निर्वाचन आयोग के मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर पश्चिम बंगाल के बाद केरल और तमिलनाडु में विरोध बढ़ता जा रहा है। तमिलनाडु के BLO के साथ ही तहसीलदार लेवल तक के अधिकारियों ने मंगलवार से बायकॉट का ऐलान किया है। तमिलनाडु राजस्व कर्मचारी संघों के संगठन ने कहा कि वे वर्कलोड, कम लोग, टाइम लिमिट दबाव और अधूरी ट्रेनिंग और मेहनताने विरोध में प्रदर्शन करेंगे। इधर, केरल सरकार ने स्थानीय निकाय चुनाव पूरे होने तक SIR स्थगित करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। राज्य का तर्क है कि स्थानीय चुनावों के साथ-साथ SIR कराना कठिन है। चुनाव आयोग के मुताबिक 12 राज्यों-UT में अब तक 50.11 करोड़ फॉर्म बांटे जा चुके हैं। 98.32% वोटर्स तक फॉर्म पहुंच गए हैं। BLO के विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें... IUML ने SIR प्रक्रिया रोकने SC में याचिका दी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने केरल में चल रही SIR प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि SIR और स्थानीय निकाय चुनावों को साथ-साथ नहीं कराया जा सकता। याचिका में कहा गया है कि राज्य में 9 और 11 दिसंबर को दो चरणों में स्थानीय निकाय चुनावों होने वाले हैं, जबकि SIR ड्राफ्ट 4 दिसंबर को पब्लिश होनी है। इससे निकाय चुनाव की प्रक्रिया पर असर पड़ेगा। कांग्रेस की आज 12 राज्यों में अपने पार्टी प्रमुखों से मीटिंग बिहार चुनाव में मिली करारी हार और वोट चोरी के बीच, कांग्रेस आज उन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रभारियों, राज्य इकाई प्रमुखों, कांग्रेस विधायक दल के नेताओं और सचिवों की समीक्षा बैठक करेगी जहां मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण चल रहा है। SIR के लिए बंगाल में AI का इस्तेमाल करेगा चुनाव आयोग चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान नकली और मृत मतदाताओं के नाम लिस्ट में शामिल होने से रोकने के लिए AI बेस्ड वैरिफिकेशन सिस्टम शुरू करने वाला है। इससे वोटर्स डेटाबेस में तस्वीरों में चेहरे का एनालिसिस करके AI सिस्टम कई जगहों पर रजिस्टर्ड लोगों की पहचान करने में मदद करेगा। वोटर्स, खासकर प्रवासी श्रमिकों की तस्वीरों के दुरुपयोग की शिकायतें बढ़ने के बाद यह फैसला लिया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि भले AI वैरिफिकेशन में मदद करेगा, लेकिन BLO की भूमिका अहम रहेगी। उन्हें घर-घर जाकर वोटर की तस्वीरें लेनी होंगी। जब बूथ लेवल एजेंट (BLA) भरे हुए फॉर्म जमा करते हैं, तब भी BLO को सिग्नेचर वैरिफिकेशन के लिए व्यक्तिगत रूप से घर जाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर फॉर्म भरने के बाद कोई फर्जी और मृत वोटर मिलता है तो इसकी जिम्मेदारी पोलिंग बूथ के बीएलओ की होगी। असम में अलग SIR कराने का आदेश जारी आयोग ने असम में एसआईआर कराने का आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, असम में 1 जनवरी 2026 को 18 साल के हो रहे नए वोटरों को शामिल किया जाएगा और पुराने वोटर्स का सत्यापन किया जाएगा। फाइनल वोटर लिस्ट 10 फरवरी, 2026 को प्रकाशित की जाएगी। यह 12 राज्यों में हो रहे SIR से अलग है। असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को जारी निर्देशों के अनुसार, राज्य में स्पेशल रिविजन के लिए क्वालिफाइंग डेट 1 जनवरी, 2026 होगी। यानी इस दिन तक वोटर लिस्ट में नाम जोड़े जा सकेंगे। घर-घर जाकर वोटर वेरिफिकेशन 22 नवंबर से 20 दिसंबर तक होगा। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट का प्रकाशन 27 दिसंबर को होगा। 12 राज्यों में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप शामिल हैं। इनमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव होंगे। SIR का दूसरा चरण 4 नवंबर से शुरू हुआ है जो 4 दिसंबर तक चलेगा।
जशपुर पुलिस को गुमशुदा बच्चों की सुरक्षित घर वापसी के लिए चलाए जा रहे 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत बड़ी सफलता मिली है। कुनकुरी थाना क्षेत्र के चार नाबालिग बच्चे, जो बिना बताए घर से काम की तलाश में निकले थे, उन्हें महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार सोनी ने बताया कि यह घटना 4 नवंबर 2025 की है। कुनकुरी क्षेत्र के एक गांव के परिजनों ने 5 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनका 17 वर्षीय बेटा (कक्षा 12वीं का छात्र) और उसका 15 वर्षीय दोस्त (कक्षा 10वीं का छात्र) नदी नहाने का कहकर घर से निकले थे। देर शाम तक उनके वापस न आने पर परिजनों ने मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन दोनों ने फोन नहीं उठाया। नाबालिग ने मां को दी केरल जाने की जानकारी रात लगभग 9 बजे, 17 वर्षीय छात्र ने अपनी मां को फोन कर बताया कि वह अपने तीन दोस्तों के साथ काम की तलाश में केरल जा रहा है। इस जानकारी से परिजन घबरा गए और उन्होंने आशंका जताई कि बच्चों को बहला-फुसलाकर ले जाया गया है। परिजनों की शिकायत के आधार पर कुनकुरी थाने में धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल बच्चों की तलाश शुरू की। तकनीकी टीम और परिजनों से मिली जानकारी के आधार पर पता चला कि बच्चे महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मौजूद हैं। चारों बच्चों को किराए के घर से किया गया बरामद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक विशेष पुलिस टीम का गठन कर उसे महाराष्ट्र भेजा गया। टीम ने रायगढ़ जिले के पहाड़ तालुका में तलाशी अभियान चलाया और चारों नाबालिग बच्चों को एक किराए के घर से सुरक्षित बरामद कर लिया। पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वे सभी दोस्त हैं और काम की तलाश में घर से निकलने का फैसला उन्होंने मिलकर लिया था। उन्होंने बताया कि वे पहले बस से कुनकुरी से रायगढ़ (छत्तीसगढ़) पहुंचे। वहां से ट्रेन पकड़कर रोहा स्टेशन (महाराष्ट्र) गए और फिर बस द्वारा पहाड़ तालुका, जिला रायगढ़ पहुंचे थे।
विकास का केरल मॉडल, द रियल केरल स्टोरी
दो दिन पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बड़े ऐलान के साथ पूरे पन्ने के विज्ञापन अखबारों में प्रकाशित हुए
विशेष गहन पुनरीक्षण: केरल चुनाव आयोग के एजंडे का विरोध करेगा
केरल ने राज्य में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के चुनाव आयोग के कदम का कड़ा विरोध करने का फैसला किया है
Singer Lucky Ali ने IAS अधिकारी और उनके परिवार पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया, शिकायत दर्ज कराई
बॉलीवुड गायक लकी अली ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, उनके पति और उनके साले पर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए कर्नाटक लोकायुक्त से संपर्क किया है। इस जानकारी की पुष्टि गायक ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर की। अपने पोस्ट में गायक ने सभी कथित आरोपियों के नाम बताए। अली के अनुसार सिंधुरी, उनके पति और उनके 'राजनीतिक' साले ने जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने के लिए सरकारी मशीनरी और पैसे का इस्तेमाल किया है। यह पहली बार नहीं है जब अली ने कथित जमीन हड़पने का जिक्र किया है। इसे भी पढ़ें: Kerala Police ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में दो लोगों को हिरासत में लिया दिसंबर 2022 में, उन्होंने कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को एक थ्रेड में टैग किया था और कहा था कि उनके खेत, जो एक ट्रस्ट की संपत्ति है, पर सिंधुरी की मदद से बैंगलोर के भू-माफिया सुधीर रेड्डी और मधु रेड्डी द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि रोहिणी सिंधुरी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी डी रूपा मौदगिल के साथ एक और कानूनी लड़ाई में उलझी हुई हैं। पिछले साल 18 फरवरी को सिंधुरी को पता चला कि मौदगिल ने फेसबुक पोस्ट में उनके खिलाफ कई आरोप लगाए थे, जिसमें सिंधुरी पर साथी आईएएस अधिकारियों के साथ उनकी निजी तस्वीरें साझा करने का आरोप लगाया गया था। इससे दोनों के बीच सार्वजनिक विवाद हुआ, जिसके बाद राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों का तबादला कर दिया। 21 फरवरी को सिंधुरी ने मौदगिल को एक कानूनी नोटिस भेजा और बिना शर्त माफी मांगने तथा अपनी प्रतिष्ठा और मानसिक पीड़ा के नुकसान के लिए 1 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा। 24 मार्च को सिंधुरी द्वारा दायर निजी मुकदमे की सुनवाई कर रही बेंगलुरु की एक अदालत ने रूपा के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा शुरू करने का आदेश दिया। इसके बाद मौदगिल ने इसे खारिज करने के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया। 21 अगस्त को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद मौदगिल ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया, जहां मामला लंबित है। pic.twitter.com/GeUF0N9Y4k — Lucky Ali (@luckyali) June 20, 2024
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कुलपति डॉ. मोहनन कुन्नुमल ने कहा कि कैंपस के अंदर बाहरी बैंड या कलाकारों द्वारा किसी भी परफॉर्मेंस की अनुमति नहीं है.

