झज्जर में योजना के तहत किसानों को मिलेंगे कनेक्शन:सोलर पंप के लिए 29 तक जमा होंगे आवेदन; 75% अनुदान
झज्जर जिले में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग, हरियाणा द्वारा प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप उपलब्ध करवाने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। किसान saralharyana.gov.in पोर्टल पर 29 दिसंबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अतिरिक्त उपायुक्त एवं मुख्य परियोजना अधिकारी जगनिवास के अनुसार योजना के तहत किसान 75 प्रतिशत अनुदान पर 3 एचपी से 10 एचपी क्षमता के सोलर पंप के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना का उद्देश्य किसानों को ऊर्जा के ऑप्शनल एवं पर्यावरण अनुकूल स्रोत उपलब्ध करवाकर सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है। कनेक्शन के लिए जरूरी कागजात उन्होंने बताया कि योजना के लिए आवेदन करने हेतु किसान के पास परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) होना अनिवार्य है। आवेदक के परिवार के नाम पर पूर्व से कोई सोलर पंप कनेक्शन नहीं होना चाहिए तथा आवेदक के नाम पर बिजली आधारित कृषि पंप भी नहीं होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, आवेदक के नाम पर कृषि भूमि की जमाबंदी या फर्द होना आवश्यक है। अप्लाई करने वालों के लिए मौका उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 से 2023 के दौरान जिन किसानों ने 1 एचपी से 10 एचपी बिजली आधारित कृषि ट्यूबवेल के लिए बिजली निगम में आवेदन किया था, वे पीएम-कुसुम योजना के तहत सोलर पंप कनेक्शन में प्राथमिकता प्राप्त करने के लिए अपने पूर्व आवेदन की संख्या को saralharyana.gov.in पर नए आवेदन के साथ अवश्य दर्ज करें। किसान यहां से लें जानकारी योजना से संबंधित नियमों एवं शर्तों की विस्तृत जानकारी के लिए किसान विभाग की वेबसाइट hareda.gov.in पर अवलोकन कर सकते हैं। अधिक जानकारी हेतु किसान किसी भी कार्य दिवस में अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय, झज्जर के कक्ष नंबर 212 में सहायक परियोजना अधिकारी अथवा परियोजना अधिकारी से व्यक्तिगत या दूरभाष 01251-25254 संपर्क कर सकते हैं।
महाराष्ट्र पुलिस ने दमोह जिले की एक लापता नाबालिग लड़की को हरियाणा से दस्तयाब कर लिया है। किशोरी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने वाले आरोपी युवक को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इस कार्रवाई के लिए दो राज्यों में लगभग 1000 किलोमीटर का सफर तय किया। जानकारी के अनुसार, दमोह जिले का एक परिवार मजदूरी के लिए महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर गया था। इसी गांव का एक युवक भी वहीं मजदूरी करता था। लगभग तीन महीने पहले यह युवक नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले गया था। परिजनों ने महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजी नगर स्थित फूलंबरी थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। महाराष्ट्र पुलिस ने लगातार खोजबीन शुरू की, लेकिन शुरुआती दौर में दोनों का कोई पता नहीं चल सका। बाद में आरोपी युवक की जानकारी मध्य प्रदेश के दमोह के पास मिली, जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस वहां पहुंची। हालांकि, आरोपी वहां भी नहीं मिला। इसके बाद उसकी लोकेशन हरियाणा के करनाल में ट्रेस की गई।तत्काल महाराष्ट्र पुलिस ने हरियाणा पुलिस से संपर्क किया और एक टीम को करनाल भेजा गया। वहां से किशोरी को दस्तयाब कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को दमोह लाई पुलिस महाराष्ट्र के फूलंबरी थाना में पदस्थ एसआई सुग्रीव चाटे ने बताया कि दस्तयाबी के बाद दोनों को दमोह लाया गया। अब उन्हें महाराष्ट्र ले जाया जाएगा, जहां किशोरी के बयानों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
फरीदाबाद जिले में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने NDPS के मामले में दो नशा तस्करों को 13-13 साल की सजा सुनाई है। सजा के साथ ही दोनों पर डेढ़ लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है। दोनों नशा सप्लाई का काम करते थे। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के एडिशनल जज संदीप यादव की कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। वर्ष 2023 में हुए थे गिरफ्तार पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 जून 2023 में छाना धौज के इलाके में गांव फतेहपुर तगा से बीजापुर रोड़ पर क्राइम ब्रांच शाखा NIT की टीम ने दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपियों के पास से एसेंट गाड़ी और उसके अंदर से 36 किलोग्राम गांजा नशीला पदार्थ बरामद किया गया था। दोनों के खिलाफ NDPS एक्ट केस क्राइम ब्रांच द्वारा पकड़े गए आरोपियों में यूपी में मथुरा के गांव बाजना के रहने वाले जीतू और हरियाणा के जींद के गांव अकालगढ़ का रहने वाला अमित शामिल था। दोनों के खिलाफ NDPS एक्ट की धारा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। ढाई साल तक चला केस पिछले ढाई साल से दोनों के खिलाफ कोर्ट में मामला चल रहा था। केस में 19 गवाहों की गवाही के बाद कोर्ट ने दोनों दोषी माना है। करीब ढाई साल बाद दोनों आरोपियों को 13-13 साल की सजा सुनाई गई है और डेढ़ लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया गया है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
सोनीपत में आज घना कोहरा छाया हुआ है। गुरुवार की रात सोनीपत जिला पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा शहर रहा। यहां का तापमान सबसे कम दर्ज किया गया। जहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पलवल का दर्ज किया गया है।आम जनजीवन भी काफी प्रभावित नजर आ रहा है। सुबह से ही जीरो विजिबिलिटी, जनजीवन प्रभावितसोनीपत शहर में कोहरे के कारण सुबह 7:00 बजे से ही ग्रामीण क्षेत्रों में विजिबिलिटी जीरो बनी हुई है। ग्रामीण इलाकों में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। सड़कों पर आगे कुछ भी नजर नहीं आ रहा, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठंड के साथ-साथ कोहरे ने लोगों की रफ्तार थाम दी है। सोनीपत में घने काेहरे की तस्वीरें देखिए... सड़कों पर रेंगते नजर आए वाहनघने कोहरे के चलते दो पहिया से लेकर चार पहिया वाहन बेहद धीमी गति से चलते नजर आए। वाहन चालक हेडलाइट और फॉग लाइट जलाकर सावधानीपूर्वक सफर कर रहे हैं। जगह-जगह वाहन रुक-रुक कर चल रहे हैं, जिससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई है।NH-44 पर भी वाहनों की रफ्तार पर ब्रेकसोनीपत से गुजरने वाले नेशनल हाईवे-44 पर भी कोहरे का असर साफ नजर आया। हाईवे पर चलने वाले भारी वाहनों सहित अन्य गाड़ियों की गति काफी कम रही। दुर्घटनाओं की आशंका के चलते वाहन चालक अतिरिक्त सतर्कता बरतते दिखे। 26 से 30 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्टमौसम विभाग ने 26 से 30 दिसंबर तक शीतलहर चलने की संभावना जताई है। पूरे प्रदेश में सूखी ठंड का असर देखने को मिलेगा। सोनीपत समेत हरियाणा के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिससे ठंड और बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।मौसम विभाग के अनुसार शीतलहर के कारण दिन के समय धूप खिलने के आसार हैं, लेकिन उत्तरी हरियाणा के सोनीपत समेत कई जिलों में घना कोहरा पड़ने की संभावना भी जताई गई है। सुबह और देर रात कोहरे का असर बना रह सकता है। हरियाणा-एनसीआर में शुष्क सर्दी का असरहरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में दिसंबर माह के दौरान मौसम शुष्क बना रहेगा। उत्तरी ठंडी हवाओं के कारण अधिकतर स्थानों पर रात्रि तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। पूरे क्षेत्र में रात का तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच स्कूल जाने वाले बच्चे बस स्टॉप पर स्कूल बसों का इंतजार करते नजर आए। विजिबिलिटी जीरो होने और तेज ठंड के कारण बच्चों को स्कूल जाना काफी परेशानी भरा साबित हुआ। राहत की बात यह है कि 1 से 15 जनवरी तक हरियाणा के सभी स्कूलों में शीतकालीन छुट्टियां रहेंगी। अभिभावकों और बच्चों को ठंड और कोहरे से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद खेल महोत्सव के अंतिम दिन हरियाणा के फतेहाबाद जिले के टोहाना खंड के गांव डांगरा के बॉक्सर नीरज के साथ संवाद किया। गांव समैन के खेल स्टेडियम में महोत्सव का समापन समारोह हुआ। इस दौरान PM मोदी और नीरज के बीच संवाद हुआ। गांव डांगरा के बॉक्सिंग खिलाड़ी नेशनल मेडलिस्ट नीरज के पिता बलवान सिंह को ऑपरेटिव सोसाइटी में काम करते हैं, जबकि मां गृहिणी है। PM मोदी ने नीरज से राम-राम कहकर बात शुरू की, तो उन्होंने PM से पूछा कि कैसे हो। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि तेरे जैसा ही हूं। PM ने पूछा कि क्या आप खेल में ही करियर बनाना चाहते हैं। इस पर नीरज ने कहा कि जी, मैं चाहता हूं कि देश को ओलिम्पिक में गोल्ड मेडल लाकर दूं। पीएम ने बातों में ओलंपियन नीरज चोपड़ा का भी जिक्र किया। यहां पढ़िए, PM और बॉक्सर के बीच हुई बातचीत के मुख्य अंश... टॉप-टेन में रहा सिरसा लोकसभासांसद खेल महोत्सव में सिरसा लोकसभा क्षेत्र टॉप-टेन में रहा है। यहां राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के नेतृत्व में खेलों का आयोजन हुआ। पहले गांव, फिर विधानसभा और उसके बाद लोकसभा स्तर पर मुकाबले करवाए गए। करीब 45 हजार खिलाड़ियों ने इसमें रजिस्ट्रेशन करवाया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और भाजपा पंजाब के वर्किंग स्टेट प्रधान व विधायक अश्वनी शर्मा आज सिखों के ऐतिहासिक तीर्थ स्थल गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में माथा टेकेंगे। दोनों नेता दोपहर 2:30 बजे गुरुद्वारा साहिब पहुंचेंगे। इस दौरान वे साहिबजादा जोरावर सिंह और फतेह सिंह की अतुलनीय शहादत को श्रद्धापूर्वक नमन करेंगे और गुरुद्वारा साहिब में अरदास करेंगे। बताया जा रहा है कि फतेहगढ़ साहिब में दी गई साहिबजादों की महान कुर्बानी साहस, आस्था और धर्म के प्रति अडिग संकल्प का प्रतीक है। इस अवसर पर भाजपा के अन्य नेता और स्थानीय कार्यकर्ता भी मौजूद रह सकते हैं। राजनीतिक मायनों से काफी अहम यह दौरा यह दौरा सिर्फ धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके राजनीतिक मायने भी निकाल रहे हैं। पार्टी नेतृत्व इसे पंजाब में सिख समाज के साथ संवाद और भावनात्मक जुड़ाव मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम मान रहा है। आने वाले समय में पंजाब की सियासत में सक्रिय भूमिका निभाने की रणनीति के तहत वरिष्ठ नेताओं की धार्मिक स्थलों पर मौजूदगी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फतेहगढ़ साहिब में अरदास के बाद दोनों नेता पार्टी पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि साहिबजादों की शहादत को नमन के बहाने भाजपा पंजाब में सांस्कृतिक और धार्मिक मुद्दों के जरिए अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने की कोशिश कर रही है। पंचकूला में शहीद साहिबजादों के लिए शाह ने कहीं थीं 3 अहम बातें... राजनीति के कारण पंजाब और हरियाणा CM का विवाद नायब सिंह सैनी लगातार पंजाब की राजनीति में सक्रिय रहते हैं। वह किसी न किसी बहाने से पंजाब की राजनीति को प्रभावित करते रहते हैं। वह पंजाब आकर पंजाबी बोलते हैं और पगड़ी पहनकर पंजाबियों से जुड़ने का प्रयास भी करते हैं। कभी पंजाब में आई बाढ़ के पीड़ितों के सहारे तो कभी किसी मुद्दे पर वह पंजाब में राजनीति करने का मौका नहीं छोड़ते हैं। अब जब हरियाणा CM पंजाब के मुद्दों में हस्तक्षेप करते हैं तो पंजाब CM भगवंत सिंह मान भी पीछे नहीं रहते हैं। हरियाणा में बास्केट बाल प्लेयर की मौत के बाद हरियाणा पहुंचकर परिवार से मिले और हरियाणा सरकार को घेरा था और उनका यह दौरा काफी सुर्खियों में रहा था। अगले साल पंजाब में चुनाव है तो भारतीय जनता पार्टी पंजाब में किसी भी हाल में अपनी सरकार बनाने के लिए हर वो कार्य कर रही है जिससे वह पंजाब के लोगों को अपने साथ जोड़ सके।
हरियाणा में नए साल पर खाटू श्याम दर्शन को जाने वाले यात्रियों के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे ने 2 स्पेशल ट्रेन चलाई हैं। रेलवे की दोनों ट्रेनें 29 जनवरी को कुरुक्षेत्र व दिल्ली से शुरू होंगी। जो रोहतक, झज्जर व रेवाड़ी के रास्ते रींगस होते हुए राजस्थान के फुलेरा तक जांएगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार अतिरिक्त यात्री यातायात को देखते हुए यात्रियो की सुविधा हेतु कुरूक्षेत्र-फुलेरा-कुरूक्षेत्र एवं फुलेरा-शकूरस्ती -फुलेरा स्पेशल रेलसेवाओं का संचालन किया जा रहा है। राजस्थान जाने वाली दो ट्रेन..
भीलवाड़ा के बिजौलिया थाना पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए हरियाणा के फतेहाबाद से चोरी गया महिन्द्रा ट्रैक्टर मय ट्रॉली बरामद की और दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया। 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद यह अंतरराज्यीय कार्रवाई अंजाम दी गई।
प्रदेश से गुजर रही अरावली पर्वतमाला का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। हरियाणा के वन विभाग के रिटायर अधिकारी आरपी बलवान ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की समिति की सिफारिश को चुनौती दी है। इस सिफारिश में 100 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाली पहाड़ियों को अरावली के रूप में मान्यता देने की बात कही गई है। पूर्व वन संरक्षक आरपी बलवान ने यह प्रार्थना पत्र सुप्रीम कोर्ट में पहले से चल रहे गोदावर्मन मामले में दाखिल किया है। प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान, हरियाणा, केंद्र सरकार और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को नोटिस जारी किए हैं। अब सुप्रीम कोर्ट शीतकालीन अवकाश के बाद इस मामले में सुनवाई करेगा। कमेटी की सिफारिश विरोधाभासीप्रार्थना पत्र में कहा है कि पर्यावरण मंत्रालय की कमेटी की ओर से पेश शपथपत्र में वन सर्वेक्षण द्वारा दी गई 3 डिग्री ढलान की परिभाषा को अधिक वैज्ञानिक होने के बावजूद स्वीकार नहीं किया गया। ऐसे में कमेटी की ओर से पेश शपथपत्र विरोधाभासी है। याचिकाकर्ता ने कहा कि अरावली पर्वतमाला गुजरात से दिल्ली तक फैली हुई है। वहीं थार रेगिस्तान और उत्तरी मैदानों के बीच अवरोधक के रूप में खड़ी है। इस पर्वतमाला के लिए 100 मीटर की परिभाषा इसके बड़े हिस्से को कानूनी संरक्षण के बाहर कर देगी। उन्होंने कहा कि यह तकनीकी मुद्दा नहीं है। यह उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के पर्यावरणीय भविष्य को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा। नवंबर में सुप्रीम कोर्ट ने दिया था फैसला20 नवंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार जमीन से 100 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाली भू-आकृति को ही अरावली पहाड़ी माना जाएगा। इस मानक से अरावली की 90% से ज्यादा पहाड़ियां संरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगी। इस फैसले के बाद अरावली को बचाने की आवाजें तेज हो गईं। माउंट आबू से 1000 किमी 'अरावली आंदोलन' का आगाजअरावली को बचाने और उसकी सुरक्षा को लेकर 1000 किलोमीटर लंबी 'अरावली आंदोलन' जनयात्रा बुधवार को सिरोही के माउंट आबू में शुरू हुई। अर्बुदा देवी मंदिर से यात्रा का आगाज हुआ। यात्रा का नेतृत्व राजस्थान यूनिवर्सिटी (जयपुर) के निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी कर रहे हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे भविष्य को बचाने के लिए इस आंदोलन से जुड़ें। चौधरी ने कहा- यह लड़ाई सिर्फ पहाड़ों की नहीं, बल्कि जीवन की है। (पूरी खबर पढ़ें) अरावली पर पक्ष-विपक्ष लगा रहे एक-दूसरे पर आरोपअरावली पर्वतमाला का करीब 80 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान से गुजर रहा है। ऐसे में अरावली को लेकर सबसे ज्यादा घमासान यहीं मचा हुआ है। कांग्रेस के साथ पर्यावरण से जुड़े कई संगठन 'सेव अरावली' अभियान चला रहे हैं। पूर्व सीएम अशोक गहलोत से लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित पूरा विपक्ष भाजपा सरकार पर अरावली को नष्ट करने का आरोप लगा रहा है। वहीं अलवर से सांसद और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, सीएम भजनलाल शर्मा सहित सत्ता पक्ष विपक्ष पर भ्रम फैलाने का आरोप लगा रहे हैं। ............. ये खबर भी पढ़ें... पीली हो जाएगी गुलाबी नगरी, बिना झीलों का उदयपुर:दिनभर धूल के तूफान, बिना मास्क सांस नहीं, AI से देखिए अरावली खत्म होने के खतरे राजस्थान से अरावली की पहाड़ियां खत्म हो गईं तो यहीं मजाक डरावनी हकीकत बनकर सामने आ सकता है। अरावली खत्म होने की बात हम इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि एक नई परिभाषा के अनुसार 100 मीटर से ऊंची पहाड़ी को ही अरावली माना जाएगा। (पूरी खबर पढ़ें) अरावली न हो तो पाकिस्तान में बरसेगा राजस्थान का मानसून:1.50 लाख से ज्यादा पहाड़ियों पर खनन का खतरा, अब तक 25% चोटियां खत्म, पार्ट-2 सुप्रीम कोर्ट ने वन पर्यावरण मंत्रालय की समिति की सिफारिशों को स्वीकार करते हुए अरावली की पहाड़ियों की नई परिभाषा को मंजूरी दे दी है। इसके अनुसार दिल्ली से राजस्थान और गुजरात तक 700 किमी में फैली पहाड़ियां 100 मीटर से कम ऊंची हैं तो उन्हें अरावली में नहीं गिनेंगे। (पूरी खबर पढ़ें) अरावली पर्वत बचाने के लिए आंदोलन, जोधपुर में लाठीचार्ज:राजस्थान के कई शहरों में पुलिस-प्रदर्शनकारी भिड़े, सीकर में हर्ष पर्वत पर चढ़े लोग राजस्थान में अरावली पर्वत श्रंखला में खनन को मंजूरी मिलने से नाराज लोगों ने सोमवार को प्रदर्शन किया। कांग्रेस और सामाजिक संगठनों के लोगों की उदयपुर कलेक्ट्रेट में पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। यहां पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को अरेस्ट भी कर लिया। सीकर में 945 मीटर ऊंचाई पर स्थित हर्ष पर्वत पर प्रदर्शन किया गया। (पूरी खबर पढ़ें)
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने मनमाने ढंग से काम किया है और स्थापित कानूनों का उल्लंघन किया है। अदालत ने यह टिप्पणी तब की जब HSVP ने जमीन आवंटन पर सालों तक कोई फैसला नहीं लिया और फिर अचानक जमीन विस्थापितों से आरक्षित मूल्य में वृद्धि की मांग की। अदालत का कहना है कि कोई भी सरकारी संस्था अपनी निष्क्रियता का फायदा नहीं उठा सकती। इसका मतलब है कि HSVP को जमीन आवंटन में देरी करने और फिर अचानक कीमत बढ़ाने का अधिकार नहीं है। अदालत का यह फैसला जमीन विस्थापितों के लिए एक बड़ी राहत है, जिन्हें HSVP के इस कदम से नुकसान हो रहा था। 58 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए, पीठ ने विवादित मूल्य निर्धारण प्रावधानों को रद्द कर दिया और HSVP पर 3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। क्योंकि उसने स्पष्ट रूप से स्थापित कानूनी स्थिति के बावजूद नागरिकों को अनावश्यक मुकदमेबाजी में धकेल दिया था। HSVP की गलती से हुई देरी हाईकोर्ट ने कहा, हम यह मानने के लिए बाध्य हैं कि प्रतिवादी-HSVP का काम और आचरण पूरी तरह से अनुचित है और इस तरह की बार-बार की गलतियों को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। पीठ ने फैसला सुनाया कि यदि आवंटन में देरी पूरी तरह से विकास प्राधिकरण की गलती के कारण हुई हो, तो विस्थापित व्यक्ति आवेदन की तिथि पर प्रचलित मूल्य का हकदार है, न कि वर्षों बाद प्रचलित बढ़े हुए मूल्य का। हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि प्रशासनिक देरी को मौद्रिक रूप से नहीं मापा जा सकता और प्राधिकरण की समय पर कार्रवाई न करने की विफलता के लिए नागरिकों को दंडित नहीं किया जा सकता। 2018 में याचिकाकर्ताओं ने किया आवेदन याचिकाकर्ता वे जमीन के मालिक थे जिनकी जमीन विभिन्न शहरी क्षेत्रों के विकास के लिए अधिग्रहित की गई थी, जिसके परिणामस्वरूप पुनर्वास योजना के तहत वे विस्थापित हो गए थे। 2018 में जारी सार्वजनिक सूचनाओं के अनुसार, उन्होंने भूखंडों के आवंटन के लिए आवेदन किया और आवश्यक अग्रिम राशि जमा की। सभी औपचारिकताओं के पूरा होने के बावजूद, HSVP ने लगभग 6 से 7 वर्षों तक आवंटन पत्र जारी नहीं किए। जब अंततः इस वर्ष आवंटन हुए, तो प्राधिकरण ने 2025-26 के मौजूदा आरक्षित मूल्य पर भुगतान की मांग की, जो आवेदन के समय प्रचलित दर से कई गुना अधिक था, साथ ही कठोर भुगतान अनुसूची और ब्याज भी लगाया। HSVP ने हाईकोर्ट में दी ये दलीलें HSVP के इस बचाव को खारिज करते हुए कि 2018 के विज्ञापन में कीमत का उल्लेख नहीं किया गया था और इसलिए कंपनी को मौजूदा दर वसूलने का अधिकार था, पीठ ने फैसला सुनाया कि जानबूझकर कीमत छिपाना बाद में अधिक दरें लगाने का बहाना नहीं हो सकता। ऐसा आचरण निष्पक्षता, पारदर्शिता और कानून के शासन के विरुद्ध है।पीठ ने आगे कहा कि राजीव मनचंदा और अन्य बनाम एचयूडीए और अन्य मामले में पूर्ण पीठ के फैसले से यह विवाद पूरी तरह से सुलझ चुका है और HSVP का रुख 2018 में बनाई गई उसकी अपनी नीति का सीधा उल्लंघन है, जिसे इसी फैसले को लागू करने के लिए तैयार किया गया था। विवादित खंडों को हाईकोर्ट ने रद किया आदेश जारी करने से पहले, अदालत ने आवंटन पत्रों के उन विवादित खंडों को रद्द कर दिया जिनमें वर्तमान आरक्षित कीमतों की मांग की गई थी और HSVP को राजीव मनचंदा के मामले और 2018 की नीति में निर्धारित कानून के अनुसार, वैध भुगतान शर्तों के अनुपालन सहित, आवंटन मूल्य को फिर से निर्धारित करने का निर्देश दिया। हाईकोर्ट ने दी सरकार को नसीहत पीठ ने टिप्पणी करते हुए कहा, राज्य को समान परिस्थितियों वाले व्यक्तियों को लाभ प्रदान करने में भेदभाव से बचना चाहिए, भले ही उनमें से कुछ ने अदालत का रुख न किया हो, जहां समान विषय से संबंधित फैसले पहले ही अंतिम रूप ले चुके हैं। राज्य से निष्पक्षता और गरिमा के साथ कार्य करने और अन्य याचिकाकर्ता-विस्थापितों को समान लाभ प्रदान करने के अपने अंतर्निहित दायित्व का निर्वहन करने की अपेक्षा की जाती है, विशेष रूप से उन मामलों में जहां राज्य मुकदमेबाजी में बार-बार विफल रहा है। इसलिए, राज्य के लिए अनुचित और कानूनी रूप से अस्थिर आदेशों को पारित करने पर अड़े रहने के बजाय अपने कदम पीछे हटाना वांछनीय होगा।
'मेरे पति 21 दिसंबर को कुरुक्षेत्र गए थे। जब वह वहां पहुंचे तो मुझे फोन किया। बोले- मैं पहुंच गया हूं। घबराने की जरूरत नहीं है। अपना और बच्चों का ख्याल रखना।' 'फिर 22 दिसंबर की रात उनका फोन आया। बच्चों के बारे में पूछा। फिर हमसे कहा कि- मैंने खाना खा लिया है। अब सोने जा रहा हूं। अगले दिन सुबह देवर ने फोन लगाया तो उठा ही नहीं। फिर कुछ देर बाद हादसे के बारे में पता चला।' यह कहते-कहते रोशनपाल की पत्नी मुनेश देवी फूट-फूटकर रोने लगीं। उनके ही गांव के नूर और सोनू की मौत भी हादसे में हो गई। उनकी बूढ़ी मां को नहीं बताया गया। दरअसल, सोमवार को यूपी के ठेकेदार समेत 5 युवकों की हरियाणा के होटल में मौत हो गई। ये लोग सहारनपुर के रहने वाले थे। पुलिस के मुताबिक, पांचों युवक कुरुक्षेत्र जिला जेल के पास एक होटल में पेंट करने आए हुए थे। दैनिक भास्कर की टीम मंगलवार को मुख्यालय से पांच किमी दूर गांव शेखपुरा कदीम पहुंची। पीड़ित घरवालों से बात की। उनकी आर्थिक स्थिति कैसी है? ये लोग कुरुक्षेत्र कब गए? घरवालों से कब और कितने बजे बात हुई? इन सब पाइंट पर बात की। पढ़िए रिपोर्ट... गांव का माहौल हम शेखपुरा कदीम गांव में पहुंचे तो यहां सन्नाटा था। कुछ लोग धूप में बैठे आपस में बात कर रहे थे। कुछ लोग पीड़ितों के घर आ जा रहे थे। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते घरों से रोने की आवाज तेज होती जाती। पांच युवकों की मौत ने न सिर्फ पांच परिवारों को बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है। जिन घरों में कल तक रोटी की खुशबू थी, आज वहां सिर्फ मातम और आंसुओं की खामोशी है। सबसे पहले हम रोशन लाल के घर पहुंचे। जीजा-साले की मौत हुई, एक परिवार में दोहरा गमरोशनपाल की पत्नी मुनेश देवी का रो-रोकर बुरा हाल था। गांव की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थीं। उन्होंने बताया कि हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। मैं भी मजदूरी करती हूं। बताया कि 21 दिसंबर को ठेकेदार नूर के साथ मेरे पति कुरुक्षेत्र गए थे। 22 दिसंबर की रात फोन पर उनसे बात हुई। यही आखिरी बात थी। मुझे क्या पता था कि अब कभी बात नहीं होगी। वह कभी लौटकर वापस नहीं आएंगे। अब बच्चों का क्या होगा? मैं किसके सहारे जीवन काटूंगी।मुझे अकेला छोड़ गए। कहते थे, दोनों लोग साथ कमाएंगे। बच्चों का पालेंगे। उनकी शादी करेंगे। बच्चे किसे अब पापा कहेंगे? रोशनपाल के तीन बच्चे हैं। मुनेश बोली- मेरे पति और भाई की एक साथ मौत हुई रोशनलाल की बड़ी बेटी प्रियंका की एक साल पहले शादी हुई थी। बेटा नरेंद्र और छोटी बेटी नेहा है। पत्नी मुनेश ने- बताया कि इस हादसे में मेरे पति ही नहीं मेरे भाई रामकुमार की भी मौत हो गई। मेरा भाई काजीपुरा का रहने वाला था। उसके तीन बच्चे दीपक, ऋतिक और सनी हैं। सगे भाइयों की मौत, मां को नहीं बताया गया हादसे में दो सगे भाइयों नूर और सोनू की मौत हो गई। दोनों भाइयों की मौत की खबर उनकी बूढ़ी मां भूरी को नहीं बताई गई है। गांव वालों का कहना है कि वह बुजुर्ग हैं। अगर उन्हें बताया गया तो वह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाएंगी। उनकी तबीयत खराब रहती है। नूर की शादी चार महीने पहले हुई थी। जबकि सोनू की शादी को चार साल हो चुके हैं। दोनों के कोई बच्चे नहीं थे। घर में अब कोई कमाने वाला नहीं बचा है। मदनपाल के घर गूंज रही चीत्कार गांव की एक संकरी गली के आखिरी छोर पर स्थित मदनपाल के घर का मंजर सबसे ज्यादा हृदयविदारक है। घर के अंदर महिलाओं का रो-रोकर बुरा हाल है। मदनपाल ही परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। उसकी पत्नी सदमे में है और बोलने की हालत में नहीं है। उसके तीन बच्चे स्वाति, नैंसी और नवीन हैं। अब परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सिलसिलेवार ढंग जानिए कैसे हुआ हादसा... होटल का कराया जा रहा विस्तार, पेंट कराना थायह होटल स्टर्लिंग कुरुक्षेत्र के ही रहने वाले आनंद बजाज का है। मैनेजर उपेंद्र नैन ने बताया कि होटल के बैक साइड में 10-12 कमरे बनाए जा रहे है। यह सभी कमरे होटल स्टाफ के लिए ही तैयार कराए जा रहे हे। अभी होटल स्टाफ को बाहर एक पूरी कोठी किराए पर लेकर दी गई है। वर्तमान में इन नए कमरों में पेंट का काम शुरू कराया गया था। इसका ठेका सहारनपुर के रहने वाले ठेकेदार नूर को दिया गया। वहीं चारों मजदूरों को लेकर आया था। --------------------------------ये खबर भी पढ़ें20 साल छोटी बीवी ने बूढ़ा कहा तो मार डाला:वाराणसी में चेहरे पर 5 वार किए; तीन बार बॉयफ्रेंड संग भाग चुकी थी वाराणसी में शादीशुदा लक्ष्मी का मर्डर लव अफेयर में हुआ। 26 साल की लक्ष्मी 46 साल के प्रदीप मिश्रा के साथ एडजेस्ट नहीं कर पा रही थी। उसका एक लड़के से अफेयर हो गया, मगर यहीं उसकी दर्दनाक मौत का कारण बन गया। मर्डर 19 दिसंबर की रात को हुआ, लक्ष्मी की बॉडी 21 दिसंबर की सुबह मिली। पढ़िए पूरी खबर
आज हरियाणा पुलिस की पासिंग आउट परेड में शामिल होंगे अमित शाह
हरियाणा पुलिस के लिए 24 दिसंबर का दिन महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर 5061 नव-प्रशिक्षित कांस्टेबल अनुशासन, निष्ठा और जनसेवा की शपथ लेकर औपचारिक रूप से हरियाणा पुलिस का हिस्सा बनेंगे
राजस्थान के पिलानी में 16 से 21 दिसंबर तक हुई 49वीं जूनियर नेशनल वालीबॉल चैंपियनशिप में पुरुष वर्ग में हरियाणा के खिलाड़यों ने बाजी मारी और दिल्ली को हराकर विजेता का खिताब अपने नाम किया। वहीं महिला वर्ग की खिलाड़ियों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए उप विजेता का खिताब अपने नाम किया। मंगलवार को भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने डबवाली रोड स्थित अपने आवास पर विजेता पुरूष एवं उपविजेता महिला टीम की खिलाड़ी उनसे मिले और सभी को जीत की बधाई दी। उनके साथ वालीबॉल फैडरेशन ऑफ इंडिया के सह सचिव सूबे सिंह भी मौजूद रहे। हरियाणा वालीबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष कर्ण चौटाला से भी विजेता एवं उप विजेता टीम मिली और खेल के बारे में जानकारी सांझा की। भारतीय ओलिंपिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि वे इस विजयी प्रदर्शन को भविष्य में भी दोहराएं और हरियाणा को पूरे देश में अव्वल स्थान दिलाएं। उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी खिलाड़ियों व खेल के उत्थान के प्रति सदैव उनके साथ रहेगी। दीपक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी, दिल्ली को 3-1 से हराया हरियाणा वालीबॉल एसोसिएशन के सचिव विजय सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पुरुष वर्ग में हरियाणा ने सेमीफाइनल मैच में तमिलनाडु को 3-1 से पराजित कर फाइनल में स्थान बनाया और फाइनल में दिल्ली को 3-1 के अंतर से पराजित कर विजेता ट्रॉफी पर कब्जा किया। इसी प्रकार महिला वर्ग में हरियाणा की टीम ने सेमीफाइनल में मेजबान राजस्थान की टीम को 3-0 से शिकस्त दी और फाइनल में तमिलनाडु को कड़ी टक्कर दी और उप विजेता का खिताब हासिल किया। हरियाणा वॉलीबॉल एसोसिएशन के सचिव विजय सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता में दीपक को सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया।
हरियाणा अनुबंध कर्मचारी (सेवा सुरक्षा) नियम, 2025’ के अंतर्गत अनुबंध कर्मचारियों के मामलों को ऑनलाइन दर्ज करने और उनके निपटान के लिए www.securedemployee.csharyana.gov.in के नाम से एक समर्पित पोर्टल शुरू किया जाएगा। पोर्टल का शुभारंभ 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के मौके पर किया जाएगा। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी द्वारा इस संबंध में एक लेटर जारी किया गया है। लेटर में लिखा है कि अनुबंध कर्मचारियों को जॉब सिक्योरिटी का लाभ देने की प्रक्रिया में पारदर्शिता, सटीकता तथा एकरूपता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अब सभी मामलों का निपटान केवल ऑनलाइन माध्यम से किया जाएगा। किसी भी प्रकार के भौतिक आवेदन या ऑफलाइन आदेश स्वीकार नहीं किए जाएंगे और न ही उन्हें मान्य माना जाएगा। यहां देखिए नोटिफिकेशन... 31 तक डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे अनुबंध कर्मचारियों को पंजीकरण कर सभी आवश्यक दस्तावेज 31 जनवरी, 2026 तक पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। इसके उपरांत, आहरण एवं संवितरण अधिकारी (डीडीओ) द्वारा सेवा रिकॉर्ड का सत्यापन 28 फरवरी, 2026 तक किया जाएगा। वित्त विभाग द्वारा पात्र कर्मचारियों के लिए सुपरन्यूमैरेर पोस्ट का सृजन 31 मार्च, 2026 तक किया जाएगा। जबकि संबंधित विभागाध्यक्षों द्वारा अंतिम स्वीकृति एवं सेवा सुरक्षा के प्रस्ताव सम्बन्धी पत्र 30 अप्रैल, 2026 तक जारी किए जाएंगे। सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, बोर्डों एवं निगमों के प्रबंध निदेशकों, मंडल आयुक्तों और उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्धारित समय-सीमा का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की देरी या अनुपालन में कमी के लिए जवाबदेही तय की जाएगी।
सरना डूंगर में नकली देसी घी फैक्ट्री का संचालक हरियाणा से गिरफ्तार
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पहले नवीन डेयरी में काम करता था। वहीं से घी बनाने की जानकारी हासिल की। बाद में खुद का धंधा शुरू कर वनस्पति, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल और एसेंस मिलाकर नकली घी तैयार करना शुरू कर दिया। नामी कंपनियों सरस, अमूल, लोट्स, कृष्णा और महान के नाम की पैकिंग करवाकर जयपुर से बाहर ब्रोकर्स के जरिए सप्लाई करता था। वह जयपुर में माल नहीं बेचता था, ताकि स्थानीय स्तर पर पहचान होने और कार्रवाई की आशंका से बचा जा सके। किन-किन जिलों में नकली घी की सप्लाई हुई, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। नकली घी बनाने वाले वीरेंद्र शर्मा को 5 साल पहले भी विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में नकली की फैक्ट्री चलते हुए विश्वकर्मा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ज्यादा सप्लाई शेखावाटी और मारवाड़ क्षेत्र करता था।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के भारत जांगड़ा राजस्थान में न्याय की कुर्सी पर बैठकर फैसले करते दिखेंगे। अपने दूसरे अटेंप्ट में उन्होंने ऑल इंडिया में छठी रैंक लेकर इस मुकाम को हासिल किया। जल्द ही वे ट्रेनिंग के लिए राजस्थान के जोधपुर जाएंगे। हरियाणा से राजस्थान न्यायिक सेवा में अकेले भारत जांगड़ा की सिलेक्शन हुई है। दैनिक भास्कर एप से बातचीत में कुरुक्षेत्र के वार्ड-9 के रहने वाले जज भारत जांगड़ा ने इस उपलब्धि को अपने परिवार को समर्पित किया है। हालांकि इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत है। उनके पिता सोहन लाल जांगड़ा जेल विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है, जबकि माता ममता जांगड़ा गृहिणी हैं। उनके पिता को अपने काम के लिए राष्ट्रपति अवॉर्ड मिल चुका है। उनके दादा श्याम लाल जांगड़ा कंज्यूमर कोर्ट में सेवाएं दे चुके हैं, जबकि चाचा गौरव जांगड़ा पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट है। घर में शुरू से समाज सेवा का माहौल रहा। दादा से सुनते थे लोगों का दुख-दर्द बातचीत करते हुए बताया कि वे अपने बचपन में अपने दादा से कोर्ट की बेंच की लोगों के दुख-दर्द की कहानियां सुनते थे। उनके दादा की आंखों में हमेशा न्याय की चमक रहती थी। तभी उन्होंने ठान लिया था कि एक दिन मैं भी जज की कुर्सी पर बैठूंगा। सोशल मीडिया से बनाई दूरी उन्होंने कहा कि लेकिन यह सफर आसान नहीं था। सोशल मीडिया की चकाचौंध भरी दुनिया में, जहां लोग लाइक्स और शेयर्स के पीछे भागते हैं। तब उन्होंने खुद को किताबों की दुनिया में कैद कर लिया। मैंने फेसबुक, इंस्टाग्राम और साेशल मीडिया से दूरी बना ली। पढ़ाई का ग्राफ हमेशा ऊपर रहा भारत जांगड़ा ने बताया कि उन्होंने कुरुक्षेत्र के संस्थागत स्कूल से अपनी 12वीं तक की पढ़ाई की। पहली क्लास से हाई स्कूल तक वे टॉपर रहे। 10वीं और 12वीं के एग्जाम में जिले में पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। गोल्ड मेडल से शुरुआत पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री के साथ उनको गोल्ड मेडल मिला। इसके बाद उन्होंने न्यायिक सेवा की तैयारी शुरू कर दी। पहले अटेंप्ट के बाद उन्होंने तैयारी और कड़ी कर दी। वे रूटीन में 10 से 12 घंटे न्यायिक सेवा की तैयारी करने लगे। तैयारी से पाया मुकाम पिता सोहन लाल जांगड़ा ने बताया कि भारत को बचपन से ही पढ़ने का शौक था। भारत देर तक पढ़ाई करता रहता था। उसे सोने के टोकना पड़ता था। भारत के छोटे भाई-बहन दिव्या और अक्ष भी पढ़ाई में होशियार हैं। राष्ट्रपति भवन से अवॉर्ड लेते हुए सोचा था कि मेरा बेटा भी एक दिन ऐसा मुकाम हासिल करे। जज दादा का जज पोता भारत जांगड़ा ने बताया कि पहले अटेंप्ट में असफल होने के बाद वे काफी निराश हो गए थे। तब उनके दादा रोशन लाल के भाई पूर्व जज श्याम लाल जांगड़ा ने उनको आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने दोबारा से कोशिश करने की सलाह दी।
फाजिल्का में शराब तस्कर गिरफ्तार:राजस्थान और हरियाणा की शराब मिली; SHO बोले- तस्करी के 6 केस दर्ज
फाजिल्का के सिटी थाना पुलिस ने मुखबिर खास से मिली सूचना के आधार पर अवैध शराब तस्करी के एक मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से कुल 113 बोतल शराब बरामद की है, जो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की बताई जा रही है। सिटी थाना के एसएचओ लेखराज ने बताया कि पुलिस अधिकारी एएसआई जसवंत सिंह को मुखबिर खास से सूचना मिली थी कि इलाके में अवैध शराब की तस्करी की जा रही है। इस पर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कैलाश नगर निवासी संदीप कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के पास से विभिन्न राज्यों की कुल 113 बोतल शराब बरामद की, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ सिटी थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने इस मामले में दो अन्य लोगों को भी नामजद किया है। एसएचओ लेखराज के अनुसार, पकड़े गए आरोपी संदीप कुमार पर पहले भी सिटी थाना में शराब तस्करी के छह मामले दर्ज हैं। फिलहाल आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बरामद की गई शराब कहां से लाई गई थी और कहां सप्लाई की जानी थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी मॉड्यूल का सेंटर पॉइंट बनी फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मुसीबत खत्म होने नाम नही ले रही है। अब हरियाणा सरकार शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। विधानसभा में शिक्षा मंत्री द्वारा पेश किया गया हरियाणा निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक (Haryana Private Universities Amendment Bill) 2025 पास हो चुका है। इस बिल के पास होने से सरकार यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई कर सकती है। दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट का सुसाइड बॉम्बर डॉक्टर उमर नबी इसी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करता था। आतंक के इस नेटवर्क में यूनिवर्सिटी के दूसरे डॉ. मुजम्मिल शकील, डॉ शाहीन सईद जांच एजेंसी एनआईए की गिरफ्त में है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग की तरफ से माइनॉरिटी कोटा को लेकर सुनवाई की तारीख आगामी 28 जनवरी तय कर दी है। इससे पहले NCMEI के दिल्ली मुख्यालय में 4 दिसंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी का माइनॉरिटी कोटा को लेकर सुनवाई हुई थी। ये सुनवाई आयोग द्वारा 24 नवंबर को यूनिवर्सिटी को जारी किए गए उस नोटिस को लेकर हुई थी। जिसमें पूछा गया था कि जब उसके डॉक्टरों की दिल्ली में 10 नवंबर को हुए विस्फोट में भूमिका को लेकर जांच चल रही है, जिसमें 15 लोग मारे गए थे, तो ऐसे में उसका अल्पसंख्यक दर्जा क्यों न रद्द कर दिया जाए। आयोग में 28 जनवरी को सुनवाई 4 दिसंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी के माइनॉरिटी कोटा को लेकर हुई सुनवाई में यूनिवर्सिटी की तरफ से वकील मोहम्मद आरिफ मौजूद हुए थे। आयोग ने उनको यूनिवर्सिटी की तरफ से जबाव दाखिल करने को कहा, आयोग ने इस दौरान यूनिवर्सिटी संचालित करने वाले ट्रस्ट, उसके कर्मचारियों और प्रशासकों की नियुक्ति प्रक्रिया के साक्ष्य सहित अन्य जरूरी दस्तावेज जमा कराने के आदेश दिए। इसके अलावा आयोग ने नोटिस में ट्रस्ट डीड के मूल दस्तावेज, प्रवेश और स्टाफ भर्ती संबंधी आंकड़े, यूनिवर्सिटी के अंदर प्रशासकों की हुई बैठकों के विवरण और तीन वर्षों के दौरान बैंक खातों से हुए लेन देन की जानकारी भी मांगी थी । वकील मोहम्मद आरिफ की तरफ से सभी रिकार्ड जमा कराने को लेकर वक्त मांगा गया है। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव नही पहुंचे NCMEI में 4 दिसंबर को हुई सुनवाई में हरियाणा विभाग के प्रमुख सचिव नही पहुंचे थे। जिसको लेकर आयोग ने अगली सुनवाई की डेट तक या इससे पहले जबाव दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया है। आयोग ने इस मामले में अगली सुनवाई को लेकर 28 जनवरी 2026 का समय दिया है। हरियाणा सरकार शिकंजा कसने की तैयारी में हरियाणा विधानसभा में शुक्रवार को उच्च शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा द्वारा पेश किया गया (Haryana Private Universities (Amendment) Bill पास हो चुका है। इसके पास होने के बाद सरकार का अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई करने का रास्ता साफ हो गया है। बिल में सरकार ने की बदलाव किए है जिसके बाद सरकार कुछ विशेष परिस्थितियों में इन विशेष शक्तियों का प्रयोग करेगी। बिल में किए गए बदलावों का प्रभाव यूनिवर्सिटी पर सीधे तौर पर पड़ेगा। बिल में सरकार के पास शक्तियां बिल में कहा गया है कि अगर किसी भी यूनिवर्सिटी में नेशनल सिक्योरिटी, देश की अखंडता तथा सार्वजनिक सुरक्षा से जुड़े मामलों में चूक होती है। तो सरकार किसी भी यूनिवर्सिटी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। ऐसे किसी भी हालात के दौरान सरकार यूनिवर्सिटी के प्रशासन को भंग करके सरकार अपने प्रशासन को नियुक्त कर सकती है।इस दौरान सरकार उसका कामकाज पूरी तरह से अपने हाथ में ले सकती है। कमेटी का गठन कर सकती है सरकार पिछले बिल में इस तरह का कोई प्रावधान नही था इसलिए सुरक्षा को लेकर ये नए प्रावधान किए गए है। राज्य सरकार को लगता है कि अगर किसी यूनिवर्सिटी की तरफ से कानून का उल्लंघन किया गया है तो सरकार एक जांच अधिकारी या पांच से अधिक व्यक्तियों की एक कमेटी नियुक्त कर सकती है। कमेटी को 30 दिनों के भीतर सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। नोटिस जारी कर सकती है सरकार इस बिल के पास होने के बाद सरकार 7 दिन का कारण बताओं नोटिस जारी कर सकती है। कारण बताओ नोटिस के जवाब पर विचार करने के बाद, यदि सरकार संतुष्ट नहीं होती है, तो वह तीन साल की अवधि के लिए एक प्रशासक नियुक्त कर सकती है। इस बिल के तहत गलती करने वाले शिक्षण संस्थान पर 10 लाख रूपए का जुर्माना भी किया जा सकता है। नए प्रावधान में सरकार उच्च शिक्षा विभाग को शिक्षण, परीक्षा और अनुसंधान के मानकों का पता लगाने के लिए यूनिवर्सिटी का वार्षिक शैक्षणिक और प्रशासनिक लेखा परीक्षा करने का अधिकार दिया गया है। क्या बोले एक्सपर्ट Haryana Private Universities (Amendment) Bill को लेकर वक्फ के मामलों के वकील रईस ने बताया कि सरकार जमीन की खरीद -बेच, हायर एजुकेशन सहित राज्य सरकार से जिन विभागों के परमिशन मिलती है उनमें सरकार कार्रवाई कर सकती है। माइनॉरिटी के शिक्षण संस्थानों में कई सारे विभाग ऐसे होते है जिसमें राज्य सरकार से परमिशन ली जाती है। इसलिए सरकार कुछ मामलों में कार्रवाई कर सकती है।
रेवाड़ी के विकास नगर निवासी युवराज वशिष्ठ का चयन राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2026 के लिए हुआ है। युवराज वशिष्ठ भारत मंडपम में होने वाले कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी प्रस्तुति देंगे। रेवाड़ी जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए युवराज ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अपनी जगह बनाई। प्रदेश स्तरीय विकसित भारत यंग लीडर्स 2026 महोत्सव में 15 से 29 आयुवर्ग के लाखों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। युवराज वशिष्ठ भी उन्हीं में से एक युवराज राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अपना स्थान सुनिश्चित करने के लिए 3 कठिन दौर से गुजरना पड़ा। प्रतियोगिता में युवराज ने पहले 522, फिर 50, फिर 8 प्रतिभागियों के कठिन दौर को पार करते हुए अंतिम 3 छात्रों में अपना स्थान सुनिश्चित किया है। 12 को कार्यक्रम में पहुंचेंगे पीएम राष्ट्रीय स्तर का राष्ट्रीय युवा महोत्सव 9 से 12 जनवरी के बीच प्रगति मैदान में होगा। 12 जनवरी को भारत मंडपम में होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी शामिल होंगे। इससे पहले जिला स्तरीय प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित की गई थी और प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता 15 से 17 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में आयोजित की गई थी। पहले पा चुका यह उपलब्धि11वीं कक्षा में विज्ञान संकाय के छात्र युवराज वशिष्ठ इससे पहले भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुके है। 2024 और 2025 में युवराज का चयन IISR भोपाल में जूनियर साइंस रिसर्च ट्रेनिंग के लिए हो चुका है। जिला स्तर पर भी युवराज कई प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा दिखा चुके है। इसरो वैज्ञानिक बनना है सपनायुवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री के सामने अपना विचार रखने का मौका मिलना मेरे लिए गर्व की बात है। जिसमें उसका विषय परंपरा के साथ नवाचार एक नए भारत का निर्माण रहेगा। उसका सपना है कि वह इसरो वैज्ञानिक बनकर देश के विकास और सुरक्षा में अपना योगदान दें। इन्होंने दी युवराज को बधाई युवराज के पिता एडवोकेट राजेश वरिष्ठ ने बताया कि राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लिए चुने जाने पर विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, रेवाड़ी बार एसोसिएशन के प्रधान विश्वामित्र, पूर्व प्रधान एडवोकेट जसवीर यादव, परशुराम शिक्षा समिति के प्रधान सत्य प्रकाश गौतम, मिथिलेश चतुर्वेदी, नगर परिषद की पूर्व चेयरपर्सन सरोज भारद्वाज सहित अन्य प्रमुख लोगों ने बधाई दी है।
मौसम विभाग ने सोमवार को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा समेत देश के 22 राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट है। मध्य प्रदेश, यूपी, राजस्थान में सुबह के वक्त विजिविलिटी 10 से 50 मीटर के बीच रह सकती है। कई इलाकों में 10 मीटर से भी कम रहने का अनुमान है। इधर, पहाड़ी राज्यों में तेज बर्फबारी शुरू हो गई है। 21 दिसंबर से जम्मू-कश्मीर में तेज सर्दी के 40 दिन का दौर चिल्लई कलां शुरू हुआ है। पहले दिन राज्य के ऊंचाई वाले जिलों में जमकर बर्फबारी हुई। गुलमर्ग में 1 फीट तक बर्फबारी हुई। कश्मीर को जोड़ने वाले दो रास्ते मुगल रोड और सिंथन टॉप रोड बर्फबारी के कारण बंद किए गए। पीर की गली इलाके में बर्फबारी के कारण फंसे 3 चाय बेचने वालों को पुलिस और बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) ने रेस्क्यू किया। श्रीनगर में खराब मौसम के कारण इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 15 फ्लाइट रद्द की गईं। हिमाचल में इस साल का दिसंबर सबसे सूखा रहा, क्योंकि बारिश नहीं हुई। लगातार सूखे मौसम और मिनिमम टेम्परेचर बढ़ने से गेहूं, जौ, सरसों, मटर और चना की फसलों की बुआई में देरी हो रही है। लाहौल-स्पीति जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई। यहां के कुकुमसेरी में तापमान -2.4C रिकॉर्ड हुआ। पहाड़ी राज्यों से बर्फबारी और दूसरी तस्वीरें... राज्यों के अगले तीन दिन के मौसम का हाल... 23 दिसंबर: घना कोहरा और शीतलहर का असर 24 दिसंबर: 4 राज्यों में कोहरा, 2 राज्यों में तेज सर्दी 25 दिसंबर: कोहरा और ठंड का जारी प्रभाव
यह तस्वीर नीमकाथाना के स्यालोदड़ा की पहाड़ियों की है। ये अरावली पर्वतमालाओं में से एक है। हरियाली वाला हिस्सा राजस्थान में है, जबकि दूसरी ओर छलनी हुई पहाड़ी हरियाणा में। प्रदेश में अरावली में खनन पर रोक है, जबकि हरियाणा में नियम लागू नहीं होता। वहां जिस भूभाग में पौधरोपण है, उसी को अरावली का भाग मानते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि 100 मी. से ऊंचे पहाड़ ही अरावली का हिस्सा होंगे। आदेश लागू हुआ तो राजस्थान के कई जिलों में असर होगा। सीकर की 90 % अरावली पहाड़ियां 100 मीटर से कम ऊंची हैं। अभी इन्हें अरावली मानकर प्रतिबंध लागू हैं। नई परिभाषा लागू होते ही ये प्रतिबंध समाप्त हो जाएंगे। पर्यावरणविद् कैलाश मीणा का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कानूनी परिभाषा के नाम पर अरावली को खत्म करने की साजिश है। पहाड़ की पहचान ऊंचाई से नहीं, भूगर्भीय संरचना से होती है। अरावली को 100 मी. ऊंचाई के मानदंड से परिभाषा नई नहीं अरावली पर खतरा नहीं है। इसे 100 मी. ऊंचाई के मानदंड से परिभाषित करना नया नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस शासनकाल में तय हुआ था। 2003 में जिलेवार नक्शे भी तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने जारी किए थे। -राजेंद्र राठौड़, पूर्व नेता प्रतिपक्ष केंद्र-राज्य सरकार अरावली का चीरहरण कर रही हैंएक पेड़ मां के नाम लगाने वाले भाजपा नेता अरावली को खोखला करने जा रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार अरावली का चीरहरण कर रही हैं। खनन माफियाओं को पनपाने के लिए सरकार ने जनता का मौत का फरमान जारी किया है।- टीकाराम जूली, नेता प्रतिपक्ष
भिवानी जिले की स्थापना 22 दिसंबर 1972 को हुई थी। जिला बने हुए अब 53 साल हो गए हैं। इन 53 साल में काफी कुछ बदलाव देखने को मिले। जिले ने हरियाणा प्रदेश को 3 मुख्यमंत्री दिए। वहीं कभी भिवानी शहर 12 दरवाजों से घिरा होता था। अब भिवानी को मिनी क्यूबा व छोटी कांशी के नाम से जाना जाता है। 1966 में जब हरियाणा बना उस समय 7 जिले थे। वहीं हरियाणा का 8वां जिला भिवानी बना था। जिसने तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल ने बनाया था। जो हिसार से अलग होकर बनाया गया था। हालांकि भिवानी से अलग होकर 22वां जिला चरखी दादरी भी बन गया है। हरियाणा के 3 मुख्यमंत्री दिएभिवानी जिले ने हरियाणा के 3 मुख्यमंत्री दिए हैं। जिसमें बंसी लाल, बनारसी दास गुप्ता और हुकुम सिंह शामिल हैं। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी भिवानी जिले के ही रहने वाले हैं। भिवानी में पंडित जवाहर लाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, लाला लाजपत राय, सुभाष चंद्र बोस, सरोजनी नायडू, डा. अंसारी, अब्दुल गफ्फार खान जैसे बड़े नेताओं ने जनसभाओं को संबोधित किया है। 12 दरवाजों से घिरा था भिवानीभिवानी में खिलाड़ियों की संख्या व उपलब्धि को देखते हुए मिनी क्यूबा का नाम दिया गया है। वहीं मंदिरों की अधिकता के कारण छोटी कांशी के नाम से भी प्रसिद्ध है। भिवानी शहर के इतिहास की बात करें तो यहां शहर में 12 दरवाजे बताए जाते हैं, जो सुरक्षात्मक दीवार थी। जो खंडहर होकर टूट चुके हैं। कहा जाता है कि इन 12 दरवाजों के भीतर भिवानी शहर था। जिनमें रोहतक गेट, दिनोद गेट, महम गेट, घंटाघर चौक, पतराम गेट, दादरी गेट, हांसी गेट, बावड़ी गेट, देवसर चुंगी आदि शामिल थे। शिक्षा के मामले में भिवानी जिले में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड है, जो पूरे हरियाणा प्रदेश की स्कूली शिक्षा का मुख्यालय यहां है। वहीं चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी की भी स्थापना की गई है। भिवानी जिले से जुड़े फोटो.... गांव रोहतान ने न्याय की मांग में 70 साल नहीं फहराया तिरंगाभिवानी जिले के गांव रोहनात का 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा इतिहास है। जिसके कारण लंबे समय तक यहां तिरंगा नहीं फहराया गया। 1857 में इस गांव के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया था। जिसके बाद अंग्रेजों ने यहां भयंकर अत्याचार किए। अंग्रेजों ने न केवल ग्रामीणों को क्रूरता से मारा, बल्कि उनकी सारी जमीन भी छीनकर बाहरी लोगों को बेच दी थी। इस दर्दनाक घटना के कारण गांव के लोग खुद को आजाद नहीं मानते और अपनी जमीन वापस पाने की मांग करते थे। यही वजह थी कि वे लंबे समय तक स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय त्योहारों पर तिरंगा नहीं फहराते थे। हालांकि 2018 में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गांव का दौरा किया और ग्रामीणों की मांगों को पूरा करने का वादा किया। उन्होंने गांव में तिरंगा भी फहराया। इसके बाद गांव में तिरंगा फहराया जाने लगा। गांव रोहनात के ग्रामीणों के नेतृत्व में क्रांतिकारियों ने हांसी में ग्यारह और हिसार में 12 अंग्रेज अफसरों को मार डाला। इसके बाद गांव वालों पर क्रूर और निर्मम कार्रवाई की गई। अंग्रेज सैनिकों ने गांव को घेर लिया। गांव की सीमाओं के चारों ओर तोपें तैनात कर दी गईं थी। कई ग्रामीणों को तोप की नालों के मुंह से बांधकर उड़ा दिया था। पुरुषों को उनके घरों से ले जाकर गांव के तालाब के पास एक पुराने बरगद के पेड़ से लटका दिया। ऐसा माना जाता है कि जिस कुआं में महिलाएं और बच्चे कूद गए थे, वह अभी भी मौजूद है।
BB OTT: तहलका मचाएगा हरियाणा का बॉक्सर, डाइट-स्ट्रैटिजी पर की बात, 'कोई अटैक करेगा तो....'
बिग बॉस ओटीटी 3 में बॉक्सर नीरज गोयत की एंट्री हुई है. शो में जाने से पहले नीरज ने फिटनेस, डाइट और बिग बॉस हाउस में जाने के अपने फैसले पर बात की. उन्होंने एल्विश यादव पर तंज कसा. जानें और क्या कुछ उन्होंने कहा.
Salman Khan House Firing Case : पुलिस ने छठे आरोपी को हरियाणा से किया गिरफ्तार
Salman Khan house firing case: बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर पर बीते दिनों हुई गोलीबारी की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। इस मामले में पुलिस अबतक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब पुलिस के हाथ एक और कामयाबी लगी है।
HBSE 12th Result 2024: बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा (बीएसईएच), भिवानी ने कक्षा 12वीं यानी सीनियर सेकेंडरी का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट bseh.org.in पर जारी कर दिया है। यहां जानें- कैसे करना है चेक।
सलमान खान के घर फायरिंग के मामले में हरियाणा से पकड़ा गया तीसरा आरोपी
सलमान खान के घर फायरिंग के मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को हरियाणा से हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए व्यक्ति पर जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई से निर्देश लेने का संदेह है.
एल्विश को मिला मनोहर लाल खट्टर का आशीर्वाद? हरियाणा के पूर्व सीएम ने दिया जवाब
इन दिनों एल्विश यादव मुश्किल में हैं. सांप और सांपों के जहर की सप्लाई के मामले में एल्विश पर एनडीपीएसएक्ट के तहत गंभीर धाराएं लगाई गई हैं. इस बीच मनोहर लाल खट्टर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो यूट्यूबर के बारे में बात करते नजर आए.

