Bangladesh Violence: बांग्लादेश में एक बार फिर हालात गंभीर है और हिंसा भड़क गई है. देश में जारी हिंसा और टकराव के बीच आतंकी नेता का सामने आकर हिंदुओं और मंदिरों की सुरक्षा का दावा करना चौंकाने वाला है. भारत विरोधी उकसावे और कट्टरपंथी गतिविधियों के लिए जाने वाला हारून इजहार के इस बयान ने बांग्लादेश की कानून व्यवस्था और प्रशासनिक कंट्रोल पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
तोशाखाना केस : इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 17 साल की जेल
पाकिस्तान की अदालत से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को तगड़ा झटका लगा है। अदालत ने उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में 17-17 साल कैद की सजा सुनाई है। इमरान खान पहले से ही जेल में बंद हैं और कई मामलों में सजा काट रहे हैं।
Dipu Das Murder: बांग्लादेश में गुस्साई भीड़ ने एक हिंदू युवक को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया, जिसके बाद माहौल और ज्यादा खराब हो गया है. इस मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
Bangladesh Violence: बांग्लादेश में जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि प्रेस पर हो रहे हमले केवल प्रेस की स्वतंत्रता नहीं बल्कि देश के बहुलतावाद पर भी हमला हैं. थरूर ने बांग्लादेश के अंतरिम सरकार से हिंसा को समाप्त करने और सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया.
Bangladesh News: बांग्लादेश के हालात बेकाबू हो गए हैं. यहां पर गुस्साई भीड़ ने एक हिंदू युवक की हत्या कर दी. जिसे लेकर सलीमा नसरीन ने दावा किया है कि हिंदू युवक दीपू चंद्र दास पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाया गया था.
अमेरिका में सबसे ज़्यादा चर्चित एप्सटीन मामले में सबसे बड़ा खुलासा हो गया है। इस केस की फाइल्स अमेरिकी न्याय विभाग की वेबसाइट पर जारी कर दी गई हैं। जिसमे कई प्रमुख हस्तियों के नाम और तस्वीरें सामने आई हैं
Dhaka Violence: बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक प्रोथोम आलो के कार्यकारी संपादक सज्जाद शरीफ ने कहा कि उपद्रवियों ने मीडिया हाउस में तोड़फोड़ की और आग लगा दी जिससे पत्रकारों को कार्यालय छोड़कर भागना पड़ा और अखबार और उसके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का प्रकाशन रुक गया.
गाजा में स्थायी और टिकाऊ शांति तभी संभव है, जब हमास अपने हथियार छोड़ेगा : मार्को रुबियो
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने साफ शब्दों में कहा कि गाजा में स्थायी और टिकाऊ शांति तभी संभव है, जब हमास को भविष्य में इजरायल पर हमला करने की क्षमता से पूरी तरह वंचित कर दिया जाए। शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में रुबियो ने कहा कि शांति प्रयासों का केंद्र बिंदु हमास का निरस्त्रीकरण होना चाहिए
बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम के बगल में ही क्यों दफनाए जाएंगे उस्मान हादी
Usman Hadi:शरीफ उस्मान हादी को दफनााया जाएगा. हादी का पार्थिव शरीर राजधानी ढाका पहुंच चुका है. बता दें, हादी की मौत के बाद ढाका में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. कार्यकर्ताओं ने न्याय की मांग करते हुए शहर में तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी थी.
जंग के शोर-गुल के बीच पुतिन का इजहार-ए-इश्क, पत्रकार के सवाल पर बोले- हां मैं प्यार में हूं
Vladimir Putin: कहते हैं कि प्यार कब किसे हो जाए, इसका कोई भरोसा नहीं होता है. प्यार को लेकर रूसी राष्ट्रपति भी काफी चर्चाओं में हैं, एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पूछा गया कि क्या वो प्यार में हैं तो उन्होंने जवाब दिया हां, हालांकि उन्होंने कोई डिटेल नहीं दी.
Jeffrey Epstein Files Release: अमेरिका में जेफरी एप्स्टीन से जुड़े हजारों सरकारी दस्तावेज सार्वजनिक किए गए हैं. इन फाइलों में पहली बार एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम दिखाई दिया है. हालांकि ज्यादातर जानकारी को काले रंग से ढक दिया गया है, फिर भी इस खुलासे ने अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी है.
ट्रंप की बड़ी घोषणा : अमेरिका में सस्ती होंगी दवाएं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दवाओं की कीमतों को कम करने की अब तक की सबसे बड़ी पहल की घोषणा की है
Epstein sex scandal:एपस्टीन सेक्स स्कैंडल की जांच चल रही है. अब इस केस में कई चर्चित हस्तियों की तस्वीरें सामने आई हैं. इन तस्वीरों में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पॉप सिंगर माइकल जैक्सन और हॉलीवुड अभिनेता क्रिस टकर का जिक्र है.कुछ तस्वीरों में बिल क्लिंटन महिलाओं के साथ स्विमिंग पूल में दिखते हैं, जबकि प्रिंस एंड्रयू को कई महिलाओं के बीच लेटे हुए देखा गया है.
Donald Trump: सत्ता की कुर्सी संभालने के बाद अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों को देश से बाहर का रास्ता दिखाया था. अब विदेश में रह रहे अमेरिकियों को लेकर ट्रंप प्रशासन नया हथकंडा अपनाने जा रहा है.
The Hindi meaning of First Alo: बांग्लादेश में राजनीतिक अशांति के बीच द डेली स्टार और प्रथम आलो जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों पर हुए हिंसक हमले को प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर एक गंभीर प्रहार माना जा रहा है.
एक पेड़ पर डेडबॉडी लटकी है। शरीर पर कोई कपड़ा नहीं है। आसपास शोर मचाती भीड़ है। कुछ लोग डेडबॉडी पर डंडे मार रहे हैं। ज्यादातर नौजवान हैं। कुछ लोग मोबाइल से वीडियो बना रहे हैं। तभी दो शख्स जलती घास उठाते हैं और पेट्रोल से भीगी डेडबॉडी में आग लगा देते हैं। माइक पर बांग्ला में अनाउंसमेंट होता है। भीड़ धार्मिक नारे लगाने लगती है। ये घटना बांग्लादेश के मैमनसिंह शहर के भालुका एरिया की है। मरने वाला हिंदू युवक दीपु चंद्र दास है। 25 साल के दीपु पर ईशनिंदा का आरोप था। वे कपड़े की फैक्ट्री में काम करते थे। पुलिस के मुताबिक, 18 दिसंबर की रात भीड़ ने फैक्ट्री के बाहर उन्हें पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना ने बांग्लादेश के हिंदुओं को डरा दिया है। वे घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। दीपु चंद्र की हत्या जिस वक्त हुई, उसी दौरान बांग्लादेश में हिंसा भड़की है। इंकिलाब मंच के लीडर 32 साल के शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत के बाद से राजधानी ढाका समेत 4 शहरों में आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई हैं। हादी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत विरोधी माने जाते थे। 12 दिसंबर को उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान गोली मार दी गई थी। 'भीड़ अखबारों के ऑफिस जलाती रही, पुलिस ने रोका नहीं'शरीफ उस्मान बिन हादी की मौत के बाद शुरू हुए प्रदर्शन के बाद भीड़ ने बांग्लादेश के दो बड़े अखबारों द डेली स्टार और प्रोथोम आलो के ऑफिस में आग लगा दी। हालांकि, इंकिलाब मंच ने लोगों से हिंसा से बचने की अपील की थी। फेसबुक पर किए पोस्ट में संगठन ने कहा, ‘कुछ गुट बांग्लादेश को नाकाम देश बनाना चाहते हैं। बांग्लादेश में फरवरी में चुनाव हैं। सोचिए कि देश में अशांति फैलाई जाती है, तो इसका फायदा किसे होगा।’ उधर, आरोप है कि हादी के समर्थक इलियास हुसैन ने फेसबुक पोस्ट के जरिए लोगों से राजबाग एरिया में इकट्ठा होने के लिए कहा था। बांग्ला अखबार प्रथोमो आलो और अंग्रेजी अखबार द डेली स्टार के दफ्तर इसी जगह हैं। सोर्स बताते हैं कि भीड़ में शामिल लोग पेट्रोल लेकर आए थे। शुरुआत में करीब 25 लोग ही थे। पुलिस ने उन्हें नहीं रोका। इसके बाद भीड़ ने अखबार के ऑफिस में घुसकर आग लगा दी। एग्जीक्यूटिव एडिटर बोले- 27 साल में पहली बार अखबार नहीं छपाप्रथोमो आलो के एग्जीक्यूटिव एडिटर सज्जाद शरीफ दैनिक भास्कर को बताते हैं, ‘हम शाम को अखबार छापने की तैयारी कर रहे थे। तभी उस्मान हादी की मौत की खबर आई। कुछ लोगों ने अखबार के दफ्तर के बाहर भीड़ इकट्ठी की और आगजनी शुरू कर दी।’ अखबार ने पब्लिकेशन रुकने के लिए अपनी वेबसाइट के जरिए पाठकों से माफी मांगी है। हमने सज्जाद शरीफ से पूछा कि प्रथोमो आलो को ही क्यों टारगेट किया गया? वे कहते हैं, ‘हमें भी इसका जवाब चाहिए। हमारा अखबार लोकतांत्रिक और सेक्युलर मूल्यों पर काम करता रहा है और आगे भी करेगा।’ अखबार में काम करने वाले पत्रकार बताते हैं, ‘बांग्लादेश में कट्टरपंथी माहौल बन रहे हैं। हमें बहुत पहले से डर था कि एक दिन ऐसा हो सकता है। युवा नेता इस्लाम के नाम पर लोगों को भड़का रहे थे। लोकतांत्रिक सोच के खिलाफ हिंसक माहौल के लिए बैकग्राउंड तैयार कर रहे थे।’ ऑफिस में नीचे आग, छत पर भागकर बचे पत्रकारअंग्रेजी न्यूज पेपर द डेली स्टार के ऑफिस में तोड़फोड़ के दौरान कुछ पत्रकार छत पर फंस गए थे। एक पत्रकार बताते हैं, ‘मेरे पास फोन आया कि प्रोथोम आलो के ऑफिस पर हमला हुआ है। गुस्साई भीड़ हमारे ऑफिस की ओर बढ़ रही है। इसके बाद स्टाफ बिल्डिंग खाली करने लगा। तब तक भीड़ ग्राउंड फ्लोर तक आ चुकी थी। वहां तोड़फोड़ के बाद बिल्डिंग में आग लगा दी। धुएं के बीच पत्रकारों ने नीचे जाने की कोशिश छोड़ दी और 10वीं मंजिल की छत पर भागकर जान बचाई।’ बाद में फायर सर्विस की टीमें आईं और देर रात 1.40 बजे निचले फ्लोर में लगी आग बुझाई। तब बिल्डिंग में 28 लोग मौजूद थे। चार फायरमैन छत पर चढ़े और फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उस्मान हादी अगस्त 2024 में शेख हसीना के विरोध में हुए छात्र आंदोलन के लीडर थे। वे अपनी तकरीरों में प्रोथोम आलो और द डेली स्टार अखबार की आलोचना करते थे। उन्हें हिंदुओं का पक्षधर बताते थे और इन अखबारों के सेक्युलर होने पर आलोचना करते थे। उन्होंने अंतरिम सरकार में शामिल छात्रों और अंतरिम प्रधानमंत्री डॉ. यूनुस से अलग रास्ता चुना और इंकलाब मंच नाम से संगठन बनाया। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ आंदोलन करने वाले छात्रों की नेशनल सिटिजन पार्टी से इतर उस्मान हादी का रुख ज्यादा कट्टर था। सड़कों पर भीड़, भारत के उच्चायोग पर हमले की कोशिशबांग्लादेश में हमारे सहयोगी अमानुर रहमान बताते हैं, ‘हादी की मौत के बाद लोग सड़कों पर आ गए और नारे लगाने लगे। उनके समर्थकों का मानना है कि हादी की हत्या के पीछे भारत है और बांग्लादेश की यूनुस सरकार भारत के खिलाफ एक्शन नहीं ले रही। इसी सोच के साथ हादी के समर्थक ढाका यूनिवर्सिटी वाले इलाके में इकट्ठा हुए। फेसबुक पोस्ट देखने के बाद भीड़ इकट्ठा हो गई और आगजनी शुरू कर दी।’ मीडिया हाउस के ऑफिसों में आग लगाने के अलावा भीड़ ने ढाका के धनमंडी में पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान के पहले ही ढहाए जा चुके घर में भी तोड़फोड़ की। भीड़ घर के बचे हिस्से गिराने की कोशिश करती दिखी। प्रदर्शनकारियों ने चट्टोग्राम में सहायक भारतीय उच्चायुक्त के घर पर पत्थर फेंके। हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ। पुलिस ने भीड़ को खदेड़कर 12 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। ढाका में बांग्ला सांस्कृतिक संगठन ‘छायानट’ पर हमलाभीड़ ने ढाका के धनमंडी इलाके में ‘छायानट’ के ऑफिस में आग लगा दी। छायानट बांग्लादेश के सबसे पुराने सांस्कृतिक संगठनों में से एक है। छायानट 1961 में रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मशती समारोह के बाद बना था। बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान छायानट के कलाकारों ने आजादी के लिए लड़ रहे लोगों और शरणार्थियों का हौसला बढ़ाने के लिए कार्यक्रम किए थे। संगठन की महासचिव लैसा अहमद कहती हैं, ‘बहुत नुकसान हुआ है। आप खुद इसे देख सकते हैं।’ ‘हिंदू युवक की इतनी बेरहमी से हत्या नॉर्मल बात नहीं’मैमनसिंह शहर में हिंदू युवक दीपु चंद्र दास की हत्या पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि नए बांग्लादेश में ऐसी हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मैमनसिंह शहर राजधानी ढाका से करीब 80 किमी दूर है। भाकुला पुलिस स्टेशन के ड्यूटी ऑफिसर रिपन मियां के मुताबिक, पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने से भड़की भीड़ ने रात करीब 9 बजे दीपु की पिटाई की थी। पुलिस मौके पर पहुंचती, तब तक उसकी मौत हो गई। भीड़ भी जा चुकी थी। 19 सितंबर की रात तक न इस मामले में कोई गिरफ्तारी हुई, न केस दर्ज किया गया। पुलिस के मुताबिक, दीपु का परिवार आएगा, तब केस दर्ज करेंगे। हालांकि, दीपु की हत्या पर पत्रकार अमानुर रहमान बताते हैं, ‘बांग्लादेश में हिंसा और हिंदू युवक की हत्या का मामला एक ही वक्त हुआ है, लेकिन अभी पता नहीं चला है कि हत्या की असल वजह क्या है। पुलिस ने कहा है कि उसने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया था। इसलिए भीड़ ने उसे मार दिया। उसे जिस तरह मारा गया, ये सामान्य घटना नहीं है।’ हिंदू नेता बोले- घर से निकलने में डर लग रहाबांग्लादेश की कुल आबादी 16.5 करोड़ में करीब 1.31 करोड़ यानी 8% हिंदू हैं। अगस्त, 2024 में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। सत्ता से हटने के बाद शेख हसीना बांग्लादेश से भारत आ गई थीं। अब हालत ऐसी है कि हिंदू समुदाय के लोग घरों के बाहर निकलने से डर रहे हैं। बांग्लादेश हिंदू बौद्ध क्रिश्चियन यूनिटी काउंसिल के महासचिव महिंद्र कुमार नाथ कहते हैं, ‘हिंदू युवक की हत्या बांग्लादेश में बन रहे माहौल को दिखाती है। दीपु के पास पुराना बटन वाला फोन था। वो कैसे ईश्वर के खिलाफ पोस्ट कर सकता है। पहले भी ईशनिंदा का बहाना बनाकर हत्याएं की गईं हैं।’ ‘बांग्लादेश में कट्टरपंथी हावी हो रहे हैं। वे दूसरे समुदाय के लोगों को अपने आसपास नहीं देखना चाहते। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के पूजा स्थलों को निशाना बनाना और उनकी हत्याएं आम बात हो गई है।’ महिंद्र कहते हैं, ‘बांग्लादेश का माहौल अब अल्पसंख्यकों के लिए मुश्किल हो गया है। आपके साथ, कब क्या बुरा हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता। हिंदू नेताओं के घरों पर हमले किए जा रहे हैं। उदारवादी मुस्लिमों पर भी हमले हो रहे हैं। मौजूदा वक्त हसीना सरकार के वक्त से भी ज्यादा खराब है।’ सभी लीडर में सबसे कट्टर थे उस्मान हादी, भाषण देकर मशहूर हुएबांग्लादेश में छात्र आंदोलन का चेहरा रहे अलाउद्दीन मोहम्मद, उस्मान हादी के दोस्त रहे हैं। अलाउद्दीन अब छात्रों की नेशनल सिटिजन पार्टी की इंटरनेशनल सेल के हेड है। अलाउद्दीन बताते हैं, ‘पहले हादी हमारे ही संगठन में थे। फिर उन्होंने ज्यादा क्रांतिकारी रास्ता चुना। पार्टी के तौर पर हमें चेन ऑफ कमांड बनानी होती है। वे धार्मिक-सांस्कृतिक राजनीति पर ज्यादा फोकस करते थे।’ ‘हादी यूनिवर्सिटी में टीचर थे। अच्छा कमाते थे। अखबार में कॉलम लिखते थे, भाषण देते थे। यही सब करके हसीना सरकार के खिलाफ आंदोलन में मशहूर हो गए। हादी ने ढाका से चुनाव लड़ने का फैसला लिया था। हालांकि, हमें ये फैसला पसंद नहीं था। हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में हालात खराब होती दिख रही है। अगर ये मुद्दा बड़ा होता है, तो सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है।’ ‘हादी बांग्लादेश में दूसरे देशों के दखल के खिलाफ आवाज उठाते थे। वो बांग्लादेश में भारत के प्रभुत्व के खिलाफ आवाज बन गए थे। हादी खुद प्रथोमो आलो और द डेली स्टार के खिलाफ वैकल्पिक मीडिया खड़ा करने की बात करते थे। कहते थे कि अगर इनका विरोध करना है, तो दूसरे संस्थान खड़े करो, जो हमारी बात करें।’ अलाउद्दीन कहते हैं, ‘स्टेट, पुलिस, आर्मी अपना काम नहीं कर रही है। ढाका की सड़कों पर पुलिस कुछ नहीं कर पाई। अगर पुलिस छात्रों को भी बताती कि ऐसा कुछ हो रहा है, तो हम जाकर इस हिंसा को रोक सकते थे। सब कुछ अचानक हुआ और ये चौंकाने वाली बात थी।‘ बांग्लादेशी आर्मी का बड़ा धड़ा यूनुस सरकार के खिलाफबांग्लादेश में डॉ. यूनुस के नेतृत्व में चल रही सरकार आर्मी का भरोसा नहीं जीत सकी है। अलाउद्दीन आरोप लगाते हैं कि आर्मी सबसे बड़ी फोर्स है, जो यूनुस सरकार को हटाने की कोशिश कर रही है। एजेंसियां और आर्मी मिलकर हिंसा करवा रही हैं ताकि चुनाव न हो सकें।’ अलाउद्दीन कहते हैं कि ‘अंतरिम सरकार को चलाने के लिए पुलिस, ब्यूरोक्रेसी और आर्मी का समर्थन चाहिए होता है। बांग्लादेश में फिलहाल २७ आर्मी जनरल कैद में हैं। वे हसीना सरकार की राज्य प्रायोजित हिंसा का हिस्सा थे। आर्मी नहीं चाहती कि नई राजनीतिक सरकार चुनकर आए। आर्मी का एक धड़ा सरकार के साथ नहीं है।’
बोंडी बीच के हमलावर को रोकने वाले हीरो पर नोटों की बारिश, फंड रेजिंग से जमा हुए 22 करोड़
Sydney atatck:हॉस्पिटल के बेड पर लेटे अहमद ने कहा, 'जब मैं लोगों को बचाता हूं, तो मैं यह काम पूरे दिल से करता हूं'. वीडियो देखने वाले लोग अहमद की बहादुरी के कायल हैं. इस बीच हॉस्पिटल मेंअहमद को$2.5 मिलियन का चेक दिया गया.
रूस के खिलाफ यूरोप का बड़ा कदम, यूक्रेन को 90 अरब यूरो का ब्याज मुक्त कर्ज देने को तैयार
यूरोपीय देशों के कई नेता इस बात पर सहमत नहीं हुए कि क्या यह ऋण यूरोपीय ब्लॉक में रूस की फ्रीज की गई परिसंपत्तियों के आधार पर दिया जाना चाहिए, जिसे कई सदस्य देश अधिक उपयुक्त विकल्प मानते हैं.
ढाका पहुंचा हादी का शव, बांग्लादेश संसद भवन के पास होगी जनाजे की नमाज, हाई अलर्ट पर पूरा देश
Bangladesh News: यूनुस ने पोस्ट में लिखा 'शहीद उस्मान हैदर के जनाजे की नमाज कल दोपहर 2:30 बजे जातीय संसद भवन के साउथ प्लाजा में होगी. यूनुस ने हादी के जनाजे में शामिल होने वाले लोगों से भारी बैग नहीं लाने की अपील की है. उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि जनाजे की नमाज के दौरान संसद भवन के आसपास ड्रोन उड़ाने को पूरी तरह बैन है.
Bangladesh violence latest update: कट्टरपंथी उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में हालात बेकाबू हैं. शनिवार को हादी की लाश को दफन किया जाएगा. उस दौरान देश में हिंसा भड़क सकती है. इसे देखते हुए यूएस और यूके ने अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया है.
EU on Russia Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही रूस के प्रति नजदीकी दिखा रहे हों लेकिन यूरोपीय संघ अब भी पुतिन को बख्शने के मूड में नहीं दिख रहे हैं. यूक्रेन की फायर पावर मजबूत करने के लिए ईयू ने उसे 105 डॉलर का भारी भरकम लोन देने का फैसला किया है.
जंग रोकनी है या नहीं? कौन तय करेगा, रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन ने बताया
Putin on Peace deal:पुतिन ने 2025 की आखिरी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'गेंद पूरी तरह से कीव सरकार के प्रमुख और उसके यूरोपीय समर्थकों के पाले में है. मैं फिर दोहराना चाहता हूं कि हम शांति वार्ता को नहीं खींच रहे क्योंकि मॉस्को ने अमेरिका द्वारा प्रस्तावित डील में कुछ समझौते स्वीकार किए हैं'.
Vladimir Putin News in Hindi: पुतिन को दुनिया के गंभीर नेता के रूप में माना जाता है. लेकिन एक पत्रकार ने पुतिन के लाइव टीवी सेशन के दौरान स्टूडियो में मौजूद अपनी साथी को शादी के लिए प्रपोज कर दिया. अपने सामने यह प्रपोज देख पुतिन हैरान रह गए.
रूस ने यूक्रेन को 1,000 से ज़्यादा सैनिकों के शव सौंपे, बदले में 26 शव यूक्रेन ने भेजे
यूक्रेनी अधिकारियों ने पुष्टि की कि कीव को रूस से मारे गए 1,003 सैनिकों के शव मिले हैं. उन्होंने कहा कि जांचकर्ता और विशेषज्ञ सभी आवश्यक जांच करने और उनकी पहचान करने के लिए काम करेंगे. यूक्रेन के युद्धबंदी समन्वय केंद्र ने टेलीग्राम ऐप पर कई बड़े ट्रकों और सुरक्षात्मक ओवरऑल पहने लोगों की तस्वीरें पोस्ट कीं, जो सफेद बोरियों में रखे शवों की जांच कर रहे थे.
Afghan Refugee Crisis News: इस्लामिक उम्माह एक ऐसा शब्द है, जिसे हर मुस्लिम देश बड़े गर्व के साथ इस्तेमाल करता है. लेकिन इसी उम्माह की धज्जियां उड़ाते हुए पाकिस्तान-ईरान अपने 'इस्लामिक बिरादर' अफगानिस्तान पर कहर ढा रहे हैं.
Baldness Hair loss treatment: बालों का झड़ना किसी व्यक्ति के लिए एक दर्दनाक अनुभव हो सकता है, लेकिन सरकारों के लिए यह कभी भी गंभीर चिंता का विषय नहीं रहा. गंजेपन/हेयर लॉस को लेकर बना ये मिथक टूट चुका है, क्योंकि दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने इस बीमारी को अस्तित्व के संकट से जोड़ दिया है.
Osman Hadi कौन है? जिसकी मौत से जला बांग्लादेश, ढाका पहुंची लाश, हिंदुओं पर आई आफत
Bangladesh Violence: उस्मान हादी पर हमले की खबर के बाद सेबांग्लादेश जल रहा है. हिंसा अपने चरम पर है. हिंसा के बाद अल्पसंख्यकों को टारगेट किया गया है. खासकर हिंदुओं को ढूंढ ढूंढकर मारा जा रहा है.
Bangladesh Violence: 2 दिन में 4 भारतीय राजनयिकों पर हमला, हिंसा से क्यों सुलग रहा बांग्लादेश?
Bangladesh Protest: फरवरी में होने वाले चुनाव से पहले एक बार फिर बांग्लादेश हिंसा की चपेट में है.महज दो दिनों में 4 भारतीय राजनयिकों पर हमला हो चुका है. कई शहरों से पथराव और आगजनी की खबरें भी आ रही हैं. इन प्रदर्शनों में हुई हिंसा के पीछे छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत को भी बताया जा रहा है.
Bangladesh Osman Hadi Death: बांग्लादेश में भारत विरोधी कट्टरपंथी नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या को लेकर नया खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि हत्या में शामिल आरोपी को पहले से ही प्रदर्शन का अंदाजा था.
मरी हुई दादी को लेकर फ्लाइट में बैठा परिवार, यात्रियों का फूटा गुस्सा; 12 घंटे देर हुई फ्लाइट
Wheeling Dead Grandmother In Flight: स्पेन में एक ब्रिटिश परिवार पर अपनी मरी हुई दादी को विमान में चढ़ाने का मामला सामने आया है. इसको लेकर लोगों ने नाराजगी जताई है.
विरोध से कैसे आतंकवाद का नारा बना 'ग्लोबलाइज द इंतिफादा'... सिडनी से पहले कश्मीर भी बना था निशाना
Intifida Chant Relation In Bondi Attack: आस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में 14 दिसंबर 2025 को यहूदियों पर हुए हमले को 'ग्लोबलाइज द इंतिफादा' नारे का नतीजा माना जा रहा है.
जेफरी एप्स्टीन की मौत के बाद भी चर्चा तेज, अमेरिकी संसद में सियासी बवाल; 68 नई तस्वीरें जारी
Jeffrey Epstein Files: अमेरिकी संसद में डेमोक्रेट सांसदों ने जेफरी एप्स्टीन की संपत्ति से जुड़ी नई तस्वीरों को सामने किया है. ये तस्वीरें ऐसे समय जारी की गई हैं, जब एप्स्टीन से जुड़े सरकारी फाइलों को सार्वजनिक करने की समयसीमा करीब आ चुकी है. इन नई तस्वीरों के सामने आने से वॉशिंगटन की राजनीति में फिर से हलचल तेज हो गई है.
Kremlin warns seizure of Russian assets: क्रेमलिन ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि रूसी संपत्तियों की जब्ती को बिना जवाब दिए नहीं छोड़ा जाएगा. इसके लिए जिम्मेदार सभी लोग चाहे फैसला लेने वाले हों या उसे लागू करने वाले सजा भुगतेंगे. रूस सभी उपलब्ध कानूनी तरीकों से उनका पीछा करेगा.
ब्राउन यूनिवर्सिटी और MIT में गोलीबारी के बाद बौखलाए ट्रंप, सस्पेंड किया ग्रीन कार्ड लॉटरी प्रोग्राम
Trump Suspends Green Card Lottery Program: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीन कार्ड लॉटरी प्रोग्राम को सस्पेंड कर दिया है. यह फैसला 'ब्राउन यूनिवर्सिटी' में गोलाबारी के बाद लिया गया है.
Hindu man lynched in Bangladesh: बांग्लादेश में फैली हिंसा के बीचमैमनसिंह में कथित ईशनिंदा के आरोप में हिंदू व्यक्ति दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. जिसका वीडिया सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर बंगाल बीजेपी ने अपनी प्रतिकिया दी है. देखते है बहुत कलेजा फाड़ देने वाला वीडियो.
Nepal Election:नेपाल में आम चुनाव को अब ढाई महीने से भी कम समय बचा है लेकिन राजनीतिक तस्वीर अभी भी साफ नहीं है. 5 मार्च को प्रस्तावित चुनाव से पहले जेन-जी आंदोलन, पुरानी राजनीतिक पार्टियां और अंतरिम सरकार, तीनों अपने-अपने दांव चल रहे हैं.
Malik Ambar: हाल ही में पीएम मोदी ने अपने इथियोपिया की यात्रा में मलिक अंबर का जिक्र किया. मलिक अंबर एक गुलाम थे, जिन्होंने अपनी बहादुरी के दम पर अहमदनगर सल्तनत में अपनी जगह बनाई.
पहले खुद रिफ्यूजी अब बने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त, बरहम सालेह को मिली बड़ी जिम्मेदारी
Barham Salih:इराक के पूर्व राष्ट्रपति बरहम सालेह को संयुक्त राष्ट्र का शरणार्थी उच्चायुक्त चुना गया है. खास बात यह है कि वे खुद कभी शरणार्थी रह चुके हैं. उन्हें यह जिम्मेदारी ऐसे समय मिली है जब एजेंसी को धन की कमी और शरणार्थियों की संख्या में तेजी से वृद्धि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
UK Cyber Attack China: ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है. इसने सरकार की डिजिटल सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. चीन से जुड़े हैकर्स पर आरोप है कि उन्होंने हजारों गोपनीय दस्तावेज और संवेदनशील निजी जानकारियां चुरा लीं हैं.
उस्मान हादी की मौत के बाद सुलगा बांग्लादेश, अवामी लीग का दफ्तर फूंका, 4 शहरों में हिंसा
बांग्लादेश में द डेली स्टार के दफ्तर में हमलावरों ने पहले ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल में भारी तोड़फोड़ की। इसके बाद करीब 12:30 बजे आग लगा दी गई। आग तेजी से फैल गई और देखते ही देखते दो मंजिलें इसकी चपेट में आ गईं।
ट्रंप ने एनडीएए पर किए हस्ताक्षर, भारत के साथ अमेरिकी सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए फैसला किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वित्त वर्ष 2026 के लिए नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए) पर हस्ताक्षर किए। यह एक बड़ा रक्षा कानून है, जिसमें वॉशिंगटन की इंडो-पैसिफिक पॉलिसी के हिस्से के तौर पर भारत के साथ अमेरिकी सैन्य सहयोग बढ़ाने और क्वाड के जरिए संबंधों को गहरा करने की बात कही गई है
एक झटके में खत्म हुआ कार रेसर का पूरा परिवार, नॉर्थ कैरोलिना में धू-धू कर जला प्लेन-Video
North Carolina Plane Crash:अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में स्टेट्सविल हवाई अड्डे पर एक सेसना सी 550 जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 7 लोगों की मौत हुई. मृतकों में NASCAR के रेसिंग कार ड्राइवर ग्रेग बिफल उनकी पत्नी और दो बच्चे भी शामिल हैं.
बांग्लादेश में यूनुस सरकार का तुगलकी फरमान, आवामी लीग कार्यकर्ताओं को देखते ही गिरफ्तारी का आदेश
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने पुलिस को निर्देश दिया है कि आवामी लीग के सदस्यों को बिना यह जांच किए कि उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज है या नहीं, देखते ही गिरफ्तार किया जाए
अमेरिका ने ईरान के तेल नेटवर्क पर कसा शिकंजा, भारत से जुड़ी शिपिंग कंपनियां भी निशाने पर
ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार को ईरान के गुप्त पेट्रोलियम शिपिंग नेटवर्क से जुड़े 29 जहाजों पर प्रतिबंध लगा दिए। इनमें भारत से जुड़ी कई कंपनियां और परिचालन इकाइयां भी शामिल हैं
नॉर्थ कैरोलिना एयरपोर्ट पर विमान हादसे में 7 लोगों की मौत
अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना राज्य के स्टेट्सविल शहर के एक क्षेत्रीय हवाई अड्डे पर एक छोटा जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया
Who was Nuno Loureiro shot dead at his house:अमेरिका के मशहूर एमआईटी यूनिवर्सिटी के प्लाज्मा साइंस एंड फ्यूजन सेंटर के डायरेक्टर नुनो लौरेइरो की 15 दिसंबर 2025 को उनके ब्रुकलाइन घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस इसे हत्या का केस बता रही है, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी फ्यूजन एनर्जी रिसर्च से जोड़कर साजिश की अफवाहें उड़ रही हैं. जानें पूरी खबर.
Marijuana laws are changing in the US: राष्ट्रपति ट्रंप ने मारिजुआना को कम खतरनाक श्रेणी में लाकर रिसर्च को आसान बनाने का फैसला लिया है, हालांकि, इसे पूरी तरह कानूनी नहीं बनाया जाएगा.
हसीना की सत्ता के खिलाफ आवाज बनकर उभरा था हादी, लाख टके का सवाल-किसने मारी गोली?
Sharif Usman Hadi:इंकलाब मंच के प्रवक्ता और ‘जुलाई विद्रोह’ के प्रमुख नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. हादी की मौत के बाद देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी है. इस दौरान भारत विरोधी नारे भी लगाए गए.
जल उठा बांग्लादेश! एक्टिविस्ट की मौत के बाद भड़के दंगे, भारत के खिलाफ प्रदर्शन
Bangladesh violent protests: शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद ढाका में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे, जिससे गुस्साए लोगों ने प्रोथोम आलो और डेली स्टार के दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया. पूरे बंग्लादेश में हिंसा अपने चरम सीमा पर पहुंच चुका है.
बांग्लादेश में चुनावी हिंसा पर अवामी लीग की गंभीर चेतावनी
बांग्लादेश की अवामी लीग ने फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनावों से पहले देश में बढ़ती हिंसा पर गंभीर चिंता जताई है
जेफ्री एपस्टीन… एक ऐसा शख्स, जो एक वक्त दुनिया के ज्यादातर ताकतवर नेताओं का चहेता था। जिसके प्राइवेट आइलैंड की सीक्रेट पार्टियों में जाने की सभी की हसरत होती थी। आज सपने में भी कोई जेफ्री नाम नहीं लेना चाहता। वजह- दुनिया का सबसे सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल ‘एपस्टीन फाइल्स’। एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से जुड़े कई ऐसी बातें, जो पूरी तरह सच नहीं, लेकिन झूठ भी नहीं। मसलन- इस पूरे स्कैंडल के पीछे इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ था। जेफ्री ने सुसाइड नहीं किया, बल्कि राज खुलने के डर से उसकी हत्या करवाई गई। ऐसी ही 5 कॉन्स्पिरेसी थ्योरीज की पूरी कहानी, जानेंगे भास्कर एक्सप्लेनर में… ******* एपस्टीन फाइल्स से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड में क्या-क्या होता था; नई तस्वीरों में ट्रम्प लड़कियों के साथ अंतरंग और कंडोम के पैकेट पर दुनिया के सबसे हाई-प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल ‘एपस्टीन केस’ से जुड़ी 92 तस्वीरें पब्लिक हुई हैं। इनमें 3 तस्वीरें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हैं। इसमें से एक तस्वीर में वे कई लड़कियों से घिरे दिख रहे हैं, तो एक तस्वीर में वे कंडोम के पैकेट पर नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि 19 दिसंबर को एपस्टीन केस से जुड़ी तमाम कागजात, ईमेल और तस्वीरें पब्लिक हो सकती हैं। पूरी खबर पढ़िए...
'अमीर वर्ग नियम नहीं मानता। वो बड़ी-बड़ी डीजल कारें, जनरेटर और प्रदूषण फैलाने वाली बाकी चीजें इस्तेमाल करता है। गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण राजधानी और आसपास के इलाकों को चोक कर रहा है। गरीब और मेहनतकश वर्ग ही इसके सबसे ज्यादा संपर्क में आता है और सबसे ज्यादा पीड़ित है।' 15 दिसंबर को जब दिल्ली एयर पॉल्यूशन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तब चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने ये टिप्पणी की। दिल्ली में सर्दी बढ़ते ही एयर पॉल्यूशन खराब हाल में पहुंच गया है। पिछले कुछ दिन ऐसे रहे, जब ज्यादातर जगहों पर AQI 500 के करीब रहा। 14 दिसंबर को दिल्ली में औसत AQI 461 रहा, जो 'गंभीर' माना जाता है। दैनिक भास्कर की टीम चीफ जस्टिस के दावों की पड़ताल करने के लिए दिल्ली में ग्राउंड पर पहुंची। साथ ही हमने एयर पॉल्यूशन को लेकर कराए सर्वे और स्टडी की रिपोर्ट्स भी देखीं। पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया में चाय की दुकान लगाने वाली नीतू भी प्रदूषण के लिए अमीर वर्ग को जिम्मेदार मानती हैं। वे कहती हैं कि अमीरों की गाड़ियां प्रदूषण फैला रहीं और गरीब इसके नुकसान झेल रहा है। वहीं एयर पॉल्यूशन को लेकर CEEW की स्टडी कहती है कि दिल्ली में PM 2.5 एयर क्वालिटी लेवल के लिए सबसे ज्यादा गाड़ियां जिम्मेदार हैं। सड़कों की धूल, इंडस्ट्री, पावर प्लांट्स और कंस्ट्रक्शन का भी अहम रोल है। 60% से ज्यादा पॉल्यूशन इनकी वजह से होता है। दिल्ली ही नहीं, देश के बाकी कई बड़े शहरों में भी एयर पॉल्यूशन बड़ी चुनौती बना हुआ है। 18 दिसंबर को जब दिल्ली में AQI 305 रहा, तब पटना में 387, लखनऊ में 350, जयपुर में 156 और भोपाल में 124 रहा। सबसे पहले दिल्ली के लोगों की बात…अमीर गाड़ियों में घूमकर प्रदूषण फैला रहे, गरीब तकलीफें उठा रहेपटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया में हमें नीतू देवी मिलीं। यहां 15 सालों से चाय की दुकान लगा रही हैं। वे कहती हैं, ‘प्रदूषण के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है और आंखों में लगातार जलन रहती है। ऐसा लगता है कि किसी ने मिर्च डाल दी हो। कभी-कभी पानी का छिड़काव होता है, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं। प्रदूषण पहले से बढ़ गया है। दिन में 8-9 घंटे यहां रहती हूं। करीब 4-5 घंटे मास्क लगाकर रहना पड़ता है। ज्यादा देर मास्क लगाने पर भी घुटन होती है।‘ नीतू मानती हैं कि अगर गाड़ियां कम की जाएं तो प्रदूषण रोका जा सकता है। वे कहती हैं, 'यहां परिवार में हर इंसान के पास एक गाड़ी है। यही प्रदूषण फैला रही हैं। गरीब कुछ नहीं कर सकते हैं, बस परेशान हो सकते हैं। यहां कई गाड़ियों के शोरूम हैं। हर शोरूम से रोज 10-12 कारें निकलती हैं। इनका असर आबोहवा पर ही पड़ेगा न।‘ इसी तरह की बातें नोखे लाल भी करते हैं। वे पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया में 30 साल से रह रहे हैं और सड़क किनारे नमकीन-भूंजे का ठेला लगाते हैं। वे मानते हैं कि प्रदूषण बहुत बढ़ गया है और इसी के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है। 59 साल के लाल कहते हैं, ‘सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक यहां ठेला लगाता हूं। दिन भर धूल खाता हूं। हवा बहती है तो कुछ राहत मिलती है, नहीं तो सांस लेना मुश्किल हो जाता है। मुझे हार्ट की समस्या भी है। प्रदूषण के कारण और ज्यादा हो जाती है। यहां दवाइयां के बिना तो रह नहीं पाऊंगा।‘ नोखे लाल के मुताबिक, पिछले कई सालों से यही स्थिति है कोई सुधार नहीं हुआ। वे कहते हैं, ‘कभी-कभी पानी छिड़कने के लिए गाड़ी आती है, लेकिन उससे कुछ नहीं होता है। गाड़ियों के कारण ही प्रदूषण फैल रहा है। अमीर तो अपना इंतजाम कर लेते हैं। गरीब सड़क पर ही काम करेगा न इसलिए उन्हें ही सबसे ज्यादा नुकसान होता है। हमेशा मास्क या गमछा लपेटे रहना पड़ता है।‘ दिल्ली रहने लायक नहीं, शहर छोड़ रहे लोगइसके बाद दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में हम कुछ ऐसे लोगों से भी मिले, जो पॉल्यूशन से परेशान हैं, लेकिन इससे बचने के इंतजाम करने में सक्षम हैं। यहां रहने वाली खुशी विलियम खांसी से परेशान हैं। वे कहती हैं, ‘दिल्ली अब जरा भी रहने लायक नहीं है। हम यहां से शिफ्ट करने की सोच रहे हैं, कहीं पहाड़ों पर जाकर रहेंगे। पहले लोग दिल्ली में रहने के लिए तरसते थे, अब छोड़कर जा रहे हैं।‘ ‘मेरे कई जानने वाले हॉस्पिटल जा रहे और दवाई ले रहे हैं। ये सब प्रदूषण की वजह से हो रहा है। शाम को तो आप घर से बाहर नहीं निकल सकते हैं। घर पर हमने इसी साल एयर प्यूरिफायर लगाया है, लेकिन बाहर तो जाना ही है। बच्चों को पार्क में लाना होता है, उन्हें पिंजरे में तो बंद नहीं कर सकते हैं।‘ वो कहती हैं कि सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि प्रदूषण कम हो। समस्या की जड़ पर जाना चाहिए कि क्या उपाय हो सकते हैं। मॉर्निंग वॉक करना मुश्किल, सिर्फ इमरजेंसी में घर से निकल रहेदिल्ली के सीआर पार्क इलाके में हमें शशि शर्मा मिले। वे एक रिटायर्ड सरकारी अधिकारी हैं। वे कहते हैं, ‘प्रदूषण का फेफड़ों पर बुरा असर पड़ रहा है। मॉर्निंग वॉक पर भी हमें मास्क लगाकर जाना पड़ता है। पत्नी को अस्थमा है। सुबह उठते ही उन्हें नेब्यूलाइजर लगाना पड़ता है। रात को सोते हुए CPAP मशीन लगानी पड़ती है, जिससे ऑक्सीजन सही तरीके से मिल सके। प्रदूषण के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है।‘ शशि भी उन लोगों में हैं जिन्होंने घर में एयर प्यूरिफायर लगवा रखा है। वे कहते हैं, ‘इससे तो हम सिर्फ घर में सुरक्षित हैं, लेकिन बाहर तो निकलना ही पड़ेगा। इसी इलाके में हमें सुजीत चौधरी मिले, जो मास्क लगाकर एक पार्क में अखबार पढ़ रहे थे। वे कहते हैं, ’सांस लेने में काफी दिक्कत है। प्रदूषण के कारण मॉर्निंग वॉक पर भी नहीं निकल पा रहे हैं। लोग अब इमरजेंसी में ही घर से निकल रहे हैं। ये सरकार की छोटी-मोटी कोशिशों से दूर नहीं होने वाला है। इसके लिए ठोस पॉलिसी बनानी होगी।’ प्रदूषण पर अलग-अलग रिपोर्ट्स क्या कहती हैं?पॉल्यूशन को लेकर कई रिपोर्ट्स बताती हैं कि दुनियाभर में प्रदूषण फैलाने में अमीर सबसे आगे हैं, लेकिन इसका शिकार गरीब हो रहे हैं। अक्टूबर 2021 में छपी 'नेचर सस्टनेबिलिटी' की रिपोर्ट बताती है कि भारत में गरीब एयर पॉल्यूशन का ज्यादा सामना कर रहे हैं जबकि वो इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं। ज्यादा आय वाले गाड़ियों और दूसरे जरियों से पॉल्यूशन बढ़ा रहे हैं, लेकिन वे एयर कंडीशन और बढ़िया हेल्थ केयर जैसी सुविधाओं से लैस हैं। रिपोर्ट बताती हैं कि एयर पॉल्यूशन समय से पहले मौत के बड़े कारणों में एक है। भारत में एयर पॉल्यूशन के कारण सबसे कम आय वर्ग के 54.7% लोगों की समय से पहले मौत हो रही है। वहीं सबसे ज्यादा आय वर्ग में 6.3% लोग ही इसका शिकार हैं। यानी एयर पॉल्यूशन का गरीबों पर असर अमीरों की तुलना में 9 गुना ज्यादा है। द लैंसेट प्लेनेटरी हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की करीब 82% आबादी भारत के नेशनल एम्बिएंट एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड्स के ऊपर की हवा में रह रही है। दिसंबर 2024 में छपी इस रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ 2019 में एयर पॉल्यूशन के कारण भारत में 18 लाख लोगों की मौत हुई है। वहीं साल 2009 से 2019 के बीच इसके कारण औसतन हर साल 15 लाख लोगों की मौत हुई। पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए अलॉट फंड इस्तेमाल नहीं हो रहाभारत सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 2019 में नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (NCAP) की शुरुआत की थी। इसका टारगेट देश के 130 शहरों की एयर क्वालिटी में सुधार लाना था। इसके तहत PM-10 के लेवल को 40% तक कम करना था। हालांकि दिल्ली में अब तक ये हासिल नहीं किया जा सका है। इस प्रोग्राम के तहत अब तक राज्यों को 13,036 करोड़ फंड अलॉट हो चुका है। जुलाई महीने में पर्यावरण मंत्रालय की रिपोर्ट बताती है कि इन शहरों में करीब 71% यानी 9209 करोड़ रुपए का फंड इस्तेमाल किया गया। इस मामले में दिल्ली की स्थिति और भी बुरी है क्योंकि दिल्ली सरकार ने पूरा फंड इस्तेमाल ही नहीं किया। एक्सपर्ट बोले- घनी आबादी वाले इलाके पॉल्यूशन के हॉटस्पॉटग्रीनपीस साउथ एशिया के डिप्टी प्रोग्राम डायरेक्टर अविनाश चंचल चीफ जस्टिस की बातों से इत्तफाक रखते हैं। वे कहते हैं, ‘अगर हम दिल्ली की बात करें तो लगभग सभी स्टडीज बताती हैं कि 40 से 50% तक पॉल्यूशन की वजह गाड़ियों से निकलने वाला धुआं है। दिल्ली में कारों की संख्या ज्यादा है। NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) का स्तर काफी ज्यादा है जो गाड़ियों से ही निकलती है।‘ ‘इस पॉल्यूशन का गरीबों की सेहत और जिंदगी पर क्या असर पड़ता है, इस पर बहुत कम रिसर्च हुई है। आप देखेंगे कि दिल्ली में जितने भी प्रदूषण के हॉटस्पॉट हैं, वहां सबसे ज्यादा घनी आबादी है। वहां वर्किंग क्लास के लोग रहते हैं।‘ अविनाश आगे कहते हैं, ट्रक या दूसरे ट्रांसपोर्ट से भी प्रदूषण फैल रहा है, लेकिन तुलनात्मक रूप से अगर देखें तो प्राइवेट गाड़ियां इसके लिए ज्यादा जिम्मेदार हैं। वे कहते हैं, ‘इंडस्ट्री से होने वाला प्रदूषण भी दिल्ली की हवा को खराब कर रहा है। दिल्ली के आसपास कई थर्मल पावर प्लांट भी हैं। IIT कानपुर की 2015 की एक स्टडी के मुताबिक, तब 30% उत्सर्जन में पावर प्लांट की भागीदारी थी। कूड़ों का सही प्रबंधन न होने और कंस्ट्रक्शन सेक्टर भी बड़े स्तर पर जिम्मेदार हैं। ये सारे फैक्टर पूरे साल मौजूद रहते हैं और इसके कारण हवा हमेशा खराब होती है। ठंड में दिक्कत बढ़ जाती है क्योंकि प्रदूषण बाहर नहीं निकल पाता है। इसलिए हम बोलते हैं कि जो फैक्टर पूरे साल प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है, उसे सोर्स पर रोका जाए।’ अविनाश के मुताबिक, ग्रीनपीस ने कई सालों तक भारत के शहरों की हवा पर स्टडी की थी। रिपोर्ट में कहा गया कि देश के 80% शहर हवा के नेशनल एयर क्वालिटी मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं। वे कहते हैं, ‘प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए जो भी समाधान लाए जाते हैं, वो सब गरीब विरोधी हैं, जैसे- जब भी ग्रैप (GRAP) लागू होता है तो कहा जाता है कि लोगों को घरों में रहना है, एयर प्यूरिफायर इस्तेमाल करना है। कितने लोग हैं, जो एयर प्यूरिफायर इस्तेमाल कर सकते हैं? क्या वर्किंग क्लास घरों पर रह सकते हैं? बिल्कुल नहीं।’ दिल्ली में पॉल्यूशन हमेशा से ऐसा, ठंड में दिखने लगताचिंतन की फाउंडर भारती चतुर्वेदी कहती हैं, ’गरीब आदमी गाड़ी नहीं चला रहा है जबकि वो बाहर काम करता है, जैसे- स्ट्रीट वेंडर्स, सफाईकर्मी। इनके पास कोई विकल्प नहीं है। ये वर्क फ्रॉम होम नहीं कर सकते हैं और कोई छुट्टी भी नहीं ले सकते हैं। AQI चाहे 150 हो या 750 हो, उन्हें काम करना है और 10-12 घंटे बाहर रहना है।’ ’दूसरी तरफ सबसे ज्यादा प्रदूषण गाड़ियों से आ रहा है, जो अमीर चला रहे हैं। ये वर्ग काफी हद तक प्रदूषण से बचा रहता है। एयर प्यूरिफायर लगा रहे हैं। यही क्लास AC का इस्तेमाल कर रहा है यानी बिजली का इस्तेमाल भी ज्यादा कर रहा है। गरीब तो बिजली भी लिमिटेड ही इस्तेमाल कर रहा है। अमीरों के घर सजाने के लिए बिजली का इस्तेमाल हो रहा है।’ भारती कहती हैं दिल्ली के प्रदूषण में 20 से 30% योगदान गाड़ियों का है। इसके अलावा कूड़े से 9-14% तक होता है। उनके मुताबिक, ठंड में स्थिति ये होती है क्योंकि हम अक्टूबर में जागना शुरू करते हैं। जबकि प्रदूषण हमेशा ऐसा ही होता है। पॉल्यूशन से सांस की नली को पहुंच रहा नुकसान दिल्ली के सीके बिरला हॉस्पिटल में रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डायरेक्टर डॉ. विकास मित्तल कहते हैं कि प्रदूषण के कारण लोगों को सांस की नली में काफी दिक्कतें आ रही हैं। वे बताते हैं, ‘अगर ये प्रदूषण बार-बार नली को प्रभावित करता है तो ये लंबे समय तक चलने वाली बीमारी (COPD) का रूप ले लेता है।‘ ‘अगर ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में ऐसी बीमारियां लगातार सामने आएंगी। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की स्टडी में पाया गया है कि प्रदूषण के कारण दिल्ली के लोगों का लाइफ स्पैन 8.2 साल कम हो जाता है।‘ ‘अस्थमा, फेफड़े और हार्ट के मरीजों पर प्रदूषण का ज्यादा असर पड़ रहा है। PM 2.5 कण खून के जरिए धमनियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके कारण हार्ट पर असर पड़ सकता है। धमनियों के नुकसान पहुंचने से पूरे शरीर पर प्रभाव पड़ता है। जो लोग बाहर ज्यादा रहेंगे, उन पर प्रदूषण का ज्यादा असर होगा।‘ रजिस्टर्ड मजदूरों को 10 हजार का मुआवजा- दिल्ली सरकारबढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने GRAP-3 के तहत कंस्ट्रक्शन के काम पर रोक लगाई थी। अब दिल्ली सरकार काम बंद होने के कारण प्रभावित मजदूरों को 10 हजार रुपए का मुआवजा देगी। दिल्ली सरकार के तहत कुल रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की संख्या 2.57 लाख है। 17 दिसंबर को दिल्ली के श्रम मंत्री कपिल मिश्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ’निर्माण कार्य बंद होने से प्रभावित सभी रजिस्टर्ड और वेरिफाइड निर्माण मजदूरों को मुआवजे के तौर पर 10 हजार रुपए दिए जाएंगे। ये राशि मजदूरों के खाते में भेजी जाएगी। GRAP-4 के तहत जितने दिनों का काम बंद होगा, उसके हिसाब से भी आगे मुआवजा दिया जाएगा।’...................ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली ब्लास्ट-20 घंटे पहले मिला अलर्ट, फिर उमर कैसे भागा 10 नवंबर को दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद संदिग्ध आतंकी जेल में है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। दैनिक भास्कर को खुफिया जांच एजेंसियों से ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिससे डॉक्टर टेरर मॉड्यूल को लेकर 3 बड़ी बातें पता चली हैं। पहली, आतंकी अब भी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के खुफिया विभाग से जारी अलर्ट में इसका खुलासा हुआ। पढ़िए पूरी खबर...
किराये के सॉफ्टवेयर से ट्रेनों के टिकट बुक हो रहे हैं। ये सॉफ्टवेयर महज 50 सेकंड में तत्काल का टिकट बुक कर देते हैं, यानी जितनी देर में कोई यात्री IRCTC के ऐप पर लॉगिन करेगा, उतनी देर में इस सॉफ्टवेयर से टिकट कंफर्म हो जाएगा। भास्कर रिपोर्टर ने एजेंट बनकर गिरोह से संपर्क किया। दलाल ने न सिर्फ 50 सेकंड में ऐसे एक सॉफ्टवेयर से दिल्ली से पटना का टिकट बुक कर दिया, बल्कि रिपोर्टर को सॉफ्टवेयर चलाने की ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी। सॉफ्टवेयर डेवलपर तैयार करते हैं, टिकट बुक करने का काम एजेंट्स का है। सॉफ्टवेयर का 1200 रुपए से लेकर 3200 रुपए तक मासिक किराया है। जांच एजेंसियों को झांसा देने के लिए सॉफ्टवेयर बेचने वाले दलाल टिकट बेचने वाले दलालों को आईपी एड्रैस भी मुहैया कराते हैं। जिसकी कीमत प्रति आईपी 600 रुपए है। आईपी एड्रेस अलग होने से एजेंट्स पकड़ में नहीं आते। भास्कर इन्वेस्टिगेशन में खुलासा हुआ कि, टेसला, गदर , ब्रह्मोस, सुपर तत्काल, अवेंजर नाम से ऑनलाइन सॉफ्टवेयर मिल रहे हैं। टेसला, गदर और अवेंजर को ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। एजेंट ने रिपोर्टर को सॉफ्टवेयर की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी यूट्यूब पर तमाम वीडियो खंगालने के बाद हमें बलराम नाम के एजेंट की लिंक मिली। हमने उससे कहा कि, ‘हम तत्काल टिकट बुकिंग का काम शुरू करना चाहते हैं। भरोसा होने के बाद एजेंट ने पूरी प्रॉसेस समझाई और ऑनलाइन ट्रेनिंग दी। आमने–सामने मिलने से इंकार कर दिया।’ रिपोर्टर : तत्काल टिकट बुकिंग वाले सॉफ्टवेयर को लेकर बात हुई थी, कैसे मिलेगा एजेंट : हार्ड रूट चाहिए या सॉफ्ट रूट रिपोर्टर: ये क्या होता है एजेंट: हार्ड रूट में 55 से 60 सेकंड में टिकट बुक होता है। सॉफ्ट रूट में टोकन या आईपी की जरूरत नहीं होती, लेकिन दो मिनट का प्रीमियम टाइम चाहिए रिपोर्टर: तत्काल टिकट एक मिनट में खत्म हो जाता है एजेंट: इसलिए टेसला या गदर सॉफ्टवेयर लेना होगा रिपोर्टर: इसके लिए और क्या चाहिए होगा एजेंट: आईपी और सॉफ्टवेयर दोनों लेना होंगे रिपोर्टर: कैसे मिलेंगे एजेंट: अल्ट्रा व्यूवर दीजिए, मैं रिमोट से इंस्टॉल कर दूंगा रिपोर्टर: सॉफ्टवेयर की कीमत कितनी है एजेंट: 1800 रुपए रिपोर्टर: आईपी का क्या रेट है एजेंट: एक आईपी 1000 रुपए का है रिपोर्टर: सस्ता आईपी नहीं चलेगा एजेंट: 400–500 वाला आईपी जल्दी ब्लॉक हो जाता है रिपोर्टर: एक आईडी से कितने टिकट बनेंगे एजेंट: एक आईडी से छह फॉर्म रिपोर्टर: क्या आप नया IRCTC लॉगिन देंगे एजेंट: कस्टमर का ही लॉगिन बना लेना रिपोर्टर: यानी कस्टमर का आईडी–पासवर्ड इस्तेमाल करना है एजेंट: हां, उसी से टिकट बनाना है रिपोर्टर: आगे मुझे क्या करना होगा एजेंट: अल्ट्रा व्यूवर दीजिए, मैं सब इंस्टॉल कर के समझा दूंगा एंटीवायरस हटाने की बातचीत एजेंट: सर जी, क्या मैं इसे अनइंस्टॉल कर दूं रिपोर्टर: क्या अनइंस्टॉल कर रहे हैं एजेंट: ट्रेंड माइक्रो सिक्योरिटी एजेंट रिपोर्टर: ये तो एंटीवायरस है, इसे हटाना नहीं चाहिए एजेंट: इससे कोई वायरस प्रोटेक्शन नहीं होता रिपोर्टर: फिर क्यों हटाना है एजेंट: ये पुलिस है, हमारा सॉफ्टवेयर चोर। ये रहेगा तो वो काम नहीं करेगा रिपोर्टर: एंटीवायरस रहने से सॉफ्टवेयर नहीं चलेगा एजेंट: हां, एंटीवायरस होने से टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर काम नहीं करता टेसला सॉफ्टवेयर और टोकन प्रक्रिया एजेंट: आपको टेसला चाहिए ना, जिससे बुकिंग तेज होती है रिपोर्टर: हां एजेंट: हर दिन टोकन जनरेट करना पड़ेगा, नहीं तो काम नहीं होगा रिपोर्टर: टोकन कैसे एजेंट: रोज IRCTC साइट खोलकर टोकन जनरेट करना होगा। रिपोर्टर: बिना टोकन काम नहीं चलेगा एजेंट: नहीं। अवेंजर में सिर्फ एक-दो फॉर्म बनेंगे, डेढ़ मिनट में टिकट खत्म हो जाता है रिपोर्टर: ठीक है एजेंट: टेसला और आईपी लो, डेली टोकन बनाना पड़ेगा रिपोर्टर: प्रोसेस समझा दोगे एजेंट: वीडियो भेज दूंगा रिपोर्टर: शुरू में हेल्प कर देना। एजेंट: हां, लेकिन डेली टोकन आपको ही बनाना होगा रिपोर्टर: फोन को लेकर कोई शर्त एजेंट: एंड्रॉयड फोन होना चाहिए। आईफोन में फाइल डाउनलोड नहीं होगी IRCTC लॉगिन को लेकर रिपोर्टर: क्या आप IRCTC लॉगिन आईडी भी देते हैं एजेंट: वो अलग चीज है, उसके पैसे लगते हैं रिपोर्टर: पैसे लेकर दिलवा सकते हो एजेंट: हां, लेकिन अलग से चार्ज लगेगा। फर्जी लॉगिन, मोबाइल नंबर और OTP रिपोर्टर: अगर लॉगिन खरीदेंगे तो मोबाइल नंबर कहां से आएगा एजेंट: IRCTC आईडी में जो नंबर रहता है, वो मत डालिए रिपोर्टर: फिर क्या डालना है एजेंट: कोई अनजान, बंद पड़ा नंबर डाल दिया जाता है ताकि कभी जांच हो तो कुछ न मिले रिपोर्टर: टिकट कैसे देंगे एजेंट: आईडी से निकाल कर प्रिंट दे दीजिए रिपोर्टर: मोबाइल पर मैसेज नहीं आएगा एजेंट: नहीं आएगा रिपोर्टर: ये आईडी कैसे बनती हैं एजेंट: मशीन से बनी टेम्परेरी और आधार वाली आईडी होती हैं रिपोर्टर: प्रीमियम ट्रेन में OTP आ रहा है, उसका क्या एजेंट: अभी OTP बायपास नहीं है, मैन्युअली डालना पड़ेगा रिपोर्टर: मतलब कस्टमर को फोन पर रखना होगा एजेंट: हां, OTP वही बताएगा सेकंड्स में बुक हुआ टिकट… एजेंट ने सबसे पहले सिस्टम पर अल्ट्रा व्यूवर डाउनलोड करने को कहा। (अल्ट्रा व्यूवर की मदद से किसी का भी सिस्टम रिमोट पर लिया जा सकता है) अल्ट्रा व्यूवर डाउनलोड करने के बाद पासवर्ड शेयर करने के लिए कहा। फिर बलराम ने हमारे सिस्टम में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया। सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने से पहले बलराम ने हमारे लैपटॉप से एंटी वायरस को डिलीट किया। फिर रिपोर्टर को ऑनलाइन टेसला सॉफ्टवेयर से तत्काल टिकट बुक करने की ट्रेनिंग दी। हमने बलराम को कहा कि वो हमें एक टिकट बुक कर के दिखाए, क्योंकि हम देखना चाहते थे कि टेसला सॉफ्टवेयर से कैसे टिकट बुक किया जा रहा है। काफी मशक्कत के बाद बलराम ने टेसला सॉफ्टवेयर से एक टिकट बुक करके दिखाया। टिकट बुकिंग के लिए IRCTC का ऐप खोला भी नहीं गया फिर भी तत्काल टिकट बुक हो गया। सवाल उठता है कि IRCTC ने अपने हर यूजर के लिए आधार कार्ड जरूरी कर रखा है तो दलालों के पास इतने IRCTC के लॉगिन पासवर्ड कहां से आते हैं। बलराम ने बताया कि एक लॉगिन आईडी की कीमत साढ़े तीन सौ रुपए है जितने चाहो आप ले सकते हैं। बलराम ने हमें एजेंट अभिजीत का नंबर दिया। अभिजीत टेसला और गदर से टिकट बुकिंग का काम करता है। हमने पूछा की फेक लॉगिंग आईडी के लिए नंबर कहां से लाते हो, तो उसने बताया कि पीछे से लॉगिन आईडी बनाकर दिया जाता है। टिकट बुक करते समय ऐसे नंबर का इस्तेमाल किया जाता है जो बंद हो गया हो, ग्राहक को बस लॉगिंग आईडी से टिकट प्रिंट करके देना है। ऐसे बुक किये गए तत्काल टिकट का मैसेज नहीं आता है क्योंकि बुकिंग में गलत नंबर डाला जाता है जिससे अगर कभी IRCTC जांच भी करे तो गलत नंबर के कारण पकड़े जाने का डर नहीं होता। रेलवे ने पहचान जनवरी 2025 से अब तक: 3.03 करोड़ पर्सनल यूजर आईडी संदिग्ध मानकर इनएक्टिव किए। 2.69 करोड़ यूजर आईडी अस्थायी रूप से सस्पेंड कर री-वेलिडेशन में डाली गईं कोडिंग के आधार पर ट्रेनों और स्टेशन को बांटा अवैध तरीके से ऑनलाइन मिल रहे इन सॉफ्टवेयर के जरिए कुछ ही सेकंड्स में सीटें एजेंट्स के पास चली जाती हैं। आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता। एजेंट्स ने हार्डरूट और सॉफ्टरूट में शहरों को बांट रखा है। जिस रूट में सबसे ज्यादा टिकट का डिमांड होता है उसे हार्ड रूट कहा जाता है। जैसे दिल्ली-पटना, दिल्ली-दरभंगा, दिल्ली-कटिहार, दिल्ली- गोरखपुर, दिल्ली-मुंबई , दिल्ली-बंगलोर आदि। वहीं, जिस रूट में टिकट आसानी से मिल जाता है, उसे सॉफ्टरूट कहते हैं, जैसे- दिल्ली-कानपुर, दिल्ली- भोपाल, दिल्ली-जयपुर आदि। कोडिंग ट्रेन के आधार पर भी की गई है जो ट्रेन कम समय में दूरी तय करती है उस ट्रेन को भी हार्डरूट ट्रेन कहा जाता है। जैस- सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस , पूर्व एक्सप्रेस , सभी रूट की संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, सभी रूट की गरीब रथ , भोपाल एक्सप्रेस, चेन्नई एक्सप्रेस, गोवा एक्सप्रेस, स्लीपर वाली दुरंतों एक्सप्रेस। हार्ड रूट में तत्काल बुकिंग के लिए दलालों ने अलग से सॉफ्टवेयर बना रखा है टेसला, गदर , ब्रह्मोस, सुपर तत्काल और सॉफ्टरूट के लिए अवेंजर नाम से सॉफ्टवेयर ऑनलाइन मिल रहे है। हार्डरूट के साफ्टवेयर का किराया 1800 से लेकर 3200 रुपए जबकि सॉफ्ट रूट के लिए अवेंजर का किराया 1200 रुपए प्रति महीना है। जांच एजेंसियों को झांसा देने के लिए ये सॉफ्टवेयर बेचने वाला दलाल टिकट बेचने वाले दलाल को आईपी एड्रैस भी मुहैया कराते हैं। जिसकी कीमत प्रति आईपी 600 रुपए है। ये सॉफ्टवेयर कुछ ही सेकंड्स में प्रॉसेस पूरी कर देते हैं आईटी एक्सपर्ट हेमंत शर्मा कहते हैं कि, ‘आम यात्रियों के साथ ट्रेन टिकट बुकिंग में दो लेवल पर गड़बड़ी की जा रही है। पहला, ऑटोमेशन और AI-बेस्ड सॉफ्टवेयर का मिसयूज और दूसरा, एजेंटों द्वारा इन सॉफ्टवेयरों का कमर्शियल यूज।’ ‘जब कोई यात्री IRCTC वेबसाइट या ऐप पर मैन्युअली टिकट बुक करता है, तो उसे लॉग-इन, ट्रेन चयन, यात्री विवरण, कैप्चा और पेमेंट जैसी प्रॉसेस खुद पूरी करनी होती हैं। इसी दौरान हजारों-लाखों यूजर एक साथ सिस्टम पर एक्टिव रहते हैं, खासकर तत्काल और ARP बुकिंग के समय। इसमें अधिकांश यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता।’ ‘इसके उलट, एजेंटों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ऑटोमेशन/AI सॉफ्टवेयर वही पूरी प्रॉसेस सेकंड्स में पूरी कर देते हैं। यह सॉफ्टवेयर आम यूजर के कम्पेरिजन में कई गुना तेजी से सर्वर को रिक्वेस्ट भेजते हैं। इसी कारण आम यात्री मैन्युअल प्रक्रिया में फंसा रहता है, वहीं दूसरी ओर सॉफ्टवेयर बेस्ड सिस्टम पहले ही टिकट बुक कर लेता है।’ जांच में यह भी सामने आया है कि एजेंट इन टिकटों को अतिरिक्त शुल्क जोड़कर उन यात्रियों को बेचते हैं जो ज्यादा पैसा देने को तैयार होते हैं। जबकि रेलवे की टिकट नीति ‘पहले आओ, पहले पाओ’ (First Come, First Serve) की है। रेलवे इन सॉफ्टवेयरों पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही है? इसके पीछे मुख्य रूप से दो कारण सामने आते हैं। पहला, कानूनी खामी। ऑटोमेशन और एआई बेस्ड टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर को लेकर फिलहाल कोई सख्त कानून नहीं है, जो इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित करे। मौजूदा आईटी और रेलवे नियम इसे आंशिक तौर पर ही कवर करते हैं, जिससे सख्त कार्रवाई नहीं हो पाती। दूसरा, तकनीकी। भारतीय रेलवे अपने लेवल पर असामान्य गति से टिकट बुक करने वाले IP एड्रेस को पहचानकर ब्लॉक करती है। लेकिन एजेंट लगातार नए IP एड्रेस, VPN, नई यूज़र आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं। IP एड्रेस असीमित हैं, इसलिए पकड़ में नहीं आते। इसका नतीजा यह है कि एजेंट और सॉफ्टवेयर डेवलपर लगातार सिस्टम को बायपास करने के नए तरीके खोज रहे हैं और अवैध कमाई कर रहे हैं। वहीं आम यात्रियों को टिकट के लिए ज्यादा पैसा देना पड़ रहा है। .................................... ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं देश में 5 ब्लास्ट करने वाला भी अल–फलाह का स्टूडेंट:2007 में बीटेक किया, उसी साल गोरखपुर में धमाका, अब तक फरार देश में 5 बार ब्लास्ट करने वाला आतंकी मिर्जा शादाब बेग भी फरीदाबाद की अल–फलाह यूनिवर्सिटी का ही स्टूडेंट है। ये खुलासा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिपोर्ट से हुआ है, जिसकी कॉपी भास्कर के पास है। 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट करने वाला आतंकी डॉ उमर नबी भी यहां प्रोफेसर था। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।
‘मैं एक छोटे से कंटेनर में कैद था। आसपास इतना घना जंगल था कि लोकेशन का पता ही नहीं चलता। आतंकी जिन लोगों को पकड़कर लाते, कंटेनर में ठूंस देते थे। मेरे कंटेनर में 50-60 लोग थे। अंदर दम घुटता था। सांस लेने में भी मुश्किल होती थी। 3-4 दिन बाद मुझे जेल की तरह एक कोठरी में भेज दिया। भयानक ठंड में जमीन पर सोता था। खाने में सिर्फ एक ब्रेड मिलती थी। टॉयलेट के लिए एक बॉल्टी थी। वो भी साफ नहीं होती थी। हर दिन सोचता था कि यहां से जिंदा निकल भी पाऊंगा या नहीं।’ सूडान में सरकार के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही लड़ाकों की कैद से छूटकर आए आदर्श बेहरा के चेहरे पर अब भी घबराहट है। आदर्श ओडिशा के जगतसिंहपुर में रहते हैं और 17 दिसंबर को घर लौटे हैं। वे सूडान में एक प्लास्टिक फैक्ट्री में मशीन ऑपरेटर का काम करते थे। सूडान में 2023 से सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच जंग चल रही है। 26 अक्टूबर को RSF ने देश के अल-फशीर शहर पर कब्जा कर लिया। तभी आदर्श को भी बंधक बना लिया गया। अगवा किए जाने के बाद आदर्श का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें अपहरण करने वाले लड़ाके उनसे शाहरुख खान के बारे में पूछ रहे हैं। आदर्श की पत्नी सुष्मिता ने सरकार के अलावा शाहरुख खान से भी पति को रिहा कराने की अपील की थी। करीब डेढ़ महीने विद्रोहियों की कैद में रहे आदर्श अब घर पर हैं। पढ़िए उनकी आपबीती… हट्टा-कट्टा शरीर, इसलिए विद्रोहियों ने फौजी समझकर पकड़ा आदर्श का परिवार जगतसिंहपुर जिले के कोटकणा गांव में रहता है। घर में माता-पिता के अलावा पत्नी सुष्मिता और दो बेटे हैं। आदर्श ने सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ाई की। इसके बाद महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और फिर गुजरात कमाने चले गए। प्लास्टिक फैक्ट्री में 8-10 साल काम किया। सिर्फ 15-16 हजार रुपए सैलरी मिलती थी। इसमें खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। इसलिए सूडान चले गए। वे बताते हैं, ‘मैं 2022 में सूडान गया था। अल-फशीर शहर में नौकरी मिली। सब ठीक चल रहा था, लेकिन अचानक गृहयुद्ध ने शहर को चपेट में ले लिया। अल-फशीर विद्रोहियों का गढ़ बन गया। चारों तरफ बमबारी और गोलीबारी होती थी। फैक्ट्री के अंदर रहना मौत को बुलाने जैसा था।’ ‘मैंने शहर छोड़ने का फैसला लिया। मैं और मेरे मैनेजर पैदल ही चल पड़े। हमने सड़कों की बजाय जंगल का रास्ता चुना ताकि किसी की नजर में न आएं। रास्ते में हथियारबंद विद्रोहियों ने घेर लिया। मेरी कद-काठी अच्छी है। हुलिया भी सूडान के लोग से अलग था। विद्रोहियों को लगा कि मैं सूडान की फोर्स में हूं और वर्दी छोड़कर भाग रहा हूं।’ ‘उन्होंने पीटना शुरू कर दिया। 1500 डॉलर (करीब 1.25 लाख रुपए), मोबाइल फोन और एपल वॉच छीन ली। विद्रोहियों ने मेरे मैनेजर को जंगल में ही छोड़ दिया, लेकिन मैं विदेशी था, इसलिए मुझे साथ ले गए।’ 3 दिन जंगल में रखा, पूछा- शाहरुख खान के रिश्तेदार हो क्याआदर्श बताते हैं, ‘किडनैप करने के बाद मुझे तीन दिन घने जंगल में रखा गया। वहां कड़ाके की ठंड थी। मेरे पास ओढ़ने के लिए कंबल तो दूर, सोने के लिए बिस्तर तक नहीं था। मैं जमीन पर सोता था। खाने में सिर्फ बिस्किट या ब्रेड का एक टुकड़ा देते थे।’ कैद के दौरान विद्रोहियों ने आदर्श का एक वीडियो रिकॉर्ड किया। यह वीडियो दिखाने के लिए था कि उन्होंने एक विदेशी नागरिक को पकड़ लिया है। वीडियो में विद्रोहियों ने कैमरे के सामने चिल्लाकर कहा, ‘अब यह वापस नहीं जा सकता।’ इसी वीडियो से पता चला कि आदर्श को किडनैप कर लिया गया है। आदर्श बताते हैं, ‘वीडियो बनाते हुए उन्होंने मुझसे बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बारे में पूछा। वे मुझसे पूछ रहे थे कि क्या तुम शाहरुख खान को जानते हो। क्या शाहरुख खान तुम्हारा रिश्तेदार है। क्या तुम उसी के इलाके में रहते हो। 3-4 दिन बाद मुझे जंगल से निकालकर एक जेल में ले गए। वहां बहुत गंदगी थी। इतने मच्छर थे कि आप सो नहीं सकते।' सेल के अंदर टॉयलेट नहीं था। मुझे एक बाल्टी दी गई थी, जिसे टॉयलेट के लिए इस्तेमाल करना था। उसे साफ करने वाला कोई नहीं था। ‘मुझे लगा कि अगर घर तक खबर नहीं पहुंचाई तो जिंदा नहीं बचूंगा। मैंने एक शख्स से बहुत गिड़गिड़ाकर फोन मांगा। उसने मुझे सिर्फ 5 मिनट के लिए फोन दिया। मैंने पत्नी सुष्मिता को फोन किया। रोते हुए पूरी बात बताई। कहा कि जल्दी सरकार से मदद मांगो, वरना मैं नहीं बचूंगा।’ ‘करीब एक महीने बाद आतंकियों का लीडर आया। उसका नाम एब्सोक था। उसने कहा कि रेडक्रॉस वाले आएंगे, तब तुम्हें छोड़ देंगे। वे एंबेसी में बात नहीं करते थे। कहते थे कि जिसे बात करनी है, उसे यहां आना होगा।’ रेड क्रॉस की मदद से छूटे, सरकार ने स्पेशल फ्लाइट भेजीआदर्श के कहने पर उनकी पत्नी सुष्मिता ने सरकार और रेडक्रॉस से मदद मांगी। आखिरकार विद्रोहियों से बात हुई और वे आदर्श को छोड़ने के लिए तैयार हो गए। विद्रोहियों ने उन्होंने न्याला सिटी छोड़ दिया। यहां से भारत सरकार ने आदर्श को अबू धाबी लाने के लिए स्पेशल फ्लाइट भेजी। आदर्श बताते हैं, ‘मैं उस फ्लाइट में अकेला पैसेंजर था। मैं PM मोदी, केंद्र सरकार, विदेश मंत्रालय और रेडक्रॉस का शुक्रगुजार हूं। अगर एंबेसी का कोई व्यक्ति पहले से मौजूद होता, तो शायद मैं जल्दी छूट जाता।’ आदर्श घर लौट आए हैं, लेकिन उनके पास अब कोई काम नहीं है। उनके पैसे विद्रोहियों ने लूट लिए। आदर्श कहते हैं, ‘अगर ओडिशा में ही कोई नौकरी मिल जाए, तो मैं कभी बाहर नहीं जाऊंगा। अब घर चलाने में बहुत मुश्किल आएगी।’ पत्नी बोलीं- वीडियो देख डर गई थी, विधायक-सांसद तक से मदद मांगीआदर्श की पत्नी सुष्मिता उनकी रिहाई के लिए सरकारी अफसरों, विधायक, सांसद के घर चक्कर काटती रहीं। वे बताती हैं, ‘डेढ़ महीने से आदर्श से बात नहीं हो रही थी। तभी सोशल मीडिया पर वीडियो देख लिया। वीडियो में आदर्श के चारों तरफ हथियारबंद लोग थे। हम तो डर गए कि अब क्या होगा। ‘पहले 2-3 दिन में एक वॉयस मैसेज आ जाता था, फिर वह भी बंद हो गया। विद्रोहियों ने उन्हें बंधक बना रखा था। उनकी जान खतरे में थी। वॉयस मैसेज में एक ही बात होती थी कि किसी भी तरह सरकार से कहो कि मुझे यहां से छुड़ा ले। मैंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक को लेटर भेजा। उनसे कहा कि आप ही इकलौती उम्मीद हैं। जगतसिंहपुर के सांसद विभु प्रसाद तराई ने बहुत मदद की। भरोसा दिलाया कि वे हर हाल में आदर्श को वापस लेकर आएंगे।’ ‘16 दिसंबर को रात 9 बजे इंडियन एंबेसी का कॉल आया। अधिकारी ने बताया कि आदर्श सुरक्षित बचा लिए गए हैं। उन्होंने आदर्श से बात भी करवाई। उन्होंने फोन पर सिर्फ इतना कहा कि मैं ठीक हूं, अब चिंता मत करना। अधिकारी ने बताया कि आदर्श रात की फ्लाइट से भुवनेश्वर आएंगे और सुबह 8:30 बजे भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे।’ आदर्श को रिहा कराने वालीं डॉ. कल्पनाआदर्श की रिहाई के पीछे सबसे बड़ा योगदान मेजर डॉक्टर कल्पना का है। वे रेडक्रॉस से जुड़ी हैं। वे बताती हैं, ‘सुष्मिता का छोटा भाई मेरा स्टूडेंट है। वो मदद मांगने आया। मैंने कोऑर्डिनेट करना शुरू किया। रेड क्रॉस में एक फैमिली न्यूज सर्विस होती है, जो ऐसे समय में लोगों की जानकारी जुटाती है।' 'इस सर्विस के जरिए हमने ऐसे 15 मामले सुलझाए थे, लेकिन आदर्श का केस मुश्किल था। सूडान में सिविल वॉर इतना भीषण था कि सामान्य प्रोटोकॉल काम नहीं कर रहे थे। मैंने स्टेट और नेशनल रेड क्रॉस से संपर्क किया। वहां से उम्मीद नहीं मिली।’ ‘सूडान में इंटरनेशनल रेड क्रॉस को भी काम करने की परमिशन नहीं है। ऐसे में किसी को सुरक्षित बाहर निकालना नामुमकिन लग रहा था। इसी दौरान आदर्श ने मैसेज भेजा कि सूडान के न्याला शहर में रेड क्रॉस को परमिशन मिल रही है। हमने तय किया कि अगर न्याला रेड क्रॉस और इंडियन एंबेसी कोशिश करें, तो रेस्क्यू मुमकिन है।’ ‘मैंने स्विट्जरलैंड में रेडक्रॉस हेडक्वार्टर लेटर भेजा। भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी को लेटर लिखे। स्विट्जरलैंड के अधिकारी बहुत प्रोफेशनल थे। वे हर लेटर का जवाब देते थे। रेडक्रॉस ने विद्रोहियों से बात की और तय कराया कि आदर्श को सही-सलामत रखा जाए। इसी के बाद उन्हें जेल में खाना-पीना, कपड़े और दवाइयां दी गईं।’ 'सूडान में सबसे बड़ा सवाल था कि किससे बात की जाए। पूरा शहर अलग-अलग आतंकी गुटों में बंटा हुआ है। हर इलाके का अपना लीडर है। रेडक्रॉस इंडियन एंबेसी के जरिए नेगोशिएशन करता है। आदर्श को पकड़ने वाले विद्रोही थे, इसलिए नेगोशिएशन में बहुत वक्त लगा।’ विधायक बोले- लोगों का काम के लिए विदेश जाना हमारी नाकामीआदर्श का घर तिरतोल विधानसभा सीट में आता है। BJD नेता रमाकांत भोई यहां से विधायक हैं। उन्होंने आदर्श का मामला विधानसभा में भी उठाया था। वे कहते हैं, ‘जगतसिंहपुर जिले में पारादीप बंदरगाह है। यहां बड़ी इंडस्ट्री और फैक्ट्रियां हैं। ये दुख की बात है कि आदर्श को काम के लिए सूडान जैसे खतरनाक देश जाना पड़ा। यह हमारी व्यवस्था की बड़ी नाकामी है।’ वे कहते हैं, ‘सरकार को युवाओं को स्किल सिखानी चाहिए ताकि वे इंडस्ट्री की जरूरतें पूरी कर सकें। स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे उन्हें मजबूरी में घर छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा।’ ................................... ये खबर भी पढ़ें- शादी में नोट उठाए, मदन ने साहिल को गोली मारी 29 नवंबर को CISF के हेड कॉन्स्टेबल मदन गोपाल तिवारी ने 14 साल के साहिल की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक, CISF जवान मदन के भाई की शादी थी। बारात में साहिल अपने दोस्तों के साथ नोट बीन रहा था। इसी पर गुस्साए मदन ने साहिल को पहले पीटा फिर पिस्तौल से सिर में गोली मार दी। हालांकि मदन का परिवार जानबूझकर गोली मारने के आरोप को गलत बता रहा है। पढ़ें पूरी खबर
दक्षिण कोरिया के एक स्टेशन पर निर्माणाधीन ढांचा गिरा, एक की मौत
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी सोल में सबवे स्टेशन पर भूमिगत निर्माण स्थल पर स्टील की छड़ें गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई
कोल्ड प्ले कॉन्सर्ट मामले पर अब HR हेड ने तोड़ी चुप्पी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था आपत्तिजनक वीडियो
53 साल की कैबोट कई महीनों तक चुप रहीं, लेकिन आखिरकार उन्होंने अब वायरल हो चुकी इस घटना पर सार्वजनिक रूप से बात की है, और दावा किया है कि यह सिर्फ एक बार शराब के नशे में हुई गलती थी. उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स से बातचीत में बताया, 'मैंने एक गलत फैसला लिया थोड़ी ज्यादा शराब टकीला और कॉकटेल पी ली. अपने बॉस के साथ डांस की इस दौरान हमने आपत्तिजनक अवस्था में एक दूसरे को गले लगाया.
US China tension over Taiwan: ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका और चीन के बीच ठनती जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि चीन 2027 तक ताइवान पर हमला कर सकता है. इसे देखते हुए यूएस ने उसकी 'रेड लाइन' पर सीधा अटैक कर दिया है.
इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ इजरायल-ग्रीस-साइप्रस ने मिलाया हाथ, अब 'खलीफा' का पूरा होगा हिसाब
Coalition against Islamic terrorism formed: इस्लामिक आतंकवाद से अब पूरी दुनिया परेशान हो चुकी है. इसके खिलाफ अब इजरायल, ग्रीस और साइप्रस ने गठबंधन बनाकर जंग छेड़ने का ऐलान कर दिया है.
DNA: अरब को कर्ज देने वाले हिंदू शेख का DNA टेस्ट, जानिए वो दिलचस्प किस्सा
DNA: ये कहानी इसलिए दिलचस्प है क्योंकि भारतीय मूल के ये व्यापारी ओमान के सुल्तान को भी कर्ज़ देते थे. भारतीय व्यापारी की मदद से ओमान के सुल्तान इतने प्रभावित हुए कि उन्हें शेख़ की उपाधि दे दी. किसी हिंदू के नाम के आगे आपने शेख़ नहीं सुना होगा.
4500 करोड़ की सुपरयॉट, 200 साल पुराना शाही महल..ओमान के सुल्तान की लग्जरी लाइफ देख चौंक जाएंगे आप
Oman Sultan Haitham bin Tariq luxury lifestyle: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओमान दौरे पर हैं. जिसके चलते ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक सुर्खियों में बने हुए हैं. ओमान में 281 सालों से अल बु सईद राजवंश का राज रहा है. इसी राजवंशी से आने वाले हैथम 2020 में सुल्तान बने थे. वो लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए मशहूर हैं.
‘पिछले 11 वर्षों में भारत ने बदल दिया अपना आर्थिक DNA...’ ओमान में बोले PM मोदी
India-Oman Business Forum: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान में भारत-ओमान व्यापार मंच को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने अपने आर्थिक ढांचे और आर्थिक डीएनए में व्यापक बदलाव किए हैं जिससे देश दुनिया के सबसे प्रतिस्पर्धी बाजारों में शामिल हुआ है. उन्होंने सीईपीए को भारत-ओमान साझेदारी के लिए नई ऊर्जा देने वाला बताया.
अमेरिका ने ताइवान को 10 अरब डॉलर से ज्यादा के अत्याधुनिक हथियार बेचने का ऐलान किया है. इस पैकेज में मिसाइल सिस्टम, तोपें, ड्रोन और सैन्य सॉफ्टवेयर शामिल हैं. ट्रंप प्रशासन का यह फैसला चीन को नाराज कर सकता है, जबकि ताइवान ने इसे अपनी सुरक्षा के लिए अहम बताया है. जानें पूरी खबर.
कौन हैं अनीस आलमगीर? डरकर यूनुस सरकार ने किया गिरफ्तार; अशांति फैलाने का लगाया आरोप
Veteran Journalist Anis Alamgir: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार अनीस आलमगीर को आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था. उन पर टॉक शो और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दुष्प्रचार फैलाने और प्रतिबंधित अवामी लीग पार्टी के पुनर्वास की साजिश रचने का आरोप है. अब कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स ने उनकी तुरंत रिहाई की अपील करते हुए कहा कि पत्रकारों को निशाना बनाना लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता के लिए गंभीर खतरा है.
ओमान के जिस सुल्तान से मिलेंगे पीएम मोदी, 281 साल पुराना है उनकी सल्तनत का इतिहास...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस ओमान दौरे पर गए है, वहां 1774 से लेकर अब तक एक ही राजवंशी की सल्तनत का राज चला आ रहा है. यहां हम ओमान के उदय से लेकर वहां राज करने वाले राजवंश के बारे में बता रहे हैं. बने रहिए हमारे साथ..
Trump announces $1,776 bonus for US troops:राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बड़ी घोषणा की है. 14 लाख से ज्यादा सैनिकों को क्रिसमस से पहले स्पेशल 'वॉरियर डिविडेंड' मिलेगा. अमेरिका की स्थापना वर्ष 1776 के सम्मान में हर सैनिक को 1776 डॉलर दिए जाएंगे. जानते हैं इस मौके पर ट्रंप ने क्या कहा?
Trump White House speech 2025:अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में अपना भाषण शुरू किया, और अपने पहले के राष्ट्रपति जो बाइडेन के रिकॉर्ड पर निशाना साधा है. ट्रंप ने कहा कि जब वह जनवरी में ऑफिस लौटे तो उन्हें “विरासत में गड़बड़ी मिली”.
उत्तर कोरिया नीति: अमेरिका-दक्षिण कोरिया की नई बातचीत 'पुराने वर्किंग ग्रुप' से अलग
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने दावा किया कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका की उत्तर कोरिया नीति अब पुराने ढर्रे पर नहीं चल रही है
'सेवन सिस्टर्स' की नेक काटने की बात होगी सच! हसीना के बेटे ने भारत को किया अलर्ट
Sajeeb Wazed Warns India: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजेब वाजेद जॉय ने मुहम्मद यूनुस की सरकार पर बांग्लादेश को इस्लामिक शासन की ओर ले जाने और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाने का आरोप लगाया है. उन्होंने पाकिस्तान के साथ बढ़ती नजदीकियों को लेकर भी चिंता जताई, जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
प्रदूषण से जंग: बीजिंग ने कौन सा रॉकेट साइंस लगाया, जो हम दिल्ली में नहीं कर पा रहे?
प्रदूषण विकराल हुआ तो दिल्ली में केवल बीएस-6 गाड़ियों को ही एंट्री दी जाएगी, पेट्रोल पंपों पर PUC जांच न होने पर ईंधन नहीं मिलेगा. अब लोग गाड़ी का प्रदूषण चेक कराने भाग रहे हैं. जल्दी कीजिए. प्रदूषण से जंग में सबका सहयोग जरूरी है. यह भी समझना जरूरी है कि बीजिंग ने अपना प्रदूषण कैसे झाड़ दिया. ऐसा क्या किया जो दिल्ली में नहीं हो पा रहा.
Russia-Ukraine War:रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी कि यदि शांति वार्ता मॉस्को की शर्तों के अनुसार नहीं होती तो रूस यूक्रेन में अपने क्षेत्रीय नियंत्रण का विस्तार करने के लिए सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
5 दिसंबर की बात है। पाकिस्तान के कराची में शेर शाह के सिंधी मोहल्ले में हिंदू महिला रानी बेटी को लेकर घर से निकली थीं। तभी एक ऑल्टो कार आई, जिसमें हथियारों से लैस तीन लोग सवार थे। वे रानी और उसकी डेढ़ साल की बेटी को जबरन खींचकर ले गए। घटना के 3 दिन बाद FIR दर्ज हुई, लेकिन अब तक दोनों का सुराग नहीं मिला है। परिवार को शक है कि मां-बेटी का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाएगा। फिर जबरन शादी करा दी जाएगी। पाकिस्तान में इस तरह का ये कोई पहला या अकेला मामला नहीं है। सिंध से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। सिंध हिंदू बहुल आबादी वाला प्रांत हैं। यहां पिछले 11 महीनों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध की 611 घटनाएं हुईं, जिनमें 73 मामले धर्म परिवर्तन के हैं। यानी हर महीने हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों के खिलाफ धर्म परिवर्तन की 7 घटनाएं हुईं। अपहरण के 3, हत्या के 6 और चाइल्ड मैरिज के 2 से ज्यादा केस दर्ज हुए। पाकिस्तान के सिंध में हिंदुओं पर बढ़ते जुल्म को लेकर कुछ केस स्टडी निकाली। साथ ही रानी के मामले में FIR की पड़ताल की और रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पीड़ित प्रेम कुमार से भी बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… रानी किडनैपिंग केसपति दवा लेने गए, 3 नकाबपोशों ने मां-बेटी को किडनैप कियारानी और उसकी बेटी के मामले में 8 दिसंबर को FIR दर्ज कराई गई थी। FIR के मुताबिक, 5 दिसंबर की सुबह करीब 11 बजे रानी डेढ़ साल की बेटी को लेकर घर से निकली थी। उसने घर पर ताला लगाया और कुछ कदम ही आगे बढ़ी थी, तभी कार सवार तीन बदमाशों ने दोनों को अगवा कर लिया। तीनों के चेहरे पर मास्क और हाथों में हथियार थे। वे सिल्वर रंग की ऑल्टो कार से आए थे। उस वक्त रानी के पति प्रेम दवाई लेने अस्पताल गए हुए थे। घटना के कुछ घंटे बाद वो घर लौटे तो ताला लगा मिला। पत्नी को फोन लगाया तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद आसपास के लोगों और दोस्तों से पूछताछ की। शुरू में लोग घटना से डरे हुए थे, तो किसी ने कुछ नहीं बताया। बाद में अपहरण का पता चला। उन्होंने नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आसपास के लोगों और समाजसेवी संस्थाओं के विरोध को देखते हुए 3 दिन बाद FIR दर्ज की गई। ये पाकिस्तानी पैनल कोड यानी (PPC) की धारा-496A में दर्ज हुई है। पत्नी-बेटी को किडनैप कर धर्म परिवर्तन कराने का शकरानी के पति प्रेम कुमार बताते हैं कि हम कराची में शेर शाह इलाके के सिंधी मोहल्ले में रहते हैं। हमारे एक करीबी रिश्तेदार गुजरात के अहमदाबाद में रहते हैं। हालांकि केस को लेकर वो ज्यादा बातचीत करने के लिए राजी नहीं हुए। प्रेम ने इतना जरूर कहा, 'हम भारतीय मीडिया से खुलकर बात नहीं कर सकते हैं। आप लोगों ने हमसे संपर्क किया, इस बात से काफी खुशी हुई। उम्मीद है कि इसी तरह अगवा हुई मेरी बेटी और पत्नी भी मिल जाएंगी। FIR में जो भी बातें लिखी हैं, वही सच है। आशंका यही है कि मां-बेटी का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाएगा और फिर जबरन शादी कर दी जाएगी।' 'हम पाकिस्तानी हैं, सिर्फ हिंदू होना हमारा कसूर'इसके बाद हमने पाकिस्तान में हिंदुओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे शिवा काछी से बात की। उनका पाकिस्तान दरावर इत्तेहाद (PDI) नाम से NGO है। ये NGO हिंदू लड़कियों के अपहरण और धर्म परिवर्तन को लेकर इंसाफ मांग रहा है। इन्होंने सिंधी मोहल्ले से किडनैप हुई मां-बेटी का मुद्दा उठाया और FIR कराने में मदद की। हमने इनसे बात करने के लिए कॉन्टैक्ट किया तो इन्होंने हमें घटना की जानकारी दी, लेकिन ये भी कहा कि हम खुलकर भारतीय मीडिया से बात नहीं कर सकते हैं क्योंकि पाकिस्तान में पुलिस और प्रशासन को लगता है कि हम लोग देशभक्त नहीं हैं। जबकि हम पाकिस्तान में जन्मे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग हमें देशद्रोही करार दे रहे हैं।' सिंध में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ SSP ऑफिस के बाहर नारेबाजी करते हुए शिवा काछी ने हमें अपना एक वीडियो भी शेयर किया। वीडियो में वो कहते हैं, ‘क्या सिंध के हिंदुओं को पाकिस्तान अपना समझता भी है या नहीं। IG जैसे पुलिस अधिकारी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। हम अफ्रीका या इंडिया से नहीं आए हैं। हम यहीं पाकिस्तान के हैं। हमारी हिंदू लड़कियों का अपहरण होता है। तब पुलिस अधिकारी कहते हैं कि लव मैरिज हुई होगी। हम यहां के हिंदू हैं। हमारा कसूर क्या है। हमें किस बात की सजा मिल रही है।‘ उमरकोट में हिंदू दुल्हन को किडनैप करने की कोशिशरानी और उसकी बेटी के अपहरण से ठीक एक दिन पहले एक और घटना हुई थी। ये 4 दिसंबर को सिंध प्रांत के उमरकोट इलाके में ही हुई थी, जहां सबसे ज्यादा हिंदू आबादी रहती है। उमरकोट के डेगो फार्म की रहने वाली दुल्हन को अगवा करने की कोशिश हुई थी। असल में हरचंद कोहली की बेटी भागवी की एक दिन पहले ही शादी हुई थी। वो दूल्हे और बारात के साथ घर लौट रही थी। तभी 7 हथियारबंद बदमाशों ने दूल्हे और कुछ बारातियों पर हमला बोल दिया। इसी दौरान रास्ते से ही बदमाशों ने दुल्हन को जबरदस्ती अगवा करने की कोशिश की। ये सब घटनाक्रम पास के होटल में मौजूद लोग देख रहे थे। उन्होंने इसका विरोध कर दिया और तब जाकर अपहरण की कोशिश रोकी जा सकी। इस मामले में उमरकोट पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और जांच कर रही है। 14 साल की अनीता अगवा, धर्म परिवर्तन के बाद शादी कराने का शकसिंध प्रांत के मीरपुर खास में भील कॉलोनी की रहने वाली अनीता ठाकुर पिछले 3 महीने से गायब हैं। उसे घर से ही गन पॉइंट पर अगवा किया गया। हिंदू कम्युनिटी के लोगों के विरोध करने पर मीरपुर खास के सैटेलाइट थाने में FIR दर्ज हुई। इसमें आरोप लगाया गया है कि अनीता को अगवा करने के बाद उसका धर्म परिवर्तन करा दिया गया और जबरन शादी करा दी। लड़की के माता-पिता और आसपास के लोग पिछले 3 महीने से थाने और IG ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं। उसकी बरामदगी की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अनीता के माता-पिता का कहना है कि हम लोग डर के साए में जी रहे हैं। थाने और पुलिस अधिकारियों के पास इंसाफ मांगने जाते हैं तो लौटा दिए जाते हैं। ये कहकर वापस कर देते हैं कि तुम्हारी बेटी किसी के साथ भाग गई होगी। 3 साल पहले अगवा हुई चंदा मेहराज, छोटी बहन अब घर से बाहर नहीं जातीये 3 साल पहले सितंबर 2022 की घटना है। 14 साल की नाबालिग लड़की चंदा मेहराज का अपहरण कर लिया गया था। चंदा सिंध में हैदराबाद की रहने वाली है। वो फतेह चौक इलाके में बड़ी बहन के साथ सामान खरीदने बाजार गई थीं। आरोप है कि तभी कार में सवार होकर आए बलूच लड़कों ने उसे अगवा कर लिया। बड़ी बहन शोर मचाने लगी और किसी तरह से बचकर भाग निकली। परिवार के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में कोई मदद नहीं की। बाद में हिंदू कम्युनिटी के लोगों के विरोध के बाद पुलिस ने मामले की जांच की। कुछ हफ्ते बाद चंदा को कराची के एक कमरे से बरामद कर लिया गया। उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान वो अपने परिवार के साथ रहना चाहती थी, लेकिन कोर्ट के आदेश पर उसे कई दिनों तक शेल्टर होम में रखा गया। वहां भी उसे टॉर्चर किया गया। फिर वहीं से वो गायब हो गई, जिसके बाद परिवार को आज तक नहीं मिली। बेटी के इंतजार में पिता बीमार हो गए। लंबी बीमारी के बाद उनकी मौत हो गई। चंदा की एक बड़ी बहन और एक छोटी बहन हैं। परिवार एक छोटे से कमरे में रहकर गुजारा कर रहा है, जिसका किराया 10 हजार रुपए है। अभी चंदा की मां और बहन ने एक वीडियो जारी करके लोगों से मदद मांगी है। चंदा की मां कहती हैं कि बेटी के अपहरण के बाद से छोटी बहन बहुत डरी रहती है। वो जल्दी घर से बाहर भी नहीं जाती है। इसलिए अब जनवरी में उसकी शादी कर रहे हैं। सिंध में हर महीने धर्म परिवर्तन के 7, अपहरण के 3 और चाइल्ड मैरिज के 2 केसहमने पाकिस्तान में हिंदू और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हो रहे जुल्म के आंकड़े जानने के लिए पाकिस्तान के नेशनल और लोकल मीडिया में छपी रिपोर्ट की पड़ताल की। कुछ गिने-चुने केस छोड़कर वहां की मीडिया ने इन पर कोई रिपोर्ट नहीं की है। हमें माइनॉरिटी राइट ऑर्गनाइजेशन दरावर इत्तेहाद पाकिस्तान की एक रिपोर्ट मिली। जिसमें अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2025 में हुए क्राइम की रिपोर्ट है। इसमें 3 खास बातें हैं… 1. 2025 में जनवरी से लेकर नवंबर तक 11 महीने में सिंध प्रांत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कुल 611 क्राइम हुए। इनमें मानसिक प्रताड़ना की वजह से सबसे ज्यादा 185 सुसाइड के मामले रहे। 2. सिंध में 11 महीनों में धर्म परिवर्तन के केस दूसरे नंबर पर रहे। इसके कुल 73 केस सामने आए। इसके बाद तीसरे नंबर पर हत्या के 62 केस रहे। हत्या के अलावा अपहरण के 32 और चाइल्ड मैरिज के 26 मामले सामने आए जबकि रेप के 19 केस दर्ज हुए। 3. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय में करीब-करीब हर महीने धर्म परिवर्तन की 7 घटनाएं हुईं। हत्या के 6, अपहरण के 3 और चाइल्ड मैरिज के 2 से ज्यादा केस दर्ज किए गए। ................ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली ब्लास्ट-20 घंटे पहले मिला अलर्ट, फिर उमर कैसे भागा 10 नवंबर को दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद संदिग्ध आतंकी जेल में है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। दैनिक भास्कर को खुफिया जांच एजेंसियों से ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिससे डॉक्टर टेरर मॉड्यूल को लेकर 3 बड़ी बातें पता चली हैं। पहली, आतंकी अब भी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के खुफिया विभाग से जारी अलर्ट में इसका खुलासा हुआ। पढ़िए पूरी खबर...
DNA in Hindi Islamic Terrorism: दुनियाभर में आतंकवाद की जितनी भी घटनाएं होती हैं, उनमें से 85 प्रतिशत इस्लामिक आतंकवाद से जुड़ी होती हैं. यह हम नहीं कह रहे बल्कि आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं. अब इस आतंकवाद के खिलाफ माहौल बनने लगा है.
एलन मस्क को मिली कानूनी जीत: ऑस्ट्रेलिया में वीडियो से हटा बैन, चार्ली किर्क हत्या की थी क्लिप
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया की सरकार डिजिटल नियमों को लेकर किसी भी अन्य देश के मुकाबले थोड़ी ज्यादा सख्त है। टीनएजर्स के लिए एज लिमिट सेट करने को लेकर दुनिया ने तारीफ की। हाल ही में एक वीडियो पर ऑस्ट्रेलिया में बैन लगाया गया। ये चार्ली किर्क हत्या का क्लिप था। एक्स पर इसे दुनिया भर में लोग देख रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने इस पर तुरंत रोक लगा दी। बात अदालत तक पहुंची।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदियों पर रविवार 14 दिसंबर को हुए आतंकी हमले की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी निंदा की। इसके साथ ही उन्होंने दुनिया के तमाम देशों को कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की
'ये मेरा फर्ज था...',भारतीय मूल के युवक ने पिता को उतारा मौत के घाट, इस बीमारी से था पीड़ित
America News: अमेरिका में एक 28 साल के युवक को गिरफ्तार किया गया है. उसने अपने पिता को हथौड़े से पीट-पीटकर मार डाला. हत्या के जुर्म में उसे गिरफ्तार किया गया है.
Ethiopia PM Nobel Prize: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16-17 दिसंबर को इथियोपिया की यात्रा पर हैं. इस यात्रा के दौरान उनकी 'कार डिप्लोमेसी' चर्चा में रही है. इथियोपिया के पीएम अबी अहमद अली ने खुद कार चलाकर पीएम मोदी को एयरपोर्ट से होटल पहुंचाया और साइंस म्यूजियम की सैर भी कराई. यह दौरा भारत-इथियोपिया संबंधों के लिहाज से अहम माना जा रहा है. अबी अहमद अली सैनिक से नेता बनकर नोबेल पुरस्कार जीता और देश में कई सुधार किए.
Susie Wiles OnTrump, Epstein:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स ने वैनिटी फेयर मैगजीन को दिए एक लंबे और बेबाक इंटरव्यू में जेफरी एपस्टीन फाइल्स को लेकर कई चौंकाने वाले बयान दिए हैं. उन्होंने ट्रंप और सेक्स ऑफेंडर जेफरी एपस्टीन के पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों युवा, सिंगल प्लेबॉय साथ थे. जानें पूरी बात.
शेरों की धरती में आना मेरे लिए सम्मान की बात', इथियोपिया की संसद में बोले PM मोदी
पीएम मोदी ने अदीस अबाबा में इथियोपिया की संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज आपके सामने खड़ा होना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. शेरों की धरती इथियोपिया में आकर बहुत अच्छा लग रहा है.
अमेरिकी सीनेटरों ने रूसी तेल की खरीद पर रोक के लिए एक नया प्रस्ताव किया पेश
अमेरिका की ओर से लगातार रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर लगातार दबाव बना रहा है। इसी सिलसिले में अमेरिकी सीनेटरों के एक समूह ने एक नया प्रस्ताव पेश किया है। इसका मकसद उन विदेशी कंपनियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना है जो रूस से तेल खरीदना जारी रखती हैं

