दुर्ग जिले के पाटन में एक युवक का शव बरगद के पेड़ से लटका हुआ मिला। 29 अक्टूबर की सुबह ग्राम पंचायत पंदर के खेल मैदान में लोगों ने जब लाश लटकते देखी तो पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर ही युवक का मोबाइल, बाइक और अन्य सामान भी पड़ा था। मामला पाटन थाना क्षेत्र का है। मृतक की पहचान अरुण कुमार साहू (22 साल) के रूप में हुई है जो इलेक्ट्रिशियन है और ग्राम कुम्हली का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि युवक ने अपने गांव से करीब 18-20 किलोमीटर दूर इस जगह पर आत्महत्या की है। पुलिस के मुताबिक, मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ी हो सकता है। ग्रामीणों ने बरगद के पेड़ पर लटके देखा शव सुबह-सुबह जब ग्रामीण खेल मैदान की ओर गए तो उन्होंने पेड़ पर लटके शव को देखा और इसकी सूचना तुरंत पाटन पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पंचनामा कार्रवाई की और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना स्थल से युवक की मोटरसाइकिल, पर्स समेत अन्य सामान भी बरामद हुए हैं। रायपुर में करता था काम, त्योहार में आया था गांव पड़ोसियों के मुताबिक, मृतक अरुण रायपुर में इलेक्ट्रिशियन का काम करता था और वहीं किराए के मकान में रहता था। हाल ही में त्योहार मनाने अपने गांव आया हुआ था। लोगों ने बताया कि वह 10वीं-12वीं तक पढ़ाई किया था। उसके पिता ने भी करीब पांच-छह साल पहले आत्महत्या की थी। फिलहाल परिवार में मां और एक बहन हैं। गांव के लोगों ने कहा कि फोन में रहता था बिजी गांव के लोगों ने बताया कि इधर आकर कुछ समय से अरुण फोन में ज्यादा व्यस्त रहने लगा था। गांव में लोगों से ज्यादा मेलजोल नहीं रखता था और दिनभर मोबाइल में व्यस्त रहता था। घटना से एक दिन पहले दोपहर करीब 2 बजे वह घर से निकला था। रात में उसके घर वालों ने लगातार फोन किया, पड़ोसियों ने भी फोन किया लेकिन उसने रात के 9 बजे तक किसी का फोन नहीं उठाया। अगले दिन उसके मोबाइल से पुलिस ने फोन कर आत्महत्या की जानकारी दी। प्रेम-प्रसंग की जताई जा रही संभावना ग्रामीणों और परिचितों का कहना है कि मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। पुलिस ने भी शुरुआती जांच में इसी एंगल पर बात कही है। पाटन थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक ने ग्राम खोपली (थाना जामगांव) क्षेत्र में बरगद के पेड़ पर फांसी लगाई है। अभी आत्महत्या के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रेम प्रसंग की बात सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी है। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है और मोबाइल फोन जब्त कर उसकी जांच की जा रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह सामने आ सके।
अमृतसर में वाल्मीकि समाज के लोगों ने आज यानी 29 अक्टूबर को भंडारी पुल को जाम करने का ऐलान किया है। वाल्मीकि समाज की ओर से कहा गया है कि उनके पवित्र स्थल पर अनुचित गतिविधियां की गई हैं। उनका आरोप है कि कुछ लोगों से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि उनके तीर्थ स्थल पर बेअदबी की गई हैं। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने किरपानों के साथ उनके तीर्थ स्थल पर प्रवेश किया और पवित्र स्थान की अवमानना की। साथ ही, पालकी साहिब को तोड़ा गया और उसका अपमान किया गया। जबरदस्ती झंडा लगाया गया, समाज ने अपनी आपत्ति जताई वाल्मीकि समाज के कुमार दर्शन, शक्ति कल्याण और बाकी साथियों ने कहा की हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हाल ही में वाल्मीकि समाज के तीर्थ स्थल पर झंडा लगाने और संबंधित घटनाओं में हुई गड़बड़ी हमारे इरादों के विपरीत हुई। झंडा जबरदस्ती और गुंडागर्दी के साथ लगाया गया । हमारी मंशा हमेशा यही रही है कि सभी कार्य समाज की सहमति और पवित्रता के साथ संपन्न हों, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो पाया। माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग, पुल जाम होगा आज हमने प्रशासन को इस मामले की जानकारी दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए हम आज पूर्ण भंडारी पुल जाम करेंगे और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे, जो माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ समाज की शांति और नियमों का पालन सुनिश्चित करना है। समाज का कहना है कि उनकी भावनाओं और धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है। इसी कारण उन्होंने भंडारी पुल जाम करने का ऐलान किया है ताकि प्रशासन और अन्य संबंधित पक्ष उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुनें और उचित कार्रवाई करें।
अमृतसर में वाल्मीकि समाज के लोगों ने कल, 29 अक्टूबर को भंडारी पुल को जाम करने का ऐलान किया है। वाल्मीकि समाज की ओर से कहा गया है कि उनके पवित्र स्थल पर अनुचित गतिविधियां की गई हैं। उनका आरोप है कि कुछ लोगों से उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। वाल्मीकि समाज के लोगों का कहना है कि उनके तीर्थ स्थल पर बेअदबी की गई हैं। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने किरपानों के साथ उनके तीर्थ स्थल पर प्रवेश किया और पवित्र स्थान की अवमानना की। साथ ही, पालकी साहिब को तोड़ा गया और उसका अपमान किया गया। जबरदस्ती झंडा लगाया गया, समाज ने अपनी आपत्ति जताई वाल्मीकि समाज के कुमार दर्शन, शक्ति कल्याण और बाकी साथियों ने कहा की हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हाल ही में वाल्मीकि समाज के तीर्थ स्थल पर झंडा लगाने और संबंधित घटनाओं में हुई गड़बड़ी हमारे इरादों के विपरीत हुई। झंडा जबरदस्ती और गुंडागर्दी के साथ लगाया गया । हमारी मंशा हमेशा यही रही है कि सभी कार्य समाज की सहमति और पवित्रता के साथ संपन्न हों, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो पाया। माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग, पुल जाम होगा हमने प्रशासन को इस मामले की जानकारी दी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए हम कल पूर्ण भंडारी पुल जाम करेंगे और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे, जो माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ समाज की शांति और नियमों का पालन सुनिश्चित करना है। समाज के का कहना है कि उनकी भावनाओं और धार्मिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है। इसी कारण उन्होंने भंडारी पुल जाम करने का ऐलान किया है ताकि प्रशासन और अन्य संबंधित पक्ष उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुनें और उचित कार्रवाई करें।
छठ महापर्व का आज तीसरा दिन है। आज शाम को छठ व्रती गंगा समेत अन्य नदियों के किनारे बने छठ घाटों पर डूबते सूर्य को अर्ध्य देंगे। बिहार, झारखंड, पूर्वांचल समेत देश के अलावा, विदेशों में यानी अमेरिका से लेकर आयरलैंड तक बिहारी समुदाय के लोग छठ मना रहे हैं। छठ के पहले दिन यानी नहाय-खाय की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जिसमें जापान में छठ महापर्व मना रहे बिहार के लोगों ने कहा कि ये सिर्फ त्योहार नहीं हर बिहारी के दिल की भावना है। एक वीडियो में गया के रहने वाले दंपत्ति ने कहा कि भले ही हम घर से दूर हैं, लेकिन उगते सूरज के देश जापान में बिहार के लोगों के साथ छठ मनाना घर न पहुंच पाने की उदासी को थोड़ा दूर करता है। बिहार एसोसिएशन ने जापान में आयोजित किया छठ दरअसल, जापान में बिहार एसोसिएशन की ओर से छठ महापर्व का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार और झारखंड समेत पूर्वांचल के भोजपुरी भाषी लोग शामिल हुए। जापान में रह रहे बिहार के सुमित ने कहा कि ये पहली बार है, जब मैं घर से बाहर हूं, छठ पूजा को मिस कर रहा हूं। लेकिन जहां मैं हूं, वहां बिहार और झारखंड से लोग जुड़े हैं, तो मुझे काफी अच्छा लग रहा है। कौशल कुमार ने कहा कि मैं हाल में जापान आया हूं। मैंने ये उम्मीद नहीं की थी कि बिहार के बाहर किसी दूसरे राज्य नहीं बल्कि देश में इतने भव्य और पारंपरिक रीति रिवाज से छठ मनाया जाता होगा। सीतामढ़ी के रहने वाले शिशिर रंजन ने पोस्ट की शिकागो में छठ की तस्वीर सीतामढ़ी के डुमरा के शिशिर रंजन अमेरिका के शिकागो में रहते हैं। शिशिर इस साल अमेरिका में ही छठ मना रहे हैं। शिशिर यहां अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं। काम की वजह से वे छठ पूजा में जब घर नहीं आ पाते हैं तो शिकागो में रही रहकर छठ मनाते हैं। सोशल मीडिया पर शिशिर ने शिकागो में नहाय-खाय के दिन की कुछ तस्वीरें पोस्ट की। शिशिर रंजन ने सीतामढ़ी के जवाहरनगर सुतिहारा स्थित केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई की है। शिशिर पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और एक एमएनसी में सीनियर डायरेक्टर हैं। विदेश में कहां-कहां मनाया जा रहा छठ महापर्व छठ महापर्व अमेरिका से लेकर सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा समेत यूरोप और एशिया के अनेक शहरों में मनाया जा रहा है। यहां प्रवासी भारतीय घर में बनाए गए आर्टिफिशियल तालाबों में उगते और डूबते सूर्य की पूजा करेंगे। छठ पूजा 2025 का शुभारंभ 25 अक्टूबर को नहाय-खाय से हुआ, जो शनिवार को मनाया गया। इसके बाद 26 अक्टूबर को खरना, 27 अक्टूबर को संध्या अर्घ्य और 28 अक्टूबर को उषा अर्घ्य के साथ यह महापर्व समाप्त हो रहा है। यह त्योहार प्रकृति के प्रति कृतज्ञता, शुद्धता और पारिवारिक सुख-समृद्धि की कामना का प्रतीक है। शारदा सिन्हा की गीतों को गाकर मनाया छठ जापान के टोक्यो में कुछ परिवारों ने एकजुट होकर बिहार की लोकगायिका और पद्मविभूषण से सम्मानित शारदा सिन्हा के कुछ गानों को गाकर छठ का नहाय खाय सेलिब्रेट किया। शारदा सिन्हा का ठीक एक साल पहले यानी साल 2024 में खरना के ही दिन 5 नवंबर को निधन हो गया था। शारदा सिन्हा के कई गाने आज भी छठ घाटों पर गूंज रहे हैं।
रायसेन जिले के बेगमगंज के गांधी बाजार स्थित श्री बिहारी मंदिर में सकल नेमा समाज एवं नेमा नवयुवक मंडल द्वारा अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। यह महोत्सव परंपरागत रूप से मनाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में समाज बंधुओं के साथ-साथ नगर के गणमान्य नागरिक भी शामिल हुए। महोत्सव की शुरुआत प्रभातफेरी शोभायात्रा से हुई, जो नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरी। अन्नकूट के दर्शन कराए गए। दोपहर में महाआरती का आयोजन किया गया। दोपहर 1 से शाम 5 बजे तक महाप्रसादी का वितरण किया गया, वहीं दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। मंदिर में गोवर्धन महाराज के जयकारे गूंजते रहे। अन्नकूट महोत्सव के लिए श्रद्धालुओं ने अपने घरों से छप्पन भोग बनाकर मंदिर पहुंचाए। नेमा समाज के लगभग 40 परिवारों ने तीन-तीन किस्म के व्यंजन तैयार कर इस आयोजन में योगदान दिया। पंचामृत से अभिषेक और पूजन के बाद गोवर्धन महाराज की परिक्रमा की गई। मंदिर में ग्वाल बालों के साथ श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की आकर्षक झांकी छप्पन भोग के साथ सजाई गई थी। महिलाओं ने हरे राम हरे कृष्णा के संकीर्तन पर झूमते-गाते हुए भक्तिभाव से महोत्सव मनाया। इस अवसर पर समाज की कन्याओं द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनकी खूब सराहना हुई। कार्यक्रम में स्थानीय विधायक देवेंद्र पटेल, पूर्व नपाध्यक्ष मलखान सिंह जाट, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष संतोष कांड्या, नगर मंडल अध्यक्ष अजय जाट, नपा उपाध्यक्ष सुदर्शन घोषी सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस दौरान नेमा समाज के अध्यक्ष राकेश नेमा एडवोकेट, राजू नेमा, महेश नेमा, पी.डी. नेमा एडवोकेट, सुलभ नेमा, रजनीश नेमा, रामगोपाल नेमा, सुनील नेमा और बल्लू नेमा सहित समस्त नेमा समाज के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस
फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...


 
 
 
 
						 
 
						