12वीं में 75% से कम अंक, इसलिए आईआईटी ने आवंटित सीट निरस्त की
हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने आईआईटी और एमपी बोर्ड को नोटिस जारी कर जवाब मांगा देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शामिल इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) खड़गपुर में सीट मिलना अपने आप में बड़ी बात है। ग्वालियर के नागेंद्र राजपूत ने जेई (एडवांस्ड) 2025 में सफलता प्राप्त कर ये उपलब्धि हासिल की। लेकिन कक्षा 12वीं में 75 प्रतिशत से कम अंक आने के कारण एलेक्स को आवंटित सीट निरस्त कर दी गई। अब उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें श्रेणी सुधार का परीक्षा परिणाम जल्द घोषित करने की मांग की गई है। साथ ही मामला निराकृत होने तक आईआईटी खड़गपुर में एक सीट होल्ड पर रखने की गुहार लगाई है। याचिका पर सुनवाई करते हुए मप्र हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच ने आईआईटी और मप्र बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। डिवीजन बेंच ने कहा कि चूंकि, होनहार छात्र का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। इसलिए मामले की सुनवाई जल्द नियत (8 जुलाई) की गई है। ग्वालियर निवासी एलेक्स सिंह राजपूत ने जेई (एडवांस्ड) 25 की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके परिणामस्वरूप उन्हें आईआईटी, खड़गपुर में सीट मिली। लेकिन जब वे प्रवेश के लिए कॉलेज गए तो उनको आवंटित सीट ये कहते हुए निरस्त कर दी कि 12वीं में उनके 75 प्रतिशत (71.4 प्रतिशत) से कम है। हाई कोर्ट में दायर याचिका में एलेक्स की ओर से एडवोकेट सौरभ तोमर ने बताया - श्रेणी सुधार के लिए परीक्षा दी जा चुकी है। 19 जून को अंग्रेजी, 23 को फिजिक्स और 25 जून को केमिस्ट्री विषय की परीक्षा दी। जिसका परिणाम अगस्त के दूसरे सप्ताह में आने की संभावना है। वहीं, आईआईटी में अंकसूची देने की अंतिम तिथि 10 जुलाई है। ऐसे में या तो श्रेणी सुधार परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाए। या परिणाम घोषित होने तक एक सीट होल्ड पर रखी जाए।
कांवड़ यात्रा पर यूपी में सियासत गरमाने लगी है। यूपी CM योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने सख्त नियम लागू किए। इसको लेकर 3 तरह के आदेश हैं- पहला- कांवड़ रूट पर ढाबा-रेस्टोरेंट वालों को अपनी पहचान बोर्ड पर लिखनी होगी। दूसरा- दुकानों पर लाइसेंस और पहचान पत्र लगाना होगा। तीसरा- कांवड़ यात्रा रूट पर खुले में मांस बिक्री नहीं होगी। इसके बाद मेरठ से मुजफ्फरनगर के 540Km लंबे रूट पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने रेस्टोरेंट, दुकान और ढाबों पर पहुंचकर नाम और धर्म पूछना शुरू कर दिया है। वह वराह (विष्णु के अवतार) की तस्वीर भी इन दुकानों पर चस्पा कर रहे हैं। भगवा झंडे लगा रहे हैं, QR कोड स्कैन करके देख रहे हैं कि हिंदू नाम की दुकान को कोई दूसरे धर्म का व्यक्ति तो नहीं चला रहा है। मेरठ के हाईवे की दुकानों पर भी पदाधिकारी पहुंच रहे। देख रहे कि बोर्ड किस नाम का और इसे चला कौन रहा है? सही पहचान बताई जा रही है या नहीं? मांसाहार तो नहीं परोसा जा रहा है? पूरी तरह से संतुष्ट होने के बाद विहिप पदाधिकारी इसको अपने रिकार्ड में नोट भी कर रहे हैं। पढ़िए रिपोर्ट... पहले कांवड़ियों की बात दिल्ली के कांवड़िए बोले- जहां ठहरते हैं, वहां नाम देखते हैंस्थितियों को समझने के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम नेशनल हाईवे-58 पर पहुंची। हरिद्वार से जल लेकर दिल्ली जा रहे कांवड़ियों से मुलाकात हुई। दुकानों पर नेम प्लेट के आदेश को लेकर हमने बातचीत की। दिल्ली के कांवड़िए कमल कहते हैं- हम 16 जून को हरिद्वार के लिए चले थे। गंगा जल को दिल्ली के शिवालय पर अर्पित करने की तैयारी है। हमनें पूछा- खानपान को लेकर क्या सावधानी रखते हैं? कमल कहते हैं- हम जहां पर ठहरते हैं, पहले देखते हैं कि वो लोग कौन हैं? क्या पका रहे हैं? हिंदू या मुस्लिम हैं। अगर वहां खाने में लहसुन-प्याज पड़ रहा होता है, तो मना करते हैं। कांवड़िए बोले- नेम प्लेट लगने से अब परेशानी कम हो रही हमने पूछा- क्या नेम प्लेट का आदेश सही है? कमल ने कहा- जी, बिल्कुल...योगी सरकार का आदेश बिल्कुल सही है। दुकानों पर बोर्ड तो लगा होना ही चाहिए। हमें कई जगह रेस्टोरेंट पर नेम प्लेट और झंडे लगे मिल रहे हैं। हमने पूछा- पहले क्या कोई दिक्कत आई है? उन्होंने कहा- बस यही पता नहीं चलता था कि ये लोग कौन हैं, इसलिए अलग से बातचीत करनी पड़ती थी। कमल के साथ जल लेने जा रहे अमन कहते हैं- हम सिर्फ हिंदू ढाबों पर ठहरते हैं। क्योंकि अब नेम प्लेट लगी हुई है। इसलिए बहुत परेशानी नहीं हो रही है। इससे पहले पानी भी पीने के लिए ठहरते थे, तो पहले बात करते थे। वरना अशुद्ध होने का डर बना रहता है। टी स्टॉल चला रही पप्पी बोलीं- अभी कलश वाले कांवड़िए चल रहे अब हम नेशनल हाईवे-58 पर टी स्टॉल चलाने वाली दुकान पर पहुंचे। यहां हमारी मुलाकात पप्पी नाम की महिला से हुई। वह कहती हैं कि हमारी दुकान का नाम भोले टी स्टॉल है, ताकि कांवड़ियों को पहचान में दिक्कत न हो। कलश वाले कांवड़िए आने लगे हैं। डाक कांवड़िए अभी नहीं आ रहे हैं। अब कोई नाम-पता नहीं पूछता, सब नेम प्लेट पढ़ते हैं। उतना ही काफी है। अब दुकान-दुकान चल रहे विहित के पदाधिकारियों की बात विहिप पदाधिकारी बोले- ये प्रयास जरूरी, ताकि कांवड़ अपवित्र न होविश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अनुज कहते हैं- दुकानों पर नेम प्लेट होना, ये कोई फरमान जैसा नहीं है, ये हिंदुओं के मान सम्मान के लिए जरूरी है। मुस्लिम लव जेहाद, वोटर जेहाद, लैंड जेहाद, फूड जेहाद कर रहे हैं। उन्हें सिर्फ चेतावनी देने के लिए हम दुकान-दुकान पहुंच रहे हैं। अगर वो लोग खुद में सुधार नहीं लाते हैं, तो कानून प्रशासन की मदद से उनमें सुधार लाया जाएगा। आप समझिए कि सावन में मस्ती में झूमते हुए भोले (कांवड़िए) चलते हैं। अब कोई उनकी भक्ति, कांवड़ को अपवित्र कर देता है। अब पहचान उजागर होने से ये होगा कि जिस दुकान पर वह लोग ठहरेंगे, उन्हें पता होगा कि ये अपने हिंदू भाई की दुकान है, कुछ गलत खाने को नहीं दिया जाएगा। बहुत साधारण सी बात है कि मुस्लिम लोग अपने नाम से दुकान चलाए, कोई दिक्कत नहीं है। आप भोजन दे रहे हैं, तो अच्छा दो। बहुत से मुस्लिम भाई है, वो कांवड़ियों की सेवा भी करते हैं। कपिल कहते हैं- जो सनातनी 200Km पैदल आए, उसको शुद्ध व्यंजन ही मिलेविश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष कपिल कहते हैं- एक सनातनी 100 से 200Km पैदल चलकर आता है, तो उसको पता होना चाहिए न कि जहां वो खाने के लिए रुक रहा है, वो किसकी दुकान है। सोचिए कि ये धार्मिक यात्रा है, उसकी भावनाएं आहत हो तो कितना बुरा है। इसलिए हम लोग ऐसा प्रयास कर रहे हैं कि इस रूट पर आने वाले कांवड़ियों को बहुत परेशानी न हो। नाम बदलने के साथ अब हम हिंदू देवता की तस्वीर भी दुकानों पर लगा रहे हैं। योगी सरकार ने कहा- रूट पर ओवर रेटिंग नहीं होगीयोगी सरकार ने मौखिक गाइडलाइन अधिकारियों को दी है कि ढाबा और रेस्टोरेंट में मालिक और मैनेजर की पहचान उजागर होनी चाहिए। कांवड़ यात्रा के रूट पर खुले में मांस बिक्री नहीं होनी चाहिए। जो भोजन और नाश्ता बेचा जा रहा है, उसकी ओवर रेटिंग नहीं होनी चाहिए। इधर, उत्तराखंड की धामी सरकार ने आदेश जारी किया है कि कांवड़ रूट पर निगरानी अभियान चलाया जाएगा। बिना नाम और लाइसेंस वाली दुकानें बंद रहेंगी। नियम फॉलो नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और 2 लाख रुपए तक का जुर्माना लगेगा। कांवड़ रूट पर नेम प्लेट विवाद पर शुरू हुई सियासत भी समझिए... मसूद बोले- विरासत नष्ट कर रहे, एसटी हसन ने पहलगाम आतंकियों से तुलना की योगी सरकार के नेम प्लेट पर जारी आदेश को लेकर यूपी में सियासत भी गरमाने लगी है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा- यह लोग (भाजपा) साझा संस्कृति और साझा विरासत को नष्ट करना चाहते हैं। वहीं, मुरादाबाद के पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने कहा-प्रशासन को जांच का अधिकार है, लेकिन क्या किसी नागरिक को अधिकार है कि वह पेंट उतार कर जांच करें? पहलगाम में आतंकवादियों ने पेंट्स नहीं उतरवाई थी? उन्होंने गोली मारी थी, यह दहशत फैला रहे हैं। मेरठ पुलिस की व्यवस्थाएं, जानिए पुरा महादेव में 20 लाख, बाबा औघड़नाथ पर 4 लाख कांवड़िए करेंगे दर्शन मेरठ जोन के DIG कलानिधि नैथानी के मुताबिक, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ में 540 किमी. लंबा कांवड़ मार्ग है। जिस पर हरिद्वार से जल लेकर शिवभक्त मोदीपुरम हाईवे होते हुए गुजरते हैं। कांवड़ मार्ग पर 838 शिविर लगेंगे। मेरठ में 464, बुलंदशहर में 176, बागपत में 90 और हापुड़ में 108 शिविर लगाए जाने हैं, जहां कांवड़िए आराम कर सकेंगे। 10 टोल प्लाजा और 119 स्थलों पर बैरियर लगाए गए हैं। इनमें मेरठ में 25, बुलंदशहर में 25, बागपत में 51 और हापुड़ में 18 जगहों पर बैरियर लगाए गए गए हैं। सुरक्षा के लिए ड्यूटी में लगे फोर्स के लिए कांवड़ रूट के आसपास ही 184 रुकने के स्थान बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूरे श्रावण मास में पुरा महादेव मंदिर बागपत में लगभग 20 लाख, बाबा औघड़नाथ मंदिर मेरठ पर 4 लाख, ब्रजघाट हापुड़ पर 4 लाख, अंबकेश्वर महादेव मंदिर अहार बुलंदशहर पर 70 हजार और सबली मंदिर हापुड़ पर करीब 50 हजार श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। कांवड़ रूट के ढाबों और रेस्टोरेंट पर नेम प्लेट लगाने की शुरुआत 2024 में हुई। आइए आपको बताते हैं कि इस मामले में क्या-कुछ हुआ... 18 जुलाई 2024 : नेम प्लेट लगाने का आदेश18 जुलाई 2024 को CM ऑफिस से एक आदेश जारी हुआ। इसमें कहा गया कि यूपी में कांवड़ यात्रा मार्गों पर खाने-पीने की चीजें बेचने वाली सभी दुकानों पर नेम प्लेट लगाना अनिवार्य होगा। हर दुकानदार को अपने नाम, पते और मोबाइल नंबर बताने होंगे। सरकार का दावा था कि इस फैसले से आस्था की पवित्रता बनी रहेगी। 22 जुलाई 2024 : सुप्रीम कोर्ट की रोकसरकार के इस आदेश को चुनौती देने के लिए कुछ याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। 22 जुलाई को अदालत ने यूपी सरकार के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी। कोर्ट ने कहा- दुकानदार केवल अपने भोजनालयों में परोसे जा रहे भोजन की किस्म का ही प्रदर्शन कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश की सरकारों को नोटिस जारी किया और पूछा कि आखिर दुकानदारों की व्यक्तिगत जानकारियां सार्वजनिक करना क्यों जरूरी है? कोर्ट ने इसे निजता के अधिकार से जोड़ते हुए गंभीर चिंता जताई। 24 सितंबर 2024 : रोक के बावजूद आदेश लागूसुप्रीम कोर्ट की अंतरिम रोक के 2 महीने बाद, मुख्यमंत्री योगी ने 24 सितंबर 2024 को एक और आदेश जारी कर दिया। इस बार राज्य भर के सभी भोजनालयों के लिए मालिकों, प्रबंधकों और कर्मचारियों के नाम-पते अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करना जरूरी किया गया। आदेश में कहा गया कि खाने-पीने में मिलावट की घटनाओं पर जीरो टॉलरेंस होगा। सीसीटीवी लगाने होंगे। शेफ और वेटर को मास्क-ग्लव्स पहनना जरूरी कर दिया गया। साथ ही सभी कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन अभियान चलाया गया। .....................................
केआरएच में प्रसूताओं के लिए बने मदर वार्ड में टपक रहा है पानी, नए वार्ड में लगे हैं ताले
अंचल के सबसे बड़े महिलाओं और बच्चों के अस्पताल कमलाराजा चिकित्सालय (केआरएच) की जर्जर हो चुके भवन और खराब वायरिंग के चलते यहां आए दिन फॉल्ट हो रहे हैं। भवन जर्जर होने के कारण कई जगह सीलन या पानी टपकने की शिकायत आ रही है। एसएनसीयू में भर्ती नवजात शिशुओं की माताओं को स्तनपान कराने के लिए आना पड़ता है। लिहाजा माताएं परेशान न हों इसके लिए सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू)के पास ही मदर वार्ड बनाया गया है। इसी के सामने सड़क के दूसरी तरफ 30 बिस्तर के मदर वार्ड बंद है। पड़ा हुआ है। पुराने जर्जर हो है। बारिश में मदर वार्ड अंदर ही नहीं बाहर लगे टीन शेड में भी पानी टपकता रहता है। इसी टीन शेड में शॉर्ट सर्किट से आग लग चुकी है। यहां महिलाओं के लिए टॉयलेट तक की कोई व्यवस्था नहीं है। लंबे समय से बंद है नया बना हुआ मदर वार्ड पुराने मदर वार्ड में बारिश के दौरान यहां रुकने वाले अटेंडेंट भी परेशान हो रहे हैं। वजह पुराने मदर वार्ड में टॉयलेट तक की व्यवस्था नहीं है। इसलिए उन्हें सुलभ शौचालय जाना पड़ता है। यहां बुधवार को करीब डेढ़ दर्जन से अधिक लोग रह रहे थे। वार्ड के सामने तत्कालीन विधायक प्रवीण पाठक ने दूसरा मदर वार्ड बनवाया था। यहां 30 महिलाओं के रुकने के इंतजाम हैं। इसमें टॉयलेट भी बने हुए हैं, लेकिन इस मदर वार्ड में लंबे समय से ताले लगे हैं, जिस कारण यह परेशानी हो रही है। जल्द शुरू कराएंगे वार्ड^केआरएच के सामने बने मदर वार्ड को ठीक कराया जा रहा है। जल्द इसे शुरू कर देंगे।-डॉ. सुधीर सक्सेना, अधीक्षक, जेएएच समूह
यह बात खरी है... हर रोज हम आपको बताते हैं कि यूपी की राजनीति और सरकारी विभागों में अंदरखाने क्या चल रहा है? ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...
देश के 11 राज्यों में बीते 4 दिनों में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो गया है। इस तरह 36 में से 26 राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया पूरी हो गई है। लेकिन, यूपी में पार्टी के नए मुखिया को लेकर इंतजार बरकरार है। दिल्ली में यूपी भाजपा अध्यक्ष को लेकर चल रहे मंथन के चलते दावेदारों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं। भाजपा के जानकारों का मानना है, अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले यूपी में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हुआ, तो निर्विरोध ही निर्वाचन होगा। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के किसी भी नेता की बगावत करने की न तो हिम्मत है, न ही हैसियत है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में यूपी भाजपा के अध्यक्ष को लेकर मंथन चल रहा है। यूपी में 2026 में पंचायत चुनाव और 2027 में विधानसभा चुनाव होना है। लिहाजा आलाकमान प्रदेश अध्यक्ष की कमान ऐसे नेता को सौंपना चाहता है, जो योगी सरकार और आरएसएस के साथ सहयोगी दलों से भी बेहतर समन्वय बना सके। साथ ही पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव में अपेक्षित परिणाम भी दे सके। काफी मशक्कत और मंथन के बाद भी अभी तक नाम तय नहीं हुआ है। दावेदारों की धड़कनें बढ़ींइस बीच, दावेदारों की धड़कनें बढ़ने लगी हैं। पिछड़ा वर्ग में पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है। धर्मपाल सिंह ने बीते दिनों पार्टी के केंद्रीय नेताओं से भी मुलाकात की थी। दूसरे नंबर पर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह हैं। सीएम योगी और आरएसएस के क्षेत्रीय पदाधिकारी भी स्वतंत्र देव के पक्ष में हैं। वहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा भी प्रमुख दावेदार हैं। वर्मा को भाजपा के शीर्ष नेताओं का वरदहस्त प्राप्त है। राज्यसभा सांसद बाबूलाल निषाद भी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आरएसएस और भाजपा के पदाधिकारियों से मिले हैं। दलित वर्ग में पूर्व केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया, पूर्व सांसद विनोद सोनकर और एमएलसी विद्यासागर सोनकर भी प्रयास कर रहे हैं। ब्राह्मण समाज से बस्ती के पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, मथुरा के विधायक श्रीकांत शर्मा के नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं। कभी भी आ सकता है फरमानयूपी भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए तैयारी पूरी कर रखी है। इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व कभी भी कार्यक्रम जारी कर सकता है। कार्यक्रम जारी होने के अगले दो-चार दिन में ही चुनाव हो जाएगा। भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया इतनी जटिल है कि बगावत होना बहुत मुश्किल है। इसके लिए प्रदेश परिषद के 10 फीसदी सदस्यों का समर्थक और प्रस्तावक होना अनिवार्य है। 10 फीसदी सदस्य किसी भी बागी उम्मीदवार के लिए जुटाना संभव नहीं होता। लिहाजा अगर किसी ने नामांकन दाखिल किया भी तो उनका नामांकन निरस्त हो जाएगा। चुनाव की नौबत नहीं आएगी, निर्विरोध ही निर्वाचन होगा। चुनाव नहीं हुआ, तो सीधे घोषणा होगीभाजपा के एक प्रदेश पदाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के लिए कोरम पूरा हो गया है। 36 में से 26 प्रदेशों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने अगर जल्द यूपी में प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए कार्यक्रम जारी नहीं किया, तो फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही यूपी में बीजेपी अध्यक्ष की नियुक्ति होगी। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष यूपी में पार्टी के नए अध्यक्ष की सीधे घोषणा करेंगे। 12 साल बाद होगा चुनावयूपी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 12 साल बाद होगा। इससे पहले 2013-14 में लक्ष्मीकांत बाजपेयी को चुनाव प्रक्रिया अपनाकर प्रदेश अध्यक्ष निर्वाचित किया गया था। लक्ष्मीकांत बाजपेयी के बाद केशव प्रसाद मौर्य, महेंद्रनाथ पांडेय, स्वतंत्र देव सिंह और भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। इनका चुनाव नहीं हुआ था। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में इस बार होगी अच्छी बारिश, जून में सामान्य से 11% ज्यादा बरसे बादल, जानिए जुलाई में कैसा रहेगा मानसून यूपी में मानसून की एंट्री 18 जून को हो चुकी है। जून में हर साल के मुकाबले इस बार 11% ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जुलाई में भी उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश के अन्य भागों में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। पढ़िए पूरी खबर...
शिंदे की छावनी, आनंद नगर, सिरोल-हुरावली रोड हो या फिर शहर की मुख्य नदी गेट रोड... इन सड़कों की बदहाली मंत्री व कलेक्टर के निरीक्षण-निर्देश के बाद भी नहीं बदल सके। मतलब साफ है कि सड़कों का जिम्मा संभालने वाले नगर निगम एवं लोक निर्माण विभाग द्वारा इस मामले में पूरी तरह मनमानी की जा रही है। इसलिए एक साल बाद भी वे सड़कें गड्ढों से जर्जर हालत में ही हैं, जिन्हें मंत्री व वरिष्ठ अधिकारियो ने 24 जुलाई को निरीक्षण कर एक या दो सप्ताह में दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए थे। यूं तो धसकने को लेकर चेतकपुरी रोड सुर्खियों में बनी हुई है, लेकिन सिरोल से हुरावली जाने वाली रोड भी इसी तरह कई जगह से धसकती जा रही है। लोग रास्ता बदलकर निकलने को मजबूर हैं। यह स्थिति तब है जब प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने बकायदा शहर की 13 ऐसी सड़कों की लिस्ट अधिकारियों को सौंपी थी, जिनके हालात काफी खराब थे, लेकिन साल बदला, लेकिन सड़कों का हाल नहीं। प्रभारी मंत्री बोले-निरीक्षण करूंगा, कमी मिलने पर कार्रवाई प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि ग्वालियर की सड़कों का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने संबंधित अधिकारियों को समस्या दूर करने के निर्देश दिए हैं। एक-दो दिन में ग्वालियर आकर खुद सड़कों को देखूंगा। जहां लापरवाही दिखी वहां जिम्मेदारों पर कार्यवाही होगी। तेंदुलकर रोड: बारिश होते ही गड्ढों में भरा पानी, जानलेवा हुई यह सड़क गोविंदपुरी चौराहे से हुरावली चौराहे तक की सचिन तेंदुलकर रोड की हालत खराब हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने पिछले वर्ष 24 जुलाई में इस सड़क का निरीक्षण कर एक सप्ताह में हालात सुधारने के निर्देश दिए थे। लेकिन इस सड़क की हालत नहीं सुधरे। यहां राहगीरों को गड्ढों में ही सफर करना पड़ रहा है। इस कारण रोजाना कुछ दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। हुरावली रोड: सड़क धंसकी, डंडों में बांधकर टांग दिए बोरे इस रोड के हालात चेतकपुरी सड़क जैसे हैं। जिला पंचायत कार्यालय से 150 मीटर दूरी पर सड़क 2-3 जगह काफी धंसकी हैं। यहां बचाव के लिए डंडों में बोरे टांग दिए हैं। आनंद नगर: एक साइड की रोड बंद, यहां रोज गिरते हैं राहगीर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने बीते वर्ष निरीक्षण कर अधिकारियों को इस रोड को सुधरने के निर्देश दिए थे, लेकिन यहां सीवर लाइन का काम शुरू होने से एक साइड की रोड खुदी पड़ी है। शिंदे की छावनी: इस सड़क पर हुए गहरे गड्ढे, रोड दिखती ही नहीं कलेक्टर ने जुलाई 2024 में सड़क का निरीक्षण कर 7 दिन में दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस रोड पर वाहन चालकों को गड्ढों के बीच सड़क तलाशनी पड़ती है।
यूपी के हाथरस में 2 जुलाई, 2024 को सत्संग में हुई भगदड़ को एक साल पूरे हो गए हैं। इस भगदड़ में 121 मौतें हुई थीं। इसके बाद नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल उर्फ भोले बाबा ने एक भी सत्संग नहीं किया। बाबा कहां हैं, किसी को नहीं पता। जिस आश्रम से बाबा का नया दौर शुरू हुआ, वहां भी वो सालभर से नहीं आए। भक्त कहते हैं- बाबा का जब मन होगा, तब आ जाएंगे। बीते एक साल में बाबा के उन भक्तों ने थोड़ी दूरी जरूर बनाई है, जिनके परिवार में भगदड़ से मौतें हुई थीं। बाकी भक्तों की भक्ति में कोई कमी नहीं दिख रही। वो बाबा के साथ पूरी आस्था से जुड़े हैं। बाबा अब कहां है? आश्रम की क्या स्थिति है? यहां आने वाले अनुयायी क्या सोचते हैं? ये सब जानने के लिए दैनिक भास्कर हाथरस में ग्राउंड जीरो पर पहुंचा। पढ़िए इस खास सीरीज की तीसरी और आखिरी रिपोर्ट… सेवादार बोले- भगदड़ वाली रात आए थे बाबा, फिर कुछ नहीं पता76 साल के नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल का जन्म कासगंज जिले के बहादुर नगर गांव में हुआ था। शुरुआत में सूरजपाल ने यूपी पुलिस में नौकरी की। फिर कई मामलों में जेल गए। जेल से छूटने के बाद सूरजपाल ने अपना नाम नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल उर्फ भोले बाबा रख लिया। उन्होंने पहले आश्रम की शुरुआत अपने पैतृक गांव कासगंज से की। दैनिक भास्कर बहादुर नगर गांव के उसी आश्रम पर पहुंचा। कासगंज से कस्बा पटियाली को जाने वाले रास्ते पर बहादुर नगर गांव है। मुख्य रास्ते पर करीब 20 फीट ऊंचा एंट्री गेट लगा हुआ है। इस पर लिखा है- नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय-जयकार रहे। हम समस्त मानव प्रेमी उपासकगण आपके आगमन पर शुभकामनाओं के साथ स्वागत करते हैं। इसी गेट के पास 3 हैंडपंप लगे हैं। पता चला कि जो भी भक्त दूर-दूर से इस आश्रम पर आते हैं, वो पहले इन्हीं हैंडपंप पर हाथ-मुंह धोते हैं। फिर आगे बढ़ते हैं। इस एंट्री गेट से आश्रम की दूरी करीब डेढ़-दो किलोमीटर होगी। पूरा रास्ता ऊबड़-खाबड़ पड़ा है। चलते-चलते हम आश्रम से करीब 300 मीटर पहले विश्रामस्थल पर पहुंचे। दरअसल, ये जगह दूरदराज से आने वाले भक्तों के वाहन पार्क करने, फ्रेश होने के लिए है। यहां पर 15 से ज्यादा बाथरूम बने हैं। विश्राम करने के लिए लकड़ी के तख्त पड़े हैं। हमें अलीगढ़ के एक सेवादार मौजूद मिले, जो बाबा से लंबे वक्त से जुड़े हैं। पिछले 2 साल से इसी विश्रामस्थल पर सेवादार के रूप में कार्यरत हैं। हमने पूछा- बाबा आश्रम पर कब आए थे? वो बताते हैं- जब भगदड़ मची, उसी दिन एक रात के लिए आश्रम पर आए और चले गए। उसके बाद दोबारा यहां नहीं आए। बाबा अब कहां रहते हैं, कुछ पता नहीं है। आश्रम की हो रही रंगाई-पुताईयहां से हम सीधे आश्रम पर पहुंचे। यहां पहुंचने वाले भक्तों में महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। आश्रम पर रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। कई मजदूर आश्रम की बाहरी दीवारों को पेंट करने में जुटे हैं। कुछ महिलाएं सत्संग स्थल पर झाड़ू लगा रही हैं। सेवादार हाथ में डंडे लेकर पहरा दे रहे हैं। एक बड़े गेट पर सेवादार डंडा लेकर पहरे पर बैठा है। पता चला कि ये गेट सिर्फ बाबा के आने पर खुलता है, बाकी वक्त बंद रहता है। ऐसे में जो श्रद्धालु आ रहे हैं, वो गेट पर ही मत्था टेक रहे हैं। आश्रम की बाउंड्री की परिक्रमा लगा रहे हैं। बोर्ड पर लिखा- 2014 से मानव मंगल मिलन बंदआश्रम की चौकी नंबर-1 के पास एक बोर्ड लगा है। इस पर लिखा है- यहां किसी भी तरह का फोटो या वीडियो बनाना वर्जित है। कृपया मोबाइल जेब से बाहर न निकालें। यहीं पर एक दूसरा बोर्ड लगा है। इस पर लिखा है- श्री नारायण साकार हरि धाम, जहां मानव मंगल मिलन सद्भावना का आयोजन होता था, वो नवंबर-2014 में ही समाप्त कर दिया गया है। अब यहां किसी भी प्रकार का कोई आयोजन नहीं होता है। धाम पर रात्रि में ठहरने का कोई प्रावधान नहीं है। हमने आसपास के कई दुकानदारों से बात की। इसमें पता चला कि हर महीने के पहले मंगलवार को यहां आस्था उमड़ती है। दूर-दूर से कई हजार भक्त यहां आते हैं। हमें कई दुकानदार ई-रिक्शा में अपना सामान लेकर आते भी दिखे, जिन्होंने इस खास मंगल पर आश्रम के आसपास अपनी दुकानें लगाईं। सामने नहीं आए आश्रम के व्यवस्थापकहमने एक सेवादार से बात की और आश्रम के अंदर जाने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि आश्रम के व्यवस्थापक कृष्ण कुमार हैं। वही यहां के कर्ता-धर्ता हैं। हमने कृष्ण कुमार को खोजने का प्रयास किया। वो वहां मौजूद नहीं मिले। हमने कई सेवादारों के जरिए उन्हें संदेश भिजवाया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। सेवादारों ने हमसे साफ कह दिया कि आप यहां बिना अनुमति कोई कवरेज नहीं कर सकते। मोबाइल तो बिल्कुल भी जेब से बाहर मत निकालना। हमने यहां पर कई सेवादारों से भी बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन वो भी ऑन कैमरा बोलने को तैयार नहीं हुए। सालभर से एक भी कार्यक्रम में बाबा की मौजूदगी नहींबाबा कहां हैं, क्या कर रहे हैं? ये जानने के लिए हमने उनसे जुड़े सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खंगाले। पता चला, भगदड़ के बाद से आज तक उन्होंने एक भी सत्संग नहीं किया है। जितने भी आश्रमों में भजन-कीर्तन होते हैं, वहां भी बाबा की मौजूदगी नहीं दिखी। इन कार्यक्रमों में एक सोफा बिछाकर उस पर बाबा की तस्वीर रख दी जाती है और मान लिया जाता है कि बाबा मौजूद हैं। 21 फरवरी, 2025 को बाबा के पटियाली, मैनपुरी, लखीमपुर खीरी आश्रमों पर जश्न आयोजित किए गए। दरअसल, उस दिन न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट सामने आ गई थी, जिसमें भोले बाबा को क्लीन चिट दी गई थी। इस जश्न के कई वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं, जिसमें भक्त नाचते-गाते नजर आ रहे हैं। कासगंज, लखीमपुर खीरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी में बाबा के आश्रम पहले से बने हैं। अब गाजियाबाद के वेव सिटी इलाके में भी नया आश्रम बनकर तैयार हो रहा है। ये है बाबा का आखिरी बयान, इसके बाद से अंडरग्राउंड ‘होनी को कौन टाल सकता है’भगदड़ के बाद से अंडरग्राउंड चल रहे नारायण साकार हरि उर्फ सूरजपाल का आखिरी बयान उस घटना के एक दिन बाद सामने आया था। उन्होंने समाचार एजेंसी IANS से कहा था- हम 2 जुलाई की घटना के बाद से बहुत ही अवसाद से ग्रसित हैं। लेकिन, होनी को कौन टाल सकता है। जो आया है, उसे एक दिन तो जाना ही है। भले कोई आगे-पीछे हो। हमारे वकील डॉक्टर एपी सिंह एवं हमें भी जैसा प्रत्यक्षदर्शियों ने विषैले स्प्रे के बारे में बताया, वह पूर्णत: सत्य है कि कोई न कोई साजिश जरूर हुई है। सनातन रूप से संचालित कार्यक्रम, जिसे कुछ लोग बदनाम करने में लगे हैं। हमें एसआईटी और न्यायिक आयोग से पूरा भरोसा है कि वह दूध का दूध और पानी का पानी करते हुए साजिशकर्ताओं को बेनकाब करेंगे। हमने वकील एपी सिंह के माध्यम से विनती की थी कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों और घायलों के साथ जीवनभर खड़े रहेंगे। हम उन्हें धन्यवाद प्रेषित करते हैं। अभी हम स्वास्थ्य लाभ के लिए जन्मभूमि बहादुर नगर (कासगंज) में हैं। सभी महामंत्र का सहारा न छोड़ें। वर्तमान कठिन समय में भी वही माध्यम है। सभी को सदमति और सदबुद्धि प्राप्त हो। एक सेवादार ने कहा- बाबा के पूरनपुर में होने की बात पता चली थीहाथरस जिले में गांव सोखना के राकेश कुमार पिछले 25 साल से नारायण साकार हरि से जुड़े हैं। वो कहते हैं- एक नियम, एक कानून होता है। बाबा भी संविधान के अनुसार काम करते हैं। सत्संग होते हैं। हर महीने के पहले मंगलवार को इस तरह के सत्संग सभी आश्रमों पर होते हैं। वहां खूब भक्त आते हैं। बाबा के प्रति भक्तों की श्रद्धा में कोई कमी नहीं आई है। हमने पूछा- बाबा कहां हैं? इस पर राकेश कहते हैं- कुछ महीनों पहले पूरनपुर (लखीमपुर खीरी) में उनके होने की बात सामने आई थी। ऐसा भी हमें कुछ सेवादारों ने बताया था। पिछले एक साल में आपने बाबा को देखा? इसका जवाब देते हुए वो कहते हैं- नहीं साहब। मेरे तो हृदय में विराजमान रहते हैं। वो गुरु हैं, सदगुरु हैं। उन्होंने हमको ईश्वर का एक नाम बता दिया है। उसी नाम को हम जपते हैं। बाबा के वकील अब भी साजिश की बात पर कायमसूरजपाल बाबा की तरफ से दिल्ली के वकील डॉ. एपी सिंह केस लड़ रहे हैं। हमने उनसे पूछा कि आप भगदड़ के बारे में कोर्ट में क्या दलील दे रहे हैं? वे कहते हैं- हमने 80 हजार लोगों की परमिशन ली थी। मैरिज लॉन, स्टेडियम हो या क्लब, इनकी एक क्षमता होती है। हमारा कार्यक्रम खुले मैदान में था। आयोजन में कितने लोग आए, ये गिनने के लिए हमारे पास, पुलिस-फायर ब्रिगेड के पास कोई सिस्टम या मशीन नहीं थी। मेरा कहना है कि साजिश के तहत लोगों पर जहरीला स्प्रे किया गया। उन्हें मारा गया। एक दिन पहले 1 जुलाई को कुछ लोगों ने मुख्य आयोजक मधुकर को धमकी दी थी कि अगर उनके आदमी को समिति का अध्यक्ष नहीं बनाया, तो आयोजन नहीं होने देंगे। उसी के बाद साजिश के तहत भगदड़ कराई गई। अभी कोर्ट में क्या चल रहा है? इस पर डॉ. एपी सिंह कहते हैं- कोर्ट में पुलिस अफसरों का बयान होना है। हमने 1200 लोगों के एफिडेविट दिए हैं। पुलिसवालों ने तो कहा है कि हमारे सेवादारों ने ही अपने लोगों को मार दिया। ऐसा संभव नहीं कि कोई अपने ही भक्तों पर हाथ उठाए। नारायण साकार हरि तो अपनी गाड़ी से उतरे ही नहीं। पुलिस की चार्जशीट झूठी है। वे अपने को बचाना चाहते हैं। ------------------------------------------------ हाथरस भगदड़ कांड के दोनों पार्ट पढ़ें... पार्ट-1: सब-इंस्पेक्टर के बयान के बावजूद चार्जशीट में बाबा का नाम नहीं 2 जुलाई, 2024…हाथरस जिले के फुलरई मुगलगढ़ी गांव में निरंकार साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मची। 121 लोग की जान चली गई। सैकड़ों लोग घायल हुए। इस केस को कल 1 साल पूरा हो जाएगा। जेल गए सभी 11 आरोपी जमानत पर बाहर हैं। दैनिक भास्कर को 3200 पेज की चार्जशीट में एक अहम बयान हाथ लगा है। पढ़ें पूरी खबर पार्ट-2: पीड़ित परिवार बोले- शक्ति होती तो हाथरस भगदड़ में इतने लोग नहीं मारे जाते यूपी के हाथरस में निरंकार साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ को 2 जुलाई को एक साल पूरा हो गया। इसमें 121 लोगों की मौत हुई थी। जिन परिवारों में मौतें हुईं, उनमें ज्यादातर का नजरिया भोले बाबा को लेकर एकदम बदल चुका है। पढ़ें पूरी खबर...
शामली की कैराना सीट से सपा सांसद इकरा हसन का हरियाणा के नूंह में 2 नाबालिग लड़कों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से आपत्तिजनक वीडियो बनाया। फिर फेसबुक पर फेक अकाउंट बना उसे अपलोड कर दिया। यह वीडियो वायरल होकर सांसद तक भी पहुंच गया। सांसद ने दरियादिली दिखाई। भरी पंचायत में माफी मांगने पर उन्होंने कोई लीगल एक्शन नहीं लिया। VIDEO में देखिए आपत्तिजनक वीडियो बनाने वाले कौन हैं, उन्होंने ऐसा क्यों किया?
काशी सिर्फ धर्म के मामले में नहीं, स्वाद के मामले में भी काफी फेमस हैं। सिर्फ यहां की लस्सी और पान की तारीफ नहीं होती, यहां की कचौड़ी गली की भी जमकर बात की जाती है। यहां आने वाला हर व्यक्ति खाने के असली स्वाद को फील कर पाता है। जायका सीरीज में आज हम आपको वाराणसी के फेमस नीलू कचौड़ी के इतिहास और स्वाद के बारे में बताएंगे। नीलू की दुकान सिर्फ 5 घंटे के लिए खुलती है। लेकिन, इस दौरान कचौड़ी का स्वाद लेने वालों का यहां तांता लगा रहता है। 5 घंटे में ही सारी कचौड़ी खत्म हो जाती है। कहां है नीलू कचौड़ी की दुकानवाराणसी की फेमस कचौड़ी गली काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित है। यहां जाने के बाद आपको मंदिर की गलियों से बाहर निकलकर चौक तक आना होगा। उसके बाद यहां पहुंचने के लिए आपको रिक्शा लेना होगा। कचौड़ी गली इतनी फेमस है कि किसी से भी यहां का पता पूछ सकते हैं। इस गली में घुसते ही दाहिने हाथ पर आपको नीलू कचौड़ी की दुकान मिल जाएगी। क्या है नीलू कचौड़ी की दुकान का इतिहासनीलू कचौड़ी को वर्तमान में नीलू शाह चला रहे हैं। वह बताते हैं- 1890 में उनके परनाना महावीर शाह ने इस दुकान की शुरुआत की थी। इस विरासत को उनके नाना गौरी शाह ने आगे बढ़ाया। अब नीलू शाह तीसरी पीढ़ी है, जो इस दुकान को चला रहे हैं। नीलू कहते हैं- दुकान में स्वाद के साथ-साथ प्यार भी बांटते हैं, जो आज के समय में ज्यादा जरूरी है। नीलू कहते है कि वो दुकान सिर्फ 5 घंटे के लिए खोलते हैं। इतनी भीड़ होती है कि सारी कचौड़ी बिक जाती है। पढ़िए क्या कहते हैं कस्टमर... बनारस में नीलू की दुकान की गरमागरम कचौड़ी, मसालेदार छोले की सब्जी और साथ में तीखी-मीठी चटनी से इसका स्वाद बहुत देसी और असली बनारसी होता है। कचौड़ी कुरकुरी होती है। मसाले में हल्की खटास और तीखापन होता है, जो लोगों को खूब पसंद आता है। सुबह-सुबह भीड़ लगी रहती है। ऑफिस जाने वाले लोग, स्टूडेंट्स और टूरिस्ट सब लाइन लगाकर गरमागरम कचौड़ी खाते हैं। खास बात ये है कि कचौड़ी सस्ती होती है। यही वजह है कि यहां बार-बार लोग आते हैं। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में इस बार होगी अच्छी बारिश, जून में सामान्य से 11% ज्यादा बरसे बादल, जानिए जुलाई में कैसा रहेगा मानसून यूपी में मानसून की एंट्री 18 जून को हो चुकी है। जून में हर साल के मुकाबले इस बार 11% ज्यादा बारिश हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जुलाई में भी उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र को छोड़कर प्रदेश के अन्य भागों में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। पढ़िए पूरी खबर...
विशेष न्यायालय ने गांजा तस्करी के आरोप में कई दिन तक जेल में रहे दो आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया। मामला ग्वालियर रेलवे स्टेशन का है, जहां 14 नवंबर 2021 को रात्रि गश्त के समय निरीक्षक संजय कुमार आर्या व उनकी टीम ने राजस्थान निवासी बजरंगलाल शर्मा (40) और पांचूराम सैनी (56) को गिरफ्तार किया था। जांच में उनके पास से 12.666 किलोग्राम गांजा मिला था। जब मामला विशेष न्यायालय (एनडीपीएस) पहुंचा, तो पता चला कि गांजे के सैंपल 15 नवंबर 2021 से लेकर 23 नवंबर 2021 तक संदिग्ध अवस्था में रहे। नारकोटिक्स ब्यूरो कोर्ट को ये बता ही नहीं पाया कि उक्त 9 दिन की अवधि में सैंपल को किसकी अभिरक्षा में रखा गया। यही नहीं, धारा 52-ए की कार्रवाई में 3 साल की देरी के संबंध में भी जांच एजेंसी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इसके आधार पर कोर्ट ने पूरी कार्रवाई को संदिग्ध मानते हुए आरोपियों को बरी किया। इस मामले में आरपीएफ ने 14 नवंबर 2021को बजरंगलाल शर्मा (40) और पांचूराम सैनी (56) दोनों निवासी जयपुर को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 से गिरफ्तार किया। कोर्ट में दी गई गवाही में तत्कालीन अवर श्रेणी लिपिक प्रदीप कुमार ने बताया कि उसे 16 नवंबर 2021 को अधीक्षक बीएस कुमार ने दो सैंपल और सीलबंद लिफाफा दिल्ली में जमा करने का निर्देश दिया था। तत्कालीन मालखाना प्रभारी रजनीश शर्मा ने बताया कि आरपीएफ में पदस्थ उपनिरीक्षक आरएस राजावत ने उन्हें दो सीलबंद पैकेट 24 नवंबर को दिए। इसी आधार पर कोर्ट ने माना कि 9 दिन तक सैंपल किस अभिरक्षा में रखे गए, ये स्पष्ट ही नहीं है।
रेनोवेशन बना रोग...:13 साल से ताले में बंद स्वास्थ्य विभाग का सभागार
10 लाख से बढ़कर 1.22 करोड़ हुआ बजट सिटी सेंटर स्थित राज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान का सभागार बीते 13 सालों से रेनोवेशन की फाइलों में उलझा हुआ है। 100 सीटों की क्षमता वाला यह सभागार कभी शहर के चुनिंदा ऑडीटोरियम में गिना जाता था, लेकिन अब दीमकों का शिकार और अफसरशाही की सुस्ती का उदाहरण बन चुका है। इस सभागार का निर्माण 1995 में हुआ था। 2012 में रेनोवेशन कार्य के लिए इसे बंद कर दिया गया। 2013 में 10 लाख का बजट आवंटित हुआ, लेकिन ठेकेदार अधूरा काम छोड़कर चला गया। इसके बाद 2020 में प्रक्रिया चली, लेकिन वो भी अधूरी रह गई। दिसंबर 2022 में जब 1.22 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ, तब उम्मीद बंधी कि अब काम तेजी से होगा। लेकिन ढाई साल बाद भी फॉल्स सीलिंग, पेंट और बिजली फिटिंग ही हो पाई है। रेनोवेशन का काम नेशनल हेल्थ मिशन कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि कई बार इंटीरियर प्लान चेंज होने के कारण देरी हुई है। अब तीन से चार महीने में काम पूरा हो जाएगा। फर्नीचर को दीमक ने चट किया... 5 साल में हटीं कुर्सियां लंबे समय से बंद होने के कारण फर्नीचर में दीमक लग गया और कुर्सी, स्टेज में लगी लकड़ी भी खराब हो गई थी। कुर्सियां हटाने में ही 5 साल लग गए। 2022 में बजट मंजूर होने के बाद काम चालू हुआ जो अभी तक चल ही रहा है। प्रदेश का एकमात्र संस्थान... जहां स्किल लैब के साथ लाइब्रेरी भीराज्य स्वास्थ्य प्रबंधन एवं संचार संस्थान प्रदेश का इकलौता संस्थान है। जहां स्किल लैब के अलावा लाइब्रेरी भी है। इसमें पीजीडीएचएम कोर्स भी संचालित होता था। संस्थान में हॉस्टल सुविधा भी है। जिसमें यहां आने वाले डॉक्टर और स्टाफ ठहरता था। इनका तर्क... काम पूरा होने पर ठेकेदार पर लगाएंगे जुर्मानाठेकेदार को 18 महीने में रेनोवेशन कार्य पूर्ण करना था, लेकिन वह अभी तक नही कर पाया है। काम पूरा होने के बाद ठेकेदार पर जुर्माना लगाया जाएगा। अब दो से तीन महीने में काम पूरा हो जाएगा।-शशि बंसल, ईई, एनएचएम
बरसात का मौसम आ चुका है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बरसात के कारण अब गंगा धीरे-धीरे उफान की ओर बढ़ रही हैं। हालांकि अभी जो जल स्तर बढ़ा है वो बहुत ही नॉर्मल हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन ने भी अपनी पूरी तैयारी कर रखी हैं। बीते एक दिन पूर्व हरिद्वार से करीब 61346 क्यूसेक पानी छोड़ा गया हैं, जो कि बहुत ही नॉर्मल है। इसके अलावा नारौना से भी 122848 क्यूसेक पानी छोड़ा गया हैं।3 दिन में पहुंचेगा शहर में पानी3 दिन में ये पानी कानपुर की गंगा तक पहुंचेगा। हालांकि सिचाई विभाग और जिला प्रशासन का मानना है कि अभी इस पानी से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, लेकिन आने वाले दिनों में काफी बड़ी तादाद में पानी छोड़ा जाना हैं। जब लगातार 5 से 7 दिन तक लाखों क्यूसेक में पानी छोड़ा जाता है, तब यहां पर बाढ़ की स्थिति बनती है, लेकिन अभी यहां पर ऐसी स्थिति दूर-दूर तक नहीं हैं। घाटों पर नाविक तैनात आपदा प्रबंधन जुगबीर सिंह ने बताया कि अभी बरसात के कारण थोड़ा बहुत जल स्तर गंगा का बढ़ा है, लेकिन इसका बहुत ज्यादा कोई असर नहीं पड़ेगा। हरिद्वार से भी जो पानी छोड़ा गया है उसका भी असर यहां नहीं पड़ेगा।हालांकि बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए अपने पास सारे इंतजाम है। लोगों को कहां ठहराना है या कहां से उन्हें और कैसे ले जाना इन सभी का इंतजाम कर लिया गया हैं। इसके अलावा घाटों पर भी नाविक तैनात हैं। चेतावनी बिंदू से दो फिट नीचे हैं गंगा उन्होंने बताया कि अभी गंगा चेतावनी बिंदू से करीब 2 फीट नीचे बह रही हैं। इसलिए किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं हैं।
शासकीय कार्यों में तकनीकी नवाचार लाने के लिए जिला प्रशासन अब आईटी और एआई के उपयोग की दिशा में काम करेगा। ऐसा करके शासकीय कार्यों को अधिक पारदर्शी, सरल, जनहितैषी बनाया जाएगा। इसी क्रम में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जल्द ही ‘हैकथॉन’ का आयोजन किया जाएगा। इसमें आईटी-एआई क्षेत्र के विशेषज्ञ, नवाचार कर्ता और तकनीकी विद्यार्थियों को आमंत्रित किया जाएगा। यह जानकारी बुधवार को कलेक्टोरेट में हुई टीएल बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने दी। उन्होंने बताया हैकथॉन का उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों में तकनीकी समाधान तलाशना है। इसके माध्यम से अवैध निर्माण रोकने, सतत निगरानी, जनसुनवाई प्रणाली को प्रभावी बनाने, साइबर फ्रॉड की रोकथाम जैसे विषयों पर सुझाव और समाधान लिए जाएंगे। इंदौर में कई सरकारी योजनाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संचालित की जा रहीं। इनकी दक्षता बढ़ाने के लिए तकनीकी नवाचार आवश्यक है। हैकथॉन के माध्यम से स्मार्ट और सुरक्षित इंदौर की दिशा में प्रशासन ठोस पहल करेगा। बैठक में समग्र आईडी के ई-केवाईसी कार्य को गति देने, भिक्षामुक्त अभियान को और सशक्त बनाने के भी निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने बताया जिले में समग्र आईडी को आधार से लिंक कर ई-केवाईसी के काम में और तेजी लाएं। जिले में अब तक 4 लाख डुप्लीकेट ई-केवाईसी हटाई जा चुकी। अवैध स्कूली वाहनों पर आरटीओ करे कार्रवाई कलेक्टर ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिए कि शहर में अवैध रूप दौड़ रहे स्कूली वाहनों पर सख्त कार्रवाई करें। वहीं पालक भी अपने बच्चों को केवल अधिकृत वाहनों से ही स्कूल भेजें। बैठक में निगमायुक्त शिवम वर्मा, स्मार्ट सिटी सीईओ दिव्यांक सिंह, जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन, आईडीए सीईओ आर.पी. अहिरवार, अपर कलेक्टर रोशन राय सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
नौ दिनी वाअज:सवा लाख लोग रोज कर रहे भोजन, आयोजन जीरो वेस्ट
बोहरा समाज इन दिनों देशभर से आए 80 हजार से ज्यादा लोगों की मेहमाननवाजी में लगा है। मोहर्रम की नौ दिनी वाअज के लिए इंदौर में बने 30 रिले सेंटर पर देशभर से लोग आए हुए हैं। इनके और शहर के समाजजन के लिए दोनों समय खाने की व्यवस्थाएं की गई हैं। 1.25 लाख लोगों के लिए रोजाना भोजनशाला में खाने की व्यवस्था समाज की ओर से की गई है। इसके अलावा बाहर से आने वाले लोगों के रुकने की व्यवस्था भी नौ दिनों के लिए की गई है। नौ दिनी वाअज के लिए समाजजन ने पूरा आयोजन जीरो वेस्ट किया है। बोहरा समाज के मीडिया प्रभारी मजहर हुसैन सेठजीवाला और बुरहानुद्दीन शकरुवाला ने बताया आयोजन के साथ ही इंदौर के समाजजन द्वारा ‘स्वच्छता में नंबर वन इंदौर’ का संदेश भी दिया जा रहा है। खासतौर पर पानी की बॉटल इस तरह से बनाई गई है। यह संदेश देश-दुनिया से आए लोगों के बीच जा रहा है। पूरे आयोजन के लिए 30 कमेटियां बनाई गई हैं। किसी भी समाजजन को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए कमेटी सदस्य लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। 5 जुलाई तक चलेगी वाअज नौ दिनी वाअज 5 जुलाई तक चलेगी। समाजजन के लिए रिले सेंटर सैफीनगर, वजीही मोहल्ला, अम्मार नगर, हकीमीबाग, सियागंज, मुफद्दल नगर, बद्री मोहल्ला बोहरा बाखल सहित शहर के विभिन्न शहरों के अलावा राऊ, बेटमा, देपालपुर आदि स्थानों पर बनाए गए हैं, जहां से समाज के धर्मगुरु सैयदना आलीकदर मुफद्दल मौला द्वारा चेन्नई से फरमाई गई वाअज का सीधा प्रसारण किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से- जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग के 17 जिलों में गुरुवार को अति भारी या भारी बारिश का अलर्ट है। ग्वालियर-चंबल संभाग के 4 जिले भी भीगेंगे। स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने से ऐसा होगा। भोपाल, इंदौर-उज्जैन समेत अन्य जिलों में भी बारिश का यलो अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार, जिन जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है, उनमें पन्ना, दमोह, मैहर और कटनी शामिल हैं। यहां 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। श्योपुर, शिवपुरी, भिंड, गुना, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, जबलपुर, डिंडौरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, सीधी, मऊगंज, रीवा और सतना में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। एमपी से गुजर रही दो ट्रफप्रदेश से 2 टर्फ गुजर रही है। इनमें से एक मानसून टर्फ है। इस वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चल रहा है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि अगले 4 दिन तक पूरे प्रदेश में तेज बारिश होने की संभावना है। 5 और 6 जुलाई को सभी जिले तरबतर हो जाएंगे। पूरे प्रदेश में बारिश, पुल-पुलियाओं के ऊपर से बहा पानी स्ट्रॉन्ग सिस्टम के एक्टिव होने से बुधवार को पूरे प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर रहा। 27 जिले ऐसे रहे, जहां बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शिवपुरी, उज्जैन-रतलाम, नौगांव में आधा इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं, बड़वानी, मऊगंज, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, सीहोर, शहडोल, बैतूल, भोपाल, दतिया, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, श्योपुर, मंडला, सागर, सतना, सीधी, बालाघाट, शाजापुर, देवास, आगर-मालवा में भी दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। भोपाल में एक मकान की दीवार ढह गई। वहीं, टीकमगढ़ जिले में मकान गिर गया। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई, क्योंकि जब मकान गिरा, तब परिवार अंदर ही सो रहा था। रतलाम के सैलाना में बांसवाड़ा रोड स्थित केदारेश्वर महादेव मंदिर का झरना बह निकला। आसपास पहाड़ियों पर हरियाली छा गई है। जो देखने लायक बन गई है। ऊंची नीची पहाड़ियों के बीच अलग अलग झरने बह रहे हैं। यहां थाने में भी पानी भर गया। भोपाल के कई इलाकों में जलभराव के हालात बन गए। बड़ा तालाब में आधा फीट पानी भर गया। बुधवार को हुई बारिश की तस्वीरें... इस बार एक दिन लेट पहुंचा मानसूनबता दें कि इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था। वहीं, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में यह तय समय से पहले पहुंच गया। ऐसे में अनुमान था कि मध्यप्रदेश में यह जून के पहले सप्ताह में ही आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा रहा। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई। 13-14 जून को मानसून आगे बढ़ा। बावजूद यह प्रदेश में 1 दिन लेट हो गया। हालांकि, 3 दिन में ही मानसून ने प्रदेश के 53 जिलों को कवर कर लिया। वहीं, एक के ठहराव के बाद बाकी बचे 2 जिले- भिंड और मऊगंज में भी मानसून एंटर हो गया। इस तरह 5 दिन में ही मानसून ने पूरे प्रदेश को कवर कर लिया। एमपी में मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था। मानसून के एक्टिव होने के बाद से ही पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चल रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि जून की सामान्य बारिश का आंकड़ा मानसून पार कर लेगा। प्रदेश में इतना रहा तापमान.... जानिए, बड़े शहरों में 10 साल में कितनी बारिश हुई... भोपाल में 41 इंच बारिश का रिकॉर्डभोपाल में जुलाई में खूब बारिश होती है। यहां एक ही महीने में 1031.4 मिमी यानी 41 इंच के करीब बारिश होने का रिकॉर्ड है। यह साल 1986 को हुई थी। 22 जुलाई 1973 को एक ही दिन में 11 इंच बारिश हुई थी, जो अब तक का रिकॉर्ड है। साल 2024 में पूरे जुलाई महीने में 15.70 इंच बारिश हुई थी। भोपाल में जुलाई महीने में एवरेज 15 दिन बारिश होती है। यानी, हर दूसरे दिन पानी बरसता है। महीने की एवरेज बारिश 367.7 मिमी यानी 14.4 इंच है। बारिश के चलते दिन का तापमान 30 और रात में पारा 25 डिग्री सेल्सियस से कम रहता है। इंदौर में इस बार 40% ज्यादा बारिशइंदौर की बात करें तो 24 घंटे में 11.5 इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जो 27 जुलाई 1913 को हुई थी। वर्ष 1973 में पूरे महीने 30.5 इंच पानी गिरा था। बारिश के चलते यहां भी तापमान में गिरावट देखने को मिलती है। इंदौर में महीने की एवरेज बारिश 12 इंच है। एवरेज 13 दिन यहां बारिश होती है। पिछले साल इंदौर में पूरे महीने 8.77 इंच बारिश हुई थी। जबलपुर में जुलाई में गिर चुका 45 इंच पानीचारों बड़े शहरों में जबलपुर ऐसा है, जहां सबसे ज्यादा बारिश होती है। वर्ष 1930 में करीब 45 इंच पानी बरसा था जबकि 30 जुलाई 1915 को 24 घंटे की सर्वाधिक 13.5 इंच बारिश हुई थी। 2013 और 2016 में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी। जबलपुर में जुलाई की सामान्य बारिश 17 इंच है। महीने में 15 से 16 दिन पानी बरसता है। जुलाई में अच्छी बारिश की उम्मीद है। ग्वालियर में कम बारिश का ट्रेंडभोपाल, इंदौर और जबलपुर की तुलना में ग्वालियर में जुलाई के महीने में सबसे कम बारिश होती है। पिछले 10 साल में 6 बार ऐसा हुआ, जब 8 इंच से कम पानी गिरा हो जबकि यहां की एवरेज बारिश 9 इंच के करीब है। ग्वालियर में वर्ष 1935 में महीने की सबसे ज्यादा बारिश हुई थी। तब 623.3 मिमी यानी 24.5 इंच बारिश दर्ज की गई थी। इस बार बारिश के अच्छे संकेत हैं। मानसून की दस्तक के साथ यहां तेज बारिश का दौर जारी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश की बात करें तो 12 जुलाई 2015 में 190.6 मिमी यानी साढ़े 7 इंच पानी बरसा था। ग्वालियर में जुलाई के महीने में एवरेज 11 दिन बारिश होती है। उज्जैन में 36 इंच बारिश का रिकॉर्डउज्जैन में पूरे जुलाई महीने में 36 इंच बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड है। इतनी बारिश साल 2015 में हुई थी। 2023 में 21 इंच से ज्यादा पानी गिर गया था। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 19 जुलाई 2015 को 12.55 इंच हुई थी। उज्जैन में जुलाई की औसत बारिश 13 इंच है। महीने में 12 दिन पानी बरसता है। इससे रात के तापमान में गिरावट हो जाती है।
हरियाणा के नारनौल में डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाली कंपनी का टेंडर खत्म हो गया है। ऐसे में शहर में तीन दिन से कचरे का उठान नहीं हो रहा है। जिसके कारण शहर में कूड़े के ढेर लग गए हैं। वहीं इस टेंडर के खत्म हो जाने से 60 के करीब कर्मचारी भी बेरोजगार हो गए हैं। शहर में डोर-टू-डोर कचरा उठाने के लिए नगर परिषद ने बीते दो सालों से सोना इंटरप्राइजेज को कार्य दिया हुआ है। इस कंपनी द्वारा शहर में 40 टैंपो, ट्रैक्टर व लोडर लगाए हुए हैं। इन पर 60 कर्मचारी तैनात हैं। इन वाहनों से शहर के 31 वार्डों से डोर-टू-डोर कचरा उठाया जाता है। मगर दो दिन पूर्व इस कंपनी का टेंडर समाप्त हो गया। जिसके बाद कंपनी ने शहर से कचरा उठाना बंद कर दिया। 60 टन कचरे का होता है उठान पूरे शहर से रोजाना 60 टन कचरे का उठान होता है। यह कचरा शहर के विभिन्न मोहल्लों व वार्डों में जाकर उठाया जाता है। मगर अब दो दिन से कचरा नहीं उठने की वजह से यह कचरा शहर में घरों व सड़कों पर जमा हो गया है। जिसके कारण लोगों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाजार में लगे हैं ढेर समाज सेवी राहुल वर्मा ने बताया कि नगर परिषद का बुरा हाल है। यहां पर कोई भी काम सही ढंग से नहीं होता। अब कचरा उठाने वाली कंपनी का टेंडर खत्म हो गया है। जिसके कारण बाजार में बहुत अधिक कचरा जमा हो गया है। आज हो सकता है समाधान वहीं कचरा उठाने वाली कंपनी सोना इंटरप्राइजेज के एरिया मैनेजर रामनारायण कौशिक ने बताया कि उनके पास चेयरपर्सन व ईओ का फोन आया था। जब तक नया टेंडर नहीं हो जाता तब तक वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। कुछ वाहनों द्वारा कचरा भी उठाया जाएगा।
चीन-बांग्लादेशी कपड़े ना खरीदने की इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन ने अपील फिर से तेज कर दी है। वोकल फॉर लोकल को लेकर 1 जुलाई से अभियान दोबारा शुरू किया गया है। एसोसिएशन द्वारा कॉल सेंटर के माध्यम से ग्राहकों को कॉल लगवाया जा रहा है। साथ ही अपील की जा रही है कि वे पास के ही मार्केट से खरीदी करें। बता दें, चीन-बांग्लादेशी कपड़ों का व्यापार नहीं करने का संकल्प इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के व्यापारियों ने लिया था। साथ ही वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए भी 125 व्यापारिक संगठनों के व्यापारियों ने शपथ ली थी। अब एक बार फिर इन अभियान को तेज किया गया है। 1 जुलाई से इस अभियान को दोबारा गति दी गई है। कॉल सेंटर के माध्यम से लगाए जा रहे कॉल ग्राहकों और व्यापारियों को जागरूक करने के लिए कॉल सेंटर के माध्यम से ग्राहकों और व्यापारियों को कॉल किए जा रहे हैं। उनसे अपील की जा रही है कि वे चीन-बांग्लादेशी कपड़े ना खरीदे और अपने आसपास के मार्केट से ही खरीदी करें। उन्होंने ऑनलाइन भी इन कपड़ों को ना खरीदने के लिए निवेदन किया है। अब तक 8 हजार से ज्यादा लोगों को कॉल किए जा चुके हैं। आगामी एक महीने से ज्यादा समय तक ये कॉल सेंटर लोगों को कॉल करेगा। 10 लाख से ज्यादा लोगों को कॉल करने का लक्ष्य इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन अध्यक्ष अक्षय जैन ने बताया कि आगामी त्यौहार को देखते हुए एक बार फिर अभियान को तेज किया है। 1 जुलाई से फिर से कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को कॉल लगवाए जा रहे हैं। 10 लाख से ज्यादा लोगों को कॉल करने का लक्ष्य है। हालांकि, इसके पहले भी दो बार 10 लाख से ज्यादा लोगों को कॉल लगाए जा चुके हैं। अब आगामी त्योहारों को देखते हुए फिर से कॉल लगवाए जा रहे हैं। ऑनलाइन भी खरीदी ना करने की अपील जैन ने बताया कि इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन ने पहले ही चीन-बांग्लादेशी कपड़ों का व्यापार नहीं करने का निर्णय लिया था। अन्य व्यापारियों से भी ये अपील की थी। ऑनलाइन भी ये कपड़ों की बिक्री होती है इसलिए कॉल के माध्यम से अपील की जा रही है कि वे ऑनलाइन के बजाय अपने आसपास के मार्केट से ही खरीदी करें। हमारा वोकल फॉर लोकल का अभियान सार्थकता के साथ अग्रसर है।
खातीवाला टैंक में पेड़ गिरा, कार क्षतिग्रस्त, आवाजाही बंद, लोग परेशान
खातीवाला टैंक में बुधवार दोपहर एक बड़ा पेड़ अचानक गिर गया। पेड़ एक कार पर गिरा, जो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। उसके पास खड़ी कार को भी थोड़ा नुकसान हुआ। पेड़ इस तरह गिरा कि सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। रहवासियों ने नगर निगम को सूचना दी। रात तक निगम का अमला मौके पर नहीं पहुंचा। कुछ रहवासियों का कहना है कि एक डंपर की टक्कर से पेड़ कमजोर हो गया था। उसके कारण ही जड़ सहित उखड़ गया।
एमआईसी की बैठक में रखेंगे प्रस्ताव:ब्रिज, बिल्डिंग व ईवी के लिए 500 करोड़ का लोन लेगा निगम
चंदन नगर में बनने वाले ब्रिज, निगम की नई बिल्डिंग और ईवी गाड़ियों की खरीदी के लिए नगर निगम 500 करोड़ का लोन लेने जा रहा है। 9 जुलाई को होने वाली एमआईसी की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसे लेकर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अफसरों के साथ समीक्षा बैठक भी ली। निगमायुक्त शिवम वर्मा, सभी अपर आयुक्त और संबंधित अधिकारी मौजूद थे। बैठक में एमआईसी के प्रस्तावित एजेंडे पर चर्चा हुई। महापौर ने 500 करोड़ रुपए के लोन की प्रक्रिया तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बारिश के पहले सड़कों के गड्ढे और खराब हिस्सों की मरम्मत का काम प्राथमिकता से पूरा करें। 600 करोड़ की देनदारीनिगम ने पहले ही कई योजनाओं के तहत बैंकों से कर्ज ले रखा है। ग्रीन बांड के जरिए 244 करोड़ भी चुकाने हैं। पीएम आवास योजना, वर्ष 2018 में जारी बांड सहित 650 करोड़ निगम को चुकाना हैं। नया कर्ज लेने पर यह राशि एक हजार करोड़ होगी। सालभर चलने वाले कामों का भुगतान मानें तो करीब 600 करोड़ से ज्यादा की देनदारियां ठेकेदारों को की जाना हैं। {चंदन नगर ब्रिज: इसे बनाने पर 50 करोड़ खर्च होंगे। {नई बिल्डिंग : इस पर निगम 300 करोड़ खर्च करने जा रहा है। इसकी डिजाइन बन चुकी है।{कचरा गाड़ियां : कचरा गाड़ियां खरीदने के लिए 150 करोड़ की जरूरत बताई जा रही है।
निगम के नियमों का करना होगा पालन:निगम ने मोहर्रम मेले की अनुमति दी, 3 एकड़ में होगा आयोजन
नगर निगम ने धोबीघाट मैदान पर मोहर्रम मेला लगाने और ताजिए ठंडे करने की सशुल्क अनुमति दे दी है। निगम ने स्पष्ट किया कि मैदान की कुल 6.70 एकड़ भूमि में से सिर्फ 3 एकड़ हिस्से पर ही तीन दिनी मेला लगाया जा सकेगा। आयोजकों को निर्धारित शुल्क और शर्तों के साथ अनुमति लेना होगी। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि अदालत के आदेश के बाद धोबीघाट मैदान का स्वामित्व नगर निगम के पास है। ऐसे में अब इस भूमि का उपयोग निगम की अनुमति और नियमों के तहत ही किया जा सकेगा। निगम ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में इस मैदान पर कोई भी सार्वजनिक आयोजन या मेला तभी होगा, जब आयोजक निगम से पूर्व अनुमति और शुल्क अदा करेंगे। ईद पर भी निगम की अनुमति जरूरीधोबीघाट मैदान पर ईद के अवसर पर लगने वाले पारंपरिक मेले के लिए भी आयोजकों को निगम से अनुमति लेना होगी। बिना अनुमति कोई आयोजन नहीं किया जा सकेगा। कानूनी लड़ाई के बाद निगम ने जमाया हकगौरतलब है कि धोबीघाट मैदान की 6.70 एकड़ जमीन को लेकर वर्षों से विवाद चला आ रहा था। सितंबर 2024 में जिला न्यायालय ने इस मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए नगर निगम को इस जमीन का वैध मालिक घोषित किया। इसके बाद निगम ने इस पर अपना कब्जा स्थापित किया और अब मैदान के उपयोग को लेकर स्पष्ट नियम तय कर दिए हैं।
शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली कान्ह और सरस्वती नदी को गंदे पानी से मुक्त करने के लिए अब पानी का फ्लो बढ़ाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। यहां सालभर साफ पानी बहता रहे, इसके लिए नगर निगम नया प्रोजेक्ट लाया है। इसके तहत कान्ह-सरस्वती नदी में पहले साल 30 फीसदी पानी का फ्लो बढ़ाएंगे। इसके लिए सैटेलाइट इमेज से जमीन में जल धाराएं ढूंढी जा रही हैं। नदी के वाटर शेड एरिया में वैज्ञानिक पद्धति से मैपिंग, एक्विफर सर्वे और ग्राउंड वाटर रिचार्ज के जरिए पानी बढ़ाने का काम होगा। इस प्रोजेक्ट पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। डीपीआर बनवाने पर ही 92 लाख 70 हजार रुपए खर्च होंगे। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर निगम ने कंसल्टेंट की नियुक्ति भी कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि कान्ह नदी तभी जिंदा होगी, जब उसमें पानी का फ्लो बढ़ेगा। अभी गंदगी का फ्लो ज्यादा है। एक्विफर 20 से 70 मीटर नीचे तक है। इसका बेस फ्लो नीचे होने से पानी नहीं आ पाता। इसका इंटर फ्लो ढूंढा जा रहा है। हाइड्रोलॉजिस्ट की नियुक्ति की गई है। 50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे प्रोजेक्ट पर 92 लाख रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे डीपीआर पर बेस फ्लो बढ़ाने पर फोकस ईआरटी और ईआरआई तकनीक से ढूंढ रहे जल धाराएंअफसरों के मुताबिक सैटेलाइट और भू-वैज्ञानिक तकनीकों की मदद से नदी के आसपास जमीन के अंदर बहने वाली पानी की धाराओं का पता लगाया जा रहा है। इसके लिए इलेक्ट्रिकल रेसिस्टिविटी टोमोग्राफी (ईआरटी) और इलेक्ट्रिकल रेसिस्टिविटी इमेजिंग (ईआरआई) तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें जमीन में विद्युत धारा प्रवाहित कर उसके प्रतिरोध को मापा जाएगा। इससे पता चलता है कि जमीन के किस हिस्से में पानी मौजूद है और कहां रिचार्ज किया जा सकता है। नदी शुद्धिकरण के लिए 615 करोड़ रुपए की योजनासिंहस्थ में संत और श्रद्धालु शिप्रा में आचमन में कर सकें, इसके लिए कान्ह नदी शुद्धिकरण के लिए नए सिरे से 615 करोड़ की योजना तैयार की गई है। कान्ह के लिए नमामि गंगे में कुल 511 करोड़ मिलेंगे और अमृत-2 में भी फंड मिलने की उम्मीद है। कान्ह और सरस्वती नदी के शुद्धिकरण पर 15 वर्षों में 1152 करोड़ खर्च हो चुके हैं। देश की पहली वाटर प्लस सिटी का तमगा हासिल करने के लिए दो वर्ष पहले 200 करोड़ खर्च कर नाला टेपिंग की गई थी। हालांकि वह काम नहीं आई। कान्ह–सरस्वती नदी के शुद्धिकरण के लिए नए प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। एक्विफर मैनजमेंट किया जा रहा है, ताकि नदी में पानी का बेस फ्लो बढ़ा सकें। आउटफॉल्स चिह्नित किए जा चुके हैं। हमें उम्मीद हैं कि इससे स्थिति में सुधार होगा।शिवम वर्मा, निगमायुक्त
भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार जुलाई 2025 के लिए पंजाब राज्य में इस महीने मौसम सामान्य से बेहतर रहने की संभावना है। पूरे पंजाब क्षेत्र में मासिक औसत वर्षा सामान्य से लेकर सामान्य से अधिक रह सकती है। यानीकि जुलाई में अच्छी बारिश होने की संभावना है, जो किसानों के लिए राहत की खबर है, खासकर धान के लिए ये बेहतर मानी जा रही है। तापमान की दृष्टि से भी पंजाब को राहत मिल सकती है। विभाग का अनुमान है कि राज्य में मासिक औसत अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहेगा। दिन के समय भीषण गर्मी से बचाव रहेगा और तापमान समान्य से कम रहने का अनुमान है और लू की स्थिति ना के बराबर ही देखने को मिलेगी। इसके साथ ही रात का तापमान भी सामान्य से कम या उसके आसपास रहने की संभावना है। यानी रातों का मौसम भी अपेक्षाकृत ठंडा या आरामदायक रह सकता है, जो लगातार हो रही वर्षा का प्रभाव हो सकता है। आज पंजाब के लिए कोई अलर्ट नहीं मौसम विभाग की तरफ से आज पंजाब के लिए किसी भी तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया। वहीं, बीते दिन भी मात्र होशियारपुर में 8.5 मिमी बारिश देखने को मिली, जबकि अन्य जिलों में मौसम सामान् रहा। जिसके चलते राज्य के अधिकतम तापमान में तकरीबन 5 डिग्री की बढ़ौतरी देखने को मिली। इसके बावजूद राज्य में तापमान सामान्य बना रहा। अधिकतम तापमान बठिंडा में 37.3 डिग्री दर्ज किया गया। 5 जुलाई को बादल बरसने की संभावना मात्र आज ही नहीं, शुक्रवार भी राज्य में बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है। लेकिन 5 जुलाई से राज्य में दोबारा से बारिश की संभावनाएं बन रही हैं। हिमाचल प्रदेश से सटे 7 जिलों पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, मोहाली और फतेहगढ़ साहिब में बारिश के आसार बन रहे हैं। वहीं, 6 जुलाई, शनिवार को राज्य में मौसम विभाग ने एक बार फिर ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बारिश का सिलसिला 8 जुलाई तक जारी रहने का अनुमान है। पंजाब के शहरों का तापमान अमृतसर- बादल छाए रहने का अनुमान है। बारिश की भी संभावनाए हैं। तापमान 28 से 33 डिग्री के बीच बना रहेगा। जालंधर- अमृतसर- बादल छाए रहने का अनुमान है। बारिश की भी संभावनाए हैं। तापमान 28 से 32 डिग्री के बीच बना रहेगा। लुधियाना- अमृतसर- बादल छाए रहने का अनुमान है। बारिश की भी संभावनाए हैं। तापमान 27 से 33 डिग्री के बीच बना रहेगा। पटियाला- अमृतसर- बादल छाए रहने का अनुमान है। बारिश की भी संभावनाए हैं। तापमान 28 से 34 डिग्री के बीच बना रहेगा। मोहाली- अमृतसर- बादल छाए रहने का अनुमान है। बारिश की भी संभावनाए हैं। तापमान 27 से 33 डिग्री के बीच बना रहेगा।
जानलेवा जाम:एनएचएआई ने वकील के तर्क से किया किनारा, कहा-यह हमारा जवाब नहीं
वकील ने कोर्ट में कहा था- लोग सड़क पर निकलते ही क्यों हैं... एनएचएआई ने 30 जून को हाईकोर्ट में जानलेवा जाम पर दायर याचिका में सुनवाई के दौरान वकील द्वारा दिए गए अजीब तर्क से अपने आप को अलग करते हुए पल्ला झाड़ लिया। बुधवार को एनएचएआई ने अपने वकील को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बता दें, हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान एनएचएआई के वकील ने कहा था, लोग निकलते ही क्यों हैं... बिना काम, इतनी जल्दी? जाम तो लगेगा ही। वकील इतने पर ही नहीं रुकी, उन्होंने यहां तक कह दिया कि लोगों को मॉल, होटल जाना होता है, स्थिति तो बिगड़ेगी ही। इस तर्क पर देशव्यापी प्रतिक्रिया हुई, लोगों ने एनएचएआई को जमकर घेरा। बुधवार को अथॉरिटी ने सोशल मीडिया पर लिखा, हाईकोर्ट में वकील की ओर से जो तर्क दिया गया, वह कार्यालयीन वक्तव्य नहीं है। रीजनल ऑफिसर श्रवणकुमार सिंह ने बताया, इस संबंध में वकील को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। मामला इंदौर-देवास के बीच अर्जुन बड़ौद में फ्लायओवर के निर्माण का है। इसकी सर्विस रोड खराब होने से वाहन चालक कई दिनों से जाम में फंस रहे थे। ब्रिज का निर्माण कछुआ गति से चल रहा है। इसके कारण पिछले साल बारिश में भी परेशानी आई थी। 27-28 जून को तो यहां लंबा जाम लग गया, लोगों को 48 घंटे से ज्यादा परेशान होना पड़ा। जाम में फंसने के कारण इलाज नहीं मिलने से तीन लोगों की जान भी चली गई। हाईकोर्ट में इसे लेकर दायर जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान वकील ने ये तर्क दिए थे। याचिका में बायपास की दुर्दशा पर जिम्मेदारों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की गई है।
नया रायपुर स्थित श्री रावतपुरा मेडिकल कॉलेज को 250 सीटों की मान्यता दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 6 राज्यों में 40 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की है। इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज में बुधवार तड़के तीन से चार बजे के बीच सीबीआई की टीम ने छापा मारा। कॉलेज के अलावा जांच एजेंसी ने इसके संचालक सुरेश भदौरिया और उनके बेटे मयंक के ऑफिस और घर भी जांच की। बताते हैं कि सीबीआई को जानकारी मिली थी कि कॉलेज संचालकों ने अपनी वार्षिक मान्यता रिपोर्ट को बेहतर बताने के लिए फर्जीवाड़ा कर रिश्वत दी और मान्यता का नवीनीकरण करवाया है। हालांकि सीबीआई की तरफ से अधिकारिक तौर पर कोई बयान या जानकारी नहीं दी गई है। जल्द ही इसमें अधिकारिक खुलासा किया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई टीम ने अस्पताल में भर्ती मरीजों की जानकारियां लेकर कॉलेज और अस्पताल के ऑफिस में भी दस्तावेज खंगाले। सुबह साढ़े 8 बजे तक सीबीआई के अधिकारी कॉलेज में जांच के बाद संचालकों से मिले। रायपुर : गिरफ्तार छह आरोपी रिमांड पर श्री रावतपुरा मेडिकल कॉलेज को 250 सीटों की मान्यता दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों को बुधवार को विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। आरोप है कि मान्यता दिलाने के नाम पर 55 लाख रुपए की रिश्वत ली गई है। गिरफ्तार आरोपियों में डॉ. मंजप्पा सीएन, डॉ. चैत्रा एमएस, डॉ. अशोक शेलके, अतुल कुमार तिवारी, सतीश ए और रविचंद्र के. शामिल हैं। सीबीआई ने पुख्ता सूचना मिलने पर प्लानिंग के तहत जाल बिछाया। इसके बाद कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश में 40 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की गई। किसकी क्या भूमिका : {डॉ. मंजप्पा सीएन : यह एनएमसी के इंस्पेक्शन टीम प्रमुख। {डॉ. चैत्रा एमएस : निरीक्षण दल की सदस्य। {डॉ. अशोक शेलके: निरीक्षण दल के सदस्य। {अतुल कुमार तिवारी: श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, रायपुर के डायरेक्टर। {सतीश ए: मंजप्पा के लिए हवाला कनेक्शन से पैसा लेने वाला। रविचंद्र के, आरोपी डॉ. चैत्रा का पति, इसने भी पैसे लिए।
पहली मीटिंग में वीसी ने फैकल्टी से पूछा- छुट्टी में क्या पढ़ा, क्या देखा? माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में नए सत्र 2025-26 की शुरुआत बुधवार को कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी की एक अहम बैठक के साथ हुई। उन्होंने कहा कि छात्रों को प्रैक्टिकल एक्सपोजर देने जोर देना होगा। अंतिम वर्ष के छात्रों की अप-स्किलिंग प्राथमिकता होगी। सभी कोर्स के स्टूडेंट्स के लिए संयुक्त रूप से हर महीने दो वर्कशॉप होंगी, जिनमें देशभर के विषय विशेषज्ञ शामिल किए जाएंगे। सिलेबस को अपडेट किए जाएंगे, इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व साइबर सिक्योरिटी जैसे नए विषय जोड़े जाएंगे। इसके लिए सभी विभागों को एक माह में समीक्षा करने के निर्देश दिए। सूत्रों के अनुसार कुलगुरु ने फैकल्टी से पूछा कि अवकाश के दिनों में कौन-कौन सी किताबें पढ़ी और कौन-कौन सी फिल्में देखीं। हालांकि इसका जवाब ज्यादातर फैकल्टी नहीं दे पाईं। इस बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. अविनाश वाजपेयी, एग्जाम कंट्रोलर डॉ. राजेश पाठक, डीन (एकेडमिक्स) प्रो. पी.शशिकला सहित सभी एचओडी व फैकल्टी मेंबर मौजूद रहे। ऐसा पहली बार है जब एमसीयू में किसी कुलगरु ने सभी फैकल्टी मेंबर्स के साथ संयुक्त रूप से एक्शन प्लान साझा किया। साथ स्पष्ट निर्देश दिए कि इस सत्र में हर काम तय योजना और टाइमलाइन के साथ होने चाहिए। विवि पूर्व छात्रों को जोड़ेगा। इंटरनल एग्जाम से सख्ती स्टूडेंट्स की उपस्थिति में ढील नहीं दी जाएगी। सेकंड और थर्ड ईयर के छात्रों का 15 दिनों में रजिस्ट्रेशन कराकर शुरुआत से ही मॉनीटरिंग की जाएगी। एक गोपनीय स्टूडेंट फीडबैक सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके आधार पर एके मिक माहौल डेवलप करने जरूरी कार्रवाई भी की जा सकेगी। वीसी ने कहा कि पिछले वर्ष हमने सौ से अधिक विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित किया, क्योंकि वे आदतन अनुप ्थित थे। इस वर्ष हम चाहेंगे कि कक्षा इतनी प्रभा वशाली हो कि अनुपस ्थिति का कोई कारण ही न बचे। पहले इंटरनल एग्जाम से सख्ती की जाए। सभी की उपस्थिति जुलाई में ही रजिस्टर्ड हो।
पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल में करनैलगंज से घाघराघाट के बीच बिछाई गई नई विद्युतीकृत तीसरी रेलवे लाइन का काम अब अंतिम चरण में है। इस नई लाइन की कमिशनिंग से पहले 3 और 4 जुलाई को रेलवे संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) द्वारा इसका निरीक्षण और स्पीड ट्रायल किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान सुरक्षा को लेकर अलर्ट रेलवे प्रशासन ने क्षेत्रीय जनता खासतौर से करनैलगंज और घाघराघाट के बीच बसे गांवों के लोगों से अपील की है कि वे इन दोनों दिनों के दौरान रेलवे ट्रैक के आसपास विशेष सतर्कता बरतें। ट्रायल के दौरान ट्रेनों की रफ्तार काफी तेज होगी, इसलिए नागरिकों को किसी भी तरह की लापरवाही से बचने की सलाह दी गई है। मवेशियों को ट्रैक के पास न छोड़ें रेलवे ने लोगों से आग्रह किया है कि निरीक्षण और ट्रायल के समय अपने मवेशियों को रेलवे लाइन के आसपास खुला न छोड़ें, ताकि कोई हादसा न हो। यह अपील विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए की गई है, जहां पशु चराने की गतिविधियां अक्सर रेल पटरियों के पास होती हैं। ट्रेन की सुविधाओं में होगा सुधार इस तीसरी लाइन के चालू होने से लखनऊ मंडल में ट्रेनों की रफ्तार और समय में सुधार होगा। साथ ही, मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों के संचालन में होने वाली देरी भी काफी हद तक कम हो सकेगी। रेलवे प्रशासन का कहना है कि यह परियोजना लखनऊ क्षेत्र के रेल नेटवर्क को और मजबूत करेगी और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने में अहम साबित होगी।
एप पर 7800 से ज्यादा शिकायतें दर्ज:लोकपथ एप से पीडब्ल्यूडी के साथ नगर निगम की सड़कें भी जुड़ेंगी
सड़क शिकायतों के लिए लोक निर्माण विभाग का लोकपथ मोबाइल एप एक साल में 7800 से ज्यादा शिकायतें दर्ज कर चुका है। अब इसे और प्रभावी बनाने की तैयारी है। विभाग ने फैसला किया है कि लोकपथ एप में सिर्फ पीडब्ल्यूडी ही नहीं, बल्कि सभी नगर निगम की सड़कों को भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की सड़कें और नेशनल हाईवे भी एप में शामिल करने की योजना है। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने समीक्षा बैठक में कहा कि नागरिकों की सुविधा प्राथमिकता है, इसलिए शिकायतों के त्वरित निराकरण पर जोर दिया जाए। अगर किसी वजह से समय पर मरम्मत न हो पाए तो संबंधित व्यक्ति को फोन कर पूरी जानकारी दी जाए। मंत्री ने अफसरों को हिदायत दी कि वे लोकपथ एप की साप्ताहिक समीक्षा अनिवार्य करें।
पीडब्ल्यूडी में एक महीने में दो डीपीसी:पहली एसई की वरिष्ठता को लेकर रिव्यू डीपीसी शनिवार को
सरकार के 54 विभागों में लोक निर्माण विभाग इकलौता ऐसा विभाग होगा, जहां एक महीने में दो डीपीसी होंगी। पहली दो एसई की वरिष्ठता को लेकर तो दूसरी एसई से चीफ इंजीनियर के पदों पर पदोन्नति की, जिसमें वे दो एसई भी शामिल होंगे जिन्हें शनिवार को होने वाली रिव्यू डीपीसी में वरिष्ठता मिलेगी। जब 17 अगस्त 2012 को हुई डीपीसी की बैठक में उत्कृष्ट सीआर को क प्लस से क किया गया तो उस समय सालभर के भीतर रिव्यू डीपीसी कराए जाने के लिए आवेदन क्यों नहीं किया गया। दूसरे मामले में एसई के वरिष्ठता में जोन आफ कंसीडरेशन दोबारा तय किए जाने को लेकर। यह है पूरा मामला रिव्यू डीपीसी का
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के नामांकन के समय मंगलवार को गायब रहे नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा बुधवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे। कैलाश विजयवर्गीय ही बुधवार को हेमंत खंडेलवाल का हाथ पकड़कर उन्हें मंच पर ले गए। वहीं निर्वाचन प्रकिया पूरी होने के बाद हेमंत खंडेलवाल ने मंच पर बैठे नेताओं से बारी-बारी से उनकी कुर्सी तक जाकर मुलाकात की। इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें गले लगाते हुए कान में फुसफुसाकर कहा- बधाई हो। खंडेलवाल ने अपने भाषण में सर्वाधिक तारीफ शिवराज सिंह चौहान की करी। खंडेलवाल ने कहा कि प्रदेश में यह मिथक था कि भाजपा सत्ता में तो आ जाती है, लेकिन कभी पांच साल पूरा नहीं कर पाती। शिवराज सिंह चौहान ने इस मिथक को तोड़कर मप्र में भाजपा का बार-बार जीतने और लगातार सत्ता में बने रहना सिखाया। खंडेलवाल के स्वागत के लिए उज्जैन से महाकाल लिखा विशेष शॉल मंगवाया गया था, सीएम मोहन यादव और विष्णुदत्त शर्मा दोनों ने यह शाल खंडेलवाल को ओढ़ाया। मंच पर नेताओं को मिठाई के रूप में महाकाल मंदिर से लाए गए लड्डू एक दूसरे को खिलाए। मोहन यादव ने संकेतों में कहा कि जब हेमंत ऋतु आती है, तो हमारी संस्कृति में उत्सवों का दौर शुरू हो जाता है। दशहरा और दीपावली दोनों हेमंत ऋतु में ही आते हैं। यह बसंत समेत सभी ऋतुओं पर भारी है, अब पार्टी में भी हेमंत ऋतु आएगी और उत्सवी माहौल होगा। खंडेलवाल के पदभार ग्रहण करने के बाद सीएम मोहन यादव, विष्णुदत्त शर्मा और हेमंत खंडेलवाल ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस की। प्रेस कांफ्रेंस के बाद मोहन यादव और वीडी शर्मा दोनों पार्टी कार्यालय से रवाना हो गए। जाते-जाते भावुक हो गए वीडी शर्मा पांच साल से अधिक समय तक अध्यक्ष रहे सांसद विष्णुदत्त शर्मा अपने कार्यकाल के आखिरी दिन कुछ भावुक नजर आए। अपने आखिरी अध्यक्षीय भाषण में उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास सामूहिकता और टीम स्पिरिट के साथ काम करने में रहा है। जाने - अनजाने मेरे स्वभाव या व्यवहार से, मेरे परिवार या मेरी टीम के किसी सदस्य के कारण किसी को कोई चोट पहुंची हो तो आज कार्यकाल के समापन पर इसके लिए क्षमा याचना करता हूं। बैतूल से आए समर्थक खंडेलवाल के चुनाव का साक्षी बनने के लिए उनकी पत्नी रीतू खंडेलवाल समेत बैतूल से बड़ी संख्या में समर्थक भोपाल आए। दिनभर भाजपा कार्यालय बैतूल जिले के मौजूदा विधायक और पूर्व विधायकों के साथ बैतूल नगर पालिका के पदाधिकारी और पार्टी कार्यकर्ता प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे थे। खंडेलवाल दिनभर अपने समर्थकों से मिलकर आभार व्यक्त करते रहे। लंबे समय बाद नजर आए कप्तान सिंह सोलंकी, वर्मा और जटिया प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार को प्रदेशाध्यक्ष चुनाव के दौरान पार्टी के कई वरिष्ठ नेता लंबे समय बाद मंच पर नजर आए। इनमें पूर्व संगठन महामंत्री व हरियाणा के पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष विक्रम वर्मा, पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण जटिया, पूर्व संगठन महामंत्री माखन सिंह शामिल हैं। नए प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल एक-एक कर सभी मोर्चों के कार्यालय गए और मोर्चा पदाधिकारियों से मुलाकात कर उनके साथ तस्वीरें खिंचवाई।
सुभाष नगर आरओबी:तीन स्पॉट ऐसे खतरनाक जिन्हें जल्द नहीं सुधारा तो बढ़ेंगे जानलेवा हादसे
6 साल में बना फिर भी बाधाएं 90 डिग्री एंगल वाले ऐशबाग ब्रिज के निर्माण को लेकर चल रही बुराइयों के बीच अब सुभाष नगर आरओबी के निर्माण की खामी एक बार फिर सामने आ गई है। मंगलवार देर रात इस आरओबी पर तेज रफ्तार कार जबर्दस्त हादसे का शिकार होकर कई बार पलट गई। वजह यह थी कि प्रभात चौराहा की ओर से एमपी नगर की ओर आने वाले हिस्से में आरओबी के बीच में अचानक डिवाइडर शुरू हो जाना। इस पर जो रिफलेक्टर लगाए गए, वो ऐसे हैं कि नजर ही नहीं आते। दैनिक भास्कर ने एक्सपर्ट मैनिट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राहुल तिवारी के साथ करीब साढ़े तीन साल पहले की गई ग्राउंड रिपोर्ट में इस आरओबी के तीन स्पॉट को सुधारने की सलाह दी थी। यह ग्राउंड रिपोर्ट आरओबी के जल्दबाजी में हुए उद्घाटन के बाद की गई थी। इसके बाद भी निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी ने इन पर ध्यान नहीं दिया। जानकार कहते हैं कि अब तक इस आरओबी पर जानें नहीं गई हैं, इसलिए पुलिस या परिवहन विभाग ने इसे ब्लैक स्पॉट में शामिल नहीं किया है। 1. आरओबी पर चढ़ते ही डिवाइडर मैदा मिल रोड पर जिंसी और बोर्ड ऑफिस चौराहे की ओर से आने वाले ट्रैफिक कंट्रोल के लिए सिग्नल लगाए गए हैं। यानी एक बार में एक ही सिग्नल ग्रीन रहेगा। यदि किसी भी ओर से आने वाले वाहन चालकों ने सिग्नल जंप किया तो हादसे की संभावना बनती है। ये हालात बोर्ड ऑफिस की ओर से आने वाले वाहन चालकों को आरओबी पर चढ़ने के दौरान ही बनते हैं। 2. दूसरे छोर पर भी ऐसी स्थिति आरओबी से मैदा मिल की ओर उतरने वाला ट्रैफिक और जिंसी से बोर्ड ऑफिस की ओर जाने वाला ट्रैफिक राइट यूटर्न नहीं ले सकता। ऐसे ही जिंसी से आने वाले ट्रैफिक को यूटर्न लेकर जिंसी की ओर जाने की इजाजत नहीं है। इसके लिए दोनों ट्रैफिक सिग्नल पर नो राइट यूटर्न का साइन बनाया गया है। इधर, पुल के इस छोर पर भी अचानक डिवाइडर शुरू हो जाता है। 3. रिफलेक्टर भी कामचलाऊ, वाई मार्क पर वह भी नहीं मैदा मिल की ओर से आरओबी पर चढ़ने के करीब 100 मीटर बाद ब्रिज की दीवार शुरू होती है। इस पर रिफलेक्टर लगाए गए हैं, जो नाकाफी हैं। ऐसे ही प्रभात चौराहा की ओर से एमपी नगर आने वाले ट्रैफिक को भी आरओबी पर अचानक डिवाइडर नजर आता है, जो खतरनाक बन गया है। यदि कोई वाहन चालक आरओबी पर तेज रफ्तार में चढ़ता है तो रिफलेक्टर न होने के कारण वह हादसे का शिकार हो सकता है। 8 घंटे में दो हादसे, रात में कार पलटी, सुबह स्कूल वैन सुभाष नगर आरओबी पर तीसरे नंबर के स्पॉट पर ही 8 घंटे में दो हादसे हुए। मंगलवार रात करीब 12 बजे डिवाइडर से टकराकर कार पलट गई, वहीं बुधवार सुबह इसी स्पॉट पर करीब 8 बजे स्कूल वैन टकराई। कार हादसे वाला वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कार सवार डिवाइडर नहीं देख पाता और टकराकर कार पलट गई। बताया जा रहा है कार सवारों को ज्यादा चोट नहीं आई। इसके ठीक 8 घंटे बाद दूसरा हादसा हुआ। बच्चों को स्कूल लेकर जा रही वैन डिवाइडर में जा भिड़ी। हालांकि बच्चे घायल नहीं हुए।
बढ़ने लगे स्नेक बाइट के मामले, 20 दिन में ही 800 सांप पकड़े
कोबरा, करेत के साथ घोड़ा पछाड़ प्रजाति के सांप ज्यादा निकल रहे राजधानी भोपाल में बारिश के साथ ही सांप निकलने की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं। बुधवार को पिपलिया पेंदेखा क्षेत्र में एक युवक सांप से खेल रहा था, तभी सांप ने उसे कंधे और हथेली पर डस लिया। हालत गंभीर होने पर उसे एम्स में भर्ती कराया गया, जहां वह वेंटिलेटर पर है। स्नेक कैचर सलीम खान के मुताबिक, इन दिनों एक दिन में 60 से 70 कॉल सांप पकड़ने के आ रहे हैं। बीते 20 दिनों में शहरभर से 800 से ज्यादा सांप पकड़े जा चुके हैं। इनमें से 20 से ज्यादा सांप सीएम हाउस और राजभवन के आसपास से निकले, वहीं चार इमली में मंत्रियों और अधिकारियों की कॉलोनियों से 15 से ज्यादा सांप पकड़े गए। विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात में सांपों के बिलों में पानी भर जाता है, जिससे वे बाहर निकलने लगते हैं। पहले जहां रोजाना 7-8 कॉल आते थे, अब इनकी संख्या 10 गुना तक बढ़ गई है। कई बार सांप पकड़ने वाली टीम 20 कॉल में से केवल 7-8 जगह ही पहुंच पाती है। भोपाल में घोड़ा पछाड़, कोबरा, करैत, अजगर और रसल वाइपर जैसे खतरनाक सांप पाए जाते हैं। कटारा हिल्स, भेल, मिसरोद, कोलार, ईदगाह और चार इमली जैसे इलाकों में सांप निकलने के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा गोह और बिच्छु भी इन दिनों तेजी से निकल रहे हैं, जो अक्सर कपड़ों और जूतों में छिपे मिलते हैं। सांप दिखे तो संपर्क करें सलीम खान – 9425600658 शाहिद खान – 9826201176 मुन्ने मियां – 9303445671 जफर – 9893661205 दिवान आहूजा – 9827376559 निखिल राउत – 9424724258.
हरियाणा के पानीपत शहर की एक कॉलोनी की रहने वाली 14 वर्षीय विवाहित लड़की मां बनी है। लड़की की एक साल पहले सोनीपत में शादी की गई थी। अब उसने बेटे को जन्म दिया है। नॉर्मल डिलिवरी होने पर जच्चा-बच्चा बिल्कुल स्वस्थ्य है। डॉक्टरों की विशेष टीम की निगरानी में दोनों अस्पताल में भर्ती है। इधर, सोनीपत पुलिस ने अस्पताल से सूचना मिलने पर आरोपी पति, सास और शादी करवाने वाले बुआ-फूफा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। साथ ही आरोपी पति और सास को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि बुआ-फूफा सूचना मिलने पर फरार हो गए। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, बचपन से बाल विवाह और फिर अब तक की कहानी, किशोरी की जुबानी कभी नहीं देखी मां-बाप की शकल, न कभी गई स्कूल मैं, जब 5 साल की थी, तब मुझे समझ आई कि मेरी बुआ और फूफा ही मेरे माता-पिता है। लेकिन, मेरे फूफा शराब पीने के आदी थे। जो अक्सर मुझे ताने देते थे कि मैं गोद ली हुई हूं। वो कहते थे कि मेरे पिता की मौत हो चुकी है और मां किसी प्रेमी संग भाग गई थी। लेकिन, मैं हमेशा ही बुआ-फूफा को मम्मी पापा कहती हूं। फूफा के दो बेटे हैं। मैंने कभी भी अपने मां-बाप की शकल तक नहीं देखी। मैं, कभी स्कूल तक नहीं गई। मुझे नहीं पता कि मेरी उम्र कितनी है, कब मेरी शादी होनी चाहिए थी। पढ़ना मेरा अधिकार है, ये मुझे कभी पता ही नहीं लगा। 7 साल की उम्र से बुआ ने घर का सारा काम करना सिखाया। 13 साल की उम्र में कर दी गई शादी 12 साल की हुई तो फूफा ने मेरी शादी करने के लिए बुआ को कहा। लेकिन बुआ ने कई बार छोटी है कहकर टाला, पर फूफा नहीं माने। शराब के नशे में बुआ से भी झगड़ा करने लगे। जिसके चलते बुआ-फूफा ने मेरे रिश्ता देखना शुरू किया। मुझे जितना समझ आ रहा था, कई रिश्ते इसलिए भी टले कि लड़के वालों ने मुझे छोटा बताया था। फिर एक रिश्ता सोनीपत के गन्नौर में हो गया था। जहां कुछ दिन बाद ही मेरी शादी 13 साल की उम्र में कर दी गई। 7 माह की गर्भवती थी तो ले गए अस्पताल शादी के बाद भी मुझे नहीं पता था कि शादी क्या होती है। ये क्यों होती है। बस मुझे जैसा सभी कहते रहे, मैं कोई भी समझ न रखने के चलते वो सब मानती चली गई। जिस लड़के से मेरी शादी हुई, वो मुझसे 10 साल बड़ा भी है। शादी के कुछ टाइम बाद मेरे पेट में दर्द हुआ। मुझे तब भी समझ नहीं थी कि ये दर्द क्यों हुआ है। मैं करीब 7 माह की गर्भवती थी, तब मुझे मेरी जेठानी नजदीकी सरकारी अस्पताल ले गई। जहां चेकअप के बाद डॉक्टरों ने मुझे गर्भवती बताया। उन्होंने शक होने पर मेरा आधार कार्ड देखा और मामले के बारे में पुलिस को सूचना दी। बुआ की जेठानी संभाल रही सूचना मिलने पर अस्पताल आई। जहां उन्होंने मेरे से पूरी जानकारी ली। अब मुझे पता लगा कि मेरी शिकायत पर मेरे पति, सास, बुआ-फूफा के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पति सास को गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन मेरी समझ ये नहीं आ रहा कि मेरा अब क्या होगा। क्योंकि मेरी बुआ-फूफा फरार हो गए हैं, जिन्हें भी पुलिस कभी न कभी पकड़ लेगी। अभी मुझे बुआ की जेठानी संभाल रही है, जिनके भी पति की मौत हो चुकी है। लड़की बहुत इनोसेंट है: सविता आर्या मामले का पता लगने पर नारी तू नारायणी उत्थान समिति अध्यक्ष सविता आर्या ने लड़की से मुलाकात की। जहां उन्होंने जच्चा-बच्चा का हाल जाना। साथ ही लड़की को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सविता आर्या ने कहा कि ये लड़की सिस्टम की मार झेल रही है। इसके साथ इतना कुछ हो गया और इसे अंदाजा भी नहीं है। लड़की बहुत इनोसेंट है। वह प्रशासन संग मिलकर लड़की के लिए हर मदद के लिए अग्रिणी रहेगी।
ठिकाने बदल रहा बदमाश बन्ने अब तक 8 मददगार गिरफ्तार
छोला में युवक की हत्या कर फरार हुआ बदमाश नसीम बन्ने तीन दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उसके तीन साथी भी फरार हैं, जिनकी तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं। बताया जा रहा है बदमाश बन्ने लगातार ठिकाने बदल रहा है। उसके ठिकाने तक पुलिस पहुंच गई थी, लेकिन वह 10 मिनट पहले ही निकल चुका था। बदमाश बन्ने कई बार लॉरेंस गैंग से संपर्क होने का दावा कर चुका है। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है। एडिशनल डीसीपी जोन-4 मलकीत सिंह ने बताया कि बन्ने के अब तक 8 मददगारों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी ने आश्रय देने के साथ उसे भगाने में मदद की थी। पुलिस उसके करीबियों पर नजर रख रही है। राजा खटीक और बदमाश बन्ने में किस बात को लेकर रंजिश हुई। इसका खुलासा बन्ने की गिरफ्तारी के बाद होगा। बदमाशों की कुंडली खंगाल रही पुलिस भोपाल में दो और उससे ज्यादा अपराध अंजाम देने वाले बदमाशों की कुंडली खंगालने की शुरुआत हो चुकी है। आला अफसर एसीपी वार इसका रिव्यू कर रहे हैं। कितने बदमाशों को अब तक बाउंड ओवर की कार्रवाई की गई। इसका अपडेट लिया जा रहा है। बाउंड तोड़ने पर बदमाश के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई या नहीं। इसका पता लगाया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक बदमाशों की निगरानी में कसावट होगी। बाउंड ओवर की कार्रवाई में तेजी आएगी। बुधवार को पुलिस कमिश्नर ने जोनवार समीक्षा की। इसमें अब तक अपडेट लिया गया।
कानपुर में लगातार पिछले 5 दिनों से बादल की आवाजाही से मौसम सुहाना बना हुआ हैं, लेकिन उमस भरी गर्मी से लोगों को अभी राहत नहीं मिलने वाली हैं। लगातार चौथे दिन यानि मंगलवार को भी बादलों की आवाजाही के बीच छुटपुट बूंदाबांदी किसी किसी इलाके में हुई हैं। कानपुर में 0.2 मिली मीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है। अभी 2 दिनों तक छुटपुट बारिश कानपुर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के वैज्ञानिक प्रो. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अभी वायुमंडल जिस हिसाब से बन रहा है उसको देखते हुए लग रहा है कि 3 और 4 जुलाई को मौसम सुहाना रहेगा। छुटपुट बारिश होती रहेगी। बुधवार को अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री दर्ज किया गया है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ हैं। हवा दक्षिण से पूर्व की दिशा में औसत गति 4.9किमी/घंटा के हिसाब से चली हैं। ऐसे में अभी छुटपुट ही बारिश होगी। 5 जुलाई तक रहेगा मौसम सुहाना प्रो. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, आगामी 5 दिनों मे हल्के बादल रहने के कारण मध्य तेज हवाओं के साथ गरज चमक के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा रहने की संभावना है। खास कर 4 और 5 जुलाई को तेज बारिश की उम्मीद हैं।
कोर्ट का फैसला:डीजे तेज बजाने से रोकने पर पुलिस को पीटा था, 4 आरोपियों को 3-3 साल कैद
तेज आवाज में डीजे बजाने से मना करने पहुंचे पुलिसकर्मियों से मारपीट करने के 4 आरोपियों को कोर्ट ने 3-3 साल की सजा सुनाई है। फैसला अपर सत्र न्यायाधीश आशुतोष शुक्ला ने सुनाया है। आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर लाठी, रॉड और कुल्हाड़ी से हमला किया था। इस मामले में बसंती बाई सपेरा, विनीता सपेरा, राहुल सपेरा और विक्रम सपेरा को आरोपी बनाया था। इन सभी को सजा दी गई है। घटना परवलिया सड़क थाना क्षेत्र की 10 फरवरी 2023 की है। डायल 100 से प्रधान आरक्षक विनय सिंह दांगी और फूल सिंह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ ड्यूटी पर थे। इस दौरान उनको सूचना मिली कि सपेरा मोहल्ला में आरोपी विक्रम तेज आवाज में डीजे बजा रहा है और मना करने पर गाली-गलौच कर रहा है। प्रधान आरक्षक विनय सिंह दांगी और फूल सिंह ने मौके पर पहुंचकर विक्रम को डीजे धीमी आवाज में बजाने और गाली नहीं देने के लिए समझाया। इस पर विक्रम ने उनसे कहना लगा कि तू कौन होता है बोलने वाला।
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में मां-बेटी और भतीजे ने मिलकर पड़ोसन को हंसिया से काट डाला। तीनों आरोपियों ने टोनही कहकर बदनाम करती है कहकर रस्सी से गला भी घोंट दिया। मामला खैरागढ़ थाना क्षेत्र के खैरबना गांव का है। मिली जानकारी के मुताबिक मृतिका का नाम मोहिनी साहू (30) है, जो खैरबना गांव की रहने वाली थी। वहीं हत्या करने वाले आरोपी मृत महिला के पड़ोसी हैं। इनमें मुख्य आरोपी सविता साहू (39), उसकी बेटी जसिका साहू (19) और भतीजा दीपेश साहू (24) शामिल हैं। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, वारदात 26 जून 2025 की दोपहर की है। बच्चे स्कूल गए थे, घर में परिजन नहीं थे। बच्चे स्कूल से लौटे और घर का दरवाजा खटखटाया। इस दौरान अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद बच्चों ने पड़ोसियों को बुलाया। दरवाजा खोलने पर मोहिनी की खून से सनी लाश मिली। इस दौरान पड़ोसियों ने फौरन खैरागढ़ पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। वहीं मोहिनी के परिजन चंद्रेश साहू ने थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या की शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने शक पर पड़ोसियों से की पूछताछ खैरागढ़ थाना प्रभारी और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने जब घटनास्थल की जांच और पड़ोसियों से पूछताछ की। इस दौरान शक की सुई मोहिनी की पड़ोसी सविता साहू और उसके परिवार पर जाकर टिकी। पुलिस ने सविता साहू, उसकी बेटी जसिका साहू और भतीजे दीपेश साहू को 1 जुलाई को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इस दौरान आरोपियों ने पहले पुलिस को गुमराह किया। आरोपी की बेटी जसिका ने वारदात के दिन खेत में होने की कहानी बनाकर पुलिस को रोते हुए बताया। इसी कहानी को पूछताछ में बार-बार दोहरा रही थी, जिससे पुलिस जांच से भटक गई। इसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद ली। मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल्स की जांच की। इससे आरोपियों का झूठ पकड़ा गया। अलग-अलग पूछताछ में आरोपियों के बयान विरोधाभास मिले। इसके बाद अंत में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। अब जानिए पड़ोसन को मारने की पूरी कहानी ? पूछताछ में मुख्य आरोपी सविता ने बताया कि मोहिनी अक्सर जादू-टोना करने का आरोप लगाती थी। टोनही (डायन) कहकर बदनाम करती थी। गांव में यह बात फैलने लगी थी, जिससे सविता अपमानित महसूस करने लगी थी। इसी बात से परेशान होकर सविता ने मोहिनी से बदला लेने के लिए साजिश रची। इसमें अपनी बेटी जसिका और भतीजे दीपेश को भी शामिल किया। इसके बाद 26 जून को दोपहर करीब 2 बजे मोहिनी साहू घर पर अकेली थी, तब सविता, जसिका और दीपेश छत के रास्ते से घर में घुसे। इस दौरान आरोपी गाय बांधने वाली रस्सी भी लेकर गए थे। मोहिनी के घर में घुसकर तीनों ने मिलकर रस्सी से गला घोंटा, फिर दीपेश ने हंसिया से मोहिनी के गले और चेहरे पर कई बार वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मर्डर के बाद सबूत मिटाने रची साजिश मर्डर के बाद किसी को उनपर शक न हो, इसलिए सबूत को मिटाने के लिए तीनों अपने घर लौटे। खून से सने कपड़े और शरीर पर लगे खून के छींटों को साफ किया। इसके बाद गांव में यह अफवाह फैलाई की वारदात के वक्त वे खेत में थे। ...................................................... क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें रायपुर में जादू-टोना के शक में महिला की हत्या:आरोपियों को शक था, नींबू-मिर्ची फेंकने से पत्नी का हुआ अबॉर्शन; डंडे-पत्थर से मार डाला रायपुर जिले के खरोरा इलाके में दो सगे भाइयों ने पड़ोसी महिला की हत्या कर दी। जमीन विवाद और जादू-टोना के शक में डंडे और पत्थर से पीट-पीटकर उसकी जान ले ली। आरोपियों को शक था कि महिला के नींबू-मिर्ची फेंकने की वजह से उनकी पत्नियों का गर्भपात हो गया था। पढ़ें पूरी खबर...
ऑनलाइन एलएलएम की डिग्री मान्य नहीं...:भोपाल की नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी समेत कई संस्थानों को नोटिस
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने एलएलएम जैसे प्रोफेशनल कोर्स को ऑनलाइन, डिस्टेंस या हाइब्रिड मोड में संचालित करने पर सख्त आपत्ति जताते हुए चेतावनी जारी की है। दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस और बीसीआई सह-अध्यक्ष जस्टिस राजेंद्र मेनन की अध्यक्षता वाली लीगल एजुकेशन स्टैंडिंग कमेटी ने इसकी जांच की। इसके बाद बीसीआई ने भोपाल की नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी (एनएलआईयू), आईआईटी खड़गपुर, ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी सोनीपत और एनएलयू दिल्ली सहित कई बड़े संस्थानों को नोटिस भेजे हैं। बीसीआई के मुताबिक, इन संस्थानों ने प्रोफेशनल या एमएससी इन लॉ जैसे नामों से एलएलएम कोर्स ऑनलाइन मोड में चलाए, जिससे छात्र गुमराह हुए। बीसीआई ने साफ कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का हवाला देकर कोई भी बदलाव नहीं किया जा सकता। एनईपी केवल विजन डॉक्यूमेंट है, बाध्यकारी नहीं। एनईपी में विधि शिक्षा को बाहर रखा गया है, इसलिए इसके बहाने बीसीआई की अनुमति के बिना किसी भी तरह का नया मोड लागू नहीं किया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट और यूजीसी के नियमों का हवाला सुप्रीम कोर्ट और यूजीसी के नियमों के हवाले से बीसीआई ने कहा कि कानून, मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्स डिस्टेंस या ऑनलाइन मोड में तभी मान्य हैं जब संबंधित नियामक की अनुमति हो। ऑनलाइन एलएलएम डिग्री किसी सरकारी, शैक्षणिक, न्यायिक या शोध संस्थान में मान्य नहीं होगी। कोर्ट से अपील की गई है कि नियुक्तियों में सिर्फ बीसीआई से अनुमोदित डिग्री को ही मान्य माना जाए। बीसीआई ने कहा कि ऐसे कोर्स के आधार पर मिली नौकरियां और प्रमोशन भी अमान्य माने जाएंगे।
हरियाणा के फरीदाबाद में जिम में वर्कआउट करते समय 37 साल के युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। मृतक पंकज का वजन 170 किलो का हो चुका था जिस कारण उसने 4 महीने पहले ही जिम जॉइन की थी। वह वर्कआउट करके अपना वजन कम करना चाहता था लेकिन वजन कम करने के चक्कर में उसकी जान ही चली गई। जिम में लगे सीसीटीवी में साफ नजर आ रहा है कि कैसे पंकज ने अपनी लिमिट को पुश करने का प्रयास किया और फिर बेहोश होकर जमीन पर गिर गया, इस दौरान आसपास के लोगों ने उसे सीपीआर भी दिया लेकिन पंकज को होश नहीं आया। जिम में मौजूद लोगों ने तुरंत उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब सिलसिलेवार तरीके से पढ़िए कि आखिर जिम में लगे सीसीटीवी में क्या दिखा और जिम करते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे ऐसी अनहोनी से बचा जा सके। अब पढ़िए CCTV में क्या दिख रहा... चार महीने पहले जॉइन की थी जिमपंकज बल्लभगढ़ की राजा नाहर सिंह कॉलोनी का रहने वाला था, वह अपने पिता की कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़ा हुआ था, वजन को लेकर कई बार लोगों ने टोका तो उसने चार महीने पहले ही सेक्टर 9 में बना श्रोता वैलनेस जिम जॉइन कर लिया, वह जिम करके अपना वजन कम करना चाहता था। पंकज की शादी 4 साल पहले हुई थी, और उसकी एक ढाई साल की बेटी है। पिता बोले- हेल्थ को लेकर कॉन्शियस थामृतक के पिता राजेश बताते हैं कि पंकज अपनी हेल्थ को लेकर कुछ महीनों से काफी कॉन्शियस हो गया था, उसने वजन कम करने की जरूर सोची थी लेकिन उसने शॉर्टकट नहीं चुना, उसने वजन कम करने में स्टेरॉयड का सहारा नहीं लिया, बल्कि वह रोजाना जिम में अच्छी खासी मेहनत करता था। वर्कआउट को लेकर डिप्टी सीएमओ की 2 राय वर्कआउट से पहले जरूरी है वार्मअपजिम ट्रेनर राकेश के अनुसार जरूरत से ज्यादा वर्कआउट करने से पहले वार्म-अप न करने से बड़ी परेशानी हो सकती है। उचित वार्मअप के बिना, दिल की धड़कन और ब्लड प्रैशर में अचानक तेजी आती है। इसलिए वर्कआउट करने से पहले वार्मअप करना चाहिए। जिम में किसी एक्सरसाइज को करते समय अगर धड़कन बढ़ जाती है तो तुरंत रुक जाना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के चंडीगढ़ में दक्षिण हरियाणा के 12 विधायकों को डिनर देने के मामले में अब कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने चुप्पी तोड़ी है। विज ने कहा-यदि कुछ लोग आपसी सामंजस्य के तहत साथ भोज करते हैं तो इसका राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कहा- डिनर में अगर मुझे बुलाया गया होता, तो मैं भी शामिल होता। किसी जनप्रतिनिधि द्वारा अपने क्षेत्र के लोगों या सहयोगियों के साथ भोजन करना सामान्य सामाजिक प्रक्रिया है। इसका कोई राजनीतिक तात्पर्य निकालना जरूरी नहीं। राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव राज्य सरकार में मंत्री हैं। ऐसे में भोज में विधायकों की उपस्थिति कोई असामान्य बात नहीं है। इधर, सियासी हलकों में राव की डिनर डिप्लोमेसी की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है।वहीं, इस डिनर से पहले कैबिनेट मंत्री अनिल विज के साथ केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत की मीटिंग होने के भी कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि विज की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। डिनर और उसके बाद की हलचल पर राव इंद्रजीत और आरती राव की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। डिनर में शामिल होने वाले कई विधायकों को देनी पड़ी सफाईमंत्री आरती राव के आवास पर हुए डिनर में 11 अन्य विधायक शामिल हुए थे। डिनर की बात सार्वजनिक होने के बाद मंगलवार को छह विधायकों ने CM हाउस में जाकर सफाई दी। इन विधायकों ने खुद को पार्टी के प्रति वफादार बताया। इनमें दादरी विधायक सुनील सांगवान, बाढड़ा से उमेद पातुवास, गुरुग्राम से मुकेश शर्मा, सोहना से तेजपाल तंवर, बावल से डॉ. कृष्ण कुमार व नारनौल से ओमप्रकाश यादव शामिल रहे। ओमप्रकाश यादव को छोड़कर शेष पांचों पहली बार विधायक बने हैं। पार्टी का नोटिस मिलने के बाद से विज संयम बरत रहेइसी साल जनवरी व फरवरी में मंत्री अनिल विज ने खुलकर नाराजगी जताई थी। उनके 4 बयानों से सरकार व पार्टी असहज महसूस कर रही थी। उन्होंने सीधे सीएम नायब सैनी पर निशाना साधा था। खासकर सीएम की तस्वीर पर गद्दार का ठप्पा लगा सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया था। उसके बाद जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली का नाम रेप केस में आया तो विज ने सार्वजनिक तौर पर बड़ौली को इस्तीफा देने की सलाह देने वाला बयान दिया था। इन घटनाक्रम के बीच पार्टी की ओर से अनिल विज को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया था। स्थिति बिगड़ती देख हाईकमान को हस्तक्षेप करना पड़ा। जिसके बाद से बेबाक बयानों के लिए मशहूर अनिल विज बयान देने में संयम बरते रहे हैं। पिछले दिनों जब विज के पैर में फ्रैक्चर हुआ तो सीएम नायब सैनी उनका हाल जानने अंबाला कैंट में उनके आवास पर गए थे। कभी राव और विज दोनों ही सीएम पद के दावेदार रहेसाल 2014 के विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा में कई चेहरे सीएम पद के दावेदार थे। इनमें पंजाबी जीटी बेल्ट से अनिल विज, अहीरवाल से राव इंद्रजीत, कद्दावर नेता रामबिलास शर्मा, जाट चेहरे कैप्टन अभिमन्यु व ओमप्रकाश धनखड़ शामिल थे। हालांकि पार्टी ने इनमें से किसी पर भरोसा जताने की बजाय पहली बार के विधायक मनोहरलाल को कमान सौंपी थी। उसके बाद राव की टीस कई बार उभर चुकी है।विज भी अपनी सीनियोरिटी की बात कहते रहते हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि सीएम उनसे मंत्री पद छीन सकते हैं, उनकी सीनियोरिटी और विधायकी नहीं छीन सकते। विज 7 बार के विधायक हैं। ----------- राव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी से हरियाणा में हलचल बढ़ी, चंडीगढ़ CM हाउस सफाई देने पहुंचे 6 MLA, खुद को BJP का वफादार बताया चंडीगढ़ में केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत के डिनर के बाद BJP में हुई सियासी हलचल के बाद अब डैमेज कंट्रोल के प्रयास शुरू हो गए हैं। राव के डिनर में शामिल हुए भाजपा के 6 विधायक मंगलवार शाम को चंडीगढ़ में सीएम हाउस पहुंचे। जहां इन विधायकों ने खुद को पार्टी के प्रति निष्ठावान बताया। पूरी खबर पढ़ें... राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी से हरियाणा में हलचल:12 MLA चंडीगढ़ बुलाए; 3 दिन पहले CM सैनी ने दोटूक जवाब दिया था गुरुग्राम से सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी ने हरियाणा की राजनीति में हलचल मचा रखी है। 18 जून को चंडीगढ़ में उनकी बेटी आरती राव के आवास पर हुए डिनर में दक्षिणी हरियाणा के 11 भाजपा और एक कांग्रेस विधायक शामिल हुए। डिनर के बाद राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। पढ़ें पूरी खबर...
मौसम विभाग ने आज राजस्थान-मध्य प्रदेश समेत 11 राज्यों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में पिछले 4 दिन से बारिश का दौर जारी है। बुधवार को भारी बारिश के बाद अजमेर शरीफ दरगाह परिसर में 2 फीट पानी भर गया। वहीं भारी बारिश के दौरान दरगाह परिसर में बने बरामदे की छत का एक हिस्सा भी ढह गया। हालांकि इस दौरान किसी को चोट नहीं आई। दरगाह कमेटी ने उस हिस्से में लोगो की आवाजाही बंद कर दी है। हिमाचल प्रदेश की बात करें तो मौसम विभाग ने गुरुवार को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी जारी की है। पिछले दिनों हिमाचल के मंडी में 16 जगहों में बादल फटा, जिसमें 11 की मौत हो गई थी। वहीं 34 लोग अब भी लापता हैं। इधर, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने बुधवार को सी-फ्लड नामक वेब-आधारित फ्लड फोरकास्टिंग सिस्टम शुरू किया। यह बाढ़ आने से दो दिन पहले गांवों को अलार्म बजाकर अलर्ट कर सकता है। फिलहाल यह सिस्टम 2-डी हाइड्रोडायनामिक मॉडल का इस्तेमाल करके महानदी, गोदावरी और तापी नदी घाटियों के लिए रियल टाइम बाढ़ का मैप और वॉटर लेवल का पूर्वानुमान प्रदान करता है। मंत्री पाटिल ने सीडब्ल्यूसी और उससे जुड़े संस्थानों को बाढ़ पर स्टडी के लिए एक राष्ट्रीय योजना तैयार करने और सभी प्रमुख नदी घाटियों तक कवरेज का विस्तार करने का भी निर्देश दिया। देशभर में हो रही बारिश की तस्वीरें... देशभर में 2 जुलाई को हुई बारिश मैप में देखिए... देशभर में बारिश से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे दिए ब्लॉग से गुजर जाइए...
हरियाणा सरकार के कारनामे ने सबको चौंका दिया है। जो तहसीलदार रिश्वतखोरी के केस में 4 महीने से फरार है। उसे इनामी तक घोषित किया जा चुका है। उसे सस्पेंड करने की जगह सरकार उसकी ट्रांसफर कर रही है। यह मामला तहसीलदार मंजीत मलिक से जुड़ा हुआ है। फरवरी महीने पर मलिक पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था। ACB ने रेड कर क्लर्क को पकड़ा था लेकिन इसकी भनक लगते ही तहसीलदार फरार हो गया। यहां तक कि उस वक्त मलिक की ड्यूटी नगर पालिका चुनाव में बतौर असिस्टेंट रिटर्निंग अफसर (ARO) लगी थी लेकिन वह उसे बीच में ही छोड़कर भाग निकला। इसके बाद से वह अंडरग्राउंड है लेकिन सरकार ने उस पर कोई विभागीय कार्रवाई नहीं की। अब मंगलवार को देर रात आदेश जारी कर मलिक को कैथल के गुहला से बदलकर भिवानी के तोशाम में तैनाती के आदेश दे दिए। तहसीलदार पर दर्ज केस की पूरी कहानी... ACB के DSP बोले- तहसीलदार अभी फरारइस बारे में ACB के DSP मुकेश से बात की गई तो उन्होंने पुष्टि की कि रिश्वत केस में तहसीलदार भी नामजद है। फिलहाल वह फरार चल रहा है। ब्यूरो की टीमें तहसीलदार की तलाश कर रही हैं और इनाम भी रखा गया है। लालबत्ती को लेकर भी विवादों में रहा तहसीलदाररिश्वत केस का आरोपी तहसीलदार मंजीत मलिक पहले भी विवादों में रहा। दरअसल, जब पिछले साल अप्रैल महीने में उसका गुहला में ट्रांसफर हुआ तो वह लाल बत्ती लगी गाड़ी में ऑफिस पहुंचा। इसे लेकर लोगों ने ट्रैफिक पुलिस को शिकायत कर दी। जिसके बाद कैथल के ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज रमेश चंद के निर्देश पर भी तहसीलदार के सरकारी निवास पर पहुंची और 1500 का चालान काट दिया। इसके बाद तहसीलदार ने बत्ती हटा दी। यह गाड़ी तहसीलदार के पिता के नाम पर रजिस्टर्ड थी। ******************* ये खबर भी पढ़ें... हरियाणा में तहसीलदार सस्पेंड:कर्मचारी को कहा था- मैंने पैसे ले रखे, बताना मत किसी को, VIDEO वायरल हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सिरसा के तहसीलदार भुवनेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है। तहसीलदार का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कह रहे कि 3 लाख में अपना इलाज करवाऊंगा और बाकी घर के काम में लगाऊंगा। वह पास में खड़े कर्मचारी से यह भी कहते हैं कि यह बात किसी को बतानी नहीं है (पूरी खबर पढ़ें)
पैरामेडिकल नाम हटाया जाएगा:एलाइड एंड हेल्थकेयर वर्कर कहलाएंगे स्वास्थ्य सेवाकर्मी
अब नई काउंसिल से जल्द मिलेगी संस्थानों को मान्यता भारत सरकार ने 1 जुलाई 2025 से बड़ा बदलाव करते हुए सभी दस्तावेजों और प्रक्रियाओं में ‘पैरामेडिकल’ शब्द हटाने का आदेश दिया है। अब इन्हें ‘एलाइड एंड हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स’ कहा जाएगा। यह बदलाव सिर्फ भाषा का नहीं, बल्कि इन पेशेवरों की प्रतिष्ठा का प्रतीक भी माना जा रहा है। देशभर की मेडिकल यूनिवर्सिटी, सरकारी व निजी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग और भर्ती बोर्ड में यह शब्द लागू होगा। एमपी में भी पैरामेडिकल काउंसिल को भंग कर एलाइड एंड हेल्थकेयर काउंसिल बनाई जा चुकी है, हालांकि संक्रमण काल में 246 निजी और 25 सरकारी संस्थानों की मान्यता फंसी थी। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने केंद्र से समन्वय के निर्देश दिए और कहा कि अब मान्यता प्रक्रिया तेजी से होगी। पैरामेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. शेलोज जोशी ने बताया कि केंद्र का सर्कुलर मिल गया है और जल्द अमल होगा। सरकार ने नर्सिंग ऑफिसर की तरह रेडियोलॉजिस्ट, डाइटिशियन, लैब टेक्नीशियन, फिजियोथेरेपिस्ट आदि को भी सम्मान देने का प्रयास किया है। इससे डिग्री इंटरनेशनल स्टैंडर्ड पर होगी और एलाइड प्रोफेशनल को स्वतंत्र पहचान मिलेगी।
लव जिहाद:आरोपी को कितनी दूर से गोली मारी, जांच होगी
लव जिहाद के आरोपी फरहान खान की मेडिकल बोर्ड से रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में पाया गया है कि फरहान के दाएं पैर की हड्डी में फ्रैक्चर है। साथ ही गोली लगने के निशान हैं। गोली कितनी दूरी और किस एंगल से मारी है, इसकी जांच अब मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट गांधी मेडिकल कॉलेज करेगा। इसके लिए फरहान की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट जगदीश गुप्ता ने सीजेएम कोर्ट में आवेदन लगाया था। फरहान की ओर से लगाए गए आवेदन को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अग्नीन्ध्र कुमार द्विवेदी ने स्वीकार कर लिया। साथ ही मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट गांधी मेडिकल कॉलेज को जांच करने के आदेश दिए हैं। गुरुवार को फरहान को गांधी मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए ले जाया जाएगा। शुक्रवार को जांच रिपोर्ट के साथ सीजेएम कोर्ट में पेश किया जाना है। एडवोकेट गुप्ता ने बताया है पुलिस ने इस मामले में झूमा-झटकी दर्शाकर आरोपी फरहान के पैर में गोली लगने की बात कही है।
यह गड्ढा किसका...!:पीडब्ल्यूडी बोला- हमारी सड़क नहीं, निगम ने कहा- हैंडओवर कर चुके हैं
आरकेएमपी स्टेशन के बाहर निकल कर बीजेपी कार्यालय की ओर सड़क पर एक बड़ा सा गड्ढा है। इसे लेकर अब पीडब्ल्यूडी और नगर निगम में विवाद शुरू हो गया है। इस सड़क को लेकर निगम के सुपरिटेंडिंग इंजीनियर सुबोध जैन ने कहा कि फ्लाईओवर बन जाने के बाद से यह सड़क पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर हो चुकी है। बीआरटीएस कॉरिडोर में केवल अब मिसरोद से सावरकर सेतु तक का हिस्सा ही निगम के पास है। इसलिए यह गड्ढा सुधारने का काम पीडब्ल्यूडी का है। उधर, पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के का दावा है कि यह सड़क पीडब्ल्यूडी की नहीं है। बीआरटीएस कॉरिडोर बनने के बाद से पीडब्ल्यूडी ने यहां कोई काम नहीं किया। यदि सड़क हमें दी गई है तो निगम उसके कागज बताए। उन्होंने कहा कि अपेक्स बैंक से बोर्ड ऑफिस चौराहा तक की सड़क नगर निगम ने पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर की थी। पीडब्ल्यूडी ने सुधारी सड़कें: बुधवार को भास्कर में खराब सड़कों की खबर छपने के बाद पीडब्ल्यूडी ने कुछ जगह रिपेयरिंग की। पीसीसी के सामने, श्यामला हिल्स में सड़क में रेस्टोरेशन के साथ अन्य सड़कें भी ठीक की।
लिंग परिवर्तन मामला:पीड़ित बोला- वशीकरण जानता है आरोपी, 10 साल पहले हुई थी पहचान
लिंग परिवर्तन के बाद शारीरिक शोषण और ब्लैकमेलिंग के मामले में नया खुलासा हुआ है। पीड़ित युवक ने गांधीनगर पुलिस के समक्ष बयान में बताया है कि आरोपी शुभम यादव एक देवी की पूजा करता है और उसे वशीकरण की विद्या आती है। इसी ताकत के जरिए उसने पीड़ित को अपने वश में कर लिया और शारीरिक शोषण समेत अन्य गंभीर अपराधों को अंजाम दिया। गांधीनगर थाना प्रभारी बृजेंद्र मर्सकोले के मुताबिक, पीड़ित और आरोपी की पहचान करीब 10 साल पहले हुई थी। पीड़ित की बहन की ससुराल नर्मदापुरम में है, जहां आरोपी भी रहता है। बहन के ससुराल आने-जाने के दौरान दोनों की जान-पहचान गहरी दोस्ती में बदली। 2021 में दोनों के रिश्ते और नजदीक हुए, जिसके बाद यह पूरी दर्दनाक कहानी शुरू हुई। पीड़ित का आरोप है- उसे डरा धमकाकर गलत काम के लिए मजबूर किया गया। गांधीनगर पुलिस का कहना है कि जांच डायरी नर्मदापुरम भेज दी गई है। अब जांच वहां की पुलिस करेगी। बोर्ड के सामने हुआ मेडिकल फॉरेंसिक टीम के डॉक्टर की मौजूदगी में बुधवार को पीड़ित का बोर्ड के सामने मेडिकल हुआ। कई स्लाइड ली गईं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। एडिशनल डीसीपी मलकीत सिंह ने बताया कि जांच के बाद मामला नर्मदापुरम भेज दिया गया है। आगे की कार्रवाई नर्मदापुरम की पुलिस करेगी। आरोपी के पास आपत्तिजनक वीडियो भी हैं। गिरफ्तारी के बाद कई और राज सामने आ सकते हैं।
मेडिकल कॉलेजों में हिंदी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई को तीन साल हो गए, लेकिन परीक्षा, प्रैक्टिकल और पोस्टग्रेजुएशन में अंग्रेज़ी का ही बोलबाला है। छात्र हिंदी में उत्तर लिखते हैं तो कम नंबर या सप्लीमेंट्री तक मिल जाती है। अंग्रेजी किताबों के नए एडिशन आ चुके, हिंदी में नहीं। यह खुलासा गांधी मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स ने संसद की राजभाषा समिति के 11 सदस्यों के सामने किया। समिति शाम 4 बजे यहां पहुंची थी। छात्रों की बातें सुनकर समिति ने कॉलेज डीन और विभागाध्यक्षों को हर तीन महीने में रिव्यू करने की समझाइश दी। उन्होंने कहा कि बच्चों से पूछिए कि उन्हें क्या दिक्कत आ रही है। हिंदी माध्यम लागू तो कर दिया, लेकिन उसका असर तब ही दिखेगा जब बच्चे बोल सकें, लिख सकें और समझ भी सकें। शिक्षक नहीं समझ पाते हिंदी में लिखे हुए जवाब छात्रों का कहना है कि कई बार हिंदी में लिखे जवाबों को शिक्षक समझ ही नहीं पाते। कॉपी चेकिंग में भाषा की समझ नहीं, बल्कि टीचर की सहजता मायने रखती है। समिति ने इस पर भी चिंता जताई और कहा कॉपी जांचने वाले शिक्षकों की भी ट्रेनिंग होनी चाहिए, ताकि वे हिंदी में लिखे जवाबों का सही मूल्यांकन कर सकें। संसदीय समिति ने एमबीबीएस को हिंदी में पढ़ाने की मप्र सरकार की पहल की प्रशंसा की। समिति ने कहा- इसे लागू करने में जो ढिलाई है, उस पर तुरंत काम होना चाहिए। यह रिपोर्ट संसद में पेश की जाएगी।
भोपाल समेत मध्यप्रदेश के कई हिस्सों में मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक तेज बारिश हुई। भोपाल में देर रात 2:30 बजे से सुबह 8:30 बजे तक लगातार 6 घंटे बारिश हुई, जिसमें 77 मिमी (करीब 3 इंच) पानी गिरा। यह जुलाई की पहली रात की बीते 26 वर्षों की सबसे भारी बारिश है। मानसून की इस बरसात ने राजधानी के बड़े तालाब में भी जान फूंक दी। सीजन में पहली बार तालाब के जलस्तर में 0.45 फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जलस्तर 1658.55 फीट से बढ़कर 1658.90 फीट हो गया। पिछले कई दिनों से जलस्तर स्थिर था। भदभदा डैम प्रभारी अजय सिंह सोलंकी ने बताया कि यह इस सीजन की पहली बढ़त है। इधर, अरेरा हिल्स वेधशाला में 3.5 इंच से अधिक तो कोलार में 3 इंच से थोड़ा कम बारिश दर्ज की गई। शहर की आधिकारिक वर्षा 77 मिमी एयरपोर्ट वेधशाला में दर्ज की गई। वहीं प्रदेश की बात करें तो सिवनी में सबसे ज्यादा 7 इंच बारिश दर्ज की गई। गुना में 5 इंच तो ब्यावरा (राजगढ़) में 4 इंच बारिश हुई। दो ट्रफ लाइनों और चक्रवात ने बढ़ाई नमी, बारिश थमेगी नहीं दो ट्रफ लाइनों का दबाव मप्र पर बना है। एक रेखा सीधी-शिवपुरी से और दूसरी दक्षिण-पूर्व राजस्थान से होकर गुजर रही है। झारखंड के दक्षिणी हिस्से में बने चक्रवात के चलते भी वातावरण में नमी बढ़ी है। इसी कारण कई जिलों में भारी वर्षा हुई है। यह जारी रहेगी। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के अनुसार, वर्ष 2000 से 2025 के बीच सिर्फ 7 बार ही पहली जुलाई की रात बारिश हुई है। इस बार की बारिश 26 साल में सबसे ज्यादा है। 3 सालों में ज्यादा बारिश 2025: 77 मिमी2013: 22 मिमी2009: 36 मिमी अन्य वर्षों में 5 मिमी से कम या नहीं के बराबर येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी... मौसम विभाग ने बताया है कि यह रुझान अगले तीन से चार दिन तक जारी रह सकता है। भोपाल सहित कई जिलों में येलो और कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
जिसने सीआर नहीं भरी, अब उसकी सीआर बिगड़ेगी:1.50 लाख कर्मचारियों की सीआर साहबों की ‘कैद’ में
मप्र में नौ साल बाद शासकीय सेवकों की पदोन्नति का रास्ता तो खुला है, लेकिन गोपनीय चरित्रावली (सीआर) अब सबसे बड़ी बाधा बनकर उभरी है। प्रदेश के 1.50 लाख से ज्यादा कर्मचारियों और अधिकारियों की सीआर या तो लिखी नहीं गई या अधूरी है। इस कारण उनकी फाइलें विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक में लिफाफे में बंद रह जाएंगी। सरकार ने सभी 54 विभागों को इसी माह डीपीसी बैठक बुलाने के निर्देश दिए हैं। ‘पदोन्नति नियम 2025’ के तहत प्रदेश में 5 लाख से ज्यादा शासकीय सेवकों की प्रमोशन प्रस्तावित है, लेकिन सीआर संबंधी गड़बड़ियों ने इस प्रक्रिया को मुश्किल बना दिया है। अब सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने पहली बार सख्त रुख अपनाते हुए निर्देश दिए हैं कि यदि किसी अधिकारी ने अधीनस्थ की सीआर जानबूझकर रोकी है, तो उसकी खुद की गोपनीय रिपोर्ट (सीआर) में एडवर्स कमेंट जोड़ा जाएगा। इसमें यह उल्लेख भी होगा कि अफसर ने रिपोर्ट अनुचित रूप से रोकी। दरअसल, बीते वर्षों में पदोन्नति की कोई संभावना न देखकर कर्मचारियों ने भी सीआर भरवाने में रुचि नहीं ली। अफसरों ने भी यह मान लिया कि जब प्रक्रिया आगे नहीं बढ़नी है तो रिपोर्ट क्यों लिखें। डीपीसी में प्रमोशन के लिए जरूरी है सीआर पूरी हो...डीपीसी में प्रमोशन के लिए जरूरी है कि बीते तीन साल की सीआर पूरी हो और आगामी दो साल की प्रविष्टि भी फाइल में मौजूद हो। लेकिन कई मामलों में या तो सीआर तैयार नहीं हुई या फाइलों में अटकी पड़ी है। अधिकांश मामले अफसरों की लापरवाही से जुड़े हैं। या तो रिपोर्ट लिखी नहीं गई, या स्टेनो/बाबू ने फाइल ‘साहब के ध्यानार्थ’ अलमारी में बंद कर दी। नतीजतन, संबंधित कर्मचारी की प्रमोशन फाइल स्वत: रोक दी जाएगी।
सट्टा एप:भोपाल का आरोपी ले रहा था फेरे, ईडी को देख भागा
महादेव सट्टा एप मामले में वांछित भोपाल का कारोबारी सौरभ आहूजा जयपुर के होटल फेयर माउंट में बुधवार को शादी कर रहा था। ईडी को इनपुट मिला, टीम पहुंची तो भनक लगते ही सौरभ फेरे लेकर दुल्हन के साथ भाग गया। ईडी ने मौके से प्रणवेंद्र समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया, जिन्हें फ्लाइट से रायपुर भेजा गया। सौरभ की पत्नी और वर-वधु पक्ष के अन्य लोगों से भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई खास सुराग नहीं मिला। 15 सितंबर 2023 को ईडी ने भोपाल के ईदगाह हिल्स स्थित आहूजा बंधुओं के ठिकानों पर रेड की थी। रैपिड ट्रैवल्स के दफ्तरों की तलाशी ली गई थी। इनका लिंक महादेव एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल से जोड़ा गया था। 16 अप्रैल को ईडी ने जयपुर के सोडाला स्थित एपल रेजीडेंसी में भरत दाधीच के फ्लैट पर छापा मारा था।
अगर कोई देख नहीं सकता, सुनने में अक्षम है और बोल भी नहीं पाता तो वह अपनी बात कैसे रखेगा? साइन लैंग्वेज तक उसके काम की नहीं क्योंकि कोई कुछ इशारे भी करेगा तो वह देखेगा कैसे। बाहरी दुनिया से संवाद के सारे सेतु ही टूटे हुए हैं तो वह क्या कर पाएगा? और यदि इसके बाद भी कोई हिम्मत न हारे, बुलंद हौसलों से 12वीं पास करे और सरकारी नौकरी भी हासिल कर ले तो उसे करिश्मा नहीं तो और क्या कहेंगे? इंदौर की एक बेटी गुरदीप कौर वासु ने यही कर दिखाया है। वह देश की पहली बेटी बन गई हैं, जिसने इतनी शारीरिक बाधाओं के बावजूद सरकारी नौकरी हासिल की है। अन्नपूर्णा क्षेत्र में रहने वाली 34 वर्षीय गुरदीप को बहुविकलांगता की श्रेणी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर इंदौर में वाणिज्यिक कर विभाग में पदस्थ किया गया है। विभाग की अतिरिक्त आयुक्त सपना सोलंकी ने बताया कि वे नियमित रूप से कार्यालय जाती हैं और अपना कार्य पूरी निष्ठा से करती हैं। गुरदीप टेक्टाइल साइन लैंग्वेज से संवाद करती हैं। वे सामने वाले के हाथों और उंगलियों को छूकर अपनी बात पहुंचाती हैं। उनके माता-पिता प्रीतपाल सिंह वासु और मनजीत कौर कहते हैं, गुरदीप का जन्म समय से पूर्व हो गया था। दो माह तक अस्पताल में रखना पड़ा। वह पांच माह की होने के बाद भी किसी बात पर रिएक्ट नहीं करती थी। तब समझ आया कि वह देखने के साथ ही बोल और सुन भी नहीं पाती है। परीक्षा में मूक बधिर राइटर के लिए लड़नी पड़ी कानूनी जंग : गुरदीप ने पूरी पढ़ाई (12वीं तक) स्पर्श लिपि में की है। हाल में 52% से ज्यादा अंकों के साथ आर्ट्स में 12वीं पास की है। इंदौर की ही आनंद सर्विस सोसायटी के ज्ञानेंद्र और मोनिका पुरोहित ने स्पर्श लिपि में 10वीं और 12वीं का सिलेबस तैयार किया है। गुरदीप ने रोज आठ से 10 घंटे अभ्यास कर दोनों परीक्षाएं पास की। पुरोहित ने कानूनी लड़ाई भी लड़ी, ताकि गुरदीप को परीक्षा में मूक-बधिर राइटर मिल सके। कौन हैं हेलन केलर... अमेरिकी लेखिका, शिक्षिका थीं। वह दृष्टिहीन और बधिर होने के बावजूद विश्व भर में प्रेरणा का स्रोत बनीं। 19 महीने की उम्र में एक बीमारी के कारण वे देखने, सुनने व बोलने की क्षमता खो बैठी थी।
तत्कालीन सीएमएचओ को 16 सीसीए का नोटिस, 15 दिन में जवाब मांगा
सिरोही | तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार को विभिन्न शिकायतों को लेकर शासन उप सचिव सैय्यद शीराज अली जैदी ने 16 सीसीए का नोटिस दिया है। उन्होंने 15 िदन में लिखित जवाब मांगा है। आदेश में शासन उप सचिव जैदी ने बताया कि तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार पर 4 आरोप लगे हैं। इसमें पहला रेवदर के राजकीय चिकित्सा आपास पर 4 साल तक कब्जा जमाने के साथ किराया भत्ता 1 लाख 400 रुपए जमा नहीं करवाए, दूसरा सिरोही जिला मुख्यालय स्थित अर्बुदा डायग्नोस्टिक सेंटर पर डॉ. जयप्रकाश को काम करने की अनुमति देने, तीसरा विभिन्न योजनाओं में कुटरचित तरीके से किए सरकारी राशि के गबन करने के मामले में अनियमितताएं बरतने और चौथा आबूरोड के आदेशों की पालना नहीं करने को लेकर जवाब मांगा है।
बैंक ऋण वसूली के लिए विशेष टीम बनाई
सिरोही | कलेक्टर के निर्देश पर बैंक की बकाया ऋण की वसूली को लेकर एक विशेष दल का गठन किया गया। तहसीलदार जगदीश कुमार ने बताया कि विशेष टीम में अचलाराम मेघवाल नायब तहसीलदार प्रभारी, सुरेश पटेल टीआरए वसूली, प्रदीप चौधरी शाखा प्रबंधक आरएमजीबी सिरोही, दिव्या सिंह कनिष्ठ लेखाकार, बदाराम कुम्हार, शंकरलाल बामणिया भू-अभिलेख निरीक्षक, अशोक मेघवाल, उदयवीर सिंह पटवारी शामिल है। बैंक की बकाया ऋण की वसूली के लिए 15 जुलाई को आरएमजीबी सिरोही का विशेष ऋण वसूली अभियान चलाया जाएगा। टीआरए सुरेश पटेल के अनुसार बकाया ऋण जमा नहीं करवाने पर बाकीदारों की चल/अचल सम्पति कुर्की कार्रवाई भी की जाएगी।
रामपुरा के खाद्य कारोबारकर्ता से 70 हजार की वसूली आदेश
सिरोही|न्यायालय अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एवं न्याय निर्णयन अधिकारी सिरोही की ओर से एक खाद्य कारोबारकर्ता से 70 हजार रुपए एलआर एक्ट के तहत वसूली आदेश दिए गए। तहसीलदार जगदीश कुमार ने बताया कि दीपक अग्रवाल पुत्र महेश अग्रवाल निवासी रामपुरा खाद्य कारोबारकर्ता एवं मालिक फर्म अग्रवाल केटल फिड्स रामपुरा तहसील सिरोही से अवॉर्ड राशि 70 हजार एलआर एक्ट के तहत वसूली के लिए शंकरलाल बामणिया भू-अभिलेख निरीक्षक रामपुरा को निर्देशित किया है। कलेक्टर के निर्देश पर बकाया राशि जमा नहीं कराने पर तहसीलदार सिरोही ने नियमानुसार चल/अचल संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिए हैं।
सतपुड़ा व विंध्याचल भवन को तोड़कर अरेरा हिल्स क्षेत्र में दिल्ली के सेंट्रल विस्टा की तर्ज पर नया प्रशासनिक परिसर बनाया जाएगा। बुधवार को साधिकार समिति ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। इसे मप्र हाउसिंग बोर्ड द्वारा बनाया जाएगा। बैठक में निर्णय हुआ कि जब तक वल्लभ भवन के पास नए भवन नहीं बन जाते, तब तक पुराने भवनों को नहीं तोड़ा जाएगा ताकि मौजूदा दफ्तरों को शिफ्ट न करना पड़े। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने नगर निगम और कलेक्टर को अरेरा हिल्स की झुग्गियों का शीघ्र विस्थापन करने के निर्देश दिए। साथ ही हाउसिंग बोर्ड को 15 दिन में यह सर्वे करने को कहा गया है कि किन विभागों को नए भवन में शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए बोर्ड को सभी विभागाध्यक्षों से चर्चा कर शिफ्टिंग की संभावनाएं तय करनी होंगी। सीएस ने बोर्ड से कहा कि दो माह में कॉम्प्रहेंसिव प्लान को विस्तारित कर नए प्लान की डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) अगले दो माह में सबमिट करें और काम शुरू करें। बैठक में यह भी तय किया गया कि हाउसिंग बोर्ड अपने सर्वे में केंद्र के उन दफ्तरों के एचओडी से भी बात करे, जो भोपाल में चल रहे हैं। यदि केंद्र सरकार से मंजूरी मिलती है तो इन दफ्तरों को भी यहां शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि, जिला स्तर के दफ्तरों को यहां लाने का विचार तभी किया जाएगा, जब एचओडी और केंद्र सरकार के दफ्तरों की बैठक व्यवस्था का प्लान पूरी तरह बना लिया जाए। इसके बाद भी यदि स्थान मिलेगा तो जिला स्तर के दफ्तरों को भी यहां शिफ्ट किया जा सकता है। सुबह करीब 11 बजे से साढ़े 12 बजे तक मुख्य सचिव दफ्तर के सभागार में चली इस बैठक में एसीएस नगरीय आवास एवं विकास संजय शुक्ल और हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर राहुल हरिदास समेत अन्य विभागाध्यक्ष भी मौजूद थे। बैठक में फिलहाल यह तय नहीं हुआ है कि इस प्रोजेक्ट को रीडेंसीफिकेशन के तहत बनाया जाएगा या राज्य सरकार इसके लिए अलग से बजट जारी करेगी। यहां डेवलप होगा सेंट्रल विस्टा... रेड लाइन के बाहर बसी झ़ुग्गी-बस्तियों को सबसे पहले हटाया जाएगा 50 साल के हिसाब से प्लानसीएस ने बोर्ड से कहा है कि नए भवन ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर बनाए जाएं, ताकि इनमें कम से कम बिजली खपत हो। यह पूरी प्लानिंग अगले 50 साल की जरूरतों के हिसाब से की जाए। वल्लभ भवन व इसके आसपास 8 झुग्गी बस्तियां हैं। इनमें पत्रकार कॉलोनी के पास मालवीय नगर, ओम नगर-2,3, भीम नगर, वल्लभ नगर-1,2 मैप में है। वहीं दो बस्तियां राजीव नगर व अर्जुन नगर मैप में नहीं हैं। यलो पर रेड लाइन... मेट्रो का पाथ वे।रेड लाइन- इसके बाहर बसी झुग्गियां लोगों के आने-जाने के लिए कवर्ड पाथ-वे प्लान करें... बैठक में तय हुआ कि अरेरा हिल्स को ऑरेंज और ब्लू मेट्रो रूट से जोड़ा जाएगा। लोगों की सुविधा के लिए कवर्ड पाथ-वे बनाए जाएंगे, जिनमें हॉकर्स कॉर्नर और संड्री शॉप्स होंगी। सड़कों को इस तरह डिजाइन किया जाएगा कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सभी को आसानी से मिले। वीआईपी मूवमेंट का रूट भी अलग हो ... बैठक में तय हुआ कि भोपाल के सेंट्रल विस्टा की ओर आने वाली हर सड़क की प्लानिंग की जाए। एक लेन ऐसी भी हो, जिससे वीआईपी मूवमेंट आसानी से हो सके और आम लोगों को परेशान न होना पड़े। मौजूदा स्थिति में सतपुड़ा-विंध्याचल भवन के बाहर सड़कों पर भी गाड़ियां खड़ी रहती हैं। ऐसा नए भवनों में न हो।
भाजपा आज करेगी मीसा बंदियों का सम्मान, कार्यकर्ताओं को दिए दायित्व
भाजपा नगर मंडल सिरोही की ओर से बलिदान दिवस-आपातकाल दिवस का आयोजन गुरुवार को सिंधु धर्मशाला में शाम 4 बजे केबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा, राज्य मंत्री ओटाराम देवासी, सांसद लुंबाराम चौधरी के आतिथ्य व मार्गदर्शन व भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी की अध्यक्षता में होगा। कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की तैयारियों को लेकर बुधवार को जिला महामंत्री नरपत सिंह राणावत, नगर संयोजक हरीश दवे ने कार्यक्रम स्थल पर सभी तैयारी व व्यवस्थाओं को देखा व आयोजित मंडल की बैठक में अध्यक्ष चिराग रावल ने कार्यक्रम की रूपरेखा व दायित्व कार्यकर्ताओं को सौंपे। मंडल अध्यक्ष चिराग रावल ने सभी बूथ अध्यक्ष व शक्ति केंद्र प्रमुखों को जिला संगठन के निर्देश अनुसार पूरी बूथ इकाई व 25 कार्यकर्ताओं के साथ सिंधु धर्म शाला में आयोजित कार्यशाला व मीसा बंदी सम्मान समारोह में पहुंच पंजीयन करवाने को कहा। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूलाल सगरवंशी, भूबाराम माली, किसान मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष गणपत सिंह राठौड़, पूर्व मंडल अध्यक्ष महिपाल चारण, लोकेश खंडेलवाल, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गोपाल माली, नारायण देवासी, महामंत्री प्रकाश पटेल और कैलाश मेघवाल समेत कार्यकर्ता मौजूद थे।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा मना
कस्बे के पंचायत भवन में संबल पखवाड़ा शिविर का आयोजन बुधवार को किया। शिविर में बीपीएल परिवार सर्वे, प्रॉपर्टी कार्ड वितरण, पेंशन सत्यापन, खाद्य सुरक्षा नाम जुड़वाने सहित कई आवेदन हुए। शिविर में गांव की नवू देवी ने वृद्धावस्था पेंशन बंद होने की शिकायत की। इस पर तुरंत उनकी पेंशन शुरू करवाई। विधायक मोतीराम कोली, एसडीएम नरेंद्र कुमार जांगिड़, पूर्व सरपंच भवानी सिंह देवड़ा, सरपंच ज्योति देवी, विकास अधिकारी हेमाराम चौधरी व सहायक विकास अधिकारी कन्हैयालाल आदि मौजूद रहे।
आबकारी कार्यालय व थाने में पौधरोपण का आयोजन
सिरोही | प्रदेश में ‘मिशन हरियालो राजस्थान’ योजना के तहत नर्सरी से पौधे प्राप्त कर जिला आबकारी अधिकारी अजय जैन के नेतृत्व में कार्यालय एवं आबकारी थाना परिसर में लगाए गए। इस दौरान सहायक आबकारी अधिकारी सैयद बशारत अली, आबकारी निरीक्षक आशीष शर्मा, प्रहराधिकारी लेखराज गहलोत ने 25 फूलदार, फलदार व छायादार प्रजातियों के पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। आबकारी अधिकारी ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाना और उनकी देखभाल करना जरुरी है। इसके लिए पौधे बड़े होने तक संबंधित स्टाफ अभिषेक सिंह एएओ, सुरेश कुमावत एपी, टीएस देवड़ा, श्रवण सिंह, रामलाल जीनगर, जबर सिंह, नारायण सिंह, केशर सिंह को संरक्षण की जिम्मेदारी दी।
कांग्रेसकाल में 5 लाख मजदूरों के रोके गए 161 करोड़ रुपए अब आएंगे खाते में
कांग्रेस शासन काल में श्रमिकों के 5 लाख आवेदन किसी कारण से रोक दिए गए थे। इस वजह से उन्हें योजनाओं के तहत 161 रुपए का भुगतान नहीं हो पाया। बुधवार को छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब उन्हें यह पैसा दिया जाएगा। इसके लिए हर आवेदन का परीक्षण होगा। बता दें कि यह सभी आवेदन 2019 से 2024 के बीच विभिन्न योजनाओं के तहत आए थे। बैठक श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन,बोर्ड के अध्यक्ष डॉ राम प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसके अलावा श्रमिकों को बीमारी के लिए जीवन में एक बार ही लाभ मिलता। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब वह हर साल इसका लाभ ले सकेंगे। यह अधिकतम 20 हजार रुपए ही होगा। श्रमिकों के बच्चों के लिए नौनी बाबू सहायता योजना में कई और कोर्स जोड़े जाएंगे। उच्च शिक्षा विभाग के साथ मिलकर बोर्ड की एक समित बनाई जाएगी। जो कॉलेज में चल रही फीस का अध्ययन हर कोर्स की एक फीस तय करेंगी। उसी फीस को विभाग वहन करेगा। ऐसे मिलेगा पैसा{श्रमिकों के आए आवेदनों का जिलेवार परीक्षण करवाया जाएगा। {इसमें यह जांच की जाएगी कि कहीं उनकी मृत्यु तो नहीं हो गई। {जिला श्रम अधिकारी जो रिपोर्ट देंगे उस आधार पर राशि डीबीटी की जाएगी। {यह राशि सितंबर में विश्वकर्मा जयंती के दिन श्रमिकों को बांटी जाएगी। इन योजनाओं के पैसे अटके हुए हैं {मुख्यमंत्री साइकिल सहायता योजना। {मुख्यमंत्री श्रमिक औजार सहायता योजना। {मुख्यमंत्री सिलाई मशीन सहायता योजना। {मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर सुरक्षा उपकरण सहायता योजना। आवास सहायता योजना का दायरा किया कम सीएम निर्माण श्रमिक आवास सहायता योजना में अभी तक शहरी में 500 और ग्रामीण क्षेत्र में 1000 वर्ग फीट भूखंड का प्रावधान था। अब शहरी में 322 और ग्रामीण में 269 वर्ग फीट क्षेत्रफल भूखंड कर दिया गया है। मोबाइल अनिवार्यता में छूट मंडल अंतर्गत संचालित पंजीयन योजना आवेदन हेतु मोबाइल नंबर की अनिवार्यता रखी गई है। प्रदेश के कई क्षेत्र के ऐसे हितग्राही जिनके पास मोबाइल नहीं है। उन्हें पंजीयन में परेशानी का सामना करना पड़ता था, अब उन्हें मोबाइल नंबर की अनिवार्यता की छूट दी गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना के तहत पंजीकृत श्रमिकों को मिलने वाली योजना का लाभ अब उनके परिवार के सदस्यों को भी एक समान मिलेगा। कांग्रेस शासनकाल में रुका पैसा अब हितग्राहियों को दिया जाएगा। 5 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिलेगा।लखन लाल देवांगन, श्रम मंत्री
कटारिया ने बताई सिरोही से जुड़ी पुरानी यादें, कहा : संगठन के लिए उदयपुर से सिरोही बाइक पर आते थे
पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया के सिरोही आगमन के दौरान सांसद लुंबाराम चौधरी के नेतृत्व में भाजपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। भाजपा जिला प्रवक्ता रोहित खत्री ने बताया कि पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया सिरोही सर्किट हाउस में पहुंचने पर भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। उन्होंने सिरोही जिले से जुड़ी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए उदयपुर से सिरोही बाइक से आता था। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं को जनता के बीच में रहना चाहिए, जिससे हमें जनता की समस्याओं का पता लगता है और उसके समाधान के लिए हमें प्रयास करते रहना चाहिए। सांसद लुंबाराम चौधरी व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य वीरेंद्रसिंह चौहान ने राज्यपाल कटारिया के साथ किए कार्यों को याद किया। बाबूलाल सगरवंशी, भुबाराम माली, नारायण देवासी, चिराग रावल, महिपाल चारण, प्रकाश पटेल, कैलाश मेघवाल, राजेंद्रसिंह चौहान, सुनील गुप्ता, गोविंद सैनी, अमृत सुथार, पूजा सिंह, इंदरसिंह मकवाना, शिवलाल जीनगर व यूसुफ खान समेत कार्यकर्ता मौजूद थे।
पावापुरी: पंजाब के राज्यपाल ने अर्जुन का पौधा लगाया
पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने सिरोही जिले में स्थित पावापुरी तीर्थ-जीव मैत्रीधाम में रात्रि विश्राम के बाद बुधवार सुबह शंखेश्वर पार्श्वनाथ मंदिर में पहुंच पूजा की। मंदिर की शिल्पकला को देखा और देश में अमन चैन की प्रार्थना की। उन्होंने एक पेड़ मां के नाम योजना के तहत वहां पर अर्जुन के पौधे का रोपण किया। इससे पूर्व महाराणा प्रताप बटालियन ने उनको गार्ड ऑफ ओनर दिया। पावापुरी गोशाला में पहुंचने पर ग्वालों व महिलाओं ने स्वागत किया। गोशाला के विजिट रजिस्टर में राज्पाल ने लिखा कि वे बहुत भाग्यशाली है कि गोशाला की नींव रखते वक्त केपी संघवी परिवार ने उन्हें भी भूमि पूजन का लाभ दिया। उन्होंने प्रभु से यही आशीर्वाद मांगा है कि वे एक आर्दश जीवन जी कर जनसेवा के कार्य करते रहे। उन्होंने कहा कि पावापुरी तीर्थ में 25 साल में 88 लाख यात्रिकों का आवागमन यह प्रमाण है कि यह धाम लोगों के लिए अत्यंत मनमोहक एवं साधना स्थल है। राज्यपाल के साथ सांसद लुंबाराम चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी, कलेक्टर अल्पा चौधरी, पुलिस अधीक्षक अनिल बेनीवाल, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष नारायण पुरोहित, सुरेश कोठारी, आबूरोड के बाबूभाई पटेल, एससी मोर्चा प्रदेश मंत्री प्रकाश मेघवाल, मंडल अध्यक्ष आयुष लौहार, हार्दिक देवासी, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गणपत सिंह देवड़ा एवं अनेक पदाधिकारी, जिला अधिकारी एवं अन्य कार्यकर्ता भी साथ थे। पावापुरी ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी महावीर जैन एवं प्रबंधक सुरेंद्र जैन ने राज्यपाल बनने के बाद पहली बार पावापुरी आगमन पर उनका तिलक, माला, पगडी पहनाकर स्वागत करते हुए तीर्थ के 25 वर्षों की प्रगति से अवगत कराया। इसके बाद वे यहां से जालोर जिले के भांडवपुर तीर्थ के लिए रवाना हुए। तबीयत बिगड़ने की खबर फेक निकली : राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया सुबह शहर के सर्किट हाउस पहुंचे। इस सोशल मीडिया पर उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर भी वायरल हुई। इस पर सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि राज्यपाल कटारिया सर्किट हाउस में रेस्ट करने के लिए आए थे। उनकी तबीयत ठीक थी।
व्यापारियों ने बताई बाजार की समस्याएं, ऑफिस के लिए कमरा आवंटन की मांग
भास्कर न्यज|सिरोही सिरोही में व्यापार मंडल की ओर से नगर परिषद प्रशासक एडीएम डॉ. दिनेश राय सापेला को ज्ञापन दिया। शहर के सदर बाजार में अलग-अलग जगह जनहित सुविधाओं का निर्माण एवं मरम्मत के विषय को लेकर व्यापारियों ने नगर परिषद आयुक्त को ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया कि शहर की समस्याओं को जल्द निपटारा कराएं और हो रही राहगीरों और ग्राहकों की परेशानी को दूर करें। व्यापार मंडल अध्यक्ष भरत माली ने बताया कि सिरोही बाजार में जन हित की मूलभूत सुविधाओं को लेकर ज्ञापन दिया। इसमें सिरोही व्यापार महासंघ के कार्यालय के लिए एक कमरा आवंटन करवाने करवाने, बाजार में एक मय शुल्क वाला पुरुष और महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण, सरजावाव दरवाजे से जेल रोड तक सफाई व्यवस्था, सरजावाव दरवाजे के बाहर नालियों पर लगे टूटे चैंबर सही करवाने, गोयली चौराहा के बाबा रामदेव मंदिर के पास से शहर में आने वाले भारी वाहनों पर रोक लगाने, सिरोही स्ट्रीट फूड वेंडरों के लिए नगर परिषद और व्यापार महासंघ के समन्वय के साथ एक स्ट्रीट फूड वेंडर जॉन घोषित करने की मांग की। इस दौरान सिरोही व्यापार महासंघ अध्यक्ष भरत कुमार माली, मीठालाल माली, शिवलाल सुथार, मंछाराम माली आदि रहे।
सिरोही में आज से रीट प्रमाण-पत्र वितरण
सिरोही(ग्रामीण) | राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित रीट 2024 के प्रमाण पत्र जिला मुख्यालय पर पहुंच गए हैं। अभ्यर्थियों को गुरुवार से स्कूल समय में प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। प्रधानाचार्य जगदीश सिंह आढ़ा ने बताया कि प्रमाण पत्र का वितरण शहर के पुराना भवन महात्मा गांधी राजकीय स्कूल में किया जाएगा। रीट 2021 के प्रमाण पत्र की वैधता मात्र तीन साल की थी। जिसे पिछले साल आजीवन कर दिया था।
राजधानी के भनपुरी स्थित पाठ्यपुस्तक निगम डिपो में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, 1 जुलाई को गरियाबंद के प्राइवेट स्कूलों को डिपो में सरकारी किताब लेने के लिए बुलाया गया था। गोदाम में सुबह 8 बजे से ही 80 स्कूलों के शिक्षक पहुंच गए। यहां आने के बाद पता चला कि किताब ले जाने से पहले उन्हें सभी की स्कैनिंग करनी होगी। काम शुरू हुआ पर सर्वर डाउन होने के कारण काफी समय लगा। हर स्कूल को उनके बच्चों के हिसाब से हजारों पुस्तकें बांटनी थी। इसलिए स्कैनिंग करने में ही सभी को 7-8 घंटे लग गए। वहीं, सर्वर भी ठीक से काम नहीं कर रहा था। इसके चलते शिक्षक परेशान होते रहे। इस दौरान सिर्फ 30 स्कूलों को ही पुस्तकें दी जा सकीं। पुस्तक बांटते-बांटते रात हो गई। जैसे तैसे इन्होंने रात बिताई। अगले दिन कांकेर जिले के स्कूल डीपो पहुंच गए। उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई स्कूल वापस चले गए। जो काफी दूर से आए थे वे अपनी बारी का इंतजार करने लगे। अंत में शिक्षकों के सब्र का बांध टूट गया। भूखे-प्यासे शिक्षकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विवाद बढ़ता देश मौके पर तहसीलदार और पुलिस टीम पहुंच गई। काफी समझाइश देने के बाद वे शांत हुए। सरकारी में नियम अलग, प्राइवेट से भेदभाव प्राइवेट स्कूल संचालक संघ के अध्यक्ष सुबोध राठी ने कहा कि सरकारी स्कूलों की किताबें सीधे संकुल केंद्र में पहुंची। फिर स्कूलों में भेजी गई। हम प्राइवेट स्कूल वालों को परेशान किया जा रहा है। एक स्कूल को लगेंगे तीन दिनफिंगेश्वर से आए किशनलाल साहू ने बताया कि सुबह 10 बजे वे आ गए लेकिन रात 10 बजे पुस्तक मिली। रातभर पुस्तकों को स्कैन ही करते रहे, अभी तक सारी पुस्तकें स्कैन नहीं हो पाई हैं। करीब 3 दिन लग जाएंगे।बेहतरी के लिए बार कोड लगाया गया^ सरकार के आदेश के अनुसार सभी स्कूलों को डिपो से पुस्तक लेने के लिए कहा गया है। पिछले समय जो पुस्तकों को लेकर जो घटना हुई थी, इसके बाद इस साल बार पुस्तकों में कोड लगाया गया है। नेहा कौशिक, नोडल अधिकारी, पापुनि डिपो, रायपुर भास्कर लाइव विभाग का दावा: 90% स्कूलों में पुस्तकें पहुंचीं हकीकत: पीडीएफ से बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षक शिक्षा विभाग का दावा है कि रायपुर के 90 फीसदी स्कूलों में किताबें पहुंच गई हैं। लेकिन इसकी हकीकत कुछ और ही है। नया सत्र शुरु हुए 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पुस्तकें नहीं मिल पाई हैं। बच्चे खाली बस्ता लेकर स्कूल जा रहे हैं। इसे लेकर भास्कर की टीम ने पड़ताल की, तो पता चला कि इस बार सभी किताबों में दो विशेष बारकोड लगाए गए हैं। इन बारकोड से पता चल सकेगा कि किताब किस डिपो से निकली और किस स्कूल को दी गई। पुस्तक बांटने से पहले सभी शिक्षकों को अपने मोबाइल से बारकोड और आईएसबीएन कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करना है। यही प्रक्रिया अब शिक्षकों के लिए सिरदर्द बन गई है। शिक्षकों ने बताया कि, इस एप का सर्वर रोज डाउन रहता है। दिन भर में कुछ ही पुस्तकें स्कैन हो पा रही है। इसके चलते शिक्षक अपना मूल काम छोड़ इसी काम में लगे हुए हैं। 1. जेएन पांडेयराजधानी के सबसे बड़े और पुराने स्कूलों में से एक जेएन पांडेय स्कूल में कक्षाएं लगी हुई थी। शिक्षकों ने बताया कि, अब तक किताबें नहीं पहुंची हैं। लेकिन सरकार की ओर से सिलेबस और कुछ किताबों का पीडीएफ भेजा गया है। उसी से ही बच्चों को पढ़ाई करवाई जा रही है। 15 दिन बीतने के बाद भी पुस्तकें नहीं पहुंच पाई हैं। 2. सप्रे स्कूलयहां कुछ बच्चों का टेस्ट चल रहा था। कुछ कक्षा के बच्चों की क्लास चल रही थी। इस साल से पहली बार यहां कक्षा 10वीं की क्लास लगी थी। कक्षा में एक शिक्षक पढ़ा रही थी। बच्चों ने बताया कि, अब तक पुस्तकें नहीं मिली हैं। शिक्षक ने बताया कि वह पिछले साल की पुस्तकों से बच्चों को पढ़ा रही हैं। 3. गुढ़ियारी स्कूलगुढ़ियारी स्थित स्कूल में हिंदी और इंग्लिश दोनों माध्यमों की पढ़ाई होती है। टीचर्स ने बताया कि, अब तक पुस्तकें आईं नहीं हैं। अधिकारियों ने कुछ पुस्तकें भेजी हैं, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। कुछ विषयों की ही पुस्तकें पहुंच पाई हैं, वहीं प्रमुख विषयों की ही पुस्तकें अब तक नहीं भेजी गई है। सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। 4. भनपुरी स्कूल गंगानगर स्थित आत्मानंद स्कूल के कुछ कक्षाओं में शिक्षक पढ़ा रहे थे। टीम कक्षा 9वीं के क्लासरूम में पहुंची, तो देखा कि यहां बच्चे तो थे, लेकिन कोई टीचर नहीं था। पूछने पर बताया कि अब तक उन्हें पुस्तकें नहीं मिली हैं। इसलिए टीचर्स भी पढ़ाने नहीं आ रहे हैं और पढ़ाई शुरू नहीं हुई है। जल्द पहुंचेगी किताब^ 90 फीसदी सरकारी हिंदी मीडियम स्कूलों में पुस्तकें भेजी जा चुकी हैं। जिन स्कूलों में पुस्तकें नहीं पहुंच पाई हैं, वहां भी जल्द पहुंच जाएगी। आत्मानंद इंग्लिश स्कूलों में अभी पुस्तकें नहीं जा पाई हैं, लेकिन उसकी भी प्रक्रिया चल रही है। विजय खंडेलवाल, जिला शिक्षा अधिकारी, रायपुर
1 अगस्त से खुलेगा मंदिरहसौद ओवरब्रिज जाम से राहत, लोगों के बचेंगे 15 मिनट
मंदिर हसौद चौक पर निर्माणाधीन ओवरब्रिज का काम इस महीने के आखिरी सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं 1 अगस्त से ओवरब्रिज पर यातायात शुरू कर दिया जाएगा। वर्तमान में रायपुर छोर पर ओवरब्रिज के ऊपर सड़क पर डामरीकरण का काम चल रहा है। वहीं आरंग की तरफ एप्रोच रोड, लाइटिंग और फिनिशिंग का काम जारी है। यही कारण है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा 30 जुलाई तक ओवरब्रिज निर्माण कार्य पूरा कर 1 अगस्त 2025 से यातायात शुरू करने का दावा किया है। ओवरब्रिज शुरू होने से इस रूट पर सफर करने वालों के 15 मिनट बचेंगे। प्रोजेक्ट डायरेक्टर दिग्विजय सिंह ने बताया कि मंदिरहसौद ओवरब्रिज का 85% काम पूरा हो गया है। ट्रैफिक स्मूथ होगारायपुर हावड़ा मार्ग पर स्थित मंदिर हसौद चौक से रोजाना 50 हजार गाड़ियां गुजरती हैं। वहीं चौक से सटकर रेलवे क्रॉसिंग है। क्रॉसिंग से एक दिन में 100 से अधिक मालगाड़ी और यात्री गाड़ियां गुजरती हैं। इस कारण रेलवे क्रासिंग अक्सर बंद रहती है और गाड़ियों की कतार मंदिर हसौद चौक पहुंच जाती है। इससे अक्सर जाम की स्थिति बनती है। ओवरब्रिज बन जाने से जाम की समस्या दूर हो जाएगी। ट्रैफिक के दबाव के चलते यहां अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं। यही कारण है कि यातायात विभाग ने इसे ब्लैक स्पॉट घोषित कर दिया था। विभाग की मानें तो मंदिर हसौद में 1 साल में 128 सड़क हादसे हुए हैं, जिनमें 50 की मौत, 95 लोग घायल हुए हैं।
छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमश्री) योजना के तहत रायपुर जिले के 12 आत्मानंद स्कूलों को पीएमश्री स्कूल बनाया जाएगा। इनमें आरडी तिवारी और बीरगांव आत्मानंद स्कूल शामिल हैं। समग्र शिक्षा के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने इन स्कूलों के नामों पर अंतिम मुहर लगा दी है। इससे पहले भी 11 प्रायमरी स्कूलों को पीएमश्री बनाने की घोषणा की गई थी। पीएमश्री योजना के दायरे में आने वाले स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब, आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस, वर्चुअल रियल्टी, रोबोटिक टेक्नोलाजी के साथ अध्ययन-अध्यापन की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन स्कूलों को ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां सौर पावर की सुविधा भी होगी। इनडोर गेम सुविधा, कैरियर गाइडेंस, एक्सपोजर विजिट कराया जाएगा। आइसीटी स्मार्ट क्लास की सुविधा भी दी जाएगी। प्रदेश में 751 समेत अत्मानंद स्कूल : पिछले सरकार में रायपुर में कुल 33 सरकारी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में परिवर्तित कर दिया गया था। इनमें 3 हिंदी, 3 अंग्रेजी के अलावा बाकी दोनों माध्यम में संचालित हो रहे हैं। पिछली सरकार ने जो स्कूल पहले से चल रहे थे उन्हीं स्कूलों के नेम प्लेट को बदलकर स्वामी आत्मानंद स्कूल का नाम दिया था। यहां के सरकारी सेटअप को खत्म करके इन स्कूलों को जिलों के कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समितियों के हवाले कर दिया था। स्कूलों में शिक्षकों के पद भरने के लिए सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति और अंग्रेजी पढ़ाने के लिए संविदा शिक्षकों की भर्ती की थी। इन संविदा के शिक्षकों को वेतन देने के लिए जिले के कलेक्टरों को जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन आज भी कई स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं। ना ही बच्चों के लिए भी पर्याप्त बैठक व्यवस्था है। अब पीएमश्री स्कूल बनने के बाद कुछ स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अच्छी सुविधाएं मिल सकेगी। इन स्कूलों को बनाया पीएमश्री हायर सेकेंडरी { अनंत राम बारछिहा स्कूल, चंदखुरी।{ स्वामी आत्मनंद स्कूल, कुंरा। { स्वामी आत्मानंद स्कूल, माना कैंप।{ आरडी तिवारी स्कूल, आमापारा। प्राथमिक स्कूल { स्वामी आत्मानंद स्कूल, अभनपुर। { स्वामी आत्मानंद स्कूल, खोपरा।{ स्वामी आत्मानंद स्कूल, गोबरा नवापारा। { अरुंधती देवी स्कूल, आरंग।{ भरत देवांगन स्कूल, खरोरा।{ स्वामी आत्मानंद स्कूल, सारागांव।{ स्वामी आत्मानंद स्कूल, नेवरा।{ स्वामी आत्मानंद स्कूल, बीरगांव।
रुद्रप्रयाग बस हादसा:पिता के दो दिन बाद बेटी का शव मिला, मृतक 7 हुए, 5 उदयपुर के
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में हुए क्स हादसे के छठे दिन एक और शव मिला। इसकी पहचान मूलतः गोगुंदा हाल सूरत (गुजरात) निवासी मयूरी सोनी (24) के रूप में हुई। दो दिन पहले इनके पिता ललित सोनी का शव मिला था। अब मृतक संख्या बढ़कर 7 हो गई है, जबकि 5 लोग अब भी लापता हैं। सात घायल हैं। लापता लोगों में ललित की दूसरी बेटी गौली भी शामिल है। मयूरी का शव घटना स्थल से 100 किलोमीटर दूर टिहरी गढ़वाल जिले के श्रीनगर जल विद्युत परियोजना की झील में मिला। उ नके पिता का मंगलवार को ही अंतिम संस्कार किया गया था। इसे के अगले दिन बेटी का शव मिल गया। इसे गुरुवार को उदयपुर के लिए रवाना किया जाएगा। पैतृक गांव गोगुंदा में उनकी अंत्येष्टि की जाएगी। लापता-घायल लोगों में एक लापता महाराष्ट्र और 3 घायल दूसरे राज्यों के हैं। बाकी मूलतः उदयपुर जिले के निवासी हैं। आपदा टीमें अलकनंदा नदी और इससे जुड़े जल स्त्रोतों में लापता लोगों की तालाश कर रही है। बारिश के कारण नदी का बहाव तेज होने से राहत कार्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लापता लोगों के शव 100 से 150 किमी तक बहकर दूर पहुंच गए हैं। ऐसे में आपदा टीमों को लंबे-चौड़े एरिया में अभियान चलाना पड़ रहा है। टीमों के मुताबिक लापता लोगों के बचने की उम्मीद काफी कम है। उदयपुर से गए थे 19 लोग, बस नदी में गिर गई थी बता दें कि 17 जून को उदयपुर का ट्यूर एजेंट खुद सहित 19 यात्रियों को चारधाम यात्रा पर ले गया था। ये गंगोत्री-यमुनोत्री केदारनाथ की यात्रा कर 25 जून को रुद्रप्रयाग में रुके थे। वहां से 26 जून को सुबह 7 बजे बद्रीनाथ के लिए रवाना हुए थे। तभी सुबह 3 बजे घोलतीर मार्ग पर मिनी बस को ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। बस बेकाबू होकर अलकनंदा नदी में गिर गई थी। पहले दिन ड्रीमी, विशाल मोनी और उनकी पत्नी गौरी की मौत हो गई थी। दूसरे दिन अधिवक्ता संजय सोनी, तीसरे दिन इनकी पत्नी चेतना और चौथे दिन ललित सोनी का शव मिला था। हादसे में हरिद्वार निवासी बस ड्राइवर सुमित कुमार भी घायल हुआ था। इन 7 की मौतः मूलतः गोगुंदा हाल सिलिकॉन पैलेस सूरत, गुजरात निवासी डोगी (17), शास्त्री सर्किल निवासी अधिवक्ता संजय सोनी (55), इनकी पत्नी चेतना सोनी (52), मूलतः गोगुंदा हाल सूरत (गुजरात) निवासी ललित सोनी (45), गबूरी सोनी (24), राजगढ़, गध्यप्रदेश निवासी विशाल सोनी (42) और इनकी पानी गौरी (41)। उदयपुर के 4 घायलः गोगुंदा निवासी हेमलता सोनी (45), गोगुंदा हाल सूरत निवासी ईश्वर सोनी (46), उनकी पत्नी भावना (43) तथा सात वर्गीय बेटा भव्य हादसे के समय घायल हुए। अन्य राज्यों के 3 घायल: सिरोही निवायी दीपिका योनी (42), महाराष्ट्र की अगिता सोनी (49), मप्र के पार्थ सोनी (10)1 उदयपुर के 4 लापता शास्त्री सर्किल निवासी रवि भावसार (28), सुशीला सोनी (77) और मूलतः गोगुंदा हाल सूरत (गुजरात) निवासी मौली (19) और चेष्ठा (12) महाराष्ट्र कीः रंजना अशोका
प्रदेश के व्यापारियों के साथ ही आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार छत्तीसगढ़ जन विश्वास विधेयक तैयार करा रही है। इसे विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में पेश किया जाएगा। इसके प्रारूप को राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल चुकी है। इसके तहत प्रदेश के नगर तथा ग्राम निवेश, आबकारी, छत्तीसगढ़ सोसायटी पंजीकरण अधिनियम और छत्तीसगढ़ औद्योगिक संबंध अधिनियम में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों पर 5000 रुपए का जुर्माना लगाने की तैयारी है। जबकि अभी 2000 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। अवैध ढंग से घर, दुकान या कॉम्प्लेक्स बनाने पर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाने की तैयारी है। मौजूदा कानून में 3 महीने की सजा के साथ 50 हजार रुपए तक जुर्माने का प्रावधान है। नगर-ग्राम निवेश अधि. 1973 में ये होंगे बदलाव अभी: धारा 69 ख की उपधारा 2 के मुताबिक घर, कॉम्पलेक्स या अन्य चीजों का नियम विरुद्ध निर्माण पर तीन माह की सजा या 50 हजार जुर्माना या दोनों हो सकते हैंप्रस्तावित संशोधन: इसमें पचास हजार रु. का जुर्माना लगाया जाएगाअभी: धारा 69 की उपधारा 4 में तीन माह की सजा या पांच हजार रुपए के जुर्माने के प्रावधानप्रस्तावित संशोधन: 25 हजार रुपए दंड का प्रावधान हो रहा है।अभी: धारा 77 की उपधारा दो तहत निजी शौचालय के लिए ग्राम पंचायत द्वारा शौचालय चलाने वाले को फंड का भुगतान करना होगा। नहीं करने पर इस मामले में तीन माह की सजा व पांच रुपए का जुर्माना या दोनों से दंडित करने का प्रावधान था।प्रस्तावित संशोधन: दोषी पर 25 हजार रु. जुर्माना लगाया जाएगा। आबकारी: सार्वजनिक जगह शराब पीने पर 2 के बजाय 5000 जुर्माना लगेगा अभी: छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा क में यदि कोई बिना लाइसेंस के शराब पीने के लिए स्थान खोलता है या अवैध रूप से शराब बेचता है तो इसके लिए 5 हजार रुपए से कम तथा 25 हजार रुपए तक जुर्माने का प्रावधान है।प्रस्तावित संशोधन: प्रथम अपराध पर न्यूनतम 5000 रुपए जुर्माना। अभी: सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूल, अस्पताल, पूजा स्थलों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन तथा आम रास्तों पर शराब पीने पर 2000 रुपए जुर्माना लगता है।प्रस्तावित संशोधन : पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।अभी: अवैध रूप से शराब रखने- परिवहन, निर्माण, मादक पदार्थों से जुड़ी खेती या भंडारण करता है तो 10 से 25 हजार रुपए जुर्माना। 3 महीने की कैद।प्रस्तावित संशोधन: प्रथम अपराध के लिए 10 हजार रु. तथा इसकी पुनरावृत्ति करने पर 20 हजार रु. जुर्माना लगेगा। यदि कोई लाइसेंसधारी या उसका कर्मचारी किसी नियम का उल्लंघन करता है और वह प्रमाणित दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाता तो उससे पच्चीस हजार रु. का जुर्माना लिया जाएगा। औद्योगिक संबंध अधिनियम 1960 भी बदलेगा : इस अधिनियम की धारा 86 से 93 औद्योगिक विवादों, सुलह अधिकारियों, न्यायाधिकरण और अन्य विषयों से संबंधित है। इनमें औद्योगिक विवादों की सूचना, सुलह प्रक्रिया, न्यायाधिकरण का गठन और उनके अधिकार क्षेत्र, और अन्य संबंधित प्रक्रियात्मक पहलू शामिल हैं। इस तरह के मामलों में अधिकतम जुर्माने की 50% राशि जमा करने का प्रावधान किया जा सकता है। इसी तरह उपधारा 1 के मुताबिक पिछली बार के इसी तरह के मामले में फैसला आने के बाद दूसरी बार अपराध पर यह लागू नहीं होगा। उपधारा एक में प्राधिकृत अधिकारी राज्य सरकार के निर्देश के मुताबिक ऐसे अपराध के केस को खत्म करने के लिए अपनी शक्तियों का प्रयोग कर सकेगा। यदि कोई व्यक्ति जिम्मेदार अधिकारी के आदेश का पालन नहीं करता है तो उस पर जुर्माने के अतिरिक्त अधिकतम जुर्माने की 20% राशि भुगतान करनी होगी।
सिमडेगा | कृषक बंधु संस्था के सचिव प्रभात कुमार ने डॉक्टर्स डे के अवसर पर सदर अस्पताल में डॉ. शीलवन्त एक्का, डॉ. मनोज कुमार डुंगडुंग और डॉ. सुषमा टोप्पो को शॉल ओढ़ाकर व पुष्प देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर ब्लड बैंक के कर्मी राजीव ठाकुर उपस्थित थे। प्रभात कुमार ने कहा कि डॉक्टर 24 घंटे मरीज के इलाज में तत्पर रहते हैं। उन्हें सम्मान मिलना चाहिए।उन्होंने कहा कि कोरोना के समय डॉक्टर्स ने अपनी जान की बाजी लगाकर मरीजों का इलाज किया था।
13 घंटे तक फुहारें:बूंदों ने पारा घोला, दिन-रात का एक कर दिया 25.7 डिग्री
शहर में बूंदों ने दिन व रात का पारा घोलकर एक कर दिया। दोनों का तापमान 25.7 डिग्री रहा। लगातार 13 घंटे झड़ी लगी रहने से यह घोल-मेल हुआ। बुधवार तड़के 4 बजे हुई हल्की बूंदें गिरना शुरू हुई। यह सिलसिला शाम 5 बजे जाकर थमा। शहर में 10 मिमी बारिश दर्ज हुई। अधिकतम तापमान 5.7 डिग्री तक गिरा और मानसून सीजन में पहली 25.7 डिग्री पर आ सिमटा। न्यूनतम तापमान में 0.1 डिग्री की बढ़त रही। प्रदेश में सिरोही (24.1 डिग्री) के बाद उदयपुर सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग के अनुसार डबोक में 22 मिमी, जल संसाधन विभाग के अनुसार वल्लभनगर में 43 मिमी तक बारिश हुई। आगे क्या: मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पूर्वी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है। मानसून टर्फ लाइन भी दक्षिणी राजस्थान से होकर गुजर रही है। इस कारण उदयपुर संभाग के जिलों में भारी से अति भारी बारिश की प्रबल संभावना है। पिछोला का स्तर एक इंच बढ़ा पिछोला में 1 इंच आया, 7.2 फीट हुआ। यह 11 फीट क्षमता के मुकाबले 3.10 फीट खाली। इसे भरने वाली सीसारमा नदी में 1 फीट और नांदेश्वर चैनल में 6 इंच का बहाव है। 13 फीट की फतहसागर का स्तर 6 फीट से नहीं हिला है। छोटा व बड़ा मदार भरने के बाद इसमें तेजी से स्तर बढ़ेगा। गोवर्धन सागर में 4 इंच पानी बढ़कर 4.2 फीट पर पहुंचा। कुल क्षमता 9 फीट है। जाम की स्थिति, लोग परेशान लगातार बारिश के बीच दुर्गा नर्सरी रोड, सेवाश्रम चौराहा, ठोकर चौराहा समेत कई जगहों पर पुलियाओं के नीचे पानी भर गया। प्रमुख चौराहों पर कई बार जाम की स्थिति बनी। उदियापोल से रेलवे स्टेशन, पुलिस लाइन, सवीना, पारस तिराहा आदि जगहों पर टूटी सड़कों के कारण वाहन फंसे रहे। आलू फैक्ट्री मार्ग पर बने गड्ढों में पानी भरने से वाहन चालक खासे परेशान हुए। पहाड़ खिल उठे लगातार फुहारों के बाद मौसम खुशनुमा हुआ तो शहरवासी फतहसागर, पिछोला, दूधतलाई, गोवर्धन सागर के किनारों पर जा पहुंचे। शहर से सटी रायता हिल्स, बाहुबली हिल्स, अलसीगढ़ में पर्यटकों का पगफेरा बढ़ गया। लोगों की चहलकदमी से पहाड़ खिल उठे।
ठेठईटांगर में बारिश से रास्ते बहे, कई घरों में घुसा पानी, लोग परेशान
भास्कर न्यूज |ठेठईटांगर क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। बारिश के कारण व्यवसाय प्रभावित हो रही है तो दूसरी ओर लोगों के आवागमन में भी परेशानी बन रही है। ठेठईटांगर प्रखंड के जोराम-राजाडेरा-बरपान ी मार्ग में बनाए जा रहे पुलिया 100 से अधिक घरों की आबादी वाले उक्त तीन गांव के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। रायबहार के राजाडेरा के नजदीक कदलीबांध व मसनियां गांव के नजदीक पुलिया बनाने का कार्य किया जा रहा है। एक जगह पुल की ढलाई का कार्य किया गया है तो दूसरे जगह भी अब लभगभ ढालने का कार्य किया जाना है। ऐसे में दोनों स्थानों पर डायवर्सन बनाए गए थे किंतु बारिश अधिक होने के कारण डायवर्सन पानी मे डूब गया है और इससे उत्पन्न होने वाली समस्या से 100 से अधिक परिवारों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि डायवर्सन में पानी भरने के कारण वहां से ग्रामीणों के अलावा बच्चों को भी स्कूल जाने के लिए पानी मे डूब कर जाना पड़ रहा है। ऐसी परिस्थिति में गांव में अगर कोई बीमार हो जाए तो इतनी दूर तक मरीज को कंधों में ढोकर लाने के लिए भी ग्रामीणों को मशक्कत उठानी पड़ेगी। सिमडेगा | जिले में पिछले 10 दिनों हुई तेज बारिश से किसान खेती का काम नहीं कर पाए। बुधवार को पानी थमा तो किसान खेती में जुट गए हैं। कहीं कहीं तो बारिश से हालत ऐसे हैं कि खेत की जुताई का काम भी नहीं हुआ है। कुछ ही इलाकों में बीड़ा लगाने का काम शुरू हुआ है। कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर बंधनू उरांव ने कहा कि जिले के किसान खेती में करीब 15 दिन पीछे चल रहे हैं। बारिश सामान्य रूप से होती तो खेती समय पर होती और अबतक धान के पौधे करीब डेढ़ फुट के हो गए होते। सामान्यतः 90 दिनों का होता है बारिश काल, अब मात्र 76 दिन हो रही है, बारिश और मौसम में आ रहे बदलाव पर नजर रख रहे तथा आंकड़ों को जुटा चुके कृषि वैज्ञानिक उरांव ने बताया कि सामान्य तौर बारिश 90 दिनों होनी चाहिए, लेकिन मौसम में लगातार बदलाव आ रहा है और पिछले कुछ वर्षों में बारिश के दिन घटकर 75 से 76 दिन ही रह गए है। इससे बारिश आधारित खेती पर प्रभाव पड़ा है। बदले हुए हालात में सही उत्पादन के लिए किसान क्या करें सवाल के जवाब में कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि किसानों को यांत्रिकीकरण का सहारा लेकर कार्य को तेज करना होगा।
सेंट्रल अंजुमन ने प्रतिभाशाली बच्चों को समारोह में दिया सम्मान
भास्कर न्यूज | सिमडेगा सेंट्रल अंजुमन इस्लामिया द्वारा मंगलवार की शाम जमजम मैरिज हॉल में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डीसी कंचन सिंह, एसपी एम. अर्शी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डीडीसी दीपांकर चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा, जिला शिक्षा अधीक्षक दीपक राम मौजूद थे। समारोह में 50 से अधिक विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। जिन्होंने मैट्रिक एवं इंटर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था। साथ ही ठेठईटांगर की आफरीन रुखसार, जो डी फार्मा में राज्य की टॉपर बनी हैं, को भी विशेष सम्मान दिया गया। सभी अतिथियों का स्वागत पारंपरिक शॉल ओढ़ाकर एवं पौधे भेंट कर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपायुक्त कंचन सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब समाज शिक्षित होगा, तभी समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि मैट्रिक और इंटर के बाद बच्चों को अपने लक्ष्य तय कर मेहनत करने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्राओं की तारीफ की। पुलिस अधीक्षक एम.अर्शी ने भी शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक शिक्षित समाज ही अपराध मुक्त समाज की नींव रखता है। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने की अपील की और विद्यार्थियों को ईमानदारी से मेहनत करने की प्रेरणा दी। एसपी ने भाषा के ज्ञान पर जोर दिया। उप विकास आयुक्त दीपांकर चौधरी ने शिक्षा को समाज के विकास का मूल आधार बताया और बच्चों को उज्जवल भविष्य के लिए प्रेरित किया। इससे पूर्व आगंतुकों का स्वागत अंजुमन के सदर मो ग्यास ने स्वागत भाषण देकर किया। अंत में विधायक प्रतिनिधि मो शमी आलम ने सभी अतिथियों और आयोजकों को सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मोतीलाल अग्रवाल, अधिवक्ता शमीम अख्तर, सगीर अहमद, विधायक प्रतिनिधि शकील अहमद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में नायब सदर हाजी जावेद, सेक्रेट्री मुजाहिद अंसारी, इफ्तेखार लल्लू, इफ्तेखार बबलू, नौशाद अंसारी, जफर खान, नईम, रिजवान, परवेज, जाहिद सहित कई लोगों का योगदान रहा।
भाजपा ने राज्य सरकार का पुतला जलाया
भास्कर न्यूज | सिमडेगा भारतीय जनता पार्टी ने हूल दिवस को भोगनाडीह में आदिवासी समाज के ऊपर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज का कड़ा विरोध किया है। इसके खिलाफ शहर के महावीर चौक पर पुतला दहन किया गया। यह कार्यक्रम एस टी मोर्चा जिलाध्यक्ष राकेश रविकांत प्रधान के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने हेमंत सरकार को आदिवासी समाज का विरोधी बताते हुए कहा कि अपने 6 वर्षों के कार्यकाल में हेमंत सरकार के द्वारा अनेकों बार आदिवासी समाज की अस्मिता पर प्रहार किया गया है। आदिवासी समाज अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहा है। कहा कि आने वाले समय में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आदिवासी समाज को जागरूक होना होगा और एक जुट होकर अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए दमनकारी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक, पूर्व जिलाध्यक्ष संजय ठाकुर, दीपक पुरी, अनूप प्रसाद, शंभु भगत, उत्तम केरकेट्टा, महावीर बड़ाईक, कृष्णा ठाकुर, गजानंद बेसरा, नंदकिशोर केशरी, दिलीप साहू, रवि वर्मा, मुकेश श्रीवास्तव, सत्यनारायण प्रसाद, नीरज बड़ाईक, पिंकी प्रसाद, शिखा अग्रवाल, रजो देवी आदि उपस्थित थे।
लघु उद्यमी सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष ने उद्यमियों की समस्याओं को रखा
भास्कर न्यूज|रामगढ़ कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में आयोजित उद्यमी सम्मेलन में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के समक्ष लघु उद्योग भारती के प्रदेश अध्यक्ष विजय मेवाड़ ने उद्यमियों की समस्याओं को रखा। उन्होंने कहा कि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने जलपाईगुड़ी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेल कॉरिडोर बनाने की घोषणा की। वहीं झारखंड के उद्यमी प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिवेदन में उठाई गई मांगों को गंभीरता से पहल करने का विश्वास दिलाया। प्रतिनिधि मंडल में राष्ट्रीय सचिव सह प्रदेश प्रभारी इंद्र अग्रवाल , प्रदेश अध्यक्ष विजय मेवाड़, महामंत्री बिनोद कुमार अग्रवाल, निवर्तमान अध्यक्ष विजय छापरिया, कोल्हान प्रभारी ज्ञान जायसवाल, अनिल गोयल, अजय दधीच, सहित झारखंड लघु उद्योग भारती कई उद्यमी शामिल थे।
डीसी से मिला प्रेस क्लब का प्रतिनिधि मंडल, ज्ञापन सौंपा
भास्कर न्यूज|रामगढ़ प्रेस क्लब रामगढ़ के कार्यकारिणी समिति के पदाधिकारी व सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल ने डीसी फैज अहमद से मुलाकात कर मांग पत्र भी सौंपा। पत्रकारों ने प्रेस क्लब के जर्जर भवन की जगह नए भवन का निर्माण करने की स्वीकृति प्रदान करने, सभी पत्रकारों को आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड निर्गत करने, अर्हताएं पूरी करने वाले जिले के पत्रकारों को प्रधानमंत्री आवास योजना-अबुआ आवास योजना का लाभ दिलाने, रामगढ़ जिला अंतर्गत आने वाले टोल प्लाजा में जिले के पत्रकारों के चार पहिया वाहनों के आवाजाही की निःशुल्क सुविधा प्रदान की दिशा में पहल करने की अपील की गई। इस पर डीसी ने पत्रकारों के हितों में सकारात्मक पहल करने की बात कही। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने डीडीसी आशीष अग्रवाल, डीपीआरओ प्रभात शंकर, डीटीओ मनीषा वत्स से भी मुलाकात की गई। इस दौरान जिले के कई पत्रकार मौजूद थे।
बीकेएमएस के केंद्रीय विस्तार कमेटी के सदस्य बने संतोष
रामगढ़ | भारतीय क्रांतिकारी मजदूर संघ (बीकेएमएस) में रामगढ़ के मजदूर नेता संतोष महतो को केंद्रीय विस्तार कमेटी का सदस्य बनाया गया है। बीकेएमएस के महामंत्री सह जेएलकेएम सुप्रीमो जयराम महतो, अध्यक्ष अजय महतो ने कमेटी की घोषणा की है। इस पर मजदूरों ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है। संतोष महतो जो लंबे समय से मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाते रहे है। नई जिम्मेदारी पर खुशी जाहिर करते हुए संतोष महतो ने कहा कि यह सिर्फ मेरी नियुक्ति नहीं, बल्कि उन सभी मेहनतकश मजदूरों की आवाज़ को केंद्रीय स्तर पर उठाने का एक अवसर है, जिनके हक की लड़ाई हम दशकों से लड़ रहे है।
मां मनसा पूजा के सहायतार्थ दान कूपन का विमोचन किया
रामगढ़ | श्रीश्री मनसा पूजा समिति पारसोतिया की ओर से मां मनसा पूजा महोत्सव के सहायतार्थ लकी दान कूपन जारी किया गया। बुधवार की शाम को शहर के बाजारटांड़ में अतिथियों ने दान कूपन का विमोचन किया। यह कार्यक्रम समिति के संस्थापक लेखराज महतो की अगुवाई हुई। यहां, मुख्य अतिथि आजसू युवा नेता पीयूष चौधरी,विशिष्ट अतिथि समाजसेवी अमित कुमार सिन्हा, कांग्रेस नेता बलजीत सिंह बेदी, आजसू बुद्धिजीवी मंच के उपाध्यक्ष महेंद्र मोदी, जिला उपाध्यक्ष संजय बनारसी, हेल्पिंग हैंड के संस्थापक उमेश कुशवाहा, सोनी देवी, रोहित, लालू शर्मा मौजूद थे। संचालन नीतीश कुशवाहा ने की।
मुहर्रम त्योहार पर थाना प्रभारी ने की बैठक
बरकाकाना | मुहर्रम को लेकर बुधवार को बरकाकाना ओपी में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने की। बैठक में मुहर्रम पर्व को शांति व सौहार्द के साथ मनाने पर चर्चा किया गया। विभिन्न गांवों के अखाड़ा समितियों द्वारा अपने-अपने गांव से निकलने वाले मुहर्रम जुलूस के बारे में विस्तार से बताया। एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने कहा कि मुहर्रम का त्योहार शांति व आपसी भाइचारे के साथ संपन्न हो इसके लिये जिला प्रशासन तैयार है। मौके पर ओपी प्रभारी उमाशंकर वर्मा, अरविंद सिंह, मुखिया मोकिम आलम, वार्ड पार्षद विनोद तिवारी, गीता देवी, प्रदीप शर्मा, फातमा खातून, सनियारो बारला, संजय लाला, रंजीत राम आदि उपस्थित थे। रामगढ़ | मुहर्रम त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने को लेकर रामगढ़ थाना पुलिस ने कई पहल की है। इस सिलसिले में रामगढ़ थाना प्रभारी इंस्पेक्टर डॉ. प्रमोद कुमार सिंह ने अरगड्डा के बुधबाजार और सिरका के लोगों, ताजिया कमेटी सदस्यों और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान मुहर्रम पर ताजिया जुलूस के मार्ग, समय, वापसी के रूट और आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। थाना प्रभारी ने लोगों से आपसी भाईचारे को मजबूत बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाह से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि त्योहार के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता इंतेजाम रहेगी। हर स्थिति पर नजर रखी जाएगी। सभी लोगों ने पुलिस प्रशासन को सहयोग करने और त्योहार को शांतिपूर्ण माहौल में मनाने की बात कही। पतरातू । पतरातू थाना परिसर में बुधवार को शांति समिति की बैठक हुई। इसमें मुहर्रम पर्व शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर मुहर्रम जुलूस के दौरान निर्धारित समय और मार्ग का विशेष ख्याल रखने की बात कही गई। इस दौरान अधिकारियों ने सभी से अपील की कि आपसी भाईचारे और सौहार्द को अपनाते हुए इस पर्व को मनाएं। बैठक में सभी समुदाय के गणमान्य लोग मौजूद थे। बैठक की अध्यक्षता एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने की। मौके पर बीडीओ मनोज गुप्ता, सीओ मनोज चौरसिया, थाना प्रभारी एसके गुप्ता, पंचम मुंडा, वारिस खान, मोहम्मद सलीम, युनुस अंसारी, हबीब अंसारी, मोहम्मद हुसैन खान, किशोर महतो, वीरेंद्र झा, इबरार अंसारी, मुखिया गिरिजेश कुमार, अंजू कुमारी, संजय सिंह, अजीत कुमार, निर्मल जैन आदि कई मौजूद थे।
5 को घुरती रथ महोत्सव, मौसीबाड़ी में भगवान जगन्नाथ की हो रही पूजा
रामगढ़ | रामगढ़ शहरी क्षेत्र के कैथा जगन्नाथ मंदिर में रथयात्रा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। नौ दिवसीय रथ यात्रा महोत्सव पर भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र मौसीबाड़ी पहुंचे है। यहां, पुजारी डॉ. बीएन चटर्जी और सहायक पुजारी आशुतोष चटर्जी द्वारा प्रातः और संध्या में पूजन, आरती की जा रही है। वहीं, प्रात: व संध्या में भगवान जगन्नाथ को भोग लगाया जा रहा है। भक्त भी भगवान का दर्शन और पूजा कर रहे है। पूजन के बाद लोगों के बीच प्रसाद वितरण किया जा रहा है। नौ दिन के बाद 5 जुलाई की शाम को भगवान जगन्नाथ घूरती रथ से मंदिर लौटेंगे। नौ दिनों के महोत्सव में रामगढ़ शहर समेत कई गांवों के लोग शामिल हो रहे हैं। वहीं, नौ दिवसीय महोत्सव में जगन्नाथ स्वामी मंदिर सेवा समिति के अध्यक्ष हंसपाल महतो, सचिव संतोष महतो, कोषाध्यक्ष कुलदीप महतो, ध्यानचंद महतो, शिव कुमार, देवधारी महतो, देवलाल महतो, संजय करमाली, सुरेश करमाली, माधव करमाली, मुनिनाथ महतो, प्रदीप महतो, संदीप कुमार, राजेश कुमार, राजकुमार, बालीश राम महतो सहित अनेक भक्त सराहनीय योगदान दे रहे है।
गोला में सांसद से िमले लहंगा का िवतरण िकया
गोला | सांसद मनीष जायसवाल के सौजन्य से शादी से पूर्व गोला पंचायत के सुंडी टोला और मुंडा टोला में बहनों को लहंगा चुनरी का वितरण किया गया। गरीब बेटी की शादी में लहंगा देने से काफी खुश नज़र आएं। मौके पर महामंत्री सह उप मुखिया जितेन्द्र साहू, सांसद प्रतिनिधि प्रीतम झा ,भाजयुमो मंडल अध्यक्ष विकासमणि पाठक, मंत्री सुमन दांगी, बूथ अध्यक्ष जितेन्द्र कुशवाहा, प्रमोद रंजन, अजित ठाकुर आदि मौजूद थे। गिद्दी| अरगडा क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय कुमार झा के मार्गदर्शन में क्षेत्र में चल रहे स्वच्छता पखवाड़ा के तहत डीएवी स्कूल, गिद्दी ए में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस दौरान विद्यालय परिसर एवं आस-पास के क्षेत्रों की साफ-सफाई की गई। साथ ही बच्चों से अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने एवं अपने अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने को कहा गया। मौके पर प्राचार्य मनप्रीत चटर्जी, वरीय प्रबंधक राजीव कुमार, वरीय प्रबंधक ऋचा टाइटस तथा क्षेत्रीय नोडल अधिकारी रजत जायसवाल समेत शिक्षक-छात्र व कर्मचारी मौजूद थे। रामगढ़ | रोटरी रामगढ़ सिटी के पदाधिकारियों ने सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले पांच डॉक्टरों को सम्मानित किया। इस दौरान रोटरी रामगढ़ सिटी के पदाधिकारियों ने डॉ. एके बरेलिया, डॉ. राहुल बरेलिया, डॉ. नीति बरेलिया, डॉ. पीएस छाबड़ा और डॉ इंद्रप्रीत छाबड़ा को फूलों का गुच्छा, मोमेंटो और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। रोटेरियनों मौके पर प्रोजेक्ट चेयरमैन सुमन चौधरी, क्लब के सचिव रोहित पंसारी, अनिल गोयल, हरीश चौधरी, उमेश राजगढ़िया, रूपेश गुप्ता, रवि अग्रवाल ,सूरज अग्रवाल ,दीपक अग्रवाल ,राजू अग्रवाल ,प्रकाश अग्रवाल ,वरुण बगड़िया, अजय अग्रवाल सहित कई रोटेरियन शामिल थे।
अरगडा में सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार मनाने का निर्णय
गिद्दी| अरगडा मस्जिद के मदरसा में बुधवार को सभी समुदाय के लोगों की एक बैठक हुई। बैठक में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मोहर्रम का त्योहार धूमधाम एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में कहा गया कि पुराने रूट के अनुसार ही जुलूस नगर का भ्रमण करेगा। मस्जिद से निकल कर स्टेडियम तक पहुंचेगा। पांच जुलाई को रात 9 बजे एवं 6 जुलाई को दोपहर दो बजे जुलूस निकालने की बात तय हुई। भास्कर न्यूज | मगनपुर मुहर्रम का त्योहार को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण मनाने को लेकर बुधवार की शाम मौसम को खराब देखते हुए गोला प्रखंड सभागार में बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता बीडीओ डॉ सुधा वर्मा ने किया। यहां अंचल निरीक्षक पंकज कुमार, अंचल अधिकारी समरेश सिंह भंडारी, थाना प्रभारी अभिषेक प्रताप की मौजूदगी में सभी लोगों ने मुहर्रम का त्योहार को सौहार्द व शांतिपूर्ण माहौल में मनाने का निर्णय लिया। वहीं मुहर्रम जुलूस, ताजिया रुट, ध्वनि विस्तारक यंत्र के उपयोग, जुलूस की समय सीमा पर चर्चा की गई। पुलिस प्रशासन ने सभी से कानून-व्यवस्था बनाए रखने, आपसी सौहार्द को बिगाड़ने वाली अफवाहों से बचने, जुलूस में आग से संबंधित करतब का प्रदर्शन नहीं करने और किसी भी तरह की समस्या या विवाद की स्थिति में तत्काल सूचना देने बात कही। थाना प्रभारी ने कहा कि शांति और एकता बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है। सभी समुदाय के लोगों ने एकजुटता से त्योहार मनाने की बात कही। यह भी कहा की कोई भी कानून को हाथ में लेने का कोशिश करेंगे उसपर कानून कार्रवाई की जायेगी। मौके पर एहतेशामुद्दीन अंसारी, पूर्व मुखिया सुरेश रजक, अकबर अली, भाजपा गोला सांसद प्रतिनिधि प्रीतम झा, पूर्व मुखिया एनुल हक, महेंद्र प्रसाद, बसरूद्दीन मियां, जाकिर अंसारी, ताहिर अंसारी, अबुल अंसारी, अनवर अंसारी, इनामुल अंसारी सहित दोनों समुदाय के दर्जनों लोग उपस्थित थे। भास्कर न्यूज|रामगढ़ श्याम दीवाने परिवार संस्था रामगढ़ की नए सत्र 2025-27 के कार्यकारिणी समिति के पुनर्गठन की गई। गोला रोड के सत्यनारायण मंदिर में श्याम प्रभु के संरक्षण और समिति के प्रकाश पटवारी की अध्यक्षीय बैठक के दौरान संस्था में सेवा कार्यों के संचालन और कार्यकारिणी समिति गठित संबंधी सुझाव पर चर्चा की गई। वहीं, सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से समिति के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल को बनाया। इसके बाद नवमनोनीत अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कार्यकारिणी गठन कर सर्वसम्मति से पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की। इसमें, उपाध्यक्ष सुमित अग्रवाल, रवि अग्रवाल, सचिव प्रभात अग्रवाल व अंकुश अग्रवाल, सह सचिव सोनू मित्तल, अनूप अग्रवाल, महामंत्री राजेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष इंदर अग्रवाल, सह कोषाध्यक्ष अंजय अग्रवाल, कीर्तन प्रभारी पीयूष अग्रवाल व आशीष गुप्ता, सह कीर्तन प्रभारी अक्षय अग्रवाल, पूजा प्रभारी विष्णु शर्मा व जय अग्रवाल, संगठन मंत्री राहुल शर्मा, संतोष कुमार, प्रसाद प्रभारी आशीष गुप्ता, सह प्रसाद प्रभारी रोहित अग्रवाल, कानूनी सलाहकार अधिवक्ता चंदन सिंह व प्रकाश पटवारी, मीडिया प्रभारी बंटी अग्रवाल, सह मीडिया प्रभारी के रुप में संतोष कुमार को शामिल किया गया। अध्यक्ष ने कहा कि जल्द ही समिति विस्तार कर कई ओर प्रभारी बनाए जाएंगे। धन्यवाद ज्ञापन राजेश अग्रवाल ने दिया।
जिले में पांच वर्ष से कम उम्र के 1.20 लाख बच्चों को डोर टू डोर दी जाएगी ओआरएस पैकेट व जिंक टेबलेट
भास्कर न्यूज | रामगढ़ सिविल सर्जन कार्यालय में बुधवार को स्टॉप डायरिया अभियान का शुभारंभ किया गया। इसका विधिवत उद्घाटन जिले के सिविल सर्जन डॉ. महालक्ष्मी प्रसाद ने किया। अभियान के शुभारंभ पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि चाइल्ड हुड डायरिया से बचाव के लिए स्टॉप डायरिया अभियान का शुभारंभ किया गया है। अभियान 1 जुलाई से 14 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान बच्चों को डायरिया से बचाव के लिए समुदाय स्तर पर पांच वर्ष तक के 1.20 लाख बच्चों को डोर टू डोर स्वास्थ्यकर्मी और सहिया दो ओआरएस का पैकेट और चौदह जिंक टेबलेट प्रीपॉजिशन के रूप में जाकर देंगे। जिससे डिहाइड्रेशन के लक्षण दिखते ही बच्चों को सही समय पर ओआरएस का घोल व जिंक टेबलेट खिलाया जा सके। कै-दस्त के समय ओआरएस व जिंक टेबलेट से काफी हद तक डायरिया के लक्षण से बच्चों को बचाया जा सकता है। उन्होंने अभियान के शुभारंभ पर लोगों से बरसात के दिनों में अपने घर के आसपास स्वच्छ रखने व स्वच्छ पेयजल उबाल कर उपयोग करने की सलाह दी है। जिसके लिए उन्होंने सभी सहियाओं व स्वास्थ्यकर्मियों को लोगों को जागरूक करने का भी निर्देश दिया है। स्टॉप डायरिया अभियान के शुभारंभ पर जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार चौधरी, डॉ. उदय श्रीवास्तव, डॉ. पल्लवी कौशल, डीपीसी रंजीत कुमार सिंह, अमोद कुमार सहित कई डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे।
सरकारी गार्डन निजी कंपनी के नाम:घरों पर बोर्ड लगाकर लोगों का अनोखा विरोध-प्रदर्शन
रायपुर में काम करने वाली दूसरे राज्यों की बड़ी कंपनियों का दबदबा कितना है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अहमदाबाद की कंपनी को निगम का पूरा एक गार्डन दे दिया गया है। इसके विरोध में लोगों ने अपने घरों पर बोर्ड लगाकर अनोखा विरोध- प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, मरीन ड्राइव तेलीबांधा के पास स्थित मैथिलीशरण गुप्त गार्डन में जलविहार कॉलोनी, आनंद नगर, तेलीबांधा, शंकरनगर, कटोरा तालाब समेत आसपास के 10 हजार से ज्यादा लोग रोजाना आना-जाना करते थे। इतना ही नहीं, मरीन ड्राइव घूमने आने वाले लोग भी इस गार्डन में जाते थे। अब इस पूरे गार्डन को एमएस ईसीएचटी इंटीग्रेटेड फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड अहमदाबाद को दे दिया गया है। कंपनी वाले इस गार्डन को मीना बाजार में तब्दील कर रहे हैं। गार्डन में लगे एक हजार से ज्यादा पेड़-पौधों को उखाड़ कर अभी वहां रोप कोर्स, जिप लाइन टू वे, जिप लाइन वन वे, जिप रोलर, जिप सायकल, ड्रॉप टावर, ड्रैगन कोस्टर, जोकर राइड, जंगल राइड, मिक्सर, पेंडूलम, ह्यूमन गायरो, 360 साइकल, टैंपो लाइन, फ्लाइंग कार, बाउंसी, फ्लाइंग कॉप्टर, मैरी गो राउंड, जिराफ, सन एण्ड मून जैसी एंटरटेनमेंट मशीनें लगाई जा रही है। अब इस गार्डन में आने वाले हर आदमी से कंपनी शुल्क वसूल करेगी। झूलों में झूलने के लिए भी महंगी टिकट ली जाएगी। मीना बाजार पूरी तरह से शुरू होने के बाद टिकट के दाम तय किए जाएंगे। लेकिन माना जा रहा है कि हर टिकट 100 से 500 रुपए तक की होगी। यानी जिस गार्डन में लोग बिना किसी शुल्क के आनंद लेते थे अब वहां जाने के लिए भी पैसे लगेंगे। कंपनी का निगम के साथ 12 साल का एग्रीमेंट है। अनुबंध हुए चार साल हो गए हैं। कंपनी ने पहले रेस्टोरेंट-होटल खोला और एंडवेंचर जोन बना रहे हैं। 1970 से है गार्डन कॉलोनीवालों ने संवारारायपुर विकास प्राधिकरण ने 1970 में जलविहार कॉलोनी में लोगों को प्लॉट बेचे थे। उस समय बताया गया था कि ये गार्डन की जमीन है। बाद में कॉलोनी वालों ने मिलकर इस गार्डन को बनाया। यह सार्वजनिक गार्डन था। हर कोई आ-जा सकता था। बाद में आरडीए ने कॉलोनी निगम को हैंडओवर कर दी। निगम वालों ने गार्डन का सौंदर्यीकरण भी कराया। गार्डन का नाम राष्ट्रीय कवि मैथिली शरण गुप्त के नाम पर रखा गया। अभी इस नाम का बोर्ड गार्डन के बाहर लगा है। पूरा इलाका कमर्शियल हो गया हैजलविहार कॉलोनी के सचिव सुदीप नियोगी के साथ ही वहां रहने वाले लोगों ने बताया कि ये पूरा इलाका ही कमर्शियल कर दिया गया है। इससे वहां लोगों का रहना ही मुश्किल हो रहा है। गार्डन की जमीन पर मीना बाजार खोला जा रहा है। वहां पहले से ही प्री फिट जिम, होटल-रेस्टोरेंट, मैड मूव जिम, पटेटो कैफे समेत कई तरह के कमर्शियल गतिविधियां संचालित है। देर रात तक लोगों का आना-जाना लगा रहता है। घरों के सामने गािड़यां खड़ी की जाती हैं। लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। कुछ बोलो तो झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। अक्सर नशे में लोग यहां हंगामा करते हैं। सरकारी गार्डन में व्यावसायिक उपयोग की अनुमति देना किसी भी तरह से नियम संगत नहीं है। हजारों लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। नगरीय प्रशासन मंत्री से भी शिकायत की है। लेकिन अभी तक काम नहीं रुका है। इससे श्री गहोई वैश्य समाज की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है।- सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ सिख समाज घर-घर में विरोध की तख्तियां घरों के बाहर बोर्ड में लिखा- जलविहार कॉलोनी के गार्डन को स्प्री फूड लैब के अवैध कब्जे से मुक्त करोराजधानी की जलविहार कॉलोनी में अनोखा विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। यहां करीब 80 मकान के बाहर विरोध के रूप में एक समान बोर्ड लगाए गए हैं। जलविहार समेत आसपास के छह वार्डों से 10 हजार से ज्यादा लोग आते थे गार्डन, अब कंपनी बिना पैसे के प्रवेश नहीं देगी बोर्ड में लिखा है- जल विहार कॉलोनी के गार्डन को स्प्री फूड लैब के अवैध कब्जे से मुक्त करो। बता दें कि करीब 7 दिन से इसका विरोध कर रहे हैं। भास्कर एक्सपर्ट - फैसल रिजवी, वरिष्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट के नियम तोड़ेनिगम वाले सार्वजनिक गार्डन में किसी भी निर्माण की अनुमति नहीं दे सकते हैं। जब तक राज्य सरकार अनुमति न दे। पार्कों और खेल मैदानों के लिए खुली जगहों का आरक्षण करना है न कि उसमें निर्माण। ताकि लोग खुले में सांस ले सकें। एक बार रिहायशी इलाके की घोषित जमीन का वाणिज्यिक उपयोग करना नियमों का उल्लंघन है। ऐसा हो ही नहीं सकता। देशभर में ऐसे कई मामले कोर्ट में जा चुके हैं जिसमें न्यायालय ने ऐसे निर्माण को अवैध माना और वहां से हटवाया है। मीना बाजार बनाने पेड़ भी काटे इस गार्डन को मीना बाजार में तब्दील कर रहे हैं। एक हजार से ज्यादा पेड़-पौधों को उखाड़ कर अभी वहां रोप कोर्स, जिप लाइन टू वे, जिप लाइन वन वे, जिप रोलर, जिप सायकल, ड्रॉप टावर, ड्रैगन कोस्टर, जोकर राइड आदि मशीनें लगाई जा रही है। सीधी बात - विश्वदीप, निगम कमिश्नर शुल्क निगम कंट्रोल करेगीजलविहार कॉलोनी के गार्डन को खत्म कर दिया है। झूले लगा रहे हैं?{कंपनी वहां चार साल से काम कर रही है। एग्रीमेंट की समीक्षा करेंगे।जबरदस्ती रास्ते बंद किए गए हैं, प्रवेश के लिए पैसे मांग रहे हैं?{कॉलोनी समेत सभी लोगों को क्या राहत दे सकते हैं, उसे देख रहे हैं।झूले लगाकर महंगी टिकट ली जाएगी। आम लोग कैसे जाएंगे।{नहीं ऐसा नहीं होगा, कोई भी शुल्क हो निगम उसे कंट्रोल करेगी। आरडीए ने जब जल विहार कॉलोनी बनाई थी, तब लोगों के लिए यह गार्डन बनाया था। बाद में आरडीए ने कॉलोनी और गार्डन निगम को हैंडओवर कर दिया। अब इसे प्राइवेट कंपनी को दे दिया है। दादागिरी इतनी है कि गार्डन जाने का रास्ता ही बंद कर दिया है। किराया 100 से 500 रुपए तक मांग रहे हैं।-विवेक अग्रवाल, अध्यक्ष जल विहार कॉलोनी निगम के सरकारी गार्डन को निजी कंपनी को देने का फैसला कांग्रेस के कार्यकाल का है। कांग्रेसियों ने केवल इसी गार्डन को नहीं बल्कि कई जगहों पर सार्वजनिक उपयोग की चीजों को कंपनियों को दे दिया। इस एग्रीमेंट की समीक्षा की जाएगी। लोगों के लिए जो हो सकेगा मैं वो करूंगी।- मीनल चौबे, महापौर, रायपुर नगर निगम
लायंस पदाधिकारियों ने शपथ ली, सेवा का संकल्प भी
लायंस क्लब लेकसिटी की वर्ष 2025-26 की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह निजी रिसॉर्ट में बुधवार को संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व अंतरराष्ट्रीय निदेशक डॉ. राजू मनवानी रहे। डॉ. मनवानी ने सभी पदाधिकारियों, सदस्यों को शपथ दिलाई। प्रवक्ता डॉ. मीना बाबेल ने बताया कि नव नियुक्त अध्यक्ष लायन सिद्धार्थ चतुर, सचिव यतींद्र बाबेल, कोषाध्यक्ष मनीष शर्मा, सह-सचिव महेश गुप्ता और कार्यकारिणी सदस्यों को शपथ दिलाई गई। डॉ. अनुभा शर्मा ने सभी सदस्यों को स्मृति-चिह्न भेंट किए। नव नियुक्त अध्यक्ष ने वर्ष 2025-26 की सेवा योजनाओं की रूपरेखा प्रस्तुत की। संचालन माया सिरोया एवं माधुरी शर्मा ने किया। समारोह में पूर्व प्रांतपाल आरएल कुनावत, अरविंद शर्मा, अरविंद चतुर, संजय भंडारी, पूर्व व वर्तमान रीजन चेयरपर्सन सहित उदयपुर के 18 लायंस क्लबों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
पावापुरी पहुंचे कटारिया, गोशाला देखी
पंजाब के राज्यपाल व हरियाणा के प्रशासक गुलाबचंद कटारिया ने सिरोही स्थित पावापुरी तीर्थ जीव मैत्री धाम में अर्जुन का पौधा लगाकर मंदिर में दर्शन किए। गोशाला में गायों पूजन किया। बछड़ों को बोतल से दूध पिलाकर दुलार किया। गोशाला के कर्मचारियों स्टाफ ने गुलाब के फूलों से राज्यपाल कटारिया का स्वागत किया। गाय की प्रतिकृति भी भेंट की। कटारिया ने परिसर की 25 साल की प्रगति जानी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि केपी संघवी परिवार के प्रयासों से राजस्थान में यह एक धाम के रूप में स्थापित हो सका है। इसकी महक पूरे देश में फैल चुकी है। अब तक 88 लाख यात्रियों का आवागमन यह साबित करता है कि यह सबके लिए प्रिय व मनमोहक है। इस गोशाला की नींव कटारिया के ही हाथों सन 1998 में रखी गई थी। इस अवसर पर सांसद लुंबाराम चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. रक्षा भंडारी, कलेक्टर अल्पा चौधरी, एसपी अनिल बेनीवाल आदि मौजूद थे।
पारंपरिक रीति-रिवाजों की पहचान को धुमकुड़िया से ही बचाया जाएगा : विनोद
भास्कर न्यूज | लातेहार सदर प्रखंड के आरागुंडी गांव के बुधवार को सरना स्थल स्तिथि धुमकुड़िया भवन में निःशुल्क पारंपरिक शिक्षण संस्थान का शुभारंभ किया गया। संस्थान का उद्घाटन जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव, उरांव समाज समन्वय समिति के स्टेट कन्वेनर रंथु उरांव और सेवानिवृत्त शिक्षक सकेन्दर उरांव ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव ने कहा कि आदिवासी बोली, भाषा और पारंपरिक रीति-रिवाजों की पहचान को धुमकुड़िया के माध्यम से बचाया जा सकता है। उन्होंने हर गांव में धुमकुड़िया की स्थापना पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उरांव समाज के लोग आज भी शिक्षा से वंचित है। उन लोगों को शिक्षा से जोड़ने की बात कहीं। रंथु उरांव ने कहा उरांव समाज को आगे बढ़ना है तो पढ़ाई जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा वो ताकत है। जितना पढ़ेंगे, उतना कामयाब होंगे। सेवानिवृत्त शिक्षक सकेंदर उरांव ने गांव वालों की सराहना की और कहा कि सरकारी सेवा के बाद गांव की सेवा का अवसर मिला है। समुदाय के सहयोग से ऑनलाइन शिक्षा के लिए एलइडी टीवी की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। मौके पर मोती उरांव, जयराम उरांव, लखन उरांव, अनिल उरांव, संदीप उरांव, निर्मला उरांव, देवंती उरांव समेत महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग मौजूद थे। 50% अनुदान में उपलब्ध है बीज: कृषि पदाधिकारी जिला कृषि पदाधिकारी अमृतेश कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 50% अनुदान में उपलब्ध कराया गया बीज सभी प्रखंड व लैंप्स में भेज दिया गया है। किसान यहां से संपर्क कर अनुदान में बीज ले सकते हैं।उन्होंने कहा कि बारिश खुल गई है। इस मौसम में धान का बिचड़ा व मकई का खेती लगाना बेहतर होगा। कृषि विभाग के मुताबिक जिले में कुल 30000 हेक्टेयर में धान की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। डीएओ ने जिले के किसानों से बीज योजना का लाभ लेने को कहा है।
चॉकलेटी परिधानों में सज-धज कर आईं सदस्य, दी प्रस्तुतियां
नव्या माहेश्वरी क्लब ने सदस्याओं के लिए चॉकलेटी थीम पर बुधवार को कार्यक्रम हुआ। इसमें विभिन्न प्रतियोगिताएं रखी गई। अध्यक्ष किरण अजमेरा ने बताया कि महिलाओं ने विविध रंगों के चॉकलेटी परिधानों में सज-धज कर रंगारंग प्रस्तुतियां दी। प्रतियोगिता में चॉकलेट एक्लियर्स ग्रुप प्रथम रहा। संचालन प्रभा काबरा, रेखा मोदी, अनीता मूंदड़ा, चैताली मूंदड़ा और प्रिया गुप्ता ने किया। इस अवसर पर रेणु समदानी, चन्दा पलोड, चित्रा लढा, रेखा असावा, पलक, निधि सहित अन्य सदस्याएं मौजूद थीं।
पूर्व पीसीसीएफ ने अधिवक्ता को भेंट की पुस्तक
लातेहार | झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष सह पूर्व प्रधान मुख्य वन संरक्षक अजय कुमार मिश्र और प्रकृति विश्वविद्यालय तोलरा रेहला के प्रोफेसर डॉ. अरुण विद्यार्थी ने बुधवार को लातेहार के वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील कुमार से मुलाकात की। इस दौरान डॉ. विद्यार्थी ने अपनी लिखी पुस्तक ''कोविड-19 महामारी स्मारिका 2020-21'' भेंट की। अजय मिश्र ने बताया कि वे बरवाडीह प्रखंड में तीन दिवसीय प्रवास पर हैं। इस दौरान चक्रीय विकास कार्यक्रम के तहत पौधों का वितरण किया जाएगा। डॉ. विद्यार्थी लंबे समय से चक्रीय विकास से जुड़े हैं। उनके प्रयासों से झारखंड में पर्यावरण संरक्षण का काफी कार्य हुआ है। इस मौके पर कई लोग थे।
छतरपुर में बिजली के करंट से दो बैलों की मौत
छतरपुर| थाना क्षेत्र अंतर्गत हुटुकदाग गांव में बीते दिन करंट लगने से दो बैलों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हुटुकदाग गांव निवासी सुरेश उरांव घोरान के लिए जंगल से बैलों द्वारा झाड़ी ला रहा था। इसी दौरान बैल रास्ते में गिरे 11 हजार करंट प्रवाहित बिजली तार के चपेट में आ गये। जिससे मौके पर ही दोनों बैलों की मौत हो गई। पीड़ित किसान ने घटना की सूचना सीओ और बिजली विभाग को देकर मुआवजा की मांग की है।
शिल्पग्राम में नाटक ‘कर्ण’ का मंचन 6 को
उदयपुर | पश्चिम क्षेत्र सास्कृतिक केंद्र की मासिक नाट्य संध्या ‘रंगशाला’ के तहत इस रविवार, 6 जुलाई को ‘कर्ण’ नाटक का मंचन किया जाएगा। यह नाटक मुंबई का कारवां थिएटर ग्रुप प्रस्तुत करेगा। इसके लेखक कुलविंदर बख्शीश सिंह हैं। प्रस्तुति 7 बजे से शिल्पग्राम स्थित दर्पण सभागार में होगी। आमजन का प्रवेश निशुल्क रहेगा।
निवर्तमान पार्षदों ने सुनाए नए-पुराने नगमे
सुरों की मंडली संस्था की ओर से “एक शाम पार्षदों के नाम’ कार्यक्रम गत दिवस निजी परिसर में हुआ। इसमें कई वार्डों के निवर्तमान पार्षदों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में अर्चना शर्मा, इंदिरा राजपुरोहित, भाजपा नेता पुरुषोत्तम दवे, मनोहर चौधरी व छोगा लाल भोई ने मां सरस्वती की छवि के सामने दीपक जलाया। संयोजक कैलाश केवलिया और मुकेश शर्मा ने देशभक्ति प्रस्तुति ‘है प्रीत जहां की रीत सदा...’ प्रस्तुति दी। संस्थापक मुकेश माधवानी ने बताया कि निवर्तमान पार्षदों और अतिथियों ने कई गीतों की शानदार प्रस्तुतियां दीं। इनमें पार्षद देवेंद्र पुजारी, भारत जोशी, उप महापौर पारस सिंघवी, फुल सिंह मीणा, हरीश राजानी, हेमंत बोहरा, गिरीश भारती, अरुण टांक आदि शामिल रहे। कार्यक्रम का समापन ‘अपनी तो जैसे तैसे...’ से हुआ। संचालन कमल मेहता ने किया। कार्यक्रम में आशीष कोठारी, महेश त्रिवेदी, मुकेश गमेती, लोकेश कोठारी, आशा सोनी, हिदायतुल्लाह आदि मौजूद थे। ऑनलाइन सजी लफ्जों की महफिल में रचना पाठ : शहर की साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था लफ्जों की महफिल की ओर से ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्था के संयोजक पं. पुरुषोत्तम शाकद्वीपीय “प्रेमी’ ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत कमल मेहता की सरस्वती वंदना से हुई जिसके बाद विभिन्न कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी में श्यामलाल मठपाल, नूतन बेदी, कमल प्रकाश मेहता, सुनील चाष्टा, डॉ. कामिनी व्यास रावल, बंशीलाल लोहार आदि जुड़े।