Chandrayaan-2 Latest Research: भारत लगायार चंद्रमा पर अपनी रिसर्च को आगे बढ़ा रहा है. आखिर वह चांद पर क्या ढूंढने की कोशिश कर रहा है. अब भारत ने चंद्रयान-2 से जुड़े डेटा जारी कर अपना मकसद साफ कर दिया है.
Vikings: एक यात्री को मिला 10वीं सदी का बेशकीमती खजाना, अंदर था चांदी के सिक्कों से भरा...
Vikings Treasure: हैथाबू के पास मिले वाइकिंग खजाने से तीन 3 खास बातों के बारे में पता चलता है. आइए इसके बारे में और विस्तार से जानते हैं.
कैलिफोर्निया में मिली मकड़ी की नई प्रजाति, देखकर वैज्ञानिक बोल- 'इसे तो पहली बार देखा है'
New Spider Species: वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह नई मकड़ी देखने में अपने नजदीकी रिश्तेदारों जैसी दिखती है लेकिन उनके आनुवंशिक बनावट(Genes)में काफी बड़ा अंतर है.
चीन में मिला 11 करोड़ साल पुराना 'बेबी डायनासोर' की जीवाश्म, खोज ने पलट दी विज्ञान की सारी किताबें
Science News:वैज्ञानिकों को चीन में 11 करोड़ 50 लाख साल पुराना एक दुर्लभ डायनासोर जीवाश्म मिला है. इस जीवाश्म से पहली बार किसी एंकिलोसॉर के बच्चे के होने का पता चला है.
टेक कंपनी रियलमी 20 नवंबर को भारत में मिड बजट रेंज में नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन रियलमी GT8 प्रो लॉन्च करने जा रही है। फोन का लॉन्च इवेंट दोपहर 12 बजे से शुरू होगा। फोन में दमदार परफॉर्मेंस, प्रीमियम डिजाइन, हाई-एंड डिस्प्ले और एडवांस कैमरा सिस्टम दिया गया है। कंपनी का दावा है कि ये अब तक का सबसे एडवांस रियलमी फोन होगा, जो फोटोग्राफी और गेमिंग दोनों में प्रोफेशनल-ग्रेड एक्सपीरियंस देंगे। स्मार्टफोन 200MP टेलीफोटो कैमरा और 7000mAh बैटरी से लैस होगा। कंपनी ने हाल ही में अपने होम मार्केट चीन में रियलमी GT8 प्रो को 5 स्टोरेज वैरिएंट में लॉन्च किया था। वहां इसकी शुरुआती कीमत 2899 युआन (लगभग ₹35,850) है। भारत में इसे 35 हजार रुपए की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया जा सकता है। रियलमी GT 8 प्रो की चार खास बातें रियलमी GT 8 प्रो स्मार्टफोन GT बूस्ट 3.0, सिमेट्रिक मास्टर एकॉस्टिक स्पीकर्स, अल्ट्रा हैप्टिक मोटर और IP69 रेटिंग जैसे फीचर से लैस है। डिजाइन: कस्टमाइज्ड कैमरा रिंग्स के साथ 3 कलर ऑप्शन रियलमी ने GT8 सीरीज के डिजाइन पर खास ध्यान दिया है। GT8 प्रो में मेकैनिकल असेंबली डिजाइन है, यानी कैमरा डेको के हिस्सों को बदला जा सकता है। आप अपनी पसंद के अनुसार कैमरा रिंग्स को कस्टमाइज कर सकते हैं। फोन दो कलर ऑप्शन के साथ आएगा। इसमें डेयरी वाइट और अर्बन ब्लू कलर शामिल है। डेयरी वाइट कलर में फ्रॉस्टेड ग्लास बैक होगा, जबकि अर्बन ब्लू में पेपर-लाइक लेदर फिनिश दी जाएगी। फोन में मैट मेटल फ्रेम और स्मूद कर्व्ड बॉडी ट्रांजिशन देखा जा सकता है। यह फोन सिर्फ 7.8mm पतला है और इसका वजन करीब 214 ग्राम है। रियलमी GT8 प्रो: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: रियलमी GT8 प्रो में 2K रिजॉल्यूशन वाला 6.79 इंच का डिस्प्ले मिलेगा, जो 144Hz रिफ्रेश रेट पर काम करता है। इसकी पीक ब्राइटनेस 7000 निट्स है, जिससे तेज धूप में भी स्क्रीन साफ दिखेगी। यह डिस्प्ले अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आएगा। जो मात्र 0.07 सेकंड में फोन को अनलॉक करने की क्षमता देगा। कंपनी इसे इंडस्ट्री-लीडिंग आई प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के साथ पेश करने वाली है, जिससे लंबे समय तक उपयोग में भी आंखों को थकान नहीं होगी। परफॉर्मेंस: कंपनी ने कन्फर्म कर दिया कि रियलमी GT 8 प्रो में दुनिया का सबसे तेज स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 चिपसेट मिगेगा। ये TSMC की सेकेंड जनरेशन 3nm प्रोसेस टेक पर बना है। कंपनी का कहना है कि ये प्रोसेसर CPU को 20% तेज, GPU को 23% बेहतर और CPU एफिशिएंसी 33% ज्यादा देगा। फोन में AI पावर 37% बढ़ी और AI एफिशिएंसी 16% सुधरी मिलेगी। ये चिप LPDDR5X रैम और UFS 4.1 स्टोरेज के साथ आएगी, जिससे मल्टीटास्किंग और गेमिंग एक्सपीरियंस अच्छा मिलेगा। फोन में R1 ग्राफिक्स प्रोसेसर भी है, जो 100 से ज्यादा गेम्स में सुपर फ्रेम और सुपर रिजॉल्यूशन मोड चला सकता है। 7000mm वैपर कूलिंग सिस्टम गर्मी रोकता है, जो GT7 से 30% बड़ा है। इससे लंबे गेमिंग सेशन्स में भी फोन ठंडा रहता है। कैमरा: कैमरा की बात करें, तो रियलमी ने रिको इमेजिंग के साथ पार्टनरशिप की है, जो अपनी प्रीमियम GR कैमरा सीरीज के लिए जानी जाती है। GT8 प्रो में रिको GR सीरीज से इंस्पायर्ड कैमरा सिस्टम दिया गया है, जिसमें हाई ट्रांसपेरेंसी लेंस ग्रुप है, जो कलर और क्लैरिटी दोनों में सुधार करता है। GT8 प्रो में 200MP सैमसंग HP5 पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा है, जो 3x ऑप्टिकल और 6x लॉसलेस जूम सपोर्ट करता है। साथ में 50MP सोनी IMX921 मेन सेंसर और 50MP अल्ट्रा-वाइड लेंस दिया गया है। वहीं, GT8 में 50MP मेन सेंसर, 8MP अल्ट्रा-वाइड और 50MP 3.5x टेलीफोटो लेंस है। वहीं, सेल्फी और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए फ्रंट में GT8 प्रो में 32MP सोनी IMX615 सेंसर है, जो AI ब्यूटी मोड और 4K रिकॉर्डिंग को सपोर्ट करता है। वहीं, GT8 में 16MP सेल्फी कैमरा दिया गया है। कैमरा फीचर्स की बात करें, तो इसमें GR मोड, स्नैप मोड, क्लासिक फिल्टर्स, HDR 2.0 और प्रो नाइटस्कैप जैसे मोड दिए गए हैं। वीडियो के लिए डॉल्बी विजन और AI मोशन कैप्चर सपोर्ट भी मिलता है। पावर बैकअप: बैटरी और चार्जिंग की बात करें, तो रियलमी GT8 प्रो में 7000mAh की सेकंड-जेनरेशन टाइटन बैटरी दी गई है। फोन को चार्ज करने के लिए 120W सुपरवूक और 50W वायरलेस चार्जिंग दी गई है। कंपनी का दावा है कि यह फोन सिर्फ 10 मिनट में 45% तक चार्ज हो जाती है और बैटरी लाइफ 1600 चार्जिंग साइकल्स तक टिकाऊ रहेगी। OS और सिक्योरिटी: रियलमी GT8 प्रो एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड रियलमी UI 6.0 पर काम करेगा। इसमें स्काई कम्यूनिकेशन सिस्टम और स्काई सिग्नल चिप S1 है, जो कमजोर नेटवर्क में भी 25% बेहतर सिग्नल देता है। फोन वाईफाई 7, ब्लूटूथ 6.0, NFC और 21 ग्लोबल 5G बैंड्स को सपोर्ट करता है। सुरक्षा के लिए इसमें अल्ट्रासोनिक इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक फीचर है।
चांद आया नजदीक तो क्या होगा? विज्ञान का डरावना सच, पलक झपकते उजड़ जाएगा धरती का जीवन
Science News: भारत, अमेरिका, यूरोप, चीन और अन्य देश बड़े मिशनों के साथ चांद पर वापस जाने की योजना बना रहे हैं. इसलिए भारत में इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि चांद हमारे पृथ्वी पर जीवन के विकास के लिए कितना जरूरी है.
क्या होता है Space Collision? जिसके डर से चीन और अमेरिका ने पहली बार मिलाया हाथ!
China Space Shenzhou-20 Mission: 5 नवंबर 2025 को शेंझोउ-20 स्पेसक्राफ्ट के कचरे ने टक्कर मारी. इसकी वजह से 3 अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी टल गई है. तीनों एस्ट्रोनॉट्स स्पेस स्टेशन पर ही हैं और हील शील्ड की जांच की जा रही है.
James Telescope की सबसे बड़ी खोज, ढूंढ निकाला 'बिग बैंग' के बाद बना सबसे पहला तारा
Big Bang: वैज्ञानिकों ने शायद अब तक के सबसे पुराने तारों की ढूंढ लिया है. इस खोज से ब्रह्मांड की शुरुआत के बारे में हम सभी की समझ फिर से बदल सकती है.
हीरो मोटोकॉर्प ने आज (7 नवंबर) हीरो एक्सट्रीम 125R का नया टॉप वैरिएंट लॉन्च किया है। इसके साथ ही ये भारत में डुअल चैनल ABS वाली पहली 125CC बाइक बन गई है। स्पोर्टी बाइक में क्रूज कंट्रोल, कलर TFT डिस्प्ले और 3 राइडिंग मोड्स जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। इसकी कीमत 1,04,500 रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी गई है, जो इसके सिंगल चैनल ABS वाले मौजूदा टॉप वैरिएंट से 9 हजार रुपए ज्यादा है। हीरो एक्सट्रीम 125R अपने सेगमेंट में होंडा हॉर्नेट CB125, TVS रेडर और बजाज पल्सर N125 को टक्कर देती है। ब्रेक लगाने पर फिसलने का डर नहीं डुअल चैनल ABS फ्रंट और रियर दोनों व्हील्स को ब्रेक लगाने पर कंट्रोल करता है। इससे बाइक फिसलने का खतरा कम हो जाता है। हीरो का कहना है कि ये फीचर युवा राइडर्स के लिए परफेक्ट है, जो स्पीड और सेफ्टी दोनों चाहते हैं। डिजाइन: नए ग्राफिक्स के साथ 3 नए कलर ऑप्शन हीरो एक्स्ट्रीम 125R के नए टॉप वैरिएंट को 3 नए कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। इसमें ब्लैक पर्ल रेड, ब्लैक मैटशॉ ग्रे और ब्लैक लीफ ग्रीन कलर शामिल है। बाइक में अब नए ग्राफिक्स दिए गए हैं, जो ज्यादा प्रीमियम फील देते हैं। बाइक में टैंक एक्सटेंशन काफी शार्प है। एंगलुर साइड पैनल, हाई-सेट टेल सेक्शन और टायर हगर से बाइक स्पोर्टी नजर आ रही है। इसके अलावा बाइक का ओवरऑल डिजाइन पहले जैसा ही एग्रेसिव और मस्कुलर है। इसमें LED हेडलाइट, मस्कुलर टैंक और अपस्वेप्ट एग्जॉस्ट शामिल है। सीटिंग पोजिशन कम्फर्टेबल है, जो सिटी राइडिंग के लिए सूटेबल है। वजन 136 किलो है, जो हैंडलिंग को आसान बनाता है। टेलिस्कोपिक फोर्क्स सस्पेंशन के साथ सिंगल चैनल ABS डिस्क ब्रेक हीरो एक्सट्रीम 125R को डायमंड टाइप फ्रेम पर तैयार किया गया है और इसमें बॉक्स-सेक्शन स्विंगआर्म दिया गया है। कंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक के फ्रंट में कन्वेंशनल टेलिस्कोपिक फोर्क्स सस्पेंशन और रियर में 7-स्टेप एडजस्टेबल हायड्रोलिक मोनोशॉर्क एब्जॉर्बर मिलता है। ब्रेकिंग के लिए नए टॉप वैरिएंट में दोनों व्हील पर डुअल चैनल ABS के साथ 240mm फ्रंट और 130mm रियर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। इसके अलावा, सभी वैरिएंट्स में रियर साइड पर 130mm ड्रम ब्रेक्स मिलते हैं। इसके बेस मॉडल में कम्बाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) के साथ 240mm फ्रंट डिस्क ब्रेक मिलते हैं, जबकि स्प्लिट-सीट और नए सिंगल-पीस सीट ABS वर्जन में सिंगल चैनल ABS के साथ 276mm फ्रंट डिस्क ब्रेक्स मिलते हैं। परफॉर्मेंस: 5.9 सेकेंड में 0-60kmph की स्पीड और 66kmpl माइलेज हीरो एक्सट्रीम 125R में परफॉर्मेंस के लिए 124.7cc का एयर-कूल्ड 4 स्ट्रोक सिंगल-सिलेंडर इंजन मिलता है, जो 8250RPM पर 11.39ps की पावर और 6000RPM पर 10.5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को वेट मल्टी प्लेट क्लच के साथ 5 स्पीड कॉन्सटेंट मेश गियरबॉक्स से ट्यून किया गया है। कंपनी का दावा है कि बाइक सिर्फ 5.9 सेकेंड में 0-60kmph की स्पीड हासिल कर सकती है। इसका ARAI सर्टिफाइड माइलेज 66kmpl है, जो रियल वर्ल्ड में 55-60 kmpl तक मिल सकता है। बाइक में राइड बाय वायर थ्रॉटल से रेस्पॉन्स स्मूथ मिलता है। तीन राइडिंग मोड्स- स्ट्रीट, रोड और ऑफ-रोड से परफॉरमेंस को एडजस्ट किया जा सकता है। क्रूज कंट्रोल हाईवे पर रिलैक्स्ड राइडिंग देता है। फीचर्स: फुल LED लाइटिंग सेटअप और डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल हीरो एक्सट्रीम 125R में एक्सट्रीम 200S की तरह हेडलाइट यूनिट और फुल LED लाइटिंग सेटअप मिलता है। इसके अलावा बाइक में स्प्लिट पिलियन ग्रैब रेल्स की सुविधा है। इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ 4.2-इंच कलर TFT LCD डिस्प्ले दिया गया है, जिसमें डिजिटल स्पीडोमीटर, फ्यूल गेज, ट्रिप मीटर, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, कॉल और SMS अलर्ट्स, म्यूजिक कंट्रोल जैसे फीचर्स मिलते हैं।
Deepest Place of Earth: दुनिया का सबसे निचले प्वाइंट वाली जगह मिडिल ईस्ट के यूथोपिया के पास है. यहीं पर दुनिया की सबसे निचली जगह स्थित है. ये जगह समुद्र तल से लगभग 100 मीटर (लगभग 1300 फीट) की गहराई में स्थित है. ये जगह समुद्र तल के लेवल से भी नीचे है.
मासूम बच्चों को बर्फ में दफना रहे पेरेंट्स! देखकर तरस आ जाएगा, लेकिन कारण है चौंकाने वाला
Weird Tradition:पेरेंट्स का यह कदम आमतौर पर प्यार या क्रूरता से प्रेरित नहीं होता, बल्कि इसके पीछे स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा (Immunity) बढ़ाने का विश्वास होता है.
सैटेलाइट में दिखा खौफनाक समुद्री दानव, लोग बोले धरती का अंत है नजदीक!
Sea Monster:रिवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह फुटेज डिजिटल रूप से अपडेट की गई थी. जबकि वीडियो में इस्तेमाल की गई मूल सैटेलाइट इमेज गूगल अर्थ से जैसी ही थी, लेकिन उस समुद्री राक्षस की आकृति को पूरी तरह से गढ़ा गया था.
सूरज को चकमा देकर बच निकला 'Golden Comet', रात के आसमान में दिखा सबसे दुर्लभ नजारा
Rare Golden Comet: पूरे अमेरिका में अंतरिक्ष प्रेमियों का ध्यान एक अद्भुत नजारे ने खींचा है. वैज्ञानिक एक दुर्लभ और हैरान कर देने वाले धूमकेतु पर नजर रखे हुए हैं जिसका नाम C/2025 K1 है.
21वीं सदी का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण, जब 6 मिनट 23 सेकंड के लिए अंधेरे में डूब जाएगी दुनिया
Solar Eclipse: सूर्य ग्रहण धर्म और विज्ञान दोनों में ही दिलचस्पी रखने वाले लोगों को बहुत आकर्षित करती है. आज हम आपको बताएंगे 21वीं सदी में लगने वाले सबसे लंबे सूर्य ग्रहण के बारे में जो 6 मिनट तक आसमान को अंधेरे में डूबो देगा.
Proto Earth: इस 4 अरब साल पुरानी चट्टान में छिपा था धरती का 'ब्लूप्रिंट', जो चांद से भी पुराना है
Science News: वैज्ञानिकों को 4 अरब साल पुरानी चट्टानों में प्रोटो-पृथ्वी का पहला ठोस सबूत मिला है. इन चट्टानों में ऐसे रासायनिक संकेत मौजूद हैं जिनसे पता चलता है कि यह समय चांद के बनने से भी पहले का है.
Mysterious Eye: चांद के चारों ओर दिखाई दी 'चमकती हुई आंख', NASA के वैज्ञानिक भी रह गए हैरान
Mysterious Eye in the Sky: चेक गणराज्य के पहाड़ों में रात के समय आसमान की एक अद्भुत तस्वीर ली गई. इस तस्वीर में आसमान में एक डरावनी और चमकती आंख देखी गई.
वैज्ञानिकों ने खोजा 50 करोड़ साल पुराना 'समुद्री किलर', क्यों कहा इसे इतिहास की सबसे डरावनी खोज?
Immortal Parasite: वैज्ञानिकों को समुद्र के अंदर एक किलर पैरासाइट मिला हो 50 करोड़ा सालों से समुद्री जीवों को मार रहा है. वैज्ञानिकों ने इस सूक्ष्म जीव के DNA और लाइफ साइकिल को उजागर किया है.
भारत फिर रचेगा इतिहास: ISRO कब लॉन्च कर रहा है 'मंगलयान-2'? पूरी दुनिया की निगाहें टिकीं!
ISRO News: भारत का पहला मंगलयान मिशन 5 नवंबर 2013 को लॉन्च किया गया था. इससे भारत मंगल ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाने वाला पहला एशियाई देश बना.
3I/ATLAS Comet: रास्ता बदला और पकड़ी रफ्तार! NASA ने माना- 'जल्द धरती के पास आएगा ये धूमकेतु'
Interstellar Comet 3I ATLAS: NASA के डाटा से पता चलता है कि अंतरतारकीय पिंड 3I ATLAS ने सूर्य के सबसे नजदीक पहुंचने के बाद तेजी पकड़ ली है और साथ ही वह अपने रास्ते से थोड़ा भटक भी गया है.
Elon Musk: 70 लाख यूजर्स, 42 हजार सैटेलाइट...क्या Starlink बनने जा रहा है है इंटरनेट का नया बादशाह?
Elon Musk Starlink: SpaceX ने केप कैनावेरल से अपने फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से 29 स्टारलिंक सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे हैं. ऐसा करके स्पेस एक्स ने दुनिया में लाखों लोगों तक इंटरनेट नेटवर्क की पहुंच को बढ़ा दिया है.
Vayuputhra: फ्यूल नहीं बिजली से उड़ान भरेगा भारत का पहला 'इलेक्ट्रिक रॉकेट', सिर्फ 25 रुपए आएगा खर्च
India First Electric Rocket: चेन्नई की कंपनी स्पेस किड्ज इंडिया एक इलेक्ट्रिक और पर्यावरण के लिए अच्छा रॉकेट लॉन्च करने वाली है जिसका नाम वायुपुत्र है.
ऐसा माना जाता है कि ये सितारे अब के मौजूदा सितारों की तुलना में एक हजार गुना ज्यादा बड़े और सूरज की तुलना मे 10 लाख गुना ज्यादा चमकदार थे. लेकिन यहां पर सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि इतने बड़े और ज्यादा चमकदार होने के बावजूद ये सितारे आज तक किसी को दिखाई क्यों नहीं दिए?
जापानी टू-व्हीलर कंपनी होंडा ने आज (6 नवंबर) इटली के मिलान में चल रहे मोटर शो ECIMA-2025 में अपनी पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइल WN7 फुल स्पेसिफिकेशंस के साथ रिवील कर दी है। कंपनी का दावा है कि ईवी 600cc पेट्रोल बाइक के बराबर पावरफुल है और फुल चार्ज में 140km चलेगी। इलेक्ट्रिक बाइक में कार की तरह पुश स्टार्ट/स्टॉप बटन दिया गया है। इससे पहले कंपनी ने इलेक्ट्रिक बाइक को एक्मा मोटरशो में यूरोपियन मार्केट के लिए पेश किया था, जहां 130km की रेंज के साथ इसकी कीमत 12,999 यूरो यानी करीब 15.56 लाख रुपए बताई गई थी। कंपनी इलेक्ट्रिक बाइक को भारत में लॉन्च करने के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। भारत में इस बाइक को 10-12 लाख रुपए की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया जा सकता है। ई-बाइक का प्रोडक्शन जापान के कुमामोटो फैक्ट्री में होगा और ग्लोबल मार्केट्स में धीरे-धीरे लॉन्च होगा। WN7 में क्या खास है? नई इलेक्ट्रिक बाइक EICMA-2024 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल से इंस्पायर्ड है और डिजाइन भी वैसा ही मिनिमलिस्टिक और नेकेड स्टाइल का है। ओवर ऑल डिजाइन स्लिम और फ्यूचरिस्टिक है। बाइक ग्लॉस ब्लैक के साथ 3 कलर- कॉपर एक्सेंट्स, मैट ब्लैक और ग्रे ऑप्शन के साथ आती है। इसका वजन 217kg है। परफॉर्मेंस: 140km रेंज के साथ 15hp पावर होंडा का कहना है कि ये बाइक को 'फन सेगमेंट' के लिए बनाया गया है, यानी कंपनी का फोकस राइडिंग को मजेदार बनाने पर है। इलेक्ट्रिक बाइक परफॉर्मेंस के मामले में 600cc वाली पेट्रोल बाइक से मैच करती है और टॉर्क में तो 1000cc वाली बाइक को टक्कर देती है। फीचर्स: 5-इंच की TFT स्क्रीन और LED लाइटिंग होंडा WN7 में 5-इंच की TFT स्क्रीन दी गई है, जो होंडा रोडसिंक कनेक्टिविटी के साथ - नेविगेशन, कॉल/SMS अलर्ट और EV स्पेसिफिक मेन्यूज जैसे फीचर्स से लैस है। ईवी में ऑल-LED लाइटिंग दी गई है। इसके फ्रंट में डुअल पॉड हेडलाइट और हॉरिजॉन्टल DRL शामिल है। कंफर्ट राइडिंग के लिए ईवी के फ्रंट में USD फोर्क्स और रियर में मोनो-शॉक एब्जॉर्वर दिए गए हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए इसके फ्रंट में डुअल डिस्क ब्रेक्स और रियर सिंगल डिस्क ब्रेक मिलते हैं।
OMG! ये बात पहले क्यों नहीं पता थी, NASA की तरफ से सबको मिलता है बर्थडे गिफ्ट! ऐसे करें क्लेम
NASA Birthday Gift: क्या आप जानते हैं कि दुनिया में पैदा हुए हर शख्स के बर्थडे पर नासा गिफ्ट देता है. बस आपको क्लेम करने का तरीका आना चाहिए. चलिए जानते हैं कैसे मिलेगा ये गिफ्ट.
वैज्ञानिक खोज: हलक में आंखें छिपाकर रखता है ये दुर्लभ मेंढक, मुंह खोलकर देख लेता है पूरी दुनिया
Introspective Rare Frog: दुनिया अजीबोगरीब जीवों से भरी है. कई जीव तो ऐसे हैं जिनके बारे में अभी तक हम जान ही नहीं पाएं है. हाल ही में समुद्र की गहराई में एक ऑक्टोपस मां की ममता देखी और अब वैज्ञानिकों को ऐसा दुर्लभ मेंढक (Introspective Frog) मिला है जिसे देखकर सब हैरान है. इस मेंढक की आंखें फेस पर नहीं, बल्कि मुंह के अंदर हैं. आप भी फोटो देखें.
सरकारी कंपनी BSNL ने सस्ता मंथली प्लान लॉन्च किया है। इस प्लान में 225 रुपए में अनलिमिटेड कॉलिंग, हर दिन 100SMS और 2.5GB इंटरनेट डेटा मिलेगा। BSNL का नया मंथली प्लान 30 दिन की वैलिडिटी के साथ लाया गया है। एक ओर जहां जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियां मंथली प्लान के नाम पर 28 दिन की वैलिडिटी दे रही है। वहीं, BSNL की ओर से 30 दिन की वैलिडिटी दिया जाना यूजर्स को फायदे की बात है। 24 दिन की एक्स्ट्रा वैलिडिटी मिलेगी पूरे साल के हिसाब से देखा जाए तो प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों की तुलना में BSNL में करीब 24 दिन की ज्यादा वैलिडिटी मिलेगी। पिछले महीने देशभर में 4G नेटवर्क रोलआउट करने के बाद BSNL लगातार किफायती प्लान्स ला रही है। नए मंथली प्लान में हर दिन 2.5GB डेटा मिलेगा। इससे यूजर्स को कुल 75GB डेटा मिलेगा। यह 4G Data होगा। अगर आपके एरिया में एयरटेल या जियो में 5G इंटरनेट की स्पीड कम मिलती है तो BSNL 4G स्पीड पर इंटरनेट चलाना फायदे का सौदा हो सकता है। सीनियर सीटिजन के लिए 1812 रुपए में साल की वैलिडिटी हाल ही में कंपनी ने 50 दिन वैलिडिटी वाला प्लान 347 रुपए में लॉन्च किया था। इससे पहले सीनियर सिटीजन के लिए सस्ता एनुअल प्लान लॉन्च किया था। इस प्लान में 1812 रुपए में एक साल की वैलिडिटी, अनलिमिटेड कॉलिंग और हर दिन 2GB इंटरनेट डेटा मिलेगा। ये प्लान 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इस प्लान में कंपनी की ओर से फ्री सिम कार्ड भी दिया जाएगा। 6 महीने का BiTV सब्सक्रिप्शन भी फ्री मिलेगा। BSNL सम्मान प्लान सीमित समय के लिए लाया गया है। यह 365 दिन वाला मोबाइल प्लान फिलहाल 18 नवंबर तक ही खरीदा जा सकता है। 27 सितंबर को BSNL ने 4G सर्विस लॉन्च की BSNL के 25 साल पूरे होने पर कंपनी ने 27 सितंबर को 4G सर्विस लॉन्च की थी। वहीं पूरे देश में BSNL 4G सर्विस रोलआउट करते हुए और 92,600 नए मोबाइल टावर जारी करते हुए कंपनी पहले ही खराब नेटवर्क और नो सिग्नल की समस्या को काफी हद तक कम कर चुकी है। बीएसएनएल ने खुद की 4G टेक्नोलॉजी डेवलप की है, जो विदेशी नहीं बल्कि देसी है। इसे 98,000 जगहों पर लगाया जाएगा। मतलब, गांव-शहर सभी जगह तेज 4G इंटरनेट मिलेगा। 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है ये नेटवर्क BSNL का ये स्वदेशी 4G स्टैक 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है। ये क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिजाइन वाला है। मतलब सॉफ्टवेयर अपडेट से ही 5G पर शिफ्ट हो जाएगा। कोई बड़े हार्डवेयर चेंज की जरूरत नहीं पड़ेगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि ये सीमलेसली 5G में अपग्रेडेबल है। यानी, 4G लॉन्च के बाद जल्द ही 5G की तैयारी हो जाएगी। BSNL के कस्टमर लगातार कम हो रहे टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL और MTNL लगातार सब्सक्राइबर खो रही हैं। जुलाई में BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए, वहीं MTNL के भी सब्सक्राइबर घटे। अब पब्लिक सेक्टर टेलीकॉम कंपनियों का मार्केट शेयर 8% से भी कम रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने जुलाई में सबसे ज्यादा 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल ने जुलाई में 4.64 लाख नए मोबाइल यूजर्स जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स में गिरावट देखने को मिली है। वोडाफोन आइडिया (Vi) के जुलाई में 3.59 लाख मोबाइल ग्राहक घटे हैं। BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई?
टाटा मोटर्स अपनी अपकमिंग SUV सिएरा का पहला बैच भारतीय महिला क्रिकेट टीम को गिफ्ट करेगी। भारतीय वूमन्स टीम ने 2 नवंबर को नवी मुंबई के मैदान पर साउथ अफ्रीका की विमेंस टीम को 52 रन से मात देने के साथ इस ट्रॉफी को अपने नाम किया था। कंपनी ने ऐलान किया कि वह हर टीम मेंबर को सिएरा का टॉप मॉडल देगी। भारत में इसे 25 नवंबर को लॉन्च किया जाएगा। CEO चंद्रा ने कहा- टीम की जर्नी हर भारतीय को इंस्पायर करती है टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के MD और CEO शैलेश चंद्रा ने कहा, 'भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपनी परफॉर्मेंस और जीत से पूरे देश का सीना चौड़ा कर दिया है। उनकी जर्नी, हिम्मत और विश्वास की ताकत का सच्चा सबूत है, जो हर भारतीय को इंस्पायर करती है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली भारतीय टीम भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान टीम के कोच अमोल मजूमदार के साथ 16 प्लेयर्स और स्टाफ मौजूद रहा। टीम ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री और भारतीय टीम की मुलाकत की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। तीन डिस्प्ले और लेवल-2 ADAS सेफ्टी के साथ आएगी टाटा मोटर्स ने सिएरा SUV का नया टीजर जारी किया है। नई वीडियो क्लिप में SUV को रेड कलर में दिखाया गया है। इसके अलावा कार के केबिन की झलक भी देखने को मिली है। इसमें डैशबोर्ड पर तीन स्क्रीन नजर आई हैं। इसमें ड्राइवर डिस्प्ले, इंफोटेनमेंट स्क्रीन और एक सिंगल पेनल में को-ड्राइवर डिस्प्ले शामिल है। डुअल-टोन वाइट और ब्लैक केबिन काफी प्रीमियम नजर आ रहा है। कार में टाटा कर्व और हैरियर ईवी वाला स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। इससे पहले वाले टीजर में पैनोरमिक सनरूफ दिखाया गया था। सिएरा की भारत में 22 साल वापसी सिएरा टाटा के लिए एक आइकॉनिक नाम था, जिसे 2003 में बंद कर दिया गया था। अब 22 साल बाद सिएरा मॉडर्न स्टाइल और फीचर के साथ वापसी कर रही है। इसे पहले ICE वर्जन में पेश किया जाएगा, इसके बाद ईवी वर्जन आएगा। कार में 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। टाटा सिएरा की एक्स-शोरूम कीमत करीब 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से रहेगा। बोल्ड और बॉक्सी डिजाइन में आएगी सिएरा वीडियो क्लिप में टाटा सिएरा घोड़ों के झुंड के साथ दौड़ती हुई दिख रही है। इसमें वही चमकदार यलो कलर है, जो ऑटो एक्सपो में पेश किया गया था। केबिन अपमार्केट, मॉर्डन और प्रीमियम दिखता है। इसमें वाइट कलर की इंटीरियर थीम दी गई है, जो इसे वेंटिलेटेड अहसास देती है। टीजर से डैशबोर्ड में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप की भी पुष्टि हो रही है, जिसे हम ऑटो एक्सपो 2025 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल में देख चुके हैं। इस सेटअप में एक इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन, एक पूरी तरह से डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और एक अतिरिक्त डेडिकेटेड को-पैसेंजर एंटरटेनमेंट स्क्रीन शामिल है। आगे की सीटें मजबूत दिखती हैं, जबकि पीछे की सीटों में पीछे बैठने वालों के लिए तीन अलग-अलग हेडरेस्ट दिए गए हैं, जिनमें बीच वाले यात्री के लिए भी एक हेडरेस्ट शामिल है। अंदर पैनोरमिक सनरूफ भी है। इसके अलावा, गहरी नजर रखने वाले लोगों को पीछे की खिड़कियों पर लगे हुक नजर आएंगे, जो पीछे की खिड़की के सनशेड को पकड़ने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो फैमिली SUV चाहने वालों को पसंद आएंगे। एक्सटीरियर: 1990 मॉडल और नई सफारी से इंस्पायर्ड डिजाइन नई सिएरा के ICE वर्जन का डिजाइन 1990 में आने वाले अपने पुराने मॉडल से इंस्पायर्ड है, लेकिन कंपनी ने ओवरऑल डिजाइन थीम मौजूदा लाइनप में शामिल हैरियर और सफारी के जैसी रखी है। इसके फ्रंट में कनेक्टेड LED DRL जैसे मॉडर्न एलिमेंट्स दिए गए हैं। इनके बीच कार की चौड़ाई तक फैली ग्रिल और स्टाइलिश बंपर दिया गया है। इसमें हेडलाइट को बंपर में इंटीग्रेट है। साइड से SUV वाला बॉक्सी सिल्हूट पहले की तरह रहेगा, जिसमें आइकॉनिक ‘एल्पाइन विंडो’ डिजाइन मिलेगी, लेकिन इसमें ओरिजनल सिएरा की तरह सिंगल ग्लास पेन ग्लास रूफ नहीं होगा, क्योंकि नई सिएरा 4 दरवाजों वाली कार होगी। इसमें फ्लश डोर हैंडल और स्टाइलिश मल्टी-स्पोक डुअल-टोन अलॉय व्हील भी मिलेंगे। रियर से सिएरा काफी सिंपल है और इसमें कार की पूरी चौड़ाई तक फैली LED टेल लैंप्स दी गई है। इसमें सिल्वर स्किड प्लेट के साथ ग्लॉसी ब्लैक रियर बंपर दिया गया है जो इसे पीछे से शानदार लुक देता है। इंटीरियर: ट्रिपल स्क्रीन सेटअप वाली टाटा की पहली कार सिएरा कार का केबिन वर्तमान में टाटा की मौजूदा कारों से काफी अलग है। इसके केबिन में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जो एक पेनल पर इंटीग्रेटेड है और ये डैशबोर्ड की पूरी चौड़ाई तक फैला है, जो पहली ही नजर में सबका ध्यान अपनी ओर खींचता है। इसके डैशबोर्ड पर कई जगह यलो हाइलाइट दिए गए हैं, जबकि एसी वेंट्स काफी पतले हैं। इसमें इल्लुमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। सिएरा के केबिन में पीछे की तरफ बेंच सीट के साथ तीन एडजस्टेबल हेडरेस्ट और एक सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। फीचर्स: ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और लेवल-2 ADAS दूसरी टाटा कार की तरह सिएरा एसयूवी भी फीचर लोडेड हो सकती है। इसमें तीन स्क्रीन, ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, JBL साउंड सिस्टम, वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 7 एयरबैग, EBD के साथ ABS, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर के साथ 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम) जैसे सेफ्टी फीचर दिए जा सकते हैं। टाटा सिएरा: इंजन और ट्रांसमिशन टाटा सिएरा के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसमें 1.5-लीटर T-GDI टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया जा सकता है। यह इंजन 170PS की पावर और 280Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इसमें 6-स्पीड एमटी और 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेंगे। वहीं, 1.5-लीटर की डीजल इंजन दिया जा सकता है, जो जो 118PS की पावर और 260Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 6-स्पीड मैुअल ट्रांसमिशन और 7-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का ऑप्शन भी मिलेगा।
वैज्ञानिक खोज! समुद्र की गहराई में मां की निस्वार्थ तपस्या ने वैज्ञानिकों को चौंकाया
Deep Sea Research: समुद्र की गहराई में एक अलग ही रहस्यमयी दुनिया छिपी है. समुद्र अपनी कोख में न जाने कितने सवालों को छुपाए हुए है. हाल ही में शोधकर्ताओं ने समुद्र में ममता की ऐसी मूरत देखी है जो अपने अंडों की हिफाजत के लिए खुद महीनों भूखी रहती है.
Super Moon: चमकीला, ज्यादा बड़ा...आज आसमान में है सुपरमून; ढलने से पहले कर लें दीदार
November Super Moon:ये सुपरमून आम दिनों के चंद्रमा की तुलना में 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत चमकदार है. यानी ये साल 2025 का सबसे बड़ा और सबसे चमकदार सुपरमून है. इस वक्त ये सुपरमून धरती के सबसे करीब है और 357,000 किलोमीटर दूर है, जो बाकी फुल मून की तुलना में 17000 मील करीब है.
महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार (6 नवंबर) को इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के साथ लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) साइन किया। इसके साथ ही महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है, जो स्टारलिंक की सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस को अपनाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद मुंबई में स्टारलिंक की वाइस प्रेसिडेंट लॉरेन ड्रेयर की मौजूदगी में ये समझौता साइन किया। अब सरकारी ऑफिस, गांवों और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचेगा। कहां-कैसे मिलेगी सर्विस महाराष्ट्र सरकार और स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के बीच यह LoI साइन हुआ है। सर्विस सबसे पहले दुर्गम और अंडरसर्व्ड इलाकों में शुरू होगी। इसमें गडचिरोली, नंदुरबार, वाशिम और धाराशिव जैसे डिस्ट्रिक्ट शामिल हैं। ये सर्विस राज्य के डिजिटल महाराष्ट्र मिशन को सपोर्ट करेगी। EV चार्जिंग, कोस्टल डेवलपमेंट और डिजास्टर रेसिलिएंस प्रोग्राम से भी लिंक होगी। डिजिटल महाराष्ट्र मिशन के लिए गेम चेंजर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने X पर पोस्ट शेयर कर लिखा, 'बिग न्यूज। महाराष्ट्र स्टारलिंक से पार्टनरशिप करने वाला भारत का पहला राज्य बना। लॉरेन ड्रेयर का मुंबई में वेलकम किया। ये हमारे डिजिटल महाराष्ट्र मिशन के लिए गेम चेंजर है।' फडणवीस ने कहा, 'स्टारलिंक इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (ICT) इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी है। भारत में आने और महाराष्ट्र से पार्टनरशिप करने के लिए हम कंपनी का सम्मान करते हैं। इससे हम सैटेलाइट डिजिटल इंफ्रा में लीड करेंगे और PM मोदी के डिजिटल इंडिया को ग्रासरूट तक ले जाएंगे।' भारत में स्टारलिंक की कैसे हुई एंट्री स्टारलिंक दुनिया की सबसे बड़ी सैटेलाइट कंपनी है, जिसके पास हजारों कम्युनिकेशन सैटेलाइट हैं। जुलाई 2025 में कंपनी को टेलीकॉम मिनिस्ट्री से GMPCS लाइसेंस मिला। उसके बाद IN-SPACe की मंजूरी मिली थी। पहले मुंबई में 30-31 अक्टूबर को डेमो रन हुआ था। अब महाराष्ट्र पहला राज्य बना जो फॉर्मल पार्टनरशिप कर रहा है। अन्य राज्य अभी वेटिंग में हैं, कोई LoI साइन नहीं किया। कंपनी भारत में अनलिमिटेड डेटा प्लान ₹840 महीना और डिवाइस ₹33,000 में दे सकती है। रोलआउट टाइमलाइन और फायदा कंपनी का कमर्शियल लॉन्च 2026 की शुरुआत में हो सकता है। महाराष्ट्र में पायलट प्रोजेक्ट जल्द शुरू होगा। ये खबर भी पढ़ें... मस्क की स्टारलिंक ने भारत में भर्ती शुरू की: फाइनेंस-अकाउंटिंग की जॉब्स निकाली; 2025 के अंत तक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मिलेगी इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने भारत में हायरिंग प्रोसेस शुरू कर दी है। कंपनी फाइनेंस और अकाउंटिंग रोल्स के लिए उम्मीदवार ढूंढ रही है। यह देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने की दिशा में बड़ा कदम है। माना जा रहा है कि स्टारलिंक की सर्विस 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में शुरू हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें...
Science News: अचानक चांद से टकराया ये 'शैतान', हो गया बड़ा सा गड्ढा, धरती से नजर आया धमाका
Meteoroids Attack on Moon:चंद्रमा पर धरती की तरह कोई वायुमंडल नहीं है, इसलिए उल्कापिंड धरती पर दिखाई देने वाली टूटती हुई तारों जैसी धारियां नहीं बनाते. इसके बजाय, वे सीधे सतह से टकराते हैं, जिससे तुरंत रोशनी के विस्फोट होते हैं और नए गड्ढे बनते हैं।. यह घटना गैसेंडी क्रेटर के पूर्व में हुई, जो चंद्रमा पर एक मशहूर जगह है.
टेक कंपनी गूगल अब अंतरिक्ष में डेटा सेंटर बनाने जा रही है। इस प्रोजेक्ट को 'सनकैचर' नाम दिया गया है। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने X पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी। इस प्रोजेक्ट के तहत गूगल स्पेस में सोलर पैनल से लैस सैटेलाइट्स भेजेगी। यानी, बिजली के लिए सूर्य की रोशनी का इस्तेमाल होगा। इन सैटेलाइट्स में गूगल के लेटेस्ट AI चिप्स फिट किए जाएंगे। इसे ट्रिलियम टीपीयू कहते हैं। ये चिप्स AI के कामों के लिए बनाए गए हैं। स्पेस में भेजे जाने वाले ये सैटेलाइट्स एक-दूसरे से फ्री-स्पेस ऑप्टिकल लिंक्स नाम की तकनीक से जुड़ेंगे। मतलब, लेजर लाइट की मदद से बिना तारों के हाई-स्पीड डेटा शेयर करेंगे। इससे AI की कंप्यूटिंग पावर को ज्यादा बड़ा और तेज बनाया जा सकेगा। आसान शब्दों में कहें तो गूगल पृथ्वी पर बिजली की कमी या अन्य दिक्कतों से बचने के लिए स्पेस में सूरज की फ्री एनर्जी यूज करके AI को सुपरफास्ट बनाना चाहती है। हमारे TPUs अंतरिक्ष की ओर बढ़ रहे: पिचाई सुंदर पिचाई ने X पर लिखा, 'हमारे TPUs अंतरिक्ष की ओर बढ़ रहे हैं। क्वांटम कंप्यूटिंग से सेल्फ ड्राइविंग तक मूनशॉट्स की हिस्ट्री से इंस्पायर्ड प्रोजेक्ट सनकैचर स्पेस में स्केलेबल ML सिस्टम बनाएगा। सूरज की पावर हार्नेस करेंगे, लेकिन कॉम्प्लेक्स इंजीनियरिंग चैलेंज सॉल्व करने होंगे।' प्रोजेक्ट सनकैचर क्या है, कैसे काम करेगा प्रोजेक्ट सनकैचर गूगल का एक रिसर्च आइडिया है। जिसके तहत छोटे-छोटे सैटेलाइट्स को लो अर्थ ऑर्बिट यानी सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट (SSO) में लॉन्च किया जाएगा, जहां हमेशा सूरज की रोशनी मिलती रहे। हर सैटेलाइट में सोलर पैनल और गूगल के ट्रिलियम TPUs चिप लगे होंगे, जो AI ट्रेनिंग के लिए बनाए गए हैं। यह सैटेलाइट्स एक-दूसरे से ऑप्टिकल लिंक्स से जुड़ेंगे। गूगल ने बताया कि 81 सैटेलाइट्स का क्लस्टर सिर्फ 1 किलोमीटर रेडियस में उड़ेगा, ताकि डेटा ट्रांसफर आसान हो। स्पेस में सोलर पावर लगातार मिलेगी, जिससे बैटरी की जरूरत कम होगी। कंपनी को शुरुआती टेस्ट में 1.6 Tbps बाइडायरेक्शनल स्पीड मिली है। वहीं 400 मील ऊपर उड़ते इन सैटेलाइट्स क्लस्टर से बड़े मशीन लर्निंग (ML) वर्कलोड्स हैंडल होंगे। अंतरिक्ष में क्यों, पृथ्वी पर क्या दिक्कत AI मॉडल्स को ट्रेन करने में बहुत एनर्जी लगती है। पृथ्वी पर डेटा सेंटर्स के लिए बिजली, पानी और जगह की समस्या बढ़ रही है। गूगल के सीनियर डायरेक्टर ट्रेविस बील्स ने कहा कि सूरज हमारे सोलर सिस्टम का अल्टीमेट एनर्जी सोर्स है, जो पूरी दुनिया की कुल बिजली प्रोडक्शन से 100 ट्रिलियन गुना ज्यादा पावर देता है। अंतरिक्ष में सोलर पैनल 8 गुना ज्यादा प्रोडक्टिव होंगे और लगातार पावर देंगे। इससे कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा। गूगल का मानना है कि 2030 तक सैटेलाइट्स की लॉन्च कॉस्ट 200 डॉलर (17,727 रुपए) प्रति किलो हो जाएगी, तो स्पेस डेटा सेंटर की कीमत पृथ्वी वाले के बराबर आ जाएगी। तकनीकी चुनौतियां, रेडिएशन से TPUs को बचाना अंतरिक्ष में रेडिएशन बहुत ज्यादा होता है, जो चिप्स को खराब करता है। गूगल ने ट्रिलियम TPU को पार्टिकल एक्सीलरेटर (67MeV प्रोटॉन बीम) में टेस्ट किया। रिजल्ट अच्छा रहा- चिप 15 krad(Si) तक रेडिएशन सहन कर लेगी। लेकिन हाई बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) सेंसेटिव है। सैटेलाइट्स को करीब उड़ाना पड़ेगा, ताकि ऑप्टिकल लिंक काम करे। इसके लिए हिल-क्लोहेसी-विल्टशायर इक्वेशंस और JAX मॉडल यूज होंगे। थर्मल मैनेजमेंट और ग्राउंड कम्युनिकेशन भी बड़ी चुनौती है। ट्रेविस बील्स ने कहा कि कोर कॉन्सेप्ट्स पर फिजिक्स या इकोनॉमिक बैरियर नहीं है, बस इंजीनियरिंग चैलेंज बाकी हैं। 2027 में पहला टेस्ट, प्लैनेट के साथ पार्टनरशिप गूगल 2027 की शुरुआत में प्लैनेट लैब्स कंपनी के साथ दो प्रोटोटाइप सैटेलाइट्स लॉन्च करेगी। TPU हार्डवेयर, ऑप्टिकल लिंक्स और मॉडल को स्पेस में टेस्ट किया जाएगा। भविष्य में गिगावाट स्केल कांस्टेलेशन भी बनाए जाएंगे। गूगल के प्रीप्रिंट पेपर में इसकी सारी डिटेल्स दी गई हैं। सफल हुआ तो AI ट्रेनिंग स्पेस में होगी अगर प्रोजेक्ट सफल हुआ तो AI ट्रेनिंग स्पेस से होगी। बड़े ML वर्कलोड्स आसानी से हैंडल हो सकेंगे। पृथ्वी पर रिसोर्सेस बचेंगे और एनवायरनमेंट प्रोटेक्ट होगा। लॉन्च कॉस्ट और सोलर एफिशिएंसी बढ़ने पर स्पेस कंप्यूट सस्ता होगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2035 तक स्पेस डेटा सेंटर्स रियलिटी बन सकते हैं। ये खबर भी पढ़ें... ₹4788 कीमत का चैटजीपीटी गो सब्सक्रिप्शन आज से फ्री: ज्यादा चैट और इमेज जनरेट कर सकेंगे, यहां जानें कैसे क्लेम करें ऑफर भारत में आज से ओपनएआई 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री मिल रहा है। कल तक ये सब्सक्रिप्शन 399 रुपए प्रति महीने का था। यानी अब यूजर को साल में 4,788 रुपए का फायदा होगा। चैटजीपीटी के इस प्लान में ज्यादा चैट और इमेज बना सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें...
TVS मोटर ने अपना नया इलेक्ट्रिक स्कूटर ऑर्बिटर लॉन्च कर दिया है। आईक्यूब और टीवीएस X के बाद भारत में ये कंपनी का तीसरा ई-स्कूटर है। कंपनी का दावा है नया स्कूटर एक बार फुल चार्ज करने पर 158km (IDC रेंज) चलेगा। इसकी शुरुआती कीमत 94,900 रुपए (दिल्ली, एक्स-शोरूम) है। वहीं मध्यप्रदेश 1,04,600 रुपए से शुरू होती है। ऑर्बिटर को 6 कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। इसका मुकाबला एथर रिज्टा, बजाज चेतक और ओला S1 X के बेस वैरिएंट से रहेगा। TVS ने स्कूटर में क्रूज कंट्रोल, हिल होल्ड फंक्शन और रिवर्स पार्किंग असिस्ट जैसे फीचर्स दिए हैं। TVS ऑर्बिटर पर 3 साल और 50,000km की वारंटी मिलेगी। डिजाइन: 6 कलर ऑप्शन के साथ एयरोडायनामिक डिजाइन टीवीएस ने ऑर्बिटर को रोजमर्रा के सफर को नया अनुभव देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें बहुत ज्यादा डिजाइनिंग एलिमेंट्स नहीं हैं और यह साफ-सुथरे डिजाइन के साथ प्रैक्टिकल दिखता है। कुल मिलाकर, इसका डिजाइन यूथ और डेली यूज के लिए ठीक है, लेकिन प्रीमियम लुक की उम्मीद करने वालों को थोड़ा निराश कर सकता है। परफॉर्मेंस: 68kmph की टॉप स्पीड और 158km रेंज टीवीएस ऑर्बिटर में आईक्यूब की तरह रियर व्हील में 2.5kWh की हब-माउंटेड इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। मोटर की सटीक पावर का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन कंपनी का दावा है कि स्कूटर 0 से 40kmph की स्पीड सिर्फ 6.8 सेकेंड में हासिल कर लेता है और इसकी टॉप स्पीड 68kmph है। इसमें दो राइड मोड- इको और सिटी मिलते हैं। मोटर को पावर देने के लिए ऑर्बिटर में 3.1kWh का बैटरी पैक दिया गया है, जो IP67 रेटेड है। यानी पानी और धूल से पूरी तरह सुरक्षित है। फुल चार्ज पर IDC (भारतीय ड्राइविंग कंडीशन) रेंज 158km बताई गई है। इसकी रेंज आईक्यूब के 2.2kWh वाले बेस वैरिएंट की रेंज (94km) से 64km ज्यादा है। वहीं, आईक्यूब की टॉप स्पीड 75kmph है।
Matrix: आपकी हकीकत डिजिटल नहीं! वैज्ञानिकों ने बताया- 'हमारी सोच से ज्यादा अजीब है असलियत'
Science News: वैज्ञानिकों की एक टीम ने हाल ही में एक गणितीय खोज की है जो सिमुलेशन सिद्धांत पर चल रही बहस को हमेशा के लिए खत्म कर सकती है. उनके निष्कर्ष क्वांटम गुरुत्व और पुराने तर्कों पर आधारित हैं.
James Webb Telescope की नई खोज...मिला 'Ultra-Hot Jupiter' WASP-18b, बनाया 3D नक्शा
James Webb Telescope: खगोलविदों की एक टीम ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल करके एक बाह्यग्रह(Exoplanet)का पहला 3D वायुमंडलीय नक्शा तैयार किया है.
शांत जमीन पर भी क्यों आता है भूकंप? वैज्ञानिकों ने खोला लाखों साल पुरानी दरारों में आए झटकों का राज
Earthquakes: यूटा और ग्रोनिंगन जैसे स्थिर इलाकों में जो भूकंप आते हैं वो असल में लाखों साल से शांत पड़ी दरारों की वजह से आते है. ये दरारें समय के साथ धीरे-धीरे ठीक होकर और मजबूत हो जाती हैं.
NASA ने क्यों रोक रखी हैं 3I/ATLAS की तस्वीरें? कांग्रेस सदस्य ने ट्वीट कर मांगा जवाब
Interstellar Comet 3i ATLAS: कांग्रेस की सदस्य अन्ना पॉलिना लूना ने NASA से औपचारिक रूप से अनुरोध किया है कि वे इस अंतरतारकीय पिंड की कुछ तस्वीरें दें.
डेनिश वैज्ञानिकों ने बनाया गजब का Antivenom, 18 सांपों के जहर को एक साथ करेगा स्वाहा
Antivenom: डेनिश वैज्ञानिकों ने एक बहुत ही नया नैनोबॉडी-आधारित एंटीवेनम बनाया है. यह नया इलाज अफ्रीका की कई सांप प्रजातियों के जहर पर एक साथ काम करता है. यह पुरानी दवाओं से ज्यादा असरदार होने और कम साइड इफेक्ट होने का वादा करता है.
भारत में आज से ओपनएआई 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री मिल रहा है। कल तक ये सब्सक्रिप्शन 399 रुपए प्रति महीने का था। यानी अब यूजर को साल में 4,788 रुपए का फायदा होगा। चैटजीपीटी के इस प्लान में ज्यादा चैट और इमेज बना सकते हैं। चैटजीपीटी गो ओपनएआई का मिड-लेवल प्रीमियम प्लान है। कंपनी का कहना है कि भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा और सबसे तेज बढ़ने वाला मार्केट है। 1. चैटजीपीटी गो क्या है और इसमें क्या-क्या मिलता है? चैटजीपीटी के फ्री वर्जन में मैसेज लिमिट कम होती है, इमेज जेनरेट करने की संख्या सीमित रहती है और पर्सनलाइज्ड चैट्स में मेमोरी भी छोटी होती है, लेकिन गो वर्जन में... 2. अभी क्या कीमत और कितने का फायदा होगा? वर्तमान में ये सब्सक्रिप्शन भारत में 399 रुपए प्रति महीने का है, लेकिन 4 नवंबर से ये एक साल के लिए फ्री हो जाएगा। यानी 4,788 रुपए का फायदा। ये ऑफर मौजूदा गो सब्सक्राइबर्स के लिए भी लागू होगा। मतलब- अगर आप पहले से पे कर रहे हैं, तो वो अमाउंट रिफंड या क्रेडिट मिल सकता है। 3. कैसे साइन अप करें? 4. ओपनएआई का ये कदम क्यों? चैटजीपीटी गो लॉन्च होने के बाद से भारत में पेड सब्सक्रिप्शन दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। ये फ्री ऑफर यूजर्स को ज्यादा एंगेज करने और मेट्रो सिटीज के बाहर AI को पहुंचाने के लिए है। कंपनी का 'इंडिया-फर्स्ट' अप्रोच और इंडिया AI मिशन से मैच करता है। कंपनी ने गूगल और पर्प्लेक्सिटी के फ्री प्लान के जवाब में इसे फ्री करने का ऐलान किया है। गूगल ने AI प्रो मेंबरशिप (₹19,500 सालाना) को स्टूडेंट्स के लिए एक साल फ्री किया था। वहीं, पर्प्लेक्सिटी ने भी एयरटेल के साथ मिलकर अपना प्रीमियम प्लान फ्री देना शुरू किया है। 5. यूजर्स को क्या फायदा? क्यों है ये गेम-चेंजर? ओपनएआई का कहना है कि ये ऑफर भारत को AI डेमोक्रेटाइज करने की दिशा में बड़ा कदम है। पहले से ही भारत चैटजीपीटी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है और ये ऑफर इसे और तेजी से बढ़ाएगा। ये खबर भी पढ़ें... OpenAI का AI-पावर्ड वेब ब्राउजर 'चैटजीपीटी एटलस' लॉन्च:इससे गूगल की मार्केट वैल्यू एक ही दिन में ₹13.15 लाख करोड़ घटी OpenAI ने मंगलवार (21 अक्टूबर) को अपने नए AI-पावर्ड वेब ब्राउजर 'चैटजीपीटी एटलस' को लॉन्च किया। इस लॉन्च के बाद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। जिससे गूगल की मार्केट वैल्यू एक ही दिन में 150 बिलियन डॉलर यानी 13.15 लाख करोड़ रुपए घट गई। पूरी खबर पढ़ें
होंडा ने आज (3 नवंबर) अपनी एकमात्र SUV एलिवेट का नया ADV एडिशन भारत में लॉन्च किया है। ये टॉप मॉडल ZX पर तैयार किया गया है। इसमें कई कॉस्मेटिक चैंजेस हैं जो डीलरशिप लेवल पर किए जाएंगे। कंपनी का दावा है कि कार एक लीटर में 17km चल सकती है। इसमें सेफ्टी के लिए लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) फीचर्स दिए गए हैं। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 15.29 लाख रुपए रखी गई है, जो ZX वैरिएंट से 41 हजार रुपए ज्यादा है। वहीं, स्पेशल एडिशन को डुअल टोन कलर में खरीदने के लिए 20 हजार रुपए और देने होंगे। होंडा एलिवेट के स्टैंडर्ड मॉडल की एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से 16.67 लाख रुपए के बीच है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, मारुति विक्टोरिस, ग्रैंड विटारा, स्कोडा कुशाक, फॉक्सवैगन टाइगन और अपकमिंग टाटा सिएरा से है। एक्सटीरियर: ऑरेंज इनसर्ट्स के साथ डुअल टोन कलर थीम एलिवेट के स्पेशल ADV एडिशन को स्टैंडर्ड मॉडल से अलग दिखाने के लिए कई ऑरेंज कलर के पार्ट्स और स्टिकर्स लगाए गए हैं। इसके फ्रंट में नई डिजाइन ग्रिल और फॉग लैंप्स के चारों ओर ऑरेंज इनसर्ट दिए गए हैं, जबकि हुड पर ऑरेंज स्टीकर दिया गया है। साइड प्रोफाइल की बात करें तो ब्लैक व्हील में भी ऑरेंज इनसर्ट मिलेगा। फ्रंट डोर पर एक बोल्ड ‘ADV’ स्टीकर है। इसके आगे वाले फेंडर पर भी ‘ADV एडिशन’ बैजिंग दी गई है। इसके अलावा विंडों के चारों ओर, रूफ रेल्स, डोर हैंडल और ORVM पर ब्लैक फिनिश है, जो स्पेशल एडिशन कार को अलग लुक देती है। टेलगेट पर एक ‘ADV एडिशन’ बैजिंग और बंपर पर ऑरेंज इनसर्ट है। एलिवेट ADV एडिशन दो कलर: लुनार सिल्वर और मेटियोरोइड में अवेलेबल है। इन दोनों कलर के साथ ब्लैक रूफ का ऑप्शन भी है। इंटीरियर: ब्लैक कलर थीम के साथ ऑरेंज स्टिचिंग होंडा एलिवेट ADV एडिशन का केबिन पूरी तरह ब्लैक कलर थीम पर बेस्ड है, जो इसे प्रीमियम और स्पोर्टी लुक देता है। यहां भी ऑरेंज कलर के हाइलाइट्स और इंसर्ट्स लगे हैं, जो बाहर के डिजाइन से मैच करते हैं। सीटों पर 'ADV' का ब्रांडिंग है साथ ही कंट्रास्ट वाली ऑरेंज स्टिचिंग भी दी गई है, जो ब्लैक बैकग्राउंड पर अलग ही चमकती है और सीटों को ज्यादा स्टाइलिश बनाती है। कार का डैशबोर्ड इलुमिनेटेड है, यानी लाइट्स से चमकने वाला है, जो 'ADV' थीम के साथ बहुत कूल लगता है। फीचर: 10.25-इंच टचस्क्रीन और लेवल-2 ADAS यह एडिशन एलिवेट टॉप मॉडल पर बेस्ड है। इसलिए इसमें 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो कनेक्टिविटी, 7-इंच सेमी डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, सिंगल-पैन सनरूफ और पुश बटन स्टार्ट के साथ कीलेस एंट्री जैसे फीचर दिए गए हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 6 एयरबैग, EBD के साथ ABS, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ऑप्शनल 360 डिग्री कैमरा (डीलर फिटमेंट), होंडा का लेन वॉच कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। एलिवेट में होंडा का अपना सेंसिंग ADAS सुइट है, जिसमें कोलिजन मिटिगेशन ब्रेकिंग सिस्टम, लेन डिपार्चर वार्निंग, एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट, रोड डिपार्चर वार्निंग और ऑटोमैटिक हाई बीम असिस्ट जैसे फीचर शामिल हैं। इसके अलावा होंडा एलिवेट SUV में रियर सीट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर, होंडा सेंस और इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। SUV की बॉडी हाई टेंसाइल स्टील से बनी है, इससे दुर्घटना के दौरान कम से कम नुकसान होता है। परफॉर्मेंस: फुल टैंक पर 679km चल सकती है कार इंजन में बदलाव नहीं किया है। इसमें स्टैंडर्ड मॉडल वाला ही 1.5-लीटर का 4 सिलेंडर DOHC i-VTEC पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 121hp की पावर और 145Nm का टार्क जनरेट करता है। इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल और CVT गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलेगा। यह इंजन होंडा की सेडान कार सिटी में भी इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि एलिवेट में मैनुअल गियरबॉक्स के साथ सर्टिफाइड 15.31kmpl माइलेज मिलेगा, जबकि CVT ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के साथ यह एक लीटर पेट्रोल में 16.92 किलोमीटर चलेगी। कंपनी ने बताया कि कार में 40-लीटर का फ्यूल टैंक दिया गया है। इससे मैनुअल गियरबॉक्स वाली एलिवेट फुल टैंक पर 612km और ऑटोमैटिक वैरिएंट में 679km तक की दूरी तय कर सकती है।
टाटा मोटर्स अपनी मोस्ट अवेटिंग SUV सिएरा को भारत में 25 नवंबर को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने इसके प्रोडक्शन मॉडल का टीजर जारी किया है। कार को कई बार टेस्टिंग के दौरान सड़कों पर देखा जा चुका है। सिएरा टाटा के लिए एक आइकॉनिक नाम था, जिसे 2003 में बंद कर दिया गया था। अब 22 साल बाद सिएरा मॉडर्न स्टाइल और फीचर के साथ वापसी कर रही है। इसे पहले ICE वर्जन में पेश किया जाएगा, इसके बाद ईवी वर्जन आएगा। कार में 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। टाटा सिएरा की एक्स-शोरूम कीमत करीब 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से रहेगा। बोल्ड और बॉक्सी डिजाइन में आएगी सिएरा वीडियो क्लिप में टाटा सिएरा घोड़ों के झुंड के साथ दौड़ती हुई दिख रही है। इसमें वही चमकदार यलो कलर है, जो ऑटो एक्सपो में पेश किया गया था। केबिन अपमार्केट, मॉर्डन और प्रीमियम दिखता है। इसमें वाइट कलर की इंटीरियर थीम दी गई है, जो इसे वेंटिलेटेड अहसास देती है। टीजर से डैशबोर्ड में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप की भी पुष्टि हो रही है, जिसे हम ऑटो एक्सपो 2025 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल में देख चुके हैं। इस सेटअप में एक इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन, एक पूरी तरह से डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और एक अतिरिक्त डेडिकेटेड को-पैसेंजर एंटरटेनमेंट स्क्रीन शामिल है। आगे की सीटें मजबूत दिखती हैं, जबकि पीछे की सीटों में पीछे बैठने वालों के लिए तीन अलग-अलग हेडरेस्ट दिए गए हैं, जिनमें बीच वाले यात्री के लिए भी एक हेडरेस्ट शामिल है। अंदर पैनोरमिक सनरूफ भी है। इसके अलावा, गहरी नजर रखने वाले लोगों को पीछे की खिड़कियों पर लगे हुक नजर आएंगे, जो पीछे की खिड़की के सनशेड को पकड़ने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो फैमिली SUV चाहने वालों को पसंद आएंगे। एक्सटीरियर: 1990 मॉडल और नई सफारी से इंस्पायर्ड डिजाइन नई सिएरा के ICE वर्जन का डिजाइन 1990 में आने वाले अपने पुराने मॉडल से इंस्पायर्ड है, लेकिन कंपनी ने ओवरऑल डिजाइन थीम मौजूदा लाइनप में शामिल हैरियर और सफारी के जैसी रखी है। इसके फ्रंट में कनेक्टेड LED DRL जैसे मॉडर्न एलिमेंट्स दिए गए हैं। इनके बीच कार की चौड़ाई तक फैली ग्रिल और स्टाइलिश बंपर दिया गया है। इसमें हेडलाइट को बंपर में इंटीग्रेट है। साइड से SUV वाला बॉक्सी सिल्हूट पहले की तरह रहेगा, जिसमें आइकॉनिक ‘एल्पाइन विंडो’ डिजाइन मिलेगी, लेकिन इसमें ओरिजनल सिएरा की तरह सिंगल ग्लास पेन ग्लास रूफ नहीं होगा, क्योंकि नई सिएरा 4 दरवाजों वाली कार होगी। इसमें फ्लश डोर हैंडल और स्टाइलिश मल्टी-स्पोक डुअल-टोन अलॉय व्हील भी मिलेंगे। रियर से सिएरा काफी सिंपल है और इसमें कार की पूरी चौड़ाई तक फैली LED टेल लैंप्स दी गई है। इसमें सिल्वर स्किड प्लेट के साथ ग्लॉसी ब्लैक रियर बंपर दिया गया है जो इसे पीछे से शानदार लुक देता है। इंटीरियर: ट्रिपल स्क्रीन सेटअप वाली टाटा की पहली कार सिएरा कार का केबिन वर्तमान में टाटा की मौजूदा कारों से काफी अलग है। इसके केबिन में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जो एक पेनल पर इंटीग्रेटेड है और ये डैशबोर्ड की पूरी चौड़ाई तक फैला है, जो पहली ही नजर में सबका ध्यान अपनी ओर खींचता है। इसके डैशबोर्ड पर कई जगह यलो हाइलाइट दिए गए हैं, जबकि एसी वेंट्स काफी पतले हैं। इसमें इल्लुमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। सिएरा के केबिन में पीछे की तरफ बेंच सीट के साथ तीन एडजस्टेबल हेडरेस्ट और एक सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। फीचर्स: ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और लेवल-2 ADAS दूसरी टाटा कार की तरह सिएरा एसयूवी भी फीचर लोडेड हो सकती है। इसमें तीन स्क्रीन, ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, JBL साउंड सिस्टम, वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 7 एयरबैग, EBD के साथ ABS, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर के साथ 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम) जैसे सेफ्टी फीचर दिए जा सकते हैं। टाटा सिएरा: इंजन और ट्रांसमिशन टाटा सिएरा के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसमें 1.5-लीटर T-GDI टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया जा सकता है। यह इंजन 170PS की पावर और 280Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इसमें 6-स्पीड एमटी और 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेंगे। वहीं, 1.5-लीटर की डीजल इंजन दिया जा सकता है, जो जो 118PS की पावर और 260Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 6-स्पीड मैुअल ट्रांसमिशन और 7-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का ऑप्शन भी मिलेगा।
स्मार्टफोन इंडस्ट्री में नवंबर का महीना पावरफुल प्रोसेसर वाले फोन के नाम रहने वाला है। ओप्पो, आईक्यू, रियलमी, वीवो और वनप्लस जैसी कंपनियां अपने हाईएंड स्पेसिफिकेशन्स वाले फ्लैगशिप फोन भारतीय बाजार में उतारेंगी। ये फोन 200 मेगापिक्सल कैमरा सहित एमोलेड स्क्रीन जैसे फीचर्स से लैस होंगे। चलिए इस महीने भारतीय बाजार में लॉन्च होने वाले फोन के बारे में जानते हैं। मोटो G67 पावर: 5 नवंबर मोटोरोला 5 नवंबर को भारत में G67 पावर 5G फोन लॉन्च करेगी। इसकी कीमत करीब 15 हजार रुपए हो सकती है। फोन में पावर बैकअप के लिए 7000mAh की बैटरी के साथ 30W का फास्ट चार्जिंग मिलेगा। फोन स्नैपड्रैगन 7s जेन 2 प्रोसेसर पर चलता है और 8GB रैम के साथ आएगा। फोटो के लिए बैक पैनल पर 50 मेगापिक्सल का ट्रिपल कैमरा सेटअप और फ्रंट में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया जाएगा। स्क्रीन 6.7 इंच की फुल HD+ होगी, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट मिलेगा। इस पर मजबूत कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास 7i की सुरक्षा भी दी जाएगी। वनप्लस 15: 13 नवंबर वनप्लस अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 इंडिया में 13 नवंबर को लॉन्च करेगी। ये देश में स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 प्रोसेसर वाला पहला फोन होगा। इसमें 120W सुपर वूक वायर्ड और 50W एयरवूक वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 7300mAh बैटरी दी जाएगी। इसके बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50MP सोनी LYT700 + 50MP पेरिस्कोप टेलीफोटो + 50MP अल्ट्रा-वाइड कैमरा दिया जाएगा। वहीं फ्रंट पर 32MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। इसमें 165Hz अडेप्टिव रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.78-इंच की 1.5K स्क्रीन दी गई है। वनप्लस 15 IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग के साथ आएगा। वॉबल 1: 19 नवंबर 19 नवंबर को भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में एक नए ब्रांड की एंट्री हो रही है। भारतीय कंपनी इंडीकल टेक्नोलॉजीस अपना खुद का मोबाइल फोन लेकर आ रही है। इसका नाम वॉबल 1 हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोबाइल 2.6GHz मीडिया टेक डायमेंसिटी 7400 चिपसेट पर लॉन्च होगा। इसमें 8GB रैम के साथ 256GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए 50MP OIS सेंसर वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। ये पूरी तरह से मेड इन इंडिया होगा। इसे 15 से 20 हजार के बजट में लान्च किया जा सकता है। नथिंग फोन (3a) लाइट: डेट कंफर्म नहीं नथिंग फोन (3a) लाइट ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुका है, अब ये इस महीने भारत में भी आएगा। हालांकि कंपनी ने लॉन्च डेट की घोषणा नहीं की है। ट्रांसपेरेंट डिजाइन वाला यह फोन एसेंशियल की और ग्लिफ लाइट के साथ आएगा। मोबाइल नथिंग OS 3.5 के साथ मिलकर डायमेंसिटी 7300 प्रो ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करता है। पावर बैकअप के लिए इसमें 5000mAh बैटरी और 33W फास्ट चार्जिंग दी जाएगी। फोटोग्राफी के लिए 50 मेगापिक्सल ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। 5G फोन में 6.77-इंच की फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगी। इसकी कीमत करीब 18 हजार रुपए हो सकती है। लावा अग्नि 4: 20 नवंबर लावा मोबाइल्स अपना नया स्मार्टफोन अग्नि 4 इंडिया में 20 नवंबर को लॉन्च करेगी। इस मिड बजट स्मार्टफोन की कीमत 20 से 25 हजार रुपए के करीब हो सकती है। रियर कैमरा मॉड्यूल की वजह से लावा अग्नि 4 बैक साइड से कुछ हद तक आईफोन एयर जैसा दिखेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसे मीडियाटेक के डायमेंसिटी 8350 प्रोसेसर पर लॉन्च किया जा सकता है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल में 7000mAh बैटरी दी जा सकती है। लावा अग्नि 4 को 6.78-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन पर लॉन्च किया जा सकता है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा मिल सकता है। ओप्पो फाइंड X9: 20 नवंबर ओपो फाइंड X9 सीरीज नवंबर में इंडिया में पेश होगी। सीरीज के बेस मॉडल की बात करें तो फाइंड X9 डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट पर काम करता है। इसमें 6.59-इंच 1.5K फ्लैट OLED स्क्रीन दी गई है। फोन में पावर बैकअप के लिए 80W फास्ट वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग के साथ 7025mAh बैटरी मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए ओपो फाइंड X9 फोन के ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT808 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN5 अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 32 मेगापिक्सल सोनी IMX615 सेल्फी मौजूद है। ओप्पो फाइंड X9 प्रो: 20 नवंबर फाइंड X9 प्रो भी नवंबर में इंडिया में लॉन्च होगा। कंपनी इसे भी डायमेंसिटी 9500 पर लाएगी, जिसके साथ ओपो ट्रिनिटी इंजन भी मिलेगा। मोबाइल में 6.78-इंच 2K एमोलेड स्क्रीन दी गई है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल 7500mAh बैटरी सपोर्ट करता है। चार्जिंग के लिए 80W सुपरवूक वायर्ड, 50W एयरवूक वायरलेस और 10W का रिवर्स चार्जिंग मिलती है। यह 200MP कैमरा वाला ओपो मोबाइल है, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 OIS सेंसर और 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस भी मिलता है। इसमें सेल्फी के लिए भी 50MP कैमरा दिया गया है। कंपनी ने फ्लैगशिप ओपो फोन को IP66 + IP68 + IP69 रेटिंग के साथ लाएगी। ये फोन 20 नवंबर को भारत में लॉन्च किया जा सकता है। आईक्यू 15: 26 नवंबर फ्लैगशिप स्मार्टफोन आइकू 15 भारत में 26 नवंबर को लॉन्च होगा। इसमें भी क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 चिपसेट मिलेगा। फोन 100W वायर्ड और 40W वायरलेस फास्ट चार्जिंग के साथ 7000mAh बैटरी सपोर्ट करता है। इसमें 144Hz रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.85-इंच 2K OLED डिस्प्ले मिलेगा। इसमें 100X जूम वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी IMX921 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल 3x सोनी IMX882 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस शामिल है। वहीं फ्रंट पर 32एमपी सेल्फी कैमरा दिया गया है। वीवो X300: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं ओपो फाइंड X9 सीरीज को टक्कर देने वीवो X300 सीरीज भी इंडिया आ रही है। सीरीज के बेस मॉडल वीवो X300 5G फोन को डाइमेंसिटी 9500 प्रोसेसर पर लाया जा सकता है, जिसमें 16GB रैम मिल सकती है। इसमें 6040mAh बैटरी के साथ 90W वायर्ड और 40W वायरलेस चार्जिंग तकनीक दी गई है। मोबाइल 6.31-इंच 1.5K BOE Q10+ ओलेड स्क्रीन सपोर्ट करता है। वहीं फोटोग्राफी के लिए 200 मेगापिक्सल सैमसंग HPB सेंसर + 50 मेगापिक्सल LYT602 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस + 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN1 सेंसर वाला बैक कैमरा और 50 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। वीवो X300 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं वीवो X300 प्रो कंपनी का सबसे पावरफुल फोन होगा, जो नवंबर में भारत में लॉन्च होगा। इसमें भी यूजर्स को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा। इस वीवो फोन में 6.78 इंच 1.5K LTPO एमोलेड डिस्प्ले दी गई है, जिसे आर्मर ग्लास की प्रोटेक्शन प्राप्त है। फोटोग्राफी के लिए इसके ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 + 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड कैमरा + 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 50 मेगापिक्सल सेल्फी सेंसर मौजूद है। फोन में 6510mAh बैटरी मिलेगी, जिसके साथ 90W वायर्ड, 40W वायरलेस और रिवर्स वायरलेस चार्जिंग भी मिलेगी। रियलमी C85: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं नवंबर में सस्ता रियलमी फोन C85 भी भारत में लॉन्च हो सकता है। इसकी शुरुआती कीमत करीब 10 हजार रुपए हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्मार्टफोन को 6000mAh बैटरी पर लाया जा सकता है, जिसके साथ 45W सुपरवूक फास्ट चार्जिंग तकनीक मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल बैक कैमरा और 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। इंडिया में इसे 4GB और 6GB रैम ऑप्शन के साथ उतारा जा सकता है। फोन में 128GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। लो बजट रियलमी फोन में 90Hz रिफ्रेश रेट वाली IPS LCD स्क्रीन दी जाएगी। रियलमी C85 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं रियलमी C85 प्रो फोन दक्षिण एशियाई देशों में टीज हो चुका है, जो नवंबर में इंडियन मार्केट में भी उतारा जा सकता है। इसे 7000mAh बैटरी पर लॉन्च किया जाएगा। साथ ही स्मार्टफोन में 44वॉट फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी मिल सकती है। वॉटरप्रूफ फोन IP69 रेटिंग के साथ पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रियलमी C85 प्रो स्नैपड्रैगन 685 प्रोसेसर पर काम करेगा, जिसके साथ 8GB रैम और 256GB स्टोरेज मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए इसमें भी 50 मेगापिक्सल कैमरा दिया जाएगा, वहीं फोन में 6.8-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन दी जा सकती है।
दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां 2025 में बड़े पैमाने पर छंटनी कर रही हैं। Layoffs.fyi वेबसाइट के मुताबिक इस साल अब तक 218 कंपनियां 1.12 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं। TCS, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन जैसी बड़ी टेक कंपनियां ले ऑफ में सबसे आगे हैं। कंपनियों का कहना है कि AI टेक्नोलॉजी, धीमी अर्थव्यवस्था और कॉस्ट कटिंग के कारण ये छंटनियां की जा रही हैं। इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन ने सबसे ज्यादा कर्मचारी निकाले अन्य कंपनियों से भी निकाले जा चुके कर्मचारी ------------------- ये खबर भी पढ़ें अमेजन सीईओ बोले- छंटनी का कारण AI नहीं:कंपनी के कल्चर को बेहतर बनाने के लिए फैसला लिया; 14,000 कर्मचारियों को निकाल चुकी अमेजन अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने कंपनी में हो रही नई छंटनी पर कहा है कि यह फैसला खर्च में कटौती या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से नहीं, बल्कि कंपनी के कल्चर को बेहतर करने के लिए लिया गया है। हाल ही कंपनी ने करीब 14 हजार कॉर्पोरेट कर्मचारियों को निकाल दिया है। पूरी खबर पढ़ें...
इसरो आज शाम 5:26 बजे LVM3 रॉकेट से 4400 किलो का सैटेलाइट लॉन्च करेगा। ये भारतीय जमीन से जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) तक लॉन्च होने वाला सबसे भारी सैटेलाइट है। नया सैटेलाइट नौसेना की कम्युनिकेशन क्षमताओं को और मजबूत करेगा। GTO (29,970 km x 170km) एक अंडाकार ऑर्बिट है। रॉकेट जब इस ऑर्बिट में सैटेलाइट छोड़ देगा तो 3-4 दिन बाद सैटेलाइट इंजन फायर करेगा और ऑर्बिट को सर्कुलर कर लेगा। इसे जियोस्टेशनरी ऑर्बिट (GEO) कहते हैं। इसमें सैटेलाइट 24 घंटे कवरेज दे सकता है। इससे पहले ISRO ने चंद्रयान-3 मिशन में 3900 KG पेलोड GTO में भेजा था। GTO में भेजा गया दुनिया का सबसे भारी सैटेलाइट इकोस्टार 24 (जुपिटर 3) है। इसका वजन लॉन्च के समय करीब 9,000 किलो था। इसे स्पेसएक्स के फाल्कन हेवी रॉकेट से लॉन्च किया गया था। कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMOS-03 लॉन्च मिशन से जुड़ी तीन तस्वीरें... मिशन से जुड़ी 5 बड़ी बातें… विदेशी धरती से 5,854 किलो का सैटेलाइट लॉन्च कर चुका इसरो इसरो आमतौर पर भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स को फ्रेंच गयाना में यूरोपीय स्पेसपोर्ट से लॉन्च करता है। ये पहली बार है जब ये भारतीय मिट्टी से 4.4 टन का सैटेलाइट लॉन्च करेगा। इसरो ने पहले 5 दिसंबर 2018 को एरियन-5 रॉकेट की मदद से फ्रेंच गयाना से GSAT-11 लॉन्च किया था, जो 5,854 किलो का था। ये इसरो का अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट है। लो अर्थ ऑर्बिट में 5,800 किलो का पेलोड भेज चुका इसरो LVM3 रॉकेट का सबसे भारी पेलोड लो अर्थ ऑर्बिट तक पहुंचाने का रिकॉर्ड वन वेब मिशन से जुड़ा है। इसमें 5,800 किलो का पेलोड धरती से 450 KM ऊपर भेजा गया था। ये 36 छोटे सैटेलाइट्स का ग्रुप था, सिंगल नहीं। ऐसे में आज जो 4400 किलो वजनी सैटेलाइट भेजा जा रहा है, वो सिंगल कम्युनिकेशन सैटेलाइट के मामले में नया रिकॉर्ड है। कारगिल जंग में अमेरिकी मदद नहीं मिली तो बनाया खुद का सैटेलाइट नेटवर्क 1999 में कारगिल की ऊंची-ऊंची चोटियों पर पाकिस्तानी घुसपैठिए छिपे हुए थे। भारतीय सेना को सटीक लोकेशन और सैनिकों की मूवमेंट ट्रैक करने के लिए GPS यानी, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम की सख्त जरूरत थी। भारत ने अमेरिका से मदद मांगी लेकिन उन्होंने मना कर दिया। वजह? वो पाकिस्तान के साथ खड़े थे और भारत को सेंसिटिव मिलिट्री डेटा नहीं देना चाहते थे। ये झटका इतना बड़ा था कि कारगिल खत्म होने के बाद भारत ने दो मोर्चों पर काम चालू किया। 1. GPS जैसा सटीक नेविगेशन सिस्टम भारत के पास पहले से INSAT सीरीज के सैटेलाइट्स थे, जो वॉइस कॉल्स, डेटा ट्रांसमिशन और सिचुएशनल अवेयरनेस में थोड़ी मदद कर रहे थे। लेकिन GPS जैसा सटीक नेविगेशन सिस्टम नहीं था। आर्मी-एयरफोर्स के बीच कम्युनिकेशन गैप्स की वजह से कई चुनौतियां आईं। नतीजा? 2006 में IRNSS (इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम) प्रोजेक्ट शुरू हुआ, जो आज NavIC (नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टिलेशन कहलाता है। ये 7 सैटेलाइट्स का ग्रुप है, जो भारत और आसपास के 1500 किमी इलाके में सुपर-सटीक लोकेशन देता है। 2. कम्युनिकेशन के लिए GSAT सीरीज का तेजी से डेवलपमेंट ये स्वदेशी कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स की सीरीज है, जो जियोसिंक्रोनस ऑर्बिट (GEO) में रखे जाते हैं। ये डिजिटल टीवी, इंटरनेट, वॉइस कॉल्स, डेटा ट्रांसमिशन और ब्रॉडकास्टिंग के लिए यूज होते हैं। कारिगल जंग के बाद पहला GSAT सैटेलाइट 18 अप्रैल 2001 को लॉन्च हुआ था। GSAT सैटेलाइट सीरीज का डिफेंस के लिए एक्सक्लूसिव इस्तेमाल 2013 से शुरू हुआ, जब GSAT-7 (रुक्मिणी) लॉन्च हुआ। ये पहला ऐसा सैटेलाइट था जो पूरी तरह मिलिट्री यूज के लिए डेडिकेटेड था। हिंद महासागर में जहाजों, पनडुब्बियों और कमांड सेंटर्स को जोड़ने वाला। लेकिन अब वो पुराना हो रहा है, और यहीं आता है CMS-03 का रोल। ये सैटेलाइट नेवी को 'अपग्रेडेड रुक्मिणी' दे रहा है। ये सैटेलाइट मल्टी-बैंड कम्युनिकेशन देगा। यानी, रीयल-टाइम वीडियो, डेटा और स्ट्रैटेजिक कंट्रोल, खासकर हाई-सीज पर। कारगिल जैसी जंग में अगर ये होता, तो GPS डिनायल के बावजूद नेवी की नेटवर्क-सेंट्रिक वॉरफेयर कई गुना मजबूत होती। एयरफोर्स के लिए भी GSAT-7A को 2018 में लॉन्च किया गया था।
फोर्ड मोटर इंडिया ने भारत में फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने का ऐलान किया है। कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ने तमिलनाडु सरकार के साथ MOU साइन किया है। फोर्ड ने यह फैसला ट्रंप की US में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने वाली पॉलिसी के खिलाफ लिया है। कंपनी ने चेन्नई के अपने मराईमलाई नगर प्लांट में 3250 करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया है। इससे कंपनी नेक्स्ट जनरेशन इंजन बनाकर एक्सपोर्ट करेगी। प्रोडक्शन 2029 में शुरू होगा और इस साल के आखिर से साइट प्रिपरेशन शुरू हो जाएगी। इससे 600 से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे और भारत की स्किल्ड वर्कफोर्स फायदा मिलेगा। MOU साइन के दौरान मुख्यमत्री एमके स्टालिन और उद्योग, निवेश प्रोत्साहन और वाणिज्य मंत्री टीआरबी राजा मौजूद थे। राजा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर MOU साइन करने की जानकारी दी। 2024 में फोर्ड ने तमिलनाडु सरकार को एक लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) सौंपा था, जिसमें मराईमलाई नगर प्लांट को फिर से शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई थी। भारत में कोई नई फोर्ड कार आएगी? प्लांट में हर साल 2.35 लाख इंजन बनाएगी कंपनी ₹3,250 करोड़ का यह निवेश फोर्ड+ प्लान का हिस्सा है। चेन्नई प्लांट में सालाना 2.35 लाख इंजन प्रोड्यूस होंगे, जो नई टेक्नोलॉजी वाले होंगे। इंजन टाइप और एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन बाद में बताए जाएंगे। यह सिर्फ एक्सपोर्ट के लिए होगा, लोकल मार्केट के लिए नहीं। निवेश से 600 डायरेक्ट जॉब्स क्रिएट होंगी, साथ ही इंडस्ट्री में अप्रत्यक्ष नौकरियां भी बढ़ेंगी। तमिलनाडु पहले से ही ह्यूंडई, रेनॉल्ट और BMW जैसे मैन्युफैक्चरर्स का हब है। आगे का प्लान, ट्रंप पॉलिसी पर क्या असर 2029 तक प्रोडक्शन शुरू होने के बाद फोर्ड ग्लोबल नेटवर्क को स्ट्रेंथ मिलेगी। तमिलनाडु में कंपनी के ग्लोबल बिजनेस ऑपरेशंस से पहले से 12,000 लोग काम कर रहे हैं। यह निवेश ट्रेड टेंशंस के बीच भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगा। फोर्ड का फोकस एक्सपोर्ट पर रहेगा, जिससे लोकल जॉब्स बढ़ेंगी लेकिन कार सेल्स पर असर कम। कुल मिलाकर, यह कदम इंडियन ऑटो सेक्टर को बूस्ट देगा। 2018 में 10 लाख ग्राहकों का आंकड़ा छुआ था फोर्ड ने भारत में 1995 में महिंद्रा से पार्टनरशिप करके एंट्री की थी। उस वक्त कंपनी का नाम महिंद्रा फोर्ड इंडिया लिमिटेड (MFIL) था। फोर्ड इंडिया ने जुलाई 2018 में 1 मिलियन (10 लाख) ग्राहकों के आंकड़ा छुआ था। तब कंपनी के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग मेहरोत्रा ने कहा था कि भारत में 10 लाख ग्राहकों तक पहुंचने पर हमें गर्व हो रहा है। अपने ग्राहकों के विश्वास के लिए हम ऋणी हैं। फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट जैसी कारें बेचती थी फोर्ड फोर्ड भारत में फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट और एंडेवर जैसी कारें बेचती थी। फोर्ड साणंद (गुजरात) और मराईमलाई (चेन्नई) प्लांट में अपने व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग करती थी। इसमें करीब 4000 कर्मचारी काम करते थे। देशभर में कंपनी के 11,000 से अधिक कर्मचारी थे।
हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी पॉपुलर सब-4 मीटर SUV वेन्यू का स्पोर्टी वर्जन 2025 वेन्यू एन-लाइन रिवील कर दिया है। कंपनी इसे 4 नवंबर को स्टैंडर्ड वेन्यू फेसलिफ्ट के साथ लॉन्च करेगी। स्टैंडर्ड मॉडल से अलग दिखाने के लिए नई हुंडई वेन्यू एन में कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं। इसमें कॉन्ट्रास्ट रेड हाइलाइट के साथ रेड ब्रेक कैलिपर, डार्क क्रोम ग्रिल इंसर्ट और डुअल टिप एग्जॉस्ट जैसे बदलाव शामिल हैं। वहीं, केबिन में ऑल ब्लैक कलर थीम के साथ एन लाइन-स्पेसिफिक स्टीयरिंग व्हील पर रेड डिटेलिंग, लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री और रेड एम्बिएंट लाइटिंग मिलेगी। सेफ्टी के लिए वेन्यू एन-लाइन में 6 एयरबैग्स और लेवल-2 ADAS जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसे N6 और N10 दो वैरिएंट्स में पेश किया जाएगा। बुकिंग 25,000 रुपए के टोकन अमाउंट के साथ शुरू कर दी गई है। 2025 हुंडई वेन्यू एन लाइन की एक्स-शोरूम कीमत 11.5 लाख रुपए हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति ब्रेजा, किआ सोनेट, किआ सिरोस, टाटा नेक्सन, महिंद्रा XUV 3XO, निसान मैग्नाइट और स्कोडा कायलाक जैसी सब-4 मीटर SUV से रहेगा। एक्सटीरियर: डार्क क्रोम इंसर्ट्स के साथ न्यू पैटर्न ग्रिल और 8 कलर ऑप्शन वेन्यू एन-लाइन का लुक स्टैंडर्ड वेन्यू जैसा ही है, लेकिन स्पोर्टी एलिमेंट्स जोड़े गए हैं। कार में 5 मोनोटोन और 3 डुअल-टोन कलर ऑप्शन मिलेंगे। इसमें हेजल ब्लू, ड्रैगन रेड, एबिस ब्लैक, टाइटन ग्रे, एटलस वाइट, हेजल ब्लू + एबिस ब्लैक, एबिस ब्लैक + एबिस ब्लैक और ड्रैगन रेड + एबिस ब्लैक शामिल हैं। स्टैंडर्ड वेन्यू में नया मिस्टिक सफायर शेड दिया गया है, जो वेन्यू एन लाइन के कलर पैलेट में शामिल नहीं है। इंटीरियर: ऑल-ब्लैक कलर थीम और ट्रैक्शन कंट्रोल-ड्राइव मोड्स इंटीरियर रेड कंट्रास्टिंग हाइलाइट्स और स्टिचिंग के साथ ऑल-ब्लैक कलर थीम में है। डैशबोर्ड लेआउट स्टैंडर्ड मॉडल से मिलता जुलता है। N-लाइन स्पेसिफिक स्टीयरिंग व्हील 'N' लोगो और ट्रैक्शन कंट्रोल-ड्राइव मोड्स स्विचेस के साथ मिलता है। गाड़ी में ट्रेक्शन कंट्रोल और ड्राइव मोड के लिए दो स्विच दिए गए हैं। सेंटर कंसोल पर रेड एम्बिएंट लाइट स्ट्रिप औप गियर लेवर पर N-एम्ब्लेम है। रेड डिटेलिंग के साथ ऑल-ब्लैक लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री दी गई है जिस पर 'एन' बैजिंग भी मिलती है। इसमें फ्रंट और रियर पैसेंजर के कंफर्ट के लिए सेंटर आर्मरेस्ट और कपहोल्डर की सुविधा भी है। फीचर और सेफ्टी: 12.3-इंच डुअल डिस्प्ले और लेवल-2 ADAS वेन्यू एन लाइन कार की फीचर लिस्ट काफी हद तक स्टैंडर्ड वेन्यू जैसी है। इसमें 12.3-इंच डुअल डिस्प्ले (इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले), वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, रियर वेंट्स के साथ ऑटो AC, 8-स्पीकर बोस साउंड सिस्टम, एम्बिएंट लाइटिंग, सिंगल-पेन सनरूफ, वायरलेस फोन चार्जर और मल्टी-ड्राइव मोड जैसे फीचर दिए गए हैं। सेफ्टी के लिए कार में 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), ट्रैक्शन कंट्रोल, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), 360-डिग्री कैमरा, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर दिए गए हैं। इंजन और परफॉर्मेंस: 1 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन वेन्यू एन-लाइन को सिर्फ 1 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ लॉन्च किया जाएगा, जो 120PS की पावर और 172Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन की बात करें तो इस इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड DCT ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। कार फ्रंट व्हील ड्राइव (FWD) ऑप्शन के साथ आती है। मल्टी-ड्राइव मोड्स परफॉर्मेंस ट्यूनिंग के लिए हैं। स्टैंडर्ड वेन्यू में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल और डीजल ऑप्शंस एक्स्ट्रा हैं।
टेक कंपनी मोटोरोला ने ग्लोबल मार्केट में अपना सबसे पतला स्मार्टफोन मोटोरोला एज 70 लॉन्च कर दिया है। ये कंपनी का अब तक का सबसे पतला स्मार्टफोन है। इसकी मोटाई सिर्फ 5.9mm है, जो पहले वाले मॉडल मोटोरोला एज 60 (7.9mm) से 2.0mm कम है। पतला होने के बावजूद मोटोरोला एज 70 स्मार्टफोन MIL-STD 810H मिलिट्री सर्टिफिकेशन के साथ आता है, यानी ये काफी मजबूत फोन है। ये IP68 + IP69 रेटिंग के साथ पेश किया गया है, जो इसे डस्ट और वॉटरप्रूफ बनाती है। इसके अलावा फोन ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन (OIS) के साथ 50 मेगापिक्सल रियर कैमरा, 12GB रैम और स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर से लैस है। मोटोरोला ने मोबाइल को हाल ही में चीन में मोटो X70 एयर नाम से लॉन्च किया था।
भारत में अब 18 से 25 साल के जिओ यूजर्स को फ्री में जैमिनी प्रो सब्सक्रिप्शन मिलेगा। इसके लिए रिलायंस की सहायक कंपनी रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड ने गूगल के साथ पार्टनरशिप की है। इस प्रीमियम सर्विस की कीमत ₹35,000 है, जो यूजर्स को 18 महीने के लिए बिना किसी शुल्क के मिलेगी। इस प्लान में स्टूडेंट्स को जेमिनी 2.5 Pro जैसे एडवांस्ड AI टूल्स, 2TB क्लाउड स्टोरेज से लेकर वीडियो बनाने के लिए Veo 3 का सब्सक्रिप्शन मिलेगा। यह ऑफर आज से शुरू हो गया है। यहां हम सवाल-जवाब में पूरी डिटेल्स बता रहे हैं.. सवाल 1: इस Gemini AI Pro प्लान में क्या-क्या मिलेगा? जवाब: इस प्लान में शामिल है… सवाल 2: इस ऑफर को कैसे क्लेम करें? जवाब: एलिजिबल यूजर्स इस ऑफर को MyJio एप में दिए गए “क्लेम नाउ” बैनर पर क्लिक करके एक्टिवेट कर सकते हैं। ऑफर के लिए कोई चार्ज नहीं है। गूगल ऑफर खत्म होने से पहले रिमाइंडर ईमेल भेजेगा, ताकि आप चाहें तो सब्सक्रिप्शन कैंसिल कर सकें। सवाल 3: इस ऑफर की समय सीमा और शर्तें क्या हैं? जवाब: ये ऑफर 30 अक्टूबर 2025 से रजिस्ट्रेशन के लिए उपलब्ध है। यह ऑफर जियो के उन ग्राहकों के लिए उपलब्ध है, जिनकी उम्र 18 से 25 साल के बीच है। इसके लिए यूजर्स को ₹349 या उससे ऊपर के 5G अनलिमिटेड प्रीपेड या पोस्टपेड प्लान का उपयोग करना होगा। सवाल 4: गूगल और जियो ऐसा ऑफर क्यों दे रहा है? जवाब: जियो का लक्ष्य 1.45 अरब भारतीयों के लिए इंटेलिजेंस सेवाओं को सरल बनाना है। वहीं गूगल इन ऑफर्स से डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देना चाहता है। कंपनी का मानना है कि ये यूजर्स को स्मार्ट और तेजी से सीखने में मदद करेंगे। साथ ही, गूगल इस ऑफर के जरिए अपने AI इकोसिस्टम को स्टूडेंट्स के बीच पॉपुलर करना चाहता है, ताकि भविष्य में वो इसके लॉन्ग-टर्म यूजर्स बनें।
टेक कंपनी वनप्लस 13 नवंबर को भारतीय बाजार में अपना नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 लॉन्च करने जा रही है। ये इंडिया का पहला स्मार्टफोन होगा जो स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर के साथ आएगा। वनप्लस 15 पहला फोन है, जिसमें फोटो की क्वालिटी को बेहतर बनाने वाला डीटेलमैक्स इमेज इंजन लगाया गया है। इसके अलावा फोन में 120W चार्जिंग के साथ 7300mAh बैटरी और 16GB रैम मिलेगी। लॉन्च ईवेंट शाम 7 बजे शुरू होगा, जिसे ऑफिशियल वेबसाइट सहित ब्रांड के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव देखा जा सकेगा। 13 नवंबर की रात 8 बजे से ही फोन की की सेल शुरू हो जाएगी। फोन को ऑफिशियल वेबसाइट और ई-कॉमर्स साइट से खरीदा जा सकेगा। प्रोसेसर और डीटेलमैक्स इमेज इंजन वाला पहला भारत में फोन डीटेलमैक्स इमेज इंजन: ये वनप्लस का अपना पहला इन-हाउस डिजाइन कंप्यूटेशनल इमेजिंग सॉफ्टवेयर है, जो एडवांस्ड अल्गोरिदम और पावरफुल प्रोसेसर का इस्तेमाल करके स्मार्टफोन कैमरा में ज्यादा डेटा कैप्चर और प्रोसेस करता है। ये फोटोज को ओवर-ब्यूटीफिकेशन या डिस्टॉर्शन के बिना, पूरी तरह रियल और क्लियर तरीके से पेश करता है, ताकि जूम करने पर भी डिटेल्स शार्प रहें। ये लो-लाइट में क्लीयर नाइट इंजन, फास्ट मूविंग सब्जेक्ट्स के लिए क्लीयर बर्स्ट जैसे फीचर्स के साथ HDR ऑप्टिमाइजेशन और AI-पावर्ड डिटेल बूस्ट देता है, जो फोटोज को नैचुरल और डेप्थ वाली बनाता है। क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर: ये 3 नैनोमीटर आर्किटेक्चर पर बना ऑक्टा-कोर मोबाइल CPU है, जो 4.6GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। वनप्लस 15 के बाद इसी चिपसेट के साथ भारत में रियलमी GT 8 प्रो और आईक्यू 15 फोन भी लॉन्च होंगे। डिजाइन: तीन कलर ऑप्शन के साथ माइक्रो आर्क ऑक्सीडेशन ट्रीटमेंट वनप्लस 15 एलुमिनियम फ्रेम पर बना है, जिसमें इंडस्ट्री का पहला माइक्रो आर्क ऑक्सीडेशन ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह रॉ एलुमिनियम से 3.4 गुना ज्यादा टफ और टाइटेनियम से 1.5 गुना ज्यादा मजबूत है। मोबाइल को IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग प्राप्त है, जो धूल और पानी के साथ ही चाय या तेल जैसे लिक्विड गिरने पर भी फोन को सुरक्षित रखती है। फोन इनफिनिटी ब्लैक अल्ट्रा वॉयलेट और सेंड ड्यून कलर ऑप्शन के साथ आएगा। वनप्लस 15 : स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 6.78 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जो 1.5K रेजोल्यूशन वाली है। मतलब, तस्वीरें और वीडियो बहुत क्लियर और शार्प दिखेंगी। ये एक फ्लैट (सीधी) स्क्रीन है, जो थर्ड जनरेशन के BOE Flexible Oriental OLED पैनल पर बनी है। OLED का मतलब है कि कलर्स बहुत जीवंत और ब्लैक कलर गहरा दिखेगा, और फ्लेक्सिबल होने से स्क्रीन मजबूत बनी है। स्क्रीन 144Hz रिफ्रेश रेट पर चलती है, यानी स्क्रॉलिंग या वीडियो देखते समय सब कुछ स्मूद लगेगा। ज्यादा धूप में भी 6000 nits की पीक ब्राइटनेस से स्क्रीन साफ दिखेगी। गेमिंग के दौरान ये 165Hz तक रिफ्रेश रेट दे सकता है, जिससे गेम्स और भी तेज और रिएक्टिव लगेंगे। फोन में अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर है, जो स्क्रीन के नीचे लगा है। ये तेज, सुरक्षित और गीली उंगली पर भी अच्छा काम करता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा दिया गया है, जो सोनी LYT700 सेंसर के साथ मिलकर नॉर्मल फोटोज को क्लियर और डिटेल्ड बनाता है। इसके साथ 3.5X जूम वाला 50 मेगापिक्सल का 3.5x पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस और 50 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड कैमरा मिलता है। वहीं, वीडियो कॉलिंग और सेल्फी के लिए 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है, जो क्लियर सेल्फी और वीडियो देता है। बैटरी और चार्जर: पावर बैकअप के लिए वनप्लस 15 में 7300mAh बैटरी मिलेगी। फोन को चार्ज करने के लिए 120W सूपर वूक फास्ट चार्जिंग तकनीक के साथ 50W एयरवूक चार्जिंग टेक्नोलॉजी दी गई है।
इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विसेज लॉन्च करने जा रही है। इसके लिए कंपनी 30 और 31 अक्टूबर को मुंबई में डेमो रन करेगी। यह सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस शुरू करने के लिए रेगुलेटरी क्लियरेंस का बड़ा स्टेप है। न्यूज एजेंसी PTI ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस डेमो के दौरान प्रोविजनल स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल होगा, जो अभी टेम्पररी तौर पर अलॉट किया गया है। लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज, मतलब पुलिस और सिक्योरिटी वाले लोग इसे क्लोजली वॉच करेंगे। ये टेस्ट मुख्य रूप से दो चीजों पर फोकस करेंगे: ऑफिस का मंथली रेंट ₹3.52 लाख से ज्यादा इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस ने चांदिवली के कॉमर्शियल बिल्डिंग बूमरैंग के ग्राउंड फ्लोर पर 1,294 वर्ग फीट स्पेस किराए पर लिया है। लीज 14 अक्टूबर से शुरू होकर 5 साल की है। मंथली रेंट ₹3.52 लाख से ज्यादा है और हर साल 5% की बढ़ोतरी होगी। कंपनी ने ₹31.7 लाख का सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा किया है। यानी, बिजनेस सेटअप हो चुका है, अब बस फाइनल अप्रूवल की जरूरत है। स्टारलिंक के आने से प्राइसेज कम हो सकते हैं भारत का सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट अभी नया-नया है। जियो, एयरटेल जैसी कंपनियां भी इसमें कूद रही हैं, लेकिन स्टारलिंक की टेक्नोलॉजी ग्लोबल लेवल की है। स्टारलिंक के भारतीय बाजार में आने से कॉम्पिटिशन बढ़ेगा, प्राइसेस कम हो सकते हैं और कनेक्टिविटी बेहतर होगी। स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद लाइसेंस मिल गया। आम लोगों को क्या फायदा होगा? स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा। इससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं।
एपल का मार्केट कैप पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर यानी 353 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह आंकड़ा भारत की GDP के बराबर है। IMF के मुताबिक भारत की GDP अभी 4.13 ट्रिलियन डॉलर यानी 364 लाख करोड़ रुपए है। एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट के बाद एपल तीसरी कंपनी है, जिसने यह आंकड़ा पार किया है। एनवीडिया 4.71 ट्रिलियन डॉलर (415 लाख करोड़ रुपए) की मार्केट वैल्यू के साथ दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है। इसका मार्केट कैप 4.06 ट्रिलियन डॉलर यानी 358 लाख करोड़ रुपए है। आईफोन-17 की लॉन्चिंग के बाद एपल का शेयर 15% चढ़ा 28 अक्टूबर को एपल का शेयर कारोबार के दौरान 269.87 डॉलर के अपने डे हाई पर पहुंच गया था। जिसके चलते कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया। अभी कंपनी का शेयर 0.11% की गिरावट के साथ 268.51 डॉलर यानी 23,698 रुपए पर कारोबार कर रहा है। 9 सितंबर को लॉन्च हुई आईफोन-17 सीरीज की वजह से एपल की मार्केट वैल्यूएशन बढ़ी है। आईफोन-17 सीरीज की लॉन्चिंग के बाद से अब तक एपल का शेयर 15% चढ़ा है। तब कंपनी का शेयर 234 डॉलर यानी 20,653 रुपए पर था। इस साल की शुरुआत में कंपनी का शेयर नेगेटिव था, लेकिन अब पॉजिटिव हो गया है। आईफोन 17 की सेल पिछले मॉडल से 14% ज्यादा रही काउंटरपॉइंट रिसर्च के डेटा के मुताबिक, अमेरिका और चीन में आईफोन 17 की सेल पिछले मॉडल से 14% ज्यादा रही। एवरकोर ISI जैसे ब्रोकरेज को लगता है कि सितंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर आएंगे और दिसंबर का फोरकास्ट भी बेहतर होगा। एपल का शेयर AI की वजह से दबाव में था रिपोर्ट्स के मुताबिक, एपल AI रेस में थोड़ा स्लो है, जिससे शेयर पर दबाव था। एपल इंटेलिजेंस सूट और ChatGPT इंटीग्रेशन तो आया, लेकिन सिरी का AI अपग्रेड अगले साल तक टल गया। कई सीनियर AI एग्जीक्यूटिव्स मेटा चले गए। कंपनी अल्फाबेट के जेमिनी, एंथ्रोपिक और ओपन AI से पार्टनरशिप की बात कर रही है। जैकारेली ने कहा, 'AI स्ट्रैटजी साफ नहीं है, ये स्टॉक पर बोझ है। अगर कंज्यूमर्स को एक्साइट करने वाला AI फीचर ला दें, तो कंपनी का पूरा गेम बदल जाएगा।' अप्रैल-जून तिमाही में एपल ने सालों का बेस्ट रिजल्ट दिया। कंपनी ने सभी सेगमेंट में डबल-डिजिट ग्रोथ हासिल की है। 30 अक्टूबर को चौथी तिमाही के नतीजे आने वाले हैं। ------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... सबसे पतला आईफोन लॉन्च, कीमत ₹1.20 लाख: आईफोन-17 सीरीज में 4 फोन आएंगे, हार्ट रेट बताने वाला पहला एयरपॉड भी लॉन्च एपल ने अपने सालाना इवेंट 'ऑव ड्रॉपिंग' में अपना सबसे पतला आईफोन लॉन्च किया। आईफोन एयर 5.6mm पतला है। इसकी शुरुआती कीमत 1.20 लाख रुपए है। इवेंट में आईफोन 17, आईफोन 17 प्रो और आईफोन 17 प्रो मैक्स भी लॉन्च किया गया है। प्रो वैरिएंट में अब तक की सबसे बड़ी आईफोन बैटरी मिलेगी। पूरी खबर पढ़ें...
अब आप चैटजीपीटी से फ्री में अनलिमिटेड चेट कर सकेंगे, इमेज बना सकेंगे और अपलोड भी कर सकेंगे। क्योंकि, ओपनएआई ने भारत में 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री कर दिया है। ये ऑफर 4 नवंबर 2025 से भारतीय यूजर्स के लिए एक्टिव होगा। चैटजीपीटी गो ओपनएआई का मिड-लेवल प्रीमियम प्लान है। कंपनी का कहना है कि भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा और सबसे तेज बढ़ने वाला मार्केट है। कंपनी ने गूगल और पर्प्लेक्सिटी के फ्री प्लान के जवाब में आज (28 अक्टूबर) नए प्लान का ऐलान किया है। गूगल ने अपने AI प्रो मेंबरशिप (₹19,500 सालाना) को स्टूडेंट्स के लिए एक साल फ्री किया है। वहीं, पर्प्लेक्सिटी ने भी एयरटेल के साथ मिलकर अपना प्रीमियम प्लान फ्री देना शुरू किया है। अल्टमेन ने कहा- भारत AI में सबसे तेज बढ़ने वाला मार्केट ओपनएआई के VP और चैटजीपीटी हेड निक टरले ने कहा, 'भारत में चैटजीपीटी गो लॉन्च करने के बाद से यूजर्स की क्रिएटिविटी देखकर मजा आ रहा है। हमारे पहले DevDay एक्सचेंज इवेंट से पहले, हम इसे एक साल फ्री कर रहे हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग एडवांस्ड AI का फायदा उठा सकें।' CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा, 'भारत न सिर्फ हमारा दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है, बल्कि सबसे तेज बढ़ने वाला भी।' आइए, चैटजीपीटी के नए प्लान की पूरी डिटेल समझते हैं... 1. चैटजीपीटी गो क्या है और इसमें क्या-क्या मिलेगा? जवाब: चैटजीपीटी गो ओपनएआई का एक प्रीमियम सब्सक्रिप्शन है, जो चैटजीपीटी का एडवांस्ड वर्जन है। नॉर्मल फ्री वर्जन में तो मैसेज लिमिट कम होती है, इमेज जेनरेट करने की संख्या सीमित रहती है और पर्सनलाइज्ड चैट्स में मेमोरी भी छोटी होती है, लेकिन गो वर्जन में सब कुछ सुपरचार्ज्ड है। 2. अभी क्या कीमत और कितने का फायदा होगा? जवाब: वर्तमान में ये सब्सक्रिप्शन भारत में 399 रुपए प्रति महीने का है, लेकिन 4 नवंबर से ये एक साल के लिए फ्री हो जाएगा। यानी 4,788 रुपए का फायदा। ये ऑफर मौजूदा गो सब्सक्राइबर्स के लिए भी लागू होगा। मतलब अगर आप पहले से पे कर रहे हैं, तो वो अमाउंट रिफंड या क्रेडिट मिल सकता है। 3. कैसे साइन अप करें? 4. ओपनएआई का ये कदम क्यों? चैटजीपीटी गो लॉन्च होने के बाद से भारत में पेड सब्सक्रिप्शंस दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। ये फ्री ऑफर यूजर्स को ज्यादा एंगेज करने और मेट्रो सिटीज के बाहर AI को पहुंचाने के लिए है। कंपनी का 'इंडिया-फर्स्ट' अप्रोच और इंडिया AI मिशन से मैच करता है। निक टरले ने कहा, 'हम उत्साहित हैं कि यूजर्स इन टूल्स से क्या-क्या बनाएंगे, सीखेंगे और अचीव करेंगे।' 5. यूजर्स को क्या फायदा? क्यों है ये गेम-चेंजर? ओपनएआई का कहना है कि ये ऑफर भारत को AI डेमोक्रेटाइज करने की दिशा में बड़ा कदम है। पहले से ही भारत चैटजीपीटी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है और ये ऑफर इसे और तेजी से बढ़ाएगा।
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी XAI ने AI-पावर्ड एन्साइक्लोपीडिया लॉन्च किया है। इसका नाम ग्रोकिपीडिया है, जो विकिपीडिया को सीधी टक्कर देगा। 27 अक्टूबर को लॉन्च होते ही ग्रोकिपीडिया की वेबसाइट क्रैश हो गई थी, लेकिन अब ये ठीक हो गई है। मस्क इसे ट्रुथफुल और बायस-फ्री ऑप्शन बता रहे हैं। ट्रुथ-सीकिंग नॉलेज बेस होने का दावा ये विकिपीडिया जैसा ही दिखता है। मस्क को विकिपीडिया पर आइडियोलॉजिकल नैरेटिव्स और प्रोपगैंडा का शक था, इसलिए उन्होंने ये ट्रुथ-सीकिंग नॉलेज बेस बनाया। ये xAI के Grok AI चैटबॉट से पावर्ड है, जो रीयल-टाइम डेटा पर ट्रेन हुआ है। ग्रोकिपीडिया का इंटरफेस सिंपल है- होमपेज पर Grokipedia v0.1 लिखा है और एक सर्च बार है। अभी ये बीटा वर्जन है, लेकिन मस्क कहते हैं कि वर्जन 1.0 इससे 10 गुना बेहतर होगा। अब 3 सवालों के जवाब में जानें ग्रोकिपीडिया की डिटेल्स… सवाल 1: ग्रोकिपीडिया के खास फीचर्स क्या हैं? जवाब: ये xAI के Grok मॉडल से चलता है, जो कंटेंट को ऑटोमेटेड तरीके से जनरेट, फैक्ट-चेक और एडिट करता है। इसमें लिमिटेड ह्यूमन इंटरवेंशन है। ये फास्ट, ज्यादा फैक्चुअल और कम पॉलिटिकली बायस्ड इंफो देता है। यूजर्स डायरेक्ट एडिट नहीं कर सकते, लेकिन गलतियां रिपोर्ट कर सकते हैं। सवाल 2: कंटेंट लाइब्रेरी कितनी बड़ी है और कहां से आई? जवाब: अभी ग्रोकिपीडिया पर 8.85 लाख से ज्यादा आर्टिकल्स मौजूद है। ज्यादातर कंटेंट क्रिएटिव कॉमन्स एट्रीब्यूशन-शेयरअलाइक 4.0 लाइसेंस के तहत विकिपीडिया से लिया गया है। विकिपीडिया क्राउड-सोर्स्ड है। एडिटोरियल पॉलिसीज और ओपन डिस्कशन फोरम्स के साथ ग्लोबल वॉलंटियर्स आर्टिकल्स लिखते और मेंटेन करते हैं। ग्रोकिपीडिया AI-ड्रिवन है। ऑटोमेशन से कंटेंट बनता है। मस्क कहते हैं कि ग्रोकिपीडिया वेरिफायबल फैक्ट्स पर फोकस्ड है, जबकि विकिपीडिया बायस्ड है। कुल मिलाकर, क्राउड से AI की तरफ शिफ्ट। सवाल 3: ग्रोकिपीडिया के आगे क्या प्लान्स हैं? जवाब: अभी ग्रोकिपीडिया का v0.1 वर्जन लॉन्च किया गया है। मस्क का कहना है कि v1.0 10 गुना बेहतर होगा। आने वाले समय में आर्टिकल्स की संख्या भी बढ़ेगी।
ओला ने नई हाइपर सर्विस शुरू की:कंपनी के ओरिजनल पार्ट्स सीधे एप और वेबसाइट से खरीद सकेंगे कस्टमर्स
ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर और ई-बाइक चलाने वाले कस्टमर आज (27 अक्टूबर) से ओरिजनल स्पैयर पार्ट्स कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट और कस्टमर एप से खरीद सकेंगे। कंपनी के फाउंडर और CEO भाविश अग्रवाल ने X पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। अग्रवाल ने बताया कि आज से नई हाइपर सर्विस शुरू की है। इसके तहत ओला इलेक्ट्रिक के असली स्पेयर पार्ट्स, डायग्नोस्टिक टूल्स और सर्विस ट्रेनिंग मॉड्यूल अब इंडिपेंडेंट गैरेज, मैकेनिक्स और फ्लीट ऑपरेटर्स के लिए भी उपलब्ध होंगे। नई सर्विस में कोई बिचौलिया नहीं होगा अग्रवाल ने कहा, हाइपर सर्विस के साथ हम अपनी नई सुविधाएं सबके लिए खोल रहे हैं। नई सर्विस में कोई बिचौलिया नहीं होगा और कस्टमर्स को हाई-क्वालिटी, सर्टिफाइड पार्ट्स मिलेंगे। अब हर गैरेज, फ्लीट और कस्टमर को वही हाई-क्वालिटी सर्टिफाइड पार्ट्स, टूल्स और सिस्टम मिलेंगे, जो ओला का नेटवर्क यूज करता है। हाइपर सर्विस के दो फेज हाइपर सर्विस इंडिपेंडेंट गैरेज को मजबूत करेगा हाइपर सर्विस एक खुला प्लेटफॉर्म है, जो सिर्फ कस्टमर्स के लिए ही नहीं, बल्कि भारत के इंडिपेंडेंट गैरेज और मैकेनिक्स के लिए भी है। हाइपर सर्विस से ओला के बिजनेस को ये फायदे मिलेंगे ओला हाइपर सर्विस के बारे में 6 सवाल से जानिए 1. ओला हाइपर सर्विस ओपन प्लेटफॉर्म क्या है? जवाब: ये ओला इलेक्ट्रिक की एक नई पहल है, जिसमें कंपनी अपने असली स्पेयर पार्ट्स, डायग्नोस्टिक टूल्स और सर्विस ट्रेनिंग को न सिर्फ ओला के कस्टमर्स, बल्कि देशभर के इंडिपेंडेंट गैरेज, मैकेनिक्स और फ्लीट ऑपरेटर्स के लिए भी उपलब्ध करा रही है। 2. ओला इलेक्ट्रिक के असली स्पेयर पार्ट्स कैसे खरीद सकते हैं? जवाब: आप ओला इलेक्ट्रिक के असली स्पेयर पार्ट्स कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट और कस्टमर एप के जरिए सीधे खरीद सकते हैं। 3. कौन इन स्पेयर पार्ट्स और ट्रेनिंग का फायदा ले सकता है? जवाब: ओला के कस्टमर्स, इंडिपेंडेंट गैरेज, मैकेनिक्स और फ्लीट ऑपरेटर्स पार्ट्स खरीद सकते हैं। जल्द ही डायग्नोस्टिक टूल्स और ट्रेनिंग मॉड्यूल भी उनके लिए उपलब्ध होंगे। 4. ओला कस्टमर्स के लिए 'सर्विस फ्रीडम' क्या है? जवाब: इसका मतलब है कि ओला के कस्टमर्स अब अपनी गाड़ी की सर्विस ओला के नेटवर्क से या अपनी पसंद के किसी इंडिपेंडेंट गैरेज से करवा सकते हैं, बशर्ते वो ओला के असली पार्ट्स का इस्तेमाल करें। 5. इससे इंडिपेंडेंट मैकेनिक्स को क्या फायदा होगा? जवाब: मैकेनिक्स को ट्रेनिंग, ओला का सर्टिफिकेशन, EV टेक्नोलॉजी में स्किल बढ़ाने का मौका, असली पार्ट्स और जल्द ही डायग्नोस्टिक टूल्स की सुविधा मिलेगी। इससे वो ओला की गाड़ियों की सर्विस करके कमाई कर सकेंगे। 6. डायग्नोस्टिक टूल्स और टेक्नीशियन सर्टिफिकेशन कब मिलेगा? जवाब: ओला इलेक्ट्रिक इस तिमाही के आखिर तक अगले फेज में डायग्नोस्टिक टूल्स और टेक्नीशियन सर्टिफिकेशन प्रोग्राम शुरू करेगी। ओला इलेक्ट्रिक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें ओला इलेक्ट्रिक को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने शो-कॉज नोटिस दिया: 7 दिन के भीतर सर्विस सेंटर और ट्रेड सर्टिफिकेट्स की जानकारी मांगी; 5% गिरा शेयर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी ओला एक बार फिर विवादों में है। इस बार ओला को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने शो-कॉज नोटिस जारी किया है। मंत्रालय ने 7 दिन के भीतर कई अहम सवालों के जवाब मांगे हैं। अगर ओला ने समय पर जवाब नहीं दिया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। नोटिस के बाद ओला का शेयर शुक्रवार को 5.13% की गिरावट के साथ ₹49.72 रुपए पर बंद हुआ। इसके साथ ही ओला ने तीन दिन पहले महाराष्ट्र में 121 स्टोर्स पर कार्रवाई के निर्देश पर सफाई दी। ओला ने कहा है कि हमें महाराष्ट्र में शोरूम बंद करने संबंधी कोई नोटिस नहीं मिला है। पूरी खबर पढ़ें...
लावा इंटरनेशनल ने आज (27 अक्टूबर) भारत में नया स्मार्टफोन लावा शार्क 2 लॉन्च कर दिया है। फोन IP54 डस्ट और वाटर रेटिंग के साथ पेश किया गया है यानी फोन धूल और पानी के छीटों से सुरक्षित है। हालांकि, फोन पानी में डुबने पर खराब हो सकता है। इसके अलावा, फोन में 50MP कैमरा और 5000mAh बैटरी मिलेगी। भारतीय मोबाइल कंपनी ने इसे बजट सेगमेंट में 4GB रैम + 64GB स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट के साथ उतारा है और इसकी कीमत 7,500 रुपए रखी है। फोन पर 750 रुपए का कैश डिस्काउंट भी मिलेगा। फोन ऑनलाइन नहीं मिलेगा, इसे ऑफलाइन मोबाइल की दुकान से ही खरीदा जा सकेगा। डिजाइन: आईफोन 16 प्रो मैक्स से इन्सपायर्ड डिजाइन लावा शार्क 2 का लुक आईफोन 16 प्रो मैक्स से मिलता-जुलता है। इसके बैक पैनल पर एक स्क्वायर शेप का कैमरा मॉड्यूल है, जो आईफोन से इंस्पायर्ड है। इस मॉड्यूल में तीन कैमरा लेंस और एक LED फ्लैश है। कैमरा सेंसर का प्लेसमेंट बिल्कुल आईफोन 16 प्रो मैक्स जैसा है, लेकिन फ्लैश को थोड़ा अलग तरीके से रखा गया है। फोन के राइट साइड में वॉल्यूम बटन और पावर बटन हैं, जबकि बाईं साइड में सिम स्लॉट है। नीचे की तरफ USB टाइप-C पोर्ट, स्पीकर ग्रिल और 3.5mm हेडफोन जैक मिलता है। ये फोन ऑरोरा गोल्ड और एक्लिप्स ग्रे कलर में अवेलेबल है। लावा शार्क 2: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 720x1612 पिक्सल रेजोल्यूशन वाला 6.75 इंच का HD+ डिस्प्ले दिया गया है। एमोलेड पैनल पर बनी ये स्क्रीन 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है। इसमें पंच होल कटआउट नॉच डिजाइन दिया गया है, जिससे इसका स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो 93.5% है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए लावा शार्क 2 के बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ ट्रिपल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें AI फीचर्स से लैस 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा दिया गया है, जो अल्ट्रा-वाइड लेंस और डेप्थ लेंस के साथ मिलकर काम करता है। वहीं, इसमें सेल्फी और वीडियो कॉल के लिए 8 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है। प्रोसेसर, ऑपरेटिंग सिस्टम और स्टोरेज: परफॉर्मेंस के लिए फोन में ऑक्टा-कोर यूनिसोक T7250 चिपसेट दिया गया है। इसका AnTuTu स्कोर 3,75,000+ है, जो लाइट गेमिंग और डेली की मल्टीटास्किंग के लिए ठीक है। इसमें 4GB रैम + 64GB स्टोरेज मिलेगी। कंपनी ने फोन को 4GB वचुर्अल रैम तकनीक से भी लैस किया है, जो फिजिकल रैम के साथ जुड़कर इस शार्क 2 को 8GB रैम (4GB+4GB) की ताकत देगी। फोन में 64GB इंटरनल स्टोरेज मिलेगा। लावा शार्क 2 आउट ऑफ द बॉक्स एंड्रॉयड 15 के साथ आता है। बैटरी और चार्जर: पावर बैकअप के लिए फोन में 5000mAh की बैटरी दी गई है जो कि 18W फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट करती है।
माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला ने कहा है कि वे अब AI असिस्टेंट कोपायलट के फीचर्स के यूज के बिना अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। नडेला ने हाल ही में X पर एक वीडियो शेयर कर कोपायलट की अपनी तीन पसंदीदा फीचर्स बताए हैं . ये फीचर्स उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के लिए जरूरी हो गए हैं। उन्होंने कोपायलट के एक फीचर की तुलना टचस्क्रीन के आने जैसे बड़े आविष्कार से की है। सत्या नडेला ने बताए कोपायलट के तीन पसंदीदा फीचर्स 1. विंडोज पर वॉइस-एक्टिवेटेड कोपायलट: नडेला के लिए सबसे पसंदीदा फीचर है विंडोज पर वॉइस-एक्टिवेटेड कोपायलट। यानी, अब सिर्फ आवाज से ही कोपायलट तुरंत एक्टिवेट हो जाता है। नडेला ने कहा कि कंप्यूटर से बातचीत करने का यह सबसे शानदार तरीका है, और इसकी तुलना उन्होंने टच टेक्नोलॉजी के आने से की। उन्होंने इसे अपना नया माउस बताया, जो आवाज से चलता है। 2. Mico AI असिस्टेंट: नडेला का दूसरा पसंदीदा फीचर Mico है, जो कोपायलट के लिए एक नया कैरेक्टर इंटरफेस है। नडेला ने इसकी तारीफ करते हुए कहा कि Mico AI से बातचीत करने के तरीके को बदल देता है, क्योंकि अब बात करने के लिए एक चेहरा मिल जाता है। Mico AI न सिर्फ जानकारी नहीं देता, बल्कि आपको सवाल पूछ-पूछकर किसी भी विषय को गहराई से सिखाता है। नडेला ने बताया कि उन्होंने और उनकी बेटी ने मिस्र की पौराणिक कथाओं को समझने के लिए Mico का इस्तेमाल किया। 3.पर्सनल लाइफ में मदद: नडेला ने तीसरे नंबर पर कोपायलट की योजना बनाने, सीखने और कॉर्डिनेटिंग क्षमताओं को रखा है। नडेला ने कहा कि ये क्षमताएं उन्हें अपनी जटिल काम और जीवन की मांगों को संभालने और स्वस्थ बने रहने में मदद करती हैं। नडेला ने अंत में कहा कि ये तीन फीचर्स उनके रोजमर्रा के काम का हिस्सा बन गए हैं।
अगर आप ओप्पो 30 से 35 हजार की रेंज में नया स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं। तो ओप्पो ने भारत में नया स्मार्टफोन ओप्पो F31 प्रो+ लॉन्च किया है। फोन मार्केट में आते ही अपनी स्ट्रांग बिल्ड क्वालिटी को लेकर सुर्खियां बटोर रहा है। फोन एक महीने यूज करने के बाद हमने इसे परखा है और इसकी खूबियों व खामियों को जाना है। तो चलिए जानते हैं 31,999 रुपए की शुरुआती कीमत वाला यह फोन वनप्लस नोर्ड 5, रियलमी 15 प्रो और आईक्यू नियो 10 जैसे स्मार्टफोन्स को कितनी टक्कर देता है। डिजाइन: मिलिट्री ग्रेड सर्टिफिकेशन के साथ 360 आर्मर बॉडी सबसे पहले बात डिजाइन की तो ओप्पो F31 प्रो+ में 360 आर्मर बॉडी दी गई है, जो मिलिट्री ग्रेड सर्टिफिकेशन के साथ आती है। हमने इसे उछाला, फेंका, लेकिन फ्रेम और डिस्प्ले पर कोई खरोंच नहीं आई। वॉटरप्रूफिंग के लिए इसे IP69, IP68, और IP66 रेटिंग मिली है। हमने शॉवर में टेस्ट किया लेकिन फोन को कुछ नहीं हुआ। कंपनी का दावा है कि यह पानी, चाय, कॉफी जैसे 18 तरह के लिक्विड से सुरक्षित है। फोन में AM04 एलुमिनियम अलॉय फ्रेम और डायमंड-कट कैमरा रिंग है। यह जेस्टोन ब्लू, हिमालयन वाइट और फेस्टिवल पिंक कलर में आता है। हमने जेमस्टोन ब्लू टेस्ट किया, जिसकी थिकनेस 7.7mm और वजन 195 ग्राम है। ग्रिप अच्छी है, लेकिन सिंगल-हैंड में थोड़ा भारी लग सकता है। डिस्प्ले: 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.8-इंच की फुल HD+ स्क्रीनडिस्प्ले की बात करें तो फोन में 28001280 रेजोल्यूशन वाली 6.8-इंच की फुल HD+ डिस्प्ले दी गई है। इसका स्क्रीन-टू-बॉडी रेश्यो जो 93.5% का है। स्क्रीन साइज औसत से कुछ बड़ा है, जिसे सिंगल हैंड यूज करने के दौरान हल्की-फुल्की परेशानी होती है। फ्लेट एमोलेड पैनल वाली स्क्रीन पर 120Hz रिफ्रेश रेट और 1600nits ब्राइटनेस मिलती है। स्क्रालिंग में यह काफी स्मूथ है और डिस्प्ले में हर तरह के रंग पंची नजर आते हैं। स्क्रीन सभी कलर्स को इन्हांस करके दिखाती है, जिससे फोटोज, वीडियो और ग्राफिक्स अटरेक्टिव लगते हैं। कैमरा: 10x जूम के साथ 50 मेगापिक्सल मेन OIS सेंसर फोन डुअल रियर कैमरा सपोर्ट करता है। इसके बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ 50 मेगापिक्सल मेन OIS सेंसर दिया गया है, जिसके साथ 2 मेगापिक्सल मोनोक्रोम लेंस मिलता है। फोन का कैमरा 10x जूम के साथ ऑटो फोकस तकनीक से लैस है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए इसमें 32 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। फ्रंट कैमरा दिन की रोशनी में अच्छी सेल्फी और बोके इफेक्ट देता है। डेप्थ इफेक्ट औसत से बेहतर है और AI फीचर्स सेल्फी को बेहतर बनाते हैं, लेकिन 30 हजार से ज्यादा की कीमत में 32MP सेंसर कमजोर लगता है, क्योंकि रियलमी P4 प्रो, नथिंग फोन 3a और मोटोरोला एज 60 प्रो जैसे 25 हजार से कम के फोन 50MP फ्रंट कैमरा देते हैं। 50MP मेन + 2MP मोनोक्रोम रियर कैमरा दिन में वाइब्रेंट फोटो लेता है, धूप-छांव को अच्छे से बैलेंस करता है। लेकिन रात की फोटो में रंग फीके और टेक्स्ट की रीडेबिलिटी कमजोर रहती है। मोबाइल से जूम करके खींची गई फोटोज का रिजल्ट ज्यादा सही नहीं रहा। फोटो में पिक्सल फट रहे थे और यहां AI बूस्ट ने भी सही काम नहीं किया। परफॉर्मेंस: स्नैपड्रैगन 7 जेन 3 प्रोसेसर के साथ सुपर कूल VC सिस्टमफोन में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 7 जेन 3 प्रोसेसर है, जो 4nm पर बना है और 1.8G गीगाहर्ट्ज से 2.63 गीगाहर्ट्ज की स्पीड देता है। हमने BGMI, COD और रियल रेसिंग 3 जैसे गेम टेस्ट किए। आधे घंटे के गेमप्ले में परफॉर्मेंस ठीक रही, लेकिन इस प्राइस रेंज में और बेहतर की उम्मीद थी। सुपर कूल VC सिस्टम और डुअल इंजन फ्लूएंसी सिस्टम गेमिंग के दौरान फोन को ठंडा रखने में मदद करते हैं। कंपनी 72 महीने लैग-फ्री परफॉर्मेंस का दावा करती है। बैटरी: बायपास चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 7000mAh बैटरी ये कंपनी F सीरीज का पहला स्मार्टफोन है, जो 7000mAh बैटरी के साथ आया है। इसमें 30 मिनट तक ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो स्ट्रीम करने पर बैटरी सिर्फ 2% कम हुई। स्मार्टफोन बायपास चार्जिंग टेक्नोलॉजी सपोर्ट करता है, जो हैवी परफॉर्मेंस या गेमिंग के दौरान बैटरी की जगह सीधे डिवाइस को पावर सप्लाई देती है और इससे फोन हीट नहीं होता है। ओपो स्मार्टफोन में 5 साल की बैटरी हेल्थ देने का दावा करती है। ओपो F31 प्रो प्लस 80W सुपर वूक फास्ट चार्जिंग तकनीक से लैस है। टेस्टिंग में इसने फोन को 20% से 100% फुल चार्ज करने के 57 मिनट का समय लिया। मोबाइल रिवर्स चार्जिंग भी सपोर्ट करता है, जिससे आप इयरबड्स या स्मार्टवॉच भी चार्ज कर सकते हैं। फाइनल वर्डिक्टकुल मिलाकर, ओप्पो F31 प्रो+ मजबूत डिजाइन और पावरफुल बैटरी के लिए अच्छा है। अगर आप रफ यूज करते हैं या लंबा बैकअप चाहते हैं, तो यह ठीक रहेगा। लेकिन गेमिंग और कैमरा में यह इस कीमत में थोड़ा पीछे रह जाता है। रियलमी 15 प्रो, वनप्लस नोर्ड 5 और पोको F7 जैसे फोन बेहतर प्रोसेसर और परफॉर्मेंस देते हैं। इसके 8GB रैम वैरिएंट की कीमत 32,999 रुपए और 12GB रैम वैरिएंट की कीमत 34,999 रुपए है। आपकी जरूरतों के हिसाब से डिसाइड करें।
छठ पर्व के पहले दिन आज यानी, 25 अक्टूबर को IRCTC की वेबसाइट और एप डाउन हो गए। लोगों को सुबह 10 बजे से रेल टिकट बुक करने में परेशानी हो रही है। इससे पहले दिवाली पर भी IRCTC की वेबसाइट और एप डाउन हो चुके हैं। आउटेज ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के मुताबिक सुबह 9:00 बजे से लोगों ने साइट और एप डाउन होने की शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी थी। सुबह 10 बजे करीब 180 लोगों ने इसे रिपोर्ट किया था। सोशल मीडिया पर भी लोग वेबसाइट डाउन होने की शिकायत करते रहे। डाउन डिटेक्टर के मुताबिक वेबसाइट पर 45%, एप पर 51% लोगों ने शिकायतें की हैं। हालांकि अभी डाउन डिटेक्टर पर वेबसाइट और एप डाउन होने की शिकायतें घट गई हैं। तत्काल बुकिंग के समय से पहले डाउन हुआ IRCTC IRCTC पर सुबह 10 बजे AC क्लास के लिए तत्काल टिकट बुक करने का टाइम होता है। जबकि स्लीपर क्लास के लिए तत्काल टिकट बुक करने का समय 11 बजे होता है। आईआरसीटी के टिकटिंग प्लेटफॉर्म तत्काल बुकिंग खुलने के समय ही डाउन हो गए। छठ के लिए तत्काल कोटे से बुकिंग करने वाले लोगों को परेशान होना पड़ा। IRCTC पर रोजाना करीब 12.5 लाख टिकटों की सेल होती है। IRCTC की वेबसाइट डाउन होने पर क्या करें IRCTC वेबसाइट डाउन होने पर यूजर्स कस्टमर केयर नम्बर 14646,08044647999 और 08035734999 पर कॉल कर सकते हैं। ईमेल etickets@irctc.co.in के माध्यम से भी अपनी परेशानी बता सकते हैं। अगर अर्जेंट हो तो काउंटर पर जाकर टिकट बुक करा सकते हैं। ऑनलाइन रेलवे टिकट बुकिंग की प्रोसेस स्टेप 1: IRCTC अकाउंट बनाएं (अगर पहले से नहीं है) स्टेप 2: लॉगिन करें स्टेप 3: ट्रेन सर्च करें स्टेप 4: ट्रेन सिलेक्ट करें और बुकिंग शुरू करें स्टेप 5: पैसेंजर डिटेल्स भरें स्टेप 6: टिकट कन्फर्मेशन और डाउनलोड IRCTC ट्रेंड में त्योहार के समय में IRCTC की वेबसाइट और एप लगातार डाउन हो रहे हैं। इससे पहले दिवाली पर भी IRCTC की वेबसाइट और एप डाउन हो चुके हैं। आज डाउन होने के बाद गूगल केI RCTC ट्रेंड पर बना हुआ है। देखें टॉप ट्रेंड
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने फेसबुक के साथ मिलकर एक नई AI कंपनी बनाई है। दोनों कंपनियों ने इस जॉइंट वेंचर का नाम रिलायंस एंटरप्राइज इंटेलिजेंस लिमिटेड (REIL) रखा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शनिवार (25 अक्टूबर) को रेगुलेटरी फाइलिंग में इसका ऐलान किया। इस जॉइंट वेंचर में मुकेश अंबानी और मार्क जुकरबर्ग की कंपनियों ने मिलकर शुरुआती तौर पर 855 करोड़ रुपए का निवेश किया है। रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड ने फेसबुक की इंडियन आर्म के साथ मिलकर यह नई कंपनी बनाई है। यह नई कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्विसेज को डेवलप करने, मार्केटिंग करने और बेचने पर काम करेगी। REIL में किसकी कितनी हिस्सेदारी? इस कंपनी का मकसद क्या है? अगस्त में रिलायंस की एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में इस जॉइंट वेंचर का ऐलान किया था। REIL का फोकस मेटा के ओपन-सोर्स लामा मॉडल्स और रिलायंस की बिजनेस पहुंच का इस्तेमाल करके अलग-अलग सेक्टर्स के लिए AI टूल्स तैयार करना होगा। REIL दो मेजर प्रोडक्ट्स पर काम करेगी - लामा-बेस्ड AI मॉडल्स बनाने की एक्सपर्टीज देगा मेटा मेटा इस पार्टनरशिप में लामा-बेस्ड AI मॉडल्स बनाने की टेक्निकल एक्सपर्टीज देगा। वहीं रिलायंस अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और भारत की हजारों कंपनियों और छोटे बिजनेस तक पहुंच का फायदा उठाएगा। ये AI सॉल्यूशंस क्लाउड, ऑन-प्रिमाइसेस और हाइब्रिड एनवायरनमेंट में इस्तेमाल किए जा सकेंगे, और इनका मकसद कंपनियों के लिए लागत को कम करना होगा। REIL को कोई सरकारी मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ी रिलायंस की फाइलिंग के मुताबिक, REIL का फॉर्मेशन रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन के तहत नहीं आता है और न ही रिलायंस के प्रमोटर्स या ग्रुप कंपनियों का इसमें कोई निजी हित है। साथ ही इस कंपनी को बनाने के लिए किसी सरकारी या रेगुलेटरी मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ी है। इस पार्टनरशिप से भारत के बिजनेस को AI टेक्नोलॉजी का फायदा आसानी से मिल सकेगा। रिलायंस की मार्केट पहुंच और मेटा की टेक्नोलॉजी छोटे-बड़े बिजनेस को और स्मार्ट और किफायती बनाने में मदद करेगा। ये खबर भी पढ़ें... रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 16% बढ़कर ₹22,146 करोड़ हुआ: दूसरी तिमाही में कमाई ₹2.63 लाख करोड़ रही, कंपनी का रेवेन्यू 10% बढ़ा मार्केट वैल्यू के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में कुल कमाई (टोटल इनकम) 263,380 करोड़ रुपए रही। यह पिछले साल के मुकाबले करीब 10% ज्यादा है। पिछले साल की पहली तिमाही में कंपनी ने 2,40,357 करोड़ रुपए की कमाई की थी। पूरी खबर पढ़ें...
हुंडई मोटर इंडिया ने आज (24 अक्टूबर) हुंडई वेन्यू का सेकेंड जनरेशन मॉडल रिवील कर दिया है। कंपनी अपडेटेड मॉडल को 4 नवंबर को भारतीय बाजार में लॉन्च करेगी। कार लेवल-2 एडास जैसे सेफ्टी फीचर्स के साथ आएगी। सब-4 मीटर SUV पूरी तरह नए लुक में है और इसका इंटीरियर डिजाइन पहले से ज्यादा प्रीमियम है, साथ ही कई फीचर्स भी जोड़े गए हैं। कंपनी ने 25,000 रुपये की टोकन राशि के साथ बुकिंग शुरू कर दी है। भारत में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 8 से 14 लाख रुपए के बीच हो सकती है। इसका मुकाबला महिंद्रा XUV 3XO, टाटा नेक्सॉन, मारुति ब्रेजा, किआ सोनेट और स्कोडा काइलाक से रहेगा।

