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पर्वों का आषाढ़..., जगन्नाथ रथयात्रा सहित 11 प्रमुख त्योहार और उत्सव

भास्कर न्यूज | भरतपुर आषाढ़ माह प्रारंभ हो गया है। इसे पर्वों और त्योहारों का महीना भी माना जाता है। क्योंकि इस माह जगन्नाथ रथयात्रा सहित 11 प्रमुख त्योहार एवं पर्वों का आयोजन किया जाएगा। शनिवार को आषाढ़ कृष्ण पक्ष की तृतीया रहेगी। ज्योतिष परंपराओं में आषाढ़ माह सूर्य उपासना का महीना माना जाता है। इस माह में गर्मी भी पड़ती है और बारिश का दौर भी शुरू हो जाता है। यह माह 12 जून से 10 जुलाई तक रहेगा। इस महीने में जल देवता की उपासना का भी महत्व है। ज्योतिषी जितेंद्र पोपा गुरु ने बताया कि ऊर्जा के स्तर को संयमित रखने के लिए आषाढ़ में सूर्य की उपासना की जाती है। दूसरी ओर इस महीने के प्रमुख व्रत त्योहारों में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा प्रमुख है। साथ ही देवशयनी एकादशी 6 जुलाई भी इसी माह में आती है। इसके कारण चार माह तक मांगलिक कार्य पर प्रतिबंध रहता है। देवउठनी एकादशी 1 नवंबर के बाद ही मांगलिक कार्य दुबारा से शुरू होते हैं। दूसरी ओर इस माह में कई व्रत और त्योहारों के साथ ही जैन समुदाय के संतों का चातुर्मास भी शुरू होता है। पंडितों के अनुसार इस माह में भगवान विष्णु और सूर्य की पूजा करने से परिवार में बीमारियां कम होती हैं और उम्र बढ़ती है। स्कंद और पद्म पुराण के अनुसार सूर्य को देवताओं की श्रेणी में रखा गया है। उन्हें भक्तों को प्रत्यक्ष दर्शन देने वाला भगवान भी कहा जाता है। इसलिए आषाढ़ महीने में सूर्यदेव को जल चढ़ाने से विशेष पुण्य मिलता है। वाल्मिकी रामायण के मुताबिक प्रभु श्रीराम ने सबसे पहले सूर्य की पूजा की थी। बता दें कि सूर्य की पूजा करने से आत्मविश्वास बढ़ता है। सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कई ऋषियों ने सूर्य उपासना कर दिव्य ज्ञान भी प्राप्त किया है। इसके लिए तांबे के लोटे में जल भरें और चावल, फूल डालकर सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। आषाढ़ : प्रमुख व्रत-त्यौहार 14 जून : संकट गणेश चतुर्थी। 15 जून : सूर्य मिथुन संक्रांति। 21 जून : योगिनी एकादशी। 23 जून : प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि। 24 जून : रोहिणी व्रत। 25 जून : अमावस्या, आषाढ़ अमावस्या। 26 जून : गुप्त नवरात्रि आरंभ, चंद्र दर्शन। 27 जून : जगन्नाथ रथयात्रा। 06 जुलाई : आषाढ़ी एकादशी, देवशयनी एकादशी। 08 जुलाई : भौम प्रदोष व्रत, जया पार्वती व्रत प्रारंभ। 10 जुलाई : पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, सत्य व्रत।

दैनिक भास्कर 14 Jun 2025 4:00 am

राजस्थान की लोक कला और संस्कृ​ति को विदेश की धरती पर प्रस्तुत करना गौरव का विषय: गुप्ता

जिला संस्कार भारती बाड़मेर की ओर से बुधवार को स्थानीय मुल्तानमल भीखचंद छाजेड़ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधी चौक में अंतरराष्ट्रीय भवाई नृत्य कलाकार गौतम परमार का सम्मान किया गया। कार्यक्रम प्रान्तीय उपाध्यक्ष चन्द्रप्रसाद गुप्ता चन्द्र के मुख्य आतिथ्य, वरिष्ठ रंगकर्मी अंतरराष्ट्रीय कलाकार पुष्कर प्रदीप के विशिष्ट आतिथ्य व जिलाध्यक्ष डॉ. गोरधनसिंह सोढ़ा जहरीला की अध्यक्षता में हुआ। मंच संचालन नीलम जैन ने किया। जिला महामंत्री मुकेश व्यास ने बताया कि इस सम्मान समारोह में संस्कार भारती के दायित्व धारियों के अलावा जिले के कई वरिष्ठ और कनिष्ठ कला साधकों में अंतरराष्ट्रीय कलाकार रजनीकांत शर्मा, नरसिंह बाकोलिया, प्रेमसिंह निर्मोही, प्रेम आचार्य, आनन्द आचार्य, गौतम सोनी, अभि गोयल, बाबू गोस्वामी आदि ने भाग लेकर परमार का स्वागत किया। वहीं किशनलाल प्रजापत, रेखराज सोनी, खीमसिंह चौहान, अनिता चौहान, भुवनेश जोशी, मेघराज मेघ, शौर्यपालसिंह, नरेन्द्र श्रीश्रीमाल, सुमेरसिंह राठौड़ आदि ने अपने विचारों से लाभान्वित किया। महामंत्री मुकेश व्यास ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि संस्कार भारती पिछले कई वर्षों से हर कला साधक को मंच ही नहीं दिलाती बल्कि लोगों के सामने उन्हें अपना हुनर दिखाने के लिए खड़ा करती हैं। मुख्य अतिथि चन्द्रप्रसाद गुप्ता ने कहा संस्कार भारती हर कला साधक का सम्मान करती है जो हमारी संस्कृति की प्रस्तुति और राष्ट्र का गौरव बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि भवाई नृत्य कलाकार गौतम परमार ने विदेश की धरती पर राजस्थान की लोक कला व संस्कृति की प्रस्तुति देकर थार का गौरव बढ़ाया है। वहीं विशिष्ट अतिथि पुष्कर प्रदीप ने कहा कि कलाकार अपनी मेहनत से आगे बढ़ना चाहे तो संस्कार भारती जैसी संस्थाएं उन्हें प्रोत्साहित करती है। सभी का आभार व्यक्त करते हुए डॉ. गोरधनसिंह जह​रीला ने कहा कि कला साधकों को संस्कार भारती स्थानीय स्तर से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक आगे बढाने में हर संभव मदद करती है। सम्मानित हुए अंतरराष्ट्रीय कलाकार गौतम परमार ने कहा कि विदेश की धरती में हमारी प्रस्तुतियों को केवल सराहा ही नहीं गया बल्कि हमें वहां पर सबसे ज्यादा समय तक देखा व सुना गया। विदेशों में हमारी लोक संस्कृति के ज्यादा कद्रदान है। यहां संस्कार भारती जैसी संस्थाएं जो हमें आगे बढ़ने को उत्साहित करती है। उन्होंने बताया कि वहां कार्यक्रम के दौरान तिरंगा लहराकर देश का प्रतिनिधित्व किया गया।

दैनिक भास्कर 12 Jun 2025 4:00 am

शिवराज सिंह और प्रहलाद पटेल सिद्धचक्र महामंडल विधान में पहुंचेंगे:13 से 20 तक विशेष स्वाध्याय, रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे; विशुद्धसागर महाराज रहेंगे

विदिशा में श्री सकल दिगंबर जैन समाज समिति की ओर से सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं विश्वशांति महायज्ञ महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह 13 से 20 जून तक पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, अरिहंत विहार कॉलोनी में होगा। चर्याशिरोमणि पट्टाचार्य 108 श्री विशुद्धसागर जी महाराज ससंघ का मंगल सानिध्य इस आयोजन में रहेगा। पट्टाचार्य पद प्राप्त करने के बाद यह आचार्य श्री का विदिशा में पहला आगमन है। 12 जून को मुनि श्री समत्व सागर जी और मुनि श्री शील सागर महाराज जी के साथ आचार्य श्री की आगवानी की जाएगी। इसमें 20 महिला मंडल और 8 पाठशालाओं के बच्चे शामिल होंगे। श्री शांतिनाथ जिनालय स्टेशन से घटयात्रा निकलेगी। 13 जून से प्रतिदिन अभिषेक, शांतिधारा और पूजन होंगे। आचार्य श्री की देशना के साथ दोपहर में विशेष स्वाध्याय और रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 19 जून को विधान के साथ विश्वशांति महायज्ञ संपन्न होगा। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और कैबिनेट मंत्री प्रह्लाद पटेल भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इंदौर के मनीष सपना गोधा का सम्मान किया जाएगा। आचार्य श्री ने 2004 में विदिशा में चातुर्मास और ग्रीष्मकालीन वाचना की थी। 2013 में इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में वेदी प्रतिष्ठा कार्यक्रम उनके सानिध्य में हुआ था। उस दौरान मुनि श्री समत्व सागर जी ने ब्रह्मचर्य व्रत लेकर संघ में प्रवेश किया था।

दैनिक भास्कर 10 Jun 2025 10:36 pm

होली को छपरियों का त्योहार बताकर फंसीं फराह खान, दर्ज हुआ केस

फिल्ममेकर-कोरियोग्राफर फराह खान इन दिनों कुकिंग रियलिटी शो 'सेलिब्रिटी मास्टशेफ' को जज करती नजर आ रही हैं। हाल ही में शो के एक एपिसोड में फराह खान ने होली को 'छपरी लोगों का फेवरेट फेस्टिवल' बताया था। इसके बाद फराह मुश्किलों में घिर गई हैं। फराह खान ...

वेब दुनिया 22 Feb 2025 11:30 am