श्रीगंगानगर : प्रेम में युवक युवती ने की आत्महत्या
श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले के लालगढ़ जाटान थाना क्षेत्र में धर्मसिंहवाला गांव में प्रेम प्रसंग के चलते एक युवक और युवती ने आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को 25 वर्षीय विवाहिता और 30 वर्षीय अविवाहित युवक सुनील उर्फ सोनू सुथार ने कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। परिजनों […] The post श्रीगंगानगर : प्रेम में युवक युवती ने की आत्महत्या appeared first on Sabguru News .
गुजरात में हृदय रोग का बढ़ता खतरा: हर घंटे 10 नए मरीज
Increasing risk of heart disease in Gujarat: 10 new patients every hour. गुजरात में हृदय रोग के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अहमदाबाद में सबसे ज़्यादा मरीज, हर घंटे औसतन 10 लोग हृदय रोग से पीड़ित हो रहे हैं।
एमडीएसयू में बौद्धिक ईमानदारी दिवस के रूप में मनाया गणेश चतुर्थी का उत्सव
अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (एमडीएसयू) ने गणेश चतुर्थी को इस वर्ष एक अनूठे अंदाज में मनाते हुए इसे बौद्धिक ईमानदारी दिवस के रूप में आयोजित किया। इस पहल का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों में शैक्षणिक ईमानदारी, पारदर्शिता और नैतिक मूल्यों के महत्व को रेखांकित करना रहा। विश्वविद्यालय के चाणक्य भवन में स्थापित गणेश प्रतिमा […] The post एमडीएसयू में बौद्धिक ईमानदारी दिवस के रूप में मनाया गणेश चतुर्थी का उत्सव appeared first on Sabguru News .
मंत्री सुरेश रावत के पिता सूरज सिंह रावत की देह पंचतत्व में विलीन
पैतृक गांव मुहामी में हजारों नम आंखों के बीच दाह-संस्कार अजमेर। जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत के पिता सूरज सिंह रावत का बुधवार को उनके पैतृक गांव मुहामी में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। मंगलवार रात उनका निधन हो गया था। पारिवारिक और सामाजिक जीवन में अत्यंत सम्मानित रहे […] The post मंत्री सुरेश रावत के पिता सूरज सिंह रावत की देह पंचतत्व में विलीन appeared first on Sabguru News .
धन शोधन का गुजरात मॉडल — काले धन का खेल
अगर आप जानना चाहते हैं कि काले धन को सफेद कैसे किया जाता है, तो आपको गुजरात की दस अज्ञात पार्टियों को मिले चुनावी चंदे यानी चंदे का ब्यौरा जानना होगा।
क्लीन एंड ग्रीन कैंपस : एमडीएसयू में छात्रों के लिए निःशुल्क ई-रिक्शा सेवा प्रारंभ
अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के वृहद परिसर में छात्रों की सुविधा के लिए निःशुल्क ई-रिक्शा सेवा की शुरुआत की गई है। विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं भामाशाह गुरप्रीत सिंह, जो वर्तमान में मेजरकोन इंस्ट्रूमेंट कंपनी, दिल्ली में क्षेत्रीय विक्रय प्रमुख हैं, ने विश्वविद्यालय को पांच ई-रिक्शा भेंट किए हैं। इन ई-रिक्शाओं का संचालन विश्वविद्यालय […] The post क्लीन एंड ग्रीन कैंपस : एमडीएसयू में छात्रों के लिए निःशुल्क ई-रिक्शा सेवा प्रारंभ appeared first on Sabguru News .
झालावाड़ जिले में सेना का जवान सहित सात तस्कर अरेस्ट
झालावाड़। राजस्थान पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ा अभियान चलाकर झालावाड़ जिले में दो अलग-अलग मामलों में भारी मात्रा में गांजा और सिंथेटिक ड्रग एमडीएमए जब्त कर एक सेना के जवान सहित सात तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देश पर चलाए […] The post झालावाड़ जिले में सेना का जवान सहित सात तस्कर अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
शुभमन गिल और रोहित शर्मा आईसीसी पुरुष वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर कायम
दुबई। आईसीसी पुरुष वनडे खिलाड़ी रैंकिंग की नवीनतम जारी सूची में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने बढ़त हासिल की है जबकि शुभमन गिल और रोहित शर्मा बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष पर बने हुए हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर 2-1 से श्रृंखला हार का सामना करना पड़ा, लेकिन मैके में श्रृंखला के […] The post शुभमन गिल और रोहित शर्मा आईसीसी पुरुष वनडे रैंकिंग में शीर्ष पर कायम appeared first on Sabguru News .
ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल से संन्यास लिया
नई दिल्ली। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने आईपीएल करियर को अलविदा कह दिया है। इस अनुभवी स्पिन गेंदबाज ने एक्स पर अपने फैसले की घोषणा की और दुनिया भर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलने का संकेत दिया। अश्विन ने एक्स पर पोस्ट किया कि कहते हैं कि हर अंत की एक नई शुरुआत होती है। […] The post ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल से संन्यास लिया appeared first on Sabguru News .
रेनॉ ने ट्राइबर में ई20 ईंधन के इस्तेमाल से जुड़ी चिंताओं को किया खारिज
नई दिल्ली। यात्री वाहन निर्माता कंपनी रेनॉ इंडिया ने ई10 (पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण) अनुकूल वाहनों में ई20 ईंधन के इस्तेमाल से नुकसान की आशंकाओं को खारिज करते हुए बुधवार को ग्राहकों को बताया कि इन वाहनों का परीक्षण ई20 ईंधन के लिए भी किया जा चुका है और इसलिए चिंता करने की […] The post रेनॉ ने ट्राइबर में ई20 ईंधन के इस्तेमाल से जुड़ी चिंताओं को किया खारिज appeared first on Sabguru News .
छत्तीसगढ के सुकमा में पुल पार करते समय कार बहने से 4 लोगों की मौत
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा में राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर नदी का पानी पुल के ऊपर बहने के दौरान पुल पार करने की कोशिश में एक परिवार के चार लोग कार समेत बह गए। कार चालक ने किसी तरह तैरकर अपनी जान बचाई। इस दुर्घटना में दो छोटे बच्चे और उनके माता-पिता के बह जाने की […] The post छत्तीसगढ के सुकमा में पुल पार करते समय कार बहने से 4 लोगों की मौत appeared first on Sabguru News .
ओडिशा में महिला कर उपायुक्त सरिता बारिक रिश्वत लेते रंगे हाथों अरेस्ट
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में तैनात जीएसटी उपायुक्त सरिता बारिक को एक बेकरी मालिक से टैक्स मामलों से संबंधित जुर्माने और छूट के बदले 25 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सतर्कता निदेशालय के अनुसार सर्किल चार में तैनात प्रथम श्रेणी की अधिकारी बारिक को कल यहां के […] The post ओडिशा में महिला कर उपायुक्त सरिता बारिक रिश्वत लेते रंगे हाथों अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
वाराणसी में गैंगरेप पीड़िता युवती ने दिया बेटी को जन्म
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती ने बेटी को जन्म दिया है। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना के कई महीने बीत जाने के बावजूद पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में मंगलवार को एक और […] The post वाराणसी में गैंगरेप पीड़िता युवती ने दिया बेटी को जन्म appeared first on Sabguru News .
डोनाल्ड ट्रंप ने फिर किया भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुकवाने का दावा
वाशिंगटन। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद इस साल मई में भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने का श्रेय उन्हें जाता है और उन्होंने ऊंचे आयात शुल्क की धमकी देकर संघर्ष विराम कराया था। ट्रंप ने मंगलवार को वाशिंगटन में मंत्रिमंडल की बैठक के […] The post डोनाल्ड ट्रंप ने फिर किया भारत-पाकिस्तान संघर्ष रुकवाने का दावा appeared first on Sabguru News .
डॉ. राम पुनियानी @80: साम्प्रदायिकता विरोध की निडर आवाज़
डॉ. राम पुनियानी के 80वें जन्मदिन पर जानें उनका जीवन-संघर्ष,डॉ. राम पुनियानी की जीवनी (Dr. Ram Puniyani Biography in Hindi) आईआईटी से इस्तीफ़ा और साम्प्रदायिकता विरोध की उनकी निडर यात्रा...
NCERT's 'Partition Horror'- A shameless attempt to cover up the crimes of British rulers-Hindu Mahasabha-RSS
खरगे का मोदी पर हमला: ट्रंप के 50% टैरिफ से 2.17 लाख करोड़ का नुकसान, लाखों नौकरियाँ खतरे में
Kharge attacks Modi: Trump's 50% tariff will cause a loss of Rs 2.17 lakh crore, lakhs of jobs are at risk. मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर 50% अमेरिकी टैरिफ के असर को लेकर हमला बोला। कहा- 2.17 लाख करोड़ का नुकसान, कपड़ा, रत्न-आभूषण और झींगा उद्योग में लाखों नौकरियाँ खत्म होने की आशंका
गुजरात की अनाम पार्टियों को 4300 करोड़ का चंदा किससे मिला?-राहुल गांधी का सवाल
From whom did anonymous parties in Gujarat receive donations worth Rs 4300 crore? - Rahul Gandhi's question.
ट्रंप का बड़ा दावा: मोदी ने 5 घंटे में ही घुटने टेक दिए, भारत-पाक युद्ध रोका आर्थिक दबाव से
डोनाल्ड ट्रंप का दावा: भारत-पाक युद्ध रोकने के लिए पीएम मोदी पर डाला दबाव। कहा- 5 घंटे में झुके मोदी, टैरिफ़ की धमकी से थमी जंग। संसद में सरकार ने बातचीत से किया था इनकार।
गूगल ट्रांसलेट का नया अवतार: अब AI की मदद से करें लाइव बातचीत और सीखें नई भाषा
गूगल ने अपनी लोकप्रिय ट्रांसलेशन सेवा, गूगल ट्रांसलेट, में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग...
उदयपुर में एक दलाल साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते अरेस्ट
उदयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मंगलवार को उदयपुर में एक दलाल को बीएमडब्ल्यू कार की बकाया राशि दिलवाने के मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हितेश मेहता के लिए साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। ब्यूरो की कार्यवाहक महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी ने एसीबी चौकी […] The post उदयपुर में एक दलाल साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलगुरु को हटाया
जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ किसनराव बागडे ने स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलगुरु एवं कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के कार्यावाहक कुलगुरु डा अरुण कुमार को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने के आदेश जारी किए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार डा अरुण कुमार के विरूद्ध विभिन्न गंभीर शिकायतें प्राप्त हुई थी। […] The post स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलगुरु को हटाया appeared first on Sabguru News .
7 सितंबर को चंद्र ग्रहण पर तिरुमला मंदिर 12 घंटे के लिए बंद रहेगा
तिरुमला। आंध्र प्रदेश के तिरूमला स्थित विश्व प्रसिद्ध तिरुपति तिरूमला मंदिर आगामी सात सितंबर को चंद्र ग्रहण के मौके पर इस दिन दोपहर 15:30 बजे से आठ सितंबर को सुबह 03.00 बजे तक बंद रहें। तिरूपति तिरूमला देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों के मुताबिक परंपरा के तहत सात सितंबर को चंद्र ग्रहण से छह घंटे पहले […] The post 7 सितंबर को चंद्र ग्रहण पर तिरुमला मंदिर 12 घंटे के लिए बंद रहेगा appeared first on Sabguru News .
अखंड भारत दिवस पर सांस्कृतिक एकात्मता का संदेश
अजमेर। महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के योग एवं मानवीय चेतना विभाग द्वारा आयोजित अखंड भारत दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शिक्षाविद् हनुमान सिंह राठौड़ ने भारत के गौरवशाली इतिहास, अखंड भारत की संकल्पना एवं भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रभाव पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। उन्होंने तक्षशिला, नालंदा जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों से लेकर विश्वव्यापी […] The post अखंड भारत दिवस पर सांस्कृतिक एकात्मता का संदेश appeared first on Sabguru News .
देश दुनिया की लाइव खबरें 27 अगस्त 2025 | Aaj Tak Live
27 अगस्त 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं..
अखिलेश यादव का हमला: टैरिफ़ संकट से यूपी के निर्यात उद्योग बर्बादी के कगार पर
अमेरिका के 50% टैरिफ फैसले पर अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को घेरा। कहा- यूपी का निर्यात उद्योग तबाही के कगार पर, लाखों रोजगार खतरे में। ODOP उत्पादों को विशेष राहत देने की मांग...
मेष राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' Today Horoscope Rashifal 27 August 2025 : प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। यात्रा मनोरंजक हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय में नए प्रयोग किए जा सकते हैं। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धन प्राप्ति सुगम होगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। कार्यभार व अधिकार में वृद्धि हो सकती है। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। ALSO READ: घर पर गणपति बैठाने के 7 जरूरी नियम, इनके पालन से ही आएगी सुख और समृद्धि वृषभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ चं चन्द्रमसे नम:।' आय में निश्चितता रहेगी। समय शीघ्र सुधरेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। बेवजह कहासुनी हो सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। थकान व कमजोरी रह सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनहानि की आशंका है। व्यापार-व्यवसाय में धीमापन रह सकता है। मिथुन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बुं बुधाय नम:।' यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी दूसरे व्यक्ति के काम में हस्तक्षेप न करें। विवाद होगा। मित्रों का सहयोग करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। कर्क राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ कें केतवे नम:।' भूले-बिसरे साथियों व संबंधियों से मुलाकात होगी। कारोबार में अनुकूलता रहेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। प्रमाद न करें। सिंह राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ ह्रीं सूर्याय नम:।' नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देगा। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। कन्या राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। बेकार बातों पर बिलकुल ध्यान न दें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। आय में कमी होगी। तुला राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शुं शुक्राय नम:।' नए अनुबंध होंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता रहेगी, लाभ लें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नया काम मिलेगा। ALSO READ: Mahalakshmi Vrata 2025: महालक्ष्मी व्रत कब रखा जाएगा, कब होगा समापन, पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि वृश्चिक राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' तत्काल लाभ नहीं होगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुके कार्यों में गति आएगी। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। योजना फलीभूत होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। प्रमाद न करें। धनु राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बृं बृहस्पतये नम:।' कारोबार में वृद्धि होगी। आसपास का वातावरण सुखद रहेगा। पार्टनरों तथा भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। विवेक का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। अध्यात्म में रुझान रहेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति लाभदायक बनेगी। मकर राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' आय बनी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि की आशंका बनती है, सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी से बचें। कुंभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शं शनैश्चराय नम:।' व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। धनहानि भी आशंका है। कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। मीन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बृं बृहस्पतये नम:।' आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। चारों तरफ से सफलता मिलेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। उत्साह बना रहेगा। चिंता तथा तनाव कम होंगे। भूमि-भवन व मकान-दुकान इत्यादि की खरीद-फरोख्त मनोनुकूल लाभ देगी। बेरोजगारी दूर होगी। ALSO READ: Shukra Gochar 2025: शुक्र का कर्क राशि में गोचर, 3 राशियां रहें संभलकर
कालीन नगरी भदोही के कालीन कारोबरी परेशान हैं। करोड़ों का ऑर्डर होल्ड पर जा चुका है। नये ऑर्डर मिल नहीं रहे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ के बाद से कारोबारियों को डर है कि कहीं भदोही की पहचान, यहां की कारीगरी खत्म ना हो जाये। देखिए ये रिपोर्ट।
दुनिया के सबसे बड़े वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन सेंटर वनतारा में 2 हजार से ज्यादा अलग - अलग प्रजातियों के दुर्लभ और विलुप्त होने वाले जानवर हैं। अनंत अंबानी का यह प्राइवेट जू आए दिन तस्करी के आरोपों को लेकर विवादों में रहता है। अब सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) बना दी है। बड़ा सवाल यह है कि ये जानवर भारत कैसे पहुंचे और कानून इसके बारे में क्या कहता है, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
‘शादी के बाद से ही दिक्कत चल रही थी। पैसे और गाड़ी दोनों की डिमांड की जा रही थी। निक्की का पति (विपिन) ज्यादा परेशान कर रहा था। कंचन का पति (रोहित) भी मारपीट करता था। 16 अगस्त की रात दोनों बहनों को मारा-पीटा गया था। मैं बस यही चाहती हूं कि दोनों भाइयों को आग लगाई जानी चाहिए, दोनों को उम्रकैद हो। हमारी बच्चियों को हक मिलना चाहिए।‘ संजू देवी बेटी निक्की को याद करते ही रो पड़ती हैं। वो अब भी बदहवास हालत में हैं। 21 अगस्त को ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में रहने वाली निक्की की आग से झुलसकर मौत हो गई। परिवार वालों का आरोप है कि पति विपिन ने दहेज के लिए उसे जलाकर मार डाला। इसमें ससुराल वालों ने भी साथ दिया। विपिन पर दूसरे आरोप भी हैं। निक्की के परिवार का कहना है कि वो नशे का आदी है और कोई काम नहीं करता। निक्की से पैसे न मिलने पर उससे मारपीट करता था। उसके दूसरी लड़कियों से भी संबंध हैं। निक्की उसकी अय्याशियों का विरोध करती थी इसलिए दोनों में झगड़े होते थे। विपिन उसे रास्ते से हटाना चाहता था। परिवार की शिकायत पर पुलिस ने निक्की के पति विपिन भाटी, सास-ससुर और जेठ के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। वहीं विपिन के चचेरे भाई देवेंद्र का कहना है कि दहेज के आरोप झूठे हैं। अब घटना के बाद बेवजह ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। सबसे पहले निक्की के परिवार की बात…कुछ दिन पहले भी हुआ था झगड़ा, पैसा-गाड़ी दोनों मांग रहेदिल्ली से करीब 40 किलोमीटर दूर दादरी के रूपवास गांव में निक्की के पिता का घर है। निक्की और उसकी बड़ी बहन कंचन की शादी 9 साल पहले एक ही दिन और एक ही घर में दो सगे भाइयों से हुई थी। दोनों बहनों ने सिर्फ 12वीं तक ही पढ़ाई की थी। हम निक्की के घर पहुंचे तो हर तरफ मातम का माहौल मिला। मां संजू देवी पांच दिन बाद भी बदहवास हालत में हैं। लोगों के आने पर बार-बार रो पड़ती हैं और बेटी के लिए इंसाफ मांगने लगती हैं। 21 तारीख की घटना के बारे में पूछने पर वे बताती हैं कि निक्की ने उन्हें कुछ नहीं बताया था। निक्की घर में तीसरे फ्लोर पर रहती थी, घटना भी वहीं हुई थी। हमने पूछा उस दिन क्या हुआ था? इस पर वो बताती हैं, ‘कंचन की तबीयत खराब थी। निक्की ने उसे पानी दिया और कहकर गई कि 5 मिनट में ऊपर से आ रही है। ऊपर से विपिन उसे आवाज दे रहा था। इसके बाद मुश्किल से 5 मिनट में ही सारा खेल हो गया। वो ऊपर से आग में लिपटी हुई नीचे की ओर भागी। वो बुरी तरह चिल्ला रही थी कि मुझे बचा लो। कंचन उसकी आवाज सुनकर कमरे से बाहर आई, तब उसने आग में झुलसती निक्की को सीढ़ी से नीचे आते देखा। कंचन ने पानी डाला और तौलिए से लपेटकर आग बुझाने की कोशिश की। मदद के लिए विपिन और सास-ससुर को भी आवाज दी, लेकिन कोई नहीं आया। मेरे पास शाम 7 बजे सीधे फोन आया कि निक्की हॉस्पिटल में है। क्या दोनों के बीच कोई झगड़ा हुआ था? इस पर संजू देवी बताती हैं, कुछ दिन पहले ही दोनों (निक्की और विपिन) में झगड़ा हुआ था। घर के बड़े-बुजुर्गों ने सुलह करवाई थी। तब विपिन ने कहा था कि आगे ऐसा कुछ नहीं होगा। वे आगे कहती हैं, ‘परेशानी तो शादी के बाद से ही चल रही थी। हमसे पैसे और गाड़ी दोनों मांगे जा रहे थे। विपिन ज्यादा परेशान कर रहा था। कंचन का पति (रोहित) भी उसके साथ मारपीट करता था। वो लोग बार-बार पैसे मांग रहे थे। हम सब बस यही चाहते हैं कि इंसाफ हो।‘ समाज के डर के चलते आज बहन हमारे बीच नहीं निक्की और कंचन ने ब्यूटीशियन का कोर्स किया था। दोनों बहनें अपने ससुराल में घर की टॉप फ्लोर पर एक ब्यूटी पार्लर भी चलाती थीं। परिवार के मुताबिक, उनका काम अच्छा चल रहा था। अच्छी कमाई भी हो रही थी, लेकिन कुछ महीने पहले पति से लगातार झगड़े के कारण पार्लर बंद करना पड़ा था। पार्लर के प्रमोशन के लिए दोनों बहनें इंस्टाग्राम पर 'कंचन मेक ओवर्स' नाम का एक अकाउंट भी चला रही थीं। इस पर निक्की और कंचन के कई वीडियो और रील भी हैं। छोटे भाई अतुल बताते हैं कि दीदी (निक्की) अपने पैरों पर खड़ी होना चाहती थी, इसलिए उसने करीब दो साल पहले अपना पार्लर शुरू किया था। इस काम में काफी फायदा भी हो रहा था। सोशल मीडिया पर प्रमोशन के कारण कस्टमर पार्लर पहुंच रहे थे। रील बनाने पर ससुराल वालों को एतराज था क्या? इस पर अतुल कहते हैं, ‘दीदी का अकाउंट तो प्राइवेट है, उससे किसी को क्यों दिक्कत होगी। वे लोग (ससुराल वाले) तो गाड़ी मांग रहे थे। कहते थे कि शादी में एक गाड़ी दी थी। हम दो भाई हैं, तो दो गाड़ी चाहिए।‘ विपिन को फांसी दी जाए, दरिंदों के मकान पर बुलडोजर चलेनिक्की के पिता भिखारी सिंह बेटी की मौत को लेकर गुस्से से भरे हैं। वे कहते हैं, ‘दोनों बहनों का इतना अच्छा काम चल रहा था। इन दरिंदों ने सब मिट्टी में मिला दिया। शादी के बाद वे लोग लगातार डिमांड करते रहे। उन्होंने बुलेट मांगी, हमने दे दी। अब मैं कोर्ट से मांग करता हूं उसे फांसी दी जाए।‘ वे यूपी के CM से अपील करते हुए कहते हैं, ‘घटना के बाद सास पोते को लेकर भाग गई और मेरी बेटी वहीं तड़पती रही। पड़ोसियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन जान नहीं बच सकी। ऐसे दरिंदों के मकान पर बुलडोजर चलना चाहिए।‘ बार-बार मारपीट होने पर पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की? जवाब में भिखारी सिंह कहते हैं, ‘हमारे यहां कानूनी कार्रवाई तब होती है, जब कोई समाज-बिरादरी से नहीं समझता है। जब इन लोगों की बदतमीजी बढ़ गई तो हम फरवरी में बेटी को अपने घर ले आए थे। फिर समाज (पंचायत) ने सुलह करवाई और बोला गया कि अब ऐसी गलती नहीं होगी। लड़के ने भी माफी मांग ली।‘ ‘अप्रैल में बेटी फिर ससुराल चली गई, लेकिन फिर वहां उन लोगों ने पार्लर का काम बंद करा दिया।‘ भिखारी सिंह कंस्ट्रक्शन के बिजनेस में हैं। वहीं उनके दोनों बेटों का गाड़ियों के कारोबार है। शादी या दूसरे मौकों पर ऑडी या मर्सिडीज जैसी महंगी गाड़ियां रेंट पर देते हैं। कुछ अपनी गाड़ियां भी हैं और कुछ रेंट पर लेकर चलवाते हैं। बड़ी बहन कंचन ने दर्ज कराई FIR, दहेज का आरोप नहीं परिवार की बातों से साफ है कि शादी के वक्त दहेज दिया गया था। जबकि बड़ी बहन कंचन ने पुलिस कम्प्लेन में ऐसा कोई जिक्र नहीं किया। ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में जिस घर में ये हादसा हुआ, वहां उस वक्त बड़ी बहन कंचन भी मौजूद थी। उसी ने ही 22 अगस्त को कासना थाने में FIR दर्ज करवाई। उसने शिकायत में कहा कि दोनों बहनों की शादी 9 दिसंबर 2016 को 'बिना दहेज' के हुई थी। हालांकि FIR में दहेज के खिलाफ अपराध की धारा नहीं लगाई गई है, ना ही शिकायत में ऐसी कोई बात लिखी है। शिकायत के मुताबिक, ‘21 अगस्त की शाम करीब 5:30 बजे ससुराल में सास दया ने ज्वलनशील पदार्थ विपिन के हाथों में पकड़ाया और विपिन ने उसे मेरी बहन पर डाल दिया। जब मैंने इसका विरोध किया तो मेरे साथ भी मारपीट की गई। इस दौरान मेरे पति रोहित और सास-ससुर वहीं मौजूद थे।‘ ‘मेरी बहन को गंभीर हालत में निजी अस्पताल ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां उसकी मौत हो गई। इसलिए ससुराल वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।‘ स्कॉर्पियो, कैश, गोल्ड सब दिया, फिर भी टॉर्चर किया‘हमने कंचन से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन परिवार वालों ने बताया कि उसकी तबीयत सही नहीं है इसलिए उसे अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि घटना के बाद कासना पुलिस स्टेशन के बाहर से कंचन का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वो कह रही हैं, ‘हमें ये कहकर काफी दिनों से टॉर्चर किया जा रहा था कि तुम्हारी शादी में ये नहीं मिला, वो नहीं मिला। अपने घर से 36 लाख रुपए लेकर आओ। सास ने घर में कुछ लिक्विड लाकर रखा था। छोटी बहन पर बहुत ज्यादा अत्याचार हुआ, उसके साथ मारपीट के बाद लिक्विड डाल दिया गया। बच्चों ने भी सब देखा। मैं कुछ नहीं कर पाई। मेरे साथ भी इन लोगों ने बहुत बदतमीजी की।‘ वहीं मीडिया से बात करते हुए कंचन ने ये भी कहा था, ‘उसका पति लड़कियों के साथ बाहर रहता था। फिर घर पर आकर मारपीट करता। मेरी बहन ये सब झेलते-झेलते चली गई। शादी में पापा ने स्कॉर्पियो, कैश, गोल्ड सब दिया था, लेकिन शादी के 6 महीने बाद से ही हमें प्रताड़ित किया जाने लगा। उस दिन मेरी बहन बुरी तरह झुलसकर नीचे आई, उसके पूरे कपड़े जल गए थे। मैंने उसे तौलिए से ढका और फिर मैं वहीं बेहोश हो गई।‘ थाने के सामने निक्की के 6 साल के बेटे ने भी मीडिया के सामने कहा है कि मम्मी के ऊपर पापा ने कुछ डाला। फिर मम्मा को थप्पड़ मारा और लाइटर से आग लगा दी थी। अय्याशियों' का विरोध करती थी निक्की, इसलिए होते झगड़ेनिक्की के ताऊ संजीव कुमार कहते हैं, ‘विपिन आवारा किस्म का है और नशे का भी आदी है। वो कुछ काम-धंधा नहीं करता। जब निक्की से उसे पैसे नहीं मिलते तो मारपीट करता था। निक्की के भाई ने अपने कारोबार के लिए एक सेकेंड हैंड ऑडी कार ले रखी है। विपिन बार-बार इस गाड़ी की या 35 लाख रुपए की डिमांड कर रहा था। बार-बार समझाने के बाद भी वो नहीं समझा और इस दर्दनाक घटना को अंजाम दिया।‘ इंस्टाग्राम और वीडियो बनाने से दिक्कत' की बात पर संजीव कहते हैं, ‘ये सब कहानी बनाई जा रही है। असली बात दहेज की थी। इसके अलावा निक्की उसकी अय्याशियों का विरोध करती थी इसलिए वो उसे रास्ते से हटाना चाहता था।‘ वे मांग करते हैं कि अगर फांसी से भी ऊपर कोई सजा हो तो उन्हें वो मिलनी चाहिए। निक्की के एक रिश्तेदार ऑफ द कैमरा बताते हैं, विपिन दूसरी लड़कियों से मिलता था। इसी को लेकर झगड़े होते थे। रोहित (निक्की का भाई) ने खुद उसे कई बार पकड़ा था। घटना के दिन भी विपिन किसी लड़की के साथ कहीं जा रहा था, निक्की ने मना किया था। इसी पर झगड़ा शुरू हुआ था। ‘2-3 महीने पहले भी दिल्ली में उसे किसी लड़की के साथ पकड़ा गया था। शिकायत नहीं की क्योंकि बहन का मामला था। उन्हें साथ नहीं रहना था तो तलाक दे देना चाहिए था। झगड़े के कारण निक्की के भाई ने उसके घर में CCTV कैमरे भी लगवा दिए थे। इसका एक्सेस रोहित के पास भी था। इस घटना से एक हफ्ते पहले ससुराल वालों ने कैमरे की हार्ड डिस्क निकलवा दी थी।‘ अब विपिन के परिवार की बात…जब निक्की ने आग लगाई तो दुकान के बाहर था विपिन इसके बाद हम ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में आरोपी विपिन के घर भी पहुंचे। उसके घर पर ताला लगा मिला। घर के ठीक बगल में उसके परिवार की किराने की दुकान भी बंद थी। निक्की की मौत के मामले में विपिन, उसके मां-बाप और भाई सभी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसके बाद हमने उनके कुछ रिश्तेदारों से बात करने की कोशिश की। विपिन के चचेरे भाई देवेंद्र भी पास में दुकान चलाते हैं। वो हमें मौके पर नहीं मिले, लेकिन फोन पर हुई बातचीत में वो दहेज या दूसरे आरोपों को खारिज करते हैं। देवेंद्र दावा करते हैं, ‘जब ये हादसा हुआ, विपिन दुकान के बाहर घूम रहा था। अचानक घर से आवाज आई, तो सब भागकर अंदर गए।‘ ‘विपिन ने बाहर आकर बताया कि निक्की ने खुद को आग लगा ली। मैं भी अपनी दुकान बंद करके वहां गया। घर के अंदर सिर्फ दोनों बहनें ही थीं। अंकल (निक्की के ससुर) भी दुकान पर थे, आंटी (सास) भी नीचे थीं। निक्की को देखकर विपिन की हालत खराब थी। उससे गाड़ी भी नहीं स्टार्ट हो रही थी। फिर मैं ही गाड़ी चलाकर निक्की को अस्पताल ले गया। अंकल और आंटी भी साथ गए थे।‘ रील या वीडियो से दिक्कत के आरोप पर कहते हैं, ‘अगर दिक्कत होती या मना किया जाता तो वो दोनों वीडियो कैसे अपलोड करतीं।‘ हाफ एनकाउंटर कर आरोपी को पकड़ा, बोला- कोई पछतावा नहींपुलिस ने केस दर्ज कर अगले ही दिन 23 अगस्त को आरोपी विपिन को गिरफ्तार कर लिया था। इस घटना के बाद 24 अगस्त को मुख्य आरोपी विपिन की पुलिस के साथ एक कथित मुठभेड़ भी हुई, जिसमें वो घायल हो गया। इस कथित मुठभेड़ के बाद ग्रेटर नोएडा के एडिशनल उपायुक्त सुधीर कुमार ने बताया, ‘आरोपी विपिन को पुलिस कासना थाना लेकर आई थी। जिस ज्वलनशील पदार्थ से पत्नी को जलाने का आरोप लगा, उसकी बोतल की रिकवरी के लिए उसे लाया गया था। रिकवरी के दौरान एक दारोगा से पिस्टल छीनकर वो भागने लगा और पुलिस को जान से मारने की नीयत से फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी।‘ इसके बाद पुलिस के सामने मीडिया से बात करते हुए विपिन ने कहा था- ‘मुझे घटना को लेकर कोई पछतावा नहीं है। मैंने उसे नहीं मारा है। वो खुद मरी है। पति-पत्नी में हर जगह लड़ाई होती है, ये आम बात है। इसके अलावा मुझे कुछ नहीं बोलना है।‘ निक्की की मौत को लेकर सभी आरोप और दावे अब पुलिस की जांच के दायरे में हैं। केस की अपडेट के लिए हमने कासना पुलिस स्टेशन के SHO धर्मेंद्र कुमार से बात की। वो बताते हैं, ‘अभी चारों अभियुक्तों से पूछताछ के बाद ही आगे की बातें पता चलेंगी। अभी हम इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटा रहे हैं। पुलिस अभी किसी थ्योरी या निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।‘ उन्होंने आगे कहा कि पुलिस अब पीड़ित परिवार के बयान दर्ज करवाएगी। सभी पक्षों की बात सुनकर जांच आगे बढ़ेगी। .................... ये खबर भी पढ़ें... UP की कुसुम कैसे बनी दिल्ली की ड्रग क्वीन ‘इस घर से नशे का सामान बेचा जाता था। शहर के बाहर से भी लोग खरीदने आते थे। कई बार तो हमने यहां हरियाणा और UP के नंबर वाली गाड़ियां भी देखी हैं। ये सभी ड्रग्स लेने आते थे। यहां रहने वाले सभी इससे परेशान हैं।‘ दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में ड्रग डीलर कुसुम के आस-पास रहने वालों की यही शिकायत है। उसके खौफ की वजह से कोई कैमरे पर आने को राजी नहीं हुआ। उसके धंधे की वजह से बिगड़े माहौल से सब परेशान हैं। पढ़िए पूरी खबर...
ऊबड़ा का देवरा से देवमाली धाम के लिए विशाल 26वीं पदयात्रा रवाना
देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष श्री भड़ाना ने ध्वज थामकर किया शुभारंभ अजमेर। श्री देवनारायण भगवान प्राचीन मंदिर ऊबड़ा का देवरा से श्री देवमाली गोठा सवाईभोज मालासरी धाम की ओर निकलने वाली विशाल 26वीं पदयात्रा का शुभारंभ मंगलवार को भक्तिभाव एवं धार्मिक उल्लास के बीच हुआ। देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष ओमप्रकाश भड़ाना ने मंदिर प्रांगण में एकत्रित श्रद्धालुओं […] The post ऊबड़ा का देवरा से देवमाली धाम के लिए विशाल 26वीं पदयात्रा रवाना appeared first on Sabguru News .
ICC महिला विश्व कप ट्रॉफी इंदौर पहुंची
ICC Women's World Cup : आईसीसी महिला एकदिवसीय विश्व कप ट्रॉफी टूर ने शहर के सबसे ऐतिहासिक और दर्शनीय स्थलों, जैसे राजवाड़ा पैलेस, गांधी हॉल, केंद्रीय संग्रहालय, सिरपुर झील और पितृ पर्वत का भ्रमण करते हुए इंदौर में अपना पड़ाव डाला। तीस सितंबर से शुरू होने वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के दौरान इंदौर पांच मैचों की मेजबानी करेगा। इस पांच दिवसीय दौरे का एक प्रमुख आकर्षण इंदौर के स्कूलों का दौरा था। छात्रों ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ ट्रॉफी का स्वागत किया। क्रिकेट की थीम वाले खेलों और क्विज में भाग लिया। आईसीसी का टूर्नामेंट से जुड़ा विशेष सामान और उपहार जीते। ALSO READ: इंदौर करेगा 5 मुकाबलों की मेजबानी, मध्यप्रदेश की इस बेटी से डर के रहेंगी अंग्रेजी महिला खिलाड़ी भारत की अंडर-19 क्रिकेटर आयुषी शुक्ला भी ट्रॉफी के इस दौरे का हिस्सा बनीं। प्रतिष्ठित स्थानों पर कई कार्यक्रमों और मीडिया रोड शो के माध्यम से इस दौरे का उद्देश्य हजारों प्रशंसकों को इस बहुप्रतीक्षित वैश्विक प्रतियोगिता से पहले इस बेशकीमती ट्रॉफी से जुड़ने का अवसर प्रदान करना है। यह टूर भारत और श्रीलंका के चुनिंदा शहरों की यात्रा करेगा और इसका अगला पड़ाव मुंबई होगा। (भाषा)
PV सिंधू ने विश्व चैंपियनशिप में खोला भारत का खाता, सीधे सेटों में जीता मैच
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और पूर्व चैंपियन पी वी सिंधू ने मंगलवार को यहां बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में खराब शुरुआत से उबरते हुए बुल्गारिया की कालोयाना नलबांटोवा को सीधे गेम में हराया। विश्व की 15वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू शुरुआत में थोड़ी असहज नजर आई लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अपनी लय हासिल कर ली और अपने आक्रामक खेल का शानदार नजारा पेश करते हुए महिला एकल के अपने पहले दौर के मुकाबले में 69वीं रैंकिंग की बुल्गारियाई खिलाड़ी को 23-21, 21-6 से हराया। भारत की इस 30 वर्षीय खिलाड़ी को शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा और उन्होंने कुछ गलतियां की जिसके कारण एक समय वह 0-4 से पीछे चल रही थी। नलबांटोवा ने दबाव बनाए रखते हुए 9-5 की बढ़त बना ली थी और इंटरवल तक वह 11-7 से आगे थी। ब्रेक के बाद सिंधू ने अपनी लय पकड़ी और अपने पसंदीदा क्रॉस-कोर्ट विनर सहित कई स्मैश लगाकर स्कोर 12-12 से बराबर कर दिया। बुल्गारियाई खिलाड़ी की दो गलतियों ने सिंधू को 14-12 की बढ़त दिला दी, लेकिन दोनों खिलाड़ियों के बीच अंक की अदला-बदली के कारण बढ़त में उतार-चढ़ाव आता रहा। नलबांटोवा के पास 19-20 के स्कोर पर एक गेम प्वाइंट था, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाईं। बुल्गारिया की खिलाड़ी को एक और गेम प्वाइंट मिला लेकिन वह इसे भुनाने में भी नाकाम रही। सिंधू ने इसके बाद पहले गेम प्वाइंट पर ही गेम अपने नाम कर दिया। PHEWWWW! SINDHU MARCHES INTO R32 PV Sindhu defeated two times European Junior Champion Nalbantova 23-21, 21-6 in R64 of World Championships After a roller-coaster 1st game, Sindhu smoothly sailed through in the 2nd game Bring on R32 pic.twitter.com/U08QVxjGJn — SPORTS ARENA (@SportsArena1234) August 26, 2025 सिंधू में दूसरे गेम में अच्छी शुरुआत की और जल्द ही 5-1 की बढ़त बना ली। इसके बाद नलबांटोवा ने अंतर को 5-6 कर दिया, लेकिन भारतीय खिलाड़ी इंटरवल तक छह अंक से आगे थी।इसके बाद यह मैच एकतरफा हो गया क्योंकि सिंधू ने अपनी बढ़त 17-5 कर ली। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद 15 मैच प्वाइंट हासिल किए और दूसरे को भुनाकर मैच अपने नाम कर दिया। (भाषा)
योगी आदित्यनाथ पर बनी फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट देने का आदेश, बॉम्बे हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
25 अगस्त को बॉम्बे हाईकोर्ट ने अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ ए योगी फिल्म के निर्माताओं की याचिका को मंजूरी देते हुए सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) का निर्णय रद्द कर दिया। यह फिल्म कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर आधारित है। कोर्ट ने CBFC को आदेश दिया कि वह फिल्म को सर्टिफिकेट जारी करे या फिर हाईकोर्ट के इस आदेश को चुनौती दे। CBFC ने क्यों रोका था सर्टिफिकेशन? CBFC ने 17 अगस्त को फिल्म के कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए सर्टिफिकेशन देने से इनकार कर दिया था। इसके खिलाफ निर्माता कंपनी सम्राट सिनेमेटिक्स ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाईकोर्ट ने क्या कहा? फिल्म देखने के बाद हाईकोर्ट ने 25 अगस्त को कहा कि CBFC द्वारा सर्टिफिकेट न देने का कोई ठोस कारण नहीं है। इसलिए बोर्ड को निर्देश दिया गया कि वह फिल्म को सर्टिफिकेशन प्रदान करे।
लालू यादव का पुराना वीडियो महागठबंधन में फूट पड़ने के गलत दावे से वायरल
बूम ने पाया कि यह वीडियो अक्टूबर 2021 का है. जब बिहार विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव से पहले कांग्रेस और आरजेडी में फूट पड़ गई थी. दोनों पार्टियों ने अपने अलग-अलग प्रत्याशी उतार दिए थे.
मैं ही नहीं, शायद देश में कोई भी व्यक्ति समझ नहीं पा रहा है कि जो सामान्य समस्याएं हैं, जिनके बारे में सोचना और उनका हल निकालना बहुत आवश्यक है, उनके बारे में किन से निवेदन किया जाए। सबसे पहली समस्या पीने के पानी की और सिंचाई के लिए पानी की है। जमीन के भीतर […]
Share bazaar News: अमेरिका (US) के भारतीय उत्पादों पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क (25 percent duty) लगाने पर एक मसौदा नोटिस जारी करने के बाद मंगलवार को शेयर बाजारों (stock markets) में चौतरफा बिकवाली हुई और प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 849 अंक टूटकर 81,000 अंक से नीचे आ गया। इसके अलावा विदेशी कोषों की लगातार बिकवाली और कमजोर वैश्विक रुझान ने भी निवेशकों की धारणा को कमजोर किया। एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) भी 255.70 अंक या 1.02 प्रतिशत गिरकर 24,712.05 पर बंद हुआ। ALSO READ: Gold : सोना या शेयर बाजार, पिछले सालों में किसने दिया सबसे ज्यादा रिटर्न शेयर बाजारों में गिरावट रही : इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 849.37 अंक या 1.04 प्रतिशत गिरकर 80,786.54 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स 949.93 अंक या 1.16 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 80,685.98 अंक पर आ गया था। एनएसई निफ्टी 255.70 अंक या 1.02 प्रतिशत गिरकर 24,712.05 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में यह 278.15 अंक या 1.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,689.60 अंक पर आ गया था। इन प्रमुख कंपनियों के शेयरों में रहा उतार-चढ़ाव : सेंसेक्स के शेयरों में सन फार्मास्युटिकल, टाटा स्टील, ट्रेंट, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा, अदाणी पोर्ट्स, टाइटन, बीईएल और लार्सन एंड टुब्रो में उल्लेखनीय गिरावट हुई। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति सुजुकी इंडिया, आईटीसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। ALSO READ: ट्रंप टैरिफ ने निवेशकों को डराया, शेयर बाजार 3 माह के निचले स्तर पर, कैसा रहेगा अगला सप्ताह? एशियाई (Asian) और अमेरिकी (American) बाजारों में : अमेरिका ने भारतीय उत्पादों पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लागू करने के लिए एक मसौदा आदेश जारी किया है जिसकी घोषणा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में की थी। यह अतिरिक्त शुल्क 27 अगस्त से लागू होगा। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। ALSO READ: रिलायंस ने सरकारी खजाने में जमा किए 2.10 लाख करोड़, शेयरधारकों को 5 गुना मूल्य दिया ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) 67.78 डॉलर प्रति बैरल पर और एफआईआई (FII) सोमवार को बिकवाल रहे : वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.48 प्रतिशत गिरकर 67.78 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 2,466.24 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta
ये हैं भारत के 10 सबसे अमीर जिले, देखिए क्या आपके जिले का नंबर है लिस्ट में
Top 10 Richest Districts Of India: जब हम भारत की समृद्धि की बात करते हैं, तो अक्सर बड़े राज्यों और शहरों का नाम सामने आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आधार पर देश के सबसे अमीर जिले कौन से हैं? यह जानकर आपको ...
Solar Eclipse 2025: 21 सितंबर वर्ष का 2025 का आखिरी सूर्य ग्रहण, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क
Solar Eclipse 205: वर्ष 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 और 22 सितंबर 2025 के दौरान रहेगा। भारतीय ज्योतिष मान्यता के अनुसार खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा जो दिनांक 21 सितंबर 2025, दिन रविवार, संवत 2082 की आश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या को होगा। यह खग्रास सूर्यग्रहण भारतवर्ष में दृश्य नहीं होने से इससे संबंधित समस्त यम, नियम, सूतक, आदि भारतवर्ष में मान्य नहीं होंगे। ग्रहण समय: अंतिम सूर्य ग्रहण का समापन 22 सितंबर दिन सोमवार को तड़के 3 बजकर 24 मिनट पर होगा। यह सूर्य ग्रहण कुल 4 घंटे 24 मिनट तक रहेगा। उसके बाद सूर्य ग्रहण का मोक्ष हो जाएगा। सूर्य ग्रहण के दिन आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है। उस दिन शुक्ल योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बनेंगे। यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि में लगने वाला है. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। कहां नजर आएगा सूर्य ग्रहण: इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी, समोआ, अटलांटिक महासागर आदि क्षेत्रों में दिखाई देगा। जब पृथ्वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है और सूर्य का प्रकाश धरती तक नहीं पहुंचता है तो उस समय सूर्य ग्रहण होता है। सूर्य ग्रहण 2025 का राशियों पर प्रभाव: 1. मिथुन राशि: वर्ष 2025 के अंतिम सूर्य ग्रहण का प्रभाव मिथुन राशि के जातकों पर नकारात्मक पड़ने वाला है। इस दौरान आपको कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि नौकरी और व्यापार में आप सतर्कता से काम रहें। किसी भी प्रकार के लेन-देन और विवाद से बचकर रहें। धोखा होने की संभावना है। आर्थिक नुकसान हो सकता है। आपके आत्मविश्वास पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि नियमों का पालन करें। 2. कन्या राशि: आपकी ही राशि में यह सूर्यग्रहण लगने वाला है ऐसे में आपके लिए यह समय चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। नौकरी, व्यापार, सेहत और आर्थिक मामलों को लेकर आप चिंतित रह सकते हैं। संबंधों को लेकर भी आप परेशान रहेंगे इसलिए अभी से सतर्क रहें और विवादों से बचकर रहें। किसी पर भी तब तक भरोसा नहीं करें जब तक कि आप जांच-परख नहीं कर लेते हैं। किसी भी प्रकार से सोच-समझकर कदम उठाएं और किसी भी निर्णय में जल्दबाजी से बचें। 3. मीन राशि: आपकी राशि में यह ग्रहण आर्थिक रूप से नुकसान वाला सिद्ध हो सकता है। निवेश को लेकर भी सतर्क रहें, धोखा हो सकता है। इसलिए इस ग्रहण के समय सावधानी बरतनी होगी। किसी भी प्रकार का लेन-देन न करें। किसी कागज पर साइन करने के पहले उसे अच्छे से पढ़ लें। किसी से भी वाद विवाद न करें अन्यथा कोर्ट-कचहरी के मामलों में फंसने की संभावना है।
गणेश चतुर्थी की कथाएं: गणेश जी की असली कहानी क्या है?
Ganpati birth story : प्रतिवर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश का जन्मदिवस मनाया जाता है तथा इसी दिन से 10 दिनों का गणेश उत्सव भी प्रारंभ हो जाता है। भगवान गणेश जी के जन्म के संबंध में 3 कथाएं प्रचलन में है। भगवान श्री गणेशजी का जन्म कैसे हुआ था? आइए जानते हैं यहां कि किस तरह हुआ था श्रीगणपति जी का जन्म... ALSO READ: Ganesh Chaturthi 2025: श्री गणेश विसर्जन के पीछे की कहानी क्या है? 1. माता पार्वती के कठोर तप से जन्मे गणेशजी : श्री गणेश चालीसा में वर्णित है कि माता पार्वती ने पुत्र प्राप्ति के लिए कठोर तप किया। इस तप से प्रसन्न होकर स्वयं श्री गणेश ब्राह्मण का रूप धर कर पहुंचे और उन्हें यह वरदान दिया कि मां आपको बिना गर्भ धारण किए ही दिव्य और बुद्धिमान पुत्र की प्राप्ति होगी। ऐसा कह कर वे अंतर्ध्यान हो गए और पालने में बालक के रूप में आ गए। 2. पार्वती के पुण्यक व्रत करने से हुए गणेशजी : यह भी कहा जाता है कि माता पार्वती द्वारा पुण्यक व्रत के फलस्वरूप गणेशजी का जन्म हुआ था। इस व्रत को करने के लिए माता को पारिजात के फूलों की आवश्यकता थी। शिवजी ने इन फूलों के लिए इंद्रदेव से पारिजात का एक वृक्ष मांगा था परंतु इंद्रदेव ने इसे देने से इनकार कर दिया था तब भगवान शिव ने पारिजात का एक वन ही निर्मित करके पार्वती जी को सौंप दिया था। ALSO READ: Ganesh chaturthi 2025: गणेशोत्सव पर जानिए गणेश चतुर्थी के दिन गणपति स्थापना और पूजा का श्रेष्ठ शुभ मुहूर्त 3. मिट्टी से माता पर्वती ने बनाए गणेशजी : गणेशजी का जन्म अयोनिज माना गया है। अयोनिज अर्थात जो योनि से उत्पन्न न हो। माता पार्वती ने उन्हें मिट्टी से निर्मित किया था। कहते हैं कि माता ने अपनी सखी जया और विजया के कहने पर एक गण की उत्पति अपने मैल से की थी। हालांकि शिवपुराण की कथा के अनुसार माता पार्वती ने अपने शरीर पर हल्दी लगाई थी, इसके बाद जब उन्होंने अपने शरीर से हल्दी उबटन उतारी तो उससे उन्होंने एक पुतला बना दिया। पुतले में बाद में उन्होंने प्राण डाल दिए। इस तरह से विनायक पैदा हुए थे। इसके बाद माता पार्वती ने गणेश को आदेश दिए कि तुम मेरे द्वार पर बैठ जाओ और उसकी रक्षा करो, किसी को भी अंदर नहीं आने देना। कुछ समय बाद शिवजी घर आए तो उन्होंने कहा कि मुझे पार्वती से मिलना है। इस पर गणेश जी ने मना कर दिया। शिवजी को नहीं पता था कि ये कौन हैं। दोनों में विवाद हो गया और उस विवाद ने युद्ध का रूप धारण कर लिया। इस दौरान शिवजी ने अपना त्रिशूल निकाला और गणेश का सिर काट डाला। पार्वती को पता लगा तो वह बाहर आईं और रोने लगीं। उन्होंने शिवजी से कहा कि आपने मेरे बेटा का सिर काट दिया। शिवजी ने पूछा कि ये तुम्हारा बेटा कैसे हो सकता है। इसके बाद पार्वती ने शिवजी को पूरी कथा बताई। शिवजी ने पार्वती को मनाते हुए कहा कि ठीक है मैं इसमें प्राण डाल देता हूं, लेकिन प्राण डालने के लिए एक सिर चाहिए। इस पर उन्होंने गरूड़ जी से कहा कि उत्तर दिशा में जाओ और वहां जो भी मां अपने बच्चे की तरफ पीठ कर के सोई हो उस बच्चे का सिर ले आना। गरूड़ जी भटकते रहे पर उन्हें ऐसी कोई मां नहीं मिली क्योंकि हर मां अपने बच्चे की तरफ मुंह कर के सोती है। अंतत: एक हथिनी दिखाई दी। हथिनी का शरीर का प्रकार ऐसा होता हैं कि वह बच्चे की तरफ मुंह कर के नहीं सो सकती है। गरूड़ जी उस शिशु हाथी का सिर ले आए। भगवान शिवजी ने वह बालक के शरीर से जोड़ दिया। उसमें प्राणों का संचार कर दिया। उनका नामकरण कर दिया। इस तरह श्रीगणेश को हाथी का सिर लगा। 4. उबटन और गंगा के पानी से गणेशजी का जन्म : पद्म पुराण के अनुसार एक बार श्री पार्वती जी ने अपने शरीर के उबटन से एक आकर्षक कृति बनाई, जिसका मुख हाथी के समान था। फिर उस आकृति को उन्होंने गंगा में डाल दिया। गंगाजी में पड़ते ही वह आकृति विशालकाय हो गई। पार्वती जी ने उसे पुत्र कहकर पुकारा। देव समुदाय ने उन्हें गांगेय कहकर सम्मान दिया और ब्रह्मा जी ने उन्हें गणों का आधिपत्य प्रदान करके गणेश नाम दिया। 5. भोलेनाथ ने पंचतत्वों से बनाए गणेशजी : वराहपुराण के मुताबिक भगवान शिव ने गणेशजी को पचंतत्वों से बनाया है। जब भगवान शिव गणेश जी को बना रहे थे तो उन्होंने विशिष्ट और अत्यंत रुपवान रूप पाया। इसके बाद यह खबर देवताओं को मिली। देवताओं को जब गणेश के रूप और विशिष्टता के बारे में पता लगा तो उन्हें डर सताने लगा कि कहीं ये सबके आकर्षण का केंद्र ना बन जाए। इस डर को भगवान शिव भी भांप गए थे, जिसके बाद उन्होंने उनके पेट को बड़ा कर दिया और मुंह हाथी का लगा दिया। लिंग पुराण के अनुसार एक बार देवताओं ने भगवान शिव की उपासना करके उनसे सुरद्रोही दानवों के दुष्टकर्म में विघ्न उपस्थित करने के लिए वर मांगा। आशुतोष शिव ने 'तथास्तु' कहकर देवताओं को संतुष्ट कर दिया। समय आने पर गणेश जी का प्राकट्य हुआ। उनका मुख हाथी के समान था और उनके एक हाथ में त्रिशूल तथा दूसरे में पाश था। देवताओं ने पुष्प-वृष्टि करते हुए गजानन के चरणों में बार-बार प्रणाम किया। भगवान शिव ने गणेश जी को दैत्यों के कार्यों में विघ्न उपस्थित करके देवताओं और ब्राह्मणों का उपकार करने का आदेश दिया। इस तरह गणेशजी के जन्म की ये लोकप्रिय जन्म कहानियां प्रचलन में हैं। अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ALSO READ: Ganesh chaturthi 2025: इस मुहूर्त में, इस मंत्र और विधि से करें गणेश स्थापना तो होगा बहुत शुभ
राहुल गांधी का क्रॉप्ड वीडियो डॉ आंबेडकर के अपमान के दावे से वायरल
बूम ने पाया कि मूल वीडियो में राहुल गांधी डॉ भीवराव आंबेडकर और महात्मा गांधी दोनों को संविधान बनाने के लिए क्रेडिट देते हैं और इसके लिए उनको अपनी जिंदगी समर्पित कर देने की बात कहते हैं.
Hartalika teej 2025: इस नियम के बिना अधूरा है ऋषि पंचमी व्रत, जानिए क्या करें और क्या नहीं
hartalika teej ke niyam: हिंदू धर्म में, ऋषि पंचमी का व्रत महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को रखा जाता है। यह व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मासिक धर्म (पीरियड्स) के दौरान जाने-अनजाने में हुई गलतियों और दोषों के प्रायश्चित के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को करने से सभी दोष समाप्त हो जाते हैं और महिलाओं को ऋषियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।इस दिन सप्त ऋषियों (कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, वशिष्ठ, गौतम, जमदग्नि और विश्वामित्र) की पूजा की जाती है। इस व्रत में कुछ विशेष नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है, खासकर खान-पान के मामले में। आइए जानते हैं कि इस दिन महिलाओं को किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। ऋषि पंचमी व्रत में क्या न खाएं ? जिन महिलाओं ने ऋषि पंचमी का व्रत रखा है, उन्हें कुछ खास चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। ये नियम इस व्रत के महत्व को और भी बढ़ा देते हैं: 1. हल से जुती हुई चीजें: ऋषि पंचमी व्रत में, हल से जुती हुई चीजों का सेवन पूरी तरह से वर्जित है। इसका अर्थ है कि महिलाएं उन अनाजों या सब्जियों का सेवन नहीं कर सकतीं, जिन्हें हल चलाकर खेतों में उगाया गया हो। 2. जमीन में बोया अनाज: इस दिन चावल, गेहूं, मक्का, जौ और किसी भी प्रकार की दालें जैसे चना, मसूर, अरहर आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। ये सभी अनाज जमीन में बोए जाते हैं और हल से जुताई के बाद ही पैदा होते हैं। 3. तामसिक भोजन: ऋषि पंचमी के दिन घर में किसी भी तरह का तामसिक भोजन नहीं बनाना चाहिए। लहसुन और प्याज का प्रयोग भी पूरी तरह से वर्जित होता है। माना जाता है कि तामसिक भोजन व्रत की शुद्धता को भंग करता है और इसके दोष जीवन भर भुगतने पड़ सकते हैं। व्रत में क्या खाएं ? इन नियमों के बावजूद, महिलाएं व्रत के दौरान फलाहार कर सकती हैं। वे फल, सब्जियां, दूध और दही का सेवन कर सकती हैं। इस दिन विशेष रूप से उन चीजों का सेवन करना चाहिए जो बिना हल जोते और बिना जमीन में बोए उगती हैं, जैसे कि फल, कंद-मूल आदि। व्रत का महत्व यह व्रत महिलाओं को शुद्धता और पवित्रता का महत्व सिखाता है। इसका मुख्य उद्देश्य मासिक धर्म के दौरान अनजाने में हुई गलतियों का प्रायश्चित करना है। महिलाएं सात ऋषियों की पूजा करके उनसे आशीर्वाद लेती हैं ताकि उनका जीवन सुखमय और दोषमुक्त हो सके।यह व्रत न केवल शरीर को शुद्ध करता है, बल्कि मन और आत्मा को भी पवित्र बनाता है। इसलिए इस व्रत को श्रद्धा और नियमों के साथ करना बहुत जरूरी है। अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ALSO READ: Hartalika teej 2025: हरतालिका तीज पर ये खास उपाय दिलाएगा आर्थिक तंगी से छुटकारा, खुल जाएंगे सुख समृद्धि के द्वार
ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक श्रीगणेश उत्सव, जानें दस दिनों तक नैवेद्य चढ़ाने का महत्व
Importance of Prasad: गणेश उत्सव में 10 दिनों तक भगवान गणेश को प्रसाद या नैवेद्य चढ़ाना सिर्फ एक परंपरा नहीं है, बल्कि इसके पीछे गहरा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व छिपा है। यह कार्य हमारी भक्ति, कृतज्ञता और आस्था का प्रतीक है। यह त्योहार ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। ALSO READ: Ganesh chaturthi 2025: इस मुहूर्त में, इस मंत्र और विधि से करें गणेश स्थापना तो होगा बहुत शुभ जानें 10 दिनों तक प्रसाद चढ़ाने का महत्व: भगवान गणेश को 10 दिनों तक प्रसाद चढ़ाने का मुख्य कारण यह है कि माना जाता है कि इस अवधि के दौरान गणपति पृथ्वी पर अपने भक्तों के घरों में निवास करते हैं। जिस तरह एक मेहमान के आने पर हम हर दिन उसका सत्कार करते हैं, उसी प्रकार हम अपने प्रिय गणेश जी का भी दस दिनों तक विशेष आतिथ्य सत्कार करते हैं। • आध्यात्मिक शुद्धि: प्रसाद बनाने की प्रक्रिया में मन की शुद्धता और भक्ति का भाव शामिल होता है। जब हम पवित्र मन से भोजन तैयार कर भगवान को अर्पित करते हैं, तो वह भोजन प्रसाद में बदल जाता है और उसमें दैवीय ऊर्जा का संचार होता है। • इच्छा पूर्ति का विश्वास: ऐसी मान्यता है कि दस दिनों तक भगवान गणेश को उनके प्रिय पकवानों जैसे मोदक, लड्डू, पूरन पोली का भोग लगाने से वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। • महाभारत से जुड़ाव: एक पौराणिक कथा के अनुसार, महर्षि वेदव्यास ने महाभारत ग्रंथ को लगातार 10 दिनों तक बोला था और गणेश जी ने बिना रुके इसे लिखा था। इस दौरान उन्होंने न तो कुछ खाया था और न ही अपनी जगह से हिले थे। 10वें दिन लेखन समाप्त होने पर, उन्होंने अपने शरीर पर जमी धूल-मिट्टी को हटाने के लिए स्नान किया। इसी कथा से प्रेरित होकर 10 दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है, जिसमें हर दिन उन्हें ऊर्जा देने के लिए नए-नए पकवानों का भोग लगाया जाता है। नैवेद्य का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व: श्रीगणेश को नैवेद्य चढ़ाने का अर्थ है समर्पण का भाव। यह इस बात का प्रतीक है कि हमारे पास जो कुछ भी है, वह सब ईश्वर की ही कृपा है। भोजन ग्रहण करने से पहले इसे भगवान को अर्पित करना हमें विनम्र बनाता है और कृतज्ञता का भाव पैदा करता है। • सकारात्मक ऊर्जा: पूजा के दौरान मंत्रों के जाप और शुद्ध मन से बने नैवेद्य में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस प्रसाद को ग्रहण करने से भक्त के मन को शांति मिलती है। • पोषण और स्वास्थ्य: गणेश जी को चढ़ाया जाने वाला प्रसाद, जैसे मोदक और लड्डू, पारंपरिक रूप से गुड़, नारियल, घी और मेवों से बनता है। ये सभी सामग्रियां पौष्टिक होती हैं और उत्सव के दौरान शरीर को ऊर्जा देती हैं। इस प्रकार, 10 दिनों तक प्रसाद चढ़ाना केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, श्रद्धा और आध्यात्मिक कल्याण को दर्शाने वाली एक संपूर्ण प्रक्रिया है। अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। ALSO READ: Ganesh Chaturthi 2025: श्री गणेश विसर्जन के पीछे की कहानी क्या है?
Ganpati Arti श्री गणेश आरती सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची। नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची। सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची। कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति। दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति॥ जय देव... रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा। चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा। हिरेजड़ित मुकुट शोभतो बरा। रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया॥ जय देव... लंबोदर पीतांबर फणीवर बंधना। सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना। दास रामाचा वाट पाहे सदना। संकष्टी पावावें, निर्वाणी रक्षावे, सुरवरवंदना॥ जय देव जय देव जय मंगलमूर्ति। दर्शनमात्रे मन कामनापूर्ति॥ जय देव...
अभिनेता शाहरुख खान ने नहीं की राहुल गांधी की तारीफ, वायरल वीडियो एडिटेड है
बूम ने पाया कि मूल वीडियो में शाहरुख खान डिज्नी की एनिमेटेड फिल्म 'मुफासा: द लॉयन किंग' के मुख्य किरदार मुफासा के बारे में बात कर रहे हैं.
Ganesh chaturthi 2025: आजकल कुछ क्षेत्रों नदी और तालाबों में गणपति विसर्जन पर रोक लगा रखी है। अधिकतर लोग घर के टब या बाल्टी में ही गणपति प्रतिमा का विसर्जन करने लगे हैं। मिट्टी के गणेश प्रतिमा ही खरीदने पर जोर दिया जाता है जिसमें प्राकृतिक रंगों से सजावट की हो। इको फ्रेंडली गणपति मूर्ति ही खरीदना चाहिए। हालांकि आजकल कई लोग गणपति मूर्ति का विसर्जन नहीं करना चाहते हैं। इसके पीछे कई कारण है। यदि आप भी यही सोच रहे हैं तो जानिए कि आपको क्या करना चाहिए। इस बार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी 27 अगस्त 2025 बुधवार को रहेगी। इसी दिन गणपति मूर्ति की स्थापना होगी। इसके बाद 06 सितंबर 2025 शनिवार के दिन गणेशजी की प्रतिमा का विसर्जन होगा। 1. कुछ लोग अपने घर में गणपति की नई मूर्ति लाकर पुरानी मूर्ति का विसर्जन करते हैं। 2. अब कुछ लोग हर साल अपने घर में ही मिट्टी के गणपति बनाकर उसका विसर्जन करते हैं। 3. कुछ लोग अपने घर में गणपति की मूर्ति नहीं लाते हैं परंतु गणेश उत्सव के दौरान प्रतिदिन गणपति पूजा करते हैं। 4. कुछ लोग विसर्जन तो करना चाहते हैं परंतु नदी और तालाबों में गणपति विसर्जन पर रोक लगी है। इसलिए वे मंदिर में या नगर निगम के वाहन पर गणेशजी को रख कर आ जाते हैं। ऐसा करना कुछ लोगों को अच्छा नहीं लगता है, क्योंकि बाद में उन प्रतिमाओं की दुर्गति होते हुए उन्होंने देखी होगी। 5. व्रत और त्योहार पर यदि किसी प्रतिमा की स्थापना की गई है तो उसका विसर्जन करना जरूरी होता है लेकिन आपको विसर्जन करना अच्छा नहीं लगता है तो जानिए कि आपको क्या करना चाहिए। यदि नहीं करना चाहते हैं गणपति मूर्ति का विसर्जन तो क्या करें? गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना का खास महत्व होता है। यदि आप विसर्जन नहीं करना चाहते हैं तो आपको अपने घर पर गणपति जी की पीतल की मूर्ति रखना चाहिए और उसको विधिवत स्थापित करके तप तक नहीं हिलाना चाहिए जब तक की विसर्जन का समय न हो। फिर विसर्जन के समय आप उक्त मूर्ति को स्थापित जगह से विधिवत हटाकर जलाभिषेक करके उसे पूजा घर में पुन: स्थापित कर लें। गणपति मूर्ति का विसर्जन का तरीका:- भगवान गणेशजी की विधिवत पूजा करने के बाद, हवन करें और फिर गणेश का स्वस्तिवाचन का पाठ करें। अब एक लड़की का स्वच्छ पाट लें और उस पर स्वस्तिक बनाएं। फिर अक्षत रखकर पीला या गुलाबी रंग का वस्त्र बिछाएं और चारों कोनों में पूजा की सुपारी रखें। अब जिस स्थान पर मूर्ति रखी थी उस पर से उठाकर जयघोष के साथ उन्हें इस पाट पर विराजमान करें। विराजमान करने के बाद गणेशजी के सामने फल, फूल, वस्त्र और मोदक के लड्डू रखें। एक पार पुन: आरती करके उन्हें भोग लगाएं और नन्हें नए वस्त्र पहनाएं। अब रेशमी वस्त्र लेकर उसमें फल, फूल, मोदक, सुपारी आदि की पोटली बांधकर गणेशजी के पास ही रख दें। इसके बाद दोनों हाथ जोड़कर गणपतिजी से प्रार्थना करें। अगर 10 दिनों की पूजा के दौरान को भूल-चूक या गलती हो गई हो तो क्षमा मांगे। अब सभी गणपति बप्पा मोरिया के नारे लगाते हुए बप्पा को पाट सहित उठकर अपने सिर या कंधे पर रखें अब जयकारे के साथ घर से विदा करने विसर्जन स्थान पर ले जाएं। विसर्जन के समय उनकी कर्पूर से आरती जरूर करें। निर्माल्य को एक जगह एकत्रित करके उचित जगह पर विसर्जन करें। यदि घर पर ही किसी टब या होद में विसर्जन कर रहे हैं तो उपरोक्त पूरी प्रक्रिया को निभाएं। विसर्जन के स्थान पर ध्यान रखें कि चीजों को फेंके नहीं, बल्कि पूरे मान सम्मान के साथ विसर्जित करें। इसके बाद हाथ जोड़कर क्षमा मांगते हुए अगले बरस आने का निवेदन करते हुए घर आ जाएं। घर में विसर्जन करने के बाद अगले दिन वह पानी और मिट्टी घर के गमले या गार्डन में विसर्जित कर दें।
किस राजनेता ने की थी जगद्गुरू रामभद्राचार्य की आंखों के इलाज की पेशकश, जानिए क्यों ठुकराया प्रस्ताव
rambhadracharya podcast : जगद्गुरु रामभद्राचार्य, जो इन दिनों संत प्रेमानंद महाराज पर दिए गए अपने बयानों को लेकर काफी चर्चा में हैं, उन्होंने एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़ी एक चौंकाने वाली बात बताई है। उन्होंने खुलासा किया कि कैसे ...
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Fact Check: क्या यह उत्तरकाशी के धराली में आई बाढ़ का वीडियो है?
Teen Fact Checking Network India ने अपनी जांच में पाया कि बाढ़ में फंसे लोगों का यह वीडियो हिमाचल प्रदेश के सोलन में साल 2022 में हुई एक घटना से जुड़ा है.
Ganesh chaturthi 2025: इस मुहूर्त में, इस मंत्र और विधि से करें गणेश स्थापना तो होगा बहुत शुभ
Ganesh chaturthi 2025 Ganesh chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी व्रत उत्सव के पहले दिन शुभ मुहूर्त में भगवान श्री गणपति जी की मूर्ति स्थापना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार मध्यान्हकाल में मूर्ति स्थापित करके तब तक उसे हिलाते नहीं जब तक की विसर्जन का समय न हो। यदि आप भी अपने घर में गणपति स्थापना कर रहे हैं तो जानिए सबसे शुभ मुहूर्त और स्थापना की सरल विधि। गणेश चतुर्थी तिथि प्रारम्भ- 26 अगस्त 2025 को दोपहर 01:54 से। गणेश चतुर्थी तिथि समाप्त- 27 अगस्त 2025 को दोपहर 03:44 तक। उदयातिथि से 27 अगस्त को गणेश प्रतिमा की स्थापना होगी। गणेश मूर्ति स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त चौघड़िया अनुसार: Ganesh Chaturthi 2025 Puja Muhurat. अमृत: सुबह 7:33 से 9:09 के बीच। शुभ: सुबह 10:46 से दोपहर 12:22 के बीच। शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त: 06:48 से 7:55 के बीच। राहु काल: दोपहर 12:22 से 01:59 के बीच। इस समय स्थापना और पूजा न करें। नोट: वैसे गणेश पूजन के लिए मध्याह्न मुहूर्त: 27 अगस्त 2025 को सुबह 11:05 बजे से दोपहर 01:40 बजे तक गणपति स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है परंतु हमारी सलाह है कि इस बीच राहु काल भी रहेगा इसलिए चौघड़िया मुहूर्त ही सही रहेगा। चौघड़िया मुहूर्त में आप शुभ मुहूर्त ले सकते हैं जो कि सुबह 10:46 से दोपहर 12:22 के बीच है। गणेश स्थापना विधि: Ganesh sthapana vidhi. 1. गणेशजी को प्रसन्न करना है तो प्रसन्नतापूर्वक और विधिवत रूप से श्री गणेशजी का घर में मंगल प्रवेश होना चाहिए। 2. गणेशजी के आगमन के पूर्व घर और द्वार को सजाया जाता है और जहां उन्हें स्थापित किया जाएगा उस जगह की सफाई करके उसे पूजा के लिए तैयार किया जाता है। 3. बाजार जाने से पहले नवीन वस्त्र धारण करें, सिर पर टोपी या साफा बांधें, रुमाल भी रखें। पीतल या तांबे की थाली साथ में ले जाएं नहीं तो लकड़ी का पाट ले जाएं जिस पर गणेशजी विराजमान होकर घर में पधारेंगे। इसके साथ ही घंटी और मंजीरा भी ले जाएं। 4. बाजार जाकर जो भी गणेशजी पसंद आए उसका मोलभाव न करें उसे आगमन के लिए निमंत्रित करके दक्षिणा दे दें। 5. फिर गणेशजी की प्रतिमा को धूम-धाम से घर के द्वारा पर लाएं और द्वार पर ही उनकी आरती उतारें। मंगल गीत गाएं या शुभ मंत्र बोलें। 6. इसके बाद गणेशजी की मूर्ति को स्थापित करने के पूर्व ईशान कोण को अच्छे से साफ करके कुमकुम से स्वस्तिक बनाएं और हल्दी से चार बिंदी बनाएं। 7. फिर एक मुट्ठी अक्षत रखें और इस पर छोटा बाजोट, चौकी या लकड़ी का एक पाट रखें। पाट पर लाल, पीला या केसरिये रंग का सूती कपड़ा बिछाएं। 8. चारों ओर फूल और आम के पत्तों से सजावट करें और पाट के सामने रंगोली बनाएं। तांबे के कलश में पानी भरकर उस पर नारियल रखें। 9. आसपास सुगंधित धूप, दीप, अगरबत्ती, आरती की थाली, आरती पुस्तक, प्रसाद आदि पहले से रख लें। 10. ॐ पुण्डरीकाक्ष पुनातु, ॐ पुण्डरीकाक्ष पुनातु, ॐ पुण्डरीकाक्ष पुनातु बोलकर गणेश जी एवं अम्बिका (सुपारी में मौली लपेटकर) को स्थापित करने के पूर्व निम्न मंत्र बोलकर आवाहन करें। 11. फिर स्थापना के दौरान यह मंत्र बोलें- गजाननं भूतगणादिसेवितम कपित्थजम्बू फल चारू भक्षणं। उमासुतम शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम।। आगच्छ भगवन्देव स्थाने चात्र स्थिरो भव। 12. अब परिवार के सभी सददस्य एकत्रित होकर ॐ गंगणपते नम: का उच्चारण करते हुए प्रतिमा को पाट पर विराजमान करें और गणपति बप्पा मोरिया का जयघोष करें। 13. अब गणेशजी की विधिवत पूजा करके आरती करें और प्रसाद बांटें। गणेश स्थापना की पंडित द्वारा बताई गई संपूर्ण विधि के लिए आगे क्लिक करें: श्री गणेश स्थापना विधि : कैसे करें स्वागत श्री गणेश का ALSO READ: श्री गणेश स्थापना विधि : कैसे करें स्वागत श्री गणेश का
समुद्री लहरों से घिरे गेटवे ऑफ इंडिया का पुराना वीडियो फिर से वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो मई 2021 में आए चक्रवात ताउते का है, जो तब से ही इंटरनेट पर वायरल है.
पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने कहा, भारत एशिया कप हॉकी जीतने का प्रबल दावेदार
Asia Cup Hockey : हॉकी के पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का मानना है कि भारत बिहार के राजगीर में होने वाले आगामी पुरुष एशिया कप को जीतने और अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड की संयुक्त मेजबानी में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने का प्रबल दावेदार है। मौजूदा ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और एशिया की नंबर एक टीम भारत ने आखिरी बार 2017 में ढाका में एशिया कप का खिताब जीता था। तब उसने फाइनल में मलेशिया को 2-1 से हराया था। भारतीय टीम 2022 में जकार्ता में खेले गए एशिया कप में दक्षिण कोरिया और मलेशिया के बाद तीसरे स्थान पर रहा था। भारत की 1975 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान अजीतपाल सिंह ने हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम को प्रबल दावेदार बताया लेकिन खिलाड़ियों को आत्ममुग्धता से बचने के लिए भी चेताया। अजीतपाल ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम निर्विवाद रूप से प्रबल दावेदार और पक्के चैंपियन हैं। हमारी कोई तुलना नहीं है, लेकिन कोरिया, चीन, जापान और मलेशिया ने अतीत में हमारे लिए मुश्किलें खड़ी की थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हॉकी में अब एशिया में भारत का कोई सानी नहीं है। पहले पाकिस्तान था, लेकिन अब वह खत्म हो चुका है। हमें इस मौके का फायदा उठाकर विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना चाहिए, लेकिन खिलाड़ियों को सावधान रहना होगा। क्वालीफाई करने के लिए उन्हें जीतना होगा।’’ एक अन्य पूर्व कप्तान और भारत की 1980 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य जफर इकबाल ने भी अजीतपाल से सहमति जताई। उन्होंने सोमवार को ट्रॉफी अनावरण समारोह में कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं कि भारत टूर्नामेंट जीतने का प्रबल दावेदार है, बशर्ते हमारा दिन बहुत खराब न हो। हम एशिया की नंबर एक टीम हैं और पाकिस्तान के न होने पर हमें खिताब जीतकर विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना चाहिए।’’ इकबाल ने कहा, ‘‘लेकिन हम आत्ममुग्ध नहीं हो सकते। कोरिया, जापान, चीन और मलेशिया जैसी मुश्किल टीमें हैं, जिन्होंने हमें पहले भी हराया है।’’ खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने एशिया कप 2025 ट्रॉफी का अनावरण किया, जिसके साथ ही टूर्नामेंट की उल्टी गिनती शुरू हो गई। यह टूर्नामेंट 29 अगस्त से सात सितंबर तक बिहार के राजगीर हॉकी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। एशिया कप ट्रॉफी के अनावरण के अवसर पर तीन बार के ओलंपिक पदक विजेता हरबिंदर सिंह और पूर्व खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद भी उपस्थित थे। (भाषा)
मीराबाई ने राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर किया धमाकेदार कमबैक
@Media_SAI/X Mirabai ChanuCommonwealth Championship: एक साल के लंबे अंतराल के बाद वापसी करने वाली मीराबाई चानू ने अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए सोमवार को यहां राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप में नए रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक जीता।तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई ने महिलाओं के 48 किग्रा वजन वर्ग में कुल 193 किग्रा (84 किग्रा + 109 किग्रा) वजन उठाकर राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में कुल, स्नैच और क्लीन एंड जर्क के रिकॉर्ड तोड़कर पहला स्थान हासिल किया। कुल वजन में उन्होंने पिछले रिकॉर्ड से 14 किग्रा अधिक भार उठाया। राष्ट्रीय खेलों के चैंपियन ऋषिकांत सिंह ने पुरुषों के 60 किग्रा वर्ग में 271 किग्रा (120 किग्रा + 151 किग्रा) के कुल प्रयास के साथ दिन का दूसरा स्वर्ण पदक जीता। I’m truly delighted to win gold at Commonwealth Championship in Ahmedabad today. Competing at international event after the Paris Olympics made this moment even more special, with the crowd’s support pushing me throughout. Contd. 1/1 pic.twitter.com/M1Gqaw2VAs — Saikhom Mirabai Chanu (@mirabai_chanu) August 25, 2025 Mirabai makes a comeback with Gold at the Commonwealth Weightlifting Championships! #Olympic medallist Mirabai Chanu clinches a Gold in Women’s 48kg at the Commonwealth Weightlifting Championships in Ahmedabad, Gujarat with a total lift of 193 Kg, setting new… pic.twitter.com/LBR8OfIeyF — SAI Media (@Media_SAI) August 25, 2025 मीराबाई ने पिछले साल अगस्त में पेरिस ओलंपिक के बाद पहली बार किसी प्रतियोगिता में भाग लिया। पेरिस ओलंपिक में वह चौथे स्थान पर रही थी। चोटिल होने के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद इस 37 वर्षीय खिलाड़ी को लय हासिल करने में समय लगा। मीराबाई ने कहा, ‘‘मैं यहां स्वर्ण पदक जीतकर सचमुच बहुत खुश हूं, क्योंकि ओलंपिक के बाद यह मेरा पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है और वह भी 48 किलोग्राम वर्ग में। मुझे संदेह था कि क्या मैं इस भार वर्ग में वैसा ही प्रदर्शन कर पाऊंगी जैसा मैंने किया था। इस जीत से मेरा अक्टूबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए मनोबल बढ़ेगा। ’’ What a glorious moment! @mirabai_chanu storms the stage, clinching Gold in women's 48kg at the Commonwealth Weightlifting Championship 2025. Her power, passion & perseverance shine bright for Bharat. pic.twitter.com/Gc9iCOL2gZ — Raksha Khadse (@khadseraksha) August 26, 2025 स्नैच में 84 किग्रा के अपने पहले प्रयास में वह लड़खड़ा गईं। उनके दाहिने घुटने में तकलीफ़ दिखाई दी, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने उतना ही वज़न उठाया। 89 किग्रा का उनका तीसरा प्रयास भी असफल रहा। कोई वास्तविक प्रतिस्पर्धा न होने के कारण मीराबाई असल में खुद से ही मुकाबला कर रही थीं। उन्होंने क्लीन एंड जर्क में 105 किग्रा भार उठाकर शुरुआत की। उन्होंने इसे बढ़ाकर 109 किग्रा कर लिया, लेकिन 113 किग्रा का अपना अंतिम प्रयास पूरा नहीं कर सकीं। मलेशिया की इरीन हेनरी ने 161 किग्रा (73 किग्रा + 88 किग्रा) वजन उठाकर रजत पदक, जबकि वेल्स की निकोल रॉबर्ट्स ने 150 किग्रा (70 किग्रा + 80 किग्रा) वजन उठाकर कांस्य पदक जीता। मीराबाई ने इस तरह से 48 किग्रा में सफल वापसी की। उन्होंने इसी वजन वर्ग में अपना विश्व चैम्पियनशिप खिताब और राष्ट्रमंडल खेलों में दो पदक जीते लेकिन 2018 के बाद वह 49 किग्रा वर्ग में चुनौती पेश कर रही थी। सौम्या दलवी ने जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। (भाषा)
Shukra Gochar 2025: शुक्र का कर्क राशि में गोचर, 3 राशियां रहें संभलकर
shukra gochar kark rashi 2025: 21 अगस्त 2025 को शुक्र ग्रह ने चंद्रमा की राशि कर्क में प्रवेश किया है। 15 सितंबर 2025 तक 3 राशियों को संभलकर रहना होगा क्योंकि शुक्र ग्रह तब तक इसी राशि में रहेंगे। ऐश्वर्य, धन, कला और साहित्य के कारक ग्रह शुक्र का फल चंद्रमा की राशि में होने के कारण मिलाजुला मिल सकता है। आओ जानते हैं कि कौनसी 3 राशियों को रहना होगा संभलकर। 1. तुला राशि: आपकी कुंडली के लग्न और आठवें भाव के स्वामी शुक्र का आपके कर्म यानी दशम भाव में गोचर हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप कार्य में रुकावट के बाद सफलता मिलेगी। इसके चलते आप मानसिक रूप से बैचेन रह सकते हैं। बेहतर होगा कि आप कार्यस्थल और घर परिवार में किसी से वाद विवाद न करें। वाणी पर संयम रखें। अतः इस गोचर से मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे। 2. मकर राशि: आपकी कुंडली के पंचम और दशम भाव के स्वामी शुक्र का सप्तम भाव गोचर हुआ है। शुक्र सप्तम भाव के कारक हैं लेकिन यह जननेंद्रियों से संबंधित परेशानियां खड़ी कर सकता है। यात्राओं में कष्ट हो सकता है। दांपत्य जीवन में विवाद से बचकर रहें। आजीविका में भी बीच-बीच में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। अतः इस गोचर से मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे। 3. कुंभ राशि: आपकी कुंडली के चौथे भाव और नवम यानी भाग्य भाव के स्वामी शुक्र का छठे भाव में गोचर हुआ है। इसके परिणाम स्वरूप आपको अपने कार्यक्षेत्र में सावधानीपूर्वक कार्य करना होगा। यदि किसी से आपका विवाद या दुश्मनी है तो सतर्क रहें। आपकी अपनी सेहत का भी ध्यान रखना होगा। वाहन इत्यादि चलाते वक्त सावधानी रखें। किसी भी स्त्री से इस समय वाद विवाद करना उचित नहीं रहेगा।
भारत: कैसे थमेंगी दहेज के नाम पर होने वाली मौतें?
भारत के लिए न तो दहेज की प्रथा नई है और न ही इसके नाम पर होने वाली मौतें या हत्याएं। साक्षरता बनने और तमाम कानूनों के बावजूद अब तक इस सामाजिक कलंक से निजात नहीं मिल सकी है। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं।
देश दुनिया की लाइव खबरें 26 अगस्त 2025 | Aaj Tak Live
26 अगस्त 2025 की देश दुनिया की आज तक लाइव खबरें यहां पढ़ें। यहां भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, विज्ञान-तकनीक, मौसम अपडेट और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी हर ताज़ा व बड़ी खबर तुरंत पाएँ। इस पेज पर दिन भर की खबरें अपडेट होंगीं..
Aaj Ka Rashifal: आज छोटे प्रयास देंगे बड़ी सफलता, सभी राशियों के लिए कैसा रहेगा 26 अगस्त का दिन
मेष राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ रां राहवे नम:।' Today 26 August horoscope in Hindi 2025 : नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। नए विचार दिमाग में आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। धनार्जन होगा। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। ALSO READ: गणेश उत्सव पर्यावरण अनुकूल क्यों जरूरी है? वृषभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। दूसरे आपसे अधिक की अपेक्षा करेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है। मिथुन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ रां राहवे नम:।' मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। लाभ होगा। प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। कर्क राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ रां राहवे नम:।' घर में अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। आलस्य हावी रहेगा। प्रमाद न करें। विवेक का प्रयोग करें। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। सिंह राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शं शनैश्चराय नम:।' नौकरी में अधिकार वृद्धि हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। निवेश मनोनकूल रहेगा। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। किसी कार्य के प्रति चिंता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। कन्या राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ चं चन्द्रमसे नम:।' व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगा। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। विवाद से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं। तुला राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ ह्रीं सूर्याय नम:।' व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की इच्छा जागृत होगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। प्रमाद न करें। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। ALSO READ: साप्ताहिक पंचांग 25 से 31 अगस्त, जानें नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त वृश्चिक राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बृं बृहस्पतये नम:।' मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान रहेगी। किसी कार्य की चिंता रहेगी। धनु राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शं शनैश्चराय नम:।' लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़े काम की रुकावट दूर होगी। मकर राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ चं चन्द्रमसे नम:।' हंसी-मजाक में हल्कापन न हो, ध्यान रखें। कीमती वस्तुएं इधर-उधर हो सकती हैं, संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। यात्रा में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कुंभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ ह्रीं सूर्याय नम:।' व्यापार व व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। धनहानि की आशंका है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। मीन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य में राहत मिलेगी। चिंता दूर होगी। नौकरी में रुतबा बढ़ेगा। ALSO READ: Ganesh Chaturthi 2025: गणेश चतुर्थी पूजा सामग्री और विधि
23 अगस्त को नेशनल स्पेस डे के मौके पर हिमाचल प्रदेश के ऊना में एक कार्यक्रम हुआ, जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर बच्चों से बातचीत कर रहे थे। सवाल-जवाब के दौरान जब बच्चों ने पहले अंतरिक्ष यात्री का नाम गलत बताया तो अनुराग ठाकुर ने उन्हें सही जवाब बताने के बजाय हनुमान जी को पहला अंतरिक्ष यात्री बता दिया। आखिर वैज्ञानिक तथ्यों और पौराणिक कथाओं को मिलाना क्यों गलत है? पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
‘हमने एक करोड़ रुपए से ज्यादा देकर फ्लैट खरीदा, लेकिन अब तक मालिकाना हक नहीं मिला। अपने ही घर में किराएदार की तरह रह रहे हैं। करीब डेढ़ साल पहले एक फ्लैट की छत टूटकर गिर गई थी। पुलिस में शिकायत करने पहुंचे तो हमें ही फटकार मिल गई। कहा कि बिना फ्लैट की रजिस्ट्री कराए एंट्री कैसे मिली। हमारे साथ बांग्लादेशियों की तरह बर्ताव किया जा रहा है।’ नोएडा के सेक्टर-79 में महागुन मीराबेला में रहने वाले अशोक वर्धन को जो सपने दिखाए गए, वो पूरे नहीं हुए। स्पोर्ट्स सिटी की जगह उन्हें जंगल में बसा दिया गया। 3 बीएचके फ्लैट के लिए सवा करोड़ रुपए दे चुके हैं। फिर भी मालिकाना हक के लिए कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं। ये कहानी सिर्फ अशोक वर्धन की नहीं है। स्पोर्ट्स सिटी में फ्लैट लेने वाले 30 हजार से ज्यादा खरीदार इसी परेशानी से गुजर रहे हैं। नोएडा स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट का प्लान 2004 में नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी को भेजा गया और 2008 में मंजूर भी हो गया। 17 साल बाद भी यहां सिर्फ दो रिहायशी सोसाइटी ही खड़ी हैं। स्पोर्ट्स सिटी के नाम पर कुछ नहीं बना, सिर्फ एक बोर्ड लगा है। 2021 में आई कैग की रिपोर्ट में स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट में 9000 करोड़ रुपए के घोटाले की बात सामने आई। इसके बाद इसी साल मार्च में इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर CBI ने घोटाले को लेकर 3 केस दर्ज किए। इसमें 2011 से 2014 के बीच प्रोजेक्ट के अलॉटमेंट, डेवलपमेंट और अप्रूवल को लेकर कथित अनियमितता की शिकायतें हैं। मामला कोर्ट में है, लिहाजा कंस्ट्रक्शन से लेकर रजिस्ट्री तक सब पर रोक है। कोर्ट केस का हवाला देकर नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी भी मामले पर बोलने से बच रही है। दैनिक भास्कर की टीम नोएडा स्पोर्ट्स सिटी की साइट पर पहुंची और प्रोजेक्ट का स्टेटस जाना। हमने इस प्रोजेक्ट में फ्लैट लेने वालों से भी बात की। साथ ही प्रोजेक्ट को लंबे वक्त से फॉलो कर रहे जर्नलिस्ट से भी मिले। सबसे पहले स्पोर्ट्स सिटी में घर खरीदने वालों की तकलीफ…बिल्डर को रजिस्ट्री के पूरे पैसे दिए, फिर भी नहीं मिला मालिकाना हकसबसे पहले हम नोएडा के सेक्टर-79 पहुंचे और स्पोर्ट्स सिटी में फ्लैट खरीदकर रह रहे लोगों से मिले। यहां अभी सिर्फ दो सोसाइटी बनी हैं। एक महागुन मीराबेला और दूसरी गौर स्पोर्ट्सवुड। महागुन मीराबेला में करीब 500 फ्लैट हैं। सभी में लोग रह रहे हैं। यहां हम अशोक वर्धन से मिले। वे कहते हैं, ‘2014 में स्पोर्ट्स सिटी के नाम पर इसमें बुकिंग शुरू हुई थी। 2020 में हमें पजेशन मिला।‘ ‘बिल्डर ने हमसे कहा था कि नोएडा अथॉरिटी से हमें ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट यानी OC मिल चुका है। इसलिए बिल्डर को हमने रजिस्ट्री के लिए पूरे पैसे दे दिए। अगले ही साल 2021 में अथॉरिटी ने बोर्ड मीटिंग में पास कर दिया कि जब तक स्पोर्ट्स सिटी मामले का हल नहीं निकलता, तब तक रजिस्ट्री नहीं होगी।‘ ‘पहले एक बिल्डर को पूरी स्पोर्ट्स सिटी बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी। बाद में उसने कई सारे छोटे बिल्डर्स को छोटे हिस्से डेवलप करने के लिए बेच दिया। ये सबकुछ अथॉरिटी के अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ।‘ हम लोगों ने हर तरीके से शिकायत की। रजिस्ट्री विभाग के मंत्री से मिले। CM योगी से भी मिले। सभी ने भरोसा दिलाया, लेकिन हमें फ्लैट का मालिकाना हक नहीं मिला। स्पोर्ट्स सिटी के सपने दिखाए, लेकिन मिला कुछ नहींयहीं रहने वाले जितेंद्र गोस्वामी बताते हैं, ‘दिसंबर 2013 की बात है। बिल्डर ने स्पोर्ट्स सिटी का लालच दिखाकर हमें मार्केट रेट से 1000 रुपए प्रति वर्ग मीटर से ज्यादा रेट पर फ्लैट दिया। बिल्डर ने हमसे कहा था कि सोसाइटी में भी जॉगिंग और साइकिलिंग ट्रैक होगा, लेकिन हमें जो सपने दिखाए गए, उनमें से कुछ भी नहीं मिला।‘ ‘यहां स्पोर्ट्स सिटी के नाम पर कुछ है ही नहीं, सिर्फ जंगल है। उस लैंड पर भी काफी लोगों ने कब्जा कर लिया है। अब वहां कचरा डंप कर रहे हैं। हम लोगों ने एक फ्लैट के लिए 1 करोड़ से डेढ़ करोड़ रुपए दिए हैं। फिर भी हमारे घरों की रजिस्ट्री नहीं हो रही है। हम AOA यानी अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन भी नहीं बना पा रहे हैं। इस वजह से बिल्डर मनमाना मेंटेनेंस ले रहा है।‘ संजय सिंह ने 2013 में फ्लैट की बुकिंग कराई थी। उनकी भी यही शिकायत है। वो बताते हैं, ‘उस वक्त ये फ्लैट 1 करोड़ से ज्यादा में मिला था। बिल्डर ने हमसे रजिस्ट्री का पेमेंट भी ले लिया, लेकिन अब तक रजिस्ट्री नहीं हुई। बिल्डर ने स्पोर्ट्स सिटी के नाम पर हमें घर बेचा, लेकिन स्पोर्ट्स सिटी डेवलप ही नहीं की। हम लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है।‘ ‘बिल्डर ट्रांसफर चार्ज के नाम पर एक-एक फ्लैट से 10-10 लाख रुपए ले रहा है। मेरा मानना है कि इस गड़बड़ी में बिल्डर, बैंक और नोएडा अथॉरिटी तीनों शामिल हैं। अथॉरिटी के अफसरों की मिलीभगत के बिना गड़बड़ी नहीं हो सकती थी। इसलिए मेरी नजर में सबसे ज्यादा दोषी नोएडा अथॉरिटी है।‘ ‘दूसरे नंबर पर बिल्डर और तीसरे नंबर पर बैंक दोषी है। CAG रिपोर्ट में भी किसी बड़े आरोपी अधिकारी का नाम नहीं है, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा परेशान तो हम फ्लैट खरीदने वाले हो रहे हैं। अब हम लोगों को हाईकोर्ट से ही उम्मीद है। वहीं से न्याय मिल सकता है।‘ स्पोर्ट्स सिटी के नाम पर झाड़-जंगल के बीच एक बोर्ड लगा है स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट में 70% ग्रीन एरिया था, जिसे स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए डेवलप करना था। बाकी 28% में रेजिडेंशियल और 2% कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए डेवलप किया जाना था। लिहाजा इसके बाद हमने आसपास के एरिया में उस जगह की तलाश की, जहां स्पोर्ट्स सिटी प्रस्तावित है, यानी जिस जगह को स्पोर्ट्स एक्टिविटी के लिए डेवलप करना था। थोड़ा आगे बढ़ने पर हमें नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से लगा एक बोर्ड मिला। उस पर लिखा है- ‘ये जगह स्पोर्ट्स सिटी के लिए प्रस्तावित है। ये जमीन थ्री-सी ग्रीन्स डेवलपर्स के नाम पर अलॉट कर दी गई है। अगर कोई इसकी खरीद-बिक्री करता है तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी। आदेशानुसार-नोएडा विकास प्राधिकरण।‘ हालांकि यहां हमें स्पोर्ट्स सिटी जैसा कुछ भी नहीं दिखा। ग्राउंड के दूसरी तरफ अंडर कंस्ट्रक्शन बहुमंजिला इमारत है। उसका काम भी पिछले काफी समय से रुका हुआ है। इसे लेकर हमने नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी के कई सीनियर अफसरों से बात करने की कोशिश की। मामला कोर्ट में विचाराधीन होने की वजह से कोई बात करने को राजी नहीं हुआ। ऑफिशियल सोर्सेज से बात करने पर पता चला कि CAG रिपोर्ट आने और कोर्ट में मामला जाने के बाद से ही कंस्ट्रक्शन पर रोक लग गई है। फ्लैट्स की रजिस्ट्री भी रोक दी गई है। कोर्ट से जो फैसला आएगा, अथॉरिटी उसी के हिसाब से आगे फैसला लेगी। जगह-जगह कब्जा, पास में बन रहा प्राइवेट क्रिकेट ग्राउंडफिर सवाल ये आया कि स्पोर्ट्स सिटी के लिए अलॉट जगह पर क्या कुछ भी नहीं हुआ। इसका जवाब हमें थोड़ा आगे बढ़ते ही मिल गया। खाली पड़ी जमीन के कुछ हिस्से में झुग्गियां दिखीं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग खेती भी कर रहे हैं। जमीन के एक बड़े हिस्से को ग्राउंड की तरह तैयार किया जा रहा था। हम जब इसे कैमरे में कैद करने लगे तो हमें रोक दिया गया। हमने मना करने पर शख्स से पूछा कि यहां तो नोएडा अथॉरिटी की स्पोर्ट्स सिटी प्रस्तावित है। मतलब ये नोएडा अथॉरिटी की जमीन है फिर आप क्यों रोक रहे। जवाब मिला, ‘हमने जमीन का मुआवजा नहीं लिया है। इसलिए अब उसी जमीन पर हम क्रिकेट ग्राउंड बना रहे हैं। इसे रेंट पर खेलने के लिए देंगे।‘ हमने पूछा- क्या अथॉरिटी ने अभी इस जमीन का अधिग्रहण नहीं किया है। फिर वही जवाब मिला- ‘हमने मुआवजा नहीं लिया। इसलिए हम इस पर कुछ भी कर सकते हैं। ये कृषि भूमि है।‘ जब हमने शख्स से कैमरे पर बात करने के लिए कहा तो जवाब मिला, ‘हम नहीं बात कर सकते। इससे हमारा काम रुक जाएगा।‘ इस बातचीत से हमें समझ आ गया था कि प्रस्तावित स्पोर्ट्स ग्राउंड पर अतिक्रमण किया जा रहा है। इसका जिक्र यहां फ्लैट खरीदने वाले कुछ खरीदार पहले ही कर चुके हैं। 2004 का प्लान- 2008 में मंजूरी, अब तक जमीन पर कुछ नहीं हुआदिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में हुए थे। उसे देखते हुए नोएडा में इसकी तैयारी पहले से शुरू कर दी गई थी। कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले ही 16 अगस्त 2004 को नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी बोर्ड के सामने स्पोर्ट्स सिटी का प्लान दे दिया गया था। इसमें नोएडा में स्पोर्ट्स के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने की बात कही गई। 25 जून 2007 को नोएडा अथॉरिटी बोर्ड से पहले सेक्टर-101, 102 और 104 में इंटरनेशनल स्तर के स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर को मंजूरी मिली। इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 को देखते हुए 8 अप्रैल 2008 को बोर्ड की मीटिंग हुई। इसमें प्रोजेक्ट में तेजी लाने का फैसला लेते हुए कहा गया कि सेक्टर-76, 78, 79, 101, 102, 104 और 107 का लैंड यूज स्पोर्ट्स सिटी के निर्माण के लिए बदला जाए। पहली बार अगस्त 2008 में कुछ संशोधनों के साथ स्पोर्ट्स सिटी के अलॉटमेंट की योजना को मंजूरी मिली। इसे 3-4 साल में पूरा कर लिया जाना था, लेकिन बिल्डर्स ने सिर्फ रेजिडेंशियल एरिया ही डेवलप किया। स्पोर्ट्स सिटी प्रोजेक्ट को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। अथॉरिटी ने माना- फोकस खेलों पर नहीं, सिर्फ ग्रुप हाउसिंग पर थाइसके बाद हमने नोएडा स्पोर्ट्स सिटी को लेकर कैग की रिपोर्ट की पड़ताल की। CAG ने अपनी रिपोर्ट में सितंबर 2020 में नोएडा अथॉरिटी के एक ACEO रैंक के अधिकारी की जांच रिपोर्ट का जिक्र किया है। हालांकि उस अधिकारी का नाम नहीं लिखा है। CAG रिपोर्ट के पेज नंबर-182-183 पर लिखा है कि ACEO ने अपनी जांच में स्वीकार किया कि नोएडा अथॉरिटी के पास स्पोर्ट्स फैसिलिटी के कंस्ट्रक्शन के लिए क्लियर प्लान नहीं था। प्रोजेक्ट के काम का बिल्डर्स के बीच इस तरह से सबडिवीजन किया गया कि इनके बीच आपस में कोई को-ऑर्डिनेशन ही नहीं बन पा रहा था। CAG की रिपोर्ट में ये भी जिक्र है कि नोएडा अथॉरिटी का एक्शन कुछ इस तरह से रहा कि स्पोर्ट्स फैसिलिटी के बजाय सिर्फ ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के काम पर ही फोकस किया गया। इसमें स्पोर्ट्स के इंटरनेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर सिर्फ नाममात्र के लिए ध्यान दिया गया। यही वजह है कि स्पोर्ट्स सिटी का काम अभी तक कुछ शुरू नहीं हो सका। बिल्डर के हिसाब तय हुआ प्रोजेक्ट का क्राइटेरिया, अफसर भी दोषीइस पूरे मामले को आसानी से समझने के लिए हमने दो दशक से ज्यादा समय से अथॉरिटी को कवर करने वाले सीनियर जर्नलिस्ट विनोद शर्मा से बात की। पढ़िए उनके जवाब… सवाल: नोएडा स्पोर्ट्स सिटी में हुई गड़बड़ी को कैसे देखते हैं। अधिकारियों से क्या चूक हुई और इसमें कौन-कौन शामिल हो सकता है?जवाब: दिल्ली में 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी चल रही थी। इसी को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी ये स्कीम लाई। 145वीं बोर्ड बैठक में इसे शुरू किया गया था। इसमें बिल्डरों की सलाह पर ही प्रोजेक्ट का क्राइटेरिया तय किया गया था। ये बहुत बड़ा घोटाला है, जिसमें अधिकारी भी शामिल हैं। नोएडा अथॉरिटी की 145वीं और 149वीं बोर्ड मीटिंग में जो भी अधिकारी थे, वो सब दोषी होंगे क्योंकि इन्हीं बोर्ड मीटिंग्स में सारी मंजूरी मिली। इसमें जिस बिल्डर को पूरे प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी मिली थी, उसी ने काम पूरा नहीं किया। मुख्य बिल्डर ने छोटे-छोटे कई बिल्डरों को प्रोजेक्ट का काम टुकड़ों में बांट दिया। इसके एवज में ट्रांसफर चार्ज नोएडा अथारिटी को देने थे, लेकिन उन बिल्डर्स ने ट्रांसफर चार्ज भी नहीं दिए। इन छोटे बिल्डर्स की हैसियत ही नहीं थी कि वो इसे बना सकें। इसीलिए ये मामला 2007 से 2008 के बीच और 2011 से 2014 के बीच में चला। ये 2025 तक इसी हाल में है। सवाल: CAG ने रिपोर्ट में करीब 9000 करोड़ रुपए नुकसान का दावा किया है। आपको क्या लगता है।जवाब: नोएडा अथॉरिटी ने मेन बिल्डर को कई तरह की रियायतें दी थीं। जैसे- ट्रांसफर चार्ज में छूट और फ्री एफएआर (फ्लोर एरिया रेश्यो) ताकि वो बिना चार्ज दिए बिल्डिंग के फ्लोर बढ़ा सके। ये छूट इसलिए दी गई थी ताकि बिल्डर का पैसा बचे और वो इसका इस्तेमाल स्पोर्ट्स एक्टिविटी को डेवलप करने में कर सके। वहीं मेन बिल्डर ने ये फ्री एफएआर कई छोटे-छोटे बिल्डरों को दे दिया और उसके बदले करोड़ों रुपए ले लिए। इसके बावजूद ग्रीन एरिया को स्पोर्ट्स के लिए डेवलप नहीं किया गया। इस तरह ये नुकसान तो नोएडा अथॉरिटी को हुआ। सवाल: 30 हजार से ज्यादा फ्लैट खरीदारों की रजिस्ट्री नहीं हो रही है। आखिर अड़ंगा क्या है।जवाब: जब तक बिल्डर्स पर बकाया रकम अथॉरिटी को नहीं मिल जाती, तब तक कंप्लीशन सर्टिफिकेट (CC) और ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट (OC) प्राधिकरण नहीं देता है। अगर ये सर्टिफिकेट किसी तरह से दे दिया तो फिर बिल्डर बकाया रकम भी नहीं देंगे। जबकि बायर्स ने बिल्डरों को पूरा पैसा दे दिया है। अथॉरिटी के सर्टिफिकेट ना देने की वजह से फ्लैट्स की रजिस्ट्री नहीं हो रही है। अब इस पर बड़े स्तर पर ही फैसला हो सकता है। सवाल: इस गड़बड़ी में मुख्य तौर पर कौन-कौन से बिल्डर शामिल हैं। रिपोर्ट में अब तक किसी अधिकारी का नाम क्यों नहीं आया।जवाब: इस पूरे प्रोजेक्ट में 3 मेन बिल्डर्स के नाम हैं। जानाडू, लोट्स ग्रीन और लॉजिक्स इन्फ्रा। इन तीनों ने आगे 84 कंपनियों को काम की जिम्मेदारी दे दी। मेरा मानना है कि इस पूरे घोटाले में अधिकारियों के नाम का खुलासा CAG को करना चाहिए था। आप अगर जांच कर रहे हैं तो उसमें पारदर्शिता लानी चाहिए। आप देखिए इससे पहले भी एक मामले में कोर्ट के आदेश पर सुपरटेक की एक बिल्डिंग ढहा दी गई। इसमें गड़बड़ी करने वाले बिल्डर और अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ............................. ये खबर भी पढ़ें... धर्मस्थल में 100 लाशें दफन, दावे में कितना दम ‘धर्मस्थल में ही हमारा घर है। मैं यहां 13 साल की उम्र से काम कर रहा हूं। 2009 की बात है, तब मैं 23-24 साल का ही था। उसी दौरान मैंने जंगल में 5-6 बार अपनी आंखों के सामने लाशें दफन करते देखा था। इनमें ज्यादातर महिलाओं की लाशें होती थीं। शवों की हालत देखकर लगता था कि उनके साथ रेप हुआ है।‘ कर्नाटक के धर्मस्थल में रहने वाले तुकाराम ये दावा करने वाले दूसरे शख्स हैं। पहला दावा एक सफाईकर्मी ने किया था। पढ़िए पूरी खबर..
एआईपीएफ के राष्ट्रीय अधिवेशन का दिल्ली में प्रचार शुरू
ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के 7-8 दिसंबर को दिल्ली के सुरजीत भवन में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारी शुरू कर दी गई है।
अनासागर जेटी पर चालीहो समापन पर पूजन के साथ सिन्धी समाज का विशाल संगम
अजमेर। चालीहो के वृत रख श्रद्धालुओं ने धर्म रक्षा की प्रार्थना की थी, आकाशवाणी कर ईष्टदेव झूलेलाल ने दर्शन देकर इच्छा पूर्ण की और सनातन धर्म की रक्षा का आशीर्वाद दिया। चालीहो के निरंतन आयोजन से घर घर तक इसका प्रसार हो रहा है। सिन्धु समिति की ओर से इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर के सहयोग से […] The post अनासागर जेटी पर चालीहो समापन पर पूजन के साथ सिन्धी समाज का विशाल संगम appeared first on Sabguru News .
जयपुर के पीस पैलेस में ब्लड डोनेशन कैम्प, 170 यूनिट रक्त संग्रह
जयपुर। ब्रह्मा कुमारीज की प्रथम मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी के 18वें पुण्य स्मृति दिवस पर श्रीनिवास नगर, वीकेआई स्थित पीस पैलेस शाखा की ओर से आयोजित रक्तदान शिविर में एसएमएस एवं संतोकबा दुर्लभजी के ब्लड बैंक ने 170 यूनिट रक्त संग्रह किया। ब्रह्मा कुमारीज के समाज सेवा प्रभाग की ओर से आयोजित रक्तदान महाअभियान […] The post जयपुर के पीस पैलेस में ब्लड डोनेशन कैम्प, 170 यूनिट रक्त संग्रह appeared first on Sabguru News .
एमडीएसयू के फार्मेसी विभाग में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए दीक्षारंभ
अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के फार्मेसी विभाग में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए दीक्षारंभ (ओरिएंटेशन) कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। फार्मेसी विभाग के इंचार्ज डॉ. अरविन्द पारीक ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और […] The post एमडीएसयू के फार्मेसी विभाग में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए दीक्षारंभ appeared first on Sabguru News .
मधु दंडवते : गांधीवादी समाजवादी, स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राजनीति के आदर्श पुरुष
प्रो. मधु दंडवते एक प्रतिबद्ध समाजवादी, सच्चे गांधीवादी, स्वतंत्रता सेनानी और कुशल सांसद थे। वरिष्ठ पत्रकार क़ुरबान अली से जानिए उनके योगदान और जीवन यात्रा।
पुष्कर में रामदेवरा जातरूओं के लिए भंडारे का शुभारंभ
अजमेर। तीर्थनगरी पुष्कर में अजमेर चुंगी नाके के सामने आईडीएसएमटी कालोनी माधव नगर में सोमवार को जोगणियाधाम पुष्कर के श्रद्धालुओं की ओर से 19वें भंडारे का गाजे बाजों के साथ ध्वजा चढ़ाकर शुभारंभ किया गया। जोगणियाधाम की ओर से एएसआई रामेश्वरलाल, पूर्व पार्षद संजय जोशी तथा धाम के सह संस्थापक एडवोकेट प्रशान्त वर्मा ने भंडारे […] The post पुष्कर में रामदेवरा जातरूओं के लिए भंडारे का शुभारंभ appeared first on Sabguru News .
राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ ने एकल पीठ के आदेश पर लगाई रोक
जयपुर। राजस्थान में पंचायत चुनावों को लेकर राजस्थान उच्च न्यायालय की एकलपीठ के आदेश पर खंडपीठ ने सोमवार को रोक लगा दी। एकल पीठ ने 18 अगस्त के आदेश में राज्य सरकार से जल्द पंचायत चुनाव कराने के लिए कहा था साथ ही सरकार के प्रशासकों को हटाने के आदेश पर भी रोक लगा दी […] The post राजस्थान हाईकोर्ट की खंडपीठ ने एकल पीठ के आदेश पर लगाई रोक appeared first on Sabguru News .
जेपीसी का बहिष्कार होने पर भी संविधान संशोधन विधेयक पर आगे बढेगी सरकार : अमित शाह
नई दिल्ली। कुछ राजनीतिक दलों के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद उन्हेें पदमुक्त किए जाने के प्रावधान वाले विधेयक के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में शामिल नहीं होने की अटकलों के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को स्पष्ट किया कि यदि कोई पार्टी जेपीसी का बहिष्कार करती […] The post जेपीसी का बहिष्कार होने पर भी संविधान संशोधन विधेयक पर आगे बढेगी सरकार : अमित शाह appeared first on Sabguru News .
नारायण सेवा संस्थान का 44वां दिव्यांग सामूहिक विवाह 30 अगस्त से
उदयपुर। राजस्थान में उदयपुर में मानव सेवा में जुटी नारायण सेवा संस्थान की ओर से दो दिवसीय 44वां निःशुल्क दिव्यांग एवं निर्धन सामूहिक विवाह समारोह 30 अगस्त से आयोजित किया जाएगा। संस्थान के जनसंपर्क प्रमुख भगवान प्रसाद गौड़ ने सोमवार को बताया कि संस्थान के लियों का गुड़ा स्थित सेवा महातीर्थ परिसर में आयोजित होने […] The post नारायण सेवा संस्थान का 44वां दिव्यांग सामूहिक विवाह 30 अगस्त से appeared first on Sabguru News .
यौन दुराचार के आरोपी विधायक राहुल मनकूटाथिल को कांग्रेस ने पार्टी से निलंबित किया
तिरुवनंतपुरम। केरल प्रदेश कांग्रेस ने यौन दुराचार के आरोप में पलक्कड़ के विधायक राहुल मनकूटाथिल को सोमवार को छह महीने के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। केरल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सनी जोसेफ ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि निलंबन से विधायक के पास पार्टी विशेषाधिकार नहीं रहेंगे, हालांकि […] The post यौन दुराचार के आरोपी विधायक राहुल मनकूटाथिल को कांग्रेस ने पार्टी से निलंबित किया appeared first on Sabguru News .
पुराना रायता पोछने के चक्कर में फिर तो नहीं फैला दिए आबूरोड भाजपा नेता
सबगुरु न्यूज-आबूरोड। आबूरोड में भाजपा की चकल्लस अब हास्यास्पद रूप ले रही है। आबूरोड के वर्तमान भाजपा पार्षद अर्जुनसिंह के द्वारा 22 अगस्त को व्हाट्सएप समूहों में डाली गई पोस्ट के बाद सोमवार को फिर से एक पोस्ट डाली गई। इस पोस्ट में वो अपने द्वारा पहले बिखेरे गए रायते को समेटने की कोशिश में […] The post पुराना रायता पोछने के चक्कर में फिर तो नहीं फैला दिए आबूरोड भाजपा नेता appeared first on Sabguru News .
आबूरोड में रेलवे करवा रही नाला सफाई तो कहां गए पच्चीस लाख
सबगुरु न्यूज – आबूरोड। आबूरोड नगर पालिका का सफाई ठेका एक रहस्य बनता जा रहा है। इतनी अनियमितता दिखने के बाद कांग्रेस नगर संगठन की चुप्पी और भी बडी रहस्य है। नगर पालिका आबूरोड के द्वारा जारी की गई नाला सफाई की निविदा और फील्ड के हालात देखेंगे तो यहां सफाई के नाम पर खजाने […] The post आबूरोड में रेलवे करवा रही नाला सफाई तो कहां गए पच्चीस लाख appeared first on Sabguru News .
रेनॉ ग्रुप ने एक्सटीरियर और इंटीरियर में बदलाव के साथ बाजार में उतारी नई काइगर
नई दिल्ली। फ्रेंच कार निर्माता रेनॉ ग्रुप की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रेनॉ इंडिया ने सोमवार को नई काइगर के बाजार में उतारने की घोषणा की। कंपनी ने बताया कि रीथिंक परफॉर्मेंस फिलॉसफी के तहत नई काइगर को विकसित किया गया है। इसमें रिफाइंड 100 पीएस टर्बोचार्ज्ड इंजन और 35 से अधिक अपग्रेड है। […] The post रेनॉ ग्रुप ने एक्सटीरियर और इंटीरियर में बदलाव के साथ बाजार में उतारी नई काइगर appeared first on Sabguru News .
मुंबई में बारिश से अमिताभ बच्चन का बंगला ‘प्रतीक्षा’जलमग्न
मुंबई। मुंबई में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का जुहू स्थित बंगला ‘प्रतीक्षा’ को जलभराव का सामना करना पड़ा और बंगले के बाहर घुटनों तक पानी जमा हो गया। बंगले के परिसर में भी पानी घुस गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बंगले के चारों ओर कीचड़ […] The post मुंबई में बारिश से अमिताभ बच्चन का बंगला ‘प्रतीक्षा’ जलमग्न appeared first on Sabguru News .
सुप्रीम कोर्ट का समय रैना और अन्य कलाकारों को माफ़ी मांगने का निर्देश
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को समय रैना सहित पांच हास्य कलाकारों को दिव्यांगजनों के बारे में असंवेदनशील चुटकुले बनाने पर अपने यूट्यूब चैनलों और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर माफ़ी जारी करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने यह आदेश एसएमए क्योर फाउंडेशन की एक याचिका पर […] The post सुप्रीम कोर्ट का समय रैना और अन्य कलाकारों को माफ़ी मांगने का निर्देश appeared first on Sabguru News .
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में करनाल जिले की भूमिका (1857-1947): एक ऐतिहासिक समीक्षा
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन (1857 से 1947) में करनाल जिले की ऐतिहासिक भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। 1857 की जनक्रांति से लेकर आज़ाद हिंद फौज और भारत छोड़ो आंदोलन तक करनाल ने अभूतपूर्व योगदान दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने यूएपीए मामले में सलीम खान की जमानत बरकरार रखी
नई दिल्ली। शीर्ष अदालत ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की उस अपील को खारिज कर दिया है जिसमें कर्नाटक हाईकोर्ट द्वारा ‘अल-हिंद’ संगठन से संबंधों के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोपी सलीम खान को जमानत देने के आदेश को चुनौती दी गई थी। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन की […] The post सुप्रीम कोर्ट ने यूएपीए मामले में सलीम खान की जमानत बरकरार रखी appeared first on Sabguru News .
बुलंदशहर में कंटेनर ने ट्रैक्टर ट्राली को मारी टक्कर, 9 की मौत, 42 घायल
बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के अरनिया क्षेत्र में सोमवार को तेज रफ्तार कंटेनर की टक्कर से ट्रैक्टर ट्राली पर सवार नौ श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई जबकि 42 अन्य घायल हो गए जिनमें दो की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के […] The post बुलंदशहर में कंटेनर ने ट्रैक्टर ट्राली को मारी टक्कर, 9 की मौत, 42 घायल appeared first on Sabguru News .
शिक्षक भर्ती घोटाला : विधायक जीवन कृष्ण साहा और परिजन की संपत्तियों पर ईडी के छापे
कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और बीरभूम जिलों में तृणमूल कांग्रेस (तृकां) विधायक जीवन कृष्ण साहा और पार्टी की पार्षद माया साहा से जुड़े कम से कम चार ठिकानों पर सोमवार से नए सिरे से तलाशी अभियान शुरू किया। ईडी के अधिकारियों ने साहा और तृकां पार्षद के मुर्शिदाबाद और बीरभूम […] The post शिक्षक भर्ती घोटाला : विधायक जीवन कृष्ण साहा और परिजन की संपत्तियों पर ईडी के छापे appeared first on Sabguru News .
क्या इस कारण लिया था संन्यास, टेस्ट क्रिकेट पर रोहित शर्मा का खुलासा
पूर्व भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपने टेस्ट करियर के कुछ पहलुओं पर विचार करते हुए सोमवार को कहा कि यह प्रारूप चुनौतीपूर्ण और थका देने वाला है लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी पर ध्यान देकर खुद को टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार किया। रोहित ने इस साल मई में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इस 38 वर्षीय बल्लेबाज ने 67 टेस्ट मैच में 40.58 की औसत से 4301 रन बनाए। उन्होंने इससे एक साल पहले टी20 विश्व कप जीतने के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले लिया था। रोहित ने यहां एक पैनल चर्चा के दौरान कहा, ‘‘यह ऐसी चीज है जिसके लिए आपको तैयारी करनी होती है, क्योंकि इस खेल में आपको लंबे समय तक मैदान पर रहना होता है विशेष कर टेस्ट क्रिकेट में, जिसमें आपको पांच दिन तक खेलना होता है। मानसिक रूप से यह बहुत चुनौतीपूर्ण होता है और थका देने वाला भी। लेकिन सभी क्रिकेटर प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते हुए ही बड़े हुए हैं।’’ It takes a lot when you're playing the longest format and concentration is something that is the key, because when you are expecting to put in high level performance, it starts with being mentally fresh all the time, #RohitSharma said. My copy: https://t.co/9qrA1M0pLM — Devarchit (@Devarchit) August 25, 2025 उन्होंने कहा, ‘‘जब हम प्रतिस्पर्धी स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं, यहां तक कि मुंबई में भी क्लब क्रिकेट के (मैच) दो दिन (या) तीन दिन तक चलते हैं, इस तरह से हम छोटी उम्र से ही इसके लिए तैयार रहते हैं। इससे आपके सामने आने वाली परिस्थितियों का सामना करना थोड़ा आसान हो जाता है।’’ रोहित ने कहा कि सभी युवा खिलाड़ी अपने करियर की शुरुआत में अच्छी तैयारी के महत्व को नहीं समझते हैं, लेकिन वे धीरे-धीरे इसका महत्व समझने लगते हैं।उन्होंने कहा, ‘‘जब आप बहुत छोटे होते हैं, तो आप तैयारी के महत्व को नहीं समझते। लेकिन जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, आपको समझ आता है कि यह आपको एक प्रकार का अनुशासन देता है जिसकी खेल में मांग होती है, इसलिए इसकी शुरुआत तैयारी से होती है, यह समझने से कि आपको वास्तव में क्या करने की जरूरत है।’’ रोहित ने कहा, ‘‘जब आप सबसे लंबे प्रारूप में खेल रहे होते हैं तो इसमें काफी कुछ करना पड़ता है और एकाग्रता ही सबसे महत्वपूर्ण चीज है, क्योंकि आप बहुत अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होते हैं और उसके लिए मानसिक रूप से तरोताजा होना जरूरी है।’’उन्होंने कहा, ‘‘बहुत सारा काम पर्दे के पीछे से शुरू होता है। जैसा कि मैंने कहा, तैयारी में। आप मैदान पर लंबे समय तक टिके रहने के लिए खुद को तैयार करते हैं।’’ रोहित ने कहा कि उनके लिए भी यह कोई अलग बात नहीं रही और समय के साथ उन्होंने खुद को तैयार करने के लिए अभ्यास को अधिक समय देना शुरू कर दिया।उन्होंने कहा, ‘‘मेरे साथ भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ, जब मैंने मुंबई के लिए खेलना शुरू किया और फिर भारत के लिए खेलने लगा। मेरा ध्यान और समय इस बात पर केंद्रित था कि मैं मैच से पहले कैसे तैयारी करता हूं।’’ (भाषा)
योगी सरकार में बढ़ा सिख गौरव का सम्मान, सनातन परंपरा से जुड़ा नया आयाम
Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर के पैडलेगंज स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में एक बार फिर सिखों के शौर्य, पराक्रम और बलिदान को याद किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पर्यटन विकास कार्यों, गुरुद्वारा भवन के नए स्वरूप और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार कार्यों का भी शुभारंभ किया। विगत साढ़े 8 वर्षों में सिखों के धार्मिक स्थलों के विकास से लेकर उनके सम्मान के लिए जो काम सीएम योगी ने कर दिखाया है, उसकी कल्पना दशकों तक किसी ने नहीं की थी। जिस सिख परंपरा ने सनातन और राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने नन्हें साहिबजादों तक का बलिदान दिया, वही परंपरा पिछली सरकारों की उपेक्षा का शिकार रही। न तो उनके बलिदान को पाठ्यक्रमों में स्थान मिला, न ही सार्वजनिक जीवन में वह सम्मान, जिसके वे अधिकारी थे। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपेक्षित धरोहर को नया जीवन दिया। सत्ता संभालने के बाद उन्होंने न केवल सिख समुदाय के गौरव को पुनर्जीवित किया, बल्कि स्पष्ट किया कि सिख परंपरा सनातन संस्कृति की उस महान धारा का हिस्सा है, जिसमें बलिदान और धर्म रक्षा सर्वोपरि हैं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास पहली बार सिख श्रद्धा का केंद्र बना—जहां गुरुवाणी गूंजी, साहिबजादों के बलिदान की गाथा सुनाई गई और नई परंपराओं की शुरुआत हुई। स्वयं मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारों में शीश नवाकर और सिख प्रतिनिधिमंडलों से सतत संवाद करके यह संदेश दिया कि सिखों का गौरव सनातन और उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान का अविभाज्य हिस्सा है। सिखों की विरासत का हुआ विकास : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिख समुदाय के सम्मान और उत्थान के लिए ऐसे कदम उठाए हैं, जो न केवल ऐतिहासिक हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेंगे। दिसंबर 2020 में उनकी पहल पर पहली बार सिख गुरुओं के गौरवशाली इतिहास को उत्तर प्रदेश के स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया गया। राजधानी लखनऊ के आलमबाग में खालसा चौक का उद्घाटन किया गया, जिससे सिख परंपरा का गौरव आम जनजीवन के बीच स्थापित हुआ। वहीं, साहिबजादा दिवस को सरकारी स्तर पर मनाने की शुरुआत कर योगी सरकार ने यह संदेश दिया कि गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों का बलिदान उतना ही पवित्र और अनुकरणीय है, जितना रामायण में लक्ष्मण का त्याग और महाभारत में अभिमन्यु का शौर्य। यह भी उल्लेखनीय है कि इस घोषणा से पहले ही मुख्यमंत्री आवास सिख श्रद्धा का केंद्र बन चुका था, जहां गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व का भव्य आयोजन हुआ, गुरुवाणी गूंजी और साहिबजादों के बलिदान को याद करने वाले आयोजन हुए। इस प्रकार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न केवल परंपराओं को जीवित किया, बल्कि सिख गौरव को सनातन संस्कृति की उस धारा से फिर जोड़ा, जिसमें बलिदान और धर्म रक्षा सर्वोपरि हैं। पंच तख्त यात्रा योजना की ऐतिहासिक पहल : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन की सबसे बड़ी मिसाल हाल ही में शुरू की गई 'पंच तख्त यात्रा योजना' है। यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि सिख श्रद्धा और सनातन संस्कृति के बीच जीवंत सेतु का प्रतीक है। पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश के सिख श्रद्धालु पंथ के पांचों पवित्र तख्त साहिबों- श्री आनंदपुर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब (पंजाब), श्री दमदमा साहिब (पंजाब), श्री तख्त सचखंड श्री हजूर साहिब (नांदेड़, महाराष्ट्र), श्री हरमंदिर जी साहिब (पटना, बिहार) की यात्रा कर सकें। इस योजना के तहत श्रद्धालुओं को न केवल इन पवित्र स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे, बल्कि प्रति श्रद्धालु न्यूनतम 10,000 रुपए की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। इससे यह स्पष्ट हो गया कि योगी सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि सिख परंपरा के गौरव को वास्तविक स्वरूप में समाज के बीच प्रतिष्ठित कर रही है। सिख-नाथ परंपरा : राष्ट्रभक्ति और बलिदान की साझा धारा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर सिख गुरुओं के अमर बलिदान को स्मरण करते हैं। उनका मानना है कि सिख और नाथ परंपरा, दोनों ही राष्ट्रभक्ति और बलिदान की साझा धारा हैं। जब वे गुरुद्वारों में जाकर मत्था टेकते हैं, तो वह केवल औपचारिकता नहीं होती, बल्कि उस ऐतिहासिक रिश्ते को जीवित करने का प्रयास होता है, जिसे गुरु नानक देव जी और गोरखनाथ संप्रदाय ने सदियों पहले स्थापित किया था। उनकी सरकार ने प्रदेश में सिख तीर्थ स्थलों के विकास को प्राथमिकता दी है। गुरुद्वारों के आसपास बुनियादी ढांचे का सुधार, श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाएं और धार्मिक आयोजनों को सहज बनाने की दिशा में निरंतर काम किया जा रहा है। यह भी उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर सिख परंपरा को सम्मान दिलाने के प्रयास किए हैं, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण करतारपुर कॉरिडोर है। उसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी प्रयागराज महाकुंभ जैसे आयोजनों में सिख अखाड़ों और गुरुद्वारों को विशेष स्थान देकर ठोस पहल की है। तुष्टिकरण से परे, विरासत को सम्मान : यह वही उत्तर प्रदेश है, जहां पिछली सरकारें केवल तुष्टिकरण की राजनीति में उलझी रहीं। न सिख गुरुओं के बलिदान को स्थान मिला, न उनकी पहचान को उचित सम्मान। उन्हें सनातन से अलग करने के प्रयास हुए। परंतु, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह साबित कर दिया है कि जब नेतृत्व में आस्था और राष्ट्रभक्ति का संकल्प होता है, तो परंपराएं केवल जीवित नहीं रहतीं, बल्कि नई पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन जाती हैं। बैसाखी पर्व पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा था कि सिख परंपरा, सनातन धर्म की ही एक अमर धारा है। इस धारा ने हमें सिखाया है कि धर्म की रक्षा और राष्ट्र की सेवा ही जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य है। आज उत्तर प्रदेश में यह भावना गहराई से स्थापित हो चुकी है कि सनातन और सिख परंपरा अलग नहीं, बल्कि एक ही सांस्कृतिक विरासत की दो धाराएं हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस साझा विरासत को नई ऊंचाइयों तक ले जाकर न केवल इतिहास को पुनर्जीवित कर रहे हैं, बल्कि भविष्य की दिशा भी तय कर रहे हैं। Edited by: Vrijendra Singh Jhala
हर प्रोजेक्ट के लिए तय होगी अफसरों की जवाबदेही : CM योगी
Chief Minister Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दो टूक हिदायत दी है कि हर विकास परियोजना को तय समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूर्ण करना सुनिश्चित करें। हर परियोजना के लिए एक नोडल अधिकारी बनाया जाए जो कार्य की नियमित निगरानी करें। यदि किसी परियोजना में ठेकेदार की लापरवाही मिले तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। किसी विकास परियोजना में कोई खामी मिली, गुणवत्ता से समझौता किया तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई तय है। हर परियोजना के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। मुख्यमंत्री, रविवार को दोपहर बाद गोरखपुर के एनेक्सी भवन में जिले में जारी विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक कर रहे थे। गोरखपुर में चल रही विकास परियोजनाओं की अद्यतन प्रगति की जानकारी लेते हुए सीएम योगी ने कहा कि विकास कार्यों से गोरखपुर के प्रति पूरे देश में मजबूत सकारात्मक धारणा बनी है। विकास कार्यों में किसी भी तरह का व्यवधान नहीं आना चाहिए। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वह हर विकास परियोजना की प्रगति की जानकारी उस प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी से खुद लेते रहें। सीएम ने पीएसी महिला बटालियन, खजांची बाजार, पादरी बाजार, बरगदवा, गोरखनाथ, पैडलेगंज-नौसढ़ फ्लाईओवर, भोपा बाजार ओवरब्रिज सहित सभी बड़ी विकास परियोजनाओं में तेजी लाते हुए निर्माण कार्यों को तय समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। बीमारियों से बचाव को चलाएं जागरूकता अभियान : समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी पूर्वांचल के लिए अभिशाप रहे इंसेफेलाइटिस (जेई और एईएस)को नियंत्रित कर लिया गया है। पर, सतत सावधानी की जरूरत है। इसी तरह डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जनता को जागरूक करते रहना होगा। इसके लिए लोगों के बीच जागरूकता और स्वच्छता से जुड़े अभियान चलाए जाएं। जागरूकता को लेकर प्रचार-प्रसार को बढ़ाया जाए। यह कार्य सभी नगर निकायों में हो। पनपने न दें मेडिकल माफिया : मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर सहित पूरे प्रदेश में माफियाराज को ध्वस्त कर दिया गया है। मेडिकल पेशे में कभी-कभी एम्बुलेंस माफिया या मरीजों को भर्ती कराने में बिचौलियों के खेल की शिकायतें आती हैं। इस पर सतत सख्ती जरूरी है। ऐसी कार्रवाई की जाए जिससे मेडिकल फील्ड में कोई माफिया पनपने न पाए। न लगने पाए जाम, स्ट्रीट वेंडर्स का करें व्यवस्थित पुनर्वास : सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर की प्रतिस्पर्धा बड़े स्मार्ट शहरों से हो रही है। ऐसे में सुगम यातायात अपरिहार्य है। यातायात पुलिस और नगर निगम मिलकर ऐसी व्यवस्था बनाए जिससे शहर में कहीं जाम न लगने पाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि सड़क पर ठेले-खोमचे न लगें। इसके लिए स्ट्रीट वेंडर्स का व्यवस्थित पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए। यूनिफॉर्म में ही आएं सरकारी स्कूलों के बच्चे : मुख्यमंत्री ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों के यूनिफॉर्म, बैग, जूता-मोजा आदि के लिए सरकार उनके अभिभावकों के बैंक खातों में धनराशि भेजती है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखा जाए कि यह धनराशि इसी के लिए खर्च हो। विद्यालयों की जांच कर यह व्यवस्था बनाई जाए कि बच्चे यूनिफॉर्म में ही स्कूल आएं। इससे बच्चों के बीच समन्वय और सकारात्मक, अनुशासित माहौल बनेगा। जनप्रतिनिधियों को कराएं बाल वाटिका का भ्रमण : मुख्यमंत्री ने जिले में बच्चों के लिए प्री स्कूलिंग से पहले खोले गए बाल वाटिका की जानकारी ली। बताया कि यह एक शानदार पहल है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जनप्रतिनिधियों को भी बाल वाटिका का भ्रमण कराएं और जरूरत पड़ने पर बाल वाटिका के लिए उनका सहयोग प्राप्त करें। उन्होंने माध्यमिक विद्यालयों के लिए संचालित प्रोजेक्ट अलंकार की भी समीक्षा की और कहा कि इसके तहत हो रहे निर्माण में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। गोड़धोइया नाला प्रोजेक्ट में तेजी से हो काम : सीएम योगी ने शहर में जलजमाव दूर करने के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट गोड़धोइया नाला की भी समीक्षा की। कहा कि इसके निर्माण में और तेजी लाने की आवश्यकता है। बरसात से अगर काम प्रभावित हो रहा हो तो वैकल्पिक व्यवस्था बनाकर काम को सुचारू तरीके से आगे बढ़ाया जाए। एसटीपी बनाने वाली फर्म ही करे दस साल अनुरक्षण : मुख्यमंत्री ने शहर में अमृत योजना के तहत एसटीपी निर्माण की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण के बाद मेंटीनेंस भी बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि निर्माण कराने वाली फर्म से अगले 10 साल के अनुरक्षण के लिए भी एग्रीमेंट होना चाहिए। कहीं पेड़ काटना पड़े तो नया पौधा लगाना भी सुनिश्चित करें : मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी विकास परियोजना को आगे बढ़ाने में यदि कहीं पेड़ काटना पड़े तो उसके एवज में नया पौधा लगाना भी सुनिश्चित किया जाए। पौधे की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी जरूर लगाया जाए। समीक्षा बैठक में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री एवं बांसगांव के सांसद कमलेश पासवान, गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, सीपी चंद और प्रशासन व विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। Edited by: Vrijendra Singh Jhala
रेनॉ (Renault) इंडिया ने नई काइगर के बाजार में उतारने की घोषणा की। टर्बो काइगर वेरिएंट्स- टेक्नो और इमोशन- की कीमतें (एक्स-शोरूम) 9.99 लाख रुपए से 11.29 लाख रुपए के बीच रखी गई हैं। अधिक किफायती नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन वेरिएंट्स 6.29 लाख रुपए से 9.14 लाख रुपए तक उपलब्ध हैं। कंपनी ने बताया कि रीथिंक परफॉर्मेंस फिलॉसफी के तहत नई काइगर को विकसित किया गया है। इसमें रिफाइंड 100 पीएस टर्बोचार्ज्ड इंजन और 35 से अधिक अपग्रेड है। इसका टॉर्क 160 एनएम और माइलेज 20.38 किलोमीटर प्रति लीटर है। रिफाइंड नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन वाला संस्करण 72 पीएस पावर और 96 एनएम टॉर्क देता है तथा 19.83 किलोमीटर प्रति लीटर के माइलेज के साथ है। नई रेनो काइगर Maruti Suzuki Brezza, Hyundai Venue, Tata Nexon, Kia Sonet से मुकाबला करेगी। रेनॉ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी वेंकटराम मामिलपल्ले ने कहा कि हमें नई काइगर को पेश करते हुए बेहद खुशी हो रही है, खासकर ऐसे सेगमेंट में जो सबसे तेजी से बढ़ रहा है और जो एसयूवी की बिक्री में 50 प्रतिशत और देश के टीआईवी (सकल बीमा योग्य मूल्य) में 31 प्रतिशत का योगदान देता है। काइगर हमेशा से अपने सेगमेंट में एक यूनिक उत्पाद रही है और इसके इस नये अवतार के साथ हम भारतीय ग्राहकों के लिए एक्सप्रेसिव डिजाइन, इंटेलिजेंट इंजीनियरिंग और रियल-वर्ल्ड परफॉर्मेंस को और सुलभ बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रहे हैं। यह रेनॉ की भारत-केंद्रित परिवर्तनकारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। ALSO READ: भारत ने बचाई Pakistan के लोगों की जान, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार हुई बात नई काइगर में बोल्ड फ्रंट फेसिया, रेनॉ की नयी ब्रांड आइडेंटिटी, चौड़ा स्टांस, एक्सटेंडेड चिन और रियर स्किड ग्राफिक्स दिये गये हैं। यह सात आकर्षक रंग पैलेट में उपलब्ध है, जिसमें दो नये रंग - ओएसिस येलो और शैडो ग्रे - के अलावा मौजूदा विकल्प रेडिएंट रेड, कैस्पियन ब्लू, आइस कूल व्हाइट, मूनलाइट सिल्वर और स्टील्थ ब्लैक भी शामिल हैं। यह तीन अलग-अलग ड्राइविंग मोड्स — इको, नॉर्मल और स्पोर्ट — में उपलब्ध है। रेनॉ इंडिया के उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) फ्रांसिस्को हिडाल्गो ने कहा कि रेनॉ काइगर ने कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में अपनी एस्थेटिक डिज़ाइन, मॉडर्न डिटेल्स और बोल्ड स्टांस के साथ ग्राहकों की अपेक्षाओं को नया आकार दिया है। ALSO READ: PM मोदी ग्रेजुएशन डिग्री मामला, CIC के आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट ने किया रद्द, DU ने दी थी चुनौती नई काइगर में अब 6 एयरबैग्स (फ्रंट, साइड और कर्टेन एयरबैग्स) दिए गए हैं, जो सभी वेरिएंट्स में उपलब्ध 21 स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स का हिस्सा हैं। यह मैनुअल ट्रांसमिशन में रेट्रोफिटेड सीएनजी विकल्प के साथ भी उपलब्ध है, और दोनों इंजन ई20 फ्यूल-रेडी हैं। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma
विभागीय प्रदर्शनी से बढ़ेगी यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो की भव्यता
UP International Trade Show: ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण की तैयारी ज़ोरों पर है। इस बार का शो सिर्फ़ व्यापार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य सरकार के विभिन्न विभाग भी इसमें अपनी उपलब्धियों, परियोजनाओं और योजनाओं का पूरा लेखा-जोखा पेश करेंगे। 25 से 29 सितंबर के बीच होने वाले इस भव्य आयोजन में विभिन्न स्टॉल्स के लिए कुल 37085 स्क्वायर मीटर क्षेत्र निर्धारित किया गया है, जिसमें से अब तक 28649 स्क्वायर मीटर स्पेस बुक भी हो चुका है। इससे साफ़ है कि इस बार का यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो वाकई रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी के साथ प्रदेश की आर्थिक और सांस्कृतिक ताकत को नई पहचान देगा। योगी सरकार की योजनाओं का होगा प्रदर्शन : शो में इन्वेस्ट यूपी, यूपीसीडा, जीनीडा, यीडा और नोएडा जैसे औद्योगिक विकास से जुड़े विभाग प्रमुख आकर्षण होंगे। साथ ही आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, ऊर्जा और अतिरिक्त ऊर्जा विभाग भी अपनी योजनाओं को प्रदर्शित करेंगे। आने वाले विजिटर्स को आकर्षित करने के लिए नगर विकास, पर्यटन एवं संस्कृति और स्वच्छ गंगा मिशन से जुड़े विशेष स्टॉल भी लगाए जाएंगे। वहीं, सिंचाई विभाग, फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन, हेल्थ एंड हॉस्पिटल्स, आयुष, पर्यावरण और वन विभाग भी इसमें हिस्सा लेंगे। कृषि, डेयरी और जीआई प्रोडक्ट्स को मिलेगा मंच : ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जुड़े विभाग जैसे कृषि विभाग, डेयरी डेवलपमेंट, एनीमल हज्बंड्री, फिशरीज और यूपीएसआरएलएम अपने-अपने सेक्टर की उपलब्धियों को सामने रखेंगे। साथ ही ओडीओपी और जीआई प्रोडक्ट्स भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों का ध्यान खींचेंगे। इस बार शुगर एंड केन, टेक्सटाइल्स एंड हैंडलूम्स, क्रेडाई, बैंकिंग एंड फाइनेंस, ट्रांसपोर्ट (ऑटो व ईवी), यूपीएसडीएम और हायर एजुकेशन से जुड़े स्टॉल भी शोभा बढ़ाएंगे। इसके अलावा सीएम युवा, न्यू एंटरप्रेन्योर्स और पार्टनर कंट्री पवेलियन जैसी पहल भी आकर्षण का केंद्र होंगी। यही नहीं, विभागीय स्टॉल्स के अतिरिक्त, आयोजन स्थल पर फूड कोर्ट्स, बी2बी एवं बी2सी स्टेज के अतिरिक्त कल्चरल स्टेज भी बनाया जाएगा, जहां पर विभिन्न कल्चरल एक्टिविटीज और शोज का आयोजन किया जाएगा। Edited by: Vrijendra Singh Jhala
दलित युवाओं के सपनों को पंख दे रही योगी सरकार, बन रहे अधिकारी
Yogi government: योगी सरकार ने अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) और ओबीसी के युवाओं को सिविल सेवा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने के लिए अपने प्रयासों को और मजबूत किया है। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र योजना के तहत इन वर्गों के अभ्यर्थियों को उच्चस्तरीय कोचिंग प्रदान की जा रही है, ताकि वे आईएएस, पीसीएस जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकें। योगी सरकार की इस योजना के अंतर्गत सिविल सेवा समेत विभिन्न परीक्षाओं में 701 अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस योजना के लिए 11.24 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है, जो योगी सरकार की समावेशी विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अभ्यर्थियों को मिल रहा है आधुनिक पाठ्यक्रम और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन : योगी सरकार की इस योजना का उद्देश्य न केवल प्रशिक्षण प्रदान करना है, बल्कि अभ्यर्थियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पूरी तरह तैयार करना है। इन केंद्रों में प्रशिक्षण का स्तर अत्यंत उच्च है, जहां विषय विशेषज्ञ आधुनिक शिक्षण तकनीकों और नवीनतम पाठ्यक्रमों के आधार पर अभ्यर्थियों को मार्गदर्शन देते हैं। चाहे वह प्रारंभिक परीक्षा हो, मुख्य परीक्षा हो या साक्षात्कार की तैयारी, इन केंद्रों में हर चरण के लिए व्यापक कोचिंग प्रदान की जाती है। विशेष रूप से, लखनऊ में बालिकाओं के लिए समर्पित केंद्र महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समावेशी विकास की दिशा में योगी सरकार का अहम कदम : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बार-बार जोर दिया है कि समाज के हर वर्ग को विकास की मुख्यधारा में शामिल करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं को न केवल शिक्षा और प्रशिक्षण का अवसर मिल रहा है, बल्कि वे देश की प्रशासनिक सेवाओं में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए सशक्त हो रहे हैं। इन केंद्रों ने कई युवाओं को आईएएस, पीसीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे सामाजिक समानता और समावेशी विकास को बढ़ावा मिला है। अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर : योगी सरकार की यह पहल न केवल अनुसूचित जाति और जनजाति के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, बल्कि उत्तर प्रदेश को प्रशासनिक और सामाजिक नेतृत्व के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है। इन प्रशिक्षण केंद्रों से निकले युवा न केवल अपने परिवारों, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहे हैं। सरकार की यह योजना यह सुनिश्चित करती है कि आर्थिक तंगी या सामाजिक बाधाएं किसी की प्रतिभा को रोक न सकें। समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक पीके त्रिपाठी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2017-18 से अब तक इस योजना से 6784 अभ्यर्थी लाभान्वित हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत अबतक संघ/राज्य लोक सेवा आयोग में कुल 48 अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है। इसके अलावा अन्य परीक्षाओं में 653 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। यही नहीं कोविड संक्रमण काल में इसे ऑनलाइन आयोजित किया गया। जिसके फलस्वरूप 81 अभ्यर्थी राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा तथा सहायक वन संरक्षक के रूप में चयनित हुए। उच्चस्तरीय प्रशिक्षण के लिए आठ केंद्र : समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश में आठ परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं, जो अनुसूचित जाति और जनजाति के अभ्यर्थियों को आधुनिक और परिवर्तित पाठ्यक्रमों के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। ये केंद्र विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में अभ्यर्थियों को प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए तैयार करते हैं। इन केंद्रों में शामिल हैं: श्री छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, भागीदारी भवन, लखनऊ। आदर्श पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र (बालिका), अलीगंज, लखनऊ। न्यायिक सेवा पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र, प्रयागराज। संत रविदास आईएएस, पीसीएस पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र, वाराणसी। डॉ. बी.आर. अंबेडकर आईएएस, पीसीएस पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र, अलीगढ़। डॉ. बी.आर. अंबेडकर आईएएस, पीसीएस पूर्व परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र, आगरा। आईएएस, पीसीएस कोचिंग केंद्र, निजामपुर, हापुड़। राजकीय आईएएस, पीसीएस कोचिंग केंद्र, गोरखपुर। इन केंद्रों में अनुसूचित जाति और जनजाति के उन अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जाता है, जिनके अभिभावकों की वार्षिक आय 6 लाख रुपये तक है। यह योजना सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के युवाओं को सशक्त बनाने का एक प्रभावी माध्यम बन रही है। Edited by: Vrijendra Singh Jhala
अयोध्या को दीपोत्सव पर मिलेगा वैक्स म्यूजियम का उपहार
योगी सरकार में अयोध्या में तेजी से हो रहा पर्यटन विस्तार परिक्रमा मार्ग पर 10 हजार वर्ग फीट में तेजी से हो रहा संग्रहालय का निर्माण परियोजना पर खर्च हो चुके हैं तकरीबन 7.5 करोड़ रुपए श्रीराम समेत रामायण के तकरीबन 50 पात्रों की दिखेगी जीवंत झलक Ayodhya Wax Museum: इस बार दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या को एक अनूठा उपहार मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर तैयार हो रहे एक भव्य वैक्स म्यूजियम को श्रद्धालु व पर्यटकों के लिए लोकार्पित किया जाएगा। यह म्यूजियम श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के परिक्रमा मार्ग पर 10 हजार वर्ग फीट के विशाल क्षेत्र में बन रहा है। इस म्यूजियम में भगवान श्रीराम सहित रामायण के करीब 50 प्रमुख पात्रों के मोम के पुतले प्रदर्शित किए जाएंगे, जो न केवल श्रद्धालुओं बल्कि पर्यटकों को भी इतिहास और संस्कृति का जीवंत अनुभव प्रदान करेंगे। इस परियोजना पर अब तक करीब 7.5 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। योगी सरकार ने अयोध्या को वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर स्थापित करने के लिए कई महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की शुरुआत की है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस वैक्स म्यूजियम के निर्माण से न केवल धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा, बल्कि यह रामायण के मूल्यों और भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर और अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करेगा। यह म्यूजियम अयोध्या के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। प्रवेश करते ही मंदिर, वेशभूषाएं देख याद करेंगे त्रेता युग : परिक्रमा मार्ग पर बन रहा यह वैक्स म्यूजियम आधुनिक तकनीक और कला का अनूठा संगम होगा। 10 हजार वर्ग फीट के क्षेत्र में फैले इस म्यूजियम में प्रवेश करते ही पहले श्रीराम का मंदिर मिलेगा। अंदर रामायण के 50 प्रमुख पात्रों के मोम के पुतले प्रदर्शित किए जाएंगे। इनमें भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव, जटायु जैसे पात्र शामिल होंगे। प्रत्येक पुतले को इस तरह से डिज़ाइन किया जा रहा है कि वे जीवंत और यथार्थवादी प्रतीत हों। इन पुतलों को बनाने में महाराष्ट्र की एक संस्था केरल के विशेषज्ञों की सेवाएं ले रही हैं, ताकि पात्रों के हाव-भाव, वेशभूषा और ऐतिहासिक संदर्भों को पूरी तरह से जीवंत किया जा सके। ऑडियो विजुअल बच्चों को करेंगे आकर्षित : म्यूजियम में रामायण के प्रमुख प्रसंगों को भी दृश्यात्मक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा, जैसे राम-रावण युद्ध, सीता हरण, हनुमान की लंका यात्रा और राम-सेतु निर्माण। इन दृश्यों को देखकर आगंतुकों को ऐसा प्रतीत होगा मानो वे रामायण काल में पहुंच गए हों। इसके अलावा, म्यूजियम में आधुनिक तकनीकों जैसे ऑडियो-विजुअल प्रभाव और इंटरैक्टिव डिस्प्ले का भी उपयोग किया जाएगा, जो बच्चों और युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित करेगा। नगर निगम कर रहा लगातार मॉनिटरिंग : यह परियोजना पीपीपी मॉडल पर संचालित है। जैसे अमानीगंज में भूल भुलैया का निर्माण कराया गया है। अब तक इस परियोजना पर करीब 7.5 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। म्यूजियम का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और इसे दीपोत्सव 2025 के अवसर पर जनता के लिए खोलने की योजना है। नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया इसके निर्माण की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मिलेगी मजबूती : अयोध्या पहले से ही अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए विश्वविख्यात है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और सरयू नदी जैसे स्थल हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं। वैक्स म्यूजियम के बनने से अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को एक नया आयाम मिलेगा। यह म्यूजियम न केवल धार्मिक पर्यटकों के लिए, बल्कि इतिहास और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह परियोजना स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगी। इस बार यादगार होगा दीपोत्सव : मंडलायुक्त राजेश कुमार ने बताया कि संकल्प स्वरूप अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बनाने का कार्य किया जा रहा है। वैक्स म्यूजियम इस दिशा में एक और कदम है। अयोध्या में सड़कों का चौड़ीकरण, सरयू नदी के घाटों का सौंदर्यीकरण और अन्य बुनियादी ढांचों का विकास भी तेजी से हो रहा है। दीपोत्सव के दौरान हर साल अयोध्या में लाखों दीप जलाए जाते हैं, जो इसे विश्व रिकॉर्ड का हिस्सा बनाते हैं। इस बार वैक्स म्यूजियम का उद्घाटन दीपोत्सव को और भी यादगार बना देगा। Edited by: Vrijendra Singh Jhala
छत्तीसगढ़ का अनोखा 'गार्बेज कैफे', जहां प्लास्टिक कचरे के बदले मिलता है भरपेट खाना
India’s First Garbage Cafe: क्या आपने कभी सोचा है कि आपका कचरा आपके लिए खाने का जरिया बन सकता है? छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में एक ऐसा ही अनोखा प्रयास किया गया है, जिसने देशभर में सुर्खियाँ बटोरी हैं। यहाँ नगर निगम ने एक ऐसे 'गार्बेज कैफे' की ...
बांग्लादेश में बाघों के बाजार का वीडियो असली नहीं, AI Generated है
TFCN ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को गूगल के एआई टूल VEO3 से बनाया गया है.
भारत का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन जहां पटरियां चूमते हैं बादल और दिखाई देता है कंचनजंगा का मनमोहक नजारा
Highest Railway Station in India: क्या आप जानते हैं कि भारत का Highest Railway Station in India: सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन कहाँ है? यह है पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में स्थित घुम रेलवे स्टेशन। समुद्र तल से लगभग 2,258 मीटर (7,400 फुट) की ऊंचाई पर बना यह ...
सिर्फ 5 पांच एकदिवसीय मैच खेल पाए पुजारा, वनडे में नहीं बन पाए द्रविड़ की प्रतिमूर्ति
कई क्रिकेट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा को राहुल द्रविड़ का क्लोन मानते हैं। दोनों ही एक क्लासिक टेस्ट बल्लेबाज हैं। दोनों ही दांए हाथ के बल्लेबाज अपनी तकनीक के लिए जाने जाते हैं। खासकर ऐसी पिच पर जहां घास हो, टीम को इन दोनों से ही उम्मीद रही है। पुजारा टेस्ट क्रिकेट में तो वह भूमिका निभा चुके हैं जो राहुल द्रविड़ ने घरेलू और विदेशी मैदान पर निभाई थी। अपनी धीमी गति की पारी से वह सिडनी और ब्रिस्बेन में कंगारुओं के पसीने छुड़ा चुके हैं जो अक्सर द्रविड़ की तरफ से देखने को मिलता था। पुजारा ने अक्तूबर 2010 में शुरू हुए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 103 टेस्ट और पांच एकदिवसीय मैच खेले। लाल गेंद के प्रारूप में ही वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे, जिसमें उन्होंने 43.60 की औसत से 7195 टेस्ट रन बनाए, जिनमें से अधिकांश रन उन्होंने नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए। इस नंबर पर राहुल द्रविड़ बल्लेबाजी करते थे। चेतेश्वर पुजारा ने अगस्त 2013 से जून 2014 तक पांच एकदिवसीय मैच खेले।पुजारा को सिर्फ 5 मैचों में वनडे खेलने का मौका मिला और इनमें उनका सर्वाधिक स्कोर 27 का रहा। हैरत की बात यह है कि इसमें से ज्यादा मैच वह कमजोर टीमों के खिलाफ खेले फिर भी उनके बल्ले से एक अर्धशतक नहीं निकला। 2014 के बाद से वह नीली जर्सी में नहीं दिखे। वहीं राहुल द्रविड़ की बात करें तो वह वनडे क्रिकेट में 10 हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं । उन्होंने कुल 12 शतक और 83 अर्धशतक लगाए हैं। इस कारण दोनों में फासला बहुत ज्यादा है। कोविड काल की शुरुआत में चेतेश्वर पुजारा ने कहा था कि वह नीली जर्सी में भी टीम इंडिया के लिए खेलना चाहते हैं।लेकिन ऐसा इन 3 कारणों की वजह से नहीं हो पाया। 1 तेज गति से रन बनाने वाले बल्लेबाजों की दरकार जिस समय राहुल द्रविड़ बल्लेबाजी करते थे उस समय टीम को कम से कम एक ऐसे बल्लेबाज की जरुरत रहती थी जो पिच पर टिक सके। आज टी-20 के आगमन से सभी टीमें अंतिम ग्यारह में ज्यादा से ज्यादा पिंच हिटर्स रखना चाहती हैं। इसलिए पुजारा का चयन होना बहुत मुश्किल था। 2 राहुल की रन गति पुजारा से ज्यादा राहुल द्रविड़ भले ही धीमा खेलते थे लेकिन रन ए बॉल पारी खेल सकते थे। उस पर वह विकेटकीपर भी रहे। राहुल द्रविड़ ने अपने खेल की शैली नहीं बदली लेकिन वह टेस्ट क्रिकेट से वनडे क्रिकेट में ढल आसानी से गए। वहीं पुजारा यह करने में नाकाम रहे इसलिए वह वनडे क्रिकेट से गायब हो गए। 3 चयन के लिए गला काट प्रतियोगिता जिस समय पुजारा ने यह इच्छा जाहिर की थी उस समय तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाजों की चयनकर्ताओं के सामने लाइन लगी थी । इशान किशन, सुर्यकुमारयादव जैसे कई नाम बड़े बड़े खिलाड़ियों को चुनौती दे रहे थे। विकेटकीपिंग के लिए भी पंत और राहुल में कई समय पर जंग देखने को मिलती थी। ऐसे में पुजारा का वनडे क्रिकेट में चयन दूर की कौड़ी हो गई थी।
घर पर गणपति बैठाने के 7 जरूरी नियम, इनके पालन से ही आएगी सुख और समृद्धि
ganesh chaturthi puja niyam: गणेश चतुर्थी का पर्व देशभर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन लोग भगवान गणेश की मूर्ति अपने घरों में स्थापित करते हैं और दस दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। इस बार यह पर्व 27 अगस्त से 6 सितंबर तक मनाया जाएगा। गणेश जी को सुख, समृद्धि और सौभाग्य का देवता माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में गणपति की मूर्ति स्थापित करने और पूजा करने के कुछ खास नियम होते हैं? यदि आप इन नियमों का पालन करते हैं, तो भगवान गणेश का आशीर्वाद आपके घर पर बना रहता है। आइए जानते हैं, गणेश चतुर्थी पर घर में गणपति को विराजने के 7 जरूरी नियम: 1. मूर्ति का चयन गणेश चतुर्थी के लिए मूर्ति का चयन बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के लिए बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी की मूर्ति लाना शुभ माना जाता है। बैठी हुई मुद्रा शांति और स्थिरता का प्रतीक है, जो घर में सुख-समृद्धि लाती है। इसके अलावा, गणेश जी की सूंड बाईं ओर होनी चाहिए, क्योंकि इसे सौभाग्य और सफलता का प्रतीक माना जाता है। 2. स्थापना की दिशा गणेश जी की मूर्ति को घर में सही दिशा में स्थापित करना बहुत जरूरी है। मूर्ति को हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) में रखें। यह दिशा पूजा-पाठ के लिए सबसे शुभ मानी जाती है। यदि यह संभव न हो, तो आप मूर्ति को पूर्व या पश्चिम दिशा में भी स्थापित कर सकते हैं। ध्यान रखें कि मूर्ति को कभी भी दक्षिण दिशा में न रखें। 3. साफ-सफाई का ध्यान रखें गणपति की स्थापना से पहले उस जगह को अच्छी तरह से साफ करें। मूर्ति को हमेशा एक ऊंचे और साफ आसन पर स्थापित करें। पूजा स्थल के आसपास किसी भी तरह की गंदगी नहीं होनी चाहिए। 4. भोग में तुलसी का प्रयोग न करें भगवान गणेश की पूजा में तुलसी के पत्ते का प्रयोग नहीं किया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, गणेश जी ने तुलसी का विवाह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था, जिससे नाराज होकर तुलसी ने उन्हें दो विवाहों का श्राप दिया था। इसलिए गणेश जी को भोग लगाते समय तुलसी का उपयोग न करें। उन्हें मोदक, लड्डू और मोतीचूर के लड्डू विशेष रूप से प्रिय हैं। 5. पूजा में इन चीजों को करें शामिल गणेश जी की पूजा में कुछ खास चीजें जरूर शामिल करनी चाहिए। उन्हें दूर्वा घास, लाल फूल (जैसे गुड़हल), और सिंदूर अति प्रिय हैं। इन चीजों को पूजा में शामिल करने से भगवान गणेश बहुत प्रसन्न होते हैं। 6. सात्विक भोजन और साफ-सफाई गणेश चतुर्थी के दस दिनों के दौरान घर का वातावरण शुद्ध और सात्विक रखना चाहिए। घर में मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन पूरी तरह से वर्जित होता है। घर के सभी सदस्यों को साफ-सफाई और अनुशासन का पालन करना चाहिए। 7. विसर्जन का सही तरीका गणेश चतुर्थी के बाद विसर्जन भी सही तरीके से करना चाहिए। आजकल पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इको-फ्रेंडली गणेश प्रतिमाएं स्थापित करने की सलाह दी जाती है, ताकि विसर्जन के बाद जल प्रदूषण न हो। विसर्जन से पहले पूजा-अर्चना करें और गणेश जी से क्षमा मांगते हुए उन्हें विदा करें। इन नियमों का पालन करके आप न केवल भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने घर में सुख, शांति और समृद्धि भी ला सकते हैं। गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त: अस्वीकरण ( Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।