25 से शुरू होना है मेला, 9 जनवरी से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे
ग्वालियर व्यापार मेला 25 दिसंबर से शुरू होना है। इस बार मेले में लोगों को जोड़ने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम की संख्या को बढ़ाया गया है। मेले में इस बार भारतीय वायु सेना के बैण्ड द्वारा शौर्य से ओत-प्रोत प्रस्तुति दी जाएगी। साथ ही वायु सेना की प्रदर्शनी भी लगेगी। मेले में इस बार मथुरा की प्रसिद्ध कृष्ण और राधा रानी की होली की मनमोहन झलक देखने को मिलेगी। मथुरा के कलाकारों द्वारा फूलों की होली खेली का मंचन किया जाएगा। साथ ही अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी होगा। दो माह होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम जनवरी के कार्यक्रम: 9 जनवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा प्रदर्शनी एवं बैंड की प्रस्तुति, 10 से 13 जनवरी तक संगीत विवि द्वारा गायन, वादन, नृत्य एवं नाट्य रंगमंच के कार्यक्रम, 18 को स्थानीय महिला कवि सम्मेलन,20 व 24 जनवरी को स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, 25 को भजन संध्या, 26 को भारत पर्व और 31 जनवरी को मथुरा की टीम द्वारा फूलों की होली खेली जाएगी। फरवरी में यह कार्यक्रम: 1 फरवरी को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन, 3 को बुंदेलखंडी प्रस्तुति, 7 को अखिल भारतीय मुशायरा, 8 को नाटक की प्रस्तुति, 10 को दिल्ली के म्यूजिक बैंड की प्रस्तुति, 14 को बॉलीवुड नाइट, 15 को नाट्य मंचन, 17 को सांस्कृतिक कार्यक्रम, 21 को डॉग शो, बाइक शो और हॉश शो, 22 को हरदौल नाटक और माह के अंत में रासलीला, युवा महोत्सव एवं बाल महोत्सव होगा।
भागलपुर के मारवाड़ी कॉलेज परिसर में सोमवार, 15 दिसंबर 2025 को छात्र राष्ट्रीय लोक मोर्चा की मारवाड़ी कॉलेज इकाई के नेतृत्व में छात्र-युवा संकल्प – डॉ. राजेन्द्र प्रसाद स्मृति दिवस समारोह 2025 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और युवाओं में संविधान, लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और राष्ट्रसेवा के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ. संजय झा, राष्ट्रीय लोक मोर्चा, भागलपुर के जिला अध्यक्ष सुमन कुमार प्रसून, युवा प्रदेश महासचिव अमित कुमार और छात्र राष्ट्रीय लोक मोर्चा, मारवाड़ी कॉलेज के अध्यक्ष हृषिकेश प्रकाश ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित किया। इस अवसर पर भारत के प्रथम राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के विचारों, मूल्यों और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया गया। समारोह के तहत क्विज प्रतियोगिता, सेमिनार और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने इन गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपनी बौद्धिक क्षमता का प्रदर्शन किया। सेमिनार सत्र में वक्ताओं ने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के जीवन संघर्ष, सादगी, ईमानदारी और लोकतांत्रिक मूल्यों पर विस्तार से चर्चा की। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित जनसमूह में देशभक्ति और सामाजिक चेतना का संचार किया। कार्यक्रम के समापन पर, प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को मोमेंटो, मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. संजय झा ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का संपूर्ण जीवन सादगी, सत्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति का अनुपम उदाहरण है। उन्होंने जोर दिया कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों और लोकतांत्रिक चेतना को मजबूत करते हैं। अति विशिष्ट अतिथि सुमन कुमार प्रसून ने कहा कि युवा और छात्र ही देश के भविष्य हैं। उन्होंने युवाओं से डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के आदर्शों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया।युवा प्रदेश महासचिव अमित कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि छात्र-युवा संकल्प जैसे कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का माध्यम है।
कोटपूतली के पावटा में अखिल भारतीय साहित्य परिषद की ओर से भारतीय भाषा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 'अतीत के निर्झर' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मंचस्थ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। प्रान्त अध्यक्ष ओम प्रकाश भार्गव ने मुख्य अतिथि, जिलाध्यक्ष धूड़ाराम पद्म ने अध्यक्ष तथा वरिष्ठ साहित्यकार कल्याण गुर्जर 'कल्याण' एवं इकाई अध्यक्ष शिवम् शर्मा 'विशेष' ने विशिष्ट अतिथियों के रूप में मंच की शोभा बढ़ाई। डॉ० विवेक शर्मा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, जबकि राहिल 'साधक' ने परिषद् गीत गाया। जिला महामंत्री नवनीत गौड़ ने स्वागत उद्बोधन दिया। डॉ० ओमप्रकाश भार्गव ने भारतीय भाषाओं की जानकारी देते हुए बताया कि भाषाई विविधता भारत को विभाजित नहीं करती, अपितु सांस्कृतिक शक्ति के रूप में जोड़ती है। नवनीत गौड़ ने समसामयिक विषय 'वन्दे मातरम्' एवं 'आनन्द मठ' के महत्व पर चर्चा की। पुस्तक का किया विमोचनकार्यक्रम में एक काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें गिरधारी सिंह 'गिरधर', गुरुदयाल भारती, प्रकाश प्रियम, कंचन वर्मा, भवानी 'भूधर', शम्भू दयाल गढ़वाल, वैद्य ओमप्रकाश जोशी, डॉ० अशोक मिश्र 'कोविद', धूड़ाराम 'पद्म', कल्याण गुर्जर 'कल्याण', महावीर शर्मा 'सरस', शिवम शर्मा 'विशेष', कन्नू सैनी, राजेश 'कोकड़ा', सूर्यकांत 'चन्द्र', राहिल 'साधक', प्रशान्त कुमार सहित कई कवियों ने विषय आधारित एवं स्वतंत्र रचनाएं प्रस्तुत कीं। इसी दौरान कवि प्रकाश प्रियम की पुस्तक 'अतीत के निर्झर' का विमोचन भी किया गया। ये रहे मौजूदइस कार्यक्रम में पुरुषोत्तम कृष्ण मिश्रा, अशोक पारीक, लक्ष्मीनारायण शर्मा, मनोज टांक, रामसिंह चौधरी, पूरण कसाणा, हरिसिंह बढ़ाणा, गजानन्द टीलावत, कोषाध्यक्ष नरेश बंसल, अंकित गौड, मनीष सैन, शीशराम चौधरी, योगेश चौधरी, विजेन्द्र यादव, दीपक शर्मा, पलक्षी, चंचल, भविष्य पटेल, रवि कुमार सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार एवं परिषद् के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अंत में जिला उपाध्यक्ष डॉ० अशोक मिश्र 'कोविद' ने आभार व्यक्त किया, और वरिष्ठ कवि महावीर शर्मा 'सरस' ने प्रभावी मंच संचालन किया।
यूं तो हर साल त्योहारों की तिथियों में बदलाव होता है, लेकिन वर्ष 2026 हिंदी पंचांग के महीनों के हिसाब से अधिकमास वाला साल होगा और इस साल में दो ज्येष्ठ माह होने से यह साल 12 की बजाए 13 महीने का होगा। इस कारण शुरू के 6 माह में वर्ष 2025 की तुलना में अधिकांश त्योहार 10 दिन पहले और बाद के 6 माह में होने वाले त्योहार 16 से 18 दिन तक की देरी से आएंगे। मिसाल के तौर पर 2025 में होली 14 मार्च को थी, लेकिन 2026 में यह 4 मार्च को होगी। इसी तरह 2025 में दीपावली 20 अक्टूबर के थी, अब अगले वर्ष 8 नवंबर को यानी 17 दिन की देरी से आएगी। बता दें कि त्योहारों की तिथियों को देखने के बाद ही परीक्षाओं के टाइम-टेबल तैयार होते हैं और व्यापारी भी समय से पहले माल मंगाने की व्यवस्था करते हैं। पं. विष्णु राजौरिया के अनुसार हिंदू त्योहार चंद्रमा की स्थिति व उसकी गति पर आधारित होते हैं, और चंद्र वर्ष 354 दिन का होता है, जबकि सौर वर्ष के 365 दिन होते हैं। इस अंतर को पाटने के लिए हर तीन साल में अधिकमास होता है, जिस कारण पर्वों की तिथियों में पिछले सालों की तुलना में काफी दिनों का अंतर आ जाता है। इस अधिकमास को पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। मकर संक्रांति में ज्यादा बदलाव नहीं... ज्योतिषी स्मिता पंडित के अनुसार अधिक मास 17 मई से शुरू होकर 15 जून को समाप्त होगा। मकर संक्रांति सूर्य (सौर वर्ष) पर आधारित पर्व है इसलिए यह ज्यादातर 14 जनवरी तो किसी साल 15 जनवरी को होती है।
Australia Bondi Beach shooting: सिडनी में बड़े पैमाने पर यहूदियों का नरसंहार किया गया है. दो आतंकवादियों ने 14 दिसंबर को '7 अक्टूबर इजरायल पार्ट-2! यानी हमास जैसे हमले को अंजाम दिया. ऑस्ट्रेलिया पुलिस ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया है. बोंडी बीच पर हुई गोलीबारी में पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन बाल-बाल बच गए, वो भी वहां मौजूद थे.
ऑस्ट्रेलिया में समुद्र किनारे त्योहार मना रहे लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग, 10 लोगों की मौत, कई घायल
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में प्रसिद्ध बॉन्डी बीच पर रविवार को 2 बंदूकधारियों ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। इससे हड़कंप फैल गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने हिस्टीरिकल चीखें सुनीं और लोग इधर-उधर भागते दिखे। कई पीड़ितों के घायल होने या प्रभावित होने की रिपोर्ट्स ...
पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 26 को, मुख्यमंत्री को आमंत्रण
जयपुर | लघु उद्योग भारती की ओर से पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 26 दिसम्बर आयोजित किया जाएगा। उद्योग विभाग, रीको, विद्युत विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, श्रम विभाग, जीएसटी विभाग, फैक्ट्रीज एंड बॉयलर्स, नगर निगम जैसे विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के मकसद से आयोजित किए जाने वाले इस उत्सव में विभिन्न विभागों की भूमिका होगी। इसके शुभारंभ के लिए लघु उद्योग भारती ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को शुभारंभ समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उत्सव के पोस्टर का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधिमण्डल में संगठन के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव नरेश पारीक, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड, उपाध्यक्ष महावीर चौपडा, नटवरलाल अजमेरा, महामंत्री सुधीर कुमार गर्ग एवं जोधपुर महानगर सचिव राकेश कुमार चौरडिया उपस्थित रहे।
Paush Month Festivals: पौष महीना 2025-2026: प्रमुख व्रत और त्योहारों की सूची
Paush Vrat and Festival List 2025: पौष मास में कुछ विशेष पर्व होते हैं जो धार्मिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक दृष्टि से बहुत महत्व रखते हैं। पौष मास की शुद्ध एकादशी का व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होता है।इसे विशेष रूप से आत्म-संयम और पापों ...
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज विधानसभा क्षेत्र के भवानीगंज थाना अंतर्गत हिसामुद्दीनपुर गांव के टोला तकिहवा में स्थित करीब दो सौ साल पुरानी समाधि/मजार को लेकर विवाद पर प्रशासन अलर्ट है। गुरुवार को प्रस्तावित हनुमान चालीसा पाठ और भंडारा प्रशासन ने सख्ती से रुकवा दिया। गांव में सुबह से भारी पुलिस बल तैनात रहा और पूरा इलाका बैरिकेडिंग से सील कर दिया गया। सुबह होते ही पुलिस, पीएसी और राजस्व अधिकारी गांव पहुंच गए। धार्मिक स्थल के चारों ओर बैरिकेडिंग लगा दी गई। गांव में न कोई जुलूस निकला और न ही कोई समर्थक दिखाई दिया। लोग घरों से झांककर हालात देखते रहे। घोषित कार्यक्रम बिना किसी हलचल के रद्द हो गया। विवाद की जड़—पुरानी समाधि, 2007 में बना गुंबद गांव के बुजुर्गों का दावा है कि यह स्थान मूल रूप से समाधि थी। वर्षों तक यहां किसी तरह का विवाद नहीं था। ग्रामीण बताते हैं कि 2007 में तत्कालीन विधायक तौफीक अहमद ने बाउंड्री और गुंबद बनवाया। इसके बाद यह स्थल मजार के रूप में पहचाना जाने लगा। गांव के लोग कहते हैं—पहले यहां उड़द की दाल, मीठा और रसियाव चढ़ाया जाता था, लेकिन अब गुरुवार को चादर और मुर्गा चढ़ाने की परंपरा शुरू हो गई, जिससे विवाद गहरा गया। सेवादारों के बयान—तीन पीढ़ियों से सेवा सेवादार मुबारक अली का कहना है—हमारे दादा बताते थे कि लगभग 300 साल से हमारा परिवार यहां सेवा कर रहा है। यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों आते हैं, कभी विवाद नहीं हुआ। 21 सदस्यीय कमेटी में दोनों समुदाय के लोग शामिल हैं। सेवादार रहमत अली ने कहा—बाबा ने यहीं समाधि ली थी, कफन हमारे परिवार ने लाया था। यह जगह हमेशा शांति की रही है। ग्रामीणों का दावा—‘बाबा राम अवतार दास की समाधि’ पुसई निवासी ग्रामीण कहते हैं—बचपन से यह जगह समाधि ही थी। बाबा हिंदू थे, नाम था बाबा राम अवतार दास, जिन्हें लोग जंगली बाबा कहते थे।90 वर्षीय सोमई बताते हैं—हमारे बचपन में यहां सिर्फ जंगल और समाधि थी, राजनीति ने बाद में बाउंड्री खड़ी की।गांव के अर्जुन का कहना—पहले यहां मीठा-रसियाव चढ़ाया जाता था, अब मुर्गा चढ़ाया जा रहा है, यही विवाद की वजह है। नगर पंचायत अध्यक्ष धर्मराज वर्मा का आरोप—‘समाधि को मजार में बदला गया’ धर्मराज वर्मा ने कहा—यह बाबा राम अवतार दास की समाधि थी, जिसे 2007 में मजार में बदल दिया गया। हम 11 दिसंबर को पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के समर्थन से हनुमान चालीसा पाठ और भंडारा करने वाले थे। हालांकि 10 दिसंबर की रात उन्होंने वीडियो जारी कर कार्यक्रम रद्द कर दिया। वर्तमान विधायक सैयदा खातून का पलटवार—‘तनाव फैलाने की कोशिश’ डुमरियागंज की विधायक सैयदा खातून का बयान—यह मजार बहुत पुरानी है और दोनों समुदाय से जुड़े लोग यहां आते हैं। 8 दिसंबर को धर्मराज वर्मा ने यहां आकर हनुमान चालीसा की घोषणा की, जिससे तनाव फैल सकता था। फागू बाबा की मजार तोड़ने का उदाहरण देते हुए उन्होंने प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की। सपा का आरोप—‘सांप्रदायिक एजेंडा चल रहा है’ सपा जिलाध्यक्ष लाजजी यादव ने कहा—यह मजार आजादी से पहले की है और इसके कागजात मौजूद हैं। इसे तोड़ने की कोशिश सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश है। प्रशासन एक पक्ष का साथ दे रहा है, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। कार्यक्रम रद्द होने के बाद सपा नेता जमील सिद्दीकी, मोनू दुबे, फरहान खान व समाजसेवी अरबाब फारूकी मजार पहुंचे और जियारत की। उन्होंने कहा—कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन हम शांति बनाए रखने आए हैं। प्रशासन की सख्ती—‘किसी कार्यक्रम की अनुमति नहीं’ पुलिस ने गांव की घेराबंदी की। अफसर सुबह से लेकर शाम तक मौके पर रहे। प्रशासन ने दोनों पक्षों से बातचीत कर साफ कर दिया कि किसी भी धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं है। अधिकारियों के अनुसार स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, और आगे भी किसी तरह की भड़काऊ गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गांव में हालांकि तनाव की परतें अभी बाकी हैं, और विवाद के आगे किस दिशा में बढ़ने की आशंका अब भी बनी हुई है।
फतेहाबाद के टोहाना में एक धार्मिक स्थल का अपमान करने के आरोप में पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। थाना शहर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के अशरफाबाद निवासी फैज मोहम्मद और सुंदर नगर निवासी राकेश उर्फ बिल्लू को काबू किया है। फतेहाबाद के एसपी सिद्धांत जैन ने बताया कि यह कार्रवाई सुंदर नगर निवासी बाबा पालाराम की शिकायत पर की गई है। जिसमें आरोप लगाया गया था कि पड़ोस के मदरसे से जुड़े कुछ लोग गाली-गलौज करते थे और धार्मिक स्थल को अपवित्र कर रहे थे। महिलाओं और बच्चों को धमकाते थे आरोपी शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी महिलाओं और नाबालिग बच्चों को धमकाते थे, अश्लील हरकतें करते थे, तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाते थे, रास्ता रोकते थे और अवैध निर्माण जैसी गतिविधियों में शामिल थे। इन हरकतों से परिवार और आसपास के लोगों में भय और तनाव का माहौल बन गया था। शिकायत की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए। इसके आधार पर थाना शहर में धारा 299, 351(2), 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है।
खादी मॉल में विश्व हस्तशिल्प सप्ताह पर लोककला के रंग
पटना } विश्व हस्तशिल्प सप्ताह के मौके पर पटना के खादी मॉल में बिहार की पारंपरिक हस्तकला खूब चर्चा में है। यहां मिथिला और टिकुली पेंटिंग, सुजनी कढ़ाई, सिक्की शिल्प, बांस-जूट उत्पाद, टेराकोटा और कई तरह की हस्तनिर्मित वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं। इसे देखने और खरीदने लोगों की अच्छी भीड़ जुट रही है। इन कलाओं की खूबसूरती, गुणवत्ता और उपयोगिता लोगों को खूब पसंद आ रही है। राज्य सरकार के सहयोग से खादी मॉल का हस्तशिल्प सेक्शन कारीगरों और उद्यमियों को अपने उत्पाद बेचने के लिए एक मजबूत मंच उपलब्ध करा रहा है। मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, गया सहित बिहार के विभिन्न जिलों के कारीगर अपने हाथों से बनाए उत्पाद सीधे ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं। खादी मॉल के प्रबंधक रमेश चौधरी ने बताया कि कारीगरों को मार्केट लिंक, ब्रांडिंग और क्वालिटी संबंधी मार्गदर्शन देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।
Traditional Punjabi Recipe: कैसे बनाएं पारंपरिक पंजाबी भोजन सरसों का साग और मक्के की रोटी
Sarson Ka Saag Aur Makki Ki Roti: सरसों का साग और मक्के की रोटी न केवल एक लाजवाब व्यंजन बनाता है, बल्कि सर्दी की डाइट के लिए एक संपूर्ण और हेल्दी मील भी बनाता है। क्या आप सरसों का साग बनाने की पारंपरिक रेसिपी जानना चाहेंगे? यदि हां, तो आपकी पारंपरिक ...
होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस
फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...

