experiments on mice in space: चीन के स्पेश स्टेशन से लौटे एक प्रयोग में शामिल मादा चूहे ने पृथ्वी पर स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया है, जिससे यह साबित हो पाया कि अंतरिक्ष यात्रा का उसकी प्रजनन क्षमता पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह अध्ययन भविष्य के लंबे अंतरिक्ष मिशनों और अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं को समझने में जरूरी भूमिका निभाएगा.
इस साल फैक्ट्री में काम करने के लिए बनाए गए इंसानों जैसे दिखने वाले रोबोट का डिस्प्ले होगा। एपल के फोल्डेबल फोन्स की लॉन्चिंग भी हो सकती है। ग्लोबल इकोनॉमी की दिशा तय करने वाली बड़ी मीटिंग्स भी होंगी। 2026 के टेक और बिजनेस के 10 बड़े इवेंट... --------------------------------------------- नए साल की कवरेज में 30 दिसंबर, यानी मंगलवार को पढ़िए... मैदान पर रोते दिखे विराट कोहली: नीले ड्रम में पति की लाश छिपाने वाली मुस्कान, तीन बड़ी भगदड़, 25 तस्वीरों में देखिए 2025 का भारत -------------------------------------------- ये खबर भी पढ़े... 1. सोने में इस साल 1 लाख पर 80 हजार मुनाफा:2026 में गोल्ड, शेयर, प्रॉपर्टी में 15% तक रिटर्न की उम्मीद; कहां करें निवेश इस साल सोने ने 1 लाख रुपए के निवेश को करीब 1.80 लाख बना दिया। यहां, 80% रिटर्न मिला। वहीं शेयर बाजार 1 लाख का निवेश करीब 1.11 लाख ही बना। इसमें 11% रिटर्न मिला। मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक 2026 में सोना, शेयर और प्रॉपर्टी में 12 से 15% तक रिटर्न मिल सकता है। यानी, 1 लाख के निवेश पर करीब 15 हजार मुनाफा हो सकता है। पूरी खबर पढ़े... 2. 31 दिसंबर तक निपटा लें 4 काम:आधार-पैन लिंक के लिए आखिरी 5 दिन; गाड़ी खरीदें, स्मॉल सेविंग्स शुरू करें इस महीने के आखिर यानी, 31 दिसंबर तक गाड़ी खरीदने का अच्छा मौका है। क्योंकि 1 जनवरी से कंपनियां दाम बढ़ाने वाली हैं। वहीं छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें भी घट सकती हैं। इसलिए अभी निवेश का प्लान बना रहे हैं तो ज्यादा ब्याज का फायदा मिल सकता है। पूरी खबर पढ़े...
NASA ने चांद पर कॉलोनी बसाने का किया ऐलान, क्यों खुश हो गए एलन मस्क? कह दी ये बात
अरबपति एलन मस्क ने इस पोस्ट पर सिर्फ एक शब्द में जवाब दिया, 'बहुत बढ़िया.' दरअसल एलन मस्क की कंपनी SpaceX से NASA के लिए 'स्टारशिप' बनाने की उम्मीद है, जो एक दोबारा इस्तेमाल होने वाला दो-स्टेज वाला रॉकेट है जिसे इंसानों को स्पेस में भेजने और चांद पर एस्ट्रोनॉट्स को उतारने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
दुनिया के सबसे पॉपुलर ईमेल प्लेटफॉर्म जीमेल (Gmail) के करोड़ों यूजर्स के लिए एक बड़ी खबर है। गूगल जल्द ही एक ऐसा फीचर लॉन्च करने जा रहा है, जिसका इंतजार पिछले दो दशकों से किया जा रहा था। अब यूजर्स अपने पुराने या 'अजीब' लगने वाले ईमेल एड्रेस (@gmail.com) को बदल सकेंगे। खास बात यह है कि इसके लिए उन्हें नया अकाउंट बनाने की जरूरत नहीं होगी और न ही उनका पुराना डेटा डिलीट होगा। गूगल के एक सपोर्ट पेज के जरिए इस नए अपडेट की जानकारी सामने आई है। अब तक नियम यह था कि एक बार जो ईमेल एड्रेस बन गया, उसे बदला नहीं जा सकता था। अगर किसी को नया एड्रेस चाहिए होता था, तो उसे नया अकाउंट बनाकर अपना पूरा डेटा (कॉन्टैक्ट्स, फोटोज, ड्राइव फाइल्स) मैनुअली ट्रांसफर करना पड़ता था, जो काफी सिरदर्द वाला काम था। पुराना एड्रेस 'एलियस' बन जाएगा, ईमेल मिस नहीं होंगे गूगल के इस नए अपडेट के बाद जब आप अपना ईमेल एड्रेस बदलेंगे, तो आपका पुराना एड्रेस पूरी तरह खत्म नहीं होगा। वह एक 'एलियस' (Alias) के तौर पर आपके अकाउंट से जुड़ा रहेगा। इसका मतलब यह है कि अगर कोई आपके पुराने ईमेल एड्रेस पर कोई मेल भेजता है, तो वह भी आपके नए इनबॉक्स में ही डिलीवर होगा। आप अपने पुराने और नए, दोनों एड्रेस से लॉग-इन कर सकेंगे। साल में एक बार और लाइफ में 3 बार मिलेगा मौका गूगल ने इस फीचर के साथ कुछ शर्तें भी रखी हैं ताकि इसका गलत इस्तेमाल न हो सके। सपोर्ट डॉक्यूमेंट के मुताबिक, एक यूजर साल में केवल एक बार ही अपना जीमेल एड्रेस बदल पाएगा। पूरे लाइफटाइम में एक अकाउंट के लिए अधिकतम 3 बार ही एड्रेस बदलने की अनुमति दी जाएगी। यानी एक अकाउंट से कुल 4 एड्रेस (1 ओरिजिनल + 3 बदलाव) लिंक हो सकते हैं। भारत में सबसे पहले दिख सकते हैं बदलाव दिलचस्प बात यह है कि इस फीचर की जानकारी सबसे पहले गूगल के हिंदी सपोर्ट पेज पर देखी गई है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि गूगल इस फीचर की टेस्टिंग या शुरुआती रोलआउट भारत से कर सकता है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक इसकी कोई ऑफिशियल ग्लोबल अनाउंसमेंट नहीं की है, लेकिन सपोर्ट पेज पर 'धीरे-धीरे रोलआउट' होने की बात लिखी गई है। 'गलती' सुधारने का मौका मिलेगा सोशल मीडिया पर इस खबर के आते ही यूजर्स अपनी खुशी जाहिर कर रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि उन्होंने स्कूल या कॉलेज के दिनों में 'coolboy' या 'funnysneha' जैसे नाम से ईमेल आईडी बना ली थी, जो अब प्रोफेशनल लाइफ में इस्तेमाल करने में अजीब लगती है। इस फीचर के आने के बाद ऐसे करोड़ों लोग अपनी डिजिटल पहचान को बिना डेटा खोए अपडेट कर सकेंगे। वर्क-स्पेस और स्कूल अकाउंट्स के लिए अलग नियम यह सुविधा फिलहाल पर्सनल जीमेल अकाउंट्स के लिए बताई जा रही है। अगर आपका ईमेल एड्रेस ऑफिस, स्कूल या किसी ग्रुप (जैसे- name@company.com) की ओर से दिया गया है, तो इसे बदलने के लिए आपको अपने एडमिनिस्ट्रेटर से संपर्क करना होगा। सामान्य @gmail.com यूजर्स इसे अपने 'माय अकाउंट' (My Account) सेक्शन में जाकर बदल सकेंगे। पूरी खबर पढ़ें... 2026 कावासाकी निजा 1100SX लॉन्च: शुरुआती कीमत ₹14.42 लाख, नए कलर और E20 इंजन के साथ मिलेगी जापानी टू-व्हीलर दिग्गज कावासाकी ने भारत में अपनी प्रीमियम मोटरसाइकिल निंजा 1100SX का 2026 एडिशन लॉन्च कर दिया है। यह बाइक उन राइडर्स के लिए तैयार की गई है, जो लंबी जर्नी के साथ-साथ स्पोर्ट्स बाइक जैसी रफ्तार और परफॉर्मेंस चाहते हैं। कंपनी ने इस बार बाइक के इंजन को नए उत्सर्जन मानकों (E20 कंप्लायंट) के हिसाब से अपडेट किया है। पूरी खबर पढ़ें...
2026 कावासाकी निजा 1100SX लॉन्च:शुरुआती कीमत ₹14.42 लाख, नए कलर और E20 इंजन के साथ मिलेगी
जापानी टू-व्हीलर दिग्गज कावासाकी ने भारत में अपनी प्रीमियम मोटरसाइकिल निंजा 1100SX का 2026 एडिशन लॉन्च कर दिया है। यह बाइक उन राइडर्स के लिए तैयार की गई है, जो लंबी जर्नी के साथ-साथ स्पोर्ट्स बाइक जैसी रफ्तार और परफॉर्मेंस चाहते हैं। कंपनी ने इस बार बाइक के इंजन को नए उत्सर्जन मानकों (E20 कंप्लायंट) के हिसाब से अपडेट किया है। नया ब्लैक और गोल्ड कलर स्कीम जोड़ा गया 2026 मॉडल में सबसे बड़ा विजुअल बदलाव इसका कलर है। कंपनी ने पुराने 'ब्लैक और ग्रीन' शेड को हटाकर अब 'मेटैलिक ब्रिलिएंट गोल्डन ब्लैक' और 'मेटैलिक कार्बन ग्रे' का कॉम्बिनेशन दिया है। यह नया कलर बाइक को पहले से ज्यादा प्रीमियम और क्लासी लुक देता है। लुक्स के मामले में बाइक का मस्कुलर डिजाइन और ट्रेडमार्क निंजा स्टाइल बरकरार रखा गया है। इंजन अब 20% एथेनॉल ब्लेंडेड फ्यूल पर चलेगा बाइक में 1,099cc का लिक्विड-कूल्ड, इनलाइन फोर-सिलेंडर इंजन दिया गया है। यह इंजन 136 hp की पावर और 113 Nm का टॉर्क जनरेट करता है। नए अपडेट के साथ अब यह इंजन E20 फ्यूल (20% एथेनॉल मिक्स पेट्रोल) पर चलने में सक्षम है। कंपनी का दावा है कि इंजन को इस तरह ट्यून किया गया है कि राइडर को मिड-रेंज में ज्यादा बेहतर पावर मिले, जो हाईवे पर ओवरटेकिंग के दौरान काफी मददगार साबित होती है। 4.3 इंच की TFT कलर डिस्प्ले जैसे हाई-टेक फीचर्स क्रूज कंट्रोल और क्विकशिफ्टर स्टैंडर्ड फीचर्स की बात करें तो इसमें 4.3 इंच की TFT कलर डिस्प्ले दी गई है, जिसे स्मार्टफोन से कनेक्ट किया जा सकता है। बाइक में 6-एक्सिस IMU (इनर्शियल मेजरमेंट यूनिट) सिस्टम मिलता है, जो कॉर्नरिंग ABS और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे सेफ्टी फीचर्स को कंट्रोल करता है। इसके अलावा इसमें बाई-डायरेक्शनल क्विकशिफ्टर दिया गया है, जिससे बिना क्लच दबाए गियर बदले जा सकते हैं। राइडर्स की सुविधा के लिए इसमें चार राइडिंग मोड्स - स्पोर्ट्स, रोड, रेन और राइडर मोड मिलते हैं। बाइक के हार्डवेयर में कोई बदलाव नहीं बाइक के मैकेनिकल पार्ट्स में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। इसमें पहले की तरह ही शोवा (Showa) के फुली एडजस्टेबल USD फोर्क्स फ्रंट में और रियर में मोनोशॉक सस्पेंशन मिलता है। ब्रेकिंग के लिए फ्रंट में टोकिको के डिस्क ब्रेक्स और ड्यूल चैनल ABS दिया गया है। इसमें 19 लीटर का बड़ा फ्यूल टैंक है, जो लंबी यात्रा के दौरान बार-बार पेट्रोल भरवाने की झंझट को कम करता है। दिसंबर के आखिर से शुरू होगी डिलीवरी कावासाकी इंडिया ने कन्फर्म किया है कि इस नई बाइक की डिलीवरी देशभर के शोरूम्स पर 29 दिसंबर से शुरू हो जाएगी। भारतीय बाजार में इसका सीधा मुकाबला सुजुकी हायाबुसा और ट्रायम्फ टाइगर जैसी बड़ी बाइक्स से होगा। हालांकि 14.42 लाख की कीमत पर यह अपने सेगमेंट में एक मजबूत ऑप्शन है।
Dracula Chivito: वैज्ञानिकों ने हबल टेलीस्कोप से ब्रह्मांड में अब तक का सबसे बड़ा और अस्थिर ग्रह निर्माण डिस्क देखा है जिसे Dracula Chivito नाम दिया गया है, जो पृथ्वी से 1,000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है.
चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई अब एक ऐसे शख्स की तलाश में है, जो दुनिया को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बुरे प्रभावों से बचा सके। कंपनी इसके लिए 'हेड ऑफ प्रिपयर्डनेस' के पद पर हायरिंग कर रही है। इस नौकरी का मुख्य काम यह सोचना होगा कि AI कैसे और किस तरह से खतरनाक रूप ले सकता है और उसे कैसे रोका जाए। कंपनी के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट के जरिए इस वैकेंसी की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि यह एक बेहद तनावपूर्ण नौकरी होगी। ऑल्टमैन बोले- AI-पावर्ड साइबर वेपन्स से खतरा सैम ऑल्टमैन ने X पर लिखा कि AI मॉडल्स की तेज सुधार से 'कुछ असली चुनौतियां' आ रही हैं। उन्होंने पोस्ट में मेंटल हेल्थ पर प्रभाव और AI-पावर्ड साइबर वेपन्स के खतरे का जिक्र किया। ऑल्टमैन ने कहा कि ये पद भविष्य के रिस्क्स को ट्रैक करने और तैयारी करने के लिए जरूरी है। कंपनी, अब सेफ्टी पर ज्यादा जोर दे रही है। ऑल्टमैन ने पोस्ट के अंत में उम्मीद जताई कि ये रोल कंपनी को सुरक्षित AI रिलीज करने में मदद करेगा। क्या होगा इस नए ऑफिसर का काम? जॉब लिस्टिंग के मुताबिक, हेड ऑफ प्रिपेयर्डनेस को फ्रंटियर AI कैपेबिलिटीज को ट्रैक करना होगा, जो गंभीर नुकसान का खतरा पैदा कर सकती हैं। उसे 'फ्रंटियर कैपेबिलिटीज' यानी AI की उन ताकतवर क्षमताओं पर नजर रखनी होगी, जो इंसानियत के लिए नया खतरा पैदा कर सकती हैं। AI का मेंटल हेल्थ पर असर, केस बढ़े हाल के सालों में AI चैटबॉट्स को टीनएजर्स की सुसाइड केसों से जोड़ा गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये मॉडल्स लोगों की डेल्यूशंस को बढ़ावा देते हैं, कांस्पिरेसी थ्योरीज को फैलाते हैं और ईटिंग डिसऑर्डर्स को छिपाने में मदद करते हैं। AI साइकोसिस एक उभरती चिंता है, जहां यूजर्स AI से इतना जुड़ जाते हैं कि रियलिटी से कट जाते हैं। ओपनएआई का ये नया रोल मेंटल हेल्थ रिस्क्स पर फोकस करेगा। उदाहरण के तौर पर, चैटजीपीटी जैसे टूल्स यूजर्स को काउंसलिंग जैसी सलाह देते हैं, लेकिन बिना प्रोफेशनल चेक के ये हानिकारक हो सकता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये पद लेट इन द गेम लगता है, लेकिन जरूरी कदम है। 2015 में शुरू हुई थी ओपनएआई ओपनएआई 2015 में शुरू हुई थी और चैटजीपीटी के लॉन्च से वैल्यूएशन 80 बिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गई। लेकिन तेज ग्रोथ के साथ रिस्क्स भी बढ़े। 2023 में कंपनी ने सुपरअलाइनमेंट टीम बनाई, जो AI को ह्यूमन वैल्यूज से मैच करने पर काम करती है। अब प्रिपेयर्डनेस रोल इसे आगे ले जाएगा। ऑल्टमैन ने पहले भी AI के 'एक्जिस्टेंशियल रिस्क्स' पर बात की है। उन्होंने कहा कि AI मानवता के लिए बड़ा खतरा या फायदा हो सकता है। ये जॉब उसी दिशा में है, जहां कंपनी रिस्क मॉडलिंग पर इन्वेस्ट करेगी।
Ichthyotitan severnensis: 11 साल की रूबी रेनॉल्ड्स ने इंग्लैंड के तट पर विशाल इच्थियोसॉर फॉसिल खोजा, जो 25 मीटर लंबा समुद्री रैप्टाइल साबित हुआ. इस खोज से प्राचीन महासागरीय जीवन और बड़े जीवों के विकास के बारे में नई जरूरी जानकारी मिली है.
धरती के सामने खड़ा अंतरिक्ष का एक और बड़ा खतरा? 30 साल पहले कर हो गई थी भविष्यवाणी
Apophis asteroid 2029: अप्रैल 2029 में 99942 अपोफिस नामक एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास से गुजरेगा, लेकिन यह किसी खतरे का कारण नहीं बनेगा. वैज्ञानिकों के अनुसार, अगले 100 वर्षों में इसका किसी भी तरह से टकराव होने का जोखिम नहीं है.
India car price hike 2026 : 2026 में बढ़ेंगे वाहन दाम; कच्चे माल और डॉलर दर में उतार-चढ़ाव बनेगी वजह
India car price hike 2026 : नए साल 2026 में भारत में कार, बाइक और इलेक्ट्रिक वाहन महंगे हो सकते हैं। कच्चे माल की बढ़ती कीमतें, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और उत्पादन लागत में वृद्धि मुख्य कारण हैं। कंपनियों ने जनवरी से नई कीमतें लागू करने का ऐलान किया है।
चीन को टक्कर; मोबाइल उत्पादन में भारत बना ग्लोबल पावर
भारत ने मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा हब बनने का दर्जा पा लिया है। पीएलआई योजना, बढ़ते निवेश, रिकॉर्ड उत्पादन, निर्यात में तेज़ वृद्धि और लाखों नई नौकरियों के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनता जा रहा है।
गैलेक्सियां होंगी चकनाचूर! जब टकराएंगे 3 'शैतानी' ब्लैक होल; वैज्ञानिकों ने बताई पूरी सच्चाई
Triple Active Black Holes: वैज्ञानिकों ने पहली बार तीन अलग-अलग गैलेक्सियों के सक्रिय ब्लैक होल एक साथ मौजूद होने का प्रत्यक्ष प्रमाण देखा गया है. यह दुर्लभ घटना गैलेक्सियों के टकराव और रेडियो तरंगों के जरिए पहचान के कारण संभव हुई है.
मुट्ठी भर वजन, छोटे पंख... भारत से अफ्रीका तक बिना रुके उड़ा नन्हा बाज, 6 दिन में किया 6100KM का सफर
Amur Falcon Migration: भारत के तीन अमूर फाल्कन, जिनका नाम अपापांग, अलांग और आहू था, इनमें से एक ने भारत से अफ्रीका तक 6100KM की रिकॉर्ड उड़ान पूरी कर पक्षियों की अद्भुत सहनशक्ति दिखाने का काम किया है.
Asteroid mining: अंटार्कटिका में पाए गए कार्बोनेयस कोंड्राइट्स उल्का पिंड शुरुआती सौरमंडल के जरूरी तत्वों की जानकारी देते हैं और भविष्य में अंतरिक्ष खनन के लिए उपयोगी हो सकते हैं.
बचपन से किबातों में पढ़ते आ रहे हैं कि ब्रह्मांड हर तरफ से एक जैसा है, वहीं नई स्टडी आई है कि ब्रह्मांड एक जैसा नहीं बल्कि यह एक तरफ झुका या फिर टेढ़ा हो सकता है.
Black Hole Gaia Bh2: वैज्ञानिकों ने एक ऐसे तारे का रहस्य सुलझाया है जो एक शांत ब्लैक होल के पास घूम रहा है. सामान्य नियमों को नहीं मानता है. यह लाल विशाल तारा बाहर से बूढ़ा दिखता है. इसकी रोशनी में होने वाले हल्के बदलावों से पता चला है कि इसका अतीत काफी हिंसक रहा होगा. इसलिए ऐसा हो सकता है कि यह तारा कभी किसी दूसरे तारे से टकराया हो.
लुत्प होने के 20 साल बाद वापस लौटी मछली, खतरे के साये में मिली जिंदगी; वैज्ञानिकों में जगी उम्मीद
Extinct Fish Rediscovered: 20 साल तक लुप्त मानी जा रही एक छोटी मछली अचानक फिर से मिल गई है. बोलीविया के एक दूर-दराज इलाके में वैज्ञानिकों ने Moema claudiae नाम की इस दुर्लभ मछली को जिंदा खोज निकाला है. यह खोज वैज्ञानिकों के लिए हैरान करने वाली है. यह दिखाती है कि सही हालात मिलने पर प्रकृति खुद को बचा भी सकती है.
सौर मंडल में छिपा है नौवां ग्रह? 23 साल पुराने डेटा से मिला बड़ा सुराग, सालों खोज रहे थे वैज्ञानिक
Planet Nine Discovery: खगोल वैज्ञानिकों ने एक बार फिर ऐसा संकेत पाया है जिससे माना जा रहा है कि हमारे सौर मंडल में नौ ग्रह हो सकते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह खोज पुराने आंकड़ों के आधार पर हुई है. अगर आगे की जांच में इसकी पुष्टि हो जाती है तो सौर मंडल की तस्वीर एक बार फिर बदल सकती है.
New Solar Redox Flow Battery: चीन के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी नई सोलर बैटरी बनाई है. जो सूरज की रोशनी से सीधे बिजली बनाकर उसे स्टोर भी कर सकती है. इस खास बैटरी ने टेस्ट के दौरान 4.2 फीसदी की क्षमता दिखाई है.
टेक कंपनी शाओमी ने अपने होम मार्केट चीन में नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन शाओमी 17 अल्ट्रा लॉन्च कर दिया है। फोन को स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर, 200 मेगापिक्सल कैमरा और 6800mAh बैटरी के साथ पेश किया गया है। फोन को तीन स्टोरेज वैरिएंट में पेश किया गया है। इसकी शुरुआती कीमत 6999 युआन (करीब ₹89,450) है। इसके लाइका एडिशन की कीमत करीब 1 लाख रुपए है। फोन में चार कलर ऑप्शन- ब्लैक, वाइट, कूल पर्पल और स्टारी स्काई ग्रीन मिलेंगे। कंपनी ने हाल ही में शाओमी 17, 17 प्रो और प्रो मैक्स मॉडल चीन में लॉन्च किया था। शाओमी 2026 में 17 सीरीज के सभी मॉडल भारत में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने 17, 17 प्रो और प्रो मैक्स मॉडल्स को दिल्ली में हुए एक इवेंट में पेश किया था। शाओमी 17 अल्ट्रा: स्पेसिफिकेशंस कैमरा: शाओमी 17 अल्ट्रा में फोटोग्राफी के लिए लाइका लेंस का इस्तेमाल किया गया है। मोबाइल के बैक पैनल पर ट्रिपल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल लाइट फ्यूजन 1050L मेन सेंसर, 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस और 200 मेगापिक्सल 3.2-4.3x पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस शामिल है। फोन से 8K वीडियो रिकॉर्ड की जा सकती है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए फोन में 50 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा मिलेगा। डिस्प्ले: शाओमी 17 अल्ट्रा में 2608 x 1200 पिक्सल रेजोल्यूशन वाला 6.9 इंच का 2K डिस्प्ले दिया गया है। M10 ओलेड पैनल पर बनी ये स्क्रीन 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है। इसकी PWM डिमिंग 1920 हर्ट्ज और पीक ब्राइटनेस 3500 निट्स है। कंपनी ने फोन स्क्रीन को डॉल्बी विजन और DC डिमिंग से भी लैस किया है। मोबाइल इन-डिस्प्ले 3D अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर सपोर्ट करता है और स्क्रीन पर शाओमी शील्ड ग्लास 3.0 की प्रोटेक्शन दी गई है। परफॉर्मेंस: शाओमी 17 अल्ट्रा एंड्रॉयड 16 पर बेस्ड शाओमी हाइपर OS 3.0 पर काम करता है। परफॉर्मेंस के लिए स्मार्टफोन में 3नैनोमीटर फेब्रिकेशन्स पर बना क्वालकॉम का स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है, जो 4.6GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। AI क्षमता के लिए इसमें हेग्सागोन NPU और बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए X85 5G मॉडम RF सिस्टम लगाया गया है। ग्राफिक्स के लिए शाओमी 17 अल्ट्रा एड्रेनो 840 GPU सपोर्ट करता है। शाओमी 17 अल्ट्रा में कंपनी ने 3D डुअल चैनल आइसलूप सिस्टम लगाया है, जो पिछल जेनरेशन के मुकाबले 50% बेहतर थर्मल कूलिंग देता है। वहीं इस फोन से एपल आईफोन, आईपैड और मैक भी कनेक्ट व कंट्रोल किए जा सकते हैं। बैटरी: पावर बैकअप के लिए फोन में 6800mAh बैटरी दी गई है। इसे चार्ज करने के लिए 90W फास्ट चार्जिंग तकनीक और 50W वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी दी गई है। स्मार्टफोन में रिवर्स वायरलेस चार्जिंग भी मिलेगी। अन्य फीचर: फोन में यूजर्स को इन्फ्रारेड सेंसर, 4 माइक्रोफोन, डॉल्बी एट्मॉस स्टीरियो स्पीकर्स जैसे टूल्स भी मिलेंगे। कनेक्टिविटी के लिए शाओमी 17 अल्ट्रा 5G स्मार्टफोन वाई-फाई 7 और ब्लूटूथ 6.0 जैसे एडवांस फीचर्स के साथ ही NFC और सैटेलाइट कम्युनिकेशन भी सपोर्ट करता है।
Nuclear Power Plant on Moon: रूस ने चांद को लेकर एक बड़ा और चौंकाने वाला प्लान सामने रखा है. वह अगले 10 सालों में चांद पर एक न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने की तैयारी में है. मकसद चांद पर चलने वाले रोवर्स, लैब और रूस-चीन के साझा रिसर्च स्टेशन को लगातार बिजली देना. खासकर उस समय जब चांद पर करीब 14 दिन तक लंबी रात रहती है.
Gold Hydride Discovery: वैज्ञानिकों ने लैब में गलती से सोने का बिल्कुल नया रूप बन गया. खोज से पता चला कि सोना जिसे अब तक लगभग बिना रिएक्शन करने वाली धातु माना जाता था वह बहुत ज्यादा दबाव और गर्मी में रिएक्ट कर सकता है. इस नए पदार्थ को वैज्ञानिकों ने गोल्ड हाइड्राइड नाम दिया है.
मंगल की हवा में दौड़ रहा करंट! पहली बार सुनी गई बिजली की आवाज, स्पेस मिशन पर हो सकता खतरा
Mars Dust Storm Power: मंगल ग्रह को लेकर वैज्ञानिकों ने एक हैरान करने वाली खोज की है. मंगल पर धूल भरी आंधियों के अंदर बिजली की चिंगारियां दर्ज की गई हैं. यह खोज नासा के पर्सिवियरेंस रोवर में लगे खास उपकरण सुपरकैम की मदद से हुई है.
Gaganyaan Uncrewed Mission: 2026 भारतीयों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साल होने वाला है. इसरो पहला बिना इंसान वाला गगनयान मिशन उड़ाने की तैयारी में है. निजी कंपनियों के द्वारा बनाई गई रॉकेट और सैटेलाइट इस साल लॉन्च होंगी. समुद्र पर नजर रखने वाला Oceansat-3A और पहली बार अंतरिक्ष में क्वांटम तकनीक को टेस्ट किया जाएगा.
धरती से निकला 'बौना दानव', जन्म लेते ही पहन ली थी युद्ध की ढाल; भारत के पड़ोसी देश में खुले राज
Baby Armored Dinosaur Fossil: वैज्ञानिकों ने डायनासोर से जुड़ी एक पुरानी उलझन सुलझा ली है. चीन में मिले बेहद छोटे और पूरे कंकाल वाले डायनासोर फॉसिल किसी बौने डायनासोर के नहीं बल्कि बेबी डायनासोर के हैं. ये बच्चे डायनासोर जन्म के समय ही कवच के साथ पैदा हुए थे. इस खोज से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिली है कि आर्मर्ड डायनासोर बचपन में कैसे बढ़ते थे.
रेनो इंडिया 26 जनवरी को भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर SUV डस्टर का फोर्थ जनरेशन मॉडल रिवील करने की तैयारी कर रही है। फ्रांसीसी कार निर्माता कंपनी ने आज (25 दिसंबर) कार का पहला टीजर जारी किया है। साल 2012 में पहली बार लॉन्च हुई डस्टर ने भारत में कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट की शुरुआत की थी, जिसे 2022 में डिस्कंटीन्यू कर दिया था। अब कंपनी इसे बिल्कुल नए अवतार और एडवांस फीचर्स के साथ दोबारा पेश कर रही है। 10 से 20 लाख रुपए के बीच हो सकती है कीमत कार के टीजर वीडियो में पुराने डस्टर की यादें दिखाई गई हैं। इसमें बच्चे का टॉय मॉडल, पुरानी डस्टर का रफ टेरेन पर चलना और गैंग्स ऑफ डस्टर कम्युनिटी के विजुअल हैं। आखिर में नई डस्टर रेड कवर में दिखाई गई, साथ ही LED DRL और रियर लाइटिंग हाइलाइट की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नई डस्टर 10-20 लाख रुपए के आसपास लॉन्च की जा सकती है। भारतीय बाजार में इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, टाटा हैरियर, किआ सेल्टोस, फॉक्सवैगन टाइगुन, स्कोडा कुशाक, मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा और टोयोटा अर्बन क्रूजर हाइराइडर से होगा। एक्सटीरियर डिजाइन: Y-शेप्ड हेडलैंप्स और मस्कुलर लुक न्यू जनरेशन डस्टर को CMF-B प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है। इस प्लेटफॉर्म को डेसिया, रेनो और निसान ने मिलकर डेवलप किया है। नई डस्टर का डिजाइन ग्लोबल मार्केट में बिकने वाले मॉडल डेसिया से इन्सपायर्ड होगा। कार का लुक पहले से ज्यादा अग्रेसिव है। गाड़ी में Y शेप की LED हेडलाइट्स, वर्टिकल एयर इन्लेट्स के साथ नए डिजाइन के फ्रंट बंपर और स्किड्स प्लेट्स हैं। इसके अलावा गाड़ी में नए डिजाइन का बोनट, चौकोर व्हील आर्च, V शेप की टेललाइट्स मिलते हैं। कार 5 और 7 सीटों के ऑप्शन के साथ आएगी। इसकी लेंथ को मौजूदा मॉडल से बढ़ाकर 4340mm किया गया है, वहीं व्हीलबेस को घटाकर 2,657mm किया गया है। इंटीरियर डिजाइन: 10.1 इंच की टचस्क्रीन और डबल-लेयर डैशबोर्ड नई डस्टर में डबल-लेयर डैशबोर्ड दिया गया है, जिसमें हल्के और गहरे ग्रे शेड्स हैं। सेंटर कंसोल ड्राइवर की ओर थोड़ा झुका हुआ है। हायर वैरिएंट में दो डिजिटल स्क्रीन मिलेंगी। इसमें ड्राइवर के लिए 7 इंच की स्क्रीन और इंफोटेनमेंट के लिए 10.1 इंच की टचस्क्रीन शामिल है। सेंटर AC वेंट के नीचे एक हॉरिजोंटल पैनल में कई बटन मिलते हैं जो इंफोटेनमेंट और HVC सिस्टम को कंट्रोल करते हैं। एक 12V पावर सॉकेट और USB आउटलेट को नीचे की ओर प्लेस किया गया है। ऐसा लगता है कि मैनुअल गियरबॉक्स से लैस डस्टर का गियर लीवर मौजूदा रेनॉल्ट मॉडल से लिया गया है और यह भारत में काइगर और ट्राइबर के समान दिखता है। हायर वैरिएंट में ऑटोमेटिक गियरबॉक्स ऑप्शन और एक इलेक्ट्रॉनिक पार्किग ब्रेक भी मिलता है। तीन-स्पोक स्टीयरिंग व्हील भारी दिखता है और इसमें इंफोटेनमेंट, टेलीफोनी और क्रूज कंट्रोल के लिए बटन हैं। टॉप-स्पेक डस्टर के फीचर्स में वायरलेस चार्जिंग और वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले कनेक्टिविटी, ऑटोमेटिक क्लाइमेंट कंट्रोलऔर 6 स्पीकर के साथ एक आर्कमिस 3D साउंड सिस्टम शामिल होगा। नई डस्टर में ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेकिंग सहित ADAS जैसे सेफ्टी फीचर भी मिलेंगे। परफॉर्मेंस: हाइब्रिड सिस्टम के साथ 3 इंजन ऑप्शन मिलेंगे अपकमिंग SUV में 3 इंजन ऑप्शन मिलेंगे। कार ऑफ -रोडिंग कैपेबिलिटी के साथ आएगी। कार में एक 1.3-लीटर का टर्बो पेट्रोल इंजन मिल सकता है, जो 154bhp की पावर जनरेट करता है। दूसरा इसमें 1.0-लीटर का टर्बो पेट्रोल मिल सकता है। इसके अलावा इसमें 1.2-लीटर के हाइब्रिड पेट्रोल इंजन का ऑप्शन भी मिलेगा, जो 170bhp की पावर और 200Nm का पीक टॉर्क जनरेट करेगा। ट्रांसमिशन के लिए इन इंजनों को 5-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया जाएगा।
BGMI 4.2 अपडेट जनवरी 2026 में आने वाला है, जिसमें Erangel का नया रूप, Prime Wood Genesis मोड, AI कॉम्पेनियन, नए वाहन और इंटरैक्टिव गेमप्ले फीचर्स शामिल होंगे। यह अपडेट भारतीय गेमिंग समुदाय के लिए रोमांचक और इमर्सिव अनुभव लाएगा।
Electricity From Earth: अमेरिका के वैज्ञानिकों ने छोटा सा उपकरण बनाया है. ये धरती के घूमने से ही बिजली पैदा करता हुआ नजर आया है. यह प्रयोग अभी बहुत शुरुआती स्तर पर है. इससे बहुत कम बिजली मिली है. वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर यह तकनीक आगे बढ़ी तो बिना ईंधन के लगातार ऊर्जा पाने का रास्ता खुल सकता है.
जल्द ही आपको कैब से राइड बुक करने के लिए ओला, उबर और रैपिडो जैसे एप में सेम जेंडर का ड्राइवर चुनने का ऑप्शन मिलेगा। साथ ही, ट्रिप पूरी होने के बाद ड्राइवर को टिप भी दे सकेंगे। इस टिप की पूरी रकम ड्राइवर को ही मिलेगी। इन नियमों का का मकसद पैसेंजर्स की सेफ्टी बढ़ाना है। खासतौर पर महिला पैसेंजर्स के लिए फीमेल ड्राइवर चुनने की सुविधा होगी। सरकार ने मोटर व्हीकल एग्रीगेटर्स गाइडलाइंस, 2025 में बदलाव किए हैं। राज्यों को इसे लागू करने के लिए कहा गया है। कब से लागू होगा सेम जेंडर ड्राइवर का नियम कैसे लागू होगा नया नियम कैब सर्विस में उबर मार्केट लीडर देश में अभी महिला ड्राइवर की संख्या 5% से भी कम सरकार के फैसले पर इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसे लागू करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कैब एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म्स से जुड़े अधिकारी ने बताया, फिलहाल पूरे देश में कुल कैब ड्राइवरों में महिलाओं की हिस्सेदारी 5% से भी कम है। ऐसे में समान जेंडर ड्राइवर चुनने का ऑप्शन प्रैक्टिकल नहीं लगता। इससे ऑन-डिमांड सर्विस की प्रकृति प्रभावित होगी। महिला ड्राइवरों की कमी की वजह से बुकिंग के दौरान वेटिंग टाइम काफी बढ़ सकता है, खासकर लेट नाइट में जब डिमांड ज्यादा होती है और ड्राइवर्स कम उपलब्ध होते हैं। उबर, ओला और रैपिडो ने इस पर कमेंट करने से इनकार कर दिया। टिप का 100% पैसा ड्राइवर को मिलेगा सरकार ने टिपिंग के नियमों को भी पारदर्शी बनाया है। अब यात्री अपनी मर्जी से ड्राइवर को टिप दे सकेंगे, लेकिन इसकी कुछ शर्तें होंगी। ------------- ये खबर भी पढ़ें 1 जनवरी को लॉन्च हो रहा भारत टैक्सी एप:ओला-उबर को मिलेगी टक्कर; पीक आवर्स में किराया नहीं बढ़ेगा, ड्राइवर्स को ज्यादा कमाई नए साल यानी 1 जनवरी 2026 से भारत टैक्सी एप लॉन्च हो रहा है। ये सरकारी सपोर्ट वाला एप है, जो पैसेंजर्स और ड्राइवर्स दोनों के लिए फायदेमंद होगा। एप में ऑटो-रिक्शा, कार और बाइक की सर्विस उपलब्ध होगी। यूजर्स अपनी जरूरत के हिसाब से ऑप्शन चुन सकेंगे। ओला और उबर जैसे एप्स में पीक ऑवर्स में किराया अचानक बढ़ जाता है, जिससे पैसेंजर्स परेशान होते हैं। भारत टैक्सी एप में ऐसा नहीं होगा। किराया स्थिर रखने की कोशिश की जाएगी। ये एप सरकारी पहल का हिस्सा है, इसलिए पैसेंजर्स को सस्ती और भरोसेमंद सर्विस मिलेगी। पूरी खबर पढ़ें...
Nasa Satellite Captures Siberian Snowman: नासा के सैटेलाइट ने रूस के एक बेहद दूर-दराज इलाके में बर्फ से बनी आकृति की तस्वीर ली. यह देखने में बिल्कुल स्नोमैन जैसी लगती है. पहली नजर में यह किसी इंसान की बनाई हुई लगती है. असल में यह पूरी तरह से प्रकृति का कमाल है. यह तस्वीर रूस के साइबेरिया क्षेत्र के बिलिंग्स इलाके की है. यहां साल के ज्यादातर समय कड़ाके की ठंड रहती है.
JSW-MG और मर्सीडीज बेंज के बाद आज (24 दिसंबर) निसान मोटर इंडिया ने भी अपनी कारों की कीमत बढ़ाने का ऐलान किया है। 1 जनवरी 2026 से निसान की कारों के दाम 3% तक बढ़ जाएंगे। वर्तमान में कंपनी भारतीय बाजार में एकमात्र कार मैग्नाइट बेच रही है। जापानी कार निर्माता कंपनी ने इसके पीछे का कारण नहीं बताया है, लेकिन इंडस्ट्री में इनपुट कॉस्ट और करेंसी प्रेशर को मुख्य कारण माना जाता है। कंपनी ने सिर्फ इतना कहा कि पूरे रेंज पर ये बदलाव लागू होंगे। निसान के अलावा मर्सिडीज बेंज, BYD और MG जैसी कंपनियां भी इनपुट कॉस्ट बढ़ने की वजह से दाम बढ़ाने की घोषणा कर चुकी हैं। मैग्नाइट 32 हजार रुपए तक महंगी हो सकती है निसान मैग्नाइट की मौजूदा एक्स-शोरूम कीमत ₹5.62 लाख से ₹10.76 लाख के बीच है। 3% की बढ़ोतरी के बाद इसके अलग-अलग मॉडल्स की कीमतों में ₹17,000 से लेकर ₹32,000 तक की वृद्धि हो सकती है। यानी जनवरी से मैग्नाइट की नई रेंज ₹5.79 लाख से ₹11.08 लाख (एक्स-शोरूम) के बीच होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि इसी साल GST में बदलाव के बाद कंपनी ने मैग्नाइट की कीमतों में ₹52,000 से ₹1 लाख तक की कटौती की थी, लेकिन अब इनपुट लागत के दबाव में कीमतें फिर बढ़ रही हैं। 2026 में आएगी नई MPV ग्रेवाइट कंपनी मार्च 2026 तक भारतीय बाजार में अपनी नई कॉम्पैक्ट MPV ग्रेवाइट लॉन्च करेगी। यह रेनो ट्राइबर पर बेस्ड होगी, लेकिन इसका एक्सटीरियर और इंटीरियर कलर थीम बिल्कुल अलग होगा। इसमें ट्राइबर वाला ही 1.0 लीटर का पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो मैनुअल और AMT गियरबॉक्स ऑप्शन के साथ आएगा। ग्रेवाइट की डिटेल्स जानने के लिए यहां क्लिक करें... क्रेटा को टक्कर देने के लिए फरवरी में आएगी टेक्टॉन मिड-साइज SUV सेगमेंट में हुंडई क्रेटा और किया सेल्टोस को टक्कर देने के लिए निसान फरवरी 2026 में अपनी नई SUV टेक्टॉन को पेश करेगी। टेक्टॉन को रेनो डस्टर वाले CMF-B प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है। इसमें डस्टर वाले ही पेट्रोल पावरट्रेन विकल्प मिलने की संभावना है। निसान का लक्ष्य 2027 तक भारतीय बाजार में कुल 3 नए मॉडल उतारने का है। टेक्टॉन की डिटेल्स जानने के लिए यहां क्लिक करें... 7-सीटर SUV सेगमेंट में भी उतरेगी कंपनी निसान ने पुष्टि की है कि वह 2027 में एक बड़ी 7-सीटर SUV भी लॉन्च करेगी। यह गाड़ी टेक्टॉन के प्लेटफॉर्म पर ही बेस्ड होगी और इसे रेनो के ग्लोबल मॉडल 'बिगस्टर' का निसान वर्जन माना जा रहा है। कंपनी का मानना है कि इन नए लॉन्च से भारत में उसकी बाजार हिस्सेदारी बढ़ेगी। फिलहाल कंपनी का पूरा फोकस मैग्नाइट की सफलता और आगामी मॉडल्स के प्रोडक्शन पर है।
मारुति सुजुकी ने न्यूजीलैंड में सुजुकी फ्रॉन्क्स की सेल्स पर रोक लगा दी है। कंपनी ने यह फैसला फ्रॉन्क्स क्रैश टेस्ट में मिली 1 स्टार रेटिंग के बाद लिया है। दरअसल सुजुकी फ्रॉन्क्स को ऑस्ट्रेलेशियन न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (ANCAP) क्रैश टेस्ट में सिर्फ 1 स्टार रेटिंग मिली है। टेस्ट में रियर पैसेंजर सीटबेल्ट फेल हो गया, जिससे डमी अनकंट्रोल्ड होकर आगे की सीट से टकरा गई। ANCAP ने इसे रेयर लेकिन सीरियस सेफ्टी इश्यू बताया। न्यूजीलैंड में बिकी 1,115 फ्रॉन्क्स के ओनर्स को एडवाइजरी जारी की गई कि रियर सीट्स में पैसेंजर्स न बिठाएं। ANCAP टेस्ट की डिटेल्स ANCAP ने फुल-विड्थ फ्रंटल टेस्ट में रियर सीटबेल्ट फेलियर नोट किया। इससे रियर डमी पूरी तरह अनरिस्ट्रेंड हो गई। ANCAP CEO कार्ला हूरवेग ने कहा, सीटबेल्ट फेलियर रेयर और सीरियस है। रियर सीट्स में एडल्ट और चाइल्ड पैसेंजर्स न बैठें जब तक फेलियर की वजह पता चलकर फिक्स न हो जाए। कार को एडल्ट और चाइल्ड ओक्यूपेंट प्रोटेक्शन में लो स्कोर दिया गया है। सुजुकी ने कहा- फेलियर की जांच कर रहे सुजुकी ने कहा कि सेफ्टी सबसे ऊपर है, हाई लेवल पर जांच चल रही है। फ्रॉन्क्स न्यूजीलैंड में जून 2025 और ऑस्ट्रेलिया में अगस्त 2025 से बिक रही थी। भारत में बिकने वाली फ्रॉन्क्स का ग्लोबल NCAP या भारत NCAP टेस्ट नहीं हुआ है। मारुति ने इन-हाउस क्रैश टेस्ट वीडियो शेयर किए हैं, लेकिन इंडिपेंडेंट रेटिंग नहीं दी गई है।
टेक कंपनी शाओमी की सब ब्रांड रेडमी 6 जनवरी को भारतीय बाजार में दो नए डिवाइस रेडमी नोट 15 स्मार्टफोन और रेडमी पैड 2 टैबलेट लॉन्च करने जा रही है। 5G स्मार्टफोन को 108 मेगापिक्सल कैमरा और 5520mAh बैटरी के साथ लोवर मिड बजट सेगमेंट में उतारा जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रेडमी नोट 15 को 8GB रैम पर लॉन्च किया जाएगा, जिसे दो स्टोरेज ऑप्शन्स में खरीदा जा सकेगा। मोबाइल चाइना में पहले ही लॉन्च हो चुका है लेकिन, भारतीय मॉडल चाइनीज मोबाइल से अलग होगा। स्मार्टफोन की कुछ डिटेल्स कंपनी ने शेयर की हैं और कुछ जानकारियां लीक में सामने आई है। लीक के अनुसार मोबाइल के 128GB स्टोरेज वैरिएंट को 22,999 रुपए हो सकती है। वहीं, 256GB मेमोरी वैरिएंट की कीमत 24,999 रुपए रखी जा सकती है। इसके मौजूदा मॉडल रेडमी नोट 14 के 8GB+128GB वैरिएंट को ₹19,999 और 8GB+256GB वैरिएंट को ₹21,999 में लॉन्च किया गया था। फोन IP66 रेटिंग के साथ लाया जाएगा। इससे यह हल्की-फुल्की पानी की बौछारों से सुरक्षित रहेगा। स्मार्टफोन की थिकनेस 7.35mm बताई गई है जो इसे स्लीक लुक देगी। रेडमी नोट 15 स्मार्टफोन: स्पेसिफिकेशन्स कैमरा: फोटोग्राफी के लिए रेडमी नोट 15 के बैक पैनल पर LED फ्लैश लाइट के साथ डुअल कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें हाई रेजोल्यूशन वाला 108 मेगापिक्सल का मेन सेंसर दिया गया है, जो ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन (OIS) के साथ 4K वीडियो रिकॉर्ड कर सकता है। इसमें यूजर्स को मल्टीफोकल पोर्टरेट और डायनामिक शॉट्स भी मिलेंगे। अभी सेकेंडरी सेंसर की जानकारी नहीं आई है, लेकिन यह 8 मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस हो सकता है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 20 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। परफॉर्मेंस: रेडमी नोट 15 में परफॉर्मेंस के लिए क्वालकॉम के स्नैपड्रेगन 6 जेन 3 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया जाएगा। यह 4नैनोमीटर प्रोसेस पर बना मोबाइल चिपसेट है जो 2.4GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन करने की क्षमता है।यह पिछली जेरनेशन की तुलना में 10% GPU और 30% CPU परफॉर्मेंस बूस्ट कर सकता है। कंपनी स्मार्टफोन के साथ 48 महीने की लैग-फ्री परफॉर्मेंस देने का दावा कर रही है। भारत में ये फोन शाओमी हाइपर OS 2 पर काम करेगा। स्क्रीन: फोन में 2392 x 1080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.77-इंच की फुल HD+ स्क्रीन दी जाएगी। यह कर्व्ड एमोलेड पैनल पर बनी पंच-होल स्टाइल वाली डिस्प्ले होगी। यह 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है और इसकी पीक ब्राइटनेस 3200 निट्स है। मोबाइल हाइड्रो टच 2.0 फीचर से लैस होगा, जिससे गीले हाथों से भी फोन का टच बिना रूकावट इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसमें इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर तकनीक भी मिलेगी। रेडमी ने स्क्रीन को TUV ट्रिपल आई केयर सर्टिफाइड बताया है, जो लंबे समय तक इस्तेमाल के बाद भी आंखों को नुकसान पहुंचने से रोकेगी। बैटरी: पावरबैकअप के लिए मोबाइल में 5520mAh की बैटरी दी जाएगी। कंपनी इसे 5 साल की बैटरी हेल्थ के साथ लेकर आ रही है। रेडमी का दावा है कि फुल चार्ज के बाद मोबाइल 1.6 दिन तक काम कर सकता है। चार्ज करने के लिए इसमें 45W फास्ट चार्जिंग तकनीक मिलेगी। रेडमी पैड 2 प्रो टैबलेट रेडमी ने इसी साल जून में 8GB रैम, 9000mAh बैटरी और 11 इंच टच स्क्रीन के साथ रेडमी पैड 2 लॉन्च किया था। अब कंपनी इसका अपग्रेडेट वर्जन ला रही है। कंपनी टैबलेट के साथ रेडमी स्मार्ट पेन और रेडमी पैड 2 प्रो कीबोर्ड भी साथ लाएगी। उम्मीद है कि रेडमी पैड 2 प्रो की कीमत 20 से 25 हजार रुपए के बीच रखी जा सकती है। कंपनी रेडमी पैड 2 प्रो 5G के साथ इसे वाईफाई ऑप्शन में भी ला सकती है। रेडमी पैड 2 प्रो टैबलेट: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: इसमें 12.1-इंच की स्क्रीन दी जाएगी। कंपनी इसे दुनिया का सबसे बड़ी स्क्रीन वाला टैबलेट बता रही है। ब्रांड ने बताया है कि यह टैबलेट QHD+ रेजोल्यूशन वाली डिस्प्ले पर लॉन्च होगा, जिसपर 120Hz रिफ्रेश रेट का सपोर्ट दिया जाएगा। यह डॉल्बी विजन डिस्प्ले बताई गई है। परफॉर्मेंस: रेडमी पैड 2 प्रो को ग्लोबल मार्केट में पेश किया जा चुका है। इंडिया में डिवाइस को ग्लोबल मॉडल जैसे स्पेसिफिकेशन्स के साथ लाया जाएगा। विदेशी में यह टैब एंड्रॉएड बेस्ड हाइपर OS 2 पर काम करता है। प्रोसेसिंग के लिए इसमें क्वालकॉम का 4नैनोमीटर फेब्रिकेशन्स पर बना स्नैपड्रेगन 7 जेन 4 ऑक्टा-कोर चिपसेट दिया गया है, जो 2.8 गीगाहर्ट्ज तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। कैमरा: ग्लोबल मार्केट में यह रेडमी का टैबलेट 13 मेगापिक्सल बैक कैमरा सपोर्ट करता है। वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या ऑनलाइन मीटिंग के लिए फ्रंट पैनल पर 8 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा है। दोनों कैमरा से 30fps पर 1080P वीडियो रिकॉर्ड की जा सकती है। वहीं डॉल्बी एटमॉस क्वॉड स्पीकर, वाईफाई 6 और ब्लूटूथ 5.4 जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं। पावरबैकअप: रेडमी पैड 2 प्रो ग्लोबल मॉडल को भी 12000mAh बैटरी पर लाया गया था और यही बैटरी इंडियन मॉडल में भी मिलेगी। चार्ज करने के लिए इसमें 33W फास्ट चार्जिंग तकनीक दी गई है। वहीं साथ ही डिवाइस 27W रिवर्स चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी सपोर्ट करती है, जिससे अन्य डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, ईयरबड्स या स्मार्टवॉच भी चार्ज किए जा सकते हैं।
टाटा मोटर्स ने अपनी पॉपुलर SUV टाटा हैरियर और सफारी का पेट्रोल वर्जन रिवील कर दिया है। दोनों कारों को नए 1.5-लीटर TGDI टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ पेश किया गया है। ये इंजन हाल ही में लॉन्च हुई टाटा सिएरा में दिया गया है। कंपनी ने इसे पहली बार ऑटो एक्सपो 2023 में शोकेस किया था। इसके अलावा, पेट्रोल वैरिएंट्स में कुछ नए फीचर भी मिल सकते हैं। टाटा सफारी का मुकाबला MG हेक्टर प्लस, महिंद्रा XUV700 और हुंडई अल्कजार से है। वहीं टाटा हैरियर की टक्कर MG हेक्टर और जीप कंपास से है। टाटा हैरियर और सफारी के पेट्रोल वैरिएंट्स की कीमत इनके डीजल मॉडल से कम हो सकती है। सफारी की डीजल वर्जन की कीमत 14.66 लाख रुपए से 25.96 लाख रुपए के बीच है। वहीं, हैरियर डीजल वर्जन की कीमत 14 लाख रुपए से 25.25 लाख रुपए के बीच है। टाटा हैरियर और सफारी के लाइनअप में दो नए वैरिएंट फियरलेस अल्ट्रा और अकंपलिश्ड अल्ट्रा भी शामिल हुए हैं। ये वैरिएंट स्पेशल रेड डार्क एडिशन में भी उपलब्ध होंगे। इन दोनों वेरिएंट की कीमत फिलहाल सामने आनी बाकी है। परफॉर्मेंस : 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन टाटा सफारी और टाटा हैरियर में फिलहाल 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन मिलता है, जो 170PS की मैक्सिमम पावर और 350Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। हैरियर इस इंजन के साथ मैनुअल ट्रांसमिशन में 16.80kmpl और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में 14.60kmpl का माइलेज देती है। वहीं, सफारी में मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 16.30kmpl और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ 14.50kmpl का क्लेम्ड माइलेज मिलता है। सेफ्टी के लिए लेवल-2 ADAS फीचर्स दोनों कार में सेफ्टी के लिए 360 कैमरा के साथ लेवल-2 ADAS फीचर्स मिलते हैं। इनमें लेन कीप असिस्ट, एडेप्टिव स्टीयरिंग असिस्ट, एडॉप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, फॉरवर्ड कॉलिजन वॉर्निंग और हाई बीम असिस्ट जैसे फीचर्स शामिल हैं।
भारतीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने वॉट्सएप यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने बताया कि हैकर्स वॉट्सएप के डिवाइस लिंकिंग फीचर का गलत इस्तेमाल करके अकाउंट हैक कर रहे हैं। इस नए कैंपेन को घोस्ट पेयरिंग नाम दिया गया है। जिसमें हैकर्स पासवर्ड या SIM स्वैप की जरूरत के बिना पूरा अकाउंट कंट्रोल कर लेते हैं। वे रीयल टाइम मैसेज पढ़ सकते हैं, फोटो-वीडियो देख सकते हैं और आपके कॉन्टैक्ट्स को मैसेज भी भेज सकते हैं। घोस्ट पेयरिंग कैंपेन क्या है और कैसे काम करता है CERT-In की एडवाइजरी के मुताबिक, यह एक हाई सिवियरिटी वाला यानी गंभीर अटैक है। हैकर्स वॉट्सएप के 'लिंक डिवाइस वाया फोन नंबर' फीचर का फायदा उठाते हैं। अटैक शुरू होता है जब आपको किसी ज्ञात कॉन्टैक्ट से मैसेज आता है। जैसे- Hi, check this photo। इसमें एक लिंक होता है जो फेसबुक स्टाइल प्रीव्यू दिखाता है। लिंक पर क्लिक करने पर एक फेक फेसबुक व्यूअर पेज खुलता है, जो कंटेंट देखने के लिए वेरिफिकेशन मांगता है। यहां यूजर से फोन नंबर डालने को कहा जाता है। जैसे ही आप नंबर डालते हैं, हैकर्स का डिवाइस आपके अकाउंट से लिंक हो जाता है। वे पेयरिंग कोड का इस्तेमाल करके हिडन डिवाइस की तरह एक्सेस ले लेते हैं। इसके बाद वे वॉट्सएप वेब की तरह सब कुछ देख और इस्तेमाल कर सकते हैं। हैकर्स को क्या-क्या मिल जाता है एक बार डिवाइस लिंक हो जाने पर हैकर्स को पुराने मैसेज पढ़ने की सुविधा, नए मैसेज रीयल टाइम में आने, फोटो-वीडियो और वॉइस नोट्स देखने और आपके कॉन्टैक्ट्स और ग्रुप्स में मैसेज भेजने की पावर मिल जाती है। यूजर को पता भी नहीं चलता, क्योंकि यह बैकग्राउंड में होता है। CERT-In ने कहा कि इस तरह पीड़ित अनजाने में हैकर्स को पूरा एक्सेस दे देते हैं। CERT-In ने एडवाइजरी में क्या कहा? एजेंसी की एडवाइजरी में लिखा है कि मैलिशियस एक्टर्स यानी हैकर्स वॉट्सएप के डिवाइस लिंकिंग फीचर का इस्तेमाल करके पेयरिंग कोड्स से अकाउंट हैक कर रहे हैं, वो भी ऑथेंटिकेशन की जरूरत के बिना। यह नया घोस्ट पेयरिंग कैंपेन, साइबर क्रिमिनल्स को पासवर्ड या SIM स्वैप के बिना पूरा कंट्रोल दे देता है। यह कैंपेन सबसे पहले चेकिया में देखा गया, लेकिन कंप्रोमाइज्ड अकाउंट्स से यह दुनिया भर में फैल सकता है। वॉट्सएप की ओर से इस खबर पर अब तक कोई रिस्पॉन्स नहीं आया है। घोस्ट पेयरिंग से खुद को कैसे बचाएं यूजर्स को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए यह कैंपेन तेजी से फैल सकता है, क्योंकि हैक हुए अकाउंट्स से नए टारगेट्स को मैसेज भेजे जा रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यूजर्स को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए। वॉट्सएप अगर कोई अपडेट जारी करता है तो उसे तुरंत इंस्टॉल करें। ये खबर भी पढ़ें... ट्रेन में जनरल टिकट का प्रिंट रखना जरूरी नहीं: रेलवे ने कहा- मोबाइल पर डिजिटल टिकट दिखाना काफी, वंदेभारत में मिलेगा पारंपरिक व्यंजन ट्रेन में सफर के लिए जनरल का प्रिंट रखना जरूरी नहीं है। भारतीय रेलवे ने जनरल यानी अनरिजर्व्ड टिकट को लेकर फैले एक कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है। रेलवे ने कहा कि UTS (अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटआउट लेना जरूरी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें...
ट्रेन में सफर के लिए जनरल का प्रिंट रखना जरूरी नहीं है। भारतीय रेलवे ने जनरल यानी अनरिजर्व्ड टिकट को लेकर फैले एक कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है। रेलवे ने कहा कि UTS (अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटआउट लेना जरूरी नहीं है। यात्री सफर के दौरान अपने मोबाइल पर एप में 'शो टिकट' (Show Ticket) ऑप्शन का इस्तेमाल करके टिकट चेकिंग स्टाफ (TTE) को दिखा सकते हैं और यह पूरी तरह से वैलिड है। यह सफाई एक वायरल वीडियो के बाद आई है, जिसमें एक TTE एक यात्री से UTS एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटेड कॉपी मांगता दिख रहा था। इस वीडियो के कारण कई यात्रियों में यह भ्रम फैल गया था कि क्या अब उन्हें मोबाइल टिकट का भी प्रिंटआउट लेकर चलना होगा। रेलवे मंत्रालय ने कहा- एप में टिकट दिखाना ही काफी रेल मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया। मंत्रालय ने बताया कि UTS एप के 'शो टिकट' सेक्शन में दिखाया गया अनरिजर्वड टिकट यात्रा के लिए एक वैध प्रमाण (Valid Authority) है। यात्री उसी डिवाइस पर डिजिटल कॉपी दिखा सकते हैं, जिससे टिकट बुक किया गया है। हालांकि, अगर किसी यात्री ने खिड़की या ऑनलाइन बुकिंग के बाद उसका प्रिंट निकाल लिया है, तो उसे सफर के दौरान वह फिजिकल टिकट साथ रखना होगा। ऐसा कोई नियम नहीं है जो यात्री को इसका प्रिंटआउट लेने के लिए कहता हो। रेलवे ने यह भी कहा कि TTE द्वारा प्रिंटेड कॉपी की मांग करना गलत है। वंदे भारत में अब मिलेंगी रीजनल डिश वहीं, रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए वंदे भारत ट्रेनों में 'रीजनल डिश' (क्षेत्रीय व्यंजन) की शुरुआत कर रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल का मकसद यात्रियों को उनके रूट के हिसाब से स्थानीय और पारंपरिक स्वाद उपलब्ध कराना है। अब ट्रेन में सफर के दौरान आपको महाराष्ट्र का कांदा पोहा से लेकर बिहार का मशहूर चंपारण चिकन और पनीर तक सर्व किया जाएगा। मेन्यू में चंपारण चिकन और मेथी थेपला शामिल नई लिस्ट के मुताबिक, पटना-रांची वंदे भारत में 'चंपारण पनीर' और पटना-हावड़ा रूट पर 'चंपारण चिकन' मिलेगा। गुजरात के रूट पर चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों को मेथी थेपला और मसाला लौकी परोसी जा रही है। वहीं, केरल की वंदे भारत ट्रेनों में अप्पम, केरल पराठा और पालाडा पायसम जैसे पारंपरिक व्यंजन मिलेंगे। पश्चिम बंगाल के रूट पर कोशा पनीर और आलू पोतोल भाजा का स्वाद लिया जा सकेगा। सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने की कोशिश रेलवे का कहना है कि भारत की खान-पान की विविधता को दिखाने के लिए यह कदम उठाया गया है। दक्षिण भारत की ट्रेनों में दोंडाकाया करम पोडी फ्राई और आंध्र कोडी कूरा जैसे डिशेज शामिल किए गए हैं। ओडिशा जाने वाली ट्रेनों में आलू फूलकोपी उपलब्ध होगी। रेलवे का मानना है कि इससे न केवल यात्रियों को घर जैसा खाना मिलेगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
गूगल ने अपने कुछ कर्मचारियों को अमेरिकी वीजा पर होने की वजह से अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने से मना किया है। इसकी वजह अमेरिकी एम्बेसी और कॉन्सुलेट में वीजा स्टैंपिंग के लिए अपॉइंटमेंट में भारी देरी है। एक इंटरनल मेमो में कहा गया है कि कुछ जगहों पर यह डिले 12 महीने तक पहुंच गया है। अगर कर्मचारी बाहर जाते हैं तो अमेरिका वापस आने में लंबा समय लग सकता है। यह सलाह खासतौर पर H-1B वीजा होल्डर्स के लिए है, जो टेक इंडस्ट्री में बहुत इस्तेमाल होता है। मेमो में क्या कहा गया कंपनी के बाहर के इमिग्रेशन लॉ फर्म BAL इमिग्रेशन लॉ ने 18 दिसंबर को यह मेमो भेजा। इसमें लिखा है कि कई US एम्बेसी और कॉन्सुलेट में वीजा स्टैंपिंग अपॉइंटमेंट की वेटिंग 12 महीने तक हो गई है। अगर वीजा स्टैंप की जरूरत है तो देश छोड़कर जाना रिस्की हो सकता है। क्योंकि बाहर लंबे समय तक फंसने का खतरा है। यह प्रभाव H-1B, H-4, F, J और M वीजा पर पड़ रहा है। गूगल ने इस पर अभी कोई ऑफिशियल कमेंट नहीं किया है। देरी की मुख्य वजह क्या है ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने इस महीने H-1B वीजा एप्लीकेंट्स की वेटिंग बढ़ा दी है। इसमें सोशल मीडिया अकाउंट्स की स्क्रीनिंग भी शामिल है। स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि अब हर केस की अच्छी तरह जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। नई पॉलिसी के तहत ऑनलाइन प्रेजेंस रिव्यू हो रहा है, जिससे अपॉइंटमेंट्स कैंसिल हो रहे हैं और नए डेट मार्च 2026 तक मिल रहे हैं। भारत, आयरलैंड और वियतनाम जैसे देशों में यह समस्या ज्यादा है। पहले भी दी थी ऐसी सलाह सितंबर में भी गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने कर्मचारियों को विदेश यात्रा से बचने को कहा था। तब H-1B वीजा होल्डर्स को अमेरिका में ही रहने की सलाह दी गई थी। अब फिर से यही स्थिति बन गई है। इस साल ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने नए H-1B एप्लीकेशन पर 1 लाख डॉलर की फीस भी लगा दी है, जिससे प्रोग्राम पर और प्रेशर पड़ा है। H-1B वीजा क्या होता है और क्यों जरूरी H-1B वीजा हाई स्किल्ड वर्कर्स के लिए है, जो टेक कंपनियां जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट इस्तेमाल करती हैं। ज्यादातर कर्मचारी भारत और चीन से आते हैं। यह वीजा 3 साल का होता है और एक्सटेंड किया जा सकता है। लेकिन बाहर जाने पर नया स्टैंप लगवाना पड़ता है, जो अब मुश्किल हो गया है। टेक सेक्टर में हजारों कर्मचारी इससे प्रभावित हैं। आगे क्या हो सकता है देरी और बढ़ सकती है क्योंकि नई वेटिंग पॉलिसी पूरी तरह लागू हो रही है। कई अपॉइंटमेंट्स पहले से कैंसिल हो चुके हैं। कर्मचारियों को सलाह है कि अगर जरूरी न हो तो ट्रैवल प्लान कैंसिल करें। इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि आने वाले महीनों में स्थिति और टाइट हो सकती है।
पॉपुलर शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक ने अमेरिका में अपना कारोबार बेचने के लिए डील साइन की है। टिकटॉक की मूल कंपनी, चीन की बाइटडांस ने यह फैसला अमेरिका में एप पर संभावित बैन से बचने के लिए लिया है। इस डील के तहत टिकटॉक का अमेरिकी यूनिट अब अमेरिकी निवेशकों के नेतृत्व वाले एक वेंचर (ग्रुप) के पास होगा। बता दें कि भारत सरकार ने 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद टिकटॉक सहित 59 चाइनीज एप को बेन कर दिया था। बैन होने से बचने के लिए डील साइन की अमेरिकी सरकार लंबे समय से टिकटॉक को सुरक्षा के लिहाज से खतरा बता रही थी। बाइडन प्रशासन ने एक कानून पारित किया था, जिसके तहत बाइटडांस को जनवरी 2025 के मध्य तक अपना अमेरिकी कारोबार किसी गैर-चीनी कंपनी को बेचने का निर्देश दिया गया था। ऐसा न करने पर अमेरिका में टिकटॉक को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाता। इस डील के बाद अब अमेरिका में टिकटॉक के करीब 17 करोड़ यूजर्स को राहत मिलने की उम्मीद है। अमेरिकी निवेशकों का ग्रुप खरीदेगा रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिकटॉक को खरीदने वाले ग्रुप में अमेरिका के कई बड़े निवेशक और वित्तीय संस्थान शामिल हैं। इस डील की शर्तों के तहत, ऐप का डेटा मैनेजमेंट और एल्गोरिदम पर नियंत्रण अब अमेरिका स्थित यूनिट के पास ही रहेगा। इससे पहले अमेरिकी सांसदों ने चिंता जताई थी कि चीनी सरकार टिकटॉक के जरिए अमेरिकी नागरिकों के डेटा तक पहुंच बना सकती है और प्रोपेगेंडा फैला सकती है। जो बाइडन ने बिक्री से जुड़े कानून पर साइन किया था टिकटॉक पर बैन का मुद्दा अमेरिका में राजनीतिक रूप से काफी चर्चा में रहा है। जहां पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बिक्री से जुड़े कानून पर हस्ताक्षर किए। वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अपने रुख में बदलाव करते हुए कहा था कि टिकटॉक पर बैन लगाने से फेसबुक को फायदा होगा, जिसे वह 'जनता का दुश्मन' मानते हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों का दबाव बाइटडांस पर लगातार बना हुआ था। बाइटडांस के पास अभी भी चुनौतियां भले ही टिकटॉक ने बिक्री के समझौते पर दस्तखत कर दिए हैं, लेकिन इस डील को अभी भी अमेरिकी और संभवतः चीनी नियामकों (Regulators) की मंजूरी मिलना बाकी है। चीन ने पहले कहा था कि वह अपने एल्गोरिदम के जबरन निर्यात का विरोध करेगा। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या चीन की सरकार इस डील को अंतिम रूप देने की अनुमति देती है या नहीं। भारत में 500 से ज्यादा चाइनीज एप पर बैन भारत ने 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद टिकटॉक, वीचैट और हेलो जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित 59 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाया था। बैन से कुछ महीने पहले, भारत ने चाइनीज कंपनियों के निवेश पर भी प्रतिबंध लगाया था। भारत सरकार का कहना था कि ये एप यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के साथ शेयर कर सकते हैं, जो देश की संप्रभुता और सुरक्षा के मद्देनजर खतरा हैं। भारत में अब तक 500 से ज्यादा चाइनीज एप पर प्रतिबंध लग चुका है। ये 59 चाइनीज एप भारत में बैन टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप चाइनीज कंपनी के वीडियो एप टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप थे। इसके अलावा उस पर भारतीयों का डेटा चोरी करने के आरोप का भी सामना करना पड़ा था। सबसे पहले मद्रास हाईकोर्ट ने इस पर बैन लगाया था। हाईकोर्ट से बैन होने के बाद बाइटडांस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उसने भी मद्रास हाईकोर्ट का ऑर्डर बहाल रखा था। पेरेंट कंपनी को रोजाना 3.50 करोड़ रुपए का नुकसान भारत में बैन की वजह से इसकी पेरेंट कंपनी बाइटडांस को रोज 5 लाख डॉलर (3.50 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा है। मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि टिकटॉक की डाउनलोडिंग पर रोक लगाई जाए, इससे पोर्नोग्राफी को बढ़ावा मिल रहा है। इसके बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एपल को गूगल को अपने ऑनलाइन स्टोर से टिकटॉक हटाने के लिए कहा था। दोनों कंपनियों ने एप हटा दिया। उस वक्त देश में टिकटॉक के 24 करोड़ यूजर थे। टिकटॉक ने क्या कहा था बैन के वक्त टिकटॉक इंडिया के CEO निखिल गांधी ने कहा था- हम भारतीय कानून का पालन कर रहे हैं। हम भारतीय कानून के तहत डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा के नियमों का पालन कर रहे हैं। हमने चीन समेत किसी भी विदेशी सरकार के साथ भारतीय यूजर्स की जानकारी शेयर नहीं की है। अगर भविष्य में भी हमसे अनुरोध किया जाता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे। हम यूजर की निजता की अहमियत समझते हैं। ये भी पढ़ें... टिकटॉक वेबसाइट भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक: होमपेज तक एक्सेस, शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस और शीन भी शुरू; इन पर 2020 से बैन था चाइनीज शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) की वेबसाइट शुक्रवार शाम से भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक हुई है। साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस (Aliexpress) और शीन (Shein) का वेब पेज भी ओपन हो रहा है। साल 2020 में भारत-चीन के बीच रिश्तों में तनाव के चलते इन पर बैन लगा था। यूजर्स मोबाइल और लैपटॉप पर अभी इन प्लेटफॉर्म्स की वेबसाइट का सिर्फ होम पेज एक्सेस कर पा रहे हैं। वहीं, टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस का एप अभी भी गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर अवेलेबल नहीं है। यानी एप अभी भी ब्लॉक्ड हैं। वहीं, शीन का एप इन्सटॉल किया जा सकता है। पूरी खबर पढ़ें...
निसान मोटर इंडिया सब-4 मीटर सेगमेंट में नई कार उतारने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने आज (18 दिसंबर) कंफर्म कर दिया है कि रेनो ट्राइबर, मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और किआ कैरेंस क्लाविस को टक्कर देने वाली ये कार ग्रेवाइट नाम से आएगी। कंपनी ने नई MPV का फर्स्ट लुक रिवील किया है। ये रेनो ट्राइबर के प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है और भारत में खासतौर पर डेवलप की गई है। भारत में इसे जनवरी 2026 में लॉन्च किया जाएगा और मार्च 2026 तक डिलीवरी शुरू होगी। कार में डिजिटल क्लस्टर और सेफ्टी के लिए 360 डिग्री कैमरा जैसे फीचर्स मिल सकते हैं। ये बजट 7-सीटर MPV सेगमेंट में निसान की नई एंट्री है। ये रेनो ट्राइबर की तरह बजट फैमिली कार होगी और इसकी एक्स-शोरूम कीमत 6 से 9 लाख रुपए के बीच हो सकती है। बुकिंग की जानकारी फिलहाल नहीं आई हैं। ट्राइबर की तरह सब-4 मीटर साइज में 7 सीट्स ग्रेवाइट की सबसे बड़ी खासियत इसका सब-4 मीटर साइज है, जिसमें 7 सीट्स के साथ फ्लेक्सिबल सीटिंग मिलेगी। थर्ड रो सीट्स रिमूवेबल होंगी, जिससे बूट स्पेस ज्यादा हो जाएगा। ये शहर में आसानी से चलने वाली और फैमिली यूज के लिए प्रैक्टिकल MPV होगी। रेनो ट्राइबर की तरह मॉड्यूलर सीटिंग सेटअप मिलेगा। एक्सटीरियर डिजाइन: स्लिम LED DRLs के साथ हनीकॉम्ब ग्रिल कार का डिजाइन कंपनी की अपकमिंग SUV टेक्टॉन की तरह होगा। इसके फ्रंट में हनीकॉम्ब डिजाइन वाली बोल्ड ग्रिल मिलेगी, जिसके बीच में निसान का लोगो है। वहीं बोनट पर ग्रेवाइट की बैजिंग दी गई है। स्लिम LED DRLs लाइट बार से कनेक्टेड हैं और हेडलैंप्स नए डिजाइन के साथ आएंगे। साइड प्रोफाइल में रूफ रेल्स, पुल टाइप डोर हैंडल्स और डुअल-टोन अलॉय व्हील्स दिखेंगे। सिल्हूट ट्राइबर जैसा ही है, लेकिन निसान स्टाइलिंग से अलग लुक मिलेगा। रियर में डिसकनेक्टेड टेल लाइट्स हैं, जिन्हें थिन क्रोम स्ट्रिप जोड़ेगी। टेलगेट पर GRAVITE लेटरिंग और सिंपल बंपर में C-शेप एलिमेंट होगा। कुल मिलाकर मॉडर्न और बोल्ड डिजाइन है। डायमेंशन सब-4 मीटर रखी गई है, कलर ऑप्शन की डिटेल लॉन्च पर आएगी। इंटीरियर: ट्राइबर से इंस्पायर्ड केबिन डिजाइन इंटीरियर ट्राइबर से इंस्पायर्ड होगा, लेकिन निसान के अपने कलर थीम और अपहोल्स्ट्री मिलेगी। डैशबोर्ड बेसिक लेआउट वाला होगा। स्टीयरिंग व्हील और सीट्स कॉम्फी होंगी। थर्ड रो तक AC वेंट्स दिए गए हैं। पैनोरमिक सनरूफ की उम्मीद कम है, लेकिन मैनुअल AC और अच्छा स्पेस मिलेगा। फुल इंटीरियर डिटेल अभी अनवील नहीं हुई है। फीचर्स: 8-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम कंफर्ट और कन्वीनियंस में 8-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा, जो एंड्रॉएड ऑटो और एपल कार प्ले सपोर्ट करेगा। 7-इंच सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, वायरलेस फोन चार्जर, पुश बटन स्टार्ट-स्टॉप, कूल्ड स्टोरेज और सेकंड रो में स्लाइड-रिक्लाइन सीट्स जैसे फीचर्स आएंगे। रियर पैसेंजर्स के लिए AC वेंट्स और 6-स्पीकर साउंड सिस्टम भी होगा। कुल मिलाकर प्रैक्टिकल फीचर्स की लिस्ट अच्छी है। परफॉरमेंस: 1.0 लीटर का 3 सिलेंडर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन कार में परफॉर्मेंस के लिए 1.0 लीटर का 3 सिलेंडर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 72PS की पावर और 96Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए 5-स्पीड मैनुअल या 5-स्पीड AMT गियरबॉक्स ऑप्शनल होंगे। माइलेज की डिटेल लॉन्च पर आएगी, लेकिन ट्राइबर जैसी अच्छी फ्यूल एफिशिएंसी मिलने की उम्मीद है। बाद में CNG ऑप्शन भी आ सकता है। टर्बो पेट्रोल की संभावना कम है। सेफ्टी फीचर्स: 6 एयरबैग्स और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम सेफ्टी में 6 एयरबैग्स, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिल स्टार्ट असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), फ्रंट-रियर पार्किंग सेंसर्स और रियर पार्किंग कैमरा जैसे फीचर्स मिलेंगे। ये सेगमेंट में अच्छी सेफ्टी पैकेज देगी।
बजाज ऑटो ने भारतीय बाजार में अपडेटेड 2026 पल्सर 220F को लॉन्च कर दिया है। स्पोर्टी बाइक अब 4 नए कलर्स में अवेलेबल है और इसमें डुअल-चैनल ABS जैसे सेफ्टी फीचर जोड़े गए हैं। इसकी एक्स-शोरूम कीमत ₹1.28 लाख रखी गई है। अपडेटेड मॉडल पुरानी 220F से ज्यादा स्टाइलिश नजर आ रहा है, लेकिन इंजन और बेसिक मैकेनिक्स वही रखे गए हैं। बाइक ARAI सर्टिफाइड माइलेज 40kmpl है।
खबर पढ़ने से पहले इन तस्वीरों को देखें... 1. यमुना एक्सप्रेस-वे ये मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे की हैं, जहां धुंध-कोहरे के कारण पर 8 बसें और 3 कारें टकरा गईं। गाड़ियों में आग लगने से 13 लोगों की जलकर मौत हो गई और 70 घायल हुए। 2. हापुड़ हादसा ये उत्तर प्रदेश के हापुड़ की है, यहां अनवरपुर के पास घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से 6 गाड़ियां टकरा गईं। कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है। चार दिन में 110 गाड़ियां टकराईं, 15 लोगों की मौत देश के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छा रहा है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और यूपी के 57 जिलों में बुधवार सुबह कोहरे के कारण सुबह 10 मीटर तक देखना मुश्किल था। यूपी में पिछले 5 दिन में कोहरे के कारण अलग-अलग सड़क हादसों में 110 गाड़ियां आपस में टकरा चुकी हैं। इनमें 15 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में इस मौसम में अगर आप भी लॉन्ग ड्राइव पर जाने का प्लान कर रहे हैं तो पहले ये जान लीजिए कि सर्दियों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या क्यों बढ़ जाती है? साथ ही जानेंगे कि- सवाल-1: सर्दियों में सड़क हादसे क्यों बढ़ते हैं? जवाब- मुख्य वजह घना कोहरा और धुंध है। इससे नजर बहुत कम हो जाती है, ड्राइवर को आगे का वाहन भी ठीक से दिखाई नहीं देता। खासकर उत्तर भारत में दिसंबर-जनवरी में कोहरा इतना घना होता है कि विजिबिलिटी जीरो तक पहुंच जाती है। ऐसे में हादसे आम हो जाते हैं। सवाल-2: कोहरे में ड्राइविंग से पहले किन बातों का ख्याल रखना चाहिए? जवाब- सर्दी में घना कोहरा और फिसलन भरी सड़कें ड्राइविंग को चुनौतीपूर्ण बना देती हैं। ठंड से हाथ-पैर सुन्न पड़ते हैं और कार भी प्रभावित होती है। इसलिए घर से निकलने से पहले कुछ जरूरी चीजें चेक करें, ताकि हादसों से बचा जा सके। सवाल-3: कोहरे या धुंध में ड्राइविंग के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- ड्राइविंग के लिए कोहरा सबसे चुनौतीपूर्ण मौसम होता है। इस मौसम में सड़क पर कुछ भी साफ दिखाई नहीं देता है। कई बार 1-2 मीटर के बाद सड़क पर कुछ भी दिखाई नहीं देता है। सड़क पर धुंध ही धुंध नजर आती है। इसलिए इस मौसम में ड्राइविंग करते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर जब आप किसी हाइवे, एक्सप्रेस–वे या सिग्नल फ्री रोड से गुजर रहे हैं। इसके लिए रोड सेफ्टी से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स अपनाने चाहिए, जिससे सुरक्षित ड्राइव कर सकें और सड़क हादसों से बच सकें। आइए, इस ग्राफिक में दिए कुछ पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं... अपनी लेन में ही गाड़ी चलाएं: हाईवे पर टू-व्हीलर, 4-व्हीलर और बड़े वाहनों के लिए निर्धारित ड्राइविंग लेन होती हैं। कोहरे में विजिबिलिटी कम होने पर लेन चेंज करना जोखिम भरा हो सकता है। अपनी लेन में रहें, दुर्घटनाओं से बचें और दूसरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करें। कोहरे के समय हेडलाइट को लो-बीम पर रखें: कोहरे के समय गाड़ी की हेडलाइट लो-बीम पर रखनी चाहिए। लो-बीम हेडलाइट्स वाहन के सामने 50 से 75 मीटर के बीच रोशनी देने में मदद करती हैं। वहीं हाई-बीम पर लाइट फैल जाती है, जिससे कोहरे में सामने कुछ भी दिखाई नहीं देता है। शीशों पर धुंध जमने से रोकने के लिए डिफॉगर ऑन रखें: सर्दियों में बाहर का तापमान और गाड़ी के अंदर का तापमान अलग-अलग होता है। इससे गाड़ी की विंड स्क्रीन पर धुंध जमने लगती है। इससे विजिबिलिटी कम हो जाती है। डिफॉगर शीशों पर धुंध जमने से रोकता है। इसलिए कोहरे में ड्राइविंग के दौरान डिफॉगर ऑन रखना चाहिए। ओवरटेक करने की कोशिश न करें: कोहरे में जल्दबाजी दिखाना ठीक नहीं है। इसलिए अपनी लेन में ही चलें। दूसरे वाहनों को ओवरटेक करने की कोशिश न करें। आगे चल रही गाड़ियों से पर्याप्त दूरी बनाएं : घने कोहरे के समय आगे चल रही गाड़ियों से सामान्य से ज्यादा दूरी बनाकर रखें, जिससे सामने चल रही गाड़ी के अचानक ब्रेक लगाने पर आपको संभलने का पर्याप्त मौका मिल सके। कई बार इसकी वजह से भी एक्सीडेंट हो जाते हैं। सवाल-4: कोहरे के समय किस स्पीड में गाड़ी चलाना सही है? जवाब- अधिक कोहरे के बीच गाड़ी 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ज्यादा नहीं चलानी चाहिए। सवाल-5: कोहरे में गाड़ी चलाते समय किस तरह की गलतियां नहीं करनी चाहिए? जवाब- कोहरे में गाड़ी चलाते समय कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। जैसे कि-
टाटा मोटर्स ने हाल ही में लॉन्च SUV सिएरा का पहला बैच भारतीय महिला क्रिकेट टीम को गिफ्ट किया है। इवेंट में टाटा संस और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन और MD और CEO शैलेश चंद्र शामिल थे। कंपनी ने ऐलान किया था कि वह हर टीम मेंबर को सिएरा का टॉप मॉडल देगी। भारतीय वूमन्स टीम ने 2 नवंबर को नवी मुंबई के मैदान पर साउथ अफ्रीका की विमेंस टीम को 52 रन से मात देने के साथ इस ट्रॉफी को अपने नाम किया था। कार में ट्रिपल डिस्प्ले सेटअप, 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। कंपनी ने इसके साथ ही कार की बुकिंग शुरू कर दी है। सिएरा की डिलीवरी 15 जनवरी 2026 से शुरू होगी। टाटा ने हाल ही में नई सिएरा के सभी वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमतें रिवील की थीं, जो ₹11.49 लाख से शुरू होकर ₹21.29 लाख तक जाती हैं। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से है। एक्सटीरियर: 1990 मॉडल और नई सफारी से इंस्पायर्ड डिजाइन नई सिएरा का डिजाइन 1990 में आने वाले अपने पुराने मॉडल से इंस्पायर्ड है, लेकिन कंपनी ने ओवरऑल डिजाइन थीम मौजूदा लाइनअप में शामिल हैरियर और सफारी के जैसी रखी है। इसके फ्रंट में कनेक्टेड LED DRL जैसे मॉडर्न एलिमेंट्स दिए गए हैं। इनके बीच ब्लैक फिनीश ग्रिल और स्टाइलिश बंपर दिया गया है। फ्रंट हेडलाइट बंपर में इंटीग्रेट हैं। साइड से SUV वाला बॉक्सी डिजाइन पहले की तरह है, जिसमें आइकॉनिक ‘एल्पाइन विंडो’ डिजाइन मिलेगी, लेकिन इसमें ओरिजनल सिएरा की तरह सिंगल पेन ग्लास रूफ नहीं होगा, क्योंकि नई सिएरा 4 डोर कार है। मॉडर्न टच के लिए इसमें फ्लश डोर हैंडल और 19 इंच के स्टाइलिश मल्टी-स्पोक डुअल-टोन अलॉय व्हील हैं। रियर से सिएरा काफी सिंपल है और इसमें कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दी गई है। इसमें सिल्वर स्किड प्लेट के साथ ग्लॉसी ब्लैक रियर बंपर दिया गया है, जो इसे पीछे से मॉडर्न लुक देता है। चारों ओर ग्लॉस ब्लैक फिनिश दी गई है। इंटीरियर: ट्रिपल स्क्रीन सेटअप वाली टाटा की पहली कार सिएरा का केबिन टाटा की मौजूदा कारों से काफी अलग है। इसके केबिन में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जो एक पेनल पर इंटीग्रेटेड है और ये डैशबोर्ड की पूरी चौड़ाई तक फैला है। डैशबोर्ड पर कई जगह यलो हाइलाइट दिए गए हैं, जबकि AC वेंट्स काफी पतले हैं। इसमें इल्लुमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। डैशबोर्ड पर एक साउंडबार भी है। यानी, टाटा सिएरा भारत में पहली कार है, जिसमें साउंड बार दिया गया है। खास बात ये है कि बड़ी खिड़कियां और बड़ा पैनोरमिक सनरूफ केबिन को हवादार फील कराता है। पीछे की तरफ बेंच सीट दी गई हैं, जो 3 लोगों के बैठने के हिसाब से पर्याप्त चौड़ी है। यहां काफी लेग रूम भी मिलता है और इसके साथ 3 एडजस्टेबल हेडरेस्ट और एक सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। फीचर्स: डुअल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और लेवल-2 ADAS सिएरा SUV भी फीचर लोडेड है। इसमें तीन स्क्रीन, डुअल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, JBL साउंड सिस्टम, वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर दिए गए हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 7 एयरबैग, EBD के साथ ABS, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर के साथ 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम) जैसे सेफ्टी फीचर हैं। परफॉर्मेंस: 1.5 लीटर का नया T-GDI टर्बो पेट्रोल इंजन टाटा सिएरा को तीन इंजन ऑप्शन के साथ मार्केट में उतारा गया है। इसमें एक 1.5 लीटर का नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन है, जो 108PS की पावर और 145Nm का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और 7 स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। वहीं दूसरा 1.5-लीटर का T-GDI टर्बो-पेट्रोल इंजन है, जो 160PS की पावर और 255Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इसके साथ 6-स्पीड ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेगा। ये कंपनी के पोर्टफोलियो में बिल्कुल नया इंजन है। वहीं, तीसरा 1.5-लीटर की डीजल इंजन दिया गया है, जो 118PS की पावर और 260Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 6-स्पीड मैुअल ट्रांसमिशन और 6-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का ऑप्शन भी मिलेगा। ये खबर भी पढ़ें... चैंपियन बनने से महिला क्रिकेटरों की ब्रांड वैल्यू 50% बढ़ी: जेमिमा की वैल्यू ₹1.5 करोड़, शेफाली की 1 करोड़ से ज्यादा हो गई वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत की महिला क्रिकेट टीम के प्लेयर्स की ब्रांड वैल्यू में 50% से ज्यादा का इजाफा हुआ है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार टॉप परफॉर्मर्स जैसे स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स को अब इंडिविजुअल एंडोर्समेंट डील्स 1 करोड़ रुपए से ऊपर मिलने की उम्मीद है। कई ऐसे ब्रांड्स है जो इन्हें अपने कैंपेन का चेहरा बनाना चाहते हैं। इनमें कार कंपनियों से लेकर बैंक FMCG, एथलीजर, लाइफस्टाइल, ब्यूटी, पर्सनल केयर और एजुकेशन कंपनियां शामिल हैं। टॉप महिला क्रिकेटर्स अब उस स्पेस में भी एंटर कर रही हैं जो पहले मेल-डॉमिनेटेड माने जाते थे। पूरी खबर पढ़ें...
टेक कंपनी वनप्लस आज (17 दिसंबर) भारत में नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15R और मिड-रेंज टैबलेट वनप्लस पैड गो 2 लॉन्च करने जा रही है। कंपनी 12वीं एनवर्सरी के मौके पर बेंगलुरू में होने वाले इवेंट में दोनों डिवाइस को पेश करेगी। लॉन्च ईवेंट वनप्लस की ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम होगा। वनप्लस 15R को स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर, 7400mAh बैटरी और 50 मैगापिक्सल कैमरा के साथ उतारा जाएगा। फोन की कीमत 40 से 50 हजार रुपए के बीच हो सकती है। इस प्राइस रेंज में स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर वाला ये भारत में पहला फोन होगा। वहीं, वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंशन 7300-अल्ट्रा प्रोसेसर और 10,050mAh की बैटरी के साथ उतारा जाएगा। टैबलेट की कीमत 20 हजार रुपए के आसपास रखी जा सकती है। वनप्लस 15आर: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस 15R में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा। यह मोबाइल चिपसेट 3 नैनोमीटर प्रोसेस पर बना ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 3.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। ये पावरफुल और लैगफ्री प्रोसेसिंग देता है। वहीं, ग्राफिक्स के लिए फोन में एड्रेनो 830 GPU दिया गया है। फोन एंड्रॉएड 16 पर बेस्ड ColorOS 16 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आएगा। इसमें LPDDR5X रैम मिलेगी, जो स्मूथ मल्टीटास्किंग करने में मदद करती है। मोबाइल में UFS 4.1 स्टोरेज लगी है, जिससे फास्ट डाटा ट्रांसफर होता है। इसके अलावा फोन में NFC, वाई-फाई 7 और ब्लूटूथ 5.4 का सपोर्ट मिलेगा। बैटरी: कंपनी ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है कि वनप्ल्स 15R को 7400mAh बैटरी पर लॉन्च होगा। इसे चार्ज करने के लिए 80W सुपरवूक चार्जिंग तकनीक मिलेगी। इससे पहले वनप्लस का कोई भी फोन इतनी बड़ी बैटरी के साथ नहीं आया है। हाल ही में लॉन्च हुआ वनप्लस 15 स्मार्टफोन 7300mAh बैटरी पर लॉन्च हुआ था। वनप्लस 15R की बैटरी को सिलीकॉन नेनोस्टेक टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि 4 साल बाद भी इसकी बैटरी हेल्थ 80% से कम नहीं जाएगी। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए वनप्लस 15R के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन के साथ 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX906 मेन रियर सेंसर और 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन डिटेलमैक्स इंजन के साथ आएगा। इसमें अल्ट्रा क्लीयर मोड, क्लीयर बर्स्ट और क्लियर नाइट इंजन जैसे एडवांस फीचर्स मिलेंगे। डिस्प्ले: वनप्लस 15R में 28001272 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.83-इंच की 1.5K स्क्रीन मिलेगी। यह एमोलेड पैनल पर बनी डिस्प्ले 165Hz तक के हाई रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगी। इसके साथ 1800 निट्स की पीक ब्राइटनेस और 450PPI ऑटो डिमिंग मिलेगी। कंपनी ने बताया कि मोबाइल TUV राइनलैंड इंटेलीजेंट आई केयर 5.0 सर्टिफाइड है, जो अंधेरे में फोन चलाने पर भी आंखों को नुकसान से बचाने में मदद करेगा। स्क्रीन में इन-डिस्प्ले अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा। वनप्लस पैड गो 2: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 अल्ट्रा चिपसेट के साथ पेश किया जाएगा। यह मिड रेंज में गेमिंग और डेली यूज के लिए अच्छी परफॉर्मेंस देता है। कंपनी का दावा है कि टैबलेट को 4 साल वाली फ्लुएंसी सर्टिफिकेशन मिल चुकी है, यानी लंबे समय तक स्मूथ और भरोसेमंद परफॉर्मेंस मिलेगी। बैटरी: पावरबैकअप के लिए टैबलेट में 10,050mAh की बैटरी और 33 वॉट की सुपरवूक फास्ट चार्जिंग मिलेगी। कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज करने पर टैबलेट में 15 घंटे तक वीडियो चला सकते हैं, 53 घंटे म्यूजिक सुन सकते हैं या 60 दिन तक स्टैंडबाय पर रख सकते हैं। इसके साथ रिवर्स केबल चार्जिंग भी मिलेगी, यानी फोन या अन्य डिवाइस भी चार्ज कर सकते हैं। डिस्प्ले: फ्रंट में 12.1 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 900 निट्स है। डिस्प्ले को TUV राइनलैंड इंटेलिजेंस आई केयर 4.0 सर्टिफिकेशन भी मिला है, यानी लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर आंखों को नुकसान नहीं होगा। स्क्रीन को खास तौर पर ओपन केनवास मल्टीटास्किंग सॉफ्टवेयर के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है, यानी स्प्लिट स्क्रीन और कई विंडो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे। टैबलेट डॉल्बी विजन सपोर्ट के साथ आएगा। वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो कंपनी पहली बार वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो भी लॉन्च करेगी। ये स्टाइलस खास इसी टैबलेट के लिए बनाया गया है। इसे सिर्फ 10 मिनट चार्ज करने पर आधे दिन तक लिख और पेंट कर सकते हैं।
स्मार्टफोन मेकर वनप्लस कल यानी 17 दिसंबर को भारतीय मार्केट में अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15R और मिड-रेंज टैबलेट 'वनप्लस पैड गो 2' लॉन्च करने जा रही है। कंपनी अपनी 12वीं एनिवर्सरी पर ये दोनों डिवाइसेज पेश करेगी। लॉन्च इवेंट बेंगलुरु में कल शाम 7:00 बजे होगा। वनप्लस 15R को स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर, 7400mAh बैटरी और 50 मेगापिक्सल कैमरा के साथ उतारा जाएगा। इसकी कीमत 40,000 से 50,000 रुपए के बीच हो सकती है। इस प्राइस रेंज में स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर वाला ये भारत में पहला स्मार्टफोन होगा। वहीं, 'वनप्लस पैड गो 2' को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300-अल्ट्रा प्रोसेसर और 10,050mAh की बैटरी के साथ उतारा जाएगा। टैबलेट की कीमत 20,000 रुपए के आसपास हो सकती है। वनप्लस 15R : स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस 15R में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा। यह मोबाइल चिपसेट 3 नैनोमीटर प्रोसेस पर बना ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 3.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। ये पावरफुल और लैग फ्री प्रोसेसिंग देता है। वहीं, ग्राफिक्स के लिए फोन में एड्रेनो 830 GPU दिया गया है। फोन एंड्रॉइड 16 पर बेस्ड कलर OS 16 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आएगा। इसमें LPDDR5X रैम मिलेगी, जो स्मूद मल्टीटास्किंग में मदद करती है। मोबाइल में UFS 4.1 स्टोरेज लगी है, जिससे फास्ट डेटा ट्रांसफर होता है। इसके अलावा फोन में NFC, WiFi 7 और ब्लूटूथ 5.4 का सपोर्ट मिलेगा। बैटरी: कंपनी ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है कि वनप्ल्स 15R को 7400mAh बैटरी के साथ पेश किया जाएगा। इसे चार्ज करने के लिए 80W सुपर VOOK चार्जिंग टेक्नीक मिलेगी। इससे पहले वनप्लस का कोई भी स्मार्टफोन इतनी बड़ी बैटरी के साथ नहीं आया है। हाल ही में लॉन्च हुआ वनप्लस 15 स्मार्टफोन 7300mAh बैटरी पर लॉन्च हुआ था। वनप्लस 15R की बैटरी को सिलीकॉन नैनोस्टेक टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि 4 साल बाद भी इसकी बैटरी हेल्थ 80% से कम नहीं जाएगी। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए वनप्लस 15R के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन के साथ 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX906 मेन रियर सेंसर और 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन डिटेलमैक्स इंजन के साथ आएगा। इसमें अल्ट्रा क्लीयर मोड, क्लीयर बर्स्ट और क्लियर नाइट इंजन जैसे एडवांस फीचर्स मिलेंगे। डिस्प्ले: वनप्लस 15R में 28001272 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.83-इंच की 1.5K स्क्रीन मिलेगी। यह एमोलेड पैनल पर बनी डिस्प्ले 165Hz तक के हाई रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगी। इसके साथ 1800 निट्स की पीक ब्राइटनेस और 450PPI ऑटो डिमिंग मिलेगी। कंपनी ने बताया कि मोबाइल TUV राइनलैंड इंटेलीजेंट आई केयर 5.0 सर्टिफाइड है, जो अंधेरे में भी इस्तेमाल से आंखों को नुकसान से बचाने में मदद करेगा। स्क्रीन में इन-डिस्प्ले अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा। वनप्लस पैड गो 2: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 अल्ट्रा चिपसेट के साथ पेश किया जाएगा। यह मिड रेंज में गेमिंग और डेली यूज के लिए अच्छी परफॉर्मेंस देता है। कंपनी का दावा है कि टैबलेट को 4 साल वाली फ्लुएंसी सर्टिफिकेशन मिल चुकी है, यानी लंबे समय तक स्मूद और भरोसेमंद परफॉर्मेंस मिलेगी। बैटरी: पावर बैकअप के लिए टैबलेट में 10,050mAh की बैटरी और 33 वॉट की सुपर VOOK फास्ट चार्जिंग मिलेगी। कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज करने पर टैबलेट में 15 घंटे तक वीडियो चला सकते हैं, 53 घंटे म्यूजिक सुन सकते हैं या 60 दिन तक स्टैंडबाय पर रख सकते हैं। इसके साथ रिवर्स केबल चार्जिंग भी मिलेगी, यानी फोन या अन्य डिवाइस भी चार्ज कर सकते हैं। डिस्प्ले: फ्रंट में 12.1 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 900 निट्स है। डिस्प्ले को TUV राइनलैंड इंटेलिजेंस आई केयर 4.0 सर्टिफिकेशन भी मिला है, यानी लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर आंखों को नुकसान नहीं होगा। स्क्रीन को खास तौर पर ओपन कैनवास मल्टीटास्किंग सॉफ्टवेयर के लिए ऑप्टीमाइज किया गया है, यानी स्प्लिट स्क्रीन और कई विंडो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे। टैबलेट डॉल्बी विजन सपोर्ट के साथ आएगा। वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो कंपनी पहली बार वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो भी लॉन्च करेगी। ये स्टाइलस खास इसी टैबलेट के लिए बनाया गया है। इसे सिर्फ 10 मिनट चार्ज करने पर आधे दिन तक लिख और पेंट कर सकते हैं।
JSW MG मोटर इंडिया ने आज (15 दिसंबर) भारत में अपनी पॉपुलर SUV हेक्टर का फेसलिफ्ट मॉडल लॉन्च कर दिया है। कार को न्यू डिजाइन क्रोम ग्रिल और टच स्क्रीन में जेस्चर कंट्रोल जैसे फीचर के साथ अपडेट किया गया है। 2025 ऑल-न्यू हेक्टर को पहले की तरह ही 5-सीटर और 7-सीटर वर्जन में उतारा गया है। 5 सीटर हेक्टर की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 11.99 लाख रुपए और 7-सीटर वर्जन की 17.30 लाख रुपए रखी गई है। ये नई इंट्रोडक्ट्री कीमत लिमिटेड यूनिट्स के लिए हैं। इसके बाद कार की कीमत बढ़ा दी जाएगी। हेक्टर का यह न्यू जनरेशन अपडेट नहीं है, इनके डिजाइन, केबिन थीम और कलर ऑप्शन में कुछ बदलाव किए गए हैं। कार की बुकिंग शुरू कर दी गई है। भारत में इसका मुकाबला टाटा हैरियर, टाटा सफारी, महिंद्रा स्कॉर्पियो एन, फेसलिफ्ट महिंद्रा XUV 7XO और हुंडई अल्कजार से है। खबर है कि एमजी 2026 में नई हेक्टर और हेक्टर प्लस के डीजल वेरिएंट फिर से पेश करेगी। 2025 एमजी हेक्टर फेसलिफ्ट: वैरिएंट वाइस प्राइस
टेक कंपनी मोटोरोला आज (15 दिसंबर) भारतीय बाजार में नया प्रीमियम मिड-रेंज स्मार्टफोन मोटोरोला एज 70 लॉन्च करने जा रही है। लॉन्च इवेंट दोपहर 12 बजे शुरू होगा। स्मार्टफोन को भारत में अल्ट्रा-थिन डिजाइन के साथ पेश किया जाएगा। फोन सिर्फ 5.99mm पतला और इसका वजन 159 ग्राम होगा। इसमें एयरक्राफ्ट-ग्रेड एल्यूमिनियम फ्रेम, टेक्सचर्ड बैक पैनल और तीन पेनटोन-क्यूरेटेड कलर ऑप्शन के साथ पेश किया जाएगा। इसमें लिली पैड, गैजेट ग्रे और ब्रॉन्ज ग्रीन शामिल है। मोटोरोला एज 70 को 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा और 6.7 इंच डिस्प्ले के साथ उतारा जाएगा। इसमें IP68 और IP69 रेटिंग के साथ मिलिट्री-ग्रेड ड्यूरेबिलिटी मिलेगी। फोन की कीमत 35 हजार रुपए से शुरू हो सकती है। डिस्प्ले: मोटोरोला एज 70 में 6.7-इंच एक्सट्रीम एमोलेड डिस्प्ले दिया जाएगा। 1.5K पैनल पर बनी इस स्क्रीन की पीक ब्राइटनेस 4500निट्स तक जाती है। इसके साथ ब्राइटनेस और कलर क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट मिलेगा। स्क्रीन की सेफ्टी के लिए गोरिल्ला ग्लास 7i प्रोटेक्शन जाएगी और स्मार्ट वाटर टच सपोर्ट भी मिलेगा, जिससे यह पानी या बारिश में भी टच रिस्पॉन्स दे पाएगा। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 50MP अल्ट्रा-वाइड + मैक्रो विजन सेंसर का डुअल सेटअप मिलेगा। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 50MP का क्वाड पिक्सल फ्रंट कैमरा रहेगा। कैमरा एप में कई मोटो AI फीचर्स मिलेंगे। इसमें AI एक्शन शॉट, AI अडेप्टिव स्टेबिलाइजेशन, AI ग्रुप शॉट और AI सिग्नेचर स्टाइल आदि। खास बात यह है कि फोन सभी लेंस से 4K 60fps वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करेगा। परफॉरमेंस: मोटोरोला एज 70 में परफॉरमेंस के लिए स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 चिपसेट मिलेगा। इस प्रोसेसर के साथ आने वाला ये भारत में पहला स्मार्टफोन होगा। थर्मल मैनेजमेंट के लिए फोन में वेपोर कूलिंग चैंबर होगा। फोन एंड्रॉएड 16 पर बेस्ड हीलियो UI पर काम करेगा। इसके साथ ही ब्रांड 3 साल के OS अपडेट और 4 साल के सिक्योरिटी अपडेट देगा। AI इंटीग्रेशन फोन की सबसे बड़ी खासियत मानी जा सकती है। इसमें गूगूल जेमिनी, माइक्रोसॉफ्ट कोपाइलेड, परप्लेक्सिटी और मोटो AI का मल्टी-प्लेटफार्म सपोर्ट देगा। डिवाइस में AI इमेज स्टूडिया, AI प्लेलिस्ट स्टूडियो और मोटो AI असिस्ट जैसी कई सुविधाएं मिलेंगी, जिसमें मेमोरी कैप्चर, लाइव ट्रांसक्रिप्शन, कॉन्टेक्स्टुअल सजेशंस और स्मार्ट समरीजेशन जैसे फीचर शामिल हैं। इसके अलावा फोन में गूगल फोटोज के सर्किल टू सर्च, मैजिक इरेजर और मैजिक एडिटर का भी सपोर्ट होगा। डिवाइस Smart Connect 3.0 के जरिए फोन को पीसी मिररिंग, डिवाइस के बीच ऐप कंटिन्यूटी और टीवी पर कंटेंट कास्टिंग जैसी सुविधाएं मिलेंगी। पावर बैकअप: फोन में पावर बैकअप कि लिए 5000mAh की सिलीकॉन-कार्बन बैटरी दी जाएगी। यह बैटरी 31 घंटे की लगातार वीडियो प्लेबैक क्षमता का दावा करती है। वहीं, फोन को चार्ज करने के लिए 68W फास्ट चार्जिंग और 15W वायरलेस चार्जिंग का सपोर्ट मिलेगा।

