शुक्लागंज क्षेत्र के युवा पहलवान उत्कर्ष उर्फ मनु गुप्ता ने राष्ट्रीय स्तर की वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित पांच दिवसीय नॉर्थ ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (सत्र 2025–26) में 110 किलोग्राम भार उठाकर 15वीं रैंक हासिल कर नगर और जनपद का नाम रोशन किया। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता महिला एवं पुरुष वर्ग के लिए थी, जिसमें उत्कर्ष ने कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएम) की टीम का प्रतिनिधित्व किया। देशभर की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से आए सैकड़ों प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के बीच यह उपलब्धि हासिल करना एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। प्रतियोगिता में सफलता के बाद उत्कर्ष के नगर आगमन पर क्षेत्र में उत्साह का माहौल देखने को मिला। स्थानीय युवाओं, खेल प्रेमियों और परिजनों ने फूल-मालाओं के साथ उनका भव्य स्वागत किया। लोगों ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। राजधानी मार्ग स्थित सीताराम कॉलोनी निवासी सुरेन्द्र गुप्ता के पुत्र उत्कर्ष की इस उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है। उनके पिता सुरेन्द्र गुप्ता ने बेटे की मेहनत और अनुशासन की सराहना करते हुए कहा कि उत्कर्ष ने लगातार अभ्यास और कठिन परिश्रम के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। उत्कर्ष ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता सुरेन्द्र गुप्ता और अपने कोच हरीओम ओझा को दिया। उन्होंने बताया कि उनके कोच ने तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी प्रदान की, जिससे वह प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर सके। उत्कर्ष ने भविष्य में अखिल भारतीय विश्वविद्यालय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश और प्रदेश का नाम रोशन करने का लक्ष्य रखा है। उनकी इस उपलब्धि पर नगर के लोगों में खासा उत्साह है और सोशल मीडिया पर उन्हें बधाई देने वालों की संख्या बढ़ गई है। खेल प्रेमियों का मानना है कि यदि इसी तरह सहयोग और मार्गदर्शन मिलता रहा, तो उत्कर्ष आने वाले समय में राष्ट्रीय स्तर पर और भी बड़ी सफलता हासिल कर सकता है।
हाथरस में वीडियो बनाकर सुसाइड करने वाली गुनगुन के प्रेमी आकाश को पुलिस ने आज सुबह गिरफ्तार कर लिया है। गुनगुन ने सोमवार को जहर खाकर सुसाइड कर लिया। मरने से पहले उसने एक वीडियो भी बनाया। जो मंगलवार को सामने आया। इसमें गुनगुन ने अपने प्रेमी आकाश पर आरोप लगाए। वीडियो में कहा- आकाश, तुमने मुझे इतना मजबूर कर दिया कि अब मेरे पास मरने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचा है। मैंने कभी किसी को चीट नहीं किया। मैं मूव ऑन नहीं कर सकती। दिक्कत यह है, क्योंकि आई लव यू सो मच। कामिनी (19) उर्फ गुनगुन शहर की आवास विकास कॉलोनी की रहने वाली थी। गुनगुन की मौसी रोशनी ने बताया- पिछले कुछ दिनों से आकाश गुनगुन को लगातार मानसिक रूप से परेशान कर रहा था। उसने कहा कि इसी टॉर्चर के चलते गुनगुन ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया। गुनगुन की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया। बाद में परिजनों को गुनगुन की आत्महत्या से पहले बनाया गया वीडियो मिला, जिसमें उसने अपनी मौत की वजह प्रेमी आकाश को बताया। इसके बाद मंगलवार को गुनगुन की मां रश्मि ने कोतवाली सदर में मुकदमा दर्ज कराया है। जानिए पूरा मामला गुनगुन नोएडा में नौकरी कर रही थी और बीए की पढ़ाई भी कर रही थी। शनिवार को नोएडा से लौटने के बाद उसने आकाश से मुलाकात की थी और शादी की बात रखी थी। शादी से इनकार के बाद टूट चुकी थी। इसी वजह से गुनगुन ने अपनी मौसी रोशनी के घर जाकर जहर खा लिया। परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। गुनगुन अपने माता-पिता की इकलौती बेटी थी। उसके पिता का पांच साल पहले निधन हो चुका था। पुलिस जांच में सामने आया कि गुनगुन और आकाश के बीच पिछले चार साल से प्रेम संबंध थे। आत्महत्या से पहले बनाए गए वीडियो में गुनगुन ने कहा- ज्यादा मजबूर कर दिया है ना, आकाश। तूने इतना ज्यादा मजबूर कर दिया है कि मरने के सिवा मेरे पास कोई और चारा ही नहीं बचा है। मेरे पास कोई और विकल्प नहीं है। आई एम सॉरी। आपकी बेटियाँ मेरी सुसाइड की वजह हैं। उनकी वजह से ही मुझे यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मैं यह सब कभी नहीं करना चाहती थी, लेकिन सिर्फ उनकी वजह से… सिर्फ उनकी वजह से। तेरे घरवालों ने कभी यह नहीं सिखाया क्या कि किसी की जिंदगी के साथ नहीं खेलना चाहिए? मैं तो जा रही हूँ, लेकिन अगर थोड़ी-सी भी इंसानियत ज़िंदा है, अगर ज़रा-सी भी इंसानियत बची है, तो तू भी नहीं बचेगा। चार साल पहले वाला आकाश और जिससे मैं कल मिलकर आई हूँ, वो आकाश एक ही इंसान नहीं हो सकता। मुझसे मूव ऑन नहीं होता, भाई। मुझसे सच में मूव ऑन नहीं होता। मैंने कभी किसी को चीट नहीं किया। मैं मूव ऑन नहीं कर सकती। दिक्कत यह है, क्योंकि आई लव यू सो मच। मेरी मम्मा दुनिया की बेस्ट मम्मा हैं। उन्होंने मेरे लिए इतना कुछ किया है। और मेरी मासी… मासी, यू आर द बेस्ट मासी इन द वर्ल्ड, इन द यूनिवर्स। यू आर द बेस्ट। आपके जैसी न कोई मासी है और न ही आपके जैसी कोई दोस्त। आरोपी प्रेमी गिरफ्तार, पुलिस कर रही जांच पुलिस ने गुनगुन को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में आकाश (21) पुत्र धर्मा निवासी आवास विकास कॉलोनी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर की जाएगी। दैनिक भास्कर ने पूरे मामले को जानने के लिए गुनगुन की मौसी रोशनी से बात की। सिलसिलेवार पढ़िए पूरी बातचीत प्रश्न: अच्छा, ये पूरा मामला क्या था?उत्तर: मामला कुछ और नहीं था। आकाश उसे लगातार टॉर्चर कर रहा था। वह बहुत परेशान हो गई थी। उसने मुझसे भी बात की थी। उसने कहा था कि मौसी, गुनगुन इससे बात कर रही है, उससे बात कर रही है। उसने गुनगुन को बदनाम किया। हमने सोचा कि क्या किया जाए। हमने उससे राजीनामा करने की कोशिश की, लेकिन वह राजी नहीं हुआ। मैंने उसे मारा भी था। इतना मारा कि उसका मुंह सूज गया था। प्रश्न: एक बात और बताइए, कितने साल से इनका अफेयर था?उत्तर: चार साल से।प्रश्न: मतलब ये दोस्त थे?उत्तर: हां, दोस्त थे। प्रश्न: गुनगुन जो काम करती थी, उससे उसे परेशानी होती थी?उत्तर: हां। अगर वह किसी लड़के से बात कर लेती थी, चाहे वो उसका पर्सनल मैटर ही क्यों न हो, तो आकाश को दिक्कत होती थी। वह हर चीज में टॉर्चर करता था। चार साल से मुझे भी सब पता था, लेकिन हमने इग्नोर किया, क्योंकि उसकी आदतें पहले ठीक लगती थीं। आदत की वजह से वह चार साल से हमारे घर आता-जाता था। हम भी उसे बुलाते थे। उसकी मम्मी भी उसे भेजती थीं। वह हमारे घर में रहता था, खाता-पीता था, हमें घुमाने भी ले जाता था। लेकिन अब जो उसने किया, वह बिल्कुल गलत था। पिछले चार दिनों से पता नहीं क्या हुआ। उसने उस लड़की को इतना टॉर्चर किया कि उसे मरना ही पड़ा। उसके दिमाग में बहुत टेंशन थी। नस फट गई हो या कुछ और हुआ हो, लेकिन वह खत्म हो गई। सोते-सोते ही चली गई। प्रश्न: क्या वे साथ पढ़ते थे?उत्तर: नहीं। वह पहले हाईस्कूल में पढ़ता था। गुनगुन एमएलडी स्कूल में थी। बाद में उसने पढ़ाई छोड़ दी थी और नोएडा में नौकरी करने लगी थी। वहां भी आकाश पहुंच गया और उसे टॉर्चर किया। फिर जब वह यहां आई, तब भी उसने टॉर्चर किया। उसने मुझसे कहा कि मौसी, ये ऐसे-ऐसे बात कर रहा है। मैंने कहा कि तू कुछ गलत नहीं कर रही। प्रश्न: गुनगुन की उम्र कितनी थी?उत्तर: 18 साल पूरी हो चुकी थी, 19 में लगी थी। प्रश्न: आकाश क्या काम करता था?उत्तर: कुछ खास काम नहीं करता था। घर पर ही रहता था। उसके पिता का नाम धर्मपाल है, वह पेंटर का काम करते हैं। उनके पांच लड़के हैं। मैं उनके घर भी गई थी। उन्होंने मेरे और मेरे घरवालों से बदतमीजी से बात की। लेकिन अब मेरी लड़की चली गई है। मुझे इंसाफ चाहिए और मैं इंसाफ लेकर रहूंगी। प्रश्न: गुनगुन आपके रिश्ते में कौन थी?उत्तर: मैं उसकी मौसी हूं, लेकिन मां की तरह पाला था। उसकी मां की मैं सगी बहन हूं। मैं मां जैसी ही थी उसके लिए। प्रश्न: उस दिन क्या हुआ था?उत्तर: इतवार को वह बिल्कुल ठीक थी। सोमवार रात को वह सोती की सोती रह गई। सुबह नहीं उठी। मैंने सोचा सो रही होगी। एक-डेढ़ घंटे बाद भी नहीं उठी। हमें खुद नहीं पता कब उसकी सांसें थम गईं। प्रश्न: सुसाइड के लिए मजबूर क्यों हुई?उत्तर: उस लड़की की वजह से और आकाश की वजह से। वीडियो में गुनगुन ने साफ कहा है कि उस खानदान और उस लड़की की वजह से उसे टॉर्चर किया गया। सारी घटनाएं मेरे सामने हुई हैं। आकाश ही गलत था। प्रश्न: गुनगुन के पिता?उत्तर: उनके पिता की 2020 में मौत हो चुकी है। वे मेरे जीजा थे। प्रश्न: आकाश कहां का रहने वाला है?उत्तर: विकास कॉलोनी का रहने वाला है। प्रश्न: गुनगुन कहां रहती थी?उत्तर: मूल रूप से हाथरस की रहने वाली थी। नोएडा में नौकरी करती थी। शनिवार को नोएडा से आई थी और इतवार को मेरे पास घूमने आई थी। प्रश्न: गुनगुन अकेली संतान थी?उत्तर: हां, वह इकलौती बेटी थी। राजकुमारी की तरह पली थी। जहां वह कदम रखती थी, हम जीभ बिछा देते थे। प्रश्न: कितनी पढ़ी-लिखी थी?उत्तर: इंटरमीडिएट तक पढ़ी थी। समझदार और सुलझी हुई लड़की थी। नोएडा में नौकरी कर रही थी, कंपनी का नाम मुझे नहीं पता। जो जानकारी मुझे थी, मैंने आपको दे दी। ---------------------------------------------- ये खबर भी पढ़ेंः- बृजभूषण सिंह बोले- संसद से मुझे बेइज्जत करके निकाला:जिंदा रहा तो एक बार जरूर जाऊंगा; अखिलेश का एहसान कभी नहीं भूलूंगा 'लोकसभा से मुझे जनता ने नहीं, बल्कि साजिश के तहत हटाया गया। मेरा कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था। मुझे बेइज्जत करके निकाला गया। अगर जिंदा रहा तो एक बार जरूर लोकसभा जाऊंगा। कोशिश तो रहेगी कि अपनी ही पार्टी से जाऊं, लेकिन बाद की बाद में देखेंगे।' पढ़ें पूरी खबर...
पंजाब के लुधियाना जिले के जगराओं शहर में एक मकान मालिक ने अपने किराए के कमरे में चल रहे नशे के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया। मकान मालिक ने कमरे को बाहर से ताला लगाकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने नौ युवकों को हिरासत में लिया। यह घटना भद्रकाली मंदिर के पास हुई। युवक चिट्टा पीने के लिए कमरे में पहुंचे जानकारी देते हुए मकान मालिक महिंदर ने बताया कि उन्होंने अपने घर के कुछ कमरे किराए पर दे रखे हैं। पिछले कुछ दिनों से मोहल्ले के लोगों ने उन्हें सूचित किया था कि उनके किराएदार चिट्टे का कारोबार करते हैं और कई युवक वहां नशा करने आते हैं। महिंदर पिछले तीन दिनों से इस गतिविधि पर नजर रख रहे थे। आज जैसे ही कुछ युवक चिट्टा पीने के लिए कमरे में पहुंचे, उन्होंने तुरंत बाहर से ताला लगा दिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने खुलवाया ताला, निकाला बाहर सूचना मिलने पर थाना सिटी पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने ताला खुलवाकर कमरे से 5-6 युवकों को बाहर निकाला और तलाशी शुरू की। इस दौरान पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों को वीडियो बनाने से रोकने के लिए बाहर कर दिया, जिस पर लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। लोगों का गुस्सा बढ़ता देख पुलिस ने सभी संदिग्ध युवकों को हिरासत में ले लिया। मामले की जांच में जुटी पुलिस थाना सिटी के इंचार्ज परमिंदर सिंह ने पुष्टि की कि कुल 9 युवकों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से कुछ युवक उसी मकान में किराए पर रह रहे थे, जबकि कुछ आसपास के इलाकों के बताए जा रहे हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई और खुलासे किए जाएंगे।
चित्रकूट में वर्ष 2025 में 43.13 करोड़ रुपए का कोषागार घोटाला सामने आया। इस मामले में लगभग 100 आरोपियों की पहचान की गई है, जिनमें से 32 को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस और जांच एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने के उद्देश्य से खोह, मंडी समिति कर्वी, भसौंधा, कल्याणपुर और हनुमानगंज में पांच नई पुलिस चौकियां स्थापित की गईं। इसके बावजूद, जिले में 11 बलवा, 152 चोरी, 13 दुष्कर्म और 9 अपहरण के मामले दर्ज किए गए, जो कुछ क्षेत्रों में पुलिसिंग की चुनौतियों को दर्शाते हैं। वर्ष के दौरान 12 हत्याएं दर्ज की गईं, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में 180 लोगों की मृत्यु हुई। रैपुरा के पास हुई एक दुर्घटना में पांच लोगों की जान चली गई। महाकुंभ की तैयारियों के दौरान पुलिस प्रशासन को विशेष चुनौतियों का सामना करना पड़ा। दो महीने तक सुबह-शाम लगने वाले 15 से 20 किलोमीटर लंबे जाम को नियंत्रित करने और हजारों श्रद्धालुओं को सुविधाएं प्रदान करने में पुलिस बल सक्रिय रहा। तत्कालीन जिलाधिकारी और वर्तमान पुलिस अधीक्षक ने स्वयं देर रात तक व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 1 जनवरी से 30 दिसंबर 2025 के बीच जिले में कुल 2145 आपराधिक मामले दर्ज किए गए, जो पिछले वर्ष के 1842 मामलों से अधिक हैं। हालांकि, लूट, डकैती, हत्या, अपहरण और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों में पिछले साल की तुलना में कमी दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह के अनुसार, जिले में अपराध पर काफी हद तक नियंत्रण रहा है। उन्होंने साइबर ठगी से आम लोगों को बचाना अब सबसे बड़ी चुनौती बताया। परिवार परामर्श केंद्र के माध्यम से 70 जोड़ों को फिर से एक साथ रहने के लिए राजी किया गया, जिसे एक महत्वपूर्ण सामाजिक उपलब्धि माना जा रहा है। इस साल साइबर ठगी के मामले पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर सामने आए। रिटायर्ड अधिकारियों, बड़े व्यापारियों और आम नागरिकों को लाखों रुपए की चपत लगी। हालांकि पुलिस ने कई मामलों में संतोषजनक रिकवरी भी की है। गैंगस्टर एक्ट के तहत माफिया मुख्तार अंसारी के पुत्र विधायक अब्बास अंसारी समेत पांच लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी खासा चर्चा में रही। साइबर अपराध के तहत डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं ने सभी को झकझोर दिया। स्टेशन रोड निवासी व्यापारी ने 20 लाख गंवाने के बाद आत्महत्या कर ली। भैरो पागा निवासी रिटायर्ड कर्मी से 21 लाख और प्रसिद्धपुर निवासी रिटायर्ड अधिशासी अभियंता से 41 लाख से अधिक की ठगी हुई। इसे रोकने के लिए साइबर थाना भी स्थापित किया गया, फिर भी ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। न्यायिक स्तर पर भी यह साल अहम रहा। राजापुर क्षेत्र के एक जघन्य हत्याकांड में दोषी को फांसी और उसकी पत्नी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। इसके अलावा 20 दोषियों को आजीवन कारावास और 63 को सात साल से अधिक की सजा मिली। मानिकपुर क्षेत्र में 12 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म के मामले में मात्र 41 दिन में आरोपी को गिरफ्तार कर आजीवन कारावास की सजा दिलाना पुलिस की बड़ी सफलता रही।
नीरजा मोदी स्कूल की cbse ने मान्य रद्द कर दी है। स्कूल में छात्रा अमायरा के सुसाइड प्रकरण में सीबीएसई ने माना कि मामले में स्कूल प्रशासन की तरफ से लापरवाही हुई थी। आठवीं तक की मान्यता के लिए अब राज्य सरकार के पाले में गेंद है। अमायरा के माता पिता ने cbse के इस फैसले के बाद कहा कि वे इस फैसले से संतुष्ट है। सीबीएसई ने तो अपना काम कर दिया लेकिन अब राज्य सरकार से मांग है कि वे स्कूल पर एक्शन ले। जिन टीचर्स की लापरवाही रही उन पर एक्शन लिया जाए। हमारी बेटी को अब भी इंसाफ का इंतजार है। पढ़िए अमायरा के माता पिता से बातचीत के कुछ अंश........ सवाल – cbse ने मान्यता रद्द की है, क्या संतुष्ट हैजवाब – सीबीएसई ने जो जांच में फाइंडआउट किया है और जो कार्यवाही करते हुए स्कूल की मान्यता रद्द की है उससे तो हम संतुष्ट है। मामले में स्कूल की लापरवाही पाई गई है, इसे सिस्टमिक फेल्योर बताया है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही मानी है। किसी तरह के सुरक्षा के कोई बंदोबस्त नहीं थे। अमायरा की घटना रोकी जा सकती थी लेकिन स्कूल की खामियों की वजह से नहीं रोकी जा सकी। सीबीएसई ने तो अपना काम कर दिया, अब राज्य सरकार को करना है। उन्होंने जब माना है कि ये स्कूल 9 से 12वी तक के लिए सुरक्षित नहीं है तो वो तो पहली से लेकर आठवीं तक के बच्चों के लिए भी नहीं होगा। राज्य सरकार को अब स्कूल की मान्यता पूरी तरह रद्द करनी चाहिए। बच्चों को दूसरी स्कूल में शिफ्ट करना चाहिए। स्कूल की टीचर पूनीता शर्मा, रचना और इंदु दुबे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होना चाहिए। बच्ची ने कई बार कंपलेन की, नौ बार शिकायत लेकर जाने के बाद सुनवाई नहीं हुई। स्कूल ने बच्ची को सुसाइड के लिए प्रोवोक किया है। इस मामले को पूरी तरह रोका जा सकता था, क्लास टीचर अगर कोई कदम उठाती तो इस घटना को रोक सकते थे। ग्राउंड फ्लोर से बच्ची चौथी मंजिल तक पहुंच गई किसी ने नहीं देखा। सवाल- सीबीएसई ने कार्रवाई कर दी, राज्य सरकार से आप मांग कर रहे हैं, क्या राज्य सरकार की तरफ से कुछ नहीं हुआजवाब- हमने मदन दिलावर सर का इंटरव्यू सुना था कि इस मामले में सीबीएसई ही कार्रवाई करेगा। सीबीएसई ने तो कार्रवाई कर दी। लेकिन क्या राज्य का इसमें कुछ नहीं है। जब राज्य में स्कूल खुला है तो राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की तो एनओसी देता है। कई राज्य सरकार की गाइड लाइन की पालना के बाद ही सीबीएसई मान्यता देता है। राज्य सरकार की जिम्मेदरी और जवाबदेही भी है। दो महीने हो गए है, इनकी जांच कमेटी गठित की थी। क्या हुआ उस कमेटी का। कमेटी ने स्कूल को नोटिस दिया था, शायद उसका जवाब तक स्कूल ने नहीं दिया है। राज्य स्तर पर तो कार्यवाही में ढिलाई ही हो रही है। मदन दिलावर और सीतराम जाट की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं हुई। यही कहते है कर रहे हैं, कर रहे हैं। सवाल- सीएम स्तर पर भी बात हुई थी आपकीजवाब- हमने कोशिश की थी, दीया मैडल और किरोडीलाल जी से बात हुई थी तो उन्होंने कहा था कि सीएम से मिलवा कर आपकी परेशानी बताएंगे। दो महीने हो गई। अभी तक जो एक्शन हुआ है वह बस सीबीएसई ने किया है। कानूनी कार्यवाही का क्या। सवाल- क्या लगता है अमायरा को अब भी इंसाफ का इंतजार हैमां- मैं सीबीएसई की शुक्रगुजार हूं। उन्होंने सच में जो जांच की उसी के आधार पर कार्यवाही की। उन्होंने कमेटी बनाई और कमेटी ने जांच में पाया कि स्कूल में किस स्तर तक लापरवाही बरती जा रही है। टीचर के आईडी कार्ड नहीं है, बच्चों के आईडी कार्ड पहने हुए नहीं मिले। ऐसे में कोई हादसा हो जाए तो पहचान करना भी मुश्किल हो जाए कि बच्चा कौन था।अमायरा केस में भी यही हुआ। काफी देर तो यही नहीं पता लगा कि बच्ची कौनसी क्लास की है। सीबीएसई ने कई बाते नोट की और निष्कर्ष पर पहुंचकर स्कूल की मान्यता रदद की। कमेटी के सदस्यों का धन्यवाद करते हैं हम। सवाल- स्टेट में क्यों एक्शन नहीं लिया जा रहा, क्या प्रभावशाली होने की वजह से कार्रवाई नहीं हो रहीमां- बिल्कुल स्कूल प्रबंधन के प्रभावशाली होने की वजह से नही हो रही है। दिल्ली में शौर्य का केस हुआ है उसमें स्पेशल बना दी जो जांच कर रही है। हमारे यहां तो पुलिस कह रही है कि अगर स्कूल में रेलिंग बड़ी भी लगी होती तो बच्ची उस पर चढ़कर कूद जाती। तो क्या मेरी बच्ची कोई बंदर थी या कोई लेजर्ड थी कि बडी रेलिंग पर चढ जाती। ऐसे जवाब तो पुलिस की तरफ से मिल रहे है। पूरा मैनेज किया हुआ है मामले को। पुलिस तक मैनेज कर दी गई है। अभी तक स्कूल की टीचर्स पर क्यों एक्शन नहीं लिया गया है। पुलिस वाले कहते है कि टीचर्स पर दबाव नहीं डाल सकते तो क्यों नही डाल सकते, क्यों नहीं पूछ सकते कि आखिरी समय में क्या हुआ था। यही घटना घर पर होती तो पेरेंटस को लॉकअप में डाल देते। बच्चों से नहीं पूछ सकते लेकिन टीचर तो बालिग है न उनसे क्यों नही पूछते। सवाल- क्या घटना के बाद आपकी टीचर्स से कोई बात हुईजवाब- मेरी तो कोई बात नहीं हुई। इनसे(अमायरा के पिता) से हुई थी तो टीचर ने कहा था कि मुझसे तो यही कहा था कि बच्चे परेशान कर रहे है। जबकि हकीकत में वह टीचर से करीब एक डेढ मिनट बात कर रही थी। टीचर से पूछो क्या बात हुई थी तो कोई जवाब नहीं मिलता। रचना मैडम तो कुछ नहीं बोलती यही कहती है मुझे नहीं पता, तो किसको पता है फिर सवाल- बुलिंग का शिकार काफी समय से हो रही थी, शिकायत की थी कई बारमां- कई बार शिकायत की थी। दो पेरेंटस जिनके बेटे ने डिजिटल स्लेट पर लिखा और जो लडकी आखिरी कंपलेन लेकर गई उनको नाम पता है। मै उनके माता पिता से हाथ जोड़कर कहती हूं बता दो आखिर में बेटी के साथ क्या हुआ। आपकी बच्चे का कहीं नाम नही ले रहे। टीचर ने कितना बच्ची को दबाव में डाला क्या हुआ बता दो। सवाल- अब आपकी क्या मांग है राज्य सरकार सेमां- स्टेट से तो यही चाहते हैं कि पहली से आठवीं तक की भी मान्यता को रद्द किया जाए। स्कूल के बच्चो को दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया जाए। पेरेंटस से यही निवेदन करूंगी कि बडे़ स्कूलों के नामों के चक्कर में मत आओ। बच्चे छोटे स्कूल में पढ़कर भी अच्छा नाम कमा सकते है। बड़े स्कूल के चक्कर में मैने अपनी बेटी खो दी। बच्चे को खोने का दर्द मां बाप ही जानते है। बाकी तीनों टीचर पर कानूनी एक्शन लिया जाए।
साल 2025 रायगढ़ के लिए डरावना रहा। कभी बर्ड फ्लू के कहर ने हजारों मुर्गियों को मारा, तो कभी पुलिस चौकी के भीतर गोलियों की आवाज गूंजी। एक ओर घरों पर बुलडोजर चले, दूसरी ओर जंगलों में सड़ी लाशें मिलीं। कहीं एक ही परिवार में 4 हत्याएं हुईं, तो कहीं जनसुनवाई के नाम पर पुलिस और ग्रामीण भिड़े। इसके अलावा अफेयर के शक में कांग्रेस के पूर्व विधायक के भाई की हत्या भी हुई। वहीं आग लगने से आग लगने से 30 लाख का ट्रांसफॉर्मर जल गया। पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी मूल के भाई-बहन को भी गिरफ्तार किया। इस रिपोर्ट में डिटेल से पढ़िए रायगढ़ के लिए कैसा रहा साल 2025 ? अब विस्तार से पढ़िए रायगढ़ जिले के लिए कैसे रहा 2025 केस 1- एक ही परिवार के 4 लोगों का मर्डर 10 सितंबर को खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम ठुसेकेला में एक ही परिवार के 4 लोगों की लाश घर की बाड़ी में मिली। आरोपी ने कुल्हाड़ी से पति-पत्नी और उनके 2 बच्चों की हत्या कर उन्हें दफना दिया था। कुछ समय बाद शव से दुर्गंध आने पर मामला उजागर हुआ। पुलिस ने शव को खोदकर बाहर निकाला। मृतकों की पहचान पति बुधराम उरांव, पत्नी सोहद्रा उरांव, बेटा अरविंद उरांव और बेटी शिवांगी उरांव के रूप में हुई। बुधराम राजमिस्त्री का काम करते थे। जांच के बाद पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले आरोपी ग्रामीण को गिरफ्तार किया। केस 2- पूर्व विधायक के लापता भाई की हत्या कांग्रेस के पूर्व विधायक के भाई और ग्राम पाकरगांव निवासी ग्राम सचिव जयपाल सिदार 7 जुलाई को अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने के बाद लापता हो गए थे। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर तलाश शुरू की, लेकिन 23 दिनों तक उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। 31 जुलाई को जयपाल सिदार का शव सिसरिंगा घाटी के जंगल में सड़ी-गली हालत में बरामद किया गया। जांच में सामने आया कि उनकी हत्या अवैध संबंध के शक में की गई थी। हत्या के लिए एक लाख रुपए की सुपारी दी गई थी, जिसमें से 10 हजार रुपए एडवांस के तौर पर दिए गए थे। पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले शुभम गुप्ता, कमलेश यादव और मदन गोपाल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि साजिश रचने वाला शिव साहू पहले से जेल में बंद है। आरोपियों ने जयपाल सिदार की चलती कार में गला घोंटकर हत्या की। शव को जंगल में फेंक दिया था। केस 3- सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू फैला 1 फरवरी 2025 को रायगढ़ के सरकारी पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हुई। मुर्गियों की लगातार मौत के बाद सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। नतीजे पॉजिटिव आए। कलेक्टर ने उसी रात तुरंत एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। हालात को कंट्रोल करने के लिए, फार्म में मौजूद लगभग 5,000 मुर्गियों, चूजों, अंडों और पोल्ट्री फीड को तुरंत खत्म करने का फैसला किया गया। यह पूरा ऑपरेशन रातों-रात पूरा किया गया। इसके अलावा इन्फेक्शन को फैलने से रोकने के लिए पोल्ट्री फार्म के 10 किलोमीटर के दायरे को सर्विलांस जोन घोषित किया गया। केस 4- आग लगने से 30 लाख का ट्रांसफॉर्मर जला शहर में 17 मार्च 2025 की सुबह 8 बजे कोटरा रोड पर एक ट्रांसफॉर्मर स्टोरेज एरिया में भीषण आग लग गई, जिससे इलाके में दहशत और अफरा-तफरी मच गई। आग बुझाने के लिए पांच फायर इंजन मौके पर पहुंचे। लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस घटना में लगभग 150 ट्रांसफॉर्मर जलकर खाक हो गए, जिससे बिजली विभाग को करीब 25 लाख रुपये का नुकसान हुआ। केस 5- पाकिस्तानी भाई-बहन गिरफ्तार 26 अप्रैल को, रायगढ़ के जूट मिल पुलिस स्टेशन इलाके में पुलिस ने पाकिस्तानी मूल के एक भाई-बहन को गिरफ्तार किया। दूसरे राज्यों से आए लोगों की जांच के दौरान, पुलिस को जानकारी मिली कि कोडाटारा में याकूब शेख के घर में दो पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। उन्होंने भारतीय नागरिकता हासिल किए बिना गैर-कानूनी तरीके से वोटर आईडी कार्ड बनवा लिए थे। पुलिस मौके पर पहुंची और इफ्तिखार शेख (29) और उसकी बहन अरमिश शेख (25) को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 199, 200, 419, 467, 468 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया। केस 6- मंदिर और चर्च को तोड़ने का मामला 28 मई 2025 को भाथनपल्ली गांव में एक मंदिर और एक चर्च में तोड़फोड़ की घटना सामने आई। निर्मल सारथी द्वारा भगवान हनुमान की मूर्ति रखने के लिए बनाया गया मंदिर तोड़ दिया गया। इसके बाद कुछ लोगों ने पास के एक चर्च में क्रॉस तोड़ दिया। उसकी जगह भगवा झंडा लगा दिया। इसके बाद हिंदू और ईसाई समुदायों के सदस्यों के बीच झड़प हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। दोनों समूहों के बीच बातचीत कराकर स्थिति को शांत किया। केस 7- नया मरीन ड्राइव बनाने तोड़े गए 70 से अधिक मकान 14 जून 2025 को नए मरीन ड्राइव के लिए रास्ता बनाने के लिए प्रगति नगर इलाके में तोड़फोड़ का काम शुरू हुआ। लगभग 70 घरों को गिराया जाना था। पहले चरण में लगभग 15 घरों को गिराया जा रहा था, लेकिन इससे तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। जब सुबह नगर निगम की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची, तो निवासियों ने तोड़फोड़ का विरोध किया। पुलिस और कुछ महिलाओं के बीच झड़प हुई, लेकिन अधिकारियों ने तोड़फोड़ का काम जारी रखा। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रभावित निवासियों को आश्वासन दिया कि सभी को वैकल्पिक घर और ज़मीन दी जाएगी। इस आश्वासन के बाद, प्रदर्शनकारी शांत हो गए और चले गए। केस 8- चाकू की नोक पर विवाहिता से 3 दिन रेप 28 नवंबर 2025 को भगवानपुर के रहने वाले दीपक दास ने एक 26 साल की महिला का चाकू की नोक पर रेप किया। महिला काम से लौट रही थी, तभी दीपक ने उसे जान से मारने की धमकी दी, उस पर हमला किया। उसके मुंह पर कपड़ा बांध दिया। स्कूल के बाथरूम के पीछे झाड़ियों में उसे रात भर बंधक बनाकर रखा। लगभग 3 बजे, वह उसे अपने किराए के कमरे में ले गया। तीन दिनों तक उसे बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उसने बार-बार उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। पीड़िता किसी तरह भागने में कामयाब रही। 1 दिसंबर को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी दीपक दास को गिरफ्तार कर लिया। केस 9- RPF जवान को साथी ने मारी गोली 2 दिसंबर 2025 की सुबह हेड कॉन्स्टेबल पी.के. मिश्रा का शव RPF पोस्ट पर मिला। आरोपी ने उनके सिर में चार गोलियां मारी थीं। आरोपी उनका साथी हेड कॉन्स्टेबल एस. लाडेर था। पी.के. मिश्रा मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले थे। एस. लाडेर जांजगीर-चांपा जिले का निवासी है। दोनों रात की ड्यूटी पर थे। सुबह करीब 4 बजे उनके बीच बहस हो गई। बहस के बाद एस. लाडेर ने दरवाज़े के बाहर से पी.के. मिश्रा पर चार गोलियां चलाईं। घटना की जानकारी मिलने पर दूसरे अधिकारियों ने अपने सीनियर अधिकारियों को बताया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। केस 10- पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प 27 दिसंबर 2025 को तमनार ब्लॉक में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई। यह घटना धौराभांठा में JPL (जिंदल पावर लिमिटेड) की पब्लिक हियरिंग से जुड़ी थी। 14 गांवों के ग्रामीण गैरे पेल्मा सेक्टर-1 कोयला खदान के लिए जनसुनवाई रद्द करने की मांग को लेकर CHP चौक पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। खुरुसलेंगा के पास स्थिति तब बिगड़ गई जब पुलिस ने बड़े वाहनों को हटाने की कोशिश की, जिससे पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव हो गया। ग्रामीणों ने पुलिस के वाहनों को नुकसान पहुंचाया। एम्बुलेंस और बस समेत 6-7 वाहनों में आग लगा दी। इस घटना से इलाके में काफी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद प्रशासन ने जनसुनवाई रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की। जिंदल मैनेजमेंट ने हियरिंग के लिए अपना आवेदन वापस लेने का पत्र सौंपा। इसके बाद ग्रामीणों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया।
देवास में पुलिस का न्यू ईयर गिफ्ट:40 लाख के 220 मोबाइल मालिकों को लौटाए; इस साल 655 फोन खोजे
देवास पुलिस ने नववर्ष पर 220 गुम हुए मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को लौटाए। ये मोबाइल साइबर सेल द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन साइबर’ के तहत खोजे गए थे। इनकी कुल कीमत करीब 40 लाख रुपए है। पुलिस कंट्रोल रूम देवास में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत ने मोबाइल फोन आवेदकों को सौंपे। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत के निर्देश पर जिले में ऑपरेशन साइबर चलाया जा रहा है। इसका मकसद साइबर अपराधों पर रोक लगाना और पीड़ितों को जल्दी मदद देना है। इस अभियान के तहत हर थाने में प्रशिक्षित साइबर मित्र तैनात हैं, जो गुम मोबाइल और साइबर ठगी के मामलों में तुरंत कार्रवाई करते हैं। पुलिस ने 655 गुम हुए मोबाइल फोन की खोज की इसके अलावा पुलिस चौपाल, गांव-मोहल्लों और कस्बा-नाका स्तर पर लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक कर रही है। साल 2025 में ऑपरेशन साइबर के तहत जिला साइबर सेल देवास ने 655 गुम मोबाइल फोन खोजकर उनके मालिकों को लौटाए हैं। इनकी कुल कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है। इस काम में जिला साइबर सेल प्रभारी और पूरी टीम का अहम योगदान रहा है। देवास निवासी रेखा ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि तीन माह पहले भोपाल चौराहा के पास उनका 60 हजार रुपए का आईफोन गिर गया था। उन्होंने उसी दिन बीएनपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई और साइबर सेल को सूचित किया। तीन महीने के भीतर उन्हें उनका फोन वापस मिल गया, जिसे महाराष्ट्र से बरामद किया गया था। रेखा ने एसपी और साइबर सेल टीम को धन्यवाद दिया।
उत्तर भारत के बड़े धर्मस्थलों में प्रसिद्ध आस्थाधाम मेहंदीपुर बालाजी में साल 2025 के अंतिम दिन बडी तादात में श्रद्धालु पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं की आस्था है कि नए साल पर आराध्यदेव बालाजी महाराज के दर्शन के साथ दिन की शुरूआत करने से पूरा साल सुखमय व्यतीत होता है। ऐसे में न्यू ईयर पर देशभर से बड़ी तादात में श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम बना हुआ है। इसके लिए मंदिर ट्रस्ट द्वारा व्यापक तैयारियां की गई हैं। महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सान्निध्य में मंदिर प्रांगण को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है। वहीं बालाजी महाराज, भैरवबाबा, प्रेतराज सरकार, सीताराम दरबार और राधा-कृष्ण मंदिर के गर्भगृह की भव्य और सजावट की गई है। जहां भगवान के दर्शन कर श्रद्धालुओं का मन हर्षित हो रहा है। विशेष श्रृंगार व महाआरती होगीनए साल पर स्वयंभू बालाजी दरबार का विशेष श्रृंगार किया जाएगा और महाआरती होगी। मंदिर ट्रस्ट सचिव एमके माथुर ने बताया कि महंत डॉ. नरेशपुरी महाराज के सान्निध्य में नववर्ष पर बालाजी महाराज को सोने का चोला चढ़ाकर विशेष श्रृंगार किया जाएगा। महाआरती के बाद बालाजी महाराज को छप्पनभोग, लड्डू, मेवा, मिश्री, फल आदि का भोग अर्पित किया जाएगा। यह रहेगा दर्शनों का शेड्यूलट्रस्ट सचिव ने बताया कि सुबह 5 बजे मंदिर खुलने के बाद 6 से 7 बजे तक आरती होगी। जिसके बाद 11 बजे तक दर्शन खुले रहेंगे। 11:30 से 12 बजे तक भोग उपरांत दर्शन बंद रहेंगे। इसके बाद लगातार दर्शन जारी रहेंगे। संध्या आरती के दौरान शाम 7 तक दर्शन बंद रहेंगे। रात्रि 8 बजे शयन व पट बंद होंगे। उन्होंने बताया कि नववर्ष पर भीड़ बढ़ने की संभावना के चलते श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुसार दर्शनों का समय भी बढाया जा सकता है। प्रशासन करेगा मॉनिटरिंगनए साल पर बड़ी तादात में श्रद्धालुओं की आवाजाही के चलते प्रशासन ने व्यवस्थाओं के बंदोबस्त किए हैं। सिकराय एसडीएम नवनीत कुमार ने बताया कि कस्बे की साफ-सफाई, 24 घंटे बिजली, अस्थाई जन सुविधा, मेडिकल इमरजेंसी के लिए एम्बुलेंस व चिकित्सा टीम तैनात रहेगी। व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के लिए प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त किए गए हैं और मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
महिला ने बिजली अधिकारी पर 50 हजार रिश्वत का आरोप:कलेक्टर से शिकायत, मीटर उखाड़ने का भी आरोप
पन्ना कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक महिला ने बिजली विभाग के कनिष्ठ यंत्री पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि ₹1 लाख का बिजली बिल सेटल करने के लिए अधिकारी ने उससे ₹50 हजार लिए और शेष राशि न देने पर उसका मीटर उखाड़ दिया। शिकायतकर्ता सबरीन खातून ने पन्ना कलेक्टर को बताया कि उनका बिजली बिल ₹1,02,000 आया था। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली विभाग के अधिकारी राहुल चौरसिया ने बिल कम करने या खत्म करने के लिए ₹60,000 की मांग की थी। चौरसिया ने कथित तौर पर यह भी आश्वासन दिया था कि मामला लोक अदालत जाए बिना ही सुलझा लिया जाएगा। सबरीन के अनुसार, उन्होंने 10 नवंबर 2025 को अधिकारी को ₹50,000 की पहली किस्त दी थी। शेष ₹10,000 के भुगतान के लिए वह समय मांग रही थीं। आरोप है कि पैसे न मिलने पर 27 दिसंबर 2025 को राहुल चौरसिया अपनी टीम के साथ उनके घर पहुंचे और मीटर उखाड़कर बिजली काट दी। राहुल चौरसिया ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने बताया कि महिला पर ₹1 लाख से अधिक का बिल बकाया था और वह अवैध रूप से बिजली चोरी कर रही थीं। अधिकारी का दावा है कि उनके पास बिजली चोरी का वीडियो साक्ष्य भी है, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। 31 दिसंबर को पन्ना कलेक्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी 'हरियालो राजस्थान' मुहिम के तहत जहां हरियाली का संदेश दिया जा रहा है। वहीं, शिवगंज पंचायत समिति परिसर में बना गार्डन सरकारी दावों की पोल खोल रहा है। विकास अधिकारी कार्यालय के ठीक सामने स्थित यह गार्डन बदहाली और लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण बन चुका है। गार्डन में लगाए गए पौधे पानी के अभाव में सूखकर मुरझा रहे हैं। महीनों से साफ-सफाई नहीं होने के कारण यहां कंटीली झाड़ियां, उगा हुआ आखड़ा और इधर-उधर पड़े कैरेट अव्यवस्था को उजागर कर रहे हैं। हरियाली के नाम पर अब यहां सिर्फ सूखे पौधों और गंदगी का अंबार दिखाई देता है। पंचायत समिति में रोजाना अपनी समस्याएं लेकर आने वाले ग्रामीणों के बैठने के लिए यह एकमात्र गार्डन है। हालांकि, यहां पसरी गंदगी और अस्वच्छता ने ग्रामीणों को असहज कर रखा है। यह स्थिति स्वच्छता के प्रति उदासीनता को दर्शाती है। जिम्मेदारों की अनदेखी का आलम यह है कि गार्डन के प्रवेश द्वार के समीप बना पिलर भी क्षतिग्रस्त अवस्था में है। इसमें दरारें पड़ चुकी हैं और यह कभी भी गिरकर जनहानि का कारण बन सकता है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि विकास अधिकारी कार्यालय के सामने मौजूद इस बदहाली पर जिम्मेदारों की नजर आखिर क्यों नहीं पड़ रही। क्या अधिकारी रोजाना कार्यालय आते-जाते इस दृश्य को नजरअंदाज कर रहे हैं या उन्हें इसकी कोई परवाह ही नहीं है? यह स्थिति हरियाली, स्वच्छता और विकास के कागजी दावों पर प्रश्नचिह्न लगाती है। शिवगंज पंचायत समिति के गार्डन की दयनीय स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि जमीनी हकीकत सरकारी घोषणाओं से बिल्कुल विपरीत है। यदि पंचायत समिति का यह हाल है, तो इसके अधीन आने वाली ग्राम पंचायतों और गांवों में स्वच्छता की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। क्या कहना है इनका प्रधान पंचायत समिति शिवगंज, ललिता कुंवर ने बताया कि पंचायत समिति परिसर का रखरखाव हमारी प्राथमिकता में शामिल है। गार्डन की स्थिति को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही साफ-सफाई, पौधों की देखरेख और क्षतिग्रस्त पिलर की मरम्मत का कार्य कराया जाएगा। हरियालो राजस्थान अभियान को धरातल पर प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा हैं, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी साथ ही गार्डन में बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था भी करवाई जाएगी।
टोंक DST टीम ने बुधवार को बरौनी थाना क्षेत्र में कार से विस्फोटक सामग्री के साथ दो जनों को गिरफ्तार किया है। टीम ने कार से 150 किलो अमोनियम नाइट्रेट की जब्त की है। कार भी जब्त कर ली गई है। ये दोनों आरोपी कार में सवार होकर बूंदी से टोंक आ रहे थे। यह कार्रवाई DST प्रभारी ओमप्रकाश चौधरी के नेतृत्व में आज सुबह करीब 9 बजे की गई है। यह अवैध विस्फोटक सामग्री यूरिया खाद के कट्टों में छुपा कर रखा था। आरोपी इस विस्फोटक सामग्री को टोंक सप्लाई करने के लिए आ रहे थे। DST प्रभारी ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि आज सुबह एक मारुति सियाज कार बूंदी की ओर से टोंक आ रही थी। डीएसटी को वह संदिग्ध लगी तो उसका पीछा किया। कार चालक ने बरौनी थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे 52 से चिरौंज गांव की ओर कार ले गया। टीम ने उसका पीछा कर कार चालकों को रुकवाया और उनसे पूछताछ की तो वे घबरा गए। फिर कार में रखे यूरिया खाद के कट्टों को खोला तो उनके विस्फोटक सामग्री मिली। इसके अलावा 200 DANGER EXPLOSIVE CARTAGE, सेफ्टी फ्यूज वायर के 6 बंडल जब्त किए है। इनके 1100 मीटर वायर जब्त किया है। इनके बारे में कागजात मांगे तो दे नहीं पाए। ऐसे में पुलिस ने बूंदी जिले के करवर निवासी सुरेंद्र (48) पुत्र भंवरलाल पटवा, सुरेंद्र मोची पुत्र दुलीलाल ( 33) मोची को गिरफ्तार किया है।
रेलवे इंजीनियर के क्वार्टर में चोरी का खुलासा:तीन शातिर चोर गिरफ्तार, लाखों के जेवर और नगदी बरामद
पाकुड़ में रेलवे के सहायक अभियंता राणा प्रताप यादव के क्वार्टर में हुई चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में तीन शातिर चोरों, मुन्ना अंसारी, सद्दाम अंसारी और अफरोज अंसारी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनके पास से चोरी किए गए जेवर, नकदी और औजार बरामद किए हैं। छापेमारी टीम ने आरोपियों के पास से एक चांदी का हार, एक जोड़ा पायल, दो चांदी के गले हुए रॉड, कुल 12,600 रुपए नगद और दरवाजा व ताला तोड़ने के औजार बरामद किए। पाकुड़ एसडीपीओ दयानंद आजाद ने अपने कार्यालय में बताया कि इस संबंध में नगर थाना में कांड संख्या 330/2025 दर्ज किया गया था। एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम का गठन किया गया था। पुलिस टीम ने अनुसंधान के दौरान कई इनपुट जुटाए। 30 दिसंबर की रात एसपी के द्वारा सूचना मिली कि हरिणडांगा मैदान में कुछ संदिग्ध लोग एकत्रित हैं। सूचना के सत्यापन के बाद टीम मौके पर पहुंची और चोरी की योजना बना रहे तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, एक व्यक्ति भागने में सफल रहा। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों ने पूछताछ में अपने सहयोगी के साथ सहायक अभियंता के घर चोरी करने की बात स्वीकार की। उनकी निशानदेही पर चोरी किए गए जेवर और रुपए बरामद किए गए। एसडीपीओ ने बताया कि तीनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है और पाकुड़ नगर थाना में उन पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
आंखों में खुजली होने पर मेडिकल स्टोर से बिना डॉक्टर की सलाह आई ड्रॉप खरीदकर डालना कितनी बड़ी भूल साबित हो सकता है, इसका सबसे दर्दनाक उदाहरण भोपाल की 15 साल की बच्ची है। गलत स्टेरॉइड बेस्ड आई ड्रॉप से उसकी आंख का कॉर्निया जल गया और देखने की क्षमता लगभग खत्म हो गई। हालात इतने बिगड़े कि कॉर्निया फटने की नौबत आ गई। राहत की बात यह रही कि गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) भोपाल में दान में मिली कॉर्निया से समय रहते ट्रांसप्लांट कर बच्ची की आंख की रोशनी बचा ली गई। यही नहीं, बीते 7 दिनों में GMC में कुल 5 कॉर्निया ट्रांसप्लांट किए गए हैं। यह मध्यप्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पहली बार हुआ है, जब इतने कम समय में 6 नेत्र दान में मिले और 5 मरीजों को नई रोशनी दी जा सकी। 7 दिन में 6 ने किया नेत्रदान, 5 का हुआ प्रत्यारोपणहमीदिया अस्पताल में कॉर्निया ट्रांसप्लांट करने वाली कॉर्निया स्पेशलिस्ट डॉ. भारती आहूजा ने बताया कि नेत्रदान को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ने का यह प्रत्यक्ष परिणाम है। 23 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच GMC को कुल 6 कॉर्निया दान में मिलीं। इनमें से 5 कॉर्निया का उपयोग हमीदिया अस्पताल में भर्ती मरीजों के ट्रांसप्लांट के लिए किया गया, जबकि एक कॉर्निया भोपाल के एक अन्य संस्थान में भर्ती मरीज को उपलब्ध कराई गई। दो मरीज, एक ही गलती… केस-1: आंखों की खुजली थी, गलत ड्रॉप ने जला दिया कॉर्नियाभोपाल की 15 वर्षीय बच्ची को करीब 6 महीने पहले आंखों में खुजली शुरू हुई। लक्षण सामान्य एलर्जी जैसे थे। बच्ची ने पिता को बताया, इसके बाद उन्होंने डॉक्टर को दिखाने की बजाय मेडिकल स्टोर से आई ड्रॉप खरीद ली। ड्रॉप स्टेरॉयड बेस्ड थी। शुरुआत में खुजली बंद हुई तो लगा कि दवा असर कर रही है, लेकिन भीतर ही भीतर कॉर्निया को नुकसान पहुंच रहा था। धीरे-धीरे बच्ची की आंख में कॉर्निया अल्सर बन गया और कॉर्निया फट गई। राहत की बात यही थी कि आंख का वह हिस्सा सुरक्षित था, जो देखने के लिए सबसे अहम होता है। दान में मिली कॉर्निया से प्रभावित हिस्सा बदला गया और अब बच्ची को दोबारा दिखाई देने लगा है। केस-2: आंख लाल हुई, खुद से डाली ड्रॉपइसी तरह भोपाल निवासी 30 वर्षीय राहुल ने आंख लाल होने पर खुद से स्ट्रॉन्ग आई ड्रॉप डाल ली। ड्रॉप इतनी तीव्र थी कि उसने कॉर्निया के निचले हिस्से को गलाना शुरू कर दिया। पहले कॉर्निया अल्सर बना और फिर धीरे-धीरे दृष्टि चली गई। हमीदिया अस्पताल में कॉर्निया ट्रांसप्लांट के बाद अब उसकी आंखों की रोशनी लौट रही है, हालांकि मरीज अभी डॉक्टरों की निगरानी में है। असफल मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद मिली नई रोशनीइन दो मामलों के अलावा GMC के नेत्र विभाग में तीन अन्य मरीजों का भी कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया गया। इनमें से दो 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं थीं, जिनका निजी अस्पतालों में मोतियाबिंद ऑपरेशन असफल रहा था। कई अस्पतालों में भटकने के बाद वे हमीदिया पहुंचीं, जहां तीन महीने के इलाज के बाद उनका सफल कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया गया। इसी तरह एक बुजुर्ग पुरुष में भी नेत्र प्रत्यारोपण कर उसकी आंख की संरचना और दृष्टि को बचाया गया। ट्रांसप्लांट में अपनाई गईं तीन मॉडर्न तकनीक 1. लैमलर केराटोप्लास्टीइस प्रक्रिया में कॉर्निया (आंख की पारदर्शी सतह) की केवल खराब या प्रभावित परत को हटाकर उसकी जगह दाता की स्वस्थ परत प्रत्यारोपित की जाती है। पूरी कॉर्निया बदलने की बजाय आंशिक ट्रांसप्लांट किया जाता है, जिससे आंख की प्राकृतिक संरचना अधिक सुरक्षित रहती है। यह तकनीक उन मरीजों के लिए उपयुक्त होती है, जिनमें कॉर्निया की ऊपरी या मध्य परत खराब हो गई हो, लेकिन अंदर की परतें स्वस्थ हों। इससे रिजेक्शन का खतरा कम रहता है और रिकवरी अपेक्षाकृत जल्दी होती है। 2. एंडोथीलियल केराटोप्लास्टीइस तकनीक में कॉर्निया की सबसे अंदरूनी परत यानी एंडोथीलियम को बदला जाता है। यह परत कॉर्निया को साफ और पारदर्शी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। जब यह परत खराब हो जाती है, तो आंख में सूजन और धुंधलापन आ जाता है। इस प्रक्रिया में केवल पतली एंडोथीलियम परत बदली जाती है, जिससे सर्जरी कम जटिल होती है, टांकों की जरूरत कम पड़ती है और मरीज की दृष्टि जल्दी सुधरती है। 3. पैच ग्राफ्टपैच ग्राफ्टएक आपातकालीन सर्जरी होती है, जिसमें कॉर्निया के किसी छोटे लेकिन गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हिस्से को ढकने या मजबूत करने के लिए डोनर टिश्यू का पैच लगाया जाता है। इसका उद्देश्य दृष्टि सुधार से ज्यादा आंख की संरचना को बचाना और संक्रमण या छेद (परफोरेशन) को रोकना होता है। एचओडी के परिवार से भी हुआ नेत्रदाननेत्र विभाग की एचओडी डॉ. कविता कुमार लंबे समय से नेत्रदान को बढ़ावा दे रही हैं। बीते सप्ताह दान में मिली 6 कॉर्निया में से एक उनके परिवार के बुजुर्ग सदस्य द्वारा दान की गई, जिसने अन्य लोगों को भी प्रेरित किया। इन डॉक्टरों और स्टाफ की अहम भूमिकाकॉर्निया स्पेशिलिस्ट डॉ. भारती आहूजा के साथ डॉ. एस.एस. कुबरे, डॉ. अदिति, डॉ. नैना, डॉ. शाहिद चंदेरी, डॉ. अपूर्वा एस. पाई, डॉ. सोनालिका, डॉ. आकांक्षा, डॉ. स्नेहा, डॉ. एकता, नर्सिंग ऑफिसर सीमा और मोनिका सहित पूरा सपोर्टिंग स्टाफ शामिल रहा। एनेस्थीसिया टीम से डॉ. शशि कुमारी का विशेष सहयोग रहा। HCRP से बढ़ रही नेत्रदान की संख्याहमीदिया अस्पताल में हॉस्पिटल कॉर्नियल रिट्रीवल प्रोग्राम (HCRP) के तहत अस्पताल में मृत्यु के बाद परिजनों को नेत्रदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी पहल से नेत्रदान की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। खुद से आई ड्रॉप डालना पड़ सकता है भारीडॉ. आहूजा के अनुसार, नेत्रदान और आंखों के इलाज से जुड़ी जानकारी के लिए लोग इंटरनेट पर खोज करते हैं, जहां कई बार गलत जानकारियां मिल जाती हैं। ऐसे में हेल्पलाइन के जरिए सही और प्रमाणिक जानकारी दी जा रही है।
हरियाणा में हिसार के बरवाला के रहने वाले यात्री ने फ्लाइट में शराब पीकर हंगामा किया है। हिसार के रहने वाले एनएचएआई के ठेकेदार सुनील पर आरोप है कि उसने इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट में क्रू मेंबर और अन्य यात्रियों के साथ गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी भी है। इसके बाद मामला मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस तक पहुंच गया। इंदौर के एरोड्रम थाना पुलिस ने शरीफ कुरैशी, निवासी एचडी आइडिया कॉलोनी, तीन इमली की शिकायत पर मंगलवार को सुनील के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, इंडिगो की सोमवार रात 9:15 बजे की फ्लाइट में एक यात्री शराब के नशे में था। इंडिगो के सीनियर सिक्योरिटी एक्जीक्यूटिव ने इस मामले की जानकारी अन्य अधिकारियों को दी। इसके बाद क्रू मेंबर से लिखित शिकायत करवाई गई। पुलिस ने यात्री को नोटिस देकर छोड़ दिया है। वहीं यात्री सुनील कुमार का कहना है कि उनका कोई कसूर नहीं है, उनको फंसाया गया है। पुलिस को दी शिकायत में क्या कहा गया...यात्रियों व क्रू मेंबर से बदमीजी की : शिकायककर्ता शरीफ कुरैशी ने बताया कि वह एयरपोर्ट परिसर में इंडिगो एयरलाइंस के विमान (रजिस्ट्रेशन नंबर VT-ILS A321) में ड्यूटी पर था। इसी दौरान खड़ी फ्लाइट नंबर 6E-6002 से क्रू मेंबर याशी सांगवान और रिया आर्या ने उन्हें आवाज देकर बुलाया और बताया कि सीट नंबर 29A पर बैठे यात्री सुनील कुमार द्वारा उनके साथ और पास बैठे अन्य यात्रियों के साथ बदतमीजी की जा रही है। फ्लाइट लेट होने पर नाराजगी जताई : इसके बाद जब वह विमान के अंदर पहुंचे और सीट नंबर 29A पर बैठे यात्री सुनील कुमार से बात की, तो उसने फ्लाइट के दो घंटे लेट होने को लेकर नाराजगी जताई और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगा। इस दौरान उसने क्रू मेंबरों के साथ भी अपशब्द कहे। जान से मारने की दी धमकी : जब सुनील कुमार को समझाने और रोकने का प्रयास किया गया, तो उसने जान से मारने की धमकी दी। वह बार-बार कह रहा था कि फ्लाइट पहले ही लेट है और उसे नीचे उतारा जाए। इसी दौरान उसने इमरजेंसी दरवाजा खोलने का प्रयास भी किया। इसके बाद यात्री को विमान से उतारकर एरोड्रम थाने लाया गया, जहां उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई है। यात्री सुनील ने कहा- देरी का कारण पूछा इसलिए फंसाया वहीं जब हिसार के सुनील कुमार से बात की गई तो उनका कहना था कि उनको इस मामले में झूठा फंसाया गया। सुनील ने बताया कि वह एनएचआई में ठेकेदार हैं और मिट्टी डालने का काम वह करते हैं। उनकी सोमवार को इंदौर से हिसार की फ्लाइट थी। फ्लाइट देरी आई तो मैंने स्टाफ से पूछा तो उन्होंने कहा कि करीब आधे घंटे बाद फ्लाइट आएगी। मैं इंतजार करता रहा। इसके बाद भी जब फ्लाइट नहीं आई तो मैंने दोबारा पूछा। इस पर मुझे बताया कि दो घंटे बाद फ्लाइट आएगी। फ्लाइट आने पर मैं इमरजेंसी विंडो वाली जो मेरी सीट पहले से बुक थी मैं बैठ गया। इसके बाद मेरी बुआ के बेटे का फोन आ गया। इसी दौरान बराबर वाली सीट पर बैठे व्यक्ति को ऐतराज हो गया और मुझे उठाकर बाहर भेज दिया। मैंने कोई शराब नहीं पी हुई थी। फ्लाइट वालों को इसी से दिक्कत हुई कि मैंने देरी का कारण पूछा। उनको डर था कि कहीं और लोग बहस ना करने लग जाए। इस लिए मेरे पर कार्रवाई की गई।
झांसी नगर निगम में सदन की बैठक में हंगामा:पार्षद बोले-पूरे शहर को खोद डाला, कोई सुनने वाला नहीं है
झांसी नगर निगम में सदन की बैठक हंगामे के साथ शुरू हुई। सदन की अध्यक्षता कर रहे मेयर बिहारी लाल आर्य ने पार्षदों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन पार्षद शांत होने के लिए तैयार नहीं हुए। उनका कहना था कि पूरे शहर में सड़कों को खोद दिया गया है। अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच रहे। पार्षद कामेश अहिरवार बोलने के लिए उठे तो उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा शहर गड्ढों में तब्दील हो गया है। नगर निगम ने जिन ठेकेदारों को कॉन्ट्रैक्ट दिए वह सड़कें काटते हैं और अपना काम कर सड़कों को ऐसे ही खोदकर चले जाते हैं। इस बात का जवाब देने के लिए मेयर ने सम्बंधित अधिकारी को कहा तो पार्षद बिफर गए। उन्होंने कहा कि अधिकारी केवल गोलमोल जवाब दे रहे हैं। उनके पास कोई ठोस जवाब नहीं है। पार्षदों ने कहा कि शहर का कोई भी वार्ड ऐसा नहीं बचा है, जहां सड़कें खराब नहीं पड़ी हों।
शाहजहांपुर में शादी से चार महीने पहले एक नाबालिग लड़की ने अपने प्रेमी के घर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका के भाई ने आरोप लगाया है कि घटना से एक दिन पहले युवक ने उसकी बहन पर भाग चलने का दबाव बनाया था और उसे मां की कसम दी थी। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यह घटना थाना सेहरामऊ दक्षिणी क्षेत्र के एक गांव की है। 17 वर्षीय नाबालिग लड़की अपने चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी और उसने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की थी। मंगलवार दोपहर करीब एक बजे वह अपनी बीमार बकरी के लिए अजवाइन लेने गांव की एक दुकान पर गई थी, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटी। जब उसकी मां ने तलाश शुरू की, तो आरोपी प्रेमी की मां ने बताया कि लड़की उनके घर पर है। नाबालिग की मां ने वहां जाकर देखा तो प्रेमी के मकान के अहाते में बने एक टीन शेड के अंदर उसका शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। मृतका के भाई ने बताया कि उन्हें बहन और युवक के बीच प्रेम प्रसंग की जानकारी नहीं थी। अगर उन्हें पता होता तो वे इस बारे में बात करते। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ समय पहले उनकी बहन की शादी दूसरी जगह तय हुई थी। लड़की को लड़का दिखाया गया था और उसने शादी के लिए हां कर दी थी, वह खुश भी थी। उसने कभी दूसरी जगह शादी से इनकार नहीं किया था। भाई का आरोप है कि फांसी लगाने से एक दिन पहले बहन ने अपनी भाभी से कहा था कि युवक उस पर भाग चलने के लिए दबाव बना रहा है और उसे मां की कसम दे रहा है। मृतका के भाई ने यह भी बताया कि बहन ने कभी यह एहसास नहीं होने दिया कि वह किसी लड़के को पसंद करती है। उसकी शादी 15 अप्रैल को तय हुई थी और परिवार अगले महीने से शादी की तैयारी शुरू करने वाला था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव का युवक फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया है। भाई ने कहा कि आरोपी का मकान हमारे मकान से बिल्कुल करीब में है। इस घटना के बाद ही हम लोगों को पता चला कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा है। वहीं थाना प्रभारी उमेश मिश्रा ने बताया कि एक नाबालिग लड़की ने युवक के घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मृतका के परिजनों ने आरोपी पर धमकाने का आरोप लगाया है। एफआईआर दर्ज कर ली गई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है ।
आहोर उपखण्ड के देबावास गांव में मंगलवार को लेपर्ड के पगमार्क मिले हैं। इसके साथ ग्रामीणों ने बताया कि लेपर्ड ने एक नीलगाय का शिकार किया। जिसके बाद पगमार्क ग्रामीणों ने सुरक्षित कर जालोर वन विभाग को सूचना दी। देबावास के सरपंच प्रतिनिधि माधुसिंह बालावत ने बताया कि मंगलवार की दोपहर को गांव की एक महिला ने लेपर्ड देखा और ग्रामीणों को सूचना दी। उसके बाद उन्होंने जालोर वन विभाग को सूचना दी। ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की रात को एक नीलगाय का शिकार किया गया था। खेतों में जाने से डर रहे किसान ग्रामीणों ने बताया कि लेपर्ड देबावास से सराणा गांव की ओर जाता देखा गया है। लेपर्ड की सूचना पर ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ हैं। शाम होने के बाद किसान खेतों में जाने से भी डर रहे हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी भागीरथ सिंह ने बताया कि ग्रामीणों व माधुसिंह की सूचना पर टीम को भेज कर पगमार्क की जांच कि गई हैं। हालांकि जांच में यह लेपर्ड के नहीं होना पाया गया है। टीम के अनुसार पगमार्क जरख व किसी कुत्ते के हो सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि कुछ लोग अफवाह भी फैला रहे हैं।
हरियाणा के 1500 करोड़ रुपए के वर्क स्लिप घोटाले पर अब मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक्शन लिया है। सीएम सैनी ने बचे नौ जिलों में भी जांच के आदेश दे दिए हैं। इसकी पुष्टि खुद श्रम मंत्री अनिल विज ने की है। उन्होंने बताया कि हाईलेवल जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री जी को लिखा है और मुख्यमंत्री जी ने आदेश भी दे दिए कि शेष नौ जिलो में भी तुरंत जांच पूरी की जाए ताकि इस मामले में कोई फैसला लिया जा सके। ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने श्रम विभाग में वर्कस्लिप घोटाले मामले कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा सरकार पर घोटाले के आरोप लगाने पर कड़ा पलटवार करते हुए कहा कि “सुरजेवाला जी हम आप लोगों की तरह घोटालों को छिपाते नहीं है, घोटाला हुआ है, उजागर हुआ है और उसकी हाईलेवल जांच कराई जा रही है। विज ने खुद किया घोटाला उजागर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने दो दिन पहले बताया था कि हाल ही में उन्होंने बोर्ड की एक मीटिंग की थी। इस मीटिंग में बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति में गड़बड़ियां पाई गईं, साथ ही निर्माण श्रमिकों को योजनाओं का लाभ देने में भी गड़बड़ी सामने आई। इसके बाद उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दे दिए। तब सामने आया कि ये गड़बड़ी 6 जिलों में हुई है। गड़बड़ी सामने आने के बाद वर्क स्लिप की वेरिफिकेशन मंत्री अनिल विज ने बताया कि शुरू में हिसार, कैथल, जींद, सिरसा, फरीदाबाद और भिवानी जिलों में जांच की गई, जहां बहुत सारी गड़बड़ियां मिलीं। इसके बाद, राज्य के सभी जिलों के DC को कहा गया कि वे जिला स्तर पर समितियां बनाएं। इन समितियों में श्रम विभाग के अधिकारी और तीन अन्य अधिकारी शामिल थे।ये समितियां अगस्त 2023 से मार्च 2025 के बीच जारी की गई ऑनलाइन वर्क स्लिप (काम करने का प्रमाण) की जांच कर रही हैं। यह जांच लगभग 4 महीने पहले शुरू हुई थी और अब तक 13 जिलों में 100% जांच पूरी हो चुकी है। 5.46 लाख वर्क स्लिप अवैध मिली अनिल विज ने आगे बताया कि इन 13 जिलों में कुल 5 लाख 99 हजार 758 वर्क स्लिप जारी की गई थीं, जिनमें से सिर्फ 53 हजार 249 ही सही पाई गईं। बाकी 5 लाख 46 हजार 509 वर्क स्लिप गलत निकलीं। इसी तरह, कुल 2 लाख 21 हजार 517 मजदूरों के नाम दर्ज थे, लेकिन जांच के बाद सिर्फ 14 हजार 240 ही सही पाए गए, जबकि 1 लाख 93 हजार 756 मजदूरों के नाम फर्जी निकले। इसका मतलब है कि बहुत बड़ी संख्या में गलत वर्क स्लिप और फर्जी मजदूरों के नाम दर्ज किए गए थे। पूरे गांव के लोगों का फर्जी रजिस्ट्रेशन अनिल विज ने कहा कि यह साफ हो गया है कि कई जगहों पर पूरे के पूरे गांव के लोगों ने फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराया और वर्क स्लिप बनवाई, ताकि जो लोग योजनाओं के हकदार नहीं हैं, वे भी सरकारी योजनाओं का फायदा उठा सकें। एक मजदूर को अलग-अलग योजनाओं से लगभग 2.5 लाख रुपए तक का फायदा मिलता है, जिससे सरकार को बहुत नुकसान हो रहा है। यह सीधे-सीधे लूट है और सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। नए आवेदन स्वीकार न करने के निर्देश विज ने कहा कि जांच करने वाली समितियां हर चीज की जांच कर रही हैं, जैसे कि काम करने की जगह असली है या नहीं, मजदूर काम में शामिल था या नहीं, मालिक कौन है। जांच के दौरान सेवा का अधिकार की समय-सीमा रोक दी गई है, सरल केंद्रों को नए आवेदन स्वीकार न करने के लिए कहा गया है, और सभी शिकायत सुनने वाले प्लेटफार्मों को जरूरी जानकारी दे दी गई है। जो पेंशन योजनाएं पहले से ही मंजूर हो चुकी हैं, उन्हें नहीं रोका गया है, लेकिन मृत्यु, दुर्घटना और अंतिम संस्कार में मदद जैसी योजनाओं का लाभ जल्दी से जल्दी दिया जा रहा है।
कासगंज शहर में बुधवार को श्री भक्ति भाव परिवार के द्वारा श्री राम मंदिर की द्वितीय वर्षगांठ पर धूमधाम से बेंड बाजो के साथ भगवान श्री राम की शोभा यात्रा निकाली गई। इस शोभ यात्रा का शुभारंभ कासगंज भाजपा जिला अध्यक्ष नीरज शर्मा ने भगवान श्री राम की आरती उतारकर किया। वहीं इस शोभायात्रा में बड़ी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया। आपको बतादे बुधवार को कासगंज शहर का माहौल भक्तिमय दिखा। क्योंकि कासगंज शहर की सूत की मंडी से भक्ति भाव परिवार के द्वारा श्री राम मंदिर की द्वितीय वर्षगांठ पर धूमधाम से बेंड बाजो के साथ भगवान श्री राम की शोभा यात्रा निकाली गई। वहीं शोभायात्रा कर नगर भ्रमण के दौरान जगह जगह भक्तों ने भगवान श्री राम की आरती उतारकर शोभायात्रा का स्वागत किया। इस शोभायात्रा में भाजपा नेताओं के साथ साथ व्यापार मंडल के नेताओं और शहर के लोगों ने बड़ी सख्या में हिस्सा लिया। वहीं भगवान राम की शोभायात्रा सूत की मंडी से कोतवाली होती हुई गली बोहरान, गली मीना बाज़ार, से घंटाघर से होती हुई मोहल्ला मोहन, नदराई गेट, बिलराम गेट होती हुई गली पचोरियान होती हुई बापस सूत की मंडी पहुंची जंहा शोभायात्रा का समापन किया गया। वहीं शोभायात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स भी तैनात रहा।
साल 2025 विदा होने को है और अगर अलवर की बात करें तो यह वर्ष जिले के लिए बड़े हादसों से भरा रहा। सड़क दुर्घटनाओं ने कई परिवारों के चिराग बुझा दिए, कहीं चार बेटियां अनाथ हो गईं तो कहीं एक ही पिकअप में तीन लोग जिंदा जल गए। शादी के महज दो दिन बाद डीआरडीओ के अधिकारी की मौत ने सभी को झकझोर दिया, वहीं जहरीली शराब ने कई घरों के चूल्हे ठंडे कर दिए। सावन माह में कांवड़ यात्रा के दौरान करंट लगने से दो श्रद्धालुओं की मौत और 30 से अधिक लोगों के घायल होने की घटना ने पूरे जिले को सदमे में डाल दिया। सिलसिलेवार बड़े हादसे बिचगांवा हादसा (24 जुलाई) सबसे पहले 24 जुलाई की वह घटना, जिसने पूरे अलवर को झकझोर दिया। सावन माह के अंतिम दिनों में लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के बिचगांवा गांव में सुबह करीब 7:30 बजे कांवड़ यात्रा निकाली जा रही थी। गांव के लोग झांकी के साथ शिवालय की ओर जा रहे थे। इसी दौरान सरकारी स्कूल के पास एक वाहन में करंट का जोरदार धमाका हुआ, जिससे करंट एक वाहन से फैलकर तीन वाहनों में फैल गया। इस हादसे में 30 से अधिक लोग करंट की चपेट में आ गए। बिचगांवा निवासी गोपाल प्रजापत (22) और सुरेश प्रजापत (40) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई घायलों के पैरों में गंभीर चोटें आईं। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। थार ने उजाड़ा पूरा परिवार1 नवंबर को नांगल खेड़ा गांव निवासी महेंद्र (35) अपनी पत्नी गुड्डी (35), बेटे पूर्वांश (2), भतीजी पायल (8) और खुशबू (4) के साथ चचेरे भाई मोहन के बेटे की शादी में शालीमार गए थे। रात करीब 8 बजे सभी एक ही बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। छठी मील के पास तिजारा की ओर से आ रही तेज रफ्तार थार ने पीछे से बाइक को टक्कर मार दी। थार बाइक को करीब 200 मीटर तक घसीटती ले गई। हादसे में महेंद्र, पूर्वांश और पायल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पत्नी गुड्डी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस हादसे में महेंद्र की चार बेटियां अनाथ हो गईं, जो अब अपने चाचा के पास रह रही हैं। पिकअप में तीन जिंदा जले16 दिसंबर की रात दिल्ली-मुंबई सुपर एक्सप्रेस-वे पर अलवर के रैणी कट के पास एक पिकअप को ड्राइवर साइड से किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। टक्कर के बाद पिकअप में आग लग गई।मध्यप्रदेश के सागर निवासी पदम, दीपेंद्र और हरियाणा के बहादुरगढ़ निवासी मोहित पिकअप में जिंदा जल गए। उनकी हड्डियां तक राख हो गईं। एक अन्य युवक गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे जयपुर रेफर किया गया। वह पिकअप से बाहर निकलने में सफल रहा, जिससे उसकी जान बच गई। जहरीली शराब से 6 मौतें(26 से 28 अप्रैल)अलवर के सिलीसेढ़ क्षेत्र के पैंतपुर-किशनपुर में देसी हथकड़ी शराब के सेवन से तीन दिनों में 6 लोगों की मौत हो गई। शराब पीने के बाद पहले मृतकों की आंखों के सामने अंधेरा छाया और फिर अचानक उनकी मौत हो गई।प्रशासन ने मामले की जांच बैठाई। आरोप है कि अधिक मुनाफे के लालच में ठेकेदारों ने सस्ती और जानलेवा शराब बेची। शादी के दो दिन बाद डीआरडीओ अधिकारी की मौतशिवाजी पार्क थाना क्षेत्र निवासी डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन) के जॉइंट डायरेक्टर आदित्य वर्मा (31) की शादी के महज दो दिन बाद अचानक मौत हो गई।आदित्य गुरुवार सुबह करीब 5 बजे बाथरूम गए थे। काफी देर तक बाहर नहीं आने पर परिजनों ने दरवाजा तोड़ा, जहां वह अचेत अवस्था में मिले। 2025 में जिला अस्पताल का आंकड़ाजिला अस्पताल के अनुसार वर्ष 2025 में दुर्घटनाओं में 140 लोगों की मौत हुई, जिनमें 120 पुरुष और 20 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा जिले की विभिन्न सीएचसी में दर्ज आंकड़े अलग हैं। अलवर जिले में थाना-वाइज दर्ज मुकदमे (कुल 9,874)अकबरपुर 235, अखेपुरा 38, अरावली विहार 519, बागड़ तिराहा 339, बेहतुकला 240, बड़ौदा मेव 303, साइबर थाना 24, गोविंदगढ़ 402, कठूमर 385, खेड़ली 516, कोतवाली 803, लक्ष्मणगढ़ 445, महिला थाना 128, मालाखेड़ा 543, एनईबी 396, नौगांवा 415, प्रतापगढ़ 232, रेणी 323, राजगढ़ 564, रामगढ़ 528, सदर 593, शिवजी पार्क 276, टहला 255, थानागाजी 404, उद्योग नगर 430, वैशाली नगर 311 और विजय मंदिर 227।इनमें से अधिकतर मामले चोरी से जुड़े हुए हैं।
दतिया के कोतवाली थाना क्षेत्र में मंगलवार रात चोरों ने एक सूने मकान को निशाना बनाकर बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दिया। परिवार के बाहर होने का फायदा उठाकर चोर छत के रास्ते घर में घुसे और गोदरेज की अलमारी तोड़कर लाखों के जेवर और नकदी समेट ले गए। घटना पंकज शुक्ला की गली की है। पीड़ित जयेंद्र सिंह परमार अपने परिवार के साथ नातिन के जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने झांसी रोड स्थित एक होटल गए हुए थे। इसी दौरान चोरों ने मकान की छत के रास्ते प्रवेश किया और छत का जाल तोड़कर अंदर घुस गए। गोदरेज तोड़कर जेवर और नकदी उड़ाई जयेंद्र सिंह परमार ने बताया कि चोर गोदरेज की अलमारी तोड़कर उसमें रखे दो सोने के हार, एक सोने की जंजीर, छह सोने की अंगूठियां, चांदी के आभूषण, कानों की तीन जोड़ी झुमकी और करीब 25 हजार रुपए नकद चोरी कर ले गए। चोरी गए सामान की कुल कीमत लगभग 15 लाख रुपए आंकी गई है। घर लौटने पर चला चोरी का पता रात करीब 10 बजे जब परिवार कार्यक्रम से वापस लौटा तो घर के अंदर सामान बिखरा पड़ा था और अलमारी टूटी हुई मिली। इसके बाद तत्काल कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने शुरू की जांच, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है और संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई है। मामले में अज्ञात चोरों के खिलाफ जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा, दो गिरफ्तार:इटवा पुलिस ने चोरी की पिकअप के साथ पकड़ा
सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा थाना क्षेत्र में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए अंतर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने चोरी की महिन्द्रा पिकअप के साथ दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है, जो वाहन को नेपाल ले जाकर ऊंचे दामों पर बेचने की फिराक में थे। घटना 30 और 31 दिसंबर की मध्य रात्रि की है। इटवा पुलिस टीम क्षेत्र में गश्त और चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पटना तिराहा के पास एक महिन्द्रा पिकअप वाहन को संदेह के आधार पर रोका गया। वाहन की जांच और पूछताछ के दौरान पुलिस को कई गड़बड़ियां नजर आईं। फर्जी नंबर प्लेट का खुलासा गहन जांच में सामने आया कि पिकअप पर लगी नंबर प्लेट फर्जी थी। वाहन का वास्तविक नंबर DL1LAH2944 है, जिसे करीब तीन महीने पहले दिल्ली से चोरी किया गया था। पहचान छिपाने के लिए चोरों ने वाहन का नंबर बदल रखा था और उसे लंबे समय से इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे इस चोरी की पिकअप को नेपाल ले जाकर बेचने की योजना बना चुके थे। सीमावर्ती इलाके का फायदा उठाकर वे चोरी के वाहनों की तस्करी करते थे। दोनों आरोपी पहले भी रहे हैं संलिप्त गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सारुख अहमद पुत्र मसूद चौधरी और उस्मान पुत्र असगर के रूप में हुई है। दोनों थाना इटवा क्षेत्र के बेलहसा गांव के निवासी हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों अभियुक्त पहले भी वाहन चोरी के मामलों में शामिल रहे हैं। पुलिस ने चोरी की महिन्द्रा पिकअप को कब्जे में लेकर आरोपियों के खिलाफ थाना इटवा में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोनों को न्यायालय में पेश किया गया। सीमावर्ती जनपद होने के कारण सिद्धार्थनगर में वाहन तस्करी की आशंका बनी रहती है, लेकिन इटवा पुलिस की मुस्तैदी से एक संगठित साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है।
गुना में 69वीं नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप के समापन समारोह में पहुंचे बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य ने खिलाड़ियों को एक अलग ही नसीहत दी है। उन्होंने मंच से कहा कि खिलाड़ियों को विदेशी फाइटर्स को नहीं, बल्कि भारतीय पौराणिक पात्रों और पहलवानों को अपना आदर्श बनाना चाहिए। विधायक ने कहा कि हम ब्रूस ली को आदर्श बना लेते हैं, लेकिन कभी जामवंत और बाली की तरफ नहीं देखते। ये ऐसे योद्धा थे जो चुटकी बजाते ही सामने वाले को धूल चटा देते थे। हमें दारा सिंह का नाम भी ध्यान रखना चाहिए। 'देश में कई षड्यंत्र चल रहे, सजग रहें' विधायक शाक्य यहीं नहीं रुके, उन्होंने इशारों में देश के नेतृत्व की तारीफ करते हुए कहा कि एक हजार साल बाद ऐसा महापुरुष पैदा हुआ है। अगर हमने उसे संबल (ताकत) नहीं दिया, तो मेडल जीतना कोई मायने नहीं रखता। उन्होंने खिलाड़ियों को आगाह करते हुए कहा कि देश में कई तरह के षड्यंत्र चल रहे हैं, जिन पर हमारी नजर नहीं जाती, इसलिए हमें सजग रहने की जरूरत है। 'विद्या व्यापार नहीं, दान है' शिक्षा और अपनी जिम्मेदारी पर बात करते हुए उन्होंने गुरुजनों से अपील की कि विद्या को व्यापार न बनाएं, यह दान का विषय है। उन्होंने अपनी राजनीतिक जिम्मेदारी पर कहा कि उन्हें दुनिया भर की बातों से मतलब नहीं है, वे सिर्फ गुना विधानसभा की चिंता करते हैं। अगर क्षेत्र में कुछ गलत होगा, तो वे उस पर जरूर बोलेंगे।
जयपुर में महेश नगर थाना पुलिस ने APO चल रहे RPS रितेश पटेल को गिरफ्तार किया है। उन पर एक लेनदेन के मामले में परिवादी को धमकाकर 1 करोड़ रुपए मांगने का आरोप है। मिली जानकारी के अनुसार, पटेल ने परिवादी से कुल 1 करोड़ रुपए की मांग की थी। इसमें 25 लाख रुपए ऑनलाइन और 25 लाख रुपए नकद शामिल थे। आरोप है कि उन्होंने परिवादी को एक फर्जी एसओजी एफआईआर भी भेजी थी। रितेश पटेल 2019 बैच के RPS अधिकारी हैं और वर्तमान में APO चल रहे थे। यह मामला दोनों पक्षों के बीच व्यापारिक लेनदेन से भी जुड़ा बताया जा रहा है। महेश नगर थाना पुलिस ने उन्हें जयपुर के केसर चौराहा स्थित आवास से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरपीएस रितेश पटेल 2019 बैच के है। बजरी से लेनदेन मामले में ये एपीओ चल रहे थे। ये मामला बिजनेश में साझेदारी से जुड़ा था, जिसमें लेनदेन का विवाद चल रहा था। कोर्ट से जुड़ा डिमांड का मामला था। जिसमें रितेश पटेल ने 25 लाख रुपए ऑनलाइन और 25 लाख रुपए नकद लिए थे। आरोप यह है कि आरोपी आरपीएस रितेश पटेल ने एसओजी की फर्जी एफआईआर तैयार की और पीड़ित को भेजी और उन्हें डराया धमकाया। हालांकि पीड़ित ने ये मामला पुलिस के अधिकारियों और एसओजी के अधिकारियों तक पहुंचाया तो जांच के बाद खुलासा हुआ। देर रात ढाई बजे रितेश पटेल को उनके घर से डिटेन किया और उसने सारी बाते कबूल की तो उसे गिरफ्तार किया गया है। चौकाने वाली बात है एपीओ चलते उसने एसओजी की फर्जी एफआईआर तैयार की तमाम बातों की जांच में पुलिस जुटी है।
गोंडा जिले के नंदिनी निकेतन में कल 1 जनवरी से होने वाले आठ दिवसीय राष्ट्र कथा का आयोजन किया जा रहा है। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और शेष कार्यों को अंतिम चरण में तेजी से पूरा किया जा रहा है। पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने स्वयं नंदिनी निकेतन पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया। इस राष्ट्र कथा के लिए नवाबगंज से अयोध्या तक 28 प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। इन द्वारों का नाम महाराजा दिलीप, राजा अज, भगवान परशुराम जैसे रघुकुल परंपरा के महापुरुषों के साथ-साथ पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की वंश परंपरा से जुड़े लोगों के नाम पर रखा गया है। कथा स्थल पर 42 महंतों की तस्वीरें भी लगाई गई हैं, जिनके द्वारा इस कथा का उद्घाटन किया जाएगा। यह राष्ट्र कथा सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज द्वारा 1 जनवरी से 8 जनवरी तक नंदिनी निकेतन परिसर में होगी। आयोजकों के अनुसार, प्रतिदिन 50,000 से अधिक श्रद्धालु इस कथा को सुनने के लिए उपस्थित होंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़े जर्मन हैंगर टेंट लगाए गए हैं, और ठंड से बचाव के लिए गैस हीटर की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए भारी संख्या में उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स भी व्यवस्था संभालने में सहयोग करेंगे। जो लोग कथा स्थल पर नहीं पहुंच पाएंगे, उनके लिए बृजभूषण शरण सिंह अपने सोशल मीडिया माध्यमों से कथा का ऑनलाइन प्रसारण करवाएंगे। भोजन व्यवस्था भी विशेष रूप से की गई है। कथा में आने वाले भक्तों को पनीर या अन्य सब्जियां नहीं परोसी जाएंगी, बल्कि उन्हें सरसों का साग, सगपहिता और निमोना दिया जाएगा। प्रतिदिन एक लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी को भोजन की कमी न हो और सभी को कथा का प्रसाद मिल सके। कथा शुरू होने से पहले ही सगपहिता का वितरण भी शुरू हो गया है।
एसपी ने नववर्ष सुरक्षा के लिए दिए सख्त निर्देश:रायबरेली में पुलिस हाई अलर्ट पर, पुख्ता इंतजाम
रायबरेली पुलिस ने नववर्ष 2026 के स्वागत के लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रखा है। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने जिले में कड़ी निगरानी और सतर्कता बनाए रखने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। 31 दिसंबर की रात से 1 जनवरी तक विशेष सुरक्षा इंतजाम लागू रहेंगे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पिकनिक स्थलों, पार्कों, होटलों, पर्यटन स्थलों, नदी-तालाबों के किनारों, प्रमुख सड़कों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में किए गए हैं। पुलिस की विशेष नजर हुड़दंग, तेज रफ्तार वाहन चलाने, शराब पीकर ड्राइविंग और असामाजिक गतिविधियों पर रहेगी। एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने स्पष्ट किया है कि नववर्ष का जश्न मनाने की पूरी आजादी है, लेकिन कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की प्राथमिकताओं में महिला सुरक्षा, सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और जिले में शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना शामिल है। यातायात पुलिस ट्रिपल लोडिंग और अन्य यातायात उल्लंघनों पर रोक लगाने के लिए विशेष अभियान चलाएगी। पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) अमित सिंह के नेतृत्व में नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच के लिए प्रमुख सड़कों और पिकनिक स्पॉट्स के आसपास ब्रेथ एनालाइजर का उपयोग किया जाएगा। नववर्ष की पूर्व संध्या से 1 जनवरी तक पूरे जिले में रातभर गश्त की जाएगी। सभी थाना क्षेत्रों में डायल 112 की टीमें 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेंगी। अफवाहों और आपत्तिजनक पोस्ट्स पर नियंत्रण के लिए सोशल मीडिया सेल को सक्रिय कर दिया गया है। एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने नववर्ष 2026 को पूरी तरह सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिक कानून के दायरे में रहकर जश्न मना सकें। शराब पीकर वाहन चलाने वालों की जांच के लिए प्रमुख सड़कों और पिकनिक स्पॉट्स के आसपास ब्रेथ एनालाइजर का उपयोग किया जाएगा। नववर्ष की पूर्व संध्या से 1 जनवरी तक पूरे जिले में रातभर गश्त की जाएगी। सभी थाना क्षेत्रों में डायल 112 की टीमें 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहेंगी। अफवाहों और आपत्तिजनक पोस्ट्स पर नियंत्रण के लिए सोशल मीडिया सेल को सक्रिय कर दिया गया है। एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने नववर्ष 2026 को पूरी तरह सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नागरिक कानून के दायरे में रहकर जश्न मना सकें।
करौली जिला कारागृह का औचक निरीक्षण:एसडीएम और डीएसपी ने किया, 190 बंदी रहे मौजूद
प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को करौली जिला कारागृह का औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य जेल की सुरक्षा व्यवस्था, बंदियों की स्थिति और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेना था। उपखंड अधिकारी (एसडीएम) प्रेमराज मीणा और पुलिस उप अधीक्षक अनुज शुभम के नेतृत्व में यह आकस्मिक निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने जेल परिसर के विभिन्न बैरकों, भोजनशाला और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की गहनता से जांच की। निरीक्षण के दौरान जिला कारागृह में कुल 190 बंदी मौजूद पाए गए, जिनकी विधिवत जांच की गई। अधिकारियों ने जेल में सुरक्षा, साफ-सफाई और बंदियों को उपलब्ध कराई जा रही मूलभूत सुविधाओं का भी अवलोकन किया। चेकिंग के दौरान जेल परिसर से कोई भी आपत्तिजनक या निषिद्ध सामग्री बरामद नहीं हुई। इससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। निरीक्षण के समय करौली थाना अधिकारी, सदर थाना अधिकारी और लांगरा थाना अधिकारी सहित संबंधित थानों का पुलिस जाप्ता भी मौके पर मौजूद रहा। अधिकारियों ने जेल प्रशासन को सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के निर्देश दिए, साथ ही नियमित निरीक्षण जारी रखने की बात कही।
मेरठ के जीआईसी ग्राउंड में लगी खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में इस बार हींग खास आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। हाथरस स्थित यर्ष ग्रामोद्योग संस्थान की यह यूनिट देश की एकमात्र हींग प्रोसेसिंग यूनिट है, जहां विदेशों से आने वाली कच्ची हींग का प्रशोधन कर उसे अलग-अलग क्वालिटी में तैयार किया जाता है। इस प्रदर्शनी में विक्रेता कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान की हींग लेकर आये है। प्रदर्शनी में कजाकिस्तान की हींग अपनी तेज खुशबू और खास स्वाद के कारण लोगों को सबसे ज्यादा आकर्षित कर रही है। संस्थान के अनुसार, हर देश की हींग की महक और स्वाद अलग होता है, कोई भी क्वालिटी एक जैसी नहीं होती। प्रदर्शनी के काउंटर पर फिलहाल 17 प्रकार की हींग उपलब्ध है। यहां 10 ग्राम हींग की कीमत 50 रुपए से लेकर 700 रुपए तक है, जो उसकी शुद्धता और क्वालिटी पर निर्भर करती है। एक ही देश की शुद्ध हींग को उसी देश के नाम से बेचा जा रहा है, जबकि दो देशों की हींग को मिलाकर तैयार की गई किस्म को ‘बंदानी’ नाम दिया गया है। यर्ष ग्रामोद्योग संस्थान के प्रतिनिधि ने बताया कि हींग की कई किस्में तैयार की जा सकती हैं और यह पूरा काम ग्रामोद्योग आधारित है। उन्होंने प्रदर्शनी के माध्यम से बेरोजगार युवाओं से जुड़ने की अपील की और कहा कि प्रशिक्षण लेकर युवा अपने लिए रोजगार शुरू कर सकते हैं। मेरठ में लगी इस ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में विदेशी हींग का देसी अंदाज न सिर्फ लोगों को आकर्षित कर रहा है, बल्कि खादी और ग्रामोद्योग को भी नई पहचान दिला रहा है।
गोरखपुर में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) व्यापार क्षेत्र के तत्वावधान में दूरसंचार सलाहकार समिति की विस्तृत बैठक प्रधान महाप्रबंधक दूरसंचार के कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में गोरखपुर व्यापार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जनपदों में दूरसंचार सेवाओं की मौजूदा स्थिति, नेटवर्क विस्तार और उपभोक्ताओं से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में बतौर मुख्य अतिथि डुमरियागंज से सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि दिल्ली से गोरखपुर के बीच 10 गीगाबाइट प्रति सेकेंड की सीधी कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कनेक्टिविटी से नेटवर्क की क्षमता कई गुना बढ़ेगी और डेटा ट्रैफिक को बेहतर ढंग से संभाला जा सकेगा। मोबाइल और ब्रॉडबैंड सेवाओं में होगा सुधारसांसद ने बताया कि हाई-कैपेसिटी कनेक्टिविटी मिलने से मोबाइल नेटवर्क, ब्रॉडबैंड और फाइबर सेवाओं की गुणवत्ता में स्पष्ट सुधार आएगा। कॉल ड्रॉप की समस्या कम होगी और डेटा स्पीड अधिक स्थिर व तेज होगी, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर अनुभव मिलेगा। प्रधान महाप्रबंधक विद्यानंद ने सांसद के भरोसे के प्रति आभार जताते हुए कहा कि दूरसंचार सलाहकार समिति के सदस्यों द्वारा उठाई गई समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नेटवर्क अपग्रेडेशन, उपकरणों के आधुनिकीकरण और फाइबर नेटवर्क के विस्तार को लेकर चरणबद्ध कार्ययोजना पर काम चल रहा है। डिजिटल कनेक्टिविटी को नई गति देने की तैयारी बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि समिति सदस्यों के मार्गदर्शन और सहयोग से पूरे व्यापार क्षेत्र में डिजिटल कनेक्टिविटी को नई गति दी जाएगी। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच डिजिटल अंतर को कम करने में मदद मिलेगी। अधिकारियों ने कहा कि बेहतर दूरसंचार सेवाएं डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को साकार करने में अहम भूमिका निभाएंगी। शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, व्यापार और सरकारी सेवाओं तक लोगों की पहुंच और मजबूत होगी। जनपदवार दूरसंचार सेवाओं की समीक्षा बैठक के दौरान व्यापार क्षेत्र में शामिल जनपदों में दी जा रही दूरसंचार सेवाओं की जनपदवार समीक्षा की गई। नेटवर्क कवरेज, कॉल क्वालिटी, डेटा स्पीड और फाइबर कनेक्टिविटी से जुड़े मुद्दों पर सदस्यों ने अपने सुझाव और समस्याएं रखीं। BSNL अधिकारियों ने समिति सदस्यों को आश्वस्त किया कि सभी सुझावों और शिकायतों पर गंभीरता से विचार कर समयबद्ध कार्रवाई की जाएगी, ताकि उपभोक्ताओं को बेहतर और भरोसेमंद सेवाएं मिल सकें। सांसद रवि किशन का वर्चुअल संबोधनकार्यक्रम को गोरखपुर से सांसद रवि किशन ने वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मजबूत दूरसंचार नेटवर्क किसी भी क्षेत्र के विकास की बुनियाद होता है और BSNL की यह पहल पूर्वांचल के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। बैठक में 10 जिलों के कुल 66 में से 35 दूरसंचार सलाहकार समिति सदस्य उपस्थित रहे। सभी सदस्यों ने समन्वय और सहयोग के साथ क्षेत्र में दूरसंचार सेवाओं को और बेहतर बनाने पर सहमति जताई।
कानपुर के रावतपुर में देर रात आई टी आई टेक्नीशियन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। देर रात जब पत्नी खाना देने गई तो घटना की जानकारी हुई। परिजनों ने 112 नंबर डायल कर घटना की सूचना पुलिस को दी, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। रावतपुर थाना क्षेत्र के काकादेव एम ब्लाक निवासी प्रभात चंद्र शुक्ला उर्फ़ राजन (45) चौबेपुर आईटीआई कालेज में टेक्नीशियन है। परिवार में पिता प्रेम शंकर शुक्ला पत्नी मीनाक्षी बेटी भूमि व अंशिका है पिता प्रेम शंकर शुक्ला ने बताया कि बेटा प्रभात चौबेपुर के एक आई टी आई कॉलेज में टेक्नीशियन पद पर तैनात है। शराब का लती था। मंगलवार को देर रात शराब के नशे में बेटा घर आया और अपने कमरे में सोने के बात कहकर चला गया। रात करीब 12 बजे बहु मीनाक्षी बेटे को कमरे में खाना देने गई तो दरवाजा अंदर से बंद था। जब कोई आवाज नहीं आई तो बगल की खिड़की से झांक कर देखा तो बेटे का शव तार से पंखे के सहारे लटकता दिखा। आनन फानन में परिजनों ने 112 नंबर डायल कर घटना की सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही रावतपुर थाने का फ़ोर्स मौके पर पहुंचा। और घटना की जांच पड़ताल कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी रावतपुर मनोज मिश्रा ने बताया- मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना की जांच पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिवार ने भी कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाए गए हैं। यदि कोई तहरीर मिलेगी तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
2025 का साल छत्तीसगढ़ के लिए कई मायनों में यादगार और भावुक रहा। हंसी, कविता, संगीत, साहित्य, राजनीति और पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले ऐसे लोग हमें छोड़कर चले गए, जिन्होंने अपने शब्द, सुर और कर्म से समाज को संवारा, चेताया और मनोरंजन किया। हंसी और विचार की दुनिया में डॉ. सुरेंद्र दुबे, साहित्य में विनोद कुमार शुक्ल, संगीत और अभिनय में सुलक्षणा पंडित, राजनीति में सुभाष धुप्पड़ और पत्रकारिता में मुकेश चंद्राकर ने अपने अद्वितीय योगदान से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक धरती को समृद्ध किया। पद्मश्री हास्य कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे (1953–2025) बेमेतरा जन्मे डॉ. सुरेंद्र दुबे, आयुर्वेदिक चिकित्सक और कवि, 26 जून 2025 को हमारे बीच नहीं रहे। वे हंसी और शब्दों के माध्यम से जीवन की विसंगतियों को उजागर करते थे और हास्य के जरिए सोचने पर मजबूर करते थे। पद्मश्री सम्मानित दुबे छत्तीसगढ़ी और हिंदी साहित्य की एक महत्वपूर्ण आवाज थे, जिनके मंचों पर ठहाके अब याद बनकर रह गए हैं। साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल (1937–2025) 23 दिसंबर 2025 को ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता विनोद कुमार शुक्ल का निधन हो गया। उनकी कहानियों जैसे “दीवार में एक खिड़की रहती थी” और “नौकर की कमीज” में आम आदमी को केंद्र में रखा गया। वे छत्तीसगढ़ के पहले लेखक थे जिन्हें ज्ञानपीठ मिला, लेकिन उनकी भाषा सरल और प्रभावशाली रही। उनका जाना छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक आत्मा में गहरी खामोशी छोड़ गया। अभिनेत्री और गायिका सुलक्षणा पंडित (1954–2025) 6 नवंबर 2025 को रायगढ़ में जन्मी सुलक्षणा पंडित का निधन हो गया। उन्होंने संगीत और अभिनय दोनों में अपनी पहचान बनाई। गीत “तू ही सागर है, तू ही किनारा” आज भी याद किए जाते हैं। 70-80 के दशक की फिल्मों में उनकी सादगी और संवेदना दर्शकों को भाती थी। फिल्मफेयर सम्मानित यह कलाकार निजी जीवन के उतार-चढ़ाव के बावजूद कला के प्रति ईमानदार रही। कांग्रेस नेता सुभाष धुप्पड़ सुभाष धुप्पड़ रायपुर की राजनीति में काम से पहचाने जाने वाले नेता थे। कांग्रेस संगठन में उनकी गहरी जड़ें थीं और कार्यकर्ताओं से उनका रिश्ता सीधा था। रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने शहर के विकास की नींव रखी। 2025 में उनका निधन राजनीतिक मतभेदों से ऊपर एक इंसान के खोने का दुख बन गया। पत्रकार मुकेश चंद्राकर (1991–2025) 2025 की शुरुआत में छत्तीसगढ़ ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर को खो दिया। वे ऐसे पत्रकार थे, जो सवाल पूछने से नहीं डरते थे। उनकी रिपोर्टिंग में भ्रष्टाचार, स्थानीय प्रशासन और ज़मीन से जुड़ी सच्चाइयाँ शामिल थीं। उनका असमय निधन सच की राह की कठिनाइयों की याद दिलाता है।
घने कोहरे में रीवा-सीधी NH-39 पर भीषण हादसा:पिकअप पेट्रोलियम टैंकर में घुसी, चालक गंभीर घायल
सीधी जिले के चुरहट बाईपास के पास कोचटा क्षेत्र में एक पिकअप वाहन पेट्रोलियम टैंकर में जा घुसा। घने कोहरे की वजह से वजह से रीवा-सीधी नेशनल हाईवे 39 पर यह हादसा हुआ। इस दौरान पिकअप ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना बुधवार सुबह 11 बजे की है। घने कोहरे में कम विजिबिलीटी से हुआ हादसा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, क्षेत्र में घना कोहरा छाया हुआ था, जिससे दृश्यता बेहद कम थी। आगे चल रहे पेट्रोलियम टैंकर की कम दृश्यता के कारण पिकअप चालक समय रहते वाहन को नियंत्रित नहीं कर सका और तेज रफ्तार पिकअप सीधे टैंकर के पिछले हिस्से से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ड्राइवर को गंभीर चोटें आईं और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है कड़ी मशक्कत के बाद पिकअप से ड्राइवर को बाहर निकाला हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत 112 आपात सेवा को सूचना दी। 112 की टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल चालक को कड़ी मशक्कत के बाद वाहन से बाहर निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चुरहट पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने चालक की हालत नाजुक बताई है। समाचार लिखे जाने तक घायल की पहचान नहीं हो सकी थी। प्रत्यक्षदर्शी अमित पांडे ने बताया कि कोहरे के कारण ही चालक टैंकर का अंदाजा नहीं लगा पाया। चुरहट थाना प्रभारी दीपक बघेला ने जानकारी दी कि प्रथम दृष्टया हादसे का कारण घना कोहरा है और मामले की जांच जारी है।
उन्नाव के दही थाना क्षेत्र में बसीरतगंज मुख्य मार्ग बंद किए जाने का मामला गरमा गया है। मार्ग अचानक बंद होने से आक्रोशित ग्रामीणों, व्यापारियों और किसानों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह सैकड़ों वर्ष पुराना और अंग्रेजों के शासनकाल में बना एक ऐतिहासिक मार्ग है, जिसे बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के बंद कर दिया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, बसीरतगंज मार्ग इस क्षेत्र की जीवनरेखा है। प्रतिदिन सैकड़ों स्कूली बच्चे इसी मार्ग से विद्यालय आते-जाते हैं। मार्ग पर कई बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान भी हैं, जो ग्रामीण इलाकों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करते हैं। सड़क बंद होने से व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। किसानों को अपनी फसल मंडी तक पहुंचाने में दिक्कतें आ रही हैं, और छोटे दुकानदारों की आजीविका पर भी संकट आ गया है। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मेरठ एक्सप्रेसवे के सोनिक गांव के पास देश का सबसे बड़ा चौराहा बनाने के लिए इस ऐतिहासिक सड़क को बंद किया जा रहा है। उनका कहना है कि विकास के नाम पर जनहित की अनदेखी की जा रही है। स्थानीय लोगों से परामर्श किए बिना और वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था किए बिना अचानक रास्ता बंद करना अनुचित है। विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलने पर सदर एसडीएम क्षितिज द्विवेदी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। हालांकि, प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं सुना। ग्रामीणों के अनुसार, एसडीएम ने सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारियों की बात को अधिक महत्व दिया और जनसमस्याओं को नजरअंदाज कर वापस चले गए, जिससे लोगों का आक्रोश बढ़ गया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और मार्ग को तत्काल खोलने की मांग की। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जाती, तब तक इस ऐतिहासिक मार्ग को बंद नहीं किया जाना चाहिए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मार्ग केवल एक सड़क नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक जीवनरेखा है। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।
पंजाब में बढ़ रहे सर्दी के प्रकोप के कारण अब सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ गई है। अब सभी प्राइवेट और सरकारी, एडिड और मान्यता प्राप्त स्कूल 8 जनवरी को खुलेंगे। यह ऐलान शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने किया है। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने X पर लिखा है-मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा निर्देश पर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोहरे को देखते हुए बच्चों और स्टाफ की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी सरकारी, एडिड, मान्यता प्राप्त और प्राइवेट स्कूल में 7 जनवरी तक छुट्टियां की जा रही है। 8 जनवरी को पहले की तरह स्कूल खुलेंगे। 19 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूल, 35 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्सपंजाब में इस समय 19 हजार से अधिक सरकारी स्कूल है। इनमें 35 लाख से अधिक स्टूडेंट्स पढ़ाई का रहे है। मौसम विभाग पहले ही साफ कर चुका है, 1 जनवरी के बाद ठंड बढ़ेगी। ऐसे में विभाग किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता है। शिक्षा विभाग की तरफ से जो अपना एनुअल एकेडमिक कैलेंडर बनाया गया है। उसमें भी इन छुटिट्यों को भी शामिल किया है। इसके अलावा मंथली वाइस जो सिलेबस बांटा गया है। उसे भी इसी आधार पर बांटा गया है, ताकि स्कूलों में पढ़ाई नियमित चलती रहे। यदि कोई प्राइवेट स्कूल सरकारी निर्देशों की पालना नहीं करता तो उसके खिलाफ कड़ा एक्शन भी सरकार लेगी।
भोपाल में नए साल के जश्न को लेकर पुलिस ने सख्त इंतजाम किए हैं। आज (31 दिसंबर) रात 12:30 बजे के बाद किसी भी तरह का जश्न, डीजे या तेज आवाज में संगीत की अनुमति नहीं होगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 1500 जवानों की तैनात की गई है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि शराब पीकर वाहन चलाने या हुड़दंग करने वालों की नए साल की शुरुआत हवालात से होगी। इसके लिए पुलिस ने शहर के 75 स्थानों पर चेकिंग पाइंट बनाए हैं, आज शाम से ब्रीथ एनालाइजर से भी वाहन चालकों की जांच की जाएगी। नशे में पकड़े गए तो वाहन भी जब्त होगा पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि नए साल के जश्न में खलल न पड़े, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। आज की रात नशे में पकड़े जाने पर वाहन जब्ती, लाइसेंस निरस्तीकरण और केस दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। शांति भंग करने या नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब 1500 पुलिसकर्मी सड़कों पर तैनात हैं। प्रमुख चौराहों, होटल-ढाबों, क्लबों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त बल लगाया गया है। शराब पीकर निकले तो सीधे हवालात पहुंचेंगे पुलिस ने नए साल के जश्न के आयोजन की अनुमति लेने वाले आयोजकों को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों के मुताबिक आयोजन स्थल पर शोर-शराबे और समय सीमा का सख्ती से पालन करना होगा। अवैध शराब परोसने और नाबालिगों को शराब देने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। आयोजन स्थल पर पार्किंग की उचित व्यवस्था और यातायात बाधित न होने देने की जिम्मेदारी आयोजक की होगी। किसी भी तरह का हुड़दंग, झगड़ा या अश्लीलता पाए जाने पर आयोजन की अनुमति रद्द की जा सकती है। पुराने गुंडे-बदमाशों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई नए साल के जश्न को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पुलिस ने पहली बार पुराने गुंडे-बदमाशों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। शहर और देहात क्षेत्र में थानों में बॉन्ड भरवाए हैं, ताकि किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि और हुड़दंग पर पहले ही लगाम लगाई जा सके। पुलिस पुराने अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर और शांति भंग करने की आशंका वाले लोगों को थानों बुलाकर उनसे अच्छे आचरण के बॉन्ड भरवाएं हैं और चेतावनी दी है कि नियम तोड़ने पर तत्काल गिरफ्तारी होगी।
फार्मासिस्टों ने खून से लिखे 10,000 पोस्टकार्ड:सरकार को भेजे, भर्ती में अनुभव को वरीयता देने की मांग
फार्मासिस्ट भर्ती संघर्ष समिति के नेतृत्व में राजस्थान के सिरोही जिले सहित पूरे राज्य से 10,000 से अधिक पोस्टकार्ड मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को भेजे गए। इन पोस्टकार्ड्स को फार्मासिस्टों ने अपने खून से लिखा है, जो सरकार की उदासीनता के प्रति उनके विरोध को दर्शाता है। समिति ने बताया कि हजारों अनुभवी फार्मासिस्टों के लिए नया साल भी निराशाजनक रहा है। उनका आरोप है कि वर्षों से सरकारी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे फार्मासिस्टों के अनुभव को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है। भर्ती प्रक्रिया को मेरिट और बोनस के आधार पर न करना सरकार की संवेदनहीनता को दर्शाता है। फार्मासिस्ट भर्ती संघर्ष समिति ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा नहीं है। यह अपने अधिकार, सम्मान और भविष्य की रक्षा के लिए उनकी अंतिम कोशिश है। समिति के अनुसार, बार-बार ज्ञापन, पत्राचार और शांतिपूर्ण तरीकों के बावजूद सरकार ने ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद उन्हें खून से पत्र लिखने जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि फार्मासिस्ट भर्ती शीघ्र ही मेरिट और बोनस के आधार पर नहीं की गई और अनुभव-धारी फार्मासिस्टों को न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन और अधिक उग्र और व्यापक रूप लेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की होगी। प्रदेश के फार्मासिस्टों की मुख्य मांग है: 'अनुभव का सम्मान करो, भर्ती मेरिट + बोनस से करो'।
हरियाणा के पंचकूला में नए साल का जश्न पॅब मालिकों के लिए मुसीबत बनने वाला है। अगर कोई उनके पॅब में धुत हुआ और उनके पास ड्राइवर नहीं तो उसे घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी पॅब संचालकों की रहेगी। इसके लिए पुलिस ने पहले पॅब संचालिकों को सूचित कर दिया है। डीसीपी क्राइम मनप्रीत सूदन ने बताया कि नए साल के जश्न के दौरान पंचकूला में अगर कोई महिला कहीं फंस जाती है तो उसे घर तक पहुंचाने के लिए पुलिस की डॉयल 112 सेवा तत्पर रहेगी। पुलिस की टीमें लगातार गश्त पर भी रहेंगी। महिलाएं रात को मदद के लिए डॉयल 112 पर कॉल कर सकती हैं। अगर किसी के साथ कोई दुर्व्यवहार होता है तो उन्हें तुरंत मदद मिलेगी। 500 पुलिसकर्मी करेंगे गश्त पंचकूला शहर में किसी भी प्रकार के हुड़दंग से निपटने के लिए शहर करीब 500 पुलिसकर्मी गश्त पर रहेंगी। वहीं क्राइम ब्रांच को 2 टीमों में विभाजित कर उन्हें अलग-अलग एरिया में गश्त के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिससे की नए साल की रात को किसी भी प्रकार का कोई अपराध घटित न होने पाए। ड्रिंक एंड ड्राइव के लिए नाके पंचकूला पुलिस ने ड्रिंक एंड ड्राइव लोगों के लिए स्पेशल नाके लगाए हैं। जहां पर एल्कोसेंसर उनकी जांच होगी। वहीं ड्रिक कर ड्राइव करते पकड़े लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। इसके अलावा दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों की गाड़ियों की रैंडम तलाशी अभियान भी चलाया जाएगा। शहर में तैनात रहेंगी 29 राइडर शहर के 48 प्रमुख स्थानों पर पुलिस नाके लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त 29 राइडर, 12 पीसीआर तथा 19 ईआरवी लगातार गश्त पर रहेंगी ताकि किसी भी स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। जिले में 500 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। एसीपी स्तर के अधिकारी, संबंधित थाना प्रभारी, क्राइम ब्रांच प्रभारी एवं चौकी इंचार्ज अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार पैनी नजर बनाए रखेंगे।मंदिर एरिया में रहेगी विशेष निगरानी माता मनसा देवी मंदिर एवं काली माता मंदिर कालका में श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। यहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर भीड़ प्रबंधन एवं सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के दर्शन कर सकें।
संभल में भारतीय किसान यूनियन (बीआरएसएस) के पदाधिकारियों ने विद्युत अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) नवीन गौतम को ज्ञापन सौंपा। इसमें एकमुश्त समाधान योजना में सुधार और नियमित विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की गई। ज्ञापन जिला उपाध्यक्ष मिंकू चौधरी के नेतृत्व में दिया गया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष कामेन्द्र चौधरी ने कहा कि वर्तमान एकमुश्त समाधान योजना अव्यवहारिक है, जिससे आधे से अधिक बिजली उपभोक्ता लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। उन्होंने योजना को सरल और व्यवहारिक बनाने की मांग की, ताकि अधिक उपभोक्ताओं को लाभ मिल सके और विभाग को राजस्व प्राप्त हो। संगठन ने ज्ञापन के माध्यम से नियमित विद्युत आपूर्ति की समस्या को भी प्रमुखता से उठाया। विशेषकर सिंहपुर सानी, लखौरी जलालपुर और सैंडा उर्फ सेहरा बिजलीघरों से जुड़े क्षेत्रों में सुबह के समय बिजली आपूर्ति बाधित रहने की शिकायत की गई। किसान नेताओं ने बताया कि कड़ाके की ठंड में सुबह 9 से 10 बजे का समय खेती, पशुओं के चारे, पानी चलाने और घरेलू कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है, और इसी समय बिजली न मिलने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने मांग की कि सर्दी के मौसम को देखते हुए विद्युत आपूर्ति का शेड्यूल बदला जाए। कम से कम सुबह 10 बजे तक निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, जिससे किसानों और आम नागरिकों को राहत मिल सके। इस मौके पर जिला सलाहकार सरदार गुरुवचन सिंह, संगठन मंत्री चौ. ऋषिपाल सिंह, जिला महासचिव अनमोल कुमार, जिला महामंत्री (अल्पसंख्यक मोर्चा) इस्माइल खां, युवा जिला मीडिया प्रभारी निर्देश कुमार उर्फ मोनू, तहसील अध्यक्ष (अल्पसंख्यक मोर्चा) मेहंदी हसन, वरिष्ठ कार्यकर्ता मो. हसन, युवा ब्लॉक उपाध्यक्ष सुफियान पाशा, ब्लॉक महासचिव पवांसा श्रीपाल यादव, यूनुस अली, समरपाल सिंह और छोटू चौधरी सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सीतापुर के बिसवां कोतवाली क्षेत्र में रिश्तों को शर्मसार करने की घटना सामने आया है। यहां बुधवार सुबह एक चाचा ने अपनी 10 वर्षीय भतीजी के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया। घटना के बाद खून से लथपथ किशोरी जब घर पहुंची तो उसने अपनी मां को आपबीती सुनाई। वही वारदात के बाद आरोपी चाचा मौके से फरार हो गया। मासूम की हालत और आपबीती सुनकर किशोरी की मां ने तत्काल डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़िता को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता के पिता ने अपने भाई (आरोपी राजू) के खिलाफ बिसवां कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी चाचा राजू को हिरासत में ले लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए फील्ड यूनिट और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर आवश्यक साक्ष्य जुटाए हैं। और मामले की तफ्तीश में जुट गई है। सीओ बिसवा अमन सिंह ने बताया कि किशोरी की हालत सामान्य है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आरोपी के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पलवल में 5 साल बाद पुलिस के हाथ आया ठग:नकली सोने की ईंट दिखाकर फंसाया था; जयपुर जेल में बंद था
पलवल पुलिस ने पांच साल पुराने धोखाधड़ी के एक मामले में फरार चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने नकली सोने की ईंट दिखाकर एक व्यक्ति से 1.25 लाख रुपए की ठगी की थी। यह कार्रवाई मुंडकटी थाना पुलिस द्वारा की गई। गिरफ्तार आरोपी की पहचान भरतपुर (राजस्थान) के भंडारा निवासी इंसाफ उर्फ साबू के रूप में हुई है। यह मामला वर्ष 2020 का है, जब आरोपी अपने एक साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था। फोन पर दिया गया सोने की ईंट बेचने का झांसा मुंडकटी थाना प्रभारी तेजपाल के अनुसार, दिल्ली के अमृत विहार निवासी मुरमा उरांव ने 2020 में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि उसे लगातार 15 दिनों तक अज्ञात नंबरों से फोन आ रहे थे। फोन करने वालों ने खुद को साबिर और शकील बताकर कम दाम में “सोने की ईंट” बेचने का झांसा दिया। झाड़ियों में ले जाकर लूटा गया पीड़ित आरोपियों के झांसे में आकर पीड़ित 16 मार्च 2020 को सराय खटेला मोड़ पर पहुंचा। वहां दो युवकों ने उसे झाड़ियों में ले जाकर डराया-धमकाया और उसकी जेब से 1 लाख 25 हजार रुपए लूट लिए। इसके बाद उसे पीतल की परत चढ़ी नकली सोने की ईंट थमा दी। एक आरोपी मौके पर पकड़ा गया, दूसरा पांच साल बाद गिरफ्तार वारदात के दौरान पीड़ित के शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने एक आरोपी साबिर को मौके पर ही पकड़ लिया था, जबकि उसका साथी इंसाफ उर्फ साबू फरार हो गया था। थाना प्रभारी ने बताया कि फरार आरोपी इंसाफ उर्फ साबू किसी अन्य धोखाधड़ी के मामले में जयपुर जेल में बंद था। एएसआई महेश की टीम ने उसे अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर हासिल किया। पुलिस रिमांड के दौरान पूछताछ के बाद आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
अजमेर के अलवर गेट थाना क्षेत्र में बुधवार को एक ई-रिक्शा और ऑटो में ज़बरदस्त भिड़ंत हो गई। हादसे में ई-रिक्शा चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, ऑटो चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने घायल ई-रिक्शा चालक को एंबुलेंस से जेएलएन अस्पताल भिजवाया। डॉक्टर के द्वारा घायल के स्थिति गंभीर बताई गई है। अलवर गेट थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह जेपी नगर मदर निवासी विकास कुमार अपनी ई-रिक्शा लेकर घर से सुबह 9:30 बजे के करीब निकला था। तभी लाल मंदिर मदार के पास ऑटो से जबरदस्त भिड़ंत हो गई। हादसे में विकास कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं ऑटो चालक मौके से फरार हो गया। घायल के दोस्त जितेंद्र कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों के द्वारा विकास को जेएलएन अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर की ओर से उसका उपचार किया जा रहा है। डॉक्टर ने विकास की हालत गंभीर बताई है। ई रिक्शा और ऑटो दोनों ही मौके पर क्षतिग्रस्त है। मामले की सूचना अलवर गेट थाना पुलिस को दी गई। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जयपुर नगर निगम में फायर शाखा में काम को लेकर हो रही लापरवाही और पेंडेंसी को देखते हुए एक्शन हुआ है। निगम कमिश्नर गौरव सैनी ने आज एक आदेश जारी करके उपायुक्त फायर पद से मोनिका सोनी को हटाकर उनकी जगह प्रवीण कुमार को चार्ज सौंपा है। सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ समय से मोनिका सोनी की लगातार शिकायत मिल रही थी। फायर शाखा में फाइलाें की पेंडेंसी बढ़ने और फाइलों पर बिना डिसीजन किए उनका निरस्त करने के केस आए थे। इस शिकायत के बाद नगर निगम प्रशासन के पूनम के निर्देश पर नगर निगम कमिश्नर ने आज एक आदेश जारी करके उपायुक्त फायर के पद से मोनिका सोनी को हटा दिया। सोनी को राजस्व अधिकारी आदर्श नगर जोन लगाया है। एक पद ऊपर करवा रखी थी नियुक्ति वर्तमान में मोनिका सोनी का पद राजस्व अधिकारी का है, जबकि उनको सरकार ने उनके पद से ऊपर के पद पर लगा रखा था। इससे पहले भी सोनी के पद को लेकर काफी चर्चाएं रही थी। वे लम्बे समय तक नगर निगम में ही अलग-अलग विंग में उपायुक्त के पद पर रह चुकी है। इससे पहले उन्हें नगर निगम हैरिटेज में उपायुक्त गार्डन के पद पर भी नियुक्त किया गया था।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में युवा कांग्रेस के द्वारा प्रदेश में सहायक शिक्षकों के 23 सौ रिक्त पदों को भरने की मांग की गई है। इसके लिए युवा कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां उन्होंने कलेक्टर के नाम आवेदन सौंपा है। युवा कांग्रेस के द्वारा सौंपे गए आवेदन में कहा गया है कि डीएड-बीएड संघ के अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी प्रदेश सरकार ने उनकी नियुक्तियों पर रोक लगा रखा है। उच्च न्यायालय ने यह भी निर्देशित किया था कि यह भर्ती दो माह के भीतर जारी किया जाए, लेकिन दो वर्ष बीतने के बाद भी सभी शिक्षक नियुक्ति से वंचित है। ऐसे में आवेदन में जल्द भर्ती करने की मांग की गई। वहीं युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश पांडेय ने कहा कि कई अभ्यर्थियों की आयु सीमा लगभग समाप्ति की ओर है। जिसके कारण यह भर्ती उनके लिए अंतिम अवसर है। पात्र अभ्यर्थी लगभग दो वर्षों से योग्य होने के बावजूद नियुक्ति से वंचित है। रायपुर में अनशन भी समाप्त कराया जाएयुवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ग्रामीण उस्मान बेग ने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का पालन कर शिक्षक भर्ती 2023 के सहायक शिक्षक के पूरे 2300 रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया जल्द 1ः3 के अनुपात में शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि डीएड अभ्यर्थियों का अनिश्चितकालीन अनशन भी रायपुर में लगातार जारी है। इसमें शिक्षा विभाग से हस्तक्षेप कर अनशन समाप्त कराने और भर्ती प्रक्रिया तत्काल शुरू करने की मांग युवा कांग्रेस करती है।
महराजगंज जनपद के सोनौली थाना क्षेत्र में पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की संयुक्त टीम ने नशीले पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। 30 दिसंबर 2025 की रात को चलाए गए सघन चेकिंग अभियान के दौरान 27.52 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। थानाध्यक्ष सोनौली महेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में यह अभियान बॉर्डर क्षेत्र में चलाया जा रहा था। उपनिरीक्षक अभिषेक जायसवाल अपनी टीम (कांस्टेबल गुलशन यादव, कांस्टेबल अवनीश यादव) और एसएसबी डंडा हेड बीओपी की टीम (निरीक्षक/सहायक राजीव कुमार, मुख्य आरक्षी मनोज कुमार पाण्डेय, मुख्य आरक्षी विदेश रजक, आरक्षी नवीन कुमार, आरक्षी रमेश चंद यादव) के साथ चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान थाना क्षेत्र के ग्राम हरदीडाली स्थित एक मुर्गी फार्म के पास संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर तीन व्यक्तियों को रोका गया। तलाशी लेने पर उनके पास से कुल 27.52 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद हुई। पूछताछ में अभियुक्तों ने अपनी पहचान रजनीश कुमार निषाद, मोहित केवट और खोबलाल केवट के रूप में बताई। ये तीनों नेपाल राष्ट्र के रुपनदेही जनपद के निवासी हैं। पुलिस ने तत्काल तीनों को हिरासत में ले लिया। इस बरामदगी और गिरफ्तारी के संबंध में सोनौली थाने में 31 दिसंबर 2025 को मुकदमा संख्या 127/2025, धारा 8/22/23 एनडीपीएस एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए महराजगंज जनपद के माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। थानाध्यक्ष सोनौली महेंद्र मिश्रा ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की कार्रवाई भविष्य में भी लगातार जारी रहेगी। पुलिस की इस सफलता से क्षेत्र में सक्रिय नशा तस्करों में हड़कंप मच गया है।
फरीदाबाद के सेक्टर 12-15 स्थित डिवाइडिंग रोड पर बुधवार को एक सड़क हादसा हो गया। पीछे से आ रही क्रेटा कार ने शिफ्ट डिजायर को टक्कर मार दी, जिसके बाद क्रेटा अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि क्रेटा चालक को नींद की झपकी आने के कारण यह हादसा हुआ। राहत की बात यह रही कि दुर्घटना में किसी को भी कोई गंभीर चोट नहीं आई। पीछे से आई क्रेटा ने मारी टक्कर हादसे में शामिल शिफ्ट डिजायर गाड़ी के चालक जय प्रकाश ने बताया कि वे अपनी कार से बायपास की ओर जा रहे थे। जब वे सेक्टर 12-15 के डिवाइडिंग रोड पर पहुंचे, तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रही क्रेटा कार ने उनकी गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही क्रेटा का संतुलन बिगड़ गया और वह साइड में फिसलते हुए सड़क किनारे बने डिवाइडर से जा टकराई। खाटू श्याम के दर्शन कर लौट रहे थे पति-पत्नी जय प्रकाश ने आगे बताया कि क्रेटा कार में एक पति-पत्नी सवार थे, जो राजस्थान स्थित खाटू श्याम मंदिर के दर्शन कर वापस लौट रहे थे। लंबी यात्रा और लगातार ड्राइविंग के चलते क्रेटा चालक को अचानक नींद की झपकी आ गई, जिससे वह वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। इसी दौरान पहले उसकी गाड़ी शिफ्ट डिजायर से टकराई और उसके बाद डिवाइडर से जा भिड़ी। डायल-112 पुलिस मौके पर पहुंची हादसे की सूचना मिलते ही डायल-112 की पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने दोनों वाहनों को सड़क से हटवाकर यातायात को सामान्य कराया। इस दुर्घटना में दोनों गाड़ियों में सवार सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं और किसी को भी अस्पताल ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। क्रेटा का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालांकि हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन डिवाइडर से टकराने के कारण क्रेटा कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। शिफ्ट डिजायर को भी पीछे से टक्कर लगने के कारण नुकसान पहुंचा है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और हादसे के कारणों की विस्तृत पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि लंबी दूरी की यात्रा के दौरान पर्याप्त आराम लेकर ही वाहन चलाएं, ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
कोटपूतली में OBC आयोग की जनसुनवाई:पंचायतीराज, नगरीय निकाय चुनावों में प्रतिनिधित्व पर सुझाव लिए गए
राजस्थान राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनैतिक प्रतिनिधित्व) आयोग, जयपुर ने कोटपूतली में जनसुनवाई एवं संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम नगर परिषद कार्यालय के सभागार में हुआ। इस दौरान आयोग के सदस्य गोपाल कृष्ण शर्मा और पवन मावंडिया भी मौजूद रहे। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि इस अवसर पर आमजन और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने पंचायतीराज एवं नगरीय निकाय चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधित्व के संबंध में अपने सुझाव और परिवाद आयोग के समक्ष पेश किए। आयोग सदस्य शर्मा ने उपस्थित लोगों को राजस्थान में अन्य पिछड़ा वर्ग की जातियों को दिए गए आरक्षण, आयोग के गठन के उद्देश्य, कार्यक्षेत्र और संबंधित कानूनी प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी। सदस्य मावंडिया ने अन्य पिछड़े वर्गों के संरक्षण, कल्याण और सामाजिक-आर्थिक विकास हेतु निर्धारित रक्षोपायों के प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आयोग प्रदेश के अन्य पिछड़ा वर्ग के समग्र उत्थान और उनके राजनैतिक प्रतिनिधित्व को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दौरान मंडल अध्यक्ष अरुण सैनी सहित राकेश सैनी, अरुण सैनी, रामनिवास यादव, छीतरलाल सैनी, नरेश मेहरा और रामचन्द्र सैनी जैसे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपने ज्ञापन और सुझाव आयोग को सौंपे। आयोग ने इन सभी सुझावों को स्वीकार किया। आयोग सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुरूप एक रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। इस रिपोर्ट का उद्देश्य वंचित वर्गों को आरक्षण का लाभ सुनिश्चित करना है। आयोग ने स्थानीय निकायों में राजनीतिक आरक्षण से संबंधित अन्य सुझावों को आयोग कार्यालय, ई-मेल या व्यक्तिगत रूप से प्रस्तुत करने का भी आग्रह किया। कार्यक्रम में कोटपूतली के एसडीएम रामावतार मीणा, नगर परिषद आयुक्त नूर मोहम्मद सहित अन्य अधिकारी, ओबीसी प्रतिनिधि और आमजन उपस्थित रहे। जनप्रतिनिधियों और अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण से जुड़े संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपने सुझाव आयोग को सौंपे।
झालावाड़ में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा फाउंडेशन ने गौरव जैन (शिक्षक) को जिले का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति फाउंडेशन के संगठनात्मक दायरे को मजबूत करने और विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने के उद्देश्य से की गई है। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरिराज प्रसाद गुप्ता ने बताया कि गौरव जैन को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी उनकी समाज सेवा के प्रति सक्रियता और सशक्त नेतृत्व क्षमता के आधार पर दी गई है। पिड़ावा निवासी गौरव जैन का सामाजिक क्षेत्र में पहले भी उल्लेखनीय योगदान रहा है। वे राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय, झालावाड़ में जिला उपाध्यक्ष और जिला मीडिया प्रभारी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा फाउंडेशन मानवाधिकारों की जागरूकता, भ्रष्टाचार, उत्पीड़न, भय, शोषण और आतंकवाद के खिलाफ कार्य करता है। गौरव जैन ने बताया कि वह शीघ्र ही फाउंडेशन की प्रस्तावना में निहित चारों प्रकोष्ठों के लिए सुयोग्य साथियों का चयन कर जिला कार्यकारिणी का विस्तार करेंगे, ताकि संगठनात्मक उद्देश्यों को आमजनों से मजबूती से जोड़ा जा सके। गौरव जैन को यह जिम्मेदारी मिलने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है। सभी ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जैन के नेतृत्व में झालावाड़ जिले में मानवाधिकार संरक्षण और जनहित के कार्यों को नई दिशा मिलेगी।
हिसार में पुलिस प्रशासन द्वारा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता में लोटस इंटरनेशनल स्कूल, उकलाना के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। स्कूल प्रिंसिपल आरती कुनर ने बताया कि कक्षा दसवीं के समीर और कक्षा नौवीं के आदित्य व भाविक ने लोटस स्कूल और खंड उकलाना का नेतृत्व किया। विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विद्यालय और जिले का नाम रोशन किया। यह प्रतियोगिता गुरु दक्ष गवर्नमेंट पॉलिटेक्निकल कॉलेज, हिसार में आयोजित की गई, जिसमें जिले के सभी खंडों से शीर्ष दो स्कूलों की कुल 20 टीमों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। लोटस स्कूल की टीम ने सड़क सुरक्षा नियमों, ट्रैफिक संकेतों, सुरक्षित ड्राइविंग और दुर्घटना रोकथाम जैसे विषयों पर गहन जानकारी और शानदार टीमवर्क का प्रदर्शन किया। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के परिणामस्वरूप स्कूल की टीम ने जिला स्तर पर प्रथम स्थान हासिल किया। विजेता विद्यार्थियों को पुलिस विभाग की ओर से सर्टिफिकेट और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्कूल प्रिंसिपल आरती कुनर ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों में अनुशासन, जिम्मेदारी और सामाजिक जागरूकता विकसित करती हैं। वहीं स्कूल चेयरमैन महेंद्र कुनर ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि विद्यालय सदैव विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत रहता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर की गई टिप्पणी के मामले में लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। बनारसी बाग नरही निवासी राजकुमार तिवारी की तहरीर पर यह एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि KRK एक्स हैंडल के जरिए मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। हजरतगंज कोतवाली में दर्ज एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता राजकुमार तिवारी पुत्र मुन्ना लाल तिवारी ने बताया कि उन्होंने अपने मोहल्ले में किसी व्यक्ति के मोबाइल पर एक पोस्ट देखी। यह पोस्ट एक्स हैंडल @kamaalrkhan (KRK) से की गई थी, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर आपत्तिजनक और भ्रामक टिप्पणी की गई थी। गलत नरेटिव गढ़ने की कोशिश करने का आरोप तहरीर में उल्लेख किया गया है कि पोस्ट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो लगाकर एक राष्ट्रीय समाचार पत्र के नाम से जुड़ा स्क्रीनशॉट साझा किया गया। इसमें यह दर्शाने का प्रयास किया गया कि मुस्लिम, दलित और यादव वोट न मिलने के बावजूद सरकार बनाई जा सकती है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि यह स्क्रीनशॉट झूठा और फर्जी है, जिसे जानबूझकर एक गलत नरेटिव गढ़ने के लिए प्रसारित किया गया। सोशल मीडिया पर छवि धूमिल करने का आरोप राजकुमार तिवारी का कहना है कि मुख्यमंत्री की फोटो के साथ इस तरह की भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल कर उनकी और सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने तहरीर में यह भी उल्लेख किया कि इस पोस्ट को देखकर हिंदू समाज में आक्रोश व्याप्त है और इसे बेहद निंदनीय कृत्य बताया। एक्स पोस्ट की प्रति तहरीर के साथ संलग्न शिकायतकर्ता ने एक्स पर की गई पोस्ट की छायाप्रति भी प्रार्थना पत्र के साथ पुलिस को सौंपी है। इसी आधार पर पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। हजरतगंज कोतवाली पुलिस के अनुसार, मामले की जांच की जा रही है। संबंधित एक्स हैंडल, पोस्ट की सत्यता, स्क्रीनशॉट और तकनीकी साक्ष्यों की जांच के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक और आपत्तिजनक सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कदम उठाए जाएंगे।
धनबाद स्थित गोविंदपुर से बलियापुर जाने वाले मुख्य मार्ग पर जंगलपुर के पास बुधवार को एक सड़क हादसा हो गया। कोलकाता से गोविंदपुर जा रही एक पिकअप वैन की सामने से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में पिकअप वैन में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। निसार अहमद के अनुसार, ट्रक गलत दिशा से आ रहा था। इसी कारण पिकअप वैन का संतुलन बिगड़ गया और दोनों वाहनों में सीधी टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप वैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वैन में केक, बिस्कुट और अन्य खाद्य सामग्री लदी थी, जिसे गोविंदपुर के बैरियो मोड़ तक पहुंचाया जाना था। सदमन निरसा से पिकअप वैन में सवार हुए थे घायलों में निरसा थाना क्षेत्र के अंसार महाल निवासी 18 वर्षीय सदमन अंसारी शामिल हैं। सदमन निरसा से पिकअप वैन में सवार हुए थे और गोविंदपुर डिलीवरी के लिए जा रहे थे। इस हादसे में उनका पैर टूट गया है। कोलकाता निवासी एस.के. मैहर अली और रकीबुल भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, कोलकाता से दो लोग पिकअप वैन में माल लेकर निरसा तक आए थे। वहां से सदमन अंसारी वाहन में सवार हुए और सभी गोविंदपुर के लिए रवाना हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों को तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बुरहानपुर के लालबाग रोड स्थित कुछ दिन पहले सील किए गए हकीमी अस्पताल में बुधवार सुबह एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी में युवक को गोली लगने की बात सामने आ रही है, हालांकि पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। घटना में एक व्यक्ति घायल हुआ है, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन पुलिस ने घायल की पहचान सार्वजनिक नहीं की है। मृतक की पहचान नागेश चौहान (30) के रूप में हुई है। दरअसल, डेढ़ महीने पहले 11 नंवबर को इसी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान नागेश की पत्नी की मौत हो गई थी। जिसके बाद विरोध करने पर प्रशासन ने अस्पताल सील कर दिया था। सूत्रों के अनुसार, आज के घटना में घायल व्यक्ति बुरहानपुर जिला अस्पताल के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. जैनुद्दीन बोहरा बताए जा रहे हैं। उनके बेटे मुफद्दल बोहरा और बहू रेहाना बोहरा उस समय घर पर मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि घर पर केवल जैनुद्दीन बोहरा थे। मुफद्दल बोहरा की बहू रेहाना ने ही नागेश की पत्नी का ऑपरेशन किया था। जानकारी के मुताबिक, बुधवार को नागेश चौहान और जैनुद्दीन बोहरा के घर गया था। दोनों के बीच किसी बात को लेकर झड़प हुई। सामने आई जानकारी के अनुसार पहले नागेश ने हमला किया, जिसके बाद बोहरा द्वारा गोली चलाने की बात कही जा रही है। गोली लगने से नागेश की मौत हो गई, जबकि डॉ. जैनुद्दीन बोहरा धारदार हथियार से घायल हुए हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी। परिजनों का आरोप- खेत जा रहा था, अस्पताल बुलाया गया मृतक के परिजनों ने पुलिस के सामने अलग ही कहानी रखी है। उनका आरोप है कि नागेश खेत की ओर जा रहा था और उसे हकीमी अस्पताल के पास बुलाया गया था। वहां पहुंचते ही घटना हुई। घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल के सामने बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। मृतक के परिजन और रिश्तेदार भी मौके पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया। स्थिति को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश देकर शांत कराया। डीएसपी बोले- मर्ग कायम, एफएसएल टीम बुलाई गई उप पुलिस अधीक्षक प्रीतम सिंह ठाकुर ने बताया कि हकीमी अस्पताल में बुधवार सुबह एक अननेचुरल डेथ हुई है। इस मामले में थाना लालबाग में मर्ग कायम किया गया है। उन्होंने कहा कि नागेश पिता गेंदालाल चौहान की मौत हुई है। यह जांच की जा रही है कि वह यहां किस तरह आया, कैसे पहुंचा और पूरा मामला क्या है। अस्पताल सील है, लेकिन उसके साथ ही अस्पताल संचालक का घर भी लगा हुआ है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं और एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। घायल की पहचान फिलहाल स्पष्ट नहीं है। 11 नवंबर को हुई थी पत्नी की मौत, उसी मामले से जुड़ने के संकेत पूरा मामला 11 नवंबर को हुई एक पुरानी घटना से जुड़ा होने की आंशका जताई जा रही है, हालांकि पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। दरअसल, 11 नवंबर को हकीमी अस्पताल में जैनाबाद निवासी वैष्णवी नागेश चौहान की गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई थी। उस समय मृतका की सास-ससुर और मायके पक्ष ने डॉ. रेहाना बोहरा पर लापरवाही का आरोप लगाया था। घटना के बाद अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए अगले दिन महिला अधिकारी की मौजूदगी में डॉक्टर्स के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया गया था। इसके बावजूद करीब 20 दिन तक अस्पताल पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से नाराज परिजन और रिश्तेदार शनवारा चौराहे पर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। सांसद के आश्वासन के बाद अस्पताल का लाइसेंस हुआ था निरस्त भूख हड़ताल के पांचवें दिन खंडवा संसदीय क्षेत्र से सांसद ज्ञानेश्वर पाटील आंदोलन स्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त कराया था। उसी दिन शाम को सीएमएचओ डॉ. आरके वर्मा ने हकीमी अस्पताल का पंजीयन और लाइसेंस निरस्त कर दिया था। अब सील अस्पताल परिसर में युवक की संदिग्ध मौत के बाद पूरा मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। पुलिस का कहना है कि एफएसएल जांच और सभी पहलुओं की पड़ताल के बाद ही घटना की वास्तविक वजह सामने आ सकेगी।
महेंद्रगढ़ के उन्हाणी गांव के पास जर्जर पुलिया और 3.153 किलोमीटर लंबी सड़क के पुनर्निर्माण के लिए 182.48 लाख रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। यह मंजूरी स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव के प्रयासों से मिली है। यह परियोजना कनीना-महेंद्रगढ़ मुख्य मार्ग को जोड़ने वाली सड़क पर स्थित है। लंबे समय से जर्जर अवस्था में पड़ी पुलिया और क्षतिग्रस्त सड़क के कारण क्षेत्रवासियों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। स्वीकृत योजना के तहत, जर्जर पुलिया का पूर्ण रूप से पुनर्निर्माण किया जाएगा और 3.153 किलोमीटर सड़क को आधुनिक मानकों के अनुरूप नए सिरे से तैयार किया जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार, नए वर्ष में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। यह सड़क और पुलिया क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि इनके माध्यम से कनीना, महेंद्रगढ़ सहित आसपास के अनेक गांवों का आवागमन जुड़ा हुआ है। इसके पुनर्निर्माण से यातायात सुगम, सुरक्षित और निर्बाध हो सकेगा। स्थानीय नागरिकों द्वारा लंबे समय से इस मांग को उठाया जा रहा था। स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव के संज्ञान में यह विषय आने पर उन्होंने संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके परिणामस्वरूप यह मांग अल्प समय में पूरी हुई। क्षेत्र के नागरिकों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक संगठनों ने इस स्वीकृति पर स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया है।
सलूम्बर में राजस्थान अधीनस्थ कंप्यूटर कर्मचारी संघ की जिला इकाई के अध्यक्ष पद पर नरेंद्र कुमार डांगी निर्विरोध चुने गए हैं। वे वर्तमान में सहायक प्रोग्रामर के पद पर कार्यरत हैं। जिला इकाई के मुख्य निर्वाचन अधिकारी भाविक पारगी ने बताया कि अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन 2 जनवरी 2026, शुक्रवार को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, जिला मुख्यालय सलूम्बर में होना तय था। निर्वाचन कार्यक्रम के तहत 30 दिसंबर 2025 तक नामांकन पत्र आमंत्रित किए गए थे। निर्धारित तिथि तक प्राप्त नामांकन पत्रों की जांच के बाद यह पाया गया कि जिलाध्यक्ष पद के लिए केवल एक ही वैध नामांकन पत्र प्राप्त हुआ। एकमात्र वैध नामांकन पत्र प्राप्त होने के कारण, निर्वाचन नियमों के अनुसार नरेंद्र कुमार डांगी को राजस्थान अधीनस्थ कंप्यूटर कर्मचारी संघ, जिला इकाई सलूम्बर का निर्विरोध जिलाध्यक्ष घोषित किया गया। निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा के बाद संघ के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष डांगी को शुभकामनाएं दीं। सदस्यों ने आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में कंप्यूटर कर्मचारियों की समस्याओं का प्रभावी समाधान होगा, अधिकारों की रक्षा होगी और संगठन सेवाकालीन हितों के लिए सशक्त रूप से कार्य करेगा। नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष नरेंद्र कुमार डांगी ने निर्विरोध निर्वाचन पर सभी साथियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वे संघ की जिम्मेदारी को निष्ठा और समर्पण के साथ निभाएंगे तथा अधीनस्थ कंप्यूटर कर्मचारियों की मांगों को शासन एवं प्रशासन के समक्ष मजबूती से रखेंगे।
छिंदवाड़ा के चांद थाना क्षेत्र में घरेलू विवाद के चलते बेटे ने अपने ही बुजुर्ग पिता की हत्या कर दी। मामला ग्राम रमपुरी दावाझिर का है। आरोपी बेटा इस बात से नाराज था कि पिता घर में 'गंदगी' करता है। इसी गुस्से में उसने डंडे से पिता को इतना पीटा कि उनकी जान चली गई। पुलिस ने आरोपी को गांव के तालाब के पास से गिरफ्तार कर लिया है। बोला- गंदगी करता है, फिर बरसाने लगा लाठियां पुलिस के अनुसार, घटना 29 दिसंबर 2025 की है। मृतक शंकर इनवाती अपने मंझले बेटे जयसिंह (आरोपी) के साथ रहता था, जबकि उसकी पत्नी लच्छो बाई अलग रहती थी। 29 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे शंकर घर के पास बैठे थे। तभी बेटा जयसिंह वहां आया और चिल्लाने लगा कि 'तू घर में गंदगी करता है और मुझे परेशान करता है।' पहले उसने पिता को थप्पड़ मारे, फिर पास पड़ी लकड़ी उठाकर उन पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। बुजुर्ग पिता गंभीर रूप से घायल होकर वहीं गिर पड़े। 1 घंटे तक दर्द से तड़पते रहे पिता आरोपी और उसकी पत्नी घायल शंकर को उठाकर घर के अंदर ले गए और जमीन पर लिटा दिया। करीब एक घंटे तक बुजुर्ग दर्द से कराहते रहे और फिर उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी मिलने पर रात 8 बजे मृतक की पत्नी लच्छो बाई वहां पहुंचीं। उन्होंने चादर हटाकर देखा तो पति मृत पड़े थे और शरीर पर चोट के गहरे निशान थे। तालाब किनारे छिपा था आरोपी पुलिस ने मां की शिकायत पर आरोपी बेटे जयसिंह के खिलाफ बीएनएस की धारा 103(1) के तहत हत्या का केस दर्ज किया। घटना के बाद आरोपी भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे घर के पीछे स्थित तालाब के पास से दबोच लिया। हत्या में इस्तेमाल लाठी भी जब्त कर ली गई है।
फर्रुखाबाद कलेक्ट्रेट सभागार में सांसद मुकेश राजपूत की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में बताया गया कि नवंबर माह में 44 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 27 व्यक्तियों की मौत हुई। एआरटीओ-प्रवर्तन सुभाष राजपूत ने जानकारी दी कि नवंबर माह में जनपद में 44 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 27 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 34 व्यक्ति घायल हुए। नवंबर 2025 तक फर्रुखाबाद जनपद में कुल 439 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं। इन दुर्घटनाओं में 253 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 346 व्यक्ति घायल हुए। कुल दुर्घटनाओं में से 287 में कम से कम एक दोपहिया वाहन शामिल था। इनमें 163 दोपहिया सवारों की मृत्यु हुई और 201 घायल हुए। 75 दुर्घटनाओं में दोनों वाहन दोपहिया थे, जिनमें 27 लोगों की जान गई और 46 घायल हुए। वर्ष 2025 में नवंबर तक 95 हिट एंड रन दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 79 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 74 घायल हुए। पिछले वर्ष 2024 में इसी अवधि तक 66 हिट एंड रन दुर्घटनाएं हुई थीं, जिनमें 43 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 28 व्यक्ति घायल हुए थे। जिले में कुल 11 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं, जिनमें से 8 राष्ट्रीय राजमार्ग 730C पर स्थित हैं। रोहिला चौराहा, बृहमहत्त स्मारक और मसेनी चौराहा के जंक्शन डेवलपमेंट का कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग 730C का निर्माण कार्य 23 नवंबर 2024 तक पूरा होना था, लेकिन वर्ष 2025 की समाप्ति तक भी यह अपूर्ण है। इस राजमार्ग पर सड़क सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है। अधिक दुर्घटनाओं के मद्देनजर सांसद ने एनएचएआई अधिकारियों को नेशनल हाईवे को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, सांसद ने शुकरूल्लापुर रेल ओवरब्रिज पर लगी लाइटों को भी शीघ्र चालू कराने के निर्देश दिए।
न्यू ईयर से पहले जिला मुख्यालय गुलजार:केक-ज्वेलरी की खरीदारी तेज, मैरिज हॉल में डीजे पार्टी की धूम
नववर्ष 2026 के स्वागत से पहले 31 दिसंबर को जिला मुख्यालय पर भारी चहल-पहल देखी गई। सुबह से ही बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जहां केक, ज्वेलरी, कपड़े और जूतों की दुकानों पर जमकर खरीदारी हुई। लोग न्यू ईयर सेलिब्रेशन को यादगार बनाने के लिए पूरी तैयारी में जुटे हुए थे, जिससे पूरे बाजार क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल बना रहा। प्रमुख बाजारों में दिनभर रौनक बनी रही। ज्वेलरी शोरूम, रेडीमेड गारमेंट्स, जूते-चप्पल और मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों की लंबी कतारें देखी गईं। युवा वर्ग नए साल के लिए फैशनेबल कपड़े और ब्रांडेड जूते खरीदता नजर आया, जबकि परिवार के सदस्य घर और कार्यक्रमों के लिए केक, मिठाई और उपहार आइटम की खरीदारी में व्यस्त थे। सोने-चांदी की दुकानों पर भी विशेष भीड़ दर्ज की गई। अभिषेक आभूषण ज्वैलर्स के मालिक अभिषेक अग्रहरी ने बताया कि वर्ष 2025 सोने में निवेश के लिए काफी बेहतर रहा है। जिन निवेशकों ने इस वर्ष सोने में पैसा लगाया, उन्हें अच्छा रिटर्न मिला है। उन्होंने कहा कि बाजार के आंकड़ों से यह साबित होता है कि सोने ने निवेशकों का भरोसा कायम रखा है, जबकि चांदी की स्थिति लगभग स्थिर बनी रही। अभिषेक अग्रहरी ने आगे बताया कि आने वाला वर्ष 2026 भी सोने के लिए सकारात्मक रहने की उम्मीद है। यदि लोग सोने में निवेश करते हैं तो उन्हें भविष्य में भी अच्छा रिटर्न मिल सकता है। इसी कारण नए साल से पहले सोने की खरीदारी में वृद्धि देखी जा रही है, और लोग आभूषण के साथ-साथ निवेश के उद्देश्य से भी सोना खरीद रहे हैं। नववर्ष के जश्न में केक और मिठाइयों की अहम भूमिका होती है। जिला मुख्यालय स्थित बंगाली स्वीट्स हाउस पर ग्राहकों की भारी भीड़ लगी रही। बंगाली स्वीट्स हाउस के मालिक अमरजीत ने जानकारी दी कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल केक की मांग में लगभग 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
अलवर शहर में इनफील्ड बाइक से तेज धमाके कर बाइक दौड़ाने वालों से कुछ राहत मिलने लगी है। असल में ट्रैफिक पुलिस ने मॉडिफाइड बाइक जब्त करने में खूब मशक्कत की है। अब फिर से 7 बाइक जब्त की हैं। जिनमे ंएक पर एके 47 और दूसरी पर सरपंच के स्टीकर लगे थे।ट्रैफिक थाना प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि शहर में कुछ युवक बाइकों में अवैध साइलेंसर, तेज आवाज और भड़काऊ शब्दों वाले स्टीकर लगाकर सार्वजनिक स्थानों पर फर्राटा भर रहे थे, जिससे आमजन को परेशानी हो रही थी। लगातार मिल रही शिकायतों और सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने विशेष अभियान चलाया। अभियान के दौरान पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर चेकिंग कर सात मॉडिफाइड बाइकों को रोका। जांच में पाया गया कि कुछ बाइकों पर “सरपंच” और “AK-47” जैसे स्टीकर लगे हुए थे, जो न केवल नियमों के खिलाफ हैं बल्कि समाज में गलत संदेश भी देते हैं। इसके साथ ही कई बाइकों में तेज आवाज करने वाले साइलेंसर लगे पाए गए।पुलिस ने सभी सातों बाइकों को जब्त कर नियमानुसार कार्रवाई शुरू कर दी है। थाना प्रभारी संजय शर्मा ने स्पष्ट किया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे कानून का पालन करें, बाइकों में अवैध मॉडिफिकेशन न कराएं और सड़क सुरक्षा नियमों का सम्मान करें।
छत्तीसगढ़ पुलिस के 16 डीएसपी का ASP में प्रमोशन:डीपीसी की बैठक के बाद फैसला, देखिए आदेश
छत्तीसगढ़ सरकार ने नए साल से पहले पुलिस विभाग को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य सरकार ने डीपीसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 16 डीएसपी को पदोन्नत करते हुए एएसपी बनाया है। 10 दिसंबर को हुई विभागीय पदोन्नति समिति (DPC) की बैठक के बाद प्रमोशन सूची जारी की गई है।देखिए आदेश
देवघर शहर के नंदन पहाड़ स्थित नंदी रेलवे ओवरब्रिज के नीचे एक युवक का शव मिला है। सुबह स्थानीय लोगों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद घटनास्थल पर भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही देवघर एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में जसीडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी कर शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू की। प्रारंभिक पूछताछ आसपास के लोगों से की गई। पूर्व वार्ड पार्षद आशीष पंडित ने बताया कि उन्हें सुबह शव मिलने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचित किया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में डूबने से मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होंगे। पुलिस ने शव की शिनाख्त कर ली है। मृतक की पहचान राजू के रूप में हुई है, जो देवघर पुलिस लाइन में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत थे। कांस्टेबल का शव मिलने से पुलिस महकमे में भी हलचल है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि कांस्टेबल राजू इस इलाके में कैसे पहुंचे और किन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल कॉल डिटेल्स और परिजनों से पूछताछ जैसे बिंदुओं पर भी काम कर रही है।
कोरबा में मंगलवार को CMOAI गेवरा क्षेत्र के अधिकारियों ने क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालय परिसर में काला फीता लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन स्वास्थ्य शिविर के दौरान डॉ. अर्पण विश्वास पर गांव के कुछ असामाजिक तत्वों के हमले के विरोध में आयोजित किया गया था। घटना के बाद अधिकारियों में व्यापक रोष देखा गया और सभी ने सामूहिक रूप से अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। जानकारी के अनुसार, हरदी बाजार इलाके के एक गांव में डॉ. अर्पण विश्वास स्वास्थ्य शिविर में अपनी सेवाएं दे रहे थे, तभी अचानक कुछ उपद्रवी तत्वों ने उन पर हमला कर दिया। इस निंदनीय घटना की सभी उपस्थित अधिकारियों ने कड़ी निंदा की। विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे और एकजुटता का संदेश दिया। अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भी एल एंड आर विभाग के अधिकारी शिखर सिंह चौहान के साथ इसी प्रकार की मारपीट की घटना हो चुकी है। हालांकि, इसके बाद भी जिम्मेदार तत्वों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। लगातार हो रही इन घटनाओं के कारण अधिकारी दहशत और असुरक्षा की भावना में काम करने को मजबूर हैं। सुरक्षा और सम्मान को लेकर अधिकारियों की सख्त चेतावनी विरोध प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वे अपनी सुरक्षा, सम्मान और कार्यस्थल के सुरक्षित वातावरण को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने कोल इंडिया प्रबंधन एवं छत्तीसगढ़ प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। काला फीता पहनकर एक सप्ताह तक विरोध का ऐलान अधिकारियों ने इस सामूहिक विरोध के माध्यम से संदेश दिया कि वे सभी एकजुट हैं और अपनी सुरक्षा व अधिकारों के लिए संघर्ष करने को तैयार हैं। साथ ही सभी अधिकारियों से अपील की गई है कि कम से कम एक सप्ताह तक कार्य के दौरान विरोध स्वरूप काला फीता पहनकर अपनी एकता और विरोध दर्ज कराते रहें। धाराओं में बदलाव और कड़ी कार्रवाई की मांग उन्होंने एसपी और कलेक्टर को पत्र सौंपकर मामले में लगाई गई धाराओं को बदलने की मांग की है, क्योंकि अधिकारियों का मानना है कि वर्तमान धाराएं उचित नहीं हैं। उन्होंने मामले में उचित और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ अधिकारियों को 2026 की शुरुआत से पहले नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। केंद्रीय नियुक्ति समिति (Appointments Committee of the Cabinet) की मंजूरी के बाद यह आदेश जारी किए गए हैं। इनमें मध्यप्रदेश कैडर के दो अधिकारी एक आईएएस और एक आईएफएस भी शामिल हैं। ये अधिकारी हैं केरालिन खोंगवार और असित गोपाल। एमपी कैडर की 1996 बैच की आईएएस अधिकारी केरालिन खोंगवार देशमुख को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री के पद से हटाकर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री के रूप में पदस्थ किया गया है। वहीं, 1990 बैच के भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी असित गोपाल को पदोन्नति देते हुए टेक्सटाइल मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री और फाइनेंशियल एडवाइजर से बढ़ाकर स्पेशल सेक्रेट्री और फाइनेंशियल एडवाइजर नियुक्त किया गया है। इन दोनों अधिकारियों सहित कुल 40 अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव किया गया है। यह आदेश डीओपीटी (कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग) ने केंद्रीय नियुक्ति समिति की मंजूरी के बाद जारी किए हैं। आगे भी हो सकते हैं बदलाव केंद्र सरकार 31 दिसंबर की शाम तक अन्य राज्यों के साथ-साथ मध्यप्रदेश कैडर के अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बदलाव से जुड़े और आदेश जारी कर सकती है। इनमें आईएएस, आईपीएस और आईएफएस कैडर के अधिकारी शामिल हो सकते हैं।
चूरू जिले के रतनगढ़ में बायपास पर एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार युवक को टक्कर मार दी। इस हादसे में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है। घायल युवक की पहचान फतेहपुर निवासी गुलशन (30) के रूप में हुई है। वह अपने पिता के लिए देसी दवाई लेने फतेहपुर से बाइक पर रतनगढ़ आया था। रतनगढ़ बायपास पर किसी अज्ञात वाहन ने गुलशन की बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि गुलशन के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। उसे मौके से तुरंत रतनगढ़ के जालान अस्पताल पहुंचाया गया। हालत गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद उसे चूरू के राजकीय भरतिया अस्पताल रेफर किया गया, जहां से उसे हायर सेंटर भेज दिया गया है। परिजनों को रतनगढ़ पुलिस की सूचना के बाद हादसे की जानकारी मिली। युवक की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है।
नए साल के पहले दिन यानी, 1 जनवरी से भोपाल, रानी कमलापति, संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) से आने-जाने वाली 26 ट्रेनों की टाइमिंग बदलेगी। रेलवे ने नया शेड्यूल जारी कर दिया है। भोपाल-इंदौर इंटरसिटी अब 10 मिनट लेट रवाना होगी। जयपुर, जोधपुर, रीवा, अगरतला, ग्वालियर, बिलासपुर, बीना, कोटा, मैसूर, दरभंगा, दिल्ली, कन्याकुमारी, पटना, प्रयागराज समेत कई जगहों पर जाने वाली ट्रेनों की टाइमिंग भी बदली गई है। रेलवे ने नई समय सारणी भी जारी कर दी है। हालांकि, भोपाल के तीनों स्टेशन से आने-जाने वाली ट्रेनों में 5 से 15 मिनट का बदलाव किया गया है। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया, 1 जनवरी से लागू नई समय-सारणी अनुसार विभिन्न स्टेशनों पर गाड़ियों के आगमन और प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन एवं मंडल में अधिकांश गाड़ियों की औसत गति बढ़ने से समय की बचत होगी। कई ट्रेनें स्पीडिंग अप भी कीप्रबंधक कटारिया ने बताया, टाइमिंग के बदलाव के अलावा पश्चिम मध्य रेलवे एवं भोपाल मंडल पर अधिकांश ट्रेनों स्पीडिंग अप भी किया गया है। इस संबंध में संबंधित स्टेशनों और कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। यात्रियों को भी सुझाव है कि असुविधा से बचने के लिए 1 जनवरी से प्रभावी समय-सारणी की जानकारी स्टेशन, अधिकृत बेवसाइट अथवा रेल मदद 139 अथवा ऑनलाइन प्राप्त कर यात्रा करें। अब ये रहेगी ट्रेनों की टाइमिंग इस समय पहुंचेंगी ट्रेन मध्यवर्ती स्टेशन पर ट्रेनों का परिवर्तित समय इंटरचेंज संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर ट्रेनों का शेड्यूल भोपाल में ट्रेन रिजर्वेशन चार्ट अब 10 घंटे पहले1 जनवरी से ही रेलवे रिजर्वेशन चार्ट सफर से 10 घंटे पहले जारी करेगा। जैसे-जिन ट्रेनों की टाइमिंग सुबह 5 से दोपहर 2 बजे तक है, उनका चार्ट पिछले दिन की रात 8 बजे तक तैयार हो जाएगा। इस व्यवस्था से यात्रियों को एक दिन पहले ही अपनी आरक्षण की स्थिति की जानकारी मिल जाएगी। भोपाल मंडल में भी 10 घंटे पूर्व आरक्षण चार्ट की नई आरक्षण व्यवस्था 1 जनवरी 2026 से लागू होगी। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कटारिया ने बताया कि जिन ट्रेनों का प्रस्थान समय दोपहर 2:01 से रात 11:59 बजे के बीच और रात 12 से सुबह 5 बजे तक होता है, उनकी पहली आरक्षण चार्ट अब न्यूनतम 10 घंटे पूर्व तैयार की जाएगी। इससे प्रतीक्षा सूची में शामिल यात्रियों को समय पर निर्णय लेने में सुविधा मिलेगी। ट्रेनों का प्रथम आरक्षण चार्ट अब उनके प्रस्थान समय से 10 घंटे पूर्व तैयार होने के अनुसार इमरजेंसी कोटे के आवेदन एक दिन पूर्व स्वीकार किए जाएंगे। स्टेशन आने-जाने में भी राहत मिलेगीनई व्यवस्था से यात्रियों को अनावश्यक रूप से स्टेशन आने-जाने से राहत मिलेगी। वहीं, लंबी दूरी की यात्राओं में अनिश्चितता और मानसिक तनाव में कमी आएगी।
सोनीपत जिले के कुंडली क्षेत्र में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट (निफ्टम) की असिस्टेंट प्रोफेसर की देर रात सड़क एक्सीडेंट में मौत हो गई है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को आशंका है कि किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारकर मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी कराई। फिलहाल पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पढ़ाई के बाद हॉस्टल में रहकर कर रही थी जॉब सोनीपत के सेक्टर 15 में रहने वाले रघुवीर गुलिया ने बताया कि उसकी बेटी निफ्टम के हॉस्टल में रहती थी। दिशा ने करीब दो साल पहले इसी संस्थान से पीएचडी पूरी की थी, जिसके बाद उन्हें यहीं कांट्रेक्चुअल आधार पर नियुक्ति मिली थी। मूलरूप से उनका परिवार पुरखास गांव का रहने वाला है। 34 वर्षीय डॉक्टर दिशा गुलिया जब भी छुट्टी होती थी, तो वह सैक्टर 15 में मकान पर आती थी। पिता का कहना है कि रात को परिवार को एक्सीडेंट की सूचना लगी थी और पुलिस ने बताया था कि बहालगढ़ के नजदीक उनकी बेटी की एक्सीडेंट में मौत हो गई है। उसकी बेटी के सिर पर चोट के निशान भी मिले हैं। दिशा कुंडली स्थित निफ्टम संस्थान में फूड बिजनेस मैनेजमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट विभाग में कांट्रेक्चुअल असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थी। पढ़ाई में शुरू से रही होशियार परिजनों के अनुसार दिशा गुलिया बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज और मेहनती रही थीं। उन्होंने कभी भी शिक्षा के प्रति लापरवाही नहीं बरती और उच्च शिक्षा के बल पर एक सम्मानजनक मुकाम हासिल किया। परिवार में माता गृहिणी हैं, पिता सेवानिवृत्त एसडीओ हैं, जबकि एक भाई नौकरी करता है, दिशा अविवाहित थी। 18 नवंबर को मनाया था जन्मदिन परिजनों ने बताया कि दिशा ने हाल ही में 18 नवंबर को अपना जन्मदिन परिवार के साथ मनाया था। इस मौके पर घर में छोटी-सी पार्टी रखी गई थी और पूरा परिवार खुशियों में शामिल हुआ था। किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि साल 2025 के अंतिम दिनों में ऐसा दर्दनाक हादसा हो जाएगा और परिवार को बेटी को इस तरह खोना पड़ेगा। निफ्टम संस्थान में शोक की लहर दिशा गुलिया की मौत की सूचना मिलते ही निफ्टम संस्थान में शोक की लहर दौड़ गई। संस्थान के टीचर, कर्मचारी और छात्र इस खबर से स्तब्ध हैं। सहकर्मियों का कहना है कि दिशा न केवल एक मेहनती शिक्षिका थीं, बल्कि अपने सरल स्वभाव और विषय की गहरी समझ के लिए भी जानी जाती थी। सीसीटीवी खंगालने में जुटी पुलिस पुलिस ने परिजनों को दिशा की एक्सीडेंट में मौत की सूचना दी, जिसके बाद परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद शव को सिविल अस्पताल सोनीपत में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि परिजनों की शिकायत के आधार पर आगामी कानूनी कार्रवाई की जाएगी और अज्ञात वाहन की पहचान के लिए सभी पहलुओं से जांच जारी है।
मिर्जापुर। पड़ोसी जनपद प्रयागराज में आयोजित होने वाले माघ मेला 2026 के लिए जनपद पुलिस यातायात शाखा ने व्यापक यातायात प्रबंधन की रूपरेखा तैयार की है। यह मेला 3 जनवरी से 15 फरवरी 2026 तक चलेगा। मिर्जापुर प्रयागराज से सटा होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मार्ग से होकर प्रयागराज जाएंगे और स्नान के बाद विंध्याचल धाम भी पहुंचेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुचारू यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्नान तिथियों के एक दिन पहले और एक दिन बाद तक भारी वाहनों का डायवर्जन लागू रहेगा। यातायात पुलिस के अनुसार, औराई और गोपीगंज से शास्त्री ब्रिज, विंध्याचल तथा जिगना होते हुए प्रयागराज जाने वाले भारी वाहनों को राजातालाब-टेंगरा मोड़ से NH-35 और NH-135 (रीवा-वाराणसी हाईवे) की ओर मोड़ा जाएगा। इसी तरह, सोनभद्र और रीवा की ओर जाने वाले भारी वाहनों के लिए भी वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं। घोरावल और हिंदवारी मोड़ से मड़िहान होते हुए मिर्जापुर आने वाले भारी वाहनों को नारायणपुर तिराहा, टेंगरा मोड़, वाराणसी, चुनार और लालगंज के रास्ते भेजा जाएगा। यातायात पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि केवल NH-135 (रीवा-वाराणसी हाईवे) पर ही भारी और वाणिज्यिक वाहनों को सामान्य आवागमन की अनुमति होगी। शहर में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले भारी वाहनों को यातायात दबाव कम होने पर रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक रामटेक चौराहा बरकछा से प्रवेश की अनुमति मिलेगी। गोपीगंज/औराई से शास्त्री ब्रिज, समोगरा-बरकछा, जिगना-विंध्याचल, लालगंज-मांडा और दुर्जनीपुर-कोरांव मार्गों पर भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। यह यातायात डायवर्जन पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि जैसी प्रमुख स्नान तिथियों पर प्रभावी रहेगा। हालांकि, एम्बुलेंस, गैस, पेट्रोलियम और डेयरी जैसे आपातकालीन वाहनों को इस व्यवस्था से छूट दी गई है। मिर्जापुर पुलिस ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे निर्धारित मार्गों का पालन करें और प्रशासन को सहयोग देकर सुरक्षित तथा सुगम यात्रा सुनिश्चित करें।
खंडवा में जल संचयन अभियान में हुए फर्जीवाड़े की पोल खुली तो सरपंच ने ग्रामीणों को मारने उनके पीछे दौड़ लगा दी। जान से मारने की धमकी दी। दरअसल, जल संचयन अभियान को लेकर जिला प्रशासन ने फर्जी दस्तावेज के दम पर राष्ट्रपति से देश का पहला पुरस्कार और 2 करोड़ रुपए हासिल किए थे। अब इस अभियान में हुए काम की पोल खोल रही है। दैनिक भास्कर के खुलासे के बाद भोपाल से हाई लेवल जांच टीम बुधवार को पुनासा जनपद की हरवंशपुरा पंचायत पहुंची। यहां टीम को तालाबों के निर्माण में बड़ा घोटाला मिला। काम 20% भी नहीं हुआ था, लेकिन राशि 70% तक निकाल ली गई। जब ग्रामीणों ने टीम को सच्चाई बतानी चाही तो सरपंच और उसके परिवार ने ग्रामीणों को धमकाया और मारपीट की कोशिश की। सच बोलने पर ग्रामीणों को पीटने दौड़ेग्रामीणों ने बताया कि जब जांच दल किसान राजेंद्र, चंपालाल, रामलाल, रामप्रसाद, भीम सिंह और प्रभाबाई के खेतों में तालाब देखने पहुंचा, तो सरपंच दीपक घाटे और उसके परिवार वाले भड़क गए। उन्होंने सच बताने वाले ग्रामीणों को धमकाया और मारपीट पर उतारू हो गए। ग्रामीणों का कहना है कि वे इसकी शिकायत पुलिस में करेंगे। हरवंशपुरा में खुली लूट- काम अधूरा, दाम पूरासीनियर आईएएस दिनेश कुमार जैन और मनरेगा परिषद के ईएनसी मिर्धा के नेतृत्व में टीम सुबह 9 बजे हरवंशपुरा पहुंची। टीम ने यहां 6 खेत में तालाबों का निरीक्षण किया। इनकी कुल लागत 5.30 लाख रुपए थी। मौके पर 20% काम भी पूरा नहीं मिला, लेकिन सरकारी खजाने से 3 लाख 75 हजार रुपए निकाल लिए गए। ग्रामीण संतोष दांगोरे ने बताया कि जांच टीम को जनपद के अधिकारी और इंजीनियर अपने हिसाब से घुमा रहे थे। गांव में 8-10 तालाब ऐसे हैं जो जमीन पर हैं ही नहीं, सिर्फ कागजों में हैं। टीम ने उन्हें देखा ही नहीं। डगवैल (कुओं) की जांच भी नहीं की गई। हालांकि, टीम ने आश्वासन दिया है कि जांच में कोई बिंदु नहीं छूटेगा। पहले दिन हरसूद में मिले थे 'मिट्टी के तालाब' इससे पहले मंगलवार को टीम ने हरसूद जनपद के गांवों में 'रियलिटी चेक' किया था, जहां हालात और भी बदतर मिले थे। क्या है पूरा मामला?11 नवंबर को केंद्र सरकार ने खंडवा जिले को जल संरक्षण के लिए 'नेशनल वाटर अवॉर्ड' (प्रथम स्थान) और 2 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था। कलेक्टर ऋषभ गुप्ता और जिला पंचायत सीईओ नागार्जुन बी. गौड़ा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह सम्मान लिया। दैनिक भास्कर ने पड़ताल की तो पता चला कि प्रशासन ने पोर्टल पर 1.29 लाख काम दिखाए थे, जिनमें से ज्यादातर फर्जी हैं। कई जगह AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से जेनरेटेड फोटो अपलोड की गईं, तो कहीं सूखे खेतों को तालाब बता दिया गया। इसी खुलासे के बाद अब भोपाल की टीम जांच कर रही है। ये भी पढ़ें... कलेक्टर, CEO का झूठ छिपाने आज सुबह खोदा गड्ढा खंडवा में जल संरक्षण के नाम पर मिले राष्ट्रपति अवॉर्ड के पीछे के फर्जीवाड़े की परतें अब खुलने लगी हैं। दैनिक भास्कर के खुलासे के बाद मंगलवार को भोपाल से सीनियर आईएएस दिनेश कुमार जैन के नेतृत्व में दो सदस्यीय जांच दल खंडवा पहुंचा। भास्कर डिजिटल में प्रकाशित खबर को आधार मानकर टीम उन सभी गांवों में पहुंची और 'रियलिटी चेक' किया। टीम ने यहां जाे देखा, कभी उसे देख चौंकी तो कभी मुस्कुराई। पढ़ें पूरी खबर...
राजगढ़ जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह के करीबी माने जाने वाले फूलसिंह गुर्जर के भाजपा में शामिल होने के बाद माचलपुर क्षेत्र में जश्न का माहौल बन गया। मंगलवार रात नगर आगमन पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने डीजे की धुन पर जुलूस निकाला और आतिशबाजी कर खुशी मनाई। जश्न का जुलूस पोलखेड़ा चौराहे से शुरू हुआ, जो देर रात तक नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरा। कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते-गाते हुए जुलूस निकाला, एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और पार्टी के समर्थन में नारे लगाए। भोपाल में प्रदेशाध्यक्ष ने दिलाई सदस्यता फूलसिंह गुर्जर को भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने पार्टी का दुपट्टा पहनाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई। उनके पार्टी में शामिल होने की खबर मिलते ही क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह देखा गया। जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में सड़क पर उतरे कार्यकर्ता भाजपा जिलाध्यक्ष ज्ञानसिंह गुर्जर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर खुशी का इजहार किया। समर्थकों का कहना है कि फूलसिंह गुर्जर के भाजपा में आने से संगठन को नई ऊर्जा मिलेगी और पार्टी को मजबूती मिलेगी। मंगलवार रात खिलचीपुर विधायक हजारीलाल दांगी ने जीरापुर स्थित अपने निवास पर फूलसिंह गुर्जर का स्वागत किया। इस दौरान पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। कांग्रेस में रहे प्रभावशाली, कई पदों पर निभा चुके भूमिका माचलपुर के समीप ग्राम लिम्बोदा निवासी फूलसिंह गुर्जर लंबे समय तक कांग्रेस में प्रभावशाली भूमिका में रहे हैं। वे जनपद पंचायत उपाध्यक्ष और कृषि उपज मंडी माचलपुर के अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। गुर्जर समाज में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है। कांग्रेस के गढ़ में भाजपा को बड़ी मजबूती राजनीतिक रूप से कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले इस क्षेत्र में फूलसिंह गुर्जर का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका और भाजपा के लिए अहम राजनीतिक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
ग्वालियर के तानसेन रोड पर स्थित एक नेचुरोपैथी अस्पताल के सामने की जमीन को लेकर चल रहे 48 साल पुराने विवाद में हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया है। कोर्ट ने कहा है कि लीज की अवधि खत्म होने के बाद किसी भी जमीन पर कब्जा रखना पूरी तरह गैरकानूनी है। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया कि जब लीज खत्म हो जाती है, तो उसका अपने आप अंत हो जाता है। इसके बाद जमीन पर बने रहना अतिक्रमण माना जाएगा। कोर्ट ने निचली अदालतों के फैसले को सही मानते हुए अपीलकर्ताओं की दूसरी अपील खारिज कर दी। इसके साथ ही नगर निगम ग्वालियर को जमीन पर कानून के अनुसार कार्रवाई करने की पूरी छूट दे दी गई है। 3161.6 वर्गफुट खुली जमीन का है मामला यह विवाद तानसेन रोड स्थित नेचुरोपैथी अस्पताल के सामने 3161.6 वर्गफुट खुली जमीन को लेकर था। इस मामले में डॉ. मणिकांत शर्मा के वारिसों ने नगर निगम ग्वालियर के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की थी। उनका कहना था कि यह जमीन पहले उनके पिता को लीज पर दी गई थी और बाद में इसका नवीनीकरण भी हुआ था। सुनवाई के दौरान यह सामने आया कि यह लीज केवल 31 मार्च 1977 तक ही वैध थी। अपीलकर्ता यह साबित नहीं कर पाए कि इसके बाद लीज का कोई वैध नवीनीकरण हुआ हो। अपीलकर्ताओं के वकील ने भी कोर्ट में माना कि लीज बढ़ाने से जुड़े कोई दस्तावेज मौजूद नहीं हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर मान लिया जाए कि 1976 में लीज को 30 साल के लिए बढ़ाया गया था, तो भी वह 2007 में ही खत्म हो जाती। इस फैसले के बाद साफ हो गया है कि बिना वैध लीज के जमीन पर कब्जा रखना कानूनन गलत है, और नगर निगम अब उस जमीन पर कार्रवाई कर सकता है।
अमेठी में दलित किशोरी से दुष्कर्म:मां की शिकायत पर मुकदमा दर्ज, आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया
अमेठी जिले में एक 15 वर्षीय दलित किशोरी से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने दलित किशोरी की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है और विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। यह घटना फुरसतगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की है। मंगलवार सुबह किशोरी खेत की ओर गई थी। इसी दौरान पास के गांव का रहने वाला शिवम यादव वहां पहुंचा और किशोरी को पास के ट्यूबवेल पर ले जाकर दुष्कर्म किया।जाते जाते आरोपी ने किशोरी को किसी से बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।घटना के बाद किशोरी घर पहुंची और परिजनों को पूरी बात बताई। इसके बाद मां के साथ थाने पहुंची पीड़िता ने पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। मां की तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी शिवम यादव के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया था और आरोपी को हिरासत में विधिक कार्रवाई की जा रही है।
बस्ती कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक सदर विधायक महेंद्र नाथ यादव के आग्रह पर बुलाई गई थी। इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और पत्रकारों ने हिस्सा लिया, जहाँ जिले से जुड़े ज्वलंत मुद्दों, जनसमस्याओं और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता केके त्रिपाठी ने पिछले छह माह से जिले में चल रही घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कुछ व्यक्तियों और समूहों द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, और घृणास्पद नारे व बयान दिए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष कुलदीप जायसवाल और काजी फरजान ने सामाजिक सौहार्द, कानून-व्यवस्था तथा अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़ी समस्याओं को उठाया। उन्होंने प्रशासन से इन मुद्दों पर संवेदनशीलता के साथ समाधान की अपेक्षा की। पत्रकारों ने भी जिले की प्रमुख समस्याओं, प्रशासनिक चुनौतियों और जनहित के मुद्दों पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए। जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना ने सभी वक्ताओं की बातों को गंभीरता से सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्राप्त सुझावों और शिकायतों पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि प्रशासन जनसमस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है और जिले के समग्र विकास हेतु सभी वर्गों के सहयोग से निरंतर प्रयास किए जाएंगे।
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से अस्मिता बास्केटबॉल लीग 2025–26 का सफल आयोजन डीडवाना में किया गया। 28 से 30 दिसंबर तक चली इस प्रतियोगिता में श्रीकान्त क्लब ने खिताब अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता के आयोजन की जिम्मेदारी राजस्थान बास्केटबॉल संघ को सौंपी गई थी, जिसे नागौर जिला बास्केटबॉल संघ के बैनर तले पूरा किया गया। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में कुल 30 बालिका टीमों ने भाग लिया। इनमें से 12 टीमों ने 3x3 प्रारूप में और 18 टीमों ने 5x5 प्रारूप में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कड़े मुकाबलों के बाद श्रीकान्त क्लब ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विजेता ट्रॉफी जीती। प्रतियोगिता संयोजक सुरेश कुमार ने बताया कि बालिका खिलाड़ियों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे दर्शकों को रोमांचक मुकाबले देखने को मिले। समापन समारोह में विजेता और उपविजेता टीमों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम की मुख्य मेहमान रतनगढ़ नगर पालिकाध्यक्ष अर्चना सारस्वत थीं। जिला लेखाधिकारी पुष्पलता साद, खाद्य निरीक्षक मनीषा गुर्जर और पूर्व खिलाड़ी अवंतिका जोशी विशिष्ट अतिथियों के रूप में मौजूद रहीं। नागौर जिला बास्केटबॉल संघ के प्रवक्ता अबरार अली बेरी ने जानकारी दी कि इसी मंच से राजस्थान की महिला और पुरुष बास्केटबॉल टीमों को खेल किट प्रदान कर आगामी प्रतियोगिताओं के लिए विदा किया गया। ये टीमें 4 जनवरी से चेन्नई में आयोजित होने वाली 75वीं सीनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी। राजस्थान बास्केटबॉल संघ के अध्यक्ष एडवोकेट अजीत सिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान की दोनों टीमें संतुलित और मजबूत हैं। दोनों वर्गों में चार-चार अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी शामिल हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि टीमें बेहतरीन प्रदर्शन कर पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन करेंगी।
बांसवाड़ा में पाइपलाइन लीकेज से जल संकट की आशंका:शाम 4 बजे से बाधित होगी सप्लाई, जानें अपना इलाका
राजस्थान के बांसवाड़ा शहर में आज पानी की मुख्य पाइपलाइन में अचानक आई तकनीकी खराबी के कारण हजारों उपभोक्ताओं को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। जानकारी के अनुसार, रतलाम रोड स्थित कालिका माता पानी की टंकी की राइजिंग मेन लाइन में एक बड़ा लीकेज हो गया है। इस लीकेज के कारण भारी मात्रा में पानी बह रहा था, जिसे देखते हुए जलदाय विभाग ने तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने का निर्णय लिया है। शाम 4 बजे के बाद नहीं होगी सप्लाई जलदाय विभाग के अधिकारियों ने सूचित किया है कि पाइपलाइन की मरम्मत का काम काफी जटिल है, जिसके चलते कालिका माता टंकी से आज शाम 4 बजे के बाद होने वाली नियमित जलापूर्ति पूरी तरह बाधित रहेगी। विभाग की तकनीकी टीम मौके पर पहुंच चुकी है और वेल्डिंग व अन्य सुधार कार्य किए जा रहे हैं। जब तक मरम्मत का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक सप्लाई शुरू करना संभव नहीं होगा। ये इलाके होंगे मुख्य रूप से प्रभावित इस सुधार कार्य की वजह से शहर के एक बड़े हिस्से में पानी की किल्लत रहेगी। विभाग द्वारा जारी सूची के अनुसार खाटवाड़ा, शेरविलास, गोरखइमली, राजतालाब, हुसैनी चौक, मंडिया, भागाकोट, कल्याण कॉलोनी और इंदिरा कॉलोनी जैसे सघन आबादी वाले क्षेत्रों में आज शाम नलों में पानी नहीं आएगा। इन क्षेत्रों के निवासियों को सलाह दी गई है कि वे उपलब्ध जल का संचय करें और उसे मितव्ययिता से खर्च करें। जल्द बहाली का प्रयास विभागीय सूत्रों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने की है ताकि देर रात या अगले दिन सुबह की सप्लाई प्रभावित न हो। विभाग ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है और कहा है कि मरम्मत कार्य संपन्न होते ही जलापूर्ति को पुनः सुचारू कर दिया जाएगा। फिलहाल, शहर के इन प्रमुख वार्डों के लोग शाम की सप्लाई न होने से परेशान हो सकते हैं।
कोटा के एक मकान में कबूतर जाली लगाने के लिए नाप लेते समय एक युवक करंट की चपेट में आ गया। अचेत हालात में मौके पर मौजूद लोगों ने उसे संभाला और इलाज के लिए न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल लाए। घटना सुबह 11 बजे के आसपास दादाबाड़ी थाना क्षेत्र के तीन बत्ती इलाके की है। ड्यूटी डॉक्टर ने चेक कर युवक को मृत घोषित किया। युवक सोनू शाक्यवाल (26) निवासी श्रीनाथपुरम अपने बड़े भाई मनोज के साथ काम पर गया था। बड़े भाई मनोज ने बताया कि वो फेब्रिकेशन का काम करते हैं। वह छोटे भाई सोनू के साथ साइट देखने तीन बत्ती इलाके में गया था। उन्हें वहां एक मकान में कबूतर जाली लगानी थी। छोटा भाई सोनू दूसरे फ्लोर पर जाकर नाप ले रहा था और मै नीचे मकान मालिक से बात कर रहा था। उसी दौरान बालकनी के सामने निकल रहे तार की चपेट में आ गया और वो बेहोश हो गया। हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई। सोनू के दो बच्चे (5 व 3 साल) है। सोनू की मौत से परिवार सदमें में है। मां व उसकी पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है। जिस मकान में कबूतर जाली लगानी थी उसके मालिक निहित ने बताया कि दोनों भाई सुबह साढ़े 10 बजे के करीब बात करने आए थे। छोटा भाई जाली का नाम लेने ऊपर चला गया। बड़ा भाई मनोज नीचे मुझसे बात कर रहा था। मकान के सामने से बिजली (KEDL) के नंगे तार गुजर रहे हैं। उसे सावधानी से काम करने के लिए बोला था। नाप लेते समय अचानक से सोनू के हाथ से फीता छटक गया और तार के टच हो गया। सोनू को करंट लगा और वो गिर गया। उसे मौके पर सीपीआर दिया। फिर ऑटो से हॉस्पिटल लाए। जहां उसकी मौत हो गई। दादाबाड़ी थाना SI रमेश चंद ने बताया कि सोनू अपने भाई के साथ साइट पर काम के लिए गया था। काम करते समय बिजली का करंट लग गया। हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई। परिजनों की शिकायत पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उमरिया में बाघों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व नए साल के जश्न का प्रमुख केंद्र बन गया है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक बांधवगढ़ पहुंच रहे हैं, जिससे क्षेत्र के सभी होटल और रिसॉर्ट पूरी तरह भर चुके हैं। 10 जनवरी तक कोर और बफर जोन की जंगल सफारी पूरी तरह बुक नए साल के उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 10 जनवरी तक कोर और बफर जोन की जंगल सफारी पूरी तरह बुक हो चुकी है। क्षेत्र संचालक कार्यालय में प्रतिदिन 20 से अधिक आवेदन टिकट के लिए आ रहे हैं, वहीं वीआईपी फोन कॉल्स का दबाव भी लगातार बना हुआ है। किराए में 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कोर और बफर जोन मिलाकर प्रतिदिन 267 जिप्सियां जंगल सफारी के लिए एंट्री कर रही हैं। रिजर्व क्षेत्र में 70 से अधिक होटल और रिसॉर्ट संचालित हैं, जहां नए साल के कारण कमरे के किराए में 20 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जो कमरा पहले 4500 रुपए में उपलब्ध था, वही अब 6500 रुपए तक में मिल रहा है। प्राकृतिक वातावरण के बीच नया साल मना रहे पर्यटक कई पर्यटक ऐसे भी हैं जो बिना सफारी के ही होटल में ठहरकर प्राकृतिक वातावरण के बीच नया साल मना रहे हैं। इस बार बड़ी संख्या में पर्यटक बफर जोन की सफारी का भी रुख कर रहे हैं, जो पहले कम ही देखने को मिलता था। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्षेत्र संचालक द्वारा सुरक्षा के कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। पर्यटन जोन के सभी प्रवेश द्वारों पर अधिकारियों की नियमित मौजूदगी सुनिश्चित करने के साथ ही जंगल क्षेत्र में लगातार सर्चिंग के निर्देश दिए गए हैं। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बोनफायर, आदिवासी नृत्य का हो रहा आयोजन वहीं, होटल और रिसॉर्ट संचालकों ने भी नए साल के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की हैं। पर्यटकों के मनोरंजन के लिए बोनफायर, आदिवासी नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे बांधवगढ़ में नया साल उत्सव और रोमांच के साथ मनाया जा रहा है।
हिसार में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) में हुए लाठीचार्ज मामले को लेकर विवाद एक बार फिर गरमाता जा रहा है। निलंबित किए गए मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुखबीर सिंह की बहाली के विरोध में इंडियन नेशनल लोकदल के छात्र संगठन आईएसओ ने बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विवि. प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। VC की शव यात्रा निकाली और गेट पर पुतला फूंका। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। छह महीने बाद बहाली से भड़के छात्र छात्र नेता साहिलदीप कस्वां ने कहा कि 11 जून को मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुखबीर सिंह ने छात्रों पर लाठीचार्ज कराया था। इस घटना में विश्वविद्यालय के आठ अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिनमें रजिस्ट्रार, मुख्य सुरक्षा अधिकारी और एक प्रोफेसर शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी को केवल छह महीने में ही दोबारा ज्वाइन करा दिया गया है और यह कदम छात्रों की छुट्टियों के दौरान उठाया गया ताकि विरोध न हो सके। जांच रिपोर्ट में उठे सवाल इस मामले की जांच तत्कालीन मंडलायुक्त अशोक गर्ग की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने की थी। रिपोर्ट में कहा गया कि घटना के पांच माह बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन यह स्पष्ट नहीं कर सका कि लाठीचार्ज में मुख्य सुरक्षा अधिकारी की भूमिका क्या थी। रिपोर्ट में विश्वविद्यालय प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए सुझाव दिया गया कि सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सुरक्षा अधिकारियों के पद पूर्व सैनिकों से भरे जाएं। एचएयू बचाओ संघर्ष समिति ने भी जताया विरोध एचएयू बचाओ संघर्ष समिति के सदस्य एडवोकेट हर्षदीप गिल ने भी मुख्य सुरक्षा अधिकारी की बहाली का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल छात्र अवकाश पर हैं और अगले माह से नया सेमेस्टर शुरू होगा। तब सभी छात्र मिलकर इस मुद्दे पर आगे की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जिन छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, उन्हें अभी तक रद्द नहीं किया गया है। “जांच रिपोर्ट ने साफ कर दिया सच” हर्षदीप गिल ने कहा कि मंडलायुक्त की जांच रिपोर्ट से अब “दूध का दूध और पानी का पानी” हो गया है। रिपोर्ट ने यह साबित कर दिया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले में पारदर्शिता नहीं बरती। उन्होंने मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और छात्रों पर दर्ज एफआईआर तुरंत रद्द की जाए।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 6 जनवरी को होने वाली सीनियर सेकेंडरी (12वीं) के अंक सुधार की परीक्षा को स्थगित कर दिया है। अब यह परीक्षा 21 जनवरी को होगी। शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. (प्रो.) पवन कुमार, उपाध्यक्ष सतीश शाहपुर एवं सचिव मुनीश शर्मा ने बताया कि 6 जनवरी से संचालित होने वाली सीनियर सेकेंडरी (शैक्षिक एवं मुक्त विद्यालय) अंक सुधार के लिए विशेष अवसर की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। अब इन परीक्षाओं को 21 जनवरी से संचालित करवाया जाएगा। आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड होगी जानकारी बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि ऐसे परीक्षार्थी जो मार्च-1990 से मार्च-2024 तक सीनियर सेकेंडरी (शैक्षिक एवं मुक्त विद्यालय) की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। उन्हें शिक्षा बोर्ड द्वारा अंक सुधार का एक विशेष अवसर प्रदान किया गया है। यह परीक्षाएं अब 21 जनवरी से संचालित होंगी। परीक्षाओं का नया तिथि पत्र शीघ्र ही बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर अपलोड कर दिया जाएगा। परीक्षाओं से सम्बन्धित नवीनतम जानकारी के लिए परीक्षार्थी समय-समय पर बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करते रहें।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत कोर्स कोआर्डिनेटरों की भर्ती प्रक्रिया में गंभीर गड़बड़ियों का मामला सामने आया है। इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए असीम अरुण ने नियमों का उल्लंघन कर नियुक्तियां कराने वाली आउटसोर्सिंग कंपनी अवनी परिधि एनर्जी एंड कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड और संबंधित आवेदकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। आरोपों में षड्यंत्र, फर्जी दस्तावेजों का उपयोग और नियमविरुद्ध नियुक्तियां शामिल हैं। पूरे प्रकरण में प्रशासनिक जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं। शिकायत के बाद हुई विभागीय जांच राज्यमंत्री असीम अरुण ने बताया कि, 29 अक्टूबर 2025 को प्रदेशभर में संचालित अभ्युदय कोचिंगों में आउटसोर्सिंग के जरिए लगे कोर्स कोआर्डिनेटरों की भर्ती में अनियमितताओं की शिकायत मिली थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विभागीय स्तर पर जांच कराई गई, जिसमें भर्ती से जुड़े सभी दस्तावेजों की गहन समीक्षा की गई। पात्रता मानकों की अनदेखी उजागर जांच में सामने आया कि नियमानुसार कोर्स कोऑर्डिनेटर पद के लिए यूपी पीसीएस मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य था, लेकिन इसके बावजूद कई ऐसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति कर दी गई जिन्होंने यह परीक्षा पास नहीं की थी। कुल 69 अभ्यर्थियों की जांच में सिर्फ 21 अभ्यर्थी ही पात्र पाए गए। फर्जी दस्तावेजों से नियुक्ति, कंपनी दोषी जांच रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट हुआ कि अपात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलाने के लिए फर्जी और कूटरचित दस्तावेजों का सहारा लिया गया। प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर संबंधित आउटसोर्सिंग कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। राज्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों पर दस्तावेज सत्यापन की जिम्मेदारी थी, उनकी भूमिका और लापरवाही की प्रशासनिक जांच कराई जाएगी। भविष्य में होने वाली सभी आउटसोर्सिंग नियुक्तियों में पुलिस सत्यापन और दस्तावेज सत्यापन अनिवार्य किया जाएगा। वर्तमान में कार्यरत सभी आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का भी दोबारा सत्यापन कराया जाएगा।
31 दिसंबर और न्यू ईयर सेलिब्रेशन को लेकर मेवाड़ के आराध्य भगवान श्री सांवलिया सेठ के मंदिर को विशेष और भव्य रूप से सजाया गया है। नए साल के आगमन से पहले ही मंदिर परिसर को फूलों, पत्तियों और आकर्षक सजावटी आर्टिकल्स से इस तरह सजाया गया है कि श्रद्धालु देखते ही आकर्षित हो गए। मंदिर को सजाने के लिए करीब 4 लाख से ज्यादा फूलों का इस्तेमाल किया गया है। रंग-बिरंगे और खुशबूदार फूलों से सजा मंदिर परिसर नए साल की खुशियों और भक्ति के रंग में पूरी तरह रंगा नजर आ रहा है। चार लाख फूलों से महका मंदिर परिसर मंदिर की सजावट के लिए लगभग चार लाख से ज्यादा फूल मंगवाए गए हैं, जिनसे पूरा परिसर फूलों की खुशबू से महक उठा है। इन फूलों में रोजेस, ऑर्किड्स, हेलिकोनिया, लिलीज, ब्लू डेज़ी, जिप्सो फेलिया, ग्लैडियोलस, एंथुरियम, डिशबर्ड और क्रिसेंथिमम जैसे खूबसूरत फूल शामिल हैं। इन फूलों का चयन इस तरह किया गया है कि रंगों का संतुलन बना रहे और हर कोना आकर्षक दिखाई दे। इसके साथ ही करीब 2 क्विंटल पत्तियां और मालाएं भी सजावट में उपयोग की गई हैं, जिससे मंदिर में हरियाली और ताजगी का एहसास बना हुआ है। देश-विदेश से मंगवाए गए खास फूल श्री सांवलिया जी मंदिर की इस भव्य सजावट के लिए फूल देश के अलग-अलग हिस्सों के साथ विदेश से भी मंगवाए गए हैं। पुणे, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ थाईलैंड से भी विशेष किस्म के फूल लाए गए हैं। थाईलैंड से डिशबर्ड, हेलिकोनिया और एंथुरियम जैसे आकर्षक फूल मंगवाए गए हैं, जो सजावट को और खास बना रहे हैं। इसके अलावा हाथी, हिरन और मोर जैसे सुंदर आर्टिकल भी लगाए गए हैं, जो सजावट में प्राकृतिक सुंदरता का एहसास कराते हैं। इन सभी चीजों को इस तरह सजाया गया है कि मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही एक अलग ही दिव्य अनुभूति होती है। अध्यात्म माहौल देने के लिए की सजावट ADM प्रभा गौतम ने बताया कि अब ठाकुर जी के दर्शन के लिए लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले साल रिकॉर्ड तोड़ करीब 15 लाख की भीड़ आती थी। इस साल भी 25 दिसंबर से भीड़ हो रही है। सांवरा सेठ के प्रति लोगों की श्रद्धा बढ़ती जा रही है। ऐसे में भक्तों को एक फ्रेश माहौल मिले और उनको अंदर आते ही खुशबू और अध्यात्म का माहौल मिले, इसके लिए यह सजावट कर एक कोशिश की गई है। उम्मीद कर रहे है कि यह सजावट भक्तों को पसंद आएगी। सिंहद्वार से गर्भगृह तक फूलों की छटा सोनल फ्लोरिस्ट से जुड़े आयुष अग्निहोत्री ने बताया कि मंदिर के सिंहद्वार से लेकर पूरे कॉरिडोर और गर्भगृह तक ताजे फूलों, पत्तियों और मालाओं से सजावट की गई है। गर्भगृह में विशेष रूप से फ्रेश फूलों का उपयोग किया गया है, ताकि भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को पवित्र और मनमोहक वातावरण मिले। पूरे कॉरिडोर को विस्टोरिया, मेपल की पत्तियों और ऊन की बॉल से सजाया गया है, जिससे दर्शन मार्ग और भी सुंदर नजर आ रहा है। मंत्रों और झंडों से सजा सनातन मंदिर मंदिर परिसर में कई झंडे भी लगाए गए हैं, जिन पर अलग-अलग हिंदू मंत्र लिखे गए हैं। इनमें गायत्री मंत्र, भगवान गणेश के स्तोत्र और माताजी के श्लोक शामिल हैं। इन मंत्रों के कारण पूरा मंदिर परिसर सनातन संस्कृति और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया है। इसके साथ ही सजावट में राजस्थानी छजरिया का भी विशेष उपयोग किया गया है, जिससे स्थानीय संस्कृति की झलक साफ दिखाई देती है। बंगाल से मंगवाए गए विशेष डिजाइन के टेंपास और तालपाम के आर्टिकल भी सजावट का प्रमुख हिस्सा हैं। कई सालों से मंदिर सजावट का अनुभव आयुष अग्निहोत्री ने बताया कि वे पिछले आठ से नौ सालों से श्री सांवलिया जी मंदिर परिसर में सजावट का काम कर रहे हैं। हर साल नए साल, बड़े त्योहारों और विशेष अवसरों पर मंदिर को अलग-अलग थीम में सजाया जाता है। उन्होंने बताया कि कुछ फूल पुणे से, कुछ दिल्ली से और कुछ थाईलैंड जैसे देशों से मंगवाए जाते हैं, ताकि सजावट में नयापन बना रहे। पूरी टीम कई दिनों की मेहनत से सजावट को अंतिम रूप देती है, ताकि श्रद्धालुओं को हर बार कुछ खास देखने को मिले। सेल्फी प्वाइंट और खुशबू से सजी भक्ति इस बार मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए कई आकर्षक सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किए गए हैं। रंग-बिरंगे फूलों और सुंदर सजावटी वस्तुओं के बीच श्रद्धालु यादगार तस्वीरें खिंचवाते नजर आ रहे हैं। फूलों की खुशबू से पूरा मंदिर परिसर महक उठा है, जिससे वातावरण और भी पवित्र और मनमोहक बन गया है। नए साल के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के श्री सांवलिया सेठ के दर्शन के लिए पहुंचने की संभावना है।
करनाल जिले के मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के सेवानिवृत्त होने पर गारिमामय विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी और अधिकारियों व जवानों ने उनके कार्यकाल को याद किया। समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी ओपी सिंह ने अपने करियर, पुलिस व्यवस्था, अपराध और समाज की सांझा जिम्मेदारी पर खुलकर विचार रखे। उन्होंने कहा कि उन्हें रिटायर्ड शब्द से कोई परहेज नहीं है, लेकिन “टायर” शब्द उन्हें परेशान करता है। उन्होंने कहा कि जब हम सरकार को सेवाएं दे रहे होते हैं, तो रिटायर नहीं होते, बल्कि जिम्मेदारियां बदलती हैं। उनका कहना था कि इंडियन पुलिस में उनका करियर बिल्कुल सपनों जैसा रहा। जब वे आईपीएस में आए थे, अगर उस समय कोई उनसे पूछता कि वे कैसा करियर चाहते हैं, तो जो वे कल्पना करते, उससे दोगुना बेहतर करियर उन्हें मिला। अधूरा कुछ नहीं, पुलिस एक सतत संस्था पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या उनके कार्यकाल में कोई ऐसा काम रहा, जो अधूरा रह गया। इस पर ओपी सिंह ने कहा कि अधूरा तब कहा जाता, जब पुलिस बंद हो जाती। पुलिस एक सतत संस्था है, जो यहीं है और आगे भी रहेगी। डीजीपी आते-जाते रहते हैं, लेकिन सिस्टम चलता रहता है। आने वाले जो भी डीजीपी होंगे, उन्हें अपराधियों से 36 का आंकड़ा बनाकर रखना होगा। ठगों को दौड़ाकर रखना पड़ेगा और आम लोगों से ठीक व्यवहार करना पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कुछ भी बदलने वाला नहीं है, पुलिस का मूल दायित्व वही रहेगा। गैंगस्टर और ठगी के खिलाफ उम्रभर रही लड़ाई गैंगस्टरों के खिलाफ कड़े रुख पर पूछे गए सवाल के जवाब में ओपी सिंह ने कहा कि यह पूरी उम्र की लड़ाई है। अपराधियों से 36 का आंकड़ा बनाकर रखना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि केवल लाठी ही नहीं, बल्कि कलम भी उतनी ही जरूरी है। ठगी और बदमाशी की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। यह लड़ाई सिर्फ पुलिस की नहीं है, बल्कि पूरे समाज की है। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, एक्सटारसन और अन्य आपराधिक गतिविधियां अब एक बड़ी इंडस्ट्री का रूप ले चुकी हैं। सोशल मीडिया, एंटरटेनमेंट और छुटभैये बदमाश मिलकर ऐसा माहौल बना देते हैं कि एक कॉल आते ही लोग डर से टूट जाते हैं। बाकी अपराध एक तरफ और इन अपराधियों की धमकी भरी कॉल एक तरफ रख दी जाती है। इससे पूरा सिस्टम खराब हो जाता है, इनके खिलाफ खड़ा होना केवल पुलिस का नहीं, बल्कि हर नागरिक का काम है। हर नागरिक बिना वर्दी वाला पुलिस अफसर ओपी सिंह ने पुलिस की ऐतिहासिक भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि 1829 में सर रॉबर्ट पील ने लंदन में पुलिस की स्थापना की थी। उन्होंने कहा था कि “एवरी सिटिजन इज ए पुलिस ऑफिसर विद आउट यूनिफॉर्म। यानी हर नागरिक बिना वर्दी का पुलिस अफसर है। नए कानून में यह प्रावधान है कि यदि किसी व्यक्ति को अपराध की जानकारी है और वह पुलिस को यह जानकारी नहीं देता, तो वह भी दोषी माना जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधों को रोकने का काम सामूहिक है। यह सोच गलत है कि अपराध पुलिस के गले में डाल दिए जाए और बाकी लोग सिर्फ आलोचना करते रहे। समाज को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और पुलिस के साथ मिलकर काम करना होगा। मेरा जीवन ही मेरा संदेश ओपी सिंह ने कहा कि उनका जीवन ही उनका संदेश है। उन्होंने अपने संदेश में भी यही बात कही कि अगर कोई मजदूर की मानसिकता लेकर काम करता है, तो यह देश “लाट साब” का नहीं है, अंग्रेज चले गए हैं। यहां जनता ने टैक्स मनी इकट्ठा करके ठगों और बदमाशों के खिलाफ एक संस्था बनाई है और पुलिस को काम पर रखा है। पुलिस की ड्यूटी बनती है कि जनता की संतुष्टि के लिहाज से ठगों और बदमाशों को जेल छोड़-छोड़कर आए। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि यह एक शानदार करियर है। सिस्टम को प्रॉब्लम सॉल्वर और वैल्यू क्रिएटर चाहिए। अगर आप समस्या का समाधान करने वाले और समाज के लिए मूल्य बनाने वाले बनते हैं, तो एक ड्रीम करियर आपका इंतजार कर रहा है। कार्यवाहक डीजीपी से पूर्ण कार्यकाल तक ओपी सिंह हरियाणा कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। अक्टूबर 2025 में हरियाणा के तत्कालीन डीजीपी शत्रुजीत कपूर के छुट्टी पर जाने के बाद उन्हें कार्यवाहक डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था। वे बिहार के रहने वाले हैं और अपने करियर में कई जिलों में एसपी और कमिश्नर के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली में बदलाव को लेकर वे लगातार चर्चा में रहे और उनके कार्यकाल में हरियाणा पुलिस में सकारात्मक बदलाव देखने को मिले। व्यक्तिगत परिचय और उपलब्धियां ओम प्रकाश सिंह का जन्म 1 जनवरी 1966 को जमुई बिहार में हुआ, वे बिहार के मूल निवासी हैं और उन्होंने बीए की डिग्री प्राप्त की है। 14 अक्टूबर 2025 से वे हरियाणा के डीजीपी के रूप में कार्यरत रहे। इसके अलावा वे राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में एडीजीपी, हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के एमडी और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी, मधुबन के निदेशक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी रहे। उनकी पत्नी रितु सिंह हैं, जो दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बड़ी बहन हैं। सुशांत सिंह राजपूत बचपन से उनके साथ पंचकूला में रहते थे और उन्होंने थिएटर से अभिनय की शुरुआत की थी। मनी लॉन्ड्रिंग का भारत का पहला केस दर्ज किया था ओपी सिंह ने मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत भारत का पहला केस दर्ज किया था। खेल विभाग में ‘प्ले फॉर इंडिया’ अभियान के जरिए उन्होंने 15 लाख बच्चों को प्रेरित किया। आपदा प्रबंधन और सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें 2008 में पुलिस मेडल और 2017 में राष्ट्रपति पुलिस मेडल से सम्मानित किया गया। सेवानिवृत्ति के साथ ही ओपी सिंह का एक लंबा और प्रभावशाली पुलिस करियर पूरा हुआ, जिसे हरियाणा पुलिस और समाज लंबे समय तक याद रखेगा।
सोनभद्र में नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से विटामिन ए संपूर्ण अभियान का शुभारंभ किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. पंकज कुमार राय ने बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने अभिभावकों से अभियान में सहयोग की अपील भी की। इस अभियान के तहत नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जा रही है। यह बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने और रतौंधी व अंधेपन जैसी गंभीर समस्याओं से बचाव में सहायक है। विटामिन ए की पहली खुराक 9 से 12 माह के बच्चों को एमआर-1 के साथ दी जाती है। दूसरी खुराक 16 से 24 माह के बच्चों को एमआर-2 के साथ पिलाई जाती है। इसके बाद तीसरी से लेकर नौवीं खुराक वर्ष में दो बार चलने वाले विटामिन ए संपूर्ण अभियान के दौरान दी जाती है। सीएमओ डॉ. पंकज कुमार राय ने बताया कि इस अभियान में नौ माह से पांच साल तक की आयु के कुल 2.66 लाख बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य के अनुसार, नौ से 12 माह के 29,754 बच्चे, एक से दो साल की आयु के 56,713 बच्चे और दो से पांच साल की आयु के 1.80 लाख बच्चे शामिल हैं। डॉ. राय ने सभी अभिभावकों से अपील की कि वे अपने नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित सत्रों पर विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलवाएं। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. गिरधारी लाल, डॉ. प्रेमनाथ, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. जे.पी. सिंह, मनोज कुमार, पुष्पेंद्र शुक्ला, राहुल कन्नौजिया और राकेश कन्नौजिया सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
नए साल के स्वागत की तैयारियों के बीच बोकारो और आसपास के पिकनिक स्थलों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। छुट्टियों का लुत्फ उठाने के लिए परिवार, युवा और पर्यटक सुबह से ही झीलों, पार्कों, पहाड़ियों और जलप्रपातों की ओर रुख कर रहे हैं। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए लोगों की पसंदीदा पिकनिक स्पॉट्स में से एक है बरुआ घाट। बोकारो स्टील सिटी और चंद्रपुरा के बीच स्थित बरुआ घाट इन दिनों एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल के रूप में उभरा है। सेक्टर-9 से लगभग चार किलोमीटर दूर पचौरी गांव और रानी पोखर बस्ती के पास दामोदर नदी के किनारे बसा यह घाट अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के कारण पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। यहां झारखंड, बिहार और बंगाल से भी काफी लोग आते हैं। पिकनिक मनाने वालों की भारी भीड़ उमड़ती है यहां यह स्थल शहर की भागदौड़ से दूर सुकून के पल बिताने के लिए आदर्श माना जाता है। चौड़ा नदी तट, बहती दामोदर नदी, चारों ओर हरियाली और खुला आसमान इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं। विशेषकर सर्दियों और नए साल के अवसर पर यहां पिकनिक मनाने वालों की भारी भीड़ उमड़ती है। सुबह और शाम के समय घाट का नजारा मनमोहक होता है, जबकि सूर्यास्त के समय नदी पर पड़ती सूर्य की लालिमा इसकी सुंदरता बढ़ा देती है। यहां डैम और नदी दोनों का आनंद मिलता है पिकनिक मनाने आए लोगों का कहना है कि यहां का प्राकृतिक माहौल मन को शांति प्रदान करता है। यहां पिकनिक मनाने पहली बार आईं जूही शर्मा और बरखा ने बताया कि परिवार और दोस्तों के साथ प्राकृतिक परिवेश में समय बिताना एक यादगार अनुभव है। चंदनक्यारी से आईं शीला झा ने इसे मुफ्त प्राकृतिक वाटर पार्क बताते हुए कहा कि यहां डैम और नदी दोनों का आनंद मिलता है। रांची की भवानी झा ने इसे मायके से जुड़ी यादों के कारण खास बताया। चेतावनी बोर्ड या प्रशासनिक निगरानी नहीं हालांकि, बरुआ घाट की बढ़ती लोकप्रियता के बावजूद यहां सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं का गंभीर अभाव है। डीवीसी प्लांट के कार्यों के लिए बनाए गए इस घाट पर वर्तमान में कोई सुरक्षा व्यवस्था, चेतावनी बोर्ड या प्रशासनिक निगरानी नहीं है। घाट से ऊंचाई पर गिरता पानी आकर्षक है, लेकिन इसमें स्नान करना जोखिम भरा हो सकता है। पूर्व में यहां दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। स्थानीय लोग और समाजसेवी प्रशासन से सुरक्षा, साफ-सफाई और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं। उनका मानना है कि यदि इन कमियों को दूर किया जाए, तो बरुआ घाट भविष्य में बोकारो क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बन सकता है। बड़े पिकनिक स्पॉट पर न गोताखोर न पर पुलिस इधर, नगर के सिटी पार्क, कूलिंग पौंड, गरगा डैम, बरुआ घाट सहित दामोदर नदी के किनारे कई क्षेत्रों में लोग पुराने और नए साल पर पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। इनमें युवा सहित सभी लोग काफी उत्साहित रहते हैं। इन स्थानों पर सुरक्षा के कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दे रही है। ना ही पुलिस की मौजूदगी और ना ही गोताखोरों की उपस्थिति। जबकि नए साल के आगमन को लेकर जिले के सभी पिकनिक स्थलों पर भीड़ जुटती है।
हरदा जिले में बुधवार को एमपी एग्रो गोदाम पर यूरिया खाद वितरण में देरी को लेकर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि उन्हें समय पर खाद नहीं मिल पा रही है, जबकि बोवनी और फसलों की जरूरत को देखते हुए वे लगातार गोदाम के चक्कर काट रहे हैं। किसानों ने बताया कि मंगलवार को उन्हें अगले दिन यानी बुधवार को खाद मिलने का आश्वासन दिया गया था। इसके बाद भी रात करीब 12 बजे गोदाम पर यह सूचना चस्पा कर दी गई कि खाद का स्टॉक उपलब्ध नहीं है। इसके बावजूद किसान सुबह से ही लाइन में लगे रहे, लेकिन वितरण नहीं हुआ। किसानों के विरोध और हंगामे की सूचना पर मौके पर पुलिस और कृषि विभाग के अधिकारी पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों को समझाइश दी और स्थिति को शांत कराया। कृषि उप संचालक बोले- भ्रम की वजह से बनी स्थिति कृषि विभाग के उप संचालक जवाहरलाल कास्दे ने बताया कि एमपी एग्रो गोदाम पर खाद वितरण को लेकर किसानों में भ्रम की स्थिति बन गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो खाद स्टॉक में उपलब्ध थी, उसका वितरण मंगलवार को किया गया था। टोकन वाले किसानों को बुधवार को दी जा रही खाद जवाहरलाल कास्दे ने बताया कि जिन किसानों को मंगलवार को टोकन दिए गए थे, उन्हें बुधवार को खाद उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा बुधवार को खाद की एक और रैक भी आई है। इसका स्टॉक मशीन में दर्ज होने के बाद आगे वितरण किया जाएगा। 11 एकड़ जमीन के लिए बेटी लेने पहुंची खाद ग्राम नकवाड़ा की छात्रा आरती शर्मा, जो खंडवा में पढ़ाई कर रही हैं, अपने पिता हरिशंकर शर्मा के लिए खाद लेने हरदा पहुंचीं। उन्होंने बताया कि उनके पिता की 11 एकड़ जमीन है और वे मंगलवार सुबह से लाइन में लगे थे। उनका 35वां नंबर था, लेकिन शाम 6 बजे तक खाद खत्म होने की जानकारी दे दी गई। रात में सूचना, सुबह लाइन में लगे किसानों को परेशानी ग्राम पलासनेर के किसान आबिद खान ने बताया कि मंगलवार को लाइन में लगने के दौरान खाद खत्म होने की कोई सूचना नहीं थी। लेकिन रात 12 बजे स्टॉक न होने की सूचना लगा दी गई। इससे बुधवार सुबह से लाइन में लगे किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
फतेहाबाद जिले में टोहाना के गांव ललूवाल के ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान के लिए राशि न मिलने पर मुख्यमंत्री नायब सैनी के नाम एसडीएम आकाश शर्मा को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों ने सरकार से योजना का लाभ देने की मांग की है ताकि वे अपने मकान बना सकें। अधिवक्ता सुनेहा ने बताया कि पिछले लगभग 10 साल से ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने के लिए फॉर्म भरकर विभाग के चक्कर काट रहे हैं। हालांकि, उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीण बोले- योजना से वंचित रखा जा रहा उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका लाभ आसपास के जिलों के लोगों को मिल रहा है। लेकिन, उनके गांव ललूवाल को इस योजना से वंचित रखा जा रहा है। इस संबंध में एसडीएम आकाश शर्मा ने जानकारी दी कि उन्होंने पंचायत विभाग के अधिकारी से बात कर मामले की जानकारी ली है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि ग्रामीण योजना के लिए योग्य पाए जाते हैं, तो उन्हें इसका लाभ दिलाया जाएगा।
डायल 112 टीम ने चलाया जागरूकता अभियान:एलईडी वाहन और नुक्कड़ नाटक से लोगों को किया जागरूक
चंदौली जिला मुख्यालय के सकलडीहा रोड पर मंगलवार को डायल 112 टीम ने जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान एलईडी वाहन और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को आपातकालीन पुलिस सेवाओं की जानकारी दी गई। नुक्कड़ नाटक टीम ने राहगीरों को डायल 112 से मिलने वाली मदद के बारे में समझाया। अभियान के तहत लोगों से सवाल पूछे गए और सही जवाब देने वालों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। डायल 112 का संचालन लोगों को आपात स्थिति में तत्काल मदद पहुंचाने के लिए किया जाता है। हालांकि, कई जगहों पर जागरूकता के अभाव में लोग इन सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं। इसी कमी को दूर करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। डायल 112 मुख्यालय से आए एसआई फिदा हुसैन ने बताया कि पुलिस की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में ऐसे जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि पुलिस आपात स्थिति में मदद के लिए तत्पर है। एसआई फिदा हुसैन ने आगे कहा कि बहुत से लोगों को इन सेवाओं की जानकारी नहीं होती है। ऐसे में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को सूचित किया जा रहा है, ताकि आपात स्थिति में वे पुलिस से तुरंत मदद प्राप्त कर सकें।
हापुड़ जनपद में साइबर ठगों ने दो अलग-अलग घटनाओं में करीब 15.72 लाख रुपये की ठगी की है। पीड़ितों को पार्ट टाइम ऑनलाइन जॉब और बैंक अधिकारी बनकर निशाना बनाया गया। दोनों मामलों में साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पहला मामला हापुड़ की संजय विहार आवास विकास कॉलोनी निवासी चिराग खेड़ा से संबंधित है। उन्हें वॉट्सएप पर पार्ट टाइम ऑनलाइन जॉब का ऑफर मिला। ठगों ने चिराग को टेलीग्राम से जोड़ा और खुद को टाइम्स इंटरनेट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का प्रतिनिधि बताया। शुरुआत में गूगल रिव्यू जैसे छोटे टास्क दिए गए, जिनके लिए प्रति टास्क 50 रुपये के हिसाब से कुल 450 रुपये उनके खाते में भेजे गए। इससे पीड़ित का भरोसा बढ़ गया। इसके बाद ठगों ने 'वेलफेयर टास्क' के नाम पर निवेश का लालच दिया। उन्हें 2000 रुपये के निवेश पर 2800 रुपये और 5000 रुपये के निवेश पर 7000 रुपये लौटाने का झांसा दिया गया। शुरुआती लाभ मिलने के बाद ठगों ने बड़े निवेश वाले टास्क बताए। लालच में आकर चिराग ने अलग-अलग खातों में कुल छह लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। हालांकि, उन्हें न तो नौकरी मिली और न ही रकम वापस हुई। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई। ठगों ने खाते से 9.72 लाख रुपये निकाल लिए दूसरा मामला पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांव पीपलाबंदपुर निवासी बिजेंद्र सिंह का है। 23 दिसंबर को उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को बैंक अधिकारी बताया और बातचीत के दौरान उनके एक्सिस बैंक खाते तक पहुंच बना ली। ठगों ने खाते से 9.72 लाख रुपये निकाल लिए। पैसे कटने के मैसेज आते ही बिजेंद्र सिंह ने तुरंत अपना खाता बंद कराया और पुलिस को सूचना दी। साइबर थाना प्रभारी पटनिश कुमार ने बताया कि दोनों मामलों में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस खातों की डिटेल्स ट्रेस कर रही है और ठगों की गिरफ्तारी तथा रकम की रिकवरी के प्रयास जारी हैं।
पानीपत जिले के उपमंडल इसराना में सफाई व्यवस्था पूरी तरह बदहाल हो चुकी है। उपमंडल बने दो साल पूरे होने को हैं, लेकिन ग्राम पंचायत के बार-बार प्रयासों के बावजूद हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है। नालों के जाम रहने और दुकानदारों द्वारा सड़क किनारे कूड़ा फेंकने से जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। स्कूल और गुरुद्वारे के बाहर सबसे खराब हालात गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सामने की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। आसपास के दुकानदार अपनी दुकानों की सफाई कर कूड़ा स्कूल के मुख्य गेट के सामने डाल देते हैं। इससे स्कूल आने-जाने वाली छात्राओं को बदबू और गंदगी से परेशानी होती है। इसी स्थान के सामने स्थित संत भवन इसराना साहिब गुरुद्वारा में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन गंदगी के कारण उन्हें भी असुविधा झेलनी पड़ती है। शिकायतों के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई गुरुद्वारा प्रबंधन और स्कूल प्रिंसिपल ने कई बार उपमंडल अधिकारी को सफाई व्यवस्था को लेकर शिकायतें दी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। नालों की सफाई और पानी निकासी की समस्या जस की तस बनी हुई है। केवल दो कर्मचारी संभाल रहे पूरी पंचायत की सफाई इसराना अब एक बड़ी ग्राम पंचायत बन चुकी है, लेकिन सफाई व्यवस्था के लिए केवल दो कर्मचारी नियुक्त हैं। इतनी बड़ी आबादी और क्षेत्र के लिए यह संख्या बेहद कम है, जिसके कारण सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं रह पाती। नालों के जाम रहना मुख्य समस्या गुरुद्वारा प्रबंधन से जुड़े दलविंदर सिंह खालसा ने बताया कि गुरुद्वारे में दूर-दूर से संगत आती है, लेकिन नालों के लगातार बंद रहने से गंदगी फैलती है और श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पंचायत दोनों ही स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों के आपसी विवादों के कारण नालों की सफाई का मुद्दा अधूरा रह जाता है। लोगों में बढ़ रहा रोष स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो वे प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीणों ने मांग की है कि सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए और नालों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
भिवानी जिले में पुलिस ने नए साल पर सुरक्षा के लिहाज से 36 नाके लगाए हैं। प्रत्येक नाके पर 8-10 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया है। इसके अलावा पुलिस को रिजर्व में भी रखा गया है। वहीं हुड़दंगबाजी को रोकने के लिए पुलिस टीमों की चेकिंग भी चल रही है। बुधवार को जब ट्रैफिक एसएचओ संजय कुमार घंटा घर चौक पर चेकिंग कर रहे थे तो इसी दौरान एक राजस्थान नंबर का बोलेरो कैंपर आया। जिसे रुकवाकर चेक किया तो पाया कि उसके शीशों पर ब्लैक फिल्म लगी हुई थी। ट्रैफिक पुलिस ने तुरंत ब्लैक फिल्म को उतरवाया और उसका साढ़े 10 हजार रुपए का मौके पर चालान काटकर थमा दिया। ई-रिक्शा पर लगाई रिफ्लेक्टर टेप ट्रैफिक SHO संजय कुमार ने कहा कि नया साल शुरू होने से पहले ही भिवानी पुलिस ने शहर में 36 नाके लगाए हैं। वहीं ट्रैफिक पुलिस भी लगातार चलान कर रही है और इसके साथ ही भिवानी में तीसरे दिन भी धुंध को देखते हुए ई-रिक्शा पर रिफ्लेक्टर टेप लगाई। धुंध के समय ट्रैफिक नियमों का पालन करने और धुंध के समय गाड़ी धीरे चलने और फिग लाइट का प्रयोग के बारे में जानकारी दी। जिले में 36 नाके लगाएSHO संजय कुमार ने बताया कि नए वर्ष पर किसी प्रकार से शांति व्यवस्था भंग ना हो, इसके लिए विभिन्न होटल, रेस्टोरेंट व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई है। इसके साथ ही पेट्रोलिंग पार्टी व पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है। दुर्गा शक्ति की गाड़ियों को एहतियात बरतने के निर्देश दिए। इसके लिए भिवानी जिले में 36 नाके लगाए गए है। शाम 6 बजे से रात 2 बजे तक पेट्रोलिंग पार्टियों की गश्त विभिन्न क्षेत्रों में जारी रहेगी और कानून की पालना हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा।
गुना के नेहरू पार्क के पास बाइक सवार पिता-पुत्री के साथ मारपीट करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें ऑटो चालक और उसका साथी बीच सड़क पर युवती और उसके पिता को पीटते नजर आ रहे थे। पुलिस ने फुटेज के आधार पर दोनों को पकड़ लिया है। टक्कर के बाद हुई कहासुनी, फिर हाथापाई फरियादी युवती ने कैंट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि वह अपने पिता के साथ बाइक से जा रही थी, तभी नेहरू पार्क के पास एक ऑटो चालक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो ऑटो चालक और उसके साथी ने गाली-गलौज शुरू कर दी। बात इतनी बढ़ी कि दोनों आरोपियों ने पिता और बेटी के साथ मारपीट कर दी। नानाखेड़ी के रहने वाले हैं दोनों आरोपी मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाई और साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान की। पुलिस ने नानाखेड़ी निवासी दो सगे भाइयों सत्यनारायण अहिरवार (45) और वीरेंद्र अहिरवार (43)—को गिरफ्तार किया है। कैंट थाना प्रभारी अनूप कुमार भार्गव ने बताया कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अमेठी जिले को नए साल 2026 में 600 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात मिलेगी। जिला प्रशासन इन नव-निर्मित परियोजनाओं के लोकार्पण की तैयारियों में जुटा हुआ है। इनमें जेल, पुलिस लाइन, मेडिकल कॉलेज और सर्किट हाउस जैसी कई प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। दरअसल, अमेठी को वर्ष 2015 में नया जिला बनाया गया था, जिसके बाद से यहां विकास योजनाओं ने गति पकड़ी। पिछले 10 वर्षों में कई सरकारी भवन बनकर तैयार हुए हैं, जिनमें से कुछ में काम शुरू हो चुका है। वहीं, कई बड़ी परियोजनाएं जो निर्माणाधीन थीं, वे अब पूरी हो चुकी हैं और जल्द ही उनका लोकार्पण किया जाएगा। वर्ष 2026 में जिन प्रमुख परियोजनाओं का लोकार्पण किया जाएगा, उनमें जिला जेल, पुलिस लाइन, जल जीवन मिशन की टंकियां, 11 अन्य भवन, मेडिकल कॉलेज, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGVB) के चार छात्रावास, सब रजिस्ट्रार कार्यालय, सर्किट हाउस, सैनिक कल्याण भवन और डीएम डीआईसी कार्यालय शामिल हैं। इन सभी परियोजनाओं की कुल लागत 600 करोड़ रुपये से अधिक है। जिलाधिकारी संजय चौहान ने बताया कि जनपद अमेठी लगातार विकास के पथ पर अग्रसर है और पूरे प्रदेश में विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि नए वर्ष के पहले सप्ताह में 600 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण की तैयारी की जा रही है। सक्षम स्तर से समय लेने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि इन सभी योजनाओं को जनता को समर्पित किया जा सके।
देवरिया में वर्ष 2025 देवरिया पुलिस के लिए चुनौतियों और कड़े अभियानों से भरा रहा। अपराध नियंत्रण के लिए पूरे साल चले अभियान के दौरान पुलिस की बदमाशों से एक दर्जन से अधिक मुठभेड़ हुईं, जिनमें 15 अपराधियों को गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया गया। चोरी, लूट, तस्करी और हत्या जैसे मामलों में पुलिस दिन-रात सड़कों पर मुस्तैद रही और कई बड़े मामलों का खुलासा किया। जनवरी से दिसंबर 2025 तक देवरिया पुलिस लगातार सक्रिय रही। इस दौरान जिले के साथ-साथ आधा दर्जन अन्य जिलों के लोकसभा चुनाव भी सकुशल संपन्न कराए गए। पुलिस की सतर्कता के बावजूद अपराध की घटनाएं सामने आती रहीं, लेकिन अधिकांश मामलों में पुलिस ने समय रहते खुलासा कर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। मदनपुर और एकौना हत्याकांड बने बड़ी चुनौती वर्ष 2025 में मदनपुर और एकौना हत्याकांड पुलिस के लिए बड़ी चुनौती साबित हुए। इन मामलों ने जिले की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए, हालांकि पुलिस ने लगातार दबिश और कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया। 15 बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार जिले में वर्ष 2025 के दौरान 12 से अधिक मुठभेड़ों में 15 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। सभी बदमाशों के पैरों में गोली लगी थी। पुलिस के अनुसार यह कार्रवाई अपराधियों के मनोबल को तोड़ने में प्रभावी रही। गैंगस्टर एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले के 22 थाना क्षेत्रों में गैंगस्टर एक्ट के तहत करीब 40 मुकदमे दर्ज किए गए। इनमें 150 अभियुक्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई। साथ ही फरार और इनाम घोषित दर्जनों अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें 50 हजार से लेकर 5 हजार रुपये तक के इनामी बदमाश शामिल थे। 74 हिस्ट्रीशीटरों पर कसी नकेल अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए वर्ष 2025 में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 74 अपराधियों के खिलाफ हिस्ट्रीशीट खोली गई। इन सभी की निरंतर निगरानी की जा रही है। गुंडा एक्ट और जिलाबदर की कार्रवाई जिले के 22 थाना क्षेत्रों में गुंडा एक्ट के तहत 500 अपराधियों का चालान किया गया, जबकि 39 अभियुक्तों को जिला बदर किया गया। इससे असामाजिक तत्वों में हड़कंप मचा रहा। चर्चित हत्याकांड और सनसनीखेज घटनाएं वर्ष 2025 में देवरिया जिले में कई जघन्य हत्याकांड सामने आए। इन मामलों ने जिले को दहला दिया, हालांकि पुलिस ने अधिकांश मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया। अवैध कारोबार पर चला विशेष अभियान पुलिस ने बिहार बॉर्डर सहित सभी थाना क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाया। इस दौरान करोड़ों रुपये की अवैध शराब बरामद की गई और दर्जनों तस्करों को जेल भेजा गया। गोवध अधिनियम के तहत 100 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 420 पशु बरामद किए गए। अवैध असलहों के खिलाफ कार्रवाई शस्त्र अधिनियम के तहत करीब 150 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके पास से रायफल, पिस्टल, तमंचे, चाकू और जिंदा कारतूस बरामद किए गए। साइबर सेल की बड़ी सफलता साइबर सेल ने वर्ष 2025 में 400 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए, जिनकी कीमत करीब 50 लाख रुपये आंकी गई। इसके साथ ही जालसाजों से पीड़ितों के खातों में लगभग 70 लाख रुपये वापस कराए गए। अलग-अलग मामलों में 80 अपराधियों को न्यायालय से सजा भी दिलाई गई। त्रिनेत्र अभियान को मिली रफ्तार एडीजी गोरखपुर के निर्देश पर जिले में त्रिनेत्र अभियान को गति दी गई। गांवों, कस्बों और चौराहों पर लोगों के सहयोग से अब तक 350 सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा चुके हैं। 2026 से विभाग को नई सौगात की उम्मीद पुलिस विभाग को उम्मीद है कि नए वर्ष में ग्रामीण कोतवाली और तरकुलवा में सीओ सर्किल की स्थापना को मंजूरी मिल सकती है। इसके अलावा 150 पुरुष कर्मियों और 90 निरीक्षक व उपनिरीक्षक स्तर के कर्मियों के लिए बहुमंजिला हॉस्टल निर्माणाधीन हैं। बरियारपुर, महुआडीह, श्रीरामपुर और सुरौली थानों के नए भवनों का कार्य भी तेजी से चल रहा है। कुल मिलाकर, वर्ष 2025 देवरिया पुलिस के लिए संघर्ष, सख्ती और उपलब्धियों का साल रहा, जिसमें अपराधियों पर शिकंजा कसने के साथ कानून-व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास जारी रहा।

