ईरान के ये गार्ड्स 'आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर' घोषित, ऑस्ट्रेलिया सरकार ने क्यों उठाया ऐसा कदम?
ईरान का इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को ऑस्ट्रेलियन सरकार ने आधिकारिक तौर पर आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर घोषित कर दिया है. पिछले कुछ वक्त से ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसके कारण ये फैसला लिया गया.
रावलपिंडी जेल अधिकारियों ने इमरान खान की मौत की ख़बरों का किया खंडन, कहा- वो बिलकुल ठीक
इस्लामाबाद, 27 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हिरासत में मौत की अफवाहों पर रावलपिंडी के अदियाला जेल अधिकारियों का एक बयान गुरुवार को सामने आया। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान की सेहत अच्छी है और उन्हें जेल से शिफ्ट नहीं किया गया है ।
शेख हसीना से जुड़े हैं भारत-बांग्लादेश संबंधों के तार
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर भारत-बांग्लादेश के आपसी संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है. अब तीन अन्य मामलों में उनके साथ उनके पुत्र और पुत्री को भी सजा सुनाई गई है
इस देश में ट्रेन की चपेट में आ गए 13 रेलवे कर्मचारी, 11 की मौत ; दो घायल
11 People Killed in Train Accident: सरकारी ब्रॉडकास्टर ने बताया कि रेलवे और स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत आपातकालीन कार्रवाई शुरू की. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीमों को भेजकर राहत अभियान शुरू किया. हालांकि, कुछ ही घंटों में स्टेशन पर काम फिर से शुरू हो गया. घायल कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया.
नेपाल तक पहुंचे दिल्ली धमाकों के तार, तुर्किए से हो रही फंडिंग; आतंक के नए माड्यूल का खुलासा
Delhi Blast Case Update: आतंकी संगठन 'शहादत' का मुख्य काम जिहादियों को भर्ती करना और उन्हें ट्रेनिंग देना.'शहादत'सीरिया, कतर, ब्रिटेन और यहां तक कि अमेरिका में भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है. यह आतंकी मॉड्यूल अंसार अल इस्लाम के कार्यकर्ताओं से जुड़ा हुआ पाया गया है
Baba Vanga Volacnic Eruption Prediction: इथिओपिया में ज्वालामुखी फटने की घटना को बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से जोड़ा जा रहा है. कई लोगों का कहना है कि यह बाबा वेंगा की सच हुई भविष्यवाणी है.
जूनियर ट्रंप की Ex‐Girlfriend किम्बर्ली की ड्रेस पर हंगामा, सोशल मीडिया पर लोगों ने ले ली क्लास
जूनियर ट्रंप की पूर्व गर्लफ्रेंड और ग्रीस में अमेरिकी राजदूत किम्बर्ली गिलफॉयल की ड्रेस को लेकर विवाद हो गया है. बता दें, विवाद तब बढ़ा जब उनके भाषण का वीडियो वायरल हुआ. एक्स पर कई यूजर्स ने लिखा कि गिलफॉयल की ड्रेस किसी संगीत कार्यक्रम के लिए उपयुक्त लग रही थी, न कि ग्रीस में अमेरिकी राजदूत के रूप में थैंक्सगिविंग डिनर की मेजबानी के लिए.
Nepal Controversial Map on Note: नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मई 2020 में कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा इलाकों को नेपाल में शामिल करते हुए नक्शा अपडेट किया था. केपी शर्मा ओली ने नेपाल के नक्शे को अपडेट करने के लिए पार्लियामेंट से मंजूरी भी ली थी.
Jakarta overtakes Tokyo as world most populous city:वो टोक्यो, जो दशकों से दुनिया का सबसे बड़ा शहर का तमगा थामे हुए था, अब तीसरे नंबर पर खिसक गया. जगह ली है इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता ने. संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट World Urbanization Prospects 2025 जब आई तो सब हैरान हो गए. आइए जानते हैं आखिर जकार्ता क्यों बना दुनिया का सबसे बड़ा आबादी वाला शहर.
Passenger Opens Flight Emergency Door: अटलांटा की एक फ्लाइट में दिमागी रूप से कमजोर शख्स ने विमान का इमरजेंसी डोर खोलकर हंगामा मचाया.
इंडोनेशिया में बरस रहा कुदरत का कहर; बाढ़-लैंडस्लाइड के बाद भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को हिलाया
Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में इन दिनों कुदरत का कहर बरस रहा है. पहले लैंडस्लाइड ने लोगों को परेशान किया था, वहीं अब भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. जिसकी वजह से लोग घरों से निकलकर बाहर दौड़ पड़े.
फांसी के बाद अब शेख हसीना को 21 साल, बेटी-बेटा को 5-5 साल की जेल की सजा, जानें क्या है मामला?
Sheikh Hasina Corruption Case:ढाका की एक स्पेशल कोर्ट ने भ्रष्टाचार मामलों में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 21 साल की कैद सुनाई है. तीन प्लॉट घोटाला मामलों में यह सजा दी गई है. इस मामले में बेटे सजीब वाज़ेद और बेटी साइमा वाज़ेद को भी 5-5 साल की सजा मिली है. इससे पहले इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल उन्हें मानवता के खिलाफ अपराधों में फांसी की सजा सुना चुका है.
शेख हसीना को जमीन घोटाले मामले में मिली 21 साल कैद की सजा, बेटे और बेटी को भी 5 साल की जेल
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 21 साल की जेल की सजा सुनाई गई। अदालत ने यह फैसला ढाका के पुर्बाचल प्लॉट घोटाले में दर्ज तीन मामलों में सुनाया है
Rahmanullah LakanwalShot 2 National Guard:व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड पर गोली चलाकर अफगान मूल के रहमानुल्लाह नेअपने ही लोगों का बहुत नुकसान कर डाला है. अब अमेरिका में अफगान शरणार्थियों पर संकट गहरा गया है. ट्रंप प्रशासन ने तुरंत अफगानों की वीजा और रिलोकेशन प्रक्रिया रोक दी. 2021 के ‘Operation Allies Welcome’ कार्यक्रम को अब बंद किए जाने के संकेत मिले हैं. इससे हजारों अफगान परिवारों का भविष्य अधर में लटक गया है. जानें पूरी खबर.
इंडोनेशिया में तेज भूकंप, 6.5 रही तीव्रता
इंडोनेशिया में गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.5 मापी गयी
Russia frozen assets over Ukraine peace deal:ट्रंप का 28-पॉइंट पीस प्लान रूस-यूक्रेन जंग रुकवाने का दावा करता है, लेकिन इसके पीछे अमेरिका की बहुत बड़ी चाल है. आइए जानते हैं कि आखिररूस-यूक्रेन में जंग थम जाए तो इससेअरबों-खरबों डॉलर के फायदा कैसे होगा. जानें पूरा मामला.
Noor Inayat khan: फ्रांस ने भारतीय मूल की एक महिला मुस्लिम जासूस के सम्मान में डाक टिकट जारी किया है. जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा है, जानते हैं उस महिला जासूस के बारे में विस्तार के साथ.
हांगकांग की बहुमंजिला इमारत में भीषण आग : 44 की मौत, 279 लापता, तीन गिरफ्तार
हांगकांग की एक 8 मंजिला इमारत में आग लगने के बाद भारी तबाही मची है
Afghan Dreamers: AFG vs PAK के संघर्ष के बीच रोया महबूब की जुबानी, अफगान ड्रीमर्स की रोचक कहानी
Afghan dreamers roya mahboob inspiring story: AFG–PAK सीमा तनाव के बीच अफगानिस्तान की पहली महिला टेक उद्यमी रोया महबूब का खास मिशन जारी है. वो उन अफगान लड़कियों के लिए भविष्य लिख रही हैं, जिनकी किताबें छीन ली गईं, स्कूल बंद कर दिए गए और सपनों पर ताले जड़ दिए गए. टेक्नोलॉजी को हथियार बनाकर रोया महबूब ये साबित करने में जुटी हैं कि अगर इरादा मजबूत हो, तो बंद दरवाजों के पीछे भी उम्मीद की रोशनी जगाई जा सकती है.
Increasing Urbanization UN Report: संयुक्त राष्ट्र की हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में तेजी से शहर में लोगों की आबादी बढ़ रही है.
अमेरिका के वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड्समैन गंभीर रूप से घायल हो गए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को 'आतंकवादी कृत्य' बताया
व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी से सनसनी, ट्रंप के दो नेशनल गार्ड्समैन गंभीर रूप से घायल, शूटर गिरफ्तार
अमेरिका के वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी की घटना सामने आई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाशिंगटन के डाउनटाउन में हुई इस गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड्समैन को गोली लग गई
Afghanistan Toyota Demand: अफगान तालिबान अमेरिकी रेंजर गाड़ियों को हटाकर नई गाड़ियां खरीदना चाहते हैं. उन्होंने इसके लिए जापानी कंपनी टोयोटा से संपर्क किया है. हालांकि कंपनी ने उन्हें गाड़ियां देने से इनकार कर दिया है. तालिबान के टोयोटा पसंद करने के कई कारण हैं, आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
Hong Kong apartment fires:हांगकांग के ताई पो में बुजुर्गों की इमारत वांग फुक कोर्ट(Wang Fuk Court) में लगी भीषण आग अब तक 44 लोगों की मौत, 279 अभी भी लापता है. 16 घंटे बाद भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है.इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और स्थानीय चुनाव स्थगित होने की संभावना है. जानें पूरी डिटेल्स.
दुनिया का पहला शहर कौन सा? जहां 50000 लोग और 9.5 किमी की विशाल दीवारें थीं, जानकर नहीं होगा यकीन
First City in the World: दुनिया में कई शहर मौजूद हैं जो अपनी सभ्यताओं, परंपराओ और कई अन्य वजहों से जाने जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे पहला शहर कौन सा है. आज हम आपको उस शहरे के बारे में बताने वाले हैं साथ ही आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
White House Shooting: व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में एक अफगान प्रवासी को हिरासत में लिया गया है. इस घटना ने पूरे अमेरिका को हिला दिया है. राष्ट्रपति ट्रंप भी काफी गुस्से में हैं.
आसिम मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तान की हालत चिंताजनक: रिपोर्ट
पाकिस्तान के हुक्मरान सेना को तो ताकतवर बनाने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन स्थानीय बलों या अर्धसैनिक बलों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है
बांग्लादेश आईसीटी के मुख्य अभियोजक पर बचाव पक्ष के वकील को धमकी देने का आरोप
एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने बुधवार को बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम द्वारा जबरन गायब किए जाने के मामलों की सुनवाई के दौरान एक आरोपी के बचाव पक्ष के वकील के खिलाफ हाल ही में दी गई सार्वजनिक धमकियों की कड़ी निंदा की
हांगकांग की गगनचुंबी इमारतों में भीषण आग, 44 की मौत, 279 लापता, 3 आरोपी गिरफ्तार
Hong Kong News: हांगकांग की की लपटों को देखरकर किसी का भी दिल दहल जाएगा. फिलहाल इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नवजात के लिए मां का दूध सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन एक स्टडी में बिहार की कई महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में रेडियोएक्टिव यूरेनियम मिला है। जो कैंसर, ऑर्गन फेलियर और DNA डिसॉर्डर जैसी गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है। आखिर ये खतरनाक तत्व ब्रेस्ट मिल्क तक कैसे पहुंचा और बच्चों पर इसका क्या असर पड़ सकता है, जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
साल 2006, नोएडा के सेक्टर-31 की D-5 कोठी से सटे नाले में 19 कंकाल मिले। 16 को लेकर केस चला, जिनमें 13 बच्चे और तीन बालिग लड़कियां थीं। उनसे रेप और मर्डर का आरोप कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली पर लगा। 16 अक्टूबर 2023 को हाईकोर्ट ने पंढेर को और 11 नवंबर, 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को बरी कर दिया। रह गया एक सवाल कि उन 13 बच्चों और तीन लड़कियों को किसने मारा था। दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में पंढेर ने माना था कि कोठी में मर्डर हुए थे, सुरेंद्र कोली ने कबूल किया था कि उसने मर्डर किए हैं। 16 केस में से 13 में गाजियाबाद के CBI कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को मौत की सजा सुनाई थी। पंढेर को दो केस में फांसी की सजा मिली। आखिर में दोनों बरी हो गए। एक केस की वजह से नोएडा की लुक्सर जेल में बंद सुरेंद्र कोली 19 साल बाद 13 नवंबर को बाहर आ गया। ऐसा क्यों हुआ, पुलिस और CBI से जांच में कहां चूक हुई, सुरेंद्र कोली के खिलाफ क्या सबूत और बयान थे और रिहाई के बाद कोली कहां गया, दैनिक भास्कर ने इसकी पड़ताल की। इसमें पता चला कि पंढेर की कोठी में कॉलगर्ल आती थीं। दो कॉलगर्ल ने CBI के सामने बयान भी दिए थे। ये बयान पहली बार सामने आए हैं। पहले सुरेंद्र कोली की बातभाई बोले- सुरेंद्र अब तक हमारे पास नहीं आयाजेल से छूटने के बाद सुरेंद्र कोली उत्तराखंड में अपने गांव मंगरूखाल नहीं लौटा। ये गांव नोएडा से करीब 330 किमी दूर है। निठारी कांड के खुलासे से पहले कोली गांव आया था। फिर जांच के सिलसिले में नोएडा वापस गया और कभी नहीं लौटा। पता चला है रिहाई के बाद वो दिल्ली में रह रहा है और मीडिया से बात नहीं करना चाहता। सुरेंद्र कोली के भाई चंदन भी दिल्ली में रहते हैं। वे बताते हैं, ‘सुरेंद्र के जेल से बाहर आने के बारे में मीडिया से पता चला। अभी वो न हमसे मिला है, न बात हुई है।’ सुरेंद्र कोली की पत्नी और बच्चों के बारे में पूछने पर चंदन कहते हैं, ‘उनसे भी कई साल से कॉन्टैक्ट नहीं है। 2011 में मां का देहांत हुआ था। तब आखिरी बार सुरेंद्र की पत्नी से मिले थे।’ गांव का घर टूटने की कगार पर, कोई केस की बात नहीं करतासुरेंद्र कोली का गांव मंगरूखाल उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में है। यहां के पूर्व प्रधान धर्मवीर नेगी बताते हैं, ‘सुरेंद्र कोली का परिवार अब यहां नहीं रहता। वे 4 भाई हैं। एक भाई प्राइवेट टीचर था। उसने सबसे आखिर में गांव छोड़ा था। सुरेंद्र कोली को सजा होने के बाद वो किसी से बात नहीं करता था। अब उनका घर गिरने की कगार पर है। गांव के लोग भी इस केस की बात नहीं करते।’ निठारी कांड में 3 बड़ी लापरवाही, जिनकी वजह से फांसी की सजा पाए कोली-पंढेर बरीसुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर कैसे बरी हो गए, इस पर हमने पंढेर की वकील मनीषा भंडारी और सुरेंद्र कोली के वकील सिद्धार्थ शर्मा से बात की। पता चला कि जांच में 3 बड़ी लापरवाहियां की गईं, जिनकी वजह से दोनों बरी हो गए। पहली लापरवाही: लोगों ने नरकंकाल निकाले, CBI ने रिकवरी मेमो नहीं बनाया29 दिसंबर, 2006 की सुबह सैकड़ों लोग पंढेर की कोठी के सामने जुटे थे। उन्होंने कोठी से सटे नाले से मानव कंकाल निकाले। पुलिस ने सभी कंकाल रिकवर किए। कोर्ट ने इस रिकवरी को ही नहीं माना, न ही CBI ने रिकवरी मेमो बनाया। एडवोकेट मनीषा भंडारी कहतीं हैं, ‘किसी केस में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही से रिकवरी की जाती है। उसी प्रोसेस को रिकवरी मेमो कहते हैं। इस केस में आरोपियों की निशानदेही पर रिकवरी नहीं हुई। लोगों ने कंकाल और तमाम चीजें निकालकर पुलिस को सौंपे थे।’ ‘सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कहा कि घटनास्थल पर खुदाई शुरू होने से पहले उसे पूरी तरह प्रोटेक्ट नहीं किया गया। रिकवरी को रिकॉर्ड नहीं किया गया। इसलिए घटना वाली जगह से बरामदगी और रिमांड पेपर्स में अलग-अलग बातें थीं।’ ‘D-5 की तलाशी में कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जिससे फोरेंसिक तरीके से घटनाओं का पता लगाया जा सके। स्थानीय लोग नाले और कोठी के पीछे वाले हिस्से से हड्डियां निकाल रहे थे, वो सिर्फ D-5 का एरिया नहीं था। D-5 और D-6 दोनों के आसपास खुदाई चल रही थी। लग रहा था, जैसे हड्डियां और बॉडी पार्ट्स निकालने वालों को पहले से सब पता हो।’ दूसरी लापरवाही: कोठी के अंदर फोरेंसिक एविडेंस नहीं मिलेसुप्रीम कोर्ट ने फैसले में कहा कि D-5 कोठी से सीमेन का सैंपल मिला था, वो दोनों आरोपियों से मैच नहीं हुआ। क्राइम सीन पर मिले कुल्हाड़ी और चाकू पर इंसान का खून या टिश्यू नहीं मिला। फोरेंसिक टीम को कोठी के अंदर से मरने वालों में से किसी का सबूत नहीं मिला, जिससे DNA का मिलान हो सके। सुरेंद्र कोली ने मजिस्ट्रेट के सामने 16 मर्डर की बात कबूल की थी। हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने कबूलनामे को नहीं माना। सुरेंद्र कोली के वकील सिद्धार्थ शर्मा बताते हैं, ‘हाईकोर्ट ने कहा कि सुरेंद्र कोली को लगातार 60 दिन तक कस्टडी रिमांड में रखा गया। एक केस में रिमांड खत्म होती, तो उससे पहले दूसरे केस में रिमांड मिल जाती थी।’ ‘इस तरह 60 दिन के बाद मजिस्ट्रेट के सामने कबूलनामा हुआ था। ये अपने आप में सवाल खड़े करता है। सुरेंद्र कोली ने 26 मार्च 2010 को लेटर लिखा था। उसमें लिखा है कि CBI ने मुझे बहुत टॉर्चर किया। बयान देने के लिए दबाव डाला था। इसलिए सुरेंद्र कोली के कबूलनामे को कोर्ट में नहीं माना गया।’ तीसरी लापरवाही: ऑर्गन ट्रेड एंगल से जांच नहीं, सबूत कमजोर हुएपहले हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निठारी कांड के पीछे सीरियल किलिंग नहीं, तो क्या ऑर्गन ट्रेड एंगल हो सकता है। इसे लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक कमेटी ने 2007 में रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में CBI को ऑर्गन ट्रेड के एंगल पर जांच करने के लिए कहा गया था। CBI ने उस लाइन पर जांच ही नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि एजेंसी ने घर और पड़ोस के गवाहों की ठीक से जांच नहीं की, न ही कोई अहम सुराग खोजा गया। हर गलती ने सबूतों और भरोसे को कमजोर किया। इसलिए दोषी सुरेंद्र कोली को सभी आरोपों से बरी किया जाता है। इसके तहत लगाई गई सभी सजाएं और जुर्माने भी रद्द किए जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जजमेंट में लिखा है कि पुलिस समय पर और प्रोफेशनली कानून के हिसाब से जांच करती है तो सबसे मुश्किल रहस्य भी सुलझ सकता है। कई बड़े क्राइम को समय पर रोका जा सकता है, लेकिन ये सच में बहुत बुरा है कि निठारी केस में लापरवाही और देरी ने फैक्ट-फाइंडिंग प्रोसेस को खराब कर दिया। न सिर्फ खराब किया बल्कि जांच के घटिया तरीके ने उन रास्तों को बंद कर दिया, जिनसे असली अपराधी की पहचान हो सकती थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निठारी केस वीभत्स है। पीड़ित परिवार के दुख की कल्पना नहीं कर सकते, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कानूनी तौर पर कोई सबूत नहीं मिल पाया। भरोसेमंद सबूतों के बिना किसी को दोषी नहीं मान सकते। अब मोनिंदर सिंह पंढेर की बात कोठी में कॉलगर्ल बुलाते थे, बोले- मर्डर के वक्त मौजूद नहीं थादैनिक भास्कर ने 10 नवंबर को मोनिंदर सिंह पंढेर का इंटरव्यू पब्लिश किया था। इसमें मोनिंदर सिंह पंढेर ने साफ कहा कि निठारी में मर्डर हुए, तब मैं घर पर नहीं था। उन्होंने ये भी माना कि वे कोठी में कॉलगर्ल बुलाते थे। दैनिक भास्कर ने कोठी में आने वालीं 12 से ज्यादा कॉलगर्ल के बयान की डिटेल निकाली। ये बयान CBI ने दर्ज किए थे। हमें कॉलगर्ल भेजने वाली महिला किरण (बदला हुआ नाम) का बयान भी मिला। फरीदाबाद में रहने वाली किरण ने बताया कि लापता हुई जिस कॉलगर्ल के मोबाइल फोन से निठारी कांड का खुलासा हुआ, उसके पिता ने 12 हजार रुपए के बदले उसे मेरे पास भेजा था। ये बयान CBI ने 16 जनवरी, 2007 को लिया था। इसमें किरण ने कहा था, ‘पति की मौत के बाद मेरे ऊपर 4 बच्चों की जिम्मेदारी थी। इसी दौरान मैं गलत महिलाओं के संपर्क में आ गई। 10-11 साल से वेश्यावृत्ति कर रही थी। 3-4 साल से कई लड़कियां मेरे संपर्क में हैं। इनमें से कई लड़कियां फरीदाबाद के सेक्टर-16 के एक होटल में रेगुलर जाती हैं।’ ‘मेरे पास बंगाल, यूपी, हरियाणा और दिल्ली की लड़कियां हैं। इनमें कोमल (बदला हुआ नाम) भी थी। उसकी उम्र करीब 26 साल थी। 2005 में मेरे ड्राइवर बाबूलाल ने मुझे नोएडा में रहने वाले किशनलाल (बदला हुआ नाम) से मिलवाया था।' 'किशनलाल को 12 हजार रुपए की जरूरत थी। उसने कहा था कि मेरी बेटी फरीदाबाद में तुम्हारे साथ रहेगी। उसी के काम से मिले पैसों से हिसाब हो जाएगा। मैंने किशनलाल को 12 हजार रुपए दे दिए और उसकी लड़की को फरीदाबाद ले आई।’ ‘मैंने उसे फरीदाबाद के सेक्टर-16 में मैगपाई होटल में कई बार भेजा। इसी दौरान जून 2005 में मैं मथुरा रोड पर एक रेस्तरां में मोनिंदर सिंह पंढेर से मिली थी। मैंने वहीं पहली बार कोमल की फोटो पंढेर को दिखाई थी। 2 हजार रुपए में कोमल को भेजने की बात तय हुई। मैंने उसी रात कोमल को D-5 कोठी में भेजा था। हम पंढेर को मेजर साहब कहते थे। उनके घर कॉलगर्ल भेजते थे।’ ‘कुछ समय में ही कोमल ने मेरे 7 हजार रुपए चुका दिए। उसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसकी भाभी यानी किशनलाल की बहू हमारे पास आ गई। उसने कॉलगर्ल का काम करके बाकी 5 हजार रुपए चुकाए थे।’ मोनिंदर सिंह पंढेर के कहने पर हम अलग-अलग लड़कियों को D-5 भेजते थे। बाद में कोमल मोनिंदर सिंह पंढेर से बात करने लगी। वो सीधे उसके पास चली जाती थी, ताकि मुझे पैसा न देना पड़े। पंढेर की कोठी में पार्टी के लिए गई कॉलगर्ल का बयानD-5 कोठी में गई एक और कॉलगर्ल कविता (बदला हुआ नाम) ने 5 फरवरी 2007 को CBI के सामने बयान दर्ज कराया था। तब कविता की उम्र 29 साल थी। उसने बताया, ‘मैं गांव की एक लड़की के साथ दिसंबर 2002 में दिल्ली आई थी। उसने कहा था कि फैक्ट्री में काम दिला देगी। यहां पता चला कि वो कॉलगर्ल है। मेरे पास पैसे नहीं थे, मजबूरी में जिस्मफरोशी करने लगी।’ ‘2005 में दशहरे से 15 दिन पहले मेरी दोस्त सिम्मी ने मुझे मोनिंदर सिंह पंढेर से मिलवाया। हम मुनिरका में मिले थे। मोनिंदर सिंह अगले दिन मुझे मुनिरका से ही D-5 कोठी ले गए थे। वहां सुरेंद्र कोली भी था। उसने हमें खाना खिलाया था।’ ‘उस रात पंढेर ने मुझे 4 हजार रुपए दिए थे। करीब 15 दिन बाद मेरे पास फिर फोन आया। मोनिंदर सिंह पंढेर ने कहा कि मेरे दोस्त आ रहे हैं। इसलिए कई लड़कियों को लाना है। हम 5 लड़कियां रात करीब 10 बजे उनकी कोठी पर पहुंचे थे। देर रात तक पार्टी हुई। सबने शराब पी। दो लड़कियां एक साथ अलग कमरे में पंढेर के गेस्ट के साथ चली गईं।’ ‘मैं मोनिंदर सिंह के साथ अलग कमरे में गई। दो और लड़कियां दो अलग-अलग लोगों के साथ गईं। एक हफ्ते बाद भी हमें बुलाया गया था। मैं कई बार D-5 गई थी। तभी सुरेंद्र कोली ने मेरा नंबर ले लिया था।' 'एक बार सुरेंद्र कोली ने फोन करके मुझे बुलाया भी था। उसने कहा कि कुछ नए ग्राहक आए हैं। मैं कोठी पर पहुंची, तो वहां सुरेंद्र कोली के अलावा कोई नहीं दिखा। मैं घर लौट आई। सितंबर 2005 से अप्रैल 2006 के बीच वहां गई थी। उसके बाद दार्जिलिंग अपने गांव चली गई। फिर उनसे मुलाकात नहीं हुई।’ निठारी कांड से जुड़े सवाल, जिनके जवाब नहीं मिले 1. निठारी कांड में कितने लोग मारे गएहमने निठारी से मिले नरकंकालों की जांच करने वाले एम्स के पूर्व फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. टीडी डोगरा से बात की। वे कहते हैं, ‘हमने 3 महीने तक जांच की थी। 21 अलग-अलग इंसानी कंकाल तैयार किए थे।’ उनके दावे के मुताबिक 21 लोगों के कंकाल मिले थे। बाद में सिर्फ 19 लापता लोगों की पहचान हुई। आखिर में 16 केस का ही कोर्ट में ट्रायल चला। ये राज ही है कि निठारी में आखिर कितने लोग मारे गए। 2. जिस कॉलगर्ल के फोन से पहला सुराग मिला, उसका DNA क्यों मैच नहीं हुआनिठारी केस में पहला बड़ा सुराग लापता कॉलगर्ल कोमल के मोबाइल फोन से मिला था। इसकी जांच तब सब इंस्पेक्टर रहे विनोद पांडे ने की थी। उनकी टीम ने मोबाइल फोन ट्रेस करके सुरेंद्र कोली को पकड़ा था। विनोद पांडे अभी यूपी के हापुड़ में SHO हैं। वे कहते हैं कि 7 मई 2006 को सुरेंद्र कोली ने फोन करके उस कॉलगर्ल को बुलाया था। उस समय पंढेर अपने बीमार पिता की वजह से चंडीगढ़ में था। इसकी पुष्टि होने पर नौकर सुरेंद्र कोली पर शक हुआ। कोमल का फोन 21 दिसंबर, 2006 को एक्टिवेट हुआ। उसमें सुरेंद्र कोली का सिमकार्ड मिला। इसके बाद ये केस खुला था।’ ‘सुरेंद्र कोली ने माना था कि उसने कोमल की हत्या कर लाश के टुकड़े किए। सिर, चप्पल और पर्स कोठी के पीछे फेंका और बाकी हिस्से को नाले में बहा दिया था।' 'CBI और फोरेंसिक रिपोर्ट की पड़ताल में कोमल के पिता के DNA सैंपल से किसी भी कंकाल का मिलान नहीं हुआ। ऐसे में दो बातें हो सकती हैं, या तो D-5 के आसपास मिले कंकाल में कोमल थी ही नहीं। या कोमल का कंकाल मिला तो, लेकिन वो FIR दर्ज कराने वाले शख्स की बॉयोलॉजिकल बेटी नहीं थी।’ 3. निठारी से 3 किमी दूर रहने वाली दो लड़कियों की हड्डियां मिलीं, वे कौन थींCBI की फोरेंसिक रिपोर्ट में लिखा है कि जांच के दौरान हड्डियों के 73 टुकड़े मिले थे। ये अलग-अलग साइज के थे। सभी D-5 के पीछे मिले थे। 53 पॉलिथीन पैकेट मिले थे, जिनमें बायोलॉजिकल मटेरियल थे। इनके अलावा लड़कियों के बाल, जूते, चप्पल, मिट्टी में सने कपड़े थे। चंडीगढ़ के CFSL ने इनकी जांच की थी। 31 अगस्त 2007 की रिपोर्ट में लिखा है कि निठारी से मिली खोपड़ियों की सुपर इंपोजिशन तकनीक से पहचान की गई। आसपास के एरिया से गायब लड़कियों की फोटो की भी जांच हुई थी। बरामद खोपड़ियों में से नंबर-7 और नंबर-13 का मिलान निठारी से गायब लड़कियों से नहीं हुआ। निठारी से करीब 3 किमी दूर सेक्टर-24 थाना एरिया से लापता आशा और बसंती से दोनों खोपड़ियों का मिलान हुआ था। सवाल उठता है कि इनका नाम कभी CBI जांच में क्यों नहीं आया।....................................... मोनिंदर सिंह पंढेर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू भी पढ़िए हां, कोठी में कॉलगर्ल बुलाई, घर में बच्चों की डेडबॉडी पड़ी रहीं, पता नहीं चला निठारी केस से बरी होने के बाद मोनिंदर सिंह पंढेर ने पहला इंटरव्यू दैनिक भास्कर को दिया। उन्होंने दो बातें कबूल कीं, एक कि कोठी में मर्डर हुए थे और कोठी में कॉलगर्ल बुलाई जाती थीं। पंढेर ने कहा कि मैं घर में कम ही रहता था। उसी वक्त कोठी में मर्डर होते रहे। डेडबॉडी नौकर सुरेंद्र कोली के बाथरूम में पड़ी रहती थीं। ये बाथरूम ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर है, इसलिए कोई नहीं जान पाया।’ पढ़िए पूरा इंटरव्यू
जम्मू–कश्मीर में गैर कश्मीरियों का जमीन खरीदना अब भी मुश्किल है। भास्कर ने खरीददार बनकर कश्मीर के तीन एजेंट, चार अफसरों का स्टिंग किया। सभी ने एक ही जवाब दिया कि, ‘बिना डोमिसाइल के आउटसाइडर जमीन नहीं खरीद सकता।’ पड़ताल में कड़ियां दिल्ली के ब्लास्ट से भी जुड़ीं। 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट हुआ था। इसके पहले श्रीनगर के बनपोरा इलाके में JeM (जैश-ए-मोहम्मद) की तारीफ वाले पोस्टर मिले थे। इनमें लिखा था कि, ‘बाहरियों को शरण न दें’ और ‘शरिया के खिलाफ काम न करें’, वरना सख्त एक्शन लिया जाएगा। ये पोस्टर कमांडर हंजला भाई के नाम से 17 अक्टूबर को साइन किए गए थे। इस पोस्टर के बाद ही जम्मू–कश्मीर पुलिस हरकत में आई थी, और जांच शुरू की थी। कश्मीर की जमीनी हकीकत जानने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने जमीन खरीददार बनकर वहां के प्रॉपर्टी एजेंट्स, पटवारी और तहसीलदार से मुलाकात। हिडन कैमरे में बातचीत रिकॉर्ड हुई। पढ़िए और देखिए ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट। पहली मुलाकात : शाह मुतयैब, रियल एस्टेट ब्रोकर कश्मीरी रियल्टर शाह मुतयैब और रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत रिपोर्टर: मैं जयपुर से हूं, श्रीनगर में रेसिडेंशियल प्लॉट लेना चाहता हूं? मुयतैब: आउटसाइडर अपने नाम पर जमीन रजिस्टर नहीं करा सकता। डोमिसाइल जरूरी है। रिपोर्टर: बिना डोमिसाइल नहीं खरीद सकता? मुतयैब: नहीं। एग्रीकल्चर लैंड तो बिल्कुल नहीं। रेसिडेंशियल भी तभी जब डोमिसाइल हो। रिपोर्टर: अगर मैं किसी और के नाम पर लूं और बाद में अपने नाम कर दूं? मुतयैब: नहीं। अपने नाम पर तभी जब डोमिसाइल हो। हां किसी लोकल दोस्त या रिलेटिव के नाम पर लिया जा सकता है, लेकिन रिस्क आपका है। रिपोर्टर: डोमिसाइल का रास्ता क्या है? मुतयैब: आप सरकारी कर्मचारी हैं, 10 साल से यहां पोस्टेड हैं, तो डोमिसाइल मिल सकता है। या फिर सरकारी लीज ले सकते हैं, 10, 20, 99 साल तक। लेकिन प्राइवेट लैंड पर नहीं। रिपोर्टर: मतलब मेरे नाम पर रजिस्ट्री नहीं हो सकती? मुतयैब: बिन डोमिसाइल के नहीं। रिपोर्टर: कुछ लोग कहते हैं आसानी से हो जाती है। मुतयैब: बहुत लोग धोखा देते हैं। टोकन लेकर गायब हो जाते हैं। DC ऑफिस में रजिस्ट्रेशन तभी होगा जब डोमिसाइल वैध हो। रिपोर्टर: बड़ी कंपनियां कैसे ले रही हैं? मुतयैब: वो कंपनी के नाम पर लेती हैं और उनकी पकड़ होती है, इसलिए उनके प्रोजेक्ट चल रहे हैं। दूसरी मुलाकात : अरैब भट, रियल्टर अरैब: आप रेसिडेंशियल प्लॉट खरीदना चाहते हैं? रिपोर्टर: हां अरैब : बाहर वालों के लिए यह मुश्किल है। डॉक्यूमेंटेशन जरूरी है। शहरी क्षेत्र में डोमिसाइल और ग्रामीण क्षेत्र में एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट (आपके/पिता के नाम पर जमीन) होना चाहिए। रिपोर्टर: तो मैं क्या कर सकता हूं अरैब: आप लीज ले सकते हैं, 5, 10, 40 या 99 साल की। यह सेल नहीं, सिर्फ लीज। डोमिसाइल की जरूरत नहीं। रिपोर्टर: समझ गया। अरैब : कुछ ग्रुप जैसे संघानिया या बंसल ले सकते हैं, लेकिन इंडिविजुअल आउटसाइडर के लिए अब कोई रूम नहीं है। रिपोर्टर: डोमिसाइल बनवाना संभव है क्या? अरैब : हां, तहसीलदार या अफसर को पैसे देकर बनाया जा सकता है। मैं ऐसा नहीं करता। फर्जी डोमिसाइल तो अब तक लगभग 82 हजार बन चुके हैं। रियल एस्टेट के दोनों कारोबारियों से मिलने के बाद हमने सरकारी सिस्टम को जांचने के मकसद से मुतयैब से कहा कि, ‘हमें एक भरोसेमंद कश्मीरी मिल गया है। हम उसके नाम पर जमीन खरीदना चाहते हैं। यह सुनकहर मुतयैब ने हमें ऑफिस में बुलाया।’ मुलाकात पर मुतयैब ने कहा कि, ‘मैंने आपके लिए जमीन देख ली है, लोकेशन पर आपको एजेंट मिल जाएगा, बस आप जाकर पहले जमीन पसंद कर ले, फिर पेपर आपको मिल जाएंगे, जिन्हें आप चेक कर सकते हैं।’ प्रॉपर्टी दिखाने के दौरान शाह मुतयैब और रिपोर्टर के बीच बातचीत हुई मुतयैब: आपके पास बंदा कौन है ? रिपोर्टर: नोएडा से है। हमने उससे फ्लैट लिया था। मुतयैब: अच्छा, नाम? रिपोर्टर: इरफान। मुतयैब: ठीक, मैं आपको कुछ प्रॉपर्टी दिखा सकता हूं। रिपोर्टर: हां, दिखाइए। मुतयैब: बंदे ने आपके लिए प्रॉपर्टीज शॉर्टलिस्ट की हैं। आप लोकेशन पर जाएंगे, वह आपको सारी प्रॉपर्टी दिखा देगा। रिपोर्टर: क्या मेरे नाम पर रजिस्ट्री हो सकती है, या किसी कश्मीरी के जरिए ही लेना पड़ेगा? मुतयैब: दो ऑप्शन हैं, अगर आप 10 साल से कश्मीर में रह रहे हैं और बिजनेस किया है, तो डोमिसाइल के लिए एलिजिबल हैं। अगर किसी जान-पहचान वाले कश्मीरी से मदद लें, डोमिसाइल निकलवाना भी संभव है। रिपोर्टर: अगर इरफान के नाम पर हूं, कोई डॉक्यूमेंट नहीं चाहिए? मुतयैब: नहीं, बस उसके साथ एक अलग एग्रीमेंट बना सकते हैं कि यह मेरे लिए है, मालिक वह नहीं है। रिपोर्टर: यह लीगल होगा? मुतयैब: हां, एग्रीमेंट नोटरी और ई-स्टाम्प के साथ लीगल माना जाएगा। रिपोर्टर: पेपर्स ठीक होंगे? मुतयैब: हां, सभी क्लियर हैं। आपको केवल टोकन देना होगा। रिपोर्टर: लोकेशन कहां है? मुतयैब: हारवन, दाचीगाम नेशनल पार्क के ऊपर वाले साइड। हारवन में प्लॉट विजिट, चट्टेरहमा रिपोर्टर की एजेंट रियाज से मुलाकात रिपोर्टर: कौन सा प्लॉट है रियाज़: यह है, डेढ़ कनाल, पूरी तरह रेसिडेंशियल रिपोर्टर: लोकेशन रियाज़: चट्टेरहमा, Harvan। तहसील – हज़रतबल रिपोर्टर: महबूबा मुफ्ती का घर पास है रियाज़: हां, गेट के पास रिपोर्टर: बाकी प्रॉपर्टीज रियाज: यहां बड़े-बड़े बिजनेसमैन के प्लॉट हैं, सारे पेपर क्लियर हमने रियाज को बताया कि हमें यह प्लॉट पसंद आ गया है हम अगले ही दिन हजरतबल तहसील ऑफिस जाकर पटवारी से मिले। हमारा मकसद प्लॉट की जांच नहीं, बल्कि पटवारी से यह साफ-साफ जानना था कि क्या कोई बाहरी व्यक्ति इस तरह की रेसिडेंशियल जमीन खरीद भी सकता है या नहीं। रिपोर्टर और पटवारी बिलाल के बीच हुई बातचीत रिपोर्टर: सर, मैं दिल्ली से हूं। बिलाल अहमद: ठीक है। रिपोर्टर: यहां रियल्टर ने जमीन दिखाई, कौन सी जगह है? रियाज़ (एजेंट): चट्टेरहमा, महबूबा मुफ्ती के घर के सामने। बिलाल अहमद: अगर मिल्कियत ठीक है, तो कोई परेशानी नहीं। रिपोर्टर: मैं अपने नाम से खरीद सकता हूं? बिलाल अहमद: नहीं, उसके लिए परमीशन चाहिए। आप यहां के सिटिजन नहीं हैं, इसलिए DC से परमीशन लेनी होगी। रिपोर्टर: परमीशन का नाम क्या है? बिलाल अहमद: बस, आउटसाइडर के लिए परमीशन। रिपोर्टर: किसी आउटसाइडर ने यहां खरीदी है? बिलाल अहमद: जिसका डोमिसाइल रहेगा, वह आउटसाइर नहीं। बाकी को परमीशन चाहिए। रिपोर्टर: जमीन ठीक है ना? बिलाल अहमद: मुझे नहीं पता, आपने कौन सी देखी है। मिल्कियत अगर सही है, फर्द कटेगी। रिपोर्टर: 2 कनाल खरीदना चाह रहा हूं। बिलाल अहमद: मिल्कियत सही होगी तो ठीक। लेकिन आउटसाइडर को परमीशन जरूरी है, बिना इसके फर्द अमान्य होगी। रिपोर्टर: कई लोगों से सुना था, परमीशन की जरूरत नहीं होती। बिलाल अहमद: नहीं, परमीशन होनी चाहिए। वरना लीगल इश्यू या फ्रॉड हो सकता है। रिपोर्टर: तो आउटसाइडर के लिए खरीदना मुश्किल है? बिलाल अहमद: मुश्किल नहीं, लेकिन परमीशन लेना जरूरी है। रिपोर्टर: ठीक, मतलब SDM ही कर सकता है। बिलाल अहमद: हां, मैं सिर्फ पेपर देखता हूं। बाकी SDM हैंडल करेगा। पटवारी बिलाल अहमद से मिलने के बाद हमने एक और बड़ी रियल एस्टेट कंपनी के हैरिस मंजूर से बात की। उसने खुद को हलाल रियल एस्टेट का मैनेजिंग डायरेक्टर बताया। हलाल रियल एस्टेट – श्रीनगर रिपोर्टर: मैं नोएडा से हूं। फैमिली ने कहा कि जमीन देख लें। हैरिस : जमीन रेसिडेंशियल के लिए चाहिए या किसी और मकसद के लिए? रिपोर्टर: रेसिडेंशियल। हैरिस: हाईवे के पास चाहते हैं? रिपोर्टर: हां, दो कनाल। हैरिस: जमीन मिलेगी। रजिस्ट्री हो सकती है, लेकिन पहले मैं जमीन वाले से कन्फर्म करूंगा। रिपोर्टर: क्या कोई बाहर वाला (आउटसाइडर) ले सकता है? हैरिस: हां, लेकिन डोमिसाइल होना चाहिए। बिना डोमिसाइल के रजिस्ट्री नहीं होगी। जमीन तो ले सकते हैं, मकान भी बना सकते हैं, लेकिन नाम पर रजिस्ट्री नहीं होगी। रिपोर्टर: डोमिसाइल कैसे बनेगा? हैरिस: आधार और एड्रेस अपडेट करना पड़ेगा। आसानी से नहीं होता। अगर कोई भरोसेमंद स्थानीय बंदा हो, तो वह नाम पर कर सकता है, तब रजिस्ट्री आसान है। रिपोर्टर: श्रीनगर में कितनी जमीन है, रेसिडेंशियल/कमर्शियल/एग्रीकल्चर? हैरिस : रेसिडेंशियल काफी है। कमर्शियल भी है। एग्रीकल्चर बहुत कम, ज्यादातर रेसिडेंशियल में कन्वर्ट हो चुका है। डॉक्यूमेंट पर जो रेसिडेंशियल दिखता है, वही वैलिड है। रिपोर्टर: क्या सच में कोई भी बाहर वाला जमीन ले सकता है? हैरिस: ऑफिशियल तौर पर ऐसा कहा जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत में बड़े जमींदार बाहर वालों को जमीन नहीं बेचते। सिर्फ लोकल कश्मीरी को बेचते हैं। रिपोर्टर: तो रजिस्ट्री के लिए डोमिसाइल जरूरी है।हैरिस: हां, रेसिडेंशियल हो या कमर्शियल, डोमिसाइल जरूरी है अगर नाम पर रजिस्ट्री करनी है। रिपोर्टर: कौन मदद कर सकता है? हैरिस: मेरा एडवोकेट, जो जमीन के कागजात बनवाता है। रजिस्ट्री अलग एडवोकेट करता है। नोट: फोन पर हैरिस ने अपने एडवोकेट से कन्फर्म किया कि बाहर वाले को बिना डोमिसाइल के रजिस्ट्री नहीं मिलेगी। अब तक की पड़ताल से जो बातें सामने आई थीं, उनमें डॉमिसाइल का जिक्र सबसे ज्यादा था। फोन पर तहसीलदार ने डॉमिसाइल की शर्त बताई थी, कश्मीर रियलटर के शाह मुतयैब और अरैब भट ने भी यही बात दोहराई थी। हलाल रियल एस्टेट के हैरिस मंजूर ने भी वही बात दोहराई। इसके बाद हमने कश्मीर के रियल एस्टेट से जुड़े कारोबारी नूर मोहम्मद से मुलाकात की। उनसे पूछा कि क्या आउटसाइडर कश्मीर में जमीन खरीद सकता है। नूर मोहम्मद ने बताया, हाल ही में उनके पास पंजाब से एक पार्टी आई थी, जो 25 कनाल जमीन खरीदना चाहती थी, लेकिन स्थानीय SDM ने उन्हें अनुमति नहीं दी। उन्होंने बताया कि उनका एक परिचित है, वो उसी सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस मे काम करता है, जिस जमीन का जिक्र वो कर रहे है, उसके पास सही जानकारी होगी। हम नूर मोहम्मद के साथ पूर्वी श्रीनगर के सब-रेजिस्ट्रार के दफ्तर पहुंचे और रजिस्ट्रार के बगल के कमरे में बैठे रीडर आसिफ से मिले। हमने आसिफ से पूछा कि, क्या कोई आउटसाइडर कश्मीर में जमीन खरीद सकता है। रिपोर्टर : क्या मैं यहां रेसिडेंशियल प्लॉट या कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीद सकता हूं? आसिफ : थोड़ी सी लिमिटेशन है अभी। रिपोर्टर : लिमिटेशन है? आसिफ : हां, एक तो डोमिसाइल होना चाहिए आपका। रिपोर्टर : डोमिसाइल चाहिए ही चाहिए। आसिफ : हां, दूसरी कंडीशन यह है कि अगर कलेक्टर देना चाहे। रिपोर्टर : कलेक्टर? आसिफ : कलेक्टर ऑर्डर देना चाहे कि यह खरीद सकता है। रिपोर्टर : तो हो जाएगा। आसिफ : हां। बिलाल अहमद, नायब तहसीलदार (ईदगाह) बिलाल ने कहा ‘डोमिसाइल जरूरी है, रिकॉर्डेड एग्रीकल्चर लैंड के लिए एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट चाहिए और नॉन-एग्रीकल्चर प्लॉट के लिए भी डोमिसाइल चाहिए।’ ज्यादा पूछताछ करनेे पर बिलाल ने दो बार रजिस्ट्रेशन ऑफिस में कॉल किया फिर कहा कि, नॉन-एग्रीकल्चर प्लॉट बिना डोमिसाइल के खरीदा जा सकता है, सिर्फ आधार व फोटो चाहिए। रिपोर्टर: मैं दिल्ली का हूं, क्या बिना डोमिसाइल के रेसिडेंशियल प्लॉट ले सकता हूं? बिलाल: डोमिसाइल जरूरी है। अगर जमीन रिकॉर्ड में एग्रीकल्चर है, तो एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट भी चाहिए। रिपोर्टर: लेकिन मैं नॉन-एग्रीकल्चर प्लॉट देख रहा हूं। बिलाल: फिर भी डोमिसाइल जरूरी है… लेकिन मैं चेक कर लेता हूं।(फोन पर रजिस्ट्रेशन ऑफिस से बात) बिलाल (बाद में): नॉन-एग्रीकल्चर के लिए डोमिसाइल नहीं चाहिए। एग्रीकल्चर के लिए एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट चाहिए। आधार और फोटो काफी हैं। फयाज खान, नायब तहसीलदार (नरबल/मागम) फयाज खान ने कहा, ‘डोमिसाइल जरूरी है, डोमिसाइल उन लोगों को मिलता है, जो 15 साल से यहां रह रहे हैं। रिपोर्टर ने पूछा क्या कोई आउटसाइडर आवासीय जमीन ले सकता है। फयाज ने कहा, बिना डोमिसाइल के नहीं। अखबारों में जो लिखा है कि कोई भी खरीद सकता है—वह सही नहीं। रिपोर्टर: क्या मैं, एक बाहर का व्यक्ति, यहां रेसिडेंशियल प्लॉट खरीद सकता हूं? फयाज़: नहीं, डोमिसाइल जरूरी है। पूरे JK में यही नियम है। रिपोर्टर: लेकिन कई डीलर कह रहे हैं कि खरीद सकते हैं। फयाज़: गलत बता रहे हैं। लीगली वही खरीद सकता है जिसके पास डोमिसाइल हो। चाहे वह मूल निवासी हो या यहां 15 साल से रह रहा हो। हामिद उल्लाह, नायब तहसीलदार (नंदपोरा) बाहर का व्यक्ति तभी जमीन खरीद सकता है जब वह 15 साल की रेसिडेंसी के आधार पर डोमिसाइल ले ले। रिपोर्टर: मैं टूरिस्ट हूं, क्या डोमिसाइल बिना जमीन ले सकता हूं? हामिद उल्लाह: नहीं। डोमिसाइल जरूरी है। रिपोर्टर: सरकार कहती है कोई भी ले सकता है। हामिद: पहले नहीं ले सकते थे, अब ले सकते हैं, लेकिन शर्त यह है कि आपके पास डोमिसाइल हो, जो 15 साल की रेसिडेंसी से मिलता है। पड़ताल के दौरान हमारी श्रीनगर वेस्ट के SDM इरफान बहादुर, पट्टन के SDM डॉ गुलजार अहमद से भी मुलाकात हुई, जिन्होंने साफ कहा कि, आप बिना डोमिसाइल के रेसिडेंशियल जमीन खरीद सकते हैं। कश्मीर में हालात अब भी ठीक नहीं… कश्मीरी एक्टिविस्ट अहमद अयाज कहते हैं, ‘631 लोगों ने ही अब तक जमीन खरीदी। कश्मीर में तो बहुत कम ने खरीदी है। क्योंकि स्थिति अब तक सामान्य नहीं है।’ सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट अभिषेक कृष्णा कहते हैं कि, अगर जम्मू-कश्मीर में कोई सरकारी अधिकारी, जैसे तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी या भूमि विभाग से जुड़े अन्य अधिकारी किसी दूसरे राज्य के व्यक्ति को जमीन खरीदने के बारे में गलत जानकारी देता है, ताकि वह व्यक्ति जमीन न खरीदे, तो यह भारतीय कानून के तहत अपराध माना जाता है। मिलिटेंट्स ने आउटसाइडर को मुद्दा बनाया जम्मू–कश्मीर के एक्स डीजीपी एसपी वैद्द के मुताबिक, ‘370 हटने के बाद कश्मीर की डेमोग्राफी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जो भी यह कह रहा है, वह बिल्कुल गलत है।’ ‘मिलिटेंट्स हमेशा कोई न कोई नया मुद्दा ढूंढते रहते हैं, और अब इन्होंने आउटसाइडर को अपना नया मुद्दा बना लिया है।’ ‘हां, इस तरह की विचारधारा वाले लोग सिस्टम में या यूं कहें कि हर जगह मौजूद हैं, जो नहीं चाहते कि कोई आउटसाइडर यहां आकर बसे।’ ‘अगर कोई तहसीलदार या अधिकारी किसी गेम प्लान के तहत आउटसाइडर को जमीन खरीदने से संबंधित सही जानकारी नहीं देता, तो उनके ऊपर बैठे अफसर—डिवीजन कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, सेक्रेटरी रेवेन्यू डिपार्टमेंट को चाहिए कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें।’ ‘लैंड और रेवेन्यू डिपार्टमेंट को चाहिए कि आउटसाइडर के लिए जमीन से जुड़े तमाम कानूनों को लेकर अलग से एक डेस्क बनाएं।’ ‘LG साहब और सीनियर अधिकारियों को चाहिए कि आउटसाइडर के लिए एक ऐसी सुविधा तैयार करें कि उन्हें पटवारी के चक्कर में भटकना न पड़े।’ नोट : भास्कर ने इस मामले में सरकार का पक्ष जानने के लिए सवाल होम मिनिस्ट्री को ईमेल किए हैं। जैसे ही जवाब आएगा, हम खबर में अपडेट करेंगे। .............................................. आप ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं विदेशी लड़कियों को हाथ–पैर बांध, पीटकर बना रहे सेक्स वर्कर:बॉस के चंगुल में फंसाते हैं; उज्बेक, तुर्कमेनिस्तान की लड़कियां टारगेट पर ‘मैं उज्बेकिस्तान की रहने वाली हूं। नौकरी की तलाश में थी। इंस्टाग्राम पर एक लड़की से दोस्ती हुई। उसने दुबई आने को कहा। बोली– एक गर्भवती महिला है, उसके बच्चे को संभालने का काम है।’ ‘मैं उस पर यकीन कर दुबई पहुंची। फिर कहा गया कि, आपको किसी दूसरे शहर में रहना होगा। यह बोलकर मुझे नेपाल ले गए। फिर एक आदमी नेपाल से भारत ले आया।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।
भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन फिर से पुराना राग अलाप रहा है। चीन ने मनमाने तरीके से भारतीय नागरिक को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद जमकर बवाल मचा
व्हाइट हाउस के पास शूटिंग की वारदात, 2 यूएस नेशनल गार्ड के जवानों समेत कई लोग घायल
व्हाइट हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास और दफ्तर है, यहां के आसपास सुरक्षा बेहद कड़ी होती है, ऐसे में इस इलाके में शूटिंग होना बेहद चौंकाने वाला है.
Pakistan Afghanistan News: पाकिस्तान की मुनीर सेना पर अफगानिस्तान के पश्तूनों का गुस्सा इस बार भयंकर तरीके से फूटने वाला है. मुनीर सेना की एक कायर हरकत के बाद भड़के पश्तूनों ने अपनी आमद सरहद की ओर बढ़ाने शुरू कर दी है.
11 बच्चे मरे, 1644 संक्रमित, इजरायल में फिर 'दबे पांव' लौट आया खसरा! आखिर क्यों आई ये आफत
Measles increased in Israel: दुनिया के आधुनिक देशों में गिने जाने वाले इजरायल इन दिनों स्वास्थ्य से जुड़ी बड़ी समस्या से जूझ रहा है. वहां पर लगभग मिट चुका खसरा फिर 'दबे पांव' लौट आया है.
'रणनीति का हिस्सा नहीं थी टिप्पणी', ताइवान पर जापानी PM ताकाइची को क्यों देनी पड़ रही है अपनी सफाई?
Japanese PM Sanae Takaichi News: ताइवान पर जापानी पीएम ताकाइची की हालिया टिप्पणी उनके लिए खुद परेशानी का सबब बन गई है. इस मुद्दे पर उन्हें जापानी संसद में सफाई देनी पड़ रही है.
Hong Kong Fire:हांगकांग के ताईपो में बुधवार दोपहर भीषण आग लग गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं. आग की लपटें कई किलोमीटर दूर से देखी जा सकती हैं. ताजा जानकारी के अनुसार, एक दमकल कर्मी समेत चार लोगों की मौत हुई है.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाया है। इटली के सदन ने मंगलवार को एक कानून को मंजूरी दे दी, जिसके तहत महिलाओं की हत्या को क्रिमिनल लॉ में शामिल किया गया है
First to Get Sun Rise on Earth: सूर्योदय का समय क्षेत्र के साथ बदलता है. ऐसे में कभी आपने सोचा है कि सबसे पहले सूर्योदय कहा होती है. इस खबर में हम इस सवाल का जवाब देंगे.
दुनिया का सबसे लंबा समुद्री तट, पूरा घूमने में लग सकता है 18 साल का समय; 3 महासागरों वाला है ये देश
Worlds Longest Beach: ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें समुद्री बीच पसंद होते हैं और वे तरह-तरह के बीच घूमना पसंद करते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि दुनिया का सबसे लंबा बीच कौन सा है?
ब्राज़ील सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एलेक्ज़ैंडर डी मोसियस ने पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो और उनके छह करीबी सहयोगियों को तख्तापलट की कोशिश मामले में दोषी पाये जाने पर 27 साल की जेल की सजा काटने का आदेश दिया है। ग्लोबो अखबार ने यह जानकारी दी है
बांग्लादेश में जैसे-जैसे चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो रही है, वैसे-वैसे हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यूनुस की सरकार के आने के बाद से देश में अराजकता की स्थिति बनी हुई है
ये दो बड़े 'मुर्गे' कटने वाले थे, अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कैसे बचा लिया? फिर होटल में ठहराया गया
टर्की पक्षी या दो बड़े मुर्गे कह लीजिए. अमेरिका में इन्हें माफी दे दी गई. वजह भी दिलचस्प है. माफी देते समय ट्रंप की घोषणा पर जैसे इस मुर्गे ने जवाब दिया वो देखकर हंसी छूट जाएगी. समझिए पूरा मामला.
नेपाल में फिर हुआ बवाल, सड़को पर उतरे जेन-जी, पीएम कार्की के पर्सनल सेक्रेटरी के इस्तीफे की उठी मांग
नेपाल में जेनरेशन जेड (जेन-जी) प्रोटेस्ट के दौरान भड़की हिंसा के बाद केपी ओली की सरकार गिरा दी गई थी। हालांकि, अगले साल की शुरुआत में वहां आम चुनाव होने वाला है, लेकिन अभी भी हालात स्थिर नहीं हैं
100 किलोमीटर की नॉन-स्टॉप वॉक! इस देश के रोबोट ने रचा इतिहास, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
Humanoid Robot Agibot A2: टेक्नोलॉजी की दुनिया में आजकल बहुत से देश तरह-चरह के प्रयोग करने पर यकी करते हैं. एक ऐसा ही देश है जिसके रोबोट ने सीधे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है. आज हम आपको बताएंगे आखिर कौन से देश ने इस रोबोट को बनाया है और ये क्यो इतना खास है.
Galapagos Tortoise: अमेरिका के सैन डिएगो जू में रहे रही मनमोहक और शर्मीली कछुए का 141 साल की उम्र में निधन हो गया. आइए आज आपको बताते है वो अपने जीवनकाल में क्या-क्या देख चुकी है.
Italy man his dead mother pension: इटली में एक 57 साल के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो अपनी मृत मां का रूप धारण कर सालों से उनकी पेंशन ले रहा था. वह मेकअप, विग और बुजुर्ग महिला के कपड़े पहनकर आईडी कार्ड रिन्यू कराने पहुंचा, जहां अधिकारी ने उसकी गर्दन और हाथों पर उगे काले बाल देखकर धोखाधड़ी का शक जताया जिसके बाद इस फ्रॉड का खुलासा हुआ है.
USA के 'ड्रोन मैन' ड्रिस्कॉल को मिला नया काम! यूक्रेन पर दबाव बढ़ाने उतरे ट्रंप के टॉप नेगोशिएटर
Russia Ukraine War: बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल को अचानक यूक्रेन भेजा है. यह यात्रा रूस क साथ समानांतर बैठकों के साथ हो रही है जो युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका के उच्च-दांव वाले प्रयासों का संकेत है.
History of 26 November: 26 नवंबर 1922 को तूतनखामेन की कब्र को खोला गया था, जैसे ही कब्र का द्वार खुला लोगों के होश उड़ गए. इसके बाद ब्रिटिश पुरातत्वविदों ने दुनिया को प्राचीन मिस्र की अनमोल विरासत से रूबरू कराया.
Jair Bolsonaro Arrest: ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति Jair Bolsonaro को 27 साल की सजा सुना दी है. यह कदम 2022 के चुनाव हारने के बाद सत्ता पर बने रहने की उनकी कोशिशों से जुड़े मामले में दोषी पाए जाने के बाद उठाया गया है.
जमीन पर तोप और आसमान से... ये कहानी है 'पवन' की, जब विदेशी धरती पर भारतीय सेना ने चलाया ऑपरेशन
कुछ लोग तत्कालीन भारत सरकार का गलत कदम मानते हैं. बाद में इसी एक फैसले के कारण पूर्व पीएम को जान गंवानी पड़ी. भारत ने एक लाख सैनिकों को विदेशी धरती पर ऑपरेशन के लिए भेज दिया था. बाकायदे समझौता हुआ था दोनों सरकारों में लेकिन बड़ी संख्या में भारतीय सैनिक ऑपरेशन में शहीद हुए. आखिर क्या था ऑपरेशन पवन.
Belarus News: बेलारूस में अक्सर राजनीति उथल-पुथल देखा जाता है. अब बेलारूस के पॉलिटिशियन मिकोला स्टेटकेविच को U.S. की मध्यस्थता वाली डील में रिहा किए जाने के बाद वापस जेल भेज दिया गया है, उन्होंने घंटों बेलारूस और लिथुआनिया बॉर्डर पर इंतजार किया.
Trump के दूत ने पुतिन को दी थी सीक्रेट सलाह! यूक्रेन शांति योजना पर लीक कॉल से मचा बवाल
Ukraine Peace Plan: पिछले महीने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य प्रतिनिधि ने व्लादिमीर पुतिन के एक बड़े अधिकारी को सलाह दी कि पुतिन को अमेरिका के राष्ट्रपति को यूक्रेन शांति योजना कैसे बतानी चाहिए.
‘मैं ऐसी दवा बना रहा हूं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा।’ हैदराबाद के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन ने ये बात अपने भाई उमर फारूकी से कही थी। 13 नवंबर को गुजरात ATS ने मोइनुद्दीन के घर छापा मारा, तो पता चला अमीर बनाने वाली वो दवा खतरनाक केमिकल रिसिन है, जिसे आतंकी संगठन ISIS लोगों को मारने के लिए इस्तेमाल करता है। ATS के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, मोइनुद्दीन ISIS के टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है और देश में बड़े केमिकल अटैक की तैयारी कर रहा था। इसके लिए रिसिन नाम का केमिकल बना रहा था, जो अरंडी के बीज से निकलता है। ATS ने 8 नवंबर को गुजरात के बनासकांठा से मोइनुद्दीन के साथ यूपी के शामली में रहने वाले आजाद सुलेमान शेख और लखीमपुर खीरी के मोहम्मद सुहैल सलीम खान को पकड़ा था। दोनों की उम्र सिर्फ 20 और 23 साल है। मोइनुद्दीन ने चीन से मेडिकल की पढ़ाई की है। वो केमिकल एक्सपर्ट है। ATS के मुताबिक, आजाद सुलेमान और सुहैल बीते 7 महीनों में लखनऊ में RSS मुख्यालय, अहमदाबाद की नरोदा फल मंडी, दिल्ली की आजादपुर मंडी और हरिद्वार के मंदिरों की रेकी कर चुके थे। दोनों के पाकिस्तान में कॉन्टैक्ट मिले हैं। वे राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास ड्रोन से गिराए गए हथियार और पैसे जुटाकर मोइनुद्दीन तक पहुंचाते थे। रिसिन से अटैक के दुनिया में 40 मामले, भारत में पहली बार खुलासा ATS को 7 नवंबर का CCTV फुटेज मिला था, जिसमें डॉ. मोइनुद्दीन आजाद सुलेमान और मोहम्मद सुहैल के साथ अहमदाबाद के होटल ग्रैंड एम्बियंस से बाहर निकलता दिखा था। इसी फुटेज के आधार पर तीनों का कनेक्शन पता चला। टेरर मॉड्यूल का मास्टरमाइंड मोइनुद्दीन है। बताया जा रहा है कि वो अहमदाबाद हथियार लेने गया था, वहीं ATS ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस और गुजरात ATS को हैदराबाद में मोइनुद्दीन के फ्लैट से बक्सों में स्टोर किया मटेरियल मिला, जिससे रिसिन केमिकल बनाया जाना था। दुनिया भर में रिसिन का इस्तेमाल 1978 से लेकर 2025 तक 40 बड़ी साजिशों में हो चुका है। भारत में अब तक इसका कोई केस नहीं आया था। ये पहली बार है, जब इसे पकड़ा गया है। इस केमिकल वेपन का इस्तेमाल इस्लामिक स्टेट से जुड़े संगठन करते आए हैं। लिहाजा, सुरक्षा एजेंसियां ISIS से जुड़े ISKP और ISHP मॉड्यूल की भी जांच कर रही हैं। अब तीनों संदिग्ध आतंकियों के बारे में जान लीजिए डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन जनरल फिजिशियन है। वो हैदराबाद के राजेंद्रनगर में फोर्ट व्यू कॉलोनी के असद मंजिल अपार्टमेंट में रहता था। मोइनुद्दीन ने चीन से MBBS की पढ़ाई की थी। वो किसी हॉस्पिटल या क्लिनिक से नहीं जुड़ा है और मरीजों को इंटरनेट पर फ्री हेल्थ एडवाइस देता था। गुजरात ATS के सोर्स बताते हैं, ‘मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वो संदिग्ध आतंकी गिरोह का हिस्सा है और घातक बायो-केमिकल सब्सटेंस का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर केमिकल अटैक करने की फिराक में था। उसे अफगानिस्तान में रह रहे अबू खलेजा से निर्देश मिल रहे थे, जो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस से जुड़ा है।’ ‘ATS को मोइनुद्दीन और उसके हैंडलर की सोशल मीडिया पर की गई चैट और ChatGPT पर खतरनाक केमिकल बनाने के तरीके सर्च करने से जुड़े सबूत मिले हैं।’ जांच एजेंसी के मुताबिक, मोइनुद्दीन 2007 में MBBS करने चीन गया। 2012–13 में भारत लौटा और कुछ समय परिवार के साथ तेलंगाना के खम्मम में रहा। इसके बाद राजेंद्रनगर में रहने लगा। उसकी आखिरी लोकेशन अहमदाबाद में मिली थी। मोइनुद्दीन के भाई उमर फारूकी से उसके गुजरात जाने के बारे में पूछा गया, तो उसने बताया कि वो बिजनेस के सिलसिले में गया था। ATS के मुताबिक, मॉड्यूल में शामिल मोहम्मद सुहैल और आजाद सुलेमान ने मोइनुद्दीन को हथियारों से भरा बैग पहुंचाया था। एक पार्सल में डेढ़ लाख रुपए भी थे, जो पाकिस्तानी एजेंट के कहने पर भेजे गए थे। मोइनुद्दीन के भाई फारूकी ने पुलिस को बताया कि फ्लैट पर आने वाले पार्सल के बारे में पूछने पर मोइनुद्दीन कहता था कि वो ऐसी दवा बना रहा हैं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े सोर्स बताते हैं, ‘मॉड्यूल में शामिल आजाद सुलेमान शेख टेरर अटैक के मकसद से जम्मू-कश्मीर के बारामूला गया था। वहां उसे कोई टारगेट नहीं मिला, तो वो दिल्ली लौट आया। दिल्ली में रहते हुए उसने हरिद्वार जाकर बड़े मंदिरों की रेकी की थी। वहीं, सुहैल के घर से ISIS का लिटरेचर और झंडे मिले हैं। गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी कहते हैं, ‘8 नवंबर को ATS के SP के. सिद्धार्थ की टीम ने अहमदाबाद-मेहसाणा हाईवे पर अडालज टोल प्लाजा के पास से डॉ. मोइनुद्दीन को गिरफ्तार किया था। इसके बाद रिसिन अटैक की साजिश का खुलासा हुआ। इनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से लिंक मिले हैं।’ 'तीनों ने बताया कि वे कैस्टर ऑयल के जरिए रिसिन नाम का टॉक्सिन बना रहे थे। उन्होंने हमले का तरीका तय नहीं किया था। रिसिन तैयार हो जाता, तब हमले का प्लान बनाते। ATS अब इस मॉड्यूल के दूसरे सदस्यों को तलाश रही है। उसकी टीमें अब उन सभी जगहों पर जाएंगी, जहां मोइनुद्दीन, सुहैल और आजाद मिले थे। कुछ अधिकारियों को सबूत जुटाने के लिए लखीमपुर खीरी और शामली भी भेजा गया है।' जानलेवा रिसिन का कोई इलाज नहीं, हमलों में इस्तेमाल की हिस्ट्रीरिसिन की खोज 1888 में जर्मन वैज्ञानिक पीटर हर्मन स्टिलमार्क ने की थी। पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की सेना ने इसे हथियार के तौर पर आजमाया। इसे साइनाइड से भी ज्यादा घातक माना जाता है। आखिर ये कितना खतरनाक है, ये जानने के लिए हमने लखनऊ के केमिकल एक्सपर्ट आनंद अस्थाना से बात की। आनंद बताते हैं कि रिसिन एक तरह से पोटेंट टॉक्सिन यानी बहुत खतरनाक जहर है। इसे अरंडी के छोटे बीजों को रिफाइन करके तैयार किया जाता है। ये सफेद पाउडर होता है। इसे जितना ज्यादा महीन किया जाएगा, उतना ही खतरनाक बन जाता है। ये दो तरीके से तबाही मचा सकता है।पहला: अगर इलाके में डस्ट (महीन धूल) है और रिसिन के पाउडर को वहां फैला दिया जाए, तो ये उस एरिया में रहने वाली बड़ी आबादी पर असर कर सकता है। इसका असर तुरंत नहीं, लेकिन दो-तीन दिन में दिखने लगता है। केमिकल रिएक्शन होने से जान जा सकती है। दूसरा: रिसिन को पानी में मिलाकर या सिरिंज के जरिए इंजेक्ट करके घातक बनाया जा सकता है। ये पानी में आसानी से घुल सकता है। इंजेक्शन के जरिए तुरंत खून के संपर्क में आ जाता है। अगर इसे पानी के जरिए इनटेक किया गया है, तो कुछ घंटों बाद इसका असर दिखना शुरू हो जाता है। वहीं, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बॉटनी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर आरएन खरवार कहते हैं, ‘रिसिन की टॉक्सिसिटी साइनाइड से भी ज्यादा होती है। डॉ. मोइनुद्दीन के पास 3 किलो कैस्टर पल्प मिला है। अगर ये शुद्ध कैस्टर पल्प है, तो इससे 100 ग्राम से ज्यादा रिसिन बनाया जा सकता था। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी मात्रा में रिसिन का मिलना कितनी बड़ी आबादी को प्रभावित कर सकता था।’ अमेरिका, भारत और UN ने बैन लगायामनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने रिसिन को कैटेगरी B बायोटेररिज्म एजेंट के तौर पर क्लासिफाई किया है। यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल रेजोल्यूशन यानी UNSCR ने इस केमिकल पर बैन लगाया हुआ है। भारत के वेपंस ऑफ मॉस डिस्ट्रक्शन एक्ट-2005 में भी ऐसे किसी बॉयोटॉक्सिन के प्रोडक्शन या इसे जमा करने पर बैन लगाया गया है। इसके बावजूद रिसिन आसानी से मिल जाता है। इसे प्रोसेस करना भी आसान है। मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसिन टॉक्सिन का इस्तेमाल शीत युद्ध यानी कोल्ड वॉर में हुआ था। इसके अलावा अल-कायदा और ISIS जैसे आतंकी संगठन इसका इस्तेमाल करते आए हैं। हालांकि अब तक कोई भी आतंकवादी संगठन हथियार में इस्तेमाल होने लायक रिसिन बनाने में कामयाब नहीं हुआ है। पत्रकार की हत्या, ओबामा को भेजे रिसिन वाले लेटर रिसिन का पहला केस कोल्ड वॉर के दौरान 1978 में आया था। इसे रूस की खुफिया एजेंसी KGB ने अंजाम दिया था। रिसिन का इस्तेमाल एक मॉडिफाइड छाते में किया गया था। इसके जरिए बुल्गारिया के पत्रकार जॉर्जी मार्कोव की लंदन में हत्या कर दी गई थी। उसी साल पेरिस में भी एक हत्या में रिसिन का इस्तेमाल हुआ था। 1980 के दशक में इराक के बायोलॉजिकल वेपन प्रोग्राम में रिसन टॉक्सिन मिलने का दावा किया गया था। 2013 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और कुछ अधिकारियों को रिसिन वाले लेटर भेजे गए थे। हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था। 2018 में ISIS ने ट्यूनिशिया में इसे इस्तेमाल किया था। 2025 में जर्मनी में होम लैब में रिसिन बनाने की जानकारी मिली है। अब तक की जांच में दावा है कि हैदराबाद में गिरफ्तारी से पहले भारत में रिसिन से जुड़ी आतंकी साजिश का कोई केस नहीं आया है। आतंकी मॉड्यूल की जांच से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े ग्रुप जैसे ISKP और उसकी भारतीय सब-यूनिट इस्लामिक स्टेट-हिंद प्रोविंस काफी समय से ऐसे केमिकल या बायोलॉजिकल टेरर अटैक की फिराक में हैं। इसलिए ये केस काफी अहम हो गया है। ................................... आतंकी साजिश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें दिल्ली ब्लास्ट की साजिश का अड्डा अल-फलाह का रूम नंबर 13, 200 बम बनाने का प्लान डॉ. मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के दो दिन बाद 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 15 लोग मारे गए। इसमें फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों का नाम सामने आया था। इनमें से एक डॉ. उमर ब्लास्ट के वक्त कार में था। इस मॉड्यूल का प्लान 200 बम बनाकर देश भर में ब्लास्ट करने का था। पढ़ें पूरी खबर...
Vivek Ramaswamy Net Worth:भारतीय मूल के अमेरिकी नेता और बिजनेस मैन विवेक रामास्वामी की कुल संपत्ति में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. फोर्ब्स के अनुसार, बीते 9 महीनों में उनकी नेटवर्थ 80% बढ़कर 1.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई है.
जमीन के अंदर जाती सीढ़ियां, जहां छिपा बैठा था सबसे बड़ा राज, 103 साल पहले उठा था पर्दा
Tutankhamun Secrets:ब्रिटिश पुरातत्वविद् हावर्ड कार्टर ने मिस्र के युवा फराओ तुतनखामन की कब्र का मुख्य कक्ष पहली बार खोला और दुनिया को प्राचीन मिस्र की अनमोल विरासत से रूबरू कराया. कई वर्षों तक किंग्स की घाटी में खुदाई करने के बाद कार्टर लगभग हार मान चुके थे.
China-NASA Space Power:चीन ने मंगलवर को तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे अपने तीन एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाने के लिए खाली शेनझोउ-22 स्पेसक्राफ्ट भेजा. तीनों अंतरिक्षयात्रियों के आगे छह महीने का मिशन है. लेकिन अब तक उनके पास वापसी के लिए कोई स्पेसक्राफ्ट नहीं है.
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनिफाइड मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट), यानी सीपीएन-यूएमएल ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर भंग किए गए निचले सदन (प्रतिनिधि सभा) को फिर से बहाल करने की मांग की है
'बिलियनेयर ब्राइड' और 'टी टाइकूल' का मिलन, शादी से पहले इंटरनेट पर छाया ये चीनी कपल
Zhang Junjie Gao Haichun Wedding: चीनी कपल Zhang Junjie और Gao Haichun की शादी इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी हुई है. जानकारी के अनुसार दोनों शादी के बंधन में बंधने वाले हैं लेकिन सोशल मीडिया पर ये अपनी संपत्ति के कारण चर्चाओं में हैं.
सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाला देश कौन? कमाई से दोगुना ज्यादा है उधार; जानें भारत का नंबर..
Country with Highest Debt: हाल ही में आए 'वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक' के अनुसार 2025 में सरकारी कर्ज रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है. यह दुनिया की इकोनॉमी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि किस देश पर सबसे ज्यादा सरकारी कर्ज हैं?
1 साल में 13 महीने वाला अनोखा देश! यहां दोपहर में उगता है सूरज; 3000 साल से भी पूराना है इतिहास
Ethiopia volcano eruption: इथियोपिया के अफार क्षेत्र में 10,000 साल बाद हुए ज्वालामुखी विस्फोट की राख हवाओं के साथ भारत तक पहुंच गई, जिससे कई देशों में असर देखने को मिला है. आज इथियोपिया के बारे में कुछ खास चीजे बताएंगे.
अफगानिस्तान में तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तानी सेना द्वारा अफगान हवाई क्षेत्र का उल्लंघन कर किए गए हवाई हमलों की कड़ी निंदा की है
बांग्लादेश: महिलाओं के लिए 'नर्क' बना बांग्लादेश? 9 महीने में 663 रेप केस दर्ज
Rape case:पिछले 10 महीनों में महिला विरोधी दुष्प्रचार जिस तेजी से बढ़ा है उसी अनुपात में महिलाओं के साथ बलात्कार जैसे जघन्य अपराध के मामलों में भारी इजाफा हुआ है. ये आंकड़े न सिर्फ डराते हैं बल्कि अंतरिम सरकार के आका मोहम्मद यूनुस की नाकामियों की चीख-चीखकर गवाही दे रहे हैं.
भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की विदाई; भूटान में पारंपरिक प्रेयर के साथ आयोजित हुआ समारोह
Bhutan News: भारत देश सहित दुनिया भर के लोगों की भगवान बुद्ध के प्रति आस्था है. भूटान में पारंपरिक प्रार्थना और समारोह के साथ थिम्पू के ग्रैंड कुएनरे हॉल में रखे भारत से लाए गए भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को विदाई दी गई.
अमेरिका और रूस के बीच अबू धाबी में सीक्रेट मीटिंग का दावा, यूक्रेन-रूस संघर्ष को खत्म करने की कोशिश
अमेरिका और रूस के बीच अबू धाबी में सीक्रेट मीटिंग का दावा किया जा रहा है। यूक्रेन युद्ध को लेकर संभावित शांति प्रयासों को नई उम्मीद तो मिली ही है लेकिन साथ ही कई सवाल भी खड़े हो गए हैं
चीन बना रहा 78,000 टन का तैरता हुआ आइलैंड, इस खास Panel की वजह से झेल जाता है न्यूक्लियर ब्लास्ट
Worlds First Nuclear Blast Proof: चीन दुनिया का पहला ऐसा तैरता हुआ आर्टिफिशियल द्वीप बना रहा है, जो न्यूक्लियर धमाकों तक को झेलने में सक्षम होगा. यह एक बड़ा और मोबाइल वैज्ञानिक प्लेटफॉर्म होगा, जिस पर लोग कई महीनों तक बिना सप्लाई के रहने में सक्षम होगा.
Most brutal death in history: इतिहास की सबसे दर्दनाक मौतों में से एक जॉर्जी डोज्सा की मौत थी. वह हंगरी में 1514 के किसान विद्रोह के नेता थे. सामंतों ने उनसे बदला लेने के लिए उन्हें लोहे के गर्म सिंहासन पर बिठाया और सिर पर गर्म मुकुट रखा. उन्हें जिंदा जलाने से पहले, उनके सहयोगियों का मांस खाने के लिए भी मजबूर किया गया. यह क्रूरता की हद थी.
ट्रंप-जिनपिंग की फोन पर हुई बातचीत, अमेरिकी राष्ट्रपति अगले साल अप्रैल में करेंगे चीन का दौरा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर अप्रैल में चीन जाएंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में इस दौरे की घोषणा की। इससे पहले दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत को ट्रंप ने बहुत अच्छी बताया
Super Magnet Fusion Energy: ब्रिटेन की कंपनी Tokamak Energy ने दुनिया का पहला सुपर मैग्नेट बना लिया है, जसके मदद से अनलिमिटेड बिजली बनाई जा सकती है.
बांग्लादेशी नागरिकों ने 'ईशनिंदा' के आरोपों से जुड़े हमलों को तुरंत रोकने की मांग की
सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिकों ने कथित 'ईशनिंदा' की आड़ में देश भर में हो रहे बड़े पैमाने पर हमलों, मुकदमों, गिरफ्तारियों और भीड़ के हमलों को तुरंत रोकने की मांग की है। लोकल मीडिया ने यह जानकारी दी
नहीं बाज आ रहा है पाकिस्तान; अफगानों पर जमकर बरसाई गोलियां, हमले में 9 बच्चों की मौत
Afghanistan News: पाकिस्तान ने एक बार फिर अफगानिस्तान पर हमला किया है. इस हमले में 9 बच्चे सहित 10 लोगों की मौत हो गई है. इस हमले के बाद सीमा पर दुश्मनी बढ़ने की चिंता फिर से बढ़ गई है.
Borealopelta Dinosaur mummy: कनाडा में 110 मिलियन साल पुराना डायनासोर Borealopelta खोजा गया है , जिसकी त्वचा, कवच और रंग पैटर्न अब भी सुरक्षित हैं.
'इन्हें मार डालो...', खालिस्तानी समर्थकों ने फिर की शर्मनाक हरकत, अब इस देश में हुआ तिरंगे का अपमान
Ottawa News: ओटावा में खालिस्तानी समर्थकों का उत्पात देखने को मिला है. यहां पर कड़ाके की ठंड और बर्फबारी के बीच अनऑफिशियल ‘खालिस्तान रेफरेंडम’ में भारतीय झंडे का अपमान किया गया.
कैंसर से लड़ रहे तमाम लोग सोनाली बेंद्रे को आइडल मानते हैं. लेकिन अब वो अपनी बीमारी को लेकर ही कंट्रोवर्सी में आ गई हैं. डॉक्टर्स उन पर भड़के हुए हैं,क्या है पूरा मामला पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
4 नवंबर 2025…भारत से सिखों का जत्था प्रकाश पर्व मनाने के लिए पाकिस्तान गया। जत्थे में 1923 यात्री थे। ये अटारी-बाघा बॉर्डर से पाकिस्तान में दाखिल हुए। यात्रा सिर्फ 10 दिनों की थी। 13 नवंबर को सभी को पाकिस्तान से लौटना था लेकिन सिर्फ 1922 लोग ही लौटे। जब इमिग्रेशन एग्जिट रिकॉर्ड्स चेक किए गए तो जत्थे से एक यात्री गायब मिला। वो 48 साल की सरबजीत कौर थीं। वो पंजाब के कपूरथला की रहने वाली हैं। गुमशुदगी का पता चलते ही भारतीय जांच एजेंसियों ने सरबजीत के पुराने रिकॉर्ड्स और बैकग्राउंड खंगालने शुरू किए। उनकी गुमशुदगी की वजह पता लगानी थी। तभी पाकिस्तान से खबर आई कि सरबजीत ने लाहौर के पास शेखपुरा के रहने वाले नासिर हुसैन के साथ शादी कर ली है। एक वीडियो में सरबजीत का कबूलनामा भी आया। जिसमें उन्होंने कहा है कि वो नासिर को 9 साल से जानती है। उन्होंने इस्लाम कबूल कर उससे निकाह कर लिया है। उनका नया नाम नूर हुसैन है। पाकिस्तान पुलिस को शक है कि सरबजीत कहीं जासूस या खुफिया एजेंट तो नहीं। इससे पहले 2023 में पाकिस्तान की सीमा हैदर अपने प्यार के लिए चार बच्चों के साथ अवैध रास्ते से भारत आ गई थीं। उसने धर्म बदलकर ग्रेटर नोएडा के रहने वाले सचिन मीणा से शादी रचाई और तब से भारत में ही रह रही हैं। अब सवाल ये है कि क्या सरबजीत का तीर्थ यात्रा के बहाने पाकिस्तान जाना एक सोचा-समझा प्लान था, उसकी नासिर से कब और कैसे पहचान हुई। पाकिस्तान तक पहुंचने में उसकी किसने मदद की। दैनिक भास्कर ने सरबजीत के गांववालों से बात की। साथ ही पाकिस्तानी जर्नलिस्ट, नासिर के गांववालों और वकील से बात कर मामला समझा। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… मां पाकिस्तान गई, अब दोनों बेटों से पूछताछ कर रही पुलिससबसे पहले हमने पंजाब के अमानीपुर गांव में सरबजीत के परिवार और गांववालों से बात की। उनके पहले पति करीब दो दशक पहले कामकाज के सिलसिले में कनाडा गए और वहीं बस गए। सरबजीत के दो बेटे हैं। पति से तलाक के बाद वो दोनों के साथ कुछ वक्त मुक्तसर साहिब में रही। फिर दोनों कपूरथला के अमानीपुर में अपने दादा-दादी के पास पले-बढ़े। अब दोनों की शादी हो गई है और दोनों के एक-एक बेटी भी है। हमने सरबजीत के बेटों से बात करने की कोशिश की लेकिन वो मीडिया से बात नहीं करना चाहते हैं। वो अपनी मां को लेकर हो रही खबरों से परेशान है। पंजाब पुलिस में हमारे सोर्स ने बताया कि जब सरबजीत के पाकिस्तान में शादी करने की खबर आई, तब से पुलिस आए दिन उसके दोनों बेटों से सरबजीत को लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सरबजीत कितने सालों से पाकिस्तानी शख्स से संपर्क में थी। उसने वहां जाकर शादी करने का फैसला कब किया। वहीं अमानीपुर गांव के सरपंच अर्जन सिंह बताते हैं, ‘मैंने पिछले 20 सालों में कभी भी सरबजीत के पति को नहीं देखा। पहले इनके दोनों बच्चों के कुछ विवाद के मामले सामने आए थे, लेकिन हाल के कुछ सालों में सब बेहतर चल रहा था।’ गांववालों से बैकग्राउंड पता सरबजीत को भेजा था पाकिस्तान पाकिस्तान से जत्थे के लौटने के बाद जब सरबजीत की गैरमौजूदगी का पता चला। तब ही जत्था प्रमुख बीबी गुरिंदर कौर ने सुल्तानपुर लोधी की SGPC सदस्य बीबी गुरप्रीत कौर रूही को खबर दी थी। गुरप्रीत कौर ने ही सरबजीत की यात्रा की सिफारिश की थी। गुरुप्रीत कौर ने बताया, ‘सरबजीत ने अपना पासपोर्ट गुरुद्वारे में जमा कराया था और उनका वीजा तय प्रक्रिया के तहत ही हुआ था। हमारे पास जो श्रद्धालु जा रहे हैं, उनकी कोई वेरिफिकेशन प्रोसेस तो नहीं है। हम गांव वालों से ही पूछकर उनका बैकग्राउंड पता करते हैं।’ ‘जब हमें पता चला कि जत्थे से सरबजीत कौर मिसिंग हैं। तो अगले दिन मैंने सुबह सरबजीत के गांव अमानीपुर जाकर चेक किया। हमने गांव के सरपंच अर्जन सिंह के घर जाकर भी तफ्तीश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हम सरबजीत के घर पहुंचे। उनके बेटों को उनकी गुमशुदगी के बारे में बताया।‘ इस घटना के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने तय किया है कि अब से वो अकेली या तलाकशुदा महिला को पाकिस्तान जत्थेदारी के लिए जाने की इजाजत नहीं देगी। सरबजीत का कबूलनामा- नासिर से प्यार, सोच-समझकर शादी कीपाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, सरबजीत कौर ने 4 नवंबर को पाकिस्तान पहुंचने के बाद शेखपुरा के रहने वाले नासिर हुसैन से संपर्क किया। फिर शेखपुरा की मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश होकर गवाही भी दी कि उसने नासिर के साथ अपनी मर्जी से शादी की है और इस्लाम कुबूल कर लिया है। इसके लिए उस पर कोई दबाव नहीं बनाया गया। पाकिस्तान के कोर्ट रिकॉर्ड्स के मुताबिक, इस्लाम स्वीकार करने के बाद सरबजीत ने अपना नाम नूर रख लिया है। दोनों की शादी का 18 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया और पाकिस्तानी मीडिया चैनलों पर आया। इसमें भी सरबजीत ये सारी बातें स्वीकार करती नजर आ रही है। वीडियो में सरबजीत कह रही हैं, ‘मैं नासिर से प्यार करती हूं और उन्हें पिछले 9 साल से जानती हूं। मैं तलाकशुदा हूं और उनसे सोच-समझकर शादी कर रही हूं।’ नासिर हुसैन, पाकिस्तान के पंजाब के शेखपुरा जिले में हाल मुकीन गांव का रहने वाला है। वो मजदूरी करता था और कामकाज के लिए सऊदी अरब रहकर आया है। गांव में उसका एक छोटा सा घर है। गांव के लोग बताते हैं कि उन्हें भी शादी की खबर सोशल मीडिया और अखबारों से ही पता चली। गांववालों का मानना है कि नासिर ने सिख जत्थे के साथ आई महिला से शादी करके गलत काम किया। जब से ये सब हुआ है, तब से गांव और आस-पास के लोग परेशान हैं। गांव में पुलिस का आना जाना लगा हुआ है। नासिर का परिवार कहां है। इस पर उन्होंने बताया कि शादी की खबर के बाद से ही घर पर ताला हुआ है और परिवार गांव से गायब है। पुलिस गांव में आई थी और नासिर के घर का दरवाजा तोड़कर तलाशी भी ली। गांववालों ने बताया कि नासिर की प्रेम कहानी करीब 8 साल पुरानी है। उसकी पहली बीवी गांव में उसके साथ ही रहती थी। उससे नासिर के तीन बच्चे हैं। नासिर के बेटे ने अपने दोस्त को बताया भी था कि उसके अब्बू की शादी की बात चल रही है। वकील बोले- कानूनी मदद के लिए पहले ही फीस भर गया था नासिर इसके बाद हमने सरबजीत और नासिर की शादी कराने वाले पाकिस्तानी वकील अहमद हसन पाशा से बात की। वो बताते हैं, ‘नासिर मेरे पास निकाह से कुछ दिन पहले आया था। तब उसने बताया था कि दूसरे मुल्क में उसकी एक दोस्त है, जिसे पाकिस्तान में लीगल असिस्टेंस दिलवाना है। मैंने उसे अपनी फीस बताई और तभी वो फीस की रकम भी दे गया था। मैंने उसे लीगल असिस्टेंस में लगने वाले डॉक्यूमेंट्स बताए और सभी इकट्ठा करने के लिए कहा।‘ पाशा ने आगे बताया, ‘इसके बाद नासिर सीधे 5 नवंबर को सरबजीत कौर को लेकर मेरे चैंबर में पहुंचा। सरबजीत को मुझसे मिलवाते हुए उसने बताया कि वो भारत से आई है। इसके बाद हमारी लीगल असिस्टेंस के लिए बातचीत हुई। नासिर ने ये भी बताया कि दोनों की सोशल मीडिया की जरिए जान-पहचान हुई और एक-दूसरे को 9 साल से जानते हैं। दोनों शादी करना चाहते हैं।‘ वकील ने आगे बताया, ‘मुझे क्लाइंट की पाकिस्तानी लॉ के मुताबिक कानूनी मदद करनी थी। मैंने नासिर से सरबजीत के बारे में कुछ जरूरी बातें पूछीं और डॉक्यूमेंट्स मांगे, जो केस बनाने के लिए जरूरी थे।‘ पाकिस्तान में सरबजीत शेखपुरा तक कैसे पहुंची? इसके जवाब में पाशा कहते हैं, ‘एक दिन पहले 4 नवंबर को ही भारत से सिख यात्रियों का जत्था पाकिस्तान पहुंचा था। सरबजीत उसी में आई थी। मुमकिन है कि सिख यात्रियों का समूह जब ननकाना साहिब पहुंचा तो उसी बीच सरबजीत जत्थे से निकलकर नासिर से मिली हो।‘ पाकिस्तान पुलिस को शक, सरबजीत कहीं जासूस तो नहींपाकिस्तान की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सरबजीत के शादी की जानकारी मिलने के बाद से एक्टिव हैं। सोर्स के मुताबिक, पुलिस को शक है कि सरबजीत कहीं पाकिस्तान में भारतीय जासूस बनकर तो नहीं पहुंची है। इस दौरान पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी भी की, जिसकी वजह से प्रेमी जोड़े को परेशान भी होना पड़ा। हमने इसे लेकर पाकिस्तान के शेखपुरा के एक जर्नलिस्ट से भी बात की। वो भी शादी की बात पर मुहर लगाते हैं। नाम ना छापने की शर्त पर वे बताते हैं, ‘मैंने नासिर और सरबजीत की शादी कराने वाले और कोर्ट में अर्जी लगाने वाले वकील से बात की। साथ ही पाकिस्तान की पंजाब पुलिस के अफसरों से भी बात की है। सरबजीत कौर उर्फ नूर हुसैन ने ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट शहबाज हसन राणा के सामने कहा है कि वो पति नासिर हुसैन के साथ रहना चाहती हैं।’ शुरू में पुलिस को सरबजीत के भारत का जासूस होने का शक था। इस आधार पर पड़ताल भी की गई। पुलिस की पड़ताल और छापेमारी से परेशान होकर कपल हाईकोर्ट चला गया। पुलिस से परेशान होकर लाहौर हाईकोर्ट पहुंचा कपलपाकिस्तान की पंजाब पुलिस लगातार सरबजीत और नासिर को तलाश रही है। फिलहाल दोनों लापता हैं। 18 नवंबर को कपल ने पाकिस्तान की लाहौर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। दोनों ने शिकायत की कि पुलिस शादी करने की वजह से कपल को परेशान कर रही है। पुलिस ने उन पर शादी तोड़ने का दबाव भी बनाया। साथ ही दोनों को ढूंढने के लिए शेखपुरा के फर्रुखाबाद में गैरकानूनी रूप से छापेमारी भी की। जोड़े ने कोर्ट में जो याचिका दायर की थी, उसमें सरबजीत कौर ने लिखा- ‘मेरे शौहर पाकिस्तानी शहरी (नागरिक) हैं और मैंने पाकिस्तान की नागरिकता हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों से संपर्क किया है।‘ इसके बाद लाहौर हाईकोर्ट के जस्टिस फारुक हैदर ने पुलिस को आदेश दिया कि इस शादीशुदा जोड़े को परेशान ना किया जाए।.................ये खबर भी पढ़ें... सऊदी में ड्राइवर की नौकरी देकर कचरा उठवाया-बकरी चरवाई 59 साल की सूरजकली बेटे राजीव की फोटो देखकर भावुक हो जाती हैं। राजीव मई 2023 में सऊदी अरब में ड्राइवर की नौकरी करने गए थे, लेकिन वहां वो कफाला सिस्टम का शिकार हो गए। उन पर धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ। वे रियाद में 3 साल कैद की सजा काट रहे। उन पर 18 लाख रुपए जुर्माना भी लगा है। ये कहानी सिर्फ राजीव की ही नहीं है। सऊदी में कफाला सिस्टम के शिकार बन चुके तमाम भारतीयों की है। पढ़िए पूरी खबर..
DNA: पाकिस्तान जहां टीटीपी के आत्मघाती हमलों से जूझ रहा है और उसके सुरक्षा ठिकाने लगातार निशाने पर हैं, वहीं दूसरी ओर इजरायल अपने दुश्मनों को दुनिया के किसी भी कोने में ढूंढकर खत्म करने की अपनी रणनीति पर सफलतापूर्वक अमल कर रहा है. इसी सिलसिले में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के सबसे बड़े सैन्य कमांडर को ढेर कर दिया.
US में अवैध प्रवासियों पर बड़ा एक्शन! ICE ने 65,000 लोगों को डिटेन किया; मचा हड़कंप
ICE ने दावा किया है कि मौजूदा ट्रंप सरकार के पहले सौ दिनों में उसने 65,000 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं. इनमें गैंग एक्टिविटी से जुड़े 2,200 से ज्यादा लोग शामिल हैं.
Bangladesh: अपराधी बेलगाम, पुलिस बेबस! चुनाव से पहले बांग्लादेश में मचा हाहाकार
Bangladesh general elections 2026: बांग्लादेशी मीडिया में आपराधिक आंकड़ों का हवाला दिया जा रहा है. जिसमें आम चुनाव से पहले बांग्लादेश में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ने की बात कही जा रही है, लेकिन पुलिस इस आंकड़ों को शेख हसीना की सरकार के मुकाबले ज्यादा अच्छा बता रही है. इतना ही नहीं बांग्लादेश की पुलिस देश में लॉ एंड ऑर्डर में देखी जा रही गिरावट को भी अनदेखा कर रही है.
Flight Diverted : इंडिगो की उड़ान 6E 1433, जो कन्नूर से अबू धाबी जा रही थी, को सोमवार को इथियोपिया के अफार क्षेत्र में हुए भीषण ज्वालामुखी विस्फोट के बाद बने राख के विशाल बादलों की वजह से रास्ता बदलना पड़ा. विमान को सुरक्षा कारणों से अहमदाबाद हवाई अड्डे की ओर डायवर्ट किया गया.
Airport Accidents:जर्मनी के सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि गेट नंबर B70 बंद हो चुका था. लेकिन देर से आए इन यात्रियों ने 9 बजकर 33 मिनट पर इमरजेंसी अलार्म का शीशा तोड़ दिया और टारमैक का दरवाजा खोलने के लिए एक बटन दबाया.
जापान ने चीन की चौखट पर तैनात की मिसाइल, भड़का ड्रैगन; कहा- यह तनाव बढ़ाने की कोशिश
China- Japan Tention: जापान के रक्षा मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी ने योनागुनी बेस के अपने पहले दौरे के दौरान कहा कि टोक्यो अपने दक्षिण-पश्चिमी द्वीपों की बड़ी किलेबंदी के हिस्से के तौर पर टाइप 03 मीडियम-रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइलों की तैनाती धीरे-धीरे कर रहा है.
FBI chief: काश पटेल की 27 वर्षीय गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस एक कंट्री सिंगर हैं. उनके एक प्रोग्राम के लिए काश ने एफबीआई स्वाट टीम के दो सदस्यों को सुरक्षा में तैनात किया था लेकिन वो उसे कार्यक्रम में सुरक्षित पाने के बाद अपनी जगह से हट गए.
Canada Citizenship Laws:यह नियम विदेश में पैदा हुए कई कनाडाई नागरिकों को अपने उन बच्चों को नागरिकता देने से रोकता था जो विदेश में पैदा हुए थे. बिल C-3 नागरिकता एक्ट (2025) में बदलाव करने वाले इस एक्ट को पिछले हफ्ते शाही मंजूरी मिल गई, जिससे हजारों भारतीय मूल के परिवारों को राहत मिली है.
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया इन दिनों बीमार चल रही हैं। बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खालिदा जिया के हार्ट और फेफड़ों में इन्फेक्शन हो गया है। एवरकेयर हॉस्पिटल में फिलहाल उनका इलाज किया जा रहा है
ट्रोलर्स को काश पटेल की गर्लफ्रेंड ने दिखाया आईना; एक स्क्रीनशॉट शेयर करके कह दी सारी बात
Kash Patet: काश पटेल की सिंगर गर्ल फ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस ने सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है. उन्होंने इस स्क्रीनशॉट के जरिए ट्रोल करने वालों को कड़ा जवाब दिया है.
ऑस्ट्रेलिया के बाद मलेशिया भी बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगाने की तैयारी कर रहा है। मलेशिया अगले साल से 16 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगा सकता है
G20: दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी में पहली बार हुआ जी20 शिखर सम्मेलन तमाम विवादों के बीच संपन्न हो गया. एक डेलिगेशन लेवल की मीटिंग में राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा (Cyril Ramaphosa) ने जी-20 नेताओं की शिखर वार्ता की मेजबानी में सहयोग के लिए भारत का आभार प्रकट किया.
जोहान्सबर्ग, 23 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है।
पाकिस्तान में हुआ धमाका , पेशावर में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर में हमले के बाद हुई गोलीबारी
पाकिस्तान सुबह-सुबह धमाकों की आवाज से दहल उठा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर पर हमला हो गया है

