संतकबीरनगर में कक्षा-8 के स्कूलों का समय बदला:शीतलहर को लेकर बच्चों को 10 बजे जाना होगा स्कूल
संतकबीर नगर में भीषण ठंड और घने कोहरे के कारण कक्षा आठवीं तक के सभी विद्यालयों के समय में बदलाव किया गया है। जिलाधिकारी आलोक कुमार ने आदेश जारी करते हुए बताया कि अब जिले के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी विद्यालय सुबह 10:00 बजे से खुलेंगे और पहले की तरह अपराह्न 3 बजे बंद होंगे। जनपद में लगातार घने कोहरे और गलन के कारण ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम में आए बदलाव के चलते अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से घटकर 13 डिग्री तक पहुंच गया है, वहीं न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इस भीषण ठंड से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। अत्यधिक ठंड और कोहरे को देखते हुए, जिलाधिकारी ने कक्षा 1 से 8वीं तक संचालित सभी विद्यालयों के समय में परिवर्तन के आदेश दिए हैं। इन आदेशों में बेसिक शिक्षा परिषद, माध्यमिक शिक्षा परिषद, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड से संचालित सभी विद्यालय शामिल हैं। ये विद्यालय अग्रिम आदेशों तक सुबह 10:00 बजे से संचालित होंगे। जिलाधिकारी ने इन आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। आदेश की प्रतिलिपि मुख्य विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जनपद के समस्त प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्य तथा जिला सूचना अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही एवं सूचना के लिए भेजी गई है। प्रशासन के इस निर्णय से बच्चों के स्वास्थ्य पर ठंड और कोहरे के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
बर्रा में घर में घुसकर 9 साल की बच्ची से छेड़खानी करने वाले पड़ोसी को एडीजे–3 रश्मि सिंह की कोर्ट ने 6 साल की सजा सुनाई। वर्ष 2020 में दोषी युवक ने उस वक्त घटना को अंजाम दिया था, जब बच्ची के माता–पिता काम पर गए थे। शोरगुल सुनकर पड़ोसियों ने युवक को पीटकर पुलिस के हवाले किया था। बर्रा–8 निवासी पीड़ित पिता ने बर्रा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि 27 सितंबर 2020 को वह रतनलाल नगर स्थित बंगले में ड्यूटी पर गया था। वहीं पत्नी घरों में साफ सफाई के काम से गई हुई थी। इस दौरान उनकी 9 साल की बेटी घर पर अकेली थी। तभी मोहल्ले मेंं रहने वाला हरनाम सिंह नशे में धुत होकर घर में घुस गया और उनकी बेटी के साथ छेड़खानी करने लगा। शोरगुल सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और आरोपी की पिटाई कर उसे बर्रा पुलिस को सौंप दिया था। मामला एडीजे–3 रश्मि सिंह की कोर्ट में ट्रायल पर था। अभियोजन की ओर से मामले में 6 गवाह कोर्ट में पेश हुए। सबूतों के आधार पर कोर्ट ने आरोपी हरनाम को दोषी करार देते हुए 6 साल कैद व 30 हजार जुर्माने की सजा सुनाई है।
देवास के गगन नगर इटावा में एक किराना दुकान में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। इस घटना में दुकान संचालक ने लाखों रुपए के सामान के नुकसान का अनुमान लगाया है। नगर निगम की फायर ब्रिगेड ने लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दुकान संचालक राहुल ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। उनके अनुसार, दुकान में रखा लगभग 8 से 10 लाख रुपए का किराना सामान पूरी तरह जलकर खाक हो गया। नुकसान का सही आकलन आग बुझने के बाद ही हो पाएगा। नगर निगम फायर डिपार्टमेंट के प्रतीक शर्मा ने जानकारी दी कि उन्हें इटावा क्षेत्र में किराना दुकान में आग लगने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं और लगभग 45 मिनट में आग पर नियंत्रण पा लिया गया। आग लगने की खबर फैलते ही घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
भोपाल के करीब 30 इलाकों में गुरुवार को 3 से 6 घंटे तक बिजली कटौती होगी। इन इलाकों में बिजली कंपनी मेंटेनेंस करेगी। इसके चलते सप्लाई पर असर पड़ेगा। जिन इलाकों में बिजली बंद रहेगी, उनमें जाटखेड़ी, बाग मुगालिया, कमला नगर, जनता क्वार्टर, बसंतकुंज, भारत नगर, न्यू कबाड़खाना, रंभानगर, निशातपुरा समेत कई बड़े इलाके भी शामिल हैं। ऐसे में बिजली संबंधित जरूरी काम पहले से निपटा लें। ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। इन इलाकों में पड़ेगा असर
बिना पंजीकरण वाले अस्पतालों, लैब पर कार्रवाई:कलेक्टर ने एक सप्ताह में सीज करने के दिए निर्देश
सिरोही में जिला कलेक्टर अल्पा चौधरी की अध्यक्षता में बुधवार को 'जिला रजिस्ट्रीकरण प्राधिकरण' और 'जिला मॉनिटरिंग कमेटी' की बैठक हुई। इसमें क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट और बायो मेडिकल वेस्ट रूल्स 2016 के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने बिना पंजीकरण वाले निजी अस्पतालों और लैब पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर चौधरी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) को निर्देश दिए कि जिन निजी अस्पतालों और लैब ने बार-बार नोटिस के बावजूद क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकरण नहीं कराया है, उन्हें एक सप्ताह का अंतिम नोटिस जारी किया जाए। इस अवधि में पंजीकरण न कराने वाले संस्थानों को सीज कर दिया जाएगा। साथ ही, अस्पतालों और लैब से निकलने वाले बायो मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार सीटीएफ कनेक्टिविटी के तहत निस्तारण अनिवार्य होगा। बैठक में नगर परिषद सिरोही के फायर ऑफिसर जालम सिंह ने फायर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) प्राप्त करने की प्रक्रिया समझाई। उन्होंने बताया कि संस्थानों को अपनी एसएसओ आईडी से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के साथ आधार कार्ड, भवन का स्वामित्व प्रमाण पत्र, बिल्ड अप एरिया दर्शाने वाला प्लान लेआउट, यूडी टैक्स रसीद और फायर उपकरण व नक्शे सहित फायर प्लान संलग्न करना होगा। नियमानुसार जांच के बाद शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लिए फायर एनओसी जारी की जाएगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता शंकर लाल ने बताया कि किसी भी अस्पताल या लैब के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का प्रमाण पत्र आवश्यक है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन के साथ बायोमेडिकल वेस्ट एग्रीमेंट संलग्न करना होगा। तीस बेड से अधिक क्षमता वाले अस्पतालों के लिए एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) लगाना भी अनिवार्य है। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत पंजीकरण के लिए बायो मेडिकल वेस्ट एग्रीमेंट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का प्रमाण पत्र, फायर एनओसी और स्टाफ के आवश्यक दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है। उन्होंने दोहराया कि एक सप्ताह के नोटिस के बाद भी पंजीकरण न कराने पर सीज की कार्रवाई की जाएगी।
हापुड़ में दो बदमाशों पर 20-20 हजार का इनाम घोषित:हत्या और लूट के मामलों में फरार चल रहे थे आरोपी
हापुड़ पुलिस ने जिले में अपराध नियंत्रण और फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इसी कड़ी में पुलिस अधीक्षक केजी सिंह ने दो शातिर बदमाशों पर 20-20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। ये दोनों आरोपी अलग-अलग गंभीर आपराधिक मामलों में लंबे समय से फरार चल रहे थे। SP के मुताबिक, गढ़ थाना क्षेत्र में हुई हत्या की एक घटना में वांछित बदमाश राहुल निवासी भड़ौली, थाना किठौर (मेरठ) पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। राहुल हत्या की इस वारदात के बाद से ही फरार है और लगातार अपने ठिकाने बदल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं, जो संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। एक अन्य मामले में, लूट की घटना को अंजाम देने के बाद फरार चल रहे बदमाश आयुष निवासी बरेली पर भी पुलिस अधीक्षक ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। पुलिस ने बताया कि आयुष लूट की वारदात के बाद से लगातार फरार है। उसकी तलाश में पुलिस जिले के साथ-साथ अन्य जनपदों में भी छानबीन कर रही है। एसपी केजी सिंह ने जानकारी दी कि जिले में अपराधियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं और जल्द ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कानून के हवाले किया जाएगा। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि इन दोनों वांछित बदमाशों के संबंध में कोई सूचना मिलती है, तो वे नजदीकी थाना या पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित करें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। पुलिस प्रशासन ने दोहराया है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
रतलाम में एक व्यापारी 64 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। यह पैसे उसने दूसरे व्यापारियों से ब्याज पर चलाकर मुनाफा देने का झांसा देकर लिए थे। अब वह परिवार समेत फरार हो गया, व्यापारी के घर पर ताला लगा है। पुलिस ने फरार हुंडी व्यापारी (ब्याज पर पैसे चलाने वाले) के खिलाफ अमानत में खयानत (पैसों में धोखाधड़ी) का केस दर्ज किया है। रतलाम के तेजानगर में रहने वाले रुपेश चरपोट (48) पिता धनपाल चपरोट मकान की ठेकेदारी का कार्य करते हैं। माणकचौक थाने पर इन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया कि विजय कुमार पिता मदनलाल लोढा निवासी शुभम रेसीडेंसी रतलाम को करीब 10 साल से जानता हूं। विजय कुमार हुंडी की दलाली का काम करता था। बैंक खाते में भेजे थे आठ लाखजान पहचान के कारण मैं विजय की बात में आकर ब्याज से चलाने के लिए मैनें आठ लाख रुपए 3 मार्च 25 को मेरे एयू स्माल बैंक नजर बाग बैंक कालोनी रतलाम के खाते से आरटीजीएस के माध्यम से विजय कुमार लोढा के एचडीएफसी बैंक खाता में ट्रांसफर किए थे। इसके बाद 30 जून 25 को पत्नी के मोनिका के बैंक खाते से चैक के माध्यम से साढे सात पैसे हुंडी की दलाली से मार्केट में साहूकारी ब्याज एक प्रतिशत पर चलाने के लिए दिए थे। इस प्रकार कुल 11 लाख रुपए विजय कुमार को हुंडी की दलाली के लिए दिए। 1 दिसंबर को लौटाने का कहा था एफआईआर में बताया कि फरियादी को हुंडी व्यापारी विजय लोढ़ा ने 1 दिसंबर 25 को रुपए साहूकारी ब्याज से वापस देने की बात कही थी। लेकिन विजय घर से परिवार के साथ कहीं भाग गया। आज तक तलाश करने पर भी उसके घर से विजय कुमार व उसके परिवार के लोगों का कोई अता पता नहीं है। साहूकारी ब्याज पर एक प्रतिशत ब्याज के नाम पर लिए रुपए विजय कुमार लोढ़ा द्वारा हुंडी की दलाली साहूकारी ब्याज एक प्रतिशत के नाम पर कुल 64 लाख रुपए लेकर भागा है। मुख्य फरियादी रुपेश चरपोट के अलावा शरद मेहता, ललित कुमार कटारिया, किर्ती कुमार सोनी ने भी थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई है। इन सभी ने अलग अलग माध्यम से विजय कुमार लोढा को साढ़े सात पैसे हुंडी की दलाली में एक प्रतिशत साहूकारी ब्याज पर रुपए मार्केट में चलाने के लिए दिए हैं। अन्य व्यापारियों के रुपए लेकर फरार आरोपी हुंडी दलाल विजय लोढ़ा मार्केट से भी कई व्यापारियों का रुपया लेकर फरार हुआ है। फरियादी के साथ कुछ अन्य व्यापारियों ने भी थाने पहुंच कर शिकायत की है। जिसका नंबर एक में रुपया था वह पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। सूत्रों की माने तो जिन व्यापारियों ने शिकायत की है उनके अलावा भी कई ऐसे बड़े नामचीन लोग शहर के हैं जिनसे भी रुपए लिए हैं। करीब 10 से 12 करोड़ रुपए लेकर हुंडी व्यापारी फरार हुआ है। हालांकि अन्य व्यापारी अभी सामने नहीं आए हैं। इन व्यापारियों ने दिए रुपए घर पर ताला लगा- टीआई माणकचौक थाना प्रभारी पातीराम डावरे ने बताया कि आरोपी हुंडी व्यापारी विजय लोढ़ा के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है। घर पर ताला है। तलाश की जा रही है। अभी तक जो व्यापारी शिकायत लेकर आए है। उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है।
कासगंज जनपद में पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत बुधवार को यातायात पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और भैंसा बुग्गियों पर रेट्रो रिफ्लेक्टर टेप लगाए। साथ ही, यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले 95 वाहन चालकों के चालान भी काटे गए और एक वाहन जब्त किया गया। यह अभियान कासगंज जिले की मोहनपुरा मटर मंडी और अन्य प्रमुख स्थानों पर चलाया गया। पुलिस ने वाहन चालकों को कोहरे के दौरान वाहन न चलाने के लिए जागरूक किया, ताकि दृश्यता कम होने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। सर्दी के मौसम में पड़ने वाले घने कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता काफी कम हो जाती है। ऐसे में वाहन चालकों को सामने से आ रहे या धीमी गति से चल रहे वाहनों का अनुमान लगाना मुश्किल होता है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और वाहन चालकों को सुरक्षित ड्राइविंग के प्रति संवेदनशील बनाना है। अभियान के दौरान, पुलिसकर्मियों ने वाहन चालकों को यातायात नियमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्हें सुरक्षित ड्राइविंग के महत्व और कोहरे में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया, ताकि वे अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।
मुरादाबाद। प्रदेश में आशा एवं आशा संगिनी कर्मियों ने अपनी वर्षों से लंबित प्रोत्साहन राशियों के भुगतान और अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मियों ने सरकार से तत्काल संज्ञान लेने, वार्ता आयोजित कर समस्याओं का समाधान करने और हड़ताल समाप्त कराने की अपील की है। आशा और आशा संगिनी कर्मियों का कहना है कि वे प्रदेश में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार नियोजन, जननी सुरक्षा योजना और आयुष्मान भारत जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने में अहम भूमिका निभा रही हैं। इसके बावजूद उन्हें अपने पारिश्रमिक के लिए वर्षों से संघर्ष करना पड़ रहा है। कर्मियों के अनुसार, वर्ष 2019 से अब तक कई योजनाओं की प्रोत्साहन राशियां लंबित हैं, जिन्हें लेकर वे लगातार लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठा रही हैं, लेकिन उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया। कर्मियों ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी बनाने में आशा और संगिनी कर्मियों ने बड़े पैमाने पर कार्य किया। हालांकि, इस कार्य के बदले देय लगभग 225 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान अब तक नहीं किया गया है। इस संबंध में 6 अक्टूबर 2025 को एक ज्ञापन सौंपा गया था, जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री को भी मांग पत्र दिया गया। इसके बावजूद न तो संपूर्ण भुगतान किया गया और न ही सरकार ने त्रिपक्षीय वार्ता के लिए कोई पहल की। आशा कर्मियों का कहना है कि मिशन निदेशालय की मनमानी और सरकार की अनदेखी के कारण उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। उनका यह भी कहना है कि अत्यधिक कार्यभार, कम पारिश्रमिक और असुरक्षित कार्य परिस्थितियों के चलते बड़ी संख्या में आशा कर्मी मानसिक तनाव और अवसाद का सामना कर रही हैं। हड़ताली कर्मियों की प्रमुख मांगों में आशा और आशा संगिनी को मानद स्वयंसेवक के बजाय सरकारी कर्मचारी का दर्जा देना और न्यूनतम वेतन लागू करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, वे ईपीएफ, ईएसआई, ग्रेच्युटी, स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा जैसी सामाजिक सुरक्षा सुविधाओं की भी मांग कर रही हैं।
कोटा विकास प्राधिकरण (KDA) ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत आज तीन अलग अलग जगहों पर अतिक्रमण हटाया। मुकंदरा विस्तार योजना में अवैध रूप से काटी गई प्लांनिग को ध्वस्त किया। जबकि मेडिकल कॉलेज के सामने व दौलतगंज में हो रहे अतिक्रमण को तोड़ा। कार्रवाई साढ़े 5 घंटे चली। KDA तहसीलदार ललित नागर ने बताया कि मुकंदरा विस्तार में 5 बीघा निजी जमीन पर अवैध रूप से प्लानिंग काटी हुई थी। यहां प्लॉट में लोगों ने बाउंड्री कर रखी थी। सड़क बनी हुई थी। KDA की टीम ने अनअप्रूव्ड प्लांनिग पर हो रहे अतिक्रमण को तोड़ा है। यहां KDA का बोर्ड लगाया है। बिना अप्रूव के कोई प्लॉट नहीं खरीदे। दूसरी कार्रवाई मेडिकल कॉलेज के सामने की गई है। मेडिकल कॉलेज की बाउंड्री व सामने अवैध रूप से ठेले ,स्टॉल लगी हुई थी। ओर टापरिया बनी हुई थी। जिन्हें हटाया गया। तीसरी कार्रवाई दौलतगंज में की। यहां राजपूत समाज की जमीन के सामने रोड़ पर ही रेत, ईंट,पत्थर रखकर अतिक्रमण किया हुआ था। जिसे जेसीबी की मदद से हटाया। कार्रवाई दोपहर 12 बजे से शाम साढ़े 5 बजे तक चली। 2 जेसीबी व डंपर की मदद से अतिक्रमणों को तोड़ा। इस दौरान KDA के क़ानूगी, पटवारी व जाप्ता मौजूद रहा।
नरसिंहपुर के साईंखेड़ा क्षेत्र में गोवंश से जुड़ी एक घटना को लेकर आक्रोश है। इस मामले में गाडरवारा गोसेवा मंडल ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। मंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर जल्द कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। सड़क पर बछड़े का मिला था कटा सिर यह घटना दो दिन पहले साईंखेड़ा में सामने आई थी, जब सड़क पर एक बछड़े का कटा हुआ सिर मिला। इस घटना से स्थानीय नागरिकों में नाराजगी है। बुधवार को गाडरवारा गौसेवा मंडल के सदस्यों ने इसी घटना के विरोध में अनुविभागीय अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आरोपियों के खिलाफ जल्द और सख्त कार्रवाई की मांग की गई है। इसके अलावा, सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले गोवंश की सुरक्षा और संरक्षण के लिए ठोस व्यवस्था करने की मांग भी उठाई गई। अधिकारियों ने कार्रवाई का दिया आश्वासन ज्ञापन तहसीलदार प्रियंका नेताम और थाना प्रभारी विक्रम रजक ने हासिल किया। अधिकारियों ने गोसेवा मंडल के प्रतिनिधियों को जल्द जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस अवसर पर गौसेवा मंडल के सोनू पटैल ने कहा कि यदि इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं हुई और पूर्व में गोवंश पर हुई घटनाओं पर रोक नहीं लगी, तो संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान दिनेश गुर्जर, सोनू पटैल, कपिल रजक, महेंद्र भार्गव, मुकेश बसेडिया, शिवम रूसिया, कुलदीप तिवारी, पलाश सूर्यवंशी, अन्नू कश्यप, महेश छीपा, सचिन सोनी, राकेश कुशवाहा, राजदीप दुबे, हर्षित रूसिया, सुमित सोनी, कार्तिक खटीक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। सभी ने दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की।
दिव्यांग शिक्षक की हार्ट अटैक से मौत:दतिया में स्कूल से घर जा रहे थे; रास्ते में खाने के लिए रूके थे
दतिया में सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत उनाव रोड स्थित स्टेडियम ग्राउंड के मुख्य गेट के पास बुधवार शाम करीब 5 बजे राजपुर गांव में पदस्थ एक दिव्यांग शिक्षक की अचानक हार्ट अटैक से मौके पर ही मौत हो गई। मृतक शिक्षक की पहचान अशोक कुमार सविता निवासी छोटा बाजार, आसो माई की गली के रूप में हुई है। वे बुधवार को स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रहे थे। रास्ते में स्टेडियम ग्राउंड के पास रुककर कुछ खाने लगे, इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें हार्ट अटैक आ गया। आसपास मौजूद लोगों ने उन्हें संभालने का प्रयास किया, लेकिन तब तक उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर शिनाख्त के प्रयास शुरू किए। बाद में परिजनों को सूचना दी गई। पुलिस ने आवश्यक पंचनामा कार्रवाई कर आगे की वैधानिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। शिक्षक के असमय निधन से परिजनों के साथ-साथ शिक्षा जगत में भी शोक की लहर है।
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ज्ञापन भेजा है। इसमें कुछ किसान संगठनों में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की सक्रियता पर चिंता व्यक्त करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। यह ज्ञापन अपर जिलाधिकारी प्रयागराज के माध्यम से प्रेषित किया गया। संगठन के जिलाध्यक्ष शनि शुक्ला के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में ऐसे संगठनों और उनके पदाधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की गई है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है। इसके बावजूद, कुछ कथित किसान संगठनों में आपराधिक इतिहास वाले लोग पदों पर काबिज हो गए हैं। ये लोग किसान हितों की आड़ में अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, जिससे समाज में अराजकता फैल रही है। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने आरोप लगाया कि ये तत्व व्यापारियों से अवैध धन उगाही, गरीबों की भूमि पर कब्जा, टोल प्लाजा पर अव्यवस्था फैलाने और थानों पर अनावश्यक धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन पर दबाव बनाने जैसी गतिविधियों में संलिप्त हैं। इन कृत्यों से न केवल कानून-व्यवस्था प्रभावित हो रही है, बल्कि वास्तविक किसानों की छवि भी धूमिल हो रही है। संगठन का यह भी कहना है कि कुछ तथाकथित नेता युवाओं को भ्रमित कर उन्हें गलत दिशा में ले जा रहे हैं, जिससे सामाजिक अनुशासन को क्षति पहुंच रही है। ज्ञापन के माध्यम से भाकियू (अराजनैतिक) ने मांग की है कि ऐसे किसान संगठनों और उनके पदाधिकारियों की गहन जांच कराई जाए। आपराधिक इतिहास वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाए। संगठन ने यह भी कहा कि किसान संगठनों की आड़ में चल रही अवैध गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया जाए, ताकि किसान आंदोलनों की गरिमा बनी रहे। संगठन ने विश्वास व्यक्त किया है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस गंभीर विषय पर शीघ्र और न्यायोचित निर्णय लिया जाएगा। इससे प्रदेश में शांति, कानून-व्यवस्था और विकास का माहौल और मजबूत हो सकेगा।
हजारीबाग पुलिस ने संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने पांडेय गिरोह के सात सक्रिय अपराधियों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिससे एक संभावित बड़ी आपराधिक वारदात को टाल दिया गया। विष्णुगढ़ एसडीपीओ बैजनाथ प्रसाद ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि चरही थाना क्षेत्र के इंदरा जंगल में कुछ अपराधी हथियारों और गोलियों के साथ एक बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने बताए गए स्थान पर छापेमारी की और मौके से सात अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान आलोक राज, सूरज सिंह, लक्ष्मण पासवान, सौरभ कुमार, राहुल कुमार, विजय कुमार और पप्पू पांडे के रूप में हुई है। एक देसी कट्टा और एक देसी पिस्टल बरामद तलाशी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस और सात मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार किया कि वे कुख्यात पांडेय गिरोह के लिए काम करते हैं। उन्होंने यह भी कबूल किया कि वे विभिन्न थाना क्षेत्रों में रंगदारी मांगने, लोगों को धमकाने और भय का माहौल बनाने जैसी कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार सभी अपराधी गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं और इनके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
उज्जैन के नानाखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित इंदौर रोड की अमरनाथ एवेन्यू कॉलोनी में सूने मकान को निशाना बनाकर चोरों ने बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोर घर से करीब 15 लाख रुपए से अधिक के आभूषण और नकदी लेकर फरार हो गए। चोरी की यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है, जिसमें दो बदमाश वारदात करते नजर आ रहे हैं। एडिशनल एसपी गुरु प्रसाद पराशर ने बताया कि सरकारी ठेकेदार पुरुषोत्तम गोयल का एक मकान अमरनाथ एवेन्यू और दूसरा बसंत विहार में है। बीती रात गोयल परिवार बसंत विहार वाले घर में था। सुबह तड़के जब परिवार अमरनाथ एवेन्यू स्थित मकान पहुंचा, तो मुख्य गेट खुला मिला। अंदर जांच करने पर आभूषण और नकदी भी गायब थी। पुलिस के अनुसार चोरी की घटना रात करीब दो बजे की है। प्रारंभिक जांच में करीब 15 लाख रुपए की चोरी सामने आई है, हालांकि चोरी गए सामान का सटीक आकलन अभी किया जा रहा है। सीसीटीवी फुटेज में दो बदमाश मुंह पर मास्क लगाए हुए दिखाई दे रहे हैं। एक आरोपी काली और दूसरा नीली जैकेट पहने हुए है। फुटेज में दोनों आरोपी मुख्य गेट का ताला तोड़कर घर में प्रवेश करते नजर आ रहे हैं। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की जांच जारी है।
सोनभद्र जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने राबर्ट्सगंज ब्लॉक के तेन्दू प्राथमिक विद्यालय स्थित बूथ का निरीक्षण किया। उन्होंने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एस.आई.आर.) प्रक्रिया का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने बी.एल.ओ. से विशेष पुनरीक्षण में गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने इस कार्य में तेजी लाने पर जोर दिया। सिंह ने निर्देश दिए कि गणना प्रपत्रों के एकत्रीकरण और उनके डिजिटाइजेशन के कार्यों को निर्धारित समय-सारिणी के भीतर शत-प्रतिशत पूरा किया जाए। उन्होंने समस्त ग्राम स्तरीय कार्मिकों, जैसे सफाई कर्मचारी, रोजगार सेवक, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, अमीन, लेखपाल और सहायक अध्यापक को बूथवार फार्म एकत्रित करने और डिजिटाइजेशन का कार्य पूर्ण कराने के लिए निर्देशित किया। जिलाधिकारी ने तेन्दू प्राथमिक विद्यालय के मतदाताओं के नाम फीडिंग, गणना प्रपत्रों के वितरण और एकत्रित करने संबंधी कार्यों की भी जानकारी ली। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2003 की मतदाता सूची से वर्ष 2025 की मतदाता सूची की 100 प्रतिशत मैपिंग पूरी करने के निर्देश दिए, ताकि डिजिटाइजेशन का कार्य त्रुटिरहित हो सके। इस अवसर पर डी.सी. जी राम, रवीन्द्र वीर सिंह, सहायक निर्वाचन अधिकारी जगरूप सिंह पटेल सहित विद्यालय के अध्यापक और शिक्षा मित्र उपस्थित रहे।
बस्ती में काकोरी ट्रेन एक्शन के महान क्रांतिकारियों की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से महुआ डाबर संग्रहालय द्वारा 'शहादत से शहादत तक' तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ गोरखपुर स्थित रामप्रसाद बिस्मिल स्मारक स्थल से हुआ। यह कार्यक्रम राजेंद्रनाथ लाहिड़ी के बलिदान दिवस से ठाकुर रोशन सिंह के बलिदान दिवस तक आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन जेलर अरुण कुमार कुशवाहा ने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद काकोरी ट्रेन एक्शन से जुड़े दुर्लभ ऐतिहासिक दस्तावेजों की प्रदर्शनी का अवलोकन कराया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए अरुण कुमार कुशवाहा ने कहा कि क्रांतिकारियों का बलिदान केवल इतिहास का अध्याय नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की प्रेरक शक्ति है, जिसे नई पीढ़ी तक पहुंचाना हम सभी का दायित्व है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय, नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य व पार्षद विजेंद्र अग्रही मंगल सहित अनेक गणमान्य नागरिक, शोधार्थी और विद्यार्थी उपस्थित रहे। चर्चा सत्र में वक्ताओं ने काकोरी क्रांति के ऐतिहासिक महत्व और उसके प्रभाव पर विस्तार से विचार रखे। महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक एवं भारतीय क्रांतिकारी आंदोलन के विद्वान डॉ. शाह आलम राणा ने रामप्रसाद बिस्मिल के जीवन, वंशावली और क्रांतिकारी योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बिस्मिल केवल एक योद्धा नहीं, बल्कि लेखक, कवि और रणनीतिकार भी थे, जिनकी विचारधारा आज भी प्रासंगिक है। संयोजक अविनाश कुमार गुप्ता ने बताया कि आयोजन के दूसरे और तीसरे दिन 18 व 19 दिसंबर को प्रयागराज में ठाकुर रोशन सिंह और चंद्रशेखर आज़ाद की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने कहा कि काकोरी क्रांति का वास्तविक इतिहास जानना नई पीढ़ी का अधिकार है, ताकि वे समझ सकें कि आज़ादी कितने अनमोल बलिदानों से प्राप्त हुई है।
आगर बस स्टैंड पर नशे में गिरा बाइक सवार:सिर में आई चोट; राहगीरों ने 108 एंबुलेंस से पहुंचाया अस्पताल
आगर बस स्टैंड पर बुधवार को शराब के नशे में बाइक चला रहे एक युवक का संतुलन बिगड़ गया, जिससे वह सड़क पर गिरकर घायल हो गया। घटना के बाद कुछ देर के लिए मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। नशे की हालत में चला रहा था बाइक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि युवक बसंतीलाल शराब के नशे में था और बस स्टैंड क्षेत्र में बाइक चलाते समय अचानक संतुलन खो बैठा। सड़क पर गिरने से उसे चोट आईं। आसपास मौजूद दुकानदारों और राहगीरों ने तुरंत उसकी मदद की। 108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया घटना की सूचना मिलते ही 108 एंबुलेंस को बुलाया गया। एंबुलेंस के माध्यम से घायल युवक को आगर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार किया जा रहा है। घायल युवक की पहचान बसंतीलाल, निवासी महिदपुर के रूप में हुई है। पुलिस मामले की जानकारी जुटा रही है।
जालौन जिला कारागार में प्रशासनिक और न्यायिक व्यवस्था की वास्तविक स्थिति परखने के उद्देश्य से जनपद न्यायाधीश विरजेन्द्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय एवं पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कारागार की सुरक्षा व्यवस्था, बंदियों के स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं मूलभूत सुविधाओं की स्थिति को गंभीरता से परखा गया। निरीक्षण के दौरान न्यायाधीश सहित अधिकारियों ने कारागार के विभिन्न बैरकों का भ्रमण किया और वहां निरुद्ध बंदियों से संवाद कर उनकी समस्याएं भी जानीं। अधिकारियों ने कारागार अस्पताल, ओपीडी कक्ष, रसोईघर, भोजन भंडारण स्थल एवं अन्य आवश्यक अनुभागों का विस्तार से अवलोकन किया। बंदियों को उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सीय सेवाओं, दवाओं की उपलब्धता, नियमित स्वास्थ्य परीक्षण की स्थिति तथा आपातकालीन उपचार की व्यवस्था की जांच की गई। अधिकारियों ने रसोईघर में भोजन की गुणवत्ता, साफ-सफाई, खाद्य सामग्री के भंडारण एवं वितरण प्रणाली को भी परखा। इस दौरान भोजन की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप रखने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। कारागार परिसर की साफ-सफाई को लेकर अधिकारियों ने संतोष जताते हुए इसे और बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि कारागार में निरुद्ध बंदियों को शासन द्वारा निर्धारित सभी मूलभूत सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने, नियमित चिकित्सकीय जांच सुनिश्चित करने तथा स्वच्छता व्यवस्था को निरंतर बनाए रखने पर जोर दिया। पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सतर्कता बढ़ाने, निगरानी व्यवस्था मजबूत करने और किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए। जनपद न्यायाधीश विरजेन्द्र कुमार सिंह ने बंदियों के मानवाधिकारों के संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि कारागार में नियमों और मानकों का कड़ाई से पालन किया जाए। साथ ही उन्होंने नियमित निरीक्षण और व्यवस्थाओं की समय-समय पर समीक्षा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अभिषेक खरे, अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पारुल पँवार, जेल निरीक्षक नीरज देव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र भिटौरिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
मुरली बाबू की 131वीं जयंती मनाई गई:न्यायमूर्ति बोले- शिक्षा समाज निर्माण का सशक्त माध्यम बनाया
बलिया के शिक्षा जगत के पुरोधा और समाजसेवी मालवीय मुरली बाबू की 131वीं जयंती बुधवार को मनाई गई। यह जयंती श्री मुरली मनोहर टाउन इंटर कॉलेज परिसर में उनकी प्रतिमा स्थल पर गरिमामय वातावरण में आयोजित की गई। इस अवसर पर मुरली बाबू द्वारा स्थापित विभिन्न शिक्षण संस्थानों, जिनमें श्री मुरली मनोहर टाउन इंटर कॉलेज, श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गुलाब देवी बालिका इंटर कॉलेज, गुलाब देवी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय और टाउन पॉलिटेक्निक शामिल हैं, के प्रबंध समिति पदाधिकारी, प्राचार्य, प्रधानाचार्य, शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी और छात्र-छात्राओं ने उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति शंभूनाथ श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि मालवीय मुरली बाबू ने शिक्षा को सेवा और समाज निर्माण का एक सशक्त माध्यम बनाया। उन्होंने जोर दिया कि उनके द्वारा स्थापित शिक्षण संस्थान आज भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और संस्कारों के केंद्र बने हुए हैं। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव ने शिक्षकों से शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान देने की अपील की। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ हुआ। टाउन एजुकेशनल सोसाइटी के सचिव राकेश कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इसके बाद मुरली बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। समारोह में पांचों शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य एवं प्रधानाचार्यों ने अपनी संस्थाओं की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इस अवसर पर मेधावी एवं स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं के साथ-साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। टाउन एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा अवकाश प्राप्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों को भी अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। टाउन एजुकेशनल सोसाइटी के अध्यक्ष दीपक वर्मा ने अध्यक्षीय संबोधन दिया, जबकि गुलाब देवी इंटर कॉलेज के प्रबंधक नलिनेश श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. डॉ. अशोक सिंह ने किया। सम्मानित मेधावी छात्र-छात्राओं में हाईस्कूल से बाबर खान (86%), इंटरमीडिएट विज्ञान से आदित्य कुमार (80%), इंटरमीडिएट कला से राजश्री रंजन (75%), वाणिज्य वर्ग से कु. सृष्टि पाण्डेय (72%) और कृषि वर्ग से उज्ज्वल वर्मा (83%) शामिल थे। स्नातक/स्नातकोत्तर स्वर्ण पदक विजेताओं में बी.एससी से सलोनी गुप्ता, बी.एससी (कृषि) से शाक्या चौबे, बी.कॉम से आँचल सिंह, एम.ए (संस्कृत) से आरती साहनी, एम.कॉम से दीपशिखा और एम.एससी से निकिता राय को सम्मानित किया गया। अवकाश प्राप्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों में प्रो. रविन्द्र नाथ मिश्र (प्राचार्य), प्रो. भागवत प्रसाद, लीलावती मिश्र, दशमी राम, डॉ. अखिलेश कुमार सिन्हा (प्रधानाचार्य), रवि प्रकाश, संजीव कुमार और दिग्विजय नारायण सिंह (प्रधानाचार्य) शामिल थे।
बूंदी पुलिस ने वन विभाग के कर्मचारियों से मारपीट और राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में फरार आरोपी महावीर को गिरफ्तार किया है। देई थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की। इस प्रकरण में महावीर की गिरफ्तारी से पहले चार अन्य आरोपियों को भी पकड़ा जा चुका है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई एक बोलेरो गाड़ी को भी जब्त किया है। इससे पहले, अवैध खनन में प्रयुक्त दो जेसीबी मशीनें भी जब्त की गई थीं। जिला पुलिस अधीक्षक बूंदी, राजेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि यह घटना 13 दिसंबर, 2025 को रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में हुई थी। वनरक्षक दिलीप सिंह नरूका (40, निवासी गुदलिया, टोंक) ने देई थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, उप वन संरक्षक एवं उप निदेशक कोर आरवीटीआर बूंदी के निर्देश पर और सूचना मिलने के बाद, वनरक्षक दिलीप सिंह नरूका अपनी टीम के साथ जैतपुर पहाड़ी पर पहुंचे थे। उनकी टीम में वनरक्षक रघुवीर सिंह राजावत, कैलाश गुर्जर और होमगार्ड बुद्धिप्रकाश शामिल थे। मौके पर पहुंचने पर टीम ने भारी मात्रा में अवैध खनन होते देखा। वहां दो जेसीबी मशीनें और छह ट्रैक्टर-ट्रॉली पत्थर व झिकरा खोदकर ले जा रहे थे। वन विभाग की टीम ने उन्हें रोका और पूछताछ की। आरोपियों ने बिना किसी स्वीकृति के खनन करना स्वीकार किया, लेकिन दस्तावेज या अपनी पहचान बताने से इनकार कर दिया। इसके बाद उन्होंने टीम के साथ गाली-गलौज और हाथापाई शुरू कर दी। कुछ देर बाद, चार बाइक और एक काले रंग की बोलेरो गाड़ी मौके पर पहुंची। इन वाहनों से लगभग 8-10 लोग हथियार, जिनमें गंडासी भी शामिल थी, लेकर आए थे।
हाईवे पर गांजा बेंचते पकड़ाया युवक:बैतूल में बिना डरे 1 किलो गांजा रखे था; 25 हजार का माल भी जब्त
बैतूल में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने ग्राम साकादेही के पास फोरलेन हाईवे स्थित यात्री प्रतीक्षालय से एक व्यक्ति को अवैध गांजा बेचते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 1.308 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 25,000 रुपए है। कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी। इसमें बताया गया था कि साकादेही हाईवे पर एक व्यक्ति गांजा लेकर ग्राहकों का इंतजार कर रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी। वहां बैठे संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया, जिसने पूछताछ में अपना नाम भीम यादव (40), पिता भजनलाल यादव, निवासी बडगी बुर्जुर्ग बताया। पुलिस ने जब उसके पास रखे प्लास्टिक बैग की तलाशी ली तो उसमें से 1.308 किलोग्राम गांजा मिला। आरोपी भीम यादव को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 1123/2025, धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। युवक को आज कोर्ट पेश किया गया।जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी और एसडीओपी सुनील लाटा के मार्गदर्शन में की गई। पुलिस टीम में निरीक्षक नीरज पाल, उपनिरीक्षक बसंत अहके, उत्तम मस्तकार, सउनि अरुण यादव सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस का कहना है कि जिले में नशे के कारोबारियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में चार दिवसीय 151 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ बुधवार को भव्य मंगल कलश यात्रा के साथ हुआ। गायत्री परिवार के तत्वावधान में निकली इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए, जिससे पूरे तीर्थ क्षेत्र में भक्ति और उत्साह का माहौल बन गया। लगभग 6 किलोमीटर लंबी इस कलश यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी, जिससे शहर की सड़कों पर जनसैलाब दिखाई दिया। यात्रा का शुभारंभ सुबह गायत्री शक्तिपीठ एवं यज्ञ स्थल से गाजे-बाजे के साथ हुआ। पीले वस्त्र धारण किए महिलाओं ने सिर पर मंगल कलश लिए मंगल गीत गाए, जबकि पुरुष श्रद्धालु जयघोष करते हुए आगे बढ़ रहे थे। साधु-संतों के अखाड़ों के निशान, हाथी-घोड़े, विभिन्न धार्मिक झांकियां और घोष वादन इस यात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे। भक्ति गीतों की गूंज से वातावरण आध्यात्मिक हो गया। यह कलश यात्रा सियाराम कुटीर, रघुवीर मंदिर और जानकी कुंड से होते हुए कामदगिरि के प्राचीन मुखारविंद से गुजरी और अंततः यज्ञ स्थल पहुंची। मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा, जलपान और आरती कर यात्रा का स्वागत किया। यज्ञशाला पहुंचने पर शांतिकुंज टोली ने मंगल गीतों से यात्रा का अभिनंदन किया और धर्मध्वजा फहराई गई। आयोजन समिति के अनुसार, इस महायज्ञ में समाज कल्याण और विश्व शांति की कामना के साथ 151 कुंडों में आहुतियां दी जाएंगी। इसके अतिरिक्त, 24 हजार वेदियों पर दीप प्रज्वलन भी होगा। संयोजक डॉ. रामनारायण त्रिपाठी ने बताया कि यज्ञ का उद्देश्य सनातन संस्कृति, नारी शक्ति संवर्धन, समरसता और पर्यावरण परिष्कार का संदेश जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि चित्रकूट में किया गया जप-तप अन्य स्थानों की तुलना में कई गुना अधिक फलदायी माना जाता है। इस चार दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में यज्ञ, संस्कार और प्रवचनों का क्रम जारी रहेगा। देश-प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए गायत्री परिवार के सदस्यों और स्थानीय श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया है।
राज्य महिला आयोग की सदस्या मीनाक्षी भराला और मनीषा अहलावत ने 17 दिसंबर को मेरठ के सर्किट हाउस में महिलाओं से संबंधित मामलों पर जनसुनवाई की। इस दौरान पुलिस से जुड़े कुल 12 प्रकरण-प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनके तत्काल निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उन्होंने महिला थाने का भी निरीक्षण किया। इस दौरान शौचालय में गंदगी देखकर कर्मचारियों को फटकार भी लगाई। सदस्याओं ने बताया कि सरकार द्वारा पीड़ित महिलाओं के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे महिलाओं को सरकारी कार्यक्रमों और योजनाओं से जोड़कर लाभ सुनिश्चित करें। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए, ताकि उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर उन्हें सशक्त बनाया जा सके। जनसुनवाई के बाद, सदस्या मीनाक्षी भराला ने महिला थाने का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के लोगों तक न पहुंचने पर चिंता व्यक्त की और पिछले एक महीने में दर्ज व निस्तारित हुए मामलों का पूरा डेटा मांगा। मीनाक्षी भराला ने बताया कि जनसुनवाई में 13 लंबित प्रकरणों में से 11 लोग उपस्थित हुए, और अधिकतर समस्याओं का निवारण कर दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि पॉक्सो एक्ट कमेटी और स्वास्थ्य विभाग के बीच जानकारी के सही संचार न होने के कारण कई ऐसी लड़कियां हैं जिनकी शादी हो चुकी है, लेकिन उन्हें अभी तक रानी लक्ष्मीबाई कोष से सहयोग राशि प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने उदाहरण दिया कि बागपत में ऐसे 20 मामले थे जहां अपराधियों को सजा मिली, पर पीड़ितों को सहयोग राशि नहीं मिली। मेरठ में ऐसी स्थिति न हो, इसके लिए उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सदस्या भराला ने कहा कि अन्य जिलों की तुलना में मेरठ की व्यवस्था में कमी है। उन्होंने यह भी बताया कि महिला आयोग की टीम उन्हें पहली बार जनसुनवाई में मिली, वह भी तब जब जनसुनवाई समाप्त हो चुकी थी। कहा मेरठ बड़ा जिला है जबकि बागपत और नोएडा छोटे जिले हैं। मेरठ की अपेक्षा दोनों जिलों की पुलिस व्यवस्था बेहतर हैं।
हरियाणा में कल यानी 18 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने सरकार को घेरने की फुल तैयारी कर ली है। सरकार हर मोर्चे से विफल साबित हो रही है। इसलिए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। जनता का इस सरकार से भरोसा उठ चुका है। ये बातें बुधवार शाम को थानेसर से कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने अपने आवास पर पत्रकारों से कही। अरोड़ा ने आरोप लगाया कि ये सरकार वोट चोरी से बनी है। धान घोटाले में किसानों को लूटा गया। रोजगार न मिलने से युवा परेशान है। प्रदेश में हर रोज गोलियां चल रही हैं। इन मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव उसे कटघरे में खड़ा करेंगे। चंडीगढ़ पर स्टैंड क्लियर करे सरकार अरोड़ा ने चंडीगढ़ के मुद्दे पर सरकार की नरमी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हम विधानसभा में यह बात रखेंगे कि हमारा चंडीगढ़ पर क्या स्टेटस है। चंडीगढ़ हमारी राजधानी है। लेकिन दुर्भाग्य से हमें अपनी विधानसभा बनाने के लिए प्रशासन से जमीन मांगी तो इनकार कर दिया गया। इस पर सरकार ने क्या कदम उठाया जरूर पूछा जाएगा। सरकार कमजोर पड़ी उन्होंने SYL, अलग हाई कोर्ट और विधानसभा जैसे लंबित मुद्दों पर कहा कि सरकार को इन मुद्दों पर सख्ती दिखानी चाहिए। हमें चंडीगढ़ में 40% का हिस्सा मिला हुआ है। SYL का पानी हमें मिला हुआ है तो सरकार क्यों कमजोर पड़ रही है। इन मुद्दे पर विपक्ष सरकार के साथ है। एजेंसी का दुरुपयोग किया विधायक अरोड़ा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में ED की चार्जशीट पर कोर्ट के इनकार पर अरोड़ा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब से भाजपा की सरकार सत्ता में आई है, तब से ED, CBI, चुनाव आयोग और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के जरिए जीतकर सरकार बनाने का काम करती है। सरकार के दबाव में एजेंसियां अरोड़ा ने कहा कि कोर्ट ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ ED के केस को मानने से इनकार कर दिया। इससे यह साबित होता है किस प्रकार सरकारी एजेंसियां भाजपा और सरकार के दबाव में काम करती है। विपक्ष को डराने के लिए सरकार इन एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। महात्मा गांधी से घृणा क्यों- अरोड़ा अरोड़ा ने मनरेगा योजना के नाम बदलने के प्रस्ताव पर एतराज जताया। उन्होंने कहा कि मनरेगा स्कीम महात्मा गांधी रोजगार योजना थी, जो ग्रामीण आंचल रहने वाले लोगों में 100 दिन काम की गारंटी देती थी। जिस महात्मा गांधी को आज पूरा देश राष्ट्रपिता मानता है, आज सरकार के लोग उनसे इतनी घृणा क्यों कर रहे हैं।
एटा में हनुमान जी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के मामले का पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। जलेसर पुलिस ने इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। यह घटना रविवार और सोमवार की दरमियानी रात की है। जब गांव के बाहर वर्षों पुरानी हनुमान जी की प्रतिमा को अज्ञात तत्वों द्वारा दो बार क्षतिग्रस्त किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में आक्रोश फैल गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया। मामला जलेसर थाना क्षेत्र अंतर्गत पिलखतरा गांव का है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्यामनारायण सिंह ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक श्वेताभ पाण्डेय की निगरानी में पुलिस टीमों का गठन किया। जांच के दौरान पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की मदद से संदिग्धों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी नारायण ने कुछ समय पहले बजरंगबली से एक मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी न होने से नाराज होकर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने इस मामले में जितेंद्र पुत्र दुर्गपाल (51), नारायण पुत्र ओमप्रकाश (45), भूरे उर्फ घूरे पुत्र वेदप्रकाश (48) को गिरफ्तार किया है। पहली घटना के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर प्रतिमा पुनः स्थापित कराने पर सहमति बना ली थी, लेकिन सोमवार देर रात प्रतिमा को दोबारा तोड़े जाने से ग्रामीणों का आक्रोश और बढ़ गया। सूचना पर क्षेत्राधिकारी जलेसर ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी जलेसर भावना सिंह और थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लोगों को शांत कराया गया और स्थिति को नियंत्रित किया गया। डॉग स्क्वॉड की निशानदेही पर दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जिसके बाद मामले की परतें खुलीं और पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बीकानेर के अर्जुनसर निवासी अजय गोदारा की रूस यूक्रेन युद्ध में मौत हो गई है। 22 सितम्बर को अपने घर वालों से अंतिम बार बात करने वाले अजय का शव अब करीब तीन महीने बाद बीकानेर लाया गया है। दस दिसम्बर को ही रूस से गोदारा के परिजनों को फोन आया था कि अजय का शव जल्दी ही भारत भेजा जा रहा है। ये शव बुधवार सुबह दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा, जिसके बाद शव को लेकर परिजन बीकानेर पहुंच गए हैं। अजय के साथ ही उत्तराखंड के भी एक युवक का शव भारत लाया गया है। अजय गोदारा बीकानेर के अरजनसर गांव से 28 नवम्बर 2024 को वीजा लेकर रूस गया था। वहां एक महिला से मुलाकात हुई तो उसने सेना का कुकिंग इंचार्ज बना देंगे। अजय को हर महीने दो लाख रुपए सैलेरी देने का आश्वासन दिया गया। अजय सहित कई लड़के रुसी सेना की कुकिंग डिपार्टमेंट में नौकरी के लिए हां भर दी। जब अजय सहित अन्य लड़कों को रूसी सेना में भेजा गया तो वहां उन्हें सैन्य यूनीफॉर्म पहनाकर उन्हें युद्ध के मैदान में उतार दिया गया। 22 सितम्बर 25 को अजय ने अपने परिजनों को फोन करके बताया कि उन्हें युद्ध में धकेल दिया गया है। रूस और युक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में उन्हें बिना किसी ट्रेनिंग के हथियार देकर उतार दिया गया है। वीडियो जारी किया अजय ने 22 सितम्बर को ही जारी एक वीडियो में कहा कि आज हम युद्ध करने आगे जा रहे हैं। अगर कल से मेरा कॉल नहीं आए तो समझ लेना कि हमारी मौत हो गई। ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हुआ था। खूब चक्कर काटे मंत्रियों के अजय के परिजनों ने इसके बाद अपने स्तर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से बातचीत की। करीब पांच दिन तक अजय के परिजन दिल्ली में मेघवाल के घर पर रहे। स्वयं मेघवाल ने विदेश मंत्री से बात करके अजय की सुरक्षा के लिए प्रयास किया। हालांकि इसके बाद भी कोई परिणाम नहीं निकला। अब करीब तीन महीने बाद उसका शव ही भारत आया है। आज सुबह पहुंचा शव दस दिसम्बर को सूचना मिलने के बाद से ही अजय का परिवार दिल्ली में डेरा डाले हुआ था। जहां गुरुवार सुबह अजय का शव भारत पहुंच गया। जिसे लेकर परिजन बीकानेर के अरजनसर गांव पहुंच गए हैं। गुरुवार को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मौत कब हुई स्पष्ट नहीं अजय की मौत कब हुई? इस बारे में कोई जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है। उसका शव पूरी तरह से खराब हो चुका है। शव इतना खराब हुआ कि परिजनों को दिखाया तक नहीं गया। शव का मुंह एक बार खोलकर वापस बंद कर दिया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शव काफी पुराना हो चुका है।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में 57 लाख रुपए की लेनदारी के चलते एक युवक ने मालगाड़ी के सामने कूदकर सुसाइड की कोशिश की। इस घटना में उसका दाहिना हाथ कट गया। गंभीर हालत में उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित का नाम लोकेश चंद्राकर (27) है। जो कि बेमचा गांव का रहने वाला है। वह पूर्व कांग्रेस विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के करीबी ठेकेदार अविनाश चंद्राकर के साथ पेटी कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम करता है। पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें लेनदारी का जिक्र है। घटना के पहले लोकेश की पैसों को लेकर अविनाश चंद्राकर से बात भी हुई थी। परिजनों का कहना है कि दीपावली के बाद से पेमेंट नहीं मिलने के कारण लोकेश लगातार मानसिक तनाव में था। हालांकि, इस मामले में ठेकेदार से संपर्क किया गया, लेकिन उसका मोबाइल बंद होने के कारण बात नहीं हो पाई। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, अविनाश चंद्राकर पेशे से ठेकेदार है। जो कि कांग्रेस के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर का करीबी है। लोकेश, अविनाश को चाचा कहता है और उसी साथ पेटी कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम करता था। आरोप है कि अविनाश चंद्राकर पर लोकेश के 57 लाख रुपए बकाया थे। दीपावली के बाद से भुगतान नहीं मिलने के कारण वह लगातार मानसिक तनाव में था। ऐसे में मंगलवार रात लोकेश सुसाइड की नीयत से बेलसोंड़ा रेलवे ट्रैक पर पहुंचा और ट्रेन के सामने कूद गया। जिससे उसका दाहिना हाथ कट गया। हालांकि, इस घटना में उसकी जान बच गई। गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ टीम मौके पर पहुंची और सिटी कोतवाली थाना पुलिस को सूचना दी। इसके बाद गंभीर रूप से घायल को 08 एम्बुलेंस के जरिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया। इधर, परिजन भी अस्पताल पहुंचे। लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए परिजनों ने उसे आरएलसी अस्पताल में भर्ती किया है। घटना के पहले दोनों के बीच हुई थी बात घटना के कुछ घंटे पहले लोकेश की फोन पर अविनाश चंद्राकर से बातचीत हुई थी। कॉल रिकॉर्ड में लोकेश रोते हुए अविनाश से कहता है कि वह समझ नहीं पा रहा है कि भगवान उसकी परीक्षा ले रहे हैं या फिर अविनाश। इस पर अविनाश जवाब देता है कि इसे एक तरफ से परीक्षा ही समझो। बातचीत के दौरान लोकेश कहता है कि पेमेंट आ गया है, लेकिन वह पिछले 5–6 दिनों से लगातार फोन लगा रहा है और उसका फोन नहीं उठाया जा रहा। इस पर अविनाश कहता है कि अब क्या समझ आया। जवाब में लोकेश कहता है कि वह मरने के लिए निकला है, ऐसे में उसे और क्या समझ आएगा। लोकेश को करना था लेबर का भुगतान लोकेश के पिता भोला प्रसाद चंद्राकर और मामा के.आर चंद्राकर ने दैनिक भास्कर को बताया कि लोकेश पिछले पांच सालों से कांग्रेस के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर के करीबी ठेकेदार अविनाश चंद्राकर के साथ पेटी कॉन्ट्रैक्टर के रूप में अलग-अलग निर्माण कार्य कर रहा था। अविनाश पर लोकेश के 57 लाख रुपए बकाया थे। दीपावली के बाद से वह पैसों को लेकर काफी परेशान था, क्योंकि उसे मार्केट में निर्माण सामग्री और लेबर का भुगतान करना था। अविनाश बकाया राशि देने में टालमटोल कर रहा था और उसके कॉल भी नहीं उठा रहा था, जिससे लोकेश दबाव में था। निर्माण कार्य देखने निकला था मंगलवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे वह मचेवा में स्थित महाप्रभु वल्लभाचार्य महाविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्य देखने निकला था। इसके बाद रात साढ़े 10 बजे हादसे की जानकारी मिली। पिता ने पुलिस को फोन कॉल रिकॉर्ड, सुसाइड नोट, डायरी में दर्ज लेनदेन का हिसाब और अविनाश चंद्राकर के खिलाफ एक लिखित शिकायत सौंपी है। लेनदेन से जुड़ा सिविल मामला- ASP इस मामले में एडिशनल एसपी प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि भोला प्रसाद चंद्राकर का आवेदन मिला है। अविनाश चंद्राकर से 56 लाख रुपए की राशि लेनी थी, लेकिन भुगतान में टालमटोल किए जाने के कारण युवक ने आत्महत्या का प्रयास किया। प्रथम दृष्टया यह आपसी पैसों के लेनदेन से जुड़ा सिविल मामला प्रतीत होता है। जांच की जा रही है। .......................................... यह खबर भी पढ़ें... ट्रेलर के नीचे कूदी महिला...सुसाइड का LIVE VIDEO: कोरबा में बैंक से पैसे निकालकर सड़क किनारे खड़ी थी; सिर को कुचलते हुए निकला वाहन छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बुधवार को एक महिला ने तेज रफ्तार ट्रेलर के नीचे कूदकर आत्महत्या कर ली। महिला बैंक से पैसे निकालकर सड़क किनारे खड़ी थी। यह घटना पास लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई। वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि, अभी तक सुसाइड की वजह साफ नहीं हो पाई है। महिला के पति की 3 साल पहले मौत हो चुकी है। पढ़ें पूरी खबर...
चूरू कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने मंगलवार को जिला कारागृह का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने जेल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और बंदियों से सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए। कलेक्टर सुराणा ने बंदियों से भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता, चिकित्सा सुविधाओं, पुस्तकालय की उपलब्धता, मुलाकात व्यवस्था और कानूनी सहायता के संबंध में फीडबैक लिया। बंदियों ने सभी व्यवस्थाओं को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। निरीक्षण के दौरान, जिला कलेक्टर ने जेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी व्यवस्थाओं का समुचित संचालन सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष रूप से कारागृह की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरतने पर जोर दिया। सुराणा ने जेल में संचालित पुस्तकालय का भी अवलोकन किया। उन्होंने बंदियों से बातचीत करते हुए उन्हें पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अच्छी पुस्तकों का अध्ययन बंदियों के जीवन की दिशा बदलने में सहायक हो सकता है। जिला कलेक्टर ने मुलाकात कक्ष, कार्यालय, महिला व पुरुष बैरक, बंदियों के लिए बन रहे भोजन और रसोईघर सहित विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बंदियों से उनके मामलों में नियुक्त अधिवक्ताओं और हो रही पैरवी के संबंध में भी चर्चा की। इस अवसर पर जेल अधीक्षक राजेश योगी ने जिला कलेक्टर को कारागृह की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जेलर दिलीप कुमार, मुख्य प्रहरी महेंद्र सिंह और मोहर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच की मांग को लेकर बुधवार को बुलाया गया मेरठ बंद अभूतपूर्व रहा। शाम 4:00 बजे तक बाजारों में सन्नाटा पसरा था। लंबे समय के बाद किसी मुद्दे को लेकर अधिवक्ताओं के अलावा राजनीतिक, व्यापारिक और सामाजिक संगठन एक मंच पर दिखाई दिए। शाम को प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सोपा गया, जिसके बाद बाजार खुलते चले गए। सबसे खास बात यह है कि मेरठ बंद की गूंज दिल्ली तक पहुंचने का दावा किया जा रहा है। तस्वीरों से समझें मेरठ बंद को : आईए जानते हैं मेरठ बंद का उद्देश्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर 5 दशकों से अधिवक्ता आंदोलन करते आ रहे हैं। पदयात्रा से लेकर हड़ताल और जेल भरो आंदोलन तक चले लेकिन पश्चिम को हाई कोर्ट बेंच नहीं मिल पाई। अधिवक्ताओं का कहना था कि हाई कोर्ट बेंच के बिना सस्ते और सुलभ न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है। जन आंदोलन के रूप में मेरठ बंद अभी तक अधिवक्ता हाई कोर्ट बेंच की लड़ाई लड़ते आ रहे थे। इस बार आम जनता को जोड़ते हुए इस आंदोलन को जन आंदोलन का रूप देने का काम किया गया है। अधिवक्ताओं ने 1000 से ज्यादा संगठनों से समर्थन प्राप्त किया और मेरठ बंद की घोषणा कर दी। इसी का असर ही कहेंगे कि बुधवार को आमजन भी सड़क पर अधिवक्ताओं के कंधे से कंधा मिलाकर चलता दिखाई दिया। सुबह से सड़कों पर दिखाई दिए अधिवक्ता मेरठ बंद को सफल बनाने के लिए बुधवार बहुत सुबह से ही अधिवक्ता सड़कों पर दिखाई दिए। शहर के प्रमुख चौराहों से लेकर कचहरी के विभिन्न गेटों पर अधिवक्ताओ का शांतिपूर्ण तरीके से धरना चला। युवा अधिवक्ताओं की टोलियां सड़कों पर थी तो वरिष्ठ अधिवक्ता कचहरी में मोर्चा संभाले हुए थे। महिला अधिवक्ताओं में भी मेरठ बंद को लेकर खासा उत्साह दिखा। बेगमपुल पर बनाई मानव श्रृंखला मेरठ बंद के दौरान दोपहर में कई संगठन बेगमपुल चौराहे पर पहुंच गए और वहां मानव श्रृंखला तैयार की। इस दौरान अधिवक्ता, कांग्रेस, बसपा और भाजपा के अलावा संयुक्त व्यापार संघ, मेरठ व्यापार मंडल, पश्चिम उत्तर प्रदेश संयुक्त व्यापार मंडल के प्रतिनिधि में कार्यकर्ता मौजूद रहे। पुलिस-प्रशासन के अफसर रहे भ्रमणशील मेरठ बंद के दौरान आम जनता को अव्यवस्था का सामना न करना पड़े, इसके लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की ड्यूटी लगाई गई थी। यह अफसर दोपहर तक भ्रमणशील दिखे। एडीएम सिटी बृजेश कुमार सिंह और एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र कुमार मिश्र सुबह से ही सड़क पर थे। इसके अलावा जितने भी स्थान पर अधिवक्ता मौजूद थे, वहां सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। ट्रैफिक पुलिस भी दिखाई दी एक्टिव जाम की समस्या से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस की भी ड्यूटी लगाई गई थी। ट्रैफिक प्रभारी संतोष कुमार सिंह, ट्रैफिक इंस्पेक्टर लालसा पांडे व विजय कुमार सिंह खुद बेगम पुल चौराहे पर मौजूद रहे। जिस वक्त बेगमपुल चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाई गई, उस वक्त ट्रैफिक पुलिस ने जीरो माइल से ट्रैफिक डायवर्जन करा दिया। कुछ देर बाद ही रास्ता सामान्य हो गया। प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौपा शाम 4 बजे तक मेरठ बंद प्रभावी रहा। इसके बाद हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एडीएम सिटी बृजेश कुमार सिंह को सोपा। हाई कोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि केंद्रीय कमेटी के निर्देशों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। दिल्ली तक मेरठ बंद की गूंज पहुंची है। उसी का नतीजा है कि विधि मंत्री ने संघर्ष समिति को वार्ता का बुलावा भेजा है। मेरठ बंद को लेकर कुछ प्रतिक्रिया : - AIMIM के जिला अध्यक्ष फहीम चौधरी एडवोकेट ने कहां की जनता हाईकोर्ट बेंच का महत्व समझ चुकी है। इसीलिए दिल खोलकर समर्थन दिया गया। यह इस आंदोलन की बड़ी उपलब्धि है।- मोहम्मद शादाब एडवोकेट ने ऐतिहासिक बंद के लिए जनता का आभार जताया है। उन्होंने कहा जनता के समर्थन से हाई कोर्ट बेंच की लड़ाई और मजबूत हो गई।- एडवोकेट दर्शन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है। इन सरकारों के पास अब कोई बहाना नहीं बचा है। वह यह समझ लें कि उन्हें बनाने और बिगड़ने वाला भी पश्चिम उत्तर प्रदेश ही है।- मोहम्मद इमरान कुरैशी एडवोकेट ने कहा कि बंद पहले भी बहुत हुए लेकिन यह ऐतिहासिक है। सरकार को अब जाग जाना चाहिए और हाईकोर्ट बेंच की मांग को तत्काल पूरा करना चाहिए। यह जन आंदोलन थमने वाला नहीं है।
कैंट बोर्ड ने अवैध निर्माण पर की कार्रवाई:सदर नया बाजार में हुई नोकझोंक, शिकायत लखनऊ पहुंची थी
मेरठ के कैंट स्थित सदर नया बाजार के वार्ड नंबर चार में कैंट बोर्ड ने एक तीन मंजिला अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। इस दौरान अवैध निर्माण करने वालों और कैंट बोर्ड के कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिससे मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। यह कार्रवाई भवन स्वामी पप्पू द्वारा तीसरी मंजिल पर अवैध रूप से लैंटर डाले जाने के बाद की गई। इस अवैध निर्माण की शिकायत लखनऊ में उच्च अधिकारियों तक पहुंची थी, जिसके बाद कैंट बोर्ड की टीम आनन-फानन में मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों को शुरुआत में लगा कि कैंट बोर्ड की टीम पास में स्थित श्रीकृष्ण भगवान के मंदिर भवन के नवनिर्माण पर कार्रवाई करने आई है। हालांकि, टीम दूसरे अवैध निर्माण पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी। विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि संकरी गली में अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करना चुनौतीपूर्ण है और आसपास की सुरक्षा को ध्यान में रखकर इसे अंजाम दिया जा रहा है। कैंट बोर्ड के सीईओ जाकिर हुसैन का कहना है कि अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी हैं। इसके लिए उन्होंने विभागीय स्तर पर हथौड़ा गैंग भी बनाया हुआ है। छावनी क्षेत्र में बिना अनुमति जो भी निर्माण करता है, उस पर कार्रवाई की जाती है।
हरियाणा सरकार द्वारा लागू की गई ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने बुधवार को पानीपत के समालखा बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया। एचएसईबी वर्कर्स यूनियन मुख्यालय भिवानी से जुड़े इन कर्मचारियों ने सुबह 9 से 11 बजे तक दो घंटे का रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान समालखा यूनिट के प्रधान मनदीप आर्य की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन हुआ।बैठक का संचालन यूनिट सचिव बिक्रम रावल ने किया।रोष बैठक को संबोधित करते हुए यूनियन के पूर्व राज्य उप प्रधान राधा कृष्ण, पूर्व सर्किल सचिव महाबीर शर्मा और पूर्व यूनियन प्रधान सुरेंद्र दुहन ने ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी की निंदा की। ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी को लेकर व्यक्त किया रोष उन्होंने सरकार से इस पॉलिसी को तुरंत रद्द करने का आग्रह किया। यूनियन नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी रद्द नहीं की गई, तो बिजली कर्मचारी प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू कर देंगे।इस धरना प्रदर्शन में समालखा निगम की चारों यूनिटों के प्रधान, पूर्व यूनिट सचिव दयानंद पंवार और हेड ऑफिस भिवानी के सभी कर्मचारियों ने हिस्सा लेकर अपना रोष व्यक्त किया।
लखनऊ के इंदिरानगर में मां की डांट से नाराज 11 साल का किशोर सोमवार देर रात सुरक्षित लखनऊ पहुंचा। मंगलवार को किशोर के बयान दर्ज कराए गए। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वह आपत्तिजनक वस्तु स्कूल लेकर पहुंचा था। इसकी शिकायत साथियों ने प्रिंसिपल से कर दी थी। स्कूल में डांट के बाद अभिभावकों को बुलाया गया। घर लौटने पर मां के थप्पड़ से नाराज होकर बच्चा घर से भाग गया। एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह के मुताबिक लखनऊ आने पर बच्चे को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। मंगलवार दोपहर उसके बयान दर्ज किए गए। किशोर ने बताया कि 10 दिसंबर की सुबह वह स्कूल पहुंचा तो उसके पास आपत्तिजनक वस्तु थी। साथियों के देखने पर मामला प्रिंसिपल तक पहुंच गया। स्कूल में डांट पड़ी और माता-पिता को बुलाया गया। घर आने पर मां ने उसे थप्पड़ मार दिया। जिससे वह आहत होकर साइकिल लेकर घर से निकल गया। गोमतीनगर से ट्रेन पकड़कर अहमदाबाद पहुंचा किशोर ने बताया कि वह साइकिल से गोमतीनगर रेलवे स्टेशन पहुंचा और साइकिल वहीं खड़ी कर दी। इसके बाद स्टेशन के अंदर पहुंचा। वहां साबरमती एक्सप्रेस खड़ी थी। ट्रेन में बैठे एक व्यक्ति से पूछा कि ट्रेन कहां जा रही है, तो उसने अहमदाबाद बताया। वह उनके साथ ही चला गया। पूरी सफर में उसी के साथ रहा। अहमदाबाद पहुंचने पर वह एक फैक्ट्री में काम करने वाले व्यक्ति के साथ उसके कमरे पर रुक गया। उसके साथ एक दिन रहा। अगले दिन उसी व्यक्ति से पिता को फोन कराया और घर ले जाने की बात कही। जिसकी सूचना परिवार ने पुलिस को दी। सूचना मिलने पर गाजीपुर पुलिस ने अहमदाबाद पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस टीम अहमदाबाद पहुंची और बच्चे को बरामद कर लखनऊ ले आई। फिलहाल बच्चा सुरक्षित है और परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजन ने लगाया पुलिस पर लापरवाही का आरोप परिजनों को कहना है कि रात को पुलिस लखनऊ लेकर पहुंची तो कार्रवाई के नाम पर नियमों की अनदेखी करती रही। बच्चे को दो घंटे तक थाने में बैठाया रखा। इसके बाद वहां चौकी पर भेज दिया। घबराया बच्चा बार-बार यही पूछता रहा कि मारेंगे तो नहीं। रात के समय ही मेडिकल कराने की बात कहने लगे। इस दौरान बच्चा भूखा प्यासा रहा लेकिन कुछ खाने को नहीं दिया। पुलिस अपना गुड वर्क बताने के चक्कर में खुद बरामद करने की बात कह रही है। जबकि बच्चे को अहमदाबाद से लखनऊ लाए लेकिन वहां कि लोकल पुलिस को सूचना तक नहीं दी गई।
वरिष्ठ फोटोग्राफर जगदीश यादव की पुस्तक का लोकार्पण:व्यू फाइंडर – तमाशा मेरे आगे मेरठ में विमोचित
वरिष्ठ फोटोग्राफर जगदीश यादव की चर्चित पुस्तक व्यू फाइंडर – तमाशा मेरे आगे का लोकार्पण बुधवार को बच्चा पार्क स्थित निंबस बुक रिटेल आउटलेट पर हुआ। यह पुस्तक फोटो-जर्नलिज्म के अनुभवों, घटनाओं, समय-समाज के बदलते चेहरों और 'कैमरे के पीछे' छिपी वास्तविकताओं को एक अनुभवी फोटो-पत्रकार की दृष्टि से प्रस्तुत करती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार राजीव रंजन नाग थे। वे भारतीय प्रेस परिषद (Press Council of India) में सदस्य रह चुके हैं, जहां उनका कार्यकाल 10 अक्टूबर 2014 से 9 अक्टूबर 2017 तक अंकित है। उन्होंने पत्रकारिता/न्यूज़ रिपोर्टिंग पर चर्चित पुस्तक थ्योरी एंड प्रैक्टिस ऑफ रिपोर्टिंग भी लिखी है। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पत्रकार बिन्नी यादव थीं, जिनके पास पत्रकारिता और डॉक्यूमेंट्री फिल्म-मेकिंग का 20 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने प्रिंट व टीवी मीडिया में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया है तथा ऑल इंडिया रेडियो पर भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं। बिन्नी यादव इंडियन वीमेंस प्रेस कॉर्प्स (IWPC) की महासचिव पद पर भी निर्वाचित/कार्यरत रही हैं। प्रकाशित रिपोर्टों में जगदीश यादव को मशहूर फोटो-पत्रकार बताया गया है। उनकी इस पुस्तक को फोटो-पत्रकारिता की बारीकियों और युवा पीढ़ी के लिए उपयोगी अनुभव-संस्मरणों वाली कृति के रूप में रेखांकित किया गया है।
कोडरमा आरपीएफ ने 'ऑपरेशन अमानत' अभियान के तहत एक यात्री का ट्रेन में छूटा हुआ कीमती सामान से भरा बैग बरामद कर उसे सकुशल लौटा दिया है। बैग में रखे सामान की अनुमानित कीमत लगभग 75 हजार रुपए बताई गई है। यात्री ने आरपीएफ की तत्परता के लिए आभार व्यक्त किया। यह घटना 16 दिसंबर की रात की है, जब कोडरमा आरपीएफ को 'रेल मदद' के माध्यम से सूचना मिली। सूचना में बताया गया कि ट्रेन संख्या 13010 (देहरादून-हावड़ा एक्सप्रेस) में यात्रा कर रहे एक यात्री का कीमती सामान से भरा बैग ट्रेन में ही छूट गया है। आरपीएफ जवानों ने बैग को पहाड़पुर स्टेशन पर जमा कर दिया सूचना मिलते ही आरपीएफ की टीम तुरंत सक्रिय हो गई। जैसे ही ट्रेन पहाड़पुर स्टेशन पहुंची, आरपीएफ के जवान संबंधित बोगी में पहुंचे। जांच के दौरान उन्हें वहां एक बैग मिला। कंपार्टमेंट में मौजूद अन्य यात्रियों से पूछताछ करने पर किसी ने भी बैग पर अपना दावा नहीं किया। इसके बाद आरपीएफ जवानों ने बैग को पहाड़पुर स्टेशन पर जमा कर दिया। बुधवार की सुबह, बैग के शिकायतकर्ता सागर गुप्ता (पिता विकास कुमार) एक आवेदन पत्र के साथ अपना बैग लेने आरपीएफ आउट पोस्ट पहाड़पुर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वे 13010 दून एक्सप्रेस में बनारस से गया तक की यात्रा कर रहे थे। गया स्टेशन पर जल्दबाजी में उतरते समय उनका एक छोटा बैग ट्रेन में ही छूट गया था, जिसके बाद उन्होंने रेल मदद पर इसकी सूचना दी थी। पहाड़पुर स्टेशन पर कैंपिंग ड्यूटी में तैनात प्रधान आरक्षी एन.के. नीरज ने यात्री के आधार कार्ड का सत्यापन किया। इसके बाद यात्री के सामने छूटा हुआ बैग रखा गया। सागर गुप्ता ने बैग की पहचान की और अपने सामान का मिलान किया, जिसे उन्होंने सही सलामत पाया। सागर गुप्ता ने आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई और ईमानदारी के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। अपना सामान सुरक्षित वापस मिलने के बाद वे अपने घर लौट गए।
रतनजोत खाने से 9 बच्चों की तबीयत बिगड़ी:जिला हॉस्पिटल में कराया भर्ती, मां बाड़ी स्कूल की घटना
प्रतापगढ़ जिले के हल्दूपाड़ा डूंगलवाड़ी स्थित मां बाड़ी विद्यालय में बुधवार दोपहर अचानक 9 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। दोपहर करीब 12 बजे पढ़ाई के दौरान बच्चों ने रतनजोत खा लिया था, जिसके बाद उनकी तबीयत खराब हो गई। बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया बच्चों को तत्काल घंटाली स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद शाम करीब 5:30 बजे सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। फिलहाल सभी बच्चे जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा हैं। बीमार बच्चों में 4 बालिकाएं और 5 बालक शामिल हैं। इनमें उमरी पड़ा निवासी दशरथ(9) पुत्र राजू यादव, अनीता (6) पुत्री मुकेश यादव, नंतु (5) पुत्र मुकेश मीणा, जीग (6) पुत्री पप्पू मीणा, सकीना (6) पुत्री रामलाल मीणा, आशा (5) पुत्री कालूराम मीणा, दिव्यांश (5) पुत्र रामलाल मीणा, बनवारी लाल (5) पुत्र कचरू लाल डिंडोर और गूंजी (4) पुत्री प्रभु लाल निनामा शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों की तबीयत बिगड़ने के कारणों की जांच की जा रही है। रतनजोत के बीज होते है जहरीले रतनजोत एक पौधा है जिसकी जड़ और तेल का उपयोग रंग और दवा के लिए होता है, लेकिन इसके बीज जहरीले होते हैं और गलती से खाने पर उल्टी, पेट दर्द और दस्त जैसी गंभीर बीमारियाँ होती हैं, क्योंकि इसमें पर्कोलिजिडाइन जैसे हानिकारक तत्व होते हैं। जो लीवर और फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। खासकर बच्चों के लिए यह बहुत खतरनाक है, जब वे इसे बादाम समझकर खा लेते हैं।
लॉकर की चाबी बनाने के बहाने घरों में घुसते थे, ध्यान भटकाकर उड़ाते थे जेवर-नकदीअंतरराज्यीय चोरी गैंग के दो शातिर बदमाशों को आगरा पुलिस ने रात में चेकिंग के दौरान दबोच लिया। आरोपियों के पास से चोरी की एक्टिवा स्कूटी, मोबाइल और नकदी बरामद हुई है। 17 दिसंबर 2025थाना कमलानगर पुलिस ने लॉकर की चाबी बनाने के बहाने घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गैंग के दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और पहले भी उत्तरप्रदेश के कई जिलों में चोरी के मामलों में जेल जा चुके हैं। रात की चेकिंग में पकड़े गए आरोपी दिनांक 16/17 दिसंबर 2025 की रात थाना कमलानगर पुलिस टीम संदिग्ध व्यक्ति और वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने वॉटर वर्क्स सर्विस रोड स्थित बस स्टैंड के पास, यमुना किनारे के कच्चे रास्ते से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। चोरी की एक्टिवा, मोबाइल और नकदी बरामद गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से— 01 एक्टिवा स्कूटी (चोरी की हुई), 460 नकद, 01 वीवो मोबाइल फोन बरामद किए गए। बरामदगी के आधार पर थाना कमलानगर में मु0अ0सं0 230/25, धारा 35/106 बीएनएसएस व 317(5) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। ऐसे देते थे वारदात को अंजाम पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दोनों मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं और पेशे से लॉकर की चाबी बनाने का काम करते हैं। जिस शहर में चोरी करनी होती थी, वहां किराए पर कमरा लेते थे। फिर घर-घर जाकर लॉकर की चाबी बनाने के बहाने अंदर घुसते और मौका पाकर लॉकर में रखे जेवर, नकदी, पर्स और कीमती सामान चुरा लेते थे। पहले भी कई जिलों में कर चुके हैं चोरी आरोपियों ने यह भी कबूला कि वे पहले प्रयागराज और कानपुर में चोरी के मामलों में पकड़े जा चुके हैं। बरामद एक्टिवा स्कूटी को उन्होंने करीब 12–14 महीने पहले मुरादाबाद से चोरी किया था। गिरफ्तार अभियुक्त आपराधिक इतिहास भी सामने आया दोनों आरोपियों के खिलाफ आगरा, प्रयागराज, कानपुर और शामली में चोरी व अन्य आपराधिक मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। इस पूरी कार्रवाई में थानाध्यक्ष योगेश कुमार नागर, उपनिरीक्षक अमित कुमार (चौकी प्रभारी बल्केश्वर), उपनिरीक्षक सचिन कुमार, उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार, कांस्टेबल नितिन कुमार, कांस्टेबल विपिन कुमार, की अहम भूमिका रही।
हरदा के गायत्री शक्तिपीठ में बुधवार को 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। विश्व कल्याण और क्षेत्र की खुशहाली की कामना के साथ आयोजित इस चार दिवसीय महायज्ञ के दूसरे दिन 70 जोड़ों सहित 300 से अधिक श्रद्धालुओं ने हवन कुंडों में आहुतियां अर्पित कीं। गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी ऋषि पारे ने बताया कि यह महायज्ञ नारी सशक्तिकरण वर्ष 2025-26, अखंड दीप और परम वंदनीय माताजी भगवती देवी शर्मा के जन्म शताब्दी वर्ष के पावन अवसर पर आयोजित किया जा रहा है। इसका शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ था। उन्होंने कहा कि यह आयोजन नवयुग निर्माण और विचार क्रांति अभियान को सशक्त करने का माध्यम है। गुरुदेव का संकल्प दोहराया : हम बदलेंगे, जग बदलेगाकार्यक्रम की प्रथम कड़ी में टोली प्रमुख सुनील कुमार शर्मा ने नवयुग के स्वागत हेतु प्राणपण से जुटने का आह्वान किया। उन्होंने गुरुदेव के संकल्प हम बदलेंगे, युग बदलेगा, हम सुधरेंगे, युग सुधरेगा को आत्मसात कर विचार क्रांति अभियान में सहभागी बनने पर जोर दिया। शर्मा ने यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सत् प्रवृत्तियों का संवर्धन और दुष्ट प्रवृत्तियों का उन्मूलन है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का लक्ष्य केवल आध्यात्मिक उन्नति नहीं, बल्कि पर्यावरण शुद्धि, विश्व शांति और समाज में नैतिक मूल्यों की पुनः स्थापना को भी बढ़ावा देना है। महायज्ञ में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आहुति देंगे। यज्ञ के दौरान वैदिक विधियों और मंत्रों का उच्चारण वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर रहा है। गायत्री परिवार के युवा संगठन और महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को और भी प्रेरणादायक बना दिया है।
श्योपुर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने विजयपुर विकासखंड के दूरस्थ ग्राम कदवाई, मगरदेह और उमरीकलां का दौरा कर आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, उप स्वास्थ्य केंद्रों, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और पीडीएस दुकानों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं, जिस पर कलेक्टर ने तत्काल कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केंद्रों में अव्यवस्था ग्राम कदवाई और मगरदेह की आंगनबाड़ियों में बच्चे अनुपस्थित पाए गए और केंद्रों का संचालन नियमित नहीं था। विजयपुर से पके हुए भोजन की आपूर्ति में भी अनियमितता सामने आई। एनआरएलएम समन्वयक बर्खास्त लापरवाही पर कलेक्टर ने जनपद पंचायत विजयपुर में समूहों का कार्य देखने वाले प्रभारी एवं एनआरएलएम के संविदा कॉर्डिनेटर बृजेश शर्मा को बर्खास्त करने के निर्देश दिए। साथ ही भोजन आपूर्ति करने वाले धीरश्या स्व सहायता समूह का अनुबंध भी रद्द कर दिया गया। महिला बाल विकास विभाग पर कार्रवाई आंगनबाड़ी व्यवस्था की निगरानी में लापरवाही पर सेक्टर सुपरवाइजर रमा माहौर और सीडीपीओ ज्योति चतुर्वेदी को निलंबित करने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। वहीं, महिला बाल विकास अधिकारी महेंद्र कुमार अम्ब को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। स्कूलों में स्टाफ की कमी मिडिल स्कूल कदवाई के निरीक्षण में कोई नियमित शिक्षक पदस्थ नहीं मिला। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को आसपास के स्कूलों से शिक्षकों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। वर्तमान में मिडिल स्कूल में तीन अतिथि शिक्षक और प्राथमिक स्कूल में दो शिक्षक कार्यरत हैं। दोनों स्कूलों में कुल 35 बच्चे उपस्थित पाए गए, जिस पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए गए। ढाई महीने से बंद था उप स्वास्थ्य केंद्र ग्राम मगरदेह में आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निरीक्षण में सामने आया कि स्टाफ की कमी के कारण यह उप स्वास्थ्य केंद्र पिछले करीब ढाई महीने से बंद था। हाल ही में एक एएनएम की पदस्थापना के बाद आज से केंद्र का नियमित संचालन पुनः शुरू कराया गया। उमरीकलां में भी निरीक्षण ग्राम उमरीकलां में आंगनबाड़ी केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सीएचओ सहित अगरा पीएचसी के डॉ. ऋषिराज और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। आश्रम अधीक्षक को हटाने के निर्देश कलेक्टर अर्पित वर्मा ने उमरीकलां स्थित शासकीय अनुसूचित जनजातीय बालक आश्रम का निरीक्षण किया। 50 सीटर आश्रम में 36 बच्चे उपस्थित पाए गए। अव्यवस्थाएं मिलने पर अधीक्षक संजय सिंह धाकड़ को अधीक्षकीय कार्य से मुक्त करने के निर्देश दिए गए। मध्यान्ह भोजन की होगी विस्तृत जांच कलेक्टर ने विजयपुर से आंगनबाड़ी केंद्रों में मध्यान्ह भोजन आपूर्ति की विस्तृत जांच के निर्देश जिला पंचायत सीईओ सौम्या आनंद को दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
पुलिस ने 112 वाहन के ड्राइवर पर हुई फायरिंग की घटना का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दूसरे को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लिया जाएगा। एसपी ने बताया कि यह घटना 9 दिसंबर 2025 को रात्रि गश्त के दौरान हुई थी। बिजयनगर पुलिस थाने का वाहन 112 का ड्राइवर सीताराम बरल रोड स्थित पुलिया के पास पहुंचे थे। वहां अंधेरे में सड़क किनारे बैठे दो संदिग्ध व्यक्तियों ने पूछताछ करने पर ड्राइवर पर पिस्टलनुमा हथियार से फायरिंग कर उसे घायल कर दिया और मौके से फरार हो गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मामला तहत दर्ज किया गया और आरोपियों की तलाश शुरू की गई। थाना स्तर पर विशेष टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने घटनास्थल के आसपास और आने-जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। साक्ष्यों के आधार पर दोनों आरोपियों की पहचान की गई और उनके संभावित ठिकानों पर दबिशें दी गईं। कार्रवाई के दौरान सूरज सिंह (25) पुत्र रामेश्वर सिंह निवासी नाड़ी मोहल्ला, गुलाबपुरा, जिला भीलवाड़ा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में दूसरा आरोपी सुरेन्द्र सिंह उर्फ ज्ञान सिंह है। वह पूर्व में भी पुलिस पर फायरिंग के एक अन्य मामले में फरार रहा था और अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उसे कारागृह से वारंट पर प्राप्त कर इस प्रकरण में आगे की जांच करेगी। पुलिस ने बताया कि मामले में अनुसंधान जारी है। आरोपियों के नेटवर्क और हथियार की आपूर्ति से जुड़े पहलुओं की भी गहन जांच की जा रही है।
धौलपुर जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश संजीव मागो ने धौलपुर जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नालसा द्वारा जारी एसओपी में वर्णित दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। न्यायिक अधिकारियों ने जेल की बैरकों में जाकर विचाराधीन (अंडरट्रायल) और दोषसिद्ध बंदियों से अलग-अलग बातचीत की। उन्होंने बंदियों से उनके मामलों, जमानत, आगामी पेशी की तारीखों और अन्य न्यायिक पहलुओं के बारे में जानकारी ली। बंदियों से जातिगत भेदभाव के संबंध में पूछताछ करने पर सभी ने किसी भी प्रकार के भेदभाव से इनकार किया। जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने बंदियों के स्वास्थ्य की स्थिति, समय पर दवाइयों की उपलब्धता और अन्य मूलभूत सुविधाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। कुछ नए बंदियों ने आवश्यक फॉर्म उपलब्ध न होने की जानकारी दी, जिस पर जेल अधीक्षक और एलएडीसी अधिवक्ताओं को शीघ्र फॉर्म उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। एक बंदी द्वारा परिजनों से बातचीत न हो पाने की शिकायत पर तत्काल संवाद कराने के निर्देश दिए गए। आधार कार्ड और भरण-पोषण से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए भी जेल प्रशासन को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जेल अधीक्षक ने बताया कि बंदियों को प्रतिदिन परिजनों से बातचीत के लिए निर्धारित समय दिया जाता है। बंदियों से संवाद के बाद जिला एवं सेशन न्यायाधीश संजीव मागो ने उन्हें भविष्य में किसी भी गलती को न दोहराने और जेल से बाहर जाकर उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद, न्यायिक अधिकारियों ने जेल की रसोई का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय बंदियों के लिए मूंग की दाल और आलू की सब्जी तैयार की जा रही थी। सब्जियों की गुणवत्ता, रोटी बनाने की मशीनों और रोटी निर्माण प्रक्रिया का बारीकी से जायजा लिया गया। साथ ही, बंदियों के लिए नहाने और कपड़े धोने हेतु उपलब्ध पानी, शौचालयों और सर्दी से बचाव के लिए उपलब्ध सुविधाओं का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान आवश्यक सुधार के लिए निर्देश जारी किए गए।
फर्रुखाबाद में बाइक की टक्कर से बच्ची की मौत:घर के बाहर खेल रही थी, तेज रफ्तार बाइक ने कुचला
फर्रुखाबाद जनपद के नवाबगंज थाना क्षेत्र के बलीपुर गांव में बुधवार शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। घर के बाहर खेल रही पांच वर्षीय बच्ची दिव्या की तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आने से मौत हो गई। गंभीर हालत में उसे लोहिया अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बलीपुर निवासी रमाकांत की बेटी दिव्या अपने घर के बाहर खेल रही थी। सड़क पार करते समय वह अचानक एक तेज रफ्तार बाइक की चपेट में आ गई। इस टक्कर से दिव्या गंभीर रूप से घायल हो गई। परिजन तुरंत उसे लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी ले गए। इमरजेंसी में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर अभिषेक चतुर्वेदी ने बताया कि बच्ची के सिर में गंभीर चोट लगी थी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो चुकी थी। शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया है। मृतका की दादी ने बताया कि दिव्या घर के बाहर सड़क पर खड़ी थी, तभी बाइक ने उसे टक्कर मार दी। दिव्या परिवार में तीन बहनों में सबसे छोटी थी।
बालाघाट में आशा कार्यकर्ताओं को पिछले पांच माह से मानदेय नहीं मिला है। अपनी लंबित राशि की मांग को लेकर वे सीएमएचओ कार्यालय पहुंचीं, लेकिन उन्हें सीएमएचओ नहीं मिले। इस पर आशा कार्यकर्ताओं ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। पांच महीने से नहीं मिली मानदेय आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीकरण सहित लगभग 55 महत्वपूर्ण कार्यों को आशा कार्यकर्ताओं लगातार करती आ रही हैं। इसके बावजूद, हमें पांच महीने से उनका मेहनताना नहीं दिया गया है, जिससे उन्हें गंभीर आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कार्यकर्ताएं बोलीं-घर चलाने में हो रही दिक्कत आशा कार्यकर्ता संघ की राष्ट्रीय महामंत्री गीता कटरे ने बताया कि मानदेय न मिलने से कार्यकर्ताओं को घर चलाने में दिक्कत हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश का विपरीत परिस्थितियों में भी अक्षरशः पालन किया गया, लेकिन प्रति आयुष्मान कार्ड मिलने वाली 5 रुपए की राशि भी उन्हें नहीं दी गई है। मानदेय मांगने पर नौकरी से निकालने की मिलती है धमकी कटरे ने आरोप लगाया कि जब भी वे अपने मानदेय की मांग करती हैं, तो स्वास्थ्य अधिकारी उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। बीएमओ और बीपीएम जैसे अधिकारी उनसे कहते हैं कि पैसे की बात न करें और केवल अपना काम करें। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे बिना किसी छुट्टी के साल भर काम करती हैं, फिर भी उन्हें मानदेय के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। इस स्थिति से कार्यकर्ताओं में भारी रोष है और वे अपने परिवार का गुजारा कैसे करें, यह बड़ा सवाल है।
जालौन में बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में पेंशनर दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार की मौजूदगी में हुए इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के सेवानिवृत्त पेंशनरों की समस्याओं को सुना गया। अधिकारियों को उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का प्राथमिकता से समाधान सुनिश्चित करना था। कार्यक्रम में शिक्षक पेंशन यूनियन, राज्य कर्मचारी पेंशनर्स यूनियन, पुलिस पेंशनर्स यूनियन और वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति सहित जनपद की सभी पेंशनर्स यूनियनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पेंशनरों ने पेंशन भुगतान, पारिवारिक पेंशन, चिकित्सा सुविधाओं और अन्य प्रशासनिक मुद्दों से अधिकारियों को अवगत कराया। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने सभी मामलों को गंभीरता से लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पेंशनरों की समस्याओं का समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर अनावश्यक देरी स्वीकार नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेंशनरों से जुड़े मामलों का निस्तारण संवेदनशीलता, सम्मान और समयबद्धता के साथ किया जाए। कार्यक्रम में 95 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ पेंशनरों को शॉल ओढ़ाकर और माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने पेंशनरों को संबोधित करते हुए कहा, आप सभी जनपद की धरोहर हैं। आपके अनुभव और मार्गदर्शन से प्रशासन को निरंतर दिशा मिलती है। आप स्वस्थ रहें और आगे भी समाज एवं प्रशासन का मार्गदर्शन करते रहें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के.के. सिंह, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संजय कुमार, वरिष्ठ कोषाधिकारी अवनीश कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट उरई राजेश कुमार वर्मा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नेहा व्याडयाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डी.के. भिटौरिया और जिला विद्यालय निरीक्षक सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर बूंदी जिले के शहरी निवासियों को राहत देने के लिए 'शहरी समस्या समाधान शिविर-2025' शुरू हो गए हैं। ये शिविर नगर परिषद बूंदी सहित जिले की सभी नगरपालिकाओं में आयोजित किए जा रहे हैं। इनका आयोजन 16 दिसंबर से 24 दिसंबर तक (21 दिसंबर, रविवार को छोड़कर) किया जाएगा। इन शिविरों में नागरिकों की विभिन्न समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया जा रहा है। इनमें पट्टों के वितरण से लेकर आधारभूत सुविधाओं से जुड़ी शिकायतें शामिल हैं। बूंदी में कुम्भा स्टेडियम, छत्रपुरा स्थित नगर परिषद भवन में यह शिविर प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे से शाम 6 बजे तक संचालित हो रहा है। नगर परिषद आयुक्त धर्मेंद्र मीणा ने बताया कि इस अभियान के तहत 18 अक्टूबर से 16 दिसंबर के बीच प्राप्त हुए आवेदनों के साथ-साथ नए आवेदनों का भी प्राथमिकता से समाधान किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 'शहरी सेवा शिविर-2025' के तहत सरकार द्वारा दी गई सभी छूट और शिथिलताएं इन शिविरों में भी लागू रहेंगी, जिससे आमजन को कम दस्तावेजी प्रक्रिया में अधिक लाभ मिल सकेगा। शिविर स्थल पर एक ही छत के नीचे कई सेवाओं का लाभ दिया जा रहा है। इनमें पट्टे (स्टेट ग्रांट, 69ए, कृषि भूमि), भू-उपयोग परिवर्तन, खांचा भूमि, नामांतरण, नाम हस्तांतरण, भवन मानचित्र जारी करना, सीवरेज, नालियों, सड़क मरम्मत/पैचवर्क से संबंधित कार्य, और नई स्ट्रीट लाइटों से जुड़ी शिकायतें शामिल हैं। इन पर हो रहा है काम प्रत्येक निकाय स्तर पर सद्भावना केन्द्र में पीएम आवास योजना, पार्क, सामुदायिक केन्द्र, रैन बसेरा आदि सार्वजनिक स्थलों के रख-रखाव का कार्य, विभिन्न राजकीय जनहित योजनाओं के तहत आवेदन प्राप्त कर, स्वीकृति जारी करने, पीएम स्वनिधी योजना, सीएम स्वनिधि योजना, स्वनिधि से समृद्धि योजना, जन्म, मृत्यु, विवाह पंजीयन, सामाजिक पेंशन योजना, फायर एन.ओ.सी. ट्रेड लाईसेंस, यूडी टैक्स, डेयरी बूथ एनएफएसए आदि संबंधी कार्य किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त शहर के प्रमुख चौराहों, डिवाइडरों, सार्वजनिक भवनों की मरम्मत आदि का रख-रखाव एवं सौन्दर्यीकरण, साथ ही शहर की सम्पूर्ण साफ-सफाई एवं आवारा पशुओं से संबंधित प्राप्त होने वाली शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा हैं।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने बुधवार को चुनार-चोपन रेल खंड में चल रही दोहरीकरण परियोजना के विभिन्न निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। यह परियोजना लगभग 1423.96 करोड़ रुपए की लागत से पूरी की जा रही है। इसका उद्देश्य रेल खंड की लाइन क्षमता बढ़ाना, परिचालन में सुगमता लाना और यात्री तथा मालगाड़ियों के संचालन को अधिक प्रभावी बनाना है। निरीक्षण के दौरान, महाप्रबंधक ने ट्रैक निर्माण, अर्थकार्य, पुलों सहित अन्य संरचनात्मक कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता, संरक्षा और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने कहा कि परियोजना के पूर्ण होने से इस खंड पर ट्रेनों की आवाजाही सुचारु होगी और रेल यातायात में उल्लेखनीय सुधार आएगा। इस अवसर पर प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक शरद चंद्रायन, प्रमुख मुख्य इंजीनियर जे. के. चौरसिया, मुख्य इंजीनियर (निर्माण) एस. के. गुप्ता और मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मंडल रजनीश अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। महाप्रबंधक ने चुनार स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रस्तावित नए फुट ओवर ब्रिज की लोकेशन और लेआउट पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। चुनार स्टेशन यार्ड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने निर्देश दिए कि यार्ड लेआउट में आवश्यक संशोधन इस प्रकार किए जाएं, जिससे डीएफसी (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) से आने वाली गाड़ियां सीधे चोपन की ओर चलाई जा सकें। इससे ट्रेनों की गति में सुधार होगा और अधिक संख्या में गाड़ियों का संचालन संभव हो सकेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र के औद्योगिक और यात्री परिवहन को नई गति मिलेगी। यह पूर्वांचल और दक्षिण भारत को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण रेल मार्ग की क्षमता में बड़ा इजाफा करेगा, जिससे यात्रा सुगम होगी।
रामपुर में हाईकोर्ट बेंच की मांग पर प्रदर्शन:वकीलों और किसानों ने 5 किमी दायरे में संस्थान कराए बंद
रामपुर में वकीलों, किसानों, व्यापारियों और राजनेताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर पैदल मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में घूमकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कराया। बार एसोसिएशन रामपुर ने हाई कोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मेरठ के आह्वान पर प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा। इस प्रदर्शन में व्यापार मंडल रामपुर, व्यापार प्रतिनिधि मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोक दल, किसान यूनियन और बहुजन समाज पार्टी ने भी सहयोग किया और ज्ञापन सौंपा। इस आंदोलन में अधिवक्ताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विरोध प्रदर्शन के कारण अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। बार एसोसिएशन रामपुर ने मीडिया और सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता सतनाम सिंह मट्टू ने की, जबकि संचालन बार एसोसिएशन रामपुर के महासचिव द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष जाहिद अली, कोषाध्यक्ष रिजवान अली, कनिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल गुप्ता, संयुक्त सचिव प्रशासन रोहित कुमार, संयुक्त सचिव पुस्तकालय अरविंद कुमार सैनी, सचिव प्रचार नील कमल राजपूत, पूर्व अध्यक्ष ठा० पृथ्वीभान सिंह, राजेंद्र लोधी, रामसिंह लोधी, जमीर रिजवी, सुधीर शर्मा, मुख्तयार अहमद, जितेंद्र प्रधान, परम सिंह आर्य, कुमारी खालिदा, सुभाष पटेल, शिव नरेश तोमर और यशपाल मौर्य सहित कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित रहे।
खंडवा नगर निगम में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। निगम कर्मचारियों ने काम बंद कर महापौर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुई बैठक के दौरान SDM ऋषि सिंघई ने उन्हें अमर्यादित शब्द बोले थे। कर्मचारियों का आरोप है कि SDM ने उन्हें बैल और भेड़ की संज्ञा दी और भ्रष्टाचार करने वाला बताया। एसडीएम के खिलाफ किया प्रदर्शननिगम कर्मचारियों की मांग है कि, SDM को पद से हटाया जाए और उनकी अभद्रता के खिलाफ कार्रवाई की जाए। महापौर अमृता यादव ने कहा कि, उन्होंने कलेक्टर से मिलकर SDM पर कार्रवाई की मांग की हैं। क्योंकि SDM एक बड़े पद के अधिकारी हैं और उन्हें सोच विचार कर बोलना चाहिए। एमआईसी सदस्य राजेश यादव ने कहा कि SDM को तुरंत हटाना चाहिए, नहीं तो शहर में अराजकता का माहौल पैदा होगा। SDM ने निगम कर्मचारियों और पार्षदों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, जो गलत है। जब वे सोकर नहीं उठते तब तक कर्मचारी काम शुरू कर देते हैंइधर, निगम कर्मचारी संघ अध्यक्ष हरीश दुबे ने कहा कि SDM ने हमारे कर्मचारियों के साथ अभद्रता की है, इसलिए हम SDM से कहना चाहते हैं कि वे हमें इतना भी छोटा कर्मचारी ना समझें। हमारे कर्मचारी सुबह 5 बजे से काम शुरू करते हैं, जब SDM साहब सोकर भी नहीं उठते, और तब तक काम करते रहते हैं जब वे सो जाते हैं। एसडीएम बोले- आरोप निराधार, खेद प्रकट करता हूं मामले में एसडीएम ऋषि सिंघई का कहना है कि, पूरे आरोप निराधार हैं। दो दिन पहले पट्टा अभ्यर्थियों को लेकर एक मीटिंग हुई थी। जिसमें नगर निगम और राजस्व विभाग के कर्मचारी प्रशिक्षण ले रहे थे। इस दौरान प्रशिक्षण अवधि समाप्त होने के बाद कुछ लोगों को लगा कि उनको भ्रष्ट कहा, जबकि उनसे सामान्य रूप से कहा गया था कि सर्वे के पूर्व आवेदन आए हैं तो कैसे आ गए, और किस माध्यम से आए हैं। बाकी कोई बात नहीं थी, गलत तथ्य पेश किए जा रहे हैं। यदि किसी को लग रहा है कि हमने ऐसा किया हैं, तो हम खेद प्रकट करते हैं।
बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने वाली प्रदेश की सबसे बड़ी एजेंसी रूडसिको की कार्यप्रणाली पर पीएचईडी और जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि अमृत मिशन के तहत जो काम एजेंसी को सौंपे गए थे, उसमें एजेंसी डीपीआर तक समय पर नहीं बना पा रही। इस कारण कई प्रोजेक्ट लेट हो गए। इसे देखते हुए हमने पीने के पानी की सप्लाई से जुड़े प्रोजेक्ट्स पीएचईडी को सौंपे है। बुधवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी (पीएचईडी) मंत्री कन्हैया लाल चौधरी और जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने सरकार के 2 साल पूरे होने पर सरकार की तरफ से किए कार्यो का लेखा-जोखा पेश करने के दौरान ये बात कही। मंत्री चौधरी ने कहा, हमारी सरकार से पहले पूर्ववर्ती सरकार ने अमृत मिशन के तहत पेयजल सप्लाई से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स ऐसे शुरू कर दिए, जिनकी फिजीबिलिटी नहीं थी। मौके पर पानी की टंकियां बना दी, पाइप लाइन्स बिछा दी और पता चला कि उन टंकियों तक पानी लाने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस कारण उनको पूरा करने के बाद उनकी उपयोगिता सही से नहीं हो रही। अब हमें उन पर काम करवाना पड़ रहा है। साथ ही अब हमने अमृत मिशन के तहत होने वाले तमाम प्रोजेक्ट्स के लिए जनप्रतिनिधियों के सुझाव लेने शुरू कर दिए है, ताकि प्रोजेक्ट का आमजन को फायदा मिल सके। उन्होने बताया अमृत मिशन 2.0 के तहत अब तक 175 नगरीय निकायों के लिए 54 निविदाएं आमंत्रित की गई। इनमें से 104 निकायों की 32 निविदाओं में 1174.45 करोड़ रुपए के वर्कऑर्डर जारी कर काम शुरू कर दिया है। शेष 73 निकायों के लिए 2521.42 करोड़ रुपए की 22 निविदाएं आमंत्रित की जा चुकी है। 2 साल में 13.78 लाख लोगों को दिए कनेक्शन मंत्री चौधरी ने बताया- हमने जल जीवन मिशन के तहत गत सरकार की तुलना में कहीं ज्यादा कनेक्शन दिए। पिछली सरकार ने प्रति वर्ष औसतन 1000 गांवों के अनुसार 5 वर्षों में 5 हजार 27 गांवों में 39.28 लाख कनेक्शन देकर 19 हजार 500 करोड़ रुपए व्यय किए थे। लेकिन जब से हमारी सरकार सत्ता में आई है, हमने 4000 गांव प्रति वर्ष के अनुसार 2 साल में ही 7 हजार 900 से अधिक गांवों में 13.78 लाख कनेक्शन दे दिए हैं। इन पर प्रति वर्ष 5300 करोड़ रुपए के अनुसार 10 हजार 612 करोड़ रुपए व्यय हुआ। जेजेएम में 37 कर्मचारी अब तक सस्पेंड मंत्री ने बताया- जल जीवन मिशन के तहत कार्यों में अनियमितता की शिकायतों पर भी हमने जीरो टोलरेंस की नीति के साथ काम किया। जनवरी 2024 से इस साल दिसम्बर तक हमने इस मिशन से जुड़े 37 अधिकारियों को काम में गड़बड़ी करने या लापरवाही करने के मामले में सस्पेंड किए है। जबकि 86 कार्मिकों को सीसीए नियम-16 के तहत, 50 कार्मिकों को सीसीए नियम-17 के नोटिस जारी किए है। इसके अलावा मैसर्स श्याम व गणपति ट्यूबवैल प्रकरण में 139 कार्मिकों पर कार्यवाही प्रक्रियाधीन हैं।
बहादुरगढ़ में नेशनल हाईवे पर गांव आसौदा के पास हुए सड़क हादसे में घायल युवक की मौत हो गई, जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल है। शव का पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है। बाइक पर सवार दोनों युवकों को सामने से आ रही दूसरी बाइक ने टक्कर मार दी थी, जिससे यह हादसा हुआ था। हादसे को लेकर मृतक के भाई की शिकायत पर आसौदा थाना पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पुलिस को दिए बयान में जिला फतेहाबाद के भूना के वार्ड 7 स्थित खैरी चौक निवासी पवन कुमार बताया कि उसका छोटा भाई सुनील (26) आसौदा की अग्रवाल कंपनी में बिजली का कार्य करता था। सुनील अपने दोस्त गांव भूना निवासी संदीप के साथ कुछ समय से गांव आसौदा में किराये के मकान में रह रहा था। गत 13 दिसंबर की रात करीब 10 बजे सुनील और संदीप अपनी मोटरसाइकिल पर गांव आसौदा से बहादुरगढ़ की ओर नेशनल हाईवे जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रही मोटरसाइकिल HF डीलक्स पर सवार दो युवकों ने लापरवाही और तेज गति से वाहन चलाते हुए उनकी बाइक को टक्कर मार दी।पीजीआई में उपचार के दौरान हुई सुनील की मौतहादसे में सुनील और संदीप दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर चोट लगने के कारण सुनील को पीजीआईएमएस रोहतक रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं संदीप का उपचार भूना अस्पताल में चल रहा है।शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि जांच के दौरान उसे जानकारी मिली कि टक्कर मारने वाली बाइक को जसौर खेड़ी निवासी कृष्ण और कमल चला रहे थे। पवन कुमार ने आरोप लगाया कि दोनों युवकों की लापरवाही के कारण उसके भाई की जान गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
बलरामपुर के ऐतिहासिक सोमनाथ मंदिर में विवाद:पुजारी पर फर्जी रजिस्ट्रेशन कर कब्जा करने का आरोप
बलरामपुर के श्रीदत्तगंज ब्लॉक स्थित ग्राम सभा सहदईया के सैकड़ों साल पुराने सोमनाथ मंदिर में विवाद गहरा गया है। स्थानीय जनता और मंदिर के पुजारी के बीच मतभेद इतना बढ़ गया है कि मामला जिला अधिकारी तक पहुंच गया है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि मंदिर के पुजारी जितेंद्र बन (पुत्र राजेंद्र वन) ने फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाकर मंदिर पर कब्जा कर लिया है। उनका यह भी कहना है कि पुजारी ने मंदिर की सात सदस्यीय कमेटी में अपने परिवार के पांच सदस्यों को शामिल कर मनमाना अधिकार जमा रखा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुजारी के इस आचरण से मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंची है। पूजा करने आने वाली महिलाएं भी असहज महसूस कर रही हैं। आनंद प्रकाश ने बताया कि महिलाएं मंदिर में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं, जिससे मंदिर की परंपरा और सम्मान को खतरा है। जब स्थानीय लोगों ने इस आचरण का विरोध किया, तो पुजारी ने खुद को और अपने प्रबंधक को मंदिर का मालिक घोषित कर दिया। इससे स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी फैल गई और उन्होंने पुजारी को हटाने की मांग की। ग्रामीणों ने बलरामपुर के जिला अधिकारी से फर्जी रजिस्ट्रेशन रद्द करने और पुजारी को मंदिर से हटाने का अनुरोध किया है, ताकि सोमनाथ मंदिर की ऐतिहासिक गरिमा और धार्मिक परंपरा बनी रहे। ज्ञापन में आनंद प्रकाश, भोलेनाथ जायसवाल, अवधेश सेठी, योगेंद्र, प्रेम प्रकाश, संतोष और महेश सहित दर्जनों नाम शामिल हैं।
भदोही पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के एक फरार अभियुक्त के घर पर धारा 82 सीआरपीसी की नोटिस चस्पा की है। न्यायालय ने आदेश दिया है कि यदि अभियुक्त निर्धारित तिथि तक पेश नहीं होता है, तो उसकी संपत्ति कुर्क कर ली जाएगी। यह कार्रवाई थाना भदोही में पंजीकृत गैंगस्टर एक्ट की धारा 3(1) के तहत वांछित अभियुक्त अनवर अली पुत्र इस्लाम के खिलाफ की गई है। अनवर अली नई बस्ती मर्यादपट्टी, थाना व जनपद भदोही का निवासी है और गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार फरार चल रहा है। न्यायालय के आदेश पर, उपनिरीक्षक कैलाश सिंह के नेतृत्व में थाना भदोही की पुलिस टीम ने अभियुक्त के निवास स्थान पर मुनादी (उद्घोषणा) की। इसके बाद, गवाहों की उपस्थिति में धारा 82 सीआरपीसी की नोटिस चस्पा की गई। अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया है।
मिर्जापुर में नशा मुक्ति अभियान को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस और मद्यनिषेध विभाग की संयुक्त टीम ने बुधवार को श्रीशिव इंटर कॉलेज में एक जागरूकता कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करना था। कार्यशाला के दौरान, छात्रों और विद्यालय स्टाफ को नशा न करने तथा समाज को नशे के विरुद्ध जागरूक करने की शपथ दिलाई गई। अधिकारियों ने मानश नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन नंबर 1933 के बारे में भी जानकारी दी, ताकि लोग नशे से संबंधित किसी भी समस्या या सूचना के लिए सहायता प्राप्त कर सकें। संयुक्त टीम ने अपने संबोधन में बताया कि नशा केवल व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि परिवार, समाज और आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करता है। नशे की लत युवाओं के भविष्य को अंधकारमय कर देती है, इसलिए इससे प्रारंभिक अवस्था में ही दूरी बनाना महत्वपूर्ण है। छात्रों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, कार्यक्रम में भाषण, निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों ने नशा मुक्त समाज की अपनी कल्पना को रचनात्मक रूप से प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में वाराणसी के उप क्षेत्रीय मद्यनिषेध अधिकारी राकेश रोशन, श्रीशिव इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार और प्रभारी नारकोटिक्स गणेश नारायण शुक्ला उपस्थित रहे। इनके अतिरिक्त, पुलिस एवं मद्यनिषेध विभाग के अन्य अधिकारी, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी मौजूद थे।
विदिशा के मोहन गिरी इलाके में एक पुराने गणेश मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बाद दोनों पक्ष शिकायत दर्ज कराने कोतवाली थाने पहुंचे। स्थानीय निवासियों के अनुसार, मोहन गिरी में एक चबूतरे पर सालों पुराना गणेश मंदिर बना हुआ है। इसी चबूतरे की भूमि को लेकर पास में रहने वाले रघुवंशी परिवार और मोहल्ले वालों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। रहवासियों का आरोप है कि पूजा-अर्चना के दौरान अक्सर विवाद होता है। आज भी इसी बात पर कहासुनी शुरू हुई, जो जल्द ही पथराव में बदल गई। आरोप है कि रघुवंशी परिवार की ओर से छत से पत्थर फेंके गए, जिसके जवाब में मोहल्ले के लोगों ने नीचे से पथराव किया। वहीं, रघुवंशी परिवार का दावा है कि जिस स्थान पर मंदिर बना है, वह उनकी निजी भूमि है। परिवार की एक युवती ने बताया कि मंदिर उनकी जमीन पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहल्ले के लोग मंदिर का निर्माण कर रहे थे और 'जिन्न बाबा' के चबूतरे को तोड़ रहे थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद गाली-गलौज और पथराव हुआ। इस घटना में उनके पिता और वह स्वयं घायल हो गईं। कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज ने बताया कि मंदिर की जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ है। रघुवंशी परिवार जमीन को अपनी निजी संपत्ति बता रहा है और रजिस्ट्री होने का दावा कर रहा है, जबकि दूसरा पक्ष मंदिर को सार्वजनिक संपत्ति बता रहा है। पुलिस ने फिलहाल दोनों पक्षों को समझाया है। जमीन के वास्तविक स्वामित्व की जांच के लिए मामला राजस्व विभाग को भेजा जा रहा है। भविष्य में किसी भी विवाद को रोकने के लिए दोनों पक्षों के खिलाफ बांड ओवर की कार्रवाई की जा रही है।
भिवानी के थाना तोशाम पुलिस ने ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत सुनीता हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिसकी 2 महीने पहले घर में घुसकर हमला कर दिया था, जिसमें महिला की मौत हो गई थी। गांव ईशरवाल निवासी दलबीर ने थाना तोशाम में शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह खेती-बाड़ी का कार्य करता है। उसके परिवार का रविंद्र व अन्य व्यक्तियों के साथ जमीन के बंटवारे को लेकर काफी समय से विवाद व रंजिश चली आ रही थी। 9 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे जब शिकायतकर्ता अपनी पत्नी सुनीता के साथ मकान के अंदर सो रहे थे, तभी आरोपी रविंद्र, अमन व अन्य व्यक्तियों ने लाठी-डंडों से जान से मारने की नीयत से उन पर हमला कर दिया। घटना के बाद शिकायतकर्ता अपनी पत्नी सुनीता को घायल अवस्था में इलाज के लिए सरकारी अस्पताल तोशाम लेकर गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शिकायत के आधार पर थाना तोशाम में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। गांव का ही रहने वाला है आरोपीथाना तोशाम के प्रभारी निरीक्षक महाबीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सुनीता हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान ईशरवाल निवासी अभिषेक के रूप में हुई है। आरोपी वारदात के दिन मारपीट की घटना में शामिल था। गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय में पेश करके एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से गहन पूछताछ की जाएगी। केस में अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इससे पहले 5 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
चाईबासा के गोईलकेरा थाना क्षेत्र के कोतरोगढ़ा–पोकाम जंगल में मिले अज्ञात शव के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त दो लोहे के दौउली और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है। पुलिस को 16 दिसंबर 2025 को जंगल में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद शव की पहचान करीनाथ लुगुन के रूप में की। करीनाथ लुगुन सारूड़ा गांव, गोईलकेरा थाना, पश्चिमी सिंहभूम के निवासी थे। जांच में सामने आया हत्या आपसी विवाद के कारण हुई थी मामले की गंभीरता को देखते हुए गोईलकेरा थाना प्रभारी विक्रांत मुंडा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। गहन अनुसंधान और छापेमारी के दौरान पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले। जांच में सामने आया कि करीनाथ लुगुन की हत्या आपसी विवाद के कारण हुई थी। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें रोडों निवासी गोमिया होनहागा (21), डकेदा वनग्राम निवासी सिप्रियान लुगुन (25) और डकेदा वनग्राम निवासी पोलुस मानकी (25) शामिल हैं। सभी आरोपी गुदड़ी थाना क्षेत्र, पश्चिमी सिंहभूम के निवासी हैं। पुलिस पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उनकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किए गए खून लगे दो लोहे के दौउली और शव छिपाने में प्रयुक्त मोटरसाइकिल जब्त की गई। इस मामले में गोईलकेरा थाना में कांड संख्या 42/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 103(1), 238 और 3(5) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार, मामले की आगे की जांच जारी है और अन्य संभावित पहलुओं पर भी गौर किया जा रहा है।
ब्यावर जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य संवैधानिक संस्थाओं के कथित दुरुपयोग के विरोध में चांग गेट (गांधी सर्किल) पर प्रदर्शन किया। यह विरोध सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के विरोध में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जिला कांग्रेस अध्यक्ष किशोर चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ED और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है। उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस सत्य और संविधान की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी। पूर्व विधायक राकेश पारीक ने इस कार्रवाई को पूरी तरह राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है। पूर्व विधायक हंगामी लाल मेवाड़ा ने आरोप लगाया कि ED अब स्वतंत्र एजेंसी नहीं रही, बल्कि भाजपा का राजनीतिक हथियार बन चुकी है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक स्थिति बताया। कांग्रेस प्रत्याशी पारस पंच ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं की साख को नुकसान पहुंचाकर भाजपा तानाशाही मानसिकता का परिचय दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस इसे कभी सफल नहीं होने देगी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनोज चौहान ने कहा कि ED की कार्रवाई कानून से परे है और विपक्ष को डराने की यह कोशिश पूरी तरह विफल होगी। दिनेश शर्मा ने कहा कि देश में लोकतंत्र और संविधान पर सीधा हमला हो रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क से संसद तक इस अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेंगे। राजस्थान युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव भुवनेश शर्मा ने ‘सत्यमेव जयते’ के पोस्टर वितरित करते हुए कहा कि सत्य को दबाया नहीं जा सकता और युवा कांग्रेस राहुल गांधी के साथ मजबूती से खड़ी है। प्रदर्शन में पूर्व विधायक, कांग्रेस पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, महिला कांग्रेस, सेवादल, एनएसयूआई, युवा कांग्रेस सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार और ED के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई तथा चेतावनी दी गई कि यदि राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई बंद नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अशोक रांका ने बाहर से आए सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र तुनगरिया ने किया।
नक्सल विरोधी अभियान से लौटते समय हुए सड़क हादसे में जान गंवाने वाले पुलिस जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग उठी है। मध्यप्रदेश विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और अटेर विधायक हेमंत सत्यदेव कटारे ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर मृत जवानों को शहीद का दर्जा देने तथा उनके परिवारों को सम्मान और सहायता देने का आग्रह किया है। दरअसल, बीडीएस शाखा की टीम 30 अक्टूबर 2025 को बालाघाट जिले में नक्सल विरोधी अभियान पर गई थी। 10 दिसंबर को ड्यूटी पूरी करके मुरैना लौटते समय सागर जिले के बांदरी झिझीनी घाटी में एनएच 44 पर उनके वाहन की सामने से आ रहे कंटेनर से टक्कर हो गई। हादसे में चार पुलिसकर्मी मौके पर ही शहीद हो गए और एक गंभीर घायल हुआ जिसे दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपनेता प्रतिपक्ष ने शहीद का दर्जा देने की मांग कीमध्यप्रदेश विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष एवं अटेर विधायक हेमंत सत्यदेव कटारे ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर नक्सल ऑपरेशन की जोखिम भरी ड्यूटी से लौट रहे बम डिस्पोजल स्क्वॉड के वाहन की दुर्घटना में मृत जवानों को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कटारे ने बताया कि सागर जिले के बांदरी के पास बुधवार तड़के नेशनल हाईवे-44 पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड के वाहन और एक कंटेनर की भिड़ंत हो गई। इस दर्दनाक हादसे में मध्यप्रदेश पुलिस के चार जवानों की असामयिक मृत्यु हो गई। उन्होंने बताया कि मुरैना पुलिस का बस निरोधक दस्ता व डॉग स्क्वॉड बालाघाट में नक्सल विरोधी अभियान में तैनात था और ड्यूटी पूरी कर मुरैना लौटते समय यह दुर्घटना हुई। हादसे में आरक्षक प्रधुम्न दीक्षित, अनिल कौरव तथा डॉग मास्टर विनोद शर्मा और परिमल सिंह तोमर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आरक्षक राजीव चौहान गंभीर रूप से घायल हो गया। शहीद का दर्जा देने से दूसरे जवानों का मनोबल बढ़ेगाकटारे ने पत्र में कहा कि मृत सभी जवान दुर्गम और अत्यंत जोखिमपूर्ण नक्सल विरोधी अभियान में संलग्न थे। ऐसी परिस्थितियों में कर्तव्य निर्वहन के दौरान जान गंवाने वाले इन वीर जवानों को शहीद का दर्जा दिया जाना चाहिए। इससे न केवल पीड़ित परिवारों को सम्मान और संबल मिलेगा, बल्कि जोखिमपूर्ण ड्यूटी में तैनात पुलिस जवानों का मनोबल भी बना रहेगा।
मध्यप्रदेश में ठंड का असर तेज होने लगा है और दिसंबर जनवरी के बीच संभावित शीतलहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। तापमान के 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की आशंका के बीच राज्य सरकार ने सरकारी और निजी दोनों तरह के मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन, CMHO और सिविल सर्जन को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। ये निर्देश राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और भारत सरकार के NCDC की पब्लिक हेल्थ एडवाइजरी के आधार पर जारी किए गए हैं। शीतलहर के दौरान हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं जानलेवा साबित हो सकती हैं। ऐसे में प्रशासन का फोकस न केवल इलाज पर है, बल्कि समय रहते जन-जागरूकता बढ़ाने और जोखिम वाले समूहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी है। इसी समय रहता है सबसे ज्यादा खतरास्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रदेश में शीतलहर का प्रभाव मुख्य रूप से दिसंबर और जनवरी माह में देखने को मिलता है। इसी दौरान कुछ लोग सबसे ज्यादा जोखिम में रहते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन समूहों पर विशेष निगरानी और प्राथमिकता के साथ चिकित्सा सहायता सुनिश्चित की जाए। यह लोग सबसे ज्यादा खतरे में हाइपोथर्मिया को माना गया मेडिकल इमरजेंसीशीतलहर के दौरान हाइपोथर्मिया सबसे गंभीर और जानलेवा स्थिति बनकर सामने आती है। यह एक चिकित्सकीय आपात स्थिति है, जिसमें शरीर का तापमान सामान्य से खतरनाक स्तर तक गिर जाता है। निर्देशों में कहा गया है कि हाइपोथर्मिया के लक्षण दिखने पर पीड़ित को तुरंत गर्म और सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए। गीले कपड़े तुरंत उतारकर सूखे कपड़े पहनाए जाएं और कंबल, चादर या तौलिये की कई परतों में लपेटा जाए। यदि व्यक्ति होश में है तो उसे हॉट ड्रिंक दी जा सकती है। लेकिन, मादक पदार्थों का सेवन किसी भी स्थिति में न कराया जाए। बेहोश व्यक्ति को तरल पदार्थ नहीं देने की सलाह दी गई है। गंभीर मामलों में तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाना अनिवार्य बताया गया है। फ्रॉस्टबाइट के संकेतों को नजरअंदाज न करेंलंबे समय तक अत्यधिक ठंड के संपर्क में रहने से फ्रॉस्टबाइट का खतरा भी बढ़ जाता है। इसमें शरीर के खुले हिस्सों जैसे उंगलियां, पैर के पंजे, नाक और कान पर सुन्नता, सफेदी, पीलापन या काले छाले दिखाई देने लगते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लिया जाए। समय पर इलाज न मिलने पर यह स्थिति स्थायी क्षति या अंग गंवाने तक का कारण बन सकती है। अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखने के निर्देशराज्य के सभी शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे शीतलहर के दौरान इमरजेंसी सेवाओं को पूरी तरह तैयार रखें। हाइपोथर्मिया और ठंड से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयों, कंबलों और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। आपातकालीन विभागों में त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली मजबूत रखने के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि किसी भी गंभीर मरीज को समय पर इलाज मिल सके। विभाग ने आम लोगों को दिए यह सुझाव NDMA का FAST ऐप बनेगा मददगारहाइपोथर्मिया और प्राथमिक उपचार की जानकारी को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए NDMA के मोबाइल एप्लिकेशन First Aid for Students Teachers (FAST) के प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए हैं। इस ऐप के जरिए छात्र, शिक्षक और आम नागरिक आपात स्थिति में प्राथमिक उपचार की सही जानकारी हासिल कर सकते हैं, जिससे ठंड से होने वाली जनहानि को काफी हद तक रोका जा सकेगा।
जोधपुर एयरपोर्ट से मुंबई जाने वाली एक फ्लाइट के उड़ान भरने से पहले एक वाकया सामने आया। यहां फ्लाइट में सवार एक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई। इस पर पायलट ने फ्लाइट को उड़ान भरने से रोका और उसे बच्चे को फ्लाइट से उतारकर हॉस्पिटल ले जाया गया। जानकारी के मुताबिक जोधपुर से मुंबई जाने वाली फ्लाइट 6E674 आज शाम जोधपुर से मुंबई के किए रवाना होने वाली थी। ये फ्लाइट आज शाम 3 बजकर 30 मिनट पर रवाना होनी थी। पायलट फ्लाइट की लैंडिंग की तैयारी में था, इसी दौरान फ्लाइट में सवार एक बच्चे की तबीयत बिगड़ गई। इस पर पायलट को सूचना मिली तो उन्होंने फ्लाइट को उड़ान भरने से रोक दिया। बाद में बच्चे को एंबुलेंस के जरिए हॉस्पिटल ले जाया गए। इसके बाद करीब 30 मिनट की देरी से फ्लाइट ने मुंबई के किए उड़ान भरी। मुंबई के लिए आम दिनों में फ्लाइट शाम 5 बजकर 10 मिनट तक पहुंचती है, लेकिन अब ये फ्लाइट 6 बजकर 25 मिनट के करीब पहुंचेगी। इधर इस पूरे मामले को लेकर एयरपोर्ट के डायरेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि इस घटना को लेकर संबंधित अधिकारियों से जानकारी मांगी है।
14वां जयरंगम (जयपुर रंग महोत्सव) 18 से 21 दिसंबर तक जवाहर कला केंद्र में आयोजित किया जा रहा है। थ्री एम डॉट बैंड्स थिएटर फैमिली सोसाइटी, कला एवं संस्कृति विभाग राजस्थान और जवाहर कला केन्द्र, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा, जहां रंगमंच, कला, संस्कृति, संगीत और संवाद का समागम देखने को मिलेगा।बुधवार को फेस्टिवल की रूपरेखा और थिएटर पर मशहूर बॉलीवुड एक्टर मकरंद देशपांडे और जयरंगम फेस्टिवल की डायरेक्टर मन गेरा ने जानकारी दी। इस दौरान संजय हरपावत, डॉ. हेमा गेरा, जे.के. जाजू, वाय. के. नरूला भी मौजूद रहे। मकरंद देशपांड ने कहा कि मैं सर सर सरला नाटक के साथ यहां से जुड़ा हूं और हर बार एक अलग अंदाज में यहां आता हूं। एक दशक से जयरंगम ने जयपुर के साथ जोड़े रखा है। इस बार आइंस्टीन नाटक लेकर आया हूं, जिसका एक शो बच्चों के लिए विशेष तौर पर कर रहा हूं। उन्होंने एआई से थिएटर पर संकट पर कहा कि थिएटर कभी भी खत्म नहीं होगा। एआई के जरिए पांच मकरंद देशपांडे बना दिए जाएंगे, लेकिन ऑडियंस को थिएटर में ही असली मकरंद देशपांडे चाहिए।मन गेरा ने कहा कि फेस्टिवल में रंगमंच, कला एवं संस्कृति के रंगों से सजाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस वर्ष महिलाओं को केन्द्र में रखते हुए फेस्टिवल तैयार किया गया है। महोत्सव की शुरुआत 18 दिसंबर, गुरुवार को दोपहर 12 बजे बच्चों के लिए मकरंद देशपांडे के नाटक ‘आइंस्टीन’ के मंचन से कृष्णायन सभागार में होगी। दोपहर 2 बजे ‘अजीत राय– थिएटर, सिनेमा एंड एवरीथिंग इन बिटवीन' विषय पर टॉक शो आयोजित किया जाएगा, जिसमें मकरंद देशपांडे, गुलाब सिंह तंवर, धर्मेंद्र नाथ ओझा, राजकुमार रजक और अभिषेक गोस्वामी संवाद करेंगे। शाम 4 बजे रंगायन में समीना जेहरा का नाटक ‘द गिरमिट’ प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि शाम 7 बजे हर उम्र के कला प्रेमियों के लिए मकरंद देशपांडे के नाटक ‘आइंस्टीन’ का मंचन होगा। चार दिनों में 11 नाट्य प्रस्तुतियां, म्यूजिकल परफॉर्मेंस, दास्तानगोई, एग्जीबिशन आयोजित की जाएगी। इसमें 9 नाटक राजस्थान में पहली बार हो रहे है। 'स्पॉटलाइट' सेगमेंट के तहत 6 नाटक, इस वर्ष स्पॉटलाइट के तहत महिला नाट्य निर्देशकों के नाटकों का मंचन प्रस्तावित है।जयरंगम में पहली बार हेरिटेज वॉक का आयोजन होगा। जेम सिनेमा से सांगानेरी गेट, बड़ी चौपड़, हवामहल, टाउन हॉल से राम प्रकाश थिएटर, जयपुर के जरिए लोग शहर के स्थापत्य, संस्कृति और आम जीवन को जान सकेंगे। समिना जहेरा निर्देशित 'द गिरमिट' न्यूजीलैंड की नाट्य प्रस्तुति है, जो भारत में पहली बार हो रही है।
बूंदी के देईखेड़ा कस्बे में राज्य सरकार की वर्षगांठ के अवसर पर ग्रामीण समस्या समाधान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें गुहाटा, लबान, देईखेड़ा और खरायता पंचायतों के ग्रामीणों ने भाग लिया। शिविर का शुभारंभ नायब तहसीलदार और शिविर प्रभारी जगदीश शर्मा ने किया। सरपंच बुद्धि प्रकाश मीणा और सचिव रतन सिंह पंवार ने बताया कि शिविर में ग्रामीणों से सामाजिक सुरक्षा पेंशन, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री आवास, खाद्य सुरक्षा और श्रमिक पंजीयन जैसी विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन प्राप्त किए गए। हालांकि, शिविर में श्रम और रसद विभाग के कर्मचारियों के गैरमौजूद रहने से ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लबान निवासी रवि मीणा ने बताया कि दोपहर बाद तक भी इन विभागों के कर्मी नहीं पहुंचे, जिससे संबंधित कार्यों के लिए आमजन को दिक्कत हुई। देईखेड़ा निवासी लखन मीणा ने यह भी बताया कि देईखेड़ा पंचायत सचिव ने शिविर के आयोजन की जानकारी ग्रामीणों को नहीं दी थी। इस कारण कई ग्रामीण शिविर में नहीं पहुंच पाए।
बारां जिले के सीसवाली में जनसेवक विष्णु गौतम पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में झालावाड़ में ब्राह्मण समाज का आक्रोश सामने आया। सर्व ब्राह्मण समाज के बैनर तले सैकड़ों प्रतिनिधियों ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई। पुलिस द्वारा अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं किए जाने पर समाज ने नाराजगी व्यक्त की। ज्ञापन देने पहुंचे समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि विष्णु गौतम द्वारा क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों और असामाजिक तत्वों की शिकायत प्रशासन से की गई थी। इसी राजनीतिक द्वेष और ईर्ष्या के चलते उन पर सुनियोजित तरीके से जानलेवा हमला किया गया। प्रदर्शन के दौरान सर्व ब्राह्मण परशुराम सेना के राष्ट्रीय संरक्षक राजेंद्र जोशी, विप्र फाउंडेशन के मुख्य प्रदेश संगठन मंत्री विकास भार्गव, ब्राह्मण कल्याण परिषद के जिला अध्यक्ष विश्वास जोशी, परशुराम सेना के जिला अध्यक्ष हिमांशु तिवारी सहित अन्य नेताओं ने संयुक्त रूप से बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अपराधियों को सीसवाली थाने के सीआई किरदार अहमद और एएसआई रोहिताश सिंह चौधरी का खुला संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण आरोपी अभी तक खुलेआम घूम रहे हैं। समाज ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि नामजद आरोपी दिनेश सोनी, सत्तू सोनी, राहुल कोडप, आयुष नागर और मुकेश नागर को तुरंत गिरफ्तार नहीं किया गया और दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया गया, तो समाज उग्र आंदोलन करेगा। इस अवसर पर एबीवीपी के पूर्व जिला संयोजक एडवोकेट पुष्पेंद्र शर्मा, एडवोकेट नीलम दिक्षित, एडवोकेट अमितोश आचार्य, एडवोकेट मनु पाठक, एडवोकेट रवि मिश्रा, वैभव जोशी, नकुलदत्त, मनोज कुमार, पाटन व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, मनीष शर्मा, कोषाध्यक्ष आनंद तिवारी, अक्षत्र उपाध्याय, सतीश शर्मा और पवन श्रृंगी भी मौजूद रहे। पिड़ावा से आए पवन शर्मा और विजय शर्मा ने भी दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
देवास पुलिस ने 'ऑपरेशन प्रहार' के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 लाख रुपए की 55 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त की है। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अपचारी बालक को अभिरक्षा में लिया गया है। पुलिस अधीक्षक देवास के निर्देश पर जिले में नशे के सौदागरों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के मार्गदर्शन में कन्नौद थाना पुलिस को 14 दिसंबर को मुखबिर से सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर ग्रामीण क्षेत्र में घेराबंदी कर एक संदिग्ध मोटरसाइकिल को रोका गया। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से 55 ग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुई, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 11 लाख रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने नारायणसिंह पिता बोमेरसिंह (50 वर्ष, निवासी आंगरी सुवासरा) को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/22 के तहत मामला दर्ज किया है। जांच में सामने आया कि पकड़े गए आरोपी मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा से लगे जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में पैडलर के माध्यम से एमडी ड्रग्स की सप्लाई करते थे। कार्रवाई के दौरान एक मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है और इस ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
बड़वानी जिले के अंजड में 1 से 15 जनवरी के बीच 14 स्थानों पर हिन्दू सम्मेलन होगा। आयोजन की तैयारियों के तहत बुधवार को नर्मदा किनारे स्थित लोहारा घाट पर अक्षत कलश पूजन और प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में संतों और समाज के प्रमुख उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत नर्मदा मैया के पूजन-अर्चन से हुई। इसके बाद संतों और समाज प्रमुखों ने अक्षत कलश की पूजा-अर्चना की। यह पूजन आगामी हिन्दू सम्मेलनों की सफलता और शुभारंभ के लिए किया गया। मुख्य वक्ता बोले- हिंदू समाज को एकजुट करना उद्देश्य मालवा प्रांत छात्रावास कार्य प्रमुख निर्मल आदिवाल ने कार्यक्रम में कहा कि यह आयोजन हिंदू समाज को एकजुट करने और भारतीय संस्कृति को संरक्षित रखने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करना, वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का सामना करना और जन जागृति लाना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। दंडी स्वामी हेमेंद्र सरस्वती महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि ज्ञान और विवेक सभी के पास हैं, इसे जागृत करना समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने गौ रक्षा और धर्म रक्षा के लिए जागरूक होने तथा पंच परिवर्तन को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। मंडलों और बस्तियों में सम्मेलन अंजड खंड में कुल आठ मंडल और छह बस्तियों में सम्मेलन आयोजित होंगे। इनमें अंजड नगर की चार बस्तियां, ठीकरी नगर की दो बस्तियां, साथ ही चकेरी मंडवाड़ा, तलवाड़ा, दवाना, ब्राह्मण गांव, कुआं, सेगवाल और खुरमपुरा मंडल शामिल हैं। कार्यक्रम के समापन के बाद सभी मंडलों की बैठकें आयोजित की गईं और उन्हें अक्षत कलश वितरित किए गए। पीले चावल से दिया आमंत्रण हिन्दू सम्मेलन के लिए सभी मंडलों में 21 दिसंबर तक कार्यालय खोले गए। प्रत्येक मंडल में स्थल चयन कर भूमि पूजन किया गया। 25 दिसंबर के बाद गांव-गांव जाकर पीले चावल के माध्यम से दिया गया और भगवा पताका लगाई गई। इसके अलावा प्रभात फेरी, मशाल जुलूस और युवाओं द्वारा भगवा रैली आयोजित की गई। 31 दिसंबर को खंड के प्रत्येक गांव और नगर में भारत माता की आरती की गई। यह रहे उपस्थित कार्यक्रम में दसानन नागा सन्यासी और तपोनिधि पंचायती आनंद अखाड़ा वाराणसी के जमना पूरी महाराज, बड़वानी जिला संघ चालक भगवान सेप्टा, मैकाल स्वतः आश्रम लोहारा के कमल किशोर मिश्रा, महादेव यादव, ओंकार धनगर, दुधालाल मुकाती, बाबूलाल काग और गायत्री दसौंधी मंचासीन रहे।
राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर पीठ ने उदयपुर मास्टर प्लान-2031 के लैंड यूज मैप में ‘ड्राफ्टिंग एरर’ को ठीक करने का निर्देश दिया है। जस्टिस सुनील बेनीवाल ने 17 दिसंबर को दो जुड़े हुए मामलों पर अपना रिपोर्टेबल जजमेंट सुनाते हुए राज्य सरकार को निर्देश दिया कि याचिकाकर्ताओं की जमीन को मास्टर प्लान के लैंड यूज मैप में ग्रीन जोन-1 (G-1) से जोन-2 (G-2) में शामिल करने का संशोधन करे। कोर्ट ने माना कि फतहसागर झील के फुल टैंक लेवल (FTL) से 100 मीटर से अधिक दूरी पर स्थित जमीन को ‘ड्राफ्टिंग एरर’ के कारण गलत तरीके से G-1 जोन में दर्शाया गया था, जबकि वह ग्रीन जोन-2 में आती है। कोर्ट ने राज्य सरकार को एक महीने के भीतर मास्टर प्लान के मैप में आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए हैं। विवाद: ग्रीन जोन-1 बनाम ग्रीन जोन-2 दरअसल, याचिकाकर्ता पीयूष मारू, चिराग मारू, मोनिका और सोनाली ने याचिका दायर की थी। इनके पास उदयपुर के गिरवा तहसील के गांव सिसारमा में खसरा नंबर 1697 में 0.8600 हेक्टेयर कृषि भूमि है। याचिकाकर्ताओं ने अपनी जमीन पर होटल/रिसॉर्ट बनाना चाहते थे, लेकिन मास्टर प्लान-2031 के प्रस्तावित लैंड कन्वर्जन मैप में उनकी जमीन को गलती से G-1 जोन में दर्शाया गया था, जिसके कारण भूमि रूपांतरण में कठिनाई हो रही थी। अधिकारियों का कहना था कि मास्टर प्लान-2031 के मैप में यह जमीन 'ग्रीन जोन-1' में दिखाई गई है, जहां निर्माण पूरी तरह प्रतिबंधित है। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि उनकी जमीन फतेहसागर झील के FTL से 100 मीटर से अधिक दूर है। मास्टर प्लान के क्लॉज 5.6.2 के अनुसार, फतहसागर झील के फुल टैंक लेवल (FTL) से 100 मीटर तक का क्षेत्र ही ग्रीन जोन-1 में आता है। उन्होंने बताया कि याचिकाकर्ताओं की जमीन झील से 129 से 150 मीटर की दूरी पर स्थित है और बीच में सड़क व राजीव गांधी पार्क है, इसलिए यह ग्रीन जोन-2 में आती है। दूसरी याचिका गोविंद अग्रवाल ने दायर की थी, जिनकी जमीन भी इसी क्षेत्र में स्थित है। खुद यूआईटी-UDA ने मानी ड्राफ्टिंग एरर मामले की सुनवाई के दौरान एक रोचक पहलू सामने आया। कोर्ट ने पाया कि याचिकाकर्ताओं द्वारा 8 अप्रैल 2019 दिए गए एक रिप्रेजेंटेशन दिया था। इस पर UIT, अब उदयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी-UDA) ने 19 जून 2019 को अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया कि राजीव गांधी पार्क के आसपास की जमीन को मानचित्र में गलती से G-1 जोन दर्शाया गया है, जबकि यह FTL से 100 मीटर से अधिक दूर है और G-2 जोन में होनी चाहिए। बाद में 9 दिसंबर 2021 की रिपोर्ट में UIT ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ताओं की जमीन फतहसागर झील से लगभग 129 मीटर से 150 मीटर की दूरी पर स्थित है। राज्य सरकार ने 11 जनवरी 2022 को UIT को निर्देश दिया कि यदि मास्टर प्लान की रिपोर्ट और भू-उपयोग मानचित्र में विरोधाभास है तो इसे जोनल डेवलपमेंट प्लान में ठीक करके न्यास बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजा जाए। 28 अक्टूबर 2022 की बैठक, सरकार का यू-टर्न जोनल डेवलपमेंट प्लान के लिए 29 सितंबर 2022 को सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया था। याचिकाकर्ताओं ने 30 सितंबर 2022 को आपत्ति दर्ज कराई। UIT ने 28 अक्टूबर 2022 को हुई बैठक में याचिकाकर्ताओं की आपत्ति पर विचार किया और टिप्पणी में दर्ज किया कि याचिकाकर्ताओं की जमीन फतहसागर के FTL से लगभग 500 मीटर दूर है और 100 मीटर से अधिक होने के कारण इसे G-1 से हटाने का निर्णय राज्य सरकार के स्तर पर आवश्यक है। UIT ने 11 नवंबर 2022 को राज्य सरकार को पत्र लिखकर बताया कि यह केवल ड्राफ्टिंग एरर है और मास्टर प्लान की परिभाषा के अनुसार यह क्षेत्र G-1 में नहीं आता है। याचिकाकर्ताओं के वकील ने कोर्ट को बताया कि इस मीटिंग में यूआईटी ने आपत्तियों को स्वीकार कर सुधार की सिफारिश की। बाद में यूआईटी और राज्य सरकार अपने ही स्टैंड से पीछे हट गए और कोर्ट के पिछले आदेश को वापस लेने की अर्जी लगा दी। सरकार की दलीलें खारिज सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता (AAG) राजेश पंवार ने तर्क दिया कि याचिकाकर्ताओं ने 2018 में जमीन खरीदी थी और उन्हें पता था कि यह ग्रीन जोन-1 में है। उन्होंने 'गुलाब कोठारी' और 'राजेंद्र कुमार राजदान' केस का हवाला देते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए 200 मीटर तक 'नो कंस्ट्रक्शन जोन' माना जाना चाहिए। कोर्ट का फैसला: एक महीने में सुधार करें कोर्ट ने UIT और राज्य सरकार के रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि 2019 से लेकर 2022 तक UIT ने याचिकाकर्ताओं के पक्ष में रिपोर्ट दी और कोर्ट के समक्ष भी संशोधन करने के लिए समय मांगा, लेकिन अप्रैल 2025 में अचानक रुख बदलकर 22 अगस्त 2024 के आदेश को वापस लेने की अर्जी दायर कर दी। कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया, निजी हित को सार्वजनिक हित से ऊपर नहीं रखा जा सकता, लेकिन यहां याचिकाकर्ता मास्टर प्लान में बदलाव नहीं मांग रहे, बल्कि मास्टर प्लान की परिभाषा के आधार पर मैप में हुई गलती (Drafting Error) को सुधारने की मांग कर रहे हैं। कोर्ट ने निर्देश दिया कि:
सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती उर्फ गरीब नवाज के 814वें सालाना उर्स की अनौपचारिक शुरुआत आज दरगाह के बुलंद दरवाजे पर पारंपरिक झंडा रस्म के साथ हो गई। असर की नमाज के बाद लंगरखाने से शुरू हुए झंडे के जुलूस में अकीदतमंद उमड़ पड़े। यह रस्म अदा होने के साथ ही उर्स शुरू हो गया, जो रजब महीने के चांद दिखने पर औपचारिक रूप से प्रारंभ होगा। परंपरा के अनुसार, झंडा चढ़ाने की यह रस्म भीलवाड़ा के गौरी परिवार द्वारा अदा की गई। असर की नमाज अदा होने के बाद गरीब नवाज गेस्ट हाउस से झंडे का जुलूस रवाना हुआ। ढोल-नगाड़ों और सूफियाना कलाम की गूंज के बीच जुलूस लंगरखाना गली, निजाम गेट और शाहजहानी गेट होते हुए बुलंद दरवाजे तक पहुंचा। यहां झंडा चढ़ाए जाने के दौरान 25 तोपों की सलामी दी गई, जिसने वातावरण को और अधिक रूहानी बना दिया। अकीदतमंदों ने फातिहा पढ़ी और ख्वाजा साहब से अपनी मुरादें मांगीं। झंडा रस्म में जायरीनों की भारी भीड़ उमड़ी। लंगरखाने से असर की नमाज के बाद शुरू हुए इस आयोजन में हर तरफ 'या गरीब नवाज' और 'ख्वाजा पीयां के दर पर' जैसे नारे गूंजते रहे। पुलिस प्रशासन ने इस रस्म को देखते हुए पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए थे। दरगाह क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। सीसीटीवी कैमरों की निगरानी, ड्रोन से सर्विलांस और बैरिकेडिंग के जरिए भीड़ को नियंत्रित रखा गया। 82 वर्षों से अदा कर रहा गौरी परिवार यह रस्म भीलवाड़ा का गौरी परिवार 82 वर्षों से यह रस्म निभा रहा है। झंडा चढ़ाने की परंपरा 1928 में पेशावर के हजरत सैयद अब्दुल सत्तार बादशाह जान रहमतुल्लाह अलैह ने शुरू की थी। इसके बाद 1944 से भीलवाड़ा के लाल मोहम्मद गौरी का परिवार यह रस्म अदा कर रहा है। गौरी परिवार के लाल मोहम्मद गौरी ने 1944 से 1991 तक और उनके बाद मोइनुद्दीन गौरी ने 2006 तक यह रस्म निभाई। इसके बाद फखरुद्दीन गौरी ये रस्म अदा कर रहे हैं। उर्स की विधिवत शुरूआत 22 से उर्स कन्वीनर हाजी सैय्यद हसन हाशमी ने बताया-हर साल जमादिल आखिर महीने की 25 तारीख को गरीब नवाज के सालाना उर्स का झंडा बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाता है। गरीब नवाज की दरगाह के बुलंद दरवाजे पर सालाना उर्स का झंडा चढ़ने के साथ ही उर्स की अनौपचारिक शुरुआत मानी जाती है। चांद दिखाई देने पर 21 या फिर 22 को उर्स की विधिवत शुरूआत होगी। इसमें 26 को जुमा, 27 दिसंबर को छठी व 30 दिसंबर को बडे़ कुल की रस्म होगी। 20 को उतारेंगे संदल महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की मजार पर साल भर चढ़ाया जाने वाला संदल 20 दिसंबर को उतारा जाएगा। खुद्दाम-ए-ख्वाजा यह रस्म अदा करेंगे। जन्नती दरवाजा 21 को खोला जाएगा। 21 से 28 दिसंबर तक उर्स के दौरान सुबह 4 बजे आस्ताना शरीफ खुलेगा। प्रतिदिन मजार शरीफ की खिदमत होगी। साल में चार बार खुलता है जन्नती दरवाजा सालभर में जन्नती दरवाजा चार बार खोला जाता है लेकिन उर्स में सबसे ज्यादा 6 दिन के लिए खुलता है। इसके बाद एक दिन ईद उल फितर के मौके पर, एक दिन बकरा ईद के मौके पर और एक दिन ख्वाजा साहब के गुरु हजरत उस्मान हारूनी के सालाना उर्स के मौके पर यह दरवाजा खुलता है। परंपरा के अनुसार जन्नती दरवाजा उर्स में आने वाले जायरीन के लिए खोला जाता है। इसी परंपरा के अनुसार यह दरवाजा कुल की रस्म के बाद 6 रजब को बंद कर दिया जाता है। साल भर बांधते हैं मन्नत का धागा जन्नती दरवाजे पर साल भर जायरीन मन्नत का धागा बांधते हैं। जन्नती दरवाजा खुलने के बाद से ही जायरीन की आवक बढ़ जाती है। दरगाह जियारत को आने वाले जायरीन जन्नती दरवाजा से जियारत करने के लिए बेकरार नजर आते हैं। जायरीन सिर पर मखमल की चादर और फूलों की टोकरी लिए अपनी बारी का इंतजार करते हैं। (फोटो-वीडियो सहयोग-मोहम्मद नजीर कादरी)
हनी ट्रैप के मामले में 10 साल से फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी महिला ने खुद थाने आकर सरेंडर किया। इसके बाद पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। आरोपी के गिरोह के सदस्यों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। मामला रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र का है। कोटा शहर एसपी 'तेजस्विनी' गौतम ने बताया- हनी ट्रैप के मामले में आरोपी बबलप्रीत उर्फ नरगिस ने आत्मसमर्पण किया है। नए आपराधिक कानूनों की सख्त कार्रवाई और ट्रायल इन एब्सेंटिया की प्रक्रिया के डर से आरोपी ने चंडीगढ़ से कोटा आकर थाना रेलवे कॉलोनी में सरेंडर किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी पर हनी ट्रैप, ब्लैकमेलिंग, फिरौती और अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोप हैं। आरोपी के गिरोह के सदस्य जेल मेंएसपी ने बताया- थाना रेलवे कॉलोनी के हनी ट्रैप के मामले में आरोपी 10 साल से फरार थी। वहीं उसके गिरोह के सदस्य असलम शेर खान उर्फ चिंटू उर्फ कालिया, दानिश हनीफी उर्फ नाई, इरफान उर्फ तनू, समा परवीन और गोलू को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पुलिस के अनुसार- गिरोह संपन्न लोगों को महिलाओं के जरिए प्रेमजाल में फंसाकर झूठे मुकदमों की धमकी देता था। इसके बाद मोटी रकम वसूल करता था। ये था मामलापीड़ित की रिपोर्ट के अनुसार- बबलप्रीत और उसके साथियों ने उसे शादी, रेप के झूठे मामलों और अदालती बयान के जरिए ब्लैकमेल कर करीब साढ़े तीन लाख रुपए से ज्यादा की रकम ऐंठी थी। इसके अलावा किराए के फ्लैट से घरेलू सामान भी जबरन ले लिया गया। बबलप्रीत उर्फ नरगिस की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोटा, बूंदी, जयपुर और अजमेर सहित कई जगह दबिश दी लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद कोर्ट ने उसे उद्घोषित अपराधी घोषित करवाया। आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी रखा गया। हाल में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 356 के तहत ट्रायल इन एब्सेंटिया की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी मिलने पर आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया। फिलहाल पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है और गिरोह से जुड़े अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है।
डीडवाना में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो, अजमेर द्वारा दो दिवसीय मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी 18 से 19 दिसंबर 2025 तक मौलासर स्थित सोमानी ट्रस्ट हॉल में होगी। इसका उद्देश्य राष्ट्रगीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने और केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करना है। केंद्रीय संचार ब्यूरो, अजमेर के प्रभारी भारत भार्गव ने बताया कि प्रदर्शनी राष्ट्रगीत वंदे मातरम की ऐतिहासिक यात्रा, राष्ट्रीय आंदोलन में उसके योगदान और वर्तमान भारत में उसकी प्रासंगिकता को दर्शाएगी। साथ ही, यह केंद्र सरकार की प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं पर भी केंद्रित होगी। प्रदर्शनी के माध्यम से आमजन को योजनाओं की पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया की जानकारी सरल व प्रभावी ढंग से दी जाएगी। प्रदर्शनी का शुभारंभ 18 दिसंबर को सुबह 11 बजे डीडवाना-कुचामन जिले के जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत करेंगे। उद्घाटन समारोह में मौलासर तहसीलदार तुकाचंद, विकास अधिकारी कृष्ण कुमार चावला, मौलासर सरपंच जोगेंद्र बलारा, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भंवर सिंह राठौड़, महिला एवं बाल विकास अधिकारी नरेंद्र चौधरी और सीओ स्काउट एंड गाइड मोहम्मद अशफाक पवार सहित कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहेंगे। भारत भार्गव ने यह भी बताया कि दो दिवसीय प्रदर्शनी में विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों में अलग-अलग सरकारी विभागों के अधिकारी अपनी प्रमुख योजनाओं, उपलब्धियों और जनहितकारी कार्यक्रमों की जानकारी नागरिकों को देंगे। इससे लोगों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ लेने में मदद मिलेगी। प्रदर्शनी के दौरान भारतीय डाक विभाग, डीडवाना द्वारा आधार सेवा शिविर भी लगाया जाएगा। इसमें आधार कार्ड में मोबाइल नंबर जोड़ने और अन्य आवश्यक अपडेट की सुविधा मिलेगी। साथ ही, मौखिक प्रश्नोत्तरी और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा, जिसमें विजेताओं को मौके पर ही पुरस्कृत किया जाएगा। आयोजकों ने मौलासर और आसपास के विद्यालयों, महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं तथा आमजन से बड़ी संख्या में प्रदर्शनी का अवलोकन करने की अपील की है। इसका उद्देश्य राष्ट्रगीत वंदे मातरम के गौरवशाली इतिहास और केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी प्राप्त करना है।
नमस्कार, कानपुर में आज (बुधवार) की बड़ी खबर 8वीं के छात्र ने 9वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड करने की रही। मां का कहना है कि बेटे ने सुसाइड नहीं किया, बल्कि ससुराल वालों ने उसे फेंका है। वहीं रिटायर्ड इंजीनियर 70 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रहे। ठगों ने कहा कि बाहर निकले तो मार दिए जाओगे। इस दौरान 53 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। भाजपा प्रदेश कार्यालय, लखनऊ का घेराव करने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ऐसी ही 10 बड़ी खबरों से गुजरने के लिए ऊपर वीडियो पर क्लिक करें…।
MP दिनभर में आज दिनभर की 10 चुनिंदा बड़ी खबरों को VIDEO में देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। दिनभर की 10 बड़ी खबरों को विस्तार से यहां पढ़ भी सकते हैं। तो आइए जानते हैं, एमपी में आज, क्या रहा खास... 1. बीजेपी कार्यालय घेरने निकले कांग्रेसियों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू जिला न्यायालय ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार किया है, जिससे कांग्रेस नेतृत्व को बड़ी राहत मिली है। इसी फैसले के बाद राजधानी भोपाल में कांग्रेसी बुधवार को बीजेपी कार्यालय का घेराव करने निकले। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीच रास्ते में रोक दिया। पढ़ें पूरी खबर 2. घर में घुसा तेंदुआ, 4 घंटे बाद बेहोश कर पिंजरे में डालामंदसौर के संजीत नाका क्षेत्र में एक कॉलोनी में घुसे तेंदुए को 4 घंटे बाद रेस्क्यू कर लिया गया है। तेंदुआ मयूर कॉलोनी स्थित एक निर्माणाधीन मकान में जाकर बैठ गया था। सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। तेंदुए का रेस्क्यू शुरू किया गया। पढ़ें पूरी खबर 3. नवजात बच्ची का सिर कमोड में फंसाकर हत्या छिंदवाड़ा के परासिया सिविल हॉस्पिटल के टॉयलेट में मिली नवजात बच्ची के मामले में खुलासा हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि बच्ची को मरा हुआ समझकर नहीं, बल्कि जिंदा ही कमोड में फ्लश किया गया था। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची के फेफड़ों और पेट में पानी भरा था, यानी कमोड में गिरने से पहले उसकी सांसें चल रही थीं और डूबने से उसकी मौत हुई। पढ़ें पूरी खबर 4. एमपी में फिर शीतलहर का दौर...22 जिलों में रहा कोहराकड़ाके की ठंड और घने कोहरे के साथ मध्यप्रदेश में फिर से कोल्ड वेव यानी, शीतलहर का दौर शुरू हो गया है। बुधवार को भोपाल, रायसेन, राजगढ़, शाजापुर-सीहोर में कोल्ड वेव का अलर्ट है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर समेत 22 जिलों में कोहरा छाया रहा। कोहरे की वजह से ट्रेनें-फ्लाइट भी डिले हो रही हैं। खासकर दिल्ली से भोपाल, इंदौर आने वाली ट्रेनें 1 से 2 घंटा तक लेट है। पढ़ें पूरी खबर 5. भाजपा नेता के ठिकानों पर इनकम टैक्स का छापा कटनी में भाजपा नेता और जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा तथा उनके भाई शंकरलाल विश्वकर्मा के विभिन्न ठिकानों पर बुधवार तड़के आयकर विभाग ने छापेमारी की। यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति और टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर की जा रही है। पढ़ें पूरी खबर 6. नशे में टीचर ने बच्चों को पढ़ाया- तुम तो ठहरे परदेशीमंडला की ग्राम पंचायत अहमदपुर स्थित ग्वारीटोला प्राथमिक शाला में एक शिक्षक महेश कुमार गोठरिया का वीडियो सामने आया है, जिसमें वे शराब के नशे में बच्चों को पढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो मंगलवार का है , जिसमें साफ देखा जा सकता है कि शिक्षक महेश कुमार गोठरिया बच्चों को पढ़ाने के बजाय फिल्मी गाना 'तुम तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे' सीखते नजर आ रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर 7. किसानों ने लगाए MPRDC GO BACK के नारेइंदौर-उज्जैन के बीच प्रस्तावित ग्रीन फील्ड रोड से प्रभावित उज्जैन जिले के 7 गांवों के किसानों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर बाइक रैली निकाली। किसान काले झंडे बांधकर उज्जैन स्थित एमपीआरडीसी (MPRDC) कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। पढ़ें पूरी खबर पॉजिटिव खबर8. एमपी के ऐश्वर्य ने शूटिंग में नेशनल रिकॉर्ड बनाया खरगोन जिले के निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह ने भोपाल में आयोजित 68वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में मंगलवार को स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन इवेंट में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया। क्वालिफिकेशन राउंड में ऐश्वर्य ने 600 में से 597 अंक हासिल किए। फाइनल में उन्होंने 470.5 अंक के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जो एक नया नेशनल रिकॉर्ड है। पढ़ें पूरी खबर खबर जरा हटके9. टावर पर चढ़ा किसान, पुलिस की समझाइश पर उतरानीमच में एक किसान टावर पर चढ़ गया। उसने धोखाधड़ी के विरोध में ऐसा किया। किसान का कहना है कि उसकी जमीन पर उसका अधिकार नहीं बचा। कहीं सुनवाई नहीं हो रही। इसलिए उसे ऊंचाई से आवाज उठानी पड़ रही है। मामला जावद के सुवाखेड़ा का है। किसान कमलेश डांगी सुबह करीब 7:30 बजे मोबाइल टावर पर चढ़ गया। पढ़ें पूरी खबर कल का बिग इवेंट10. कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे गोविंद सिंह राजपूतकल खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बीजेपी ऑफिस में बैठकर कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनेंगे और उनकी परेशानियों का निराकरण करेंगे।
एसबीआई ने स्कूल को दिए टेबल-बेंच, वाटर कूलर:4 लाख रुपए की लागत से शौचालय का जीर्णोद्धार भी कराया
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) गतिविधि के तहत झालरापाटन के गांवड़ी स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में छात्र-छात्राओं के लिए सुविधाएं प्रदान कीं। इस अवसर पर स्कूल को 2 लाख रुपए मूल्य के टेबल-बेंच, वाटर कूलर और पंखे जैसी सामग्री सौंपी गई। बैंक ने इसके अतिरिक्त स्कूल में छात्र एवं छात्राओं के लिए 4 लाख रुपए की लागत से शौचालय का जीर्णोद्धार भी करवाया। यह पहल बच्चों को सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है। इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अशोक कुमार ने कहा कि शिक्षा तभी पूरी होती है जब वातावरण सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक हो। उन्होंने विशेष रूप से बेटियों की सुविधा और सम्मान को प्राथमिकता बताया, ताकि हर बच्ची निडर होकर स्कूल आ सके और सभी छात्र-छात्राओं को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रकाशचंद सोनी और राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल, मंगलपुरा, झालावाड़ की प्रधानाचार्य वीणा रानी ने भारतीय स्टेट बैंक के इस कार्य की सराहना की और धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में बैंक अधिकारी सुबोध कुमार, प्रांजल कसेरा और रवि मोहन मीना उपस्थित रहे। स्कूल की संस्था प्रधान चंद्रप्रकाश शर्मा, बबीता शर्मा, नसरीन बी, विजय लक्ष्मी हाड़ा और शारीरिक शिक्षक नफीस खान भी मौजूद थे। बच्चों ने सभी अतिथियों का माला पहनाकर और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
दौसा में पुलिसकर्मी से हाथापाई का मामला सामने आया है। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद थाने में एफआईआर दर्ज कर 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटनाक्रम कोलवा थाना क्षेत्र के कुण्डल गांव में बुधवार का बताया जा रहा है। दरअसल, कंट्रोल रूम से कोलवा थाना पुलिस को कुण्डल गांव में दो सगे भाइयों के बीच पारिवारिक विवाद में झगड़े की सूचना मिली थी। इसके बाद जाप्ते ने मौके पर पहुंचकर बीच बचाव किया तो एक पक्ष के महिला-पुरुषों ने पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई कर दी। थाना इंचार्ज रामशरण ने बताया कि कंट्रोल रूम से मिली कुंडल गांव में झगड़े की सूचना पर ड्यूटी जाब्ते को मौके पर भेजा गया था। जहां एक ही परिवार के दो पक्षों में बिजली बिल को लेकर आपसी विवाद की बात सामने आई। जिनसे समझाइश करने पर एक पक्ष के लोगों ने पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई और अभद्रता की। इसके बाद दोनों पक्षों को थाने लाकर शांतिभंग के आरोप में कार्रवाई कर दी गई है। साथ ही राजकार्य बाधा व जवान से अभद्रता को लेकर भी कार्रवाई की जाएगी।
गुरुग्राम जिले के भौंडसी क्षेत्र में एक प्लॉट से बिजली के तार और एसी की कॉपर वायर चोरी के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच सिकंदरपुर पुलिस ने 16 दिसंबर को भौंडसी स्थित सीएनजी पंप के पास से आरोपी राहुल (25) को पकड़ा है। इस संबंध में भौंडसी पुलिस थाना में 4 नवंबर को एक शिकायत दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि सेंट्रल फ्लोर पार्क वैली, भौंडसी स्थित उसके प्लॉट से अज्ञात व्यक्ति ने बिजली के तार और एसी की कॉपर वायर चोरी कर ली थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने संदिग्धों की तलाश तेज की और इसी दौरान राहुल को गिरफ्तार किया गया। राहुल गुरुग्राम के धुनेला गांव का निवासी है। नशे की लत पूरी करने के लिए दिया वारदात अंजाम पुलिस पूछताछ में आरोपी राहुल ने खुलासा किया कि वह नशे का आदी है। नशे की लत पूरी करने के लिए उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी ने बताया कि चोरी किए गए तार और कॉपर वायर को उन्होंने राह चलते एक कबाड़ी को मात्र 8 हजार रुपए में बेच दिया था। आरोपी पर पहले से दर्ज है चोरी का मामला राहुल के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच से पता चला है कि उसके खिलाफ गुरुग्राम जिले में पहले भी चोरी का एक मामला दर्ज है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 2 हजार रुपए नकद और वारदात में इस्तेमाल की गई एक कार भी बरामद की है। पुलिस मामले में फरार उसके साथी की तलाश भी कर रही है।
छिन्दवाड़ा जिले के आदिवासी अंचल के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (CHC) जुन्नारदेव में एक डॉक्टर ने मरीज को गाली दी। अस्पताल में पदस्थ संविदा चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अमनदीप पखरिया पर मरीजों और उनके परिजनों के साथ गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया। पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद विवाद और बढ़ गया। मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ब्लॉक जुन्नारदेव इस प्रकरण में डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज किए जाने की मांग पर अड़ी हुई है। गोंडवाना पार्टी ने की एफआईआर की मांगगोडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अधिकारी को सौंपे गए शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि 15 दिसंबर 2025 की देर रात इलाज के दौरान डॉक्टर द्वारा आदिवासी अंचल के मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया। पार्टी का आरोप है कि इससे पहले भी डॉक्टर के व्यवहार को लेकर विवाद सामने आ चुके हैं। शिकायत के अनुसार, सामने आए वीडियो में डॉक्टर गाली-गलौच करते हुए और लोगों को जेल भिजवाने की धमकी देते नजर आ रहे हैं। बीएमओ ने किया कार्यमुक्तमामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई करते हुए 16 दिसंबर को CMHO के आदेश पर डॉक्टर अमनदीप पखरिया का स्थानांतरण जुन्नारदेव से हर्रई के बटकाखापा कर दिया। इसके अगले दिन 17 दिसंबर को BMO द्वारा उन्हें कार्यमुक्त (रिलीव) किए जाने के आदेश जारी कर दिए गए। हालांकि, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का कहना है कि केवल स्थानांतरण और कार्यमुक्ति पर्याप्त कार्रवाई नहीं है। पार्टी नेताओं का स्पष्ट कहना है कि मामला आपराधिक प्रकृति का है, इसलिए डॉक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए। पार्टी ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की भी मांग की है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि FIR दर्ज नहीं की गई और दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।
काशी ने बीते वर्षों में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। ब्रांड बनारस अब विश्व भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। वाराणसी देश के उन शहरों में शामिल हो गया है, जहां तेजी से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। योगी सरकार के नेतृत्व में काशी के कलेवर में हुए ऐतिहासिक बदलावों ने उसके प्राचीन वैभव को नई ऊर्जा दी है। वर्ष 2014 से 2025 (सितम्बर तक) तक 45 करोड़, 44 लाख,82 हजार से अधिक पर्यटकों ने काशी का किया भ्रमणपर्यटन विभाग के अनुसार वर्ष 2014 में पर्यटकों की संख्या 54,89,997 ( चौवन लाख नवासी हजार नौ सौ सतानबे ) थी, जो 2025 ( सितंबर तक) तक बढ़कर 146975155( चौदह करोड़ उन्हत्तर लाख पचहत्तर हजार एक सौ पचपन ) के पार पहुँच गई। आंकड़ों के अनुसार 2014 के मुकाबले 2025 में भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या में लगभग 14,64,26,158 ( चौदह करोड़ चौंसठ लाख छब्बीस हजार एक सौ अट्ठावन ) से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। 2014 से 2025 तक 12 वर्षो में भारतीय पर्यटकों की संख्या 45,16,09,026 और विदेशी पर्यटकों की संख्या 28,73,636 है। विश्वनाथ कॉरिडोर सेबुद्ध की तपोस्थली सारनाथ तक बदली काशी की तस्वीरनव्य-भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। वहीं, गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण, बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था, बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ के विकास, गंगा में क्रूज़ का संचालन और आधुनिक सुविधाओं की निरंतर बढ़ती श्रृंखला ने देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित किया है। कोरोना काल के बाद रिकॉर्ड उछालकोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 और 2021 में पर्यटन प्रभावित हुआ, लेकिन इसके बाद काशी में पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिला। वर्ष 2022 से लेकर 2025 तक हर साल रिकॉर्ड संख्या में सैलानी वाराणसी पहुँचे, जिससे पर्यटन उद्योग को नई रफ्तार मिली। अब जानिए टूरिज्म क्षेत्र से जुड़े लोगों ने क्या कहा...टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के राहुल मेहता ने कहा - वाराणसी में पर्यटकों की बढ़ती संख्या से पर्यटन उद्योग से जुड़े हर वर्ग को लाभ मिला है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं। वाराणसी आज एक वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है। एम.डी.,कोरल होटल्स एंड रिसोर्ट खालिद अंसारी ने कहा - किसी शहर के विकसित होने से औद्योगिक विकास के साथ ही पर्यटन उद्योग को भी रफ़्तार मिलती है। पर्यटन उद्योग से न सिर्फ आर्थिक मजबूती मिलती है ,बल्कि शहर की पहचान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होती हैं। वाराणसी जैसे ऐतिहासिक शहर में विकास के साथ पर्यटन, होटल और रियल एस्टेट सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं कई गुना बढ़ गई हैं।
शाजापुर के ग्रामीण इलाके में रहने वाला किसान थाना अवंतीपुर बड़ोदिया के पुलिसकर्मियों से इतना परेशान हो गया कि कई बार शिकायत करने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उसने शिकायत की माला बनाकर अपने गले में डाली और सड़क पर घुटने के बल शिकायत करने उज्जैन आईजी आॉफिस पहुंच गया। दिनेश सिंह, निवासी ग्राम मुबारिकपुर (चिराटिया), पोलायकला जिला शाजापुर का किसान है और ड्राइवरी भी करता है। दिनेश ने बताया कि अपने बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी एवं छोटे बच्चों का एकमात्र सहारा है। फायनेंस किए ट्रैक्टर छोड़ने का भी काम करता हूं। इस दौरान रोहित कीर नामक युवक को खोजते हुए थाना अवंतीपुर बड़ोदिया के थाना प्रभारी घनश्याम बैरागी एवं आरक्षक रवि, कमलेश और राजेश जाट द्वारा मुझे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी और मेरे साथ अमानवीय व्यवहार किया। इससे मेरे पूरे परिवार को भय एवं बर्बादी की स्थिति में पहुंचा दिया है। 1 लाख रुपए की जबरन उगाही की गईदिनेश ने आरोप लगाया कि 30 जुलाई को घनश्याम बैरागी ने मेरे दोस्त को रोहित को पकड़ने के लिए मुझे पुलिस चौकी पर बुलाया। इसके बाद मुझे केस में फंसाने की धमकी दी। थाना प्रभारी घनश्याम बैरागी के निर्देश पर पुलिसकर्मियों द्वारा मुझे बिना नोटिस, बिना अपराध पंजीबद्ध किए एवं बिना किसी वैधानिक प्रक्रिया के गांव से उठाकर थाने में कई घंटों तक अवैध रूप से रखा गया। झूठे चोरी के प्रकरण में फंसाने, जेल भेजने एवं जीवन बर्बाद करने की धमकी देकर 1 लाख की जबरन उगाही की गई।मेरा मोबाइल भी जब्त कर लिया गया। लगातार मेरे घर आकर परिवार वालो को धमका रहे हैं। इस कारण पिछले तीन माह से मेरा घर जाना छूट गया है। इससे पहले 8 दिसंबर को शाजापुर एसपी को शिकायत की और 9 दिसंबर को आईजी ऑफिस आया तो साहब नहीं मिल पाए, इस दौरान सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की। कोई हल नहीं निकला तो बुधवार को सभी शिकायतों की माला पहनकर आईजी ऑफिस पहुंचा हूं। टीआई घनश्याम बैरागी ने बताया- आष्टा निवासी मोहनलाल ने जून माह में मुबारिकपुर के रोहित कीर को अपना ट्रैक्टर चलाने के लिए दिया था। दो माह तक ट्रैक्टर के किराए के पैसे नहीं मिलने पर सितंबर में मोहन ने थाने में शिकायत की। जांच में पता चला रोहित ने ट्रैक्टर शिवपुरी के मोड़सिंह गुर्जर को बेच दिया। उसे थाने बुलाया तो दिनेश ने रोहित द्वारा ट्रैक्टर बेचने की बात कबूल ली। काफी प्रयास के बाद रोहित को रात में पकड़ा तो उसने कबूला ट्रैक्टर दिनेश ने ही बिकवाया था। ये खबर भी पढ़ें... बुजुर्ग ने शिकायती पत्रों की माला पहनकर जनसुनवाई में लगाई गुहार स्कूल भवन की मांग करते-करते तंग आ चुके भड़ला गांव के 72 वर्षीय अंबालाल परमार को अपनी बात अधिकारियों के सामने रखने का जब कोई विकल्प नहीं सूझा तो वे शिकायत पत्रों की माला पहनकर तहसील कार्यालय पहुंच गए। अपनी बात रखने के इस अनोखे अंदाज को देखकर अधिकारी भी दंग रह गए। पूरी खबर पढ़ें
डूंगरपुर जिले में कुआ थाना पुलिस ने 'ऑपरेशन संस्कार' के तहत बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने पावर बाइक्स से स्टंटबाजी कर लोगों की जान जोखिम में डालने के आरोप में 10 बाइकर्स को गिरफ्तार किया है और 13 पावर बाइक्स जब्त की हैं। यह कार्रवाई दो दिन पहले चिखली हैंगिंग पुल पर हुई एक दुखद घटना के बाद की गई है। वहां बाइक से स्टंटबाजी करते समय एक युवक बाइक की चपेट में आ गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने स्टंटबाजी करने वाले बाइकर्स के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया था। 'ऑपरेशन संस्कार' के तहत पुलिस ने थाना क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर स्टंटबाजी करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने 13 पावर बाइक्स को जब्त करते हुए 10 बाइकर्स को पकड़ा। गिरफ्तारी के बाद युवकों ने कान पकड़कर भविष्य में दोबारा स्टंट न करने की बात कही और अपनी गलती के लिए माफी मांगी।
सिविल सेंट्रल पेंशनर्स वेलफेयर सोसाइटी, प्रयागराज द्वारा बुधवार को पेंशन दिवस समारोह का आयोजन हिंदुस्तानी एकेडमी हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. गुलाब चंद (अपर निदेशक, सी.जी.एच.एस.) रहे। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के हेल्थ से जुड़ी बारीकियों पर विस्तार से चर्चा की और आश्वस्त किया कि सी.जी.एच.एस. (CGHS) संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित नेशनल सेक्रेटरी जनरल ने पेंशन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने 'बोर्ड ऑफ आर्बिट्रेशन' के फैसलों को अब तक लागू न किए जाने पर चिंता व्यक्त की और सरकार से इसे शीघ्र प्रभावी बनाने की मांग की। संस्था के चेयरमैन कृपा शंकर श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार द्वारा 8वें वेतन आयोग के गठन में पेंशन पर किसी भी प्रकार के खतरे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदेश प्रभारी सुधीश चंद्र ने पेंशनर्स की विभिन्न लंबित मांगों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता अजय अग्निहोत्री ने की और सफल संचालन महामंत्री प्रदीप दत्ता द्वारा किया गया। समारोह को मुख्य रूप से मोहम्मद नफीस, आर.के. शर्मा, द्वारिका प्रसाद, शमीम, हिरेंद्र नंदी, जी.सी. गुप्ता, गुलशन कुमार और दीनानाथ जायसवाल आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में रिटायर्ड कर्मचारी उपस्थित रहे।
सिरोही ब्लॉक के गौतम भवन गोयली परिसर में तीन दिवसीय गुणवत्ता प्रबंधन और गुणवत्ता नियंत्रण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (SHG) से जुड़ी महिलाओं को गुणवत्ता प्रबंधन, उत्पाद मानकीकरण और बाजार से प्रभावी जुड़ाव के लिए सक्षम बनाना था। यह कार्यक्रम राजस्थान सरकार के आयुक्त उद्योग, वाणिज्य एवं CSR विभाग द्वारा संचालित किया गया। इसमें सिरोही क्षेत्र की विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से चयनित 30 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। नाबार्ड कंसल्टेंसी से प्रवीण कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को उत्पाद गुणवत्ता, प्रबंधन सुधार, ब्रांड निर्माण, पैकेजिंग, मूल्य निर्धारण और विपणन रणनीतियों से अवगत कराया गया। मास्टर ट्रेनर सुनीता बैरवा ने व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और उत्पादों की पहचान सुदृढ़ करने की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का समापन उद्योग एवं वाणिज्य सिरोही के महाप्रबंधक सहीराम बिश्नोई के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी और वरिष्ठ समाजसेवी गोपाल सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि प्रेम कुमार और राजीविका ब्लॉक मैनेजर निधि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समाजसेवी राजुभाई माली और व्यापार संघ सिरोही के अंकुर रावल भी मौजूद थे। मुख्य अतिथि सहीराम बिश्नोई ने अपने संबोधन में उद्योग विभाग की सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राज्य और केंद्र सरकार महिलाओं को कौशल विकास और आजीविका सुदृढ़ीकरण हेतु विभिन्न योजनाओं से जोड़ रही है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। राजीविका से निधि ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को स्थानीय बाजार के साथ-साथ डिजिटल मार्केटिंग के अवसरों की जानकारी दी। कार्यक्रम में गीता, रंगीला, एहनल बानू, विमला, प्रकाश कंवर सहित मास्टर ट्रेनर राजेश बिश्नोई, जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का मंच संचालन सुनीता बैरवा ने किया।
राजस्थान में जल-जीवन मिशन घोटाले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की गठित एसआईटी ने बुधवार को 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एसीबी ने इन सभी लोगों की आपसी मोबाइल बातचीत को रिकॉर्ड किया गया था। कोर्ट में चालान पेश करने का पता चलने पर पांचों आरोपी फरार हो गए थे। एसीबी टीम की ओर से गिरफ्तार पांचों आरोपी से पूछताछ की जा रही है। एसीबी के डीजी (महानिदेशक) गोविंद गुप्ता ने बताया - एसीबी की ओर से गठित एसआईटी टीम ने जल-जीवन मिशन घोटाले के संबंध में बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है। करोड़ों रुपए के घोटाले में आरोपी महेश कुमार मित्तल (प्रोपराइटर- गणपति ट्यूबवेल), उनके बेटे हेमन्त मित्तल उर्फ गोलू, पीयूष जैन (प्रोपराइटर- श्याम ट्यूबवेल), उमेश कुमार शर्मा (मैनेजर/ लाइजनिंग ऑफिसर, श्याम ट्यूबवेल) और गोपाल कुमावत (तत्कालीन लेखाधिकारी, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी)) को अरेस्ट किया गया है। राजकोष से निकाले करोड़ों रुपएजल-जीवन मिशन में करोड़ों रुपए के घोटाले को लेकर एसीबी में साल 2023 में FIR दर्ज हुई। एसीबी जांच में सामने आया कि जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट को लेकर साल 2021-22 में दो निविदा निकाली गई थीं। जिसमें श्याम ट्यूबवेल के प्रोपराइटर पदम चन्द जैन, गणपति ट्यूबवेल के प्रोपराइटर महेश कुमार मित्तल, पीएचईडी की अधिशाषी अभियंता बहरोड माया लाल सैनी, नीमराना के सहायक अभियंता राकेश चौधरी और नीमराना के कनिष्ठ अभियंता प्रदीप कुमार से मिलीभगत कर जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में निविदा प्राप्त करने वाली फर्म मैसर्स श्री गणपति ट्यूबवेल एवं श्री श्याम ट्यूबवेल के प्रोपराइटर और पीएचईडी विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से प्राप्त किया था। काम में अनियमितता और घटिया काम कर मेजरमेंट बुक में गलत जानकारी भरकर राजकोष से करोड़ों रुपए निकाल लिए। एसीबी ने इन सभी लोगों की आपसी बातचीत रिकॉर्ड की। एसीबी को रिकॉर्डिंग में मिलीभगत होने के सबूत मिले। इन्होंने राजकोष से अनियमितता से रकम निकालकर और विभागीय अधिकारियों को रिश्वत देकर अनुचित निजी फायदा कमाया। 2.20 लाख रुपए रिश्वत रकम का लेन-देन किया थाडीजी (एसीबी) गोविंद गुप्ता ने बताया- सभी आरोपियों को अरेस्ट कर कोर्ट में चालान पेश करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया। एसीबी की ओर से पूर्व में भी 6 व्यक्तियों को जल जीवन मिशन की कार्रवाई के तहत औचक निरीक्षण किया गया था, जिनके खिलाफ जांच कर कोर्ट में चालान पेश किया गया। करोड़ों रुपए घोटाले में आरोपी फरार थे, जिनमें से पांचों आरोपियों को बुधवार को अरेस्ट किया गया है। इन सभी ने पूर्व में पीएचईडी अफसरों से बातचीत कर 2.20 लाख रुपए रिश्वत रकम का लेन-देन किया था। रिश्वत की रकम भी राजकोष से प्राप्त की थी। एडीजी (एसीबी) स्मिता श्रीवास्तव के सुपरविजन में आरोपियों से पूछताछ कर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है। 5 पॉइंट में समझें, क्या है जल जीवन मिशन घोटाला? जल-जीवन मिशन घोटाले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए...करोड़ों का घोटाला- सीनियर IAS के खिलाफ ACB करेगी जांच:सुबोध अग्रवाल का 21 दिन बाद रिटायरमेंट; BJP विधायक के RAS भाई से भी होगी पूछताछपूर्व मंत्री महेश जोशी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत:नेता ने कहा- पैसा बेटे की फर्म के लिए था, लेकिन लौटाया; 7 महीने बाद जेल से बाहर आएजल जीवन मिशन घोटाले में पूर्व मंत्री महेश जोशी गिरफ्तार:बोले-मेरी पत्नी मरणासन्न स्थिति में; मैंने कोई गड़बड़ी नहीं की, किसी से पैसा नहीं लिया
भोपाल की कमला नगर पुलिस ने एक कमरे में चल रही अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा है। जहां से 75 छुरी और 4 तलवारों को जब्त किया है। यहीं से पुलिस ने दो भाई सगे भाईयों को गिरफ्तार किया है। दोनों भाई ने घर के एक कमरे में कारखाना बना रखा था। यहां से बड़े पैमाने पर हथियारों का निर्माण करने के बाद बेचने का काम किया जाता था। लंबे समय से पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई के प्रयास कर रही थी। जिसकी भनक लगते ही आरोपियों ने कारखाने में ताला लगा दिया था। दबिश देकर कमरा चेक किया, मिले हथियारटीआई निरूपा पांडे ने बताया कि दुर्गेश विश्वकर्मा और चंदन विश्वकर्मा बापू नगर में रहते हैं। दोनों छुरी-चाकू बनाने का काम करते हैं, लेकिन कुछ समय पहले पुलिस की सख्ती के चलते दोनों आरोपियों ने काम बंद कर दिया था। आरोपी चंदन का पुराना आपराधिक रिकार्ड भी रहा है। मुखबिर की सूचना पर आरोपियों के ठिकाने पर मंगलवार की देर रात दबिश दी। जहां एक बंद कमरे को खुलवाकर चेक किया तो बड़ी संख्या में हथियार मिले। आरोपियों ने बताया कि हथियारों को बेचने के लिए तैयार किया था। पुलिस की सख्ती के चलते बाहर नहीं ले जा सके। लिहाजा तैयार हथियारों कारखाने वाले कमरे में ही बंद रखा। एक साल पहले भी हुई थी कार्रवाईपुलिस ने हथियारों की तस्करी के आरोप में दुर्गेश विश्वकर्मा और चंदन विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया था। तब भी इनके ठिकाने से बड़ी मात्रा में हथियार मिले थे। इसके बाद से ही आरोपियों का काम बंद था। पिछले कुछ समय से लगातार पुलिस को आरोपियों द्वारा दोबारा कारखाने में अवैध हथियार बनाने की जानकारी मिल रही थी। तब पुलिस ने चार टीमें आरोपियों की निगरानी में लगा रखी थीं। पुख्ता सूचना मिलते ही घर में बने कारखाने में दबिश देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। हर साइज के हथियार तैयार करते थे आरोपीबुधवार को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी ऑर्डर पर हथियार खपाने का काम करते थे। हर साइज में उनके द्वारा हथियारों को तैयार किया जाता था। तलवारों को अलग-अलग डिजाइन में तैयार करते थे।
आगरा में नकली दवा सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ था। जिसमें पुडुचेरी से दवा माफिया ए.के. राणा को गिरफ्तार किया गया है। राणा पुडुचेरी में मीनाक्षी फार्मा का मालिक था और उसने आगरा में नकली दवाओं की तस्करी की थी। जिसे सोमवार को पुदुचेरी से बी-वारंट पर एके राणा को आगरा लाया गया है। जहां लंबी पूछताछ के बाद उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। और फिर रिमांड पर लिया जाएगा। इसमें ड्रग इंस्पेक्टर भी जेल में राणा से पूछताछ करेंगे। अगस्त माह में एसटीएफ और औषधि विभाग की विशेष टीम की संयुक्त कार्रवाई में नकली दवाइयों के बड़े खेल का खुलासा हुआ था। इस मामले में आगरा में मुकदमा दर्ज किया गया था, तभी से एके राणा वांछित चल रहा था। कुछ दिन पूर्व पुदुचेरी में छापेमारी के दौरान पुदुचेरी पुलिस ने एके राणा को गिरफ्तार किया था। कार्रवाई में करोड़ों रुपए की नकली दवाइयां बरामद हुई थीं, जबकि पैकेजिंग प्लांट को भी सील कर दिया गया था। छापेमारी में करोड़ों की नकली दवाएं और मशीनें जब्त की गई थीं। नकली दवाएं 20 से अधिक नामी कंपनियों के नाम पर बनाई गई थीं और पुडुचेरी से आगरा में तस्करी की गई थीं। हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडी पॉइंट, ताज मेडिको, राधे मेडिकोज तक सीधी सप्लाई थी। 22 अगस्त को हुई छापेमारी के बाद 71 करोड़ की दवाएं सीज की गई थीं। नकली दवाएं एंटीबायोटिक, एलर्जी, हार्ट, BP, डायबिटीज समेत गंभीर रोगों की बनती थीं। पुडुचेरी से यूपी, फिर दूसरे राज्यों तक सप्लाई चेन थी आगरा पुलिस को जैसे ही एके राणा की गिरफ्तारी की जानकारी मिली, पुलिस बी-वारंट लेकर पुदुचेरी पहुंची, लेकिन उससे पहले ही कोर्ट से उसे जमानत मिल गई। इसके बाद भी आगरा पुलिस ने हार नहीं मानी और दोबारा पुडुचेरी में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर एके राणा को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे आगरा लाकर पूछताछ की गई और फिर जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एके राणा से पूछताछ में नकली दवाओं के सप्लाई नेटवर्क, अन्य सहयोगियों और आर्थिक लेनदेन से जुड़े कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। मामले में आगे और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का धौलपुर दौरा प्रस्तावित:भाजपा ने की तैयारियों पर की चर्चा
धौलपुर के मरैना मंडल में भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक 19 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के धौलपुर दौरे की तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी। बाबा प्रीतम गिर पहाड़ी परिसर में आयोजित इस बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह राजावत और जिला संगठन प्रभारी रवि नौयर मुख्य मेहमान के रूप में मौजूद रहे। राजाखेड़ा विधानसभा से प्रत्याशी नीरजा शर्मा भी विशिष्ट मेहमान के तौर पर मौजूद थीं। बैठक की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष रामकिशोर शर्मा ने की, जबकि संचालन मंडल महामंत्री रविंद्र सिंह हथवारी ने किया। मुख्यमंत्री के स्वागत, कार्यक्रम की व्यवस्थाओं और अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान सभी कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखा गया और उन्होंने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया। भाजपा जिलाध्यक्ष राजवीर सिंह राजावत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो कार्यकर्ताओं को नेता बनाती है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और बिहार के विधायक नितिन नवीन के उदाहरण दिए, जिन्हें राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। राजावत ने दावा किया कि भाजपा सरकार ने राजस्थान में दो साल में बेमिसाल काम किए हैं और सभी कार्यकर्ताओं से 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए धौलपुर पहुंचने का आह्वान किया। धौलपुर संगठन जिला प्रभारी रवि नौयर ने जयपुर से आने की बात कहते हुए सभी कार्यकर्ताओं को मुख्यमंत्री की सभा में शामिल होने के लिए पीले चावल देकर आमंत्रित किया। उन्होंने 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए सभी कार्यकर्ताओं से उपस्थित रहने का आग्रह किया। बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर, जिला महामंत्री मदन कोली, लक्ष्मण सिंह तोमर और पूर्व जिला उपाध्यक्ष जयवीर सिंह पोसवाल सहित बड़ी संख्या में अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
चित्तौड़गढ़ शहर में खाद की भारी किल्लत और खुलेआम हो रही कालाबाजारी को लेकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह से ही किसान खाद लेने के लिए सेंती स्थित दीर्घ इंटरप्राइजेज की दुकान के बाहर लाइन में खड़े रहे, लेकिन उन्हें समय पर खाद नहीं मिली। दुकानदार सरकारी नियमों को नजरअंदाज करते हुए मनमाने दाम वसूलते नजर आए। इससे किसानों में नाराजगी बढ़ती चली गई और देखते ही देखते हंगामे की स्थिति बन गई। दुकान बंद कर दी, सर्वर डाउन का बहाना सेंती स्थित दीर्घ इंटरप्राइजेज पर जैसे ही किसानों ने विरोध जताया, दुकानदार ने “सर्वर डाउन” होने की बात कहकर दुकान बंद कर दी। किसानों का कहना था कि उनसे पहले ही रुपए ले लिए गए थे, फिर भी खाद नहीं दी जा रही थी। सुबह 7 बजे से लाइन में लगे किसानों को बार-बार कहा गया कि पोश मशीन काम नहीं कर रही है। वहीं, कृषि अधिकारी ने फिलहाल सबके आधार कार्ड रखकर ऑफलाइन यूरिया देने की बात कही और पोश मशीन चलने के बाद उसे ऑनलाइन करने को कहा। जरूरत न होने पर भी महंगी चीज थोपने का आरोप किसानों ने आरोप लगाया कि दुकानदार नैनो पोटेशियम की शीशी लेने के लिए मजबूर कर रहा था और इसके लिए 1000 रुपए मांगे जा रहे थे, जबकि इसकी उन्हें कोई जरूरत नहीं थी। इतना ही नहीं, खाद के दाम भी सरकारी तय रेट से लगभग दोगुने वसूले जा रहे थे। पैसे लेने के बावजूद खाद नहीं देने से किसानों का गुस्सा और बढ़ गया। अधिकारियों के पहुंचते ही बदली स्थिति मामला बढ़ता देख मौके पर कृषि विभाग के दो अधिकारी पहुंचे। उनके पहुंचते ही दुकानदार ने दुकान खोली। उसके बाद अधिकारी के कहने पर ऑफलाइन ही खाद देने की कार्रवाई शुरू हुई। वहीं, अधिकारी ने दुकानदार को पर्ची देने और ज्यादा रुपए नहीं वसूलने की हिदायत दी। किसानों ने मांग की कि दोषी दुकानदार पर सख्त कार्रवाई हो और खाद की कालाबाजारी पर तुरंत रोक लगाई जाए, ताकि उन्हें सही दाम पर खाद मिल सके। किसानों ने खुलकर बताई अपनी परेशानी मौके पर मौजूद किसानों से जब बात की गई तो सभी ने दुकानदार पर खुलेआम लूट और मनमानी करने के आरोप लगाए। सेंती निवासी बजय राम गुर्जर ने बताया कि सरकारी कृषि समिति में खाद का एक कट्टा 266 रुपए में मिलता है, लेकिन यहां दो कट्टों के लिए उनसे 930 रुपए लिए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, दुकानदार पैसे लेने के बाद भी कोई पर्ची या रसीद नहीं दे रहा है। बजय राम का कहना है कि दुकानदार जबरदस्ती एक शीशी खरीदने का दबाव बना रहा है, जबकि उन्हें उसकी कोई जरूरत नहीं है। खाद लेने की मजबूरी का फायदा उठाकर किसानों से मनमाना पैसा वसूला जा रहा है। सुबह से लाइन में, फिर भी नहीं मिली खाद सेंती निवासी नवीन मोड ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि सुबह 7 बजे से ही खाद लेने के लिए लाइन लगनी शुरू हो गई थी। वे खुद सुबह 8 बजे दुकान पर पहुंच गए थे, लेकिन दोपहर तक भी उन्हें खाद नहीं दी गई। नवीन ने बताया कि खाद के दो कट्टों के लिए उनसे 900 रुपए से ज्यादा मांगे जा रहे थे। घंटों लाइन में खड़े रहने के बाद भी खाद नहीं मिलने से किसानों में भारी नाराजगी है और वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। कंपनी रेट कुछ और, वसूली कुछ और लाल जी का खेड़ा निवासी लोकेश लोधा ने बताया कि कंपनी द्वारा तय खाद की कीमत 266 रुपए प्रति कट्टा है, लेकिन दुकानदार उनसे दो कट्टों के 930 रुपए वसूल रहा है। एक कट्टे के लिए भी 450 रुपए लिए जा रहे हैं। लोकेश का कहना है कि यह पूरी तरह से गलत है और किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर खुली कालाबाजारी की जा रही है। कृषि विभाग का पक्ष: मांग ज्यादा, सप्लाई लगातार कृषि विभाग के अधिकारी दिनेश कुमार जागा ने बताया कि इस समय किसानों में यूरिया को लेकर काफी ज्यादा मांग देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि इस बार गेहूं की बुवाई का रकबा बढ़ा है। पिछले साल की तुलना में ज्यादा क्षेत्र में गेहूं बोया गया है, इसलिए यूरिया की खपत भी स्वाभाविक रूप से बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जिले में कुल करीब 55 हजार मैट्रिक टन यूरिया की मांग है, जबकि अभी तक 47 हजार मैट्रिक टन यूरिया पहुंच चुका है और उसका वितरण भी किया जा चुका है। तरल खाद के उपयोग पर जोर दिनेश कुमार जागा ने बताया कि विभाग किसानों को लगातार समझा रहा है कि वे सामान्य यूरिया की जगह तरल नाइट्रोजन खाद का ज्यादा इस्तेमाल करें। सामान्य यूरिया की उपयोग क्षमता केवल लगभग 30 प्रतिशत ही होती है, यानी इसकी बड़ी मात्रा हवा में उड़ जाती है या जमीन में बेकार चली जाती है। वहीं तरल नाइट्रोजन खाद से पौधों को पोषक तत्व सही मात्रा और सही तरीके से मिलते हैं, जिससे फसल को ज्यादा फायदा होता है। रेट तय, कालाबाजारी पर सख्ती उन्होंने साफ कहा कि यूरिया का सरकारी रेट 266 रुपए 50 पैसे प्रति कट्टा तय है और उसी दर पर किसानों को खाद उपलब्ध कराई जानी चाहिए। तरल यूरिया भी उपलब्ध है और उसका वितरण किया जा रहा है। यदि कहीं भी दुकानदार द्वारा ज्यादा दाम वसूलने या कालाबाजारी की शिकायत मिलती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। भीड़ रोकने की तैयारी कृषि अधिकारी ने बताया कि दुकानों पर भीड़ और अव्यवस्था को रोकने के लिए आधार कार्ड के जरिए खाद वितरण जैसी व्यवस्थाओं पर भी विचार किया जा रहा है। विभाग का प्रयास है कि हर किसान को सही समय पर और सही मात्रा में खाद मिले, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। यूरिया की सप्लाई लगातार जारी है कृषि विभाग उद्यान के डिप्टी डायरेक्टर शंकरलाल जाट ने बताया कि जिले में यूरिया लेने के लिए किसानों की लगातार लाइन लग रही है। उन्होंने कहा कि इस बार जिले में करीब 55 हजार मीट्रिक टन यूरिया की कुल मांग है। अब तक लगातार रैक के माध्यम से यूरिया पहुंच रहा है। कल भी एक–दो रैक आई थीं और आज भी एक रैक के देर शाम तक पहुंचने की संभावना है, जिसमें जिले के लिए लगभग 550 मीट्रिक टन यूरिया का आवंटन है। जीएसएस तक पहुंचाई जा रही खाद शंकरलाल जाट ने बताया कि कल ही इफको द्वारा जिले को करीब 900 मीट्रिक टन यूरिया मिला है, जिसे जिले की अलग–अलग ग्राम सेवा सहकारी समितियों (जीएसएस) तक पहुंचा दिया गया है। इसके अलावा पिछले 15 दिनों में जिले में करीब डेढ़ लाख कट्टे यूरिया की सप्लाई हो चुकी है। अभी भी लगातार सप्लाई जारी है और चंबल से बाय रोड लगभग 400 मीट्रिक टन यूरिया की गाड़ियां आ रही हैं। आगे भी एक और खेप आने का प्रस्ताव है। जरूरत के हिसाब से ही खरीदें किसान डिप्टी डायरेक्टर ने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि किसानों को जिस दिन जरूरत होती है, उससे पहले ही वे यह सोचकर यूरिया खरीद लेते हैं कि बाद में शायद नहीं मिले। इसी वजह से अनावश्यक भीड़ और लाइन लग जाती है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि जितनी जरूरत हो, उतनी ही मात्रा में यूरिया खरीदें। कृषि अधिकारी बोले - घबराने की जरूरत नहीं शंकरलाल जाट ने साफ कहा कि जिले में यूरिया की कोई कमी नहीं है। सप्लाई लगातार हो रही है और आगे भी होती रहेगी। इसलिए किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। विभाग का प्रयास है कि सभी किसानों को समय पर खाद मिलती रहे और किसी को परेशानी न हो।
सुब्रत पाठक के बयान पर अखिलेश का तंज:लिखा- सीएम योगी इनकी क्लास लगा देंगे, बेचारे भागे-भागे फिरेंगे
कन्नौज में भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक का एक वीडियो शेयर करते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज किया है। वीडियो में सुब्रत पाठक एसआईआर से फर्जी वोट कटने की बात कहते नजर आ रहे हैं। वह बिधूना विधानसभा के एक गांव में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। वीडियो खुद सुब्रत पाठक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया था। वीडियो दो दिन पुराना है। अखिलेश यादव ने पोस्ट में लिखा- कन्नौज के पूर्व भाजपाई सांसद का बयान बेहद आपत्तिजनक है। क्या वे जायज वोटों को कटवाने की सलाह दे रहे हैं? चुनाव आयोग को तत्काल संज्ञान लेना चाहिए। काले कारनामों का काला चश्मा लगाए ये महानुभाव बोलते समय भूल गए कि जो वे कह रहे हैं, वह उन्हीं के दल के भाजपाई मुख्यमंत्री जी के बयान से उलट है। माननीय मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में जैसे ही यह बात आएगी, वे इनकी क्लास लगा देंगे। और अगर उनसे बच गए तो दूर बैठे दूरबीन वाले इन्हें बुला लेंगे, क्योंकि दूरबीन के इस्तेमाल वाले डायलॉग पर उनका एकाधिकार है। अब ये बेचारे भागे-भागे फिरेंगे कि किस-किस से बचें—चुनाव आयोग से, लखनऊ वालों से या दिल्ली वाले ‘द्वितीय’ से।” आइए जानते हैं कि वीडियो में क्या बोले सुब्रत पाठक भाजपा के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा था- एसआईआर अभियान पर यदि हम लोगों ने गंभीरता से ध्यान दिया, तो आप याद रखना कि समाजवादी पार्टी दूरबीन लेकर भी ढूंढने से नहीं मिलेगी। यह एसआईआर अभियान उसके ताबूत पर अंतिम कील साबित होने वाला है। तीन विधानसभाओं में लगभग तीन लाख वोट कटने जा रहे उन्होंने कहा कल हम लोग लखनऊ में समीक्षा कर रहे थे। कन्नौज लोकसभा की तीन विधानसभाओं में लगभग तीन लाख वोट कटने जा रहे हैं। आप सोचिए कि अखिलेश यादव चुनाव कितने वोटों से जीते थे। तीन लाख वोट तो केवल तीन विधानसभाओं में ही कटने जा रहे हैं, जबकि रसूलाबाद और बिधूना विधानसभा अभी बाकी हैं। हमारा कोई नुकसान नहीं होने वाला है उन्होंने आगे कहा कि अगर हर विधानसभा में इतने वोट कटेंगे, तो नुकसान किसका होगा—यह साफ है। हमारा कोई नुकसान नहीं होने वाला है। यह बात मैं बहुत जिम्मेदारी से और सही कह रहा हूं। लगभग हर बूथ पर फर्जी वोट हैं। कहीं कोई मर गया होगा, कोई बाहर रहने चला गया होगा, किसी बेटी की शादी हो गई होगी, लेकिन उसके बाद भी उसका वोट बना हुआ है। पोलिंग प्रतिशत 55 से 60 प्रतिशत तक ही पहुंचता है उन्होंने दावा किया कि जब वोट पड़ते हैं, तब भाजपा के बूथ पर पूरी ताकत लगाने के बाद भी पोलिंग प्रतिशत 55 से 60 प्रतिशत तक ही पहुंचता है। जबकि समाजवादी पार्टी के बूथों पर 90 प्रतिशत तक वोट पड़ते हैं। बिधूना विधानसभा में करीब 90 ऐसे बूथ थे, जहां सपा को 90 से 95 प्रतिशत तक मतदान हुआ और 99 प्रतिशत वोट उन्हीं को मिले। सुब्रत पाठक ने कहा कि भाजपा के क्षेत्रों में 55 से 60 प्रतिशत तक ही पोलिंग होती है, क्योंकि हमारे यहां फर्जी वोट न तो पड़ते हैं और न ही डाले जाते हैं। हम फर्जीवाड़ा नहीं करते। --------------------------- ये खबर भी पढ़िए... साहब...भीख मांग लूंगा, चोरी नहीं करूंगा, एनकाउंटर में गोली लगी तो संभल SP के सामने गिड़गिड़ाया कार लिफ्टर संभल में पैर में गोली मारकर पुलिस ने कार लिफ्टर को अरेस्ट किया। हॉफ एनकाउंटर के बाद कार लिफ्टर पुलिस के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाने लगा। SP से हाथ जोड़कर कहता रहा, साहब, भीख मांगकर गुजारा कर लूंगा, लेकिन कभी चोरी नहीं करुंगा। घटना मंगलवार की चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के कैथल जाने वाले मार्ग की बताई जा रही है। पूरी खबर पढ़िए...
फरीदाबाद में वाहनों के चालान में अपराध की डिग्री और जुर्माना राशि कम करके सरकार को राजस्व को चूना लगाने के मामले में एक होमगार्ड , एक अहलमद सहित एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस की जांच में 25 चालान ऐसे पाए गए जिनमें गड़बड़ी की गई थी। होमगार्ड शुभम ट्रेफिक चालान शाखा में तैनात जबकि । अहलमद वीरेंद्र जेएमआइसी सरिता सोलंकी की कोर्ट में नियुक्त था। इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति कोर्ट में चालान भरवाने को लेकर काम करता था। 25 चालान में की गई गड़बड़ी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चालान में यह गड़बड़ी सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय में ट्रैफिक चालान शाखा में की गई। चालान राशि में गड़बड़ी को लेकर फैमिली कोर्ट की प्रधान जज सौरभ गोसाई की ओर से डिस्ट्रिक्ट जज को जांच के लिए पत्र लिखा गया था। डिस्ट्रिक्ट जज ने पुलिस कमीश्नर से चालान में हो रही गड़बड़ी पर जांच कराने को कहा। इसके बाद पुलिस कमीश्नर ने एसीपी सेंट्रल को पूरे मामले की जांच सौंपी थी। जांच में पाया गया कि ट्रैफिक चालान शाखा में तैनात होमगार्ड और पुलिसकर्मी चालानों के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे। वह एप के माध्यम से चालान को एडिट करके अपराध की डिग्री और जुर्माना राशि दोनों बदल रहे थे। जांच के दौरान जेएमआइसी सरिता साेलंकी की कोर्ट मे भुगतान किए गए चालान में ऋषिपाल नाम के व्यक्ति द्वारा गलत ड्राइविंग का 500 रुपये का जुर्माना का भुगतान किया गया था। जब उसी चालान को वाहन इन्फो की इंटरनेट वेबसाइट/ऐप से चेक किया गया, तो यह पता चला कि वास्तव में उक्त व्यक्ति पर मोटर वाहन अधिनियम की धारा 115 के तहत नो एंट्री को लेकर 20 हजार रुपए जुर्माना लगाया गया था। इसमे से साढ़े 19 हजार रूपए आरोपियों की जेब में चले गए और 500 रूपए सरकारी खजाने में जमा हुए। पीड़ित से वसूली गई जुर्माना की मूल राशि जांच के दौरान पाया गया 25 चालान ऐसे थे जिनमें अदालतों में भुगतान किए गए अपराधों का विवरण ट्रैफिक पुलिस हरियाणा द्वारा जारी किए मूल चालान के अपराधों से मेल नहीं खा रहा था। चालान शाखा में नियुक्त कर्मचारी जाली चालान तैयार कर रहे थे। उनके पास सीआइएस सिस्टम (चालान इंक्वायरी सिस्टम) का भी सीधा एक्सेस था। यह जाली चालानों को सीआइएस सिस्टम में भी पंजीकृत करवा रहा था। एसएचओ थाना प्रभारी अजीत के अनुसार चालान में गड़बड़ी करने को लेकर तीन आरोपित गिरफ्तार किए गए है। मामले की जांच अभी भी जारी है।
रामगढ़ जिले के बरकाकाना ओपी क्षेत्र में रेलवे और जिला प्रशासन ने संयुक्त अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया। इस दौरान 70 से अधिक दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई जेसीबी मशीनों का उपयोग कर की गई। अतिक्रमण हटाने से पहले सभी दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए थे। 30 साल से चल रहीं थीं यहां दुकानें पतरातू अंचल के सीओ मनोज चौरसिया के नेतृत्व में दंडाधिकारी की मौजूदगी में अभियान चलाया गया। प्रभावित दुकानदार 30 वर्षों से अधिक समय से इन स्थानों पर दुकानें चला रहे थे। ध्वस्त की गई दुकानों में होटल और राशन की शॉप शामिल थीं। दुकान तोड़ने की कार्रवाई के दौरान दुकानदारों ने रेलवे और जिला प्रशासन से न्याय की अपील की। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अतिक्रमण स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। पतरातू अंचल के सीओ मनोज चौरसिया ने बताया कि दुकानदारों को कई बार नोटिस भेजे गए थे, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई अमृत भारत योजना के तहत की जा रही है, जिसका उद्देश्य स्टेशन का विस्तार और सौंदर्यीकरण करना है। अमृत भारत योजना के तहत पूरे भारतवर्ष में स्टेशन का सुंदरीकरण हो रहा है। इसी क्रम में बरकाकाना स्टेशन में भी अमृत भारत योजना के तहत अतिक्रमण हटाया गया है। बता दें कि बरकाकाना स्टेशन से गरीब रथ वंदे भारत झारखंड स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस जैसी बड़ी ट्रेन इस रूट से गुजरती है।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने बुधवार दोपहर नीमच रेलवे स्टेशन का विशेष निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशन पर चल रहे कायाकल्प और आधुनिकीकरण कार्यों का विस्तृत जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। स्टेशन परिसर का बारीकी से निरीक्षण महाप्रबंधक ने स्टेशन के मुख्य गेट, प्लेटफॉर्म, वेटिंग रूम, टिकट काउंटर, पार्किंग एरिया और रेलवे कॉलोनी का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टेशन परिसर में स्थित गार्डन को भी देखा और सौंदर्यीकरण व रखरखाव को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। यात्री सुविधाओं पर विशेष जोर निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने अधिकारियों को यात्री सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कमी न रहने देने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ-सफाई, बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था और सुगम आवागमन को प्राथमिकता देने को कहा। रेलवे लाइन के दोहरीकरण को लेकर महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने बताया कि नीमच से रतलाम तक डबल लाइन का कार्य जावरा तक पूरा किया जा चुका है। शेष कार्य जल्द होगा पूरा उन्होंने कहा कि जावरा से रतलाम तक के शेष हिस्से का कार्य भी शीघ्र अंतिम रूप दिया जाएगा, जिससे रेल यातायात और अधिक सुगम और तेज हो सकेगा। निरीक्षण के दौरान डीआरएम अश्विनी कुमार सहित पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, स्टेशन मास्टर, आरपीएफ और जीआरपी के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। आधुनिकीकरण रेलवे की प्राथमिकता महाप्रबंधक ने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुविधाओं का विस्तार और स्टेशन का आधुनिकीकरण रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी विकास कार्यों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। महाप्रबंधक के आगमन को लेकर पूरे नीमच रेलवे स्टेशन परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था नहीं होने दी गई। अमृत भारत योजना से बदलेगा स्वरूप अधिकारियों ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत नीमच रेलवे स्टेशन का स्वरूप आधुनिक सुविधाओं के साथ बदला जा रहा है। निरीक्षण का उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और आधुनिक रेल सेवाएं उपलब्ध कराना है। रेलवे प्रशासन द्वारा स्टेशन विकास कार्यों की नियमित निगरानी की जा रही है, ताकि गुणवत्ता और समय-सीमा का पूरा ध्यान रखा जा सके।
कटनी जिले की ढीमरखेड़ा जनपद पंचायत में नए भवन के निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सीएम मोहन यादव के 5.25 करोड़ रुपए की लागत वाले इस भवन का भूमिपूजन किए जाने के दो माह बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। यह विवाद महात्मा गांधी खेल मैदान की सरकारी लीज वाली जमीन पर अचानक निजी मालिकाना हक का दावा सामने आने के बाद बढ़ गया है। भाजपा-कांग्रेस नेताओं ने की जांच की मांग इस मामले में क्षेत्र के भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने दलीय राजनीति से ऊपर उठकर एसडीएम निधि गौतम से मुलाकात की। उन्होंने सरकारी जमीन को निजी बताने के आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। मौजूदा भवन जर्जर, कर्मचारी-जनप्रतिनिधी परेशान ढीमरखेड़ा जनपद का मौजूदा भवन जर्जर हो चुका है, जिससे अधिकारियों, कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को काम करने में असुविधा होती है। स्थानीय जनता पिछले 20 वर्षों से नए भवन की मांग कर रही थी। मुख्यमंत्री ने हाल ही में बड़वारा के एक कार्यक्रम में भवन निर्माण के लिए 5.25 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी और भूमिपूजन किया। राजस्व विभाग पर मिलीभगत का आरोप निर्माण कार्य शुरू होने से पहले ही खेल मैदान की जमीन को निजी संपत्ति बताकर आपत्ति दर्ज कर दी गई। जनप्रतिनिधियों ने ज्ञापन में राजस्व विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाया और पुराने सरकारी रिकॉर्ड की जांच की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन को दशकों से 'महात्मा गांधी खेल मैदान' के नाम से जाना जाता रहा और जो सरकारी रिकॉर्ड में लीज की भूमि थी, वह अचानक निजी संपत्ति कैसे बन गई। अन्य अवैध कब्जों की भी शिकायत मुलाकात के दौरान जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र में अन्य अवैध कब्जों की भी जानकारी दी। शिकायत की गई कि बाहरी जिलों के लोग सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और वन भूमि पर पेड़ों की कटाई कर खेती योग्य जमीन में बदल रहे हैं। अधिकारियों ने दिए जांच के निर्देश एसडीएम निधि गौतम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार से जानकारी ली और भरोसा दिलाया कि वन भूमि और पेड़ों की कटाई के मामलों में वन विभाग के साथ मिलकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार नितिन पटेल ने बताया कि पटवारी को पुराने रिकॉर्ड की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।

