उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद जगदीप धनखड़ पहली बार जयपुर दौरे पर आए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के साथ की यादें ताजा कीं। धनखड़ ने कहा- मेरा सौभाग्य था कि वर्ष 1990 में मैंने वाजपेयी के साथ यूरोप में 15 दिन बिताए। मैं भारतीय संसदीय डेलिगेशन में था, उसमें वाजपेयी भी थे। वो यादें हमेशा रहेंगी। धनखड़ जयपुर के निजी अस्पताल में गुरुवार को बीमार परिजन से मिलने आए थे। इसके बाद धनखड़ ने अपने भाई रणदीप धनखड़ के घर लंच किया। फिर विश्व हिंदू परिषद के नेता से भी मुलाकात की। बाद में धनखड़ सड़क रास्ते से दिल्ली रवाना हो गए। इस्तीफे के बाद जयपुर में किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं लिया हिस्साजगदीप धनखड़ ने इस्तीफे के बाद जयपुर में किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। हालांकि पिछले दिनों धनखड़ झुंझुनूं जिले में एक कार्यक्रम में आए थे, लेकिन उन्होंने इस्तीफे को लेकर कुछ नहीं कहा। धनखड़ के इस्तीफे के कारणों को लेकर खूब सियासी बयानबाजी हुई थी, लेकिन उन्होंने खुद कोई बयान नहीं दिया। भोपाल में कहा था- भगवान करे कोई नरेटिव के चक्कर में न फंसेजगदीप धनखड़ इस्तीफे के बाद पहली बार भोपाल में किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में बोले थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनमोहन वैद्य की पुस्तक ‘हम और यह विश्व’ के विमोचन कार्यक्रम में धनखड़ ने कहा था कि भगवान करे कोई नरेटिव के चक्कर में न फंसे। क्योंकि जो लोग समझना ही नहीं चाहते। वे हर हाल में बात को गलत नरेटिव में ढाल देंगे। धनखड़ ने कहा था- समय की वजह से मेरा पूरा गला खुल नहीं पाया। पुरानी बात है और बड़ी मुश्किल है। जो सोया हुआ है, उसे जगा सकते हैं, पर जो जागकर भी सोया हुआ है, उसे नहीं जगा सकते। बल प्रयोग भले कर लो। इस्तीफे को लेकर कांग्रेस रही हमलावरजगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमलावर रही। पूर्व सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कई कांग्रेस नेता धनखड़ के इस्तीफे के कारणों को लेकर अब भी कई बार तंज कसते हुए बयान देते रहते हैं।
Bangladesh journalist slams On Jamaat-e-Islam:बांग्लादेशी पत्रकार मुक्तदिर राशिद ने छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत का राजनीतिकरण करने के लिए जमात-ए-इस्लामी और उसकी छात्र शाखा छात्र शिबिर की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि हादी केवल न्याय चाहते थे, लेकिन कुछ पार्टियां सहानुभूति का फायदा उठा रही हैं. राशिद ने बहुत बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि अमेरिका, फ्रांस और जापान ने बांग्लादेश में हिंसा में आग में घी का काम किया है.जानें पूरी बात.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आए 40 दिन हो गए। नई सरकार ने अपने एक महीने पूरे कर लिए। सीएम नीतीश कुमार और इनके मंत्री फुल एक्शन में हैं। वहीं, विपक्ष को रिजल्ट से ऐसा सदमा लगा कि इनके नेता अभी उबर नहीं पाए हैं। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव टेंशन दूर करने यूरोप की यात्रा पर हैं। नए साल का जश्न मनाकर लौटेंगे। राजद को उनके आने का इंतजार है तब आगे की रणनीति फाइनल होगी। वहीं, कांग्रेस और दूसरी पार्टियां अपने दम पर आगे बढ़ने की कोशिश में हैं। चुनाव बाद विपक्षी दलों की क्या स्थिति हैं? कौन से बड़े कार्यक्रम किए हैं? पढ़िए खास रिपोर्ट… सबसे पहले 3 बयान, क्या कहते हैं यूथ… बिहार में विपक्ष अभी कहीं दिख ही नहीं रहा है, गायब हो गया है। विपक्ष को राज्य में घूमना, काम करना चाहिए। लोगों की परेशानी दूर करानी चाहिए, ताकि आगे उन्हें वोट देने के बारे में सोच सकें। जनता की बात नहीं करेंगे तो आगे भी हारेंगे।- प्रदुम्न, स्थानीय यूथ विपक्ष के नेता बातें कर रहे हैं, लेकिन असली मुद्दे पर नहीं। असल बात यह है कि विपक्ष है ही कहां, उसे तो उखाड़ दिया गया है। यह जनता का मेंडेट है कि बिहार में सिर्फ पक्ष ही पक्ष है, विपक्ष खत्म है। विपक्ष को अब जनता के मुद्दे उठाने चाहिए।- विशाल, स्टूडेंट बिहार में विपक्ष कमजोर दिख रहा है। उसको मजबूत दिखना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष विदेश में घूम रहे हैं। उनको सदन में जनता के मुद्दे उठाने चाहिए थे।- नीतेश कुमार, एडवोकेट सबसे हताशा में दिख रही आरजेडी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद महागठबंधन की सभी पार्टियां हताशा में हैं, लेकिन कांग्रेस और राजद के नेताओं का मनोबल सबसे अधिक डाउन दिख रहा है। कांग्रेस में तो आलम यह है कि प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि राजद के साथ चुनाव तक के लिए ही गठबंधन था। अब राजद का हाल देखिए। 14 नवंबर को रिजल्ट आया, 16 नवंबर को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरजेडी विधायकों, प्रत्याशियों की बैठक अपने सरकारी आवास वन पोल रोड में बुलाई। 1-5 नवंबर तक चले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दो दिन दिखे और फिर यूरोप की यात्रा पर निकल गए। अभी विदेश में हैं। तेजस्वी के यूरोप यात्रा पर निकल जाने के बाद आरजेडी में प्रमंडलवार सभी 9 प्रमंडलों से जुड़े जिला अध्यक्षों, प्रभारियों आदि की बैठक हुई। सभी से रिपोर्ट ली गई कि पार्टी क्यों हारी। इसके अलावा आरजेडी की ओर से कोई उल्लेखनीय कार्यक्रम, आंदोलन आदि नहीं हुआ। नियमित रूप से पार्टी ऑफिस आ रहे मंगनी लाल मंडल विधानसभा चुनाव से 5 माह पहले मंगनी लाल मंडल राजद के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए थे। वे नियमित रूप से पार्टी ऑफिस आ रहे हैं। राजद ने मंगनी लाल को इस उम्मीद में प्रदेश अध्यक्ष बनाया था कि सीएम नीतीश कुमार के अति पिछड़ा वोट बैंक को राजद की ओर शिफ्ट करेंगे, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। आरजेडी का हर तीर निशाने से चूक गया। पार्टी की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना के तहत दिए गए 10 हजार रुपए को हार का सबसे बड़ा कारण मान गया। रोहिणी ने पार्टी ही नहीं, लालू परिवार की भी पोल खोल दी चुनावी हार के बाद राजद में विरोध की सबसे बड़ी आवाज लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्या ने उठाई। उन्होंने लालू परिवार की भी पोल खोल दी। तेजस्वी यादव के साथ राज्यसभा सांसद संजय यादव और रमीज पर भी सवाल उठाए। इतना होने पर भी हार की जिम्मेवारी किसी ने नहीं ली। रोहिणी ने परिवार और राजनीति छोड़ने तक की घोषणा की। रोहिणी ने लालू को अपनी किडनी दी थी। उन्हें लोकसभा चुनाव में सारण सीट से उतारा गया था, लेकिन वह हार गई थीं। रोहिणी ने विधानसभा चुनाव के बाद जो सवाल उठाए, राजद या लालू परिवार की ओर से अभी तक उनके जवाब नहीं दिए गए हैं। ओवरऑल आरजेडी में काफी निराशा है। भास्कर ने आरजेडी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता शक्ति यादव से बात की। शक्ति यादव ने कहा, ‘संगठन, प्रत्याशी और जिलाध्यक्षों ने चुनाव के नतीजों को लेकर रिपोर्ट दिया है। इन्हें पार्टी नेतृत्व के सामने रखा जाएगा। लोगों ने अदृश्य शक्ति की तरफ इशारा किया है।’ हारी हुई कांग्रेस फिर से उठने की कोशिश में कांग्रेस चुनाव हार गई है, लेकिन लोग इससे जुड़ रहे हैं। 19 दिसंबर को खगड़िया से आए कई कार्यकर्ताओं को प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने पार्टी में शामिल कराया। इस मौके पर वह फूले नहीं समा रहे थे। इससे पहले दिल्ली में 27 नवंबर को कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक हुई। उसमें बिहार के ज्यादातर नेताओं ने कहा कि कांग्रेस को बिहार में अब अकेले चलना चाहिए। राजद का साथ नहीं लेना चाहिए। यह कहने वाले जैसे महागठबंधन या कांग्रेस की हार का बड़ा कारण आरजेडी को ही मान रहे थे। इस तर्क के कारण भी हैं। महागठबंधन की तमाम पार्टियों पर आरजेडी की तरफ से दबाव था कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया जाए। दूसरा बड़ा दबाव मुकेश सहनी की तरफ से था, उन्हें महागठबंधन की तरफ से डिप्टी सीएम का फेस घोषित किया जाए। 23 अक्टूबर को मौर्या होटल में महागठबंधन के नेताओं द्वारा किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने तेजस्वी और मुकेश सहनी की उपस्थित में इसकी घोषणा की। दिल्ली में बंद कमरे में हुई कांग्रेस की बैठक में तेजस्वी पर हार का ठीकरा फोड़ा। राजद ही नहीं, कांग्रेस में भी अंदरूनी लड़ाई अंदरूनी लड़ाई राजद ही नहीं कांग्रेस में भी दिखी है। दर्जन भर नेताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू को घेरा है। कई तरह के गंभीर आरोप लगाए गए। कांग्रेस ने बागी नेताओं को नोटिस जारी किया। बागियों ने सवाल उठाया कि पिछली बार 113 वोट से हारने वाले गजानन शाही का टिकट क्यों काटा गया? जमालपुर से सीटिंग विधायक अजय सिंह का टिकट काटकर आईआईपी पार्टी को क्यों दे दिया गया? कांग्रेस ने हार पर जितनी बैठकें की वो बागियों की गतिविधियों से गरमायी रहीं। जनता के मुद्दे पर आंदोलन की बजाय कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड मामले में कोर्ट के फैसले के बाद 17 दिसंबर को पटना में प्रदर्शन किया। इनकम टैक्स गोलंबर पर पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। प्रखंड स्तर पर जाकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे: राजेश राम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम कहते हैं, ‘पार्टी का स्टैंड क्लियर है। संगठन को मजबूत करना है। कमियों को दूर करना है। मैं खुद प्रखंड स्तर तक जाकर कार्यकर्ताओं से मिलूंगा, प्रभारियों से रिपोर्ट मंगवाई है। चुनाव के बाद एक माह के अंदर राहुल गांधी और खड़गे जी के साथ मीटिंग हुई।’ राजेश राम ने कहा, ‘बिहार लौटकर हमने वर्तमान विधायकों से बात की, जिलाध्यक्षों से पूछा कि हार क्यों हुई? हमलोग दिल्ली के रामलीला मैदान गए। मुजफ्फरपुर जाकर उस परिवार से मिले जिसके ज्यादातर लोगों ने गरीबी की वजह से सुसाइड कर लिया।’ हार स्वीकार नहीं कर रही VIP मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली पार्टी VIP चुनाव में मिली हार स्वीकार नहीं कर रही। चुनाव बाद VIP की कोई खास गतिविधि नहीं दिख रही। इसकी छवि सड़क पर आंदोलन करने वाली पार्टी वाली अब तक नहीं बन पाई है। मुकेश सहनी ने महागठबंधन के अंदर दबाव ऐसा बनाया कि उन्हें डिप्टी सीएम फेस घोषित करना पड़ा। वीआईपी के प्रदेश प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा, ‘वीआईपी हारी हुई पार्टी नहीं है। 2 करोड़ लोगों ने महागठबंधन पर विश्वास जताया। जहां भी हत्या हुई, कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हुई हमारे नेता मुकेश सहनी वहां गए। हम विपक्ष के तौर पर सवाल उठाते रहेंगे।’ हार के बाद माले लगातार एक्टिव, 18 से 24 तक संगठन विस्तार पर फोकस चुनाव हारने के बाद वामपंथी पार्टी माले ने खुद को सबसे तेजी से खड़ा किया है। जनता के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए सड़क पर भी दिख रही। गरीबों की झोपड़ियों पर चल रहे बुलडोजर के खिलाफ 3 दिसंबर को पूरे बिहार में माले ने मार्च किया और विधानसभा के सामने धरना दिया। नालंदा में पासवान समुदाय के 100 लोगों को जमीन खाली करने का नोटिस दिया गया। पूर्व विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में वहां टीम गई। इसमें पूर्व विधायक मनोज मंजिल भी थे। नवादा में एक मॉब लिंचिंग की घटना हुई उसमें भी गोपाल रविदास, मुर्तजा अली गए। 16 दिसंबर को माले और इंसाफ मंच के पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन किया। 18 दिसंबर को कामरेड विनोद मिश्रा की 27वीं बरसी पर पूरे बिहार में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। संकल्प लिया गया कि 18 से 24 तारीख तक पूरे बिहार में अभियान चलेगा। माले ने सभी ब्रांचों की बैठक की है। तय हुआ है कि संसद में मनरेगा कानून को कमजोर करने की साजिश हुई है। इसके खिलाफ सड़क पर आंदोलन किया जाएगा। शिक्षा को बड़ी कंपनियों के हाथ में देने वाला जो कानून आ रहा है, श्रम कोड जिस तह से लागू किया गया है, उसके खिलाफ भी आंदोलन होगा। माले नेता कुमार परवेज ने कहा, ‘बिहार चुनाव के बाद दिख रहा है कि भाजपा आक्रामक रूप से अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में लग गई है। पार्टी संगठन मजबूत करने, सदस्यता बढ़ाने और जवानों व महिलाओं को अपने साथ जोड़ने पर फोकस करेगी।’ माले के पूर्व विधायक महबूब आलम ने कहा, ‘पार्टी की हार की समीक्षा हुई है। गहन समीक्षा बाकी है। पैसे का काफी इस्तेमाल हुआ और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हुआ। एआईएमआईएम का भी महत्वपूर्ण योगदान है। एक्टिव मोड में है एक विधायक वाली आईपी गुप्ता की पार्टी आईपी गुप्ता की पार्टी IIP पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी। महागठबंधन को लगा कि आईपी गुप्ता को साथ लाने से अति पिछड़ों का वोट बैंक एकजुट होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि पहली बार मैदान में उतरी पार्टी को एक सीट पर जीत मिली। आईपी गुप्ता सहरसा से चुनाव जीत गए। यह उनके लिए बड़ी उपलब्धि रही। इसी उपलब्धि की बदौलत वे अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का इरादा दिखा रहे हैं। सहरसा में वे किसानों से मिले, प्राइवेट अस्पतालों से जुड़े गिरोह के साझीदार एंबुलेंस चालकों को हड़काया। कहा कि गरीब मरीजों से खिलवाड़ नहीं चलेगा, कमीशनखोरी नहीं चलेगा। डीएम और अन्य अधिकारियों से बात कर रहा हूं: आईपी गुप्ता आईपी गुप्ता ने कहा ‘राजनीति में हार-जीत लगी रहती है। जहां तक मेरी पार्टी की बात है संगठन विस्तार का बड़ा प्लान है। हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश में स्थानीय नगर निकाय का चुनाव लड़ेगी। लखनऊ में मेरा नागरिक अभिनंदन है। 24 को असम में प्रफुल्ल मोहंत के साथ मंच शेयर करने जा रहा हूं।’ एक माह के अंदर मैंने सहरसा के स्टेक होल्डर से समझने की कोशिश की। डीएम और अन्य अफसरों से बात की है। मेरी प्राथमिकता में स्वास्थ्य और शिक्षा है। दिन में बिजली का तार लगाया जाता है रात में काट लिया जाता है। यह गंभीर मामला है। इसे ठीक करने में लगा हूं।-आईपी गुप्ता, आईआईपी प्रमुख
एयर इंडिया नई रणनीति के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ाएगी ; भारत-यूरोप कनेक्टिविटी का बड़ा कदम
एयर इंडिया मार्च 2026 से दिल्ली-रोम सीधी उड़ानें फिर से शुरू करेगी, नई एयरलाइंस alHind Air और FlyExpress को मिली प्रारंभिक मंजूरी। एयर इंडिया के बेड़े में बोइंग 787-9 ड्रीमलाइनर शामिल होंगे, जबकि तकनीकी सुरक्षा मामलों पर भी जांच जारी है।
जशपुर से पैदल आते थे धर्मगुरु फ्रांसिस एक्का
भास्कर न्यूज | अंबिकापुर सरगुजा जिले में क्रिसमस का उत्सव लंबे समय से मनाया जा रहा है। अंबिकापुर नवापारा स्थित ईश माता वागीश चर्च सरगुजा के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। इस चर्च की स्थापना वर्ष 1952 में हुई थी। चर्च के शुरुआती इतिहास में जशपुर से धर्मगुरू फ्रांसिस एक्का पैदल अंबिकापुर आते थे। वाहन की सुविधा नहीं होने के कारण वे अपने अनुयायियों के साथ 93 किमी की दूरी लगभग तीन दिन पैदल चलकर तय करते थे। सरगुजा जिले में क्रिसमस केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक भी है। मसीही समाज के लोग अपनी धार्मिक परंपराओं को आगे बढ़ा रहे हैं। इस बार भी क्रिसमस के अवसर पर बड़ी संख्या में समाज के लोग यहां जुटेंगे और प्रभु यीशु के जन्म का जश्न मनाएंगे। फादर ज्ञान प्रकाश लकड़ा ने कहा कि क्रिसमस की सबसे मुख्य रस्म प्रभु यीशु के जन्म की खुशियां मनाना है, जो रात 12 बजे गौशाले में आयोजित विशेष पूजा के साथ मनाई जाएगी। गुरुवार सुबह भी चर्च में प्रार्थना सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें समाज के लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे। क्रिसमस की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, क्रिसमस का पर्व अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा के साथ मनाया जाएगा। चिरमिरी छोटा बाजार स्थित ईएलसी चर्च का इतिहास भी लगभग 57 वर्षों पुराना है। इसकी स्थापना 1968 में हुई थी और यह शहर के सबसे पहले स्थापित चर्चों में से एक है। इस चर्च में भी हर साल क्रिसमस का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। गोदरीपारा ईएलसी चर्च के पास्टर गोसेन एक्का इसके धार्मिक कार्यों की देखरेख करते हैं। चर्च की स्थापना के समय बिलासपुर से पास्टर ट्रेन से प्रार्थना कराने आते थे और तब से यह परंपरा लगातार जारी है। चर्च के 118वें सहायक पली पुरोहित फादर ज्ञान प्रकाश लकड़ा ने कहा कि नवापारा के ईश माता वागीश चर्च में पिछले 73 वर्षों से क्रिसमस उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। 1952 में नवापारा चर्च की स्थापना की गई थी। इस साल भी क्रिसमस की तैयारियां जोरों पर हैं। चर्च को आकर्षक सजावट के साथ सजाया जा रहा है और बुधवार शाम क्रिसमस ईव पर बड़ी संख्या में समाज के लोग इस धार्मिक आयोजन में शामिल होंगे।
कांग्रेस नेता उदित राज ने अपने बयान में कहा है कि भारत में लोकतंत्र खत्म हो रहा है और यह एक वैश्विक मुद्दा है, जिस पर यूरोप के देशों और अमेरिका समेत सभी को चिंता करनी चाहिए। इसी बीच, उदित राज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान का बचाव करते नजर आए
ऑपरेशन जागृति के तहत छात्राओं को किया जागरूक:हाथरस के सेंट फ्रांसिस कॉलेज में हुआ कार्यक्रम
हाथरस के अलीगढ़ रोड स्थित सेंट फ्रांसिस कॉलेज में 'मिशन शक्ति' और 'ऑपरेशन जागृति' के तहत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र कृष्ण नारायण और थाना हाथरस गेट के प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार राठी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान, छात्र-छात्राओं को एलईडी टीवी स्क्रीन पर नुक्कड़ नाटक दिखाकर जागरूक किया गया। इस नाटक के माध्यम से महिला सुरक्षा, साइबर अपराध से बचाव, व्यक्तिगत सुरक्षा और आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करने के तरीकों की विस्तृत जानकारी दी गई। छात्राओं को किसी भी संदिग्ध स्थिति में सतर्क रहने और समय पर मदद लेने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस विभाग बच्चों और युवाओं को उनकी सुरक्षा के प्रति लगातार जागरूक कर रहा है। उन्होंने बताया कि किसी भी परेशानी या आपात स्थिति में तुरंत डायल 112 पर कॉल किया जा सकता है। हेल्पलाइन नंबरों की दी जानकारी महिला सुरक्षा से संबंधित शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 और 1090 (वूमेन पावर लाइन) पर भी संपर्क करने की सलाह दी गई। कार्यक्रम के समापन पर, पुलिस अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने उनकी शंकाओं का समाधान किया और उन्हें निर्भीक होकर अपनी समस्याओं को सामने रखने तथा अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहने का महत्वपूर्ण संदेश दिया।
निवाड़ी जिले के ओरछा स्थित बेत्रवेश्वर महादेव मंदिर में रविवार को एक विदेशी जोड़े ने हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह किया। इटली के चीरो और फ्रांस की ओद्रा ने भारतीय परंपराओं के अनुसार अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। ओद्रा वर्षों से योग और भारतीय अध्यात्म का अध्ययन कर रही हैं। वे खुद भी योग की टीचर हैं। भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर उन्होंने हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह करने का निर्णय लिया। चीरो भी योग और भारतीय दर्शन के प्रशंसक हैं। इस जोड़े ने फ्रांस में मुलाकात की थी, लेकिन विवाह के लिए भारत की पवित्र भूमि को चुना। बेत्रवेश्वर महादेव मंदिर में स्थानीय पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जयमाला सहित सभी विधि-विधान पूरे करवाए। विवाह के बाद चीरो और ओद्रा स्पेन लौटेंगे, जहां वे वर्तमान में रहते हैं। दोनों फिलहाल भारत दौरे पर हैं।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर (एडजंक्ट फैकल्टी) डॉ. राकेश कुमार भारद्वाज को केंद्र सरकार ने एनसीआर के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) समिति का सदस्य मनोनीत किया है। उन्हें पर्यावरण संबंधी विषयों में 35 वर्षों से अधिक का अनुभव है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार और सह- कुलपति प्रो. पवन कुमार शर्मा ने डॉ. भारद्वाज को इस उपलब्धि पर बधाई दी। प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए पर्यावरण सदैव महत्वपूर्ण रहा है, और इसी कारण परिसर में ढाई एकड़ में मियावाकी वन स्थापित किया गया है। प्रो. पवन कुमार शर्मा ने इसे विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय बताया, जो वायु गुणवत्ता सुधार के राष्ट्रीय प्रयासों में योगदान देगा। रसायनविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने भी उन्हें बधाई दी। वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या : डॉ. राकेश डॉ. राकेश कुमार भारद्वाज ने कहा कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) वर्तमान में एनसीआर में करोड़ों लोगों के स्वास्थ्य और जीवन गुणवत्ता को प्रभावित करने वाली एक गंभीर समस्या है। उन्होंने बताया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के तकनीकी सदस्य डॉ. वीरेंद्र शर्मा की अध्यक्षता में गठित आरएंडडी समिति वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नवाचारी अनुसंधान और प्रभावी नीतिगत सुझावों की अनुशंसा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह समिति एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) के प्रभावी क्रियान्वयन में भी योगदान दे रही है। प्रोफेसर भारद्वाज ने सतत विकास और सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ रखे बिना हम आने वाली पीढ़ी के लिए बेहतर माहौल नहीं छोड़ सकते। उल्लेखनीय है कि डॉ. भारद्वाज ने यमुना स्वच्छता अभियान पर भी नौ वर्षों तक काम किया है। इसके साथ ही वे पर्यावरण से संबंधित विषयों को लेकर 10 से अधिक यूरोपीय देशों की यात्रा कर चुके है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने डॉ. भारद्वाज के इस मनोनयन पर उन्हें बधाई दी।
उभरती वैश्विक भूराजनीति में यूरोप कहां है?
अमीर यूरोपीय देशों, खासकर जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन की तिकड़ी के लिए, साल 2026 में जो भूराजनीतिक स्थिति बन रही है, उसमें अस्तित्व के संकट के काफी तत्व हैं
फ्रांस के मशहूर अभिनेता एलेन डेलन का निधन, 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
Alain Delon passes away: 'द लेपर्ड' और 'रोक्को एंड हिज ब्रदर्स' जैसी सुपर हिट फिल्मों में अभिनय का जौहर दिखाने वाले फ्रांस के मशहूर अभिनेता एलेन डेलन का निधन हो गया है। एलेन डेलन ने 88 वर्ष की उम्र में आखिरी सांस ली। अभिनेता के पारिवारिक सूत्रों ने ...
इटली से फ्रांस तक समंदर के बीच होगा Anant-Radhika का दूसराप्री वेडिंग फंक्शन, जानिए मेहमानों से लेकरड्रेस कोड तक सबकुछ
Heeramandi के बाद अब Cannes में अपनी 'गजगामिनी चाल' दिखाएंगी Aditi Rao Haidari,फ्रांस के लिए रवाना हुईबिब्बोजान
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