मानसी फुटबॉल लीग का चौथा मुकाबला:आजाद क्लब मथुरापुर ने नव युवक क्लब ठाठा को 7-0 से हराया
खगड़िया जिले के मानसी रेलवे मैदान में जिला फुटबॉल संघ द्वारा आयोजित फुटबॉल लीग का चौथा मैच खेला गया। इस मुकाबले में आजाद क्लब मथुरापुर ने नव युवक क्लब ठाठा को 7-0 से करारी शिकस्त दी। मध्यांतर से पहले, आजाद क्लब मथुरापुर की टीम ने नव युवक क्लब ठाठा पर चार गोल करके मजबूत बढ़त बना ली थी। मध्यांतर के बाद, आजाद क्लब मथुरापुर ने तीन और गोल दागे, जिससे कुल स्कोर 7-0 हो गया। मैच में मुख्य रेफरी विनय कुमार थे। सहायक रेफरी के रूप में कैलाश पंडित और निशा कुमारी ने भूमिका निभाई, जबकि रौशन गुप्ता चौथे रेफरी रहे। इस अवसर पर जिला फुटबॉल संघ खगड़िया के सचिव शंकर सिंह, पूर्व फुटबॉलर विभीषण कुमार और पप्पू कुमार, समाजसेवी मिथिलेश यादव, तथा जिला फुटबॉल संघ खगड़िया के कार्यकारिणी सदस्य ललित कुमार मिश्रा मंच पर उपस्थित थे।
पाकिस्तान में दो फुटबॉल टीम के बीच मारपीट:आर्मी और जल विभाग के कई खिलाड़ी घायल; रेफरी पर भी हमला
पाकिस्तान नेशनल गेम्स में कराची के KPT स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए फुटबॉल सेमीफाइनल के बाद पाकिस्तान आर्मी और वॉटर एंड फुटबॉल विभाग (WAPDA) की टीमों के बीच जोरदार मारपीट हो गई। कई खिलाड़ी और अधिकारी इसमें घायल हुए। मैच लाइव दिखाया जा रहा था, इसलिए पूरी घटना कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई। इस घटना पर पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन (PFF) और पाकिस्तान ओलिंपिक एसोसिएशन (POA) ने जांच के आदेश दे दिए हैं। नेशनल गेम्स का आयोजन POA के तहत होता है, इसलिए दोनों संस्थाएं मामले की पड़ताल करेंगी। विवाद कैसे शुरू हुआ?रिपोर्ट्स के मुताबिक, आर्मी टीम की नजदीकी जीत के बाद उनके जश्न पर WAPDA खिलाड़ियों ने आपत्ति जताई। दोनों टीमों के खिलाड़ी आमने-सामने आए और बात जल्दी ही धक्का-मुक्की से बढ़कर मारपीट में बदल गई। कुछ अधिकारी भी लड़ाई में शामिल हो गए। वायरल वीडियो में दिखा कि WAPDA के कुछ खिलाड़ी रेफरी का पीछा करते हुए उसके ड्रेसिंग रूम तक पहुंच गए और वहां उसकी पिटाई भी की। बाद में अन्य खिलाड़ियों और अधिकारियों ने रेफरी को बचाया। पेनल्टी किक से भड़का गुस्साWAPDA खिलाड़ियों की नाराजगी की असली वजह वह पेनल्टी किक थी, जो रेफरी ने आर्मी टीम को दी। इसी फैसले की वजह से आर्मी ने मैच जीता और मैच खत्म होते ही तनाव बढ़ गया। PFF का बयानPFF ने कहा कि घटना पर गंभीरता से संज्ञान लिया गया है। जांच के बाद जिस भी खिलाड़ी या अधिकारी को झड़प में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। WAPDA क्या है?WAPDA का फुल फॉर्म वॉटर एंड पावर डेवलमेंट ऑथरिटी है। इसी संस्था के नाम पर बनी WAPDA फुटबॉल टीम पाकिस्तान की घरेलू लीगों (जैसे-पाकिस्तान प्रीमियर लीग) में खेलती है, और इसका बेस लाहौर में है। ---------------स्पोर्ट्स से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें...रोहित-कोहली का A+ ग्रेड खतरे में 22 दिसंबर को होने वाली BCCI की मीटिंग में खिलाड़ियों का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सबसे बड़ा मुद्दा होगा। रोहित शर्मा और विराट कोहली A+ ग्रेड में हैं, लेकिन उनका टॉप ग्रेड से बाहर होना लगभग तय माना जा रहा है। पढ़ें पूरी खबर...
मोतिहारी के गांधी मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय मशाल फुटबॉल प्रतियोगिता 2025 का बुधवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया। तीन दिवसीय प्रतियोगिता का उद्घाटन 8 दिसंबर को जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला खेल पदाधिकारी के संयुक्त देखरेख में किया गया था।यह आयोजन बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी पहल ‘मशाल खेल प्रतियोगिता’ का हिस्सा है, जिसमें प्रदेश के सभी जिलों से बाल खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। नॉकआउट फॉर्मेट में मुकाबले प्रतियोगिता नॉकआउट आधार पर खेली गई। तीन दिनों तक चले कार्यक्रम में प्रतिभागी बच्चों के लिए सुरक्षित आवास और पौष्टिक भोजन की विशेष व्यवस्था की गई, जिससे खिलाड़ी पूरे उत्साह के साथ मैदान में उतरे। अंडर-14 में कटिहार चैंपियन, जमुई 4–0 से पराजित अंडर-14 वर्ग के फाइनल में कटिहार और जमुई की टीमें आमने-सामने थीं।कटिहार ने शानदार खेल दिखाते हुए जमुई को 4–0 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। दर्शकों ने पूरे मैच में खिलाड़ियों की गति, पासिंग और टीमवर्क का भरपूर आनंद लिया। अंडर-16 में सारण ने पश्चिम चंपारण को 2–1 से हराया अंडर-16 वर्ग का फाइनल सारण बनाम पश्चिम चंपारण के बीच रोमांचक रहा।कड़े मुकाबले में सारण की टीम ने 2–1 से जीत हासिल कर चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। दोनों वर्गों के फाइनल मैचों में खिलाड़ियों का जज्बा और संघर्ष देखने लायक रहा। उद्देश्य: ग्रामीण और सरकारी स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों को मंच देना इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों और सरकारी विद्यालयों में खेल प्रतिभा रखने वाले बच्चों को बड़ा मंच देना और उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना है।इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष राज्य स्तरीय आयोजन की जिम्मेदारी पूर्वी चंपारण जिला को सौंपी गई थी। संचालन के लिए दो दर्जन तकनीकी पदाधिकारी तैनात राज्य मुख्यालय से दो दर्जन से अधिक तकनीकी पदाधिकारी मोतिहारी बुलाए गए थे, जिन्होंने तीन दिनों तक मैदान में अपनी अहम जिम्मेदारियां निभाईं।जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण और जिला खेल पदाधिकारी द्वारा लगातार मॉनिटरिंग की वजह से आयोजन अनुशासित, सुरक्षित और सफल रहा। विजेताओं को मिले प्रमाण पत्र और ट्रॉफी समापन समारोह में विजेता और उपविजेता टीमों को प्रमाण पत्र और ट्रॉफी अपर समाहर्ता मुकेश कुमार सिन्हा, जिला खेल पदाधिकारी (सह आयोजन सचिव) और जिला नियोजन पदाधिकारी द्वारा प्रदान की गईं।प्रतियोगिता के सफल आयोजन से जिले में खेल को लेकर उत्साह और बढ़ गया है।
जहानाबाद की दो खिलाड़ियों ने असम के गुवाहाटी में आयोजित राष्ट्रीय रग्बी फुटबॉल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीते हैं। इन प्रतिभाशाली बेटियों ने अपने-अपने वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए जिले का प्रतिनिधित्व किया। प्रतियोगिता में अंशु कुमारी ने सीनियर वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि तमन्ना कुमारी ने अंडर-15 वर्ग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। ये दोनों खिलाड़ी जहानाबाद के ग्रामीण इलाकों से आती हैं और सीमित संसाधनों के बावजूद कड़ी मेहनत के बल पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में सफल रही हैं। कोच विकास कुमार ने बताया कि दोनों खिलाड़ियों ने अभ्यास के दौरान लगातार मेहनत की और मैदान पर जमकर पसीना बहाया। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की लगन और उनके अभिभावकों का समर्थन इस उपलब्धि का मुख्य कारण है। 'मेडल और नौकरी' योजना की सराहना वहीं, नेशनल खिलाड़ी रह चुके कोच प्रकाश कुमार ने बिहार सरकार की 'मेडल और नौकरी' योजना की सराहना की। उन्होंने कहा, इस योजना से खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ता है और खेल के प्रति उनकी रुचि भी बढ़ती है। काश यह योजना हमारे समय में भी होती, तो शायद आज हम भी किसी सरकारी नौकरी में होते। हालांकि खुशी इस बात की है कि अब सरकार खिलाड़ियों को एक मजबूत मंच दे रही है। दोनों खिलाड़ियों की इस सफलता से पूरे जहानाबाद जिले में हर्ष का माहौल है। ग्रामीण क्षेत्र से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतना न केवल उनके लिए बल्कि जिले के लिए भी गर्व का विषय है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी।
मरांग गोमके जयंती : 3 जनवरी से शुरू होगा फुटबॉल टूर्नामेंट
ड्रीम बिग सीए ए की हुई धमाकेदार जीत स्पोर्ट्स रिपोर्टर } सरला देवी बिरला अंडर-14 क्रिकेट टूर्नामेंट 2025-26 में मंगलवार को रातू ग्राउंड पर खेले गए मुकाबले में ड्रीम बिग सीए ए ने हटिया सीए बी को 9 विकेट से करारी शिकस्त दी। टीम ने महज 6.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर शानदार जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए हटिया सीए बी की टीम 22.4 ओवर में सिर्फ 72 रन पर सिमट गई। सलीके की ड्रेसिंग छात्र से नौकरीपेशा बनने की प्रक्रिया आसान बनाती है ‘फैमिली मैन’ सीजन-3 में जयदीप अहलावत द्वारा निभाया गया रुक्मा का किरदार- एक ऐसा विलेन, जिसके लंबे बाल हैं, हाथ में गन है और वह ड्रग डीलर है। पैसों के लिए किसी को भी मार सकता है। सोचिए, वही रुक्मा तिरुपति की पहाड़ियों पर टहलता दिख जाए तो मैं आश्वस्त हूं कि वहां मुंडे हुए सिर का हर व्यक्ति उसे दुबारा जरूर देखेगा। इसलिए नहीं कि लोग उन्हें एक्टर के तौर पर पहचानते हैं, बल्कि इसलिए कि उनके बाल तो लंबे हैं और वह मुंडे हुए सिर वालों के बीच चल रहे हैं। इसे ‘काउंटरकल्चर’ कहा जा सकता है। यह शब्द ऐसे समूह या हरकतों के लिए इस्तेमाल होता है, जो मूल्यों, मापदंडों और व्यवहार में मुख्यधारा के समाज से अलग या बिल्कुल विपरीत हों। संक्षेप में, अमेरिका में युवाओं के बीच अपियरेंस से प्रभावित करने की कोशिश को ‘काउंटरकल्चर’ कहा जा रहा है। इसी तरह पिछले हफ्ते अमेरिका की सिलिकॉन वैली में भी युवाओं की भीड़ उन 40 लोगों को देखकर हैरत में पड़ गई, जो ‘काउंटरकल्चर’ को प्रमोट कर रहे थे। सोच रहे हैं कि वे क्या कर रहे थे? वे बिल्कुल पारंपरिक बिजनेस एग्जीक्यूटिव जैसे दिख रहे थे- थ्री-पीस सूट, टाई, चमकते जूते और हाथ में ब्रीफकेस, कुछ पेपर्स और लैपटॉप। सिलिकॉन वैली ऐसी जगह है, जहां टेक इंडस्ट्री में लोग अकसर सुस्त टेक ब्रो की तरह दिखते हैं। कपड़ों में शार्प टेलरिंग नहीं होती। अधिकांश समय हुडी-जींस में रहते हैं, लेकिन अरबों डॉलर की कंपनियां बना रहे होते हैं। पिछले बुधवार यही 40 स्टार्टअप फाउंडर्स एक एटीकेट वर्कशॉप के लिए फोर-सीजन होटल की लॉबी में आए, जहां उन्हें बताया गया कि कपड़े कैसे पहनें, परफ्यूम कैसा हो, कैसे छोटी-छोटी बातें करें और कैसे ‘कैवियार लिक’ करें। यह खाने की किसी चीज को अंगूठे और तर्जनी के बीच सलीके से पकड़ने, चखने और बाद में उंगलियों को टिश्यू से पोंछकर कोट की जेब में रखने का स्टाइल है। इस चलन पर बिहेवियरल ऑब्जर्वेशन एक्सपर्ट्स का मानना है कि टेक ब्रेन धीर-धीरे अपनी तकनीक की ताकत के प्रदर्शन से आगे बढ़ कर निवेशकों को अपने सोशल एटीकेट से प्रभावित करने लगे हैं। आज के इन्वेस्टर्स एक ‘कम्प्लीट पैकेज’ चाहते हैं। यानी, वे ऐसे तकनीकी दक्ष लोग चाहते हैं, जिनमें सामंजस्य, बेहतर संवाद और सोच के साथ सम्मानजनक तरीके से ड्रेसिंग का गुण भी हो। एटीकेट फिनिशिंग स्कूल चलाने वालों ने वहां आए प्रतिभागियों से कहा कि ‘दस साल पहले कोई अनाड़ी लेकिन उम्दा आंत्रप्रेन्योर सफल हो सकता था, लेकिन आज बड़े मंचों पर प्रभावी होने के लिए उसे अपना सामाजिक कौशल भी बढ़ाना होगा। ऐसे मौके आएंगे, जब अच्छा पहनावा आपको अतिरिक्त इन्वेस्टर दिला देगा। क्योंकि उसे लगेगा कि आप भरोसेमंद हैं और आप कॉन्फिडेंस दिखा रहे हैं।’ जाहिर तौर पर आज के निवेशकों को पसंद नहीं कि टेक-ड्रिवन युवा पैसे की बातचीत करने ऐसे आए, जैसे सीधे जिम से आ रहा हो। अगर आप कॉलेज में हैं और एआई के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, क्योंकि यह तेजी से बढ़ रहा है- तो मेरी सलाह है कि ड्रेसिंग सेंस को जल्द समझना शुरू कर दें। कैजुअल एटीट्यूड के साथ कॉलेज न जाएं। वह भले ‘अराइव्ड’ जैसा लगता हो, लेकिन भरोसा कीजिए कि सिलिकॉन वैली जैसा ट्रेंड यहां भी असर दिखाने लगा तो यह इमेज ज्यादा दिन नहीं चलेगी। किसी के कपड़े पहनने का तरीका उसके मूड और आत्मविश्वास पर बड़ा असर डालता है। अच्छा पहनावा अकसर ‘एन-क्लोथ्ड कॉग्निशन’ की ओर ले जाता है- जहां कपड़े किसी के सोचने, महसूस करने और परफॉर्म करने का तरीका बदल देते हैं। अपियरेंस के आधार पर लोग अकसर पहली मुलाकात में ही दूसरों के बारे में राय बना लेते हैं। अच्छा पहनावा आपको ज्यादा सक्षम, भरोसेमंद और सम्मानजनक दिखा सकता है, जो आपके आइडियाज या स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग मांगते समय बहुत महत्वपूर्ण है। यूटीटी चैंपियनशिप में टॉप सीड आगे बढ़े, अंडर-15 गर्ल्स ने दिखाया दम इस कॉलम को मोबाइल पर सुनने के लिए QR कोड को स्कैन करें। झारखंड सीनियर पुरुष फ्री स्टाइल कुश्ती टीम अहमदाबाद रवाना फंडा यह है कि सलीके से कपड़े पहनना एक हद तक पहले इंटर्नशिप, फिर नौकरी और बाद में स्टार्ट-अप्स की दुनिया में आपके प्रवेश को सहज बना देगा। एन. रघुरामनमैनेजमेंट गुरु, raghu@dbcorp.in city sports सिटी रिपोर्टर } केंद्रीय सरना समिति की ओर से मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर आयोजित होने वाली पांच दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता की घोषणा मंगलवार को की गई। टूर्नामेंट 3 जनवरी से 7 जनवरी 2026 तक खेला जाएगा। हर दिन तीन मैच होंगे। प्रत्येक मैच की अवधि 25 मिनट होगी। बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को व्यक्तिगत पुरस्कार भी दिया जाएगा। स्पोर्ट्स रिपोर्टर } हरिवंश टाना भगत इंडोर स्टेडियम में चल रही पांचवीं यूटीटी नेशनल रैंकिंग टेबल टेनिस चैंपियनशिप मंगलवार को रोमांच के नए स्तर पर पहुंच गई। जहां अंडर-17 खिलाड़ियों ने अपने ग्रुप स्टेज मैच निपटाकर मेन ड्रॉ में प्रवेश किया, वहीं अंडर-19 बॉयज और गर्ल्स ने अपने ग्रुप मुकाबलों की शुरुआत की। लेकिन दिन का सबसे बड़ा आकर्षण रहा अंडर-15 वर्ग, जहां टॉप सीड्स ने अगले दौर में जगह बना ली। स्पोर्ट्स रिपोर्टर }सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता 2025 में हिस्सा लेने के लिए झारखंड सीनियर पुरुष फ्री स्टाइल कुश्ती टीम मंगलवार को रांची से अहमदाबाद रवाना हो गई। यह प्रतियोगिता 12 से 14 दिसंबर तक गुजरात के अहमदाबाद में आयोजित होगी। इससे पहले खिलाड़ियों का 10 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर खेलगांव, होटवार में आयोजित किया गया था, जहां पहलवानों ने तकनीक, फिटनेस और मैच सिचुएशन पर विशेष अभ्यास किया। मैनेजमेंट फंडा
चैंपियन अंडर-14 फुटबॉल टीम को मुख्यमंत्री हेमंत ने दी बधाई
रांची| मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मंगलवार को झारखंड विधानसभा में झारखंड की अंडर-14 बालक फुटबॉल टीम ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने टीम के सभी खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं सहयोगियों को राष्ट्रीय चैंपियन बनने पर बधाई दी और उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में खेल के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। राज्य सरकार खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास तथा उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के उमरिया में 1 से 6 दिसंबर तक आयोजित 69वीं स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया राष्ट्रीय स्कूली फुटबॉल चैंपियनशिप में झारखंड की अंडर-14 बालक फुटबॉल टीम ने राष्ट्रीय चैंपियन का खिताब अपने नाम किया था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से झारखंड विधानसभा में भारतीय खो-खो महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस अवसर पर कॉमनवेल्थ खो-खो महासंघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष आगामी 9 से 14 मार्च, 2026 तक रांची में आयोजित होने वाली प्रथम कॉमनवेल्थ खो-खो प्रतियोगिता के आयोजन संबंधी विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पर सकारात्मक विचार-विमर्श किया और राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
खगड़िया के मानसी स्थित ऐतिहासिक रेलवे मैदान में जिला फुटबॉल एसोसिएशन खगड़िया के तत्वावधान में जिला लीग प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता के पहले मुकाबले में हिरोज क्लब मानसी ने चौथम फुटबॉल क्लब को 2-1 से पराजित किया। मैच का उद्घाटन रेल थाना मानसी के थानाध्यक्ष विकास कुमार और मानसी थाना के एएसआई मो. रफीक आलम ने किया। उन्होंने दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन किया। खेल आरंभ होते ही दोनों टीमों ने गोल दागने के लिए कई प्रयास किए। मध्यांतर से कुछ मिनट पहले हिरोज क्लब मानसी के खिलाड़ी ने पहला गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलाई। मध्यांतर तक चौथम की टीम कोई गोल नहीं कर पाई। मध्यांतर के बाद खेल काफी रोमांचक रहा। हिरोज क्लब मानसी ने मध्यांतर के दस मिनट बाद एक और गोल कर 2-0 की बढ़त बना ली। खेल समाप्त होने से पांच मिनट पहले चौथम की टीम ने एक गोल किया, लेकिन इसके बाद कोई और गोल नहीं हो सका। इस प्रकार, हिरोज क्लब मानसी ने 2-1 से जीत दर्ज की। मैच में कैलाश पंडित ने मुख्य निर्णायक, जबकि रौशन गुप्ता, विधान कुमार और आनंद गुप्ता ने सहायक निर्णायक की भूमिका निभाई। हिरोज क्लब मानसी के पूर्व खिलाड़ी रुपेश रंजन उद्घोषक थे। ये लोग उपस्थित रहे इस अवसर पर जिला फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय कुमार गुड्डू, सचिव शंकर कुमार सिंह, नितिन कुमार, मुकेश कुमार, धर्मेंद्र पोद्दार, ललित मिश्रा, सेवानिवृत्त शिक्षक छेदी प्रसाद सिंह सहित सैकड़ों खेलप्रेमी उपस्थित थे। अगला मैच आजाद क्लब मथुरापुर और दुधैला फुटबॉल क्लब परबत्ता के बीच खेला जाएगा।
पुराना विस मैदान में 40+ फुटबॉल टूर्नामेंट का आगाज, आठ टीमों ने दिखाया दम
रांची | पुराना विधान सभा मैदान धुर्वा, सेक्टर-2 में पांचवां 40+ फुटबॉल टूर्नामेंट 2025 शनिवार को जोरदार अंदाज में शुरू हुआ। रेड बुल फुटबॉल कमेटी के सभी सम्मानित सदस्यों की उपस्थिति में इसका शुभारंभ किया गया। टूर्नामेंट का उद्घाटन मुख्य संरक्षक बीपीन खलखो ने किया। दो दिवसीय इस प्रतियोगिता में कुल 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। पहला मुकाबला लेजेंड एफसी नेवरी और ओल्ड इज़ गोल्ड के बीच हुआ। रोमांचक पेनाल्टी शूटआउट में ओल्ड इज़ गोल्ड ने 4-2 से जीत दर्ज की। दूसरा मैच अरगोड़ा एफसी और बहुबाजार एफसी के बीच खेला गया। इसमें अरगोड़ा एफसी ने एक गोल से जीत हासिल की। तीसरे मैच में हटिया बॉयज और मेजबान रेड बुल एफसी आमने-सामने थे। यह मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट तक पहुंचा, जिसमें रेड बुल एफसी ने 4-2 से जीत दर्ज की। गोलकीपर गुड्डू शर्मा ने शानदार बचाव कर टीम को जीत दिलाई। वहीं, दिन का चौथा और अंतिम मैच खान ब्रदर्स एफसी और टाटीसिलवे एफसी के बीच खेला गया। इसमें टाटीसिलवे एफसी ने 1-0 से जीत दर्ज की।
फुटबॉल कोच के बाद अब बड़े परदे पर क्रिकेटर बनकर चमकेंगे Ajay Devgan,एक्टर की नई बायोपिक फिल्म पर आया बड़ा अपडेट
Maidaan Review:अजय देवगन की दमदार डायलॉग डिलीवरी और एक्टिंग ने दिखाया रियल सिनेमा, जरूर देखेफुटबॉल कोच की ये कहानी
Maidaan Review: सीट से हिलने का मौका नहीं देगी Ajay Devgan की ये फिल्म, जरूर देखनी चाहिएइंडियन फुटबॉल टीम के महान कोच
‘भीड़ से साथ की उम्मीद मत रखना', Ajay Devgan की मच अवेटेड फिल्म Maidaan काट्रेलर हुआ लॉन्च,फुटबॉल कोच बनकर छा गए एक्टर

