आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला एक किशोर एक दिन बिना बताए घर से निकल गया। पैदल चलते हुए वह अयोध्या पहुंचा और फिर कभी लौटकर नहीं आया। चार साल बाद जब परिवार को उसके जीवित होने की खबर मिली और उसे वापस लाने पहुंचे, तो उसने विनम्र लेकिन दृढ़ शब्दों में कहा कि अब अयोध्या ही मेरा घर है। यही बालक आगे चलकर डॉ. रामविलास दास वेदांती महाराज बना, जो राम जन्मभूमि आंदोलन का बड़ा चेहरा और दो बार सांसद रहा। दरअसल, अयोध्या के प्रख्यात संत और पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती महाराज का सोमवार को मध्यप्रदेश के रीवा में निधन हो गया। वे रीवा में रामकथा करने आए थे। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार दोपहर 12:40 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। डॉक्टरों के अनुसार वे सेप्टिसीमिया से पीड़ित थे। संक्रमण खून के जरिए किडनी और अन्य अंगों तक फैल गया था। संयोग से उनकी जन्मस्थली भी रीवा के आसपास ही रही। निधन की खबर के बाद संत समाज के साथ देश की कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पैतृक गांव पहुंची टीम, भाई ने सुनाई अनसुनी कहानी भास्कर टीम उनकी पैतृक जन्मस्थली गुढ़वा गांव पहुंची। यहां बड़े भाई लक्ष्मीनिधि त्रिपाठी से बातचीत में वेदांती महाराज के घर छोड़ने से लेकर संत जीवन अपनाने तक की वह कहानी सामने आई, जो परिवार और करीबी लोगों के अलावा बहुत कम लोगों को पता थी। बचपन से ही संतों की ओर झुकावलक्ष्मीनिधि त्रिपाठी बताते हैं कि वेदांती महाराज बचपन से ही रामायण और रामचरितमानस का पाठ करते थे। संतों को देखकर वे प्रभावित हो जाते थे। गांव में ही उन्होंने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की। करीब 12 साल की उम्र में वे एक दिन बिना किसी को बताए घर से निकल गए। परिवार ने रिश्तेदारों और आसपास के गांवों में खूब तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। समय बीतता गया और चार साल निकल गए। परिवार इस चिंता में रहा कि बेटा जिंदा भी है या नहीं। चार साल बाद अयोध्या में मिली खबरइसी दौरान गांव के कुछ लोग अयोध्या दर्शन के लिए गए। वहां हनुमानगढ़ी में उन्होंने एक युवक को देखा और पहचान लिया—यह तो पंडित रामसुमन त्रिपाठी का बेटा है। पूछताछ में पता चला कि वह यहीं रह रहा है। गांव वालों ने संतों से बात कर उसे घर ले जाने की अनुमति मांगी। संतों ने रामविलास की ओर देखा। वह उठकर अंदर चले गए और कुछ देर बाद बाहर आकर बोले—मैं कहीं नहीं जाऊंगा, अयोध्या ही मेरा घर है। परिवार मनाने पहुंचा, लेकिन नहीं मानेगांव लौटकर पिता को सूचना दी गई। बेटे के जीवित होने की खबर सुनते ही मां ने उसे वापस लाने की जिद की। इसके बाद पिता, बड़े भाई और कुछ ग्रामीण प्रयागराज होते हुए करीब दो दिन की यात्रा कर अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी में परिवार को देखकर वेदांती महाराज चौंक गए। बातचीत में उन्होंने बताया कि वे करीब चार साल से अयोध्या में रह रहे हैं और संत जीवन अपना चुके हैं। मां के इंतजार और परिवार की चिंता बताने के बावजूद उन्होंने लौटने से इनकार कर दिया। उसी दिन परिवार को समझ आ गया कि वे अब कभी घर नहीं लौटेंगे। पहली रात जंगल में पेड़ पर गुजरीरामविलास ने परिवार को बताया था कि घर से निकलने के बाद वे पैदल रीवा के सोहागी तक पहुंचे थे। रात हो जाने पर जंगल में ही रुकना पड़ा। सियारों की आवाजें और जंगली जानवरों का खतरा था, इसलिए वे एक पेड़ पर चढ़कर रात भर बैठे रहे। सुबह होते ही फिर चल पड़े। करीब एक हफ्ते की पैदल यात्रा के बाद वे अयोध्या पहुंचे और सीधे हनुमानगढ़ी चले गए। वहां संतों के कीर्तन, प्रसाद और स्नेह ने उन्हें ऐसा बांधा कि वापस लौटने का मन ही नहीं हुआ। यहीं उनकी धार्मिक शिक्षा शुरू हुई। भाई का हाथ पकड़कर अपने पास बिठायाबड़े भाई लक्ष्मीनिधि त्रिपाठी बताते हैं कि निधन से एक दिन पहले वे अस्पताल में मिलने पहुंचे थे। मुझे देखते ही उन्होंने हाथ पकड़कर अपने पास बैठा लिया। करीब आधे घंटे तक चुपचाप पास बैठे रहे। करुणा भरी नजरों से देखते रहे। मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी।” सेवा का जीवन और स्पष्ट सिद्धांतभाई बताते हैं कि वेदांती महाराज जब भी मिलते, कुछ पैसे जरूर देते, लेकिन साफ कहते—इन्हें गृहस्थी में मत लगाना, संत सेवा, गौसेवा और ठाकुर सेवा में ही खर्च करना। उन्हीं पैसों से गांव में भंडारे और सेवा कार्य कराए जाते थे। राम जन्मभूमि आंदोलन से संसद तकडॉ. रामविलास दास वेदांती महाराज राम जन्मभूमि आंदोलन के अग्रणी संतों में रहे। वे अयोध्या स्थित श्री रामवल्लभा कुंज, जानकी घाट के पीठाधीश्वर थे। उन्होंने दो बार लोकसभा सांसद के रूप में संत समाज का प्रतिनिधित्व किया। वे रामलला के पक्ष में मुखर रहे, देशभर में जनजागरण किया और धार्मिक मंचों पर प्रसिद्ध रामकथावाचक के रूप में पहचाने गए। संस्कृत के प्रमुख विद्वान वेदांती महाराज, हनुमानगढ़ी के महंत अभिराम दास के शिष्य और रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य भी रहे। डॉ. रामविलास दास वेदांती महाराज आठ भाई-बहनों में पांचवें नंबर पर थे। भाई-बहनों का क्रम इस प्रकार था: भाई: बहनें: डॉ. वेदांती के निधन पर किसने क्या कहा, पढ़िए... मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लिखा- श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के मार्गदर्शक, पूर्व सांसद एवं अयोध्या धाम स्थित वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. रामविलास वेदांती जी महाराज के देवलोकगमन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भगवान श्रीराम दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त अनुयायियों को संबल प्रदान करें। ॐ शांति ! मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा, उन्होंने न केवल जनजागरण के माध्यम से रामभक्तों को एकजुट किया, बल्कि न्यायालय में सत्य और आस्था के पक्ष में निर्भीक होकर गवाही भी दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, पूज्य संत डॉ. वेदांती का निधन सनातन संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका जाना एक युग का अंत है। धर्म, समाज और राष्ट्र को समर्पित उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। यह खबर भी पढ़ें डॉ. रामविलास दास वेदांती को अयोध्या में आज देंगे जल समाधि राम मंदिर आंदोलन के सक्रिय सदस्य रहे पूर्व सांसद डॉ. रामविलास दास वेदांती का पार्थिव शरीर अयोध्या पहुंच चुका है। इसे अंतिम दर्शन के लिए हिंदू धाम में रखा गया है। वेदांती महाराज के उत्तराधिकारी महंत राघवेश दास वेदांती ने बताया- अंतिम यात्रा अयोध्या के हिंदू धाम से मंगलवार सुबह निकलेगी और राम मंदिर तक जाएगी। सरयू तट पर सुबह 10 बजे उन्हें जल समाधि दी जाएगी। पढ़ें पूरी खबर
बीकेटी थाना क्षेत्र के सरकपुर सरैया स्थित एक बंद मकान में चोरों ने ताले तोड़कर जेवर व नकदी चोरी कर ली। पीड़िता ड्यूटी करके घर पहुंची तो सारे ताले टूटे मिले। इसके बाद अंदर गई तो अलमारी का लॉकर टूटा और सामान बिखरा मिला। इस पर पुलिस को सूचना दी। पीड़िता सीमा दुबे पत्नी स्वर्गीय प्रमोद दुबे उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड में कार्यरत हैं। सीमा दुबे के अनुसार वह बीती रात ड्यूटी पर तैनात थीं, जबकि उनका बेटा और बहू पुलिस लाइन स्थित आवास में रुके थे। इस कारण सरैया स्थित मकान में ताला लगा हुआ था। रविवार सुबह जब वह घर पहुंचीं तो देखा कि घर के सभी ताले टूटे पड़े थे। चोरों ने अलमारी का लॉकर तोड़कर उसमें रखी तीन सोने की अंगूठी, दो जोड़ी सोने की बाली और करीब 40 हजार रुपये नकद चोरी कर लिए। इसके अलावा घर में रखा अन्य घरेलू सामान और कपड़े भी चोर उठा ले गए। घटना की सूचना मिलने पर बीकेटी पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। मामले में अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में RSS भवन संचालन को लेकर वाराणसी न्यायालय के सिविल जज जूनियर डिवीजन में सुनवाई हुई। अब इस मामले में 28 जनवरी को अगली सुनवाई होगी। दरअसल 1 जुलाई 2023 को प्रमील पांडे की तरफ से वाराणसी न्यायालय में एक वाद दाखिल किया गया था जिसमें उनका कहना है कि BHU परिसर में RSS भवन संचालित होता था, लेकिन आपातकाल 1975-76 में परिसर में स्थित RSS भवन को तोड़ दिया गया, इसके अलावा संघ से जुड़ी गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई थी। 1 जुलाई 2023 को दाखिल किया गया था मामला BHU परिसर में RSS भवन संचालन करने को लेकर वाद दाखिल करने वाले प्रमील पांडे ने बताया कि देश की आजादी से पहले ही काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पूज्य महामना द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए जमीन दी गई थी। वहां पर संघ की गतिविधियां, आयोजन संचालित किए जाते थे. इसके अलावा RSS भवन का भी वहां पर निर्माण किया गया था, लेकिन 1976 आपातकाल दौर में इसे तोड़ दिया गया और इसकी गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई। इसलिए हमारी मांग है कि अब जो जमीन पहले से स्वीकृत है वहां पर पुनः संचालन के लिए हमें अनुमति प्रदान की जाए। पंडित मदन मोहन मालवीय की पहल पर बना था संघ का भवन प्रमील पांडेय ने जो वाद दाखिल किया है उसके मुताबिक, बीएचयू के परिसर में 1931 में RSS की शाखा प्रारंभ हुई थी. महामना पं. मदन मोहन मालवीय की पहल पर साल 1937 से 28 के बीच दो कमरों का एक संघ भवन भी बनवाया गया था। यह भवन उस समय के कुलपति राजा ज्वाला प्रसाद ने निर्मित कराया था। वर्तमान में यह भवन संघ स्टेडियम के नाम से जाना जाता है। इसे साल 22 फरवरी 1976 को तत्कालीन कुलपति कालूलाल श्रीमाली के कार्यकाल में रातों रात ध्वस्त कर दिया गया था। मामला अब कोर्ट में चल रहा है।
सेवानिवृत्त रेलवे पेंशनभोगी कर्मचारियों और उनके परिजनों की पेंशन संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए सोमवार को उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के हजरतगंज स्थित डीआरएम कार्यालय सभागार में पेंशन अदालत का आयोजन किया गया। बड़ी संख्या में पेंशनभोगी अपनी समस्याएं लेकर पेंशन अदालत में पहुंचे। मौके पर हुआ अधिकांश मामलों का समाधान सीनियर डीसीएम कुलदीप तिवारी ने बताया कि पेंशन अदालत में कुल 19 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 16 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया, जबकि शेष तीन मामलों को आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को भेजा गया है। अधिकारियों ने किया समस्याओं का अवलोकन पेंशन अदालत के दौरान अपर मंडल रेल प्रबंधक शूरवीर सिंह ने पेंशनभोगियों की समस्याओं की समीक्षा की और उनके शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। कार्मिक विभाग की सक्रिय भागीदारी वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी अरिमा भटनागर के मार्गदर्शन में आयोजित इस पेंशन अदालत में कार्मिक शाखा के अधिकारी, कर्मचारी और पेंशनभोगी मौजूद रहे।
सीएम को दी ताड़पत्र पर उकेरी रामस्तुति:डीएम ने की भेंट, विकास परियोजनाओं की प्रगति भी बताई
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने कानपुर नगर के प्रसिद्ध कैलीग्राफर विजय वर्मा द्वारा ताड़पत्र पर उकेरी गई मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की स्तुति मुख्यमंत्री को भेंट की। ताड़पत्र पर अंकित यह कलाकृति भारतीय परंपरागत लिपि-कला और सांस्कृतिक विरासत का सुंदर उदाहरण है। शिष्टाचार भेंट के दौरान डीएम ने मुख्यमंत्री को जनपद कानपुर नगर में संचालित विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति से भी अवगत कराया। उन्होंने विभिन्न नवोन्मेषी पहलों, आधारभूत संरचना तथा जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़े प्रमुख बिंदुओं की जानकारी साझा की। सीएम ने जनपद में चल रहे विकास कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें निर्धारित समय-सीमा में प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए।
बैतूल जिले से साइबर अपराध का बड़ा मामला सामने आया है। दुबई से संचालित अवैध ऑनलाइन बेटिंग नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ कि यह गिरोह क्रिकेट, कैसीनो और अन्य खेलों पर सट्टा लगवाने वाली विदेशी वेबसाइटों के जरिए ₹9.84 करोड़ की साइबर ठगी और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा था। मामले का खुलासा तब हुआ, जब खेड़ी सावलीगढ़ निवासी एक मजदूर के बैंक खाते में अचानक करोड़ों रुपए का लेन-देन दिखाई दिया। जांच में पता चला कि गांव के सामान्य लोगों और एक मृत व्यक्ति तक के बैंक खाते म्यूल अकाउंट के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे थे। ठगों ने बैंकिंग सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाकर खातों पर कब्जा किया और अवैध रकम को वैध दिखाने की कोशिश की। डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर बैतूल पुलिस की साइबर सेल की जांच इंदौर तक पहुंची, जहां से मास्टर आईडी की बिक्री और पैसों की लेन-देन की पूरी व्यवस्था संचालित की जा रही थी। पुलिस अब नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। अब पढ़िए पूरा मामला...दुबई से ऑपरेट होता था नेटवर्क पुलिस जांच में सामने आया कि यह गिरोह दुबई से संचालित अवैध ऑनलाइन बेटिंग वेबसाइटों से जुड़ा था। cretaexch.com, hulk44.com, diamondexch99.now और winjoy365.com जैसी साइटों के जरिए क्रिकेट, कैसीनो और अन्य गेमिंग गतिविधियों पर अवैध सट्टा लगाया जा रहा था। इन वेबसाइटों की मास्टर आईडी भारत में बेचने का जिम्मा इंदौर निवासी बुलियन व्यापारी ब्रजेश महाजन के पास था। वह प्रत्येक मास्टर आईडी ₹25 हजार से ₹2 लाख तक में बेचता था। बेटिंग से अर्जित अवैध रकम को वैध दिखाने के लिए म्यूल खातों (फर्जी बैंक खातों) का इस्तेमाल किया जाता था। इन खातों के माध्यम से पैसों को घुमाकर बाद में रियल एस्टेट, गोल्ड ट्रेडिंग और लग्जरी कारों में निवेश किया जाता था, ताकि काली कमाई को सफेद किया जा सके। एक मजदूर के खाते से खुला पूरा नेटवर्क खेड़ी सावलीगढ़ निवासी मजदूर बिसराम इवने के बैंक खाते में अचानक करोड़ों रुपए का लेन-देन सामने आने के बाद पूरा साइबर बेटिंग नेटवर्क उजागर हुआ। बिसराम ने जब इसकी शिकायत की तो पुलिस जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पता चला कि उसके खाते के साथ-साथ गांव के छह अन्य लोगों के बैंक खाते भी साइबर गिरोह द्वारा म्यूल अकाउंट के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे थे। इनमें एक मृत व्यक्ति राजेश बर्दे का खाता भी शामिल था, जिसका लंबे समय से दुरुपयोग किया जा रहा था। जांच में यह भी सामने आया कि बैंक का एक अस्थायी कर्मचारी खातों से जुड़ी गोपनीय जानकारी गिरोह को उपलब्ध कराता था। इसके बाद आरोपी ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान खाताधारकों के मोबाइल नंबर बदलवाते, नए एटीएम कार्ड जारी कराते और इंटरनेट बैंकिंग सक्रिय कर खातों पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लेते थे। इन्हीं खातों के जरिए करोड़ों रुपए का लेन-देन कर अवैध रकम को आगे ट्रांसफर किया जाता था, जिससे पूरा नेटवर्क संचालित हो रहा था। इंदौर था नेटवर्क का केंद्र, अब तक 9 आरोपी गिरफ्त में बैतूल पुलिस की साइबर सेल ने जब डिजिटल ट्रेल की गहन जांच की, तो इस साइबर बेटिंग नेटवर्क के तार इंदौर से जुड़े मिले। बैंक ऑफ महाराष्ट्र खेड़ीसांवलीगढ़ का अस्थाई कर्मचारी राजा उर्फ आयुष चौहान लोगों के खाते में ईकेवाईसी में नंबर बदलकर एटीएम कार्ड लेकर अपने इंदौर निवासी जीजा अंकित राजपूत को देता था। वह ऑनलाइन ठगी के रुपए इन खातों में ट्रांसफर करता था। अंकित का कर्मचारी नरेंद्र सिंह राजपूत एटीएम में जाकर राशि निकालकर लाकर देता था। कार्रवाई में 20 नवंबर को पहली कार्रवाई में राजा उर्फ आयुष चौहान, अंकित राजपूत और नरेंद्र सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया गया। जांच आगे बढ़ने पर 7 दिसंबर को इंदौर से अमित अग्रवाल को पकड़ा गया, जिसने अवैध कमाई से BMW कार और आलीशान बंगला खरीदा था। 11 दिसंबर को पुलिस ने इंदौर में दबिश देकर राजेंद्र राजपूत और इस पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड ब्रजेश महाजन को गिरफ्तार किया। 14 दिसंबर को पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें अश्विन धर्मवाल (खंडवा), प्रवीण जयसवाल (खंडवा) और पीयूष राठौड़ (बैतूल) शामिल हैं। जांच में सामने आया कि अश्विन धर्मवाल ने ‘अश्विन एग्रो’ नाम से फर्जी फर्म बनाकर म्यूल खातों में करोड़ों रुपए का फंड ट्रांसफर किया। इस फर्म के खाते से ₹10 करोड़ से अधिक का लेन-देन पाया गया। वहीं, प्रवीण जयसवाल ने फर्जी दुकानें खड़ी कर बैंक खातों को वैध दिखाने की व्यवस्था की, जबकि पीयूष राठौड़ अवैध सिम कार्ड उपलब्ध कराकर बायोमेट्रिक प्रक्रिया का दुरुपयोग करता था। दिखावे की दुकानें, खुलते थे फर्जी खाते बैंक को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने फर्जी दुकानों और फर्मों को खोला। कागजों में कारोबार दिखाने के लिए खाली बोतलों में नकली केमिकल के लेबल लगाए गए और दुकानों में डमी स्टॉक सजाया गया। बैंक निरीक्षण के दौरान सब कुछ वास्तविक लगे, इसके लिए फर्जी साइन बोर्ड और नामपट्ट भी लगाए जाते थे। खाता खुलने के बाद चेकबुक, एटीएम कार्ड, पासबुक और ओटीपी समेत पूरी बैंकिंग किट गिरोह के पास पहुंचा दी जाती थी। करंट अकाउंट की ऊंची ट्रांजैक्शन सीमा और खातों पर डेबिट फ्रीज न होने का फायदा उठाकर इन्हीं खातों से करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया। इस तरीके से अवैध ऑनलाइन बेटिंग और साइबर ठगी की रकम को आसानी से घुमाया जाता रहा। कमीशन के लालच में खाते बेचते थे जांच में सामने आया कि पीयूष राठौड़ जैसे सिम एजेंट अवैध रूप से बायोमेट्रिक प्रक्रिया का दुरुपयोग कर दो सिम एक साथ जारी करते थे। एक सिम ग्राहक को दी जाती थी, जबकि दूसरी अपराधियों को। दो सिम का सौदा ₹5,000 तक में होता था। जांच में पता चला कि खातों के लिए दरें भी तय थीं। सेविंग अकाउंट ₹10,000 और करंट अकाउंट ₹26,500 का रहता था। आरोपीगण लाभ के लिए जानबूझकर अपने बैंक खाते, एटीएम और ओटीपी गिरोह को सौंपते थे। एसपी वीरेंद्र जैन और एएसपी कमला जोशी के निर्देशन में गठित साइबर सेल और एसआईटी ने डिजिटल साक्ष्य, बैंकिंग डेटा और सिम लिंकिंग की ट्रेसिंग कर पूरे नेटवर्क का खुलासा किया। फर्जी फर्म, म्यूल खातों और सिम की बिक्री की पूरी श्रृंखला अब पुलिस की पकड़ में है। जप्त सामग्री और आगे की कार्रवाई एसपी वीरेंद्र जैन ने कहा आरोपियों से मोबाइल फोन, पासबुक, एटीएम कार्ड और अन्य डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। इन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस ने दुबई कनेक्शन की जानकारी केंद्रीय एजेंसियों को भेज दी है और मनी ट्रेल की गहन जांच जारी है। बैतूल पुलिस की नीति साइबर और आर्थिक अपराधों पर जीरो टॉलरेंस की है। हर कड़ी तक पहुंचकर कार्रवाई की जाएगी।
बेकनगंज पुलिस ने अंडा कारोबारी से 3.30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और 60 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले फिल्म ताजमहल के को–प्रोड्यूसर इरशाद आलम के साथी हादी हसन को गिरफ्तार कर जेल भेजा। आरोपियों ने जमीन दिलाने के नाम पर कारोबारी से धोखाधड़ी की और विरोध करने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी। सिविल लाइन निवासी मोहम्मद शोएब की नई सड़क में अंडे की दुकान है। व्यापार के लिए गोदाम की आवश्यकता होने पर रिक्की व रफी ने उनकी मुलाकात फिल्म ताजमहल के को–प्रोड्यूसर व टेनरी संचालक इरशाद आलम से करवाई। जिसने जाजमऊ के गज्जूपुरवा में जमीन दिलाने के नाम पर 1.65 करोड़ रुपए लेने के बाद एग्रीमेंट किया। कुछ समय बाद रजिस्ट्री के लिए कहने पर 1.65 करोड़ रुपये वसूले। इस बीच उन्हें जानकारी हुई कि जमीन को सरकार ने पहले ही अधिग्रहण कर चुकी है। जब उन्होंने रकम वापस मांगी तो बीती 13 सितंबर को आरोपी ने अपने साथी मोहम्मद उजैर व अन्य के साथ दुकान पहुंच कर धमकाया। साथ ही झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर 60 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। बेकनगंज थाना प्रभारी मतीन खान ने बताया कि अंडा कारोबारी से धोखाधड़ी के मामले में आरोपी हादी हसन निवासी मोहल्ला उत्तरी खेलदार फतेहपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में आरोपित टेनरी संचालक इरशाद आलम समेत दो लोगों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
ग्वालियर में सिख समाज ने की शिकायत:गुरुद्वारे के पंचों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट
ग्वालियर में सोमवार को सिख समाज के दो दर्जन से अधिक लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। उन्होंने शिकायत की कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके गुरुद्वारे की संगत के पंचों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और भ्रामक पोस्ट की है। समाज का आरोप है कि इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और उन्होंने दोषी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला ग्वालियर के नूरगंज स्थित गुरुद्वारे से जुड़ा है। सिख समाज के लोगों ने बताया कि गुरु नानक जयंती पर गुरुद्वारे में एक बधाई बैनर लगाया गया था, जिसमें संगत के पांच पंचों की तस्वीरें थीं। आरोप है कि किसी व्यक्ति ने इस बैनर की तस्वीर को एडिट कर बधाई संदेश हटा दिए और सोशल मीडिया पर यह लिखकर साझा कर दिया कि बैनर में दिख रहे पांचों लोग गुरुद्वारे में चोरी करते पकड़े गए हैं। नूरगंज गुरुद्वारे के उपप्रधान जोरावर सिंह ने बताया कि यह आपत्तिजनक पोस्ट न केवल देशभर में, बल्कि विदेशों तक भी फैल चुकी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में राजस्थान के विभिन्न गुरुद्वारों से व्हाट्सएप के माध्यम से उन्हें इस पोस्ट की जानकारी मिली। यह तस्वीर उन लोगों तक भी पहुंची है, जो गुरुद्वारे के निर्माण कार्य के लिए विदेश से आर्थिक सहायता प्रदान कर रहे हैं, जिससे समाज की छवि को गंभीर नुकसान हुआ है। मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जय राज कुबेर ने सिख समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। उन्होंने उनका शिकायती आवेदन लिया और आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मंडल के सबसे बड़े अस्पताल एसआरएन अस्पताल को लेकर एडवाइजरी जारी हुई है। यानि कि स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में 17 व 18 दिसंबर को डायलिसिस की सुविधा बंद रहेगी। स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय प्रयागराज के डायलिसिस यूनिट में रोगियों को सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण एवं संक्रमण-मुक्त उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्टेरलाइजेशन, मशीनों की गहन सफाई, तकनीकी जांच तथा नियमित मेंटेनेंस कार्य किया जाना प्रस्तावित है। उक्त कार्य के कारण डायलिसिस सेवा 24 घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद रहेगी। डायलिसिस सेवा बंद रहने की अवधि: बुधवार, 17 दिसंबर को प्रातः 8:00 बजे से गुरुवार, 18 दिसंबर को प्रातः 8:00 बजे तक। यह निर्णय अस्पताल प्रशासन द्वारा संक्रमण नियंत्रण मानकों के सख्त अनुपालन, मशीनों की कार्यक्षमता बनाए रखने तथा भविष्य में रोगियों को किसी भी प्रकार की असुविधा या जोखिम से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है। निर्धारित समयावधि पूर्ण होने के पश्चात सभी आवश्यक कार्य पूर्ण कर डायलिसिस सेवा को पुनः पूर्ववत, सुरक्षित एवं सुचारु रूप से प्रारंभ कर दिया जाएगा। अस्पताल प्रशासन इस अस्थायी असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है तथा रोगियों एवं उनके परिजनों से सहयोग, धैर्य एवं समझदारी की अपेक्षा करता है।
इंदौर की बेटी भूमि अग्रवाल ने साउथ अफ्रीका में आयोजित मॉडर्न पेंटाथलॉन वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए चार पदक अपने नाम किए। एक ही अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में चार पदक जीतने वाली वह मध्यप्रदेश की एकमात्र खिलाड़ी बन गई हैं। रविवार को इंदौर लौटने पर कॉलोनीवासियों ने हार-फूल, आतिशबाजी और जुलूस निकालकर उनका जोरदार स्वागत किया। भूमि ने पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में भाग लेते हुए यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने व्यक्तिगत बायथल में स्वर्ण, ट्राइथल में रजत, जबकि बायथल मिक्स्ड रिले और ट्राइथल मिक्स्ड रिले में कांस्य पदक जीते। ये पदक इसलिए भी खास हैं क्योंकि पेंटाथलॉन अन्य खेलों की तुलना में अधिक कठिन और तकनीकी माना जाता है। बायथल और ट्रायथल इवेंट क्यों हैं चुनौतीपूर्ण बायथल इवेंट में पहले 800 मीटर दौड़, फिर 100 मीटर तैराकी और इसके बाद दोबारा 800 मीटर दौड़ पूरी करनी होती है। वहीं ट्रायथल में स्विमिंग, साइक्लिंग और रनिंग शामिल होती है। शिशुकुंज स्विमिंग एकेडमी की भूमि ने इंदौर में हुई नेशनल बायथल प्रतियोगिता में स्वर्ण और रजत पदक जीते थे, जिसके आधार पर उनका चयन अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा के लिए हुआ। चार पदकों के साथ भारत का पहला गोल्ड भूमि ने बताया कि इस चैंपियनशिप में इससे पहले भारत को वर्ष 2013 में कांस्य पदक मिला था। इस बार भारत का पहला स्वर्ण पदक उन्होंने दिलाया और एक साथ चार पदक जीतकर इतिहास रचा। प्रतियोगिता में 29 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया था, जिसमें भूमि ने अंडर-21 वर्ग में हिस्सा लिया। रेत में दौड़ और खुले पानी में तैराकी बनी चुनौती भूमि के अनुसार मुकाबले बेहद कठिन थे, क्योंकि रेत में दौड़ और ओपन वाटर स्विमिंग करनी पड़ती है। बारिश होने पर लहरें तेज हो जाती हैं, जिससे तैराकी मुश्किल हो जाती है। ऐसी स्थिति का सामना उन्हें भी करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लेकर जीत हासिल की। एशियन गेम्स लक्ष्य, परिवार और कोच का मिला साथ भूमि अब एशियन गेम्स की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि परिवार के सहयोग से संभव हुई। एक समय वह हार मानने वाली थीं, लेकिन माता-पिता ने हौसला बढ़ाया। कोच आकाश, अंकित और वेदांत का भी विशेष सहयोग रहा। भूमि का संदेश है— कठिन हालात में कभी हार न मानें, एक रेस पूरी जिंदगी बदल सकती है। जनप्रतिनिधियों की अनदेखी पर परिवार को अफसोस भूमि की मां मेघा और पिता गोविंद अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि बेटी इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करेगी। भूमि पढ़ाई में भी हमेशा 80 प्रतिशत से अधिक अंक लाती रही हैं। परिवार को इस बात का दुख है कि इतनी बड़ी सफलता के बावजूद जनप्रतिनिधियों ने आशीर्वाद तक नहीं दिया, जबकि रविवार को मुख्यमंत्री सहित कई नेता इंदौर में मौजूद थे।
गुजैनी थानाक्षेत्र के जरौली फेस-2 में नकाबपोश तीन चोरों ने ज्वैलरी शॉप को अपना निशाना बनाया। शातिरों ने पहले शटर और फिर अलमारी तोड़कर उसमें रखे करीब तीन किलो चांदी के गहने पार कर दिए। आरोपी पास रखी तिजोरी काटने की कोशिश कर रहे थे, हालांकि इस बीच सड़क पर आहट होने ने आरोपी दुकान से निकल भागे। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। पीड़ित ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जरौली फेस-2 के गोपालपुरम सोसाइटी निवासी गौरव वर्मा की मोहन धाम सोसाइटी में बाला जी ज्वैलर्स नाम से दुकान है। शनिवार को समय पर दुकान बंद कर वह घर गए थे। दुकान में लगे सीसीटीवी के अनुसार रविवार तड़के 3:14 बजे चेहरा ढके तीन चोर शटर के पास आए। इन लोगों ने पहले दुकान का शटर तोड़ा और फिर अंदर रखी अलमारियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। आरोपियों में से एक शातिर दुकान में दाखिल हुआ। उसने अंदर रखी अलमारी का लॉक तोड़कर उसमें रखे करीब 3 किलोग्राम चांदी के बने गहने पार कर दिए। इनमें पायल, बिछिया, चैन, कड़े, बच्चों के कड़े सहित अन्य चांदी के गहने शामिल हैं। पीड़ित ने बताया कि सुबह टहलने वाले लोगों का निकलना शुरू होने पर 3:50 बजे आरोपी दुकान से बाहर निकल गया। इसके बाद वह साथियों संग पैदल पिपौरी की ओर भाग निकला। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। सुबह दुकान खोलने पहुंचने तो घटना की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची गुजैनी पुलिस ने आरोपियों की फुटेज खंगाली तो पता चला कि वारदात से दो घंटे पहले भी आरोपियों ने शटर तोड़ने की कोशिश की थी, हालांकि आहट होने के चलते थोड़ी देर बाद वारदात को अंजाम दिया। इंस्पेक्टर अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपियों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही आने जाने के रास्तों का फुटेज देखा जा रहा है।
अलीगढ़ के सासनी गेट थाना क्षेत्र के पला रोड स्थित गोपालपुरी में सोमवार को फैक्ट्री का बिजली कनेक्शन काटने पहुंचे जेई और फैक्ट्री संचालक में हाथापाई और मारपीट हो गई। जानकारी पर बड़ी संख्या में व्यापारी, औद्योगिक संगठन के पदाधिकारी और भाजपा नेता थाने में धरने पर बैठ गए। इस दौरान थाने में भी जेई के साथ खींचतान और नोकझोंक हो गई। बाद में व्यापारी की तहरीर पर जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उधर जेई की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और बिजली विभाग ने जेई के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। समय से पहले ही काटने पहुंचे कनेक्शन गोपालपुरी निवासी स्वतंत्र प्रकाश वार्ष्णेय की प्रकाश इंजीनियरिंग नाम से फैक्ट्री है। उनका कहना है कि फैक्ट्री पर 60 किलोवाट का कनेक्शन है और बिल जमा करने की अंतिम तिथि 22 दिसंबर है। बावजूद इसके सासनी गेट सब स्टेशन पर तैनात जेई पतंजलि उपाध्याय सोमवार सुबह टीम के साथ फैक्ट्री पहुंचे और कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरू कर दी। विरोध करने पर जेई और उनकी टीम ने गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। जेई पर लगाया रिश्वत लेने का आरोप व्यापारी ने आरोप लगाया कि जेई पहले भी उनसे रिश्वत ले चुके हैं और बार-बार अवैध मांग करते रहे हैं। सूचना मिलते ही सासनी गेट औद्योगिक संघ के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। वहां जेई से तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। थाने में व्यापारियों ने की नारेबाजी थाने में व्यापारियों के समर्थन में भाजपा नेता विवेक सारस्वत, सुबोध स्वीटी और संजय गोयल की अगुवाई में कार्यकर्ता भी पहुंच गए। उन्होंने जेई पर मारपीट, अभद्रता और रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान थाने में भी जेई और व्यापारियों के बीच खींचतान और नोकझोंक हुई। वहीं बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई। जेई ने दी धक्कामुक्की और धमकी देने की तहरीर मामले की सूचना पर सीओ प्रथम मयंक पाठक और प्रभारी एसई मो. इमरान थाने पहुंचे। करीब दो घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद स्वतंत्र प्रकाश की तहरीर पर जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। वहीं जेई की ओर से भी उनके साथ अभद्रता, धक्कामुक्की और धमकी देने की तहरीर दी गई है, जिस पर पुलिस जांच कर रही है। 3 सदस्यीय टीम करेगी आरोपों की जांच प्रभारी एसई मो. इमरान ने बताया कि व्यापारियों ने जेई पतंजलि उपाध्याय पर रिश्वत लेने और बिल जमा करने से पहले ही कनेक्शन काटने की कार्रवाई करने के आरोप लगाए हैं। शिकायत मिलने के बाद तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भोपाल में दो कारों की टक्कर का VIDEO:डेढ़ साल के मासूम समेत 6 घायल; रिटायर्ड टीचर की हालत गंभीर
भोपाल के कोलार रोड स्थित गोकुल स्वीट के पास रविवार सुबह हुए भीषण सड़क हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। फुटेज में एक कार तेज रफ्तार में सर्विस रोड से मुख्य मार्ग पर अचानक आती है और सामने से आ रही दूसरी कार से जोरदार टक्कर हो जाती है। इस हादसे में डेढ़ साल के मासूम सहित छह लोग घायल हो गए, जबकि रिटायर्ड शिक्षक की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस के अनुसार, सारंगपुर निवासी विजय गुर्जर (25) रविवार सुबह अपनी अर्टिगा कार से पड़ोसी राधेश्याम सोनी (62) की बेटी अनुश्री को परीक्षा दिलाने भोपाल आ रहे थे। अनुश्री अतिथि शिक्षक हैं और कोलार रोड स्थित विध्यांचल अकादमी में आयोजित भर्ती परीक्षा में शामिल होने जा रही थीं। परीक्षा के बाद परिवार का भोपाल में घूमने का भी कार्यक्रम था। इसी वजह से राधेश्याम सोनी अपने बेटे अश्विन, बहू शिवानी और डेढ़ साल के पोते के साथ कार में सवार थे। वाहन विजय गुर्जर चला रहा था। तेज रफ्तार स्विफ्ट बनी हादसे की वजहसुबह करीब 8.30 बजे जब अर्टिगा गोकुल स्वीट के पास पहुंची, तभी सर्विस रोड से मुख्य मार्ग पर आई एक स्विफ्ट कार (एमपी 04 सीआर 0939) अनियंत्रित हो गई। सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि स्विफ्ट तेज गति में थी और चालक ने मुख्य सड़क पर आते समय न तो गति कम की और न ही सतर्कता बरती। इसी लापरवाही के चलते दोनों कारों में आमने-सामने की टक्कर हो गई। मासूम समेत सभी घायल अस्पताल में भर्तीहादसे में रिटायर्ड शिक्षक राधेश्याम सोनी के हाथ और पैरों में गंभीर चोटें आई हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उनकी बहू शिवानी, बेटी अनुश्री सोनी और बेटे अश्विन सोनी को भी गंभीर चोटें लगी हैं। इसके अलावा डेढ़ साल का मासूम बच्चा भी हादसे में घायल हुआ है। सभी घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है। कार चालक विजय गुर्जर को मामूली चोटें आई हैं। हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को ऑटो और अन्य निजी वाहनों से नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। केस दर्ज, CCTV के आधार पर जांचसब-इंस्पेक्टर कमल सिंह ने बताया कि फरियादी विजय गुर्जर की शिकायत पर स्विफ्ट कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। दुर्घटना में शामिल दोनों वाहनों को जब्त कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हादसे की परिस्थितियों और चालक की लापरवाही की जांच कर रही है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट कहा है कि सार्वजनिक स्थल पर जुआ खेलना संज्ञेय अपराध है और इसमें दर्ज केस में पुलिस बिना वारंट किसी को गिरफ्तार करने के साथ ही विवेचना कर सकती है। न्यायमूर्ति विवेक कुमार सिंह ने आगरा निवासी कामरान की याचिका खारिज करते हुए यह आदेश दिया । याची ने विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, आगरा के समक्ष लंबित आपराधिक केस कार्यवाही रद करने के लिए धारा 528 भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता के अंतर्गत याचिका दायर की थी। दिसंबर 2019 में याची को सिकंदरा स्थित पार्क में जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और धारा 13 के तहत आरोप पत्र दायर किया। ट्रायल कोर्ट ने तीन महीने के भीतर विचारण पूरा करने का भी आदेश दिया। याची का कहना था धारा 13 का अपराध असंज्ञेय है, इसलिए बिना कोर्ट की अनुमति के न विवेचना की जा सकती है और न ही बिना वारंट गिरफ्तारी। पुलिस ने विवेचना शुरू करने के लिए मजिस्ट्रेट से अनुमति नहीं ली, इसलिए एफआइआर दर्ज होने के तुरंत बाद शुरू की गई पूरी कार्यवाही शून्य है। कोर्ट ने इस तर्क को सही नहीं माना। कहा कि धारा 3 और 4 के लिए अलग-अलग प्रक्रियाओं की आवश्यकता हो सकती है, सार्वजनिक स्थानों पर जुआ खेलने वाले व्यक्तियों को गिरफ्तार करने के लिए धारा 13 के तहत पुलिस को दी गई विशिष्ट अधिकार इसे संज्ञेय अपराध बनाता है। इसलिए एफआइआर दर्ज करने और मजिस्ट्रेट के आदेश के बिना आरोप पत्र जमा करना गलत नहीं था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरबीआई की अनुमति के बिना इंडियन बैंक की शाखा को दूसरे गांव में स्थानांतरित करने को चुनौती देने वाले एक जनहित याचिका खारिज कर दिया। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को राहत देने से इनकार कर दिया। याची ग्राम प्रधान लाल बहादुर पटेल ने प्रयागराज जिले के सोरांव तहसील के मऊआइमा ब्लॉक में स्थित इंडियन बैंक की शाखा को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। याचिका में आधार था कि इससे आसपास के गांवों के ग्रामीणों के साथ-साथ उनके गांव के ग्रामीणों को भी बहुत कठिनाई होगी। यह दलील दी गई कि शाखा को दूसरे गांव में स्थानांतरित कर दिया गया है और बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 23 के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक की अनुमति के बिना शाखा को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है। भारतीय रिज़र्व बैंक के वकील ने तर्क दिया कि आरबीआई की अनुमति आवश्यक नहीं थी। शाखा प्राधिकरण नीति के दिशा-निर्देशों के संशोधन से संबंधित दिनांक 18 मई 2017 के परिपत्र के खंड 5.2 का हवाला देते हुए उन्होंने तर्क दिया कि बैंक शाखा के स्थान परिवर्तन के लिए जिला परामर्श समिति की अनुमति पर्याप्त थी और वह अनुमति प्राप्त कर ली गई थी। उक्त परिपत्र का खंड 5 'बैंकिंग आउटलेट्स' के विलय/बंद करने/स्थानांतरण/रूपांतरण से संबंधित है। मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली और न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की पीठ ने यह आदेश पारित किया है। बैंक के वकील द्वारा बैंक शाखा के नाम परिवर्तन संबंधी आदेश प्रस्तुत किए जाने पर न्यायालय ने पाया कि याचिकाकर्ता द्वारा दायर जनहित याचिका में कोई आधार नहीं है। तदनुसार, कोर्ट ने जनहित याचिका खारिज कर दिया।
इंदौर के इंडस्ट्रियल एरिया में आगजनी और हादसों के चलते प्रशासन ने अहम निर्णय लिए हैं। कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि इंडस्ट्रियल सुरक्षा मानकों में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जिले की सभी औद्योगिक इकाइयों में ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि हाल ही में अलग-अलग इंडस्ट्रीज में स्प्रेड पॉइंट और अन्य सुरक्षा संबंधित कमियां सामने आई हैं, जिससे कई दुर्घटनाएं भी हुई हैं। इसके चलते अनसेफ फैक्ट्रियों को सील किया जा रहा है। सुरक्षा मानकों का बार-बार उल्लंघन करने वाली इकाइयों को बंद करने की कार्रवाई जारी है। कई इकाइयों को सुधार के लिए अवसर भी दिए गए, ताकि वे फायर सेफ्टी, इमरजेंसी मैनेजमेंट और केमिकल हैंडलिंग की मानक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर सकें। अपर कलेक्टर (ADM) स्तर पर सभी कार्रवाई की निगरानी की जाएगी। हर टीएल बैठक में समीक्षा होगी। कलेक्टर वर्मा ने दिए निर्देश
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) ने 2026 का परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया है। राज्य व वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 26 अप्रैल और स्टेट इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा 22 मार्च 2026 को होगी। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती तीन चरणों में 12 जुलाई, 2 अगस्त और 30 अगस्त को प्रस्तावित है। परीक्षाओं की शुरुआत 4 जनवरी 2026 से होगी। हालांकि, राज्य सेवा मुख्य परीक्षा-2025 का उल्लेख तो किया है, लेकिन तारीख नहीं दी है। आयोग के अनुसार मामला कोर्ट में होने के कारण अगला निर्णय आदेश के बाद लिया जाएगा। 3 साल में चौथी बार असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा
इंदौर में खाने की खराब क्वालिटी की शिकायत करने के लिए कलेक्टर शिवम वर्मा ने टोल फ्री नंबर जारी किए हैं। कलेक्टर ने कहा कि उपभोक्ता अब दो टोल फ्री नंबरों 0731-181 और 0755-2840621 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया कि इन नंबरों पर कॉल कर उपभोक्ता खाद्य पदार्थों में मिलावट, गुणवत्ता में कमी, निर्धारित मानकों के उल्लंघन या किसी भी तरह की अनियमितता की जानकारी अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं। स्ट्रीट फूड वेंडर्स को देंगे ट्रेनिंग, मिलावटखोरों पर और सख्ती होगी कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि इंदौर भोजन और स्ट्रीट फूड संस्कृति के लिए प्रसिद्ध शहर है। इसलिए हर जगह पर उपभोक्ताओं को उचित मानक और उच्च गुणवत्ता वाला खाद्य पदार्थ मिलना चाहिए। इसी उद्देश्य से श्हर के हर स्ट्रीट वेंडर को उचित गुणवत्ता बनाए रखने के लिए ट्रेनिंग, जागरुकता कार्यक्रमों और सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया से जोड़ा जाएगा। ईट राइट चैलेंज-4 डैशबोर्ड की वर्तमान स्थिति के अनुसार इंदौर पूरे देश मे प्रथम स्थान पर है। इसके पूर्व भी ईट राइट चैलेंज-1 एवं ईट राइट चैलेंज-3 में भी इंदौर पूरे देश में प्रथम स्थान पर रहा है। FSSAI की शर्तों के अनुरूप हाई रिस्क प्रतिष्ठानों का प्राथमिकता से निरीक्षण किया जा रहा है। 1 जुलाई 2025 से अब तक कुल 576 निरीक्षण किये गए तथा कुल 1392 नमूने जांच के लिए लिए गए। दूध एवं दुग्ध उत्पाद के कुल 236 नमूने लिए गए हैं। संबंधित आरोपियों पर केस दर्ज किए गए हैं। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।
इंदौर में BRTS तोड़ने को लेकर हो रही देरी के मामले में 16 दिसंबर को हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। इसमें इसकी निगरानी के लिए गठित कमेटी कोर्ट में रिपोर्ट पेश करेगी। इसके पूर्व 6 सदस्यीय कमेटी के सदस्यों ने सोमवार रात बीआरटीएस का निरीक्षण किया। कमेटी अभी भी मौजूदा स्थिति से संतुष्ट नहीं है। AQI चेक कर मलबा हटाने के दिए निर्देशकमेटी ने सोमवार रात को राजीव गांधी से पलासिया तक निरीक्षण किया। इस दौरान पाया कि अभी इंदौर का AQI (Air Quality Index) 200 है। इस पर कमेटी ने वहां पड़ा मलबा, पिलर्स और वेस्ट सीमेंट को हटाने के लिए कहा है। साथ ही यह भी कहा... हाईकोर्ट ने बनाई थी कमेटी1 दिसंबर को सुनवाई के दौरान बीआरटीएस तोड़ने का पूरा काम तीन माह में पूरा होने की जानकारी दी गई थी, लेकिन एक लेन की रैलिंग का काम 15 दिन में पूरा करने का आश्वासन दिया गया। इस पर कोर्ट ने एक मॉनिटरिंग कमेटी बना दी। इस कमेटी में एडवोकेट गिरीश पटवर्धन, एनएस भाटी, कौस्तुभ पाठक, अजयराज गुप्ता, प्रद्युम्न किबे और जय शर्मा को लिया गया है। यह कमेटी बीआरटीएस रिमूवल कार्रवाई की रिपोर्ट 16 दिसंबर को होने वाली अगली सुनवाई पर कोर्ट के समक्ष पेश करेगी। पिछली सुनवाई में जस्टिस विजयकुमार शुक्ला एवं जस्टिस बिनोद कुमार द्विवेदी की डिवीजन बेंच ने यह भी निर्देश दिए थे कि अगली सुनवाई पर कलेक्टर और निगम कमिश्नर के साथ डीसीपी ट्रैफिक भी व्यक्तिगत रूप से हाजिर रहें। इसके चलते इन सभी को आज कोर्ट में उपस्थित होना है।
एम्स भोपाल के ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा द्वारा आत्महत्या के प्रयास का मामला अब संस्थागत जांच के दायरे में आ गया है। एम्स प्रबंधन ने डीन एकेडेमिक और मेडिकल सुपरिटेंडेंट समेत पांच वरिष्ठ अधिकारियों की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित कर दी है, जिसे पूरे घटनाक्रम, विभागीय कार्यसंस्कृति और संभावित वर्क प्लेस स्ट्रेस की जांच सौंपी गई है। जांच के साथ-साथ ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग का स्ट्रक्चर बदल कर, उसे दो अलग सेंटर में विभाजित किया गया है। जो एक सप्ताह में अलग-अलग संचालित होने लगेगा। मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्तर से भी निगरानी शुरू हो गई है। पहले नींद की दवा, फिर एनेस्थीसिया किया इंजेक्टइलाज के दौरान सामने आए तथ्यों ने डॉक्टरों और प्रबंधन को भी चौंका दिया है। खुलासा हुआ है कि डॉ. रश्मि ने केवल एनेस्थीसिया नहीं, बल्कि उससे पहले नींद की दवा और फिर मांसपेशियों को पैरालाइज करने वाली हाई-डोज एनेस्थीसिया ड्रग इंजेक्ट की थी। इससे उनका दिल करीब सात मिनट तक बंद रहा और दिमाग को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। अब तक की जांच में सामने आया कि डॉ. रश्मि ने सबसे पहले नींद की दवा मिडाजोलम का पूरा वॉयल केन्युला के जरिए सीधे नस में इंजेक्ट किया। इसके बाद उन्होंने एनेस्थीसिया ड्रग वेक्यूरोनियम इंजेक्ट किया, जो मांसपेशियों को पूरी तरह रिलैक्स कर देता है। दोनों ही दवाएं हाई डोज में थीं। नींद की दवा के असर से वे बेहोश हो गईं और वेक्यूरोनियम के कारण शरीर की मांसपेशियां, यहां तक कि दिल और सांस से जुड़ी मसल्स भी पैरालाइज हो गईं। नतीजतन, दिल की धड़कन रुक गई और फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार, करीब सात मिनट तक दिमाग को ऑक्सीजन नहीं मिली, जिससे ब्रेन सेल्स को भारी नुकसान पहुंचा। नर्स की नजर पड़ी, तभी बची जानएम्स के एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जब डॉ. रश्मि यह प्रक्रिया कर रही थीं, उसी दौरान घर में ही उनके पति डॉ. मनमोहन शाक्य के क्लिनिक में मौजूद नर्स की नजर उन पर पड़ी। नर्स को स्थिति संदिग्ध लगी और उसने तुरंत डॉ. शाक्य को जानकारी दी। इसके बाद डॉ. शाक्य बिना देरी किए डॉ. रश्मि को लेकर एम्स भोपाल पहुंचे। इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों ने तत्काल CPR शुरू किया और तीन बार रेससिटेशन के बाद दिल की धड़कन वापस लाई जा सकी। क्रिटिकल हालत में डॉ. रश्मि, वेंटिलेटर पर इलाज जारी एम्स भोपाल के सूत्रों के अनुसार, डॉ. रश्मि की स्थिति फिलहाल क्रिटिकल बनी हुई है। वे पूरी तरह वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं और डॉक्टर लगातार न्यूरोलॉजिकल रिस्पॉन्स पर नजर बनाए हुए हैं। रविवार को कराई गई एमआरआई रिपोर्ट में उनके मस्तिष्क में ग्लोबल हाइपोक्सिया के संकेत मिले हैं, यानी दिमाग को लंबे समय तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की स्थिति कार्डियक अरेस्ट के बाद सामने आती है और इसका असर लंबे समय तक रह सकता है। एक दिन पहले हुआ था बर्थडे सेलिब्रेटइस पूरे मामले में एक भावनात्मक पहलू भी सामने आया है। एम्स एंड ट्रॉमा इमरजेंसी की एक अन्य चिकित्सक ने बताया कि बुधवार को विभाग में उनका बर्थडे सेलिब्रेशन भी हुआ था। हालांकि, उनके बर्थडे की डेट 7 दिसंबर थी। लेकिन, जब विभाग के डॉक्टरों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत केक मंगवाया था। तब किसी को इस बात का अंदेशा नहीं था कि डॉ. रश्मि ड्यूटी से लौटने के बाद अगले दिन घर पर यह कदम उठा लेंगी। साथी डॉक्टरों के अनुसार, वे हमेशा से एनर्जेटिक, प्रोफेशनल और जिम्मेदार फैकल्टी के रूप में जानी जाती हैं। वे बेसिक लाइफ सपोर्ट (BLS) प्रोग्राम, नर्सिंग ट्रेनिंग सेशन (TEM) और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। ऐसे में उनका यह कदम सभी को झकझोर देने वाला है। एम्स में बहस.. टॉक्सिक माहौल या निजी कारण डॉ. रश्मि के आत्महत्या प्रयास को लेकर एम्स में दो तरह की चर्चाएं चल रही हैं। एक वर्ग का कहना है कि यह उनका निजी निर्णय था और इसके पीछे व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं। वहीं, दूसरा वर्ग ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग के कथित टॉक्सिक वर्क कल्चर को जिम्मेदार मान रहा है। पहले भी विभाग में तनाव, नोटिस और आपसी मतभेदों की बातें सामने आ चुकी हैं। यही वजह है कि एम्स प्रबंधन इस मामले को हल्के में लेने के मूड में नहीं है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित, जल्द रिपोर्ट के निर्देशरविवार को छुट्टी के दिन एम्स प्रबंधन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की आपात बैठक बुलाई गई। इस बैठक में पांच सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के गठन के आदेश जारी किए गए। इस कमेटी को पूरे घटनाक्रम, कार्यस्थल के माहौल और अन्य संबंधित तथ्यों की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के गठन के बाद ही डॉक्टरों के इंटरनल ग्रुप्स में इसका विरोध शुरू हो गया है। कई डॉक्टरों का कहना है कि यदि जांच निष्पक्ष करनी है तो कमेटी में किसी बाहरी विशेषज्ञ या स्वतंत्र सदस्य को शामिल करना जरूरी है। उनका तर्क है कि पूरी तरह आंतरिक कमेटी पर निष्पक्षता को लेकर सवाल उठ सकते हैं। ट्रॉमा और इमरजेंसी अब अलग-अलग विभागडॉ. रश्मि के मामले के बाद एम्स में एक बड़ा प्रशासनिक फैसला भी लिया गया है। अब ट्रॉमा और इमरजेंसी विभाग को अलग-अलग कर दिया गया है। नई व्यवस्था के तहत इमरजेंसी में 11 बेड और ट्रॉमा में 11 बेड होंगे। इसके अलावा पीडियाट्रिक इमरजेंसी के लिए 10 बेड होंगी। यानी, कुल मिलाकर 32 एक्टिव और 42 अतिरिक्त बेड, यानी 74 बेड की व्यवस्था रहेगी। इससे मरीजों को जल्दी सेग्रीगेट किया जा सकेगा और स्टेबलाइजेशन के बाद सही विभाग में शिफ्ट करने में आसानी होगी। नई संरचना के अनुसार, इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की कमान मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. रजनीश जोशी संभालेंगे। ट्रॉमा विभाग न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. अमित अग्रवाल के नेतृत्व में रहेगा। प्रबंधन का मानना है कि इससे इलाज के प्रोटोकॉल तेजी से तय होंगे और मरीजों को बेहतर और समय पर उपचार मिल सकेगा। ये खबरें भी पढ़ें... भोपाल एम्स की लेडी डॉक्टर ने की खुदकुशी की कोशिश भोपाल एम्स के इमरजेंसी विभाग की डॉक्टर रश्मि वर्मा ने खुदकुशी की कोशिश की है। उन्होंने घर पर ही बेहोशी की दवा का इंजेक्शन लगा लिया। पति ने देखा तो तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। पल्स रेट और हार्टबीट लगातार गिरती देख साथी डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल सीपीआर देकर रिवाइव किया। फिलहाल, उनकी स्थिति क्रिटिकल बनी हुई है। पढ़िए पूरी खबर एम्स की डॉक्टर को मिला था 'सीरियस मिसकंडक्ट' नोटिस एम्स भोपाल के ट्रॉमा और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा का मामला अब सिर्फ एक मेडिकल इमरजेंसी नहीं, बल्कि संस्थान के भीतर के प्रशासनिक दबाव, कार्यसंस्कृति और विभागीय खींचतान पर भी सवाल खड़े कर रहा है। डॉ. रश्मि ने ड्यूटी के बाद घर पर जहरीला इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद से वे एम्स में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। पढ़िए पूरी खबर 7 मिनट तक ऑक्सीजन सप्लाई नहीं, ब्रेन डैमेज एनेस्थीसिया के हाई डोज इंजेक्शन ने डॉ. रश्मि का 7 मिनट तक दिल का धड़कन बंद कर दिया था, जिससे ब्रेन की कोशिकाएं गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुईं, जिसकी पुष्टि घटना के 72 घंटे बाद हुई एमआरआई टेस्ट से हुई। पढ़िए पूरी खबर।
हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने DHL इन्फ्राबुल इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगा दी है। ईओडब्ल्यू ने बंधक प्लाट बेचने के मामले में केस दर्ज किया था। शिकायत की जांच के बाद यह केस दर्ज किया था। मामले में तीन आरोपी डायरेक्टर संतोष सिंह, संजीव जायसवाल और अनिरुद्ध देव है। अनिरुद्ध देव की ओर से अधिवक्ता विभोर खंडेलवाल और जयेश गुरनानी ने पैरवी की। हाईकोर्ट ने आदेश में कहा कि कंपनी के डायरेक्टर में एक अधिवक्ता है जो प्रोफेशनल डायरेक्टर थे। कंपनी में लॉ के अनुसार प्रोफेशनल डायरेक्टर दैनिक प्रबंधन में शामिल नहीं होंगे। न ही इसके लिए जिम्मेदर होंगे। ऐसे में अगली सुनवाई तक दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगाई जाती है। बंधक संपत्ति को गलत तरीके से विक्रय करने का मामलाआर्थिक अपराध प्रकोष्ठ मुख्यालय भोपाल में पंजीबद्ध शिकायत क्रमांक 266/2025 के सत्यापन पर यह कार्रवाई हुई है। जिसमें DHL इन्फ्राबुल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों संतोष कुमार सिंह, संजीव और अनिरुद्ध के खिलाफ बंधक संपत्ति को गलत तरीके से विक्रय करने का मामला पाया गया था। इस पर EOW मुख्यालय भोपाल द्वारा अपराध धारा 420, 467, 468, 471, 120-बी में अपराध पंजीबद्ध किया गया। ईओडब्ल्यू एसपी रामेशवर यादव द्वारा मामले की गहन जांच कराई जा रही है। इतने प्लाट बेचे गएईओडब्ल्यू केस में यह था कि आरोपी कंपनी DHL इन्फ्राबुल्स इंटरनेशनल प्रालि के संचालक मंडल ने आईकॉनस लैंडमार्क-01 और आईकॉनस लैंडमार्क-02 के 249 भूखंड बंधक रखे थे। ये भूखंड कॉलोनी सेल इंदौर में विकास के बदले रखे थे। शासन में बंधक रखे गए भूखंडों का स्वामित्व कॉलोनी सेल/शासन का है। कंपनी द्वारा बंधक भूखंड को मुक्त नहीं किया था। आरोपियों ने शासन के स्वामित्व के 15 बंधक भूखंड बेचे। ये भूखंड बिना अपर कलेक्टर, कॉलोनी सेल से प्रमाण पत्र प्राप्त किए बेचे गए। विक्रय अन्य पक्षकारों को रजिस्टर्ड किया गया।
भोपाल के रातीबड़ स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय से 2 नाबालिग छात्रों के लापता होने का मामला सामने आया है। दोनों छात्र वर्तमान में नौवीं कक्षा के विद्यार्थी हैं। ये कक्षा छठवीं से जवाहर नवोदय विद्यालय, रातीबड़ में आवासीय रूप से पढ़ाई कर रहे थे। शुक्रवार को विद्यालय की प्राचार्य पुष्पा सिंह ने दोनों छात्रों अंकित और धीरज को किसी बात को लेकर फटकार लगाई थी। साथ ही अगले दिन अभिभावकों को विद्यालय बुलाने की बात कही थी। बताया जा रहा है कि इस चेतावनी से दोनों छात्र भयभीत हो गए थे। उसी रात करीब एक बजे, जब हॉस्टल के हाल में अन्य छात्र सो रहे थे, तब चुपचाप पीछे की दीवार फांदकर स्कूल परिसर से बाहर निकल गए। स्कूल प्रबंधन ने दर्ज कराई FIRशनिवार सुबह छात्रों के हॉस्टल में नहीं मिलने पर स्कूल प्रबंधन ने रातीबड़ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की, जिसमें शनिवार सुबह करीब पांच बजे दोनों छात्र नीलबड़ क्षेत्र में पैदल जाते हुए दिखाई दिए। इसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है। फिलहाल पुलिस की टीमें संभावित स्थानों पर तलाश कर रही हैं। परिजनों को भी सूचना दे दी गई है और छात्रों की सुरक्षित बरामदगी के प्रयास जारी हैं। पुलिस का कहना है कि हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। बैरसिया क्षेत्र के रहने वाले हैं दोनोंपुलिस के अनुसार, लापता अंकित पिता सर्जन सिंह गुर्जर (16) और धीरज पिता करण सिंह गुर्जर बैरसिया क्षेत्र के रहने वाले हैं। अंकित कढ़ैया गांव का निवासी है, जबकि धीरज का परिवार बालाचोन गांव में रहता है। दोनों ही कृषक परिवारों से ताल्लुक रखते हैं।
प्रयागराज में आरओ/एआरओ समेत कई महत्वपूर्ण परीक्षाओं में धांधली कर फर्जी चयन और नियुक्ति कराने वाले संगठित गिरोह के एक सक्रिय सदस्य को शिवकुटी पुलिस ने गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी गैंग्स्टर एक्ट में वांछित था और उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने आरोपी को लखनऊ से गिरफ्तार कर प्रयागराज लाकर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। कोविड काल में चल रहा था परीक्षा घोटाले का नेटवर्क पुलिस के अनुसार, 21 जनवरी 2022 को शिवकुटी पुलिस को सूचना मिली थी कि कोविड-19 के दौरान एक संगठित आपराधिक गिरोह सक्रिय है, जो अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर आरओ/एआरओ सहित अन्य सरकारी पदों की परीक्षाओं में धांधली कर फर्जी चयन और नियुक्ति करवा रहा है। इस गिरोह का संचालन मो. शमीम सिद्दीकी निवासी अरईस, थाना सोरांव द्वारा किया जा रहा था। एसटीएफ की कार्रवाई में गिरोह का हुआ था खुलासा इस मामले में 23 अप्रैल 2019 को एसटीएफ प्रयागराज यूनिट ने गिरोह के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनके खिलाफ थाना शिवकुटी में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा विवेचना पूरी कर सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है। गैंग चार्ट स्वीकृत होने के बाद लगा गैंग्स्टर एक्ट गिरोह की आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा गैंग चार्ट को अनुमोदन दिया गया। इसके बाद वर्ष 2022 में शिवकुटी पुलिस ने गिरोह के खिलाफ गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम (गैंग्स्टर एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज किया। लखनऊ का रहने वाला है गिरफ्तार आरोपी जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि इस गिरोह में सुभाष चंद्र यादव निवासी गंगाखेड़ा, मानक नगर, थाना कृष्णानगर, जनपद लखनऊ सक्रिय सदस्य है। उसके खिलाफ प्रयागराज के अलावा बदायूं और गाजियाबाद में भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। गैंग्स्टर एक्ट लगने के बाद से वह फरार चल रहा था। इनाम घोषित, फिर भी नहीं मिल रहा था सुराग लगातार फरारी के चलते पुलिस ने सुभाष चंद्र यादव पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस टीम ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई बार संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन हर बार वह चकमा देकर फरार हो जाता था। सूचना मिलते ही लखनऊ पहुंची पुलिस रविवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि सुभाष चंद्र यादव लखनऊ स्थित अपने घर पर मौजूद है। सूचना मिलते ही शिवकुटी पुलिस की टीम लखनऊ रवाना हुई। थाना कृष्णानगर पुलिस से समन्वय स्थापित कर दबिश दी गई, जहां से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के बाद भेजा गया जेल सोमवार सुबह आरोपी को प्रयागराज लाकर कैंट थाने में रखा गया, जहां उससे घंटों पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी कर उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी से पूछताछ में गिरोह से जुड़े अन्य तथ्यों और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं, जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मैनपुरी में घना कोहरा, 10 मीटर हुई विजिबिलिटी:शाम होते ही शहर कोहरे में ढका, वाहनों की गति धीमी
मैनपुरी में सोमवार को सर्दी का पहला प्रभाव देखा गया। सुबह से ही मैनपुरी और आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा, जो सुबह 11 बजे तक बना रहा। दिन में कुछ देर के लिए कोहरा छटा, लेकिन शाम होते ही पूरे शहर को फिर से घने कोहरे ने घेर लिया। इसके कारण सड़कों पर दृश्यता (विजिबिलिटी) घटकर मात्र 10 मीटर रह गई, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। घने कोहरे के कारण तापमान गिरकर लगभग 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सड़कों पर वाहनों की गति धीमी रही, विशेषकर जीटी रोड पर चालकों को 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलना पड़ा। कोहरे के चलते शाम होते ही बाजारों और मुख्य सड़कों पर आवाजाही कम हो गई, और लोग जल्द ही अपने घरों में लौट गए। कोहरे के कारण सड़क दुर्घटनाएं भी हुईं। सोमवार को कुरावली क्षेत्र के शरिफपुर हटऊ जीटी रोड पर घने कोहरे के चलते कई वाहन आपस में टकरा गए। इस दुर्घटना में एक चालक घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अन्य घटना कुरावली जीटी रोड किनारे स्थित नवीन मंडी स्थल के पास हुई, जहां एक पिकअप वाहन और ट्रैक्टर की आमने-सामने टक्कर हो गई। दोनों ही हादसों का मुख्य कारण घना कोहरा और कम दृश्यता बताया जा रहा है। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए देर रात पुलिस ने सड़कों और बाजारों में गश्त की। पुलिस ने वाहन चालकों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में सर्दी और कोहरे में और वृद्धि हो सकती है।
ललितपुर में 4 घरों में जेवरात व नकदी चोरी:ताला तोड़कर लाखों का सामान लेकर चोर फरार
ललितपुर के तालबेहट कोतवाली क्षेत्र के ग्राम तरगुवा में अज्ञात चोरों ने एक के बाद एक चार घरों को निशाना बनाकर इलाके में दहशत फैला दी। चोरों ने मकानों के ताले और कुंडियां तोड़कर सोने-चांदी के आभूषण और हजारों रुपये नकद पर हाथ साफ कर दिया। सोमवार देर शाम तक पुलिस मौके पर जांच करती रही, लेकिन चोरों का कोई सुराग नहीं लग सका। ग्राम तरगुवा निवासी ममता कुशवाहा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 15 दिसंबर की रात उनके घर में चोरी हुई। अज्ञात चोर घर में घुसकर 10 हजार रुपए नकद और एक सोने का मंगलसूत्र चोरी कर ले गए। इसी गांव की सुनीता रैकवार के घर भी चोरों ने वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर की सुबह करीब छह बजे जब वह उठीं तो बगल के कमरे का ताला टूटा मिला। चोर अलमारी का ताला तोड़कर सोने के कानों के आभूषण, करीब 250 ग्राम चांदी का कमरबंद, 12 चांदी के कड़े, तीन जोड़ी पायल, चांदी की कुचिना, एक जोड़ी बुरा, एक पताउने, चांदी की बेसर और 5 हजार रुपए नकद चोरी कर ले गए। सूचना पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। नारायण रैकवार ने बताया कि सुबह उठने पर उनके घर का मुख्य गेट टूटा हुआ था और घर का सामान बिखरा पड़ा था। चोर उनके घर से सोने का मंगलसूत्र, चांदी की बिछुआ, पायल, विषोडी, सोने की छह गुरिया, 45 हजार 300 रुपए नकद और कुछ महत्वपूर्ण कागजात चोरी कर ले गए। इसके अलावा घनश्याम रैकवार के घर में भी चोरी की घटना सामने आई। उन्होंने बताया कि अज्ञात चोर घर की कुंडी तोड़कर अंदर घुसे और सोने का मंगलसूत्र, चांदी की पायल, छह कंगन, हाफ पेटी तथा बैग में रखे 3 हजार रुपये नकद ले गए। लगातार हुई चोरी की घटनाओं से गांव में दहशत का माहौल है। पीड़ितों की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और अन्य साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही चोरों का पता लगाकर मामले का खुलासा किया जाएगा।
सोनभद्र में दबंग ने कार्यालय में घुसकर चौकीदार को पीटा:आरोपी पर केस दर्ज, युवक की हालत गंभीर
सोनभद्र के अनपरा में नगर पंचायत कार्यालय में तैनात एक चौकीदार पर लाठी से हमला किया गया। इस हमले में चौकीदार अमित कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, अनपरा बाजार स्थित पुराने नगर पंचायत कार्यालय के चपरासी को सोमवार की शाम एक मनबढ़ युवक ने जमकर पीट दिया। इससे अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। सूचना मिलने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। नगर पंचायत कार्यालय के चौकीदार अनपरा वार्ड नंबर 11 भारत नगर निवासी अमित कुमार सिंह ने पुलिस को दिए तहरीर में बताया कि कार्यालय पर ड्यूटी पर था कि अचानक अनपरा गांव निवासी बाबामणि पुत्र स्व. रवि सिंह आया और चपरासी की नौकरी दिलाने की मांग की और नौकरी पर रखने के लिए जिद करने लगा। चौकीदार द्वारा मना करने पर बाबा मणि ने गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी देते हुए लाठी से हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में चौकीदार अमित कुमार सिंह घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें प्राइवेट अस्पताल मे उपचार दिया गया। हमले के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। इस घटना का वीडियो राहगीरों ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पीड़ित चौकीदार ने अनपरा थाने में लिखित तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। अनपरा थाना प्रभारी बृजेश सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपी बाबा मणि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश जारी है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) की लॉ फैकल्टी के विद्यार्थी 4 दिसंबर को हुई मिड टर्म की परीक्षा निरस्त होने पर भड़क गए। आरोप लगाया कि बीए एलएलबी (ऑनर्स) प्रथम वर्ष के छात्रों को लीगल मेथड्स विषय की एंड टर्म परीक्षा में सत्र 2024–25 का पुराना प्रश्नपत्र थमा दिया गया। अब विश्वविद्यालय प्रशासन के पुन: परीक्षा का नोटिस जारी करने पर छात्रों ने सोमवार को विधि संकाय का घेराव कर गेट बंद कर दिया। छात्रों ने इसे लापरवाही बताते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इसके अलावा छात्रों ने 22 दिसंबर को होने वाली पुन: परीक्षा के बहिष्कार करने की घोषणा कर दी। छात्रों का कहना है कि परीक्षा विश्वविद्यालय प्रशासन की देखरेख में हुई थी। किसी भी छात्र की ओर से कोई अनुशासनहीनता या गड़बड़ी नहीं हुई। छात्रों का आरोप है कि प्रशासनिक चूक का खामियाजा दोबारा परीक्षा दिलाकर वसूला जा रहा है। परीक्षा बहिष्कार की दी चेतावनी छात्रों का आरोप है कि उन्हें पुराना प्रश्नपत्र वितरित कर दिया, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने जवाबदेही तय करने के बजाय सीधे परीक्षा रद्द कर दी। छात्रों ने चेतावनी दी कि वे 22 दिसंबर को प्रस्तावित पुनः परीक्षा में शामिल नहीं होंगे। छात्र आयान अली खान ने कहा कि जब परीक्षा विश्वविद्यालय की निगरानी में हुई तो छात्रों को दोबारा परीक्षा कराने के नाम पर परेशान करना गलत है। वहीं कफील फरीदी ने कहा कि परीक्षा के दस दिन बाद अचानक उसे रद्द करना छात्रों का मानसिक उत्पीड़न है और यह निर्णय तत्काल वापस लिया जाना चाहिए। छात्रों ने मांग की है कि या तो पहले दी गई परीक्षा का मूल्यांकन कराया जाए या फिर पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। कुलपति के निर्देश पर निरस्त हुई परीक्षा इधर, विधि संकाय के डीन प्रो. शकील अहमद की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि कुलपति के निर्देश पर लीगल मेथड्स (BLLB-105) की 4 दिसंबर को हुई एंड टर्म की परीक्षा किन्हीं कारणों से निरस्त की गई है। यह परीक्षा अब 22 दिसंबर को सुबह 10 बजे विधि संकाय में कराई जाएगी। नोटिस में छात्रों को संशोधित कार्यक्रम के अनुसार उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।
झारखंड: बोकारो में अपहरण के बाद शख्स की हत्या, खाई से बरामद हुआ शव, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
झारखंड के बोकारो जिले के हरला थाना क्षेत्र से अपहृत जयंत कुमार सिंह नामक एक शख्स की हत्या कर दी गई
औरंगाबाद शहर के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत कर्मा रोड स्थित वार्ड नंबर 7 सर्वोदय नगर में सोमवार की शाम एक महिला द्वारा फंदे से झूलकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई, जबकि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतका की पहचान भोजपुर जिले के तरारी थाना अंतर्गत करथ गांव निवासी बृजमोहन कुमार की 40 वर्षीय पत्नी रेखा देवी के रूप में की गई है।प्राप्त जानकारी के अनुसार रेखा देवी अपने पति और बच्चों के साथ सर्वोदय नगर में एक किराए के मकान में रह रही थीं। मृतका के पति बृजमोहन कुमार ने सदर अस्पताल में बताया कि वह मदन प्रसाद के मकान में किराएदार हैं और जेवर की दुकान में काम कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। सोमवार को भी वह रोज की तरह काम पर चले गए थे। इसी दौरान शाम के समय यह दुखद घटना घटी। अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया मकान मालिक मदन प्रसाद ने बताया कि सोमवार की शाम रेखा देवी ने अपने बच्चों को दूध लाने के लिए बाहर भेजा था। बच्चों के बाहर जाते ही उन्होंने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। कुछ देर बाद जब बच्चे वापस लौटे तो कमरे का दरवाजा बंद देखकर आवाज लगाने लगे। कोई जवाब नहीं मिलने पर बच्चों ने आसपास मौजूद लोगों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पड़ोसी धर्मेंद्र और विवेक मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। रेखा देवी कमरे के भीतर फंदे से लटकी हुई थीं। तत्काल इसकी सूचना मकान मालिक ने मृतका के पति को दी। सूचना मिलते ही बृजमोहन कुमार मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से रेखा देवी को ऑटो में लादकर सदर अस्पताल ले जाया गया। हालांकि अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। पटना जिले के मनेर की रहने वाली थी महिला मृतका के परिजनों ने बताया कि रेखा देवी अपने पीछे दो बच्चों को छोड़ गई हैं। उनकी 13 वर्षीय पुत्री आराध्या और 12 वर्षीय पुत्र आयुष हैं, जो मां की मौत के बाद गहरे सदमे में हैं। बताया गया कि मृतका का मायका पटना जिले के मनेर थाना क्षेत्र में है। घटना की सूचना मायके पक्ष को दे दी गई है।फिलहाल महिला का शव सदर अस्पताल में रखा गया है। नगर थाना पुलिस मामले की जानकारी जुटा रही है। आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। घटना के बाद से मोहल्ले में शोक का माहौल है।
बेगूसराय-बखरी मुख्य सड़क पर बखरी थाना क्षेत्र के गंगराहो चौक के समीप आज देर शाम हुए भीषण सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बाइक पर सवार दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा है। मृतक की पहचान नदैल घाट के रहने वाले रीना खलीफा के पुत्र सोनू खलीफा (20 वर्ष) के रुप में की गई है। जबकि घायल युवक रंजीत खलीफा का पुत्र राजकुमार खलीफा है। दोनों बेगूसराय से बखरी के नदैल घाट अपने घर आ रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार बाइक एक पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जोरदार टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक सोनू खलीफा की मौत हो चुकी थी। जबकि राजकुमार खलीफा गंभीर रूप से घायल पड़ा हुआ था। स्थानीय लोगों की मदद से घायल युवक को बखरी पीएचसी लाया गया। लेकिन हालत गंभीर रहने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही बखरी थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के परिजनों को सूचना दिया गया। इसके बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
जांजगीर-चांपा जिले में पोस्ट ऑफिस की आवर्ती जमा (RD) योजना में निवेश का झांसा देकर सैकड़ों लोगों से लगभग 1.50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। चांपा नगर और आसपास के क्षेत्रों में दीपक देवांगन नामक एक युवक ने खाता खोलने और नियमित जमा कराने के नाम पर महिलाओं, व्यापारियों, मजदूरों और अन्य लोगों से दो से तीन वर्षों तक पैसे वसूले और अब फरार हो गया है। पीड़ित राजकुमार देवांगन और अन्य लोगों ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि वे पिछले कई महीनों से पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट (RD) योजना में राशि जमा कर रहे थे। यह राशि उन्होंने स्वयं को पोस्ट ऑफिस का अधिकृत एजेंट बताने वाले दीपक देवांगन, निवासी अमरैया पारा भोजपुर चांपा, को हर महीने नकद दी थी। आरोपी एजेंट ने दिखाया निवेशकों को भरोसा एजेंट दीपक देवांगन हर माह राशि प्राप्त करने के बाद डायरी में एंट्री भी करता था, जिससे निवेशकों को भरोसा होता रहा कि उनका पैसा पोस्ट ऑफिस में सुरक्षित जमा हो रहा है। पीड़ितों का आरोप है कि एजेंट ने कुछ आरडी खातों की प्रारंभिक जानकारी भी दी थी, लेकिन जब लंबे समय बाद खातों की जांच की गई तो पता चला कि पोस्ट ऑफिस में एक भी राशि जमा नहीं की गई है। मोबाइल बंद कर हुआ फरार वर्तमान में आरोपी एजेंट का मोबाइल बंद है और वह फरार बताया जा रहा है। पीड़ितों के अनुसार, दीपक देवांगन ने इसी तरह सैकड़ों लोगों से करीब 1 करोड़ 50 लाख रुपये की राशि धोखाधड़ी से हड़प ली है। इस संबंध में एक विस्तृत सूची आवेदन के साथ संलग्न की गई है। पीड़ितों ने आरोपी के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत अपराध दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू करने की बात कही है।
मुजफ्फरपुर में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के नाम से एक फर्जी वॉट्सऐप प्रोफाइल बनाया गया है। प्रशासन को 84589267391 मोबाइल नंबर का दुरुपयोग कर यह प्रोफाइल बनाए जाने की सूचना मिली है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि यह नंबर या इससे संचालित कोई भी वॉट्सऐप प्रोफाइल उनका आधिकारिक संपर्क माध्यम नहीं है। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों को इस फर्जी प्रोफाइल से सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसे किसी भी संदेश, कॉल, निर्देश या वित्तीय मांग पर विश्वास न करें और तत्काल प्रतिक्रिया देने से बचें। कॉल, मैसेज या पैसे मांगे जाने पर प्रोफाइल को ब्लॉक करने के निर्देश यदि किसी व्यक्ति को इस फर्जी वॉट्सऐप प्रोफाइल से कोई संदेश, कॉल या संदिग्ध संपर्क प्राप्त होता है, तो उसकी सूचना तत्काल प्रशासन या नजदीकी पुलिस थाने को दी जाए। साथ ही, संबंधित वॉट्सऐप प्रोफाइल को तुरंत ब्लॉक करने की सलाह दी गई है। जिलाधिकारी कार्यालय से जारी होने वाले सभी आधिकारिक निर्देश केवल अधिकृत सरकारी माध्यमों, जैसे आधिकारिक पत्र, ई-मेल या सत्यापित मोबाइल नंबरों के माध्यम से ही प्रेषित किए जाते हैं। गोपनीय सूचना की मांग या प्रशासनिक आदेश किसी भी व्यक्तिगत वॉट्सऐप नंबर के माध्यम से जारी नहीं किए जाते हैं। साइबर सेल, संबंधित एजेंसियों को जरूरी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए जिला प्रशासन ने साइबर सेल और संबंधित एजेंसियों को मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। आम जनता से अपील की गई है कि वे साइबर अपराधों से सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की अफवाह या असत्य सूचना को आगे प्रसारित न करें।
अरवल नगर परिषद अध्यक्ष मृतकों के परिजनों से मिलीं:आर्थिक सहयोग और हर संभव मदद का दिया भरोसा
अरवल नगर परिषद अध्यक्ष साधना कुमारी ने हाल ही में चार मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों को सांत्वना देते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया। अध्यक्ष साधना कुमारी ने वार्ड संख्या 12, मोथा अरवल निवासी कृष्ण नंदन सिंह (लगभग 65 वर्ष) के परिवार से भेंट की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वार्ड संख्या 21 के निवासी चंदन चौधरी की पत्नी (लगभग 30 वर्ष), वार्ड संख्या 07 (9 न. सुलिश) निवासी सियाराम चौधरी की पत्नी (लगभग 62 वर्ष) और वार्ड संख्या 06, सिपाह निवासी मालती देवी की सास (लगभग 80 वर्ष) के निधन के बाद उनके परिवारों से भी मिलकर संवेदना व्यक्त की। इस अवसर पर साधना कुमारी ने कहा कि नगर परिषद सभी गरीब परिवारों की सहायता करेगी। उन्होंने विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। अध्यक्ष ने यह भी बताया कि वह प्रतिदिन अरवल नगर परिषद की जनता से मिलती हैं और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करती हैं।
बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने बस्तर संभाग में आदिवासियों की जमीन खरीद-बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने विधानसभा में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री के समक्ष ध्यानाकर्षण प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मंडावी ने इसे सार्वजनिक महत्व का गंभीर विषय बताते हुए सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की। विधायक मंडावी ने सदन को बताया कि बस्तर संभाग पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में आता है। यहां आदिवासियों की आजीविका का मुख्य आधार उनकी पुश्तैनी जमीनें हैं। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि एक ओर सरकार बस्तर को नक्सलमुक्त करने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर भू-माफिया आदिवासियों की जमीनों की खुलेआम खरीद-फरोख्त में लगे हैं। आदिवासियों से जमीन जबरन खरीद रहे हैं भू-माफिया मंडावी के अनुसार, पिछले तीन-चार महीनों से बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जैसे नक्सल प्रभावित जिलों में भू-माफिया और उद्योगपति बड़े पैमाने पर जमीन खरीद रहे हैं। सीधे-सादे आदिवासियों को पैसे का लालच देकर औने-पौने दाम पर अपनी जमीन बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शासन-प्रशासन ने समय रहते इस पर सख्त रोक नहीं लगाई, तो आने वाले समय में आदिवासी समाज के समक्ष आजीविका का गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा। इससे उन्हें दर-दर भटकने की नौबत आ सकती है। विधायक ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन द्वारा भू-माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है और जमीन बिक्री पर प्रभावी रोक नहीं लगाई जा रही है। इससे बस्तर क्षेत्र में व्यापक रोष और आक्रोश का माहौल बन रहा है। उन्होंने सरकार से आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए तत्काल ठोस कदम उठाने और भूमि खरीद-बिक्री की प्रक्रिया पर पूर्ण विराम लगाने की मांग की।
परीक्षा माफिया संजीव मुखिया का करीबी चंदन सर उर्फ चंदन गोयल पटना के अगमकुंआ इलाके से अरेस्ट किया गया है। EOU को गुप्त सूचना मिली कि चंदन गोयल अगमकुंआ इलाके में प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग कराने के नाम पर अभ्यर्थियों को ढूंढ रहा है। इसी सूचना के आधार पर SOG सह छापेमारी टीम उक्त लोकेशन पर पहुंचीं और चंदन सर उर्फ चंदन गोयल को अरेस्ट कर लिया। 2011 में भी चंदन गया था जेल पत्रकार नगर थाना के एक कांड में आरोपी चंदन पिछले 8 साल से फरार चल रहा था। चंदन साल 2011 में टीईटी परीक्षा में सेटिंग कराने के आरोप में कंकड़बाग थाना से जेल गया था। इसके अलावा एलडीसी, एमटीएस की परीक्षा में संजीव मुखिया के साथ मिलकर सेटिंग की थी। साल 2017 में आयोजित NEET परीक्षा में सेटिंग कराने में संजीव मुखिया, संजीव मुखिया के पुत्र शिव के साथ शामिल था। वर्ष 2024 में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित BPSC TRE 3.0 परीक्षा पेपर लीक में यह संजीव मुखिया को कुछ अभ्यर्थी भी दिए थे। जिनसे इनलोागों ने मोटी रकम वसूली थी। हालांकि यह परीक्षा पेपर लीक होने के चलते रद्द कर दी गई थी। पूछताछ के दौरान उगले राज EOU की पूछताछ में चंदन कुमार ने बताया है कि इनके गिरोह में संजीव मुखिया, उनके बेटे शिव, संजय प्रभात, बबलू भूमिहार उर्फ अश्वनी कुमार सहित कई अन्य लोग शामिल हैं। जो देशभर में आयोजित होने वाली अलग अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक कराकर अभ्यर्थियों से रुपये वसूलते हैं और उन्हें नौकरी दिखाते हैं। आगामी होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग को लेकर भी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी EOU को चंदन से मिली है। फिलहाल इसकी निशानदेही पर EOU की टीम कार्रवाई कर रही है।
विधायक निधि कोष के उपयोग के नाम पर गड़बड़ी करने के मामले में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने करौली के जिला शिक्षा अधिकारी को पदस्थापन की प्रतीक्षा में रखा है और मूंडवा (नागौर) के एसीबीईओ को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने सोमवार देर शाम इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। दोनों के मुख्यालय बदले दैनिक भास्कर के एक स्टिंग ऑपरेशन में करौली के जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा (मुख्यालय) पुष्पेंद्र कुमार शर्मा और नागौर के मूंडवा के एसीबीईओ कैलाश राम वर्क ऑर्डर पर कार्रवाई के नाम पर 10 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। इसके बाद राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। सोमवार शाम करीब साढ़े छह बजे माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने आदेश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार शर्मा को एपीओ करके मुख्यालय बीकानेर निदेशालय रहेगा, वहीं सीबीईओ कैलाशराम का मुख्यालय बाड़मेर रखा गया है। पढ़ें ये खबर भी… राजस्थान में कमीशनखोर विधायकों के बाद अफसरों ने की डील:MLA डांगा और जाटव के लेटर पर 10 प्रतिशत हिस्सा मांगा; बोले- जो कहोगे, लिख देंगे कमीशनखोर विधायकों की पोल खोलने के बाद दैनिक भास्कर ने भ्रष्ट सिस्टम के अफसरों को भी बेनकाब कर दिया है। 14 दिसंबर को दैनिक भास्कर ने इसका पर्दाफाश किया कि किस तरह से विधायक निधि का 40 प्रतिशत हिस्सा कमीशन में बंटता है। (पढ़ें पूरी खबर)
PM स्वनिधि योजना में 154 आवेदन जमा:मधुबनी में जिलाधिकारी के निर्देश पर बिजनेस लाइसेंस के लिए भी कैंप
मधुबनी में जिलाधिकारी आनंद शर्मा के निर्देश पर पीएम स्वनिधि योजना और व्यवसाय अनुज्ञप्ति के लिए एक विशेष कैंप का आयोजन किया गया। सोमवार को गिलेशन बाजार परिसर स्थित नगर निगम मधुबनी के देखरेख में यह कैंप लगाया गया। इस कैंप में पीएम स्वनिधि योजना के तहत कुल 154 लाभार्थियों ने अपने आवेदन जमा किए। यह योजना रेहड़ी-पटरी, ठेला या छोटे स्तर के व्यापारियों को बिना किसी गारंटी के ₹15,000 का पहला ऋण प्रदान करती है। 7% ब्याज सब्सिडी और डिजिटल भुगतान पर कैशबैक योजना के तहत, समय पर ऋण चुकाने पर 7% ब्याज सब्सिडी और डिजिटल भुगतान पर कैशबैक भी मिलता है। पहला ऋण चुकाने के बाद ₹25,000 का दूसरा और फिर ₹50,000 का तीसरा ऋण भी आसानी से उपलब्ध होता है। यह ऋण पूरी तरह से सरकारी मान्यता प्राप्त और सुरक्षित है। नगर निगम मधुबनी क्षेत्र में सभी प्रकार के व्यवसायों और प्रतिष्ठानों के संचालन के लिए बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 की धारा 344 के तहत व्यवसाय अनुज्ञप्ति (ट्रेड लाइसेंस) प्राप्त करना अनिवार्य है। व्यवसायियों की सुविधा के लिए गिलेशन मार्केट में व्यवसाय अनुज्ञप्ति जारी करने हेतु भी विशेष कैंप लगाया गया। फुटपाथ दुकानदारों और व्यवसायियों से अपील की नगर आयुक्त उमेश भारती ने फुटपाथ दुकानदारों और व्यवसायियों से अपील की है कि वे इस अभियान का लाभ उठाएं। यह विशेष कैंप 16 और 17 दिसंबर को भी गिलेशन मार्केट में सुबह 10 बजे से आयोजित किया जाएगा। व्यवसाय अनुज्ञप्ति के लिए निर्धारित शुल्क 500 वर्गफुट तक ₹500, 500-1000 वर्गफुट तक ₹1000, 1001-1500 वर्गफुट तक ₹1500 और 1501 वर्गफुट से अधिक के लिए ₹2500 है। व्यवसायियों को अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, दुकान से संबंधित स्वामित्व/लीज एग्रीमेंट और दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ कैंप में उपस्थित होने को कहा गया है।
रायपुर में फूड एंड ड्रग डिपार्टमेंट की टीम ने गुणवत्ताहीन डेयरी उत्पादों पर बड़ी कार्रवाई की है। जिलों के अलग-अलग ठिकानों से लगभग 6350 किलो नकली (एनालॉग) पनीर, खोवा, कलाकंद और पैक्ड मिठाइयां जब्त की गई हैं। ऑफिशियली जब्त सामग्री की कुल कीमत 14 लाख 63 हजार 500 रुपये बताई जा रही है। कार्रवाई के दौरान 200 किलो मिठाई भी नष्ट की गई है। विभाग के अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि संयुक्त टीम ने बोरियाखुर्द, बीरगांव, प्रोफेसर कॉलोनी और निमोरा क्षेत्र में निरीक्षण किया। नकली पनीर और डेयरी उत्पाद जब्त खाद्य विभाग की टीम ने एसजे डेयरी (बिलासपुर हाईवे, निमोरा) से 4450 किलो पैक्ड मिल्की मलाई, फेस पनीर और एनालॉग पनीर जब्त किया। यह मात्रा दो पिकअप ट्रक के बराबर है और कीमत लगभग 11 लाख रुपए बताई गई है। इसे नजदीकी इलाकों के दुकानों और होटलों में पनीर बताकर बेचा जा रहा था। इसके अलावा, काशी एग्रो फूड (बीरगांव) से 500 किलो एनालॉग पनीर कॉटेज जब्त किया गया, जिसकी कीमत 1.15 लाख रुपए है। विवान फूड (प्रोफेसर कॉलोनी, मलाशय तालाब के पास) से 500 किलो लूज पनीर जब्त किया गया, जिसकी कीमत 1.50 लाख रुपए है। इस कार्रवाई को छत्तीसगढ़ खाद्य एवं औषधि प्रशासन नियंत्रक दीपक कुमार अग्रवाल (आईएएस) के निर्देश पर की गई। कार्रवाई करने वाली टीम में अभिहीत अधिकारी विनोद कुमार गुप्ता, प्रभारी सहायक आयुक्त शडोमेन्द्र ध्रुव और खाद्य सुरक्षा अधिकरी एहसान तिग्गा, शबृजेन्द्र भारती, श्सिद्धार्थ पाण्डेय, सतीश कुमार राज, संतोश ध्रुव, श्रोशनी राजपूत, श्साधना चंद्राकर एवं नमूना सहायक राकेश घिदौडे, सुजीत मुर्खजी, निधि यादव, राजेश सोनी थे।
ग्वालियर में सात दिन पहले कंपू आमखो इलाके में शराब कारोबारी के मुनीम से 1.81 लाख रुपए लूटने वाली गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गैंग के चार बदमाश पकड़े गए हैं। यह सभी ग्वालियर के गोकुलपुरा गिरवाई के रहने वाले हैं। वारदात में उपयोग की गई कार को मुरैना में एक कैंसर पीड़ित के नाम से फाइनेंस कराया था।जब पुलिस कार मालिक के पास पहुंची तो उसे पता भी नहीं था कि उसके पास कार है। इसके बाद पुलिस ने कार के रिकॉर्ड को चेक किया तो 'बीमा' में एक मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड मिला। इसको सर्च किया तो गैंग तक पहुंचने का सुराग मिला। सोमवार को गैंग कैंसर पहाड़िया पर आने की सूचना मिली थी, जिस पर घेराबंदी कर पुलिस ने गैंग को पकड़ लिया है। लुटेरों से लूटे गए 1.70 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। एएसपी सेंट्रल अनु बेनीवाल ने बताया कि शब्द प्रताप आश्रम निवासी अनिल राजपूत मूल रूप मुरैना का रहने वाला है। वह शराब कारोबारी जगदीश शिवहरे की आमखो स्थित शराब दुकान पर मुनीम है। 9 दिसंबर की रात वह बिक्री के 1 लाख 81 हजार 500 रुपए लेकर रॉक्सी चौराहे पर शराब ठेकेदार को देने के लिए जा रहा था। जैसे ही वह आमखो कलारी से कस्तूरबा चौराहे के पास पहुंचा, तभी एक नीले रंग की बलेनो कार से आए बदमाशों ने उसे धक्का देकर पटका और उसकी मारपीट कर नकदी का बैग छीन ले गए। कार से लुटेरों के आने और लूट से पहले बेरहमी से मारपीट करने पर पुलिस को लूट की कहानी पर संदेह था। इसलिए पुलिस ने घटना स्थल के आसपास पूछताछ की तो कुछ लोगों ने कार सवारों द्वारा मारपीट की पुष्टि की है। जिस पर घटना के 24 घंटे बाद लूट का मामला दर्ज हो सका था।कार के बीमा से लगा गैंग का सुरागपुलिस को CCTV कैमरों की मदद से लूट में उपयोग की गई कार नंबर MP06 ZL-1909 का पता लगा। पुलिस ने कार का रजिस्ट्रेशन सर्च किया तो यह मुरैना में एक व्यक्ति के नाम थी। पुलिस कार मालिक तक पहुंची तो पता लगा कि उसने कार खरीदी ही नहीं है। उसके नाम पर किसी ने फर्जी दस्तावेज देकर कार खरीद ली।इसके बाद पुलिस ने रिकॉर्ड खंगाला तो बीमा कराते समय एक मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड किया गया था। इस नंबर को सर्च कर पुलिस को बदमाशों की पहचान हुई। इसके बाद पुलिस इन्हें तलाश रही थी। सोमवार को पुलिस ने कैंसर पहाड़िया से पूरी गैंग को गिरफ्तार कर लूट में उपयोग की गई कार बरामद कर ली है। कार को फर्जी तरीके से फाइनेंस कराया है।झगड़ा का बदला लेने आए थे, कर गए लूटपुलिस ने सोमवार को वारदात में शामिल बनवारी पुत्र नेमीचंद लोधी, करन सिंह पुत्र गुलाब सिंह बघेल, मनीष पुत्र हाकिम सिंह बघेल व सुरेन्द्र उर्फ कालू पुत्र विक्रम सिंह बघेल सभी निवासी गोकुलपुरा गिरवाई को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता लगा है कि बदमाशों में से एक करन सिंह बघेल, शराब कारोबारी के मुनीम अनिल राजपूत के साथ काम करता था। पांच दिन पहले उनके बीच विवाद हुआ था। जिसका बदला लेने के लिए करन अपने साथियों के साथ अनिल को पीटने आया था। पर मारपीट की घटना के दौरान बैग देखते ही वह उसे भी लूट ले गया।
महाराजा अग्रसेन पब्लिक स्कूल में नवनिर्मित एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक और एआई-रोबोटिक लैब का उद्घाटन नोएडा के विधायक पंकज सिंह ने किया। यह कार्यक्रम विद्यालय परिसर में आयोजित किया गया। यह समारोह विद्यालय के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल, सचिव राजीव अग्रवाल और उप-प्रधानाचार्या शालू श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व में संपन्न हुआ। सर्वप्रथम विधायक पंकज सिंह ने प्रशासनिक ब्लॉक और एआई लैब का उद्घाटन किया। आतंकवाद के विरुद्ध दृढ़ संकल्प का संदेश इसके बाद मुख्य अतिथि पंकज सिंह का गुलदस्ता और प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ परंपरागत दीप प्रज्वलन और ईश वंदना से हुआ। विद्यार्थियों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से आतंकवाद के विरुद्ध दृढ़ संकल्प का संदेश दिया। वहीं, रामायण पर आधारित संगीतमय प्रस्तुति के माध्यम से सनातन संस्कृति और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को प्रस्तुत किया गया। ये लोग शामिल हुए समारोह के अंत में विद्यालय के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने प्रबंधन समिति, प्रतिभागियों, शिक्षकों और उपस्थित अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।इस अवसर पर लोक राम अग्रवाल (अध्यक्ष, अग्रवाल शिक्षा संस्थान), राजेंद्र अग्रवाल, सुरेश बंसल, सुधीर हलवासिया, मनोज हवेलिया, उज्ज्वल कृष्ण, विशाल अग्रवाल और रीता मित्तल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
प्रतापगढ़ के गौरा रेलवे स्टेशन पर सोमवार शाम एकीकृत पावर प्रणाली में शॉर्ट सर्किट हो जाने के कारण करीब डेढ़ घंटे तक रेल यातायात पूरी तरह बाधित रहा। इनवर्टर में खराबी आने से पावर रूम में धुआं उठने लगा और हूटर बज उठा। जिसके बाद एहतियातन स्टेशन की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई। घटना सोमवार शाम लगभग 6:10 बजे की है। जब गौरा रेलवे स्टेशन की एकीकृत पावर प्रणाली में लगे इनवर्टर में अचानक शॉर्ट सर्किट हो गया। उस समय ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर उपेंद्र पांडेय और स्टेशन अधीक्षक अमलेश कुमार ने स्थिति का तत्काल निरीक्षण किया। पावर रूम से धुआं उठता देख सुरक्षा कारणों से हूटर बजाया गया। स्टेशन की विद्युत आपूर्ति बंद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्टेशन की विद्युत आपूर्ति तत्काल बंद कर दी गई। इसकी सूचना फायर ब्रिगेड, रेलवे कंट्रोल रूम और उच्च तकनीकी अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तकनीकी टीम स्टेशन पहुंची और मरम्मत कार्य शुरू किया। तकनीकी टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद इनवर्टर में आई खराबी को दूर किया। सुरक्षा कारणों से शाम 6:10 बजे से गौरा रेलवे स्टेशन से ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया था, जो रात करीब 7:40 बजे बहाल हो सका। इस दौरान कुल लगभग डेढ़ घंटे तक रेल यातायात प्रभावित रहा। इस तकनीकी खराबी के चलते प्रतापगढ़-वाराणसी पैसेंजर, जौनपुर-रायबरेली इंटरसिटी एक्सप्रेस और वाराणसी से नई दिल्ली जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को रोका गया। सूचना पर आरपीएफ टीम भी मौके पर पहुंची और आवश्यक जांच के बाद वापस लौट गई। स्टेशन अधीक्षक अमलेश कुमार ने बताया कि शॉर्ट सर्किट के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई थी, जिसे समय रहते ठीक कर लिया गया। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्टेशन पर रेल यातायात सामान्य रूप से संचालित हो रहा है।
किशनगंज के पुलिस अधीक्षक (SP) सागर कुमार ने बिहार पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर टेढ़ागाछ थाना परिसर में जनता दरबार का आयोजन किया। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बेनुगढ़ क्षेत्र में एक अतिरिक्त पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग की। SP सागर कुमार ने मौके पर उपलब्ध मानचित्र और अपराध आंकड़ों का अवलोकन कर संबंधित अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। जनता दरबार में पहुंचे ग्रामीणों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने बेनुगढ़ के निकटवर्ती सीमावर्ती इलाके में बढ़ते अपराधों, विशेषकर तस्करी की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण अवैध गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिससे ग्रामीणों की सुरक्षा प्रभावित हो रही है। क्षेत्र में निगरानी बढ़ेगी और अपराधियों पर अंकुश लगेगा जनप्रतिनिधियों ने अतिरिक्त पुलिस चौकी की मांग करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र में निगरानी बढ़ेगी और अपराधियों पर अंकुश लगेगा। SP सागर कुमार ने इन सुझावों को गंभीरता से सुना और अपराध डेटा के आधार पर चौकी स्थापना की व्यवहार्यता का आकलन करने का आश्वासन दिया। अपराध के रुझानों पर गहन चर्चा हुई जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बातचीत में SP सागर कुमार ने बताया, बिहार पुलिस मुख्यालय के दिशा-निर्देशों के तहत टेढ़ागाछ थाना परिसर में जनता दरबार आयोजित किया गया। इसमें जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित हुआ और फरियादियों की शिकायतें सुनी गईं। टेढ़ागाछ थाना क्षेत्र में पर्व-त्योहार शांतिपूर्ण रहे हैं, लेकिन अपराध के रुझानों पर गहन चर्चा हुई, खासकर सीमा पर तस्करी की प्रवृत्ति पर। जनता से सुझाव लिए गए उन्होंने कहा कि जनता से सुझाव लिए गए कि किन-किन जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा सकता है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो सके। SP ने स्पष्ट किया कि अपराध नियंत्रण के लिए आंकड़ों पर आधारित रणनीति अपनाई जा रही है। यह आयोजन पुलिस और जनता के बीच संवाद को बढ़ावा देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
गाजियाबाद में 5 मिनिट में जली स्विफ्ट कार:दिल्ली रोड पर स्विफ्ट कार से चालक ने कूदकर जान बचाई
गाजियाबाद के प्रहलाद गढ़ी ऑन रोड पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक एक स्विफ्ट कार में आग लग गई। कार चालक ने किसी तरह कूदकर जान बचाई। आग की लपटें उठती देख आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों ने तत्काल आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग तेजी से फैलती चली गई। 5 मिनट में ही कार धू धू कर जल गई। सूचना मिलने पर मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक कार पूरी तरह जलकर खाक हो चुकी थी। पुलिस आग लगने के कारणों का पता नहीं लगा सकी। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
मथुरा में बढ़ती भीषण सर्दी और घने कोहरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह के निर्देश पर, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) मथुरा ने सभी मान्यता प्राप्त सरकारी, अर्ध-सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के समय में परिवर्तन के आदेश जारी किए हैं। यह आदेश नर्सरी से कक्षा आठ तक के सभी विद्यालयों पर लागू होगा। जारी आदेश के अनुसार, अब नर्सरी से कक्षा आठ तक के विद्यालय सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित किए जाएंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय छोटे बच्चों को सर्दी के मौसम में ठंड से बचाने के उद्देश्य से लिया गया है। सुबह के समय अत्यधिक ठंड और घना कोहरा बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, जिसके कारण समय परिवर्तन आवश्यक माना गया। बीएसए ने सभी विद्यालय प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे आदेश का पूर्ण रूप से पालन सुनिश्चित करें। यदि कोई विद्यालय निर्धारित समय का पालन नहीं करता पाया गया, तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। प्रशासन के इस निर्णय से अभिभावकों ने राहत महसूस की है। अभिभावकों का कहना है कि सुबह के समय घना कोहरा और कड़ाके की ठंड बच्चों के लिए परेशानी का कारण बन रही थी। बदले हुए समय से बच्चों को ठंड से राहत मिलेगी और वे सुरक्षित रूप से विद्यालय जा सकेंगे। गौरतलब है कि मौसम विभाग ने भी आगामी दिनों में सर्दी और कोहरे के और बढ़ने की संभावना जताई है। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा उठाया गया यह कदम बच्चों के हित में एक अहम निर्णय माना जा रहा है।
नीमच में बाइक सवार युवक की मौत:पिकअप ने मारी टक्कर, हम्माली का काम कर घर जा रहा था
नीमच शहर के बघाना थाना क्षेत्र में राज पैलेस-लेवडा मार्ग पर सोमवार देर शाम पिकअप वाहन ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। हादसे में युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान अमावली महल निवासी 30 वर्षीय सुरेंद्र सिंह राजपूत पुत्र लक्ष्मण सिंह के रूप में हुई है। सुरेंद्र सिंह नीमच से अपने गांव लौट रहे थे। राज पैलेस-लेवडा मार्ग पर कालका माता मंदिर के पास पिकअप ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल सुरेंद्र सिंह को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीएम रूम में रखवाया गया है। मंगलवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। हम्माली का काम करके घर जा रहा था परिजन ने बताया कि सुरेंद्र सिंह रोजाना की तरह हम्माली का काम कर अपने घर लौट रहे थे। पिकअप मजदूर की ओर से नीमच की ओर सेटिंग का सामान लेकर आ रही थी। मृतक सुरेंद्र सिंह के तीन बेटियां हैं, जिनकी उम्र 8 वर्ष, 5 वर्ष और ढाई वर्ष है। पुलिस ने पिकअप वाहन को देर रात जब्त कर लिया है और मामले की आगे की जांच कर रही है।
सहारनपुर में नाबालिग से कुकर्म का प्रयास:पुलिस ने आरोपी को किया अरेस्ट, पॉस्को एक्ट में कार्रवाई
सहारनपुर के बड़गांव थाना क्षेत्र में एक नाबालिग से कुकर्म के प्रयास का मामला सामने आया है। बड़गांव पुलिस ने सोमवार शाम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया। यह मामला 14 दिसंबर 2025 का है। बड़गांव थाने पहुंची एक महिला ने पुलिस को तहरीर दी। महिला ने आरोप लगाया कि गांव भगवानपुर निवासी गौरव पुत्र महिपाल ने उसके 17 वर्षीय नाबालिग बेटे के साथ कुकर्म करने का प्रयास किया। शिकायत के अनुसार, जब महिला और उसके बेटे ने आरोपी की इस हरकत का विरोध किया और घटना की जानकारी देने की बात कही, तो गौरव ने उनके साथ मारपीट की, गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी भी दी। बड़गांव पुलिस ने तत्काल पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया था। घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही थी। सोमवार को बड़गांव पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी गौरव गांव भगवानपुर में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर पुलिस ने गांव में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नाबालिगों से जुड़े अपराधों पर पुलिस गंभीरता से कार्रवाई कर रही है। इस मामले में सभी साक्ष्यों को संकलित कर विवेचना की जा रही है।
'वोट चोरी' के आरोप बेबुनियाद, राज्यसभा में बोले पूर्व पीएम एचडी. देवगौड़ा
संसद के शीतकालीन सत्र में सोमवार को राज्यसभा में मतदान सुधार (इलेक्टोरल रिफॉर्म्स) पर चर्चा जारी रही
कपासी गांव में खेतों से धान चोरी:लगातार हो रही घटनाओं से किसान परेशान, शराब तस्करों पर लगाया आरोप
शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड अंतर्गत कपासी गांव में खेतों में रखे धान की लगातार चोरी हो रही है। इन घटनाओं से किसान चिंतित हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। करंडे थाना क्षेत्र में आने वाले इस गांव में कटाई के बाद खेत में रखे धान के ढेर चोरों का आसान निशाना बन रहे हैं। सोमवार शाम 5 बजे कपासी गांव के किसान दयानंद सिंह, निवास सिंह, सुदामा सिंह और उमेश सिंह सहित कई अन्य किसानों ने बताया कि हार्वेस्टर से धान की कटाई के बाद कई किसान मजबूरीवश धान को कुछ दिनों तक खेत में ही छोड़ देते हैं। कुछ किसान खेत से ही व्यापारियों को धान बेचते हैं, ऐसे में बेचे गए धान की भी चोरी हो रही है। किसानों का कहना है कि लगभग हर रात अज्ञात चोर खेतों में घुसकर धान उठा ले जा रहे हैं, जिससे भय का माहौल बना हुआ है। किसानों ने आरोप लगाया है कि चोरी की इन घटनाओं के पीछे शराब तस्करों को आरोप लगाया है। उनके अनुसार आसपास के गांवों में धड़ल्ले से देसी शराब बनाई और बेची जा रही है। शाम ढलते ही अलग-अलग चिन्हित स्थानों पर शराबियों का जमावड़ा लग जाता है, जहां देर रात तक शराबखोरी और मुर्गा पार्टी चलती है। किसानों के मुताबिक चोरी किया गया धान बेचकर ही इन अवैध गतिविधियों के लिए पैसा जुटाया जा रहा है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि आसपास के गांवों के कुछ युवक इस पूरे मामले में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
दरभंगा पुलिस ने मवेशी चोरी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर चोरी किए गए तीन मवेशी और अपराध में प्रयुक्त एक पिकअप वाहन भी बरामद किया गया है। यह कार्रवाई सिमरी, सिंहवाड़ा और कमतौल थाना क्षेत्रों में हुई। यह घटना 15 दिसंबर, 2025 की रात को सिमरी थाना क्षेत्र के राजारौली गांव में हुई थी। धर्मेंद्र महतो के मवेशी बथान से एक भैंस, एक भैंस का बच्चा और एक गाय चोरी कर ली गई थी। चोर मवेशियों को पिकअप गाड़ी में लादकर ले गए थे। धर्मेंद्र महतो की शिकायत पर सिमरी थाना में अज्ञात चोरों के खिलाफ कांड संख्या 322/25, दिनांक 14 दिसंबर, 2025 को धारा 303(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सदर-2 कमतौल, शुभेन्द्र कुमार सुमन के नेतृत्व और दिशा-निर्देश में एक विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया। इस टीम में पु०नि० रामेश्वर साफी, अंचल पुलिस निरीक्षक कमतौल, थाना प्रभारी सिमरी, थाना प्रभारी सिंहवाड़ा और सिमरी व कमतौल थाना के पुलिस अधिकारी शामिल थे। टीम ने गुप्त सूचनाएं एकत्र कर मामले की जांच शुरू की। गहन छानबीन के बाद, पुलिस ने इस कांड में संलिप्त चार अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान तेज नारायण यादव, मोहम्मद नियाज, इमरान खान उर्फ कालू और मोहम्मद अफताब आलम उर्फ सोनू के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चोरी किए गए तीनों मवेशी (एक भैंस, एक भैंस का बच्चा और एक गाय) बरामद किए। इसके साथ ही, अपराध में इस्तेमाल की गई महिंद्रा पिकअप गाड़ी और अपराधियों के दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। गिरफ्तार आरोपियों में कमतौल थाना क्षेत्र का इमरान खान उर्फ कालू का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। तेज नारायण यादव बनौली पंचायत के पूर्व उप-मुखिया भी हैं। एसडीपीओ शुभेन्द्र कुमार सुमन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि क्षेत्र में लगातार मवेशी चोरी की घटनाएं बढ़ रही थीं और यह गिरोह काफी समय से सक्रिय था। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता के कारण चोरी की घटना का उद्भेदन हुआ और सभी चोरी किए गए सामान व वाहन बरामद कर लिए गए। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना में शामिल अन्य चोरों की तलाश जारी है और उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
संभल के रजपुरा–बहजोई लिंक मार्ग पर सोमवार रात दो बाइकों की आमने-सामने हुई टक्कर में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल भिजवाया और मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। यह सड़क हादसा सोमवार रात करीब 7:30 बजे जनपद संभल की तहसील गुन्नौर अंतर्गत थाना रजपुरा क्षेत्र के गांव सैंडोरा के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों बाइक सवार अपनी-अपनी बाइकों से करीब 10 से 15 मीटर दूर जा गिरे। मृतक की पहचान शौकत अली पुत्र मोहम्मद अली, निवासी गांव डुप्टा खुर्द के रूप में हुई है। वहीं, गंभीर रूप से घायल युवक की पहचान हिमांशु पुत्र अखिलेश कुमार, निवासी गांव ब्यौरा के रूप में हुई है। राहगीरों की सूचना पर थाना रजपुरा पुलिस मौके पर पहुंची। 108 एम्बुलेंस की सहायता से घायल हिमांशु को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रजपुरा में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। थाना प्रभारी निशांत कुमार राठी ने बताया कि दोनों बाइकों की आमने-सामने टक्कर में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि दूसरा घायल है। फिलहाल किसी पक्ष की ओर से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। दोनों बाइकें पुलिस कब्जे में लेकर आगे की जांच की जा रही है।
उज्जैन के पास खाचरोद में दुष्कर्म की कोशिश में नाकाम होने पर 9 साल की बच्ची की नृशंस हत्या कर दी गई। बच्ची नानी के घर आई हुई थी। पास के घर में रहने वाले शख्स ने पहले दुष्कर्म की कोशिश की। चिल्लाने पर उसने बच्ची पर मोगरी से वार कर उसकी हत्या कर दी। खाचरोद पुलिस ने बताया कि 9 वर्षीय बच्ची रविवार को स्कूल की छुट्टी होने के कारण अपनी दो बहनो के साथ नानी के घर आई हुई थी। गंभीर हालत में बच्ची को रतलाम के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। बच्ची के गिरने का बहाना बनायाबच्चे अपनी नानी के साथ छत पर बैठे थे। बच्ची बाहर खेल रही थी। उसे बुलाने के बुलाने के लिए उसकी बहन को भेजा लेकिन वो कहीं नहीं दिखी। शाम को करीब 5.45 बजे पड़ोस में रहने वाले रियाज खान अपने घर के अंदर से बेहोश हालात में बच्ची को उठाकर लाया। कहा कि लड़की ऊपर से गिर गई है। उसके सिर, नाक, मुंह, आंख पर चोट लगी थी। खून निकल रहा था। मुंह पूरा सूजा था। तत्काल उसे अस्पताल खाचरोद ले गए जहां पर डॉक्टर ने चेक कर रतलाम रेफर कर दिया था। सोमवार को बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस ने डॉग स्क्वाड और फोरेंसिक की टीम को भेजकर साक्ष्य इक्कठा किए। आरोपी से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरी घटना कबूल ली। बोरी में डालकर मोगरी से पीटकर हत्याखाचरोद एसडीओपी आकांक्षा बिछोटे ने बताया कि डॉक्टर से बात करने पर पता चला कि बच्ची पर गिरने के निशान नहीं है। बल्कि उसे किसी हार्ड चीज से मारा गया है। इसके बाद हमने रियाज खान से पूछताछ की तो उसने बताया कि घर में कोई नहीं था। बच्ची घर में आई तो उसे अकेला पाकर गलत करने का काम का प्रयास किया, लेकिन वो चिल्लाने लगी। इसके बाद उसे सबसे पहले धक्का दिया जिससे वो बेसुध हो गई। इसके बाद उसे बोरी डालकर मोगरी से पीटा। मरा समझकर छोड़कर चला गया। बाद में देखा तो सांस चल रही थी। इसके बाद घायल अवस्था में उसे उसकी नानी के पास ले गया। फिलहाल आरोपी रियाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। इसी क्रम में, प्रखंड प्रशासन के निर्देश के बाद कल्याणपुर चौक के दुकानदारों ने स्वयं अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। दुकानदारों ने सड़क किनारे, सरकारी भूमि और चौक-चौराहों पर दुकानें बनाकर अतिक्रमण कर लिया था, जिससे सड़क जाम की समस्या बनी रहती थी। इसे लेकर प्रखंड स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें बीडीओ ने जनप्रतिनिधियों से सुझाव लेकर जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजी थी। प्रखंड प्रशासन ने कल्याणपुर चौक पर दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही, जगह-जगह प्रचार भी कराया जा रहा है ताकि लोग स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा लें। जानकारी के अनुसार, प्रखंड के कल्याणपुर चौक से लदौरा तक, मोहनपुर से टारा चौक, सैदपुर चौक, सैदपुर बाजार समिति, भट्टी चौक और चकमेहसी बाजार सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर भी अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव है। हालांकि, प्रखंड के अन्य जगहों पर अभी तक लोगों ने अतिक्रमण हटाने की जहमत नहीं उठाई है। प्रशासन द्वारा जल्द ही इन अतिक्रमित मुख्य सड़क के स्थानों को खाली कराने के लिए कार्रवाई की जा सकती है। बीडीओ देवेंद्र कुमार ने बताया कि प्रस्ताव भेजा गया है और जिला प्रशासन के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जफराबाद थाना क्षेत्र के अहमदपुर गांव में एक बेटे ने पैसों और पारिवारिक विवाद के चलते अपने रिटायर्ड लोको पायलट पिता और सगी मां की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने दोनों शवों को बोरे में भरकर गोमती नदी में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी बेटे अम्बेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। मामला तब सामने आया, जब शनिवार को वंदना देवी ने जफराबाद थाने में अपने माता-पिता श्यामबहादुर और बबिता देवी की गुमशुदगी दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि माता-पिता 8 दिसंबर से लापता हैं। इसके बाद 12 दिसंबर से उनका भाई अम्बेश कुमार भी लापता हो गया था, जो कथित तौर पर माता-पिता को तलाशने निकला था। तीन टीमों ने की तलाश, बेटे पर शक गहराया सूचना मिलने पर पुलिस ने तीनों लापता लोगों की तलाश के लिए तीन टीमें गठित कीं। सोमवार को पुलिस ने अम्बेश कुमार को बरामद किया। पूछताछ के दौरान उसके बयान में विरोधाभास मिलने पर सख्ती से पूछताछ की गई। एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव के अनुसार, पूछताछ में अम्बेश ने बताया कि 8 दिसंबर की रात करीब 8 बजे उसका माता-पिता से पैसों और पारिवारिक मामलों को लेकर झगड़ा हुआ था। गुस्से में उसने दोनों के सिर पर वार कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। आरोपी ने शवों को ठिकाने लगाने के इरादे से उन्हें बोरे में भरा और बेलाव घाट पुल से गोमती नदी में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शवों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी अम्बेश कुमार चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर का है। वह पहले कोलकाता में रहकर परिवार के साथ रहता था, लेकिन तीन माह पहले अकेले गांव लौट आया था। इस दौरान उसका पिता से पैसों को लेकर आए दिन विवाद हो रहा था। उसे शक था कि पिता संपत्ति में बहनों को भी हिस्सा देना चाहते हैं, जिसे लेकर वह नाराज था। मुकदमा दर्ज, कार्रवाई जारी थानाध्यक्ष श्रीप्रकाश शुक्ल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी से आगे की पूछताछ कर रही है और गोमती नदी में शवों की बरामदगी के प्रयास जारी हैं।
दिल्ली-एनसीआर का नया ग्रोथ सेंटर बनेगा हापुड़, समिट में 1300 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त
उत्तर प्रदेश निवेश और औद्योगिक विकास का बड़ा गंतव्य बनने की ओर अग्रसर है। इसी क्रम में अब दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक नया निवेश केंद्र तेजी से उभर रहा है और वह हापुड़ है
खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड की रोहियार पंचायत में भगवान शिव और सती मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया। माता कात्यायनी पर्यटन विकास ट्रस्ट के तत्वावधान में यह भूमिपूजन सोमवार दोपहर 2 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण, पूजन और हवन के साथ संपन्न हुआ। मंदिर निर्माण के साथ ही यहां 100 फीट ऊंचे स्थान पर ध्यानस्थ भगवान शिव की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। इस कार्यक्रम में डॉ. स्वामी विवेकानंद, लोकगायक सुनील छैला बिहारी, नागेंद्र सिंह त्यागी और रामपुर मुखिया कृष्णानंद यादव सहित कई गणमान्य व्यक्तियों और भू-स्वामियों ने संयुक्त रूप से पूजन कर नींव रखी। स्थानीय ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का संकल्प दोहराया। डॉ. स्वामी विवेकानंद ने बताया कि कात्यायनी मंदिर वर्षों से स्थापित है, लेकिन इसका नाम अभी तक टूरिस्ट सर्किट में दर्ज नहीं है। उन्होंने स्थानीय लोगों के सहयोग से इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जानकारी के अनुसार, बागमती की उपधारा के पास स्थित कात्यायनी मंदिर के उत्तरी छोर पर यह भूमिपूजन किया गया है, जबकि शिव सती मंदिर का निर्माण दक्षिणी छोर पर होगा।
मंडला जिले के टिकरिया थाना क्षेत्र में सोमवार शाम एक सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक गंभीर घायल हो गया। दोनों युवक नारायणगंज से अपने गांव सिंगनपुरी चौकी लौट रहे थे। पुराने पेट्रोल पंप के पास हादसा यह दुर्घटना सोमवार शाम पुराने पेट्रोल पंप और टॉवर के पास हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक अचानक बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई थी। हादसे के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। हादसे में 24 वर्षीय मोनू नेटी की मौत हो गई। वहीं, 32 वर्षीय लखन पिता मंगल आर्मो गंभीर रूप से घायल हुए हैं। दोनों युवक चौकी सिंगनपुरी क्षेत्र के निवासी थे। घायल को मेडिकल कॉलेज रेफर किया सूचना मिलते ही टिकरिया पुलिस मौके पर पहुंची और घायल लखन को तत्काल नारायणगंज अस्पताल पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पेड़ से टकराने की आशंका, अन्य कारणों की भी जांच टिकरिया थाना प्रभारी गोपाल घासले ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बाइक के पेड़ से टकराने की बात सामने आई है। हालांकि, पुलिस इस आशंका की भी जांच कर रही है कि किसी अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मारी हो, जिससे बाइक बेकाबू हो गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
आगरा में मथुरा से प्रसिद्ध भजन गायक चित्र-विचित्र महाराज एमडी जैन ग्राउंड पहुंचे। जहां उन्होंने भजन संध्या का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने भगवान कृष्ण के भजनों को गाया, जिससे हजारों श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। भजन संध्या में शामिल श्रद्धालुओं ने भगवान कृष्ण के गानों पर झूमते हुए अपने आप को भक्ति में डूबो दिया। चित्र-विचित्र महाराज ने कई प्रसिद्ध भजनों को सुनाया, जिससे भक्तों के चेहरों पर खुशी और भक्ति की भावना स्पष्ट नजर आई। इस दौरान महाराज चित्र-विचित्र ने भगवान कृष्ण की लानतों और उनकी लीला का वर्णन किया, जिससे श्रद्धालुओं को भगवान कृष्ण के प्रति और भी आकर्षित किया। भजन संध्या का आयोजन देर रात तक चला, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। चित्र-विचित्र महाराज की भजन संध्या ने आगरा के श्रद्धालुओं को भगवान कृष्ण के प्रति और भी निकट लाने का काम किया। इस आयोजन ने श्रद्धालुओं को एक नई ऊर्जा और भक्ति की भावना से भर दिया। तस्वीरों में देखिए
चौथम पुलिस ने दो महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया:लड़की को भगाने का आरोप, न्यायिक हिरासत में भेजा गया
खगड़िया जिले की चौथम पुलिस ने पूर्वी बौरने पंचायत के सोनबरसा घाट से कांड संख्या 180/25 से संबंधित दो महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों महिलाएं अपने घर पर मौजूद हैं। इस सूचना के आधार पर चौथम पुलिस ने तत्काल छापेमारी की और दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार महिलाओं की पहचान सोनबरसा घाट निवासी फूलेन सहनी की पत्नी अहिला देवी और रघु सहनी की पत्नी साहिला देवी के रूप में हुई है। चौथम थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि इन दोनों महिलाओं पर एक लड़की को भगाने का आरोप है। आवश्यक पूछताछ के बाद, पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि आगे की कार्रवाई न्यायालय के आदेश के अनुरूप की जाएगी। दोनों महिलाओं को कोर्ट में पेश किया गया है।
सहारनपुर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति पुलिस की सख्ती बढ़ गई है। इसी क्रम में थाना कुतुबशेर पुलिस ने प्रतिबंधित हरे आम के पेड़ों की अवैध कटान और तस्करी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सोमवार को एक आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसके कब्जे से ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित भारी मात्रा में आम के हरे तनों की लकड़ी बरामद की। यह कार्रवाई ईदगाह रोड क्षेत्र में नियमित चेकिंग अभियान के दौरान हुई। पुलिस टीम ने एक संदिग्ध ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका, जिसकी जांच करने पर उसमें आम के पेड़ों के हरे तने लदे पाए गए। लकड़ी से संबंधित कोई वैध अनुमति या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जाने पर पुलिस ने तत्काल ट्रैक्टर चालक को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सहारनपुर के चिलकाना थाना क्षेत्र स्थित ग्राम सालरी निवासी इस्तकार पुत्र आलिम के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपने गांव सालरी क्षेत्र से प्रतिबंधित हरे आम के पेड़ों को अवैध रूप से काटा था। वह इस लकड़ी को मंडी में बेचने के इरादे से ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए ले जा रहा था। पुलिस द्वारा बरामदगी में एक महिंद्रा कंपनी का ट्रैक्टर-ट्रॉली, आम के 60 बड़े हरे तनों के टुकड़े और 45 छोटे व पतले टहने शामिल हैं। बरामद लकड़ी की मात्रा से संकेत मिलता है कि आरोपी लंबे समय से इस अवैध धंधे में लिप्त हो सकता है। थाना कुतुबशेर पुलिस ने आरोपी इस्तकार के खिलाफ वन अधिनियम सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हरे पेड़ों की कटान पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है और ऐसे मामलों में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
कोरबा के इंदिरा नगर बस्ती में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब लोगों के घरों के बाहर लाल क्रॉस के निशान देखे गए। यह निशान रेलवे प्रबंधन द्वारा लगाए गए बताए जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, रेलवे प्रबंधन ने एक माह पहले लगभग 250 घरों को खाली करने का नोटिस जारी किया था। हालांकि, तब से रेलवे की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी। रविवार देर रात अचानक घरों पर क्रॉस के निशान लगाए गए और सोमवार सुबह यह जानकारी मिली कि मंगलवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। आक्रोशित बस्तीवासी रेलवे कार्यालय पर लगाया ताला इससे आक्रोशित बस्तीवासी रेलवे एआरएम के कार्यालय पहुंचे, लेकिन वहां ताला लगा मिला। इसके बाद वे रेलवे आरपीएफ कार्यालय गए और अपनी बात रखी। अंततः, सभी ने स्टेशन परिसर पहुंचकर गेट के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया और संबंधित अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की। सूचना मिलने पर स्टेशन मास्टर मौके पर पहुंचे और उन्होंने बस्तीवासियों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, प्रदर्शनकारी बड़े अधिकारियों से बात करने की मांग पर अड़े रहे। बस्तीवासियों ने वैकल्पिक आवास और मुआवजे की मांग की बस्तीवासियों का कहना है कि रेलवे की अचानक कार्रवाई की बात से उनमें हड़कंप मच गया है। उन्हें न तो कोई वैकल्पिक जगह दी गई है और न ही किसी तरह का मुआवजा। ऐसे में कार्रवाई होने पर उनके सामने बेघर होने का संकट खड़ा हो जाएगा। उनकी मुख्य मांग है कि रेलवे प्रबंधन पहले उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराए। इसके बाद ही वे अपने घर खाली करने को तैयार होंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे घर खाली नहीं करेंगे। आरपीएफ ने समझाया फिर भी रेलवे स्टेशन पर डटे रहे प्रदर्शनकारी स्टेशन परिसर में आंदोलन की सूचना मिलते ही रेलवे आरपीएफ पुलिस बल मौके पर पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, लोग अपनी मांगों को लेकर स्टेशन पर डटे रहे। रेलवे प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए पूरी तैयारी कर ली है। रेलवे पुलिस ने भी बाहर से अतिरिक्त बल बुलाया है।
यमुनानगर के खंड साढौरा के सर्राफा बाजार में आज सोमवार दोपहर हथियारबंद छह नकाबपोश लुटेरों ने दिनदहाड़े एक सिलाई मशीन रिपेयर की दुकान में घुसकर गल्ले से करीब 5 हजार रुपए लूट लिए। लूट के बाद बदमाश हथियार लहराते हुए फरार हो गए। पूरी वारदात बाजार में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। पुलिस ने फुटेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुटी है। दुकानदार विनोद कुमार ने बताया कि उनकी दुकान सर्राफा बाजार में काफी पुरानी है, जहां सिलाई मशीन की रिपेयरिंग का काम होता है। सोमवार दोपहर करीब 3 बजे वह दुकान पर थे और कुछ ग्राहक भी मौजूद थे। तभी हाथों में तेजधार हथियार लेकर छह नकाबपोश युवक अचानक दुकान में घुस आए। जिस रास्ते से आए वहीं से वापिस भागे बदमाशों ने ग्राहकों को धमकाकर बाहर निकाल दिया। एक बदमाश ने लोहे के हथियार से छत के पंखे पर वार किया, जिससे डरकर विनोद कुमार दुकान के अंदर छिप गया। इसके बाद लुटेरों ने गल्ले से करीब 5 हजार रुपए लूट लिए और उसी गली से फरार हो गए, जहां से आए थे। विनोद कुमार ने किसी पुरानी रंजिश से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार ऐसा हुआ है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि करीब 50 मीटर दूर एक छोटी गली से हथियारों से लैस नकाबपोश युवक बाजार की ओर आते हैं, दुकान पर लूट करते हैं और वापस उसी रास्ते भाग जाते हैं। पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी प्रमोद कुमार मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले और दुकानदार से विस्तार से पूछताछ की। थाना प्रभारी ने कहा कि हर एंगल से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आलीराजपुर में अवैध क्लिनिक सील, दवाएं जब्त:संचालक के पास दस्तावेज नहीं मिले, एलोपैथिक इलाज कर रहा था
कलेक्टर नीतू माथुर के निर्देश पर आलीराजपुर एसडीएम तपिस पांडे ने सोमवार देर शाम एक अवैध रूप से संचालित क्लिनिक पर छापा मारा। यह क्लिनिक सौरवा नाका स्थित था और इसका संचालन दिलीप राय कर रहा था। जांच के दौरान पाया गया कि क्लिनिक संचालक के पास मूल दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे। इसके बावजूद वह एलोपैथिक पद्धति से मरीजों का इलाज कर रहा था। साथ ही, क्लिनिक में दवाओं का अवैध भंडारण भी मिला। एसडीएम पांडे ने मौके से अवैध रूप से भंडारित दवाओं को जब्त कर लिया। इसके बाद, संबंधित क्लिनिक को सील कर दिया गया। आगामी कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। बीते दिनों जोबट में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक महिला की मौत हो गई थी। इसके बाद से प्रशासन अवैध क्लिनिक पर छापामार कार्रवाई कर रहा है।
कपूरथला में एक डेयरी व्यवसायी पर एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ छेड़छाड़ और शारीरिक शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। महिला की शिकायत के बाद थाना सिटी पुलिस ने आरोपी व्यवसायी मनप्रीत सिंह बतरा के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है। डीएसपी सब-डिवीजन शीतल सिंह ने इसकी पुष्टि की। डीएसपी सब-डिवीजन शीतल सिंह ने बताया कि मोहल्ला मेहताभ गढ़ की रहने वाली एक महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसका पहला पति साल 2016 में उसे छोड़कर चला गया था। इसके बाद वह अपनी नाबालिग बेटी के साथ प्रतापगढ़ में रहती थी। लिव-इन-रिलेशनशिप में रहती थी महिला इसी दौरान उसकी मुलाकात जालोखाना निवासी मनप्रीत सिंह से हुई, जो डेयरी फार्म का काम करता है। मनप्रीत सिंह ने महिला को शादी का झांसा दिया, जिसके बाद वह साल 2017 से अपनी बेटी सहित उसके साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगी। महिला का आरोप है कि इस दौरान मनप्रीत सिंह ने उसका शारीरिक शोषण किया। आरोपी को पकड़ने छापेमारी कर रही पुलिस महिला ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि आरोपी मनप्रीत सिंह ने उसकी नाबालिग बेटी का भी शारीरिक शोषण किया। डीएसपी शीतल सिंह ने जानकारी दी कि महिला के बयानों के आधार पर आरोपी मनप्रीत सिंह बतरा के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
सिंगरौली के धिरौली में कोल ब्लॉक के लिए काटे जा रहे पेड़ों को लेकर एमपी कांग्रेस के 10 नेताओं ने दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि धिरौली में कोयला खदान भी अडाणी की है। उसका संचालन और उत्पादन भी अडाणी का है। कास्ट बेनिफिट एनालिसिस करें तो जमीन-जंगल देने के बदले कंपनी को 204 करोड़ मुआवजे के तौर पर सरकार ने दिया है। नेट जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार 558 मिलियन टन यानी 11 लाख करोड़ से ज्यादा की कीमत का कोयला सिर्फ 204 करोड़ रुपए के बदले दे दिया। सिंघार ने कहा- अगर दो हजार रुपए टन का भाव ले लो और 558 मिलियन टन का हिसाब लगाओ तो 11 लाख करोड़ होता है। वैसे तो कोयले का भाव चार से पांच हजार रुपए मीट्रिक टन का है। क्या ये राष्ट्र और प्रदेश की आर्थिक नुकसान नहीं है? प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया, सीईसी मेंबर ओंकार सिंह मरकाम, सीडब्ल्यूसी मेंबर कमलेश्वर पटेल, बाला बच्चन, हिना कावरे, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, प्रदेश के सह प्रभारी रणविजय सिंह लोचब मौजूद रहें। सिंघार बोले- कांग्रेस आदिवासियों की आवाज उठा रहीनेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी लगातार आदिवासियों की आवाज बुलंद कर रही है। जो देश में कई सालों से रह रहे हैं उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। मोदी जी दिल्ली में पेड़ लगाते हैं। कहते हैं एक पेड़ मां के नाम और हजारों पेड़ काटने के लिए अडाणी के नाम कर देते हैं ।इससे पहले छत्तीसगढ़ में हसदेव के जंगल में सबने देखा। वही स्थिति सिंगरौली में अडाणी के लिए की जा रही है। पहले अडाणी ग्रुप को सुलियारी ब्लॉक मिला, जो उससे लगा हुआ है। दूसरा धिरौली ब्लॉक मिला। नेता प्रतिपक्ष ने कहा- खास बात ये है कि सुलियारी ब्लॉक में 90 प्रतिशत एरिया वन क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, वहां अंडरग्राउंड माइनिंग की परमिशन दी गई। दूसरी तरफ धिरौली में ओपन कास्ट माइनिंग की परमिशन दी गई है। एक तरफ आप अंडरग्राउंड माइनिंग करके जंगल बचा रहे हैं। दूसरी तरफ खुले में खनन कर रहे। इसे भी दो टुकड़ों में बांट दिया। आने वाले 80 सालों में से 40 साल अंडरग्राउंड माइनिंग और 40 साल ओपनकास्ट माइनिंग होगी। तो क्या सरकार आदिवासियों और वहां जंगल पर आश्रित लोगों को बाहर करके उनके हितों का संरक्षण नहीं करना चाहती। 2672 हेक्टेयर में है खदान का क्षेत्रसिंघार ने कहा- 3 मार्च 2021 को केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी दी। आनन-फानन में कलेक्टर और पूरा प्रशासन अडाणी की चरण वंदना करने पहुंच गए। इसमें 544 हेक्टेयर निजी भूमि थी। सरकारी भूमि 680 हेक्टेयर और लगभग 1400 हेक्टेयर वन भूमि थी। कुल खदान क्षेत्र 2672 हेक्टेयर है। लगभग 6 लाख पेड़ काटे जा रहे हैं। चरणबद्ध तरीके से पेड़ काटकर पेड़ लगाने की बात अड़ाणी समूह ने दूसरे जिलों में पेड़ लगाने की बात कही है। दिल्ली के बाद सिंगरौली देश में दूसरा प्रदूषित शहर है। उसी सिंगरौली में लाखों पेड़ काटे जा रहे हैं। उन्हें सिंगरौली की आवोहवा ठीक नहीं करना है। उन्हें तो उज्जैन की आबोहवा ठीक करना है जहां मुख्यमंत्री रहते हैं। सिंगरौली में पेड़ काटकर शिवपुरी गुना में पेड़ लगाने की बात हो रही है। जहां के पेड़ काटे जा रहे क्या वहीं पेड़ नहीं लगने चाहिए? हम जब दौरे पर गए तो वहां स्कूल लग रहे थे। बच्चों ने कहा कि जब हम खाना खाते हैं तो कोयले के कण खाने में आ जाते हैं। कपडे़ काले हो रहे हैं। कई एक्सीडेंट हो रहे हैं। अगर पास के गांव में बारात लेकर जाना है तो एक-एक दिन लग जाता है। मेडिकल इमरजेंसी हो तो वो अस्पताल नहीं पहुंच सकता क्योंकि रास्ते में अडाणी के ट्रक खडे़ हैं। कमलेश्वर बोले- एक पेड़ मां और पूरा जंगल अडाणी के नामकमलेश्वर पटेल ने कहा कि यहां मध्य प्रदेश के सिंगरौली से लोग आए हैं। धिरौली कोल ब्लॉक के लिए लाखों पेड़ मनमाने तरीके से काटे जा रहे हैं। दो हजार पुलिस बल तैनात करके पेड़ों की कटाई हो रही है। वर्षों से वहां जमीन पर काबिज लोगों को बिना राहत पुनर्वास, मुआवजा दिए बेदखल किया जा रहा है। ये सब छिप कर बड़ी मुश्किल से यहां दिल्ली तक आए हैं। पटेल ने कहा- इस मामले को एआईसीसी की तरफ से एमपी के 12 नेताओं को शामिल कर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी। हम लोग जब वहां गए तो स्थानीय लोगों को अंदर बाहर जाने में भारी दिक्कत है। हम जनप्रतिनिधि जब वहां गए और कहा कि हम 12 लोगों को जंगल के अंदर जाने दीजिए। पुलिस ने हमें रोक दिया। स्थानीय भाई बहनों ने जंगल की रक्षा के लिए आंदोलन किए तो उनके ऊपर केस दर्ज कर दिए। अपने ही राज्य में जनप्रतिनिधियों को जाने से पुलिस ने रोकाकमलेश्वर ने कहा कि एक अडाणी के लिए 2672 हेक्टेयर जमीन का आवंटन किया है। अगर हमारे आदिवासी भाई 5-10 डेसीमिल जमीन पर काबिज हो जाएं तो उन्हें जबरन जेल में डाल देते हैं। भारत में दो तरह का संविधान काम कर रहा है। अडाणी के लिए अलग कानून है और आम लोगों के लिए अलग है। हमारे भारतीय संविधान में अनुच्छेद एक डी के तहत यह प्रावधान है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य में आ जा सकता है। लेकिन, हम जैसे चुने हुए जनप्रतिनिधियों को वहां बड़ी मुश्किल से अंदर प्रवेश मिला।
पटना नगर निगम में आज सशक्त स्थायी समिति की 18वीं बैठक हुई। इसमें कई जेंडों पर मुहर लगी। अब सभी 75 वार्ड में सारे कार्यपालक पदाधिकारी संबंधित वार्ड पार्षद के साथ क्षेत्र भ्रमण करके सर्वे करेंगे। इस दौरान मैनहोल, स्ट्रीट लाइट, आदि से जुड़ी समस्याओं की सूची बनाकर निगम को सौंपा जाएगा। अभी पटना नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत 82,000 पोल लगे हुए हैं, जिसमें लाइट की व्यवस्था की गई है। नए सिरे से क्षेत्र में सर्वे होगा, जहां लाइट की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा। वहीं, पटना नगर निगम अब OTS स्कीम पर काम करेगा। OTS स्कीम पर काम करेगा निगम पटना नगर निगम के नगर आयुक्त यशपाल मीणा ने कहा कि पटना नगर निगम में ओटीएस स्कीम लाया गया है। ओटीएस स्कीम के अंतर्गत निगम अपना रेवेन्यू जेनरेट करेगी। आज की बैठक में आंतरिक संसाधन को कैसे बढ़ाया जाए और रेवेन्यू को किस तरीके से जनरेट किया जाए इस पर भी विचार विमर्श किया गया है। ओटीएस, वन टाइम सेटलमेंट स्कीम होता है। प्रिंसिपल प्रॉपर्टी होल्डिंग अमाउंट का अगर पेमेंट होता है, तो फिर उसपर लगी पेनल्टी को माफ कर दिया जाता है। इसको हर वार्ड के रेवेन्यू ऑफिसर और नोडल अधिकारी मॉनिटर कर रहे हैं। निगम की टीम हर शाम 5 बजे मॉनिटर कर रही है कि हर वार्ड में कितना रिवेन्यू कलेक्शन हो रहा है। नई टेक्नोलॉजी वाले कचरा गाड़ी को खरीदा जाएगा वहीं, नई टेक्नोलॉजी वाले कचरा गाड़ी को खरीदा जाएगा, ताकि पटना वार्डों को हाइजीनिक और साफ सफाई वाला माहौल प्रदान किया जा सके। अदालतगंज के इस्कॉन मंदिर के प्रवेश द्वार में पेभर ब्लॉक लगाए जाएंगे। हर वार्ड को मैनहोल और कैच पीट के मरम्मती के लिए 5 लाख रुपए दिए जाएंगे। वार्ड संख्या 44 के अंतर्गत हाई यील्ड बोरिंग को स्थापित किया जाएगा। पटना नगर निगम के अंतर्गत शमशान घाट जिसमें दीघा घाट, बांस घाट, गुलबी घाट, खाजेकलां घाट और नया टोला घाट पर अंत्येष्टि के लिए न्यूनतम दर पर लकड़ी और डोम राजा का शुल्क निर्धारित किया जाएगा। पार्कों के संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं को दिया जाएगा पटना नगर निगम के विभिन्न अंचलों के अंतर्गत आने वाले पार्कों के संचालन की जिम्मेदारी अत्यंत निर्धन परिवारों की महिलाएं और शहरी स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को दिया जाएगा। निगम क्षेत्र के अंतर्गत मैनहोल निर्माण या मरम्मती कार्य के लिए मैनहोल एंबुलेंस का उपयोग किया जाएगा। आर्य कुमार रोड महाराणा प्रताप के उत्तर स्थित निगम के खाली भूखंड को किराए पर आवंटित किया जाएगा। नगर आयुक्त ने कहा कि कहीं ऐसे एजेंडें भी थे जिसके संलेख तैयार नहीं किए गए थे, इसलिए आने वाले बैठक में उसकी चर्चा करेंगे।
बालाघाट जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सरेंडर नक्सलियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस और सुरक्षा बलों ने जंगल में छिपाए गए नक्सली डंप से 11 लाख रुपए से अधिक की नकदी और भारी मात्रा में हथियार व विस्फोटक बरामद किए हैं। जिले में यह पहला मौका है जब किसी नक्सली डंप से इतनी बड़ी रकम मिली है।सोमवार को पुलिस ने प्रेस को इस कार्रवाई की जानकारी दी। सरेंडर के बाद मिला सुराग जानकारी के अनुसार, नवंबर से दिसंबर के बीच कुल 13 नक्सलियों ने अलग-अलग समय पर आत्मसमर्पण किया था। इनमें एक, 10 और दो नक्सलियों के समूह शामिल थे। आत्मसमर्पण के बाद पूछताछ के दौरान इन नक्सलियों ने जिले के अलग-अलग जंगली इलाकों में छिपाए गए नक्सली डंप की जानकारी दी। जंगल में चला सर्च ऑपरेशन सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों की टीम ने जंगल में सघन तलाशी अभियान चलाया। अलग-अलग स्थानों पर छिपाकर रखे गए डंप को बरामद किया गया। सोमवार को पुलिस ने प्रेस को इस कार्रवाई की जानकारी दी। नकदी के साथ आधुनिक हथियार बरामद पुलिस के अनुसार डंप से कुल 11 लाख 57 हजार 385 रुपए नकद बरामद हुए हैं। इसके अलावा चार सेमी-ऑटोमैटिक राइफल, एक ग्रेनेड लॉन्चर, एक बोल्ट एक्शन राइफल और आठ पंप एक्शन सिंगल शॉट राइफल भी मिली हैं। विस्फोटक और अन्य सामान भी मिला बरामद सामग्री में एक देसी कट्टा, 451 राउंड कारतूस, 26 मैगजीन, क्लेमोर माइंस पाइप, 500 ग्राम बारूद और करीब 16 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री शामिल है। इसके साथ ही 22 मेटल स्पाइक्स, दो किलोग्राम बोल्ट और छर्रे भी मिले हैं। इसके अलावा पांच इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, वोल्ट मीटर, बैटरी सेल, स्टेथेस्कोप, बीपी मशीन और जीवन रक्षक दवाएं भी बरामद की गई हैं। अधिकारी बोले- यह नक्सली गतिविधियों को बड़ा झटका डंप से टेंट का सामान, नक्सली वर्दी, पिट्ठू बैग, नक्सल साहित्य, राशन और खाना पकाने का सामान, हथियारों की देखरेख से जुड़ी सामग्री और ड्रिल मशीन जैसी कई अन्य वस्तुएं भी मिली हैं। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों को बड़ा झटका लगा है और आगे भी सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा।
सोने का दाम 1.33 लाख रुपए के पार, चांदी की कीमत में आई गिरावट
सोने में सोमवार को तेजी देखने को मिली, जिससे सोने का दाम 1.33 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया है
मुरैना में खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ संभागीय स्तर पर गठित खाद्य विभाग की टीम ने बुधवार शाम बड़ी कार्रवाई की। टीम ने चार डेयरियों और एक दाल मिल पर छापेमारी कर पनीर, दूध, मिक्स दूध, तुअर दाल और मूंग दाल के सैंपल लिए। इस दौरान महालक्ष्मी दाल मिल से 50 बोरी (करीब 1500 किलोग्राम) मिलावटी मूंग दाल जब्त की गई, जिसकी बाजार कीमत करीब 1 लाख 15 हजार 500 रुपए बताई जा रही है। महालक्ष्मी दाल मिल पर छापा भोपाल स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर मिलावटखोरों पर नकेल कसने के लिए ग्वालियर-चंबल संभाग के खाद्य अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई गई है। इसी क्रम में टीम ने मुरैना स्थित महालक्ष्मी दाल मिल पर छापामार कार्रवाई की। यहां तुअर दाल और मूंग दाल के सैंपल लिए गए, जबकि मिलावटी पाई गई 50 बोरी मूंग दाल को जब्त कर लिया गया। कार्रवाई से दाल मिल व्यापारियों में हड़कंप मच गया। चार डेयरियों से सैंपलिंग खाद्य विभाग की टीम ने शहर की चार डेयरियों पर भी कार्रवाई की। रिपोर्ट के बाद होगी आगे की कार्रवाई खाद्य अधिकारी अवनीश गुप्ता ने बताया कि भोपाल स्तर से संभागीय टीम का गठन किया गया है। ग्वालियर में कार्रवाई के बाद अब मुरैना में विभिन्न स्थानों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद संबंधित दुकानदारों और संचालकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान आगे भी जारी रहेगा।
प्रयागराज में एक इंटर के छात्र पर रविवार रात जानलेवा हमला किया गया। घर से कुछ सामान लेने के लिए निकले छात्र को पहले से घात लगाए 6 से 7 युवकों ने घेर लिया। डंडों व ईंट-पत्थरों से बेरहमी से पीटकर अधमरा कर दिया। गंभीर रूप से घायल छात्र को हमलावर मौके पर छोड़कर फरार हो गए। उसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई है और उसे आईसीयू में रखा गया है। पूरी घटना सीसीटीवी कमरे में कैद हुई है। जिसका आज फुटेज भी सामने आया है। घटना सलोरी इलाके की है। 2 तस्वीरें देखिए अब पढ़िए पूरा मामला थाना कर्नलगंज के सलोरी में वंशराज सिंह (18) अपने परिवार के साथ रहता है। वंश राज सिंह के पिता प्राइवेट शिक्षक है। रविवार रात 9 बजे वंशराज सिंह घर से कुछ सामान लेने निकला था। घर के बाहर घात लगाए बैठे 6 से 7 युवकों ने उस पर हमला बोल दिया। पहले डंडों से हमला किया गया, फिर लात-घूंसे बरसाए गए। जब वंश राज जमीन पर गिर पड़ा, तो आरोपियों ने ईंटों से कूंचकर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। बेहोशी की हालत में छोड़कर भागे आरोपीलगातार हमले से वंशराज मौके पर ही बेहोश हो गया। उसे मरा समझकर हमलावर वहां से फरार हो गए। स्थानीय लोगों और परिजनों की मदद से उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। निजी अस्पताल के ICU में भर्ती, हालत गंभीरघायल छात्र के पिता मनोज कुमार सिंह ने बताया- उनके बेटे की हालत गंभीर बनी हुई है। वंशराज को एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। वंशराज उनका इकलौता बेटा है, जिससे परिवार सदमे में है। CCTV में कैद हुई पूरी घटनाघटना स्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों में पूरी वारदात कैद हो गई है। फुटेज में दिख रहा है कि गली में 6 से 7 युवक टहल रहे थे। तभी एक युवक बुलेट बाइक से आता है। गली में टहल रहे युवक उसको रोक लेते हैं। बाइक पर से उठा कर नीचे गिरा देते है। इसके बाद डंडों से हमला करते है। इसके बाद पास में ईट और पत्थर से युवक कि सिर कूच देते है। जब युवक बेहोश हो गया। मरा समझ कर सभी युवक वहां से भाग गए। पुलिस ने CCTV फुटेज को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पूर्व विवाद की आशंकाथाना कर्नलगंज के प्रभारी संजय सिंह यादव ने बताया- घायल छात्र और हमलावर एक-दूसरे के जानने वाले हैं। किसी बात को लेकर पहले से विवाद चल रहा था। तहरीर मिल गई है और मामले की जांच की जा रही है। --------------------- ये खबर भी पढ़ें... वाराणसी में अनुपम खेर फ्लाइट कैंसिल होने पर भड़के:बोले- भड़ास निकालना चाहता हूं, मगर अब कचौड़ी-चाट खाऊंगा बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर सोमवार को फ्लाइट कैंसिल होने पर नाराज हो गए। वे इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से हैदराबाद से वाराणसी पहुंचे। यहां से उन्हें खजुराहो के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी थी, लेकिन अचानक फ्लाइट रद्द कर दी गई। ऐसे में उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी। पढ़ें पूरी खबर...
बिलासपुर के सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम पाड़ेपुर में पड़ोसी के पालतू कुत्ते द्वारा दादा और पोती को काटने के बाद विवाद बढ़ गया। कुत्ते को बांधकर रखने की समझाइश देने पर एक युवक पर चाकू से जानलेवा हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल युवक को सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह घटना रविवार को हुई। ग्राम पाड़ेपुर निवासी किसान शिवकुमार सूर्यवंशी ने पुलिस को बताया कि उनके पड़ोसी राजकुमार सूर्यवंशी के पालतू कुत्ते ने उनके पिता और भतीजी पर हमला कर दिया था। कुत्ते के काटने से दोनों घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। परिजन को काटने के बाद पड़ोसी को समझाने गया था दादा और पोती की हालत देखकर शिवकुमार के बेटे संतकुमार सूर्यवंशी राजकुमार के घर गए। उन्होंने राजकुमार को समझाया कि उनका कुत्ता अक्सर लोगों को काटता है, इसलिए उसे बांधकर रखा जाना चाहिए। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई, लेकिन उस समय मामला शांत हो गया था। समझाने की बात पर हुआ विवाद, चाकू से किया हमला कुछ देर बाद विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। आरोप है कि राजकुमार सूर्यवंशी अपने बेटों कमल, कमलेश और अमन के साथ शिवकुमार के घर के पास पहुंचे। उन्होंने संतकुमार को बाहर बुलाया और गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान आरोपियों ने संतकुमार पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। घायल सिम्स में भर्ती हमले में संतकुमार गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। सीपत टीआई राजेश मिश्रा ने बताया कि घटना के संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने राजकुमार सूर्यवंशी और उनके तीनों बेटों कमल, कमलेश व अमन को मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी और आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
नारनौंद में हेरोइन के साथ 2 युवक अरेस्ट:पुलिस ने जब्त की बाइक, NDPS एक्ट में दोनों खिलाफ केस दर्ज
नारनौंद सीआईए स्टाफ की टीम ने नशे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नाकाबंदी के दौरान 20 ग्राम हेरोइन बरामद की है। इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक बाइक भी जब्त की है। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार, 14 दिसंबर को सीआईए स्टाफ नारनौंद के एएसआई संजय अपनी टीम (सिपाही अमन, सिपाही अमित और सुरेंद्र) के साथ गश्त पर थे। पुलिस टीम राजथल से कागसर रोड नहर पुल पर मौजूद थी, तभी एक मुखबिर ने सूचना दी कि रोहतक जिले के महम के गांव भैणी सुरजन निवासी विजय और अन्नू सिंह नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त करते हैं। मुखबिर ने बताया कि वे आज मोटरसाइकिल पर नशीला पदार्थ लेकर राजथल से कागसर की ओर जाएंगे। सूचना मिलते ही नाकेबंदी शुरू सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने धारा 42(2) एनडीपीएस एक्ट के तहत सूचना पत्र तैयार कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद मौके पर नाकाबंदी शुरू की गई। कुछ समय बाद मुखबिर के बताए अनुसार मोटरसाइकिल आती दिखाई दी। पुलिस को देखकर दोनों युवक वापस मुड़ने लगे, लेकिन संदेह के आधार पर पुलिस ने उन्हें काबू कर लिया। पूछताछ में चालक ने अपना नाम विजय और पीछे बैठे युवक ने अन्नू सिंह बताया। पुलिस ने NDPS एक्ट के प्रावधानों के तहत दोनों को धारा 50 का नोटिस दिया, जिस पर दोनों ने राजपत्रित अधिकारी के समक्ष तलाशी करवाने की इच्छा जताई। इसके बाद नायब तहसीलदार बास कृष्ण कुमार को मौके पर बुलाया गया। नायब तहसीलदार की मौजूदगी में तलाशी लेने पर अन्नू सिंह की जींस की जेब से एक पारदर्शी पॉलिथीन में 20 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। मोटरसाइकिल की तलाशी में कोई अन्य नशीला पदार्थ नहीं मिला। बरामद हेरोइन को सील कर मोटरसाइकिल सहित जब्त कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
दैनिक भास्कर राजस्थान के 30वें गौरवशाली साल के उत्सव के तहत जयपुर में नॉलेज और विचारों पर आधारित कार्यक्रमों की सीरीज जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम में यूपीएससी की तैयारी करवाने वाले टीचर अवध ओझा का मोटिवेशनल सेशन आयोजित किया गया। शाम 4 बजे शुरू हुए इस सेशन में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स और युवा शामिल हुए। सेशन के दौरान अवध ओझा ने मीडिया, लोकतंत्र और जनता की भूमिका पर विस्तार से बात रखी। उन्होंने बताया कि प्रजातंत्र की आत्मा प्रेस है। राजतंत्र में इसकी जरूरत नहीं होती, क्योंकि सारी जिम्मेदारी राजा की होती है, लेकिन लोकतंत्र में न्यूज पेपर्स और मीडिया की भूमिका बेहद अहम हो जाती है। दैनिक भास्कर पब्लिक को रखती है जागरूक इसी संदर्भ में उन्होंने दैनिक भास्कर के अलग-अलग विंग्स का जिक्र करते हुए भास्कर एक्सप्लेनर की सराहना की। उन्होंने कहा- मैं दैनिक भास्कर के डिफरेंट विंग्स देखता हूं इनमें सबसे प्यारा मुझे जो मैं खुद सब्सक्राइब करके रखा हूं वह है भास्कर एक्सप्लेनर। दुनिया की कोई भी घटना हो उसका जो एक्सप्लेनर आता है, उसमें 10 मिनट में घटना का पूरा चंक बता देता है। यह भास्कर का कॉन्ट्रीब्यूशन है नेशन के प्रति। यह भास्कर की प्रतिबद्धता को दिखाता है। भास्कर हर उस घटना के प्रति आपको जागरूक रखते हैं जो आपके लिए जरूरी है। वह एक तो लोकतंत्र को जिंदा रखती है और दूसरा पब्लिक को जागरूक रखती है। जनता को मीडिया के समर्थन में खड़ा होना चाहिए मीडिया की भूमिका में आ रही कमी के सवाल पर अवध ओझा ने बताया कि इसका सबसे बड़ा कारण जनता की निष्क्रियता है। मीडिया जनता के लिए काम करती है और अगर मीडिया निष्पक्ष खबर दिखाए, चाहे वह सरकार के पक्ष में हो या विपक्ष के, और उस पर दबाव आए, तो ऐसे समय में जनता को मीडिया के समर्थन में खड़ा होना चाहिए। अगर जनमानस साथ देगा तो मीडिया खुद मजबूत हो जाएगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अगर सरकार मीडिया से सहारा छीन ले और उस समय जनता सिर्फ तमाशा देखती रहे, तो मीडिया क्या कर पाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया वही दिखाती है, जिसे जनता देखना चाहती है। अगर जनता इकोनॉमी, एजुकेशन और जरूरी मुद्दे देखना चाहेगी तो वही कंटेंट चलेगा। लेकिन अगर टीआरपी हिंदू-मुस्लिम डिबेट या सतही मुद्दों पर बढ़ेगी, तो वही दिखाया जाएगा। ऐसे में जनता को यह समझना होगा कि उसे क्या सुनना है और क्या नहीं। जनता की निष्क्रियता लोकतंत्र के लिए खतरा लोकतंत्र पर बात करते हुए अवध ओझा ने बताया कि जनता की निष्क्रियता लोकतंत्र के लिए खतरा है। सही लोगों का चुनाव नहीं होगा तो व्यवस्था मजबूत नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि अगर कोई समाज या व्यक्ति कमजोर रहेगा तो उसका शोषण तय है। इससे बचने के लिए मन और तन दोनों की शक्ति को मजबूत करना जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान राजस्थान-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ के सीओओ सुमित मोदी, दैनिक भास्कर के नेशनल एडिटर एल पी पंत और राजस्थान कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन लिमिटेड की मैनेजिंग डायरेक्टर श्रुति भारद्वाज भी मौजूद रहीं। भास्कर उत्सव के तहत आयोजित इस सेशन को स्टूडेंट्स और युवाओं ने गंभीरता से सुना और इसे विचारोत्तेजक बताया। बता दें कि दैनिक भास्कर राजस्थान अपने 30वें गौरवशाली साल का उत्सव मना रहा है। इस मौके पर रजनीगंधा प्रेजेंट्स भास्कर मनोरंजन, नॉलेज और एंटरटेनमेंट से जुड़े कई इवेंट्स आयोजित किए जा रहे हैं। भास्कर उत्सव की यह दस दिवसीय सीरीज 13 दिसंबर से शुरू हुई है, जो 23 दिसंबर तक चलेगी। जयपुर समेत प्रदेश के अलग-अलग वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर इस दौरान लाइव इवेंट्स और सेशंस रखे गए हैं।
सहारनपुर में चालक ने रची लूट की झूठी कहानी:पुलिस ने किया खुलासा, गबन के आरोप में अरेस्ट
सहारनपुर की नागल थाना पुलिस ने एक बस चालक द्वारा रची गई झूठी लूट की कहानी का खुलासा किया है। चालक ने गबन की नीयत से यह साजिश रची थी। पुलिस ने सोमवार शाम को आरोपी बस चालक को गिरफ्तार कर उसके पास से गबन की गई नकदी, मोबाइल फोन और बस की चाबी बरामद की। यह घटना 14 दिसंबर 2025 की है। पंजाब के होशियारपुर निवासी बस चालक सर्वजीत सिंह एक ट्रैवल कंपनी की मिनी बस लेकर बुकिंग पर गांव मीरपुर मोहनपुर पहुंचा था। शाम को उसने बस मालिक को फोन कर बताया कि कुछ अज्ञात बाइक सवार युवकों ने हथियार दिखाकर उससे नकदी, मोबाइल फोन और बस की चाबी लूट ली है। बस मालिक ने तुरंत नागल थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, आसपास के लोगों से पूछताछ की और चालक के बयानों का तकनीकी साक्ष्यों से मिलान किया। जांच के दौरान पुलिस को कई विरोधाभास मिले, जिससे कहानी पर संदेह बढ़ गया। गहन पूछताछ के बाद चालक ने सच्चाई स्वीकार कर ली। पुलिस पूछताछ में सर्वजीत सिंह ने बताया कि उसके पास पिछली बुकिंग से प्राप्त रकम थी, जिसे उसने अपनी निजी जरूरतों पर खर्च कर दिया था। बस मालिक को पैसे वापस करने से बचने और खुद को बचाने के लिए उसने लूट की यह झूठी कहानी बनाई और पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बस के अंदर छिपाए गए 14,100 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन और बस की चाबी बरामद की। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ गबन और झूठी सूचना देने के आरोप में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में परबत्ता प्रखंड की नगर पंचायत परबत्ता में हर घर संपर्क महा जनसंपर्क अभियान चलाया। इस अभियान के तहत संघ के स्वयंसेवकों ने घर-घर जाकर लोगों को संघ के विचारों, सामाजिक गतिविधियों और राष्ट्र निर्माण में उसकी भूमिका से अवगत कराया। स्वयंसेवकों ने समाज के विभिन्न वर्गों जैसे युवा, महिला, बुजुर्ग, व्यापारी और किसानों से सीधा संवाद किया। उन्होंने संघ के शताब्दी वर्ष की उपलब्धियों, सेवा कार्यों, आपदा राहत, सामाजिक समरसता, शिक्षा, संस्कार और राष्ट्रभक्ति के विचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। स्वयंसेवकों ने बताया कि संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र सेवा की एक विचारधारा है, जिसका उद्देश्य समाज को जोड़ना और उसे सकारात्मक दिशा देना है। अभियान के दौरान नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों में स्वयंसेवकों की टोलियां पहुंचीं। स्थानीय नागरिकों ने भी संवाद में रुचि दिखाई और कई स्थानों पर स्वयंसेवकों का स्वागत कर संघ के सेवा कार्यों की सराहना की। इस संवाद से सामाजिक जागरूकता और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यबोध को बल मिला। इस अभियान में कुणाल किशोर, राहुल कुमार, गुलशन कुमार, प्रवीण कुमार, कृष्णकांत, मोहित, सज्जन, सोनू, प्रमोद, गोपाल, मनीष और अमीर सहित अन्य स्वयंसेवकों ने सक्रिय भूमिका निभाई। स्वयंसेवकों ने अनुशासन, समर्पण और सेवा भाव के साथ इस अभियान को सफल बनाया।
टोंक शहर के पुरानी टोंक थाना क्षेत्र में सोमवार को एक समुदाय के दो पक्षों के बीच मकान के छज्जे को लेकर सोमवार को हुए विवाद में खूनी संघर्ष हों गया। एक दूसरे पर हथियारों से हमला कर दिया। इसमें दोनों पक्ष के 6 महिला पुरुष घायल हो गए। उन्हें सआदत अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। उधर इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी ली और मामला और आगे बढ़ने से रोका। बताया जा रहा की निर्माणाधीन मकान के छज्जे को लेकर दो गुटों में कहासुनी हो गई। दोनों पक्ष के लोगों ने धारदार हथियारों से एक दूसरे पर हमला कर दिया। पुरानी टोंक थाना प्रभारी नेमीचंद गोयल का कहना है कि चूडीगरान मोहल्ले में सरदार अपने मकान में तीसरी मंजिल बनवा रहा है। जिसकी छत भरने के लिए लगाया गया फंटा 6 इंच दूसरे पक्ष पड़ोसी अब्दुल शकूर की ओर बाहर होने से पर अब्दुल गफूर ने ऑब्जेक्शन किया। इसको लेकर आज सुबह करीब 11 बजे दोनों पक्ष में कहासुनी हो गई। देखते ही देखते दोनों घरों से हथियार निकाल कर ले आए और एक दूसरे पर हमला कर दिया। इसमें सरदार के ज्यादा चोट आई हैं। झगड़े में एक पक्ष के सरदार देसवाली, फरहान, शहजादा, मेहराज , अरबाज,सरफराज और जिबरान के भी चोटे आई है। दूसरें पक्ष के अब्दुल शकूर, मेहबूब, महफूज, वजीर घायल है, इस गुट की फरजाना के भी चोट आई है।
गया जिले के शेरघाटी में सोमवार को उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एक निजी अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था, कानून-व्यवस्था, माफिया विरोधी कार्रवाई और विकास योजनाओं पर सरकार की मंशा स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि बिहार अब बदल चुका है और एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है। स्वास्थ्य क्षेत्र पर बोलते हुए उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 20 वर्षों में बिहार में एक भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया। हालांकि, अब राज्य सरकार ने अगले तीन वर्षों के भीतर बिहार के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उनका मानना है कि इससे स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी और स्थानीय युवाओं को मेडिकल शिक्षा के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। कानून व्यवस्था, माफिया के खिलाफ सरकार की सख्त नीति सम्राट चौधरी ने कानून-व्यवस्था और माफिया के खिलाफ सरकार की सख्त नीति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में माफिया, अपराधी और अवैध गतिविधियों को खत्म करना ही उनका मुख्य काम है। उन्होंने स्पष्ट किया, मेरे पास कोई दूसरा काम नहीं है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन को मजबूती से स्थापित करना ही मेरा उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चला रही है। फिलहाल सड़कों से अतिक्रमण हटाया जा रहा है और यह अभियान आगे भी पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा। उपमुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी जाति, वर्ग या व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि कानून के दायरे में रहकर की जा रही है। बोले- सरकारी जमीन पर कब्जा है, तो निडर होकर आवेदन दें डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने जनता से अपील की कि यदि किसी अपराधी या माफिया ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है, तो लोग निडर होकर आवेदन दें। उन्होंने दावा किया कि ऐसे मामलों में 24 घंटे के भीतर प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद रहे। निजी अस्पताल के उद्घाटन को क्षेत्र के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक अहम कदम बताया गया। उपमुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सरकारी और निजी प्रयासों से बिहार की स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था में व्यापक सुधार देखने को मिलेगा।इस मौके पर कार्यक्रम स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, विधानसभा अध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार, मंत्री संतोष सुमन, शेरघाटी विधायक उदय सिंह, अतरी विधायक रोहित कुमार सिंह, पूर्व सांसद हरि मांझी समित के लोग मौजूद रहे।
लखनऊ में सोमवार को हजरतगंज स्थित कर्मचारी प्रेरणाय स्थल पर प्रदर्शन। 8वें वेतन आयोग में पेंशन पुनरीक्षण की मांग को लेकर प्रदेशभर में पेंशनरों का प्रदर्शन। 8 वें वेतन आयोग के विचारणीय विषयों में जनवरी 2026 से पूर्व सेवानिवृत्त पेंशनरों की पेंशन के पुनरीक्षण सहित अन्य मांगों को शामिल कराने को लेकर पेंशनरों ने आमसभाएं आयोजित कर जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के आह्वान पर आयोजित इस कार्यक्रम में सेवारत कर्मचारी व शिक्षक संगठनों सहित विभिन्न विभागों से जुड़े पेंशनरों ने हिस्सा लिया। सभा को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष अमरनाथ यादव ने कहा कि सेवाकाल में अगर कर्मचारियों का वेतन लंबित न रखा गया होता तो सरकार को उसी समय भुगतान के लिए फंड उपलब्ध कराना पड़ता। लंबित वेतन का भुगतान न होना सरकार के लिए भविष्य की बचत बना। इसलिए पेंशन को अनफंडेड कहना पूरी तरह गलत है। उन्होंने तर्क दिया कि सेवाकाल में न दिए गए वेतन को कर्मचारी का योगदान माना जाना चाहिए, इस प्रकार पेंशन न केवल अंशदायी है बल्कि फंडेड भी है। अमरनाथ ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों और शिक्षकों के साथ गंभीर अन्याय हो रहा है। सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ उपाध्यक्ष बी.एल. कुशवाहा ने कहा कि प्रदेशभर में लगभग एक लाख सेवानिवृत्त कर्मचारी व शिक्षक है। सभी पूरी ताकत से इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि देश में केंद्र व राज्यों के लगभग दो करोड़ पेंशनर हैं, जिनके परिवारों को मिलाकर यह करीब 10 करोड़ लोगों की आजीविका से जुड़ा सवाल है। यदि सरकार ने समय रहते सकारात्मक कदम नहीं उठाए, तो यह आंदोलन राष्ट्रव्यापी रूप लेगा।
गया के मगध मेडिकल थाना पुलिस ने आर्म्स एक्ट से जुड़े एक मामले में सोमवार को गिरधर कुमार (पिता हीरा शर्मा) नामक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, अभियुक्त पर पारिवारिक विवाद के दौरान अपनी पत्नी की हत्या के इरादे से रिवाल्वर से गोली चलाने का आरोप है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अभियुक्त गिरधर कुमार का किसी अन्य महिला के साथ अवैध संबंध था। जब उसकी पत्नी ने इस संबंध का विरोध किया, तो उनके बीच घरेलू विवाद बढ़ गया। पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। मगध मेडिकल कॉलेज पुलिस ने शुरू की थी जांच पड़ताल घटना वाले दिन भी इसी बात को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई, जिसने बाद में हिंसक रूप ले लिया। आरोप है कि गुस्से में आकर गिरधर कुमार ने अपनी पत्नी को जान से मारने की नीयत से अवैध रिवाल्वर निकालकर उस पर गोली चला दी। हालांकि, पीड़िता की जान बच गई। घटना की सूचना मिलने पर मगध मेडिकल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। इस संबंध में मगध मेडिकल थाना में कांड संख्या 378/25 के तहत आर्म्स एक्ट सहित अन्य संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने तकनीकी और मानवीय साक्ष्यों के आधार पर जांच की, जिसमें अभियुक्त की संलिप्तता स्पष्ट होने पर उसे गिरफ्तार किया गया। आरोपी का आपराधिक इतिहास खंगाल रही पुलिस पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना में प्रयुक्त रिवाल्वर की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। इसके साथ ही, अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की भी जांच की जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मगध मेडिकल थाना पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि घरेलू हिंसा या अवैध हथियारों से संबंधित किसी भी जानकारी को तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि ऐसी घटनाओं को समय रहते रोका जा सके।
औरंगाबाद जिले के खुदवां थाना क्षेत्र के बिछहा गांव के समीप रविवार को हुई सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल युवक की इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। सोमवार की शाम शव गांव पहुंचते ही लोगों ने औरंगाबाद-पचरुखिया पथ को जाम कर दिया और मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक 30 वर्षीय जीतू कुमार मालवां गांव निवासी ध्रुवीक्षण राम का पुत्र था। जानकारी के अनुसार रविवार की शाम करीब सात बजे जीतू कुमार अपने साथी बादशाह राम के साथ बाइक से खुदवां बाजार से सामान खरीदकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान बिछहा गांव के पास पीपल के पेड़ के समीप औरंगाबाद की ओर से तेज रफ्तार में आ रही एक अज्ञात कार ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया।हादसे में जीतू कुमार और बादशाह राम दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। औरंगाबाद सदर अस्पताल किया गया था रेफर गश्ती पर तैनात पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों की हालत गंभीर देखते हुए सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल में भी स्थिति नाजुक होने पर जीतू कुमार को मगध मेडिकल कॉलेज गयाजी भेजा गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया। हालांकि पटना ले जाने के दौरान रास्ते में ही सोमवार को जीतू कुमार की मौत हो गई। मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था मौत के बाद परिजन शव को गांव लेकर पहुंचे, जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने औरंगाबाद–पचरुखिया पथ पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की। परिजनों का कहना है कि मृतक परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था और मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था। उसके निधन से परिवार पर आर्थिक संकट गहरा गया है।मृतक के परिवार में पत्नी संजू देवी, दो पुत्रियां अनुषा कुमारी व अनु कुमारी तथा एक पुत्र अंकित कुमार हैं। वहीं दुर्घटना में घायल बादशाह राम की जांघ की हड्डी पूरी तरह टूट गई है, जिसका इलाज चल रहा है। सूचना मिलते ही प्रभारी थाना अध्यक्ष सूरज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया। इस संबंध में प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि आवेदन मिलने के बाद मुआवजा से संबंधित आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिसार जिले के नारनौंद में एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान और उससे जुड़े मकान में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। अज्ञात चोरों ने दुकान और मकान से लाखों रुपए का सामान चुरा लिया। पीड़ित राणा की शिकायत पर नारनौंद थाना पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नारनौंद के वार्ड नंबर 5 निवासी राणा ने पुलिस को बताया कि वह पिछले पांच साल से जिंदल इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान पर काम करता है, जिसका मालिक हिसार में रहता है। शनिवार शाम करीब 8:10 बजे वह दुकान बंद कर घर चला गया था। अगले दिन सुबह करीब 9 बजे जब उसने दुकान खोली और सफाई शुरू की, तो फर्श पर एक नया एलईडी टीवी का स्टैंड पड़ा मिला। दुकान और मकान से सामान ले गया चोर संदेह होने पर राणा ने दुकान में रखे सामान की जांच की। इस दौरान तीन 32 इंच के एलईडी टीवी, दो प्रेस और एक फराटा पंखे की मोटर गायब मिली। इसके बाद जब उसने दुकान के पीछे बने मकान की तरफ देखा, तो मकान का गेट खुला मिला। अंदर जाकर देखने पर घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था। चोर मकान से भी एक एलईडी टीवी, स्विच, सेट-टॉप बॉक्स, टॉयलेट और बाथरूम की पीतल की टोंटियां समेत दरवाजों के हैंडल चोरी कर ले गए थे। शिकायत के आधार पर नारनौंद थाना पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 305 (A) और 331 (4) के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच एएसआई कुलदीप को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दतिया के शासकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशासनिक गड़बड़ियों और अनियमितताओं का मामला लगातार सुर्खियों में है। पहले अस्पताल अधीक्षक को लेकर डॉक्टरों में असंतोष की स्थिति सामने आ चुकी है तो वहीं अब नर्सिंग अधीक्षक के खिलाफ शिकायत सामने आई है। एक नर्सिंग स्टाफ ने डीन को शिकायती पत्र लिखा है। नर्सिंग अधीक्षक बीजी अवस्थी पर स्टाफ नर्स रचना शर्मा ने आरोप लगाए हैं कि वह नियमों की अनदेखी कर चुनिंदा कर्मचारियों को लगातार 10-10 दिनों का अवकाश दे रही हैं। वहीं अन्य कर्मचारियों को समान अवसर नहीं दिया जा रहा, जिससे कार्यालय में असंतोष और भेदभाव की स्थिति बन गई है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि अनियमित अवकाश उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज किए गए हैं, जो सीधे नियमों का उल्लंघन हैं। नर्सिंग स्टाफ शर्मा ने बताया कि जब इस संबंध में अधीक्षक से जानकारी मांगी जाती है तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता। उल्टा, जो कर्मचारी इस अव्यवस्था पर आपत्ति जताते हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर भय और असुरक्षा में डाल दिया जाता है। नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि इससे कार्यालय का मनोबल गिरा है और कर्मचारियों के बीच तनाव बढ़ा है। वहीं, नर्सिंग अधीक्षक अवस्थी का कहना है कि सोशल मीडिया पर सरकारी दस्तावेज वायरल करने के मामले में नोटिस दिया है। अस्पताल अधीक्षक को लेकर विवादमेडिकल कॉलेज में डॉ. अर्जुन अधीक्षक के पद पर तैनात है। इन्हें लेकर अस्पताल के चिकित्सकों में नाराजगी सामने आ चुकी है। डीन डॉ. दीपक मरावी को इस मामले में वह ज्ञापन सौंप चुके हैं और लिखित शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं। आरोप है कि वह विभागीय जांच और लोकायुक्त प्रकरण में दोषी पाए जाने के बावजूद उन्हें नियमों के बावजूद अधीक्षक पद पर बनाए रखा गया है, और वे लगातार नए-नए कार्यालय आदेश जारी कर प्रशासन में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं।
हिमांशु कुमार राय ने सोमवार को मुजफ्फरपुर स्थित तिरहुत प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में विधिवत रूप से पदभार ग्रहण किया। इस दौरान मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन सहित प्रमंडल के विभिन्न विभागों के वरीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। पदभार संभालने के बाद आयुक्त राय ने प्रमंडलीय कार्यालय के अधिकारियों के साथ एक परिचयात्मक बैठक की। उन्होंने विभागवार कार्यों की वर्तमान स्थिति, योजनाओं की प्रगति और लंबित मामलों की जानकारी ली। आयुक्त ने सभी विभागों को समयबद्ध, पारदर्शी और समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि आम जनता को त्वरित और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिल सकें। नव पदस्थापित आयुक्त ने कहा कि सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने विकास कार्यों को गति देने, प्रशासनिक प्रक्रियाओं में तकनीक के अधिकतम उपयोग और टीम वर्क की भावना को मजबूत करने पर जोर दिया। अधिकारियों को नियमित फील्ड विजिट करने और लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन करने के भी निर्देश दिए गए। राय ने यह भी कहा कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना प्रशासन की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसके लिए सभी अधिकारियों को संवेदनशीलता, प्रतिबद्धता और कार्यकुशलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा। उल्लेखनीय है कि हिमांशु कुमार राय वर्तमान में दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त हैं। उनके पास तिरहुत और सारण प्रमंडल के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी है।
कोरबा में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद एक बुजुर्ग महिला की दाहिनी आंख की रोशनी चली गई। यह मामला जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल से सामने आया है, जहां महिला को ऑपरेशन के बाद रायपुर एम्स रेफर किया गया था। ग्राम बरपाली निवासी कौशल दास वैष्णव और उनकी 60 वर्षीय पत्नी बद्रिका बाई को करीब चार साल से आंखों से कम दिखाई दे रहा था। एक दिसंबर को वे जांच के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के नेत्र रोग विभाग पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद बद्रिका बाई की दाहिनी आंख में मोतियाबिंद बताया और ऑपरेशन की सलाह दी। तीन दिसंबर को उनकी दाहिनी आंख का ऑपरेशन किया गया। मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद महिला की आंख की रोशनी गई ऑपरेशन के अगले दिन जब आंख की पट्टी खोली गई, तो महिला को कुछ भी दिखाई नहीं दिया। उन्होंने इसकी जानकारी परिजनों और डॉक्टरों को दी। डॉक्टरों ने उन्हें आश्वासन दिया कि सब ठीक हो जाएगा। हालत में सुधार नहीं होने पर महिला को रायपुर रेफर किया गया। स्थिति में सुधार न होने पर मरीज को रायपुर रेफर किया स्थिति में सुधार न होने पर मरीज को रायपुर रेफर किया गया। वहां एक निजी अस्पताल में तीन दिनों तक उनका इलाज चला, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। रायपुर के डॉक्टरों ने मरीज को वापस कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। यहां महिला वार्ड के बेड नंबर 31 पर उनका इलाज किया गया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। आखिरकार, उन्हें एक बार फिर रायपुर रेफर कर दिया गया है। कौशल दास वैष्णव ने बताया कि उन्होंने पत्नी की आंखों की रोशनी के लिए ऑपरेशन कराया था, लेकिन अब उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। इस स्थिति के कारण उन्हें कोरबा और रायपुर के बीच लगातार भागदौड़ करनी पड़ रही है, जिससे उन्हें मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गोगरी अस्पताल में 47 महिलाओं का सफल ऑपरेशन:परिवार नियोजन पखवाड़े के अंतिम दिन शिविर लगा
खगड़िया जिले के गोगरी अनुमंडलीय अस्पताल में परिवार नियोजन पखवाड़े के अंतिम दिन सोमवार को बंध्याकरण शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 47 महिलाओं का सफल बंध्याकरण किया गया। साथ ही एक पुरुष का एनएसबी (नॉन-स्केलपेल वेसेक्टोमी) के लिए पंजीकरण कर उसे खगड़िया सदर अस्पताल रेफर किया गया। यह शिविर दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक चला। चिकित्सा पदाधिकारियों ने बताया कि महिला पखवाड़े के तहत यह परिवार नियोजन ऑपरेशन शिविर आयोजित किया गया था। अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र प्रकाश और महिला डॉक्टर शोभा रानी ने जानकारी दी कि सफल नसबंदी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आशा और एएनएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी प्रखंड की सभी पंचायतों में जाकर महिलाओं को पहले से ही जानकारी देते हैं, जिसके बाद अस्पताल में शिविर लगाकर ऑपरेशन किया जाता है। डॉक्टरों की तरफ से नसबंदी से पहले सभी महिलाओं की विशेष रूप से सभी प्रकार की जांच की जाती है। जांच रिपोर्ट आने और संतुष्टि मिलने के बाद ही ऑपरेशन किया जाता है। डॉ. शोभा रानी ने इस बात पर जोर दिया कि सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए ये जांच आवश्यक हैं। ऑपरेशन के बाद महिलाओं को दवा और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। उन्हें एक दिन के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्र प्रकाश ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
राम जन्मभूमि आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले प्रतापगढ़ (मछलीशहर) के पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती का निधन हो गया है। मध्यप्रदेश के रीवा से अयोध्या ले जाते समय उनका पार्थिव शरीर प्रतापगढ़ पहुंचा, जहां श्रद्धालुओं और राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। डॉ. रामविलास वेदांती का निधन मध्यप्रदेश स्थित उनके पैतृक आवास पर हुआ। वे 1996 और 1998 में प्रतापगढ़ और मछलीशहर से सांसद रहे थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही जनपद में शोक की लहर फैल गई और बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े। रीवा से सड़क मार्ग द्वारा अयोध्या ले जाते समय जैसे ही उनका पार्थिव शरीर प्रतापगढ़ पहुंचा, शहर के सदर मोड़ समेत अन्य प्रमुख चौराहों पर भाजपा नेताओं, पूर्व मंत्रियों, कार्यकर्ताओं और श्रद्धालुओं ने पुष्प अर्पित कर अंतिम दर्शन किए। इस दौरान वातावरण गमगीन रहा और लोग उनके संघर्षपूर्ण जीवन तथा राम मंदिर आंदोलन में उनके योगदान को याद करते रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ. रामविलास वेदांती ने राम मंदिर आंदोलन के दौरान 25 बार गिरफ्तारी दी थी। उन्होंने उनके आकस्मिक निधन को भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रवादी विचारधारा के लिए अपूरणीय क्षति बताया। पूर्व सांसद डॉ. रामविलास वेदांती के निधन पर राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने भी गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि डॉ. वेदांती सरल स्वभाव के व्यक्तित्व और आध्यात्मिक विचारधारा के ख्यातिप्राप्त संत थे। उनके निधन से सामाजिक, आध्यात्मिक और सार्वजनिक लोक सेवा के क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है। बताया गया कि डॉ. रामविलास वेदांती का अंतिम संस्कार अयोध्या में संत परंपरा के अनुसार जल समाधि के रूप में किया जाएगा। मंगलवार सुबह लगभग दस बजे अयोध्या में विधि-विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार संपन्न होगा।
देश में चल रहे इंडिगो फ्लाइट संकट का असर रविवार को वाराणसी–खजुराहो रूट पर देखने को मिला। इस रूट की इंडिगो फ्लाइट रद्द होने से अभिनेता अनुपम खेर खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में नहीं पहुंच सके। महोत्सव की शुरुआत मंगलवार सुबह से होना है। वे इसमें शामिल होने आ रहे थे। फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत उनकी फिल्म ‘तन्वी द ग्रेट’ से होनी है। फ्लाइट रद्द होने के बाद अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा कर इंडिगो एयरलाइंस पर नाराजगी जताई। वीडियो में उन्होंने कहा कि वह आमतौर पर शिकायत नहीं करते, लेकिन इस बार अपनी भड़ास निकालना चाहते हैं। अब अनुपम खेर मंगलवार को वाराणसी से खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस से दोपहर 2 बजे पहुंचेंगे। वीडियो में कहा- मेरा सामान भी देर से आयाखेर ने बताया कि वह हैदराबाद से वाराणसी इंडिगो फ्लाइट से पहुंचे थे। वाराणसी से उनकी खजुराहो की कनेक्टिंग फ्लाइट थी, लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने पर पता चला कि फ्लाइट कैंसिल कर दी गई है। इसके साथ ही उनका सामान भी देर से पहुंचा, जिससे परेशानी और बढ़ गई। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर कई अन्य यात्री भी परेशान थे। इनमें फ्रांस से आई एक महिला भी शामिल थी, जो खजुराहो फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने जा रही थी। हालांकि नाराजगी के बावजूद अनुपम खेर ने सकारात्मक रवैया अपनाया। उन्होंने कहा कि जब हालात अनुकूल न हों, तो इंसान को विकल्प तलाशना चाहिए। उन्होंने वाराणसी घूमने और फिर ट्रेन या सड़क मार्ग से खजुराहो जाने का फैसला किया। गौरतलब है कि दो दिन पहले खजुराहो एयरपोर्ट के निदेशक ने दिल्ली–खजुराहो–वाराणसी के बीच इंडिगो की नियमित उड़ान संचालन की बात कही थी, लेकिन इसके बावजूद फ्लाइट रद्द होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कल से शुरू होना है फिल्म फेस्टिवलबता दें कि 11वां खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल 16 से शुरू हो रहा है। यह 22 दिसंबर तक शिल्पग्राम परिसर में आयोजित होगा। खजुराहो फिल्म फेस्टिवल के आयोजक राजा बुंदेला ने बताया कि इस बार का महोत्सव एक्टर धर्मेंद्र और असरानी को समर्पित है। फेस्टिवल की शुरुआत मंगलवार सुबह 11 बजे अनुपम खेर की फिल्म दिखाकर होना तय है। पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी आ रहे हैं, वह भी फिल्म देखेंगे। साथ ही नाना पाटेकर, राज बब्बर, सौरभ शुक्ला, सुष्मिता मुखर्जी, राजेंद्र गुप्ता और ऋतुपर्णो सेन जैसे बड़े चेहरे आ रहे हैं। फेस्टिवल का आखिरी दिन यानी 22 तारीख को हेमा मालिनी आएंगी।
सोनीपत में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के तत्वाधान में माई भारत के स्वयंसेवकों के लिए सोनीपत में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षयरोग अधिकारी डॉ. तरुण यादव और जिला युवा अधिकारी बृजेश कौशिक ने की। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसकी रोकथाम करना और सामुदायिक स्तर पर टीबी उन्मूलन प्रयासों को मजबूत बनाना है। क्षयरोग की कॉर्डिनेटर डॉ. ज्योति ने टीबी के प्रमुख लक्षणों पर प्रकाश डाला, जिनमें लगातार खांसी, वजन में कमी, भूख न लगना और रात में पसीना आना शामिल हैं। उन्होंने इन समस्याओं से बचाव के लिए स्वच्छता, उचित पोषण और नियमित स्वास्थ्य जांच की महत्ता पर जोर दिया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. बबीता, विकास कुमार, मनोज सभरवाल, सुनील, कमल, नैंसी, अंजलि, अंकुश, दीपक और रणजीत सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
मेरठ के IMA हॉल में सोमवार को रिटेल केमिस्ट एंड डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन की बैठक का आयोजन किया गया । इसको लेकर संगठन के लोग लगातार पिछले एक महीने से जिले भर के केमिस्ट से मिल रहे थे। इस बैठक का मूल उदेश्य यह बात स्पष्ट करना था कि ऐसी दवाओं की बिक्री केमिस्टों के माध्यम से नहीं होती, जिसमें दवा का उपयोग उपचार के बजाय नशे के लिए किया जा रहा हो, वहां मूल रूप से दोषी दवा निर्माता कंपनियां हैं। कंपनियों द्वारा बनाए गए इस अवैध सप्लाई नेटवर्क को समाप्त किया जाना अत्यंत आवश्यक है। दवा विक्रेता किसी भी रूप में अपराधी नहीं है। दवा व्यापारियों का शोषण नहीं होने देंगेप्रदेश महामंत्री राजेंद्र सैनी ने कहा कि किसी भी संस्था को दवा व्यापारियों का शोषण नहीं करने दिया जाएगा। सभी दवा कंपनियों से व्यापारिक व्यवहार वर्ष 1983 के एग्रीमेंट के अनुरूप ही किया जाएगा। जो कंपनियां निर्धारित मार्जिन नहीं देंगी, उनका माल रखने से केमिस्ट संगठन इनकार करेगा। इसके साथ ही उन्होंने ऐसे लोगों की पहचान करने का आह्वान किया, जिन्होंने सरकार द्वारा जीएसटी कम किए जाने के स्वागतयोग्य निर्णय के बावजूद कंपनियों के दबाव में 12 प्रतिशत की दर से माल बेचने में सहयोग किया। कंपनी दोषी केमिस्ट नहींप्रदेश अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने कहा कि कोडिंग युक्त कफ सिरप के दुरुपयोग से जुड़े मामलों में अपराध करने वाली दवा कंपनियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि कफ सिरप का निर्माण करने वाली कंपनियों की गहन जांच की जाए तो सच्चाई स्वतः सामने आ जाएगी। ये कंपनियां भली-भांति जानती हैं कि उनकी यह दवाएं सामान्य उपचार के लिए बाजार में नहीं बिकतीं, बल्कि पूरी खेप नशे के उद्देश्य से पूर्व निर्धारित अवैध नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न केंद्रों तक पहुंचाई जाती है। संगठन का प्रमुख उद्देश्य एक्सपायरी दवाओं की समय-सीमा से जुड़े अधिकारों को पुनः प्राप्त करना है। इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर कठिन से कठिन संघर्ष भी किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश भर के दवा विक्रेताओं से एकजुट होकर आंदोलन में सहभागी बनने की अपील की।
सन्हौला मार्केट में बंदर का आतंक:महिला समेत चार लोगों पर हमला किया, लोगों को बाहर निकलने पर खतरा
भागलपुर जिले के सन्हौला मार्केट में एक पागल बंदर का आतंक फैल गया है। बंदर के हमले में अब तक एक महिला समेत चार लोग घायल हो चुके हैं। इस घटना से इलाके में भय का माहौल है और लोग घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। सोमवार को हटिया (बाजार) करने आईं दो महिलाओं पर बंदर ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में एक महिला का हाथ गंभीर रूप से जख्मी हो गया और उससे खून बहने लगा। घायलों में विश्वासखानी निवासी ललिता देवी और क्रांति देवी शामिल हैं, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सन्हौला में कराया गया। कुछ अन्य घायलों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, बंदर लगातार एक छत से दूसरी छत पर कूदता रहता है, जिससे बाजार और आसपास के क्षेत्रों में लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई है। बंदर के डर से अभिभावक अपने बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। एक महिला ने बताया कि बंदर ने उसके बच्चे पर भी हमला किया था, लेकिन वह समय रहते उसे बचाने में सफल रही। यह पूरी घटना सन्हौला के जे.जे. मार्केट क्षेत्र की है। घटना की सूचना आपात सेवा 112 की टीम को दी गई थी। हालांकि, समाचार लिखे जाने तक बंदर को पकड़ा नहीं जा सका है। स्थानीय लोगों ने वन विभाग और प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि किसी बड़े हादसे को टाला जा सके।
पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने फतेहगढ़ साहिब में 25 से 27 दिसंबर तक आयोजित होने वाली शहीदी सभा के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने शहीदी सभा के प्रबंधों का जायजा लेने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि इस पवित्र धरती पर लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि यह वह महान भूमि है, जहां साहिबजादा जोरावर सिंह, साहिबजादा फतेह सिंह और माता गुजरी जी ने बेमिसाल शहादत दी थी। सीएम मान ने जोर दिया कि संगत के लिए किए जा रहे प्रबंधों में सुरक्षा व्यवस्था और पवित्र शहर की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। पूरे जिले को सेक्टर में बांटा, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने सड़कों की मरम्मत के लिए पहले ही फंड आवंटित कर दिए हैं और यह काम निर्धारित समय में पूरा किया जाना चाहिए। श्रद्धालुओं की बड़ी आमद को देखते हुए, पूरे जिले को सेक्टरों में विभाजित करने के निर्देश दिए। प्रत्येक सेक्टर की निगरानी पुलिस और सिविल प्रशासन के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में 300 मोबाइल शौचालय स्थापित किए जाएं और प्रमुख स्थानों पर एम्बुलेंस तथा अग्निशमन वाहन तैनात किए जाएं ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत सेवाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। 200 ई-रिक्शा व 200 शटल बसें रहेंगी तैनात भगवंत सिंह मान ने बताया कि शहर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 200 ई-रिक्शा और 200 शटल बसें तैनात की जाएंगी, जो मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करेंगी। पवित्र नगरी में सफाई सुनिश्चित करने के साथ-साथ संगत की सहायता के लिए पार्टी और सिविल सोसाइटी के स्वयंसेवकों को सेवा पर लगाया जाना चाहिए। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएम ने शहर के सभी कोनों में 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि पवित्र नगरी में 20 आम आदमी क्लिनिक (ए.ए.सी.) स्थापित किए जाने चाहिए ताकि लोगों को जरूरत पड़ने पर मानक उपचार मिल सके।

