पंजाब के तापमान में बीते 24 घंटों में बढ़ौतरी देखने को मिली है। बीते कुछ दिनों से तापमान जो नीचे गिर रहा था, अब बढ़ना शुरू हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले कुछ दिन तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। लेकिन तकरीबन 3 दिनों के बाद तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा। पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव ना होने व बारिश के आसार ना बनने के कारण ही ये बढ़ौतरी देखने को मिल रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले तीन दिनों में से 1 से 2 डिग्री की बढ़ौतरी संभावित है। बीते कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चल रहा था। लेकिन तापमान में बढ़ौतरी के बाद ये सामान्य के करीब रहेगा। पहाड़ों से आने वाली हवाएं नीचे की और बह रही हैं, लेकिन उनकी रफ्तार काफी धीमी है। पंजाब में 2 से 4 किमी की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं। जिसके चलते आने वाले दिनों में खुले मैदानों में धुंध देखने को मिल सकती है। बीते 24 घंटों में पंजाब के प्रमुख शहरों का तापमान- राज्य के तापमान में 1 डिग्री तक बढ़ौतरी हुई पंजाब के तापमान में बीते 24 घंटों में बढ़ौतरी देखने को मिली है। बीते दिन राज्य के न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री की बढ़ौतरी देखने को मिली। जिसके बाद तापमान सामान्य के करीब पहुंच चुका है। वहीं, राज्य के फरीदकोट का न्यूनतम तापमान सोमवार जहां 5 डिग्री पहुंच चुका था, मंगलवार वे 1.2 डिग्री बढ़कर 6.2 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, मंगलवार शाम अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री बढ़ा हुआ पाया गया। वहीं, फरीदकोट का अधिकतम तापमान 29.2 डिग्री दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। पंजाब के प्रमुख शहरों का अनुमानित तापमान-
लुधियाना के ढंडारी कलां इलाके में मंगलवार की रात उस वक्त सनसनी फैल गई जब लूट का विरोध करने पर तीन हथियारबंद बदमाशों ने एक फैक्ट्री के अंदर घुसकर दो सिक्योरिटी गार्ड और सुपरवाइजर पर जानलेवा हमला कर दिया। इस खूनी हमले में एक गार्ड के सिर पर 25 टांके लगे जबकि उसके दोनों पैरों की हड्डियां तोड़ दी गईं। बाकी दोनों को भी गंभीर चोटें आई हैं। पीड़ित सिक्योरिटी गार्ड शिव कुमार ने अस्पताल में बताया कि रात के समय बदमाश फैक्ट्री के बाहर से गुजर रहे एक व्यक्ति को लूटने की फिराक में थे। शोर सुनकर वह बाहर आया और उसने उस व्यक्ति को बदमाशों से बचाया। इसी बात को लेकर बदमाशों ने फैक्ट्री के अंदर घुसकर उस पर हमला कर दिया। फैक्ट्री में घुसे,लोहे की रॉड से किया हमला: शिव कुमार जैसे ही उन्हें भगाकर वापस फैक्ट्री के गेट से दाखिल हुआ तो गुस्साए लुटेरे फैक्ट्री के अंदर घुस गए। उनके पास तेजधार हथियार और लोहे की रॉड थीं। उन्होंने शिव कुमार, गार्ड गुरमुख और सिक्योरिटी सुपरवाइजर अजीत पर अचानक हमला बोल दिया। घायल गुरमुख की हालत गंभीर: गार्ड गुरमुख पर बदमाशों ने सबसे ज्यादा वार किए। उसके सिर पर लोहे की रॉड से इतनी बेरहमी से मारा गया कि उसका सिर फट गया। डॉक्टरों को उसके सिर पर 25 टांके लगाने पड़े। हमले में उसके दोनों पैर की हड्डियां भी फ्रैक्चर हो गई। शिव और अजीत को भी गंभीर चोटें आई हैं। घटना की सूचना मिलते ही फैक्ट्री मालिक तुरंत मौके पर पहुंचे और लहूलुहान घायलों को अस्पताल पहुंचाया।मालिक ने बताया कि उन्होंने इस पूरी वारदात की जानकारी थाना फोकल पॉइंट पुलिस को दे दी है, और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
करनाल में नौकरानी के साथ दुष्कर्म के मामले में फंसे आरोपी बिजनेसमैन अमित गुप्ता ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई है। इस मामले में 20 नवंबर को सुनवाई होनी है। ऐसे में आरोपी को अग्रिम जमानत मिलती है या नहीं, वह हाईकोर्ट के फैसले पर निर्भर होगा। याचिका को पहले अर्जेंट लिस्ट में लगाकर अंतरिम आदेश पारित किया गया था। अब अगली सुनवाई 20 नवंबर यानी कल विरवार को तय की गई है, जिसमें कोर्ट आगे की कार्रवाई करेगी। इससे पहले आरोपी ने करनाल जिला अदालत में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, लेकिन उसको करनाल कोर्ट ने खारिज कर दिया था, जिसके बाद मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। अब केस हाई कोर्ट में पेंडिंग है। सिलसिलेवार ढंग से समझिए पूरा मामला... काम पर लगी और तीन दिन बाद ही हुई छेड़छाड़ पीड़िता झारखंड के एक गांव की रहने वाली है। शिकायत के मुताबिक, करीब तीन साल पहले वह दिल्ली में काम करने आई थी और अब एक माह पहले श्याम एजेंसी के जरिए करनाल आई थी। बीते 5 अगस्त को उसे बिजनेसमैन अमित गुप्ता के घर पर काम मिला। महिला का आरोप है कि घर में काम करने के तीसरे दिन ही अमित गुप्ता ने उससे छेड़छाड़ की। हालांकि बाद में उसने माफी मांगते हुए कहा कि अब दोबारा ऐसा नहीं होगा और उसे काम जारी रखने के लिए कहा। 14 अगस्त को जबरदस्ती कमरे में बुलाकर किया रेप महिला ने बताया कि 14 अगस्त को दोपहर 3 से 4 बजे के बीच अमित गुप्ता की पत्नी अस्पताल और बेटी फैक्ट्री गई थी, वह किचन में काम कर रही थी। इस दौरान अमित गुप्ता चाय का बहाना बनाकर उसे ऊपर वाले फ्लोर के कमरे में बुला ले गया। आरोप है कि कमरे में जाते ही उसने दरवाजा बंद कर दिया और जबरदस्ती करने लगा। इसके बाद धमकी देकर उसके साथ रेप किया। धमकी देकर चुप रहने का दबाव बनाया, लालच भी दिया पीड़िता के मुताबिक जब उसने आरोपी से कहा कि वह उसकी पत्नी को सबकुछ बताएगी तो आरोपी ने धमकी दी कि अगर तुमने किसी को बताया तो यहां से जिंदा नहीं जा पाओगी। साथ ही आरोपी ने उसे 10 हजार रुपए एक्स्ट्रा देने का लालच भी दिया और कहा कि किसी को मत बताना। महिला ने बताया कि उसकी सैलरी 15 हजार रुपए प्रतिमाह तय थी। 16 अगस्त को घर से निकली, पुलिस के पास पहुंची पीड़िता के अनुसार, घटना के बाद 16 अगस्त को वह अमित गुप्ता के घर से निकल गई और पुलिस के पास जाकर अपनी व्यथा बताई। उसने बताया कि कैसे अमित गुप्ता ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया और कैसे वह उसके घर से बचकर निकली है। उसने पुलिस से मामले में इंसाफ की मांग की। आरोप है कि पुलिस ने अमित गुप्ता का नाम सुनते ही उसे थाने से टरका दिया। 22 अगस्त को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया पीड़िता ने आगे बताया कि 22 अगस्त को उसने महिला पुलिस चौकी मॉडल टाउन पहुंचकर लिखित शिकायत दी। चौकी इंचार्ज एसआई गीता ने मामले की जांच करते हुए इसे थाना सिविल लाइन भिजवाया। जांच के बाद पुलिस की ओर से आरोपी अमित गुप्ता के खिलाफ बीएनएस की धारा 64 और धारा 351 के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पीड़िता बोली- आरोपी प्रभावशाली व्यक्ति उधर, पीड़िता का आरोप है कि आरोपी और उसका परिवार प्रभावशाली है, इसलिए पुलिस तुरंत कार्रवाई नहीं कर रही। उसने साफ कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। बता दें कि अमित गुप्ता बड़ा बिजनेसमैन होने के साथ-साथ एक केंद्रीय मंत्री का नजदीकी रहा है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री की एडमिन ईमेल से अमित गुप्ता को जन्मदिन की बधाई आई थी। रसूखदारों ने मामले को दबाने की थी कोशिशें करनाल में 25 साल की नौकरानी के साथ 50 साल के बिजनेसमैन द्वारा रेप करने के केस की दोबारा जांच हो रही है। रेप केस को दबाने के लिए बड़े सियासी व बिजनेसमैन रसूखदारों ने कोशिशें की। पीड़िता के बयान बदलवाने की कोशिश की गई। पैसों का लालच दिया गया। दिल्ली के एक गैर सरकारी संगठन (NGO) ने यह मामला राष्ट्रीय महिला आयोग और अनुसूचित जनजाति (ST) आयोग के संज्ञान में लाया। आयोग के दखल के बाद करनाल पुलिस ने ASP स्तर पर जांच शुरू कर दी थी। आरोपी कारोबारी अमित गुप्ता ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका भी लगाई, लेकिन कोर्ट से खारिज हो गई। फिलहाल वह फरार है। वहीं करनाल के SP गंगाराम पूनिया ने भी बताया था कि शुरुआत में जो बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराए गए, उसमें घटना से इनकार कर दिया था। फिर भी पुलिस ने जांच जारी रखी। कुछ और तथ्य सामने आने पर जिला पुलिस की जांच इकाई ने ही महिला का दोबारा पता कर बयान दर्ज किए व मजिस्ट्रेट के समक्ष दोबारा बयान दर्ज कराए हैं। बयानों में जो तथ्य उल्लेखित किए हैं उनके आधार पर जांच जारी है। दिल्ली की एजेंसी ने करनाल भेजी थी आदिवासी महिला आदिवासी महिला झारखंड की रहने वाली है और अनुसूचित जनजाति से है। उसे एक सर्विस एजेंसी के जरिए दिल्ली से करनाल घरेलू काम के लिए भेजा गया था। आयोग को की गई शिकायत में आरोप है कि यह श्याम एजेंसी मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध में शामिल है। 5 अगस्त 2025 को एजेंसी ने युवती को करनाल भेजा। यहां महिला को मॉडल टाउन क्षेत्र में रहने वाले कारोबारी के घर काम पर लगाया गया। 14 अगस्त को रेप, अकेले होने का फायदा उठाने का आरोप शिकायत के अनुसार, 14 अगस्त 2025 को कारोबारी ने उस समय रेप किया जब उसकी पत्नी अस्पताल में और बेटी फैक्ट्री में थी। अपने साथ हुई बर्बरता से युवती सदमे में थी, लेकिन 22 अगस्त 2025 को मॉडल टाउन चौकी में आरोपी के खिलाफ रेप की FIR दर्ज करवाई गई। FIR दर्ज होते ही मामले की चर्चा पूरे शहर में फैल गई, क्योंकि आरोपी की आर्थिक और राजनीतिक पकड़ मजबूत बताई जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक उसे जन्मदिन की बधाई दे चुके हैं। पैसे और दबाव से महिला को चुप कराने का आरोप FIR दर्ज होते ही कई बड़े लोग बीच में आए। खबर है कि आरोपी की तरफ से पैसे और दबाव के दम पर मामले को दबाने की कोशिश की गई थी। महिला को डराकर उसके बयान आरोपी के पक्ष में दिलवाए गए। यह भी कहा जा रहा है कि इसमें एक वकील की भी भूमिका रही। दिल्ली जाकर अनुसूचित जनजाति आयोग में की शिकायत पीड़िता यहां से दिल्ली लौटी, जहां एक NGO के संपर्क में आई। इसके बाद से NGO इस केस को लड़ रहा है। पीड़िता ने आरोप लगाए कि उसे धमकाकर गलत बयान देने के लिए मजबूर किया। इसके बाद उसने बीती 28 अगस्त को अनुसूचित जनजाति आयोग में शिकायत दे दी। शिकायत पर आयोग ने करनाल पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। आयोग के दबाव के बाद करनाल के SP गंगाराम पूनिया ने मामले की जांच ASP को सौंप दी। बचने के लिए अग्रिम जमानत याचिका लगाई, लेकिन कोर्ट से लगा झटका गिरफ्तारी के डर से कारोबारी ने अग्रिम जमानत की याचिका लगाई। इस दौरान सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि महिला से दबाव में गलत बयान दिलवाए गए थे और मामले में कई रसूखदार शामिल हैं। कोर्ट ने 1 नवंबर को आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। बताया जा रहा है कि आरोपी पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार है। अब आरोपी ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई हुई है। कई आरोपियों की भूमिका की जांच की मांग पीड़िता ने कोर्ट और पुलिस को बताया है कि इस पूरे मामले में रेप के आरोपी कारोबारी के साथ-साथ श्याम एजेंसी का मालिक, NGO चलाने वाली दीपशिखा, प्रभा मुनि और रोहित मुनि की भूमिका भी जांच के घेरे में लाई जाए।
दिल्ली ब्लास्ट पर पूछे गए सवाल पर यूपी के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने मंगलवार को विवादित बयान दिया। उन्होंने मुस्लिम समुदाय, मस्जिदों, मदरसों और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को निशाने पर लेते हुए कई आरोप लगाए। मंत्री ने कहा कि अब तक पकड़े गए अधिकतर आतंकवादियों का संबंध मस्जिदों या मदरसों से रहा है। बीटेक-एमटेक था ओसामा बिन लादेन मस्जिद और मदरसों को बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितना पढ़ा-लिखा मुसलमान है, उतना बड़ा आतंकवादी है। ओसामा बिन लादेन का उदाहरण देते हुए कहा कि वह बीटेक-एमटेक था, और उसने अमेरिका पर हमला किया था, ये दैत्यों के वंशज हैं। आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी है अल फलाह यूनिवर्सिटी दिल्ली ब्लास्ट के बाद जांच के दायरे में आई फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी को एएमयू ने नॉर्थ जोन इंटरवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट (पुरुष) में खेलने का न्योता दिया। इस मामले पर राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने एएमयू पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी यूनिवर्सिटी को नहीं बुलाना चाहिए। अगर यह बुलाते हैं तो यह भी आतंकवादियों के समर्थक माने जाएंगे। ऐसे में एएमयू की जांच होनी चाहिए। एएमयू से पकड़े गए हैं बुरहान वानी जैसे आतंकवादी मंत्री ने कहा कि एएमयू की जांच होनी चाहिए क्योंकि यहां से भी बुरहान वानी जैसे आतंकी पकड़े गए हैं। मीडिया से बातचीत में मंत्री ने आगे कहा कि देश में किसी भी अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान की जरूरत नहीं है। जैसे बाकी लोग पढ़ते हैं, वैसे ये भी पढ़ें। उनका आरोप है कि अल्पसंख्यक के नाम पर अत्याचार और गलत काम होते हैं। राज्यमंत्री ने कहा कि मस्जिदों पर ताले लगने चाहिए और मदरसे पूरी तरह बंद होने चाहिए। फारुक अब्दुल्ला को फांसी होनी चाहिए राज्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट पर किसी भी मौलवी ने कुछ नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को सांप के फन की तरह कुचल देना चाहिए। रघुराज सिंह ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर भी तीखा हमला बोला। कहा कि फारुक अब्दुल्ला के समय पर ही आतंकवादी पनपे थे। वे खुद आतंकवाद के समर्थक हैं। इस देश का कानून लचर है, वरना फारुख अब्दुल्ला को फांसी होनी चाहिए। न्यूयॉर्क से भाग रहे बड़े–बड़े पैसे वाले राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने न्यूयॉर्क के नए मेयर जोहरान ममदानी पर भी निशाना साधा। आरोप लगाया कि उन्होंने धर्म परिवर्तन कराना शुरू कर दिया है। टैक्स लगा दिया है, इससे बड़े-बड़े पैसे वाले भाग रहे हैं।
जमुई-गिद्धौर मुख्य मार्ग पर भंवरा पुल के पास मंगलवार को ई-रिक्शा और ऑटो की आमने-सामने की टक्कर में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में 60 वर्षीय वृद्ध समेत सभी यात्री शामिल हैं, जिन्हें जमुई सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की पहचान 60 वर्षीय वृद्ध, उनकी पत्नी करनी देवी, 7 वर्षीय पोता सत्य कुमार और ई-रिक्शा पर सवार एक अन्य युवक के रूप में हुई है। घायल वृद्ध के बेटे सुनील मांझी ने बताया कि उनके पिता, मां और बेटा ई-रिक्शा से कहीं जा रहे थे। भंवरा पुल के पास एक तेज रफ्तार ऑटो बेकाबू होकर ई-रिक्शा से टकरा गया। सिर और शरीर में आई चोटें सुनील मांझी के मुताबिक, उनके पिता को माथे और शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। उनकी मां करनी देवी की आंख पर चोट लगी है, जबकि 7 वर्षीय सत्य कुमार के सिर में गंभीर चोट बताई गई है। ई-रिक्शा में सवार एक अन्य युवक का पैर टूट गया है। स्थानीय लोगों ने इस मार्ग पर बढ़ती दुर्घटनाओं पर चिंता जताई है और प्रशासन से सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की मांग की है। सभी घायलों का इलाज जमुई सदर अस्पताल में चल रहा है।
'10 नवंबर को CMS स्कूल में मेरे छोटे भाई के साथ हुई घटना कोई हादसा नहीं था। वह एक साजिश थी, जिसमें स्कूल के मैथ्स टीचर का लड़का शामिल है। उसी की वजह से ये दुर्घटना हुई है। स्कूल प्रशासन इस पूरे मामले को दबाना चाहता है। मेरे पास बच्चे की फोटो भी है। ' यह कहना है CMS के LDA कॉलोनी ब्रांच में बास्केटबॉल पोल गिरने से गंभीर रूप से जख्मी 11वीं के छात्र अक्षयदीप के बड़े भाई राजदीप शुक्ला का। लखनऊ के राजाजीपुरम निवासी एडवोकेट कुलदीप शुक्ला का छोटा बेटा अक्षय 10 नवंबर को स्कूल कैंपस में बास्केटबॉल खेल रहा था। उसी दौरान उसके सिर पर बास्केटबॉल पोल गिर गया। इस घटना में उसके सिर और आंख पर गंभीर चोट आई। उसे आनन-फानन में पहले नजदीक के निजी हॉस्पिटल ले जाया गया था, पर हालत बिगड़ने के बाद उसे KGMU ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी कंडीशन में अब सुधार हो रहा है। 8 दिन से वह हॉस्पिटल में है। सोमवार को उसे वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया। हालांकि अभी अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा है। पहले हादसे के समय की तस्वीर देखिए... अब पढ़िए बड़े भाई ने जो कहा... मेरा भाई कैप्टन था, जिससे चिढ़ता है 9वीं का स्टूडेंट दैनिक भास्कर से बातचीत में अक्षय के बड़े भाई और लॉ स्टूडेंट राजदीप कहते हैं- ICU में अक्षय को सात दिन बाद होश आया। घटना के दिन सुबह 7 बजे पिता अक्षय को स्कूल छोड़कर आए थे। सुबह स्कूल टाइमिंग से पहले 1 घंटे के लिए स्कूल में स्टूडेंट्स की टीम बास्केटबॉल की प्रैक्टिस करती है। अक्षय उस टीम का कैप्टन है। मैच के दौरान 9वीं क्लास के ऑरोजीत नाम का स्टूडेंट खेलना चाहता था, पर और स्टूडेंट्स अच्छे खिलाड़ी थे, इसलिए उसे टीम में खेलने का मौका नहीं मिला। इस बात से नाराज होकर, खुन्नस में आकर उसने बास्केटबॉल के उस मूवेबल पोल से बैलेंस के लिए रखे वेट लात मारकर हटा दिए। जिस कारण बास्केट बॉल पोल डिस बैलेंस होकर अक्षय के सिर पर गिर गया। सभी भाई-बहनों में सबसे तेज है अक्षयदीप रोते हुए राजदीप कहते हैं- 2 टन से ज्यादा के वजन का पोल मेरे भाई के सिर पर गिरने से उसके ब्रेन में डीप इंजरी आ गई। उसका स्कल क्रैक हो गया। वो कई दिनों तक बेहोशी में रहा, 7 दिन बाद डॉक्टर किसी तरह उसे होश में ला सके। उसका दिमाग सही रहेगा या नहीं ये कह नहीं सकते। राजदीप के मुताबिक, अक्षय ऑलराउंडर रहा है। दसवीं में उसके 95% से ज्यादा नंबर थे। वह स्पोर्ट्स में भी खूब एक्टिव था। स्कूल बास्केटबॉल टीम का कैप्टन है। इसके अलावा वह बेहतरीन स्केच आर्टिस्ट भी है। वह टीशर्ट पर भी स्केच के जरिए बेहतरीन आर्ट बना लेता था। वह सभी भाई-बहनों में सबसे ज्यादा टैलेंटेड है। उस दिन अचानक हुई इस घटना से उसका जीवन और पूरा करियर संकट में है। डर है कि कहीं वह अपनी याददाश्त न खो दे। यह हादसा नहीं, अटेंप्ट टू मर्डर का केस भाई के साथ हुई ये घटना कोई हादसा नहीं है, ये एक सोची समझी साजिश है। यह अटेंप्ट टू मर्डर का केस है। स्कूल प्रशासन इस पूरी घटना को छिपा रहा है। CCTV फुटेज भी हमें दिखाने से मना किया जा रहा है। मौके से DVR निकालकर अलग रख दिया गया है। इस पूरे मामले को CMS दबा रहा है। जो छात्र मेरे भाई अक्षय के साथ खेल रहे थे और मौके पर मौजूद थे, उन सभी ने बताया कि ऑरोजीत घोष नाम के लड़के ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया है। कृष्णानगर पुलिस को तहरीर देकर FIR दर्ज करने की मांग राजदीप कहते है कि मेरे माता पिता दोनों ही हार्ट पेशेंट है और परिवार की आर्थिक स्थिति भी बहुत मजबूत नहीं है। पर भाई के साथ हुई इस जानलेवा घटना की शिकायत मैंने खुद कृष्णा नगर थाने में कंप्लेंट देकर की है। पुलिस को तहरीर देकर दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने निष्पक्ष जांच और कार्रवाई का भरोसा दिया है। मुझे उम्मीद है कि मेरे भाई को जरूर न्याय मिलेगा। यह था पूरा मामला 10 नवंबर को CMS के LDA कॉलोनी ब्रांच में बास्केटबॉल खेलते समय अचानक एक भारी बास्केटबॉल पोल अचानक से अक्षय दीप के ऊपर गिर पड़ा, जिससे उसके गंभीर सिर की चोट (हेड इंजरी) आई। घटना के तुरंत बाद उन्हें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां उनकी हालत को देखते हुए आपातकालीन उपचार शुरू किया गया। ट्रॉमा सेंटर के न्यूरो सर्जरी विभाग में चला इलाज अस्पताल में न्यूरोसर्जरी विभाग की टीम ने सीटी स्कैन सहित सभी आवश्यक परीक्षण किए। जांच में पाया गया कि चोट अत्यंत गंभीर है और ऑपरेशन से सुधार की कोई संभावना नहीं है। अक्षय को तत्काल वेंटिलेटर की आवश्यकता थी, जिसके बाद उन्हें ट्रॉमा वेंटिलेटरी यूनिट में भर्ती किया गया था। 8 दिन ICU में हुई मॉनिटरिंग यहां उनकी देखभाल टीवीयू प्रभारी डॉ. जिया अरशद और डॉ. राम गोपाल मौर्य की निगरानी में की गई। डॉक्टरों के मुताबिक लगातार आठ दिनों तक गहन आईसीयू देखभाल, दवाओं और मॉनिटरिंग से मरीज की स्थिति में सुधार देखा गया। जिसके बाद टीम ने उन्हें वेंटिलेटर से हटाकर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा। डॉक्टरों के अनुसार, अक्षयदीप की हालत में तेजी से सुधार है। KGMU ट्रॉमा सेंटर प्रभारी ने बताई कैसी थी बच्चे की कंडीशन KGMU ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. प्रेमराज सिंह ने बताया कि बच्चे को बेहद गंभीर कंडीशन में ट्रॉमा सेंटर लाया गया था। यहां CT स्कैन समेत सभी जरूरी जांच कराई गई थी। बच्चे को तत्काल वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत थी वो भी मुहैया कराया गया। अब उसकी हालत में सुधार है। डॉ. जिया अरशद की अगुआई में टीम ने बच्चे का इलाज किया। यदि मरीज की स्थिति इसी प्रकार बनी रही, तो अगले कुछ दिनों में उसे वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा, जहां आगे की चिकित्सा और पुनर्वास शुरू किया जाएगा। स्कूल ने यह सफाई दी थी CMS के प्रवक्ता ऋषि खन्ना ने बताया था कि CMS कानपुर रोड कैंपस में गेम पीरियड के बाद सभी बच्चे अपने क्लास में चले गए। कुछ बच्चे पहिये वाले बास्केटबॉल के पोल के चबूतरे पर बैठ गए। इस दौरान अचानक बैलेंस बिगड़ने से बास्केटबॉल का पोल छात्र अक्षयदीप शुक्ला के ऊपर गिर गया। ................................ संबंधित खबर पढ़िए... 11वीं के छात्र पर बास्केटबॉल पोल गिरा, सिर फटा:लखनऊ CMS में दोस्तों संग खेल रहा था, KGMU में वेंटिलेटर पर रखा लखनऊ में सिटी मांटेंसरी स्कूल (CMS) में खेल रहे छात्र पर बास्केटबॉल का पोल गिर गया। छात्र का सिर फट गया। उसे पास के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर बताते हुए KGMU ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रॉमा सेंटर में उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। यहां पढ़ें पूरी खबर
महिला की अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में एक आरोपी के खिलाफ सेक्टर-39 थाने में केस दर्ज हुआ है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। घटना के बाद से महिला मानसिक रूप से परेशान है। थाने में दी शिकायत में थानाक्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली महिला ने बताया कि वह मूलरूप से दिल्ली की रहने वाली है। महिला की सोशल मीडिया पर बीते साल पांच दिसंबर को चंदू चौहान नाम के व्यक्ति से दोस्ती हो गई। दोस्ती जब मजबूत हुई तो चंदू का महिला के घर आना जाना भी हो गया। दोनों बाहर भी साथ घूमने जाने लगे। इसी दौरान चंदू ने चुपके से महिला की निजी तस्वीर और वीडियो अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। महिला से अनबन होने पर आरोपी ने उसकी निजी तस्वीर और वीडियो इंस्टाग्राम समेत सोशल मीडिया के विविध प्लेटफॉर्म पर वायरल कर दी। महिला ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी ने शिकायतकर्ता और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी दी। आरोपी चंदू लगातार महिला को धमका रहा है। कई बार मना करने के बावजूद जब आरोपी नहीं माना तो महिला ने उसकी शिकायत थाने में कर दी। अब आरोपी को पुलिस तलाश रही है। केस दर्ज होने के बाद से आरोपी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है।
उत्तर भारत से चल रही बफीर्ली हवाओं से राजस्थान में सर्दी तेज होने लगी है। हिल स्टेशन माउंट आबू के कुछ हिस्सों में ओस की बूंदें जमने लगी हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, राज्य में अगले एक सप्ताह इसी तरह की सर्दी जारी रहने की संभावना है। हालांकि कोल्ड-वेव का असर थोड़ा कम होगा। सुबह-शाम शीतलहर से मामूली राहत मिलने की संभावना है। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा ठंडा मौसम माउंट आबू रहा। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, यहां न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु यानी शून्य पर चला गया। मैदानी इलाकों में मंगलवार को सबसे ज्यादा सर्दी नागौर, फतेहपुर में रही। यहां न्यूनतम तापमान 5.5 और 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर में न्यूनतम तापमान 6.8, सिरोही, दौसा में 7.1, जालोर में 7.2, चूरू में 8.4, झुंझुनूं में 9.5, बारां में 7.9, बीकानेर के पास लूणकरणसर में 6.2, चित्तौड़गढ़ में 8.3, अलवर में 8.6, वनस्थली (टोंक) में 9.1, भीलवाड़ा में 8.9 और उदयपुर में 9 डिग्री सेल्सियस रहा। सिरोही में सबसे ठंडा दिनमंगलवार राज्य के सिरोही जिले में दिन में सबसे ज्यादा ठंडक रही। यहां दिन का अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। करौली में अधिकतम तापमान 26, बारां, सीकर में 26.8, कोटा में 26.6, अलवर, उदयपुर में 26.2, भीलवाड़ा में 26.6, अजमेर में 27.8, जयपुर में 28.1, पिलानी में 29 और चित्तौड़गढ़ में 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सबसे अधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 32.2 डिग्री सेल्सियस रहा। राजस्थान के प्रमुख शहरों का तापमान
इंदौर में सराफा चौपाटी को लेकर अभी तक निर्णय नहीं होने से सराफा के व्यापारी और इंदौर चांदी-सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारी नाराज हैं। हाल ही में हुई घटना ने इस नाराजगी को ओर बढ़ा दिया है। इधर, मामले में मेयर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि सराफा चौपाटी का प्लान तैयार है, जल्द ही इसका एक्जीक्यूशन करेंगे। बता दें कि सराफा चौपाटी को शिफ्ट करने की मांग सराफा चांदी-सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा की जा रही थी। इसे लेकर पदाधिकारियों ने मौन धरना प्रदर्शन करने के साथ ही व्यापारियों के साथ बैठकें की थीं। मामला बढ़ने पर महापौर ने व्यापारियों के साथ नगर निगम में मीटिंग की, जिसके बाद समन्वय बना और एक कमेटी का गठन किया गया, जो सराफा चौपाटी के नए स्वरूप को विकसित करेगी। इस कमेटी में सराफा एसोसिएशन, सराफा चौपाटी एसोसिएशन के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया था। पदाधिकारियों का कहना है कि उस वक्त कहा गया था कि श्राद्धपक्ष के बाद सराफा चौपाटी को लेकर रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी और पारंपरिक दुकानों को ही अनुमति दी जाएगी। मगर दीपावली का त्योहार भी गुजरने के बाद अब तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ। मारपीट की घटना के बाद पदाधिकारियों में बढ़ी नाराजगी सोमवार रात सराफा चौपाटी में दो व्यापारी ग्राहकी को लेकर आपस में भिड़ गए। उनके बीच थप्पड़, घूंसे और चिमटा तक चल गया। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस मामले में सराफा पुलिस ने दोनों व्यापारियों पर कार्रवाई भी की। इस घटना के बाद सराफा व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों में नाराजगी और बढ़ गई है। उनका कहना है कि इस तरह की कई घटनाएं यहां हो चुकी हैं, जिसके कारण सराफा का नाम खराब हो रहा है और यहां की छवि पर भी असर पड़ रहा है। पदाधिकारियों का कहना है कि उनके पास व्यापारियों के लेटर रखे हैं। इन लेटरों में व्यापारियों ने सहमति जताई है कि वे अपनी दुकानों के ओटलों पर चौपाटी नहीं चाहते हैं। अगर जल्द ही इसका निर्णय नहीं होता है तो वे इस ओर अपनी रूपरेखा तैयार करेंगे। मेयर बोले- जल्द करेंगे एक्जीक्यूशन इस मामले में मेयर पुष्यमित्र भार्गव से दैनिक भास्कर ने चर्चा की। मेयर ने बताया कि दो बार मीटिंग हो गई है। कुछ ही दिनों में उसका एक्जीक्यूशन हम शुरू कर देंगे। कुछ सुझाव भी आए हैं, कमेटी उस पर चर्चा कर रही है। सुझावों पर अमल करके बहुत जल्द ही सराफा चौपाटी का स्वरूप बदलेगा। घटना को लेकर कहा कि निश्चित तौर पर इसी सब के लिए सभी ने निर्णय किया है। सराफा इंदौर की धरोहर, गौरवशाली परंपरा है और जिस कारण से इंदौर जाना जाता है। उसकी सुविधा अच्छी रहे, ये हम सभी कि जिम्मेदारी है। प्लान बन गया है। उसका एक्जीक्यूशन जल्दी करेंगे।
भारतीय कला, साहित्य, संस्कृति और भारतीय भाषाओं को वैश्विक पहचान दिलाने के उद्देश्य से विश्व रंग फाउंडेशन और रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय संयुक्त रूप से “विश्वरंग-टैगोर अंतरराष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव 2025” का आयोजन 27 से 29 नवंबर तक रवींद्र भवन, भोपाल में कर रहे हैं। यह विश्वरंग का सातवां संस्करण है, जिसमें देश-विदेश के नामचीन साहित्यकार, कलाकार, शिक्षाविद और सांस्कृतिक हस्तियां शामिल होंगी। तीन दिवसीय महोत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की विशेष श्रृंखला रहेगी। 27 नवंबर को श्रीराम कला केंद्र, नई दिल्ली ‘श्री कृष्ण लीला’ नृत्य नाटिका का मंचन करेगा। 28 नवंबर को देश के लोकप्रिय समूह कलेक्टिव क्वॉयर प्रस्तुति देगा, जबकि 29 नवंबर को गायिका सोना महापात्रा विशेष संगीत संध्या में श्रोताओं को सुरों से मंत्रमुग्ध करेंगी। विचार और संवाद सत्रों में पहुंचेंगी हस्तियां28 नवंबर को अभिनेता फैसल मलिक, अभिनेत्री दिव्या दत्ता, सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर और उद्यमी अंकुर वारिकू, गीतकार स्वानंद किरकिरे और क्रिकेटर–कॉमेंटेटर आकाश चोपड़ा अपने विचार रखेंगे। 29 नवंबर को अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा, पत्रकार सौरभ द्विवेदी और अन्य चर्चित हस्तियां सहभागिता दर्ज कराएंगी। साहित्य की बड़ी आवाजें भी एक मंच पर देवदत्त पटनायक, दिव्य प्रकाश दुबे, ममता कालिया, नीलेश मिश्रा, ए. अरविंदाक्षन, शशांक, शिवमूर्ति और ज्ञान चतुर्वेदी जैसे प्रमुख साहित्यकार भी अपने विचार और रचनाएं साझा करेंगे। अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति बनेगी विशेष आकर्षण नीदरलैंड, शारजाह, श्रीलंका, इजराइल, जापान, डेनमार्क, चीन और इटली से भी साहित्यकार शामिल होंगे। साहित्यकार रामा तक्षक, डॉ. पूर्णिमा वर्मन, अमली, आमिर ओर, बन्या नट्सूइशी, पिया टाफड्राप, मिंग दी और मोनिका गुएरा भी अलग-अलग सत्रों में अपने विचार और रचनाएं साझा करेंगे।
गोरखपुर के डीडीयू यूनिवर्सिटी में मिशन शक्ति के अंतर्गत नेशनल बुक ट्रस्ट और इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी के सहयोग से 'बेकक्वेस्ट 2025: द बैटल ऑफ बेकर्स प्रतियोगिता' का आयोजन किया गया। जिसमें स्टूडेंट्स ने उत्साह दिखाते हुए पार्टिसिपेट किया। सभी ने अलग- अलग स्वादिष्ट डिश बना कर प्रतियोगिता जीतने की पूरी कोशिश की। इतना ही उस डिश सर्व करने के भी बेहतरीन तरीके से सबको प्रभावित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता किया। उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम को अधिक प्रेरणादाई बनाया। कार्यक्रम में आए हुए मुख्य अतिथि का स्वागत अधिष्ठाता वाणिज्य प्रो. श्रीवर्धन पाठक ने किया । हर क्षेत्र में स्त्रियों की भागीदारी बढ़ी मिशन शक्ति 5.0 की नोडल अधिकारी प्रो. विनिता पाठक ने सभी छात्र-छात्राओं को सरकार की महिला सशक्तिकरण की योजनाओं के बारे में बताया और कहा कि आज हर क्षेत्र में स्त्रियों की भागीदारी बढ़ी है। विज्ञान, शिक्षा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। इसके साथ ही महिलाओं के विवेक सम्मत निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि हुई है। इस दौरान इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी के कोऑर्डिनेटर डॉ. अंशू गुप्ता ने कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन दिया। जूरी ने चुना विजेता इस प्रतियोगिता में जूरी मेंबर में सुप्रिया द्विवेदी, आदित्य मल्होत्रा , शेफ कुलदीप सिंह उपस्थिति रहे, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों के बनाए गए व्यंजनों का आकलन किया। जिसमें अभिषेक प्रसाद और उनकी टीम प्रथम, अंशुमन चौहान और उनकी टीम द्वितीय जबकि हरिओम मिश्रा और टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। इस आयोजन ने न केवल प्रतिभागियों को अपने कौशल प्रदर्शित करने का अवसर दिया , बल्कि मिशन शक्ति के उद्देश्य महिला सशक्तिकरण, नेतृत्व विकास और आत्मनिर्भर को भी प्रभावी रूप से आगे बढ़ाया। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में वाणिज्य विभाग के फैकल्टी डॉ. मनीष कुमार , डॉ. राहुल मिश्रा और डॉ. सारिका गुप्ता, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी के फैकल्टी डॉ. कुरैश खान , डॉ. आशीष रंजन और डॉ. महेश कुमार के साथ विभाग के सभी छात्र-छात्राओं ने सहयोग किया ।
जोधपुर की स्पेशल कोर्ट (CBI Cases) जोधपुर महानगर के जज भूपेंद्र कुमार सनाढ्य ने मंगलवार को श्रीगंगानगर के मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (MES) में भ्रष्टाचार के तीन मामलों में फैसला सुनाया। तीनों मामलों में CBI ने 11 अप्रैल 2016 को ठेकेदार दीपक अनेजा की शिकायत पर 12 अप्रैल 2016 को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। इस केस के करीब साढ़े नौ साल बाद 18 नवंबर को सुनाए गए फैसले में अकाउंट्स ऑफिसर हरिसिंह नागले और AGE BR-II अनिल बेटगिरी को दोषी करार देते हुए 4-4 साल की सजा सुनाई गई, जबकि AGE Contract राधेश्याम सोनी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 में 3 साल की सजा सुनाई। वहीं, यूडीसी हेतराम और JE एन.एन. मोहंती को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। तीनों मामलों में सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक भगवानसिंह भंवरिया ने पैरवी की, जबकि अभियुक्तों की ओर से अधिवक्ता जे.के. चांडा व अन्य ने पैरवी की। केस-1: हरिसिंह नागले 12 हजार रुपए लेते पकड़ा गया मूलतया हरियाणा के कुरुक्षेत्र में लाडवा के बाकली व तत्कालीन श्रीगंगानगर मिलिस्ट्री स्टेशन भगत एनक्लेव निवासी हरिसिंह नागले, जो वर्ष 2016 में श्रीगंगानगर एमईएस गैरिसन इंजीनियर ऑफिस में अकाउंट्स ऑफिसर के पद पर कार्यरत था। उसके खिलाफ परिवादी ठेकेदार दीपक अनेजा ने 11 अप्रैल की सुबह सीबीआई जोधपुर में टेलीफोन कर सूचना दी। इसमें बताया कि उनकी फर्म मैसर्स एलिगेंट बिल्डर्स एंड इलेक्ट्रिकल्स MES श्रीगंगानगर में कार्य कर रही थी। हरिसिंह नागले उनसे बिलों को पास करने की एवज में 12 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा है। इस पर 12 अप्रैल 2016 को सीबीआई इंस्पेक्टर जेएस यादव की टीम ने ट्रैप प्लान किया और हरिसिंह नागले को रंगेहाथ गिरफ्तार कर उसकी पैंट की दाहिनी जेब से 12 हजार रुपए बरामद किए गए। अदालत का फैसला: स्पेशल जज सनाढ्य ने हरिसिंह नागले को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत 3 साल के साधारण कारावास और 50,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। साथ ही धारा 13(2), धारा 13(1)(d) के तहत 4 साल के साधारण कारावास और 50,000 रुपये जुर्माने की सजा दी। दोनों सजाएं समवर्ती रूप से चलेंगी। केस-2: राधेश्याम सोनी 18 हजार रुपए लेते पकड़ा गया मूलतया अजमेर जिले के पाटन तहसील के नलु गांव निवासी व तत्कालीन श्रीगंगानगर मिलिस्ट्री स्टेशन भगत एनक्लेव निवासी राधेश्याम सोनी, जो वर्ष 2016 में श्रीगंगानगर एमईएस गैरिसन इंजीनियर ऑफिस में AGE Contract (Assistant Garrison Engineer Contract) के पद पर कार्यरत था। उसके खिलाफ परिवादी ठेकेदार दीपक अनेजा ने 11 अप्रैल 2016 की सुबह सीबीआई जोधपुर में टेलीफोन कर सूचना दी। इसमें बताया कि राधेश्याम सोनी और हेतराम (UDC) ने उसकी फर्म मैसर्स एलिगेंट बिल्डर्स एंड इलेक्ट्रिकल्स को टेंडर देने और बिलों की तकनीकी जांच के एवज में 18 हजार रुपए रिश्वत मांग रहे हैं। राधेश्याम सोनी ने उससे फोन पर कहा था कि 13 मई 2018 तक उसे ठेके का काम पूरा करना होगा और स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक यह राशि नहीं देगा तब तक आगे ठेका भी नहीं मिलने देगा। इस पर 12 अप्रैल 2016 को सीबीआई इंस्पेक्टर जेएस यादव की टीम ने ट्रैप प्लान किया। ट्रैप के दौरान राधेश्याम सोनी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसकी पैंट की जेब से 18 हजार रुपए बरामद किए गए। अदालत का फैसला: स्पेशल जज भूपेंद्र कुमार सनाढ्य ने राधेश्याम सोनी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत 3 साल के साधारण कारावास और 50,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। हालांकि, धारा 13(2) संपठित धारा 13(1)(d) में सबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया गया। वहीं, सह-अभियुक्त हेतराम गोदारा निवासी बी-27, वैशाली नगर, बालाजी धाम, श्रीगंगानगर) को पूर्णतः दोषमुक्त कर दिया गया क्योंकि उसकी सक्रिय भूमिका साबित नहीं हुई। केस-3: अनिल बेटगिरी 30 हजार रुपए लेते पकड़ा गया महाराष्ट्र के पुणे जिले के वारजे चैतन्य नगरी बिल्डिंग आर, फ्लैट नंबर 13 निवासी अनिल बेटगिरी, जो वर्ष 2016 में श्रीगंगानगर एमईएस में AGE BR-II (Assistant Garrison Engineer Building Roads) के पद पर कार्यरत था। उसके खिलाफ परिवादी ठेकेदार दीपक अनेजा ने 11 अप्रैल 2016 की सुबह सीबीआई जोधपुर में सूचना दी। इसमें बताया कि अनिल बेटगिरी और एन.एन. मोहंती (JE BR-II) ने उसकी फर्म द्वारा किए गए कार्य के बिलों की कुल राशि 11 लाख रुपये के 2 प्रतिशत के हिसाब से 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। परिवादी ने कहा कि उसकी फर्म को वर्ष 2014 में अवॉर्ड हुए ठेके का संपूर्ण कार्य वह 2015 में पूर्ण कर चुका है। इस पर 12 अप्रैल 2016 को सीबीआई इंस्पेक्टर यादव की टीम ने ट्रैप प्लान किया। ट्रैप के दौरान अनिल बेटगिरी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उनके ऑफिस में टेबल की दराज से लाल रंग के कैरी बैग में रखे 30 हजार रुपए बरामद किए गए। अदालत का फैसला: स्पेशल जज सनाढ्य ने अनिल बेटगिरी को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत 3 साल के साधारण कारावास और 50,000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। साथ ही धारा 13(2) संपठित धारा 13(1)(d) के तहत 4 साल के साधारण कारावास और 50,000 रुपये जुर्माने की सजा दी। दोनों सजाएं समवर्ती रूप से चलेंगी। वहीं, सह-अभियुक्त एन.एन. मोहंती (पुत्र स्व. भगवान मोहंती, उम्र 56 वर्ष, निवासी ग्राम पोस्ट कंदली, तहसील एवं पुलिस थाना तलचर, जिला अंगुल, उड़ीसा) को पूर्णतः दोषमुक्त कर दिया गया क्योंकि उसके खिलाफ रिश्वत मांगने या स्वीकार करने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला। भ्रष्टाचार पर अदालत की टिप्पणी न्यायालय ने अपने फैसले में भ्रष्टाचार के गंभीर प्रभाव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार एक विशाल समस्या बन गई है और यह सर्वत्र फैल गई है। किसी भी सार्वजनिक गतिविधि का कोई क्षेत्र भ्रष्टाचार की दुर्गंध से अप्रभावित नहीं रहा है। इसका गहरा और व्यापक प्रभाव पूरे देश के कामकाज पर पड़ता है। बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार राष्ट्र-निर्माण गतिविधियों में बाधा डालता है और सभी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
गोरखपुर के गोरखनाथ इलाके में बन रहा नया ओवरब्रिज अब लगभग तैयार हो चुका है। काम 95% पूरा हो गया है और हर शाम पुराने दो-लेन वाले पुल पर लगने वाले जाम से परेशान लोगों को जल्द राहत मिलने वाली है। शाम के समय गाड़ियाँ रेंगते हुए निकलती हैं, क्योंकि भीड़ बढ़ जाती है और पुराना पुल इतना चौड़ा नहीं है कि ट्रैफिक आसानी से निकल सके। देखिए ओवरब्रिज की लेटेस्ट तस्वीरें... दैनिक भास्कर से बात करते हुए प्रोजेक्ट लीड अरुण कुमार सिंह ने बताया कि काम अंतिम चरण में है और बचा हुआ थोड़ा-बहुत काम भी 10 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उनके अनुसार पुल बनने के बाद इसकी लोड क्षमता की टेस्टिंग की जाएगी, उसके बाद इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसके बाद इस पर वाहन तेज रफ्तार से फर्राटा भर सकेंगे। अगले 4–6 दिनों में एंगल को पिलर पर रख दिया जाएगा, जिसके बाद सड़क का ढलाई का काम शुरू हो जाएगा। पुल की दीवारों पर गोरखपुर की झलकियाँ नए पुल की बाहरी दीवारों पर आकर्षक कलाकृतियाँ बनाई जा रही हैं। इनमें गोरखपुर की संस्कृति और पहचान की झलक दिखाई देगी। यह पेंटिंग गोरखनाथ दिशा से आने वाले लोगों को सबसे पहले नजर आएगी। राहगीरों और स्थानीय लोगों को यह वाल पेंटिंग काफी पसंद आ रही है और पुल देखने में भी खूबसूरत लग रहा है। पुल की खासियत: व्यू कटर और साउंड बैरियर नए ओवरब्रिज में पहली बार गोरखपुर में खास तरह का व्यू कटर शेड लगाया जा रहा है। इस शेड में छोटे-छोटे होल बनाए गए हैं, जो साउंड बैरियर की तरह काम करेंगे। इससे गाड़ियों की आवाज़ आसपास के घरों तक कम पहुंचेगी और नॉइस पॉल्यूशन भी कम होगा।यह शेड पास में रहने वाले लोगों की प्राइवेसी भी सुरक्षित रखेगा, ताकि पुल पर चलने वाले लोग उनके घरों या आँगनों में झांक न सकें। अधिकारियों के अनुसार, गोरखपुर में ऐसा शेड पहली बार लगाया जा रहा है। पुल की साइड वाली दीवारों पर वाल पेंटिंग भी चल रहा है। जो लोकल लोग और राहगीरो को खूब भा रहा। दीवारों पर बने चित्र पुल को देखने में भी आकर्षक बना रहे हैं। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने जब प्रोजेक्ट लीड अरुण कुमार सिंह से इन विशेषताओं के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “यह नए तरीके का शेड है जो गोरखपुर का पहला होगा। इसमें बनी छेद से पुल पर गाड़ियों का शोर बाहर नहीं जाएगा।” कैसे शुरू हुई थी परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान नए ओवरब्रिज के निर्माण के निर्देश दिए थे। लखनऊ–गोरखपुर रेल मार्ग के डोमिनगढ़ और गोरखपुर जंक्शन के बीच पहले से बना ओवरब्रिज जाम का बड़ा कारण बन चुका था। इसलिए उसी के पास दूसरा आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड, गोरखपुर इकाई ने इस परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की। पुल की लंबाई और लागत -कुल लंबाई: 766.32 मीटर -रेलवे हिस्सा: 17.63 मीटर -परियोजना लागत: ₹178 करोड़ -कार्य प्रगति: 95% -नया लक्ष्य: दिसंबर 2025गोरखनाथ रोड पर रोजाना हजारों लोग इस मार्ग से गुजरते हैं। भारी ट्रैफिक और संकरी सड़क की वजह से यहां अक्सर जाम लग जाता है। खासकर खिचड़ी मेले के दौरान यह समस्या और बढ़ जाती है। नया ओवरब्रिज बनने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। क्यों जरूरी पड़ा नया ओवरब्रिज गोरखनाथ क्रॉसिंग पर पहला ओवरब्रिज 1980 में बनाया गया था। समय के साथ शहर बढ़ा, सड़कें चौड़ी हुईं और ट्रैफिक कई गुना बढ़ गया।मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक फोर-लेन सड़क बनने के बाद पुराने दो-लेन वाले पुल पर गाड़ियों का दबाव और बढ़ गया। नतीजा—हर समय जाम।इसी वजह से मुख्यमंत्री ने पुराने पुल के समानांतर एक नया ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दी। क्या मिलेगा फायदा -पुराने पुल और आसपास के इलाकों में लगने वाले जाम से राहत -खिचड़ी मेले के दौरान भी सुचारु यातायात -एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस समय पर पहुंच सकेंगी -आपात स्थिति में तेज और वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा -शोर कम होने से आसपास रहने वालों को आराम -प्राइवेसी सुरक्षित रहेगी -शहर के विकास में एक और महत्वपूर्ण कदम
लुधियाना के जगराओं में मालखाने से ड्रग मनी गायब करने वाले गिरफ्तार मुंशी से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ करनी शुरू कर दी। पुलिस ने जैसे ही सख्ती दिखनी शुरू की तो मुंशी ने राज उगलने शुरू कर दिए। पुलिस ने मुंशी के एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया और उससे 6 लाख रुपए की राशि बरामद कर दी। पुलिस आरोपी से 13 लाख रुपए पहले बरामद कर चुकी हे। पुलिस ने गिरफ्तार मुंशी गुरदास सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके साथी मनोज कुमार उर्फ मंगू को भी मामले में नामजद कर दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया है।उसके पास ही पुलिस ने छह लाख बरामद किए हैं। उसे भी पुलिस आज कोर्ट में पेश करेगी और रिमांड पर लेकर उससे भी पूछताछ करेगी। थाने के पास चाय की दुकान चलता है मनोज कुमार आरोपी मनोज कुमार थाना सिधवां बेट के नजदीक चाय की दुकान चलाता है। आरोपी मुंशी गुरदास सिंह उसकी दुकान पर जाकर चाय पीता था। गुरदास सिंह मालखाने में से पैसे निकालकर चाय वाले मनोज कुमार को संभालने के लिए देता था। पुलिस ने जब मनोज कुमार से पूछताछ की तो उससे छह लाख रुपए हासिल किए। गुरदास सिंह लाइटर से पिघलाता था सील पुलिस पूछताछ में आरोपी गुरदास ने माना कि मालखाने में जमा केस प्रॉपर्टी की सील को लाइटर से पिघलाकर तोड़ देता था और पैसे निकालने के बाद दोबारा सील लगाकर छुपा देता था। इस काम में उसका मनोज उसका साथ देता था। बताया जा रहा हे कि गुरदास मनोज से चाय मंगवाता था और सील तोड़ उसे पैसे थमा देता था। बाद मनोज वही रकम लेकर चला जाता था। मुंशी के घर से मिले थे 13 लाख रुपए पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि मनोज से बरामद किए गए 6 लाख रुपए में उसकी हिस्सेदारी थी या फिर गुरदास सिंह उसे सिर्फ रकम संभालने के लिए देता था। यह पूछताछ करने के लिए पुलिस उसे कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेगी। गौरतलब है कि मनोज से 6 लाख बरामद होने से पहले पुलिस गुरदास के घर से 13 लाख रुपए की नकदी जब्त कर चुकी है। पुलिस इस पूरे घोटाले की परतें खोजने में जुटी हुई है और आने वाले दिनों में और भी खुलासों की संभावना व्यक्त की जा रही।
राजगीर की अंतरराष्ट्रीय स्तरीय खेल अकादमी अब स्थानीय प्रतिभाओं को निखारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। जल्द ही यहां डे बोर्डिंग स्कीम शुरू की जाएगी, जिसके तहत नालंदा और राजगीर के खिलाड़ी दिन के समय अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल राजगीर को खिलाड़ियों की नर्सरी बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है। राज्य खेल अकादमी के सहायक निदेशक मिथलेश कुमार सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत राजगीर में विशेष कैंप आयोजित किए जाएंगे। इन कैंपों में सरकारी और निजी स्कूलों के वे छात्र भाग ले सकेंगे, जो खेल के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। अकादमी के अनुभवी कोच इन छात्रों का परीक्षण करेंगे और उनकी क्षमता के अनुसार उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। विशेष बात यह है कि छात्र अपनी रुचि के अनुसार खेल का चयन कर सकते हैं। एक छात्र चाहे तो एक से अधिक खेलों में भी अपनी प्रतिभा परख सकता है। चयनित खिलाड़ियों को अकादमी के विशेषज्ञ कोच व्यक्तिगत रूप से प्रशिक्षण देकर उनकी प्रतिभा को निखारेंगे। क्षेत्र में एक्सीलेंस खिलाड़ियों की कमी मिथलेश कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि राजगीर में स्थित खेल अकादमी अंतरराष्ट्रीय मानकों की है। एक ही परिसर में 24 विभिन्न प्रकार के खेलों की सुविधा उपलब्ध है। वर्तमान में यहां एक्सीलेंस स्तर के खिलाड़ियों का ही नामांकन लिया जाता है, लेकिन स्थानीय क्षेत्र में ऐसे खिलाड़ियों की कमी देखी गई है। इसी कमी को दूर करने और नई पीढ़ी के खिलाड़ी तैयार करने के उद्देश्य से यह योजना लाई जा रही है। स्कूलों के साथ समन्वय की रणनीति अकादमी प्रशासन विभिन्न विद्यालयों को पत्र भेजकर कैंप की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएगा। जिन विद्यालयों में खेल के लिए पर्याप्त मैदान हैं, वहां स्कूल परिसर में ही शिविर आयोजित किए जाएंगे। जहां मैदान की सुविधा नहीं है, उन स्कूलों के छात्रों को अन्य विद्यालयों में आयोजित कैंप में भाग लेने का अवसर मिलेगा। एकलव्य केंद्रों से जुड़ाव चयनित खिलाड़ियों को प्रारंभिक प्रशिक्षण अकादमी के कोचों द्वारा दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें राज्य भर में फैले 64 एकलव्य प्रशिक्षण केंद्रों में विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा। यहां खिलाड़ियों को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार विशिष्ट खेलों में प्रशिक्षित किया जाएगा। कल्याण बिगहा में शूटिंग का प्रशिक्षण दिया जाता है, जबकि राजगीर के एकलव्य केंद्र में पुरुष एवं महिला हॉकी, हैंडबॉल और भारोत्तोलन की विशेष ट्रेनिंग उपलब्ध है।
नालंदा के दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने का सुनहरा अवसर आया है। जनवरी 2026 में उत्तराखंड के रुड़की में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय पैरा पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप के लिए जिले के खिलाड़ी अभी से कड़ी मेहनत में जुट गए हैं। नालंदा पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव एवं प्रशिक्षक कुंदन कुमार पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि 23वीं सीनियर, 18वीं जूनियर एवं द्वितीय सब जूनियर राष्ट्रीय पैरा पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025-26 का आयोजन 15 से 18 जनवरी 2026 तक COER यूनिवर्सिटी, रुड़की (उत्तराखंड) में किया जाएगा। यह प्रतियोगिता देश भर के दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए अपनी शक्ति और क्षमता को राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का महत्वपूर्ण अवसर होगी। अक्टूबर से शुरू होगा राष्ट्रीय खेलों का सिलसिला आगामी खेल सत्र 2025-26 में राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन अक्टूबर 2025 से मार्च 2026 के बीच किया जाएगा। इस दौरान देश के विभिन्न शहरों में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए अनेक अवसर उपलब्ध होंगे। ऐसे में नालंदा के खिलाड़ियों के सामने अपनी तैयारी को चरम पर पहुंचाने की चुनौती है। प्रशिक्षण और अनुशासन पर जोर नालंदा लक्ष्य खेल अकादमी, हरनौत से जारी संयुक्त सूचना पत्र में सभी दिव्यांग खिलाड़ियों से विशेष अपील की गई है कि वे अपनी नियमित अभ्यास दिनचर्या को और अधिक गंभीरता से अपनाएं। प्रशिक्षक कुंदन कुमार पांडे का कहना है कि केवल खेल का अभ्यास ही नहीं, बल्कि अनुशासन, शारीरिक फिटनेस, तकनीकी कौशल, मानसिक संतुलन और सहनशक्ति के विकास पर भी समान रूप से ध्यान देना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट प्रदर्शन केवल प्रतिभा से नहीं, बल्कि निरंतर अभ्यास, कठोर परिश्रम और समर्पण से ही संभव है। हमारे खिलाड़ियों में क्षमता की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो बस सही दिशा में निरंतर प्रयास की। कोच के निर्देशों का पालन जरूरी एसोसिएशन ने सभी खिलाड़ियों से अपेक्षा जताई है कि वे प्रतिदिन समय पर प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थित हों और अपने कोच तथा एसोसिएशन के निर्देशों का पूर्णतः पालन करें। यही अनुशासन और नियमितता उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सफलता दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।
कैथल में अब नशा तस्कर पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए तस्करी में पुरानी व छोटी गाड़ियां नहीं, बल्कि महंगी और लग्जरी गाड़ियों का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसा केवल एक मामला नहीं, बल्कि कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें तस्कर एक्सयूवी और फॉक्सवैगन जैसी कारों का प्रयोग नशा तस्करी में करते हुए पकड़े जा चुके हैं। ये गाड़ियां भी अपराधियों द्वारा नशे से प्राप्त राशि से खरीदी जाती हैं। अधिकतर मामलों में अपराधी मध्य प्रदेश व राजस्थान से नशा लेकर आते हैं और उसे कैथल के गुहला-चीका से होते हुए पंजाब के पटियाला जिले में सप्लाई किया जाता है। ज्यादातर मामलों में पकड़े गए आरोपी भी पटियाला जिले के ही पकड़े गए हैं। ये आरोपी कैथल से गुहला क्षेत्र से पंजाब में प्रवेश करते हैं। पुलिस का मानना है कि तस्कर इन गाड़ियों का प्रयोग इसलिए करते हैं, ताकि बड़ी गाड़ियों को देखकर पुलिस को उन पर कोई शक न हो। अपराधियों का ये माइंडसेट होता है कि बड़ी व लग्जरी गाड़ियों में नशा लेकर जाएंगे तो चेकिंग की संभावना कम रहेगी। इसके अलावा तस्कर गाड़ियों के ऊपर पुलिस और अन्य अधिकारियों के लोगो लगा लेते हैं, ताकि उनको कोई रोके नहीं। दो फॉक्सवैगन गाड़ियां पकड़ी जा चुकी कैथल में 17 अक्टूबर को पाडला रोड कैथल से पुलिस ने 2 फॉक्सवैगन गाड़ियों में नशा तस्करी कर रहे 4 आरोपियों को काबू किया था। उनके कब्जे से करीब 40 लाख रुपए मूल्य का कुल 305 किलो 100 ग्राम डोडा पोस्त बरामद किया गया। हरियाणा व यूपी नंबर की दो वोल्क्सवैगन गाड़ियों से यह नशा पकड़ा गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान पहचान गांव अलिपुर राहियां जिला पटियाला पंजाब निवासी गुरजैंट सिंह व इंद्र सिंह, गांव ढाबी गुजरां जिला पटियाला पंजाब निवासी नसीब सिंह तथा जग्गा सिंह के रूप में हुई। पूछताछ में सामने आया था कि सभी आरोपी कोटा राजस्थान से यह नशीला पदार्थ खरीद कर लाए थे और पंजाब में ले जाने वाले थे। अब एक्सयूवी 500 में मिला नशा अब फिर से पुलिस ने एक्सयूवी 500 गाड़ी में नशा ले जा रहे तस्कर को पकड़ा है। उसके कब्जे से 296 किलो 255 ग्राम डोडापोस्त बरामद हुआ है। बरामद नशे की अनुमानित कीमत करीब 30 लाख रुपए आंकी जा रही है। एक्सयूवी 500 गाड़ी में 2 व्यक्ति डोडा पोस्त लेकर पंजाब जा रहे थे, जिनमें से एक फरार हो गया, जबकि एक को पकड़ लिया गया। अंडर ब्रिज खनौरी बाइपास कैथल से गांव मरौडी जिला पटियाला पंजाब निवासी सुखविंद्र उर्फ काला को पकड़ा गया। तलाशी के दौरान गाड़ी में रखे 15 कट्टो से 296 किलो 255 ग्राम डोडापोस्त बरामद हुआ। नशा तस्करी में प्रयुक्त गाड़ी को जब्त कर लिया गया। यह आरोपी भी पटियाला में नशा लेकर जा रहा था। सभी संदिग्ध गाड़ियों की हो रही चैकिंग डीएसपी गुरविंद्र सिंह ने बताया कि अपराधियों का ये माइंडसेट होता है कि बड़ी व लग्जरी गाड़ियों में चैकिंग की संभावना कम रहेगी। तस्कर गाड़ियों के ऊपर पुलिस और अन्य अधिकारियों के लोगों लगा लेते हैं, ताकि उनको कोई रोके नहीं। पुलिस अब ऐसे लोगों पर सख्ती से पेश आ रही है। संदिग्ध दिखने वाली सभी गाड़ियों की चैकिंग की जाती है। जैसे ही किसी गाड़ी में ऐसे अपराधी दिखें तो उनको तुरंत गिरफ्तार किया जाता है।
दिल्ली ब्लास्ट के बाद अब देश भर की सुरक्षा एजेंसियां ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। यूपी से आतंकी हमले में शामिल 4 डॉक्टरों को पुलिस ने अरेस्ट किया तो अब मीट फैक्ट्रियों का कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है। बरेली पुलिस ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी है। एलआईयू ने अपना खुफिया तंत्र तेज कर दिया है। यूपी की मीट कंपनियों में कश्मीर मूल की सिक्योरिटी कंपनियां सेवाएं दे रही है। इन कंपनियों में सिर्फ कश्मीरी ही सिक्योरिटी गार्ड होते है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को आयकर विभाग से भेजी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि निजी सिक्यॉरिटी एजेंसियों के जरिए इस्लामिक कट्टरपंथी संगठनो को फंडिंग की जा रही है। मीट कंपनियों में एम्प्लॉय कश्मीरी ट्रांसलेटर्स की लोकेशन पाकिस्तान में मिली है। मेरठ, आगरा, बरेली, उन्नाव में यह मीट कंपनियां स्थित है. UPATS ने केंद्र की सुरक्षा एजेंसी के इनपुट पर जांच शुरू की है। सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट के बाद बढ़ी हलचलदिल्ली ब्लास्ट के बाद देश की खुफिया एजेंसियों ने जब जांच का दायरा बढ़ाया तो बरेली की दो बड़ी मीट एक्सपोर्ट कंपनियां भी रडार पर आ गईं। एजेंसी से मिले इनपुट के आधार पर जब स्थानीय पुलिस ने दोनों यूनिट में छानबीन की तो पता चला कि यहां सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर 27 कश्मीरी युवक काम कर रहे हैं। लोकल पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं कराया गया थाजांच टीम को यह भी पता चला कि इन युवकों की तैनाती तो कर दी गई थी, लेकिन स्थानीय स्तर पर पुलिस सत्यापन तक नहीं कराया गया। सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट के बाद यह लापरवाही गंभीर मानी जा रही है। सिक्योरिटी एजेंसी का मालिक भी कश्मीर का रहने वालादोनों मीट कारोबारी जिस प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी के जरिए गार्ड लगवा रहे थे, उसका संचालक भी कश्मीर का ही निवासी निकला। अब पुलिस पूरे सेटअप को लेकर और ज्यादा सतर्क हो गई है। एलआईयू ने सभी कर्मियों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कियालोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआईयू) ने जाँच शुरू कर दी है। सभी 27 कश्मीरियों की पहचान, पुराने रिकॉर्ड, और आने-जाने की गतिविधियों की जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि वे किस चैनल के जरिए यहां पहुंचे और किसने इन्हें हायर कराया। फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन भी स्कैन परजांच सिर्फ वेरिफिकेशन तक सीमित नहीं है। पुलिस इन युवकों के बैंक अकाउंट, डिजिटल पेमेंट, और रोजमर्रा के वित्तीय लेनदेन तक खंगाल रही है। जांच टीम यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कहीं इनके जरिए किसी संदिग्ध लोकेशन पर बड़े पैमाने पर फंड ट्रांसफर तो नहीं हुआ। पूरी रिपोर्ट जल्द अफसरों को सौंपेगी पुलिसजांच के बाद पुलिस पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगी। शुरुआती संकेतों के बाद अब पूरे मामले को सुरक्षा के नजरिए से बेहद संवेदनशील मानकर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष पवन गुप्ता के बेटे अभिमन्यु गुप्ता और सिद्धार्थ काशीवार का नाम कोऑर्डिनेटर की सूची में आने के बाद कांग्रेस की सियासत और गर्मा गई हैं। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से लेकर नीचे तक के लोगों में ये विषय अब चर्चा का विषय बन गया हैं। हर किसी कि चुबान पर बस एस ही बात है ऐसे में कांग्रेस पार्टी का कद कैसे बढ़ेगा। एक बेटा भाजपा में तो दूसरा सपा की करता राजनीति एक ही परिवार के तीन लोग और तीनों अलग-अलग पार्टी के लिए राजनीति कर रहे हैं। पवन गुप्ता के बढ़े बेटे सिद्धार्थ काशीवार छावनी रामलीला कमेटी के सक्रीय सदस्य है और भाजपा खेमे में हमेशा देखे जाते रहे हैं। इसके अलावा उनके छोटे बेटे अभिमन्यु गुप्ता सपा की राजनीति करते हैं और सपा के टिकट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। गुपचुप तरीके से नाम शामिल कराने की चर्चा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने काऑर्डिनेटर बनाए जाने के लिए नाम मांगे थे। इसमें पवन गुप्ता ने अपने दोनों बेटों का भी नाम शामिल कर दिया था। इसके बाद नामों को गुप्त रखा गया। नाम सामने आने के बाद ये चर्चा सोशल मीडिया तक पहुंच गई। पवन गुप्ता के अध्यक्ष बनने पर भी उठे थे सवाल पवन गुप्ता को जब शहर का अध्यक्ष बनाया गया था उस समय पार्टी के वरिष्ठ नेता आलोक मिश्रा ने इसका विरोध किया था। उन्होंने अहमदाबाद में आयोजित राष्ट्रीय कार्य समिति के सम्मेलन में अप्रैल 2025 में ये मुद्दा बी उठाया था कि एक ही परिवार के तीन लोग अलग-अलग पार्टी की राजनीति करते है तो ऐसे में अध्यक्ष बनाया जाना ठीक नहीं हैं। 4 माह पूर्व ये लिस्ट मांगी गई थी कांग्रेस ने सभी जिलों से 4 माह पूर्व दावेदारों की लिस्ट मांगी गई थी, उसमें पवन गुप्ता ने अपने दोनों बेटों का नाम भेजा था। ये कोऑर्डिनेटर SIR पर भी काम करेंगे। पवन गुप्ता का कहना है कि शहर से प्रभावशाली लोगों की सूची मांगी गई थी। उन्हीं को कोआर्डिनेटर बनाया गया हैं। मैंने कोआर्डिनेटर नहीं बनाया है, ये प्रदेश स्तर से बनाया गया है।
दिल्ली ब्लास्ट में गिरफ्तार हुई डॉ. शाहीन सईद के मामले में अब सुरक्षा एजेंसियां और खुफिया विभाग उसके संपर्कों की गहराई से जांच करने में जुट गए हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में उसके साथ किस बैच में कितने डॉक्टरों ने ज्वाइन किया था, उनमें से कौन-कौन उससे करीबी संबंध रखते थे और किसका उसके घर तक आना-जाना था। इससे जुड़ा पूरा डेटा खंगाला जा रहा है। कॉलेज प्रशासन से लेकर विभागीय सहयोगियों तक, हर स्तर पर संपर्क सूची और वर्ग-वार रजिस्टर की जांच शुरू हो चुकी है। किसकी थी व्यक्तिगत नजदीकियां सूत्रों के अनुसार, डॉ. शाहीन ने जीएसवीएम में ज्वाइनिंग के दौरान कुल कितने डॉक्टरों के साथ बैच साझा किया था। इनमें से कई डॉक्टरों ने उससे अकादमिक या प्रोफेशनल तौर पर काम किया था, लेकिन एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि किन लोगों की उससे व्यक्तिगत नजदीकियां थीं। चमनगंज स्थित शाहीन के घर पर किन-किन लोगों का नियमित आना-जाना था, इसका भी एक अलग से डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। कई ऐसे नाम सामने आए हैं, जिन्होंने उससे घर पर मुलाकात की है, लेकिन उनकी भूमिका स्पष्ट नहीं है। एजेंसियां यह जानना चाहती हैं कि ये मुलाकातें सामान्य थीं या किसी खास उद्देश्य से की जा रही थीं। एक कार ब्रोकर का नाम आया सामने इसी बीच एक कार ब्रोकर का नाम सामने आने के बाद जांच तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि यह ब्रोकर पिछले कई सालों पहले शाहीन के संपर्क में रहा है। उसकी गतिविधियों, कॉल रिकॉर्ड और वित्तीय लेन-देन की भी विस्तृत जांच की जा रही है। फिलहाल एजेंसियां शाहीन के निजी और पेशेवर दोनों सर्किल की परतें खोलने में लगी हैं। डॉक्टरों, परिचितों, पड़ोसियों और बाहर से आने-जाने वालों की सूची का मिलान किया जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसके साथ कितने लोग जुड़े थे और क्या उन संपर्कों का किसी गतिविधि से संबंध था। जांच टीमें मान रही हैं कि यह कड़ी कई और लोगों तक भी जा सकती है, इसलिए हर जानकारी को गंभीरता से परखा जा रहा है।
गोरखपुर में शादियों के सीजन के बीच प्री-वेडिंग का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। इसमें भी ज्यादातर कपल ट्रेडिशनल प्री-वेडिंग शूट को प्रायोरिटी दे रहे हैं। प्री-वेडिंग शूटिंग के लिए शहर के तमाम बेहतरीन लोकेशन, नौका विहार, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, कुसमी जंगल, गोरखनाथ मंदिर, गंगा रिजॉर्ट और अन्य जगहों को पसंद किया जा रहा है। वहीं अगर शहर के बाहर की बात करें तो धार्मिक स्थानों में बनारस में सबसे ज्यादा शूटिंग करवाई जा रही है। इसके अलावा गोरखपुर के लोग सबसे ज्यादा नेपाल जा कर ही शूटिंग करवा रहे हैं। शादी फिक्स होने के बाद अधिकतर कपल अपने खास लम्हों को हमेशा के लिए संजोने के लिए प्री वेडिंग शूट करवाते हैं। जिसके लिए अलग- अलग लोकेशन पर उनके बीच की केमिस्ट्री को दिखाते हुए। एक सुंदर सा वीडियो बनवाते हैं। यह वीडियो उनकी शादी में चलता है। आजकल की शादियों में यह ट्रेंडिंग है। प्री-वेडिंग शूटिंग के बिना शादियां अधूरी सी लगती हैं। इसीलिए चाहे वो लव मैरिज हो या अरेंज अधिकतर कपल शूटिंग करवाते ही हैं। हालांकि दोनों में काफी अंतर होता है। नेपाल प्राकृतिक सुंदरता करती अट्रैक्ट गोरखपुर के लोग प्री- वेडिंग शूटिंग के लिए ज्यादातर पड़ोसी देश नेपाल जा रहे है। मिश्रा स्टूडियो के फोटोग्राफर सत्यप्रकाश मिश्रा ने बताया- 50 परसेंट लोग नेपाल का लोकेशन ही पसंद करते हैं। इसकी दो वजह है। एक तो वहां बहुत ही शानदार लोकेशन है। लुंबिनी की मंदिर हो या पोखरा और काठमांडू की प्राकृतिक सुंदरता वहां सब देखने को मिलेगा। जिस तरह का बैक ग्राउंड चाहिए, सब मिल जाता है। वॉटरफॉल, माउंटेन, हरियाली, या फिर ब्रिज सहित तमाम बेहतर लोकेशन वहां मौजूद हैं। दूसरी वजह यह है कि नेपाल गोरखपुर के बहुत पास में है। आने- जाने या फिर खर्च में कोई असुविधा नहीं होती है। तो कम बजट वाले लोग भी यहां प्री- वेडिंग शूटिंग करवा पाते हैं। इसलिए नेपाल को ज्यादा पसंद किया जाता है। लव स्टोरी बेस्ड प्री-वेडिंग शूट श्याम फोटोग्राफर ने बताया- लव मैरिज करने वाला कपल ज्यादातर अपनी स्टोरी का शूटिंग करवाता है। कैसे वे लोग मिले और किसने प्यार का इजहार पहले किया। फिर शादी तक बात कैसे पहुंची। ये सब कुछ उनके वीडियो में शामिल होता है। जो उन लम्हों को रिक्रिएट करता है, जो उन्हें याद तो है लेकिन फिर से उसे जी नहीं सकते हैं। वीडियो के माध्यम से वे अपनी स्टोरी को पूरी दुनिया के सामने के लाते हैं। साथ ही उन खूबसूरत यादों को फिर से ताजा करते हैं। बनारस में होती ट्रेडिशनल प्री- वेडिंग शूट श्याम का कहना है कि आजकल ट्रेडिशनल शूटिंग भी बहुत ज्यादा पसंद की जा रही है। ज्यादातर अरेंज मैरिज करने वाले कपल ही इसे पसंद करते हैं। इस तरह के प्री- वेडिंग शूट के लिए गोरखनाथ मंदिर, राजघाट, कुसमी जंगल, गंगा रिजॉर्ट, नौका विहार 2.0 के साथ बनारस जैसे धार्मिक जगहों को पसंद किया जा रहा है। ट्रेडिशनल प्री- वेडिंग शूटिंग में कपल सीता-राम या राधा-कृष्ण का लुक लेते हैं। यह पूरी तरह धार्मिक होता है। राम-सीता की तरह ही कपल का मिलन दर्शाया जाता है। या फिर राधा-कृष्ण के अटूट प्रेम और लीलाओं को क्रिएट किया जाता है। इसके अलावा नार्मल शूटिंग के लिए भी इन जगहों को पसंद किया जा रहा है। प्री-वेडिंग शूटिंग के लिए गोरखपुर के खास लोकेशन गोरखपुर शहर भी सुंदरता के मामले में हर तरफ से धनी है। यहां भी तमाम तरह के लोकेशन है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। जिसमें नौका विहार, नौका विहार 2. 0, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, लेक क्वीन, राजघाट, गोरखनाथ, कुसमी जंगल, वी पार्क, गंगा रिजॉर्ट, कोर्टयार्ट और रिगालिया शामिल है। ये पैकेज है अवेलेबल नेपाल थीम बेस्ड शूट- 35,000- 60,000 रुपएलोकल प्री-वेडिंग शूट- 20,000- 40,000 रुपएशिमला प्रीमियम पैकेज- 50,000- 90,000 रुपएघंटे के हिसाब से बुकिंग- 6,000- 10,000 रुपए
प्रयागराज में आज 19 नवंबर को 40वीं अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन थोड़ी देर में शुरू होने जा रही है। इसमें 500 से ज्यादा धावक एक साथ दौड़ लगाएंगे। बुधवार सुबह 6.30 बजे कमिश्नर सौम्या अग्रवाल हरी झंडी दिखाएंगी। यह दौड़ 42.195 किलोमीटर की होगी। इसमें प्रथम पुरस्कार 2 लाख रुपए का, द्वितीय पुरस्कार एक लाख रुपए व तृतीय पुरस्कार 75 हजार रुपए दिया जाएगा। इसके अलावा 11 प्रतिभागियों को 10-10 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा। इतना ही पुरस्कार महिला धावकों के लिए भी होगा। मैराथन मार्ग पर बने 50 प्वाइंट से धावकों पर निगरानी होगी। दौड़ मार्ग पर 54 स्थानों पर पुलिस की तैनाती रहेगी। इसमें तय किया गया है कि 18 वर्ष से ऊपर का कोई भी धावक हिस्सा ले सकता है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की ओर से बताया गया है कि इस सभी धावकों को जीपीएस चिप दी जाएगी जिससे धावक की वास्तविक दूरी का आकलन आसानी से किया जा सके। मैराथन दौड़ के अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए..
स्थाई लोक अदालत जोधपुर महानगर ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए पंजाब नेशनल बैंक और केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी को निर्देश दिया है कि बीमाधारक की मौत के बाद उसके बेटे से बकाया होम लोन की वसूली नहीं की जाए और लोन के एवज में जमा किए गए मूल दस्तावेज वापस किए जाएं। इससे पहले पक्षकारों के बीच सुलह वार्ता असफल रहने के बाद दोनों पक्षों की बहस सुनी गई। इसके बाद लोक अदालत के अध्यक्ष सुकेश कुमार जैन और सदस्य माणकलाल चांडक की पीठ ने जन उपयोगी सेवा प्रकरण पर सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। दरअसल, जोधपुर के पूंजला किर्ती नगर सेक्टर सी निवासी प्रार्थी रितेश सोलंकी (पुत्र स्व. राजेश्वर सोलंकी) ने विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम के तहत लोक अदालत में प्रार्थना पत्र दायर किया था। रितेश के पिता राजेश्वर सोलंकी ने पंजाब नेशनल बैंक, सोजती गेट शाखा जोधपुर से 17 दिसंबर 2021 को 14 लाख 48 हजार 614 रुपये का होम लोन लिया था। इसके अलावा 3 लाख 39 हजार 381 रुपये का टॉप-अप लोन भी लिया गया था। होम लोन लेते समय बैंक ने लोन सिक्योरिटी के लिए बीमा पॉलिसी लेने का सुझाव दिया था, जिसमें बीमाधारक की मृत्यु होने पर बकाया ऋण माफ होने का प्रावधान था। राजेश्वर सोलंकी ने लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर 58 हजार 614 रुपये प्रीमियम भी जमा करवाए थे। 3 अगस्त 2024 को राजेश्वर सोलंकी का देहांत हो गया। बीमा कंपनी ने क्लेम क्यों खारिज किया केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने बीमा क्लेम खारिज करते हुए कहा कि बीमाधारक ने 15 दिसंबर 2021 को प्रपोजल फॉर्म भरते समय अपनी पुरानी बीमारियों को छिपाया था। कंपनी ने तर्क दिया कि राजेश्वर सोलंकी को 2003 और 2015 में दो बार हार्ट अटैक हो चुका था और 2016 में एंजियोप्लास्टी करवाई गई थी, जिसमें स्टेंट लगाया गया था। बीमा कंपनी ने एम्स अस्पताल जोधपुर की डेथ समरी का हवाला देते हुए कहा कि इसमें स्पष्ट उल्लेख है कि बीमाधारक को वर्ष 2003 और 2015 में दो बार हार्ट अटैक आ चुका था। उन्हें CAD (Coronary Artery Disease) और ACS (Acute Coronary Syndrome) की समस्या थी। बीमा कंपनी का तर्क था कि जब बीमाधारक से पूछा गया कि क्या पिछले पांच वर्षों में किसी चिकित्सक से उपचार कराया या कोई जांच करवाई है, तो उन्होंने No लिखा था। बीमा संविदा Utmost good faith (पूर्ण सद्भावना) पर आधारित होती है, इसलिए महत्वपूर्ण तथ्यों को छिपाने के कारण क्लेम खारिज किया गया। पंजाब नेशनल बैंक की कोशिश बकाया वसूली की पंजाब नेशनल बैंक ने कहा कि राजेश्वर सोलंकी ने होम लोन लेते समय अपने मकान के मूल दस्तावेज बैंक के पास जमा किए थे। ऋण की किश्तों की अदायगी समय पर की जाती रही, लेकिन उनकी मौत के बाद किश्तें जमा नहीं हुई, जिससे दोनों लोन खातों में काफी बड़ी राशि बकाया हो गई है। लोक अदालत का निर्णय: पत्रावली में प्रपोजल फॉर्म ही नहीं अध्यक्ष सुकेश कुमार जैन और सदस्य माणकलाल चांडक की पीठ ने मामले की सुनवाई के बाद कहा कि पत्रावली में ऐसा कोई प्रपोजल फॉर्म नहीं है, जिसमें बीमाधारक से उसकी पुरानी बीमारी के बारे में प्रश्न पूछे गए हों और उसने गलत जवाब देकर हस्ताक्षर किए हों। प्रार्थी की ओर से तर्क दिया गया कि बीमाधारक की बीमारी के दस्तावेज उन्होंने स्वयं प्रदान किए थे, तथ्यों के छिपाव का उनका कभी आशय नहीं था। लोक अदालत ने कहा, बीमा पॉलिसी लेते समय बीमा कंपनी ने बीमाधारक की स्वास्थ्य जांच भी नहीं करवाई थी। बीमाधारक द्वारा हस्ताक्षरित प्रपोजल फॉर्म और पूछे गए प्रश्नों के गलत उत्तर के अभाव में प्रार्थी का क्लेम खारिज नहीं किया जा सकता। बैंक-बीमा कंपनी को दिया एक महीने का समय लोक अदालत ने प्रार्थी रितेश सोलंकी का प्रार्थना पत्र स्वीकार कर बैंक को आदेश दिया कि बीमाधारक के देहांत के बाद उससे बकाया ऋण की वसूली नहीं की जाएगी। साथ ही लोन लेते समय सिक्योरिटी के तौर पर दिए गए दस्तावेज प्रार्थी को लौटाए जाएं। प्रार्थी 5,000 रुपये परिवाद व्यय के रूप में प्राप्त करने का हकदार होगा और इस आदेश की पालना के लिए बैंक और बीमा कंपनी को एक माह का समय दिया जाता है।
नमस्कार, कल की बड़ी खबर लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के बयान से जुड़ी रही। उन्होंने कहा कि किडनी देने की बात आते ही बेटा भाग गया था। दूसरी बड़ी खबर कानपुर हादसे की रही। पिता के सामने बेटे का सिर धड़ से अलग हो गया। हम आपको यह भी बताएंगे कि भास्कर के सवाल पर PK को क्यों भड़क उठे। ⏰ आज का प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1- रोहिणी बोलीं- किडनी देने की बात आई तो बेटा भाग गया, तेजस्वी बोले- पार्टी देखूं या परिवार लालू परिवार में जारी विवाद के बीच रोहिणी आचार्य ने एक और वीडियो शेयर किया है। इसमें वह पत्रकार से फोन पर कह रही हैं कि जब किडनी देने की बात आई तो बेटा भाग गया। पत्रकार ने रोहिणी से पूछा कि बेटियों को कितने दिन मायके में रुकना चाहिए। जवाब में रोहिणी कहती हैं कि हम मायके में कितनी बार जाते हैं, आप हिसाब लगा लीजिए। हम आपकी तरह घटिया नहीं हैं, हम अपने पति के घर में ही रहते हैं। इस बार भी तेजस्वी यादव ने बुलाया था, तब गए थे। रोहिणी की अपील- गरीबों को किडनी डोनेट करें: जो लोग लालू जी के नाम पर कुछ करना चाहते हैं। वो झूठी हमदर्दी दिखाना बंद करें और आगे आकर उन करोड़ों गरीबों को अपनी किडनी डोनेट करें जो अस्पतालों में आखिरी सांसें गिन रहे हैं। वो लालू जी के नाम पर उन मरीजों को किडनी डोनेट करें, जिन्हें किडनी की जरूरत है। तेजस्वी बोले- टिकट काटने का दबाव था: तेजस्वी ने बिना नाम लिए बहन रोहिणी आचार्य पर निशाना साधा। उन्होंने विधायकों से कहा कि उन पर किसी का टिकट काटने का दबाव डाला गया था, लेकिन उन्होंने मानने से इनकार कर दिया। तेजस्वी ने कहा कि मैं क्या करूं? पार्टी देखूं या परिवार? पढ़ें पूरी खबर... 2- कानपुर में स्लीपर बस पलटी, बच्चे का सिर कटा, पिता चीखकर रोया, पत्नी का पैर भी अलग कानपुर में दिल्ली से आ रही तेज रफ्तार स्लीपर बस पलट गई। हादसे में 5 साल के बच्चे समेत 3 यात्रियों की मौत हो गई। 6 बच्चों समेत 25 से ज्यादा घायल हुए। हादसा इतना भयानक था कि बच्चे का सिर धड़ से अलग हो गया। उसकी मां का पैर कट गया। उनका आईसीयू में इलाज चल रहा। पिता को चोटें आईं। पिता बार-बार वह बेटे की सिर कटी लाश देखने की कोशिश करता, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पाया। रोते-रोते वह बेसुध होने लगा। झपकी आने से हुआ हादसा: हादसा कानपुर के अरौल में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हुआ। बस दिल्ली के आनंद विहार से बिहार के सिवान जा रही थी। इसमें कुल 45 यात्री थे। यात्रियों के मुताबिक, रास्ते में ड्राइवर को झपकी आने से बस डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। हादसे के बाद हम लोग करीब 15-20 मिनट तक बस के अंदर फंसे रहे। पढ़ें पूरी खबर... 3- आतंकी उमर बोला- सुसाइड बॉम्बिंग शहीद होने का मिशन; दिल्ली धमाके से पहले बनाया था वीडियो दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी डॉ. उमर का नया वीडियो सामने आया है। इसमें वो आत्मघाती हमले को सही ठहरा रहा है। वह कहता है कि मौत से डरना नहीं चाहिए। आत्मघाती हमला ‘शहादत का तरीका’ है, जिसे कई लोग गलत समझते हैं। आतंकी उमर के मुताबिक, ‘शहादत अभियान’ वह होता है, जिसमें व्यक्ति मान लेता है कि उसकी मौत तय जगह और समय पर होगी।वीडियो के आखिर में फिर वह दोहराता है कि मौत से मत डरो। अल फलाह ग्रुप का चेयरमैन गिरफ्तार: ED ने अल फलाह ग्रुप के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी ने NAAC और UGC की मान्यता का झूठा दावा कर स्टूडेंट्स से करोड़ों रुपए वसूले। जांच में पता चला कि यूनिवर्सिटी को असल में यह मान्यताएं मिली ही नहीं थीं। ED ने दिल्ली-NCR में 19 ठिकानों पर छापे मारे हैं। पढ़ें पूरी खबर... 4- योगी की चेतावनी- लूट की तो अगले दिन लंगड़ाते मिलोगे, अपराध की कीमत चुकानी पड़ेगी सीएम योगी ने गोरखपुर में कहा- पहली बात तो अब अपराध होता नहीं है। अगर कहीं लूट या छिनैती की घटना हो गई तो अगले दिन अपराधी लंगड़ाते नजर आते हैं। यह नया प्रदेश है, जो अपराध को स्वीकार नहीं करता। अगर अपराध किया तो उसकी कीमत चुकानी होगी। सीएम ने 72.78 करोड़ से बने आधुनिक फोरेंसिक लैब का उद्घाटन किया। कहा, 'FSL लैब सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का हिस्सा है। 2017 से पहले प्रदेश में असुरक्षा के कारण महिला श्रमबल की भागीदारी 13% थी, लेकिन अब सुरक्षा बढ़ने से 35% महिलाएं कामकाजी हो गई हैं। अब वे काम करने के लिए घर से बाहर जाती हैं। मोर को दुलारा और रोटी खिलाईसीएम योगी ने जनता दर्शन में 300 से अधिक लोगों की समस्याएं सुनीं और उन्हें समाधान का भरोसा दिया। इससे पहले उन्होंने गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन करने के बाद मंदिर परिसर का भ्रमण किया। मंदिर की गोशाला में पहुंचकर गोसेवा की। गायों और गोवंश को गुड़-रोटी खिलाई। इस दौरान गोशाला में एक मोर पहुंच गया। सीएम ने उसे दुलारा और रोटी खिलाई। पढ़ें पूरी खबर... 5- एनकाउंटर में मारा गया मास्टरमाइंड नक्सली हिड़मा, 76 CRPF जवानों की हत्या की थी छत्तीसगढ़-आंध्र बॉर्डर के मरेडमिल्ली जंगल में हुए एनकाउंटर में नक्सली कमांडर माडवी हिड़मा मारा गया। हिड़मा पिछले 2 दशक में हुए 26 से ज्यादा बड़े नक्सली हमलों का मास्टरमाइंड रहा है। इनमें 2010 दंतेवाड़ा हमला भी शामिल है, जिसमें 76 CRPF जवान शहीद हुए थे। इसके अलावा 2013 में झीरम घाटी हमले, 2021 सुकमा-बीजापुर हमले में भी उसकी भूमिका थी। शाह ने तय की थी डेडलाइन: गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षाबलों को हिड़मा को खत्म करने के लिए 30 नवंबर तक की डेडलाइन दी थी। लेकिन वह डेडलाइन से 12 दिन पहले ही मारा गया। पढ़ें पूरी खबर... 6- कानपुर में चूमने पर युवती ने जीभ काट ली, एक टुकड़ा जमीन पर गिरा, शादीशुदा युवक अस्पताल पहुंचा कानपुर में जबरन किस (KISS) करने पर युवती ने शादीशुदा युवक की जीभ काट डाली। जीभ दो टुकड़ों में हो गई। एक टुकड़ा जमीन पर गिरा। युवक दर्द से कराहते हुए जमीन पर गिरा। परिजन युवक और उसकी कटी जीभ को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए। छेड़खानी कर रहा था युवक: युवती की मां ने बताया- गांव के लड़के ने की छेड़खानी युवती की मां ने बताया- मेरी बेटी मिट्टी लेने गई थी। तालाब से मिट्टी निकाल रही थी। पीछे से आए गांव के लड़के ने उसको पकड़ लिया। इस दौरान छेडखानी करने लगा। किसी तरह वह मिट्टी का तसला छोड़कर भागी। पढ़ें पूरी खबर... 7- भास्कर के सवाल पर भड़के PK, बोले- कोई गुनाह नहीं किया, आप लोग मेरा पोस्टमॉर्टम कर रहे हैं बिहार चुनाव के रिजल्ट के बाद पहली बार PK ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और हार की जिम्मेदारी ली। इस दौरान वो भास्कर के सवाल पर भड़क गए। दरअसल, PK ने कहा था कि JDU को 25 से ज्यादा सीटें आईं तो राजनीति छोड़ दूंगा। इसी पर रिपोर्टर ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैं किसी पद पर नहीं जो उसे छोड़ दूं। आप मेरी बातों को इतना मत पकड़ा कीजिए। PK से सवाल-जवाब ... सवाल: आपने बिहार बदलने की बात कही..आप हारने के चौथे दिन सामने आए, कैसे बिहार बदलेंगे? जवाब: आप तो ऐसे सवाल कर रहे हैं, जैसे मैंने बिहार बदलने की बात कहकर कोई गुनाह कर दिया हो। PK ने झल्लाते हुए कहा कि आपलोग तो मेरा ही पोस्टमॉर्टम कर रहे हैं। सवाल: आपने कहा था मैं 130 सीटें आने पर भी अपनी हार मानूंगा, आपकी तो एक भी सीट नहीं आई, कहां कमी रह गई। जवाब: मैंने हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं की। लोगों को बांटने का काम नहीं किया। भ्रष्टचार नहीं किया। जातिवाद की राजनीति नहीं की। इसके बावजूद अगर मुझसे कोई गलती हुई है, तो मैं माफी मांगता हूं। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... डिलीवरी बॉय ने कीं 4 दिन में 2 शादियां प्रयागराज में स्विगी डिलीवरी बॉय राहुल ने 4 दिन में दो शादियां कर लीं। पहली पत्नी को शहर ले जाकर रखा, फिर गांव में दूसरी शादी कर ली। एक साल तक यह सब चलता रहा। सच सामने आने पर दोनों पत्नियां थाने पहुंचीं। पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर... फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज मिथुन राशि वालों को शेयर मार्केट में फायदा हो सकता है। कर्क राशि वालों के रूके काम अचानक बन सकते हैं। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
बिहार में भाजपा के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत के साथ NDA की सरकार बनने के बाद अब यूपी में भी बदलाव का दौर शुरू होगा। प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिलेगा। इसके लिए तेजतर्रार नेता की तलाश चल रही है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का नाम भी इसमें जुड़ गया है। विधानसभा चुनाव- 2027 में भाजपा हैट्रिक लगाने की पूरी तैयारी कर रही है। इसके लिए योगी सरकार 2.0 का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार भी किया जाएगा। बिहार में नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही यूपी को लेकर सरगर्मी शुरू हो जाएगी। भाजपा के पदाधिकारी बताते हैं कि अब बिना ज्यादा देरी किए आलाकमान दिसंबर तक यूपी में सरकार और संगठन में जरूरी बदलाव कर देगा। 11 महीने से नए अध्यक्ष का इंतजार यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति 15 जनवरी, 2025 को होनी थी। कभी महाराष्ट्र चुनाव, तो कभी यूपी में उपचुनाव। इसके बाद बिहार चुनाव के चलते मामला अटकता चला गया। यूपी भाजपा का अध्यक्ष केवल यूपी ही नहीं, पार्टी की केंद्रीय राजनीतिक के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसीलिए केंद्रीय नेतृत्व बिना किसी जल्दबाजी के सोच-समझकर इस पर फैसला लेना चाहता है। यही वजह है कि दिल्ली में कई दौर के मंथन के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति अभी तक अटकी है। लेकिन, अब बिहार चुनाव होने के बाद लखनऊ से दिल्ली तक सरकार और संगठन के गलियारों में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर हलचल मची है। बिहार में बयार के बाद ही बदलावजानकार मानते हैं कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार विधानसभा चुनाव के फैसले तक यूपी के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला टाल रखा था। केंद्रीय नेतृत्व चाहता था कि बिहार के नतीजों के बाद ही यूपी में बदलाव किया जाए। अब बिहार में एनडीए की बयार के बाद भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व पहले से ज्यादा ताकतवर हो गया है। यूपी को लेकर उनके निर्णय में आरएसएस और पार्टी के किसी भी गुट का अब ज्यादा असर नहीं होगा। केंद्रीय नेतृत्व आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अगड़े, पिछड़े और दलित का समीकरण साधने के लिए कड़े फैसले भी ले सकता है। केंद्रीय नेतृत्व ने हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार में अपने राजनीतिक कौशल का एहसास करा दिया है। लिहाजा अब यूपी में भी उसके निर्णय पर कोई रोक-टोक नहीं होगी। पहले प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होगी भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पहले प्रदेश अध्यक्ष का सिलेक्शन किया जाएगा। उसके बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। 2019 में भी मंत्रिमंडल विस्तार से पहले तत्कालीन परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वतंत्र देव सिंह को यूपी भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया था। इस बार भी ऐसा ही होने की संभावना है। औपचारिक होगी नामांकन प्रक्रियाभाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चयन के लिए चुनाव पर्यवेक्षक पीयूष गोयल जल्द ही लखनऊ आएंगे। वह प्रदेश परिषद के सदस्यों की बैठक लेंगे। उसमें ही प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए शीर्ष नेतृत्व की ओर से तय कार्यकर्ता का नामांकन कराया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष पद का चुनाव होने के कारण एक ही नामांकन दाखिल होगा। निर्धारित चुनाव प्रक्रिया के बाद चुनाव प्रभारी नवनिर्वाचित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का नाम घोषित करेंगे। इसलिए होगा मंत्रिमंडल विस्तार योगी सरकार 2.0 का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार भी होना है। पूर्व पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष बनने और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद कैबिनेट मंत्री के पद खाली हैं। आगामी पंचायतीराज चुनाव और विधानसभा चुनाव के चलते सामाजिक समीकरण सेट करने के लिए भी कुछ जातियों का सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। दलितों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाया जाना है। भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी फिर से मंत्रीमंडल में शामिल किया जाना है। प्रदेश सरकार के मौजूदा मंत्रियों में, जिनके कामकाज को लेकर सरकार, भाजपा और आरएसएस के साथ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर भी किया जा सकता है। हालाकि, पार्टी का एक वर्ग चुनाव से पहले किसी को मंत्रिमंडल से बाहर करने के पक्ष में नहीं है। योगी सरकार 2.0 का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 5 मार्च, 2024 को किया गया था। इसमें सुनील शर्मा, दारा सिंह चौहान, रालोद के अनिल कुमार और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। योगी सरकार में 54 मंत्री, 6 पद खालीयोगी कैबिनेट में वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित कुल 21 कैबिनेट मंत्री हैं। असीम अरुण, गुलाब देवी, जेपीएस राठौर और दयाशंकर सिंह समेत 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी, बलदेव सिंह औलख और जसवंत सिंह सैनी सहित 19 राज्यमंत्री हैं। इस तरह वर्तमान में कुल 54 मंत्री हैं, जबकि कुल 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। लिहाजा, मंत्रिमंडल के लिए 6 पद खाली हैं। तेज-तर्रार प्रदेश अध्यक्ष की तलाशभाजपा को पंचायत और विधानसभा चुनाव के चलते तेज-तर्रार प्रदेश अध्यक्ष की तलाश है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को हालांकि एक साल के लिए ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई थी। लेकिन, किसी न किसी कारण से नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन में इतना देर हुई कि वह 3 साल से ज्यादा समय का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। चौधरी अनुभवी होने के साथ केंद्रीय नेतृत्व के भरोसेमंद भी हैं। जानकार मानते हैं कि मौजूदा राजनीतिक दौर में चौधरी अब खुद भी ज्यादा समय तक इस पद पर नहीं बने रहना चाहते। वहीं, उनके विरोधी कहते हैं कि चौधरी उतने तेज-तर्रार नहीं, जितना सत्तारूढ़ दल के अध्यक्ष को होना चाहिए। लिहाजा 2027 में फिर से सरकार बनाने के लिए ऐसा तेज तर्रार प्रदेश अध्यक्ष होना चाहिए। जो सीएम योगी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह और आरएसएस से समन्वय बैठाने के साथ कार्यकर्ताओं को भी संतुष्ट कर सके। साथ ही केंद्रीय नेतृत्व की अपेक्षा के अनुरूप भी काम कर सके। दिसंबर तक होगा बदलावयूपी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और मंत्रिमंडल विस्तार दिसंबर महीने तक होने की पूरी संभावना है। भाजपा के एक प्रदेश पदाधिकारी बताते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति में करीब 11 महीने देर हो चुकी है। अप्रैल से पंचायत चुनाव का बिगुल बज जाएगा। उसके बाद विधान परिषद के स्नातक और शिक्षक संवर्ग के चुनाव होने हैं। उसके साथ ही पार्टी को विधानसभा चुनाव की तैयारी भी शुरू करनी है। लिहाजा, अब ज्यादा देरी की गई तो इसका असर पार्टी के कामकाज पर पड़ेगा। ये चेहरे हैं रेस में... -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में काम के घंटे से लेकर छुटि्टयां भी तय, प्राइवेट कर्मचारियों के लिए नया कानून यूपी में प्राइवेट कर्मचारी कहीं पिस तो नहीं रहा? उसके साथ कंपनी या मालिक अन्याय तो नहीं कर रहे? फिक्स घंटों से ज्यादा तो काम नहीं करना पड़ रहा? इस तरह के सवाल आम बात है। हर प्राइवेट कर्मचारी के अंदर इसको लेकर दर्द है। पढ़िए पूरी खबर...
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। जब सज्जन सिंह वर्मा को मिलने लगी बधाइयांमध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का जन्मदिन उनके भोपाल स्थित आवास पर मनाया गया। इस दौरान उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देने के लिए अच्छी खासी भीड़ जुटी। कमलनाथ ने केक काटा और सभी से मिले भी। लेकिन कमलनाथ के बर्थडे सेलिब्रेशन की महफिल पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने लूट ली। हुआ यूं कि कमलनाथ को बधाई देने आए लोगों की लंबी लाइन लगी थी लेकिन वे तय वक्त पर बंगले से चले गए। अब जो लोग बुके और फूल-मालाएं लेकर आए थे, वे उन्हें सज्जन वर्मा को सौंपते गए। उन्हें बधाइयां मिलनी शुरू हो गईं। लोग सज्जन वर्मा के साथ फोटो खिंचाते नजर आए। तभी एक नारा भी लगा। जिसमें कहा गया- एक ही अरमां, सज्जन वर्मा। इस कार्यक्रम में कई छोटे-बड़े कांग्रेस नेता नजर आए। लेकिन कार्यकर्ताओं की नजरें दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी और उमंग सिंघार को खोजती रहीं। बताया जा रहा है कि ये तीनों ही नेता भोपाल में नहीं थे। दोबारा चुनाव की मांग पर रॉबर्ट वाड्रा ट्रोलराहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा धार्मिक यात्रा पर धर्म नगरी ओंकारेश्वर पहुंचे थे। यहां उन्होंने बिहार चुनाव के नतीजों पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि परिणाम से बिहार की जनता खुश नहीं है। उन्होंने दावा किया कि दोबारा बैलेट पेपर से चुनाव कराएं तो नतीजे बदले हुए आएंगे। रॉबर्ट वाड्रा के इस बयान पर वे सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो गए। यूजर्स ने तरह-तरह के कमेंट किए। इनमें से कुछ कमेंट ये हैं... इधर, भोपाल के पूर्व सांसद ने तो उन्हें दोबारा शादी की सलाह दे डाली। इस पर कांग्रेस नाराज हो गई। कांग्रेस नेता सज्जन वर्मा ने कहा कि आलोक संजर जैसे लोग अब नेपथ्य में जा चुके हैं, उनका कोई वजूद नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को लगता है कि देश में कुछ गलत हो रहा है तो वह अपनी अभिव्यक्ति रखता है, लेकिन इसके जवाब में उसके परिवार पर व्यक्तिगत आक्षेप करना ठीक नहीं है। नरेंद्र सिंह तोमर का दिग्विजय सिंह प्रेम दिखामध्य प्रदेश में खासकर ग्वालियर-चंबल की राजनीति में भाजपा के दिग्गज नेता और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के दिग्विजय सिंह के प्रति उमड़े प्रेम की चर्चा हो रही है। हुआ यूं कि तोमर हाल ही में दिग्विजय सिंह के राघौगढ़ क्षेत्र के पावन गांव में वैदिक सम्मेलन में पहुंचे थे। वहां माइक संभालते ही उन्होंने जो बोला, उसे सुनकर वहां बैठे भाजपा नेता हैरान रह गए। तोमर ने कहा- मुझे दिग्विजय सिंह ने कहा कि पावन में वैदिक सम्मेलन हो रहा है। इस सम्मेलन में आप पधारें तो बहुत अच्छा होगा। इसलिए मैं यहां आया। तोमर ने पावन आने की तीन वजहें बताईं। इनमें से एक को उन्होंने राजा साहब का निमंत्रण बताया। अब दोनों नेताओं की इस केमेस्ट्री की चर्चा हो रही है। खास बात ये है कि ग्वालियर-चंबल में नरेंद्र सिंह तोमर की अपनी ही पार्टी के एक दिग्गज नेता से अदावत जग जाहिर है। ऐसे लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं। वैसे इसी कार्यक्रम में कांग्रेस से निकाले जाने के बाद लक्ष्मण सिंह पहली बार बड़े भाई दिग्विजय के साथ नजर आए। मुंबई में जमकर थिरके इंदौर सांसद शंकर लालवानी इंदौर से भाजपा के सांसद शंकर लालवानी मुंबई में एक कार्यक्रम में जमकर थिरके। उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मुंबई में लोकप्रिय सिंधी गायक स्वर्गीय मास्टर चंद्र की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में सिंधी फिल्म अभिनेत्री पूर्व मिस इंडिया सिमरन आहूजा और प्रसिद्ध सिंधी युवा गायक मोहित लालवानी ने प्रस्तुति थी। इस दौरान उनके साथ शंकर लालवानी ने भी डांस किया। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें... एंकर बने धीरेंद्र शास्त्री, बोले- शी इज द कोकोनट; 'ताड़ी' के आनंद में खो गए सीएम मोहन पंडित धीरेंद्र शास्त्री का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें वे एंकरिंग कर रहे हैं। उन्होंने जो अंग्रेजी बोली, उसे सुनकर पंडाल में मौजूद हर कोई हंस-हंसकर लोट-पोट हो गया। यात्रा में एक शख्स ने अपने सिर, कोहनी से नारियल फोड़ने की कला का प्रदर्शन किया। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने किसी शो की तरह इस प्रदर्शन को देखने का ऐलान किया। पढ़ें पूरी खबर...
शराब असली है या नकली, अब इसका पता लगाना काफी आसान हो गया है। यूपी सरकार ने इसके लिए एक खास मोबाइल एप लॉन्च किया है। अपने मोबाइल फोन से बोतल पर दिए गए QR कोड को स्कैन करते ही शराब की पूरी जानकारी आपके सामने आ जाएगी। आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने गन्ना संस्थान स्थित सभागार में यूपी एक्साइज सिटिजन एप (‘UP Excise Citizen App’) लॉन्च किया है। सवाल यह है कि ये एप क्या है? कैसे काम करता है? इससे आपको क्या-क्या जानकारी मिल सकती है? पहले असली-नकली शराब की जांच कैसे होती थी? पढ़िए सारे सवालों के जवाब भास्कर एक्सप्लेनर में सवाल: यूपी एक्साइज सिटिजन एप क्या है?जवाब: यूपी सरकार के आबकारी विभाग का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। जिसे शराब की बिक्री और सुरक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए तैयार किया गया है। इस एप का काम शराब की हर बोतल की असलियत की जांच आसान बनाना है। राज्य में बिकने वाली हर बोतल पर एक यूनीक क्यूआर (QR) कोड दिया जाता है। इस एप से आप उस QR कोड को स्कैन करते ही बोतल की पूरी जानकारी देख सकते हैं। यह एप ग्राहकों, दुकानदारों और अधिकारियों सबके लिए उपयोगी है। क्योंकि यह शराब की अवैध बिक्री, मिलावट और फर्जी बोतलों पर रोक लगाने में मदद करता है। सबसे पहले पंजाब एक्साइज विभाग ने एक्साइज क्यूआर कोड लेवल वेरिफिकेशन सिटिजन एप ( “Excise QR Code Label Verification Citizen App” ) दिसंबर 2022 में लॉन्च किया था। देश के कई राज्यों में ऐसे एप काम कर रहे हैं। अब यूपी सरकार ने नकली शराब के बिक्री पर रोक लगाने के लिए इसको लॉन्च किया है। सवाल: यह एप कैसे काम करेगा?जवाब: आपको इसके लिए गूगल के प्ले स्टोर से या एपल एप स्टोर से यूपी एक्साइज स्कैनर एप डाउनलोड करना होगा। उसके बाद शराब की बोतल का क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। अगर शराब असली है तो आपके सामने शराब की पूरी जानकारी आ जाएगी। इसमें पूरी डिटेल होगी कि यह शराब कब बनी और कहां बनी और किस दुकान को आवंटित हुई है? अगर शराब नकली हुई तो स्कैनर काम नहीं करेगा और आपको जानकारी नहीं मिल पाएगी। सवाल: स्कैन करने पर क्या-क्या नजर आएगा?जवाब: आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि जैसे ही शराब की बोतल पर लगे QR कोड को स्कैन करेंगे। इस पर मोबाइल स्क्रीन पर तुरंत ब्रांड का नाम और बोतल में भरी शराब की कितनी तीव्रता है, यह जानकारी दिख जाएगी। इसमें बीयर, वाइन, LAB, व्हिस्की, वोदका, रम, जिन, देसी शराब और UPML जैसी सभी कैटेगरी शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि एप पर यह भी दिखेगा कि बोतल किस तरह की पैकेजिंग में है- ग्लास बोतल, प्लास्टिक बोतल, टेट्रा पैक या कैन। साथ ही, किस थोक गोदाम से यह बोतल आई और किस तारीख को दुकान के स्टॉक में जोड़ी गई यह पूरी डिटेल भी एप में दिखेगी। सवाल: यूपी में पहले कैसे असली-नकली शराब चेक होती थी?जवाब: यूपी में शराब की बोतलों की असलियत जांचने के लिए अब भले ही एप के जरिए QR कोड स्कैन करने की सुविधा उपलब्ध हो गई हो। लेकिन, इससे पहले प्रदेश में नकली और असली शराब पहचानने की प्रक्रिया पूरी तरह मैनुअल तरीकों पर आधारित थी। लंबे समय तक एक्साइज विभाग और पुलिस तीन प्रमुख तरीकों से ही शराब की वैधता की पुष्टि करते थे... 1. होलोग्राम देखकर 2. कैप-सील की जांच 3. MRP और बैच नंबर मिलाना सवाल: पहले जांच के लिए सरकार क्या करती थी?जवाब: जांच के लिए पहले एक्साइज विभाग और पुलिस संयुक्त रूप से अलग-अलग स्तर पर चेकिंग करते थे। सरकार हर जिले में तैनात एक्साइज इंस्पेक्टरों के जरिए रूटीन चेकिंग कराती थी। सरकारी गोदामों, डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट और हॉटस्पॉट इलाकों में टीमों को भेजकर सरकार फिजिकल वेरिफिकेशन कराती थी। बोतलों पर लगे सुरक्षा होलोग्राम को देखकर ही असलियत का पता लगाया जाता था। एक्साइज विभाग और पुलिस कैप, ढक्कन और रैपर की बारीकी से जांच करते थे। इसके साथ ही सरकार समय-समय पर विशेष अभियान चलाती थी। इन अभियानों में पुलिस, SOG और एक्साइज की संयुक्त टीमें शामिल होती थीं। सवाल: अगर शराब नकली मिली को क्या कार्रवाई हो सकती है?जवाब: यूपी में शराब की बोतलों में किसी भी तरह की विसंगति या नकलीपन पाए जाने पर आबकारी विभाग सख्त कार्रवाई करता है। नकली शराब बेचने वाले दुकानदार का लाइसेंस तुरंत निलंबित किया जा सकता है। पूरी दुकान का स्टॉक जब्त होता है। साथ ही संबंधित के खिलाफ यूपी एक्साइज एक्ट और आईपीसी की धाराओं में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाता है। नकली शराब बेचने या बनाने पर आरोपी को जेल और भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं, जहरीली शराब से किसी व्यक्ति की मौत या स्वास्थ्य नुकसान की स्थिति में आरोपियों पर हत्या, गैर इरादतन हत्या और जानलेवा हमले की धाराएं भी लग सकती हैं। आबकारी विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि शराब खरीदते समय ऑफिशियल एप से बोतल की जांच जरूर करें। किसी भी विसंगति की जानकारी तत्काल जिला आबकारी अधिकारी या विभाग की टोल–फ्री हेल्पलाइन (14405) पर दी जा सकती है। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में काम के घंटे से लेकर छुटि्टयां भी तय, प्राइवेट कर्मचारियों के लिए नया कानून यूपी में प्राइवेट कर्मचारी कहीं पिस तो नहीं रहा? उसके साथ कंपनी या मालिक अन्याय तो नहीं कर रहे? फिक्स घंटों से ज्यादा तो काम नहीं करना पड़ रहा? इस तरह के सवाल आम बात है। हर प्राइवेट कर्मचारी के अंदर इसको लेकर दर्द है। इसीलिए यूपी सरकार ने दुकान और वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम 1962 में 63 साल बाद बड़ा बदलाव किया है। अब यह कानून सिर्फ शहरों में ही नहीं, पूरे यूपी में लागू होगा। इस बदलाव का मुख्य मकसद बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों को कानूनी सुरक्षा और उनके अधिकार दिलाना है। दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम क्या होता है? यह कहां-कहां लागू होगा? महिलाओं और युवाओं से जुड़े क्या प्रावधान हैं? आम आदमी को इसके लागू होने से क्या फायदा-नुकसान होगा? नियम न मानने पर क्या पेनल्टी है? पढ़िए पूरी खबर...
प्रयागराज में फौजी ने 17 साल की छात्रा की हत्या अपनी शादी से 20 दिन पहले कर दी। 10 नवंबर को शहर से 15Km दूर बाग में छात्रा को मारकर लाश को जमीन में गाड़ दिया। 5 दिन बाद कुत्तों ने जमीन खोद डाली। छात्रा के हाथ और सिर के बाल दिखने लगे। यही वो यू-टर्न था, जिससे पुलिस छात्रा की लाश तक पहुंच सकी। इस बाग में सर्च ऑपरेशन चलाने पर 1 बैग भी मिला। इसमें रखी एक किताब में एक नाम और नंबर मिला। ये नंबर और नाम फौजी हर्षवर्धन सिंह उर्फ दीपक कुमार का था। पुलिस जब छात्रा के घर तक पहुंची, तो वहां कमरे में एक और पर्ची मिली। इसमें लिखा था- 23 जनवरी, जन्मदिन दीपक (आर्मी)। यही वो 2 क्लू थे, जिनकी मदद से पुलिस फौजी हर्षवर्धन सिंह उर्फ दीपक तक पहुंची। अरेस्टिंग के वक्त ये भी सामने आया कि छात्रा साक्षी की हत्या करने के बाद दीपक कहीं भागा नहीं, बल्कि अपने घर आ गया था। यहीं नहीं, जिस दिन छात्रा की लाश मिली थी, वह घटनास्थल (बाग) में मौजूद था और पुलिस की मूवमेंट पर नजर बनाए था। हर्षवर्धन उर्फ दीपक को 18 नवंबर को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसे दोपहर में कोर्ट में पेश किया था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... 30 नवंबर को फौजी की शादी, छात्रा तोड़ने को कह रही थीदीपक ने बताया- मैं पटियाला में ट्रेड गनर के रूप में काम करता हूं। 30 नवंबर को सोरांव इलाके की एक लड़की से मेरी शादी होनी है। इसलिए मैं 8 नवंबर से छुट्टी पर आ गया था। छात्रा साक्षी के मामा का घर मेरे गांव कुसुंगुर के पास है। उसके ममेरे भाई गांव के ही एक मैदान में दौड़ने आया करते थे। इसके बाद से मैं भी साक्षी को जानने लगा था। करीब 8 महीने पहले इंस्टाग्राम पर हमारी दोस्ती हुई थी। जून में साक्षी से प्रयागराज में पहली मुलाकात हुई थी। इसके बाद हमारे बीच चैटिंग और वीडियो कॉलिंग होने लगी। इस बीच फेसबुक आईडी समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से साक्षी को पता चला कि मेरी शादी तय हो गई है। इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजा- बालसन चौराहे पर मिलोदीपक ने कहा- शादी करने का झूठा वादा कर मैंने साक्षी को 10 नवंबर को स्कूल के बहाने बालसन चौराहे पर मिलने बुलाया। उसको इंस्टाग्राम चैटिंग पर एक मैसेज भेजा कि बालसन चौराहे पर मिलो। पुलिस को भी बाद में जब ये मैसेज मिला, तो बालसन चौराहे पर लगे कैमरों को देखा गया। तब मैं बाइक पर छात्रा को लेकर जाता हुआ दिख गया था। दरअसल, मेरी शादी की बात साक्षी को पता चल गई थी। वह मेरे परिवार से मिलने की जिद कर रही थी। कहती थी कि तुम ये शादी तोड़ दो। जब मैंने उसे बालसन चौराहे पर मिलने के लिए बुलाया, तो हमारे बीच बहस हो गई। उसे शादी करनी थी, इसलिए अपने साथ बैग में सिंदूर लाई थी। काफी मनाने के बावजूद वह मान नहीं रही थी। इसके बाद उसे बाइक पर बैठाकर मैं शहर भर में घूमता रहा। शहर के बाहर एक बाग में टहलने के बहाने उसे ले गया। वहीं पर उसको मार डाला। हत्या के बाद मैंने फावड़े को एक नाले के पास मिट्टी में दबा दिया और फिर घर चला गया। यूट्यूब पर VIDEO देखकर मोबाइल किया फार्मेटफौजी दीपक की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद किया। पता चला कि मोबाइल फॉरमेट हो चुका है। इंस्टाग्राम एप भी नहीं है। इसके बाद पुलिस ने इंस्टाग्राम एप डाउनलोड किया, तो डेटा रिकवर हो गया। पता चला कि उसके पास छात्रा साक्षी की इंस्टाग्राम आईडी और पासवर्ड भी था। पूछताछ में दीपक ने बताया कि यूट्यूब पर वीडियो देखकर उसने अपना मोबाइल फॉरमेट कर दिया था, ताकि किसी को इसकी भनक न लग सके। जांच में यह भी सामने आया कि अफेयर शुरू होने के बाद फौजी ने 13 बार इंस्टाग्राम अकाउंट का यूजरनेम बदला। आखिरी बार उसने 9 नवंबर को यूजरनेम बदला। इस बार नाम की जगह ऐसा यूजरनेम चुना, जिससे कि उसे ट्रेस न किया जा सके। इस बार उसने यूजर नेम _yyuuugdtyhgffgg00000 बनाया। यही नहीं, पोस्ट तो डिलीट किए ही, अपने सारे फॉलोअर को भी रिमूव कर दिया। इसके साथ ही खुद भी सभी को अनफॉलो कर दिया। जून, 2023 में यह अकाउंट बनाया गया था। इसके बाद 5 महीनों में लगातार यूजर नेम बदलता रहा। घर से 8.5 लाख की ज्वैलरी, एक लाख कैश गायबउधर, इस मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। छात्रा साक्षी के फूफा श्यामलाल ने बताया कि उनके घर से 7 तोले की सोने की ज्वैलरी और एक लाख कैश गायब है। एफआईआर में इसका जिक्र न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भतीजी के गायब होने के बाद पूरा परिवार उसकी तलाश में ही परेशान रहा। शव मिलने के बाद घर में तलाश की गई, तो ज्वैलरी और कैश गायब मिला। उन्हें शक है कि आरोपी के कहने पर भतीजी ही घर से ज्वैलरी और कैश लेकर गई। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी उन्होंने कैंट इंस्पेक्टर को दी थी। उन्होंने यह कहा था कि जांच में इसका पता लगाया जाएगा। इस मामले में कैंट इंस्पेक्टर से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उधर, डीसीपी मनीष कुमार शांडिल्य ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। वादी ने इस बारे में कैंट इंस्पेक्टर से कुछ बताया हो तो वह पता लगाएंगे। सिम नहीं, वाईफाई से चलाती थी मोबाइलजांच में यह बात भी सामने आई कि छात्रा साक्षी के मोबाइल में सिम नहीं था। वह वाईफाई के जरिए मोबाइल चलाती थी। दरअसल, उसके फूफा के घर में वाईफाई राउटर लगा था। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि इसके लिए भी उसे आरोपी फौजी ने ही कहा होगा। दरअसल, सेना में होने के नाते दीपक को यह पता था कि सिम का यूज होने पर छात्रा के घरवालों को आसानी से उसके बारे में पता चल जाएगा। यही वजह है कि छात्रा बिना सिम के ही मोबाइल चलाती रही। ऐसा न होता तो एक सिम का इंतजाम करना आरोपी के लिए बहुत बड़ी बात नहीं थी। इसके बावजूद उसने ऐसा नहीं किया। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें.... कुत्तों के मिट्टी खोदने पर दिखी लड़की की लाश, प्रयागराज में हत्या कर दफनाया प्रयागराज में कुत्तों के मिट्टी खोदने पर जमीन में दबी लड़की की लाश दिखी। उसके सिर और चेहरे पर चोट के गहरे निशान हैं। माना जा रहा है कि हत्या करने के बाद लाश को यहां दफनाया गया था। लड़की का हाथ और आधा शरीर देखते ही घटनास्थल पर भीड़ जुट गई। पढ़ें पूरी खबर...
इंदौर में बुधवार को वर्ल्ड टॉयलेट डे मनाया जाएगा। शहर के सभी जोन क्षेत्र में स्थित सार्वजनिक शौचालय पर गेट-टू-गेदर टॉयलेट प्रोग्राम होगा। इसे लेकर नगर निगम ने तैयारियां भी पूरी कर ली है। स्वास्थ्य प्रभारी अश्विन शुक्ल ने बताया कि बाल दिवस के अवसर पर कल्पना की उड़ान कार्यक्रम से 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे पर शहर के सभी जोन में स्थित सार्वजनिक शौचालय पर गेट-टू-गेदर प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी में महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव बुधवार सुबह नेहरू पार्क स्थित सार्वजनिक शौचालय का शुभारंभ एवं गेट-टू-गेदर टॉयलेट प्रोग्राम में शामिल होंगे। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स व अन्य भी मौजूद रहेंगे। वर्ल्ड टॉयलेट डे पर सुबह जोन क्रमांक 4 वार्ड क्रमांक 12 अंतर्गत महाराणा प्रताप नगर में स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ल, क्षेत्रीय पार्षद सीमा डाबी, जोन क्रमांक 13, वार्ड क्रमांक 74 अंतर्गत चोइथराम सब्जी मंडी में एमआईसी सदस्य अभिषेक शर्मा, क्षेत्रीय पार्षद, मंडी एसोसिएशन, जोन क्रमांक 17, वार्ड क्रमांक 19 एफ सेक्टर में एमआईसी सदस्य राजेश उदावत, क्षेत्रीय पार्षद के साथ ही सीनियर सिटीजन, वेंडर, स्टूडेंट्स की उपस्थित में शौचालय का शुभारंभ किया जाएगा। आज यहां होंगे प्रोग्राम इसके साथ ही वर्ल्ड टॉयलेट डे पर गेट-टू-गेदर टॉयलेट प्रोग्राम के मौके पर शहर के समस्त 22 जोन क्षेत्र अंतर्गत लालबाग, मल्हार आश्रम, आईटीआई चौराह, पतरे की चाल, विजय नगर चौराहा, शारदा मठ, जिमखाना, हरसिद्धी जोन आफिस, दशहरा मैदान, पंचशील नगर के पास, इंदिरा प्रतिमा चौराहा, पीपल्याहाना, इंदिरा नगर, गायत्री पेट्रोल पंप एवं अन्य स्थानों पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में प्रोग्राम होगा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि एक शौचालय क्या परिवर्तन ला सकता है उसका बड़ा उदाहरण इंदौर है। शौचालयों के माध्यम से शहर को यलो स्पॉट फ्री, रेड स्पॉट फ्री बनाने में बहुत मदद मिली है और शहर की स्वच्छता और स्वास्थ्य में भी एक अलग परिवर्तन आया है। 19 नवंबर वर्ल्ड टॉयलेट डे के रूप में मनाया जाता है, जिसका कार्यक्रम हमने बाल दिवस से शुरू किया था। बच्चों को लेकर हाइजीन के बार में जानकारी देना। बुधवार को गेट-टू-गेदर एट टॉयलेट। अलग-अलग टॉयलेट पर गेट-टू-गेदर होगा। जो हमने नए टॉयलेट बनाए है उसका शुभारंभ भी हम करेंगे और इंदौर वैसे भी खुले में शौच मुक्त है, लेकिन टॉयलेट साफ रहे, सुविधाओं की जागृति होती रहे उसके लिए एक बड़ा प्रोग्राम हम कर रहे है।
राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट-1 में आपने पढ़ा राजस्थान का 21 साल पुराना केस। श्रीगंगानगर के जवाहरनगर थाना क्षेत्र में एक महिला पति, दो बेटियों और एक बेटे के साथ रहती थी। वह पति के साथ गुरु के घर जाया करती थी। कुछ समय बाद परिवार गुरु के साथ रहने लगा। एक दिन वह पीहर से लौटी तो पति घर पर नहीं मिला। काफी तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। हारकर उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की जांच में जो सच सामने आया, उसने महिला के होश उड़ा दिए। एक गड्ढे से उसके पति की लाश निकली। पुलिस ने गुरुजी और उसके दोनों चेलों को हिरासत में लिया। पूछताछ में सामने आए सच ने पुलिस के साथ-साथ महिला को भी हैरान कर दिया। अब पढ़िए आगे की कहानी… महिला के पति ने अपनी बड़ी बेटी के साथ गुरुजी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इस पर वह नाराज हुआ। गुरुजी के साथ उसकी कहासुनी हो गई। उस दिन बात वहीं दबा दी गई, लेकिन गुरुजी ने इस बात की गांठ बांध ली। इस घटना के बाद ही गुरुजी ने महिला को अपने पीहर जाने काे कहा। महिला का पति भी इस बात से खुश हो गया था कि उसकी बेटियां यहां से जा रही हैं। महिला ने भी कोई सवाल नहीं किया क्योंकि वह गुरुजी की हर बात मानती थी। गुरुजी ने उसके परिवार के लिए एक टैक्सी करवाई। महिला को उसके बच्चों के साथ श्रीगंगागनर से 60 किमी दूर उसके पीहर भेज दिया। 8 मई को महिला अपने पीहर चली गई थी। महिला के पीहर जाने के बाद गुरुजी ने उसके पति को खूब शराब पिलाई। इसके बाद गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी। जान निकलने से पहले वह बचाने के लिए चिल्लाता रहा। शव घर के पीछे गड्ढा खोदकर दफना दिया। इस दौरान गुरुजी के दोनों चेले भी वहां मौजूद थे। पुलिस ने गुरुजी और उसके दोनों चेलों को गिरफ्तार किया। कोर्ट में कुल 18 लोगों के बयान करवाए गए। अर्जुन नगर में पड़ोस में रहने वाले युवक ने बताया कि 10 मई को गुरुजी के घर से चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। मामले में एक चेला सरकारी गवाह बन गया था। कोर्ट ने उसे क्षमा प्रदान की। गुरुजी और दूसरे चेले को 3 अगस्त 2008 को उम्रकैद की सजा सुनाई। दोनों की ओर से ट्रायल कोर्ट द्वारा दिए गए उम्रकैद के निर्णय के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की गई। जस्टिस मनोज कुमार गर्ग व जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास की बेंच ने सुनवाई के बाद 21 अगस्त 2017 को याचिका खारिज कर दी। पीहर से लौटी तो गड्ढे में मिली पति की लाश:गुरु के कहने पर बच्चों को लेकर गई थी मायके, 21 साल पुरानी मर्डर मिस्ट्री; पार्ट-1
प्रदेश भर में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) यानी मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम तेजी से चल रहा है। 4 दिसंबर तक इसे पूरा करना है। 52 हजार से ज्यादा बीएलओ करीब साढ़े पांच करोड़ से अधिक पंजीकृत मतदाताओं की डिटेल का सत्यापन कर रहे हैं। 9 दिसंबर को प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन प्रस्तावित है। ऐसे में बीएलओ काम में ढिलाई नहीं बरत रहे हैं। मगर उनके सामने फील्ड में कई तरह की समस्याएं आ रही हैं। खासकर ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में। यहां न केवल इंटरनेट की समस्या है बल्कि लोगों को एसआईआर के बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं है। साथ ही दूर-दूर ढाणियों की बसावट वाले इलाकों में पहुंचना ही किसी चुनौती से कम नहीं है। खासकर पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, फलोदी, बालोतरा आदि जिलों में लोग छितराई ढाणियों के बीच रह रहे हैं। इन ढाणियों में बीएलओ को तीन बार पहुंचना पड़ेगा। पहले दौर में वितरित किए गए फार्म को जुटाने के लिए जा रहे बीएलओ उस वक्त हैरान रह जाते हैं जब उन्हें खाली फार्म ही थमाया जा रहा है। ग्रामीण कह रहे हैं कि हमें तो फार्म भरना नहीं आ रहा, आप खुद ही इसे भर दीजिए। इसी तरह खाली फार्म और फोटो पकड़ा रहे हैं। कुछ तो खाली फार्म के साथ यह कह रहे हैं कि फोटो आपको वॉट्सएप कर देता हूं, इसका प्रिंट निकलवा कर लगा लेना। कई गांवों के घरों में पुरुष काम या नौकरी के लिए दूसरे प्रदेशों में हैं। वहां घरों में महिलाएं ही मिल रही हैं, जो आसानी से जानकारी नहीं दे पाती। पहले फोन पर घर के सदस्यों से बात करनी पड़ रही है, फिर भी कोई न कोई कमी रह जाती है। ऐसे में दोबारा चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। घर पर मिलने वाले बड़े बुजुर्ग अपने पुत्र-पौत्र वधुओं के नाम तक नहीं बता पा रहे। यही समस्या नाना–नानी की डिटेल में भी सामने आ रही है। कई लोग कहते हैं कि वोट का काम कर रहे हो, हमारे यहां सड़क कब बनाओगे। हमारे टांके, पीएम आवास और शौचालय का नंबर क्यों नहीं आ रहा है। अफसर 1 दिन में 150 से 200 तक का दे रहे लक्ष्य बीएलओ बताते हैं कि सबसे बड़ी समस्या फॉर्म से फोटो स्कैन करने में आ रही है। एप बता देता है मानव चेहरा नहीं मिला या चेहरा छोटा-बड़ा है, सेंटर में नहीं है। जहां नेटवर्क अच्छा है वहां सुबह 6 से लेकर रात 10 बजे तक एक बीएलओ लगातार बैठकर भी 70 से 90 फार्म ऑनलाइन कर पाता है। जबकि अफसर 150 से 200 का टारगेट दे रहे हैं। जिस महिला का 2002 वोटर लिस्ट में नाम नहीं है, उसके पीहर से माता-पिता का नाम, इपिक नंबर, विधानसभा क्षेत्र, भाग संख्या, क्रम संख्या मंगवानी पड़ती है।
यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने 15 नवंबर को गाजीपुर के मशहूर खानदान की बेटी से निकाह किया। उमर अंसारी का यह निकाह बेहद निजी रखा गया। दिल्ली के एक होटल में दिग्गजों की धांसू एंट्री हुई। इस समारोह में 2 नामों की सबसे अधिक चर्चा रही। एक सपा प्रमुख अखिलेश यादव तो दूसरा नाम बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा सहाब का था। अखिलेश अपनी गैरमौजूदगी को लेकर चर्चा में थे तो वहीं ओसामा अपनी सादगी के लिए। VIDEO में देखिए कौन-कौन दिग्गज निकाह की मुबारकबाद देने पहुंचे तो मुख्तार की छोटी बहू कौन है?
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ठंड के साथ प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। ऐसे में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), अस्थमा समेत फेफड़ों से जुड़े अन्य रोग के मरीज बढ़े हैं। ज्यादातर में बीमारी की जानकारी तब मिलती है जब व्यक्ति को सांस लने में तकलीफ शुरू हो जाती है। इस स्टेज तक बीमारी शरीर को काफी नुकसान पहुंचा चुकी होती है। जबकि रोग की शुरुआत में ही पहचान हो जाए तो इस समस्या से बचा जा सकता है। इसी विजन को लेकर IISER के वैज्ञानिकों ने स्मार्ट मास्क तैयार कर रहे हैं। जो हर सांस में टॉक्सिक गैस के लेवल को चेक करेगा। इसके साथ अन्य पैरामीटर पर रिपोर्ट देगा, यदि इनमें बदलाव आएगा तो व्यक्ति के फोन पर अलर्ट जाएगा। जिससे वे सतर्क हो जाएंगे और जरूरी चिकित्सीय सहायता समय पर ले सकेंगे। इससे बीमारी को शुरुआती दौर में ही रोक दिया जाएगा। मरीजों पर इलाज का खर्च और उससे होने वाली तकलीफ, दोनों में कमी आएगी। जिसका प्रोटोटाइप भोपाल में रीजनल शिक्षा केंद्र में चल रहे राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया गया। ब्रीथिंग पैटर्न करता है रिकॉर्ड स्टॉल पर मौजूद IISER के स्टूडेंट्स ने बताया कि यह मास्क संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर मित्रदीप भट्टाचार्य द्वारा तैयार किया गया है। वर्तमान में यह मास्क ब्रीथिंग पैटर्न को मॉनिटर करता है।व्यक्ति एक मिनट में कितनी बार सांस ले रहा है, ह्यूमिडिटी का लेवल और ऑक्सीजन के लेवल की भी रीडिंग लेता है। जिसकी रिपोर्ट लाइव फोन में मौजूद एप के जरिए देखी जा सकती है। इसके अलावा एप में डेटा भी कलेक्ट होता रहता है, जो रोग के अर्ली डायग्नोसिस में मदद करेगा। प्रदेश के स्कूलों में तेजी से बढ़ रही ICT लैब की संख्याराज्य सरकार स्कूलों में तकनीक आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आईसीटी (इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी) लैब्स का त्वरित विस्तार कर रही है। स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में वैज्ञानिक और नवाचारी सोच विकसित करना मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्राथमिकता में शामिल है।इसी के तहत स्कूलों में डिजिटल लर्निंग, कंप्यूटर लैब्स और स्मार्ट संसाधनों को बढ़ाया जा रहा है। उनका कहना है कि भविष्य की शिक्षा तकनीक और प्रयोग आधारित होगी, इसलिए बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण और डिजिटल क्षमता प्रदान की जा रही है, जिससे वे वैश्विक स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकें। देशभर से चुने गए बाल वैज्ञानिकों का अनूठा संगमएनसीईआरटी निदेशक प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी देशभर की प्रतिभाओं का अनूठा संगम है। 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आए लगभग 900 बच्चे और शिक्षक सामजिक समस्याओं का समाधान बताते 240 वैज्ञानिक मॉडल प्रस्तुत कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कला और विज्ञान के प्रति गहरी समझ रखते हैं और हमेशा नवाचार को बढ़ावा देते हैं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विज्ञान प्रसारकों, शिक्षकों और विशेषज्ञों ने भी भाग लिया। यह प्रदर्शनी विद्यार्थियों में जिज्ञासा, शोध भावना और नवाचार की संस्कृति को मजबूत करने का महत्वपूर्ण मंच बनी है। विज्ञान–प्रौद्योगिकी पर केंद्रित प्रदर्शनीइस साल की राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का मुख्य विषय “सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी” रखा गया है। प्रदर्शनी में 230 विद्यालयों के बाल वैज्ञानिक खाद्य-स्वास्थ्य, स्वच्छता, प्राकृतिक खेती, आपदा प्रबंधन, परिवहन-संचार, गणितीय मॉडलिंग, कंप्यूटेशनल थिंकिंग और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे विषयों पर अपने मॉडल प्रदर्शित कर रहे हैं। इनके साथ मैनिट, आईआईएसईआर और आईसेक्ट के विशेषज्ञों द्वारा संवाद सत्र भी आयोजित किए जा रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को वैज्ञानिक सोच विकसित करने, समस्याओं को नवाचार के माध्यम से हल करने और व्यवहारिक विज्ञान का अनुभव कराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर मंच उपलब्ध कराना है। ये खबर भी पढ़ें... दुनिया के टॉप 2% रिसर्चर्स में इंदौर के तीन साइंटिस्ट्स इंदौर ने एक बार फिर रिसर्च के क्षेत्र में देश का नाम रोशन किया है। देवी अहिल्या विवि की प्रो. अंजना जाजू, डॉ. मुकेशचंद्र शर्मा और UGC-DAE के डायरेक्टर डॉ. वसंत साठे को स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी (अमेरिका) और एल्सेवियर द्वारा जारी विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। पूरी खबर पढ़ें
दो घटनाएं:ट्रेन से गिरे यात्री की बची जान, दूसरे की मौत
दो अलग-अलग ट्रेनों में सफर कर रहे यात्री गिरकर घायल हो गया। हालांकि आरपीएफ की तत्परता से उसकी जान बच गई। जबकि प्रयागराज-ग्वालियर एक्सप्रेस के एसी कोच में सफर करने वाले एक यात्री की जान चली गई। हालांकि यात्री की पहचान नहीं हो सकी। आरपीएफ के अनुसार तेलंगाना एक्सप्रेस (12723) में मंगलवार को तड़के करीब 03:33 बजे सूचना मिली कि ग्वालियर-सिथौली के बीच 26 वर्षीय शिव कुमार परमार चलती ट्रेन से गिर गए। आरपीएफ के एएसआई मोहम्मद अहमद और कांस्टेबल कन्हैया लाल मीणा मौके पर पहुंचे। सिर पर गंभीर चोट थी। यात्री को आरपीएफ ने अस्पताल भर्ती कराया। घायल यात्री के साथी ने बताया कि वे ग्रेनाइट खदानों में कार्यरत थे। इलाज जारी है, और परिजनों को सूचित किया गया है। वहीं बीते रोज ट्रेन नंबर 11802 प्रयागराज-ग्वालियर एक्सप्रेस के सामान्य कोच में 60-65 वर्षीय व्यक्ति अचेत पाए गए। मृतक को प्लेटफार्म नंबर 3 पर उतारा गया, जहां डॉक्टर ने प्राकृतिक मृत्यु घोषित की। मृतक यात्री की पहचान नहीं हो सकी है।
एक से बेंगलुरु-ग्वालियर फ्लाइट 35 मिनट पहले आएगी, अहमदाबाद फ्लाइट अब तक बहाल नहीं
एयर इंडिया एक्सप्रेस की बेंगलुरु से ग्वालियर आने वाली हवाई सेवा के समय में बदलाव किया गया है। यह बदलाव 1 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा और 28 मार्च 2026 तक लागू रहेगा। संशोधित शेड्यूल के अनुसार, अब फ्लाइट का अनुमानित आगमन समय (ईटीए) दोपहर 3:55 बजे के बजाय 3:20 बजे होगा। यानी यह अपनी वर्तमान समय-सारणी से 35 मिनट पहले ग्वालियर पहुंचेगी। बताया जा रहा है कि यह बदलाव यात्रियों की कनेक्टिवटी बढ़ाने के लिए गया है। शाम की जगह अब दोपहर में बेंगलुरु जाएगी फ्लाइटग्वालियर से बेंगलुरु लौटने वाली फ्लाइट का प्रस्थान समय (ईटीडी) अब शाम 4:25 बजे की जगह दोपहर 3:50 बजे कर दिया गया है, जबकि टर्न-अराउंड टाइम पहले की तरह 30 मिनट ही रहेगा। इस बीच अहमदाबाद के लिए सीधी उड़ान की शुरुआत अभी तक नहीं हुई है, जबकि इसे लंबे समय से प्रस्तावित किया जा रहा था। इससे यात्रियों में निराशा है, खासकर उन व्यवसायिक यात्रियों में जो गुजरात से सीधे जुड़ाव की उम्मीद लगाए बैठे थे। नई समय-सारणी से बेंगलुरु-ग्वालियर सेक्टर के यात्रियों को सुविधा मिलने की उम्मीद है। 3 शहरों के लिए चल रही फ्लाइट, यात्रियों को मिल रहा अच्छा रिस्पांसअभी ग्वालियर से बेंगलुरु, दिल्ली व मुंबई के लिए फ्लाइट का संचालन हो रहा है। इन तीनों शहरों के लिए संचालित होने वाली फ्लाइट को यात्रियों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। मंगलवार को इन तीन शहरों से 903 यात्री आए और गए।
938.04 करोड़ की डीपीआर:राज्य स्तरीय तकनीकी समिति के अनुमोदन का इंतजार
शहर की सीवर एवं जल भराव की समस्या का स्थायी निदान कराने के लिए नगर निगम ने प्लान तैयार किया है। प्लान में स्वर्ण रेखा के दोनों ओर बड़ी सीवर लाइन जिसे ट्रंक लाइन भी कहा जाता है, बिछाई जाएगी। ऐसी ही एक लाइन मुरार नदी के एक ओर बिछाई जाएगी। इसमें आस-पास उन सभी सीवर लाइनों का मिलान होगा जो स्वर्ण रेखा या मुरार नदी में मिली हुई हैं। ऐसा करने से सीवर समस्या का समाधान तो होगा ही। साथ ही दोनों नदियों में भी गंदगी जाना बंद हो जाएगी। स्थानीय अफसरों ने नगरीय प्रशासन एवं विकास के प्रमुख अभियंता को 938.04 करोड़ रुपए की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पहुंचा दी है। ये डीपीआर अलग-अलग प्रोजेक्ट की बनाकर 3 कैटेगरी में पहुंचाई गई है। राज्य स्तरीय तकनीकी समिति के अनुमोदन के बाद ट्रंक लाइन डालने का काम शुरू हो सकेगा। इसके लिए जहां-जहां सड़क किनारे अतिक्रमण होगा, उसको भी नगर निगम हटाने की कार्रवाई करेगा। वहीं शहर के अंदर बने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की क्षमता 222 एमएलडी से बढ़ाकर 296 एमएलडी की जाएगी। प्रोजेक्ट: 1राशि: 531.41 करोड़क्या काम होगा: नमामि गंगे, एसडब्ल्यूएपी और अमृत प्रोजेक्ट 2.0 से मिलने वाली राशि से वार्ड-1 से 60 में मुरार जोन के अंतर्गत वार्डों में आंशिक क्षेत्र को छोड़कर डेमेंज, अंडर साइज एवं अनकवर्ड क्षेत्र में नया सीवेज नेटवर्क डाली जाएगी। प्रोजेक्ट: 2राशि: 256.15 करोड़ क्या काम होगा: स्वर्ण रेखा एवं मुराद नदी में मिल रहे 116 नालों की टेपिंग कार्य होगा। प्रोजेक्ट में 35.76 किमी लंबी नई मैन ट्रंक लाइन डलेगी। स्वर्ण रेखा में कुल 26 किलोमीटर की मैन ट्रंक लाइन डलेगी। शेष मुरार नदी के एक तरफ डाली जाएगी। प्रोजेक्ट: 3राशि: 150.48 करोड़क्या काम होगा: मुरार छावनी क्षेत्र में सीवरेज नेटवर्क डाला जाएगा। इसके साथ ही मुरार जोन की सीवरेज परियोजना पर काम किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट से सबसे ज्यादा फायदा मुरार क्षेत्र का होगा। अभी तक यहां कई क्षेत्र में सीवर का मिलान नाले में हैं। शहर के 1 से लेकर 66 वार्डों की सीवरेज व्यवस्था हो जाएगी बेहतर नगर निगम ने उक्त तीनों डीपीआर स्टेट लेवल एक्शन प्लान (एसडब्ल्यूएपी), अमृत प्रोजेक्ट-0.2 और नमामि गंगे के अंतर्गत अलग अलग बनाई गई है। उक्त प्रोजेक्ट की डीपीआर से वार्ड क्रमांक 1 से 60 (शहरी वार्ड) एवं वार्ड 61 से 66 तक की सीवरेज की व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा। इसके साथ ही छावनी क्षेत्र का सीवर प्रोजेक्ट भी इसमें लिया गया है। एसटीपी की क्षमता बढ़ाना जरूरी क्यों? सीवेज सिस्टम की डीपीआर शासन को पहुंचाईनगरीय निकाय एरिया में सीवेज सिस्टम की 930 करोड़ रुपए की डीपीआर शासन को पहुंचा दी है। इसमें तीन एसटीपी की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ स्वर्ण रेखा और मुरार नदी के बगल से मैन ट्रंक लाइन डाली जाएगी। -संघ प्रिय, आयुक्त
भरतपुर की ईदगाह कॉलोनी निवासी मोहम्मद शाहिद खान ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा घोटाला कर प्रशासन को चौंका दिया है। पुलिस जांच में सामने आया कि शाहिद ने स्टेट नोडल ऑफिसर मोहम्मद लईक खान से मिलीभगत कर करीब 365 इनएक्टिव आईडी को फर्जी तरीके से एक्टिव करा दिया। इन आईडी के जरिए अपात्र लाभार्थियों ने वर्ष 2021 से अब तक लगभग 1.05 करोड़ रुपए निकाल लिए। पीएम किसान योजना के तहत पात्र किसानों को हर साल 6 हजार रुपए की सहायता दी जाती है। लेकिन शाहिद और लईक की सांठगांठ से अपात्र लोगों को भी यह राशि मिलने लगी। शाहिद एजेंट के रूप में काम करता था और अपात्र लाभार्थियों से एडवांस में रुपए लेकर उनकी इनएक्टिव आईडी नोडल ऑफिसर को भेजता था। इसके बाद लईक खान उन आईडी को अप्रूव कर देता और बदले में शाहिद से लाखों रुपए कमीशन लेता। जांच में खुलासा हुआ कि शाहिद ने करीब 365 से 400 अपात्र लाभार्थियों का बल्क डेटा सीधे नोडल ऑफिस ऑपरेटर को उपलब्ध कराया। लईक ने उस डेटा को साइबर फ्रॉड के जरिए अप्रूव कर योजना में शामिल कर दिया। स्टेट नोडल ऑफिसर के पास योजना से संबंधित सभी जिला स्तर के अधिकारियों का आईडी और पासवर्ड रहता है। इसी का दुरुपयोग कर अपात्र लोगों को पात्र बना दिया गया। तहसील स्तर के अधिकारी व कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध भरतपुर जिले के तहसील स्तर पर कई अधिकारी और कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। पीएम किसान योजना और अन्य सरकारी योजनाओं में हुए फर्जीवाड़े की जांच के दौरान इनकी संलिप्तता के संकेत मिले हैं। इस पर झालावाड़ साइबर थाना पुलिस ने तहसील स्तर पर भी जांच अधिकारियों व कर्मचारियों की जांच कर कर रही है। जांच पूरी होने के बाद जिन कर्मचारियों और अधिकारियों की भूमिका इस घोटाले में साबित होगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस फर्जीवाड़े पर बड़ी जांच चल रही है। और भी गड़बडिय़ों के सामने आने की संभावना है। पुलिस की कई टीमें काम कर रही हैं और जिसने भी फर्जीवाड़ा किया है उसे बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए हमने ‘ऑपरेशन शटरडाउन’ शुरू किया है, जिसमें 70 टीमें सक्रिय हैं। हमारा लक्ष्य इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म कर दोषियों को कानून के कठघरे में खड़ा करना है। -अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक, जिला झालावाड़ ऐसे हुआ ठगी का खुलासा डीएमआईएस 8 अगस्त 2025 को साइबर थाना झालावाड़ को गोडिया ग्राम निवासी आशिक अली व अन्य के खिलाफ सरकारी योजनाओं में घपले की शिकायत मिली। जांच में युवाओं की अचानक बदली जीवनशैली और बैंक खातों की जांच से बड़ा नेटवर्क सामने आया, जो पीएम किसान, डीएमआईएस और सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं में फर्जीवाड़ा कर रहा था। सरगना दौसा निवासी रामवतार सैनी निकला। 22 अक्टूबर को “ऑपरेशन शटरडाउन” में 70 टीमों ने 30 ठिकानों पर रेड कर 30 अपराधी पकड़े। पंजाब से फर्जी वेबसाइट डवलपर संदीप शर्मा और स्टेट नोडल ऑफिस ऑपरेटर मोहम्मद लईक गिरफ्तार हुए। लईक से पूछताछ में भरतपुर निवासी शाहिद खान की भूमिका उजागर हुई और उसे भी झालावाड़ साइबर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।
राजस्थान हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने राज्य में महिला सुरक्षा गृहों की चिंताजनक स्थिति पर गंभीर टिप्पणी करते हुए कहा है कि भौगोलिक रूप से भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान में 44 जिले होने के बावजूद केवल सात नारी निकेतन संचालित होना अत्यंत पीड़ादायक है। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा और जस्टिस मनोज कुमार गर्ग की खंडपीठ ने मंगलवार को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि राज्य को विभिन्न जिलों में नारी निकेतन, बालिका गृह और फॉस्टर होम (पालन गृह) स्थापित करने के लिए कदम उठाने चाहिए। हाईकोर्ट ने स्व प्रेरणा से दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया है, जो शेल्टर होम/नारी निकेतन की मॉनिटरिंग से संबंधित है। हाईकोर्ट लंबे समय से राज्य में महिलाओं और बालिकाओं के लिए सुरक्षा गृहों की स्थिति की निगरानी कर रहा है। कोर्ट की सख्त टिप्पणी- शिफ्टिंग में मुश्किल हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा, हम यह देखकर अत्यंत पीड़ित हैं कि राजस्थान राज्य में, जिसमें आज की तारीख तक 44 जिले हैं, राज्य की ओर से उपस्थित अधिवक्ता स्वीकार कर रहे हैं कि राज्य में केवल सात नारी निकेतन हैं। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि राजस्थान भारत में भौगोलिक रूप से सबसे बड़ा राज्य है, इसलिए लगभग सभी जिलों में नारी निकेतन की आवश्यकता है, क्योंकि किसी महिला को दूर के स्थान पर स्थानांतरित करना बहुत कठिन है। कोर्ट ने यह भी कहा कि राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय भाषाएं भी अलग हैं। इसलिए राज्य को इन पहलुओं को पहचानना चाहिए और विभिन्न जिलों में नारी निकेतन, बालिका गृह तथा फॉस्टर होम स्थापित करने के लिए कदम उठाने चाहिए। राज्य सरकार से मांगा शपथ पत्र कोर्ट ने राज्य सरकार की ओर से पेश अधिवक्ता राधिका लोहिया को निर्देश दिया कि वे इस उद्देश्य के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में शपथ पत्र दाखिल करें। शपथ पत्र में यह भी बताना होगा कि इस संबंध में राज्य, केंद्र और विभिन्न एनजीओ से कितनी धनराशि प्राप्त हो रही है और उन निधियों का वार्षिक उपयोग कैसे किया जा रहा है? कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यह विवरण समाज कल्याण विभाग के सचिव से कम स्तर के अधिकारी द्वारा दाखिल नहीं किया जाएगा। यानी, सचिव स्तर के अधिकारी को ही यह जानकारी देनी होगी। न्यायमित्र को निर्देश कोर्ट ने न्याय मित्र प्रियंका बोराणा को भी निर्देश दिया कि वे उदयपुर से संबंधित अपनी रिपोर्ट दाखिल करें, जहां उन्होंने हाल ही में दौरा किया है। यह रिपोर्ट राज्य के वकील को प्रति के साथ दाखिल की जाएगी। याचिकाकर्ता की ओर से प्रियंका बोराणा (एमिकस क्यूरी), एडवोकेट अनिता राजपुरोहित और प्रियांशु गोपा उपस्थित रहे, जबकि सरकार की ओर से एडवोकेट राधिका लोहिया ने पक्ष रखा। कोर्ट ने इन मामलों को 8 दिसंबर को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया है। तब तक राज्य सरकार को शपथ पत्र और एमिकस क्यूरी को उदयपुर की रिपोर्ट दाखिल करनी होगी।
सलेमपुर मोहल्ले में महिलाओं पर स्ट्रे डॉग्स के साथ बर्बरता बरतने का आरोप, शिकायत
जालंधर | सलेमपुर मोहल्ले की महिलाओं ने थाना एक में शिकायत दी है कि मोहल्ले की कुछ महिलाओं ने गली में घूमते बेसहारा डॉग्स को गायब कर दिया। नरेंद्र जीत कौर, रजनी और सरबजीत कौर ने दी शिकायत में आरोप लगाया कि मोहल्ले की ही कमला, बलविंदर कौर (पत्नी बलविंदर सिंह) और उसके बेटे पल्लू ने मादा डॉग के बच्चों को बोरी में बंद कर कहीं फेंक दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वह पहले भी ऐसा कर चुकी हैं। उन्होंने एक सीसीटीवी फुटेज भी दिखाई जिसमें कुछ महिलाएं बोरी ले जाती दिख रही हैं। महिलाओं का आरोप है कि ऐसी ही बोरी सर्जिकल परिसर के पास मिली थी जिसमें एक मरा हुआ पिल्ला मिला था। मामले बाबत थाना प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि शिकायत आने पर दोनों आरोपी महिलाओं को थाने बुलाया गया है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे।
फगवाड़ा के लोगों ने पुलिस की नालायकी के चलते फगवाड़ा बंद की कॉल दी है। अस्पताल पहुंची एसपी माधवी शर्मा से वहा मैजूद लोगों ने कड़े तेवर में सवाल किए जब पुलिस को तीन दिन पहले बताया था की अरोपी तीन दिन से नाजायज असला लेकर जिम्मी करवल की रेकी कर रहे है। तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसका नतीजा आज शिव सेना नेता उसका बेटा दोनों पर जानलेवा हमला हुआ। हमला होने के चार घंटे बाद पहुंची एससी माधवी शर्मा जानकारी देते हुए इंद्रजीत करवल ने बताया कि पुलिस उनकी बात को लेकर कितना गंभीर है। घटना के चार घंटे बीत जाने एसपी फगवाड़ा सिविल अस्पताल में नहीं पहुंची। अपने आफिस में बैठ मीडिया को बाइटें दे रही है। जिसके रोष के चलते इंद्रजीत करवल ने पुलिस को बयान देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा पुलिस को बार बार सुचना देने पर कोई कार्रवाई नहीं की। तीन दिन से रेकी कर रहे थे हमलावर पुलिस ने आगे से झूठ बोला कि उसका फोन बंद आ रहा है। लेकिन करवल ने बताया कि हमले के बाद उनके बेटे के दोस्तों की ओर से हमला करने वालों को फोन किया तो फोन चल रहा था। इंद्रजीत करवल के साथियों ने जब एसपी फगवाड़ा से तीखे स्वाल करते हुए कहा कि पुलिस इस बात का जवाब दे कि जब पहले से जानकारी दी थी अरोपी गिरफ्तार क्यों नहीं किए गए। जिम्मी के दौतर बोले उसे जहां बुला अकेले में सिविल अस्पताल में करवल के साथियों ने बताया कि जिम्मी के दोस्त को पक्ड़ा किडनैप कर उसके सिर पर रिवाल्वर लगा कर बोले जिम्मी को जहां बुलाओ लेकिन उसने नहीं बुलाया उसके बताने पर पुलिस को सुचना दी थी। करवल के साथियों ने एसएसपी से मांग लाहपरवाई करने वाले पुलिस वाले ससपेंड हो करवल के साथियों ने कहा मौजूदा पुलिस अधिकारी को भी ससपेंड किया जाना चाहिए आगे भी अपनी डयूटी ईमानदारी से करे आगे से शहर में एसी घटना न हो सके।
शहर के 32 हॉट स्पॉट पर नाकाबंदी, 11 मामले दर्ज
भास्कर न्यूज | जालंधर युद्ध नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत शहर के 32 हॉट स्पॉट पर नाकाबंदी कर 300 पुलिस अधिकारियों और मुलाजिमों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान सीपी धनप्रीत कौर ने बर्ल्टन पार्क का दौरा किया। उन्होंने बताया कि जनता से मिली शिकायतों के बाद धानकिया मोहल्ला, आबादपुरा, भार्गव कैंप, मंगू बस्ती समेत 32 स्थानों पर चेकिंग की गई। इन स्थानों पर नशीली दवाओं से संबंधित गतिविधियां होने की आशंका थी। अभियान के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी, वाहनों की जांच और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में विशेष निगरानी रखी गई। उन्होंने आगे बताया कि एनडीपीएस अधिनियम के तहत कुल 11 मामले दर्ज किए गए हैं।
दिलकुशा मार्केट से युवक की मोटरसाइकिल चोरी
जालंधर | थाना 4 के अधीन आती दिलकुशा मार्केट से घर से दवाई लेने के लिए आए युवक की मोटरसाइकिल कुछ ही मिनटों में चोरी हो गई। तिलक नगर के प्रवीण ने बताया कि वह एक दुकान के बाहर मोटरसाइकिल लगाकर अंदर चला गया। कुछ देर बाद लौटा तो उसकी मोटरसाइकिल गायब थी। थाना 4 पुलिस ने शिकायत के बाद घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाली।
शुगर मिल चलाने को लेकर किसानों ने डीसी दफ्तर घेरा
भास्कर न्यूज | जालंधर किसान जत्थेबंदियों ने मंगलवार को डीसी दफ्तर के सामने पुडा कॉम्प्लेक्स की ग्राउंड में राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। धरने में माझा व दोआबा एरिया की किसान जत्थेबंदियों ने शुगर मिल को चालू करने की मांग की। किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर 21 नवंबर तक मांगें नहीं मानी गई तो जत्थेबंदियां हाईवे व ट्रेनें रोकेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अभी तक शुगरकेन बोर्ड का गठन नहीं किया है, जबकि इसका कार्यकाल अप्रैल माह में ही समाप्त हो चुका है। बोर्ड के गठन के बिना शुगर मिलों का संचालन संभव नहीं है। किसानों ने आरोप लगाया कि गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी अब तक घोषित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य फसलों जैसे अनाज और मक्की के दाम बिजाई से पहले तय हो जाते हैं, लेकिन गन्ने की फसल तैयार होने के बावजूद उसके दाम निर्धारित नहीं किए जा रहे हैं। हरियाणा में गन्ने का भाव 401 रुपए प्रति क्विंटल तय हो चुका है, जबकि पंजाब सरकार ने अभी तक कोई दर निर्धारित नहीं की है। किसानों की मांग है कि सरकार गन्ने का भाव 500 रुपए प्रति क्विंटल तय करे और मिलों को जल्द से जल्द चालू करे। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि 21 नवंबर तक मिलें चलाने की घोषणा नहीं की गई, तो सभी किसान संगठन मिलकर जालंधर के नेशनल हाईवे और ट्रेनों को जाम करेंगे। डीसी दफ्तर के सामने प्रदर्शन करते किसान जत्थेबंदियों के सदस्य।
रामामंडी रेलवे स्टेशन के सामने तीन बाइक और एक एक्टिवा आपस में टकराई, एक लड़की गंभीर
भास्कर न्यूज | जालंधर जालंधर-लुधियाना हाईवे मंगलवार देर शाम खूनी अखाड़ा बन गया, जब मौत की रफ्तार से दौड़ रहे लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के विदेशी छात्रों की सनक ने एक भयानक हादसा कर दिया। रामा मंडी रेलवे स्टेशन के ठीक सामने, विदेशी छात्रों की जानलेवा रेस के कारण तीन बाइकें और एक एक्टिवा आपस में टकरा गईं, जिसमें एक्टिवा सवार लड़कियां समेत कुल सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयानक था कि हाईवे पर चीख-पुकार मच गई और सड़क खून से लाल हो गई। एक्टिवा चला रही लड़कियों में से एक को ज्यादा गंभीर चोटें आईं। इस दुर्घटना में तीन विदेशी छात्र, उनकी महिला साथी, और स्प्लेंडर सवार स्थानीय व्यक्ति और उनके पीछे बैठी लड़की गंभीर रूप से घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- बाइक की स्पीड तेज थी हादसे के तुरंत बाद हाईवे पर भयंकर जाम लग गया। जूस की रेहड़ी चलाने वाले रामू ने बताया कि विदेशी छात्र बेहद तेज रफ्तार में थे। सूचना मिलते ही एसएसएफ के एएसआई रणजीत सिंह और ट्रैफिक पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युद्ध स्तर पर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। खूनी रेस: प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, एलपीयू के विदेशी छात्र अपनी पल्सर और लाल रंग की एक्टिवा पर सवार होकर रेस लगा रहे थे। ओवरटेक का जानलेवा प्रयास : फगवाड़ा की ओर जाते हुए, एक-दूसरे को ओवरटेक करने के चक्कर में बैलेंस बिगड़ा। आपस में टकराए। बाइक भी आई चपेट में : ये छात्र एक बाइक से भी टकराए। बाइक चलाने वाला व्यक्ति अपनी बेटी के साथ जा रहा था। दोनों को चोटें आई। घटनास्थल पर पड़े क्षतिग्रस्त वाहन। और जांच करती पुलिस। सिविल में इलाज कराते युवक।
10 माह में 5169 हादसे:घायल-मृतकों में 61% 15 से 30 साल के युवा
मध्यप्रदेश में जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच हुए सड़क हादसों का डेटा सिर्फ संख्या नहीं है। इसमें उन घरों का दर्द भी छुपा है, जहां सुबह गया बेटा शाम को लौटकर नहीं आया। 10 माह में पूरे प्रदेश में 1 लाख 23 हजार 863 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज हुईं। इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित वह उम्र है, जहां जिंदगी सबसे तेज भागती है यानी 15 से 30 साल के युवा। इस आयु वर्ग में 61 प्रतिशत हादसे दर्ज हुए हैं। इंदौर इस सूची में सबसे ऊपर है। शहर में 5169 एक्सीडेंट हुए। पुलिस और डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादातर हादसों में तेज रफ्तार, अचानक मोड़, मोबाइल पर ध्यान, ओवरटेकिंग की जल्दबाजी और बिना हेलमेट-सीट बेल्ट जैसी लापरवाही सामने आती है। महीने दर महीने बढ़ता खतराजनवरी में 14064, फरवरी में 14085 और मई में 15193 दुर्घटनाएं दर्ज हुईं। गर्मी और त्योहारी दिनों में हादसे बढ़ जाते हैं। रात में तेज रफ्तार और लंबी दूरी की यात्रा इसकी बड़ी वजह बताई जा रही है। रील्स की लत भी बड़ी वजह बन रही हादसों की शहर में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। ट्रैफिक एक्सपर्ट बताते हैं कि स्पीड का रोमांच, सोशल मीडिया के लिए स्टंट, बाइक मॉडिफिकेशन और रात के समय तेज रफ्तार बाइकिंग कई मामलों में मुख्य वजह बन रहे हैं। कई मामलों में जल्दबाजी करना भी भारी पड़ रहाएमवायएच के सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. उपेंद्र पांडे कहते हैं, उनके पास रोज कई घायल युवा आते हैं। कई मामलों में युवक कहते हैं, बस थोड़ी जल्दी में था या कुछ सेकंड मोबाइल देख लिया। युवाओं को ट्रैफिक संस्कृति समझाने की जरूरतन्यूरो सर्जन डॉ. पीयूष पंचारिया ने बताया स्कूल-कॉलेज में ट्रैफिक सेफ्टी को विषय की तरह पढ़ाया जाए, परिवार में बातचीत हो और शहर में लगातार चेकिंग-जागरूकता दोनों चले।
निगम में चक्कर आने से चौथी मंजिल से गिरा 70 साल का बुजुर्ग, मौत
भास्कर न्यूज | जालंधर पूर्व विधायक मनोरंजन कालिया के घर के सामने नगर निगम की बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरने के कारण एक 70 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। मृतक की पहचान गुरु नानक नगर के सुखनंदन के रूप में हुई है। पुलिस ने शव सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया। बताया गया कि सुखनंदन स्पोर्ट्स कॉलेज के पास गुरु नानक नगर से नगर निगम में अपनी बिल्डिंग की एनओसी लेने के लिए आया था। हादसे के बाद मेयर वनीत धीर और डिप्टी मेयर मलकीत सुभाना मौके पर पहुंचे। सुखनंदन के दो बेटे हैं। थाना तीन के एएसआई सुजीत सिंह ने बताया कि मृतक सुखनंदन लाल के लाल के बेटे नितिन के बयानों पर 174 की कार्रवाई की है।
ट्यूशन पर जा रहे युवक से लुटेरों ने छीनी मोटरसाइकिल
भास्कर न्यूज | जालंधर अर्बन एस्टेट फेज 2 के पास ट्यूशन पर जा रहे युवक के साथ दो बाइक सवार युवकों ने रोककर मारपीट की और उसका मोटरसाइकिल छीन लिया। पीड़ित युवक रोहित ने बताया कि वह रोज इसी रूट से ट्यूशन पर जाता है। मंगलवार को जब वह ट्यूशन पर जाने के लिए घर से निकला तो दो युवक आए और मोटरसाइकिल रोकने के लिए कहने लगे। मोटरसाइकिल रोका तो दोनों युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। उसने अपना बचाव करते हुए एपल फोन झाड़ियों में फैंक दिया। इस दौरान दोनों लुटेरे उसका मोटरसाइकिल ले गए। थाना 7 पुलिस ने युवक के बयान दर्ज कर लिए हैं।
विस में राजद के मुख्य सचेतक दलित या कुशवाहा जाति से होंगे
विधानसभा में राजद के मुख्य सचेतक इस बार यादव नहीं, दलित या कुशवाहा जाति से होंगे। राजद विधायक दल के नेता पद पर तेजस्वी यादव के सर्वसम्मति से चयन के बाद अब विधानसभा में राजद विधायकों के लिए सुविधा-प्रतिष्ठा वाले बचे दो पदों के लिए पार्टी ने मंथन शुरू किया है। राजद के 25 विधायक जीते हैं, जिनमें 11 यादव और 3 मुसलमान हैं। विधान परिषद में मुख्य सचेतक अब्दुल बारी सिद्दीकी हैं। इसलिए विधानसभा में मुस्लिम विधायक को मुख्य सचेतक नहीं बनाया जाएगा। माय समीकरण के बाद सबसे अधिक दलित वर्ग से 4 विधायक हैं। गरखा से सुरेन्द्र राम, बोधगया से कुमार सर्वजीत, मखदुमपुर से सूबेदार दास और रानीगंज से अविनाश मंगलम जीते हैं। सबसे सीनियर कुमार सर्वजीत हैं तो सुरेन्द्र राम और सूबेदार दास दूसरी बार जीते हैं। वहीं लव-कुश समीकरण में कुशवाहा वर्ग से उजियारपुर से आलोक मेहता व गोह से अमरेन्द्र कुमार, दांगी जाति से टेकारी से अजय कुमार और धानुक जाति से वारसलीगंज से अनिता महतो जीते हैं। इस वर्ग से भी मुख्य सचेतक बनाने पर मंथन जारी है। दूसरा महत्वपूर्ण पद राजद को लोक लेखा समिति (पीएसी) के चेयरमैन का मिलेगा। इस पद पर पिछली विधानसभा में भाई वीरेन्द्र थे। इस पद पर फिर से भाई वीरेंद्र के साथ रामानंद यादव और जीतेन्द्र राय के नाम पर चर्चा शुरू है। मंगनी लाल मंडल सिर्फ मधुबनी में ही चुनाव प्रचार कर पाए इधर, तेजस्वी यादव ने राजद की बैठक में जगदानंद की कार्यशैली को बढ़िया बताकर परोक्ष रूप से यह कह दिया कि प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल उस तरह एक्टिव नहीं हैं। दरअसल विधानसभा चुनाव में मंडल सिर्फ मधुबनी में ही प्रचार कर पाये। हेलीकॉप्टर से भी उन्हें एक दिन ही घूमने का मौका मिला। उसके बाद उस हेलीकॉप्टर पर कारी सोहैब और शिवचंद्र राम घूमते रहे। मंडल जी कहीं जा नहीं पाए। वहीं विधानसभा चुनाव में धानुक जाति के मंगनी लाल मंडल का फायदा मिथिलांचल में भी राजद को नहीं मिल पाया। मिथिलांचल के 3 जिलों दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर से राजद का एक भी धानुक विधायक जीत कर नहीं आया है।
डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए देश दुनिया में मशहूर हो चुकी लेकसिटी एक और शाही शादी की गवाह बनने जा रही है। अब अमेरिकी कारोबारी के बेटे व अमेरिकी मूल की दुल्हन एलिजाबेथ यहां शादी करने जा रहे हैं। इसके चलते उदयपुर में 21 से 22 नवंबर तक वीवीआईपी मूवमेंट रहेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के छोटे बेटे व ट्रंप ऑर्गनाइजेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष ट्रम्प जूनियर (डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर) पहली बार शुक्रवार को अपने पारिवारिक के साथ उदयपुर आएंगे। ट्रम्प जूनियर की इस यात्रा के चलते जिला-पुलिस प्रशासन के साथ-साथ देश की सभी खुफिया एजेंसी भी सक्रिय हो गई हैं। ट्रम्प जूनियर के आगमन से पहले ही अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी का दल भी उदयपुर पहुंच चुका है। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक जूनियर ट्रम्प विशेष सुरक्षा घेरे के बीच पिछोला झील के बीच स्थित होटल लीला पैलेस में ठहरेंगे। वे शुक्रवार को विवाह समारोह में शामिल होंगे। यह शादी जग मंदिर पैलेस में होगी। शादी के अन्य समारोह सिटी पैलेस के माणक चौक में होंगे। इसमें शामिल होने के लिए देश-दुनिया के दिग्गज उद्यमी उदयपुर आएंगे। इन दो दिनों में उदयपुर एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में चार्टर विमान आएंगे। इसके चलते एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले हर यात्री पर नजर रखी जा रही है। दूसरा भारत दौरा, यूएस की एजेंसियां उदयपुर पहुंचीं डोनाल्ड ट्रंप जूनियर का यह दूसरा भारत दौरा होगा। वे पहली बार फरवरी 2018 में आए थे। तब वे नई दिल्ली, मुंबई, पुणे और कोलकाता गए थे। तब उनका यह दौरा अमेरिका में काफी विवादों में रहा था। उनकी इस यात्रा पर अमेरिका ने तकरीबन एक लाख डॉलर खर्च किए थे। तब यह आरोप लगे थे ट्रंप जूनियर की सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस एजेंटों, उनके ओवर टाइम, तमाम तटवर्ती इलाकों की सुरक्षा और अन्य चीजों पर अमेरिकी कर दाताओं का धन खर्च किया गया। ट्रंप के परिवार के भारत में कई बिजनेस प्रोजेक्ट भी चल रह हैं। पहली यात्रा भी उन्होंने ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन द्वारा बनाए जा रहे गगनचुंबी लक्जरी कांडोस (अपार्टमेंट सरीखा) के प्रचार के लिए ही की थी। इस परियोजना का पूरा मालिकाना हक राष्ट्रपति ट्रंप के पास है। राज्यपाल माथुर की पौत्री की 22 को रणकपुर में शादी, गृहमंत्री अमित शाह सहित कई मुख्यमंत्री-मंत्री उदयपुर होते हुए जाएंगे सिक्किम के राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर की पौत्री कोम वीरेंद्र माथुर की शादी 22 नवंबर को पाली जिले के रणकपुर स्थित होटल लाल बाग में होगी। राज्यपाल माथुर विवाह की तैयारियों का जायजा लेने पहुंच चुके हैं। इस शादी में शामिल होने के लिए कई वीवीआईपी उदयपुर एयरपोर्ट आएंगे, यहां से रणकपुर जाएंगे। देश के गृह मंत्री अमित शाह, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप व गिरीशचंद्र यादव, रायपुर छत्तीसगढ़ सांसद बृजमोहन अग्रवाल, सिक्किम के सड़क एवं पुल विभाग मंत्री श्री नर बहादुर दहल भी विवाह समारोह में शामिल होंगे। एयरपोर्ट पर विशेष सुरक्षा-व्यवस्था के तहत पूरा प्रशासनिक अमला दिनभर इस वीवीआईपी ड्यूटी में तैनात रहेगा। यूं बढ़ रहा प्रभाव- इस सीजन 575 शाही शादियां, 1150 करोड़ का कारोबार होगादेवउठनी एकादशी के साथ झीलों की नगरी में शादियों के सीजन का आगाज 7 व 8 नवंबर को सिटी पैलेस व उदयविलास में हुई दो शाही शादियों से हो गया है। डेस्टिनेशन वेडिंग सिटी उदयपुर में नवंबर 2025 से फरवरी 2026 के बीच शहर में 575 से ज्यादा शाही शादियां तय हैं। ये समारोह 5 से 7 सितारा होटल्स से लेकर लग्जरी वाटिकाओं में होंगे। औसत बजट 1 से 10 करोड़ रु. रहेगा। यह पिछले साल की तुलना में 15% ज्यादा है। पिछले सीजन में 500 शादियों से जहां सिटी ने रौनक देखी, वहीं इस बार 1150 करोड़ के कारोबार का अनुमान है। एक शाही शादी औसतन 2 करोड़ की पड़ती है। उदयपुर के अलावा राजसमंद का कुंभलगढ़ भी डेस्टिनेशन वेडिंग में तेजी से उभर रहा है। यहां भी देशभर के कई लोग शादियों के लिए पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि कुंभलगढ़ उदयपुर के लोगों के लिए भी डेस्टिनेश वेडिंग की पसंद बना हुआ है। इन शाही शादियों से चर्चा में आया उदयपुर...अब देश-दुनिया की पहली पसंद
कांग्रेस में कहां भितरघात... रिपोर्ट मांगी:चुनाव में हार के कारणों को डिटेल में बताने के लिए कहा
विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने पार्टी के दगाबाज नेताओं को चिह्नित करने का अभियान शुरू किया है। कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ खुलाघात और भितरघात करने वालों की पहचान कर रिपोर्ट मांगी गई है। चुनाव के दौरान पार्टी के किस नेता ने कैसे दगाबाजी की, इसकी पूरी जानकारी मांगी है। प्रत्याशियों को यह रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में भेजनी है। रिपोर्ट की समीक्षा कर प्रदेश नेतृत्व चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे नेताओं की सूची तैयार करेगा। प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति इनमें से गंभीर आरोपों वाले नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर पक्ष रखने का मौका देगी। इसके बाद अनुशासनिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके तहत पद से हटाने और पार्टी से निकालने तक की योजना है। 43 नेताओं को नोटिस टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम को हटाने की मांग पर 21 नवंबर को सदाकत आश्रम में धरने का ऐलान करने वाले 43 नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति के अध्यक्ष कपिलदेव यादव के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि चुनाव अवधि में इन व्यक्तियों द्वारा मीडिया सहित अन्य सार्वजनिक मंचों पर पार्टी की आधिकारिक लाइन से हटकर बयान दिए गए थे, जिससे पार्टी की छवि, प्रतिष्ठा तथा चुनावी प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इनसे 21 नवंबर को दोपहर 12 बजे तक लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की जाएगी, जिसमें पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासन भी शामिल है। इन नेताओं में पूर्व मंत्री अफाक आलम, पूर्व प्रवक्ता आनन्द माधव, पूर्व विधायक छत्रपति यादव, पूर्व मंत्री वीणा शाही, पूर्व विधान पार्षद अजय कुमार सिंह, पूर्व विधायक मुन्ना शाही और पूर्व विधायक बंटी चौधरी शामिल हैं। विक्षुब्ध नेताओं ने कहा- प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी डरे हुए हैं इधर, विक्षुब्ध नेताओं ने कांग्रेस को कांग्रेसी मुक्त करने की कोशिश बताया है। इन नेताओं ने सदाकत आश्रम में धरने को 22 नवंबर से 21 नवंबर को कर दिया है। विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कारण बताओ नोटिस से यह साफ हो गया है कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम एवं प्रभारी कृष्णा अल्लावरू कितना डरे हुए हैं। इन लोगों ने यह तय कर लिया है कि कैसे बिहार कांग्रेस को कांग्रेसी मुक्त कर दिया जाय और आरएसएस के लोगों को भर दिया जाय। पहले टिकट बेचा, आरएसएस के लोगों को दिया। अब सदाकत आश्रम को इससे भरेंगे।
पुलिस लाइंस रोड पार्क के सामने से गंदगी हटा लगवाईं इंटरलॉकिंग टाइलें
भास्कर न्यूज | जालंधर पुलिस लाइंस रोड स्थित पार्क के सामने जमा गंदगी को हटाकर समाज सेवकों ने इंटरलॉकिंग टाइलें लगवा दी हैं। पार्क डेवल्पमेंट एंड वेलफेयर सोसायटी के प्रधान एडवोकेट हरसंत डोगरा ने बताया कि पार्क को बरसों से आम लोग संभाल रहे हैं। यहां 50 से 100 साल पुराने पेड़ लगे हैं। जिम भी इंस्टॉल है जहां लोग सुबह-शाम आकर कसरत करते हैं। बीते दिनों कुछ लोगों ने गेट के आगे गंदगी फैंक दी थी जिससे रास्ता बंद हो गया था। अब इसे हटवा दिया गया है। एडवोकेट डोगरा ने बताया कि पार्क के अंदर एक डिस्पेंसरी भी हैं। जहां लोगों को निशुल्क दवाई व चेकअप की सुविधा मिलती है। स्व. एडवोकेट कंवल राज सचदेवा का इस पार्क को संभालने में अहम योगदान रहा है। सेक्रेटरी प्रकाश सिंह डब और वाइस प्रेसीडेंट विनय सरीन ने मौके पर पहुंच कर इंटरलॉकिंग टाइलें लगवाईं और लोगों व दुकानदारों से अपील की कि पार्क के आगे गंदगी न फेंके।
सप्ताह में 10 सांभर शहर में घुसे, पकड़ जंगल में छोड़े
भास्कर न्यूज | जालंधर/गोराया सर्दियों आते ही जंगली जानवर शहर का रुख करने लगे हैं। सोमवार देर रात श्री देवी तालाब मंदिर के सामने विकास पुरी की गलियों में सांभर देखा गया। इसी तरह गोराया में नेशनल हाईवे पर एक सांभर दिखा जिसे जंगलात विभाग की टीम ने पकड़कर होशियारपुर के चौहाल के जंगलों में छोड़ दिया। रेंज अफसर जसवंत सिंह ने बताया कि बीते एक सप्ताह में करीब 10 सांभरों ने शहर का रुख किया। इन्हें पकड़कर वापस जंगल में छोड़ दिया गया। सांभर नदी व नालों के जरिए ही शहर में प्रवेश करते हैं।उधर, सड़क सुरक्षा बल के प्रभारी सरबजीत सिंह ने बताया कि सुरजीत नाम के एक युवक ने उन्हें फोन पर सांभर की सूचना दी थी। जिसके बाद फिल्लौर से चरणदीप, गोल्डी और उनकी टीम मौके पर पहुंची थी।
इस्तीफे की बात पर पीके भड़के, कहा- इतनी बातें मत पकड़िए, आपलोग मेरा पोस्टमार्टम कर रहे हैं...
विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रशांत किशोर मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों पर भड़क गए। भास्कर के रिपोर्टर द्वारा यह याद दिलाने पर कि आपने कहा था- नीतीश कुमार की पार्टी को 25 से ज्यादा सीटें आ जाएंगी तो इस्तीफा दे दूंगा, अब क्या कहेंगे? इस सवाल पर पीके अपनी बातों से पलट गए और कहा कि इतनी बातें मत पकड़िए। आपलोग मेरा पोस्टमार्टम कर रहे हैं। मैंने बिहार बदलने की बात कही थी। व्यवस्था परिवर्तन की बात कही थी। लेकिन, ये नहीं कहा कि बिहार की बात करना छोड़ दूंगा। मैं किस पद पर हूं जो इस्तीफा दूं। सवाल- क्या आप बिहार को नहीं समझ पाए? इस पर पीके ने कहा कि मान गया कि मुझे बिहार की समझ नहीं है। अगर मेरे यह कहने से आप खुश हो जाएंगे, तो आप खुश हो जाइए। हम हारे इसे स्वीकार करता हूं। जिनको समझ है वे जीत गए, उन्हें सत्ता मुबारक। मुझे नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी की तरह बिहार की समझ नहीं। इसी बीच प्रशांत ने नई घोषणा कर दी कि जिन महिलाओं को इस बार चुनाव से पहले 10-10 हजार रुपए मिले हैं, उन्हें छह महीने के अंदर दो-दो लाख मिल जाते हैं तो राजनीति से ही संन्यास ले लूंगा। अपरोक्ष रूप से एनडीए पर हमला बोला। कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि आचार संहिता के बीच हर विधानसभा की 60-62 हजार महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपए भेजे गए। पूरा सरकारी तंत्र व जीविका दीदियों को वोटरों को समझाने में लगाया गया कि फिलहाल 10 हजार दिए गए हैं। एनडीए को वोट दीजिएगा तो छह महीने में दो लाख और मिलेंगे। लालू प्रसाद का भय दिखाया गया, जिससे वोटों का ध्रुवीकरण हुआ। जन सुराज की हार के यही सब कारण रहे। कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे पीके ने कहा कि जिन नेताओं के बारे में उन्होंने जो बातें कहीं हैं, उन पर वे कायम हैं। अगर आरोपी लोग नई सरकार का हिस्सा होंगे तो पहले जनता के बीच जाएंगे। उस पर भी सरकार नहीं चेती तो न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। छोड़ेंगे नहीं। सीएम पर निशाना साधा, कहा- हम नीतीश कुमार नहीं हैं। सदन में उन्होंने कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे, पर भाजपा में कभी नहीं जाएंगे। प्रायश्चित के लिए कल सामूहिक उपवास रखेंगे प्रशांत किशोर ने कहा कि साढ़े तीन साल पहले व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प के साथ बिहार में अभियान शुरू किया था। भ्रष्टाचार खत्म हो, यहां रोजी-रोजगार हो, पलायन बंद हो आदि मुद्दे लेकर जनता के बीच गए थे। सफलता नहीं मिली। कुछ गलती रही होगी। इसके लिए प्रायश्चित करेंगे। 20 नवंबर को गांधी जी के भितिहरवा आश्रम में 24 घंटे का सामूहिक उपवास करेंगे। वोट नहीं मिलना गुनाह नहीं है। अब और दोगुनी ताकत के साथ लड़ेंगे, पीछे नहीं हटेंगे। अब सलाह का समय खत्म हुआ, संघर्ष का समय शुरू हो गया है। हम इलेक्शन मोड में नहीं इमोशनल मोड में हैं।
ईवीएम में रिमोट या डिजिटल छेड़छाड़ असंभव : आयोग
राजद नेता जगदानंद ने चुनाव आयोग पर हर ईवीएम में 25,000 वोट पहले से सुरक्षित रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य एकत्र करने के बाद अदालती मामला दायर किया जाएगा। राजद के इस आरोप को चुनाव आयोग ने खारिज किया है। आयोग ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि ईवीएम में वाई-फाई, ब्लूटूथ, इंटरनेट या कोई बाहरी कनेक्टिविटी नहीं होती है। इस कारण रिमोट या डिजिटल छेड़छाड़ असंभव है। मतदान से पहले हर ईवीएम हर उम्मीदवार के लिए “0’ वोट प्रदर्शित करती है। सभी राजनीतिक दलों के एजेंटों की उपस्थिति में मॉक पोल होता है। इसके बाद सभी मॉक वोटों को मंजूरी दे दी जाती है। मॉक पोल के प्रमाणपत्र पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए जाते हैं। ऐसे में ईवीएम में छेडछाड़ संभव नहीं है। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक राजद नेता ने विश्वसनीय साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है। कभी टूटी सील, विसंगति या आपत्ति की सूचना नहीं मिली। मतदान केंद्रों पर मॉक पोल के दौरान राजद के एजेंटों ने आपत्ति दर्ज नहीं कराई। उन्होंने मॉक पोल प्रमाणपत्र, फॉर्म 17सी यानी रिकॉर्ड किए गए मतों का लेखा-जोखा और सीलिंग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए हैं।
इंटर व मैट्रिक सेंट-अप परीक्षा आज से होगी, छात्रों के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य
एजुकेशन रिपोर्टर| पटना बिहार बोर्ड की इंटर व मैट्रिक की सेंट-अप परीक्षा बुधवार से प्रारंभ हो जायेगी। इंटर की परीक्षा 26 नवंबर तक तो मैट्रिक की परीक्षा 22 नवंबर तक चलेगी। वहीं प्रायोगिक परीक्षाएं 27 से 29 नवंबर तक चलेंगे। मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा 24 नवंबर से होगी। इंटर व मैट्रिक सेंट-अप परीक्षा मिलाकर करीब 29 लाख परीक्षार्थी राज्यभर से शामिल होंगे। जो परीक्षा उत्तीर्ण नहीं होंगे उन्हें बोर्ड की मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। 75 प्रतिशत जिनकी उपस्थिति नहीं होगी उन्हें परीक्षा नहीं देने दिया जायेगा। परीक्षा दो पाली में आयोजित होगी। पहली पाली की परीक्षा 9:30 से 12:45 और दूसरी पाली की परीक्षा दो बजे से 5:15 बजे तक चलेगी। शुरुआत के 15 मिनट अतिरिक्त समय प्रश्न पत्र को पढ़ने और समझने के लिये दिया जायेगा। बोर्ड ने कहा है कि मैट्रिक और इंटर दोनों ही कक्षाओं की सेंट-अप परीक्षा के लिए दृष्टिबाधित-दिव्यांग परीक्षार्थियों को लेखक रखने की अनुमति दी जायेगी। इंटर सेंट-अप परीक्षा का रिजल्ट संबंधित संस्थानों के प्रधान को पांच दिसंबर तक डीइओ कार्यालय में जमा करना होगा। वहीं मैट्रिक सेंट-अप परीक्षा का रिजल्ट दो दिसंबर की अवधि में जमा करना होगा।
सीबीएसई : 1 जनवरी से प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट
सीबीएसई ने कक्षा 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा, प्रोजेक्ट और इंटरनल असेसमेंट को लेकर नया सर्कुलर जारी किया है। बोर्ड के अनुसार ये परीक्षाएं 1 जनवरी से 14 फरवरी के बीच होंगी। सीबीएसई ने बताया कि स्कूलों से मार्क्स अपलोड करते समय अक्सर गलतियां हो जाती हैं, जिससे बाद में छात्रों को परेशानी होती है। इसी वजह से बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे सर्कुलर को ध्यान से पढ़ें और किसी भी प्रकार की गलती ना करें। सीबीएसई ने साफ कहा है कि हर विषय 100 अंकों का होगा, जिसमें थ्योरी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट और इंटरनल असेसमेंट के अंक सर्कुलर के अनुसार विभाजित होंगे। बोर्ड ने सभी स्कूलों से उम्मीद जताई है कि वे समय पर और सही तरीके से प्रैक्टिकल व इंटरनल असेसमेंट पूरा कर लेंगे, ताकि बाद में छात्रों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। बोर्ड ने कक्षा 10वीं और 12वीं के सभी विषयों की एक सूची भी जारी की है जिसमें क्लास, सब्जेक्ट कोड, सब्जेक्ट का नाम, थ्योरी के अधिकतम अंक, प्रैक्टिकल के अधिकतम अंक, प्रोजेक्ट के अधिकतम अंक, इंटरनल असेसमेंट के अधिकतम अंक, क्या प्रैक्टिकल के लिए बाहरी परीक्षक होंगे, क्या प्रैक्टिकल आंसर-बुक बोर्ड देगा और थ्योरी परीक्षा में उपयोग होने वाली आंसर-बुक के प्रकार की जानकारी दी गई है।
शराब के धंधेबाज को पकड़ने गई पुलिस टीम पर पथराव के आरोप में 15 गिरफ्तार
शराब के धंधेबाज को पकड़ने गई पुलिस पर सोमवार की देर रात पथराव करने के मामले में गर्दनीबाग थाने की पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यारपुर मुसहरी के रहने वाले प्रभात मांझी, दीपक, शंकर, राजेश, शंभु, राकेश, विजय, नागा, राहुल, नेहा, आरती, आरती (दीपक की प|ी), आशा, मीना और भीम राम को गिरफ्तार किया है। साथ ही 18 लीटर देसी शराब भी बरामद की। प्रभात मांझी पर गर्दनीबाग थाने में पहले से चार केस दर्ज हैं। पुलिस पर हमला करने वाले कुछ और आरोपियों की पहचान पुलिस ने की है। पुलिस ने सोमवार की देर रात छापेमारी की। वहां से प्रभात मांझी को गिरफ्तार किया और उसके ठिकाने से 18 लीटर देसी शराब बरामद की। प्रभात मांझी को पुलिस थाने ले जा रही थी, तभी कुछ उपद्रवियों ने घेर लिया और कुछ ने पथराव भी कर दिया। उपद्रवी प्रभात मांझी को छुड़ाना चाह रहे थे। हालांकि थाना पास में ही होने की वजह से अतिरिक्त जवान तत्काल मौके पर पहुंच गए। इस घटना में चार पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। किसी तरह पुलिस प्रभात मांझी को पकड़कर थाने ले आई। इसके बाद देर रात मुसहरी सहित अन्य जगहों पर छापेमारी कर 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया। सिटी एसपी दीक्षा ने कहा कि इस मामले में 17 नामजद और करीब 50 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है।
गंगा पथ : कोईलवर तक विस्तार का काम अगले माह से, 35.65 किमी पर 5500 करोड़ खर्च होंगे
जेपी गंगा पथ फेज-2 का निर्माण कार्य दिसंबर से होगा। दीघा से कोईलवर तक विस्तार होगा। इसकी लंबाई 35.65 किमी है। इसके निर्माण पर 5500 करोड़ खर्च होंगे। इसमें 60 प्रतिशत यानी 3300 करोड़ की राशि एजेंसी और 40 प्रतिशत यानी 2200 करोड़ राज्य सरकार खर्च करेगी। इसमें 18 किमी एलिवेटेड होगा। बिहार राज्य पथ विकास निगम के अधिकारियों के मुताबिक इसका निर्माण हम मॉडल पर होगा। यह सड़क पटना शहर के दीघा से शेरपुर होते कोईलवर के पास सोन पर बने पुल से जुड़ेगी। निगम ने चयनित एजेंसी को निर्माण स्थल पर सामग्री पहुंचाने और काम जल्द शुरू करने का निर्देश दिया है। निर्माण कार्य 4 साल में पूरा होगा। 15 वर्ष तक एजेंसी ही रखरखाव करेगी। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद राज्य सरकार द्वारा एजेंसी को 60 फीसदी राशि अगले 15 वर्षों में ब्याज सहित वापस की जाएगी। साथ ही सड़क के रखरखाव पर होने वाले खर्च का भुगतान अलग से किया जाएगा। इसकी राशि अभी तय नहीं हुई है। पांच गंगा पुलों से कनेक्टिविटी जेपी गंगा पथ फेज-2 से पांच गंगा पुल की सीधी कनेक्टिविटी होगी। इनमें दीघा सेतु, शेरपुर दिघवारा सेतु, वीर कुंवर सिंह गंगा पुल, जनेश्वर मिश्र गंगा पुल के साथ बक्सर-गाजीपुर गंगा पुल शामिल हैं। इसके साथ सोन पर बने कोईलवर पुल की सीधी कनेक्टिविटी होगी। वहीं, पटना शहर के पास दानापुर और शाहपुर इलाके के लोगों को चढ़ने-उतरने का विशेष अप्रोच मिलेगा। कोईलवर ब्रिज दिल्ली जाने में समय की बचत होगी इस सड़क के बनने से लोग पटना से बक्सर की यात्रा 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से कर सकेंगे। बक्सर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे होते दिल्ली आना-जाना आसान होगा। यहां से उत्तरप्रदेश, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में जाने में समय की बचत होगी। पटना से यूपी के बलिया, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, देवरिया, गोरखपुर जाने में कम समय लगेगा। मनेर कन्हौली जेपी गंगा पथ एनआईटी पटना बिहटा कैंपस दीघा
बास्केटबॉल:टीम चयन की नहीं दी सूचना, 8 घंटे लेट पहुंचे खिलाड़ी, बिना ट्रायल ही घर लौटना पड़ा
जिला शिक्षा विभाग की लापरवाही का खामियाजा शहर के खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा। खिलाड़ियों को बास्केटबॉल स्पर्धा के अंडर-19 के चयन ट्रायल्स में शामिल होने के लिए झाबुआ जाना था, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी (डीआईओ) और जिला शिक्षा खेल अधिकारी (डीएसओ) ने खिलाड़ियों को सूचित ही नहीं किया। खिलाड़ियों को जब वाट्सएप ग्रुप पर किसी अन्य अधिकारी के माध्यम से सूचना मिली तो वे ताबड़तोड़ बस से झाबुआ पहुंचे। खिलाड़ी पहुंचते तब तक सुबह 11 बजे का रिपोर्टिंग टाइम निकल चुका था। ऐसे में खिलाड़ियों को बगैर ट्रायल के लौटना पड़ा। इससे नुकसान यह हुआ कि शहर के दो ही खिलाड़ी चयनित हो सके। समय पर सूचना मिलती और ट्रायल में शामिल हो पाते तो खिलाड़ियों की संख्या बढ़ सकती थी। ट्रायल 10 नवंबर को झाबुआ में थे। उसी दिन खिलाड़ियों को दोपहर 1 बजे तक सूचित किया। शाम 4 बजे डीईओ ऑफिस बड़ा गणपति से बस में खिलाड़ियों को झाबुआ ले जाया गया। शाम 7 बजे खिलाड़ी झाबुआ पहुंचे, तब तक ट्रायल्स खत्म हो चुके थे। दरअसल, जब डीईओ ऑफिस से स्कूल के कोचेस को सूचना मिली कि उनके खिलाड़ियों को झाबुआ पहुंचना है, तब सभी खिलाड़ी स्कूल में थे। ऐसे में स्कूल से बच्चों को छुट्टी दिलाकर उनके पैरेंट्स को सूचना करने में काफी समय लगा और सभी खिलाड़ी इकट्ठा नहीं हो सके। खिलाड़ी करीब 8 घंटे लेट पहुंचे और देर रात उन्हें बिना मैदान पर उतारे ही घर छोड़ दिया। कार्रवाई के डर से टीम चयन के बाद फिर कराए ट्रायल्स नाराज पैरेंट्स ने डीईओ से शिकायत की तो कार्रवाई के डर से अधिकारियों ने झाबुआ स्कूल के अधिकारियों से बात कर 15 नवंबर को गुपचुप तरीके से फिर ट्रायल करवाए, जबकि उसके पहले ही टीम चयन किया जा चुका था। खिलाड़ियों को झाबुआ ले जाकर ट्रायल्स करवाए और दो-दो खिलाड़ियों को टीम में शामिल करवाकर खानापूर्ति कर दी। नेशनल स्तर पर खेलने का सपना टूटा एक खिलाड़ी ने बताया कि समय पर नहीं पहुंचने के कारण नेशनल खेलने का सपना अधूरा रह गया। मैं 12वीं क्लास में हूं और अगले साल कॉलेज में पहुंच जाऊंगा। पढ़ाई के साथ खेलों के अंक नहीं मिलने से मुझे अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेने में परेशानी होगी। लापरवाही की जांच की जाएगी, दोषी पर कार्रवाई करेंगे चयन ट्रायल को लेकर फिलहाल मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है। खिलाड़ियों के साथ यह गंभीर लापरवाही है। मामले की जांच कर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।- सिद्धार्थ जैन, जिला पंचायत सीईओ
एसपी वर्मा रोड का आधार केंद्र चालू नहीं हो सका, जीपीओ में अब भी उमड़ रही भारी भीड़
राज्य के लोगों के लिए आधार बनवाना और अपडेट कराना जी का जंजाल बन गया है। राज्यभर के लोग जीपीओ में आधार अपडेट कराने पहुंच रहे हैं। रोज 100-200 लोगों को निराश लौटना पड़ रहा है। अपडेट कराने सबसे अधिक छात्र-छात्राएं आ रहे हैं, जिनके नाम की स्पेलिंग या जन्म तारीख में गड़बड़ी है। दरभंगा से आए 19 वर्षीय सुनील कुमार ने कहा-दो दिन से जीपीओ में लाइन में लग रहे हैं, लेकिन जन्म तारीख अपडेट नहीं हो रही है। जीपीओ में भीड़ बढ़ने की सबसे बड़ी वजह एसपी वर्मा रोड स्थित आधार सेंटर का बंद होना है। 15 नवंबर से ही इसे खुलना था, लेकिन अबतक नहीं खुला है। अब दिसंबर में खुलने की बात कही जा रही है। जीपीओ में 10 आधार काउंटर के साथ दो मोबाइल अपडेट काउंटर खुले हैं। रोज 300-400 आवेदकों का आधार अपडेट हो रहा है। आधार सेंटर पर पहुंचने वाले 70 प्रतिशत लोगों के जन्मदिन में गड़बड़ी है। आधार रजिस्ट्रेशन के वक्त बिना सोचे समझे जन्म की तारीख डाल दी। अब वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, छात्रवृत्ति और महिला रोजगार योजना का फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं।
पापा को किडनी देने की बारी आई तो बेटा भाग गया : रोहिणी
मायके में शादीशुदा बेटियां कितने दिन रहे, इस मुद्दे पर रोहिणी आचार्य ने सवाल उठाने वाले को जमकर लताड़ा है। लगभग पांच मिनट के इस वीडियो को खुद रोहिणी ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। सिंगापुर अपने घर से फोेन पर सवाल उठाने को चुनौती दी। कहा- जिन्हें एक बोतल खून देने के नाम पर खून सूख जाता है, वो हमें किडनी देने पर उपदेश दे रहे हैं। दम है तो इस मुद्दे पर खुले मंच से खुली बहस करें। शादीशुदा बेटियों को अपने पिता की किडनी नहीं देने की सलाह देने वाला ये जान जाए कि जब पापा लालू को किडनी देने की बारी आई तो बेटा भाग गया थी। गुस्से से तमतमायी रोहिणी ने कहा कि पिता को किडनी देने वाली रोहिणी को गलत बताने वाले हिम्मत जुटाएं। मर्जी से नहीं गई थी बार-बार मायके न आने की सलाह पर नाराजगी दरअसल रोहिणी के अपने माता-पिता के घर आने पर आपत्ति जताते हुए ये सलाह दी गई कि शादीशुदा बेटियों को अपने मायके तभी आना चाहिए, जब कोई पर्व त्योहार या शादी ब्याह का कार्यक्रम हो। बार-बार बेटियों को घर नहीं आना चाहिए। इसका रोहिणी ने जवाब दिया है कि वह कभी अपनी मर्जी से पटना माता-पिता के घर नहीं गई।
बालू माफियाओं ने सैप जवान पर चढ़ाई स्कॉर्पियो... एक की मौत, दूसरा घायल
दुल्हिनबाजार थाना के नबीनगर के पास बालू माफियाओं ने खनन विभाग की टीम पर हमला कर दिया। खनन विभाग की टीम और सैप जवानों ने बालू से लदे ट्रैक्टर को रोकना चाहा तो ट्रैक्टर के पीछे लाइनर के रूप में स्कॉर्पियो पर सवार बालू माफियाओं ने जवानों पर गाड़ी चढ़ा दी। इसमें एक सैप जवान दुखहरण पासवान की मौके पर मौत हो गई जबकि लक्ष्मण सिंह बुरी तरह घायल हो गए। दुखहरण पासवान मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। लक्ष्मण सासाराम के रहने वाले हैं। घायल लक्ष्मण की पैर की हड्डी टूट गई। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया। घटना सोमवार की रात करीब पौने बारह बजे हुई। इस घटना के बाद भागने के चक्कर में ट्रैक्टर गड्ढे की चपेट में आकर पलट गया। पुलिस ने जब पीछा किया तो स्कॉर्पियो चालक गाड़ी छोड़कर भाग गया। बालू अमवा ईनार की ओर से आ रहा था। इस मामले में एएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी गई है। थानेदार ने बताया कि घटना के बाद इलाके में छापेमारी कर स्कॉर्पियो मालिक हेमनाथ यादव और उसी गाड़ी पर सवार सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया। हेमनाथ रानी तालाब थाना के धाना गांव का है। सुधीर रानी तालाब थाना के जीतन छपरा का है। स्कॉर्पियो और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है। 4 बालू माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि हमलावरों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। हमले की जांच होगी : विभाग खनन विभाग के छापेमारी दल पर 17 नवंबर को हुए हमले की जांच होगी। खान एवं भूतत्व विभाग ने इसके लिए टीम बनाई है, जो लोगों से मिलकर वास्तविक जानकारी लेगी। टीम की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सूचना पर छापेमारी को गई थी टीम खनन विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि अमवा ईनार और आसपास के घाटों से अवैध रूप से ट्रैक्टर और अन्य वाहनों से बालू की अवैध ढुलाई हो रही है। टीम ने ट्रैक्टर को काब गांव के पास पकड़ा था। टीम को देखकर वो भागने लगा। 2 हजार में पार होता है ट्रक, 1000 में ट्रैक्टर भागने के दौरान सड़क किनारे पलटा ट्रैक्टर और इनसेट में मृतक सैप जवान। एएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी गई पटना के दुल्हिन बाजार की घटना, खनन विभाग की टीम पर हमला अवैध रूप से बालू खनन करने के बाद इसे ढोने के लिए उस इलाके में बालू माफियाओं को एक बड़ा सिंडिकेट है। बालू माफिया खुद नहीं रहते। उनके चेले-चपाटी रहते हैं। चेले-चपाटी पूरी रात अवैध बालू का खेल करता है। स्कॉर्पियो व अन्य वाहनों से ट्रैक्टर और ट्रक पर लदे बालू को पार कराता है। जहां-जहां पुलिस तैनात रहती है, वहां नजराना भी दिया जाता है। एक ट्रक को पार कराने के लिए 2 हजार तक और एक ट्रैक्टर को पार कराने में 800-1000 तक दिया जाता है। यही नहीं धर्मकांटा पर जब ओवरलोड किया हुआ बालू ट्रैक्टर या ट्रक से आता है तब अतिरिक्त बालू को धर्मकांटा पर उतार लिया जाता है। इसके बदले में ट्रैक्टर और ट्रक चालक को धर्मकांटा पर शुल्क नहीं देना पड़ता है। धर्मकांटा से जुड़े लोग बालू का बेच देता है।
ग्वालियर में पहली व्हाइट टॉपिंग फोर लेन सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। न्यू कलेक्ट्रेट से अलापुर होते हुए सिरोल तिराहा तक बनने वाली इस सड़क का वर्क ऑर्डर लगभग 8 महीने के इंतजार और टेंडर प्रक्रिया के बाद जारी किया गया है। यह सड़क लगभग 2.70 किलोमीटर लंबी होगी। इसे मुख्यमंत्री सड़क उन्नयन योजना के तहत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया था। हालांकि, निर्माण के लिए उपयुक्त एजेंसी न मिलने के कारण वर्क ऑर्डर जारी होने में देरी हुई थी। 8 करोड़ 61 लाख 56 हजार रुपए की लागत से बनने वाली यह फोर लेन सड़क क्षेत्र में आवागमन को सुगम बनाएगी। इससे कलेक्टर कार्यालय, शारदा बाल ग्राम रोटरी, अटल स्मारक, एमके एलेक्जर सिटी और विंडसर हिल सहित 10 से अधिक आधुनिक टाउनशिप और हाइराइज अपार्टमेंट्स को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इस क्षेत्र में 10 हजार से अधिक फ्लैट और आवास हैं, और कई बड़े हाइराइज व टाउनशिप निर्माणाधीन हैं। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुनी गई यह सड़कलोक निर्माण विभाग ने शहर में सड़क निर्माण की गुणवत्ता बढ़ाने और लंबी अवधि तक टिकाऊ सड़कें तैयार करने के उद्देश्य से व्हाइट टॉपिंग तकनीक को अपनाने का निर्णय लिया था। इस योजना के अंतर्गत न्यू कलेक्ट्रेट तिराहा से अलापुर तिराहा वाया सिरोल तिराहा सड़क का चयन किया गया था। यदि ये प्रयोग सफल रहता है तो भविष्य में शहर के अन्य प्रमुख मार्गों को भी इस आधुनिक तकनीक से अपग्रेड करने की योजना तैयार की जाएगी। जानिए, व्हाइट टॉपिंग सड़क और इसके फायदेव्हाइट टॉपिंग एक उन्नत सड़क निर्माण तकनीक है जिसमें पुरानी डामर सड़क पर पोर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट की मोटी परत बिछाई जाती है। यह परत मजबूत होती है और भारी यातायात का दबाव सहन कर सकती है। व्हाइट टॉपिंग सड़कों की उम्र आम तौर पर 10 से 20 साल या इससे भी अधिक होती है, जिससे बार-बार मरम्मत पर होने वाला खर्च काफी कम हो जाता है। यह सड़क गर्मी में फैलती नहीं और न ही बारिश में जल्दी खराब होती है। रोलिंग रेसिस्टेंस कम रहने से वाहनों का माइलेज भी बेहतर होता है। शोर भी कम होता है। सड़क पर स्किडिंग की संभावना घट जाती है। तेजी से बढ़ते शहरी यातायात और भारी वाहनों के दबाव को देखते हुए यह तकनीक अत्यधिक टिकाऊ और किफायती विकल्प मानी जाती है। निविदा प्रक्रिया में लगे आठ माहइस सड़क के लिए मार्च 2025 में टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई। सड़क की तकनीक, भार क्षमता, गारंटी अवधि, डिजाइन और शहरी यातायात लोड को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों ने विस्तृत अध्ययन कराया। लगभग 8 माह की प्रक्रिया के बाद अंततः वर्क ऑर्डर जारी किया गया। 5 साल की गारंटी के साथ बनने वाली इस फोरलेन सड़क के लिए भारी ट्रैफिक, बसों का दबाव और बढ़ते हाइराइज प्रोजेक्ट्स का अध्ययन भी किया गया है। शहर के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है ये सड़क हर दिन बनती है 300 मीटर, लगते हैं 35 कर्मचारीयह सड़क प्रतिदिन 300 मीटर बनाई जाती है। जिसके लिए 35 कर्मचारी लगते हैं। विक्की फैक्ट्री से नाका चंद्रवानी तक बन रही सड़क की लंबाई 4.5 किलोमीटर है। पीडब्ल्यूडी को यह सड़क एक महीने में पूरा करना है। बता दें, मध्य प्रदेश के हर जिले में व्हाइट टाइपिंग की दो सड़क पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाई जा रही है। अगर यह प्रोजेक्ट सक्सेस होता है तो आने वाले सालों में प्रदेश के हर शहर की सड़क व्हाइट टॉपिंग प्रोजेक्ट के आधार पर ही बनाई जाएगी। मटेरियल में फाइबर का होता है इस्तेमाल पीडब्ल्यूडी में पदस्थ सब इंजीनियर सुखेंद्र लोधी ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी को व्हाइट टॉपिंग कहा जाता है। यह डामर वाली सड़क पर बनाई जाती है। इस रोड को बनाने वाले मटेरियल में फाइबर का इस्तेमाल किया जाता है जिससे उसमें कम अमाउंट में ज्यादा रिजल्ट मिलता है। हम इस प्रोजेक्ट को जनवरी अंत तक पूरा कर देंगे।
विरसा फेस्ट पंजाब में जीते पुरस्कार
जालंधर | स्वामी मोहन दास मॉडल स्कूल की चौथी कक्षा की छात्रा दीक्षिता ने रेडक्रॉस भवन में आयोजित प्रतिष्ठित विरसा फेस्ट पंजाब 2025-26, सीजन 3 में शानदार प्रदर्शन किया। कई प्रतिभागियों के बीच प्रतिस्पर्धा करते हुए दीक्षिता ने मंच पर गरिमा, आत्मविश्वास और समर्पण के बलबूते दो पुरस्कार, एक पदक जीता। दीक्षिता ने स्कूल और परिवार का नाम रोशन किया है। स्कूल प्रबंधकों ने छात्रा को भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
ग्रुप डांस, भांगड़ा, गिद्धा, फैशन शो और रील मेकिंग में प्रतिभा दिखाई
भास्कर न्यूज | जालंधर कलर्स 2025 इंटर स्कूल फिएस्टा का आयोजन सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में मंगलवार को किया गया। कार्यक्रम में जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और अमृतसर पंजाब के विभिन्न जिलों के 100 से अधिक स्कूलों के 2500 से अधिक छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम इस वर्ष इमेजिन - इन्वेंट- इंस्पायर थीम पर आधारित रहा, जिसके अंतर्गत सांस्कृतिक, तकनीकी और रचनात्मक गतिविधियों की विस्तृत श्रृंखला आयोजित की गई। छात्रों ने सोलो सिंगिंग, सोलो डांस, ग्रुप डांस, भांगड़ा, गिद्धा, फैशन शो, क्विज, डिबेट, प्रोजेक्ट डिस्प्ले (मेकर स्पेस), लेन गेमिंग, कोड डिबगिंग, रंगोली, मेहंदी, फोटोग्राफी, फेस पेंटिंग, पगड़ी बांधना, फायरलेस कुकिंग, रील मेकिंग आदि प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मुख्यातिथि के रूप में डीईओ (प्रारंभिक शिक्षा) हरजिंदर कौर, मुनीश शर्मा और पूर्व अध्यक्ष आईडीए पंजाब स्टेट डॉ. पंकज शिव ने शिरकत की। एमजीएन पब्लिक स्कूल ने सर्वाधिक अंक प्राप्त कर ओवरऑल ट्रॉफी जीती। पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल को प्रथम रनर-अप, जबकि जालंधर पब्लिक स्कूल को द्वितीय रनर-अप घोषित किया गया। चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कलर्स 2025 युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने और अकादमिक सीमाओं से आगे रचनात्मक विकास को बढ़ावा देने की संस्था की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गांव राठीखेड़ा के चक 5 आरके में प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री लगाने के विरोध में 15 माह से धरना दे रहे ग्रामीणों को पुलिस ने मंगलवार अलसुबह बल प्रयोग कर खदेड़ दिया। इस घटनाक्रम के विरोध में संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनियां के नेतृत्व में 67 महिला-पुरुषों ने सामूहिक गिरफ्तारी दी। वहीं, पूर्व में दर्ज मुकदमे में 6 और अब नाकाबंदी तोड़ने के आरोप में 4 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। माहौल गर्माने पर कानून व्यवस्था एवं शांति के लिए बीएनएस की धारा 163 (पूर्व में 144) लागू करते हुए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गईं। मुख्य बाजार सहित मुख्य मार्गों पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी से टिब्बी क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया। वहीं, फैक्ट्री स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती में निर्माण सामग्री पहुंचने से फैक्ट्री निर्माण को लेकर हलचल शुरू हो गई। दिन भर टिब्बी थाना, एसडीएम कार्यालय और चक पांच आरके स्थित प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। एएसपी जनेश तंवर के नेतृत्व में 400 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात हैं। एहतियातन चूरू, श्रीगंगानगर और बीकानेर से आरएसी व क्विक रिस्पॉन्स टीम के करीब 80 जवान बुलाए गए हैं। एसपी हरी शंकर ने बताया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। पूर्व में दर्ज मुकदमे में 6 और नाकाबंदी तोड़ने के आरोप में 4 लोगों को पुलिस ने डिटेन किया है। कानून व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है। दूसरे जिलों से भी अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया गया है। किसानों का तर्क- प्रदूषण होगा, महाप्रबंधक बोले- दूषित जल नहीं निकलेगा, 180 फीट ऊंची चिमनी बनेगी चक 5 जेआरके में प्रस्तावित एशिया का सबसे बड़ा एथेनॉल प्लांट लगाने का एमओयू से बड़ा निवेश आने की उम्मीद बंधी थी। एमओयू के अनुसार 450 करोड़ रुपए की लागत से डेढ़ वर्ष पहले प्लांट का निर्माण शुरू होना था, लेकिन प्रदूषण की आशंका के चलते ग्रामीण विरोध में उतर गए। इस कारण काम शुरू नहीं हो पाया। ग्रामीण इस प्लांट से जल और वायु प्रदूषण तथा भूमिगत जल के अत्यधिक दोहन की आशंका जता रहे हैं। उनका कहना है कि प्रदूषण से सांस तथा दूषित जल से कैंसर जैसी बीमारियां बढ़ेगी, जबकि प्लांट के अधिकारी इन आशंकाओं को बेबुनियाद बता रहे हैं। वहीं, ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड के वरिष्ठ महाप्रबंधक जय शर्मा का कहना है कि यह प्लांट जीरा लिक्विड डिस्चार्ज पर आधारित होगा। इसमें किसी तरह का दूषित जल नहीं निकलेगा, बल्कि पानी को रीसाइकिल कर पुनः उपयोग किया जाएगा। धुएं को ऊपरी वातावरण में छोड़ने के लिए 180 फुट ऊंची चिमनी बनाई जाएगी।
प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्य करने वाले संविदा कर्मचारी 20 नवंबर को 22 जुलाई 2023 को समान्य प्रशासन विभाग से जारी संविदा नीति के विरोध में सभी जिला मुख्यालयों पर घंटी, थाली, चम्मच, लोटा बजाकर सरकार को जगाने के लिए प्रदर्शन करेंगे। उधर, बैतूल में जनजातीय कार्य विभाग द्वारा दैनिक वेतन भोगी भृत्य को सेवा से पृथक करने के आदेश के विरोध में भोपाल में सतपुड़ा भवन में प्रदर्शन किया जाएगा। मध्यप्रदेश संविदा अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रांताध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा इसमें सुधार को लेकर जो घोषणा की गई थी उसके अनुसार आदेश जारी नहीं किए गए हैं। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राठौर ने बताया कि 20 नवंबर को पूरे प्रदेश में संविदा कर्मचारियों के द्वारा घंटी बजाई जाएगी और सरकार में बैठे अधिकारियों को कुंभकरण की नींद से जगाया जाएगा और संविदा नीति में संशोधन करने की मांग की जाएगी। संविदा कर्मचारी भोपाल में दोपहर 1:30 बजे राज्य शिक्षा केंद्र के सामने घंटी बजाकर सरकार को जगाएंगे और मांग करेंगे कि संविदा नीति की विसंगतियों को दूर किया जाए। यह संशोधन चाहते हैं संविदा कर्मचारीसामान्य प्रशासन विभाग ने 22 जुलाई 2023 की संविदा नीति में नियमित भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षण के साथ एक लाइन जोड़ दी है जो ठीक नहीं है। इससे तो 2018 की संविदा नीति रही है जिसमें नियमित भर्ती के लिए निकलने वाले पदों का 20 प्रतिशत आरक्षण ही ठीक था। संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ की मांग है कि सरकार नियमित भर्ती का सीधे 50 प्रतिशत पद संविदा कर्मचारियों के लिए आरक्षित रखें। इसमें किसी भी प्रकार का कोई किंतु, परंतु नहीं जोड़ा जाए और उन पदों पर वरिष्ठता के आधार पर नियमित किया जाए। नए और 25 साल से काम कर रहे कर्मचारियों का वेतन मान सही होसंविदा नीति 22 जुलाई 2023 में सातवां वेतन निर्धारण करते समय जो संविदा कर्मचारी अधिकारी समान पद पर 25-30 साल से कार्य कर रहा है और जो नया नियुक्त हो रहा है उसका वेतन और नए कर्मचारियों का वेतन एक समान है। वरिष्ठता के हिसाब से कोई वेतन निर्धारण नहीं किया गया है। वरिष्ठता के अनुसार संविदा कर्मचारियों को इतने वर्षों का इन्क्रीमेंट लगाते हुए, समयमान वेतनमान, क्रमोन्नति के अनुसार वेतन निर्धारण करते हुए वेतन निर्धारण किया जाना चाहिए। संविदा कर्मचारियों को पहले नियमित कर्मचारियों के समान महंगाई भत्ता प्रदान किया जाता था। 22 जुलाई 2023 की संविदा नीति में महंगाई भत्ते के सीन पर सीपीआई इंडेक्स कर दिया गया जिसके कारण संविदा कर्मचारियों के वेतन में बहुत कम वेतनवृद्धि होती है। इसलिए संविदा कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुसार वेतन और मंहगाई भत्ता दिया जाना चाहिए। ग्रेड पे में सुधार किया जाएविभागों ने 22 जुलाई 2023 की संविदा नीति के अनुसार बहुत से पदों के ग्रेड पे कम कर दिए हैं। जैसे वर्षों से डाटा एंट्री ऑपरेटर को 2400 ग्रेड पे के अनुसार वेतन दिया जा रहा था उनको 1900 रुपए कर दिया है। जिला परियोजना समन्वयक, विकास खण्ड समन्वयक, जिला महिला जेंडर समन्वयक इनका ग्रेड पे जो पहले मिल रहा था उससे कम कर दिया गया है। सहायक ग्रेड 1 को सहायक ग्रेड 3 बना दिया गया, लेखापाल का वेतन निर्धारण 2800 की जगह 2400 से कर दिया गया। प्रोग्रामर, एमआईएस, कोआर्डिनेटर, स्टेनोग्राफर इन सबका वेतन निर्धारण सही किया जाए । यह सब शासन के वित्त विभाग के दबाव में किया है। उसे सुधारा जाए और जिन पदों निर्धारण हुआ है, उनका निराकरण किया जाए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती की जाएविभागों ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जैसे भृत्य, चौकीदार, रसोईया, वाहन चालक इनकी भर्ती वर्षों से बंद कर रखी है, संविदा नीति 2022 में 50 प्रतिशत् का प्रावधान नियमित पद आरक्षण का प्रावधान किया है। विभिन्न विभागों में संविदा पर कार्य करने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जैसे भृत्य, चौकीदार, रसोईया, वाहन चालक का क्या होगा? इसके विभागों में जहां पर चतुर्थ श्रेणी और वाहन चालक के पद रिक्त हों, इनका सीधे उन विभागों में संविलयन कर नियमित किया जाए और नियमित वेतनमान दिया जाए। अवकाश देने में समानता हो4 जुलाई 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने संविदा कर्मचारियों के समान अवकाश दिए जाने की घोषणा की थी। जिसमें अर्जित अवकाश, आकस्मिक अवकाश, चिकित्सा अवकाश, ऐच्छिक अवकाश, महिला संविदा कर्मचारियों के लिए चाइल्ड केयर लीव कर्मचारियों के लिए 7 दिन का विशेष अवकाश भी शामिल था। 22 जुलाई 2023 की संविदा नीति में जब आदेश आया उसमें आकस्मिक अवकाश के साथ केवल 15 दिन का विशेष अवकाश प्रदान किए गए। शासकीय आवास की पात्रता हो, मकान किराया भत्ता मिलेसंविदा कर्मचारियों को भी नियमित कर्मचारियों के समान शासकीय आवास की पात्रता और मकान किराया भत्ता, वाहन भत्ता तथा नियमित कर्मचारियों के समान सुविधाएं और लाभ दिया जाए। संविदा कर्मचारियों को भी मृत्यु होने पर नियमित कर्मचारियों के समान उसके परिवार को एक्सग्रेसिया का भुगतान किया जाए। ग्रेच्युटी और अनुकंपा नियुक्ति का लाभ उन संविदा कर्मचारियों को भी दिया जाए जो इस नीति के आने के पहले सेवानिवृत्ति हो चुके हैं या दिवंगत हो चुके हैं। उनके परिवार के आश्रित सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति और ग्रेच्युटी दी जाए। योजना परियोजना बंद होने से जिन संविदा कर्मचारियों को निष्कासित किया है या सेवा समाप्त की है उन संविदा कर्मचारियों को अन्य विभागों या उनकी योजनाओं में संविदा पर लिया जाए और जो योजनाएं समाप्त होने वाली हैं उनके कर्मचारियों के लिए उपक्रम बनाया जाए। जनजातीय कार्य विभाग के अस्थायी कर्मचारी करेंगे प्रदर्शनमध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के बैनर तले आज बुधवार को बैतूल जिले के जनजाति कार्य विभाग में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी भृत्य, अंशकालीन कर्मचारी सहायक आयुक्त जिला बैतूल के कर्मचारी विरोधी आदेश के विरोध में कार्यालय आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग अरेरा हिल्स भोपाल में दोपहर 12 बजे प्रदर्शन करेंगे। आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को ज्ञापन सौंप कर कर्मचारी विरोधी आदेश को निरस्त करने की मांग करेंगे। मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पांडे ने बताया कि सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग जिला बैतूल ने विकासखंड अधिकारियों को आदेश जारी करके निर्देश दिए हैं कि दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, भृत्य एवं अंशकालीन कर्मचारियों को सेवा में न रखा जाए जिस कारण विकासखंड अधिकारी वर्षों से सेवा कर रहे दैनिक वेतन भोगी भृत्य एवं अंशकालीन कर्मचारियों को सेवा से पृथक कर रहे हैं। सहायक आयुक्त जिला बैतूल जनजातिय कार्य विभाग ने अस्थाई कर्मचारियों के विरोध में यह आदेश जारी किया है। इस प्रकार का आदेश मध्यप्रदेश के की किसी भी जिले में जारी नहीं किया गया। न ही मुख्यालय भोपाल से कोई पत्र जारी हुआ है। कर्मचारियों ने बैतूल में भी कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर कर्मचारी विरोधी आदेश को निरस्त करने की मांग की है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। प्रदर्शन का नेतृत्व अशोक पांडे प्रदेश अध्यक्ष द्वारा किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में युवा कांग्रेस के चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों पर पहली बार युवा कांग्रेस के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष यश घनघोरिया ने जवाब दिया है। भोपाल में दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने युवा कांग्रेस के चुनाव को लेकर चर्चा की। सवाल - युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद क्या लक्ष्य तय किए हैं?जवाब - हमारा लक्ष्य बहुत सिंपल है। युवाओं के बीच में जाना है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारा मूल उद्देश्य है और जो तमाम अनियमितताएं हमारे सिस्टम में हैं, बेरोजगारी दर लगातार बढ़ती जा रही है। पलायन अहम मुद्दा है। युवा आज बेहद मजबूर है दूसरे राज्यों में जाकर शिक्षा ग्रहण और काम के लिए तो हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी कि हम उनके लिए लड़ाई लड़ें। हमारे युवा हमारे प्रदेश में रहे और हमारे प्रदेश की उन्नति हो। सवाल - पहली बार 15 लाख मेंबर बने। उनमें से करीब साढ़े 5 लाख मेंबर रिजेक्ट हो गए। क्या इसे सही मानते हैं? जवाब - मैं समझता हूं कि जितनी ट्रांसपेरेंसी से यूथ कांग्रेस का चुनाव होता है। दूसरे संघठन तो मिस्ड कॉल से चुनाव करवाते हैं। जब आप मतदाता तक पहुंचते हैं, उससे जब आपका जुड़ाव होता है। आप उनके मुद्दों को समझते हैं तो पूरी यूथ कांग्रेस ने पूरे विधानसभा में प्रत्येक गली कूचे में पहुंचने का काम किया है। चुनाव के बहाने सबकी समस्याओं को सुनने का काम किया। उनका निराकरण करने का काम किया है तो मैं नहीं समझता कि इससे ज्यादा और ट्रांसपेरेंट चीज कोई हो सकती है। सवाल - आपकी पार्टी में यह मांग उठ रही है कि रिजेक्ट होने वालों की मेंबरशिप फीस कम से कम वापस करनी चाहिए? सवाल - शिकायत भी हुई की चुनाव में गड़बड़ी हुई, बीजेपी ने प्रेस काॅन्फ्रेंस कर कहा कि यूथ कांग्रेस में वोटों की चोरी हुई?जवाब - भाजपा अपना देख ले जो संगठन युवाओं को मौका ना देती हो। जो संगठन अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का चयन न कर पा रही हो, उसको अधिकार नहीं बनता। वोट चोरी पूरे देश में बीजेपी के द्वारा की जा रही है। ब्राजील की एक मॉडल भारत आकर विधानसभाओं में वोट डाल रही हैं। यह सारी चीजें ज्ञानेश कुमार जी हमारे यहां के, यह सारी चीज सबके सामने हैं और बहुत जल्दी यह चीज और खुल के सामने आएगी। सवाल - आपकी पार्टी के कार्यकर्ता वोटर लिस्ट मांग रहे हैं, उनका कहना है कि वोटर लिस्ट जो भी मेंबर बने हैं, वो सबके हाथ में जानी चाहिए कि कौन सदस्य बना है कौन अप्रूव हुआ या नहीं?जवाब - इस चीज के लिए आपको हमारा इलेक्शन कमीशन बेहतर रिप्लाई दे पाएगा। सवाल - पूरी कार्यकारिणी कब तक बनाने का टारगेट है, कब तक यह बन जाएगी?जवाब - हमारे सभी साथी साथ में चुनकर आए हैं, हमारा सबका उद्देश्य है कि हम बेहतर से बेहतर काम करें। सभी पदों के चुनाव हुए हैं। हम सबको हमारी पार्टी समान अवसर देती है। वोट चोरी के खिलाफ 27 को हम एक बड़े आंदोलन से अपने कार्यकाल की शुरुआत करेंगे। सवाल - 27 का आंदोलन कहां करेंगे?जवाब - 27 का आंदोलन भोपाल में करेंगे, हमारे सभी बड़े नेता उसमें शामिल रहेंगे।
संशोधित निर्देश . बूथ लेवल एजेंट अब किसी भी भाग में हो सकता है वोटर
भास्कर न्यूज | जालंधर भारतीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची को और बेहतर बनाने के लिए बूथ लेवल एजेंटों की नियुक्ति संबंधी चुनाव तहसीलदार सुखदेव सिंह द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों/नुमाइंदों के साथ बैठक की। चुनाव तहसीलदार ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बूथ लेवल एजेंटों की नियुक्ति संबंधी चुनाव आयोग की संशोधित निर्देशों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले किसी विधानसभा चुनाव क्षेत्र के किसी भी भाग में बूथ लेवल एजेंट लगाने के लिए उस एजेंट का उसी भाग में मतदाता के तौर पर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य था, लेकिन अब संशोधित निर्देश के अनुसार एजेंट उस विधानसभा चुनाव क्षेत्र के किसी भी भाग में रजिस्टर्ड वोटर हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आगामी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन संबंधी पहलुओं की भी जानकारी दी। बैठक के दौरान सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने जल्द ही नियुक्त किए बीएलए की जानकारी साझा करने का भरोसा दिया।
हार के बाद सहनी का फ्यूचर प्लान:पीके का मौन उपवास, PDS डीलर का थप्पड़ वितरण
बात खरी है... इसमें आप देखेंगे बिहार के नेताओं और अफसरों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है, और दिनभर की ऐसी बड़ी हलचल जो आपको हंसाएगी भी और जिम्मेदारों को आइना भी दिखाएंगी। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...
एलकेसी की महिला हॉकी टीम सम्मानित
भास्कर न्यूज | जालंधर लायलपुर खालसा महिला कॉलेज जालंधर की महिला हॉकी टीम ने गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर अंतर-कॉलेज हॉकी प्रतियोगिताओं में दूसरा स्थान प्राप्त किया। मंगलवार को कॉलेज प्राचार्या सरबजीत कौर राय ने विशेष रूप से टीम के खिलाड़ियों व ऑफिशियल को सम्मानित किया। उन्होंने कॉलेज की छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि हॉकी खिलाड़ी संस्थान का गौरव हैं और आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में भी हॉकी खिलाड़ी उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज की इस टीम ने खालसा कॉलेज अमृतसर को 8-0, बीबीके डीएवी कॉलेज अमृतसर को 9-0 से हराया, जबकि आखिरी मैच में कड़े मुकाबले के बाद गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कैंपस अमृतसर की टीम से 2-1 से हारकर दूसरे स्थान पर रही।
मां बोली पंजाबी विषय पर जागरूकता कार्यक्रम करवाने को मांग पत्र सौंपा
जालंधर| हमसफर यूथ क्लब, सोशल रिसर्च फाउंडेशन की तरफ से जिले के सरकारी गैर सरकारी स्कूलों कॉलेजों व इंस्टिट्यूशन में पंजाबी मां बोली से संबंधी विभिन्न कैटेगरी में भाषा विभाग के सहयोग से जागरूकता सेमीनार व बाल लेखन मुकाबले करवाने हेतु मांगपत्र सौंपा गया । संगठन के डायरेक्टर रोहित भाटिया व पूनम भाटिया ने बताया कि सभी सामाजिक जत्थेबंदीयों, यूथ क्लबों, प्रबंधक कमेटीयों, स्कूलो, कालेजों व विधिक विभागों में मां बोली पंजाबी भाषा पर जागरूकता सेमिनार व मुकाबले करवाने चाहिए। जिससे शिक्षार्थियों व विद्यार्थियों को पंजाब के इतिहास, सभ्याचार व पंजाबी मां बोली संबंधी विचारधारा से जोड़ा जा सके। रेड रिबन क्लब की प्रोग्राम अधिकारी पूनम ने बताया कि आने वाले समय में एनजीओ जिला भाषा विभाग की दिशा-निर्देशों अनुसार मासिक बाल कवि दरबार करवाने जा रहा है ताकि पंजाब के नौजवानों को पंजाबी मां बोली में कविताएं, कहानियां, लेख व रचनाएं बोलने, सुनने व लिखने हेतु प्रेरित किया जा सके।
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की प्रचंड जीत के बाद अब नई सरकार के गठन को लेकर हलचल बढ़ गई है। 20 नवंबर को नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नए CM के शपथ ग्रहण को लेकर पटना के गांधी मैदान में कार्यक्रम की तैयारियां तेज हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 14 राज्यों के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। देखें VIDEO
चैंपियनशिप के बाद पुलिस की हॉर्स राइडिंग टीम के पीएपी पहुंचने पर एडीजीपी ने किया सम्मानित
भास्कर न्यूज | जालंधर पिछले दिनों पंजाब पुलिस की हॉर्स राइडिंग टीम ने अलग-अलग चैंपियनशिप में पदक जीते। मंगलवार को टीम का जालंधर पीएपी पहुंचने पर एडीजीपी ने सम्मानित करते हुए उन्हें प्रेरित किया। चैंपियनशिप में डीआईजी इंद्रबीर सिंह ने अलग-अलग इवेंट्स में हिस्सा लेते हुए कुल 5 पदक जीते। मास्टर इंटरनेशनल टेंट पैंगिंग चैंपियनशिप गाजियाबाद में 10 से 12 नवंबर तक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जबकि पंजाब फेस्टिवल जो 14 से 16 नवंबर तक चला में भी पंजाब पुलिस ने ओवरऑल रनरअप ट्रॉफी जीती, जिसमें 1 गोल्ड, 3 सिल्वर और 1 कांस्य पदक शामिल है। डीआईजी इंद्रबीर सिंह ने शो जंपिंग में कांस्य, इंस्पेक्टर यंगबीर सिंह ने ड्रेसाज में घोड़े बादल के साथ कांस्य, कांस्टेबल संदीप ने शो जंपिंग में कांस्य पदक जीता। इसके अलावा पीएपी हॉर्स राइडिंग क्लब के राइडर साहिबइंद्र दीप सिंह ने हैक्स ओपन में गोल्ड, हैक्स ओपन में दियांश ने कांस्य, हैक्स लेडीज में सुहानी कौर भुटानी ने कांस्य, पोल बैंडिंग में अनवबीर सिंह ने कांस्य, मनकीरत सिंह ने शो जंपिंग चिल्ड्रन कैटेगरी में दो कांस्य पदक जीते है। एफएफ फारूखी एडीजीपी ने टीम को बधाई देते हुए कहा कि टीम के इस प्रदर्शन से देश भर में पुलिस का नाम रोशन किया।
इंटर डिस्ट्रिक्ट बॉक्सिंग अंडर 14 में वंश ने जीता गोल्ड मेडल
भास्कर न्यूज | जालंधर पंजाब स्कूल एजुकेशन विभाग की तरफ से इन दिनों 69वीं पंजाब स्कूल गेम्स करवाई जा रही है। जिसमें इंटर डिस्ट्रिक्ट स्कूल गेम्स बॉक्सिंग में जालंधर के खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया। जिला खेल कोऑर्डिनेटर अमनदीप कौंडल ने बताया कि अंडर-14 लड़कों में जालंधर के खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए जिले का नाम रोशन किया। जिसमें 38 से 40 किलो वेट कैटेगरी में वंश सहोता ने गोल्ड, 32 से 34 किलो भारवर्ग में रिशभ विश्वकर्मा ने गोल्ड, 30 से 32 किलो भारवर्ग में गैरी ने कांस्य, 40 से 42 किलो भारवर्ग में दीपेश ने कांस्य पदक जीता। उन्होंने बताया कि गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी नेशनल गेम्स में भी हिस्सा लेंगे।
स्क्वायड और वीआईपी क्लब ने जीते अपने मैच
भास्कर न्यूज|सिमडेगा सिमडेगा जिला क्रिकेट एसोसिएशन (एसडीसीए) के तत्वावधान में आयोजित अंडर-16 लीग क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे दिन शहर के अलबर्ट एक्का स्टेडियम में दो रोमांचक मुकाबले खेले गए। दिन के पहले मैच में बिरसा क्रिकेट क्लब और स्क्वायड क्रिकेट क्लब आमने-सामने आए। पहले बल्लेबाजी करते हुए स्क्वायड क्रिकेट क्लब ने निर्धारित 25 ओवर में 6 विकेट खोकर 150 रन बनाए। जवाबी पारी में बिरसा क्रिकेट क्लब 125 रन पर सिमट गई। इस तरह स्क्वायड क्रिकेट क्लब ने 25 रन से जीत दर्ज की। दूसरे मैच में लचड़ागढ़ क्रिकेट क्लब और वीआईपी क्लब की टीमों के बीच मुकाबला हुआ। पहले बल्लेबाजी करते हुए लचड़ागढ़ क्रिकेट क्लब ने 25 ओवर में 9 विकेट खोकर 85 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए वीआईपी क्लब ने 15.4 ओवर में 7 विकेट गंवाकर जीत हासिल की और 3 विकेट से मुकाबला अपने नाम किया। मैच के दूसरे दिन के मैच जेएससीए बोर्ड सदस्य श्रीराम पुरी, एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय पूरी, मुन्ना शर्मा, जयमंगल बैठा, शशि मिश्र, तौकीर उस्मानी, दिलीप तिर्की, मो तस्सु, रिंकू अग्रवाल, आशीष शास्त्री सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें शुभकामनाएं दी।
जैन सेवा समिति ने परिवारों को बांटा राशन
जालंधर | परम श्रद्धेय सरलात्मा महासाध्वी वीणा महाराज आदि ठाणा -6 के पावन सान्निध्य में जैन सेवा समिति जालंधर के सदस्यों द्वारा जैन स्थानक गुड़ मंडी में मासिक राशन वितरण समारोह का आयोजन किया गया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पविंद्र कुमार जैन, राजीव जैन जोनी, उमेश जैन ने सेवा कार्य किए। सर्वप्रथम नवकार अराधिका महासाध्वी सुनैया महाराज, परम विदुषी महासाध्वी संचिता महाराज ने पधार कर महामंत्र नवकार का सामूहिक उच्चारण करवाया और मंगल पाठ की कृपा कर पावन आशीर्वाद प्रदान किया। प्रधान मुस्कान जैन ने तीनों परिवारों का विशिष्ट सहयोग हेतु आभार भी व्यक्त किया। तथा जैन सेवा समिति के चेयरमैन कीमती लाल जैन को जैन सभा अध्यक्ष गौरव राजेश जैन लोहे वालों द्वारा जैन सभा संरक्षक पद पर नियुक्त करने पर विशेष रूप से समिति सदस्यों द्वारा सम्मानित भी किया गया। तदोपरांत 31 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित किया गया। यहां दर्शन जैन, महामंत्री सुनील जैन, जैन भवन अध्यक्ष राहुल जैन, नवयुवती संघ प्रधान सिम्मी जैन, समिति चेयरमैन कीमती लाल जैन, संत कुमार जैन, राजेश जैन बोबी, नीरज जैन, दर्शन जैन, गगन जैन, राजेश जैन व अन्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को रिकॉर्ड 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेंगे। पटना के गांधी मैदान में समारोह की भव्य तैयारी है। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े भाजपा नेता और कई राज्यों के सीएम आएंगे। गांधी मैदान की सुरक्षा SPG के हाथों में है। ताज, मौर्या, चाणक्या जैसे होटलों में 260 कमरे बुक कराए गए हैं। राजभवन में पीए के सम्मान में भोज होगा। यहां नरेंद्र मोदी के साथ 150 खास मेहमान होंगे। भास्कर की खास रिपोर्ट में जानें गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की कैसी तैयारी है? कौन से बड़े नेता आने वाले हैं? सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं? योगी आदित्यनाथ सहित कई राज्यों के CM को मिला न्योता शपथ समरोह के लिए NDA शासित राज्यों के सीएम को न्योता भेजा गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी बुलाया गया है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव, राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस सहित भाजपा व NDA शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम को निमंत्रण भेजा गया है। इसके साथ ही पद्मभूषण, पद्मश्री सम्मान पाने वाले लोगों, वैज्ञानिकों, साहित्यकारों सहित अन्य खास लोगों को इनवाइट किया गया है। NDA की ओर से होगा शक्ति प्रदर्शन, जुटेंगे 3 लाख लोग शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही गांधी मैदान में NDA की ओर शक्ति प्रदर्शन भी होगा। 3 लाख से अधिक लोगों को जुटाने की तैयारी है। जदयू, बीजेपी, रालोमो और हम के कार्यकर्ताओं और नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। हर विधायकों को 5-5 हजार लोगों को पटना लाना है। गांधी मैदान की सुरक्षा SPG के हवाले, 2500 जवान तैनात शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले हैं। इसके चलते गांधी मैदान की सुरक्षा की कमान SPG के पास है। 250 से अधिक मजिस्ट्रेट, 250 पुलिस अधिकारी के साथ 2500 से अधिक जवानों काे तैनात किया गया है। गांधी मैदान के आसपास की ऊंची इमारतों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं। सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी गांधी मैदान और उसके चारों ओर 24 घंटे ड्रोन कैमरों की मदद से निगरानी रखी जा रही है। इससे भीड़ पर लाइव नजर रखी जाएगी। पटना पुलिस ने स्पेशल टीम गठित की है। पुलिस कंट्रोल रूम में एक विशेष टीम तैनात की गई है। पुलिस अधिकारी हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। पूरे क्षेत्र को कई सेक्टरों में बांटकर अलग-अलग पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। हर सेक्टर में पुलिस की अतिरिक्त तैनाती है ताकि किसी भी तरह की इमरजेंसी की हालत में तुरंत कार्रवाई की जा सके। 128 में से आधे खराब CCTV को ठीक किया गया गांधी मैदान में निगरानी के लिए 128 CCTV कैमरे लगे हैं। इनमें से आधे खराब हो गए थे, जिन्हें ठीक कराया गया है। गांधी मैदान में 61 स्थिर, 22 पीटीजेड (पैन-टिल्ट-जूम) और 45 एनालिटिकल कैमरे हैं। इनसे मैदान में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। हर गेट पर मेटल डिटेक्टर, मैदान में बैरिकेडिंग गांधी मैदान के हर गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। साथ ही कई स्तरों पर चेकिंग की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा मजबूत बनाने के लिए गांधी मैदान के चारों ओर और उससे लगी सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई है। आसपास के इलाकों में भी पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई है ताकि भीड़ कंट्रोल किया जा सके। गांधी मैदान में बन रहे दो मंच, किस पर कौन बैठेगा? शपथ समारोह के लिए गांधी मैदान में दो मंच बनाए जा रहे हैं। मुख्य मंच पूरी तरह तैयार है। दूसरा बनाया जाएगा। मुख्य मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शपथ लेंगे। इसी मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा और NDA के शासन वाले राज्यों के सीएम बैठेंगे। इसी मंच पर शपथ लेने वाले मंत्री भी बैठेंगे। मुख्य मंच के ठीक बगल में दूसरा मंच बनाया गया है। इसपर शपथ समारोह के लिए बुलाए गए खास लोगों को बैठाया जाएगा। मंच के आसपास बैरिकेडिंग की गई है। विशेष अतिथियों के लिए अलग रास्ता है। दोनों मंच पर 150 लोग बैठेंगे। प्रधानमंत्री के सम्मान में राज भवन में होगा भोज पीएम नरेंद्र मोदी के सम्मान में राज भवन में भोज आयोजित किया गया है। खाने में कम तेल-मसाला हो इसका ध्यान रखा गया है। लिट्टी चोखा पर पुदीना की चटनी मिलेगी। पीएम के लिए खासतौर पर हरी सब्जी और सलाद का इंतजाम किया गया है। भोज में सिलाव का खाजा, पंतूआ जैसे बिहारी व्यंजन परोसे जाएंगे। इस भोज में पीएम के साथ 150 खास मेहमान होंगे। केंद्रीय मंत्री, विभिन्न राज्यों के सीएम, बड़े नेता और चुनाव जीतकर आए विधायकों को न्योता दिया गया है। शपथ समारोह में बुलाए गए गेस्ट कहां ठहरेंगे? शपथ समारोह में बुलाए गए मेहमानों को ठहराने के लिए स्टेट गेस्ट हाउस में व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पटना जिला के 101 कमरों वाले गेस्ट हाउस को भी तैयार रखा गया है। NDA के 202 विधायक चुनाव जीतकर आए हैं। इसके साथ ही कई राज्यों के सीएम आने वाले हैं। इन्हें ठहराने के लिए ताज, मौर्या, चाणक्या जैसे आलीशान होटल में 250 कमरे बुक कराए गए हैं। किस गेट से होगी गांधी मैदान में इंट्री? गांधी मैदान में प्रवेश के लिए 13 गेट हैं। गेट नंबर वन सिर्फ VVIP गेस्ट के लिए है। इस गेट से वे लोग ही गांधी मैदान जाएंगे, जिन्हें मुख्य मंच पर बैठना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम नीतीश कुमार, राज्यपाल, शपथ लेने वाले विधायक और विभिन्न राज्यों के सीएम जैसे VVIP की इंट्री इसी गेट से होगी। आम लोगों को दूसरे गेट से गांधी मैदान में प्रवेश मिलेगा। गांधी मैदान जाकर सीएम नीतीश ने देखा कैसी है तैयारी नीतीश कुमार मंगलवार को गांधी मैदान पहुंचे और अपने शपथ ग्रहण की तैयारी का जायजा लिया। उन्होंने साथ चल रहे अधिकारियों को निर्देश दिए। सीएम के साथ सम्राट चौधरी, नितिन नवीन, भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े सहित कई नेता मौजूद थे। पटना के डीएम, एसपी समेत कई अधिकारी साथ थे। क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? 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टोंगो के किसानों ने किया कृषि विज्ञान केंद्र रांची का शैक्षणिक भ्रमण, उन्नत तकनीक सीखकर लौटे किसान
भास्कर न्यूज |गुमला टोंगो क्षेत्र में जैविक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में कार्यरत अराउज संगठन ने किसानों के ज्ञानवर्धन और कौशल वृद्धि के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मंगलवार को 65 किसानों का शैक्षणिक भ्रमण कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), रांची में आयोजित किया। संगठन वर्ष 2024 से कटिंग पंचायत, चैनपुर प्रखंड के 10 गांवों में लगभग 500 किसानों के साथ मिलकर सतत और जैविक कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रहा है। इस पहल ने क्षेत्र के किसानों में नई ऊर्जा और जागरूकता पैदा की है। इस भ्रमण दल का नेतृत्व सह-निदेशक फ़ादर एल्फिज केरकेट्टा, समन्वयक बॅरोनिका बिलुंग तथा क्षेत्रीय कर्मचारी अनानियस किरो और माइकल एक्का ने किया। भ्रमण का मुख्य उद्देश्य किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों, वैज्ञानिक पद्धतियों, नई प्रयोगधर्मिता और सफल खेती मॉडलों से अवगत कराना था, ताकि वे अपनी कृषि क्षमता को बढ़ा सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को अधिक सुदृढ़ बना सकें। कार्यक्रम की शुरुआत केवीके के विशेषज्ञ दीपक द्वारा लिए गए एक घंटे के विस्तृत तकनीकी सत्र से हुई। इस सत्र में किसानों को जैविक खेती के सिद्धांत, मिट्टी संरक्षण, पोषक तत्व प्रबंधन, टिकाऊ खेती तकनीक, जल संरक्षण, फसल विविधीकरण तथा आधुनिक खेती में उपयोग होने वाले नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। किसानों ने इन विषयों पर उत्साहपूर्वक सहभागिता दिखाते हुए कई सवाल पूछे और खेती संबंधी समस्याओं का समाधान जाना। तकनीकी सत्र के बाद किसानों को खेत भ्रमण पर ले जाया गया। इस दौरान उन्होंने केवीके परिसर में बने विभिन्न प्रदर्शन भूखंडों, उन्नत फसल मॉडल, एकीकृत कृषि प्रणाली, जैविक खाद निर्माण इकाई, सब्ज़ी उत्पादन तकनीक, एवं वैज्ञानिक विधियों पर आधारित कृषि प्रयोगों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। किसानों ने पशुपालन, फल उत्पादन, पौधशाला, कंपोस्ट निर्माण और कीट नियंत्रक जैव-उपायों के आधुनिक तरीकों को नजदीक से देखा और समझा। इससे किसानों को यह अनुभव मिला कि वैज्ञानिक तकनीक कैसे खेती को अधिक लाभदायक बना सकती हैं। भ्रमण में शामिल किसानों ने इसे अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि इस अनुभव ने उनके ज्ञान और आत्मविश्वास में बड़ी वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि वे अपने खेतों में सीखी गई तकनीकों को अपनाकर उत्पादन बढ़ाने, लागत घटाने और जैविक खेती को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। किसानों ने यह भी माना कि ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रम उनके लिए प्रेरणादायक साबित होते हैं। एराउज संगठन ने आश्वासन दिया कि वह भविष्य में भी किसानों को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराकर उन्हें सतत कृषि विकास की दिशा में सक्षम बनाता रहेगा। संगठन का लक्ष्य टोंगो क्षेत्र में जैविक खेती को एक मजबूत और स्थायी मॉडल के रूप में स्थापित करना है, जिससे किसानों की आजीविका सुरक्षित और समृद्ध हो सके।
समझना मुश्किल है कि 11.5 किमी का बीआरटीएस आखिर किसके भरोसे है। पहले तो टेंडर करने में ही निगम के पसीने छूट गए। तीन बार टेंडर के बाद एजेंसी फाइनल हुई। अब एजेंसी ने किसी दूसरे ठेकेदार को और दूसरे ठेकेदार ने किसी तीसरे ठेकेदार को काम सौंपकर उलझन और बढ़ा दी है। इस बीच 9 माह में 300 मीटर भी रैलिंग ठीक से नहीं हटा सके हैं। मंगलवार को महापौर इन काउंसिल की बैठक में बीआरटीएस का मुद्दा गर्माया रहा। चर्चा के दौरान सामने आया कि ठेकेदार को दो किमी तोड़ने के बाद निगम में 36 लाख रुपए जमा करना हैं, लेकिन एजेंसी छोटे-छोटे हिस्सों में काम करके राशि किस्तों में जमा करने की गुजारिश कर रही है। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि रैलिंग तोड़ना अलग बात है, पर सड़क बनाना और डिवाइडर तैयार करना जरूरी है। आखिर में तय हुआ कि बुधवार को मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगे। एक चर्चा यह भी है कि एजेंसी इसी तरह धीमी गति से काम करेगी तो निगम खुद तोड़ने का फैसला कर सकता है। मालूम हो, रैलिंग तोड़ने का मूल ठेका दिनेश यादव मेसर्स को सौंपा है। फिर टेंडर किए तो तीन से चार महीने और लगेंगेबैठक में बीआरटीएस हटाने के बाद डिवाइडर निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। जनप्रतिनिधि बोले कि अगर दोबारा टेंडर निकाला तो तीन-चार महीने और लग जाएंगे, इसलिए इसी एजेंसी को काम करने दिया जाए। इस पर सभी सहमत हुए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में एमआईसी की बैठक हुई। आयुक्त दिलीपकुमार यादव, एमआईसी सदस्य और अधिकारी मौजूद रहे। एआईसीटीएसएल के लगातार घाटे में चलने का मुद्दा भी उठा बड़ा गणपति फ्लायओवर के लिए सीवरेज लाइन शिफ्टिंग को मंजूरी
पटियाला की ब्रह्मलीन ने पहला, जालंधर की हरमनप्रीत कौर ने दूसरा स्थान हासिल किया
भास्कर न्यूज | जालंधर पंजाब जूडो एसोसिएशन की तरफ से 46वीं सीनियर पंजाब जूडो चैंपियनशिप की शुरूआत एलपीयू में की गई। 19 नवंबर तक चलने वाली इस चैंपियनशिप के पहले दिन मुख्यातिथि के रूप में गुरप्रीत कौर यूके, शिव चरन यूके ने शिरकत की। जिन्होंने खिलाड़ियों से मुलाकात करते हुए उन्हें खेल भावना के साथ खेलने के लिए प्रेरित किया। एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी सुरिंदर कुमार जूडो अंपायर, कैशियर परमजीत सिंह टक्कर, जॉइंट सेक्रेटरी कुलदीप कुमार सोनी फाजिल्का भी मौजूद रहे। इस मौके पर गुरजंट सिंह, सोहम टक्कर, राकेश सिंह जूडो रेफरी, जसविंदर सिंह होशियारपुर मौजूद रहे। रेफरी की भूमिका नरेश कुमार, सुलिंदर सिंह, सारेज कुमार, हरदीप सिंह, खुश बांसल ने निभाई। चैंपियनशिप के पहले दिन लड़कियों के प्लस 78 किलो भारवर्ग में होशियारपुर की कंवरप्रीत कौर ने पहला, अमृतसर की गुरनूर कौर ने दूसरा, पटियाला की कृषि व जालंधर की मीनाक्षी ने तीसरा स्थान जीता। 78 किलो भारवर्ग में पटियाला की ब्रह्मलीन ने पहला, जालंधर की हरमनप्रीत कौर ने दूसरा, मलेरकोटला की खुशप्रीत कौर व जालंधर की नवनीत कौर ने तीसरा स्थान जीता।
शंभु प्रजापति दूसरी बार जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर किए गए सम्मानित
भास्कर न्यूज|लोहरदगा कांग्रेस पार्टी कार्यालय राजेंद्र भवन, लोहरदगा में कांग्रेस सेवा दल लोहरदगा की एक महत्वपूर्ण बैठक जिला अध्यक्ष शंभू प्रजापति की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने शंभू प्रजापति को दूसरी बार कांग्रेस सेवा दल का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर माला पहनाकर और लड्डू खिलाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर शंभू प्रजापति ने सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन ने उन्हें जो जिम्मेदारी दोबारा सौंपी है, उसे वे पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाएंगे। उन्होंने कहा कि लोहरदगा में कांग्रेस सेवा दल को और अधिक मजबूत बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे, ताकि आने वाले समय में संगठन की पकड़ और मजबूत हो सके। उन्होंने यह भी घोषणा की कि शीघ्र ही सेवा दल की नई कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा, जिसमें पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को संगठन से जोड़ा जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी भाई देसाई, प्रदेश अध्यक्ष नवीन कुमार सिंह, कांग्रेस पार्टी तथा वरिष्ठ नेताओं के विश्वास को कभी टूटने नहीं देने का संकल्प दोहराया। बैठक में जगदीश प्रजापति, निसार खान, इनामुल अंसारी, सिद्धीक अंसारी, राजू महतो, सीताराम सोनी, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कोऑर्डिनेटर संतोष महतो, अमर लकड़ा, प्रकाश कुमार मांझी, परवेज आलम, रंजीत भगत, हुलास भगत सहित कई कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
गड़बड़ बिल आने पर विभाग को वास्तविक आंकड़ा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया
टोटो निवासी दिव्यांग फजल रहमान ने स्वयं को पूर्णतः दिव्यांग बताते हुए विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने का अनुरोध किया। इसके अतिरिक्त जनसुनवाई के दौरान सर्पदंश के मुआवजा, आपदा सहायता, पेयजल उपलब्धता, विद्यालय मरम्मती, सड़क निर्माण, घरेलू विवादों के समाधान तथा विभिन्न पेंशन व सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए। डीसी ने सभी आवेदनों पर तत्परता के साथ आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया तथा कहा कि जिला प्रशासन जनसमस्याओं के निराकरण के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। भास्कर न्यूज|गुमला डीसी प्रेरणा दीक्षित की अध्यक्षता में साप्ताहिक जन शिकायत निवारण दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए आम नागरिकों ने अपनी समस्याएं रखीं। डीसी ने सभी आवेदनों को धैर्यपूर्वक सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। कार्यक्रम के दौरान ग्राम करम टोली, गुमला के रिकी किरपोट्टा ने बताया कि सन्तमुनी देवी के नाम से दर्ज उपभोक्ता संख्या में अचानक 79,163 रुपए का विद्युत बिल प्राप्त हुआ है, जो बिलिंग त्रुटि का मामला प्रतीत होता है। डीसी ने विद्युत विभाग को बिल की जांच कर वास्तविक आंकड़ा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। नवडीहा, घाघरा के नीलांबर प्रकाश भगत ने अपनी पैतृक भूमि के एक हिस्से को अपनी कंपनी निलंबर एग्री ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड में पूंजी अंशदान के रूप में शामिल किए जाने के िलए अनुमति का अनुरोध किया। उपायुक्त ने राजस्व व निबंधन संबंधित अधिकारियों को आवेदन की विधिसम्मत जांच कर आगे की आवश्यक प्रक्रिया सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कोबजा टेढ़ा चुआं के कलेश तुरी, शंकर तुरी व कमलेश तुरी ने बताया कि उन्हें प्राप्त सरकारी आवास के निर्माण कार्य में स्थानीय विवाद के कारण लगातार बाधा उत्पन्न की जा रही है, जबकि उनके पूर्वज उक्त भूमि पर लंबे समय से रह रहे हैं। उपायुक्त ने अंचल अधिकारी रायडीह, इसके संबंधित जांच के निर्देश दिए। भरनों फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड द्वारा गुमला शहर में मक्का प्रसंस्कृत उत्पादों के विपणन के िलए एक आउटलेट की आवश्यकता व्यक्त की गई। कंपनी ने सरकारी योजनाओं से अपने उत्पादों को जोड़ने के लिए मार्गदर्शन की भी मांग की। डीसी ने नगर परिषद को आवेदन अग्रसारित करते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान सिसई निवासी गुलनाज प्रवीण ने अबुआ आवास योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान करने का अनुरोध किया।
शहीदी समागम को समर्पित कीर्तन दरबार में शहादत के इतिहास के बारे में बताया
भास्कर न्यूज | जालंधर सरब धर्म वेलफेयर सेवा सोसायटी लम्मा पिंड की ओर से 14वां महान कीर्तन दरबार सृष्टि के रक्षक, मानव अधिकारों के पहरेदार श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी की शहादत को समर्पित करवाया गया। इसमें संगत ने बड़ी संख्या में पहुंचकर गुरु के चरणों में नमन करते हुए हाजिरी भरकर अपना जीवन सफल किया। इस मौके संत बाबा अजीत सिंह, बाबा जीत सिंह जौहलां, बाबा निर्मल दास जोड़े वाले, एसजीपीसी के मुख्य सचिव कुलवंत सिंह मन्नण, संत बाबा जसविंदर सिंह बशीरपुरा वाले, संत बाबा रणजीत सिंह लायलपुरी ने संगत में हाजिरी भरकर कीर्तन दरबार की शोभा बढ़ाई। इसके अलावा पंथ के महान और सचखंड श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब के हजूरी कीर्तनी जत्थे भाई सतिंदरवीर सिंह, भाई जबरतोड़ सिंह जी, भाई सरबजीत सिंह जी ढोटियां कथा वाचक, सरबजीत सिंह के कवीशरी जत्थे, भाई अजमेर सिंह, बीबी अर्थनीत कौर खालसा हेरिटेज तल्लन ने गुरबाणी के माध्यम से गुरु साहिब के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए 350 वर्ष के ऐतिहासिक तथ्यों सहित संगत को जानकारी दी। मुख्य सेवादार रणजीत सिंह राणा ने बताया कि यह महान कीर्तन दरबार 350 वर्षीय शताब्दी को समर्पित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से करवाया गया। जिसमें गुरु का लंगर भी वितरित किया गया। इस मौके केडी भंडारी, गुरदेव सिंह गोल्डी भाटिया, पार्षद रवि कुमार, पार्षद जगीर सिंह, महिंदर सिंह, जगजीत सिंह खालसा, फुम्मन सिंह, दलजीत सिंह, महिंदर सिंह, ठेकेदार ओम प्रकाश, कुलदीप सिंह पायलट, त्रिपत जोत सिंह जोधा, हरसुरिंदर सिंह, अमृत सिंह राणा, रणवीर सिंह, सतिंदर सिंह पीता, पलविंदर सिंह भाटिया व अन्य मौजूद थे।
21 नवंबर से 15 दिसंबर तक लगाए जाएंगे शिविर
भास्कर न्यूज|गुमला राज्य सरकार के निर्देशानुसार गुमला जिले में 21 नवंबर से 15 दिसंबर 2025 तक “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण जनता तक सरकारी सेवाओं को सीधे पहुंचाना, आवेदन प्राप्त करना और मौके पर समाधान उपलब्ध कराना है। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने निर्देश दिए हैं कि जिले की प्रत्येक पंचायत में कम से कम एक शिविर लगाया जाए। शिविरों में जाति, आवासीय व आय प्रमाण पत्र, अबुआ स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सर्वजन पेंशन, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, अबुआ आवास योजना, हरा राशन कार्ड सहित प्रमुख योजनाओं से संबंधित आवेदन लिए जाएंगे। इसके साथ ही पेंशन योजनाएं, आयुष्मान कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, वन पट्टा तथा आंदोलनकारी प्रमाण-पत्र से जुड़े आवेदन भी स्वीकार किए जाएंगे। प्रत्येक शिविर में कल्याण मंच की स्थापना की जाएगी, जहां अवितरित जाति प्रमाण पत्र, एसएचजी सदस्यों के आइडी कार्ड, धोती-साड़ी-लुंगी और कंबल जैसी सामग्रियों का स्थल पर ही वितरण किया जाएगा। साथ ही राजस्व अभिलेखों में संशोधन, जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र सुधार, आधार व राशन कार्ड अपडेट, तथा बिजली बिल से संबंधित शिकायतों का ऑन-द-स्पॉट निवारण किया जाएगा।
'आज एक मां अपने परिवार के जयचंदों से हार गई, लेकिन याद रखना जयचंद तुम्हारी मौत भगवान राम के हाथों ही लिखी है!' ये पोस्ट तेजप्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल की ओर से सोशल मीडिया पर की गई है। लालू परिवार में जारी विवाद के बीच तेजप्रताप यादव अब खुलकर रोहिणी आचार्य के समर्थन में उतर गए है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि रोहिणी दीदी के साथ जो कुछ हुआ है, उससे वह हिल गए हैं। तेजप्रताप ने संजय यादव और तेजस्वी पर लालू-राबड़ी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हस्तक्षेप करने की मांग की है। तेजप्रताप ने लिखा, कुछ जयचंद प्रवृति के लोग मेरे पूजनीय माता–पिताजी को मानसिक तौर पर परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर इनमें जरा भी सच्चाई है, तो यह सिर्फ मेरे परिवार पर हमला नहीं, बल्कि पूरी RJD की आत्मा पर सीधा वार है। मेरे पिता जी पहले से अस्वस्थ हैं। ऐसा दबाव वह बिल्कुल सहन नहीं कर सकते। मैं PM मोदी, गृहमंत्री और बिहार सरकार से यह निवेदन करता हूं कि अगर किसी ने मेरी बहन और माता-पिता के साथ किसी ने बदसलूकी की, गालियां दी हैं तो इस मामले में निष्पक्ष जांच कराई जाए।' रोहिणी बोलीं-किडनी देने की बात आई तो बेटा भाग गया लालू परिवार में जारी विवाद के बीच रोहिणी आचार्य ने एक और वीडियो शेयर किया है। इसमें वह बिहार के एक पत्रकार से फोन पर कह रही हैं कि जब किडनी देने की बात आई तो बेटा भाग गया। रोहिणी आचार्य ने लिखा है- जो लोग लालू जी के नाम कुछ करना चाहते हैं, तो ऐसे लोगों को झूठी हमदर्दी जताना छोड़कर हॉस्पिटल्स में अपनी अंतिम सांसें गिन रहे उन लाखों-करोड़ों गरीब लोगों, जिन्हें किडनी की जरूरत है, को अपनी किडनी देने के लिए आगे आना चाहिए और लालू जी के नाम पर अपनी किडनी दान करनी चाहिए। उन्होंने लिखा- पिता को किडनी देने वाली शादीशुदा बेटी को गलत बताने वाले हिम्मत जुटा कर उस बेटी से खुले मंच पर खुली बहस करें। जरूरतमंदों को किडनी देने के महादान की शुरुआत पहले वो करें, जो बेटी की किडनी को गंदा बताते हैं, फिर हरियाणवी महापुरुष करे, चाटुकार पत्रकार करें और हरियाणवी के भक्त ट्रोलर्स करें जो मुझे गाली देते नहीं थकते। राबड़ी आवास के बाहर नारेबाजी- संजय यादव हरियाणा जाओ इससे पहले तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव को लेकर अब राजद कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी दिखने लगी है। सोमवार शाम राबड़ी आवास के गेट पर पार्टी कार्यकर्ता रोहिणी आचार्य के समर्थन में दिखे। वहीं संजय यादव के खिलाफ नारे लगाए। समर्थकों ने कहा- संजय यादव को हरियाणा भेजो। इधर, तेजप्रताप यादव ने भी इसे लेकर फिर फेसबुक पोस्ट किया है। उन्होंने कहा, मेरे अपमान तक ठीक था, लेकिन बहन का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। जयचंदों को जनता सबक सिखाएगी। राबड़ी आवास के बाहर प्रदर्शन की 2 तस्वीरें... बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद लालू परिवार में टकराव बढ़ गया है। राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से नाता तोड़ने के ऐलान के एक दिन बाद रोहिणी आचार्य ने एक के बाद एक 2 सोशल मीडिया पोस्ट कर तेजस्वी यादव और संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाए। रोहिणी आचार्य के राबड़ी आवास छोड़ने के बाद रविवार को तीन और बहनों रागिनी, राजलक्ष्मी और चंदा यादव भी दिल्ली रवाना हो गई हैं। ये तीनों बहनें अपने परिवार और बच्चों के साथ चली गई हैं। अब राबड़ी आवास खाली हो गया है। वहीं दिल्ली में रोहिणी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 'चप्पल वाली बात सही है। रोहिणी जो बोलती है सही बोलती है। ये बात तेजस्वी, संजय और रमीज से पूछिए। मेरे माता-पिता रो रहे थे। मेरी बहनें रो रही थी मेरे लिए। भगवान न करे कि किसी के घर में मेरी जैसी बेटी हो। अभी मैं ससुराल जा रही हूं। मेरी सास भी रो रही है ये सब तमाशा देखकर। जिस घर में भाई हो तो उस घर में भाइयों का भी योगदान होना चाहिए। क्या सभी योगदान बेटियों को देना होता है?' रोहिणी का इमोशनल पोस्ट, कहा- मुझे अनाथ बनाया गया इससे पहले रविवार सुबह रोहिणी ने एक इमोशनल पोस्ट कर कहा- 'मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया। मुझे अनाथ बनाया गया। मैंने रोते-रोते घर छोड़ा है। मुझे मारने के लिए चप्पल उठाई गई।' 'मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया। आप सब मेरे रास्ते कभी न चलें, किसी घर में मेरे जैसी बेटी-बहन न हो।' इस पोस्ट के बाद रोहिणी ने लालू को किडनी देने वाले फोटो-वीडियोज को फेसबुक पर पिन भी किया। पिता को किडनी देने को गंदा बताया गया दूसरी पोस्ट में रोहिणी ने लिखा- कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी, करोड़ों रुपए लिए, टिकट लिया तब लगवाई गंदी किडनी। सभी बेटी -बहन, जो शादीशुदा हैं, उनको मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा - भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं, अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोलें कि वो अपनी या अपने किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दे। सभी बहन बेटियां अपना घर-परिवार देखें, अपने माता - पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे, अपना काम, अपना ससुराल देखें, सिर्फ अपने बारे में सोचें। मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपना परिवार, अपने तीनों बच्चों को नहीं देखा, किडनी देते वक्त न अपने पति, न अपने ससुराल से अनुमति ली। अपने भगवान, अपने पिता को बचाने के लिए वो कर दिया जिसे आज गंदा बता दिया गया। आप सब मेरे जैसी गलती, कभी, न करें किसी घर रोहिणी जैसी बेटी न हो। रोते-रोते राबड़ी आवास छोड़ा इससे पहले शनिवार देर रात उन्होंने रोते-रोते राबड़ी आवास भी छोड़ दिया। पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में रोहिणी ने कहा, 'मेरा कोई परिवार नहीं है। उन्होंने ही मुझे परिवार से निकाला है। सारी दुनिया सवाल कर रही है कि पार्टी का ऐसा हाल क्यों हुआ है, लेकिन उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी है।' तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव और रमीज पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए रोहिणी ने कहा- 'ये सवाल अब तेजस्वी यादव से पूछिए। सवाल पूछोगे तो गाली दी जाएगी, चप्पल से मारा जाएगा।' इसी साल 25 मई को लालू प्रसाद ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाला था। तेज प्रताप ने इसके लिए संजय यादव को ही जिम्मेदार ठहराया था। रोहिणी ने X पर लिखा- पार्टी-परिवार से नाता तोड़ रही हूं इससे पहले शनिवार को ही रोहिणी ने X पर पोस्ट कर लिखा, 'मैं राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से नाता तोड़ रही हूं। संजय यादव और रमीज ने मुझसे यही करने को कहा था और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूं।' रोहिणी ने अपनी पोस्ट में ये बताने की कोशिश की है कि संजय यादव और रमीज ही पार्टी के सभी फैसले लेते हैं। संजय राज्यसभा सांसद हैं और तेजस्वी के रणनीतिक सलाहकार हैं। संजय यादव को लेकर हुए विवाद के बाद रोहिणी ने सितंबर में पार्टी से लेकर परिवार के सभी सदस्यों को सोशल मीडिया पर अन फॉलो कर दिया था। तेजप्रताप बोले- जयचंदों ने राजद को खोखला किया चुनाव के नतीजों में RJD को महज 25 सीटें मिली हैं। जबकि 2020 में पार्टी ने 75 सीटें जीती थीं। तेजप्रताप करीब 50 हजार वोटों से इस चुनाव में हारे हैं। लंबी खींचतान के बाद तेजस्वी अपनी सीट बचा पाए हैं। नतीजों के बाद RJD सांसद संजय यादव को लेकर लालू परिवार में टकराव बढ़ गया है। तेजप्रताप ने भी लिखा था- जयचंदों ने राजद को खोखला किया। रमीज यूपी के बलरामपुर के रहने वाले हैं। जेल में बंद पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद हैं। इन पर हत्या समेत कई मुकदमे हैं। ये RJD का सोशल मीडिया और चुनाव का कामकाज देखते हैं। इनकी पत्नी भी विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं। शिवानंद बोले- लालू धृतराष्ट्र की तरह बेटे के लिए सिंहासन को गर्म कर रहे थे लालू के पुराने सहयोगी शिवानंद तिवारी ने चुनाव में करारी हार के लिए पिता-पुत्र दोनों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि लालू धृतराष्ट्र की तरह बेटे के लिए राज सिंहासन गर्म कर रहे थे। तेजस्वी सपनों की दुनिया में मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे। तिवारी ने कहा कि पूरे लालू परिवार ने जोर लगाया, फिर भी सिर्फ 25 विधायक ही जीत पाए। तिवारी के अनुसार उन्होंने तेजस्वी को सचेत किया था। कहा था कि मतदाता सूची के सघन पुनर्निरीक्षण के खिलाफ राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरो। संघर्ष करो, पुलिस की मार खाओ, जेल जाओ। तेजस्वी ने ऐसा नहीं किया। तिवारी ने कहा कि इसके बाद उन्हें राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया और कार्यकारिणी से भी बाहर कर दिया गया। संजय यादव के तेजस्वी की गाड़ी के फ्रंट सीट पर बैठने पर शुरू हुआ विवाद 18 सितंबर को लालू यादव की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया था। पोस्ट आलोक कुमार नाम के एक RJD समर्थक का था। पोस्ट में लिखा था- पूरे बिहार के साथ-साथ हम तमाम लोग फ्रंट सीट पर लालू जी और तेजस्वी यादव को बैठे/बैठते देखने के अभ्यस्थ हैं। उनकी जगह पर कोई और बैठे यह हमें कतई मंजूर नहीं। जिन्हें एक दोयम दर्जे के व्यक्ति में एक विलक्षण रणनीतिकार-सलाहकार-तारणहार नजर आता है… ये बात अलग है। संजय की बढ़ती ताकत से घरवाले नाराज कहा जाता है कि लालू यादव ने तेजस्वी यादव को फ्री हैंड दे दिया है। जब से तेजस्वी को पूरी पावर मिली है, उनके करीबी संजय यादव का प्रभाव भी बढ़ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेजस्वी क्या करेंगे, किससे बात करेंगे, उनकी रणनीति क्या होगी, सब संजय यादव तय करते हैं। रोहिणी ने इशारों-इशारों में संजय को निशाने पर लिया है। हालांकि इससे पहले तेज प्रताप यादव खुलेआम आलोचना कर चुके हैं। आजकल तेज प्रताप ‘जयचंद’ कह कर निशाना साधते हैं। कहा जाता है कि उनका इशारा संजय की तरफ ही है। तेज प्रताप के पुराने पोस्ट को पढ़िए… संजय यादव कौन हैं, तेजस्वी के इतने करीब कैसे हैं? संजय यादव हरियाणा के महेंद्रगढ़ के नंगल सिरोही गांव के हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, संजय कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। 2.18 करोड़ संपत्ति है। तेजस्वी और संजय की मुलाकात दिल्ली में 2012 के आसपास क्रिकेट ग्राउंड पर हुई थी। 2013 में जब लालू यादव चारा घोटाले में जेल गए तब तेजस्वी पटना लौट आए। राजनीति सीखने लगे तब उन्होंने अपने दोस्त संजय को पटना बुला लिया। संजय मल्टी नेशनल IT कंपनी की नौकरी छोड़कर आ गए। सीनियर जर्नलिस्ट संतोष सिंह अपनी किताब ‘जेपी टू बीजेपी: बिहार आफ्टर लालू एंड नीतीश’ में लिखते हैं, ‘संजय ने तेजस्वी को समाजवादी राजनीति से जुड़ी कई किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। देश के शीर्ष नेताओं अटल बिहारी वाजपेयी, जॉर्ज फर्नांडीस, कांशीराम, मायावती, चंद्रशेखर और वीपी सिंह के भाषण दिखाते और सुनाते थे। ताकि तेजस्वी अच्छे भाषण की कला और बारीकी सीख सकें। संजय रोज लालू के दिल्ली में तुगलक रोड स्थित आवास पर तेजस्वी के साथ चार से 5 घंटे साथ बिताते थे।’ पॉलिटिकल एक्सपर्ट प्रियदर्शी रंजन बताते हैं, ‘बिहार आकर संजय ने कुछ साल तक यहां की राजनीति को समझा, चुनावी समीकरण और आंकड़ों पर काम किया। जरूरत के मुताबिक RJD में कई तरह के तकनीकी और डिजिटल दौर के बदलाव भी किए।’ अब लालू फैमिली में बवाल मचाने वाले रमीज की कहानी रमीज यूपी के बलरामपुर के रहने वाले हैं। जेल में बंद पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद हैं। इन पर हत्या समेत कई मुकदमे हैं। ये RJD का सोशल मीडिया और चुनाव का कामकाज देखते हैं। इनकी पत्नी भी विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं। बताया जाता है कि यूपी के कौशांबी में रेलवे लाइन पर एक युवक का शव मिला था। मृतक के परिजनों का आरोप था कि पैसों के लेनदेन को लेकर पूर्व सांसद के दामाद रमीज नेमत ने हत्या को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने उनके ऊपर FIR दर्ज की। रमीज के नाम पर 4.75 करोड़ रुपए की जमीन थी जिसे प्रशासन ने जब्त किया था। यह जमीन रिजवान जहीर ने अपने दामाद के नाम पर खरीदी थी। पुलिस ने इसकी कुर्की करवा दी थी। जमीन की कीमत 4 करोड़ 75 लाख 86 हजार रुपए बताई जा रही है। करीब 6 महीने पहले तेजप्रताप को लालू ने पार्टी-परिवार से निकाला इसी साल 24 मई को तेज प्रताप यादव के फेसबुक अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की गई थी। जिसमें तेजप्रताप के अनुष्का यादव के साथ 12 साल से रिश्ते में होने की बात थी। हालांकि कुछ ही घंटों बाद उस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। इसके बाद तेज प्रताप यादव ने रात 10:56 बजे X पर पोस्ट कर कहा कि हमारे सोशल मीडिया हैंडल को हैक कर लिया गया है और हमें बदनाम और परेशान करने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद तेजप्रताप-अनुष्का के कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। अगले दिन 25 मई को लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर निकाल दिया। लालू के फैसले को परिवार का समर्थन तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालने के फैसले पर तेजस्वी यादव ने कहा, 'हमारी पार्टी के अध्यक्ष ने इस बारे में अपनी भावना स्पष्ट कर दी है। कोई अपनी निजी जिंदगी में क्या कर रहा है, ये किसी से पूछकर नहीं करता। मुझे भी इस बारे में मीडिया के जरिए ही जानकारी मिली है।' लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने X पर लिखा, 'जो परिवेश, परंपरा, परिवार और परवरिश की मर्यादा का ख्याल रखते हैं, उन पर कभी सवाल नहीं उठते हैं, जो अपना विवेक त्याग कर मर्यादित आचरण व परिवार की प्रतिष्ठा की सीमा को बारम्बार लांघने की गलती- धृष्टता करते हैं, वो खुद को आलोचना का पात्र खुद ही बनाते हैं।' बेदखल होने के 35 दिन बाद तेज प्रताप ने की बगावत पार्टी और परिवार से बेदखली के 35 दिन बाद तेज प्रताप ने RJD से बगावत कर दिया। उन्होंने महुआ विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया और 5 छोटे दलों भोजपुरिया जन मोर्चा, विकास वंचित इंसान पार्टी, संयुक्त किसान विकास पार्टी, प्रगतिशील जनता पार्टी और वाजिब अधिकार पार्टी के साथ 'जन शक्ति मोर्चा' बनाया और 43 सीटों पर चुनाव लड़ा। तेजप्रताप के सारे कैंडिडेट हारे, वो अपनी सीट महुआ भी नहीं बचा पाए। ------------ क्या आप हैं बिहार के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम बिहार से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 3 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। अभी क्विज खेलें>>
हवलदार अनवर अंसारी पुलिसमैन ऑफ द वीक से किए गए सम्मानित
सिमडेगा|सिमडेगा पुलिस द्वारा शुरू किए गए पुलिसमैन ऑफ द वीक कार्यक्रम के तहत इस सप्ताह का सम्मान हवलदार अनवर अंसारी को दिया गया। इस योजना की शुरुआत एसपी एम.अर्शी ने की है। इसका मकसद हर सप्ताह कर्तव्यपरायण,मेहनती और सकारात्मक सोच वाले पुलिसकर्मियों को पहचानना और उन्हें प्रोत्साहित करना है। इस अवसर पर एसपी एम. अर्शी ने पुलिस लाइन में पदस्थापित हवलदार अनवर अंसारी को सम्मानित किया और उनके उत्कृष्ट कार्य और समर्पण की सराहना की। एसपी ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम से पुलिसकर्मियों में जोश और उत्साह बढ़ता है,साथ ही जनता के बीच पुलिस की सकारात्मक छवि भी बनती है।
प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी के बड़े चेहरों को बदले 150 दिन हो चुके हैं। 22 जून को 62 आईएएस की ट्रांसफर लिस्ट जारी हुई थी, उसके बाद उस स्तर के एसीएस, प्रमुख सचिव, सचिव स्तर के बड़े अफसरों के तबादले 5 माह में नहीं हुए। जुलाई में 3 बार सूची निकली, लेकिन इक्का दुक्का जूनियर अफसरों की लिस्ट आई थी। पिछले 4 माह से 48 आईएएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट तैयार की रखी थी, लेकिन अंदरखाने विरोध और आपसी खींचतान के कारण जारी नहीं हो सकी। आईएएस की सूची की प्रतीक्षा 3 माह से चल रही है। एक दिन पहले नए मुख्य सचिव वी श्रीनिवास ने जॉइनिंग किया है। अब नए सिरे से सूची संशोधित की जाकर जल्द जारी हो सकती है। पिछले 10 माह में राजस्थान के 100 बड़े अफसरों को एडिशनल चार्ज दिया गया। इनमें 51 आईएएस, 5 आईपीएस, 5 आईएफएस और 38 आरएएस अधिकारी शामिल हाैं। जन कार्यों के त्वरित निस्तारण और फाइलिंग प्रणाली को गति देने के लिए एडिशनल चार्ज को हटाना होगा। सूत्रों का कहना है कि आगामी एक सप्ताह में नए सिरे से आईएएस की सूची जारी हो सकती है। आईपीएस की सूची जारी हो चुकी है। सीएस और सीएमओ अफसरों में तालमेल बढ़ेगानए सीएस के आने के बाद अब सीएस आफिस और सीएम आफिस के बीच तालमेल बढ़ेगा। सीएस सीनियॉरिटी में दूसरे सबसे सीनियर हैं। सीएमओ में 4 आईएएस अफसर कार्यरत हैं। एसीएस शिखर अग्रवाल, आईएएस सिद्धार्थ सिहाग, संदेश नायक और अरविंद पोसवाल हैं। सूत्रों का कहना है कि नए मुख्य सचिव अपनी पसंद की टीम बना सकते हैं। ऐसे में वरिष्ठता और सक्रिय आईएएस अफसरों के विभागों में फेरबदल हो सकता है। अंतिम बार आईएएस की ट्रांसफर सूची जारी की सीएस समेत 51 अफसरों के पास है अतिरिक्त चार्जमुख्य सचिव समेत 51 आईएएस के पास 3 से 4 विभागों का अतिरिक्त चार्ज है। इसी कारण हर विभाग का कामकाज प्रभावित हो रहा है। प्रदेश के कार्मिक विभाग के पूर्व प्रमुख सचिव केके पाठक के डेपुटेशन पर दिल्ली जाने के बाद कार्मिक विभाग अतिरिक्त चार्ज के सहारे चल रहा है। शुचि त्यागी को यह प्रभार सौंपा। जोगाराम समेत 51 आईएएस के पास एडिशनल चार्ज है।
ईएसआईसी का रजिस्ट्रेशन कराकर सभी कर्मचारियों को जल्द दें लाभ : शुभाषित
भास्कर न्यूज |सिमडेगा सिमडेगा चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पहल पर मंगलवार को आनंद भवन में व्यापारियों के लिए ईएसआईसी को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य रुप से विभाग के डिप्टी डायरेक्टर शुभाषित मिश्रा, एसएसओ निर्भय सिंह, शाखा प्रबंधक राजकिशोर उपस्थित थे। मौके पर डिप्टी डायरेक्टर शुभाषित मिश्रा ने उपस्थित व्यापारियों को कर्मचारी राज्य बीमा निगम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र के वैसे व्यापारी, अस्पताल, होटल, स्कूल संचालक जो दस या दस से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहे है उन्हें ईएसआईसी में निबंधन कराना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि ईएसआईसी के द्वारा निबंधित कर्मचारियों को स्वास्थ्य लाभ के अलावे अन्य कई नगदहीत लाभ प्रदान किया जाता है। उन्होंने ईएसआईसी लाभार्थियों को चिकित्सा हितलाभ, बीमारी हितलाभ, मातृत्व हितलाभ, वृद्धावस्था चिकित्सा देखभाल, आश्रितजन हितलाभ, अपंगता हितलाभ जैसी मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकार के द्वारा स्प्री योजना चलायी जा रही है जो एक जुलाई से 31 दिसम्बर तक लागू रहेगी। योजना के तहत ईएसआईसी में निबंधन कराने वाले नियोक्ता पर पूर्व से संबंधित कोई जांच नहीं की जाएगी। न ही पूर्व के अवधि के दस्तावेजों की जांच की जाएगी। उन्होंने योजना का लाभ उठाने की अपील की। मौके पर मोतीलाल अग्रवाल, मिथिलेश प्रसाद, मुकेश गोयल, धनंजय केसरी, मो मंसुर, अशोक जयसवाल, विनय अग्रवाल, शैलेश, सौरभ, राकेश, भोलू, शशि सिंह लखन गुप्ता, सत्यनारायण प्रसाद सहित कई लोग उपस्थित थे।

