इंदिरा गांधी को क्यों करना पड़ा था पाकिस्तान से युद्ध, अमेरिकी विरोध के बावजूद दिया था मुंडतोड़ जवाब
'गुंगु गुड़िया' को 'आयरन लेडी' तब कहा जाने लगा जब उन्होंने 1971 में अपने दृढ़ इरादों से पाकिस्तान के 2 टूकड़े कर दिए थे। इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध में विश्व शक्तियों के सामने न झुकने के नीतिगत और समयानुकूल निर्णय क्षमता से पाकिस्तान को परास्त ...
भारत कैसे दे पहलगाम आतंकी हमले का जवाब, क्या बोले अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस?
JD Vance On Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने आतंकियों के साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ भी कई सख्त कदम उठाए हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी आतंकियों के ...
आतंकवाद पर अमेरिका पूरी तरह भारत के साथ, पीएम मोदी को पूरा समर्थन
USA Supports India on Terrorism : अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मजबूती से खड़ा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हमारा पूरा समर्थन है। मंत्रालय ने साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि अमेरिका के विदेश ...
वाशिंगटन, 2 मई . अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि पाकिस्तान, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पिछले महीने हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने में भारत के साथ सहयोग करेगा. वेंस ने फॉक्स न्यूज के ‘स्पेशल रिपोर्ट विद ब्रेट बेयर’ शो में गुरुवार को दिए एक इंटरव्यू ... Read more
नाटक मत करो...आतंकी अड्डे खत्म करने में भारत की मदद करे पाकिस्तान, अमेरिका ने सुना दी खरी-खरी
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. इसको लेकर पाकिस्तान हुक्मरान दहशत में हैं. पहलगाम टेरर अटैक ऐसे वक्त हुआ था, जब अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस भारत दौरे पर थे.
इंदौर सराफा बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका और उसके प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के बीच व्यापार समझौते की संभावना से सोने में सुरक्षित निवेश का आकर्षण कम हुआ। इंदौर सराफा में सोना केडबरी 1100 रुपए की गिरावट के साथ 95700 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी चौरसा में 500 रुपए की कमी आई और यह 95700 रुपए प्रति किलो पर स्थिर हुई। अमेरिका में विकास दर के पहले क्वार्टर के कमजोर आंकड़ों ने भी कीमतों को प्रभावित किया। कॉमेक्स पर सोना वायदा 50 डॉलर घटकर 3225 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। चांदी वायदा में 22 सेंट की गिरावट के साथ 32.10 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार हुआ। ज्वेलर्स के अनुसार, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बढ़ी है। पिछले वर्ष की अंतिम तिमाही में 2.4% की विकास दर 2025 की पहली तिमाही में घटकर 0.3% रह गई है। हालांकि, दूसरी तिमाही में बेहतर आंकड़ों की उम्मीद है। सराफा कारोबारी नीलेश सारड़ा ने बताया कि सोना और चांदी का एक समान भाव ग्राहकों के लिए अनुकूल है। चांदी के पुराने सिक्कों की मांग अच्छी है और कीमतों में गिरावट के बावजूद सिक्कों का भाव 1100 रुपये से ऊपर बना हुआ है। इंदौर में सोना 22 कैरेट 87600 रुपए प्रति दस ग्राम रहा। उज्जैन में सोना केडबरी 96000 रुपए, सोना रवा 95900 रुपए प्रति दस ग्राम और चांदी पाट 96200 रुपए प्रति किलो पर कारोबार हुआ। पीली मटर पर 50 फीसदी न्यूनतम आयात शुल्क लगाने की मांग पीली मटर के बढ़ते आयात के कारण व्यापारियों द्वारा केंद्र सरकार से पीली मटर पर न्यूनतम 50 प्रतिशत या उससे अधिक का आयात शुल्क लगाने की मांग की है। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इसकी कीमत चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बराबर हो। वर्तमान में, पीली मटर के आयात को शुल्क मुक्त आयात की अनुमति है। यह सुविधा 31 मई, 2025 तक जारी रहेगी। पीली मटर चने की तुलना में सस्ती और लगभग एक विकल्प है और सरकार ने घरेलू चने के उत्पादन में गिरावट की उम्मीद के बीच आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों में वृद्धि को रोकने के लिए दिसंबर 2023 में शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी थी। इसके बाद, सरकार ने पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अवधि को कई बार बढ़ाया, जिसमें सबसे हालिया अवधि इस साल मार्च की शुरुआत में 31 मई, 2025 तक थी। इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) के चेयरमैन बिमल कोठारी ने कहा, पीली मटर के आयात के लिए यह पिछले 18 महीनों में सातवां विस्तार है। सरकार को कम से कम 50 प्रतिशत या उससे अधिक शुल्क लगाना चाहिए ताकि पीली मटर की कीमत चने के एमएसपी के करीब हो और घरेलू उत्पादकों को सुरक्षा मिले। चना कांटा में लेवाली छुटपुट रहने से भाव मजबूती पर टिके हुए हैं। इंदौर में चना कांटा 6000-6050 रुपए प्रति क्विंटल बोला गया। कंटेनर में डॉलर चना 42/44 11400, 44/46 11100, 50/52 9900, 58/60 8600 60/62 8500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव रहे। छावनी दलहन- चना कांटा 6000-6050, डंकी चना 5100-5200, नया विशाल 5700-5800, मसूर 6200, तुवर नई महाराष्ट्र सफेद 6900, महाराष्ट्र लाल 7000-7100, कर्नाटक 7000-7200, नई निमाड़ी 6400-6800, मूंग बेस्ट 7750-7800, एवरेज 700-7500, उड़द बेस्ट 8000-8200, मीडियम 6000-7500, हलका 3000-5000 रुपए प्रति क्विटंल रहे। दालों के दाम- चना दाल 7200-7400, मीडियम 7600-7800, बेस्ट 7900-8000, मसूर दाल 7600-7700, बेस्ट 7800-7900, मूंग दाल 8600-8800, बेस्ट 9000-9200, मूंग मोगर 9600-9700, बेस्ट 9800-10000, तुवर दाल 8000-8100, मीडियम 9200-9400, बेस्ट 9600-9700, ए. बेस्ट 10600-01700, ब्रांडेड व्हाइटरोज तुवर दाल नई 11100, उड़द दाल 8900-9000, बेस्ट 9100-9300, उड़द मोगर 9900-10000, बेस्ट 10100-10300 रुपए प्रति क्विंटल। इंदौर चावल भाव- बासमती (921) 11000-12000, तिबार 9500-10500, बासमती दुबार पोनिया 8500-90500, मिनी दुबार 7500-8000, मोगरा 5000-7000, बासमती सेला 7000-9500 कालीमूंछ डिनर किंग 8500, राजभोग 7000, दुबराज 4500-5500, परमल 3500-3800, हंसा सेला 3600-3800, हंसा सफेद 3000-3200, पोहा 4800-5500 रु. क्विंटल। तिलहन के बेहतर उत्पादन से खाद्य तेल में लंबी तेजी के आसार कम पिछले साल सितंबर में सरकार द्वारा क्रूड एवं रिफाइंड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी किए जाने से इसके घरेलू बाजार मूल्य में कुछ तेजी आ गई थी। लेकिन अब बाजार धीरे-धीरे नीचे जा रहा है। एक अग्रणी कम्पनी का मानना है कि तिलहन फसलों के बेहतर घरेलू उत्पादन को देखते हुए आगामी समय में भी खाद्य तेलों का दाम सीमित उतार-चढ़ाव के साथ एक निश्चित सीमा में स्थिर रह सकते हैं। मलेशिया तथा इंडोनेशिया में पाम तेल का निर्यात ऑफर मूल्य काफी घट गया है। जिससे भारत में इसका आयात कुछ सस्ता हो जाएगा। इसके फलस्वरूप आपूर्तिकर्ता देशों में सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल की कीमतों पर भी दबाव पड़ने की संभावना है। ब्रांडेड एवं पैकेज्ड सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल, सरसों तेल, मूंगफली तेल, राइस ब्रान तेल तथा बिनौला (कॉटन सीड) तेल आदि के कारोबार में संलग्न इस नामी-गिरामी कम्पनी का कहना है कि भारत में इस वर्ष तिलहनों और खासकर सोयाबीन, मूंगफली एवं सरसों का संतोषजनक उत्पादन हुआ है। पिछले दो तीन महीने से पाम तेल का आयात काफी कम हो रहा है लेकिन फिर भी खाद्य तेलों की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बनी हुई है। जिससे कीमतों में तेजी की स्थिति नहीं बन पा रही है। मई-जून में पाम तेल का आयात बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि भारत में इसका स्टॉक घट गया है। सोया तेल एवं सूरजमुखी का आयात सामान्य रूप से जारी है। घरेलू प्रभाग में सोयाबीन एवं मूंगफली के साथ-साथ सरसों की भी अच्छी आवक हो रही है और उद्योग-व्यापार क्षेत्र द्वारा जरूरत के लायक उसकी खरीद भी की जा रही है। सरकार के पास सोयाबीन एवं मूंगफली का रिकॉर्ड स्टॉक मौजूद है, जिसकी खरीद पिछले खरीफ मार्केटिंग सीजन के दौरान किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई थी। तिलहन का यह सरकारी स्टॉक जब खुले बाजार में उतरेगा तब आपूर्ति एवं उपलब्धता और भी बढ़ जाएगी। भारतीय बाजारों में सोया तेल में कारोबार कमजोर देखा गया। अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौते के बारे में अनिश्चितता के कारण सीबॉट सोया के दाम कमजोर बोले जा रहे है। चीन ने इस हफ्ते अर्जेंटीना से सोयाबीन के 5-कार्गो खरीदे हैं। क्रूड ऑयल के भाव में गिरावट और इंडोनेशिया द्वारा सीपीओ के रेफ्रेंस रेट में कटौती के कारण सीबॉट सोया तेल के भाव भी कमजोर देखे गए। विदेशी मार्केट और डॉलर में कमजोरी के साथ गर्मी के कारण भारतीय बाजार में खाद्य तेलों की मांग कमजोर रहने से भाव पर दबाव बना हुआ है। गुरुवार को सोयाबीन तेल इंदौर 1220-1225, सोयाबीन सॉल्वेंट 1155-1160 रुपए प्रति दस किलो रह गया। मंडी में सरसों निमाड़ी (बारीक) 6200-6300, रायडा 5600, सोयाबीन 4350 रुपए प्रति क्विंटल के भाव रहे। लूज तेल-मूंगफली तेल इंदौर 1310-1330, मुंबई मूंगफली तेल 1340, इंदौर सोयाबीन तेल रिफाइंड 1220-1225, इंदौर सोयाबीन साल्वेंट 1155-1160, इंदौर पाम 1305, मुंबई सोया रिफाइंड 1270, मुंबई पाम तेल 1240, राजकोट तेलिया 2090, गुजरात लूज 1275, कपास्या तेल इंदौर 1215 रुपए प्रति दस किलो। प्लांट सोयाबीन भाव- अवी एग्री उज्जैन 4375, बैतूल ऑयल सतना 4450, बैतूल आयल 4465, कोरोनेशन, ब्यावरा 4370, धानुका सोया नीमच 4375, धीरेंद्र सोया नीमच 4425, दिव्य ज्योति 4350, हरिओम रिफाइनरी 4385, आइडिया लक्ष्मी देवास 4385, केएन एग्री इटारसी 4400, खंडवा ऑयल 4350, मित्तल सोया देवास 4385, एमएस सॉल्वेक्स नीमच 4400, नीमच प्रोटीन 4425, पतंजलि फूड 4360, प्रकाश पीथमपुर 4385, प्रेस्टीज ग्रुप देवास 4375, रामा फास्फेट, धरमपुरी 4250, राम जानकी एग्री ट्रेड, देवास 4350, आरएच साल्वेक्स सिवनी 4400, सांवरिया इटारसी 4425, सोनिका बायोकेम मंडीदीप 4350, सालासर हरदा 4400, सतना सॉल्वेंट 4361, सूर्या फूड मंदसौर 4400, वर्धमान सॉल्वेंट, अंबिका (कालापीपल) 4325, विप्पी सोया देवास 4350 रुपए प्रति क्विंटल बोली गई। कपास्या खली- (60 किलो भरती) इंदौर 2200 देवास 2200 उज्जैन 2200 खंडवा 2175, बुरहानपुर 2175, अकोला 2990 रुपए।गन्ने के एफआरपी में 15 रु. प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी को कैबिनेट की मंजूरी केंद्र सरकार ने 2025-26 पेराई सीजन के लिए गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) में 15 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी है। आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) की हुई गुरुवार को बैठक में यह निर्णय लिया गया। इस वृद्धि के साथ, नया एफआरपी 355 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है, जो मौजूदा 340 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 10.25 फीसदी शकर रिकवरी दर पर आधारित है। यह कदम देशभर के गन्ना किसानों की मांग के बाद उठाया गया है, जिसमें ईंधन की कीमतों, श्रम व्यय और मिलों से भुगतान में देरी सहित बढ़ती इनपुट लागतों के कारण एफआरपी में वृद्धि की मांग की गई थी। एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है जो शकर मिलों को किसानों को उनके गन्ने के लिए देना होता है, जैसा कि उचित मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है। इस वृद्धि से किसानों को प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है। हालांकि, इससे शकर मिलों की उत्पादन लागत भी बढ़ सकती है, जिससे बाजार में शकर की कीमत पर असर पड़ सकता है। इस बीच, शकर मिलें परिचालन और खरीद लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए सरकार से शकर का न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने का आग्रह कर रही हैं। केंद्र सरकार के इस फैसले का आगामी पेराई सत्र से पहले कृषि और शकर उद्योग दोनों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस महीने का शकर कोटा खपत से कम होने के कारण मिलों द्वारा बिक्री टेंडर ऊंचे दामों पर जारी किए जाने से हाजिर बाजार में भी शकर के दाम बढ़कर नीचे में 4200 ऊपर में 4225 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। आगे मांग बढ़ने पर कीमतों में और सुधार की स्थिति बन सकती है। नारियल, खोपरा गोला और बूरे में कारोबार सामान्य रहा। भाव में कोई खास परिवर्तन नहीं रहा। शकर- शकर 4170-4190, बेस्ट क्वालिटी 4200-4225, गुड़ भेली 4000-4100, कटोरा 4500, लड्डू 4900-5000, गिलास 5000-5200 रुपए क्विंटल। नारियल-नारियल 120 भरती 2300-2350, 160 भरती 2650-2750, 200 भरती 2750-2800, 250 भरती 2800-2850 रुपए प्रति बोरी। खोपरा गोला बाक्स में 210-245 कट्टे में 205 रुपए प्रति किलो बोला गया। खोपरा बूरा 4000-6100 रुपए प्रति (15 किलो)। पूजन सामग्री-देसी कपूर 700 से 710, पूजा बादाम 115 से 125, बेस्ट 220 से 230, पूजा सुपारी 425 से 450, अरीठा 180 रुपए और सिंदूर (25 किलो) 7450 रुपए। केसर 165 से 175 बेस्ट 190 से 193 रुपए प्रति ग्राम। मसाले- कालीमिर्च 740 से 750, मिनि मटर 770 से 800, मटर दाना 825 से 850 हल्दी निजामाबाद 170 से 210, हल्दी सांगली 260 से 265 जीरा 277 से 285, मीडियम 290 से 295, बेस्ट 300 से 310, सौंफ मोटी 95 से 125, बेस्ट 240 से 285, एक्स्ट्रा बेस्ट 300 से 315, बारीक 280 से 325, लौंग चालू 780 से 790, बेस्ट 825 से 850, दालचीनी 250 से 255, बेस्ट 260, जायफल 725 से 750, बेस्ट 780 से 790, जावत्री 1675 से 1750, बेस्ट 1850 से 1890, बड़ी इलायची 1600 से 1750, बेस्ट 1850 से 1950, पत्थर फूल 340 से 425, बेस्ट 480 से 485, बाद्यान फूल 425 से 465, बेस्ट 525 से 550, शाहजीरा खर 385 से 400, ग्रीन 875 से 890, तेजपान 90 से 95, नागकेसर 935 से 940, सौंठ 370 से 395, धोली मूसली 2175 से 2200, हींग 751- 3450, पाउच में 10 ग्राम 3530, 121- 50 ग्राम 3250, पाउच में 10 ग्राम 3330, 111-50 ग्राम 3050, पाउच में 10 ग्राम 3130, पावडर 875 से 925, हरी इलायची 2700 से 2800, मीडियम 2900 से 3050, बेस्ट 3100 से 3200, एक्स्ट्रा बेस्ट 3200 से 3300, पानबार 2450 रुपए।सूखे मेवे-काजू डब्ल्यू 240 नंबर 950, डब्ल्यू 320 नंबर 825 से 860, एस डब्ल्यू 300- 800 से 815, जेएच 850 से 870, टुकड़ी 790 से 820, बादाम इंडिपेंडेंट 775 से 790, अमेरिकन 810-830, मोटा दाना 880 से 925 टंच 725 से 730, खसखस चालू 1050 से 1200, बेस्ट 1220 से 1325, दिल्ली टर्की खसखस 1150 से 1275, तरबूज मगज 525 से 550, खारक 90 से 110, मीडियम 120 से 140, बेस्ट 160 से 240, किशमिश कंधारी 350 से 450, बेस्ट 500 से 550, इंडियन 280 से 295, बेस्ट 300 से 310, बेस्ट 318-330, चारोली 1850 से 1860, बेस्ट 1880 से 1900, मुनक्का 350 से 550, बेस्ट 850 से 925, अंजीर 850 से 950, बेस्ट 1150 से 1450, मखाना 960 से 1050 बेस्ट 1550 से 1600, पिस्ता ईरानी 1400-1450 मीडियम 1450-1500 बेस्ट 1525-1550, कंधारी मोटा 2150-2250 पिस्ता पिशोरी 2475-2600 नमकीन पिस्ता 900 से 1000, अखरोट 510 से 600, बेस्ट 625 से 825, अखरोट गिरी 1050 से 1225, जर्दालु 350 से 450, बेस्ट 600 रुपए।
अमेरिका और यूक्रेन के बीच हुए ड्रोन हमलों में 9 लोगों की मौत
Ameica-Ukraine Tension : अमेरिका और यूक्रेन के बीच खनिज समझौता होने के कुछ घंटे बाद हुए ड्रोन हमलों में कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई। दक्षिण पश्चिम यूक्रेन में एक बाजार पर हुए हमले में 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए। ...
सीजीटीएन सर्वे : टैरिफ धमकी से अमेरिका की छवि पर गंभीर प्रभाव पड़ा
बीजिंग, 1 मई . चाइना मीडिया ग्रुप के अधीन सीजीटीएन ने नई अमेरिकी सरकार के सौ दिन के प्रशासन पर एक वैश्विक जनमत सर्वेक्षण किया. इसके परिणामों से जाहिर है कि अमेरिका की शुल्क प्रभुत्ववादी कार्रवाई से विश्व में अमेरिका विरोधी भावना तेजी से बढ़ी है. इस सर्वे संबंधी 38 देशों में से 37 देशों ... Read more
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से की बात, आत्मरक्षा के भारत के अधिकार का किया समर्थन
नई दिल्ली, 1 मई . अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को फोन पर बातचीत की. दोनों नेताओं ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर चर्चा की. अमेरिका ने पहलगाम हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. राजनाथ सिंह ने पीट हेगसेथ को बताया कि पाकिस्तान आतंकवादियों को समर्थन, ... Read more
पिछले दिनों भारत यात्रा पर आए अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस को भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक ब्लू पॉटरी शंख भेंट किया गया। अपने परिवार के साथ भारत भ्रमण के दौरान वेंस जयपुर भी पहुंचे, जहां विदाई के समय उन्हें राज्य सरकार की ओर से यह विशेष उपहार दिया गया।यह शंख जयपुर की विश्वविख्यात ब्लू पॉटरी कला से तैयार किया गया है, जिसे शिल्प गुरु गोपाल सैनी ने एक माह से अधिक समय की मेहनत से निर्मित किया। लगभग 11 इंच लंबा यह शंख अपनी बारीक कारीगरी और सुंदर चित्रांकन के लिए उल्लेखनीय है। इसमें भारत के राष्ट्रीय पुष्प कमल का अत्यंत मनोहारी चित्रण किया गया है, जो भारतीय संस्कृति और सौंदर्यबोध का प्रतीक है।इसके अलावा जयपुर के तारकशी आर्टिस्ट योगेश शर्मा के बनाए तारकशी कलाकृति को भी जेडी वेंस की पत्नी ऊषा वेंस को भेट किया गया। योगेश की कलाकृति की बात करें तो उन्होंने तारकशी में राजस्थान के प्रतीक ऊंट को बनाया है। तारकशी एक पारंपरिक भारतीय हस्तकला है, जिसमें धातु की बारीक तारों से लकड़ी या धातु की सतह पर सुंदर और जटिल डिजाइन बनाए जाते हैं। इसे अंग्रेजी में मेटल वायर इनले वर्क कहा जाता है। शिल्प गुरु गोपाल सैनी ब्लू पॉटरी के क्षेत्र में देश के अग्रणी और सबसे अनुभवी कारीगरों में से एक हैं। उन्होंने दशकों से इस पारंपरिक शिल्प को न केवल जीवित रखा है, बल्कि उसे नया रूप और पहचान भी दी है। उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, और वे अनेक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उनका योगदान इस कला के संरक्षण और प्रसार में अमूल्य रहा है। गौरतलब है कि गोपाल सैनी द्वारा तैयार किया गया ऐसा ही एक शंख पूर्व में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेंट किया जा चुका है। इस प्रकार की कलाकृतियां न केवल राजस्थान की समृद्ध शिल्प परंपरा को दर्शाती हैं, बल्कि भारत-अमेरिका सांस्कृतिक संबंधों को भी एक नई ऊंचाई प्रदान करती हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आया अमेरिका से फोन, पाकिस्तान पर कार्रवाई को लेकर कही बड़ी बात
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के बीच अमेरिका ने भारत के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए उसके आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है। रक्षा मंत्री के कार्यालय ने गुरूवार को बताया कि अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेग्सेथ ने ...
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से दो टूक शब्दों में कह दिया है कि पहलगाम आतंकवादी हमले के अपराधियों, षड्यंत्रकारियों और उन्हें सहयोग देने वालों को न्याय के कठघरे में हर हाल में लाया जाएगा। इस पर रुबिया ने आतंकवाद के ...
मजदूर दिवस पर भदोही में हिमकिप की संगोष्ठी:अमेरिका में मजदूरों के आंदोलन से हुई थी शुरुआत
भदोही में हिंद मजदूर किसान पंचायत (हिमकिप) ने मजदूर दिवस पर चौरी रोड स्थित एक कॉम्पलेक्स में संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम में विभिन्न मजदूर संगठनों के नेता और श्रमिक शामिल हुए। सभी ने शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि अर्पित कर लाल सलाम किया। हिमकिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मो. हसनैन अंसारी ने मजदूर दिवस के इतिहास को साझा किया। उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत अमेरिका से हुई। 1886 में अमेरिकी मजदूरों ने 15 घंटे की कार्य अवधि को कम करने की मांग को लेकर आंदोलन किया। मजदूरों पर पुलिस ने लाठीचार्ज और फायरिंग की। इस हिंसक कार्रवाई में हजारों मजदूर मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। इस घटना के बाद सफेद झंडे को बदलकर लाल किया गया। उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश मंत्री इंद्रदेव पाल ने वर्तमान श्रम कानूनों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सरकार मजदूरों के अधिकारों के लिए बने कानूनों को समाप्त कर रही है। ट्रेड यूनियन एक्ट को खत्म कर मजदूर विरोधी कानून लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मजदूरों की एकता तोड़ने के लिए सांप्रदायिक विभाजन का सहारा लिया जा रहा है। कार्यक्रम में संजीव दुबे, जितेंद्र राय, जगन्नाथ मौर्य, सुशील श्रीवास्तव, रामजीत यादव, भुलाल पाल, जयप्रकाश सिंह समेत कई श्रमिक नेता मौजूद रहे।
अमेरिका में ‘फलों के राजा’आम का लुत्फ उठा रहीं ‘देसी गर्ल’, भारत से है खास कनेक्शन
मुंबई, 1 मई . ‘देसी गर्ल’ प्रियंका चोपड़ा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. वह अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी सभी अपडेट्स इंस्टाग्राम पर शेयर करती रहती हैं. इन दिनों वह आम का लुत्फ उठा रही हैं. दरअसल, आम का सीजन शुरू हो गया है. ऐसे में वह आम की एक किस्म का स्वाद ... Read more
अमेरिका में ‘खसरे’ ने बढ़ाई चिंता, टेक्सास में 700 से अधिक बीमार
न्यूयॉर्क, 1 मई . अमेरिका ने 25 साल पहले खसरे को खत्म करने की घोषणा की थी, लेकिन पश्चिमी टेक्सास में इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप ने एक बार फिर से चिंताएं बढ़ा दी हैं. मीडिया ने बताया कि पश्चिमी टेक्सास में खसरे के रोगियों की संख्या बढ़ गई है. वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट ... Read more
अमेरिका और यूक्रेन ने आर्थिक समझौते पर किए हस्ताक्षर, खनिज संसाधनों तक अमेरिका की होगी पहुंच
US-Ukraine Economic Agreement: अमेरिका और यूक्रेन (US and Ukraine) ने बुधवार को एक ऐतिहासिक आर्थिक समझौते की घोषणा की जिससे यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य एवं आर्थिक मदद (US military and economic aid) के एवज में उसके खनिज संसाधनों तक अमेरिका की पहुंच ...
भारत के साथ व्यापार समझौते के करीब अमेरिका : शीर्ष यूएस अधिकारी
वाशिंगटन, 1 मई भारत और अमेरिका व्यापार समझौता के करीब हैं, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है. यह बयान शीर्ष अमेरिकी ट्रेड वार्ताकार ने दिया. अमेरिकी मीडिया और पॉलिसी सर्किल में अमेरिका-भारत व्यापार समझौता की चर्चा जोरों पर है, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद किसी ... Read more
पहलगाम मामले में अमेरिका की एंट्री, विदेश मंत्री रुबियो की पाक पीएम को नसीहत, जयशंकर से क्या कहा?
न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य जारी तनाव के बीच अमेरिका ने दोनों देशों से तनाव कम करने का आग्रह किया, साथ ही आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। अमेरिका ...
नई दिल्ली, 1 मई . विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष मार्को रुबियो से बात की है. उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर दी. जिसके मुताबिक भारत इस हमले की साजिश रचने वालों और हमलावरों को सजा दिलाने को प्रतिबद्ध है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े ... Read more
पंजाब के पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह छोटेपुर को अमेरिका जाने की इजाजत नहीं मिली है। उन्हें दिल्ली इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वापस लौटना पड़ा। उनका पासपोर्ट भी फिलहाल जब्त कर लिया गया है। वे अपने रिश्तेदार की बेटी की शादी में शामिल होने लॉस एंजिलिस जा रहे थे। हालांकि, उन्होंने इस घटना को दुखद बताया है। भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा कि अब वे पासपोर्ट ऑफिस जाएंगे। साथ ही पूरी स्थिति को देखेंगे। जरूरत पड़ी तो आगे की कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने इस बात को बेहद दुखद बताया है। टूरिस्ट वीजा पर जा रहे थे छोटेपुर 28 और 29 अप्रैल की रात को कतर एयरवेज की उड़ान से लॉस एंजेलिस जाने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। इस दौरान इमिग्रेशन अधिकारियों ने उन्हें हवाई अड्डे पर रोक लिया और उनसे पूछताछ की। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद अनुभव था। टूरिस्ट वीज़ा होने के बावजूद उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि जब सारे दस्तावेज पूरे थे, तो इमिग्रेशन विभाग ने किस आधार पर उन्हें रोका और पासपोर्ट जब्त कर लिया। अधिकारियों ने उनकी कोई भी बात सुनने से इनकार कर दिया। छोटेपुर ने बताया कि शादी का काफी सामान भी उनके पास थे। जिसे उन्होंने कूरियर करवाया है। 10-15 दिन में पासपोर्ट जालंधर पहुंचेगा छोटेपुर के अनुसार, उन्होंने अधिकारियों को बताया कि उनके खिलाफ कोई भी सिविल या आपराधिक मामला लंबित नहीं है। सुच्चा सिंह छोटेपुर ने मीडिया को बताया कि अधिकारियों ने उन्हें केवल इतना बताया कि उनके पासपोर्ट का दुरुपयोग किया गया है, जबकि उन्होंने अपना पासपोर्ट कभी किसी को नहीं दिया था, न ही उसे चुराया गया था। उन्हें बताया गया कि 10-15 दिन बाद उनका पासपोर्ट जालंधर स्थित पासपोर्ट कार्यालय में पहुंच जाएगा और पूरा मामला पता चल जाएगा। 2019 में पासपोर्ट रिन्यू करवाया था छोटेपुर ने बताया कि उन्होंने 2019 में जालंधर क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ) से अपना पासपोर्ट रिन्यू कराया था। अधिकारियों का कहना था कि कि आपने कोविड के बाद विदेश यात्रा नहीं की । उन्होंने उन्हें तर्क दिया है कि पासपोर्ट की सारी जानकारी उचित है। वह कई बार विदेश यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने अपना सारा ब्योरा दिया है। 2014 के चुनाव में छोटेपुर ने गुरदासपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था और 1.80 लाख वोट हासिल कर फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना और प्रताप बाजवा के बाद तीसरे स्थान पर रहे थे। पंजाब के कृषि मंत्री को नहीं मिली थी अनुमतिकरीब एक महीना पहले के कृषि मंत्री गुरमीत सिंह को विदेश मंत्रालय ने अमेरिका यात्रा की मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। खुडि्डयां को अधिकारियों के साथ 29 मार्च से 6 अप्रैल तक अमेरिका के विस्कॉन्सिन स्थित ABS ग्लोबल की लैब का दौरा करना था। इससे पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां को 2023 में उनके एक अंतरराष्ट्रीय दौरे के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी। संधवां को अमेरिका के केंटकी में एक कार्यक्रम का हिस्सा बनना था।
हाल ही में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस जयपुर विजिट पर आए थे। वेंस फैमिली ने आमेर का किला घूमा। ताजमहल देखने आगरा गए। फिर वापस जयपुर आकर अमेरिका लौटने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन जयपुर के जायकों की चाहत उषा वेंस को मशहूर रावत मिष्ठान भंडार तक ले गई। यहां उन्हें भा गए ठंडाई और हनी लड्डू। आज राजस्थानी जायका की इस कड़ी में आपको भी रूबरू करवाते हैं इन दो खास लड्डुओं के जायका से…. अचानक पहुंचीं लेडी वेंस, पसंद आए 2 लड्डू जयपुर में प्याज कचौरी खानी हो तो सबसे पहला नाम आता है रावत मिष्ठान भंडार। इसी ठिकाने पर 24 अप्रैल की शाम 4.45 बजे ऊषा वेंस का काफिला रुका था। रावत मिष्ठान भंडार की डायरेक्टर आज्ञा देवड़ा ने बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति की पत्नी का यहां आना पहले से शेड्यूल नहीं था। दोपहर दो बजे उन्हें अचानक सूचना मिली कि वह शॉप पर आएंगी। इसके वे आईं प्याज कचौरी चखने के बाद दो लड्डू उन्हें बहुत पसंद आए। शहद में बनने वाले हनी लड्डू और ठंडाई लड्डू। इसके अलावा उन्होंने तरबूज कतली भी पैक करवाई। हनी लड्डू : बिना चीनी के शहद से बढ़ाते हैं नेचुरल मिठास आज्ञा देवड़ा ने बताया यह पूरी तरह से ड्राई फ्रूट्स के बने लड्डू हैं। इसमें किसी भी तरह की शक्कर-चीनी का इस्तेमाल नहीं होता। मावा भी नहीं मिलाते। 4 तरह के ड्राई फ्रूट्स में नेचुरल मिठास देने के लिए शहद डाला जाता है। काजू, बादाम, किशमिश और अखरोट की कटिंग करते हैं। कुछ बारीक और कुछ आधे-आधे कट किए जो हैं। इसे देसी घी में डीप फ्राई किया जाता है। हल्का ठंडा होने के बाद इसे हनी से मिक्स किया जाता है। इसमें हल्का सा घी लेकर गोल-गोल लड्डू बनाए जाते हैं। ये लड्डू 2 महीने तक खराब नहीं होते। यह हर मौसम की मिठाई है, जो स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। सर्दियों में अंजीर और डेट्स का भी उपयोग करते हैं। इसकी एक किलो की कीमत 1650 रुपए है। ठंडाई लड्डू : 4 फ्लेवर में होते हैं तैयार इसकी चार वैरायटी तैयार की जाती हैं। चॉकलेट, मिल्क चॉकलेट, मैंगो और स्ट्रॉबेरी लड्डू। होली और गर्मी के सीजन में सबसे ज्यादा डिमांड में होती है। यह कलरफुल डिश है। इसे बनाने के लिए काजू को बारीक पीसकर उसकी घी में सिकाई करते हैं। उसका पेस्ट बनाया जाता है। अब इसमें चिरौंजी, खरबूजा बीज पीसा हुआ, सौंफ, घर के गुलाब के सुखाए हुए पत्ते, काली मिर्च, बटर स्कॉच के छोटे छोटे पीस, बारीक पिसी हुई केसर मिलाई जाती है। वनीला बींस डाले जाते हैं, ताकि यह क्रंची बनी रहे। लड्डू की शेप में बांधकर वैरायटी के हिसाब से कोटिंग करते हैं। चॉकलेट फ्लेवर में डार्क चॉकलेट से कोटिंग करते हैं। इसकी शेल्फ लाइफ अच्छी होती है। इसमें किसी भी प्रकार का मैदा यूज नहीं होता है। ठंडाई लड्डू इसलिए कहा जाता है क्योंकि लड्डुओं की सामग्री वही है जिससे ठंडाई तैयार होती है। गर्मी के मौसम में ये शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। 175 साल पुरानी लेगेसी, प्याज कचौरी की शुरुआत भी यहीं से मानी जाती है रावत मिष्ठान भंडार की डायरेक्टर आज्ञा देवड़ा ने बताया कि लगभग 175 साल पहले हमारे पूर्वज रावतमल देवड़ा ने जोधपुर से रावत मिष्ठान भंडार की शुरुआत की थी। जोधपुर के लोगों को चटपटा बहुत पसंद है। नमकीन के क्षेत्र में विशेष पहचान रखता है, वहां मिर्ची बड़ा बहुत फेमस रहा है। पहले हर चीज आलू में बना करती थी, फिर हमारे पूर्वजों ने इनोवेशन करते हुए प्याज के साथ कचौरी बनाई और उसके बाद मावा में कचौरी तैयार की। इसे सभी जगह पसंद किया गया है और इन दोनों चीजों की वजह से हमारी बुनियाद बनी। आगे बढ़ने से पहले देते चलिए आसान से सवाल का जवाब जयपुर में खोले 6 स्टोर 1972 में हमने जयपुर में रावत मिष्ठान भंडार की शुरुआत की। यहां पोलोविक्ट्री पर छोटी सी दुकान हुआ करती थी। यहां लोगों को प्याज और मावा की कचौरी इतनी पसंद आई कि दिल्ली-मुंबई तक डिमांड होने लगी। आज दुनिया के कई देशों में यहां की कचोरी और मिठाइयों की चर्चा है। यह एक टूरिज्म का हिस्सा बन गया है, जो जयपुर आ रहा है, वह रावत आकर खाकर जा रहा है। जयपुर में अभी छह स्टोर हैं। हम अलग-अलग जगह पर इसलिए आए, क्योंकि हर उम्र के लोगों को यह स्वाद पसंद है। बच्चन-कोहली से लेकर कई सेलिब्रिटी चख चुके स्वाद आज्ञा देवड़ा ने बताया कि देश-दुनिया के नामचीन लोग कचौरी और मिठाइयों को पसंद कर चुके हैं। शिल्पा शेट्टी, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय, विराट कोहली ने भी हमारा स्वाद चखा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को भी हमारी कचौरी को पसंद करते हैं। दिल्ली के लिए हमारे यहां से कचौरी और मिठाइयां रोजाना जाती है। जयपुर की सभी बड़ी होटल्स में होने वाली शादियों की हमारी डिशेज को प्राथमिकता दी जाती है। हमारे यहां 150 के करीब मिठाइयां है, सर्दियों में इनकी संख्या बढ़ जाती है। पिछले राजस्थानी जायका में पूछे गए प्रश्न का सही उत्तर ये हैं राजस्थान के फेमस मिर्ची के टिपोरे। दाल-बाटी-चूरमा, जितना खास है, उतने ही खास यहां के चटपटे स्वाद वाले मिर्ची के टिपोरे हैं। बड़ी-बड़ी दावतों में मिर्ची के टिपोरे बड़े चाव के साथ खाए जाते हैं।...(CLICK कर पूरा पढ़ें)
New York Subway Viral Video:NYC सबवे का एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो को TikTok परशेयर किया गया, जिसमें ब्रुकलिन के जेफरसन स्ट्रीट स्टेशन की छत से पानी गिरता हुआ दिखाई दे रहा है, साथ ही मैनहट्टन के 34वें स्ट्रीट स्टॉप पर पाइप फटने की भी तस्वीर है.
मॉस्को-कीव संघर्ष पर अमेरिका के साथ शांति योजना को लेकर चर्चा अभी जारी : रूसी राजनयिक
मॉस्को, 30 अप्रैल . संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि वसीली नेबेन्ज्या ने कहा कि रूस और अमेरिका ने अभी तक शांति योजना की बारीकियों पर चर्चा नहीं की है. उन्होंने कहा कि दोनों देश यूक्रेन संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान खोजने के लिए अपनी बातचीत जारी रखे हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ... Read more
अमेरिका का भारत और पाकिस्तान से तनाव बढ़ाने से बचने का आग्रह, विदेश मंत्रियों से करेंगे बातचीत
न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन। भारत और पाकिस्तान (India and Pakistan) के मध्य बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने दोनों देशों से संघर्ष को और नहीं बढ़ाने का आग्रह किया है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) इस संबंध में आज या कल दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ...
प्रो. डॉ. महर्षि अमेरिका में प्रस्तुत करेंगे रिसर्च पेपर
जयपुर | एसएमएस अस्पताल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ. सुधीर महर्षि 3 से 6 मई तक अमेरिका में होने वाली इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में लिवर सिरोसिस पर रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगे। अमेरिकन सोसायटी ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी की ओर से डाइजेस्टिव डिजीज वीक पर आयोजित कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग देशों के 10 हजार से अधिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट व रिसर्चर भाग लेते हैं। बता दें कि डॉ. महर्षि अब तक 10 से ज्यादा इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले चुके हैं
अमेरिकी बाजार में तेजी आएगी... ऐसा मानने वाले ट्रम्प की वापसी के बाद आधे रह गए
अमेरिका की सत्ता में डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी ने शेयर बाजार, खास तौर पर अमेरिकी बाजार पर गहरा असर डाला है। 2023 में अमेरिकी बेंचमार्क इंडेक्स एसएंडपी 500 का रिटर्न 26% और 2024 में 25% रहा था। लेकिन इस साल अब तक इसमें करीब 10% गिरावट देखी गई है। आगे हालात सुधरेंगे, इसकी संभावना भी कम ही है। 3,000 अमेरिकियों के बीच कराए गए एक सर्वे में शामिल सिर्फ 37% लोगों ने उम्मीद जताई कि बाजार मौजूदा स्तर से चढ़ेगा। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने से पहले नवंबर, 2024 के सर्वे में ऐसी उम्मीद करने वाले लोगों की तादाद 57% थी। आइए जानते हैं कि शेयर बाजारों में आगे की स्थिति को लेकर अमेरिकी प्राइवेट बैंकिंग कॉरपोरेशन जूलियस बेयर ग्रुप की आउटलुक रिपोर्ट क्या कहती है... संभावना-2: ट्रम्प की टैरिफ पॉलिसी सिर्फ स्टंट, यदि ऐसा है तो बाजार जल्द रिकवर हो जाएगा अपनी किताब ‘द आर्ट ऑफ द डील’ में ट्रम्प ने लिखा है.. सौदेबाजी का मेरा तरीका सरल है। मैं ऊंचा लक्ष्य रखता हूं। फिर मैं उसे पाने के लिए जोर लगाता हूं। कभी-कभार मैं जितना चाहता हूं, उससे कम पर समझौता कर लेता हूं, लेकिन ज्यादातर मामलों में मैं लक्ष्य हासिल कर लेता हूं। यह सब बहादुरी के दम पर ही संभव हैै, लेकिन कई बार टकराव का ही रास्ता बचता है। {बातचीत तेज करने के लिए, उदासीन रहें। इस तरह आप पता लगा पाएंगे कि दूसरा पक्ष आगे बढ़ने के लिए उत्सुक है भी या नहीं। किसी डील में आप जो सबसे खराब काम कर सकते हैं, वह है इसे करने के लिए बेताब दिखना। {ट्रम्प की इस फिलॉसफी से संकेत मिलता है कि उनकी टैरिफ पॉलिसी सिर्फ टैक्टिकल स्टंट है। यदि वाकई ऐसा है तो बाजार को सामान्य स्थिति में लौटने में देर नहीं लगेगी। संभावना-1: हालात सुधरने से पहले गहरी मंदी की गिरफ्त में आ सकती है अमेरिकी अर्थव्यवस्था {माना जा रहा है ट्रम्प विलियम मैकिनले को फॉलो कर रहे हैं, जिन्होंने 100 साल पहले टैरिफ 38% से 50% कर दिया था। {ट्रम्प तब तक ऊंची टैरिफ लागू रखेंगे जब तक अमेरिकी दूसरे देशों से चीजें खरीदना बंद न कर दें और जरूरत की सभी चीजें खुद न बनाने लगें। {ऐसे में अमेरिकी अर्थव्यवस्था गहरी मंदी की गिरफ्त में आ जाएगी। जाहिर है, ऐसी सूरत में शेयर गिरते रहेंगे। {मंदी की स्थिति में, सबसे ज्यादा नुकसान कामकाजी वर्ग को होता है। नतीजतन रिपब्लिकन नेताओं की लोकप्रियता घट जाएगी और कांग्रेस में बैठे लोग ट्रम्प के टैरिफ को पलट देंगे। {साफ है कि अमेरिका में हाई टैरिफ सिस्टम वर्षों तक नहीं चलेगा। लेकिन यह भी सच है कि हालात बेहतर होने से पहले और भी बदतर हो जाएंगे। चुनौती: तीन प्रमुख व्यावहारिक मसले, जिन्हें ट्रम्प नजरअंदाज नहीं कर सकते 1. अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी में 68% हिस्सेदारी आयातित इंटरमीडियट गुड्स की है। जितनी मैन्युफैक्चरिंग हो रही है, उसमें लगने वाला दो तिहाई कच्चा माल दूसरे देशों से आ रहा है। ऊंचे टैरिफ से ये सामान महंगे होंगे। सबसे ज्यादा असर अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग पर ही होगा। 2. अमेरिकियों के लिए टैरिफ से फायदा-नुकसान जैसे मसले ज्यादा मायने नहीं रखते। ज्यादातर अमेरिकियों के लिए लिए महंगाई सबसे बड़ा मसला है, जिसे ट्रम्प लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं कर पाएंगे। 3. आर्थिक मंदी को लेकर अमेरिकी किस कदर डरे हुए हैं, इसका अंदाजा गूगल सर्च के आंकड़े से लगाया जा सकता है। ‘रेसेशन’ यानी मंदी शब्द के लिए गूगल सर्च नवंबर, 2024 के मुकाबले अप्रैल में चार गुना बढ़ गया। मैन्युफैक्चरिंग की डरावनी यादें और की खबरों के साथ अमेरिकी सिर्फ महंगाई से डरते हैं.. जयपुर, बुधवार 30 अप्रैल, 2025 व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने में औसतन 18 महीने, लागू करने में 45 महीने लगते हैं 15 अमेरिका में 2000 के दशक में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लाखों नौकरियां गईं। इससे बेरोजगारी, असमानता, मानसिक बीमारियां और ड्रग का इस्तेमाल बढ़ गया था। ऐसे में अमेरिकी कंपनियों को अहसास हुआ कि वे ‘ग्रेट पावर’ पॉलिटिक्स के नए दौर में जा चुके हैं। इसे देखते हुए 2024 तक मैन्युफैक्चरिंग में निवेश दोगुना कर दिया। ट्रम्प को लगता है कि उस हर वो चीज बन सकती है, जिनका अमेरिकी इस्तेमाल करते हैं। भविष्यवाणी: ट्रम्प मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए बेताब, पर गुंजाइश बेहद कम
भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने वाला पहला देश बन सकता है : ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट
न्यूयॉर्क, 29 अप्रैल . अमेरिका के ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि टैरिफ (आयात-निर्यात पर लगने वाला शुल्क) के बीच देशों के साथ नए सिरे से आर्थिक रिश्ते बनाए जाएं. इसी वजह से भारत शायद अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करने वाला पहला देश बन सकता है. ... Read more
यमन की राजधानी पर अमेरिकी हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हुई
सना, 29 अप्रैल . यमन की राजधानी सना में तीन घरों पर रविवार रात को हुए अमेरिकी हवाई हमलों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई, जबकि 4 अन्य घायल हो गए. हूती नियंत्रित स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक बयान में ये जानकारी दी. बयान में कहा गया कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे ... Read more
US Canada News in Hindi: कनाडा में आम चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस मौके पर भी तंज कसने से नहीं चूके. उन्होंने कहा कि कनाडा, अमेरिका का 51वां राज्य बन सकता है.
अमेरिका के छात्र, शिक्षक ने स्कूल में प्रशिक्षण लिया
भास्कर न्यूज | लुधियाना इंडियाना यूनिवर्सिटी अमेरिका के छात्र शिक्षक कोल ओसबोर्न पिछले 6 सप्ताह से दृष्टि डॉ. आरसी जैन इनोवेटिव पब्लिक स्कूल, नारंगवाल में इंटर्नशिप कर रहे थे। मेजबान स्कूल ने उनके प्रवास और शिक्षण-अध्ययन अनुभव के लिए एक विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया। इंडियाना यूनिवर्सिटी के साथ इस सहयोग ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और छात्र विनिमय कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डाला। छात्र शिक्षक कोल ओसबोर्न, जिनके शिक्षण विषय इतिहास और अंग्रेजी हैं, शिक्षकों के साथ चंडीगढ़ की यात्रा पर गए। उन्होंने देश के इतिहास के बारे में जानने के लिए, संघोल, हरमंदिर साहिब और वाघा बॉर्डर का दौरा किया। अपनी इंटर्नशिप के दौरान उन्होंने कक्षाओं में पढ़ाने के साथ- साथ कार्यशालाओं में, कक्षा प्रस्तुतियों में भाग लिया। वह पीटीएम में अभिभावकों से भी मिले और विभिन्न स्कूलों और विश्वविद्यालयों का दौरा भी किया। लोगों से मिलना और उनके सवालों के जवाब देना तथा अमेरिका में शिक्षण और सीखने के अपने अनुभवों को साँझा करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा बना रहा। उन्हें एक भारतीय शादी का हिस्सा बनने का भी मौका मिला, जिसके लिए उन्होंने विशेष रूप से भांगड़ा सीखा। इस छह सप्ताह के प्रशिक्षण अनुभव ने छात्र शिक्षक और स्कूल समुदाय के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को सुगम बनाया। इस अनुभव ने उन्हें कक्षा में नई शिक्षा पद्धतियों को सीखने और प्रौद्योगिकी को नया रूप देने के अवसर उपलब्ध करवाये, जिससे शिक्षण और सीखने के कौशल में वृद्धि हुई। इस अनुभव ने एक शिक्षक के रूप में उनके विकास में योगदान दिया, जिससे उन्हें शिक्षा पर वैश्विक दृष्टिकोण प्राप्त हुआ।
जयपुर की बिजनेस वुमन को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान मिलने जा रही है। जयपुर में तितलम की संस्थापक भारती सिंह चौहान को अमेरिका के कैलिफोर्निया की सिलिकॉन वैली में टाईकोन 2025 सम्मेलन के दौरान टाई 50 अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। भारती को यह सम्मान महिला सशक्तिकरण में सतत नवाचार और डिजिटल समावेशन के क्षेत्रों में किए गए कार्यों के लिए दिया जा रहा है। उनके नेतृत्व में तितलम द गुडविल स्टोर ग्रामीण महिलाओं के लिए सम्मानजनक आजीविका के अवसर बना रहा है। तितलम पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों, कपड़ा अपसाइकलिंग और टिकाऊ हस्तनिर्मित गिफ्टिंग समाधानों के माध्यम से सतत जीवनशैली को बढ़ावा दे रहा है। भारती सिंह चौहान को यह अवॉर्ड नीति आयोग के वीमेन एंटरप्रेन्योरशिप प्लेटफॉर्म (WEP) और माइक्रोसेव कंसल्टिंग (MSC) के समर्थन से मिला है। तितलम महिलाओं को बना रहा आत्मनिर्भर तितलम डिजिटल क्षेत्र की मदद से महिलाओं का जीवन बदल रहा है। संगठन ने सैकड़ों ग्रामीण और युवा महिलाओं को डिजिटल साक्षरता, मोबाइल तकनीक और ई-कॉमर्स के क्षेत्र में प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है। अब ये महिलाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपने उत्पाद बेचकर अपनी आजीविका सशक्त बना रही हैं। नवाचार से बदलाव लाने वाले उद्यमियों को मिलता है अवॉर्ड TIE-50 अवॉर्ड प्रतिवर्ष उन स्टार्टअप और उद्यमों को दिया जाता है, जो तकनीक और नवाचार के जरिए सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। इस साल का सम्मेलन 30 अप्रैल से 2 मई तक सांता क्लारा कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा, जिसमें दुनिया भर के नवाचारी स्टार्टअप और सामाजिक उद्यमी हिस्सा लेंगे।
करनाल के नरूखेड़ी गांव के एक व्यक्ति की अमेरिका में इलाज के दौरान मौत हो गई। वह दो साल पहले 40 लाख रुपए लगाकर डंकी रूट से अमेरिका गया था। वहां पहुंचकर उसने पहले एक स्टोर पर काम किया। बाद में ट्रक चलाने लगा। अब दो महीने से वह अमेरिका में कैलिफोर्निया के फ्रिस्को शहर में कम्युनिटी रीजनल मेडिकल सेंटर में था, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई। व्यक्ति की मौत की खबर के बाद परिवार में मातम छा गया। परिवार की जिम्मेदारी उस पर ही थी। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, इसलिए परिजनों ने शव को भारत लाने के लिए सरकार से मदद मांगी है। 2 साल पहले 40 लाख रुपए लगाकर अमेरिका गया मृतक की पहचान नरूखेड़ी गांव के रहने वाले पंकज नरवाल (35) के रूप में हुई है। मृतक के भाई मोनू ने बताया कि 2 साल पहले डेढ़ एकड़ जमीन बेचकर 40 लाख रुपए लगाकर पंकज अमेरिका गया था। जो पैसे खर्च हुए थे, वह अभी तक वापस नहीं मिल पाए हैं। अमेरिका के अस्पताल में इलाज के दौरान 10 से 15 लाख रुपए और खर्च हो गए। इसके बाद भी पंकज की जान नहीं बच सकी। 2 माह पहले हुआ था अस्पताल में एडमिटमृतक के छोटे भाई रंकज ने बताया कि पंकज जब अमेरिका गया तो वहां सबसे पहले उसने 7 से 8 माह स्टोर पर काम किया। बाद में लाइसेंस बनवाने के बाद वह ट्रक चलाने लगा। इस दौरान उसे कभी-कभार पेट में दर्द होता था। वह पेन किलर लेकर काम पर ही लगा रहा। 2 माह पहले ट्रक चलाते समय अचानक उसके पेट में ज्यादा दर्द हुआ तो वह अस्पताल चला गया। वहां डॉक्टर ने उसे एडमिट कर लिया। 3 दिन पहले कैंसर का पता चलारंकज ने बताया कि 3 दिन पहले ही डॉक्टर ने बताया था कि पंकज को लास्ट स्टेज का कैंसर है और आज सुबह उसने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। अमेरिका के समयानुसार 25 अप्रैल को दोपहर बाद उसकी मौत कम्युनिटी रीजनल मेडिकल सेंटर में हो गई। जो कमाया, इलाज में खर्च हो गयापरिजनों जितेंद्र, रविंद्र और अन्य ने बताया कि पंकज ने जो भी अमेरिका में कमाया था, वह अब तक इलाज में ही खर्च हो गया। कैंसर का पता भी डॉक्टरों को 3 दिन पहले ही चला था, जब बीमारी अंतिम स्टेज में पहुंच चुकी थी। मां, पत्नी, भाई और 3 बच्चों का सहारा छिनापंकज के परिवार में उसकी मां विमला, पत्नी ऋतु, छोटा भाई रंकज और 3 बच्चे हैं। पिता राजबीर की 15 साल पहले ही मौत हो चुकी थी। छोटा भाई रंकज अविवाहित है और खेती करता है। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर थी। अब पंकज के निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजनों ने बताया कि पंकज की 2 बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी तन्नू 7वीं कक्षा में, छोटी बेटी मनवी चौथी कक्षा में और बेटा अयान दूसरी कक्षा में पढ़ता है। अब बच्चों की पढ़ाई और भविष्य को लेकर परिवार गहरे संकट में आ गया है। शव लाने के लिए सरकार से मदद की गुहारपरिजनों ने कहा कि परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं है कि वह अपने स्तर पर अमेरिका से शव भारत ला सकें। उन्होंने सरकार से अपील की है कि शव को लाने में मदद की जाए ताकि छोटे-छोटे बच्चे अपने पिता के अंतिम दर्शन कर सकें और भारत में ही उनके गांव में अंतिम संस्कार कर सकें।
एपल अगले साल से अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन को भारत में बनाने की प्लानिंग कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दुनियाभर के देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले और चीन के साथ टैरिफ वॉर के बीच कंपनी ने यह फैसला लिया है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। 2026 तक देश में सालाना 6 करोड़+ आईफोन बनेंगे चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए एपल काफी समय से अपनी सप्लाई चेन को वहां से बाहर शिफ्ट करने पर काम कर रही है। एपल अगर अपनी असेंबलिंग भारत की ओर इस साल के आखिर तक शिफ्ट कर लेती है, तो 2026 से यहां सालाना 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। ये मौजूदा कैपेसिटी से दोगुना है। आईफोन मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा आईफोन के मैन्यूफैक्चरिंग पर अभी चीन का दबदबा है। IDC के अनुसार, 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट में इसका हिस्सा लगभग 28% था। अमेरिकी मार्केट में बिकने वाले आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर शिफ्ट करने से कंपनी को हाई टैरिफ से बचने में मदद मिलेगी। मार्च-24 से मार्च-25 में 60% बढ़ा आईफोन प्रोडक्शन मार्च 2024 से मार्च 2025 तक के 12 महीनों में एपल ने भारत में 22 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.88 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन बनाए। पिछले साल की तुलना में इसमें 60% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान एपल ने भारत से 17.4 बिलियन डॉलर (करीब ₹1.49 लाख करोड़) वैल्यू के आईफोन एक्सपोर्ट किए। वहीं, दुनियाभर में हर 5 में से एक आईफोन अब भारत में बन रहा है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग तमिलनाडु और कर्नाटक की फैक्ट्रियों में किया जाता है। इसमें सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन करता है। फॉक्सकॉन एपल का सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग पार्टनर है। इसके अलावा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी मैन्युफैक्चरिंग करते हैं। FY 2024 में 8 बिलियन डॉलर आईफोन की सेल वित्त वर्ष 2024 में एपल के स्मार्टफोन की बिक्री 8 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई। जबकि बाजार में इसकी हिस्सेदारी केवल 8% थी। भारत के उभरते मिडिल क्लास में अभी भी आईफोन एक लग्जरी बना हुआ है।इसलिए यहां मार्केट बढ़ने की उम्मीद है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों? ------------------------- ये खबर भी पढ़ें... फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में 300 एकड़ जमीन खरीद रही: यमुना एक्सप्रेसवे के पास बनाएगी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट, कंपनी एपल प्रोडक्ट्स सप्लाई करती है एपल के लिए आइफोन, आइपैड और मैक बुक जैसे प्रोडक्ट्स असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन खरीदने जा रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के पास इस जमीन पर कंपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट बनाएगी। यह फॉक्सकॉन का उत्तर भारत में पहला प्लांट होगा और बेंगलुरु में बनी मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी बड़ी होगी। उम्मीद है यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्लांट हो सकता है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
खुद से दवा गटक रहे तो संभलिए! अमेरिकी डॉक्टर ने कहा 'मिठाई' की तरह खा रहे भारतीय
यदि आप बुखार होने या हरारत महसूस होने पर बिना देरी किए और डॉक्टर के सलाह के टैबलेट्स ले रहे हैं, तो इसका असर आपको अपनी लिवर और किडनी पर नजर आ सकता है.
अमेरिकी शुल्क रोक के बाद व्यापार का रास्ता खुला, जाने निर्यातकों का क्या है कहना
निर्यातकों ने बृहस्पतिवार को कहा कि अमेरिका के जवाबी शुल्कों को 90 दिन के लिए टालने से बड़ी राहत मिली...
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी ने अपनी दमदार अदाकारी से दुनियाभर में पहचान बनाई है। लेकिन इतनी लोकप्रियता के बावजूद भी सुनील शे्टी को बुरे बर्ताव का सामना करना पड़ा था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान सुनील शेट्टी ने 2001 में अमेरिका में हुए अपने एक ...
अमेरिका में भारतीय पत्रकार के सवाल पर हंस रही महिला का पुराना वीडियो वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो क्लिप फरवरी 2020 की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में कोरोनावायरस पर मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित हुए टॉम क्रूज, हॉलीवुड स्टार ने जताई खुशी
हॉलीवुड स्टार टॉम क्रूज की दुनियाभर में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। टॉम क्रूज अपनी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन सीन्स के लिए जाने जाते हैं। वह खतरनाक से खतरनाक स्टंट सीन खुद ही करते हैं। वहीं अब टॉम क्रूज को अमेरिकी नौसेना के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से ...
मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन, अमेरिका में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की पहली पत्नी हेलेना ल्यूक का निधन हो गया है। उन्होंने अमेरिका में आखिरी सांस ली। हेलेना के निधन की खबर मशहूर डांसर और एक्ट्रेस कल्पना अय्यर ने सोशल मीडिया के जरिए दी है। खबरों ...
Devara Part 1 advance booking: साउथ सुपरस्टार जूनियर एनटीआर की फिल्म 'देवरा : पार्ट 1' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म के जरिए जाह्नवी कपूर भी साउथ इंडस्ट्री में कदम रखने जा रही हैं। 'देवरा : पार्ट 1' की रिलीज में अब केवल एक महीना बचा ...
बचपन से एक्टर बनना चाहते थे सैफ अली खान, अमेरिका से पढ़ाई पूरी करने के बाद रखा इंडस्ट्री में कदम
Saif Ali Khan Birthday: बॉलीवुड के अभिनेता सैफ अली खान 54 वर्ष के हो गए हैं। 16 अगस्त 1970 को दिल्ली में जन्में सैफ अली खान को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनकी मां शर्मिला टैगोर फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री रही जबकि पिता नवाब पटौदी ...
अमेरिका में प्रभास की फिल्म 'कल्कि' का रिलीज से पहले जलवा, देखें मूवी मसाला
प्रभास, अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और कमल हासन स्टारर फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का फैंस के बीच जबरदस्त क्रेज है. हालांकि फिल्म के ट्रेलर को लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है. वहीं, फिल्म अमेरिका में एडवांस बुकिंग के मामले में रिकॉर्ड बना रही है. देखें 'मूवी मसाला'.
अमेरिकाज गॉट टैलेंट में जम्मू की रहने वालीArshiya Sharma ने बजाय डंका, किया ऐसा कमाल किखड़े होकर तालियां बजाने लगे जजेस
Cannes में स्क्रीनिंग के बाद विवादों में घिरी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रम्प की बायोपिक, फिल्म के इस सीन पर मचा हंगामा
कियारा आडवाणी शनिवार को कान्स फिल्म फेस्टिवल से इतर एक कार्यक्रम में शामिल हुईं। उनके खूबसूरत पिंक और ब्लैक गाउन के अलावा कुछ और भी था जिसने सबका ध्यान खींचा। रेड सी फिल्म फाउंडेशन के वीमेन इन सिनेमा गाला डिनर के रेड कार्पेट पर मीडिया को दिया गया उनका एक साक्षात्कार ऑनलाइन सामने आया है। इसमें कियारा को कान्स में पहली बार बोलने के बारे में दिखाया गया है, लेकिन उनका नया लहजा थोड़ा ध्यान भटकाने वाला है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival 2024 | पंजाबी गायिका सुनंदा शर्मा ने अपने कान्स डेब्यू में सफेद पंजाबी सूट-सलवार में बिखेरा जलवा कियारा का ताज़ा लहजा? कियारा वीडियो में कहती हैं कि इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना 'बहुत ही विनम्र' है, खासकर जब वह एक अभिनेता के रूप में 10 साल पूरे कर रही हैं। वह कहती हैं, यह बहुत खास पल पर भी आता है। उनके विशेष रूप से 'बहुत' और 'पर' कहने के अमेरिकी तरीके ने प्रशंसकों को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या वह एक नया उच्चारण करने का प्रयास कर रही हैं। इसे भी पढ़ें: वोट डालने पहुंचे Deepika Padukone और Ranveer Singh, एक्ट्रेस का दिखा बेबी बंप, पर वह भीड़ से खुद को छुपाती दिखी | Viral Video ट्विटर क्या कहता है? एक व्यक्ति ने ट्विटर पर भविष्यवाणी की, “बॉलीवुड ट्विटर आपके उच्चारण के बारे में बात करने आ रहा है… भागो, कियारा भागो।” और निश्चित रूप से, ऐसा हुआ। मंच पर कई ट्वीट्स में कियारा के नए लहजे पर हैरानी जताई गई। एक प्रशंसक ने लिखा, मैं उससे प्यार करता हूं, लेकिन वह लहजा क्यों। एक अन्य व्यक्ति ने कहा, “इसकी तुलना में उनका अपना उच्चारण वास्तव में अच्छा है।” एक अन्य व्यक्ति ने पूछा, भारतीय लहजा किसी भी तरह से बुरा या अपमानजनक नहीं है, फिर इन लोगों ने इसे क्यों नहीं चुना और पूरी चीज़ को बर्बाद कर दिया। एक अन्य व्यक्ति ने लिखा “क्या कियारा आडवाणी सोचती हैं कि जब वह इस तरह की बातें करती हैं तो वह किम कार्दशियन हैं? कृपया उस ऐंठन वाले लहजे को रोकें। आप इसके लिए कूल या मजाकिया नहीं हैं। कियारा इससे पहले वेरायटी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी शामिल हुई थीं। उन्होंने अपने करियर और फिल्मों के बारे में बात की, मनोरंजन उद्योग की अन्य महिलाओं के एक पैनल में शामिल हुईं। कान्स और कियारा पर कान्स फिल्म महोत्सव मंगलवार रात क्वेंटिन डुपिएक्स के ले ड्यूक्सिएम एक्ट (द सेकेंड एक्ट) के विश्व प्रीमियर के साथ शुरू हुआ, जिसमें ली सेडौक्स, विंसेंट लिंडन, लुइस गैरेल और राफेल क्वेनार्ड ने अभिनय किया। कियारा राम चरण-स्टारर गेम चेंजर में दिखाई देने की तैयारी कर रही हैं, जो एस. शंकर द्वारा निर्देशित एक राजनीतिक एक्शन थ्रिलर है। तेलुगु फिल्म जल्द ही स्क्रीन पर आने के लिए तैयार है। वह ऋतिक रोशन-स्टारर वॉर 2 में वाईआरएफ जासूस ब्रह्मांड में शामिल होने के लिए भी तैयार हैं, जिसमें आरआरआर स्टार जूनियर एनटीआर भी होंगे। इसके अलावा कियारा के पास डॉन 3 भी है, जिसमें वह रणवीर सिंह के साथ अभिनय करेंगी। रिपोर्ट्स की मानें तो टॉक्सिक में यश के साथ आडवाणी भी नजर आएंगे। Kiara Advani's accent pic.twitter.com/A5WFyGzdkC — bebo (@bollypopgossip) May 19, 2024
सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहाGoldy Brar के शूटआउट का CCTV फुटेज, गैंगस्टरको लेकरअमेरिकी पुलिस ने किया बड़ा दावा
जिंदा हैSidhu Moose Wala की ह्त्या करने वालाGoldy Brar! मास्टरमाइंड को लेकर अमेरिकी पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
कौन हैGrammys और Oscar जीतने वाले मशहूर हॉलीवुड अमेरिकन आइकॉन Frank Sinatra? बायोपिक में ये फेमस एक्टर निभाएगा लीड रोल
अमेरिका में रची गई साजिश! सलमान खान के घर फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा?
बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर हुई फायरिंग मामले को लेकर अब अपडेट सामने आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों ने शूटिंग में इस्तेमाल बाइक को कुछ दिन पहले रायगढ़ के एक शोरूम से खरीदी थी. मामले में और क्या-क्या खुलासे हुए हैं. देखें.
क्या सच में अमेरिका में रहती है दिलजीत की पत्नी-बेटा? मॉडल ने खोली पोल
दिलजीत दोसांझ अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी प्रोटेक्टिव रहे हैं. दिलजीत ने हाल ही में अपने पेरेंट्स के साथ रिलेशंस को लेकर खुलासा किया, जिसने सबको हैरानी में डाल दिया था. हालांकि वह अपनी पत्नी और बच्चे के बारे में अटकलों पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन उनके एक दोस्त ने हाल ही में दावा किया कि दिलजीत शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है.
अभिनेता और गायक दिलजीत दोसांझ नेटफ्लिक्स और इम्तियाज अली की अमर सिंह चमकीला के लिए तैयारी कर रहे हैं। फिल्म 12 अप्रैल से बड़े पैमाने पर प्रसारित होगी। द इंडियन एक्सप्रेस की एक हालिया रिपोर्ट, जिसमें गुमनामी के तहत उनके करीबी दोस्तों के उद्धरण शामिल हैं, से पता चलता है कि दिलजीत दोसांझ वास्तव में शादीशुदा हैं। एक इंडो-अमेरिकन महिला के साथ उनकी शादी हुई थी और उनका एक बेटा भी है। प्रकाशन में अभिनेता की प्रोफ़ाइल में लिखा है, एक अत्यंत निजी व्यक्ति, उनके परिवार के बारे में बहुत कम जानकारी है लेकिन दोस्तों का कहना है कि उसकी पत्नी एक अमेरिकी-भारतीय है और उनका एक बेटा है, और उनके माता-पिता लुधियाना में रहते हैं। दिलजीत दोसांझ , जो अमर सिंह चमकीला की रिलीज की तैयारी कर रहे हैं, ने खुलासा किया कि उनके माता-पिता ने उन्हें 11 साल की उम्र में लुधियाना में एक रिश्तेदार के साथ रहने के लिए भेज दिया था। दिलजीत ने रणवीर इलाहाबादिया से बात करते हुए कहा “मैं ग्यारह साल का था जब मैंने अपना घर छोड़ दिया और अपने मामाजी के साथ रहने लगा। मैं अपना गाँव छोड़कर शहर आ गया। मैं लुधियाना शिफ्ट हो गया। उन्होंने कहा 'उसे मेरे साथ शहर भेज दो' और मेरे माता-पिता ने कहा 'हां, उसे ले जाओ।' मेरे माता-पिता ने मुझसे पूछा भी नहीं। इसे भी पढ़ें: Thor फेम Chris Hemsworth के फैंस के लिए खुशखबरी! Furiosa-Mad Max में योद्धा के अवतार में दिखे जबरदस्त, जानें फिल्म कब होगी रिलीज उड़ता पंजाब के अभिनेता ने कहा कि हालांकि इस फैसले से उनके माता-पिता के साथ उनके रिश्ते में तनाव आ गया है, लेकिन वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। दिलजीत ने खुलासा किया “मैं एक छोटे से कमरे में अकेला रहता था। मैं बस स्कूल जाता था और वापस आ जाता था, वहां कोई टीवी नहीं था। मेरे पास बहुत समय था. इसके अलावा, उस समय हमारे पास मोबाइल फोन नहीं थे, यहां तक कि अगर मुझे घर पर फोन करना होता था या अपने माता-पिता का फोन रिसीव करना होता था, तो इसके लिए हमें पैसे खर्च करने पड़ते थे। इसलिए मैं अपने परिवार से दूर होने लगा। इसे भी पढ़ें: 'Ramayana' के लिए Ranbir Kapoor ले रहे हैं जमकर ट्रेनिंग, गांव में कभी साइकिलिंग तो कभी जॉगिंग करते दिखे एक्टर | VIDEO गायक ने कहा “मैं अपनी माँ का बहुत सम्मान करता हूँ। मेरे पिता बहुत प्यारे इंसान हैं। उन्होंने मुझसे कुछ नहीं पूछा। उन्होंने यह भी नहीं पूछा कि मैंने किस स्कूल में पढ़ाई की है। लेकिन मेरा उनसे नाता टूट गया।
Marvel 1943: Rise Of Hydra का धमाकेदार ट्रेलर हुआ लॉन्च,ब्लैक पैंथर और कैप्टन अमेरिका में छिड़ी घमासान जंग