ना EVM जाएगी, न VVPAT का 100 % मिलान होगा, लेकिन ये 2 निर्देश होंगे लागू... समझें SC का फैसला
दूसरे चरण के मतदान के दौरान ही सुप्रीम कोर्ट का एक अहम फैसला आया है. EVM के जरिये डाले गए वोट की VVPAT की पर्चियों से शत प्रतिशत मिलान समेत अन्य कई मांग वाली याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो गई हैं और चुनाव के बीच इलेक्शन कमीशन को बड़ी राहत मिली है.
Hapur Lok Sabha Election: पकड़े गए शख्स का नाम अंकित है. उसे मतदान केंद्र से चंद कदमों की दूरी पर दबोचा गया है. वह ऑल्टो कार से आया था. कार में आगे उत्तर प्रदेश सरकार लिखा था. उसके पास से फर्जी आईकार्ड बरामद हुआ है, जिसे दिखाकर वह मतदान केंद्र की जांच करने जा रहा था.
'ऐसा लगता है मैं पिछले जन्म में बंगाल में पैदा हुआ था', मालदा में बोले PM मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने बंगाल के मालदा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आप सब इतना प्यार दे रहे हैं, ऐसा लगता है मैं पिछले जन्म में या तो बंगाल में पैदा हुआ था या अगले जन्म में बंगाल की किसी मां की गोद से पैदा होने वाला हूं. मुझे इतना प्यार कभी नसीब नहीं हुआ.
कर्नाटक में मुस्लिम कोटा पर क्यों उठ रहे सवाल?
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने मुस्लिम समुदाय को ओबीसी सूची में शामिल किया. और बीजेपी ने इसे मुद्दा बना दिया. पीएम नरेंद्र मोदी ने सिद्धारमैया सरकार के फैसले की निंदा की. जबकि रिकॉर्ड बताते हैं कि कर्नाटक में यह आरक्षण पहली बार 1995 में एचडी देवेगौड़ा की जनता दल द्वारा लागू किया गया था. और जेडी(एस) अब बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की सहयोगी है.
VVPAT क्या है? EVM के साथ क्यों लगाई जाती है?
EVM के साथ क्यों लगाई जाती है VVPAT मशीन, वोटिंग के दौरान इसकी जरूरत क्यों होती है? जानिए चुनाव शॉर्ट्स में
भारत के इस कॉरिडोर में शामिल ना किए जाने से एर्दोगन थे खफा, अब किया ये काम
इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कोरिडोर में तुर्की को न शामिल किए जाने पर राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन बेहद नाराज हुए थे और उनका कहना था कि तुर्की के बिना किसी कोरिडोर की कल्पना नहीं की जा सकती है. अब उन्होंने इराक डेवलपमेंट रोड प्रोजेक्ट के रुप में एर्दोगन ने IMEEC की काट ढूंढ ली है.
गाज़ा के समर्थन में हो रहा था शाहीनबाग़ जैसा प्रदर्शन, अमेरिकी पुलिस ने 93 को किया गिरफ्तार
वाशिंगटन: अ मेरिकी विश्वविद्यालयों में इजराइल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन बढ़ने के साथ, दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में बुधवार के प्रदर्शन के दौरान अतिक्रमण के संदेह में 93 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग ने बताया कि साउथ कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी 93 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लॉस एंजिल्स पुलिस कप्तान केली मुनिज़ ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि, विश्वविद्यालय एक निजी परिसर है और समूह उनके कुछ आदेशों का उल्लंघन कर रहा था। यह उस समय एक अतिक्रमण था और हमने गिरफ्तारियों में सहायता की। रिपोर्ट के अनुसार, मुनीज़ ने कहा, इसके अलावा, एक व्यक्ति को घातक हथियार से हमला करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि किसी भी प्रदर्शनकारी या अधिकारी के घायल होने की सूचना नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूएससी के सार्वजनिक सुरक्षा विभाग ने बुधवार दोपहर को परिसर के एलुमनी पार्क में इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर होने या अतिक्रमण के लिए गिरफ्तारी का सामना करने का आदेश दिया। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान तनाव बढ़ गया, क्योंकि एक समय पर, प्रदर्शनकारियों ने अपने तंबू और अन्य निषिद्ध वस्तुओं को स्थानांतरित करने और हटाने से इनकार कर दिया। इसके बाद, विश्वविद्यालय ने बुधवार शाम को अपना परिसर बंद कर दिया क्योंकि एलएपीडी ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले गुरुवार को प्रमुख अमेरिकी विश्वविद्यालयों में फिलीस्तीन समर्थक भावनाओं के कारण चल रहे प्रदर्शनों के बीच हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की थी। कोलंबिया विश्वविद्यालय में प्रदर्शनकारी, जहां पिछले सप्ताह प्रदर्शन भड़के थे, इजराइल-हमास संघर्ष के बीच इजराइल के शैक्षणिक संस्थानों के साथ संबंधों को खत्म करने और इजराइल से जुड़ी संस्थाओं से पूर्ण विनिवेश की मांग कर रहे हैं। हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने परिसर में व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि विश्वविद्यालय अध्यक्ष शांति बहाल नहीं कर सकते, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। हालाँकि, इस्तीफे के इस आह्वान पर छात्रों की प्रतिक्रियाएँ अलग-अलग हैं, कुछ ने उनके साथ काम करना जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है। हालाँकि, ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान 30 से अधिक गिरफ्तारियाँ की गईं। बिहार में दुखद हादसा, एक ही परिवार के 6 लोगों की हुई दर्दनाक मौत मोदी देश के लिये चुनाव लड़ते है, देश की जनता ही मोदी का परिवार है : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तिहाड़ जेल में एक बार फिर कैदियों में हुई झड़प, 4 कैदी घायल
‘भारत से दोस्ती ही अच्छी’: पाकिस्तान के प्रमुख बिजनेसमैन ने शाहबाज शरीफ को दी सलाह
कराची: पाकिस्तान के व्यापार जगत के नेताओं ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से देश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भारत के साथ संबंध सुधारने और उसके साथ व्यापार और वाणिज्य बढ़ाने का अनुरोध किया है. शरीफ के साथ एक संवाद सत्र में उन्होंने कहा कि नकदी संकट से जूझ रहे हमारे देश को भारत …
चिकित्सा विज्ञान समाचार :हृदय विफलता का सामना कर रहे रोगी हृदय प्रत्यारोपण के लिए पात्र हैं। जबकि, किडनी फेल्योर वाले मरीज भाग्यशाली होने पर किडनी प्रत्यारोपण के लिए पात्र होते हैं। लेकिन, किडनी और हृदय दोनों की विफलता का सामना कर रहे रोगियों के लिए आशा कम है क्योंकि दोनों अंगों को सही समय पर …
रूस ने अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों की होड़ रोकने के संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर वीटो कर दिया
यूएनओ: बाहरी अंतरिक्ष में परमाणु हथियारों की होड़ रोकने के लिए यूएनओ सुरक्षा समिति में अमेरिका और जापान द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव पर रूस ने वीटो कर दिया। बुधवार को जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यह प्रस्ताव पेश किया गया तो रूस के प्रतिनिधि वेसिबी नेबेंजिया ने प्रस्ताव को निरर्थक और …
पत्नी का Gautam Singhania पर एक और आरोप
गुरुवार को इंडिया टुडे से बात करते हुए नवाज मोदी ने कहा कि डॉ विजयपत सिंघानिया ने कहा है कि मुझे कुल संपत्ति का 50% मिलना चाहिए, लेकिन नवाज मोदी का कहना है कि उन्हें 25% हिस्सा ही चाहिए.
न्यूयॉर्क: इजराइल और हमास के बीच युद्ध का असर पूरी दुनिया पर पड़ रहा है. इजराइल की मदद के लिए सरकार की कार्रवाई के खिलाफ अमेरिका के कई हिस्सों में व्यापक प्रदर्शन हो रहे हैं. कॉलेज के छात्र सरकार पर इज़राइल में निवेश न करने का दबाव डालते हुए व्यापक प्रदर्शन कर रहे हैं। मैसाचुसेट्स …
लगभग 30 करोड़ लोग गंभीर खाद्य असुरक्षा से पीड़ित
रोम, यूएनओ: यूएनओ और रोम स्थित खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा बुधवार शाम जारी एक रिपोर्ट दुनिया की खाद्य स्थिति की दिल दहला देने वाली तस्वीर पेश करती है। रिपोर्ट में 2023 में वैश्विक खाद्य स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए कहा गया है कि दुनिया में 282 मिलियन (लगभग 2 अरब 82 करोड़ …
चीन-तिब्बत के बीच पिछले दरवाजे से बातचीत शुरू: 2010 से रुकी हुई बातचीत को फिर से शुरू करने की कोशिश
धर्मशाला: तिब्बत की अर्ज़ी हकूमत (प्रादेशिक सरकार) और चीन के बीच पिछले दरवाजे से बातचीत चल रही है. इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच 2010 से बंद पड़ी बातचीत फिर से शुरू होने की संभावना है. दरअसल, तिब्बत में व्यापक चीन विरोधी प्रदर्शन के बाद 2002 से 2010 तक …
रेल यात्रियों के लिए गुडन्यूज! अब घर बैठे बुक कर सकेंगे जनरल और प्लेटफार्म टिकट
अब रेल यात्री घर बैठे ही भारतीय रेल के किसी भी स्टेशन से किसी भी स्टेशन के लिए अपना अनारक्षित टिकट व प्लेटफॉर्म टिकट बुक कर सकते हैं. वर्तमान समय में UTS ऑन मोबाइल ऐप से टिकट बुक करने के लिए बाहरी सीमा जियो-फेंसिंग दूरी का प्रतिबंध 20 किलोमीटर का था.
ओवैसी ने भरे मंच पर किया मुख्तार अंसारी का ज़िक्र
वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख असुदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुख्तार अंसारी का नाम लेकर कह रहा हूं मैं किसी के बाप से डरने वाला नहीं हूं. मुख्तार एक इंसान था, ज्यूडिशल कस्टडी में था, उसे जहर देकर मार दिया. वह शहीद है और शहीदों के बारे में कहा गया है कि शहीदों को मुर्दा कभी मत कहो, वह जिंदा है.
इजरायल ने हिजबुल्लाह पर दागे रॉकेट, 40 ठिकाने तबाह, देखें दुनिया भर से बड़ी खबरें
ईरान समर्थिक संगठन हिजबुल्लाह पर इजरायल ने कई रॉकेट दागे. दक्षिणी लेबनान में इजरायल ने बमबारी की. इजरायल ने दावा किया है कि इस हमले में हिजबुल्लाह के 40 ठिकाने तबाह हो गए. इस हमले के लिए इजरायल के वायुसेना के लड़ाकू विमानों का भी इस्तेमाल किया गया था. देखें दुनिया भर से बड़ी खबरें.
घूम-घूमकर दूल्हा खोज रही थी रशियन लड़की, एयरपोर्ट पर हुआ कांड!
एक रशियन लड़की को भारत से इतना प्यार है कि उसे यहीं से अपना दूल्हा चाहिए. हालांकि उसकी इस चाहत के चक्कर में उसके साथ एयरपोर्ट पर कांड हो गया.
'मजहबी आधार पर देश के विभाजन...', कांग्रेस पर बरसे CM योगी
Lok Sabha Elections 2024: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोगों के मन में पीएम मोदी को लेकर उत्साह है. उन्होंने तीसरी बार देश NDA सरकार बनने का दावा किया. सीएम योगी ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विरासत टैक्स की बात कर रही है. देखें ये वीडियो.
सुरक्षा में बड़ी गड़बड़ी... ICICI बैंक ने 17000 क्रेडिट कार्ड किए ब्लॉक, कहीं आपका तो नहीं?
सुरक्षा में बड़ी गड़बड़ी के कारण देश के प्रमुख प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई ने 17000 नए कस्टमर्स के क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक कर दिया है. बैंक ने कहा कि इन कस्टमर्स के नए क्रेडिट कार्ड जारी किए जा रहे हैं.
नागालैंड 10वीं, 12वीं बोर्ड रिजल्ट आज होगा जारी, यहां मिलेगी मार्कशीट
nbsenl.edu.in, Nagaland HSLC, HSSLC Board Result 2024: नागालैंड 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 में उपस्थित हुए करीब 60,000 छात्र-छात्राओं का इंतजार आज खत्म होने वाला है. नागालैंड बोर्ड आज किसी भी समय दोनों बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे अपनी आधिकारिक वेबसाइट nbsenl.edu.in पर जारी करेगा.
कभी देखा है तैरता हुआ बाजार? नाव पर सवारी करते हुए खरीदें सामान, भारत में भी..
Floating Market In Bangkok:फ्लोटिंग मार्केट यानी एक ऐसा बाजार जहां लोग पानी पर तैरते नावों पर सामान बेचते हैं. बैंकॉक में फ्लोटिंग मार्केट इसलिए है, क्योंकि यहां के अधिकांश समुदाय यहां रहते हैं. इतिहास की मानें तो फ्लोटिंग मार्केट का कॉन्सेप्ट ही यहीं से आया है. बैंकॉक का सबसे फेमस फ्लोटिंग मार्केट रत्चबुरी में डेमनोएन सदुआक है. यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. यहां आपको नावों पर तैरती हुई सब्जियां, फल, मसाले और भी खाने-पीने के सामान आसानी से मिल जाएंगे.
सीमा विवाद पर PM मोदी की टिप्पणी पर चीन की सेना ने दी प्रतिक्रिया, कही ये बात
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने कहा है कि वर्तमान में भारत और चीन के बीच सीमा क्षेत्रों की स्थिति सामान्यतः स्थिर है. दोनों देश राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से प्रभावी कम्युनिकेशन बनाए हुए हैं. दोनों देश जल्द से जल्द एक ऐसे समाधान पर पहुंचने पर सहमत हुए हैं जो दोनों देशों को मंजूर हो.
WhatsApp ने कहा 'हम इंडिया से चले जाएंगे', सरकारी नियम में तोड़ने को कहा गया है एनक्रिप्शन!
WhatsApp ने दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा है कि उन्हें 'भारत छोड़ना' होगा. ऐप की ओर से ये बात कोर्ट में IT Act 2021 के कुछ नियमों को लेकर चल रही सुनवाई में कही गई है. ऐप की ओर से वकील ने कहा कि अगर उन्हें एन्क्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा जाएगा, तो उन्हें भारत में काम बंद करना होगा. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
EVM-VVPAT के 100% सत्यापन से जुड़ी अर्ज़ियां खारिज, SC के दोनों जजों का सहमति से फ़ैसला - NDTV India
EVM-VVPAT के 100% सत्यापन से जुड़ी अर्ज़ियां खारिज, SC के दोनों जजों का सहमति से फ़ैसला NDTV India VVPAT पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, पर्ची मिलान को लेकर सभी याचिकाएं खारिज.. दैनिक जागरण (Dainik Jagran) EVM-VVPAT Controversy: ईवीएम-वीवीपैट मिलान की मांग पर आज फैसला सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट, चुनाव प्रक्रिया पर उठे थे सवाल Jansatta VVPAT से जुड़ी याचिका पर आज फैसला सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग से पूछे थे चार सवाल Aaj Tak
TESLA के लिए भारतीयों को करना होगा इंतज़ार! इस वजह से बदला ELON MUSK का प्लान
Tesla India Entry: टेस्ला प्रमुख एलन मस्क ने हाल ही में भारत दौरे को रद्द करने के ऐलान किया है. इसके अलावा तिमाही नतीजों में भी कंपनी को करारा झटका लगा है. जनवरी-मार्च तिमाही में टेस्ला का नेट प्रॉफिट 55 फीसदी तक घट गया है. दूसरी ओर कारों की बिक्री में भी गिरावट आई है.
हमासको निशाना बनाने के लिए दक्षिणी गाजा में अपने सैन्य अभियान के साथ आगे बढ़ने के संकल्प के साथ हीइस्राइल ने राफा पर हमले तेज कर दिए हैं। हालांकि, हमास ने कह दिया है कि इस्राइल अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएगा। आइए जानते हैं अब तक क्या कुछ हुआ।
'शेर हैं अतीक के बेटे, दिनदहाड़े मारेंगे...', उमेश पाल हत्याकांड को लेकर क्या बोला था माफिया?
अतीक के बेटे अली अहमद ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया कि उसने दिनदहाड़े उमेश पाल को मारने के लिए मना किया था, पर अब्बा (अतीक) नहीं माने. बकौल अली- अतीक ने कहा था कि मेरे बेटे शेर हैं, दिनदहाड़े ही मारेंगे.
सात चरणों में हो रहे लोकसभा चुनाव में आज दूसरे दौर का चुनावी इम्तिहान है. सुबह सात बजे से 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है. अगर आपको भी वोट डालना है तो पहले कुछ जरूरी बातें जान लें.
'SC-ST और OBC का हक छीनकर मुस्लिमों को...', जेपी नड्डा का कांग्रेस पर बड़ा वार
लोकसभा चुनाव के बीच आरक्षण पर देश की सियासत गर्मा गई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला हक़ मुस्लिमों का है, जबकि पीएम मोदी कह रहे हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है. देखें ये वीडियो.
US Supreme Court Hearing:डोनाल्ड ट्रंप की दलील है कि वह राष्ट्रपति पद पर रहते हुए किए गए कार्यों के लिए आपराधिक आरोपों से पूर्ण छूट के हकदार हैं.
'PM की क्रेडिबिलिटी पर धक्का...', मोदी के 'मंगलसूत्र' वाले बयान पर बोले अशोक गहलोत
लोकसभा चुनाव के लिए आज 88 सीटों पर मतदान जारी है. इस बीच राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी के संपत्ति वाले बयान से उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए हैं. बीजेपी की स्थिति बहुत खराब है. पूरे देश में माहौल कांग्रेस और INDIA ब्लॉक के पक्ष में है. देखें ये वीडियो.
रूस से लड़ रहे यूक्रेन को अमेरिका ने भेजा 'गेम-चेंजिंग' हथियार, बदल सकता है लड़ाई का रूख, अब क्या करेंगे पुतिन? NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times) Taiwan: अमेरिका के प्रतिनिधिन सभा का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा ताइवान, राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से की मुलाकात अमर उजाला अमेरिका ने यूक्रेन में लंबी दूरी की मिसाइलें भेजीं, चीन और ईरान पर लगाए रूस की मदद करने के आरोप ThePrint Hindi लॉकहीड, RTX को $95 बिलियन की रक्षा निधि से लाभ होने की उम्मीद है Investing.com भारत अमेरिका ने छिपकर यूक्रेन को दीं लंबी दूरी की मिसाइलें: 1 महीने बाद खुलासा किया; रूस में 300KM अंदर तक कर सक... Dainik Bhaskar
दोस्त की गर्लफ्रेंड, बर्गर और महज एक बाइट; दोस्त ने दोस्त के साथ ऐसा क्या किया
Pakistan news: यह अजीबोगरीब घटना पाकिस्तान के कराची शहर की है, जहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका के वास्ते लाए गए बर्गर में से एक बाइट खाने के लिए अपने दोस्त की हत्या कर दी.
Britain में पारिवारिक विवादों से निपटने के लिए खुली पहली सिख अदालत
ब्रिटिश में सिख समुदाय के वकीलों ने पारिवारिक और नागरिक विवादों में फंसे समुदाय के लोगों के लिए विवाद समाधान मंच के रूप में एक नई अदालत स्थापित की है। ब्रिटेन की एक मीडिया रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। द टाइम्स के मुताबिक पिछले सप्ताहांत लंदन के लिंकन इन के ओल्ड हॉल में धार्मिक मंत्रोच्चार के साथ एक समारोह में सिख अदालत की शुरुआत की गई थी। लंदन के 33 वर्षीय वकील बलदीप सिंह ने अखबार को बताया कि यह एक धार्मिक न्यायाधिकरण नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सिख सिद्धांतों के अनुरूप संघर्ष और विवादों से निपटने के दौरान जरूरत के समय सिख परिवारों की सहायता करना है।
VVPAT से जुड़ी याचिका पर आज फैसला सुनाएगा सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग से पूछे थे चार सवाल
EVM-VVPAT से जुड़ी याचिकाओं पर फैसले की घड़ी आ गई है. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के डेटा से वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) पर्चियों का 100 फीसदी मिलान की मांग वाली याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा. इससे पहले कोर्ट ने चुनाव आयोग से तकनीक से जुड़े चार- पांच और बिंदुओं पर जानकारी लेने के बाद दूसरी बार फैसला सुरक्षित रख लिया था.
ये हैं दुनिया के 7 सबसे सस्ते होटल वाले शहर, भारत की ये सिटी भी शामिल
दुनिया के कई शहर ऐसे हैं जहां आप बिना होटल किराए की चिंता किए आराम से अपना वेकेशन इन्जॉय कर सकते हैं. ऐसी ही 8 शहरों की एक लिस्ट जारी की गई है जिसमें भारत का बेंगलुरु शहर भी शामिल है.
ओवैसी ने माफिया मुख्तार अंसारी को बताया शहीद, बोले- उसे जहर देकर मारा गया
वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख असुदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुख्तार अंसारी का नाम लेकर कह रहा हूं मैं किसी के बाप से डरने वाला नहीं हूं. मुख्तार एक इंसान था, ज्यूडिशल कस्टडी में था, उसे जहर देकर मार दिया. वह शहीद है और शहीदों के बारे में कहा गया है कि शहीदों को मुर्दा कभी मत कहो, वह जिंदा है.
21 अप्रैल को पुलिस अधिकारी टायलर टर्नरद्वारा सचिन साहू को गोली मारने के बाद घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया था। साहू मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला था।
नहीं सुलझ रहा विवाद... नवाज मोदी का रेमंड के मालिक पर एक और आरोप, अब मांगी इतनी संपत्ति!
गुरुवार को इंडिया टुडे से बात करते हुए नवाज मोदी ने कहा कि डॉ विजयपत सिंघानिया ने कहा है कि मुझे कुल संपत्ति का 50% मिलना चाहिए, लेकिन नवाज मोदी का कहना है कि उन्हें 25% हिस्सा ही चाहिए.
इस कंपनी ने लॉन्च की दो नई Smart TV, कम कीमत में मिलेगा बड़ी स्क्रीन का मजा
Vu Cinema TV Price: भारतीय स्मार्ट टीवी बाजार में Vu ने अपने दो नए प्रोडक्ट्स को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने Cinema TV सीरीज में दो मॉडल्स को लॉन्च किया है, जो 4K रेज्योलूशन वाली स्क्रीन और 50W के साउंड आउटपुट वाले स्पीकर के साथ आते हैं. कंपनी ने इस सीरीज को 43-inch और 55-inch स्क्रीन साइज में लॉन्च किया है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.
मैं अच्छी मां नहीं... पोस्टपार्टम डिप्रेशन पर बोलीं एक्ट्रेस इलियाना, बताया कैसा है मदरहुड
इलियाना ने मां बनने की जर्नी, शादी, पति के सपोर्ट और बेबी की अच्छी परवरिश को लेकर बात की. देखा गया है कि इलियाना ने शुरू से ही अपनी पर्सनल लाइफ को काफी प्राइवेट रखा है. उसे प्रोटेक्ट करके रखा है.
शादी में आतिशबाजी से घर में लगी आग, सिलेंडर फटा, बिहार में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत
बिहार के दरभंगा (Darbhanga) में बड़ी घटना सामने आई है. यहां एक घर में शादी समारोह के बीच आतिशबाजी की चिंगारी से आग लग गई. देखते ही देखते पूरा घर आग की लपटों से घिर गया. घर में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया. वहीं डीजल से भरे ड्रम में भी आग लग गई. इस घटना में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
चलता हूं, दुआओं में याद रखना... सल्फास खाकर युवक ने बनाया वीडियो, अस्पताल में मौत
Hamirpur News: मरने से पूर्व युवक ने वीडियो क्लिप भी बनाई, जिसमें वह रोते हुए बोल रहा है कि मैं प्रधान और उसके साथियों का प्रताड़ना का शिकार हूं. मैंने सल्फास खा ली है, पता नहीं कितने देर में मर जाऊंगा, पर इन लोगों को बचने मत देना. मैं जा रहा हूं, आज के बाद मैं कभी याद नहीं आऊंगा, दुआओं में याद रखना, टाटा-बाय-बाय, जय श्रीराम.
'बड़े-बड़े नेताओं ने मुझे हराने के लिए...', देखें क्या बोले पप्पू यादव
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा के दूसरे चरण के लिए मतदान शुरू हो चुका है. इस बीच बिहार की पूर्णिया सीट पर सबकी नजरें हैं. यहां से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने आजतक से बातचीत की. उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े नेताओं ने मुझे हराने के लिए मेरे खिलाफ अपील की है. देखें ये वीडियो.
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल वू कियान से जब भारत की ओर से फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल सौंपे जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चीन का हमेशा विश्वास रहा है कि दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग से किसी तीसरे पक्ष को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए. साथ ही इससे किसी तीसरे देश की क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बाधित नहीं होनी चाहिए.
IPL में पंत का दिख रहा 'मिडास टच', संजू और केएल राहुल भी इस मामले में पिछड़े
ऋषभ पंत ने आईपीएल 2024 में काफी शानदार प्रदर्शन किया है. पंत की बैटिंग में वो पहले वाला मिडास टच नजर आ रहा है. पंत पहले की तरह ही खुलकर बैटिंग कर रहे हैं. पंत ने टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी अपनी दावेदारी मजूबत कर ली है.
नोएडा-गाजियाबाद में वोटिंग के बीच 40 डिग्री पहुंचेगा पारा, मेरठ-मथुरा में हीटवेव का अलर्ट
मेरठ के लिए मौसम विभाग ने आज हीटवेव का अलर्ट जारी किया है. वहीं यहां का तापमान भी आज 40 पहुंचेगा. इसके अलावा न्यूनतम तापमान 4 प्वाइंट बढ़कर 24 डिग्री पहुंच गया है. मथुरा में भी आज से 4 दिन तक हीटवेव का अलर्ट है.
मुंबई में (Mumbai) एक युवक ने ज्योतिषी (astrologer) बनकर एक महिला से 53 लाख रुपये से ज्यादा की ठगी कर ली. जब महिला ने पैसे वापस मांगे तो उसने नहीं दिए. इसके बाद महिला ने मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने युवक के साथ उसके 5 अन्य साथियों पर अंधविश्वास विरोधी अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इमरान और उनकी पत्नी पर राजनीतिक भड़काऊ बयान देने पर पाकिस्तान की अदालत ने लगाई रोक
इस्लामाबाद, 26 अप्रैल (हि.स.)। जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी पर सेना समेत विभिन्न राजकीय संस्थाओं के खिलाफ भड़काऊ बयान जारी करने को लेकर बृहस्पतिवार को एक अदालत ने रोक लगा दी है। एक याचिका पर सुनवाई करते हुए इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश बसीर जावेद …
IPL के बीच चढ़ा लोकसभा चुनाव का खुमार, इस खिलाड़ी ने LIVE मैच में ऐसा क्या कहा? VIDEO
Lok Sabha Election 2024 Phase 2 Voting: देश में आज लोकसभा चुनाव के लिए आज (26 अप्रैल 2024) दूसरे चरण के लिए वोटिंग हो रही है. चुनावों को असर आईपीएल (IPL 2024) में भी दिख रहा है, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के बीच हुए मुकाबले के दौरान एक वीडियो खूब चर्चा में रहा, जब दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने वोटिंग को लेकर अपील की.
हमास ने सात अक्तूबर को इस्राइली शहरों पर पांच हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमले की शुरुआत की थी। जवाब में इस्राइल ने हमास आतंकियों के खिलाफ गाजा में ऑपरेशन शुरू किया था। इसके चलते अधिकतर गाजा खंडहर में तब्दील हो गया है।
नया कीर्तिमान... पहली बार 800 के पार पहुंचे SBI के शेयर, अभी और आएगा उछाल!
SBI बैंक स्टॉक गुुरुवार को 4.23 प्रतिशत चढ़कर 805.95 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया. हालांकि कारोबार बंद होने तक एसबीआई बैंक के शेयर 5.12% की तेजी के साथ ₹812.70 पर थे.
जोधपुर, बाड़मेर में कांटे का मुकाबला, कन्हैयालाल केस वाले उदयपुर सहित राजस्थान की 13 सीटों पर वोटिंग
Rajasthan Lok Sabha Election Phase 2 Voting Live Updates: देशभर के 13 राज्यों में आज दूसरे चरण के लिए मतदान हो रहा है. इस चरण में 88 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इसमें राजस्थान की 13 सीटें भी शामिल हैं. सूबे की कई सीटों पर इस बार मुकाबला रोचक है.
Airport: विदेशी महिला के अंडरगार्मेंट से निकली ऐसी चीज, खुली रह गई सबकी आंखे
दिल्ली एयरपोर्ट पर प्री-एम्बार्केशन सिक्योरिटी चेक के दौरान जैसे ही सीआईएसएफ की महिला सुरक्षा अधिकारी का हाथ विदेशी महिला की कमर के नीचे पहुंचा ही था, तभी एचएचएमडी से बीप की आवाज आने लगी. तलाशी के दौरान, इस विदेशी महिला के अंडरगार्मेंट के भीतर से जो निकला, उसे देखकर सभी की आंखे खुली की खुली रह गईं. और फिर... विस्तृत खबर के लिए पढ़ें आगे...
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि भारत सरकार अपनी वीजा पॉलिसी पर बात कर सकती है. यह कोई ऐसी बात नहीं है, जो मुझसे की जाए.
Aaj Ka Rashifal: कर्क, तुला और मीन राशि वालों को मिल सकती है कोई खुशखबरी, पढ़ें दैनिक राशिफल अमर उजाला 26 अप्रैल 2024, आज का राशिफल (Aaj ka Rashifal): सिंह राशि वाले अतिउत्साह से बचें, जानें कैसा रहेगा अन्य राशियों का हाल Aaj Tak Love Horoscope 26 April 2024: वृषभ राशि के जातकों के रिश्ते में आ सकती है दरार, जानें 12 राशियों का दैनिक लव राशिफल Jansatta Rashifal 26 April 2024: मेष से मीन राशि तक का जानें आज का राशिफल ABP न्यूज़ Love Horoscope 26 April 2024: प्रेम के रिश्ते में कोई तीसरा शख्स दे सकता है दखल, बचकर रहें इन 3 राशियों के India TV Hindi
दिल्ली: युवक ने घरवालों से कहा- दोस्त से मिलने जा रहा हूं और पहुंच गया होटल, रूम बुक किया और...
दिल्ली के पहाड़गंज (Paharganj central Delhi) में 25 साल के युवक ने परिजनों से कहा कि वह दोस्त से मिलने जा रहा है. इसके बाद युवक होटल में पहुंचा और रूम बुक किया. युवक ने होटल स्टाफ से कहा कि सुबह छह बजे जगा देना. इसके बाद जब सुबह स्टाफ पहुंचा तो गेट नहीं खुला. सूचना पर पुलिस पहुंची तो अंदर रूम में युवक का शव टंगा मिला.
अब यूपी में ज़ोर लगाने की तैयारी में राहुल-प्रियंका, अमेठी-रायबरेली से कर सकते हैं दावेदारी NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times) Loksabha Chunav 2024: अमेठी में स्मृति ईरानी Vs राहुल गांधी, रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे प्रियंका गांधी! मनी कंट्रोल 10तक: लोकसभा चुनाव की जंग, यूपी में अखिलेश, राहुल और प्रियंका संग! Aaj Tak भास्कर एक्सप्लेनर- राहुल का अमेठी जीतना मुश्किल, फिर दावेदारी क्यों: 2019 के बाद सिर्फ 2 बार गए; स्मृति ने ... Dainik Bhaskar
यूपी में मेरठ, अमरोहा, मथुरा समेत 8 सीटों पर मतदान, 91 उम्मीदवारों का भाग्य होगा तय
लोकसभा चुनाव में आज दूसरे चरण का मतदान हो रहा है. यूपी, एमपी, राजस्थान समेत 13 राज्यों की 88 सीटोें पर वोटिंग हो रही है. यूपी में आज 8 सीटों पर वोटिंग है. इनमें मेरठ, मथुरा, अमरोहा सीट के नाम शामिल हैं.
पूर्णिया में पप्पू यादव बनाम बीमा भारती... किशनगंज, कटिहार समेत बिहार की इन 5 सीटों पर वोटिंग जारी
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के तहत बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग शुरू हो गई है.इन पांच सीटों में पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, भागलपुर और बांका शामिल हैं. इन सीटों में से तीन पर बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए और विपक्षी INDIA गठबंधन के बीच सीधी टक्कर है. पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने इस सीट पर आरजेडी की बीमाभारती और जेडीयू के संतोष कुशवाहा हैं.
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में क्या है खास? आंकड़ों से समझें
लोकसभा चुनाव के लिए आज यानी 26 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान है. जिसमें 13 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर वोटिंग होगी. आखिर इस फेज में क्या खास है? किन-किन दिग्गज नेताओं की साख दांव पर है? जानने के लिए देखें ये वीडियो.
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वायनाड में राहुल गांधी vs एन्नी राजा vs सुरेंद्रन... केरल की सभी सीटों पर वोटिंग शुरू
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कई राज्यों की हॉट सीटों पर मतदान हो रहा है, लेकिन सभी की नजरें इस बार केरल की वायनाड सीट पर टिकी हैं. इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी और लेफ्ट प्रत्याशी एन्नी राजा के बीच दिलचस्प मुकाबला नजर आ रहा है. राहुल गांधी ने वायनाड से रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी. पर 2024 में उसी जीत के अंतर को बरकरार रखना चुनौती बन गया है.
लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण का मतदान, 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग, मैदान में हैं ये दिग्गज BBC News हिंदी MP Lok Sabha Phase-2 Election Live: मप्र की छह सीटों मतदान शुरू, 1.11 लाख से ज्यादा वोटर चुनेंगे अपना सांसद अमर उजाला Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में क्या है खास? आंकड़ों से समझें Aaj Tak Lok Sabha Elections 2024: दूसरे फेज में 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग आज, कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर India TV Hindi
खो गया है वोटर आईडी कार्ड! तो चुनाव में ऐसे डाल सकते हैं वोट
अगर आपका मतदाता पहचान पत्र खो गया है तो घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि वोटर आईडी कार्ड के बिना भी आप लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान कर सकते हैं. आइए जानते हैं कि बिना वोटर आईडी कार्ड के लोकसभा चुनाव में कैसे वोट डाल सकते हैं.
अब BJP के स्ट्रॉन्ग होल्ड में चुनावी जंग, जानें-दूसरे फेज की बड़ी फाइट व बड़े फैक्टर
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में जहां वोटिंग हो रही है, वह बीजेपी का स्ट्रॉन्ग् होल्ड है. पिछले चुनाव में एनडीए इन 88 में से 58 सीटें जीतने में सफल रहा था. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई कद्दावर नेताओं की किस्मत का फैसला इसी चरण में होना है.
यदि घर में लाना चाहते हैं सुख-शांति तो क्या उपाय करें? जानिए
यदि घर में सुख-शांति लाना चाहते हैं तो ज्योतिषाचार्य से जानिए क्या उपाय करें. शुक्रवार के दिन घर की अच्छे से सफाई करें, घर के मंदिर में मां लक्ष्मी की पूजा करें, खीर का भोग लगाएं, 11 कन्याओं को खीर का प्रसाद बांटें, मां लक्ष्मी से सुख शांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें. देंखें ये वीडियो.
सिंह राशि वाले अतिउत्साह से बचें, जानें कैसा रहेगा अन्य राशियों का हाल
संपर्क संवाद बढ़ेगा. पारिवारिक मामलों में रुचि लेंगे. सदव्यवहार रखेंगे. वाद संवाद पर जोर रहेगा. आलस्य का त्याग करेंगे. व्यर्थ चर्चाओं से बचेंगे. संकोच दूर होगा. कामकाजी स्थिति संवरेगी. तेजी रखेंगे.
बुर्किना फासो में सैन्य बलों ने चरमपंथियों के साथ सहयोग करने के आरोपी दो गांवों पर हमला कर बच्चों समेत 223 आम लोगों को मार डाला है। वहीं,नेपाल सरकार ने अगले 10 सालों में भारत को 10,000 मेगावाट पनबिजली निर्यात करने का लक्ष्य रखा है।
वोटिंग के लिए जल्दी निकलें... दिल्ली-NCR में आज 40 डिग्री को छू सकता है तापमान NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times) Bihar Lok Sabha Election Live: दूसरे चरण में इन पांच सीटों पर मतदान; भागलपुर, बांका और पूर्णिया में लू के आसार अमर उजाला Heat Wave Alert: लोकसभा चुनाव के समय भीषण गर्मी ने कर दिया बुरा हाल Aaj Tak
तारीख: 14 अप्रैल, दिन: रविवार, वक्त: दोपहर के 12:40 बजे, जगह: लाहौर का इस्लामपुरा इस्लामपुरा की एक गली में आमिर सरफराज का घर है। बाइक से आए दो लोग आमिर के घर के सामने रुक गए। एक ने हेलमेट पहना था और दूसरे ने नकाब। घर का गेट खुला था, इसलिए दोनों सीधे अंदर चले गए। आमिर घर की दूसरी मंजिल पर मौजूद था। बाइक से आए दोनों लोगों ने उसे तीन गोलियां मारीं और फरार हो गए। आमिर पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत सिंह के मर्डर में आरोपी था। वही सरबजीत, जिस पर पाकिस्तान ने भारत का जासूस होने का आरोप लगाया था। इस घटना का एक सिरा लाहौर से करीब 120 किमी दूर भारत में जालंधर से जुड़ता है। यहां सरबजीत की बेटी स्वप्नदीप कौर रहती हैं। स्वप्नदीप को आमिर की मौत की खबर मीडिया से मिली। वे कहती हैं कि ये इंसाफ नहीं है। हो सकता है कि सबूत मिटाने के लिए ISI ने उसे मरवा दिया हो। बातचीत में स्वप्नदीप ये खुलासा भी करती हैं कि सरबजीत को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपए ब्लड मनी मांगी गई थी। इसमें पाकिस्तान के मंत्री अंसार बर्नी मीडिएटर थे। परिवार के पास इतनी बड़ी रकम नहीं थी, इसलिए सरबजीत जिंदा घर नहीं लौट पाए। स्वप्नदीप कपूरथला में तहसीलदार हैं। पति संजय और बेटे आरव के साथ रहती हैं। दैनिक भास्कर ने उनसे बात की। स्वप्नदीप की बहन पूनम चंडीगढ़ में टीचर हैं। स्वप्नदीप ने सरबजीत सिंह से पाकिस्तान में हुई 49 मिनट की मुलाकात के बारे में भी बताया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट। पहले जान लीजिए सरबजीत का मामला क्या है बेटी बोलीं- आमिर की मौत इंसाफ नहीं, सबूत खत्म करने की साजिश हैहम स्वप्नदीप कौर से मिलने जालंधर की GTB कॉलोनी पहुंचे। स्वप्नदीप जनवरी में सीढ़ियों से गिर गई थीं। टेलबोन फ्रैक्चर हुआ है, इसलिए मेडिकल लीव पर हैं। हमने पूछा- क्या आमिर सरफराज की मौत से लगता है कि इंसाफ मिल गया। स्वप्नदीप कहतीं हैं, ‘इसे हम इंसाफ नहीं कह सकते। केस का इंटरनेशनल कोर्ट में ट्रायल होता, तब इंसाफ होता। सच दुनिया के सामने आता। पाकिस्तान तो ऐसी साजिशें रचता है। दूसरे देश के नागरिकों के कत्ल कराता है।’ ‘आमिर सरफराज को 2018 में कोर्ट ने बरी कर दिया था। लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद से उसके करीबी रिश्ते थे। मुझे तो यही लगता है कि ISI ने साजिश रचकर उस पर अटैक कराया है, ताकि कोई सबूत बचा हो, तो वो राज बाहर न आ सके।’ आमिर सरफराज की मौत की खबर कैसे मिली?स्वप्नदीप जवाब देती हैं, ‘मीडिया से पता चला। इसके बाद पापा पर फिल्म बनाने वाले एक्टर रणदीप हुड्डा ने भी कॉल किया। वे अक्सर हालचाल पूछते रहते हैं। दो साल पहले मां और बुआ की मौत के बाद से अक्सर बात करते हैं।’ ‘उन्होंने एक ट्वीट भी किया था। इसमें उन्होंने आमिर को गोली मारने वाले अनजान शख्स को शुक्रिया कहा था। उन्होंने लिखा कि आज सरबजीत सिंह को थोड़ा ही सही, इंसाफ मिल गया। ब्लास्ट में 14 लोगों की मौत हुई थी, मंत्री ने ब्लड मनी में 25 करोड़ रुपए मांगेशरिया कानून के मुताबिक, हत्या के मामले में पीड़ित परिवार को मुआवजे की रकम दी जाती है। इसे ब्लड मनी कहते हैं। ये तभी माना जाता है, जब पीड़ित परिवार तैयार हो। पाकिस्तान ने सरबजीत को भारत का जासूस मंजीत सिंह बताकर फांसी की सजा सुनाई थी। उन पर साल 1989 में लाहौर और मुल्तान में ब्लास्ट कराने का आरोप था। इनमें 14 लोगों की मौत हुई थी। मरने वाले लोगों के परिवारों को ब्लड मनी दिलाकर सरबजीत की रिहाई का वादा किया गया था। इसका खुलासा करते हुए स्वप्नदीप कौर बताती हैं, ‘पापा की रिहाई के लिए हम पाकिस्तान में मंत्री रहे अंसार बर्नी से मिले थे। पहली मुलाकात 2012 में मुंबई में हुई थी। हम लोग साथ में दिल्ली गए थे। एयरपोर्ट के पास एक होटल में बात हुई थी।’ ‘तब अंसार बर्नी ने रिहाई के बदले 25 करोड़ रुपए देने की बात कही थी। उस समय हमारे पास पैसे नहीं थे। फैमिली ने सोचा कि किसी से मदद ले लें। सलमान खान से बात हुई थी। वे तैयार थे, लेकिन हमें भरोसा नहीं हो रहा था कि पैसे लेकर भी पापा को छोड़ देंगे। तब अंसार बर्नी ने दोबारा हमसे बात शुरू की।’ अंसार बर्नी ने इशारों में धमकी दी, प्रेशर में सरबजीत छूटा भी, तो बॉर्डर कैसे पार करेगास्वप्नदीप कहती हैं, ‘मेरी बुआ दलबीर ने अंसार बर्नी से कहा था कि हम इतने पैसे कैसे दे पाएंगे। इससे बर्नी नाराज हो गए। धमकाने वाले अंदाज में बोले- दलबीर तुम अपने भाई को ले आओगी और रास्ते में किसी ने कुछ कर दिया, तब क्या करोगी।’ ‘अंसार बर्नी ने इशारों में बता दिया था कि इंटरनेशनल प्रेशर में पापा की रिहाई होती भी है, तो हिंदुस्तान बॉर्डर तक सरबजीत के सही सलामत पहुंचने की गारंटी नहीं है। इसी से समझ आ गया था कि पापा के साथ कुछ बड़ी घटना हो सकती है।’ ‘मामला सेंसिटिव था, इसलिए हमने ब्लड मनी वाली बात किसी को नहीं बताई। अगले साल अप्रैल 2013 में पापा पर जेल में हमला हो गया। 1 मई की देर रात उनकी मौत की खबर आई।’ स्वप्नदीप के आरोपों पर दैनिक भास्कर ने पाकिस्तान के ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट अंसार बर्नी से बात की। वे कहते हैं, ‘मैं सरबजीत का वकील नहीं था और न ही किसी सरकारी पद पर था। इसलिए मेरे लिए पैसे की मांग करने की कोई वजह नहीं थी। मैं सिर्फ मानवीय आधार पर उसकी मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने के लिए आवाज उठा रहा था। इसके अलावा जब भी दलबीर मुझसे मिलने आती थीं, तो मैंने हमेशा उनकी मदद की।’ सरबजीत सिंह पर जेल में हमला हुआ है, फैमिली को कैसे पता चला? स्वप्नदीप कौर बताती हैं, ‘उस दिन बुआ हमारे घर आई थीं। उनके पास पाकिस्तान से किसी का फोन आया। उसने बताया कि पापा पर अटैक हुआ है। 26 अप्रैल, 2013 को पापा पर अटैक हुआ था। हम लोग 28 अप्रैल को पाकिस्तान पहुंचे। हॉस्पिटल में पापा को दो बार देखा था। वे कोमा में थे। उन्हें तो पता ही नहीं चला कि हम आए हैं।’ ‘1 मई को हम भारत लौट आए। वाघा बॉर्डर से दिल्ली पहुंचे थे, तभी पापा की डेथ का पता चला। लगता है पापा की मौत पहले ही हो गई थी। हमें दिखाने के लिए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। हम लोगों के इंडिया पहुंचते ही मौत अनाउंस कर दी। बताया कि पापा के ऑर्गन्स फेल हो गए थे। बॉडी भी ऑर्गन निकाल कर ही भेजी। इंडिया में हम लोगों ने दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया, तो पता चला कि उनके कई ऑर्गन नहीं हैं। सरबजीत ने लेटर में लिखा था- मुझे स्लो पॉइजन दिया जा रहास्वप्नदीप कौर बताती हैं, ‘पापा ने 2012 में चिट्ठी भेजी थी। लिखा था कि मुझे स्लो पॉइजन दिया जा रहा है। अगर उनके सभी ऑर्गन्स होते, तो पता चल जाता कि पापा को क्या जहर दिया गया था। कुछ नशे वाली चीज दी होगी। मेरे पापा ऐसे नहीं थे कि एक-दो लोग अटैक कर दें और वो घायल हो जाएं। यहां पोस्टमॉर्टम हुआ तो ये पता चला कि दो से ज्यादा लोगों ने उन पर हमला किया होगा।’ 18 साल बाद 49 मिनट के लिए मिले, बोले- कितनी बड़ी हो गई हो स्वप्नदीप 2008 में परिवार के साथ पाकिस्तान गई थीं। सरबजीत से मुलाकात का जिक्र करते हुए रोने लगती हैं। बताती हैं, ‘पापा को 1 अप्रैल को फांसी होने वाली थी। पॉलिटिकल प्रेशर के बाद फांसी टल गई। इसके बाद हमें उनसे मिलने के लिए वीजा मिला था। 25-26 अप्रैल, 2008 में एक हफ्ते के लिए हम पाकिस्तान गए थे।’ ‘वहां पहुंचे तो अधिकारी बहाने बनाने लगे। कहते कि इस्लामाबाद से परमिशन नहीं मिली। हमने इस्लामाबाद बात की, तो पता चला कि वहां से परमिशन मिल गई है, लाहौर से क्लियर नहीं है। हम पापा की पसंद का खाना ले गए थे। दो दिन परमिशन क्लियर होने में ही निकल गए।’ ‘तीसरे दिन शाम को 5 बजे हम जेल पहुंच गए। पाकिस्तानी अफसरों ने कहा कि 5 बजे के बाद नहीं मिल सकते। अगले दिन आना। इस पर बुआ गुस्सा हो गईं। उन्होंने कहा कि हम घूमने या सैर सपाटे पर नहीं आए हैं। हमें वीजा ही सरबजीत से मिलने के लिए मिला है।’ ‘काफी बहस के बाद अफसर राजी हो गए। हमें उस कोठरी तक ले गए, जहां पापा बंद थे। पापा सलाखों के पीछे थे। हमारे साथ ISI के अफसर, पुलिस और जेल अधिकारी भी थे। हम 49 मिनट पापा के साथ रहे।’ ‘पापा गलती से सरहद पार करके पाकिस्तान चले गए थे, तब मैं ढाई साल की थी। मेरी छोटी बहन सिर्फ 23 दिन की थी। उसने तो पापा को पहली बार देखा था। उस जेल में और भी कैदी थे। वे कभी-कभार हमसे जुड़ी खबरें और फोटो की कटिंग पापा को देते थे। अखबारों में छपी फोटो में ही पापा ने हमें देखा था।’ ‘हमें देखते ही पापा रोने लगे। बस हमें देखते रहे। काफी देर बाद बोले- कितनी बड़ी हो गई हो तुम दोनों। तब उन्हें भी उम्मीद थी कि वे वापस आ जाएंगे। हमें भी यही लगता था। बदकिस्मती से वे आ नहीं पाए।’ स्वप्नदीप कौर आगे कहतीं हैं, ‘18 साल बाद हम पापा से मिले थे। आधा वक्त तो एक-दूसरे को देखते हुए ही निकल गया। पापा ने हमें बताया कि एक फाइल है, जिसके आधार पर वो बरी हो सकते थे, लेकिन फाइल गायब करवा दी गई। इसमें पापा का नाम मंजीत सिंह लिखा था।’ ‘इसके बाद नई फाइल बनी। इसमें भी मंजीत सिंह के नाम से ही केस चला। हमने इंडिया से सारे सबूत भेजे। वकील हमसे पैसे लेते रहे, लेकिन करते कुछ नहीं थे। पापा ने ये भी बताया कि उनके पास एक डायरी थी। इसमें वे सारी डिटेल लिखते थे। उन्हें एक्सपायरी डेट वाली दवाएं दी जाती थीं। कैसे टॉर्चर किया जाता है। पापा की मौत के बाद उनकी बॉडी इंडिया आई, तब वो डायरी नहीं थी।‘ गलती से सरहद पार गए, 9 महीने तक सोचते रहे खालिस्तानी ले गए स्वप्नदीप कौर बताती हैं, ‘28 अगस्त, 1990 की बात है। पापा खेती करते थे। गांव से 5 से 6 किमी दूर पाकिस्तान बॉर्डर है। उस दिन पापा दोस्त के साथ खेत पर गए थे। कई बार वे वहीं सो जाते थे। पापा और उनके दोस्त ने वहीं ड्रिंक की थी। देर रात पापा घर आने लगे। गलती से वे सरहद पार कर गए। तब सरहद पर फेंसिंग नहीं थी। पता नहीं चलता था कि कौन सा गांव हिंदुस्तान का है और कौन सा पाकिस्तान का।’ ‘हमें शुरुआत में पापा के बारे में पता नहीं चला। आसपास के लोगों से पूछा। उनके दोस्त से पूछा। तब पता चला कि वे रात में घर के लिए निकले थे, लेकिन घर पहुंचे नहीं। उस समय खालिस्तान आंदोलन चल रहा था। अच्छी कद-काठी वालों को खालिस्तान समर्थक ले जाते थे। परिवार को लगा कि पापा को वही ले गए हैं।’ ‘2005 में सेना के एक अफसर के इंटरव्यू से हमें पता चला कि उन्होंने पापा को देखा था। रात में दूर से देखकर आवाज भी लगाई थी, पर उन्होंने आवाज नहीं सुनी। कुछ देर बाद पाकिस्तानी सैनिकों ने उन्हें पकड़ लिया।’ ‘9 महीने के बाद पाकिस्तान से पापा की चिट्ठी आई। उस पर लिखा था कि मैं गलती से बॉर्डर क्रॉस कर गया था। यहां पकड़ा गया हूं। पाकिस्तान को कोई मंजीत सिंह नाम का आदमी चाहिए था। इन्होंने मुझे मंजीत सिंह समझ लिया है। मेरा कोर्ट में केस लगा है। आप लोग अरदास करना, मैं जल्दी बरी हो जाऊं।’ ‘1991 में पता चला कि पाकिस्तान में मंजीत सिंह नाम का आदमी पकड़ा गया है। उसने बहुत बम ब्लास्ट किए हैं। उसकी केस फाइल में मंजीत सिंह की जगह पापा की फोटो लगी थी। पापा जेल में थे। हमने उन्हें रेगुलर चिट्ठियां भेजनी शुरू कीं। वे पापा को मिलती नहीं थीं। हमने सबूत भी भेजे, लेकिन फायदा नहीं हुआ। कोई सुनने वाला नहीं था। बाद में मीडिया में खबरें आने लगीं।’ अब भी सैकड़ों सरबजीत पाकिस्तान की जेलों में बंद, उन्हें मदद चाहिएस्वप्नदीप बताती हैं कि पाकिस्तान की जेलों में पापा जैसे बहुत कैदी हैं। उन्हें मदद की जरूरत है। 2011 में बुआ दलबीर कौर पाकिस्तान गईं थीं, तो लाहौर हाईकोर्ट में ऑन रिकॉर्ड आंकड़े मांगे थे। उसमें पता चला था कि 200 से ज्यादा भारतीय कैदी पाकिस्तान जेल में हैं। इनमें ज्यादातर गलती से बॉर्डर पार करके गए थे। कोर्ट ने सरबजीत को फांसी की सजा दी, मुशर्रफ से माफी नहीं मिलीपाकिस्तान की जांच एजेंसियों का दावा था कि सरबजीत सिंह ने बम ब्लास्ट में शामिल होने की बात कबूल की थी। इसके बाद एंटी टेररिज्म कोर्ट ने 1991 में सरबजीत को मौत की सजा सुनाई थी। लाहौर हाईकोर्ट और पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने भी सजा बरकरार रखी। सरबजीत की फैमिली ने तब पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे परवेज मुशर्रफ के पास माफी की अपील की थी। उन्होंने अपील खारिज कर दी। हालांकि बाद में पाकिस्तान सरकार ने फांसी पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी थी। सरबजीत की हत्या पर जेल प्रशासन का दावा था कि जेल में बंद सरफराज और मुनीर ने खाना खाते वक्त सरबजीत पर ब्लेड और ईंट से हमला किया था। कोर्ट में वकील सरबजीत के मर्डर में इस्तेमाल चीजें पेश नहीं कर सके। इसलिए सबूतों के अभाव में सरफराज और मुनीर बरी हो गए। कौन था सरबजीत की हत्या का आरोपी आमिर सरफराज उर्फ तांबाआमिर सरफराज उर्फ तांबा का नाम सरबजीत सिंह की हत्या के बाद पहली बार चर्चा में आया था। आमिर और उसके साथी मुद्दस्सर मुनीर को लोकल कोर्ट ने मर्डर और डकैती के मामले में मौत की सजा सुनाई थी। केस हाईकोर्ट में था, इसलिए दोनों जेल में थे। हाईकोर्ट ने मौत की सजा के खिलाफ अपील पर सरफराज के पक्ष में फैसला सुनाया। कुछ समय बाद उसे जेल से रिहाई मिल गई। जेल से छूटने के बाद इस्लामपुरा में आमिर सरफराज का रुतबा बढ़ गया। वो भारत के मोस्टवांटेड आतंकी हाफिज सईद का करीबी हो गया। उसने अपना गिरोह भी बना लिया था। लाहौर पुलिस के मुताबिक, रिहाई के तुरंत बाद उस पर चार अलग-अलग थानों में चार नए केस रजिस्टर्ड किए गए। इसमें हत्या की कोशिश, पुलिस को धमकाना और हिंसा के आरोप थे। उसका रसूख इतना था कि उस पर जो केस दर्ज हुए, उनमें गिरफ्तारी से पहले ही उसे बेल मिल गई। लाहौर पुलिस की स्पेशल ब्रांच से जुड़े सूत्रों ने दैनिक भास्कर को बताया कि शुरुआत में पुलिस ने आमिर सरफराज की हत्या की FIR दर्ज की थी। सरफराज के छोटे भाई जुनैद ने इस्लामपुरा पुलिस स्टेशन में भाई पर हमले की FIR दर्ज कराई थी। इस्लामपुरा पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर सैयद सज्जाद हुसैन ने आमिर तांबा की मौत की पुष्टि की थी। उन्होंने मीडिया को बताया कि आमिर तांबा वही शख्स है, जिसने कोट लखपत जेल में सरबजीत सिंह पर हमला किया था। बाद में आमिर की हत्या की FIR कैंसिल करके हत्या की कोशिश की नई FIR दर्ज की गई। पुलिस अफसरों ने कहा कि आमिर सरफराज जिंदा है। हालांकि सूत्रों ने बताया कि सरफराज की मौत मौके पर ही हो गई थी। उसे लाहौर से 300 किमी दूर उसके गांव चकवाल में दफनाया गया है। फिलहाल आमिर सरफराज का परिवार लाहौर में नहीं है। उसके घर में ताला लगा है। लाहौर के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट की यूनिट आमिर सरफराज को गोली मारने वाले बाइकसवारों की तलाश कर रही है।
तारीख 23 अप्रैल 2019, लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग का दिन। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- ‘आप क्रोनोलॉजी समझ लीजिए। पहले CAA (सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट) आने जा रहा है, फिर NRC आएगा। NRC सिर्फ बंगाल के लिए नहीं, पूरे देश के लिए आएगा।’ तारीख 22 दिसंबर 2019, जगह दिल्ली का रामलीला मैदान। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- ‘अर्बन नक्सल अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर भेजा जाएगा। यह झूठ है, झूठ है, झूठ है… 2014 से मेरी सरकार आने के बाद NRC शब्द की कोई चर्चा नहीं हुई है। तारीख 11 मार्च 2024, लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पांच दिन पहले। शाम 5 बजे खबर फ्लैश हुई कि प्रधानमंत्री मोदी नेशनल टेलीविजन पर कुछ बड़ा ऐलान करने वाले हैं। करीब 6 बजे ब्रेकिंग खबर फ्लैश हुई- ‘केंद्र सरकार ने CAA की अधिसूचना जारी कर दी है।’ CAA लागू करके BJP ने अपना बड़ा वादा पूरा कर लिया। अब अगला वादा NRC का है, जिस पर फिलहाल BJP चुप है, लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि CAA और NRC एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। यहीं डर मुसलमानों को भी है। NRC लिस्ट में नाम नहीं होने के बाद भी हिंदू तो CAA के जरिए भारत के नागरिक बन जाएंगे, लेकिन मुस्लिमों की नागरिकता छिन जाएगी। वोट देने का अधिकार नहीं बचेगा। आज फैसला सीरीज के सातवें एपिसोड में पढ़िए प्रधानमंत्री मोदी के लोकसभा चुनाव से ऐन वक्त पहले CAA लागू करने की इनसाइड स्टोरी... 1970 के दशक की बात है। पूर्वी पाकिस्तान और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में रिफ्यूजी भारत आए, खास करके असम और पश्चिम बंगाल में। इसी बीच 1978 में असम की मंगलदोई लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव हुए। इसमें देखा गया कि अचानक वोटर्स की संख्या बढ़ गई। The All-Assam Students Union यानी AASU ने कहा कि बांग्लादेश से भागकर आए अवैध प्रवासियों की वजह से ऐसा हुआ है। AASU ने इन लोगों को बांग्लादेश भेजने की मांग की, पर केंद्र सरकार तैयार नहीं हुई। चार साल बाद यानी 1983 में असम में विधानसभा चुनाव हुए। AASU ने जबरदस्त विरोध किया और यह चुनाव हिंसा की भेंट चढ़ गया। ORF वेबसाइट के मुताबिक तब 2 हजार से ज्यादा बांग्लादेशी प्रवासी मारे गए थे। इसके बाद केंद्र की राजीव गांधी सरकार AASU की मांग मानने पर मजबूर हो गई। 15 अगस्त 1985 की अलसुबह राजीव गांधी और आसू के बीच समझौता हुआ, जिसे असम अकॉर्ड कहा जाता है। इसके बाद नागरिकता कानून में बदलाव किया गया। असम अकॉर्ड के तहत 1966 से पहले असम आने वालों को नागरिकता देने की बात कही गई। जो लोग 1966 और मार्च 1971 के बीच आए थे, उन्हें 10 साल बाद वोटिंग लिस्ट में शामिल करने की बात कही गई। जो लोग मार्च 1971 के बाद असम आए, उन्हें अवैध प्रवासी माना गया। असम के बाद नॉर्थ ईस्ट के दूसरे राज्यों और पश्चिम बंगाल से भी ऐसी ही मांग उठने लगी। 2 लोकसभा सीटों वाली BJP ने इस मुद्दे को लपक लिया। 1989 के लोकसभा चुनाव में BJP ने देशभर में NRC लागू करने का वादा किया। NRC यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स, जिसमें भारत के नागरिकों के नाम दर्ज किए जाते हैं। NRC लागू होने के बाद हर व्यक्ति को डॉक्यूमेंट के आधार पर साबित करना पड़ेगा कि वह भारतीय है, जो साबित नहीं कर पाएगा, उसे अवैध प्रवासी माना जाएगा। अभी देश में सिर्फ असम में ही NRC लागू है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के मुताबिक करीब 19 लाख लोग NRC की लिस्ट से बाहर हैं। इनमें 7 लाख मुस्लिम हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर चुनाव में उतरी BJP, पहली बार दिल्ली विधानसभा में बहुमत साल 1993, दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने थे। ये वो दौर था जब देश में हिंदुत्व का मुद्दा उफान पर था। शाहबानो केस के बाद राजीव गांधी की सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोपों से घिरी थी। बाबरी मस्जिद का ढांचा ढहाया जा चुका था। ऐसे में BJP ने वादा किया कि हमारी सरकार बनी तो ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों’ को वापस भेजेंगे। यह पहली बार था जब BJP बांग्लादेशी प्रवासियों के मुद्दे पर चुनाव में उतरी। BJP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 49 सीटें जीत लीं। पहली बार दिल्ली में BJP की सरकार बनी। इसके बाद NRC, BJP के कोर एजेंडे में शामिल हो गया। वाजयेपी सरकार के CAA में अवैध प्रवासियों को नागरिकता नहीं साल 2003, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार सिटिजनशिप अमेंडमेंट एक्ट 2003 लेकर आई। इसमें कहा गया कि अवैध प्रवासियों को नागरिकता नहीं मिलेगी। तब मनमोहन सिंह राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने कहा- ‘पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रताड़ित हो रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देनी चाहिए।’ तब गृहमंत्री रहे आडवाणी ने कहा- ‘हम किसी को जबरन वापस नहीं भेजेंगे। पड़ोसी देशों से मित्रतापूर्ण तरीके से बात करके हम उन्हें उनके देश भेजेंगे।’ कांग्रेस और लेफ्ट ने भी इस एक्ट का समर्थन किया। 2004 में CAA लागू हो गया, लेकिन उस साल हुए चुनाव में NDA की सत्ता छीन गई। उसके बाद 10 साल UPA की सरकार रही और मनमोहन सिंह PM रहे, लेकिन CAA 2003 के प्रावधानों को खास तवज्जो नहीं दी गई। PM बनने के 6 महीने बाद मोदी ने गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को लॉन्ग टर्म वीजा दिया साल 2014, BJP, नरेंद्र मोदी को PM फेस बनाकर लोकसभा चुनाव में उतरी। BJP ने घोषणापत्र में वादा किया कि हिंदू शरणार्थियों को उनके स्वाभाविक घर (भारत) में लाया जाएगा। 22 फरवरी को असम में एक रैली के दौरान मोदी ने कहा- 'दुनिया में कहीं भी हिंदुओं पर जुल्म होगा, तो भारत उन्हें आश्रय देगा, लेकिन जो लोग राजनीति के लिए घुसपैठिया बनकर यहां रह रहे हैं, उन्हें हम बाहर निकालेंगे। असम के लोग बेरोजगार हैं और बाहर के लोग यहां आकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं। ये अन्याय है कि नहीं। दिल्ली में सरकार बना दीजिए, ये अन्याय मिट जाएगा।' 26 मई 2014 को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने और 6 महीने बाद ही यानी दिसंबर 2014 में एक नोटिफिकेशन जारी किया। इसमें पाकिस्तान से आने वाले हिंदू, सिख, ईसाई और बौद्धों को लॉन्ग टर्म वीजा देने की बात कही गई। 2016 में असम विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान BJP अध्यक्ष रहे अमित शाह ने कहा कि वे असम को बांग्लादेशी घुसपैठियों से मुक्ति दिलाएंगे। साथ ही यह भी वादा किया कि उनकी सरकार आई तो प्रवासी हिंदुओं की रक्षा करेगी। असम में इसका विरोध भी हुआ, लेकिन नतीजे BJP के पक्ष में रहे और पहली बार उसने असम में सरकार बनाई। यहां से अघोषित रूप से साफ हो गया कि मुस्लिम प्रवासियों को छोड़कर बाकी पाकिस्तानी-बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को सरकार नागरिकता देगी। नॉर्थ ईस्ट में जोरदार विरोध, लोकसभा से पास हुआ बिल, लेकिन राज्यसभा में पेश नहीं किया 19 जुलाई 2016, मोदी सरकार ने लोकसभा में CAA बिल पेश किया। इसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम यानी हिंदू, सिख, पारसी, जैन, बौद्ध और ईसाई प्रवासियों को नागरिकता देने की बात कही गई। इस बिल का विरोध हुआ। असम में BJP की सहयोगी पार्टी असम गण परिषद ने भी इसका विरोध किया। पूरे नॉर्थ ईस्ट में प्रदर्शन शुरू हो गए। लिहाजा सरकार ने इसे राज्यसभा में पेश नहीं किया और यह बिल लैप्स हो गया। यह पहली बार था जब BJP गैर मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने की बात कह रही थी, इससे पहले BJP का स्टैंड था कि सभी अवैध प्रवासियों को बाहर निकालेंगे। इसी बात को लेकर विपक्ष ने BJP पर आरोप लगाया कि वो पोलराइजेशन के लिए मुस्लिम प्रवासियों को CAA से बाहर कर रही है। CAA के विरोध में ओवैसी ने बिल की कॉपी फाड़ दी 2019 लोकसभा चुनाव में BJP ने CAA-NRC लागू करने का अपना वादा दोहराया। 12 अप्रैल 2019 को पश्चिम बंगाल के रायगंज में अमित शाह ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिया दीमक हैं। हम दोबारा जीतकर आएंगे, तो इन्हें बाहर निकालेंगे। 30 मई को नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड 303 सीटें जीतकर दोबारा प्रधानमंत्री बने। PM बनने के करीब 6 महीने बाद यानी 9 दिसंबर 2019 को CAA बिल फिर से लोकसभा में पेश किया गया। इसका जोरदार विरोध हुआ। हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'अगर अमित शाह साहब का नाम NRC में नहीं आएगा तो CAA के तहत उनका नाम आ जाएगा, लेकिन उन्हीं के पार्टी के एक मुस्लिम नेता का नाम नहीं आया NRC में तो उसे बाहर जाना पड़ेगा। …बताइए गृह मंत्री जी ये भेदभाव नहीं है? हमारा गुनाह क्या है, हम मुसलमान हैं। ये एक और बंटवारा है।’ इसके बाद ओवैसी ने CAA बिल की प्रति फाड़ दी। इसके जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- 'जो लोग कहते हैं कि माइनॉरिटी को विशेष व्यवस्था मिलनी चाहिए, वे लोग ही CAA का विरोध कर रहे हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की माइनॉरिटी को विशेष व्यवस्था मिलनी चाहिए या नहीं। कौन भेदभाव कर रहा है मान्यवर, मैं तो नहीं कर रहा।' अमित शाह ने आगे कहा- 'इस देश का बंटवारा धर्म के आधार पर किसने किया...कांग्रेस ने। अगर धर्म के आधार पर देश का बंटवारा नहीं होता, तो इस बिल को लाने की नौबत ही नहीं आती।' 10 दिसंबर की रात CAA बिल लोकसभा से पास हो गया। इसके पक्ष में 311 वोट पड़े और 80 वोट विपक्ष में। 11 दिसंबर को यह बिल राज्यसभा से भी पास हो गया। राज्यसभा में इसके पक्ष में 125 वोट पड़े और विपक्ष में 99 वोट। CAA के विरोध में दिल्ली में दंगे, अमेरिका-ब्रिटेन में प्रदर्शन CAA बिल जैसे ही दोनों सदनों से पास हुआ, देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। जेएनयू, जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र सड़कों पर उतर गए। शाहीन बाग में मुस्लिम महिलाओं ने डेरा जमा लिया। पुलिस और सरकार धरना-प्रदर्शन खत्म कराने की कोशिश करती रही, लेकिन बात नहीं बनी। सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग में धरना खत्म कराने के लिए ऑब्जर्वर भी भेजे, लेकिन महिलाएं शाहीन बाग से नहीं हटीं। जनवरी आते-आते यूपी, असम, कर्नाटक, मेघालय जैसे राज्य CAA विरोध की जद में आ गए। फरवरी-मार्च के बीच दिल्ली में दंगे हुए। करीब 83 लोगों की जान गई। दिल्ली, पश्चिम बंगाल, केरल सहित कई राज्यों ने CAA लागू करने से मना कर दिया। दूसरी तरफ विदेशों में भी इसके विरोध के स्वर उठने लगे। अमेरिका, इंग्लैंड, बर्लिन जैसे देशों में कुछ लोग CAA के विरोध में सड़कों पर उतर गए। यूएन सेक्रेटरी ने कहा कि इस कानून से मुस्लिम बिना देश के हो जाएंगे। विरोध बढ़ता देख सरकार ने CAA को होल्ड कर दिया। तब से हर 6 महीने पर सरकार CAA लागू करने के लिए एक्सटेंशन लेती रही। पिछले चार सालों में सरकार ने 8 एक्सटेंशन लिया और आखिरकार 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले CAA लागू कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी के CAA लागू करने के 5 मकसद 1. ये मैसेज देना कि भारत हिंदुओं का देश है 22 फरवरी, 2014, जगह असम का सिलचर। BJP के तब PM फेस रहे नरेंद्र मोदी ने कहा- 'हिंदू जाएगा तो कहां जाएगा। दुनिया के किसी भी देश में अगर हिंदुओं को खदेड़ा जाएगा, तो उसके लिए एक ही जगह बची है। वो वहीं चला आएगा। भाइयो-बहनो... क्या हमारी सरकार उन हिंदुओं के साथ वैसा ही जुल्म करेगी जैसा विदेशों में उनके साथ हो रहा। क्या हम उनके साथ वैसा ही जुल्म करेंगे जैसा बांग्लादेश में हो रहा है। हम ऐसा नहीं करेंगे।' 2 जनवरी 2020, CAA बिल को लेकर केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने कहा, 'अल्पसंख्यकों (तीन मुस्लिम देशों के) को नागरिकता देना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। अगर वे भारत नहीं आएंगे तो वे कहां जाएंगे? इटली?’ 2. पितृभूमि, मातृभूमि और पुण्यभूमि की विचारधारा को बढ़ावा देना हिंदू महासभा के नेता रहे और BJP-RSS के आइकॉन वीडी सावरकर ने अपनी किताब- 'हिंदुत्व : कौन है हिंदू' में लिखा है कि जिस भी व्यक्ति की पितृभूमि, मातृभूमि और पुण्यभूमि भारत है, वही इस देश का नागरिक है। यानी सावरकर के मुताबिक जो लोग मक्का और येरुशलम को अपनी पुण्यभूमि मानते हैं, वे भारत के नागरिक नहीं हो सकते। उनका इशारा मुसलमानों और ईसाइयों को लेकर था। मुस्लिम स्कॉलर जफरुल इस्लाम बताते हैं- 'सावरकर के जमाने से संघ का एजेंडा रहा है कि जो धर्म भारत में पैदा हुए हैं, वे तो हमारे हैं, लेकिन जो धर्म बाहर पैदा हुए, वे हमारे नहीं हैं।' 3. RSS के हिंदू राष्ट्र के एजेंडे को बढ़ाना चाहती है सरकार सीनियर जर्नलिस्ट और मुस्लिम स्कॉलर जफरुल इस्लाम बताते हैं- 'BJP जो काम भी करती है, उसके पीछे कहीं न कहीं हिंदुत्व की आइडियोलॉजी होती है। संघ की किताबों में लिखा है कि जो लोग बाहर के हैं, वो यहां गुजारा करें, लेकिन हक नहीं मांगे। श्रीलंका और भूटान में भी तो धर्म के नाम पर ज्यादती हो रही है, लेकिन इन्होंने उन्हीं तीन देशों को लिस्ट में रखा, जो मुस्लिम कंट्री हैं।' 4. पश्चिम बंगाल और असम में शरणार्थियों के वोट बैंक पर नजर सीनियर जर्नलिस्ट नीरजा चौधरी एक मीडिया इंटरव्यू में बताती हैं- 'पश्चिम बंगाल में हिन्दू बंगाली और हिन्दू बांग्लादेशी प्रवासियों के वोट पर BJP की नजर है। यहां BJP, 2019 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतना चाहती है। पिछली बार BJP को यहां 42 में से 18 सीटों पर जीत मिली थी। इस जीत में तीन से चार सीटों पर मतुआ कम्युनिटी की भूमिका रही।' दरअसल, पश्चिम बंगाल में करीब 2 करोड़ मतुआ कम्युनिटी के लोग रहते हैं। मतुआ कम्युनिटी, पश्चिम बंगाल की दूसरी सबसे बड़ी दलित कम्युनिटी है। यहां 42 में से 10 लोकसभा सीटें रिजर्व्ड हैं। इनमें से 4 सीटों पर अभी BJP का कब्जा है। पश्चिम बंगाल की तरह असम में भी बड़ी संख्या में हिंदू शरणार्थी हैं, जिन पर BJP की नजर है। 22 फरवरी 2014 को नरेंद्र मोदी ने असम में चुनाव प्रचार के दौरान भीड़ से पूछा- 'भाइयो-बहनो... बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को बाहर भेजना चाहिए कि नहीं भेजना चाहिए। जरा पूरी ताकत से बोलो बाहर भेजना चाहिए कि नहीं भेजना चाहिए।' मोदी ने आगे कहा- 'बांग्लादेश से दो तरह के लोग आए हैं। एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत और दूसरे वो जिनका बांग्लादेश में जीना मुश्किल कर दिया गया है। उनकी बहन-बेटियों की इज्जत सलामत नहीं है। हिंदू जाएगा तो कहां जाएगा। हम नहीं चाहते कि बांग्लादेश से आए हिंदुओं का अकेला बोझ असम उठाए। पूरे हिंदुस्तान को उन्हें आश्रय देना चाहिए।' 5. चुनाव से पहले हिंदू बनाम मुसलमान कराना, ताकि ध्रुवीकरण हो यूपी कांग्रेस के माइनॉरिटी प्रभारी शाहनवाज हुसैन बताते हैं- 'सरकार किसी की नागरिकता नहीं छीन रही, लेकिन जिसे दे रही है, उसे तो धर्म के आधार पर नागरिकता दे रही है। यह तो संविधान के खिलाफ है। अभी CAA लाए हैं और आगे ये NRC भी लाएंगे। सरकार को लगता है कि इस बिल का माइनॉरिटी विरोध करती है, तो चुनाव में पोलराइजेशन का वो लाभ ले पाएंगे। इनका हर प्लान दो वर्गों को बांटने के लिए ही होता है। मुसलमान इस साजिश को समझ गया है, इसलिए इस बार वो प्रोटेस्ट नहीं कर रहा।’ आखिर CAA का विरोध क्यों हो रहा है… 3 बड़ी वजह 1. NRC आया तो मुस्लिमों की छिन सकती है नागरिकता सीनियर जर्नलिस्ट और मुस्लिम स्कॉलर जफरुल इस्लाम कहते हैं, 'सरकार कह रही है कि हम किसी की नागरिकता नहीं छीन रहे, लेकिन ये पहला स्टेज है। दूसरे स्टेज में आप NRC लाकर नागरिकता से एक वर्ग को वंचित रखेंगे। अमित शाह ने बार-बार कहा है। अगर ये जीत गए तो NRC भी लाएंगे। हम CAA और NRC को अलग करके नहीं देख सकते हैं।’ 2. जो CAA के जरिए नागरिक बनेंगे, उन्हें आरक्षण मिलेगा या नहीं CSDS के प्रोफेसर हिलाल अहमद बताते हैं- ‘हमने कानूनी तौर पर पहली बार तय किया है कि धर्म के अधार पर किसे नागरिकता देंगे और किसे नहीं। ऐसा करके भाजपा ने अपना वादा तो पूरा कर लिया, लेकिन सवाल यह है कि जो लोग इस कानून के तहत नागरिक बनेंगे, क्या वे SC-ST वर्ग में शामिल होंगे। उन्हें आरक्षण मिलेगा या नहीं। इसका जवाब अभी तक CAA में सरकार की तरफ से नहीं दिया गया है। 2. श्रीलंकाई तमिलों को भी प्रताड़ित किया जा रहा, उन्हें इस कानून से बाहर क्यों रखा गया CAA कानून में शामिल पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश तीनों ही मुस्लिम कंट्री है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने जानबूझकर ऐसा किया है ताकि मुस्लिम को नागरिकता से दूर रखा जा सके। विपक्ष ने सरकार से पूछा कि श्रीलंका में भी तो तमिलों के साथ धार्मिक उत्पीड़न हो रहा, फिर उन्हें नागरिकता क्यों नहीं मिल रही। BJP प्रवक्ता प्रेम शुक्ला जवाब देते हैं, ‘श्रीलंकाई तमिलों को भी पहले कानून बनाकर नागरिकता दी गई है। उस वक्त किसी ने नहीं पूछा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता क्यों नहीं दी जा रही। आज भी जिसे नागरिकता चाहिए, उसे मेरिट के आधार पर नागरिकता मिलती है। पाकिस्तानी सिंगर अदनाम सामी को सरकार ने नागरिकता दी है।’ अमेरिका और यूनाइटेड नेशंस ने उठाए CAA पर सवाल संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार हाई कमीशन के एक प्रवक्ता ने इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से कहा, 'हमने 2019 में कहा था कि भारत का CAA भेदभाव करता है। यह भारत के अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दायित्वों का उल्लंघन है। अभी जो कानून लागू हुआ है, उसे हम परख रहे हैं कि ये अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार के नियमों के मुताबिक है या नहीं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, ‘हम नागरिकता संशोधन नियम की अधिसूचना को लेकर चिंतित हैं। हम बारीकी से देख रहे हैं कि यह अधिनियम कैसे लागू किया जाएगा। धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान और सभी समुदायों के लिए कानून के तहत समान व्यवहार मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत हैं।’ सुप्रीम कोर्ट में CAA को चुनौती देने वाली 200 याचिकाएं CAA को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 200 से ज्यादा याचिकाएं लगाई गई हैं। 19 दिसंबर 2019 को उस वक्त के चीफ जस्टिस यूयू ललित की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस पर सुनवाई करते हुए कहा था कि सरकार का पक्ष जाने बगैर कोर्ट इस पर कोई फैसला नहीं लेगा। इसके बाद सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक एफिडेविट प्रस्तुत करते हुए CAA का बचाव किया था। फैसला सीरीज की ये स्टोरीज भी पढ़िए... 1. लोकसभा चुनाव की घोषणा से 12 दिन पहले बालाकोट स्ट्राइक:सर्वे में NDA को 245 सीटें मिल रही थीं, बालाकोट के बाद 108 बढ़ गईं 27 फरवरी 2019, शाम चार बजे का वक्त। पाकिस्तान के इस्लामाबाद में अमेरिकी ऐंबैसी में मीटिंग चल रही थी। शाम 5 बजकर 45 मिनट पर मीटिंग में एक नोट पहुंचा। नोट पढ़कर पाकिस्तान की विदेश सचिव ने कहा- हमारी आर्मी ने नोट भेजा है कि भारत ने पाकिस्तान की तरफ 9 मिसाइलें तान रखी हैं। अगर उनके एयरफोर्स के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन को रिहा नहीं किया, तो वह हमला कर देगा। पढ़िए पूरी खबर... 2. आना दिल्ली था, पहुंच गए लाहौर:पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर में बैठे, 90 मिनट अफसरों की सांसें थमी रहीं 25 दिसंबर 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लाहौर पहुंच गए। एयरपोर्ट पर उतरते ही पाकिस्तानी PM नवाज शरीफ ने उन्हें गले लगाया। थोड़ी देर बाद मोदी पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर में बैठ गए। इससे पहले भारत का कोई प्रधानमंत्री, पाकिस्तानी सेना के हेलिकॉप्टर में नहीं बैठा था। हेलिकॉप्टर ने जैसे ही उड़ान भरी, भारत की इंटेलिजेंस एजेंसियां सकते में आ गईं कि पाकिस्तान कोई साजिश तो नहीं करेगा। पढ़िए पूरी खबर...
सितंबर 1945 यानी आजादी से करीब 2 साल पहले। जिन्ना की अगुआई में मुस्लिम लीग ने अलग देश की मांग तेज कर दी थी। तब सरदार वल्लभभाई पटेल ने बयान दिया, ‘आज मुस्लिम लीग का कहना है कि कांग्रेस में हिंदुओं का प्रभुत्व है। मुस्लिम लीग पाकिस्तान के लिए चिल्ला रही है। वो चांद पाने का सपना देख रही है।’ जनवरी 1948 यानी आजादी से करीब 4 महीने बाद। कबायलियों की मदद से पाकिस्तान ने कश्मीर पर हमला कर दिया था। तब सरदार पटेल ने लखनऊ में बयान दिया, 'मुझे मुसलमानों का दुश्मन माना जाता है, लेकिन मैं सीधी बात में भरोसा रखता हूं। मुसलमानों ने पाकिस्तानी हमले की निंदा क्यों नहीं की? दो घोड़ों की सवारी मत कीजिए। एक चुन लीजिए। जो पाकिस्तान जाना चाहते हैं, वे जा सकते हैं।' दोनों बयानों से जाहिर है कि सरदार पटेल मुस्लिमों को लेकर कड़वा और स्पष्ट बोलते थे। उनकी छवि एंटी-मुस्लिम बनाई गई। इसका उन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ा। दिल्ली यूनिवर्सिटी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज के प्रिंसिपल और सरदार पटेल पर रिसर्च करने वाले प्रोफेसर संजीव कुमार तिवारी कहते हैं कि सबसे बड़ा नुकसान तो उन्हें तब हुआ जब गांधी जी ने पीएम पद के लिए पटेल की जगह नेहरू का समर्थन किया। ‘पीएम इन वेटिंग’ सीरीज में आज सरदार वल्लभभाई पटेल के किस्से, जिनके पास कांग्रेस कमेटियों का बहुमत था, इसके बाद भी वे प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गए… पाकिस्तान की मांग उठी, तो मौलाना कलाम को बनाया कांग्रेस अध्यक्ष 1939 तक देश में दो बड़ी पार्टियां थीं- कांग्रेस और मुस्लिम लीग। जिन्ना की मुस्लिम लीग धर्म के आधार पर अलग रास्ता चुन चुकी थी, जबकि कांग्रेस एक सेक्युलर देश की बात कर रही थी। मुस्लिमों का भरोसा जीतने के लिए 1939 में मौलाना अबुल कलाम आजाद को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में चुना गया। इसी दौरान द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया, भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ। जिनकी वजह से 1946 तक कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया और मौलाना आजाद ही अध्यक्ष बने रहे, लेकिन आजादी की सुगबुगाहट मिलने के बाद नए अध्यक्ष का चुनाव कराने का फैसला किया गया। अबुल कलाम आजाद अपनी बायोग्राफी ‘इंडिया विन्स फ्रीडम’ में लिखते हैं, ‘प्रेस में मुझे दोबारा अध्यक्ष बनाने की बात को उठाया गया। हालांकि नए अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस आलाकमान के आंतरिक धड़ों में मतभेद थे। सरदार वल्लभ भाई पटेल भी चाहते थे कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाए।’ गांधी बोले- अध्यक्ष पद से इस्तीफा दो, नेहरू अध्यक्ष बनेगा ‘द कलेक्टेड वर्क्स ऑफ महात्मा गांधी’ के 90वें खंड के अनुसार 20 अप्रैल 1946 को लिखी चिट्ठी में गांधी ने लिखा, ‘मौलाना साहब आपके बारे में जो कुछ (अखबारों में) लिखा है, उसका कोई आधार नहीं है। मैंने अपनी राय किसी के सामने जाहिर नहीं की है। कांग्रेस कमेटी के एक-दो मेंबर्स ने मुझसे कांग्रेस अध्यक्ष के बारे में पूछा तो मैंने बता दिया। वो भी कहते हैं कि एक ही अध्यक्ष को रिपीट करना ठीक नहीं होगा।’ गांधी लिखते हैं, ‘जिस तरह का माहौल है, मैं भी इस समय किसी मुसलमान के कांग्रेस अध्यक्ष बनने से खुश नहीं हूं। मैं चाहता हूं कि आपको ये घोषणा करनी चाहिए कि अब आप कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहना चाहते हैं। बादशाह खान का नाम पहले से ही प्रस्तावित था। मैंने इस नाम का विरोध किया था। अगर मेरी राय पूछी जाए तो मैं जवाहर लाल को प्रिफरेंस दूंगा। इसके कई कारण हैं, लेकिन मैं उनमें नहीं जाना चाहता।’ गांधी जी ने अपनी चिट्ठी में साफ कर दिया था कि वो जवाहर लाल नेहरू को कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते थे। कांग्रेस अध्यक्ष को ही आजादी के बाद अंतरिम प्रधानमंत्री बनाया जाना था। अबुल कलाम आजाद अपनी बायोग्राफी में लिखते हैं, ‘मुझे अपना उत्तराधिकारी चुनने का अधिकार था। मैंने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जवाहर लाल नेहरू के नाम का ऐलान किया।’ आजाद ने ये घोषणा कांग्रेस कमेटी की बैठक से तीन दिन पहले की। हालांकि इससे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। उस वक्त सरदार पटेल की लोकप्रियता चरम पर थी। लोग उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष और पीएम देखना चाहते थे। मौलाना आजाद और जेबी कृपलानी दोनों जानते थे कि पटेल भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। 15 में से 12 कांग्रेस कमेटियों ने पटेल को चुना, लेकिन नेहरू के साथ गांधी थे 29 अप्रैल 1946 को मुंबई में कांग्रेस कमेटी की बैठक आयोजित की गई। महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी अपनी किताब ‘पटेल अ लाइफ' में लिखते हैं, ‘तय परंपरा के अनुसार प्रांत की 15 कांग्रेस कमेटियां अध्यक्ष के नाम का प्रस्ताव रखती थीं। पार्टी ने पटेल को भारत छोड़ो अभियान में सक्रिय रूप से देखा था। मतदान की बारी आई तो 12 कमेटियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को अध्यक्ष के रूप में चुना। दो वोट जेबी कृपलानी और एक वोट पट्टाभि सीतारमैया को मिला। जवाहर लाल नेहरू का नाम दूर-दूर तक नहीं था।’ उस वक्त कांग्रेस महासचिव रहे आचार्य जेबी कृपलानी अपनी किताब ‘गांधी हिज लाइफ एंड थाटॅ्स' में लिखते हैं कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने जो नतीजा दिया, उसका एक पर्चा बनाकर मैंने गांधी जी के सामने पेश किया। गांधी जी ने इस पर नजर डाली। इसमें नेहरू का नाम नहीं था। उन्होंने कोई शब्द कहे बिना पर्ची लौटा दी। गांधी की चिट्ठी पहले ही जारी हो चुकी थी। सब जानते थे कि गांधी पर्ची में जवाहर का नाम देखना चाहते थे, लेकिन नॉमिनेशन की पर्ची में तीन नाम थे- पटेल, कृपलानी और सीतारमैया। कृपलानी ने वर्किंग कमेटी के सामने एक पेपर घुमाया। कांग्रेस वर्किंग कमेटी के लोगाें ने नेहरू के नाम का प्रस्ताव रख दिया। जैसे ही नेहरू का नाम प्रस्तावित हुआ, कृपलानी और सीतारमैया ने नाम वापस ले लिया। अब मैदान में दो ही नाम रह गए थे- सरदार पटेल और नेहरू। गांधी ने पटेल से कहा- जवाहर दूसरा स्थान नहीं लेगा, नाम वापस लो कृपलानी लिखते हैं कि मैंने नेहरू और पटेल के नाम का प्रस्ताव बनाकर गांधी के सामने रखा। इसे देखकर गांधी ने कहा कि जवाहर वर्किंग कमेटी के अलावा किसी प्रांतीय कमेटी ने तुम्हारा नाम नहीं रखा है। तुम इस पर क्या कहते हो। नेहरू ने जवाब में चुप्पी साध ली। नेहरू की चुप्पी को गांधी ने समझ लिया। अब सारा खेल कृपलानी की समझ पर आकर टिक गया था। कृपलानी ने सरदार पटेल की सहमति लिए बगैर नाम वापसी का एक पत्र बनाया। उसे पटेल के सामने रखा। हालांकि पटेल भी पीएम बनना चाहते थे। पटेल जानते थे कि ये उनके लिए अंतिम मौका है। उनकी उम्र 71 वर्ष हो चुकी थी। पटेल समझ गए थे कि अगर इस बार चूके तो शायद ही दोबारा पीएम बन पाएंगे। राजमोहन गांधी लिखते हैं कि पटेल ने नाम वापसी के पत्र पर दस्तखत करने से मना कर दिया और उसे कृपलानी को लौटा दिया। कृपलानी ने वो पत्र गांधी को दे दिया, लेकिन इसमें सरदार पटेल के दस्तखत नहीं थे। इस बार गांधी ने नाम वापसी वाला वो पत्र फिर पटेल के आगे किया। गांधी ने पटेल से कहा कि ‘जवाहर दूसरा स्थान नहीं लेगा। कृपलानी ने जो स्टेटमेंट तैयार किया है उस पर साइन करो।' पटेल ने नाम वापसी पर दस्तखत कर दिए। अबुल कलाम आजाद अपनी बायोग्राफी ‘इंडिया विन्स फ्रीडम’ में लिखते हैं कि यह हिमालय से भी बड़ी गलती थी कि मैंने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खुद का नाम वापस लेकर पटेल का समर्थन नहीं किया। 15 अगस्त 1947 को सरदार पटेल भले ही प्रधानमंत्री नहीं बन सके, लेकिन उन्हें देश का पहला उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बनाया गया। पटेल और नेहरू की जुबानी भिड़ंत, गांधी को दखल देना पड़ा पटेल की नेहरू से सीधी भिड़ंत का एक किस्सा है, जिसमें गांधी जी को दखल देना पड़ा था। बात नवंबर 1946 की है। मेरठ में कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन हुआ। इसमें पाकिस्तान की बात करने वालों से सरदार पटेल ने कहा- आप जो भी करें प्रेम और शांति के रास्ते पर चलकर करें। हो सकता है आप सफल भी हो जाओ, लेकिन तलवार का जवाब तलवार से ही दिया जाएगा। इस बयान के बाद जवाहर लाल नेहरू ने ऐलान किया कि अंतरिम सरकार से कांग्रेस के मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं। मेरठ सम्मेलन के कुछ दिन बाद सरदार पटेल ने मुंबई में समुद्र के किनारे हजारों लोगों को संबोधित किया। नेहरू को जवाब देते हुए कहा कि मेरा इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है। भले ही मेरे साथी (नेहरू) इस्तीफा दें। मैं पद पर बना रहूंगा। दोनों बातें गांधी जी तक शिकायत के रूप में पहुंचीं। गांधी को बताया गया कि सरदार पटेल हिंसा की बात कर रहे हैं। इसके बाद महात्मा गांधी ने 30 दिसंबर 1946 को सरदार पटेल को एक पत्र लिखा। गांधी ने सरदार को लिखा, 'आपके खिलाफ कई शिकायतें सुनी हैं। आपके भाषण भड़काऊ हैं। आप हिंसा और अहिंसा में कोई भेद नहीं करते। आप लोगों को तलवार का जवाब तलवार से देना सिखा रहे हैं। अगर ये सब सच है तो ये बहुत नुकसानदेह है।' पटेल ने गांधी को 7 जनवरी 1947 को लिखा, ‘मैं पद पर बने रहना चाहता हूं ये बातें मनगढ़ंत हैं। जवाहर लाल कभी-कभार इस्तीफे की बेकार धमकियां देते रहते हैं। मेरी आदत कड़वा सत्य बोलने की है। हिंसा का मुकाबला हिंसा से करने की टिप्पणी को लंबे समय से तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और संदर्भ से परे प्रस्तुत किया गया है। आपसे ये शिकायतें मृदुला (साराभाई) ने की होंगी। मुझे नीचा दिखाना ही उसने अपना काम बना लिया है। मैं उसकी हरकतों से थक गया हूं। अगर काेई जवाहर लाल से सहमत नहीं है तो वो उसे बर्दाश्त नहीं कर सकती है।’ मृदुला साराभाई मशहूर वैज्ञानिक विक्रम साराभाई की बहन थीं और महात्मा गांधी के साथ आजादी के आंदोलन से जुड़ी हुई थीं। पटेल को प्रधानमंत्री बनाने से क्यों डरते थे महात्मा गांधी? तब के जाने-माने पत्रकार दुर्गादास ने अपनी किताब 'इंडिया फ्रॉम कर्जन टू नेहरू' में लिखा है, 'राजेन्द्र प्रसाद ने मुझसे कहा कि गांधी जी ने ग्लैमरस नेहरू के लिए अपने विश्वसनीय साथी का बलिदान कर दिया और मुझे डर है कि अब नेहरू अंग्रेजों के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे।' सब जानते थे कि जिन्ना जैसे लोगों से नेहरू के मुकाबले पटेल उन्हीं की जुबान में मोलभाव कर सकते हैं। गांधी भी इस बात को मानते थे। इसके बावजूद उन्होंने सरकार चलाने के लिए नेहरू को क्यों चुना? पत्रकार दुर्गादास को गांधी ने बताया था, 'जवाहर दूसरे नम्बर पर आने के लिए कभी तैयार नहीं होंगे। वो अंतरराष्ट्रीय विषयों को पटेल के मुकाबले अच्छे से समझते हैं। ये दोनों सरकारी बैलगाड़ी को खींचने के लिए दो बैल हैं। इसमें अंतरराष्ट्रीय कामों के लिए नेहरू और राष्ट्र के कामों के लिए पटेल होंगे। दोनों गाड़ी अच्छी खींचेंगे।' सरदार पटेल भले प्रधानमंत्री नहीं बन सके, लेकिन उन्हें देश का पहला उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बनाया गया। उनके कार्यकाल के कुछ रोचक किस्से… पाकिस्तान को छह में से एक भी प्रिंटिंग मशीन नहीं देना चाहते थे जब देश का बंटवारा हुआ तो कई चीजों का बंटवारा हो रहा था। ऐसी ही एक बंटवारे की बैठक में लॉर्ड माउंटबेटन, सरदार पटेल और मुस्लिम लीग के नेता लियाकत अली बैठे थे। आजादी के समय देश में सरकारी छपाई की छह प्रिंटिंग मशीनें थीं। लियाकत अली ने कहा- छह में से एक सरकारी प्रिंटिंग प्रेस को दिल्ली से कराची ले जाया जाए। ये सुनते ही पटेल का पारा चढ़ गया। राजमोहन गांधी लिखते हैं कि पटेल ने लियाकत अली को ऐसे देखा जैसे उन्हें भस्म कर देंगे। पटेल ने कहा- सभी छह प्रेस पूरी तरह से भारत सरकार के काम में लगी हुई हैं। उनमें से किसी को भी नहीं दिया जा सकता। फिर लॉर्ड माउंटबेटन ने सरदार से कहा कि प्लीज कम से कम एक मशीन तो देनी ही होगी, भले ही इससे सरकार को परेशानी हो। यह एक न्यायपूर्ण बंटवारा होगा। इसके बाद सरदार ने माउंटबेटन की तरफ देखा। भड़कते हुए सरदार बोले- किसी ने पाकिस्तान को अलग होने के लिए नहीं कहा था। हालांकि बाद में सरदार एक मशीन देने के लिए तैयार हुए। जब हैदराबाद के निजाम ने डेढ़ करोड़ हिंदुओं को मरवाने की धमकी दी राजमोहन गांधी लिखते हैं कि हैदराबाद का निजाम सबसे अमीर था, लेकिन बेहद कंजूस और मैले-कुचैले कपड़े पहने वाला व्यक्ति था। बंटवारे के बाद वो स्वतंत्र रहना चाहता था। उसने अंग्रेजों से कहा कि वो किसी के साथ नहीं रहना चाहता। जिन्ना ने हैदराबाद पर डोरे डाले और निजाम ने पाकिस्तान में शामिल होने का प्लान बनाया। सरदार पटेल हैदराबाद को किसी भी सूरत में पाकिस्तान में शामिल नहीं होने देना चाहते थे। इस बीच सैयद कासिम रिजवी ने एक सांप्रदायिक संगठन इत्तिहाद-ए-मुस्लिमीन' बनाया। उसने रजाकार नाम से एक स्वयंसेवी संगठन भी बनाया जो आगे चलकर हैदराबाद की सेना भी बनी। ये रजाकार ही हिंदू जनता पर अत्याचार कर रहे थे। इत्तिहाद-ए-मुस्लिमीन नाम का संगठन ही बाद में पॉलिटिकल पार्टी एआईएमआईएम बना, जिसके मुखिया फिलहाल असदुद्दीन ओवैसी हैं। आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री अपनी किताब ‘राष्ट्र निर्माता सरदार पटेल' में लिखते है कि अंग्रेजों की ओर से सर वाल्टन मांटकन ने प्रस्ताव दिया कि निजाम के साथ हाेने वाले समझौते में कुछ बदलाव कर लेना चाहिए। इस पर सरदार पटेल ने कहा कि ये नहीं हो सकता है। निजाम को विशेष छूट देने का मतलब होगा, दूसरी रियासतों से धोखाधड़ी। हम ऐसा नहीं करेंगे। हैदराबाद को उसी शर्तों पर भारत का हिस्सा बनना होगा जिस पर दूसरी रियासतें बनी हैं। सरदार ने कहा कि हैदराबाद किसके साथ रहेगा। ये तय करने वाले निजाम कौन हाेते हैं। ये तो वहां की प्रजा तय करेगी। जो प्रजा का फैसला होगा, हमें स्वीकार होगा। हालांकि निजाम ने जनमत संग्रह का ऑफर ठुकरा दिया। निजाम के एक प्रतिनिधि नवाब अली यावर जंग ने लॉर्ड माउंटबेटन से मुलाकात की। उनसे कहा कि यदि हैदराबाद को भारत में मिला लिया गया तो वहां की मुस्लिम जनता पचास प्रतिशत हिंदू जनता को काट देगी। तब लॉर्ड माउंटबेटन ने कहा कि आपको क्या लगता है, क्या भारत सरकार शांति से ये सब होते देखती रहेगी। अप्रैल में एक बार फिर निजाम का प्रतिनिधि लईक अली दिल्ली पहुंचा और उसने पटेल से मिलने की इच्छा जताई। लाइक अली ने अपनी धमकी जारी रखी। इसे पटेल शांति से सुनते रहे। फिर पटेल ने कहा- आप भी जानते हैं और मैं भी जानता हूं कि हैदराबाद में सत्ता कहां है? हैदराबाद पर अभी पकड़ रखने वाले सज्जन (सैयद कासिम रिजवी) ने कहा है कि यदि भारतीय सेना हैदराबाद आई तो वे डेढ़ करोड़ हिंदुओं को मरवा डालेंगे। भारत सरकार को उनकी राख और हड्डियों के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। सरदार ने कहा कि अगर ऐसी ही बात है तो निजाम और उनके पूरे परिवार को भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। उनका क्या होगा। मैं आपको अंतिम मौका दे रहा हूं कि आप निजाम से पूछिए वो क्या चाहते हैं। 13 मई को रक्षा समिति की बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि हैदराबाद पर हमला बोल देना चाहिए, लेकिन पीएम जवाहर लाल नेहरू ने कहा कि जब तक कोई बड़े नरसंहार या अनहोनी की घटना की आशंका न हाे, हमें ये कदम नहीं उठाना चाहिए। 10 सितंबर को सरदार पटेल ने निजाम को फाइनली और अंतिम अल्टीमेटम दिया कि वो सारी नौटंकी छोड़कर जनता की इच्छा के अनुरूप भारत में शामिल हो जाए, लेकिन निजाम ने ये अंतिम ऑफर भी ठुकरा दिया। अगले दिन पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की मौत हो गई। डॉ. आरके सिंह अपनी किताब सरदार पटेल में लिखते हैं कि सैन्य ऑपरेशन की तैयारी शुरू की गई। नाम दिया गया ऑपरेशन पोलो। यह नाम इसलिए दिया गया था क्योंकि दुनिया में सबसे ज्यादा पोलो के 17 मैदान हैदराबाद में थे। अगले दिन भारतीय सेना ने हैदराबाद में प्रवेश किया। पांच दिन की कार्रवाई के बाद भारत ने हैदराबाद को अपना राज्य बना लिया। **** ‘पीएम इन वेटिंग’ सीरीज के अगले एपिसोड में एक ऐसे नेता की कहानी, जिनका पीएम बनना तय माना जा रहा था, लेकिन एक हादसे ने सब कुछ खत्म कर दिया… **** ‘पीएम इन वेटिंग’ सीरीज के अन्य एपिसोड यहां पढ़िए... 1. तो क्या नेहरू की जगह सुभाष चंद्र बोस होते पीएम:पौत्र बोले- वो जिन्ना को भी मंजूर थे; 1943 में ही बनाई थी सरकार
‘सत्ता’ का दूसरा चरण: मप्र-राजस्थान समेत 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग आज; हीटवेव को चुनौती देने आज उतरे... Dainik Bhaskar दूसरे चरण में कुल 88 सीटों पर होगा मतदान, दिल्ली से सटे इलाकों के वोटर क्यों हैं नाराज?...देखें चुनाव दिनभर में बड़े पॉलिटिकल अपडेट्स Aaj Tak लोकसभा चुनाव : दूसरे फेज में 13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग, EVM में लॉक होगी राहुल गांधी समेत इन VIP कैंडिडेट की किस्मत NDTV India लोकसभा चुनाव के दूसरे फेज की वोटिंग आज: केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान में I.N.D.I.A में शामिल पार्टियां एक-दूस... Dainik Bhaskar
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, हम दुनिया के देशों के साथ यह बात स्पष्ट कर चुके हैं कि लोकतंत्र के ताने-बाने में प्रेस की आजादी अभिन्न भूमिका निभाती है। यही वजह है कि हम यहां आते हैं और नियमित रूप से सवाल लेते हैं।
भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल की बहन सुशीला ने संसदीय चुनाव के लिए अपना पहला विज्ञापन अभियान का शुभारंभ गुरुवार को ओरेगन से किया।
ईरान के साथ व्यापार करने वाली 3 भारतीय सहित एक दर्जन से ज्यादा कंपनियों पर US ने लगाया बैन
अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने कहा कि इन कंपनियों ने यूक्रेन में रूस के युद्ध के लिए ईरानी मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) की गुप्त बिक्री को सुविधाजनक बनाने और वित्तपोषण करने में केंद्रीय भूमिका निभाई है.
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स्पेस में परमाणु हथियारों की तैनाती, रूस ने अमरीका को किया बेनकाब
अमरीका और रूस अब अंतरिक्ष में हथियार और परमाणु हथियार की तैनाती को लेकर भिड़ गए हैं। संयुक्त राष्ट्र में अमरीका और जापान द्वारा लाए गए एक 'आउटर स्पेस ट्रीटी' के मसौदे पर रूस ने वीटो कर दिया। प्रस्ताव में प्रावधान था कि पृथ्वी की कक्षा में परमाणु हथियारों की तैनाती पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। प्रस्ताव में यह भी कहा गया था कि सदस्य देश ऐसे परमाणु हथियार नहीं बनाएंगे जिन्हें खास तौर पर स्पेस में तैनात किए जाने के लिए डिजाइन किया गया हो। प्रस्ताव के समर्थन में 13 वोट पड़े। चीन मतदान से अनुपस्थित रहा, जबकि रूस ने प्रस्ताव को 'राजनीति से प्रेरित और मूर्खतापूर्ण' बताते हुए वीटो कर दिया। इसको लेकर अमरीका और रूस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। संयुक्त राष्ट्र में अमरीकी प्रतिनिधि थॉमस ग्रीनफील्ड और अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवन ने रूस से पूछा है कि इस वीटो के पीछे रूस की मंशा क्या है। कहीं, रूस स्पेस में परमाणु हथियारों की तैनाती करने तो नहीं जा रहा, जबकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इससे इंकार करते हैं? वहीं, रूस ने अमरीका की मंशा पर सवाल उठाए हैं, कि आखिर अमरीका स्पेस में सभी प्रकार के हथियारों की तैनाती पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाना चाहता, सिर्फ परमाणु हथियार पर ही रोक क्यों चाहता है। रूस-चीन का तगड़ा पलटवार, अमरीका समेत 7 देशों ने किया विरोध पलटवार करते हुए रूस और चीन ने अमरीका और जापान के मसौदे में एक संशोधन का प्रस्ताव रखा। जिसमें सभी देशों से, विशेष रूप से प्रमुख अंतरिक्ष क्षमताओं वाले देशों से 'बाहरी अंतरिक्ष में सभी प्रकार के हथियारों की तैनाती और बाहरी अंतरिक्ष में बल प्रयोग की धमकी पर रोक' लगाने का प्रस्ताव था।' इस संशोधन के पक्ष में 7 देशों ने मतदान किया और अमरीका समेत 7 देशों ने विरोध किया। एक देश अनुपस्थित रहा। इस तरह यह संशोधन गिर गया, क्योंकि इसको अपनाने के लिए न्यूनतम 9 देशों का समर्थन जरूरी था।मतदान के बाद संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने कहा है सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए कहा, हम केवल डब्ल्यूएमडी (सामूहिक विनाश के हथियार) ही नहीं, बल्कि बाहरी अंतरिक्ष में किसी भी प्रकार के हथियारों की नियुक्ति पर प्रतिबंध चाहते हैं... लेकिन आप ऐसा नहीं चाहते.. और इसलिए मुझे आपसे वही प्रश्न पूछना है...आखिर, क्यों? अमरीका की मंशा पर गंभीर सवाल संशोधन का विरोध करने पर रूस ने अमरीका और जापान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि, हमें याद होगा कि अमरीका और उसके सहयोगी देशों ने कुछ समय पहले बाहरी अंतरिक्ष में हथियारों की तैनाती योजना की घोषणा की थी। रूस ने कहा, आज परमाणु हथियारों की स्पेस में तैनाती पर रोक की बात करने वाला अमरीका 2008 से ही रूस और चीन के अंतरिक्ष में सभी प्रकार के हथियार तैनाती संबंधी प्रस्ताव में अड़चन डाल रहा है। स्पेस युद्ध के भीषण होंगे परिणाम संयुक्त राष्ट्र में अमरीकी प्रतिनिधि थॉमस ग्रीनफील्ड ने कहा कि रूस परमाणु हथियारों के प्रसार से जुड़ी वैश्विक संधियों की अनदेखी करते हुए अपने दायित्वों से पीछे हट रहा है। मस-ग्रीनफील्ड ने वोट से पहले कहा कि दुनिया अभी अंतरिक्ष में परमाणु विस्फोट के विनाशकारी परिणामों को समझना शुरू कर रही है। स्पेस में विस्फोट दुनिया भर के देशों और कंपनियों द्वारा संचालित हजारों उपग्रहों को नष्ट कर सकता है और इससे महत्वपूर्ण संचार, वैज्ञानिक, मौसम विज्ञान, कृषि, वाणिज्यिक और राष्ट्रीय सुरक्षा सेवाएं समाप्त हो जाएंगी, जिन पर हम निर्भर हैं। यूक्रेन के मोर्चे पर चीन को घेरा अमरीका यूक्रेन में रूस की मदद को लेकर भी चीन को घेर रहा है। अमरीका का कहना है चीन लगातार यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद कर रहा है। हाल में एक उत्तर कोरिया से हथियार हस्तांतरण में शामिल रूस का मालवाहक जहाज चीनी बंदरगाह पर देखा गया है। इससे भी अमरीका के आरोपों को बल मिला है।
सीट सुपरहिट: कन्नौज में अखिलेश बनाम सुब्रत पाठक का धमाकेदार मुकाबला!
आज हम बात करेंगे कन्नौज सीट की, जहां आज विधानसभा नामांकन का दिन था. एक तरफ समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने अपना नामांकन भरा और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रत पाठक ने. कन्नौज में इस सीट का मुकाबला कैसा होगा, यह देखना बेहद रोचक होगा.
DNA: जब 6 साल के बच्चे से डर गया चीन, 29 सालों से कर रखा है अगवा
Tibet News: भूमाफिया चीन किसी भी हद तक जा सकता है. लेकिन छह साल के बच्चे से चीन डर गया था और उस बच्चे को चीन ने अगवा कर लिया था. इस बात को 29 वर्ष गुजर चुके हैं. आज उस बच्चे का जन्मदिन है और वो बच्चा 35 वर्ष का हो चुका है.
18वीं लोकसभा चुनाव में शुक्रवार 26 अप्रैल को होने वाले दूसरे फेज के मतदान के लिए 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर निर्वाचन आयोग पूरी तरह तैयार है. इसके लिए सुरक्षा और अन्य इंतज़ाम चाक चौबंद किए गए हैं. कुल 16 करोड़ मतदाताओं के लिए 1 लाख 67 हजार मतदान केंद्र बनाए गए हैं.इस दौरान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे.
10तक: लोकसभा चुनाव की जंग, यूपी में अखिलेश, राहुल और प्रियंका संग! - Aaj Tak
10तक: लोकसभा चुनाव की जंग, यूपी में अखिलेश, राहुल और प्रियंका संग! Aaj Tak भास्कर एक्सप्लेनर- राहुल का अमेठी जीतना मुश्किल, फिर दावेदारी क्यों: 2019 के बाद सिर्फ 2 बार गए; स्मृति ने ... Dainik Bhaskar Loksabha Chunav 2024: अमेठी में स्मृति ईरानी Vs राहुल गांधी, रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे प्रियंका गांधी! मनी कंट्रोल Lok Sabha Polls: अमेठी से नामांकन कर सकते हैं राहुल, रामलला के दर्शन भी करेंगे? 24 घंटे बाद रुख होगा साफ अमर उजाला
10तक: लोकसभा चुनाव की जंग, यूपी में अखिलेश, राहुल और प्रियंका संग!
अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ रहे हैं. अमेठी और रायबरेली से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के बीच चुनाव लड़ने की चर्चाएं तेज हो गई हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में दो लड़कों की जोड़ी ने उतरने का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हुआ. अब 2024 में यूपी में फिर से दो लड़कों ने लड़ने के लिए उतरने का निर्णय लिया है.
सिरसा से कुमारी सैलजा, रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा... हरियाणा में कांग्रेस ने उतारे प्रत्याशी
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने हरियाणा की लोकसभा सीटों से अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है. पार्टी ने कुमारी सैलजा को सिरसा से टिकट दी है. वहीं रोहतक सीट से दीपेंदर हुड्डा को चुनावी मैदान में उतारा गया है.
हरियाणा की आठ सीटों पर कांग्रेस की लिस्ट, कुमारी शैलजा और दीपेंद्र हुड्डा को टिकट - ABP न्यूज़
हरियाणा की आठ सीटों पर कांग्रेस की लिस्ट, कुमारी शैलजा और दीपेंद्र हुड्डा को टिकट ABP न्यूज़ Lok Sabha: हरियाणा के पूर्व सीएम के सामने कांग्रेस ने उतारा युवा चेहरा, दिव्यांशु बुद्धिराजा को दिया टिकट अमर उजाला कांग्रेस ने हरियाणा से 8 प्रत्याशियों का किया ऐलान, दीपेंद्र हुड्डा और कुमारी शैलजा को भी टिकट India TV Hindi एक क्लिक में पढ़ें 26 अप्रैल, शुक्रवार की अहम खबरें Aaj Tak
'स्त्रीधन पर पति का भी अधिकार नहीं, पत्नी को 25 लाख चुकाओ', सुप्रीम कोर्ट का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसले में साफ कहा है कि महिला का स्त्रीधन उसकी पूर्ण संपत्ति है. जिसे अपनी मर्जी से खर्च करने का उसे पूरा अधिकार है. इस स्त्री धन में पति कभी भी साझीदार या हिस्सेदार नहीं बन सकता, लेकिन जीवन संकट में आने के समय पत्नी की मर्जी से पति इसका उपयोग कर सकता है.
विदेश से फोन पर दिया तीन तलाक, फिर ममेरे भाई से कराया हलाला, महिला की दर्दनाक कहानी
मुजफ्फरनगर जनपद से तीन तलाक और हलाला का सनसनीखेज मामला सामने आया है. महिला ने बताया कि पति करीब तीन महीने पहले विदेश से घर आया.उसने शर्त रखी कि वह उसके मामा के बेटे से हलाला कर ले.उसके बाद ही वह उसे अपने साथ रख सकेगा. पीड़िता ने एसएसपी के ऑफिस पहुंचकर आरोपी पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.
हबल छवि में डम्बल के आकार का निहारिका तारकीय नरभक्षण का प्रमाण दिखा सकता है
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