दरोगा पर युवक से मारपीट का आरोप:एसएसपी ने किया लाइन हाजिर, जांच के आदेश
जिले के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र के जमूरतगंज में 19 नवंबर को पदयात्रा के दौरान हुई मारपीट की घटना में पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने आरोपी उप निरीक्षक के.सी. यादव को लाइन हाजिर कर दिया है। जानकारी के अनुसार, सिरसिड़ा गांव निवासी दुर्गेश विश्वकर्मा 19 नवंबर को पदयात्रा में शामिल होने जा रहे थे। वह बुलेट मोटरसाइकिल से गुजर रहे थे, तभी एक चेकिंग पॉइंट पर पुलिस ने उन्हें रोका। दस्तावेजों की जांच के दौरान पुलिसकर्मियों और दुर्गेश के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि विवाद बढ़ने पर दरोगा के.सी. यादव ने युवक पर लाठी से हमला कर दिया। इस हमले में दुर्गेश का सिर फट गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद घायल युवक दुर्गेश विश्वकर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर से शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि चेकिंग के नाम पर उनके साथ अभद्रता की गई और बिना किसी वजह के लाठी से पीटा गया। पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने तत्काल संज्ञान लिया। एसएसपी ने आरोपी उप निरीक्षक के.सी. यादव को लाइन हाजिर करने के साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं। पुलिस विभाग द्वारा फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
जालौन की महिला की गुजरात में मौत:पति शव लेकर घर पहुंचा, मायके वालों ने पति पर हत्या का आरोप लगाया है
जालौन। रेंढर थाना क्षेत्र के बरगुवा गांव में गुजरात से लौटी एक युवती का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। गांव की 28 वर्षीय रंजना कुशवाहा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रंजना अपने पति अजय कुशवाहा के साथ गुजरात में गोलगप्पे का व्यवसाय करती थी। शुक्रवार को जब उसका शव गांव लाया गया तो माहौल गमगीन हो गया और परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। मृतका के पिता एवरन सिंह कुशवाहा ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि गुजरात में रंजना की बेरहमी से पिटाई कर हत्या की गई है। पिता के अनुसार, रंजना लंबे समय से प्रताड़ना झेल रही थी और उसने कई बार फोन पर मारपीट की शिकायत भी की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि रंजना की हत्या उसके पति अजय कुशवाहा, सास, ससुर और ननद ने मिलकर की है। गांव में शव पहुंचने के बाद जहां परिजन दाहसंस्कार की तैयारी में जुटे थे, वहीं ग्रामीणों में भी घटना को लेकर गहरा आक्रोश देखा गया। परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की अपील की। रंजना अपने पीछे दो मासूम बेटे-हर्षल और अनिकेत को छोड़ गई है। मां की मौत की खबर सुनकर दोनों बच्चे सदमे में हैं। परिजनों के आरोपों के बाद स्थानीय स्तर पर पुलिस कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। रेंढर पुलिस गुजरात में हुई घटना से संबंधित जानकारी जुटाने में लग गई है। पुलिस का कहना है कि परिजनों के बयान और उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मथुरा में 50 साल पुरानी पानी की टंकी ध्वस्त:बलदेव के मेला फील्ड में नियंत्रित तरीके से गिराई गई
मथुरा के बलदेव स्थित मेला फील्ड में 50 वर्ष से अधिक पुरानी जर्जर पानी की टंकी शुक्रवार शाम ध्वस्त कर दी गई। यह टंकी लंबे समय से क्षतिग्रस्त अवस्था में थी। इसे गिराने का कार्य गुरुवार को शुरू किया गया था। शुक्रवार को दो-तीन जेसीबी मशीनों और अन्य उपकरणों की सहायता से टंकी को नियंत्रित तरीके से गिराया गया। टंकी के धराशायी होते ही तेज आवाज के साथ चारों ओर धूल का गुबार छा गया। जर्जर टंकी को गिरते देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया था। सुरक्षा के मद्देनजर नगर पंचायत ने दो एंबुलेंस, बिजली विभाग की टीम और पुलिसकर्मियों को मौके पर मुस्तैद रखा। चेयरमैन डॉ. मुरारी लाल अग्रवाल और ईओ संजय कुमार ने बताया कि टंकी अत्यंत जर्जर अवस्था में थी और किसी भी समय बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती थी। इसलिए इसे गिराना आवश्यक था। उन्होंने सुरक्षित तरीके से टंकी ध्वस्त होने पर राहत व्यक्त की। टंकी को ध्वस्त करने के कार्य की देखरेख ठेकेदार मोहम्मद मुशर्रफ कुरैशी (फरह) ने की। यह उनकी 25वीं टंकी है जिसे उन्होंने सुरक्षित रूप से गिराया है। उनके सहयोगी बादशाह, वकील कुरैशी और राजेंद्र सिंह भी मौके पर निगरानी में मौजूद रहे। इस दौरान सुनील पांडेय, मनीष शर्मा, गोकुलेश पांडेय, श्याम सुंदर पांडेय, बालकृष्ण पाठक, श्रीकृष्ण पांडेय, रमेश चंद्र सहित कई स्थानीय लोग उपस्थित थे। टंकी के ध्वस्त होने से क्षेत्रवासियों में सुरक्षा को लेकर संतोष और राहत का माहौल है।
गोरखपुर में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी-देवरिया के सहयोग से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बैतालपुर, देवरिया में 21 नवंबर 2025 को प्रातः 10 बजे से शाम 3 बजे तक निशुल्क कैंसर जांच और प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया। शिविर में 126 मरीजों ने भाग लिया और कैंसर से संबंधित समस्याओं का प्राथमिक परामर्श लिया। कैंसर अस्पताल के डॉ. सी. पी. अवस्थी और सहायक चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने मरीजों की प्राथमिक जांच की, कैंसर लक्षणों की पहचान की और उन्हें निशुल्क दवाई उपलब्ध कराई। विशेष रूप से स्तन गांठ से पीड़ित महिलाओं की संख्या अधिक रही। महिला- पुरुषों को किया गया जागरूक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने शिविर में आशा कार्यकर्ताओं, संगिनी और स्वास्थ्य कर्मियों को बताया कि पुरुषों में ओरल कैंसर अधिक होता है, जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर का खतरा ज्यादा है। महिलाओं को स्वयं-स्तन परीक्षण की तकनीक सिखाई गई ताकि वे हर 15 दिन में जांच कर सकें और किसी भी गांठ या दर्द की स्थिति में तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि HPV वैक्सीन के जरिए सर्वाइकल कैंसर के मामलों में कमी लाई जा सकती है। वहीं, धूम्रपान, शराब और तंबाकू उत्पादों से ओरल कैंसर का खतरा बढ़ता है। लोगों को इन आदतों से बचना आवश्यक है। कैंसर के खिलाफ समय पर निदान का महत्व शिविर प्रबंधक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि कैंसर के खिलाफ लड़ाई केवल अस्पतालों में नहीं, बल्कि लोगों की सोच और जीवनशैली में भी लड़ी जाती है। शीघ्र निदान से उपचार दर बढ़ती है, जीवन गुणवत्ता सुधारती है और इलाज की लागत व अवधि कम होती है। शिविर में IEC सामग्री जैसे फ्लिपबुक, पोस्टर, लीफलेट और चित्र वितरित किए गए। इसका उद्देश्य समुदाय में कैंसर जागरूकता बढ़ाना और लोगों को रोकथाम के महत्व से अवगत कराना है। कार्यक्रम में यह लोग रहे उपस्थित शिविर में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अमित कुमार, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, डॉ. विवेक, अजय श्रीवास्तव, सत्यवती तिवारी, देवेन्द्र यादव, केशव धर द्विवेदी, राजेश गुप्ता, रामसूरत सिंह और स्वास्थ्य केंद्र के अन्य डॉक्टर एवं कर्मचारी विशेष रूप से उल्लेखनीय योगदान के लिए सराहे गए। इस कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अमित कुमार, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, डॉ. विवेक, अजय श्रीवास्तव, सत्यवती तिवारी, देवेन्द्र यादव, केशव धर द्विवेदी, राजेश गुप्ता, रामसूरत सिंह और स्वास्थ्य केंद्र के अन्य डॉक्टरों व कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान बिचौलियों से लाए गए 200 क्विंटल धान को जब्त किया गया है। यह कार्रवाई बिचौलियों द्वारा अवैध रूप से धान खपाने की आशंका के मद्देनजर की गई। इसी बीच, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। राजस्व, खाद्य एवं कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने जांच के दौरान पेंड्रा विकासखंड के ग्राम कंचनडीह में लेखराम राठौर के घर से 150 क्विंटल और ग्राम झाबर में कल्याण सिंह के घर से 50 क्विंटल धान जब्त किया। यह धान गर्मी के सीजन का था और बिचौलिये से लाकर घर में रखा गया था। उड़नदस्ता दल द्वारा जिले में लगातार जांच-पड़ताल और निगरानी रखी जा रही है। कलेक्टर ने धान उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने धान उपार्जन केंद्र खोडरी और जोगीसार का निरीक्षण किया। उन्होंने समिति प्रबंधकों से धान खरीदी व्यवस्था में आ रही दिक्कतों के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने धान विक्रय करने आए किसानों से भी चर्चा की और धान की गुणवत्ता, नमी तथा उपार्जित धान के रख-रखाव का अवलोकन किया। उन्होंने मोटा और पतला धान अलग-अलग स्टैक करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम पेंड्रारोड विक्रांत अंचल और तहसीलदार शेष नारायण जायसवाल भी उपस्थित थे।
जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह शुक्रवार को कुशीनगर पहुंचे। उन्होंने यहां जल निगम विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। मंत्री ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं को निर्धारित अवधि में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी भी ली। मंत्री ने कहा कि सरकार की 'हर घर नल जल' योजना एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे हर घर तक पहुंचाना है। उन्होंने इस योजना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जनप्रतिनिधियों और जागरूक लोगों से आगे आने का आह्वान किया। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने बिहार में एनडीए सरकार के संबंध में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पार्टी पंडित दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे राष्ट्र गौरव के सिद्धांतों पर चलते हुए विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिए समर्पित है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के विकास के लिए कार्य कर रही है। कुशीनगर पहुंचने पर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने मुख्य महा परिनिर्वाण मंदिर में पांचवीं शताब्दी की लेटी बुद्ध प्रतिमा के दर्शन और पूजन किया। उन्होंने विश्व शांति की कामना करते हुए बुद्ध वंदना की और चीवर चढ़ाया। इस दौरान उन्होंने उत्खनित पुरावशेष और संरचनाओं की ऐतिहासिकता व प्राचीनता को भी देखा। मुख्य मंदिर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के दर्शन के बाद, मंत्री सीधे देवरिया के लिए रवाना हो गए। देवरिया में उन्हें शहीद रामचंद्र विद्यार्थी म्यूजियम का उद्घाटन करना था और सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती पर आयोजित 'रन फॉर यूनिटी' कार्यक्रम में भाग लेना था। सड़क मार्ग से कुशीनगर पहुंचे मंत्री को पूर्व विधायक रजनीकांत मणि ने पुरातात्विक महत्व से जुड़ी एक पुस्तक भेंट की। इस दौरान दोनों ने कुशीनगर के पर्यटन विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं पर भी चर्चा की।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित होने वाली 10वीं और 12वीं की आगामी बोर्ड परीक्षाओं में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। विशेषज्ञ प्राचार्य समिति की इस बैठक में शैक्षणिक सत्र 2025-26 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए जिले स्तर पर प्रश्नपत्र तैयार कर एकीकृत परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी श्री रजनीश तिवारी की अध्यक्षता में यह बैठक जिला शिक्षा कार्यालय में संपन्न हुई। इसमें तय किया गया कि सभी प्रश्नपत्र ब्लूप्रिंट के आधार पर तैयार किए जाएंगे। जिले के विषय विशेषज्ञ सभी विद्यालयों के लिए समान प्रश्नपत्र बनाएंगे। बोर्ड परीक्षा के लिए समान प्रश्नपत्र और एकीकृत मूल्यांकन लागू इन प्रश्नपत्रों का उपयोग जिले के सभी विद्यालय अर्धवार्षिक परीक्षाओं में एक ही दिन और एक ही समय पर करेंगे। इससे मूल्यांकन में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और विद्यार्थियों के प्रदर्शन का आकलन एक समान आधार पर किया जा सकेगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, 1 जनवरी 2026 को इन परीक्षाओं के परिणामों के आधार पर एक समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें विद्यार्थियों की प्रगति की समीक्षा कर आगे की शैक्षणिक तैयारी और आवश्यक कार्रवाईयाँ सुनिश्चित की जाएंगी। यह पहल जिले में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और बेहतर परीक्षा परिणामों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
कानपुर देहात के गजनेर में एक विवाहिता प्रीति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की मां मालती देवी ने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न और हत्या का आरोप लगाया है। मालती देवी, जो इटावा जनपद के गजनियापुर थाना भरथना की निवासी हैं, ने बताया कि उनकी बेटी प्रीति का विवाह गजनेर के चंद्र नगर जमरेही निवासी ओमकार पुत्र बड़े लाल से हुआ था। मालती देवी के मुताबिक, शादी के बाद से ही प्रीति का पति ओमकार उसे दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहा था। आरोप है कि वह प्रीति के साथ मारपीट करता था और उसे मानसिक व शारीरिक रूप से परेशान करता था। परिजनों को ताने देने और धमकाने की बात भी सामने आई है। मृतका की मां ने पति ओमकार के साथ-साथ ससुराल के अन्य सदस्यों - विभा (ओमकार की बहन), सुदामा (ओमकार की मां) और पारुल - पर भी प्रीति की हत्या का आरोप लगाया है। पीड़िता की मां ने पुलिस से इस मामले की निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गजनेर थाना प्रभारी जनार्दन प्रताप सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गोरखपुर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने बताया कि निजीकरण के विरोध में चल रहे संघर्ष के एक साल पूरे होने पर 27 नवंबर को पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन होंगे। नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज एंड इंजीनियर्स के आह्वान पर 27 लाख बिजली कर्मचारी उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के समर्थन में सड़क पर उतरेंगे और निजीकरण का निर्णय वापस लेने की मांग करेंगे। इस आंदोलन में ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज, इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल इलेक्ट्रिसिटी इंप्लाइज फेडरेशन और ऑल इंडिया पावर मेन्स फेडरेशन प्रमुख रूप से शामिल हैं। संघर्ष समिति का दृढ़ संकल्प संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि निजीकरण का निर्णय निरस्त किए बिना और आंदोलन के दौरान हुई उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयों को वापस लिए बिना यह आंदोलन नहीं रुकेगा। 27 नवंबर को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, वाराणसी और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम, आगरा में किसानों और उपभोक्ताओं के साथ बड़े प्रदर्शन किए जाएंगे। समिति ने कहा कि पूरे प्रदेश में बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मी, जूनियर इंजीनियर और अभियंता नई ऊर्जा के साथ आंदोलन को और तेज करेंगे। देशव्यापी समर्थन और पिछले एक साल का संघर्ष केंद्रीय पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले एक साल से चल रहे इस आंदोलन को देशभर के बिजली कर्मचारियों का व्यापक समर्थन मिल रहा है। कई बार हड़ताल और प्रदर्शन के माध्यम से उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों के साथ एकजुटता दिखाई गई है। किसानों- उपभोक्ताओं को साथ लेकर अनूठा आंदोलन संघर्ष समिति ने कहा कि इस आंदोलन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे किसानों और उपभोक्ताओं के समर्थन के साथ चलाया जा रहा है। पिछले एक साल से बिजली कर्मी रोज़ाना सड़क पर उतरकर आंदोलन के साथ उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान भी कर रहे हैं। संघर्ष समिति ने बताया कि पिछले वर्ष 11 जून को बिजली कर्मियों ने 31,486 मेगावाट बिजली आपूर्ति कर देश में सर्वाधिक बिजली आपूर्ति का रिकॉर्ड भी स्थापित किया।
रामायण वाटिका देख खुश हुए कमिश्नर:कमिश्नर ने बीडीए के सिग्नेचर प्रोजेक्ट्स का किया निरीक्षण
बरेली के कमिश्नर भूपेंद्र एस ने शुक्रवार को बीडीए वीसी मणिकंदन ए, सचिव और अभियंताओं के साथ शहर के प्रमुख सिग्नेचर प्रोजेक्ट्स का स्थलीय निरीक्षण किया। सबसे पहले टीम रामगंगा नगर आवासीय योजना सेक्टर-2 पहुंची, जहां भव्य रामायण वाटिका का जायजा लिया गया।भगवान श्रीराम की 51 फिट ऊंची प्रतिमा, सुंदर म्यूरल्स, मियावाकी फॉरेस्ट, पाथवे और लाइटिंग देखकर कमिश्नर खुश हुए। उन्होंने कहा कि यह स्थल बरेली की सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई देगा। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और कन्वेंशन सेंटर की प्रगति पर फोकसइसके बाद टीम सेक्टर-7 स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और कन्वेंशन सेंटर पहुंची। मल्टी-स्पोर्ट्स एरीना, दर्शक दीर्घाएँ, पार्किंग और सभागार के निर्माण कार्यों की बारीकी से समीक्षा की गई।कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि काम की स्पीड और क्वालिटी में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। सभी ढांचागत कार्य समय पर पूरे हों, इसके लिए टीम लगातार मॉनिटरिंग करे। ग्रेटर बरेली का रूद्रावनम् पार्क बनेगा नई पहचानग्रेटर बरेली आवासीय योजना में करीब 1 लाख वर्गमीटर में बन रहे रूद्रावनम् पार्क का भी निरीक्षण किया गया। कमिश्नर ने कहा कि यह पार्क भविष्य में बरेली की नई पहचान बन सकता है।उन्होंने अधिकारियों को तय समय-सीमा में ही काम पूरा करने के कड़े निर्देश दिए। बड़े बाईपास और पीलीभीत रोड पर नई टाउनशिप का निरीक्षणटीम ने बड़े बाईपास और पीलीभीत रोड पर प्रस्तावित नई टाउनशिप का भी स्थलीय निरीक्षण किया। कमिश्नर ने रोड नेटवर्क, कमर्शियल ज़ोन, हरित पट्टियों और सामुदायिक सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एक उच्च गुणवत्ता वाली अर्बन डिजाइन तैयार करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि यह टाउनशिप भविष्य के विस्तार को ध्यान में रखकर तैयार की जाए, ताकि आने वाले वर्षों में शहर को बेहतर प्लानिंग मिल सके। गुणवत्ता पर सख्त निर्देशनिरीक्षण के बाद कमिश्नर ने स्पष्ट कहा कि सभी परियोजनाएँ समय पर पूरी हों। क्वालिटी, सौंदर्यीकरण और सुरक्षा मानकों में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने आधुनिक तकनीक, हरित मॉडल और जनसुविधाओं को हर प्रोजेक्ट में प्राथमिकता देने पर जोर दिया।
जोधपुर कमिश्नरेट के लूणी थाना क्षेत्र में एक विमंदित दिव्यांग युवती से रेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को पकड़ा है। घटना से स्थानीय लोगों में रोष है। लूणी थाना क्षेत्र के एक गांव की 35 वर्षीय अविवाहित युवती मानसिक रूप से कमजोर है। इस युवती के साथ गांव के ही रहने वाले एक युवक ने गुरुवार को रेप किया। परिजनों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो परिजन लूणी थाने पहुंचे। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने शुक्रवार को मामला दर्ज कर लिया। लड़के के परिजन आरोपी को नाबालिग बता रहे हैं। पुलिस आरोपी की उम्र जांचने के लिए दस्तावेजों की जांच कर रही है। लूणी थाना अधिकारी हनवंत सिंह राजपुरोहित के अनुसार इस मामले में एक आरोपी को पकड़ा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बलौदाबाजार में 99% से अधिक गणना पत्रक वितरित:मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए बीएलओ ने घर-घर पहुंचाए
बलौदाबाजार जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम के तहत गणना पत्रकों का वितरण 99.12 प्रतिशत पूरा हो गया है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सोनी के मार्गदर्शन में 4 नवंबर से बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर यह कार्य किया जा रहा है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी निशा नेताम मड़ावी से मिली जानकारी के अनुसार, जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 9,49,277 मतदाता हैं। इनमें से अब तक 9,40,944 मतदाताओं को गणना पत्रक वितरित किए जा चुके हैं। एसआईआर कार्यक्रम के लिए जिले में 2,500 अधिकारियों की ड्यूटी कसडोल विधानसभा में 3,85,622 मतदाता, बलौदाबाजार विधानसभा में 2,95,690 और भाटापारा विधानसभा में 2,62,425 मतदाता शामिल हैं। एसआईआर कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले में लगभग ढाई हजार अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। एसआईआर कार्यक्रम के तहत 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक घर-घर सत्यापन का कार्य चलेगा। इसके बाद 9 दिसंबर 2025 को मसौदा मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। दावे और आपत्तियों के लिए 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक का समय निर्धारित है, जबकि नोटिस चरण 9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक चलेगा। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 7 फरवरी 2026 को होगा।
बिलासपुर जिले में सड़कों की खस्ताहाल स्थिति के बीच अरपा नदी के किनारे 100 करोड़ रुपये की लागत से बन रही सड़क पर सवाल उठने लगे हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने आज एक पत्रकार वार्ता में जिले भर की जर्जर सड़कों के लिए उपमुख्यमंत्री एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव, केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू और सत्तारूढ़ दल के विधायकों को जिम्मेदार ठहराया। केशरवानी ने सवाल उठाया कि नदी किनारे 100 करोड़ रुपये की लागत से यह सड़क किसके लिए बनाई जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता से छिपाकर यह परियोजना किसके लाभ के लिए और किस दबाव में तैयार की गई है, इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए। अरपा नदी किनारे 80 फीट चौड़ी सड़क अधूरी उन्होंने आगे कहा कि अरपा नदी के दोनों किनारों पर 80 फीट चौड़ी यह सड़क नए कमिश्नर ऑफिस के पीछे कोनी और शिव घाट बैराज से मंगला तक बनाई जा रही है, लेकिन यह आगे जाकर निजी भूमि पर समाप्त हो जाती है। ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि इस सड़क का निर्माण किसे लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है, जबकि आगे कोई रास्ता ही नहीं बचेगा। केशरवानी ने शासन-प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि शहर के उन इलाकों में जहां वास्तविक आबादी रहती है, वहां की टूटी सड़कों की मरम्मत छोड़कर करोड़ों रुपये सुनसान क्षेत्र में खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सड़क जनता के लिए नहीं, बल्कि किसी विशेष लाभार्थी के लिए तैयार की गई है। शनिवार को कांग्रेस का मोपका रोड धरना प्रदर्शन कांग्रेस ने जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की जर्जर सड़कों के सुधार की मांग को लेकर शनिवार को दोपहर 1 बजे मोपका रोड पर धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की है। पत्रकार वार्ता में राजेंद्र साहू, ऋषि पांडे, झगरराम सूर्यवंशी, विनोद साहू, अनिल यादव, मोहन श्रीवास, सुनील सोनकर और साखन दर्वे सहित अन्य कांग्रेस नेता उपस्थित थे। स्मार्ट सिटी के नाम पर भ्रष्टाचार जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि स्मार्ट सिटी योजना के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस जगह सड़क बनाई जा रही है, वह क्षेत्र स्मार्ट सिटी की सीमा में भी नहीं आता। उन्होंने सवाल उठाया कि इस सड़क निर्माण की डीपीआर सार्वजनिक नहीं की गई, न कोई जनसुनवाई हुई, न पर्यावरणीय अनुमति दिखाई गई और न ही नदी के संवेदनशील तट से जुड़े नियमों का पालन हुआ। अधूरी सड़क ने बिगाड़ा संतुलन केशरवानी ने बताया कि कांग्रेस का मानना है कि अरपा नदी को बचाने और विकसित करने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने शिवघाट और पचरीघाट के बीच तट-सड़क, तट संरक्षण, सौंदर्यीकरण और पर्यटन क्षेत्र जैसी योजनाएँ बनाई थीं। लेकिन वर्तमान प्रोजेक्ट में इन योजनाओं को नजरअंदाज कर सिर्फ एक महंगी, अधूरी और बिना उद्देश्य की सड़क तैयार कर दी गई।
पंजाब के लुधियाना में हुए दो आतंकियों के एनकाउंटर का कनेक्शन राजस्थान से है। एनकाउंटर में घायल हुए दोनों आंतकी राजस्थान के रहने वाले हैं। जिनमें से एक श्रीगंगानगर जिले का रहने वाला है। दोनों आंतकियों का पाकिस्तान-स्थित हैंडलर जसवीर उर्फ चौधरी से लिंक था। दोनों को पंजाब में ग्रेनेड हमला करने के लिए भेजा गया था। शुक्रवार को लुधियाना में कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया। कमिश्नर ने बताया- पकड़े गए आतंकी लॉरेंस गैंग से जुड़े मॉड्यूल का हिस्सा हैं और एक आतंकी का लिंक सलमान खान के घर फायरिंग करने वाले से भी है। उनकी योजना सरकारी इमारतों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर ग्रेनेड फेंककर राज्य में तनाव फैलाने की थी। एनकाउंटर में घायल दोनों आतंकियों का इलाज अस्पताल के वार्ड में ताला लगाकर कराया जा रहा है। बता दें कि गुरुवार को लुधियाना में दिल्ली-अमृतसर हाईवे पर लाडोवाल टोल के पास पुलिस ने PAK समर्थित टेरर मॉड्यूल के दो आतंकियों का एनकाउंटर किया था, जिसमें दोनों घायल हुए। एनकाउंटर के दौरान एक को 5 गोलियां और दूसरे को 2 गोलियां लगीं। हालांकि, दोनों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। राजस्थान पुलिस से मिली जानकारी अनुसार- एनकाउंटर में घायल हुआ आंतकी रामलाल (25) श्रीगंगानगर जिले के गांव ताखरावाली का रहने वाला है। रामलाल गांव में माता का पुजारी है और माता के मंदिर में सेवा करता है। कुछ दिन पहले रामलाल गांव ताखरावाली के अमित नाम के युवक को पंजाब के लुधियाना में शमशेर नाम के शख्स से पैसे लेने की बात कहकर लुधियाना लेकर गया था। अमित गांव में कार ड्राइवर है और गाड़ी चलाता है। पुलिस ने अमित के घर से कार जब्त कर ली है, जबकि वह खुद फरार है। घायल रामलाल और फरार हुए अमित का कोई क्राइम रिकार्ड पुलिस के पास नहीं है। फिलहाल पुलिस अमित की तलाश में जुट गई है और आस-पास के लोगों से पूछताछ में जुट गई है। जानकारी अनुसार- अमित और रामलाल लुधियाना के होटल में दो दिन तक रुके थे। इस दौरान रामलाल की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई। जिसमें से अमित बचकर भाग निकला और कार लेकर गांव आ गया। जबकि रामलाल एनकाउंटर में घायल हो गया। रामलाल को दो गोलियां लगी हैं। जबकि दूसरे आंतकी दीपक उर्फ दीपू को 5 गोलियां लगी हैं। हालांकि, अभी तक स्पष्ट रूप से यह पता नहीं चल पाया कि दीपू राजस्थान के किस शहर का रहने वाला है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे लुधियाना में हैंड ग्रेनेड की डिलीवरी लेने आए थे। आरोपियों पर BNS और आर्म्स एक्ट की धाराएं लगाई गईं, साथ ही अवैध हथियार रखने, हमले की तैयारी और वारदात में शामिल होने के आरोप भी हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चाइना मेड ग्रेनेड, 5 पिस्टल और 50 से ज्यादा कारतूस बरामद किए। जांच में उनका लॉरेंस गैंग से कनेक्शन भी सामने आया। इससे पहले लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट के साथ मिलकर तीन आरोपियों फिरोजपुर के शमशेर सिंह, हरियाणा के अजय और बिहार के हर्ष कुमार ओझा को गिरफ्तार कर इस मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था।
रामपुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की शुक्रवार शाम अचानक तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें सर्दी-जुकाम हुआ है। खांसी बढ़ गई है। इससे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। जेल के डॉक्टरों ने आजम खान का चेकअप किया। दवाएं दी हैं। नेबुलाइजर मशीन आजम को दी गई है। इससे पहले आजम खान ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए कुर्सी की मांग की थी, लेकिन जेल प्रशासन ने नियमों का हवाला देकर इसे मना कर दिया था। कुर्सी न मिलने पर आजम खान कथित तौर पर नाराज हो गए और उन्होंने शुक्रवार को किसी से भी मुलाकात करने से इनकार कर दिया था। दो पैनकार्ड मामले में जेल में बंद हैं आजमआजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को दो पैन कार्ड मामले में सात साल की सजा सुनाई गई है। जिसके बाद वे 17 नवंबर से रामपुर जेल में बंद हैं। यह मामला भाजपा शहर विधायक आकाश सक्सेना ने 2019 में सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराया था। आरोप था कि अब्दुल्ला आजम ने दो अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्रों के जरिए दो पैन कार्ड बनवाए थे। उन पर आजम खान के इशारे पर इन पैन कार्ड का अलग-अलग इस्तेमाल करने का भी आरोप था। जेलर सुनील कुमार ने बताया कि जेल के नियमों के अनुसार ही सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आजम खान द्वारा नेबुलाइजर की मांग की गई थी, जिसे चिकित्सक की सलाह के बाद उपलब्ध करा दिया गया है। शुक्रवार को आजम खान और उनके बेटे से मिलने के लिए किसी भी व्यक्ति ने अर्जी नहीं दी। आजम खान 2017 में अखिलेश सरकार में नगर विकास मंत्री थे। उन्होंने अपने रसूख के दम पर लखनऊ नगर निगम से बेटे का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र (बर्थ सर्टिफिकेट) बनवाया। उसी के आधार पर फर्जी पैन कार्ड बनवाकर अब्दुल्ला को चुनाव लड़वाया था। रामपुर कोर्ट का यह फैसला आजम के खिलाफ दर्ज 104 मुकदमों में से एक है। अब तक अदालत 11 मामलों में फैसला सुना चुकी है। इनमें से 6 मामलों में आजम को सजा हो चुकी है। वहीं, 5 मामलों में उन्हें बरी किया गया। 2 महीने पहले ही सभी केस में जमानत मिलने के बाद आजम सीतापुर जेल से बाहर आए थे। आजम के इशारे पर बने बेटे के 2 पैन कार्ड इस केस का ट्रायल एमपी-एमएलए मजिस्ट्रेट कोर्ट में चल रहा था। इसमें दोनों पक्षों की ओर से बहस पूरी हो चुकी थी। कोर्ट में सुनवाई के दौरान वादी आकाश सक्सेना के वकील संदीप सक्सेना ने तर्क दिया कि अब्दुल्ला आजम के साथ उनके पिता भी दोषी हैं। आजम पर आरोप लगा कि उनके इशारे पर ही दोनों पैन कार्ड का अब्दुल्ला ने समय-समय पर अलग-अलग इस्तेमाल किया। ..................................... ये खबर भी पढ़ें... जज बोले- राहुल गांधी 18 दिसंबर को हाजिर हों, 7 महीने पहले कहा था- भगवान राम काल्पनिक हैं; वाराणसी कोर्ट में हो रही सुनवाई कांग्रेस सांसद राहुल गांधी या उनके वकील शुक्रवार को भी वाराणसी कोर्ट नहीं पहुंचे। इस वजह से उनके मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। अब 18 दिसंबर को सुनवाई होगी। विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) यजुर्वेद विक्रम सिंह ने कहा कि अगली सुनवाई (18 दिसंबर) पर राहुल गांधी या उनके वकील कोर्ट आएं। जिससे सुनवाई हो सके। पढ़ें पूरी खबर...
छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (CSVTU) द्वारा रायपुर के अक्षांश इंटरनेशनल स्विमिंग पूल में एकीकृत राज्य स्तरीय तैराकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। तकनीकी शिक्षा विभाग के तत्वावधान में हुई इस प्रतियोगिता में इंजीनियरिंग, फार्मेसी और पॉलिटेक्निक संस्थानों के तैराकों ने हिस्सा लिया। इसमें कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। पुरुष वर्ग की स्पर्धाओं में LCIT बिलासपुर के यश तिवारी ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 50 मीटर फ्रीस्टाइल और 50 मीटर बटरफ्लाई दोनों में स्वर्ण पदक जीते। BIT दुर्ग के सिद्धांत बगड़वाल ने 50 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण और फ्रीस्टाइल में रजत पदक हासिल किया। स्विमिंग प्रतियोगिता: दुर्ग के पी. मोहित और रोशन कुमार ने जीते स्वर्ण 50 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में BIT दुर्ग के पी. मोहित ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि शासकीय पॉलिटेक्निक दुर्ग के भीमशंकर साहू ने रजत पदक प्राप्त किया। 100 मीटर बैकस्ट्रोक में शासकीय पॉलिटेक्निक जांजगीर-चांपा के पंकज राठौर ने स्वर्ण पदक जीता। 100 मीटर फ्रीस्टाइल में शासकीय पॉलिटेक्निक दुर्ग के रोशन कुमार स्वर्ण विजेता रहे। महिला वर्ग में CCET भिलाई की सुरभि साहू ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्होंने 50 मीटर फ्रीस्टाइल, बटरफ्लाई और बैकस्ट्रोक तीनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते। अन्य खिलाड़ी इन स्पर्धाओं में क्वालीफाई नहीं कर सके। प्रतियोगिता के समापन पर मुख्य अतिथि, अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथियों ने विजयी प्रतिभागियों को स्वर्ण और रजत पदक प्रदान कर सम्मानित किया। चयनकर्ता प्रमोद फारिकर और नरसिंह फारिकर, पर्यवेक्षक वरिष्ठ खेल अधिकारी कोंडल राव (BIT दुर्ग), रेफरी तामेश्वर घनघोरी और संजय शुक्ला ने आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विभिन्न महाविद्यालयों के प्रोफेसर-इंचार्ज, खेल अधिकारी और बड़ी संख्या में तैराक इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
श्रीगुरु तेगबहादुर जी ने धर्म के लिए शीश कटवाया लेकिन झुकाया नहीं: प्रान्त प्रचारक कौशल जी लखनऊ : श्रीगुरु तेग बहादुर साहिब जी महाराज के 350वें शहीदी शताब्दी के अवसर पर भारती भवन, संघ कार्यालय में श्रीगुरु तेगबहादुर साहिब सेवा समिति द्वारा श्रीगुरुग्रन्थ साहिब की स्थापना ववशबद कीर्तन का आयोजन सम्पन्न हुआ। बलिदान दिवस के अवसर पर आयोजित सत्संग शब्द कीर्तन कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रचारक कौशल जी ने कहा कि, श्रीगुरु तेग बहादुर साहिब जी महाराज एकमात्र ऐसे संत-योद्धा हैं जिन्होंने अपने ही नहीं अपितु दूसरों के धर्म की रक्षा हेतु अपना शीश दे दिया। सन् 1675 का वह समय था जब मुगल बादशाह औरंगजेब ने पूरे हिन्दुस्तान में जबरन इस्लाम कबूल कराने का भयानक अभियान चला रखा था। कश्मीरी पण्डित सबसे ज्यादा संकट में थे। मंदिर तोड़े जा रहे थे, जजिया कर थोपा जा रहा था। विरोध करने वालों को मृत्युदंड दे दिया जाता था। अंत में कश्मीर के 500 ब्राह्मणों का एक दल अपने धर्म की रक्षा की गुहार लेकर आनंदपुर साहिब पहुंचा। उस समय गुरु जी अपने पुत्र,बाल गोबिंद राय जो बाद में गुरु गोबिंद सिंह जी कहलाए उनके साथ थे। जब गोबिंद राय ने पूछा कि इनकी रक्षा कौन कर सकता है, तो गुरु जी ने शांत स्वर में कहा – “केवल कोई महान संत ही ऐसा कर सकता है।” बालक ने तुरंत कहा, “पिता जी, आपसे बड़ा संत और कौन है?” बस यही एक वाक्य था। गुरु तेग बहादुर जी ने तुरंत फैसला ले लिया। वे अपने पंच प्यारे सिखों – भाई मतिदास, भाई सतिदास, भाई दयाला, भाई गुरबख्श और भाई उद्धा के साथ दिल्ली की ओर चल पड़े। उन्हें पहले आगरा फिर दिल्ली लाया गया और चांदनी चौक की कोतवाली में कैद कर लिया गया। औरंगजेब ने तीन विकल्प दिए- इस्लाम कबूल करो चमत्कार दिखाओ या मृत्यु स्वीकार करो। गुरु जी ने मुस्कुराते हुए कहा, “न मैं चमत्कार दिखाऊंगा, न धर्म बदलूंगा। मैं मृत्यु चुनता हूँ।” इसके बाद जो क्रूरता हुई, वह मानवता को शर्मसार करने वाली थी। भाई मतिदास को जीते-जी आरे से चीर दिया गया,भाई दयाला को उबलते तेल के कड़ाह में डाल दिया गया,भाई सतिदास को रुई लपेट कर जिंदा जला दिया गया। इन सबको देखकर भी गुरु जी का चेहरा शांत रहा। 24 नवम्बर 1675 को चांदनी चौक में जहां आज गुरुद्वारा शीश गंज साहिब है वहीं गुरु तेग बहादुर जी को शहीद कर दिया गया। उनका सिर काटकर अलग कर दिया गया। लेकिन यह बलिदान व्यर्थ नहीं गया। जबरन इस्लाम कबूल कराने का भयानक अभियान चलाया जा रहा था वो अभियान रुक गया। लाखों हिन्दुओं का धर्मांतरण होने से बच गया। यही कारण है कि गुरु जी को “हिन्द दी चादर” कहा जाता है। गुरु गोबिंद सिंह जी ने उनके बलिदान और बहादुरी के लिए लिखा: “तिलक जंजू राखा प्रभ ताका, कीनो बड़ो कलू महि साका।” आज जब देश फिर से अपनी संस्कृति और स्वाभिमान की बात कर रहा है, गुरु तेग बहादुर जी का संदेश गूंज रहा है – “सिर दिया, पर सिर नहीं झुकाया।” प्रान्त प्रचारक कौशल जी गुरु ग्रन्थ साहिब को अपने शीश पर उठाकर गुरु स्थान तक ले गए। कार्यक्रम के आयोजक श्री गुरु तेग बहादुर साहिब सेवा समिति द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन पर आधारित संक्षिप्त इतिहास परिचय पत्रक वितरण एवं विशाल लंगर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अयोध्या से पधारे संत बावन मंदिर पीठाधीश्वर पूज्य महंत वैदेही बल्लभशरण महाराज, महंत निराला दास महाराज, रामजानकी धोबी मंदिर के महंत क्षत्तरदास महाराज, विभीषण कुंड मन्दिर के महंत रविदास, महन्त मनीष दास, महन्त संजीव दास, रमैया बाबा मन्दिर के महंत रविशंकर शरण, किराड़ मन्दिर के महन्त हरिमोहन शरण, साकेत भवन अयोध्या के महन्त साकेत जी, बधाई भवन के महन्त राजीव लोचन शरण जी, मुकेश शर्मा एमएलसी, डॉ. श्रवण बघेल (ओएसडी, मुख्यमंत्री),सिक्खी मेरी पहचान के अध्यक्ष दिलप्रीत सिंह विर्क प्रधान भाई लालो जी गुरुद्वारा, शिव शांति संत आश्रम के साईं हरीश लाल जी, महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव, कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के निदेशक, डॉ. एम एल भट्ट, प्रांत संघचालक सरदार स्वर्ण सिंह, प्रांत प्रचारक कौशल, राम जी भाई, मनोज कांत, अशोक केडिया, संयोगिता सिंह चौहान, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, अहियागंज गुरुद्वारा के अध्यक्ष डॉ. गुरमीत सिंह, नाका गुरुद्वारा के अध्यक्ष डॉ. अमरजोत सिंह,आलमबाग गुरुद्वारा के अध्यक्ष निर्मल सिंह,आलमबाग गुरुद्वारा के सचिव हरपाल सिंह गोल्डी, लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष हरपाल सिंह जग्गी, सदर गुरुद्वारा के अध्यक्ष तेजपाल सिंह, सिंगार नगर गुरुद्वारा के अध्यक्ष बलजीत सिंह टोनी, नाका गुरुद्वारा के सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी, उन्नाव से गुरुशरण सिंह, इंद्रा नगर गुरुद्वारा के अध्यक्ष हरपाल सिंह, पंजाबी एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल विरमानी, अपर महाधिवक्ता विमल श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
लखनऊ में पेट और आंतों की गंभीर बीमारियों की पहचान अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और सटीक हो गई है। लखनऊ विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. रोहित श्रीवास्तव ने एक आधुनिक AI आधारित तकनीक विकसित की है, जो एंडोस्कोपी इमेज का गहराई से विश्लेषण कर बीमारी के शुरुआती चरण में ही उसका पता लगा लेती है। इस तकनीक की खासियत है कि इसका सेमांटिक सेगमेंटेशन सिस्टम, जो एंडोस्कोपी चित्रों में रोगग्रस्त हिस्सों को बारीकी से चिन्हित करता है। छोटे से छोटा पॉलिप्स, अल्सरेटिव कोलाइटिस या किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को तुरंत पकड़ लेता है। कई बार आंख से न दिखने वाले सूक्ष्म बदलाव भी यह तकनीक उजागर कर देती है। सटीक और जल्द मिलेगी डायग्नोसिस डॉक्टरों के अनुसार, यह प्रणाली निदान को तेज, भरोसेमंद और अत्यंत सटीक बनाती है। सही समय पर बीमारी पकड़ में आने से मरीजों को न केवल तत्काल इलाज मिल जाता है, बल्कि खर्च भी घटता है और लंबे उपचार की जरूरत कम पड़ती है। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के क्षेत्र में आएगा बड़ा बदलाव विशेषज्ञ मानते हैं कि भविष्य में यह एआई तकनीक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगी। इससे स्वास्थ्य सेवाएं पहले से सस्ती, सुरक्षित और सुलभ बनेंगी।
मुजफ्फरनगर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित प्रकाश चौक पर शुक्रवार को एक मां ने अपनी बेटी की सड़क पर पिटाई कर दी। इसके बाद हंगामा हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों को सिविल लाइन थाने ले गई। यहां उनसे पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि मां-बेटी बुढ़ाना थाना क्षेत्र की निवासी हैं। बेटी ने एक युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसकी सुनवाई के लिए शुक्रवार को दोनों पक्ष कोर्ट पहुंचे थे। कोर्ट में युवक ने लड़की से शादी करने की बात कही और आरोप लगाया कि उसकी मां इस शादी के खिलाफ है। युवक की बात सुनने के बाद लड़की उससे शादी करने की जिद पर अड़ गई। मां ने अपनी बेटी को कई घंटों तक समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी। इसके बाद लड़की वहां से भागने लगी। मां ने बेटी को पकड़ लिया और सड़क पर ही उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस घटना को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। प्रकाश चौक पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने तुरंत सिविल लाइन पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और दोनों मां-बेटी को सिविल लाइन थाने ले गई। पुलिस अब पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले में कार्रवाई लगातार जारी है। कुंडीपुरा थाना क्षेत्र में हुए बच्चे की मौत के मामले में पुलिस ने गुरुवार को श्रीसन फार्मा कंपनी के मालिक रंगनाथन को कोर्ट से मिली एक दिन की रिमांड पर थाने लाकर पूछताछ की। शुक्रवार की शाम पूछताछ पूरी होने के बाद रंगनाथन को फिर से जेल दाखिल कर दिया गया। थाना प्रभारी महेंद्र भगत ने बताया कि कंपनी संचालक से कफ सिरप की मैन्युफैक्चरिंग, सप्लाई चेन, उत्पादन प्रक्रिया, लाइसेंसिंग तथा दवा की टेस्टिंग की जिम्मेदारी किसकी होती है, इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पूछताछ की गई। पुलिस की जांच अब उत्पादन प्रक्रियाओं से लेकर कंपनी के सप्लायर नेटवर्क तक विस्तार से चल रही है। करोड़ों की कंपनी का मालिक, गले में तौलिया डालकर पहुंचा थानेजब पुलिस रंगनाथन को जेल से रिमांड पर कुंडीपुरा थाने लेकर पहुंची तो उसका अंदाज़ लोगों को चौंका गया। करोड़ों की कंपनी का मालिक लोअर–इनर और गले में तौलिया डालकर थाने पहुंचा, जिसे देखकर वहां मौजूद लोगों में चर्चा शुरू हो गई। जांच के अहम बिंदुओं पर पूछताछपुलिस ने रिमांड के दौरान इन विषयों पर विशेष फोकस किया कफ सिरप की मैन्युफैक्चरिंग कहां होती है। उत्पादन प्रक्रिया में कौन-कौन जिम्मेदार रहता है। कच्चा माल और केमिकल्स की सप्लाई कहां से होती थी।दवा की क्वालिटी टेस्टिंग की जिम्मेदारी किसकी होती है। उत्पादन और सप्लाई चेन में किस स्तर पर लापरवाही हुई। कुंडीपुरा पुलिस की टीम कुछ और तकनीकी बिंदुओं को भी जांच में शामिल कर रही है, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
मुंगेली में उप सरपंच प्रतिनिधि योगेन्द्र शर्मा उर्फ भर्रा उर्फ लाला महराज के अवैध निर्माण पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। यह कार्रवाई 21 नवंबर 2025 को खैरा/सेतगंगा (फास्टरपुर) गांव में मुख्य मार्ग पर की गई। जिला प्रशासन ने नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और पुलिस विभाग की उपस्थिति में जेसीबी का उपयोग कर अवैध मकान/दुकान को ध्वस्त किया। योगेन्द्र शर्मा पर मुख्य मार्ग की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कराने का आरोप था। योगेन्द्र शर्मा पर युवाओं को लालच देकर सट्टा पट्टी लिखवाने का आरोप योगेन्द्र शर्मा पर जिले के युवाओं को पैसे का लालच देकर सट्टा पट्टी लिखवाकर अपराध को बढ़ावा देने का भी आरोप है। फास्टरपुर थाने में उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 91/2025 के तहत छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 6 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी योगेन्द्र शर्मा उर्फ भर्रा उर्फ लाला महराज फरार है। पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही है। योगेन्द्र शर्मा की जमानत याचिका खारिज इसी बीच, 21 नवंबर 2025 को मुंगेली के जिला सत्र न्यायालय ने योगेन्द्र शर्मा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। लोक अभियोजक रजनीकांत ठाकुर ने शासन की ओर से पैरवी करते हुए जमानत का विरोध किया। पुलिस विभाग द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों में योगेन्द्र शर्मा के पूर्व में जुआ अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और शांति भंग से जुड़े कई अपराध, सट्टा लिखने वालों के बयान, बैंक खाता लेन-देन स्टेटमेंट और कॉल डिटेल शामिल थे। इन साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने जमानत याचिका खारिज की। फरार सटोरिए पर इनाम की घोषणा मुंगेली एसपी भोजराम पटेल ने फरार आरोपी योगेन्द्र शर्मा की गिरफ्तारी पर इनाम की घोषणा की है। योगेन्द्र शर्मा उर्फ लाला महराज, थाना फास्टपुर क्षेत्र का निवासी, आम लोगों और युवाओं को पैसे का लालच देकर जिले में सट्टा करवाता था। वह सट्टा के मामले में फरार चल रहा था। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि उसकी गिरफ्तारी पर 1,000 रुपए का इनाम रखा गया है। जो भी आरोपी के बारे में जानकारी देगा, उसका नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। इसके अलावा पुलिस ने बताया कि युवाओं और आम नागरिकों के उज्जवल भविष्य के लिए अवैध शराब, जुआ, सट्टा और नशे पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत ‘‘पहल’’ अभियान चलाकर जागरूकता भी बढ़ाई जा रही है।
शिवपुरी कोतवाली पुलिस ने पटवारी चयन परीक्षा में फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र लगाकर चयन पाने वाले फरार आरोपी हंसराज मीणा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में प्रकरण दर्ज था। यह मामला 24 फरवरी 2024 का है। शिवपुरी के पुराने बस स्टैंड के पास निवासी दीपक खटीक, जो उस समय कलेक्ट्रेट कार्यालय में बाबू के पद पर कार्यरत थे, ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि श्योपुर जिले के वीरपुर थाना क्षेत्र के पचाईपुरा निवासी हंसराज मीणा पुत्र रामस्वरूप मीणा ने फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र लगाकर पटवारी भर्ती परीक्षा में चयन प्राप्त किया है। रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पुलिस ने आरोपी हंसराज मीणा के खिलाफ अपराध क्रमांक 134/24 के तहत धारा 420, 467, 468, 471 भादवि में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ ने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में, कोतवाली टीआई कृपाल सिंह राठौड़ ने एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम ने 20 नवंबर 2025 को श्योपुर जिले के वीरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पचाईपुरा में दबिश दी और आरोपी हंसराज मीणा को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ की गई। इसके उपरांत उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
18 साल से फरार NDPS आरोपी गिरफ्तार:भावगढ़ थाने में दर्ज मादक पदार्थ तस्करी मामले में हुई कार्रवाई
मंदसौर पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी के एक मामले में 18 साल से फरार चल रहे आरोपी मांगीलाल पिता बदिया भील को गिरफ्तार किया है। आरोपी मांगीलाल (45) झाबुआ जिले के मेघनगर थाना क्षेत्र के झाराडाबर का निवासी है। यह गिरफ्तारी भावगढ़ थाना, मंदसौर में वर्ष 2007 में दर्ज अपराध क्रमांक 111/07, धारा 8/15 एनडीपीएस एक्ट के तहत हुई है। मांगीलाल इस मामले में पिछले 18 वर्षों से फरार चल रहा था। पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा अवैध मादक पदार्थों की धरपकड़ और तस्करों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। भावगढ़ थाना प्रभारी वरसिंह कटारा के मुताबिक फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसपी द्वारा इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस ने संभावित ठिकानों पर लगातार प्रयास किए और विश्वसनीय मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर मांगीलाल को धर दबोचा।
मंडला जिले के मवई थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात धनगांव और अतरिया के बीच खड़देवरी पुलिया पर दो बाइकों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार, एक बाइक पर तीन युवक सवार थे और दूसरी बाइक पर दो व्यक्ति बैठे थे। तेज रफ्तार के कारण हुई यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इसमें चारों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को मवई स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। तीन की मौत, एक घायल स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने हर्षवर्धन कुशराम (निवासी अतरिया), सुजीत मरकाम (निवासी देवरी, जिला डिंडौरी) और निर्मल मरावी (निवासी सिझोरा) को मृत घोषित कर दिया। हादसे में राजेंद्र मरावी गंभीर रूप से घायल हैं, जिनका इलाज जारी है। दो बाइक सवार मवई से बाजार कर अतरिया जा रहे थे हर्षवर्धन कुशराम (निवासी अतरिया) मवई से बाजार कर अतरिया अपने घर जा रहे थे। इनके साथ एक अन्य युवक भी सवार था, जो दुर्घटना के बाद मौके से स्वयं से चला गया। ये तीन खड़ देवरी से सिझोरा जा रहे थे वहीं दूसरी बाइक में सुजीत मरकाम (निवासी देवरी, जिला डिंडोरी), निर्मल मरावी (निवासी सिझोरा) और राजेंद्र मरावी (निवासी सिझोरा) सवार थे, ये सभी खड़ देवरी से सिझोरा जा रहे थे। सभी युवकों की आयु 20 से 25 वर्ष बताई गई है। देर रात हुए इस हादसे के बाद मृतकों का पोस्टमॉर्टम शनिवार सुबह कराया जाएगा। मवई पुलिस ने घटना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
झाबुआ जिले के थांदला क्षेत्र में गुरुवार-शुक्रवार की रात चोरों ने एक ऑटो डील यार्ड और एक फॉर्म हाउस को निशाना बनाया। इस वारदात में लाखों रुपए का सामान चोरी हो गया, जिसमें कुल 26 बैटरियां शामिल हैं। साथ ही मौके से सरकारी आपूर्ति वाले नशे के इंजेक्शन भी बरामद हुए हैं। ऑटो डील यार्ड और फॉर्म हाउस में हुई चोरी थांदला-पेटलावद मार्ग पर स्थित श्री श्याम ऑटो डील यार्ड से चोरों ने 18 वाहनों की बैटरियां (चारपहिया और दोपहिया) चुरा लीं। यार्ड के मालिक शुभम राठौड़ और प्रफुल्ल जैन ने बताया कि गैस टंकी और अन्य कीमती सामान भी चोरी हो गए। यार्ड के पास ही स्थित एक फॉर्म हाउस में भी सेंधमारी हुई। यहां से चोरों ने इनवर्टर, एयर कंडीशनर, गैस टंकी और ट्रैक्टर की 8 बैटरियां चोरी की। सरकारी इंजेक्शन बरामद किए घटनास्थल पर नशे के लिए इस्तेमाल होने वाले एविल इंजेक्शन और सिरिंज भी बड़ी मात्रा में मिले। पुलिस के अनुसार ये इंजेक्शन ‘एमपी गवर्नमेंट सप्लाई’ के हैं, जो आमतौर पर बाजार में उपलब्ध नहीं होते और शासकीय फार्मेसी से ही प्राप्त किए जाते हैं। चोरी और इंजेक्शन मिलने की सूचना पर यार्ड और फार्म हाउस के मालिकों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। स्थानीय नागरिकों ने चोरों को पकड़ने और गिरोह का पर्दाफाश करने की मांग की। टीआई अशोक कनेश ने बताया कि जांच अभी जारी है और एफआईआर दर्ज की प्रक्रिया चल रही है।
राज्य सरकार ने शुक्रवार रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए 48 आईएएस अफसरों के तबादले किए। मुख्यमंत्री के एसीएस शिखर अग्रवाल को हटाकर उद्योग विभाग में भेज दिया है। जलदाय विभाग के एसीएस अखिल अरोड़ा को मुख्यमंत्री के एसीएस के पद पर लगाया है। नए मुख्य सचिव वी श्रीनिवास के आने के बाद सीएमओ में किए गए इस बदलाव के कई मायने हैं। इसे सुधांश पंत के केंद्रीय डेपुटेशन पर जाने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। सीएमओ में किए गए इस बदलाव को बड़े मैसेज के तौर पर देखा जा रहा है। प्रवीण गुप्ता का कद बढ़ाया, पर्यटन, कला-संस्कृति, आरटीडीसी अध्यक्ष की भी जिम्मेदारीपीडब्ल्यूडी के एसीएस प्रवीण गुप्ता को मौजूदा पद पर बरकरार रखते हुए और विभाग दिए गए हैं। गुप्ता अब पीडब्ल्यूडी के साथ एसीएस पर्यटन, कला-संस्कृति, अध्यक्ष आरटीडीसी और सीईओ आमेर विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी भी संभालेंगे। आलोक गुप्ता को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अध्यक्ष बनाया आलोक गुप्ता को उद्योग विभाग, बीआईपी के प्रमुख सचिव से पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड अध्यक्ष के पद पर भेजा है। आलोक गुप्ता की जगह अब एसीएस शिखर अग्रवाल उद्योग विभाग का जिम्मा संभालेंगे। आलोक गुप्ता उद्योग विभाग से पहले सीएम के प्रमुख सचिव थे। राजेश यादव को पर्यटन से हटाकर डीजी, HCM रिपा बनाकर सचिवालय से बाहर भेजा पर्यटन, कला संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव राजेश यादव को एचसीएम रिपा का डीजी बनाकर सचिवालय से बाहर भेज दिया है। अब तक उनके पास डिप्टी सीएम दीया कुमारी के विभाग थे। अब उन्हें पर्यटन से हटाकर ट्रेनिंग वाले संस्थान में भेज दिया है। नवीन जैन को वित्त विभाग से जीएडी में भेजा नवीन जैन का वित्त व्यय सचिव से तबादला कर सचिव जीएडी, मंत्रिमंडल सचिवालय, प्रोटोकॉल और आवासीय आयुक्त दिल्ली का जिम्मा दिया है। गायत्री राठौड़ को मेडिकल शिक्षा का भी जिम्मा स्वास्थ्य विभाग की सचिव गायत्री राठौड़ को प्रमोशन के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के साथ मेडिकल एजुकेशन की प्रमुख सचिव की भी जिम्मेदारी दी है। दिनेश कुमार को राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव से प्रशासनिक सुधार विभाग में भेजा है। देखिए, ट्रांसफर की पूरी लिस्ट... (खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं) ये खबर भी पढ़िए... वी श्रीनिवास ने मुख्य सचिव का पद संभाला,सुधांश पंत रिलीव:श्रीनिवास बोले- राजस्थान मेरी कर्मभूमि, 22 साल की उम्र में यहां आया था, सुधांश पंत मेरे घनिष्ठ मित्र वी श्रीनिवास ने सचिवालय में राजस्थान के नए मुख्य सचिव का पद संभाल लिया है। निवर्तमान मुख्य सचिव सुधांश पंत ने उन्हें चार्ज सौंपा। (पढ़िए पूरी खबर)
श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में 25 नवंबर को चंडीगढ़ प्रशासन ने छुट्टी घोषित कर दी है। इस दौरान चंडीगढ़ प्रशासन के सभी सरकारी दफ्तर, बोर्ड, कॉरपोरेशन, संस्थान और इंडस्ट्रियल एस्टैब्लिशमेंट बंद रहेंगे। यह आदेश चंडीगढ़ प्रशासन के होम सेक्रेटरी मनदीप सिंह बराड़ की तरफ से जारी कर दिए गए हैं। सभी को उक्त आदेशों का पालन करना होगा। आदेश की कॉपी
हिसार जिले के बास क्षेत्र के गांव खरबला के सरपंच चुनाव विवाद पर हिसार कोर्ट का फैसला आया है। करीब तीन साल से कानूनी दांव–पेंच में उलझे इस मामले में हिसार सेशन कोर्ट ने हांसी सिविल कोर्ट का उस आदेश रद्द कर दिया है, जिसमें चुनाव को अवैध घोषित कर पुनः मतदान के संकेत दिए गए थे। फैसले के बाद गांव में सियासी हलचल तेज हो गई है, वहीं सरपंच पक्ष इसे जनादेश की जीत करार दे रहा है। हांसी कोर्ट ने फर्जी वोटिंग को माना था आधार मामला नवंबर 2022 में हुए सरपंच चुनाव से जुड़ा है। चुनाव में स्वाति देवी ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद पराजित उम्मीदवार सुनीता देवी ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोप लगाया था कि चुनाव में 3-4 मृतकों के नाम पर वोट डाले गए और 25-30 वोट ऐसे मतदाताओं के नाम से वोट डाले गए जो उस समय गांव में थे ही नहीं। हांसी कोर्ट ने इन दावों को गंभीरता से लेते हुए चुनाव को निरस्त कर दिया था, जिससे गांव की राजनीति में तनाव और अनिश्चितता बढ़ गई थी। सेशन कोर्ट ने पलटा फैसला, याचिका समय सीमा से बाहर अब हिसार सेशन कोर्ट ने पूरे मामले की कानूनी समीक्षा करते हुए हांसी कोर्ट का फैसला पलट दिया। जज मधुलिका ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा कि सुनीता देवी की याचिका निर्धारित समय सीमा के भीतर दाखिल नहीं हुई थी। चुनाव 25 नवंबर 2022 को संपन्न हुआ था, जबकि याचिका जनवरी में दायर हुई, जो कानून में तय सीमा से बाहर है। यही नहीं, कोर्ट ने यह भी माना कि मृतकों के वोट पड़ने की आशंका भले ही हो, लेकिन यह दावा साबित नहीं किया जा सका कि वे वोट किसके पक्ष में गए। फैसले में कहा गया कि जब जीत का अंतर बड़ा हो, तब कुछ विवादित मत परिणाम को प्रभावित नहीं करते। सत्य की जीत- हरिओम सरपंच प्रतिनिधिफैसले के बाद सरपंच प्रतिनिधि हरिओम ने कहा कि सेशन कोर्ट ने पूरे मामले को तथ्यों और कानून के आधार पर देखा है। यह गांव के जनादेश और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की जीत है। उन्होंने हांसी कोर्ट के आदेश को एकतरफा और अपूर्ण तथ्यों पर आधारित बताते हुए कहा कि अब गांव विकास की राह पर आगे बढ़ सकेगा। गांव में मिली-जुली प्रतिक्रियाअब यह फैसला सामने आते ही खरबला गांव में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। समर्थक पक्ष इसे विवाद के अंत और स्थिर प्रशासन की शुरुआत मान रहा है। विरोधी गुट अभी भी फैसले पर चर्चा कर रहा है और आगे की कानूनी रणनीति पर विचार कर रहा है। फिर भी तीन साल से चल रहे विवाद पर सेशन कोर्ट की यह टिप्पणी कि याचिका देरी से दायर की गई और सबूत निर्णायक नहीं थे, पूरे प्रकरण में निर्णायक मोड़ साबित हुई है।
बलौदाबाजार के कुकुरदी स्थित सीमेंट संयंत्र में शुक्रवार को सैकड़ों श्रमिकों ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आठ घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने संयंत्र प्रबंधन पर शोषण का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी श्रमिकों ने बताया कि उन्हें वर्षों से काम करने के बावजूद बोनस, अर्जित अवकाश (EL) और आकस्मिक अवकाश (CL) जैसे कानूनी अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने प्रबंधन पर मनमाने ढंग से श्रमिकों को हटाने का भी आरोप लगाया। पहले हुई थी श्रमिक के साथ मारपीट की घटना श्रमिकों ने हाल ही में एक घटना का भी जिक्र किया, जिसमें एक श्रमिक के साथ संयंत्र के सिक्योरिटी गार्ड द्वारा मारपीट की गई थी। उनका आरोप है कि प्रबंधन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे उनकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। संयंत्र प्रबंधन की ओर से नहीं आया कोई जवाब इस पूरे मामले पर संयंत्र प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया। प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क करने के प्रयास भी विफल रहे, क्योंकि उन्होंने फोन कॉल्स का जवाब नहीं दिया। मौके पर पुलिस बल मौजूद था, लेकिन श्रमिकों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए। उनका आरोप था कि पुलिस प्रबंधन के हितों की रक्षा कर रही थी। हालांकि, एएसपी अभिषेक सिंह ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पुलिस टीम केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए वहां मौजूद थी। स्थानीय लोगों के साथ भेदभाव का आरोप श्रमिकों ने एक और गंभीर मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि कंपनी स्थानीय लोगों की उपेक्षा कर रही है और बाहरी लोगों को नौकरियों में प्राथमिकता दे रही है। यह आरोप क्षेत्र में रोजगार के सवाल को लेकर एक नए विवाद को जन्म दे सकता है। श्रमिकों ने साफ कर दिया है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया, तो उनका आंदोलन और तेज हो सकता है।
कार में सवार होकर जा रहे मां और बेटे पर पड़ोसियों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया। साथ ही कार में तोड़-फोड़ कर दी। इससे मां- बेटे को चोटें भी आई है। घटना बाड़मेर शहर के आचार्यों का वास में आज रात करीब साढ़े 8 बजे की है। सूचना पर एएसपी, डीएसपी मय तीन थानों का पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। वहीं आरएससी के जवान भी तैनात किए गए। दो समुदाय के बीच में तनाव नहीं बढ़े, इसको देखते हुए अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है। पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को जब्त कर लिया। वहीं, पुलिस ने दो-तीन युवकों को डिटेन किया गया। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है। आरोपियों ने बेटे पर हमला किया, शादी से नाराज थेपीड़िता संतोष देवी ने बताया- मंजू, गुलाम, अलीसर समेत 7-8 जनें आए और कार में बैठने के दौरान बेटे सवाई पर हमला कर दिया। सवाई और उनकी बेटी रजिया दोनों ने शादी की, फिर रजिया से राधिका बन गई थी। दोनों ने साथ में जाकर शादी की थी। इसके बाद उसने अपने परिवार के पक्ष में बयान दे दिया। इसके बाद दोनों अपने-अपने घर पर है। अब सवाई पर मुकदमा कर रहे हैं। धमकियां दे रहे है कि सवाई को मारेंगे। सवाई 3 दिन बाद घर पर आया था। लाठी-डंडे से हमला किया था। इधर, पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को पुलिस गाड़ी से खींचकर थाने लेकर गए। वहीं मौके पर जमा भीड़ को हटाया गया। पुलिस ने घरों में से संदिग्धों को डिटेन किया गया है। फिलहाल मौके पर शांति है। बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात है। एएसपी नीतेश आर्य ने बताया- एक पक्ष की कार खड़ी थी, दूसरे पक्ष के लोगों ने उसमें तोड़फोड़ की है। इनकी ओर से रिपोर्ट ली जा रही है। मौके पर पूर्णतया शांति है। यहां पर डीएसपी समेत अधिकारी मय जवान मौजूद है। इनके बीच में दुबारा विवाद है। इसमें अब जांच कर रहे है। दो-तीन युवकों को डिटेन किया है। सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे है। कार तोड़फोड़ की गहनता से जांच की जा रही है। घायल होने की हमारे पास कोई सूचना नहीं है।
रामपुर में बाइक सवार युवक की मौत:अज्ञात वाहन की टक्कर से हुआ हादसा, मामले की जांच मे जुटी पुलिस
शाहबाद में शुक्रवार देर रात एक अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौके पर मौत हो गई। युवक अपने भाई की शादी की दावत देकर लौट रहा था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है। मृतक की पहचान बदायूं जिले के गांव जमालपुर निवासी 25 वर्षीय लोकेश पुत्र ओम प्रकाश के रूप में हुई है। लोकेश अपने भाई की शादी की दावत देने के लिए शाहाबाद कोतवाली क्षेत्र के नवाबपुरा और लश्करगंज गांवों में आया था। उसके भाई का विवाह 3 दिसंबर को होना था। शुक्रवार देर शाम लोकेश लश्करगंज से दावत देकर मुरादाबाद में अपनी रिश्तेदारी में दावत देने के लिए निकला था। शाहबाद-चंदौसी रोड स्थित हिम्मतपुर मोड़ के पास पहुंचने पर एक अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। हादसे की खबर मिलते ही मृतक की पत्नी अपने चारों बच्चों और अन्य परिजनों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहबाद पहुंचे। मृतक लोकेश का शव देखते ही परिजन में चीखपुकार मच गई।पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी।पुलिस ने अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है।
सोहना नगरपरिषद ने शुक्रवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान 18 अतिक्रमणकारियों के चालान काटे गए और उनसे करीब 10 हजार रुपए की वसूली की गई। परिषद की टीम ने सार्वजनिक सड़कों पर रखे तख्त, स्टूल और अन्य सामान भी जब्त किए। इस कार्रवाई से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया। नगरपरिषद की टीम दोपहर बाद अतिक्रमण हटाने के लिए बाजारों में निकली। अभियान की शुरुआत नगरपरिषद कार्यालय से हुई। टीम के बाजारों में पहुंचने पर दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई और वे सड़कों पर रखा अपना सामान समेटने लगे। इन जगहों पर चलाया अभियान इस टीम का नेतृत्व सैनिटरी इंस्पेक्टर हरीश मेहता कर रहे थे, उनके साथ करीब एक दर्जन कर्मचारी भी थे। टीम ने बस स्टैंड मार्ग, अस्पताल मार्ग और लेबर चौक सहित विभिन्न स्थानों पर पहुंचकर अस्थाई अतिक्रमण हटाया। जब्त किए गए सामान में सड़क पर रखी वस्तुएं शामिल थीं। उल्लेखनीय है कि कस्बे में अतिक्रमण की समस्या काफी गंभीर है। लोगों ने सार्वजनिक सड़कों पर अवैध कब्जा जमा रखा है, जिससे पैदल चलने वालों को भी परेशानी होती है। सैनिटरी इंस्पेक्टर हरीश मेहता ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई नियमित रूप से जारी रहेगी और इसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाएगा। अभियान के दौरान अमित, संजय, कृष्ण, राजेश, राजू और दीपक सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
फिरोजाबाद में युवक ने की आत्महत्या:खुद को गोली मारकर दी जान, कारणों की पड़ताल में जुटी पुलिस
फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र स्थित बजीरपुर कोटला गांव में शुक्रवार रात एक 26 वर्षीय युवक ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान पूरन के बेटे सौरव के रूप में हुई है। उसने अपने घर के कमरे में यह कदम उठाया। रात करीब 7 बजे गोली चलने की तेज आवाज सुनकर परिवार के सदस्य और पड़ोसी घबरा गए। जब वे कमरे में पहुंचे, तो सौरव लहूलुहान अवस्था में जमीन पर पड़ा था। गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। यह परिवार के लिए दूसरी बड़ी त्रासदी है। लगभग दो वर्ष पहले सौरव के पिता पूरन की भी हत्या कर दी गई थी। परिवार अभी पिता की मौत के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहा था कि अब यह नई घटना सामने आ गई। सौरव की शादी पांच वर्ष पहले हुई थी। उसके दो छोटे बच्चे हैं, जिनमें एक 4 वर्ष की बेटी और एक 2 वर्ष की बेटी शामिल है। घटना के समय उसकी पत्नी अपने मायके गई हुई थीं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस आत्महत्या के कारणों की पड़ताल में जुटी हुई है।
भोपाल में ₹20.60 लाख की अवैध शराब जब्त:गिन्नौरी में छापा मारा; ब्रान्डेड शराब की 98 पेटी मिली
भोपाल के गिन्नौरी इलाके में शुक्रवार को आबकारी अमले ने एक मकान में छापा मारा। यहां से 20 लाख 60 हजार रुपए कीमत की अवैध शराब जब्त की गई। 25 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों की टीम ने यह कार्रवाई की। कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया। अंकित यादव के घर से ब्रान्डेड शराब की 98 पेटी मिली। बताया जाता है कि यहां पर लंबे समय से शराब का अवैध कारोबार किया जा रहा था। इसके चलते सहायक आबकारी आयुक्त वीरेंद्र धाकड़ ने रैकी करवाई। जैसे ही मुखबिर से पुख्ता जानकारी मिली, टीम ने एकसाथ जाकर दबिश दे दी। इस दौरान टीम पर एक कुत्ता छोड़े जाने की भी खबर है। रहवासी इलाके में मकान, यहीं से अवैध कारोबारआबकारी विभाग के सहायक आयुक्त धाकड़ ने बताया कि गिन्नौरी मोहल्ला में मस्जिद के सामने से आरोपी राहुल यादव के रहवासी मकान से हाई ब्रांड विदेशी मदिरा की कुल 98 पेटियां जब्त की है। रहवासी इलाके में अवैध शराब का कारोबार किया जा रहा था। इसलिए लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। जब्त शराब की कुल कीमत 20 लाख 60 हजार रुपए आंकी गई है। एक महिला को पकड़ामौके से एक महिला को पकड़ा, जो राहुल की मां है। उसके विरुद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम की धारा 34(1)क 34(2) के तहत प्रकरण कायम कर जांच शुरू की है। जिला कंट्रोलर आरजी भदौरिया ने बताया, वृत प्रभारी नीरज कुमार दुबे ने केस कायम किया है। जिसमें भोपाल के सभी मैदानी अधिकारियों का सहयोग रहा। आरोपी महिला के बेटे राहुल के विरुद्ध पूर्व में 34(2) के तहत केस दर्ज किया जा चुका है। उसे भी पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है।
बुलंदशहर-स्याना-गढ़ रोड 10 मीटर चौड़ी होगी:स्टेट हाईवे-65 के चौड़ीकरण के लिए 58 करोड़ का बजट मंजूर
बुलंदशहर-स्याना-गढ़ स्टेट हाईवे-65 के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का रास्ता साफ हो गया है। एक्सईएन राहुल शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस परियोजना के लिए 58 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की है, जिसमें से 20 करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी कर दी गई है। विभाग टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद हाईवे को 10 मीटर चौड़ा करने का कार्य जल्द शुरू करेगा। वर्तमान में इस हाईवे की चौड़ाई केवल सात मीटर है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही में बाधा आती है। वाहनों के बढ़ते दबाव के कारण अक्सर जाम और दुर्घटनाएं होती रहती हैं। चौड़ीकरण के बाद हाईवे पर वाहनों की गति बढ़ेगी और यात्रा का समय भी कम होगा, जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। शासन द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, इमलिया से स्याना की ओर कुल 19 किलोमीटर हाईवे का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इस हिस्से को 10 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। इस कार्य के लिए 5891.88 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। फिलहाल, नगर के शिकारपुर बाईपास से गांव इमलिया तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य पहले से ही प्रगति पर है। नए प्रस्ताव की मंजूरी के बाद इस मार्ग को आगे 19 किलोमीटर तक स्याना की ओर बढ़ाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि लगभग तीन साल पहले विश्व बैंक ने इसी स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण के लिए 500 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की थी। यह रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गई थी, लेकिन एस्टीमेट अनुमोदन प्रक्रिया के दौरान फाइल गुम हो गई थी। इसके कारण यह परियोजना रुक गई थी। अब नए प्रस्ताव की स्वीकृति से परियोजना को फिर से गति मिली है। हाईवे के चौड़ा होने से न केवल भारी वाहनों की आवाजाही सुगम होगी, बल्कि दिल्ली, हरिद्वार और मुरादाबाद रूट पर यात्रा करने वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
बड़वानी जिले के तलवाड़ा डेब गांव में एक परिवार ने 108 एंबुलेंस कर्मचारियों पर लापरवाही और खराब वाहन के कारण अपनी नवजात बच्ची की मौत का गंभीर आरोप लगाया है। परिवार का कहना है कि शादी के पांच साल बाद जन्मी उनकी बेटी की जान एंबुलेंस की खराबी और देरी के कारण चली गई। परिजन ने कहा कि गाड़ी का दरवाजा रस्सी से बंधा था, कांच हिल रहा था, अगर कांच गिरता तो बच्ची के ऊपर ही गिरता। ग्राम तलवाड़ा डेब निवासी नविता पति राहुल कर्मा के घर पांच साल बाद एक बेटी का जन्म हुआ था। 16 नवंबर को बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां से जच्चा-बच्चा दोनों को इंदौर रेफर किया गया। परिवार के अनुसार, इंदौर ले जाते समय 108 एंबुलेंस (क्रमांक CG 04 6259) रास्ते में ही खराब हो गई। काफी देर तक वाहन ठीक न होने और कोई वैकल्पिक व्यवस्था न मिलने पर, घंटों बाद मां और बच्ची को एक निजी वाहन से इंदौर पहुंचाया गया। हालांकि, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और बच्ची की मौत हो गई। एंबुलेंस कर्मचारियों पर अभद्रता का लगाया आरोप मां नविता कर्मा ने बताया कि बच्चे की स्थिति गंभीर थी और उसे एमटीएच अस्पताल इंदौर रेफर किया गया था। उन्होंने 108 एंबुलेंस कर्मचारियों पर अभद्रता करने का भी आरोप लगाया है। माता-पिता ने प्रशासनिक अधिकारियों से ऐसे मामलों में संज्ञान लेने की अपील की है, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को ऐसी त्रासदी का सामना न करना पड़े। CMHO ने कहा- सीनियर अधिकारियों को पत्र लिखा है सीएमएचओ सुरेखा जमरे ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है और इसकी शिकायत सीनियर अधिकारियों को की गई है। उन्होंने स्वीकार किया कि बड़वानी जिले में 38 एंबुलेंस हैं, जिनकी स्थिति खराब है, वे समय पर नहीं पहुंचतीं और अक्सर खराब होती रहती हैं। सीएमएचओ ने इस संबंध में पत्र भी लिखा है।
लखनऊ में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी महाराज की 350वीं शहीदी शताब्दी पर कीर्तन का आयोजन हुआ। संघ कार्यालय में श्री गुरु तेग बहादर साहिब सेवा समिति द्वारा गुरु ग्रन्थ साहिब की स्थापना एवं सत्संग-शब्द कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक कौशल ने कहा- गुरु तेग बहादुर जी ऐसे संत-योद्धा थे जिन्होंने न केवल अपने बल्कि दूसरों के धर्म की रक्षा के लिए अपना शीश समर्पित कर दिया। कश्मीरी पंडितों के संरक्षण के लिए गुरु जी ने स्वयं को बलिदान के लिए प्रस्तुत किया। पंच सिखों के साथ कैद किया कौशल ने बताया- 500 कश्मीरी ब्राह्मणों के आग्रह पर गुरु जी दिल्ली पहुंचे जहाँ उन्हें पंच सिखों के साथ कैद किया गया। औरंगजेब द्वारा दिए गए तीन विकल्प इस्लाम स्वीकार करना, चमत्कार दिखाना या मृत्यु। गुरु जी ने धर्म पर अडिग रहते हुए मृत्यु को चुन लिया। उनके सामने ही भाई मतिदास, भाई दयाला और भाई सतिदास को निर्ममता से शहीद किया गया, पर गुरु जी अडिग रहे। 24 नवम्बर 1675 को चांदनी चौक (वर्तमान गुरुद्वारा शीश गंज साहिब) पर उनका शीश काट दिया गया। उनके बलिदान ने जबरन धर्मांतरण के अभियान को रोक दिया, इसी कारण उन्हें 'हिन्द दी चादर' कहा जाता है। गुरु स्थान तक पहुंचाया गुरु ग्रन्थ साहिब को प्रान्त प्रचारक कौशल ने अपने शीश पर उठाकर गुरु स्थान तक पहुंचाया। समिति द्वारा गुरु तेग बहादुर जी के जीवन पर आधारित परिचय पत्रक का वितरण व लंगर का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में अयोध्या के महंत वैदेही बल्लभशरण , महंत ब्रह्मचारी , महंत निराला दास , महंत क्षत्तरदास , महंत रविदास , महंत मनीष दास समेत अनेक संतों ने हिस्सों लिया।
खरोरा पुलिस ने तीन आरोपी गिरफ्तार किए:अवैध शराब जब्त, आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई
खरोरा पुलिस ने 'ऑपरेशन निश्चय' के तहत तिल्दा-नेवरा क्षेत्र में अवैध शराब बेचने के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के पास से कुल 120 पौवा शोले देशी मदिरा मसाला जब्त की गई है। तीनों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34(1) ब के तहत कार्रवाई हुई है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ग्राम भैंसा निवासी गणेश राम नारंग (59 वर्ष), अमसेना निवासी खीरलाल ढीढी (39 वर्ष) और खरोरा के वार्ड 8 निवासी श्रवण कुमार सोनवानी (22 वर्ष) शामिल हैं। जब्त शराब की कुल कीमत 12,000 रुपये एक आरोपी गणेश राम नारंग के कब्जे से 18 पौवा शोले देशी मदिरा मसाला (कीमत 1800 रुपये), खीरलाल ढीढी के पास से 62 पौवा शोले देशी मदिरा मसाला (कीमत 6200 रुपये) और श्रवण कुमार सोनवानी के पास से 40 पौवा शोले देशी मदिरा मसाला (कीमत 4000 रुपये) बरामद हुई। जब्त शराब की कुल कीमत 12,000 रुपये बताई गई है। यह कार्रवाई 21 नवंबर को मुखबिर की सूचना पर की गई। पुलिस को जानकारी मिली थी कि ये तीनों व्यक्ति अवैध रूप से शराब बेच रहे हैं। जब उनसे शराब रखने के संबंध में वैध दस्तावेज मांगे गए, तो वे कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर पाए। इसके बाद, गवाहों की उपस्थिति में तीनों के कब्जे से अलग-अलग शराब जब्त की गई। आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर उनके परिजनों को सूचित किया गया और बाद में उन्हें न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया।
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में बिना चीरा किडनी की पथरी निकालने की सुविधा शुरू हो गई है। यूरोलॉजी विभाग में रेट्रोग्रेड इंट्रारेनल सर्जरी तकनीक से कई ऑपरेशन किए जा चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस तकनीक से मरीजों की रिकवरी कम समय में संभव हो सकेगी। सेफ प्रोसिजर से निकलेगी पथरी यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. अपुल गोयल ने बयाया कि रेट्रोग्रेड इंट्रारेनल सर्जरी (RIRS) गुर्दे की पथरी निकालने की एक न्यूनतम आक्रामक प्रक्रिया है। परंपरागत तकनीक में पथरी निकालने के लिए किडनी में चीरा लगाना पड़ता है। इस वजह से छोटी पथरी निकालने के बजाय लोग इसे अनदेखा करते रहते हैं। ऐसे में RIRS तकनीक काम आती है। इस तकनीक में एक लचीले एंडोस्कोप को मूत्रमार्ग और मूत्राशय के माध्यम से गुर्दे तक पहुंचाया जाता है। इसमें कोई चीरा नहीं लगाना पड़ता है। इसके बाद पथरी को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए लेजर या अन्य उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है। इन टूटे टुकड़ों को प्रेशर के साथ बाहर खींच लिया जाता है। इसके साथ ही पेशाब को निकालने के लिए एक अस्थायी स्टेंट लगाया जा सकता है। दो सप्ताह बाद इसे निकाल दिया जाता है। नेवी में जाने के लिए मिला प्रमाणपत्र डॉ.अवनीत गुप्ता ने बताया कि इसी महीने नेवी में काम करने वाले व्यक्ति की सर्जरी की गई। उनकी किडनी में तीन मिलीमीटर की पथरी थी। छोटी पथरी की वजह से उनको चीरा नहीं लगाया जा रहा था। समस्या यह थी कि पथरी होने से उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा था। इस तकनीक से उनकी सर्जरी की गई और पथरी निकाल दी गई। अब वे अपनी नौकरी पर चले गए हैं। कम होगा ब्लड लॉस इस प्रक्रिया में खून बहुत कम बहता है। इसकी वजह से जटिलताएं कम होती हैं। मरीज जल्द ही अपने काम पर लौट आता है।
जींद की जुलाना नगरपालिका में हाउस बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता चेयरमैन डॉ. संजय जांगड़ा ने की। इस बैठक में लगभग 50 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। बैठक में कुल 52 विकास कार्यों के प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें नगरपालिका द्वारा बनाई गई दुकानों की बोली, पांच साल के लिए डोर-टू-डोर कचरा उठाने की व्यवस्था, सार्वजनिक शौचालयों के रखरखाव, और शहर के मुख्य मार्गों व सड़कों की सफाई के प्रस्ताव शामिल थे। इसके अतिरिक्त, जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा जुलाना में दो बूस्टिंग स्टेशनों के लिए जगह देने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाई चेयरमैन डॉ. संजय जांगड़ा ने कहा कि जुलाना को विकास के मामले में पिछड़ा नहीं रहने दिया जाएगा। उन्होंने भाजपा सरकार की 'सबका साथ सबका विकास' नीति का उल्लेख किया। बैठक के दौरान, चेयरमैन ने सरकार द्वारा मनोनीत पार्षदों को गोपनीयता की शपथ भी दिलाई। कई पार्षदों ने किया बहिष्कार हालांकि, बैठक के दौरान जुलाना नपा के उप प्रधान पवन कुमार सैनी सहित कई पार्षदों ने इसका बहिष्कार कर दिया। वे बैठक से बाहर आ गए और चेयरमैन पर मनमानी करने का आरोप लगाया। उप प्रधान पवन कुमार सैनी ने आरोप लगाया कि चेयरमैन केवल अपने चहेते पार्षदों के वार्डों के कार्यों को ही मंजूरी दे रहे हैं। उन्होंने इस मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री से करने की बात कही। शांतिपूर्वक चल रही थी बैठक - जांगड़ा इस संबंध में, नपा चेयरमैन डॉ. संजय जांगड़ा ने बताया कि बैठक पूर्ण रूप से शांतिपूर्वक चल रही थी, लेकिन कुछ पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी पार्षदों के प्रस्तावों पर विचार किया गया था, लेकिन कुछ पार्षद विकास कार्यों को लेकर नाराजगी जताते हुए बैठक से बाहर निकल गए। पार्षदों द्वारा रेवेन्यू रास्तों का विरोध किया जा रहा था।
शिवपुरी जिले के पिछोर थाना क्षेत्र के बहुचर्चित कछौआ हत्याकांड में न्यायालय ने शुक्रवार को बड़ा फैसला सुनाया है। अपर सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार अग्रवाल ने हत्या और बलवे के 13 आरोपियों को आजीवन कारावास, सश्रम कारावास और जुर्माने से दंडित किया। यह घटना 2 अक्टूबर 2022 की रात की है। फरियादी पुष्पेन्द्र रजक ने पिछोर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके पिता अच्छेलाल रजक रामलीला देखने गए थे। रात करीब 11 बजे सरपंच अजय लोधी ने उनके भाई देवेंद्र को फोन कर बताया कि गांव के कुछ लोग अच्छेलाल रजक को शंकर जी के मंदिर से जबरन पकड़कर ले गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सरपंच अजय लोधी का आरोपी अनूप पाल और भाईसाहब लोधी से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। अच्छेलाल रजक ने इस विवाद में सरपंच का समर्थन किया था। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने अच्छेलाल रजक की गोली मारकर, कुल्हाड़ी और लाठियों से हमला कर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने शव को सड़क पर फेंक दिया था। पिछोर थाने ने रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया। जांच के दौरान घटनास्थल का नक्शा तैयार किया गया और फरियादी व गवाहों के बयान दर्ज किए गए। पुलिस ने 5 अक्टूबर 2022 को आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों की निशानदेही पर फरसा, कट्टा और बांस की लाठियां जब्त की गईं। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया। अनुसंधान पूरा होने पर, पुलिस ने प्रकरण क्रमांक 959/22 में धारा 147, 148, 149, 302, 307 भादवि और 25-27 आर्म्स एक्ट के तहत चालान न्यायालय में प्रस्तुत किया। प्रकरण की पैरवी एजीपी अमित वर्मा द्वारा की गई। जिन 13 आरोपियों को सजा सुनाई गई है, उनमें श्रीराम पाल, इन्दर पाल, जीतू पाल, बृजेश पाल, कुंवरराज पाल, जगदीश पाल, अनूप पाल, जनवेस पाल, कदम पाल, सेवक पाल, सुनील लोधी, कल्ला लोधी और भाईसाहब लोधी शामिल हैं। न्यायालय ने इन सभी को आजीवन कारावास, सश्रम कारावास और अर्थदंड से दंडित किया है।
आजमगढ़ में फर्जी मुलजिम पर कातिलाना हमले के आरोप में सुनवाई पूरी करने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सत्यवीर सिंह ने देवगांव थाने के तत्कालीन कोतवाल विनय कुमार मिश्र, दो सब इंस्पेक्टर तथा चार कांस्टेबल के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया है। इस मामले में वादिनी लीलावती निवासी रजमो थाना देवगांव ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में एफ आई आर दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। जिसके अनुसार लीलावती का लड़के विकास को सामाजिक तथा राजनीतिक साजिशों के तहत कई मुकदमों में मुलजिम बना दिया गया था। तत्कालीन इंस्पेक्टर देवगांव विनय कुमार मिश्रा 25 अप्रैल 2024 को अपने हमराहियों के साथ लीलावती के घर पहुंचे थे। उस समय उनकी विकास से कहासुनी हुई थी। जिसका लीलावती ने वीडियो बना लिया था। इस मुकदमे में विकास को एक मई 2024 को एक बरक्षा कार्यक्रम से दिन में चार बजे पुलिस टीम ने उठा लिया।जिसकी सूचना लीलावती ने तत्काल 100 नंबर तथा पुलिस के उच्चाधिकारियों को दिया। लीलावती का आरोप है कि इंस्पेक्टर विनय कुमार मिश्रा, पल्हना चौकी के तत्कालीन इंचार्ज सुल्तान सिंह, उपनिरीक्षक रुद्रभान पांडेय, हेड कांस्टेबल शुभ नारायण, संजय दुबे, गुलाब यादव तथा विनोद सरोज व अन्य पुलिस वालों ने रात्रि 11:00 बजे विकास को गोली मारकर हत्या करने का प्रयास किया। कोर्ट ने दिया निर्देश इस मामले में कोर्ट ने लीलावती का प्रार्थना पत्र खारिज कर दिया था जिसके विरुद्ध लीलावती ने सत्र न्यायालय में निगरानी दाखिल किया था। इस निगरानी पर सुनवाई करने के बाद अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर एक अजय कुमार शाही ने लीलावती की निगरानी स्वीकार करके फिर से सुनवाई के लिए फाइल सीजेएम कोर्ट में भेज दिया।तब सुनवाई पूरी करने के बाद सी जे एम सत्यवीर सिंह ने लीलावती के प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए इंस्पेक्टर विनय मिश्रा समेत सभी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच करने का आदेश दिया।
खंडवा के किल्लौद अस्पताल में मरीजों के बिस्तर पर कुत्तों के आराम फरमाने का वीडियो सामने आया था। जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे पर सवाल उठने लग गए। मामले में कलेक्टर ने भी हस्तक्षेप किया। कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस घटना के लिए जिम्मेदार और दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। जिसके बाद बीएमओ ने अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात सफाईकर्मी को पद से हटा दिया। वहीं नर्सिंग ऑफिसर का 7 दिन का वेतन काटने के आदेश जारी किए हैं। विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र शर्मा ने घटना के लिए जिम्मेदार सफाईकर्मी कविंद्र गोहर को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने और घटना के समय ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग ऑफिसर संगीता मोरे का 7 दिवस का वेतन काटने के आदेश जारी कर दिए हैं। दरअसल, किल्लौद अस्पताल पहुंचे एक मरीज के अटेंडर ने ही कुत्तों का वीडियो बना लिया था। उस दौरान अस्पताल के बेड पर तीन कुत्ते आराम फरमा रहे थे। लेकिन अस्पताल स्टाफ ने उन्हें भगाया तक नहीं। अटेंडर का कहना था कि, इसी वजह से अस्पताल में कोई इलाज कराने नहीं आता हैं।
चंडीगढ़ प्रशासन ने डीसी निशांत यादव समेत चार अधिकारियों को कुछ अन्य विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है। दीप्रवा लाकड़ा (IAS) इस समय फाइनेंस सेक्रेटरी पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इन्हें सेक्रेटरी एक्साइज एंड टैक्सेशन की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीसी निशांत कुमार यादव को कमिश्नर एक्साइज एंड टैक्सेशन काे अतिरिक्त चार्ज दिया है। जबकि प्रधुमन सिंह (HCS) को एडिशनल एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर-कम डिप्टी एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर कम-कलेक्टर (Excise) का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। जबकि नितिश सिंगला (PCS) को डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन का चार्ज सौंपा गया है। आर्डर की कॉपी
हिसार के हांसी में मार्केट कमेटी के नवनियुक्त चेयरमैन दिनेश धवन और वाइस चेयरमैन सुरजीत गुर्जर ने शुक्रवार को अनाज मंडी स्थित कार्यालय में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर विधायक विनोद भयाना, एसडीएम राजेश खोथ और मार्केट कमेटी के सचिव अमित रोहिल्ला उपस्थित रहे। इससे पूर्व नई सब्जी मंडी में पदभार ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें विधायक विनोद भयाना ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने नवनियुक्त चेयरमैन, वाइस चेयरमैन और अन्य सदस्यों को शुभकामनाएं दी। विधायक ने कहा कि मार्केट कमेटी किसानों, व्यापारियों और उपभोक्ताओं के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करती है। इन नई नियुक्तियों से मंडियों की व्यवस्थाएं बेहतर होंगी और सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। विधायक बोले- प्रमुख मंडियां हैं हांसी की अनाज और सब्जी मंडी विधायक भयाना ने कहा कि हांसी की अनाज और सब्जी मंडी प्रदेश की प्रमुख मंडियों में शामिल हैं। यहां की व्यवस्था जितनी मजबूत होगी, उतनी ही आर्थिक गतिविधियां सुदृढ़ होंगी, जिसका सीधा लाभ किसानों और व्यापारियों को मिलेगा। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों, नवनियुक्त चेयरमैन और वाइस चेयरमैन से एक टीम के रूप में काम करते हुए मंडियों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने का आह्वान किया। समारोह के दौरान सब्जी मंडी आढ़ती संगठन के प्रधान अनिल चावला, मोहित ठकराल, तथा गुर्जर समाज की ओर से लीलाराम फौजी और गुड्डू फौजी सहित अन्य लोगों ने विधायक विनोद भयाना का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। यह लोग रहे उपस्थित इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष प्रवीण इलाहाबादी, तहसीलदार अनिल कुमार बिढान, राजपाल यादव, राजेश ठकराल, विनोद सैनी (पूर्व अध्यक्ष), प्रवीण तायल, श्याम खांडा, तनुज खुराना, नरेंद्र मलिक, राजेश धमाणा, कैलाश बंसल, जय सिंह पाली, पुरुषोत्तम सरपंच, नवीन ठाकुर, कुलबीर अहलावत, श्याम सुंदर, मुकेश पाहवा और धर्मपाल सैनी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हिसार में मकान में लगी आग:सामान जलकर खाक, फायर बिग्रेड की 2 गाड़ियों ने बुझाई
हिसार के डोगरान मोहल्ला स्थित शिव चौक में जोगेंद्र उर्फ जोगी के मकान में अचानक आग लग गई। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। एचटीएम थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। गनीमत रही कि इस घटना में किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। आग लगने के दौरान घर के भीतर रखे पांच गैस सिलेंडरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। कबाड़ भारी मात्रा में रखा हुआ था स्थानीय लोगों के अनुसार, जोगेंद्र कबाड़ी का काम करता है। उसके मकान में प्लास्टिक और लकड़ी का कबाड़ भारी मात्रा में रखा हुआ था, जिसके कारण आग तेजी से फैल गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घर के भीतर रखे सामान को काफी क्षति पहुंचने की आशंका है। दमकल टीम ने पुष्टि की कि प्लास्टिक, लकड़ी और अन्य कबाड़ सामग्री के कारण आग को फैलने में ज्यादा समय नहीं लगा। इससे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया था, लेकिन दमकल कर्मियों और पुलिस की तत्परता से स्थिति पर जल्द नियंत्रण पा लिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि जोगेंद्र पुराने दरवाजे, खिड़कियां और अन्य सामान कम दामों में खरीदकर घर पर इकट्ठा करता है। स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
हिसार के हांसी में साइबर क्राइम पुलिस ने टेलीग्राम टास्क फ्रॉड मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पर 8 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हनुमानगढ़, राजस्थान निवासी सुनील और देव के रूप में हुई है। थाना साइबर क्राइम हांसी के एएसआई प्रेम ने बताया कि यह मामला वर्ष 2024 का है। गांव बुडाना निवासी इन्द्रावती पत्नी रमेशचंद्र को आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर टेलीग्राम ग्रुप पर टास्क पूरे करने का झांसा दिया था, जिसके बाद उनसे 8.50 लाख रुपए ठगे गए। इस मामले में पहले ही दो आरोपी गिरफ्तार होकर जेल भेजे जा चुके हैं। ताजा कार्रवाई के तहत, पुलिस ने सुनील और देव को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने आमजन से साइबर अपराधों के प्रति सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी अंजान लिंक, टेलीग्राम/वॉट्सऐप ग्रुप या ऑनलाइन टास्क ऑफर पर भरोसा न करें। ऐसे संदिग्ध ग्रुपों से मैसेज आने पर उन्हें तुरंत ब्लॉक करें। अपनी निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स, ओटीपी या आधार संबंधी जानकारी किसी अजनबी से कभी साझा न करें।
झाबुआ में राज्य स्तरीय वेटलिफ्टिंग खिलाड़ी के साथ छेड़छाड़ और मारपीट का मामला सामने आया है। यह घटना 15 नवंबर की रात को हुई थी। शुक्रवार को 19 वर्षीय पीड़िता शुक्रवार को महिला थाने में बयान दर्ज कराने पहुंची, जहां वह अपने साथ वेटलिफ्टिंग में जीते हुए पदक भी लेकर आई थी। पीड़िता ने बताया कि यह घटना उसकी पहचान और प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाली है। उसके अनुसार, वह पानी पूरी खाने गई थी, तभी कुछ लोगों ने उसके साथ बदतमीजी की और आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। इन आरोपियों ने पीड़िता को पीटा जब पीड़िता ने इसका विरोध किया, तो विवेक, संदीप, अरविंद और गोलू निनामा ने उसे मारना शुरू कर दिया। पीड़िता ने तुरंत अपने भाई को बुलाया। इसके बाद आरोपियों ने अपने 7-8 अन्य साथियों के साथ मिलकर पीड़िता और उसके भाई को बेल्ट और अन्य वस्तुओं से पीटा। पुलिस ने इस मामले में शुरू में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, पीड़िता ने पुलिस की कार्रवाई पर आरोप लगाया है कि आरोपियों के प्रति नरमी बरती जा रही है। उसका कहना है कि घटना में शामिल सभी लोगों पर सख्त और समान कार्रवाई होनी चाहिए। तीनों आरोपी गिरफ्तार इस पूरे मामले पर एडिशनल एसपी प्रतिपालसिंह महोबिया ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि नामजद आरोपियों में से एक को घटना के तुरंत बाद ही हिरासत में ले लिया गया था, जबकि दो अन्य आरोपियों को आज गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की संख्या पर उठ रहे सवालों पर एडिशनल एसपी ने कहा कि पीड़िता के बयान और घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। यदि जांच में अधिक आरोपियों की संलिप्तता पाई जाती है, तो उनके नाम भी मुकदमे में जोड़े जाएंगे और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता और उसके परिवार ने इस मामले में न्याय और सभी आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
पीथमपुर के सागौर थाना क्षेत्र के गुलवा गांव में मिले अज्ञात व्यक्ति की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी फरार है। मृतक की पहचान कैलाश नगर, धार निवासी सोनू पिता पप्पू भूरिया के रूप में हुई है। विशेष टीम ने सुलझाई हत्या की गुत्थी एडिशनल एसपी पारुल बेलापुरकर ने शुक्रवार रात प्रेस वार्ता में बताया कि 9 नवंबर 2025 को गुलवा गांव में एक अज्ञात शव मिला था। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई। जांच के दौरान मृतक की पहचान हुई और आरोपी तक पुलिस पहुंची। रंजिश में हत्या, बहन को भगाने का था बदला पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी कुंदन पिता हीरालाल मेड़ा और रवि पिता कमल भूरिया हैं। तीसरा आरोपी चंदन पिता हीरालाल मेड़ा फरार है। कुंदन और चंदन सगे भाई हैं। आरोपियों ने बताया कि मृतक सोनू का एक रिश्तेदार कुछ साल पहले उनकी बहन को भगा ले गया था, जिससे वे रंजिश रखते थे। इसी बदले की नीयत से हत्या को अंजाम दिया गया। बाइक पर ले जाकर हत्या की घटना 9 नवंबर की रात करीब 12:10 बजे की है। आरोपी कुंदन, चंदन और रवि, सोनू को बाइक पर बैठाकर गुलवा रोड पर ले गए। वहां सड़क किनारे उन्होंने सोनू को डंडों से पीटा और पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी। दो आरोपी गिरफ्तार, तीसरा फरार सागौर पुलिस ने 21 नवंबर को कुंदन और रवि को गिरफ्तार कर लिया। फरार आरोपी चंदन की तलाश जारी है। पुलिस टीम में थाना प्रभारी सागौर प्रकाश सरोदे और साइबर व स्थानीय पुलिस के कई जवानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। पुलिस अधीक्षक ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
साइबर सिटी गुरुग्राम में एक सीनियर सिटीजन के साथ होने वाली 64 लाख रुपए की ठगी को एक्सिस बैंक के एक सतर्क रिलेशनशिप मैनेजर ने अपनी सूझबूझ से विफल कर दिया। डिजिटल अरेस्ट के ठगी के मामले में न सिर्फ पीड़ित के पैसे बचाए गए, बल्कि ठगों के खातों को भी समय रहते फ्रीज कर दिया गया। बैंक अधिकारी की समझदारी को देखते हुए गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने उन्हें 20 हजार का पुरस्कार और प्रशंसा-पत्र देकर सम्मानित किया। गुरुग्राम पुलिस के अनुसार, 18 नवंबर को एक सीनियर सिटीजन ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी। पीड़ित ने बताया कि उसे फोन पर एक व्यक्ति ने खुद को मुंबई पुलिस का अफसर बताया। बाद में उसे अन्य कथित सीबीआई और मुंबई पुलिस अधिकारियों से भी जोड़ा गया। ठगों ने की करोड़ों रुपए ट्रांसफर कराने की कोशिश आरोपियों ने पीड़ित को यह कहकर डराया कि उसके आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में हुआ है और उसके खिलाफ मुकदमा बन सकता है। इसके बाद उसे 'डिजिटल अरेस्ट' कर लिया गया और लगातार संपर्क में रहते हुए उससे करोड़ों रुपए ट्रांसफर करवाने की कोशिश की गई। डर से पीड़ित ने अपने 5.90 करोड़ रुपए के म्यूचुअल फंड रिडीम कर बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए थे। 11 और 12 नवंबर को उससे कुल 64 लाख रुपए ठगों के खातों में ट्रांसफर करवा लिए गए। इसमें 20 लाख रुपए एसबीआई गोलमुरी, जमशेदपुर और 44 लाख रुपए एक्सिस बैंक बांद्रा, मुंबई के खातों में भेजे गए। बैंक अफसर को बड़ी ट्रांजैक्शन पर हुआ शक, खाता फ्रीज किया गुरुग्राम के एक्सिस बैंक गैलेरिया मार्केट शाखा के रिलेशनशिप मैनेजर मीत सभरवाल को खाते में हुई बड़ी ट्रांजैक्शन पर शक हुआ। उन्होंने तुरंत संबंधित बैंक शाखाओं से संपर्क कर दोनों ठगों के खातों को होल्ड करवाया और पीड़ित के खाते को भी फ्रीज कर दिया। कई प्रयासों के बाद जब पीड़ित ने 18 नवंबर को मैनेजर से संपर्क किया, तब पूरी ठगी का खुलासा हुआ। मीत सभरवाल के समझाने पर ही पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस द्वारा बैंक शाखाओं को अलर्ट करने के बाद ठगों द्वारा फ्रीज खाता अनफ्रीज कराने के सभी प्रयास निष्फल कर दिए गए। मीत सभरवाल की त्वरित कार्रवाई और अनुभव ने 64 लाख रुपए बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुरुग्राम पुलिस अब पीड़ित की रकम वापस दिलाने के लिए कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है।
खण्ड स्नातक व खण्ड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का शेष कार्यक्रम का संशोधित कार्यक्रम जारी भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश विधान परिषद के खण्ड स्नातक के 05 निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मेरठ तथा इलाहाबाद-झांसी और खण्ड शिक्षक के 06 निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ, वाराणसी, आगरा, मेरठ, बरेली-मुरादाबाद एवं गोरखपुर- फैजाबाद की निर्वाचक नामावलियों को नये सिरे (De-novo) से तैयार किए जाने को लेकर शेष कार्यक्रम का संशोधित कार्यक्रम जारी किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि संशोधित कार्यक्रम के अंतर्गत पांडुलिपियों की तैयारी और आलेख्य नामावलियों का मुद्रण 27 नवम्बर 2025 तक पूरा किया जाएगा तथा निर्वाचक नामावलियों का आलेख्य प्रकाशन 02 दिसम्बर 2025 को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पात्र नागरिक इस दौरान दावे और आपत्तियां निर्धारित अवधि में प्रस्तुत कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि दावे और आपत्तियों की प्रक्रिया 02 दिसम्बर 2025 से 16 दिसम्बर 2025 तक चलेगी, जिनका निस्तारण 30 दिसंबर 2025 तक पूरा कर अनुपूरक सूची जारी कर दी जाएगी। अंतिम मतदाता सूची 06 जनवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी।
लखनऊ 'सनातन धाम लॉन' में संगोष्ठी का आयोजन:हरिद्वार- रुड़की में सपना गोयल करेंगी सामूहिक सुंदरकांड
लखनऊ में ईश्वरीय स्वप्नाशीष सेवा समिति की ओर से घोषणा की गई। सपना गोयल ने बताया कि 28 नवम्बर को हरिद्वार स्थित पावन हर की पौड़ी पर और 29 नवम्बर को रुड़की के सिविल लाइंस स्थित सिद्धेश्वर महादेव शिव मंदिर में भव्य सामूहिक सुंदरकांड पाठ और सुंदरकांड महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। दोनों कार्यक्रमों में देशभर से सैकड़ों मातृशक्तियों के पहुंचने की उम्मीद है। चिनहट के रजत डिग्री कॉलेज के सामने स्थित ‘सनातन धाम लॉन’ में आयोजित संगोष्ठी में सपना गोयल ने कहा कि हर की पौड़ी, भगवान विष्णु के चरणों की पावन स्मृति से जुड़ा तीर्थस्थल है जहां स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। वहीं रुड़की का सिद्धेश्वर महादेव मंदिर देश के प्रमुख शिवधामों में से एक है, जहां भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होने की मान्यता है। सपना गोयल ने बताया कि यह आयोजन उस पावन क्षण के तुरंत बाद हो रहा है जब 25 नवम्बर को अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य शिखर पर ध्वजारोहण का महासंकल्प पूरा हुआ है। उनके अनुसार यह ध्वजारोहण 'सनातन युग का आगाज'और विश्वस्तर पर भारतीय संस्कृति की पुनर्जागृति का प्रतीक है। सपना गोयल ने कहा कि “सुंदरकांड महाअभियान, भारत वर्ष की बने पहचान” के तहत पीले रंग की साड़ी सिर्फ वेशभूषा नहीं, बल्कि संयम, संकल्प और भक्ति का प्रतीक है। सुंदरकांड के पाठ से व्यक्ति को हनुमान जी की कृपा, मानसिक शांति, सकारात्मकता, बल-बुद्धि और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर उन्होंने 'वोकल फॉर लोकल' का संदेश दोहराते हुए मातृशक्तियों के साथ दूध, दही मट्ठा थाली में , पेप्सी, कोकोकोला नाली में का नारा भी लगाया।
19 साल पुराने चालक हत्याकांड में दो दोषी करार:कोर्ट ने भेजा जेल, 28 नवंबर को सजा पर होगी सुनवाई
सोनभद्र में चालक शारदा प्रसाद चौबे हत्याकांड के 19 साल पुराने मामले में शुक्रवार को बड़ा फैसला आया। अपर सत्र न्यायाधीश एफटीसी/सीएडब्लू अर्चना रानी की अदालत ने चतरा प्रमुख प्रतिनिधि धीरेंद्र पटेल और राजेश सिंह को दोषी करार दिया है। दोनों को दोष सिद्ध होने के बाद न्यायिक हिरासत में लेकर जिला कारागार गुरमा भेज दिया गया। सजा का निर्धारण 28 नवंबर को किया जाएगा। अभियोजन के अनुसार, यह मामला 22 फरवरी 2006 को शुरू हुआ, जब यतींद्र सिंह यादव ने खानपुर थाने में तहरीर दी। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी सीमा यादव की मार्शल गाड़ी (यूपी 64एफ/4993) उनके बहनोई के पास थी, जिसे लेबर कॉलोनी चुर्क निवासी चालक शारदा प्रसाद चौबे चलाते थे। गवाहों के आधार पर फेसला 18 फरवरी 2006 को शारदा प्रसाद किसी काम से रॉबर्ट्सगंज गए थे। शाम 5 बजे सवेरा होटल के पास राजेश सिंह (निवासी मगरहथा, थाना पन्नूगंज) उन्हें अपनी बहन की विदाई कराने वाराणसी ले जाने के बहाने अपने साथ ले गया। गाड़ी 19 फरवरी तक वापस न लौटने पर इसकी सूचना रॉबर्ट्सगंज थाने में दी गई। 21 फरवरी को जानकारी मिली कि राजेश सिंह, बबलू यादव और एक अन्य व्यक्ति गाड़ी लेकर गए थे। अगले दिन एक समाचार पत्र में अज्ञात शव मिलने की खबर छपी। शारदा प्रसाद के भाई विंध्यवासिनी चौबे ने शव की पहचान अपने भाई के रूप में की। तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज हुई और पुलिस ने विवेचना शुरू की। जांच के दौरान धीरेंद्र पटेल का नाम भी सामने आया, जिसके बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई।
चित्तौड़गढ़ में वन विभाग (वाइल्डलाइफ) के डीएफओ पद पर आखिरकार लगभग साढ़े 9 महीने बाद नई नियुक्ति हो गई है। जनवरी के आखिरी दिनों में सोनल ज़ोरिहार का ट्रांसफर हो गया था, जिसके बाद से यह पद खाली पड़ा था। वन विभाग के डीएफओ राहुल झांझरिया ही इतने दिनों से कार्यवाहक डीएफओ के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहे थे। अब राजस्थान सरकार ने उनकी पत्नी मृदुला सिंह को चित्तौड़गढ़ वन विभाग (वाइल्डलाइफ) में डीएफओ बनाकर नियुक्त किया है। 33 आईएफएस अधिकारियों के किए ट्रांसफर राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग की ओर से संयुक्त शासन सचिव डॉ. धीरज कुमार सिंह ने भारतीय वन सेवा (IFS) के 33 अधिकारियों का बड़ा ट्रांसफर आदेश जारी किया है। इसी सूची में चित्तौड़गढ़ के लिए भी बदलाव किए गए हैं। आदेश के अनुसार सिरोही जिले में डीएफओ पद पर कार्यरत मृदुला सिंह को अब चित्तौड़गढ़ के वन विभाग (वाइल्डलाइफ) का नया डीएफओ बनाया गया है। यह नियुक्ति जिले के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि लंबे समय से विभाग में स्थायी अधिकारी नहीं था। पति पहले से उपवन संरक्षक, अब पत्नी बनी वाइल्डलाइफ डीएफओ चित्तौड़गढ़ में वन विभाग के उपवन संरक्षक के पद पर पहले से ही राहुल झांझरिया कार्यरत हैं। इतने दिनों से वही कार्यवाहक डीएफओ के तौर पर भी वाइल्डलाइफ विभाग संभाल रहे थे। अब उनकी पत्नी मृदुला सिंह को डीएफओ पद मिलने के बाद विभाग में स्थायी नेतृत्व मिल जाएगा। पति-पत्नी दोनों का एक ही जिले में काम करेंगे। मृदुला सिंह की शिक्षा मजबूत, प्रशिक्षण भी उत्कृष्ट रहा है मृदुला सिंह का जन्म 1 मार्च 1997 को हुआ था। उन्होंने इंजीनियरिंग में मास्टर्स (M.Tech) की डिग्री ली है। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे ऑफिस ऑफ द डेप्युटी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट में असिस्टेंट कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट (ACF) के रूप में ट्रेनिंग पर रहीं। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने फॉरेस्ट मैनेजमेंट, वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन और विभागीय कार्यप्रणाली में अनुभव हासिल किया। मृदुला 2021 बैच की अधिकारी हैं। साल 2025 में पहली बार सिरोही जिले में डीएफओ बनीं अपने प्रशिक्षण के बाद मृदुला सिंह को साल 2025 में सिरोही जिले में डीएफओ पद पर पहली नियुक्ति मिली। सिरोही का वन क्षेत्र और वाइल्डलाइफ क्षेत्र दोनों चुनौतीपूर्ण हैं। अब उन्हें चित्तौड़गढ़ जिले में वाइल्डलाइफ डीएफओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब सीतामाता सेंचुरी और बस्सी सेंचुरी को संभालेंगी।
भिंड में शुक्रवार की शाम को भाजपा की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक वीरांगना अवंतीबाई मांगलिक भवन में आयोजित की गई। बैठक में शामिल होने पहुंचे। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बरूआ ने कहा कि भारत एक राष्ट्र, एक चुनाव की दिशा में आगे बढ़ रहा है, ऐसे में मतदाता सूची का पारदर्शी और सटीक पुनरीक्षण बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन अपनी मजबूत संरचना और समर्पित कार्यकर्ताओं की बदौलत ही जनसमर्थन प्राप्त करता है। प्रत्येक बूथ पर मतदाता सूची गहन परीक्षण अभियान के तहत पूरी निष्ठा से कार्य करने के निर्देश दिए गए। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बरूआ ने भिंड आगमन पर मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि संगठन को मजबूत करना ही पार्टी की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न प्रकोष्ठों और मंडलों में सर्वसम्मति से नियुक्तियाँ की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जगदीश देवड़ा के स्थान पर नए नेतृत्व के साथ प्रदेश संगठन हेमंत खंडेलवाल के नेतृत्व में और सरकार मुख्यमंत्री मोहन यादव के मार्गदर्शन में विकास की धारा को आगे ले जा रही है। संभागीय संगठन प्रभारी डॉ. अभय प्रताप सिंह यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मतदाता सूची गहन परीक्षण (SIR) अभियान निष्पक्ष चुनाव की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि हर कार्यकर्ता प्रतिदिन दो घंटे निकालकर अपने क्षेत्र के सभी बूथों पर जाए और यह सुनिश्चित करे कि मतदाता सूची में कोई त्रुटि न रहे। उन्होंने स्पष्ट किया कि SIR प्रक्रिया किसी मतदाता का नाम काटने के लिए नहीं है, बल्कि सूची को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता यह देखें कि कौन से मतदाता बाहर काम पर गए हैं, किनकी मृत्यु हो चुकी है, और कौन से नाम दोहरी सूची में दर्ज हैं। ऐसे मामलों को निर्वाचन आयोग तक पहुंचाकर सही प्रविष्टि सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि भाजपा की असली ताकत उसका समर्पित कार्यकर्ता है, और संगठन की प्रतिष्ठा उसके पदाधिकारियों के अनुशासन और चरित्र से बनती है। अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह राणा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस न विकास करती है, न जनविश्वास जीतती है, बल्कि छल-कपट की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विकास के मंत्र पर काम कर रही है। संगठन प्रभारी डॉ. अभय प्रताप सिंह यादव ने कहा कि मतदाता सूचियों में वोट बढ़ाने का संकल्प लेकर हर वर्ग और हर समाज में संगठन को मजबूत करना ही हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए युवा एवं महिलाओं के नए वोट अधिक से अधिक जोड़ें, ताकि बूथ स्तर पर संगठन और अधिक प्रभावी हो सके। बैठक में जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह नरवरिया, कैबिनेट मंत्री राकेश शुक्ला, विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्री ओपीएस भदौरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष कामना भदौरिया सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। संचालन जिला महामंत्री मनोज अनंत और आभार उपाध्यक्ष उपेंद्र शर्मा ने व्यक्त किया।
पलवल में नेशनल हाईवे-19 पर संजीवनी अस्पताल के सामने एलपीजी गैस के एक कैंटर, तीन कारें और एक ट्रक की टक्कर हो गई। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग घायल हो गए। हादसा शाम करीब साढ़े 7 बजे हुआ। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सोमपाल सिंह पुलिस बल और फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मृतकों के शवों को जिला अस्पताल पहुंचाया और घायलों को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। राहत की बात यह रही कि दुर्घटनाग्रस्त एलपीजी कैंटर खाली था, जिससे किसी बड़े विस्फोट का खतरा टल गया। मृतकों की पहचान कैंटर ड्राइवर सोनू निवासी रेवाड़ी, कार में सवार रजनी निवासी दिल्ली के रुपए में हुई है। हालांकि घायलों की अभी पहचान नहीं हुई है। हादसे से जुड़ी तीन तस्वीरें.... अब सिलसिलेवार जानिए पूरी घटना
झांसी से दिल्ली जा रही ताज एक्सप्रेस में गुरुवार शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब बिना टिकट चढ़ीं कुछ महिलाएं और युवक पेंट्री स्टाफ से उलझ पड़े। बात इतनी बढ़ी कि ट्रेन के अंदर जमकर हंगामा हुआ, फिर बानमौर के पास पहुंचते ही इन लोगों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रुकवा दी और नीचे उतरकर ट्रेन पर पथराव कर दिया। पथराव से कोचों की खिड़कियों के कांच टूट गए और यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया। पूरा घटनाक्रम ट्रेन में मौजूद एक यात्री ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। ट्रेन में झांसी से चढ़े थे उपद्रवीयात्रियों के अनुसार झांसी स्टेशन से ही 6-7 महिलाएं और युवक बिना टिकट ट्रेन में चढ़ गए थे। गाड़ी आगे बढ़ने पर ये लोग टॉयलेट और पेंट्री के पास फर्श पर बैठ गए। ग्वालियर पार करते ही पेंट्री में काम करने वाले एक युवक का रास्ता निकालने को लेकर उनसे विवाद हो गया। कुछ ही मिनटों में बात गाली-गलौज और धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। ट्रेन में दस मिनट तक चलता रहा हंगामाकोच में मौजूद यात्रियों ने कई बार समझाइश दी, लेकिन महिलाएं और युवक झगड़ा छोड़ने को तैयार नहीं थे। पेंट्री स्टाफ को डर के कारण अपनी जगह पर ही रुकना पड़ा। इसी बीच दो-तीन यात्रियों ने वीडियो बनाना शुरू किया, तो उपद्रवी और ज्यादा उग्र हो गए। करीब दस मिनट तक कोच में चीख-पुकार मची रही। बानमौर के पास चेन पुलिंग, फिर पथरावशाम करीब 5:25 बजे जैसे ही ट्रेन बानमौर–नूराबाद सेक्शन में पहुंची, उपद्रवियों में से एक युवक ने अचानक चेन खींच दी। ट्रेन तेज आवाज के साथ रुक गई। रुकते ही सभी महिलाएं और युवक नीचे उतर आए और पटरियों के किनारे से ट्रेन पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव इतनी तेजी से हुआ कि यात्री खिड़कियों और गलियारों में छिपकर बैठने को मजबूर हो गए। कुछ की खिड़कियों के कांच टूट गए, हालांकि किसी यात्री के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई। पथराव करते हुए चिल्लाते-भागते दिखे आरोपीवीडियो में साफ दिख रहा है कि महिलाएं और युवक पहले कोच के अंदर चिल्ला रहे हैं और फिर ट्रेन रुकते ही नीचे उतरकर पथराव करने लगते हैं। यात्री उन्हें रोकते हुए कहते हैं— “मत फेंको… बच्चे बैठे हैं”— लेकिन उपद्रवी सुनने को तैयार नहीं थे। पथराव के बाद सभी लोग चिल्लाते हुए झाड़ियों की तरफ भाग गए। चेन पुलिंग की जानकारी मिली, पथराव की जांच जारीदैनिक भास्कर ने जब इस मामले में जीआरपीएफ थाने के एएसआई संतोष शर्मा से बात की, तो उन्होंने चेन पुलिंग की घटना की पुष्टि की। हालांकि, उन्होंने बताया कि पथराव की जानकारी उन्हें नहीं मिली है। वीडियो और यात्रियों के बयान के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
लुधियाना में भाजपा नेता गेजा राम द्वारा पंजाब के किसानों, मजदूरों और गरीब वर्ग को लेकर की गई एक टिप्पणी ने राज्य में सियासी माहौल गरमा दिया है। गेजा राम ने अपने बयान में कहा था कि यदि पंजाब के किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं करते तो उन्हें मोदी द्वारा उनके खातों में डाली जा रही दो-दो हजार रुपए की किस्तें वापस कर देनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के गरीब और मजदूर मनरेगा की दिहाड़ी, मुफ्त राशन और कच्चे मकान पक्के करवाने के लिए भेजे जाने वाले पैसों को भी स्वीकार न करें। इस बयान के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस नेता का जवाब: जनता के पैसे से चलती हैं योजनाएं जगराओं विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रभारी व पूर्व विधायक जगतार सिंह जग्गा ने गेजा राम के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि गेजा राम ने पंजाब के मेहनतकश किसानों और मजदूरों का अपमान किया है। कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं जनता के टैक्स से संचालित होती हैं। ये गेजा राम या प्रधानमंत्री मोदी की निजी संपत्ति से नहीं चलतीं, बल्कि देश के नागरिकों के योगदान से चलती हैं। किसानों की आय दो गुना करने का वादा पूरा नहीं कांग्रेस नेता ने भाजपा पर किसानों की आय दोगुनी करने का अपना वादा पूरा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार किसान आंदोलन के दौरान किए गए वादों से पीछे हट गई है और अब तीनों कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की कोशिशें की जा रही हैं। जग्गा ने अंत में कहा कि पंजाब का किसान जागरूक है। देश के अन्न भंडार को भरने में सक्षम है। उन्होंने सभी भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे पंजाब और उसके किसानों, मजदूरों तथा गरीबों के खिलाफ अपमानजनक बयान देने से बचें।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना मेंटार्गेट, ट्रेनिंग और टेक्नोलॉजी पर फोकस कर उद्योगों की स्थापना की गति बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में प्रत्येक जिले में काम से कम 1000 यूनिट स्थापित कराई जाए।यूनिटों की स्थापना के लिए कैंप लगाकर लोगों को प्रेरित किया जाए।इसके रुहेलखंड, बुंदेलखंड व ब्रज क्षेत्र में विशेष रूप से फोकस किया जाए।हर कार्य में पारदर्शिता स्पष्ट रूप से झलकनी चाहिए।शुक्रवार को कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास पर आयोजित विभाग की समीक्षा बैठक में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विभाग के कामकाज की गति धरातल पर नजर आनी चाहिए। खाद्य प्रसंस्करण के सभी अच्छे कार्यों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड कराया जाए।टी एच आर प्लांट की सभी यूनिटों को सोलर पावर से जुड़वाने की कार्यवाही व अविलम्ब पूरी की जाए,इसके लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन त्वरित कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण केंद्रों का दायरा बढ़ाया जाए। कहा कि उत्तर प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति में 428 यूनिट स्थापित, 192 की सब्सिडी जारी, 58 में सोलर पावर प्लांट लगाये गये हैं। उत्तर खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर है। विभाग के अपर मुख्य सचिव बीएल मीणा ने बताया कि उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर है, सबसे अधिक खाद्य प्रसंस्करण के उद्योग स्थापित हैं। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 75000 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित हैं। 3.5 लाख इकाइयां असंगठित क्षेत्र (एम०एस०एम०ई०) की है। 2900 इकाई लगभग 100 करोड टर्न-ओवर वाली है। पीएम एफएमई योजना के अन्तर्गत इस वर्ष स्वीकृत प्रस्ताव सर्वाधिक हैं, जिनका स्ट्राइक रेट 98 प्रतिशत है जो कि प्रथम स्थान पर है। पीएमएफएमई योजना के अन्तर्गत 21057 से अधिक इकाइयों को अनुदान स्वीकृति प्रदान की गयी है। खाद्य प्रसंस्करण के माध्यम से 10.0 लाख से अधिक प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन किया गया है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2023 के संबन्ध में अवगत कराया गया कि वर्ष 2023 से अद्यतन 1394 आवेदन ऑनलाइन प्राप्त हुए जिसमें से कतिपय कमियों एवं डुप्लीकेट होने के कारण 966 आवेदन प्री अप्रेजल, अप्रेजल एवं एस०एल०ई०सी० द्वारा निरस्त किए गये। अनुदान धनराशि प्रथम द्वितीय किश्त के रूप में वर्ष 2023 से अब तक कुल स्वीकृत धनराशि रू. 600 करोड़ के सापेक्ष रु0 192.33 करोड़ व्यय हुआ है। कुल 190 निवेशकों को अनुदान दिया गया। 65 इकाइयों को दोनों किश्त एवं 125 इकाइयों को प्रथम किश्त का भुगतान किया गया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि हर महीने खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित राज्य स्तरीय अभिनवीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराए जाएं। बैठक में बताया गया कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2023 में प्राप्त प्रस्तावों के परीक्षण के लिए त्रिस्तरीय समिति का गठन किया गया है। साथ ही राज्य स्तरीय एम्पावर्ड कमेटी की संस्तुति के बाद इकाइयों के स्थलीय निरीक्षण एवं रिपोर्टिंग के लिए प्रदेश में स्थापित 17 केन्द्रीय एवं राजकीय विश्वविद्यालयों/ संस्थाओं को थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी नियुक्त किया गया। आज उ०प्र० खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2023 के तहत लखनऊ में स्थापित बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो० राजकुमार मित्तल एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के उप निदेशक के मध्य समझौता एमओयू भी साइन किया गया। इस अवसर पर बी०एल० मीणा, अपर मुख्य सचिव, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, उ०प्र० शासन एवं बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के डीन प्रो० वेक्टर बाबू एवं प्रो० कोमल सिंह, विभागाध्यक्ष, फूड प्रोसेसिंग भी मौजूद थे।
बांसवाड़ा जिले के कलिंजरा थाना क्षेत्र से चार स्कूली दोस्त 15 नवंबर को स्कूल जाने के बाद से लापता हो गए हैं। पुलिस ने चारों को ढूंढने के लिए एक टीम उदयपुर के लिए रवाना की है। लापता छात्रों में काथलिया निवासी 16 वर्षीय कल्पेश, 15 वर्षीय विपुल और 14 वर्षीय अरमान शामिल हैं। इनके साथ ही सेवना निवासी 15 वर्षीय आशीष भी गुमशुदा है, जो मामा के घर काथलिया रहकर पढ़ाई कर रहा था। चारों दोस्त 15 नवंबर को स्कूल गए थे, इसके बाद वे घर नहीं लौटे। 15 नवंबर से लापता हुए चारों दोस्त कलिंजरा थाना सीआई विक्रमसिंह के अनुसार- कल्पेश के भाई ने 15 नवंबर को भी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस की जांच में पता चला है कि चारों छात्र अपने गांव से बांसवाड़ा गए और फिर बस में बैठकर उदयपुर के लिए रवाना हुए हैं। सीआई ने बताया- पुलिस की एक टीम सभी एंगल से इनकी तलाश कर रही है और उन्हें ढूंढने के लिए उदयपुर भी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि चारों एक ही स्कूल में पढ़ते हैं और आपस में दोस्त हैं। पुलिस ने बताया कि कल्पेश 11वीं कक्षा में है। जबकि बाकी तीन विपुल, अरमान और आशीष 10वीं कक्षा में अध्ययनरत हैं। कुछ इनपुट मिले है, उन्हें जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा।
उज्जैन के प्रसिद्ध काल भैरव मंदिर में एक बार फिर श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार की घटना सामने आई है। मंदिर के सुरक्षा कर्मियों और व्यवस्था संभालने वाले कर्मचारियों ने महिला श्रद्धालुओं से बदसलूकी की और दर्शन के दौरान एक बुजुर्ग महिला को धक्का देकर मंदिर परिसर से बाहर कर दिया। घटना शुक्रवार शाम करीब 5 बजे की है। इस पूरे विवाद का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मंदिर के कर्मचारी महिलाओं का हाथ पकड़कर उन्हें धक्का देते हुए और जबरन मंदिर परिसर से बाहर निकालते हुए साफ तौर पर दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दो बुजुर्ग महिलाएं भी एक-दूसरे को बचाने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन सुरक्षाकर्मी उन्हें भी जबरदस्ती बाहर धकेलते नजर आए। महाराष्ट्र के 40 लोगों के दल के साथ हुआ विवादभैरवगढ़ थाना प्रभारी आर.एस. शक्तावत ने बताया कि झगड़ा मंदिर के मुख्य द्वार के पास हुआ था। महाराष्ट्र से आए 40 लोगों के एक दल के साथ यह घटना हुई। यह दल महाकाल मंदिर में दर्शन करने के बाद काल भैरव मंदिर पहुंचा था। जल्दी दर्शन करके आगे बढ़ने के लिए कह रहे थे मंदिर में अधिक भीड़ होने के कारण कर्मचारी श्रद्धालुओं को जल्दी दर्शन करके आगे बढ़ने के लिए कह रहे थे। इसी बात को लेकर दल की महिलाओं और मंदिर कर्मचारियों के बीच कहासुनी हुई, जो जल्द ही विवाद में बदल गई। घटना के बाद दोनों पक्ष भैरवगढ़ थाने पहुंचे थे, लेकिन दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ कोई भी शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया है। पिछले साल भी हुई थी मारपीट की घटनाउज्जैन के काल भैरव मंदिर में श्रद्धालुओं से विवाद की यह कोई पहली घटना नहीं है। साल 2024 में भी इसी तरह का एक विवाद सामने आया था, जब चार गार्डों ने मिलकर एक श्रद्धालु के साथ बेल्ट और डंडे से जमकर मारपीट की थी। उस समय भी विवाद मंदिर परिसर में शुरू हुआ था, जिसके बाद गार्डों ने मंदिर के बाहर आकर डंडे, पाइप और बेल्ट से हमला किया था। दैनिक भास्कर ने इस मामले पर जानकारी लेने के लिए मंदिर प्रशासक एल.एन. गर्ग से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। यह खबर भी पढ़ें... श्रद्धालुओं में चले लात-घूंसे, कपड़े फाड़े, उज्जैन में काल भैरव मंदिर के बाहर हुआ विवाद, एक-दूसरे को जमकर पीटा उज्जैन में श्री काल भैरव मंदिर में श्रद्धालुओं के बीच मारपीट हो गई। दर्शन के लिए लाइन में श्रद्धालुओं के बीच धक्का लगने की बात पर विवाद हो गया। इसके बाद जमकर लात-घूंसे चले। एक श्रद्धालु के कपड़े तक फाड़ दिए। वहां मौजूद लोगों ने इसका वीडियो बना लिया। इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। पढ़ें पूरी खबर
कटनी में शुक्रवार को खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने मतदाता सूची मिलान पर कांग्रेस के उठाए सवालों का जवाब दिए। उन्होंने कहा कि SIR (स्टेट इंटेलिजेंस रजिस्टर) प्रक्रिया में जिन फर्जी दस्तावेज धारकों की पहचान हो रही है, वे कांग्रेस के संरक्षण में पनपे लोग हैं, और इसी कारण कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। सांसद शर्मा ने कांग्रेस के विरोध को स्वार्थ से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि SIR प्रणाली उन बाहरी लोगों की पहचान कर रही है, जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पहचान पत्र बनवाए हैं। सांसद बोले- बाहर से आए कांग्रेस के लोग बाहर हो रहे सांसद के अनुसार, SIR में जिन फर्जी दस्तावेज धारकों की पहचान हो रही है, वे बाहर से आए लोग हैं। कांग्रेस इसलिए विरोध कर रही है क्योंकि इस प्रक्रिया में उसके ही समर्थक बाहर हो रहे हैं, और घुसपैठियों पर हो रही कार्रवाई उसे नागवार गुजर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि असम में SIR के विरोध में वे लोग शामिल हैं, जो धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े में लिप्त रहे हैं। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को संरक्षण दिया था, और अब जब उन पर कार्रवाई हो रही है, तो पार्टी असहज महसूस कर रही है। सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने स्पष्ट किया कि कोई भी घुसपैठिया, बांग्लादेशी या फर्जी दस्तावेज बनवाने वाला व्यक्ति भारत में नहीं रह पाएगा। उन्होंने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बाहर किया जाएगा।
इंदौर आरटीओ ने शुक्रवार कनाडिया–खंडवा रोड के ग्रामीण क्षेत्र में संचालित स्कूल वाहनों की सघन जांच की। जांच में कई वाहनों में परमिट, फिटनेस और बीमा जैसी आवश्यक कमियां पाई गईं। चार स्कूल वाहनों और एक बस को बिना परमिट–फिटनेस पाए जाने पर जब्त किया गया, जबकि पांच बसों पर स्पॉट फाइन लगाया गया। कुल मिलाकर 15 से अधिक वाहनों पर कार्रवाई करते हुए एक लाख रुपए से अधिक जुर्माना वसूला गया। सुरक्षा उपकरणों का निरीक्षण निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि वाहन फिटनेस और परमिट की शर्तों का पालन कर रहे हैं या नहीं। फायर सेफ्टी उपकरणों की उपलब्धता, स्पीड गवर्नर की कार्यप्रणाली और अन्य सुरक्षा मानकों की भी जांच की गई। आरटीओ टीम ने बच्चों और उनके पालकों से भी फीडबैक लिया कि चालक तेज गति से वाहन तो नहीं चलाते या वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग तो नहीं करते। कई पर ऑन–स्पॉट जुर्माना चेकिंग में चार स्कूल वाहन और एक बस बिना परमिट और फिटनेस पाए गए, जिन्हें मौके पर ही जब्त कर लिया गया। वहीं पांच स्कूल बसों पर फिटनेस न होने के कारण स्पॉट फाइन लगाया गया।इसके साथ ही रयान अधिनियम के तहत 15 से अधिक वाहनों पर कार्रवाई करते हुए एक लाख रुपए से ज्यादा टैक्स और जुर्माना वसूला गया। आरटीओ ने कहा कि स्कूल वाहनों की आकस्मिक चेकिंग लगातार जारी रहेगी। सभी स्कूल और शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने वाहनों को पूरी तरह फिट व दस्तावेजों के साथ ही सड़क पर चलाएं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय सुरक्षा मानकों का पालन अनिवार्य है, ताकि बच्चों की यात्रा पूरी तरह सुरक्षित रहे।
करनाल में पंचायती जमीन पर कब्जे के मामले में एक बड़ा फैसला सामने आया है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने प्रशासन को निर्देश देते हुए पधाना गांव की करीब 86 एकड़ पंचायती जमीन को कब्जे से मुक्त कराने और उसकी बोली करवाने को कहा है। हाईकोर्ट ने इस कार्रवाई को पूरा करने के लिए दो माह का समय निर्धारित किया है। लंबे समय से इस जमीन पर प्रभावशाली लोगों का कब्जा होने और प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई न होने की शिकायतों के बाद मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा था। हाईकोर्ट ने कहा कि जमीन का उपयोग पंचायत के हित में होना चाहिए और किसी भी कीमत पर इसका गलत लाभ नहीं उठाया जाना चाहिए। सरकार को हो रहा है करोड़ों का नुकसान गांव पधाना निवासी याचिकाकर्ता देशराज ने बताया कि यह जमीन गौचरांद के रूप में उपयोग की जाती रही है और इसे बोली के माध्यम से ठेके पर देने से हर वर्ष पंचायत को राजस्व मिल सकता है। लेकिन पिछले चार दशक से जमीन का न तो ठेका किया गया और न ही इसकी नीलामी की गई, जिस कारण सरकार को प्रति वर्ष लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। कोर्ट ने भी माना कि इतनी बड़ी जमीन का बोली के माध्यम से उपयोग न होना प्रशासनिक विफलता है। दो साल से लगातार लगा रहे थे गुहार गांव पधाना निवासी याचिकाकर्ता देशराज ने कहा कि वे और अन्य ग्रामीण पिछले दो साल से लगातार प्रशासन से गुहार लगा रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि पंचायत सचिव, सरपंच और बीडीपीओ की मिलीभगत के कारण जमीन बिना बोली के कुछ लोगों को दे दी गई, जो गलत है। उन्होंने कहा कि अगर जमीन की बोली कर दी जाए तो सरकार और गांव की पंचायत को बड़ा आर्थिक लाभ होगा। देशराज ने कहा कि गांव की यह जमीन चरागाह के लिए थी, परंतु प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर लिया। हमने डीसी कार्यालय में कई बार शिकायत दी, पर राजनीतिक दबाव के कारण कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर हमें हाई कोर्ट जाना पड़ा।
रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में इलाज कराने पहुंच रहे मरीज इन दिनों भारी परेशानी से जूझ रहे हैं। अस्पताल की सीटी स्कैन मशीन से जुड़ी प्रेशर इंजेक्टर मशीन करीब एक महीने से खराब पड़ी है। इसके चलते सीटी एंजियोग्राफी जांच पूरी तरह बंद है। मरीजों का कहना है कि अस्पताल में जांच न होने के कारण उन्हें मजबूरन प्राइवेट सेंटरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं,जहां कई गुना अधिक शुल्क लिया जाता है। अस्पताल कर्मियों और मरीजों के अनुसार यह दिक्कत नई नहीं है। करीब एक से दो महीने से मशीन दिक्कत दे रही है, लेकिन न तो अस्पताल प्रबंधन और न ही मशीन मेंटेनेंस की जिम्मेदारी संभाल रही हाइट्स कंपनी ने समय पर सुधार करवाया। औसतन 12+ मरीज रोजाना लौटाए जा रहेसुपर स्पेशलिटी में प्रतिदिन एक दर्जन से अधिक मरीज एंजियोग्राफी जांच के लिए आते हैं, पर मशीन खराब होने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि“मशीन के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी हाइट्स कंपनी के पास है। कंपनी को तत्काल सुधार के लिए पत्र भेजा गया है, ताकि मरीजों को जल्द सुविधा मिल सके।” शिकायतों के बावजूद अब तक कंपनी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है। क्या है तकनीकी दिक्कत?सीटी स्कैन से एंजियोग्राफी करने के लिए प्रेशर इंजेक्टर मशीन जरूरी होती है। यही मशीन नसों में डाई को निर्धारित मात्रा और टाइमिंग के अनुसार इंजेक्ट करती है। इससे एंजियोग्राफी रिपोर्ट की क्लियरिटी मिलती है। मशीन के खराब होने से रिपोर्ट नहीं बन पा रही और मरीजों को बाहर के निजी केंद्रों में महंगी जांच करानी पड़ रही है। मरीज परेशान, जवाब का इंतजार जारीअस्पताल प्रबंधन लगातार कंपनी को पत्र लिख रहा है, लेकिन अब तक मशीन की मरम्मत शुरू नहीं हुई है।मरीजों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में इलाज का भरोसा करके आने पर उन्हें निराशा और आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है।
लखनऊ के गोमतीनगर के ग्वारी रेलवे क्रॉसिंग के पास बीटेक छात्र का शव मिला। गुरुवार रात करीब 12:30 बजे राहगीरों ने पुलिस को शव पड़े होने की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को अज्ञात में पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। परिजन ढूंढते हुए थाने पहुंचे तब घटना की जानकारी हुई। गोमतीनगर विकासखंड-5 निवासी आशु गौतम (22) पुत्र राकेश गौतम बंसल इंस्टीट्यूट में बीटेक का छात्र था। पिता राकेश ने बताया गुरुवार शाम आशु अपनी मां से जनेश्वर मिश्र पार्क घूमने की बात कहकर घर से निकला था। वह मोबाइल लेकर पैदल ही गया था। रात करीब 10 बजे मां ने फोन किया तो उसने जल्द लौटने की बात कही। मोबाइल स्विच ऑफ हो गया मां ने रात करीब 11 बजे दोबारा फोन किया गया तो कुछ देर तक रिंग गईं फिर मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। देर रात तक घर न लौटने पर परिजन आसपास तलाश करते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। सुबह थाने पहुंचने पर पुलिस ने शव मिलने की जानकारी दी। परिजन पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने शव की पहचान की। डिप्रेशन में रहता था छात्र पिता ने बताया कि आशु पढ़ाई में कमजोर था। उसने बंसल इंस्टीट्यूट में बीटेक में दाखिला लिया था, लेकिन बैक लगने के बाद उसने तीन महीने पहले पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद से वह अवसाद में रहने लगा था। बेटे की किसी से दुश्मनी नहीं थी पिता निजी इलेक्ट्रिशियन का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि बेटे की किसी से दुश्मनी नहीं थी और न ही उन्हें किसी पर शक है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में दो अलग-अलग सड़क हादसे हुए। पहले हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरे में एक बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों ही घटनाओं में तेज रफ्तार हाइवा और चालक की लापरवाही प्रमुख कारण बताई जा रही है। पहला हादसा: बाजार से लौट रहे युवक की मौत पहली दुर्घटना अर्जुन्दा नगर के बस स्टैंड के पास हुई। परसतराई निवासी 31 वर्षीय दिनेश गजेंद्र अपने साथी लोकेश ठाकुर के साथ अर्जुन्दा मार्केट आया था। लौटते समय नए बनाए गए स्पीड ब्रेकर के पास उसकी बाइक अनियंत्रित हो गई और गुंडरदेही से राजनांदगांव की ओर जा रही रेत से भरी हाइवा की चपेट में आ गया। हाइवा युवक के सिर के ऊपर से गुजर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद दिनेश का शव परिजनों को सौंपा गया। जहां गांव में अंतिम संस्कार किया गया। घटना पर विधायक कुंवर सिंह निषाद ने शोक व्यक्त किया है। मृतक परसतराई निवासी राजेश गजेंद्र का बेटा था। दूसरा हादसा: साइकिल सवार बुजुर्ग गंभीर पहली घटना के लगभग एक घंटे बाद अर्जुन्दा में ही दूसरी दुर्घटना हुई। कांदुल से मार्केट करने आए 65 वर्षीय डोमार सिंह दीवान को पिनकापार के एक मटेरियल सप्लायर की हाइवा ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल बुजुर्ग को आसपास के लोगों ने तुरंत स्कूटी से अस्पताल पहुंचाया। जहां से हालत को देखते हुए उन्हें राजनांदगांव रेफर कर दिया गया। अर्जुन्दा पुलिस ने दोनों हाइवा को जब्त कर लिया है। नगर में तेज रफ्तार वाहन और अमानक ब्रेकर बना खतरा स्थानीय नागरिक आरके देवांगन ने बताया कि नगर के अंदर तेज रफ्तार से दौड़ रहे बड़े वाहनों पर कोई नियंत्रण नहीं है। दाऊ चौक से टिकरी तक का मार्ग अत्यधिक व्यस्त रहता है, फिर भी भारी वाहन बेधड़क निकलते हैं और कार्रवाई नहीं होती। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी द्वारा अर्जुन्दा में अमानक तरीके से बनाए गए ब्रेकरों के कारण लगातार बाइक सवार गिर रहे हैं। ब्रेकर के पास कोई संकेतक भी नहीं लगाए गए हैं। शिकायत के बाद भी पीडब्ल्यूडी एसडीओ की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
जांजगीर-चांपा SP विजय पाण्डेय ने कॉन्स्टेबल राजू लठेवाल को लाइन अटैच कर दिया। उन पर हार्वेस्टर ड्राइवर से 1700 रुपए वसूली के आरोप हैं। एसपी ने मामले की विभागीय जांच सीएसपी योगिताबाली खापर्डे को सौंपी है। मामला केरा चौक के पास का। गुरुवार को सरगांव की ओर से आ रही एक हार्वेस्टर को वाहन चेकिंग के दौरान रोका गया था। जांच के दौरान हार्वेस्टर ड्राइवर के दस्तावेजों में कमी पाई गई। ड्राइवर का आरोप है कि चालानी कार्रवाई के बजाय जांजगीर थाने में पदस्थ आरक्षक ने 1700 रुपए की अवैध वसूल लिए। ड्राइवर के मुताबिक, उसके पास कैश नहीं थे। जिस पर कॉन्स्टेबल ने एक अन्य व्यक्ति के फोन पे के माध्यम से पैसे अपने खाते में डलवाए और फिर उससे कैश ले लिए। इस वसूली के लिए कोई चालानी पर्ची भी नहीं दी गई। इस मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक विजय पाण्डेय को मिलने के बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया। एएसपी उमेश कश्यप ने बताया कि मामले की प्राथमिक जांच के लिए सीएसपी योगिताबाली खापर्डे को निर्देशित किया गया है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मऊगंज में गणना पत्रक डिजिटाइजेशन जारी:कलेक्टर ने समय सीमा में लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए
मऊगंज जिले में निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण का कार्य तेजी से जारी है। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार जैन ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को गणना पत्रक के डिजिटाइजेशन को शीघ्र पूरा करने तथा इसमें आ रही तकनीकी कठिनाइयों को तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि बीएलओ केवल गणना पत्रक भरने और डिजिटाइजेशन पर ध्यान केंद्रित करें। उन्हें मतदाताओं के फोटो और आधार संख्या संकलित नहीं करने को कहा गया। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वर्ष 2003 के बाद विवाह के उपरांत परिवार में शामिल हुई महिलाओं के मायके पक्ष की जानकारी भी सत्यापित की जाए। इसके अतिरिक्त, शिफ्टेड मतदाताओं की अलग सूची बनाकर उनके पूर्व निवास स्थान से सत्यापन कराने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में, कलेक्टर ने 40% से कम प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया और कहा कि 22 नवंबर तक कम से कम 60% डिजिटाइजेशन का लक्ष्य पूरा होना चाहिए। कार्य में तेजी लाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, अन्य कर्मचारियों और गांवों में कंप्यूटर दक्षता वाले व्यक्तियों से सहयोग लेने की सलाह दी गई। हनुमना विकासखंड में दो बीएलओ, मतदान केंद्र 107 के रवि सेन और मतदान केंद्र 89 के रजनीश कुमार पांडेय ने अपने-अपने केंद्रों पर गणना पत्रक का शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन पूरा कर लिया है। कलेक्टर ने दोनों कर्मचारियों को बधाई दी और अन्य बीएलओ को उनसे प्रेरणा लेकर लक्ष्य जल्द पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। देवतालाब विधानसभा के मतदान केंद्र 125, 126, 127, घुघरी 112, गनिगवां सहित नईगढ़ी के केंद्रों पर भी गणना पत्रकों की ऑनलाइन फीडिंग तेजी से चल रही है। कलेक्टर ने दोहराया कि गहन पुनरीक्षण का कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा करना अनिवार्य है। 21 नवंबर की शाम तक जिले में कुल 1,97,575 गणना पत्रक डिजिटाइज्ड किए जा चुके हैं। जिले में पंजीकृत कुल मतदाताओं की संख्या 4,79,769 है। विधानसभा-वार प्रगति के अनुसार, मऊगंज में 95,996 और देवतालाब में 1,01,579 गणना पत्रक डिजिटाइज्ड हुए हैं। डिजिटलाइजेशन को सुचारू रूप से चलाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत स्तर पर तथा शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक वार्ड में शिविर लगाए जा रहे हैं। बीएलओ को सहयोग देने के लिए पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, पटवारी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। तकनीकी सहायता के लिए जनपद पंचायत में विशेष टीमें तैनात हैं, जबकि एसडीएम, तहसीलदार और सेक्टर अधिकारी पूरे अभियान की सतत मॉनिटरिंग कर रहे हैं। कलेक्टर ने भरोसा जताया कि आयोग द्वारा तय समय सीमा के पहले ही जिले में 100% डिजिटलाइजेशन पूरा कर लिया जाएगा।
महिला सुपरवाइजर भर्ती-2018 पेपर लीक और नकल मामले में हाईकोर्ट ने कालेर गैंग के मुखिया पौरव कालेर की जमानत को खारिज कर दिया है। जस्टिस चंद्रप्रकाश श्रीमाली की अदालत ने शुक्रवार को पौरव कालेर, राजाराम उर्फ राजू मैट्रिक्स और सुमन बैरा की जमानत खारिज कर दी। पौरव कालेर गैंग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल कराने के लिए कुख्यात है। इस गैंग पर राजस्थान में पटवारी, ईओ-आरओ, हाईकोर्ट एलडीसी, एसआई भर्ती परीक्षा के पेपरलीक और नकल करवाने के आरोप हैं। कालेर की एसआई भर्ती-2021 पेपरलीक मामले में भी जमानत खारिज हो चुकी हैं। नकल कराने की एवज में लिए थे 15 लाख रुपएअतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश चौधरी ने कोर्ट को बताया कि पौरव कालेर ने राजाराम उर्फ राजू मैट्रिक्स के साथ मिलकर बीकानेर में स्कूल संचालक दिनेश सिंह के साथ परीक्षा शुरू होने से पहले पेपरलीक करवाया। उसके बाद उसने अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ की मदद से नकल करवाई। जिससे 4 अभ्यर्थियों का परीक्षा में चयन हुआ। सुमन बोरा भी महिला सुपरवाइजर में चयनित अभ्यर्थी है। इसकी एवज में पौरव कालेर को 15 लाख रुपए मिले थे। पौरव कालेर पर साल 2014 से 2025 तक पेपर लीक और नकल कराने के 8 मामले दर्ज है। राजू मैट्रिक्स ने फोटो खींचकर कालेर को भेजीइसी तरह से राजाराम उर्फ राजू मैट्रिक्स भी महिला सुपरवाइजर परीक्षा का पेपर लीक करने में शामिल है। उसने ही बीकानेर की रामसहाय सीनियर सैकंडरी स्कूल के सेंटर में मोबाइल से पेपर की फोटो खींचकर कालेर को भेजी थी। उसके खिलाफ भी पेपर लीक और नकल के 4 प्रकरण दर्ज है। इसी तरह से अभ्यर्थी सुमन बेरा ब्लूटूथ से नकल करके भर्ती में चयनित हुई। इन सभी ने भर्ती की पवित्रता को भंग किया है। इन्हें जमानत नहीं दी जानी चाहिए। अभियुक्त लंबे समय से है जेल में बंद वहीं, आरोपियों की ओर से कहा गया कि अभियुक्त लंबे समय से जेल में है। उनके खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है, कोई बरामदगी भी शेष नहीं है। ट्रायल में लंबा समय लगेगा, ऐसे में उन्हें अनिश्चितकाल तक जेल मे नहीं रखा जा सकता है। अन्य मामले विचाराधीन होने के आधार पर जमानत खारिज नहीं की जानी चाहिए। दोनों पक्षों की बहस के बाद तीनों आरोपियों की जमानत खारिज अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद 14 नवंबर को सुनवाई पूरी करके फैसला रिर्जव कर लिया था। वहीं शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए तीनों आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी।
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (RGPV) के कुलगुरु प्रो. राजीव त्रिपाठी का इस्तीफा राज्यपाल ने शुक्रवार को स्वीकार कर लिया है। एक दिन पहले गुरुवार को ही प्रो. त्रिपाठी ने कैंपस में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के विरोध प्रदर्शन और घेराव के बाद शाम 6 बजे इस्तीफे की पेशकश की थी। वहीं, राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने इससे जुड़े आदेश जारी किए। जिसके अनुसार, नए कुलगुरु की नियुक्ति तक RGPV के इलेक्ट्रिकल विभाग के एचओडी प्रो. एस सी चौबे को कार्यकारी कुलगुरु बनाया गया है। दरअसल, RGPV की NAAC मूल्यांकन प्रक्रिया पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। ABVP ने भी कैंपस में विरोध प्रदर्शन के साथ राज्यपाल से लेकर उच्च शिक्षा मंत्री तक से कार्रवाई की मांग की थी। ABVP ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय ने A++ ग्रेड हासिल करने के लिए SSR रिपोर्ट में कई गलत और भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किए हैं। ABVP के कार्यकर्ता शिवम जाट ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा अपलोड की गई SSR रिपोर्ट में 22 गंभीर अनियमितताएं हैं। यह SSR रिपोर्ट NAAC टीम आने से पहले सार्वजनिक की जानी थी, लेकिन इसे 17 नवंबर को अचानक अपलोड किया गया, जो प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है। प्रांत मंत्री केतन चतुर्वेदी ने कहा कि यह अकादमिक भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा उदाहरण है। ABVP की तीन बड़ी मांगें मंत्री से मुलाकात, FIR और धारा 54 लागू करने की मांगमंगलवार को ABVP प्रतिनिधिमंडल ने प्रांत मंत्री केतन चतुर्वेदी के नेतृत्व में तकनीकी एवं उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से मुलाकात की और SSR रिपोर्ट में कथित अनियमितताओं से जुड़े प्रमाण सौंपे थे। ABVP ने कुलपति सहित संबंधित दोषियों पर तुरंत FIR, परिसर में धारा 54 लागू करने और NAAC मूल्यांकन प्रक्रिया की स्वतंत्र जांच कराने की मांग रखी थी। लगातार विवादों में है RGPVRGPV पर बीते कुछ समय से प्रशासनिक अव्यवस्थाएं, भर्ती अनियमितताएं वित्तीय और अकादमिक पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रही है। अब NAAC में A++ ग्रेड मिलने की प्रक्रिया को लेकर चल रहा फर्जीवाड़े का आरोप लगा है।
यूपी के मिर्जापुर के 3 मजदूर अंबुजा सीमेंट फैक्ट्री में काम करते समय जिंदा जल गए। 1100 डिग्री सेल्सियस पर उबलता हुआ मटेरियल तीनों पर गिरा। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इनमें दो मजदूर पहले ही दिन काम पर फैक्ट्री में आए थे। हादसा राजस्थान के ब्यावर जिले में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे रास थाना क्षेत्र में हुआ। ASI रोहिताश ने बताया- फैक्ट्री में रोज की तरह बड़ी संख्या में मजदूर काम कर रहे थे। अचानक बॉयलर फटने से पीएच सेक्शन में काम कर लौट रहे मजदूरों पर ऊपर से अत्यधिक गर्म मटेरियल गिर गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार क्लीन सेक्शन में तापमान करीब 1100 डिग्री सेल्सियस रहता है। अत्यधिक मात्रा में गिरे मटेरियल से मजदूर 90 प्रतिशत से अधिक झुलस गए थे। 2 युवक पहले दिन ही फैक्ट्री आए थेहादसे में अजय कुमार (21) पुत्र वंश नारायण, पप्पू कुमार (25) पुत्र दुर्गा कुमार और गोविंद मौर्या (22) की मौत हुई है। ये तीनों उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार थाना क्षेत्र के निवासी थे और आर.के. रि-फैक्ट्री कंपनी के तहत कार्यरत थे। अजय और गोविंद पहले दिन ही काम पर आए थे। वहीं, पप्पू एक महीने से कार्यरत था। हादसे के बाद फैक्ट्री में अफरा-तफरीहादसे के बाद फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मृतकों के परिजन भी इसी फैक्ट्री में काम करते हैं। वे शव सौंपने की मांग करते रहे। हालांकि, फैक्ट्री प्रशासन द्वारा औपचारिकताओं में देरी के कारण परिजनों में आक्रोश देखा गया। लोगों का आरोप है कि इस हादसे को लेकर रास थाना पुलिस भी ज्यादा सक्रिय दिखाई नहीं दी। बाद में ASI रोहिताश मौके पर पहुंचे। उन्होंने आर.के. रि-फैक्ट्री के सुपरवाइजर प्रदीप से लिखित रिपोर्ट लेकर मामला दर्ज किया। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... जज बोले- राहुल गांधी 18 दिसंबर को हाजिर हों:7 महीने पहले कहा था- भगवान राम काल्पनिक हैं; वाराणसी कोर्ट में हो रही सुनवाई कांग्रेस सांसद राहुल गांधी या उनके वकील शुक्रवार को भी वाराणसी कोर्ट नहीं पहुंचे। इस वजह से उनके मामले की सुनवाई नहीं हो सकी। अब 18 दिसंबर को सुनवाई होगी। विशेष न्यायाधीश (एमपी-एमएलए) यजुर्वेद विक्रम सिंह ने कहा कि अगली सुनवाई (18 दिसंबर) पर राहुल गांधी या उनके वकील कोर्ट आएं। जिससे सुनवाई हो सके। पढ़ें पूरी खबर...
हरदा में टोल प्लाजा के पास सड़क हादसा:बाइक सवार जमाई गंभीर घायल, ससुर को मामूली चोटें, भोपाल रेफर
हरदा जिले के रहटगांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम एक सड़क हादसा हो गया। बहरागांव के पास टोल प्लाजा के नजदीक एक तेज रफ्तार कार ने बाइक को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में बाइक सवार दो लोग घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर होने पर उन्हें भोपाल रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, खंडवा जिले के छनेरा थाना क्षेत्र के ग्राम बहड़ी निवासी कैलाश राजपूत (50) अपने ससुर रामशंकर (72), जो हरदा जिले के छीपाबड़ थाना क्षेत्र के ग्राम बाबड़िया के रहने वाले हैं, के साथ नर्मदापुरम में अमावस्या स्नान के लिए गए थे। स्नान के बाद वे रतवाड़ा में एक रिश्तेदार के यहां रुकने के बाद बाइक से वापस लौट रहे थे। तभी पीछे से आ रही एक सफेद रंग की कार के चालक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. प्रशांत चौरे ने बताया कि घायलों को 1033 एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया था। कैलाश राजपूत के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। उनके कान और नाक से खून आने के कारण अंदरूनी चोटों के चलते प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भोपाल रेफर कर दिया गया है। वहीं, बाइक पर पीछे बैठे रामशंकर राजपूत को मामूली चोटें आई हैं।
अयोध्या-रायबरेली हाईवे पर शुक्रवार शाम बड़ा हादसा हो गया। मिल्कीपुर के SDM की सरकारी गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। गाड़ी में नायब तहसीलदार भी सवार थे। इस हादसे में ड्राइवर समेत 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। SDM के सिर में गंभीर चोटें हैं और उन्हें करीब 12 टांके लगे हैं। वहीं, नायब तहसीलदार का हाथ टूट गया है, जबकि चालक के शरीर पर भी कई जगह गंभीर चोटें आई हैं। हादसे के बाद तीनों घायलों को तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया गया। पहले देखिए घटना की 3 तस्वीरें... विस्तार से पढ़िए पूरी खबर...सरकारी गाड़ी से अयोध्या जा रहे थेमिल्कीपुर के उपजिलाधिकारी (SDM) सुधीर कुमार, नायब तहसीलदार रंजन वर्मा सरकारी गाड़ी से अयोध्या जा रहे थे। गाड़ी ड्राइवर शिव नारायण यादव चला रहा था। जैसे ही कार नौवां कुआं ओवरब्रिज पर पहुंची, अचानक डिवाइडर से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बेकाबू होने से डिवाइडर से टकराई कारहादसे में SDM सुधीर कुमार, नायब तहसीलदार रंजन वर्मा और ड्राइवर शिव नारायण यादव घायल हो गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरब्रिज पर वाहनों की रफ्तार तेज रहती है। ट्रैफिक का दबाव अधिक होने से अक्सर हादसे होते रहते हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त वाहन हटवाया। हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, कई अधिकारी एसडीएम और नायब तहसीलदार का हालचाल लेने के लिए हॉस्पिटल पहुंचे हैं। -------- ये भी पढ़ें- गोरखपुर में फैक्ट्री की आग 25 फायर टेंडर बुझा रहे:16 घंटे से धधक रही, धमाका होने का खतरा; दिल्ली से 5 इंजीनियर आए गोरखपुर के एक ऑयल प्लांट में शुक्रवार सुबह 4 बजे आग लग गई। 16 घंटे से लपटें उठ रहीं हैं। जिस टैंक में आग लगी है, उसमें 50 हजार लीटर हेक्सेन गैस है। सुबह से दमकल की 25 गाड़ी से पानी डाला जा रहा है, लेकिन अब तक आग बुझ नहीं पाई। डीएम-कमिश्नर, एसएसपी, आईजी मौके पर पहुंच गए हैं। दिल्ली से टेक्निकल एक्सपर्ट की 5 सदस्यीय टीम भी पहुंच चुकी है। पढ़िए पूरी खबर...
मंडला जिले में शुक्रवार शाम कालपी मार्ग पर कुशमी गांव के पास दो बाइकों की टक्कर हो गई। हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को निवास अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। एक की मौके पर मौत, 3 घायल जानकारी के अनुसार, सुखदेव ओयाम (29) अपनी पत्नी सुलोचना ओयाम (24) और छोटे भाई जितेंद्र कुमार ओयाम (17) के साथ बाइक से निवास के साप्ताहिक बाजार से अपने गांव थानमगांव लौट रहे थे। तभी सामने से आ रहे अनूप सिंह (38), निवासी झिंझरा, की बाइक से कुशमी गांव के पास आमने-सामने टक्कर हो गई। घटना में अनूप सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। शनिवार को हाेगा पोस्टमॉर्टम हादसे की सूचना मिलते ही 112 डायल की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत निवास सीएचसी ले जाया गया। पुलिस को भी मामले की जानकारी दे दी गई है। अंधेरा होने के कारण मृतक का पोस्टमॉर्टम शनिवार को किया जाएगा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मंदसौर जिले के पिपलियामंडी क्षेत्र में लगभग 6 महीने पहले दर्ज हुए 12 क्विंटल मादक पदार्थ डोडाचूरा तस्करी के एक मामले को लेकर विवाद बढ़ गया है। शुक्रवार शाम बड़ी संख्या में ग्रामीणों और आरोपी गोवर्धन सिंह के परिजनों ने नीमच स्थित सीबीएन (CBN) कार्यालय का घेराव किया। उन्होंने किसान नेता श्यामलाल जोकचंद के नेतृत्व में निष्पक्ष जांच की मांग की। ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि पिपलियामंडी की अयोध्या बस्ती निवासी गोवर्धन सिंह एक सामान्य मजदूर है। वह गिट्टी और मोरम की सप्लाई का काम करता है। परिजनों ने दावा किया कि उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है और वह आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आता है। परिजनों के अनुसार, कुछ महीने पहले गोवर्धन सिंह गिट्टी सप्लाई का भुगतान लेने जावरा क्षेत्र गए थे। नारकोटिक्स विभाग ने इसी यात्रा को मादक पदार्थ तस्करों की सहायता करने का आधार बनाया है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि इस यात्रा का तस्करी से कोई संबंध नहीं था। प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारी प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में पिपलियामंडी निवासी दिनेश पोरवाल को नोटिस जारी होने के बाद भी छोड़ दिया गया। वहीं, गोवर्धन सिंह को बिना किसी नोटिस के गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर दिया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद दिनेश पोरवाल ही गोवर्धन सिंह को नीमच लेकर गया था। इससे उन्हें संदेह है कि किसी दबाव, व्यक्तिगत कारण या गलतफहमी के चलते मजदूर को फंसाया गया है। घेराव के दौरान गोवर्धन सिंह की पत्नी और उनका गंभीर बीमारी से जूझता बच्चा भी मौजूद था। ज्ञापन सौंपते समय परिजनों ने विभाग पर झूठा मामला बनाकर निर्दोष व्यक्ति को फंसाने का आरोप दोहराया। कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनीग्रामीणों ने मांग की कि गोवर्धन सिंह को तत्काल रिहा किया जाए और मामले में शामिल दोषियों पर कार्रवाई हो। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जांच निष्पक्ष नहीं हुई तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। इस मामले में सीबीएन मंदसौर डिवीजन ऑफिसर आर. के. रजक ने ग्रामीणों से ज्ञापन प्राप्त किया और सात दिनों के भीतर मामले का उचित निराकरण करने का आश्वासन दिया। देखिए तस्वीरें...
जिले की हनुमना पुलिस ने शुक्रवार को गांजा तस्करी के मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। हनुमना थाना प्रभारी अनिल काकड़े ने बताया कि यह मामला 30 अक्टूबर 2025 का है। उस दिन मुखबिर से सूचना मिली थी कि नैया डैम पुलिया के पास एक महिला अवैध गांजा और नशीली कफ सिरप बेचने की तैयारी में है। पुलिस ने महिला को पकड़ा। तलाशी के दौरान महिला के पास से 750 ग्राम गांजा और 25 शीशी नशीली कफ सिरप बरामद हुई। महिला को मौके से गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं (8/20B, 21, 22, 29) और मप्र ड्रग कंट्रोल एक्ट 5/13 के तहत 1 नवंबर को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। महिला को गांजा सप्लाई करता था आरोपी पूछताछ के दौरान महिला ने खुलासा किया था कि यह मादक पदार्थ उसे रजनीश उर्फ कल्लू पटेल उपलब्ध कराता था। इस खुलासे के बाद से रजनीश उर्फ कल्लू पटेल फरार चल रहा था और पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी। 21 नवंबर को पुलिस ने रजनीश उर्फ कल्लू पटेल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें अपराध क्रमांक 214/2016 के तहत धारा 34(1) आबकारी एक्ट और अपराध क्रमांक 366/2022 के तहत धारा 8/20B/25 एनडीपीएस एक्ट के मामले दर्ज हैं।
ग्राम पंचायत जोड़ली में शुक्रवार को डूंगरी बांध परियोजना के विरोध में आयोजित महापंचायत राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप और नेताओं के टकराव के बीच समाप्त हुई। महापंचायत में घोषणा की गई कि यदि 1 दिसंबर तक मुख्यमंत्री से वार्ता सफल नहीं होती है, तो 10 दिसंबर से उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। यह महापंचायत जोड़ली के पावर हाउस प्रांगण में डूंगरी बांध विरोध संघर्ष समिति द्वारा आयोजित की गई थी। इसकी अध्यक्षता अशोक सिंह बना ने की, जबकि संचालन रामसहाय फौजी ने किया। कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत, पूर्व मंत्री रमेश चंद मीणा, पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और विधायक हंसराज मीणा सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे। महापंचायत के दौरान मंच पर पूर्व मंत्री रमेश मीणा, राजेंद्र गुढ़ा और विधायक हंसराज मीणा के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए, जिससे हंगामा मच गया। मंच पर अव्यवस्था देखकर राकेश टिकैत ने नाराजगी व्यक्त की। युवा नेता नरेश मीणा ने आंदोलन को 'करो या मरो' की रणनीति से आगे बढ़ाने की बात कही। देर शाम हुई कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। समिति ने कहा कि यदि 1 दिसंबर तक मुख्यमंत्री से डूंगरी बांध परियोजना को रद्द करने पर कोई सकारात्मक समाधान नहीं निकलता है, तो 10 दिसंबर से व्यापक और उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सत्ताधारी विधायक और सांसद पर आरोप लगाया कि वे डूंगरी बांध के मुद्दे को सरकार के सामने मजबूती से नहीं रख रहे हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे ऐसे फैसलों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ें, जिनसे लोगों के घर उजड़ सकते हैं। पूर्व मंत्री रमेश चंद मीणा ने दावा किया कि डूंगरी बांध परियोजना से 88 गांव, लगभग 87 हजार बीघा भूमि प्रभावित होगी। उन्होंने बताया कि दो चरणों में 150 से अधिक गांव विस्थापन की चपेट में आएंगे। परियोजना पर 10,045 करोड़ रुपए खर्च होंगे और 45% पानी 11 जिलों को दिया जाएगा, जबकि स्थानीय क्षेत्र जल संकट से जूझता रहेगा। इसी दौरान मंच पर विधायक हंसराज मीणा ने रमेश मीणा और गुढ़ा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने 15 वर्षों तक विकास रोककर केवल राजनीति की है। उनके इस बयान से माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण हो गया।
मैहर में दो सड़क हादसों में तीन लोग घायल:कार बाइक से भिड़ी, तेज रफ्तार वाहन ने युवक को टक्कर मारी
मैहर जिले में तेज रफ्तार के कारण हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को जिले के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पहली घटना बदेरा थाना क्षेत्र की है। यहां एक कार ने मोटरसाइकिल सवार दो युवकों को टक्कर मार दी। इस हादसे में अमित रजक (20 वर्ष) और राकेश रजक (21 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्घटना के बाद कार चालक वाहन सहित मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर डायल-112 टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को मैहर सिविल अस्पताल पहुंचाया। जानकारी के अनुसार, दोनों युवक एक तिलक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। दूसरी घटना अमदरा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-30 (NH-30) पर हुई। यहां एक तेज रफ्तार वाहन ने प्रभात पटेल (35 वर्ष) को टक्कर मार दी। इस मामले में भी वाहन चालक मौके से फरार हो गया। घायल प्रभात पटेल को 1033 एंबुलेंस की मदद से मैहर सिविल अस्पताल लाया गया। पुलिस ने दोनों सड़क हादसों में वाहन चालकों के खिलाफ मर्ग कायम कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
उज्जैन में आयोजित राज्यस्तरीय महिला एवं पुरुष वर्ग कुश्ती प्रतियोगिता में सिंगरौली की कात्यायनी द्विवेदी ने 62 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उनकी जीत से सिंगरौली जिले के साथ देवसर स्थित शासकीय महाविद्यालय और अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ा है। कोच को दिया सफलता का श्रेय दैनिक भास्कर से बातचीत में कात्यायनी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच डॉ. विनोद कुमार राय, डॉ. प्रदीप कच्छवाहा और रामसजीवन शाह को दिया। उन्होंने कहा कि उनके मार्गदर्शन और नियमित प्रशिक्षण की वजह से ही वे स्वर्ण पदक जीतने में सफल हुईं। “अनुशासित और मेहनती खिलाड़ी हैं कात्यायनी” वरिष्ठ क्रीड़ा अधिकारी और कोच डॉ. विनोद कुमार राय ने बताया कि कात्यायनी एक अनुशासित, मेहनती और केंद्रित खिलाड़ी हैं। उनका अभ्यास और फिटनेस स्तर हमेशा उत्कृष्ट रहा है। डॉ. राय ने विश्वास जताया कि कात्यायनी भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगी। तकनीक और मेहनत का मिला परिणाम कोच डॉ. प्रदीप कच्छवाहा और रामसजीवन शाह ने बताया कि कात्यायनी ने पिछले कई महीनों में कड़ी मेहनत की है। प्रतियोगिता के हर दौर में उन्होंने बेहतरीन तकनीक का प्रदर्शन किया, जिसका परिणाम स्वर्ण पदक के रूप में मिला। जिले में खुशी का माहौल कात्यायनी की इस उपलब्धि पर जिलेभर में खुशी का माहौल है। खेल प्रेमी उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए एक मजबूत दावेदार मान रहे हैं।
ग्रेटर फरीदाबाद की एक कॉलोनी में प्लॉट बेचने के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। न्यू इंद्रा कॉम्प्लेक्स सेक्टर 87 के 17 लोगों ने आरोप लगाया है कि प्रॉपर्टी डीलर सतीश सैनी ने उन्हें प्लॉट देने का झांसा देकर 2 करोड़ 32 लाख रुपए वसूल लिए और अब रजिस्ट्री करने से साफ इनकार कर रहा है। पीड़ितों की शिकायत पर थाना सेंट्रल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। कैसे हुआ पूरा मामला? पीड़ितों के अनुसार, डीलर सतीश सैनी निवासी शास्त्री कॉलोनी, ओल्ड फरीदाबाद, सहयोगी बसंती देवी, वार्ड नंबर 3, मोहल्ला गढ़ी से उनका पुराना संपर्क था। वर्ष 2008-09 में भी लोगों ने उससे प्लॉट खरीदा था, इसलिए उस पर विश्वास बढ़ा हुआ था। इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए आरोपी ने साल 2019 में नहर पार मवई रोड पर प्लॉट देने का प्रस्ताव रखा। लोगों ने 18 से 19 हजार रुपए प्रति वर्ग गज की दर से रकबा 2263 वर्ग गज में से लगभग 1600 वर्ग गज भूमि के प्लॉट खरीदने के लिए पैसे जमा करा दिए। आरोपी ने पूरा भुगतान लेने के बाद फुल एंड फाइनल पेमेंट का इकरारनामा भी दे दिया था। उस समय रजिस्ट्री बंद थी, इसलिए पीड़ित रजिस्ट्री नहीं करा पाए। रजिस्ट्री खुलने के बाद सामने आई असलियत जैसे ही रजिस्ट्री दोबारा शुरू हुई, पीड़ितों ने डीलर से अपने-अपने प्लॉट की रजिस्ट्री कराने को कहा। लेकिन आरोपी ने बहाने बनाने शुरू कर दिए और कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। आरोप है कि सतीश सैनी प्लॉट की रजिस्ट्री करने से जानबूझकर बच रहा है और अभी भी पैसे लेकर कब्जा देने को तैयार नहीं है। रजिस्ट्री रोकने के लिए झूठा केस भी डलवाया पीड़ितों ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि अधिक समय निकालने और लोगों का पैसा हड़पने की मंशा से आरोपी और उसके साथियों ने एक-दूसरे के खिलाफ झूठा केस सिविल जज जूनियर डिविजन कोर्ट में दाखिल कर दिया, ताकि कानूनी प्रक्रिया में उलझाकर रजिस्ट्री की मांग को रोका जा सके। इन लोगों से ठगे गए 2 करोड़ 32 लाख रुपए आरोपियों ने पीड़ित मो. रहमतुल्ला, नरेश कुमार, रामवीर, मो. नजरुल आलम, मो. प्रेमचंद, संजय कुमार, मोनिका त्यागी, कालू सिंह, कुंदन पासवान, कृष्णा, विकास, देवकली, कमलेश, गीता, रामहित साहनी, जगमिंद्र आदि से मिलकर कुल 2 करोड़ 32 लाख रुपए ले लिए। पीड़ित अब न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर डीलर की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि आरोप की जांच की जा रही है और जल्द कार्रवाई की जाएगी।
नर्मदापुरम जिले के मढ़ई और पचमढ़ी की जमीन पर पीएम श्री पर्यटन हेलिकॉप्टर सेवा के तहत उतरने वाला हेलिकॉप्टर फिलहाल नहीं उतरेगा। इसकी वजह सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र से इको सेंसेटिव जोन होना है। इको सेंसेटिव जोन के नियमों के चलते एसटीआर ने व्यवसायिक उद्देश्य से हेलिकॉप्टर उतारने और उड़ाने की परमिशन नहीं दी है। जिसके कारण हिल स्टेशन पचमढ़ी और मढ़ई में पर्यटकों का हेलिकॉप्टर से पहुंचने का सपना फिलहाल में पूरा नहीं होगा। एसटीआर की फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने इको सेंसेटिव जोन होने से व्यवसायिक उद्देश्य से हेलिकॉप्टर को उड़ाने और उतारने संबंधी पत्राचार नर्मदापुरम एडीएम और एसडीएम से किया है। इको सेंसेटिव जोन में आपत्ति होने से अब जिला प्रशासन पर्यटकों को हेली सेवा का लाभ दिलाने के लिए नया हेलीपैड बनाने की जगह तलाश रहा है। शुक्रवार को जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन, पिपरिया, सोहागपुर एसडीएम और तहसीलदार ने नई जगह तलाश की। हेलिकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनी ने मांगी जानकारीमप्र टूरिज्म बोर्ड द्वारा पीएम श्री पर्यटन हेलिकॉप्टर सेवा का जिम्मा जेट सर्वे एविएशन प्राइवेट लिमिटेड को दिया है। हेलिकॉप्टर सेवा के संचालन के लिए जेट सर्वे एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने संबंधित विभागों को पत्र लिख अनुमतियां मांगी। मढ़ई के लिए कामती के पास स्थित हेलीपैड और पचमढ़ी हवाई पट्टी पर उड़ाने की परमिशन मांगी थी। मढ़ई के कामती में स्थित हेलीपेड और पचमढ़ी हवाई पट्टी सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के इको सेंसेटिव जोन के अंतर्गत आता है। मढ़ई में हेलीपैड स्थल की जीपीएस रीडिंग N 2236 12.56 E 7809′09.56 है। जेट सर्वे एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा हेलिकॉप्टर के माध्यम से परिवहन सेवा प्रारंभ कर व्यवसायिक गतिविधि संचालन करने के लिए अनुमति मांगी थी। लेकिन भारत के राजपत्र पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की अधिसूचना 9 अगस्त 2017 के नियम 4 में पारिस्थितिक संवेदी जोन में प्रतिबद्ध या विनियमित किए जाने वाली क्रियाकलाप की सूची (ख) विनियमित क्रियाकलाप संख्या (23) के अनुसार पर्यटन से संबंधित क्रियाकलाप करना जैसे गर्म हवा के गुब्बारे, हेलिकॉप्टर, ड्रोन, माइक्रोलाइट्स आदि द्वारा पारिस्थितिक संवेदी जोन क्षेत्र के ऊपर से उड़ाना लघु विधियों के अधीन विनियमित होंगे का उल्लेख है। जिसके चलते व्यवसायिक उद्देश्य से परमिशन नहीं दी गई। स्पेशल परमिशन पर उतरा हेलिकॉप्टर जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन ने बताया पचमढ़ी हवाई पट्टी और मढ़ई के पास कामती में बना हेलीपैड इको सेंसेटिव जोन में आता है। उद्घाटन के लिए इको सेंसेटिव जोन में फॉरेस्ट एसटीआर से एक दिन की स्पेशल परमिशन मिली, लेकिन कंपनी ने 30 दिन की मांगी। कंपनी व्यवसायिक दृष्टि से अनुमति मांगी। इसलिए उक्त हेलीपैड पर परमिशन नहीं मिली। नया हेलीपैड बनाने के लिए जगह देखी है। मटकुली और सोहागपुर राजस्व क्षेत्र में नया हेलीपेड बनाने की तैयारी है।
बालाघाट में शहीद आशीष शर्मा को श्रद्धांजलि:भारत माता चौक पर कैंडल जलाकर लोगों ने किया नमन
बालाघाट में नक्सल विरोधी अभियान में शहीद हुए आशीष शर्मा को शुक्रवार देर शाम कैंडल श्रद्धांजलि दी गई। भारत माता चौक पर सैकड़ों लोगों ने कैंडल जलाकर शहीद को नमन किया। इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में नपाध्यक्ष भारती ठाकुर, परिषद सभापति और पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद थे। नपाध्यक्ष भारती ठाकुर ने शहीद आशीष को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आशीष ने अंतिम सांस तक अपने कर्तव्य का निर्वहन किया। उन्होंने भारत माता की रक्षा के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। वीर सपूतों को प्रदेश याद रखेगा पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने आशीष शर्मा के शौर्य की सराहना की। उन्होंने बताया कि आशीष आखिरी दम तक एक योद्धा की तरह लड़ते रहे और अंतिम सांस तक वापस लौटने की बात कहते रहे। एसपी मिश्रा ने कहा कि आशीष शर्मा जैसे वीर सपूतों को पूरा प्रदेश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया। श्रद्धांजलि सभा की अन्य तस्वीरें...
सिंधी समाज की सेवा के लिए समर्पित संस्था “एक पहल और” के तत्वावधान में आज प्रातःकाल राधे-राधे के जयकारों के साथ बुजुर्गों का विशाल तीर्थयात्रा जत्था मथुरा-वृन्दावन के लिए रवाना हुआ। यात्रा में कुल 183 तीर्थयात्री शामिल हैं, जिनमें अधिकांश बुजुर्ग हैं। जबकि उनके सहयोग और सेवा के लिए युवा स्वयंसेवक भी साथ हैं। संस्था के संरक्षक राजेश वाधवानी ने बताया कि यह यात्रा समाज की सेवा-भावना और परंपराओं के प्रति सम्मान का प्रतीक है। विशेष रूप से पूर्व पार्षद और वर्तमान नगर निगम एमआईसी सदस्य अजीत कुकरेजा अपने साथियों सहित स्वयं पूरी यात्रा में शामिल होकर बुजुर्गों की व्यक्तिगत रूप से सेवा और देखभाल कर रहे हैं। संस्था के संरक्षक संजय पोपटानी ने जानकारी दी कि यात्रा के दौरान बांके बिहारी मंदिर, प्रेम मंदिर, इस्कॉन मंदिर, राधा-रमण मंदिर, गोविंद देव मंदिर सहित मथुरा-वृन्दावन के प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। यात्रियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सुविधा की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह सुनिश्चित की गई हैं। यात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए अजीत कुकरेजा ने कहा, “यह यात्रा केवल तीर्थ-दर्शन नहीं, बल्कि हमारे बुजुर्गों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि और सेवा का अवसर है।” संस्था के सभी पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों ने राधा-कृष्ण की कृपा से यात्रा के सुखद एवं मंगलमय होने की प्रार्थना की। यात्रा के शुभारंभ अवसर पर प्रकाश नानकानी, दीपक केशवानी, सोमन परवानी, अनिल कृष्णानी, गौतम लूलिया, महेश अश्फालिया, चंदन पंजवानी, दीपक कुकरेजा, अजय प्रेमचंदानी, डॉ. एन.डी. गजवानी सहित कई पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में आरोपी को अतिरिक्त सत्र न्यायधीश ने 20 साल की जेल की सजा सुनाई है। आरोपी शादी का झांसा देकर नाबालिग को घर से भगा ले गया था। कोर्ट ने आरोपी को 8 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। यह घटना जोबी चौकी क्षेत्र की है। पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी 14 वर्षीय बेटी 14 मई 2024 की रात 11 बजे खाना खाकर कमरे में सोई हुई थी। अगले दिन सुबह 6 बजे उठने पर उन्होंने देखा कि उनकी बेटी घर में नहीं थी और उसके कपड़े भी गायब थे। पिता ने रिश्तेदारों के यहां पूछताछ की, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इस पर उन्हें संदेह हुआ कि कोई उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसला कर ले गया है। इसके बाद उन्होंने जोबी चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। 21 मई 2024 को पीड़िता को बरामद किया गया। मोटर साइकिल पर बैठाकर ले गया पीड़िता ने महिला पुलिस अधिकारी को बताया कि गांव में पड़ोसी लक्ष्मण दास महंत एक साल से उसे पसंद करता था और शादी करने की बात करता था। पीड़िता ने लक्ष्मण दास से कहा कि वह नाबालिग है, लेकिन उसने जबरदस्ती बातचीत जारी रखी। फिर 14 मई 2024 को उसने पीड़िता से कहा कि मैं तुमसे शादी करूंगा और जबरदस्ती उसे अपनी मोटरसाइकिल में बैठाकर बिलासपुर ले गया। बिलासपुर के लेबर काॅलोनी में किया दुष्कर्मइसके बाद बिलासपुर की लेबर कॉलोनी में किराए के मकान में रखा और मारपीट करते हुए 20 मई तक उससे शारीरिक संबंध बनाया। 21 मई 2024 को बिलासपुर से गांव लाकर उसे छोड़कर चला गया। पीड़िता के बयान पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 366, 376 (2) (एन) 323 पॉस्को एक्ट जोड़ते हुए लक्ष्मण दास महंत को गिरफ्तार किया। आरोपी का दोष सिद्ध पाया गया मामला पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश देवेन्द्र साहू ने दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद आरोपी को दोषी पाया। न्यायाधीश ने आरोपी को 20 साल की जेल की सजा सुनाई और 8 हजार रुपए जुर्माना लगाया। इस मामले में अपर लोक अभियोजक मोहन सिंह ठाकुर ने पैरवी की।
प्रदेश भाजपा नेतृत्व के निर्देशानुसार बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने जिले की पांचों विधानसभाओं के समस्त मंडलों के लिए प्रभारियों की घोषणा कर दी है। बांसवाड़ा विधानसभा के लिए नगर मंडल का प्रभारी पूर्व जिलाध्यक्ष मनोहर पटेल को बनाया गया है। जबकि ग्रामीण मंडल की जिम्मेदारी जिला उपाध्यक्ष मणिलाल गुर्जर को दी गई है। आबापुरा में प्रदेश महामंत्री (एसटी मोर्चा) मुकेश रावत, छोटी सरवन में एसटी मोर्चा जिलाध्यक्ष परमेश्वर मईडा और नवागांव मंडल में जिला प्रवक्ता मनोहर व्यास को प्रभारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह, गढ़ी विधानसभा के तलवाड़ा मंडल का जिम्मा जिला मंत्री गजराज सिंह सांयावत को, गढ़ी-परतापुर नगर का जिम्मा जिला महामंत्री किरण जोशी को और सरेड़ी बड़ी मंडल का जिम्मा जिला मंत्री विजयपाल पाटीदार को सौंपा गया है। गढ़ी ग्रामीण मंडल के प्रभारी जिला उपाध्यक्ष दीपक जोशी होंगे। इसके अलावा, अरथूना मंडल का प्रभारी लक्ष्मीदत्त उपाध्याय (जिला सोशल मीडिया सहसंयोजक), जौलाना का भूपेंद्र चारण (जिला सह कोषाध्यक्ष) और पालोदा मंडल का प्रभारी प्रकाश जैन (जिला प्रवक्ता) को बनाया गया है। घाटोल विधानसभा क्षेत्र में घाटोल मंडल की जिम्मेदारी पूर्व जिला महामंत्री नरेंद्र वैष्णव को दी गई है। पडौली मंडल के प्रभारी जिला उपाध्यक्ष वीरबहादुर सिंह देवदा, उण्डवेला के प्रभारी जिला मंत्री कन्हैयालाल बुनकर और गनोड़ा मंडल के प्रभारी जिला उपाध्यक्ष यदुनाथ सिंह चुंडावत होंगे। कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए, नगर मंडल का प्रभारी जिला महामंत्री जयपाल सिंह डाबी को और ग्रामीण मंडल का प्रभारी दूसरे जिला महामंत्री कानहिंग रावत को बनाया गया है। सज्जनगढ़ में जिलाध्यक्ष (युवा मोर्चा) दीपसिंह वसुनिया, खेड़ाघरती में जिला उपाध्यक्ष डॉ. लीला पडियार और डूंगरा छोटा मंडल में जिला मंत्री सूर्यसिंह लबाना को प्रभारी नियुक्त किया गया है। बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र में, बागीदौरा मंडल का प्रभारी जिला उपाध्यक्ष ललित पाटीदार, बड़ोदिया का पूर्व जिला महामंत्री लालसिंह पाटीदार और गांगड़तलाई मंडल का प्रभारी पूर्व जिला महामंत्री मुकेश शर्मा को बनाया गया है। नाहरपुरा मंडल की जिम्मेदारी पूर्व प्रदेश महामंत्री (एसटी मोर्चा) खेमराज गरासिया को और आनंदपुरी मंडल का जिम्मा जिला प्रमुख रेशम मालवीया को सौंपा गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष पूंजीलाल गायरी ने इन घोषणाओं के साथ सभी नव-नियुक्त प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे तत्काल प्रभाव से मंडल अध्यक्ष और मंडल कार्यकारिणी के साथ समन्वय स्थापित करें और संगठन हित में सभी कार्यों को संपादित करना सुनिश्चित करें। यह जानकारी पार्टी के जिला प्रवक्ता तपन मेघावत ने दी।
नगर विकास न्यास दौसा-बांदीकुई की शुक्रवार को कलेक्टर एवं न्यास अध्यक्ष देवेंद्र कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में बांदीकुई क्षेत्र में आवासीय योजना लाने और खेड़ली-सूरजपुरा आवासीय योजना में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के संबंध में चर्चा कर अधिकारियों को निर्देशित किया गया। न्यास अध्यक्ष देवेंद्र कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने जिले में सुनियोजित नगरीय विकास के लिए नगर विकास न्यास की स्थापना की है। न्यास ने इस संबंध में तेजी से कार्य करना शुरू कर दिया है। गत दिनों राज्य सरकार ने दौसा शहर के निकट राजस्व ग्राम खेड़ली सूरजपुरा में बहुउद्देशीय आवासीय योजना विकसित करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। अब यहां बिजली, पानी एवं सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का शीघ्र विकास करना है। उन्होंने अधिकारियों के साथ इस आवासीय योजना के ले आउट प्लान पर विस्तृत चर्चा की और प्लानिंग के साथ पेयजल, बिजली एवं सड़क बनाने के लिए आवश्यक कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बांदीकुई क्षेत्र में भी ऐसी ही एक आवासीय योजना की आवश्यकता पर बल देते हुए नगर विकास न्यास के सचिव मूलचंद लूनिया को प्लानिंग शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने योजना के लिए उचित स्थान का चयन करने के निर्देश दिए ताकि लोगों के लिए अधिकाधिक उपयोगी हो। बैठक में नगर विकास न्यास सचिव मूलचंद लूनिया ने न्यास की ओर से खेड़ली सूरजपुरा में बहुउद्देशीय आवासीय योजना विकसित करने के लिए की जा रही कार्यवाही तथा न्यास की अन्य गतिविधियों की जानकारी द। इस अवसर पर नगर परिषद आयुक्त कमलेश कुमार मीणा, पीएचईडी के एसई रमेश चंद मीणा, बिजली निगम एसई एमएल मीणा एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एमएल मीणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
धार मंडी में नई सोयाबीन की बंपर आवक:ट्रॉलियों की लंबी कतारें दिनभर लगी रहीं; 5,300 रुपए तक भाव मिला
धार कृषि उपज मंडी में नई सोयाबीन की आवक में लगातार वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को मंडी परिसर में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लंबी कतारें देखी गईं, जिससे पूरे दिन मंडी में गतिविधियां तेज रहीं। आज मंडी में सोयाबीन की कुल 9,121 बोरी की आवक दर्ज की गई। सोयाबीन का न्यूनतम भाव 1,000 रुपए और अधिकतम भाव 5,300 रुपए प्रति क्विंटल रहा। अन्य फसलों की बात करें तो, गेहूं की 1,560 बोरी की आवक हुई, जिसके भाव 1,560 रुपए से 2,200 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहे। डॉलर चने की 164 बोरी मंडी पहुंची, जिसका न्यूनतम भाव 3,900 रुपए और अधिकतम 8,600 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। मक्का की 1,999 बोरी की आवक हुई, जिसमें मक्का का भाव 1,250 रुपए से 1,660 रुपए प्रति क्विंटल के बीच रहा। मंडी सचिव ने बताया कि इन दिनों नई सोयाबीन की आवक में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसके कारण मंडी में किसानों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की संख्या बढ़ गई है। प्रशासन द्वारा इस बढ़ी हुई आवक को देखते हुए अतिरिक्त व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं।
महू के किशनगंज थाना क्षेत्र के मेडिकैप्स चौराहे पर शुक्रवार शाम करीब 6:30 बजे पांच वाहन आपस में टकरा गए। दुर्घटना के बाद चौराहे पर लंबा जाम लग गया और यातायात कई मिनटों तक प्रभावित रहा। किशनगंज पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मेडिकैप्स चौराहा अक्सर जाम की समस्या से जूझता है। शुक्रवार शाम तेज रफ्तार में एक के पीछे एक चल रहे वाहन अचानक चौराहे पर पहुंचे, इसी दौरान कुछ कारें और अन्य वाहन चौराहे को पार कर रहे थे, तभी सभी वाहन आपस में टकरा गए। प्रत्यक्षदर्शी संजू पाटीदार ने बताया कि टक्कर कई वाहनों के बीच हुई, लेकिन सौभाग्य से किसी को गंभीर चोट नहीं आई। मौके पर मौजूद लोगों ने भी राहत की सांस ली। पुलिस ने हटवाएं वाहन, जाम खुलवाया घटना की सूचना मिलते ही किशनगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को तुरंत सड़क से हटवाया और यातायात सुचारू कराया।
करौली के पांचना बांध में एक युवक डूब गया। सूचना मिलने पर सिविल डिफेंस टीम और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद युवक का शव पानी से बाहर निकाला गया। पुलिस फिलहाल मृतक की पहचान कराने का प्रयास कर रही है। जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, पुलिस और सिविल डिफेंस टीम मौके पर पहुंची। करीब एक घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शव को बाहर निकाला गया। शव को एंबुलेंस से जिला अस्पताल की मॉर्चरी में रखवाया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार युवक ने करौली-हिंडौन रोड स्थित पांचना पुल पर अपनी चप्पल उतारकर बांध में छलांग लगाई थी। घटना के समय आसपास मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस फिलहाल डिजिटल तरीकों सहित अन्य माध्यमों से मृतक की पहचान कराने का प्रयास कर रही है। पूरे मामले की जांच जारी है।

