यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग में तबादलों के बीच बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। 2 साल पहले मृत लेखाकार का भी अफसरों ने तबादला कर दिया। उन्हें फतेहपुर में नई तैनाती दी गई है। 15 जून को विभाग की तरफ से जारी लिस्ट में 155वें नंबर पर चारुल पांडेय का नाम है। उन्हें प्रयागराज के फतेहपुर में असिस्टेंट कंट्रोलर लीगल के पद पर नवीन तैनाती दी गई है। जबकि उनकी मौत 2 साल पहले हो गई थी। सोशल मीडिया पर मामला सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। विभाग की तरफ से आदेश जारी कर ट्रांसफर को शून्य करार दिया गया है। निदेशक ने जारी किया नया आदेश बेसिक शिक्षा विभाग के आन्तरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा निदेशालय की निदेशक साधना श्रीवास्तव की तरफ से आदेश जारी किया गया। इसमें कहा गया ऑफिस आर्डर1136, फाइल नंबर में 5859/2025-26 के तहत 15 जून को जारी आदेश में चारुल पांडेय को असिस्टेंट कंट्रोलर लीगल मैट्रोलॉजी डिवीजन प्रयागराज के अंतर्गत फतेहपुर के बेसिक शिक्षा विभाग में किया प्रदर्शित हो रहा। मानव संपदा पोर्टल पर डिटेल दर्ज करने की जिम्मेदारी नोडल प्रभारी मनोज कुमार की है। जिन्होंने ये बताया कि लेखाकार चारुल पांडेय का स्वर्गवास हो चुका है। ऐसे में उस आदेश को विलोपित और शून्य समझा और पढ़ा जाए।
जेईई एडवांस के बाद पंजाब के सरकारी स्कूलों के छात्रों का नीट में रिजल्ट भी काफी अच्छा रहा है। सरकारी स्कूलों के 474 छात्रों ने इस बार नीट की परीक्षा पास की है। यह जानकारी राज्य के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने दी। उन्होंने इस परिणाम का श्रेय पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान को दिया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व के कारण हमारे स्कूल अब सैकड़ों डॉक्टर और इंजीनियर तैयार कर रहे हैं। वहीं, उनकी पत्नी और खन्ना की एसएसपी ज्योति यादव ने भी छात्रों के साथ ही उन्हें बधाई दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, सभी छात्रों को बधाई और आपको भी, प्यारे पति। जेईई एडवांस के छात्र किए थे सम्मानित जेईई एडवांस में भी शानदार प्रदर्शनराज्य के कुल 44 छात्रों ने जेईई एडवांस परीक्षा पास की है। इनमें से ज्यादातर छात्र जरूरतमंद परिवारों से हैं। परीक्षा पास करने वाले अर्शदीप सिंह की मां सफाई कर्मचारी हैं, जबकि जसप्रीत सिंह के पिता महज सात हजार रुपए मासिक वेतन पर काम करते हैं। अब ये सभी छात्र आईआईटी में पढ़ाई कर अपने सपने साकार करेंगे। इन छात्रों को पंजाब सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है। दो साल पहले हुई थी शादी आनंदपुर से AAP के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह दो साल पहले शादी के बंधन में बंध गए। उनकी शादी गुरुग्राम निवासी राकेश यादव की IPS बेटी ज्योति यादव के साथ हुई। नंगल के गुरुद्वारे में उनके आनंद कारज हुए थे । वह पहले मोहाली में एसपी भी रह चुकी है। कुछ माह पहले ही वह खन्ना में उन्हें एसएसपी तैनात किया गया है।
बरेली के सिविल लाइंस स्थित नेहरू युवा केंद्र में ऑल इंडिया महापद्मनंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन ने प्रतिभा सम्मान समारोह और मंडलीय सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम में समाज के 101 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। साथ ही 11 उत्कृष्ट व्यापारियों और विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को भी सम्मान मिला। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव और पूर्व मंत्री अताउर्रहमान मौजूद रहे। AIMCEA के प्रदेश अध्यक्ष अशोक नंद विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विधायक अताउर्रहमान ने समाज की प्रगति में शिक्षा और संगठन की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने समाज की राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने पर भी बल दिया। अशोक नंद ने बरेली टीम द्वारा किए गए आयोजन की सराहना की। मंडल अध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव ने शिक्षा को समाज के अधिकारों की समझ का आधार बताया। कार्यक्रम में शिक्षक, व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ता सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए। समारोह में शिक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया।
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित होटल 'द रेग्नेंट' में केंद्रीय विद्यालय संगठन का तीन दिवसीय वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन प्रारंभ हुआ। लखनऊ संभाग की उपायुक्त सोना सेठ ने उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की। यह सम्मेलन 15 जून से 17 जून 2025 तक चलेगा। लखनऊ, कानपुर और बरेली समेत संभाग के 48 केंद्रीय विद्यालयों के प्राचार्य इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही विद्यार्थियों के बहुमुखी विकास की रणनीति और शिक्षकों की नई भूमिका पर चर्चा की जा रही है। विद्यालयों की चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई उपायुक्त सोना सेठ ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल अंक प्राप्त करना नहीं है। विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने शिक्षकों की मार्गदर्शक और प्रेरक की भूमिका पर जोर दिया। सहायक आयुक्त अनूप अवस्थी, अर्चना जायसवाल और विजय कुमार ने परीक्षा परिणाम, नैतिक शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रणाली पर अपने विचार रखे। संभाग के 11 दो पाली विद्यालयों की चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। एसटीईएएम आधारित कला प्रदर्शनी का आयोजन होगा सम्मेलन के अंतिम दिन आयुक्त निधि पांडेय अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ उपस्थित रहेंगी। एक विशेष एसटीईएएम आधारित कला प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसमें विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, कला और गणित से संबंधित प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए जाएंगे। यह सम्मेलन शिक्षा को नई दिशा देने का एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है।
यूपी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) सहित सभी विभागीय अधिकारियों के ट्रांसफर पर अगले आदेश तक रोक लगा दी। यह रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी। यह फैसला बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सीएम योगी से बातचीत के बाद लिया। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि वर्तमान में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बच्चों का भविष्य और शिक्षा की गुणवत्ता है। विभागीय स्थिरता बनाए रखने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। दरअसल, योगी सरकार ने 15 जून तक विभागों में ट्रांसफर की मंजूरी दी थी। रविवार को कई विभागों में देर रात तक ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई। 24 एआरटीओ और 11 आरटीओ के ट्रांसफर किए गए। जेल अधीक्षकों के ट्रांसफर की लिस्ट जारी की गई। देर रात को 63 बाल विकास परियोजना अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई। इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग में 106 जूनियर अभियंता और 104 सहायक अभियंता की तबादला सूची गुपचुप तरीके से जारी की गई। वित्त एवं लेखा सेवा विभाग के समूह ख के 41 अधिकारियों का भी तबादला किया गया। कई जिला कोषाधिकारी भी बदले गए हैं। शासन के सूत्रों के मुताबिक, कई विभागों में आज यानी सोमवार को तबादला सूची जारी होगी। हालांकि, इसमें ऑर्डर की डेट 15 जून की ही होगी। 63 सीडीपीओ और 42 लेखा अधिकारियों के ट्रांसफर योगी सरकार ने रविवार की देर शाम 63 बाल विकास परियोजना अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी की। वित्त एवं लेखा सेवा विभाग के समूह ख के 41 अधिकारियों का भी तबादला किया गया। कई जिला कोषाधिकारी भी बदले गए हैं। लोक निर्माण विभाग में 106 जूनियर अभियंता और 104 सहायक अभियंता की तबादला सूची गुपचुप तरीके से जारी की गई है। अधिशासी अभियंता, अधीक्षण अभियंता और मुख्य अभियंताओं की ट्रांसफर सूची सोमवार को जारी होगी। साल 2025-26 के तबादला सत्र के अंतिम दिन 15 जून को विभिन्न विभागों में तबादला सूची जारी होने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। विभागीय मंत्री भी शासन के अधिकारियों के साथ गुप्त स्थान पर बैठकर तबादला सूची जारी करने की कार्यवाही करते रहे। ट्रांसफर के लिए भाजपा के कार्यकर्ता, पदाधिकारी और विधायक मंत्रियों को फोन लगाते रहे। लेकिन मंत्रियों ने उनके फोन आंसर नहीं किए। पीएसओ और निजी सहायक यही कहते रहे कि मंत्री जी मीटिंग में व्यस्त है। विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और तबादला के आवेदक भी अपने विभाग के मंत्री और अफसरों के घर के चक्कर लगाते रहे शासन के सूत्रों के मुताबिक कई विभाग सोमवार को तबादला सूची जारी करेंगे। लेकिन ट्रांसफर ऑर्डर में तारीख 15 जून की ही होगी। मंत्रियों ने और प्रमुख सचिवों ने ट्रांसफर के बाद उसके संशोधन आदेश या ट्रांसफर निरस्त करने के दबाव से बचने के लिए रास्ता निकाला है। देखें CDPO ट्रांसफर लिस्ट प्रदेश के 11 जेल अधीक्षकों का ट्रांसफर; संतोष वर्मा को सेंट्रल जेल आगरा, आलोक कुमार को प्रयागराज जिला जेल भेजा यूपी में 11 जेल अधीक्षकों के ट्रांसफर कर दिए गए। संतोष कुमार वर्मा को चित्रकूट जिला जेल से सेंट्रल जेल आगरा भेजा गया है। जबकि जिला जेल मेरठ के आलोक कुमार शुक्ला को लखीमपुर खीरी जिला जेल भेजा गया है। वहीं आलोक कुमार को सेंट्रल जेल नैनी से प्रयागराज जिला जेल में तैनाती दी गई है। राजेश कुमार वर्मा को जिला जेल मिर्जापुर से सीतापुर, सुशील कुमार वर्मा को मथुरा से बरेली, रंजीत कुमार सिंह को संत कबीरनगर से मऊ जिला जेल भेजा गया है। जबकि आनंद सिंह को बरेली सेंट्रल जेल से बरेली जिला जेल भेजा गया। महेंद्र पाल को उप कारागार देवबंद से जिला जेल मुरादाबाद भेजा गया है। इसके अलावा विक्रम सिंह यादव को जिला जेल मुरादाबाद से बांदा और विजय कुमार राय को जिला जेल हरदोई से महराजगंज जिला जेल भेजा गया है। देखिए लिस्ट झांसी के प्रभात पांडेय लखनऊ के नए RTO बने, 11 आरटीओ और 24 एआरटीओ के ट्रांसफर यूपी में परिवहन विभाग में 11 आरटीओ और 24 एआरटीओ के ट्रांसफर किए गए। झांसी में तैनात आरटीओ (प्रवर्तन) प्रभात पांडेय अब लखनऊ के नए आरटीओ (प्रवर्तन) होंगे। लखनऊ में तैनात आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज को अब मुरादाबाद का आरटीओ (प्रवर्तन) बनाया गया है। परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर तैनात आरटीओ अनीता सिंह को मेरठ का आरटीओ प्रशासन बनाया गया है। बरेली में तैनात आरटीओ (प्रवर्तन) दिनेश कुमार को मुख्यालय पर सड़क सुरक्षा/प्रदूषण नियंत्रण का कार्यभार सौंपा गया है राजेश कुमार वर्मा को मिर्जापुर से हटाकर झांसी का आरटीओ (प्रवर्तन) बनाया गया है। जबकि बस्ती में तैनात आरटीओ (प्रवर्तन) रविकांत शुक्ला को मिर्जापुर का आरटीओ प्रवर्तन बनाया गया है। प्रयागराज में आरटीओ प्रशासन के पद पर तैनात राजेश कुमार मौर्य अब गोंडा के नए आरटीओ प्रशासन होंगे। देखिए लिस्ट 23 डीआईओएस के ट्रांसफर, श्वेता पूठिया को हापुड़, अरुण कुमार को सिद्धार्थनगर भेजा यूपी में ट्रांसफर का दौर जारी है। रविवार को माध्यमिक शिक्षा विभाग में 23 ट्रांसफर किए गए। इसमें मुरादाबाद जीआईसी मानपुर की प्रिंसिपल श्वेता पूठिया को प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षण हापुड़ बनाया गया है। जबकि अरुण कुमार को कानपुर से सिद्धार्थनगर भेजा है। इसके अलावा सर्वदानंद को अलीगढ़ से बहराइच भेजा है। देखिए लिस्ट
यूपी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) सहित सभी विभागीय अधिकारियों के ट्रांसफर पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। यह निर्णय बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। आधिकारिक आदेश के अनुसार, यह निर्णय 'स्कूल चलो अभियान' और अन्य विभागीय कार्यक्रमों के प्रभावी और लक्ष्य आधारित संचालन के उद्देश्य से लिया गया है। निर्देश में यह स्पष्ट किया गया है कि जब तक आगे कोई आदेश न आए, विभागीय अधिकारियों के तबादले नहीं किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि वर्तमान समय में हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता बच्चों का भविष्य और शिक्षा की गुणवत्ता है। विभागीय स्थिरता बनाए रखने के लिए यह निर्णय आवश्यक था। दूरदर्शन पर जल्द शुरू होगा राम दरबार की शृंगार आरती; सुगम दर्शन और आरती पास हाउसफुल राम मंदिर में रामदरबार की आरती का जल्द दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। साथ ही रामलला के आरती दर्शन के लिए मिलने वाले पास 28 जून तक हाउसफुल हो गए हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्यासी डॉ. अनिल मिश्र के अनुसार राम दरबार दर्शन के लिए ऑनलाइन पास की सुविधा तभी शुरू होगी जब दक्षिणी सीढ़ियों पर रेलिंग का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। फिलहाल शुक्रवार से दर्शन शुरू हो गए हैं। पढ़िए पूरी खबर वाराणसी में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़; टप्पेबाज गिरोह का बदमाश गोली लगने से घायल, दो को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा वाराणसी शहर में लगातार टप्पेबाजी की घटनाओं से परेशान पुलिस को रात में बड़ी सफलता हाथ लगी जब एक मुठभेड़ के दौरान दिल्ली निवासी शातिर टप्पेबाज मोहम्मद सलीम को घायल अवस्था में पकड़ लिया गया। पुलिस चेकिंग के दौरान जब सलीम से रुकने को कहा गया तो वह भागने लगा और पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में सलीम के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया और पुलिस की गिरफ्त में आ गया। यह पूरी वारदात जैतपुरा थाना क्षेत्र के नख्खीघाट इलाके में हुई। पढ़िए पूरी खबर गोरखपुर में बुजुर्ग की हत्या; धारदार हथियार से हमला, जमीनी विवाद की आशंका गोरखपुर में रविवार रात राजेंद्र यादव (65 साल) की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। हत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है। जमीनी विवाद में हत्या की बात सामने आ रही है। वारदात चौरीचौरा क्षेत्र के बिलारी गांव में की है। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। चौरीचौरा थाने के प्रभारी निरीक्षक वेद प्रकाश शर्मा ने बताया- हत्या के कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा- परिजनों की तहरीर मिलने पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पढ़िए पूरी खबर
एक मई से हटे तबादलों पर प्रतिबंध की अवधि दो दिन में खत्म हो जाएगी। मंगलवार, 17 जून के बाद तबादलों की समय-सीमा अब और नहीं बढ़ाई जाएगी। यह साफ हो चुका है। लेकिन कई विभागों ने अभी तक तबादला सूची जारी नहीं की है। ऐसे में अब सोमवार और मंगलवार को इन विभागों समेत अन्य सभी विभागों की तबादला सूची जारी होना तय माना जा रहा है। जिन प्रमुख विभागों ने इस अवधि में तबादले नहीं किए हैं, उनमें स्कूल शिक्षा, वन विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी), खनिज संसाधन (माइनिंग), परिवहन, सहकारिता, जल संसाधन, उद्यानिकी (हार्टिकल्चर) जैसे विभाग शामिल हैं। इसके अलावा कई अन्य विभागों ने भी अभी आधी-अधूरी सूची ही जारी की है। स्कूल शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा तबादले होने हैं, और इसके लिए विभाग ने 16 जून, सोमवार तक का समय तय किया है। इसलिए सबसे बड़ी सूची इसी विभाग से जारी होने की संभावना है। इसी तरह जनजातीय कार्य विभाग के भी तबादला आदेश जारी होना बाकी हैं। इस विभाग में ट्राइबल टीचर्स के अलावा सहायक संचालक, जिला संयोजक, क्षेत्रीय संयोजक समेत उच्च पदों पर पदस्थ अफसरों और कर्मचारियों की तबादला सूची तैयार है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वन्य जीवों की सुरक्षा और व्यवस्थापन को लेकर काफी गंभीर हैं, लेकिन इस विभाग में रेंजर, उप वन मंडल अधिकारी, वन मंडल अधिकारी, फॉरेस्ट गार्ड समेत वन भवन में पदस्थ अफसरों के तबादले भी अटके हुए हैं। खनिज संसाधन विभाग में जिला खनिज अधिकारी समेत खनिज निरीक्षकों के तबादले लंबित हैं। स्वास्थ्य विभाग में भी नर्सिंग ऑफिसरों की एक या दो सूचियाँ जारी होना तय माना जा रहा है। डॉक्टरों, सर्जनों, विशेषज्ञों और फार्मासिस्टों के तबादलों की सूची अब तक जारी नहीं की गई है। केवल उच्च शिक्षा विभाग ने भारी-भरकम तबादला सूची जारी की है। सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने अब तक तबादले नहीं किए हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने डिप्टी कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, अपर कलेक्टर और आईएएस अफसरों की कोई तबादला सूची जारी नहीं की है। 37 संयुक्त कलेक्टर मार्च 2023 से ही अपर कलेक्टर के पद पर पदोन्नत हो चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें पदस्थापन नहीं मिल पाई है और वे अभी भी जिलों में संयुक्त कलेक्टर की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसी तरह दतिया में कलेक्टर का पद 15 दिन से खाली है। यहां जिला पंचायत के सीईओ को कलेक्टर का प्रभार सौंपा गया है। दतिया के कलेक्टर रहे संदीप माकिन 31 मई को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसी माह 30 जून को सागर कमिश्नर वीरेंद्र सिंह रावत भी रिटायर हो रहे हैं। इसके अलावा मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालयों में भी बदलाव को लेकर बीते 15 दिनों से मंत्रालय के गलियारों में चर्चाएं हैं, लेकिन सूची जारी नहीं हो पा रही है। इस साल तबादलों के लिए 47 दिन मिले। इस वर्ष तबादलों के लिए विभागों को कुल 47 दिन का समय मिला है। पहले मोहन कैबिनेट ने 29 अप्रैल को तबादला प्रतिबंध हटाते हुए एक मई से 30 मई तक तबादले करने का अधिकार मंत्रियों और विभागाध्यक्षों को दिया था। इसके बाद मंत्रियों की मांग और 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मध्य प्रदेश दौरे के मद्देनज़र इसे 10 जून तक बढ़ाया गया। पिछली कैबिनेट में इस अवधि को सात दिन और बढ़ाने की मंजूरी दी गई थी। 9 और 10 जून को कई विभागों ने तबादला सूची जारी की, लेकिन कई विभागों की सूची अब तक जारी नहीं हुई है। मंत्रियों और अफसरों के बीच तालमेल की कमी से सूची अटकी हुई है। तबादला सूची जारी न होने का मुख्य कारण मंत्रियों और अफसरों के बीच तालमेल की कमी को बताया जा रहा है। कई विभागों में प्रमुख सचिव, आयुक्त और मंत्रियों के बीच तबादला सूची में शामिल नामों पर सहमति नहीं बन पाने के कारण सूची अटकी हुई है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में ग्रामीण आजीविका मिशन की सूची जारी नहीं हो पा रही है। वन विभाग में आईएफएस अफसरों की तबादला सूची के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव की स्वीकृति मिलनी बाकी है। इसी तरह गृह विभाग की आईपीएस तबादला सूची भी लंबित है क्योंकि विभागीय अफसर मुख्यमंत्री से चर्चा के लिए समय नहीं ले पाए हैं। स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग के मंत्री भी तबादला सूची में संशोधन कर चुके हैं, जिसके चलते सूची जारी होने में देर हो रही है।
बालोतरा जिले में एक ऐसा स्कूल जहां हर बच्चे को खेलने का अवसर मिल रहा है। शिक्षा के साथ-साथ स्कूल बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए स्कूल स्टाफ के प्रयासों से करीब एक दर्जन से ज्यादा खेलकूद की एक्टिविटी संचालित हो रही है। यह स्कूल है राउमावि. पूनियों का तला गिड़ा। यहां 360 बच्चों का नामांकन है, लेकिन कक्षा 3 के बाद के सभी बच्चे किसी न किसी खेलकूद गतिविधि में भाग जरूर ले रहे हैं। यह सब तब संभव हुआ है, जब स्कूल में कोई शारीरिक शिक्षक भी नहीं है। इसके बावजूद जो शिक्षक कार्यरत है वो उन्हें अलग-अलग खेलों की ट्रेनिंग दे रहे हैं। खिलाड़ियों को तैयार कर स्टेट लेवल तक खेलने के लिए भेजा है। गिड़ा तहसील का राउमावि. पूनियों का तला जहां 360 बच्चों का नामांकन है। इस बार 12वीं आर्ट्स में इसी सरकारी स्कूल से बालोतरा जिले का टॉपर मि ला है। यहां सिर्फ शिक्षा पर ही जोर नहीं दिया जा रहा, बल्कि यहां खेलों को भी उतना ही महत्व दिया जा रहा है। खास बात तो ये भी है कि इस स्कूल में सरकार की ओर से कोई शारीरिक शिक्षक भी नहीं लगाया गया है, इसके बावजूद शिक्षक खुद सोशल मीडिया के माध्यम से पहले खुद खेल की ट्रेनिंग ले रहे हैं और फिर बच्चों को भी अभ्यास करवा रहे हैं। यहां शूटिंग, एथेलिक्टिक्स, स्केटिंग, कबड्डी, बॉक्सिंग, वुशु, क्रिकेट, तीरंदाजी, हॉकी, साइक्लिंग, शतरंज सहित कई तरह के खेलों की टीमें तैयार हुई हैं। जिला स्तर पर खेलने के साथ ही प्रदेशभर पर खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया है। 87 विद्यार्थी एक स्कूल से स्टेट लेवल पर खेले राउमावि. पूनियों का तला प्रधानाचार्य संतोष कुमार ने बताया कि पहली बार एक स्कूल से 87 बच्चे स्टेट लेवल पर खेले हैं। इनमें शूटिंग, तीरंदाजी, हॉकी, बॉक्सिंग कई बच्चों का स्टेट लेवल पर चयन हुआ। कबड्डी में यहां से 7 साल से लगातार टीम स्टेट लेवल पर खेल रही है। शूटिंग में 14 वर्ष की टीम में 5 खिलाड़ी स्टेट लेवल पर खेले हैं। स्कूल में हर खिलाड़ी लगभग किसी न किसी खेल से जुड़ा हुआ है। शारीरिक शिक्षक नहीं होने के बावजूद भी बच्चों को खेलों से जोड़ा जा रहा है, ताकि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से विकास हो। हर साल बच्चे 2-2 पौधे लगाना अनिवार्य रामउमावि. पूनियों का तला खुद में करीब 200 से ज्यादा पौधे है और पूरी तरह से हरी भरी है। इसके अलावा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को हर साल भामाशाहों के सहयोग से 2-2 पौधे भेंट किए जाते हैं वो अपने घर पर लगाते हैं। ये ही वजह है कि अब पूनियों का तला गांव में ऐसा कोई घर नहीं हैं, जहां पिछले 4-5 साल में हर घर पर 5-7 नए पौधे नहीं लगे हो। इसके अलावा इस गर्मी में गांव में 1100 परिंडे लगाए गए हैं, हर घर के आगे पक्षियों के लिए परिंडा है। स्कूल का हर क्लास रूम में स्मार्ट बोर्ड है। पूरे स्कूल में 32 सीसीटीवी कैमरे हैं।
खेल, समाज और शिक्षा के क्षेत्र में कामकर रही 52 प्रतिभाएं किसमीदेसर गौरव से सम्मानित
सिटी रिपोर्टर | बीकानेर शहर के प्राचीन मोहल्ले किसमीदेसर में गंगाराम चतुर्भुज माली प्रेरणा फाउंडेशन के तत्वावधान में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा, खेल एवं समाज सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए 52 प्रतिभाओं को किसमीदेसर गौरव सम्मान दिया गया। संस्था अध्यक्ष ईश्वर राम गहलोत ने बताया कि शिक्षा, सेवा एवं समर्पण को संकल्पित संस्था ने वर्ष-2024.25 में कक्षा 8वीं, 10वीं, 12वीं एवं उच्च कक्षाओं में उच्चतम अंक लाने वाले एवं सरकारी सेवा में चयनित 52 यशस्वी विद्यार्थियों को यह सम्मान दिया गया। खेल क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाओं को भी यह सम्मान दिया गया। कार्यक्रम की शुरूआत फूसराम, मेघराज, ताराचंद ने दीप प्रज्ज्वलन करके की। कार्यक्रम का संचालन राकेश गहलोत किया। इस अवसर पर जितेन्द्र गहलोत, गोपीकिशन गहलोत, नंदु गहलोत, अरूण गहलोत, अशोक गहलोत, घनश्याम तंवर, अशोक तंवर, डॉ. मनीष, डॉ. नवरत्न, आशीष, खुशीराम, प्रमोद, किशन लाल तंवर, विजय देवी, सुनिता, तरूणा गहलोत एवं अनिता सांखला ने सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अंत में आनंद गहलोत ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
शिक्षा में योगदान के लिए सिलीगुड़ी में सम्मानित हुए मझौलिया के अब्दुल्ला अरशद उर्फ सरहदी, बधाइयां
एजुकेशन रिपोर्टर|बेतिया पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में आयोजित प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के 13 वें राष्ट्रीय सम्मेलन जिले के मझौलिया प्रखंड मुख्यालय स्थित एमजी पब्लिक हाई स्कूल के निदेशक अब्दुल्लाह अरशद उर्फ सरहदी सम्मानित किए गए हैं। अब्दुल्लाह एसोसिएशन के पश्चिम चंपारण जिला सचिव भी है। उन्हें यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान व गरीब व बेसहारा बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने के लिए प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान बिहार सरकार के आईजी विकास वैभव व एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमाएल अहमद ने उन्हें सम्मानित किया। सम्मेलन का मुख्य विषय प्री स्कूल फेसिलेटर एंड केयर गिवर्स था। दीप प्रज्वलन कर सम्मेलन का उद्घाटन किया गया। इसमें कटिहार के सांसद तारिक अनवर,आईजी विकास वैभव, राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमाएल अहमद,राष्ट्रीय सचिव मार्विन कोविल व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष फादर पीटर शामिल हुए। कार्यक्रम में बोलते हुए आईजी विकास वैभव ने कहा कि बच्चों के प्रारंभिक विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण जरूरी है। वहीं सांसद तारिक अनवर ने निजी स्कूलों के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा कि सरकार व अधिकारी निजी स्कूलों को शत्रु नहीं, देश का भविष्य निर्माता मानें। सम्मेलन में देशभर से आए शिक्षाविदों को भी उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
लोहरा समाज सम्मेलन में शिक्षा और संस्कृति बचाने का किया गया आह्वान
भास्कर न्यूज|लोहरदगा आदिवासी लोहरा समाज का जिला स्तरीय सम्मेलन का आयोजन लोहरदगा प्रखंड परिसर स्थित अवंतिका नगर भवन में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सरना झंडा की पूजा से हुई। कुटमू के पाहन ने पूजा कराई। कार्तिक लोहरा ने सरना भजन प्रस्तुत किया। इसके बाद बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया। मुख्य अतिथि कृषि उप निदेशक सावन लोहरा रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष बालमुकुंद लोहरा और रामशरण लोहरा मौजूद रहे। बालमुकुंद लोहरा ने कहा, समाज का विकास शिक्षा से ही संभव है। शिक्षा के बिना तरक्की की कल्पना नहीं की जा सकती। बच्चों को पढ़ाना जरूरी है। शिक्षा शेरनी का दूध है, जो जितना पिएगा उतना दहाड़ेगा। समाज को एकजुट होकर विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा दिलानी होगी। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज को दिलाना है। रीति-रिवाज, भाषा और संस्कृति को बचाना जरूरी है। कृषि उप निदेशक सावन लोहरा ने कहा, लोहरा समाज की पहचान प्राचीन काल से रही है। जब आधुनिक औजार नहीं थे, तब लोहरा समाज के लोग लोहा गलाकर कृषि औजार और युद्ध के लिए तीर-धनुष बनाते थे। समाज इंजीनियरों का है। हुनरमंद लोग हैं। स्किल डेवलपमेंट और शिक्षा से समाज की स्थिति सुधारी जा सकती है। सम्मेलन को रामशरण लोहरा, सुरेश लोहरा, राजू लोहरा, भुनेश्वर लोहरा, कार्तिक लोहरा, सिवान लोहरा, हरक लोहरा, राजूराम ब्रिज लोहरा, शंभू शंकर गुरु, डॉक्टर सांगा, सरिता देवी, धनेश लोहरा और अमित लोहरा ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रांची, लातेहार और लोहरदगा से समाज के अगुवा शामिल हुए। लोहरदगा जिले के सातों प्रखंडों से बड़ी संख्या में महिला, पुरुष, युवा और बच्चे पहुंचे। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ, जिसे लोगों ने खूब सराहा।
आचार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर हुई चर्चा
यूपीएससी द्वारा आयोजित आरटी-III परीक्षा रविवार को कदाचार मुक्त और शांतिपूर्ण तरीके से सफलतापूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा की मॉनिटरिंग कर रहे दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची के प्रमंडलीय आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र ने डी-ब्रीफिंग के दौरान बताया कि परीक्षा की पूर्व संध्या से लेकर परीक्षा की समाप्ति तक सभी अधिकारियों और कर्मियों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ किया। आयुक्त ने राजकीय बालिका+2 उच्च विद्यालय, बरियातू परीक्षा केंद्र की विशेष सराहना की, जहां 100 से अधिक परीक्षार्थी जो ब्लैक पेन लाना भूल गए थे, उन्हें केंद्र और प्रशासन के सहयोग से ब्लैक पेन उपलब्ध कराया गया। सिटी रिपोर्टर|रांची पिस्का नगड़ी श्री कृष्ण चंद्र गांधी शैक्षिक संस्थान कुदलुम स्थित आचार्य प्रशिक्षण विद्यालय में 20 दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। समारोह को विद्या भारती के अखिल भारतीय मंत्री ब्रह्मा जी राव ने संबोधित करते हुए कहा कि हम आचार्य मानवता के रक्षा से ही अपने आचार्यत्व की रक्षा कर सकते है। उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि हमारी नई शिक्षा नीति भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित है। उन्होंने आचार्यों के कर्तव्य के बारे ने बताते हुए कहा कि हमें आचार्य से पहले एक मानव बनना है। प्रदेश मंत्री डॉ. ब्रजेश कुमार ने आचार्यों से समय पालन व अनुशासन के गुण को जीवन में अपनाने की बात कही। रांची | रेल सुरक्षा बल, रांची, फ्लाइंग टीम और सीआईबी ने शनिवार को निरीक्षक शिशुपाल कुमार के पर्यवेक्षण में एक विशेष तलाशी अभियान ऑपरेशन नार्कोस के तहत रांची रेलवे स्टेशन पर चलाया। इस दौरान ट्रेन नंबर 15027 एक्सप्रेस (संभलपुर-गोरखपुर) से कुल वजन 56 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य 5,60,000 रुपए आंका गया। मामले में चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। आरपीएफ ने 56 किलोग्राम गांजा जब्त किया, 4 अरेस्ट
भारतीय शिक्षा, राष्ट्र की सेवा और संस्कृति से जुड़ा नवाचार्य वर्ग, 22 स्कूलों ने की शिरकत
भास्कर न्यूज | जांजगीर विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के मार्गदर्शन में ग्राम भारती सरस्वती शिक्षा विकास समिति द्वारा आयोजित दस दिवसीय नवाचार्य प्रशिक्षण वर्ग का समापन 14 जून को शाम 6 बजे सरस्वती शिशु मंदिर, बिर्रा में हुआ। समापन समारोह सादगी, गरिमा और राष्ट्रभाव से ओतप्रोत वातावरण में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में जिले के 22 विद्यालयों से 7 आचार्य और 45 दीदियां शामिल हुईं। यह आयोजन शिक्षकों के वैचारिक, नैतिक और शारीरिक प्रशिक्षण का समग्र मंच बना। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता और मां सरस्वती के चित्र पर पूजन और दीप प्रज्वलन से हुई। प्रशिक्षुओं ने सूर्यनमस्कार, संगठन खेल, समूह गायन, शारीरिक व्यायाम और सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। अभ्यास वर्ग में अर्जित अनुशासन और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रशिक्षकों ने भारतीय शिक्षण परंपरा को केंद्र में रखते हुए राष्ट्रीय चरित्र निर्माण पर मार्गदर्शन दिया। समारोह में मुख्य वक्ता प्रांतीय सचिव, वनांचल शिक्षा सेवा न्यास, चंद्र किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षक समाज का निर्माण करता है। शिक्षक के जीवन में मूल्य होंगे, तो उसकी कक्षा संस्कारशाला बन जाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल पाठ्यक्रम नहीं पढ़ाता, वह भावी राष्ट्र का व्यक्तित्व गढ़ता है। समन्वय व सहयोग की भावना भी बढ़ी विशिष्ट अतिथि घनश्याम तिवारी, सहायक नोडल अधिकारी, जिला सहकारी बैंक, ने कहा कि प्रशिक्षण एवं अभ्यास वर्ग न केवल कार्यपद्धति को सशक्त करते हैं, बल्कि शिक्षक वर्ग को परस्पर जोड़कर समन्वय एवं सहयोग की भावना भी बढ़ाते हैं। अध्यक्षता कर रहे जिला सचिव देवप्रसाद तिवारी ने बताया कि ग्राम भारती द्वारा संचालित 59 विद्यालयों में अध्ययनरत 11,925 छात्र-छात्राओं के लिए यह प्रशिक्षण उनकी दिशा और दशा तय करने वाला अवसर है। प्रमाण पत्र वितरण हुआ समापन सत्र में प्रशिक्षण प्राप्त सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। भारत माता की आरती, राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ और राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ की सामूहिक प्रस्तुति के साथ समारोह का समापन हुआ। उपस्थित अभिभावकों, ग्रामवासियों और अतिथियों ने कार्यक्रम की गरिमा और अनुशासन की मुक्तकंठ से सराहना की। इनका रहा योगदान प्रशिक्षण के सफल संचालन में मनोज तिवारी (सेवानिवृत्त उच्च शिक्षक) वर्गाधिकारी के रूप में विशेष रूप से सक्रिय रहे। प्रमुख शिक्षकों में श्री हीराराम सूर्यवंशी (कोसमंदा), मनीष सिंह (भैंसदा), राकेश कुम्भज (कुकदा), राम कुमार गढ़वाल (पाली), अनिल प्रकाश बघेल (पंतोरा) एवं बसंती साहू (तेंदूभाठा) का विशेष योगदान रहा। जिन्होंने बौद्धिक, मंच, चिकित्सा एवं शारीरिक अभ्यास विषयों का दायित्व कुशलता से निभाया।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से 18 और 19 जून को प्रवक्ता संवर्ग TGT-PGT एग्जाम होना प्रस्तावित था। लेकिन चार दिन पहले ही आयोग ने इस परीक्षा को स्थगित कर दिया और अगस्त में कराने की बात कही गई। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आयोग एग्जाम में देरी क्यों कह रहा है? सूत्रों के हवाले से यह भी बात सामने आ रही है कि एग्जाम के पहले ही असिस्टेंट प्रोफेसर के एग्जाम के साथ ही TGT-PGT का पेपर आउट हो गया था। यही कारण है कि गुपचुप तरीके से एग्जाम ही निरस्त कर दिया गया। युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा, आयोग यह परीक्षा आखिर क्यों नहीं करा पा रहा है? क्यों बार बार परीक्षा टालनी पड़ रही है। इसे मामले को लेकर 16 जून को अभ्यर्थी चयन आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे और सचिव से बातचीत करेंगे। 3 बार बदली जा चुकी है परीक्षा की तारीख युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिंह ने बताया, 2 बार परीक्षा की तिथि बदली गई और तीसरी बार परीक्षा ही स्थगित कर दी गई लेकिन अभी तक तारीख नहीं तय की गई है। ऐसे में अभ्यर्थियों में भय है कि कहीं फिर से परीक्षा न टल जाए। कुछ स्पष्ट नहीं किए जाने से प्रतियोगियों ने प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष, सचिव व परीक्षा नियंत्रक ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही पीजीटी परीक्षा- 2022 को लेकर तारीख तय कर दी जाएगी लेकिन अभी तक तिथि नहीं घोषित की गई। अभ्यर्थी शीतला प्रसाद ओझा कहते हैं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हम प्रतियोगी छात्रों के बारे में भी सोचना चाहिए। परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र कुमार सिंह को तत्काल हटाया जाए, यह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। भाजपा सरकार को जीरो टालरेंस की बात करती है, उनकी मांग है कि इस पर तत्काल एक्शन लिया जाए। हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। हम गरीब और किसान के बेटे हैं।
गोरखपुर के संस्कृति पब्लिक स्कूल में रविवार को आयोजित विश्व हिंदू परिषद के शिक्षा वर्ग के समापन और दीक्षांत समारोह में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव व विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को न केवल ध्यान और योग जैसी विधाएं दी हैं, बल्कि एक संतुलित, शांति-संपन्न और सर्वकल्याणकारी जीवनशैली भी सिखाई है। चंपत राय ने कहा कि हिंदू धर्म अकेला ऐसा दर्शन है, जो नदियों को मां मानता है, पेड़ों, पर्वतों और पूरे पर्यावरण को पूजनीय मानता है। यह परंपरा ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की भावना के साथ हर जीव के कल्याण की कामना करती है। उन्होंने कहा कि यह जीवन पद्धति मात्र एक धर्म नहीं, बल्कि वैश्विक संतुलन और सह-अस्तित्व की विचारधारा है। भारतीय संस्कृति की सीमाएं नहीं, विस्तार है उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय संस्कृति किसी भौगोलिक सीमा में सीमित नहीं रही है। यह विचार पूर्वी एशिया, मध्य एशिया और यूरोप तक फैला और वहां की संस्कृति, शासन और जीवनशैली को गहराई से प्रभावित किया। वेद, योग, आयुर्वेद, वास्तु, कला और शिल्प जैसी परंपराएं आज भी विश्व में सम्मानित हैं और मानवता को जोड़ने का कार्य कर रही हैं। चंपत राय ने कार्यकर्ताओं और युवाओं से अपील की कि वे भारतीय संस्कृति की गहराई को समझें और इस गौरवशाली परंपरा को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि जब युवा अपनी जड़ों से जुड़ेंगे, तभी उनमें आत्मगौरव और राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना जगेगी। संस्कार निर्माण का मंच बना शिक्षा वर्ग दस दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में प्रतिदिन विहिप का ‘एकात्मकता स्तोत्र’ पढ़ा गया, जिसमें एकता, सेवा और त्याग की भावना निहित है। कार्यक्रम में गोरक्ष प्रांत मंत्री नागेंद्र सिंह ने प्रस्तावना प्रस्तुत की, जबकि मंच संचालन अश्विनी ओझा ने किया। आभार ज्ञापन प्रांत सह मंत्री मंगल देव चौबे ने किया। समारोह में गोरक्ष प्रांत संगठन मंत्री राजेश, काशी प्रांत संगठन मंत्री नितिन कुमार, दीपेश, सगुण श्रीवास्तव, सोमेश, सत्यप्रकाश सिंह, डॉ आर.पी. शुक्ल, अजय सिंह, दुर्गेश त्रिपाठी, विनोद मिश्र, तारकेश्वर, शीतल, गोपेश पाल, आर.के. सिंह और कौशलेंद्र प्रताप सिंह समेत बड़ी संख्या में प्रशिक्षार्थी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में कुलपति पद की रिक्तता के बीच शिक्षा मंत्रालय ने कार्यवाहक कुलपति यानी रेक्टर की शक्तियों को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। मंत्रालय द्वारा जारी एक पत्र में बताया गया है कि कार्यवाहक कुलपति को कुलपति के सभी प्रशासनिक और वित्तीय अधिकार प्राप्त होंगे, जिसमें कार्यकारी परिषद और वित्त समिति की बैठक बुलाने का अधिकार भी शामिल है। हालांकि, उनके पास कुछ सीमित अधिकार नहीं होंगे जैसे कि विश्वविद्यालय की विधियों या अध्यादेशों में संशोधन, नई नियुक्तियों, पदों के सृजन और निर्माण संबंधी निर्णय लेना। क्या कहा गया है पत्र में शिक्षा मंत्रालय ने बीएचयू एक्ट की धारा 7बी(5) और 7सी(5) का हवाला देते हुए स्पष्ट किया है कि रेक्टर, जब तक स्थायी कुलपति की नियुक्ति नहीं होती, विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संचालन हेतु सभी आवश्यक कार्य कर सकते हैं। मंत्रालय ने यह पत्र कुलपति के नाम से जारी किया है, जिससे विश्वविद्यालय के भीतर उत्पन्न असमंजस की स्थिति को सुलझाया जा सके। इस पत्र के बाद यह स्पष्ट प्रतीत हो रहा कि नये वीसी के लिए अभी लम्बा इंतजार करना पड़ेगा। क्या है वर्तमान स्थिति 7 जनवरी 2025 से बीएचयू में कुलपति का पद रिक्त है और इस पद की जिम्मेदारी वर्तमान में रेक्टर प्रोफेसर संजय कुमार निभा रहे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा वैद्य सुशील कुमार दुबे एवं अन्य की ओर से अवमानना के एक मामले में उत्पन्न अस्पष्टता के कारण विश्वविद्यालय निर्णय नहीं ले पा रहा था। इसी असमंजस के समाधान हेतु शिक्षा मंत्रालय से पत्राचार किया गया, जिसके जवाब में यह स्पष्टता प्रदान की गई। अब जानिए क्या रहा प्रमुख वजह यह पहली बार नहीं है जब बीएचयू से जुड़े प्रशासनिक या शैक्षणिक मामलों में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) या शिक्षा मंत्रालय को हस्तक्षेप कर नियमों की व्याख्या करनी पड़ी हो। पूर्व में भी पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया की अनियमितता और शिक्षकों के विभागाध्यक्ष पद पर नियुक्ति में वरिष्ठता निर्धारण जैसे मुद्दों पर मंत्रालय को स्पष्ट निर्देश देने पड़े थे।
झालावाड़ में श्री हरिश्चंद्र राजपूत छात्रावास के सभागार में राजपूत समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए। समिति अध्यक्ष कृष्ण पाल सिंह झाला ने बताया कि बैठक में समाज की कुरीतियों को दूर करने, शिक्षा को बढ़ावा देने और राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया गया। कोषाध्यक्ष छीतर सिंह राठौड़ के अनुसार, भाजपा द्वारा नियुक्त किए गए झालावाड़ मंडल अध्यक्ष प्रदीप सिंह राजावत और रायपुर मंडल अध्यक्ष प्रताप सिंह झाला का साफा बंधन और माल्यार्पण कर सम्मान किया गया। दोनों नवनियुक्त मंडल अध्यक्षों ने समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि वे समाज की जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद करेंगे और सभी समाजों को साथ लेकर चलेंगे। कार्यक्रम का संचालन गोविंद सिंह झाला ने किया। इस अवसर पर एडवोकेट धीरज सिंह झाला, जयदीप सिंह झाला, बुधराज सिंह झाला, नारायण सिंह झाला, उदय सिंह हाडा समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, राजस्थान सरकार के सहयोग से रवीन्द्र मंच पर नाट्य प्रस्तुति ‘तोता’ में कपिल कुमार ने शानदार अभिनय किया। यह कहानी भारतीय शिक्षा प्रणाली की औपचारिकता और रचनात्मकता की कमी पर तीखा व्यंग्य प्रस्तुत करती है। सुनहरे पिंजरे में बंद तोते को शिक्षित करने की हास्यास्पद प्रक्रिया दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर गई। यह प्रस्तुति आधुनिक समाज की अनुत्पादक और यांत्रिक शिक्षा प्रणाली पर एक गंभीर प्रश्नचिन्ह थी। तकनीकी सहयोग में संगीत महेश महावर का रहा और प्रकाश संयोजन राजीव मिश्रा ने किया। 'टैगोरनामा' का मंचन किया गया अन्य प्रस्तुति 'टैगोरनामा' का मंचन किया गया। इस विशेष नाटक का निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी उमेश पंत ने किया, जिसमें रवीन्द्रनाथ टैगोर की दो चर्चित कहानियों 'क्षुधित पाषाण' और 'तोता' का प्रभावशाली मंचन हुआ। ‘क्षुधित पाषाण’ कहानी की प्रस्तुति उमेश पंत द्वारा एकल अभिनय के रूप में की गई, जिसमें उन्होंने एक रहस्यमयी महल में रहने वाले पात्र की मनःस्थिति को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से मंच पर उतारा। संगमरमर के प्राचीन महल की रहस्यमयता और अवचेतन में गहराई तक पैठते अनुभवों को उन्होंने जीवंत किया। यह प्रस्तुति अतृप्त इच्छाओं और आत्मा की पुकार का प्रतीक बनकर दर्शकों को भीतर तक झकझोर गई।
लखनऊ पहुंचे गृहमंत्री मंत्री अमित शाह से शिक्षामित्रों ने गुहार लगाई। इको गार्डन में शिक्षामित्र 20 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं । इतवार को चयनित सिपाहियों को अमित शाह ने नियुक्ति पत्र बांटा। इको गार्डन में बैठे शिक्षामित्र ने गुहार लगाई कि उनकी भी मांग गृहमंत्री पूरा करें। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने मजदूरों का मानक तय कर दिया है । मानक के अनुसार 26010 प्रति माह मिलता है। मानक पूरा करने पर भी सुनवाई नहीं प्रदर्शन कर रहे है गुड्डू ने कहा कि हमें मात्र 10 हजार रुपए वेतन मिल रहा है। वो भी सिर्फ 11 महीने का जो कि एक मजदूर से भी बहुत कम है। हम लोग तमाम मानक पूरा करके भी परिवार का पेट नहीं पाल पा रहे हैं। गृहमंत्री हम आपके बच्चे हैं हमारे लिए रोटी की व्यवस्था कीजिए। हमारे लिए स्थाई नौकरी की व्यवस्था कीजिए । 50 हजार से अधिक शिक्षामित्र लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं और हमारा परिवार आस लगाए बैठा हुआ है। 25 साल का नहीं मिला मेहनताना शिक्षामित्रों ने जमकर नारेबाजी करते हुए जोरशोर से अपनी मांग उठाई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यूपी में 50,000 शिक्षामित्र हैं TET/CTET पास हैं और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCTE) के मानकों के अनुसार पूरी तरह योग्य हैं। फिर भी लंबे समय से पक्की नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। इन शिक्षामित्रों का कहना है कि उन्होंने 25 साल तक शिक्षा के क्षेत्र में मेहनत की, लेकिन उन्हें स्थायी नौकरी नहीं मिली। स्वास्थ्य की चिंता नहीं प्रदर्शन कर रहे गुड्डू ने कहा कि 40 डिग्री से अधिक तापमान है। सूरज सर पर सवार है जमीन तवे की तरह गर्म है। फिर भी हम लोग अपने स्वास्थ्य की चिंता किये बिना पेट की रोटी , बच्चों का स्वास्थ्य और बुजुर्ग मां-बाप के लिए नौ तपा जैसी भीषड़ गर्मी में धरना देने पर मजबूर हैं। हीट वेव को ध्यान में रखकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि लोग घरों के अंदर रहे। मगर प्रदेश भर के शिक्षामित्र की यह बेबसी है कि 20 दिन से घर छोड़कर खुले मैदान में बैठने पर मजबूर हैं।
छत्तीसगढ़ में रेत माफिया लगातार मारपीट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसे लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, प्रदेश में रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। बलौदाबाजार के गिधौरी में एक युवक की बेरहमी से पिटाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि, राजनांदगांव में मध्यप्रदेश से आए रेत माफिया ने गोली चलाई। बलरामपुर में कॉन्स्टेबल को मार दिया गया। गरियाबंद में पत्रकारों को मारा गया। यह विभाग मुख्यमंत्री के पास है, लेकिन माफिया बेखौफ है। जबकि रेत 8 गुना महंगे कीमत पर मिल रही है। प्रदेश में संवैधानिक स्थिति समाप्त हो गई है- भूपेश विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को पत्र लिखकर युक्तियुक्तकरण के आदेश में संशोधन करने कहा है। जिस पर पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि, युक्तियुक्तकरण पर डॉ. रमन सिंह को मुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं है। इसलिए वे सीधे सचिव को पत्र लिख रहे हैं। शिक्षा विभाग में स्थिति यह है कि, संवैधानिक पद पर बैठे रमन सिंह सीधे सचिव को पद लिख रहे है। संवैधानिक स्थिति प्रदेश में खत्म हो गई है। संवैधानिक पद सीधे सचिवालय और अधिकारियों से बात नहीं करते। बघेल ने कहा कि, राज्यपाल रमेन डेका लगातार जिलों में जाकर अधिकारियों की समीक्षा बैठक कर रहे हैं। संविधान के अधिकार के बाहर जाकर काम कर रहे हैं। इसको रोकने वाला कोई नहीं है। यह मंत्रियों और मुख्यमंत्री की क्षमता पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रहे हैं। स्कूल बंद नहीं होने चाहिए प्रदेश में शाला प्रवेश उत्सव के बीच स्कूल सफाई कर्मचारी की धरना प्रदर्शन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, स्कूल बंद नहीं होना चाहिए। बहुत मेहनत के बाद आम गरीब बच्चों के लिए स्कूल खोला गया है। युक्तियुक्तकरण के नाम पर 10 हजार से अधिक स्कूल बंद किए जा रहे हैं। गरीब बच्चों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। सरकार के फैसले के बाद सफाईकर्मी भी आंदोलन भी कर रहे है। शिक्षा का बेड़ा गर्क कर रहे है। अब सरकार में नियंत्रण नहीं रहा।
क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (एन.सी.ई.आर.टी.) अजमेर में 19 पदों पर भर्ती संविदा आधार पर होगी। कैंडिडेट्स का सिलेक्शन इंटरव्यू से होगा। इंटरव्यू 23 से 25 जून के बीच होंगे। इसके लिए विज्ञापन जारी कर दिया गया है। वेतन 15 हजार से 56 हजार रुपए प्रतिमाह होगा। इच्छुक कैंडिडेट को निर्धारित समय से 1 घंटे पूर्व अपने बायोडाटा, फोटो, सेल्फ असिस्टेंट प्रमाण पत्र की फोटो कॉपी के एक सेट और समस्त मूल शैक्षणिक अंक तालिकाओं, प्रमाण पत्र एवं संबंधित मूल दस्तावेजों के साथ उपस्थित होना होगा। इंटरव्यू डेट व अधिक जानकारी के लिए विस्तृत विज्ञापन संस्थान की वेबसाइट www.rieajmer.raj.nic.in पर देख सकते हैं। पदनाम, पदों की संख्या व वेतन यहां देखिए पूरी डिटेल... अधिक जानकारी के लिए करें CLICK ................... पढ़ें ये खबर भी... 6 भर्ती एग्जाम में आवेदन फार्म विड्रो का मौका:आज लास्ट डेट; डिप्टी कमांडेंट भर्ती आवेदन 22 तक कर सकेंगे विड्रो
शिक्षा विभाग की मई माह की रैंकिंग में सुधरी:तीन पायदान की छलांग लगाकर 11वें से 8वें स्थान पर पहुंचा
बूंदी जिले ने शिक्षा विभाग की मई माह की रैंकिंग में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। अप्रैल में 11वें स्थान पर रहे बूंदी ने तीन पायदान की छलांग लगाकर आठवां स्थान हासिल किया है। 41 जिलों की इस रैंकिंग में सवाई माधोपुर ने पहला स्थान प्राप्त किया। हाड़ौती क्षेत्र में झालावाड़ 38.97 फीसदी अंकों के साथ 10वें स्थान पर रहा। बारां 23.57 फीसदी अंकों के साथ 25वें स्थान पर है। प्रदेश का औसत स्कोर 24.52 फीसदी रहा। कोई भी जिला 50 फीसदी का स्कोर पार नहीं कर सका। नवगठित सलूंबर जिला 41वें स्थान पर रहा। आठ नए जिलों का स्कोर शून्य रहा। बालोतरा 34वें, ब्यावर 35वें, डीग 36वें, डीडवाना-कुचामन 37वें, खैरथल-तिजारा 38वें, कोटपूतली-बहरोड़ 39वें और फलौदी 40वें स्थान पर हैं। कार्यक्रम अधिकारी मुकेश कुमार नागर के अनुसार, पिछड़े ब्लॉकों पर विशेष ध्यान और निरंतर निगरानी से यह सुधार संभव हुआ है। अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक दिलीप सिंह गुर्जर ने बताया कि जिला प्रशासन का अगला लक्ष्य बूंदी को टॉप-5 जिलों में लाना है।
भदोही में मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भाजपा ने 'संकल्प सभा' का आयोजन किया। नई बाजार बाईपास स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुई। भाजपा जिला महामंत्री संतोष तिवारी ने प्रधानमंत्री मोदी के 11 वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह कार्यकाल देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। तिवारी ने बताया कि मोदी सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया है। गरीब, किसान, मजदूर, युवा और महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं चलाई गई हैं। जिला महामंत्री सत्यशील गुप्ता ने सरकार की प्रमुख योजनाओं का जिक्र किया। इनमें स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, आवास योजना, उज्जवला योजना, आयुष्मान योजना, किसान सम्मान निधि और मुद्रा लोन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं भारत को विकसित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कार्यक्रम में पूर्व पालिकाध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल, विनीत बरनवाल, गिरधारी जायसवाल, अरविंद मौर्य, अजय दुबे, ओमप्रकाश श्रीवास्तव समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर मंडल अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने की। संचालन महामंत्री प्रदीप यादव ने किया।
संस्कृत शिक्षा बोर्ड के सदस्य बने धनेश्वर
अलीगंज| बिहार सरकार ने संस्कृत शिक्षा बोर्ड का तीन वर्षों के लिए गठन किया है। इसमें जमुई जिले के इस्लामनगर अलीगंज प्रखंड के दरखा गांव निवासी प्रोफेसर धनेश्वर प्रसाद कुशवाहा को सदस्य पद पर मनोनीत किया गया है। सदस्य बनाए जाने पर क्षेत्र के लोगों ने उन्हें बधाई दी है। शशिशेखर सिंह मुन्ना, चंद्रशेखर आजाद, सुरेश महतो, अनिल सिंह, अशोक पांडेय, जनार्दन यादव, रामविलास यादव, गोरेलाल यादव, मनोज यादव, मनोज राम, मुकेश कुमार, सुनील कुमार, राकेश रौशन, जदयू जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र महतो, राजेन्द्र महतो, प्रकाश यादव, मसूदन महतो सहित कई लोगों ने शुभकामनाएं दी।
शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्व और भविष्य की जरूरतों पर संवाद
भास्कर न्यूज|लुधियाना सीटी यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय स्तर पर दो दिवसीय सीबीएसई एक्सपोजर विजिट का आयोजन किया। इसमें पंजाब सहित आसपास के राज्यों के 60 से अधिक स्कूलों के प्रिंसिपल्स ने भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्व, नवाचार और भविष्य की जरूरतों पर संवाद और अनुभव साझा करना रहा। इस वर्ष की थीम दृष्टिकोण रखने वाले शिक्षकों का संगम रखी गई, जिसके माध्यम से शिक्षकों को आधुनिक शिक्षा मॉडल, इनोवेशन सेंटर्स और यूनिवर्सिटी की स्किल आधारित लैब्स से परिचित कराया गया। कार्यक्रम की शुरुआत कुलाधिपति चरणजीत सिंह चन्नी, उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह, कुलपति डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. नितिन टंडन और अन्य अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में दीप प्रज्वलन से हुई। प्रतिभागियों ने यूनिवर्सिटी की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, रिसर्च सेंटर्स और नवाचार केंद्रों का भ्रमण किया। इस अवसर पर सतीश धवन स्किल डेवलपमेंट सेंटर का उद्घाटन भी किया गया। पहले दिन आईसीटी टूल्स पर हरिंदर सिंह का सत्र, प्रदीप कुमार यादव की प्रस्तुति और नेतृत्व पर ऋषभ शर्मा का संवाद आकर्षण का केंद्र रहे। दूसरे दिन नवाचार और अनुसंधान पर केंद्रित सत्र हुए, जिसमें डॉ. नितिन टंडन ने यूनिवर्सिटी की रिसर्च कल्चर पर प्रकाश डाला और डॉ. सिमरनजीत कौर गिल ने भविष्य की शिक्षा प्रणाली पर संवाद किया। थ्रीडी गेमिंग, वर्चुअल रियलिटी, हेल्थकेयर में रिसर्च, रोबोटिक्स और मैनेजमेंट सिमुलेशन जैसे विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुति दी गई। समापन सत्र में कुलपति डॉ. त्रिपाठी ने शिक्षा में इमोशनल इंटेलिजेंस की महत्ता पर जोर दिया और कहा कि एक शिक्षक सिर्फ ज्ञान नहीं देता, बल्कि भावनात्मक रूप से भी छात्रों को गढ़ता है। कुलाधिपति चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि यह आयोजन एक नई सोच और बदलाव की नींव है, जो शिक्षकों को बदलाव का वाहक बनाएगा। यह दो दिवसीय अनुभव सभी प्रतिभागियों के लिए शिक्षा के भविष्य की प्रेरक झलक बन गया।
सनातन संस्कृति से जुड़ेंगे बच्चे, नौ दिन ग्रहण करेंगे ज्योतिष-वैदिक मंत्रों की शिक्षा
उदयपुर| श्री श्रीमाली समाज ब्राह्मण संस्था मेवाड़ की ओर से शनिवार को पहले संस्कार शिविर (समर कैंप) का आगाज हुआ। समाज के संस्कार भवन में शुरू हुआ यह शिविर 22 जून तक चलेगा। इसमें बच्चों को सनातन संस्कृति से जोड़ते हुए ज्योतिष शास्त्र, वैदिक पूजा पद्धति और वैदिक मंत्रों की शिक्षा दी जाएगी। इसमें रोज सुबह 7 से 9:30 बजे तक वैदिक विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। अब सप्ताहभर अल सुबह बच्चों की मधुर आवाज में मंत्रोच्चार की गूंज सुनाई देगी। संयोजक कुंदन श्रीमाली ने बताया कि शिविर की शुरुआत से पहले बच्चों को ही शामिल करने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान हर उम्र वर्ग के लोगों ने शिविर में अपनी रूचि दिखाई है। शिविर का आगाज समाज के अध्यक्ष दिग्विजय श्रीमाली की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान बच्चों सहित वैदिक पद्धति की जानकारी लेने के इच्छुक सभी समाजजनों को पंडित मनोहर श्रीमाली ने शास्त्रों की जानकारी दी। साथ ही वैदिक मंत्रोच्चारण का अभ्यास करवाया। आचार्य नरेश श्रीमाली ने शिविरार्थियों को ज्योतिष के बारे में बताया और नक्षत्र सहित इस शास्त्र की बारीकियों का अध्ययन करवाया। संयोजक कुंदन ने बताया कि शिविर का उद्देश्य समाज के बच्चों को छोटी उम्र में ही सनातन संस्कृति के साथ जोड़ना है। जिससे वे बड़े होकर समाज के साथ पूरे हिंदू समाज में इसका प्रचार-प्रसार कर सके। संस्कार शिविर के सहसंयोजक प्रदीप श्रीमाली ने अतिथियों का उपरना ओढ़ाकर सम्मान किया गया।
ईरान पर बीते 40 घंटे से लगाार इजराइली हमले हो रहे हैं। इसमें काेम शहर में भी बमबारी हो रह है। यहां झांसी का एक युवक रह रहा है। वो धार्मिक शिक्षा लेने के लिए 9 साल पहले कोम गया था। अब धमाकों की खबरें सुनकर झांसी में उसकी मां का कलेजा कांप रहा है। मां और परिजन लगातार उससे संपर्क बनाए हुए हैं। मां का शुगर लेबल बढ़ गया था पुलिस लाइन के पीछे घरैया लाइन निवासी लकी असकरी करीब 9 साल से धार्मिक शिक्षा लेने ईरान के कोम शहर गए थे। अब ईरान और इजराइल के बीच युद्ध छिड़ गया है। हमले की खबर लगते ही उनकी बुजुर्ग मां नसीमा बेगम का कलेजा कांप रहा है। हमले की लगातार आ रही खबरों ने उनको बेचैन कर दिया है। इस वजह से उनका शुगर लेवल बढ़कर खतरनाक स्तर पर जा पहुंचा। परिवार के अन्य सदस्य भी वहां के लगातार बिगड़ रहे हालात से परेशान हैं। उनका कहना है कि कोम ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 180 किलोमीटर दूर है। शिया मुस्लिम इसे पवित्र शहर मानते हैं। धार्मिक शिक्षा लेने यहां दुनिया भर से युवा पहुंचते हैं। 6 साल पहले झांसी आया था लकी लकी असकरी करीब 9 साल पहले आलिम की तालीम लेने वहां गया था। कुछ साल में उसकी पढ़ाई खत्म होने को है लेकिन, उसके पहले ही जंग छिड़ गई। लकी की पत्नी एवं तीनों बच्चे डेढ़ माह पहले कौशाम्बी स्थित मायके चली आईं। लकी आखिरी बार 2019 में झांसी आया था। मां नसीमा का कहना है कि युद्ध की बात सुनते ही घबराहट शुरू हो गई। शनिवार को उन्होंने फोन पर बेटे से बात की। लकी ने बताया कि अभी वे लोग जहां हैं, वह स्थान सुरक्षित है। वहां कई अन्य भारतीय भी साथ में हैं। लकी ने मां से न घबराने की बात कहते हुए जल्द लौटने की बात कही। उसके चचेरे भाई नासिर का कहना है कि परिवार के लोग बेहद परेशान हैं। ईरान में इंटरनेट सेवा बंद हो जाने से संपर्क होने में दिक्कत होती है।
नई शिक्षा नीति के लिए पीएम मोदी का आभार, वैश्विक शिक्षा के लिए भारत के खुले द्वार : देवेंद्र फडणवीस
मुंबई, 14 जून . महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने ‘मुंबई राइजिंग-क्रिएटिंग एन इंटरनेशनल एजुकेशन सिटी’ पहल के तहत पांच विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों को मुंबई और नवी मुंबई में अपने परिसर स्थापित करने के लिए आधिकारिक तौर पर आशय पत्र (एलओआई) दिया है. इस अवसर पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र ... Read more
हरियाणा के हिसार जिले स्थित नारनौंद के राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में निपुण हरियाणा मिशन के तहत प्राथमिक टीचरों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। शिविर का मुख्य उद्देश्य टीचरों को नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बुनियादी साक्षरता और गणितीय कौशल का प्रशिक्षण देना था। शिक्षण सामग्री तैयार करनी सिखाई नारनौंद खंड और आसपास के जिलों से आए टीचरों को हिंदी, गणित और अंग्रेजी विषयों को बेहतर तरीके से पढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया। टीचरों को कक्षा में बच्चों की भागीदारी बढ़ाने के तरीके बताए गए। साथ ही पढ़ाई को रोचक बनाने और आधुनिक तकनीक के प्रयोग की जानकारी दी गई। शिविर में बच्चों की समझ के अनुरूप शिक्षण सामग्री तैयार करने की विधियां भी सिखाई गई। प्रशिक्षण से शिक्षकों की दक्षता बढ़ेगी खंड शिक्षा अधिकारी देवेंद्र सिंह ने समापन समारोह में प्राथमिक टीचरों को समाज की नींव बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही बच्चों को बेहतर नागरिक बनाने में मदद करते हैं। प्रशिक्षण इंचार्ज उर्मिल ने बताया कि यह ट्रेनिंग दो चरणों में हो रही है। पहला समूह 9 से 14 जून तक और दूसरा 16 से 20 जून तक प्रशिक्षण लेगा। उनका मानना है कि इस प्रशिक्षण से शिक्षकों की दक्षता बढ़ेगी और बच्चों के प्रदर्शन में सुधार होगा।
मध्यप्रदेश में शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम के तहत निजी स्कूलों में मुफ्त प्रवेश के लिए दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य शिक्षा केंद्र अब उन बच्चों के माता-पिता को मौका दे रहा है, जिन्हें पहले चरण की लॉटरी में कोई स्कूल आवंटित नहीं हो पाया था या जिन्हें आवंटित स्कूल पसंद नहीं आया था। दूसरे चरण के लिए चॉइस फिलिंग 16 जून से 20 जून तक की जा सकेगी, और इसके बाद 25 जून को राज्य शिक्षा केंद्र लॉटरी निकालेगा। राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने सभी कलेक्टरों और जिला समन्वयकों को निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा है कि दूसरे चरण के लिए नए आवेदन जमा नहीं होंगे। इसमें सिर्फ वे आवेदक शामिल हो सकेंगे जिन्होंने पहले चरण में आवेदन किया था। जिनका सत्यापन हो चुका था और वे पात्र पाए गए थे, लेकिन उन्हें पहले राउंड में कोई स्कूल आवंटित नहीं हुआ था। इसके अलावा, जिन आवेदकों को पहले राउंड में स्कूल आवंटित हो गया था, लेकिन स्कूल पसंद न आने के कारण उन्होंने दाखिला नहीं लिया था, वे भी दूसरे राउंड के लिए अपनी स्कूलों की पसंद (चॉइस) को अपडेट कर सकेंगे। इस चरण में दोबारा सत्यापन की प्रक्रिया भी नहीं होगी। दूसरे राउंड की महत्वपूर्ण तारीखें 1.66 लाख से अधिक बच्चों को मिलेगा दाखिलाराज्य शिक्षा केंद्र का लक्ष्य है कि RTE के माध्यम से 1 लाख 66 हज़ार 751 बच्चों का निजी स्कूलों में दाखिला कराया जाए। इनमें 87,021 लड़के और 79,730 लड़कियां शामिल हैं। इस साल प्रदेश के 18 हज़ार 422 पात्र निजी स्कूलों की कुल 93,822 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। क्या है RTE शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत, गैर-अनुदान प्राप्त निजी विद्यालयों में वंचित समूह (सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े) और कमजोर वर्ग के बच्चों को कक्षा-1 या प्री-स्कूल की पहली प्रवेशित कक्षा में न्यूनतम 25 प्रतिशत सीटों पर मुफ्त प्रवेश देने का प्रावधान है। मध्यप्रदेश में इस प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए आवेदन और स्कूल आवंटन ऑनलाइन तरीके से किया जाता है। जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिल सके। यह दूसरा चरण उन बच्चों के लिए एक और अवसर है जो अभी तक इस सुविधा का लाभ नहीं उठा पाए हैं।
छत्तीसगढ़ में 16 जून से सभी स्कूल खुलने वाले हैं। नए नया शिक्षा सत्र को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर 'शाला प्रवेश उत्सव' में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। लेकिन इस नए शिक्षण सत्र के 2 दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने तेज गर्मी के चलते नए शिक्षा से सत्र जुलाई से शुरू करने की मांग की है। दीपक बैज ने कहा कि, ऐसा लग रहा था बारिश जल्दी आएगी, लेकिन मानसून के जल्दी आने के बावजूद अभी गर्मी और उमस है। बच्चों के सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूल खुलने का समय 15 दिन बढ़ाया जाना चाहिए। बच्चों के सेहत पर पड़ेगा असर पीसीसी अध्यक्ष बैज ने कहा कि, बारिश नहीं होने के कारण अभी तेज गर्मी और उमस पड़ रही है। इससे कहीं ना कहीं बच्चों के सेहत पर प्रभाव पड़ेगा। इतनी गर्मी और उमस को देखते हुए हम सरकार से मांग करते हैं कि, 15 दिन बाद स्कूल खोले जाएं। युक्तियुक्तकरण को लेकर DEO कार्यालय का करेंगे घेराव दीपक बैज ने कहा कि, प्रदेश में 10463 स्कूल बंद करने और युक्तियुक्तकरण को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। दो चरणों में प्रदर्शन हो चुका है। जिसमें पूरे प्रदेश में प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सरकार का विरोध और पूरे प्रदेश में BEO ऑफिस कार्यालय का घेराव शामिल है। 16 जून से तीसरे चरण का प्रदर्शन किया जाएगा। पूरे प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव और स्कूलों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। 33 लाख मीट्रिक टन धान खुले में पड़े पीसीसी चीफ बैज ने कहा कि, प्रदेश के संग्रहण केंद्रों में 33 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान खुले में पड़े हैं। सूखने के कगार पर हैं। सरकार 3100 का धान घाटे में सौदा कर 1800 में बेचने को तैयार हैं, लेकिन कोई खरीदने वाला नहीं है। अपने आप को डबल इंजन की सरकार लगातार कहते आ रहे, लेकिन राज्य की डबल इंजन की सरकार केंद्र सरकार से सेंट्रल पोल की चावल खरीदी में कोटा बढ़ाने की मांग क्यों नहीं कर रहे ? कोटा बढ़ने से सरकार को भी नुकसान ना हो और हमारी जो धान खुले में पड़े हुए हैं। उसे सड़ने से भी बचाया जा सके। इसलिए सेंट्रल पोल से राज्य के चावल के कोटा की मात्रा को बढ़ाने की बात करनी चाहिए। यह कांग्रेस की मांग है। ट्रेनें रद्द हो रही इसके लिए सरकार जिम्मेदार दीपक बैज ने ट्रेन रद्द होने के लेकर केन्द्र सरकार पर निशाना साधा। बैज ने कहा कि, मोदी सरकार ने पूरी ट्रेनों को बर्बाद कर दिया है। लगभग छुट्टियां खत्म हो चुकी है। परिवार अपने स्थान में आना और जाना चाहते हैं। लेकिन ट्रेन कैंसिल होने और समय पर नहीं चलने के कारण यात्री परेशान हो रहे हैं। लगातार ट्रेन कैंसिल होने और देरी से चलने के लिए डबल इंजन की सरकार जिम्मेदार है। पूरे प्रदेश में यात्री परेशान हैं।
लखनऊ इको गार्डन में शिक्षामित्रों का 19 दिनों से प्रदर्शन जारी है। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे गुड्डू ने कहा- 11 लोग भूख हड़ताल कर रहे हैं। विभाग के अधिकारियों की मनमानी और सरकार की लापरवाही की वजह से अन्य त्यागना पड़ा है। अगर किसी साथी का स्वास्थ्य बिगड़ता है तो सरकार जिम्मेदार होगी। प्रदर्शन की 2 तस्वीरें... 25 साल से नहीं मिला मेहनताना शिक्षामित्रों ने जमकर नारेबाजी करते हुए मांग उठाई। प्रदर्शनकारियों ने कहा- यूपी में 50,000 शिक्षामित्र हैं। TET/CTET पास हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCTE) के मानकों के अनुसार पूरी तरह योग्य हैं। फिर भी लंबे समय से पक्की नौकरी का इंतजार कर रहे हैं। उनका कहना है 25 साल तक शिक्षा के क्षेत्र में मेहनत की, लेकिन उन्हें स्थायी नौकरी नहीं मिली। स्वास्थ्य की चिंता नहीं प्रदर्शन कर रहे गुड्डू ने कहा- 40 डिग्री से अधिक तापमान है। सूरज सर पर सवार है। जमीन तवे की तरह गर्म है। फिर भी हम लोग अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बिना पेट की रोटी , बच्चों का स्वास्थ्य और बुजुर्ग मां-बाप के लिए नौ तपा जैसी भीषण गर्मी में धरना देने पर मजबूर हैं। शिक्षामित्रों की मांगें धरने में शामिल शिक्षामित्रों की मांग है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की तरह यूपी में भी टेट उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को स्थायी किया जाए। बिना TET शिक्षामित्रों को योग्यता पूरी करने का मौका देकर स्थायी नौकरी दी जाए। शिक्षामित्र 12 महीने का उचित मानदेय। चिकित्सकीय अवकाश, 14 आकस्मिक अवकाश (CL) और अन्य सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। महिला शिक्षामित्रों ने अंतर्-जनपदीय तबादला के लिए शासनादेश के अनुसार शेड्यूल जारी करने की मांग की है। ......................... यह खबर भी पढ़ें लखनऊ में फूट-फूटकर रोए शिक्षामित्र...VIDEO:कहा- बच्चों का पेट नहीं भर पा रहे, योगीजी 10 हजार में तीन पीढ़ियों का बोझ कैसे ढोएं योगीजी 10 हजार में तीन पीढ़ियों का बोझ कैसे उठाएं? एक हमारी अपनी, दूसरी- हमारे बच्चे की। तीसरी- हमारे बुजुर्ग मां-बाप की। बेटियों की शादी की बात तो दूर है, उनका पेट भी नहीं भर पा रहे हैं। आंत में सूजन है, लेकिन इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। डॉक्टरों के कर्जदार हो चुके हैं। आप अपने वादे को भूल गए। आपने कहा था कि TET-CTET पास करने के बाद नौकरी पक्की हो जाएगी, सैलरी बढ़ेगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। यहां पढ़ें पूरी खबर
श्री श्रीमाली समाज ब्राह्मण संस्था मेवाड़ की ओर से समर कैंप के रूप में संस्कार शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 22 जून तक चलने वाले इस शिविर में समाज के बच्चों को सनातन संस्कृति और वैदिक मंत्रों की शिक्षा दी जाएगी। शिविर में ज्योतिष शास्त्र, वैदिक पूजा पद्धति और मंत्रोच्चारण की शिक्षा दी जा रही है। प्रतिदिन सुबह 7 से 9:30 बजे तक चलने वाले इस शिविर में मूल रूप से बच्चों के लिए योजना बनाई गई थी, लेकिन हर उम्र के लोगों ने रुचि दिखाई। अब तक 50 बच्चों सहित 100 से अधिक समाज के सदस्यों ने पंजीकरण कराया है। समाज के अध्यक्ष दिग्विजय श्रीमाली की अध्यक्षता में शुरू हुए शिविर में पंडित मनोहर श्रीमाली शास्त्रों की जानकारी दे रहे हैं। आचार्य नरेश श्रीमाली ज्योतिष और नक्षत्रों की शिक्षा दे रहे हैं। डॉ. नर्मदा शंकर श्रीमाली ने बच्चों को नित्यकर्म की 50 पुस्तकें भेंट की हैं। शिविर का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से जोड़ना है, जिससे उन्हें अपनी सांस्कृतिक विरासत का ज्ञान मिल सके। कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओमशंकर श्रीमाली, पंडित मनीष श्रीमाली, रिटायर्ड प्रिंसिपल भारती श्रीमाली, युवा शाखा मेवाड़ प्रभारी उमेश श्रीमाली, चेतन श्रीमाली, भरत श्रीमाली, राहुल श्रीमाली, गिरीश श्रीमाली, मनीष श्रीमाली, श्याम सुंदर श्रीमाली, पंकज श्रीमाली, लव श्रीमाली, दिनेश श्रीमाली, राजेश श्रीमाली मौजूद रहे।
NEET UG Result: राजस्थान के महेश कुमार शीर्ष पर, मप्र के उत्कर्ष अवधिया दूसरे स्थान पर
NEET UG Result: राजस्थान के महेश कुमार ने 'राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा- स्नातक' (नीट-यूजी) (NEET-UG) में शीर्ष स्थान हासिल किया है जबकि मध्यप्रदेश के उत्कर्ष अवधिया ने दूसरा स्थान हासिल किया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने शनिवार को यह ...
योगीजी 10 हजार में तीन पीढ़ियों का बोझ कैसे उठाएं? एक हमारी अपनी, दूसरी- हमारे बच्चे की। तीसरी- हमारे बुजुर्ग मां-बाप की। बेटियों की शादी की बात तो दूर है, उनका पेट भी नहीं भर पा रहे हैं। आंत में सूजन है, लेकिन इलाज के लिए पैसे नहीं हैं। डॉक्टरों के कर्जदार हो चुके हैं। आप अपने वादे को भूल गए। आपने कहा था कि TET-CTET पास करने के बाद नौकरी पक्की हो जाएगी, सैलरी बढ़ेगी, लेकिन कुछ नहीं हुआ। यह कहना है लखनऊ के इको गार्डन में 17 दिन से प्रदर्शन कर रहे शिक्षामित्रों का। दैनिक भास्कर ने उनका दर्द जाना। बातचीत के दौरान ज्यादातर शिक्षामित्र दर्द बताते हुए फूट-फूटकर रोने लगे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... जानिए शिक्षामित्र क्यों प्रदर्शन कर रहे लखनऊ इको गार्डन में 17 दिनों से लगातार आंदोलन जारी है। यूपी के 75 जनपदों से TET-CTET पास शिक्षामित्र अपनी स्थायी नौकरी की मांग को लेकर 40 डिग्री से अधिक तापमान में प्रदर्शन कर रहे। उनकी मांग है कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश की तरह यूपी में भी TET-CTET उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को स्थायी किया जाए। शिक्षामित्रों की 4 मांगे पढ़िए- अब पढ़िए शिक्षामित्रों ने जो कहा... शिक्षामित्रों की आंखें भर आईं आंखों में आंसू भरे शिक्षामित्र विकास कहते हैं- इस भीषण गर्मी में प्रदर्शन करते हुए हम लोग के चेहरे झुलस गए, लेकिन भूख और पेट की पीड़ा के आगे बेबस हैं। 16 दिन से हम लोग धरने पर बैठे हैं। अगर खाली हाथ घर जाते हैं तो बच्चों से क्या कहेंगे। बुजुर्ग मां-बाप का सामना करने की हिम्मत नहीं है। सीएम योगी प्रदेश के मुखिया हैं। अगर हम उनसे नहीं मांगेंगे तो किस से मांगेंगे। पिता भाजपाई और हम रो रहे गुड्डू ने कहा- सीएम योगी से कहना चाहते हैं कि हम यहां से बिना अपनी मांग पूरी करवाए नहीं जाएंगे। महाकुंभ में भी हमने 45 दिनों तक भंडारा किया। वहां साफ-सफाई की। व्यवस्था देखी और आने वाले सभी भक्तों की सेवा किया। मगर कहीं से भी हमें हमारी मेहनत और सेवा का फल नहीं मिल रहा है। यह बेहद अफसोसजनक है। कुशीनगर की अंजू बोलीं- बच्चों को पढ़ा नहीं पा रही कुशीनगर से प्रदर्शन में शामिल होने आईं अंजू ने कहा- 350 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद यहां आना बेहद मुश्किल काम है। एक छोटी बच्ची है और घर में बुजुर्ग माता-पिता हैं। उन सबको छोड़कर हम यहां प्रदर्शन में शामिल होने आते हैं। रोते हुए उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री कहते हैं कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। एक बेटी गुहार लगा रही है कि उसकी मांग पूरी कर दें। वेतन इतना कम है कि दो वक्त का भोजन भी ठीक से नहीं कर सकते, फिर उसमें बच्चों की पढ़ाई और दवाई इलाज यह सब असंभव है। आंतों में सूजन है, इलाज के लिए पैसे नहीं लखीमपुर खीरी से आए सतीश यादव ने बताया- 17 दिनों से सीएम योगी से गुहार लगा रहे। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही। जो वेतन मिल रहा है, उसमें जीवन यापन बेहद मुश्किल हो गया। आंतों में सूजन है, जिसका ठीक से इलाज नहीं करवा पा रहे। जिस डॉक्टर से इलाज कर रहे हैं। वहां 25000 का कर्ज हो गया। अब डॉक्टर भी इलाज करने से मना कर रहे। आर्थिक कमजोरी की वजह से मौत और जिंदगी के बीच में जूझ रहे। सीएम योगी वादा भूल गए गोरखपुर से प्रदर्शन में शामिल होने आए लक्ष्मी नारायण वर्मा ने कहा कि पूरा प्रदेश गोरखपुर से चल रहा है मगर गोरखपुर वालों की सुनवाई नहीं हो रही है। सीएम योगी से कई बार मुलाकात करके अपनी बात रखी मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। 2017 में जब समायोजन रद्द हुआ था तो हम लोग गोरखपुर कलेक्ट्रेट पर धरना दे रहे थे। उस समय सांसद के रूप में योगी आदित्यनाथ ने हमसे वादा किया था कि सरकार आने पर मांग पूरी करेंगे। मुख्यमंत्री बनने के बाद डबल इंजन की सरकार भी है मगर वादा पूरा नहीं हुआ। सीएम बनने के बाद योगी जी अपना वादा भूल गए। हम मुख्यमंत्री को वो दिन याद दिलाना चाहते हैं कि जब उन्होंने हमसे कहा था कि भाजपा की सरकार बनवाओ समस्या का समाधान होगा। हमने बीजेपी को जिताने में दिन-रात एक कर दिया अब उनकी बारी है वादा पूरा करें। प्रदर्शन से जुड़ीं 2 तस्वीरें... ------------------------ ये खबर भी पढ़िए... भैंसाकुंड घाट पर 4 दिन में रोजाना 20-25 शव पहुंचे : पहले होते थे 12-15 अंतिम संस्कार, लखनऊ में गर्मी से गश खाकर गिर रहे लोग लखनऊ के भैंसाकुंड घाट पर बीते 4 दिन से औसतन 20-25 अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। इससे पहले जून के शुरुआती 9 दिन तक औसतन 12-15 मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। माना जा रहा है कि भीषण गर्मी के प्रकोप से यह संख्या बढ़ गई है। (पूरी खबर पढ़िए)
शिक्षा क्षेत्र में कार्य करे रहे अभिभावकों के बच्चों को विशेष स्कॉलरशिप देगी एलपीयू
जालंधर| लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने फूल टाइम शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे माता-पिता के बच्चों का समर्थन करते हुए एक विशेष स्कॉलरशिप योजना की घोषणा की है। यह फाइनेंशल सहायता विशेष रूप से मान्यता प्राप्त सरकारी या निजी स्कूलों, या सीबीएसई, आईसीएसई, राज्य बोर्ड, एनआईओएस, सीओबीएसई, या यूजीसी-मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी और कॉलेज संस्थानों में फूल टाइम कार्य कर रहे शिक्षकों, प्रिंसिपलों, प्रोफेसरों, शिक्षकों और प्रयोगशाला तकनीशियनों के बच्चों के लिए उपलब्ध है। इस पहल के तहत, योग्य छात्र जो किसी अन्य छात्रवृत्ति का लाभ नहीं उठा रहे हैं, उन्हें कुल कार्यक्रम शुल्क पर 20% वित्तीय सहायता मिलेगी। डॉ. अशोक कुमार मित्तल, सांसद (राज्यसभा) और एलपीयू के फाउंडर चांसलर ने कहा, “शिक्षण सबसे महान कार्यों में से एक है, जो न केवल दिमाग बल्कि पूरे समाज को आकार देता है। यह स्कॉलरशिप सामूहिक कृतज्ञता का एक संकेत है और यह कदम सुनिश्चित करता है कि शिक्षकों के परिवार परिस्थितियों से सीमित न हों, बल्कि अवसरों से सशक्त हों।
बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेज को मिला एआई में शिक्षा का उत्कृष्टता पुरस्कार
जयपुर| फ़र्स्ट इंडिया एजुकेशन समिट 2025 (सीजन-7) के दौरान बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेज को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉलेज के सम्मान से नवाजा गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार राजस्थान के उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद्र बैरवा और कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ द्वारा प्रदान किया गया। बियानी ग्रुप ऑफ कॉलेज ने एआई के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देते हुए एक विशेष पाठ्यक्रम विकसित किया और विद्यार्थियों के लिए सर्टिफिकेशन कोर्स शुरू किए, जो उनके प्लेसमेंट में अत्यंत सहायक सिद्ध हो रहे हैं। इसके साथ ही संस्थान ने अपनी वेबसाइट में दो एआई टूल्स का एकीकरण किया और स्वयं का गुरुकेपीओ एआई टूल विकसित किया है। यह टूल विद्यार्थियों को अकादमिक सवालों के आसान और शीघ्र उत्तर देने में सक्षम है। जो शिक्षा क्षेत्र में एक नवाचार मील का पत्थर साबित हो रहा है। कार्यक्रम में बियानी कॉलेज के अकादमिक डायरेक्टर डॉ. संजय बियानी व उनकी टीम ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। एक महत्वपूर्ण कदम है।
सिटी रिपोर्टर | मोतिहारी महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय ने अपने स्थायी परिसर की स्थापना के लिए डीपीआर के शिक्षा मंत्रालय को औपचारिक रूप से सौंप दिया। मंत्रालय से अनुमोदन मिलने के बाद भवन निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। यह प्रक्रिया कार्यकारी परिषद् की 41वीं विशेष बैठक में डीपीआर को सर्वसम्मति से स्वीकृति मिलने के बाद की गई। डीपीआर को विश्वविद्यालय की ओर से प्रो. प्रसून दत्त सिंह एवं सहायक कुल सचिव दिनेश हुडा ने सौंपा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि यह विस्तृत परियोजना रिपोर्ट केवल भवन निर्माण की भौतिक योजना मात्र नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय की बौद्धिक आत्मा और राष्ट्रीय अकादमिक दृष्टि का विस्तार है। यह स्थायी परिसर भविष्य के भारत को गढ़ने वाले नवाचारशील, चिंतनशील और सामाजिक रूप से उत्तरदायी नागरिकों की निर्माणशाला बनेगा। यह सब विश्वविद्यालय परिवार की एकजुटता, परिश्रम और प्रतिबद्धता से ही संभव हो सका है। यह परियोजना रिपोर्ट केवल एक निर्माण योजना नहीं मंत्रालय में डीपीआर प्रस्तुति के उपरांत प्रो प्रसून दत्त सिंह ने कहा कि यह परियोजना रिपोर्ट केवल एक निर्माण योजना नहीं, बल्कि महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक भविष्य और संस्थागत आत्मबल का उद्घोष है। इस प्रक्रिया का सबसे प्रेरणादायक पक्ष हमारे कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव का वह नेतृत्व रहा है, जो न केवल संगठनात्मक समन्वय की दृष्टि से अद्वितीय है, बल्कि उसमें दूरदर्शिता, नीति-संवेदनशीलता और भारत के उच्च शिक्षा परिदृश्य को नई दिशा देने की गहरी समझ समाहित है। विवि का स्थायी परिसर शीघ्र बनेगा निर्माण शुरू होने की है संभावना शिक्षा मंत्रालय में अंतिम रूप से डीपीआर प्रस्तुत करने की जानकारी साझा करते हुए जन संपर्क प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ. श्याम नन्दन ने कहा कि इस ऐतिहासिक पहल के साथ एमजीसीयू अब अपने स्थायी परिसर की दिशा में निर्णायक पथ पर अग्रसर है। आगामी चरणों में मंत्रालयी अनुमोदन के पश्चात निर्माण कार्य प्रारंभ होने की संभावना है, जो विश्वविद्यालय के लिए एक नया युग आरंभ करेगा। डीपीआर में विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर के लिए चयनित बनकट, फुर्सतपुर एवं बैरिया गांवों की भूमि पर शिक्षण भवनों, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों, छात्रावासों, प्रशासनिक खंडों, हरित क्षेत्र, जल-विद्युत आपूर्ति, सड़क नेटवर्क और अन्य आधुनिक बुनियादी सुविधाओं का विस्तृत व पर्यावरण-संवेदी खाका प्रस्तावित है।
हरियाणा सरकार ने प्राथमिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत पानीपत जिले के इसराना क्षेत्र के गांव नौल्था के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में टीचरों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। डीपीसी नीलम कुंडू ने शिविर का निरीक्षण किया और टीचरों से संवाद किया। प्रशिक्षण के महत्व पर डाला प्रकाश उन्होंने एफएलएन प्रशिक्षण की आवश्यकता और महत्व पर प्रकाश डाला। कुंडू ने कहा कि प्राथमिक स्तर पर बच्चों की शैक्षिक नींव मजबूत करना टीचरों का मुख्य कार्य है। उन्होंने बताया कि मजबूत शैक्षिक नींव से बच्चे बौद्धिक, वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक, तार्किक और सामाजिक स्तर पर सशक्त बनेंगे। एफएलएन प्रशिक्षण से एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण होगा। नई रणनीतियों को लागू करने के निर्देश वहीं डीपीसी ने टीचरों को समय पर प्रशिक्षण में भाग लेने और अपने विद्यालयों में नई शिक्षण रणनीतियों को लागू करने का निर्देश दिया। ब्लॉक कोऑर्डिनेटर विजय कुमार ने टीचरों का डीपीसी से परिचय कराया। शिविर में अर्चना, राजेंद्र कुमार, सुरजीत सिंह और कप्तान सिंह मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में आगामी 16 जून 2025 से स्कूल शुरू हो जाएंगे। नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने की वजह से राज्य में शाला प्रवेश उत्सव किए जाएंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर “शाला प्रवेश उत्सव” में सक्रिय भागीदारी की अपील की है। यह आयोजन राज्य में शिक्षा के क्षेत्र को सशक्त बनाने और शत-प्रतिशत बच्चों का विद्यालयों में नामांकन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश को शत-प्रतिशत साक्षर बनाने का लक्ष्य चुनौतीपूर्ण अवश्य है, परंतु यह असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि “असंभव को संभव” बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर सार्थक प्रयास करने होंगे। इसके लिए सबसे पहले यह जरूरी है कि कोई भी बच्चा विद्यालय से वंचित न रहे और सभी बच्चों का समय पर प्रवेश सुनिश्चित हो। सीएम बोले- शाला त्याग दर को शून्य करने का लक्ष्य मुख्यमंत्री साय ने यह भी उल्लेख किया कि राज्य में शिक्षा का अधिकार अधिनियम प्रभावशील है, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत यह सुनिश्चित किया गया है कि कक्षा 12वीं तक शाला त्याग दर को धीरे-धीरे शून्य किया जाए। इसके लिए सभी हितधारकों को शैक्षणिक अवरोधों की पहचान कर उन्हें दूर करने की जिम्मेदारी साझा करनी होगी। सीएम साय ने जानकारी दी कि “मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान” की शुरुआत की जा रही है, जिसका उद्देश्य शासकीय विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारना है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा शिक्षकों और विद्यालयों का युक्तियुक्तकरण करते हुए शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय विद्यालयों में शिक्षकों की प्राथमिकता से पदस्थापना की गई है, जिससे शिक्षा का अधिकार हर बच्चे तक पहुंच सके। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य में स्कूल शिक्षा क्षेत्र की अधोसंरचना और मूलभूत सुविधाओं के विकास को सरकार ने अपनी शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे शाला प्रवेश उत्सव के दौरान अपने-अपने क्षेत्रों में व्यक्तिगत रूप से भाग लें और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर न रह जाए। सामाजिक सहभागिता से संवरता भविष्यमुख्यमंत्री ने कहा, “हमने बनाया है, हम ही संवारेंगे” इस परिकल्पना को साकार करने के लिए हम सभी को मिलकर परिणाममूलक कार्य करने होंगे। उन्होंने आशा जताई कि सभी जनप्रतिनिधि इस अभियान का नेतृत्व कर सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करेंगे और छत्तीसगढ़ को एक शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। शाला प्रवेश उत्सव को बनाएं जनअभियानमुख्यमंत्री के इस पत्र को राज्य में शिक्षा को लेकर एक जनांदोलन की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल बच्चों की स्कूल तक पहुंच बढ़ेगी, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और सामाजिक सहभागिता को भी एक नई दिशा मिलेगी। प्रदेश सरकार के इस प्रयास से उम्मीद की जा रही है कि छत्तीसगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करेगा और शिक्षा के माध्यम से सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण को गति मिलेगी।
बहराइच में बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने 16 जून से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र की तैयारियों को लेकर अहम निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों की पाठ्य पुस्तकें भंडार कक्ष में न रखकर समय पर वितरित की जाएं। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को नए सत्र में पिछली कमियों को दोहराने से बचने का निर्देश दिया। बेसिक शिक्षा अधिकारी को सफाई कर्मचारियों के साथ बैठक कर विद्यालयों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने को कहा। स्कूलों में बच्चों के लिए खुशनुमा माहौल बनाने पर जोर दिया गया। विद्युत विभाग को बिजली कनेक्शन नहीं वाले स्कूलों में जल्द से जल्द कनेक्शन देने के निर्देश दिए गए। गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की व्यवस्था को क्रियाशील रखने पर भी जोर दिया गया। खंड शिक्षाधिकारियों को कम उपस्थिति वाले विद्यालयों की पहचान कर समस्या का समाधान करने को कहा गया। स्कूल निरीक्षण के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता, मिड-डे-मील और अन्य व्यवस्थाओं की जांच करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान देने को कहा। डीएम ने निर्देश दिया कि मध्यान्ह भोजन योजना के तहत विद्यालयों में उपलब्ध नये बर्तनों का उपयोग किया जाय। किसी भी विद्यालय में नये बर्तन स्टोर रूम की शोभा न बढ़ायें। सभी परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को निर्धारित मानक एवं मेन्यू के अनुसार ही मिड-डे-मिल में फल, दूध एवं मध्यान्ह भोजन में उच्च गुणवत्ता की सामग्री परोसी जाय। डीएम ने सचेत किया कि निरीक्षण के दौरान निम्न गुणवत्ता की सामग्री मिलने पर सम्बन्धित की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जायेगी। डीएम ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया कि माह जून में आयोजित होने वाले 02 बड़े कार्यक्रमों योग दिवस व वृक्षारोपण कार्यक्रम की समय से तैयारी कर लें। इस अवसर पर बीएसए आशीष कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी नरेन्द्र तिवारी, नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी, विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी तथा सम्बन्धित एबीएसए सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे
देवीपाटन मंडल के कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील ने अटल आवासीय विद्यालय की मंडल स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में विद्यालय संचालन के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से सामग्री खरीद पर चर्चा हुई। कमिश्नर ने लापरवाह अधिकारियों को चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि बच्चों की शिक्षा में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। बैठक में कंप्यूटर शिक्षक के अनुबंध विस्तार पर भी विचार-विमर्श हुआ। उप श्रमायुक्त अनुभव वर्मा ने बताया कि विद्यालय के लिए सभी आवश्यक सामग्रियों का बजट प्राप्त हो गया है। इसमें फर्नीचर, स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर, यूनिफॉर्म, पुस्तकें और खेलकूद सामग्री शामिल हैं। शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश परीक्षा के माध्यम से कुल 280 बच्चों का चयन किया गया है। कक्षा 6 और 9 में 140-140 बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा 16 फरवरी को आयोजित की गई थी। नया शैक्षिक सत्र 1 मई से प्रारंभ हो चुका है। कमिश्नर ने निर्देश दिए कि बच्चों का लर्निंग लेवल नियमित रूप से चेक किया जाए। कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाए। अनुपस्थित रहने वाले बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें नियमित विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित किया जाए।
झालावाड़ में समग्र शिक्षा विभाग की ओर से जिला अकादमिक टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राम सिंह मीना की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नई शिक्षा नीति 2020 पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में स्कूल, जिला और ब्लॉक स्तर पर होने वाली गतिविधियों की समीक्षा की गई। कार्यक्रम अधिकारी संजय गौड ने एफएलएन और निपुण भारत मिशन की मासिक कार्य योजना पर प्रकाश डाला। इसमें कक्षा 1-3 के विद्यार्थियों के अधिगम स्तर का मूल्यांकन और शिक्षकों का प्रशिक्षण शामिल है। डाईट द्वारा निपुण भारत मिशन के लिए शिक्षण मॉड्यूल तैयार किए जाएंगे। निपुण कैलेंडर, वर्कबुक, अभिव्यक्ति वर्कबुक और एबीएल किट के वितरण की योजना बनाई गई। कमजोर छात्रों के लिए विशेष शिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। अति जिला परियोजना समन्वयक सीताराम मीना ने बैठक में लिए गए निर्णयों के तत्काल क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के निर्देशों के अनुरूप नवाचारों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। साथ ही सामुदायिक भागीदारी और स्थानीय स्वयंसेवकों की सहभागिता बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सीबीएसई की तर्ज पर इस बार स्कूल खुलने से पहले ही कक्षा 9वीं से 12वीं तक के सिलेबस जारी कर दिए हैं। एनईपी 2020 के आधार पर तैयार सिलेबस का फायदा स्टूडेंट्स और टीचर्स को मिलेगा। 1 जुलाई से प्रदेश में स्कूल खुलने के साथ ही नए सिलेबस के आधार पर पढ़ाई की जा सकेगी। सिलेबस से प्रदेश के 1 लाख से अधिक स्टूडेंट्स लाभान्वित होंगे। सीबीएसई की तर्ज पर बोर्ड ने पहली बार पाठ्यक्रम मुख्य परीक्षाओं के परिणाम के आसपास ही तैयार करा लिए। कक्षा 9वीं व 10वीं के सभी विषयों के साथ ही 9वीं व 10वीं प्रवेशिका के समस्त विषयों के पाठ्यक्रम को पहले बोर्ड वेबसाइट पर अपलोड किया गया। इसके बाद कक्षा 11वीं व 12वीं, कनिष्ठोपाध्याय, वरिष्ठ उपाध्याय के समस्त विषयों के पाठ्यक्रमों को भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की इस पहल से विद्यार्थियों को परीक्षाओं में पहले से अधिक प्राप्तांक लाने में मदद मिलेगी। बोर्ड सचिव कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि इस बार एडवांस में सिलेबस जारी कर दिया गया है। इसका लाभ प्रदेश लाखों स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स को भी मिलेगा। बोर्ड की साख भी बढ़ेगी।
कोचिंग क्लास में बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सरकारी नौकरी पा रहे: भागवत
भास्कर न्यूज | राजनांदगांव/ उपरवाह जिला साहू संघ राजनांदगांव के अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ ने निशुल्क कोचिंग क्लास का नई बैच का शुभारंभ जिला साहू सदन बसंतपुर में किया। मुख्य अतिथि जिला साइबर विशेष शाखा टीआई सीआर चंद्रा ने कहा कि बेफिक्र होकर परीक्षा की तैयारी करें। अध्यक्षता कर रहे जिला साहू संघ के अध्यक्ष भागवत साहू ने कहा कि कोचिंग क्लास में सर्व समाज के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर शासकीय नौकरी प्राप्त कर रहे हैं। विशेष अतिथि नगर साहू संघ अध्यक्ष कुलेश्वर साहू, फिजिकल मास्टर ट्रेनर कामता प्रसाद यादव, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के चन्द्र कुमार साहू थे। कोचिंग क्लास में सर्व समाज के बच्चों के लिए आबकारी आरक्षक, एसएससी (कर्मचारी चयन आयोग), एनएमडीसी, पुलिस, पटवारी आदि भर्ती परीक्षाओं के लिए विषय विशेषज्ञ बेहतर तैयारी के लिए कोचिंग देंगे। कार्यक्रम में संगठन सचिव माधव साहू, प्रदेश सह संयोजक परदेशी राम साहू, संभागीय संयोजक रूपेश साहू, अनिल साहू, मिलन साहू, लविंद्र साव, छन्नू लाल साहू, तुका साहू, डॉ. चेतन साहू, भगवती साहू, भोज गंजीर आदि मौजूद थे। छात्रा को किया सम्मानित: जिला संयोजक यशवंत साहू के नेतृत्व में कोचिंग क्लास शुभारंभ के अवसर पर कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षा में गणित विषय में शतप्रतिशत और कुल 95.5 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली लवली हिरवानी पिता युवराज हिरवानी का सम्मान किया गया।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के 22वें राज्य सम्मेलन के दूसरे दिन गोविंदम मैरिज गार्डन में वार्षिक रिपोर्ट पर गहन चर्चा हुई। सम्मेलन के चौथे सत्र 'संघर्षों का सफरनामा' में संस्थापक सदस्यों से लेकर 21वें राज्य सम्मेलन तक के छात्र नेताओं ने अपने अनुभव साझा किए। एसएफआई के पूर्व सचिव मंगेज चौधरी ने कहा कि भाजपा-आरएसएस सरकार नई शिक्षा नीति के जरिए शिक्षा का निजीकरण कर रही है। उन्होंने कोचिंग संस्थानों के नाम पर शिक्षा के बाजारीकरण और सरकारी संस्थानों में सीटों की कटौती पर चिंता जताई। स्ववित्तपोषित कोर्सों के विस्तार से दलित, आदिवासी, गरीब और ग्रामीण छात्रों के लिए उच्च शिक्षा मुश्किल होने की आशंका जताई। डॉ. संजय माधव ने बहुभाषा के नाम पर हिंदी और संस्कृत को थोपने और हिंदुत्ववादी विचारधारा को शिक्षा में शामिल करने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मल्टीपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम और आरक्षण प्रणाली में बदलाव से गरीब वर्ग के छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होंगे। सम्मेलन में महिपाल सिंह, हरफूल सिंह बाजिया, सत्यजीत भींचर समेत कई पूर्व नेताओं ने अपने संघर्षों के अनुभव साझा किए। राज्य सचिव की रिपोर्ट पर 74 छात्र-छात्राओं ने सवाल उठाए और संगठन को मजबूत करने के सुझाव दिए। एसएफआई ने शिक्षा के निजीकरण और भगवाकरण के खिलाफ संघर्ष तेज करने का ऐलान किया।
भोजपुरी गायक रितेश पांडे ने बिहार के कैमूर जिले के भभुआ में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वे किसी राजनीतिक पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अभी पार्टी का नाम स्पष्ट नहीं किया। पांडे ने एनडीए गठबंधन की सराहना करते हुए कहा कि क्षेत्र में विकास हुआ है। सड़कों की स्थिति में सुधार आया है। उन्होंने शिक्षा को अपनी प्राथमिकता बताया। पांडे ने कहा कि जीतने पर वे शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाएंगे। उनका लक्ष्य है कि बच्चे स्वेच्छा से स्कूल आएं और पढ़ें। वे पूरी तरह डिजिटल शिक्षा का माहौल बनाएंगे। गायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जो पहले कभी नहीं हुआ था। प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के बाद चर्चा हुई थी तेज उन्होंने बिहार को मिले नए बजट पैकेज का भी स्वागत किया। पांडे ने अहमदाबाद में हुए विमान दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। बता दें कि रितेश पांडे ने पटना बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष दिलिप जायसवाल से मुलाकात की थी, जिसके बाद उनके चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई।
डिजाइन शिक्षा के क्षेत्र में जयपुर ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परचम लहराया है। आर्च कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनेस की संस्थापक और निदेशक अर्चना सुराना को क्यूम्युलस एसोसिएशन के 2025–2028 कार्यकाल के लिए बोर्ड सदस्य के रूप में चुना गया है। यह चयन हाल ही में फ्रांस के नांतेस में आयोजित क्यूम्युलस नांतेस 2025 अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान किया गया। क्यूम्युलस एसोसिएशन एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो 71 देशों के 400 से अधिक आर्ट, डिजाइन और मीडिया संस्थानों को जोड़ता है। इसकी स्थापना 1990 में आल्टो यूनिवर्सिटी (फिनलैंड) और रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट (यूके) ने मिलकर की थी। यह संस्था हर वर्ष दो बार अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर, डिजाइन शिक्षा और शोध को नए दृष्टिकोण से जोड़ती है। इससे पहले अर्चना सुराना 2022 से 2025 तक क्यूम्युलस एसोसिएशन की वाइस प्रेसिडेंट रह चुकी हैं। वे वुमन इन डिजाइन जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म्स पर लंबे समय से सक्रिय भूमिका निभा रही हैं और डिजाइन में महिला नेतृत्व को सशक्त करने की दिशा में कार्य कर रही हैं। चयन के बाद अर्चना सुराना ने कहा कि जयपुर मेरी जड़ है और मुझे गर्व है कि इसी मिट्टी से निकलकर मैं आज दुनिया के सबसे बड़े डिजाइन मंच पर भारत और अपने शहर का प्रतिनिधित्व कर रही हूं। डिजाइन सिर्फ कला नहीं, एक सामाजिक परिवर्तन का माध्यम है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य भारत के युवाओं को वैश्विक सोच और भारतीय संस्कृति के साथ डिजाइन क्षेत्र में आगे बढ़ाना है।
जन सुराज पार्टी के प्रदेश संगठन महासचिव सुभाष कुशवाहा ने आज किशनगंज का दौरा किया है। वे संगठन को मजबूत करने के लिए बिहार के विभिन्न अनुमंडलों का दौरा कर रहे हैं। किशनगंज में जिला अध्यक्ष प्रो मुशविर आलम की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। इसमें सदर अनुमंडल के 200 कार्यकर्ता और जिला संगठन इकाई के दर्जनों वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। 'जन सुराज एक बेहतर विकल्प' इस दौरान प्रेसवार्ता में सुभाष कुशवाहा ने कहा कि जन सुराज बिहार की जनता के लिए एक बेहतर विकल्प है। उन्होंने बताया कि पार्टी की विचारधारा को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। जनसुराज शिक्षा, स्वास्थ और रोजगार पर विशेष ध्यान दे रही है। हम मुख्य 5 मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे है। बूथ कमेटी को मजबूत करने पर जोर उन्होंने आगे कहा, आगामी चुनाव की तैयारियों के लिए बूथ कमेटी को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कुशवाहा ने किशनगंज के मतदाताओं से जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर मतदान करने की अपील की। बैठक में जिला प्रभारी डॉ विजय, जिला मुख्य प्रवक्ता निहाल अख्तर, जिला अभियान समिति संयोजक तारिक अनबर और अनुमंडल अध्यक्ष मुबारक हुसैन समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे। अनुमंडल महासचिव अशफाक आलम, महिला अध्यक्ष चंदा देवी और युवा अध्यक्ष सुशील शर्मा भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
करनाल जिले के लघु सचिवालय परिसर में वीरवार को केंद्र सरकार के 11 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्षों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुंचे हरियाणा के पूर्व शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बयानों को आड़े हाथों लेते हुए तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संगठन बनाए अच्छी बात है, लेकिन कांग्रेस में ही कई पार्टी बनी हुई है। अपनी भाषा छोड़ तरक्की कैसे होगी पूर्व मंत्री ने रणदीप सुरजेवाला की अंग्रेजी वाली सोच पर भी पलटवार किया है। उन्होंने सुरजेवाला के उस बयान पर टिप्पणी की। जिसमें उन्होंने युवाओं के लिए अंग्रेजी को जरूरी बताया था। पूर्व मंत्री ने कहा कि ये कहना कि अंग्रेजी से देश आगे बढ़ेगा, एकदम मूर्खता है। दुनिया में कोई भी देश अपनी भाषा छोड़कर तरक्की नहीं कर पाया। चाइना, जापान, जर्मनी-हर जगह स्थानीय भाषा को ही प्राथमिकता मिली है। देश की प्रतिभा का दमन करेंगे अगर हम भारत में अंग्रेजी को थोपने की कोशिश करेंगे, तो अपने ही देश की प्रतिभा का दमन करेंगे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी जानने वाले ही इंटेलिजेंट होते हैं, इस सोच को बदलने की जरूरत है। उन्होंने साफ किया कि वह अंग्रेजी के विरोधी नहीं हैं, लेकिन कामकाज और शासन की भाषा हिंदी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिसे अंग्रेजी पढ़नी है, जरूर पढ़े, लेकिन शासन व्यवस्था में भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। कुमारी सैलजा के बयान पर दिया जवाब पूर्व मंत्री ने कांग्रेस नेता कुमारी सैलजा के थीम चेंज करने के बयान पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि हम थीम चेंज नहीं करते, बल्कि हम इतने काम कर रहे हैं कि कांग्रेस के नेताओं को समझने में ही वक्त लग जाएगा। हम थीम पर काम करते है और उसे पूरा करने के बाद अगला टारगेट रखते है। कांग्रेस वालों के पास बोलने को कुछ नहीं है, क्योंकि उन्होंने वे काम कभी किए नहीं। कांग्रेस में ही कई कांग्रेस, संगठन की हालत खराब कांग्रेस की संगठनात्मक तैयारी पर सवाल पूछने पर पूर्व मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस संगठन बनाए, ये अच्छी बात है, लेकिन उसमें तो एक पार्टी में कई पार्टी चल रही हैं। ऐसी स्थिति में बीजेपी को टक्कर देने की बात करना मजाक लगता है। कांग्रेस खुद अंदर से बिखरी हुई है। सैलजा के अफसरशाही हावी बयान को बताया बेबुनियाद कुमारी सैलजा द्वारा प्रशासनिक तंत्र में अफसरशाही हावी होने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हम सब मिलकर काम करते हैं। मंत्री, विधायक और अधिकारी, सभी समन्वय से काम कर रहे हैं। बिना तालमेल के विकास संभव ही नहीं। कांग्रेस को हर चीज में खामी नजर आती है क्योंकि उन्होंने खुद कभी सिस्टम को दुरुस्त करने का काम नहीं किया। विकसित भारत की थीम पर केंद्रित रही प्रदर्शनी कार्यक्रम में ‘विकसित भारत के अमृत काल’ की थीम पर केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रदर्शन किया गया। कंवरपाल गुर्जर ने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि 11 वर्षों में गरीबों, महिलाओं, किसानों और व्यापारियों के हित में जो योजनाएं चलाई गई हैं, वह वास्तव में सराहनीय हैं। अब हर मंडल में तीन-तीन कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी, जो लोगों से मिलकर यह जानेंगे कि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल भी रहा है या नहीं।
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बिलासपुर में एक शिक्षा विभाग के कर्मचारी की बेटी को SECL में जॉब दिलाने के नाम पर युवक ने 20 लाख रुपए की ठगी कर ली। आरोपी युवक खुद को डीएसपी बताकर कोल इंडिया में अपनी पहुंच होने का दावा किया। फिर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर पैसे वसूल लिए। ठगी का मामला सामने आने के बाद केस दर्ज कर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। सिविल लाइन पुलिस के अनुसार एम सिद्दीकी शिक्षा विभाग में क्लर्क हैं। उनकी पोस्टिंग गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के बेलपत स्थित स्कूल में है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी सिविल इंजीनियर हैं। बेटी की नौकरी एसईसीएल में लगवाने के लिए उनसे अफसर खान उर्फ राजा ने मोबाइल पर संपर्क किया था। खुद को DSP बताकर बनाई पहचान एम ए सिद्दीकी ने पुलिस को बताया कि अफसर खान ने खुद को डीएसपी बताया था। जिसके बाद उसने जान-पहचान बना लिया। तीन साल पहले उसने बताया कि कोल इंडिया में उसकी अच्छी जान-पहचान है। वह उनकी बेटी की नौकरी लगा देगा। इसके एवज में तीन साल पहले उसने पैसे लिए। जिसके बाद वह अलग-अलग बहाने से वह पैसे की डिमांड करता रहा। बेटे का ट्रांसफर कराने वसूले पैसेक्लर्क का बेटा वेटनरी कालेज डूंगरपुर राजस्थान में पढ़ाई कर रहा है। उसका ट्रांसफर दुर्ग के अंजोरा स्थित वेटनरी कालेज में कराने के नाम पर भी रुपयों की मांग की। इस दौरान किश्तों में अफसर खान ने करीब 20 लाख रुपए ले लिए। जब नौकरी के लिए क्लर्क ने दबाव बनाया तो उसने फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिया। जब उन्होंने एसईसीएल मुख्यालय में संपर्क किया तो फर्जीवाड़े की जानकारी मिली। जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपी युवक अफसर खान को गिरफ्तार कर लिया है। बहन के अकाउंट में लिए पैसेआरोपी अफसर खान ने क्लर्क को तीन साल तक अपने भरोसे में रखा रहा। इस दौरान उनकी बेटी और बेटे का काम कराने के नाम पर वह पैसे वसूल करता रहा। शातिर अपराधी अफसर खान खुद के अकाउंट में पैसे जमा कराने के बजाए अपनी बहन फैहमीदा खान के बैंक अकाउंट का उपयोग करता था। पुलिस ने जांच के बाद उसके बैंक अकाउंट को फ्रीज करा दिया है। कई लोगों को बनाया शिकार, गिरफ्तारी के बाद सामने आएंगे लोगटीआई एसआर साहू ने बताया कि आरोपी अफसर खान और उसका परिवार लंबे समय से इस तरह की ठगी करता रहा है। पूर्व में उसके पिता ने खुद को रेंजर बताकर ठगी की गई थी। आरोपी का कोई स्थाई रोजगार नहीं है। उसकी गिरफ्तारी होने के बाद अन्य लोग भी शिकायत कर सकते हैं। क्योंकि, वह खुद को डीएसपी बताकर लोगों को धौंस दिखाता था, जिसके चलते लोग शिकायत नहीं कर रहे थे।
गोंडा में राष्ट्रीय छात्र पंचायत ने एक अनूठे तरीके से प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय के बाहर मच्छरदानी में बैठकर फीस रेगुलेशन बिल की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने निजी स्कूलों की तुलना मच्छरों से की। उनका कहना है कि जैसे मच्छर लोगों का खून चूसते हैं, वैसे ही प्राइवेट स्कूल अभिभावकों का शोषण कर रहे हैं। राष्ट्रीय छात्र पंचायत के अध्यक्ष शिवम पांडेय ने कहा कि निजी स्कूल किताब, ड्रेस, ट्यूशन फीस, क्रीड़ा शुल्क और स्कूल किट के नाम पर मनमानी वसूली कर रहे हैं। माफियाओं पर हो कार्रवाईप्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार जैसे अन्य वस्तुओं के दाम तय करती है, वैसे ही स्कूल फीस भी निर्धारित करे। उन्होंने शिक्षा माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है। सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापनजिला महामंत्री आलोक गुप्ता के अनुसार, राष्ट्रीय छात्र पंचायत के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर चौपाल लगा रहे हैं। वे इस मुद्दे पर लोगों के हस्ताक्षर ले रहे हैं और उन्हें जागरूक कर रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।
आरएससीईआरटी की ओर से उदयपुर और सलूंबर जिले के शिक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (आरएससीईआरटी) की ओर से जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का एक दिवसीय आमुखीकरण प्रशिक्षण डाइट में बुधवार को हुआ। डाइट प्रिंसीपल डीईओ चन्द्रशेखर जोशी ने बताया कि इस आमुखीकरण प्रशिक्षण में उदयपुर एवं सलूंबर जिले के सभी 20 ब्लॉक के 40 शिक्षा अधिकारियों ने हिस्सा लिया। प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में संस्थान के उप प्राचार्य डॉ. ओम प्रकाश शर्मा ने परिचयात्मक जानकारी दी। प्रभागाध्यक्ष डॉ. मृदुला तिवारी ने डाइट के वार्षिक पंचांग एवं प्रभागों के कार्यों की जानकारी सांझा की। कार्यक्रम में सतत व्यावसायिक विकास (सीपीडी), स्थानीय भाषा में शिक्षण सामग्री, जीवन कौशल वन, व्यावसायिक शिल्प, हॉलिस्टिक मूल्यांकन, ई लर्निंग का विस्तार, बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान, शिक्षक शिक्षा, शिक्षक रोल प्रबंधन, शिक्षक करियर प्रबंधन, शिक्षक व्यावसायिक विकास के साथ ही मसौदे के तहत शिक्षकों की प्रस्तावित कैटेगरी प्रवीण, उन्नत एवं विशेषज्ञ के बारे में विस्तार से पीपीटी प्रेजेंटेशन कर जानकारी दी। दूसरे सत्र में संयुक्त निदेशक (स्कूल शिक्षा) उदयपुर संभाग कार्यालय के वरिष्ठ सहायक यशस्वी शर्मा में ई-फाइल एवं ई-डाक के बारे में सैद्धांतिक व प्रायोगिक जानकारी दी। शर्मा ने ई-फाइल के प्रत्येक बिंदु को रेखांकित करते हुए क्रिएट फाइल, इनबॉक्स, सेंड टू एनी वन, फाइल डिस्पोजल, ड्राफ्ट, पीयूसी, आउटवर्ड के साथ ही ई-डाक के प्रत्येक मॉड्यूल से अवगत कराया।
राजस्थान की अग्रणी शिक्षण संस्था जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत एक वैश्विक दृष्टिकोण और रणनीतिक सोच के साथ की है। विश्वविद्यालय ने दो नए केंद्रों की स्थापना की है। इनमें सेंटर फॉर फॉरेन लैंग्वेजेस, सेंटर फॉर हायर एजुकेशन एब्रॉड शामिल है। इन दोनों केंद्रों का उद्देश्य छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की दक्षता प्रदान कर, उन्हें विश्व की शीर्ष यूनिवर्सिटीज और मल्टीनेशनल कंपनियों में करियर के लिए तैयार करना है। सेंटर फॉर फॉरेन लैंग्वेजेस के तहत अब छात्र फ्रेंच, जर्मन और जापानी जैसी भाषाओं में 2, 4 और 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्स कर सकेंगे। यह प्रशिक्षण उन्हें फ्रीलांसिंग, अनुवाद, लोकलाइज़ेशन, एयरलाइंस, हॉस्पिटैलिटी और डिप्लोमैटिक सेवाओं जैसे क्षेत्रों में वैश्विक करियर विकल्प देगा। सेंटर फॉर हायर एजुकेशन अब्रॉड अमेरिका, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, फ्रांस और जापान की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज जैसे MIT, हार्वर्ड, ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज, TU म्यूनिख, यूनिवर्सिटी ऑफ टोक्यो आदि में प्रवेश के लिए आवश्यक मार्गदर्शन, परीक्षा तैयारी और डॉक्यूमेंटेशन सपोर्ट प्रदान करेगा। जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. विक्टर गंभीर ने कहा विदेशी शिक्षा अब भ्रम या एजेंट्स पर निर्भर प्रक्रिया नहीं रही। हम छात्रों को सटीक मार्गदर्शन, पारदर्शी प्रक्रिया और आत्मनिर्भर तैयारी के माध्यम से वैश्विक अवसरों की ओर अग्रसर कर रहे हैं। भाषा केंद्र के कार्यक्रम समन्वयक मुदित कृष्ण शर्मा ने कहा कि आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में केवल डिग्री नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सोच और भाषायी दक्षता ही असली पूंजी है। इन केंद्रों के माध्यम से हम छात्रों को वैश्विक भविष्य के लिए सशक्त बना रहे हैं।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा सरकार का लक्ष्य है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाया जाए। इसी कड़ी में 844 शिक्षकों को पदोन्नत किया है, जिनमें 4 प्रिंसिपल भी शामिल हैं। इसी तरह से जल्द ही बीईओ और डीईओ के प्रमोशन किए जाएंगे। शिक्षकों का तबादला भी शीघ्र ही कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केमेस्ट्री के 35 और 18 ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT) को पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT) पदोन्नत किया गया है। संस्कृत और अंग्रेजी के 1-1 पीजीटी, हिंदी के 2 पीजीटी को पदोन्नत कर प्रिंसिपल बनाया गया है। इसी तरह से कॉमर्स के 4, अंग्रेजी के 207, जियोग्राफी के 1, इतिहास के 203, राजनीति शास्त्र के 137, समाजशास्त्र के 13, संस्कृत के 150, गृह विज्ञान के 37 और हिंदी के 35 टीजीटी को प्रमोशन देकर पीजीटी बनाया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार बन रहा सिलेबस शिक्षा मंत्री ढांडा ने कहा कि सरकार ने प्रदेश के हर सरकारी स्कूल के ढांचागत विकास को पूरा किया है और अन्य दिक्कतों का भी जल्द ही समाधान कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम बनाए जा रहे हैं, जिससे विद्यार्थी चुनौतियों का निपटान कर सकेंगे। भारत के विकास में कौशल आधारित शिक्षा का भी योगदान रहेगा। इसी को ध्यान में रखकर भी पाठ्यक्रम तैयार किए जा रहे हैं। जल्द शुरू होगी टीचर्स की ट्रांसफर ड्राइव ढांडा ने कहा कि अलग-अलग चरणों में सभी तरह के टीचरों का ट्रांसफर ड्राइव जल्द शुरू किया जाएगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चलती रहे। उन्होंने कहा कि हर 10 किलोमीटर के दायरे में एक नया मॉडल संस्कृति स्कूल खोला जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को और बेहतर शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का विजन है कि राजकीय स्कूलों में बच्चों के लिए ई-पुस्तकालय हों। इसी को ध्यान में रखकर सरकार 197 राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालयों एवं 250 पीएम श्री विद्यालयों में ई-पुस्तकालय का निर्माण करवाएगी।
जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह बुधवार को कटिहार पहुंचे। राज्य कोर कमिटी सदस्य सत्यनारायण शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। लालियाही में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उदय सिंह ने बिहार की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, बिहार में अब तक की सरकारों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और पलायन जैसे मुद्दों पर सिर्फ वादे किए। जन सुराज पार्टी की प्राथमिकता बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार और पलायन रोकना है। NDA और UPA पर साधा निशाना उदय सिंह ने आगे कहा, बिहार में अपराध और भ्रष्टाचार को रोकना नामुमकिन नहीं है। मैंने पुर्णिया से सांसद रहते हुए इसे करके दिखाया है। आज के समय में NDA और UPA जैसी पार्टियां सत्ता की अदला-बदली में लगी हैं, पांच साल तुम लूटो, पांच साल हम लूटेंगे। ये साजिशें जनता के साथ धोखा हैं। 'उठाया जाएगा हिंदू-मुसलमान का मुद्दा' उन्होंने राजनीति में हो रहे मुद्दा-चोरी और ध्यान भटकाने की कोशिशों पर भी निशाना साधा। उदय सिंह ने कहा, आज जब जनता के असल मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए, तब सियासी दल सिर्फ सीटों के बंटवारे में उलझे हैं। आम लोगों को इससे क्या फर्क पड़ता है कि चिराग पासवान लड़ें या नहीं? जल्द ही वही पुराना ‘हिंदू-मुसलमान’ का फार्मूला लाया जाएगा ताकि जनता असल मुद्दों को भूल जाए।
श्रावस्ती के विकास भवन सभागार भिनगा में महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर प्रियंका मौर्या ने महिलाओं की समस्याओं पर जनसुनवाई की। उन्होंने शिकायतों के निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। डॉ. डॉक्टर प्रियंका मौर्या ने बताया कि श्रावस्ती में यह उनका दूसरा दौरा है। वहीं जनसुनवाई में सामने आई अधिकतर समस्याएं घरेलू विवादों से जुड़ी हैं। कई महिलाएं अपने पतियों द्वारा की जा रही घरेलू हिंसा से परेशान हैं। महिलाओं ने बताया कि उनके पति नशे का सेवन करते हैं और फिर उनके साथ मारपीट करते हैं। हालांकि, जब महिलाओं से पूछा गया कि उनके पति किस तरह का नशा करते हैं और कहां से लाते हैं, तो वे यह जानकारी नहीं दे पाईं। डॉ. डॉक्टर प्रियंका मौर्या ने अभिभावकों से बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि बेटियों को पहले शिक्षित करें और आत्मनिर्भर बनाएं, फिर उनकी शादी करें। उनका मानना है कि अधिकतर समस्याएं इसलिए आती हैं क्योंकि परिवारों में शिक्षा की बजाय शादी को प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षित होने पर महिलाएं सही-गलत की पहचान कर पाएंगी। इससे उन पर होने वाले उत्पीड़न को रोका जा सकता है। साथ ही, विवाह के बाद वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकेंगी।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने एडेड महाविद्यालयों के लिए बीएड विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के 107 पदों की भर्ती के लिए आनलाइन आवेदन के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि 10 जून से बढ़ाकर 21 जून कर दिया है। आनलाइन आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 22 जून एवं आवेदन सब्मिट करने की अंतिम तिथि 23 जून रात्रि 12 बजे तक विस्तारित की गई है। इसके बाद किसी प्रकार का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। अर्हता में भी किया गया है संशोधन इसी तरह अर्हता में अभ्यर्थियों के आवेदन पर विचार करते हुए भाषा में 55% अंकों के साथ परा स्नातक उपाधि को संशोधित करके मानविकी किया गया है। आयोग के सचिव की ओर से जारी की गई सूचना में शिक्षाशास्त्र विषय में पीएचडी या डीफिल उपाधि धारक ऐसे अभ्यर्थियों को भी आवेदन का अवसर दिया गया है, जिन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (पीएचडी उपाधि प्राप्त करने के लिए न्यूनतम मानक तथा प्रक्रिया) विनियम 2009 के अनुसार पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। अन्य अर्हताएं यथावत हैं।
BPSC TRE 3 के अभ्यर्थियों ने मंगलवार को शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का घेराव कर विरोध दर्ज कराया। अभ्यर्थी, उनकी गाड़ी के सामने लेट गए। दरअसल, प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी लंबे समय से TRE 3 की सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, अब तक सरकार की ओर से इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इसी को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने पटना में शिक्षा मंत्री की गाड़ी को रोककर प्रदर्शन किया। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार पटना के बाकरगंज स्थित राजकीय उर्दू पुस्तकालय के नव निर्मित भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे, जो उद्घाटन के बाद सीधे वहां से निकल गए। मुख्यमंत्री के जाने के बाद जैसे ही शिक्षा मंत्री सुनील कुमार भी निकलने लगे, उसी समय BPSC TRE 3 के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने उन्हें घेर लिया। बार-बार टालमटोल कर रही है सरकार प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा मंत्री की गाड़ी के आगे लेटकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है, तो अब तक सप्लीमेंट्री रिजल्ट क्यों नहीं जारी किया गया ? प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने इसे अपने भविष्य से खिलवाड़ बताया और कहा कि उन्हें नौकरी पाने का अधिकार है, लेकिन सरकार बार-बार टालमटोल कर रही है। पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की मदद से शिक्षा मंत्री को वहां से रवाना किया गया। शिक्षा विभाग के हर कार्यक्रम का करेंगे बहिष्कार अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं किया गया, तो वे पूरे प्रदेश में आंदोलन तेज करेंगे और शिक्षा विभाग के हर कार्यक्रम का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द स्पष्ट घोषणा करे और उन योग्य अभ्यर्थियों को न्याय दे, जो TRE 3 परीक्षा में रह गए थे। लेकिन योग्य हैं। सम्राट चौधरी के सामने रोए BPSC TRE 3 के अभ्यर्थी BPSC TRE 3 के अभ्यर्थी भाजपा कार्यालय में पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के सामने अपने मांगों को राखी। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी अचानक भाजपा कार्यालय पहुंचे। सम्राट चौधरी कार्यालय से निकली रहे थे तभी छात्रों ने उन्हें घेर लिया। वहीं महिला अभ्यर्थी सम्राट चौधरी के सामने फूट-फूट कर रोने लगी।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा देर शाम रेवाड़ी के कोसली पहुंचे। उन्होंने कहा कि हरियाणा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को 100 प्रतिशत लागू करने वाला देश का पहला राज्य है। उन्होंने बताया कि इस साल सरकारी स्कूलों में करीब 70 हजार नए स्टूडेंट ने दाखिला लिया है। परीक्षा परिणाम पहले से बेहतर मंत्री ने कहा कि प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में सुधार हुआ है। सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम पहले से बेहतर रहे हैं। साइंस विषय में हरियाणा के स्टूडेंट पहले स्थान पर हैं। आर्ट्स और कॉमर्स में मात्र 1 प्रतिशत की कमी है। शिक्षा मंत्री ने सरकारी स्कूल के शिक्षकों की तुलना हनुमान से करते हुए कहा कि हमारे शिक्षक अनुमान है और श्रीराम का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल पूरी तरह सुरक्षित हैं। दाखिले की ऑनलाइन साइट चालू कॉलेजों में भी इस बार पहले से ज्यादा दाखिला आवेदन आए हैं। दाखिले की ऑनलाइन साइट को लगातार चालू रखा गया है। शिक्षा मंत्री कोसली विधानसभा के गांव नठेड़ा में भाजपा नेता बाबू वीरकुमार यादव की 50वीं शादी की सालगिरह के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया, पूर्व मंत्री डॉ. बनवारी लाल, मनीष ग्रोवर और जिला अध्यक्षा वंदना पोपली भी मौजूद थे।
गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय का शिक्षा सत्र 2025-26 एक बार फिर अतिथि व्याख्याताओं (विद्या संबल योजना ) के भरोसे रहेगा। विवि ने 29 विषयों के लिए 113 अतिथि व्याख्याताओं से आवेदन मांगे हैं ,जिन्हें ‘मौसमी रोजगार’ मिलेगा। आवेदन की अवधि 16 जून से 7 जुलाई तक तय की गई है। विवि ने नवाचार करते हुए पहली बार विद्या संबल योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन का प्रोसेस किया है। इससे समय, श्रम व कागज तीनों की बचत के साथ ही बेरोजगारों के आर्थिक स्थिति के दृष्टिगत देखा जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित विद्या संबल योजना के तहत कालांश आधारित शिक्षण के लिए पात्र अभ्यर्थी आवेदन कर सकेंगे। कुलसचिव डॉ अभिषेक गोयल ने बताया कि राज्य में सभी शिक्षण संस्थाओं में विषय अध्यापन बाधित नहीं हो, इसके लिए पात्र फैकल्टी से कालांश आधारित शिक्षण कराने की विद्या संबल योजना लागू की है। इसी के तहत जीजीटीयू कैम्पस और इंजीनियरिंग कॉलेज में संचालित विभिन विषयों में पीजी,पीजी डिप्लोमा,स्नातक,डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेस और इंजीनियरिंग कॉलेज में संचालित बीटेक कोर्स हेतु यह आवेदन पत्र आमंत्रित किए हैं। 16 जून से 07 जुलाई तक भरे जाएंगे फॉर्म विद्या सम्बल प्रभारी एवं निदेशक शोध प्रो. अलका रस्तोगी ने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज में शिक्षण के लिए एआईसीटी और कैंपस में संचालित सभी कोर्सेस में यूजीसी द्वारा निर्धारित न्यूनतम योग्यताधारी ही पात्र होंगे। चयन प्रक्रिया और सत्र पर्यंत सभी कार्यविधि राज्य सरकार की ओर से जारी विद्या संबल योजना के अनुसार ही की जाएगी। ये करना होगा अपलोड सभी मार्कशीट्स, उपाधियां, नेट/सेट, एमफिल/पीएचडी,अनुभव प्रमाण पत्र, पुरस्कार प्रमाण पत्र,रिसर्च पेपर। आवेदकों के लिए यह भी जानना जरूरी आवेदन-पत्र प्रक्रिया ऑनलाइन करें, फॉर्म भरने की लिंक: https:// ggtuexam. com/ GuestFacult4/, फॉर्म शुरू होने की तिथि 16 जून 2025,0फॉर्म भरने की अंतिम तिथि:07 जुलाई 2025
साय सरकार शिक्षा को बर्बाद करने पर तुली हुई है: फारुकी
भास्कर न्यूज | सुहेला युक्ति युक्त कारण के नाम पर छत्तीसगढ़ की साय सरकार शिक्षा को बर्बाद करने पर हुई है। भाजपा सरकार की इस नीति के कारण राज्य में 10,463 स्कुल बंद हो जाएंगे जिससे लगभग 45000 शिक्षकों का पद समाप्त हो जाएगा। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता डॉक्टर अयाज अहमद फारूकी ने राज्य सरकार की नियुक्तिकरण नीति का जमकर आलोचना करते हुए कहा कि स्कूल की पुस्तकें बच्चों के पास पहुंचने से पहले कबाड़ी की दूकान में पहुंच जा रही है जबकि विष्णु देव सरकार शराब दुकान खोलने में व्यस्त है। डा. फारूकी ने कहा कि रोजगार के बडे बडे दावा करने वाली और चुनाव में 35000 नये शिक्षको की भर्ती की घोषणा करने वाली सरकार चुनाव जीतने के बाद युक्ति युक्त करण के नाम पर लगभग 45000 हजार शिक्षकों का पद समाप्त कर रही है, साथ ही लगभग 10,463 स्कुल बंद किया जा रहा है जिससे बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ के साथ ही हजारों योग्य शिक्षक बेरोजगार हो जायेंगे। युक्तियुक्त करण से स्कूलों के बंद होने के बाद वहां पर काम करने वाले चपरासी, स्विपर,हजारो रसोइये मध्यान्ह भोजन चलाने वाली समुह की हजारो महिलाये भी बेरोजगार हो जाएंगी। डा फारूकी ने आरोप लगाया कि स्कुल की पुस्तकें आज बच्चो के पास पहुंचने से पहले ही भ्रष्टाचार के तहत कबाड़ी दूकान में पहुच रही है जबकि साय सरकार का पुरा ध्यान अभी सिर्फ नये नये शराब दुकान खोलने में व्यस्त है। हद तो ये हो रही है कि सरकार ताजे बियर बनाने के लिए फैक्टरी खोलने की तैयारी कर रही है मतलब छग के स्कुल शिक्षक, रसोईए, प्युन और महिला समुहो को बेरोजगार कर सरकार राज्य को शराब बेचने और पीलाकर बर्बाद करने की तैयारी मे लगी है।
नई शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल में बदला जा रहा है। इसके लिए अर्ली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन (ईसीसीई) एजुकेटर की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहले चरण में जनपद के 250 आंगनबाड़ी केंद्रों पर ईसीसीई (अर्ली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन) एजुकेटर की नियुक्ति होगी। मंगलवार को विकास भवन सभागार में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में ईसीसीई (अर्ली चाइल्डहुड केयर एजुकेशन) एजुकेटर के चयन के लिए अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन हुआ। मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई। इसमें बेसिक शिक्षा अधिकारी, डायट प्राचार्य, आईटीआई प्राचार्य और परियोजना निदेशक शामिल थे। 750 अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में बुलाया गया सेवा योजन पोर्टल पर 968 आवेदन मिले हैं। 250 पदों के लिए तीन गुना यानी 750 अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया में बुलाया गया है। दस्तावेज सत्यापन के बाद मेरिट लिस्ट जारी होगी। एजुकेटर के लिए गृह विज्ञान में स्नातक के साथ एनटीटी या सीटी डिप्लोमा जरूरी है। चयनित एजुकेटर को 10,313 रुपये मासिक मानदेय मिलेगा। एजुकेटर बच्चों को खेल-खेल में गिनती और अक्षर ज्ञान सिखाएंगे। इससे बच्चों को प्राइमरी शिक्षा के लिए तैयार किया जाएगा।
टोंक के दूनी तहसील क्षेत्र के ख्वासपुरा गांव स्थित एक पान्या देवनारायण भगवान मंदिर में 11 लाख रुपए की लागत से बनाए गए भवन का लोकार्पण किया गया। इस दौरान बारहपुरा गांव समेत अन्य जगह से गुर्जर समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस मौके पर समाज के लोगों ने सामाजिक उत्थान और बच्चों की शिक्षा को लेकर भी चर्चा की गई। पूर्व प्रधान उदय लाल गुर्जर ने बताया कि खुवासपुरा में गुर्जर समाज के आराध्य देव व्यंजन की आस्था का केंद्र एक पान्या का देवनारायण मंदिर है। यहां श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। करौली नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन राजाराम गुर्जर भी गत दिनों यहां दर्शन करने आए थे। उन्होंने आधुनिक भवन बनाने के लिए 11 लाख रुपए की नगद राशि भी दी थी। नवनिर्मित भवन का शुभारंभ सोमवार की शाम को देवली के पूर्व प्रधान उदयलाल गुर्जर टोंक के पूर्व प्रधान जगदीश गुर्जर समाज के लोगों की मौजूदगी में नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण जगदीश गुर्जर (पूर्व प्रधान पंचायत टोंक), उदय लाल गुर्जर (पूर्व प्रधान प.समिति देवली) ने किया। साथ ही में पूर्व सरपंच देवलाल गुर्जर (मंडावर) रामदेव फौजी साहब सरकावास, देव नारायण गुर्जर, अध्यापक, रमेश चंदेल (अध्यापक), मोरपाल गुर्जर, रमेश व समाज के गणमान्य उपस्थित रहे। इस मौके पर खेमराज जी गुर्जर व हेमराज आदि मौजूद थे। लोकार्पण समारोह में करौली नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन भामाशाह राजाराम गुर्जर को भी शामिल होना था लेकिन अति आवश्यक कार्य के कारण उन्हें बाहर जाना पड़ा ।
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