चित्तौड़गढ़ में पहली 'पर्यावरण चौपाल', जल-संरक्षण और जीवनशैली में हरित बदलाव पर जोर
चित्तौड़गढ़ में पहली 'पर्यावरण चौपाल' का आयोजन, जिसमें जल-संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण, किचन गार्डन और मोहल्ले के जीवों के संरक्षण पर चर्चा हुई। शताब्दी वर्ष में संघ की इस पहल से शहर में पर्यावरण जागरूकता और हरित जीवनशैली को बढ़ावा मिलेगा।
चित्तौड़गढ़ में बाल विवाह मुक्त राजस्थान अभियान: छात्रों को दिलाई बाल विवाह रोकथाम की शपथ
चित्तौड़गढ़ में बाल विवाह मुक्त राजस्थान अभियान के तहत महात्मा गांधी राउमावि प्रेमनगर में छात्रों को बाल विवाह रोकथाम की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने बच्चों को इसके दुष्प्रभावों और कानूनी पहलुओं की जानकारी दी, साथ ही 1098 नंबर पर शिकायत करने की प्रक्रिया बताई गई।
चित्तौड़गढ़ में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऑनलाइन कार्यक्रम, 206 कृषकों ने लिया लाभc
चित्तौड़गढ़ में कृषि विज्ञान केंद्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें 206 किसानों ने हिस्सा लिया। सांसद सी.पी. जोशी, विधायक श्रीचंद कृपलानी और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्रधानमंत्री मोदी का लाइव टेलीकास्ट दिखाया गया और किसानों को योजना के लाभ व आधुनिक कृषि तकनीकों पर जानकारी दी गई।
चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस ने प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर उनके योगदान और देशभक्ति को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की। विचार गोष्ठी में उनके स्वतंत्रता संग्राम, बैंकों का राष्ट्रीयकरण और 1971 के युद्ध में नेतृत्व जैसी ऐतिहासिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया।
चित्तौड़गढ़ में औद्योगिक कॉलोनियों और शहरी क्षेत्रों में विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत मतदाता सूची को अद्यतन और त्रुटि रहित बनाने का व्यापक प्रयास जारी। ईआरओ बीनू देवल और जिला अधिकारियों ने घर-घर जाकर जानकारी संग्रह, हेल्प कैम्प और बूथ निरीक्षण के माध्यम से नागरिकों को सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
चित्तौड़गढ़ में बढ़ती ठंड में रैन बसेरों की बदहाल स्थिति, नगर परिषद करेगी सुधार की कार्रवाई
चित्तौड़गढ़ में बढ़ती ठंड के बीच नगर परिषद के रैन बसेरों की बदहाल स्थिति चिंता का विषय बन गई है। टूटी खिड़कियां, गंदगी, कंबल और बिस्तरों की कमी के कारण बेसहारा लोग जोखिम में हैं। नगर परिषद जल्द सुधार और संचालन की कवायद शुरू करेगी, जिससे सर्दियों में जरूरतमंदों को सुरक्षित आश्रय मिल सकेगा।
चित्तौड़गढ़ में ग्राम पंचायत की मिलीभगत से अवैध निर्माण, नगर परिषद ने रोक लगाई
चित्तौड़गढ़ में ग्राम पंचायत धनेतकलां की मिलीभगत से एक आवासीय भूखण्ड पर अवैध व्यावसायिक भवन निर्माण का मामला सामने आया। नगर परिषद ने अतिक्रमण निरोधक दस्ते के माध्यम से निर्माण कार्य रोकते हुए जांच और सख्त कानूनी कार्रवाई की घोषणा की।
रिकॉर्ड भाव के बावजूद भारत में सोने की खरीदारी में उछाल, अक्टूबर में आयात 172% बढ़ा
अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिकॉर्ड सोने के भाव के बावजूद भारत में अक्टूबर 2025 में सोने का आयात 172% बढ़कर 165 टन तक पहुंच गया। चांदी के आयात में भी तेजी, जबकि निर्यात में गिरावट। त्योहारी और विवाह सीजन के कारण घरेलू मांग में उछाल, जीजेईपीसी के आंकड़ों ने भारत के बहुमूल्य धातु बाजार की मजबूती दिखाई।
मारवाड़ में रेल सुविधाओं के विस्तार को लेकर सांसद नीरज डांगी ने प्रवासी संघ से की अहम बैठक
मुंबई में सांसद नीरज डांगी ने मारवाड़ क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार को लेकर प्रवासी संघ के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की। बैठक में रेल विकास योजनाओं पर चर्चा हुई और सांसद ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से शीघ्र मुलाकात कर सहयोग का भरोसा दिलाया।
Epstein Files Release Bill : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेफरी एपस्टीन जांच फाइलें सार्वजनिक करने वाले बिल पर हस्ताक्षर किए। अब न्याय विभाग को एपस्टीन की जांच से जुड़ी सभी दस्तावेज़ जनता के लिए उपलब्ध कराने होंगे, जिससे पारदर्शिता और उच्च स्तरीय जांच को बल मिलेगा।
छोटीसादड़ी स्थित हरीश आंजना स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी की जयंती श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में अतिथियों ने उनके साहसिक नेतृत्व, राष्ट्रीय नीतियों और नारी सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला। छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर प्रधानमंत्री के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
खेरवाड़ा में आर्यिका संघ का मंगल प्रवेश, दो दीक्षार्थी बहनों की गोद भराई का भव्य आयोजन
खेरवाड़ा के शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में आर्यिका कांति श्री और आर्यिका स्वस्ति श्री माताजी के मंगल प्रवेश के साथ दो दीक्षार्थी बहनों निधी दीदी और मोनिका दीदी की गोद भराई का भव्य आयोजन हुआ। आगामी 2026 में नासिक में होने वाले अंतरराष्ट्रीय पंचकल्याणक महोत्सव से पूर्व हुई यह रस्म जैन समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हुई।
नयागांव में करणी सेना तहसील अध्यक्ष रूप सिंह नगर ने श्री नीलकंठ महादेव मंदिर थाणा में आयोजित बैठक में तहसील कार्यकारिणी का विस्तार किया। वरिष्ठ नेतृत्व की मौजूदगी में नए पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गईं। साथ ही 5 दिसंबर को जयपुर में होने वाले महारक्तदान शिविर में अधिक भागीदारी का आह्वान किया गया।
खेरवाड़ा के नागफणी कॉलेज द्वारा चार गांवों में आयोजित पशु चिकित्सा शिविरों में 457 पशुओं का उपचार और टीकाकरण किया गया। डॉ. शालीन जैन के निर्देशन में चले इन शिविरों से 82 पशुपालक लाभान्वित हुए। छात्रों और विशेषज्ञों की भागीदारी से पशुधन स्वास्थ्य और जागरूकता में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी हुई।
केसुली गाँव में चार दशक तक सेवा में जीवन बिताने वाले संत मगननाथ महाराज का निधन होते ही दस वर्ष पुरानी उनकी अंतिम इच्छा का वीडियो सार्वजनिक किया गया। वीडियो में बताए निर्देशों के अनुसार शिव मंदिर के सामने निर्धारित स्थान पर समाधि दी गई। गाँव में उनकी तपस्या, सेवा और आशीर्वाद को नई आध्यात्मिक विरासत माना जा रहा है।
red fort blast pakistan link : “लाल किला से कश्मीर तक हमला करवाएंगे…; पाक नेता के बयान ने मचाई हलचल
red fort blast pakistan link : लाल किले ब्लास्ट पर पाकिस्तान से बड़ा खुलासा हुआ है। PoK के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी अनवर-उल-हक ने दावा किया कि 10 नवंबर के दिल्ली विस्फोट में पाकिस्तान की सीधी भूमिका थी। जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े नेटवर्क और ‘टेरर डॉक्टर सेल’ की साजिश भी जांच में सामने आई। घटना ने भारत-पाक तनाव को नई दिशा दे दी है।
झालावाड़ के दिव्यराज का राष्ट्रीय चयन: अंडर-14 डीएवी चैंपियनशिप में जिले का उठेगा परचम
झालावाड़ की रेबेल्स क्रिकेट अकादमी के प्रतिभाशाली खिलाड़ी दिव्यराज का अंडर-14 डीएवी राष्ट्रीय चैंपियनशिप राजस्थान टीम में चयन हुआ है। दाएं हाथ के लेग स्पिनर और मध्यम क्रम के बल्लेबाज दिव्यराज अब दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर जिले का प्रतिनिधित्व करेंगे। चयन से अकादमी व जिले में उत्साह का माहौल है।
सलूम्बर में जिला एवं सेशन न्यायाधीश रामेश्वर प्रसाद चौधरी ने जिला कारागृह का औचक निरीक्षण कर बंदियों की समस्याओं, भोजन व्यवस्था, बैरक, लंगर, शौचालय और तकनीकी सुविधाओं की विस्तृत जांच की। न्यायाधीश ने संगीन मामलों के बंदियों से मुकदमों की स्थिति जानी और कारागृह प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए।
वन क्षेत्र में गश्त के दौरान वनरक्षक पर कुल्हाड़ी से हमला, आरोपी फरार; विभाग में आक्रोश
सवाई माधोपुर के मुराडा वन क्षेत्र में गश्त के दौरान वनरक्षक हरि सिंह मीणा पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला हुआ, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं और हाथ में फ्रैक्चर हो गया। आरोपी शिवराज योगी के खिलाफ थाना सदर में एफआईआर दर्ज की गई है। वन विभाग ने घटना की निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
akankshi block water crisis india : नीति आयोग ने “आकांक्षी ब्लॉकों में जल बजट” रिपोर्ट जारी कर 11 राज्यों के 18 ब्लॉकों में जल उपलब्धता, जल मांग, संसाधनों की चुनौतियों और सतत जल प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया है। वेब-बेस्ड प्लेटफ़ॉर्म वरुणी के माध्यम से तैयार यह रिपोर्ट पीएम के विकसित भारत@2047 विज़न के तहत स्थानीय जल सुरक्षा को मजबूत करने का मार्ग दिखाती है।
Nitish Kumar Shapath Grahan : नीतीश का माइलेज रिकॉर्ड; 10वीं बार CM की कुर्सी पर कब्जा
Nitish Kumar Shapath Grahan : पटना के गांधी मैदान में नीतीश कुमार ने 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भव्य आगमन, लाखों की भीड़, 26 मंत्रियों के शपथ और कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित यह समारोह बिहार की नई राजनीतिक शुरुआत का प्रतीक बना। एनडीए की प्रचंड जीत के बाद नीतीश की नई टीम ने सत्ता संभाल ली।
चित्तौड़गढ़ के श्री देवनारायण मंदिर परिसर में बजरंग व्यायाम शाला का शिलान्यास सांसद सीपी जोशी और विधायक चंद्रभान सिंह आक्या की उपस्थिति में संपन्न हुआ। 29 लाख 20 हजार रुपए की परियोजना से खेलकूद और युवा स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलेगा।
बुध का तुला राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल, किसे मिलेगा लाभ किसको होगा नुकसान
Budh ka tula rashi me gochar 2025: 23 नवंबर 2025 की शाम 08 बजकर 08 मिनट पर बुद्धि, वाणी, तर्क और व्यापार के दाता बुध ग्रह वक्री अवस्था में शुक्र की राशि तुला राशि में प्रवेश कर रहे हैं। जब यह ग्रह शुक्र की प्रिय राशि तुला में आता है, तो इसके परिणाम अत्यंत शुभ और सकारात्मक हो जाते हैं। यह गोचर कुछ विशेष राशियों के लिए भाग्य और उन्नति के दरवाज़े खोल रहा है। आइये, जानते हैं किन राशियों को मिलेगा इस गोचर का लाभ और किसे होगा नुकसान। मेष राशि (Aries): बुध सप्तम भाव (विवाह/साझेदारी) में गोचर कर रहा है, जो अनुकूल नहीं माना जाता। जीवनसाथी और अन्य स्त्रियों से विवाद से बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और अनावश्यक यात्रा टालें। वरिष्ठों से तालमेल बेहतर करें। सावधानी बरतने पर नकारात्मक परिणामों से बचाव होगा। वृषभ राशि (Taurus): बुध छठे भाव (शत्रु/ऋण) में है, जो उत्कृष्ट परिणाम देने वाला है। आर्थिक लाभ के प्रबल योग, विशेषकर कर्ज या बैंक लोन लेने वालों के लिए। प्रतिस्पर्धियों पर विजय मिलेगी, मान-सम्मान बढ़ेगा। कला, साहित्य, लेखन से जुड़े लोगों को शानदार सफलता। मिथुन राशि (Gemini): राशि स्वामी पंचम भाव (संतान/बुद्धि) में है, जो गोचर के नियम से अच्छा नहीं है, पर राशि स्वामी होने के कारण बड़ा नकारात्मक परिणाम नहीं देगा। मन अशांत रह सकता है, पर तर्क से दूर करें। संतान से मतभेद हो सकते हैं, युक्ति से सुलझाएं। नई योजनाओं पर काम करने से बचें, या अनुभवी लोगों की सलाह लें। व्यर्थ के खर्चों से बचें। कर्क राशि (Cancer): बुध चौथे भाव (सुख/माता/घर) में है, जो उत्कृष्ट परिणाम देगा। गृहस्थ जीवन में अनुकूलता और घरेलू सुख-शांति बनी रहेगी। माता और जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम। बड़े लोगों से मेलजोल संभव। सिंह राशि (Leo): प्रभाव: बुध तीसरे भाव (पराक्रम/छोटे भाई-बहन) में गोचर कर रहा है, जो मिले-जुले परिणाम देगा, पर सकारात्मकता अधिक रहेगी। भाई-बंधुओं और पड़ोसियों से विवाद हो सकता है, सावधानी रखें। यात्राएं फायदेमंद हो सकती हैं, पर व्यर्थ की यात्राओं से बचें और सावधानी बरतें। आर्थिक मामलों में जोखिम (रिस्क) न लें। नए मित्र बन सकते हैं, सावधानी से आर्थिक सफलता भी मिलेगी। कन्या राशि (Virgo): राशि स्वामी बुध दूसरे भाव (धन/वाणी) में है, जो उत्तम परिणाम देने वाला है। वस्त्रों और आभूषणों की प्राप्ति। वाणी, कंसल्टेंसी या बोलने-समझाने के काम से जुड़े लोगों को बहुत लाभ। विद्यार्थियों को अच्छे परिणाम। उत्तम भोजन और संबंधियों से लाभ। तुला राशि (Libra): बुध लग्न/प्रथम भाव (स्वयं/व्यक्तित्व) में गोचर कर रहा है, जो गोचर के नियम से अनुकूल नहीं है। बोलचाल की शैली पर ध्यान दें, यह बिगड़ सकती है। किसी की निंदा न करें और निंदा करने वालों से दूर रहें। आर्थिक मामलों में जोखिम न लें। मान-सम्मान के प्रति जागरूक रहें। वृश्चिक राशि (Scorpio): बुध द्वादश भाव (खर्च/हानि) में गोचर कर रहा है, जो अनुकूल नहीं है। व्यर्थ के खर्चों को लेकर बहुत सावधान रहें। व्यर्थ की यात्राओं से बचें। जीवनसाथी और अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। शत्रुओं की हर गतिविधि पर ध्यान दें, लापरवाह न हों। धनु राशि (Sagittarius): बुध लाभ भाव (आय/लाभ) में है, जो बहुत अच्छे परिणाम देगा (कर्म और सप्तम भाव का स्वामी)। आमदनी में वृद्धि के अच्छे योग। व्यापार-व्यवसाय और नौकरीपेशा लोगों को अच्छे परिणाम। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। जमीन-जायदाद, भाई-बंधुओं, संतान और मित्रों से संबंधित मामलों में अनुकूलता। कार्यों में सफलता। मकर राशि (Capricorn): बुध दशम भाव (कर्म/करियर) में गोचर कर रहा है, जो उत्कृष्ट परिणाम देने वाला है (भाग्य और छठे भाव का स्वामी)। भाग्य का अच्छा सपोर्ट मिलेगा। वरिष्ठों से तालमेल बेहतर होगा। नौकरीपेशा लोगों और प्रतिस्पर्धी कार्यों से जुड़े लोगों को अच्छा लाभ। पद-प्रतिष्ठा, यश और सफलता मिलेगी। कुंभ राशि (Aquarius): बुध नवम भाव (भाग्य/धर्म) में गोचर कर रहा है। गोचर के नियम से अच्छा नहीं, पर पंचम भाव का स्वामी होने और अतिमित्र राशि में होने से नकारात्मकता कम रहेगी। केवल भाग्य के भरोसे न बैठें, तर्क और अनुभव से काम करें। मान-सम्मान के प्रति जागरूक रहें। मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। व्यवधानों के बाद सफलता मिलेगी। मीन राशि (Pisces): बुध अष्टम भाव (आयु/अकस्मात) में गोचर कर रहा है। यह अकस्मात लाभ दे सकता है, पर कुछ असुविधाएं भी देगा। वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। दांपत्य संबंधी मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करें। आकस्मिक लाभ मिल सकता है। अड़चनों के बाद कार्यों में सफलता और विजय प्राप्त होगी। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा दिलाने में सहायक।
स्वास्थ्य सेवाओं में एआई की बढ़ती दख़ल : बड़े बदलाव के बीच सुरक्षा और जवाबदेही पर गहरी चिंता
स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई के तेज़ विस्तार पर WHO की सख्त चेतावनी—गलत डेटा, कमजोर कानून और जवाबदेही की अस्पष्टता से मरीज़ों की सुरक्षा खतरे में। जानिए यूरोप के देशों में एआई के उपयोग, चुनौतियों और जरूरी सुधारों की पूरी कहानी...
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पन्ना में GI टैग मिलने पर जिलावासियों को बधाई दी। 83 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। पन्ना डायमंड, टाइगर रिजर्व और केन-बेतवा परियोजना से जिले की अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल।
MP News अल फलाह चेयरमैन के मकान पर चलेगा बुलडोजर, 3 दिन में अवैध निर्माण हटाने की चेतावनी
इंदौर के महू में अल फलाह चेयरमैन जवाद सिद्दीकी के मकान पर महू छावनी परिषद ने अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया। 3 दिन में निर्माण हटाने का आदेश, नहीं तो बुलडोजर एक्शन की तैयारी। दिल्ली ब्लास्ट जांच से जुड़ा मामला।
अशोक गहलोत SIR को दे रहे है राजनीतिक रंग : मदन राठौड़
जयपुर। राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोप को आधारहीन एवं निंदनीय बताया हैं। राठौड़ ने बुधवार को अपने बयान में कहा कि लोकतांत्रिक संस्थाओं पर इस प्रकार का हमला केवल राजनीतिक भ्रम फैलाने और […] The post अशोक गहलोत SIR को दे रहे है राजनीतिक रंग : मदन राठौड़ appeared first on Sabguru News .
चेक अनादरण मामले में दोषी सुधीर खेतान की सजा बरकरार
जयपुर। राजस्थान में कंपनी से सेवानिवृत्ति के समय ग्रेच्युटी के रूप में मिले चेकों के अनादरण से जुड़े मामले में जयपुर की अदालत ने आरोपी कंपनी के तत्कालीन प्रबंधक निदेशक सुधीर खेतान की याचिका खारिज करते हुए निचली अदालत द्वारा सुनाये गए दो वर्ष के कारावास और छह लाख रुपए के जुर्मानेे की सजा को […] The post चेक अनादरण मामले में दोषी सुधीर खेतान की सजा बरकरार appeared first on Sabguru News .
जिला रसद अधिकारी जयपुर प्रथम ने अवैध गैस रिफिलिंग नेटवर्क का किया भंडाफोड़
जयपुर। राजस्थान में जयपुर में तीन विशेष सतर्कता दलाें ने बुधवार को जयपुर में अलग स्थानों पर कार्रवाई करते हुए 480 सिलेंडर, छह पिकअप रिफिलिंग मशीनें बरामद करके नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिला रसद अधिकारी (जयपुर प्रथम) प्रियव्रत सिंह चारण ने बताया कि तड़के साढ़े चार बजे एक दल ने प्रताप नगर सेक्टर 16-17 […] The post जिला रसद अधिकारी जयपुर प्रथम ने अवैध गैस रिफिलिंग नेटवर्क का किया भंडाफोड़ appeared first on Sabguru News .
चीन को रोकने के लिए भूटान में भारी निवेश कर रहा है भारत
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते पड़ोसी देश भूटान का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से राजधानी थिंपू में मुलाकात की। बैठक में दोनों देशों ने ऊर्जा, कनेक्टिविटी और सांस्कृतिक क्षेत्र में कई ...
दिल्ली के लालकिला बम धमाके के धुएं ने सिर्फ आसमान को नहीं, लोगों के दिलों-दिमाग में भी अंधेरा कर दिया है। इसकी पहली मार पड़ी उन मुसलमानों पर, जिनका इस घटना से कोई लेना-देना ही नहीं था। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने एक मुस्लिम पत्रकार का कमेंट बॉक्स गालियों से भर दिया। मानो उनका मुसलमान होना ही सबसे बड़ा गुनाह हो। लोग पाकिस्तान भेजने की बात कहने लगे। गालियां देने लगे। ब्लैकबोर्ड में इस बार कहानी उन आम मुसलमानों की, जिन्हें देश में आतंकी घटना या हमलों के बाद कुछ लोग टारगेट करने लगते हैं। लोग कमेंट करते हैं। धमकी देने लगते हैं। दिल्ली की तेज-तर्रार टीवी पत्रकार रहीं शीबा असलम फहमी अपने साथ घटा एक किस्सा बताती हैं। वह कहती हैं- ‘दोस्तों का एक वॉट्सऐप ग्रुप था। हम बचपन से एक ही मोहल्ले में बड़े हुए थे। एक ही स्कूल, वही टिफिन, वही शरारतें। हमारी दोस्ती इतनी गहरी थी कि हमें लगता था- इसे कोई नहीं हिला सकता, लेकिन ग्रुप में नोटबंदी को लेकर हमारी मामूली-सी चर्चा ने सब चकनाचूर कर दिया। जब मैंने नोटबंदी को गलत ठहराया तो मेरे सबसे करीबी दोस्तों में से एक ने लिखा- तुम लोगों को तो 1947 में ही देश से निकाल देना चाहिए था… तुम लोग यहां न होते तो आधी समस्याएं अपने आप खत्म हो जातीं।’ वह वही दोस्त था, जो मेरी मम्मी के हाथ की बिरयानी खाए बिना नहीं रह पाता था। उस दिन मैं मोबाइल की स्क्रीन घूरती रह गई थी। शीबा एक पल चुप रहती हैं- फिर धीरे से कहती हैं, ‘ये सिर्फ तंज नहीं था… यह एक रिश्ते के मरने की आवाज थी। सोच रही थी क्या हमारी दोस्ती सिर्फ नामों की दोस्ती थी? क्या वह रिश्ता उतना ही था, जितना किसी की पहचान इजाजत दे? हमारी हंसी, वो लड़ाइयां, वो साथ गुजरे साल- सब एक पल में धुंध की तरह उड़ गए और पीछे सिर्फ एक कड़वी हकीकत रह गई- कुछ तो बदल गया है। और बहुत बुरी तरह बदल गया है। शीबा जब अपने स्टूडियो में माइक ऑन करती हैं, तो आमतौर पर उनकी आवाज स्थिर रहती है- एक पत्रकार की तरह, लेकिन 10 नवंबर का जिक्र आते ही अचानक हल्की-सी कांप जाती है। वह धीरे से कहती हैं- 'उस दिन मैं ठीक उसी रास्ते से गुजरने वाली थी… लालकिले के पास। सोचकर आज भी दिल बैठ जाता है कि कुछ मिनट इधर-उधर हुई होती, तो शायद मैं भी…' शीबा बताती हैं कि उनके ही मोहल्ले के कुछ लोग धमाके में मारे गए, लेकिन उससे भी ज्यादा डरावना वह था, जो उसके बाद हुआ। 'ब्लास्ट के कुछ घंटों में ही सोशल मीडिया पर अफवाह फैला दी गई- इसके जिम्मेदार मुसलमान हैं। टोपी पहनने वालों की एक्स्ट्रा चेकिंग हो रही है। यह कहते हुए उनकी आंखों में दर्द सिर्फ धमाके का नहीं था…दर्द यह था कि लोग इंसानों की मौत भूलकर फिर से नाम, शक्ल और पहचान पर हमला करने लगे। शीबा मुस्कुराने की कोशिश करती हैं, लेकिन मुस्कान होठों तक आते-आते टूट जाती है। वह धीमे से कहती हैं- 'एक घटना है, जो आज भी दिमाग में कहीं अटकी हुई है…' 'एक दिन मैं जेएनयू से एक दोस्त के साथ लौट रही थी। गाड़ी में देश की राजनीति पर बहस चल रही थी- धीरे-धीरे गंभीर, फिर थोड़ी तीखी हुई। जब दोस्त उतरने लगा, तो उसने अचानक हाथ बढ़ाकर डैशबोर्ड से तिरंगा खींच लिया।' बोला- 'अब तुम लोग भी तिरंगा लगाने लगे? मुसलमान भी?' 'मैं उस दिन सन्न रह गई थी। उसे पता था कि मेरे पिता सालों तक रक्षा मंत्रालय में सेवा दे चुके हैं। हमारा पूरा बचपन कैंट में बीता है। फिर भी उसके जेहन में ये बात आ गई कि तिरंगा सिर्फ किसी एक पहचान की जागीर है। उस घटना ने मेरी आत्मा को भीतर तक हिला दिया। जैसे किसी ने यह साबित करने की कोशिश की हो कि देशभक्ति भी मजहब देखकर नापी जाती है।' शीबा थोड़ा रुककर कहती हैं- सालों तक टीवी डिबेट्स में हिस्सा लिया है। तीन तलाक का हमेशा विरोध किया…क्योंकि हम बहस तर्क, फैक्ट, लॉजिक पर करते थे। यही हमारी दुनिया थी। लेकिन जेएनयू वाली घटना के कुछ समय बाद सब बदल गया। एक दिन लाइव डिबेट में वही प्रवक्ता- जो कभी मेरे तर्कों की तारीफ करते नहीं थकते थे, अचानक जैसे किसी और ही चेहरे के साथ सामने आए। बहस चल ही रही थी कि उन्होंने कैमरे की ओर देख कर कहा- 'आपके नाम से ही पता चलता है कि आप टुकड़े-टुकड़े गैंग का हिस्सा हैं।' 'एक सेकेंड में समझ आ गया कि मेरे सारे लॉजिक, सारे शब्द, मेरी सारी मेहनत…सब कुछ पीछे रह गया है। अब उनके लिए सिर्फ मेरा नाम ही तर्क बन गया था।' धर्म को लेकर प्रदर्शन पर शीबा एक दिलचस्प बात बताती हैं- हमारे घर वाले आज भी हिंदू-बहुल इलाके में रहते हैं। हमें कभी नहीं लगा कि मुस्लिम मोहल्ले में जाना चाहिए, लेकिन मैं देख रही हूं कि हाल के सालों में मुसलमानों के व्यवहार में भी बदलाव आया है। अब कहीं भी खुलकर नमाज पढ़ने की घटनाएं बढ़ी हैं- जैसे एयरपोर्ट, पार्क में, ट्रेनों में। ये पहले नहीं होता था। धर्म निजी मामला है। रास्ता रोककर इस तरह नमाज पढ़ना, मुझे सही नहीं लगता। 'मैंने एक वीडियो देखा, जिसमें ट्रेन के कॉरिडोर को पूरा ब्लॉक करके नमाज पढ़ी जा रही है। ये देखकर हैरानी हुई कि लोगों का रास्ता रोककर इबादत कैसे की जा सकती है।' अपनी युवावस्था का जिक्र करते हुए शीबा कहती हैं- जब मैं बड़ी हो रही थी, तब बाबरी मस्जिद गिराई गई। माहौल तनावपूर्ण था, लेकिन समाज में इतनी खाई नहीं थी। कर्फ्यू लगता था तो बस इस बात की चिंता होती थी कि कॉलेज का सेशन न छूट जाए। कभी ये एहसास नहीं होता था कि जान का खतरा है, लेकिन आज तो हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा चरम पर है। पहले हमारे बुजुर्ग कहते थे कि ये देश हमारा है, लेकिन अब वही कहते हैं कि अगर आपकी हैसियत है तो आप देश छोड़कर चले जाइए। बहुत सारे लोग देश छोड़कर जा भी रहे हैं। इतना ही नहीं, कई बुद्धिजीवी कहते हैं कि अब हम किसी से यह नहीं कह सकते कि देश मत छोड़ो। जो जाना चाहता है, हम उसे कहते हैं कि चले जाओ। अंत में उम्मीद करती हूं कि हमारा राजनीतिक नेतृत्व ऐसे बयान दे जो देश को जोड़े। हिंदू-मुस्लिम एकता की बात करे। समाज को डर से नहीं, भरोसे से चलाया जा सकता है। स्वतंत्र पत्रकार वसीम अकरम त्यागी दिल्ली के शाहीन बाग में रहते हैं। वह कहते हैं, ‘10 नवंबर को दिल्ली लालकिला के बाहर ब्लास्ट के बाद मेरा कमेंट बॉक्स लोगों की गालियों से भरा हुआ है। कई कमेंट ऐसे हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि धमाका करने वाले हमारे लोग हैं, हमारे ही भाई हैं। मेरी पत्नी और बच्चों को भी घसीटा जा रहा है।’ वसीम कहते हैं, ‘इस देश में कोई भी छोटी-बड़ी आतंकी घटना होती है, तो लोगों की उंगलियां एक साथ मुसलमानों की ओर घूम जाती हैं।’ इस तरह धमाका एक कार में हुआ, लेकिन उसका धुआं उन चेहरों तक पहुंच गया है, जिनका उससे कोई लेना-देना नहीं। उन्हें सिर्फ इसलिए टारगेट किया जा रहा है, क्योंकि वे मुसलमान हैं। वसीम एक पुरानी घटना याद करते हैं। वह बताते हैं, ‘मैं मेरठ में कॉलेज में पढ़ रहा था, तब मुंबई में 26/11 का आतंकी हमला हुआ। उसी दिन कॉलेज के डायरेक्टर ने मुझे अपने केबिन में बुलाया। अंदर जाते ही उन्होंने बस एक सवाल किया- ‘ये क्या है?’ वसीम उस पल को याद करते हुए ठहर जाते हैं। मुंबई में जो हुआ था, उसके बारे में वह उतने ही अनजान थे, जितने उनके आसपास बैठे बाकी छात्र। फिर भी पूछताछ सिर्फ उनसे हुई- सिर्फ उनकी पहचान की वजह से। मुझे आज भी वह दिन साफ याद है- अन्ना आंदोलन के शोर के बीच एक धमाके से दिल्ली दहल गई थी। सायरनों की आवाजें गूंज रही थीं, लोग टीवी स्क्रीन से चिपके थे। मैं भी उसी उथल-पुथल के बीच खड़ा था। तभी मेरा एक साथी तेजी से मेरे पास आया। उसके चेहरे पर कोई डर नहीं था- सिर्फ एक अजीब-सी मुस्कान। उसने कहा, ‘आज तुम तो बहुत खुश होगे।’ उसकी आवाज में जो तंज था, वह शब्दों से ज्यादा गहरा चुभ रहा था। जैसे उसके दिमाग में कहीं यह बैठा था कि उर्दू नाम वाले लोग ऐसे धमाकों से खुश होते हैं। उस पल मुझे पहली बार इतने करीब से महसूस हुआ कि कुछ लोगों के मन में यह जहर कितना पुराना है। उनके लिए सच मायने नहीं रखता है कि- धमाका किसने किया, क्यों किया… यह सब बाद की बातें हैं। पहले से तय हो चुका होता है कि दोष किसका है। सच तो यह है कि कोई भी घटना हो, अगर उसमें मुसलमान शामिल है, तो लोग पूरे समुदाय को दोषी मानने लगते हैं। घटना की असलियत जानने के बजाय ध्यान इस पर होता है कि दोष किस पर मढ़ा जाए। यह डर और पूर्वाग्रह, समाज के भीतर एक जहर की तरह फैलता है, जो सीधे हमारे निजी जीवन पर असर डालता है। इतने सालों में हमने ऐसे तंज, ऐसे शक, ऐसे आरोप इतनी बार सुने हैं कि अब ये सब सामान्य लगने लगे हैं। और यही बात भीतर तक चुभती है कि हम धीरे-धीरे उस दर्द के भी आदी हो गए हैं, जिसे कभी बर्दाश्त करना मुश्किल लगता था। सोशल मीडिया का एक किस्सा बताता हूं, चार महीने पुराना- लेकिन आज भी उसका दर्द उतना ही ताजा है। एक दिन मैंने एक पोस्ट देखी- एक लड़के ने एक ईरानी महिला के बारे में घिनौना, अपमानजनक कमेंट लिखा था। मुझे बर्दाश्त नहीं हुआ। मैंने वही प्लेटफॉर्म पर उसे जवाब दिया- और उदाहरण के तौर पर बीजेपी नेता के अश्लील वायरल वीडियो का जिक्र किया। लेकिन मुझे अंदाजा नहीं था कि इसके बाद क्या होने वाला है। उसके दोस्तों का पूरा झुंड मेरे पीछे पड़ गया। कमेंट बॉक्स गालियों से पट गया- लेकिन यह सिर्फ शुरुआत थी। अचानक उन्होंने मेरी पत्नी की तस्वीरें निकालकर पोस्ट करना शुरू कर दिया, उन पर अश्लील और बेहूदा बातें लिखीं। फिर उन्होंने मेरे बच्चों तक को नहीं छोड़ा- उनकी तस्वीरें डालकर भी फूहड़ टिप्पणियां कीं। हद तो तब पार हो गई, जब मुझे फोन आने लगे- हर कॉल में सिर्फ गालियां, धमकियां। उस रात मैंने पहली बार महसूस किया कि ऑनलाइन नफरत कैसे आपकी फोन स्क्रीन से निकलकर आपके घर के अंदर तक पहुंच सकती है। मैंने थाने में शिकायत की। सब कुछ बताया- तस्वीरें, कॉल, धमकियां। लेकिन नतीजा? कुछ नहीं। बस वही पुरानी खामोशी, जो हर बार ऐसे मामलों को निगल जाती है। यह सब अब हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है- सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि मेरे बच्चों, मेरे परिवार और पूरे समुदाय के लिए। बाहर की दुनिया में फैलती नफरत का असर घर की दीवारों तक आने में अब देर नहीं लगती। एक दिन मेरी छोटी-सी बेटी मेरे पास आई। उसकी आंखों में मासूमियत थी और उसने कहा, ‘अब्बू, क्या हिंदू बुरे होते हैं?’ उस एक लाइन ने जैसे मुझे अंदर से हिला दिया। यह वही बच्ची थी, जो अभी तक दुनिया को रंग-बिरंगी किताबों और कार्टूनों की नजर से देखती थी और आज वह ऐसा सवाल पूछ रही थी- सिर्फ इसलिए कि उसके आस-पास का माहौल और टीवी मीडिया अपनी नफरत उसके कानों तक पहुंचा चुका था। मैंने उसे तुरंत अपने पास बैठाया और कहा, ‘नहीं बेटा, अच्छा-बुरा तो इंसान होता है। कोई भी कम्युनिटी अच्छी या बुरी नहीं होती। यही बात मुसलमानों पर भी लागू होती है। हम भी इंसान हैं- हममें भी अच्छे-बुरे लोग होते हैं।’ उस पल मेरे लिए यह सिर्फ एक जवाब नहीं था- यह एक जिम्मेदारी थी। मुझे सुनिश्चित करना था कि मेरे बच्चों का मन इस झूठी, जहरीली धारणाओं से कभी न भर जाए। वे दुनिया को नफरत की नजर से नहीं, इंसानियत की नजर से देखें- भले ही दुनिया उन्हें बार-बार अलग तरह से देखने की कोशिश क्यों न करे। वसीम धीरे-धीरे बोलते हैं, जैसे हर शब्द का बोझ पहले दिल से उतर रहा हो और फिर ज़ुबान पर आ रहा हो। वह कहते हैं, ‘दरअसल ये सब अब सोशल मीडिया पर एक खुला बिजनेस बन चुका है। कुछ लोग जान-बूझकर हिंदू-मुसलमान को भिड़ाने वाले कंटेंट तैयार करते हैं, और यही कंटेंट उनके लिए कमाई का जरिया है। वे इससे लाखों रुपए कमाते हैं। और ये वीडियो सिर्फ वायरल नहीं होते- नफरत फैलाने के लिए बनाए जाते हैं। उनके पीछे पूरी मशीनरी काम करती है।’ लेकिन उनकी सबसे बड़ी चिंता है- इन वीडियो का बच्चों पर असर। वह कहते हैं, ‘मेरे मोबाइल पर अगर ऐसी रील्स आ जाएं, तो मैं उन्हें देखता भी नहीं, लेकिन मैं जानता हूं- मेरे न देखने से कुछ नहीं बदलता। ऐसे वीडियोज पर मिलियन व्यूज आते हैं। लोग देखते हैं, तभी ये कंटेंट बनते हैं।’ उनके शब्दों में एक खामोश पीड़ा है- मानो नफरत सिर्फ बनती नहीं, खरीदी भी जाती है और इसकी कीमत सबसे पहले बच्चों की मासूमियत चुकाती है। ऐसे माहौल में माता-पिता की जिम्मेदारी कई गुना बढ़ जाती है, क्योंकि नफरत सिर्फ सड़कों पर नहीं फैलती, वह बच्चों के दिमाग में भी जगह बनाने लगती है। हमें यह समझना होगा कि कोई भी पूरी कम्युनिटी बुरी नहीं होती। अगर गलतियां होती हैं, तो वे कुछ लोगों की होती हैं, लेकिन उसकी सजा अक्सर उन लाखों लोगों को मिलती है, जिनका उस गलती से कोई लेना-देना ही नहीं होता। इसीलिए हमें समझदारी, सहानुभूति और इंसानियत का रास्ता चुनना होगा। यही वह रास्ता है, जिससे हम अपने बच्चों को एक बेहतर, साफ-सुथरा, खूबसूरत समाज दे सकते हैं- जहां वे किसी पहचान से नहीं, इंसान होने से पहचाने जाएं। वाहिद शेख को 9 साल जेल में रहना पड़ा मुंबई के रहने वाले वाहिद शेख कहते हैं- ‘नफरत अब हवा में घुली हुई है। आप इसे हर गली, हर नजर, हर बातचीत में महसूस कर सकते हैं।’ वह कहते हैं, ‘दिल्ली के लालकिले के पास हुआ हालिया धमाका जैसे ही खबरों में आया, शक सबसे पहले हम पर किया गया। शक का यह बोझ इतना भारी होता है कि बिना कुछ किए भी आप खुद को अपराधी समझने लगते हैं।’ ‘कभी-कभी लगता है, हमारे नाम, हमारे चेहरे, हमारी दाढ़ी तक को लोग संदिग्ध की तरह पढ़ने लगे हैं और यही सबसे डरावनी बात है।’ वाहिद बताते हैं कि इसी माहौल की वजह से उनके साथ ज्यादती हुई। ‘मुझे 2006 मुंबई ब्लास्ट में गिरफ्तार किया गया था- एक ऐसे गुनाह में, जिसे मैंने किया ही नहीं था। और फिर शुरू हुआ मुझे 9 साल जेल में रखने का अंधेरा। 9 साल… बिना किसी सबूत के, बिना किसी गलती के जेल में रखा गया। बस इसलिए कि मेरा नाम एक मुसलमान का नाम था।’ ‘पुलिस ने उस वक्त कितने ही बेगुनाहों को पकड़कर इसी तरह फंसाया। जेल के दिन याद करते हुए उनकी आवाज भर आती है- ‘जेल में बहुत टॉर्चर किया गया। हमें कहा जाता- ‘मुसलमान देशद्रोही होते हैं, पाकिस्तान के लिए जीते हैं।’ हर रोज यह सुन-सुनकर लगता था जैसे हमारी पहचान ही अपराध बना दी गई है। वह धीरे से बताते हैं- ’जेल में मुझे नंगा किया जाता। वहां लोग मेरे प्राइवेट पार्ट की तरफ इशारा करके हंसते थे और गालियां देते थे।’ वार्डन तक नमाज पढ़ने नहीं देता था। वह रुकते हैं, फिर कहते हैं- ‘जांच एजेंसियां मुझे जबर्दस्ती चरमपंथी संगठन PFI से जोड़ना चाहती थीं। मैं बार-बार कहता कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है, लेकिन मेरी बात सुनने वाला कोई नहीं था। जैसे सच से ज्यादा उन्हें कहानी चाहिए थी और उस कहानी का विलेन मैं था।’ ‘जेल में टॉर्चर झेलना एक सजा थी, लेकिन उससे भी बड़ी सजा तब मिली जब मीडिया ने मेरी पहचान को उछाल-उछालकर रौंद दिया। टीवी स्क्रीन पर मेरा चेहरा चमकता और नीचे लाल पट्टी में लिखा आता- ‘आतंकवादी का साथी’। मेरा नाम जैश और लश्कर जैसे संगठनों के साथ जोड़ा जाता।’ वह कहते हैं- ‘अदालत में जब जज मेरे केस की फाइल देखते, तो उनके चेहरे पर एक ही भाव होता- उबाऊ। जैसे फैसला पहले ही हो चुका हो। बिना सुने, बिना पढ़े… और ‘अगली तारीख’ दे देते। और मैं? मैं हर तारीख पर अपनी ही बेगुनाही का गवाह बनकर खड़ा रहता।’ ‘9 साल… नौ लंबे साल, जहां हर दिन मैंने अपनी सच्चाई को साबित करने की कोशिश की, लेकिन मुझे बेल नहीं मिली।' जेल से बाहर आया तो सोचा- अब जिंदगी आसान होगी, लेकिन जिंदगी अब भी दर्द और तंज से भरी हुई है। ‘मेरे इलाके में मस्जिद की अजान बंद करवा दी गई। मैं अब समय देखकर, धीमे कदमों से मस्जिद जाता हूं। सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने की मनाही है।' वह कहते हैं- हाल ही में, 19 साल बाद, बंबई हाईकोर्ट ने खुद कहा- ‘असली गुनहगार आज भी आजाद घूम रहे हैं और बेगुनाहों ने जेल की सजा काटी।’ इस फैसले के बाद हमारे जख्म पर थोड़ी मरहम लगी है, लेकिन जेलों में जो इतना साल सड़े, उसका क्या? वह धीमी आवाज में बताते हैं- ‘दिल्ली में हालिया ब्लास्ट के बाद तो माहौल और जहरीला हो गया है। लोग मुझे फोन कर-कर के कह रहे हैं- ‘पुलिस बिना वजह गिरफ्तार कर रही है, पूछताछ के नाम पर धमका रही है। बिना नोटिस फोटो खींच रही है… आधार, पैन, बैंक डिटेल ले रही है। जैसे किसी की पहचान ही उसके खिलाफ सबूत बन गई हो।’ फिर वह एक लंबी सांस लेते हैं- ‘मैंने तो अब खुद को घर में कैद कर लिया है। हर कमरे में कैमरे लगा दिए हैं, ताकि अगर कोई आए… तो कम से कम सच रिकॉर्ड हो जाए।’ ‘मैं आज भी उम्मीद कर रहा हूं कि एक दिन नफरत खत्म होगी। लोग फिर से भाईचारे के साथ जिएंगे। एक ऐसी दुनिया होगी, जहां किसी को उसके नाम, उसके मजहब या उसके पहनावे के आधार पर दोषी नहीं ठहराया जाएगा।’
सचिन के प्यार में पाकिस्तान से भागकर आई सीमा हैदर की तरह अब भारत की एक महिला पाकिस्तानी शख्स के प्रेम में वहां जाकर शादी कर चुकी हैं। लेकिन दोनों अब फरार है, जिनकी पाकिस्तान में तलाश जारी है। आखिर सोशल मीडिया के जरिए ये प्रेम कहानी कैसे शुरू हुई, जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
आखिरकार घरवालों को झुकना पड़ा। शादी के नए कार्ड छपे, जिनमें लिखा था- ‘तिलक, दहेज एवं शोषण युक्त कुप्रथाओं से मुक्त’ और ‘पुष्प-माला एवं आशीर्वचन के अतिरिक्त किसी प्रकार के उपहार का आदान-प्रदान नहीं होगा।’ नीतीश कुमार आज 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। इस स्टोरी में जानेंगे उनकी पूरी लव स्टोरी… बख्तियारपुर में शुरुआती पढ़ाई के बाद नीतीश कुमार ने 1967 में पटना कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। बचपन से ही नीतीश पढ़ाई में तेज थे और संपन्न परिवार से आते थे, इसलिए परिवार उन्हें इंजीनियर बनाना चाहता था। इंजीनियरिंग के आखिरी साल में ही परिवार वालों ने नीतीश का रिश्ता मंजू कुमारी सिन्हा से तय कर दिया। उस वक्त मंजू पटना के मगध महिला कॉलेज से सोशियोलॉजी की पढ़ाई कर रही थीं। नीतीश के कॉलेज के दिनों के दोस्त उदय कांत की किताब ‘नीतीश कुमार: अंतरंग दोस्तों की नजर से’ में मंजू के पिता कृष्णनंदन बाबू बताते हैं, 'मेरे समाज की बात तो छोड़ दीजिए, उस समय पूरे बिहार की किसी भी जाति में, मंजू जैसी बुद्धिमती बेटी के लिए नीतीश जी से अच्छा लड़का मिल ही नहीं सकता था।' नीतीश कुमार ने शादी के मंडप में पहली बार मंजू को देखा थाजब नीतीश और मंजू की शादी तय हुई तो दोनों पटना में ही पढ़ाई कर रहे थे। नीतीश कुमार: अंतरंग दोस्तों की नजर से में नीतीश के दोस्त कौशल बताते हैं, ‘मंजू को तब तक हममें से किसी ने नहीं देखा था, पर इतना पता था कि वे पटना यूनिवर्सिटी में ही सोशियोलॉजी की पढ़ाई कर रही हैं। हम तीन बदमाश दोस्त, बिना किसी को बताए सोशियोलॉजी विभाग में उन्हें देखने पहुंच गए।’ जब यूनिवर्सिटी में नीतीश के दोस्तों ने मंजू को रोकने की कोशिश की तो वह बस मुस्कुराकर वहां से चली गईं। नीतीश के दोस्तों की हरकतों से वो समझ गईं कि वे लोग उन्हें ही देखने आए हैं, इसलिए वह शर्मा कर भागने लगीं। नीतीश के दोस्तों ने मंजू को पास कर दिया था और नीतीश इस बात से काफी खुश थे। दोस्तों ने भले ही मंजू को देख लिया था, लेकिन नीतीश ने शादी के मंडप में ही पहली बार मंजू को देखा था। नीतीश की शर्तें- दहेज नहीं लूंगा और मंजू की सहमति से होगी शादी नीतीश की शादी परिवार वालों ने ही तय की थी। उन्होंने मंजू से मिले बिना ही विवाह के लिए अपनी सहमति भी दे दी थी। शादी के कार्ड बंट जाने के बाद नीतीश को पता चला कि तिलक में 22 हजार रुपए देने की बात तय हुई है। नीतीश ने बहुत पहले ही शादी में दहेज न लेने की कसम खाई थी और यह बात उनके परिवार को भी पता थी। ऐसे में जब उन्हें तिलक में पैसे लेने की बात पता चली तो वे काफी नाराज हुए। उन्होंने अपने और मंजू के परिवार से साफ कह दिया कि वे तिलक या दहेज के नाम पर कोई पैसे नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने शादी के लिए दो शर्तें रख दीं। पहली- जैसे मंजू के बारे में उनसे सहमति ली गई, वैसे ही मंजू से भी उनके बारे में सहमति ली जाए। दूसरी- अगर मंजू को कोई समस्या न हो तो बिना किसी तामझाम के, पारंपरिक तरीके से बारात निकाले बिना और सिर्फ करीबियों की मौजूदगी में शादी करेंगे। मंजू को इसमें कोई आपत्ति नहीं थी। इसके बाद शादी के नए कार्ड छपवाए गए। अपनी शादी के समय नीतीश कॉलेज में भी छात्र राजनीति के चलते काफी प्रचलित हो गए थे। उनकी शादी कॉलेज की यादगार शादियों में गिनी जाती है। उदय कांत अपनी किताब में लिखते हैं, ‘मैं किराए की एम्बेसडर गाड़ी पर, सारे विश्वविद्यालय में घूम-घूमकर सभी को एक विद्रोही की शादी का आमंत्रण दे आया था।’ शादी के सालभर में जेल गए नीतीश, जाली से मंजू को देखते नीतीश चाहते थे कि शादी के बाद भी मंजू अपनी पढ़ाई जारी रखें। इसलिए कुछ दिन ससुराल में रहने के बाद वे पटना लौट आईं और जीडी हॉस्टल में रहते हुए अपनी पढ़ाई पूरी की। नीतीश अक्सर मंजू से कॉलेज या हॉस्टल के बाहर मिलने जाते। कई बार रिक्शे पर उन्हें फिल्म दिखाने भी ले जाते। ‘अंतरंग दोस्तों की नजर से’ किताब के मुताबिक, ‘नीतीश उन दिनों कई रोमांटिक गाने गुनगुनाते थे। जैसे- जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं... और हमने देखी है उन आंखों की महकती खुशबू...।’ एक तरफ नीतीश दांपत्य जीवन में प्रवेश कर रहे थे, दूसरी तरफ बिहार में जेपी आंदोलन जोर पकड़ रहा था। नीतीश ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी करने से इनकार कर दिया था। वे राजनीति में आना चाहते थे। उनके पिता का भी इसमें समर्थन था। इसी समय छात्र आंदोलन के दौरान नीतीश को जेल जाना पड़ा। मंजू अक्सर उनसे जेल में मिलने आतीं। उस समय की एक घटना याद करते हुए नीतीश बताते हैं, ‘गया सेंट्रल जेल का सुपरिंटेंडेंट बड़ा सख्त था। वह सप्ताह में एक बार ही परिवार से मिलने देता। वह भी जाली के आर-पार से। मंजू मुझसे मिलने आती थी। मगर हमारे दुर्भाग्य से जाली भी इतनी घनी थी कि उससे छोटी उंगली तक न निकल सके।’ पत्नी की सैलरी से घर चलता, लगातार चुनाव हार रहे थे नीतीश नीतीश की राजनीति में व्यस्तता और जेल आने-जाने के क्रम से मंजू परेशान थीं। अपने आप को व्यस्त रखने के लिए BA करने के बाद मंजू ने BEd और फिर MA कर लिया। नीतीश से शादी से पहले मंजू ने कभी पैसों का अभाव नहीं देखा था, लेकिन शादी के 12 सालों तक जब नीतीश ने कोई ढंग की नौकरी नहीं की और लगातार दो चुनाव भी हार गए, तो उनके लिए घर चलाना मुश्किल हो गया। 1982 में मंजू बिहार सरकार में शिक्षिका बन गईं। उनकी पहली नियुक्ति अपने मायके यानी सेवदह के हाईस्कूल में हुई। मंजू की नौकरी से परिवार चलाने की समस्या तो सुलझ गई, लेकिन नीतीश का परिवार दो हिस्सों में बंट गया। मंजू और बेटा निशांत सेवदह में रहते और नीतीश कभी पटना तो कभी बख्तियारपुर। दोनों लंबे वक्त तक मिल नहीं पाते थे। नीतीश राजनीति छोड़ने वाले थे, मंजू ने ढाई साल की सेविंग दे दी 1985 के विधानसभा चुनाव में नीतीश ने फैसला कर लिया था कि यह आखिरी कोशिश होगी। अगर नहीं जीतते हैं, तो फिर कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे। किताब ‘नीतीश कुमार: अंतरंग दोस्तों की नजर से’ में दोस्त मीता बताते हैं, चुनाव लड़ने के लिए नीतीश के पास पैसे नहीं थे। तब मंजू भाभी ने अपनी ढाई साल की सेविंग्स उठाकर नीतीश को सौंप दी। उस वक्त ये 20 हजार रुपए नीतीश को डूबते के लिए तिनके का सहारा साबित हुए। दो चुनावों में हार के बाद 1985 में नीतीश ने लोकदल की तरफ से हरनौत विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की। चुनाव जीतने के बाद जब नीतीश बख्तियारपुर अपने घर पहुंचे तो खूब धूम-धाम से उनका स्वागत हुआ, लेकिन उनकी आंखें पत्नी मंजू को खोज रही थीं जो इस वक्त अपने मायके सेवदह में थीं। पत्नी से मिलने आधी रात मोटरसाइकिल से निकल पड़े नीतीश पत्नी से मिलने को आतुर नीतीश रात में ही एक साथी के साथ मोटरसाइकिल पर सेवदह के लिए निकल गए। वह होली के एक दिन पहले की रात थी। हुड़दंग के डर से कई लोगों ने नीतीश को जाने से मना भी किया, लेकिन वे नहीं माने। नीतीश के साथ सेवदह पहुंचे दोस्त मुन्ना सरकार के मुताबिक, भाभी जी रात से ही नेताजी की प्रतीक्षा कर रही थीं। जैसे ही नेताजी घर पहुंचे उन्हें देखकर भाभी जी पहले मुस्कुराईं, फिर अचानक शरमाती हुई हमारी आवभगत की तैयारी में लग गईं। विधायक बनने के बाद नीतीश को पटना में रहने के लिए फ्लैट मिला। तब मंजू ने भी अपना ट्रांसफर पटना करा लिया। शादी के इतने सालों बाद नीतीश, मंजू और उनका बेटा निशांत साथ रहने लगे। नीतीश हर दिन व्यस्त होने के बावजूद खुद मंजू को स्कूल छोड़ने जाते। पत्नी को दिल्ली में नौकरी दिलाने में गड़बड़ी के आरोप लगे उदय कांत अपनी किताब ‘नीतीश कुमार: अंतरंग दोस्तों की नजर से’ में लिखते हैं- '5 साल साथ रहने के बाद नीतीश और मंजू को फिर एक-दूसरे से दूर रहना पड़ा। दरअसल, 1989 में नीतीश लोकसभा का चुनाव जीतकर दिल्ली पहुंच गए। मंजू ने भी बिहार सूचना केंद्र, नई दिल्ली में अपनी प्रतिनियुक्ति करवा ली। यह खबर बिहार के अखबारों में छप गई और नीतीश पर पत्नी को दिल्ली बुलाने के लिए नियम तोड़ने के आरोप लगे। इन आरोपों से परेशान होकर नीतीश ने तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को पत्र लिखकर मंजू की प्रतिनियुक्ति रद्द करने की विनती की। मंजू फिर पटना लौट गईं। नीतीश को जब भी दिल्ली के काम से फुरसत मिलती, पत्नी और बेटे से मिलने पटना चले जाते। जब मंजू की छुट्टियां होतीं, वो बेटे को लेकर दिल्ली चली जातीं। नीतीश के काम के चलते बार-बार घर बदलने और फिर से गृहस्थी जमाने से मंजू हमेशा परेशान रहती थीं। साल 2005 में नीतीश मुख्यमंत्री बने, लेकिन मुख्यमंत्री आवास चार महीने बाद मिला। तब तक मंजू अपने बेटे निशांत के साथ मायके में रहती थीं और नीतीश सरकारी इंतजाम वाले घर में अकेले रहते थे।' मंजू ने कहा था- रिटायरमेंट के बाद साथ रहेंगे, लेकिन ऐसा हो न सका 2007 में जब मंजू को निमोनिया हुआ, तो नीतीश उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल इलाज के लिए ले गए। यहां पूरे समय नीतीश, मंजू के साथ ही रहते थे। अस्पताल में नीतीश अक्सर मंजू के पास बैठकर उनके साथ समय न बिता पाने का अफसोस करते। तब मंजू कहतीं कि मेरे रिटायरमेंट के बाद हम सभी साथ रहेंगे। उस समय मंजू के रिटायरमेंट में पांच साल बाकी थे। वे 2012 में रिटायर होने वाली थीं, लेकिन रिटायरमेंट से पहले ही 14 मई, 2007 को मंजू ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पत्रकार अरुण पांडे के मुताबिक, ‘अपनी पत्नी की मौत पर नीतीश कुमार फूट-फूटकर रोए थे।’ बाद में नीतीश ने मंजू के नाम पर पटना के कंकड़बाग में मंजू कुमारी स्मृति पार्क और स्मारक बनवाया। अब हर साल नीतीश अपनी पत्नी की पुण्यतिथि पर इस स्मारक पर जाते हैं और फूल चढ़ाते हैं। ---------------- ये स्टोरी भी पढ़िए... शाहनवाज की हिंदू प्रेमिका से साध्वी उमा ने कराई शादी: DTC बस में प्यार हुआ; BJP नेता बने बाराती, आडवाणी का दामाद कहते थे विपक्षी एक रोज BJP सांसद उमा भारती ने युवा मोर्चा के सैयद शाहनवाज हुसैन की चुटकी लेते हुए कहा कि शाहनवाज, दिल्ली में लड़कियों से संभलकर रहना। शाहनवाज ने शर्माते हुए जवाब दिया, 'दीदी, मैं तो नहीं बच पाया। मेरे जीवन में कोई है।' लड़की का नाम सुनते ही उमा बोल पड़ीं- 'तुम्हारी शादी धूमधाम से तो नहीं हो पाएगी।' पूरी स्टोरी पढ़िए
नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। कभी कॉलेज में लालू यादव के लिए पोस्टर चिपकाए, कभी पुलिस की गोली से बाल-बाल बचे और कभी पत्नी से मिलने की ऐसी उत्सुकता की आधी रात बाइक दौड़ा दी; नीतीश की जिंदगी के ऐसी ही रोचक किस्सों को हमने 12 ग्राफिक्स में समेटा है… **** ग्राफिक्स: द्रगचंद्र भुर्जी, अजीत सिंह, और अंकुर बंसल ------ ये स्टोरी भी पढ़िए... प्रशांत किशोर पर छापे क्यों नहीं पड़ते: मोदी के एक फोन पर UN की नौकरी छोड़ी, 6 साल में 6 सीएम बनवाए; PK की पॉलिटिक्स क्या है 12वीं करने के बाद 3 साल पढ़ाई छोड़ दी। नरेंद्र मोदी की कॉल पर यूनाइटेड नेशंस की नौकरी छोड़ दी। मोदी के पीएम बनने के बाद नीतीश के साथ गए। 6 साल में 6 सीएम बनवाने वाला ये शख्स अब खुद बिहार जीतने निकला है। कहता है- इस बार अर्श पर रहूंगा या फर्श पर। विरोधी कहते हैं वो बीजेपी की ‘B-टीम' हैं। पूरी खबर पढ़िए... ----------- क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें - https://dainik.bhaskar.com/vkQR1zsokWb
दिल्ली के कालिंदी कुंज थाने से करीब 300 मीटर दूर कच्चे रास्ते से गुजरने के बाद जेजे कॉलोनी, राजनगर आती है। ये मदनपुर खादर एरिया है। कॉलोनी में सामने एक बड़ा गेट है। हाल ही में उस पर काला पेंट किया गया है। गेट के पास वाली दीवार पर लिखा है- अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद। पहले गेट पर भी ये लिखा था, लेकिन दिल्ली बम ब्लास्ट के बाद उसे पेंट कर छिपा दिया गया है। अल-फलाह वही यूनिवर्सिटी है, जिसका नाम फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ा है। इसी मॉड्यूल से जुड़े डॉ. उमर ने 10 नवंबर को लाल किले के पास कार में ब्लास्ट किया था, जिसमें 15 लोग मारे गए। 18 नवंबर को ED ने यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया। उन पर फर्जी तरीके से मान्यता लेने और 415 करोड़ रुपए का फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। ये भी पता चला है कि यूनिवर्सिटी के अलावा जवाद अहमद के नाम पर 9 फर्जी कंपनियां हैं। दैनिक भास्कर ने इन कंपनियों की पड़ताल शुरू की। कागजों पर दर्ज पते तलाशते हुए हम जेजे कॉलोनी पहुंचे। यहां जवाद अहमद के नाम पर रजिस्टर्ड फाउंडेशन है। पता चला कि ये जमीन मर चुके लोगों के फर्जी साइन करके हड़पी गई थी। इसका केस कोर्ट में है। हम इस जमीन के मालिकों से भी मिले। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी की गाड़ियां यहां आती थीं। लोगों में डर, बोले- रोज रात में कारें आती थीं पड़ताल के दौरान हमें जवाद अहमद सिद्दीकी के नाम पर रजिस्टर्ड तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन का पता चला। इसका रजिस्ट्रेशन 21 दिसंबर 2012 को हुआ था। इसमें दो डायरेक्टर हैं, जवाद अहमद सिद्दीकी और सूफियान अहमद सिद्दीकी। हमें पता चला कि ये फाउंडेशन दिल्ली के मदनपुर खादर के आसपास है। हम पहले कालिंदी कुंज थाने पहुंचे। यहां लोगों से इस जगह के बारे में पूछा। कई लोग अल-फलाह यूनिवर्सिटी का नाम सुनते ही बात करने के लिए तैयार नहीं हुए। आखिर में एक बुजुर्ग महिला राजी हो गईं। वे बताती हैं, ‘यहां रोज स्कूल की गाड़ियां आती हैं। कभी-कभी शाम को अंधेरा होने के बाद कारें भी आती हैं। पास में श्मशान घाट की जमीन है। उसी की जमीन पर ये फाउंडेशन बना है। पहले इसके गेट पर नाम लिखा था। दिल्ली में ब्लास्ट के बाद इसे हटा दिया। एक-दो दिन पहले ही गेट को पूरा काला कर दिया।’ यहीं हमें एक और शख्स मिले। वे डर की वजह से नाम नहीं बताते। हमने पूछा कि इस गेट पर क्या लिखा था। ये प्रॉपर्टी किसकी है। जवाब मिला, ‘गेट पर कोई नाम लिखा था। यहां यूनिवर्सिटी की गाड़ियां लगती हैं। इस जमीन पर केस भी चल रहा है।’ हमने पूछा कि दिल्ली में ब्लास्ट के बाद जिस यूनिवर्सिटी का नाम आया था, क्या ये प्रॉपर्टी उसी से जुड़ी है? इस पर वे कहते हैं, ‘आप दीवार पर नाम पढ़ लो। साफ लिखा है।’ इस बातचीत से दो जानकारियां मिलीं। एक कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी की गाड़ियां इस जगह खड़ी की जाती थीं और दूसरी कि ये जमीन विवादित है। केयरटेकर बोला- ये जवाद अहमद का तरबिया फाउंडेशन हैहम काले रंग से पोते गए गेट पर पहुंचे। एक शख्स ने थोड़ा गेट खोला और बात करने लगा। वो केयरटेकर था। हमने कहा कि अंदर आना है। उसने जवाब दिया- गेट खोलने से मना किया गया है। हमने पूछा कि इस जगह का नाम क्या है? केयरटेकर ने बताया तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन के नाम से है। गेट पर काला रंग कब हुआ है? जवाब मिला- 3-4 दिन पहले। फिर बोला- इससे ज्यादा बात नहीं करूंगा। बातचीत के दौरान केयरटेकर बार-बार चेहरा छिपाने की कोशिश करता रहा। हमने पूछा कि क्या ये जवाद अहमद सिद्दीकी का है। जवाब मिला- हां जी, उन्हीं का है। आरोप- मर चुके 30 लोगों के फर्जी साइन कराकर प्रॉपर्टी हड़पी ये बात साफ हो गई कि तरबिया फाउंडेशन अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी का ही है। इसके बाद हमने जमीन विवाद की पड़ताल शुरू की। करीब 3-4 किमी घूमने और लोगों से बात करने के बाद हमें पीड़ित मिल गए। कोर्ट में जमीन का केस कुलदीप सिंह बिधूड़ी लड़ रहे हैं। हमने उनसे पूरे विवाद के बारे में पूछा। कुलदीप सिंह प्रॉपर्टी से जुड़े डॉक्यूमेंट दिखाते हुए कहते हैं, ‘हमारी मदनपुर खादर एक्सटेंशन में प्रॉपर्टी है। उसका खसरा नंबर 792 है। वह हमारे परिवार की जॉइंट प्रॉपर्टी है। वहां मेरे परिवार की और भी प्रॉपर्टी हैं।' '2015 में पता चला कि कुछ लोगों ने तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन के नाम पर रजिस्ट्री करा दी है। वहां बाउंड्री करा रहे हैं।’ ‘मेरे परिवार के नत्थू सिंह का निधन 1972 में हो गया था। उनके नाम से 2004 में नकली GPA यानी जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाई। 2004 की GPA से 2013-14 में तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन के नाम पर रजिस्ट्री करा दी। डॉ. जवाद अहमद सिद्दीकी उस फाउंडेशन का चेयरमैन है।’ ‘हमें फर्जीवाड़े का पता चला, जब हमने रजिस्ट्री के कागजात निकलवाए। हमारे परिवार और आसपास के कई लोगों के नकली साइन कराकर रजिस्ट्री कराई गई थी। 25 से 30 ऐसे लोग हैं, जिनके नाम पर 2004 में नकली GPA बनवाई गई। ये लोग 2004 से पहले मर चुके थे। उनकी तीसरी पीढ़ी को प्रॉपर्टी ट्रांसफर हो चुकी है। इसके बाद भी जमीन अपने नाम करा ली।’ ‘तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन जवाद अहमद सिद्दीकी का है। हमने 2015 में उनके खिलाफ थाने में शिकायत की। इसके बाद मुझे कई बार धमकी दी गई। मैंने कहा कि आप मुझे गोली मार दो, तभी चुप हो पाऊंगा, वर्ना लड़ाई लड़ता रहूंगा।’ विदेशी फंडिंग की जांच के लिए PMO को लेटर लिखा, लेकिन एक्शन नहींकुलदीप सिंह आगे बताते हैं, ‘जिस तरह मुझे धमकी दी गई, हमारे साथ फर्जीवाड़ा किया गया, पुलिस अधिकारियों से शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं होती थी, पैसों में हेराफेरी हुई, उससे शक हो गया था कि तरबिया फाउंडेशन को गलत तरीके से फंडिंग हो रही थी।’ ‘मैंने 2015 में इसकी शिकायत PMO में की। कहा कि तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन की फंडिंग की जांच होनी चाहिए। इन्हें इतनी फंडिंग कहां से आ रही है। उन्होंने मेरे एडवोकेट को भी मैनेज कर लिया था। मैंने अपने बेटे को वकालत की पढ़ाई करवाई। अब वही एडवोकेट बनकर केस देख रहा है। आतंकियों के नेटवर्क का अल-फलाह यूनिवर्सिटी से कनेक्शन का पता चला है, तब से डर और बढ़ गया है।’ हमने पूछा कि अभी केस की क्या स्थिति है? कुलदीप कहते हैं, ‘आरोपियों के खिलाफ FIR हुई थी। उन्होंने कोर्ट में जाकर केस रुकवा दिए। हम इसके खिलाफ हाईकोर्ट चले गए। तब धमकाने के लिए मेरे ऊपर भी FIR की गई। दूसरे कई लोगों पर FIR दर्ज करा दी गई।’ मरने वालों के डेथ सर्टिफिकेट जारी, उनके भी फर्जी साइन कराएकुलदीप के आरोपों की पड़ताल के लिए हमने रजिस्ट्री विभाग की सर्टिफाइड कॉपी देखी। वे शिकायतें भी देखीं, जो फर्जीवाड़े के खिलाफ की गई थीं। इस दौरान स्टांप विभाग का 24 जून, 2013 का डॉक्यूमेंट मिला। इस पर मदनपुर खादर के खसरा नंबर-792 की रजिस्ट्री है। कुल 1.146 एकड़ जमीन को 75 लाख रुपए में लेने का जिक्र है। ये जमीन 58 अलग-अलग लोगों के नाम पर थी, जिनसे जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाकर विनोद कुमार नाम के शख्स ने जवाद अहमद को बेची थी। इस बारे में जानने के लिए हम नत्थू सिंह के परपोते धर्मेंद्र से मिले। वे कहते हैं, ‘तरबिया एजुकेशन फाउंडेशन ने हमारे साथ फ्रॉड किया है। मेरे परदादा नत्थू सिंह की 1972 में डेथ हो गई थी। उनके चार बेटे थे। उनके बड़े बेटे लालचंद की 1987 में डेथ हो गई थी। दूसरे बेटे लिक्खी राम भी अब दुनिया में नहीं हैं।' 'तीसरे बेटे रामपाल सिंह की 2012 में डेथ हुई थी। चौथे बेटे बाबू सिंह ने जवाद सिद्दीकी से सेटलमेंट कर लिया। उन्होंने बाकी तीन भाइयों का जिक्र ही नहीं किया और फर्जी तरीके से जमीन ले ली। हम लड़ाई लड़ रहे थे।’ धर्मेंद्र के परिवार से जुड़े बिजेंद्र कुमार बताते हैं, ‘मैं लाल चंद का बेटा हूं। मेरे दादा नत्थू सिंह की मौत 1972 में हुई तो 2004 में उनके साइन कैसे हो गए। ये फर्जीवाड़ा जवाद अहमद ने किया है।’ ‘अंग्रेजी में साइन करता हूं, मेरे नाम से हिंदी में साइन कर जमीन हड़प ली’ यहीं रहने वाले भगत सिंह बताते हैं, ‘हमारी जमीन जेजे कॉलोनी में थीं। पता चला कि मेरे जाली साइन करके जमीन तरबिया फाउंडेशन को बेच दी गई है। हमने पुलिस में केस किया। इसके बाद तरबिया फाउंडेशन की तरफ से कई लोग आए। हमें धमकी देने लगे। एक का नाम डॉ. अब्बास करके कुछ था।’ ‘हम 5 भाई हैं। सभी के जाली साइन करके जमीन हड़प ली गई। एक भाई का नाम प्रेम सिंह है। उनका नाम देवा सिंह लिखा है।’ साकेत कोर्ट ने जांच रोकी, दो सिविल केस जारी, हाईकोर्ट में केस पेंडिंगइस पूरे मामले पर हमने कोर्ट से जानकारी जुटाई। पता चला कि कोर्ट ने जांच पर रोक लगा दी है। हालांकि, केस रद्द नहीं हुआ है। पीड़ित कहते हैं कि हम कोर्ट से जांच कर कार्रवाई की मांग करेंगे। कोर्ट में अल-फलाह यूनिवर्सिटी की तरफ से पैरवी करने वाले एडवोकेट मोहम्मद रजी से हमने केस के स्टेटस और फर्जीवाड़े के बारे में पूछा। हालांकि उन्होंने कहा मैं ये केस नहीं देख रहा हूं। इस बारे में हमने अल-फलाह यूनिवर्सिटी से भी जानकारी मांगी है। उनका बयान मिलते ही स्टोरी में जोड़ेंगे। इसके बाद हमने पीड़ितों के वकील दीपक से बात की। वे कहते हैं, ‘इस फर्जीवाड़े में सिविल और क्रिमिनल दोनों केस चल रहे हैं। क्रिमिनल केस में एक FIR 2015 की और दूसरी 2021 की है। ये केस साकेत कोर्ट में चल रहे थे। बाद में क्रिमिनल केस में कोर्ट ने जांच पर रोक लगा दी।’ ‘इसके खिलाफ हमने दिल्ली हाईकोर्ट में अपील की है। इसी तरह दो सिविल केस भी चल रहे हैं। फर्जी तरीके से साइन कराकर जमीन की रजिस्ट्री कराने का मामला है। इसमें रजिस्ट्री रद्द कराने का मामला चल रहा है। ये अभी पेंडिंग है।’ 7 साल में अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने कमाए 415 करोड़ रुपएअब तक की जांच में पता चला है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी ने सात साल में 415 करोड़ रुपए की कमाई की है। यूनिवर्सिटी से जुड़ी 9 शेल कंपनियां भी मिली हैं। एक ही पैन नंबर से सभी का लेनदेन हो रहा था। साफ है कि सभी का काम एक ही ट्रस्ट से हो रहा था। ED ने 18 नवंबर को अल-फलाह यूनिवर्सिटी के फाउंडर जवाद अहमद सिद्दीकी को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद सिद्दीकी को एडिशनल सेशन जज शीतल चौधरी प्रधान के सामने पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 13 दिन की कस्टडी में भेज दिया। ED ने कोर्ट में बताया कि 2018-19 और 2024-25 के बीच अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने करीब 415.10 करोड़ रुपए की कमाई हुई। ED का तर्क है कि ये रकम उस वक्त कमाई गई जब यूनिवर्सिटी ने गलत तरीके से मान्यता ले रखी थी। इस तरह ये कमाई अपराध है। ED ने अल-फलाह ग्रुप के खिलाफ दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से दर्ज दो FIR के आधार पर जांच शुरू की थी। इनमें आरोप लगाया गया था कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने छात्रों और अभिभावकों को धोखा देने के लिए NAAC मान्यता के बारे में झूठे दावे किए हैं। यह यूनिवर्सिटी अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट चलाता है। अल-फलाह यूनिवर्सिटी के 10 लोग लापता, दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े होने का शकदिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े 10 लोग लापता हैं। उनके फोन भी बंद है। जांच एजेंसी को शक है कि ये सभी ब्लास्ट में शामिल हो सकते हैं। वहीं जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि विस्फोटक से भरी कार उड़ाने वाला डॉ. उमर नबी अपने जैसे और सुसाइडल बॉम्बर तैयार करने की साजिश रच रहा था। इसके लिए वह वीडियो बनाकर युवाओं को भेजता था। दिल्ली ब्लास्ट में अब तक डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल और डॉ. शाहीन समेत 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनके अलावा अलफलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाला डॉ. उमर कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। दिल्ली में ब्लास्ट वाली कार उमर ही चला रहा था। ......................................दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें ब्लास्ट की साजिश का अड्डा अल-फलाह का रूम नंबर-13 दिल्ली कार ब्लास्ट में डॉक्टर टेटर मॉड्यूल के बाद अगर सबसे ज्यादा चर्चा में है, तो वो फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी है। यहीं बिल्डिंग नंबर-17 का रूम नंबर-13 वो जगह है, जहां बड़े हमले को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थी। डॉ. उमर और मुजम्मिल ने यहीं बैठकर फंडिंग से लेकर विस्फोटक जुटाने तक का प्लान बनाया और उस पर काम किया। पढ़िए पूरी खबर
21 मई, 2025 की सुबह बसवाराजू और 18 नवंबर की सुबह माड़वी हिड़मा, नक्सलियों के दो सबसे बड़े लीडर मारे गए। इन दोनों एनकाउंटर के बाद दावा किया जा रहा है कि नक्सलवाद अब खात्मे की तरफ है। 19 नवंबर को पोलित ब्यूरो मेंबर देवजी भी मारा गया। नक्सलियों के खिलाफ चल रहे इस ऑपरेशन में पिछले 10 साल काफी अहम रहे। छत्तीसगढ़ के दो अफसरों ने नक्सलियों के खिलाफ जारी इस ऑपरेशन की दिशा बदल दी। पहले हैं रिटायर्ड DIG डीएम अवस्थी, जो 2015 में नक्सल डीजी बने। दूसरे बस्तर रेंज के IG पी. सुंदरराज, जो 2016 से लगातार नक्सल ऑपरेशन से जुड़े हैं। पहले ने जमीन तैयार की, दूसरे ने एक्शन लिया। आखिर ये सब कैसे हुआ, दैनिक भास्कर ने छत्तीसगढ़ सरकार में मौजूद अपने सोर्स, डीएम अवस्थी और पी सुंदरराज से बात करके नक्सलियों के सरेंडर के पीछे की रणनीति समझी। सरेंडर या एनकाउंटर, नक्सलियों के सामने दो ही ऑप्शन17 अक्टूबर 2025 को छत्तीसगढ़ के बड़े नक्सली लीडर टी वासुदेव राव उर्फ रूपेश ने सरेंडर कर दिया। रूपेश पर 1 करोड़ रुपए का इनाम था। उसके साथ 140 और नक्सलियों ने भी सरेंडर किया। हालांकि ये सब इतना सीधा नहीं, जितना दिखता है। दैनिक भास्कर के भरोसेमंद सोर्स के मुताबिक सरेंडर से दो दिन पहले बस्तर रेंज के IG पी सुंदरराज रूपेश से मिले थे। करीब दो घंटे बात हुई। सोर्स का ये भी दावा है कि इसी मुलाकात के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने भी रूपेश से फोन पर बात की। नक्सली लीडर ने कुछ शर्तें भी रखीं, जिसके बाद सरेंडर की प्रोसेस हुई। रूपेश के सरेंडर से दो दिन पहले 15 अक्टूबर को मोजुल्ला वेणुगोपाल उर्फ भूपति ने गढ़चिरौली में सरेंडर किया था। उस पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 करोड़ का इनाम रखा था। दावा है कि रूपेश और भूपति कॉन्टैक्ट में थे और सरेंडर का फैसला दोनों ने मिलकर लिया था। रूपेश और भूपति के अलावा पिछले करीब दो साल में 2100 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। इनमें सेंट्रल कमेटी के 6 मेंबर थे। इसी दौरान 477 नक्सली एनकाउंटर में ढेर कर दिए गए। नक्सल लीडर रूपेश के सरेंडर की इनसाइड स्टोरी एंटी नक्सल ऑपरेशन से जुड़े एक सोर्स ने हमें रूपेश के सरेंडर की पूरी कहानी सुनाई। उन्होंने बताया, ‘सरेंडर से दो दिन पहले रूपेश अपने गढ़ बीजापुर से जगदलपुर आया। सरेंडर से पहले रूपेश ने कुछ शर्तें भी रखी थीं। इसमें आदिवासी मूल मंच पर लगा बैन हटाने की मांग भी थी। शर्तें मान ली गईं और दो दिन बाद ही रूपेश ने सरेंडर का ऐलान कर दिया।' सोर्स आगे कहते हैं, ‘इस कहानी का सबसे अहम पहलू ये है कि इतना बड़ा नक्सली लीडर जगदलपुर तक पी सुंदरराज के संदेश पर उनसे मिलने आ जाता है, तो ये बहुत बड़ी बात है। यानी सुंदरराज पर उसे इतना भरोसा था। उसे इस बात को लेकर जरा भी डर या आशंका नहीं हुई कि कहीं उसका एनकाउंटर न हो जाए या फिर उसे गिरफ्तार न कर लिया जाए।‘ ‘सुंदरराज ने रूपेश को जिस भरोसे के साथ बुलाया था, उसी भरोसे और सुरक्षा के साथ वापस भी भेज दिया। ये कोई छोटी घटना नहीं थी। पहली बार किसी नक्सली लीडर ने सुरक्षाबलों पर इतना भरोसा जताया था।‘ अब बात उन दो अफसरों की, जिन्होंने नक्सलियों के खात्मे की रणनीति बनाईअफसर: रिटायर्ड IPS डीएम अवस्थीक्या किया: नक्सलवाद के खात्मे में आ रही मुश्किलें दूर कींडीएम अवस्थी 2015 के आखिर में DG नक्सल बने। वे बताते हैं, '2014 में देश में नई सरकार बनी थी। 2015 के नवंबर में एक मीटिंग हुई। उस वक्त राजनाथ सिंह गृह मंत्री थे। नक्सलवाद खत्म करने को लेकर मीटिंग में निर्देश मिले। कहा गया कि वे मुद्दे और लूपहोल्स तलाशने हैं, जो नक्सलवाद के खात्मे में रोड़ा बन रहे हैं। मुझे नक्सल DG बनाया गया और सुंदरराज को नक्सल DIG। हमने मिलकर टीम बनाई। इसमें CRPF के कुछ अधिकारी भी थे।' 'मैं DG बना, तब नक्सलियों के हौसले बढ़े हुए थे। 2013 में ही उन्होंने झीरम घाटी में कांग्रेस काफिले पर हमला किया था। बीच में कुछ और भी हमले किए थे।' 2000 से 2015 तक नक्सलवाद की हिस्ट्री खंगाली, 3 बातें सामने आईं… 1. सुरक्षा बलों की इंटेलिजेंस यूनिट कमजोर है।2. नक्सली इलाकों में हमारी मौजूदगी नहीं है, इसलिए फोर्स डॉमिनेट नहीं कर पा रही।3. नक्सलवाद से प्रभावित इलाकों में फर्जी मुठभेड़ और अत्याचार के आरोप लग रहे थे। इसलिए आदिवासी समुदाय सुरक्षाबलों को दुश्मन मानता रहा। कमजोरियां पता चलीं, तो नक्सलवाद खत्म करने की स्ट्रैटजी पर काम शुरू1. नक्सलियों की जमीन पर सुरक्षाबलों के कैंप लगने शुरू हुएनक्सलियों के गढ़ में पहुंचने के लिए सुरक्षाबलों को 40-50 किमी जंगल के अंदर जाना पड़ता था। हमने तय किया कि ये दूरी 5 किलोमीटर से ज्यादा नहीं रहेगी। सुरक्षाबलों ने नए कैंप बनाने शुरू किए। हर 20-30 किलोमीटर पर एक कैंप का टारगेट रखा गया। 2. कनेक्टिविटी के लिए सड़कें बनींतय हुआ कि घने जंगलों को कनेक्ट करने के लिए सड़कें बनेंगी। कॉन्ट्रैक्टर्स से संपर्क किया। सड़कों के ठेकों के साथ उन्हें सुरक्षा भी दी गई। इस दौरान कई कॉन्ट्रैक्टर्स और इंजीनियर्स की हत्याएं भी हुईं। ये दुखद था, लेकिन सड़कें बनती रहीं। ऐसे हम नक्सलियों के गढ़ के करीब पहुंचे। 3. मानवाधिकार उल्लंघन के मामले आए तो खैर नहीं सुरक्षाबलों को सख्ती के साथ आदेश दिया गया कि नक्सलवाद से प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता और संवेदनशीलता बरती जाए। जवानों पर निर्दोष लोगों पर अत्याचार करने के आरोप थे। फर्जी मुठभेड़ के मुकदमे चल रहे थे। लिहाजा आदेश दिया गया कि सुरक्षाबलों में से कोई भी किसी निर्दोष को तंग नहीं करेगा। अगर किसी के खिलाफ शिकायत आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हर सिपाही पर इमेज सुधारने का दबाव था क्योंकि मानवाधिकार के आरोपों के उल्लंघन के मुकदमों में सुरक्षाबल लगातार फंसे रहते थे और असली मकसद पर काम नहीं हो पाता था। 4. मजबूत इंटेलिजेंस यूनिट बनाईफोर्स के सबसे जरूरी हिस्से यानी इंटेलिजेंस यूनिट को मजबूत किया गया। नक्सली इलाकों में रहने वाले आदिवासियों से जुड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई। इन इलाकों में अंदर तक जवानों के कैंप बन रहे थे तो यहां रहने वाली यूनिट के लिए दूध, सब्जियां और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए लोगों की जरूरत थी। हमने ये काम लोकल लोगों को दिया। पहला तो उन्हें काम मिला और दूसरा वो हमसे जुड़ने लगे। इनमें से कई हमारी इंटेलिजेंस यूनिट का मजबूत हिस्सा बने। हमें इंटेलिजेंस यूनिट से रियल टाइम जानकारी मिलने लगी। फिर नक्सलियों का गढ़ रहे इलाकों में स्कूल बनाए गए। कैंप में आदिवासियों के इलाज का इंतजाम हुआ। महिलाओं की डिलीवरी तो न जाने कितनी बार हुईं। आम लोगों और फौज के बीच भरोसे का पुल बना। आदिवासी औरतें खासतौर पर बीमारी या डिलीवरी के वक्त कैंप में तैनात महिला बल से संपर्क करने लगीं। 5. नक्सलियों से मुकाबले के लिए जवानों को ट्रेनिंग दी मिजोरम के वैरांगटे आर्मी ट्रेनिंग स्कूल में छत्तीसगढ़ की DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) की टीमों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया। उधर, छत्तीसगढ़ की पुलिस (STF) को हमने आंध्र प्रदेश की ग्रेहाउंड पुलिस यूनिट के पास ट्रेनिंग के लिए भेजा। ये वो पुलिस यूनिट थी, जिसे दुनियाभर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। करीब साल भर अलग-अलग यूनिट्स को ट्रेनिंग दी गई। 2016 खत्म होते-होते हमारी ट्रेंड फौज तैयार थी। 6. CRPF की 8 बटालियन टर्निंग पॉइंट बनीं2018 में दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में एक मीटिंग हुई। इसमें नक्सल डीजी, IB और गृह सचिव मौजूद थे। इस मीटिंग में डीएम अवस्थी भी थे। वे बताते हैं, 'हमने बताया कि हम मकसद के बहुत करीब हैं, लेकिन इसे पूरा करने के लिए और फोर्स चाहिए। हमारी मांग तुरंत पूरी की गई और हमें CRPF की 8 बटालियन दे दी गईं।’ अवस्थी कहते हैं, ‘इन बटालियन का हमारे साथ आना टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। नक्सली इलाकों में कैंप बनाने की रफ्तार तेज हुई। अब जवानों को नक्सलगढ़ तक पहुंचने के लिए 30-40 किमी नहीं बल्कि मुश्किल से 5 किमी का सफर करना पड़ता था।' 'हम नक्सलियों के इलाकों पर कब्जा करके वहां जवानों के कैंप बना रहे थे। 2016 से 2021 तक मेरे छत्तीसगढ़ DGP रहते हुए करीब 250 कैंप बन चुके थे।' 7. 2023 में डेडलाइन तय, गृह मंत्री बोले-2026 तक नक्सलवाद खत्म करोडीएम अवस्थी बताते हैं, '2023 में देश के गृहमंत्री ने बैठक ली और डेडलाइन दी। कहा कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करना है। वे हर महीने ऑपरेशन की मॉनिटरिंग करते हैं। रिव्यू होता है। ट्रेंड फौज, आम आदिवासियों का भरोसा और पॉलिटिकल विल तीनों हमारे पास थे। यही ऑपरेशन की वो सीढ़ी थी, जो हमें कामयाबी के करीब ले गई।' डीएम अवस्थी कहते हैं, ‘रणनीति बनाने की शुरुआत से लेकर आखिर तक मौजूदा बस्तर रेंज के IG पी सुंदरराज पहले ADG के रूप में, फिर IG के रूप में अहम भूमिका में रहे।’ अफसर: पी. सुंदरराज, IG बस्तर रेंजक्या किया: नक्सल ऑपरेशन की स्ट्रैटजी बनाने से लेकर एक्शन की जिम्मेदारीएंटी नक्सल ऑपरेशन में शामिल एक अफसर नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं, 'बस्तर रेंज के IG पी सुंदरराज की सबसे बड़ी खासियत ये है कि उन्हें सिंघम बनने की चाहत नहीं है। वे मीडिया से बात करते हैं, लेकिन खुद को ग्लोरीफाई करने के लिए नहीं बल्कि जितना जरूरी है, बस उतनी सूचना देने के लिए।' डीएम अवस्थी भी मानते हैं कि सुरक्षाबलों के बीच तालमेल बैठाना, हर छोटी से छोटी बात पर गहराई से सोचना और तुरंत एक्शन लेना पी सुंदरराज की खासियत है। डीएम अवस्थी कहते हैं, 'मैं नक्सल DG था, तब सुंदरराज DIG थे। करीब 2 साल (2016 से 2018) मेरे साथ इसी पद पर रहे। स्ट्रैटजी बननी शुरू हुई, तो सुंदरराज की काबिलियत देखते हुए उनकी भूमिका बदल दी गई। तब से आज तक वे दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।' 'पहले नक्सल ऑपरेशन और नक्सल इंटेलिजेंस के लिए दो अलग-अलग अधिकारी होते थे। सुंदरराज को एक साथ दोनों काम दिए गए क्योंकि सुंदरराज पहले दिन से स्ट्रैटजी का हिस्सा थे।' उस वक्त बस्तर रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा थे। डीएम अवस्थी कहते हैं, 'विवेकानंद को 3 साल हो चुके थे। अब किसी और को IG बस्तर बनाना था। मैं DG नक्सल से छत्तीसगढ़ DGP बन चुका था। मैंने मुख्यमंत्री को 2019 में रिकमेंड किया कि अब सुंदरराज को IG का चार्ज देना चाहिए क्योंकि वे शुरू से इस ऑपरेशन का हिस्सा हैं। किसी नए IG को इस ऑपरेशन में जोड़ना कंटिन्यूटी तोड़ना होगा।' फिर सुंदरराज को IG का चार्ज सौंप दिया गया। करीब डेढ़ साल तक उन्होंने IG की जिम्मेदारी संभाली। 2021 में उन्हें प्रमोट कर दिया गया। ऐसे वे करीब 6 साल से IG का कार्यभार संभाल रहे हैं। उसके 4 साल पहले से वे नक्सल ऑपरेशन के लिए स्ट्रैटजी बनाने वाली कोर टीम में थे। सुंदरराज को 2016 में दोहरी जिम्मेदारी मिली थी, वो आज तक उनके पास ही है। सरेंडर कर चुका एक नक्सली सुंदरराज के बारे में कहता है, 'सरकार भले कहती रहे कि हम नक्सलियों से बात नहीं करेंगे, लेकिन सुंदरराज हमसे बात करते थे। वो हमें डराते नहीं, समझाते थे। हमने सरेंडर किया क्योंकि हमें IG पर भरोसा था कि वे धोखा नहीं देंगे।' सुंदरराज बोले- मैं हीरो नहीं, ये कम्युनिटी पुलिस-महिला बल का कमालहमने इस बारे में पी सुंदरराज से भी बात की। सुंदरराज 2003 बैच के IPS अधिकारी हैं। वे तमिलनाडु से हैं, लेकिन उनका कैडर छत्तीसगढ़ है। सुंदरराज कहते हैं, 'मैं कोई हीरो नहीं, पूरी फोर्स ही हीरो है। खासतौर पर कम्युनिटी पुलिस और महिला सुरक्षा बल।' सुंदरराज इतना कहकर चुप हो गए। हमने उनसे पूछा सरेंडर के लिए आप नक्सलियों को कैसे मना रहे हैं? वे जवाब देते हैं, 'उनका भरोसा जीता। हमारी कम्युनिटी यानी सिविक (नागरिक) पुलिस लगातार आदिवासियों के बीच उठती-बैठती है। महिला सुरक्षा बल ने आदिवासी महिलाओं का भरोसा जीता। उनकी बीमारी से लेकर डिलीवरी तक हमारे कैंप की मेडिकल टीम उनकी मदद करती है। हमारे सुरक्षाबलों पर अब मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप नहीं लगते।' हमने पूछा- कई बड़े नक्सलियों ने सरेंडर से पहले आपके ऑफिस में मुलाकात की। उन्हें ये भरोसा कैसे दिलाया कि वे आएंगे तो उनका एनकाउंटर नहीं होगा, न वे गिरफ्तार होंगे? बात बदलते हुए उन्होंने जवाब दिया, 'ऑपरेशन की गोपनीयता के लिए हम इस पर कोई बात नहीं कर सकते। इस विश्वास को बनाने में समाज के कई लोग भागीदार हैं। मैं उनका नाम नहीं ले सकता। यहां तक पहुंचने में हमारी फौज की कई टीमें लगीं और हमने कई साल खर्च किए।' सुंदरराज कहते हैं, पत्रकार, सोशल एक्टिविस्ट, आदिवासी समाज के प्रमुख जैसे गांवों के मुखिया इस अभियान का हिस्सा हैं। ये सारे नाम गोपनीय हैं और आपको नहीं बता सकते। एनकाउंटर का डर खत्म हुआ तो नक्सली लौट आएबस्तर रेंज के पूर्व IG शिवराम प्रसाद कल्लूरी जून 2017 में रिटायर हुए, तो उनके खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन और फर्जी मुठभेड़ के मुकदमों की लंबी लिस्ट थी। बीच में विवेकानंद सिन्हा का कार्यकाल शांत रहा। फिर कार्यकारी IG के तौर पर 2019 के आखिर में ही IPS सुंदरराज पट्टालिंगम को नक्सल ऑपरेशन की जिम्मेदारी मिली। छत्तीसगढ़ के सीनियर जर्नलिस्ट आलोक पुतुल उनके दौर को लेकर कहते हैं, ‘पहले ने नारा दिया था, शैतान से निपटने के लिए उसके ही तरीके अपनाने होंगे। ये वो दौर था, जब फर्जी मुठभेड़ आम बात थी। बस्तर रेंज के IG रहते हुए पी. सुंदरराज ने हर पक्ष का भरोसा जीता।' 'मैं पुख्ता तौर पर कह सकता हूं कि नक्सलियों के एक बहुत बड़े धड़े को मुख्यधारा से जुड़ने के लिए जिस मौके का इंतजार था, वो उन्हें पी. सुंदरराज ने दिया। कल्लूरी अपने हर मानवाधिकार उल्लंघन के मामले को जस्टिफाई करते थे। सुंदरराज फर्जी मुठभेड़ या मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगने पर अपनी फौज से सवाल करते हैं।' 'सुंदरराज की दूसरी सबसे बड़ी खासियत है सभी पक्षों की सुनना, बिना किसी इफ एंड बट के। सरकार भले कहती रही कि बंदूक छोड़ो, तब बात करेंगे, लेकिन सुंदरराज ने बिना शर्त अपना दरवाजा बातचीत के लिए खुला रखा। वे पत्रकारों, समाजसेवियों, आदिवासियों को टारगेट पर नहीं लेते बल्कि उनके साथ मिलकर काम करते हैं।' .......................................ये खबर भी पढ़ेंथ्री-लेयर सिक्योरिटी में रहने वाला नक्सली हिड़मा कैसे फंसा 18 नवंबर की सुबह सबसे बड़े नक्सली माड़वी हिड़मा को छत्तीसगढ़-आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर मारेडुमिल्ली जंगल में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया गया। उसकी पत्नी मडकम राजे उर्फ रजक्का और 4 अन्य नक्सलियों को भी ढेर कर दिया गया। थ्री लेयर सिक्योरिटी में रहने वाला हिड़मा पिछले 2 दशक में हुए 26 से ज्यादा बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड रहा है। पढ़िए उसके एनकाउंटर की पूरी स्टोरी...
देश में 5 बार ब्लास्ट करने वाला आतंकी मिर्जा शादाब बेग भी फरीदाबाद की अल–फलाह यूनिवर्सिटी का ही स्टूडेंट है। ये खुलासा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिपोर्ट से हुआ है, जिसकी कॉपी भास्कर के पास है। 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट करने वाला आतंकी डॉ उमर नबी भी यहां प्रोफेसर था। भास्कर ने जब यूनिवर्सिटी की पड़ताल की तो पता चला कि, बीते 18 सालों से फरार आतंकी मिर्जा शादाब बेग ने इसी यूनिवर्सिटी से 2007 में बीटेक किया था। इन्वेस्टिगेशन के दौरान हमारे हाथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की वो खुफिया रिपोर्ट लगी, जिसमें शादाब की आतंकी घटनाओं का लेखाजोखा है। ब्लास्ट के बाद दिल्ली पुलिस ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ दो FIR दर्ज की हैं। ED की छापेमारी चल रही है। NAAC का शोकॉज नोटिस जारी हो चुका है। गिरफ्तारियां और 70 से ज्यादा लोगों से पूछताछ चल रही है। सिलसिलेवार तरीके से जानिए बेग किन–किन आतंकी घटनाओं में शामिल रहा जयपुर ब्लास्ट, मई 2008 बेग ही विस्फोटक इकट्ठा करने उडुपी गया था मिर्जा शादाब बेग यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला है। यह इंडियन मुजाहिदीन का अहम सदस्य रहा है। 2008 में जयपुर में हुए सीरियल ब्लास्ट में शामिल था। विस्फोटों को अंजाम देने के लिए बेग ही विस्फोटक इकट्ठा करने के लिए कर्नाटक के उडुपी गया था। उडुपी में, रियाज भटकल और यासीन भटकल को बेग ने बड़ी संख्या में डेटोनेटर और बेयरिंग दिया, जिसका इस्तेमाल IED तैयार करने में किया गया। कहा ये भी जाता है कि इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के चलते बेग बम बनाने की इंजीनियरिंग से अच्छी तरह वाकिफ था। अहमदाबाद–सूरत ब्लास्ट, जुलाई 2008 15 दिन पहले अहमदाबाद पहुंचा था 2008 में गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में ब्लास्ट हुए थे। इसमें भी बेग शामिल था। धमाके से 15 दिन पहले अहमदाबाद पहुंचा था। पहले पूरे शहर की रेकी की थी। कयामुद्दीन कपाड़िया, मुजीब शेख और अब्दुल रजीक के साथ तीन टीमें बनाईं। अब्दुल रजीक की टीम में आतिफ अमीन और मिर्जा शादाब बेग भी शामिल थे। बेग ने ही धमाके के लिए सारा लॉजिस्टिक जुटाया था। धमाकों से पहले बेग बम तैयार करता था और ट्रेनिंग भी देता था। गोरखपुर ब्लास्ट, 2007 सिलसिलेवार धमाके किए थे 2007 में गोरखपुर में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों में बेग का नाम शामिल है। इन विस्फोटों में छह लोग घायल हुए थे। गोरखपुर पुलिस ने इंडियन मुजाहिद्दीन यानी IM से नाम जुडने के बाद इसकी संपत्ति कुर्क कर ली थी। सितंबर 2008 में इंडियन मुजाहिदीन के उजागर होने के बाद से ही बेग देश भर में बम विस्फोटों को अंजाम देने के आरोप में आज तक फरार है और दिल्ली, जयपुर अहमदाबाद और गोरखपुर के सिलसिलेवार बम विस्फोटों में नाम आने के बाद इस पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, 2019 में बेग अंतिम बार अफगानिस्तान में लोकेट हुआ था, अब तक हाथ नहीं आया है। दिल्ली ब्लास्ट से अफगानिस्तान के चलते जुड़ रहा कनेक्शन बेग नए लड़कों को भर्ती करने के लिए रेडिकलाइज करने में भी माहिर था। इस बात का जिक्र खुफिया रिपोर्ट में भी है। 10 अक्टूबर 2025 को दिल्ली में हुए ब्लास्ट में भी गिरफ्तार डॉ मुजम्मिल शकील भी ट्रेनिंग के लिए अफगानिस्तान गया था। ये दोनों अल–फलाह से ही पासआउट हैं। एक सीनियर ऑफिसर नाम न छापने की बात पर कहते हैं कि, दिल्ली धमाकों में बेग के शामिल होने से इंकार नहीं किया जा सकता। 2007 और 2008 में हुए धमाके और हालिया लाल किला धमाके में कोई कनेक्शन निकल सकता है। इंजीनियरिंग बंद, 2019 में एमबीबीएस प्रोग्राम शुरू किए अल-फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के तौर पर शुरू हुई थी, जिसे बाद में इसे हरियाणा प्राइवेट यूनिवर्सिटीज अमेडमेंट एक्ट-2014 के तहत यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया। 70 एकड़ में फैले इसके कैंपस में होस्टल, लैब और मेडिकल कॉलेज हैं। इसकी नई हॉस्पिटल बिल्डिंग का इसी साल जनवरी में ही इनॉगरेशन हुआ है। यहां 2019 में MBBS प्रोग्राम शुरू हुए। 2022 में यहां से लास्ट बैच निकला। इसके बाद यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई बंद कर दी गई। यूनिवर्सिटी में कश्मीर, मेवात और माइनोरिटी कम्युनिटी के स्टूडेंट्स ने बड़ी संख्या में दाखिला लिया। यूनिवर्सिटी का चेयरमैन गिरफ्तार ED ने अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA) 2002 की धारा 19 के तहत हुई है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने दो FIR दर्ज की थीं। इनमें आरोप है कि फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी ने झूठा दावा किया कि उसे नेशनल असेसमेंट एड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) से मान्यता मिली हुई है, जबकि ऐसा कुछ नहीं था। यूनिवर्सिटी ने यह भी झूठ बोला कि उसे UGC की धारा 12(B) के तहत मान्यता मिली है और सरकारी ग्रांट मिल सकती है। जबकि UGC ने साफ किया कि यूनिवर्सिटी सिर्फ धारा 2(f) में रजिस्टर्ड है, उसने 12(B) के लिए आवेदन ही नहीं किया। इन झूठे दावों से स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और आम लोगों को ठगा गया। लाखों-करोड़ों रुपए की फीस वसूली गई। अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट 1995 में बना था। जवाद अहमद सिद्दीकी इसके पहले ट्रस्टी और मैनेजिंग ट्रस्टी हैं। यही सब कुछ कंट्रोल करते हैं। कई आतंकी पकड़े गए थे लेकिन बेग फरार हो गया दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के पूर्व DCP एलएन राव कहते हैं, 'इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी मिर्जा शादाब बेग देश के कई धमाकों में शामिल रहा है। साल 2007 में उसने फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। उसी साल देश में हुए सीरियल ब्लास्ट में उसका नाम सामने आया था। ब्लास्ट से जुड़े इंडियन मुजाहिदीन के कई आतंकी पकड़े गए, लेकिन मिर्जा शादाब बेग फरार था।' एल. एन. राव के अनुसार, 'अफगानिस्तान लंबे समय से आतंकियों का ट्रेनिंग हब रहा है। अब तक जितने भी बड़े आतंकी पकड़े गए, उनमें से ज्यादातर ने हथियारों की ट्रेनिंग वहीं से ली थी। दिल्ली ब्लास्ट की जांच में भी यही एंगल उभरकर सामने आ रहा है ऐसे में संभावना है मिर्जा शादाब बेग से संबंध हो सकता है, क्योंकी दोनों एक ही कॉलेज से पढ़े हैं।' यूनिवर्सिटी के चेयरमैन, दो डॉक्टर, मौलवी गिरफ्तार अल फलाह यूनिवर्सिटी से अब तक डॉक्टर डॉ मुजम्मिल शकील, डॉ शाहीन सईद, यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद मस्जिद का इमाम मौलवी इस्तियाक, डॉक्टर जावेद अहमद सिद्दकी, लैब असिस्टेंट बाशीद और इलेक्ट्रिशियन शोएब गिरफ्तार हुए है। जांच एजेंसियों ने आतंकी मॉड्यूल से जुड़े डॉ. निसार उल हसन की डॉक्टर पत्नी और MBBS कर रही बेटी को यूनिवर्सिटी कैंपस में ही हाउस अरेस्ट किया है। इसके अलावा 70 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। (इस पूरे घटनाक्रम कि शुरूआत 19 अक्टूबर को नौगाम में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर से होती है, मामले कि जांच के दौरान पहले मौलवी इरफान अहमद पकड़ा गया, जो कि शोपियां, कश्मीर में एक मस्जिद का इमाम है, उससे पूछताछ के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में चल रहे आतंक मॉड्यूल तक पहुंचती है।) ....................................... आप ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं विदेशी लड़कियों को हाथ–पैर बांध, पीटकर बना रहे सेक्स वर्कर:बॉस के चंगुल में फंसाते हैं; उज्बेक, तुर्कमेनिस्तान की लड़कियां टारगेट पर ‘मैं उज्बेकिस्तान की रहने वाली हूं। नौकरी की तलाश में थी। इंस्टाग्राम पर एक लड़की से दोस्ती हुई। उसने दुबई आने को कहा। बोली– एक गर्भवती महिला है, उसके बच्चे को संभालने का काम है।’ ‘मैं उस पर यकीन कर दुबई पहुंची। फिर कहा गया कि, आपको किसी दूसरे शहर में रहना होगा। यह बोलकर मुझे नेपाल ले गए। फिर एक आदमी नेपाल से भारत ले आया।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।
अजमेर : घूमर महोत्सव 2025 में उमड़ी सांस्कृतिक भव्यता
अजमेर। राज्य के सभी संभाग मुख्यालयों पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के निर्देशानुसार बुधवार को घूमर महोत्सव 2025 आयोजित हुआ। इसके अंतर्गत सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय के खेल मैदान में लोकसांस्कृतिक गौरव, महिला शक्ति और राज्य की अमूल्य नृत्य विरासत को केंद्र में रखकर भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत […] The post अजमेर : घूमर महोत्सव 2025 में उमड़ी सांस्कृतिक भव्यता appeared first on Sabguru News .
राजस्थान में सातों संभाग मुख्यालयों पर एक साथ आयोजित हुआ घूमर महोत्सव
जयपुर। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री और पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्री दिया कुमारी की पहल पर ऐतिहासिक रूप से पहली बार पर्टयन विभाग की ओर से राजस्थान की लोक-संस्कृति, पारंपरिक कलाओं और जनभागीदारी आधारित सांस्कृतिक मॉडल को नई दिशा देने के उद्देश्य से बुधवार को राज्य के सातों संभाग मुख्यालयों पर एक साथ घूमर महोत्सव आयोजित […] The post राजस्थान में सातों संभाग मुख्यालयों पर एक साथ आयोजित हुआ घूमर महोत्सव appeared first on Sabguru News .
दिल्ली में 10वीं कक्षा के छात्र ने मेट्रो स्टेशन से कूदकर की आत्महत्या
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में अशोका प्लेस स्थित सेंट कोलंबस स्कूल के 10वीं कक्षा के 16 वर्षीय छात्र ने बुधवार को राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशन से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार घटना आज दोपहर करीब 14:45 बजे हुई। मृतक की पहचान शौर्य पाटिल के रूप में हुई है। पुलिस ने […] The post दिल्ली में 10वीं कक्षा के छात्र ने मेट्रो स्टेशन से कूदकर की आत्महत्या appeared first on Sabguru News .
हनीट्रैप प्रकरण में फरार वांछित आरोपी गिरफ्तार, छोटीसादड़ी पुलिस की बड़ी कार्रवाई
छोटीसादड़ी में हनीट्रैप मामले में फरार वांछित आरोपी पुष्पेंद्र राठौड़ को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। पीड़ित से धमकाकर नकद और स्टांप वसूली के आरोप में पहले ही कई आरोपी पकड़े जा चुके हैं। जिला पुलिस की सतर्कता से मामले की जांच निर्णायक चरण में पहुंच गई है।
छोटीसादड़ी में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। तहसील मार्ग स्थित कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में माल्यार्पण, उद्बोधन और उनके जीवन एवं योगदान को याद किया गया। नगर एवं ब्लॉक के अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता समारोह में शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ में खूंखार नक्सली माड़वी हिड़मा की मां अब चीखकर रोई
रायपुर। छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सली कमांडर माड़वी हिड़मा की मां अपने जवान बेटे की मौत की खबर सुनकर चीखकर रोईं। रोती भी क्यों नहीं, मां जो ठहरी। बेटा भले ही गलत रास्ते पर चला गया हो, लेकिन मां तो मां है, उसके लिए तो वह बेटा ही रहेगा। […] The post छत्तीसगढ़ में खूंखार नक्सली माड़वी हिड़मा की मां अब चीखकर रोई appeared first on Sabguru News .
जयपुर में महिला पुलिस उप निरीक्षक सवा लाख रुपए की रिश्वत लेते अरेस्ट
जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जयपुर पूर्व में गांधीनगर थाने में पदस्थ महिला पुलिस उपनिरीक्षक को सवा लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक गोविंद गुप्ता ने बुधवार को बताया कि परिवादी ने ब्यूुरो जयपुर नगर तृतीय चौकी में शिकायत की कि उसके खिलाफ गांधीनगर थाने में […] The post जयपुर में महिला पुलिस उप निरीक्षक सवा लाख रुपए की रिश्वत लेते अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
राम मंदिर शिखर ध्वजारोहण समारोह, तीन अयोध्या में रहेंगे संघ प्रमुख भागवत
Ayodhya News: अयोध्या धाम में प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा राम मंदिर के शिखर पऱ ध्वजारोहण के कार्यक्रम क़ी तैयारियां तीव्र गति से की जा रही है। राम मंदिर के शिखर पर सनातन ध्वजारोहण मोदी व संघ प्रमुख मोहन भगवत द्वारा किया जाएगा। संघ प्रमुख भगवत का राम नगरी अयोध्या मे तीन दिवसीय साकेत निलय में प्रवास का कार्यक्रम है। वे 23 नवंबर क़ी शाम तक अयोध्या पहुंचेंगे। भागवत 24 नवंबर को अयोध्या स्थित ब्रम्हकुण्ड गुरुद्वारा में आयोजित गुरु तेग बहादुर बलिदान दिवस के विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां बड़ी संख्या में सिख समुदाय, संत-महंत व समाज सेवी एवं राम भक्त भी उपस्थित रहेंगे। घरों पर लगेंगे भगवा ध्वज : इस कार्यक्रम के उपरांत भागवत संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों क़ी समीक्षा करेंगे जो कि अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, जिसको लेकर भागवत संघ के पदाधिकारियों व प्रांत प्रचारकों के साथ बैठक करेंगे और संघ के आगामी कार्यक्रमों क़ी रूप रेखा तैयार क़ी जाएगी। वहीं, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर सनातन ध्वजारोहण कार्यक्रम को लेकर अयोध्या धाम मे विस्तृत रूप से तैयारी क़ी जा रही है। राम नगरी अयोध्या के सभी घरों पर प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में भगवा ध्वज लगाए जाएंगे। राम मंदिर के परिसर को भी सजाया जा रहा है। प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। पुष्पों से अयोध्या नगरी को सजाने क़ी तैयारी क़ी जा रही है। खासकर राम मंदिर के मुख्य पथ, राम लला के गर्भ गृह, राम दरबार सहित श्रीराम जन्मभूमि परिसर के सभी मंदिरों को पुष्पों, रंग-बिरंगी लाइटों से भव्य सजावट किए जाने की तैयारी की जा रही है। राम मंदिर परिसर में दीपों व पारम्परिक रंगोली भी आकर्षक और भव्य-दिव्य होंगी। साथ ही अयोध्या के सभी प्रमुख मंदिरों की भी सजावट की जाएगी। सरयू घाट पर 5100 बत्ती की आरती का भी आयोजन किया गया है। Edited by: Vrijendra Singh Jhala
उदयपुर में प्रजापति समाज संस्थान की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन, प्रतिभा सम्मान समारोह की रूपरेखा तैयार
उदयपुर के अमृतिया मवागड़ में प्रजापति समाज संस्थान की बैठक 23 नवंबर को आयोजित होगी। बैठक में प्रतिभा सम्मान समारोह की रूपरेखा तैयार करने, अभिलेख संकलन और छात्रावास भवन के द्वितीय चरण पर चर्चा होगी। योग्य छात्र, खेल एवं प्रोफेशनल डिग्रीधारक समाज बंधु सम्मान के लिए आवेदन कर सकते हैं।
मावली का राजकीय महाविद्यालय लोकसंत बावजी चतुरसिंह के नाम पर होने की मांग
मावली के पूर्व विधायक धर्मनारायण जोशी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर मावली के राजकीय महाविद्यालय का नाम लोकसंत बावजी चतुरसिंह के नाम पर करने की मांग की। जोशी ने उनके साहित्यिक और आध्यात्मिक योगदान का उल्लेख करते हुए इसे क्षेत्रीय विरासत और भावनात्मक श्रद्धांजलि बताया।
भीलवाड़ा में अनुसूचित जाति की महिला से रेप, आरोपी अरेस्ट
भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के शंभुगढ़ थाना क्षेत्र में अनुसूचित जाति की महिला से दुष्कर्म करने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पीड़िता ने 15 नवंबर को शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके मक्के नंदराम जाट के बाड़े में रखे थे। ग्यारह नवंबर को […] The post भीलवाड़ा में अनुसूचित जाति की महिला से रेप, आरोपी अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर गुस्साये युवक ने कर दी 12वीं कक्षा की छात्रा की हत्या
चेन्नई। तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में बुधवार को प्रेम प्रस्ताव ठुकराए जाने से आहत एक युवक ने 12वीं कक्षा की एक छात्रा की चाकू मारकर हत्या कर दी। दिनदहाड़े हुई इस घटना से स्थानीय लोगों में रोष की लहर दौड़ गई। पुलिस सूत्रों के अनुसार रामेश्वर इलाके में लड़की अपने स्कूल जा रही थी, तभी […] The post प्रेम प्रस्ताव ठुकराने पर गुस्साये युवक ने कर दी 12वीं कक्षा की छात्रा की हत्या appeared first on Sabguru News .
किशनगढ़ में ट्रेलर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत
किशनगढ़। राजस्थान में अजमेर के किशनगढ़ थाना क्षेत्र में बुधवार को ट्रक ट्रेलर की चपेट में आने से मोटर साइकिल पर सवार एक युवक की माैत हो गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि हनुमानगढ़ मेघा राजमार्ग पर दोपहर में राजू गुर्जर (25) मोटर साइकिल से अपने गांव की ओर जा रहा था कि पीछे से […] The post किशनगढ़ में ट्रेलर की चपेट में आने से बाइक सवार युवक की मौत appeared first on Sabguru News .
जवाजा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और उनके साहस, दृढ़ निश्चय व राष्ट्रहित में योगदान को याद किया।
स्काउट एवं गाइड राष्ट्रहित को सर्वोपरि मनाने वाला महत्वपूर्ण संगठन : सुरेश रावत
जयपुर। राजस्थान में भारत स्काउट एवं गाइड के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कहा है कि जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए स्काउट गाइड प्रशिक्षण एक बड़ा मंच प्रदान करता है, यह अनुशासनप्रिय, सेवाभावी और राष्ट्रहित को सर्वोपरि मनाने वाला महत्वपूर्ण संगठन है। रावत बुधवार सुबह जगतपुरा स्थित स्काउट गाइड […] The post स्काउट एवं गाइड राष्ट्रहित को सर्वोपरि मनाने वाला महत्वपूर्ण संगठन : सुरेश रावत appeared first on Sabguru News .
नोहर के श्री गौरीशंकर बिहानी राजकीय कन्या महाविद्यालय में भामाशाह बिहानी परिवार का भव्य स्वागत। कार्यक्रम में छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी और परिवार ने पर्यावरण संरक्षण, माता-पिता सेवा एवं संस्कार का संदेश साझा किया।
नोहर में खेतों से सोलर प्लेट की केबल चोरी की बढ़ती घटनाओं ने किसानों में बढ़ाया रोष
नोहर के गांवों में किसानों के खेतों में लगे ट्यूबवेल की सोलर प्लेट की केबल चोरी की घटनाओं में वृद्धि, सोनड़ी, भूकरका और देईदास समेत कई गांव प्रभावित। पुलिस जांच में जुटी, किसानों ने अज्ञात चोरों को पकड़ने की मांग की। तांबे की केबल चोरी से किसानों की आर्थिक सुरक्षा पर संकट।
शपथ की दहाई पूरी करने जा रहे हैं बिहार के ‘सुशासन बाबू’
पटना। बिहार की राजनीतिक विसात के मझे हुए खिलाड़ी के रूप में प्रतिष्ठित जनता दल (यू) के मुखिया नीतीश कुमार गुरुवार को दसवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अपनी प्रशासनिक क्षमता और कार्यशैली से बिहार के ‘सुशासन बाबू’ कहे जाने वाले नीतीश कुमार को बुधवार को यहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक […] The post शपथ की दहाई पूरी करने जा रहे हैं बिहार के ‘सुशासन बाबू’ appeared first on Sabguru News .
हनुमानगढ़ में मतदाता सूची डिजिटाइजेशन में रिकॉर्ड प्रगति, 6.30 लाख प्रपत्र ऑनलाइन हुए भरे
हनुमानगढ़ जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम—2026 के तहत मतदाता सूची डिजिटाइजेशन में रिकॉर्ड प्रगति, 6.30 लाख परिगणना प्रपत्र ऑनलाइन भरे गए। संगरिया विधानसभा अग्रणी, नोहर के बीएलओ ने न्यूनतम समय में शत प्रतिशत डिजिटाइजेशन लक्ष्य हासिल किया, डिजिटल मतदान प्रक्रिया को बढ़ावा मिला।
नितीश सरकार ने कुर्सी संभालते ही संभाली जिम्मेदारी ; नई सरकार, नए फैसले किए तय
एनडीए विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में तेज विकास, केंद्र के सहयोग और मजबूत शासन की रूपरेखा स्पष्ट की। विधानसभा में सर्वसम्मति से नेता चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया, जिससे बिहार की राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई।
जवाजा में राष्ट्रीय तिलहन मिशन के तहत ब्लॉक स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
जवाजा में राष्ट्रीय तिलहन मिशन के तहत ब्लॉक स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें किसानों को तिलहन फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक कृषि तकनीकों, उन्नत बीज चयन, सिंचाई और पोषण प्रबंधन पर विशेषज्ञों ने विस्तृत जानकारी दी।
गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमरीका से लाए जाने पर एनआईए ने अरेस्ट किया
नई दिल्ली। खूंखार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को अमरीका से प्रत्यर्पित कर दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर उतरते ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। अनमोल पर हत्या, अपहरण और जबरन वसूली जैसे गंभीर आरोप हैं और वह लंबे समय से फरार था। वर्ष 2022 से फरार […] The post गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को अमरीका से लाए जाने पर एनआईए ने अरेस्ट किया appeared first on Sabguru News .
Anmol Bishnoi 11 days NIA custody : अमेरिका से डिपोर्ट हुए गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 11 दिनों की NIA रिमांड पर भेजा है। मूसेवाला और बाबा सिद्दीकी हत्याकांड समेत कई हाई-प्रोफाइल मामलों में उसकी संलिप्तता की जांच होगी। फर्जी पासपोर्ट, अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और 35 से अधिक मामलों की कड़ियां पूछताछ में खुलने की उम्मीद है।
कोटा में सीएमए चैप्टर ने डेटा प्राइवेसी और साइबर लॉ अनुपालन पर विशेषज्ञ सेमिनार आयोजित किया
कोटा में सीएमए चैप्टर ने डेटा प्राइवेसी और साइबर लॉ अनुपालन पर विशेष सेमिनार आयोजित किया। डॉ. पूजा सक्सेना और वरिष्ठ विशेषज्ञों ने वित्तीय प्रथाओं में डेटा सुरक्षा और कानूनी अनुपालन के महत्व पर गहन चर्चा की। सीएमए सदस्यों और छात्रों ने सेमिनार में सक्रिय भागीदारी निभाई।
विधायक कल्पना देवी ने डाढ़ देवी-मवासा 6.5 किमी सड़क शिलान्यास और आलनिया बाँध खोला
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने डाढ़ देवी से मवासा तक 6.5 किमी लंबी सड़क का शिलान्यास किया और आलनिया बाँध के गेट खोलकर किसानों के लिए रबी सीजन में सिंचाई जल की व्यवस्था शुरू की। सड़क निर्माण से ग्रामीण आवागमन में सुविधा और कृषि विकास में मदद मिलेगी।
कोटा में ओम बिरला के जन्मदिन पर रक्तदान एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, बोरखेड़ा मंडल ने की तैयारी
कोटा के बोरखेड़ा मंडल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के जन्मदिन 4 दिसंबर पर विशेष रक्तदान एवं स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने की तैयारी पूरी कर ली है। शिविर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक कंचन मोहन प्लेस में होगा, जिसमें कार्यकर्ताओं और जनता को मानव सेवा में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
कुपवाड़ा ऑपरेशन 2008 के मास्टरमाइंड ; कौन थे मेजर मोहित शर्मा ? जानिए उनका शौर्यपूर्ण बलिदान
मेजर मोहित शर्मा, भारतीय सेना के 1 पैराशूट स्पेशल फोर्सेज के वीर अधिकारी, जिन्होंने दिसंबर 2008 में कुपवाड़ा, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान अपने अद्वितीय साहस और शौर्य के साथ बलिदान दिया। उनके शौर्य और समर्पण ने भारतीय सेना में प्रेरणा का नया आयाम स्थापित किया।
राजसमंद जिले में एसआईआर–2026 अंतर्गत मतदाता गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन जारी, चारों विधानसभा क्षेत्रों में 4,56,774 से अधिक फॉर्म्स डिजिटाइज, नाथद्वारा विधानसभा ने 50.10% के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। कलक्टर अरुण कुमार हसीजा ने शेष कार्य को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए।
भूपालसागर में गुरुवार को श्याम बाबा की भजन संध्या, कलाकारों की शानदार प्रस्तुतियां
भूपालसागर में गुरुवार शाम को पंचायत समिति परिसर में श्याम बाबा की भजन संध्या का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम में कुमार गिरिराज, महेश खंडेलवाल, उमा शर्मा और रूपेंद्र सहित कई कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। दरबार सेवा श्रीश्याम दरबार सेवा मावली द्वारा संपन्न होगी, जो क्षेत्रवासियों के लिए आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव का अवसर है।
राजसमंद के पल्लव पूर्बिया को NIT दिल्ली से राष्ट्रपति द्वारा स्वर्ण पदक, जिले का गौरव बढ़ा
राजसमंद के पल्लव पूर्बिया ने NIT दिल्ली से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा स्वर्ण पदक प्राप्त कर जिले का गौरव बढ़ाया। पल्लव की यह उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम और उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन का परिणाम है, जिसने पूरे जिले में हर्ष और प्रेरणा का वातावरण बनाया।
सवाई माधोपुर: त्रिनेत्र ट्रेडिंग कम्पनी कुण्डेरा का खुदरा उर्वरक लाइसेंस 15 दिन के लिए निलंबित
सवाई माधोपुर में त्रिनेत्र ट्रेडिंग कम्पनी कुण्डेरा का खुदरा उर्वरक अनुज्ञा पत्र 15 दिनों के लिए निलंबित। उर्वरक नियंत्रण आदेश, 1985 का उल्लंघन पाए जाने पर प्राधिकारी ने कार्रवाई की। कम्पनी को 7 दिन में लिखित जवाब देना होगा, संतोषजनक न होने पर अनुज्ञापन स्थायी रूप से निरस्त किया जा सकता है।
अजमेर में विद्या भारती की प्रदेश स्तरीय स्केटिंग प्रतियोगिता संपन्न
अजमेर। पुष्कर मार्ग स्थित आदर्श विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में मंगलवार दोपहर से प्रारंभ हुई विद्या भारती राजस्थान की स्केटिंग प्रतियोगिता बुधवार को संपन्न हुई। प्रतियोगिता के संयोजक और स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र उबाना ने बताया कि राजस्थान के प्रत्येक जिला केंद्र पर विजेता रहे 70 खिलाड़ी जयपुर जोधपुर तथा चित्तौड़ प्रांत के […] The post अजमेर में विद्या भारती की प्रदेश स्तरीय स्केटिंग प्रतियोगिता संपन्न appeared first on Sabguru News .
सवाई माधोपुर कांग्रेस कार्यालय में स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती पर कार्यकर्ताओं ने पुष्प और माला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जिला अध्यक्ष गिर्राज सिंह गुर्जर ने उनके साहस, नेतृत्व और 'आयरन लेडी' के रूप में विश्व प्रसिद्ध योगदान को याद किया। समारोह ने नारी सशक्तिकरण और देश सेवा का संदेश भी प्रस्तुत किया।
बीएलओ के साथ-साथ मतदाता खुद भी हुए घनचक्कर
सन्तोष खाचरियावास अजमेर। पूरे राजस्थान के मतदाताओं में खलबली मची हुई है, उन्हें वोटर लिस्ट में अपना और अपने परिवार का नाम कटने की आशंका सता रही है…क्योंकि मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम यानी SIR शुरू हो चुका है। घुसपैठियों के नाम कटना तो जायज है लेकिन बड़ी तादाद में वास्तविक मतदाताओं के नाम भी […] The post बीएलओ के साथ-साथ मतदाता खुद भी हुए घनचक्कर appeared first on Sabguru News .
सवाई माधोपुर में न्याय आपके द्वार अभियान पर सचिव समीक्षा गौतम ने आयोजित किया विशेष सेमिनार
सवाई माधोपुर में सचिव समीक्षा गौतम ने “न्याय आपके द्वार- लोक उपयोगिता समस्याओं का सुलभ और त्वरित समाधान” अभियान पर विशेष सेमिनार आयोजित किया। कार्यक्रम में नागरिकों की शिकायतों के त्वरित निस्तारण और स्थाई लोक अदालत की भूमिका पर जोर दिया गया, जिससे न्याय की पहुँच आमजन तक और सुलभ हुई।
गंगापुर सिटी ने नीति आयोग की आशान्वित ब्लॉक रैंकिंग में जोन-4 में प्रथम और राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और सामाजिक विकास में उल्लेखनीय सुधारों के लिए ब्लॉक को 1.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार मिला, जो स्थानीय विकास कार्यों को गति देगा।
Global Big Cats Summit : भूपेंद्र यादव की जुबानी ; भारत बना अंतरराष्ट्रीय ‘बिग कैट पावरहाउस'
Global Big Cats Summit : भारत ने कॉप 30 में घोषणा की कि वह वर्ष 2026 में नई दिल्ली में ग्लोबल बिग कैट्स समिट की मेजबानी करेगा। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बड़ी बिल्ली प्रजातियों की महत्वूपर्ण भूमिका और भारत की संरक्षण उपलब्धियों को रेखांकित किया। आईबीसीए की बढ़ती सदस्यता और वैश्विक सहयोग इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाते हैं।
India-US Trade Deal : भारत-अमेरिका ट्रेड समझौते पर जल्द मुहर; स्टॉक्स ने भरी तेज उड़ाने
India-US Trade Deal : भारत–अमेरिका ट्रेड डील पर जल्द मुहर लगने की उम्मीद के बीच भारतीय शेयर बाजार में झींगा और सीफूड कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई। चीन द्वारा जापान से सीफूड आयात प्रतिबंध लगाने और संभावित व्यापार लाभों ने भारतीय कंपनियों की मांग बढ़ा दी है। जानें पूरा अपडेट और बाजार पर प्रभाव।
मोरेल बांध नहर 21 नवंबर से होगी शुरू, रबी सिंचाई व्यवस्था पर संभागीय आयुक्त ने दिए सख्त निर्देशc
सवाई माधोपुर में संभागीय आयुक्त डॉ. टीना सोनी की अध्यक्षता में जल वितरण समिति की बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि रबी फसल 2026 के लिए मोरेल बांध नहर 21 नवंबर सुबह 11 बजे खोली जाएगी। बैठक में नहर संचालन, सुरक्षा और कानूनी कार्रवाई पर सख्त निर्देश दिए गए, ताकि किसानों को समय पर और सुचारू सिंचाई उपलब्ध हो सके।
डीग के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट और रैकिट द्वारा संचालित “डेटोल बनेगा स्वस्थ इंडिया” कार्यक्रम के तहत क्विज़, ड्राइंग, बाल संवाद, हैंड-वाश शपथ और पुरस्कार वितरण का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में नगर परिषद उपसभापति मनोहर लाल शर्मा सहित कई अधिकारी शामिल हुए और बच्चों में स्वच्छता व स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा दिया।
डीग शहर कोतवाली में नए थानाधिकारी रामनरेश मीणा ने पदभार संभालते ही सख्त कानून व्यवस्था और अपराध पर कठोर कार्रवाई का संकल्प जताया। पुलिस कर्मियों से टीमवर्क पर जोर देते हुए उन्होंने जनता से सहयोग की अपील की। मीणा की नियुक्ति से क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर नई उम्मीदें जागी हैं।
मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान लगाया है कि RBI दिसंबर 2025 की MPC बैठक में रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर सकता है। CPI मुद्रास्फीति में लगातार गिरावट और स्थिर आर्थिक संकेतकों के चलते यह बदलाव संभव माना जा रहा है।
दिव्यांग की दरियादिली से जगमगाई मानवता: जरूरतमंद को भेंट की इलेक्ट्रिक स्कूटी, भावुक होकर पिघले दिल
केलवा क्षेत्र में दिव्यांग हिम्मत कुमार रैगर ने मानवता की अनोखी मिसाल पेश करते हुए अपनी इलेक्ट्रिक साइकिल दिव्यांग पेमाराम गमेती को भेंट की। इस भावुक क्षण ने ग्रामीणों को भी गहराई से प्रभावित किया। यह घटना समाज में करुणा, सहयोग और मानवीय संवेदनाओं को मजबूत करने वाला प्रेरणादायक उदाहरण बनी।
सेवर केंद्रीय कारागार, भरतपुर में आशाएं जेल सोसायटी द्वारा संचालित पेट्रोल पंप बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने की अनोखी पहल बन गया है। यहां कैदी शिफ्टों में काम कर प्रतिदिन 300 रुपये कमाते हैं और अपने परिवार की मदद कर रहे हैं। यह मॉडल जेल सुधार और पुनर्वास का प्रेरणादायक उदाहरण बनता जा रहा है।
Share Bazaar में बहार, Sensex पहली बार 85000 के पार, Nifty में भी उछाल
Share Market Update News : आईटी और सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में आज बहार आ गई। बीएसई के सेंसेक्स में पहली बार 85 हजार अंक से ज्यादा की भारी तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर में भी उछाल देखा गया। सेंसेक्स 513.45 अंक चढ़कर 85,186.47 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 142.60 अंक की बढ़त में 26,052.65 अंक पर बंद हुआ। आईटी कंपनी एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा 4.32 फीसदी तेजी आई। इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा और टाइटन में 1 से 3 फीसदी तक तेजी रही। खबरों के अनुसार, आईटी और सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में आज बहार आ गई। बीएसई के सेंसेक्स में पहली बार 85 हजार अंक से ज्यादा की भारी तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर में भी उछाल देखा गया। सेंसेक्स 513.45 अंक चढ़कर 85,186.47 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 142.60 अंक की बढ़त में 26,052.65 अंक पर बंद हुआ। ALSO READ: Share Bazaar में लगातार छठे दिन तेजी, Sensex 388 अंक उछला, Nifty भी 26000 के पार आईटी कंपनी एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा 4.32 फीसदी तेजी आई। इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा और टाइटन में 1 से 3 फीसदी तक तेजी रही। कनाडा के कैलगेरी में कार्यालय खोलने की घोषणा के बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर सेंसेक्स में सवा चार फीसदी से अधिक चढ़े। एनएसई में आईटी के बाद सार्वजनिक बैंकों के समूह में सबसे अधिक तेजी रही। ALSO READ: Share Market : गिरावट से उबरा बाजार, Sensex 319 अंक उछला, Nifty में भी आई तेजी एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.34% गिरकर 48,537 पर बंद हुआ, जबकि कोरिया का कोस्पी 0.61% नीचे 3,929 पर रहा। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 0.38% टूटकर 25,830 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मिलाजुला कारोबार हुआ। Edited By : Chetan Gour
BMW R 18 का जलवा कायम; पावर और लक्ज़री का धमाकेदार कॉम्बो
BMW R 18 : 1802cc बॉक्सर इंजन वाली फ्लैगशिप क्रूज़र फिर सुर्खियों में – 91 HP, 158 Nm टॉर्क, रेट्रो डिजाइन, LED लाइटिंग, रिवर्स असिस्ट और ₹19-25 लाख कीमत। हार्ले-इंडियन को टक्कर देने वाली यह जर्मन मशीन भारतीय हाईवे की नई महारानी बन चुकी है। क्लासिक लुक और मॉडर्न टेक्नोलॉजी का बेजोड़ मेल!
डीग में विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत राजकीय महाविद्यालय में रांगोली के जरिए वोटिंग संदेश दिया गया, जबकि वार्ड 11 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर प्रपत्र संकलित किए। जिला प्रशासन ने सही जानकारी उपलब्ध कराने की अपील की है, ताकि मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाया जा सके।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल की अद्भुत यात्रा पर आधारित यह लेख उनके खुफिया अभियानों, रणनीतिक कौशल, NSSA के रूप में तीन कार्यकालों और विवेकानंद इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन की स्थापना तक की कहानी को विस्तार से बताता है। भारतीय सुरक्षा ढांचे में उनके ऐतिहासिक योगदान को जानें।
प्राडा से लेकर रिचमॉन्ट तक ; दुनिया का नया ‘लक्ज़री कैपिटल’, न्यू बॉन्ड स्ट्रीट ने तोड़ा रिकॉर्ड
लंदन की न्यू बॉन्ड स्ट्रीट ने Cushman & Wakefield की रिपोर्ट में विश्व के सबसे महंगे रिटेल स्थलों में स्थान पाया है। किराये में 22% की वृद्धि और Prada व Richemont जैसे लक्ज़री ब्रांडों के स्थायी विस्तार के साथ यह क्षेत्र तेजी से वैश्विक लक्ज़री हब बन रहा है।
Union Minister for Environment : कॉप-30 में भूपेंद्र यादव की दो टूक: विकसित देश खरबों डॉलर जलवायु वित्त दें, नेट-जीरो पहले हासिल करें, तकनीक IPR मुक्त करें। भारत ने 2030 का NDC लक्ष्य 5 साल पहले पूरा किया, 2 अरब+ पौधे लगाए। अमेज़न की छांव में गूंजी यह आवाज़ कॉप-30 को “अमल का कॉप” बनाने की चुनौती है – अब वादों की नहीं, काम की बारी।
Birthday 20 November | 20 नवंबर 2025 : आपका जन्मदिन
20 November Janmdin: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 20 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: Margashirsha Amavasya: मार्गशीर्ष की अमावस्या पर करें 5 अचूक उपाय, होगा बहुत ही शुभ लाभ आपका जन्मदिन: 20 नवंबर दिनांक 20 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होगा। आप अत्यधिक भावुक होते हैं। आप स्वभाव से शंकालु भी होते हैं। दूसरों के दु:ख-दर्द से आप परेशान हो जाना आपकी कमजोरी है। ग्यारह की संख्या आपस में मिलकर दो होती है इस तरह आपका मूलांक दो होगा। इस मूलांक को चंद्र ग्रह संचालित करता है। चंद्र ग्रह मन का कारक होता है। चंद्र के समान आपके स्वभाव में भी उतार-चढ़ाव पाया जाता है। आप अगर जल्दबाजी को त्याग दें तो आप जीवन में बहुत सफल होते हैं। आप मानसिक रूप से तो स्वस्थ हैं लेकिन शारीरिक रूप से आप कमजोर हैं। चंद्र ग्रह स्त्री ग्रह माना गया है। अत: आप अत्यंत कोमल स्वभाव के हैं। आपमें अभिमान तो जरा भी नहीं होता। आपके लिए खास शुभ दिनांक : 2, 11, 20, 29 शुभ अंक : 2, 11, 20, 29, 56, 65, 92 शुभ वर्ष : 2027, 2029, 2036 ईष्टदेव : भगवान शिव, बटुक भैरव शुभ रंग : सफेद, हल्का नीला, सिल्वर ग्रे आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल करियर: लेखन से संबंधित मामलों में सावधानी रखना होगी। किसी नवीन कार्य योजनाओं की शुरुआत करने से पहले बड़ों की सलाह लें। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति ठीक-ठीक रहेगी। परिवार: पारिवारिक विवाद आपसी मेलजोल से ही सुलझाएं। दखलअंदाजी ठीक नहीं रहेगी। सेहत : स्वास्थ्य की दृष्टि से संभल कर चलने का वक्त होगा। सलाह: बगैर देखे किसी कागजात पर हस्ताक्षर ना करें। आज के दिन जन्में कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति टीपू सुल्तान (Tipu Sultan): दक्षिण भारत के मैसूर राज्य के शासक, जिन्हें 'मैसूर का शेर' कहा जाता है। वह रॉकेट तोपखाने के अग्रणी के रूप में भी जाने जाते थे। मिल्खा सिंह (Milkha Singh): भारत के महान धावक/ एथलीट, जिन्हें 'फ्लाइंग सिख' के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 1958 के एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते। राजकुमार हिरानी (Rajkumar Hirani): बॉलीवुड के एक बेहद सफल भारतीय फ़िल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक। उनकी प्रसिद्ध फ़िल्मों में मुन्ना भाई एम.बी.बी.एस., थ्री इडियट्स, और पीके शामिल हैं। बबीता फोगाट (Babita Phogat): एक भारतीय महिला फ्रीस्टाइल पहलवान, जिन्होंने 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक और 2012 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। तुषार कपूर (Tusshar Kapoor): बॉलीवुड के अभिनेता और निर्माता। आपको इस खास दिन पर जीवन की सभी खुशियां मिलें। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ALSO READ: Lal Kitab Mithun Rashifal 2026: मिथुन राशि (Gemini)- शनि कराएगा कड़ी मेहनत और गुरु देगा उसका अप्रत्याशित फल
Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 20 नवंबर, 2025: गुरुवार का पंचांग और शुभ समय
आज आपका दिन मंगलमय हो! Aaj ke Subh Muhurat: क्या आप आज कोई नया काम शुरू करने की सोच रहे हैं? या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं? ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही मुहूर्त में करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। 'वेबदुनिया' आपके लिए लेकर आया है 20 नवंबर, 2025 का विशेष पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त। ALSO READ: Margashirsha Amavasya: मार्गशीर्ष की अमावस्या पर करें 5 अचूक उपाय, होगा बहुत ही शुभ लाभ आइए जानें आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है। पंचांग: 20 नवंबर, 2025, गुरुवार आज की मुख्य जानकारी: शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-दक्षिणायण मास-मार्गशीर्ष (अगहन) पक्ष-कृष्ण ऋतु-हेमन्त वार-गुरुवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस्या नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन करण (सूर्योदयकालीन)-नागव लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक आज के शुभ मुहूर्त और चौघड़िया शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल (अशुभ समय):दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिशा शूल-आग्नेय योगिनी वास-ईशान गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चन्द्र स्थिति-वृश्चिक आज के विशेष उपाय: आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:। आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण भेंट करें। वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं। आज के व्रत, त्योहार और विशेष घटनाएं देवकार्य अमावस्या यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें। (निवेदन: उपरोक्त विवरण पंचांग पर आधारित है। विभिन्न पंचांगों में slight changes संभव हैं।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com ALSO READ: Lal Kitab Mithun Rashifal 2026: मिथुन राशि (Gemini)- शनि कराएगा कड़ी मेहनत और गुरु देगा उसका अप्रत्याशित फल
पाकिस्तान ने बढ़ाया सिरदर्द; एयर इंडिया ने सरकार के सामने रखी बड़ी मांग!
पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने से एयर इंडिया को भारी नुकसान हो रहा है। लंबी दूरी की उड़ानों का समय बढ़ने और लागत बढ़ने के बीच कंपनी ने सरकार से चीन के शिनजियांग क्षेत्र—होटन, काश्गर और उरुमकी—के संवेदनशील एयरस्पेस तक इमरजेंसी एक्सेस की मांग की है। यह कदम रणनीतिक राहत दे सकता है, हालांकि सुरक्षा जोखिम बड़े चुनौती बने हुए हैं।

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