पहचान 22 वर्षीय मधु सूर्यवंशी के रूप में हुई है। जो कि जांजगीर जिले के खोखरा गांव की रहने वाली थी। मधु ने कोरबा के अमरिया पारा निवासी अरुण कोसले से नौ महीने पहले लव मैरिज किया था। शादी के बाद मधु अपने मायके नहीं गई थी और अरुण के परिवार के साथ रह रही थी। शनिवार सुबह लगभग 11 बजे उसने घर के लोहे के एंगल से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। घटना के समय घर पर सास-ससुर मौजूद थे। गैरेज में मिस्त्री का काम करता है पति पति अरुण कोसले टीपी नगर क्षेत्र में एक गैरेज में मिस्त्री का काम करता है। उसे फोन पर पत्नी की फांसी लगाने की सूचना मिली, जिसके बाद वह मौके पर पहुंचा और मानिकपुर चौकी पुलिस को सूचित किया। मानिकपुर चौकी पुलिस ने इस मामले में तहसीलदार को मौके पर बुलाया और उनकी उपस्थिति में आगे की कार्रवाई शुरू की गई। घटना की जानकारी मिलते ही मृतिका मधु के परिजन कोरबा पहुंचे। उन्होंने मृतिका के सास-ससुर पर गंभीर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। दहेज प्रताड़ना का आरोप मधु की मां अंबिका बाई ने बताया कि मधु उनकी चार बेटियों में सबसे छोटी थी। वह कोरबा अपनी दीदी के घर आई थी, जहां उसकी मुलाकात अरुण से हुई और उन्होंने शादी कर ली। अंबिका बाई के अनुसार, शादी के बाद मधु फोन पर बताती थी कि उसके सास-ससुर उसे लव मैरिज और दहेज न लाने को लेकर ताना मारते थे, जिससे वह परेशान रहती थी। मां ने आरोप लगाया कि इसी प्रताड़ना के कारण मधु ने यह आत्मघाती कदम उठाया। मानिकपुर चौकी प्रभारी नवीन पटेल ने बताया कि इस मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है और आगे की जांच कार्रवाई की जा रही है।

