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राजस्थान से मोबाइल नंबर अपडेट हो गया मार्च से यूरोप में स्टडी वीजा पर था एप्लीकेंट

भास्कर न्यूज | जालंधर ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट ट्रैक पर बिना एप्लीकेंट के टेस्ट दिए लाइसेंस बनने का मामला लगातार पेचीदा होता जा रहा है। मंगलवार को सहायक आरटीओ विशाल गोयल ने अपनी जांच शुरू की। इस दौरान उन्होंने ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर करीब दो घंटे तक सहायक आरटीओ कमलेश कुमारी और मुलाजिम संदीप कुमार समेत राजेश्वर के साथ करीब दो घंटे सवाल-जवाब किए और जानकारी हासिल की। इसमें बताया कि किस तरह अप्रूवल हुई और मुलाजिम की गैर मौजूदगी में आईडी किस मुलाजिम द्वारा चलाई गई। इसके लिए किसने निर्देश दिए थे। इसके अलावा वीडियो रिकॉर्ड, लाइसेंस की पूरी जानकारी हासिल करने के लिए हेड अॉफिस को पत्र लिखा गया है। लेकिन यह मामला लगातार पेचीदा बनता जा रहा है, जिसमें कई एजेंट से लेकर मुलाजिम और अधिकारियों पर शक की सूई जा रही है। हालांकि आरटीओ अमनपाल सिंह ने एक दिन में इंक्वायरी करने का समय दिया गया था लेकिन तकनीकी रूप से जो चीजें इस जांच को पूरा करेंगी उसे हेड ऑफिस में मिलने पर समय लगेगा। बुधवार को सरकारी छुट्टी रहेगी। अब इस मामले में जांच वीरवार को ही आगे बढ़ पाएगी। ट्रैक पर जांच करते एटीओ विशाल गोयल, एटीओ कमलेश और मुलाजिम। मंगलवार को एटीओ विशाल गोयल पक्का बाग में एप्लीकेंट के घर पहुंचे। उसकी मां से बात करते हुए बयान दर्ज किए गए, जिसमें पता चला कि एप्लीकेंट इसी साल मार्च महीने यूरोप में स्टडी वीजा पर गया है। लेकिन लाइसेंस को लेकर उसे कोई नॉलेज नहीं है। बड़े बेटे के साथ फोन पर संपर्क कर लाइसेंस के बारे में पूछा तो उसने भी कोई तसल्ली बख्श जवाब नहीं दिया और कहा कि वह कैटरिंग का काम करता है और 7 नवंबर तक वयस्तता है। इसके अलावा जानकारी के अनुसार, एटीओ कमलेश कुमारी की तरफ से दूसरा नोटिस भी एप्लीकेंट के घर डाक के माध्यम से भेजा गया है। आरटीओ कार्यालय से हेड अॉफिस चंडीगढ़ को पत्र लिखते हुए पीबी0820250008059 की पूरी डिटेल जिसमें एप्लीकेंट की तरफ से कितनी बार लर्निंग लाइसेंस बनाया या रिन्यू करवाया है। किस मुलाजिम या अधिकारी की आईडी से कब-कब इस लाइसेंस संबंधी कोई अप्रूवल की गई है। पहली अपॉइंटमेंट कब ली गई और उसे रिशेड्यूल कब और किस आईडी से करवाया गया है। इसके अलावा सबसे अहम है कि किस आईपी एड्रेस की जानकारी भी ली गई है कि किस ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर यह लाइसेंस बना है। जांच में यह भी चेक किया जा रहा है कि कहीं दूसरे ट्रैक पर आईडी खोलते हुए लाइसेंस को अप्रूवल न दी गई हो? ट्रैक पर सिर्फ 15 दिन की रिकॉर्डिंग सीसीटीवी की होती है। पुरानी सारी रिकॉर्डिंग डिलीट हो चुकी है और ट्रैक पर सिर्फ 21 अक्टूबर का डाटा दिख रहा है। अब हैड आफिस एनआईसी से यह रिकार्ड मुहैया करवाएगा।

दैनिक भास्कर 5 Nov 2025 4:46 am

स्कूल में पानी पीते ही छात्र-छात्राओं की बिगड़ी तबीयत:जबलपुर के जिला अस्पताल में करवाया भर्ती,सेंट फ्रांसिस स्कूल के हैं बच्चे, दो की हालत नाजुक

जबलपुर के घाना में स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल में पढ़ने वाले एक दर्जन से अधिक बच्चे मंगलवार की शाम को अचानक ही पढ़ाई के दौरान बीमार हो गए। बच्चों को उल्टियां होने लगी तो आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन बीमार बच्चों को लेकर रांझी सिविल अस्पातल पहुंचे, जहां उनकी हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया। बच्चे अचानक से ही बीमार हो गए हैं, यह जानकारी जब कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को लगी, तो उन्होंने सीएमएचओ को फौरन जिला अस्पताल भेजा और जांच के निर्देश दिए। दो बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है, जबकि अन्य छात्रों को जनरल वार्ड में रखा गया है। बच्चों का कहना है कि किसी शरारती छात्र ने वाटर कूलर में जहरीली वस्तु मिला दी है, जिसके चलते पानी पीते ही तबीयत बिगड़ने लगी। इधर खमरिया थाना पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। पेट में दर्द और उल्टियां होने लगीघाना का सेंट फ्रांसिस स्कूल 10 वीं तक है। मंगलवार की दोपहर की शाम को छुट्टी का समय हो गया था, इसी बीच बच्चे वाटर कूलर का पानी पीने के बाद क्लास में आए। अचानक ही तबीयत बिगड़ी तो, टीचर ने उन्हें संभालते हुए परिजनों को सूचना देते हुए अस्पातल ले आए। परिजनों का कहना है कि पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वाटर कूलर के पास एक पैकेट भी पड़ा हुआ था, जिसमें डेंजर और डू नोट इट लिखा हुआ था। बताया जा रहा है कि किसी ने उस पैकेट में रखे बाॅल को पानी में डाल दिया था, जिसके चलते बच्चों की उस वाटर कूलर का पानी पीने से तबीयत बिगड़ गई। छात्र की मां निशा का कहना है कि उनका बच्चा 7वीं क्लास में पढ़ता है, जिसे कि भर्ती करवाया गया है। दो छात्राओं की हालत नाजुकपानी पीने से बीमार हुए बच्चों को लगातार इलाज जारी है। दो छात्राएं तान्या और सगुन चौधरी की हालत नाजुक है, जिनका आईसीयू में इलाज चल रहा है। परिजनों का कहना है कि स्कूल के ही किसी बच्चे ने शरारत की है, जिसकी जांच होना चाहिए। छात्र की मां निशा का कहना है, कि अगर समय रहते अस्पताल नहीं लाते तो, कोई बड़ी घटना घटित हो सकती थी। डाॅक्टर ने सभी बच्चों को 24 घंटे निगरानी में रखा हुआ है। जिन दो छात्राओं की हालत ज्यादा खराब है, उन्होंने अधिक पानी पिया था। सीएमएचओ बोले-हालत स्थिर हैकलेक्टर के निर्देश पर बीमार छात्रों को देखने जिला अस्पताल पहुंचे सीएमएचओ डाॅ. संजय मिश्रा पहुंचे। उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में यह पता चला है, कि स्कूल के ही किसी बच्चे ने पाउडर जैसे कुछ पानी में डाल दे दिया है, हालांकि वह ज्यादा घातक नहीं है। संभवत: स्वाद के कारण बच्चों को उल्टियां हुई हैं। फिलहाल सभी की हालत खतरे से बाहर है। जानकारी मिलते ही तहसीलदार के साथ खमरिया पुलिस अस्पातल में पहुंचकर बच्चों के बयान ले रही है। डाॅ संजय मिश्रा का कहना है, कि सभी बच्चे होश में है, पुलिस को वो अपने-अपने बयान भी दर्ज करवा रहे हैं। सीएमएचओ का कहना है, कि स्कूल के जिस वाटर कूलर का पानी पीने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी है, उस पेयजल का नमूने भी परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है।

दैनिक भास्कर 4 Nov 2025 11:24 pm

सैन फ्रांसिस्को से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में आई तकनीकी खराबी, मंगोलिया में हुई लैंड

एयर इंडिया ने जानकारी देते हुए कहा कि एयरलाइन की सैन फ्रांसिस्को से दिल्ली आने वाली एक फ्लाइट को तकनीकी खराबी की आशंका के कारण रास्ते में ही लैंड करवाना पड़ा

देशबन्धु 3 Nov 2025 11:31 pm

हरियाणा के फाइटर-एक्टर संग्राम सिंह की ऐतिहासिक जीत:कॉमनवेल्थ हेवीवेट चैंपियनशिप; 40 की उम्र में दिखाई दमदार फाइट, यूरोप में हकीम ट्राबेलसी को हराया

भारत के मशहूर रेसलर से एमएमए फाइटर बने कॉमनवेल्थ हैवीवेट चैंपियन संग्राम सिंह ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। उन्होंने यूरोप की प्रतिष्ठित लेवल्स फाइट लीग (LFL) में जीत दर्ज कर भारत का नाम रोशन किया है। संग्राम इस लीग में जीत हासिल करने वाले पहले भारतीय फाइटर बन गए हैं। यूरोप की धरती पर रचा नया इतिहास एम्स्टर्डम में आयोजित LFL 20 मुकाबले में संग्राम सिंह ने ट्यूनीशिया के युवा और ताकतवर फाइटर हकीम ट्राबेलसी को हराकर यह उपलब्धि हासिल की। ट्राबेलसी एक अनुभवी एमएमए स्ट्राइकर और रेसलर हैं, लेकिन संग्राम ने अपनी रणनीतिक और संतुलित फाइटिंग से उन्हें दूसरे राउंड में पराजित कर दिया। शुरुआत से ही दिखाई दबदबा और रणनीति पहले राउंड से ही संग्राम ने अपने कुश्ती अनुभव और टेक्निकल मूव्स के दम पर मुकाबले पर नियंत्रण बना लिया। उन्होंने बार-बार क्लिंच और बॉडी लॉक पोजिशन लेकर ट्राबेलसी के हमलों को बेअसर किया। हर बार विरोधी के अटैक पर संग्राम ने संयम से काउंटर करते हुए उन्हें अपनी रफ्तार पर खेलने का मौका ही नहीं दिया। दूसरे राउंड में सबमिशन से जीत पक्की दूसरे राउंड में संग्राम सिंह ने अपनी अद्भुत तकनीकी समझ का प्रदर्शन किया। उन्होंने ‘बार-आर्म चोक सबमिशन’ मूव का इस्तेमाल करते हुए ट्राबेलसी को टैप आउट करने पर मजबूर कर दिया। यह मूव ‘रियर नेकेड चोक’ का एक पावरफुल वेरिएशन है, जिसने उनकी जीत को निर्णायक बना दिया। दूसरी बड़ी अंतरराष्ट्रीय जीत यह संग्राम सिंह की यूरोप में दूसरी बड़ी एमएमए जीत है। इससे पहले उन्होंने जॉर्जिया के त्बिलिसी में आयोजित गामा इंटरनेशनल फाइटिंग चैंपियनशिप में पाकिस्तानी फाइटर अली रजा नासिर को सिर्फ 90 सेकंड में मात दी थी। 40 की उम्र में भी जोश बरकरार 40 साल की उम्र पार कर चुके संग्राम सिंह आज भी अपनी फिटनेस, अनुशासन और आत्मविश्वास से युवा फाइटर्स को प्रेरित कर रहे हैं। उनकी यह जीत साबित करती है कि असली चैंपियन उम्र से नहीं, बल्कि समर्पण और जज्बे से पहचाने जाते हैं। संग्राम सिंह ने दी युवाओं को प्रेरणा जीत के बाद संग्राम सिंह ने कह-“यह जीत हर उस भारतीय युवा की है जो विश्व मंच पर अपने सपनों को साकार करना चाहता है। लेवल्स फाइट लीग ने मुझे यह अवसर दिया कि मैं यूरोप में भारतीय जज़्बे और जिद को दिखा सकूं। उम्मीद है, मेरा यह सफर कई युवाओं को प्रेरित करेगा।” कोच ने बताया जीत का राज संग्राम के कोच भूपेश कुमार ने कहा-“हकीम जैसे कठिन प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ संग्राम ने धैर्य, तकनीक और रणनीति से बेहतरीन फाइट की। उन्होंने हर मौके पर रक्षात्मक रहते हुए अपने रेसलिंग कौशल से मुकाबले को नियंत्रित किया। यह जीत पूरी तरह से उनकी मेहनत और मानसिक मजबूती का परिणाम है।” लेवल्स फाइट लीग के अध्यक्ष डोनोवन जेम्स एलेक्जेंडर पनायोटिस ने कहा— “संग्राम सिंह खेल जगत के लिए प्रेरणा हैं। उनकी ऊर्जा, विनम्रता और अटूट जज्बा उन्हें भारतीय खेल भावना का सच्चा प्रतिनिधि बनाता है। उनकी मौजूदगी से लीग को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।” भारतीय एमएमए के लिए ऐतिहासिक पल LFL अधिकारियों ने भी संग्राम सिंह की इस जीत को भारतीय एमएमए के लिए ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह जीत साहस, दृढ़ता और भारतीय एथलीटों की क्षमता का प्रतीक है, जो अब विश्व मंच पर अपनी मजबूत पहचान बना रहे हैं। अब जानिए संग्राम सिंह का जीवन... स्कूल में बच्चे बीमारी का मजाक बनाते थे संग्राम जब छोटे थे, तब उन्हें एक गंभीर बीमारी हो गई थी। इस बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं 3 साल था, जब मुझे रुमेटॉइड गठिया हो गया था। लंबे समय तक कोई इस बीमारी को समझ नहीं पाया। कोई कहता था कि पेट में कीड़े पड़ गए हैं, तो कोई अलग ही बीमारी बता देता। डॉक्टर्स के साथ वैद्य से भी इलाज करवाया गया।संग्राम ने आगे कहा, ‘मैं आज इस बीमारी को हरा चुका हूं, लेकिन एक वक्त ऐसा था कि लोग मेरी इस कमजोरी का मजाक बनाते थे। स्कूल में भी लोग हंसते थे। उस समय व्हीलचेयर जैसी चीजें आम नहीं थीं। लकड़ी का सहारा लेकर किसी तरह चलता था। चलते वक्त ऐसा महसूस होता था कि मानो पैरों में कांटे चुभ रहे हों।’ गांव में कुश्ती देख पहलवान बनने का फैसला किया ‘एक दिन मैंने गांव में कुश्ती देख ली। किसी ने मुझे बैसाखी के जरिए अखाड़े तक पहुंचाया। अखाड़े में पहलवानों के खाने के लिए दूध-दही और घी की व्यवस्था थी। साथ में पैसे और बहुत सारा सम्मान भी मिलता था। मैं मन ही मन बहुत प्रभावित हुआ। सोचने लगा कि काश, मैं भी कुश्ती खेल पाता। मेरे बड़े भाई साहब अखाड़े में जाते थे। वहां खड़े एक मेंटर से मैंने कहा कि मुझे भी कुश्ती सीखनी है। उन्होंने मेरा मजाक बना दिया, बेइज्जती की। कहा कि अगर तुम कभी कुश्ती खेल सकोगे तो देश का कोई भी बच्चा कुश्ती में भाग ले सकेगा।’ संग्राम ने कहा कि लोगों की इन्हीं बातों से कभी-कभार वे हिम्मत हारने लगते थे, लेकिन मां हमेशा उनका साहस बढ़ाती थीं। मां को यकीन था कि इतनी खतरनाक बीमारी के बावजूद वे रेसलिंग कर सकते हैं। संग्राम की बॉडी की तंदरुस्ती के लिए मां दिन में कई बार मसाज करती थीं। ऑल इंडिया पुलिस गेम्स के अंडर पहला मेडल जीता संग्राम ने कहा, ‘दिन बीतते गए। हर दिन के साथ मेरी बीमारी सही होती गई। मां के प्रयासों और खुद की मेहनत के दम पर मैंने अपने आप को रेसलिंग के लिए तैयार कर लिया। हालांकि, इसके लिए मुझे एक बेहतर प्लेटफॉर्म की जरूरत थी। मैंने दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद के लिए प्रयास किया, जिसमें सफल भी हुआ। इसके बाद ऑल इंडिया पुलिस गेम्स के अंडर होने वाले कुश्ती प्रतियोगिता में पहला मेडल जीता।’

दैनिक भास्कर 3 Nov 2025 6:37 pm

हरियाणा के 6 युवक रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसे:परिवार आज दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे; 2 युवकों की मौत हो चुकी

रूस-यूक्रेन युद्ध में हरियाणा के 6 युवक फंसे हुए हैं। इनमें फतेहाबाद के 2, कैथल, हिसार, रोहतक और जींद का एक-एक युवक शामिल है। महीनों से इन युवकों का परिवार से संपर्क नहीं हो पाया है। सभी युवक स्टडी वीजा या कमाने के लिए रूस गए थे। इनके परिवार का आरोप है कि एजेंटों और वहां के लोकल लोगों ने धोखे से इन्हें सेना में भर्ती करा यूक्रेन से युद्ध करने के लिए भेज दिया। इन युवकों के परिवार के सदस्य आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन में हरियाणा के अलावा राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र और हैदराबाद के परिवार भी शामिल होंगे। यह प्रदर्शन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। जींद और कैथल के लापता युवक कौन हैं, अभी इनका पता नहीं लग पाया है। हिसार के मदनहेड़ी गांव के सोनू (28) और कैथल के कर्मचंद (22) की वहां मौत हो चुकी है। सोनू की मौत यूक्रेन में ड्रोन हमले के कारण हुई। रोहतक के जयभगवान के नेतृत्व में होगा प्रदर्शनरोहतक के मदीना गिंधरान गांव के सामाजिक कार्यकर्ता जयभगवान डांगी ने इन परिवारों की मदद करने का फैसला किया है। उन्होंने यूक्रेन में फंसे युवकों के परिवारों को मिलाकर एक वॉट्सऐप ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना के 27 परिवारों को जोड़ा गया है। विदेश राज्यमंत्री से भी मिलेंगेजयभगवान ने बताया कि हरियाणा के 6, राजस्थान के 4 और पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर के भी कुछ युवक यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उन्होंने दिल्ली पुलिस से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति ली है। प्रदर्शन कर राष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठाई जाएगी, ताकि केंद्र सरकार और गंभीरता से प्रयास करे। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन के ऑफिस भी जाएंगे। उनसे मिलकर उन्हें पूरी स्थिति बताई जाएगी। अब रूस में फंसे हरियाणा के युवकों के बारे में जानिए.... फतेहाबाद का विजय 2024 और अंकित 2025 में रूस गयाफतेहाबाद जिले के कुम्हारिया गांव के 2 युवक अंकित जांगड़ा और विजय पूनिया जबरन रशियन आर्मी में भर्ती कर यूक्रेन युद्ध में धकेल दिए गए। इन युवकों का पिछले करीब डेढ़ महीने से ज्यादा समय से परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ है। आखिरी बार 11 सितंबर को अंकित का अपने भाई रघुवीर के पास मैसेज आया था। अंकित जांगड़ा के परिवार में उसके पिता रामप्रसाद जांगड़ा, मां सुशीला देवी और बड़ा भाई रघुवीर जांगड़ा है। अंकित के पिता रामप्रसाद राजमिस्त्री हैं, जबकि मां गृहिणी है। वहीं, इसी गांव के विजय पूनिया के पिता का निधन हाे चुका है। अब परिवार में मां सुमन देवी और छोटा भाई सुनील कुमार है। अंकित के भाई रघुवीर बताते हैं कि अंकित स्टडी वीजा पर 15 फरवरी 2025 को रूस गया था। परिवार ने कर्ज लेकर उसे वहां पढ़ने भेजा था। वहां उसने लेंग्वेज कोर्स में एडमिशन लिया था। पढ़ाई के साथ ही वह रेस्टोरेंट में काम करने लगा था। इसी तरह विजय पूनिया जुलाई 2024 में स्टडी वीजा पर गया। मगर मार्च 2025 में वापस आ गया। इसके बाद बिजनेस वीजा पर जुलाई 2025 को वापस चला गया था। वह भी रेस्टोरेंट में काम कर रहा था। विजय को वहां एक रूसी महिला मिली थी, जिसने कंप्यूटर ऑपरेटर या सिक्योरिटी गार्ड लगवाने का झांसा देकर रशियन आर्मी में भर्ती करवा दिया। 20 अगस्त को उन्हें रूस से यूक्रेन में ले गए। जहां मात्र 10 दिन की ट्रेनिंग देकर बंकरों में भेज दिया। रोहतक के संदीप ने वीडियो भेज कहा था- मेरी जान को खतरारोहतक के तैमूरपुर गांव का संदीप सितंबर 2024 में चरखी दादरी के एक एजेंट के माध्यम से रूस गया था। संदीप के पिता बख्शी राम का आरोप है कि एजेंट ने उन्हें लालच दिया था कि वहां वह पढ़ाई के साथ कुक का काम कर पाएगा। इससे उसे पैसे भी मिलेंगे और पढ़ाई का खर्चा भी निकल जाएगा, लेकिन वहां एजेंटों ने उसके हाथ में बंदूक थमा दी और 15 दिन की ट्रेनिंग के बाद उसे सेना में भर्ती करा दिया। संदीप के दोस्त मयंक ने बताया था कि उसके पास संदीप का वॉट्सऐप पर मैसेज आया था। संदीप ने उसे बताया कि कुक की नौकरी का वादा कर उसे सेना में भर्ती करा दिया गया है। अब उसे यूक्रेन के साथ युद्ध में भेज दिया गया है। हाल ही में संदीप ने परिवार को वीडियो भेजकर कहा था कि उसकी जान को खतरा है। उसे दिन में एक बार खाना दिया जाता है और वे बंकर से बाहर नहीं निकल सकते। हिसार का अमन पिछले साल स्टडी वीजा पर गयाहिसार के मदनहेड़ी गांव निवासी अमन भी रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसा हुआ है। उसके परिवार ने उसे सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई है। अमन की मां सुमन का आरोप है कि वह 2024 में वैध स्टडी वीजा पर रूस गया था। वहां धोखे से एजेंटों ने उसे रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में धकेल दिया गया है, जिससे उनकी जान को खतरा है। अमन से संपर्क नहीं हो पा रहा है। सरकार से मांग है कि अमन को भारत लाया जाए। अमन ने आखिरी बार वीडियो जारी कर कहा था कि वहां के हालात बहुत खराब हैं, कभी भी मौत हो सकती है। उसके सामने कई लोग मारे जा चुके हैं। अब कैथल और हिसार के 2 युवकों के बारे में जानिए जिनकी मौत हो चुकी... परिवार के पास सोनू की मौत का लेटर आयाहिसार के मदनहेड़ी गांव के सोनू की मौत हो चुकी है। वह मई 2024 में फॉरेन लैंग्वेज का कोर्स करने गया था। सोनू के भाई अनिल ने बताया था कि सोनू ने 3 सितंबर को आखिरी बार फोन कर बताया था कि उसे जबरन रशियन आर्मी में भर्ती किया जा रहा है और जल्द युद्ध में भेजा जाएगा। 6 अक्टूबर को भी परिवार के पास रूस की सेना के एक अधिकारी ने पत्र भेजकर जानकारी दी कि सोनू की युद्ध में मौत हो चुकी है। कर्मचंद की 6 सितंबर को मौत हुई, 18 अक्टूबर भारत आया शवकैथल जिले के जनेदपुर गांव का कर्मचंद (22) जर्मनी जाना चाहता था। एजेंट ने यही भरोसा दिलाया था, लेकिन जर्मनी के बजाय रूस भेज दिया। जहां उसे सेना में भर्ती कर दिया गया। फिर रूस-यूक्रेन युद्ध के मोर्चे पर भेज दिया गया। युद्ध के दौरान 6 सितंबर को बम गिरने से कर्मचंद की मौत हो गई। करीब डेढ़ महीने बाद 17 अक्तूबर को उसका पार्थिव शरीर भारत लौटा और 18 अक्टूबर को गांव में अंतिम संस्कार किया गया। ---------------------------------- ये खबर भी पढ़ें :- रूस-यूक्रेन युद्ध में एक और हरियाणवी की मौत: एक का VIDEO मैसेज- कभी भी मौत आएगी; धोखे से आर्मी में जॉइनिंग करवाई रूस-युक्रेन युद्ध में हरियाणा के एक और युवक की मौत हो गई है। इस बार हिसार के गांव मदनहेड़ी के 28 वर्षीय सोनू की मौत की पुष्टि हुई है। सोनू के बड़े भाई अनिल ने बताया कि सोनू को जबरन रशियन आर्मी में भर्ती कर युद्ध में भेजा गया था। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 3 Nov 2025 5:00 am

चीनी हैकर्स नई विंडोज की कमियों का उठा रहे लाभ, यूरोपीय राजनयिक मिशनों को बना रहे निशाना

साइबर सिक्योरिटी फर्म आर्कटिक वुल्फ की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूएनसी6384 नाम के चीन से जुड़े एक हैकिंग ग्रुप पर यूरोपीय राजनयिकों और सरकारी संगठनों को निशाना बनाने वाले एक नए साइबर हमले का आरोप लगाया गया है

देशबन्धु 2 Nov 2025 10:46 pm

फ्रांस के मशहूर अभिनेता एलेन डेलन का निधन, 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

Alain Delon passes away: 'द लेपर्ड' और 'रोक्को एंड हिज ब्रदर्स' जैसी सुपर हिट फिल्मों में अभिनय का जौहर दिखाने वाले फ्रांस के मशहूर अभिनेता एलेन डेलन का निधन हो गया है। एलेन डेलन ने 88 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। अभिनेता के पारिवारिक सूत्रों ने ...

वेब दुनिया 18 Aug 2024 5:40 pm

इटली से फ्रांस तक समंदर के बीच होगा Anant-Radhika का दूसरा प्री वेडिंग फंक्शन, जानिए मेहमानों से लेकर ड्रेस कोड तक सबकुछ

इटली से फ्रांस तक समंदर के बीच होगा Anant-Radhika का दूसराप्री वेडिंग फंक्शन, जानिए मेहमानों से लेकरड्रेस कोड तक सबकुछ

समाचार नामा 28 May 2024 10:30 am

Heeramandi के बाद अब Cannes में अपनी 'गजगामिनी चाल' दिखाएंगी Aditi Rao Haidari, फ्रांस के लिए रवाना हुई बिब्बोजान

Heeramandi के बाद अब Cannes में अपनी 'गजगामिनी चाल' दिखाएंगी Aditi Rao Haidari,फ्रांस के लिए रवाना हुईबिब्बोजान

समाचार नामा 21 May 2024 2:45 pm

यूरोप से लेकर Sri Lanka तक इन देशो में शूट हुई है Surya और Bobby Deol की फिल्म Kanguva, बजट उड़ा देगा होश

यूरोप से लेकर Sri Lanka तक इन देशो में शूट हुई है Surya और Bobby Deol की फिल्म Kanguva, बजट उड़ा देगा होश

मनोरंजन नामा 29 Apr 2024 9:00 pm