खोखला नहीं चांद, धरती की तरह है ठोस सतह, खुलासे से वैज्ञानिक भी हो गए हैरान
Moon interior as solid metal: चांद को लेकर वर्षों से तरह-तरह की अजीब थ्योरियां सामने आती रही हैं. किसी वैज्ञानिक ने चांद को खोखला बताया तो किसी ने इसे एलियन का अड्डा तक कह दिया. इसके अलावा अपोलो मिशनों के दौरान चांद पर हुए प्रभाव प्रयोगों में आने वाली घंटी जैसी आवाज को भी कई लोगों ने चांद के भीतर किसी रहस्यमयी संरचना का संकेत माना था. Vice की रिपोर्ट में अब खुलासा किया गया है कि दशकों पुरानी इन चर्चाओं पर वैज्ञानिकों ने अंतिम मुहर लगा दी है.
सूरज का प्रचंड ताप नहीं झेल पाया धूमकेतु ATLAS! इटली के वैज्ञानिकों का दावा- 3 हिस्से में टूट गया
ATLAS:इस धूमकेतु की खोज मई 2025 में की गई थी. इसकी खोज के बाद जैसे-जैसे वह सूर्य के करीब आता गया, उसकी चमक बढ़ने लगी थी. इसके पीछे की वजह थी कि सूर्य की गरमी की वजह से इसकी ऊपरी सतह धीरे-धीरे पिघलकर गैस में बदलने लगी थी.
गूगल ने भारत में गूगल मैप्स यूजर्स के लिए जेमिनी AI को इंटीग्रेट कर दिया है। इससे अब मैप्स सिर्फ रास्ता बताने वाला एप नहीं रहेगा, बल्कि आपका पर्सनल ट्रैवल असिस्टेंट बन जाएगा। जो बोलेगा, समझेगा और भारतीय यूजर के हिसाब से फैसले लेगा। इससे अब आप बोलकर पास का पेट्रोल पंप या रेस्टोरेंट ढूंढ सकते हैं, यही नहीं अब बिना टाइप किए रिव्यू, फोटो और डिटेल्स मिलेंगी। इसके अलावा एक्सीडेंट अलर्ट, स्पीड लिमिट और टू-व्हीलर नेविगेशन जैसे नए फीचर्स भी जोड़े गए हैं। यह अपडेट एंड्रॉएड और iOS पर जल्द रोलआउट होगा, जो ट्रैवल को स्मार्ट बनाएगा। भारत में करीब 25 करोड़ से ज्यादा लोग हर दिन गूगल मैप्स का इस्तेमाल करते हैं। इसलिए भीड़भाड़ वाले शहरों, रोजाना के ऑफिस ट्रैफिक और सुरक्षा के लिहाज से ये फीचर्स भारत जैसे देश के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं। ये 6 फीचर्स सबसे उपयोगी... 1. अब आवाज रास्ता दिखाएगी अब ड्राइव के दौरान मोबाइल को छूने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप बस बोलिए और जेमिनी AI आपके इंस्ट्रक्शन पर तुरंत काम करेगा। जैसे- कमांड्स पर तुरंत रूट, लोकेशन या सर्च रिजल्ट मिल जाएगा। 2. ट्रेवल से पहले ‘स्मार्ट टिप्स’ अब किसी जगह पर जाने से पहले ही आपको सारी जरूरी जानकारियां मिल जाएंगी। जैसे- पार्किंग की स्थिति, वहां की भीड़, फूड स्पेशलिटी और आस-पास घूमने लायक जगह कौन-कौन सी हैं। कुल मिलाकर गूगल मैप्स अब सिर्फ रास्ता नहीं दिखाएगी, बल्कि आपका स्मार्ट ट्रैवल पार्टनर बनेगी। जेमिनी AI के साथ आप वॉइस से सवाल पूछ सकते हैं– जैसे 'पास में वेजिटेरियन रेस्टोरेंट कहां है?' और AI तुरंत सटीक जवाब देगा। इसमें रिव्यू, फोटो और जरूरी जानकारी भी शामिल होगी। ड्राइविंग के दौरान अन्य एप्स से लिंक करने का ऑप्शन मिलेगा, ताकि हैंड्स-फ्री यूज हो सके। 3. टू-व्हीलर के लिए अलग नेविगेशन भारत में बाइक और स्कूटर यूजर्स की संख्या देखते हुए गूगल ने नेविगेशन एरो को टू-व्हीलर आइकन में बदलने का ऑप्शन जोड़ा है। 4. एप बंद होने पर भी अलर्ट जेमिनी अब रोडब्लॉक या डायवर्जन की चेतावनी भेजेगा। बस गूगल मैप्स एप में नोटिफिकेशन ऑन रखना होगा और इंटरनेट ऑन होना चाहिए। एप बंद होने पर भी यह काम करेगा। पहले फ्लायओवर पर वॉइस नेविगेशन अक्सर गलत दिशा दिखाता था, लेकिन अब यह सटीक हो गया है। ये चेंजेस सिटी ट्रैफिक में सुरक्षित राइडिंग को आसान बनाएंगे। 5. AI बेस्ड रोड सेफ्टी अलर्ट गूगल ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के साथ मिलकर उन रास्तों की पहचान की है, जहां एक्सीडेंट ज्यादा होते हैं। अब जैसे ही आप इन जोन्स के पास पहुंचेंगे, गूगल पहले से अलर्ट देगा। यह सुविधा गुरुग्राम, हैदराबाद और चंडीगढ़ जैसे शहरों से शुरू हो रही है। साथ ही, लोकल ट्रैफिक पुलिस के डेटा से ऑफिशियल स्पीड लिमिट दिखेगी, जो ओवरस्पीडिंग रोकने में मदद करेगी। शुरुआत मुंबई, कोलकाता और हैदराबाद से होगी। बेहतर ट्रैफिक अलर्ट सिस्टम सबसे पहले भारत के एंड्रॉएड यूजर्स को मिलेगा। 6. भारतीय भाषा में जवाब देगा गूगल मैप्स अब गूगल मैप्स का AI सिर्फ अंग्रेजी तक सीमित नहीं रहा है गूगल मैप्स में जेमिनी AI के इंटीग्रेशन से अब भारतीय यूजर्स को अपनी मातृभाषा में ही बात करने की सुविधा मिलेगी। जेमिनी AI गूगल मैप्स में कुल 9 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा। इसमें हिंदी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल है। मतलब, आप अंग्रेजी के अलावा अपनी रीजनल भाषा में सवाल पूछ सकेंगे, और AI उसी भाषा में जवाब देगा। यह फीचर खासतौर पर भारत के लिए डिजाइन किया गया है, जहां ज्यादातर लोग लोकल भाषाओं में कम्फर्टेबल होते हैं। गूगल ने कहा है कि आगे और भाषाएं जोड़ी जाएंगी।
अब समुद्र में छिपी बारूदी सुरंगों का हो जाएगा Game Over, DRDO ने बनाया सांप जैसा 'अस्त्र'
DRDO : इन AUV में डीप लर्निंग आधारित एल्गोरिदम लगाए गए हैं, जो स्वतः ही संदिग्ध वस्तुओं को पहचान लेते हैं. इससे ऑपरेटर के हस्तक्षेप की आवश्यकता कम होती है और मिशन का समय भी घटकर काफी कम हो जाता है. प्रणाली का उद्देश्य नौसेना के माइन-काउंटरमेजर अभियानों को अधिक सुरक्षित, तेज़ और प्रभावी बनाना है.
साइंटिस्ट बनाएंगे पाताल के नीचे लैब, बाहर आएंगे हिंद महासागर के पेट में छिपे गहरे राज
भारतीय साइंटिस्ट हिंद महासागर की गहराई में लैब बनाने की तैयारी में है. पाताल में बनी इस लैब का मकसद इंसानी जीवन की संभावना की तलाश करना है.
2032 में चंद्रमा पर बड़ा हमला? Asteroid 2024 YR4 ने वैज्ञानिकों की नींद उड़ा दी, चांद पर आएगा भूचाल
Asteroid News: 2032 में एक बड़े क्षुद्रग्रह की चंद्रमा से टकराने की संभवना है. इसे लेकर वैज्ञानिक बहुत ही चिंतित हैं क्योंकि इसकी संभावना आए दिन बढ़ती ही जा रही है.
ISRO: Chandrayaa-3 का भटकता मॉड्यूल खुद ही वापस लौट आया, बिना इंजन के कैसे भरी उड़ान?
Chandrayaan 3 News: सितंबर में क्षुद्रग्रह को ट्रैक करने से जो जानकारी मिली उससे पता चला है कि यह सेवा मॉड्यूल(Service Module)नवंबर की शुरुआत में दो बार चंद्रमा के पास से गुजरेगा.
Photo Bomb: सूर्य की आग और इंसानी एडवेंचर, एक ऐसी तस्वीर जो पहले कभी नहीं देखी गई
Photo Bomb: मैकार्थी के दोस्त की यह तस्वीर जो नीचे उतरते समय ली गई थी, सूरज की तेज रोशनी के साथ मेल नहीं खाती. यह तस्वीर इंसानी हिम्मत और ब्रह्मांड के बड़े आकार का एक अद्भुत मिलाप पेश करती है.
आर्कटिक बर्फ के नीचे मिले 30,000 जीवाश्म, 24 करोड़ साल पहले धरती पर रहते थे ये खतरनाक शिकारी
Science News: आर्कटिक इलाके में 30,000 से ज्यादा पुराने अवशेषों से भरी एक जगह मिली है. यह जगह दुनिया के सबसे पुराने समुद्री रेंगने वाले जीवों के इकोसिस्टम के बारे में बताती है.
भारत में डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन (DPDP) एक्ट 2023 अब नियमों के साथ पूरी तरह लागू हो चुका है। सरकार ने 14 नवंबर को इसके नियमों को नोटिफाई कर दिया है। ये नियम आम लोगों की प्राइवेसी को मजबूत करने के साथ-साथ इनोवेशन और डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा देगा। DPDP एक्ट को संसद ने 11 अगस्त 2023 को पास किया था। यह डिजिटल पर्सनल डेटा को हैंडल करने वाली कंपनियों (डेटा फिड्यूशरी) की जिम्मेदारियां तय करता है, जबकि लोगों को उनके अधिकार देता है। बच्चों और दिव्यांगों के डेटा के लिए पेरेंट्स की सहमति जरूरी बच्चों के लिए किसी भी रूप में उनके डेटा का उपयोग करने के लिए माता-पिता की सहमति अनिवार्य है। हेल्थकेयर, एजुकेशन या रीयल-टाइम सेफ्टी जैसे जरूरी मामलों में ही छूट मिलेगी। दिव्यांगों के लिए, जो लीगल डिसीजन नहीं ले पाते, उनके कानूनी गार्जियन से कंसेंट लेना पड़ेगा, जो कानून के तहत वेरिफाइड हो। DPDP एक्ट की 5 सबसे जरूरी बातें… डेटा ब्रेक और शिकायतों का क्या होगा? अगर पर्सनल डेटा ब्रेक होता है, तो डेटा फिड्यूशरी को तुरंत अफेक्टेड लोगों को प्लेन लैंग्वेज में बताना पड़ेगा। जैसे- ब्रेक की नेचर, इसका क्या प्रभाव हो सकता है, क्या कदम उठाने चाहिए और किससे मदद लेनी चाहिए। लोगों को राइट्स मिले हैं- अपना डेटा एक्सेस, करेक्ट, अपडेट या इरेज करने के। नॉमिनी भी ये अधिकार मिलेंगे। सभी रिक्वेस्ट्स पर मैक्सिमम 90 दिनों में रिस्पॉन्स देना पड़ेगा। शिकायतों के लिए डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड डिजिटल होगा जिसमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप से फाइल और ट्रैक कर सकेंगे। --------------------- ये खबर भी पढ़ें... जानें अपने अधिकार- डिजिटल प्राइवेसी का अधिकार: बिना इजाजत डेटा यूज करना गैरकानूनी, ऑनलाइन डेटा को सेफ रखने के 6 टिप्स आज डिजिटल टेक्नोलॉजी के दौर में हर इंसान की गतिविधियां कहीं-न-कहीं डेटा में बदल रही हैं। कौन कहां गया, क्या सर्च किया, किससे बात की, क्या खरीदा ये सारी जानकारियां स्मार्टफोन, एप्स और इंटरनेट प्लेटफॉर्म्स के जरिए रिकॉर्ड हो रही हैं। लोकेशन, बैंकिंग ट्रांजैक्शन, कॉल डिटेल्स से लेकर बायोमेट्रिक डेटा तक ट्रैक होता है। अक्सर व्यक्ति को इसकी भनक तक नहीं लगती है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
NASA ने 58 साल पहले क्लिक थी धरती की पहली 'कलर फोटो', इसी तस्वीर से पता चला पृथ्वी है नीली!
The Big Blue World: वैज्ञानिकों द्वारा खींची गई धरती की पहली रंगीन तस्वीर साइंस बुलेटिन की सुर्खियों में छा गई थी क्योंकि इसमें वो खासियतें दिखाई गईं थी जो केवल ब्लैक और व्हाइट तस्वीरें नहीं दिखा सकती थीं.
Ayodhya: ISRO सैटेलाइट ने अंतरिक्ष से ली राम मंदिर की तस्वीर, स्पेस से दुनिया ने देखा भारत का गौरव
Ayodhya Ram Mandir: IRS सैटेलाइट ने आसमान से अयोध्या से भगवनान श्री राम के मंदिर की भव्य तस्वीर शेयर की है. यह मंदिर के एक जटिल ढांचे को दिखाता है.
हीरो मोटोकॉर्प की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ब्रांड विडा ने भारतीय बाजार में विडा VX2 गो का नया वैरिएंट लॉन्च किया है। कंपनी ने पॉपुलर इलेक्ट्रिक स्कूटर के नए वैरिएंट को 3.4kWh बैटरी पैक के साथ पेश किया है। 3.4kWh बैटरी पैक के साथ विडा VX2 की क्लेम्ड रेंज 142km है, लेकिन कंपनी का दावा है कि ये नया वैरिएंट फुल चार्ज में 100 किलोमीटर की रियल वर्ल्ड रेंज देगा। इससे पहले VX2 गो सिर्फ 2.2kWh बैटरी पैक के साथ अवेलेबल था, जबकि बड़ी 3.4kWh बैटरी पैक सिर्फ VX2 प्लस में ही अवेलेबल था। कंपनी ने नए वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमत 1.02 लाख रुपए रखी गई है। नया वैरिएंट VX2 गो 2.2kWh (₹85,000 से शुरू) और VX2 प्लस (₹1.10 लाख से शुरू) के बीच में आता है। आप बैटरी-एज-अ-सर्विस (BaaS) प्रोग्राम के तहत 60,000 रुपए की एक्स-शोरूम कीमत में खरीद सकते हैं। इसमें बैटरी की कीमत शामिल नहीं है। बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम होने पर फ्री में बदलेगी कंपनी हीरो का कहना है कि VX2 को बैटरी रेंटल प्रोग्राम के साथ खरीदने पर आपको 96 पैसे/किलोमीटर चार्ज देना होगा। इसमें बैटरी का परफॉर्मेंस 70% कम हो जाता है तो, कंपनी इसे फ्री में बदलकर देगी। ये ई-स्कूटर TVS आईक्यूब, बजाज चेतक, ओला S1 और एथर रिज्टा को टक्कर देगा। इसकी डिलीवरी जल्द शुरू होने की उम्मीद है। बैटरी एज ए सर्विस प्रोग्राम क्या है? बैटरी एज ए सर्विस (BAAS) एक बैटरी रेंटल प्रोग्राम है। इसकी शुरुआती सबसे पहले MG मोटर इंडिया ने विंडसर ईवी के साथ की थी। इसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने पर उसकी कीमत में बैटरी पैक के प्राइस शामिल नहीं होते हैं। इसकी जगह आपसे बैटरी के इस्तेमाल (प्रति किलोमीटर) के हिसाब से पैसे लिए जाते हैं। यानी आप गाड़ी जितने किलोमीटर चलाओगे उस हिसाब से बैटरी की कॉस्ट रेंटल फीस के तौर पर कंपनी को देनी होगी। यहां हर महीने आपको EMI के तौर पर देनी होगी, लेकिन आपको बैटरी चार्ज करने का खर्च खुद उठाना पड़ता है। ये प्लान उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो शुरुआती खर्च कम रखना चाहते हैं और बैटरी मेंटेनेंस या रिप्लेसमेंट की टेंशन नहीं लेना चाहते। डिजाइन : ऑल LED लाइटिंग सेटअप के साथ 7 कलर ऑप्शन हीरो विडा VX2 का डिजाइन मॉडर्न, प्रैक्टिकल और फैमिली-फ्रेंडली है, जो इसे सिटी राइडर्स और घरेलू इस्तेमाल के लिए परफेक्ट बनाता है। ई-स्कूटर EICMA-2024 में पेश किए गए विडा Z कॉन्सेप्ट का प्रोडक्शन वर्जन है और विडा V2 से मिलता-जुलता है, लेकिन इसमें कुछ खास बदलाव हैं। स्लीक और स्मूद: VX2 का डिजाइन साफ-सुथरा और मिनिमलिस्टिक है। इसमें विडा V2 की तरह कोई तीखे कॉर्नर नहीं हैं, बल्कि कर्व्ड सॉफ्ट लुक्स हैं, जो इसे मॉडर्न और यूथफुल वाइब देते हैं। 7 कलर ऑप्शन: विडा VX2 में 7 कलर ऑप्शन मिलते हैं। इसमें नेक्सस ब्लू, मैट वाइट, ऑरेंज, मैट लाइम, पर्ल ब्लैक और पर्ल रेड शामिल है। मेटैलिक ग्रे और ऑरेंज सिर्फ प्लस वैरिएंट में मिलेगा। LED लाइटिंग: ई-स्कूटर में LED हेडलैम्प, LED टेललाइट और LED DRLs (डेटाइम रनिंग लाइट्स) इसे प्रीमियम लुक देते हैं और रात में बेहतर विजिबिलिटी मिलती है। परफॉर्मेंस: 6kWh की पावर और टॉप स्पीड 80kmph इलेक्ट्रिक स्कूटर में परफॉर्मेंस के लिए परमानेंट मैग्नेट सिंक्रोनस मोटर दी गई है, जो 6kWh की पावर और 25Nm का टॉर्क जनरेट करती है। प्लस वैरिएंट में 3 राइड मोड- इको, राइड और स्पोर्ट्स मिलते हैं। वहीं, गो में स्पोर्ट्स मोड नहीं है। कंपनी का दावा है कि विडा का गो वैरिएंट सिर्फ 4.2 सेकेंड में 0 से 40kmph की स्पीड पकड़ सकता है। वहीं, प्लस में 3.1 सेकेंड लगते हैं। स्कूटर की टॉप स्पीड स्पोर्ट्स मोड में 80kmph, राइड मोड में 70kmph और ईको मोड में 45kmph है। रेंज और चार्जिंग: फुल चार्ज पर 142km तक की रेंज मोटर को पावर देने के लिए गो वैरिएंट में 2.2kWh का सिंगल रिमूवेबल बैटरी पैक दिया गया है, जिसे फुल चार्ज करने पर 92km की IDC रेंज मिलती है। कंपनी के अनुसार, रियल वर्ल्ड कंडीशन में इको मोड में 64km और राइड मोड में 48km की रेंज मिलेगी। वहीं, प्लस वैरिएंट में 3.4kWh के दो रिमूवेबल बैटरी पैक दिए गए हैं, जिन्हें फुल चार्ज करने पर 142km की IDC रेंज मिलती है। कंपनी के अनुसार, रियल वर्ल्ड कंडीशन में इको मोड में 100km, राइड मोड में 75km और स्पोर्ट्स मोड में 65km की रेंज मिलेगी। चार्जिंग की बात करें तो प्लस वैरिएंट में दोनों बैटरी को 0 से 100% चार्ज होने में 5:39 घंटे लगते हैं। वहीं, गो वैरिएंट में सिंगल बैटरी को 0 से 100% चार्ज होने में 3:43 घंटे लगते हैं। दोनों में रिमूवेबल और IP67-रेटेड बैटरी हैं और फास्ट चार्जर से 0-100% चार्ज होने में 120 मिनट लगते हैं। हार्डवेयर: 33.2 लीटर का अंडरसीट बूट स्पेस हीरो विडा VX2 को विडा V2 के ही ट्यूबलर फ्रेम पर बनाया गया है। इसमें दोनों तरफ 12-इंच के अलॉय व्हील लगे हैं। ई-स्कूटर में कंफर्ट राइडिंग के लिए फ्रंट में डुअल टेलिस्कोपिक फोर्क्स और रियर में एडजस्टेबल सिंगल मोनोशॉक एब्जॉर्वर दिया गया है। वहीं, ब्रेकिंग के लिए प्लस वैरिएंट के फ्रंट में डिस्क और रियर में ड्रम ब्रेक दिए गए हैं। गो वैरिएंट में दोनों ओर ड्रम ब्रेक मिलते हैं, लेकिन दोनों वैरिएंट में कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) मिलता है। अंडरसीट बूट स्पेस की बात करें तो प्लस में 27.2-लीटर और गो में 33.2-लीटर का स्पेस मिलता है। वहीं दोनों में 6.1-लीटर का स्पेस के साथ फ्रंट क्यूबी होल दिया गया है।
DPDP act india rules notify news : भारत सरकार ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन रूल्स, 2025 को नोटिफाई करते हुए DPDP एक्ट के लागू होने का रास्ता साफ कर दिया है। नए नियमों में डेटा फिड्यूशरी, कंसेंट मैनेजर, डेटा लीक रिपोर्टिंग, माइनर डेटा सुरक्षा और इनएक्टिव डेटा डिलीशन जैसे महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल हैं। साथ ही देश में डेटा प्रोटेक्शन बोर्ड के गठन की भी घोषणा की गई है।
मॉस्को के एक इवेंट में रूस का पहला AI-पावर्ड ह्यूमेनॉइड रोबोट AIDOL स्टेज पर आते ही गिर गया। करीब 50 जर्नलिस्ट्स के सामने इसका डेमो दिखाया जा रहा था। इसके बाद ऑर्गेनाइजर्स जल्दी से रोबोट को खींचकर अंदर ले गए और काला पर्दा लगा दिया। ऑर्गेनाइजर्स ने इसे कैलिब्रेशन और लाइटिंग प्रॉब्लम बताया। स्टेज पर क्या हुआ: ग्रैंड एंट्री से फेलियर तक इवेंट में AIDOL को हेवीवेट बॉक्सिंग मैच की तरह पेश किया गया था। 'रॉकी' का फेमस थीम म्यूजिक बजा, रोबोट स्टेज पर चढ़ा और ऑडियंस को हाथ हिलाकर स्वागत किया। लेकिन कुछ ही सेकंड्स में यह लड़खड़ाया और गिर पड़ा। ऑडियंस में मौजूद एडिनोरोग मीडिया के एडिटर-इन-चीफ दिमित्री फिलोनोव ने बताया, पहले तो सन्नाटा छा गया, फिर सबने तालियां बजाकर सपोर्ट दिखाया। यह रूस का पहला ऐसा पब्लिक डेमो था, जहां AI रोबोट को ह्यूमन जैसा बिहेवियर दिखाने की कोशिश की गई। कंपनी के CEO बोले: अभी लर्निंग स्टेज में है रोबोट AIDOL के CEO व्लादिमीर विटुखिन ने रूसी स्टेट न्यूज एजेंसी TASS से कहा, रोबोट अभी लर्निंग स्टेज में है। उम्मीद है यह गलती एक्सपीरियंस बन जाए। कंपनी ने इवेंट के बाद यह सफाई दी कि यह न तो टेक्निकल गड़बड़ी थी, न कि डिजाइन फेलियर। AIDOL का बैकग्राउंड: क्या कर सकता है यह रोबोट कंपनी ने अपने वेबसाइट पर दावा किया है कि यह ह्यूमनॉइड रोबोट वॉक कर सकता है, ऑब्जेक्ट्स हैंडल कर सकता है और लोगों से कम्युनिकेट कर सकता है। डेवलपर्स का कहना है कि यह ऑटोमोटिव इंडस्ट्री, वेयरहाउस, मेडिसिन और एंटरटेनमेंट में यूजफुल हो सकता है। खास बात यह है कि ज्यादातर ह्यूमनॉइड रोबोट्स में फेस नहीं होता, लेकिन AIDOL में ह्यूमन-लाइक फेस पर भारी इन्वेस्टमेंट किया गया है। कंपनी का फोकस AI-embodied मशीन पर है। यानी, एक ऐसी मशीन है जिसमें AI को फिजिकल बॉडी में फिट किया गया हो। ग्लोबल ह्यूमनॉइड मार्केट: इन्वेस्टमेंट्स और कॉम्पिटिशन दुनिया भर में ह्यूमनॉइड रोबोट्स की रेस तेज हो रही है। 2024 में इस टेक्नोलॉजी में 1.6 बिलियन डॉलर से ज्यादा इन्वेस्टमेंट हुआ, जिसमें इलॉन मस्क की टेस्ला का ऑप्टिमस प्रोजेक्ट शामिल नहीं है। बोस्टन डायनेमिक्स जैसी कंपनियां भी एटलस रोबोट से फेमस हुईं है।----------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें...मस्क ने रोबोट के साथ डांस किया VIDEO:रोबोट आर्मी बनाएंगे, इससे गरीबी मिटाने का दावा; 1 ट्रिलियन डॉलर वेतन पैकेज मंजूर टेस्ला के शेयरधारकों ने सीईओ इलॉन मस्क के लिए अब तक का सबसे बड़ा वेतन पैकेज शर्तों के साथ मंजूर कर दिया है। यह पैकेज 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग ₹83 लाख करोड़) का है। पूरी खबर पढ़ें
दिल्ली के रेड फोर्ट के पास हुए हमले में शामिल आतंकियों ने एन्क्रिप्टेड एप्स का इस्तेमाल किया था। एन्क्रिप्टेड एप्स यानी मैसेज सिर्फ सेंडर और रिसीवर ही पढ़ सकते हैं। इसमें तीन बड़े एप्स का नाम सामने आया है। टेलिग्राम, सिग्नल और सेशन। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी डॉक्टर मुजम्मिल और उमर ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने इन्हीं एप्स की मदद से अपने हैंडलर्स से बात की थी। रेड फोर्ट के पास 10 नवंबर को हुए इस कार ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हो गई थी। टेलीग्राम से सिग्नल और सेशन एप पर शिफ्ट हुए आतंकी टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद जैसे टेरर ग्रुप्स से जुड़े 4 आतंकी 2022 में तुर्की गए थे। वो यहां उकासा कोडनेम वाले हैंडलर से मिले। शुरुआती बातचीत टेलीग्राम पर हुई, लेकिन ग्रुप ने स्ट्रैटेजिकली कोऑर्डिनेशन को ज्यादा सिक्योर सिग्नल और सेशन एप्स पर शिफ्ट कर दिया, ताकि कोई भी उन्हें ट्रेस न कर पाए। टेलीग्राम, सिग्नल और सेशन तीनों एन्क्रिप्टेड एप एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्स मूल रूप से यूजर्स की प्राइवेसी के लिए बनाए गए थे, लेकिन पिछले कुछ सालों मेंआतंकी ग्रुप्स, रेडिकल संगठन और अपराधियों की पहली पसंद बन गए हैं। टेलीग्राम: ये एक पॉपुलर मैसेजिंग एप है जो फास्ट मैसेजिंग, वॉइस और वीडियो कॉल्स जैसे फीचर्स ऑफर करता है। प्राइवेसी के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन मिलता है। सिक्योरिटी के लिए 2FA, पासकोड लॉक और सेल्फ-डिस्ट्रक्टिंग मैसेज जैसे ऑप्शन्स हैं। सिग्नल: एक फ्री और सिक्योरिटी-फोकस्ड मैसेजिंग एप है जो प्राइवेसी को सबसे ऊपर रखता है। ये टेक्स्ट, वॉइस, वीडियो कॉल्स, ग्रुप चैट्स जैसे फीचर्स देता है, लेकिन सब कुछ एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से प्रोटेक्टेड होता है। फोन नंबर हाइड करने के लिए यूजरनेम्स का ऑप्शन है। सेशन: एक प्राइवेट मैसेंजर एप है जो पूरी तरह डिसेंट्रलाइज्ड है। ये एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन यूज करता है, लेकिन रजिस्ट्रेशन के लिए फोन नंबर या ईमेल की जरूरत नहीं पड़ती। ये ओपन-सोर्स है जो ग्लोबल कम्युनिटी द्वारा मैनेज होता है। प्राइवेसी की वजह से ये ओनियन रूटिंग जैसी टेक्नोलॉजी यूज करता है, जिससे मेटाडेटा भी ट्रैक नहीं होता। एक्सपर्ट्स बोले- इन एप्स से प्रोपगैंडा फैलाना आसान आतंकी बाबरी का बदला लेना चाहते थे लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए धमाके में 13 लोग मारे गए थे। इस मामले की जांच में गुरुवार को बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आतंकी 6 दिसंबर, यानी बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की बरसी के दिन दिल्ली समेत कई जगह धमाके करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने 32 कारों का इंतजाम किया था। इनमें बम और विस्फोटक सामग्री भरकर धमाके किए जाने थे। जांच एजेंसियों को अब तक चार कारें बरामद हो चुकी हैं। 10 नवंबर जिस आई20 कार में धमाका हुआ था, वह इसी सीरियल रिवेंज अटैक का हिस्सा थी।
टाटा मोटर्स अपनी पॉपुलर फुल साइज SUV टाटा हैरियर और सफारी का पेट्रोल वर्जन 9 दिसंबर को लॉन्च करने जा रही है। कंपनी दोनों कारों को नए 1.5-लीटर TGDI टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ पेश करेगी। कंपनी ने ये इंजन पहली बार ऑटो एक्सपो 2023 में शोकेस किया था। ये इंजन 25 नवंबर को लॉन्च होने वाली नई SUV टाटा सिएरा में दिया जा सकता है। इसके अलावा, पेट्रोल वैरिएंट्स में कुछ नए फीचर भी मिल सकते हैं। टाटा सफारी का मुकाबला MG हेक्टर प्लस, महिंद्रा XUV700 और हुंडई अल्कजार से है। वहीं टाटा हैरियर की टक्कर MG हेक्टर और जीप कंपास से है। टाटा हैरियर और सफारी के पेट्रोल वैरिएंट्स की कीमत इनके डीजल मॉडल से कम हो सकती है। सफारी की डीजल वर्जन की कीमत 14.66 लाख रुपए से 25.96 लाख रुपए के बीच है। वहीं, हैरियर डीजल वर्जन की कीमत 14 लाख रुपए से 25.25 लाख रुपए के बीच है। परफॉर्मेंस : 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन टाटा सफारी और टाटा हैरियर में फिलहाल 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन मिलता है, जो 170PS की मैक्सिमम पावर और 350Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। हैरियर इस इंजन के साथ मैनुअल ट्रांसमिशन में 16.80kmpl और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में 14.60kmpl का माइलेज देती है। वहीं, सफारी में मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 16.30kmpl और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ 14.50kmpl का क्लेम्ड माइलेज मिलता है। सेफ्टी के लिए लेवल-2 ADAS फीचर्स दोनों कार में सेफ्टी के लिए 360 कैमरा के साथ लेवल-2 ADAS फीचर्स मिलते हैं। इनमें लेन कीप असिस्ट, एडेप्टिव स्टीयरिंग असिस्ट, एडॉप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, फॉरवर्ड कॉलिजन वॉर्निंग और हाई बीम असिस्ट जैसे फीचर्स शामिल हैं।
इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने सोशल मीडिया पर ऑनलाइन एस्ट्रोलॉजर स्कैम्स के खिलाफ अलर्ट जारी किया है। साइबर क्रिमिनल्स फेक सर्टिफाइड एस्ट्रोलॉजर बनकर लोगों को फंसाते हैं, फ्री कंसल्टेशन से ट्रस्ट बनाते हैं और फिर पैसे मांगते हैं। एक पीड़ित ने बताया कि फ्री कंसल्टेशन के बाद ₹10,000 की डिमांड की गई, लेकिन पेमेंट लिंक से बैंक अकाउंट खाली हो गया। साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने कहा- डिस्ट्रेस्ड लोग क्विक सॉल्यूशंस की तलाश में फंस जाते हैं, इसलिए सावधानी जरूरी है। ऐसे में इस स्टोरी में जानेंगे कि भारत में एस्ट्रोलॉजी का मार्केट कितना बड़ा है, ये इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहा है, कहां-कहां एस्ट्रोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है, एस्ट्रो से जुड़े साइबर फ्रॉड से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए… 60,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का एस्ट्रोलॉजी का मार्केट रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के मुताबिक भारत में एस्ट्रो मार्केट 60,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का हो चुका है। अकेले डिजिटल सेगमेंट में इसके 2030 तक 10 गुना बढ़ने की उम्मीद है। केवल भारत में ही नहीं अमेरिकी मार्केट में भी ये पॉपुलर हो रही है। अलाइड मार्केट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में ऑनलाइन एस्टोलॉजी के मार्केट की वैल्यू करीब 3 बिलियन डॉलर का है। अगले पांच सालों में ये तीन गुना बढ़ सकता है। सबसे पॉपुलर ज्योतिष एप्स में से एक को-स्टार के पास 3 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। वहीं प्यू रिसर्च सेंटर की स्टडी के मुताबिक, अमेरिका के करीब 30% लोग साल में कम से कम एक बार हॉरोस्कोप, टैरो कार्ड्स या फॉर्च्यून टेलर्स से सलाह जरूर लेते हैं। ट्रेडिंग करने के लिए हो रहा एस्ट्रोलॉजी का इस्तेमाल ज्योतिष भारत की जिंदगी का हिस्सा रहा है। शादी, पैसा, बेबी नेम्स तक फैसला लेने में इसका इस्तेमाल होता है। लेकिन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के आने से ये अब शादी-ब्याह और करियर से आगे निकलकर स्टॉक ट्रेडिंग तक पहुंच गया है। कई ट्रेडर्स अब बैलेंस शीट के साथ ग्रह-नक्षत्र भी चेक करते हैं। 43 साल के कमोडिटी ट्रेडर जय पटेल कहते हैं कि बुध ट्रेडिंग टाइम बताता है, गुरु एक्सपेंशन का सिग्नल देता है और शनि स्लोडाउन वार्निंग। पटेल अपने सबसे मेमोरेबल ट्रेड के बारे में बताते हुए कहते हैं… सारी ज्योतिषीय गणनाएं करने के बाद एक बार उन्होंने इस एस्ट्रोलॉजिकल विंडो में कॉल ऑप्शन खरीदा था। एस्ट्रो के आधार पर लिए गए इस ट्रेड में उन्हें 90 गुना रिटर्न मिला। पटेल इंस्टीट्यूशनल ट्रेडर्स को अपनी सर्विस देते हैं, जिनमें से ज्यादातर भारत के बाहर बेस्ड हैं। बिजनेस कंसल्टेशन के लिए 200 डॉलर चार्ज करते हैं और महीने के 500 डॉलर में अपना एस्ट्रो-ट्रेडिंग डैशबोर्ड एक्सेस देते हैं। वो सेक्टर, एंट्री पॉइंट्स और एग्जिट टाइमिंग पर सलाह देते हैं। सेक्टर ट्रेंड्स पर ग्रहों के आधार पर कमेंट्री के लिए CNBC आवाज और ET Now जैसे चैनल्स ज्योतिषियों को इनवाइट करते हैं। सेलिब्रिटी ज्योतिषी चिराग दारूवाला ने जुलाई में शुक्र-शनि के मूव्स से एनर्जी और डिफेंस स्टॉक्स में बुलिश रिटर्न प्रेडिक्ट किया था। ऑनलाइन ज्योतिष के बढ़ने के 2 बड़े कारण 35 साल से कम उम्र के है एस्ट्रोटॉक के 84% यूजर्स एस्ट्रोटॉक जैसे प्लेटफॉर्म्स पर महीने में 50 लाख पेड कंसल्टेशन हो रहे हैं। इसके फाउंडर पुनीत गुप्ता कहते हैं, एप पर 7 करोड़ यूजर्स में 84% 35 साल से कम उम्र के है। सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल? मेरा एक्स कब वापस आएगा? एप पहले ही टैप पर नाम, बर्थ डिटेल्स और लोकेशन मांग लेता है। सेकंड्स में यूजर्स को ज्योतिषियों से मैच कर देता है। जैसे ही फ्री मिनट्स खत्म होते हैं, रिचार्ज के लिए मैसेज पॉप अप हो जाता है। रेट्स 250 रुपये प्रति मिनट तक जाते हैं। एप पर एक डिस्क्लेमर भी है: वेबसाइट की सर्विसेज सिर्फ एंटरटेनमेंट के लिए हैं। वहीं प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला सवाल? मेरा एक्स कब वापस आएगा? AI स्पीड व एक्यूरेसी में ह्यूमन ज्योतिषियों से बेहतर कुछ वेबसाइट्स अब AI का इस्तेमाल करके कंसल्टेशन दे रही हैं। AstroSage AI ने 2018 में Bhrigoo.ai नाम का एल्गोरिदम-पावर्ड प्लेटफॉर्म लॉन्च किया। इसके फाउंडर फाउंडर पुनीत पांडे ने कहा 10 साल में लोग ज्योतिष को आज से 100 गुना ज्यादा यूज करेंगे। कंपनी का कहना है कि ज्योतिष में कॉम्प्लेक्स कैलकुलेशन्स लगते हैं और AI स्पीड व एक्यूरेसी में ह्यूमन ज्योतिषियों से बेहतर है। एक ही टाइम में 5 गुना ज्यादा सवालों का जवाब दे सकता है। ऑनलाइन एस्ट्रोलॉजी स्कैम का खतरा बढ़ रहा AI टूल्स के आने से एस्ट्रोलॉजी तेजी से बढ़ रही है। लेकिन, इससे ऑनलाइन एस्ट्रोलॉजी स्कैम का खतरा भी बढ़ रहा है। कई लोग इन स्कैम्स के शिकार हो चुके हैं। फेक ज्योतिषी बनकर कई लोग फ्री कंसल्टेशन ऑफर करते हैं, लोगों की प्रॉब्लम्स सुनकर लॉजिकल एक्सप्लेनेशन देते हैं। फिर भविष्य में परिवार की कलह, हेल्थ इश्यू या जॉब लॉस जैसी मुसीबतें बताते हैं। रिचुअल्स या ज्योतिष रेमेडीज के लिए पैसे मांगते हैं, जैसे प्रार्थना या पूजा के नाम पर एडवांस। पेमेंट के लिए लिंक्स या एप्स भेजते हैं, जो फोन एक्सेस या बैंक डिटेल्स चुराने के लिए यूज होते हैं। इन स्कैम्स से कैसे बचें
टेक कंपनी वनप्लस आज (13 नवंबर) भारत में अपना नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 लॉन्च करने जा रही है। ये इंडिया का पहला स्मार्टफोन होगा जो स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर के साथ आएगा। इसके साथ ही वनप्लस 15 पहला फोन है, जिसमें फोटो की क्वालिटी को बेहतर बनाने वाला डीटेलमैक्स इमेज इंजन लगाया गया है। इसके अलावा फोन में 120W चार्जिंग के साथ 7300mAh बैटरी और 16GB रैम मिलेगी। लॉन्च ईवेंट शाम 7 बजे शुरू होगा, जिसे ऑफिशियल वेबसाइट सहित ब्रांड के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव देखा जा सकेगा। रात 8 बजे से फोन की सेल शुरू होगी। फोन को ऑफिशियल वेबसाइट और ई-कॉमर्स साइट से खरीदा जा सकेगा। प्रोसेसर और डीटेलमैक्स इमेज इंजन वाला पहला भारत में फोन डीटेलमैक्स इमेज इंजन: ये वनप्लस का अपना पहला इन-हाउस डिजाइन कंप्यूटेशनल इमेजिंग सॉफ्टवेयर है, जो एडवांस्ड अल्गोरिदम और पावरफुल प्रोसेसर का इस्तेमाल करके स्मार्टफोन कैमरा में ज्यादा डेटा कैप्चर और प्रोसेस करता है। ये फोटोज को ओवर-ब्यूटीफिकेशन या डिस्टॉर्शन के बिना, पूरी तरह रियल और क्लियर तरीके से पेश करता है, ताकि जूम करने पर भी डिटेल्स शार्प रहें। ये लो-लाइट में क्लीयर नाइट इंजन, फास्ट मूविंग सब्जेक्ट्स के लिए क्लीयर बर्स्ट जैसे फीचर्स के साथ HDR ऑप्टिमाइजेशन और AI-पावर्ड डिटेल बूस्ट देता है, जो फोटोज को नैचुरल और डेप्थ वाली बनाता है। क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 प्रोसेसर: ये 3 नैनोमीटर आर्किटेक्चर पर बना ऑक्टा-कोर मोबाइल CPU है, जो 4.6GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। वनप्लस 15 के बाद इसी चिपसेट के साथ भारत में रियलमी GT 8 प्रो और आईक्यू 15 फोन भी लॉन्च होंगे। डिजाइन: तीन कलर ऑप्शन के साथ माइक्रो आर्क ऑक्सीडेशन ट्रीटमेंट वनप्लस 15 एलुमिनियम फ्रेम पर बना है, जिसमें इंडस्ट्री का पहला माइक्रो आर्क ऑक्सीडेशन ट्रीटमेंट का इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि यह रॉ एलुमिनियम से 3.4 गुना ज्यादा टफ और टाइटेनियम से 1.5 गुना ज्यादा मजबूत है। मोबाइल को IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग प्राप्त है, जो धूल और पानी के साथ ही चाय या तेल जैसे लिक्विड गिरने पर भी फोन को सुरक्षित रखती है। फोन इनफिनिटी ब्लैक अल्ट्रा वॉयलेट और सेंड ड्यून कलर ऑप्शन के साथ आएगा। वनप्लस 15 : स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: फोन में 6.78 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जो 1.5K रेजोल्यूशन वाली है। मतलब, तस्वीरें और वीडियो बहुत क्लियर और शार्प दिखेंगी। ये एक फ्लैट (सीधी) स्क्रीन है, जो थर्ड जनरेशन के BOE Flexible Oriental OLED पैनल पर बनी है। OLED का मतलब है कि कलर्स बहुत जीवंत और ब्लैक कलर गहरा दिखेगा, और फ्लेक्सिबल होने से स्क्रीन मजबूत बनी है। स्क्रीन 144Hz रिफ्रेश रेट पर चलती है, यानी स्क्रॉलिंग या वीडियो देखते समय सब कुछ स्मूद लगेगा। ज्यादा धूप में भी 6000 nits की पीक ब्राइटनेस से स्क्रीन साफ दिखेगी। गेमिंग के दौरान ये 165Hz तक रिफ्रेश रेट दे सकता है, जिससे गेम्स और भी तेज और रिएक्टिव लगेंगे। फोन में अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर है, जो स्क्रीन के नीचे लगा है। ये तेज, सुरक्षित और गीली उंगली पर भी अच्छा काम करता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा दिया गया है, जो सोनी LYT700 सेंसर के साथ मिलकर नॉर्मल फोटोज को क्लियर और डिटेल्ड बनाता है। इसके साथ 3.5X जूम वाला 50 मेगापिक्सल का 3.5x पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस और 50 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड कैमरा मिलता है। वहीं, वीडियो कॉलिंग और सेल्फी के लिए 32 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है, जो क्लियर सेल्फी और वीडियो देता है। बैटरी और चार्जर: पावर बैकअप के लिए वनप्लस 15 में 7300mAh बैटरी मिलेगी। फोन को चार्ज करने के लिए 120W सूपर वूक फास्ट चार्जिंग तकनीक के साथ 50W एयरवूक चार्जिंग टेक्नोलॉजी दी गई है।
सौर तूफान का 'घातक' हमला...NASA ने रोक की मंगल मिशन की लॉन्चिंग
NASA Delays Mars Mission: NASA ने ब्लू ओरिजिन कंपनी के न्यू ग्लेन रॉकेट से होने वाले अपने मंगल एस्केपेड मिशन(Mars ESCAPADE Mission)के लॉन्च को टाल दिया है. इसे तेज सौर तूफान के कारण स्थगित किया गया है.
धरती की तरफ बढ़ रहा है 3I/ATLAS! वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी- खतरे में पृथ्वी की 90% आबादी
Interstellar Comet 3I ATLAS: 3I/ATLAS की खोज के बाद वैज्ञानिक यह पता लगाने लगे हैं कि ऐसे पिंड अंतरिक्ष में कैसे होते हैं. वे यह भी जानना चाहते हैं कि धरती के कौन से हिस्से इन बाहरी अंतरिक्ष से आने वाले मेहमानों के टकराने के प्रति ज्यादा संवेदनशील हैं.
James Telescope ने की सबसे बड़ी खोज, पड़ोस की आकाशगंगा में मिला 'केमिकल का भंडार'
James Webb Telescope: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल करके वैज्ञानिकों ने एक पड़ोस की आकाशगंगा में बर्फ में जमे जटिल कार्बनिक अणुओं(Organic Molecules)का एक बड़ा भंडार खोजा है.
NASA के डाटा ने दिखाया कैसे 'लाल दानव' बनेगा सूर्य, वैज्ञानिकों ने बताया कब और कैसे खत्म होगी धरती
How Earth will End: वैज्ञानिकों का मानना है कि धरती का अंत जरूर होगा और बहुत बुरा होगा. वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि यह भयानक तबाही कब आएगी.
Rare Earth Minerals: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार 12 नवंबर को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. इस दौरान 4 महत्वपूर्ण खनिजों की दरों को तय किया गया जिसमें ग्रेफाइट, सीजीयम, रुबिडियम और जिरकोनियम शामिल हैं.
एक बार फिर सही साबित हुए Einstein, 88 साल पहले कहा था- 'इस ग्रह को तो नहीं होना चाहिए था'
Albert Einstein: लायरा तारामंडल में एक अनोखी चमक दिखाई दी जिसने वैज्ञानिकों का ध्यान खींचा. जिसे पहले ग्रह समझा गया था वह असल में KOI-3278 निकला. यह पहला ऐसा डबल स्टार सिस्टम है जो खुद को ही लेंसिंग करता. इस खोज ने अल्बर्ट आइंस्टीन की एक भविष्यवाणी को सच साबित कर दिया है.
क्या थम जाएगा Universe, रफ्तार हो रही Slow; वैज्ञानिकों ने किया चौंकाने वाला खुलासा
Universe:वैज्ञानिकों की एक नई खोज ने ब्रह्मांड के विस्तार के बारे में हमारी समझ को चुनौती दी है. दक्षिण कोरिया के योनसेई विश्वविद्यालय के खगोलविदों का कहना है कि डार्क एनर्जी, जो ब्रह्मांड के विस्तार के लिए जिम्मेदार मानी जाती है, अब कमजोर पड़ रही है.
एपल ने आइफोन पॉकेट नाम का नया प्रोडक्ट अनाउंस किया है। ये एक निटेड पाउच है, जिसे एक्स्ट्रा पॉकेट की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसे क्रॉस-बॉडी, हैंडहेल्ड या बैग पर टाई करके यूज किया जा सकता है। ये आईफोन के किसी भी मॉडल में में फिट हो जाता है। प्रोडक्ट निटेड फैब्रिक, लाइटवेट और फ्लेक्सिबल मटेरियल से बना है। कंपनी इसे शुक्रवार, 14 नवंबर को लॉन्च करेगी। मार्केट में इसके दो वर्जन मिलेंगे, जो प्रोडक्ट सिर्फ लिमिटेड टाइम के लिए होगा और चुनिंदा ऐपल स्टोर्स व ऑनलाइन स्टोर पर मिलेगा। स्टीव जॉब्स के दोस्त के आइडिया से इंस्पायर्ड है प्रोडक्ट आइफोन पॉकेट स्टीव जॉब्स के दोस्त जापानी डिजाइनर इस्से मियाके के आइडिया से इंस्पायर्ड है। ये डिजाइन मिनिमलिस्ट है, जो ऐपल के सिग्नेचर स्टाइल से मैच करता है। इस्से मियाक स्टीव जॉब्स के अच्छे दोस्त थे, 2022 में उनका निधन हो गया। मियाके ने जॉब्स के सिग्नेचर ब्लैक टर्टलनेक डिजाइन किए थे। जॉब्स ने बायोग्राफर वॉल्टर इसाकसन को बताया था कि मियाके ने उनके लिए '100 टर्टलनेक्स' बनाए थे, जो जिंदगी भर चलने के लिए काफी थे। जॉब्स ने शुरू में ऐपल एम्प्लॉयी के लिए वेस्ट डिजाइन करवाने की कोशिश की, लेकिन एम्प्लॉयी ने रिजेक्ट कर दिया। फिर जॉब्स ने पर्सनली टर्टलनेक्स मंगवाए। 2017 में मियाके ने जॉब्स स्टाइल के टर्टलनेक्स लाइन लॉन्च की। ब्लूमबर्ग ने इसे 'सीवियर लेकिन सीरिन, ऐस्केटिक लेकिन कुशी' बताया। ये लुक टेक वर्ल्ड में पॉपुलर हुआ- मार्क जुकरबर्ग के ग्रे टी-शर्ट्स और एलिजाबेथ होम्स के ब्लैक टॉप्स तक। 2004 में लॉन्च आईपॉड शॉक्स से तुलना सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने आईफोन पॉकेट को 2004 के आईपॉड शॉक्स से कंपेयर किया। वो निटेड पाउच पैक थे जो महज 29 डॉलर में 6 पीस मिलते थे। जॉब्स ने तब लॉन्च पर मजाक में कहा था- 'ये आई-पॉड को कोल्ड डेज में वार्म रखेगा'। हालांकि, नए प्रोडक्ट आईफोन पॉकेट की हाई प्राइस पर लोगों के रिएक्शन नेगेटिव हैं। एक यूजर ने लिखा, 'लगा ये पैरोडी है।' दूसरे ने रिप्लाई किया, 'मैं तो सोच रहा था ये द ऑनियन आर्टिकल है।' तीसरे ने कहा, '150 डॉलर सिर्फ क्लॉथ के लिए? ये तो बारगेन है।' वहीं, टेक रिव्यूअर मार्क्वेज ब्राउनली ने इसे ऐपल फैंस का 'लिटमस टेस्ट' बताया। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... 1. सबसे पतला आईफोन लॉन्च, कीमत ₹1.20 लाख: आईफोन-17 सीरीज में 4 फोन आएंगे, हार्ट रेट बताने वाला पहला एयरपॉड भी लॉन्च एपल ने अपने सालाना इवेंट 'ऑव ड्रॉपिंग' में अपना सबसे पतला आईफोन लॉन्च किया। आईफोन एयर 5.6mm पतला है। इसकी शुरुआती कीमत 1.20 लाख रुपए है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. भारत में इस साल 2.39 करोड़ आईफोन बने: पिछले साल से 52% ज्यादा; ट्रम्प ने इंडिया में मैन्युफैक्चरिंग न करने की धमकी दी थी एपल को ट्रम्प की धमकी के बावजूद अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। मार्केट रिसर्चर कैनालिस के मुताबिक 2025 में जनवरी से जून के बीच भारत में 23.9 मिलियन (2 करोड़ 39 लाख) आईफोन बने, जो पिछले साल की तुलना में 53% ज्यादा है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
Apple ने लॉन्च किया नया 'iPhone Pocket' ; कीमत जान रह जाएंगे दंग. .
Apple ने Issey Miyake के सहयोग से नया iPhone Pocket लॉन्च किया है। यह 3D-निटेड पाउच iPhone और छोटे आवश्यक सामान के लिए स्टाइलिश और पोर्टेबल समाधान प्रदान करता है। लॉन्च के बाद प्रोडक्ट को लेकर ऑनलाइन मिश्रित प्रतिक्रियाएँ देखने को मिली हैं।
क्या अब अंतरिक्ष में कीड़े खाएंगे एस्ट्रोनॉट्स? जानिए ESA का नया स्पेस फूड एक्सपेरिमेंट
Science News: कुछ कीड़े हमारे शरीर में प्रोटीन बनाने वाले किसी फैक्ट्री की तरह काम करते हैं. इनमें जरूरी फैटी एसिड, एमिनो एसिड, और विटामिन भरपूर मात्रा में होते हैं.
Tata Motors CV Share Listing : लिस्टिंग डे पर टाटा मोटर्स की चमक ; मार्केट कैप 2.7 लाख करोड़ के ऊपर!
Tata Motors CV Share Listing : टाटा मोटर्स की नई कमर्शियल व्हीकल इकाई ने भारतीय शेयर बाजार में धमाकेदार एंट्री की। शेयर ₹335 पर लिस्ट होकर 28% प्रीमियम पर पहुंचे। पैसेंजर व्हीकल्स के साथ दोनों नई इकाइयों का संयुक्त मार्केट कैप ₹2.7 लाख करोड़ पार कर गया, जिससे निवेशकों की संपत्ति में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई।
109 साल से सुलग रही है धरती! झरिया की जमीन क्यों उगल रही है आग? मौत के साये में 4.5 लाख लोग
Science News: कोयला मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1916 में शुरू हुई यह घटना आज तक जारी है. 109 सालों से धरती का सीना चीरकर बाहर आती यह आग, लाखों लोगों के लिए बड़ा खतरा बन चुकी है. जानिए क्यों बुझ नहीं पा रही ये रहस्यमयी आग…
कब और किसने बनाए थे पेरू में ये 5,200 बड़े-बड़े गड्ढे, इतिहास, टाइम कैप्सूल या कुछ और!
Science News in Hindi: नए सबूतों से पता चला है कि पेरू के मोंटे सीरपे में बने 5,200 रहस्यमय गड्ढे पहले इंका साम्राज्य से पहले के समय में एक बाजार थे और बाद में इंका लोगों ने इसे धरती पर बनी रिकॉर्ड रखने की जगह में बदल दिया था.
यामाहा मोटर इंडिया ने 11 नवंबर को इंडियन मार्केट में दो नए लॉन्चेस किए हैं। इसमें रेट्रो स्टाइल वाली XSR155 बाइक और युवाओं को टारगेट करने वाली FZ रेव शामिल हैं। कंपनी ने दो ईवी स्कूटर अनवील किए हैं। पहला EV स्कूटर एयरॉक्स E और दूसरा EV मॉडल EC-06 है। ये लॉन्चेस कंपनी की EV और प्रीमियम सेगमेंट में एंट्री को मजबूत करेंगी। 1. XSR155: रेट्रो लुक में मॉडर्न परफॉर्मेंस यामाहा की नई XSR155 रेट्रो-क्लासिक बाइक है, जो पुराने जमाने के स्टाइल को आज के इंजन के साथ जोड़ती है। ये 155cc लिक्विड-कूल्ड इंजन से चलती है, जो 19 PS पावर देता है। कीमत:बाइक की इंट्रोडक्टरी एक्स-शोरूम दिल्ली प्राइस ₹1.50 लाख है। ऑन-रोड प्राइस शहर के हिसाब से अलग है। मुंबई ₹1.79 लाख; बैंगलोर ₹1.90 लाख; दिल्ली ₹1.74 लाख। इंजन: इसमें 155cc लिक्विड-कूल्ड, फोर-वॉल्व सिंगल-सिलेंडर इंजन दिया गया है। ये 18.1 bhp पावर और 14.2 Nm टॉर्क प्रोड्यूस करता है, जो सिक्स-स्पीड गियरबॉक्स से जुड़ा है। कलर: बाइक में चार कलर ऑप्शन्स मिलेंगे। मेटालिक ग्रे, विविड रेड, ग्रेयिश ग्रीन मेटालिक और मेटालिक ब्लू। इंडिया में सेल पर उपलब्ध है। इसे सिंगल मॉडल में ही उतारा गया है। डायमेंशन: इसमें 17 इंच के पहिए हैं, जिन पर आगे 100/80 और पीछे 140/70 के ट्यूबलेस टायर लगे हैं। 810 mm की सीट हाइट है। बाइक में 10 लीटर का फ्यूल टैंक है। सेफ्टी/ ब्रेकिंग: दोनों तरफ डिस्क ब्रेक हैं और डुअल-चैनल ABS स्टैंडर्ड मिलता है। व्हील को फिसलने या स्पिन करने से रोकने के लिए ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम दिया गया है। डिजाइन एलिमेंट्स: इसमें मॉडर्न-रेट्रो स्टाइलिंग है। टीड्रॉप टैंक, अपराइट स्टांस, न्यूट्रल राइडिंग ट्राएंगल है। इसमें ऑल LED लाइटिंग है। गोल LCD इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर लगा है। कनेक्टिविटी: Y-Connect ऐप से कई कनेक्टिविटी फीचर्स एक्सेस हो जाते हैं। यूजर्स LCD इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर KR स्क्रीन पर कॉल्स, टेक्स्ट मैसेजेस और ईमेल अलर्ट देख सकते हैं। 2. EV लाइनअप: एरॉक्स E यामाहा ने EV सेगमेंट में पहला कदम एरॉक्स E और EC-06 के साथ रखा है। एरॉक्स E कंपनी का पहला EV स्कूटर है, जो स्पोर्टी लुक में आता है। स्पेसिफिकेशन्स और फिचर्स: कीमत और लॉन्च टाइमलाइन यामाहा ने कन्फर्म किया है कि एरोक्स ई लोकल कंडीशंस और पसंद को ध्यान में रखकर खासतौर पर इंडिया के लिए बनाई गई है। भविष्य में इसे एक्सपोर्ट किया जा सकता है, लेकिन शुरू में इंडिया ही मुख्य फोकस मार्केट रहेगा। प्राइसिंग Q1 2026 में अनाउंस होगी। बड़े शहरों में मजबूत चार्जिंग और बैटरी-स्वैपिंग नेटवर्क सेटअप करने के बाद ही व्हीकल की डिवीलरी शुरू होगी। इंडिया में सभी यामाहा EVs में रिमूवेबल बैटरी टेक्नोलॉजी होगी। 3. EC-06 इलेक्ट्रिक स्कूटर यामाहा ने इस स्कूटर को मैक्सी-स्टाइल EV के रूप में पोजिशन किया है। इसमें फ्यूचरिस्टिक स्टाइलिंग को प्रैक्टिकलिटी के साथ ब्लेंड किया गया है। मोटर: 4.5kW इलेक्ट्रिक मोटर लगी है, जो पीक आउटपुट के रूप में 6.7kW प्रोड्यूस कर सकता है। हालांकि इसकी टॉप स्पीड की जानकारी अभी डिस्क्लोज नहीं की गई है। बैटरी: 4kWh फिक्स्ड बैटरी पैक है, जो सिंगल चार्ज पर 160 km की सर्टिफाइड रेंज देता है। होम चार्जिंग को सपोर्ट करता है, जिसमें फुल रिचार्ज के लिए करीब नौ घंटे लगते हैं। फीचर्स: LCD इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और बिल्ट-इन टेलीमेटिक्स सिस्टम है। तीन राइड मोड्स और रिवर्स असिस्ट फंक्शन शामिल है। इसमें 24.5 लीटर का अंडर-सीट स्टोरेज स्पेस है। कीमत: यामाहा EC-06 की कीमत अभी अनाउंस नहीं की गई है। यामाहा ने कंफर्म किया है कि आगे की डिटेल्स और लॉन्च टाइमलाइन 2026 के पहले क्वार्टर में शेयर की जाएंगी। 4. FZ रेव: स्टाइलिश और पावरफुल FZ रेव यामाहा की FZ सीरीज का नया वेरिएंट है, जो युवाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया। इसमें 150cc का इंजन दिया गया है। ये बाइक सिटी और हाईवे दोनों के लिए सूटेबल है। बैकग्राउंड: यामाहा का इंडियन मार्केट में नया फोकस यामाहा मोटर इंडिया 1985 से यहां मौजूद है, लेकिन अब EV और प्रीमियम सेगमेंट पर जोर दे रही है। कंपनी का लक्ष्य 2025 तक EV में 10% शेयर हासिल करना है। ये लॉन्चेस 'Powers into a New Era' कैंपेन का हिस्सा हैं, जो सस्टेनेबिलिटी और यूथ कल्चर को जोड़ती हैं। कंपनी 2026 तक और EV मॉडल्स लाने की प्लानिंग कर रही है, साथ ही डीलर नेटवर्क एक्सपैंड करेगी। फ्यूचर में सोलर चार्जिंग स्टेशन्स और ऐप-बेस्ड सर्विसेज पर काम करेगी।
पुणे में 99 लाख रुपये का फ्रॉड ; LIC पूर्व कर्मचारी हुई शिकार, वित्तीय सुरक्षा पर सवाल..
पुणे में एक महिला को 99 लाख रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ, जब फ्रॉडस्टर्स ने वित्त मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल कर यह रकम हड़प ली। पीड़िता पूर्व LIC कर्मचारी हैं। पुलिस और साइबर क्राइम विभाग मामले की जांच कर रहे हैं।
James Telescope ने शनि ग्रह पर देखे अजीब 'टाइम कैप्सूल', 10 घंटे तक अंधेरे में दिखते रहे और फिर...
James Webb Telescope: NASA के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने शनि ग्रह के वातावरण में कुछ अजीब चीजें देखी हैं. वैज्ञानिक अभी तक यह समझ नहीं पा रहे हैं कि ये क्या हैं. इस खोज ने विशाल ग्रहों के बारे में हमारी पुरानी जानकारी को पूरी तरह बदल दिया है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी ओपनएआई ने दिल्ली में 50-सीटर ऑफिस स्पेस लीज पर लिया है। यह कंपनी का भारत में पहला ऑफिस होगा। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्पेस प्रीमियम वर्कस्पेस प्रोवाइडर ‘कॉरपोरेटएज’ के साथ लीज समझौते के तहत लिया गया है। चैटजीपीटी की पैरेंट कंपनी ओपनएआई ने इस साल अगस्त में भारत में ऑफिस खोलने की घोषणा की थी। कंपनी फिलहाल दिल्ली में ही स्पेस तलाश रही थी। इसके अलावा ओपनएआई भारत में सरकार, बिजनेस और डेवलपर्स के साथ काम करने के लिए स्थानीय टीम बना रही है। ऑल्टमैन ने कहा था- हम भारत में निवेश के लिए उत्साहित ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने अगस्त में कहा था, भारत में पहला ऑफिस खोलना कंपनी का अहम प्लान है, ताकि एआई को भारत के लिए और भारत के साथ विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत में एआई अपनाने की रफ्तार अद्भुत रही है। हम भारत में और अधिक निवेश करने के लिए उत्साहित हैं। भारत कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट कंपनी ने कहा कि यूजर्स के लिहाज से अमेरिका के बाद भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा मार्केट और सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। पिछले एक साल में भारत में चैटजीपीटी के वीकली एक्टिव यूजर्स की संख्या चार गुना से भी ज्यादा बढ़ गई है। इतना ही नहीं भारत OpenAI डेवलपर के टॉप-5 मार्केट में से एक है। वहीं दुनिया भर में चैटजीपीटी को यूज करने वाले स्टूडेंट्स में सबसे ज्यादा स्टूडेंट भारत के ही हैं। ओपनएआई को ऑफिस देने वाला कॉरपोरेटएज क्या है कॉरपोरेटएज एक प्रीमियम वर्कस्पेस प्रोवाइडर है जो फुली-फर्निश्ड, रेडी-टू-मूव ऑफिस प्रदान करता है। इसमें हाई-स्पीड इंटरनेट, मीटिंग रूम, सिक्योरिटी और हाउसकीपिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं। कंपनी ने हाल ही में दिल्ली के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, नारौजी नगर में 42,000 वर्गफुट का प्रीमियम ऑफिस स्पेस लीज पर लिया है, जिसमें 500 से ज्यादा वर्कस्टेशन, 5 हाई-टेक मीटिंग रूम, प्राइवेट फोन बूथ, कोलैबोरेटिव स्पेस और वर्कबेंच कैफे शामिल हैं। कॉरपोरेटएज मौजूदा वित्त वर्ष के अंत तक कुल 5.9 लाख वर्गफुट के पोर्टफोलियो तक पहुंचने की उम्मीद कर रही है। ये खबर भी पढ़ें... चैटजीपीटी गो सब्सक्रिप्शन भारत में एक साल के लिए फ्री:ज्यादा चैट और इमेज जनरेट कर सकेंगे, यूजर को एक साल में ₹4788 का फायदा ओपनएआई भारत में 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री करने जा रहा है। ये ऑफर 4 नवंबर 2025 से भारतीय यूजर्स के लिए एक्टिव होगा। अभी ये सब्सक्रिप्शन भारत में 399 रुपए प्रति महीने का है। यानी यूजर को साल में 4,788 रुपए का फायदा होगा। चैटजीपीटी के इस प्लान में ज्यादा चैट और इमेज बना सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें
अब अंतरिक्ष में बनेंगी दवाइयां और मशीनें, स्पेस में फैक्ट्री लगाने की तैयारी में है चीन
Factory in Space: चीन ने अंतरिक्ष में चीजें बनाने के लिए एक हवा से फूलने वाला मॉड्यूल विकसित किया है. यह मॉड्यूल रॉकेट में बहुत कम जगह लेता है.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को अब पैकेज्ड सामानों के लिए 'कंट्री ऑफ ओरिजिन' का फिल्टर अलग से देना होगा। जिससे प्रोडक्ट सर्च कर रहे कस्टमर को उसका ओरिजिन (सामान मूल रूप से किस देश में बना है) का पता आसानी से पता चल सके। डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर ने इसे मेंडेटरी करने के लिए प्रस्ताव लाया है। अगर ये पास हो गया, तो 2026 से लागू हो सकता है। मंत्रालय ने सोमवार, 10 नवंबर को कहा है कि ये बदलाव 2011 के लीगल मेट्रोलॉजी रूल्स में संशोधन के जरिए होगा। पैकेज्ड सामानों पर कंट्री ऑफ ओरिजिन लिखने की अनिवार्यता पहले से ही है। नया नियम ई-कॉमर्स पर सर्च के लिए फिल्टर लगाने के लिए लाया जा रहा है। इससे डिजिटल मार्केटप्लेस पर ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी और लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बराबरी का मौका मिलेगा। उपभोक्ता मंत्रालय के प्रस्ताव की बड़ी बातें मंत्रालय ने ड्राफ्ट लीगल मेट्रोलॉजी (पैकेज्ड कमोडिटीज) (सेकंड) अमेंडमेंट रूल्स, 2025 जारी किया है। इसमें कहा गया है कि हर ई-कॉमर्स एंटिटी जो इम्पोर्टेड प्रोडक्ट्स बेचती है, उसे प्रोडक्ट लिस्टिंग्स में कंट्री ऑफ ओरिजिन का फिल्टर देना होगा। ये फिल्टर सर्चेबल और सॉर्टेबल होंगे, यानी यूजर्स आसानी से फिल्टर लगा कर लोकल या इम्पोर्टेड आइटम्स छांट सकेंगे। क्यों आया ये प्रस्ताव, बैकग्राउंड में क्या है ई-कॉमर्स का बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है। 2025 तक ये 3 लाख करोड़ रुपए का हो चुका है, लेकिन कंज्यूमर्स अक्सर प्रोडक्ट्स का ओरिजिन न जान पाने की शिकायत करते रहे हैं। मंत्रालय का मानना है कि ट्रांसपेरेंसी न होने से इम्पोर्टेड सामानों को ज्यादा एडवांटेज मिलता है। पिछले सालों में कई कंज्यूमर कंप्लेंट्स आईं, जहां लोग 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स ढूंढने में परेशान हुए। मंत्रालय ने इसे नोटिस किया और डिजिटल मार्केट को रेगुलेट करने के लिए ये स्टेप उठाया। मंत्रालय ने कहा- ट्रांसपेरेंसी और कंप्लायंस पर जोर मंत्रालय ने स्टेटमेंट में कहा, ‘ये फीचर कंज्यूमर्स को विस्तृत लिस्टिंग्स में ओरिजिन लोकेट करने का टाइम बचाएगा। साथ ही, ये अथॉरिटीज को भी मदद करेगा। अब मैन्युअल रिव्यू की बजाय ऑटोमेटेड चेकिंग से नियमों के उल्लंघन पकड़े जा सकेंगे। ये बदलाव नेशनल प्रायोरिटीज से मैच करता है। कंज्यूमर ट्रस्ट बढ़ेगा और डिजिटल इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘प्रोडक्ट इंफॉर्मेशन वेरिफाई करना आसान हो जाएगा, जिससे कंप्लायंस मॉनिटरिंग तेज होगी।’ लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बूस्ट मिलेगा ये प्रपोजल 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' को डायरेक्ट सपोर्ट देगा। कंज्यूमर्स को 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स आसानी से मिलेंगे, जिससे डोमेस्टिक गुड्स की विजिबिलिटी बढ़ेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे छोटे और लोकल ब्रांड्स को 20-30% ज्यादा सेल्स मिल सकती है, क्योंकि फिल्टर से 'मेड इन इंडिया' कैटेगरी टॉप पर आएगी। ई-कॉमर्स इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा लॉन्ग टर्म में ये बदलाव ई-कॉमर्स को ज्यादा कंज्यूमर-फ्रेंडली बनाएगा। कंपनियों को टेक्निकल चेंजेस करने पड़ेंगे, जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी प्लेटफॉर्म्स पर नया फिल्टर ऐड करना। लेकिन ये नेशनल गोल्स से जुड़े होने से सपोर्ट मिलेगा। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... 1. ई-कॉमर्स कैश ऑन डिलीवरी पर एक्स्ट्रा चार्ज ले रहे: ऑर्डर के फाइनल स्टेज में छिपे शुल्क भी जोड़े जा रहे; सरकार बोली ये गलत, जांच शुरू सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर्स पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाए जाने की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स द्वारा सीओडी पर अतिरिक्त शुल्क लगाना एक तरह का ‘डार्क पैटर्न’ है। इस साल प्राप्त शिकायतों के बाद विभाग ने जांच तेज कर दी है।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. 75% ग्राहकों को पहले कीमत कम दिखी, खरीदते वक्त बढ़ी: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स किन 5 डार्क पैटर्न से ग्राहकों को गुमराह करते हैं इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रही श्रेया को एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का विज्ञापन दिखा। जिसमें एक ड्रेस की कीमत 750 रुपए थी। श्रेया ने फौरन उसे क्लिक किया, लेकिन खरीदते वक्त उसी ड्रेस की कीमत 1400 रुपए हो गई। श्रेया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के डार्क पैटर्न का इकलौता शिकार नहीं हैं। पूरी खबर पढ़ेने के लिए यहां क्लिक करें...
ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अकाउंट बनाने पर बैन कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया इस तरह का बैन लगाने वाला दुनिया का पहला देश बनने जा रहा है। यह रोक ऑस्ट्रेलिया सरकार के नवंबर 2024 में पास हुए 'ऑनलाइन सेफ्टी अमेंडमेंट बिल' से लागू होगी। यह बैन 10 दिसंबर से लागू होगा। इस कानून का मकसद बच्चों को ऑनलाइन हानिकारक कंटेंट और साइबर जोखिमों से बचाना है। यहां सवाल-जवाब में समझिए कैसे लागू होगा बैन… सवाल 1: सोशल मीडिया बैन कैसे काम करेगा?जवाब: इस सोशल मीडिया बैन का मतलब है कि 'एज-रिस्ट्रिक्टेड' प्लेटफॉर्म्स पर 16 साल से कम उम्र के बच्चे अकाउंट नहीं बना सकेंगे। सरकार का कहना है कि यह बैन नहीं, बल्कि 16 साल तक इंतजार की देरी है। ऑस्ट्रेलिया की कम्युनिकेशंस मिनिस्टर अनिका वेल्स ने कहा है कि यह बच्चों को ऑनलाइन हानिकारक कंटेंट से बचाने का तरीका है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को इसके लिए उम्र चेक करने जैसे रीजनेबल स्टेप्स लेने होंगे। कानून का पालन नहीं होने पर पनिशमेंट सिर्फ प्लेटफॉर्म्स को मिलेगी, बच्चों या पेरेंट्स को नहीं। सवाल 2: कौन से प्लेटफॉर्म्स पर बैन लगेगा, और कौन बचेंगे?जवाब: बैन उन प्लेटफॉर्म्स पर लगेगा, जहां सोशल इंटरैक्शन मुख्य है। इनमें फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट, टिकटॉक, X, यूट्यूब, थ्रेड्स, रेडिट और किक शामिल हैं। रेडिट और किक को हाल ही में जोड़ा गया, क्योंकि ये सोशल इंटरैक्शन और यूजर कंटेंट पर फोकस करते हैं। यूट्यूब और रेडिट पर बच्चे वीडियो देख सकेंगे, लेकिन अकाउंट न बनाकर कमेंट या पोस्ट न कर सकेंगे। दूसरी ओर, डिस्कॉर्ड, ट्विच, मेसेंजर, वॉट्सएप, गिटहब, गूगल क्लासरूम, लेगो प्ले, रोब्लॉक्स, स्टीम, और यूथूब किड्स जैसे प्लेटफॉर्म्स बैन से बाहर हैं। ऑस्ट्रेलिया की ई-सेफ्टी कमिश्नर जूली इनमैन ग्रांट ने बताया कि ये प्लेटफॉर्म सोशल इंटरैक्शन पर केंद्रित हैं, इसलिए बैन लिस्ट अभी फाइनल नहीं है , बदलाव हो सकता है। सवाल 3: मौजूदा अकाउंट्स का क्या होगा?जवाब: बैन 10 दिसंबर 2025 से शुरू होगा। मौजूदा अकाउंट्स को डिएक्टिवेट या हटाना होगा। प्लेटफॉर्म्स को 'रीजनेबल स्टेप्स' लेने होंगे, जैसे उम्र चेक करना। वेल्स ने कहा, प्लेटफॉर्म्स को 10 दिसंबर से पहले हर यूजर को बताना होगा। सवाल 4: बैन को लागू कैसे करेंगे, और जुर्माना क्या होगा?जवाब: बैन लागू करने की जिम्मेदारी प्लेटफॉर्म्स पर होगी। अगर वे न मानें, तो $49.5 मिलियन (करीब 400 करोड़ रुपए) का फाइन लग सकता है। प्लेटफॉर्म्स को 'एज-रिलेटेड सिग्नल्स' चेक करने होंगे, जैसे अकाउंट कितना पुराना है, बच्चे के कंटेंट पर इंटरैक्शन, या प्रोफाइल फोटो से उम्र अनुमान।
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी UIDAI ने नया आधार एप लॉन्च कर दिया है। इस बात की जानकारी आधार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर कर दी। इस एप के जरिए अब आप अपना आधार हमेशा फोन में कैरी कर सकेंगे। वहीं फेस स्कैन से सिक्योर तरीके से ID शेयर भी कर सकेंगे। UIDAI ने बताया कि नया एप ज्यादा सेफ और यूजर फ्रेंडली है। आधार के नए एप के फीचर्स नया एप कैसे डाउनलोड और यूज करें नया एप प्ले स्टोर और एप स्टोर पर अवेलेबल है। वहीं सभी यूजर्स को नए एप के लिए नोटिफिकेशन मिलेगा। पुराने एप यूजर्स को ऑटोमैटिक अपडेट का ऑप्शन आएगा। भविष्य में और फीचर्स जैसे आधार लिंक्ड पेमेंट या सर्विसेस ऐड हो सकती हैं। पुराने एप से नए में क्या बदला पुराना mAadhaar एप अब बंद हो रहा है। यूजर्स को नए एप पर शिफ्ट होना पड़ेगा। पुराने एप में सिर्फ आधार डाउनलोड और शेयरिंग थी, लेकिन सिक्योरिटी कम थी। नए एप में फेस रिकग्निशन जोड़ा गया है, जो लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है। UIDAI के मुताबिक, ये प्राइवेसी को और मजबूत करेगा। नए एप में सिक्योरिटी बढ़ी आधार डेटा लीक होने की शिकायतें पहले आती थीं। अब फेस स्कैन से शेयरिंग होगी, तो अन-ऑथराइज्ड एक्सेस मुश्किल हो जाएगा। एप में एंड-टु-एंड एन्क्रिप्शन है। UIDAI के ऑफिशियल ने कहा कि यूजर्स का डेटा पूरी तरह सेफ रहेगा। कोई थर्ड पार्टी एक्सेस नहीं कर पाएगा। 2009 में शुरू हुआ था आधार आधार 2009 में शुरू हुआ था। अब 1.3 अरब यानी 130 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास आधार हैं। पहले पेपर कार्ड था, फिर mAadhaar एप आया। अब डिजिटल इंडिया के तहत फुली डिजिटल एप लाया गया है। सरकार की कोशिश है कि हर सर्विस ऑनलाइन हो जाए। ये खबर भी पढ़ें... EPF ट्रांसफर अब ऑटोमैटिक होगा: नौकरी बदलते ही PF बैलेंस 2-3 दिन में नए अकाउंट में आएगा; पहले इसमें महीनों लगते थे नौकरी बदलने पर अब EPF ट्रांसफर के लिए फॉर्म भरने या इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। EPFO ने अब ऑटोमैटिक ट्रांसफर सिस्टम शुरू कर दिया है, जो 2025 से पूरी तरह लागू हो जाएगा। इससे करोड़ों कर्मचारियों का PF बैलेंस अपने आप नए एम्प्लॉयर के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...
टेक कंपनी रियलमी 20 नवंबर को भारत में मिड बजट रेंज में नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन रियलमी GT8 प्रो लॉन्च करने जा रही है। फोन का लॉन्च इवेंट दोपहर 12 बजे से शुरू होगा। फोन में दमदार परफॉर्मेंस, प्रीमियम डिजाइन, हाई-एंड डिस्प्ले और एडवांस कैमरा सिस्टम दिया गया है। कंपनी का दावा है कि ये अब तक का सबसे एडवांस रियलमी फोन होगा, जो फोटोग्राफी और गेमिंग दोनों में प्रोफेशनल-ग्रेड एक्सपीरियंस देंगे। स्मार्टफोन 200MP टेलीफोटो कैमरा और 7000mAh बैटरी से लैस होगा। कंपनी ने हाल ही में अपने होम मार्केट चीन में रियलमी GT8 प्रो को 5 स्टोरेज वैरिएंट में लॉन्च किया था। वहां इसकी शुरुआती कीमत 2899 युआन (लगभग ₹35,850) है। भारत में इसे 35 हजार रुपए की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया जा सकता है। रियलमी GT 8 प्रो की चार खास बातें रियलमी GT 8 प्रो स्मार्टफोन GT बूस्ट 3.0, सिमेट्रिक मास्टर एकॉस्टिक स्पीकर्स, अल्ट्रा हैप्टिक मोटर और IP69 रेटिंग जैसे फीचर से लैस है। डिजाइन: कस्टमाइज्ड कैमरा रिंग्स के साथ 3 कलर ऑप्शन रियलमी ने GT8 सीरीज के डिजाइन पर खास ध्यान दिया है। GT8 प्रो में मेकैनिकल असेंबली डिजाइन है, यानी कैमरा डेको के हिस्सों को बदला जा सकता है। आप अपनी पसंद के अनुसार कैमरा रिंग्स को कस्टमाइज कर सकते हैं। फोन दो कलर ऑप्शन के साथ आएगा। इसमें डेयरी वाइट और अर्बन ब्लू कलर शामिल है। डेयरी वाइट कलर में फ्रॉस्टेड ग्लास बैक होगा, जबकि अर्बन ब्लू में पेपर-लाइक लेदर फिनिश दी जाएगी। फोन में मैट मेटल फ्रेम और स्मूद कर्व्ड बॉडी ट्रांजिशन देखा जा सकता है। यह फोन सिर्फ 7.8mm पतला है और इसका वजन करीब 214 ग्राम है। रियलमी GT8 प्रो: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: रियलमी GT8 प्रो में 2K रिजॉल्यूशन वाला 6.79 इंच का डिस्प्ले मिलेगा, जो 144Hz रिफ्रेश रेट पर काम करता है। इसकी पीक ब्राइटनेस 7000 निट्स है, जिससे तेज धूप में भी स्क्रीन साफ दिखेगी। यह डिस्प्ले अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आएगा। जो मात्र 0.07 सेकंड में फोन को अनलॉक करने की क्षमता देगा। कंपनी इसे इंडस्ट्री-लीडिंग आई प्रोटेक्शन टेक्नोलॉजी के साथ पेश करने वाली है, जिससे लंबे समय तक उपयोग में भी आंखों को थकान नहीं होगी। परफॉर्मेंस: कंपनी ने कन्फर्म कर दिया कि रियलमी GT 8 प्रो में दुनिया का सबसे तेज स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 चिपसेट मिगेगा। ये TSMC की सेकेंड जनरेशन 3nm प्रोसेस टेक पर बना है। कंपनी का कहना है कि ये प्रोसेसर CPU को 20% तेज, GPU को 23% बेहतर और CPU एफिशिएंसी 33% ज्यादा देगा। फोन में AI पावर 37% बढ़ी और AI एफिशिएंसी 16% सुधरी मिलेगी। ये चिप LPDDR5X रैम और UFS 4.1 स्टोरेज के साथ आएगी, जिससे मल्टीटास्किंग और गेमिंग एक्सपीरियंस अच्छा मिलेगा। फोन में R1 ग्राफिक्स प्रोसेसर भी है, जो 100 से ज्यादा गेम्स में सुपर फ्रेम और सुपर रिजॉल्यूशन मोड चला सकता है। 7000mm वैपर कूलिंग सिस्टम गर्मी रोकता है, जो GT7 से 30% बड़ा है। इससे लंबे गेमिंग सेशन्स में भी फोन ठंडा रहता है। कैमरा: कैमरा की बात करें, तो रियलमी ने रिको इमेजिंग के साथ पार्टनरशिप की है, जो अपनी प्रीमियम GR कैमरा सीरीज के लिए जानी जाती है। GT8 प्रो में रिको GR सीरीज से इंस्पायर्ड कैमरा सिस्टम दिया गया है, जिसमें हाई ट्रांसपेरेंसी लेंस ग्रुप है, जो कलर और क्लैरिटी दोनों में सुधार करता है। GT8 प्रो में 200MP सैमसंग HP5 पेरिस्कोप टेलीफोटो कैमरा है, जो 3x ऑप्टिकल और 6x लॉसलेस जूम सपोर्ट करता है। साथ में 50MP सोनी IMX921 मेन सेंसर और 50MP अल्ट्रा-वाइड लेंस दिया गया है। वहीं, GT8 में 50MP मेन सेंसर, 8MP अल्ट्रा-वाइड और 50MP 3.5x टेलीफोटो लेंस है। वहीं, सेल्फी और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए फ्रंट में GT8 प्रो में 32MP सोनी IMX615 सेंसर है, जो AI ब्यूटी मोड और 4K रिकॉर्डिंग को सपोर्ट करता है। वहीं, GT8 में 16MP सेल्फी कैमरा दिया गया है। कैमरा फीचर्स की बात करें, तो इसमें GR मोड, स्नैप मोड, क्लासिक फिल्टर्स, HDR 2.0 और प्रो नाइटस्कैप जैसे मोड दिए गए हैं। वीडियो के लिए डॉल्बी विजन और AI मोशन कैप्चर सपोर्ट भी मिलता है। पावर बैकअप: बैटरी और चार्जिंग की बात करें, तो रियलमी GT8 प्रो में 7000mAh की सेकंड-जेनरेशन टाइटन बैटरी दी गई है। फोन को चार्ज करने के लिए 120W सुपरवूक और 50W वायरलेस चार्जिंग दी गई है। कंपनी का दावा है कि यह फोन सिर्फ 10 मिनट में 45% तक चार्ज हो जाती है और बैटरी लाइफ 1600 चार्जिंग साइकल्स तक टिकाऊ रहेगी। OS और सिक्योरिटी: रियलमी GT8 प्रो एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड रियलमी UI 6.0 पर काम करेगा। इसमें स्काई कम्यूनिकेशन सिस्टम और स्काई सिग्नल चिप S1 है, जो कमजोर नेटवर्क में भी 25% बेहतर सिग्नल देता है। फोन वाईफाई 7, ब्लूटूथ 6.0, NFC और 21 ग्लोबल 5G बैंड्स को सपोर्ट करता है। सुरक्षा के लिए इसमें अल्ट्रासोनिक इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक फीचर है।
हीरो मोटोकॉर्प ने आज (7 नवंबर) हीरो एक्सट्रीम 125R का नया टॉप वैरिएंट लॉन्च किया है। इसके साथ ही ये भारत में डुअल चैनल ABS वाली पहली 125CC बाइक बन गई है। स्पोर्टी बाइक में क्रूज कंट्रोल, कलर TFT डिस्प्ले और 3 राइडिंग मोड्स जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। इसकी कीमत 1,04,500 रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी गई है, जो इसके सिंगल चैनल ABS वाले मौजूदा टॉप वैरिएंट से 9 हजार रुपए ज्यादा है। हीरो एक्सट्रीम 125R अपने सेगमेंट में होंडा हॉर्नेट CB125, TVS रेडर और बजाज पल्सर N125 को टक्कर देती है। ब्रेक लगाने पर फिसलने का डर नहीं डुअल चैनल ABS फ्रंट और रियर दोनों व्हील्स को ब्रेक लगाने पर कंट्रोल करता है। इससे बाइक फिसलने का खतरा कम हो जाता है। हीरो का कहना है कि ये फीचर युवा राइडर्स के लिए परफेक्ट है, जो स्पीड और सेफ्टी दोनों चाहते हैं। डिजाइन: नए ग्राफिक्स के साथ 3 नए कलर ऑप्शन हीरो एक्स्ट्रीम 125R के नए टॉप वैरिएंट को 3 नए कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। इसमें ब्लैक पर्ल रेड, ब्लैक मैटशॉ ग्रे और ब्लैक लीफ ग्रीन कलर शामिल है। बाइक में अब नए ग्राफिक्स दिए गए हैं, जो ज्यादा प्रीमियम फील देते हैं। बाइक में टैंक एक्सटेंशन काफी शार्प है। एंगलुर साइड पैनल, हाई-सेट टेल सेक्शन और टायर हगर से बाइक स्पोर्टी नजर आ रही है। इसके अलावा बाइक का ओवरऑल डिजाइन पहले जैसा ही एग्रेसिव और मस्कुलर है। इसमें LED हेडलाइट, मस्कुलर टैंक और अपस्वेप्ट एग्जॉस्ट शामिल है। सीटिंग पोजिशन कम्फर्टेबल है, जो सिटी राइडिंग के लिए सूटेबल है। वजन 136 किलो है, जो हैंडलिंग को आसान बनाता है। टेलिस्कोपिक फोर्क्स सस्पेंशन के साथ सिंगल चैनल ABS डिस्क ब्रेक हीरो एक्सट्रीम 125R को डायमंड टाइप फ्रेम पर तैयार किया गया है और इसमें बॉक्स-सेक्शन स्विंगआर्म दिया गया है। कंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक के फ्रंट में कन्वेंशनल टेलिस्कोपिक फोर्क्स सस्पेंशन और रियर में 7-स्टेप एडजस्टेबल हायड्रोलिक मोनोशॉर्क एब्जॉर्बर मिलता है। ब्रेकिंग के लिए नए टॉप वैरिएंट में दोनों व्हील पर डुअल चैनल ABS के साथ 240mm फ्रंट और 130mm रियर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। इसके अलावा, सभी वैरिएंट्स में रियर साइड पर 130mm ड्रम ब्रेक्स मिलते हैं। इसके बेस मॉडल में कम्बाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) के साथ 240mm फ्रंट डिस्क ब्रेक मिलते हैं, जबकि स्प्लिट-सीट और नए सिंगल-पीस सीट ABS वर्जन में सिंगल चैनल ABS के साथ 276mm फ्रंट डिस्क ब्रेक्स मिलते हैं। परफॉर्मेंस: 5.9 सेकेंड में 0-60kmph की स्पीड और 66kmpl माइलेज हीरो एक्सट्रीम 125R में परफॉर्मेंस के लिए 124.7cc का एयर-कूल्ड 4 स्ट्रोक सिंगल-सिलेंडर इंजन मिलता है, जो 8250RPM पर 11.39ps की पावर और 6000RPM पर 10.5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को वेट मल्टी प्लेट क्लच के साथ 5 स्पीड कॉन्सटेंट मेश गियरबॉक्स से ट्यून किया गया है। कंपनी का दावा है कि बाइक सिर्फ 5.9 सेकेंड में 0-60kmph की स्पीड हासिल कर सकती है। इसका ARAI सर्टिफाइड माइलेज 66kmpl है, जो रियल वर्ल्ड में 55-60 kmpl तक मिल सकता है। बाइक में राइड बाय वायर थ्रॉटल से रेस्पॉन्स स्मूथ मिलता है। तीन राइडिंग मोड्स- स्ट्रीट, रोड और ऑफ-रोड से परफॉरमेंस को एडजस्ट किया जा सकता है। क्रूज कंट्रोल हाईवे पर रिलैक्स्ड राइडिंग देता है। फीचर्स: फुल LED लाइटिंग सेटअप और डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल हीरो एक्सट्रीम 125R में एक्सट्रीम 200S की तरह हेडलाइट यूनिट और फुल LED लाइटिंग सेटअप मिलता है। इसके अलावा बाइक में स्प्लिट पिलियन ग्रैब रेल्स की सुविधा है। इसमें ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ 4.2-इंच कलर TFT LCD डिस्प्ले दिया गया है, जिसमें डिजिटल स्पीडोमीटर, फ्यूल गेज, ट्रिप मीटर, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, कॉल और SMS अलर्ट्स, म्यूजिक कंट्रोल जैसे फीचर्स मिलते हैं।
जापानी टू-व्हीलर कंपनी होंडा ने आज (6 नवंबर) इटली के मिलान में चल रहे मोटर शो ECIMA-2025 में अपनी पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइल WN7 फुल स्पेसिफिकेशंस के साथ रिवील कर दी है। कंपनी का दावा है कि ईवी 600cc पेट्रोल बाइक के बराबर पावरफुल है और फुल चार्ज में 140km चलेगी। इलेक्ट्रिक बाइक में कार की तरह पुश स्टार्ट/स्टॉप बटन दिया गया है। इससे पहले कंपनी ने इलेक्ट्रिक बाइक को एक्मा मोटरशो में यूरोपियन मार्केट के लिए पेश किया था, जहां 130km की रेंज के साथ इसकी कीमत 12,999 यूरो यानी करीब 15.56 लाख रुपए बताई गई थी। कंपनी इलेक्ट्रिक बाइक को भारत में लॉन्च करने के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है। भारत में इस बाइक को 10-12 लाख रुपए की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया जा सकता है। ई-बाइक का प्रोडक्शन जापान के कुमामोटो फैक्ट्री में होगा और ग्लोबल मार्केट्स में धीरे-धीरे लॉन्च होगा। WN7 में क्या खास है? नई इलेक्ट्रिक बाइक EICMA-2024 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल से इंस्पायर्ड है और डिजाइन भी वैसा ही मिनिमलिस्टिक और नेकेड स्टाइल का है। ओवर ऑल डिजाइन स्लिम और फ्यूचरिस्टिक है। बाइक ग्लॉस ब्लैक के साथ 3 कलर- कॉपर एक्सेंट्स, मैट ब्लैक और ग्रे ऑप्शन के साथ आती है। इसका वजन 217kg है। परफॉर्मेंस: 140km रेंज के साथ 15hp पावर होंडा का कहना है कि ये बाइक को 'फन सेगमेंट' के लिए बनाया गया है, यानी कंपनी का फोकस राइडिंग को मजेदार बनाने पर है। इलेक्ट्रिक बाइक परफॉर्मेंस के मामले में 600cc वाली पेट्रोल बाइक से मैच करती है और टॉर्क में तो 1000cc वाली बाइक को टक्कर देती है। फीचर्स: 5-इंच की TFT स्क्रीन और LED लाइटिंग होंडा WN7 में 5-इंच की TFT स्क्रीन दी गई है, जो होंडा रोडसिंक कनेक्टिविटी के साथ - नेविगेशन, कॉल/SMS अलर्ट और EV स्पेसिफिक मेन्यूज जैसे फीचर्स से लैस है। ईवी में ऑल-LED लाइटिंग दी गई है। इसके फ्रंट में डुअल पॉड हेडलाइट और हॉरिजॉन्टल DRL शामिल है। कंफर्ट राइडिंग के लिए ईवी के फ्रंट में USD फोर्क्स और रियर में मोनो-शॉक एब्जॉर्वर दिए गए हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए इसके फ्रंट में डुअल डिस्क ब्रेक्स और रियर सिंगल डिस्क ब्रेक मिलते हैं।
सरकारी कंपनी BSNL ने सस्ता मंथली प्लान लॉन्च किया है। इस प्लान में 225 रुपए में अनलिमिटेड कॉलिंग, हर दिन 100SMS और 2.5GB इंटरनेट डेटा मिलेगा। BSNL का नया मंथली प्लान 30 दिन की वैलिडिटी के साथ लाया गया है। एक ओर जहां जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियां मंथली प्लान के नाम पर 28 दिन की वैलिडिटी दे रही है। वहीं, BSNL की ओर से 30 दिन की वैलिडिटी दिया जाना यूजर्स को फायदे की बात है। 24 दिन की एक्स्ट्रा वैलिडिटी मिलेगी पूरे साल के हिसाब से देखा जाए तो प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों की तुलना में BSNL में करीब 24 दिन की ज्यादा वैलिडिटी मिलेगी। पिछले महीने देशभर में 4G नेटवर्क रोलआउट करने के बाद BSNL लगातार किफायती प्लान्स ला रही है। नए मंथली प्लान में हर दिन 2.5GB डेटा मिलेगा। इससे यूजर्स को कुल 75GB डेटा मिलेगा। यह 4G Data होगा। अगर आपके एरिया में एयरटेल या जियो में 5G इंटरनेट की स्पीड कम मिलती है तो BSNL 4G स्पीड पर इंटरनेट चलाना फायदे का सौदा हो सकता है। सीनियर सीटिजन के लिए 1812 रुपए में साल की वैलिडिटी हाल ही में कंपनी ने 50 दिन वैलिडिटी वाला प्लान 347 रुपए में लॉन्च किया था। इससे पहले सीनियर सिटीजन के लिए सस्ता एनुअल प्लान लॉन्च किया था। इस प्लान में 1812 रुपए में एक साल की वैलिडिटी, अनलिमिटेड कॉलिंग और हर दिन 2GB इंटरनेट डेटा मिलेगा। ये प्लान 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इस प्लान में कंपनी की ओर से फ्री सिम कार्ड भी दिया जाएगा। 6 महीने का BiTV सब्सक्रिप्शन भी फ्री मिलेगा। BSNL सम्मान प्लान सीमित समय के लिए लाया गया है। यह 365 दिन वाला मोबाइल प्लान फिलहाल 18 नवंबर तक ही खरीदा जा सकता है। 27 सितंबर को BSNL ने 4G सर्विस लॉन्च की BSNL के 25 साल पूरे होने पर कंपनी ने 27 सितंबर को 4G सर्विस लॉन्च की थी। वहीं पूरे देश में BSNL 4G सर्विस रोलआउट करते हुए और 92,600 नए मोबाइल टावर जारी करते हुए कंपनी पहले ही खराब नेटवर्क और नो सिग्नल की समस्या को काफी हद तक कम कर चुकी है। बीएसएनएल ने खुद की 4G टेक्नोलॉजी डेवलप की है, जो विदेशी नहीं बल्कि देसी है। इसे 98,000 जगहों पर लगाया जाएगा। मतलब, गांव-शहर सभी जगह तेज 4G इंटरनेट मिलेगा। 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है ये नेटवर्क BSNL का ये स्वदेशी 4G स्टैक 5G में आसानी से अपग्रेड हो सकता है। ये क्लाउड-बेस्ड और फ्यूचर-रेडी डिजाइन वाला है। मतलब सॉफ्टवेयर अपडेट से ही 5G पर शिफ्ट हो जाएगा। कोई बड़े हार्डवेयर चेंज की जरूरत नहीं पड़ेगी। टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा है कि ये सीमलेसली 5G में अपग्रेडेबल है। यानी, 4G लॉन्च के बाद जल्द ही 5G की तैयारी हो जाएगी। BSNL के कस्टमर लगातार कम हो रहे टेलीकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के जुलाई 2025 के आंकड़ों के अनुसार, BSNL और MTNL लगातार सब्सक्राइबर खो रही हैं। जुलाई में BSNL के 1.01 लाख ग्राहक कम हुए, वहीं MTNL के भी सब्सक्राइबर घटे। अब पब्लिक सेक्टर टेलीकॉम कंपनियों का मार्केट शेयर 8% से भी कम रह गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जियो ने जुलाई में सबसे ज्यादा 4.83 लाख नए मोबाइल ग्राहक जोड़े हैं। एयरटेल ने जुलाई में 4.64 लाख नए मोबाइल यूजर्स जोड़े। जबकि वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर्स में गिरावट देखने को मिली है। वोडाफोन आइडिया (Vi) के जुलाई में 3.59 लाख मोबाइल ग्राहक घटे हैं। BSNL की ऐसी हालत क्यों हुई?
टाटा मोटर्स अपनी अपकमिंग SUV सिएरा का पहला बैच भारतीय महिला क्रिकेट टीम को गिफ्ट करेगी। भारतीय वूमन्स टीम ने 2 नवंबर को नवी मुंबई के मैदान पर साउथ अफ्रीका की विमेंस टीम को 52 रन से मात देने के साथ इस ट्रॉफी को अपने नाम किया था। कंपनी ने ऐलान किया कि वह हर टीम मेंबर को सिएरा का टॉप मॉडल देगी। भारत में इसे 25 नवंबर को लॉन्च किया जाएगा। CEO चंद्रा ने कहा- टीम की जर्नी हर भारतीय को इंस्पायर करती है टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के MD और CEO शैलेश चंद्रा ने कहा, 'भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपनी परफॉर्मेंस और जीत से पूरे देश का सीना चौड़ा कर दिया है। उनकी जर्नी, हिम्मत और विश्वास की ताकत का सच्चा सबूत है, जो हर भारतीय को इंस्पायर करती है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली भारतीय टीम भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान टीम के कोच अमोल मजूमदार के साथ 16 प्लेयर्स और स्टाफ मौजूद रहा। टीम ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री और भारतीय टीम की मुलाकत की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। तीन डिस्प्ले और लेवल-2 ADAS सेफ्टी के साथ आएगी टाटा मोटर्स ने सिएरा SUV का नया टीजर जारी किया है। नई वीडियो क्लिप में SUV को रेड कलर में दिखाया गया है। इसके अलावा कार के केबिन की झलक भी देखने को मिली है। इसमें डैशबोर्ड पर तीन स्क्रीन नजर आई हैं। इसमें ड्राइवर डिस्प्ले, इंफोटेनमेंट स्क्रीन और एक सिंगल पेनल में को-ड्राइवर डिस्प्ले शामिल है। डुअल-टोन वाइट और ब्लैक केबिन काफी प्रीमियम नजर आ रहा है। कार में टाटा कर्व और हैरियर ईवी वाला स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। इससे पहले वाले टीजर में पैनोरमिक सनरूफ दिखाया गया था। सिएरा की भारत में 22 साल वापसी सिएरा टाटा के लिए एक आइकॉनिक नाम था, जिसे 2003 में बंद कर दिया गया था। अब 22 साल बाद सिएरा मॉडर्न स्टाइल और फीचर के साथ वापसी कर रही है। इसे पहले ICE वर्जन में पेश किया जाएगा, इसके बाद ईवी वर्जन आएगा। कार में 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। टाटा सिएरा की एक्स-शोरूम कीमत करीब 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से रहेगा। बोल्ड और बॉक्सी डिजाइन में आएगी सिएरा वीडियो क्लिप में टाटा सिएरा घोड़ों के झुंड के साथ दौड़ती हुई दिख रही है। इसमें वही चमकदार यलो कलर है, जो ऑटो एक्सपो में पेश किया गया था। केबिन अपमार्केट, मॉर्डन और प्रीमियम दिखता है। इसमें वाइट कलर की इंटीरियर थीम दी गई है, जो इसे वेंटिलेटेड अहसास देती है। टीजर से डैशबोर्ड में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप की भी पुष्टि हो रही है, जिसे हम ऑटो एक्सपो 2025 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल में देख चुके हैं। इस सेटअप में एक इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन, एक पूरी तरह से डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और एक अतिरिक्त डेडिकेटेड को-पैसेंजर एंटरटेनमेंट स्क्रीन शामिल है। आगे की सीटें मजबूत दिखती हैं, जबकि पीछे की सीटों में पीछे बैठने वालों के लिए तीन अलग-अलग हेडरेस्ट दिए गए हैं, जिनमें बीच वाले यात्री के लिए भी एक हेडरेस्ट शामिल है। अंदर पैनोरमिक सनरूफ भी है। इसके अलावा, गहरी नजर रखने वाले लोगों को पीछे की खिड़कियों पर लगे हुक नजर आएंगे, जो पीछे की खिड़की के सनशेड को पकड़ने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो फैमिली SUV चाहने वालों को पसंद आएंगे। एक्सटीरियर: 1990 मॉडल और नई सफारी से इंस्पायर्ड डिजाइन नई सिएरा के ICE वर्जन का डिजाइन 1990 में आने वाले अपने पुराने मॉडल से इंस्पायर्ड है, लेकिन कंपनी ने ओवरऑल डिजाइन थीम मौजूदा लाइनप में शामिल हैरियर और सफारी के जैसी रखी है। इसके फ्रंट में कनेक्टेड LED DRL जैसे मॉडर्न एलिमेंट्स दिए गए हैं। इनके बीच कार की चौड़ाई तक फैली ग्रिल और स्टाइलिश बंपर दिया गया है। इसमें हेडलाइट को बंपर में इंटीग्रेट है। साइड से SUV वाला बॉक्सी सिल्हूट पहले की तरह रहेगा, जिसमें आइकॉनिक ‘एल्पाइन विंडो’ डिजाइन मिलेगी, लेकिन इसमें ओरिजनल सिएरा की तरह सिंगल ग्लास पेन ग्लास रूफ नहीं होगा, क्योंकि नई सिएरा 4 दरवाजों वाली कार होगी। इसमें फ्लश डोर हैंडल और स्टाइलिश मल्टी-स्पोक डुअल-टोन अलॉय व्हील भी मिलेंगे। रियर से सिएरा काफी सिंपल है और इसमें कार की पूरी चौड़ाई तक फैली LED टेल लैंप्स दी गई है। इसमें सिल्वर स्किड प्लेट के साथ ग्लॉसी ब्लैक रियर बंपर दिया गया है जो इसे पीछे से शानदार लुक देता है। इंटीरियर: ट्रिपल स्क्रीन सेटअप वाली टाटा की पहली कार सिएरा कार का केबिन वर्तमान में टाटा की मौजूदा कारों से काफी अलग है। इसके केबिन में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जो एक पेनल पर इंटीग्रेटेड है और ये डैशबोर्ड की पूरी चौड़ाई तक फैला है, जो पहली ही नजर में सबका ध्यान अपनी ओर खींचता है। इसके डैशबोर्ड पर कई जगह यलो हाइलाइट दिए गए हैं, जबकि एसी वेंट्स काफी पतले हैं। इसमें इल्लुमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। सिएरा के केबिन में पीछे की तरफ बेंच सीट के साथ तीन एडजस्टेबल हेडरेस्ट और एक सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। फीचर्स: ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और लेवल-2 ADAS दूसरी टाटा कार की तरह सिएरा एसयूवी भी फीचर लोडेड हो सकती है। इसमें तीन स्क्रीन, ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, JBL साउंड सिस्टम, वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 7 एयरबैग, EBD के साथ ABS, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर के साथ 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम) जैसे सेफ्टी फीचर दिए जा सकते हैं। टाटा सिएरा: इंजन और ट्रांसमिशन टाटा सिएरा के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसमें 1.5-लीटर T-GDI टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया जा सकता है। यह इंजन 170PS की पावर और 280Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इसमें 6-स्पीड एमटी और 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेंगे। वहीं, 1.5-लीटर की डीजल इंजन दिया जा सकता है, जो जो 118PS की पावर और 260Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 6-स्पीड मैुअल ट्रांसमिशन और 7-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का ऑप्शन भी मिलेगा।
महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार (6 नवंबर) को इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के साथ लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) साइन किया। इसके साथ ही महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है, जो स्टारलिंक की सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस को अपनाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद मुंबई में स्टारलिंक की वाइस प्रेसिडेंट लॉरेन ड्रेयर की मौजूदगी में ये समझौता साइन किया। अब सरकारी ऑफिस, गांवों और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचेगा। कहां-कैसे मिलेगी सर्विस महाराष्ट्र सरकार और स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के बीच यह LoI साइन हुआ है। सर्विस सबसे पहले दुर्गम और अंडरसर्व्ड इलाकों में शुरू होगी। इसमें गडचिरोली, नंदुरबार, वाशिम और धाराशिव जैसे डिस्ट्रिक्ट शामिल हैं। ये सर्विस राज्य के डिजिटल महाराष्ट्र मिशन को सपोर्ट करेगी। EV चार्जिंग, कोस्टल डेवलपमेंट और डिजास्टर रेसिलिएंस प्रोग्राम से भी लिंक होगी। डिजिटल महाराष्ट्र मिशन के लिए गेम चेंजर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने X पर पोस्ट शेयर कर लिखा, 'बिग न्यूज। महाराष्ट्र स्टारलिंक से पार्टनरशिप करने वाला भारत का पहला राज्य बना। लॉरेन ड्रेयर का मुंबई में वेलकम किया। ये हमारे डिजिटल महाराष्ट्र मिशन के लिए गेम चेंजर है।' फडणवीस ने कहा, 'स्टारलिंक इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (ICT) इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी है। भारत में आने और महाराष्ट्र से पार्टनरशिप करने के लिए हम कंपनी का सम्मान करते हैं। इससे हम सैटेलाइट डिजिटल इंफ्रा में लीड करेंगे और PM मोदी के डिजिटल इंडिया को ग्रासरूट तक ले जाएंगे।' भारत में स्टारलिंक की कैसे हुई एंट्री स्टारलिंक दुनिया की सबसे बड़ी सैटेलाइट कंपनी है, जिसके पास हजारों कम्युनिकेशन सैटेलाइट हैं। जुलाई 2025 में कंपनी को टेलीकॉम मिनिस्ट्री से GMPCS लाइसेंस मिला। उसके बाद IN-SPACe की मंजूरी मिली थी। पहले मुंबई में 30-31 अक्टूबर को डेमो रन हुआ था। अब महाराष्ट्र पहला राज्य बना जो फॉर्मल पार्टनरशिप कर रहा है। अन्य राज्य अभी वेटिंग में हैं, कोई LoI साइन नहीं किया। कंपनी भारत में अनलिमिटेड डेटा प्लान ₹840 महीना और डिवाइस ₹33,000 में दे सकती है। रोलआउट टाइमलाइन और फायदा कंपनी का कमर्शियल लॉन्च 2026 की शुरुआत में हो सकता है। महाराष्ट्र में पायलट प्रोजेक्ट जल्द शुरू होगा। ये खबर भी पढ़ें... मस्क की स्टारलिंक ने भारत में भर्ती शुरू की: फाइनेंस-अकाउंटिंग की जॉब्स निकाली; 2025 के अंत तक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मिलेगी इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने भारत में हायरिंग प्रोसेस शुरू कर दी है। कंपनी फाइनेंस और अकाउंटिंग रोल्स के लिए उम्मीदवार ढूंढ रही है। यह देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने की दिशा में बड़ा कदम है। माना जा रहा है कि स्टारलिंक की सर्विस 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में शुरू हो सकती है। पूरी खबर पढ़ें...
टेक कंपनी गूगल अब अंतरिक्ष में डेटा सेंटर बनाने जा रही है। इस प्रोजेक्ट को 'सनकैचर' नाम दिया गया है। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने X पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी। इस प्रोजेक्ट के तहत गूगल स्पेस में सोलर पैनल से लैस सैटेलाइट्स भेजेगी। यानी, बिजली के लिए सूर्य की रोशनी का इस्तेमाल होगा। इन सैटेलाइट्स में गूगल के लेटेस्ट AI चिप्स फिट किए जाएंगे। इसे ट्रिलियम टीपीयू कहते हैं। ये चिप्स AI के कामों के लिए बनाए गए हैं। स्पेस में भेजे जाने वाले ये सैटेलाइट्स एक-दूसरे से फ्री-स्पेस ऑप्टिकल लिंक्स नाम की तकनीक से जुड़ेंगे। मतलब, लेजर लाइट की मदद से बिना तारों के हाई-स्पीड डेटा शेयर करेंगे। इससे AI की कंप्यूटिंग पावर को ज्यादा बड़ा और तेज बनाया जा सकेगा। आसान शब्दों में कहें तो गूगल पृथ्वी पर बिजली की कमी या अन्य दिक्कतों से बचने के लिए स्पेस में सूरज की फ्री एनर्जी यूज करके AI को सुपरफास्ट बनाना चाहती है। हमारे TPUs अंतरिक्ष की ओर बढ़ रहे: पिचाई सुंदर पिचाई ने X पर लिखा, 'हमारे TPUs अंतरिक्ष की ओर बढ़ रहे हैं। क्वांटम कंप्यूटिंग से सेल्फ ड्राइविंग तक मूनशॉट्स की हिस्ट्री से इंस्पायर्ड प्रोजेक्ट सनकैचर स्पेस में स्केलेबल ML सिस्टम बनाएगा। सूरज की पावर हार्नेस करेंगे, लेकिन कॉम्प्लेक्स इंजीनियरिंग चैलेंज सॉल्व करने होंगे।' प्रोजेक्ट सनकैचर क्या है, कैसे काम करेगा प्रोजेक्ट सनकैचर गूगल का एक रिसर्च आइडिया है। जिसके तहत छोटे-छोटे सैटेलाइट्स को लो अर्थ ऑर्बिट यानी सन-सिंक्रोनस ऑर्बिट (SSO) में लॉन्च किया जाएगा, जहां हमेशा सूरज की रोशनी मिलती रहे। हर सैटेलाइट में सोलर पैनल और गूगल के ट्रिलियम TPUs चिप लगे होंगे, जो AI ट्रेनिंग के लिए बनाए गए हैं। यह सैटेलाइट्स एक-दूसरे से ऑप्टिकल लिंक्स से जुड़ेंगे। गूगल ने बताया कि 81 सैटेलाइट्स का क्लस्टर सिर्फ 1 किलोमीटर रेडियस में उड़ेगा, ताकि डेटा ट्रांसफर आसान हो। स्पेस में सोलर पावर लगातार मिलेगी, जिससे बैटरी की जरूरत कम होगी। कंपनी को शुरुआती टेस्ट में 1.6 Tbps बाइडायरेक्शनल स्पीड मिली है। वहीं 400 मील ऊपर उड़ते इन सैटेलाइट्स क्लस्टर से बड़े मशीन लर्निंग (ML) वर्कलोड्स हैंडल होंगे। अंतरिक्ष में क्यों, पृथ्वी पर क्या दिक्कत AI मॉडल्स को ट्रेन करने में बहुत एनर्जी लगती है। पृथ्वी पर डेटा सेंटर्स के लिए बिजली, पानी और जगह की समस्या बढ़ रही है। गूगल के सीनियर डायरेक्टर ट्रेविस बील्स ने कहा कि सूरज हमारे सोलर सिस्टम का अल्टीमेट एनर्जी सोर्स है, जो पूरी दुनिया की कुल बिजली प्रोडक्शन से 100 ट्रिलियन गुना ज्यादा पावर देता है। अंतरिक्ष में सोलर पैनल 8 गुना ज्यादा प्रोडक्टिव होंगे और लगातार पावर देंगे। इससे कार्बन फुटप्रिंट भी कम होगा। गूगल का मानना है कि 2030 तक सैटेलाइट्स की लॉन्च कॉस्ट 200 डॉलर (17,727 रुपए) प्रति किलो हो जाएगी, तो स्पेस डेटा सेंटर की कीमत पृथ्वी वाले के बराबर आ जाएगी। तकनीकी चुनौतियां, रेडिएशन से TPUs को बचाना अंतरिक्ष में रेडिएशन बहुत ज्यादा होता है, जो चिप्स को खराब करता है। गूगल ने ट्रिलियम TPU को पार्टिकल एक्सीलरेटर (67MeV प्रोटॉन बीम) में टेस्ट किया। रिजल्ट अच्छा रहा- चिप 15 krad(Si) तक रेडिएशन सहन कर लेगी। लेकिन हाई बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) सेंसेटिव है। सैटेलाइट्स को करीब उड़ाना पड़ेगा, ताकि ऑप्टिकल लिंक काम करे। इसके लिए हिल-क्लोहेसी-विल्टशायर इक्वेशंस और JAX मॉडल यूज होंगे। थर्मल मैनेजमेंट और ग्राउंड कम्युनिकेशन भी बड़ी चुनौती है। ट्रेविस बील्स ने कहा कि कोर कॉन्सेप्ट्स पर फिजिक्स या इकोनॉमिक बैरियर नहीं है, बस इंजीनियरिंग चैलेंज बाकी हैं। 2027 में पहला टेस्ट, प्लैनेट के साथ पार्टनरशिप गूगल 2027 की शुरुआत में प्लैनेट लैब्स कंपनी के साथ दो प्रोटोटाइप सैटेलाइट्स लॉन्च करेगी। TPU हार्डवेयर, ऑप्टिकल लिंक्स और मॉडल को स्पेस में टेस्ट किया जाएगा। भविष्य में गिगावाट स्केल कांस्टेलेशन भी बनाए जाएंगे। गूगल के प्रीप्रिंट पेपर में इसकी सारी डिटेल्स दी गई हैं। सफल हुआ तो AI ट्रेनिंग स्पेस में होगी अगर प्रोजेक्ट सफल हुआ तो AI ट्रेनिंग स्पेस से होगी। बड़े ML वर्कलोड्स आसानी से हैंडल हो सकेंगे। पृथ्वी पर रिसोर्सेस बचेंगे और एनवायरनमेंट प्रोटेक्ट होगा। लॉन्च कॉस्ट और सोलर एफिशिएंसी बढ़ने पर स्पेस कंप्यूट सस्ता होगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि 2035 तक स्पेस डेटा सेंटर्स रियलिटी बन सकते हैं। ये खबर भी पढ़ें... ₹4788 कीमत का चैटजीपीटी गो सब्सक्रिप्शन आज से फ्री: ज्यादा चैट और इमेज जनरेट कर सकेंगे, यहां जानें कैसे क्लेम करें ऑफर भारत में आज से ओपनएआई 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री मिल रहा है। कल तक ये सब्सक्रिप्शन 399 रुपए प्रति महीने का था। यानी अब यूजर को साल में 4,788 रुपए का फायदा होगा। चैटजीपीटी के इस प्लान में ज्यादा चैट और इमेज बना सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें...
TVS मोटर ने अपना नया इलेक्ट्रिक स्कूटर ऑर्बिटर लॉन्च कर दिया है। आईक्यूब और टीवीएस X के बाद भारत में ये कंपनी का तीसरा ई-स्कूटर है। कंपनी का दावा है नया स्कूटर एक बार फुल चार्ज करने पर 158km (IDC रेंज) चलेगा। इसकी शुरुआती कीमत 94,900 रुपए (दिल्ली, एक्स-शोरूम) है। वहीं मध्यप्रदेश 1,04,600 रुपए से शुरू होती है। ऑर्बिटर को 6 कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। इसका मुकाबला एथर रिज्टा, बजाज चेतक और ओला S1 X के बेस वैरिएंट से रहेगा। TVS ने स्कूटर में क्रूज कंट्रोल, हिल होल्ड फंक्शन और रिवर्स पार्किंग असिस्ट जैसे फीचर्स दिए हैं। TVS ऑर्बिटर पर 3 साल और 50,000km की वारंटी मिलेगी। डिजाइन: 6 कलर ऑप्शन के साथ एयरोडायनामिक डिजाइन टीवीएस ने ऑर्बिटर को रोजमर्रा के सफर को नया अनुभव देने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें बहुत ज्यादा डिजाइनिंग एलिमेंट्स नहीं हैं और यह साफ-सुथरे डिजाइन के साथ प्रैक्टिकल दिखता है। कुल मिलाकर, इसका डिजाइन यूथ और डेली यूज के लिए ठीक है, लेकिन प्रीमियम लुक की उम्मीद करने वालों को थोड़ा निराश कर सकता है। परफॉर्मेंस: 68kmph की टॉप स्पीड और 158km रेंज टीवीएस ऑर्बिटर में आईक्यूब की तरह रियर व्हील में 2.5kWh की हब-माउंटेड इलेक्ट्रिक मोटर दी गई है। मोटर की सटीक पावर का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन कंपनी का दावा है कि स्कूटर 0 से 40kmph की स्पीड सिर्फ 6.8 सेकेंड में हासिल कर लेता है और इसकी टॉप स्पीड 68kmph है। इसमें दो राइड मोड- इको और सिटी मिलते हैं। मोटर को पावर देने के लिए ऑर्बिटर में 3.1kWh का बैटरी पैक दिया गया है, जो IP67 रेटेड है। यानी पानी और धूल से पूरी तरह सुरक्षित है। फुल चार्ज पर IDC (भारतीय ड्राइविंग कंडीशन) रेंज 158km बताई गई है। इसकी रेंज आईक्यूब के 2.2kWh वाले बेस वैरिएंट की रेंज (94km) से 64km ज्यादा है। वहीं, आईक्यूब की टॉप स्पीड 75kmph है।
हुंडई मोटर इंडिया ने आज (4 नवंबर) भारत में अपनी पॉपुलर सब-4 मीटर SUV वेन्यू का सेकेंड जनरेशन मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसे नई स्टाइलिंग, नए डैशबोर्ड लेआउट और एडवांस फीचर्स के साथ उतारा गया है। वेन्यू को 2022 में फेसलिफ्ट अपडेट मिला था। अब अपडेटेड मॉडल में क्रेटा वाला डुअल 10.25-इंच कनेक्टेड डिस्प्ले, पैनोरमिक सनरूफ, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें और सेफ्टी के लिए 65 एडवांस सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। इसे तीन वैरिएंट में पेश किया गया है और इसकी शुरुआती कीमत 7.90 लाख रुपए है। इसका मुकाबला मारुति ब्रेजा, टाटा नेक्सॉन, महिंद्रा XUV 3XO, किआ सोनेट, किआ सिरोस, रेनो काइगर और निसान मैग्नाइट से है। नई हुंडई वेन्यू को 25,000 रुपए के टोकन अमाउंट के साथ हुंडई की ऑफिशियल वेबसाइट या नजदीकी डीलरशिप पर जाकर बुक करवा सकते हैं। SUV की डिलीवरी जल्द शुरू की जा सकती है। 2025 हुंडई वेन्यू: वैरिएंट वाइस प्राइस एक्सटीरियर डिजाइन: कनेक्टेड LED DRL's के साथ क्वाड-बीम LED हेडलाइट हुंडई ने 2025 वेन्यू में अपनी नई डिजाइन थीम दी है जो कि अल्कजार, क्रेटा और एक्सटर में मिलती है। इसके फ्रंट में C-शेप वाले कनेक्टेड LED DRL's के साथ क्वाड-बीम LED हेडलाइट दी गई है। इनके बीच में नई रेक्टेंगुलर ग्लॉस ब्लैक फ्रंट ग्रिल है, जो कि एक्सटर और अल्कजार से इंस्पायर्ड है। फ्रंट बंपर पर सिल्वर स्किड प्लेट भी लगी है। साइड प्रोफाइल पर गौर करें तो इसमें एक्सटर से मिलता जुलता रेकेड ए-पिलर डिजाइन और चौड़ा व्हील आर्क दिया गया है। राइडिंग के लिए इसमें 16-इंच एरोडायनामिक स्टाइल 5-स्पोक अलॉय व्हील्स दिए गए हैं। रियर में न्यू डिजाइन की कनेक्टेड LED टेललाइट और चौड़ा बंपर दिया गया है, जिस पर सिल्वर स्किड प्लेट इंटीग्रेटेड है। इंटीरियर: डुअल स्क्रीन के साथ ऑल न्यू डिजाइन केबिन 2025 हुंडई वेन्यू का केबिन लेआउट एकदम नया है और इसमें अब डुअल टोन कलर (टोन ब्लू + ग्रे) थीम दी गई है, जो काफी प्रीमियम लग रही है। केबिन का सबसे बड़ा हाइलाइट फीचर नया डुअल स्क्रीन सेटअप है। इसमें 12.3 इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और 12.3 इंच डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले शामिल है। कार में हुंडई लोगो के लिए मोर्स कोर्ड के साथ नई स्टीयरिंग व्हील और लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री दी गई है, जिससे इसका केबिन अब काफी अपमार्केट लग रहा है। AC वेंट्स को स्क्रीन के नीचे रखा गया है और सेंटर कंसोल पर मीडिया के लिए रोटरी डायल्स और क्लाइमेट कंट्रोल के बटन हैं। साथ ही ऑटो-डिमिंग रियर-व्यू मिरर और डैशकैम भी दिया गया है। इस SUV कार में वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले, वायरलेस फोन चार्जर, 8-स्पीकर वाला बोस साउंड सिस्टम, इलेक्ट्रिक सनरूफ (सिंगल-पैन), रियर AC वेंट के साथ ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, रियर विंडो सनशेड, 4-वे पावर एडजस्टमेंट ड्राइवर सीट और वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें जैसे फीचर दिए गए हैं। नई हुंडई वेन्यू कार में 8 नए फीचर्स दिए गए हैं जो इसमें पहली बार मिल रहे हैं। सेफ्टी फीचर्स: 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और लेवल-2 ADAS फीचर सेफ्टी के लिए कार में 65 एडवांस सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं, इनमें से 33 सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड हैं यानी ये फीचर बेस वैरिएंट से मिलेंगे। इनमें 6 एयरबैग (स्टैंडर्ड), ABS के साथ EBD, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), हिल होल्ड असिस्ट, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर जैसे फीचर शामिल हैं। वहीं, हुंडई वेन्यू कार में लेवल 2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) भी दिया गया है। परफॉर्मेंस: तीन इंजन ऑप्शन के साथ 18-25kmpl का माइलेज 2025 हुंडई वेन्यू में मौजूदा मॉडल वाले तीनों इंजन ऑप्शन दिए गए हैं। इसमें एक 1.2-लीटर का नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल है, जो 83PS की पावर और 114Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन के साथ पहले की तरह ही 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स का ऑप्शन है। ये इंजन 18.05kmpl (IDC) का माइलेज देता है। दूसरा, 1-लीटर टर्बो पेट्रोल इंजन है, जो 120PS की पावर और 172Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इस इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल और 7-स्पीड DCT (डुअल क्लच ट्रांसमिशन) का ऑप्शन है। दोनों ट्रांसमिशन के साथ कार 18-20kmpl का माइलेज देती है। वहीं, तीसरा 1.5-लीटर का डीजल इंजन है, जो 116PS की पावर और 250Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन को 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। इस इंजन के साथ कार 23-25kmpl का माइलेज देती है।
भारत में आज से ओपनएआई 'चैटजीपीटी गो' का सब्सक्रिप्शन प्लान एक साल के लिए फ्री मिल रहा है। कल तक ये सब्सक्रिप्शन 399 रुपए प्रति महीने का था। यानी अब यूजर को साल में 4,788 रुपए का फायदा होगा। चैटजीपीटी के इस प्लान में ज्यादा चैट और इमेज बना सकते हैं। चैटजीपीटी गो ओपनएआई का मिड-लेवल प्रीमियम प्लान है। कंपनी का कहना है कि भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा और सबसे तेज बढ़ने वाला मार्केट है। 1. चैटजीपीटी गो क्या है और इसमें क्या-क्या मिलता है? चैटजीपीटी के फ्री वर्जन में मैसेज लिमिट कम होती है, इमेज जेनरेट करने की संख्या सीमित रहती है और पर्सनलाइज्ड चैट्स में मेमोरी भी छोटी होती है, लेकिन गो वर्जन में... 2. अभी क्या कीमत और कितने का फायदा होगा? वर्तमान में ये सब्सक्रिप्शन भारत में 399 रुपए प्रति महीने का है, लेकिन 4 नवंबर से ये एक साल के लिए फ्री हो जाएगा। यानी 4,788 रुपए का फायदा। ये ऑफर मौजूदा गो सब्सक्राइबर्स के लिए भी लागू होगा। मतलब- अगर आप पहले से पे कर रहे हैं, तो वो अमाउंट रिफंड या क्रेडिट मिल सकता है। 3. कैसे साइन अप करें? 4. ओपनएआई का ये कदम क्यों? चैटजीपीटी गो लॉन्च होने के बाद से भारत में पेड सब्सक्रिप्शन दोगुने से ज्यादा हो गए हैं। ये फ्री ऑफर यूजर्स को ज्यादा एंगेज करने और मेट्रो सिटीज के बाहर AI को पहुंचाने के लिए है। कंपनी का 'इंडिया-फर्स्ट' अप्रोच और इंडिया AI मिशन से मैच करता है। कंपनी ने गूगल और पर्प्लेक्सिटी के फ्री प्लान के जवाब में इसे फ्री करने का ऐलान किया है। गूगल ने AI प्रो मेंबरशिप (₹19,500 सालाना) को स्टूडेंट्स के लिए एक साल फ्री किया था। वहीं, पर्प्लेक्सिटी ने भी एयरटेल के साथ मिलकर अपना प्रीमियम प्लान फ्री देना शुरू किया है। 5. यूजर्स को क्या फायदा? क्यों है ये गेम-चेंजर? ओपनएआई का कहना है कि ये ऑफर भारत को AI डेमोक्रेटाइज करने की दिशा में बड़ा कदम है। पहले से ही भारत चैटजीपीटी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है और ये ऑफर इसे और तेजी से बढ़ाएगा। ये खबर भी पढ़ें... OpenAI का AI-पावर्ड वेब ब्राउजर 'चैटजीपीटी एटलस' लॉन्च:इससे गूगल की मार्केट वैल्यू एक ही दिन में ₹13.15 लाख करोड़ घटी OpenAI ने मंगलवार (21 अक्टूबर) को अपने नए AI-पावर्ड वेब ब्राउजर 'चैटजीपीटी एटलस' को लॉन्च किया। इस लॉन्च के बाद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। जिससे गूगल की मार्केट वैल्यू एक ही दिन में 150 बिलियन डॉलर यानी 13.15 लाख करोड़ रुपए घट गई। पूरी खबर पढ़ें
होंडा ने आज (3 नवंबर) अपनी एकमात्र SUV एलिवेट का नया ADV एडिशन भारत में लॉन्च किया है। ये टॉप मॉडल ZX पर तैयार किया गया है। इसमें कई कॉस्मेटिक चैंजेस हैं जो डीलरशिप लेवल पर किए जाएंगे। कंपनी का दावा है कि कार एक लीटर में 17km चल सकती है। इसमें सेफ्टी के लिए लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) फीचर्स दिए गए हैं। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 15.29 लाख रुपए रखी गई है, जो ZX वैरिएंट से 41 हजार रुपए ज्यादा है। वहीं, स्पेशल एडिशन को डुअल टोन कलर में खरीदने के लिए 20 हजार रुपए और देने होंगे। होंडा एलिवेट के स्टैंडर्ड मॉडल की एक्स-शोरूम कीमत 11 लाख रुपए से 16.67 लाख रुपए के बीच है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, मारुति विक्टोरिस, ग्रैंड विटारा, स्कोडा कुशाक, फॉक्सवैगन टाइगन और अपकमिंग टाटा सिएरा से है। एक्सटीरियर: ऑरेंज इनसर्ट्स के साथ डुअल टोन कलर थीम एलिवेट के स्पेशल ADV एडिशन को स्टैंडर्ड मॉडल से अलग दिखाने के लिए कई ऑरेंज कलर के पार्ट्स और स्टिकर्स लगाए गए हैं। इसके फ्रंट में नई डिजाइन ग्रिल और फॉग लैंप्स के चारों ओर ऑरेंज इनसर्ट दिए गए हैं, जबकि हुड पर ऑरेंज स्टीकर दिया गया है। साइड प्रोफाइल की बात करें तो ब्लैक व्हील में भी ऑरेंज इनसर्ट मिलेगा। फ्रंट डोर पर एक बोल्ड ‘ADV’ स्टीकर है। इसके आगे वाले फेंडर पर भी ‘ADV एडिशन’ बैजिंग दी गई है। इसके अलावा विंडों के चारों ओर, रूफ रेल्स, डोर हैंडल और ORVM पर ब्लैक फिनिश है, जो स्पेशल एडिशन कार को अलग लुक देती है। टेलगेट पर एक ‘ADV एडिशन’ बैजिंग और बंपर पर ऑरेंज इनसर्ट है। एलिवेट ADV एडिशन दो कलर: लुनार सिल्वर और मेटियोरोइड में अवेलेबल है। इन दोनों कलर के साथ ब्लैक रूफ का ऑप्शन भी है। इंटीरियर: ब्लैक कलर थीम के साथ ऑरेंज स्टिचिंग होंडा एलिवेट ADV एडिशन का केबिन पूरी तरह ब्लैक कलर थीम पर बेस्ड है, जो इसे प्रीमियम और स्पोर्टी लुक देता है। यहां भी ऑरेंज कलर के हाइलाइट्स और इंसर्ट्स लगे हैं, जो बाहर के डिजाइन से मैच करते हैं। सीटों पर 'ADV' का ब्रांडिंग है साथ ही कंट्रास्ट वाली ऑरेंज स्टिचिंग भी दी गई है, जो ब्लैक बैकग्राउंड पर अलग ही चमकती है और सीटों को ज्यादा स्टाइलिश बनाती है। कार का डैशबोर्ड इलुमिनेटेड है, यानी लाइट्स से चमकने वाला है, जो 'ADV' थीम के साथ बहुत कूल लगता है। फीचर: 10.25-इंच टचस्क्रीन और लेवल-2 ADAS यह एडिशन एलिवेट टॉप मॉडल पर बेस्ड है। इसलिए इसमें 10.25-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो कनेक्टिविटी, 7-इंच सेमी डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, सिंगल-पैन सनरूफ और पुश बटन स्टार्ट के साथ कीलेस एंट्री जैसे फीचर दिए गए हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 6 एयरबैग, EBD के साथ ABS, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ऑप्शनल 360 डिग्री कैमरा (डीलर फिटमेंट), होंडा का लेन वॉच कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। एलिवेट में होंडा का अपना सेंसिंग ADAS सुइट है, जिसमें कोलिजन मिटिगेशन ब्रेकिंग सिस्टम, लेन डिपार्चर वार्निंग, एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट, रोड डिपार्चर वार्निंग और ऑटोमैटिक हाई बीम असिस्ट जैसे फीचर शामिल हैं। इसके अलावा होंडा एलिवेट SUV में रियर सीट रिमाइंडर, रियर पार्किंग सेंसर, होंडा सेंस और इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल जैसे फीचर्स दिए गए हैं। SUV की बॉडी हाई टेंसाइल स्टील से बनी है, इससे दुर्घटना के दौरान कम से कम नुकसान होता है। परफॉर्मेंस: फुल टैंक पर 679km चल सकती है कार इंजन में बदलाव नहीं किया है। इसमें स्टैंडर्ड मॉडल वाला ही 1.5-लीटर का 4 सिलेंडर DOHC i-VTEC पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 121hp की पावर और 145Nm का टार्क जनरेट करता है। इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल और CVT गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलेगा। यह इंजन होंडा की सेडान कार सिटी में भी इस्तेमाल किया गया है। कंपनी का दावा है कि एलिवेट में मैनुअल गियरबॉक्स के साथ सर्टिफाइड 15.31kmpl माइलेज मिलेगा, जबकि CVT ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के साथ यह एक लीटर पेट्रोल में 16.92 किलोमीटर चलेगी। कंपनी ने बताया कि कार में 40-लीटर का फ्यूल टैंक दिया गया है। इससे मैनुअल गियरबॉक्स वाली एलिवेट फुल टैंक पर 612km और ऑटोमैटिक वैरिएंट में 679km तक की दूरी तय कर सकती है।
टाटा मोटर्स अपनी मोस्ट अवेटिंग SUV सिएरा को भारत में 25 नवंबर को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने इसके प्रोडक्शन मॉडल का टीजर जारी किया है। कार को कई बार टेस्टिंग के दौरान सड़कों पर देखा जा चुका है। सिएरा टाटा के लिए एक आइकॉनिक नाम था, जिसे 2003 में बंद कर दिया गया था। अब 22 साल बाद सिएरा मॉडर्न स्टाइल और फीचर के साथ वापसी कर रही है। इसे पहले ICE वर्जन में पेश किया जाएगा, इसके बाद ईवी वर्जन आएगा। कार में 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। टाटा सिएरा की एक्स-शोरूम कीमत करीब 11 लाख रुपए से शुरू हो सकती है। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से रहेगा। बोल्ड और बॉक्सी डिजाइन में आएगी सिएरा वीडियो क्लिप में टाटा सिएरा घोड़ों के झुंड के साथ दौड़ती हुई दिख रही है। इसमें वही चमकदार यलो कलर है, जो ऑटो एक्सपो में पेश किया गया था। केबिन अपमार्केट, मॉर्डन और प्रीमियम दिखता है। इसमें वाइट कलर की इंटीरियर थीम दी गई है, जो इसे वेंटिलेटेड अहसास देती है। टीजर से डैशबोर्ड में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप की भी पुष्टि हो रही है, जिसे हम ऑटो एक्सपो 2025 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट मॉडल में देख चुके हैं। इस सेटअप में एक इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन, एक पूरी तरह से डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले और एक अतिरिक्त डेडिकेटेड को-पैसेंजर एंटरटेनमेंट स्क्रीन शामिल है। आगे की सीटें मजबूत दिखती हैं, जबकि पीछे की सीटों में पीछे बैठने वालों के लिए तीन अलग-अलग हेडरेस्ट दिए गए हैं, जिनमें बीच वाले यात्री के लिए भी एक हेडरेस्ट शामिल है। अंदर पैनोरमिक सनरूफ भी है। इसके अलावा, गहरी नजर रखने वाले लोगों को पीछे की खिड़कियों पर लगे हुक नजर आएंगे, जो पीछे की खिड़की के सनशेड को पकड़ने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो फैमिली SUV चाहने वालों को पसंद आएंगे। एक्सटीरियर: 1990 मॉडल और नई सफारी से इंस्पायर्ड डिजाइन नई सिएरा के ICE वर्जन का डिजाइन 1990 में आने वाले अपने पुराने मॉडल से इंस्पायर्ड है, लेकिन कंपनी ने ओवरऑल डिजाइन थीम मौजूदा लाइनप में शामिल हैरियर और सफारी के जैसी रखी है। इसके फ्रंट में कनेक्टेड LED DRL जैसे मॉडर्न एलिमेंट्स दिए गए हैं। इनके बीच कार की चौड़ाई तक फैली ग्रिल और स्टाइलिश बंपर दिया गया है। इसमें हेडलाइट को बंपर में इंटीग्रेट है। साइड से SUV वाला बॉक्सी सिल्हूट पहले की तरह रहेगा, जिसमें आइकॉनिक ‘एल्पाइन विंडो’ डिजाइन मिलेगी, लेकिन इसमें ओरिजनल सिएरा की तरह सिंगल ग्लास पेन ग्लास रूफ नहीं होगा, क्योंकि नई सिएरा 4 दरवाजों वाली कार होगी। इसमें फ्लश डोर हैंडल और स्टाइलिश मल्टी-स्पोक डुअल-टोन अलॉय व्हील भी मिलेंगे। रियर से सिएरा काफी सिंपल है और इसमें कार की पूरी चौड़ाई तक फैली LED टेल लैंप्स दी गई है। इसमें सिल्वर स्किड प्लेट के साथ ग्लॉसी ब्लैक रियर बंपर दिया गया है जो इसे पीछे से शानदार लुक देता है। इंटीरियर: ट्रिपल स्क्रीन सेटअप वाली टाटा की पहली कार सिएरा कार का केबिन वर्तमान में टाटा की मौजूदा कारों से काफी अलग है। इसके केबिन में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जो एक पेनल पर इंटीग्रेटेड है और ये डैशबोर्ड की पूरी चौड़ाई तक फैला है, जो पहली ही नजर में सबका ध्यान अपनी ओर खींचता है। इसके डैशबोर्ड पर कई जगह यलो हाइलाइट दिए गए हैं, जबकि एसी वेंट्स काफी पतले हैं। इसमें इल्लुमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। सिएरा के केबिन में पीछे की तरफ बेंच सीट के साथ तीन एडजस्टेबल हेडरेस्ट और एक सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। फीचर्स: ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और लेवल-2 ADAS दूसरी टाटा कार की तरह सिएरा एसयूवी भी फीचर लोडेड हो सकती है। इसमें तीन स्क्रीन, ड्यूल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, JBL साउंड सिस्टम, वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 7 एयरबैग, EBD के साथ ABS, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर के साथ 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम) जैसे सेफ्टी फीचर दिए जा सकते हैं। टाटा सिएरा: इंजन और ट्रांसमिशन टाटा सिएरा के टेक्निकल स्पेसिफिकेशन का अभी खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसमें 1.5-लीटर T-GDI टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया जा सकता है। यह इंजन 170PS की पावर और 280Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इसमें 6-स्पीड एमटी और 7-स्पीड डीसीटी गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेंगे। वहीं, 1.5-लीटर की डीजल इंजन दिया जा सकता है, जो जो 118PS की पावर और 260Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 6-स्पीड मैुअल ट्रांसमिशन और 7-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का ऑप्शन भी मिलेगा।
स्मार्टफोन इंडस्ट्री में नवंबर का महीना पावरफुल प्रोसेसर वाले फोन के नाम रहने वाला है। ओप्पो, आईक्यू, रियलमी, वीवो और वनप्लस जैसी कंपनियां अपने हाईएंड स्पेसिफिकेशन्स वाले फ्लैगशिप फोन भारतीय बाजार में उतारेंगी। ये फोन 200 मेगापिक्सल कैमरा सहित एमोलेड स्क्रीन जैसे फीचर्स से लैस होंगे। चलिए इस महीने भारतीय बाजार में लॉन्च होने वाले फोन के बारे में जानते हैं। मोटो G67 पावर: 5 नवंबर मोटोरोला 5 नवंबर को भारत में G67 पावर 5G फोन लॉन्च करेगी। इसकी कीमत करीब 15 हजार रुपए हो सकती है। फोन में पावर बैकअप के लिए 7000mAh की बैटरी के साथ 30W का फास्ट चार्जिंग मिलेगा। फोन स्नैपड्रैगन 7s जेन 2 प्रोसेसर पर चलता है और 8GB रैम के साथ आएगा। फोटो के लिए बैक पैनल पर 50 मेगापिक्सल का ट्रिपल कैमरा सेटअप और फ्रंट में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा दिया जाएगा। स्क्रीन 6.7 इंच की फुल HD+ होगी, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट मिलेगा। इस पर मजबूत कोर्निंग गोरिल्ला ग्लास 7i की सुरक्षा भी दी जाएगी। वनप्लस 15: 13 नवंबर वनप्लस अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15 इंडिया में 13 नवंबर को लॉन्च करेगी। ये देश में स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 प्रोसेसर वाला पहला फोन होगा। इसमें 120W सुपर वूक वायर्ड और 50W एयरवूक वायरलेस चार्जिंग टेक्नोलॉजी के साथ 7300mAh बैटरी दी जाएगी। इसके बैक पैनल पर ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50MP सोनी LYT700 + 50MP पेरिस्कोप टेलीफोटो + 50MP अल्ट्रा-वाइड कैमरा दिया जाएगा। वहीं फ्रंट पर 32MP सेल्फी कैमरा मिलेगा। इसमें 165Hz अडेप्टिव रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.78-इंच की 1.5K स्क्रीन दी गई है। वनप्लस 15 IP66 + IP68 + IP69 + IP69K रेटिंग के साथ आएगा। वॉबल 1: 19 नवंबर 19 नवंबर को भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में एक नए ब्रांड की एंट्री हो रही है। भारतीय कंपनी इंडीकल टेक्नोलॉजीस अपना खुद का मोबाइल फोन लेकर आ रही है। इसका नाम वॉबल 1 हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोबाइल 2.6GHz मीडिया टेक डायमेंसिटी 7400 चिपसेट पर लॉन्च होगा। इसमें 8GB रैम के साथ 256GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए 50MP OIS सेंसर वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। ये पूरी तरह से मेड इन इंडिया होगा। इसे 15 से 20 हजार के बजट में लान्च किया जा सकता है। नथिंग फोन (3a) लाइट: डेट कंफर्म नहीं नथिंग फोन (3a) लाइट ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुका है, अब ये इस महीने भारत में भी आएगा। हालांकि कंपनी ने लॉन्च डेट की घोषणा नहीं की है। ट्रांसपेरेंट डिजाइन वाला यह फोन एसेंशियल की और ग्लिफ लाइट के साथ आएगा। मोबाइल नथिंग OS 3.5 के साथ मिलकर डायमेंसिटी 7300 प्रो ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर काम करता है। पावर बैकअप के लिए इसमें 5000mAh बैटरी और 33W फास्ट चार्जिंग दी जाएगी। फोटोग्राफी के लिए 50 मेगापिक्सल ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा है। 5G फोन में 6.77-इंच की फुल HD+ एमोलेड डिस्प्ले मिलेगी। इसकी कीमत करीब 18 हजार रुपए हो सकती है। लावा अग्नि 4: 20 नवंबर लावा मोबाइल्स अपना नया स्मार्टफोन अग्नि 4 इंडिया में 20 नवंबर को लॉन्च करेगी। इस मिड बजट स्मार्टफोन की कीमत 20 से 25 हजार रुपए के करीब हो सकती है। रियर कैमरा मॉड्यूल की वजह से लावा अग्नि 4 बैक साइड से कुछ हद तक आईफोन एयर जैसा दिखेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इसे मीडियाटेक के डायमेंसिटी 8350 प्रोसेसर पर लॉन्च किया जा सकता है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल में 7000mAh बैटरी दी जा सकती है। लावा अग्नि 4 को 6.78-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन पर लॉन्च किया जा सकता है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल डुअल रियर कैमरा मिल सकता है। ओप्पो फाइंड X9: 20 नवंबर ओपो फाइंड X9 सीरीज नवंबर में इंडिया में पेश होगी। सीरीज के बेस मॉडल की बात करें तो फाइंड X9 डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट पर काम करता है। इसमें 6.59-इंच 1.5K फ्लैट OLED स्क्रीन दी गई है। फोन में पावर बैकअप के लिए 80W फास्ट वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग के साथ 7025mAh बैटरी मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए ओपो फाइंड X9 फोन के ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT808 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN5 अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 32 मेगापिक्सल सोनी IMX615 सेल्फी मौजूद है। ओप्पो फाइंड X9 प्रो: 20 नवंबर फाइंड X9 प्रो भी नवंबर में इंडिया में लॉन्च होगा। कंपनी इसे भी डायमेंसिटी 9500 पर लाएगी, जिसके साथ ओपो ट्रिनिटी इंजन भी मिलेगा। मोबाइल में 6.78-इंच 2K एमोलेड स्क्रीन दी गई है। पावर बैकअप के लिए मोबाइल 7500mAh बैटरी सपोर्ट करता है। चार्जिंग के लिए 80W सुपरवूक वायर्ड, 50W एयरवूक वायरलेस और 10W का रिवर्स चार्जिंग मिलती है। यह 200MP कैमरा वाला ओपो मोबाइल है, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 OIS सेंसर और 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस भी मिलता है। इसमें सेल्फी के लिए भी 50MP कैमरा दिया गया है। कंपनी ने फ्लैगशिप ओपो फोन को IP66 + IP68 + IP69 रेटिंग के साथ लाएगी। ये फोन 20 नवंबर को भारत में लॉन्च किया जा सकता है। आईक्यू 15: 26 नवंबर फ्लैगशिप स्मार्टफोन आइकू 15 भारत में 26 नवंबर को लॉन्च होगा। इसमें भी क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8 एलिट जेन 5 चिपसेट मिलेगा। फोन 100W वायर्ड और 40W वायरलेस फास्ट चार्जिंग के साथ 7000mAh बैटरी सपोर्ट करता है। इसमें 144Hz रिफ्रेश रेट और 6000nits पीक ब्राइटनेस वाली 6.85-इंच 2K OLED डिस्प्ले मिलेगा। इसमें 100X जूम वाला ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा, जिसमें 50 मेगापिक्सल सोनी IMX921 OIS सेंसर, 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 50 मेगापिक्सल 3x सोनी IMX882 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस शामिल है। वहीं फ्रंट पर 32एमपी सेल्फी कैमरा दिया गया है। वीवो X300: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं ओपो फाइंड X9 सीरीज को टक्कर देने वीवो X300 सीरीज भी इंडिया आ रही है। सीरीज के बेस मॉडल वीवो X300 5G फोन को डाइमेंसिटी 9500 प्रोसेसर पर लाया जा सकता है, जिसमें 16GB रैम मिल सकती है। इसमें 6040mAh बैटरी के साथ 90W वायर्ड और 40W वायरलेस चार्जिंग तकनीक दी गई है। मोबाइल 6.31-इंच 1.5K BOE Q10+ ओलेड स्क्रीन सपोर्ट करता है। वहीं फोटोग्राफी के लिए 200 मेगापिक्सल सैमसंग HPB सेंसर + 50 मेगापिक्सल LYT602 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस + 50 मेगापिक्सल सैमसंग JN1 सेंसर वाला बैक कैमरा और 50 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। वीवो X300 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं वीवो X300 प्रो कंपनी का सबसे पावरफुल फोन होगा, जो नवंबर में भारत में लॉन्च होगा। इसमें भी यूजर्स को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा। इस वीवो फोन में 6.78 इंच 1.5K LTPO एमोलेड डिस्प्ले दी गई है, जिसे आर्मर ग्लास की प्रोटेक्शन प्राप्त है। फोटोग्राफी के लिए इसके ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप में 50 मेगापिक्सल सोनी LYT828 + 50 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड कैमरा + 200 मेगापिक्सल पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दिया गया है। वहीं फ्रंट पर 50 मेगापिक्सल सेल्फी सेंसर मौजूद है। फोन में 6510mAh बैटरी मिलेगी, जिसके साथ 90W वायर्ड, 40W वायरलेस और रिवर्स वायरलेस चार्जिंग भी मिलेगी। रियलमी C85: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं नवंबर में सस्ता रियलमी फोन C85 भी भारत में लॉन्च हो सकता है। इसकी शुरुआती कीमत करीब 10 हजार रुपए हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो स्मार्टफोन को 6000mAh बैटरी पर लाया जा सकता है, जिसके साथ 45W सुपरवूक फास्ट चार्जिंग तकनीक मिल सकती है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल बैक कैमरा और 8 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया जा सकता है। इंडिया में इसे 4GB और 6GB रैम ऑप्शन के साथ उतारा जा सकता है। फोन में 128GB तक की स्टोरेज मिल सकती है। लो बजट रियलमी फोन में 90Hz रिफ्रेश रेट वाली IPS LCD स्क्रीन दी जाएगी। रियलमी C85 प्रो: लॉन्च डेट कंफर्म नहीं रियलमी C85 प्रो फोन दक्षिण एशियाई देशों में टीज हो चुका है, जो नवंबर में इंडियन मार्केट में भी उतारा जा सकता है। इसे 7000mAh बैटरी पर लॉन्च किया जाएगा। साथ ही स्मार्टफोन में 44वॉट फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी मिल सकती है। वॉटरप्रूफ फोन IP69 रेटिंग के साथ पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रियलमी C85 प्रो स्नैपड्रैगन 685 प्रोसेसर पर काम करेगा, जिसके साथ 8GB रैम और 256GB स्टोरेज मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए इसमें भी 50 मेगापिक्सल कैमरा दिया जाएगा, वहीं फोन में 6.8-इंच की फुल HD+ एमोलेड स्क्रीन दी जा सकती है।
दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां 2025 में बड़े पैमाने पर छंटनी कर रही हैं। Layoffs.fyi वेबसाइट के मुताबिक इस साल अब तक 218 कंपनियां 1.12 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी हैं। TCS, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन जैसी बड़ी टेक कंपनियां ले ऑफ में सबसे आगे हैं। कंपनियों का कहना है कि AI टेक्नोलॉजी, धीमी अर्थव्यवस्था और कॉस्ट कटिंग के कारण ये छंटनियां की जा रही हैं। इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन ने सबसे ज्यादा कर्मचारी निकाले अन्य कंपनियों से भी निकाले जा चुके कर्मचारी ------------------- ये खबर भी पढ़ें अमेजन सीईओ बोले- छंटनी का कारण AI नहीं:कंपनी के कल्चर को बेहतर बनाने के लिए फैसला लिया; 14,000 कर्मचारियों को निकाल चुकी अमेजन अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने कंपनी में हो रही नई छंटनी पर कहा है कि यह फैसला खर्च में कटौती या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से नहीं, बल्कि कंपनी के कल्चर को बेहतर करने के लिए लिया गया है। हाल ही कंपनी ने करीब 14 हजार कॉर्पोरेट कर्मचारियों को निकाल दिया है। पूरी खबर पढ़ें...
फोर्ड मोटर इंडिया ने भारत में फिर से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने का ऐलान किया है। कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ने तमिलनाडु सरकार के साथ MOU साइन किया है। फोर्ड ने यह फैसला ट्रंप की US में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने वाली पॉलिसी के खिलाफ लिया है। कंपनी ने चेन्नई के अपने मराईमलाई नगर प्लांट में 3250 करोड़ रुपए का निवेश करने का ऐलान किया है। इससे कंपनी नेक्स्ट जनरेशन इंजन बनाकर एक्सपोर्ट करेगी। प्रोडक्शन 2029 में शुरू होगा और इस साल के आखिर से साइट प्रिपरेशन शुरू हो जाएगी। इससे 600 से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे और भारत की स्किल्ड वर्कफोर्स फायदा मिलेगा। MOU साइन के दौरान मुख्यमत्री एमके स्टालिन और उद्योग, निवेश प्रोत्साहन और वाणिज्य मंत्री टीआरबी राजा मौजूद थे। राजा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर MOU साइन करने की जानकारी दी। 2024 में फोर्ड ने तमिलनाडु सरकार को एक लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) सौंपा था, जिसमें मराईमलाई नगर प्लांट को फिर से शुरू करने में दिलचस्पी दिखाई थी। भारत में कोई नई फोर्ड कार आएगी? प्लांट में हर साल 2.35 लाख इंजन बनाएगी कंपनी ₹3,250 करोड़ का यह निवेश फोर्ड+ प्लान का हिस्सा है। चेन्नई प्लांट में सालाना 2.35 लाख इंजन प्रोड्यूस होंगे, जो नई टेक्नोलॉजी वाले होंगे। इंजन टाइप और एक्सपोर्ट डेस्टिनेशन बाद में बताए जाएंगे। यह सिर्फ एक्सपोर्ट के लिए होगा, लोकल मार्केट के लिए नहीं। निवेश से 600 डायरेक्ट जॉब्स क्रिएट होंगी, साथ ही इंडस्ट्री में अप्रत्यक्ष नौकरियां भी बढ़ेंगी। तमिलनाडु पहले से ही ह्यूंडई, रेनॉल्ट और BMW जैसे मैन्युफैक्चरर्स का हब है। आगे का प्लान, ट्रंप पॉलिसी पर क्या असर 2029 तक प्रोडक्शन शुरू होने के बाद फोर्ड ग्लोबल नेटवर्क को स्ट्रेंथ मिलेगी। तमिलनाडु में कंपनी के ग्लोबल बिजनेस ऑपरेशंस से पहले से 12,000 लोग काम कर रहे हैं। यह निवेश ट्रेड टेंशंस के बीच भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाएगा। फोर्ड का फोकस एक्सपोर्ट पर रहेगा, जिससे लोकल जॉब्स बढ़ेंगी लेकिन कार सेल्स पर असर कम। कुल मिलाकर, यह कदम इंडियन ऑटो सेक्टर को बूस्ट देगा। 2018 में 10 लाख ग्राहकों का आंकड़ा छुआ था फोर्ड ने भारत में 1995 में महिंद्रा से पार्टनरशिप करके एंट्री की थी। उस वक्त कंपनी का नाम महिंद्रा फोर्ड इंडिया लिमिटेड (MFIL) था। फोर्ड इंडिया ने जुलाई 2018 में 1 मिलियन (10 लाख) ग्राहकों के आंकड़ा छुआ था। तब कंपनी के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अनुराग मेहरोत्रा ने कहा था कि भारत में 10 लाख ग्राहकों तक पहुंचने पर हमें गर्व हो रहा है। अपने ग्राहकों के विश्वास के लिए हम ऋणी हैं। फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट जैसी कारें बेचती थी फोर्ड फोर्ड भारत में फिगो, एस्पायर, इकोस्पोर्ट और एंडेवर जैसी कारें बेचती थी। फोर्ड साणंद (गुजरात) और मराईमलाई (चेन्नई) प्लांट में अपने व्हीकल्स की मैन्युफैक्चरिंग करती थी। इसमें करीब 4000 कर्मचारी काम करते थे। देशभर में कंपनी के 11,000 से अधिक कर्मचारी थे।
हुंडई मोटर इंडिया ने अपनी पॉपुलर सब-4 मीटर SUV वेन्यू का स्पोर्टी वर्जन 2025 वेन्यू एन-लाइन रिवील कर दिया है। कंपनी इसे 4 नवंबर को स्टैंडर्ड वेन्यू फेसलिफ्ट के साथ लॉन्च करेगी। स्टैंडर्ड मॉडल से अलग दिखाने के लिए नई हुंडई वेन्यू एन में कई कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं। इसमें कॉन्ट्रास्ट रेड हाइलाइट के साथ रेड ब्रेक कैलिपर, डार्क क्रोम ग्रिल इंसर्ट और डुअल टिप एग्जॉस्ट जैसे बदलाव शामिल हैं। वहीं, केबिन में ऑल ब्लैक कलर थीम के साथ एन लाइन-स्पेसिफिक स्टीयरिंग व्हील पर रेड डिटेलिंग, लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री और रेड एम्बिएंट लाइटिंग मिलेगी। सेफ्टी के लिए वेन्यू एन-लाइन में 6 एयरबैग्स और लेवल-2 ADAS जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसे N6 और N10 दो वैरिएंट्स में पेश किया जाएगा। बुकिंग 25,000 रुपए के टोकन अमाउंट के साथ शुरू कर दी गई है। 2025 हुंडई वेन्यू एन लाइन की एक्स-शोरूम कीमत 11.5 लाख रुपए हो सकती है। इसका मुकाबला मारुति ब्रेजा, किआ सोनेट, किआ सिरोस, टाटा नेक्सन, महिंद्रा XUV 3XO, निसान मैग्नाइट और स्कोडा कायलाक जैसी सब-4 मीटर SUV से रहेगा। एक्सटीरियर: डार्क क्रोम इंसर्ट्स के साथ न्यू पैटर्न ग्रिल और 8 कलर ऑप्शन वेन्यू एन-लाइन का लुक स्टैंडर्ड वेन्यू जैसा ही है, लेकिन स्पोर्टी एलिमेंट्स जोड़े गए हैं। कार में 5 मोनोटोन और 3 डुअल-टोन कलर ऑप्शन मिलेंगे। इसमें हेजल ब्लू, ड्रैगन रेड, एबिस ब्लैक, टाइटन ग्रे, एटलस वाइट, हेजल ब्लू + एबिस ब्लैक, एबिस ब्लैक + एबिस ब्लैक और ड्रैगन रेड + एबिस ब्लैक शामिल हैं। स्टैंडर्ड वेन्यू में नया मिस्टिक सफायर शेड दिया गया है, जो वेन्यू एन लाइन के कलर पैलेट में शामिल नहीं है। इंटीरियर: ऑल-ब्लैक कलर थीम और ट्रैक्शन कंट्रोल-ड्राइव मोड्स इंटीरियर रेड कंट्रास्टिंग हाइलाइट्स और स्टिचिंग के साथ ऑल-ब्लैक कलर थीम में है। डैशबोर्ड लेआउट स्टैंडर्ड मॉडल से मिलता जुलता है। N-लाइन स्पेसिफिक स्टीयरिंग व्हील 'N' लोगो और ट्रैक्शन कंट्रोल-ड्राइव मोड्स स्विचेस के साथ मिलता है। गाड़ी में ट्रेक्शन कंट्रोल और ड्राइव मोड के लिए दो स्विच दिए गए हैं। सेंटर कंसोल पर रेड एम्बिएंट लाइट स्ट्रिप औप गियर लेवर पर N-एम्ब्लेम है। रेड डिटेलिंग के साथ ऑल-ब्लैक लेदरेट सीट अपहोल्स्ट्री दी गई है जिस पर 'एन' बैजिंग भी मिलती है। इसमें फ्रंट और रियर पैसेंजर के कंफर्ट के लिए सेंटर आर्मरेस्ट और कपहोल्डर की सुविधा भी है। फीचर और सेफ्टी: 12.3-इंच डुअल डिस्प्ले और लेवल-2 ADAS वेन्यू एन लाइन कार की फीचर लिस्ट काफी हद तक स्टैंडर्ड वेन्यू जैसी है। इसमें 12.3-इंच डुअल डिस्प्ले (इंफोटेनमेंट टचस्क्रीन और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले), वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, रियर वेंट्स के साथ ऑटो AC, 8-स्पीकर बोस साउंड सिस्टम, एम्बिएंट लाइटिंग, सिंगल-पेन सनरूफ, वायरलेस फोन चार्जर और मल्टी-ड्राइव मोड जैसे फीचर दिए गए हैं। सेफ्टी के लिए कार में 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), ट्रैक्शन कंट्रोल, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), 360-डिग्री कैमरा, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर दिए गए हैं। इंजन और परफॉर्मेंस: 1 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन वेन्यू एन-लाइन को सिर्फ 1 लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ लॉन्च किया जाएगा, जो 120PS की पावर और 172Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन की बात करें तो इस इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल या 7-स्पीड DCT ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है। कार फ्रंट व्हील ड्राइव (FWD) ऑप्शन के साथ आती है। मल्टी-ड्राइव मोड्स परफॉर्मेंस ट्यूनिंग के लिए हैं। स्टैंडर्ड वेन्यू में नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल और डीजल ऑप्शंस एक्स्ट्रा हैं।
इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने भारत में हायरिंग प्रोसेस शुरू कर दी है। कंपनी फाइनेंस और अकाउंटिंग रोल्स के लिए उम्मीदवार ढूंढ रही है। यह देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च करने की दिशा में बड़ा कदम है। माना जा रहा है कि स्टारलिंक की सर्विस 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में शुरू हो सकती है। बेंगलुरु के लिए निकाली है सभी जॉब्स सभी जॉब्स बेंगलुरु में हैं, जो स्टारलिंक का मुख्य ऑपरेशनल हब बनेगा। कंपनी ने पेमेंट्स मैनेजर, अकाउंटिंग मैनेजर, सीनियर ट्रेजरी एनालिस्ट और टैक्स मैनेजर जैसे रोल्स पोस्ट किए हैं। केवल लोकल कैंडिडेट्स अप्लाई कर सकते हैं। रिमोट या हाइब्रिड ऑप्शन नहीं है। मुंबई में स्टारलिंक ने सर्विस का डेमो दिया स्टारलिंक भारत में ग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर सेटअप कर रही है। कंपनी ने सिक्योरिटी ट्रायल्स शुरू किए हैं ताकि सरकारी नियमों का पालन हो सके। मुंबई में लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों को सर्विस का डेमो दिया गया है। यह सब स्पेक्ट्रम अलॉकेशन से पहले जरूरी है। डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम्युनिकेशंस (DoT) और TRAI अभी स्पेक्ट्रम फ्रेमवर्क पर काम कर रहे हैं। स्टारलिंक ने मुंबई, चेन्नई और नोएडा में तीन गेटवे स्टेशन्स लगाने की मंजूरी मांगी है। कंपनी लॉन्च के बाद गेटवे नेटवर्क को 9-10 जगहों तक बढ़ाएगी। चंडीगढ़, कोलकाता और लखनऊ जैसे शहरों में नए साइट्स प्लान कर रही है। इससे हर कोने में कनेक्टिविटी मिलेगी। मुंबई में भी ऑफिस लिया, मंथली रेंट ₹3.52 लाख इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशंस ने चांदिवली के कॉमर्शियल बिल्डिंग बूमरैंग के ग्राउंड फ्लोर पर 1,294 वर्ग फीट स्पेस किराए पर लिया है। लीज 14 अक्टूबर से शुरू होकर 5 साल की है। मंथली रेंट ₹3.52 लाख से ज्यादा है और हर साल 5% की बढ़ोतरी होगी। कंपनी ने ₹31.7 लाख का सिक्योरिटी डिपॉजिट जमा किया है। यानी, बिजनेस सेटअप हो चुका है, अब बस फाइनल अप्रूवल की जरूरत है। स्टारलिंक के आने से प्राइसेस कम हो सकते हैं भारत का सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट अभी नया-नया है। जियो, एयरटेल जैसी कंपनियां भी इसमें कूद रही हैं, लेकिन स्टारलिंक की टेक्नोलॉजी ग्लोबल लेवल की है। स्टारलिंक के भारतीय बाजार में आने से कॉम्पिटिशन बढ़ेगा, प्राइसेस कम हो सकते हैं और कनेक्टिविटी बेहतर होगी। स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। आम लोगों को क्या फायदा होगा? स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा। इससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं।
टेक कंपनी मोटोरोला ने ग्लोबल मार्केट में अपना सबसे पतला स्मार्टफोन मोटोरोला एज 70 लॉन्च कर दिया है। ये कंपनी का अब तक का सबसे पतला स्मार्टफोन है। इसकी मोटाई सिर्फ 5.9mm है, जो पहले वाले मॉडल मोटोरोला एज 60 (7.9mm) से 2.0mm कम है। पतला होने के बावजूद मोटोरोला एज 70 स्मार्टफोन MIL-STD 810H मिलिट्री सर्टिफिकेशन के साथ आता है, यानी ये काफी मजबूत फोन है। ये IP68 + IP69 रेटिंग के साथ पेश किया गया है, जो इसे डस्ट और वॉटरप्रूफ बनाती है। इसके अलावा फोन ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन (OIS) के साथ 50 मेगापिक्सल रियर कैमरा, 12GB रैम और स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर से लैस है। मोटोरोला ने मोबाइल को हाल ही में चीन में मोटो X70 एयर नाम से लॉन्च किया था।

