सरना डूंगर में नकली देसी घी फैक्ट्री का संचालक हरियाणा से गिरफ्तार
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पहले नवीन डेयरी में काम करता था। वहीं से घी बनाने की जानकारी हासिल की। बाद में खुद का धंधा शुरू कर वनस्पति, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल और एसेंस मिलाकर नकली घी तैयार करना शुरू कर दिया। नामी कंपनियों सरस, अमूल, लोट्स, कृष्णा और महान के नाम की पैकिंग करवाकर जयपुर से बाहर ब्रोकर्स के जरिए सप्लाई करता था। वह जयपुर में माल नहीं बेचता था, ताकि स्थानीय स्तर पर पहचान होने और कार्रवाई की आशंका से बचा जा सके। किन-किन जिलों में नकली घी की सप्लाई हुई, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है। नकली घी बनाने वाले वीरेंद्र शर्मा को 5 साल पहले भी विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में नकली की फैक्ट्री चलते हुए विश्वकर्मा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ज्यादा सप्लाई शेखावाटी और मारवाड़ क्षेत्र करता था।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र के भारत जांगड़ा राजस्थान में न्याय की कुर्सी पर बैठकर फैसले करते दिखेंगे। अपने दूसरे अटेंप्ट में उन्होंने ऑल इंडिया में छठी रैंक लेकर इस मुकाम को हासिल किया। जल्द ही वे ट्रेनिंग के लिए राजस्थान के जोधपुर जाएंगे। हरियाणा से राजस्थान न्यायिक सेवा में अकेले भारत जांगड़ा की सिलेक्शन हुई है। दैनिक भास्कर एप से बातचीत में कुरुक्षेत्र के वार्ड-9 के रहने वाले जज भारत जांगड़ा ने इस उपलब्धि को अपने परिवार को समर्पित किया है। हालांकि इसके पीछे उनकी कड़ी मेहनत है। उनके पिता सोहन लाल जांगड़ा जेल विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है, जबकि माता ममता जांगड़ा गृहिणी हैं। उनके पिता को अपने काम के लिए राष्ट्रपति अवॉर्ड मिल चुका है। उनके दादा श्याम लाल जांगड़ा कंज्यूमर कोर्ट में सेवाएं दे चुके हैं, जबकि चाचा गौरव जांगड़ा पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट है। घर में शुरू से समाज सेवा का माहौल रहा। दादा से सुनते थे लोगों का दुख-दर्द बातचीत करते हुए बताया कि वे अपने बचपन में अपने दादा से कोर्ट की बेंच की लोगों के दुख-दर्द की कहानियां सुनते थे। उनके दादा की आंखों में हमेशा न्याय की चमक रहती थी। तभी उन्होंने ठान लिया था कि एक दिन मैं भी जज की कुर्सी पर बैठूंगा। सोशल मीडिया से बनाई दूरी उन्होंने कहा कि लेकिन यह सफर आसान नहीं था। सोशल मीडिया की चकाचौंध भरी दुनिया में, जहां लोग लाइक्स और शेयर्स के पीछे भागते हैं। तब उन्होंने खुद को किताबों की दुनिया में कैद कर लिया। मैंने फेसबुक, इंस्टाग्राम और साेशल मीडिया से दूरी बना ली। पढ़ाई का ग्राफ हमेशा ऊपर रहा भारत जांगड़ा ने बताया कि उन्होंने कुरुक्षेत्र के संस्थागत स्कूल से अपनी 12वीं तक की पढ़ाई की। पहली क्लास से हाई स्कूल तक वे टॉपर रहे। 10वीं और 12वीं के एग्जाम में जिले में पहला स्थान हासिल किया। इसके बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की। गोल्ड मेडल से शुरुआत पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री के साथ उनको गोल्ड मेडल मिला। इसके बाद उन्होंने न्यायिक सेवा की तैयारी शुरू कर दी। पहले अटेंप्ट के बाद उन्होंने तैयारी और कड़ी कर दी। वे रूटीन में 10 से 12 घंटे न्यायिक सेवा की तैयारी करने लगे। तैयारी से पाया मुकाम पिता सोहन लाल जांगड़ा ने बताया कि भारत को बचपन से ही पढ़ने का शौक था। भारत देर तक पढ़ाई करता रहता था। उसे सोने के टोकना पड़ता था। भारत के छोटे भाई-बहन दिव्या और अक्ष भी पढ़ाई में होशियार हैं। राष्ट्रपति भवन से अवॉर्ड लेते हुए सोचा था कि मेरा बेटा भी एक दिन ऐसा मुकाम हासिल करे। जज दादा का जज पोता भारत जांगड़ा ने बताया कि पहले अटेंप्ट में असफल होने के बाद वे काफी निराश हो गए थे। तब उनके दादा रोशन लाल के भाई पूर्व जज श्याम लाल जांगड़ा ने उनको आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने दोबारा से कोशिश करने की सलाह दी।
WATCH: रोहित शर्मा ने किया सनसनीखेज खुलासा, बताया- '2023 वर्ल्ड कप के बाद लेने वाले थे रिटायरमेंट'
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और अनुभवी भारतीय बल्लेबाज़ रोहित शर्मा को इस पीढ़ी के महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। बल्ले से शानदार प्रदर्शन करने के अलावा, रोहित को उनकी कप्तानी के लिए भी जाना जाता है। इस स्टार बल्लेबाज़ ने 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी और 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को जीत दिलाई। हालांकि, वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित खिताबों में से एक, वनडेवर्ल्ड कप, ऐसा खिताब था जो टीम इंडिया और रोहित शर्मा से दूर रह गया। मेन इन ब्लू की कप्तानी करते हुए, रोहित ने टीम को वर्ल्डवर्ल्ड कप 2023 के फाइनल तक पहुंचाया, लेकिन अहमदाबाद में फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद खिताब जीतने में नाकाम रहे। अब इसी बारे में बात करते हुए, स्टार बल्लेबाज़ ने एक सनसनीखेज खुलासा किया। रोहित ने बताया कि वनडे वर्ल्ड कप 2023 का खिताब न जीत पाने के बाद वोखेल से रिटायर होना चाहते थे। रोहित शर्मा ने एक इवेंट में कहा,हर कोई बहुत निराश था और हमें विश्वास नहीं हो रहा था कि क्या हुआ। व्यक्तिगत रूप से, येबहुत मुश्किल समय था क्योंकि जब से मैंने कप्तानी संभाली थी, मैंने वर्ल्ड कप के लिए सब कुछ लगा दिया था। मैं पूरी तरह से टूट गया था,और मेरे शरीर में कोई एनर्जी नहीं बची थी। मुझे खुद को वापस नॉर्मल होने में कुछ महीने लग गए। येपचाना बहुत मुश्किल था। मुझे अपना सारा ध्यान आने वाली चीज़ पर लगाना था जो कि टी-20 वर्ल्डकप 2024 था। #WATCH | Gurugram, Haryana | On 2023 World Cup, Former Indian Captain Rohit Sharma says, everyone was very disappointed and we could not believe what happened. Personally, it was a very tough time because I had put everything into the World Cup since I took over as the… pic.twitter.com/PklR55mavS — ANI (@ANI) December 21, 2025 Also Read: LIVE Cricket Score आगे बोलते हुए हिटमैन ने कहा, एक समय मुझे लगा कि मैं अब येखेल नहीं खेलना चाहता क्योंकि इसने मुझसे सब कुछ छीन लिया था। इसमें कुछ समय लगाऔर मैं खुद को याद दिलाता रहा कि येकुछ ऐसा है जिससे मुझे सच में प्यार है, येमेरे ठीक सामने थाऔर मैं इसे इतनी आसानी से नहीं छोड़ सकता था। मैदान पर वापस आने और फिर से खेलने के लिए बहुत एनर्जी और प्लानिंग लगी।
फाजिल्का में शराब तस्कर गिरफ्तार:राजस्थान और हरियाणा की शराब मिली; SHO बोले- तस्करी के 6 केस दर्ज
फाजिल्का के सिटी थाना पुलिस ने मुखबिर खास से मिली सूचना के आधार पर अवैध शराब तस्करी के एक मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से कुल 113 बोतल शराब बरामद की है, जो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की बताई जा रही है। सिटी थाना के एसएचओ लेखराज ने बताया कि पुलिस अधिकारी एएसआई जसवंत सिंह को मुखबिर खास से सूचना मिली थी कि इलाके में अवैध शराब की तस्करी की जा रही है। इस पर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कैलाश नगर निवासी संदीप कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के पास से विभिन्न राज्यों की कुल 113 बोतल शराब बरामद की, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ सिटी थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस ने इस मामले में दो अन्य लोगों को भी नामजद किया है। एसएचओ लेखराज के अनुसार, पकड़े गए आरोपी संदीप कुमार पर पहले भी सिटी थाना में शराब तस्करी के छह मामले दर्ज हैं। फिलहाल आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बरामद की गई शराब कहां से लाई गई थी और कहां सप्लाई की जानी थी। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी मॉड्यूल का सेंटर पॉइंट बनी फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की मुसीबत खत्म होने नाम नही ले रही है। अब हरियाणा सरकार शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। विधानसभा में शिक्षा मंत्री द्वारा पेश किया गया हरियाणा निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक (Haryana Private Universities Amendment Bill) 2025 पास हो चुका है। इस बिल के पास होने से सरकार यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई कर सकती है। दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट का सुसाइड बॉम्बर डॉक्टर उमर नबी इसी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करता था। आतंक के इस नेटवर्क में यूनिवर्सिटी के दूसरे डॉ. मुजम्मिल शकील, डॉ शाहीन सईद जांच एजेंसी एनआईए की गिरफ्त में है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान आयोग की तरफ से माइनॉरिटी कोटा को लेकर सुनवाई की तारीख आगामी 28 जनवरी तय कर दी है। इससे पहले NCMEI के दिल्ली मुख्यालय में 4 दिसंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी का माइनॉरिटी कोटा को लेकर सुनवाई हुई थी। ये सुनवाई आयोग द्वारा 24 नवंबर को यूनिवर्सिटी को जारी किए गए उस नोटिस को लेकर हुई थी। जिसमें पूछा गया था कि जब उसके डॉक्टरों की दिल्ली में 10 नवंबर को हुए विस्फोट में भूमिका को लेकर जांच चल रही है, जिसमें 15 लोग मारे गए थे, तो ऐसे में उसका अल्पसंख्यक दर्जा क्यों न रद्द कर दिया जाए। आयोग में 28 जनवरी को सुनवाई 4 दिसंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी के माइनॉरिटी कोटा को लेकर हुई सुनवाई में यूनिवर्सिटी की तरफ से वकील मोहम्मद आरिफ मौजूद हुए थे। आयोग ने उनको यूनिवर्सिटी की तरफ से जबाव दाखिल करने को कहा, आयोग ने इस दौरान यूनिवर्सिटी संचालित करने वाले ट्रस्ट, उसके कर्मचारियों और प्रशासकों की नियुक्ति प्रक्रिया के साक्ष्य सहित अन्य जरूरी दस्तावेज जमा कराने के आदेश दिए। इसके अलावा आयोग ने नोटिस में ट्रस्ट डीड के मूल दस्तावेज, प्रवेश और स्टाफ भर्ती संबंधी आंकड़े, यूनिवर्सिटी के अंदर प्रशासकों की हुई बैठकों के विवरण और तीन वर्षों के दौरान बैंक खातों से हुए लेन देन की जानकारी भी मांगी थी । वकील मोहम्मद आरिफ की तरफ से सभी रिकार्ड जमा कराने को लेकर वक्त मांगा गया है। शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव नही पहुंचे NCMEI में 4 दिसंबर को हुई सुनवाई में हरियाणा विभाग के प्रमुख सचिव नही पहुंचे थे। जिसको लेकर आयोग ने अगली सुनवाई की डेट तक या इससे पहले जबाव दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया है। आयोग ने इस मामले में अगली सुनवाई को लेकर 28 जनवरी 2026 का समय दिया है। हरियाणा सरकार शिकंजा कसने की तैयारी में हरियाणा विधानसभा में शुक्रवार को उच्च शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा द्वारा पेश किया गया (Haryana Private Universities (Amendment) Bill पास हो चुका है। इसके पास होने के बाद सरकार का अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई करने का रास्ता साफ हो गया है। बिल में सरकार ने की बदलाव किए है जिसके बाद सरकार कुछ विशेष परिस्थितियों में इन विशेष शक्तियों का प्रयोग करेगी। बिल में किए गए बदलावों का प्रभाव यूनिवर्सिटी पर सीधे तौर पर पड़ेगा। बिल में सरकार के पास शक्तियां बिल में कहा गया है कि अगर किसी भी यूनिवर्सिटी में नेशनल सिक्योरिटी, देश की अखंडता तथा सार्वजनिक सुरक्षा से जुड़े मामलों में चूक होती है। तो सरकार किसी भी यूनिवर्सिटी के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। ऐसे किसी भी हालात के दौरान सरकार यूनिवर्सिटी के प्रशासन को भंग करके सरकार अपने प्रशासन को नियुक्त कर सकती है।इस दौरान सरकार उसका कामकाज पूरी तरह से अपने हाथ में ले सकती है। कमेटी का गठन कर सकती है सरकार पिछले बिल में इस तरह का कोई प्रावधान नही था इसलिए सुरक्षा को लेकर ये नए प्रावधान किए गए है। राज्य सरकार को लगता है कि अगर किसी यूनिवर्सिटी की तरफ से कानून का उल्लंघन किया गया है तो सरकार एक जांच अधिकारी या पांच से अधिक व्यक्तियों की एक कमेटी नियुक्त कर सकती है। कमेटी को 30 दिनों के भीतर सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। नोटिस जारी कर सकती है सरकार इस बिल के पास होने के बाद सरकार 7 दिन का कारण बताओं नोटिस जारी कर सकती है। कारण बताओ नोटिस के जवाब पर विचार करने के बाद, यदि सरकार संतुष्ट नहीं होती है, तो वह तीन साल की अवधि के लिए एक प्रशासक नियुक्त कर सकती है। इस बिल के तहत गलती करने वाले शिक्षण संस्थान पर 10 लाख रूपए का जुर्माना भी किया जा सकता है। नए प्रावधान में सरकार उच्च शिक्षा विभाग को शिक्षण, परीक्षा और अनुसंधान के मानकों का पता लगाने के लिए यूनिवर्सिटी का वार्षिक शैक्षणिक और प्रशासनिक लेखा परीक्षा करने का अधिकार दिया गया है। क्या बोले एक्सपर्ट Haryana Private Universities (Amendment) Bill को लेकर वक्फ के मामलों के वकील रईस ने बताया कि सरकार जमीन की खरीद -बेच, हायर एजुकेशन सहित राज्य सरकार से जिन विभागों के परमिशन मिलती है उनमें सरकार कार्रवाई कर सकती है। माइनॉरिटी के शिक्षण संस्थानों में कई सारे विभाग ऐसे होते है जिसमें राज्य सरकार से परमिशन ली जाती है। इसलिए सरकार कुछ मामलों में कार्रवाई कर सकती है।
रेवाड़ी के विकास नगर निवासी युवराज वशिष्ठ का चयन राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2026 के लिए हुआ है। युवराज वशिष्ठ भारत मंडपम में होने वाले कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपनी प्रस्तुति देंगे। रेवाड़ी जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए युवराज ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अपनी जगह बनाई। प्रदेश स्तरीय विकसित भारत यंग लीडर्स 2026 महोत्सव में 15 से 29 आयुवर्ग के लाखों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। युवराज वशिष्ठ भी उन्हीं में से एक युवराज राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए अपना स्थान सुनिश्चित करने के लिए 3 कठिन दौर से गुजरना पड़ा। प्रतियोगिता में युवराज ने पहले 522, फिर 50, फिर 8 प्रतिभागियों के कठिन दौर को पार करते हुए अंतिम 3 छात्रों में अपना स्थान सुनिश्चित किया है। 12 को कार्यक्रम में पहुंचेंगे पीएम राष्ट्रीय स्तर का राष्ट्रीय युवा महोत्सव 9 से 12 जनवरी के बीच प्रगति मैदान में होगा। 12 जनवरी को भारत मंडपम में होने वाले कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी शामिल होंगे। इससे पहले जिला स्तरीय प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित की गई थी और प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता 15 से 17 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में आयोजित की गई थी। पहले पा चुका यह उपलब्धि11वीं कक्षा में विज्ञान संकाय के छात्र युवराज वशिष्ठ इससे पहले भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा चुके है। 2024 और 2025 में युवराज का चयन IISR भोपाल में जूनियर साइंस रिसर्च ट्रेनिंग के लिए हो चुका है। जिला स्तर पर भी युवराज कई प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा दिखा चुके है। इसरो वैज्ञानिक बनना है सपनायुवराज ने कहा कि प्रधानमंत्री के सामने अपना विचार रखने का मौका मिलना मेरे लिए गर्व की बात है। जिसमें उसका विषय परंपरा के साथ नवाचार एक नए भारत का निर्माण रहेगा। उसका सपना है कि वह इसरो वैज्ञानिक बनकर देश के विकास और सुरक्षा में अपना योगदान दें। इन्होंने दी युवराज को बधाई युवराज के पिता एडवोकेट राजेश वरिष्ठ ने बताया कि राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लिए चुने जाने पर विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, रेवाड़ी बार एसोसिएशन के प्रधान विश्वामित्र, पूर्व प्रधान एडवोकेट जसवीर यादव, परशुराम शिक्षा समिति के प्रधान सत्य प्रकाश गौतम, मिथिलेश चतुर्वेदी, नगर परिषद की पूर्व चेयरपर्सन सरोज भारद्वाज सहित अन्य प्रमुख लोगों ने बधाई दी है।
यह तस्वीर नीमकाथाना के स्यालोदड़ा की पहाड़ियों की है। ये अरावली पर्वतमालाओं में से एक है। हरियाली वाला हिस्सा राजस्थान में है, जबकि दूसरी ओर छलनी हुई पहाड़ी हरियाणा में। प्रदेश में अरावली में खनन पर रोक है, जबकि हरियाणा में नियम लागू नहीं होता। वहां जिस भूभाग में पौधरोपण है, उसी को अरावली का भाग मानते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि 100 मी. से ऊंचे पहाड़ ही अरावली का हिस्सा होंगे। आदेश लागू हुआ तो राजस्थान के कई जिलों में असर होगा। सीकर की 90 % अरावली पहाड़ियां 100 मीटर से कम ऊंची हैं। अभी इन्हें अरावली मानकर प्रतिबंध लागू हैं। नई परिभाषा लागू होते ही ये प्रतिबंध समाप्त हो जाएंगे। पर्यावरणविद् कैलाश मीणा का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कानूनी परिभाषा के नाम पर अरावली को खत्म करने की साजिश है। पहाड़ की पहचान ऊंचाई से नहीं, भूगर्भीय संरचना से होती है। अरावली को 100 मी. ऊंचाई के मानदंड से परिभाषा नई नहीं अरावली पर खतरा नहीं है। इसे 100 मी. ऊंचाई के मानदंड से परिभाषित करना नया नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस शासनकाल में तय हुआ था। 2003 में जिलेवार नक्शे भी तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने जारी किए थे। -राजेंद्र राठौड़, पूर्व नेता प्रतिपक्ष केंद्र-राज्य सरकार अरावली का चीरहरण कर रही हैंएक पेड़ मां के नाम लगाने वाले भाजपा नेता अरावली को खोखला करने जा रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार अरावली का चीरहरण कर रही हैं। खनन माफियाओं को पनपाने के लिए सरकार ने जनता का मौत का फरमान जारी किया है।- टीकाराम जूली, नेता प्रतिपक्ष
भिवानी जिले की स्थापना 22 दिसंबर 1972 को हुई थी। जिला बने हुए अब 53 साल हो गए हैं। इन 53 साल में काफी कुछ बदलाव देखने को मिले। जिले ने हरियाणा प्रदेश को 3 मुख्यमंत्री दिए। वहीं कभी भिवानी शहर 12 दरवाजों से घिरा होता था। अब भिवानी को मिनी क्यूबा व छोटी कांशी के नाम से जाना जाता है। 1966 में जब हरियाणा बना उस समय 7 जिले थे। वहीं हरियाणा का 8वां जिला भिवानी बना था। जिसने तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसीलाल ने बनाया था। जो हिसार से अलग होकर बनाया गया था। हालांकि भिवानी से अलग होकर 22वां जिला चरखी दादरी भी बन गया है। हरियाणा के 3 मुख्यमंत्री दिएभिवानी जिले ने हरियाणा के 3 मुख्यमंत्री दिए हैं। जिसमें बंसी लाल, बनारसी दास गुप्ता और हुकुम सिंह शामिल हैं। वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी भिवानी जिले के ही रहने वाले हैं। भिवानी में पंडित जवाहर लाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, लाला लाजपत राय, सुभाष चंद्र बोस, सरोजनी नायडू, डा. अंसारी, अब्दुल गफ्फार खान जैसे बड़े नेताओं ने जनसभाओं को संबोधित किया है। 12 दरवाजों से घिरा था भिवानीभिवानी में खिलाड़ियों की संख्या व उपलब्धि को देखते हुए मिनी क्यूबा का नाम दिया गया है। वहीं मंदिरों की अधिकता के कारण छोटी कांशी के नाम से भी प्रसिद्ध है। भिवानी शहर के इतिहास की बात करें तो यहां शहर में 12 दरवाजे बताए जाते हैं, जो सुरक्षात्मक दीवार थी। जो खंडहर होकर टूट चुके हैं। कहा जाता है कि इन 12 दरवाजों के भीतर भिवानी शहर था। जिनमें रोहतक गेट, दिनोद गेट, महम गेट, घंटाघर चौक, पतराम गेट, दादरी गेट, हांसी गेट, बावड़ी गेट, देवसर चुंगी आदि शामिल थे। शिक्षा के मामले में भिवानी जिले में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड है, जो पूरे हरियाणा प्रदेश की स्कूली शिक्षा का मुख्यालय यहां है। वहीं चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी की भी स्थापना की गई है। भिवानी जिले से जुड़े फोटो.... गांव रोहतान ने न्याय की मांग में 70 साल नहीं फहराया तिरंगाभिवानी जिले के गांव रोहनात का 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा इतिहास है। जिसके कारण लंबे समय तक यहां तिरंगा नहीं फहराया गया। 1857 में इस गांव के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया था। जिसके बाद अंग्रेजों ने यहां भयंकर अत्याचार किए। अंग्रेजों ने न केवल ग्रामीणों को क्रूरता से मारा, बल्कि उनकी सारी जमीन भी छीनकर बाहरी लोगों को बेच दी थी। इस दर्दनाक घटना के कारण गांव के लोग खुद को आजाद नहीं मानते और अपनी जमीन वापस पाने की मांग करते थे। यही वजह थी कि वे लंबे समय तक स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय त्योहारों पर तिरंगा नहीं फहराते थे। हालांकि 2018 में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गांव का दौरा किया और ग्रामीणों की मांगों को पूरा करने का वादा किया। उन्होंने गांव में तिरंगा भी फहराया। इसके बाद गांव में तिरंगा फहराया जाने लगा। गांव रोहनात के ग्रामीणों के नेतृत्व में क्रांतिकारियों ने हांसी में ग्यारह और हिसार में 12 अंग्रेज अफसरों को मार डाला। इसके बाद गांव वालों पर क्रूर और निर्मम कार्रवाई की गई। अंग्रेज सैनिकों ने गांव को घेर लिया। गांव की सीमाओं के चारों ओर तोपें तैनात कर दी गईं थी। कई ग्रामीणों को तोप की नालों के मुंह से बांधकर उड़ा दिया था। पुरुषों को उनके घरों से ले जाकर गांव के तालाब के पास एक पुराने बरगद के पेड़ से लटका दिया। ऐसा माना जाता है कि जिस कुआं में महिलाएं और बच्चे कूद गए थे, वह अभी भी मौजूद है।
दमोह जिले की पथरिया पुलिस ने एटीएम बदलकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को हरियाणा से गिरफ्तार किया है। इस जालसाज ने एक बुजुर्ग को झांसा देकर उनका एटीएम कार्ड बदल लिया था और उनके खाते से 17,000 रुपए पार कर दिए थे। मामले में शामिल इसके दो अन्य साथी अब भी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। सीसीटीवी और कार नंबर से मिला सुराग यह पूरी घटना 1 दिसंबर 2025 की है। पथरिया के रहने वाले 76 साल के बुजुर्ग बालमुकुंद पटेल एसबीआई के एटीएम से पैसे निकालने गए थे, तभी एक अज्ञात युवक ने चालाकी से उनका कार्ड बदल दिया। जब खाते से पैसे कटने का मैसेज आया, तो बुजुर्ग ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने एटीएम के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें हरियाणा नंबर की एक संदिग्ध कार दिखाई दी। इसी सुराग के जरिए पुलिस टीम आरोपी तक पहुंचने में सफल रही। गिरोह बनाकर देते थे वारदातों को अंजाम पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि यह एक पेशेवर गिरोह है जो एटीएम बूथ के पास खड़े होकर मदद के बहाने लोगों के कार्ड बदल लेता है। आरोपी की पहचान होने के बाद पथरिया पुलिस की टीम ने हरियाणा दबिश देकर उसे पकड़ लिया। पुलिस अब पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर रही है ताकि फरार साथियों का पता लगाया जा सके और यह जाना जा सके कि इन्होंने और कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है।
पंजाब के लुधियाना के शुभम सिंगला राजस्थान में जज बनेंगे। उन्होंने 19 दिसंबर को राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विसेज का एग्जाम पास किया है। जिसमें उन्हें 43वीं रैंक मिली। यह उनका दूसरा अटेंप्ट था। शुभम सिंगला की कामयाबी इसलिए अहम है क्योंकि वह लिम्ब-गर्डल मस्कुलर डिस्ट्रॉफी(LGMD) जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं। इसकी वजह से वह व्हीलचेयर पर आ गए लेकिन मजबूत इरादे नहीं छोड़े। शुभम ने हरियाणा के हिसार से LLB की पढ़ाई की। अब वह लुधियाना से लॉ में मास्टर डिग्री कर रहे हैं। शुभम ने कहा कि जल्द ही उन्हें राजस्थान में नियुक्ति मिल जाएगी। बीमारी से लड़ते शुभम सिंगला की जज बनने की कहानी... लोग कमेंट करते, परिवार ने साथ दियाशुभम ने बताया कि सोसाइटी में बहुत तरह के लोग होते हैं। कुछ लोग अगर उन्हें देखकर कमेंट करते भी थे तो कभी उस चीज की परवाह नहीं की। उसका कहना है कि अगर कोई आपके बारे में गलत सोचता है तो वो उसके मानसिक स्तर को दर्शाता है। शुभम ने बताया कि वो जॉइंट फैमिली में रहता था। उसकी मां, पिता, दादी, भाई, बहनें व अन्य सभी सदस्यों ने उसके हर कदम पर साथ दिया। सभी उसे प्रोत्साहित करते रहे जिसका नतीजा यह हुआ कि वो आज अपना सपना पूरा कर सका है। मस्कुलर-डिस्ट्रॉफी का इलाज नहीं, खुद को कमजोर न समझेंशुभम सिंगला का कहना है कि उसे पता है कि उसको जो मस्कुलर डिस्ट्रॉफी डिजीज है यह जेनेटिक है और इसका कोई इलाज नहीं है। उसने बताया कि उसकी यह प्रॉब्लम कभी उसकी मेहनत के आड़े नहीं आई और न ही इसकी वजह से वो अपने लक्ष्य से विचलित हुआ। शुभम का कहना है कि जो बच्चे किसी भी तरह से शारीरिक तौर पर डिसएबल हैं वो अपने आप को अलग न समझें। वो दूसरे बच्चों के साथ बराबर का कंपीटिशन लड़ें और खुद को उनके साबित करें। ऐसी कोई बाधा नहीं है जिसे वो पार नहीं कर सकते हैं। अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसके हिसाब से चलें। 15 साल के सभी इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों का पल-पल यादशुभम के पिता राज सिंगला ने बताया कि इसे बचपन से ही क्रिकेट का बहुत शौक था। उनके पिता भी क्रिकेट मैच देखते थे। जब वो बाहर जाते थे और घर आकर शुभम को पूछते थे कि आज मैच में क्या क्या हुआ। वहीं से उसने क्रिकेट के हर मैच को बारीकी से देखा और एक एक पल को अपने माइंड में सेव कर दिया। आज भी उसे हर मैच के एक एक पल की जानकारी है। शुभम सिंगला ने बताया कि उन्हें क्रिकेट से बहुत प्यार है। क्रिकेट खेलना उनका शौक रहा है। विराट कोहली उनके फेवरेट प्लेयर हैं और आज भी जब विराट खेलते हैं तो उनका मैच जरूर देखता हूं। उस बीमारी के बारे में जानिए, जो शुभम को हुई... जेनेटिक्स एक्सपर्ट के मुताबिक जन्म के समय बच्चा बिल्कुल स्वस्थ रहता है। लेकिन, 2-3 साल की उम्र में लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। हाथ-पैर अपने आप मुड़ने लगते हैं। रीढ़ की हड्डी सिकुड़ने लगती है। कंधा झुकना लगता है। चलना-फिरना बंद हो जाता है। 5 से 10 साल की उम्र में जाते-जाते मरीज बेड और व्हील चेयर पर आ जाता है। हालत ऐसी होती है कि अपने हाथ से मुंह पर बैठी मक्खी भी नहीं उड़ा सकते। DMD का पता तब चलता है जब बच्चे को चलने-फिरने में दिक्कत होने लगती है। जबकि, ये दिक्कत मां के गर्भ में होती है। ये बीमारी माता-पिता से बच्चे में ट्रांसफर नहीं होती। गर्भ में गैमिटोजेनेसिस या जाइगोट (जब शुक्राणु और अंडाणु मिलते हैं तो जाइगोट बनता है) बनने के दौरान काेई जीन टूट गया तो ही ये रोग होता है। ज्यादातर केस में डिस्ट्रॉफी जीन के टूटने से ऐसा होता है। डिस्ट्रॉफी जीन में 79 एग्जॉन होते हैं। जब इसके अंदर एक या एक से अधिक एग्जॉन टूट जाते हैं तो डिस्ट्रॉफी प्रोटीन सही से नहीं बनती। इसी से मांस-पेशियों के विकास में दिक्कतें आ जाती हैं।
जोधपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने हरियाणा पुलिस के एएसआई को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने पुलिस रिमांड में परेशान न करने और मदद करने के बदले में रिश्वत की डिमांड की थी। एसीबी चौकी जोधपुर ग्रामीण ने यह कार्रवाई की है। आरोपी प्रवीण क्राइम ब्रांच, पालम विहार, गुरुग्राम में सहायक उप निरीक्षक है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक गोविंद गुप्ता ने बताया- एसीबी की जोधपुर ग्रामीण इकाई को एक शिकायत मिली थी। शिकायत में बताया गया था कि हरियाणा पुलिस का एएसआई प्रवीण एक मामले में मदद करने और पुलिस रिमांड में परेशान न करने के बदले 3 लाख रुपए की डिमांड कर रहा था। एसीबी की जोधपुर ग्रामीण इकाई ने शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए जाल बिछाया। योजना के अनुसार, परिवादी को रिश्वत की रकम के साथ भेजा गया और जैसे ही प्रवीण ने 3 लाख रुपए की रिश्वत ली, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस सोनी ने बताया कि परिवादी का मामा वाहन चोरी से संबंधित मामले में क्राइम ब्रांच की कस्टडी में है। पीड़ित को गुरुग्राम क्राइम ब्रांच अनुसंधान के लिए जोधपुर लेकर आई थी और इसी दौरान उसे रिमांड पर परेशान नहीं करने और केस में मदद करने के नाम पर पैसे मांगे गए जिसकी परिवादी ने कल शिकायत की थी। शिकायत सत्यापन में सही पाई गई। इसके बाद एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। आज शाम प्रवीण को रिश्वत लेने के लिए हाईवे पर बुलाया गया और 3 लाख की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ लिया। इन तीन लाख रुपए में डेढ़ लाख रुपये असली और डेढ़ लाख रुपए के डमी नोट थे। उप महानिरीक्षक एसीबी, जोधपुर भुवन भूषण यादव के सुपरविजन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी जोधपुर ग्रामीण पारस सोनी के नेतृत्व में यह ट्रेप कार्यवाही की गई। अतिरिक्त महानिदेशक, एसीबी स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में आरोपी से पूछताछ जारी है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।
कैथल में हरियाणा सरकार द्वारा 23 दिसंबर को गांव चुहड़ माजरा में जगतगुरु स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती की जयंती राज्य स्तर पर मनाई जाएगी। इस समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने अपने स्तर के कार्यों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। शनिवार को हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने विधायक सतपाल जांबा, डीसी अपराजिता, एसपी उपासना, सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की अतिरिक्त निदेशक वर्षा खंगवाल, भाजपा नेता अशोक गुर्जर के साथ कार्यक्रम स्थल का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया। अधिकारियों व समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष ने स्वामी ब्रह्मानंद मंदिर परिसर में प्रशासनिक अधिकारियों व समाज के प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिए, इसके लिए गंभीरता से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाए। बैठक में मुख्य रूप से हेलीपैड से लेकर कार्यक्रम स्थल तक मुख्यमंत्री के रूट, सुरक्षा प्रबंध और सड़कों के सुधारीकरण पर चर्चा की गई। वीआईपी प्रवेश द्वार, बैठने की व्यवस्था, मुख्य मंच, संत-महात्माओं के लिए अलग मंच और सांस्कृतिक स्टेज की रूपरेखा तैयार की गई। आमजन के लिए अलग सेक्टर, पेयजल, लाइट और मोबाइल शौचालय की व्यवस्था के निर्देश दिए गए। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने के निर्देश विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि जगतगुरु ब्रह्मानंद की जयंती को लेकर पूरे समाज में भारी उत्साह है। सभी हलकों में बैठकें की जा चुकी हैं और लोग बड़ी संख्या में इस समागम का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने अधिकारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करने और सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह एक पवित्र अवसर है और पूरी श्रद्धा के साथ इस जयंती को मनाया जाएगा। सभी अधिकारी व समाज के लोग अपनी जिम्मेदारियों का पूरी भावना के साथ निर्वहन करें।
कंडक्टर-ड्राइवर के झगड़े से हरियाणा रोडवेज बस खाई में उतरी:पोकरण से सिरसा आ रही थी बस, दोनों सस्पेंड
सिरसा में हरियाणा रोडवेज की एक बस कंडक्टर और ड्राइवर के बीच हुए झगड़े के कारण सड़क से नीचे उतर गई और क्षतिग्रस्त हो गई। यह घटना राजस्थान के पोकरण से सिरसा आ रही बस में हुई। विवाद के बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि, यात्रियों को चोट लगने की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। जानकारी के अनुसार, बस में सवारियों को उतारने और बस रोकने को लेकर कंडक्टर और ड्राइवर के बीच विवाद हुआ था। यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि बस अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे उतर गई। इस बीच बस स्टैंड इंचार्ज ने बस में चौपटा से सिरसा जाने वाली रूट की कुछ सवारियां बस में चढा दी। इस पर ड्राइवर भड़क गया और कंडक्टर व उसके बीच झगड़ा हो गया। इसके चलते सवारियां नीचे उतर गई। दोनों बस लेकर चौपटा से सिरसा के लिए चल दिए। रास्ते में दड़बा के पास आकर दोनों झड़प ज्यादा हो गई और बस रोड से नीचे खेतों में जा उतरी। बताया गया है कि इससे पहले बीकानेर के अर्जुनसर शहर में भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद वे बस लेकर सिरसा के चौपटा पहुंचे, जहां सवारियों को लेकर एक बार फिर विवाद हो गया।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को डीटीसी के बेड़े में 100 नई ई-बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही दिल्ली के धौला कुआं से हरियाणा के धारूहेड़ा तक इंटरस्टेट ई-बस सेवा की शुरुआत भी की गई
BB OTT: तहलका मचाएगा हरियाणा का बॉक्सर, डाइट-स्ट्रैटिजी पर की बात, 'कोई अटैक करेगा तो....'
बिग बॉस ओटीटी 3 में बॉक्सर नीरज गोयत की एंट्री हुई है. शो में जाने से पहले नीरज ने फिटनेस, डाइट और बिग बॉस हाउस में जाने के अपने फैसले पर बात की. उन्होंने एल्विश यादव पर तंज कसा. जानें और क्या कुछ उन्होंने कहा.
Salman Khan House Firing Case : पुलिस ने छठे आरोपी को हरियाणा से किया गिरफ्तार
Salman Khan house firing case: बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर पर बीते दिनों हुई गोलीबारी की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। इस मामले में पुलिस अबतक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब पुलिस के हाथ एक और कामयाबी लगी है।
HBSE 12th Result 2024: बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा (बीएसईएच), भिवानी ने कक्षा 12वीं यानी सीनियर सेकेंडरी का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट bseh.org.in पर जारी कर दिया है। यहां जानें- कैसे करना है चेक।
सलमान खान के घर फायरिंग के मामले में हरियाणा से पकड़ा गया तीसरा आरोपी
सलमान खान के घर फायरिंग के मामले में पुलिस ने तीसरे आरोपी को हरियाणा से हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए व्यक्ति पर जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई से निर्देश लेने का संदेह है.
एल्विश को मिला मनोहर लाल खट्टर का आशीर्वाद? हरियाणा के पूर्व सीएम ने दिया जवाब
इन दिनों एल्विश यादव मुश्किल में हैं. सांप और सांपों के जहर की सप्लाई के मामले में एल्विश पर एनडीपीएसएक्ट के तहत गंभीर धाराएं लगाई गई हैं. इस बीच मनोहर लाल खट्टर का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो यूट्यूबर के बारे में बात करते नजर आए.

