पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस 19 फिनाले के बेहद करीब है। घर में मौजूद 8 कंटेस्टेंट्स के बीच टिकट टू फिनाले रेस शुरू हो चुकी है, जिसके लिए सभी को टास्क दिए जा रहे हैं। शो में हुए एक टास्क का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें अशनूर कौर जानबूझ कर तान्या को लकड़ी के पल्ले से मारती नजर आ रही हैं। वीडियो सामने आने के बाद फैंस अशनूर के एविक्शन की मांग कर रहे हैं। कलर्स चैनल द्वारा हाल ही में अपकमिंग शो का प्रोमो जारी किया गया है, जिसमें घर के सभी कंटेस्टेंट्स टिकट-टू-फिनाले टास्क करते नजर आए हैं। टास्क के अनुसार, कुछ कंटेस्टेंट्स को लकड़ी के पल्ले में बंधे प्लास्टिक बाउल में पानी भरकर रास्ता पार करना था। अशनूर कंधों पर पल्ले में पानी रखकर ले जा रही थीं, तभी तान्या ने पीछे की तरफ से उनका पानी गिरा दिया। पानी गिरते ही, अशनूर ने लकड़ी का पल्ला कंधे से हटाकर तान्या की तरफ फेंका, जिससे तान्या को चोट लग गई। वो काफी शॉक में नजर आईं। दूसरे घरवाले भी अशनूर के बिहेवियर पर नाराज दिखे। तान्या को चोट लगने के बाद अशनूर ने कहा कि उन्होंने जानबूझ कर नहीं मारा, हालांकि उनके एक्सप्रेशन देख शो के फैंस भड़क गए हैं। जिसके बाद फैंस लगातार उन्हें शो से एविक्ट किए जाने की मांग कर रहे हैं। एक फैन ने भड़कते हुए लिखा है, अशनूर को तुरंत शो से बाहर करो। हे भगवान। तान्या को मारने के बाद उसके एक्सप्रेशन देखो। वो सॉरी भी नहीं है। शर्म आनी चाहिए अशनूर और उन लोगों को भी, जो इसे सपोर्ट करते हैं। वहीं दूसरे यूजर ने लिखा है, हॉटस्टार रियलिटी, सलमान खान ये क्या है। अशनूर तान्या को कैसे मार सकती है। अशनूर के साथ एंगर इशू हैं। वो टीवी एक्टर्स कहां हैं, जो इस गुंडी को सपोर्ट करते हैं। ये अशनूर की असलियत है। बिग बॉस अशनूर के खिलाफ कड़े कदम उठाओ। एक यूजर ने लिखा है, प्रोमो की दो क्लिप। साफ है कि अशनूर कौर ने जानबूझ कर तान्या को असॉल्ट किया है और इसके बावजूद, लोग उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं। 7 दिसंबर को होगा शो का फिनाले बिग बॉस 19 का फिनाले 7 दिसंबर को होने वाला है। फिनाले में जाने के लिए गौरव खन्ना ने टिकट-टू-फिनाले रेस जीत ली है।
पाकिस्तानी के मौलवी मुफ्ती अब्दुल कावी ने हाल ही में एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय और अभिषेक बच्चन पर अभद्र टिप्पणी की है। एक पॉडकास्ट में उन्होंने कहा कि अगर ऐश्वर्या-अभिषेक अलग होते हैं, तो एक्ट्रेस खुद उन्हें निकाह का पैगाम भेजेंगी। उन्होंने एक पॉडकास्ट में कहा है, 'सुना है कि मियां-बीवी के बीच इस वक्त अलहदगी (अलगाव) की सूरत बन रही है। अगर उनकी अलहदगी हो जाती है, अल्लाह करे न हो, मैं तो घर आबाद करने वाला हूं, अगर हो जाती है, तो इंशाअल्लाह उनकी तरफ से भी मुफ्ती साहब के लिए पैगाम-ए-निकाह आ जाएगा।' पॉडकास्ट में जब उनसे पूछा गया, 'आप राजी होंगे उनके लिए'। तो जवाब में मुफ्ती ने कहा, 'बिल्कुल, मैं क्यों न राजी होऊं।' जब आगे उनसे पूछा गया कि आप गैर मुस्लिम से कैसे निकाह कर सकते हैं, तो जवाब में उन्होंने कहा, 'ये जो हमारी राखी सावंत हैं, अब इसका नाम फातिमा है, मैं उसको कहता रहता हूं कि जब मेरा वुजू होगा, तो मैं तुम्हारा नाम फातिमा पुकारूंगा।' जब उनसे सवाल किया गया कि आप ऐश्वर्या का धर्म बदलवाएंगे, तो उन्होंने कहा, 'बिल्कुल, ऐश्वर्या राय का नाम आयशा राय लिखेंगे, मजा आ जाएगा।' बता दें कि ये पॉडकास्ट करीब 13 दिन पहले पाकिस्तान के अनफोल्ड पाकिस्तान नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ था। इस पॉडकास्ट में मुफ्ती अब्दुल कवि ने ये भी दावा किया कि राखी सावंत ने उन्हें शादी का प्रपोजल दिया था। अक्सर विवादों में रहते हैं मुफ्ती अब्दुल कावी मुफ्ती अब्दुल कावी अक्सर विवादों में रहते हैं। कुछ सालों पहले पाकिस्तान की पॉपुलर इन्फ्लूएंसर कंदील बलोच ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि मुफ्ती ने उन्हें मुलाकात करने एक होटल में बुलाया था। जब मुफ्ती ने इसका विरोध किया तो कंदील बलोच ने होटल के कई वीडियोज लीक कर दिए, जिसमें वो कभी सिगरेट मंगवाने तो कभी उन्हें करीब बैठाने की बात करते नजर आए थे। इसके अलावा भी अब्दुल कवि के महिलाओं के साथ कई आपत्तिजनत वीडियोज सामने आते रहते हैं।
आशीष चंचलानी की एकाकी का पहला एपिसोड हुआ रिलीज, दर्शकों को मिलेगा मिस्ट्री-हॉरर-कॉमेडी का डोज
भारत के सबसे बड़े डिजिटल स्टार्स में से एक, आशीष चंचलानी हमेशा से ही यूट्यूब की दुनिया में अपने शानदार कंटेंट से छाए रहे हैं। उनकी वीडियोज़ ने हमेशा नए रिकॉर्ड बनाए हैं और उन्होंने हर बार एक नया लेवल सेट किया है। अब आशीष एक नए सफर पर निकल पड़े हैं ...
वेटरन एक्टर धर्मेंद्र का 24 नवंबर को निधन हो गया था। आज मुंबई के बांद्रा स्थित ताज लैंड्स एंड होटल में उनकी याद में प्रेयर मीट आयोजित की गई। इस प्रार्थना सभा का नाम ‘सेलिब्रेशन ऑफ लाइफ’ रखा गया है। शाम 5 बजे से 7:30 तक चलने वाली इस प्रेयर मीट में बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम धर्मेंद्र के गानों पर परफॉर्मेंस देंगे। प्रेयर मीट में एक्टर का परिवार, दोस्त और बॉलीवुड के कई सेलेब्स मौजूद हैं। कार्यक्रम के मद्देनजर होटल ताज लैंड्स एंड में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रेयर मीट में सेलेब्स का आना शुरू निधन के बाद से ही देओल परिवार को सांत्वना देने के लिए कई सेलेब्स उनके घर पहुंचे थे। रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, अजय देवगन समेत कई सितारे देओल परिवार से मिलने पहुंचे थे। धर्मेंद्र के निधन पर सेलेब्स ने जताया दुख अमिताभ बच्चन ने शोले को-स्टार को याद कर भावुक होते हुए ऑफिशियल X अकाउंट (पहले ट्विटर) पर लिखा- एक और बहादुर महान शख्सियत हमें छोड़कर चली गई। उन्होंने यह मंच छोड़ दिया, पीछे एक ऐसी खामोशी छोड़कर गए हैं, जिसकी आवाज असहनीय है। धरम जी, वे महानता के प्रतीक थे, केवल अपने प्रसिद्ध व्यक्तित्व के कारण नहीं, बल्कि अपने विशाल हृदय और उसकी सादगी के लिए भी। वे पंजाब के जिस गांव से आए थे, उसकी मिट्टी की खुशबू अपने साथ लाए और अपने पूरे शानदार करियर के दौरान उस सादगी और स्वभाव को बरकरार रखा। उन्होंने आगे लिखा, फिल्म जगत में कई दशकों में बहुत कुछ बदला, लेकिन वे नहीं बदले। उनकी मुस्कान, उनका आकर्षण और उनकी आत्मीयता जो भी उनके पास आया, वह उससे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सका। यह इस पेशे में बहुत दुर्लभ है। हमारे आसपास की हवा अब सूनी-सी लगती है। एक ऐसा खालीपन पैदा हो गया है, जो हमेशा खाली ही रहेगा। प्रार्थनाएं। रजनीकांत ने एक्स पर धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- अलविदा मेरे दोस्त। मैं हमेशा तुम्हारे सुनहरे दिल और हमारे साथ बिताए पलों को याद रखूंगा। धरम जी, आपकी आत्मा को शांति मिले। परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं। शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा, हमारे परिवार के प्रिय मित्र, बड़े भाई और लोगों के हीरो धर्मेंद्र जी के निधन से दिल टूट गया है। वे सादगी, विनम्रता और दया के प्रतीक थे। फिल्म इंडस्ट्री के एक युग का अंत हो गया है। यह अपूरणीय क्षति है। परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों को इस दुख की घड़ी में शक्ति मिले। कमल हासन ने भी दुख जताते हुए लिखा, मेरे प्रिय मित्र और महान अभिनेता धर्मेंद्र जी के निधन से गहरा दुख हुआ है। उनकी सादगी, विनम्रता और आत्मा की मजबूती वास्तविक थी। भारतीय सिनेमा ने आज अपने सबसे दयालु कलाकारों में से एक को खो दिया है। परिवार और चाहने वालों के प्रति संवेदनाएं। ममूटी ने एक्स पर धर्मेंद्र के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा, एक सच्चे आइकॉन ने हमें छोड़ दिया है। धर्म जी की विरासत आने वाली हर पीढ़ी को प्रेरित करती रहेगी। दिल से संवेदनाएं और प्रार्थनाएं। शाहरुख खान ने इंस्टाग्राम पर लिखा – धरम जी, आपकी आत्मा को शांति मिले। आप मेरे लिए पिता समान थे… आपने जो स्नेह और आशीर्वाद दिया, उसके लिए हमेशा आभारी रहूंगा। यह केवल उनके परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री और दुनियाभर के सिनेप्रेमियों के लिए अपूरणीय क्षति है। आप अमर हैं, आपकी आत्मा आपकी फिल्मों और आपके परिवार के जरिए हमेशा जीवित रहेगी। 24 नवंबर को हुआ था धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर करीब 1 बजे धर्मेंद्र के निधन की खबर आई, जिसके बाद उनके बंगले और विले पार्ले श्मशान घाट में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई। फिल्म इंडस्ट्री से कई सेलेब्स धर्मेंद्र के अंतिम दर्शन करने पहुंचे थे। 12 नवंबर को धर्मेंद्र को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था धर्मेंद्र कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। 10 नवंबर को उन्हें सांस लेने में दिक्कत आई थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस दौरान उन्हें वैंटिलेटर में रखा गया था। मीडिया में उनके निधन की खबर भी आई, जिसे परिवार ने नकार दिया। 12 नवंबर को धर्मेंद्र को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था और डॉक्टरों ने घर पर ही उनके आगे के इलाज की बात कही थी। एक नजर धर्मेंद्र के फिल्मी सफर पर- धर्मेंद्र की कहानी शुरू होती है 1935 से... ब्रिटिश इंडिया में पंजाब के गांव सहनेवाल के हेडमास्टर केवल किशन देओल के घर 8 दिसंबर 1935 को धर्मेंद्र का जन्म हुआ। जिन्हें नाम दिया गया था धरम केवल किशन। पंजाबी जट परिवार में धर्मेंद्र का बचपन सहनेवाल में ही बीता। जिस गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में उनके पिता हैडमास्टर थे, वहीं से धर्मेंद्र ने पढ़ाई की। धर्मेंद्र जब दसवीं में थे तब उन्होंने दिलीप कुमार की फिल्म ‘शहीद’ देखी। उन्हें फिल्म इस कदर पसंद आई कि उन्होंने खुद भी हीरो बनने का फैसला कर लिया। धर्मेंद्र करीब 19 साल के ही थे, जब 1954 में उनके पिता ने उनकी शादी प्रकाश कौर से करवा दी। इसी समय एक दिन अखबार में फिल्मफेयर मैगजीन एक टेलेंट हंट कॉम्पिटिशन का इश्तिहार पढ़ा। इसमें जीतने वाले को फिल्मों में काम मिलने वाला था। नई-नई शादी हुई थी, तो उनके लिए पत्नी को छोड़कर मुंबई जाना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने घरवालों को मना ही लिया। धर्मेंद्र चंद रुपए लेकर बॉम्बे (अब मुंबई) पहुंचे और देशभर से आए युवाओं को मात देकर कॉम्पिटिशन जीत गए। शर्त के अनुसार विजेता धर्मेंद्र को फिल्म दी जाने वाली थी, लेकिन उनके साथ कोई फिल्म नहीं बनाई गई। हीरो बनने के लिए धर्मेंद्र बॉम्बे में ही रुके और गुजारे के लिए नौकरी ढूंढ ली। उन्होंने एक ड्रिलिंग फर्म में नौकरी की जहां उनकी तनख्वाह थी 200 रुपए। नौकरी के साथ-साथ वो कई प्रोड्यूसर्स के दफ्तरों के चक्कर काटा करते थे। मामूली तनख्वाह से कभी भरपेट खाना मिल जाता था, तो कभी खाली पेट ही सो जाया करते थे। ऐसे ही एक रोज धर्मेंद्र काम से लौटे तो भूख से बेहोशी आने लगी। न घर में खाना था, न पैसे। भूख से तड़पते हुए धर्मेंद्र की नजर टेबल पर पड़े इसबगोल के पैकेट पर पड़ गई। उन्हें कुछ नहीं सूझा और उन्होंने पूरा पैकेट एक ग्लास पानी में घोलकर गटक लिया। चंद मिनटों के लिए भूख तो शांत हुई, लेकिन उसके बाद इसबगोल ने अपना काम शुरू कर दिया। आम तौर पर इसबगोल को कब्ज मिटाने या पाचन के लिए इस्तेमाल किया जाता था। धर्मेंद्र के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया और उन्हें दस्त लग गए। कुछ घंटों के इंतजार के बाद उनके साथ रहने वाले रूम पार्टनर ने गंभीरता से समझते हुए उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जब डॉक्टर को पूरा हाल बताया तो डॉक्टर ने हंसते हुए कहा, इन्हें दवा की नहीं खाने की जरूरत है। इसी तंगी के दौर में मशक्कत करते हुए उन्हें डायरेक्टर अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे मिल गई। इस फिल्म के लिए उन्हें मात्र 51 रुपए मिले थे। वो अर्जुन हिंगोरानी के गैरेज में रहते थे। कुछ समय बाद फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई। शूटिंग चल ही रही थी कि धर्मेंद्र को पीलिया हो गया। वजन घट गया और जब रिकवरी के बाद दोबारा शूटिंग शुरू हुई तो उनका चेहरा मुरझा चुका था। एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने बताया कि जब वो फिल्म के प्रीमियर में पहुंचे तो खुद की शक्ल नहीं पहचान पा रहे थे। अपने लुक से निराश होकर वो फिल्म आधी भी नहीं देख सके और थिएटर छोड़कर निकल गए। उन्हें लगा कि उन्हें कोई पसंद नहीं करेगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा। 1960 में रिलीज हुई फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरा जबरदस्त हिट रही और पहली ही फिल्म से धर्मेंद्र को देशभर में पहचान मिल गई। पॉपुलैरिटी मिलते ही धर्मेंद्र को सूरत और सीरत (1962), अनपढ़ (1962), बंदिनी (1963), आई मिलन की बेला (1964), बहारें फिर आएंगी (1966), दिल ने फिर याद किया (1966), दुल्हन एक रात की (1967) जैसी कई हिट फिल्में मिलने लगीं। इन फिल्मों की बदौलत उन्हें 60 के दशक में रोमांटिक हीरो का दर्जा मिला। फिल्म इंडस्ट्री में तो धर्मेंद्र नाम का हीरो पहचान बना चुका था, लेकिन उन्हें स्टार का दर्जा मिलना अभी बाकी था। ये काम किया मीना कुमारी ने। साल 1964 की फिल्म ‘मैं भी लड़की हूं’ में साथ नजर आए। पहली फिल्म से ही मीना कुमारी धर्मेंद्र को पसंद करने लगीं। उस समय मीना और उनके पति कमाल अमरोही के रिश्ते में दरार आ चुकी थी। मीना कुमारी अपने प्रोड्यूसर्स के सामने शर्त रख दिया करती थीं कि वो तब ही फिल्म की हीरोइन बनेंगी, जब धर्मेंद्र फिल्म के हीरो रहेंगे। मीना कुमारी जैसी बड़ी एक्ट्रेस को कास्ट करने के लिए फिल्ममेकर्स उनकी हर शर्त मान लेते थे। धर्मेंद्र और मीना कुमारी फिल्म पूर्णिमा, काजल, मंझली दीदी, बहारों की मंजिल और फूल और पत्थर में साथ दिखे और धर्मेंद्र को स्टार का दर्जा मिल गया। 300 फिल्मों में 93 हिट और 49 सुपरहिट, लेकिन अवॉर्ड 0 66 सालों के एक्टिंग करियर में धर्मेंद्र ने कॉमेडी, एक्शन और रोमांटिक 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है। इनमें 93 हिट और 49 सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। हैरानी की बात ये है कि उन्हें कभी एक्टिंग के लिए अवॉर्ड नहीं मिला। धर्मेंद्र से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें धर्मेंद्र फैमिली ट्री:बॉलीवुड ही नहीं राजनीति में भी देओल परिवार का दबदबा, बेटे सनी-बॉबी से अमीर भतीजे अभय देओल; बेटी ईशा ने तोड़ी परंपरा भारतीय सिनेमा के सबसे चर्चित अभिनेताओं में एक धर्मेंद्र को मोस्ट हैंडसम का तमगा मिला। मिडिल क्लास पंजाबी जाट परिवार से आने वाले धर्मेंद्र ने खेत-खलिहान से निकल कर बॉक्स ऑफिस की सफलता देखी। पूरी खबर यहां पढ़ें... शोले' की शूटिंग में 50km पैदल चलकर पहुंचे थे धर्मेंद्र:डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने शेयर किए धर्मेंद्र के किस्से हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (89) का सोमवार सुबह जुहू स्थित उनके घर में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था। पूरी खबर यहां पढ़ें...
बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज एंटरटेनमेंट ने बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखा। यह मामला भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के अधिकारी समीर वानखेड़े द्वारा दर्ज कराई गई मानहानि याचिका से जुड़ा है। यह केस आर्यन खान डायरेक्शन में बनी वेब सीरीज द बैड्स ऑफ बॉलीवुड को लेकर दायर किया गया था। वानखेड़े ने आरोप लगाया था कि इस सीरीज में उनके खिलाफ झूठी और गलत बातें दिखाई गई हैं। बुधवार को रेड चिलीज की ओर से पेश हुए सीनियर एडवोकेट नीरज किशन कौल ने कोर्ट में कहा कि शो में कॉर्डेलिया क्रूज केस का कोई सीधा जिक्र नहीं है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कौल ने कहा, “क्या व्यंग्य और कल्पना साथ नहीं रह सकते? ऐसा कोई कानून नहीं है कि दोनों एक साथ नहीं हो सकते। हो सकता है कि मैं किसी सच्ची घटना या व्यक्ति से प्रेरित हुआ हूं, लेकिन जब डिस्क्लेमर दिया गया है तो इसमें दिक्कत क्या है? यह एक बॉलीवुड पार्टी की सफलता की कहानी है, इसमें किसी तरह की दुर्भावना नहीं है।” कौल ने आगे कहा, “हम ऐसे लोगों को ध्यान में नहीं रख रहे जो सेंसिटिव हैं। किसी को ठेस पहुंचना दुर्भावना का आधार नहीं हो सकता। क्या आप किसी एक वाक्य या सीन को पकड़ सकते हैं? यह सीरीज करीब 20 अलग-अलग मुद्दों पर है। हमने कहीं भी कॉर्डेलिया क्रूज केस पर डॉक्यूमेंट्री नहीं बनाई। हां, मैं उत्साही अफसरों से प्रेरित हूं, लेकिन यह कहना गलत होगा कि यह वही केस है।” उन्होंने यह भी कहा, “आप यह नहीं कह सकते कि अगर कोई बॉलीवुड की कमियों को दिखा रहा है, तो वह उत्साही अफसरों को नहीं दिखा सकता। मैं इस बात के लिए जिम्मेदार नहीं हूं कि दूसरे क्या कहते हैं। मुझे हक है कि मैं फिल्म इंडस्ट्री की समस्याओं को दिखाऊं। अगर मैं किसी पब्लिक ऑफिसर को दिखा भी दूं, तो उसे इतना सेंसिटिव नहीं होना चाहिए।” क्या है पूरा मामला? समीर वानखेड़े ने शो द बैड्स ऑफ बॉलीवुड को लेकर 2 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगा है। उनका कहना है कि शो में दिखाए गए पुलिस अफसर का किरदार उनकी इमेज को नुकसान पहुंचाता है। खासकर इसलिए क्योंकि उनका और आर्यन खान का मामला अभी बॉम्बे हाईकोर्ट और NDPS स्पेशल कोर्ट में चल रहा है। वानखेड़े ने यह केस शाहरुख खान की कंपनी रेड चिलीज और नेटफ्लिक्स के खिलाफ किया है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मुआवजा मिलता है तो वह पूरी रकम टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में दान करेंगे। गौरतलब है कि समीर वानखेड़े 2021 में उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स केस में आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। यह मामला पूरे देश में चर्चा में रहा था। आर्यन को तीन हफ्ते जेल में रहना पड़ा था। बाद में उन्हें इस केस में क्लीन चिट मिल गई थी।
कॉमेडियन और एक्टर कपिल शर्मा जल्द एक बार फिर बड़े पर्दे पर दिखने वाले हैं। उनकी फिल्म किस किसको प्यार करूं 2 का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। इस बार कहानी पहले से भी ज्यादा मजेदार दिखाई दे रही है, जहां कपिल चार शादियों में उलझे नजर आ रहे हैं। फिल्म के ट्रेलर में शादी, कॉमेडी और कन्फ्यूजन देखने को मिल रहा है। इसमें कपिल की कॉमिक टाइमिंग और पंचेज को देखकर फैंस ने उनकी तारीफ की है। एक यूजर ने लिखा कि यह ट्रेलर उन्हें पुराने बॉलीवुड कॉमेडी क्लासिक्स की याद दिला गया। वहीं, दूसरे ने कहा, “फिल्म का ट्रेलर कई कॉमेडी फिल्मों से ज्यादा मजेदार लग रहा है।” वहीं एक और यूजर ने कहा, “बहुत हिलेरियस ट्रेलर है, कपिल शर्मा टॉप फॉर्म में हैं।” फिल्म में कपिल शर्मा के साथ मनजोत सिंह, आयशा खान, हीरा वरीना, त्रिधा चौधरी और पारुल गुलाटी भी अहम किरदार निभा रहे हैं। वहीं फिल्म का निर्देशन अनुकल्प गोस्वामी ने किया है और इसे रतन जैन, गणेश जैन और अब्बास-मस्तान ने वीनस वर्ल्डवाइड एंटरटेनमेंट और अब्बास-मस्तान फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले प्रोड्यूस किया है। बता दें कि किस किसको प्यार करूं 2 कपिल की पहली फिल्म किस किसको प्यार करूं का सीक्वल है। यह एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म थी, जिसका डायरेक्शन अब्बास-मस्तान ने किया था और यह 25 सितंबर 2015 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में उनके साथ एली अवराम, मंजरी फडनीस, सिमरन कौर मुंडी और साई लोकुर ने एक्टिंग की थी। इसके बाद कपिल ने फिरंगी (2017) और नंदिता दास की ज्विगाटो (2023) जैसी फिल्मों में काम किया। ज्विगाटो के बाद अब वो किस किसको प्यार करूं 2 में दिखेंगे।
वेटरन एक्टर धर्मेंद्र का लंबे समय तक अस्वस्थ रहने के बाद 24 नवंबर को निधन हो गया। एक्टर के साथ कई फिल्में बना चुके डायरेक्टर अनिल शर्मा ने धर्मेंद्र से आखिरी मुलाकात की यादें शेयर की है। उन्होंने एक पॉडकास्ट में बताया कि धर्मेंद्र ठीक थे और उनकी बॉडी रिएक्ट भी कर रही थी। अनिल शर्मा ने विक्की लालवानी से बात करते हुए बताया- ‘मैं उनके घर गया था। वह ठीक हो गए थे। वह अपनी आंखें खोल रहे थे और हाथ भी हिला रहे थे। वह ठीक हो रहे थे और डॉक्टर कह रहे थे कि धरमजी बहुत मजबूत आदमी हैं। डॉक्टरों ने हमें आश्वासन दिया था कि वह ठीक हो जाएंगे और अस्पताल में भी ऐसा लग रहा था कि वह ठीक हो जाएंगे। लेकिन उम्र अपने रंग दिखाती है, और आप उससे लड़ नहीं सकते। सभी को उम्मीद थी, और हम सबने सोचा था कि हम 8 दिसंबर को उनका जन्मदिन मनाएंगे। हर कोई धूमधाम से इसकी तैयारी कर रहे था।' बता दें कि 8 दिसंबर को धर्मेंद्र 90 साल के हो जाते। विक्की इंटरव्यू में अनिल से ये भी पूछते हैं कि उन्होंने धर्मेंद्र के निधन के बारे में कैसे पता चला? इस पर अनिल बताते हैं- ‘साढ़े नौ बजे के आसपास ये शायद हुआ था। दस, साढ़े दस बजे मेरी सनी सर से बात हुई थी। हर पुत्र रोएगा ही कि पापा चले गए। हमारे लिए ये बहुत दुख भरी खबर थी। साढ़े दस बजे तक मुझे उनके निधन की खबर पता चल गई थी।’ अनिल ने धर्मेंद्र और उनके दोनों बेटे सनी देओल और बॉबी देओल के साथ कई फिल्में बनाई हैं। धर्मेंद्र के अनिल ने साल 1987 में फिल्म हुकूमत (1987) में डायरेक्टर किया। बाद में दोनों ने एलान-ए-जंग, फ़रिश्ते और तहलका में साथ काम किया। साल 2007 में अनिल शर्मा फिल्म ‘अपने’ के जरिए तीनों देओल को बड़े पर्दे पर साथ लेकर आए थे। आज भी फिल्म और उसके गानों को खूब पसंद किया जाता है।
आरजे महवश ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने चीटिंग और अफेयर को लेकर मजाक किया। यह वीडियो उस वक्त सामने आया है, जब म्यूजिक कंपोजर पलाश मुछाल और क्रिकेटर स्मृति मंधाना की शादी टलने के बाद उनके रिश्ते को लेकर कई अफवाहें फैल रही हैं। कुछ यूजर्स को यह मजेदार लगा, जबकि कुछ लोगों ने महवश को इस वीडियो को लेकर इनसेंसिटिव बताया। आरजे महवश ने वीडियो में क्या कहा? दरअसल, बुधवार को आरजे महवश ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, मर्द भी बड़ी प्यारी चीज होते हैं... जब पूछो, सिंगल ही होते हैं। इसके बाद उन्होंने कहा, देखो भाई, मुझे सच या झूठ नहीं पता, पर जब मेरी शादी होगी ना, तो मैं अपना दूल्हा इंटरनेट पर एक हफ्ते पहले लॉन्च करूंगी और अगर मेरा वाला किसी और के डीएम में सुहागरात मना रहा हो तो गर्ल्स, आकर मुझे बता देना। ये मत सोचना कि शादी हो रही है, अब कैसे बताएं। महवश ने यह भी कहा, मैं दुनिया में किसी पर भरोसा नहीं करती। कोई भी कुछ भी कर सकता है। अगर किसी के पास उसके डीएम हों, तो उन्हें पब्लिक कर देना, या मुझे दे देना, मैं खुद कर दूंगी। अगर स्नैपचैट पर हो तो दूसरे फोन से रिकॉर्ड कर लेना। शादी से पहले... सुहागरात से पहले भी बता दोगे तो चलेगा। बस बचा लेना दोस्तों… प्लीज गर्ल्स, तुम्हारे हवाले वतन साथियों। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं लोगों ने महवश के इस वीडियो को पलाश के साथ जोड़ दिया। वहीं, महवश के इस वीडियो पर कई यूजर्स ने नाराजगी जताई। एक यूजर ने लिखा,“आजकल लोग इतने असंवेदनशील कैसे हो गए हैं? किसी की पर्सनल जिंदगी पर मजाक उड़ाना बेहद घटिया है, खासकर जब वो देश के लिए खेल चुकी हो।” एक अन्य ने लिखा,“हर बात पर कंटेंट बनाना और लाइक्स के लिए ऐसा मजाक करना बिल्कुल शर्मनाक है।” एक यूजर ने कहा,“इन्फ्लुएंसर अब हर सीमा लांघ रहे हैं, अब ये मनोरंजन नहीं रह गया।” क्या है पूरा मामला पलाश मुच्छल और स्मृति मंधाना की शादी 23 नवंबर को होनी थी, लेकिन स्मृति के पिता की तबीयत खराब होने की वजह से इसे टाल दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर दोनों के रिश्ते को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल गईं। कुछ पोस्ट में दावा किया गया कि पलाश ने स्मृति के साथ धोखा किया है, हालांकि दोनों में से किसी ने भी इस पर कोई बयान नहीं दिया। पलाश एक जाने-माने म्यूजिक कंपोजर हैं, जबकि स्मृति भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार खिलाड़ी हैं।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 24 नवंबर को निधन हो गया है। एक्टर 10 अक्टूबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट हुए थे, जिसके बाद उन्हें वैंटिलेटर पर रखा गया था। अब उनके साथ कई फिल्में कर चुकीं एक्ट्रेस मुमताज ने बताया है कि वो धर्मेंद्र से मिलने हॉस्पिटल गई थीं, लेकिन उन्हें वहां मुलाकात करने की इजाजत नहीं मिली। हाल ही में ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में मुमताज ने कहा है, मैं उनसे (धर्मेंद्र से) मिलने हॉस्पिटल गई थी, लेकिन स्टाफ ने मुझे कहा कि वो वैंटिलेटर पर हैं और किसी को भी उनसे मिलने की इजाजत नहीं है। मैं वहां 30 मिनट तक बैठी रही इस उम्मीद में कि मैं उनसे मुलाकात करूंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर मैं बिना मिले ही वहां से लौट आई। बातचीत में सीनियर एक्ट्रेस ने कहा, 'हमने कुछ फिल्मों में साथ काम किया है और वो बेहतरीन को-स्टार थे। एक बहुत अच्छे इंसान, जिनका दिल सोने का था। वो बहुत मिलनसार थे, गर्मजोशी से भरे और फ्रैंडली। हर किसी से जुड़ जाते थे। यहां तक कि आखिर तक उनका लोगों से बेहद लगाव रहा है। वो सब उनसे प्यार करते हैं और हमेशा करेंगे। वो एक लीजेंड थे, जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा।' मुमताज ने आगे कहा, 'मुझे उनके परिवार के लिए और हेमा जी के लिए बुरा लग रहा है। वो उन्हें पूजती थीं। उन्हें इस क्षति का गहरा सदमा लगा होगा। वो उनसे बहुत प्यार करती थीं।' बता दें कि मुमताज ने धर्मेंद्र के साथ साल 1969 की फिल्मों दो रास्ते, जाल, 1973 की फिल्म लोफर समेत दोस्त, नया जमाना, आदमी और इंसान राजा जानी जैसी कई फिल्में की हैं। 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में हुआ धर्मेंद्र का निधन दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र लंबे समय से उम्र संबंधित परेशानियों से जूझ रहे थे। सबसे पहले 31 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जिसके बाद 10 नवंबर को उन्हें दोबारा भर्ती करवाया गया। 2 दिनों तक उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में वैंटिलेटर पर रखा गया था, जिसके बाद वो 12 नवंबर को डिस्चार्ज हुए थे। धर्मेंद्र के परिवार ने कहा था कि वो रिकवर कर रहे हैं और डॉक्टर्स की निगरानी में हैं। इसके बाद 24 नवंबर की दोपहर अचानक उनके निधन की खबर सामने आई। धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार जल्दबाजी में किया गया था, जिससे फैंस उनके अंतिम दर्शन नहीं कर पाए।
धर्मेंद्र के निधन के 2 दिन बाद हेमा मालिनी ने उनके लिए कई भावुक पोस्ट शेयर की हैं। उन्होंने कहा है कि धर्मेंद्र उनके लिए सब कुछ थे और उनके जाने से जो खालीपन पैदा हुआ, वो जिंदगी भर रहेगा। हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र के साथ तस्वीर शेयर कर भावुक होकर लिखा- धर्म जी। वो मेरे लिए बहुत कुछ थे, एक प्यार करने वाले पति, हमारी दो बेटियों ईशा और अहाना के स्नेही पिता, एक मित्र, दार्शनिक, मार्गदर्शक, कवि-जरूरत के हर समय मेरे ‘गो-टू’ इंसान। सच कहूं तो, वे मेरे लिए सब कुछ थे। अच्छे और बुरे हर दौर में वे हमेशा मेरे साथ रहे। उन्होंने अपने सहज, दोस्ताना स्वभाव से मेरे परिवार के हर सदस्य का दिल जीत लिया था, हमेशा सभी को स्नेह और अपनापन देते हुए। आगे उन्होंने लिखा, 'एक सार्वजनिक हस्ती के रूप में, उनकी प्रतिभा, उनकी लोकप्रियता के बावजूद उनका विनम्र स्वभाव, और उनका सार्वभौमिक आकर्षण, इन सब ने उन्हें एक ऐसा अनोखा और अतुलनीय आइकन बना दिया, जिसकी मिसाल शायद ही किसी दिग्गज में मिलती है। फिल्म इंडस्ट्री में उनकी कीर्ति और उपलब्धियां हमेशा याद रखी जाएंगी। मेरी निजी हानि शब्दों से परे है, और जो खालीपन पैदा हुआ है, वह मेरी पूरी जिंदगी के साथ रहेगा। सालों की साथ-सफर के बाद अब मैं सिर्फ अनगिनत यादों के सहारे उन खास पलों को फिर-फिर जीऊंगी।' इसके अलावा हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र के साथ बिताए कुछ यादगार पलों की तस्वीरें शेयर कर लिखा है, सालों की साथ-संगत, हमेशा हमारे लिए मौजूद रहे। कुछ खास पल। देखिए हेमा मालिनी द्वारा शेयर की गईं धर्मेंद्र के साथ खास पलों की तस्वीरें- एक नजर हेमा-धर्मेंद्र की लव स्टोरी पर- 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में हुआ धर्मेंद्र का निधन दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र लंबे समय से उम्र संबंधित परेशानियों से जूझ रहे थे। सबसे पहले 31 अक्टूबर को उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जिसके बाद 10 नवंबर को उन्हें दोबारा भर्ती करवाया गया। 2 दिनों तक उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में वैंटिलेटर पर रखा गया था, जिसके बाद वो 12 नवंबर को डिस्चार्ज हुए थे। धर्मेंद्र के परिवार ने कहा था कि वो रिकवर कर रहे हैं और डॉक्टर्स की निगरानी में हैं। इसके बाद 24 नवंबर की दोपहर अचानक उनके निधन की खबर सामने आई। धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार जल्दबाजी में किया गया था, जिससे फैंस उनके अंतिम दर्शन नहीं कर पाए।
पॉपुलर इन्फ्लुएंसर ओरी बुधवार को मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल (ANC) के सामने पेश हुए। उनसे 252 करोड़ रुपए की मेफेड्रोन ड्रग तस्करी केस में पूछताछ की गई। ओरी दोपहर करीब 1:30 बजे घाटकोपर एएनसी यूनिट पहुंचे और उनसे करीब साढ़े सात घंटे तक पूछताछ चली। इंडिया टूडे ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि ओरी ने पूछताछ के दौरान जांच टीम का सहयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनका इस केस से कोई लेना-देना नहीं है और वे ड्रग्स का सेवन नहीं करते। ओरी ने यह भी कहा कि वे भारत और विदेश में कई पार्टियों में जाते हैं, लेकिन उन्हें याद नहीं रहता कि वहां कौन-कौन था या क्या हुआ। सूत्रों ने यह भी बताया कि ओरी ने कहा कि उन्हें सिर्फ सेलेब्रिटीज के साथ फोटो खिंचवाने के लिए बुलाया जाता है। उन्होंने आरोपियों को जानने से इनकार किया और कहा कि उनका ड्रग सप्लाई चेन से कोई लेना-देना नहीं है। ओरी से दोबारा पूछताछ हो सकती है वहीं, मामले को लेकर जांच अधिकारियों ने बताया कि ओरी से फिर पूछताछ हो सकती है। पूछताछ में ओरी ने कथित तौर पर बताया कि उन्हें इंस्टाग्राम प्रमोशन से 50 लाख से 1 करोड़ रुपए तक की कमाई होती है और वे जियो कंपनी के कम्युनिकेशन डिजाइन डिपार्टमेंट में काम करते हैं, जहां से उन्हें 3.5 लाख रुपए हर महीने सैलरी मिलती है। उन्होंने बताया कि उनके ड्राइवर, बॉडीगार्ड और गाड़ी के खर्चे भी जियो उठाती है। सूत्रों के अनुसार, ओरी से यह जांच की जा रही है कि कहीं उनका ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क से कोई कनेक्शन तो नहीं है। ओरी का नाम इस मामले में आरोपी मोहम्मद सलीम उर्फ ‘लैविश’ शेख से पूछताछ के दौरान सामने आया था, जिसे दुबई से लाया गया। उस पर भारत और विदेश में फिल्मी सितारों के लिए रेव पार्टियां आयोजित करने और मेफेड्रोन ड्रग की तस्करी का आरोप है। ड्रग्स केस में पूछताछ के कुछ घंटे बाद ओरी ने किया पोस्ट वहीं, मुंबई पुलिस द्वारा पूछताछ के कुछ घंटे बाद ही ओरी ने एक वीडियो शेयर किया। वीडियो में ओरी डांस करते हुए नजर आए और मिडिल फिंगर दिखाते हुए लिखा, “बस मुझे जीने दो।” हालांकि ओरी ने अपने वीडियो में ड्रग्स केस या पूछताछ का जिक्र नहीं किया, लेकिन सोशल मीडिया पर यूजर्स ने तुरंत इसे केस से जोड़ लिया। एक यूजर ने लिखा, “पूछताछ के बीच में ही पोस्ट कर दिया।” एक अन्य ने लिखा, “तुम हमेशा एक्स्ट्रा एक्स्ट्रा रहते हो और हमें यही पसंद है।” जब एक यूजर ने कमेंट किया, “तुम जेल से पोस्ट कैसे कर रहे हो?” जिस पर ओरी ने मजाकिया जवाब दिया, “इसे वाई-फाई कहते हैं।” सिद्धांत कपूर से मंगलवार को हुई थी पूछताछ वहीं 252 करोड़ रुपए के ड्रग्स मामले में इससे पहले मंगलवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर के भाई सिद्धांत कपूर एंटी नारकोटिक्स सेल के सामने पेश हुए थे। सिद्धार्थ को एंटी नारकोटिक्स सेल के घाटकोपर यूनिट में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। ANC ने सिद्धांत को पूछताछ के लिए एक बजे का समय दिया था और उनसे पांच घंटे तक पूछताछ की थी। बता दें कि सिद्धांत को पूछताछ के लिए ये समन 21 नवंबर को मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल की तरफ से भेजा गया था। दैनिक भास्कर के सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में पुलिस ने सिद्धांत से 5 घंटे की पूछताछ में 11 सवाल पूछे थे। 1. आप सलमान सलीम शेख नाम के शख्स को कब से और कैसे जानते हैं? 2. सलमान सलीम शेख से आपकी पहली मुलाकात कब और क्यों हुई? 3. पिछले पांच सालों में आपने कितनी विदेश यात्राएं की हैं और उनकी वजह क्या थी? 4. पिछले पांच सालों में आप दुबई कितनी बार गए? 5. दुबई की यात्राओं के दौरान आप कहां रुके और किन लोगों से मिले? 6. क्या दुबई में किसी ड्रग पार्टी का आयोजन हुआ था? 7. क्या दुबई की किसी पार्टी में आपकी मुलाकात मुंबई के किसी एक्टर, मॉडल, बिजनेसमैन या नेता से हुई? 8. क्या आपकी मुलाकात कभी ताहिर डोला (सलीम डोला के बेटे) से हुई है? 9. क्या आपने कभी ड्रग्स का सेवन किया है? 10. क्या आपने सलमान शेख से कभी ड्रग्स की खरीद-फरोख्त की है? 11. क्या आपके बैंक स्टेटमेंट में कभी सलीम या ताहिर से जुड़े किसी अकाउंट में या अकाउंट से धन का लेन-देन हुआ है? वहीं, इससे पहले भी सिद्धांत का नाम ड्रग्स केस में आ चुका है। साल 2022 में बेंगलुरु की एक रेव पार्टी में अवैध ड्रग्स लेने के आरोप में पुलिस ने उन्हें फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया था। पूरा मामला क्या है जानिए? इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एंटी नारकोटिक्स सेल ने अगस्त में दाऊद इब्राहिम के साथ काम करने वाले ड्रग तस्कर सलीम डोला के बेटे ताहिर डोला को दुबई से प्रत्यर्पित किया था। पूछताछ के दौरान मामले में मुख्य आरोपी ताहिर डोला ने बयान में कहा कि उसके द्वारा भारत और विदेशों में आयोजित होने वाली ड्रग्स पार्टियों में बॉलीवुड एक्टर्स, मॉडल्स, रैपर्स, फिल्ममेकर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदार भी शामिल होते थे। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ताहिर ने दावा किया है कि इन पार्टीज में ड्रग (मेफेड्रोन) सप्लाई की जाती है। इन पार्टी में शामिल होने वाले लोगों में श्रद्धा कपूर, भाई सिद्धार्थ कपूर, अलीशा पारकर (हसीना पारकर का बेटा), नोरा फतेही, ओरी उर्फ ओरहान अवात्रामणि, पॉपुलर फिल्ममेकर जोड़ी अब्बास-मस्तान, रैपर लोका और बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी भी शामिल हैं। नोरा फतेही ने दी थी आरोपों पर सफाई नोरा फतेही ने ड्रग केस में नाम आने के बाद सफाई देते हुए लिखा था, मैं पार्टियों में नहीं जाती, मैं हमेशा फ्लाइट्स पर रहती हूं, मैं वर्कहॉलिक हूं, मेरी कोई पर्सनल लाइफ नहीं है, मैं ऐसे लोगों के साथ जुड़ती भी नहीं हूं और अपनी छुट्टी के दिनों में मैं दुबई में बीच पर या अपने हाई स्कूल दोस्तों के साथ घर पर होती हूं। मैं अपना पूरा दिन और रात अपने सपनों और लक्ष्यों को पूरा करने में लगाती हूं। आगे उन्होंने लिखा है, जो भी पढ़ते हो, उस पर भरोसा मत करो। लगता है मेरा नाम इस्तेमाल करना बहुत आसान है। लेकिन इस बार मैं ऐसा होने नहीं दूंगी। ये पहले भी हुआ है, आप लोगों ने झूठ फैलाकर मुझे बर्बाद करने की कोशिश की थी, लेकिन वो कामयाब नहीं हुई। मैंने चुपचाप देखा जब हर कोई मेरी छवि खराब करने, मेरा नाम बदनाम करने और मुझे क्लिकबेट की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था। कृपया मेरा नाम और मेरी तस्वीर उन मामलों में इस्तेमाल करने से बचें जिनका मुझसे जरा भी संबंध नहीं है। इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
34 साल की हुईं उतरन फेम टीना दत्ता, देखिए एक्ट्रेस का बोल्ड अंदाज
टीवी एक्ट्रेस टीना दत्ता 27 नवंबर को अपना 34वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। टीना दत्ता को सीरियल 'उतरन' से जबरदस्त लोकप्रियता मिली। उन्होंने इस शो में 'इच्छा' का किरदार निभाया था। शो में भोली-भाली इच्छा का किरदार करने वाली टीना असल जिंदगी में बेहद ...
मुमताज़ का दर्दभरा खुलासा: “धर्मेंद्र जी से आखिरी बार मिलना चाहती थी… पर मिल नहीं पाई”
अभिनेत्री मुमताज़ ने धर्मेंद्र के निधन पर अपनी भावुक यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि वह उन्हें अस्पताल में देखने गई थीं, लेकिन वेंटिलेटर पर होने के कारण मिल नहीं पाईं। 2021 में हुई आखिरी मुलाकात, हेमा मालिनी का दुख, और धर्मेंद्र की मिलनसारियत को ...
तमाशा के 10 साल: दीपिका पादुकोण का किरदार तारा क्यों आज भी किया जाता है याद
फिल्म 'तमाशा' की रिलीज को आज 10 साल पूरे हो गए हैं। दीपिका पादुकोण का तारा के रूप में प्रदर्शन इम्तियाज अली की इस फिल्म में ऐसा था, जो हर लड़की के दिल में अपनी छाप छोड़ता है। इस रोमांटिक और भावनात्मक कहानी में दीपिका के किरदार तारा की गहराई खास है। ...
12 अगस्त 1997 को टी-सीरीज के फाउंडर गुलशन कुमार की शिव मंदिर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लंबे समय बाद पुलिस ऑफिसर राकेश मारिया ने बताया है कि गुलशन कुमार की हत्या से एक महीने पहले ही उन्हें मुखबिर से हत्या की साजिश होने की टिप मिल गई थी, जिसके बाद उन्होंने महेश भट्ट को कॉल कर कहा था कि वो गुलशन कुमार से कहें कि वो घर से न निकलें। इस चेतावनी के बाद गुलशन कुमार को पुलिस प्रोटेक्शन दी गई थी, लेकिन फिर एक महीने बाद उनकी हत्या हो गई। राकेश मारिया ने राज शमाणि के पॉडकास्ट में कहा, 'क्राइम ब्रांच में काम करते-करते, बॉम्ब ब्लास्ट वगैरह के मामलों में, मेरा एक अच्छा-खासा इन्फॉर्मर नेटवर्क बन गया था। 22 अप्रैल 1996, देर रात मुझे एक कॉल आया। उस समय मोबाइल फोन नहीं हुआ करते थे, कॉल लैंडलाइन पर आया था। उस व्यक्ति ने मुझसे कहा, “सर, गुलशन कुमार का विकेट जाने वाला है।” मैंने पूछा, “विकेट जाने वाला? कौन?”तब उसने बताया कि “अबू सलीम ये करवाने वाला है। वो (गुलशन कुमार) शिव मंदिर जाता है, और जैसे ही बाहर निकलेगा, ये लोग उसे मार देंगे।” आगे राकेश मारिया ने कहा, मैंने कहा, “कुछ और पता चले तो मुझे बताना।” यह कॉल लगभग रात के 2-3 बजे आया होगा। मैं सो नहीं पाया। मेरी पत्नी ने भी मेरे चेहरे के भाव देखकर पूछा, “क्या हुआ?” वह इन सब चीजों की आदी थी, पहले भी मेरे साथ ऐसा होता देख चुकी थी। मैंने कहा, “कुछ नहीं। किसी को मारने वाले हैं।” तो उसने बिल्कुल सामान्य ढंग से कहा, “क्यों न तुम किसी को इसकी जानकारी दे दो?” मैंने कहा, “हां, मैं करूंगा।” सुबह लगभग 6:30-7 बजे, मैंने महेश भट्ट को फोन किया। मैंने उनसे पूछा, “क्या आप गुलशन कुमार को जानते हैं?” उन्होंने कहा, “हां, मैं उनके लिए एक फिल्म डायरेक्ट कर रहा हूं।” मैंने कहा, “आप उन्हें कहिए कि आज घर से बाहर न निकलें। अगर वे शिव मंदिर जाते हैं, तो उन्हें रोकिए। मैं क्राइम ब्रांच से बात कर रहा हूं, उन्हें सुरक्षा दी जाएगी।” राकेश मारिया ने आगे बताया, 'कुछ देर बाद महेश भट्ट का मुझे वापस फोन आया। उन्होंने कहा, “हां, वह रोज शिव मंदिर जाते हैं।” मैंने फिर कहा, “उन्हें आज घर से बाहर न निकलने को कहिए।” मैंने क्राइम ब्रांच से भी बात की।' राकेश मारिया ने बताया कि उन्होंने इसकी सूचना क्राइम ब्रांच को दी और फिर गुलशन कुमार को सिक्योरिटी दी गई थी। आगे राकेश मारिया बताते हैं, 'मैंने वहां फोन कर बताया कि कुछ बहुत गंभीर होने वाला है, तुरंत सुरक्षा दी जाए। सुरक्षा उन्हें दे भी दी गई। उसके बाद मैं इस बात को भूल गया। फिर अगस्त में पता चला कि गुलशन कुमार को शिव मंदिर के बाहर गोली मार दी गई। मैं सन्न रह गया।' 'मैंने कहा, “ये क्या हुआ? उन्हें सुरक्षा तो दी गई थी।” फिर जानकारी मिली कि मुंबई पुलिस ने सुरक्षा दी थी, पर उनकी एक बड़ी फैक्ट्री नोएडा में थी, सुपर कैसेट्स या जो भी, वह नोएडा वाली यूपी पुलिस की सुरक्षा में रहते थे। लंबे समय तक सुरक्षा मिली, पर होता क्या है कि लोग सोचने लगते हैं, “अप्रैल में खतरा बताया था, अब तो अगस्त हो गया, कुछ हुआ नहीं” फिर सुस्ती आ जाती है, लापरवाही शुरू हो जाती है।' राकेश ने आगे कहा, 'मुझे लगता है कि कोई त्योहार था, शायद होली या कोई और त्योहार। तो उनके बॉडीगार्ड्स वगैरह ने कहा कि वे छुट्टी पर जा रहे हैं। तो उन्होंने (गुलशन कुमार ने) भी कहा,“ठीक है, अब तो कुछ है नहीं।” और बिना गार्ड के ही वे वहां (मंदिर) आए और वहीं उनकी हत्या कर दी गई।'
ब्रिटेन के राजकुमार प्रिंस हैरी की पत्नी और एक्ट्रेस मेगन मर्केल एक ड्रेस की वजह से विवादों में घिर गई हैं। डचेस ऑफ ससेक्स पर ड्रेस चोरी का आरोप लगा है। हालांकि, उनके स्पोक्सपर्सन ने इस पूरी कंट्रोवर्सी को बेबुनियाद और अपमानजनक बताया है। दरअसल, हाल ही में नेटफ्लिक्स पर मेगन के नए शो 'विद लव- मेगन' का नया प्रोमो जारी हुआ है। इस प्रोमो में वो एमरल्ड ग्रीन रंग की ऑफ शोल्डर गाउन पहने दिखीं। जैसे ही मेगन प्रोमो में इस गाउन में दिखीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया कि उन्होंने तीन साल पहले इस ड्रेस को वैरायटी मैगजीन के कवर शूट के दौरान उधार ली थी। बाद में लगभग 1.5 लाख रुपए की इस ड्रेस को वापस देने के बजाए रख लिया। मीडिया रिपोर्ट्स ने अपने दावों में पत्रकार वैनेसा ग्रिगोरियाडिस का जिक्र किया, उन्होंने पिछले साल एक पॉडकास्ट में कहा था कि मेगन ने अपनी अकूत निजी दौलत के बावजूद एक हाई-प्रोफाइल फोटोशूट से कपड़े और ज्वेलरी अपने पास रख ली थी। अब मेगन के स्पोक्सपर्सन ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। मेगन के स्पोक्सपर्सन ने पीपल पत्रिका को बताया कि दावे पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं। उन्होंने कहा- 'यह आरोप कि कोई भी आइटम सेट पर मौजूद स्टाइलिस्ट या उनकी संबंधित टीमों की बिना जानकारी और सहमति के ली गई थी, न केवल स्पष्ट रूप से गलत है, बल्कि अत्यधिक अपमानजनक भी है। जो भी आइटम रखा गया, वो पूरी ट्रांसपेरेंसी और कॉट्रैक्चुअल एग्रीमेंट्स के अनुसार रखा गया।' वहीं, इंडस्ट्री इनसाइडर के एक सोर्स के मुताबिक, फेमस सेलिब्रिटीज के लिए फोटोशूट से कुछ चीजें अपने पास रखना एक रिवाज है। मार्कल के पक्ष में एक प्वाइंट यह है कि शाही परिवार के सदस्य और अन्य हस्तियां आमतौर पर इन कपड़ों को एहतियात के तौर पर रखते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इनकी रिसेल या अनधिकृत तरीके से दोबारा बिक्री न हो। कुछ ऑनलाइन नीलामी पोर्टल बिना अनुमति के सेलिब्रिटी आइटम को बेचने के लिए कुख्यात हैं। यही कारण है कि कई मशहूर हस्तियां ब्लू इंक से साइन नहीं करतीं, क्योंकि इसकी नकल की जा सकती है।
विश्व की नंबर-1 रेसलर रहीं सरिता मोर के बेटे का नामकरण बॉलीवुड अभिनेता जैकी श्रॉफ ने रखा है। नामकरण समारोह में पहुंचे श्रॉप ने सरिता के बेटे का नाम ‘दक्षित मान’ रखा, जो भगवान शिव के नाम पर है। जैकी ने बच्चे को गिफ्ट में पौधा दिया। दिल्ली में हुए नामकरण समारोह में जैकी श्रॉफ ने बच्चे को गोद में लेकर कहा कि भिड़ू, ऊपर वाला तुझे मुझसे भी ज्यादा इज्जत, नाम और शोहरत दे। नामकरण से पहले जैकी श्रॉफ ने फोन पर बच्चे की राशि पूछी थी। पति जो सरिता के कोच भी हैं, राहुल मान ने उन्हें बताया कि बच्चे की राशि ‘मीन’ है, जिसके बाद जैकी ने फोन पर ही ‘दक्षित’ नाम सुझा दिया था। समारोह में करीब एक घंटे मौजूद रहे जैकी श्रॉफ ने सरिता और परिवार को अपने मुंबई स्थित घर पर आने का निमंत्रण भी दिया। सरिता के पति राहुल मान ने बताया कि वर्ष 2010 में दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में जैकी दादा के साथ मुलाकात हुई थी। तब से लेकर अब तक उनका हमारे परिवार के साथ उनकी पारिवारिक जान-पहचान बनी हुई है। बता दें कि सरिता ने 7 अक्टूबर को बेटे को जन्म दिया था। वजन घटाने में जुटीं सरिता मोर, अगले महीने मैट पर लौटेंगीबेटे के जन्म के एक सप्ताह बाद ही सरिता ने फिटनेस पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। उनका लक्ष्य दिसंबर के अंत तक मैट पर लौटने का है। पति व कोच राहुल मान ने बताया कि परंपरा के अनुसार 40 दिन बाद सरिता प्रशिक्षण शुरू कर रही हैं। सरिता कहती हैं कि जब बॉक्सर मैरी कॉम मां बनने के बाद 3 बार विश्व चैंपियन बन सकती हैं, तो मैं क्यों नहीं।” कड़ी डाइट, वजन घटाने पर फोकसहरियाणा में प्रसव के बाद मिलने वाले घी-मेवे, पंजीरी और गूंद के लड्डू से वजन बढ़ने की आशंका रहती है, लेकिन सरिता सख्त डाइट फॉलो कर रही हैं। राहुल ने बताया कि वेट नियंत्रण में रखने के लिए डाइटीशियन का प्लान फॉलो किया जा रहा है और पंजीरी-गूंद का सेवन बहुत कम किया जा रहा है। डिलीवरी से पहले सरिता का वजन 88 किलो था, जो अब घटकर 76 किलो रह गया है। अगले कुछ हफ्तों में इसे 66 किलो तक लाने की योजना है, इसके बाद लक्ष्य 57 किलो वेट कैटेगरी में लौटने का है। ओलिंपिक में भी यही श्रेणी मौजूद है। लक्ष्य—ओलिंपिक और विश्व चैंपियनशिप का पदकसरिता ने आखिरी बार 2024 में सीनियर एशियन और वर्ल्ड रैंकिंग कुश्ती टूर्नामेंट में भाग लिया था, जहां उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। अब बेटा होने के बाद वे नई ऊर्जा और नए लक्ष्य के साथ मैट पर उतरने की तैयारी में हैं। 59 किलो भार वर्ग में वर्ल्ड नंबर-1 रहीं सरिता मोर भारतीय महिला कुश्ती की प्रमुख चेहरों में से एक हैं। उन्होंने 2022 में विश्व रैंकिंग में 59 किलोग्राम वर्ग में नंबर-1 स्थान हासिल किया था और एशियाई चैंपियनशिप में चार पदक जीते हैं। 2021 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गीता फोगाट ने बेटे के जन्म के बाद कमबैक किया, 30 किलो वजन घटाया। राहुल बताते हैं कि कॉमनवेल्थ में देश की पहली गोल्ड मेडल विजेता रेसलर गीता फोगाट ने भी वर्ष 2021 में बेटे के जन्म के बाद खेल में कमबैक किया था। गोंडा में हुई नेशनल प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था। गीता को इस प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में सरिता ने ही हराया था। वहीं, गीता ने 30 किलोग्राम से ज्यादा वजन तोड़कर 59 केजी वेट कैटेगरी में कमबैक करते हुए रजत पदक जीता था। वैसे मां बनने के बाद सबसे अच्छा कमबैक बॉक्सर मैरी कॉम ने किया था। 2014 एशियाई खेल में मैरी कॉम ने बच्चे के जन्म के बाद दो साल की छुट्टी के बाद वापसी करते हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। अब पढ़िए….सरिता के वैवाहिक जीवन से मां बनने तक का सफर2017 में अंतरराष्ट्रीय पहलवान राहुल मान के साथ शादी: सरिता ने एक मार्च 2017 में दिल्ली के खेड़ा गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान राहुल मान के साथ शादी की थी। राहुल, सरिता के कोच भी हैं। वर्तमान में राहुल रेलवे में नौकरी करते हैं। सरिता 3 साल पहले विश्व कुश्ती रैंकिंग में नंबर-1 पर रही हैं। एशियाई चैंपियनशिप में कई बार पदक जीत चुकी हैं। 7 अक्टूबर को सरिता ने दिया बेटे को जन्म: सरिता मोर ने 7 अक्टूबर को बेटे को जन्म दिया था। सरिता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दो पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी थी। लिखा था- नई जर्नी शुरू। फेसबुक अकाउंट पर डाली इस फोटो में सरिता और उनके पति राहुल मान काफी खुश नजर आ रहे थे। यह दोनों की पहली संतान है। बेटे के जन्म पर सरिता मोर ने फेसबुक पर दो पोस्ट साझा की थी। एक पोस्ट में लिखा, विद ब्लेसिंग्स ऑफ गॉड एंड विश ऑफ यू ऑल, वी हैव बीन बलेस्ड बाई ए बेबी ब्वाय। ए न्यू जर्नी बिगिन्स,फिल्ड विद टिनी फीट एंड एंडलैस लव, वेलकम टू द वर्ल्ड, अवर बेबी बॉय। वहीं दूसरी पोस्ट में उन्होंने संस्कृत का एक श्लोक साझा किया, जिसमें लिखा है- ओइम कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः । प्रेग्नेंसी के वक्त सरिता ने फेसबुक पर की थी पोस्टप्रेग्नेंसी के दौरान भी सरिता ने दो पोस्ट की थी। एक पोस्ट में लिखा था कि ताकत रुकती नहीं, बल्कि रूपांतरित होती है। कुश्ती के मैदान से लेकर मातृत्व के सफर तक, हर पड़ाव एक जंग है, हर कदम एक जीत। कभी कुश्ती में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी रही, आज मैं मां बनने के बाद अब तक की सबसे खूबसूरत चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हूं। दूसरी पोस्ट में लिखा था- हर चैंपियन के पीछे कोई न कोई ऐसा होता है जो विश्वास करता है, साथ देता है और आगे बढ़ाता है। मैट पर और मैट के बाहर, दोनों जगह मेरी ताकत बनने के लिए शुक्रिया। यह सफर हमारा है। कबड्डी प्लेयर से अंतरराष्ट्रीय पहलवान बनने का सफर...
रसिका दुग्गल बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से हैं, जिन्होंने अपनी बेहतरीन एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता है। छोटे शहर जमशेदपुर से बड़े पर्दे तक उनका सफर मेहनत, लगन और हिम्मत की कहानी है। ‘मिर्जापुर’, ‘मंटो’ और ‘दिल्ली क्राइम’ जैसे प्रोजेक्ट्स में उनके दमदार किरदारों ने उन्हें अलग पहचान दी। हालांकि करियर के शुरुआती दौर में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कई प्रोड्यूसर्स ने कहा कि वे “सेलेबल” नहीं हैं, यहां तक कि एक डायरेक्टर ने उनसे असम्मानजनक व्यवहार भी किया था। लेकिन रसिका ने ऐसे लोगों से हमेशा दूरी बनाए रखी और अपने काम पर ध्यान दिया। किराया भरने की चिंता और बार-बार रिजेक्शन झेलने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। रसिका का मानना है कि सफलता का मतलब शोहरत नहीं, बल्कि हर दिन खुद को नए रूप में गढ़ने का साहस है। आज की सक्सेस स्टोरी में जानिए रसिका दुग्गल के करियर और निजी जीवन की कुछ अनकही और खास बातें, उन्हीं की जुबानी… भागदौड़ भरी जीवनशैली से बहुत दूर थी मैंने अपनी शुरुआती पढ़ाई जमशेदपुर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से की। इसके बाद दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज से गणित में ऑनर्स किया, फिर मुंबई के सोफिया कॉलेज से सोशल कम्युनिकेशन मीडिया में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया और आखिर में पुणे के एफटीआईआई से अभिनय में डिप्लोमा लिया। अब इंडस्ट्री में लगभग 20 साल हो गए हैं। मेरा बचपन जमशेदपुर जैसे छोटे शहर में बीता, जहां सब कुछ वॉकिंग डिस्टेंस पर था और ट्रैफिक की टेंशन नहीं थी। मुंबई आकर समय देखकर ही निकलना पड़ता है, ये एक अलग ही अनुभव था। मेरा बचपन बहुत साधारण था, कोई बड़ा सपना या पागलपन नहीं था, बस घर, स्कूल और दोस्तों के साथ समय बिताना था। कहते हैं सफलता के लिए रंगीन बचपन जरूरी होता है, लेकिन मेरा नॉर्मल बचपन था और मैं उस रैट रेस से कोसों दूर थी (भागदौड़ भरी जीवनशैली से बहुत दूर थी), जहां कुछ हासिल करने का पागलपन रहता है। एक्टिंग के बारे में कभी नहीं सोचा था मैंने ऐसे कभी नहीं सोचा था कि एक्टर ही बनना है, लेकिन जिसमें भी मुझे मौका मिलता, मैं वो बड़े मजे से करती थी। एक्टिंग को मैं आगे चलकर करियर बनाऊंगी, ये कभी नहीं सोचा था। न फैमिली में कोई ऐसा उदाहरण था सब बिजनेस लाइन से थे। कुछ लोग होते हैं ना, जो बचपन से एक्टर बनने का सपना देखते हैं और बाथरूम में शैंपू की बोतल पकड़कर अपनी विनिंग स्पीच दे रहे होते हैं, वैसा नहीं था मेरे साथ। जब मैं दिल्ली में एलएसआर कॉलेज में ड्रामैटिक सोसाइटी का हिस्सा थी, तो स्टेज पर परफॉर्म करना मुझे अच्छा लगता था, पर उसमें करियर बनाने का नहीं सोचा था। 26 साल बाद एफटीआईआई में एक्टिंग कोर्स फिर से शुरू हो रहा था सोफिया कॉलेज से पढ़ने के बाद मैंने एकेडमिक रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू किया था, लेकिन मैं जानती थी कि इस फील्ड में आगे बढ़ना है तो मुझे सोशल साइंस में हायर एजुकेशन लेनी पड़ेगी और तब लगा कि शायद ये मेरे लिए नहीं बना है। जब आप यंग लाइफ में बहुत कुछ कर चुके होते हो न, तब जब आपको सही चीज मिलती है तो अंदर से एक फीलिंग आती है कि ‘यार, ये बाकियों से अलग है’ और एक्टिंग में मुझे ऐसा ही फील हुआ। फिर लखनऊ से मुझे एक रिसर्च असिस्टेंट की जॉब का ऑफर आया और मैं चली गई। वहां का प्रोजेक्ट खत्म हुआ तो एक और मेल आया कि मुंबई में ‘पुकार’ नामक ऑर्गनाइजेशन जेंडर एंड पब्लिक स्पेस पर रिसर्च कर रहा है और उन्हें असिस्टेंट चाहिए। तो मैं वहां चली गई। एक दिन मैंने अखबार में पढ़ा कि एफटीआईआई 26 साल बाद अपना एक्टिंग कोर्स फिर से शुरू कर रहा है, तो मैंने भी अप्लाई करने का सोचा। 500 एप्लिकेंट्स थे और 20 सीटें ही थीं मैंने एफटीआईआई के बारे में अपने दोस्तों से बहुत कुछ सुन रखा था कि वहां के कैंपस में लोग सिनेमा को ब्रीद करते हैं, वहां के ‘विजडम ट्री’ के नीचे बैठते ही आइडियाज आते हैं, कैंपस में बड़े-बड़े फिल्ममेकर्स की रूह आज भी घूमती है। दिलचस्पी हुई, तो मैंने अप्लाई किया। करीब 500 एप्लिकेंट्स थे और 20 सीटें ही थीं। 4 राउंड का एग्जाम था और आखिरी राउंड में हमारा वर्कशॉप था। उस वर्कशॉप में ऐसे लोग थे जो 14 साल से थिएटर से जुड़े थे और मैं एलएसआर में तीन नाटक करके आई थी! मुझे पक्का यकीन था कि नहीं होगा, बस एक्सपीरियंस लेकर लौट जाऊंगी, लेकिन लकीली मेरा सिलेक्शन हो गया, क्योंकि वे अपने सिलेक्शन में डायवर्सिटी ढूंढ रहे थे। मैंने वर्क-वाइज भी अलग-अलग तरह की चीजें की थीं, एक्टिंग के अलावा भी। और मुझे लगता है कि डायवर्सिटी बहुत जरूरी है एक एक्टर की लाइफ में। टॉप उधार मांगा, मेकअप किया और ऑडिशन देने पहुंच गई मेरी फ्रेंड फिल्म अनवर में एडी थी, तो वो एक फिल्म के छोटे से रोल के लिए ऑडिशन ले रही थी। मुझे पता चला तो मैंने पूछा कि मैं भी साथ चलूं क्या, क्योंकि एफटीआईआई से निकलने के बाद मुझे लगा था कि ऐसे अनुभव जरूरी हैं। मैंने किसी लड़की का टॉप उधार मांगा, मेकअप किया और पहुंच गई ऑडिशन देने। डायरेक्टर को मैं पसंद आ गई और बाई चांस मुझे वो फिल्म मिल गई। फिर एक महीने बाद एफटीआईआई का कोर्स पूरा होने वाला था, तो लगा कि अब सफर आसान होगा, बढ़िया अवसर मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रिजेक्शन हमारे बीच जोक बन गया था मैं मुंबई शिफ्ट हुई। वहां ओशिवरा में ‘श्रीजी’ नाम की जगह के ऊपर स्टूडियो बने हुए थे जहां विज्ञापन फिल्मों की शूटिंग होती थी। तब ऐड मतलब आज के इन्फ्लुएंसर जैसा था पैसे भी ठीक मिलते थे और विजिबिलिटी भी। हम रोज मेकअप लगाकर धूप में बैठकर ऑडिशन देते, फिर दो घंटे बाद रिजल्ट आता कि ‘रिजेक्ट’। मैं चार लड़कियों के साथ रहती थी एक राइटर, एक डायरेक्टर। हम सब रोज सुबह काम की तलाश में निकलते और शाम को रिजेक्ट होकर लौटकर अपनी कहानियां शेयर करते। इतना रिजेक्शन देखा कि हमारे बीच एक जोक बन गया था कि जिस दिन सिलेक्शन का कॉल आएगा, हम कहेंगे कि “हम नहीं आ सकते, हमें ऑडिशन देने जाना है!” हमेशा टेंशन रहती थी कि रेंट कैसे भरेंगे मुंबई में मैं एक फ्लैट में चार लड़कियों के साथ रहती थी, लेकिन इसके अलावा भी कई लोग इलीगल तरीके से रहते थे। सुबह उठती तो हॉल में 4-5 लोग सोए मिलते थे। जिनके पास अपना घर नहीं होता, वो एफटीआईआई वाले आकर हमारे साथ रहते थे। मेरा दिन शुरू होता था मेकअप करके ऑडिशन के लिए जाने की सोच से, क्योंकि मेरा मोटिवेशन यही था कि रेंट टाइम पर देना है। जब से मैंने घर छोड़ा, कभी भी पैसे घर वालों से नहीं मांगे, लेकिन ये तो लगता था कि जरूरत पड़ने पर मदद मिल जाएगी। एक बार मैं थिएटर में काम कर रही थी, नाटक में मैं जूलियट बनी थी और आर्य बब्बर रोमियो। थिएटर की आमदनी बहुत कम थी। तभी एक लड़का आया और बताया कि श्री जी के 98 नंबर के स्टूडियो में ऐड के लिए ऑडिशन चल रहे हैं। मैंने पूछा कि नाटक की रिहर्सल शुरू होने में कितना समय है, बोला 20 मिनट। मैं भागी और ऑडिशन दिया, फिर वापस आकर नाटक में परफॉर्म किया। रेंट भरना ही मेरी सबसे बड़ी वजह थी तब। पहली फिल्म के लिए 3000 रुपए मिले थे अनवर के बाद मुझे अनुराग कश्यप की फिल्म ‘नो स्मोकिंग’ मिली थी। जब मेरा सिलेक्शन हुआ, तो प्रोड्यूसर ने बुलाया और कहा कि आकर पैसों पर बात कर लो। मैं गई, तो उन्होंने पूछा, “कितने पैसे लोगी?” मैंने थोड़ी हिम्मत करके कहा कि प्रतिदिन 7500 रुपए। वो बोले, “अरे, ये तो बहुत ज्यादा है, थोड़ा कम करो।” घर आकर मैंने अपने दोस्त दीपक डोबरियाल को बताया, तो वो हंसने लगा और बोला, “तूने इतना मांग भी लिया!” फिर बात तय हुई और मुझे प्रतिदिन 5000 रुपए मिले। जबकि पहली फिल्म ‘अनवर’ के लिए तो सिर्फ 3000 रुपए प्रतिदिन मिले थे। डायरेक्टर ने कहा- खड़ी हो जाओ, मुझे देखना है मुझे रैंडम मीटिंग्स में जाने से डर लगता था, क्योंकि पहले से ही इंडस्ट्री के कास्टिंग काउच वगैरह के बारे में बहुत कुछ सुन रखा था । अगर किसी से काम मांगने जा रहे हैं, तो बैकग्राउंड भी चेक करना पड़ता है ताकि काम भी न छूटे, बहुत मुश्किल सिचुएशन होती थी। एक बार एक डायरेक्टर ने मुझे फिल्म की कहानी सुनाने के लिए मैरियट होटल के कॉफी शॉप में बुलाया। बातचीत के दौरान उसने कहा, “एक बार खड़ी हो जाओ, मुझे देखना है।” मैंने कहा, “आपको क्या देखना है? सॉरी, मैं नहीं कर सकती।” इतना भी कोई डेस्परेशन नहीं है काम का, मैं ऐसे घटिया लोगों के साथ कोई फिल्म नहीं करना चाहूंगी। खुद को रीइन्वेंट करते रहना चाहिए मेरे लिए सफलता का मतलब सिर्फ नाम या शोहरत नहीं है। मुझे तब लगता है कि कुछ हासिल किया है जब मैं अपना काम दिल से कर पाऊं और वो मुझे सच्ची खुशी दे। अगर हर दिन कुछ नया सीखने को मिले, कुछ नया खोजने को मिले, तो वही मेरे लिए सक्सेस है। मुझे लगता है कि इंसान को बार-बार खुद को रीइन्वेंट करते रहना चाहिए, क्योंकि वहीं से आगे बढ़ने की असली प्रेरणा मिलती है। और ऐसा तभी हो सकता है जब आप रिस्क लेने की हिम्मत रखें, डरने के बजाय नए अनुभवों को अपनाने की कोशिश करें। इंटीमेट सीन कहानी की जरूरत थी, सेंसशनलाइज नहीं किया गया रसिका दुग्गल ने अपने एक्टिंग करियर में कई फिल्मों और वेब सीरीज में दमदार भूमिका निभाई है। खास करके वेब सीरीज 'मिर्जापुर' में बीना त्रिपाठी की भूमिका ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। इस सीरीज में उनके इंटीमेट सीन की भी खूब चर्चा हुई। उस सीन के बारे में रसिका कहती हैं- वो सीन स्क्रिप्ट के पॉइंट ऑफ व्यू से जरूरी था। उसे जबरदस्ती या सेंसशनलाइज करने के लिए नहीं डाला गया था। पुनित कृष्ण जो राइटर हैं, उन्होंने हर किरदार को बहुत सेंसिटिवली बिल्ड किया था। रही बात इंटिमेट सीन की तो पुनित, गुरमीत और करण ने शूट से पहले मुझे हर शॉट के बारे में बताया। सेट पर कौन मौजूद होगा, क्लोज सेट रहेगा, ये सारी बातें पहले ही डिस्कस हो गई थीं, जो मेरे कंफर्ट के लिए जरूरी थीं। अब तो इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर आ गए हैं, लेकिन तब नहीं थे। दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर ने ब्लॉकबस्टर सी फील दी मेरे करियर का टर्निंग पॉइंट नंदिता दास की फिल्म मंटो से आया। उससे पहले इरफान खान और तिलोत्तमा के साथ 'किस्सा' जैसी खास फिल्में कीं, पर मंटो ने नया रास्ता दिखाया। उस समय कई डायरेक्टर्स मुझे प्रोजेक्ट में लेना चाहते थे, लेकिन प्रोड्यूसर्स ने कहा- मैं सेलेबल नहीं हूं। फिर नंदिता ने मुझमें भरोसा जताया और मंटो में सफिया मंटो का रोल दिया। यही निर्णायक मोड़ रहा। उसके बाद दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर जैसे शो आए, जिसने बड़े ऑडियंस के सामने मेरी पहचान बनाई और ब्लॉकबस्टर सी फील दी। —----------------- पिछले हफ्ते की सक्सेस स्टोरी पढ़िए... शेखर कपूर-फिरोज नाडियाडवाला करने वाले थे लॉन्च:एक्सीडेंट ने बदली किस्मत, प्रियदर्शन ने दिया मौका, मुकेश ऋषि बोले- हर स्टार का विलेन रहा हूं फिल्मों में अपने खलनायक किरदारों से घर-घर पहचान बनाने वाले मुकेश ऋषि की कहानी संघर्ष और लगन की मिसाल है। कठुआ (जम्मू-कश्मीर) में 19 अप्रैल 1956 को जन्मे मुकेश शुरू से ही स्पोर्ट्स और फिटनेस के शौकीन थे। स्कूल के दिनों में वे तेज गेंदबाज रहे और पढ़ाई के बाद चंडीगढ़ से एम.ए. किया। पूरी खबर पढ़ें....
गोवा के पणजी में चल रहे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के रेड कारपेट पर मंगलवार शाम फैशन और सिनेमा का मनमोहक संगम देखने को मिला। शिखा कारीगरी ने DC हैंडलूम के साथ मिलकर ‘साड़ियां इन मोशन: 70MM ऑन रनवे’ के नाम से एक शानदार फैशन शो पेश किया, जिसमें भारतीय हैंडलूम के जरिए बॉलीवुड की सात दशकों की कहानी बयां की गई। 15 मिनट के इस शो में हर साड़ी एक फिल्म युग का चेहरा बनी। 1940 के क्लासिक दौर से लेकर 2020 के एक्सपेरिमेंटल सिल्हूट तक, हर प्लीट ने भारतीय सिनेमा की चमक, बगावत, रोमांस और ग्लैमर को जीवंत कर दिया। रैंप पर 40 से ज्यादा हैंडलूम साड़ियां दिखाई गईं। छत्तीसगढ़ की टसर सिल्क, यूपी की बनारसी, एमपी की चंदेरी, आंध्र की वेंकटगिरी, केरल की कुथमपल्ली समेत कई राज्यों की बुनावटों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। इनमें से कुछ साड़ियों को अवॉर्ड विनिंग कलाकारों ने हाथों से पेंट किया था, जिनमें पिचवाई, पट्टचित्र, मधुबनी, वारली और गोंड कला की झलक भी शामिल रही। शो के बाद गोवा एंटरटेनमेंट सोसायटी की उपाध्यक्ष डेलिला लोबो ने कहा- “इफ्फी में यह अपनी तरह का पहला फैशन शो है, जो सिनेमा, संस्कृति और फैशन के मेल को खूबसूरती से दर्शाता है।”एनएफडीसी के एमडी प्रकाश मगदुम ने कहा- “‘साड़ी इन मोशन’ ने भारत की आत्मा को बड़े सुंदर तरीके से पेश किया है।” शिखा कारीगरी की प्रमोटर शिखा अजमेरा ने कहा- “हमारा उद्देश्य भारतीय बुनकरी परंपरा को आधुनिक रूप में दुनिया के सामने लाना है। देशभर के 100 से ज्यादा अवॉर्ड विनर आर्टिस्ट हमारे ब्रांड से जुड़े हैं, जो विरासत को नया जीवन दे रहे हैं।”
हाल ही में एक्ट्रेस सेलिना जेटली ने अपने आस्ट्रियाई पति पीटर हाग पर डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट के तहत मुंबई कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई। अपनी याचिका में एक्ट्रेस ने पीटर पर 15 संगीन और हैरान करने वाले आरोप लगाए हैं। तलाक के साथ ही उन्होंने 50 करोड़ रुपए के मुआवजे के साथ 10 लाख रुपए मंथली मेंटेनेंस मांगा है। सेलिना की वकील निहारिका करंजावाला ने मीडिया से बात करते हुए सेलिना के साथ पीटर के किए गए क्रूरता पर बात की। पति पीटर पर सेलिना की तरफ से लगाए गए 15 गंभीर आरोप... प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने की धमकी- सेलिना और पीटर ने 2010 में शादी की थी। साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद पीटर और सेलिना के बीच जब भी झगड़ा होता तो वो प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने की धमकी देते। अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का दबाव- सेलिना का आरोप है कि पीटर उन्हें हर रोज अपने स्टडी रूम बुलाते और उन पर अपनी शर्तों पर अप्राकृतिक यौन गतिविधियों में शामिल होने के लिए मजबूर करते थे। कंपनी के बोर्ड डायरेक्टर्स के साथ संबंध बनाने का दबाव- याचिका में कहा गया है पीटर ने 2014 के आखिर और 2015 की शुरुआत के बीच वर्क प्लेस पर अपनी स्थिति बेहतर करने के लिए सेलिना से कंपनी के बोर्ड डायरेक्टर्स में से एक के साथ फिजिकल रिलेशन बनाने की सलाह दी। बिना कपड़े की फोटो खींची फिर ब्लैकमेल किया- सेलिना ने दावा किया कि पति पीटर ने पहले उनकी बिना कपड़ों वाली आपत्तिजनक तस्वीरें लीं फिर उसके जरिए ब्लैकमेल किया। पीटर इन तस्वीरों के जरिए धमकी देते कि अगर उनकी सेक्शुअल मांगे पूरी नहीं हुईं तो वो उन फोटोज को लीक कर देंगे। जुड़वां बच्चों के जन्म के तीन हफ्ते बाद घर से निकाला- अपनी शिकायत में एक्ट्रेस ने एक घटना का जिक्र करते हुए बताया है कि प्रेग्नेंसी के बाद जब उन्होंने पीटर से पैटरनल लीव लेकर बच्चों की देखभाल में मदद मांगी तो पीटर ने उन्हें हाथ पकड़कर के घर से बाहर निकाल दिया था। इस घटना के वक्त उनके जुड़वां बच्चों के जन्म को सिर्फ तीन हफ्ते ही हुए थे। पीरियड्स के दौरान हेल्प मांगने पर शराब की ग्लास दीवार पर मारी- शिकायत में सेलिना ने दोनों के बीच पहली बार हुए झगड़े का भी जिक्र किया है। हनीमून से लौटने के बाद सेलिना पीरियड्स क्रैम्प से परेशान थीं। नौबत डॉक्टरों को दिखाने की आ गई थी। जब उन्होंने पति से डॉक्टर के पास ले जाने के लिए कहा तो वो भड़क गए। फिर चिल्लाते हुए शराब की ग्लास दीवार पर दे मारी। इसके अलावा सेलिना ने याचिका में जो आरोप लगाए हैं, वो कुछ इस तरह से हैं… नौकरानी कहकर बुलाना बच्चों से अलग करना बच्चों के सामने गालियां देना सेलिना के मुंबई वाले घर की ओनरशिप ट्रांसफर की डिमांड सेलिना के सभी क्रेडिट और डेबिट कार्ड पर कंट्रोल रखना सेलिना और उसके परिवार से महंगे गिफ्ट की डिमांड सेलिना के घर से मिलने वाले रेंट को अपने खाते में ट्रांसफर कराने की मांग, लिव इन में रहने के बाद भी सेलिना से रिश्ते के लिए खुद को सिंगल बताया। बता दें कि सेलिना ने पीटर हाग ने साल 2010 में ऑस्ट्रिया में शादी की थी। दोनों के तीन बच्चे विंस्टन, विराज और आर्थर हैं। 2012 के मार्च में कपल जुड़वां बेटों के पेरेंट्स बने थे। फिर 2017 में एक्ट्रेस ने जुड़वां बेटों को जन्म दिया, जिनमें से एक की हाइपोप्लास्टिक हार्ट कंडीशन के कारण मौत हो गई। सेलिना के काम की बात करें तो उन्होंने नो एंट्री, अपना सपना मनी मनी, मनी है तो हनी है, गोलमाल रिटर्न्स और थैंक यू जैसी फिल्मों में काम किया है। सेलिना इंडस्ट्री में आने से पहले ब्यूटी पेजेंट विनर रह चुकी थीं। वो साल 2001 मिस फेमिना इंडिया की विनर थीं। इसके अलावा उसी साल हुए मिस यूनिवर्स कंपीटिशन में चौथे नंबर पर रही थीं।
26 नवंबर को कपिल शर्मा की फिल्म ‘किस किसको प्यार करूं 2’ का ट्रेलर लॉन्च हुआ। ट्रेलर लॉन्च के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कपिल ने वहां मौजूद मीडिया के सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान कपिल से उनके कनाडा स्थित कैप्स कैफे पर तीन बार हुई फायरिंग को लेकर सवाल किया गया। कपिल पहली बार कैप्स कैफे फायरिंग पर बात करते दिखे। उन्होंने जवाब में कहा- ‘तो ये घटना कनाडा में हुई। तीन बार वहां फायरिंग हुई। मुझे लगता है कि वहां के जो रूल्स हैं, पुलिस के पास इतनी पावर नहीं है कि वो उस चीज को कंट्रोल कर सके। लेकिन उसके बाद जो हमारा केस हुआ, ये केस फेडरल में चला गया। जैसे हमारी सेंट्रल गवर्नमेंट होती है, वैसे ही कनाडा में पार्लियामेंट में इस पर चर्चा हुई। ऊपर वाला जो करता है, उसके पीछे की कहानी हम समझ नहीं पाते हैं। मुझे बहुत सारे लोगों के फोन आए, उन्होंने मुझसे कहा कि कनाडा में बहुत कुछ चल रहा था। लेकिन आपके कैफे पर फायरिंग हुई, उसकी खबरें बनीं तो अब वहां के लॉ एंड ऑर्डर और पुलिस में सुधार हुआ है।’ कपिल आगे कहते हैं- ‘मैं कभी मुंबई या अपने देश में असुरक्षित महसूस नहीं करता हूं। हमारी मुंबई पुलिस जैसा कोई नहीं है। वहां पर जितनी बार गोली चली, उसके बाद हमारे कैफे में और बड़ी ओपनिंग लगी। ऊपर वाला साथ है तो ठीक है। हर हर महादेव।’ बता दें कि पिछले महीने कपिल के कनाडा स्थित कैप्स कैफे पर एक बार फिर फायरिंग हुई थी। यह तीसरा बार था, जब कपिल के कैफे को निशाना बनाया गया। इस फायरिंग की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े गोल्डी ढिल्लों और कुलवीर सिद्धू नेपाली ने ली थी। फायरिंग के बाद लारेंस गैंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। उसने अपने पोस्ट में लिखा- वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह। आज जो (Kaps Caffe, सरे) में तीन बार फायरिंग हुई है, उसकी जिम्मेदारी मैं, कुलवीर सिद्धू और गोल्डी ढिल्लों लेते हैं। हमारी आम जनता से कोई दुश्मनी नहीं है। जिनसे हमारा झगड़ा है, वो हमसे दूर रहें। जो लोग अवैध (दो नंबर का) काम करते हैं, लोगों से काम करवा कर पैसे नहीं देते, वो भी तैयार रहें। जो भी बॉलीवुड में धर्म के खिलाफ बोलते हैं, वो भी तैयार रहें। गोली कहीं से भी आ सकती है। वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह। इसी साल जुलाई और अगस्त में भी फायरिंग हुई कपिल शर्मा का कैप्स कैफे कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित सरे में है। इस पर जुलाई और अगस्त में भी फायरिंग हुई थी। अगस्त में हुई फायरिंग में कैफे की खिड़कियों में छह गोलियों के निशान और टूटा हुआ शीशा दिखाई दिया था। तब लॉरेंस गैंग से जुड़े गोल्डी ढिल्लों का एक पोस्ट वायरल हुआ था, इसमें कपिल के कैफे पर फायरिंग की जिम्मेदारी ली गई थी। जुलाई में हुए हमले में हमलावरों ने कैफे पर 9 राउंड फायरिंग की थी। तब हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी हरजीत सिंह लाडी ने ली थी। कपिल ने कहा था- डरने वाला नहीं हूं कपिल शर्मा ने हमले के बाद सरे की मेयर ब्रेंडा लॉक और पुलिस का धन्यवाद किया था। उन्होंने लिखा था, “हमें प्यार और समर्थन देने आए सभी अधिकारियों का शुक्रिया। हम एकजुट होकर हिंसा के खिलाफ खड़े हैं।” कपिल ने साफ किया कि वे और उनका परिवार डरने वाला नहीं है और शांति व सुरक्षा के पक्ष में मजबूती से खड़े रहेंगे। कपिल के बयान से नाराज होकर फायरिंग का दावा जब जुलाई में कैफे पर गोलीबारी की गई थी तब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि एक बार कॉमेडी शो के दौरान कपिल ने निहंग सिखों के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिससे नाराज होकर गोलीबारी की गई थी। तब सोशल मीडिया पर हरजीत सिंह लाडी और तूफान सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति ने वीडियो के जरिए कपिल शर्मा को धमकी देते हुए कहा था कि अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो मामला और बिगड़ सकता है। हालांकि, कपिल शर्मा ने निहंग सिखों पर क्या टिप्पणी की थी, यह साफ नहीं है। अनुमान है कि यह नेटफ्लिक्स के किसी पुराने एपिसोड या किसी लाइव शो से जुड़ा हो सकता है। इस साल की शुरुआत में, निहंग नेता बाबा बलबीर सिंह ने भी कपिल शर्मा के कंटेंट पर आपत्ति जताई थी। आतंकी पन्नू ने भी कपिल शर्मा को धमकी दी थी खालिस्तान आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कुछ हफ्ते पहले कपिल शर्मा को कनाडा में कैफे खोलने पर धमकी दी थी। पन्नू ने वीडियो जारी करके कहा था कि कपिल खुद को हिंदूवादी बताता है। उसके कैफे पर फिर गोलियां चलाई जा सकती हैं और खालिस्तानी समर्थकों पर आरोप लगाए जा सकते हैं। पन्नू ने कहा था- भारत के लोग कनाडा के सरे शहर में निवेश कर रहे हैं। क्या कपिल का कैफे सिर्फ एक कॉमेडी कैफे है या हिंदुत्व का वैश्विक विस्तार करने की एक रणनीति का हिस्सा है? ये लोग कनाडा में बिजनेस कर रहे हैं, भारत में क्यों नहीं? जब वो कनाडा के कानून को नहीं मानते तो यहां क्यों आ रहे हैं। यह कोई खेल का मैदान नहीं है। अपना पैसा लेकर वापस हिंदुस्तान जाओ। यहां हिंदुत्व विचारधारा नहीं चलेगी। हालांकि दैनिक भास्कर पन्नू के वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
द फैमिली मैन 3: रोमांच से भरा सफर, लेकिन अधूरा अंत
द फैमिली मैन 3 रोमांच, राजनीति, जासूसी और भावनाओं का एक दमदार मिश्रण है। रियल लोकेशन्स, शानदार परफॉर्मेंस और नॉर्थ ईस्ट की जटिल कहानी इसे खास बनाते हैं। लेकिन सीजन का अधूरा अंत और स्क्रिप्ट की कमजोरियां दर्शकों के रोमांच को अधूरा छोड़ देती हैं और ...
टीवी का सबसे कॉन्ट्रोवर्शियल शो ‘बिग बॉस 19’ अब अपने फिनाले की ओर बढ़ रहा है। घर में अब केवल 8 सदस्य ही बचे हैं। ऐसे में जल्द ही ‘टिकट टू फिनाले’ टास्क भी दिखाया जाएगा। बिग बॉस खबरी के मुताबिक, पहला ‘टिकट टू फिनाले’ गौरव खन्ना को मिल चुका है। इसके अलावा वह घर के कैप्टन भी बन गए हैं। दरअसल, बिग बॉस से जुड़ी हर अपडेट देने वाले द खबरी ने अपने सोशल मीडिया पर टिकट टू फिनाले के विजेता का नाम गौरव खन्ना बताया। उनके अनुसार, गौरव फिनाले वीक में एंट्री करने वाले पहले सदस्य बन गए हैं और बिग बॉस 19 के आखिरी कैप्टन भी। इसके साथ ही उन्हें एक खास पावर भी मिली है। पहले वह नॉमिनेटेड थे, लेकिन फिनाले का टिकट मिलने के बाद वह सुरक्षित हो गए हैं और उन्हें ग्रैंड फिनाले में डायरेक्ट एंट्री मिल गई है। कैसे शुरू हुआ 'टिकट टू फिनाले' टास्क बिग बॉस खबरी के मुताबिक न सिर्फ विनर का नाम घोषित किया गया है, बल्कि यह भी बताया गया कि कैसे टिकट टू फिनाले टास्क की शुरुआत हुई। दरअसल, बिग बॉस ने गार्डन एरिया में 'वेल ऑफ डेस्टिनी' खोला। यह एक जादुई कुआँ है, जो सिर्फ उसी को तोहफा देगा, जो इसे खुश रखेगा। टास्क के कुछ नियम भी होंगे। एक स्टिक को कंधे पर रखना है और दोनों सिरों पर दो बोतलें होंगी। एक में लाल रंग का पानी और दूसरी में हरे रंग का पानी। चलते रहना जरूरी है और किसी भी तरह से रुकने की अनुमति नहीं है। हर कंटेस्टेंट को स्टिक का परफेक्ट बैलेंस बनाए रखना होगा। अगर लाल रंग का पानी बिखर जाता है और हरे रंग की लाइन तक पहुँच जाता है, तो वह सदस्य एलिमिनेट हो जाएगा। कुल तीन राउंड खेले जाएंगे और हर राउंड में एक सदस्य आउट होगा। टास्क के अंत तक जो भी सदस्य अपना लाल रंग का पानी बचाकर रखेगा, वही टिकट टू फिनाले का विनर होगा।
रणवीर सिंह की फिल्म ‘धुरंधर’ का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही सुर्खियों में है। फैंस ट्रेलर को पसंद कर रहे हैं और फिल्म की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फिल्म की कहानी पाकिस्तान के कराची के फेमस टाउन ल्यारी पर आधारित है। कहानी में वहां एक दशक पहले हुई ल्यारी गैंगवार को दिखाया गया है। अब पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के लोगों ने ‘धुरंधर’ के ट्रेलर में ल्यारी गैंगवार और अपने कस्बे को दिखाने पर प्रतिक्रिया दी है। दरअसल, पाकिस्तानी न्यूज चैनल आर्य न्यूज के एक कार्यक्रम में ल्यारी के निवासियों से धुरंधर में उनके कस्बे को दिखाने पर उनकी राय पूछी गई। कार्यक्रम में एक लोकल ने कहा- ‘इंडिया वालों ने फिल्म बना ली है, हमसे तो पूछते। हम उनको दिखाते ल्यारी की गलियां। रहमान डकैत का भी बताते।' कुछ लोगों ने कहा कि फिल्म में एसपी चौधरी असलम (संजय दत्त) का लुक बिल्कुल सही बनाया गया है, जबकि अक्षय खन्ना का रहमान डकैत असली गैंगस्टर जैसा बिल्कुल नहीं लग रहा था।। वहीं कुछ लोकल ने संजय और रणवीर को ल्यारी में इनवाइट करते हुए कहा- ‘उसको बताएंगे ल्यारी क्या चीज है।’ हालांकि, कुछ लोगों ने माना कि फिल्म में ल्यारी का माहौल सही दिखाया गया है। उन्होंने कहा-'जैसा उन्होंने शूट किया है, वैसा ही माहौल ल्यारी का है।' धुरंधर के ट्रेलर में रणवीर सिंह को एक भारतीय जासूस के रूप में दिखाया गया है जो ल्यारी गैंग में घुसपैठ करता है। साथ ही इसमें असल जीवन के किरदारों को भी पेश किया गया है, जिनमें रहमान डकैत (अक्षय खन्ना) और एसपी चौधरी असलम (संजय दत्त) के किरदार शामिल हैं। फिल्म की टीम ने ल्यारी कस्बा को दिखाने के लिए इंडिया में ही सेट बनाया था। ट्रेलर में वहां के फेमस अर्च्ड गेट को दिखाया गया है, जिस पर वेलकम टू ल्यारी टाउन लिखा है नजर आता है। बता दें कि ल्यारी कराची का एक ऐतिहासिक इलाका है और यहां के सबसे पुराने बसे हुए शहरों में से भी एक है। 80 और 90 के दशक में, गिरोहों ने यहां की बस्ती पर कब्जा करना शुरू कर दिया और यहीं से कराची में अपराध को अंजाम देने लगे। उजैर बलूच और रहमान डकैत के गिरोह को वहां पॉलिटिकल संरक्षण प्राप्त था। फिर 2000 के अंत में दशक में स्थानीय एसपी चौधरी असलम ने उनके खिलाफ ऑपरेशन चलाया। धुरंधर की बात करें तो ये फिल्म 5 दिसंबर को रिलीज होने जा रही है। फिल्म को 'उरी' फेम डायरेक्टर आदित्य धर ने लिखा और डायरेक्ट किया है। फिल्म में रणवीर सिंह के अलावा, अर्जुन रामपाल, संजय दत्त, अक्षय खन्ना, आर माधवन नजर आएंगे। माधवन फिल्म में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर ऑफ इंडिया अजीत डोवाल का रोल प्ले कर रहे हैं। वहीं, फिल्म में रणवीर के अपोजिट उनसे 20 साल छोटी एक्ट्रेस सारा अर्जुन दिखेंगी।
252 करोड़ के ड्रग्स मामले में पॉपलुर इन्फ्लूएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी एंटी नारकोटिक्स सेल के दफ्तर पहुंचे हैं। ओरी ANC से मिले दूसरे समन के बाद पूछताछ के लिए पहुंचे हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में ओरी एंटी नारकोटिक्स सेल के ऑफिस के बाहर भीड़ से घिरे नजर आ रहे हैं। इससे पहले मंगलवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर के भाई सिद्धांत कपूर एंटी नारकोटिक्स सेल के सामने पेश हुए थे। सिद्धार्थ को एंटी नारकोटिक्स सेल के घाटकोपर यूनिट में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। ANC ने सिद्धांत को पूछताछ के लिए एक बजे का समय दिया था। दैनिक भास्कर के सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में पुलिस ने सिद्धांत से 11 सवाल पूछे थे। 1. आप सलमान सलीम शेख नाम के शख्स को कब से और कैसे जानते हैं? 2. सलमान सलीम शेख से आपकी पहली मुलाकात कब और क्यों हुई? 3. पिछले पांच सालों में आपने कितनी विदेश यात्राएं की हैं और उनकी वजह क्या थी? 4. पिछले पांच सालों में आप दुबई कितनी बार गए? 5. दुबई की यात्राओं के दौरान आप कहां रुके और किन लोगों से मिले? 6. क्या दुबई में किसी ड्रग पार्टी का आयोजन हुआ था? 7. क्या दुबई की किसी पार्टी में आपकी मुलाकात मुंबई के किसी एक्टर, मॉडल, बिजनेसमैन या नेता से हुई? 8. क्या आपकी मुलाकात कभी ताहिर डोला (सलीम डोला के बेटे) से हुई है? 9. क्या आपने कभी ड्रग्स का सेवन किया है? 10. क्या आपने सलमान शेख से कभी ड्रग्स की खरीद-फरोख्त की है? 11. क्या आपके बैंक स्टेटमेंट में कभी सलीम या ताहिर से जुड़े किसी अकाउंट में या अकाउंट से धन का लेन-देन हुआ है? बता दें कि सिद्धांत को पूछताछ के लिए ये समन 21 नवंबर को मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल की तरफ से भेजा गया था। ANC ने इससे पहले पॉपुलर इन्फ्लूएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को भी समन किया था। हालांकि, ओरी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंटी नारकोटिक्स सेल की घाटकोपर यूनिट ने ओरी को दूसरा समन भी भेजा है। इसके मुताबिक, उन्हें 26 नवंबर यानी कि बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं, इससे पहले भी सिद्धांत का नाम ड्रग्स केस में आ चुका है। साल 2022 में बेंगलुरु की एक रेव पार्टी में अवैध ड्रग्स लेने के आरोप में पुलिस ने उन्हें फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया था। पूरा मामला क्या है जानिए? इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एंटी नारकोटिक्स सेल ने अगस्त में दाऊद इब्राहिम के साथ काम करने वाले ड्रग तस्कर सलीम डोला के बेटे ताहिर डोला को दुबई से प्रत्यर्पित किया था। पूछताछ के दौरान ताहिर डोला ने बयान में कहा कि उसके द्वारा भारत और विदेशों में आयोजित होने वाली ड्रग्स पार्टियों में बॉलीवुड एक्टर्स, मॉडल्स, रैपर्स, फिल्ममेकर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदार भी शामिल होते थे। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ताहेर डोला ने दावा किया है कि इन पार्टीज में ड्रग (मेफेड्रोन) सप्लाई की जाती है। इन पार्टी में शामिल होने वाले लोगों में श्रद्धा कपूर, भाई सिद्धार्थ कपूर, अलीशा पारकर (हसीना पारकर का बेटा), नोरा फतेही, ओरी उर्फ ओरहान अवात्रामणि, पॉपुलर फिल्ममेकर जोड़ी अब्बास-मस्तान, रैपर लोका और बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी भी शामिल हैं। बता दें कि श्रद्धा कपूर ने साल 2017 में रिलीज हुई दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर में हसीना का रोल प्ले किया था। जबकि उनके भाई सिद्धार्थ कपूर दाऊद इब्राहिम के रोल में थे। नोरा फतेही ने दी आरोपों पर सफाई नोरा फतेही ने ड्रग केस में नाम आने के बाद सफाई देते हुए लिखा है, मैं पार्टियों में नहीं जाती, मैं हमेशा फ्लाइट्स पर रहती हूं, मैं वर्कहॉलिक हूं, मेरी कोई पर्सनल लाइफ नहीं है, मैं ऐसे लोगों के साथ जुड़ती भी नहीं हूं और अपनी छुट्टी के दिनों में मैं दुबई में बीच पर या अपने हाई स्कूल दोस्तों के साथ घर पर होती हूं। मैं अपना पूरा दिन और रात अपने सपनों और लक्ष्यों को पूरा करने में लगाती हूं। आगे उन्होंने लिखा है, जो भी पढ़ते हो, उस पर भरोसा मत करो। लगता है मेरा नाम इस्तेमाल करना बहुत आसान है। लेकिन इस बार मैं ऐसा होने नहीं दूंगी। ये पहले भी हुआ है, आप लोगों ने झूठ फैलाकर मुझे बर्बाद करने की कोशिश की थी, लेकिन वो कामयाब नहीं हुई। मैंने चुपचाप देखा जब हर कोई मेरी छवि खराब करने, मेरा नाम बदनाम करने और मुझे क्लिकबेट की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था। कृपया मेरा नाम और मेरी तस्वीर उन मामलों में इस्तेमाल करने से बचें जिनका मुझसे जरा भी संबंध नहीं है। इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
बॉलीवुड एक्टर और 90 के दशक के फेमस महाभारत सीरियल के दुर्योधन पुनीत ईस्सर आज बुधवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (IGM) कुरुक्षेत्र में शिरकत करेंगे। वे पुरुषोत्तमपुरा बाग के मुख्य पंडाल में संध्याकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम में नाट्य प्रस्तुति देंगे। इस कार्यक्रम में पुनीत ईस्सर महाभारत की पौराणिक कथा को फिर से जीवंत करने की कोशिश करेंगे। उनके पहले यहां बॉलीवुड की एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरे ने नृत्य नाटिका प्रस्तुत की थी, जिसमें उन्होंने रुक्मिणी का किरदार प्ले किया था। दुर्योधन का रोल करेंगे प्ले इस नाटक में पुनीत ईस्सर दुर्योधन का रोल प्ले करेंगे। इस नाटक में महाभारत की प्रमुख कथाएं दिखाई जाएंगी। इन कथाओं को विजुअल इफेक्ट के साथ प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें कुरुक्षेत्र युद्ध के दृश्य, हस्तिनापुर का राज दरबार, भीष्म प्रतिज्ञा, भीम और दुर्योधन के बीच गदा युद्ध और गीता उपदेश के भाव को दिखाया जाएगा। अर्जुन भी आ चुके IGM IGM में महाभारत सीरियल में अर्जुन का किरदार करने वाले फिरोज खान भी शिरकत कर चुके हैं। वे साल 2021 में महोत्सव में आए थे। हालांकि उन्होंने कोई प्रस्तुति नहीं दी थी। उधर, कल शाम को सूफी सिंगर कंवर ग्रेवाल के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था।
एक्टर अभिषेक बजाज बिग बॉस 19 का हिस्सा बने थे। इस समय उनकी निजी जिंदगी भी चर्चा में रही। उनकी पूर्व पत्नी आकांक्षा जिंदल ने उन पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के आरोप लगाए थे। जिसके बाद ये खबरें भी चर्चा में रहीं कि अभिषेक, एक्ट्रेस डोनल बिष्ट के साथ रिलेशनशिप में थे, जिससे उनकी शादीशुदा जिंदगी में तनाव आ गया था। इन आरोपों पर भड़कते हुए अब डोनल बिष्ट ने ऐसी खबरें फैलाने वालों को लीगल एक्शन लेने की चेतावनी दी है। डोनल बिष्ट ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक लंबी पोस्ट शेयर कर लिखा, 'मैं शहर से बाहर शूट कर रही थी और इस मामले को देखने की स्थिति में नहीं थी, तो अब जब मैं यहां हूं, मुझे बस इतना कहना है कि मेरे नाम को अनावश्यक बकवास में घसीटना बंद करो। अगर तुम्हें सच्चाई नहीं पता है, तो कमेंट मत करो और फर्जी अफवाहें मत फैलाओ, क्योंकि मैं यह बर्दाश्त नहीं करूंगी।' आगे एक्ट्रेस लिखती हैं, 'कोई भी झूठा आरोप या बदनामी की कोशिश पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लोग सिर्फ तुम्हें या तुम्हारे नाम का इस्तेमाल अपने छोटे-से फायदे के लिए करते हैं, मैं अब इससे तंग आ चुकी हूं। अब मैं सब जानती हूं और खुश हूं कि मैं यूजफुल हूं।' मैं एक रिस्पेक्टफुल परिवार से हूं- डोनल बिष्ट डोनल ने आगे लिखा है, 'मैंने कई सालों के अपने काम के जरिए अपना नाम बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है। मैं एक सम्मानित परिवार से हूं और अच्छे नैतिक मूल्यों वाली लड़की हूं। मैं यहां काम करने आई हूं, किसी और की लाइफ के ड्रामा का हिस्सा बनने नहीं। मैं इस इंडस्ट्री में सिनेमा, क्रिएटिविटी और अपनी कला के प्रति अपने प्यार के लिए हूं। भगवान ने मेरे लिए जो रास्ता चुना है, मैं उसी पर चल रही हूं, बस यही जानती हूं। कृपया मुझे इन सब फेक नैरेटिव्स से दूर रखें। धन्यवाद।' एक्ट्रेस डोनल बिष्ट भी बिग बॉस 16 का हिस्सा रह चुकी हैं। उन्हें पॉपुलर टीवी शो रूपः मर्द का नया स्वरूप और लाल इश्क जैसे शोज में देखा जा चुका है।
धर्मेंद्र को अंतिम श्रद्धांजलि: इस हफ्ते होगी प्रार्थना-सभा, जानें कब और कहां जुटेंगे सितारे
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन के बाद इस हफ्ते एक विशेष प्रार्थना-सभा आयोजित की जा सकती है। परिवार और करीबी इसका स्थान जल्द तय करेंगे। 24 नवंबर को जुहू में उनका अंतिम संस्कार निजी तौर पर किया गया था। छह दशक के करियर में धर्मेंद्र ने 300 ...
सेलिना जेटली ने पति पीटर हाग के खिलाफ मुंबई में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज करवाते हुए तलाक की मांग की है। आरोप हैं कि पति ने उनके साथ मारपीट की और शोषण किया। इसके साथ एक्ट्रेस ने 50 करोड़ रुपए की एलुमनी के साथ मैंटेनेंस के 10 रुपए महीने की मांग की है। तलाक की प्रोसेस के बीच सेलिना ने भावुक पोस्ट शेयर कर लिखा है कि उनकी जिंदगी ने सब कुछ छीन लिया है। सेलिना जेटली ने अपने तलाक पर खुलकर लिखा, 'हौसला, तलाक। अपने जीवन के सबसे कठिन, सबसे उथल-पुथल भरे तूफान के बीच, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे यह लड़ाई अकेले लड़नी पड़ेगी। बिना किसी माता-पिता के, बिना किसी सपोर्ट सिस्टम के। मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब मेरी दुनिया की छत को थामने वाले सभी स्तंभ, मेरे माता-पिता, मेरा भाई, मेरे बच्चे, और वह व्यक्ति जिसने मुझसे वादा किया था कि वह मेरे साथ खड़ा रहेगा, मुझसे प्यार करेगा, मेरी देखभाल करेगा, और हर मुश्किल में मेरे साथ रहेगा, सब गायब हो जाएंगे।' आगे एक्ट्रेस ने लिखा, 'जिंदगी ने मुझसे सब कुछ छीन लिया। जिन लोगों पर मैंने भरोसा किया, वे दूर चले गए। जिन वादों पर मैंने विश्वास किया, वे चुपचाप टूट गए। लेकिन इस तूफान ने मुझे डुबोया नहीं, इसने मुझे जन्म दिया। इसने मुझे तेज लहरों से उछालकर गर्म रेत पर पहुंचा दिया। इसने मुझे उस औरत से मिलवाया जो मेरे अंदर रहती है और कभी हार नहीं मानती। क्योंकि मैं एक सैनिक की बेटी हूं, हिम्मत, अनुशासन, दृढ़ता, सहनशक्ति, आग और विश्वास पर पली-बढ़ी।' आखिर में एक्ट्रेस ने लिखा, 'मुझे सिखाया गया है कि दुनिया मुझे गिराने की कोशिश करे तो भी मैं उठ खड़ी होऊं। दिल टूट रहा हो तब भी लड़ना सीखूं। जब मेरे साथ अन्याय हो तो दया न दिखाऊं। और तब भी जियूं जब जीना नामुमकिन लगे। मेरी प्रायोरिटी है है, अपने सैनिक भाई के लिए लड़ना, अपने बच्चों के प्यार के लिए लड़ना, अपनी गरिमा के लिए लड़ना। मेरे साथ हुई हर क्रूरता और परित्याग के खिलाफ एक घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज की गई है। मेरे सबसे अंधेरे समय में, कानूनी शक्ति ‘करंजावाला एंड कंपनी’ वह कवच बनी जिसकी मुझे अपने अधिकारों और सम्मान की लड़ाई में जरूरत थी। उनकी अटल समझ और सुरक्षा के लिए मैं अत्यंत आभारी हूं।' एक्ट्रेस ने पोस्ट में ये भी कहा है कि उनका मामला कोर्ट में है, इसलिए वो इस पर कोई कमेंट नहीं करेंगी। इसके साथ उन्होंने लिखा, 'यह साल मुझे तोड़ेगा नहीं। यह वह साल होगा जिसमें मैं तूफ़ान से भी ऊंचा उठूंगी। यह वह साल होगा जिसमें मैं हर वह चीज वापस हासिल करूंगी जो मुझसे छीन ली गई थी।' क्या है पूरा मामला? एक्ट्रेस सेलिना जेटनी ने 21 नवंबर को मुंबई की अदालत में तलाक की याचिका दायर की है। इस याचिका पर 24 नवंबर को सुनवाई हुई, जिसके बाद उनके पति पीटर हाग को लीगल नोटिस जारी किया गया है, जो ऑस्ट्रेलियाई बिजनेसमैन हैं। एक्ट्रेस ने आरोप लगाया है कि पति पीटर ने उनका इमोशनली और फिजिकली शोषण किया है, जिसके चलते वो ऑस्ट्रेलिया छोड़कर भारत आने के लिए मजबूर हुईं। फिलहाल सेलिना के बच्चे पिता के साथ रह रहे हैं, सेलिना ने उनकी कस्टडी की भी मांग की है। याचिका में एक्ट्रेस ने कहा कि बच्चे होने के बाद पीटर ने अलग-अलग बहानों से उन्हें काम करने से रोक दिया। इससे उनकी फाइनेंशियल इंडिपेंडेंसी पर असर पड़ा और उनकी गरिमा छीनी। वो समय-समय पर पीटर की अनुमति से केवल छोटे प्रोजेक्ट ही कर पाती थीं। उनकी याचिका में बताया गया है कि पीटर ने इसी साल अगस्त में ऑस्ट्रिया की एक अदालत में तलाक का आवेदन दायर किया था। बता दें कि सेलिना ने पीटर हाग ने साल 2010 में ऑस्ट्रिया में शादी की थी। दोनों के तीन बच्चे विंस्टन, विराज और आर्थर हैं। 2012 के मार्च में कपल जुड़वां बेटों के पेरेंट्स बने थे। फिर 2017 में एक्ट्रेस ने जुड़वां बेटों को जन्म दिया, जिनमें से एक की हाइपोप्लास्टिक हार्ट कंडीशन के कारण मौत हो गई।
भारतीय महिला क्रिकेटर टीम की मेंबर स्मृति मंधाना और म्यूजिक डायरेक्टर पलाश मुछाल की शादी पोस्टपोन होने के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इसी बीच मैरी डि'कोस्टा नाम की युवती के साथ पलाश का एक चैट सामने आया है। बाद में मैरी डि'कोस्टा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से सभी पोस्ट डिलीट कर दी और अकाउंट को प्राइवेट कर लिया। बताया जा रहा है कि युवती ने अपने अकाउंट से एक पोस्ट करते हुए यह भी लिखा था कि मैं कभी उससे नहीं मिली। स्मृति और पलाश की शादी पोस्टपोन होने के बाद मंगलवार को दिनभर पलाश पर स्मृति को धोखा देने जैसी बातें चर्चा में रहीं। कथित चैट को लेकर कहा जा रहा है कि पलाश और एक कोरियोग्राफर के बीच बातचीत हुई। हालांकि इस वायरल चैट की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं दोनों परिवारों की तरफ से भी इस चैट को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जिस युवती के साथ पलाश की चैट सामने आने का दावा किया जा रहा है, उसने अपने अकाउंट से सभी पोस्ट डिलीट करने से पहले लिखा था कि पॉइंट ये है कि मैं कभी उससे नहीं मिली। 23 नवंबर को होनी थी पलाश-स्मृति की शादीस्मृति मंधाना और पलाश मुछाल की शादी 23 नवंबर को सांगली में होनी थी। हल्दी, मेहंदी और संगीत जैसी सभी रस्में पहले ही हो चुकी थीं। परिवार और करीबियों के बीच खुशी का माहौल था। शादी से कुछ घंटे पहले ही स्मृति के पिता श्रीनिवास मंधाना की तबीयत अचानक बिगड़ गई। नाश्ता करते समय उन्हें गंभीर असहजता महसूस हुई और बाद में हार्ट-अटैक जैसे लक्षण सामने आए। ट्रीटमेंट के बाद हॉस्पिटल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है की उनकी एंजियोग्राफी हुई है, जिसमें हार्ट में ब्लॉकेज की जानकारी सामने नहीं आई है। पलाश की मां बोलीं- दोनों परिवार स्ट्रेस में हैंपलाश की मां अमिता मुछाल ने कहा- पलाश ने जैसे ही सुना कि स्मृति के पिता को हार्टअटैक आया है, वह रोने लगा। हम उन्हें यलो फीवर (पीलिया) की वजह से बाहर नहीं जाने दे रहे थे, लेकिन पलाश उनसे जाकर मिलना चाहता था। पलाश श्रीनिवास जी की बहुत इज्जत करता है। यह खबर उसके लिए बहुत बड़ा झटका थी। तब पलाश ने सबसे पहले कहा कि पहले उनकी तबीयत ठीक होने दो, फिर हम शादी करेंगे। स्मृति के पिता के हॉस्पिटल में भर्ती होने के कुछ ही घंटों में खबर आई कि पलाश को भी बेचैनी की वजह से हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। शादी से पहले दो बड़ी दिक्कतों ने दोनों परिवारों पर स्ट्रेस में डाल दिया है और अब सबका ध्यान श्रीनिवास मंधाना की हेल्थ को बेहतर बनाने पर है। डॉक्टर बोले- श्रीनिवास को ऑब्जर्वेशन में रखना जरूरीअस्पताल के डायरेक्टर डॉ. नमन शाह ने स्मृति के पिता श्रीनिवास मंधाना की हेल्थ के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि सुबह 11.30 बजे श्रीनिवास मंधाना को बाईं ओर सीने में तेज दर्द महसूस होने के बाद हार्टअटैक के लक्षण दिखने लगे। उन्हें तुरंत सांगली के सर्वहित अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर में शिफ्ट किया गया। उनके कार्डियक एंजाइम में थोड़ी बढ़ोतरी देखी गई है, इसलिए उन्हें लगातार ऑब्जर्वेशन में रखना जरूरी है। हमारे कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रोहन थानेदार ने भी उनकी जांच की है। इको कार्डियोग्राम में कोई नई सीरियस बात नहीं मिली। डॉ. शाह ने कहा, “उन्हें लगातार ECG मॉनिटरिंग की जरूरत है और जरूरत पड़ने पर एंजियोग्राफी भी करवानी पड़ सकती है। उनका ब्लड प्रेशर अभी थोड़ा बढ़ा हुआ है, इसलिए लगातार मॉनिटरिंग जरूरी है। यह शायद फिजिकल या मेंटल स्ट्रेस की वजह से है। शादी की तैयारियों, भीड़ और सीजन के बहुत ज्यादा स्ट्रेस ने भी इस पर असर डाला होगा। स्मृति-पलाश की शादी की डेट पर कोई अपडेट नहीं पिता की तबीयत खराब और शादी टालने के फैसले के बाद स्मृति ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से सभी प्री-वेडिंग तस्वीरें और वीडियो हटा दिए हैं। टीम इंडिया की साथी खिलाड़ियों जैसे जेमिमा ने भी अलग-अलग प्री-वेडिंग सेरेमनी के वीडियो सोशल मीडिया से हटा दिए हैं, जिसके बाद अलग-अलग बातें की जा रही हैं। हालांकि, परिवार ने अभी तक शादी की नई तारीख का ऐलान नहीं किया है, जिससे फैंस में कंफ्यूजन बनी हुई है और सोशल मीडिया पर अफवाहें फैल गई हैं। जानिए कौन हैं मैरी डि'कोस्टा, जिनसे विवाद जुड़ रहा स्मृति मंधाना और पलाश मुछाल की शादी स्थगित होने के बाद सोशल मीडिया पर कई दावे किए जा रहे हैं। इनमें एक दावा यह भी था कि शादी में आई कोरियोग्राफर के साथ किसी तरह के विवाद के कारण सारी घटना हुई हैं। हालांकि दैनिक भास्कर इन दावों की पुष्टि नहीं कर रहा है। लेकिन इन दावों का केंद्र बनीं कोरियोग्राफर मैरी डि'कोस्टा कौन है? ये जानकारी लेने की कोशिश की गई है। न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, मैरी के बारे में पब्लिक डोमेन में बहुत ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है। केवल इतना पता लगा है कि वह कोरियोग्राफर हैं, जो शादी समारोह से जुड़े डांस आइटम्स की निगरानी कर रही थीं। उनके और पलाश के बीच 'फ्लर्टिंग' वाली वॉट्सऐप चैट्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनकी पुष्टि नहीं की जा सकती है। ये खबर भी पढ़िए... 1. स्मृति मंधाना और पलाश मुछाल की शादी टली महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना और म्यूजिक डायरेक्टर पलाश मुछाल की आज होने वाली शादी फिलहाल टल गई है। यह शादी महाराष्ट्र के सांगली में होनी थी, लेकिन स्मृति के पिता की तबीयत खराब होने के कारण अब यह समारोह स्थगित कर दिया गया है। यह जानकारी स्मृति के मैनेजर तुहिन मिश्रा ने दी है। पढ़ें पूरी खबर... 2. पलाश-स्मृति की शादी 23 नवंबर को:महाराष्ट्र के सांगली में विवाह सूत्र में बंधेंगे संगीतकार और फिल्म निर्देशक पलाश मुछाल भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार प्लेयर स्मृति मंधाना के साथ इसी महीने विवाह सूत्र में बंधने जा रहे हैं। दोनों के परिवारों में इस ग्रैंड वेडिंग को लेकर जबरदस्त उत्साह है। तैयारियां भी जोरों पर हैं। पढ़ें पूरी खबर...
हिंदी सिनेमा के ही-मन धर्मेंद्र के निधन के बाद हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। ऐसे में मंगलवार को गोवा में 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में भी एक्टर को श्रद्धांजलि दी गई। फिल्ममेकर राहुल रवैल ने धर्मेंद्र को याद करते हुए कहा कि वह न सिर्फ एक महान अभिनेता थे, बल्कि बहुत अच्छे इंसान भी थे। राज कपूर की फिल्म मेरा नाम जोकर में धर्मेंद्र ने महेंद्र कुमार की भूमिका निभाई थी। इसे याद करते हुए राहुल रवैल ने कहा कि धर्मेंद्र बहुत मेहनती और लगनशील अभिनेता थे। वह हर दिन शाम की फ्लाइट से दिल्ली जाते, रात 5 बजे तक शूटिंग करते और फिर मुंबई लौटकर आदमी और इंसान की शूटिंग करते थे। रवैल ने बेताब (1983) की शूटिंग के बारे में भी बताया कि कश्मीर में फिल्म की शूटिंग के दौरान लोग धर्मेंद्र को देखने के लिए बड़ी संख्या में इकट्ठा होते थे। फिल्म रिलीज होने के बाद धर्मेंद्र हर दिन अपने बेटे की फिल्म गैटी सिनेमा में देखने जाते और फिर उत्साह से फिल्म पर चर्चा करते। वहीं, आज उनके बच्चे पिता की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। रवैल ने कहा कि धर्म जी ऐसे इंसान थे, जिनका जीवन जश्न मनाने लायक था, क्योंकि उन्होंने लोगों को बहुत खुशी दी। उनका निधन फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति है। 24 नवंबर को हुआ था धर्मेंद्र का निधन बता दें, धर्मेंद्र 10 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट होने से पहले 31 अक्टूबर को भी एडमिट हुए थे। तब भी उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई थी। हालांकि जब 10 नवंबर को वे भर्ती हुए तो परिवार के करीबी सूत्र ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया था कि धर्मेंद्र की हालत नाजुक है और उनकी बेटियों अजेता-विजेता को भी विदेश से भारत बुला लिया गया है। तब बॉबी देओल भी अल्फा फिल्म की शूटिंग छोड़कर हॉस्पिटल पहुंचे थे। 12 नवंबर को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसके बाद घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। लेकिन फिर 24 नवंबर को उनका निधन हो गया।
24 नवंबर को 89 साल की उम्र में हिंदी सिनेमा के ही-मैन धर्मेंद्र का निधन हो गया। उनके जाने के बाद से लोग उनसे जुड़ी यादें और किस्से शेयर कर रहे हैं। ऐसे में अभिनेता निकितिन धीर ने सोशल मीडिया पर एक बेहद भावुक पोस्ट लिखा। उन्होंने बताया कि जब उनके पिता पंकज धीर का निधन हुआ था, उस समय धर्मेंद्र खुद आईसीयू में थे। इसके बावजूद उन्होंने उनकी मां को फोन करके संवेदनाएं व्यक्त की थीं और कहा था कि चिंता न करें, वह जल्द ही घर लौट आएंगे। निकितिन धीर ने धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और पिता पंकज धीर की कुछ तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कीं। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, मेरे पापा और मैं अक्सर यह चर्चा करते थे कि हमारी फिल्म इंडस्ट्री का सबसे सफल हीरो कौन है। वह बिना झिझक कहते धरम अंकल। वह हमेशा कहते थे कि वह सबसे मर्दाना, सबसे हैंडसम, सबसे विनम्र और उनका दिल बिल्कुल ओरिजिनल सोने जैसा दिल है। जब मेरे पापा का देहांत हुआ, तो धरम अंकल ने ICU से मेरी मां को फोन किया और अपना प्यार और संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने मां से कहा कि वह जल्द ही घर वापस आ जाएंगे, चिंता न करें। निकितिन धीर ने आगे लिखा, उनका जाना बेहद व्यक्तिगत दुख जैसा लगता है। हम उनकी गोद में ही बड़े हुए हैं। उनसे हमेशा बस प्यार और आशीर्वाद ही मिला। उन्हें हमेशा उस मुस्कान के साथ देखा, जो कमरे को रोशन कर देती थी। उनका हाथ हमेशा हमें आशीर्वाद देने के लिए उठा रहता था। सिनेमाजगत में आपके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद। हमारे बचपन को खुशी से भर देने के लिए धन्यवाद। यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि एक पुरुष कैसा हो सकता है और उसे कैसा होना चाहिए। आपके छोड़े हुए खालीपन को कोई कभी नहीं भर सकता। धर्मेंद्र जैसा दूसरा कोई कभी नहीं होगा। बता दें, धर्मेंद्र 10 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट होने से पहले 31 अक्टूबर को भी एडमिट हुए थे। तब भी उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई थी। हालांकि जब 10 नवंबर को वे भर्ती हुए तो परिवार के करीबी सूत्र ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया था कि धर्मेंद्र की हालत नाजुक है और उनकी बेटियों अजेता-विजेता को भी विदेश से भारत बुला लिया गया है। तब बॉबी देओल भी अल्फा फिल्म की शूटिंग छोड़कर हॉस्पिटल पहुंचे थे। 12 नवंबर को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसके बाद घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। लेकिन फिर 24 नवंबर को उनका निधन हो गया।
वेटरन एक्टर धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र में 24 नवंबर को निधन हो गया। लीजेंड्री एक्टर के निधन को हिंदी सिनेमा के लिए बड़ी क्षति मानी जा रही है। उनके साथ कई फिल्मों मे साथ काम कर चुकीं एक्ट्रेस अनीता राज ने दैनिक भास्कर के साथ अपनी यादें शेयर की हैं। इस दौरान वो इमोशनल भी हुईं। उन्होंने कहा- ‘यह अविश्वसनीय है। मेरे पास कोई अल्फाज नहीं हैं, जो यह बयां कर सके कि इतने बड़े कलाकार, इतने अच्छे इंसान आज हमारे बीच में नहीं हैं। यह बहुत दुख की बात है। मेरे लिए तो यह व्यक्तिगत क्षति है, क्योंकि धरम जी सिर्फ सह-कलाकार नहीं, बल्कि परिवार के सदस्य जैसे थे।’ एक न्यू कमर को मिला बेपनाह सपोर्ट मैंने उनके साथ छह-सात फिल्में कीं। उनके साथ मेरी पहली फिल्म 'नौकर बीवी का' थी। उस समय मैं बिल्कुल ही नई थी। मगर उन्होंने कभी यह नहीं दिखाया कि वह इतने सीनियर हैं और एक न्यू कमर के साथ काम कर रहे हैं। यही उनकी सबसे बड़ी चीज थी। वह इतना सपोर्ट करते थे, इतना इनकरेज करते थे। वह हमेशा कहते थे एक बात याद रखना, एक अच्छा इंसान और एक थोड़ा मीडिओकर एक्टर जिंदगी भर चलता है, लेकिन अगर एक इंसान अच्छा नहीं हो और एक्टिंग बहुत अच्छा हो, वो बहुत कम चलता है। यह बात मैं हमेशा से अब तक अपने साथ लेकर चली हूं। उनका मानना था कि अगर आप एक अद्भुत इंसान हैं, तो आप इस इंडस्ट्री में बने रहेंगे। और धरम जी तो इस मामले में, भूल जाइए... वह एक अद्भुत इंसान और एक अद्भुत एक्टर थे। परिवार से जुड़ाव हमारा संबंध सिर्फ काम तक सीमित नहीं था। मेरे हसबैंड के अंकल, अर्जुन हिंगोरानी ने ही उन्हें इंडस्ट्री में इंट्रोड्यूस किया था। तो वह तो बिल्कुल हमारी फैमिली के जैसे थे। वह हमेशा कहते थे कि ये हिंगोरानी जो है, वो मेरी फैमिली है। यह सुनकर ही मुझे बहुत अच्छा लगता था। बस अब यही प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले और वह हमेशा सुखी रहें। हमारे लिए तो वह अभी तक यहीं हैं और हमेशा रहेंगे, उनकी फिल्मों में, हमारी यादों में। एक्टिंग सीखने का नजरिया वह किरदारों को जिस तरह से एप्रोच करते थे, वह देखने लायक होता था। 'नौकर बीवी का' एक कॉमेडी मूवी थी, मगर वह उस कॉमेडी में भी इमोशन्स ले आते थे। वह इमोशन से कॉमेडी में और कॉमेडी से इमोशन में इतनी सहजता से ट्रांजिशन करते थे कि सीखने लायक था। एक बार मैंने उनसे कहा कि मैं आपसे बहुत कुछ सीखती हूं। इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा था- ये एक एक्टर जिंदगी भर सीखता है। एक्टिंग... जिस दिन इसमें एक एक्टर ने बोल दिया कि मैं एक्टर बन चुका, उसका डाउनफॉल आ गया। वह कहते थे कि एक्टिंग एक पैशन होना चाहिए और आदमी जब तक करता रहे तब तक सीखता रहे। आज भी जब हम सेट पर जाते हैं, नए एक्टर्स को देखते हैं, उनसे भी सीखते हैं। यह छोटी-छोटी बातें, जो उन्होंने मुझे तब सिखाई थीं, वह अभी जब पता चला कि वह नहीं हैं, तो बहुत याद आती हैं। अनुशासन और फिटनेस वह शुरू से ही फिटनेस फ्रीक थे। वह सेट पर एकदम डिसिप्लिन में रहते थे। उनका खाना-पीना बिल्कुल सही होता था। मुझे याद है, तीन-चार साल पहले मैं उनसे इंडियन आइडल के सेट पर मिली थी। उन्होंने मुझे देखते ही कहा, तू तो वैसी की वैसी है! जब मैंने हंसकर कहा, जी, तो वह बोले, तुम बहुत एक्सरसाइज करती हो, मैंने सुना। मैंने कहा, हां जी। उन्होंने कहा, वेरी गुड! बस ऐसे ही करते रहो, क्योंकि एक्सरसाइज से बढ़कर कोई चीज नहीं है। अपने खाने पीने का ध्यान रखो, आदमी हमेशा जवान लगेगा। उनसे मिलकर फिर एक नई सीख मिली। एक अच्छा इंसान धरम जी की सबसे बड़ी खासियत थी कि वह सेट पर सभी की बराबर इज्जत करते थे। हम एक्टर्स को तो इज्जत मिल जाती है, लेकिन वह वर्कर्स, लाइट मैन, और बिहाइंड दी सीन्स काम करने वालों की भी उतनी ही इज्जत करते थे। जब आउटडोर शूटिंग होती थी, तो वह वर्कर्स के साथ बैठते थे, बातें करते थे। वह कहते थे, इनको इज्जत पहले मिलनी चाहिए। उनके लिए बिहाइंड दी कैमरा वाले लोग भी उतने ही इम्पोर्टेन्ट थे जितने कैमरा के आगे वाले। हमारा जमाना बहुत अच्छा था। वैनिटी वैन नहीं होती थी तब, सब मिलकर बैठते थे, खाना खाते थे, बातें करते थे। आज सब अपनी-अपनी वैनिटी वैन में चले जाते हैं। वो अपनेपन का जो माहौल धरम जी क्रिएट करते थे, वह आज भी मेरे लिए एक अलग ही दौर है। वह हमेशा हमारे साथ रहेंगे। बस हम सब यही प्रार्थना करते हैं कि हम उनको ऐसे ही जीवित रखें—उनकी यादों में, उनकी फिल्मों में।
धर्मेंद्र के निधन के बाद पूरे फिल्म उद्योग में शोक की लहर है। इस बीच अभिनेत्री और राजनीति में सक्रिय जया प्रदा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में अपने और धर्मेंद्र जी के रिश्तों, उनके साथ की गई फिल्मों और आखिरी मुलाकात को याद करते हुए भावुक हो उठीं। धर्मेंद्र के साथ बिताए पलों को याद करते हुए जया प्रदा ने कहा कि उनका जाना सिर्फ एक अभिनेता का जाना नहीं, बल्कि एक व्यक्तित्व, एक दौर का खत्म होना है। उन्होंने बताया कि कैसे धर्मेंद्र जी की सादगी, उनका अपनापन और उनका ह्यूमर सेट पर सभी को अपना बना लेता था।उनके अनुसार, धर्मेंद्र सिर्फ सिल्वर स्क्रीन के हीरो नहीं थे, बल्कि असल जिंदगी में भी उतने ही बड़े दिल वाले इंसान थे। जया प्रदा का कहना है कि धर्मेंद्र जैसा स्टार और इंसान दोबारा शायद ही पैदा हो। धर्मेंद्र की निधन की खबर सुनकर आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या थी? आखिरी मुलाकात आपकी उनके जाने से पहले कब हुई? मैं यही कहना चाहूंगी कि यह बॉलीवुड के लिए सबसे बड़ा लॉस है। धर्मेंद्र जी ने अपने करियर में चाहे वो रोमांटिक, ड्रामा या एक्शन हर तरह के रोल निभाए हैं। इंडस्ट्री में आने से पहले से ही मैं उनकी फैन रह चुकी थी। वो इंडस्ट्री के लिए एक वरदान थे। मुझे अपने ऊपर गर्व है कि मैंने उनके साथ 17-18 फिल्मों में काम किया है। उनकी पर्सनैलिटी और लोकप्रियता का कोई जवाब नहीं था। अगर कभी वो सेट पर किसी बात पर गुस्सा हो जाते, तो उन्हें कोई रोक नहीं सकता था। लेकिन अगर हंसते-मुस्कुराते तो सेट का माहौल मजेदार हो जाता था। मैं उनसे दो महीने पहले ही मिली थी। 2-3 घंटे तक हमने खूब गप्पें मारें, शेरो-शायरी की। यकीन नहीं होता कि वो इतनी जल्दी चले जाएंगे। वो कहते थे कि मैं डांस और कैमरा के साथ रोमांस करने पर शर्माता था। क्या ऐसा कोई किस्सा आपके पास है जिसे आप बताना चाहें? जी, बहुत ही शर्मीले किस्म के थे धर्मेंद्र जी। डायलॉग भी बोलते समय अगर सेट पर ज़रा भी शोर होता तो सभी को साइलेंट करवा देते थे। कमाल की स्पॉन्टेनिटी थी उनके अंदर हमें तैयार होना पड़ता था यह सोचकर कि पता नहीं अगले सीन में वो क्या बोल देंगे। पीठ पीछे किसी की बुराई या चुगली करने की आदत नहीं थी। वो मरते दम तक सिर्फ और सिर्फ एक्टिंग करना चाहते थे। आपकी और धर्मेंद्र की केमिस्ट्री को बड़े पर्दे पर बहुत प्यार मिला है। ऐसी कौन-सी खास चीज थी जो आपकी जोड़ी को बाकियों से अलग करती थी? उनका मिजाज बहुत प्यारा था। जब मैं उनसे मिलने गई, तो मुझे बैठाकर कहने लगे “बहुत वक्त हो गया है तुमसे मिले हुए, जया।” फिर हमने साथ में “आपकी नजरों ने समझा, प्यार के काबिल हमें…” गुनगुनाया। हमेशा इसी तरह का ही मूड रहता था उनका। धर्मेंद्र के फैंस और उनके साथ काम करने वालों के लिए क्या संदेश देना चाहेंगी? मैं अच्छे से जानती और समझती हूं कि फैंस बहुत दुखी हैं। वो उन्हें आखिरी क्षणों में देखना भी चाहते थे। दिल से बहुत बड़े इंसान थे धर्मेंद्र।
बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र का अपने पैतृक गांव डांगो और रिश्तों से कितना गहरा लगाव था, इसकी गवाही आज भी उनके गांव के लोग देते हैं। अभिनेता का जन्म भले ही नसराली में हुआ था लेकिन उनके दिल में हमेशा डांगो बसा रहा। जहां उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती 3 साल बिताए। बाप-दादा की जमीन से धर्मेंद्र को विशेष लगाव था। धर्मेंद्र के पिता के हिस्से की जमीन की देखभाल उनके चाचा व चाचा के बेटे कर रहे थे। धर्मेंद्र के चाचा गांव में पैदा होने वाली फसल में से कुछ हिस्सा व अन्य सामान अक्सर मुंबई लेकर जाते थे। धर्मेंद्र को उनके पिता ने कहा था कि पुरखों की जमीन को संभालकर रखना। इसी वजह से धर्मेंद्र ने अपने पैतृक गांव की जमीन अपने चाचा के पोतों के नाम कर दी ताकि वो गांव में रहकर पुरखों की जमीन को संभालकर रख सकें। पिता के तबादलों के कारण अलग-अलग जगह रहे धर्मेंद्रधर्मेंद्र के पिता केवल कृष्ण देओल एक टीचर थे। उन्होंने धर्मेंद्र को हमेशा अपने साथ रखा ताकि वह स्कूल में पढ़ाई कर सके। जब वो नसराली में थे तो धर्मेंद्र का जन्म वहां हुआ। उसके बाद पिता ने धर्मेंद्र व उनकी मां को अपने गांव डांगों में रखा। धर्मेंद्र तीन साल के हुए तो तब वो साहनेवाल स्कूल में थे तो परिवार को लेकर साहनेवाल चले गए। 19 कनाल 11 मरले जमीन भतीजों के नाम की धर्मेंद्र अपने भतीजों को अपना खून और जड़ समझते थे। इसी भावना के चलते उन्होंने अपने पैतृक गांव की 19 कनाल 11 मरले जमीन अपने भतीजों के नाम कर दी थी। उनके भतीजे बूटा सिंह जो लुधियाना की एक कपड़ा मिल में काम करते हैं, उन्होंने बताया कि कोई किसी को आधा किला भी नहीं देता लेकिन धर्मेंद्र उन्हें अपना खून समझते थे और इतनी बड़ी जमीन सौंप गए। दादा मिलने जाते थे मुंबईबूटा सिंह ने बताया कि जब धर्मेंद्र फिल्मों में काम करने के लिए बंबई मुंबई चले गए थे तब उनके दादाजी हर महीने उन्हें मिलने जाते थे। वे घर से खोया (मावा) निकालकर ले जाते थे। ट्रेन से बंबई पहुंचने में उन्हें 24 घंटे लग जाते थे। वे कभी बर्फी तो कभी साग बनाकर ले जाते थे। जिसे धर्मेंद्र बहुत चाव से खाते। धर्मेंद्र हमेशा कहते थे कि जब भी आना घर का खोया जरूर लेकर आना। बूटा सिंह ने बताया कि एक बार वह भी दादा के साथ मुंबई गए थे और एक महीना उनके यहां ही रहे। धर्मेंद्र अक्सर दादाजी से कहते थे कि चाचा जी, इसको यहीं छोड़ जाओ, इसकी जिंदगी बना देंगे, लेकिन दादाजी नहीं माने। बूटा सिंह को इस बात का अफसोस है कि अगर दादाजी मान जाते तो वह भी आज फिल्मों में होते। गांव वालों से मांगी माफी और खूब रोएधर्मेंद्र स्टार बनने के बाद शूटिंग के लिए 2013 में अपने पैतृक गांव डांगो आए थे, उस वक्त वह 78 वर्ष के थे। उनके आने की खबर से पूरा गांव खिल उठा था लेकिन धर्मेंद्र खुद मायूस नजर आ रहे थे। गांव आते ही वह सबसे पहले मिट्टी के घर में गए और गेट के पास से मिट्टी उठाकर माथे पर लगाई। घर के अंदर रुकने पर वह 10-15 मिनट तक फूट-फूटकर रोते रहे। मैं बहुत देर से आया मुझे माफ कर दोग्रामीणों ने बताया कि जब धर्मेंद्र गांव आए थे तो उन्होंने सबसे पहले सभी गांव वालों से माफी मांगी और कहा, मैं बहुत देर से आया हूं, मुझे माफ कर दो। उस वक्त लोगों में उनसे मिलने और फोटो खिंचवाने की उत्सुकता थी। वह एक घंटा रुकने के बाद वापस चले गए थे।इसके बाद वह 2015 में दूसरी बार गांव आए और इसी दौरान उन्होंने अपनी 19 कनाल 11 मरले जमीन अपने भतीजों के नाम करवा दी। साहनेवाल को मिली प्रसिद्ध डांगो रह गया गुमनामवहीं गांव के मास्टर जी ने बताया की धर्मेंद्र जब मुंबई गए तो उनके साथ साहनेवाल का नाम जुड़ गया। लोग धर्मेद्र का पैतृक घर साहनेवाल बताने लग गए। साहनेवाल को खूब प्रसिद्ध मिली और उनका पैतृक गांव डांगो गुमनाम रह गया। लेकिन बाद में धर्मेंद्र ने खुद कहा था कि लोग मुझे साहनेवाल का कहते हैं जबकि मेरा गांव डांगो है। वीडियो कॉल के जरिए करते थे गांव के लोगों से बातडांगो गांव के सरपंच हरदीप सिंह ने भी धर्मेंद्र अक्सर गांव में लोगों के साथ वीडियो कॉल के जरिए बात करते रहते थे और लोगों के बारे में पूछते थे। उन्होंने बताया कि उनकी चाची व भतीजे आज भी गांव में रहते हैं। उनके निधन से पूरा गांव शोक में है। धर्मेंद्र की चाची की उम्र 95 साल से ज्यादा हैं और अब वो ज्यादा बोल नहीं पाती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जब भी वो वीडियो कॉल करते थे तो चाची के बारे में सबसे पहले पूछते थे। उन्होंने बताया कि चाची ने जब से धर्मेंद्र की मौत के बारे में सुना है तब से बेहद दुखी हैं। जब वो गांव आए थे तो चाची ने उन्हें गले से भी लगाया था। ------------------- यह खबर भी पढ़ें... धर्मेंद्र का निधन, चोपड़ा बोले- मेरा यार चला गया, अब मुझे शिब्बू कौन पुकारेगा; जिगरी दोस्त ने बताई स्कूल से लेकर स्टार बनने की कहानी पंजाब के रहने वाले दिग्गज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं है। मगर, पंजाब के फगवाड़ा की गलियों में आज भी उनके कई मशहूर किस्से सुनाए जाते हैं। फगवाड़ा के लोग धर्मेंद्र को अपने घर का बेटा मानते हैं। धर्मेंद्र के निधन की खबर फगवाड़ा पहुंची तो लोगों के चेहरे उतर गए। (खबर पूरी पढ़ें)
बॉलीवुड के 'हीमैन' कहे जाने वाले एक्टर धर्मेंद्र का हरियाणा के सोनीपत में एक जबरा फैन है, जिसके घर से लेकर दुकान तक हर जगह धर्मेंद्र की तस्वीरें लगी हुई हैं। उन्होंने दुकान में बने मंदिर में भी धर्मेंद्र की तस्वीर रखी है और वे रोजाना उनकी पूजा करते हैं। पेशे से पेंटर विनोद को बचपन से ही धर्मेंद्र के प्रति ऐसी दीवानगी रही कि उन्होंने अपना नाम बदलकर धर्मेंद्र रख लिया। जब उनके बेटे का जन्म हुआ, तो उन्होंने धर्मेंद्र से ही नामकरण करवाते हुए उसका नाम हीमेंद्र रखा। उनकी दुकान में धर्मेंद्र की फिल्मों के 350 से अधिक पोस्टर लगे हैं। धर्मेंद्र ने करीब 300 फिल्मों में काम किया है और शायद ही कोई ऐसी फिल्म होगी जिसका पेंटर ने पोस्टर न लगाया हो। 24 नवंबर को धर्मेंद्र के निधन की खबर के बाद से सोनीपत में इस फैन का मन इतना उदास है कि उनके घर में एक दिन चूल्हा नहीं जला। वे नम आंखों से कहते हैं, मेरा भगवान दुनिया से चला गया, लेकिन मैं उन्हें अपने दिल-दिमाग में और हर पल जिंदा रखूंगा। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए विनोद उर्फ धर्मेंद्र’ की कहानी... बचपन से धर्मेंद्र के मुरीद-विनोद इंदोरा बने ‘धर्मेंद्र’सोनीपत में कोट मोहल्ला बीज मार्केट के रहने वाले विनोद इंदोरा बचपन से ही धर्मेंद्र की फिल्मों के मुरीद रहे हैं। 11वीं करने के बाद उन्होंने धर्मेंद्र की फिल्में देखनी शुरू कीं। विनोद बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र के इतने मुरीद हुए कि उन्होंने अपना नाम बदलकर धर्मेंद्र रख लिया। यहां तक की पेंटर धर्मेंद्र के नाम से ही वह सोनीपत के पुरखास अड्डा पर अपनी दुकान चलाते हैं। धर्मेंद्र साल 1992 से पेंटिंग का काम कर रहे हैं। उनके परिवार में पत्नी मंजू, दो बेटे हीमेंद्र और लक्की और एक बेटी प्रतिज्ञा है। परिवार में भी धर्मेंद्र की छाप-बेटे-बेटी के नाम फिल्मों से जुड़ेधर्मेंद्र पेंटर ने अपने एक बेटे का नामकरण बॉलीवुड स्टार धर्मेंद्र से करवाया था, और उन्होंने अपनी बेटी का नाम भी धर्मेंद्र की फिल्म 'प्रतिज्ञा' के नाम पर रखा है। वे अपने दूसरे बेटे लक्की का नाम भी धर्मेंद्र से ही रखवाना चाहते थे, लेकिन उनके ससुर ने कहा कि एक नाम उनकी इच्छा से भी रखा जाए, इसलिए उन्होंने लक्की नाम रखा। धर्मेंद्र का कहना है कि वह उन्हें अपना भगवान मानकर ही अपने काम की शुरुआत करते हैं। उन्होंने धर्मेंद्र का नाम अपनी दुकान पर लिखा है, तब से लोग उसे धर्मेंद्र का सबसे बड़ा फैन समझते हैं। उन्होंने ललकार, प्रतिज्ञा, मेरा गांव मेरा देश, शोले जैसी फिल्में कई बार देखी हैं। उनकी कोई भी फिल्म ऐसी नहीं छोड़ी है, जो उन्होंने न देखी हो। सभी फिल्मों के नाम मुंह जुबानी याद है। 2012 में पहली बार मुंबई में धर्मेंद्र से मुलाकातपेंटर धर्मेंद्र ने बताया कि वे बचपन से ही धर्मेंद्र से मिलने की चाह रखते थे। आखिरकार, 27 जनवरी 2012 को मुंबई में बॉबी देओल के जन्मदिन पर गए, जहां उनके दोस्त अजीत भी साथ थे। पहले दिन उन्होंने धर्मेंद्र का बंगला ढूंढा और जैसे ही वे बंगले के सामने पहुंचे, उन्होंने दरवाजे के सामने सिर रखकर नमन किया। अगले दिन, जन्मदिन की बधाई के साथ, वे धर्मेंद्र से मिलने पहुंचे। जब वे पहली बार धर्मेंद्र से मिले, तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि वे सच में धर्मेंद्र के सामने खड़े हैं। वे नतमस्तक हो गए और करीब 5-6 मिनट तक उनकी जुबान नहीं खुली। जब उनके साथी अजीत ने उनके फैन होने का जिक्र किया, तो धर्मेंद्र ने उन्हें गले लगा लिया। धर्मेंद्र ने फोन कर बेटे का नाम हीमेंद्र बतायापेंटर ने कहा कि जब वह पहली बार धर्मेंद्र से मिले तो उस समय उनकी पत्नी गर्भवती थीं। कुछ दिन बाद बेटे का जन्म हुआ। उन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक धर्मेंद्र नामकरण नहीं करेंगे, वे बेटे का मुंह नहीं देखेंगे। धर्मेंद्र ने अपने मैनेजर को बुलाकर नंबर दिया और जानकारी ली कि किस धर्म और कौन-से अक्षर पर नाम रखना है। इसके बाद 27 फरवरी 2012 को धर्मेंद्र के पोते करण का फोन आया और उन्होंने कहा कि दादाजी बात करेंगे। धर्मेंद्र ने परिवार का हाल पूछा और बताया कि उन्होंने बेटे का नाम हीमेंद्र रखा है। पेंटर धर्मेंद्र का कहना है कि दुनिया मुझे हीमैन के नाम से जानती है और धर्मेंद्र मेरा अपना नाम है, दोनों को जोड़कर हीमेंद्र रखा गया। 2015 में दूसरी बार मुलाकात, एल्बम गिफ्ट की2015 में पेंटर धर्मेंद्र दोबारा मुंबई गए। इस बार उन्होंने धर्मेंद्र की फिल्मों के पोस्टरों से बनी एक एल्बम भेंट की। दूसरी कॉपी पर धर्मेंद्र से ऑटोग्राफ भी लिए, जिसे वे आज भी संजोकर रखते हैं। उन्होंने सभी फिल्मों के नाम एक कविता के रूप में क्रमवार लिखे हुए हैं। इन्हें देखकर धर्मेंद्र भी उनके मुरीद हो गए थे। पेंटर धर्मेंद्र कहते हैं कि उनके भगवान भले ही दुनिया से चले गए हों, लेकिन उनके दिलों में वह आज भी जिंदा हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि उनके परिवार का सदस्य उनसे बिछड़ गया है। धर्मेंद्र के निधन की खबर पर उनके परिवार ने भोजन भी नहीं बनाया। दुकान में चारों तरफ लगे पोस्टर और धर्मेंद्र के साथ खींचे फोटो देखकर उनका काम करने का भी मन नहीं कर रहा। दिसंबर में तीसरी बार जाने वाले थे मिलनेपेंटर का कहना है कि 2024 में अपने जन्मदिन पर उन्होंने धर्मेंद्र की लंबी उम्र के लिए हवन किया था। इस बार, 8 दिसंबर को धर्मेंद्र के जन्मदिन पर वे तीसरी बार हीमेंद्र को लेकर मुंबई जाना चाहते थे, लेकिन इससे पहले ही धर्मेंद्र दुनिया को अलविदा कह गए। उनकी दुकान पर रोजाना काम करवाने वाले लोग आते हैं और धर्मेंद्र की फिल्मों के पोस्टर देखकर प्रभावित हो जाते हैं। हर उम्र का व्यक्ति उन्हें धर्मेंद्र का फैन बताता है और उनसे धर्मेंद्र के जीवन, मुलाकातों और किस्सों को सुनना चाहता है।
हरियाणवी लोक कलाकार और डांसर सपना चौधरी ने गुरुग्राम के GAV इंटरनेशनल स्कूल में अपने नए हरियाणवी गाने 'मेरी सासू की' का प्रमोशन किया। इस दौरान स्कूल परिसर में प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी। कार्यक्रम में सपना चौधरी के साथ अभिनेता प्रदीप नागर और गाने की पूरी स्टार कास्ट मौजूद रही। सभी कलाकारों ने स्टेज पर अपनी उपस्थिति से इवेंट को खास बनाया। मीडिया से बातचीत में सपना चौधरी ने कहा कि पूरे भारत में हरियाणवी कलाकारों को अब पहले से कहीं ज्यादा पसंद किया जा रहा है, जो हरियाणवी इंडस्ट्री के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि उनका नया गाना 'मेरी सासू की' रिलीज हो चुका है और दर्शकों को काफी पसंद आ रहा है। इसमें हरियाणवी कंटेंट का भी समावेश है। गानों पर प्रतिबंध लगाने अनुचित- सपना चौधरी हरियाणा पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह के गन कल्चर बैन वाले आदेश पर सपना चौधरी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि गाने हों या फिल्में, सभी मनोरंजन का हिस्सा हैं और इन्हें इसी नजरिए से देखा जाना चाहिए। उन्होंने गानों पर प्रतिबंध लगाने को अनुचित बताया। शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए सपना चौधरी ने कहा कि यह सभी के लिए आवश्यक है और किसी भी व्यक्ति को आगे बढ़ने की सबसे बड़ी ताकत देती है। कार्यक्रम में GAV इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन प्रदीप कौशिक ने सपना चौधरी और उनकी टीम को नए गाने की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं।
टीवी के पॉपुलर शो 'भाबी जी घर पर हैं' में 10 साल बाद बड़ा बदलाव होने जा रहा है। शो में 10 साल से अंगूरी भाभी का रोल निभाने वाली शुभांगी आत्रे ने शो को अलविदा कह दिया है। इससे पहले एक्ट्रेस शिल्पा शिंदे अंगूरी भाभी का किरदार निभाती थीं लेकिन 10 साल पहले शुभांगी ने उन्हें रिप्लेस किया था। अब खबरों की माने तो फिर से इस रोल में शिल्पा शिंदे की वापसी हो रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में शुभांगी ने अपनी जर्नी पर बात करते हुए कहा- 'मैंने हमेशा मिसेज कोहली से कहा था कि शो में मेरा सफर आन, बान और शान से शुरू होगा और वैसे ही खत्म होगा। मैं इससे अच्छे फेयरवेल की उम्मीद नहीं कर सकती थी। मुझे क्यों रिप्लेस किया जा रहा है, उसमें उलझने का कोई मतलब नहीं है। मैं इसे एक आशीर्वाद के रूप में देखती हूं। क्योंकि एक आर्टिस्ट के रूप में, मैं नए किरदारों को तलाशना चाहती हूं। यहां से निकलने के बाद फिर से काम की तलाश करूंगी। लाइफ में इतना कुछ देखने के बाद, अब मैं पूरी तरह से तैयार हूं और सिर्फ अपनी बेटी और काम पर फोकस कर रही हूं।' शुभांगी ने आगे कहा- ‘10 साल जिस शो का हिस्सा रही हूं, उसे छोड़ना इमोशनल कर रहा है। शो छोड़ना घर छोड़ने जैसा है। शूट के आखिरी दिनों में काफी इमोशनल हो गई थी। अंगूरी का किरदार मेरे लाइफ का हिस्सा बन गया था। मैं इस शो की शुक्रगुजार हूं क्योंकि इसने मुझे बहुत कुछ दिया है।’ शुभांगी ने शो में शिल्पा शिंदे की वापसी पर भी बात की। उन्होंने कहा- ‘मैं अब इस रिप्लेसमेंट गेम को खत्म कर रही हूं। मैंने अपनी मां से कहा कि शिल्पा ने इस शो को 9-10 महीने में छोड़ दिया था। उस वक्त मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे वो न्यूबॉर्न बेबी सौंपकर गई हैं। आज वो बच्चा 10 साल का हो गया है। अब मैं इसे वापस कर रही हूं। मैंने 10 साल तक उसे वैल्यू और संस्कार दिए। मैं शिल्पा शिंदे और पूरी टीम को इस शो के 2.0 वर्जन के लिए ऑल द बेस्ट कहूंगी।’ शुभांगी ने छोटे पर्दे पर एकता कपूर के शो 'कसौटी जिंदगी की' से करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद 'कस्तूरी' में मेन लीड में नजर आईं। इस शो से शुभांगी को काफी पॉपुलैरिटी मिली। 'भाबी जी घर पर हैं' शो से जुड़ने से पहले शुभांगी 'दो हंसों का जोड़ा' शो में भी नजर आई थीं। साल 2016 से वो 'भाबी जी घर पर हैं' में अंगूरी भाभी का किरदार निभा रही थीं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सेलिना जेटली ने अपने पति पीटर हाग के खिलाफ मुंबई की एक लोकल कोर्ट में डोमेस्टिक वायलेंस का केस किया है। सेलिना ने अपने पति पर इमोशनल, फिजिकल, सेक्शुअल अब्यूज जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने 50 करोड़ रुपए की मुआवजे के साथ हर महीने 10 लाख रुपए का मेंटेनेंस मांगा है। एक्ट्रेस की तरफ से 21 नवंबर को मुंबई की अदालत में याचिका दायर की गई थी। याचिका पर 24 नवंबर को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट एस सी ताड्ये ने सुनवाई की, जिसके बाद ऑस्ट्रियाई बिजनेसमैन और होटल व्यवसायी पीटर को नोटिस जारी किया गया। अपनी याचिका में सेलिना ने कहा कि उनके 48 वर्षीय पति एक आत्ममुग्ध और सेल्फ-एब्जॉर्ब्ड इंसान हैं, जो उनके या उनके बच्चों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं रखते हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके पति ने उन्हें इमोशनल, फिजिकल, सेक्शुअल और वर्बल अब्यूज किया है, जिसके कारण उन्हें ऑस्ट्रिया में अपना घर छोड़कर भारत लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। कानूनी फर्म करंजवाला एंड कंपनी की तरफ से फाइल की गई याचिका में एक्ट्रेस के लिए 10 लाख रुपए मासिक गुजारा भत्ता मांगा गया है। साथ ही अदालत से पीटर को उनके मुंबई स्थित घर में एंट्री करने से रोकने की मांग की गई है। एक्ट्रेस ने अपने तीन बच्चों की कस्टडी भी मांगी, जो फिलहाल ऑस्ट्रिया में पीटर के साथ रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे होने के बाद पीटर ने अलग-अलग बहानों से उन्हें काम करने से रोक दिया। इससे उनकी फाइनेंशियल इंडिपेंडेंसी पर असर पड़ा और उनकी गरिमा छीनी। वो समय-समय पर पीटर की अनुमति से केवल छोटे प्रोजेक्ट ही कर पाती थीं। उनकी याचिका में बताया गया है कि पीटर ने इसी साल अगस्त में ऑस्ट्रिया की एक अदालत में तलाक का आवेदन दायर किया था। बता दें कि सेलिना ने पीटर हाग ने साल 2010 में ऑस्ट्रिया में शादी की थी। दोनों के तीन बच्चे विंस्टन, विराज और आर्थर हैं। 2012 के मार्च में कपल जुड़वां बेटों के पेरेंट्स बने थे। फिर 2017 में एक्ट्रेस ने जुड़वां बेटों को जन्म दिया, जिनमें से एक की हाइपोप्लास्टिक हार्ट कंडीशन के कारण मौत हो गई। सेलिना के काम की बात करें तो उन्होंने नो एंट्री, अपना सपना मनी मनी, मनी है तो हनी है, गोलमाल रिटर्न्स और थैंक यू जैसी फिल्मों में काम किया है। सेलिना इंडस्ट्री में आने से पहले ब्यूटी पेजेंट विनर रह चुकी थीं। वो साल 2001 मिस फेमिना इंडिया की विनर थीं। इसके अलावा उसी साल हुए मिस यूनिवर्स कंपीटिशन में चौथे नंबर पर रही थीं।
टैरो कार्ड रीडर, एस्ट्रोलॉजर और हीलर रिन्ही सुबेरवाल ने 'बिग बॉस सीजन 19' में गौरव खन्ना के आने वाले सफर पर अपनी राय शेयर की है। उनके कार्ड उम्मीद, क्लैरिटी और मजबूत एनर्जी का मिक्सचर लाते हैं। रिन्ही गौरव खन्ना के मौजूदा फेज के बारे में बात करते ...
धर्मेंद्र के हाथों मिला था प्रियंका चोपड़ा को पहला साइनिंग अमाउंट, ही-मैन के निधन पर हुईं भावुक
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन ने हर किसी को दुखी कर दिया है। पीएम, राष्ट्रपति से लेकर बड़े-बड़े स्टार्स धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। प्रियंका चोपड़ा ने भी धर्मेंद्र के निधन पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया है। प्रियंका चोपड़ा ने ...
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (89) का सोमवार सुबह जुहू स्थित उनके घर में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था। सोमवार दोपहर को मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। धर्मेंद्र के निधन के बाद प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के.सी. बोकाड़िया ने दैनिक भास्कर से बातचीत में धर्मेंद्र को याद किया और उनके बारे में कई किस्से शेयर किए। के.सी. बोकाड़िया ने बताया कि वे बड़े अच्छे स्वभाव के थे। बहुत अच्छे इंसान और बहुत अच्छे आर्टिस्ट थे। उनके साथ कभी पैसों की दिक्कत नहीं होती थी। उनके साथ कभी एग्रीमेंट होता ही नहीं था। वे अक्सर कहते थे कि बोकाड़िया साहब! क्या साथ लेकर जाएंगे, अल्टीमेटली तो ये बातें ही रह जानी है। मैं कोशिश करता हूं कि मेरी वजह से किसी को ठेस नहीं पहुंचे। जबान से किसी पर वार नहीं करता हूं। धर्मेंद्र को बैडमिंटन खेलने का बेहद शौक था के.सी. बोकाड़िया ने बताया कि मद्रास में शूटिंग करने के दौरान वे मेरे बंगले पर बैडमिंटन खेलने आते थे। दरअसल धर्मेंद्र जब मद्रास में फिल्म 'इंसाफ कौन करेगा' की शूटिंग करने आए थे, तब पता चला कि वे बैडमिंटन खेलने का शौक हैं। उनके लिए 24 दिन के अंदर अपने बंगले में बैडमिंटन ग्राउंड बनवा दिया। इस बात से वे खुश होकर बोले- बोकाड़िया साहब! आपने तो कमाल कर दिया। वे मेरे घर पर ही वेजीटेरियन खाना खाते थे। मैं कहता था कि सॉरी सर! मैं नॉनवेज देता नहीं हूं, तब वे कहते थे कि जाट आदमी हूं। वैसे भी नॉनवेज कहां पसंद करता हूं। आप जो खिलाएंगे, खा लूंगा। मैं अन्न की कद्र करता हूं। मैं इन बातों में उलझता नहीं हूं। बहुत सिंपल इंसान थे। धर्मेंद्र को लेकर के.सी. बोकाड़िया ने यह भी बताया कि फिल्म 'इंसाफ कौन करेगा' की शूटिंग थी। उसमें जीवन कुमार के बेटे किरण कुमार कास्ट किए गए थे। सीन के मुताबिक धर्मेंद्र को किरन कुमार पर थप्पड़ मारना था। चूंकि जीवन और धर्मेंद्र अच्छे दोस्त थे, इसलिए धर्मेंद्र ने कहा कि अपने दोस्त के बेटे किरण कुमार को कैसे थप्पड़ मारूंगा। के.सी. बोकाड़िया ने आगे बताया कि इस फिल्म की शूटिंग के लिए हम पुष्कर गए थे। वहां पर 600 ऊंट के साथ शूट करना था। धर्मेंद्र ने एक ऊंट पर सवार होकर सैर करने चले गए, जब बड़ी देर तक वापस नहीं आए, तब कुछ ऊंटों पर सवार होकर उन्हें ढूंढने निकले। दूर से देखा कि वे हीरो की तरह एक टीले की तरफ से आ रहे हैं। वे पास आकर बोले- बेवकूफ हो क्या! धर्मेंद्र खो जाएगा क्या! धर्मेंद्र मरेगा, तब भी नहीं खोएगा। लोगों के दिलों में घुसा हुआ हूं। मुझे ढूंढना है, तब लोगों के दिलों में ढूंढो, यहां टीलों में क्या ढूंढते हो।
252 करोड़ के ड्रग्स मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर के भाई सिद्धांत कपूर एंटी नारकोटिक्स सेल के सामने पेश हुए हैं। सिद्धार्थ को एंटी नारकोटिक्स सेल के घाटकोपर यूनिट में पूछताछ के लिए बुलाया गया था। ANC ने सिद्धांत को पूछताछ के लिए एक बजे का समय दिया था। सिद्धांत को पूछताछ के लिए ये समन 21 नवंबर को मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल की तरफ से भेजा गया था। ANC ने इससे पहले पॉपुलर इन्फ्लूएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को भी समन किया था। हालांकि, ओरी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंटी नारकोटिक्स सेल की घाटकोपर यूनिट ने ओरी को दूसरा समन भी भेजा है। इसके मुताबिक, उन्हें 26 नवंबर यानी कि बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। बता दें कि इससे पहले भी सिद्धांत का नाम ड्रग्स केस में आ चुका है। साल 2022 में बेंगलुरु की एक रेव पार्टी में अवैध ड्रग्स लेने के आरोप में पुलिस ने उन्हें फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया था। पूरा मामला क्या है जानिए? इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एंटी नारकोटिक्स सेल ने अगस्त में दाऊद इब्राहिम के साथ काम करने वाले ड्रग तस्कर सलीम डोला के बेटे ताहेर डोला को दुबई से प्रत्यर्पित किया था। पूछताछ के दौरान ताहेर डोला ने बयान में कहा कि उसके द्वारा भारत और विदेशों में आयोजित होने वाली ड्रग्स पार्टियों में बॉलीवुड एक्टर्स, मॉडल्स, रैपर्स, फिल्ममेकर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदार भी शामिल होते थे। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ताहेर डोला ने दावा किया है कि इन पार्टीज में ड्रग (मेफेड्रोन) सप्लाई की जाती है। इन पार्टी में शामिल होने वाले लोगों में श्रद्धा कपूर, भाई सिद्धार्थ कपूर, अलीशा पारकर (हसीना पारकर का बेटा), नोरा फतेही, ओरी उर्फ ओरहान अवात्रामणि, पॉपुलर फिल्ममेकर जोड़ी अब्बास-मस्तान, रैपर लोका और बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी भी शामिल हैं। बता दें कि श्रद्धा कपूर ने साल 2017 में रिलीज हुई दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर में हसीना का रोल प्ले किया था। जबकि उनके भाई सिद्धार्थ कपूर दाऊद इब्राहिम के रोल में थे। नोरा फतेही ने दी आरोपों पर सफाई नोरा फतेही ने ड्रग केस में नाम आने के बाद सफाई देते हुए लिखा है, मैं पार्टियों में नहीं जाती, मैं हमेशा फ्लाइट्स पर रहती हूं, मैं वर्कहॉलिक हूं, मेरी कोई पर्सनल लाइफ नहीं है, मैं ऐसे लोगों के साथ जुड़ती भी नहीं हूं और अपनी छुट्टी के दिनों में मैं दुबई में बीच पर या अपने हाई स्कूल दोस्तों के साथ घर पर होती हूं। मैं अपना पूरा दिन और रात अपने सपनों और लक्ष्यों को पूरा करने में लगाती हूं। आगे उन्होंने लिखा है, जो भी पढ़ते हो, उस पर भरोसा मत करो। लगता है मेरा नाम इस्तेमाल करना बहुत आसान है। लेकिन इस बार मैं ऐसा होने नहीं दूंगी। ये पहले भी हुआ है, आप लोगों ने झूठ फैलाकर मुझे बर्बाद करने की कोशिश की थी, लेकिन वो कामयाब नहीं हुई। मैंने चुपचाप देखा जब हर कोई मेरी छवि खराब करने, मेरा नाम बदनाम करने और मुझे क्लिकबेट की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था। कृपया मेरा नाम और मेरी तस्वीर उन मामलों में इस्तेमाल करने से बचें जिनका मुझसे जरा भी संबंध नहीं है। इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (89) का सोमवार सुबह जुहू स्थित उनके घर में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था। सोमवार दोपहर को मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। फिल्म शोले धर्मेंद्र के करियर की सबसे हिट फिल्मों में से एक रही है। इस फिल्म को सलीम-जावेद ने लिखा था। धर्मेंद्र के निधन के बाद सलीम-जावेद की जोड़ी के जावेद अख्तर ने दैनिक भास्कर से बातचीत में दुख जताया और उनके साथ जुड़ी यादें शेयर कीं। फिल्म राइटर जावेद अख्तर ने धर्मेंद्र को लेकर बताया कि धर्मेंद्र जी से पहली मुलाकात फिल्म 'यकीन' के दौरान हुई। एक दिन मैं डायरेक्टर बृज और प्रोड्यूसर देवेंद्र वर्मा के साथ फिल्मिस्तान पहुंचा। वहां साधना और धर्मेंद्र 'ये दिल दीवाना है' की शूटिंग कर रहे थे। मैं 175 रुपए महीने कमाने वाला असिस्टेंट था, लेकिन इतने बड़े स्टार ने मुझ जैसे नए लड़के से जिस आत्मीयता से बात की, वह आज तक याद है। मुंबई में उनका घर हमेशा खुला रहता था- जैसे पंजाब का कोई पिंड, जहां गांव की मिट्टी सांस ले रही हो। जावेद अख्तर ने आगे बताया कि वे उस अपनेपन का पुल थे, जिसके सहारे पूरी फिल्म इंडस्ट्री परिवार जैसी लगती थी। उन्हें उर्दू और शायरी से मोहब्बत थी। पर्दे के ही-मैन धर्मेंद्र शायराना मिजाज के थे। उन्हीं का शेर है, जो जीवन के सच को दो लाइनों में बता देता है- सब कुछ पाकर भी हासिल-ए-जिंदगी कुछ भी नहीं, मैंने देखे हैं एक से एक सिकंदर खाली हाथ जाते हुए। धर्मेंद्र के व्यक्तित्व को लेकर जावेद ने बताया कि धर्मेंद्र जी का व्यक्तित्व हमेशा दो परतों में दिखता था-ऊपर से सख्त, भीतर से बेहद नरम। एक बार वे एक फिल्म में डबल रोल कर रहे थे। एक सीन में ब्लू कॉन्टैक्ट लेंस की वजह से तकलीफ में थे। मैंने उन्हें डायलॉग का गलत पन्ना दे दिया। वे इतना नाराज हुए कि झुंझलाहट में कागज फेंक दिए। मुझे लगा अब डांट ही मिलेगी, लेकिन थोड़ी देर बाद उन्होंने मेकअप रूम में बुलाया और माफी मांगी। उर्दू के दीवाने थे धर्मेंद्रजावेद अख्तर ने बताया कि धर्मेंद्र को उर्दू भाषा और शायरी से गहरा प्रेम था। उन्होंने कहा, “वो अपने डायलॉग उर्दू में पढ़ते और लिखते थे। शायरी के बेहद शौकीन थे। जब मेरी किताब प्रकाशित हुई थी, तो उन्होंने शबाना से उसका ऑटोग्राफ लेकर रख लिया था। उन्हें उर्दू अदब और कविता से गहरा लगाव था। धरम जी खुद भी अक्सर गजलें सुनाया करते थे।” (जैसा अरविंद मंडलोई को बताया) धर्मेंद्र से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें धर्मेंद्र फैमिली ट्री:बॉलीवुड ही नहीं राजनीति में भी देओल परिवार का दबदबा, बेटे सनी-बॉबी से अमीर भतीजे अभय देओल; बेटी ईशा ने तोड़ी परंपरा भारतीय सिनेमा के सबसे चर्चित अभिनेताओं में एक धर्मेंद्र को मोस्ट हैंडसम का तमगा मिला। मिडिल क्लास पंजाबी जाट परिवार से आने वाले धर्मेंद्र ने खेत-खलिहान से निकल कर बॉक्स ऑफिस की सफलता देखी। पूरी खबर यहां पढ़ें... शोले' की शूटिंग में 50km पैदल चलकर पहुंचे थे धर्मेंद्र:डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने शेयर किए धर्मेंद्र के किस्से हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (89) का सोमवार सुबह जुहू स्थित उनके घर में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था। पूरी खबर यहां पढ़ें...
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन से पूरी इंडस्ट्री में गम का माहौल है। 24 दिसंबर को धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार किया गया। कई सेलेब्स ने धर्मेंद्र को नम आंखो से अंतिम विदाई दी। धर्मेंद्र के चले जाने के बाद हर कोई उन्हें याद कर इमोशनल हो रहा ...
हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र (89) का सोमवार सुबह जुहू स्थित उनके घर में निधन हो गया। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और उनका इलाज चल रहा था। सोमवार दोपहर को मुंबई के पवन हंस श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। फिल्म शोले धर्मेंद्र के करियर की सबसे हिट फिल्मों में से एक रही है। इस फिल्म के निर्देशक रमेश सिप्पी ने धर्मेंद्र के निधन के बाद दैनिक भास्कर से बातचीत में दुख जताया और उनके साथ जुड़ी यादें शेयर कीं। शोले की शूटिंग में धर्मेंद्र पैदल पहुंचे थे 50 किलोमीटर दूर धर्मेंद्र को याद करते हुए रमेश सिप्पी ने कहा कि धरम जी महान अभिनेता के साथ ही असाधारण इंसान, महान व्यक्तित्व और बच्चों की तरह खुली किताब थे। मुझे याद है, 'सीता और गीता' में एक ड्रग सीन था जो हमने स्लम में शूट किया था। धरम जी ने सीन इतनी सहजता से किया कि वहीं से हम करीब आ गए। फिर कभी हल्की ड्रिंक, कभी उनकी शरारतें, लेकिन वह बेहद अनुशासित थे। उनकी फिटनेस का एक किस्सा आज भी याद है। शोले की शूटिंग रामनगरम में होती थी और हम करीब 50 किमी दूर होटल अशोका में रुकते थे। एक दिन धरम जी सुबह 3 बजे उठे और पैदल ही लोकेशन के लिए निकल गए। जब यूनिट वैन से पहुंची तो पता चला धरम जी पैदल ही पहुंच चुके हैं। यह उनकी फिटनेस थी। रमेश सिप्पी ने आगे बताया कि 'शोले' में धरम जी पहले 'ठाकुर' का रोल चाहते थे। फिर बोले, 'हीरो तो बहुत कर लिए, अब विलेन (गब्बर) का कर लेता हूं।' मैंने कहा, ठीक है, लेकिन हेमा मालिनी आपके साथ नहीं होंगी।' यह सुनते ही वह हंस दिए। उन्हें तो हेमा जी के साथ ही काम करना था और आखिरकार उन्होंने वीरू का किरदार निभाया और उसे अमर कर दिया। सेट पर या उसके बाहर, उनकी शेरो-शायरी महफिल जमा देती थी। वह खुद लिखते थे और उनके शेर दिल से निकलते थे। वह बहुत कमाल के इंप्रोवाइज थे।
वेटरन एक्टर धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र निधन हो गया। 24 नवंबर को एक्टर ने अपने घर पर आखिरी सांस ली। उनकी आखिरी रिलीज फिल्म साल 2024 में आई फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ थी। इस फिल्म के डायरेक्टर अमित जोशी ने धर्मेंद्र को लेकर अपनी यादें शेयर की हैं। उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- ‘87 की उम्र में भी रात 2 बजे तक काम करते थे धरम जी, हर सीन उर्दू में खुद लिखकर प्रिपेयर करते थे। कड़ाके की ठंड में भी वैनिटी की अतिरिक्त सुविधा नहीं मांगते थे, कैमरा ऑन होते ही उनकी एनर्जी हम जवां लोगों से भी ऊपर पहुंच जाती थी। धरम सर... वह सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि वह भारतीय सिनेमा का एक युग थे। मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे अपनी फिल्म 'तेरी बातों में उलझा जिया' में उनके साथ काम करने का मौका मिला। और आज, यह बात कहते हुए गला रुंध जाता है कि वह उनकी आखिरी रिलीज्ड फिल्म थी। मैं उनका बहुत बड़ा फैन रहा हूं। लगातार कई दशकों तक लीड हीरो रहना, और आज तक उनके चेहरे पर जो तेज और जो एक्टिंग है- वह भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। उनके निधन की खबर सुनकर अजीब लग रहा है, क्योंकि मैंने उनके साथ पूरी फिल्म की शूटिंग में बहुत समय बिताया है।' एकमात्र विकल्प-धरम जी जब मैंने और आराधना ने फिल्म में दादाजी का रोल लिखा, तो दिमाग में सिर्फ एक ही बात थी कि धरम जी से बेहतर यह रोल कौन करेगा? हम दोनों ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्मों, जैसे 'चुपके चुपके' और उनकी पंजाबी फैमिली ड्रामा वाली फिल्मों के फैन रहे हैं। उस रोल में जो ह्यूमर और जो गरिमा चाहिए थी, वह सिर्फ उन्हीं में थी। हमारी कल्पना में उनके अलावा कोई और था ही नहीं। यह हमारी खुशकिस्मती थी कि उन्होंने कहानी सुनी और तुरंत हां कर दी। मेरे ऑल टाइम फेवरेट हीरो के साथ काम करने का यह मेरा सपना था। अभिनय के प्रति समर्पण नैरेशन के वक्त पहली बार मैंने उनकी एक्टिंग के प्रति उत्साह देखा। उस उम्र में भी किसी भी चीज को करने की उनकी इच्छाशक्ति और उसे किस तरह से करना चाहिए, इसकी तैयारी अद्भुत थी। हम सेट पर बहुत रीडिंग करते थे, और वह इतने प्रिपेयर्ड एक्टर थे कि हर सीन को वह खुद लिखते थे। मेरी फिल्म में, वह शूटिंग से पहले पूरा सीन उर्दू में दोबारा लिखते थे। वह अपने डायलॉग्स को आत्मसात करने का उनका तरीका था। सेट पर जादू धरम सर के साथ एक खास बात थी, जो सिर्फ महान अभिनेताओं में होती है। वह कैमरे के सामने बहुत अलग थे। कैमरे से पहले वह थोड़े शांत रहते थे, लेकिन जैसे ही कैमरा ऑन होता था, उनके अंदर एक अलग ही एनर्जी आ जाती थी। ऐसा लगता था, जैसे वह बिल्कुल जवान हो गए हों। हम सब, यहां तक कि क्रू भी, इस बात को लेकर थोड़े चिंतित रहते थे कि कहीं वह थक न जाएं, कहीं उन्हें संभलना न पड़े, लेकिन जैसे ही कैमरा ऑन होता था, वह कुछ ऐसा करके दिखाते थे कि हम सब हैरान रह जाते थे। उनकी तैयारी लाजवाब थी। मुझे एक सीन याद है, जब शाहिद घर से भाग रहे होते हैं। हमने उन्हें सामान्य तरीके से बैठा रखा था। उन्होंने कहा, नहीं यार, मुझे कंबल चाहिए, मैं कंबल ओढ़कर बैठता हूं। उन्होंने अपने हिसाब से कैरेक्टर को कल्पना करके उसे एक ऐसे स्तर पर पहुंचा दिया, जो हमने लिखा था, उससे भी कहीं बेहतर था। मैं उनकी आखिरी फिल्म के बारे में बात कर रहा हूं, और उनकी एनर्जी उस उम्र में भी जवान एक्टर्स से भी ज्यादा थी। एक ग्रेट एक्टर की जो आभा होती है, वह उनमें थी। धरम जी से बड़ा कोई एक्टर है ही नहीं। जैसलमेर में बगैर वैनिटी के शूट एक बहुत अच्छी बात जो मुझे याद है, वह जैसलमेर की शूटिंग से जुड़ी है। हम रात को शूटिंग कर रहे थे। वैनिटी वैन किले के नीचे बहुत दूर थीं। रात का शूट था, और किसी को भी वैनिटी वैन से पैदल ऊपर तक आना बहुत मुश्किल था। मैंने उन्हें ऑफर भी किया कि मैं आपको कार से ले जाता हूं, या आप वापस वैनिटी वैन में चले जाइए। उन्होंने कहा- नहीं, मैं यहीं पर कम्फर्टेबल हूं। आप ज्यादा से ज्यादा मेरे लिए आग लगवा दीजिए। वह वहीं सेट पर बैठे रहे, रात को 2-2:30 बजे, जबकि शूट लेट हो रहा था। उन्होंने कहा, मैं वापस जाऊंगा, तो आपका टाइम खराब होगा। वह अपने साइड का इंतजार करते रहे। हमने उनके लिए आग जलवाई। उन्होंने पूछा, क्या खाएंगे? मैंने कहा, मैगी। फिर हमने मैगी खाई। वह डेडिकेशन... वह ग्राउंडेड होना... इतना कुछ हासिल करने के बाद भी इतना जमीन से जुड़ा रहना, यह एक बहुत बड़ी बात है। हम जैसे लोग तो उनसे सीखते हैं कि कैसे छोटी-छोटी बातों पर ईगो न रखकर काम करना चाहिए। दादाजी और पोते की केमिस्ट्री शाहिद कपूर (जो फिल्म में उनके पोते बने थे) भी धरम जी के साथ काम करने के लिए सुपर एक्साइटेड थे, क्योंकि उन्होंने कभी उनके साथ काम नहीं किया था। वह दुआ कर रहे थे कि धरम जी हाँ कह दें। इससे पहले उन्होंने ‘ जब वी मेट ’ में दारा सिंह जैसे लीजेंड्री संग काम किया था। सेट पर उनकी और शाहिद की केमिस्ट्री शानदार थी। जब आप फैमिली फिल्म शूट कर रहे होते हैं, तो पूरी फैमिली एक साथ रहती है। हम सब 50-60 दिन तक एक साथ थे, खाते-पीते थे। उनकी उपस्थिति ने पूरी यूनिट को एक वास्तविक परिवार जैसा महसूस कराया। धरम सर ने अपनी आखिरी फिल्म में जो प्यार, जो गरिमा, और जो अभिनय का जादू दिया, वह हमेशा मेरी यादों में, और सिनेमा में, जिंदा रहेगा। समर्पण जो रात के 2 बजे भी बरकरार रहा उनकी सहजता और अनुशासन के कई किस्से हैं, लेकिन जैसलमेर की शूटिंग का एक वाकया मैं कभी नहीं भूल सकता। हम रात को दो-ढाई बजे शूटिंग कर रहे थे। वैनिटी वैन किले से बहुत दूर, खाई में नीचे थीं। वहाँ बहुत कड़कड़ाती ठंड थी। रात के उस पहर में अगर वह चाहते तो अपनी वैन में आराम कर सकते थे, क्योंकि शॉट में थोड़ा वक्त था। लेकिन वह वहीं सेट पर बैठे रहे। मैंने उन्हें स्वेटर या वैनिटी में जाने के लिए ऑफर किया, क्योंकि इतने सीनियर एक्टर का इतनी ठंड में रुकना सही नहीं था। उन्होंने साफ मना कर दिया। नहीं, मैं यहीं पर कम्फर्टेबल हूं। अगर मैं वापस जाऊंगा, तो आपका टाइम खराब होगा। सोचिए, रात के 2 बजे, 87 साल की उम्र में, वह ठंड में इसलिए बैठे रहे ताकि हमारे शूट का समय खराब न हो। वह क्लाइमेक्स सीक्वेंस था। हमने उनके लिए आग जलवाई। उस माहौल में हमने साथ में मैगी खाई। वह डेडिकेशन और ग्राउंडेड रहना, यह सिखाता है कि महान कलाकार इतने महान क्यों होते हैं। छोटे-छोटे लोग छोटी-छोटी बातों पर ईगो में रहते हैं, पर धरम जी इतना अचीव करने के बाद भी सबसे ज्यादा जमीन से जुड़े थे। हर शॉट खुद करते थे सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि वह बॉडी डबल नहीं लेते थे। फिल्म के अंत में जो क्लाइमेक्स सीक्वेंस है, जहां रोबोट खराब हो जाती है और कृति को पकड़ा जाता है, वहां एक छोटा-मोटा एक्शन भी है। उन्होंने वह खुद किया। आखिरी सीन, जहां आंख जलने के बाद वह कृति का हाथ पकड़कर पूछते हैं कि तुम आग क्यों लगा रही हो?—वह उन्होंने अपनी पूरी एनर्जी के साथ किया। वह अपनी हर फिल्म में एक्टिंग से एक अलग ही स्तर पर जाते थे। 'तेरी बातों में उलझा जिया' में भी उनकी कॉमिक टाइमिंग और हर एक्टिंग बीट लाजवाब थी। डबिंग में भी और बेहतर करने की चाह हम तो अभी शुरुआत कर रहे हैं, पर उनसे सीखने को बहुत मिलता है। उनकी आखिरी फ़िल्म थी, और वह उसमें भी और मेहनत करना चाहते थे। फिल्म रिलीज होने के बाद उनका मुझे फोन आया था। उन्होंने बधाई दी, और सबसे बड़ी बात यह कही- यार, मुझे और थोड़ी वर्कशॉप करनी चाहिए थी। मैं इसे और बेटर कर सकता था। मैंने कहा, आप क्या बात कर रहे हैं? 87 साल की उम्र में, इतना कुछ हासिल करने के बाद भी, वह कह रहे थे कि मुझे और वर्कशॉप करनी चाहिए थी! डबिंग के समय भी, जबकि फिल्म सिंह साउंड पर थी (मतलब आवाज आ ही रही थी), मैंने उन्हें एक बार सुनाया। उन्हें लगा, नहीं यार, इसको मैं और बेटर कर सकता हूं। और उन्होंने डबिंग की। वह सिर्फ इसलिए, क्योंकि उनको लगा कि वह उस सीन को और बेहतर कर सकते हैं। यही एक महान कलाकार की निशानी होती है। फैमिली और अनुशासन उनके आने का समय भी गजब का था। मैं यंग हूं, और यह मेरी पहली फिल्म थी। मैं डरते-डरते पूछता था कि सर कितने बजे आएंगे? हम अगर उन्हें 8 बजे का कॉल टाइम देते थे, यह जानते हुए कि मैं रोल (शॉट शुरू) 9 बजे करूंगा, वह 7 बजे या 6:30 बजे ही सेट पर आ जाते थे। वह पूरा अनुशासन के साथ काम करते थे। शाहिद और उनके बीच भी केमिस्ट्री बहुत अच्छी थी। फैमिली फिल्म होने की वजह से हम सब साथ में हंसी-मजाक करते थे। धरम जी की वजह से पूरी यूनिट एक परिवार की तरह बन गई थी। मैं आज खुद को बहुत खुशकिस्मत मानता हूं कि मुझे उनकी आखिरी फिल्म को डायरेक्ट करने का मौका मिला। यह भगवान का दिया हुआ आशीर्वाद है। मैं उन्हें हमेशा उसी उत्साह, उसी समर्पण और उसी विशाल व्यक्तित्व के साथ याद रखूंगा। धरम सर को मेरी तरफ से गहरा नमन।
गोवा के पणजी में 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया का आयोजन चल रहा है। 9 दिनों तक चलने वाली इस इवेंट में बॉलीवुड के फेमस कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा भी हिस्सा बने हैं। मुकेश ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में अपने आने वाली फिल्म 'धुरंधर', 'किंग', 'तेरे इश्क में' की कास्टिंग पर बात की है। इसके अलावा उन्होंने शाहरुख खान, सलमान खान और अक्षय कुमार जैसे सितारों से अपने रिश्ते के बारे में भी बताया। पढ़िए इंटरव्यू का प्रमुख अंश… धुरंधर, तेरे इश्क में, द फैमिली मैन-3 तीनों की कास्टिंग आपने की है और ये सारे ही काफी बज में है। क्या कहेंगे? बहुत अच्छी फीलिंग है। जो फीलिंग ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’, ‘दंगल’, ‘काई पो चे’, ‘बजरंगी भाईजान’ के बाद आई थी, अभी मैं बिल्कुल वैसा ही महसूस कर रहा हूं। लेकिन इसमें उनसे भी ज्यादा धमाका हुआ है। मैंने आज तक जितनी कास्टिंग की है, लोग ‘धुरंधर’ के बाद वो सब भूल जाएंगे। लोगों सिर्फ ‘धुरंधर’ को याद रखेंगे। मुझे इस फिल्म से जुड़कर बहुत मजा आया। इस फिल्म की कास्टिंग में मेरी लाइफ के डेढ़ साल गए हैं। मुझे हर एक्टर के बारे में सोचना था। चाहे वो संजय दत्त का रोल हो, आर माधवन, अक्षय खन्ना का रोल हो या नई लड़की सारा अर्जुन का। साथ ही, कई और नई चेहरे हैं, मैंने सबकी कास्टिंग पर मेहनत की है। साथ ही खूब एंजॉय भी किया है। धनुष और कृति सेनन की फिल्म ‘तेरे इश्क में’ काफी सुर्खियां बटोर रही है। इसे कैसे देखते हैं? मुझे ‘रांझणा’ वाले आनंद एल राय वापस चाहिए थे। मुझे लगता है कि तेरे इश्क में उनकी वापसी हो गई है। जब आप फिल्म देखेंगे तब आपको दिखेगा कि कितनी मेहनत हुई। आनंद एल राय की फिल्म मेकिंग का अपना एक स्टाइल है, जो शायद कहीं खो गया था। ‘तेरे इश्क’ के बाद वो वापस आ जाएगा। अपने ‘दंगल’ और ‘काई पो चे’ की कास्टिंग की थी। इन दोनों कास्टिंग को लेकर आज भी बातें होती हैं। आपने सही कहा...मुझे आज तक ‘दंगल’ के लिए प्यार मिलता है। ‘दंगल’ की कास्टिंग ने भी इस देश में थोड़ा शोर मचाया था। ‘काई पो चे’ की कास्टिंग के दौरान ही मैं सुशांत, राजकुमार राव और अमित साध का दोस्त बन गया था। हम चारों काफी अच्छे दोस्त बन गए थे। मैंने जिन लोगों को भी चुना, सबने करियर में अच्छा मुकाम हासिल किया है। मैं चाहता हूं कि जो भी मेरे साथ जुड़े, वो सब स्टार बने। आपने शाहरुख खान, सलमान खान और लगभग सारे ही बड़े स्टार्स की कास्टिंग की है। इन सबके साथ आपके रिश्ते काफी मजबूत हैं। मुझे लगता है कि अगर आप अपने काम से प्यार करो तो काम के जरिए रिश्ते बनते हैं। फिर अगर आप रिश्तों की इज्जत करें तो रिश्ते कहीं नहीं जाते हैं। मेरी टीम के लोग हो या बड़े स्टार्स सब मेरी लिए फैमिली जैसे हैं। शाहरुख तो हमेशा बड़ी गर्मजोशी से मिलते हैं। मैंने उनके साथ इतना सारा काम किया है। उन्होंने मुझे बचपन से देखा है। जब काम को तारीफ मिलती है तो अच्छा लगता है। मेरे असिस्टेंट मेरे लिए भाई की तरह हैं। शाहरुख, सलमान और अक्षय भाई के साथ मेरा रिश्ता अब 18 साल पुराना है। आप अपना काम अच्छे से करोगे तो आपके रिश्ते मेंटेन रहेंगे। शाहरुख खान की फिल्म ‘किंग’ की कास्टिंग के बारे में कुछ बताइए? ‘किंग’ को बज में लाने के लिए टीजर ही काफी था। उस टीजर ने ही फिल्म के बारे में काफी कुछ बोल दिया है। आपके दो दशक लंबे करियर के दौरान कोई ऐसा कॉम्प्लीमेंट जो आपके लिए बहुत खास है? एक-दो एक्टर हैं, जिनकी फैमिली में मुझे थैंक्यू का मैसेज किया था। मैसेज में ये लिखा था कि बेटा थैंक्यू आपकी वजह से मेरे बच्चे मुंबई में टिक पाएं और काम कर पाएं। मुझे ऐसी ही तारीफ अच्छी लगती हैं, जिसमें किसी के पेरेंट्स ने मुझे दुआएं दी हों।
बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र (धर्म सिंह देओल) का सोमवार को निधन हो गया। इसके बाद से देश दुनिया में उनके चाहने वालों में मायूसी है। कुछ ऐसा ही हाल पंजाब के लुधियाना के खन्ना क्षेत्र के गांव नसराली का। यह वही गांव है, जहां धर्मेंद्र का जन्म हुआ था और परिवार ने उनकी पैदाइश के बाद यहां दो साल बिताए थे। धर्मेंद्र के पिता उस समय सरकारी शिक्षक थे और उनकी पहली पोस्टिंग नसराली में ही हुई थी। परिवार गांव में एक किराए के मकान में रहता था। बाद में उनकी बदली साहनेवाल हो गई, जिसके बाद परिवार नसराली से चला गया। गांव में आज भी वह घर है, जिसमें धर्मेंद्र ने जन्म लिया था। यह मकान अब खंडहर हो चुका है, लेकिन धर्मेंद्र की जन्मस्थली होने के कारण लोगों के लिए आज भी गर्व की निशानी है। गांव निवासी दलबारा सिंह बताते हैं कि धर्मेंद्र का जन्म इसी गांव में हुआ था और उनके पिता बहुत ही सादगी पसंद इंसान थे। मेजर सिंह ने कहा कि गांव में जब भी धर्मेंद्र की कोई नई फिल्म आती थी तो लोग बड़े गर्व से कहते थे-“यह हमारा गांव वाला लड़का है”। रविंदर सिंह ने भावुक होकर कहा कि गांव वालों की एक ही कसक हमेशा रही कि धर्मेंद्र कभी अपने जन्मस्थान नसराली नहीं आ सके। हम अक्सर सोचते थे कि काश वह एक बार यहां आते, उस मिट्टी को देखते जहां उन्होंने पहली सांस ली थी। इसके अलावा साहनेवाल गांव से भी धर्मेंद्र की कई यादें जुड़ी हैं। यहां धर्मेंद्र ने कुछ दिन ट्यूबवेल ऑपरेटर के रूप में भी काम किया था। वह मकान भी है, जहां धर्मेंद्र का परिवार किराए पर रहता था। दोनों गांव में कैसा है इन मकानों का हाल और क्या कहते है ग्रामीण? पढ़िए दैनिक भास्कर एप की ग्राउंड रिपोर्ट... जिस मकान में किराए पर रहा परिवार, धर्मेद्र के नाम की नेम प्लेट लगाईसाहनेवाल में धर्मेंद्र का परिवार जिस घर में कभी किराए पर रहते थे, उसके मालिक संदीप ने इसे धर्मेंद्र की यादों से संजोया हुआ है। संदीप ने अपने घर के बाहर धर्मेंद्र के पुराने घर की तस्वीर बनवा कर लगवाई हुई है। इसके नीचे उसने धर्मेंद्र हाउस नाम से नेम प्लेट भी लगवाई हुई है। अक्सर धर्मेंद्र के चाहने वाले साहनेवाल में आते है, इसकी सेल्फी जरूर लेते है। संदीप बताते है कि हमारे साहनेवाल की पहचान धर्मेंद्र के नाम से है। करीब डेढ़ वर्ष पहले ही मैंने ये मकान मास्टर रामजी दास से खरीदा था। दरअसल, हमारा मकान इस मकान के बिल्कुल साथ लगता था। इस कारण हमने ये मकान उनसे खरीद लिया। मैंने धर्मेंद्र के नाम की नेम प्लेट अपने घर के बाहर इसलिए लगाई है, क्योंकि इसकी पहचान धर्मेंद्र के नाम से है। इसी मकान में धर्मेंद्र रहा करते थे। यहां उनका बचपन गुजरा। पास में ही स्कूल है, जहां धर्मेंद्र पढ़े थे। उनके पिता इसी स्कूल में शिक्षक थे। इसलिए परिवार यहां किराए पर रहता था। गांव साहनेवाल पर बना चुके डॉक्यूमेंट्रीसाहनेवाल का नाम धर्मेंद्र के कारण ही मशहूर है। करीब 7 साल पहले धर्मेंद्र ने एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी इसी घर में की थी। गांव निवासी वरिंदर ने बताया कि देश-विदेश से लोग अक्सर साहनेवाल में धर्मेंद्र का घर देखने आते है। सरकार को चाहिए कि साहनेवाल में कोई ऐसी जगह बनवाई जाए, जहां धर्मेंद्र के बारे सैलानियों को पूर्ण जानकारी मिल सके। मेरे दादा ने धर्मेंद्र को लगवाया था ट्यूबवेल आपरेटरसाहनेवाल निवासी बलबीर कौर बताती हैं कि पहले भी धमेंद्र जब बीमार होते थे तो अस्पताल दाखिल होते थे और तंदरुस्त हो जाते थे। मगर, अब जब आज उनके निधन का पता चला तो बहुत दुख हुआ। आज हमारा मन भरा हुआ है। एक्टर बनने के लिए जब वह मुम्बई गए तो यही से गए। पढ़ाई भी यही पर की। हमें उन पर बहुत मान था। हमारा और हमारे गांव का मुम्बई में नाम धर्मेंद्र ने किया। हमारे साथ उनके पारिवारिक संबंध थे। एक्टर बनने से पहले धर्मेंद्र को टयूबवेल ऑपरेटर हमारे दादा सरदार भगवान सिंह संधू ने ही लगवाया था। उन्होंने यह नौकरी थोड़े दिन ही की। इसके बाद वे मुम्बई चले गए। बेशक वो आज दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनका यादें हमेशा दिलों में धड़केगी। आखिरी समय धर्मेंद्र से हमारी मुलाकात लुधियाना के एक होटल में हुई थी। उनके साथ आंटी प्रकाश कौर भी थी। गांव में जब भी वह आते थे तो स्कूल का चक्कर जरूर लगाते थे। गांव के रेलवे स्टेशन के पुल पर जाते थे और याद करते थे कि इसी स्टेशन से वह मुम्बई में गए थे। जब भी आते थे तो हमारे घर की छत पर महफिल लगाकर परिवार के साथ बैठते थे। दिल्ली में हमारे ताया जी के पास भी अक्सर वे जाते थे। नंबरदार स्वीट्स, जिसकी बर्फी धमेंद्र को बेहद पसंद थीसाहनेवाल में साधु हलवाई की नंबरदार स्वीट्स नाम से दुकान है। इसकी गाजर की बर्फी धर्मेंद्र को बेहद पंसद थी। जो लोग पंजाब से उन्हें मिलने जाते थे, वे अपने साथ साधु हलवाई की बर्फी जरूर ले जाते थे। सन्नी देओल के बेटे करण देओल की शादी में उनकी दुकान से 20 किलो बर्फी गई थी। एक कॉमेडी शो में धर्मेंद्र ने इसका जिक्र किया था। नंबरदार स्वीट्स के मालिक नवी बताते है कि उनके दादा जी के साथ धर्मेंद्र का बहुत लगाव था। उनकी दुकान की खोये वाली बर्फी और गाजर की बर्फी उन्हें बहुत पसंद थी। कपिल शर्मा शो में भी धर्मेंद्र ने जब उनकी दुकान का नाम लिया तो उनका कारोबार काफी बढ़ गया। आज धर्मेंद्र के निधन की खबर सुनी तो काफी मायूसी हुई। 83 साल की माया बोलीं, मैंने धर्मेंद्र की कलाई पर सजाई राखीसाहनेवाल की बुजुर्ग महिला माया (83) ने बताया कि धर्मेंद्र उनके बचपन का दोस्त रहा है। भाई-बहनों की तरह हमेशा एक दूसरे के साथ उनका लगाव रहा है। खेतों में इकट्ठे खेलते थे। सरसो का साग और मक्की को रोटी खाते थे। मैं धमेंद्र से 5 साल छोटी हूं। मैं धमेंद्र की कलाई पर राखी सजाया करती थी। खेतों से जब गन्ने लेने जाना तो धर्मेंद्र कहता था कि माया तू आगे हो, मैं पीछे-पीछे चलूंगा। जब भी धर्मेंद्र साहनेवाल आता था तो मेरे से जरूर मिलता था। कई बार मैं अपने पारिवारिक सदस्यों से कह चुकी थी कि मुझे एक बार धर्मेंद्र से मिलवा लाओ। अब उसकी यादें ही हमारे पास रह गई है। उसकी दोस्ती ज्यादातर लड़कियों से होती थी। सभी को बहनों की तरह रखता था। अब सभी कहानियां खत्म हो गई। जब धर्मेंद्र बीमार था तो मैं अस्पताल चली जाती तो उसने मुझे बांहों में ले लेना था। धर्मेंद्र की एक बहन दर्शना है। छोटी बहन छिंदो थी, उसकी डेथ हो गई थी। होम्योपैथ डॉक्टर ललित सूद से भी थी धर्मेंद्र की पक्की यारीलुधियाना के होम्योपैथिक डॉक्टर ललित सूद ने बताया कि उनकी और अभिनेता धर्मेंद्र जी की दोस्ती बहुत पुरानी और गहरी थी। उनकी धर्मेंद्र जी से पहली मुलाकात उनके दोस्त और प्रॉपर्टी व्यवसायी जीएस लौटे के माध्यम से हुई थी।उन्हें आज ही पता चला कि धर्मेंद्र जी का निधन हो गया है, जिस पर उन्होंने गहरा दुख व्यक्त किया। डॉक्टर सूद ने एक घटना याद करते हुए बताया कि धर्मेंद्र जी के भाई जब पैरलाइज थे, तब डॉक्टर सूद ने ही उन्हें दवाई दी थी। दवाई देने के बाद, धर्मेंद्र जी ने उन्हें दोबारा फ़ोन किया और कहा कि वे उनके अच्छे मित्र बन गए हैं। इसके बाद, जब भी वे लुधियाना आते थे, वे लगातार मिलते और एंजॉय करते थे।डॉक्टर सूद ने बताया कि वे एक बार धर्मेंद्र जी के जन्मदिन पर मुंबई गए थे। उस समय, धर्मेंद्र जी की एक कार खराब हो गई थी। उनके दोस्तों ने उस कार को गैरेज से ठीक करवाकर धर्मेंद्र जी के जन्मदिन पर उनके घर वापस पहुंचाया। इस पर लोगों ने यह समझा कि शायद लुधियाना वाले दोस्त ने धर्मेंद्र जी को गाड़ी गिफ्ट की है। अभिनेता धर्मेंद्र से जुड़ी ये बातें भी जानिए... 19 साल की उम्र में हुई थी पहली शादीधर्मेंद्र की पहली शादी 1954 में 19 साल की उम्र में प्रकाश कौर से हुई थी। इस शादी से उनके 2 बेटे सनी और बॉबी और 2 बेटियां विजेता और अजीता है। शादीशुदा धर्मेंद्र जब फिल्म 'तुम हसीन मैं जवान' के सेट पर हेमा मालिनी से मिले, तो उन्हें हेमा से प्यार हो गया था। धर्मेंद्र और हेमा ने साल 1980 में शादी रचा ली थी। इस शादी से कपल की दो बेटियां हैं... ईशा और अहाना देओल। टैलेंट कॉन्टेस्ट ने दिलाई फिल्मों में एंट्रीगांव साहनेवाल के लोग बताते है कि स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद धर्मेंद्र ने एक टैलेंट कॉन्टेस्ट के लिए अपनी फोटो भेजी थी। इसमें सिलेक्ट होने के बाद वह एक्टर बनने मुंबई आ गए थे। धर्मेंद्र ने 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की दिल भी तेरा हम भी तेरे के साथ फिल्म जगत में शुरुआत की। धर्मेंद्र ने पांच दशकों के करियर में 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। 1997 में उन्हें हिंदी सिनेमा में उनके योगदान के लिए फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला। 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। राजनीति में भी आजमाया था दांवधर्मेंद्र ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से 2004 से 2009 तक राजस्थान में बीकानेर का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद के रूप में कार्य किया। 2004 में अपने चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने एक आक्रामक टिप्पणी की कि उन्हें लोकतंत्र के लिए आवश्यक बुनियादी शिष्टाचार सिखाने के लिए हमेशा के लिए तानाशाह चुना जाना चाहिए। इसके लिए उन्हें आलोचना का सामना भी करना पड़ गया था।
पंजाब के दिग्गज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं है। मगर, पंजाब के फगवाड़ा की गलियों में आज भी उनके कई मशहूर किस्से सुनाए जाते हैं। फगवाड़ा के लोग धर्मेंद्र को अपने घर का बेटा मानते हैं। जैसे ही धर्मेंद्र के निधन की खबर फगवाड़ा पहुंची तो लोगों के चेहरे उतर गए। उनके बचपन के दोस्त और सीनियर एडवोकेट शिव नारायण चोपड़ा तो यह खबर सुनकर भावुक हो गए। बोले- कहा मेरा यार चला गया, अब कुछ कहने की ताकत नहीं बची। मुझे शिब्बू कह कर कौन आवाज मारेगा। एसएन चोपड़ा ने पुरानी यादों की पोटली खोली तो कई बातें पता चलीं। उन्होंने बताया कि हम दोनों ने बचपन में एक साथ पढ़ाई की, एक साथ फिल्में देखीं और लंबा वक्त साथ बिताया। धर्मेंद्र का जन्म लुधियाना के गांव डांगों के नजदीक नसराली में हुआ था, लेकिन उनका बचपन फगवाड़ा में बीता। वे फगवाड़ा में अपनी बुआ के घर रहते थे। उनके पिता केवल कृष्ण चौधरी सरकारी टीचर थे। उन्होंने धर्मेंद्र का एडमिशन फगवाड़ा के रामगढ़िया कॉलेज में कराया था, जहां से उन्होंने इंटरमीडिएट किया। इसके चलते धर्मेंद्र का बचपन फगवाड़ा में ही गुजरा। चोपड़ा बताते है कि धर्मेंद्र ने पहली फिल्म पिता की पैंट से पैसे चोरी करके देखी थी। रामलीला में रोल न मिलने का किस्सा तो आज भी लोग मुस्कुराते हुए सुनाते हैं। सुपरस्टार बनने के बाद भी उन्होंने कभी अपनी मिट्टी से रिश्ता नहीं तोड़ा। अभिनेता धर्मेंद्र के बचपन की कहानी, उनके दोस्त की जुबानी... फगवाड़ा से धर्मेंद्र का गहरा नाता... जहां पहली फिल्म देखी, उसके कॉम्प्लेक्स का किया उद्घाटनएसएन चोपड़ा बताते है कि साल 2006 में धर्मेंद्र फगवाड़ा आए थे। यहां उन्होंने पुराने पैराडाइज थिएटर की जगह बने गुरबचन सिंह परमार कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। यही वह जगह थी, जहां बचपन में धर्मेंद्र ने मेरे साथ पहली फिल्म देखी थी। उद्घाटन के दौरान उन्होंने ऊंची आवाज में नारा लगाया ‘फगवाड़ा जिंदाबाद’ और मंच पर खड़े-खड़े ही भावुक हो गए थे। पिता की यादें आज भी जिंदा, स्कूल मैनेजमेंट बोला- हमें गर्वआर्य हाईस्कूल में आज भी मास्टर केवल कृष्ण चौधरी को एक सख्त लेकिन दयालु शिक्षक के रूप में याद किया जाता है। आर्य स्कूल के मैनेजर सुरिंदर चोपड़ा ने कहा, मास्टर जी हमारे स्कूल में छात्रों को पढ़ाते थे, यह हमारे लिए गर्व की बात है। धर्मेंद्र के दोस्त और स्कूल संचालक केके सरदाना ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। धर्मेंद्र ने कहा था- मैं पंजाब का किसान पुत्र हूंएसएन चोपड़ा बताते है कि 2006 में जब धर्मेंद्र फगवाड़ा आए थे तो उन्होंने कहा था- मैं पंजाब का किसान पुत्र हूं। आज जो कुछ हूं, इस धरती और यहां के लोगों की बदौलत हूं। फगवाड़ा के लिए धर्मेंद्र सिर्फ फिल्मी हीरो ही नहीं थे, वे अपनी मिट्टी से जुड़े रहने, विनम्रता और इंसानियत के प्रतीक थे। --------------------------ये खबर भी पढ़ें...लुधियाना के धरम मुंबई जाकर बने धर्मेंद्र:सिनेमाघर में देखा एक्टर बनने का सपना, कहते थे- पंजाब की मिट्टी ने पहचान दी, मैं उसी का बेटा दिग्गज बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र का सोमवार को निधन हो गया। जानकारी के मुताबिक 89 साल के धर्मेंद्र ने दोपहर करीब 1 बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका जन्म लुधियाना के नसराली में हुआ था लेकिन बचपन साहनेवाल में बीता। परिवार ने उनका नाम धरम सिंह देओल रखा। लेकिन फिल्मी दुनिया में आकर धर्मेद्र के नाम से फेमस हुए। (पूरी खबर पढ़ें)
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का आज निधन हो गया। वो 89 साल के थे। उन्होंने 6 दशकों के अभिनय करियर में करीब 300 से ज्यादा फिल्में कीं। शोले उनके करियर की सबसे कामयाब फिल्मों में से एक रही। हालांकि, शुरुआत में धर्मेंद्र फिल्म में वीरू नहीं बल्कि गब्बर बनने पर अड़े रहे। तब डायरेक्टर ने ये कहकर मनाया कि अगर वो वीरू बनेंगे तो उन्हें हेमा मालिनी के साथ ज्यादा सीन करने मिलेंगे। हेमा के करीब जाने की बात सुनते ही वो वीरू के रोल के लिए मान गए। शूटिंग के दौरान हेमा के साथ बार-बार रोमांटिक सीन करने मिलें, इसलिए धर्मेंद्र ने स्पॉटबॉय को बार-बार कट बोलने के लिए कहा था। इसके लिए स्पॉटबॉय को रिश्वत भी दी थी। पढ़िए धर्मेंद्र की जिंदगी, करियर और हेमा मालिनी से जुड़े उनके कुछ यादगार किस्से- 1975 में रिलीज हुई फिल्म शोले में धर्मेंद्र वीरू बने थे और अमिताभ जय, लेकिन क्लाइमैक्स की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र के हाथों मरने से बाल-बाल बचे थे। दरअसल, डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने क्लाइमैक्स सीन रियल दिखाने के लिए शूटिंग में बंदूक में असली गोलियों का इस्तेमाल किया। धर्मेंद्र को क्लाइमैक्स सीन में गोलियां और बारूद इकट्ठा कर, बंदूक चलानी थी। जैसे ही एक्शन बोला जाता तो धर्मेंद्र के हाथों से बार-बार गोलियां गिर रही थीं। दो-तीन बार सीन खराब हुआ। बार-बार रीटेक करने से धर्मेंद्र इतने गुस्से में आ गए कि उन्होंने असली गोलियां बंदूक में लगाईं और बंदूक चला दी। इस सीन में अमिताभ बच्चन पहाड़ों में ऊपर की तरफ खड़े थे, गोली उनके कान के पास से होकर गुजरी और वो बाल-बाल बच गए। ये किस्सा अमिताभ बच्चन ने कौन बनेगा करोड़पति में सुनाया था। फिल्म सीता-गीता बनाते हुए ही रमेश सिप्पी ने धर्मेंद्र, हेमा मालिनी और संजीव कुमार के साथ शोले बनाने का मन बना लिया था। इस फिल्म के दूसरे हीरो के रूप में रमेश सिप्पी को एक ऐसे एक्टर की तलाश थी, जो ज्यादा पॉपुलर न हो। तब धर्मेंद्र ने ही अमिताभ के नाम का सुझाया था। धर्मेंद्र इस फिल्म में वीरू की जगह ठाकुर का रोल निभाने में अड़े हुए थे, लेकिन इस रोल के लिए संजीव कुमार को कास्ट कर चुके रमेश सिप्पी कास्ट बदलने के पक्ष में नहीं थे। जब धर्मेंद्र ने जिद नहीं छोड़ी तो रमेश ने उन्हें समझाया कि अगर वो ठाकुर बने तो उन्हें हेमा के साथ कम सीन मिलेंगे, लेकिन अगर वीरू बने तो उन्हें बसंती बनीं हेमा के साथ रोमांस करने का मौका मिलेगा। इस बात को सुनकर धर्मेंद्र मान गए। रमेश सिप्पी ने स्क्रीन को दिए इंटरव्यू में ये किस्सा सुनाया। धर्मेंद्र हेमा को इस कदर पसंद करते थे कि शोले की शूटिंग के दौरान जब को बसंती को गन चलाना सिखा रहे थे तब उन्होंने स्पॉटबॉय बार-बार रीटेक लेना। इसके लिए उन्होंने स्पॉटबॉय को 2 हजार रुपए भी दिए थे। ताकि उन्हें हेमा के साथ ज्यादा वक्त मिल सके। स्पॉटबॉय ने भी रिश्वत लेकर बार-बार सीन दोहराने में धर्मेंद्र की मदद की और वो हेमा के नजदीक जाते रहे। फिल्म चांद और सूरज में तनुजा, धर्मेंद्र की हीरोइन बनी थीं। तनुजा की धर्मेंद्र की पत्नी प्रकाश कौर और बच्चों से भी अच्छी पहचान थी। धर्मेंद्र फ्लर्ट करने में माहिर थे और अक्सर अपनी को-स्टार्स से मस्ती-मजाक में फ्लर्ट करते थे। जैसे ही धर्मेंद्र ने तनुजा के साथ फ्लर्ट करना शुरू किया तो तनुजा इतना गुस्सा हुईं की सरेआम उन्होंने धर्मेंद्र को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। साथ ही कहा- बेशर्म, मैं तुम्हारी पत्नी को जानती हूं और तुम्हारे बच्चे भी हैं, तुम मुझसे फ्लर्ट कर रहे हो। तनुजा का गुस्सा देखकर धर्मेंद्र हैरान रह गए और कहा- ‘तनुजा मेरी मां, मुझे माफ कर दे।’ जब इतने में भी तनुजा का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो धर्मेंद्र ने तुरंत काला धागा निकाला और तनुजा से बंधवाकर सेट पर ही उन्हें अपनी बहन बना लिया। साल 1971 में जब ऋषिकेश दा फिल्म ‘आनंद’ बनाने के बारे में सोच रहे थे तो सबसे पहले उन्होंने इसकी कहानी बेंगलुरु से मुंबई फ्लाइट के दौरान धर्मेंद्र को सुनाई थी। धर्मेंद्र बड़े खुश हुए। उन्हें गलतफहमी हुई कि ऋषिकेश दा शायद उन्हें ही फिल्म में लेंगे। कुछ दिनों बाद अखबार में खबर छपी कि फिल्म के हीरो राजेश खन्ना होंगे। फिर क्या था धर्मेन्द्र ने जमकर शराब पी और फिर देर रात ऋषिकेश दा को कॉल कर कहा-‘आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं? ऋषि दा।’ ऋषिकेश उन्हें शांति से समझाते रहे और कहते रहे कि धरम हम सुबह बात करेंगे, लेकिन धर्मेंद्र लगातार अपनी बात दोहराए जा रहे थे। इस उन्होंने रातभर ऋषिकेश दा को परेशान किया। इसके बावजूद ऋषिकेश मुखर्जी और धर्मेंद्र की दोस्ती बरकरार रही। एक बार ऋषिकेश मुखर्जी की तबीयत बहुत खराब थी और धर्मेंद्र उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे। ऋषि दा उस समय ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे। वो धर्मेंद्र को देखते ही बोले- धर्मेंद्र ये ऑक्सीजन पाइप निकाल दो और मुझे मुक्ति दे दो। जाहिर है धर्मेंद्र ने ऐसा नहीं किया। बता दें कि धर्मेंद्र ने ऋषिकेश मुखर्जी के साथ यकीन, चुपके-चुपके, गुड्डी, अनुपमा, मंझली दीदी, प्रोफेसर प्यारेलाल, चैताली, प्यार ही प्यार और सत्यकाम जैसी फिल्मों में काम किया है। एक समय धर्मेंद्र और हेमा के अफेयर की खबरें सुर्खियों में थीं। दो पत्रकार लगातार इनके अफेयर पर खबरें छाप रहे थे। धर्मेंद्र उन दोनों पत्रकारों से बेहद नाराज थे और सही मौके की तलाश में थे। साल 1978 में धर्मेंद्र बंगाल में तूफान पीड़ितों की मदद करने के लिए एक रैली में शामिल हुए। जैसे ही धर्मेंद्र की नजर भीड़ में खड़े उस पत्रकार पर पड़ी तो उन्होंने वहीं उसकी जमकर पिटाई कर दी। धर्मेंद्र सोने से पहले हमेशा अपनी मां के पैर दबाया करते थे। धर्मेंद्र तब तक पैर दबाते थे जब तक मां उन्हें सोने के लिए नहीं कहतीं थीं। एक दिन धर्मेंद्र शराब पीकर आए और अपनी मां के पैर दबाने लगे। मां की नींद लग गई और उन्होंने धर्मेंद्र से रुकने को ही नहीं कहा, धर्मेंद्र रात भर मां के पैर दबाते ही रहे। जब मां की नींद खुली तो वो धर्मेंद्र को देखकर हैरान हो गईं। उन्होंने कहा- ‘बेटा, शराब पीकर इतना अच्छा पैर दबाते हो, रोज पिया करो।’ ये किस्सा खुद धर्मेंद्र ने सारेगामापा शो में आकर सुनाया था। फिल्म डायरेक्टर बिमल रॉय ने ही धर्मेंद्र को फिल्म बंदिनी (1963) से बड़ा ब्रेक दिया था। इसके बाद धर्मेंद्र बिमल दा की कई हिट फिल्मों में नजर आए। जब बिमल दा धर्मेंद्र और शर्मिला टैगोर के साथ फिल्म चैताली बना रहे थे। शूटिंग आधी हुई और बीच में ही बिमल दा की 1966 में मौत हो गई। सारे पैसे डूब गए और सारे एक्टर्स अपनी बची हुई फीस लेने के लिए बिमल दा के घर पहुंचने लगे। ऐसे में उनकी पत्नी मनोबिना राय बहुत परेशान रहने लगीं। शर्मिला टैगोर ने फिल्म छोड़ दी। एक दिन धर्मेंद्र भी बिमल दा के घर पहुंच गए। जैसे ही वो आए तो मनोबिना को लगा कि शायद धर्मेंद्र भी अपनी बची हुई फीस लेने आए हैं। इससे पहले वो कुछ कहतीं धर्मेंद्र ने तुरंत अपने हाथ में रखा पैसों से भरा ब्रीफकेस खोल दिया और कहा, बिमल राय के मुझ पर बहुत एहसान हैं। आज मुझे मौका मिला है, उनके एहसान चुकाने का। धर्मेंद्र की इस मदद से ये फिल्म बन सकी। धर्मेंद्र को कांति लाल शाह की फिल्म आज का गुंडा में साइन किया गया। डायरेक्टर ने धर्मेंद्र से शर्टलेस घुड़सवारी करवाई और उनके शरीर पर तेल लगवाया। बाद में कांति लाल ने धर्मेंद्र को बिना बताए उनके बॉडी डबल से रेप सीन शूट करवाया और उसे ऐसा एडिट करवाया कि लगे जैसे धर्मेंद्र ने खुद रेप सीन शूट किया है। कुछ समय बाद एक शख्स ने सनी देओल को बताया कि आपके पिताजी एडल्ट फिल्म में काम कर रहे हैं। सनी ने सबसे पहले कांति लाल को कॉल किया और उन्हें घर बुलाकर खूब बातें सुनाईं। साथ ही कहा कि वो ये सीन तुरंत हटा दें, अगर ऐसा नहीं किया तो वो कांति लाल के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे। खबरों के अनुसार सनी ने कांति लाल को कई थप्पड़ भी जड़े थे। आखिरकार, कांति लाल ने ये फिल्म कभी रिलीज ही नहीं की। धर्मेंद्र और प्रकाश कौर के बेटे बॉबी देओल 6वीं क्लास में थे, जब मुंबई में रंगा-बिल्ला नाम के किडनैपर कुख्यात थे। उस समय बॉबी का एक क्लासमेट भी किडनैप हो गया था। रंगा-बिल्ला के बीच कुछ कन्फ्यूजन हो गई और वो उस बच्चे को एक दुकान में छोड़कर भाग निकले। जैसे-तैसे उस बच्चे को उसके घरवालों को सौंपा गया। इसके कुछ दिनों बाद पुलिस धर्मेंद्र के घर पहुंची और कहा कि वो बच्चा तो बच गया, लेकिन इसने रंगा-बिल्ला को आपके बेटे और स्कूल के कुछ बच्चों की डिटेल दी है। आपको थोड़ा ध्यान देना होगा। धर्मेंद्र पुलिस की बात से इस कदर डर गए कि उन्होंने बॉबी के घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी। यही वजह थी कि बॉबी ने साइकिल चलाना भी घर के अंदर ही सीखा। समय के साथ रंगा-बिल्ला का खौफ खत्म हो गया फिर भी धर्मेंद्र प्रोटेक्टिव रहे और जब बॉबी कॉलेज पहुंचे, तब भी उन्हें घर से निकलने की इजाजत नहीं मिलती थी।
एक मुहब्बत जो सिनेमा के पर्दे पर चल रही थी, एक मुहब्बत जो जिंदगी में। पर्दे पर प्रेमी अपनी प्रेमिका के लिए गाता, पहली नजर में हमने तो अपना दिल दे दिया था तुमको। प्रेमिका जवाब में कहती, तुम्हें दिल में बंद कर लूं, दरिया में फेंक दूं चाबी। जब विरह की रात बहुत लंबी हो जाती और नींद न आती तो प्रेमिका के दिल से हूक उठती- ख्वाब बनकर कोई आएगा तो नींद आएगी अब वही आकर सुलाएगा तो नींद आएगी। अगर आप सिनेमा और मुहब्बत, दोनों के दीवाने हैं और उस दौर में बड़े हुए हैं, जब इंस्टाग्राम और रील्स नहीं हुआ करते थे। अगर आपने अनगिनत रातें अपने ट्रांजिस्टर को कान से सटाकर विविध भारती सुनते हुए गुजारी हैं तो आप समझ ही गए होंगे कि हम बात कर रहे हैं हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की और उस प्रेम कहानी की, जिसका सफर असल जिंदगी में रुपहले पर्दे की तरह सीधा और आसान नहीं था। बीच में दुनियादारी की ऊंची दीवार थी। धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा और चार बच्चों के पिता थे। हेमा के घरवाले ही नहीं, एक तरह से पूरी फिल्म इंडस्ट्री ही इस शादी के पक्ष में नहीं थी। फिर भी दुनियादारी की कोई दीवार इस प्यार के दरिया को बहने से रोक नहीं पाई। लड़की ने अपने प्रेमी को दिल में कैद कर लिया और चाबी दरिया में बहा दी। धर्मेंद्र तब से हेमा मालिनी के दिल में रहते हैं, हालांकि दोनों साथ एक घर में नहीं रहते। अब धर्मेंद्र इस दुनिया में नहीं हैं। अपना 90वां जन्मदिन मनाने से बस कुछ दिन पहले वे इस फानी दुनिया को विदा कह गए। इस वक्त हेमा जी के दिल में यादों का जाने कैसा बवंडर घूम रहा होगा। ठीक वैसी तो नहीं, लेकिन उनके प्रेम की ढेरों यादें लोगों के दिलों में आज भी जिंदा हैं। अनेकों किताबों में बार–बार उन कहानियों का जिक्र हुआ है। फिल्म पत्रकार, क्रिटिक और लेखिका भावना सोमाया ने हेमा मालिनी की जीवनी लिखी है- ‘हेमा मालिनी: द ऑथराइज्ड बायोग्राफी।’ इस किताब में हेमा मालिनी के जन्म से लेकर उनके फिल्मी सितारे बनने तक के पूरे सफर की दास्तान को बहुत दिल्लगी और साफगोई से बयान किया गया है। 1970 के दशक में इस प्रेम कहानी की शुरुआत हुई थी। पहली मुलाकात दोनों की पहली मुलाकात 1965 में फिल्मकार ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म आसमान महल के प्रीमियर में हुई थी। हेमा ने सिमी गरेवाल के शो में बताया था कि जब उन्होंने धर्मेंद्र को पहली बार देखा, तो सोचा- “मैंने इतना हैंडसम आदमी पहले कभी नहीं देखा।” लड़का हैंडसम था तो क्या? पहले से शादीशुदा था। बस एक ख्याल था, दिल में आया और चला गया। हेमा के घरवाले यूं भी काफी सख्त थे। उन्हें फिल्मों में काम करने की इजाजत थी, मुहब्बत की पींगे बढ़ाने की नहीं, लेकिन दिल पर किसी का जोर कभी चला है, जो अब चलता। ये तो वो आतिश है कि जो लगाए न लगे और बुझाए न बुझे। जब पहली बार दोनों फिल्म के सेट पर मिले ये 1968 की बात है। ‘जानवर’ और ‘ब्रम्हचारी’ जैसी सुपरहिट फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर भप्पी सोनी एक फिल्म बना रहे थे, ‘तुम हसीन, मैं जवां।’ फिल्म के लिए धर्मेंद्र और हेमा को कास्ट किया गया। हेमा की उम्र 20 साल थी और धर्मेंद्र 33 साल के। बतौर लीड हीरोइन हेमा के करियर की यह तीसरी फिल्म थी। धर्मेंद्र 50 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके थे। हेमा अभी शुरुआत ही कर रही थीं और धर्मेंद्र अपने करियर के शिखर पर थे। फिल्म के सेट पर पहली बार दोनों की रू-ब-रू मुलाकात हुई। दो साल बाद 24 जुलाई 1970 को फिल्म सिनेमा हॉल में रिलीज हुई, लेकिन तब तक फिल्म की कहानी कुछ-कुछ असल जिंदगी में भी दोहराई जाने लगी थी। हेमा हसीन थीं और धर्मेंद्र जवान। प्रेम की चिनगारी धीरे-धीरे सुलगने लगी थी। हालांकि दोनों जानते थे कि इस रिश्ते का कोई भविष्य नहीं है, लेकिन मुहब्बत तो आज में जीती है। उसे कल की क्या परवाह। इसके बाद दोनों ने नया जमाना (1971), सीता और गीता (1972) और राजा जानी (1972) जैसी फिल्मों में भी साथ काम किया। ड्रीमगर्ल के दो दीवाने अपने जमाने के सुपरस्टार संजीव कुमार भी हेमा मालिनी से मन-ही-मन बहुत प्रेम करते थे। हालांकि इस मुहब्बत का इजहार करने की हिम्मत उनमें नहीं थी। फिल्म सीता और गीता का वो गाना याद है- हवा के साथ-साथ, घटा के संग-संग, ओ साथी चल कि मुझे लेकर साथ चल तू, यूं ही दिन-रात चल तू अपने दिल की यही बात संजीव खुद हेमा से कहना चाहते थे। जानती तो हेमा भी थीं कि संजीव को उनसे मुहब्बत है। भावना सोमाया अपनी किताब में लिखती हैं कि संजीव कुमार ने अपनी मुहब्बत का पैगाम लेकर जीतेंद्र को हेमा मालिनी के पास भेजा, लेकिन हेमा ने इनकार कर दिया। संजीव कुमार का दिल टूट गया और फिर उन्होंने कभी शादी नहीं की। जब पूरी रात बजती रही फोन की घंटी, मुंबई से धर्मेंद्र का फोन था वक्त गुजरा और एक लम्हा ऐसा भी आया कि जब अपने दोस्त की मुहब्बत का पैगाम लेकर जाने वाले जीतेंद्र खुद हेमा के प्यार में पड़ गए। उन्होंने इजहार–ए–मुहब्बत भी कर डाला। बैंगलोर में फिल्म ‘दुल्हन’ की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी थीं। हेमा दिल–ही–दिल में धर्मेंद्र को चाहती तो थीं, लेकिन जैसे ही कदम आगे बढ़ाने को होतीं, धर्मेंद्र की पत्नी प्रकाश कौर और उनके चारों बच्चे बीच में आ जाते। यह एक ख्याल तो था, जो डराता था। आखिरकार हेमा मालिनी ने जीतेंद्र का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। फिल्म दुल्हन की शूटिंग खत्म कर हेमा मालिनी अपने पेरेंट्स के घर चेन्नई चली गई थीं। जीतेंद्र भी अपने माता-पिता को लेकर वहां पहुंच गए। दोनों परिवारों के बीच शादी की बात चल रही थी। तभी धर्मेंद्र को इस बात की भनक लग गई। भावना सोमाया लिखती हैं कि उस रात हेमा के घर की फोन की घंटी पूरी रात बजती ही रही। हर थोड़ी देर पर मुंबई से ट्रंक कॉल आता। फोन के उस तरफ धर्मेंद्र थे। अपने प्यार का इजहार करते, इसरार करते, मिन्नतें करते, ताउम्र मुहब्बत का वादा निभाने का वादा करते धर्मेंद्र। ये कोई झूठा वादा नहीं था। धर्मेंद्र ने एक बार भी नहीं कहा कि मैं अपनी पत्नी और बच्चों को तुम्हारे लिए छोड़ दूंगा। बस इतना कहा था कि तुम्हारा हाथ, तुम्हारा साथ कभी नहीं छोडूंगा। घरवाले अब भी राजी नहीं थे, लेकिन हेमा का दिल तब तक राजी हो चुका था। धर्मेंद्र, जीतेंद्र की उस समय की गर्लफ्रेंड शोभा को साथ लेकर चेन्नई पहुंचे और उसी की मदद से जीतेंद्र और हेमा की शादी को रुकवा दिया। धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी के लिए किया वीरू का रोल धर्मेंद्र और हेमा मालिनी का रिश्ता फिल्म शोले के सेट पर परवान चढ़ा। फिल्म शोले में डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने संजीव कुमार को ठाकुर बलदेव सिंह का रोल देने का फैसला किया क्योंकि वे हर तरह के किरदार निभाने में माहिर थे। दैनिक भास्कर को हाल ही में दिए इंटरव्यू में रमेश सिप्पी ने बताया था कि धर्मेंद्र शुरू में फिल्म को लेकर असमंजस में थे। वो ठाकुर का रोल करना चाहते थे। उन्होंने रमेश सिप्पी से कहा कि ठाकुर की फिल्म है, तो ठाकुर का रोल वे ही निभाएंगे। जिस पर रमेश सिप्पी ने कहा था कि अगर वो ठाकुर बनते, तो वीरू का किरदार संजीव कुमार निभाते और उन्हें हेमा मालिनी के साथ रोमांस करने का मौका मिलता। इसी वजह से धर्मेंद्र ने फिल्म में वीरू का रोल करने का फैसला किया। संजीव कुमार ने हेमा मालिनी को दूसरी बार प्रपोज किया था शोले की शूटिंग के दौरान हेमा मालिनी और धर्मेंद्र एक-दूसरे को डेट कर रहे थे। संजीव कुमार को इस बात की जानकारी नहीं थी, इसलिए उन्होंने सेट पर एक बार फिर हेमा को शादी के लिए प्रपोज कर दिया। यह बात सुनकर हेमा और धर्मेंद्र, दोनों बहुत परेशान हो गए। धर्मेंद्र गुस्से में आ गए और फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी से कहा कि सेट पर थोड़ा डेकोरम बनाए रखें। उन्होंने यह भी रिक्वेस्ट की कि हेमा और संजीव कुमार को एक साथ कोई सीन न दिया जाए। क्योंकि उस वक्त धर्मेंद्र बड़े स्टार थे और फिल्म का अहम हिस्सा भी, इसलिए रमेश सिप्पी ने उनकी बात मान ली। इसी वजह से पूरी फिल्म में ठाकुर (संजीव कुमार) और बसंती (हेमा मालिनी) का एक भी सीन साथ में नहीं दिखाया गया। दूसरी शादी से पहले धर्म बदलना पड़ा साल 1980 में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने शादी करने का फैसला किया, लेकिन धर्मेंद्र की पत्नी प्रकाश कौर उन्हें तलाक देने को तैयार नहीं थीं, इसलिए लीगली दूसरी शादी करने के लिए उन्होंने गुपचुप तरीके से इस्लाम धर्म अपनाया और फिर हेमा से निकाह किया। बाद में दोनों ने अय्यंगर रीति-रिवाजों से भी शादी की क्योंकि हेमा अय्यंगर ब्राह्मण परिवार से थीं। हेमा की शादी उनके भाई के घर से हुई थी। कहा जाता है कि धर्मेंद्र और हेमा दोनों ही इसी तरह से शादी करना चाहते थे धर्मेंद्र के पिता हेमा मालिनी को बहुत पसंद करते थे 'हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल' के मुताबिक धर्मेंद्र के पिता केवल कृष्ण सिंह देओल, हेमा और उनकी फैमिली को बहुत पसंद करते थे। किताब में बताया गया है कि केवल कृष्ण सिंह देओल अक्सर चाय पर हेमा के पिता और भाई से मिला करते थे। इस दौरान वे पंजे भी लड़ाया करते थे और उन्हें (हेमा के पिता और भाई को) हराने के बाद मजाक करते हुए कहते थे, तुम लोग घी मक्खन लस्सी खाओ। इडली और सांभर से ताकत नहीं आती। इसके बाद वे खूब हंसते थे। धर्मेंद्र की मां ने दिया था खुश रहने का आशीर्वाद किताब 'हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल' में धर्मेंद्र की मां सतवंत कौर के साथ हेमा के रिश्ते का जिक्र भी किया गया है। हेमा के मुताबिक धरम जी की मां सतवंत कौर बहुत ही अच्छी महिला थीं। मुझे याद है कि एक बार वे मुझसे मिलने जुहू के एक डबिंग स्टूडियो में आई थीं। उस वक्त ईशा मेरे पेट में थी। मुलाकात पर मैंने उनके पैर छुए, जिस पर उन्होंने कहा कि बेटा हमेशा खुश रहो। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई थी। ईशा के जन्म पर धर्मेंद्र ने पूरा नर्सिंग होम बुक कराया धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की शादी से उनकी दो बेटियां ईशा देओल और अहाना देओल हुई हैं। टीवी शो 'जीना इसी का नाम है' में हेमा की करीबी दोस्त नीतू कोहली ने बताया था कि जब हेमा प्रेग्नेंट थीं, तब धर्मेंद्र ने पूरा डॉ. दस्तूर नर्सिंग होम बुक कर लिया था। करीब 100 कमरे बुक किए गए थे। हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र की पहली पत्नी को लेकर क्या कहा था? हेमा मालिनी ने हमेशा धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर का सम्मान किया है। हेमा ने धर्मेंद्र की पहली पत्नी को लेकर किताब 'हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल' में कहा था, भले ही मैं कभी प्रकाश (धर्मेंद्र की पहली पत्नी) के बारे में बात नहीं करती, लेकिन मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं। मेरी बेटियां भी धरम जी की फैमिली का पूरा सम्मान करती हैं। दुनिया मेरी लाइफ के बारे में विस्तार से जानना चाहती है, लेकिन यह दूसरों को बताने के लिए नहीं है। इससे किसी को मतलब नहीं होना चाहिए। धर्मेंद्र और हेमा की शादी को लेकर क्या बोली थीं पहली पत्नी? साल 1981 में स्टारडस्ट मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर ने धर्मेंद्र और हेमा की शादी को लेकर कहा था कि सिर्फ मेरे पति ही क्यों, कोई भी मर्द हेमा को मुझसे ज्यादा पसंद करता। किसी को क्या हक है मेरे पति को औरतबाज कहने का, जब आधी इंडस्ट्री ऐसा ही कर रही है? लगभग हर हीरो के अफेयर चल रहे हैं और कई दूसरी बार शादी कर चुके हैं। हो सकता है धर्मेंद्र सबसे अच्छे पति न हों, लेकिन वे बहुत अच्छे पिता हैं। उनके बच्चे उनसे बहुत प्यार करते हैं और उन्होंने कभी बच्चों को नजरअंदाज नहीं किया। प्रकाश कौर ने आगे कहा था कि मैं समझ सकती हूं कि हेमा किन हालात से गुजर रही हैं। उन्हें भी दुनिया और अपने परिवार का सामना करना पड़ता है, लेकिन अगर मैं हेमा की जगह होती, तो ऐसा नहीं करती। एक औरत के तौर पर मैं उनकी भावनाएं समझती हूं, लेकिन एक पत्नी और मां के रूप में मैं इस फैसले से सहमत नहीं हूं। प्रकाश ने यह भी कहा था कि धर्मेंद्र मेरे जीवन के पहले और आखिरी आदमी हैं। वो मेरे बच्चों के पिता हैं और मैं उनसे बहुत प्यार और इज्जत करती हूं। प्रकाश ने कहा था कि जो होना था, वो हो गया। मैं नहीं जानती कि इसके लिए धर्मेंद्र को दोष दूं या किस्मत को। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुझे कभी उनकी (धर्मेंद्र) जरूरत पड़ी, तो मुझे पता है वो मेरे लिए जरूर आएंगे। मैंने उन पर भरोसा करना नहीं छोड़ा क्योंकि वो मेरे बच्चों के पिता हैं। आज धर्मेंद्र नहीं रहे, पर उनकी मुहब्बत, उनकी मुस्कान और हेमा के दिल में उनकी जगह हमेशा रहेगी।
धर्मेंद्र के निधन पर 5 सवाल:पद्म भूषण अवॉर्डी, पर राजकीय सम्मान नहीं; जल्दबाजी में अंतिम संस्कार
बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र का 24 नवंबर को मुंबई में निधन हो गया है। जिस तरीके से उनका अंतिम संस्कार हुआ, उससे उनके चाहने वालों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। वे जानना चाह रहे हैं कि पद्म भूषण से सम्मानित धर्मेंद्र की पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए क्यों नहीं रखी गई। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ क्यों नहीं हुआ। धर्मेंद्र के निधन की खबर पर परिवार की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी भी नहीं दी गई। इससे पहले 10 नवंबर को जब धर्मेंद्र ब्रीच कैंडी में एडमिट हुए थे तब उनकी बेटियों को आनन-फानन में विदेश से बुलाया गया था। धर्मेंद्र को तब 2 दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद 12 नवंबर को डिस्चार्ज कर दिया गया था। धर्मेंद्र के चाहने वालों के 5 सवाल हैं- सोमवार दोपहर करीब 1 बजे धर्मेंद्र के बंगले के बाहर एम्बुलेंस देखी गई थी। इसके बाद खबरें ये रहीं कि धर्मेंद्र की तबीयत बिगड़ी है। हालांकि जल्द ही बंगले के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई और बैरिकेडिंग की जाने लगी। इसी बीच विले पार्ले श्मशान घाट में भी सिक्योरिटी बढ़ी। फिर खबर आई कि उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। 11 नवंबर को भी धर्मेंद्र के निधन की खबर आई थी, जिसके बाद उनके परिवार ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसे अपमानजनक कहा था। यही वजह रही कि सोमवार को हर कोई निधन की खबर की पुष्टि करने से झिझक रहा था। इसी बीच दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर IANS ने सबसे पहले धर्मेंद्र के निधन की जानकारी दी और फिर सभी न्यूज चैनल्स में उसी के हवाले से खबर चलाई गई। खबर सामने आई ही थी कि धर्मेंद्र की बेटी ईशा देओल विले पार्ले श्मशान घाट पर स्पॉट हुईं। उस समय न तो वहां ज्यादा भीड़ इकट्ठा हुई थी और न ही खबर की पुष्टि की गई थी। कुछ देर बाद हेमा मालिनी श्मशान घाट पहुंचीं। देखते-ही-देखते आमिर खान, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन समेत कई सेलेब्स श्मशान भूमि पहुंचने लगे। फिल्ममेकर करण जौहर पहले सेलिब्रिटी थे, जिन्होंने धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन की पुष्टि की। दोपहर करीब डेढ़ बजे तक निधन की पुष्टि हुई और 3 बजे तक हेमा मालिनी अंतिम संस्कार खत्म कर श्मशान घाट से बाहर आईं और वहां से रवाना हो गईं। अंतिम संस्कार होने के बाद कई फैंस श्मशान घाट के बाहर मातम मनाते दिखे। कई फैंस ने धर्मेंद्र के अंतिम दर्शन न मिल पाने पर नाराजगी जताते हुए उनके बच्चों पर नाराजगी जाहिर की। धर्मेंद्र 2004 से 2009 के बीच बीकानेर से सांसद रहे। उन्हें 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। आमतौर पर पद्म अवॉर्डी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाता है। धर्मेंद्र को राजकीय सम्मान दिया गया या नहीं, ये साफ नहीं है। रिपोर्टर्स को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। बाहर मौजूद रहे रिपोर्टर्स ने भी गार्ड ऑफ ऑनर नहीं सुना। श्रीदेवी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उनका निधन 24 फरवरी 2018 को दुबई में हुआ था। 4 दिनों बाद पार्थिव शरीर भारत लाया गया और 28 फरवरी 2018 को उनका अंतिम संस्कार हुआ। पद्मश्री अवॉर्डी श्रीदेवी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ था। धर्मेंद्र को 10 नवंबर को सांस लेने में तकलीफ होने पर ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। हॉस्पिटल से धर्मेंद्र का वीडियो लीक हुआ था, जिसमें वो वेंटिलेटर पर नजर आए थे। परिवार ने वीडियो लीक करने वाले हॉस्पिटल स्टाफ के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। सवाल ये है कि अगर 89 साल के धर्मेंद्र वेंटिलेटर पर थे, तो उन्हें अचानक घर क्यों लाया गया। धर्मेंद्र को 12 नवंबर को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया था। तब से ही उन्हें लगातार डॉक्टर्स की कड़ी निगरानी में रखा गया था। इस बीच हेमा मालिनी ने एक पत्रकार से कहा था कि धर्मेंद्र रिकवर कर रहे हैं। उनके परिवार ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा था- धर्मेंद्र जी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और अब वे घर पर आराम करेंगे। हम मीडिया और लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे किसी तरह की अफवाह न फैलाएं और इस समय उनकी तथा परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करें। हम सभी का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने धर्मेंद्र जी की अच्छी हेल्थ और लंबी उम्र के लिए दुआ की। कृपया उनका सम्मान करें क्योंकि वे आप सभी से बहुत प्यार करते हैं। डॉ. प्रतीत समदानी आंतरिक रोगों और गंभीर मरीजों की देखभाल (क्रिटिकल केयर) के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने बताया था कि धर्मेंद्र पिछले कई हफ्तों से कभी अस्पताल में भर्ती हो रहे थे, तो कभी घर लौट रहे थे। धर्मेंद्र 10 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट होने से पहले 31 अक्टूबर को भी एडमिट हुए थे। तब भी उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई थी। हालांकि जब 10 नवंबर को वे भर्ती हुए तो परिवार के करीबी सूत्र ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया था कि धर्मेंद्र की हालत नाजुक है और उनकी बेटियों अजेता-विजेता को भी विदेश से भारत बुला लिया गया है। तब बॉबी देओल भी अल्फा फिल्म की शूटिंग छोड़कर हॉस्पिटल पहुंचे थे। तब भी सलमान खान, शाहरुख खान, गोविंदा समेत कई सेलेब्स अचानक हॉस्पिटल पहुंच रहे थे। अब अगर बेटियों को विदेश से बुलाया गया, तो फिर दो दिन वेंटिलेटर पर होने के बावजूद उन्हें आनन-फानन में डिस्चार्ज क्यों करवाया गया।
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल के धर्मेंद्र ने सोमवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस शवदाह गृह में किया गया, जिसमें अमिताभ बच्चन, सलमान खान, शाहरुख खान, आमिर खान, संजय दत्त समेत कई फिल्मी हस्तियां शामिल हुईं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, अक्षय कुमार और करण जौहर सहित देश के कई नेताओं और सेलेब्रिटीज ने धर्मेंद्र के निधन पर दुख व्यक्त किया। धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार के दौरान की तस्वीरें धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि देने के लिए सेलेब्स देओल परिवार के घर पहुंचे धर्मेंद्र के निधन के बाद रेखा, प्रीति जिंटा, काजोल, फरहान और जोया अख्तर, शिल्पा-शमिता शेट्टी, वत्सल सेठ समेत कई सेलेब्स उनके घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे। 12 नवंबर को धर्मेंद्र को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था धर्मेंद्र कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। 10 नवंबर को उन्हें सांस लेने में दिक्कत आई थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस दौरान उन्हें वैंटिलेटर में रखा गया था। मीडिया में उनके निधन की खबर भी आई, जिसे परिवार ने नकार दिया। 12 नवंबर को धर्मेंद्र को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था और डॉक्टरों ने घर पर ही उनके आगे के इलाज की बात कही थी। एक नजर धर्मेंद्र के फिल्मी सफर पर- धर्मेंद्र की कहानी शुरू होती है 1935 से... ब्रिटिश इंडिया में पंजाब के गांव सहनेवाल के हेडमास्टर केवल किशन देओल के घर 8 दिसंबर 1935 को धर्मेंद्र का जन्म हुआ। जिन्हें नाम दिया गया था धरम केवल किशन। पंजाबी जट परिवार में धर्मेंद्र का बचपन सहनेवाल में ही बीता। जिस गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में उनके पिता हैडमास्टर थे, वहीं से धर्मेंद्र ने पढ़ाई की। धर्मेंद्र जब दसवीं में थे तब उन्होंने दिलीप कुमार की फिल्म ‘शहीद’ देखी। उन्हें फिल्म इस कदर पसंद आई कि उन्होंने खुद भी हीरो बनने का फैसला कर लिया। धर्मेंद्र करीब 19 साल के ही थे, जब 1954 में उनके पिता ने उनकी शादी प्रकाश कौर से करवा दी। इसी समय एक दिन अखबार में फिल्मफेयर मैगजीन एक टेलेंट हंट कॉम्पिटिशन का इश्तिहार पढ़ा। इसमें जीतने वाले को फिल्मों में काम मिलने वाला था। नई-नई शादी हुई थी, तो उनके लिए पत्नी को छोड़कर मुंबई जाना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने घरवालों को मना ही लिया। धर्मेंद्र चंद रुपए लेकर बॉम्बे (अब मुंबई) पहुंचे और देशभर से आए युवाओं को मात देकर कॉम्पिटिशन जीत गए। शर्त के अनुसार विजेता धर्मेंद्र को फिल्म दी जाने वाली थी, लेकिन उनके साथ कोई फिल्म नहीं बनाई गई। हीरो बनने के लिए धर्मेंद्र बॉम्बे में ही रुके और गुजारे के लिए नौकरी ढूंढ ली। उन्होंने एक ड्रिलिंग फर्म में नौकरी की जहां उनकी तनख्वाह थी 200 रुपए। नौकरी के साथ-साथ वो कई प्रोड्यूसर्स के दफ्तरों के चक्कर काटा करते थे। मामूली तनख्वाह से कभी भरपेट खाना मिल जाता था, तो कभी खाली पेट ही सो जाया करते थे। ऐसे ही एक रोज धर्मेंद्र काम से लौटे तो भूख से बेहोशी आने लगी। न घर में खाना था, न पैसे। भूख से तड़पते हुए धर्मेंद्र की नजर टेबल पर पड़े इसबगोल के पैकेट पर पड़ गई। उन्हें कुछ नहीं सूझा और उन्होंने पूरा पैकेट एक ग्लास पानी में घोलकर गटक लिया। चंद मिनटों के लिए भूख तो शांत हुई, लेकिन उसके बाद इसबगोल ने अपना काम शुरू कर दिया। आम तौर पर इसबगोल को कब्ज मिटाने या पाचन के लिए इस्तेमाल किया जाता था। धर्मेंद्र के पेट में तेज दर्द शुरू हो गया और उन्हें दस्त लग गए। कुछ घंटों के इंतजार के बाद उनके साथ रहने वाले रूम पार्टनर ने गंभीरता से समझते हुए उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जब डॉक्टर को पूरा हाल बताया तो डॉक्टर ने हंसते हुए कहा, इन्हें दवा की नहीं खाने की जरूरत है। इसी तंगी के दौर में मशक्कत करते हुए उन्हें डायरेक्टर अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरे मिल गई। इस फिल्म के लिए उन्हें मात्र 51 रुपए मिले थे। वो अर्जुन हिंगोरानी के गैरेज में रहते थे। कुछ समय बाद फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई। शूटिंग चल ही रही थी कि धर्मेंद्र को पीलिया हो गया। वजन घट गया और जब रिकवरी के बाद दोबारा शूटिंग शुरू हुई तो उनका चेहरा मुरझा चुका था। एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने बताया कि जब वो फिल्म के प्रीमियर में पहुंचे तो खुद की शक्ल नहीं पहचान पा रहे थे। अपने लुक से निराश होकर वो फिल्म आधी भी नहीं देख सके और थिएटर छोड़कर निकल गए। उन्हें लगा कि उन्हें कोई पसंद नहीं करेगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा। 1960 में रिलीज हुई फिल्म दिल भी तेरा हम भी तेरा जबरदस्त हिट रही और पहली ही फिल्म से धर्मेंद्र को देशभर में पहचान मिल गई। पॉपुलैरिटी मिलते ही धर्मेंद्र को सूरत और सीरत (1962), अनपढ़ (1962), बंदिनी (1963), आई मिलन की बेला (1964), बहारें फिर आएंगी (1966), दिल ने फिर याद किया (1966), दुल्हन एक रात की (1967) जैसी कई हिट फिल्में मिलने लगीं। इन फिल्मों की बदौलत उन्हें 60 के दशक में रोमांटिक हीरो का दर्जा मिला। फिल्म इंडस्ट्री में तो धर्मेंद्र नाम का हीरो पहचान बना चुका था, लेकिन उन्हें स्टार का दर्जा मिलना अभी बाकी था। ये काम किया मीना कुमारी ने। साल 1964 की फिल्म ‘मैं भी लड़की हूं’ में साथ नजर आए। पहली फिल्म से ही मीना कुमारी धर्मेंद्र को पसंद करने लगीं। उस समय मीना और उनके पति कमाल अमरोही के रिश्ते में दरार आ चुकी थी। मीना कुमारी अपने प्रोड्यूसर्स के सामने शर्त रख दिया करती थीं कि वो तब ही फिल्म की हीरोइन बनेंगी, जब धर्मेंद्र फिल्म के हीरो रहेंगे। मीना कुमारी जैसी बड़ी एक्ट्रेस को कास्ट करने के लिए फिल्ममेकर्स उनकी हर शर्त मान लेते थे। धर्मेंद्र और मीना कुमारी फिल्म पूर्णिमा, काजल, मंझली दीदी, बहारों की मंजिल और फूल और पत्थर में साथ दिखे और धर्मेंद्र को स्टार का दर्जा मिल गया। 300 फिल्मों में 93 हिट और 49 सुपरहिट, लेकिन अवॉर्ड 0 66 सालों के एक्टिंग करियर में धर्मेंद्र ने कॉमेडी, एक्शन और रोमांटिक 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है। इनमें 93 हिट और 49 सुपरहिट फिल्में शामिल हैं। हैरानी की बात ये है कि उन्हें कभी एक्टिंग के लिए अवॉर्ड नहीं मिला।
टेलीविजन के पॉपुलर रियलिटी शो बिग बॉस 19 से फिनाले से ठीक पहले एक्ट्रेस कुनिका सदानंद एविक्ट हो गई हैं। वीकेंड का वार एपिसोड में सलमान खान ने उनके एविक्शन की घोषणा करते हुए उनकी जर्नी की तारीफ की है। इसके बाद अब आज शो में नॉमिनेशन टास्क होगा। इस टास्क का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें मालती चाहर, तान्या मित्तल पर हाथ उठाती नजर आ रही हैं। कलर्स चैनल की तरफ से बिग बॉस 19 के नॉमिनेशन टास्क का एक प्रोमो वीडियो जारी किया गया है। टास्क के अनुसार, सभी कंटेस्टेंट्स को एक-एक कर ऐसे शख्स के चेहरे पर नॉमिनेशन स्टाम्प लगाना था, जिसे वो नॉमिनेट करना चाहते हैं। कॉमेडियन प्रणीत मोरे ने अमाल को नॉमिनेट किया, वहीं शहबाज ने तान्या को फेक कहते हुए उनके चेहरे पर स्टाम्प लगाया। अमाल ने गौरव खन्ना को नॉमिनेट किया जिसके बाद तान्या ने ये कहते हुए मालती को नॉमिनेट किया कि वो फिनाले के लिए डिजर्विंग नहीं लगती। जैसे ही तान्या ने स्टाम्प उठाया, मालती ने चेहरा आगे कर दिया, लेकिन तान्या ने मालती के गाल या माथे की जगह उनके मुंह पर स्टाम्प लगा दिया, जिससे वो भड़क गईं। इसके बाद मालती, तान्या को थप्पड़ मारती नजर आईं। सभी घरवालों ने इस पर शॉकिंग रिएक्शन दिया है, हालांकि ये साफ नहीं है कि मालती ने वाकई जोरदार थप्पड़ मारा है या नहीं। 7 दिसंबर को होगा बिग बॉस 19 का फिनाले कुनिका सदानंद के एविक्शन के बाद अब घर में अमाल मलिक, तान्या मित्तल, गौरव खन्ना, अशनूर कौर, फरहाना भट्ट, प्रणीत मौरे, मालती चहर और शहबाज बच गए हैं। इस हफ्ते ये सभी एविक्ट होने के लिए नॉमिनेटेड हैं। इसी बीच शो में टिकट टू फिनाले की रेस शुरू हो रही है, इसमें जीतने वाले कंटेस्टेंट्स को सीधे फिनाले में जाने का मौका मिलेगा। शो का फिनाले 7 दिसंबर को होने वाला है।
साउथ एक्टर धनुष और एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर कुछ समय पहले अपनी लव लाइफ को लेकर चर्चा में थे। खबरें थीं कि दोनों एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। अब एक बार फिर ये दोनों अपने रिश्ते को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं और इस बार वजह दोनों का किया गया एक कमेंट है। दरअसल, फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली की नई फिल्म दो दीवाने सहर में में मृणाल ठाकुर और सिद्धांत चतुर्वेदी लीड रोल में नजर आने वाले हैं। 21 नवंबर को मेकर्स ने फिल्म का पहला पोस्टर शेयर किया, जिसके बाद इस पर फैंस के साथ कई सेलेब्स ने भी रिएक्शन दिए। इसी दौरान धनुष ने कमेंट करते हुए लिखा, देखने और सुनने में अच्छा लग रहा है। इसके जवाब में मृणाल ठाकुर ने रेड हार्ट और सूरजमुखी वाला इमोजी पोस्ट किया। इस कमेंट के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई कि धनुष और मृणाल ठाकुर एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। इससे पहले भी दोनों की डेटिंग की खबरें इसी साल अगस्त में फिल्म सन ऑफ सरदार 2 के प्रीमियर के दौरान सामने आई थीं। इसके अलावा धनुष की फिल्म तेरे इश्क में’ की रैप-अप पार्टी में भी मृणाल ठाकुर नजर आई थीं। हालांकि, अब तक दोनों की तरफ से इस मामले कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। बता दें, फिल्म दो दीवाने सहर की घोषणा करते हुए मेकर्स ने कैप्शन में लिखा, दो दिल, एक सहर और एक पूरी तरह से परफेक्ट प्रेम कहानी। इस वैलेंटाइन डे इश्क से इश्क हो जाएगा। साथ ही मेकर्स ने यह भी बताया कि फिल्म 20 फरवरी 2026 को रिलीज होगी।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का सोमवार को निधन हो गया। 89 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई में अपने निवास पर अंतिम सांस ली। धर्मेंद्र का मध्यप्रदेश से भी कनेक्शन रहा है। उन्होंने यहां चार फिल्मों की शूटिंग की है। महेश्वर में उन्होंने अपने दोनों बेटों सनी देओल और बॉबी देओल के साथ दो फिल्मों की आधी से ज्यादा शूटिंग यही पर की थी। वहीं, मांडू में 1975 में 'किनारा' और 1984 में 'जीने नहीं दूंगा फिल्म की शूटिंग के लिए आए थे। दोनों ही फिल्मों में वे लीड रोल में थे। फिल्म 'किनारा' के चार सुपरहिट गीतों सहित लगभग 70 प्रतिशत शूटिंग जहाज महल में हुई थी। अकेले घूमने निकल जाते थे जब धर्मेंद्र मांडू में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे, उस दौरान वे खाली वक्त में अकेले ही मांडू घूमने चले जाते थे। वे प्रशंसकों के साथ तस्वीरें खिंचवाते थे। सादगी से पेश आते थे। फिल्म 'जीने नहीं दूंगा' की शूटिंग के लिए वे 22 दिन तक तवेली महल रेस्ट हाउस और मालवा रिट्रीट में रुके थे। फिल्म 'जीने नहीं दूंगा' के बारे में: यह फिल्म 26 अक्टूबर 1984 को रिलीज हुई थी। राजकुमार कोहली द्वारा निर्देशित फिल्म में धर्मेंद्र ने दोहरी भूमिका निभाई थी। उनके साथ शत्रुघ्न सिन्हा, राज बब्बर, अनीता राज और रोशनी जैसे कलाकार भी मुख्य भूमिकाओं में थे। फिल्म का प्रसिद्ध गीत 'तुम याद ना आया करो' भी मांडू में ही फिल्माया गया था। सहज रूप से मिलते थे धर्मेंद्र मांडू में रहने वाले पंडित केदारनाथ बताते हैं कि मे 55 साल से पान की दुकान का संचालन मुख्य चौराहे पर कर रहा हूं। जब फिल्म किनारा और जीने नहीं दूंगा बनी थी, तब दुकान पर धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा पान खाने आए थे।उसके बाद वे 22 दिन यहां फिल्म 'जीने नहीं दूंगा' की शूटिंग कर रहे थे, तब उन्होंने रोज में अपनी दुकान से मसाले का पान लेकर उन्हें खिलाने जाता था। वाकई में धर्मेंद्र सहज हीरो थे। वे अपनेपन से मुझे मिलते थे। कभी नहीं लगता था कि वे हमसे मिलेंगे कि नहीं मिलेंगे। जब हम शूटिंग देखने जाते थे, तब वहां सहज रूप से हमारे पास आकर बात करते थे। वहीं, सोमनाथ तिवारी का कहना है कि धर्मेंद्र शूटिंग के दौरान भी गरीबों का ध्यान रखते थे। वह उन्हें कई चीजें दे जाते थे। वे सरल हृदय के थे। महेश्वर में की दो फिल्मों की शूटिंग इसके अलावा, खरगोन जिले में नर्मदा तट पर बसे महेश्वर में फिल्म यमला पगला दीवाना (2011) और यमला पगला दीवाना-2 (2013) की की शूटिंग हुई। दोनों ही फिल्मों ने महेश्वर को नई पहचान दी। दोनों फिल्मों का बड़ा हिस्सा लगभग आधी फिल्म महेश्वर में फिल्माया गया था। हालांकि फिल्म में इसे बनारस दिखाया गया था, लेकिन दर्शक महेश्वर के घाटों, किले और प्राचीन गलियों को देखने से खुद को रोक नहीं सके। फिल्म में धर्मेंद्र का किरदार 'परमवीर ढिल्लों' दिलदार व्यक्ति का है। महेश्वर के घाट पर उनका लोगों को झांसा देने, रंगीन गमछे पहनकर घूमने और बॉबी देओल के साथ मिलकर लोगों को ठगने वाले दृश्य फिल्माए गए थे। उनकी मुलाकात सनी देओल के किरदार से भी इसी नर्मदा तट जिसे बनारस घाट दिखाया गया। सीएम बोले- धर्मेंद्र का योगदान भूला नहीं जा सकता हेलीपैड पर श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हम सबके लिए कष्टकारी है। उन्होंने फिल्मी दुनिया में जिस प्रकार का योगदान दिया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। धर्मेंद्र जी अपने समय के सर्वाधिक लोकप्रिय और सुपरहिट हीरो में से एक रहे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी 'शोले' जैसी कई फिल्मों में उनके अद्भुत अभिनय को जीवन भर कोई भूल नहीं सकेगा। डॉ. यादव ने मध्य प्रदेश सरकार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका योगदान सदैव पूरा देश स्मरण रखेगा। उन्होंने बाबा महाकाल से प्रार्थना की कि वे पवित्र आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें। तोमर ने कहा- उनकी कला प्रदर्शन को याद करेंगे विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने भी अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि फिल्म जगत में उन्होंने अपने परिश्रम और कर्म से एक ऐसा स्थान बनाया, जिसने पूरे देश और दुनिया के अनेक देशों को प्रभावित किया। तोमर ने कहा कि भले ही वे आज शरीर से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कला और उनका प्रदर्शन हमेशा याद रहेगा। उन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।
हाल ही में नेटफ्लिक्स पर ‘डाइनिंग विद द कपूर्स’ डॉक्यूमेंट्री स्ट्रीम हुई है, जिसमें पूरा कपूर परिवार एक साथ नजर आ रहा है। एक्टर रणबीर कपूर भी शो का हिस्सा थे। अब रणबीर इस शो की वजह से सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, सोशल मीडिया पर शो का एक क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें रणबीर मां नीतू कपूर, करीना कपूर, करिश्मा कपूर, रीमा जैन, सैफ अली खान और कपूर परिवार के बाकी मेंबर्स के साथ टेबल पर बैठे दिख रहे हैं। वायरल वीडियो में नजर आता है कि अरमान जैन ने कपूर फैमिली के लिए लॉन्च होस्ट किया था, जिसमें उन्होंने अपने दादा राज कपूर की फेवरेट फूड को रखा था। मेन्यू में जंगली मटन, फिश, पाया, छिलके वाली आलू, दही पकौड़ा कढ़ी समेत कई वेज और नॉन वेज डिश शामिल थीं। वीडियो में दिखाया गया है कि सभी साथ में फूड एंजॉय कर रहे हैं। लेकिन तभी सोशल मीडिया यूजर्स का मानना है कि रणबीर ने नॉन वेज खाया है। बता दें कि रणबीर जल्द ही नितेश तिवारी की फिल्म रामायण में राम की भूमिका में दिखेंगे। ऐसे में खबरें आई थीं कि उन्होंने राम की भूमिका के लिए नॉन वेज फूड और शराब से दूरी बना ली है। भगवान राम की भूमिका के लिए रणबीर पूरी तरह से सात्विक लाइफ स्टाइल फॉलो कर रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर यूजर्स आलोचना कर रहे हैं कि झूठ बोलने की क्या जरूरत थी। एक यूजर ने लिखा- 'मुझे लगता है कि बॉलीवुड एक्टर्स की पीआर टीमों को निकाल देना चाहिए, खासकर आरके और आलिया भट्ट की। वे ऐसी मूर्खतापूर्ण बातें पोस्ट करने से पहले अपने क्लाइंट के पिछले वीडियो के बारे में जरा भी रिसर्च नहीं करते।’ रणबीर के प्रोजेक्ट्स की बात करें तो वो नितेश तिवारी की रामायण के अलावा संजय लीला भंसाली की अगली फिल्म लव एंड वॉर में भी नजर आने वाले हैं। इस फिल्म में उनके साथ आलिया भट्ट और विक्की कौशल भी काम कर रहे हैं।
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल के धर्मेंद्र ने सोमवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार विले पार्ले श्मशान भूमि में हुआ। धर्मेंद्र के निधन पर पवन सिंह ने फेसबुक पर उनके साथ फोटो शेयर कर लिखा है- धर्मेंद्र जी के जाने की खबर ने दिल को भीतर तक तोड़ दिया है। आज ऐसा लगता है मानो पर्दे से नहीं, जिंदगी से ही एक रौशन उजाला चला गया हो। मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला। सेट पर उनकी ममता, सरलता और इंसानियत आज भी याद करके आंखें नम हो जाती हैं। धर्मेंद्र ने भोजपुरी लड़के को पावर स्टार बना दिया पवन सिंह ने एक मंच पर पवन सिंह ने हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र के साथ अपने रिश्ते और संघर्ष के दिनों की याद ताजा की थी। उन्होंने बताया था कि कैसे एक दौर में वे इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए जूझ रहे थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें सीधे उस दिग्गज अभिनेता के साए में ला खड़ा किया, जिन्हें वे बचपन से पर्दे पर देखते और भगवान की तरह मानते आए थे। संघर्ष, स्ट्रगल और स्टारडम के इस सफर में धर्मेंद्र ने न सिर्फ उन्हें मौका दिया, बल्कि ऐसे शब्दों की सीख दी, जो आगे चलकर उनके करियर और स्वभाव का स्थायी हिस्सा बन गई। पवन के मुताबिक, भोजपुरी फिल्म के सेट पर हुई पहली मुलाकात ने उनकी सोच बदल दी। वे बताते हैं कि उस दिन उन्हें समझ आया कि बड़े स्टार होने का मतलब सिर्फ चमक–दमक नहीं, बल्कि जमीन से जुड़े रहना भी है। धर्मेंद्र की यही सीख, और पहला बड़ा ब्रेक, आज पवन सिंह के लिए जिंदगी का ऐसा किस्सा बन चुका है, जिसे वे हर मंच से दोहराना चाहते हैं, ताकि नए कलाकार भी इससे सीख ले सकें। पवन सिंह ने बताया था कि, जब मैं इंडस्ट्री में नया–नया था, तब सिर्फ एक तमन्ना थी कि किसी दिन बड़े पर्दे पर अपने हीरो के साथ काम करूं। बचपन से धर्मेंद्र जी को फिल्मों में देखता आया था, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि एक दिन उनके साथ एक ही फ्रेम शेयर कर पाऊंगा। लड़खड़ाते हुए धर्मेंद्र के पास पहुंचे पवन सिंह एक भोजपुरी फिल्म के लिए मुझे साइन किया गया और खबर मिली कि उसमें धर्मेंद्र जी भी काम कर रहे हैं। ये सुनते ही जैसे यकीन ही नहीं हुआ। शूटिंग के पहले दिन मैं सेट पर था, लेकिन हिम्मत ही नहीं पड़ रही थी कि उनकी वैनिटी वैन के पास जाऊं। अंदर से डर भी था और एक अजीब-सा संकोच भी कि पता नहीं क्या कहूंगा। उसी दौरान किसी ने आकर कहा- “धरम जी बुला रहे हैं।” इतना सुनते ही मेरे कदम लड़खड़ा गए। दिल की धड़कन तेज थी, हाथ पसीने से भीगे थे। जैसे-तैसे हिम्मत करके वैनिटी वैन के अंदर गया। उन्होंने मुस्कुराकर कहा, “आओ बेटा, बैठो।” उस पल लगा जैसे कोई अपना बुजुर्ग मुझे गले से लगा रहा हो। हमने शूट, किरदार और फिल्मों की बातें कीं। मैंने उन्हें बताया कि मैं स्ट्रगल से आया हूं, और ये मौका मेरे लिए कितना बड़ा है। उन्होंने बहुत सादगी से कहा कि मेहनत करते रहो, स्टार बन जाओ तो भी सिर झुकाकर चलना, लोगों से प्यार से बात करना, क्योंकि यही तुम्हें लंबी रेस का घोड़ा बनाएगा। डायलॉग भूलता तो कहते- टेंशन मत लो बेटा मेरे लिए सबसे बड़ा चमत्कार ये था कि उन्होंने सिर्फ सलाह ही नहीं दी, बल्कि सचमुच मुझे मौका भी दिया। उसी प्रोजेक्ट ने मेरे करियर को नया मोड़ दिया। सेट पर जब मैं सीन दे रहा होता था और कैमरे के ठीक सामने धर्मेंद्र जी खड़े होते थे, तो कई बार डायलॉग भूल जाता था, सिर्फ उन्हें देखता रह जाता था। वे हंसकर कहते, “टेंशन मत लो बेटा, आराम से बोलो।” आज भी जब पीछे मुड़कर देखता हूं, तो लगता है कि अगर उस समय धर्मेंद्र जी जैसा बड़ा स्टार मुझे सपोर्ट न करता, तो शायद मेरी जर्नी कुछ और होती। मेरे लिए वे सिर्फ सुपरस्टार नहीं, एक ऐसे गुरु हैं, जिन्होंने मुझे पहला बड़ा प्लेटफॉर्म दिया और सिखाया कि ऊंचाई पर पहुंचकर भी इंसान छोटा नहीं होना चाहिए। यही वजह है कि हर इंटरव्यू, हर स्टेज पर मैं ये किस्सा जरूर सुनाता हूं, ताकि लोग जान सकें कि मेरे जैसे लड़के की जिंदगी में धर्मेंद्र जी की क्या जगह है। --------------- ये खबर भी पढ़िए... एक्टर धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र में निधन:अंतिम संस्कार के बाद विले पार्ले श्मशान घाट से निकलीं हेमा-ईशा; अमिताभ, सलमान-आमिर भी मौजूद रहे दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल के धर्मेंद्र ने सोमवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार विले पार्ले श्मशान भूमि में हुआ, जिसमें सलमान खान, संजय दत्त, अमिताभ बच्चन, आमिर खान समेत कई सेलेब्स पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन को एक युग के अंत का संकेत कहा है। धर्मेंद्र के परिवार ने उनके निधन की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की। दोपहर में उनके घर के बाहर एम्बुलेंस पहुंची थी और विले पार्ले श्मशान भूमि में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई थी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर एम्बुलेंस से श्मशान घाट पहुंचाया गया। पूरी खबर पढ़िए
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में निधन हो गया। दोपहर बाद मुंबई के विले पार्ले श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया। धर्मेंद्र का जन्म लुधियाना के साहनेवाल में हुआ था। इनके पिता गांव के सरकारी स्कूल में हेडमास्टर थे। आज धर्मेंद्र को पूरा देश ही-मैन के नाम से जानता है। धर्मेंद्र ने साहनेवाल में जिस घर में अपना बचपन बिताया, अब भी वो घर वैसा का वैसा है। हालांकि वह अपना पैतृक घर बेच चुके हैं और वहां पर नया घर बन चुका है। इसके बाहर अभी भी धर्मेंद्र हाउस लिखा है। पड़ोसियों का कहना है कि भाईदूज पर धर्मेंद्र यहां आए थे। हम हमेशा सरकारी स्कूल जाते थे। साथ ही पास के डेरे में लस्सी जरूर पीते थे। यहां रहने वाली बुजुर्ग महिला माया ने बताया कि मैं और धर्मेंद्र बचपन में साथ खेलते थे। जब भी धर्मेंद्र यहां आते थे मैं उन्हें राखी बांधती थी, लेकिन अब कहानी खत्म हो गई। यह कहते हुए माया के आंख में आंसू आ गए। धर्मेंद्र से जुड़े पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...
भारतीय सिनेमा में एक युग का अंत, धर्मेंद्र के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख
बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र के निधन से शोक की लेकर है। उन्होंने 24 नवंबर को जुहू स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली। धर्मेंद्र ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था। सेलेब्स से लेकर राजनेता तक धर्मेंद्र के निधन पर दुख जता रहे हैं।
‘बसंती, इन कुत्तों के सामने मत नाचना।’ और ‘कुत्ते...कमीने, मैं तेरा खून पी जाऊंगा।’ 70 के दशक में शोले फिल्म के ये डायलॉग नौजवानों की जुबां पर रच-बस गए थे। ‘कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊंगा।’ धर्मवीर फिल्म का ये डायलॉग भी खूब हिट हुआ। फिल्म कातिलों के कातिल का वो डायलॉग जब धर्मेंद्र बोलते थे- ‘हम वो बला हैं, जो शीशे से पत्थर को तोड़ दें।’ तो सिनेमा हॉल में तालियां गूंज उठती थीं। धर्मेंद्र के डायलॉग में जोश, रोमांस और देसी तेवर कूट-कूटकर भरे होते थे। चलिए आज हम आपको धर्मेंद्र के 10 मशहूर डायलॉग के बारे में बता रहे हैं….
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। इसी बीच सोमवार को धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म इक्कीस से उनका लुक सामने आया है। साथ ही एक्टर की आवाज में एक वॉइस नोट भी शेयर किया गया, जिसने उनके फैंस को भावुक कर दिया। फिल्म के मेकर्स ने इंस्टाग्राम पर इक्कीस का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, पिता बेटों का पालन-पोषण करते हैं। महापुरुष राष्ट्र का निर्माण करते हैं। धर्मेंद्र जी, 21 वर्षीय अमर सैनिक के पिता के रूप में एक भावनात्मक शक्ति हैं। एक कालातीत किंवदंती हमें दूसरी कहानी सुनाती है। इस पोस्टर के बैकग्राउंड में धर्मेंद्र की आवाज भी है, जिसमें वह कहते हैं, यह मेरा बड़ा बेटा अरुण है और यह हमेशा 21 का ही रहेगा। वहीं, धर्मेंद की आवाज सुनकर उनके फैंस इमोशनल हो रहे हैं। बता दें, ‘इक्कीस’ का निर्देशन श्रीराम राघव ने किया है। यह एक वॉर ड्रामा है, जो सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की सच्ची कहानी पर आधारित है। अरुण खेत्रपाल भारत के सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता थे, जिन्होंने 1971 के भारत–पाक युद्ध में असाधारण वीरता दिखाई थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा अरुण खेत्रपाल की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता बने हैं। अगस्त्य नंदा की यह पहली थिएटर रिलीज फिल्म होगी। इससे पहले वे जोया अख्तर की ‘द आर्चीज’ में नजर आ चुके हैं, जो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का आज 89 साल की उम्र में निधन हो गया। पंजाब के छोटे से गांव नसराली में जन्में धर्मेंद्र एक सरकार स्कूल के हेडमास्टर के बेटे थे, जिन्हें आज पूरा देश ही-मैन के नाम से जानता है। 10वीं क्लास में दिलीप कुमार की फिल्म देखकर हीरो बनने का ख्वाब देखने वाले धर्मेंद्र एक टैलेंट हंट कॉम्पिटिशन ने धर्मेंद्र और हिंदी सिनेमा को आपस में ऐसा बांधा कि आज भी इन दोनों को अलग-अलग सोचना संभव नहीं है। ग्राफिक्स स्टोरी में जानिए कैसे हेडमास्टर के बेटे धर्मेंद्र बने हिंदी सिनेमा के स्टार-
विजयता पंडित के छोटे बेटे अनिवेश श्रीवास्तव की कार का एक्सीडेंट होने की खबरें सामने आई हैं, हालांकि दैनिक भास्कर से विजयता पंडित के परिवार से जुड़े करीबी सूत्र ने बताया है कि ये खबर अफवाह है। सामने आईं रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा था कि जिस चौराहे को कार से टक्कर लगी है, वहां अविनेश के पिता दिवंगत सिंगर आदेश श्रीवास्तव के नाम पर बना था, जिसे काफी नुकसान पहुंचा है। दैनिक भास्कर से बातचीत में विजयता पंडित के परिवार के करीबी सूत्र ने बताया है कि ये खबर झूठ है। पहले भी यही झूठी खबर आ चुकी है। महाराष्ट्र के लोकल न्यूज चैनल जागृत महाराष्ट्र की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हरियाणा की नंबर प्लेट वाली एक SUV लोखंडवाला क्रॉसिंग पर जा टकराई, जिससे डिवाइडर को नुकसान पहुंचा और स्टैच्यू पूरी तरह टूट गया है। जिस कार का एक्सीडेंट हुआ है, वो एक्ट्रेस विजयता पंडित के नाम पर रजिस्टर्ड है, जिसे उनके बेटे अनिवेश श्रीवास्तव ड्राइव करते हैं। एक्सीडेंट की खबर सामने आने के बाद रेडिट पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की गई हैं, जिनमें डैमेज कार के साथ विजयता पंडित के बड़े बेटे अवितेज श्रीवास्तव नजर आ रहे हैं। 2016 में हुआ था आदेश श्रीवास्तव चौक का उद्घाटन पॉपुलर सिंगर आदेश श्रीवास्तव का साल 2015 में निधन हुआ था, जिसके बाद 2016 में उनके नाम पर लोखंडवाला में चौराहा बनवाया गया था। 6 सितंबर 2016 को इसका उद्घाटन आदेश श्रीवास्तव की पत्नी विजयता पंडित और बेटों अवितेश-अनिवेश श्रीवास्तव ने किया था। इस दौरान जैकी श्रॉफ समेत कई सेलेब्स मौजूद रहे थे। पहले भी विवादों में रहा विजयता पंडित के बड़े बेटे अवितेश श्रीवास्तव का नाम साल 2018 में अवितेश श्रीवास्तव के खिलाफ मुंबई के जुहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज हुई थी। आरोप थे कि उन्होंने एक म्यूजिक कंपोजर को उन्हीं के स्टूडियो में बंद कर पीटा था। शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने अवितेश श्रीवास्तव का स्टूडियो 1 लाख रुपए महीने के किराए पर लिया था और 4 लाख रुपए डिपॉजिट दिया था। उन्होंने मार्च 2018 में स्टूडियो खाली कर दिया था, लेकिन इसके बावजूद अवितेश उनसे कॉन्ट्रैक्ट तोड़ने के नाम पर 12 लाख रुपए मांग रहे थे। जब उन्होंने पैसे नहीं दिए, तो अवितेश ने स्टूडियो में बंद कर उनके साथ मारपीट की थी। बता दें कि एक्ट्रेस विजयता पंडित ने 1990 में पॉपुलर सिंगर आदेश श्रीवास्तव से शादी की थी। इस शादी से उन्हें दो बेटे अवितेज और अनिवेश हैं।
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया। 89 साल के एक्टर ने सोमवार को घर पर ही अंतिम सांस ली। धर्मेंद्र 14वीं लोकसभा में साल 2004 से 2009 तक बीकानेर से सांसद रहे थे। सांसद रहते हुए वे काफी विवादों में रहे थे। यहां तक कि जब वे एक साल तक क्षेत्र में नहीं आए तो किसानों ने 'गुमशुदगी' के पोस्टर तक लगा दिए थे। इसी बीच वे 'हिटलर राज' की तारीफ करके विवादों में आ गए थे। सभी जानते थे कि धर्मेंद्र सांसद के रूप में बीकानेर बहुत कम रहे, लेकिन मुंबई में रहकर भी बीकानेर की सूरसागर समस्या का निराकरण करने में मुख्य भूमिका निभाई। कांग्रेस के रामेश्वर डूडी के सामने भाजपा ने धर्मेंद्र को उतारा था। कांटे की टक्कर को देखते हुए धर्मेंद्र ने बेटे बॉबी और सनी देओल को जनसभा के लिए बुलाया था। डूडी के सामने लड़ा था चुनावसाल 2004 में कांग्रेस ने अपने पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी को फिर से मैदान में उतारा तो भाजपा ने एक कदम आगे बढ़ते हुए फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र को प्रत्याशी बना दिया था। जाट वोट बैंक पर तगड़ा उम्मीदवार सामने आने के बाद भी रामेश्वर डूडी ने धर्मेंद्र को कड़ी टक्कर दी। अंत में जब धर्मेंद्र और डूडी के बीच मुकाबला कांटे का हो गया तो धर्मेंद्र ने बेटों सनी और बॉबी देओल को बीकानेर बुलाया था। इन दोनों ने रेलवे स्टेडियम में एक जनसभा की थी। इसके बाद शहरी क्षेत्र में माहौल बदल गया और धर्मेंद्र 57 हजार वोटों से चुनाव जीत गए थे। खास बात यह थी कि बीकानेर शहर के अलावा सभी सीटों से धर्मेंद्र पीछे रहे थे। अकेले बीकानेर शहर से इतनी लंबी लीड ली थी कि सभी पांच विधानसभा सीटों का अंतर बराबर कर दिया था। डूडी को बताया था छोटा भाईधर्मेंद्र ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कभी रामेश्वर डूडी का नाम लेकर विरोध नहीं किया। उनकी कोई कमी नहीं गिनाई। बल्कि जहां भी उनसे पूछा जाता कि डूडी मजबूत उम्मीदवार हैं तो वो ये ही कहते थे कि रामेश्वर मेरे छोटे भाई जैसे हैं।उधर, डूडी ने भी अपने प्रचार में कभी धर्मेंद्र पर व्यक्तिगत हमला नहीं किया था। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन पर धर्म परिवर्तन करने सहित अनेक आरोप लगाए थे। सूरसागर के लिए किया था कामबीकानेर चुनाव प्रचार के दौरान धर्मेंद्र को सूरसागर की गंदगी हमेशा अखरती थी। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस बारे में चर्चा की थी। बजट की समस्या आई तो वे स्वयं दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मिले और सूरसागर के लिए अतिरिक्त बजट दिलाया था।इतना ही नहीं, अपने सांसद कोटे से भी इस काम के लिए बजट दिया था। हालांकि सूरसागर की सफाई का सारा श्रेय तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ही मिला था। गुमशुदा के पोस्टर से दुखी हुए थेसांसद के रूप में धर्मेंद्र बीकानेर बहुत कम आते थे। इस कारण बीकानेर शहर के स्थानीय लोगों ने उनके खिलाफ एक पोस्टर तैयार किया था। इसमें धर्मेंद्र के फोटो के ऊपर लिखा 'गुमशुदा'। इस पोस्टर को बड़ा मीडिया कवरेज मिला तो धर्मेंद्र दुखी हुए थे। उन्होंने तुरंत बीकानेर आने का निर्णय किया। वे दो-चार दिन बाद ही बीकानेर आए और सर्किट हाउस में ठहरे थे। यहां बिना किसी तामझाम के सभी कार्यकर्ताओं से और जनता से मिले थे। धर्मेंद्र ने कई पत्रकारों को पीड़ा बताई थी कि उनके लिए ऐसे पोस्टर लगाए गए थे। सुराना को बोले थे 'कोट वाले नेताजी'लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने तत्कालीन नेता मानिकचंद सुराना को उनका चुनाव प्रभारी बनाया था। ऐसे में सुराना ही उनके दिनभर के कार्यक्रम तय करते थे और उस कार्यक्रम के हिसाब से नहीं चलने पर नाराज होते थे।धर्मेंद्र कहीं भी जाते तो ये कहते कि 'कोट वाले नेताजी' से पूछ लो। सुराना हर वक्त कोट पहनते थे। कई बार उनकी और सुराना की तकरार भी होती, लेकिन वे सुराना को पूरा सम्मान देते थे। सुराना के अलावा भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य भी उनके चुनाव प्रचार के दौरान साथ में रहते थे। सांसद कोटे का पूरा उपयोगधर्मेंद्र ने आम सांसद की तरह अपने कोटे का पूरा उपयोग किया था। कोई भी समाज, संगठन या संस्थान उनसे वित्तीय सहयोग की अपील करती तो धर्मेंद्र निराश नहीं करते थे। आज भी बीकानेर में कई जगह धर्मेंद्र के नाम के बोर्ड लगे हुए हैं, जिसमें उनके सांसद कोटे का उपयोग हुआ था। आमतौर पर भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य और उनके निजी सचिव कमल व्यास की अनुशंसा पर धर्मेंद्र कोटे की राशि स्वीकृत कर देते थे। बीकानेर में है धर्मेंद्र के जबरदस्त फैनधर्मेंद्र ने बीकानेर से चुनाव तो साल 2004 में लड़ा था, लेकिन उनके दीवाने शुरू से रहे हैं। बीकानेर में एक युवा ने उनके नाम से मंदिर ही बना दिया। उसी युवक ने बाद में धर्मेंद्र स्टूडियो के नाम से अपना प्रतिष्ठान बनाया। इसके अलावा अमरसिंहपुरा में भी उनके फैन हैं। जो हर साल धर्मेंद्र का जन्मदिन सेलिब्रेट करते थे।
'इक्कीस' से धर्मेंद्र का पोस्टर आया सामने, फिल्म में निभा रहे आर्मी ऑफिसर के पिता का किरदार
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की तबीयत बीते कुछ समय से खराब चल रही है। उनका इलाज फिलहाल घर पर ही चल रहा है। धर्मेंद्र के स्वास्थ्य में भी काफी सुधार हो गया है, जिससे उनके फैंस ने चैन की सांस ली है। वहीं फिल्म 'इक्कीस' से धर्मेंद्र का नया ...
धर्मेंद्र के घर पहुंची एंबुलेंस:फिर तबीयत बिगड़ने की खबरें, घर के बाहर की गई बैरिकेडिंग
दिग्गज अभिनेता की तबीयत बिगड़ने की खबर आ रही है। सोमवार दोपहर को उनके घर में एम्बुलेंस पहुंची है, जिसके बाद से ही घर के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है और बैरिकेडिंग की गई है। 12 नवंबर को हॉस्पिटल से हुए थे डिस्चार्ज दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को 12 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया है। वो दो दिन वैंटिलेटर पर थे। धर्मेंद्र को सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके चलते उन्हें 10 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद हेमा मालिनी ने पत्रकार सुभाष के. झा से कहा कि मेरे लिए यह समय बिल्कुल आसान नहीं था। धरमजी की सेहत हमारे लिए बहुत बड़ी चिंता है। उनके बच्चे भी रात–रात भर जाग रहे हैं। एक्ट्रेस ने आगे कहा, मैं कमजोर नहीं पड़ सकती, मेरे ऊपर बहुत जिम्मेदारियां हैं, लेकिन हां, मैं खुश हूं कि वह घर लौट आए हैं। हम सबको राहत मिली है कि अब वह अस्पताल से बाहर हैं। उन्हें अपने लोगों के बीच रहना चाहिए। बाकी सब ऊपरवाले के हाथ में है। कृपया हमारे लिए दुआ करें। पैपराजी पर भड़के सनी देओल गुरुवार सुबह सनी देओल मीडिया पर नाराज हो गए। सनी ने हाथ जोड़ते हुए फोटोग्राफर्स और पैपराजी से कहा- आपके घर में भी मां-बाप हैं, बच्चे हैं, आपको शर्म नहीं आती? इस दौरान सनी देओल ने कुछ अपशब्द भी कहे। धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. प्रतीत समदानी ने बताया कि एक्टर पिछले कई हफ्तों से कभी अस्पताल में भर्ती हो रहे थे, तो कभी घर लौट रहे थे। डिस्चार्ज के बाद परिवार ने प्राइवेसी की अपील की थी धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद परिवार ने प्राइवेसी की अपील करते हुए आधिकारिक बयान जारी कर कहा था- धर्मेंद्र जी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और अब वे घर पर आराम करेंगे। हम मीडिया और लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे किसी तरह की अफवाह न फैलाएं और इस समय उनकी तथा परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करें। हम सभी का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने धर्मेंद्र जी की अच्छी हेल्थ और लंबी उम्र के लिए दुआ की। कृपया उनका सम्मान करें क्योंकि वे आप सभी से बहुत प्यार करते हैं। परिवार ने निधन की फर्जी खबरों पर नाराजगी जताई थी 11 नवंबर की सुबह मीडिया में एक्टर की निधन की फर्जी खबर आई थी, जिसके बाद उनकी बेटी ईशा देओल और पत्नी हेमा मालिनी ने नाराजगी जताई थी। ईशा ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा था- मीडिया पूरी तरह गलत खबरें फैला रहा है। पापा की हालत स्थिर है और वे रिकवर कर रहे हैं। हम सभी से निवेदन करते हैं कि हमारे परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करें। पापा की जल्दी सेहतमंदी के लिए दुआ करने के लिए धन्यवाद। हेमा मालिनी ने भी निधन की खबरें सामने आने के बाद नाराजगी जताते हुए लिखा था- जो हो रहा है, वह माफ करने लायक नहीं है। जिम्मेदार चैनल किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में झूठी खबरें कैसे फैला सकते हैं जो इलाज का जवाब दे रहा है और ठीक हो रहा है? यह बेहद असम्मानजनक और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है। कृपया परिवार और उनकी निजता की आवश्यकता का सम्मान करें। मंगलवार सुबह धर्मेंद्र के निधन की खबर मीडिया में आने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर दुख जताया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट हटा ली थी। धर्मेंद्र 10 नवंबर को अस्पताल में भर्ती हुए थे। खबर मिलते ही बॉबी देओल फिल्म की शूटिंग छोड़कर मुंबई लौटे। वहीं सनी देओल भी लगातार हॉस्पिटल में मौजूद रहे। ईशा देओल, हेमा मालिनी भी कई बार हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान धर्मेंद्र का परिवार बेहद भावुक नजर आया। 31 अक्टूबर को भी हुए थे अस्पताल में भर्ती धर्मेंद्र को 31 अक्टूबर को भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पत्रकार विक्की ललवानी ने अपनी पोस्ट में बताया था कि सांस लेने में तकलीफ होने के चलते धर्मेंद्र को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें ICU में रखा गया था। उनके सारे शरीर के पैरामीटर ठीक होने पर उन्हें कुछ ही घंटों में डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसी साल की शुरुआत में धर्मेंद्र की कॉर्निया ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई थी। उनकी बाईं आंख की पारदर्शी परत यानी कॉर्निया डैमेज हो गई थी, जिसके बाद उनका कॉर्निया ट्रांसप्लांट (केराटोप्लास्टी) किया गया था। धर्मेंद्र को साल 2015-2020 के बीच कई बार पीठ दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और कमजोरी की शिकायत हुई थी। उन्हें पीठ दर्द और थकान की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। जल्द रिलीज होगी धर्मेंद्र की फिल्म धर्मेंद्र फिल्म इक्कीस में नजर आएंगे। ये फिल्म भारत-पाकिस्तान के बीच हुई जंग के यंग सोल्जर अरुण खेत्रपाल की कहानी है। अमिताभ बच्चन के नातिन अगस्त्य नंदा ने फिल्म में अरुण खेत्रपाल की भूमिका निभाई है, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता एम.एल.खेत्रपाल के रोल में हैं।
अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह की फिल्म दे दे प्यार दे 2 को रिलीज हुए 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन कमाई के मामले में यह हाल ही में रिलीज हुई अन्य फिल्मों से आगे बनी हुई है। फिल्म अब तक 61.85 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर चुकी है। सैकनिल्क के मुताबिक, फिल्म ने 10वें दिन (रविवार) को 4.50 करोड़ रुपए की कमाई की, जिसके बाद इसका कुल कलेक्शन 61.85 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं 21 नवंबर को रिलीज हुई ‘मस्ती 4’ ने अब तक 8.59 करोड़ रुपए और 120 बहादुर ने 10.14 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। ‘दे दे प्यार दे 2’ का 10 दिनों का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पहला दिन- 8.75 करोड़दूसरा दिन- 12.25 करोड़तीसरा दिन 13.75 करोड़चौथा दिन- 4.25 करोड़पांचवां दिन- 5.25 करोड़छठा दिन- 3.50 करोड़सातवां दिन- 3.35 करोड़आठवां दिन- 2.25 करोड़नौवां दिन- 4 करोड़दसवां दिन- 4.50 करोड़ टोटल कलेक्शन- 61.85 करोड़ रुपए 14 नवंबर को रिलीज हुई थी फिल्म दे दे प्यार दे 2 में अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह के अलावा आर माधवन, गौतमी कपूर, इशिता दत्ता, जावेद जाफरी और मीजान जाफरी भी हैं। फिल्म की कहानी 52 साल के तलाकशुदा एनआरआई इन्वेस्टर आशीष मेहरा (अजय देवगन) की है, जिससे 27 साल की आयशा (रकुल प्रीत सिंह) प्यार करने लगती है।
पंजाबी सिंगर हरजीत हरमन ने फेसबुक पोस्ट कर अपने जिंदा होने का सबूत दिया है। उन्होंने लिखा कि वह अभी जिंदा हैं, कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर व्यू लेने के चक्कर में हरमन सिद्धू की जगह उनको ही मृत करार दे दिया। अभी वाहेगुरु की कृपा से वह ठीक हैं और अपने चाहने वालों के लिए शो कर रहे हैं। हरजीत हरमन ने फेसबुक पर हरमन सिद्धू की फोटो पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- अलविदा वाई (भाई)। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने जिम्मेदारी न निभाते हुए नाम की गलती के चलते और जल्दबाजी में उनको ही मार दिया। ऐसे मामलों में लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की 2 दिन पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उनकी कार की एक ट्रक से टक्कर हो गई थी। पढ़ें हरजीत हरमन ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा... मित्तरां दा नां चलदा से हिट हुए हरजीत हरमनपंजाब के नाभा में पैदा हुए हरजीत हरमन ने पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में 2002 से डेब्यू किया। उनकी पहली एलबम जंजीर थी। इसका गीत मित्तरां दा ना चलदा, इतना हिट हुआ कि पंजाब के बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ गया। इसके बाद हरजीत हरमन ने एक के बाद एक कई हिट सांग दिए। हरजीत हरमन 100 से ज्यादा गीत गा चुके हैं। इस दिनों हरजीत हरमन नए गीतों की रिलीजिंग से ज्यादा स्टेज शो करते हैं। रोजाना होने वाले अपने स्टेज शो की वीडियो अपने इंस्टा अकाउंट पर शेयर करते हैं। ट्रक में टक्कर लगने से हुई थी हरमन सिद्धू की मौतपंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की 2 दिन पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। हादसा शुक्रवार रात करीब 12 बजे हुआ। उनकी कार एक ट्रक से टकरा गई थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हरमन सिद्धू मानसा से अपने गांव ख्याला जा रहे थे। मानसा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया और परिवार को सूचित किया। हरमन सिद्धू का उनके गांव ख्याला में अंतिम संस्कार किया गया।हरमन सिद्धू की मौत से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर है। ------------------------ यह खबर भी पढ़ें... पंजाबी सिंगर हरमन की एक्सीडेंट में मौत, घर लौटते वक्त ट्रक से टकराई कार, शूटिंग से लौट रहे थे; मिस पूजा संग हिट हुई थी जोड़ी पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की देर रात सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा शुक्रवार रात करीब 12 बजे हुआ। उनकी कार एक ट्रक से जा टकराई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। रात के वक्त हरमन सिद्धू मानसा से अपने गांव ख्याला जा रहे थे। (पूरी खबर पढ़ें)
शादीशुदा होते हुए सलीम खान ने क्यों रचाई थी हेलेन संग दूसरी शादी?
बॉलीवुड के दिग्गज स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान 24 नवंबर को 90वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। उन्होंने बॉलीवुड के लिए कई सुपरहिट फिल्में लिखी है। सलीम खान अपनी फिल्मों के अलावा पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। सलीम खान ने शादीशुदा होते हुए ...
धुरंधर: 1300 लड़कियों में से चुनी गईं 20 साल की सारा अर्जुन, 40 साल के रणवीर सिंह संग आएंगी नजर
बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह की अपकमिंग मूवी 'धुरंधर' का हाल ही में धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हुआ है। ट्रेलर में रणवीर का रफ-टफ लुक देखने को मिल रहा है। रणवीर का लुक देख हर कोई दंग रह गया है। वहीं फिल्म में 40 साल के रणवीर 20 साल की सारा अर्जुन संग रोमांस ...
रोनित रॉय ने परिवार के लिए सोशल मीडिया से लिया ब्रेक, बोले- प्लीज मुझे कभी मत भूलना...
बॉलीवुड एक्टर रोनित रॉय ने सोशल मीडिया से ब्रेक ले लिया है। यह जानकारी उन्होंने एक भावुक नोट शेयर कर फैंस को दी है। रोनित ने बताया कि वह ये कदम परिवार के लिए उठा रहे हैं। उन्होंने फैंस से माफी मांगते हुए उम्मीद की कि लोग उन्हें न भूलें।
सनातन की रक्षा करने आए नंदमुरी बालकृष्ण, अखंडा 2 का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज
नंदमुरी बालकृष्ण और ब्लॉकबस्टर मेकर बोयापति श्रीनु की बहुप्रतीक्षित धार्मिक एक्शन फिल्म 'अखंडा 2: थांडव' का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हो गया है। यह फिल्म 5 दिसंबर को दुनिया भर में रिलीज़ होने जा रही है। टीम ने इसके प्रमोशन के लिए बड़े स्तर पर और पूरे ...
56वें IFFI में गाला प्रीमियर पर 'द फैमिली मैन सीजन 3' ने बटोरी तारीफ
प्राइम वीडियो ने अपनी बेहद लोकप्रिय ओरिजिनल सीरीज 'द फैमिली मैन सीजन 3' का पहला एपिसोड 21 नवंबर को 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में पेश किया। दुनिया भर में स्ट्रीम होने वाला यह तीसरा सीज़न, जो स्पाय एक्शन-थ्रिलर पर आधारित है, गाला ...
पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की सड़क हादसे में मौत, 37 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से एक बार फिर दुखद खबर सामने आई है। मशहूर पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की एक्सीडेंट में दर्दनाक मौत हो गई है। उन्होंने 37 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। इससे पहले मशहूर सिंगर राजवीर जवंदा का भी रोड़ एक्सीडेंट में निधन हो गया था। ...
डांस नंबर शूट करते वक्त श्रद्धा कपूर को लगी चोट, दो हफ्ते के लिए रुकी 'ईथा' की शूटिंग
बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर को लेकर शॉकिंग खबर सामने आई है। वह अपनी अपकमिंग फिल्म की शूटिंग के दौरान घायल हो गई है। श्रद्धा जल्द ही बायोपिक ड्रामा 'ईथा' मं नजर आने वाले हैं। यह फिल्म मशहूर तमाशा आर्टिस्ट विथाबाई भाऊ मांग नारायणगांवकर के जीवन पर ...
प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर शिल्पा राव और सुखविंदर सिंह हाल ही में ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के एक एपिसोड में दिखाई दिए। शो में शिल्पा ने अपनी लोकप्रिय चार्टबस्टर गीत 'चलेया' गाते हुए मंच पर प्रवेश किया और माहौल को यादगार बना दिया। इस विशेष एपिसोड में दोनों ...
13 साल की उम्र में 43 साल के शख्स से सरोज खान ने रचाई थी शादी
बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान ने बॉलीवुड की हर बड़ी अभिनेत्री को अपने डांस मूव्स पर नचवाया है। अपने चार दशक लंबे करियर में उन्होंने करीब 350 फिल्मों के तीन हजार से भी ज्यादा गाने कोरियोग्राफ किए थे। 22 नवंबर को सरोज खान की बर्थ एनिवर्सरी ...
अजय देवगन के फिल्म इंडस्ट्री में 34 साल पूरे, जब फूल और कांटे ने कर दिया था धमाका
अजय देवगन ने 22 नवंबर को फिल्म इंडस्ट्री में 34 साल पूरे कर लिए हैं। उनकी पहली फिल्म फूल और कांटे 22 नवंबर 1991 को रिलीज हुई थी और तब से अजय ने अब तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा। वे बॉलीवुड के टॉप स्टार्स में हमेशा बने रहे और उनकी फिल्में लगातार सफल होती ...
कभी 12 लोगों के एक ही फ्लैट में रहते थे कार्तिक आर्यन, इतनी थी पहली कमाई
बॉलीवुड के हैंडसम हंक कार्तिक आर्यन 22 नंवबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। प्यार का पंचनामा से बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री करने वाले कार्तिक आर्यन उन एक्टर्स में से एक हैं, जिन्होंने बिना फिल्मी बैकग्राउंड के बॉलीवुड में मुकाम बनाया है।
राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं नेहा शर्मा, जानिए कितनी है एक्ट्रेस की नेटवर्थ
बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा शर्मा 21 नवंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। नेहा का जन्म 1987 को बिहार के भागलपुर में हुआ था। कुकिंग, रिडिंग और डांस की शौकिन नेहा ट्रेंड कथक डांसर हैं। इतना ही नहीं ही नहीं नेहा ने लंदन के पाइनएप्ल डांस स्टूडियोज़ से ...
बॉलीवुड की पहली आइटम गर्ल हैं हेलन, 16 साल की उम्र में की थी पहली शादी
बॉलीवुड की पहली आइटम गर्ल कही जाने वाली हेलन 21 नवंबर को अपना 87वां जन्मदिन मना रही हैं। कभी बड़े पर्दे पर लोगों को दिवाना बना देने वाली हेलन बीते कई वर्षों से लाइम लाइट से दूर हैं। हेलन का जन्म 21 नवंबर 1939 को बर्मा में हुआ था। उनका पूरा नाम हेलन ...
मिस यूनिवर्स 2025 की बनीं मेक्सिको की फातिमा बॉश, इस सवाल का जवाब देकर जीता ताज
मिस यूनिवर्स 2025 का ग्रैंड फिनाले थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित हुआ। मेक्सिको की 25 साल की फातिमा बॉश ने मिस यूनिवर्स का ताज अपने नाम किया। इस कॉम्पिटिशन में भारत की 22 साल मनिका विश्वकर्मा विभिन्न देशों की 100 से ज्यादा ब्यूटी क्वींस के साथ ...
120 बहादुर रिव्यू: क्या ये फिल्म उन 120 हीरो के शौर्य के साथ न्याय कर पाई?
120 बहादुर भारतीय सेना की रेजांग ला की ऐतिहासिक लड़ाई पर आधारित फिल्म है जो मेजर शैतान सिंह और उनके 120 जवानों के अदम्य साहस को दिखाती है। हालांकि विषय बेहद शक्तिशाली है, लेकिन फिल्म स्क्रिप्ट, इमोशन और प्रेजेंटेशन के स्तर पर कमजोर पड़ती है और दर्शक ...
राजकुमार हिरानी ने अपने ऑफिस में क्यों लगाई थी चार्ली चैपलिन की मूर्ति?
बॉलीवुड निर्देशक राजकुमार हिरानी 20 नवंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। राजकुमार हिरानी निर्देशक के साथ ही प्रोड्यूसर और एडिटर भी हैं। अपनी शानदार फिल्मों की वजह से वह 3 बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं।
गोल्डन साड़ी में दिशा पाटनी ने गिराई हुस्न की बिजलियां, देखिए एक्ट्रेस का रॉयल ट्रेडिशनल लुक
दिशा पाटनी अपनी हॉट एंड बोल्ड अदाओं से इंटरनेट पर तहलका मचा देती हैं। वह अक्सर अपनी बिकिनी तस्वीरें फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं। इस बार दिशा ने अपना ट्रेडिशनल लुक फैंस के साथ शेयर किया है। एक्ट्रेस ने गोल्डन कलर की साड़ी में अपनी कुछ दिलकश ...
120 बहादुर की स्पेशल स्क्रीनिंग: सितारे और क्रिकेट आइकॉन्स ने किया फिल्म का स्वागत
फरहान अख्तर की फिल्म '120 बहादुर' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म को एक्सेल एंटरटेनमेंट और ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज़ ने बनाया है। हालिया रिलीज ट्रेलर में जोश और प्रेरणा का बढ़िया मिश्रण है, जो दर्शकों को भारत की सबसे बड़ी लड़ाई का एक ...
तुषार कपूर को विरासत में मिली है अभिनय की कला, बचपन से देखते थे एक्टर बनने का सपना
बॉलीवुड अभिनेता तुषार कपूर 49 साल के हो गए हैं। मुंबई में 20 नवंबर 1976 को जन्में तुषार कपूर को अभिनय की कला विरासत में मिली। उनके पिता जीतेन्द्र फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता हैं। तुषार अक्सर अपने पिता के साथ फिल्मों की शूटिंग देखने जाया करते थे ...
252 करोड़ के ड्रग्स केस में उलझे ओरी, एंटी नारकोटिक्स सेल ने भेजा समन
मनोरंजन जगत में एक बार फिर ड्रग्स का मामला गरमा गया है। बीते दिनों मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने एक बड़े ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश किया था, जिसे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद अब्राहिम का पाटर्नर सलीम डोला चला रहा था। इस सिंडिकेट में कई बॉलीवुड सेलेब्स ...

