जोहान्सबर्ग, 23 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है।
पाकिस्तान में हुआ धमाका , पेशावर में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर में हमले के बाद हुई गोलीबारी
पाकिस्तान सुबह-सुबह धमाकों की आवाज से दहल उठा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर पर हमला हो गया है
रूस और यूक्रेन के बीच सालों से जारी युद्ध पर आखिरकार पूर्णविराम लगने की उम्मीद जगी है। अमेरिका ने हाल ही में 28 प्वाइंट का एक ड्राफ्ट पेश किया है
आईडीएफ का दावा, बेरूत में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर को मार गिराया
इजरायल ने दावा किया कि उसने बेरूत के दक्षिणी इलाकों में एक सटीक एयरस्ट्राइक की, जिसमें हिज्बुल्लाह के सीनियर कमांडर हेथम अली तबातबाई को मार गिराया गया
'फिर आई चिट्ठी...', बांग्लादेश ने की शेख हसीना की मांग, विदेश मंत्रालय को लिखा लेटर
Bangladesh News: बांग्लादेश ने मानवता के खिलाफ अपराध करने के मामले में पूर्व पीएम शेख हसीना को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. इस फैसले के बाद अब अंतरिम सरकार ने भारत सरकार को एक लेटर लिखा है. जिसमें शेख हसीना की मांग की है.
Russia Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराने के लिए सालों से बैठकें हो रही हैं. हालांकि जंग कब रुकेगी कोई नहीं जानता. इसके बावजूद अमेरिका (US) ने स्विट्जरलैंड में यूक्रेन के साथ चल रही शांति वार्ता को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक ऐसी बात कह दी है जिससे पुतिन का गुस्सा भड़क सकता है.
न खाने का समय, न ही सोने का...इस देश में नहीं होता है अंधेरा, कैसे चलता है समय का चक्र?
No Sunset: नौकरी-पेशा से जुड़े लोगों के लिए समय का काफी ज्यादा महत्व है. हालांकि दुनिया में एक देश ऐसा है जहां पर प्रकृति समय का अस्तित्व खत्म कर देती है. यहां के निवासी कोई भी काम समय देखकर नहीं करते हैं. आइए जानते हैं इस देश के बारे में.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ली जे म्युंग की मुलाकात में अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर चर्चा
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित जी20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा के साथ बातचीत की
Saudi Arabia News: सऊदी अरब अपने कड़े नियमों के लिए जाना जाता है. हालांकि सऊदी अरब अब बाहर से आए लोगों के लिए शराब की बिक्री बढ़ा दी है. इससे पहले यहां की सरकार ने शराब पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे. जानिए अचानक बिक्री को क्यों बढ़ा दिया गया है.
2030 तक कनाडा के साथ 50 बिलियन डॉलर का ट्रेड टारगेट : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है
लेबनान के राष्ट्रपति की अपील, 'अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इजरायल को रोकने का करे प्रयास'
लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ आउन ने बेरूत के दक्षिणी इलाकों में हुए जानलेवा हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से दखल देने की अपील की है। उन्होंने इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की है
Canada News: भारतीय मूल के मशहूरकोकीन लॉयरदीपक पराडकर को कनाडा में पूर्व ओलंपियन को एफबीआई गवाह की हत्या में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने पूर्व ओलंपियन को एक सलाह दी थी जिसके बाद एक गवाह की हत्या कर दी गई.
अफगानिस्तान के हेरात में सड़क हादसे में 10 की मौत, 10 से अधिक घायल
अफगानिस्तान के पश्चिमी प्रांत हेरात में रविवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक घायल हो गए। यह जानकारी प्रांतीय पुलिस कार्यालय द्वारा जारी बयान में दी गई
राजकुमारी डायना की मामूली सी दिखने वाली ड्रेस की चर्चा इतनी क्यों बढ़ी कि इसे रिवेंज ड्रेस यानी बदला लेने के लिए पहनी गई ड्रेस बताया गया और ये आज भी इसी नाम से जानी जाती है.. इस ड्रेस में ऐसा क्या था, 31 सालों बाद भी ये एक बार फिर चर्चा में क्यों है,पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
क्यों रुक नहीं रहा इजरायल? 44 दिनों में 500 बार सीजफायर तोड़ा, इतने फिलिस्तीनियों की मौत
भले ही इजरायल और हमास के बीच 10 अक्टूबर से सीजफायर लागू है, लेकिन इजराइल अपने हमले रोकने का नाम नहीं ले रहा, ऐसे में गाजा समेत पूरे फिलिस्तीन में शांति कायम करने में मुश्किलें आ सकती हैं.
बांग्लादेश: डेंगू से 8 मौत, मृतकों की संख्या पहुंची 360 के पार
बांग्लादेश में डेंगू से होने वाली मौत के सिलसिले पर ब्रेक नहीं लग रहा है। शनिवार से रविवार के बीच महज 24 घंटों में आठ लोगों ने दम तोड़ दिया
'मायावती ने लखनऊ में रैली की तो भीड़ उमड़ पड़ी। ये वो भीड़ थी, जो अपने साथ रोटियां बांधकर लाई थी। सोचिए कितनी कमिटेड जनता होगी, जो सिर्फ मायावती के नाम पर इकट्ठी हुई। वरना रैलियों में लोग तब जाते हैं, जब कम से कम खाने-पीने का अच्छा इंतजाम हो। कई बार तो लोग बारात जैसा स्वागत मांगते हैं।' सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ अग्निहोत्री इसे सिर्फ बसपा की रैली नहीं बल्कि मायावती की सक्रिय राजनीति में वापसी मान रहे हैं। वो कहते हैं कि ये रैली मायावती का वो मजबूत वोट बैंक दिखाती है, जिसे उनके दोबारा एक्टिव होने का इंतजार है। बसपा के एक लीडर इस पर मुहर लगाते हुए कहते हैं, 'मायावती यूपी के सभी 18 मंडल समेत पश्चिम यूपी के 5-7 जिलों में नाइट कैंपिंग के लिए हां कर चुकी हैं। पिछली बार तो मायावती जी ने चुनाव के ठीक पहले ही कुछ रैलियां की थीं, लेकिन इस बार कोशिश होगी कि उनकी ज्यादा से ज्यादा रैलियां हों।' दरअसल, 2007 के बाद से मायावती की राजनीतिक सक्रियता लगातार घटती गई। इसका असर सीट के नंबर और वोटर शेयर पर भी दिखा। 2007 में 206 सीट और 30.4% वोट शेयर हासिल करने वाली बसपा 2012 में 80 सीट और 25.9% वोट शेयर पर आ गई। 2017 में 19 सीट के साथ ये वोट शेयर 22% और 2022 में 1 सीट के साथ 13% पर आ गया। 2027 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार मायावती की चुनाव को लेकर क्या स्ट्रैटजी है, चुनाव में वो किसे अपना मुकाबला मानकर रणनीति बना रही है? क्या इस बार वो RSS की तरह घर-घर पहुंचने की तैयारी में हैं? दैनिक भास्कर ने बसपा में अपने सोर्सेज, पार्टी लीडर्स और पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स से समझने की कोशिश की। यूपी चुनाव में दिखेगी मायावती की धमकबसपा में हमारे सोर्स बताते हैं, ‘इस बार मायावती यूपी के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नहीं, बल्कि अभी से अपनी मौजूदगी दर्ज कराना शुरू कर चुकी हैं। 9 अक्टूबर को लखनऊ की रैली और उसके बाद 19 नवंबर को दिल्ली में 5 बैठकें कीं। ये तो अभी प्रोमो है, पूरी पिक्चर में मायावती मुख्य किरदार में नजर आएंगी।‘ इस बार इतनी सक्रियता क्यों? इस पर जवाब मिला, 'बसपा सुप्रीमो समझ चुकी हैं कि दलितों की पॉलिटिक्स के लिए अगर जगह छोड़ी गई तो वहां कोई और आ सकता है। कई दशकों की मेहनत मिट्टी में मिल जाएगी।‘ देखिए, कोई भी अपनी विरासत जीते जी किसी को ले नहीं जाने देना चाहता है। उनके करीबियों ने भी उन्हें समझाया है। ‘आप ही बताइए चंद्रशेखर आजाद जैसे छुट भैय्या नेता ने अपनी जगह सिर्फ इसीलिए बना ली क्योंकि मायावती गायब थीं। इसीलिए अब वो अपने पारंपरिक वोटर ही नहीं, मुसलमान वोटरों को भी हाथ से नहीं जाने देना चाहती हैं। इस बार मायावती दोनों को साधने का प्लान बना रही हैं।' वे आगे बताते हैं, 'अगले एक साल में मायावती लखनऊ की ही तरह कम से कम 6 रैलियां और मंडल के कार्यकर्ताओं के साथ 20 बैठकें करेंगी। अभी इस पर मुहर तो नहीं लगी है, लेकिन वे अपने कुछ कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए उनके घर भी पहुंच सकती हैं।' मायावती 18 मंडलों में गुजारेंगी रात, चाय-डिनर पर बनेगी रणनीतियूपी के विधानसभा चुनाव के लिए मायावती की और क्या तैयारियां हैं? ये पूछने पर सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ अग्निहोत्री बताते हैं, 'मैं करीब 35 साल से बसपा को कवर कर रहा हूं। कुछ साल कांशीराम की राजनीति देखी। मायावती की राजनीति भी नजदीक से देख चुका हूं। यकीनन वो इस बार गहरी रणनीति बना रही हैं।' 'इस बार मायावती यूपी के 18 मंडलों में नाइट कैंप करेंगी। इससे पहले उन्होंने कांशीराम के साथ ही नाइट कैंपिंग की थी। तब वो साइकिल से गांव-गांव तक घूमी थीं, लेकिन जब से वो मायावती बनीं यानी बसपा सुप्रीमो और फिर CM, तब से कभी न नाइट कैंप हुए और न साइकिल बाहर निकली।' 'हालांकि इस बार मायावती बसपा सुप्रीमो बनकर नहीं बल्कि कांशीराम के साथ वाली मायावती बनकर कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगीं। उनकी नाइट कैंपिंग का मतलब सिर्फ बैठक लेना नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं के साथ दिन-रात गुजारना और उनमें पहले जैसा जोश भरना है।' बसपा के एक लीडर पहचान जाहिर नहीं करना चाहते, लेकिन इस दावे को कन्फर्म करते हैं। वे कहते हैं, 'इस बार कोशिश होगी कि उनकी रैलियां ज्यादा हों और कोई इलाका न छूटे। इसलिए 2026 में ही फरवरी-मार्च से रैलियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा।' चार मकसद के साथ होगी रात की चौपाल1. सोर्स के मुताबिक, ये नाइट कैंप वैसा ही होगा, जैसा किसी परिवार में उसका मुखिया तय करता है कि आज पूरा परिवार एक साथ बैठकर खाना खाएगा और अपना दुख-दर्द बांटेगा। ये कार्यकर्ता और बसपा सुप्रीमो के बीच बने गैप को भरने का काम होगा। 2. पार्टी कार्यकर्ताओं से बसपा सुप्रीमो खुद फीडबैक लेंगी, ताकि उस पर आगे काम किया जा सके। 3. इस दौरान पार्टी का विस्तार भी किया जाएगा। हर कार्यकर्ता अपने साथ कुछ नए लोगों को लाएगा, जो पार्टी से जुड़ना चाहते हैं। 4. नाइट कैंप का जोर-शोर से प्रचार किया जाएगा और संदेश देने की कोशिश होगी कि उनकी नेता मायावती लौट आई हैं। ताकि दलित वोटर आश्वस्त हो जाएं और जो वोटर मजबूरी में छिटका है, उसे वापस लाया जा सके। MY की काट DM पर काम शुरू, अखिलेश को चक्रव्यूह में फंसाने की तैयारीबसपा सुप्रीमो ने इस बार सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए अभी से चक्रव्यूह रचना शुरू कर दिया है। सोर्स के मुताबिक, 'इस चुनाव में मायावती और ओवैसी एक साथ होंगे। दोनों में बातचीत हो चुकी है। सीट शेयरिंग पर बात लगभग फाइनल है।' जब बसपा लीडर और प्रवक्ता एमएच खान से इस बारे पूछा गया तो वो कहते हैं, 'मायावती कब मुसलमानों के साथ नहीं थीं। आप पिछले चुनाव का डेटा देखिए, उन्होंने हमेशा मुसलमानों को बड़ी संख्या में टिकट दिया।' हालांकि ओवैसी के साथ गठजोड़ पर वो कहते हैं, 'इस पर फैसला बसपा सुप्रीमो ही करेंगी। वो जो भी फैसला करेंगी, सबको मंजूर होगा।' वहीं इसे लेकर सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ का कहना है, 'पश्चिमी यूपी में चौधरी चरण सिंह की पार्टी ने जाट-मुसलमान पॉलिटिक्स की। वहां ये फॉर्मूला खूब हिट भी था। हालांकि 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों के बाद ये फॉर्मूला टूट गया। चौधरी चरण सिंह के वारिस अजीत सिंह भी खत्म हो गए। हालांकि ये फॉर्मूला टेस्टेड तो है ही। दलित-मुस्लिम अगर मिल गए तो करीब 23-24% वोट एक हो जाएगा। ये इतनी बड़ी संख्या है जो चुनाव को प्रभावित करेगी।' बसपा के युवा दलित कार्यकर्ता कहते हैं, 'ये DM समीकरण सबसे ज्यादा अखिलेश यादव को नुकसान पहुंचाएगा और यही दलित चाहता है। क्योंकि यूपी में दलित सबसे ज्यादा यादवों का सताया हुआ है। ब्राह्मण का तो बस नाम भर है। दलित और मुसलमान को एक साथ आने में कोई दिक्कत नहीं।’ ‘काम शुरू हो चुका है। हमारी टीमें तैयार हैं, ये टीमें शोर मचाकर नहीं, घर-घर पहुंचकर चुपचाप काम कर रही हैं, ताकि चुनाव से कम से कम 6 महीने पहले हम एक आंकड़ा तैयार कर सकें। फिर इस गठजोड़ को लेकर अपनी तैयारी और पुख्ता कर सकें।' क्या RSS की तरह चुपचाप घर-घर जाकर बैठक कर रहे हैं?वे कहते हैं, ‘RSS एक बेहतर रणनीति बनाने और उस पर काम करने वाला संगठन है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। अगर किसी से कुछ सीख मिले तो सीखने में क्या बुराई है?' पश्चिमी यूपी के ये युवा कार्यकर्ता अपनी पहचान नहीं जाहिर करना चाहते हैं। उनका कहना है कि हमें ऊपर से निर्देश है कि हमें वोटरों के बीच में ही बोलना है। मीडिया से रणनीति पर ज्यादा बात नहीं करनी है। चुनाव जब करीब होंगे तो खुद मायावती ही इस बारे में बताएंगी। मिश्रा-माया और भतीजे आकाश की तिगड़ी हुई एक्टिवबसपा में हमारे सोर्स ने बताया, 'इन दिनों मायावती और उनके मुंह बोले भाई सतीश चंद्र मिश्रा की करीबी बिल्कुल वैसे ही है जैसे- साल 2007 में थी। बैठकों का सिलसिला बढ़ गया। मायावती, उनके भतीजे आकाश और मिश्रा की तिगड़ी ही इस समय पार्टी में प्रमुख है।' सोर्स ने ये भी बताया कि आकाश के साथ मतभेद खत्म करने में भी सतीश चंद्र मिश्रा का अहम रोल रहा। मायावती इस बार रैलियों और चौपालों में कार्यकर्ताओं और वोटरों को ये भी बताएंगी कि कांशीराम के जाने के बाद जिस तरह मायावती ने दलित हितों को आगे बढ़ाया, वैसे ही उनके बाद ये काम आकाश करेंगे। क्या BJP की B-पार्टी है बसपा?बसपा प्रवक्ता एमएच खान कहते हैं, 'ये सिर्फ विपक्ष का दुष्प्रचार है। वो जानबूझकर ऐसा करता रहता है। पहले जब गठबंधन हुए थे, उस वक्त परिस्थितियां अलग थीं। अब अलग हैं। फिलहाल हम BJP के सामने चुनौती बनकर खड़े होंगे, न कि उसके साथ।' हालांकि बसपा के एक सोर्स ने ये भी बताया कि पार्टी का पहला टारगेट सपा को चुनौती देना है। BJP नंबर दो पर है और राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन या दोस्त नहीं होता। हां, सपा इस चुनाव में स्थायी दुश्मन है। इतना मैं कह सकता हूं। मायावती के पुराने साथी बोले- बहन जी को समझना नामुमकिन साहमने मायावती के साथ 36 साल राजनीति कर चुके नसीमुद्दीन सिद्दीकी से भी बात की। वे 8 साल पहले उनसे अलग हो चुके हैं। नसीमुद्दीन सिद्दीकी का मानना है कि मायावती की स्ट्रैटजी समझ पाना संभव नहीं है।’ वे बताते हैं, ’अचानक एक दिन बहनजी ने लखनऊ के उसी मैदान में रैली बुलाई जहां अभी रैली की है और BJP के साथ गठबंधन तोड़ दिया। इसके लिए न किसी से मशविरा लिया, न कोई बैठक की।’ आप उस वक्त सरकार में सीनियर मंत्री थे। क्या वो अपने सीनियर मंत्रियों से भी मशविरा नहीं लेती थीं? ‘नहीं, उनके अपने कुछ खास लोग थे। अब मैं उनका नाम नहीं लूंगा। मेरी उनसे भी कोई दुश्मनी नहीं है। मशविरा उन्हीं से लिया जाता था।’ क्या आपका इशारा सतीष चंद्र मिश्रा की तरफ है। ‘नहीं, मैं किसी का नाम नहीं लूंगा।’ मायावती 6 दिसंबर को नोएडा में रैली करेंगीमायावती, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस यानी 6 दिसंबर को नोएडा में विशाल रैली करने जा रही हैं। इस रैली के जरिए मायावती एक बार फिर अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन करेंगी। विरोधियों को ये संदेश देने की कोशिश करेंगी कि बसपा का कैडर आज भी उनके साथ मजबूती से खड़ा है। नोएडा की रैली के जरिए मायावती नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर में अपने खोए वोटरों को साधने की तैयारी में हैं।......................ये खबर भी पढ़ें... 'चंद्रशेखर कहता था- तुम्हारे बिना मर जाऊंगा, शादी छिपाई' भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण पर PHD स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी सिर्फ यौन उत्पीड़न का आरोप ही नहीं लगा रहीं। उनका कहना है कि वो अब इन आरोपों को लेकर चंद्रशेखर के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगी। रोहिणी अब तक पुलिस के FIR दर्ज न करने से परेशान हैं। हालांकि वकील की सलाह पर वो मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करा चुकी हैं। दैनिक भास्कर ने रोहिणी घावरी से बात कर पूरा मामला समझा। पूरी खबर पढ़ें...
भारत के पड़ोसी देश में डेंगू का कहर जारी, मरने वालों की संख्या हुई 364
Bangladesh Dengue: 2025 के डेंगू के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 90 हजार 264 हो गई और डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 364 हो गई है. लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से घरों, बिल्डिंग साइट्स, स्कूलों और दूसरी जगहों से जमा पानी हटाने की हिदायत भी दी है.
आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, दिल्ली ब्लास्ट पर कही ये बात
10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास कार ब्लास्ट में कई लोगों की जान चली गई थी. इस आतंकी हमल को लेकर इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी भारत के साथ एकजुटता दिखाई है.
कौन है हेथम तबातबाई? हिज्बुल्लाह का टॉप लीडर, इजरायल ने लेबनान में किया खात्मा
इजरायली पीएम नेतन्याहू के ऑफिस ने कहा कि आईडीएफ ने बेरूत के बीचों-बीच, हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ को टारगेट करके हमला किया, जो ऑर्गनाइजेशन को बनाने और फिर से हथियारबंद करने का काम कर रहे थे.
ईरान और पाकिस्तान से एक दिन में 11 हजार से अधिक अफगान शरणार्थियों की जबरन वापसी
ईरान और पाकिस्तान से एक ही दिन में 11,000 से अधिक अफगान शरणार्थियों को जबरन वापस भेजा गया है। यह जानकारी रविवार को तालिबान के एक अधिकारी ने दी और स्थानीय मीडिया ने इसकी पुष्टि की
भारतीय मूल का शख्स कनाडा में मोस्ट वांटेड क्रिमिनल, कौन है निकोलस सिंह? टोरंटो से हुआ गिरफ्तार
निकोलस सिंह ने कनाडा की 'मोस्ट वांटेड' लिस्ट में शामिल भारतीय मूल का शख्स है, जो 18 महीने बाद पकड़ा गया. उसके पास से बंदूक, गोला-बारूद जब्त किया गया.
रूस के खिलाफ जंग के बीच जेलेंस्की पर भड़क गए ट्रंप, बोले- थैंक यू भी नहीं कहा
Donald Trump Slams Ukraine: यूक्रेन की लीडरशिप ने रूस के खिलाफ युद्ध में हमारी ओर से की गई भारी मदद के बावजूद हमारी कोशिशों के लिए कोई शुक्रिया नहीं जताया. US प्रेसिडेंट ने कहा कि वॉशिंगटन यूक्रेन को बांटने के लिए NATO को भारी मात्रा में हथियार बेचना जारी रखे हुए है.
Flight Hijacking News: जरा सोचिए, हजारों फुट की ऊंचाई पर कोई प्लेन हाईजेक हो जाए. लुटेरा यात्रियों से लाखों डॉलर लूटकर पैराशूट से नीचे कूद जाए. आज से 54 साल पहले यह घटना हुई थी. इस घटना के 9 साल बाद पैसे तो एक जगह पड़े मिल गए लेकिन लुटेरा आज तक गायब है.
बांग्लादेश: शेख हसीना और उनके परिवार पर जमीन घोटाले का आरोप, मामले में 27 नवंबर को आएगा फैसला
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना, छोटी बहन शेख रेहाना, हसीना की बेटी साइमा वाजेद पुतुल और बेटे सजीब वाजेद जॉय पर जमीन घोटाले का आरोप है। इस भ्रष्टाचार मामले में फैसला 27 नवंबर को आएगा
Baba Vanga 2026 Prediction in Hindi: नया साल शुरू होने में अब केवल एक महीने का समय बचा है. इसके साथ ही यूरोप समेत दुनिया के एक बड़े हिस्से में दहशत भी बढ़ती जा रही है. इसकी वजह बाबा वेंगा की एक भविष्यवाणी है.
पाकिस्तान का ‘राफेल पर झूठ’ बेनकाब, 'फेक न्यूज' पर फ्रेंच नेवी की पाक मीडिया को फटकार
French Navy Slams Pak Media: फ्रेंस नेवी ने कहा कि इस रिपोर्ट में न सिर्फ़ फ्रेंच अफसरों के बारे में गलत बताया गया बल्कि उनका नाम भी गलत छापा गया था. इसमें अफसर का असली नाम कैप्टन इवान लौने के बजाय 'जैक्स लौने' बताया गया.
बांग्लादेश प्रशासन का बढ़ता खर्च, पिछले एक साल में 14 % बढ़ा कर्ज
बांग्लादेश सरकार का कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है और बीते एक साल में इसमें 14 प्रतिशत का इजाफा हुआ है
अमेरिका ने पुतिन के जिस करीबी पर लगाया था BAN, वो बना रहा यूक्रेन युद्ध रोकने का पीस प्लान?
Who is Kirill Dmitriev: किरिल दिमित्रिव कौन हैं, यह सवाल अब अंतरराष्ट्रीय बहस का मुद्दा बन गया है. वो शख्स जिसपर अमेरिका ने 2022 में प्रतिबंधित लगाया था उसका अमेरिका पहुंचना इस बात का संकेत देता है कि वैश्विक राजनीति में प्रभावशाली व्यक्तियों की पहुंच सीमाओं और नियमों से कहीं आगे तक जाती है.
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जैयर बोल्सोनारो को तख्तापलट के मुकद्दमे में 27 साल की सजा के मामले में पुलिस ने शनिवार को एहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया
भूटान के प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के साथ द्विपक्षीय वार्ता की
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने ढाका के तेजगांव स्थित मुख्य सलाहकार कार्यालय में द्विपक्षीय वार्ता की
राष्ट्रपति बुश को एलियन से मुलाकात की थी जानकारी, CIA ने क्यों छिपाया दुनिया से बड़ा सच?
Science News:एक नई डॉक्यूमेंट्री में यह कहा गया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश को 1964 में एक एलियन से हुई मुलाकात के बारे में जानकारी दी गई थी.
Russia-Ukraine Peace Plan: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर एक शांति योजना बनाई है, हालांकि इस यूक्रेन के इस पीस प्लान से सहमत होने की संभावना कम जताई जा रही है.
मेरा नाम फिरोज कुरैशी है। यूपी के कासगंज का रहने वाला हूं। हमें रैट माइनर्स कहा जाता है, क्योंकि देश में हम बड़ी-बड़ी सुरंग बनाते हैं। यह काम चूहों के बिल बनाने जैसा होता है। जिस तरह चूहे मिट्टी खोदते हैं और बाकी मिट्टी पीछे फेंकते जाते हैं। ठीक उसी तरह। हमें देशभर में बड़े सुरंग हादसों पर बचाव कार्य के लिए बुलाया जाता है। हम कभी सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालते हैं तो कभी बोरवेल में गिरे किसी बच्चे को। इन्हें बचाते वक्त हम अपनी जिंदगी दांव पर लगा देते हैं, लेकिन हमें उसका ठीक से मेहनताना नहीं मिलता। सरकार भी कोई मदद नहीं करती। मुझे तेलंगाना सुरंग हादसे में बनारस की एक बूढ़ी औरत के पति को न खोज पाने का बहुत अफसोस है। सुरंग के बाहर उसका रोना आज भी दिल में चुभता है। उत्तराखंड सुरंग हादसे में 14 मजदूरों को बाहर निकालने पर राष्ट्रपति ने हमें बधाई सर्टिफिकेट दिया। हमें देश के जाने-माने गाने के प्रोग्राम इंडियन आइडल में बुलाया गया। सनी देओल जैसे कई फिल्म स्टार हमसे मिले। एक विदेशी प्रोडक्शन हाउस ने हम पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई, लेकिन हमारे हालात जस के तस हैं। हमारे पास इलाज तक के पैसे नहीं हैं। अभी श्रीलंका बुलाया गया है, वहां जाने की तैयारी कर रहे हैं। अपने रैट माइनर्स बनने की कहानी से बात शुरू करता हूं। पढ़ा-लिखा न होने से मेरे पास कोई काम नहीं था। मुंबई में रहने वाले अपने छोटे भाई के पास गया। वह वहां जमीन के अंदर पानी, सीवर और गैस पाइपलाइन बिछाने का काम करता था। उसके साथ 12 साल काम किया। जहां मैंने जमीन के अंदर पाइप बिछाने और सुरंग खुदाई का काम सीखा। जमीन के अंदर पाइपलाइन डालने का यह काम बहुत खतरनाक है। इसके लिए पहले 20 से 40 फीट गहरा गड्ढा करना पड़ता है। गड्ढा होने के बाद पाइप बिछाने का काम किया जाता है। उसके बिछने के बाद हम पाइप के अंदर जाते हैं। अंदर बैठकर हम पत्थर और लोहे की कुटाई करते हैं। उसके बाद सुरंग बनाते हुए पाइप को आगे बढ़ाते हैं। यह काम 8 से 18 घंटे तक लगातार होता है। इस काम को मशीनें आज भी बेहतर तरीके से नहीं कर पातीं। इस काम के दौरान हम मौत के मुंह में होते हैं। पाइप के अंदर सबसे बड़ी चुनौती कई बार ठीक से सांस न ले पाने की होती है। उसमें जानलेवा गैस भर जाती है तो दम घुट जाता है। इसके अलावा उसी पाइप से पानी खींचा जाता है। कई बार उसमें करंट उतर आता है। कई बार तो आंखों के सामने लोगों को मरते देखा है। आप सोच सकते हैं कि यह कितना खतरनाक होता है। यही वजह है कि कई देशों ने इस काम पर प्रतिबंध लगा रखा है। मुंबई में इस काम को लंबे समय तक किया। काम बहुत मुश्किल था, लेकिन पैसा कुछ खास नहीं मिलता था। भाई के साथ प्लान बनाया और दिल्ली आ गया। यहां दिल्ली शहर में बड़ी-बड़ी सीवर लाइनें बिछाईं। जानलेवा होने के नाते इस काम के बारे में घर वालों को नहीं बताता। उनसे कहता हूं कि हम बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं, लेकिन उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग हादसे में हमारा नाम सबके सामने आ गया। वहां सुरंग में मजदूरों के फंसने की खबर आई। हमारी टीम को बुलाया गया। उस वक्त हमारे एक साथी की बहन की शादी थी। उसने शादी छोड़ दी। एक साथी के भाई की पत्नी अस्पताल में भर्ती थी, लेकिन हम अपने घर वालों को बताए बगैर टीम के 6 साथी वहां पहुंचे। वहां पहुंचे तो देश-विदेश की कई बड़ी मशीनें और सरकार की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई थीं। सब फेल हो रही थीं, अंदर 41 मजदूरों की जिंदगी का कुछ पता नहीं था। सब फेल होने पर हमारी टीम ने बचाव कार्य शुरू किया। हर दिन मुश्किल लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे हम अपने मिशन में सफल हो रहे थे। मजदूरों को फंसे अब तक 17 दिन हो गए थे। 17वें दिन हमारा मिशन सफल हो गया। हमने एक-एक करके सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया। मिशन सफल होते ही टीवी पर हमारी तस्वीरें आने लगीं। मेरे बेटे ने मुझे टीवी पर देखा। उसने तुरंत फोन करके पूछा- ‘अब्बू क्या आप उत्तराखंड में हैं?’। मैंने कहा कि नहीं, तुमने मेरी शक्ल के किसी और को देखा होगा। उसके बाद टीवी पर मेरे छोटे भाई की तस्वीर चली। घर वालों ने उसे देखा तो बेटे ने दोबारा फोन किया। उसने कहा- अब्बू टीवी पर चाचू भी दिखाई दे रहे हैं। आखिर तब मैंने बता दिया कि- हां हम उत्तराखंड में हैं। यहां सुरंग में फंसे मजदूरों को निकाल चुके हैं। उस दिन जाकर हमारे परिवारों को पता चला कि हम सुरंग का काम करते हैं। इस तरह बड़ी-बड़ी मशीनों के फेल होने के बाद हमारी कामयाबी दुनियाभर में चर्चित हो गई। राष्ट्रपति ने हमें बधाई सर्टिफिकेट भेजा। उत्तराखंड सरकार ने 50-50 हजार रुपए दिए। मिशन सफल होने के बाद घर आया। यहां हमें रैट माइनर्स कहा जा रहा था। उस दिन पहली बार पता चला कि इस काम को करने वाले लोगों को रैट माइनर्स कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम चूहों की तरह सुरंग खोदने का काम करते हैं। मीडिया में हमारी खूब चर्चा चल रही थी। उसके बाद देश के जाने-माने गाने के प्रोग्राम इंडियन आइडल में हमें बुलाया गया। फिल्म स्टार सनी देओल जैसे एक्टर हमसे मिले, लेकिन इंडियन आइडल में जो पैसा मिलना था, उसे बिचौलिया खा गया। एक तरह से वहां नाम हुआ, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। उस दौरान विदेश में भी हमारी चर्चा थी। एक विदेशी प्रोडक्शन हाउस आकर हमसे मिला। उसने हम पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई। इसके अलावा कई नेताओं ने हमें बुलाकर सम्मानित किया, लेकिन सच यही है कि हमें सिर्फ बधाइयां मिलीं। देश की नजरों में हम हीरो बने, लेकिन हमारे आर्थिक हालात जीरो हैं। उत्तराखंड सुरंग हादसे के बाद 22 फरवरी 2025 को तेलंगाना सुरंग हादसा हुआ। वह हादसा 400 मीटर ऊंचे पहाड़ पर बन रही सुरंग में हुआ था, जिसमें 8 मजदूर दब गए थे। वह सुरंग 52 किलोमीटर की बनाई जा रही थी, लेकिन 14 किलोमीटर बनने के बाद अचानक बैठ गई थी। सुरंग के अंदर पानी के साथ हजारों टन लोहा आकर जमा हो गया था। हालत ऐसे थे कि उसके अंदर कोई जाने को तैयार नहीं था। सरकार की टीमों ने हाथ खड़े कर दिए थे। हमारी टीम को बुलाया गया। वहां पहुंचने पर हमें सुरंग में एक ट्रेन से अंदर ले जाया गया। सुरंग जहां बैठी थी वहां पानी और लोहे का भारी कीचड़ था। ट्रेन को उस कीचड़ से पहले रोक दिया गया। उसके बाद हम कीचड़ में उतरे और सफाई शुरू की। वह कीचड़ 4 किलोमीटर तक था। उसे साफ करने में कई दिन लग गए। कीचड़ साफ हुआ तो पता चला कि अगले साढ़े तीन सौ मीटर तक पत्थर और लोहे का मलबा है। उसी मलबे में 8 मजदूरों के दबे होने की आशंका थी। हमने उसकी भी सफाई शुरू की। सबसे पहले हमें उसमें एक डेडबॉडी मिली, जो कि पंजाब के रहने वाले गुरमीत सिंह की थी। उसे हम बाहर निकालकर लाए। सुरंग के बाहर बनारस से एक बुजुर्ग महिला आई थीं। दबने वाले 8 मजदूरों में एक उनके पति भी थे। वह सुरंग के बाहर बैठी रोती रहतीं। सुबह जब मैं सुरंग के अंदर जाने लगता तो वह रोते हुए मुझसे पति को खोजने की मिन्नतें करतीं। लगभग 18 घंटे सुरंग के अंदर रहकर जब हम बाहर आते तो वह वहीं बैठी मिलतीं। बाहर आने पर वह अपने पति के बारे में पूछतीं, लेकिन हमारे पास कोई जवाब नहीं होता था। अब तक हम दो शव निकाल चुके थे, लेकिन उनके पति का शव अभी तक नहीं मिला था। इस दौरान जैसे-जैसे हम सुरंग में आगे बढ़े, हालात खराब होते जा रहे थे। इसी बीच सरकार का आदेश आया। कहा गया कि अब आगे कोई मजदूर नहीं जाएगा। आगे जाने पर हमारी जान जा सकती है। उसके बाद अधिकारियों ने हमें बाकी शव खोजने से मना कर दिया। हम बाहर निकल आए। मैंने सरकारी अधिकारियों से शव खोजने की मिन्नतें कीं। हमें भरोसा था कि हम खोज लेंगे, लेकिन वे नहीं माने। हमें सख्ती से रोक दिया। उधर, बाहर बैठी बनारस की उस बूढ़ी औरत को देख रहा था। वह रोए जा रही थीं। सोच रहा था कि उनके पति का शव मिल जाता तो भी संतोष मिल जाता, लेकिन हम मजबूर थे। छह शव सुरंग के अंदर रह गए। उस दिन मैं भारी मन से कासगंज लौट रहा था। उस बुजुर्ग महिला का चेहरा मेरी आंखों में नाच रहा था। आज भी उस महिला का रोते हुए चेहरा अक्सर आंखों के सामने आता है। उनके पति का शव न निकाल पाना दिल में चुभता है। इसी तरह दूसरा केस राजस्थान के कोटपूतली का है। जहां 130 फीट गहरे बोरवेल में एक तीन साल की बच्ची गिर गई थी। हमें बुलाया गया। वहां सरकारी टीम पहले से जुटी हुई थी, लेकिन वे बच्ची को नहीं बचा पा रहे थे। बच्ची के माता-पिता और परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। वे बार-बार हमारे सामने हाथ जोड़ रहे थे, लेकिन सरकारी टीम के लोग हमें अंदर नहीं जाने दे रहे थे। उन्होंने परिवार वालों को डरा रखा था कि हम लोग बच्ची को बचाने का ज्यादा पैसा लेते हैं। यह भी कहा था कि अगर वे बच्ची रैट माइनर्स से निकलवाएंगे और कोई गलती होगी तो सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। लेकिन उस वक्त हमने देखा कि सरकारी टीम जिस तरह से काम कर रही थी, वह बच्ची को नहीं बचा सकती थी। आखिर ऐसा करते हुए आठ दिन बीत गए और बच्ची मर गई। उसके बाद उसका शव निकाला गया। वह बच्ची भी अक्सर याद आती है। सोचता हूं, हमें बचाने दिया जाता तो शायद वह जिंदा होती। ये तो वे हादसे हैं, जिनके बारे में आप सभी को मीडिया के जरिए पता है, लेकिन हम देश में होने वाले ऐसे भी बहुत सारे हादसों में जाते हैं, जिनका मीडिया में जिक्र तक नहीं होता। सरकार उन्हें सामने ही नहीं आने देती। अभी हमें श्रीलंका बुलाया गया है। वहां जाने के लिए हम पासपोर्ट बनवा रहे हैं। आखिर में कहूंगा- हम अपने काम को पूरे जुनून से करते हैं। जान तक की परवाह नहीं करते, लेकिन हमें उसका ठीक पैसा नहीं मिलता। केवल बधाई और तारीफें मिलती हैं और तारीफों से घर नहीं चलता। हमारे हालात ऐसे हैं कि अगर आज हमारे घर से कोई अस्पताल में भर्ती हो जाए तो उसका इलाज तक नहीं करा सकते। एक तरह से हम अपनी आर्थिक मजबूरियों की सुरंग में फंसे हैं। सरकार हमारी मदद करे। (फिरोज कुरैशी ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए हैं।) ------------------------------------------------- 1-संडे जज्बात-खरीदी गई दुल्हन हूं, लोग हमें पारो कहते हैं:पति की मौत के बाद ससुरालवाले बोले- तुम्हें बेच देते हैं, लाख रुपए मिल जाएंगे मेरा नाम उर्मिला है। मैं मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक गांव में पैदा हुई। एक दलाल ने मुझे शादी के बहाने धोखा दिया। उसने हरियाणा के जींद के रहने वाले कुबूल लाठर के हाथों बेच दिया। हरियाणा में इस तरह खरीदकर लाई जाने वाली दुल्हनों को ‘पारो’ या ‘मोलकी’ कहा जाता है। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2-संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
‘सॉरी मम्मी, आपका इतनी बार दिल तोड़ा। अब आखिरी बार तोड़ूंगा। स्कूल के टीचर्स अब हैं ही ऐसे, क्या बोलूं। युक्ति मैम, पाल मैम, मनु कालरा, मेरी आखिरी इच्छा है कि इनके ऊपर एक्शन हो। मैं नहीं चाहता कि कोई और बच्चा मेरी तरह कुछ करे।’ ये शौर्य पाटिल के डेढ़ पेज के सुसाइड नोट का एक हिस्सा है। दिल्ली के मशहूर सेंट कोलंबस स्कूल में 10वीं में पढ़ने वाला शौर्य 18 नवंबर की दोपहर स्कूल से निकलकर राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन पहुंचा। वहां करीब ढाई बजे स्टेशन से नीचे कूद गया। आसपास के लोग शौर्य को हॉस्पिटल ले गए, लेकिन वो नहीं बच पाया। सुसाइड नोट में उसने अपने टीचर्स पर परेशान करने का आरोप लगाया है। बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान भी सेंट कोलंबस स्कूल में पढ़े थे, शौर्य भी उनकी तरह बनना चाहता था। नवंबर में 4 बच्चों ने सुसाइड कियाशौर्य ने जिन टीचर्स पर आरोप लगाए, उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। सरकार ने मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी है। पेरेंट्स स्कूल के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे हैं। शौर्य की तरह ही एक नवंबर को जयपुर की चौथी क्लास की अमायरा और 16 नवंबर को रीवा में 11वीं की एक स्टूडेंट ने खुदकुशी कर ली थी। महाराष्ट्र के जालना में 21 नवंबर को 13 साल की स्टूडेंट ने अपने ही स्कूल की बिल्डिंग की छत से कूदकर जान दे दी। इन मामलों में भी टीचर्स पर परेशान करने या मदद न करने के आरोप लगे। हमने एक्सपर्ट से समझा कि स्कूल के बच्चे क्यों सुसाइड कर रहे हैं और इसे कैसे रोका जा सकता है। शौर्य क्यों परेशान था, इस पर हमने उनके पिता और साथ पढ़ने वाले दोस्तों से बात की। पढ़िए शौर्य के पिता की आपबीती… ‘टीचर बच्चे को टीसी देने की धमकी देते थे’शौर्य के पिता प्रदीप पाटिल दिल्ली के करोलबाग में गोल्ड का कारोबार करते हैं। महाराष्ट्र के सांगली जिले के रहने वाले हैं, लेकिन 20 साल से दिल्ली के राजिंदर नगर में रह रहे हैं। 18 नवंबर की दोपहर करीब पौने तीन बजे प्रदीप के पास फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनका बेटा गिर गया है। बेहोश हो गया है, इसलिए उसे एक प्राइवेट अस्पताल ले गए हैं। प्रदीप हॉस्पिटल पहुंचे तो पता चला कि शौर्य अब दुनिया में नहीं है। इसके बाद प्रदीप को सुसाइड नोट और शौर्य के परेशान होने का पता चला। वे कहते हैं, ‘टीचर उससे कहते थे कि उसे टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) दे देंगे। एक बच्चा, जिसका 10 दिन बाद प्री-बोर्ड का एग्जाम था, उसे बार-बार ऐसे टॉर्चर किया जा रहा था। मैं चाहता हूं बेटे की आखिरी इच्छा पूरी हो और दोषी टीचर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।’ प्रदीप आगे कहते हैं, ‘4-5 महीने पहले टीचर्स ने मुझे बुलाकर कहा था कि आपका बच्चा शरारती है। चुटकुले सुनाता है, मिमिक्री करता है। मैंने कहा कि बच्चा है, मिमिक्री नहीं करेगा, शरारत नहीं करेगा तो क्या करेगा। तब टीचर ने कहा कि उसके मार्क्स कम हैं। मैंने उस पर मार्क्स का प्रेशर कभी दिया ही नहीं।’ ‘17 नवंबर को वो पूरे दिन मेरे साथ था। मेरी छुट्टी थी। उसने मेरे लिए मिल्क शेक आइसक्रीम मंगवाई थी। हम हंसी-मजाक करते रहे। मैंने उससे कहा था कि तेरी हाइट इतनी हो गई कि पहले तेरी शादी करनी पड़ेगी। अगले दिन वो स्कूल जा रहा था, तो मम्मी से बोलकर गया कि खाना मत बनाना, आज बाहर से मंगवाएंगे।’ ‘शौर्य ने कहा था वो सुसाइड कर लेगा’उस दिन स्कूल में क्या हुआ था? प्रदीप बताते हैं, ‘शौर्य स्कूल में गिर गया था। टीचर ने कहा कि वो नाटक कर रहा है। शौर्य बोला कि नहीं, वो नाटक नहीं कर रहा है। फिर वो रोने लगा। इस पर टीचर ने कहा कि उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता। ये सब हेड मिस्ट्रेस के सामने हुआ। शौर्य के दोस्तों ने मुझे बताया कि उसने टीचर को बोला भी कि उसे सुसाइड जैसी फीलिंग आ रही है, आप इतना टार्चर कर रहे हैं।’ प्रदीप कुछ देर के लिए चुप हो जाते हैं, फिर कहते हैं, ‘टीचर को मुझे बुलाना चाहिए था। या ड्राइवर को बुला लेते। हमें बताना चाहिए था कि बच्चा ऐसा बोल रहा है। उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया। किसी टीचर ने कॉल नहीं किया।' 'घटना के बाद भी स्कूल की तरफ से कॉल नहीं आया। 19 तारीख को शाम 4 बजे प्रिंसिपल का फोन आया। मुझसे पूछा कि आप क्या चाहते हैं, हम आपकी पूरी मदद करेंगे। मैंने उनसे पूछा कि क्या आप मेरे बेटे को लौटा सकते हो।’ क्लासमेट बोले- टीचर ने डांटा, शौर्य रोते हुए चला गयाशौर्य के साथ पढ़ने वाले स्टूडेंट सामने नहीं आना चाहते। उसके एक दोस्त बताते हैं, 'टीचर उसे छोटी-छोटी बातों पर परेशान करते थे। पिछले 5-10 दिन से वो इतना ज्यादा परेशान था कि उसने सबसे बात करना बंद कर दिया था। आखिरी दिन ड्रामा प्रैक्टिस के दौरान वो गिर गया था। उसे बुलाकर डांटा गया। बहुत ज्यादा परेशान किया गया।’ ‘टीचर उसे ऐसे डांट रही थीं कि जैसे वो किसी का मर्डर करके आया हो। फिर उसने किसी से बात नहीं की। रोते हुए स्कूल से निकल गया।' शौर्य कहता था कि मुझे स्कूल का अगला शाहरुख खान बनना है। उसका बिहेवियर काफी अच्छा था, जोक्स करता था, सबके साथ रहने वाला था। शिकायत के बाद भी परेशान करते रहे टीचर19 नवंबर को दिल्ली के राजा गार्डन मेट्रो थाने में आरोपी टीचर्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया। FIR के मुताबिक पिता ने बताया है कि शिकायत के बाद भी टीचर्स शौर्य को परेशान कर रहे थे। शौर्य के क्लासमेट ने बताया कि चार दिन से उसे धमकाया जा रहा था कि पेरेंट्स को बुलाकर टीसी दे देंगे। इसके बाद स्कूल ने चार टीचर युक्ति अग्रवाल महाजन, मनु कालरा, जूली वर्गीज और अपराजिता पाल को सस्पेंड कर दिया है। 20 नवंबर को स्कूल ने कहा कि मामले की जांच होने तक उनका निलंबन जारी रहेगा। इस दौरान ये टीचर स्कूल परिसर में नहीं जाएंगे। प्रशासन की अनुमति के बिना किसी छात्र, स्टाफ या पेरेंट्स से बात नहीं करेंगे। शौर्य के चाचा प्रवीण पाटिल स्कूल के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं। वे स्कूल के बाहर खड़े होकर प्रोटेस्ट कर रहे हैं। प्रवीण कहते हैं, ‘शौर्य ने घर में कई बार टीचर्स के बारे में बताया था। हमने यही समझा कि स्कूल के 8-10 दिन और बचे हैं। फिर स्कूल ही बदल देंगे। शौर्य की मौत सुसाइड नहीं है, ये स्कूल की तरफ से हत्या है। आरोपी टीचर्स को गिरफ्तार करना चाहिए। प्रिंसिपल को नौकरी से हटाना चाहिए। हम सजा दिलवाए बिना नहीं मानेंगे। पूर्व स्टूडेंट बोले-टीचर बच्चों को टारगेट करते हैंसीरत पाल सिंह इसी साल सेंट कोलंबस स्कूल से 12वीं पास हुए हैं। वे शौर्य के सुसाइड के बाद प्रदर्शन कर रहे हैं। सीरत कहते हैं, ‘स्कूल में पढ़ाई को लेकर प्रेशर तो है, लेकिन कुछ टीचर्स कई बच्चों के लिए ज्यादा सख्त हो जाते हैं। उन्हें टारगेट करते हैं। कई स्टूडेंट इसे झेल नहीं पाते। हम स्कूल के सिस्टम के खिलाफ यहां खड़े हैं।’ प्रोटेस्ट में शामिल विशाल का बेटा सातवीं में पढ़ता है। एक हफ्ते पहले उनके बेटे को भी सस्पेंड कर दिया गया था। विशाल कहते हैं, ‘छोटी-छोटी गलतियों पर टीचर्स बच्चों को परेशान करती हैं। पेरेंट्स को छोटी-छोटी बातों पर बुलाया जाता है। कभी-कभी एक घंटे के नोटिस पर बुला लेते हैं।' 'मेरे बच्चे को एक हफ्ते से सस्पेंड किया हुआ है। वो बोलता है कि पापा मैं स्कूल नहीं जाऊंगा। अगर आप ऐसे बच्चों पर दबाव बनाएंगे तो जिम्मेदारी किसकी होगी। प्रोटेस्ट में शामिल भावना कहती हैं, ‘स्कूल में बच्चों को परेशान किया जाता है। ये रोका जाना चाहिए। डर की वजह से बच्चे हमें नहीं बताते। बताते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। टीचर बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार न करें कि वे इतना बड़ा फैसला ले लें। उसके दिमाग में कितनी चीजें चल रही होंगी, तब उसने ऐसा किया। ये आसान नहीं होता है।’ पुलिस बोली- टीचर्स से पूछताछ चल रही, कुछ कहना जल्दबाजीराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को मानवाधिकार का उल्लंघन बताया है। आयोग ने दिल्ली पुलिस और सेंट्रल दिल्ली के जिलाधिकारी से 10 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है। केस के जांच अधिकारी बिक्रमजीत सिंह के मुताबिक अभी सारे पक्षों से पूछताछ की जा रही है। बच्चों और टीचर्स से भी पूछताछ की जाएगी। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। दैनिक भास्कर ने सेंट कोलंबस स्कूल के प्रिंसिपल रॉबर्ट फर्नांडिस से संपर्क किया। उन्हें ई-मेल के जरिए कुछ सवाल भेजे हैं। उनका जवाब नहीं मिला है। जवाब आने पर स्टोरी में अपडेट करेंगे। एक साल में 13 हजार से ज्यादा सुसाइडनेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRB के डेटा के मुताबिक 2023 में देश भर में 13,892 छात्रों ने आत्महत्या की। ये सुसाइड के कुल केस (1.71 लाख केस) का 8.1% है। 2013 में स्टूडेंट सुसाइड के 8,423 मामले थे। यानी 10 साल में ये करीब 65% बढ़े हैं। इन 10 साल में 1,17,849 छात्रों ने आत्महत्या की है। बच्चों की सुसाइड के तीन और केस 1. राजस्थान: 9 साल की अमायरा ने स्कूल की बालकनी से कूदकर जान दी1 नवंबर को जयपुर में चौथी क्लास में पढ़ने वाली अमायरा ने खुदकुशी कर ली थी। वो नीरजा मोदी स्कूल में पढ़ती थी। जांच में पता चला कि उसे स्कूल में बच्चे परेशान करते थे। अमायरा की उम्र सिर्फ 9 साल थी। परिवार का आरोप है कि घटना वाले दिन अमायरा ने क्लास टीचर से कई बार मदद मांगी, लेकिन उसकी मदद नहीं की गई। अमायरा की मां शिवानी के मुताबिक घटना वाले दिन उसे बहुत ज्यादा परेशान किया गया। उसकी हालत ऐसी हो गई कि वो सीट पर बैठ नहीं पा रही थी। CCTV में अमायरा बार-बार टीचर के पास जाती दिख रही है, लेकिन उन्होंने उसे भगा दिया। इस मामले में CBSE ने जांच कमेटी बनाई थी। 20 नवंबर को बोर्ड ने जांच रिपोर्ट देने के बाद स्कूल को नोटिस जारी किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमायरा 18 महीने से बुलिंग का शिकार हो रही थी, लेकिन टीचर्स और स्कूल मैनेजमेंट ने ध्यान नहीं दिया। अगर समय रहते दखल दिया जाता तो ये घटना रोकी जा सकती थी। 2. मध्यप्रदेश: 11वीं की स्टूडेंट ने सुसाइड किया, टीचर पर आरोप16 नवंबर को मध्य प्रदेश के रीवा में 11वीं क्लास की एक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। उसकी डेडबॉडी घर के बाथरूम में मिली। परिवार का आरोप है कि स्कूल में उसे परेशान किया जा रहा था। छात्रा का सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें टीचर पर आरोप लगाए गए हैं। इसमें लिखा है कि टीचर पनिशमेंट के लिए उसका हाथ पकड़ लेता था और उंगलियों के बीच पेन दबाता था। हालांकि रीवा पुलिस ने मीडिया को बताया है कि सुसाइड के पीछे की सभी वजहों की पड़ताल की जा रही है। 3. महाराष्ट्र: 13 साल की आरोही स्कूल की छत से कूदीमहाराष्ट्र के जालना में 13 साल की आरोही ने अपने ही स्कूल की बिल्डिंग की छत से कूदकर जान दे दी। वह 7वीं में पढ़ती थी। आरोही सुबह स्कूल पहुंची थी। कुछ देर में स्कूल की तरफ से उसके पिता दीपक बिडलान को फोन पहुंचा कि उनकी बेटी ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली है। आरोही के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी टीचर्स की तरफ से किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न से परेशान थी। डॉक्टर बोले- बच्चों ने वॉर्निंग साइन दिए थे, टीचर समझ नहीं पाएसर गंगाराम अस्पताल के कंसल्टेंट साइकेट्रिस्ट डॉ. सुयश शेंडये कहते हैं कि सुसाइड के इन मामलों में टीचर्स की असंवेदनशीलता नजर आ रही है। वे कहते हैं, ‘इन सभी मामलों में बच्चों ने पहले ही वॉर्निंग साइन दिए थे, जहां उन्हें आइडेंटिफाई किया जा सकता था। उनकी मदद की जा सकती थी, लेकिन टीचर्स ने मदद नहीं की। इसलिए ये समस्या बढ़ती गई।’ डॉ. सुयश आगे कहते हैं कि टीचर्स और पेरेंट्स को ऐसे मामलों में मिलकर काम करना चाहिए। हर बच्चा अलग होता है। 10-12वीं के दौरान बच्चे बहुत संवेदनशील होते हैं। उन्हें सही तरीके से गाइड करने की जरूरत होती है। ...........................................ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें दिल्ली में 213 साल पुरानी फूलवालों की सैर पर ब्रेक दिल्लीवालों के लिए फूलवालों की सैर नाम का उत्सव है, जो महरौली में मनाया जाता है। 213 साल पहले 1812 में शुरू हुए उत्सव को इस साल परमिशन नहीं मिली। इसके लिए 2 नवंबर से 8 नवंबर की तारीख तय थी। आयोजकों का कहना है कि दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी DDA ने कहा कि फॉरेस्ट वालों से परमिशन लीजिए। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जवाब दिया कि यह हमारे दायरे में आता ही नहीं है, तो परमिशन कैसे दें। पढ़िए पूरी खबर
27 साल जेल की सजा से बचकर भागने की कोशिश, इस देश के पूर्व राष्ट्रपति गिरफ्तार
Brazil News: ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो को वहां की फेडरल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, क्योंकि उन पर जेल की सजा से बचने के लिए भागने की कोशिश का आरोप लगा है.
इजरायल ने फिर किया गाजा पर हमला, 24 फिलिस्तीनियों की मौत, 54 घायल
भले ही 10 अक्टूबर के बाद से इजरायल और हमास के बीच सीजफायर लागू है, लेकिन गाजा पर इजरायली हमला रुकने का नाम नहीं ले रहा. हलांकि IDF का भी दावा है कि उनके सैनिकों पर भी हमास की तरफ से गोलाबारी हुई है.
कौन थी वो 10 साल की बच्ची जिसने डच साम्राज्य को नई पहचान दी? जानिए विल्हेल्मिना की अनसुनी दास्तां
महज 10 साल की रानी का नाम था 'विल्हेल्मिना'. यह वह दौर था जब महिलाएं सामाजिक-राजनीतिक निर्णयों में शामिल होने के अधिकार के लिए दुनिया भर में संघर्ष कर रही थीं. ऐसे समय में एक नन्ही लड़की का सत्ता के सर्वोच्च पद पर पहुंचना पूरे यूरोप को चौंकाने वाला था.
PM Modi Speech in G20 Summit 2025: पीएम मोदी ने आज दक्षिण अफ्रीका में पहली बार हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन में ड्रग्स ट्रैफिकिंग, हेल्थकेयर टीम और फ्रेंडशिप पर कई दिल छू लेने वाली बातें कहीं. उन्होंने कहा कि वैश्विक समस्याओं के लिए दुनिया को मिल-जुलकर काम करना होगा.
डिप्लोमेसी के बीच दिखी दोस्ती... G20 में फिर मिले PM मोदी और जॉर्जिया मेलोनी, देखें वीडियो
PM Modi in G20 Summit:G20 समिट में पीएम मोदी को ब्राज़ील के प्रेसिडेंट लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा समेत दुनिया के कई नेताओं से भी गले मिले. इसके पहले शुक्रवार (21 नवंबर) को जोहान्सबर्ग में लैंड करने पर पीएम मोदी का बहुत ही जोरदार और जोशीले अंदाज में स्वागत किया गया था.
H-1B Controversy: अमेरिका के H-1B वीजा विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अब ट्रंप के इस फैसले को लेकर रिपब्लिकन सांसद मार्जोरी टेलर ग्रीन, जिन्होंने हाल ही में H-1B वीजा कार्यक्रम को खत्म करने का प्रस्ताव रखा था, उन्होंने जनवरी में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. दुनिया भर की टेक इंडस्ट्री में H-1B वीजा पर निर्भर लाखों प्रोफेशनल्स और कंपनियों के लिए यह खबर अचानक हलचल पैदा कर गई है.
वियतनाम में बाढ़ का आतंक, पानी में समाए 55 लोग, डूबे 28,400 से ज्यादा घर
Vietnam Extreme Flood: वितनाम में इन दिनों बाढ़ से बुरे हाल हैं. बारिश के चलते अब तक कई घर पानी में डूब चुके हैं. वहीं 55 लोग मारे जा चुके हैं. बाढ़ का असर जानवरों पर भी काफी पड़ा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पूर्व सहयोगी मार्जोरी टेलर ग्रीन ने शुक्रवार को घोषणा की कि राष्ट्रपति के साथ झगड़े के बाद वह अमेरिकी कांग्रेस में अपनी जॉर्जिया सीट से इस्तीफा दे रही हैं
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध पर पूर्णविराम लगाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने 28 सूत्रीय पीस प्लान पेश किया
'चुप रहो, पिगी', डोनाल्ड ट्रंप पर जिमी किमेल का पलटवार, नौकरी से निकलवाने की धमकी पर 'बवाल'
Jimmy Kimmel hits back after Donald Trump: जिमी किमेल और डोनाल्ड ट्रंप के बीच नया बवाल शुरू हुआ है. ट्रंप को उनके शो Jimmy Kimmel Live से दिक्कत है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिमी इस शो के जरिए सरकार पर व्यंग कसते रहते हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला...
विवादों के बीच बीबीसी से अब इस भारतीय अधिकारी ने दिया इस्तीफा, किसे ठहराया दोषी?
BBC Board Member Resgins: शुमीत बनर्जी ने BBC बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. उनका यह इस्तीफा इन दिनों 'BBC' को लेकर चल रहे विवादों के बीच आया है.
Russia ukraine war: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन के बीच पिछले साढ़े तीन साल से जारी युद्ध को खत्म करने के लिए एक नया प्रस्ताव पेश किया है. यह 28 बिंदुओं वाला प्लान है, लेकिन इसकी शर्तें यूक्रेन के लिए काफी कठिन मानी जा रही हैं. इस प्रस्ताव में संकेत है कि युद्ध रोकने की कीमत यूक्रेन को अपनी जमीन छोड़ने और अपनी सैन्य ताकत कम करने के रूप में चुकानी पड़ सकती है, यानी इस योजना को कई विशेषज्ञ यूक्रेन के लिए लगभग आत्मसमर्पण जैसा मान रहे हैं. आइए जानते हैं इस पर यूक्रेन का क्या रूख और अमेरिका ने उसे कितने दिनों का वक्त दिया है.
Nigeria: कैथोलिक स्कूल पर बंदूकधारियों का हमला, 200 बच्चे और 12 टीचर्स को किया किडनैप
Kidnapping in Nigeria: नाइजीरिया में किडनैपिंग एक इंडस्ट्री बन चुका है, ताजा मामला नाइजर राज्य का है जहां सैकड़ों और कुछ टीचर्स को गनमैन के ग्रुप ने अगवा कर लिया है.
राज शमानी भारत के पहले ऐसे डिजिटल कंटेंट क्रिएटर बन गए हैं जिन्होंने पर्सनल राइट्स के लिए कोर्ट में केस किया हो और जीत हासिल की हो, पर्सनल राइट्स क्या होते हैं? उन्होंने ये केस क्यों किया? क्या अब उनसे संबंधित कोई मीम नहीं बन सकता, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
'भीमराव अंबेडकर सिर्फ एक साधारण इंसान हैं, कोई महापुरुष नहीं। संविधान निर्माता तो बिल्कुल नहीं। और वो तो दलित भी नहीं। उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था। इसलिए उनके बारे में कुछ कहने पर मेरे ऊपर SC/ST एक्ट नहीं लगता।' ग्वालियर के एडवोकेट अनिल मिश्रा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान निर्माता के दर्जे पर ही नहीं, बल्कि उनकी दलित पहचान पर भी सवाल उठा रहे हैं। डॉ. अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद वे सोशल मीडिया पर चर्चित हो गए। इसके बाद भी लगातार बयान दे रहे हैं। एडवोकेट मिश्रा SC/ST एक्ट को अंधा कानून बताते हैं और जिन लोगों पर ये एक्ट लगा है, उनके केस फ्री में लड़ने की बात कहते हैं। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में डॉ. अंबेडकर की मूर्ति लगाने का विरोध कर चुके हैं। उन्हें अंग्रेजों का एजेंट बता चुके हैं। आखिर उनका मकसद क्या है, बैकग्राउंड क्या है और वे क्यों डॉ. अंबडेकर पर सवाल उठा रहे हैं, इस पर हमने उनसे बात की। सवाल: डॉ. अंबेडकर की मूर्ति से आपको क्यों दिक्कत हुई?जवाब: हाईकोर्ट का कोई स्पेसिफिक ऑर्डर नहीं था कि कोर्ट परिसर में भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगे। ऐसे काम के लिए ऑर्डर की जरूरत होती है। बिना ऑर्डर लिए कुछ लोग चंदा करके हाईकोर्ट में मूर्ति लगाने आ गए। बिना ऑर्डर के तो मूर्ति लग नहीं सकती। मैंने इस बारे में सिर्फ बयान नहीं दिया, PMO को भी लेटर लिखा था। सवाल: डॉ. अंबेडकर संविधान निर्माता हैं, आप इसे किस आधार पर चुनौती दे रहे हैं?जवाब: देखिए कोई सच सामने आ जाए, तो उसे स्थापित करना चाहिए। मैंने बहुत किताबें पढ़ीं, आर्टिकल पढ़े। अंबेडकर को भी पढ़ा। तब मैं ये कह रहा हूं कि संविधान निर्माता बीएन राव हैं, अंबेडकर नहीं। 60 देशों का दौरा बीएन राव ने किया था, ताकि सभी देशों के संविधान की कंपैरेटिव स्टडी कर सकें। बीएन राव को ये काम तब दिया गया था, जब संविधान सभा बनी भी नहीं थी। अंबेडकर तो संविधान सभा के सदस्य बने, तब संविधान से जुड़े। फिर वे निर्माता कैसे हो सकते हैं। जो व्यक्ति संविधान के लिए 60 देशों का दौरा करे, कंपरैटिव स्टडी करे और इसके बाद किसी और व्यक्ति की एंट्री हो, तो निर्माता कौन होगा, पहले वाला या दूसरा वाला। संविधान एक्सपर्ट्स के मुताबिक और मैंने जितना पढ़ा है, अंबेडकर जी ने संविधान के एक भी आर्टिकल का निर्माण नहीं किया है। मैंने AI से भी पूछा कि अंबेडकर ने संविधान के किसी भी आर्टिकल का निर्माण किया है क्या? जवाब मिला, नहीं। इस मुद्दे पर अब तक कई किताबें आ चुकी हैं। 1963 में पब्लिश ‘इंडिया कॉन्स्टिट्यूशन इन द मेकिंग’ जैसी किताब बहुत ऑथेंटिक तरीके से बताती है कि संविधान वास्तव में किसने लिखा था। मेरे पास सर बीएन राव के तैयार ड्राफ्ट की सर्टिफाइड कॉपी भी है। अंबेडकर ने अपनी किताब में ये कहा है कि वे इस संविधान से सहमत नहीं थे, फिर इसके निर्माता कैसे हो गए। मैं बहस के लिए तैयार हूं। अपनी बात साबित करने के लिए मेरे पास सारे तर्क हैं, लेकिन बहस फेयर तरीके से हो। गाली-गलौज के साथ नहीं, जैसा आजकल चल रहा है। ये बहस तो संसद में भी होनी चाहिए। ये पूरे देश का विषय है। मुझे रोज हजारों गालियां और हत्या की धमकियां मिलती हैं। रोज फोन बंद करके सोना पड़ता है। इन सबसे मुझे फर्क नहीं पड़ता। सवाल: लेकिन अभी ये बहस क्यों?जवाब: मेरा विरोध उस दिन से शुरू नहीं हुआ जिस दिन मैंने हाईकोर्ट में मूर्ति लगने का विरोध किया। मैं कई साल से इस मुहिम में लगा हूं। मीडिया ने इस मुद्दे को अब उठाया है। मेरी मंशा वायरल होने की न थी और न अभी है। मीडिया कवर करेगी तब भी, और नहीं करेगी तब भी मैं इस सच को कहता रहूंगा। मैं तो इस बहस को लगातार कर रहा हूं। बस मीडिया की एंट्री ने इसे वायरल कर दिया। सवाल: SC/ST एक्ट को अंधा कानून कहने की वजह क्या है?जवाब: इस एक्ट की वजह से कितने ही फर्जी मुकदमे सनातनियों, जनरल और ओबीसी कैटेगरी के लोगों पर हो रहे हैं। अगर इसका डेटा सर्च करेंगे तो पता चलेगा कि देशभर में इस एक्ट के तहत किए केस में 90% लोग बरी होते हैं। देखिए ये लोग क्या करते हैं। अपने घर की महिलाओं को थाने के बाहर बैठा दिया, थाना घेर लिया और केस कर दिया। SC-ST एक्ट के तहत FIR दर्ज कराने पर ही कथित पीड़िता को 25 से 50% तक पैसा मिल जाता है। फिर चार्जशीट दाखिल होने पर 25 से 50% के बीच पैसा मिलता है। बाकी आरोप सिद्ध होने पर पैसा मिलता है। अगर कोई सच में पीड़ित है, तो उसे सरकारी पैसा मिलना चाहिए, लेकिन उन केस का क्या जिसमें आरोपी बाद में बरी हो जाता है। ये पैसा रिकवर करने का कोई प्रावधान क्यों नहीं है। ये पैसा किसका है। जनता का ही है न। दूसरी तरफ आरोपी को बरी होने के बाद कोई हर्जाना नहीं मिलता। उसकी नौकरी, कामकाज सब ठप हो जाता है। उसके परिवार की इमेज को नुकसान होता है। सरकार उसकी क्षतिपूर्ति नहीं करती। मैंने मध्यप्रदेश का एक डेटा तैयार किया है। मैं इसे जल्द लेकर आऊंगा। इस डेटा में सारे SC-ST एक्ट के सारे केस दर्ज होंगे। ये भी होगा कि कितने आरोपियों पर आरोप सिद्ध हुआ, कितने बरी हुए। ये डेटा देखकर लोग चौक जाएंगे। ये भी बताऊंगा SC-ST एक्ट के तहत कितना पैसा अब तक कथित तौर पर पीड़ित पक्ष को मिला। सवाल: आप कहते हैं कि एक नहीं हजार केस कर दो, मैं नहीं डरता। क्या आपको कानून का डर नहीं है?जवाब: मैं क्यों डरूंगा। मुझे अब सरकारी नौकरी तो चाहिए नहीं, न ही सरकार से कोई फायदा चाहिए। केस होगा तो कुछ दिन जेल में रहूंगा और वापस आ जाऊंगा। मैं जो भी बोल रहा हूं, वो राइट टू स्पीच के तहत कह रहा हूं। मैं इस अधिकार के तहत तो प्रधानमंत्री की नीतियों को भी गलत कह सकता हूं। उन्हें सही या गलत कह सकता हूं। मुझ पर कोई FIR ठहरेगी ही नहीं। एक और बात कि भीमराव अंबेडकर पर कुछ बोलने पर मेरे ऊपर SC-ST एक्ट तो बिल्कुल नहीं लगेगा क्योंकि वे दलित नहीं थे। वे तो बौद्ध हो गए थे। उन्होंने हिंदू धर्म छोड़ दिया था। बौद्ध धर्म को अपनाने के बाद वे दलित नहीं रहे। इस इस एक्ट के तहत कोई FIR मुझ पर नहीं हो सकती। सवाल: आप डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुष पर सवाल उठा रहे हैं, डर नहीं लगता?जवाब: जो लोग उन्हें मान्यता देते हैं, भीमराव उनके लिए महापुरुष हो सकते हैं। मैं उन्हें सिर्फ एक साधारण व्यक्ति मानता हूं। हमारे राष्ट्र ने भी उन्हें किसी जगह संविधान निर्माता परिभाषित नहीं किया है। इस तरह की कोई घोषणा लिखित में नहीं है। मुझे रातभर फोन आते हैं। मैंने अब फोन बंद करके सोना शुरू कर दिया है। रोज हत्या की धमकियां और गालियां मिलती हैं। मेरे परिवार और दोस्तों को भी लगातार फोन आ रहे हैं। मैं बहुत साधारण बैकग्राउंड से हूं। पिता डॉक्टर थे। मैं वकील हूं। बच्चे भी आगे वकील बनेंगे। बार एसोसिएशन का पूर्व अध्यक्ष हूं। मैं किसी बैकग्राउंड की वजह से ये सब नहीं कर रहा हूं। बल्कि मैं जानता हूं कि मेरे ऊपर कोई ठोस केस बनेगा ही नहीं। बोलने का अधिकार हमारे संविधान ने दिया है। सवाल: पूर्व CJI अरुण मिश्रा से आपका रिश्ता जोड़ा जाता है, क्या ये सच है?जवाब: वे मेरे गुरु हैं। मैंने उनके अंडर 1988 से लेकर 1999 तक प्रैक्टिस की है। मैं उनका रिश्तेदार नहीं, शिष्य हूं। सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है। जिन्हें लगता है कि मेरे पीछे कोई पॉलिटिकल बैकिंग है, तो वे गलत हैं। मेरा बैकग्राउंड पॉलिटिकल नहीं है। उनसे (अरुण मिश्रा) मेरी बातचीत होती है। तीज-त्योहार में तो जरूर बात होती है। ये मामला अचानक इतना फैल गया कि बात करने का मौका ही नहीं मिला। उन्हें आपत्ति होती तो शायद वे मुझसे जरूर बात करते। अब तक तो उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई। सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ विवादएडवोकेट अनिल मिश्रा से जुड़े विवाद की शुरुआत 5 अक्टूबर को हुई। ग्वालियर क्राइम ब्रांच की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम को एक वॉट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक वीडियो दिखा। इस पोस्ट में डॉ. अंबेडकर को अंग्रेजों का एजेंट बताया गया था। पोस्ट के साथ एक फोटो भी थी, जिसके साथ छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद अनिल मिश्रा का विरोध शुरू हो गया। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की। पता चला कि ये कंटेंट अनिल मिश्रा के मोबाइल नंबर से अपलोड हुआ था। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। FIR के मुताबिक, यह कार्रवाई जिला कलेक्टर और मजिस्ट्रेट की ओर से 2023 में जारी आदेश के उल्लंघन के तहत की गई। ग्वालियर कलेक्टर एवं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि जिले की सीमा में ऐसा कोई भी काम, पोस्टर, वीडियो या सोशल मीडिया एक्टिविटी नहीं की जाएगी, जिससे सामाजिक, धार्मिक या सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े।.................................ये खबर भी पढ़ेंतिरुपति लड्डू विवाद, जानवर की चर्बी, मिलावटी घी से हवाला तक आंध्र प्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवस्थानम यानी TTD में चढ़ाए जाने वाले लड्डू प्रसाद पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब SIT जांच में ये खुलासा हुआ है कि मंदिर के प्रसाद में बीते 5 साल के अंदर लगभग 68 लाख किलो मिलावटी घी का इस्तेमाल हुआ। इसे सप्लाई करने वाली उत्तराखंड की भोलेबाबा डेयरी ने 2019 से 2024 तक 250 करोड़ रुपए का नकली घी मंदिर को भेजा। पढ़िए पूरी खबर...
न्यूयॉर्क सिटी मेयर इलेक्शन के दौरान जोहरान ममदानी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच तल्खियां और बयानबाजी खुलकर सामने आईं, लेकिन अब चुनाव खत्म होने के बाद दोनों की पहली बार मुलाकात हुई.
तालिबान को तख्तापलट की धमकी देना शहबाज-मुनीर को पड़ेगा भारी, छीन सकती है दोनों की कुर्सी
DNA: आज हम आपके सामने पाकिस्तान से जुड़े एक बड़े सवाल का विश्लेषण करने जा रहे हैं. ये सवाल है इस बार तख्तापलट किसका होगा, पाकिस्तान का या फिर तालिबान का?. इस सवाल के उठने की वजह है वो धमकी जो इस्लामाबाद से काबुल को दी गई है. सबसे पहले आपको पाकिस्तान-तालिबान के बीच बढ़े तनाव के नए चैप्टर की कहानी जाननी चाहिए.
जापान एक ऐसा देश है जो तबाह होने के बाद भी फिर से खुद को वापस बेहतर पोजीशन में ला देता है. अब फुकुशिमा हादसे के 14 साल बाद इस देश ने एक बड़ा फैसला लिया है.
'क्या वो भूत था...', पहाड़ों पर शख्स को दिखी ऐसी चीज, खड़े हो गए रोंगटे, वीडियो ने सबको किया हैरान
Broken Specter: वीडियो देखने पर ऐसा लग रहा है जैसे कोई परछाई दूर पहाड़ी पर खड़ी है और उसके पीछे सूरज जैसी रोशनी नजर आ रही है. इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर कमेंट भी किए हैं. किसी ने इसे नेचुरल पावर, तो किसी ने भगवान का दर्जा दिया. कुछ यूजर्स ने इसे भूत तक कहा लेकिन ऐसा नहीं हैं.
अमेरिका लंबे समय से दुनिया के विकासशील देशों को चीन की ऋण-जाल नीति के बारे में चेतावनी देता रहा है, जिसमें दावा किया जाता है कि चीन गरीब देशों को भारी ऋण देकर राजनीतिक और आर्थिक लाभ उठाता है. लेकिन हालिया शोध से एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, अमेरिका खुद चीन का सबसे बड़ा कर्जदार बन गया है.
Russia Ukraine war: पिछले 4 साल से यूक्रेन रूस के बीच जारी युद्ध को खत्म करवाने के लिए ट्रंप के शांति प्रस्ताव में कुछ ऐसी मांगे हैं जिनका यूक्रेन शुरू से लगातार विरोध करता आ रहा है लेकिन रूस के लिए वो मांग संजीवनी बन सकती हैं.
जोहानिसबर्ग पहुंचे PM मोदी, अचानक रनवे पर हाथ जोड़कर क्यों लेट गए लोग?
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंचे और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. एयरपोर्ट पर कल्चरल परफॉर्मेंस ग्रुप ने उनका स्वागत किया. पीएम मोदी जोहान्सबर्ग में 20वें G20 लीडर्स समिट में शामिल होने के लिए गए है.
दुबई एयर शो 2025 में शुक्रवार दोपहर भारतीय वायुसेना का अत्याधुनिक स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस एक प्रदर्शन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया
पाक की चिट्ठी को मैं टॉयलेट पेपर की तरह इस्तेमाल करूंगा... पूर्व CIA एजेंट की खरी-खरी
Ex CIA Agent John Kiriakou:जॉन किरियाको ने बताया कि पीटीआई के इस लेटर का उन्होंने जवाब दिया कि वह उस लेटर का इस्तेमाल टॉयलेट पेपर की जगह इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने बताया कि मेरे जवाब देने के बाद फिर कभी कोई पाकिस्तानी उनसे लेटर के जवाब के बारे में पूछने नहीं आया.
पहले आसमान में कांपा प्लेन, फिर सब कुछ खत्म हो गया! बर्फ को तोड़कर निकाली गई थी लाशें
Plane Crash: विमान के टायर रनवे पर टच होने ही वाले थे कि एक जोरदार धमाका हुआ और प्लेन दो हिस्सों में टूटकर बिखर गया. हादसे के बाद बर्फ को तोड़कर लाशों को निकाला गया. ये खौफनाक घटना कहां घटी और कैसे हुआ ये भयानक हादसा? जानने के लिए पढ़ें ये स्टोरी.
दुबई एयरशो में शुक्रवार दोपहर का रोमांच शोक में बदल गया। भारतीय समय में दोपहर 3.40 बजे भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट हवा में कलाबाजियां कर रहा था, तभी सबकुछ थम गया। हजारों दर्शकों और सैकड़ों कैमरे के सामने तेजस जमीन से जा टकराया। क्रैश के बाद पहले आग का गोला और फिर धुएं का बड़ा गुबार दिखा। सबकुछ इतना तेज हुआ कि पायलट भी खुद को नहीं बचा सका। इंटरनेशनल इवेंट में भारत के सबसे महत्वाकांक्षी फाइटर जेट तेजस का क्रैश होना कई सवाल छोड़ गया। भास्कर एक्सप्लेनर में इससे जुड़े जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे... सवाल-1: जो शुरुआती विजुअल दिख रहे हैं, इसमें तेजस के क्रैश होने की क्या वजह हो सकती है? जवाबः सबसे पहले ये विजुअल्स देखिए… एविएशन एक्सपर्ट अनंत सेठी कहते हैं कि एयरशो के दौरान इस तरह के हादसे होना बड़ी बात नहीं है। ऐसे शो के दौरान पायलट को विमान की सारी क्षमताएं दिखानी होती हैं। क्रैश के जो शुरुआती विजुअल दिख रहे हैं, उसमें विमान अचानक नोज डाउन होकर फ्री फॉल होते दिख रहा है। अभी आधिकारिक तौर पर क्रैश की कोई वजह स्पष्ट नहीं की गई है, लेकिन इस तरह के क्रैश के पीछे 3 मुख्य वजहें हो सकती हैं... 1. पायलट की चूक एयरशो के दौरान प्लेन क्रैश की सबसे आम वजह यही है। एयर शो में पायलट को तेजी से कई करतब करने होते हैं, जैसे विमान को एक लूप में उड़ाना, रोलिंग करना या लो-लेवल फ्लाई करना। अगर मैन्यूवर यानी रास्ता बदलने के तरीके में जरा भी चूक हो जाए या हवा के बहाव और मिनिमम सेफ ऊंचाई को कम आंका जाए, तो एयरक्राफ्ट का कंट्रोल खो सकता है। एयर शो में तेजस जैसे हल्के फाइटर आमतौर पर बहुत तेज मोड़ (high-G turns) लेते हैं। अगर एंगल ऑफ अटैक बहुत बढ़ गया हो या गति अचानक कम हो गई हो, तो कंट्रोल लॉस हो सकता है। यह एयर शो क्रैशों की आम वजह भी है। तेजस के जो विजुअल आ रहे हैं, उनमें विमान ने पहले ऊंचाई खो दी, फिर रोल करते हुए स्थिरता पाने की कोशिश की, लेकिन कंट्रोल नहीं हो सका। बीते साल भी जब तेजस क्रैश हुआ था, तो पायलट की ट्रेनिंग एरर की बात कही गई थी। 2. एयरक्राफ्ट में मैकेनिकल फेलियर हवा में करतब दिखाते समय इंजन अपनी पूरी ताकत से काम कर रहे होते हैं। इस दौरान हाई-स्पीड मैन्यूवर में कंपोनेंट्स पर स्ट्रेस ज्यादा पड़ता है। इस दौरान इंजन बंद होने से प्लेन की पावर कम हो जाती है। तेजस में अमेरिकी कंपनी जनरल मोटर्स का GE F414 इंजन लगा है। इसके अलावा फाइटर जेट्स में एलिवेटर या रडर में हाइड्रॉलिक प्रॉब्लम आने से भी जेट नोज-डाउन हो सकता है। कई बार फ्यूल लीक होने या कंट्रोल सिस्टम जैसे विंग्स के फ्लैप्स काम न करने के चलते भी हादसा हो सकता है। हालांकि एयरशो में जाने से पहले प्लेन की प्री-फ्लाइट चेक और मेंटेनेंस किया जाता है। फ्यूल लीक की कुछ खबरें चलीं, जिन्हें आधिकारिक तौर पर खारिज कर दिया गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तेजस की बिल्ट क्वालिटी अच्छी है, ऐसे में कोई स्ट्रक्चरल कमी होने की संभावना कम है। 3. स्ट्रक्चरल फेलियर जब कोई लड़ाकू विमान तेज मैन्यूवरिंग यानी पैंतरेबाजी दिखाता है, तो विमान पर सामान्य से 9 गुना ज्यादा ग्रैविटी फोर्स लगता है। ऐसे में अगर विमान का ढांचा कमजोर हो, तो विमान में रैपिड डिसेंड यानी तेजी से ऊंचाई कम होती है। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि तेजस की बिल्ट क्वालिटी अच्छी है, पिछले कई सालों से तेजस एक्टिवली एयरफोर्स में सर्विस दे रहा है। ऐसे में कोई स्ट्रक्चरल कमी होने की संभावना कम है। नियमित रूप से विमान के ढांचे का इंस्पेक्शन और स्ट्रेस टेस्ट वगैरह भी किए जाते हैं। क्रैश की जांच में इनके अलावा फ्यूल पम्पिंग सिस्टम में गड़बड़ी, इंजन में किसी ऑब्जेक्ट या चिड़िया वगैरह के घुस जाने या मौसम से जुड़े पैरामीटर्स भी देखे जाते हैं। हालांकि अभी ये संभावनाएं वीडियो एनालिसिस और शुरुआती विजुअल के आधार पर हैं। असली कारण एयरफोर्स और दुर्घटना जांच बोर्ड की फाइनल रिपोर्ट ही तय करेगी। हादसे के बाद भारतीय वायुसेना ने लड़ाकू विमान क्रैश होने के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठा दी है। अनंत सेठी कहते हैं कि अगर पायलट की गलती से कोई विमान एयरशो में क्रैश हो गया, तो इसका मतलब यह नहीं है कि विमान में ही कोई कमी थी। जैसे एयरबस A-320 आज के दौर के सबसे अच्छे यात्री विमानों में से एक माना जाता है, लेकिन फ्रांस में एयरशो के दौरान ये क्रैश हो गया। विमान तेज गति से नीचे आया, कम ऊंचाई से गुजरा, लेकिन फिर ऊपर नहीं उठ पाया। सवाल-2: दुबई एयरशो में तेजस का गिरना भारत के लिए बड़ा झटका क्यों माना जा रहा है? जवाबः दुबई एयर शो में इंटरनेशनल विमानों का प्रदर्शन किया जाता है। यहां दुनिया की बड़ी एयरोस्पेस कंपनियां, एयरलाइंस, एयर फोर्सेज और टेक्नोलॉजी कंपनियां अपने नए विमान, हेलिकॉप्टर, हथियार सिस्टम और एरोस्पेस टेक्नोलॉजी दिखाती हैं। अनंत सेठी के मुताबिक, 'ऐसे मामलों में क्रैश की असली वजह क्या है, ये शायद ही कभी पता चल पाता है। हालांकि अगर तकनीकी कमी से ऐसा हुआ है, तो इसके दो असर होंगे। एक तो हमारे लड़ाकू बेड़े में इसके इन्डक्शन यानी शामिल करने को लेकर सवाल उठेंगे। भारतीय वायुसेना के मॉडर्नाइजेशन के लिए भी ये एक सेटबैक की तरह है। साथ ही भारत इसे कई देशों को बेचना चाहता है। ऐसे सौदों पर भी इस हादसे का असर पड़ेगा।' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्जेंटीना, इजिप्ट, बोत्सवाना, मलेशिया, फिलीपींस और नाइजीरिया ने तेजस खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। सवाल-3: तेजस क्या है और इसे क्यों भारत बेहद खास बताता है? जवाबः इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में हलके फाइटर विमान यानी LCA को शामिल करने की तैयारी 1983 में ही शुरू हो गई थी। सरकार की हरी झंडी मिलते ही भारतीय साइंटिस्ट अपने मिशन को अंजाम देने में दिन-रात लग गए थे। इस वक्त LCA के सिर्फ दो मकसद थे- पहला: रूसी फाइटर MiG-21 के विकल्प में नया फाइटर जेट तैयार करना। दूसरा: स्वदेशी और हलके फाइटर जेट को बनाना। करीब 18 सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार जनवरी 2001 को पहली बार इस स्वदेशी फाइटर जेट ने हिंदुस्तान के आसमान में उड़ान भरी थी। जब यह सब कुछ हो रहा था तो अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। 2003 में वाजपेयी ने ही इसे ‘तेजस’ दिया था। तेजस नाम रखते वक्त प्रधानमंत्री वाजपेयी ने कहा था कि ये संस्कृत शब्द है, जिसका मतलब ‘चमक’ है। इस वक्त भारतीय वायु सेना के बेड़े में जो टॉप फाइटर जेट हैं उनमें सुखोई Su-30MKI, राफेल, मिराज, MiG-29 और तेजस का नाम शामिल है। तेजस अपनी इन खूबियों की वजह से बाकी के चारों फाइटर जेट से अलग और खास है... एविएशन एक्सपर्ट अनंत सेठी कहते हैं कि हमारी एयरफोर्स के फाइटर एयरक्राफ्ट्स में मुख्य रूप से मिग-21 विमान था। उसे रिटायर करने के बाद हम उसकी जगह तेजस को ला रहे थे। इसे हल्का लड़ाकू विमान माना जाता है। कई सालों से हम इसे बना रहे थे। ऐसे में अगर किसी तकनीकी खामी से तेजस क्रैश हुआ है, तो ये एक गंभीर बात है। सवाल-4: क्या इससे पहले भी तेजस क्रैश हुआ था, तब क्या वजह सामने आई? जवाबः देश में बने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस के क्रैश होने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले मार्च 2024 में राजस्थान के पोकरण में 'भारत शक्ति' युद्धाभ्यास के दौरान तेजस क्रैश हो गया। फायरिंग रेंज में प्रदर्शन के महज 10 मिनट बाद ही तेजस के इंजन में तकनीकी खराबी आ गई। तेजस उड़ा रहे पायलट ने खुद को इजेक्ट करके जान बचा ली थी। ------- तेजस क्रैश से जुड़े ताजा अपडेट पढ़िए... दुबई एयर शो में तेजस फाइटर जेट क्रैश:पायलट की मौत, वायुसेना ने पुष्टि की; डेमो फ्लाइट के दौरान हादसा दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट क्रैश हो गया है। हादसे में तेजस के पायलट की भी मौत हो गई है। भारतीय वायुसेना ने इसकी पुष्टि की है। विमान के गिरते ही उसमें आग लग गई और हवाई अड्डे के ऊपर काले धुएं का गुबार देखा गया। पूरी खबर पढ़िए...
Chinese tourist: इस सप्ताह के शुरुआत में ही दुनियाभर के भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास पर चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा जारी करना शुरू कर दिया गया है. हालांकि, अभी तक इस कदम को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन के बीच संबंधों को स्थिर करने और आगे बढ़ाने के लिए आमजन से जुड़े कई मुद्दों पर अहम कदम उठाए हैं.
Dubai Tejas Fighter Jet Crashes: दुबई में चल रहे एयर शो के दौरान जब फाइटर जेट भीड़ के सामने प्रदर्शन कर रहा था तभी ये हादसा हुआ.इंडियनHALतेजस लोकल टाइम के हिसाब से दोपहर करीब 2:10 बजे क्रैश हो गया.
दुबई एयर शो के दौरान भारत का लड़ाकू विमान तेजस क्रैश, जमीन से टकराते ही विमान में आग लग गई
दुबई एयर शो में भारतीय वायु सेना का तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त
इंडोनेशिया में फटा ज्वालामुखी, 13 KM तक उड़ी राख! कैमरे में कैद हुआ भयानक विस्फोट
Mount Semeru Volcano Eruption Video: इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में स्थित है माउंट सेमेरू ज्वालामुखी में ऐसा विस्फोट हुआ है गर्म लावा और राख के साथ धुएं का गुबार आसमान में 13 किलोमीटर तक देखा गया. ज्वालामुखी का भयानक रूप कैमरे में कैद हो गया. अब ये दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर इस सप्ताह एक शादी में शामिल होने के लिए शुक्रवार शाम को उदयपुर पहुंचेंगे
Nepal elections: 114 दिन बाद नेपाल में आम चुनाव है. आचार संहिता लागू होने में तीन महीने का वक्त बाकी है. काठमांडू में चल रही चुनावी हलचल के बीच एक बार फिर ये हिमालयी देश हिंसा की चपेट में है.जिस Zen Z ने ओली की सत्ता 2 दिन में उखाड़ फेंकी वो एकदम कंफ्यूज्ड, अस्त-व्यस्त और दिशाहीन दिख रही है.
Bangladesh extrajudicial deaths mount under Yunus in jail:बांग्लादेश की अवामी लीग ने अंतरिम प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस की सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है.पार्टी का दावा है कि जेल में बंद उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुनियोजित तरीके से हत्या करवाई जा रही है.अवामी लीग ने कहा कि कैदियों को स्लो पॉइजनिंग दी जा रही है और मेडिकल मदद भी रोकी जा रही है. जानें पूरी खबर.
G20 Summit: जिस समिट के लिए पीएम मोदी साउथ अफ्रीका गए, डोनाल्ड ट्रंप ने बहिष्कार क्यों कर दिया
South Africa G20 Summit: प्रधानमंत्री मोदी जी20 समिट में शामिल होने साउथ अफ्रीका के रास्ते पर हैं लेकिन दुनिया के दो बड़े देशों के नेताओं ने मना कर दिया है. ट्रंप की ओर से कहा गया कि साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति ज्यादा बोलते हैं. वो पसंद नहीं हैं. चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग का कुछ अलग ही कारण पता चला है.
ईरान के खिलाफ तेल व्यापार पर अमेरिका ने अपनाया सख्त रुख , लगाया नया प्रतिबंध
ईरान के खिलाफ तेल व्यापार पर अमेरिका ने सख्ती दिखाई है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की ओर से साझा जानकारी के अनुसार अमेरिका ने ईरान के बड़े ऑयल नेटवर्क पर कई बैन लगाए हैं
फातिमा बॉश: बचपन से जवानी तक... कौन है ये खूबसूरत हसीना, कहां से आई? मिस यूनिवर्स बनीं
Miss Universe Winner:फातिमा बॉश (Fatima Bosch) के लिए ये साल 2025 बेहद लकी रहा. इसी साल इस खूबसूरत हसीना ने अपने देश का सबसे मशहूर ब्यूटी पेजेंट का टाइटल अपने नाम किया और साल खत्म होने के पहले ही वो 'ब्रहांड' सुंदरी बन गईं.
ग्लोबल इवेंट में माइक्रोवेव से कैसे लगी आग? सैकड़ों डेलिगेट्स भागे; भारतीय मिनिस्टर भी वहीं हैं
COP30 Brazil में एक अहम कॉन्फ्रेंस चल रही है. भारत से पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव खुद वहां पहुंचे हुए हैं. कुछ घंटे पहले अचानक एक माइक्रोवेव में इवेंट में आग लग गई. जानें आगे क्या हुआ.
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचे चीनी प्रधानमंत्री ली
चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहनान्सबर्ग पहुंचे
फिलीपींस: फर्जी 'आधार' से नागरिकता फिर इस शहर की मेयर बनी जासूस चीनी लड़की? चौंकाने वाला खुलासा
Chinese Spy: राजधानी के नजदीक की एक जिलाअदालत ने पूर्व लेडी मेयर को मानव तस्करी के आरोप में दोषी ठहराते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई है. अधिकारियों का कहना है कि एलिस चीनी नागरिक है जो धड़ल्ले से मानव तस्करी समेत कई गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रही थी.
History of Kaaba: मुसलमानों के सबसे पवित्र स्थल 'काबा' का इतिहास बहुत लंबा और उतार चढ़ाव वाला रहा है. आज हम आपको काबे पर हुए 1979 के एक हमले के बारे में बताने जा रहे हैं. इस हमले के बाद ना सिर्फ इस्लामी दुनिया बल्कि पूरी दुनिया हैरान रह गई थी.
Donald Trump meeting with Mamdani: न्यूयॉर्क सिटी के मेयरजोहरान ममदानीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से होने वाली मुलाकात से पहले व्हाइट हाउस ने उन पर तीखा हमला बोला है. व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविटने ममदानी को “कम्युनिस्ट” कहते हुए कहा “कल हमारे पास एक कम्युनिस्ट व्हाइट हाउस आ रहा है.” शुक्रवार को दोनों की मुलाकात ओवल ऑफिस में होगी. जानते हैं किसने मुलाकात के लिए मांगा था समय.
पाकिस्तान : खैबर पख्तूनख्वा में हुए हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत, चार घायल
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान में एक पुलिस वैन को बम से निशाना बनाया गया। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए
दक्षिण कोरिया और मिस्र के बीच कई डील हुई सील, वैश्विक शांति को दोनों देशों ने बताया जरूरी
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के बीच शिखर वार्ता हुई
आंध्र प्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवस्थानम यानी TTD में चढ़ाए जाने वाले लड्डू प्रसाद पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब SIT जांच में ये खुलासा हुआ है कि मंदिर के प्रसाद में बीते 5 साल के अंदर लगभग 68 लाख किलो मिलावटी घी का इस्तेमाल हुआ। इसे सप्लाई करने वाली उत्तराखंड की भोलेबाबा डेयरी ने 2019 से 2024 तक 250 करोड़ रुपए का नकली घी मंदिर को भेजा। अब सवालों के घेरे में वो अधिकारी हैं, जिनकी निगरानी में ये पूरी गड़बड़ी पता चली। CBI जांच के इस खुलासे से कई सवाल उठने लगे हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि TTD में क्या ऐसी कोई व्यवस्था ही नहीं थी, जिससे करोड़ों रुपए के इस महाघोटाले का समय रहते पता चल पाता? तिरुपति मंदिर के पवित्र लड्डू प्रसाद से लाखों-करोड़ों भक्तों की आस्था जुड़ी है। इससे मंदिर को हर साल 500 करोड़ का रेवेन्यू मिलता है। इसके साथ ही लड्डू बनाने के लिए सप्लाई किए गए मिलावटी घी के सिलसिले में 50 लाख रुपए के मनी ट्रेल की बात सामने आई है। दैनिक भास्कर ने TTD लड्डू प्रसाद को लेकर हुई अब तक की जांच और मामले में जिम्मेदार अफसरों की लिस्टिंग की है। हमने एक्सपर्ट्स और सोर्सेज से बात करके ये भी समझने की कोशिश की कि क्या लड्डू में मिलावट अफसरों की लापरवाही थी या सोची-समझी साजिश। 5 साल तक आखिर ये घोटाला क्यों नहीं पकड़ा जा सका। साथ ही हमने आंध्र की पॉलिटिकल पार्टियों से भी इस मुद्दे पर बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले उन किरदारों पर चलते हैं, जिन पर शक की सुई अटकी है… मिलावटी घी केस में CBI के रडार पर TTD के पूर्व अधिकारी हैं। इसमें पहला नाम ट्रस्ट के पूर्व एग्जीक्यूटिव अफसर एवी धर्मा रेड्डी का है। धर्मा 2019 से 2024 तक ट्रस्ट में शामिल थे, जिस टाइमलाइन में मंदिर को मिलावटी घी भेजा गया। SIT के मुताबिक, धर्मा के कार्यकाल में घी की खरीद और गुणवत्ता जांच में भारी चूक हुई। खासतौर पर टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता न होने और मिलावटी घी को मंदिर के अंदर आने की जिम्मेदारी उन्हीं की मानी जा रही है। मामले की जांच में शामिल सोर्स ने बताया कि धर्मा रेड्डी TTD के पुराने एडमिनिस्ट्रेशन में अहम हिस्सा थे। उन पर मंदिर के प्रसाद में क्वालिटी कंट्रोल के साथ घी, दूध और बाकी सामानों की खरीदारी की जिम्मेदारी थी। इन बातों को देखते हुए उनसे 11 और 12 नंवबर को 9 घंटे तक पूछताछ की गई। DIG मुरली रंभा ने सुबह 10 बजे से शाम 7:15 बजे तक उनसे पूछताछ की। इस दरमियान धर्मा रेड्डी ने कुछ सवालों के खुलकर जवाब दिए, लेकिन कुछ पर चुप्पी साधे रखी। SIT सोर्स ने बताया, ‘जब धर्मा रेड्डी से पूछा गया कि लड्डुओं में मिलावटी घी के इस्तेमाल की इजाजत क्यों दी गई तो उन्होंने दावा किया कि वो इस बारे में कुछ नहीं जानते, कौन सी चीजें खरीदनी हैं और क्या सामान मंदिर के अंदर जाएगा। ये सब 'हाई अथॉरिटी' का काम है। हालांकि जब अधिकारियों ने उनसे पूछा कि वो हाई अथॉरिटी कौन है? इस पर वे चुप रहे।‘ SIT की पूछताछ में धर्मा रेड्डी के कार्यकाल की कई बड़ी कमियां उजागर हुईं। जांच में सामने आया कि लाखों किलो मिलावटी घी की सप्लाई के बावजूद TTD की लैब इसे पकड़ नहीं पाई। साथ ही उनके कार्यकाल में सप्लायर का चुनाव, क्वालिटी चेक और लड्डू की मॉनिटरिंग में लापरवाही मिली है, जिनकी जिम्मेदारी उन्होंने तकनीकी टीमों पर डालने की कोशिश की। TTD लड्डू विवाद में सबसे बड़ा चेहरा YSRCP से राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी हैं। इनके कार्यकाल में सबसे पहले महाप्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाने का मामला सामने आया था। मंदिर से जुड़े हवाला नेटवर्क के खुलासे के बाद TTD के पूर्व चेयरमैन सुब्बा रेड्डी को अब SIT नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। SIT से जुड़े सोर्सेज के मुताबिक, 2022 में लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल होने वाले घी में मिलावट की शिकायतों के बाद TTD ने उत्तराखंड की भोलेबाबा डेयरी को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। इसके बावजूद डेयरी मालिकों ने दूसरी डेयरी फर्मों के नाम पर टेंडर हासिल किए और घी की सप्लाई जारी रखी। इनमें वैष्णवी डेयरी (तिरुपति), माल गंगा डेयरी (उत्तर प्रदेश) और AR डेयरी फूड्स (तमिलनाडु) शामिल हैं। ये सब सुब्बा रेड्डी के चेयरमैन रहते हुए हुआ। बीते 31 अक्टूबर को CBI ने सुब्बा रेड्डी के पर्सनल असिस्टेंट चिन्नप्पन्ना को गिरफ्तार किया। उस पर घी सप्लाई के टेंडर में धांधली और कमीशन मांगने का आरोप है। सुब्बा रेड्डी के लोकसभा सांसद रहते हुए उनके PA चिन्नप्पन्ना ने हवाला एजेंट के जरिए 50 लाख रुपए की रकम हासिल की। इस खुलासे के बाद अब सुब्बा रेड्डी भी जांच एजेंसी की रडार पर हैं। TTD लड्डू प्रसाद मिलावट केस की जांच में शामिल एक सीनियर अफसर कहते हैं, ‘सुब्बा रेड्डी के निजी सहायक चिन्नप्पन्ना की गिरफ्तारी के बाद ये केस पूरी तरह से खुल गया है। अब ये मामला केवल आंध्र या साउथ तक ही नहीं, बल्कि इसके तार दिल्ली और यूपी से भी जुड़ रहे हैं। TTD के पूर्व अधिकारियों से पूछताछ और उनसे जुटाए गए सबूतों के आधार पर हमें लड्डू प्रसाद से जुड़े टेंडरिंग प्रोसेस में हवाला नेटवर्क का पता चला। इसकी जानकारी बड़े-बड़े अधिकारियों को भी थी।‘ ‘सुब्बा रेड्डी के निजी सहायक चिन्नप्पन्ना को 50 लाख रुपए कैश मिले थे। ये रकम उसे हवाला एजेंट्स के जरिए दी गई थी, जो यूपी बेस्ड कंपनी एजी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड ने भेजी थी। चिन्नप्पन्ना ने दिल्ली में पटेल नगर मेट्रो स्टेशन के पास दो अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए 20 लाख रुपए एजेंट अमन गुप्ता से और बाकी पैसा प्रीमियर एग्री फूड्स के अधिकारी विजय गुप्ता से लिया था।‘ चिन्नप्पन्ना से पूछताछ के आधार पर CBI जल्द ही TTD के पूर्व चेयरपर्सन सुब्बा रेड्डी को समन भेजने वाली है। साथ ही जांच एजेंसी ने रुड़की की भोलेबाबा डेयरी के निदेशकों पोमिल और विपिन जैन को एक बार फिर नोटिस जारी किया है। एजेंसी ने मिलावट में इस्तेमाल होने वाले एसिड और दूसरे केमिकल का पता लगाने और TTD में चिन्नप्पन्ना जैसे ही रिश्वत लेने वाले पूर्व अधिकारियों की पहचान करने को कहा है। न दूध-न दस्तावेज, भोलेबाबा डेयरी ने मंदिर को 250 करोड़ की चपत लगाईआंध्र प्रदेश फूड सेफ्टी विभाग के मुताबिक पूरा फर्जीवाड़ा उत्तराखंड की भोलेबाबा डेयरी ने किया। जांच में सामने आया है कि इस कंपनी ने कभी भी न तो दूध खरीदा और न ही कभी मक्खन खरीदा, फिर भी ये TTD को घी सप्लाई करती रही। मामले की जांच कर रहे IPS अधिकारी मुरली रंभा ने बताया, ‘TTD का टेंडर पाने के लिए भोलेबाबा डेयरी के पोमिल और विपिन जैन ने घी प्रोडक्शन की फर्जी यूनिट बनाई। यहां तक कि दोनों ने दूध-मक्खन की खरीद के नकली बिल भी बनाए। नकली घी का खुलासा कारोबारी अजय कुमार सुगंध की गिरफ्तारी के बाद हुआ। सुगंध लगभग 7 साल से भोलेबाबा डेयरी को मोनोग्लिसराइड्स, एसिटिक एसिड और एस्टर जैसे केमिकल भेज रहा था। इनका इस्तेमाल नकली घी बनाने में होता था।‘ 2019 से 2022 तक भोलेबाबा डेयरी ने मंदिर को घी सप्लाई किया। जब 2022 में इसे ब्लैकलिस्ट किया गया तो कंपनी ने वैष्णवी, माल गंगा और AR डेयरी फूड्स नाम से फर्जी यूनिट्स बनाकर घी की सप्लाई जारी रखी। इस दौरान भोले बाबा ऑर्गेनिक डेयरी को 250 करोड़, वैष्णवी डेयरी को 133 करोड़, माल गंगा डेयरी को 73 करोड़ और एआर डेयरी फूड्स को 1.6 करोड़ की रकम मिली। एक्सपर्ट बोले- तिरुपति किचन वर्कर्स की बात मानी होती तो ये दिन न आताविशाखापट्टनम के सीनियर जर्नलिस्ट पी आनंद तिरुपति मंदिर के TTD बोर्ड में फेरबदल और लड्डू मिलावट केस पर करीब से नजर रख रहे हैं। उनका मानना है कि इस विवाद के पीछे सबसे ज्यादा जिम्मेदार TTD बोर्ड का पुराना मैनेजमेंट है। YSRCP लीडर सुब्बा रेड्डी की चेयरमैनशिप में तिरुपति मंदिर में लड्डू प्रसाद को लेकर सामने आई शिकायतों पर पर्दा डाला गया। पी आनंद कहते हैं, ‘तिरुपति लड्डू को लेकर सबसे पहली शिकायत पोट्टू (तिरुपति का विशाल किशन) कर्मचारियों ने ही की थी। 2023 में वर्कर्स ने धर्मा रेड्डी से लड्डू में इस्तेमाल हो रहे खराब क्वालिटी के घी की शिकायत की थी। इसमें घी से बदबू आना, ठीक से न जमना और घी का फिसलन भरा होने की बातें कही गईं। पोट्टू वर्कर्स ने ये भी बताया था कि इस घी से बने लड्डू बहुत जल्दी खराब हो जाते हैं।‘ ‘कर्मचारियों की शिकायत को नजरअंदाज करते हुए धर्मा रेड्डी ने घी की बनावट और गंध को नॉर्मल बताया। हालांकि चंद्रबाबू नायडू के CM बनने के बाद लड्डू बनाने के लिए कच्चे माल के इस्तेमाल पर खास ध्यान दिया गया है। पिछले साल जब श्यामला राव को TTD का एग्जीक्यूटिव अफसर बनाया गया तो उन्होंने सबसे पहले पोट्टू वर्कर्स के साथ बैठक की। इस दौरान वर्कर्स ने फिर खराब क्वालिटी के घी, मूंगफली का आटा और इलायची की शिकायत की।‘ लड्डू की लड़ाई में सियासी रसूख दिखाने की कोशिशसीनियर जर्नलिस्ट शंकर नारायण कहते हैं, ‘तिरुपति के लड्डू में पहले जानवरों की चर्बी और मछली के तेल के इस्तेमाल जैसी बातें कही गईं। हालांकि ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया। खाद्य विभाग की जांच में सामने आया कि लड्डू के 'घी' में पाम ऑयल मिलाया गया। अब आंध्रप्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां TDP और YSRCP इस मुद्दे पर एकदूसरे को घेर रही हैं। लड्डू की लड़ाई अब सियासी रसूख तक पहुंच चुकी है।‘ ‘YSR कांग्रेस का कहना है कि तिरुपति के लड्डुओं को बनाने के लिए TDP के शासनकाल में जो घी और कच्चा माल इस्तेमाल हुआ। वही प्रक्रिया हमारी सरकार में दोहराई गई। ऐसे में महाप्रसाद में जो मिलावट की बाते सामने आई है, वो चंद्रबाबू नायडू की पुरानी सरकार की ही देन है।‘ ‘जब सवाल लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा हो तो इस पर राजनीतिक पार्टियों को सियासी रोटियां नहीं पकानी चाहिए। दोनों पार्टियों को समझदारी दिखानी होगी, ताकि इस मुद्दे का हल जल्द से जल्द निकाला जा सके।‘ पॉलिटिकल पार्टियां क्या कह रहीं…BJP: YSRCP ने TTD को कमाई का अड्डा बना दियाआंध्रप्रदेश BJP के स्पोक्सपर्सन पुडी तिरुपाठी राव, जगन मोहन रेड्डी सरकार को लड्डू विवाद की जड़ मानते हैं। राव कहते हैं, ‘YSRCP ने उन अधिकारियों को TTD बोर्ड में शामिल किया, जो सनातन धर्म को मानते ही नहीं थे। न ही भगवान वेंकटेश्वर स्वामी में उनकी आस्था थी। इसका असर TTD के पुराने मैनेजमेंट में भी देखने को मिला। धर्मा रेड्डी जैसे लोगों ने देवस्थानम को कमाई का अड्डा बना दिया।‘ TDP: जगन सरकार के झूठे चेहरे एक-एक करके सामने आ रहे लड्डू विवाद पर TDP की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. ज्योत्सना तिरुनागरी कहती हैं, ‘भगवान वेंकटेश्वर स्वामी का दर्शन करने हर साल करोड़ों भक्त आते हैं। जगन रेड्डी सरकार ने 5 साल तक उन्हें मिलावटी प्रसाद खिलाया। YSRCP के सीनियर लीडर सुब्बा रेड्डी ये सब देखते हुए भी शांत रहे। अब CBI जांच में सच सामने आया है। एक के बाद एक झूठे चेहरे लोगों के सामने आ रहे हैं।‘ YSRCP: तिरुपति लड्डू को लेकर झूठा प्रोपेगैंडा फैला रहे चंद्रबाबू नायडूYSRCP के सीनियर लीडर और पार्टी के स्टेट कोऑर्डिनेटर सज्जला रामकृष्ण रेड्डी कहते हैं, ‘तिरुपति लड्डू को लेकर CM चंद्रबाबू नायडू और उनके पार्टी के लोग दूसरी बार झूठा प्रोपेगैंडा फैला रहे हैं। TDP इस मुद्दे को उठाकर केवल पॉलिटिकल एडवांटेज लेना चाहती है, भगवान की आस्था से उनका कोई लेने-देना नहीं है।‘ ‘2014 से 2019 तक चंद्रबाबू सरकार में भी तिरुपति लड्डू की क्वालिटी को लेकर सवाल उठे थे। जो विवाद आज हो रहा है उसकी जड़ कहीं न कहीं TDP ही है।‘ कांग्रेस: ईश्वर के साथ बेईमानी करने वालों को सजा निश्चित मिलेगीआंध्रप्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्किंग प्रेसिडेंट जेडी सीलम कहते हैं, ‘तिरुपति के लड्डू पूरे देश में अपनी खास पहचान रखते हैं। दुनिया भर से लोग तिरुपति आकर बड़ी आस्था के साथ उन्हें ग्रहण करते हैं। वो चाहे कोई भी हो, भगवान के प्रसाद में मिलावट करने वालों को आज नहीं तो कल सजा मिलनी निश्चित है।‘................... ये खबर भी पढ़ें... कहां गया बांके बिहारी मंदिर का 1000 करोड़ का खजाना 18 अक्टूबर को धनतेरस के दिन मथुरा के पास वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में 54 साल से बंद पड़े खजाने का ताला टूटा तो सबको उत्सुकता थी कि अंदर से क्या मिलेगा। हाई पावर कमेटी के निर्देश पर जब दरवाजा खोला गया तो अंदर दीवारों पर सीलन-फफूंद, सतह पर कीचड़ और धूल की परतें जमी मिलीं। टॉर्च की रोशनी में जांच अधिकारी तहखाने में गए लेकिन जो भी सामने आया, वो 'सोने का भंडार' की उम्मीद के मुकाबले बहुत मामूली था। पढ़िए पूरी खबर,,,
Commode Made of Pure Gold News: आपने घर-दफ्तरों में एक से बढ़कर एक महंगे कमोड देखे होंगे. लेकिन क्या आपने कभी ऐसी टॉयलेट शीट का इस्तेमाल किया है, जो प्योर गोल्ड से बनी हुई हो. वह भी महज 102 करोड़ रुपये में.
JAPAN: समुद्र में आई गर्मी से संकट में हिरोशिमा के किसान, चौपट हो रहा ऑयस्टर का धंधा; मचा हड़कंप
Globel Warming: समुद्र का तापमान इस साल असामान्य रूप से ज्यादा रहा है और बारिश कम होने के कारण समुद्र का पानी ज़्यादा नमकीन हो गया है. गर्म और नमक-भरा पानी ऑयस्टर के लिए बहुत तनावपूर्ण हालात पैदा करता है, जिससे वे धीरे-धीरे कमजोर होकर मरने लगते हैं.
Bernie Sanders slams Trump:ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के सबसे शानदार स्वागत में से एक किया, जिसमें उन्होंने मोहम्मद बिन सलमान का स्वागत मिलिट्री फ्लाईपास्ट, तोपों की फायरिंग, घोड़ों की परेड और व्हाइट हाउस में एक शानदार डिनर के साथ किया.
चीन से निपटने के लिए भारत और US ने मिलाया हाथ, अमेरिका देगा 'टैंक किलर' मिसाइलें; थर्रा उठेगा दुश्मन
India US News in Hindi: चीन की दादागिरी खत्म करने के लिए अब अमेरिका और भारत ने मिलकर काम करने का फैसला किया है. अमेरिका अपनी सबसे घातक 'टैंक किलर' मिसाइलें और दूसरे हथियार भारत को देगा, जिससे ड्रैगन का फन कुचला जा सकेगा.
नेपाल में फिर भड़का Gen Z का विरोध, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, की हवाई फायरिंग, कई घायल
Gen Z protests In Nepal:नेपाल में Gen Z युवाओं के विरोध प्रदर्शनों के कारण हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. प्रशासन ने कई संवेदनशील क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बुधवार को हुई झड़पों के संबंध में नामित व्यक्तियों को गिरफ्तार न करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद आज ये हिंसा भड़क गई.
इंडोनेशिया के सेराम में भूकंप के झटके, 136 किलोमीटर नीचे की हिली धरती, जानें कितना हुआ नुकसान?
Earthquake of magnitude 6 hits Indonesia:इंडोनेशिया के पूर्वी क्षेत्र के सेराम द्वीप पर गुरुवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. जर्मन रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर जियोलॉजी (जीएफजेड) ने सिंहुआ को बताया कि रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई. जीएफजेड के अनुसार भूकंप की गहराई जमीन से 136 किलोमीटर नीचे थी.
Trains collide in Czech Republic:चेक रिपब्लिक के साउथ बोहेमियन हिस्से में गुरुवार सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया, जब दो ट्रेनें आमने-सामने टकरा गईं. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस दुर्घटना में 40 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है.
रूस संग मिलकर किस प्लान पर काम कर रहे डोनाल्ड ट्रंप! नाराज हो सकते हैं जेलेंस्की
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ मॉस्को में बातचीत कर रहे हैं, जबकि आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल और पेंटागन प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन में युद्ध हालात और शांति प्रयासों पर चर्चा कर रहे हैं.
Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा एक और गैंगस्टर जिसका नाम नोनी राणा है उसे अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है.
US approves USD 93 mn defence deal to India:भारत की सैन्य ताकत अब और बढ़ने जा रही है.अमेरिका ने करीब 824 करोड़ रुपये (93 मिलियन डॉलर) की बड़ी रक्षा डील को मंजूरी दे दी है.इस पैकेज में दुनिया की सबसे घातक एंटी-टैंक मिसाइलों में से एक Javelin Missile System और अमेरिकी सेना में उपयोग होने वाले Excalibur Artillery Projectiles शामिल हैं. जानें इस डील से भारत को क्या होगा फायदा.

