समृद्धि की राह दिखा रही योगी सरकार की 'नंदिनी कृषक समृद्धि योजना'
- स्वदेशी उन्नत नस्ल के 25 गोवंश से डेयरी लगाने पर परियोजना लागत का मिलता है 50 प्रतिशत अनुदान - कृषक एवं पशुपालक इंदु सिंह के जीवन में समृद्धि की राह दिखा रही योजना - 25 साहीवाल गाय खरीदकर इंदु चला रहीं डेयरी, 200 लीटर रोज दूध उत्पादन - जल्द ही दुग्ध प्रसंस्करण का कार्य भी शुरू करेंगी इंदु सिंह Chief Minister Yogi Adityanath : योगी सरकार की नंदिनी कृषक समृद्धि योजना गोसंवर्धन के साथ इसके लाभार्थी कृषक-पशुपालक को समृद्धि की राह दिखा रही है। पिपराइच ब्लॉक के बहरामपुर की इंदु सिंह ने इस योजना से जुड़कर सफलता की नई कहानी लिख दी है। पहले से पशुपालन से जुड़ी इंदु, योगी सरकार से 50 फीसदी अनुदान प्राप्त कर साहीवाल नस्ल की 25 गायों की डेयरी संचालित कर रही हैं। यहां रोज 200 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है तो कीमत भी सौ रुपए प्रति लीटर मिल रही है। इंदु जल्द ही दुग्ध प्रसंस्करण का कार्य भी शुरू करने वाली हैं। नंदिनी कृषक समृद्धि योजना, गोसंरक्षण और गोसंवर्धन सरकार के प्रयासों के तहत नंद बाबा मिशन का ही हिस्सा है। इस योजना में 25 स्वदेशी उन्नत नस्ल (गिर, साहीवाल, थारपारकर, गंगातीरी) के गोवंश क्रय कर डेयरी यूनिट लगाने पर सरकार परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अनुदान देती है। इस योजना से जुड़कर पिपराइच ब्लॉक के बहरामपुर की प्रगतिशील पशुपालक इंदु सिंह ने गोसंवर्धन के साथ आय वृद्धि की नजीर पेश की है। ई लॉटरी से वित्तीय वर्ष 2023-24 में नंदिनी कृषक समृद्धि योजना की लाभार्थी बनीं इंदु ने 25 साहीवाल गोवंश क्रय कर डेयरी खोली। इस परियोजना पर 62.55 लाख रुपए की लागत आई। उन्हें योजना व्यय पर सरकार 50 प्रतिशत सब्सिडी (31.25 लाख रुपए) दे रही है। इसमें आधी धनराशि उन्हें मिल गई है और शेष भी जल्द मिल जाएगी। सरकार के सहयोग से लागत आधी रह गई। साहीवाल नस्ल की गायों की इस डेयरी में प्रतिदिन करीब 200 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। उन्नत साहीवाल नस्ल की गाय का दूध होने से यह 100 रुपए लीटर की दर से बिक जाता है। इंदु सिंह बताती हैं कि आय तो अच्छी हो ही रही है, उन्हें इस बात की भी खुशी है कि डेयरी से चार लोगों को रोजगार भी मिल गया है, गोसेवा का सुख बोनस जैसा है। ALSO READ: योगी सरकार झांसी में 16 दिसंबर को कराएगी 'पिंक जॉब फेयर' का आयोजन गोरखपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र पांडेय बताते हैं कि नंदिनी कृषक समृद्धि योजना से स्थापित डेयरी में कृत्रिम गर्भाधान सेक्स सॉर्टेड सीमेन से किया जाता है। इससे केवल बछिया पैदा होंगी जिससे आय में और वृद्धि होना तय है। ALSO READ: नशे के सौदागरों की खैर नहीं, योगी सरकार ANTF को करेगी और मजबूत कृषक समृद्धि योजना के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए डेयरी संचालक इंदु सिंह का कहना है कि वह आने वाले समय में वह डेयरी में उत्पादित दूध से दूध प्रसंस्करण का कार्य भी शुरू करेगी। यानी उनकी यूनिट में पनीर, खोया, मक्खन भी बनेगा। इसके साथ ही गोबर और गोमूत्र के उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण लेकर इस दिशा में भी कार्य करेंगी। उनकी मंशा डेयरी को अन्य पशुपालकों के लिए मॉडल डेयरी बनाने की है। Edited By : Chetan Gour
Under 19 एशिया कप में भारत ने पाकिस्तान को 90 रनों से रौंदा
INDvsPAK भारत ने ऑलराउंडर कनिष्क चौहान और तेज गेंदबाज दीपेश देवेंद्रन की अगुवाई में अनुशासित गेंदबाजी की बदौलत रविवार को यहां अंडर-19 एशिया कप के ग्रुप ए मैच में पाकिस्तान को 90 रन से करारी शिकस्त दी। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 46.1 ओवर में 240 रन का स्कोर खड़ा किया जिसमें आरोन जॉर्ज ने 85 रन बनाए। उनके अलावा कप्तान आयुष म्हात्रे (38) और चौहान (46) ने भी उपयोगी योगदान दिया।इसके बाद 241 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम शुरुआती झटकों से नहीं उबर पाई और 41.2 ओवर में 150 रन पर ऑल आउट हो गई। भारत ने तेज शुरुआत की जिसमें कप्तान म्हात्रे ने 25 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाए। लेकिन मोहम्मद सैयाम ने पहले 10 ओवर के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट कर दिया। इसके बाद जॉर्ज ने पारी को संभाला। वह लगातार गैप ढूंढकर रन जुटाते रहे जिससे बीच के ओवरों में उन्होंने स्थिरता बनाए रखी। चौहान ने आखिरी ओवरों में तेज बल्लेबाजी जिसमें तीन छक्के शामिल थे और भारत को नियमित अंतराल पर विकेट गिरने के बावजूद 230 रन के पार पहुंचाने में मदद की। पाकिस्तान के लिए सैयाम ने 67 रन देकर और अब्दुल सुभान ने 42 रन देकर तीन तीन विकेट झटके जबकि निकाब शफीक ने दो विकेट लिए। Boys in Blue get the job done with ease Watch #DPWorldMensU19AsiaCup2025 from Dec 12 to Dec 21, LIVE on Sony Sports Network TV channels & Sony LIV. #SonySportsNetwork #SonyLIV pic.twitter.com/8SLc8Mf99C — Sony Sports Network (@SonySportsNetwk) December 14, 2025 पाकिस्तान की पारी की शुरुआत खराब रही। उसके 30 रन के स्कोर पर चार विकेट गिर गए जिसमें देवेंद्रन ने शुरुआती स्पैल में तीन विकेट लिए। कप्तान फरहान यूसुफ (23) और हुजैफा अहसान ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन चौहान की धारदार ऑफ-स्पिन ने इस साझेदारी को तोड़ दिया। अहसान पाकिस्तान के लिए 83 गेंद में 70 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे लेकिन दूसरे छोर से उन्हें कोई साथ नहीं मिला। चौहान ने 33 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि देवेंद्रन ने 16 रन देकर तीन विकेट हासिल किए जिससे भारत ने मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी और ग्रुप ए के इस महत्वपूर्ण मुकाबले में शानदार जीत दर्ज की। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने टॉस के समय और मैच के बाद एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलाया जिससे हाल में खत्म हुए एशिया कप 2025 के दौरान भारतीय पुरुष टीम द्वारा अपनाए गए ‘नो-हैंडशेक’ का प्रोटोकॉल जारी रहा। इस टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी से विजेता ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था।
गलत आदमी के लिए मेरे क्षेत्र में कोई जगह नहीं ऐसे आदमी को यहां से जाना ही पड़ेगा : भागीरथ चौधरी
आरोपी को तुरन्त हटाने के लिए सीएमएचओ को निर्देश दिए मदनगंज-किशनगढ़। राजकीय यज्ञ नारायण जिला चिकित्सालय किशनगढ़ में चल रहे डॉक्टर नरेंद्र चौधरी प्रकरण में केंद्रीय राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि ऐसे खतरनाक व्यक्ति के लिए मेरे क्षेत्र में कोई जगह नहीं है,ऐसे आदमी को मेरे क्षेत्र से बाहर जाना ही पड़ेगा। चौधरी […] The post गलत आदमी के लिए मेरे क्षेत्र में कोई जगह नहीं ऐसे आदमी को यहां से जाना ही पड़ेगा : भागीरथ चौधरी appeared first on Sabguru News .
15 December Birthday: आपको 15 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!
15 December Janmdin: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 15 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: बुध गोचर: 3 राशियों के लिए किस्मत चमकाएगा ग्रहों का राजकुमार आपका जन्मदिन: 15 दिसंबर दिनांक 15 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 6 होगा। आपमें गजब का आत्मविश्वास है। इसी आत्मविश्वास के कारण आप किसी भी परिस्थिति में डगमगाते नहीं है। आपको सुगंध का शौक होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति आकर्षक, विनोदी, कलाप्रेमी होते हैं। आप अपनी महत्वाकांक्षा के प्रति गंभीर होते हैं। 6 मूलांक शुक्र ग्रह द्वारा संचालित होता है। अत: शुक्र से प्रभावित बुराई भी आपमें पाई जा सकती है। जैसे स्त्री जाति के प्रति आपमें सहज झुकाव होगा। अगर आप स्त्री हैं तो पुरुषों के प्रति आपकी दिलचस्पी होगी। लेकिन आप दिल के बुरे नहीं है। आपके लिए खास शुभ दिनांक : 6, 15, 24 शुभ अंक : 6, 15, 24, 33, 42, 51, 69, 78 शुभ वर्ष : 2026 ईष्टदेव : मां सरस्वती, महालक्ष्मी शुभ रंग : क्रीम, सफेद, लाल, बैंगनी आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल करियर: नौकरीपेशा व्यक्ति अपने परिश्रम के बल पर उन्नति के हकदार होंगे। आर्थिक मामलों में सभंलकर चलना होगा। व्यापार-व्यवसाय में भी सफलता रहेगी। परिवार: दाम्पत्य जीवन में मिली जुली स्थिति रहेगी। विवाह के योग भी बनेंगे। स्त्री पक्ष का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। शिक्षा: लेखन संबंधी मामलों के लिए उत्तम होती है। बैक परीक्षाओं में भी सफलता अर्जित करेंगे। जो विद्यार्थी सीए की परीक्षा देंगे उनके लिए शुभ रहेगा। आज के दिन जन्में कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति गीता फोगाट (Geeta Phogat): भारतीय महिला पहलवान। रेखा आर्य (Rekha Arya): भारतीय जनता पार्टी की सदस्य, राजनीतिज्ञ और उत्तराखंड सरकार की महिला एवं बाल कल्याण की वर्तमान कैबिनेट मंत्री। उषा मंगेशकर (Usha Mangeshkar): हिंदी, मराठी, मणिपुरी, बंगाली, कन्नड़, नेपाली, भोजपुरी, गुजराती, उड़िया और असमिया गाने रिकॉर्ड करने वाली भारतीय गायिका। किए हैं। लेखराज खूबचंद कृपलानी (Lekhraj Khubchand Kripalani): दादा लेखराज के नाम से जाने जाने वाले तथा ब्रह्मा कुमारीज़ के संस्थापक। आपको इस खास दिन पर जीवन की सभी खुशियां मिलें। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ALSO READ: Jagannath puri video: जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर पक्षियों का झुंड, हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना?
Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 15 दिसंबर, 2025: सोमवार का पंचांग और शुभ समय
आज आपका दिन मंगलमय हो! 15 December 2025 Today Shubh Muhurat : क्या आप आज कोई नया काम शुरू करने की सोच रहे हैं? या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं? ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही मुहूर्त में करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। 'वेबदुनिया' आपके लिए लेकर आया है 15 दिसंबर, 2025 का विशेष पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त। ALSO READ: Jagannath puri video: जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर पक्षियों का झुंड, हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना? आइए जानें आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है। पंचांग:15 दिसंबर, 2025, सोमवार आज की मुख्य जानकारी: शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-कृष्ण ऋतु-हेमन्त वार-सोमवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन करण (सूर्योदयकालीन)-बव लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक आज के शुभ मुहूर्त और चौघड़िया शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक राहुकाल (अशुभ समय):प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिशा शूल-आग्नेय योगिनी वास-आग्नेय नैऋत्य गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चन्द्र स्थिति-तुला आज के विशेष उपाय: आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:। आज का उपाय-शिवजी का दुग्धाभिषेक करें। वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं। आज के व्रत, त्योहार और विशेष घटनाएं- सफला एकादशी व्रत (सर्वे)/शुक्रास्त पूर्वे (मध्यान्ह 02:51 मि.)/धनु संक्रान्ति/मलमास प्रारंभ यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें। (निवेदन: उपरोक्त विवरण पंचांग पर आधारित है। विभिन्न पंचांगों में slight changes संभव हैं।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com ALSO READ: Numerology Predictions December 2025: दिसंबर 2025 अंक ज्योतिष: किसका खुलेगा किस्मत का ताला! जानें करियर, धन और प्रेम का हाल (15 से 21 दिसंबर)
गैस्ट्रोपेरेसिस क्या है? धीमे पाचन की बीमारी, लक्षण, कारण और इलाज को समझें
गैस्ट्रोपेरेसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें पेट धीरे खाली होता है। जानिए इसके लक्षण, कारण, रिसर्च और खानपान से जुड़ी जरूरी बातें।
गर्लफ्रेंड गैब्रिएला संग बिन शादी 2 बच्चों का पिता बनने के बाद अर्जुन रामपाल ने की सगाई
बॉलीवुड एक्टर अर्जुन रामपाल अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में हैं। वह काफी सालों से गैब्रिएला डेमेट्रिएड्स संग लिव इन में रहरहे हैं। बिन शादी के ही अर्जुन और गैब्रिएला के दो बच्चे भी हैं। वहीं अब अर्जुन और गैब्रिएला ने अपने रिश्ते को एक कदम आगे बढ़ाते हुए ऑफिशियली सगाई कर ली है। इस बात का खुलासा खुद अर्जुन रामपाल ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वह जल्द ही गैब्रिएला संग शादी भी कर सकते हैं। अर्जुन रामपाल हाल ही में गैब्रिएला संग रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में पहुंचे थे। इस दौरान दोनों ने अपने रिलेशनशिप को लेकर बात की। View this post on Instagram A post shared by Rhea Chakraborty (@rhea_chakraborty) हाल ही में शो का टीजर सामने आया है। वीडियो में गैब्रिएला ने कहा, 'हमारी अभी शादी नहीं हुई है, लेकिन कौन जानता है?' फिर अर्जुन कहते हैं, 'हमारी सगाई हो गई है! और यह मैंने सिर्फ आपके शो में बताया है।' बता दें कि अर्जुन रामपाल ने 1998 में मेहर जेसिया संग शादी रचाई थी। शादी के 20 साल बाद 2019 में दोनों ने तलाक ले लिया था। अर्जुन और मेहर की दो बेटियां माहिका और मायरा है। मेहर से अलग होने के बाद से ही अर्जुन गैब्रिएला को डेट कर रहे है। अर्जुन और गैब्रिएला के दो बेटे आरिक और आरिव हैं।
बंगाल की खाड़ी में NOTAM जारी ; रणनीतिक मिसाइल परीक्षण के चलते हवाई मार्ग बंद
भारत सरकार ने दिसंबर 17–20, 2025 के बीच प्रस्तावित मिसाइल परीक्षण के मद्देनज़र बंगाल की खाड़ी में अस्थायी नो-फ्लाई और नो-शिप ज़ोन घोषित किया है। यह NOTAM आधारित प्रतिबंध सुरक्षा कारणों से लगाया गया है और परीक्षण अवधि के बाद हटा लिया जाएगा।
नागालैंड में हॉर्नबिल महोत्सव: भारत की विविध संस्कृति और उत्तर-पूर्व की पहचान का उत्सव
नागालैंड का हॉर्नबिल महोत्सव 1 से 10 दिसंबर तक आयोजित होता है, जो राज्य की जनजातीय संस्कृति, परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है। यह महोत्सव पर्यटन, आर्थिक विकास और भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक बनकर उत्तर-पूर्व क्षेत्र को नई पहचान देता है।
'नागालैंड का हॉर्नबिल महोत्सव: प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बताया सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागालैंड के हॉर्नबिल महोत्सव को भारत की सांस्कृतिक धरोहर और पूर्वोत्तर की नई आत्मविश्वास का प्रतीक बताते हुए इसकी जीवंतता और विविधता की सराहना की। महोत्सव ने भारतीय संस्कृति और जनजातीय परंपराओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया।
किसने हराया था भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार को? जानिए भगवन शिव की अनोखी गाथा
भगवान शिव ने अपने शरभ अवतार में प्रकट होकर नरसिंह भगवान की उग्र शक्ति को नियंत्रित किया। यह पौराणिक घटना सनातन धर्म में न्याय, शक्ति और ब्रह्मांडीय संतुलन का प्रतीक मानी जाती है। कथा दर्शाती है कि अत्याचार कभी स्थायी नहीं होते और ईश्वर ही अंतिम शक्ति हैं।
समीरा रेड्डी को कभी थी हकलाने की आदत, रितिक रोशन ने इस तरह की मदद
बॉलीवुड एक्ट्रेस समीरा रेड्डी 14 दिसंबर को अपना 47वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। समीरा का जन्म 1978 में मुंबई में हुआ था। एक्ट्रेस के पिता तेलुगु थे और उनकी मां मंगलोर की रहने वाली थीं। समीरा पहली बार 1997 में पंकज उधास के 'और आहिस्ता' म्यूजिक वीडियो में नजर आई थीं। समीरा रेड्डी ने तमिल फिल्म 'सिटीजन' से एक्टिंग डेब्यू किया था। एक्ट्रेस ने 2002 में फिल्म 'मैंने दिल तुझको दिया' से बॉलीवुड में कदम रखा था। समीरा ने साल 2014 में अक्षय वर्डे संग शादी रचाई थी। इसके बाद वह एक्टिंग से दूर हो गईं। एक्ट्रेस इन दिनों अपने दो बच्चों को अपना पूरा समय देती हैं। बीते दिनों समीरा रेड्डी ने अपने बारे में एक दिलचस्प खुलासा किया था, जिसके बारे में पहले शायद ही किसी को पता होगा। समीरा ने बताया था कि बचपन में उन्हें हकलाने की समस्या थी और रितिक रोशन की वजह से वह अपनी इस प्रॉब्लम से निजात पा सकीं। एक इंटरव्यू के दौरान समीरा ने कहा था कि वह बचपन में हकलाती थी और रितिक रोशन को भी यही बीमारी थी और उन्होंने इसपर सफलता से विजय पाई थी। और रितिक की मदद से ही उन्होंने भी इस पर जीत हासिल की है। समीरा रेड्डी ने कहा था, हकलाने की समस्या के चलते मैं किसी के सामने बातचीत करने में काफी हिचकिचाती थी और ऑडिशन तक के लिए जाने में यह सोचकर झिझकती थी कि लोग मुझे जज करेंगे। रितिक काफी स्वीट और केयरिंग हैं, उन्होंने मेरी इस दिक्कत को नोटिस किया और मुझे उन्होंने एक किताब दी। इस किताब ने मेरी जिंदगी बदल दी। इसने मेरे डर को दूर भगाने में मेरी मदद की। समीरा ने कहा था कि धीरे-धीरे मैंने महसूस किया कि मेरी स्पीच में बदलाव आया है। मैं स्पीच थेरपिस्ट के पास भी गई और अपने स्पीच पर मैंने काम करना शुरू किया। उस किताब के लिए मैं रितिक का जितना शुक्रिया अदा करूं वह कम होगा, जो आज भी मेरे पास है। समीरा ने अक्षय वर्दे संग साल 2014 में शादी रचाई थी।
फेमस साउथ एक्टर अखिल विश्वनाथ का हुआ निधन, 30 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। मशहूर मलयालम अभितेना अखिल विश्वनाथ का 30 साल की उम्र निधन हो गया है। एक्टर ने 11 दिसंबर को खुदकुशी करके अपनी जान दे दी। वह केरल स्थित अपने घर में बेडरूम में मृत पाए गए। अखिल के निधन से साउथ इंडस्ट्री में शोक की लहर है। अखिल विश्वनाथ, सनल कुमार ससिधरन की निर्देशित फिल्म 'चोला' में नजर आए थे, जिसने 2019 में केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड जीता था। वह कई और फिल्मों में नजर आए थे। हाल ही अखिल के पिता का एक एक्सीडेंट हो गया था, जिसके बाद से उनका इलाज चल रहा है। मनोरमा ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल विश्वनाथ की मां गीता जब काम पर जाने की तैयारी कर रही थीं, तब उन्होंने बेटे को घर में फांसी पर लटका हुआ पाया। अखिल कोट्टाली में एक मोबाइल फोन की दुकान में मैकेनिक के रूप में काम कर रहे थे। हालांकि, कथित तौर पर उन्होंने कुछ समय से काम पर जाना बंद कर दिया था। अखिल ने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू किया था और 'मंगंडी' में भी नजर आए थे। इस फिल्म में उनके साथ उनके भाई अरुण भी नजर आए थे और अपने अभिनय के लिए दोनों भाईयों को राज्य सरकार की ओर से बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का अवॉर्ड भी मिला था।
असली रुद्राक्ष की पहचान और भद्राक्ष का सच: जानिए क्या है दोनों में फर्क
रुद्राक्ष और भद्राक्ष के अंतर को लेकर बढ़ते भ्रम की पूरी पड़ताल। जानिए असली रुद्राक्ष की धार्मिक मान्यता, वैज्ञानिक पहचान और भद्राक्ष से उसका वास्तविक फर्क। यह रिपोर्ट आस्था, बाजार और नकली उत्पादों के बीच छिपी सच्चाई को स्पष्ट करती है।
शिवराज सिंह चौहान के भोपाल आवास की सुरक्षा बढ़ाए जाने के बाद BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर अटकलें तेज। जानें, उनके पक्ष में जमीनी छवि, OBC समीकरण और लंबे अनुभव जैसे तीन प्रमुख कारण क्या हैं। पूरी खबर यहाँ पढ़ें।
मध्य प्रदेश में पनीर मिलावट के मामले में चौथा स्थान। 1077 सैंपलों में से 234 फेल, स्टार्च और सुक्रोज की मिलावट पाई गई। एफएसएसएआई (FSSAI) और राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की गई जांच में यह गंभीर स्थिति उजागर हुई। जानें पूरी रिपोर्ट।
मुंबई के सर्राफा बाजार से राहत भरी खबर ; सोने-चांदी की कीमतों में स्थिरता
मुंबई के सर्राफा बाजार में आज सोना और चांदी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। 24 कैरेट सोना ₹13,391 प्रति ग्राम और चांदी ₹1,98,000 प्रति किलो पर स्थिर रही। बाजार में यह स्थिरता निवेशकों और खरीदारों के लिए अहम संकेत मानी जा रही है।
14 दिसंबर 1931 यानी आज से ठीक 94 साल पहले। बंगाल में इंटेलिजेंस ब्यूरो ऑफिस में एक कश्मकश भरी गहमागहमी थी। पुलिस के सामने 14 और 15 साल की दो लड़कियां थीं, जिन्होंने कुछ घंटे पहले ही एक अंग्रेज डीएम को घर में घुसकर गोली मारी थी। बेखौफ लड़कियों ने कबूल किया- हमने भगत सिंह की फांसी का बदला लेने के लिए डीएम का वध किया है। इस घटना की 95वीं सालगिरह पर जानिए इतिहास के पन्नों में दबा आजादी की लड़ाई का एक अनोखा किस्सा... साल 1929। बंगाल के चिटागोंग (चटगांव) के कोमिला तालुका के एक स्कूल में 12 साल की सुनीति चौधरी पढ़ती थी। वो अपने आस-पास स्वतंत्रता सेनानियों के विरोध और अंग्रेजों के अत्याचार को देखती और बेचैन होती। इन्हीं दिनों सुनीति की मुलाकात स्कूल की सीनियर शांति घोष से हुई, जिन्होंने उसी साल छात्री संघ की स्थापना की थी। जिससे लड़कियां भी देश की लड़ाई में योगदान दे सकें। शांति उम्र में दो साल बड़ी प्रफुल्ल नंदिनी ब्रह्मा के संपर्क में थी, जो जुगांतर पार्टी की सदस्य थीं। जुगांतर पार्टी एक सीक्रेट सोसाइटी थी, जो हथियार के दम पर अंग्रेजों को भारत से खदेड़ना चाहती थी। नंदिनी ब्रह्मा ने छात्री संघ की लड़कियों को लाठी भांजने, चाकू और तलवार चलाने की ट्रेनिंग का इंतजाम किया। शांति और सुनीति अब हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ ऐसी किताबें और साहित्य भी पढ़ने लगीं, जो अन्य क्रांतिकारियों के कारनामे बताती थीं। सरकार ने ऐसे साहित्य को प्रतिबंधित कर दिया था, फिर भी इस सीक्रेट सोसाइटी में सब उपलब्ध था। सुनीति को सबसे ज्यादा बम बनाने में एक्सपर्ट उल्लासकर दत्त ने प्रभावित किया था। दत्त कलकत्ता के प्रेसिडेंसी कॉलेज में केमिस्ट्री के छात्र थे, पर बंगालियों की भर्त्सना करने वाले एक प्रोफेसर को धक्का देकर गिरा देने के कारण उनको कॉलेज से निकाल दिया गया था। साल 1908 में मुजफ्फरपुर में मानिकटोला बम कांड में खुदीराम बोस और अरबिंदो घोष पर केस चला था। इस कांड के लिए दत्त ने बम बनाया था जिसके लिए उन्होंने 12 साल अंडमान जेल में कालेपानी की सजा काटी। दत्त से प्रेरणा लेकर सुनीति ने गोला, बारूद, बम को समझना शुरू किया। जुगांतर पार्टी में पुरुष हमले करते और अंडरग्राउंड हो जाते थे। छात्री संघ की जो सबसे होनहार लड़कियां थीं, उन्हें पुरुष क्रांतिकारियों को सूचना, पैसे और हथियार मुहैया करवाने की जिम्मेदारी मिलती थी। लेकिन ब्रह्मा, शांति और सुनीति ने भी फ्रंट पर जाने की मांग की। सुनीति का तर्क था कि अगर उन्हें एक्शन का मौका ही नहीं मिलेगा, तो लाठी, तलवार भांजने का औचित्य ही क्या है। आखिरकार अंडरग्राउंड सीनियर लीडर वीरेंद्र भट्टाचार्जी ने इन तीनों लड़कियों का सीक्रेट इंटरव्यू लिया और इन्हें प्रैक्टिकल ट्रेनिंग की इजाजत दे दी। त्रिपुरा छात्र संघ के प्रेसिडेंट अखिल चंद्र नंदी ने इन्हें ट्रेनिंग देनी शुरू की। रोज ये घर से स्कूल के लिए निकलतीं, लेकिन स्कूल के बजाय शहर की आबादी से दूर मैनमती पहाड़ी पर बंदूक चलाने की ट्रेनिंग करने लगीं। ट्रेनर नंदी के सामने चुनौती थी कि क्या ये लड़कियां रिवॉल्वर का झटका संभाल पाएंगीं। सुनीति के हाथ में छोटा बेल्जियन रिवॉल्वर आया तो पता चला कि उसकी तर्जनी उंगली ट्रिगर तक ही नहीं पहुंच पा रही थी। सुनीति ने बीच की उंगली से बंदूक चलाने की प्रैक्टिस की। इसी दौरान 23 मार्च 1931 को भगत सिंह को फांसी दे दी गई। उन पर हत्या और कोर्ट में बम फेंकने का आरोप था। फांसी पर झूलने से पहले भगत सिंह ने कहा था कि असल क्रांतिकारी सेना तो भारत के गांव और कारखानों में है। इन्हीं क्रांतिकारियों में शांति और सुनीति भी थीं, जिन्होंने अंग्रेजों से बदला लेने की ठान ली। 6 मई 1931 को त्रिपुरा जिला छात्री संघ के एनुअल कॉन्फ्रेंस में नेताजी सुभाष चंद्र बोस चीफ गेस्ट थे। लड़कियों की परेड का नेतृत्व सुनीति कर रही थीं। परेड के बाद सुनीति को हथियार चलाने में ट्रेंड लड़कियों का मुखिया बना दिया गया और फायर आर्म्स की कस्टडी भी उन्हें दे दी गई। परेड के बाद ब्रह्मा ने नेताजी से पूछा कि युद्ध में महिलाओं का कर्तव्य क्या होना चाहिए। नेताजी ने कहा, ‘तुम लोगों को फ्रंट पे देख कर मुझे बड़ी प्रसन्नता होगी।’ जब शांति ने नेताजी से ऑटोग्राफ मांगा तो उन्होंने लिख कर दिया, ‘हे मात्रशक्ति, अपने सम्मान के लिए अपने हाथ में शस्त्र उठाओ।’ 6 मार्च 1930 को चार्ल्स ज्योफ्री बकलैंड स्टीवंस नाम के अंग्रेज अफसर को त्रिपुरा जिले का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट बनाया गया। इसी का एक सब डिवीजन कोमिला था। इसी दौरान 12 मार्च 1930 को पूरे देश में गांधी जी का नमक सत्याग्रह शुरू हो गया। 4 मई को गांधी जी को गिरफ्तार कर लिया गया। सरकार ने पूरे देश में क्रांतिकारियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी। स्टीवंस सिर्फ गिरफ्तार करने पर नहीं रुका। उसने निहत्थे स्वतंत्रता सेनानियों को टॉर्चर करना शुरू कर दिया। पुलिस को छूट दे दी कि वो सेनानियों के परिवार की महिलाओं के साथ अत्याचार करे। महिलाओं के बलात्कार तक करवाने के आरोप लगे। अपनी सुरक्षा के नाम पर उसने ऑफिस जाना छोड़ दिया और पुलिस के संरक्षण में बंगले से ही प्रताड़ना के फरमान जारी करता रहा। स्टीवंस पर खुद भी महिलाओं के शारीरिक शोषण के आरोप लगे। कोमिला में जुगांतर पार्टी का हर कार्यकर्ता स्टीवंस को मारने को तैयार था, लेकिन उसके बंगले के अंदर जा पाना बेहद मुश्किल था। शांति और सुनीति ने स्टीवंस को मारने की जिम्मेदारी खुद ले ली। 14 दिसंबर 1931। डीएम के बंगले के बाहर सड़क पर एक बैलगाड़ी रुकती है और उसमे से खिलखिलाती हुई शांति और सुनीति उतर कर सिक्योरिटी गार्ड तक पहुंचती हैं। कद-काठी और पहनावे से वे स्कूल की छात्राएं लग भी रही थीं। गार्ड से उन्होंने स्टीवंस से मिलने की अनुमति मांगी। कारण पूछने पर उन्होंने विनम्रता पूर्वक अंग्रेजी में लिखा एक एप्लिकेशन लेटर दिखाया। बताया कि अपने स्कूल में तैराकी प्रतियोगिता आयोजित करने की अनुमति लेने के लिए साहब से मिलना जरूरी है। पुलिस को स्कूल की लड़कियों पर कोई शक नहीं हुआ। उनकी तलाशी लिए बिना उन्हें बंगले के अंदर जाने दिया गया। स्टीवंस अपने कार्यालय में अपने सब डिविजनल अफसर नेपाल सेन के साथ बैठा हुआ था। बाहर बैठे अर्दली को इन्होंने एक पर्ची साहब तक पहुंचाने का आग्रह किया। पर्ची पढ़ कर दोनों बाहर आ गए। किसी को नहीं पता था कि शॉल के अंदर दोनों ने एक-एक रिवॉल्वर छुपा रखी थी। डीएम साहब को उन्होंने योर मैजेस्टी से संबोधित किया। एप्लिकेशन में दोनों ने नाम बदल कर साइन किया था। शायद उन्हें आशा थी कि वे गोली मारने के बाद बच के निकल जाएंगी। साहब ने तैराकी प्रतियोगिता की अनुमति दे दी। लड़कियों ने मुस्कुराते हुए आग्रह किया कि वे एप्लिकेशन पर अनुमति का नोट लिख कर साइन कर दें। साहब और सेन ऑफिस के अंदर गए और साइन करने के बाद स्टीवंस अकेले बाहर आ गया। जब वो बाहर आया तो उसने देखा कि लड़कियां एकदम गंभीर मुद्रा में हैं। उनके शॉल उतरे हुए हैं और दोनों के हाथ में रिवॉल्वर है जो उसके सीने पर तनी है। बिना पलक झपके दोनों ने एक साथ ट्रिगर दबा दिया। स्टीवंस ऑन द स्पॉट मारा गया। गोली चलने की आवाज सुनते ही पुलिस ने दोनों को घेर लिया। दोनों ने भागने की कोशिश भी नहीं की। वे पिटाई और प्रताड़ना के लिए तैयार थीं। दर्द को बर्दाश्त करने के लिए वे ट्रेनिंग के तौर पर अपनी उंगलियों में सुई चुभोया करती थीं। वे जानती थीं कि उनके साथ क्या सलूक किया जाएगा। वो किसी भी सूरत में अपनी पार्टी और संघ का नाम उगलने वाली नहीं थीं। पूरे बंगाल में दोनों के साहस की सूचना पैम्फलेट के जरिए फैलने लगी। सुनीति की मेजर की वर्दी में फोटो को लोगों ने बहुत सराहा। उस फोटो पर बांग्ला में लिखा था, ‘ध्वस्त कर देने की ज्वाला मेरे खून में दहक रही है।’ ये ज्वाला सरकार को ध्वस्त करने की थी। फाइल नंबर 223/19 तैयार की जा चुकी थी। मुस्कुराते, राष्ट्रगान गाते दोनों जेल गईं और कोर्ट रूम में 3 जजों का सामना किया। आईबी की रिपोर्ट में दर्ज है कि शांति और सुनीति हत्या करने के बाद शांत और निर्भीक थीं। कोर्ट में जब इन्हें बैठने के लिए कुर्सी नहीं दी गई, तो ये जज की तरफ पीठ करके 9 दिनों तक चली सुनवाई में खड़ी रहीं। इनका एकमात्र अफसोस ये था कि इन्हें कोर्ट ने नाबालिग होने के नाते फांसी की सजा के बदले उम्रकैद की सजा दी थी। पहली गोली सुनीति ने चलाई थी, लिहाजा उसे जेल की थर्ड क्लास कोठरी में रखा गया जहां चोर-उचक्कों को रखा जाता था। शांति को सेकेंड क्लास कोठरी में क्रांतिकारियों के साथ कैद किया गया। साल 1939 में कांग्रेस की राज्य सरकार ने राजनैतिक कैदियों को रिहा नहीं करने पर रिजाइन कर दिया। लिहाजा 7 साल की कैद के बाद देश के अन्य कैदियों के साथ दोनों को रिहा कर दिया गया। दोनों के साहस का खामियाजा दोनों के परिवार को झेलना पड़ा। दोनों के पिता की पेंशन रोक दी गई। सुनीति के दोनों भाइयों को बिना ट्रायल के जेल में रखा गया। बड़ा भाई जेल में ही था जब छोटे भाई को छोड़ दिया गया। घर की हालत बदहाल थी। छोटे भाई को कलकत्ता की गलियों में ठेला लगाने पर मजबूर होना पड़ा। कुछ दिनों में उसकी मौत हो गई। दोनों ने रिवॉल्वर छोड़ कर कलम पकड़ लिया था। शांति ने बंगाली विमेंस कॉलेज से पढ़ाई पूरी की और कम्युनिस्ट पार्टी की कार्यकर्ता बन गईं। आजादी के बाद वो कांग्रेस में आ गईं और 1952 से लेकर 1968 तक पश्चिम बंगाल की विधानसभा में चुन कर आती रहीं। सुनीति डॉक्टर बनीं। उन्हें भी विधायक बनने का प्रस्ताव था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। वे अपना क्लिनिक चलाती रहीं और अपने लकवाग्रस्त माता-पिता की देखभाल करती रहीं। वो जीवनभर लेडी मां के नाम से जानी गईं। दोनों के जन्म में एक-एक साल का अंतर था और दोनों के स्वर्गवास में भी एक ही वर्ष का अंतर था। 1988 में सुनीति और 1989 में शांति का निधन हुआ। ---------- ये खबर भी पढ़िए... जब 3 हजार चीनी सैनिकों से भिड़ गए 120 बहादुर:एक इंच पीछे नहीं हटे, पोजिशन पर जमी लाशें मिलीं; रेजांग-ला की लड़ाई नवंबर 1962। भारत और चीन के बीच जंग जारी थी। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी LAC के नजदीक लद्दाख के रेजांग ला में 13 कुमाऊं बटालियन की चार्ली कंपनी तैनात थी। माइनस 30 डिग्री की तूफानी हवाओं से बचने के लिए जवानों के पास ढंग के स्वेटर और दस्ताने तक नहीं थे। पूरी खबर पढ़िए
बंगाल के शांतिनिकेतन का रहना वाला मैं राहुल सरकार न्यूड पेंटिंग यानी नग्न तस्वीरें बनाता हूं। नग्न चित्रों की दुनिया में उतरकर मैंने अपनी पहचान खोजनी शुरू की। हर पेंटिंग में खुद को एक नग्न औरत के रूप में गढ़ता हूं, उसके जिस्म पर गहने पहनाता हूं- वे गहने, जिन्हें जीते-जी पहनने की इजाजत मुझे कभी नहीं मिली। लेकिन हर चित्र में मेरा चेहरा मुड़ा हुआ होता है। नजरें दुनिया से बचती हुईं। क्योंकि सच यह है कि मैं कैनवास पर तो नंगा हो सकता हूं, दुनिया के सामने नहीं। वहां मेरी हिम्मत टूट जाती है। ये पेंटिंग्स मेरी चाह, मेरा डर, मेरी सच्चाई हैं। रंगों में मैं वही बन जाता हूं, जो जीवन में बनने से रोका गया। सामने देखना अभी मुमकिन नहीं, इसलिए हर बार मुंह फेर लेता हूं। यही मेरी कला है और यही मेरी बेबसी। इस रास्ते पर चलते हुए मेरे सामने परिवार के सवाल थे, समाज के ताने थे और आलोचनाओं की दीवारें थीं। हर मोड़ पर मुझे रोका गया, डराया गया, शर्मिंदा किया गया। फिर भी मैंने यही रास्ता चुना- और अब पीछे मुड़कर देखने का कोई इरादा नहीं है। मैं एक ऐसा मर्द हूं, जिसकी इच्छाएं, संवेदनाएं और जज्बात उस दुनिया से आते हैं, जिसे समाज सिर्फ औरतों की दुनिया कहकर सीमित कर देता है। यही मेरी सच्चाई है- और इसी सच्चाई के साथ मैं जी रहा हूं, चाहे दुनिया मेरी तरफ पीठ ही क्यों न कर ले। दरअसल, मैं उस बंगाली मिट्टी से उठा हूं, जहां हवा में आज भी रवीन्द्रनाथ टैगोर की कविताएं बहती हैं। शांतिनिकेतन की पेड़ों की छांव वाली गलियों में सांस लेनी सीखी। बाहर की दुनिया शांत और सुंदर थी- लेकिन मेरे भीतर लगातार एक युद्ध चल रहा था। जब होश संभाला, खुद को दूसरों से अलग पाया। मुझे औरतों के गहने और साड़ियां अपनी ओर खींचती थीं। शायद इसलिए कि मेरे घर में लड़कियां ज्यादा थीं, या शायद इसलिए कि मुझे लड़कों की दुनिया हमेशा फीकी और सूनी लगती थी। लड़कों के कपड़ों में मुझे कुछ भी सुंदर नहीं दिखता था- जबकि लड़कियों के कपड़े, उनके रंग और बनावट मुझे बहुत लुभावने लगते थे। मैं छोटा था। चोरी से मां के गहने निकालता और शीशे के सामने खड़ा हो जाता। वे गहने मेरे छोटे हाथों के लिए बहुत बड़े थे, ठीक से पहन भी नहीं पाता था- लेकिन उन्हें छूते ही अंदर एक अजीब-सा सुख जाग उठता। लेकिन मां देख लेतीं तो डांट पड़ती- कड़ी, डराने वाली। कहती- 'लड़के ऐसा नहीं करते। तुम क्यों नहीं समझते कि तुम लड़के हो?' फिर भी, मौका मिलते ही मां से आंख चुरा कर ऐसा ही करता। धीरे-धीरे घर में सबको पता चल गया। वे मुझ पर लानतें बरसाने लगे। इन गहनों में कमरबंध, चूड़ियां, कंगन, पायल, मांग टीका- कोई एक लिस्ट नहीं थी। जो भी औरतों से जुड़ा था, वही मुझे खींचता था। साड़ी पहनना भी उतना ही स्वाभाविक लगता था। इसी तरह मां की नजर से बचाकर उनकी साड़ी पहन लेता। कभी पकड़ा जाता तो झूठ बोल देता- 'मैं आपकी नकल कर रहा हूं।' सच यह था कि अगर बस चलता, तो मैं इन्हीं गहनों और साड़ी में खुलकर घूमता। लेकिन हर बार पकड़े जाने पर डांट इतनी तीखी होती कि डर शरीर में उतर जाता। मां की आवाज में गुस्सा नहीं, बल्कि सजा का ठोस ऐलान होता था। मैं बहुत छोटा था- इसलिए सहम जाता। उस उम्र में भी एक सवाल पीछा नहीं छोड़ता था- अगर मैं लड़का हूं, तो लड़कियों के गहने पहनना गलत क्यों है? यह सवाल आज भी मेरे भीतर गूंजता है। मैं एक दोहरी जिंदगी जी रहा था, जिसमें शरीर मर्द का था, लेकिन मन उससे मेल नहीं खाता था। सोचता था कि अगर कुदरत ने मुझे ऐसा बनाया है, तो परिवार और समाज मुझसे क्यों लड़ रहे थे- इसका जवाब कभी नहीं मिला। मां का एक ही तर्क था- 'लड़के हो, लड़कों की तरह रहो।' उस आदेश में न समझ थी, न कोई और दूसरा रास्ता। आखिरकार, मैंने डर के आगे हथियार डाल दिए। गहने उतार दिए, साड़ी पहननी छोड़ दी। खुद को छुपाना सीख लिया। जब मैंने स्कूल जाना शुरू किया, तो यह साफ होने लगा कि बाकी बच्चों से अलग हूं। फर्क इतना था कि कुछ भी छुपाए नहीं छुपता था। धीरे-धीरे दोस्त दूर होने लगे। कुछ ने साफ कह दिया- 'तुम अलग टाइप के हो, हमारी दोस्ती तुम्हारे साथ नहीं चल पाएगी।' उनका मुझसे दूर होना मुझे भीतर से तोड़ने लगा। इसके बाद मैंने खुद को सुधारने की कोशिश शुरू की। अपने साथ के लड़कों को ध्यान से देखने लगा- वे कैसे चलते हैं, कैसे बैठते हैं, कैसे बोलते हैं, हाथ कैसे हिलाते हैं। उनसे तुलना करने पर मेरा हर हाव-भाव जैसे मुझे अपराध की तरह लगता। मेरा व्यवहार ‘ज्यादा औरतों जैसा’ माना जाता था। कुछ दोस्तों ने बाकायदा मुझे सिखाया कि लड़के कैसे होते हैं- उन्होंने मेरी चाल बदली, आवाज के उतार-चढ़ाव ठीक किए, लड़कों वाले इशारे सिखाए। यह सीख नहीं थी, यह खुद से दूरी बनाने की ट्रेनिंग थी। हर दिन लगता था कि शायद मैं अपने भीतर के उस हिस्से से बाहर निकल पाऊंगा, जिसे समाज ने गलत ठहरा दिया है, लेकिन जितना उसे दबाने की कोशिश करता, उतना ही भीतर से टूटता चला जाता। खुद को संभालने में ही लगा रहा- ऐसे नहीं करना है, वैसे नहीं करना। जब लगता कि कोई व्यवहार मुझसे ज्यादा औरतों वाला हो गया, तो उसे रोकने की कोशिश करता। दरअसल, मेरी शारीरिक भाषा औरतों जैसी हो जाती, तो डर लग जाता। सोचता, लोग क्या कहेंगे। उसे बदलना या कंट्रोल करना मेरे लिए बेहद तकलीफ भरा होता। एक तरह से मैं आजाद नहीं था- खुद को वैसा जाहिर नहीं कर पा रहा था, जैसा मैं अंदर से था। उस वक्त खुद को ठीक से खोज नहीं पाया। ये खुद को बदलने की कोशिश मुझे भीतर तक तोड़ने वाली थी। हर दिन ऐसा लगता था, जैसे मैं अपने ही खिलाफ मुकदमा लड़ रहा हूं- अपने हाव-भाव, अपनी इच्छाओं, अपनी संवेदनाओं के खिलाफ। जो मैं नहीं था, वह बनने की जिद ने लगातार मुझे खोखला कर दिया। खोखलेपन का यह दर्द दिखता नहीं था, लेकिन लगातार मौजूद रहता था। इसे शब्दों में बताना मुश्किल है, क्योंकि यह किसी एक घटना का नहीं, बल्कि रोज-रोज खुद को नकारने का नतीजा था। इस तरह मैं बड़ा होता गया, हर साल अपनी ही पहचान को थोड़ा-थोड़ा दबाते हुए। बाहर से सामान्य दिखने की कोशिश करता, लेकिन भीतर घुटन बढ़ती गई। आखिरकार यही महसूस कर रहा था कि वैसा नहीं बन पा रहा जैसा मेरे दोस्त और परिवार मुझसे उम्मीद कर रहे हैं। जितनी कोशिश की, उतना साफ होता गया कि यह लड़ाई मेरी काबिलियत की नहीं, बल्कि मेरी पहचान से थी। तब मैंने एक फैसला लिया- अब से जो हूं, उसी रूप में जिऊंगा। फिर वह मोड़ आया, जब पढ़ाई के लिए घर से बाहर निकला और हॉस्टल पहुंचा। यह सिर्फ जगह बदलना नहीं था; यह पहली बार था जब लोगों की मुझ पर निगरानी टूटी। मेरी जिंदगी में आजादी आई- ऐसा महसूस हुआ जैसे लंबे समय बाद पहली बार सच में सांस ले रहा हूं। हॉस्टल में रहकर पढ़ाई पूरी करते-करते यह साफ हो गया कि अब पीछे लौटना संभव नहीं। वहीं मैंने पेंटिंग सीखी और पहली बार अपने भीतर दबे सवालों को कैनवास पर उतारना शुरू किया। जो बनना चाहता था, जैसा रहना चाहता था- उस पहचान को रंगों में उतारने लगा। यहीं से न्यूड आर्ट पेंटिंग की शुरुआत हुई। नग्न देह के साथ मैं खुद को औरतों वाले गहनों के साथ बनाने लगा, जिन्हें पहनने का हक मुझे बचपन में कभी नहीं मिला। यह सिर्फ कला नहीं थी, बल्कि खुद को दोबारा गढ़ने की प्रक्रिया थी। बचपन का डर, दमन और अधूरी इच्छाएं रंगों में बदलती गईं। मैंने अपने अरमान और दर्द- दोनों को कैनवास पर नंगा उतारना शुरू किया। न्यूड आर्ट कोई नई सनक नहीं है। यह कला अपने ही देश में हजारों सालों से मौजूद रही है। भारतीय मंदिरों की दीवारों और शिल्पों में मर्द-मर्द को सेक्स करते दिखाया गया है- आज जिसे हम ‘गे’ कहते हैं, वह कभी कला और संस्कृति का हिस्सा था, लेकिन समय के साथ यह विरासत नहीं बनी, बल्कि डर बन गई। आज वही देह, वही इच्छा, वही अभिव्यक्ति अचानक ‘अश्लीलता’ और ‘टैबू’ में बदल दी गई है। दरअसल, कला से पहले समाज ने अपनी असहजता को बचाया। देह को देखने की नजर बदली नहीं- सिर्फ उसे छिपाने की जिद बढ़ गई। मेरी पेंटिंग्स इसी टकराव से जन्म लेती हैं- एक ऐसे समाज में जो अपने इतिहास को पूजता है, लेकिन उसकी सच्चाइयों से आंख चुराता है। मेरी पेंटिंग में न्यूडिटी यानी नग्नता, उत्तेजना नहीं, एक सवाल है; यह परंपरा नहीं तोड़ती, बल्कि याद दिलाती है कि जिसे आज हव्वा बना दिया गया है, वह कभी हमारी सांस्कृति का हिस्सा था। मैं अपने काम में पेंटिंग में एंड्रोजेनस दिखाता हूं। एंड्रोजेनस का मतलब है कोई भी इंसान, जिसे विपरीत जेंडर की चीजें और व्यवहार अच्छे लगे हैं। यह कोई भी हो सकता है- महिला या पुरुष। इसमें मैं जिन गहनों को कभी पहन नहीं सका, उन्हें अपनी पेंटिंग में खुद की कल्पना करके पहनाता हूं। मेरे लिए गहनों का कोई जेंडर नहीं होता। समाज का खेल अजीब है- हम जैसे लोगों को कभी महान बना दिया जाता है- हमारे सम्मान में नारेबाजी की जाती है, तो कई बार हमें बेवजह नफरत की निगाहों से घेर लिया जाता है। मेरी एक पेंटिंग इसी कश्मकश की कहानी कहती है। इसमें एक मर्द है, औरतों के गहने पहने, ऊंचे स्टूल पर बैठा- लेकिन उस स्टूल की कोई टांग नहीं। ऊंचा दिखाई देता है, लेकिन टिकने का कोई आधार नहीं। यह उस टूटे हुए सम्मान की तरह है, जो थोड़े से लोग देते हैं- इतना ऊंचा कि बाकी दुनिया से कट जाओ, लेकिन असल में हमेशा गिरने के खतरे में रहो। मैं पूछता हूं- हमें सम्मान भी क्यों चाहिए? क्यों न हम बस सामान्य समझे जाएं? तालियां मिलेंगी, लेकिन साथ नहीं; इज्जत मिलेगी, पर नजरअंदाज भी किया जाएगा। ऊंचाई देते हैं ताकि गिरना तय हो- यह पेंटिंग वही दर्द, वही अकेलापन, वही टकराव बयां करती है। इसे देखो और सोचो, क्या यही समाज की दया है, या बस एक और तरह की सजा? आजादी का मतलब सिर्फ फ्री सेक्स नहीं है, बल्कि अपने आप को चुनने की ताकत है- जो आप हैं, वही जीने की आजादी। बचपन में मां-बाप सही-गलत सिखाते हैं, लेकिन उनकी शिक्षा जेंडर की दीवारों से ऊपर होनी चाहिए। मुझे याद है, जब मैं छत पर खड़ा होता, तो कहा जाता- ‘वहां मत जाओ, गिर जाओगे’। यह सुरक्षा की बात थी, समझ में आती थी, लेकिन जब कहा जाता- ‘फलां काम लड़कों का नहीं करते’। तब वे बातें मेरे भीतर फूट पैदा करतीं। बचपन से हमें सिखाया जाता है कि लड़के रोते नहीं। सोचिए, अगर लड़के नहीं रोते, तो दुनिया आज कुछ और होती। मैं रोया भी, पर कभी किसी के सामने नहीं। ये छोटी-छोटी बंदिशें, ये नकली नियम, धीरे-धीरे दिमाग को तोड़ते हैं। लड़के और लड़कियों में फर्क केवल बायोलॉजिकल यानी जैविक है, बाकी सब समाज ने बनाया है। और उस झूठ ने मुझे सालों तक भीतर से घेरा रखा, मेरी आवाज दबा दी। यह सिर्फ बचपन की कहानी नहीं, उस रोजमर्रा की जंग की कहानी है, जिसे मैं हर सांस में जीता रहा। आज मैं समाज के हिसाब से ‘रहने लायक’ इंसान बन गया हूं। बाहर से ठीक दिखता हूं, सभ्य हूं, लोग स्वीकार करते हैं, लेकिन भीतर- पूरी तरह अकेला हूं। मेरे पीछे टंगी यह न्यूड पेंटिंग देखिए। 'यह मैं हूं'। इसमें देह के बीचोंबीच एक बड़ा सा छेद है- क्योंकि अंदर कुछ बचा ही नहीं। सालों तक खुद को काट-छांटकर मैंने वह रूप गढ़ा, जिसे समाज देखना चाहता था। उसी प्रक्रिया में मैं खुद से खाली होता चला गया। यह खालीपन अचानक नहीं आया। धीरे-धीरे बना- हर उस बार, जब मैंने अपनी सच्ची चाह को दबाया, हर उस पल, जब ‘नॉर्मल’ दिखने के लिए खुद को चुप कराया। अब मैं हूं, लेकिन पूरा नहीं हूं। एक तरह से मैं, मैं नहीं रहा। खुश नहीं हूं। पर चलिए, कोई बात नहीं, समाज तो खुश है! अब मैं गहनों पर रिसर्च कर रहा हूं- तरह-तरह के गहनों पर, ताकि उन्हें अपनी पेंटिंग में दिखा सकूं। मैं दिखाना चाहता हूं कि देश के किस कोने में औरतें कौन-सा गहना पहनती थीं। मैं इस काम को जारी रखूंगा। समाज की मर्जी है कि वह इसे पसंद करे या न करे। उसे हक है मेरे काम को नापसंद करने का। मैं उसे समझा नहीं पाऊंगा। न्यूडिटी एक चॉइस है, जो आपके आर्ट वर्क को आगे ले जाती है। यह एक तरह फॉर्म ऑफ आर्ट यानी कला का ही एक रूप है। (राहुल सरकार ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए हैं।) ------------------------------ 1- संडे जज्बात-रिश्तेदार की लाश लेकर आया, मेरे गाल छूने लगा:लाशें जलाने के कारण शादी नहीं हुई- पति के बिना जी लूंगी, लाशों के बिना नहीं मैं टुम्पा दास- पश्चिम बंगाल में डोम समुदाय की पहली महिला हूं, जो पिछले कई सालों से कोलकाता के बड़िपुर गांव के श्मशान में लाशें जला रही हूं। पता नहीं भारत में कोई और महिला यह काम करती है या नहीं, पर मैंने यही रास्ता चुना… और यह रास्ता आसान नहीं था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2-संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी अपने गैंगस्टर टेरर मॉड्यूल के जरिए भारत के खिलाफ खतरनाक साजिश रच रहा है। ये वही शहजाद है, जो कभी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का सबसे करीबी दोस्त था। पहलगाम हमले के बाद लॉरेंस ने हाफिज सईद को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद से शहजाद भट्टी लॉरेंस बिश्नोई और उसकी गैंग का दुश्मन बन गया। अभी नवंबर में शहजाद ने लॉरेंस के भाई अनमोल को जान से मारने की धमकी दी। उसने कहा, ‘बुलेटप्रूफ गाड़ी भी नहीं बचा पाएगी, वो जो चाहे कर ले।’ सोर्स बताते हैं कि शहजाद अब ISI के इशारे पर डिएक्टिवेट हो चुके स्लीपर सेल को एक्टिव करने में जुट गया है। लॉरेंस गैंग के साथ काम करके शहजाद उसी के तरीके इस्तेमाल कर गैंगस्टर-टेटर मॉड्यूल ऑपरेट कर रहा है। वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारतीय युवाओं को टारगेट कर रहा है। उसके निशाने पर कम पढ़े-लिखे और गरीब तबके के लोग हैं। ये खुलासा 30 नवंबर को पकड़े गए शहजाद भट्टी के तीन गुर्गों और इसके नेटवर्क की जांच में हुआ है। अब इंटेलिजेंस ब्यूरो भी स्लीपर सेल को एक्टिव करने वाले एंगल से शहजाद भट्टी की जांच में जुटी है। शहजाद का ये मॉड्यूल कैसे काम कर रहा है? वो कैसे सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई की तर्ज पर वीडियो और हथियार डालकर यूथ को टारगेट कर रहा है। दैनिक भास्कर ने इसकी पड़ताल की। सोशल मीडिया पर कोडवर्ड 333 से कई अकाउंट, वीडियो कॉल पर फॉलोअर्स से बातशहजाद भट्टी सोशल मीडिया के जरिए यूथ को टारगेट कर रहा है। इसका खुलासा उसके 3 गुर्गों ने किया है, जिन्हें दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पिछले महीने अरेस्ट किया था। ये तीनों इंस्टाग्राम के जरिए शहजाद भट्टी के संपर्क में आए थे। शहजाद के इंस्टाग्राम अकाउंट पर ज्यादातर फॉलोअर्स भारत के युवा हैं। पड़ताल के दौरान हमें शहजाद भट्टी के नाम से कई इंस्टाग्राम अकाउंट मिले। उसके कुछ अकाउंट एक्टिव हैं, लेकिन हाल में उसने कई अकाउंट बंद कर दिए हैं। कई अकाउंट पर वो अलग-अलग नाम से है। सोशल मीडिया पर ज्यादातर अकाउंट 333 कोडवर्ड से हैं। शहजाद अक्टूबर 2025 से एक्टिव एक अकाउंट पर लगातार युवाओं को गैंगस्टर टेरर मॉड्यूल में शामिल करने के लिए पोस्ट कर रहा है। युवाओं के लिए उसने 'ट्यूशन बदमाशी का' जैसे गानों पर रील बनाकर पोस्ट की है। इसी अकाउंट से उसने लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई को धमकी देने वाला वीडियो भी पोस्ट किया था। इसके बाद ही 27 अक्टूबर को अनमोल ने वकील के जरिए कोर्ट में एप्लिकेशन लगाई। उसने दावा किया था कि पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी से उसे जान का खतरा है। हथियार और महंगी गाड़ियां दिखाकर युवाओं को फंसा रहाशहजाद भट्टी ने खुद को UAE का रील क्रिएटर बताकर इंस्टाग्राम प्रोफाइल बना रखा है। इसमें दुबई के नंबर वाली लग्जरी गाड़ियों में रील बनाते हुए वीडियो पोस्ट किए हैं। इसके साथ ही हथियारों के भी वीडियोज पोस्ट किए हैं। टिकटॉक पर भी वो वीडियो पोस्ट करता है। हमें कई ऐसे वीडियो भी मिले हैं, जिनमें शहजाद वीडियो कॉल पर बात करता दिख रहा है। वो खासकर यूथ को हथियार दिखाकर नेटवर्क का हिस्सा बनाने के लिए जाल फेंक रहा है। युवा इसके अलग-अलग सोशल मीडिया प्रोफाइल पर मैसेज कर संपर्क कर रहे हैं। अब जानिए दिल्ली पुलिस के सोर्स क्या कह रहे…शहजाद और उसका गैंग लोगों को कैसे टारगेट करता है, इसे समझने के लिए हमने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में अपने सोर्स और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसरों से बात की। हमने शहजाद की भारत के यूथ को टारगेट करने की मोड्स ऑपरेंडी समझी। हमें दो मुख्य टारगेट समझ आए। पहला टारगेटगरीब, कम पढ़े-लिखे नौजवान, छोटे धमाकों से स्लीपर सेल एक्टिव करना मकसदशहजाद भट्टी भारत में गरीब और कम पढ़े-लिखे हर धर्म के युवाओं को टारगेट कर रहा है, जो क्राइम नेटवर्क से जुड़ने की इच्छा दिखाते हैं। उन्हें 4-5 हजार रुपए और हथियार देकर कहीं भी हैंड ग्रेनेड फिंकवाया जा सके। शहजाद भट्टी इन युवाओं का इस्तेमाल सिर्फ एक या दो बार ही करता है। पुलिस सोर्स इसका मकसद बताते हैं, ‘शहजाद भट्टी की टेरर मॉड्यूल में मौजूदगी और खौफ की चर्चा हो। इसके बाद भारत में ISI के कई साल पुराने डिएक्टिवेट हो चुके स्लीपर सेल भी संपर्क में आएं, जिन्हें आने वाले दिनों में बड़े टारगेट के लिए एक्टिव किया जा सके। दूसरा टारगेटलॉरेंस-अनमोल बिश्नोई को चैलेंज कर नया गैंगस्टर-टेरर मॉड्यूल खड़ा करनासोर्स बताते हैं कि लॉरेंस से अलग होने के बाद शहजाद भट्टी भारत में नेटवर्क खड़ा करना चाहता है। इसकी एक वजह ये भी है कि ISI अब बांग्लादेशियों को नेटवर्क बढ़ाने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहती क्योंकि भारत में घुसपैठियों और बांग्लादेशियों के खिलाफ लगातार अभियान चल रहे हैं। लिहाजा ISI भी शहजाद भट्टी के जरिए भारत के यूथ का इस्तेमाल करना चाहती है। पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई कराने के लिए पहले शहजाद भट्टी के जरिए लॉरेंस गैंग का इस्तेमाल किया। अब दोनों के अलग होने के बाद शहजाद सोशल मीडिया के जरिए खुद ये नेटवर्क चला रहा है। उसने क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले यूथ को जोड़ने के लिए आसान तरीका तलाशा है। वो लॉरेंस और उसके भाई अनमोल को सीधे धमकी देता है ताकि चर्चा में रहे। दूसरी बात ऐसे यूथ को लॉरेंस गैंग का विकल्प भी मिल रहा है। इसलिए शहजाद भट्टी लगातार सोशल मीडिया पर भड़काऊ वीडियो पोस्ट कर रहा है। 17 से 25 साल का यूथ शहजाद भट्टी के टारगेट पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 30 नवंबर को शहजाद भट्टी के लिए भारत में एक्टिव तीन गुर्गों को अरेस्ट किया। इन तीनों की उम्र 19 से 23 साल के बीच है। तीनों अलग-अलग राज्य से थे। तीनों के धर्म भी अलग-अलग हैं, लेकिन इनमें दो बातें कॉमन रहीं। पहली: इनकी गरीबी और कम पढ़ा-लिखा होना। इनमें से एक मजदूर है।दूसरी: तीनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम के जरिए शहजाद के संपर्क में आए। ऐसे टारगेट को शहजाद सिर्फ डिस्पोजेबल फुट सोल्जर्स की तरह इस्तेमाल करता है। यानी इन्हें एक बार इस्तेमाल करके छोड़ देता है। इसलिए ऐसे लोगों की तलाश करता है, जिन्हें तुरंत पैसे की जरूरत होती है। अमृतसर में जासूसी कराई, गुरदासपुर पुलिस स्टेशन के बाहर ग्रेनेड अटैक करायास्पेशल सेल के एडिशनल पुलिस कमिश्नर प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि विकास प्रजापति मध्य प्रदेश के दतिया जिले की एक अनाज मंडी में पहले मजदूरी करता था। इसे दिहाड़ी पर पैसे मिलते थे। वो कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के लालच में गैंगस्टर बनना चाहता था। उसने पहले लॉरेंस गैंग से भी संपर्क किया, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद उसने शहजाद भट्टी से इंस्टाग्राम के जरिए कॉन्टैक्ट किया। फिर वो शहजाद भट्टी से टेलीग्राम और दूसरे सोशल नेटवर्किंग एप पर चैट करने लगा। शहजाद ने उसे जल्दी पैसे कमाने का लालच देकर हथियारों की सप्लाई और अटैक करने के लिए तैयार कर लिया। इसके लिए महज 4 से 5 हजार रुपए में बात तय हुई। उसे बताया गया कि गुरदासपुर में एक पार्सल मिलेगा। वहां एक पुराने नेटवर्क से विकास को पार्सल मिला, जिसमें ग्रेनेड था। इसके बाद शहजाद भट्टी ने उसे खुद वीडियो कॉल पर ग्रेनेड को एक्टिवेट करने का तरीका समझाया। फिर उसे करीब 5 हजार रुपए भी दिए गए। उससे गुरदासपुर और टाउन हॉल पुलिस थाने के साथ अमृतसर में जासूसी कराई गई। इसके बाद दूसरे गुर्गे हरगुनप्रीत सिंह और उसके साथी को हैंड ग्रेनेड देकर गुरदासपुर पुलिस स्टेशन के बाहर फेंकने की जानकारी दी। हरगुनप्रीत 12वीं तक पढ़ा है। वो भी सोशल मीडिया के जरिए ही शहजाद के संपर्क में आया था। उसी ने 25 नवंबर को गुरदासपुर पुलिस स्टेशन के बाहर ग्रेनेड फेंका था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, यूपी के बिजनौर का रहने वाला आसिफ करीब ढाई महीने पहले ही इंस्टाग्राम के जरिए शहजाद भट्टी के संपर्क में आया था। शहजाद ने विकास प्रजापति से उसका कॉन्टैक्ट कराया। उसे कुछ और बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दबोच लिया। कौन है खुद को पाकिस्तान का सिपाही बताने वाला शहजादशहजाद भट्टी खुद को पाकिस्तान का सिपाही बताता है। वो ISI के इशारे पर भारत विरोधी एक्टिविटी करता है। पहले लॉरेंस के लिए काम करता था। फिर गैंगस्टर फारूक खोखर से जुड़ा। लॉरेंस से दुश्मनी के बाद ISI के संपर्क में आया। ISI के इशारे पर शहजाद भारत में हथियारों की तस्करी कराने लगा। 2022-23 में ये ज्यादा एक्टिव हुआ और फिलहाल दुबई में है। वो ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भारत की सीमा में अवैध हथियार, हैंड ग्रेनेड से लेकर ड्रग्स की सप्लाई में शामिल है। उसका भारत के अलावा अमेरिका और कनाडा में भी नेटवर्क है। पिछले साल ही इसने वीडियो कॉल पर लॉरेंस को ईद की बधाई दी थी। 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल हथियारों की सप्लाई करने का आरोप शहजाद भट्टी पर ही है। मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की साजिश में शामिल जीशान अख्तर को भारत से भागने में शहजाद भट्टी ने मदद की। उसे अजरबैजान पहुंचाकर सेटल कराया। पिछले ही महीने इसने अनमोल बिश्नोई को धमकी दी थी और कहा, 'बुलेटप्रूफ गाड़ी भी नहीं बचा पाएगी, वो जो चाहे कर सकता है।' इस धमकी को सुरक्षा एजेंसियों ने गंभीरता से लिया। NIA अब अनमोल बिश्नोई को पटियाला कोर्ट नहीं ले जा रही है। कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही कोर्ट में उसकी सुनवाई करा रही है। अनमोल बिश्नोई के गैंगस्टर-टेरर नेटवर्क में सफेदपोशों के शामिल होने का शकअनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत लाया गया। यहां वो NIA की कस्टडी में है। उसकी मर्डर और रंगदारी वसूलने वाले केसों में जांच हो रही है। खासकर फंडिंग और गैंगस्टर-टेरर मॉड्यूल की जांच हो रही है। इनमें मुंबई में बाबा सिद्दीकी मर्डर केस, सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस और सलमान खान के घर फायरिंग कराने की घटना की भी जांच शामिल है। अनमोल पर 22 से ज्यादा केस हैं। वो 2022 में ही भारत से फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया था। तभी से NIA ने उसे वांटेड घोषित कर रखा था। इसके बाद 19 नवंबर 2025 में अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत भेज दिया गया। तब से लेकर अब तक की जांच में NIA को हवाला के जरिए अमेरिका, कनाडा, थाईलैंड और भारत के बीच गैंगस्टर-टेरर फंडिंग के नेटवर्क के बारे में कई अहम जानकारी मिली है। इसी के जरिए इनके नेटवर्क से जुड़े ऐसे लोगों की पहचान हो रही है, जो सफेदपोश हैं। इन सफेदपोशों से जुड़ी सीक्रेट जानकारी भी जांच एजेंसियां जुटा रही हैं। आने वाले दिनों में दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच, पंजाब पुलिस और फिर मुंबई पुलिस भी अनमोल बिश्नोई को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती हैं।...................... ये खबर भी पढ़ें... अभिजीत कातिल नहीं तो मॉडल दिव्या पाहूजा को किसने मारा 2 जनवरी 2024, शाम करीब 6 बजे का वक्त था। गुरुग्राम के एक होटल में 27 साल की मॉडल दिव्या पाहूजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शुरुआती जांच में घटना सिटी पॉइंट होटल के कमरा नंबर-111 में होने का दावा किया गया। हत्या का आरोप बिजनेसमैन अभिजीत पर लगा। अब इस वारदात के करीब 2 साल पूरे होने वाले हैं। मॉडल की बहन नैना पाहूजा और मां सोनिया पाहूजा अब अभिजीत पर हत्या के आरोप से पलट गई हैं। पढ़िए पूरी खबर...
भारत मंडपम में में शिवकालीन शस्त्र और वंदे मातरम् प्रदर्शनी का उद्घाटन
ऐतिहासिक शस्त्र प्रदर्शनी देखकर पूर्वजों के प्रति सम्मान और जीवन को नई दिशा मिलेगी : स्वामी दीपांकर नई दिल्ली। दिल्ली के भारत मंडपम में सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत और सनातन संस्था द्वारा आयोजित भव्य सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव के अंतर्गत लगाई गई ऐतिहासिक प्रदर्शनी स्वराज का शौर्यनाद का शुभारंभ दिल्ली के संस्कृति […] The post भारत मंडपम में में शिवकालीन शस्त्र और वंदे मातरम् प्रदर्शनी का उद्घाटन appeared first on Sabguru News .
अवैध खनिज परिवहन करते 4 डंपर जब्त, एस्कार्ट करती स्कार्पियों व संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज
अजमेर/जयपुर। माइंस विभाग की अजमेर वृत की टीम ने विजय नगर-नसीराबाद क्षेत्र में देर रात व सुबह तड़के अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ औचक कार्रवाई करते हुए चार डंपर जब्त किए हैं वहीं अवैध परिवहन करते हुए रेत के डंपर का खान विभाग की टीम द्वारा पीछा करने के बावजूद एक स्कार्पियों कार की मदद […] The post अवैध खनिज परिवहन करते 4 डंपर जब्त, एस्कार्ट करती स्कार्पियों व संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज appeared first on Sabguru News .
दिल्ली में तेजी से बढ़ा प्रदूषण, ग्रैप-3 के कुछ ही घंटे बाद लागू हुआ ग्रैप-4
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण तेजी से बढ़ने के कारण वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शनिवार को सुबह ग्रैप-3 लागू किया और शाम होते-होते ग्रैप-4 लागू करने की स्थिति बन गई। ग्रैप यानी चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना के चार चरण हैं जिनके तहत प्रदूषण कम करने के लिए जरूरी अलग-अलग उपायों को लागू किया जाता […] The post दिल्ली में तेजी से बढ़ा प्रदूषण, ग्रैप-3 के कुछ ही घंटे बाद लागू हुआ ग्रैप-4 appeared first on Sabguru News .
उदयपुर जिले के भटेवर में आयोजित सांसद खेलकूद प्रतियोगिता में कबड्डी के फाइनल मुकाबले में भटेवर की टीम विजेता और नवानिया उपविजेता रही। प्रतियोगिता में वॉलीबॉल, क्रिकेट, रस्साकशी और फुटबॉल जैसे खेलों में भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिले।
मावली के कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली महारैली में शामिल होने के लिए रवाना
मावली के कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित महारैली में शामिल होने के लिए रवाना हुए। मावली विधायक पुष्कर लाल डांगी और ब्लॉक अध्यक्षों के नेतृत्व में यह रैली “वोट चोर, गद्दी छोड़” के नारे के तहत आयोजित की जा रही है, जिसमें देशभर से लाखों कार्यकर्ता भाग लेंगे।
ED की बड़ी कार्रवाई: वाराणसी से राष्ट्रीय स्तर तक फैले अवैध कफ सिरप रैकेट पर छापेमारी
वाराणसी में 1,000 करोड़ के अवैध कोडीन कफ सिरप रैकेट के मुख्य सरगना शुभम जायसवाल के ठिकानों पर ED की भव्य छापेमारी, अंतरराज्यीय नेटवर्क और धनशोधन की जांच के साथ फरार आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज।
जालना जिले के गुंडेवाडी ग्रामपंचायत में बनावट रसीदों से कर वसूली कर लाखों रुपये के कथित अपहार का मामला सामने आया है। सरपंच मनोहर ज्ञानेश्वर पोटे के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर चंदनझिरा पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। जांच में रसीदें और हस्ताक्षर फर्जी पाए गए हैं।
हनुमानगढ़ के यात्रियों ने सादुलपुर-हनुमानगढ़ पैसेंजर ट्रेन का समय बदलने की मांग की
नोहर एवं आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों ने सादुलपुर-हनुमानगढ़ पैसेंजर ट्रेन (गाड़ी संख्या 04777) का समय बदलने की मांग की है। वर्तमान समय सुबह बहुत जल्दी होने के कारण ग्रामीण, मरीज और सरकारी कर्मचारी असुविधा का सामना कर रहे हैं। ज्ञापन रेलवे प्रशासन को भेजा गया है ताकि ट्रेन का समय पूर्ववत किया जा सके।
नोहर में विजय दिवस 2025 की भव्य तैयारी, 16 दिसंबर को सैनिक भवन में होगा गरिमामय आयोजन
नोहर में 16 दिसंबर को पूर्व सैनिक सेवा समिति द्वारा विजय दिवस 2025 का भव्य आयोजन किया जाएगा। सैनिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम मुख्य अतिथि होंगे। शहीदों को श्रद्धांजलि, शिलान्यास, वीरांगनाओं का सम्मान और देशभक्ति कार्यक्रम आयोजन की विशेष पहचान रहेंगे।
मोतीबाग में गुटखा बिक्री पर पुलिस का शिकंजा, प्रतिबंधित तंबाकू जब्त कर दो दुकानदारों पर मामला दर्ज
जालना के मोतीबाग परिसर में कदीम जालना पुलिस ने प्रतिबंधित गुटखा बिक्री के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो पान दुकानों पर छापा मारा। पुलिस ने 1,220 रुपये सहित कुल लगभग 2,400 रुपये का अवैध तंबाकू जब्त किया और खाद्य सुरक्षा कानून व भारतीय न्याय संहिता के तहत दो दुकानदारों पर मामला दर्ज किया।
नशा समाज के लिए घातक: महाविद्यालय में नशा मुक्ति अभियान के तहत पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन
नोहर के श्रीमती नर्बदा देवी बिहानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में युवा क्लब, कला क्लब एवं मानस अभियान के संयुक्त तत्वावधान में नशा मुक्ति अभियान पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित हुई। कार्यक्रम में प्राचार्य सहित विशेषज्ञों ने नशे के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।
महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन में विधायक बबनराव लोणीकर ने हैदराबाद गज़ेट का हवाला देते हुए बंजारा और धनगर समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग उठाई। सरकार ने इस पर गठित समितियों की रिपोर्ट के बाद निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।
राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर नोहर में रक्तदान शिविर का आयोजन, औषध विक्रेता संघ की मानवीय पहल
राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर औषधि नियंत्रण विभाग के दिशा-निर्देशों में औषध विक्रेता संघ नोहर द्वारा 15 दिसंबर को राजकीय उप जिला चिकित्सालय में रक्तदान शिविर आयोजित किया जाएगा। नोहर ब्लड सेंटर के सहयोग से आयोजित शिविर में नागरिकों से अधिकाधिक सहभागिता की अपील की गई है।
सुबह के समय शहद का सेवन: फिटनेस और मेटाबॉलिज्म के लिए वरदान
वजन घटाने और मेटाबॉलिज्म सुधारने में शहद का महत्व बढ़ता जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार सुबह खाली पेट शहद और गुनगुने पानी का सेवन शरीर में फैट बर्न करने, ऊर्जा बनाए रखने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में मदद करता है।
नोहर की ग्राम पंचायत 22 एनटीआर में मनरेगा और पीएम आवास योजना में कथित घोटाले को लेकर ग्रामीणों का विरोध तेज। प्रारंभिक जांच में सरपंच व कार्मिकों पर आरोप, जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर निलंबन, वसूली और मुकदमे की मांग, 15 दिन में कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी।
सड़क सुरक्षा पखवाड़ा: नोहर में जागरूकता की रफ्तार, नियमों के पालन का दिया गया सशक्त संदेश
नोहर में सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के तहत जिला परिवहन कार्यालय द्वारा वाहन रैली का आयोजन किया गया। अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया और यातायात नियमों के पालन, हेलमेट व सीट बेल्ट उपयोग तथा सुरक्षित ड्राइविंग के प्रति आमजन को जागरूक किया।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के सफल दो वर्ष पूर्ण होने पर गंगापुर सिटी में विकास रथ यात्रा का भव्य शुभारंभ किया गया। इस यात्रा के माध्यम से जनकल्याणकारी योजनाओं, विकास कार्यों और सुशासन की उपलब्धियों को आमजन तक पहुँचाने का संदेश दिया गया।
IWAI के नेतृत्व में गोदावरी जलमार्ग विकास: भारत की जल परिवहन और क्षेत्रीय विकास में नया मोड़
गोदावरी नदी पर विकसित नेशनल वॉटरवे-4 भारत की जल परिवहन क्रांति में नया अध्याय जोड़ रहा है। IWAI की देखरेख में माल और यात्री परिवहन के लिए संचालित यह जलमार्ग आर्थिक विकास, क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।
उदयपुर के बारवा गांव में बहुजन समाज पार्टी ने सामाजिक संवेदनशीलता का परिचय देते हुए दिवंगत जितेंद्र मेघवाल की बहनों के विवाह अवसर पर एक लाख रुपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया। राज्यसभा सांसद रामजी गौतम के निर्देश पर यह सहायता जरूरतमंद परिवार के लिए संबल बनी और सामाजिक न्याय के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
भुसावर में स्कूल शिक्षा परिवार की नई कार्यकारिणी गठित, कुंजबिहारी उर्फ संजीत जैमन बने ब्लॉक अध्यक्ष
भुसावर उपखंड में स्कूल शिक्षा परिवार की ब्लॉक स्तरीय कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें कुंजबिहारी उर्फ संजीत जैमन को ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त किया गया। नई टीम में प्रभारी, संयोजक, महामंत्री, कोषाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं, जिससे संगठन को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
BJP की तिरुवनंतपुरम जीत पर लेफ्ट की तीखी प्रतिक्रिया; कांग्रेस पर उठाई उंगली
केरल के तिरुवनंतपुरम नगर निगम में BJP की ऐतिहासिक जीत के बाद CPI(M) ने हार की जिम्मेदारी कांग्रेस पर डाली। एलडीएफ ने पंडालम नगर पालिका में जीत दर्ज की, जबकि पार्टी ने हार की समीक्षा और सुधार की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही।
The launch of deploying Digital Learning Ecosystem in Jodhpur!
Namaste! It is an immense honor and a profound privilege to stand before you on this auspicious occasion. As the Chairman of Ashraya, I am deeply grateful for the invitation to inaugurate the Digital Learning Ecosystem (DLE) that we have proudly contributed to this esteemed institution. Principal Sharma, your leadership, rooted in the rich traditions […]
Hyundai Verna का फेसलिफ्ट अवतार ; मिड-साइज सेडान सेगमेंट में बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
Hyundai Verna Facelift के लॉन्च की तैयारी तेज है। नए डिजाइन अपडेट, रिफ्रेश्ड LED लाइटिंग, आधुनिक इंटीरियर और बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ यह सेडान नए अवतार में आने वाली है। आधिकारिक घोषणा से पहले जानिए इससे जुड़े सभी अहम संकेत और बदलाव।
मिशन गर्माहट: ठंड में शिक्षा की लौ बनी रोशनी, जरूरतमंद विद्यार्थियों को मिला निःशुल्क स्वेटर का संबल
भरतपुर के भुसावर उपखंड में ‘मिशन गर्माहट’ के तहत राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय झारोटी में 140 जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को निःशुल्क स्वेटर वितरित किए गए। जनसहभागिता, शिक्षा और सामाजिक सरोकारों की यह पहल ठंड में बच्चों की पढ़ाई को संबल देने का प्रेरक उदाहरण बनी।
शेयर बाजार में धमाका : ट्रांसफॉर्मर निर्माता को मिले दो बड़े कॉन्ट्रैक्ट; निवेशकों में उत्साह लेहेर
मार्सन्स लिमिटेड को दो बड़े हाई-वोल्टेज पावर ट्रांसफॉर्मर ऑर्डर मिले, शेयर में तेजी और निवेशकों में उत्साह। 9.91 करोड़ रुपये के इस ऑर्डर से कंपनी की तकनीकी क्षमता और भारतीय पावर सेक्टर में महत्व और बढ़ा।
दो वर्ष पूरे होने पर सड़क सुरक्षा का बड़ा संदेश: कोटा से शुरू हुआ 15 दिवसीय विशेष अभियान
कोटा में राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर 15 दिवसीय सड़क सुरक्षा अभियान का शुभारंभ किया गया। जिला प्रशासन, परिवहन विभाग व ट्रैफिक पुलिस के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस अभियान में हेलमेट, सीट बेल्ट और यातायात नियमों के पालन पर जोर दिया गया, जिससे दुर्घटनाओं में कमी का लक्ष्य तय किया गया।
सड़क सुरक्षा अभियान: हाई रिस्क पॉइंट और ब्लैक स्पॉट का विशेष निरीक्षण
छोटीसादड़ी में सड़क सुरक्षा अभियान के तहत हाई रिस्क पॉइंट और ब्लैक स्पॉट का निरीक्षण किया गया। अधीक्षण अभियंता हुकुम चंद बैरवा की अध्यक्षता में गठित समिति ने प्रमुख सड़कों पर खामियों का चिन्हांकन कर सुधारात्मक कार्ययोजना तैयार की, जिससे जिले में सड़क सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
नई Hyundai Verna Facelift: आधुनिक डिजाइन और एडवांस फीचर्स के साथ आने के संकेत
नई Hyundai Verna Facelift के लॉन्च को लेकर ऑटोमोबाइल बाजार में उत्सुकता बढ़ गई है। इस रिपोर्ट में जानिए संभावित लॉन्च टाइमलाइन, डिजाइन और फीचर्स में होने वाले बदलाव, अनुमानित कीमत और कंपनी की आधिकारिक स्थिति से जुड़ी पूरी जानकारी।
जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा प्रतापगढ़ में संपन्न, 74% विद्यार्थियों ने भाग लिया
प्रतापगढ़ जिले में जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा शनिवार को 32 केंद्रों पर सफलतापूर्वक संपन्न हुई। 8275 पंजीकृत विद्यार्थियों में 6127 ने भाग लिया, उपस्थिति दर 74.05% रही। जिला शिक्षा अधिकारी और नवोदय विद्यालय स्टाफ ने पूरी सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ परीक्षा संचालन किया।
17 दिसंबर को उपखंड में मनाया जाएगा पेंशनर दिवस, डीएस नकारा की कानूनी विजय को किया जाएगा याद
छोटीसादड़ी में 17 दिसंबर को उपखंड की स्थानीय उपशाखा द्वारा पेंशनर दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के डीएस नकारा बनाम भारत संघ के ऐतिहासिक पेंशन फैसले को याद किया जाएगा और पेंशनरों की मांगों को लेकर प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री को ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा।
सुहागपुरा पुलिस ने अवैध एमडी और नगदी के साथ युवक को किया गिरफ्तार, बाइक भी जब्त
सुहागपुरा पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान अवैध एमडी और करीब 79 हजार रुपए नगदी के साथ रामलाल मीणा को गिरफ्तार किया। कार्रवाई में आरोपी की बाइक और 167.02 ग्राम मेफेड्रोन जप्त की गई। यह गिरफ्तारी जिले में नशा तस्करी रोकने की दिशा में पुलिस की महत्वपूर्ण कार्रवाई है।
कोविड राहत में भारत की बड़ी पहल; पेरू को 2.5 लाख सेलाइन बोतलें भेजीं
भारत ने पेरू में डिहाइड्रेशन से जूझ रहे मरीजों की सहायता के लिए 2.5 लाख सेलाइन बोतलें भेजी, जिससे ग्लोबल साउथ के साथ अपनी एकजुटता और मानवीय सहयोग की प्रतिबद्धता दोहराई। यह कदम भारत को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य साझेदार के रूप में स्थापित करता है।
अवैध गांजे के साथ दो आरोपी गिरफ्तार, प्रतापगढ़ पुलिस का ऑपरेशन चक्रव्यूह सफल
प्रतापगढ़ पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत राजेश्वरी मंदिर के पास दो आरोपियों को अवैध गांजे के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने 240 ग्राम गांजा जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की, जिससे जिले में कानून व्यवस्था और मादक पदार्थ रोकथाम में सफलता मिली।
पांच हजार रुपये का ईनामी बदमाश गिरफ्तार, जानलेवा हमले में था वांछित
चित्तौड़गढ़ पुलिस ने पांच हजार रुपये के ईनामी अपराधी भुपेन्द्र सिंह उर्फ बैरू भुप्पी को गिरफ्तार किया। आरोपी पिस्टल से जानलेवा हमला करने के मामले में वांछित था। गिरफ्तारी में एएसआई, डीएसटी व साइबर सेल की टीमों का सहयोग रहा। प्रकरण का अनुसंधान जारी है।
भगवान परश्वनाथ का जन्मोत्सव: जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर का जीवन और संदेश
परश्वनाथ जयंती 2025 जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान परश्वनाथ के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जा रही है। इस अवसर पर मंदिरों में पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और उपवास आयोजित होते हैं। पर्व का उद्देश्य अहिंसा, करुणा और आध्यात्मिक संदेश को समाज में फैलाना है।
आस्था का महाकुंभ: श्री करेड़ा पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव का भव्य आगाज कल से भूपालसागर में
भूपालसागर में श्री 108 करेड़ा पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव 14 दिसंबर से तीन दिवसीय भव्य आयोजन के साथ शुरू होगा। लाखों श्रद्धालु भव्य वरघोड़ा, अष्टम तप आराधना और स्वामीवात्सल्य में भाग लेंगे। सुरक्षा, व्यवस्था और धार्मिक कार्यक्रमों के साथ यह महोत्सव मेवाड़ में आस्था का प्रमुख केंद्र बनेगा।
भटेवर में सांसद खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ, खिलाड़ियों ने दिखाया अद्भुत दमखम
उदयपुर जिले के भटेवर में आयोजित ब्लॉक स्तरीय सांसद खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ, जिसमें सांसद सीपी जोशी और विधायक उदयलाल डांगी ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया। प्रतियोगिता में क्रिकेट, कबड्डी, वॉलीबॉल, फुटबॉल व रस्साकशी में खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और प्रथम दिन विजेताओं को सम्मानित किया गया।
पथैना के राकेश कुमार बने कांग्रेस के स्टेट कोऑर्डिनेटर, क्षेत्र में बढ़ी खुशहाली की उम्मीद
पथैना के राकेश कुमार उर्फ रॉकी पथैना को कांग्रेस ने स्टेट कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया। इस नियुक्ति ने क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और जनता में उत्साह की लहर दौड़ा दी है। राकेश कुमार युवा वर्ग की आवाज़ को मजबूत करने और संगठन को सुदृढ़ करने पर ध्यान देंगे।
चंदेरिया स्मेल्टर में श्रमिकों की भव्य आम सभा, 3500 से अधिक कर्मियों ने जताया विश्वास
चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर में मजदूर संघों की संयुक्त आम सभा में 3500 से अधिक श्रमिकों ने भाग लिया। रणजीत सिंह भाटी और हिंदुस्तान जिंक वर्कर्स फेडरेशन के नेतृत्व में आयोजित सभा में श्रमिकों ने संगठन और फेडरेशन में विश्वास व्यक्त किया, और आगामी योजनाओं पर चर्चा हुई।
चित्तौड़गढ़ में भजनलाल सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर विकास रथ के माध्यम से आमजन को सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं की जानकारी पहुंचाई गई। विधायक चंद्रभान सिंह आक्या और जिलाध्यक्ष रतनलाल गाडरी ने कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित किया और प्रदेश में विकास की नई मिसाल पेश की।
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस: ऊर्जा बचत और सतत विकास की दिशा में भारत की पहल
राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस हर वर्ष 14 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस ऊर्जा की बचत, सतत विकास और पर्यावरण सुरक्षा के महत्व को आम जनता तक पहुँचाने का अवसर है। सरकारी और शैक्षणिक कार्यक्रमों के माध्यम से ऊर्जा प्रबंधन और अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर जोर दिया जाता है।
डूंगरपुर के फतेहगढ़ी पहाड़ी पर स्थित फतेह हनुमान मंदिर में पहली बार पारवा निर्मित विशाल गदा की स्थापना हुई। आचार्य संजय पंड्या के आचार्यत्व में गदा पूजन और लघु रूद्र पाठ संपन्न हुआ, जिसमें भक्तों ने 1000 हनुमान चालीसा प्राप्त की और महाआरती में भाग लिया।
अखण्ड दीपक के साथ पौष दशमी महोत्सव का भव्य आगाज, साध्वीश्री ने जताई मानव जीवन की सार्थकता
डूंगरपुर में श्री जैन श्वेताम्बर वीशा पोरवाड़ संघ और हुम्मड़ संघ के तत्वावधान में भगवान पाश्र्वनाथ के जन्म कल्याणक महोत्सव का दीप प्रज्ज्वलन के साथ भव्य आगाज हुआ। साध्वीश्री दक्षयशा श्रीजी के सानिध्य में 108 पाश्र्वनाथ पूजन और धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए। महोत्सव में वरघोड़ा और स्नात्र पूजा भी आयोजित होगी।
बारां पुलिस की बड़ी कार्यवाही: 5 किलो 797 ग्राम गांजा बरामद, आरोपी गिरफ्तार
बारां पुलिस ने विशेष अभियान के तहत थाना पाली क्षेत्र में अवैध गांजा तस्करी का भंडाफोड़ किया। 5 किलो 797 ग्राम गांजा जब्त कर लखन मेहत्तर को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण थाना पाली में दर्ज किया गया है और अनुसंधान जारी है।
14 December Birthday: आपको 14 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!
14 December Janmdin: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 14 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: बुध गोचर: 3 राशियों के लिए किस्मत चमकाएगा ग्रहों का राजकुमार आपका जन्मदिन: 14 दिसंबर आप बेहद भाग्यशाली हैं कि आपका जन्म 14 को हुआ है। ऐसे व्यक्ति अधिकांशत: मितभाषी होते हैं। कवि, कलाकार, तथा अनेक विद्याओं के जानकार होते हैं। आपमें गजब की आकर्षण शक्ति होती है। आपमें लोगों को सहज अपना बना लेने का विशेष गुण होता है। 14 का अंक आपस में मिलकर 5 होता है। 5 का अंक बुध ग्रह का प्रतिनिधि करता है। अनजान व्यक्ति की मदद के लिए भी आप सदैव तैयार रहते हैं। आपमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मुश्किल है। अर्थात अगर आप अच्छे स्वभाव के व्यक्ति हैं तो आपको कोई भी बुरी संगत बिगाड़ नहीं सकती। अगर आप खराब आचरण के हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको सुधार नहीं सकती। लेकिन सामान्यत: 14 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति सौम्य स्वभाव के ही होते हैं। आपके लिए खास शुभ दिनांक : 1, 5, 7, 14, 23 शुभ अंक : 1, 2, 3, 5, 9, 32, 41, 50 शुभ वर्ष : 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052 ईष्टदेव : देवी महालक्ष्मी, गणेशजी, मां अम्बे। शुभ रंग : हरा, गुलाबी जामुनी, क्रीम आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल परिवार : दाम्पत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। अविवाहित भी विवाह में बंधने को तैयार रहें। परिवारिक प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष से खुशखबर आ सकती है। करियर: यह वर्ष आपके लिए सफलताओं भरा रहेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओं भरा रहेगा। कारोबार: व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी। अभी तक आ रही परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। आज के दिन जन्में कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति दिव्यांका त्रिपाठी दहिया (Divyanka Tripathi Dahiya): एक भारतीय टेलीविजन अभिनेत्री हैं। वह ज़ी टीवी में विद्या प्रताप सिंह की भूमिका निभाने के लिए जानी जाती हैं। समीरा रेड्डी (Sameera Reddy): एक भारतीय अभिनेत्री रही हैं, जिन्होंने तमिल, तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम किया। मनोज एन. जोशी (Manoj N. Joshi): भारतीय अभिनेता, जिन्हें फिल्म, स्टेज टेलीविजन में काम करने के लिए जाना जाता है। संजय गांधी (Sanjay Gandhi): भारतीय नेता इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र। राज कपूर (Raj Kapoor): भारतीय अभिनेता, फिल्म निर्देशक और निर्माता थे। आपको इस खास दिन पर जीवन की सभी खुशियां मिलें। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ALSO READ: Jagannath puri video: जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर पक्षियों का झुंड, हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना?
दो वर्षों में विकास के नए आयाम स्थापित किए: प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी
राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने बारां जिले में विकास की उपलब्धियों का विस्तृत विवरण पेश किया। सड़क, कृषि, ऊर्जा, स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक योजनाओं में ठोस परिणाम सामने आए, जिससे आमजन का जीवन सरल और समृद्ध हुआ।
हिन्दुस्तान जिंक ने वित्त वर्ष 2025 में 1 लाख गीगाजूल से अधिक ऊर्जा की बचत कर 20,000 टन से अधिक कार्बन उत्सर्जन कम किया। कंपनी ने रिन्यूएबल एनर्जी और एनर्जी एफिशिएंसी उपायों के माध्यम से सस्टेनेबल माइनिंग और भारत के क्लीन-एनर्जी ट्रांजिशन में अहम योगदान दिया।
गोंदवलेकर महाराज पुण्यतिथि 2025: श्रद्धालुओं का भक्ति संगम, जानें महाराज का योगदान
गोंदवलेकर महाराज (ब्रम्हचैतन्य) की पुण्यतिथि 2025 का मुख्य दिन 14 दिसंबर है। 5-14 दिसंबर तक आयोजित यह उत्सव भजन-कीर्तन, नामस्मरण और धार्मिक अनुष्ठानों का केंद्र है। श्रद्धालु धार्मिक अनुशासन और सांस्कृतिक एकता के साथ महाराज की शिक्षाओं का अनुभव करेंगे।
धूमधाम से मनाया गया हरिबोल प्रभातफेरी का 15वां स्थापना दिवस
चित्तौड़गढ़ में श्री त्रिपोलिया हनुमान मंदिर द्वारा संचालित हरिबोल प्रभातफेरी का 15वां स्थापना दिवस धूमधाम और भक्तिमय कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। हरिनाम संकीर्तन, नृत्य और पुष्पवर्षा के बीच श्रद्धालुओं ने सामूहिक आस्था का अनुभव किया।
चित्तौड़गढ़ में विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या की उपस्थिति में निःशुल्क आयुर्वेद क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ। 10 दिवसीय शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम 150 रोगियों का उपचार करेगी, जिससे अर्श-भगन्दर रोगियों को राहत मिलेगी।
कच्ची बस्ती स्कूल के बच्चों को सर्दी में राहत: निःशुल्क स्वेटर वितरण
चित्तौड़गढ़ के राउप्रावि कच्ची बस्ती में सर्दी की वर्दी अभियान के तहत 53 जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क स्वेटर वितरित किए गए। इस पहल से बच्चों को सर्दी में राहत मिली और पढ़ाई के प्रति उत्साह बढ़ा। विद्यालय प्रधान और अभियान के संस्थापक कार्यक्रम में उपस्थित रहे, बच्चों के चेहरे पर खुशी झलकती रही।
Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 14 दिसंबर, 2025: रविवार का पंचांग और शुभ समय
आज आपका दिन मंगलमय हो! Today Panchang Muhurat: क्या आप आज कोई नया काम शुरू करने की सोच रहे हैं? या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं? ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही मुहूर्त में करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। 'वेबदुनिया' आपके लिए लेकर आया है 14 दिसंबर, 2025 का विशेष पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त। ALSO READ: Numerology Predictions December 2025: दिसंबर 2025 अंक ज्योतिष: किसका खुलेगा किस्मत का ताला! जानें करियर, धन और प्रेम का हाल (15 से 21 दिसंबर) आइए जानें आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है। पंचांग:14 दिसंबर, 2025, रविवार आज की मुख्य जानकारी: शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-कृष्ण ऋतु-हेमन्त वार-रविवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक आज के शुभ मुहूर्त और चौघड़िया शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 राहुकाल (अशुभ समय): सायं 4:30 से 6:00 बजे तक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिशा शूल-पश्चिम योगिनी वास-उत्तर गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चन्द्र स्थिति-तुला आज के विशेष उपाय: आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:। आज का उपाय-किसी विप्र को केसर भेंट करें। वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं। आज के व्रत, त्योहार और विशेष घटनाएं- सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग/भद्रा यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें। (निवेदन: उपरोक्त विवरण पंचांग पर आधारित है। विभिन्न पंचांगों में slight changes संभव हैं।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com ALSO READ: Jagannath puri video: जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर पक्षियों का झुंड, हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना?
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्यारोली में समाज उपयोगी उत्पादक कार्य का भव्य समापन
गंगापुर सिटी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्यारोली में पांच दिवसीय समाज उपयोगी उत्पादक कार्य शिविर का भव्य समापन, जिसमें विद्यार्थियों ने स्वच्छता, यातायात नियम, व्यावसायिक शिक्षा और करियर विकास पर प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिविर ने विद्यार्थियों में सामाजिक जिम्मेदारी और आत्मनिर्भरता की भावना जगाई।
सवाई माधोपुर में राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित बाइक रैली के माध्यम से सड़क सुरक्षा का संदेश दिया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर ने रैली को हरी झंडी दिखाई। अभियान में हेलमेट, सीट बेल्ट और यातायात नियमों के पालन की जागरूकता फैलाकर सुरक्षित और जिम्मेदार यातायात की संस्कृति को बढ़ावा दिया गया।
सवाई माधोपुर में सड़क सुरक्षा अभियान: जिला स्तरीय कार्यक्रम में जागरूकता और शपथ
सवाई माधोपुर में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय साहूनगर में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित। जिला कलक्टर काना राम ने “नो हेलमेट नो एंट्री, नो सीट बेल्ट नो एंट्री” संदेश का विमोचन कर यातायात नियमों का पालन और सुरक्षित यातायात की शपथ दिलाई। विद्यार्थियों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
सवाई माधोपुर-रणथंबोर लायंस क्लब ने स्वर्गीय मदन लाल गुप्ता की 28वीं पुण्यतिथि पर श्याम कृष्णा हॉस्पिटल में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। शिविर में 51 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ, 18 युवाओं ने पहली बार रक्तदान किया और मातृशक्तियों ने भी भाग लिया।
विकसित राजस्थान का संकल्प: गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने ‘विकास रथों’ का किया निरीक्षण
राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने डीग जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों में ‘विकास रथों’ का निरीक्षण किया। मंत्री ने जनसभाओं में उपलब्धियां साझा कीं, आमजन की समस्याएं सुनीं और त्वरित समाधान के निर्देश दिए, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में विकास और सुशासन की भावना को बल मिला।
सड़क सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी: संभागीय आयुक्त ने हरी झंडी दिखाकर किया अभियान का शुभारम्भ
भरतपुर में परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ने सड़क सुरक्षा जन-जागरूकता रथ और बाइक रैली का आयोजन किया। संभागीय आयुक्त नलिनी कठोतिया ने हरी झंडी दिखाकर अभियान का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम का उद्देश्य आमजन को यातायात नियमों के पालन और सुरक्षित यातायात के प्रति जागरूक करना है।
रामाखेड़ा विद्यालय में स्वेटर वितरण समारोह, बच्चों के चेहरे पर खिली खुशी
खेरोदा के रामाखेड़ा विद्यालय में स्वामी विवेकानंद सोसायटी के तत्वाधान में आयोजित स्वेटर वितरण समारोह में बच्चों के चेहरे पर खुशी और उत्साह देखने को मिला। दानदाताओं और अभिभावकों की भागीदारी ने समारोह की गरिमा बढ़ाई और सामुदायिक सहयोग का संदेश दिया।
खेरोदा से अडिंदा पार्श्वनाथ तक भव्य जैन धर्म पदयात्रा का आयोजन
खेरोदा से अडिंदा पार्श्वनाथ तक नाकोड़ा भैरव भक्ति मंडल द्वारा आयोजित भव्य जैन धर्म पदयात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा में धार्मिक अनुष्ठान, मेला और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला, जिससे क्षेत्रीय धार्मिक संस्कृति और सामाजिक एकजुटता को मजबूती मिली।
खेरोदा में भव्य संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन, भक्तों ने किया आस्था का उत्सव
खेरोदा के वीर हनुमान मंदिर में रोशन लाल पोखरना परिवार द्वारा आयोजित भव्य संगीतमय सुंदरकांड पाठ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। महंत परसराम महाराज द्वारा महाआरती और प्रसादी वितरण के साथ कार्यक्रम भक्तिमय उत्सव में परिणत हुआ, जिसमें हनुमानजी की भक्ति का अद्भुत अनुभव साझा किया गया।
क्रिसमस के लिए खास: घर पर बनाएं ब्रांडी मैरीनेटेड प्लम केक, जानें पूरी विधि
क्रिसमस पर घर-घर में तैयार होने वाला मशहूर प्लम केक अपनी खुशबू और समृद्ध स्वाद से त्यौहार की खुशियाँ बढ़ाता है। सूखे मेवे, मसाले और ब्रांडी से तैयार यह पारंपरिक मिठाई बच्चों और बड़ों में समान रूप से लोकप्रिय है।
ब्रह्म मुहूर्त की सैर; एक आदत, जो शरीर-दिमाग दोनों को कर दे रीसेट!
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सुबह की सैर करना आयुर्वेद और विज्ञान दोनों के अनुसार सेहत का सबसे प्रभावी उपाय माना जाता है। यह आदत पाचन, हृदय स्वास्थ्य, मानसिक शांति, ऊर्जा स्तर और इम्यूनिटी को बेहतर बनाती है, साथ ही डायबिटीज और डिप्रेशन के खतरे को भी कम करती है।
कोटा के दुर्गा कॉलोनी में शहरी आयुष्मान आरोग्य केंद्र का भव्य उद्घाटन
कोटा के दुर्गा कॉलोनी में वार्ड नंबर 73 के लिए शहरी आयुष्मान आरोग्य केंद्र का उद्घाटन हुआ। राजेश बिरला ने फीता काटकर इसे औपचारिक रूप दिया। इस केंद्र से स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं की सुलभता मिलेगी और इलाज पर खर्च में बचत होगी, जिससे वार्ड में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच मजबूत होगी।
लायंस क्लब कोटा का निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर सम्पन्न, 110 रोगियों ने पाई नई दृष्टि
लायंस क्लब कोटा और जिला अंधता निवारण समिति द्वारा आयोजित निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में 110 मोतियाबिंद रोगियों का सफल ऑपरेशन कर उन्हें नई दृष्टि प्रदान की गई। विधायक संदीप शर्मा ने मानव सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व के उत्कृष्ट उदाहरण के रूप में इसकी सराहना की।
ईथॉस हॉस्पिटल ने सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग शुरू किया, जहां डॉ. अंकुर श्रीमाल हर शनिवार पेट, लीवर और आंत से जुड़ी जटिलताओं का विशेषज्ञ परामर्श देंगे। RGHS, CGHS, ECHS, आयुष्मान एवं TPA कैशलेस सुविधा के साथ मरीजों को स्थानीय स्तर पर उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी।
एसीएबीसी प्रशिक्षणार्थियों ने सरस डेयरी प्लांट का किया शैक्षणिक अध्ययन दौरा
कोटा के एसीएबीसी प्रशिक्षणार्थियों ने सरस डेयरी प्लांट का शैक्षणिक दौरा कर दुग्ध प्रसंस्करण, गुणवत्ता नियंत्रण और आधुनिक डेयरी उत्पादन तकनीकों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। यह भ्रमण कृषि-आधारित उद्यमिता में युवा प्रतिभाओं को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
कोटा में दिगंबर जैन समाज ने आगामी 25 जनवरी को इंदौर में आयोजित राष्ट्रीय युवक–युवती परिचय सम्मेलन के पोस्टर और पंजीकरण फ़ॉर्म का भव्य विमोचन किया। सम्मेलन युवाओं को उपयुक्त जीवनसाथी चुनने में मदद करेगा और समाज की एकता को बढ़ावा देगा।
चॉकलेट केक खाना है पर डाइट की है चिंता? जानें ये है हेल्दी और आसान बेकिंग टिप्स
घर पर हेल्दी चॉकलेट केक बनाना अब आसान और पौष्टिक बन गया है। इस आर्टिकल में सामग्री और स्टेप-बाय-स्टेप रेसिपी पॉइंट्स में दी गई है, जिससे आप स्वाद और स्वास्थ्य दोनों का संतुलन पा सकते हैं।
कोटा से जहाजपुर तक निकलेगी ऐतिहासिक जिनधर्म प्रभावना पदयात्रा
कोटा से जहाजपुर तक 14 दिसंबर से शुरू हो रही जिनधर्म प्रभावना पदयात्रा में 700 से अधिक श्रावक भाग लेंगे। आचार्य 108 श्री प्रज्ञासागर जी के सानिध्य में धर्मध्वज रथ, देव रथ और वाद्य रथों के साथ यह यात्रा धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व लिए हुए है।

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