झुंझुनूं जिले की ग्राम पंचायत लंबी अहीर की सरपंच, नीरू यादव एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्हें UN Women India ने अपनी खास राष्ट्रीय नेतृत्व कार्यशाला 'SheLeads III' में शामिल होने के लिए विशेष तौर पर बुलाया है। सरपंच नीरू यादव को जिन्हें लोग 'हॉकी वाली सरपंच' के नाम से भी जाना जाता है। यह कार्यशाला 4 और 5 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में हो रही है। इस कार्यशाला के लिए पूरे देश से सिर्फ 30 महिला नेताओं को चुना गया है, और उनमें नीरू यादव का नाम शामिल है। UN Women India का यह प्लेटफॉर्म जमीनी स्तर पर काम कर रही महिला नेताओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखने का मौका देता है। नवाचार की पहचान: बर्तन बैंक से KBC तक * 'बर्तन बैंक' मॉडल: यह उनका सबसे बड़ा और सफल नवाचार है। उन्होंने गांव में डिस्पोज़ेबल प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए 'बर्तन बैंक' शुरू किया। इससे सामाजिक आयोजनों में प्लास्टिक का उपयोग बंद हुआ और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला। * ऐतिहासिक उपलब्धि: उनके इस मॉडल को राजस्थान सरकार ने वर्ष 2025–26 के बजट में पूरे प्रदेश में लागू करने की घोषणा की है। यह किसी पंचायत प्रतिनिधि के लिए बहुत बड़ी सफलता है। * राष्ट्रीय मंच पर पहचान: वे Sony TV के प्रसिद्ध कार्यक्रम 'कौन बनेगा करोड़पति (KBC) Season 15' में भी सेलिब्रिटी गेस्ट के रूप में आ चुकी हैं। यहां उन्होंने अपने बर्तन बैंक, ग्रामीण हॉकी अकादमी और 'मेरा पेड़ मेरा दोस्त' जैसे अभियानों को पूरे देश के सामने रखा था। * संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO): साल 2024 में, उन्होंने UNO, न्यूयॉर्क में हुई UNFPA की 57वीं Commission on Population and Development (CPD) बैठक में भारत के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर देश का प्रतिनिधित्व किया था। वहां उन्होंने महिलाओं के नेतृत्व और ग्रामीण विकास के अपने मॉडलों को दुनिया के सामने रखा। * ग्रामीण हॉकी टीम: उन्होंने गांव की बेटियों के लिए एक ग्रामीण हॉकी टीम बनाई। संसाधनों की कमी के बावजूद, उनकी पहल से कई लड़कियों को खेल के माध्यम से आत्मविश्वास और अवसर मिले हैं। कई खिलाड़ियों ने जिला और राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। * अन्य विकास कार्य: उन्होंने गांव में डिजिटल लाइब्रेरी बनवाई, 21,000 से अधिक पेड़ लगाए, 50 से ज्यादा ट्यूबवेल लगाकर पानी की सुविधा दी, और पक्षियों के संरक्षण के लिए 70 फीट ऊंचा सात-मंजिला बर्ड हाउस भी तैयार करवाया है।
राजगीर महोत्सव 2025 की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक कार्य योजना तैयार की है। कार्यक्रम का आयोजन 19, 20 और 21 दिसंबर को किया जाएगा। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने के लिए समय पर काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। आरआईसीसी और हॉकी मैदान होंगे मुख्य केंद्र महोत्सव का मुख्य आयोजन आरआईसीसी (राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर) एवं हॉकी मैदान के निकट स्थित खाली भूखंड पर किया जाएगा। यह स्थल न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, बल्कि पर्यटकों की सुविधा के लिहाज से भी उपयुक्त है। तीन दिवसीय इस भव्य आयोजन में बिहार की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। बहुआयामी गतिविधियों से सजेगा महोत्सव जिला प्रशासन ने महोत्सव को जनसामान्य के लिए आकर्षक और यादगार बनाने के लिए विविध कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की है। इनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी, कृषि मेला, व्यंजन मेला, महिला महोत्सव, खेल महोत्सव और नुक्कड़ नाटक प्रमुख आकर्षण होंगे। विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है कि महोत्सव में पारंपरिक तांगा और पालकी सज्जा प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जो राजगीर की ऐतिहासिक पहचान को जीवंत करेगी। इसके अलावा सद्भावना मार्च और सर्व धर्म मंगलाचरण के माध्यम से सामाजिक समरसता का संदेश दिया जाएगा। सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष फोकस जिलाधिकारी ने विधि-व्यवस्था और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संबंधित अधिकारियों को फुलप्रूफ व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। समारोह स्थल की साज-सज्जा, विद्युत प्रकाश व्यवस्था, वाहन पार्किंग, यातायात नियंत्रण और चिकित्सा सुविधाओं को लेकर विस्तृत योजना बनाई गई है। पेयजल, शौचालय और अन्य जन सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सड़क मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। निजी भागीदारी को मिलेगा प्रोत्साहन प्रशासन ने स्थानीय निवासियों को भी महोत्सव से जोड़ने की पहल की है। निजी घरों, होटलों और अन्य भवनों की साज-सज्जा प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिससे पूरा राजगीर नगर एक उत्सवी माहौल में सजेगा। इससे न केवल पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा, बल्कि स्थानीय लोगों में भी उत्साह का संचार होगा। समयबद्ध कार्य निष्पादन पर जोर जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने समीक्षा बैठक में सभी संबंधित पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने विभागों के कार्यों को समयसीमा के भीतर पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि राजगीर महोत्सव न केवल बिहार की सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन है, बल्कि यह राज्य की पर्यटन क्षमता को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का अवसर भी है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि इस महोत्सव की सफलता में प्रत्येक विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है और सभी को अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। प्रचार-प्रसार की व्यापक योजना महोत्सव की जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार अभियान चलाया जा रहा है। आमंत्रण पत्रों का वितरण शुरू हो चुका है और विभिन्न माध्यमों से इस आयोजन की जानकारी दी जा रही है।
जिंदगी से जंग लड़ते-लड़ते गोल्डन गर्ल बनीं निकिता
‘ज़िंदगी इस बात पर नहीं चलती कि आप कितनी बार गिरते हैं, बल्कि इस पर चलती है कि आप कितनी बार उठते हैं।’ KIIT की महिला हॉकी टीम की कप्तान निकिता टोप्पो, अमेरिकी शिक्षक जेमी एस्कालांटे की इस सोच का सजीव उदाहरण हैं। 22 वर्षीय निकिता ने पांच साल की उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया था। तीन साल पहले जब वे आयरलैंड में होने वाले अंडर-23 फाइव नेशंस कप में हिस्सा लेने जा रही थीं, तभी उनके बड़े भाई की एक दुर्घटना में मौत हो गई। भाई के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाई थी। एक वर्ष बाद उन्हें करियर को खत्म करने वाली चोट लगी और इसके तुरंत बाद उनके दूसरे भाई को भी एक दुर्घटना में गंभीर सिर की चोट लगी, जिससे वह आज तक पूरी तरह उबर नहीं पाया है। लेकिन इन लगातार झटकों से टूटने के बजाय निकिता ने हॉकी को अपना सहारा बनाया और केआईआईटी को राजस्थान में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) 2025 में महिला हॉकी टीम स्पर्धा का पहला स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केआईआईटी पहली बार केआईयूजी में हिस्सा ले रही है। निकिता ने कहा, ‘इसके पहले हम ज़ोन ही क्लियर नहीं कर पाते थे क्योंकि ओडिशा में कई मज़बूत यूनिवर्सिटी टीमें हैं। लेकिन पिछले साल से मैं और मेरे कोच मिलकर एक मजबूत टीम बनाने पर काम कर रहे थे। अच्छे खिलाड़ियों को यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलाया। जब यहां पहुंचे, तो गोल्ड जीतने का ही लक्ष्य था।’
वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की पहली हार, जर्मनी ने दी शिकस्त, अब करो या मरो वाला होगा आखिरी मैच
FIH Junior Womens World Cup:भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम चीली के सैंटियागो में FIH जूनियर महिला वर्ल्ड कप के अपने दूसरे मैच में जर्मनी से 1-3 से हार गई. भारत के लिए एकमात्र गोल हिना बानो (58’) ने किया. जर्मनी के लिए लीना फ्रेरिक्स (5’), एनिका शॉनहॉफ (52’) और मार्टिना रीसेनेगर (59’) ने गोल किए.
हरियाणा के नूंह जिले के तावडू खंड के गांव जौरासी के दो सगे भाइयों ने राजस्थान के जयपुर में आयोजित हालिया खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में परचम लहराया है। दोनों भाइयों ने हॉकी में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीतकर न केवल अपने गांव का, बल्कि पूरे मेवात क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है। वहीं चिराग धारीवाल ने अपने अद्भुत खेल कौशल के दम पर टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गोल स्कोर खिलाड़ी बनने का गौरव भी हासिल किया। इस उपलब्धि से पूरा जौरासी गांव और मेवात क्षेत्र गौरव से भर उठा है। दोनों खिलाड़ियों के पिता धर्मेंद्र धारीवाल और माता अनीता धारीवाल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बेटों ने जो मेहनत, समर्पण और अनुशासन दिखाया है, वह वाकई गर्व करने योग्य है। पहले भी दोनों भाई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके है चिराग और विनय पहले भी कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर अपने खेल कौशल का लोहा मनवा चुके है। खिलाड़ियों के परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। इस सुनहरे पल पर अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच अजय धामीवाल ने कहा कि गांव में खुशी का माहौल है, बच्चों और युवाओं में नए उत्साह का संचार हुआ है और हर कोई इन दोनों खिलाड़ियों को भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का परचम लहराते देखने की कामना कर रहा है। गांव जौरासी के ये दो सितारे आज युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके है। अजय धामीवाल ने कहा कि यदि लगन हो, लक्ष्य स्पष्ट हो और परिवार व समाज का आशीर्वाद साथ हो, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2 दिन के दौरे पर भारत आ रहे हैं। उनके साथ करीब 100 लोगों की टीम है, लेकिन इसमें परिवार का एक भी सदस्य नहीं है। 2012 में आखिरी बार पुतिन अपनी पत्नी के साथ दिखे थे। इसके बाद विदेश दौरे तो क्या रूस में भी पुतिन का परिवार कहीं नहीं दिखा। भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे पुतिन की बीवी, गर्लफ्रेंड, बच्चों समेत सीक्रेट फैमिली की पूरी कहानी... वर्ल्ड वॉर-2 के दौरान सोवियत यूनियन के लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) शहर को जर्मन सेना ने 872 दिनों तक सीज कर रखा था। यहां इतनी ताबड़तोड़ बमबारी हुई कि शहर पूरी तरह से तबाह हो गया। इसी शहर में 7 अक्टूबर 1952 को व्लादिमीर पुतिन का जन्म हुआ। उनके पिता व्लादिमीर स्पिरिडोनोविच, सोवियत नेवी में थे और मां मारिया इवानोव्ना पुतिन एक फैक्ट्री में काम किया करती थीं। पुतिन के दादा सोवियत नेता व्लादिमीर लेनिन और जोसेफ स्टालिन के चीफ शेफ रह चुके थे। पुतिन अपने माता-पिता की इकलौती जिंदा संतान हैं। वर्ल्ड वॉर शुरू होने से पहले उनके सबसे बड़े भाई अल्बर्ट की मौत हो गई थी। युद्ध के बाद जब शहर तबाह हो गया तो छोटे बच्चों को भुखमरी से बचाने अनाथालय भेजा जा रहा था। पुतिन के दूसरे भाई विक्टर को भी ले जाया गया, लेकिन यहां उसकी मौत हो गई। परिवार को यह भी नहीं पता चल पाया कि उसे कहां दफनाया गया है। जंग में जब शहर तबाह हुआ तो पुतिन का परिवार बहुत गरीब हो गया। वे लोग लेनिनग्राद के कम्युनल अपार्टमेंट में रहने लगे। बिल्डिंग के पांचवे फ्लोर पर उनका एक कमरे का घर था। यहां कई परिवारों के साथ किचन और बाथरूम शेयर करना पड़ता। जब पुतिन 12 साल के हुए तो उन्होंने सोवियत रेड आर्मी ने मार्शल आर्ट्स सैम्बो और जूडो की क्लास जॉइन कर ली। पुतिन की मां को ये फैसला पसंद नहीं आया। पुतिन की ऑफिशियल बायोग्राफी के मुताबिक, ‘जब भी पुतिन जूडो क्लास के लिए घर से निकलते तो उनकी मां बड़बड़ाते हुए कहतीं कि फिर से अपनी फाइट के लिए जा रहा है।’ पुतिन बचपन से ही सीक्रेट एजेंट बनना चाहते थे। 23 साल की उम्र में उन्होंने रूस की खुफिया एजेंसी KGB ज्वाइन भी कर ली। इसी बीच एक मूवी शो के दौरान पुतिन के दोस्त ने उन्हें एयरहोस्टेस ल्यूडमिला ओचेरत्नाया से मिलवाया। पुतिन को ल्यूडमिला बहुत अच्छी लगीं और वो दोनों अक्सर मिलने लगे। 1983 में दोनों ने शादी कर ली। ल्यूडमिला कहती हैं, व्लादिमीर में कुछ ऐसा था, जिसने मुझे आकर्षित किया। 3-4 महीने बाद मुझे एहसास हो गया कि ऐसे ही इंसान की मुझे जरूरत थी। KGB के काम से पुतिन को जर्मनी शिफ्ट होना पड़ा तो ल्यूडमिला भी उनके साथ चली गईं। 1990 में पुतिन वापस रूस आ गए और 1996 में उनका राजनीतिक करियर शुरू हो गया। 1999 में वो रूस के प्रधानमंत्री और 2000 में राष्ट्रपति बने। पुतिन की बायोग्राफी लिखने वालीं नताल्या गेवोरक्यान 1999 में ल्यूडमिला से मिली थीं। इस मुलाकात के बारे में वो बताती हैं, पुतिन की शादी में प्यार खत्म हो चुका था। उनकी पत्नी को लगता था कि पुतिन उनसे प्यार नहीं करते। ल्यूडमिला ने उस समय कहा था, 'कुछ औरतें ऐसी होती हैं जिनकी मर्द तारीफ करते हैं। मुझे लगता है मैं उस तरह की औरत नहीं हूं। वो मुझे अपनी बाहों में नहीं लेंगे।' पुतिन के पहले कार्यकाल के दौरान ल्यूडमिला लगभग सभी विदेश यात्राओं में उनके साथ गईं, लेकिन दूसरे कार्यकाल में पुतिन हमेशा अकेले ही दिखे। इस दौरान उनके दूसरी लड़कियों से अफेयर की अफवाह उड़ी, लेकिन पुतिन इन्हें खारिज करते रहे। 2013 में आखिरकार दोनों की दूरियां पब्लिक के सामने आ गई। तब 60 साल के पुतिन ने बताया कि वो और ल्यूडमिला अलग हो गए हैं। उनकी पत्नी ने कहा, 'हम दोनों मुश्किल से मिल पाते हैं, इसलिए हम अलग हो रहे हैं। ये हम दोनों का साझा फैसला है।' शादी के दो साल बाद पुतिन की बड़ी बेटी मारिया वोरोत्सोवा का जन्म हुआ और जर्मनी जाकर 1986 में छोटी बेटी कैटरीना तिखोनोवा पैदा हुई। पुतिन ने अपनी दोनों बेटियों के नाम अपनी मां के नाम पर रखे हैं। जब पुतिन प्रधानमंत्री बने तो उनका परिवार आइसोलेशन में चला गया। सुरक्षा के चलते उनकी बेटियों की पढ़ाई भी घर में कराई जाने लगी। हर समय उनके चारों और बॉडीगार्ड्स रहते। दोनों का यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी नकली नामों से हुआ। पुतिन ने अपनी बेटियों के बारे में पब्लिकली बस इतना बताया, मेरी दोनों बेटियों की पढ़ाई रूस में ही हुई है। वो मॉस्को में ही रहती हैं। नताल्या गेवोरक्यान के मुताबिक पुतिन की बेटियां उनका बहुत सम्मान करती थीं लेकिन उन्हें अपने पिता के साथ कभी ज्यादा वक्त नहीं मिल पाता। कैटरीना एक रॉक-एन-रोल डांसर रही हैं और इंटरनेशनल लेवल पर कई डांस पर्फोमेंस कर चुकी हैं। वहीं मारिया ने मेडिसिन की पढ़ाई की है और अब एक मेडिकल रिसर्चर और बिजनेस वुमन हैं। रॉयटर्स के मुताबिक, वो एक अरबपति हैं। रूस से युद्ध शुरू होने के बाद वहां के टेलिग्राम चैनलों पर यह खबर भी चली की मारिया बॉर्डर के पास जवानों के लिए फील्ड हॉस्पिटल बनाने पहुंची हैं। उन्होंने वहां कई घायल सिपाहियों का इलाज भी किया। दोनों ही बेटियां अपने पति और बच्चों के साथ रहती हैं। 2017 में एक इंटरव्यू में पुतिन में बताया था कि उनके नाती-नातिन भी हैं, लेकिन वो चाहते है कि बच्चे आम जिंदगी जिएं। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन कि एक 22 साल की नाजायज बेटी एलिजावेटा ओलेगोवना भी है। यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से वो पेरिस में रह रही है। उसने अपना सोशल मीडिया अकाउंट भी डिएक्टिवेट कर दिया है। 2000 के दशक में एक तरफ पुतिन की उनकी पत्नी से अलग होने की खबरें आने लगी थी। वहीं दूसरी तरफ उनके रूस की जिमनास्टिक में ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट एलिना काबेवा से अफेयर के भी चर्चे थे। काबेवा जिस साल पैदा हुई थीं, उसी साल पुतिन ने शादी की थी। 42 साल की काबेवा, पुतिन से 31 साल छोटी है। 2008 में एक शो में काबेवा ने बताया था कि उन्हें अपना 'मिस्टर परफेक्ट' मिल चुका है, लेकिन वो उसका नाम नहीं बता सकतीं। इसी इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या वो अपने प्यार के लिए किसी पत्नी से उसका पति छीन सकती हैं? इस पर काबेवा ने जवाब दिया कि अगर किसी शादी में पहले से ही समस्या है और पुरुष दूसरी स्त्री को तवज्जो दे रहा है तो ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है। 2011 के बाद से काबेवा के हाथ में हमेशा एक एंगेजमेंट रिंग दिखी है। द डोजियर सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद से पुतिन के दोस्तों की तरफ से काबेवा और उनके परिवार को कई प्रॉपर्टी गिफ्ट में मिलने लगी। हालांकि दोनों ने शादी की है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई। काबेवा रूस की संसद की सदस्य रह चुकी हैं। 2014 में उन्हें रूस के नेशनल मीडिया ग्रुप का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर बना दिया गया। बिना अनुभव इस पद पर चुना जाना काफी विवादित रहा। डोजियर की रिपोर्ट की मुताबिक, 2014 में काबेवा स्विट्जरलैंड गई। यहीं 2015 में रूसी मूल की डॉक्टर ने उनकी डिलीवरी कराई। इसी डॉक्टर ने स्विट्जरलैंड में ही 2019 में उनके दूसरे बेटे की डिलीवरी कराई थी। डोजियर के सूत्रों के मुताबिक ये दोनों बेटे व्लादिमीर पुतिन के हैं। बड़े बेटे का नाम इवान पुतिन और छोटे का व्लादिमीर पुतिन जूनियर है। अब काबेवा बच्चों और युवाओं को जिमनास्टिक सिखाती हैं। डोजियर सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन ने अपने दोनों बेटों को पूरी तरह से छिपा कर रखा है। स्टेट डेटाबेस में उनके नाम नहीं है। इनके नकली दस्तावेज बनाए गए हैं, जोकि आमतौर पर जासूसों के लिए बनाए जाते हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए उनके आस-पास हर समय पुतिन के ही बॉडीगार्ड तैनात रहते हैं। उनकी पढ़ाई भी घर पर ही होती है। बच्चों की देखरेख और पढ़ाई के लिए स्टाफ भी पुतिन के दोस्तों की कंपनियों के जरिए हायर किए जाते हैं। 2024 में एक इंग्लिश नैनी एजेंसी ने विज्ञापन छापा था- सेंट पीटर्सबर्ग में 4 और 8 साल के दो लड़कों के लिए इंग्लिश टीचर की जरूरत है। परिवार आइसोलेशन में रहता है। साउथ अफ्रीकी पासपोर्ट धारक को तवज्जो दी जाएगी। टीचर को भी आइसोलेशन में रहकर ही पढ़ाना होगा। नौकरी शुरू करने से पहले दो हफ्ते तक मेडिकल जांच होगी। समय-समय पर नैनी एजेंसी इस तरह के विज्ञापन छापती रहती है। डोजियर सेंटर के मुताबिक ये विज्ञापन पुतिन के बेटों के लिए ही टीचर हायर करने के हैं। रूस के साउथ अफ्रीका से अच्छे राजनीतिक संबंध होने के कारण पुतिन अपने बच्चों को किसी साउथ अफ्रीकी से अंग्रेजी सिखाना सुरक्षित समझते हैं। ब्रिटेन और न्यूजीलैंड के टीचर भी इन्हें पढ़ा चुके हैं। पुतिन के बेटे अपने घर से बाहर भी नहीं निकल सकते। पुतिन के आधिकारिक आवास के पास ही एक इमारत में उनके बच्चे और स्टाफ रहता है। यहां वे सुबह 8-9 बजे आते हैं। दिन भर पढ़ाई, खेल-कूद और बाकी एक्टिविटी होती है। रात में दोनों अपने माता-पिता के पास आ जाते हैं। यह दोनों इमारतों के बीच कुछ मीटर का अंतर होने के बावजूद दोनों बेटों को हमेशा गाड़ी में ही ट्रैवल करना होता है। कभी-कभी बच्चों से मिलने काबेवा के दोस्तों के बच्चे आ जाते हैं। हालांकि इन्हें भी इवान और व्लादिमीर जूनियर से मिलने से पहले दो हफ्ते क्वारैंटाइन में रहना पड़ता है। डोजियर की रिपोर्ट के मुताबिक कई बार पुतिन अपने बच्चों के साथ शाम को खेलते भी हैं। पुतिन और उनके बेटे इवान के हॉकी खेलने के लिए पुतिन के आवास के पास ही एक हॉकी फील्ड भी तैयार की गई है। इस गेम में पिता-पुत्र के अलावा सिर्फ पुतिन के बॉडीगार्ड हिस्सा लेते हैं। इवान को हॉकी सिखाने कोच भी आते हैं। अपनी फेक आईडी के जरिए वो कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा भी लेते हैं। पुतिन अपने बच्चों के साथ कई मौकों पर सीक्रेट ट्रिप पर भी जाते हैं। इसके लिए वो अपने पर्सनल एयरक्राफ्ट, ट्रेन या फिर यैच का इस्तेमाल करते हैं। कई बार इन ट्रिप्स पर बच्चों के टीचर भी साथ होते हैं। पुतिन अपने बच्चों के टीचर्स के लिए अलग से भी ट्रिप प्लान करते हैं। **** References and further reading... Dossier Center Report: https://dossier.center/succession-en/ Putin Official Biography: https://www.reuters.com/investigates/special-report/russia-capitalism-daughters/ Reuters Report: https://www.reuters.com/investigates/special-report/russia-capitalism-daughters/ ------- पुतिन के भारत दौरे से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... पुतिन का मल-मूत्र भी उठा ले जाते हैं बॉडीगार्ड:किले जैसी सुरक्षित कार, खाने की जांच के लिए लैब; पुतिन का पूरा सिक्योरिटी प्रोटोकॉल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को भारत आ रहे हैं। दो दिन के इस दौरे का सिक्योरिटी इंतजाम हफ्तों से चल रहा है। पुतिन भारत में जो भी खाएंगे, उसकी जांच रूस से लाई गई लैब में होगी। उनकी खास ऑरस सीनेट कार पहले ही एयरलिफ्ट होकर भारत पहुंच जाएगी। पूरी खबर पढ़िए...
ढाबें में चाकू व हॉकी स्टीक लहराने वाले दो गिरफ्तार
भास्कर न्यूज | राजनांदगांव सोमनी इलाके के हाईवे ढाबा में चाकू व हॉकी स्टीक लहराने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले के फरार अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है। सोमनी पुलिस ने बताया कि हाईवे ढाबा के संचालक ने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। दुर्ग निवासी आरोपी शाहरूख, इजू इरानी, मुंसिफ खान उर्फ अद्दू पटेल व मुकेश उसके ढाबे में पहुंचे। सभी ढाबा संचालक से गाली गलौज करते हुए धारदार चाकू व हॉकी स्टीक लहराने लगे। मौजूद लोगों को भी धमकाया। शिकायत के बाद पुलिस टीम ने आरोपी शाहरुख और मुंसिफ खान उर्फ अद्दू पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स राजस्थान 2025 के 10वें दिन चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कैनोइंग और कयाकिंग स्पर्धाओं में दबदबा दिखाते हुए 10 में से 9 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए। साथ ही यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने बुधवार को कुल 10 मेडल जीतकर कुल पदक संख्या 33 कर ली। ओवरऑल टैली में शीर्ष स्थान पर पहुंच गई है। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी 33 गोल्ड, 13 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गई। इसके साथ ही सवाई मानसिंह स्टेडियम के एथलेटिक्स ट्रैक पर चार और मीट रिकॉर्ड टूटे। ऐसे में अब तक KIUG एथलेटिक्स में कुल 9 मीट रिकॉर्ड बन चुके हैं। वहीं बुधवार को जयपुर की राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक खिलाड़ी के चोटिल होने के बाद जब एम्बुलेंस उसे लेने के लिए पहुंची। तो एम्बुलेंस ग्राउंड की मिट्टी में ही फंस गई। इसकी वजह से खिलाड़ी को काफी परेशान होना पड़ा। एथलेटिक्स में चार नए मीट रिकॉर्डबुधवार को महिलाओं की ट्रिपल जंप, पुरुषों की 110मी हर्डल्स, महिलाओं की डिस्कस थ्रो और पुरुषों की 4x400मी रिले में नए KIUG मीट रिकॉर्ड बने। मुंबई यूनिवर्सिटी रेस में लगभग पूरा समय आगे रही, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी के लोकेश सिंह गुर्जर ने अंतिम 100 मीटर में यश जोशी को पीछे छोड़कर टीम को 3:12.40 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड दिलाया। मुंबई की 3:12.73 सेकेंड की टाइमिंग भी पिछले मीट रिकॉर्ड से बेहतर रही। शिंटोमोन सीबी ने तोड़ा 110 मीटर का रिकॉर्डमहात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के शिंटोमोन सीबी ने शुरुआत से अंत तक बढ़त बनाए रखी और 14.32 सेकेंड के साथ नया रिकॉर्ड बनाया। पिछले रिकॉर्डधारी विकास खोड़के ने 14.516 सेकेंड के साथ सिल्वर जीता। वहीं गुरु काशी यूनिवर्सिटी की सान्या यादव ने महिलाओं की डिस्कस थ्रो में 50.73 मीटर फेंककर नया मीट रिकॉर्ड बनाया। अलीना टी साजी ने ट्रिपल जंप रिकॉर्ड तोड़ामहात्मा गांधी यूनिवर्सिटी की अलीना ने 13.09 मीटर की जंप लगाकर रिकॉर्ड तोड़ा। पंजाब यूनिवर्सिटी की अर्शदीप कौर ने 12.80 मीटर के साथ सिल्वर जीता। कैनोइंग और कयाकिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का जलवाउदयपुर में आयोजित स्पर्धाओं में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने महिलाओं में C-1, C-2, K-1, K-2 और K-4 के साथ पुरुषों में K-1, K-2, K-4 व C-2 में गोल्ड जीते। केवल पुरुषों की C-1 स्पर्धा में गुरु काशी यूनिवर्सिटी के टोंगब्रम रोशन सिंह ने गोल्ड जीतकर CU का क्लीन स्वीप रोका। सरबजोत–पलक की जोड़ी ने जीता गोल्डजगतपुरा शूटिंग रेंज में ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट सरबजोत सिंह और पलक ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम में केएलईएफ यूनिवर्सिटी को 17-15 से हराकर गोल्ड जीता। फुटबॉल और हॉकी में रोमांचक फाइनलमहिला फुटबॉल मुकाबले चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी भिवानी ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी को 2-0 से हराकर गोल्ड जीता। जबकि महिला हॉकी में केआईआईटी ने इतिहास रचते हुए अपना पहला हॉकी गोल्ड जीता। आईटीएम यूनिवर्सिटी को 1-0 से हराया। जबकि पुरुष हॉकी में गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को 5-1 से हराकर खिताब जीता। टेबल टेनिस में जोधपुर में खेले गए फाइनल में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 0-2 से पिछड़ने के बावजूद चितकारा यूनिवर्सिटी को 3-2 से हराया। वहीं महिलाओं में चितकारा यूनिवर्सिटी ने गोल्ड जीता। KIUG का पांचवां एडिशन राजस्थान के सात शहरों में हो रहा है। इसमें 222 यूनिवर्सिटी के 4448 खिलाड़ी 23 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। गेम्स का आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल मिलकर कर रहे हैं, जबकि मेजबानी पूर्णिमा यूनिवर्सिटी कर रही है।
राजसमंद में होटल में हॉकी से हमला: दो आरोपी गिरफ्तार, स्कॉर्पियो भी जब्त
राजसमंद के गोविन्दम होटल में हॉकी से हुई मारपीट के दो आरोपी जय खोखर और भावेश जाचा पुलिस ने गिरफ्तार किए। सीसीटीवी में वारदात स्पष्ट, स्कॉर्पियो भी जब्त। आरोपियों ने वारदात स्वीकार की और माफी मांगी। प्रशासन ने सुरक्षा पर कड़ी नजर रखी।
फरीदाबाद जिले के आदर्श नगर थाना क्षेत्र में सगाई के कार्यक्रम के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। जो बाद में मारपीट में बदल गया। इस घटना में तीन से चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें पुलिस ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित परिवार ने थाना आदर्श नगर में लिखित शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना 2 दिसंबर की रात की है। सुभाष कॉलोनी हरी विहार के रहने वाले महावीर कुमार के घर उनके बेटे शिवम की सगाई का कार्यक्रम चल रहा था। यह कार्यक्रम आदर्श नगर के गुर्जर चौक स्थित बाबा उदय वाटिका में रात करीब 8 बजे तक सब कुछ सामान्य था और डीजे भी चल रहा था। महावीर के अनुसार अचानक करीब 15 से 20 युवक कार्यक्रम में घुस आए। उन्होंने आते ही कार्यक्रम रुकवाने की धमकी दी और कहा कि यह समारोह नहीं होने देंगे। इन लोगों ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए डीजे बंद करा दिया। रिश्तेदारों को भी लाठी-डंडों से मारा महावीर ने बताया कि जब परिवार और रिश्तेदारों ने इसका विरोध किया तो हमलावरों ने पूरी सगाई में हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कार्यक्रम में रखे खाने को उलट-पलट दिया और हलवाइयों के साथ मारपीट की। रिश्तेदारों को भी लाठी-डंडों से मारा गया। बीच बचाव करने आए गुलशन, श्यामलाल और शिवम को गंभीर चोटें आईं। इसी दौरान महिलाओं से भी धक्का-मुक्की की गई और एक महिला के कानों से सोने के कुंडल छीनकर आरोपी फरार हो गए। हाथों में लाठी, डंडे और हॉकी लेकर आए हमलावर पीड़ित परिवार के अनुसार युवक पूरी योजना बनाकर आए थे और उनके हाथों में लाठी, डंडे और हॉकी थी। जैसे ही पुलिस को फोन किया गया, तभी सभी आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ घायलों का इलाज जारी है जबकि कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। आरोपियों की पहचान करने में जुटी पुलिस घटना की जानकारी मिलने पर आदर्श नगर थाना के प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह घटना रात करीब 12 बजे की है। पुलिस ने मौके का मुआयना किया था और घायलों को अस्पताल पहुंचाया था। मनोज कुमार ने यह भी बताया कि आरोपियों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज (एसकेएमसीएच) में बुधवार सुबह एक मरीज की मौत के बाद परिजनों और डॉक्टरों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। घटना के बाद डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा के साथ-साथ ओपीडी सेवा ठप कर दी थी। हालांकि घटना के दो घंटे बाद पहले इमरजेंसी सेवा शुरू की गई, फिर दोपहर 3 बजे तक ओपीडी सेवा भी शुरू कर दी गई। डॉक्टरों और मृतक मरीज के परिजन ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। दरअसल, अहियापुर थाना क्षेत्र के चकमहमद गांव निवासी 60 साल के राजगीर पासवान को तबीयत बिगड़ने पर उनके बेटे प्रकाश कुमार और अविनाश कुमार अपनी मां के साथ कार से एसकेएमसीएच लाए थे। डॉक्टरों ने इमरजेंसी में उनका इलाज शुरू किया और कई जांच की बात कही। मृतक के परिजन बोले- बिना जांच के 7 से 8 इंजेक्शन लगाए मृतक राजगीर पासवान के बेटों, प्रकाश और अविनाश कुमार ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने बिना पूरी जांच किए उनके पिता को सात-आठ इंजेक्शन लगा दिए, जिससे उनकी मौत हो गई। प्रकाश ने बताया कि मंगलवार रात करीब 1 बजे अचानक मेरे पिता को कमर से नीचे पैर तक दर्द हुआ। इसके बाद मैं अपने भाई अविनाश के साथ पिता को लेकर एसकेएमसीएच आया। यहां डॉक्टरों से कहा कि प्लीज अच्छे से जांच कर लीजिएगा। इसके बाद डॉक्टर ने जांच तो लिखा, लेकिन बिना जांच किए ही एक के बाद एक 7 से 8 इंजेक्शन लगा दिया। प्रकाश ने कहा कि इंजेक्शन लगने के 10 मिनट बाद ही मेरे पिता की मौत हो गई। इसके बाद हम लोगों ने जब डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया तो पहले जातिसूचक गालियां दी गई, फिर हम दोनों भाइयों को डॉक्टर अपने केबिन में वहां ले गया, जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था। फिर हम दोनों भाइयों की पिटाई कर दी। हम दोनों भाइयों को करीब 25-25 लोगों की पिटाई की। मारपीट करने वालों में अस्पताल का गार्ड और हॉस्टल के लड़के भी थे। फिर हमारी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। मृतका का बेटा बोला- इंजेक्शन देने का कारण पूछा तो गालियां दी बेटों ने बताया कि जब उन्होंने बिना जांच इतने इंजेक्शन देने का कारण पूछा, तो डॉक्टरों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दीं। इसके बाद डॉक्टर और गार्ड उन्हें अपने केबिन में खींचकर ले गए, जहां लाठी-डंडों और हॉकी स्टिक से बुरी तरह मारपीट की गई। प्रकाश कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान उनके भाई का करीब डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल छीन लिया गया और उनकी कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जिस कमरे में मारपीट हुई, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। इस घटना के विरोध में डॉक्टरों ने एसकेएमसीएच में ओपीडी सेवा बंद कर दी। इससे अस्पताल में इलाज के लिए आए अन्य मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मृतक पति को लेकर बैठी पत्नी, दोनों बेटे की चल रही थी पिटाई मृतक राजगीर पासवान के बेटे अविनाश ने बताया कि पिताजी की मौत हो जाने के बाद मां शव के साथ बाहर बैठकर रो रही थी। इसी दौरान हम लोगों ने पिता की मौत को डॉक्टरों की लापरवाही बताया, जिसके बाद रूम में ले जाकर हम दोनों भाइयों की जमकर पिटाई की गई। मेडिकल कॉलेज के पुलिस चौकी में की शिकायत डॉक्टर से मारपीट में घायल दोनों भाई अपने पिता राजगीर पासवान की लाश को लेकर मां के साथ मेडिकल कॉलेज के पुलिस चौकी पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी दी। दोनों भाइयों को सिर में चोट लगी थी और कपड़े भी फटे थे। शरीर पर कई जगह मारपीट के भी निशान थे। डॉक्टर ने मारपीट का आरोप लगाकर बंद की ओपीडी सेवा वहीं, दूसरी और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की ओर से मारपीट का आरोप लगाया गया और इमर्जेंसी के साथ-साथ ओपीडी सेवा भी बंद करके हड़ताल पर चले गए। घटना के बाद करीब सुबह 9 बजे मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से लगातार डॉक्टरों से बातचीत कर इमर्जेंसी सेवा शुरू कराई गई, जबकि करीब 6 घंटे बाद ओपीडी सेवा शुरू की गई। डॉक्टरों की ओर से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। अहियापुर के SHO बोले- शिकायत के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी पूरे मामले में पूछे जाने पर अहियापुर थाना के थानेदार रोहन कुमार ने कहा कि सुबह में मेडिकल कॉलेज में मरीज के परिजन और डॉक्टर के बीच मारपीट की घटना हुई है। पूरे मामले में लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी।
सिंधिया स्वर्ण कप हॉकी: आज होंगे दो मुकाबले:महाराष्ट्र इलेवन,लखनऊ ने जीते शुरुआती मैच
अखिल भारतीय सिंधिया स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता मंगलवार को शुरू हो गई। पहले दिन दो मुकाबले खेले गए, जिनमें महाराष्ट्र इलेवन और एक्सीलेंस स्पोर्ट्स सेंटर लखनऊ ने जीत दर्ज की। यह प्रतियोगिता ग्वालियर नगर निगम द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के पहले मैच में महाराष्ट्र इलेवन ने नवल टाटा जमशेदपुर को 4-0 से हराया। महाराष्ट्र की ओर से कार्तिक ने दो गोल किए, जबकि अनिकेत और वेंकटेश ने एक-एक गोल दागा। ग्वालियर पर भारी पड़ा लखनऊ दूसरा मुकाबला एक्सीलेंस स्पोर्ट्स सेंटर लखनऊ और डीएचए ग्वालियर के बीच खेला गया। निर्धारित समय में दोनों टीमें 5-5 गोल के साथ बराबरी पर रहीं। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में लखनऊ ने ग्वालियर को 3-1 से हराकर मैच जीत लिया। ग्वालियर के लिए निखिल ने दो, चिराग और शैलेंद्र ने एक-एक गोल किया। लखनऊ की टीम से प्रशांत और उज्ज्वल ने महत्वपूर्ण गोल किए। आज होंगे दो मुकाबले प्रतियोगिता के दूसरे दिन का पहला मैच सुबह 11:30 बजे स्पोर्ट्स हॉस्टल पनपोश और साई मणिपुर के बीच होगा। दूसरा मुकाबला दोपहर 2 बजे साई राउरकेला, ओडिशा और एएससीबी जालंधर के बीच खेला जाएगा। इस प्रतियोगिता में कुल 18 टीमें भाग ले रही हैं, जिनमें सीटीसी मुंबई, आर्मी इलेवन नई दिल्ली, झारखंड 11, सेंट्रल रेलवे मुंबई, नेवी मुंबई और साई मणिपुर जैसी टीमें शामिल हैं।
ग्वालियर में 84वीं अखिल भारतीय सिंधिया स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता शुरू हो गई है। प्रतियोगिता का उद्घाटन रेलवे हॉकी स्टेडियम में नगर निगम ने रंगीन गुब्बारे छोड़कर किया। इस प्रतियोगिता में देशभर की कुल 18 टीमें इसमें हिस्सा ले रही हैं। टीम को चार पूलों में बांटा गया है। पूल ए में सीटीसी मुंबई, आर्मी 11 नई दिल्ली, एक्सीलेंस स्पोर्ट्स हॉस्टल लखनऊ और डीएचए ग्वालियर शामिल हैं। पूल बी में नवल टाटा जमशेदपुर, महाराष्ट्र 11, झारखंड 11 रांची, सेंट्रल रेलवे मुंबई और नॉर्थ सेंट्रल रेलवे हैं। ट्रॉफी के साथ दिया जाएगा 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार पूल सी में साउथ सेंट्रल रेलवे, नेवी मुंबई, विजय ग्रुप एसीडी, साइ राउरकेला उड़ीसा और एएससीबी जालंधर को रखा गया है। जबकि पूल डी में उत्तर प्रदेश 11 लखनऊ, साईं मणिपुर, आरसीएफ और पेट्रोलियम की टीमें शामिल हैं। इस प्रतियोगिता में विजेता टीम को ट्रॉफी के साथ 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। उपविजेता टीम को ट्रॉफी और 3 लाख रुपये का नकद इनाम मिलेगा। इसके अतिरिक्त, दोनों टीमों के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से भी सम्मानित किया जाएगा। नोडल अधिकारी खेल सत्यपाल सिंह ने बताया कि 'इस बार 18 टीमों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। यह प्रतियोगिता 2 दिसंबर से शुरू होकर 10 दिसंबर तक खेली जाएगी।'
भिवानी के भीम स्टेडियम में 6 और 7 दिसंबर को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह 6 दिसंबर को सुबह 9 बजे इन खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करेंगे। सांसद खेल महोत्सव के कोऑर्डिनेटर सुधीर चांदवास ने बताया कि प्रतियोगिताओं में कबड्डी (नेशनल और हरियाणा स्टाइल), वॉलीबॉल (स्मैशिंग), हॉकी और हैंडबॉल शामिल हैं। इनमें महिला और पुरुष दोनों टीमें हिस्सा लेंगी। पुरुष वर्ग के लिए रस्साकशी का खेल भी आयोजित किया जाएगा। एथलेटिक्स और अन्य खेलों में भी होगी प्रतिस्पर्धाइसके अलावा 100 मीटर, 400 मीटर और 1500 मीटर दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद, तैराकी, बॉक्सिंग और कुश्ती की प्रतियोगिताएं भी होंगी। इस महोत्सव में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, दादरी, बाढड़ा, लोहारू, तोशाम और भिवानी विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं की विजेता टीमें भाग लेंगी। 7 दिसंबर को होगा समापन समारोहखेल प्रतियोगिताओं का समापन 7 दिसंबर को किया जाएगा, जिसमें विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। एडीसी ने दिए तैयारियों के निर्देशअतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) दीपक बाबूलाल करवा ने सांसद खेल महोत्सव के प्रबंधन को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और बिजली निगम के अधिकारियों को अपने-अपने विभागों से संबंधित तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो।
हॉकी: जूनियर वर्ल्ड कप में महिला टीम की 13-0 से बड़ी जीत, दो हैट्रिक लगाईं
वर्ल्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रांची के अखलाक खान ने जीता स्वर्ण पदक रांची | श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुई वर्ल्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में रांची के कांके निवासी अखलाक खान ने शानदार प्रदर्शन कर झारखंड और देश का नाम रोशन किया। 94 किलोग्राम वर्ग में अखलाक ने डेडलिफ्ट में स्वर्ण पदक और फुल पावर लिफ्टिंग में रजत पदक हासिल किया। प्रतियोगिता में 40 से अधिक देशों के खिलाड़ी शामिल थे। मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले अखलाक के लिए यह सफर संघर्षों से भरा रहा। प्रतियोगिता में जाने के लिए उनके पास आर्थिक संसाधन नहीं थे। उन्होंने राज्य सरकार से लेकर कई पब्लिक और प्राइवेट कंपनियों तक मदद की गुहार लगाई, लेकिन हर जगह निराशा मिली। हताश हो चुके अखलाक को उनके शुभचिंतकों ने हिम्मत दी और सामूहिक रूप से धन जुटाकर उन्हें प्रतियोगिता में भेजा। 6 दिसंबर से रांची में यूटीटी 5वीं नेशनल रैंकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप होगी रांची | इंटरनेशनल क्रिकेट के रोमांच के बाद अब रांची एक और बड़ा आयोजन के लिए तैयार है। 6 से 13 दिसंबर तक खेलगांव स्थित हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में यूटीटी 5वीं नेशनल रैंकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप होगी। भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) और झारखंड राज्य टेबल टेनिस संघ (जेएसटीटीए) द्वारा संयुक्त रूप से होने वाली इस प्रतियोगिता में देशभर से करीब 2000 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। चैंपियनशिप में अंडर-11 से अंडर-19 बॉयज और गर्ल्स के मुकाबलों के साथ पुरुष एवं महिला सिंगल्स के मैच भी खेले जाएंगे। यह रैंकिंग टूर्नामेंट खिलाड़ियों को महत्वपूर्ण टीटीएफआई पॉइंट्स प्रदान करता है, जो राष्ट्रीय टीम चयन के लिए अहम माने जाते हैं। सैंटियागो| भारत ने चिली में जूनियर महिला हॉकी वर्ल्ड कप की दमदार शुरुआत करते हुए नामीबिया को 13-0 से हराया। मैच में हिना बानो और कनिका सिवाच ने हैट्रिक जमाई। साक्षी राणा ने दो गोल किए, जबकि बिनिमा, सोनम, साक्षी शुक्ला, इशिका और मनीषा ने भी स्कोर किया। भारत ने मैच के शुरुआती 4 मिनट में ही 4-0 की बढ़त बनाकर मैच पर पकड़ बना ली थी। इसी बीच, सीनियर महिला टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया है।
पंजाब पुलिस में तैनात कॉन्स्टेबल गुरसिमरन सिंह बैंस (22) का भारतीय वायु सेना (IAF) में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयन हुआ है। उनका यह चौथा अटेंप्ट था, जिसमें वे SSB इंटरव्यू तक पहुंचे और सफलता हासिल की। रूपनगर (रोपड़) जिले के रहने वाले गुरसिमरन सिंह बैंस वर्तमान में मोहाली में तैनात हैं। गुरसिमरन ने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के डिस्टेंस एजुकेशन माध्यम से बैचलर ऑफ आर्ट्स (BA) किया है। अगस्त 2022 में वे पंजाब पुलिस में कॉन्स्टेबल पद पर सिलेक्ट हुए थे। ड्यूटी के साथ-साथ वे ऑनलाइन तैयारी कर रहे थे। जानिए कॉन्स्टेबल के मेंटर रिटायर्ड मेजर जनरल ने कहा.... डीजीपी बोले- मेहनत करो और कभी हार मत मानो- पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि कॉन्स्टेबल गुरसिमरन सिंह बैंस ने दिखा दिया कि लगन, मेहनत और समर्पण के साथ कोई भी भारतीय वायुसेना में अधिकारी बनकर आसमान छू सकता है। उनका सफर यह साबित करता है कि अनुशासन और इच्छाशक्ति को साथ लेकर चलने वाला इंसान हर चुनौती को हिम्मत और फोकस से जीत सकता है। यह उपलब्धि पंजाब पुलिस के लिए गर्व का पल है। यह हमारी फोर्स की प्रतिभा, समर्पण और उत्कृष्टता की भावना को दिखाती है। मैं सभी युवा कर्मचारियों से अपील करता हूं कि गुरसिमरन की जर्नी से प्रेरणा लें, ऊंचे लक्ष्य रखें, चुनौतियों का सामना करें और ईमानदारी व गर्व के साथ देश की सेवा करें। वहीं एक सोशल मीडिया यूजर रघु पुणे ने लिखा कि SSB उन उम्मीदवारों को चुनता है, जो बहुत सख्त योग्यताओं (QRs) पर खरे उतरते हैं। उनकी चयन प्रक्रिया हमेशा से बिल्कुल सही रही है और समय की हर कसौटी पर खरी उतरी है। मार्गदर्शन (मेंटरिंग) जरूर मदद करता है और थोड़ा निखार भी लाता है, लेकिन उम्मीदवार में खुद वह क्षमता होनी चाहिए ताकि वह चयनित हो सके। नीले आसमान में आपका स्वागत है- यानी वायुसेना में आने की बधाई। पहले भी 2 कॉन्स्टेबल सेना में अफसर बन चुके इससे पहले मार्च 2024 में पंजाब पुलिस के दो कॉन्स्टेबल अनमोल शर्मा और लवप्रीत सिंह को भारतीय सेना में कमीशंड ऑफिसर के लिए चुना गया था। उन्होंने पुलिस सेवा में रहते हुए CDS परीक्षा और SSB इंटरव्यू पास किया। दोनों कॉन्स्टेबल पंजाब पुलिस की 7वीं इंडिया रिजर्व बटालियन (IRB) में तैनात थे। 24 वर्षीय शर्मा, जिसने CDS परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 99 हासिल की थी, वे असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) के बेटे हैं, साथ ही अंतरराष्ट्रीय हॉकी अंपायर भी हैं।
कैंसर जागरूकता के लिए दौड़े 3 हजार धावक
शहर में विशेष जुपिटर अस्पताल द्वारा आयोजित ‘जुपिटर मैराथन इंदौर 2025’ हुई। यह दौड़ शहर की फिटनेस स्प्रिट और सामाजिक जागरूकता का बड़ा मंच बनकर उभरी। ठाणे और मुंबई के सफल संस्करणों के बाद यह दौड़ इंदौर में पहली बार हुई, जिसका मुख्य उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता और शुरुआती जांच की महत्ता को सामने लाना था। थीम रही ‘टुगेदर वी रेस फॉर अ कैंसर-फ्री टुमारो’। दौड़ में तीन हजार से अधिक प्रतिभागियों ने 21, 10, 5 किमी और 1 किमी कैंसर सर्वाइवर रन में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, अस्पताल के चेयरमैन डॉ. अजय ठक्कर, एमडी डॉ. राजेश कासलीवाल और सीईओ डॉ. अंकित ठक्कर सहित अन्य अतिथि मौजूद थे। पूर्व भारतीय हॉकी गोलकीपर मीर रंजन नेगी, डीएवीवी के कुलपति डॉ. राकेश सिंघई और ऑन्को सर्जन डॉ. अरुण अग्रवाल ने भी सहभागिता दर्ज कराई। सुरक्षित ट्रैक, मेडिकल व फिजियो सपोर्ट और बेहतर मैनेजमेंट ने प्रतिभागियों को प्रीमियम रनिंग अनुभव दिया। पुलिस, ट्रैफिक टीम, प्रशासन और सेना-NCC-BSF के सहयोग से कार्यक्रम सुचारु रहा। विजेताओं को ₹2 लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी गई। fitness spirit
राउंड ग्लास एकेडमी ने साई दिल्ली को हराकर जीता खिताब
भास्कर न्यूज | जालंधर 25वें ओलंपियन मोहिंदर सिंह मुंशी जूनियर हॉकी टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला रविवार को बीएसएफ हॉकी ग्राउंड जालंधर में खेला गया। इस अवसर पर मंत्री मोहिंदर भगत मुख्य अतिथि थे। एसोसिएशन के अध्यक्ष, ओलिंपियन दविंदर सिंह गरचा ने मंत्री को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला दोपहर 2 बजे हुआ, जिसमें विभिन्न जिलों और राज्यों के उभरते हुए जूनियर खिलाड़ियों ने भाग लिया। मंत्री ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने हेतु हर संभव प्रयास किए जाएंगे। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी उम्मीद जताई कि इस आयोजन से क्षेत्र में हॉकी खेल को नई पहचान मिलेगी और अधिक से अधिक युवा इस खेल की ओर आकर्षित होंगे। राउंड ग्लास हॉकी एकेडमी ने साई दिल्ली को 3-0 के अंतर से हराकर हॉकी टूर्नामेंट जीत लिया। बीएसएफ कैंपस के एस्ट्रोटर्फ हॉकी ग्राउंड में हुए टूर्नामेंट में, एसएआई मणिपुर ने एसटीसी कुरुक्षेत्र को 3-2 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। जीतने वाली टीमों को कैबिनेट मंत्री ने इनाम बांटे, जबकि मेयर वनीत धीर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जीतने वाली टीम को हुकम सिंह मेमोरियल ट्रॉफी और रनर-अप टीम को मंजीत कौर मेमोरियल ट्रॉफी दी गई। राउंड ग्लास के जर्मन सिंह को टूर्नामेंट का बेस्ट प्लेयर घोषित किया गया। एसएआई दिल्ली के विनय मानिक पिनापोटुला को बेस्ट गोलकीपर, राउंड ग्लास के अमनदीप को बेस्ट फुल बैक, एसएआई मणिपुर के गौरव यादव को बेस्ट हाफ बैक और एसएआई दिल्ली के लिशाम मैक्स सिंह को बेस्ट फॉरवर्ड चुना गया। इन सभी को ओलिंपियन अजीतपाल सिंह की तरफ से 10,000 रुपये का कैश प्राइज दिया गया। फाइनल मैच में राउंड ग्लास का दबदबा रहा। गेम का पहला हाफ 0-0 से बराबर था, लेकिन दूसरे हाफ में राउंड ग्लास के प्रिंस सिंह ने 32वें मिनट में 1-0 का गोल किया। सुखप्रीत सिंह ने 50वें मिनट में गोल करके स्कोर 2-0 कर दिया। आखिरी मिनट में अमनदीप ने गोल करके स्कोर 3-0 कर दिया और टाइटल जीत लिया। यहां ओलिंपियन दविंदर सिंह गरचा, सुखविंदर सिंह, दलजीत सिंह, अमरीक सिंह पुआर महासचिव हॉकी पंजाब, राजिंदर सिंह सीनियर, संजीव कुमार, साहिब सिंह हुंदल, जसविंदर सिंह, महाबीर सिंह, सतपाल मुंशी, अशफाक उल्लाह खान, धर्मपाल सिंह, जोगिंदर सिंह, संदीप सिंह, राम सरन, हरिंदर संघा, अमरिंदरजीत सिंह प्रिंस, साहिल सेठी व अन्य लोग उपस्थित थे।
MP दिनभर में आज दिनभर की 10 चुनिंदा बड़ी खबरों को VIDEO में देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। दिनभर की 10 बड़ी खबरों को विस्तार से यहां पढ़ भी सकते हैं। तो आइए जानते हैं, एमपी में आज, क्या रहा खास... 1. सीएम के बेटे की शादी, बाबा रामदेव ने पढ़े मंत्र:धीरेंद्र शास्त्री से बोले- आपका भी विवाह कराएंगे उज्जैन में सीएम डॉ. मोहन यादव के बेटे अभिमन्यु और डॉ. इशिता की शादी की रस्में सामूहिक सम्मेलन में संपन्न हुईं। वरमाला के दौरान बाबा रामदेव ने मंत्र पढ़े। सभी रस्मों के बाद सीएम वर-वधू से मिले और उन्हें आशीर्वाद दिया। बाबा रामदेव ने धीरेंद्र शास्त्री से कहा, आपका भी सामूहिक सम्मेलन में ही विवाह कराएंगे महाराज। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत कई मंत्री-विधायक और अफसर पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर 2. भोपाल में मदनी के पुतले को जूते मारकर जलाया, बजरंग दल-वीएचपी ने की कार्रवाई की मांग जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी के 'जब-जब जुल्म होगा, तब-तब जिहाद होगा' वाले बयान को लेकर विरोध तेज हो गया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने रविवार को भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मदनी के पुतले पर जूते-चप्पलों की माला पहनाई और उस पर जूते भी फेंके। इसके बाद पुतला फूंका। संगठनों ने कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पढ़ें पूरी खबर 3. इंदौर में चाइनीज मांझे से छात्र की गर्दन कटी, मौत:दोस्तों के भी हाथ कटे, तेजाजी नगर में हादसाइंदौर के तेजाजी नगर बायपास पर रविवार को चाइनीज मांझे से गर्दन कटने से 16 वर्षीय छात्र गुलशन की मौत हो गई। वह भाई अरुण और दोस्तों विशाल व कृष्णा के साथ रालामंडल से बाइक से लौट रहा था, तभी पतंग का मांझा उसकी गर्दन में फंस गया। मांझा पकड़ने की कोशिश में अरुण, विशाल और कृष्णा के हाथों में भी चोट आई है। गुलशन ओमेक्स सिटी का रहने वाला था, मूलतः ठीकरी अशोक नगर का निवासी था। पढ़ें पूरी खबर 4. गर्भवती को डोली में बैठाकर एंबुलेंस तक लाए ग्रामीण, चित्रकूट में 2 किमी पैदल चले सतना जिले के चित्रकूट के थरपहाड़ गांव में सड़क न होने से गर्भवती महिला को डोली में बैठाकर परिजनों ने 2 किमी पैदल चलकर एम्बुलेंस तक पहुंचाया। शनिवार को प्रसव पीड़ा के बाद 108 एम्बुलेंस बुलाई गई, लेकिन खराब और पथरीले रास्ते के कारण गांव तक नहीं पहुंच सकी। महिला को बाद में मझगवां CHC में भर्ती कराया गया। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का काम 10 साल से अधूरा है। पढ़ें पूरी खबर 5. भोपाल में 6 दिन बाद फिर शीतलहर...पारा 8.6:MP के 14 शहरों में टेम्पेरेचर 10 डिग्री से नीचे मध्यप्रदेश में ठंड फिर तेज हो गई है। छह दिन बाद भोपाल में शीतलहर लौटी और न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के 14 शहरों में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। छतरपुर का नौगांव 6.1 और पचमढ़ी 6.4 डिग्री के साथ सबसे ठंडा रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दिसंबर के पहले सप्ताह से कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होगा, जो जनवरी तक जारी रह सकता है। पढ़ें पूरी खबर 6. श्रीलंका में 2 दिन साइक्लोन में फंसा ओरछा का बिजनेसमैन:पत्नी के साथ कार में गुजारी रातओरछा के कारोबारी ग्रीस प्रेमानी श्रीलंका में आए साइक्लोन दितवाह के कारण दो दिन तक पत्नी ईशा के साथ कार में फंसे रहे। कोलंबो के पहाड़ी इलाके में बाढ़ और लैंडस्लाइड से सड़कों का संपर्क टूट गया था। ग्रीस ने बताया कि हर सांस आखिरी जैसी लग रही थी। श्रीलंका में 123 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं, जबकि कोलंबो एयरपोर्ट पर करीब 300 भारतीय यात्री फंसे हैं। पढ़ें पूरी खबर 7. शराब पीकर पत्नी को छेड़ा तो दोस्त को गला दबाकर मार डाला, हत्यारे दंपती गिरफ्तार खंडवा के हरसूद थाना क्षेत्र में मिली 42 वर्षीय मुकेश की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। नशे में दोस्त की पत्नी से छेड़छाड़ करने पर पति-पत्नी ने स्वेटर से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। वारदात शुक्रवार रात सेल्दामाल गांव में हुई। शनिवार को पोस्टमार्टम में दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई। पुलिस ने आरोपी गुलाब और उसकी पत्नी मुन्नीबाई को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर पॉजिटिव खबर8. ब्रिटेन के फिन और विल ने बालाघाट में खेला चैरिटी-मैच:बहन की याद में दान किए हॉकी स्टिक-किट ब्रिटेन से कान्हा घूमने आए फिन और विल ने रविवार को बालाघाट के एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान में खिलाड़ियों के साथ चैरिटी मैच खेला। यह मैच उनकी बहन राचेल की याद में आयोजित किया गया, जिनकी ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी। दोनों भाइयों ने खिलाड़ियों को हॉकी स्टिक और स्पोर्ट्स किट दान की। स्टेडियम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने दोबारा आने की बात कही। इस पहल की सराहना हुई। पढ़ें पूरी खबर खबर जरा हटके9. इंदौर में तैयार हुई पीतल की गीता:छपाई में 2 घंटे 40 मिनट का लगा समय, 54 पेजों में 18 अध्यायइंदौर में गीता जयंती से पहले पीतल पर अंकित श्रीमद् भगवद् गीता तैयार की गई है। इसमें 54 पेजों में 18 अध्याय और 700 श्लोक उत्कीर्ण किए गए हैं। इसे एडवोकेट लोकेश मंगल ने स्वामी अवधेशानंद गिरी की प्रेरणा से तैयार कराया। गीता में श्रीकृष्ण-अर्जुन का कुरुक्षेत्र संवाद अंकित है। इसे 29 नवंबर की रात जारी किया गया। छपाई में 2 घंटे 40 मिनट लगे। पढ़ें पूरी खबर कल का बिग इवेंट10. कल इंदौर में गीता महोत्सव का शुभारंभ करेंगे सीएमगीता जयंती पर 1 दिसंबर 2025 को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। प्रदेश के 313 विकासखंडों में 3 लाख से अधिक लोग श्रीमद्भगवद्गीता के 15वें अध्याय का सामूहिक पाठ करेंगे। इंदौर में पहले गीता भवन का लोकार्पण हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करेंगे। उज्जैन, भोपाल और इंदौर में तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे तथा गीता ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा भी की जाएगी।
यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) से कान्हा राष्ट्रीय उद्यान घूमने आए विदेशी मेहमान फिन और विल ने रविवार को बालाघाट के हॉकी मैदान में खिलाड़ियों के साथ एक चैरिटी मैच खेला। यह चैरिटी मैच उनकी बहन राचेल की स्मृति में आयोजित किया गया था, जिनकी ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी। फिन और विल अपनी बहन की याद में लोगों को जागरूक करने और दान करने के लिए यात्रा कर रहे हैं। बालाघाट के एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान में फिन ने लड़कों की टीम के साथ और विल ने लड़कियों की टीम के साथ मैच खेला। इस दौरान विदेशी मेहमानों ने खिलाड़ियों को हॉकी स्टिक और स्पोर्ट्स किट भी दान की। देखिए तस्वीरें... फिन और विल ने दोबारा यहां आने की इच्छा जताई मैदान पर पहुंचे फिन और विल का हॉकी मध्यप्रदेश के उपाध्यक्ष विजय वर्मा, नेहरू स्पोर्टिंग क्लब के वरिष्ठ खिलाड़ी राजकुमार शांडिल्य, रमेश ऊके, सुशील वर्मा, राधेलाल दवने और गगन वर्मा ने स्वागत किया। नेहरू स्पोर्टिंग क्लब और जिले के हॉकी खिलाड़ियों ने राचेल के निधन पर मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। विल ने बालाघाट के हॉकी स्टेडियम और खिलाड़ियों की सराहना की, साथ ही दोबारा यहां आने की इच्छा जताई। उन्होंने बताया कि बालाघाट में हॉकी का अच्छा मैदान है और उन्हें हॉकी से विशेष लगाव है। उन्होंने यह भी बताया कि वे लंदन में अपनी बहन की स्मृति में हो रहे चैरिटी हॉकी मैच में शामिल नहीं हो सके, इसलिए उन्होंने बालाघाट में यह मैच खेलने का फैसला किया। उन्होंने भारत को 'मोहब्बत वाला देश' बताया और कान्हा में वन्यजीवों को देखने के अनुभव को अद्भुत बताया। विल ने कहा कि मौका मिलने पर वे दोबारा यहां आना चाहेंगे।
साई दिल्ली और राउंड ग्लास अकादमी में फाइनल आज
भास्कर न्यूज | जालंधर बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर की हॉकी टर्फ ग्राउंड पर खेले जा रहे 25वें ओलिंपियन मोहिंदर सिंह मुंशी हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में राउंड ग्लास हॉकी अकादमी और साई दिल्ली की टीमें खिताब के लिए मुकाबला करेंगी। शनिवार को खेले सेमीफाइनल मैचों में साई दिल्ली ने कड़े मुकाबले के बाद पेनल्टी शूटआउट में साई मणिपुर को 7-6 से हराकर फाइनल में जगह बनाई, जबकि राउंड ग्लास हॉकी एकेडमी ने एसटीसी कुरूक्षेत्र को 4-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल मैच रविवार 30 नवंबर को दोपहर 1 बजे खेला जाएगा। टूर्नामेंट की विनर ट्रॉफी हुकम सिंह सिद्धू मेमोरियल ट्रॉफी होगी और रनर-अप ट्रॉफी मनजीत कौर सिद्धू मेमोरियल ट्रॉफी उनके बेटे अरमिंदरजीत सिंह देंगे। विनर्स को कैबिनेट मिनिस्टर मोहिंदर भगत सम्मानित करेंगे, जबकि इंडियन ऑयल के डिविजनल रिटेल हेड प्रदीप के सचदेवा सेरेमनी की अध्यक्षता करेंगे। मैच के दौरान जीत हासिल करने का प्रयास करते हुए खिलाड़ी। अंकुश और जर्मन सिंह मैच के बेस्ट प्लेयर बने... पहले सेमीफाइनल में साई दिल्ली और साई मणिपुर की टीमें 3-3 से बराबर रहीं। साई दिल्ली के लिए अंकुश, राहुल राजभर और लिशम मैक्स सिंह ने गोल किए, जबकि मणिपुर के लिए हैप्पी, सोनू पटेल और रोहित सिंह ने गोल किए। पेनल्टी शूट-आउट में दिल्ली ने 4-3 के अंतर से मैच जीत लिया। दिल्ली के अंकुश को मैच का बेस्ट प्लेयर चुना गया। दूसरे सेमीफाइनल में राउंड ग्लास के अमनदीप ने लगातार चार गोल करके टीम को 4-1 से जीत दिलाई। एसटीसी कुरुक्षेत्र के लिए सूरज कुमार ने एकमात्र गोल किया। राउंड ग्लास के जर्मन सिंह को मैच का बेस्ट प्लेयर चुना गया।
जहीर खान और उनकी पत्नी सागरिका घाटगे ने ‘Akutee’ ब्रांड की शुरुआत की
बेंगलुरु। पल्लू, दुपट्टे और जैकेट पर खूबसूरत रंगों में की गई कढ़ाई और पेंटिंग घाटगे शाही परिवार का एक रहस्य रहा होगा, जिसका इस्तेमाल प्रियजनों के कपड़ों को प्यार से सजाने के लिए किया जाता था। हालांकि क्रिकेटर जहीर खान की व्यावसायिक समझ से अब यह एक ब्रांड अकुती में तब्दील हो गया है। अभिनेत्री, मॉडल एवं राष्ट्रीय स्तर की पूर्व हॉकी चैंपियन सागरिका घाटगे अकुती ब्रांड को अपनी मां उर्मिला घाटगे के साथ चलाती हैं। सागरिका घाटगे ने कहा, “हाथ से पेंटिंग मेरे बचपन का हिस्सा रहे हैं। मेरी मां लंबे समय से यह करती रही हैं। हालांकि शुरू में मैं इसे उतनी गंभीरता से नहीं लेती थी, लेकिन मेरे पति (जहीर खान) ने मुझे इसे एक विशेष कलेक्शन बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मां-बेटी की जोड़ी ने बेंगलुरु में ‘फोर सीजन्स’ में अपने कलेक्शन की शुरुआत की। सोलह मई को होटल में एक दिन के लिए साड़ियों, दुपट्टों और ब्लेजर का संग्रह प्रदर्शित किया गया। घाटगे ने कहा कि जब उन्होंने लगभग एक साल पहले इसकी शुरुआत करने का फैसला किया, तो एक ब्रांड नाम के लिए ‘अकुती’ एक स्वाभाविक पसंद बन गई, जिसका मराठी में अर्थ राजकुमारी होता है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival में दिखाई गई श्याम बेनेगल की फिल्म मंथन, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह मौजूद खान ने कहा, ‘‘हां, वह एक राजकुमारी है। घाटगे ने कहा कि यह नाम सिर्फ उनके खानदान का संकेत नहीं है, बल्कि उनके परिवार की सभी महिलाओं के लिए एक सम्मान भी है। घाटगे ने कहा, अकुती समय में पीछे ले जाता है। उन्होंने कहा कि डिज़ाइन की प्रेरणा सीधे कोल्हापुर के शाही घाटगे परिवार के बगीचों से आती है। घाटगे ने कहा, मेरी मां वास्तव में बागवानी में रुचि रखती हैं और हमारे बगीचे में खिलने वाले फूल हमारे कपड़ों पर हाथ से पेंट की गई डिजाइन में तब्दील हो जाते हैं।

