लखनऊ के बसंतकुंज योजना में बने राष्ट्र प्रेरणा स्थल के लोकार्पण को लेकर राजधानी में मेगा लेवल की तैयारियां की जा रही हैं। 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान करीब डेढ़ लाख मेहमान आयोजन स्थल तक पहुंचेंगे। उनके आवागमन, खानपान और पार्किंग के लिए प्रशासन ने पूरा ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को किसी तरह की असुविधा न हो। बस में नाश्ता, स्थल पर लंच कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों को सुबह बसों में ही नाश्ता दिया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर लंच की व्यवस्था रहेगी। पीने के लिए हर व्यक्ति को एक-एक लीटर बोतलबंद पानी दिया जाएगा। नाश्ते पर प्रति व्यक्ति करीब 85 रुपए खर्च होंगे। इसका मेन्यू भी तय कर लिया गया है। इसके अलावा आयोजन स्थल पर पानी के जार और टैंकर भी लगाए जाएंगे। जनप्रतिनिधि संभालेंगे बसों की जिम्मेदारी आयोजन की व्यवस्थाओं में प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधियों को भी लगाया गया है। वे अपने-अपने विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों से बसों के जरिए मेहमानों को कार्यक्रम स्थल तक लाएंगे। किस क्षेत्र से कितनी बसें आएंगी और उन्हें कहां पार्क किया जाएगा, यह भी तय कर दिया गया है। आयोजन के दौरान करीब 2 हजार बसों के पहुंचने का अनुमान है, इसलिए पार्किंग व्यवस्था पर खास फोकस किया गया है। 65 एकड़ में बना राष्ट्र प्रेरणा स्थल राष्ट्र प्रेरणा स्थल 65 एकड़ क्षेत्र में फैला है। इसके निर्माण पर 232 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 65-65 फीट ऊंची प्रतिमाएं लगाई गई हैं। इन प्रतिमाओं पर करीब 21 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। कॉर्पस फंड से होगा संचालन एलडीए ने शासन को पत्र लिखकर 150 करोड़ रुपए के कॉर्पस फंड की मांग की है। इस फंड से मिलने वाले ब्याज से राष्ट्र प्रेरणा स्थल के रखरखाव और संचालन का खर्च पूरा किया जाएगा। मंच पर रहेंगे दिग्गज नेता लोकार्पण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष सहित कई मंत्री और पदाधिकारी मंच पर मौजूद रहेंगे।
काशी और तमिलनाडु के मध्य सांस्कृतिक भाषायी एवं शैक्षणिक सेतु को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में काशी तमिल संगमम् 4.0 के द्वितीय चरण के अंतर्गत वाराणसी से 300 छात्रों का एक विशेष दल तमिलनाडु के लिए रवाना हुआ। इस अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने छात्रों के इस दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छात्रों को बोले- जिज्ञासा के साथ करिएगा भ्रमण कार्यक्रम के दौरान नोडल ऑफिसर प्रो. अंचल श्रीवास्तव ने सभी छात्रों को संबोधित करते हुए काशी तमिल संगमम् की परिकल्पना, उद्देश्य और महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों का आपसी परिचय भी कराया और इस सांस्कृतिक यात्रा को एक जीवंत शैक्षणिक अनुभव बताते हुए सभी प्रतिभागियों से अनुशासन, जिज्ञासा और सांस्कृतिक संवेदनशीलता के साथ इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा केवल भ्रमण नहीं, बल्कि भारत की एकता, विविधता और सांस्कृतिक निरंतरता को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करने का अवसर है। तमिल सीखने के थीम हो रहा तमिल संगमम-4 काशी तमिल संगमम् 4.0 की इस वर्ष की थीम “काशी करकलाम (तमिल सीखें)” रखी गई है, जिसके अंतर्गत छात्रों को तमिल भाषा, साहित्य, संस्कृति और शैक्षणिक परंपराओं से प्रत्यक्ष रूप से परिचित कराया जाएगा। इस दल में सम्मिलित छात्र वाराणसी के विभिन्न विश्वविद्यालयों से हैं, जो तमिलनाडु के अनेक विश्वविद्यालयों का भ्रमण कर वहां की अकादमिक गतिविधियों, सांस्कृतिक परंपराओं और सामाजिक जीवन को नजदीक से समझेंगे। समापन में शामिल होंगे प्रधानमंत्री कुलपति अजित चतुर्वेदी ने कहा - यह काशी तमिल संगमम् के इतिहास में एक विशेष अवसर है, क्योंकि पहली बार काशी से छात्रों का संगठित समूह तमिलनाडु की यात्रा पर जा रहा है। यह पहल युवा पीढ़ी के माध्यम से उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक संवाद को नई ऊर्जा प्रदान करेगी। काशी तमिल संगमम् 4.0 का समापन रामेश्वरम् में प्रधानमंत्री के द्वारा किया जाना प्रस्तावित है।
लखनऊ में अंसल सिटी को लेकर आज राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में सुनवाई होनी है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सुनवाई हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं आ सका। ऐसे में अब निवेशकों की नजरें बृहस्पतिवार की सुनवाई पर टिकी हैं। सोमवार और मंगलवार को करीब डेढ़-डेढ़ घंटे तक सुनवाई चली। पहले दिन लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और आवंटियों की ओर से पक्ष रखा गया। एलडीए ने दलील दी कि कॉलोनी पर पहला अधिकार उसका है, इसलिए हैंडओवर उसे दिया जाना चाहिए। इस मांग का समर्थन अंसल सुशांत गोल्फ सिटी टाउनशिप के आवंटियों ने भी किया। मंगलवार को अंसल कंपनी और उसे कर्ज देने वाली वित्तीय संस्था आईएफएसएल के अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद भी न्यायाधिकरण कोई निर्णय नहीं ले सका। आवंटी और निवेशक गगन टंडन ने बताया कि अब 18 तारीख को फिर सुनवाई होगी। उन्हें उम्मीद है कि फैसला आवंटियों के पक्ष में आएगा। अगर कॉलोनी का हैंडओवर एलडीए को होता है, तो हजारों आवंटियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
आजमगढ़ जिले के कोतवाली क्षेत्र से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। जिले की पुलिस और साइबर सेल भले ही लगातार जिले में साइबर जागरूकता को लेकर कार्यक्रम चला रही है। इसके साथ ही स्कूलों कॉलेजों में साइबर जागरूकता पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद भी आए दिन जिले में लोग साइबर ठगी के शिकार बन रहे हैं। यह साइबर ठग लगातार नए-नए प्रयोग कर रहे हैं। यही कारण एक आए दिन लोग इन साइबर ठगो के जाल में फंस रहे हैं। जिले के आसिफगंज पुरानी कोतवाली निवासी प्रदीप नारायण सिंह ने थाना कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया है कि अज्ञात साइबर ठगों ने बेटी श्रुति सिंह को व्हाट्सएप लिंक के जरिए गुमराह कर लाखों रुपये की ठगी कर ली। व्हाट्सएप लिंक से की गई ठगी पुलिस को दिए शिकायती पत्र में पीड़ित ने बताया कि उनकी पुत्री के मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप लिंक आया था। बातचीत के दौरान ठगों ने उसे झांसे में लेकर मानसिक रूप से प्रभावित किया और उसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा स्थित खाते से अलग-अलग नामों पर कुल 4 लाख 49 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। इस प्रकार कुल 4 लाख 90 हजार रुपये की ठगी की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस बारे में जिले के एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटना के खुलासे के लिए साइबर सेल की टीम लगा दी गई है। जल्द ही घटना का खुलासा हो सकेगा।
लखनऊ के चारबाग रोडवेज बस स्टैंड के यू-टर्न पर ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में कार सवार दबंगों ने एक व्यवसायी को बुरी तरह पीट दिया। मारपीट के दौरान आरोपियों ने सिर पर रॉड मार दी और 50 हजार रुपए व मोबाइल फोन लूट लिया। हमलावरों ने कार में भी जमकर तोड़फोड़ की। पीड़ित की तहरीर पर नाका पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। राजाजीपुरम सेक्टर-12 निवासी सत्यम शर्मा व्यवसायी हैं। उन्होंने बताया कि 15 दिसंबर की सुबह तड़के करीब 3:30 बजे बारात से कार से घर लौट रहे थे। चारबाग रोडवेज बस स्टैंड के पास सड़क की दूसरी पटरी पर जाने के लिए यू-टर्न ले रहे थे। इसी दौरान पीछे से नशे में धुत चार युवक काले रंग की कार में आए। उन्होंने हाथ देकर ओवरटेक करने की कोशिश की लेकिन आगे वाहन खड़े होने के कारण साइड नहीं मिल सकी। गाड़ी में रखा रुपए लेकर भाग गए इस पर कार सवार युवक गाली-गलौज करते हुए नीचे उतरे और सत्यम को कार से खींच लिया। आरोप है कि एक बदमाश ने कार से रॉड निकालकर उनके सिर पर वार किया जिससे सिर फट गया। इसके बाद हमलावरों ने कार के शीशे और बैक लाइट तोड़ दी। बदमाश कार में रखा बैग और मोबाइल भी लूट ले गए। बैग में 50 हजार रुपए नकद थे। घायल सत्यम किसी तरह भागकर नाका पुलिस चौकी पहुंचे। सूचना मिलने तक आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा। हालत सामान्य होने पर सत्यम ने नाका थाने पहुंचकर तहरीर दी। इंस्पेक्टर नाका श्रीकांत राय ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर चार अज्ञात बदमाशों के खिलाफ लूट, मारपीट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान के लिए घटनास्थल और आसपास के मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। गिरफ्तारी के लिए दो पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
आजमगढ़ SSP ने जनसुनवाई का लिया फीडबैक:130 आवेदकों को किया गया था आमंत्रित 67 आवेदक हुए उपस्थित
आजमगढ़ जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने SSP ऑफिस में होने वाली जनसुनवाई के दौरान प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र पर संबंधित थानों द्वारा की गई जांच के उपरांत फीडबैक लेने के लिए असंतोष व्यक्त करने वाले 130 आवेदकों को जन संवाद के लिए आमंत्रित किया गया था। इस जन संवाद कार्यक्रम में 67 आवेदक उपस्थित हुए। जनसुनवाई के दौरान जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार अपर पुलिस अधीक्षक नगर मधुबन कुमार सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक यातायात विवेक त्रिपाठी द्वारा आवेदकों की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना गया। जनता की समस्याओं का समाधान करना मकसद इस बारे में जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया किअधिकारियों द्वारा संबंधित मामलों की विस्तार से समीक्षा करते हुए निष्पक्ष, पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किए जाने हेतु संबंधित थाना प्रभारियों एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इसके साथ ही राजस्व व पुलिस टीम गठित कर संयुक्त रूप से विवादों का निस्तारण करायेंगे। साथ ही आवेदकों को आश्वस्त किया गया कि उनकी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।जनसंवाद का उद्देश्य पुलिस और जनता के मध्य संवाद को सुदृढ़ करना तथा समस्याओं का त्वरित और न्यायसंगत निस्तारण सुनिश्चित करना रहा है। जिससे कि जिले की जनता को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
प्रख्यात पखावज वादक राज खुशीराम का निधन:बुधवार रात सांस लेने में तकलीफ के बाद ली अंतिम सांस
प्रख्यात पखावज वादक राज खुशीराम का बुधवार रात निधन हो गया। उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई, जिसके बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। परिजन उन्हें संभाल पाते, उससे पहले ही उनका देहांत हो गया था। राज खुशीराम अयोध्या घराने के विख्यात पखावज गुरु स्वामी पागल दास के शिष्य थे। वह लखनऊ घराने के कथक सम्राट पं. लच्छू महाराज की पटशिष्या, प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना कपिला राज के पति थे। उनके निधन से शास्त्रीय संगीत और नृत्य जगत में शोक की लहर है। गुरु -शिष्य परंपरा की शिक्षा को साधना के रूप में जिया राज खुशीराम भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रमुख पखावज वादकों में गिने जाते थे। उन्होंने अयोध्या घराने की परंपरा को पूरी निष्ठा से आगे बढ़ाया। स्वामी पागल दास से प्राप्त गुरु-शिष्य परंपरा की शिक्षा को उन्होंने जीवनभर साधना के रूप में जिया। उनकी वादन शैली में गहराई, ठहराव और लय की स्पष्टता दिखाई देती थी। मंच पर उनका पखावज संवाद की तरह बोलता था। उन्होंने देश के कई प्रमुख संगीत समारोहों में प्रस्तुतियां दीं। कथक, ध्रुपद और शास्त्रीय नृत्य के साथ उनका संगत कौशल विशेष रूप से सराहा जाता था। वह लंबे समय तक कथक मंचों पर संगत करते रहे। उनकी पत्नी कपिला राज के साथ उनकी जुगलबंदी श्रोताओं के बीच खास पहचान रखती थी। संगीत को उन्होंने आजीविका नहीं, साधना माना राज खुशीराम एक संवेदनशील कलाकार के साथ सरल व्यक्तित्व के धनी थे। युवा कलाकारों को मार्गदर्शन देना उनकी दिनचर्या का हिस्सा था। संगीत को उन्होंने आजीविका नहीं, साधना माना। उनके निधन को गुरु परंपरा की अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। उनके जाने से पखावज वादन की एक सशक्त आवाज हमेशा के लिए मौन हो गई है।
जल निगम कर्मियों का जोरदार प्रदर्शन:पेंशन, वेतन और डीए बकाया सहित कई मांगें उठाईं
उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) के पेंशनर्स और कार्यरत कर्मियों ने बुधवार को अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। एकीकृत संघर्ष मोर्चा के बैनर तले आयोजित इस रैली में प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में कर्मचारी और पेंशनर्स शामिल हुए। उन्होंने सरकार और विभागीय अधिकारियों के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया। मोर्चा के महासचिव ई० ए० के० सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि जल निगम (नगरीय/ग्रामीण) में समस्याओं का अंबार लगा है। उन्होंने विशेष रूप से वर्ष 2016 से लागू होने वाले सातवें वेतनमान की संस्तुतियों को अब तक लागू न किए जाने पर चिंता व्यक्त की। पेंशन और अन्य भुगतान नहीं किया जा रहा मोर्चा के उपाध्यक्ष राम सनेही यादव ने एक अन्य गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि 4141 नियमित कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने के बावजूद उन्हें पेंशन और अन्य देयकों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने इस संबंध में शासन और जल निगम के संबंधित आदेशों को पहले ही रद्द कर दिया है। उपाध्यक्ष गिरीश यादव ने डीए/डीआर के भुगतान में विसंगति के बारे में बताया। उनके अनुसार, जल निगम (नगरीय) में वर्तमान में 212 प्रतिशत डीए/डीआर का भुगतान हो रहा है, जबकि शासन ने 257 प्रतिशत डीए/डीआर स्वीकृत किया है। 45 प्रतिशत कम डीए/डीआर मिलने से कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। पेंशन का भुगतान राजकीय कोषागार से कराने की मांग मोर्चा के अध्यक्ष सैयद अतहर कादिरी ने कैशलेस चिकित्सा सुविधा लागू करने की मांग की। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने अधिकांश विभागों में यह सुविधा शुरू कर दी है, लेकिन जल निगम (नगरीय/ग्रामीण) में इसे अब तक लागू नहीं किया गया है। सलाहकार इं० आर० एस० शुक्ला ने चार माह से लंबित वेतन और पेंशन के भुगतान का मुद्दा उठाया। उपाध्यक्ष शिव वचन यादव ने सेन्टेज दरों को वापस 22.5 प्रतिशत करने या पेंशन का भुगतान राजकीय कोषागार से कराने की मांग रखी।
फिक्की फ्लो लखनऊ चैप्टर ने निशातगंज स्थित मेट्रो सिटी के सफाइर सुइट में महिलाओं के मानसिक और भावनात्मक सशक्तिकरण पर एक विशेष टॉक सेशन का आयोजन किया। इस सत्र का विषय 'इमोशनल बर्नआउट से इमोशनल बैलेंस तक, आज की महिलाओं के लिए एनर्जी टूल्स' था। जानी-मानी आध्यात्मिक गुरु, टैरो एक्सपर्ट और एनर्जी कोच काव्याल सेडानी ने इसमें मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम की परिकल्पना फिक्की फ्लो लखनऊ की चेयरपर्सन वंदिता अग्रवाल ने की थी, जबकि सत्र का संचालन अनीशा खन्ना जैन ने किया। इवेंट चेयर के रूप में तान्या साहनी ने कार्यक्रम का नेतृत्व संभाला। काव्याल सेडानी ने अपने संबोधन में भावनात्मक उपचार, ऊर्जा संरेखण और आत्म-संतुलन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने महिलाओं को रोजमर्रा के तनाव और भावनात्मक थकान से निपटने के लिए व्यावहारिक उपकरण और तकनीकें साझा कीं। प्रतिभागियों ने नई ऊर्जा का अनुभव किया इस अवसर पर प्रतिभागियों को काव्याल सेडानी के साथ सीधा संवाद करने का मौका मिला। यह सत्र केवल एक मुलाकात तक सीमित नहीं रहा, बल्कि भावनात्मक बर्नआउट से संतुलन की ओर बढ़ने का एक गहन और सशक्त अनुभव बन गया। आत्म-खोज की इस यात्रा में कई प्रतिभागियों ने भावनात्मक मुक्ति और नई ऊर्जा का अनुभव साझा किया। काव्याल सेडानी ने इस शाम को अपने लिए बेहद खास बताया। उन्होंने कहा कि सभी की भावनाओं, आँसुओं और मुस्कान को देखकर यह स्पष्ट था कि टूटेपन से पूर्णता की ओर बढ़ने की भावना सभी में समान रूप से महसूस किया।कार्यक्रम में फिक्की फ्लो की चेयरपर्सन वंदिता अग्रवाल, पूर्व चेयरपर्सन अंजू नारायण, आरुषि टंडन, विभा अग्रवाल, स्मृति गर्ग, वनिता यादव, अनीशा खन्ना जैन, तान्या साहनी और मिताली ओसवाल सहित 100 से अधिक फ्लो सदस्य उपस्थित थे।
लखनऊ के कॉल्विन ताल्लुकेदार्स कॉलेज में पूर्वछात्र सप्ताह का शुभारंभ हो गया है। इस अवसर पर कॉलेज के पूर्व छात्र और प्रतिष्ठित समाजसेवी राज नारायण सहगल मुख्य अतिथि रहे। कॉलेज प्रबंधन ने उन्हें पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान कॉलेज परिसर में उत्सव जैसा माहौल रहा। कार्यक्रम में प्रबंध समिति के सदस्य कुं. विनय कुमार सिंह, राय स्वरेश्वर बली, आईएससी शाखा के प्रधानाचार्य सच्चिदानंद सिंह, यूपी बोर्ड शाखा की प्रधानाचार्या अनुपमा सिंह और डॉ. संगीता चौहान सहित कई विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। छात्रों को प्रेरित किया मुख्य अतिथि राज नारायण सहगल ने अपने छात्र जीवन की यादें साझा कीं। उन्होंने छात्रों को लक्ष्य निर्धारित करने, अनुशासन बनाए रखने और निरंतर परिश्रम से सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उनके संबोधन से छात्र-छात्राओं में विशेष उत्साह देखा गया।पूर्वछात्र सप्ताह के तहत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। पहले वॉलीबॉल मैच में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों के बीच मुकाबला हुआ। पूर्व छात्रों की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए यह मैच 2-0 से जीत लिया। फुटबॉल मैच में वर्तमान छात्रों को12-2 गोल से हराया इसके बाद कॉलेज के लॉन टेनिस कोर्ट में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। रोमांचक मुकाबले में पूर्व छात्रों ने 2-1 से जीत दर्ज की। तीसरा खेल तीरंदाजी का था, जिसमें पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए बेहतर प्रदर्शन किया और विजयी रहे। वर्तमान छात्रों ने भी इस प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कॉलेज के फुटबॉल ग्राउंड में आयोजित फुटबॉल मैच में पूर्व छात्रों की टीम ने वर्तमान छात्रों की टीम को 12-2 गोल से पराजित किया। पूर्व छात्रों ने शानदार तालमेल और आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया, जबकि दर्शकों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
चौक स्टेडियम में विधायक खेल प्रतियोगिता संपन्न:डॉ. नीरज बोरा ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया
युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग, लखनऊ के तत्वावधान में चौक स्टेडियम में शहर उत्तरी विधानसभा स्तरीय विधायक खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन शहर उत्तरी विधानसभा के विधायक डॉ. नीरज बोरा ने किया। इसमें सबजूनियर, जूनियर एवं सीनियर आयु वर्ग के महिला और पुरुष खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स, कबड्डी, वॉलीबॉल, बैडमिंटन और फुटबॉल जैसी विभिन्न खेल विधाओं में भाग लिया। डॉ. बोरा ने तिरंगे रंग के गुब्बारे आकाश में उड़ाकर प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन भी किया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर विधायक डॉ. नीरज बोरा ने विजेता खिलाड़ियों को मेडल, पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया। प्रतियोगिता प्रभारी एवं युवा खेल अधिकारी आशीष मिश्रा ने बताया कि चयनित खिलाड़ी आगामी सांसद खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वे ज़ोन और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में भी अपना प्रदर्शन करेंगे। 1500 मीटर दौड़ में सचिन प्रथम हासिल किया एथलेटिक्स स्पर्धाओं में 400 मीटर दौड़ में सौरभ मिश्रा प्रथम, सचिन द्वितीय और चंद्रशेखर तृतीय रहे। 800 मीटर में सोनम ने प्रथम, आरसी खान ने द्वितीय और कोमल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 1500 मीटर दौड़ में सचिन प्रथम, अनमोल भल्ला द्वितीय और आर्य मौर्य तृतीय स्थान पर रहे। जैवलिन थ्रो में दीपांशु ने 38.85 मीटर के साथ प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि राहुल द्वितीय और आरोहण सिंह तृतीय रहे। बालिका वर्ग में दीपा प्रथम और महक दुबे द्वितीय रहीं। शॉटपुट में रोहल यादव प्रथम, नमन द्वितीय और रितेश राय तृतीय स्थान पर रहे। खिताब लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम ने जीता टीम स्पर्धाओं में वॉलीबॉल सीनियर बालिका वर्ग का खिताब लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम ने जीता। जूनियर बालिका वर्ग में चौक स्टेडियम की टीम प्रथम रही। बालक सीनियर वर्ग में खदरा और जूनियर वर्ग में चौक की टीम ने बाजी मारी। कबड्डी सीनियर बालक वर्ग में चौक स्टेडियम और जूनियर बालक वर्ग में अलीगंज की टीम विजेता बनी। बालिका सीनियर वर्ग में सेवन वंडर तथा जूनियर वर्ग में चौक की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। फुटबॉल के लिए सबजूनियर, जूनियर एवं सीनियर वर्ग की टीमों का चयन ट्रायल के माध्यम से किया गया।
खगड़िया में सदर प्रखंड की उत्तर माड़र पंचायत में स्थित मोरकाही थाना के 10+2 / जी प्लस टू उत्क्रमित उच्च विद्यालय के नव निर्मित भवन का उद्घाटन बुधवार को सदर विधायक बबलू कुमार मंडल ने किया। यह भवन बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना योजना के तहत तैयार किया गया है। उद्घाटन समारोह और उपस्थित लोग उद्घाटन समारोह में छात्र-छात्राओं, विद्यालय परिवार और अभिभावक उपस्थित रहे। समारोह के साथ ही विद्यालय प्रबंधन समिति की बैठक भी आयोजित की गई। विधायक के संबोधन की मुख्य बातें विधायक बबलू कुमार मंडल ने कहा कि मोरकाही प्लस टू विद्यालय का समग्र कायाकल्प होना तय है। समारोह में विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन भी किया गया। उन्होंने घोषणा की कि विद्यालय परिसर में मिट्टी भराई, चहारदीवारी और समुचित प्रकाश व्यवस्था का निर्माण कराया जाएगा। क्षेत्रीय आवागमन सुगम बनाने के लिए प्रकाश नगर से बलौर गांव के बीच खोनमा घाट स्थित कोशी उपधारा पर पुल निर्माण की जानकारी दी। भविष्य की योजनाएं ग्रामीणों से भूमि उपलब्ध कराने पर छह बेड का हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर और पुस्तकालय भवन बनाने का आश्वासन। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सरकार शिक्षा और विशेषकर बेटियों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध। बालिका साइकिल योजना, पोशाक योजना, प्रोत्साहन राशि और स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना के तहत छात्राओं को प्रोत्साहन। प्रत्येक पंचायत में बेटियों के विवाह के लिए विवाह भवन का निर्माण, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। छात्राओं के लिए संदेश विधायक ने छात्र-छात्राओं से नियमित रूप से स्कूल ड्रेस में विद्यालय आने और मनोयोग से पढ़ाई करने का आह्वान किया। इस नई शिक्षा संरचना से न केवल विद्यालय की शैक्षणिक क्षमता बढ़ेगी, बल्कि छात्र-छात्राओं को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित वातावरण मिलेगा, जिससे उनकी शिक्षा और समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
मोतिहारी के सीकरीया शिक्षण संस्थान में बुधवार को ‘आत्मनिर्भर भारत – हर घर स्वदेशी’ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक प्रमोद कुमार, भाजपा युवा नेता यमुना कुमार सीकरीया, उपमहापौर डॉ. लालबाबू प्रसाद, भाजपा नेत्री डॉ. हिना चंद्रा और महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष मीना मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की मुख्य बातें कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थान के छात्र-छात्राओं और अतिथियों ने स्वदेशी संकल्प पत्र भरे। सभी ने दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने और विदेशी उत्पादों का बहिष्कार करने का संकल्प लिया। अतिथियों ने छात्रों को स्वदेशी आंदोलन और आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा के महत्व से अवगत कराया। अतिथियों के संदेश विधायक प्रमोद कुमार ने कहा कि देश को स्वराज से सुराज की ओर ले जाने के लिए हर नागरिक को देश और गांव में बने उत्पादों का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और स्थानीय कारीगरों व किसानों को लाभ मिलेगा। भाजपा युवा नेता यमुना कुमार सीकरीया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का लक्ष्य भारत को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे स्वदेशी वस्तुओं को अपनाकर इस अभियान को जन आंदोलन का रूप दें। उपमहापौर डॉ. लालबाबू प्रसाद ने कहा कि स्वदेशी को अपनाकर ही भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है और छात्रों को देशहित में स्वदेशी के प्रति जागरूक रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का समापन स्वदेशी संकल्प लेने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल देकर सम्मानित करने के साथ हुआ। इस पहल से छात्रों में स्वदेशी उत्पादों को अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने की जागरूकता बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
गोपालगंज में MVI ने की कार्रवाई:सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर 3.55 लाख से अधिक का चालान
गोपालगंज में सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर परिवहन विभाग ने जिले में सख्त कार्रवाई की है। एमवीआई आनंद कुमार के नेतृत्व में बंजारी बायपास पर चलाए गए विशेष अभियान में विभिन्न वाहनों से 3 लाख 65 हजार रुपए से अधिक का चालान वसूला गया। अभियान का उद्देश्य इस अभियान का मुख्य मकसद सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और व्यावसायिक, स्कूली वाहनों तथा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कई वाहन बिना वैध कागजात, ओवरलोडिंग और सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर सड़कों पर चल रहे थे। चेकिंग का तरीका और कार्रवाई एमवीआई आनंद कुमार और उनकी टीम ने जिले के मुख्य मार्गों और चौक-चौराहों पर नाकेबंदी कर सघन निरीक्षण किया। इस कार्रवाई में कई वाहनों को मौके पर ही जब्त किया गया, जबकि अन्य को चेतावनी और भारी जुर्माना भरने का निर्देश दिया गया। परिणाम और संदेश कुछ ही घंटों में चालान की कुल राशि 3.65 लाख रुपये से अधिक हुई। इस अभियान से नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। एमवीआई आनंद कुमार ने कहा कि यह अभियान केवल एक दिन के लिए नहीं था, बल्कि भविष्य में भी ऐसी सडक़ सुरक्षा सघन जांच जारी रहेगी। उन्होंने वाहन मालिकों से अपील की कि वे अपने वाहनों के सभी दस्तावेज जैसे इंश्योरेंस, फिटनेस, प्रदूषण प्रमाण पत्र और परमिट अपडेट रखें। इस अभियान से जिले में सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
मोतिहारी में महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गठित अभया ब्रिगेड के सक्रिय होने के बाद शहर में इसका असर साफ देखने को मिल रहा है। प्रशिक्षु डीएसपी कुमारी प्रियंका के नेतृत्व में नगर थाना और छतौनी थाना की पुलिस टीम लगातार अभियान चला रही है। यह अभियान विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर केंद्रित है जहाँ महिलाओं और लड़कियों की आवाजाही अधिक रहती है, जैसे स्कूल, कॉलेज, पार्क और कोचिंग संस्थान। अभियान का विवरण अभियान के दौरान प्रशिक्षु डीएसपी कुमारी प्रियंका ने नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन के साथ मिलकर जॉर्ज ऑरवेल पार्क और सत्याग्रह पार्क में छापेमारी की। इस कार्रवाई में लड़कियों का पीछा करने, अश्लील टिप्पणियाँ करने और छेड़खानी के आरोप में दस से अधिक युवकों को हिरासत में लिया गया। सभी आरोपियों का नाम कुंडा पंजी में दर्ज किया गया और उनके परिजनों को भी सूचना दी गई। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से इलाके में भय का माहौल बन गया और मनचलों में हड़कंप मच गया। अभया ब्रिगेड टीम ने कोचिंग संस्थानों और पार्कों के आसपास गुटखा और सिगरेट बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की। नियमों का उल्लंघन करते पाए गए दुकानदारों से बरामद सामग्री मौके पर नष्ट कर दी गई। पुलिस ने चेतावनी दी कि भविष्य में दोबारा प्रतिबंधित सामग्री बेचते पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जागरूकता अभियान छतौनी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने थाना परिसर से अभया ब्रिगेड टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। टीम ने मध्य विद्यालय भवानीपुर जिरात में स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया और महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित कानूनों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान बच्चों को कलम और टॉफी वितरित की गई और सभी को थाना का संपर्क नंबर लिखवाया गया, ताकि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी निर्भय होकर पुलिस को दे सकें। अभया ब्रिगेड की इस पहल से न केवल महिलाओं और लड़कियों में सुरक्षा का विश्वास बढ़ा है, बल्कि समाज में असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण की भी भावना मजबूत हुई है।
अररिया में पलासी प्रखंड अंतर्गत सुक्सेना पंचायत के जुड़ेल गांव में बुधवार दोपहर 12 बजे एक 35 वर्षीय युवक की मछली पकड़ने के दौरान गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान सायपाल मुखिया, पुत्र बिशनलाल मुखिया के रूप में हुई है। घटना का विवरण जानकारी के अनुसार, सायपाल मुखिया घर के पास स्थित एक जलस्रोत (स्थानीय तालाब) में मछली पकड़ने गया था। मछली पकड़ते समय अचानक वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया। आसपास मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे। पुलिस कार्रवाई मृतक के डूबने की सूचना पर पलासी थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल अररिया पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया सायपाल मुखिया के परिजन गोपाल मुखिया ने बताया कि वह अपने परिवार का एकमात्र सहारा था और उसकी आकस्मिक मौत से परिवार में शोक का माहौल है। गांव में भी लोग इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के जलाशयों में मछली पकड़ना आम है, लेकिन गहराई का सही अनुमान न होने के कारण ऐसे हादसे होते रहते हैं। विशेषज्ञों की सलाह विशेषज्ञों ने ग्रामीणों से कहा कि तालाबों और नदियों में मछली पकड़ने या नहाने से पहले हमेशा सावधानी बरतें। गहरे पानी में जाने से पहले साथियों का साथ रखना और जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग करना आवश्यक है, ताकि ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण हादसों से बचा जा सके।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एसिड की बिक्री पर रोक और रेगुलेशन से संबंधित 2014 में दायर एक जनहित याचिका को स्वत संज्ञान कार्यवाही में बदल दिया। यह आदेश तब पारित किया गया जब मूल याचिकाकर्ता (अनुभव वर्मा) ने कहा कि वह इस मुकदमे को आगे नहीं बढ़ाना चाहता। उन्हें मामले से हटने की अनुमति देते हुए जस्टिस सौमित्र दयाल सिंह और जस्टिस विवेक सरन की डिवीजन बेंच ने कहा कि अगर याचिकाकर्ता की इच्छा के कारण मामला बंद कर दिया जाता है तो न्याय का हित प्रभावित हो सकता है। याचिका खारिज करने से इनकार करते हुए बेंच ने कहा: हालांकि हम मूल याचिकाकर्ता की पसंद या मकसद पर कोई फैसला नहीं कर सकते, जो इस तरह की वास्तविक जनहित याचिका से हटना चाहता है। हम देखते हैं कि अगर ऐसी याचिका को मूल याचिकाकर्ता की इच्छा पर वापस लेने की अनुमति दी जाती है तो न्याय का हित प्रभावित हो सकता है। क्योंकि यह कोई विरोधी मुकदमा नहीं बल्कि जनहित याचिका है। परिणामस्वरूप, कोर्ट ने रजिस्ट्री को मामले को बनाए रखने और कार्यवाही को स्वतः संज्ञान याचिका के रूप में फिर से रजिस्टर करने का निर्देश दिया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोर्ट को इस महत्वपूर्ण मामले में सहायता मिलती रहे, बेंच ने एडवोकेट आकांक्षा मिश्रा और उत्कर्षिनी सिंह को एमिकस क्यूरी (न्याय मित्र) नियुक्त किया। ज्ञात हो कि शुरू में जनहित याचिका लक्ष्मी बनाम यूनियन ऑफ इंडिया (2013) मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को लागू करने के लिए दायर की गई, जिसमें राज्यों को एसिड रखने और बेचने के लिए नियम बनाने और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 357 ए के तहत पीड़ितों को मुआवजे के लिए योजनाएं बनाने का आदेश दिया गया। अगस्त, 2014 में पारित आदेश में हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश पीड़ित मुआवजा योजना, 2014 की जांच की थी और योजना के क्लॉज 4 को अस्पष्ट और संभावित रूप से प्रतिबंधात्मक पाया था। क्लॉज 4 का सब-क्लॉज (ए) पीड़ितों को मुआवजे के लिए तभी योग्य बनाता था, जब अपराधी का पता न चले या उसकी पहचान न हो। हाईकोर्ट ने इस व्याख्या पर कड़ी आपत्ति जताई। कोर्ट ने राज्य को निर्देश दिया कि वह इस क्लॉज़ पर फिर से विचार करे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पीड़ित को न्याय मिल सके। मुआवजे की राशि के बारे में बेंच ने कहा कि राज्य सरकार को इस पर फिर से विचार करने की ज़रूरत है कि क्या तीन लाख रुपये ऐसे सभी मामलों में न्याय के लिए पर्याप्त होंगे, क्योंकि पीड़ितों को बार-बार सर्जरी, फॉलो-अप इलाज और पुनर्वास की ज़रूरत होती है। याचिका लंबित रहने के दौरान राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश ज़हर (कब्ज़ा और बिक्री) नियम, 2014 अधिसूचित किया। लेकिन कोर्ट ने चेतावनी दी थी कि केवल कानून बनाना ही काफी नहीं है। यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी कार्रवाई की जानी चाहिए कि राज्य सरकार द्वारा नियमों को सख्ती से लागू किया जाए ताकि एसिड सहित ज़हरीले पदार्थों की बिक्री को रोका जा सके।
डिप्टी जेलर से अधिक वेतन भुगतान की वसूली आदेश रद्द:नियमानुसार नये सिरे से आदेश जारी करने की छूट
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डिप्टी जेलर पीलीभीत को नोटिस दिए बगैर जेल अधीक्षक द्वारा विभागीय गलती से हुए अधिक वेतन भुगतान की वसूली आदेश रद्द कर दिया है और नियमानुसार सुनवाई का अवसर देते हुए नये सिरे से आदेश पारित करने लिए प्रकरण वापस कर दिया है। सरकारी वकील ने आश्वासन दिया कि 12 जनवरी 26 तक कारण बताओ नोटिस जारी कर दी जाएगी। यह आदेश न्यायमूर्ति विकास बुधवार ने श्रीमती कमलेश कुमारी की याचिका पर दिया है। याची का कहना था कि उसकी नियुक्ति 1992 मे बंदी रक्षक के पद पर की गई थी। समय समय पर नियमानुसार पदोन्नति मिलती गई। वेतनमान भी बढ़ता गया। जिसमें याची की कोई भूमिका नहीं थी। विभागीय गलती से यदि अधिक वेतनमान दिया गया है तो उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। भगवान शुक्ल केस का हवाला दिया गया, जिसमें विभागीय गलती से अधिक वेतन भुगतान की बिना सुनवाई के की गई वसूली को रद्द कर दिया गया था। कोर्ट ने जिला जेल अधीक्षक पीलीभीत के 1,82,842 रूपये अधिक वेतनमान भुगतान की वसूली आदेश को रद्द कर दिया।
लखनऊ के सआदतगंज इलाके में गुम हुए मोबाइल फोन का गलत इस्तेमाल कर साइबर जालसाजों ने एक परिवार के खाते से 3 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए। मामले में पीड़ित की तहरीर पर सआदतगंज थाने में आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। सआदतगंज के बिहारीपुर निवासी प्रांजल जायसवाल ने बताया उनके पिता कमलेश 2 दिसंबर की शाम बाजार में खरीदारी करने गए थे। इसी दौरान रास्ते में उनका मोबाइल फोन गुम हो गया। बेटे ने मोबाइल गुम होने की ऑनलाइन एफआईआर भी दर्ज कराई थी। कुछ दिन बाद जब मोबाइल में नया सिम डलवाया गया तो बैंक की तरफ से रुपए ट्रांसफर होने के कई मैसेज आए। इस पर परिवार के होश उड़ गए। बैंक से संपर्क करने पर पता चला कि यूपीआई अकाउंट के जरिए अलग-अलग बैंक खातों में कुल 3 लाख 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए गए हैं। पीड़ित की शिकायत पर सआदतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी संतोष आर्य ने बताया कि मामले में आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। साइबर सेल की मदद से खातों की जानकारी जुटाई जा रही है। अचानक से कटने लगे रुपए पारा धौंधाखेड़ा निवासी तुषार सिंह ने बताया कि उनका अकाउंट इलाके में स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में है। कुछ दिनों पूर्व पीड़ित के मोबाइल पर बैंक की ओर से ट्रांजेक्शन के कई मैसेज आने लगे। बैंक कर्मियों से संपर्क करने पर पीड़ित को पता चला किया साइबर जालसाजों ने बैंक अकाउंट से 3 लाख 37 हजार से अधिक रुपए ट्रांसफर कर लिए। पीड़ित ने बैंक अकाउंट की डिटेल या ओटीपी किसी से शेयर नहीं किया था। पीड़ित ने बुधवार शाम रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी सुरेश सिंह ने बताया कि आईटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) ने कटिहार में अपने संगठन विस्तार को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आदिल हसन उपस्थित रहे, जिनका युवा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। नवनियुक्त पदाधिकारी और जिम्मेदारियां प्रेस वार्ता के दौरान आदिल हसन ने बताया कि पार्टी लगातार संगठन को मजबूत कर रही है और युवाओं को नई जिम्मेदारियां सौंप रही है। इसी क्रम में नवनियुक्त पदाधिकारी निम्नलिखित हैं: आदिल हसन ने कहा कि ये पदाधिकारी कटिहार में पार्टी संगठन को मजबूत करेंगे और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तथा बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान की विचारधारा को आगे बढ़ाएंगे। सदस्यता अभियान और संगठन विस्तार आदिल हसन ने जानकारी दी कि 20 दिसंबर से सदस्यता अभियान शुरू किया जाएगा। यह अभियान कटिहार के साथ-साथ बलरामपुर और जिले की सभी सातों विधानसभा क्षेत्रों में चलाया जाएगा। हिजाब मुद्दा और विपक्ष पर निशाना प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आदिल हसन ने हिजाब मामले को लेकर विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस के नेता इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। आदिल हसन ने तेजस्वी यादव और मनोज झा पर ट्वीट तक न करने का आरोप लगाया और कहा कि ये केवल मुसलमानों के वोट की चिंता करते हैं। मॉब लिंचिंग और विकास के मुद्दे राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बिहार में हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अब तक किसी भी पीड़ित परिवार से मिलने कोई नहीं गया और न ही कोई इस मुद्दे पर खुलकर बोल रहा है। आदिल हसन ने सीमांचल में शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की बदहाल स्थिति पर चिंता व्यक्त की और आरोप लगाया कि क्षेत्र को जानबूझकर पिछड़ा रखा गया है। उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा तथा सीमांचल को विशेष पैकेज देने की मांग दोहराई। नवनियुक्त जिला युवा अध्यक्ष का संकल्प इस अवसर पर नवनियुक्त जिला युवा अध्यक्ष अफाक ऐनुल ने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी और मेहनत से निभाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि AIMIM को कटिहार के प्रत्येक पंचायत और वार्ड तक पहुंचाया जाएगा, तथा हर घर और हर वार्ड में पार्टी के सदस्य बनाए जाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में कटिहार में AIMIM सबसे मजबूत संगठन के रूप में उभरेगा।
सीतामढ़ी में गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में होने वाली जेस्टेशनल डायबिटीज मेलाइटस (GDM) की समय पर पहचान और प्रभावी प्रबंधन के लिए एकदिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सदर अस्पताल में आयोजित हुआ और इसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार ने की। इसका मुख्य उद्देश्य जिले में मातृ स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना और सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करना है। प्रशिक्षण में शामिल प्रतिभागी प्रशिक्षण में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, जीएनएम, एएनएम और लैब तकनीशियन शामिल हुए। साथ ही कार्यक्रम में प्रभारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अजीत कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक असित रंजन, प्रशिक्षक बीएम एंड ई मनीषा कुमारी, डीईओ मनोज कुमार और पीरामल फाउंडेशन की टीम भी उपस्थित रही। कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियां सत्रों के दौरान प्रतिभागियों को निम्नलिखित विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। गर्भवती महिलाओं में GDM की नियमित स्क्रीनिंग और जांच की मानक प्रक्रिया। ब्लड शुगर टेस्ट करने की विधि और रिपोर्ट की सही व्याख्या। GDM का उचित उपचार और प्रबंधन, आवश्यक होने पर रेफरल सिस्टम का उपयोग। व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य स्तर पर मधुमेह की पहचान और जटिलताओं को रोकने के तरीके। सिविल सर्जन का संबोधन डॉ. अखिलेश कुमार ने कहा कि गर्भावस्था में अनदेखा किया गया मधुमेह मां और शिशु दोनों के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। इसके प्रभाव में समयपूर्व प्रसव, शिशु का अधिक वजन, प्रसव संबंधी जटिलताएं और भविष्य में मां में टाइप-2 डायबिटीज शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण है। डॉ. कुमार ने प्रतिभागियों को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी को जमीनी स्तर पर लागू करना ही मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। राज्य कार्यालय द्वारा प्रशिक्षित विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग की तकनीकी सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन की टीम ने प्रशिक्षण के दौरान तकनीकी सहायता प्रदान की।
बांका के अमरपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम एक सड़क दुर्घटना में मां-बेटे सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा अमरपुर-शाहकुंड पथ पर मेढियानाथ पुल के पास हुआ। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से अमरपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार जारी है। दुर्घटना कैसे हुई जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब एक बस से सड़क पर गुब्बारा गिर गया। दौना गांव की नाबालिग बच्ची मुस्कान खातून उस गुब्बारे को पकड़ने के लिए अचानक सड़क की ओर दौड़ पड़ी। इसी दौरान शंभूगंज थाना क्षेत्र के कामतपुर गांव निवासी टिंकू कुमार अपनी बड़ी चाची सुनैना देवी और उनके पुत्र गुड्डू कुमार के साथ बाइक से अमरपुर से घर लौट रहे थे। बच्ची को अचानक सड़क पर आता देख टिंकू कुमार ने उसे बचाने के लिए बाइक रोकने का प्रयास किया। इस दौरान बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर बच्ची से टकरा गई। हादसे के परिणाम टक्कर के बाद बाइक सवार तीनों लोग सड़क पर गिर पड़े। इस दुर्घटना में बच्ची मुस्कान खातून, बाइक चालक टिंकू कुमार, सुनैना देवी और गुड्डू कुमार घायल हुए। घटना के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई और आसपास के लोग तुरंत मदद को पहुंचे। राहत और इलाज घायलों को सड़क से उठाकर अमरपुर रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस को सूचना मिलने के बाद वह भी मौके पर पहुंची। हादसे के कारण कुछ समय के लिए सड़क पर यातायात प्रभावित रहा। घायलों का इलाज जारी है और चिकित्सकों की निगरानी में उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। स्थानीय लोगों ने समय पर राहत देकर गंभीर स्थिति को गंभीर स्थिति को संभालने में मदद की। पुलिस और प्रशासन ने भी हादसे की जांच शुरू कर दी है और आगे से ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार किया जा रहा है।
गोरखपुर जिले के खजनी क्षेत्र अंतर्गत उसवा बाबू स्थित एक उच्च माध्यमिक विद्यालय से जुड़ा मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले विद्यालय में मिड-डे मील को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते ‘अखाड़े’ में बदल गया। रसोइया और स्कूल की प्रिंसिपल के बीच जमकर मारपीट हुआ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दोनों एक-दूसरे को फिल्ड में पटक कर मारती नजर आईं। पीछे कोई महिला 'भैया छुड़ाइए-भैया छुड़ाइए' चिल्ला रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस घटना को बेहद ही निंदनीय बताया है। कई बच्चों ने नहीं खाया खाना मामला मंगलवार बताया जा रहा है। विद्यालय में बच्चों के लिए बने मिड-डे मील में कीड़े पाए जाने का आरोप लगा। भोजन देखकर कई बच्चों ने खाना लेने से इनकार कर दिया। जब प्रिंसिपल रीता आर्या ने रसोइया से इस बारे में पूछा तो विवाद बढ़ गया। आरोप है कि इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। घटना के दौरान बच्चे और अन्य शिक्षक भी वहां मौजूद थे। चार्ज से हटाने के लिए हो रही साजिश-आरोप प्रिंसिपल रीता आर्या का आरोप है कि उन्हें जबरन चार्ज से हटाने के लिए साजिश रची जा रही है। उनका कहना है कि रसोइया गुंजा देवी जानबूझकर खराब चावल से भोजन बनाती है और मना करने पर स्टाफ को भड़काती है। ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनातीउन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रसोइया उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाती है और विद्यालय छोड़कर धर्म प्रचार में चली जाती है। प्रधानाध्यापिका के अनुसार, जातिगत षड्यंत्र के तहत उनके खिलाफ मारपीट कर वीडियो बनवाया गया ताकि उन्हें हटाया जा सके। असिस्टेंट टीचर ने प्रिंसिपल पर तानाशाही रवैया अपनाने लगाया आरोप वहीं असिस्टेंट टीचर श्रद्धा शुक्ला ने प्रिंसिपल पर तानाशाही रवैया अपनाने और स्टाफ को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आए दिन विद्यालय में विवाद होता रहता है,श्रद्धा शुक्ला के अनुसार, भोजन में कीड़े मिलने को लेकर दोनों पक्षों में हाथापाई हुई। सूत्रों के मुताबिक, विद्यालय में जिम्मेदारियों को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी और मिड-डे मील में कीड़े मिलने की घटना ने आग में घी डालने का काम किया। शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएं शर्मनाकइस पूरे मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी सावन दुबे ने घटना को बेहद निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं। रसोइया और प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है। कई बार समझाने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हुआ, जिससे विद्यालय का माहौल लगातार खराब हो रहा है।
नवादा जिला क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित चैलेंजर ट्रॉफी अंडर-14 टूर्नामेंट में होंडा हीटर्स ने नवादा वॉरियर्स को हराकर फाइनल की दौड़ में सबसे आगे स्थान बना लिया है। मैच में दोनों टीमों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। नवादा वॉरियर्स की पारी मैच में नवादा वॉरियर्स के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम ने 27 ओवर में 142 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। नवादा वॉरियर्स की ओर से कप्तान आदित्य ने 29, गौरव ने 26 और अनुराग पाराशर ने 24 रन बनाए। होंडा हीटर्स के गेंदबाजों का दमदार प्रदर्शन होंडा हीटर्स के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नवादा वॉरियर्स की पारी को जल्दी समेटा। कुश कुमार और तेजस शाही ने तीन-तीन विकेट लेकर टीम को मजबूत स्थिति में रखा। लक्ष्य का पीछा करते हुए होंडा हीटर्स की जीत जवाब में 143 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी होंडा हीटर्स ने 23 ओवर में चार विकेट के नुकसान पर 148 रन बनाकर मैच अपने नाम किया। टीम की जीत में धरम कुमार ने 58 और कप्तान निमेष राज ने 43 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया। मैन ऑफ द मैच और अन्य जानकारी मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए धरम कुमार को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्हें यह ट्रॉफी बीसीए अंडर-19 टीम के मैनेजर मनीष आनंद ने प्रदान की। अंपायर की भूमिका अजय कुमार और पवन कुमार ने निभाई। टूर्नामेंट में होंडा हीटर्स की स्थिति इस जीत के साथ होंडा हीटर्स ने अपने तीनों मैच जीत लिए हैं और फाइनल में प्रवेश की रेस में सबसे आगे हैं। जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार मुरारी, सचिव राकेश कुमार, अभिषेक पांडे, प्रहलाद कुमार, पंकज केसरी और आनंद मिश्रा सहित कई पदाधिकारी इस अवसर पर मौजूद थे। होंडा हीटर्स की इस जीत ने नवादा अंडर-14 क्रिकेट प्रतियोगिता में उनके जोश और क्षमता को प्रदर्शित किया है, जिससे फाइनल में उनके प्रदर्शन पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
गोरखपुर के चिलुआताल पुलिस ने नीट छात्र की हत्या में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी झीनक निषाद को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 25 लाख रुपये की हिरोइन पकड़ी गई है। वह पिपराइच क्षेत्र के जंगल धूषण हसनपुर में रहता है। घटना के बाद से ही घर से फरार था। आरोपी पशु तस्करों को रास्ता दिखाने और पुलिस गतिविधियों की जानकारी देने का काम करता था। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजवा दिया गया है। पुलिस के अनुसार, चिलुआताल थाना अंतर्गत मजनू चौकी क्षेत्र के मोहरीपुर-सिंहोरवा रोड स्थित अंडरपास के पास मंगलवार देर रात मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। मंगलवार की रात मुखबिर खास से सूचना मिली थी कि एक युवक ट्रांसपोर्ट नगर से बंधे के रास्ते भारी मात्रा में मादक पदार्थ लेकर आने वाला है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल घेराबंदी की योजना बनाई गई। पुलिस को देखकर युवक भागने लगा, लेकिन तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने कुछ ही दूरी पर उसे दबोच लिया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम झीनक निषाद बताया। तलाशी के दौरान उसके पास से प्लास्टिक के डिब्बे में रखी गई 105 ग्राम हिरोइन बरामद हुई। जब्त मादक पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 25 लाख रुपये आंकी गई है। सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था झीनक पुलिस की जांच में सामने आया है कि झीनक निषाद पशु तस्करी के नेटवर्क का भी अहम हिस्सा था। वह पशु तस्करों को सुरक्षित रास्तों की जानकारी देता था और पुलिस की गतिविधियों का इनपुट उपलब्ध कराता था। इसी नेटवर्क के चलते वह पहले से ही सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था। आरोपी बीते 15/16 सितंबर की रात पिपराइच थाना क्षेत्र में हुए नीट छात्र दीपक हत्याकांड के मामले में भी वांछित चल रहा था। इस हत्याकांड में पशु तस्करी से जुड़े अपराधियों की भूमिका सामने आई थी। मामले की जांच के दौरान एसटीएफ ने चार पशु तस्करों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें झीनक निषाद का नाम भी सामने आया था। इस संबंध में सीओ कैंपियरगंज अनुराग सिंह ने बताया कि आरोपी से पूछताछ के आधार पर नशा तस्करी और पशु तस्करी से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं। उनके खिलाफ भी साक्ष्य जुटाकर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि बरामद हिरोइन की सप्लाई कहां से लाई गई थी और इसे किन इलाकों में खपाने की योजना थी। अब जानें कब और कैसे हुई थी नीट छात्र की हत्या टाइम - 11.40 बजे (15 सितंबर) स्पॉट - पिपराइच (गोरखपुर) पशु तस्करों का पीछा करते हुए NEET स्टूडेंट दीपक गांव वालों से करीब 250 मीटर आगे निकल गया। तस्कर 3 पिकअप लेकर आए थे। इसका अंदाजा गांव के लोगों को नहीं था। एक पिकअप गाड़ी के पीछे दीपक भी स्कूटी से भाग रहा था, तस्करों ने गाड़ी के पीछे भाग रहे दीपक को देखा तो पकड़ लिया। गांव के लोग काफी दूरी पर थे। गांव के लोगों ने बताया कि हमने देखा कि दीपक अकेला ही तस्करों से भिड़ गया। आंखों के सामने 4-5 बदमाश उसको पकड़कर पिकअप के अंदर खींच ले गए। लोगों ने कहा- पिकअप के अंदर क्या हुआ, ये हमें नहीं पता। मगर 1.30 घंटे बाद दीपक की लाश गांव से करीब 4km दूर मिली। तस्करों ने दीपक के साथ इस कदर हैवानियत दिखाई कि उसके सिर और कान की 6 हड्डियां टूट चुकी थीं। ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हो गई थी। गांव के ही एक व्यक्ति बताते हैं कि जब वह गाड़ी के कुछ करीब पहुंचे, तो तस्कर ने पिस्टल दिखाकर धमकी दी- मार देंगे, भाग जाओ...। जान प्यारी नहीं है क्या? दीपक के दाह संस्कार के बाद भी गांव के लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा। हत्या के 36 घंटे के अंदर पुलिस ने 1 लाख के इनामी पशु तस्कर अब्दुल रहीम को कुशीनगर के रामकोला से पकड़ा। उसके दोनों पैरों में गोली लगी है। इस मुठभेड़ में बिहार का उसका साथी मन्नू सेठ भागने में कामयाब हो गया। 3 और तस्करों को भी पकड़ा गया है। यही वो तस्कर थे, जिन्होंने दीपक को पीटा था। दैनिक भास्कर टीम ने गोरखपुर के पिपराइच इलाके में दीपक की हत्या के बाद एक बार फिर पहुंची। गांव के बाहर पुलिस की एक जीप खड़ी दिखी। मगर पुलिस के जवान गांव के अंदर नहीं जा रहे थे। बताया गया कि लोगों में पुलिस को लेकर गुस्सा ज्यादा है, कुछ चुनिंदा पुलिस वाले ही घर में सुरक्षा के लिए मौजूद हैं। गांव के लोग यही मान रहे हैं कि पुलिस दीपक को छुड़ाने में ताकत लगाती, तो दीपक बच जाता। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... दादी चीख रहीं- फंदे पर लटका दो इन बदमाशों कोगांव के लोगों की बातचीत को समझते हुए हम दीपक के घर पहुंचे। घर को बाहर से देखकर ही अंदाजा लगा कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। घर की दीवारों पर प्लास्टर तक नहीं था। घर के दरवाजे पर एक बुजुर्ग महिला बैठी थीं। लोगों ने बताया कि वो दीपक की दादी अमरावती हैं। वो रोते-रोते चीख पड़ती थीं। मेरे घर का बेटा चला गया। नाश हो इन बदमाशों का...। फंदे पर लटका दो ऐसे लोगों को...। इनके घरों पर बुलडोजर चलवा दो। घर के अंदर भी महिलाएं इकट्ठा थीं। दीपक की मां सीमा भी बेहाल हो रही थीं, गांव की महिलाएं उन्हें संभाल रही थीं। वहां मौजूद लोगों से हमने दीपक के परिवार के बारे में जाना। बताया गया कि दीपक के पिता दुर्गेश 3 भाई है। सुरेंद्र और वीरेंद्र के परिवारों को मिलाकर 16 सदस्य एक ही घर में रहते हैं। दुर्गेश के 2 बेटे हैं। बड़ा बेटा दीपक और छोटा प्रिंस 9वीं क्लास में पढ़ता है। सुरेंद्र के 3 बच्चे अदिति, आराधना और कृष हैं। छोटे भाई वीरेंद्र के 2 बच्चे अयांश और प्रियांश हैं। छोटे भाई बोले- तस्कर बोला, हम पुलिस वाले हैं… हमने घर के बाहर ही बैठे परिवार के बच्चों से बात की। वह बहुत मासूमियत से कहते हैं- दीपक हमारे भैया थे, अब वो भगवान के पास चले गए हैं। हमें सबने बताया कि उन्हें चोरों ने मार डाला है। दीपक के छोटे भाई प्रिंस गुप्ता कहते हैं- उस रात मैं चाचा की बाइक पर बैठकर गया था। मैं भी गांव के लोगों के साथ पशु तस्करों को मारने के लिए आगे बढ़ा था। तब उसने मेरा हाथ पकड़ लिया। तस्कर ने गुस्से से कहा- हम लोग पुलिस वाले हैं। तुम्हारे गांव जांच करने आए हैं, मेरा शरीर बिल्कुल शांत पड़ गया। उसने मुड़कर अपने साथी से कहा- इसको पिकअप में लाद लो। यह सुनते ही मैंने पूरी ताकत लगाकर अपना हाथ छुड़ा लिया और पीछे की तरफ भाग निकला। चाचा बोले- बदमाशों के हाथ में तमंचा देखकर हम पीछे हटेदीपक के चाचा वीरेंद्र कहते हैं- 15 सितंबर को हम लोग घर पर खाना खाकर सो चुके थे। तभी मेरे भांजे मोनू का कॉल आया। उसने कहा कि गोदाम के पास सड़क पर 2 पिकअप लेकर चोर आए हैं। गाड़ी खड़ी करके सड़क पर टहल रहे हैं। मैंने उससे कहा कि बगल में ही रहने वाले परिचित से मदद मांगो। मोनू गांव के बाहर सड़क किनारे बने गोदाम में ही रहता था। मोनू रात के समय बाहर सड़क की तरफ निकला। तभी एक बदमाश ने उसे देख लिया। बदमाश तमंचा लेकर उसके पीछे दौड़ा। वह गोदाम के अंदर आ गया, दरवाजा बंद कर लिया। उसने फिर फोन कर सारी बात बताई। तब पूरा परिवार बाइक से गोदाम के लिए निकला। वहां जाने पर बदमाश पत्थर मारने लगे। उनके हाथ में तमंचा भी था। यह देखकर हमलोग पीछे हट गए। इसके बाद वे गाड़ी लेकर भागने लगे। तब दीपक स्कूटी से उनका पीछा करने लगा। करीब 250 मीटर आगे निकलने पर ही पशु तस्करों ने गाड़ी रोक दी। उन्होंने दीपक को पकड़ लिया। गांव के एक व्यक्ति ने बताया- दीपक पशु तस्करों से हाथ छुड़ाने के लिए लड़ रहा था। लेकिन गाड़ी से 5-6 की संख्या में निकले बदमाश मिलकर उसे काबू में किए। इसके बाद सब मिलकर उसे पिकअप में लाद लिए। इस दौरान उसे मारा-पीटा भी था। रात करीब 1.30 बजे उसकी लहूलुहान लाश मिली थी। क्रिकेट किट देखकर रोने लगते हैं दोस्तघर के ही एक कोने में दीपक की क्रिकेट किट रखी थी। जिसे छोटे भाई प्रिंस ने बाहर निकाला। बैग के अंदर से बैट, पैड और हेलमेट निकालते समय वह रोने लगा। इस दौरान दीपक के दोस्त भी वहां आ गए। दोस्तों ने बताया- दीपक बहुत अच्छा बैट्समैन था। कॉलेज के मैच में दूर-दूर से लोग सिर्फ देखने आते थे। गांव के कई मैच में ज्यादा पैसे लगते थे। तब लोग दीपक के ऊपर ही दांव लगाते थे। क्योंकि वो मैच जिताने वाली पारी खेलता था। दीपक मेडिकल कॉलेज रोड पर प्रकाश स्टेडियम में प्रैक्टिस करने जाता था। वहां कोच सूरज यादव से मुलाकात हुई। वह बताते हैं- दीपक ने एक महीने पहले अंडर-19 का ट्रॉयल भी दिया था। वो टैलेंटेड था, स्टेट लेवल के टूर्नामेंट में अच्छा परफार्म करता था। वो T-20 में देश के लिए खेलना चाहता था, मगर इससे पहले ये हादसा हो गया। उसको इस तरह से नहीं मरना चाहिए था। टीचर बोले- यूट्यूब से भी करता था पढ़ाईदीपक को पढ़ाने वाले टीचर कृष्ण पांडेय बताते हैं- दीपक पढ़ने में बहुत होशियार था। वह कहता था कि मेरे पापा को लोग कंपाउंडर कहकर बुलाते हैं। मुझे डॉक्टर बनकर उनका सपना पूरा करना है। अगले साल वह एक बड़ी कोचिंग में एडमिशन भी कराने वाला था। वह यूट्यूब से भी पढ़ाई करता था। तैयारी के लिए जितने भी सोर्स होते हैं, वह सबका इस्तेमाल करता था। मेरे कमरे पर आकर वह घंटों पढ़ता रहता था। उसे कुछ भी समझाओ, वह तुरंत समझ जाता था, इसलिए उसे पढ़ाना अच्छा लगता था। अब पुलिस जांच जानिए गांव वालों ने जिस पिकअप को फूंका, वो बरेली में खरीदी गई गोरखपुर में पशु तस्करों ने जब छात्र की हत्या कर दी, तो गांव वालों ने पिकअप को फूंक दिया। पुलिस ने उसके नंबर को ट्रेस किया, तो वह भोजीपुरा के अभयपुर में रहने वाले तस्लीम खान के नाम से खरीदी गई थी। जांच में पता चला कि तस्लीम एक ट्रक ड्राइवर है और ट्रक चलाकर ही परिवार का पालन पोषण करता है। जिस पिकअप को जलाया गया है, तस्लीम ने उसे लोन पर लिया था। जब बरेली पुलिस ने जांच की, तो सामने आया कि तस्लीम इस गाड़ी को 2024 में ही बेच चुका था। किस्त नहीं भर पाने की वजह से उसने 26 दिसंबर, 2024 को भोजीपुरा के ही मिर्जापुर पचोदरा में रहने वाले नबी जान को बेची थी। टीम नवी जान के पास पहुंची तो पता चला कि नवी जान भी उस पिकअप को इसी साल 25 फरवरी को रामपुर के टांडा में रहने वाले सोनू को बेच चुका था। पुलिस की टीम ने गाड़ी का पीछा करते हुए रामपुर पुलिस से संपर्क किया। वहां से पता चला कि सोनू ने इस पिकअप को 9 अप्रैल, 2025 को मुरादाबाद के बिलारी में रहने वाले शानू आलम को बेच दी। पुलिस को तस्लीम और नबी जान का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। पशु तस्करी के 3 रूट, बिहार के गोपालगंज, चंपारण से चल रहा नेटवर्क गोरखपुर में 3 रूट से पशु तस्कर आते हैं। ट्रक और पिकअप में पशुओं को भरकर बॉर्डर क्रॉस करके बिहार चले जाते हैं। गोपालगंज और चंपारण से पूरा नेटवर्क चलाया जा रहा है। तस्करों को ये भी जानकारी होती है कि पिकेट कहां-कहां पर तैनात हैं, बाकायदा रूट मैप बनाए जाते हैं। पहला रूट - कोड़ीराम से होते हुए कैंपियरगंज की ओर जाता है। दूसरा रूट - देवरिया मार्ग से होते हुए सहजनवां की तरफ जाता है। तीसरा रूट - महाराजगंज बॉर्डर की तरफ जाता है। दीपक को मारने वाले 4 तस्कर अरेस्ट, भेजे गए जेलघटना के करीब SSP राज करन नय्यर ने जंगल धूषण चौकी इंचार्ज ज्योति नारायण तिवारी समेत 4 कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया था। पूरी चौकी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी थी। इस मामले में पुलिस 4 पशु तस्करों को पकड़ चुकी है। इसमें बिहार के गोपालगंज के अजब हुसैन को गांव के लोगों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा था। पुलिस ने छोटू और राजू को बाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान पकड़ा। वहीं कुशीनगर के रहीम के दोनों पैर में गोली मारकर अरेस्ट किया गया। रहीम ने पुलिस कस्टडी में पशुओं को पकड़ने के लिए गांव में जाने से लेकर भगाने तक की कहानी सुनाई। हालांकि उसके बयानों से यही सामने आया कि गांव वालों ने जब उन्हें घेर लिया, तब वह बचने के लिए जो भी सामने आ रहा था, उस पर हमला कर रहे थे। दीपक को पिकअप में खींचने के बाद वह काबू में नहीं आ रहा था, इसलिए सिर पर लोहे की रॉड मारी थी। उसके बाद उसको गाड़ी से बाहर फेंक दिया गया था। पुलिस ने चारों तस्करों को कोर्ट में पेश करने के बाद उसको जेल भेजा गया है। अब इस मामले में हुई सियासत को समझिए ..................... यह भी पढ़ें : गोरखपुर में पशु तस्करों ने की NEET छात्र की हत्या:SP घायल, बवाल-आगजनी; पुलिस चौकी सस्पेंड, अमिताभ यश पहुंचे गोरखपुर में पशु तस्करों और ग्रामीणों में भिड़ंत हो गई। पशु तस्करों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र को खींच लिया। उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। लाश को घर से 4 किमी दूर फेंक दिया। साढ़े चार घंटे बाद घरवालों को छात्र की खून से लथपथ लाश मिली। उसका सिर कुचला हुआ था। पढ़िए पूरी खबर...
इंदौर में डॉक्टरों की एक 25 वर्षीय महिला के कंधे के पास 5 इंच का बड़ा ट्यूमर निकालकर उसे नई जिंदगी दी है। यह सर्जरी 5 घंटे तक चली। ट्यूमर ने कंधे से लगी हड्डी को काफी नष्ट कर दिया था और फेफड़ों के पास नसों से चिपक गया था जो कैंसर में तब्दील हो सकता था। सर्जरी के बाद महिला स्वस्थ है। मामला सीहोर की महिला का है जिसके तीन छोटे बच्चे हैं। उसके बाएं कंधे की हंसली की हड्डी (कॉलर बोन/क्लैविकल) में करीब 12 सेंटीमीटर का ट्यूमर था। यह ट्यूमर कई सालों से धीरे-धीरे बढ़ रहा था। इससे उन्हें कंधे में तेज दर्द, हाथ उठाने में कठिनाई और मांसपेशियों में लगातार कमजोरी महसूस हो रही थी। महिला ने पहले कई अस्पतालों में दिखाया गया, लेकिन ट्यूमर की जटिलता और दुर्लभता के कारण इलाज नहीं मिल सका। इस पर उसने पिछले माह इंदौर के इंडेक्स अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाया। जांच रिपोर्ट में पता चला कि ऑस्टियोकोंड्रोमा नामक ट्यूमर ने कॉलर बोन के लगभग दो-तिहाई हिस्से को नष्ट कर दिया था। यह ट्यूमर नीचे फेफड़ों से सटी ब्रैकियल प्लेक्सस (नसों का जाल) और खून की खास नसों से चिपका हुआ था। इस तरह का ट्यूमर भविष्य में कैंसर में परिवर्तित हो सकता है। सर्जरी में खून की नसों को रखा सुरक्षितमामले में परिजन की सहमति के बाद 15 दिन पूर्व उसकी सर्जरी की गई। सर्जरी के दौरान नसों और खून की आर्टरीज को सुरक्षित रखते हुए आगे कोराकॉयड प्रोसेस और पीछे स्कैप्यूला से चिपकी गांठ को ऑस्टियोटोमी तकनीक द्वारा अलग किया गया। सर्जरी के अगले ही दिन मरीज ने कंधे को 90 डिग्री तक उठाना शुरू कर दिया। आयुष्मान योजना में फ्री में हुआ इलाजयह सर्जरी एनेस्थीसिया विभाग की प्रो. डॉ. संगीता बंसल के सहयोग से लगभग 5 घंटे तक चली और ट्यूमर निकाल लिया गया। ऑपरेशन में प्रो. डॉ. अभय मनचंदा के साथ डॉ. ज़ैनुल, डॉ. कायथवाल, डॉ. शौर्य डॉ. अखिलेश का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। यह सर्जरी आयुष्मान भारत योजना का निःशुल्क हुई। प्रो. डॉ. अभय मनचंदा ने बताया कि ऑन लाइन और चिकित्सा साहित्य में इस प्रकार के ट्यूमर का कोई स्पष्ट रिपोर्टेड मामला सामने नहीं आया। ये खबर भी पढ़ें... एम्स डायरेक्टर ने की कैंसर की तीन सर्जरी एम्स भोपाल में कैंसर के मरीजों के लिए दो नई सर्जिकल प्रक्रियाएं थोराकोस्कोपिक इसोफेगेक्टॉमी और लैप्रोस्कोपिक स्टमक ट्यूब रिकंस्ट्रक्शन शुरू हुईं हैं। अब तक मरीजों को इन सर्जरी के लिए दिल्ली-मुंबई जैसे मेट्रो शहरों का रुख करना पड़ता था। मुख्य रूप से आहर नली के कैंसर से जुड़ी यह सर्जरी बेहद जटिल मानी जाती हैं। पूरी खबर पढ़ें
ग्वालियर में 101वें तानसेन समारोह का तीसरा दिन:गायन, शहनाई और ताल वाद्य की सभाओं से सजी शाम
ग्वालियर में आयोजित 101वां तानसेन समारोह के तीसरे दिन बुधवार को सायंकालीन संगीत सभाएं गायन और वादन के नाम रही। शाम की सुरमई हवाओं में घुलते संगीत ने मानो वातावरण को सुर–ताल की पवित्र अनुभूति से सराबोर कर दिया। रागों की गंभीरता, बंदिशों की सुघड़ता और वादन की सजीव लय ने श्रोताओं को एक अलौकिक सांगीतिक यात्रा पर ले गया। ध्रुपद गायन के साथ सभा का आरम्भ हुआ। शारदा नाद मंदिर संगीत महाविद्यालय, ग्वालियर के विद्यार्थियों ने अपने सधे सुरीले गायन से वातावरण में दिव्य आलोक बिखेर दिया। उन्होंने राग मारू बिहाग में चौताल की रचना 'प्रथम नाद सुर साधे' प्रस्तुत की। हारमोनियम पर अनूप मोघे, पखावज पर संजय आफले ने संगत की। संगीत संयोजन वैशाली मोघे का रहा। संजीव अभ्यंकर ने राग जोग सुनायाध्रुपद के बाद अगली प्रस्तुति सुविख्यात गायक और मध्यप्रदेश शासन के राष्ट्रीय कुमार गंधर्व सम्मान से सम्मानित संजीव अभ्यंकर की रही। जिन्होंने राग जोग को चुना, जिसमें नाही परत चित चैन जाही लागी सोही जाने सावरे की सेन बंदिश प्रस्तुत की। तबला और हारमोनियम की संगत के साथ उन्होंने गायिकी के अंग और सुरों की कारीगरी से श्रोताओं के दिल को छू लिया। अगली प्रस्तुति राग भिन्न षड्ज की रही, जिसमें उन्होंने अजहु ना आए सुघर प्रिय श्याम बंदिश गाई। अपनी दोनों बंदिशों से उन्होंने वातावरण को श्याममई बना दिया। इसके बाद अगली प्रस्तुति सुविख्यात मंगल वाद्य शहनाई के साधक पंडित शैलेष भागवत की रही। जिन्होंने अपनी प्रस्तुति का शुरुआत राग शुद्ध कल्याण से किया। जिसने श्रोताओं के मन पर गहरी छाप छोड़ते हुए समारोह की इस संध्या को अविस्मरणीय बना दिया।
बीआरटीएस की रेलिंग हटाने, इंदौर के बिगड़ते ट्रैफिक और नियम विरुद्ध प्राइवेट वाहनों में हूटर लगाने के मामले में लगी जनहित याचिकाओं के मामले में बुधवार को हाईकोर्ट की डबल बेंच में सुनवाई हुई। इसमें कमेटी ने बीआरटीएस को लेकर रिपोर्ट पेश की। इस पर कोर्ट ने दोहराया कि जब भोपाल बीआरटीएस की रेलिंग हटाने का फैसला हुआ तो 9 दिनों में हटाकर सड़क चौड़ी हो गई। इंदौर में करीब 10 माह हो गए हैं यहां एक ही हिस्से की रेलिंग हट पाई है। इसे लेकर करीब पौन घंटे तक बहस चली। दरअसल मामले में 16 दिसंबर को सुनवाई होनी थी जो नहीं हो सकी थी। इसी दिन कलेक्टर और निगम कमिश्नर की ओर से एक आवेदन लगाया गया कि अभी SIR (मतदाता सूची पुनरीक्षण) का काम चल रहा है इसलिए कोर्ट में उपस्थित रहने में हाजिरी माफी दी जाए। आवेदन में इसके लिए 16 फरवरी तक का समय मांगा गया। बुधवार को पहले सत्र में कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बीआरटीएस का काम भी जरूरी है। आप आदेश की अवहेलना की कोशिश कर रहे हैं। आप ढाई बजे किसी भी स्थिति में कोर्ट में उपस्थित हों। आपको उपस्थित होना ही होगा। इस तरह के कारण बनाकर ऐसा नहीं कर सकते। साथ ही सरकारी एडवोकेट से कहा कि ये कहीं भी हो इन्हें कोर्ट में उपस्थित करवाइए। कोर्ट की सख्ती के बाद उपस्थित हुए आला अफसरफिर ढाई बजे कलेक्टर शिवम वर्मा, निगम कमिश्नर दिलीप यादव, ट्रैफिक डीसीपी आनंद कलांदगी डिवीजन बेंच के समक्ष उपस्थित हुए। मामले में याचिकाकर्ता राजलक्ष्मी फाउंडेशन की ओर से एडवोकेट अजय बागडिया ने सबसे पहले कोर्ट को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आपके आदेश के कारण ही इतना काम हो पाया है। इसके लिए उन्होंने शहर की ओर से भी धन्यवाद दिया। मामले में अब सुनवाई 12 जनवरी को नियत की गई है। एक ओर की रेलिंग नहीं हटाने से ट्रैफिक बदहालयाचिकाकर्ता की ओर से एडवोकेट अजय बागडिया ने कहा कि वर्तमान में बीआरटीएस की एक हिस्से की रेलिंग हटाने से सड़क चौड़ी जरूर हुई है। इससे भंवरकुआ से विजय नगर की ओर आने वाले वाहनों चालकों को अब 1/3 हिस्सा मिल भी रहा है। दूसरी ओर विजय नगर से भंवरकुआ जाने वाले हिस्से की रेलिंग नहीं हटने से मार्ग काफी संकरा हो गया है जिससे ट्रैफिक का दबाव वहां ज्यादा है। अस्थाई डिवाइडर नहीं लगाए जा सकतेयाचिकाकर्ता की ओर से तर्क दिया कि वहां कि रेलिंग भी हटाकर बीच में डिवाइडर बनाए जाए। इस पर अधिकारियों की ओर से बताया कि इतनी जल्दी डिवाइडर नहीं बन पाएगा क्योंकि अभी हिस्से की रेलिंग को तोड़ा है और यह जगह अभी डिवाइडर के लिए ही छोड़ी गई है।इस पर याचिकाकर्ता की ओर से सुझाव दिया गया कि अभी जीपीओ चौराहा से शिवाजी नगर प्रतिमा तक बीच में डिवाइडर के रूप में सीमेंट के जो ब्लॉक लगाए हैं वैसे ही बाकी हिस्से में भी लगा दें। इस पर निगम कमिश्नर ने कहा कि इसकी कास्ट बहुत ज्यादा है। निगम के पास जो था वह लगा दिया गया है। अधिकारी बोले- इससे तो दुर्घटनाएं बढ़ेंगीमामले इसे लेकर याचिकाकर्ता ने सुझाव दिया कि ऐसे में पुलिस की जो बेरिकेटिंग होती है वह लगा दी जाए या प्लास्टिक बेरिकेट्स भी लगाए जा सकते हैं। अगर ये भी उपलब्ध नहीं हैं तो तब तक बीच में खंभे लगाकर रस्सी बांध दी जाए और दूसरी ओर रेलिंग भी तोड़ी जाए। इस पर अधिकारियों ने कहा कि यह जोखिमपूर्ण होगा और दुर्घटनाएं होंगी। लोग इससे कूदकर दूसरी ओर आएंगे। लोग पालन नहीं करते तो दूसरे कैसे जिम्मेदारमामले में याचिकाकर्ता की ओर से तर्क दिया कि ये वे लोग हैं जो ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं करते। अगर वे ऐसा करते हैं तो खुद की रिस्क पर करते हैं। अगर कोई घटना होती है तो दूसरा (प्रशासन) कैसे जिम्मेदार होगा। ऐसे लोगों के कारण पूरे शहर के लोग परेशानी क्यों भुगते इसलिए बीच में डिवाइडर बनाया जाए जो बहुत जरूरी है। वह भोपाल है इसलिए हो गयामामले में कोर्ट ने दोहराया कि जब भोपाल में रेलिंग हटाने का फैसला हुआ तो महज 9 दिन में इसे पूरी तरह हटाकर रोड को चौड़ा कर दिया गया। वहीं इंदौर में फरवरी में आदेश हुआ। 10 महीने होने आए अभी भी एक ही हिस्से में रेलिंग हट पाई है। इस पर याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि वह भोपाल है इसलिए हो गया, यह इंदौर है इसलिए नहीं हो पा रहा है। गिट्टी, मलबा बीच में पड़ा है, सही पेचवर्क की जरूरतमामले में कमेटी ने अपनी जो रिपोर्ट पेश की उसमें भी यही दोहराया कि एक ओर की रेलिंग तोड़ी गई है लेकिन दूसरी ओर की नहीं। इसके चलते एक ओर का मार्ग काफी संकरा हो गया है इसलिए इस हिस्से की रेलिंग तोड़ना जरूरी है। इसके साथ ही जो पेंचवर्क किया है उसे लेकर बताया कि इससे बाइक सवार दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। ऐसे में पेंचवर्क सही तरीके समतल किया जाए ताकि दुर्घटना न हो। ऐसे ही मार्ग पर जो मलबा पड़ा है, कई जगह रेलिंग तोड़ने से सड़क की गिट्टी भी निकली पड़ी है। उसे साफ करना जरूरी है। दोनों ओर रेलिंग के कारण संकेतक जरूरीकमेटी ने रिपोर्ट में लिखा कि बीआरटीएस के जो बस स्टॉप हैं वहां रेलिंग छोड़ दी गई हैं। ऐसे में यहां संकेतक लगाए जाएं ताकि दुर्घटना न हो। मामले में कोर्ट ने सुझाव दिया कि अभी जो रेलिंग हटाई गई है उसे अस्थाई डिवाइडर के रूप में उपयोग की जा सकती है। इस पर निगम की ओर से कहा गया कि मामले में जो ठेकेदार से अनुबंध हुआ है वह यह कि जैसे-जैसे तोड़ने का काम होगा वैसे-वैसे पेमेंट डिपाजिट करते जाएंगे। अगर तोड़ी गई रेलिंग का उपयोग किया गया तो फिर डिपाजिट नहीं हो सकेगा। मामले में कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि इस मामले में 12 जनवरी तक प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करें। हूटर को लेकर कार्रवाई संतोषजनक नहींइसी कड़ी में आज प्राइवेट वाहनों में नियम विरुद्ध हूटर और बत्ती लगाने के मामले में भी सुनवाई हुई। इसमें परिवहन उपायुक्त कोर्ट में पेश हुए और इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट पेश की। इस पर याचिकाकर्ता एडवोकेट मनीष यादव ने इस पर आपत्ति ली और कहा कि यह रिपोर्ट और मैदानी स्थिति बहुत अलग है। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर BRTS...45 मिनट के सफर में लग रहे डेढ़ घंटे इंदौर के BRTS में अब आई बस चलना बंद हो गई है, जिससे इसमें सफर करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। पहले 2 स्टॉप के बीच की दूरी तय करने में 2 से 3 मिनट का समय लगता था। अब वही सफर 15 से 20 मिनट का हो गया है। यात्रियों की परेशानी को समझने दैनिक भास्कर की टीम आई बस में सवार हुई। राजीव गांधी से देवास नाका तक का सफर किया, जिसमें 1 घंटे 35 मिनट का समय लगा। पूरी खबर पढ़ें
ग्वालियर के महिला थाना पुलिस के पास करीब एक महीने पहले गस्त का ताजिया इलाके की एक महिला शिकायत लेकर पहुंची थी। महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी बहू लाखों रुपए के पुश्तैनी सोने-चांदी के जेवर लेकर मायके चली गई है और उन्हें लौटाने से इनकार कर रही है। पुलिस ने मामले में बहू को महिला थाने बुलाया और करीब डेढ़ महीने तक काउंसलिंग की। इसके बाद बहू ने सास के पुश्तैनी जेवर वापस कर दिए। हालांकि, वह अब भी अपने पति के साथ ससुराल लौटने को तैयार नहीं है। शादी समारोह के बहाने दिए गए थे जेवरमहिला थाना प्रभारी रश्मि भदौरिया ने बताया कि शिकायतकर्ता सास का कहना था कि परिवार में एक शादी समारोह था। उसमें शामिल होने के लिए उसने अपनी बहू को पुश्तैनी जेवर पहनने के लिए दिए थे, ताकि वह समारोह में अच्छे से शामिल हो सके। हालांकि, शादी वाले दिन बहू ने तबीयत खराब होने का हवाला देकर जाने से मना कर दिया। मायके जाने के बाद गायब हुए जेवरसास के समारोह में जाने के बाद बहू ने अपने पति से मायके छोड़ने को कहा और बताया कि जेवर अलमारी में रख दिए हैं। पति बहू को मायके छोड़कर वापस लौट आया। जब बाद में सास भी शादी से घर लौटी और अलमारी खोली तो जेवरात वहां नहीं मिले। पूछताछ करने पर बहू ने जेवर अपने पास होने से इनकार कर दिया। इसके बाद सास ने महिला थाने में लिखित शिकायत दी। काउंसलर ने कहा-लौटाने की मंशा नहीं थीपुलिस काउंसलर शाक्रा खान ने बताया कि बहू अपने निजी जेवरों के साथ-साथ सास-ससुराल के पुश्तैनी जेवर भी ले गई थी और उसकी मंशा लौटने की नहीं लग रही थी। लगातार काउंसलिंग के बाद उसे समझाया गया तो उसने जेवर वापस कर दिए। फिलहाल बहू पति और ससुराल वालों के साथ नहीं रह रही है। पुलिस काउंसलिंग के जरिए उसे परिवार में वापस लौटने के लिए समझाइश दे रही है और जल्द सकारात्मक परिणाम की उम्मीद जताई जा रही है।
सहरसा में मजदूरी की पूरी रकम मांगने पर मजदूर से मारपीट और जातिसूचक गाली-गलौज के मामले में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित परिवार बुधवार की शाम करीब 4 बजे सहरसा पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। पीड़ित परिवार ने एसपी को लिखित आवेदन देकर आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की। महिषी थाना क्षेत्र के सुंदरवन गांव वार्ड संख्या-09 निवासी गोदो देवी ने बताया कि उनके बेटे मोहन सादा को मुरली बसंतपुर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष अनिल महतो ने बोरा लोडिंग-अनलोडिंग के काम के लिए बुलाया था। तय दर पांच रुपए प्रति बोरा थी, लेकिन काम कराने के बाद अनिल महतो केवल तीन रुपए प्रति बोरा देने लगे। इसका विरोध करने पर मोहन सादा के साथ जातिसूचक गाली-गलौज की गई और उसे पीलर में रस्सी से बांधकर बेरहमी से पीटा गया। गोदो देवी ने बताया कि जब वह बीच-बचाव के लिए मौके पर पहुंचीं तो आरोपियों ने उनके साथ भी बदसलूकी और बेइज्जती की। यह घटना 2 दिसंबर की है, जिसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। पीड़िता ने बताया कि इस मामले में सहरसा एससी-एसटी थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है, लेकिन अब तक केवल एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है, जबकि मुख्य आरोपी समेत अन्य लोग खुलेआम घूम रहे हैं। पीड़ित परिवार का आरोप है कि केस के अनुसंधानकर्ता उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और मुख्य आरोपी अनिल महतो द्वारा लगातार धमकियां भी दी जा रही हैं। इसी कारण न्याय की उम्मीद में वे पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचे हैं। इस मामले में सहरसा एससी-एसटी थाना के थानाध्यक्ष नागमणि ने बताया कि एक आरोपी सुनील महतो को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मुख्य आरोपी समेत अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गोरखपुर शहर के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए धर्मशाला–गोरखनाथ मंदिर मार्ग पर बना नया गोरखनाथ ओवरब्रिज पूरी तरह तैयार हो गया है। इस ओवरब्रिज का उद्घाटन 19 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। देखिए ओवरब्रिज की लेटेस्ट 2 तस्वीरें... यह मार्ग गोरखनाथ मंदिर, सोनौली रोड और नेपाल को जोड़ने वाला बेहद महत्वपूर्ण रास्ता है। यहां हर दिन भारी संख्या में वाहन चलते हैं, जिससे अक्सर जाम की स्थिति बन जाती थी। इसी समस्या को देखते हुए पहले से बने ओवरब्रिज के समानांतर एक नया ओवरब्रिज बनाया गया है। धर्मशाला–गोरखनाथ मंदिर मार्ग पर लखनऊ–गोरखपुर रेलवे लाइन के डोमिनगढ़ और गोरखपुर जंक्शन स्टेशन के बीच क्रॉसिंग संख्या 162ए पर पहले से एक ओवरब्रिज मौजूद है। लेकिन ट्रैफिक का दबाव बढ़ने के कारण उस पर अक्सर भीड़ रहती थी। अब नए ओवरब्रिज के बन जाने से यातायात का दबाव कम होगा। पुल की दीवारों पर गोरखपुर की झलकियां नए पुल की बाहरी दीवारों पर आकर्षक कलाकृतियां बनाई जा रही हैं। इनमें गोरखपुर की संस्कृति और पहचान की झलक दिखाई देगी। यह पेंटिंग गोरखनाथ दिशा से आने वाले लोगों को सबसे पहले नजर आएगी। राहगीरों और स्थानीय लोगों को यह वाल पेंटिंग काफी पसंद आ रही है और पुल देखने में भी खूबसूरत लग रहा है। गोरखनाथ मंदिर मार्ग शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। नए ओवरब्रिज के शुरू होने के बाद गोरखनाथ मंदिर की ओर जाने वाले वाहन पुराने ओवरब्रिज का उपयोग नहीं करेंगे। आने और जाने के लिए अलग-अलग ओवरब्रिज होने से जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी और लोगों को समय की भी बचत होगी। इस नए ओवरब्रिज से शहर के उत्तर-पश्चिमी इलाके में रहने वाले लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। सोनौली रोड की ओर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सफर अब आसान और सुगम हो जाएगा। इसके अलावा मकर संक्रांति से शुरू होकर एक महीने तक चलने वाले गोरखनाथ मंदिर के प्रसिद्ध खिचड़ी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को भी आने-जाने में काफी सुविधा होगी। इस मेला में हर साल लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से आते हैं, उनके लिए भी यह पुल बेहद सुविधाजनक साबित होगा। यह रास्ता सीधे नेपाल जाने वाले रूट से जुड़ता है, इसलिए इस ओवरब्रिज का फायदा यहां से गुजरने वाले हजारों वाहनों को मिलेगा। पुल की लंबाई और लागत गोरखनाथ रोड पर रोजाना हजारों लोग इस मार्ग से गुजरते हैं। भारी ट्रैफिक और संकरी सड़क की वजह से यहां अक्सर जाम लग जाता है। खासकर खिचड़ी मेले के दौरान यह समस्या और बढ़ जाती है। नया ओवरब्रिज बनने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। पुल की खासियत: व्यू कटर और साउंड बैरियर नए ओवरब्रिज में पहली बार गोरखपुर में खास तरह का व्यू कटर शेड लगाया जा रहा है। इस शेड में छोटे-छोटे होल बनाए गए हैं, जो साउंड बैरियर की तरह काम करेंगे। इससे गाड़ियों की आवाज़ आसपास के घरों तक कम पहुंचेगी और नॉइस पॉल्यूशन भी कम होगा।यह शेड पास में रहने वाले लोगों की प्राइवेसी भी सुरक्षित रखेगा, ताकि पुल पर चलने वाले लोग उनके घरों या आंगनों में झांक न सकें। अधिकारियों के अनुसार, गोरखपुर में ऐसा शेड पहली बार लगाया जा रहा है। पुल की साइड वाली दीवारों पर वाल पेंटिंग भी चल रहा है। जो लोकल लोग और राहगीरो को खूब भा रहा। दीवारों पर बने चित्र पुल को देखने में भी आकर्षक बना रहे हैं। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने जब प्रोजेक्ट लीड अरुण कुमार सिंह से इन विशेषताओं के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “यह नए तरीके का शेड है जो गोरखपुर का पहला होगा। इसमें बनी छेद से पुल पर गाड़ियों का शोर बाहर नहीं जाएगा।” जानिए एक्सटेंशन ज्वाइंट/गैप स्लैब क्यों जरूरी होता है पुल में एक्सटेंशन ज्वाइंट यानी गैप स्लैब एक बेहद अहम हिस्सा होता है। यह ज्वाइंट पुल की ऊपरी सतह को नीचे लगे स्ट्रक्चर से जोड़ता है। मौसम बदलने पर पुल में फैलाव और सिकुड़न होती है। गर्मी में पुल थोड़ा फैलता है, जबकि ठंड में सिकुड़ता है।इस ज्वाइंट में थोड़ी जगह रहती है, जिससे पुल आसानी से इस बदलते तापमान के हिसाब से एडजस्ट हो जाता है। अगर यह हिस्सा न बनाया जाए तो पुल में दरारें पड़ने या सतह टूटने का खतरा रहता है। कैसे शुरू हुई थी परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान नए ओवरब्रिज के निर्माण के निर्देश दिए थे। लखनऊ–गोरखपुर रेल मार्ग के डोमिनगढ़ और गोरखपुर जंक्शन के बीच पहले से बना ओवरब्रिज जाम का बड़ा कारण बन चुका था। इसलिए उसी के पास दूसरा आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड, गोरखपुर इकाई ने इस परियोजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की। क्यों जरूरी पड़ा नया ओवरब्रिज गोरखनाथ क्रॉसिंग पर पहला ओवरब्रिज 1980 में बनाया गया था। समय के साथ शहर बढ़ा, सड़कें चौड़ी हुईं और ट्रैफिक कई गुना बढ़ गया।मोहद्दीपुर से जंगल कौड़िया तक फोर-लेन सड़क बनने के बाद पुराने दो-लेन वाले पुल पर गाड़ियों का दबाव और बढ़ गया। नतीजा—हर समय जाम।इसी वजह से मुख्यमंत्री ने पुराने पुल के समानांतर एक नया ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दी। क्या मिलेगा फायदा
शेखपुरा पुलिस की दबिश से अपहृत किशोरी बरामद:आरोपी फरार, पिता ने दर्ज कराई थी अपहरण की FIR
शेखपुरा के अरियरी थाना क्षेत्र से पिछले दिनों अपहृत एक 15 वर्षीय किशोरी को पुलिस ने सफलतापूर्वक बरामद कर लिया है। पुलिस दबिश के चलते आरोपी किशोरी को शेखपुरा नगर थाना क्षेत्र के पटेल चौक पर छोड़कर फरार हो गए। सूचना मिलते ही अरियरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और किशोरी को सुरक्षित अपने कब्जे में लिया। कोर्ट में दर्ज कराया गया बयान बरामद किशोरी को बुधवार को पुलिस निगरानी में स्थानीय सिविल कोर्ट में प्रस्तुत किया गया, जहां उसका बयान कलमबद्ध कराया गया। इसके बाद किशोरी का मेडिकल परीक्षण सदर अस्पताल शेखपुरा में कराया गया। 11 दिसंबर को हुआ था अपहरण इस संबंध में अरियरी थाना में तैनात पुलिस सब इंस्पेक्टर प्रतिमा कुमारी ने बताया कि 11 दिसंबर को किशोरी का अपहरण कर लिया गया था। घटना को लेकर पीड़िता के पिता द्वारा अरियरी थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। तीन नामजद अभियुक्त एफआईआर में उसरी गांव निवासी गोली मांझी के पुत्र मनोज मांझी सहित तीन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। आरोप लगाया गया था कि अभियुक्तों ने किशोरी को बहला-फुसलाकर अपहरण किया। दूसरे जिले में छिपाकर रखी गई थी किशोरी पुलिस के अनुसार, अपहरण के बाद आरोपी युवक किशोरी को दूसरे जिले में छिपाकर रखे हुए था। लगातार पुलिस दबिश के कारण आरोपी घबरा गए और किशोरी को शेखपुरा शहर के पटेल चौक पर छोड़कर फरार हो गए। आरोपी फरार, गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी पुलिस ने बताया कि इस मामले में मनोज मांझी समेत अन्य आरोपी अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। प्रेम प्रसंग की भी चर्चा वहीं, अन्य सूत्रों के अनुसार इस मामले को लेकर प्रेम प्रसंग की भी चर्चा सामने आ रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोहरे के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने अफसरों को ऐसी दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री का फरमान जारी होते ही देर रात मेरठ पुलिस की ओर से एडवाइजरी जारी कर दी गई। यातायात पुलिस की तरफ से कुछ हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, जिनकी आपात स्थिति में मदद ली जा सकती है। ठंड का प्रकोप बढ़ने के साथ ही कोहरे का कहर भी शुरु हो गया है। पिछले एक सप्ताह के भीतर कई हादसे हुए हैं, जिनमें काफी लोगों की जान भी जा चुकी है। मेरठ से जुड़ने वाले हाईवे पर ऐसी स्थिति का सामना ना करना पड़े, इसको लेकर अभी से इंतजाम किए जा रहे हैं। बुधवार देर रात यातायात पुलिस ने रिस्पांस व्हीकल और आपातकालीन सेवाओं से संबंधित हेल्पलाइन नंबर जारी किए। काशी टोल प्लाजा के लिए यह नंबर काशी टोल प्लाजा के लिए कंट्रोल रूम नंबर 9105558900, आरपीवी नंबर व्हीकल 9105558901, एंबुलेंस नंबर 9105558902 और रिकवरी वैन के लिए 9105558904 नंबर जारी किए गए हैं। NH-58 के लिए यह बनाई व्यवस्था - NH-58 यानि मेरठ-मुजफ्फरनगर मार्ग पर जो परतापुर जनपद मेरठ से रामपुर तिराहा जनपद मुजफ्फरनगर तक है, के लिए आपात एंबुलेंस नंबर UP-15FT-7354 सिवाया टोल प्लाजा पर तैनात रहेगी, जिसका मोबाइल नंबर 7500130005 है।- इसी रूट पर पेट्रोल व्हीकल संख्या UP-15ET-8818 मेरठ के परतापुर से भंगेला के बीच तैनात है। इसका मोबाइल नंबर 750130003 है।- क्रेन संख्या UP-15FT-1072 सिवाया फ्री प्लाजा पर उपलब्ध है। इसका मोबाइल नंबर 7500130002 है।- टोल हेल्प लाइन नंबर 9756880808 जारी किया गया है। NH-119 के लिए यह बनाई व्यवस्था NH -119 यानि मेरठ–नजीबाबाद मार्ग पर, जो गंगानगर जनपद मेरठ से बेहसूमा जनपद मेरठ तथा बिजनौर से नजीबाबाद जनपद बिजनौर तक है। यहां के लिए एम्बुलेंस नंबर UP-15JT-3215 छोटा मवाना फ्री प्लाजा पर तैनात है, जिसका संपर्क नंबर 6398317658 है।- रूट पेट्रोल व्हीकल संख्या UP-15JT- 2807 गंगानगर से बेहसूमा के बीच तैनात है, जिसका मोबाइल नंबर 6395904685 है।- इसी रूट के लिए क्रेन नंबर UP-15JT- 3184 चोला मवाना फ्री प्लाजा पर उपलब्ध है, जिसका संपर्क नंबर 6398353568 है। NH-235 के लिए यह बनाई व्यवस्था NH-235 यानि मेरठ–बुलंदशहर मार्ग पर, जो शकरपुर जनपद मेरठ से भूर चौराहा जनपद बुलंदशहर तक है।- इसके लिए एम्बुलेंस नंबर UP-32NN-6750 काली मेरठ तैनात है, जिसका मोबाइल नंबर 6397375214 है।- रूट पेट्रोल व्हीकल नंबर UP- 32JN-4437 शकरपुर मेरठ से टाटरपुर जनपद हापुड़ तक तैनात है, जिसका मोबाइल नंबर 8126018517 है।- क्रेन नंबर UP-37T- 5473 कैली मेरठ पर उपलब्ध है, जिसका संपर्क नंबर 6398000349 है। SSP ने वाहन चालकों से की अपील : SSP डॉ. विपिन ताडा ने जनसामान्य से अपील की है कि कोहरे के दौरान सावधानीपूर्वक वाहन चलाएं। रफ़्तार में वाहन बिलकुल ना चलाएं। किसी भी आपात स्थिति में उपरोक्त हेल्पलाइन नंबरों पर तत्काल संपर्क कर सहायता प्राप्त करें।
SP ने 22 गुम मोबाइल उनके धारकों को सौंपे:शेखपुरा में ऑपरेशन मुस्कान में बरामद, कीमत 3.68 लाख रुपए
शेखपुरा में ऑपरेशन मुस्कान के तहत शेखपुरा पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने गुम हुए 22 मोबाइल फोन बरामद कर उनके वास्तविक धारकों को बुधवार को सौंप दिया। जिला पुलिस कार्यालय परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने सभी मोबाइल उनके मालिकों को वापस किए। एसपी कार्यालय परिसर में हुआ कार्यक्रम मोबाइल लौटाए जाने को लेकर एसपी कार्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे। मोबाइल पाकर लोगों के चेहरे पर खुशी साफ नजर आई। करीब 3.68 लाख रुपये मूल्य के मोबाइल बरामद पुलिस के अनुसार बरामद किए गए 22 मोबाइल फोन की अनुमानित कीमत करीब 3 लाख 68 हजार रुपये है। एसपी ने बताया कि ये मोबाइल अलग-अलग स्थानों पर गुम हो गए थे, जिसकी शिकायत पीड़ितों ने संबंधित थानों में दर्ज कराई थी। पुलिस और डीआईयू की संयुक्त कार्रवाई एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस और डीआईयू (डिस्ट्रिक्ट इंटेलिजेंस यूनिट) की संयुक्त टीम ने तकनीकी सहायता से मोबाइल की तलाश शुरू की। कड़ी मेहनत और लगातार प्रयास के बाद सभी मोबाइल सफलतापूर्वक बरामद किए गए और उनके असली धारकों तक पहुंचाए गए। मोबाइल पाने वालों में 22 लोग शामिल मोबाइल प्राप्त करने वालों में सुमन सौरभ, निवास कुमार, नितीश कुमार, सुमन कुमारी, ऐश्वर्या गुप्ता, जयदेव आर्य, मुकेश कुमार, शुभम कुमार, सुधीर कुमार, रंजन, कन्हैया कुमार, उपेंद्र कुमार, पिंकी देवी सहित कुल 22 लोग शामिल हैं। चार महीने में 100 मोबाइल बरामद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले चार महीनों में अब तक करीब 100 गुम मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं, जिनकी कुल अनुमानित कीमत लगभग 15 लाख रुपये है। सभी मोबाइल उनके वास्तविक मालिकों को सौंपे जा चुके हैं। पुलिस की आम लोगों से अपील शेखपुरा पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी का मोबाइल चोरी या गुम हो जाए, तो वे तुरंत अपने नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं। समय पर सूचना मिलने से पुलिस तकनीकी माध्यमों से मोबाइल बरामद करने में तेजी से कार्रवाई कर सकती है।
कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ईवीएम एवं वीवीपैट वेयरहाउस का जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रविंद्र कुमार मॉंदड़ ने त्रैमासिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत किया गया। इस दौरान वेयरहाउस की सुरक्षा व्यवस्था, साफ-सफाई और रखरखाव की गहन समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने वेयरहाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों की कार्यप्रणाली का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कैमरे लगातार सक्रिय रहें और उनकी नियमित निगरानी की जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वेयरहाउस के प्रवेश द्वार, ताले, सील और अन्य सुरक्षा प्रबंधों का भी बारीकी से निरीक्षण किया। साफ-सफाई और रखरखाव पर विशेष जोर देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ईवीएम वेयरहाउस एक अत्यंत संवेदनशील स्थान है। यहां किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण करने और निर्वाचन आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण में यह सुनिश्चित किया गया कि वेयरहाउस में रखी गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनें पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनके संरक्षण के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं दुरुस्त पाई गईं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बिजली, फायर सेफ्टी और अन्य बुनियादी सुविधाओं की भी नियमित जांच करने के निर्देश दिए। इस त्रैमासिक निरीक्षण के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इनमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि शामिल थे। उन्होंने निरीक्षण प्रक्रिया में भाग लिया और वेयरहाउस की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने जोर देकर कहा कि ईवीएम की सुरक्षा और पारदर्शिता बनाए रखना चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रशासन पूरी गंभीरता और निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा है, ताकि चुनावी प्रक्रिया पर जनता का विश्वास बना रहे।
सहारनपुर में दयावती हॉस्पिटल ने 'नर सेवा नारायण सेवा' के संकल्प को आत्मसात करते हुए निर्धन, गरीब और बेसहारा लोगों के लिए कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. संजीव मिगलानी के नेतृत्व में लगभग 115 जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए गए। कंबल पाकर लाभार्थियों ने प्रसन्नता व्यक्त की और दयावती हॉस्पिटल के इस सेवा भाव की सराहना की। डॉ. संजीव मिगलानी ने बताया कि दयावती हॉस्पिटल पिछले 15 वर्षों से लगातार सर्दी के मौसम में धर्म और जाति से ऊपर उठकर गरीब, निर्धन और असहाय लोगों को कंबल वितरित करता आ रहा है। उन्होंने समाज की सभी सामाजिक संस्थाओं और सक्षम वर्ग से अपील की कि वे भी मानवता के इस कार्य में आगे आएं, क्योंकि नर सेवा ही सच्ची नारायण सेवा है। इस दौरान डॉ. मिगलानी ने सर्दियों में स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि सुबह 4 बजे से 10 बजे के बीच सर्दियों में शरीर में केटीकोलामाइन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय की नसों में ब्लॉकेज की संभावना बढ़ जाती है।इसके कारण ब्लड प्रेशर, हार्ट बीट और बीपी अचानक बढ़ सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने विशेष रूप से हार्ट और बीपी के मरीजों को सलाह दी कि वे अपनी जेब में डिस्प्रिन और सोलबिट्रेड टैबलेट अवश्य रखें।डॉ. मिगलानी ने कहा कि यह एक रुपये की गोली कई बार लोगों की जान बचाने में सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को छाती के बीचों-बीच दर्द हो और वह दर्द दोनों बाजुओं की ओर जाए,तो तुरंत आधी डिस्प्रिन और 5 एमजी की सोलबिट्रेड टैबलेट को जीभ के नीचे रखनी चाहिए और बिना देर किए चिकित्सकीय सहायता लेनी चाहिए।उन्होंने जंक फूड से परहेज करने और अधिक से अधिक हरी सब्जियों व ताजे फलों के सेवन की सलाह दी। साथ ही,सर्दियों में रोजाना 15 से 20 मिनट धूप में बैठने से विटामिन-डी की कमी दूर होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कार्यक्रम में दयावती हॉस्पिटल की संचालिका डॉ. नैना मिगनानी, चिकित्सक,स्टाफ और सामाजिक कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।
मुंबई एयरपोर्ट कमिश्नरेट, कस्टम जोन-III के अधिकारियों ने 15 से 17 दिसंबर 2025 तक ड्यूटी के दौरान सतर्कता दिखाते हुए सोने की तस्करी और नशीले पदार्थों की खेप पकड़ी है
अयोध्या में जानलेवा हमले सहित कई गंभीर मामलों के आरोपी लवकुश को सबूतों के अभाव में अदालत ने दोषमुक्त कर दिया है। यह फैसला विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट द्वितीय अर्चना तिवारी ने सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह घटना वर्ष 2022 में कैंट थाना क्षेत्र के भीखनपुर गांव में हुई थी। 15 नवंबर को शाम 4:30 बजे अजय कुमार बाजार से घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में लवकुश ने उनसे गाली-गलौज की। पीड़ित के भाई राजकुमार की तहरीर पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। अजय का मेडिकल कराने के बाद, विवेचना पूरी कर जानलेवा हमले सहित कई गंभीर धाराओं में आरोप पत्र न्यायालय भेजा गया था। मुकदमे की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने तीन गवाह पेश किए। हालांकि, वादी राजकुमार ने अदालत में बयान दिया कि उन्होंने घटना नहीं देखी थी और पुलिस को दिए अपने बयान से मुकर गए। वहीं, पीड़ित अजय कुमार ने भी कहा कि वह बाजार से लौटते समय गिर गए थे और उन्हें चोटें आई थीं, किसी ने उनके साथ मारपीट नहीं की। न्यायाधीश ने पत्रावली पर मौजूद तथ्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपी लवकुश को सभी आरोपों से दोषमुक्त कर बरी कर दिया। न्यायाधीश ने वादी राजकुमार पर अदालत में झूठा साक्ष्य देने के कारण उनके विरुद्ध परिवाद दर्ज करने का आदेश दिया है। दूसरी ओर, लोगों के मोबाइल चोरी कर उनकी आईडी बनाकर लाखों रुपये हड़पने के आरोपी बंटी और छोटू को जमानत नहीं मिल पाई। अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम सुरेंद्र मोहन सहाय ने घटना की गंभीरता को देखते हुए यह आदेश पारित किया। अभियोजन के अनुसार, बाबा बाजार थाना क्षेत्र निवासी राम प्रकाश श्रीवास्तव का मोबाइल चोरी कर उनके बैंक खाते से 58,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए गए थे। इसी तरह, इनायतनगर थाना क्षेत्र निवासी हृदय राम का मोबाइल दुकान से चोरी होने के बाद उसकी आईडी बनाकर 2,00,000 रुपये निकाल लिए गए। मुकदमे की विवेचना के दौरान झारखंड के बंटी मंगल और छोटू महतो का नाम सामने आया। पुलिस ने चोरी के मोबाइल बरामद कर आरोपियों को जेल भेज दिया था।
बरेली में पुलिस ने मंगलवार देर रात एक किराये के फ्लैट में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। बारादरी थाना क्षेत्र के डोहरा रोड स्थित महेन्द्र नगर कॉलोनी में हुई इस कार्रवाई में एक युवती सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक सामग्री और नकदी भी बरामद की है। सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे की टीम ने सूचना मिलने पर संयुक्त रूप से छापेमारी की। फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी का आभास होते ही भीतर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। तलाशी के दौरान फ्लैट से कंडोम, सेक्सवर्धक गोलियां, पेट्रोलियम जैली, मॉइस्चराइजर, छह स्मार्टफोन और 4100 रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार युवती डोहरा रोड क्षेत्र में ग्राहकों को इशारों से आकर्षित करती थी। वह सौदा तय कर उन्हें इसी फ्लैट में लाकर देह व्यापार कराती थी। प्रति ग्राहक से 500 से 2000 रुपये तक वसूले जाते थे। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए सभी युवक शहर के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956 की धाराओं 3, 4, 5 और 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने बताया कि सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शहर में इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
गोपालगंज में शिक्षा के स्तर को सुदृढ़ करने और विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राओं को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ी पहल शुरू हुई है। मांझा प्रखंड में तीन एकड़ सरकारी जमीन पर स्कूल, गर्ल्स हॉस्टल और कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। चिन्हित जमीन की कराई गई पैमाइश प्रशासनिक स्तर पर इस परियोजना को गति देते हुए मांझा के अंचलाधिकारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी की मौजूदगी में चिन्हित जमीन की पैमाइश कराई गई। तीन एकड़ के इस भूखंड का चयन सरकारी मानकों के अनुरूप किया गया है, ताकि एक ही परिसर में शैक्षणिक और आवासीय दोनों सुविधाओं का विकास किया जा सके। उच्च शिक्षा के लिए बनेगा महाविद्यालय परियोजना के तहत एक महाविद्यालय का निर्माण भी किया जाएगा, जिससे स्थानीय छात्राओं और छात्रों को अपने ही क्षेत्र में उच्च शिक्षा की सुविधा मिल सके। इससे उन्हें पढ़ाई के लिए जिला मुख्यालय या अन्य शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा। छात्राओं के लिए बनेगा गर्ल्स हॉस्टल इस योजना का सबसे अहम हिस्सा गर्ल्स हॉस्टल है। प्रशासन का मानना है कि गांवों में छात्रावास की सुविधा नहीं होने के कारण कई छात्राएं उच्च शिक्षा बीच में ही छोड़ देती हैं। हॉस्टल के निर्माण से यह बड़ी बाधा दूर होगी और छात्राओं की शिक्षा दर में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। पूरे जिले को होगा लाभ इस परियोजना के पूरा होने से न केवल मांझा प्रखंड बल्कि पूरे गोपालगंज जिले में शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। खासकर अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राओं को सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल में पढ़ाई का अवसर मिलेगा। तकनीकी स्वीकृति और टेंडर की प्रक्रिया शुरू जिला प्रशासन द्वारा पैमाइश की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अब फाइल को तकनीकी अनुमोदन और निर्माण कार्य के टेंडर के लिए भेजा जाएगा, ताकि जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। हाईवे परियोजना से जुड़े अतिक्रमण पर भी योजना इस संबंध में मांझा अंचलाधिकारी ने बताया कि सदर प्रखंड के तूरका से मांझा प्रखंड के दानापुर तल तक बनने वाली हाईवे परियोजना के तहत सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रह रहे लोगों को भी वहां से हटाया जाएगा। ऐसे लोगों को बसाने के लिए दो एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है। फिलहाल प्रशासन द्वारा उपयुक्त जमीन की खोज जारी है।
सहारनपुर में अपराध पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने एक व्यापक अभियान चलाया है। एसएसपी आशीष तिवारी के निर्देशन में चल रहे इस अभियान के तहत अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है, साथ ही आमजन की सुरक्षा और सहभागिता को भी प्राथमिकता दी जा रही है। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि जनपद में लगभग 16,000 स्थानों पर हेल्पलाइन नंबर अंकित कराए हैं, ताकि आपात स्थिति में नागरिकों को तत्काल सहायता मिल सके। इसके अतिरिक्त, नशा तस्करी और अवैध मादक पदार्थों की बिक्री में शामिल लोगों की सूचना देने के लिए विशेष नंबरों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसका उद्देश्य नागरिकों को बिना किसी भय के अपराध संबंधी जानकारी साझा करने के लिए प्रोत्साहित करना है। साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की प्रभावी व्यवस्था स्थापित की है। यदि कोई पीड़ित साइबर ठगी या धोखाधड़ी की सूचना पहले एक घंटे के भीतर देता है, तो संबंधित धनराशि को तत्काल रोकने की कार्रवाई की जा सकती है। इसके लिए एक मजबूत सूचना तंत्र विकसित किया गया है, जिससे पीड़ितों को शीघ्र राहत मिल सके। नशा तस्करी के खिलाफ भी पुलिस का अभियान तेज है। नशीले पदार्थों की आपूर्ति श्रृंखला पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके तहत, नशे के सामान के स्रोतों से लेकर उसके अंतिम वितरण बिंदुओं तक सतत निगरानी की जा रही है, ताकि इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म किया जा सके। ऑपरेशन सवेरा 2.0 के अंतर्गत अब तक 325 अपराधियों को जेल भेजा जा चुका है। इससे अपराधियों में पुलिस की सख्ती का स्पष्ट संदेश गया है। इसके साथ ही, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत स्कूलों और कॉलेजों में नशा विरोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा सके। एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि इन सभी अभियानों के तहत निरंतर और प्रभावी कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे सहारनपुर को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाया जा सके।
गोपालगंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर शहर के मौनीया चौक के पास भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से ‘स्वदेशी संकल्प स्टॉल’ लगाया गया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने आम लोगों से स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को मजबूत करने की अपील की। ‘हर घर स्वदेशी’ अभियान को मिल रही गति स्टॉल के माध्यम से ‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’ अभियान को आगे बढ़ाया गया। भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए स्वदेशी उत्पादों का उपयोग बेहद जरूरी है। विधायक सुबास सिंह ने कही ये बात इस मौके पर भाजपा विधायक सुबास सिंह ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के आह्वान को धरातल पर उतारने और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने लोगों से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने और विदेशी वस्तुओं पर निर्भरता कम करने की अपील की। स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार पर जोर भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गिरी ने कहा कि यदि हम देश में बनी वस्तुओं का उपयोग करेंगे तो इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने बताया कि स्वदेशी अपनाना केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम है। स्वदेशी उत्पादों की हुई प्रदर्शनी ‘स्वदेशी संकल्प स्टॉल’ पर स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए सजावटी सामान और मिट्टी के बर्तन, स्वदेशी वस्त्र और खादी उत्पाद, क्षेत्र के किसानों द्वारा उगाए गए प्राकृतिक और जैविक खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया गया। ‘वोकल फॉर लोकल’ बने जन आंदोलन भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुसार ‘वोकल फॉर लोकल’ का मंत्र देश को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। जब ‘हर घर स्वदेशी’ का नारा जन-आंदोलन बनता है, तो देश का पैसा देश के विकास में ही लगता है। लोगों में दिखा उत्साह इस अभियान को लेकर गोपालगंज के नागरिकों में खासा उत्साह देखने को मिला। लोगों ने स्वदेशी उत्पादों में रुचि दिखाई, जो यह संकेत देता है कि अब आम जनता आत्मनिर्भरता और स्वदेशी के महत्व को समझने लगी है।
कटिहार में रिश्वत लेते SI निलंबित:जमीन विवाद सुलझाने के नाम पर मांगे थे पैसे, वीडियो वायरल
कटिहार में जमीनी विवाद के निपटारे के नाम पर रिश्वत लेने का मामला सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। प्राणपुर थाना में पदस्थापित एसआई पुष्पेंद्र कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे जमीनी विवाद सुलझाने के बदले पैसे मांगते नजर आ रहे हैं। जमीन विवाद से जुड़ा है पूरा मामला जानकारी के मुताबिक, जल्ला हरेरामपुर गांव निवासी राजेश सिंह की निजी जमीन पर बने टीन के घर को गांव के ही बासुदेव शाह ने तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस मामले को लेकर पीड़ित ने 9 दिसंबर को प्राणपुर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी। FIR के बदले 15 हजार की मांग, 5 हजार लेने का आरोप आरोप है कि प्राथमिकी दर्ज करने के लिए एसआई पुष्पेंद्र कुमार ने 15 हजार रुपये की मांग की। पीड़ित के अनुसार, उसने 5 हजार रुपये नकद एसआई को दिए। इसी दौरान पूरी बातचीत का वीडियो बना लिया गया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही एसपी ने की कार्रवाई वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए कटिहार पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से एसआई पुष्पेंद्र कुमार को निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की जांच के लिए एसडीपीओ के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है। एएसपी का बयान कटिहार के एएसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि वायरल वीडियो पुलिस के संज्ञान में आया है। उन्होंने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश दिए हैं और प्राणपुर थाना में पदस्थापित एसआई को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। जांच जारी, आगे और कार्रवाई संभव एएसपी ने स्पष्ट किया कि फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है। जांच के निष्कर्ष के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद जिले में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
ग्वालियर में केंद्रीय विद्यालय में पढ़ रही 11वीं की छात्रा ने अपने ही स्कूल के ज्योग्राफी टीचर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रा ने कहा है कि काफी समय से सर, मुझे गंदी नजर से देख रहे थे। क्लास में अश्लील जोक्स करते हैं। इतना ही नहीं अश्लील इशारे करते हैं। इतना ही नहीं मेरे वाले में क्लास के अन्य बच्चों व उनके पैरेंट्स के बीच अफवाह फैलाते हैं कि मेरे कई बॉयफ्रेंड हैं और मेरा चाल चलन ठीक नहीं है। घटना अगस्त 2025 से अभी तक के बीच की है। छात्रा के परिजन ने स्कूल में प्राचार्य से भी मामले की शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित छात्रा ने पड़ाव थाना पहुंच कर मामले की शिकायत की है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिटी सेंटर इलाके में रहने वाली 17 वर्षीय नाबालिग केंद्रीय विद्यालय में 11वीं की छात्रा है। छात्रा ने पड़ाव थाना पहुंचकर शिकायत की है कि स्कूल में ज्योग्राफी के टीचर उससे अश्लील हरकत करते हैं। कभी इशारे करते हैं वह कई दिनों से मेरी लज्जा भंग कर रहे हैं।शुरुआत से ही उनका व्यवहार मेरे व अन्य छात्राओं के प्रति सहीं नहीं था और वह अक्सर उन्हें क्लास में गंदे जोक सुनाते थे। कुछ दिन में ही छात्रा की समझ में आया कि वह उसे गलत तरीके से देखते थे, जिसे उसने नजरअंदाज किया। इसके बाद वह उसे अश्लील इशारे करने लगे। जब उसने विरोध किया तो शिक्षक ने उसे बदनाम करना शुरू कर दिया। टीचर ने फैलाया- छात्रा के कई बॉयफ्रेंड हैंछात्रा ने पुलिस को बताया कि जब उसने टीचर की हरकतों का विरोध किया तो वह उसे बदनाम करने लगे। वह क्लास के अन्य छात्रों व पैरेंट्स से कहते थे कि मेरे कई बायफ्रेंड हैं और हर हफ्ते वह बॉयफ्रेंड बदल देती है। विरोध किया तो धमकाया, प्रबंधन ने नहीं की मददशिक्षक द्वारा गलत प्रचार का छात्रा ने विरोध किया तो शिक्षक ने उसे धमकी दी कि वह उसे व उसकी मां को नहीं छोड़ेगा। इससे छात्रा भयभीत हो गई और इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की, लेकिन वहां से उसे मदद नहीं मिली, बल्कि शिक्षक द्वारा उसे धमकाया जाने लगा। पड़ाव थाना प्रभारी शैलेन्द्र भार्गव ने बताया एक स्कूल की छात्रा ने शिकायत की है क्लास में ज्योग्राफी का टीचर उसे परेशान करता है। उसकी लज्जा भंग करता है। उसके बारे में अफवाह फैलाता है। छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
जमुई रग्बी मैच में दरभंगा का खिलाड़ी घायल:राजा बाबू को गंभीर चोट, सदर अस्पताल में भर्ती
जमुई में आयोजित राज्य स्तरीय रग्बी प्रतियोगिता के दौरान एक बड़ा हादसा सामने आया। दरभंगा और सारण की टीमों के बीच खेले जा रहे मुकाबले में दरभंगा टीम के खिलाड़ी राजा बाबू खेल के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए। मैच के दौरान लगी जोरदार चोट प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मुकाबले के दौरान अचानक राजा बाबू को जोरदार चोट लग गई, जिससे वह मैदान पर गिर पड़े। खिलाड़ी के गिरते ही मैदान में हड़कंप मच गया और खेल को तुरंत रोक दिया गया। प्राथमिक इलाज, लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल घटना के बाद आयोजन समिति और मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और घायल खिलाड़ी को प्राथमिक उपचार दिया गया। हालांकि, इस दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए। मैदान में एम्बुलेंस तो मौजूद थी, लेकिन उसका ड्राइवर मौके पर नहीं था, जिससे कुछ समय तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। चालक के पहुंचने के बाद अस्पताल भेजा गया खिलाड़ी कुछ देर बाद सूचना मिलने पर एम्बुलेंस चालक दौड़ते हुए मैदान पर पहुंचा। इसके बाद घायल खिलाड़ी राजा बाबू को जमुई सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। चिकित्सकों के अनुसार खिलाड़ी की स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। माइक से चेतावनी, सुरक्षा में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त घटना के बाद माइक से घोषणा की गई कि यदि आगे से एम्बुलेंस और चालक दोनों मौके पर मौजूद नहीं रहे, तो प्रतियोगिता को रोक दिया जाएगा। आयोजकों ने स्पष्ट किया कि रग्बी एक जोखिम भरा खेल है और खिलाड़ियों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। खिलाड़ियों और दर्शकों में चिंता, फिर शुरू हुआ खेल इस घटना से मैदान में मौजूद खिलाड़ियों और दर्शकों में कुछ देर के लिए चिंता का माहौल बन गया। हालांकि, स्थिति सामान्य होने के बाद प्रतियोगिता को फिर शुरू कर दिया गया। 19 दिसंबर तक चलेगी प्रतियोगिता उल्लेखनीय है कि राज्यस्तरीय रग्बी प्रतियोगिता जमुई के कृष्णा सिंह स्टेडियम में 16 दिसंबर से शुरू हुई है, जो 19 दिसंबर तक चलेगी।
एनएफआर गुवाहाटी-सैरांग रूट पर यात्रियों को बड़ी राहत, क्रिसमस के लिए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन
क्रिसमस और नए साल के त्योहारों के मौसम में उत्तर पूर्वी क्षेत्र में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) ने बड़ा फैसला लिया है
गयाजी के गुरुआ थाना क्षेत्र के इटहरी गांव में एक रिटायर फौजी सह सीएससी संचालक अनिल कुमार पर एक महिला द्वारा झूठा आरोप लगाने का मामला सामने आया है। महिला ने उन पर पैसे निकासी के बाद रकम न देने का आरोप लगाया था। हालांकि, सीएससी केंद्र में लगे सीसीटीवी फुटेज से पूरे मामले का सच सामने आ गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इटहरी गांव की निवासी सीमा देवी सीएससी केंद्र पर पहुंचीं और अपने खाते से 5,000 रुपए की निकासी की। सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि महिला ने पैसे निकालने के बाद उन्हें गिना और फिर अपने साथ ले गईं। निकासी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह केंद्र से चली गईं। सीएसपी संचालक बोले- महिला के आरोपों से हैरान हूं बताया गया कि लगभग तीन घंटे बाद, वही महिला एक पुरुष के साथ दोबारा सीएससी केंद्र पर पहुंचीं। उन्होंने संचालक अनिल कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह केवल पैसे चेक कराने आई थीं और उन्हें रकम नहीं दी गई। इस आरोप के बाद आसपास मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई और संचालक की छवि पर सवाल उठने लगे। सीएससी संचालक अनिल कुमार ने बताया कि महिला के आरोपों से वह मानसिक रूप से स्तब्ध थे। उन्होंने अपनी सफाई दी, लेकिन शुरुआत में किसी ने उनकी बात पर विश्वास नहीं किया। इसके बाद उन्होंने सीसीटीवी फुटेज दिखाया, जिसमें पूरी घटना स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड थी। फुटेज सामने आने के बाद महिला के आरोप झूठे साबित हुए और लोगों को सच्चाई का पता चला। अनिल कुमार ने कहा कि इस घटना से उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। सीएसपी संचालक ने निष्पक्ष जांच की मांग की उन्होंने प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी निर्दोष व्यक्ति की छवि इस तरह खराब न की जा सके। फिलहाल, यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग सीसीटीवी फुटेज को सच का सबसे बड़ा सबूत मान रहे हैं।
मुजफ्फरपुर में 1200 लीटर स्पिरिट जब्त:सारण के दो तस्कर गिरफ्तार, नकली शराब बनाने की थी तैयारी
मुजफ्फरपुर में मद्य निषेध विभाग और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अवैध शराब निर्माण के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। साहेबगंज थाना क्षेत्र के नवलपुर में छापेमारी के दौरान लगभग 1200 लीटर स्पिरिट जब्त की गई और दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया। पटना मद्य निषेध इकाई को गुप्त सूचना मिली थी कि स्पिरिट की एक बड़ी खेप मुजफ्फरपुर पहुंचाई जा रही है। इस सूचना के आधार पर साहेबगंज पुलिस के साथ मिलकर नवलपुर इलाके में घेराबंदी की गई। तलाशी के दौरान एक संदिग्ध पिकअप वैन को रोका गया, जिसमें गैलन में भरकर रखी गई स्पिरिट बरामद हुई। जहरीली शराब बनाने के उद्देश्य से मंगवाई गई थी खेप पुलिस ने मौके से सारण जिले के मढ़ौरा थाना क्षेत्र निवासी दिनेश कुमार और अमित कुमार को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह स्पिरिट नकली और जहरीली शराब बनाने के उद्देश्य से मंगवाई गई थी। किसे डिलीवर किया जाना था खेप, पड़ताल जारी साहेबगंज थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। पुलिस अब इस खेप के 'बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज' की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि स्पिरिट कहां से लाई गई थी और मुजफ्फरपुर में इसे किसे डिलीवर किया जाना था। इस कार्रवाई से इलाके के शराब माफियाओं में हड़कंप मच गया है। पुलिस का दावा है कि इस जब्ती से भारी मात्रा में अवैध नकली शराब को बाजार में खपाने की योजना विफल हो गई है।
निवाड़ी में 55.65 लीटर अवैध शराब जब्त:आबकारी विभाग ने पथरिया खिरक से पकड़ा आरोपी, केस दर्ज
निवाड़ी जिले में आबकारी विभाग ने बुधवार रात जेरोन क्षेत्र के पथरिया खिरक में दबिश दी गई, जहां से 55.65 लीटर अवैध देसी और विदेशी शराब जब्त की गई। इस कार्रवाई में एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार, पिछले कई दिनों से इस इलाके में अवैध शराब के स्टॉक और बिक्री की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों की पुष्टि होने के बाद टीम ने मुकेश कुशवाह के ठिकाने पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान 27 हजार रुपए शराब मिली। आरोपी मुकेश कुशवाह के खिलाफ मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। आबकारी विभाग ने बताया कि जिले में अवैध शराब के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और किसी भी अवैध कारोबारी को बख्शा नहीं जाएगा।
समस्तीपुर महासंघ भवन कार्यालय में पेंशनर दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नई पेंशन प्रणाली (NPS) और पुरानी पेंशन प्रणाली (UPS) नीतियों का विरोध किया गया। कार्यक्रम का आयोजन बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला शाखा समस्तीपुर और वरिष्ठ नागरिक संघ के तत्वाधान में हुआ। सभा की अध्यक्षता श्यामा कांत झा ने की, जबकि जिला मंत्री वीरेंद्र कुमार सिन्हा ने अतिथियों का स्वागत किया। मंच का संचालन पूर्व राज्याध्यक्ष श्री लक्ष्मी कांत झा ने किया। लक्ष्मी कांत झा के अनुरोध पर बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व महामंत्री साथी मंजुल कुमार दास ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटने की तैयारी का आरोप मंजुल दास ने पेंशन के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि वर्ष 1982 में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि पेंशन कर्मचारी का अधिकार है, यह कोई कृपा नहीं। इसी दिन से 17 दिसंबर को पेंशन दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले को पलटने की तैयारी कर रही है। मंजुल दास ने 8वें वेतन आयोग के गठन पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जनवरी 2026 तक सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को 8वें वेतन आयोग के दायरे से बाहर रखा गया है। उन्होंने 44 श्रम संहिताओं को बदलकर 4 श्रम संहिताएं बनाने को मजदूरों पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि अब किसी कंपनी में स्थायी बहाली नहीं होगी और मालिक जब चाहेगा, कर्मचारी को निकाल सकता है। 'अब 600 से कम कर्मचारियों पर कोई यूनियन बनाने का अधिकार नहीं रहा' दास ने यह भी बताया कि पहले जहां 7 कर्मचारी कार्यरत होते थे, वहां संगठन बनाने का अधिकार था, लेकिन अब 600 से कम कर्मचारियों पर कोई यूनियन बनाने का अधिकार नहीं रहा। उन्होंने विशेष रूप से बिहार में ऐसी कोई फैक्ट्री न होने का जिक्र किया जहां 600 कर्मचारी काम करते हों। उन्होंने सभी पेंशनरों और वरिष्ठ नागरिकों से महासंघ के आगामी आंदोलनों में साथ देने की अपील की, ताकि वे अपने पेंशन अधिकार बचा सकें।
नटेरन में विदिशा-अशोकनगर नवीन हाईवे निर्माण कार्य में लगे एक डंपर की चपेट में आने से एक महिला की मृत्यु हो गई। यह घटना आज शाम लगभग 7 बजे नटेरन की घनी आबादी वाली इंद्रा कॉलोनी में हुई। हादसे के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया और आक्रोशित ग्रामीणों ने बस स्टैंड पर चक्का जाम कर दिया। पुलिस की समझाइश के बाद लोग माने। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सड़क निर्माण के लिए सामग्री ले जा रहा एक तेज रफ्तार डंपर इंद्रा कॉलोनी से गुजर रहा था। इसी दौरान नटेरन निवासी 55 वर्षीय गुड्डी बाई डंपर की चपेट में आ गईं। टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। इस हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने नटेरन बस स्टैंड पर सड़क जाम कर दिया। उन्होंने सड़क के बीच मोटरसाइकिलें खड़ी कर दीं और स्वयं भी वहीं बैठ गए। ग्रामीणों की मुख्य मांग थी कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों से डंपरों का संचालन बंद किया जाए और उन्हें केवल रात के समय ही चलाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। सूचना मिलने पर तहसीलदार आनंद जैन घटनास्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। इसके बाद एसडीओपी शिखा भलावी मौके पर पहुंचीं और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके पश्चात् ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त कर दिया। पुलिस ने इस संबंध में मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी है। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में डंपर अक्सर तेज रफ्तार में चलते हैं। पूर्व में भी तेज रफ्तार डंपरों की चपेट में आने से कई हादसे हो चुके हैं।
कोतवाली पुलिस की डायल 112 की टीम ने भटकी हुई युवती (26 वर्ष) को बरामद किया है। हरियाणा गुड़गांव से एक युवती मगध एक्सप्रेस से पटना अपने घर लौट रही थी। ट्रेन सुबह आने वाली थी। लेकिन लेट होने के चलते रात में 11 बजे पहुंचीं। इसी ट्रेन से युवती पटना जंक्शन पर उतरी। ओटी से हनुमान नगर के लिए निकली DSP लॉ एंड ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि युवती देर रात होने के चलते पहले रेपिडो बुक करने का प्रयास की। जब नहीं बुक हो पाया तो पटना जंक्शन से हनुमान नगर अंतर्गत विजय नगर आवास के लिए शेयरिंग ऑटो पकड़ा। इस पर अन्य दूसरे राहगीर भी थे। कुल 4 लोग इस ऑटो में थे। एक व्यक्ति राजेंद्र नगर के पास उतर गया। ऑटो कुछ दूर आगे बढ़ने के बाद युवती को एहसास हुआ कि उसे कहीं दूसरी जगह ले जाया जा रहा है। इसके बाद वो काफी डर गई। इस दौरान अपनी बहन को भी कॉल वगैरह की। ऑटो वाले से इतनी डरी थी कि उसने अपने पास रखी हुई चेन और अन्य सामान देकर अपनी जान बचाई। ऑटो वाले ने सामान लेने के बाद युवती को उतार दिया और चला गया। इसी बीच युवती की बड़ी बहन भी परेशान थी। इन्होंने डायल 112 को कॉल किया। डायल 112 के जरिए कोतवाली को इन्फॉर्म किया गया। पूरी टीम युवती की बहन के साथ रात भर खोजबीन में लगी रही। देर रात युवती को सकुशल बरामद कर लिया। युवती इस कदर घबराई हुई थी कि बड़ी बहन और पुलिस को देखकर लिपट लिपट कर रोने लगी। आगे की छानबीन जारी पुलिस युवती के बयान के आधार पर केस रजिस्टर्ड कर के छानबीन शुरू कर दी है। डायल 100 के जरिए उस लोकेशन और ऑटो को भी पुलिस ट्रेस करने में लगी है। पुलिस को आशंका है कि इसमें ऑटो लिफ्टर गैंग की भी संलिप्तता है। हालांकि इसे स्पष्ट नहीं कर रही है।
सूरजपुर के उपायुक्त सहकारिता कार्यालय में बुधवार देर शाम अम्बिकापुर की एसीबी टीम ने छापेमारी कर सहकारिता निरीक्षक अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार, प्रतापपुर निवासी पीड़ित से आरोपी अभिषेक सोनी ने लेखापाल के पद पर नियुक्ति देने के नाम पर 1 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने पैसे नहीं होने की बात कहकर अतिरिक्त समय मांगा और इस बीच उसने शिकायत अम्बिकापुर स्थित एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) कार्यालय में दर्ज कराई। शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर अभिषेक सोनी को 40 हजार रुपए लेते हुए पकड़ लिया। इसके बाद आरोपी से बंद कमरे में कई घंटों तक पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद एसीबी की टीम आरोपी को अम्बिकापुर ले गई।
गाजियाबाद में गुरुवार को डीसीपी देहात सुरेंद्रनाथ तिवारी ने देहात के निवाड़ी थाने का निरीक्षण किया, इस दौरान सभी शस्त्र जमीन पर रखे हुए नजर आए। डीसीपी ने एक-एक पुलिसकर्मी और एक-एक दरोगा से सभी शस्त्रों के बारे में पूछा। फिर इन शस्त्रों को खुलवाकर जब उन्हें बंद करने के लिए कहा तो 2 दरोगा रिवाल्वर में मैगजीन ही नहीं लगा सके। इसकी एक वीडियो भी सामने आई है। सवाल यह है कि आखिर अपराधी सामने होते और पुलिस के कि यह स्थिति हो जाए तो फिर पुलिस पर सवाल खड़े होने लाजमी है। पूरे मामले में अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं, वीडियो में कई पुलिस कर्मी साथ में खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, तो बराबर में निरीक्षण करने वाले DCP सुरेंद्रनाथ तिवारी भी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। लेकिन इसने गाजियाबाद पुलिस की पोल खोल कर रख दी है। DCP ने किया था निरीक्षण बुधवार को DCP सुरेन्द्र नाथ तिवारी ने थाना निवाड़ी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाने के अभिलेखों, शस्त्रों, मालखाना,भोजनालय, बैरक, मिशन शक्ति केन्द्र, महिला साइबर हेल्प डेस्क, अधिकारी, कर्मचारी आवास व थाना परिसर का निरीक्षण एवं अधिकारी, कर्मचारी की समस्याओं को सुना गया व उनका निस्तारण किया गया तथा सम्बंधित को आवश्यक दिशा दिशा निर्देश दिए गए। DCP ने थाने के निरीक्षण में और शास्त्रों की जो जांच करवाई उसमें सब ओके सब ठीक-ठाक पाया। लेकिन जो वीडियो सामने आई है उसने पुलिस की पोल खोल कर रख दी है।
मंदसौर शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने और बाजार क्षेत्र को व्यवस्थित बनाने के लिए पुलिस का “माय सिटी, माय ट्रैफिक, माय अरेंजमेंट” अभियान जारी है। इसी क्रम में बुधवार शाम पुलिस कंट्रोल रूम में एक बैठक हुई, जिसमें सरदार वल्लभ भाई पटेल चौराहे से मंडी गेट तक की सड़क को मॉडल रोड के रूप में विकसित करने और उसे अतिक्रमण मुक्त, सुरक्षित और सुगम बनाने के प्रयासों पर चर्चा की गई। बैठक के जानकारी दी गई कि पुलिस प्रशासन ने नगर पालिका, राजस्व विभाग और पीडब्ल्यूडी के सहयोग से पहले ही सरदार वल्लभ भाई पटेल चौराहे का चौड़ीकरण कर दिया है। रोड इंजीनियरिंग और ट्रैफिक संकेत लगाने के बाद अब इस चौराहे पर ट्रैफिक पहले की तुलना में ज्यादा सुचारू हो गया है, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को राहत मिली है। बैठक में आगामी चरणों में आदर्श रोड (सरदार वल्लभ भाई पटेल चौराहा से प्रतापगढ़ पुलिया तक) का चौड़ीकरण और सुधार कार्य पर भी चर्चा हुई। इस पूरे हिस्से से अतिक्रमण हटाया जा चुका है और अब सड़क सुधार, संकेतक, सौंदर्यीकरण और यातायात व्यवस्था मजबूत करने पर काम किया जाएगा। लोगों से सहयोग की अपील कीपुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों, दुकानदारों और सामाजिक संगठनों से अपील की है कि वे सड़क पर अतिक्रमण न करें, ट्रैफिक नियमों का पालन करें और इस अभियान में सहयोग करें। प्रशासन का कहना है कि जनता के सहयोग से ही शहर की सड़कें सुरक्षित, साफ और जाम मुक्त बनाई जा सकती हैं।
कुशीनगर में कड़ाके की ठंड के बीच कप्तानगंज नगर पंचायत में रैन बसेरे और अलाव की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। जांच के दौरान नगर के प्रमुख चौक-चौराहों पर अलाव की आंशिक व्यवस्था तो दिखाई दी। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) कप्तानगंज में अलाव केवल औपचारिकता बनकर रह गया। अस्पताल के मुख्य द्वार पर एनआईसीयू के सामने केवल सूखी लकड़ियां और राख पड़ी मिली।लेकिन आग नहीं जलाई गई थी। वहीं इमरजेंसी वार्ड की ओर भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं थी। जिले के सबसे व्यस्त कप्तानगंज रेलवे जंक्शन पर स्थिति और भी चिंताजनक पाई गई। यहां न तो अलाव की व्यवस्था की गई थी और न ही यात्रियों के ठहरने के लिए कोई रैन बसेरा बनाया गया था। ठंड से बचने के लिए कुछ यात्री कूड़ा और आसपास से जुटाई गई लकड़ियां जलाते नजर आए। रैन बसेरा न होने के कारण कई यात्री टिकट घर के अंदर दुबककर बैठने को मजबूर दिखे। वर्तमान में रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके चलते वेटिंग रूम बंद है। इस स्थिति में न तो जिला प्रशासन, न रेलवे प्रशासन और न ही नगर पंचायत द्वारा यात्रियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। बिहार, गोरखपुर और लखनऊ जैसे बड़े शहरों से आने-जाने वाले यात्रियों को कड़ाके की ठंड में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्री अर्जुन ने बताया कि बाहर से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए ठंड से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार और संबंधित विभाग जल्द ही स्टेशन जैसे व्यस्त स्थानों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। उनका कहना था कि बच्चों और परिवार के साथ यात्रा करने वालों को सबसे अधिक दिक्कत हो रही है। नगर क्षेत्र में रैन बसेरे की पड़ताल करने पर यह सामने आया कि स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर श्मशान घाट की ओर एक अस्थायी रैन बसेरा बनाया गया है। वहां चारपाई और टेंट में बिस्तरों की व्यवस्था है, लेकिन इसकी जानकारी आम लोगों और यात्रियों तक नहीं पहुंच सकी है। दूरी अधिक होने के कारण भी जरूरतमंद लोग वहां तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
लखनऊ के इंदिरानगर में गुरुवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में घायल पिता की इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे में 6 साल के बेटे की मौके पर ही जान चली गई थी। पिता 5 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बाराबंकी के देवा निवासी सलीम अपने 6 वर्षीय बेटे हमजा और दो अन्य साथियों के साथ बाइक से लखनऊ आए थे। सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे। दोपहर करीब 1:30 बजे बजरंग चौराहे के पास उनकी तेज रफ्तार बाइक अचानक सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण, बच्चा दूर जा गिरा हादसा इतना जोरदार था कि बाइक पर बैठा मासूम हमजा उछलकर काफी दूर जा गिरा। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं हेलमेट पहने होने के बावजूद सलीम के सिर में गंभीर चोट आई। उन्हें गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाइक पर पीछे बैठे एक अन्य युवक को हल्की चोटें आई थीं। ट्रैक्टर छोड़कर फरार हुआ चालक हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर चालक टक्कर के बाद वाहन मौके पर छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलते ही इंदिरानगर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल भिजवाया। पुलिस बोली- शिकायत पर होगी कार्रवाई इंदिरानगर इंस्पेक्टर सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि परिजनों की तहरीर मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शादी की खुशियों से लौट रहा परिवार कुछ ही पलों में मातम में बदल गया। पहले बेटे की मौत और अब पिता के जाने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सीतापुर में घने कोहरे और तेज रफ्तार वाहनों के कारण सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला पिसावा थाना क्षेत्र का है, जहां बुधवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में ट्रैक्टर चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा वजीरनगर रोड पर पीसीएफ केंद्र के सामने उस समय हुआ, जब ट्रैक्टर चालक एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन को साइड देने का प्रयास कर रहा था। जानकारी के अनुसार, ट्रैक्टर चालक अजय कुमार निवासी पिसावा कुतुबनगर से भगवानपुर की ओर ट्रैक्टर लेकर जा रहा था। रात में कोहरा काफी घना था, जिससे सड़क पर दृश्यता बेहद कम हो गई थी। इसी दौरान पीछे से आ रही तेज रफ्तार पिकअप को ओवरटेक के लिए साइड देने के प्रयास में ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे गहरी खाई में पलट गया। हादसा इतना भीषण था कि ट्रैक्टर पलटते ही चालक अजय कुमार उसके नीचे दब गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पिसावा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कराया। घायल चालक को स्थानीय लोगों की मदद से पहले नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में घायल चालक का इलाज जारी है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद ट्रैक्टर खाई में पलटने से वजीरनगर रोड पर कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा। पुलिस ने जेसीबी और क्रेन की मदद से खाई में पलटे ट्रैक्टर को बाहर निकलवाने का कार्य शुरू किया, ताकि सड़क पर यातायात सामान्य किया जा सके। पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया हादसे का कारण घना कोहरा और तेज रफ्तार पिकअप वाहन को साइड देने के दौरान संतुलन बिगड़ना प्रतीत हो रहा है। मामले की जांच की जा रही है।
गोरखपुर में चल रहे सड़क चौड़ीकरण और विद्युत लाइन शिफ्टिंग कार्य के कारण कल यानी गुरुवार को बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान विद्युत उपकेंद्र राप्तीनगर से जुड़े 11 केवी राजनगर फीडर की सप्लाई अस्थायी रूप से बंद की जाएगी। सुबह 11 से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी सप्लाई विद्युत विभाग के अनुसार 18 दिसंबर को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक राजनगर फीडर से संबंधित इलाकों में बिजली आपूर्ति नहीं रहेगी। यह कटौती निर्धारित कार्यक्रम के तहत की जा रही है, ताकि विकास कार्य सुरक्षित ढंग से पूरे किए जा सकें। लाइन शिफ्टिंग के चलते लिया गया निर्णय विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण के साथ-साथ विद्युत लाइनों को स्थानांतरित करना जरूरी हो गया है। इसी कारण अस्थायी रूप से बिजली आपूर्ति रोकी जा रही है, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या या हादसे की आशंका न रहे। विद्युत विभाग का कहना है कि लाइन शिफ्टिंग का कार्य तय समय में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जैसे ही काम समाप्त होगा, संबंधित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति तुरंत बहाल कर दी जाएगी। राजनगर फीडर से जुड़े क्षेत्रों के उपभोक्ताओं से विभाग ने अपील की है कि वे कटौती के समय को ध्यान में रखते हुए अपने जरूरी कार्य पहले ही निपटा लें। व्यापारिक प्रतिष्ठानों और घरेलू उपभोक्ताओं से असुविधा से बचने के लिए सहयोग की अपील की गई है।
ललितपुर हाईवे पर डंपर ने बाइक को मारी टक्कर:व्यक्ति की मौत, घर लौटते समय हुआ हादसा
ललितपुर में बुधवार शाम हाईवे पर एक तेज रफ्तार डंपर की टक्कर से बाइक सवार किसान की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब किसान ललितपुर से अपने घर लौट रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पहचान कोतवाली महरौनी अंतर्गत ग्राम सैदपुर निवासी कोमल सिंह राजपूत पुत्र लाल सिंह के रूप में हुई है। वह बुधवार को किसी काम से ललितपुर आया था। और शाम को सैदपुर स्थित अपने घर लौट रहा था। यह दुर्घटना चंदेरा स्थित हाईवे पर हुई। झांसी की ओर से आ रहे एक डंपर ने कोमल सिंह की बाइक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह मौके पर ही गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पीआरवी कर्मी मौके पर पहुंचे और घायल कोमल सिंह को मेडिकल कॉलेज ले गए। हालांकि, वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि कोमल सिंह खेती-किसानी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। उनके दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
नालंदा के लहेरी थाना क्षेत्र में बुधवार को पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतर्राज्यीय हथियार तस्करों के गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस ऑपरेशन में पांच बदमाशों को भारी मात्रा में अवैध हथियार और एके 47 के कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में से चार झारखंड के ईस्ट सिंहभूम जिले के रहने वाले हैं। लहेरी थाना अध्यक्ष रंजीत कुमार रजक ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने यह छापेमारी की। इस दौरान बिहार शरीफ के गौरागढ़ मोहल्ला निवासी परवेज आलम और लहेरी थाना क्षेत्र के सोहन कुआं में किराए पर रहने वाले सौरभ कुमार झा को गिरफ्तार किया गया। साथ ही झारखंड के जमशेदपुर से आए तीन भाई - जियार जई, मोहम्मद महबूब उर्फ टिंकू और जाहिद हुसैन को भी हथियारों के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। सौरभ कुमार झा भी जमशेदपुर का ही रहने वाला है। हथियारों की खरीद-फरोख्त का सौदा पुलिस सूत्रों के अनुसार, सौरभ झा और परवेज आलम ने हथियारों की बिक्री के लिए जमशेदपुर के आजाद नगर निवासी तीनों भाइयों को लहेरी थाना क्षेत्र के सोहनकुंआ में बुलाया था। जब यह सौदा हो रहा था, तभी पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छापेमारी कर उन्हें दबोच लिया। बड़ी मात्रा में हथियार बरामद इस कार्रवाई में पुलिस को भारी सफलता मिली है। जब्त की गई सामग्री में 153 राउंड एके-47 के कारतूस, पांच देसी पिस्टल, 11 मैगजीन, नौ मोबाइल फोन, 24,000 रुपये नकद और एक स्कॉर्पियो गाड़ी शामिल है। मुख्य आरोपी का आपराधिक इतिहास विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि मुख्य आरोपी परवेज आलम एनआईए के केस में पहले से वांछित था। परवेज का आपराधिक इतिहास काफी पुराना है। वर्ष 2013 में भी उसे 600 कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इससे पता चलता है कि वह लंबे समय से हथियारों की तस्करी में सक्रिय रहा है। अंतर्राज्यीय नेटवर्क की जांच जारी पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह बिहार और झारखंड के बीच हथियारों की तस्करी में लिप्त था। पुलिस ने सभी आरोपियों का आईआर रिपोर्ट तैयार कर लिया है और उनके आपराधिक इतिहास की जांच की जा रही है। अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ के दौरान इस गिरोह के अन्य सदस्यों और हथियारों की आपूर्ति श्रृंखला के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।
उदयपुर के सायरा थाना क्षेत्र में गिर्वा डीएसपी गोपाल चंदेल के निर्देशन में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। एक होटल में चल रहे अवैध देह व्यापार का पर्दाफाश किया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस सेमड़ गांव स्थित होटल इंद्रपस्थ में पहुंची और दबिश देकर कार्रवाई की। पुलिस ने 31 युवकों और 8 युवतियों को संदिग्ध हालत में हिरासत में लिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी आरोपी युवक-युवतियां मध्यप्रदेश के बताए जा रहे हैं। मौके से आपत्तिजनक सामग्री, 2 फोर व्हीलर, मोबाइल फोन जब्त किए गए। साथ ही इंद्रप्रस्थ होटल संचालक राजेश शर्मा व ऋषभ राजपूत को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने पीटा एक्ट (ITPA) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीएसपी गोपाल चंदेल ने बताया- गोगुंदा पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की गई। गुरुवार को पूरे मामले का विस्तृत रूप से खुलासा किया जाएगा।
मंदसौर जिले में चाइनीज मांझा पर पूरी तरह प्रतिबंध होने के बावजूद इसकी खुलेआम खरीद-फरोख्त जारी है। कोतवाली थाना पुलिस ने बुधवार को सख्त कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 30 गट्टे प्रतिबंधित चाइनीज मांझा जब्त किया है। यह कार्रवाई उस समय हुई जब पुलिस को मांझा बिकने की गुप्त सूचना मिली। प्रतिबंध के बावजूद बिक रहा चाइनीज मांझापुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सनसिटी कॉलोनी, अभिनंदन नगर निवासी अरशद शेख पिता रियाज मोहम्मद को पकड़ा। आरोपी के पास से चाइनीज मांझा डोर के 30 गट्टे बरामद किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 18 हजार रुपये बताई गई है। इससे साफ होता है कि प्रतिबंध के बावजूद शहर में चाइनीज मांझा का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सप्लायर की तलाश जारीपुलिस के अनुसार यह कार्रवाई जिला दंडाधिकारी के आदेश के तहत की गई है। मामले में थाना कोतवाली पर अपराध क्रमांक 696/25 धारा 223(ए) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपी यह प्रतिबंधित मांझा कहां से लाया और किन लोगों को सप्लाई करता था। कोतवाली थाना प्रभारी पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि चाइनीज मांझा जानलेवा होता है और इसके कारण कई हादसे हो चुके हैं। दोपहिया वाहन चालकों और पक्षियों के लिए यह बेहद खतरनाक है। उन्होंने चेतावनी दी कि चाइनीज मांझा बेचने, रखने या इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि प्रतिबंधित मांझा का उपयोग न करें और इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
रजौन में जमीनी विवाद पर हमला:घटना में जमकर लाठी-डंडे चले, पिता-पुत्र गंभीर से घायल
बांका जिले के रजौन थाना क्षेत्र स्थित पुनसिया बाजार में बुधवार शाम जमीनी विवाद को लेकर एक परिवार पर हमला किया गया। इस घटना में पिता-पुत्र गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।पीड़ित कैलाश प्रसाद केसरी ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि पड़ोस के तीन लोग अचानक उनके घर में घुस आए और गाली-गलौज करने लगे। विरोध करने पर आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की, जिससे वे घायल हो गए।इसी बीच, कैलाश प्रसाद के पुत्र कुकू केसरी बीच-बचाव करने पहुंचे। आरोप है कि हमलावरों ने उनके साथ भी गाली-गलौज की और लाठी-डंडों व लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इस हमले में कुकू केसरी गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि मारपीट के दौरान आरोपियों ने कुकू केसरी के गले से सोने की चकती (लॉकेट) और हाथ की अंगूठी छीन ली।कैलाश प्रसाद केसरी के अनुसार, यह विवाद नया नहीं है। पूर्व में भी कई बार मारपीट और विवाद हो चुके हैं। आरोपियों ने उनकी निजी जमीन पर जबरन पिलर गाड़ दिए हैं और उन्हें हटाने की बात कहने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है।घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सभी आरोपी फरार हो चुके थे। पीड़ित परिवार ने पुलिस से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगाई है। थाना प्रभारी चंद्रदीप कुमार ने बताया कि पीड़ित के आवेदन के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राज्यसभा में ‘सबका बीमा सबकी रक्षा’ विधेयक पास, बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई को मंजूरी
राज्यसभा ने बुधवार को ‘सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) विधेयक, 2025’ को ध्वनि मत से पारित कर दिया
बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी के बीच औरंगाबाद जिले से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने एक बार फिर शराबबंदी की जमीनी हकीकत पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वायरल वीडियो में एक महिला को कथित रूप से देशी ठर्रा लेते और पीने की बात करते हुए देखा जा रहा है। वायरल वीडियो के संबंध में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह कब का है और वास्तव में कहां का है। प्रारंभिक तौर पर यह वीडियो औरंगाबाद जिले के जम्होर थाना क्षेत्र के किसी गांव का बताया जा रहा है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और वीडियो की सच्चाई जानने का प्रयास किया जा रहा है। वीडियो में क्या दिख रहा है? वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला झोपड़ीनुमा घर से, जिसे कथित तौर पर अवैध देशी ठर्रे का ठिकाना बताया जा रहा है, अपने आंचल में शराब लेकर बाहर निकलती है। इसके बाद वह कैमरे के सामने शराब पीने की बात कहती नजर आती है। वीडियो में शराब देने वाली महिला भी दिखाई दे रही है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि अवैध शराब कारोबार में महिलाएं भी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो के आधार पर यह दावा किया जा रहा है कि पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य में न केवल चोरी-छिपे शराब की बिक्री हो रही है, बल्कि महिलाएं भी शराब पीने और बेचने में संलिप्त हैं। महिला ग्राहक और महिला विक्रेता दोनों के दिखाई देने से इस दावे को और बल मिल रहा है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि बिना जांच किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। मामले को लेकर जम्होर थानाध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि वायरल वीडियो की गंभीरता से जांच कराई जा रही है। वीडियो की लोकेशन, समय और इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। जांच के बाद यदि वीडियो में दिखाई गई गतिविधियां सही पाई जाती हैं तो संबंधित स्थानों पर छापेमारी की जाएगी। साथ ही अवैध शराब कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल यह वीडियो प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। जांच के नतीजों पर ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह मामला कितना वास्तविक है और शराबबंदी कानून का उल्लंघन किस स्तर पर हो रहा है।
खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड स्थित धुतौली निवासी रक्तवीर सुमन चौरसिया को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का जिला महासचिव नियुक्त किया गया है। लोजपा (आर) जिलाध्यक्ष मनीष कुमार ने बुधवार, 17 दिसंबर को पत्र जारी कर उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी। जानकारी के अनुसार, सुमन चौरसिया ने 09 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) छोड़कर लोजपा (आर) का दामन थामा था। पार्टी में शामिल होने के कुछ ही दिनों के भीतर उन्हें यह महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है। पार्टी ने उन्हें संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से यह जिम्मेदारी दी है। इस अवसर पर खगड़िया सांसद राजेश वर्मा, परबत्ता विधायक बाबूलाल शौर्य, लोजपा नेता पवन जायसवाल, छोटू पोद्दार, चौथम प्रखंड अध्यक्ष रामप्रीत कुमार, मोहन सिंह और डॉ. रामरिझन कुमार सहित कई अन्य नेताओं ने सुमन चौरसिया को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि वे पार्टी को मजबूत करने में अपना पूर्ण योगदान देंगे।
बागपत जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पेंशनर दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान जनपद के पेंशनरों की समस्याओं को सुना गया और संबंधित अधिकारियों को उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए गए। जनपद बागपत में लगभग 8627 पेंशनर हैं, जिन्हें प्रतिमाह लगभग 28 करोड़ रुपए की पेंशन राशि वितरित की जाती है। इस अवसर पर 100 वर्ष से अधिक आयु के तीन पेंशनरों, प्रकाशो कौर, कृष्णा देवी और अंगूरी देवी को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने प्रकाशो कौर और कृष्णा देवी को पुष्पमाला पहनाकर तथा शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि चिकित्सा प्रतिपूर्ति के दावों का निस्तारण समयबद्ध तरीके से किया जाए। उन्होंने जीपीएफ भुगतान में किसी भी समस्या से बचने और पेंशन पुनरीक्षण जैसे बिंदुओं पर भी आवश्यक निर्देश दिए। पेंशनरों द्वारा 30 जून और 31 दिसंबर के बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के लिए सांकेतिक वेतन वृद्धि (notional increment) की मांग भी रखी गई। डीएम ने यह भी निर्देशित किया कि जिन राजकीय पेंशनरों के निःशुल्क चिकित्सा उपचार कार्ड नहीं बने हैं, उनके कार्ड तत्काल बनाए जाएं। इसके लिए कोषागार और कलेक्ट्रेट में शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि पेंशन संगठन की समस्याओं को एक रजिस्टर में दर्ज किया जाए, ताकि उनका आकलन किया जा सके और गुणवत्तापूर्ण व त्वरित निस्तारण सुनिश्चित हो। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा चिह्नित अस्पतालों में पेंशनरों के उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पेंशनरों को उनकी सुविधाओं के अनुसार स्वास्थ्य इलाज प्रदान करना सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तीरथ लाल को निर्देश दिए गए कि 70 वर्ष से अधिक आयु के जिन पेंशनरों के आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं, उनके लिए शिविर लगाकर कार्ड बनवाए जाएं। जनपद के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पताल में आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तीरथ लाल, वरिष्ठ कोषाधिकारी मनीष कुमार सिंह, वित्त एवं लेखा अधिकारी आशीष, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गीता चौधरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
'ऑपरेशन सिंदूर' पर सियासी घमासान, कांग्रेस ने साधा भाजपा पर निशाना
कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर दिए गए बयान पर सियासी घमासान तेज है
संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से द प्लेयर्स एक्ट द्वारा दिनकर कला भवन में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव रंग उत्सव के पांचवें और अंतिम दिन आयोजन के समापन दिवस पर न्यू एज थिएटर बेगूसराय की नाट्य प्रस्तुति 'आषाढ़ का एक दिन' का मंचन किया गया। मदन मोहन गुगलानी उर्फ मदनमोहन राकेश उर्फ मोहन राकेश उर्फ राकेश की ओर से लिखित आषाढ़ का एक दिन एक युगांतरकारी रचना है। जिसे हिंदी का पहला आधुनिक नाटक भी माना जाता है। यह कृति महाकवि कालिदास के व्यक्तिगत जीवन, उनकी रचनात्मकता और उनकी प्रेमिका मल्लिका के निःस्वार्थ प्रेम के जटिल संघर्षों पर आधारित है। उनके काव्यों की नायिका हमेशा मल्लिका ही रही। यह प्रसिद्ध कवि कालिदास के जीवन का किस्सा है, तब का जब वह प्रसिद्ध नहीं थे। हिंदी नाटकों की यात्रा में आषाढ़ का दिन एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। प्रस्तुत नाटक में कालिदास और मल्लिका के साथ विलोम भी एक पात्र है। जिसे नाटक का खलनायक कह सकते हैं। यह कालिदास से भी अधिक विकसित पात्र है। नाटक में मल्लिका की मां अंबिका और कालिदास का मामा मातुल है, दोनों ही बुजुर्ग पात्र है। वे नाटक के दो तरुण पात्रों के अभिभावक हैं। दोनों ही अपने-अपने बच्चों से निराश हैं, फिर भी दोनों एक दूसरे से विपरीत हैं। यह उनके स्वभाव, व्यवहार, बोलचाल, भाषा और संस्कारों में दिखाई देता है। ऐसी ही विरुपता मल्लिका और प्रियंगुमंजिरी के बीच में दिखाई देती है। मंच पर अंबिका- अंकिता कुमारी, मल्लिका- सत्यकेती, कालिदास- कुंदन कुमार, मातुल- नवीन कुमार, दंतुल- मृणाल गौतम, निक्षेप- अमन कुमार शर्मा, विलोम-सचिन कुमार, अनुस्वार- दिलीप कुमार, अनुनासिक- भिखारी राम, प्रियंगुमंजरी- कविता कुमारी ने जीवंत अभिनय किया। वस्त्र विन्यास अंकिता कुमारी एवं सचिन कुमार, रूप सज्जाकार अमन कुमार शर्मा एवं अंकिता कुमारी तथा वरिष्ठ रंग निर्देशक अवधेश की मंच परिकल्पना तथा जयप्रकाश, सिकंदर शर्मा, भिखारी राम एवं दिलीप कुमार के मंच निर्माण, गुंजन सिन्हा की प्रकाश परिकल्पना एवं संचालन तथा सौरभ कुमार के संगीत ने प्रस्तुति को भव्यता और गहनता प्रदान की। मंचन से पहले मुख्य अतिथि नाट्य निर्देशक अवतार साहनी, संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के उप सचिव सुमन कुमार, पूर्व मेयर उपेन्द्र प्रसाद सिंह, रिफाइनरी के ईडी सत्य प्रकाश, बीजेपी के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह, बीआरके सिंह राजू, समीर शेखर, आचार्य सुदामा गोस्वामी तथा कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी ने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। मंचन के बाद रंगकर्म के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए अवतार साहनी को भारतेंदु राष्ट्रीय रंग सम्मान एवं सुमन कुमार को विनय चन्द्र वर्मा राष्ट्रीय कला सम्मान दिया गया। दोनों को पुष्प गुच्छ, अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान राशि 11 हजार प्रदान किया गया है। मौके पर आशीर्वाद रंगमंडल के डॉ. अमित रौशन, आकाश गंगा के डॉ. कुंदन कुमार, बाल रंगमंच के ऋषिकेश, सुरभि के अजय भारती, रिवाइवल के अभीजीत मुन्ना, कलाजगत के धीरज कुमार, अभिनेता अमिय कश्यप एवं फेस्टिवल डायरेक्टर चंदन कुमार सोनू उपस्थित थे।
बागपत में दुष्कर्म के दोषी को 10 साल की सजा:कोर्ट ने 20 हजार का लगाया जुर्माना, 6 साल बाद आया फैसला
बागपत न्यायालय ने दुष्कर्म के एक आरोपी को 10 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। आरोपी पर 20 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। यह फैसला बिनौली थाना क्षेत्र के गलहेता गांव में 2019 में हुई एक वारदात के संबंध में आया है। मुख्य आरोपी रोहित को दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराया गया है। न्यायालय ने सभी गवाहों की गवाही और प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर यह फैसला सुनाया। इसी मामले में, दुष्कर्म का प्रयास करने वाले आरोपी दीपक को 3 वर्ष के कठोर कारावास और 5 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा मिली है। मारपीट के अन्य आरोपी गौतम, लोकेश और दयानंद को 6-6 माह के कारावास और प्रत्येक पर 1-1 हजार रुपए के अर्थदंड का आदेश दिया गया है। यह वारदात 2019 में हुई थी, जिसके बाद पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन था और अब इस पर अंतिम फैसला सुनाया गया है। एडीजीसी नरेश वेदवान ने बताया कि न्यायालय ने सभी साक्ष्यों और गवाहों की गवाही के बाद अपना फैसला सुनाया है।
उत्तराखंड की टिहरी झील में 28 नवंबर से तीन दिन तक आयोजित सीनियर राष्ट्रीय कायाकिंग एंड कैनोइंग प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य का नाम रोशन किया है। इंडियन कायाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन (IKCA) के तत्वावधान में हुई इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम ने 1 रजत और 3 कांस्य पदक अपने नाम किए। प्रतियोगिता में पदक जीतने के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश कायाकिंग एंड कैनोइंग संघ के सहसचिव प्रशांत सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में विजेता खिलाड़ियों ने राज्य के खेल अरूण साव से मुलाकात की। इस दौरान एनआईएस कोच पिंकी साहू, सहायक कोच (एनआईएस) प्रवेश सोनवाने सहित प्रतियोगिता में शामिल सभी विजेता खिलाड़ी उपस्थित रहे। इक्विपमेंट सुरक्षा को लेकर रखी गई मांग खिलाड़ियों और संघ पदाधिकारियों ने खेल मंत्री के समक्ष बोट्स और पैडल की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। प्रशांत सिंह रघुवंशी ने बताया कि असामाजिक तत्व बोट्स को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसकी लिखित शिकायत थाने में भी की गई है। छत्तीसगढ़ के पदक विजेता खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ को मिले चार पदक इस प्रकार हैं— संघ पदाधिकारियों ने दी शुभकामनाएं इस अवसर पर बलदेव सिंह भाटिया (अध्यक्ष), रोहित काले (कार्यकारी अध्यक्ष), अभिजीत मिश्रा (सचिव), प्रशांत सिंह रघुवंशी (सहसचिव) और अमरजीत छाबड़ा (सह सचिव), छत्तीसगढ़ प्रदेश कायाकिंग एंड कैनोइंग संघ ने पदक विजेता खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
महराजगंज में विवाहिता का पेड़ से लटकता मिला शव:गांव के ही युवक से पैसे के लेनदेन का विवाद चल रहा था
महराजगंज के परसा मलिक थाना क्षेत्र के सिसहनिया उर्फ शीशमहल गांव में बुधवार देर शाम एक विवाहिता का शव पेड़ से लटका मिला। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। मृतक महिला की पहचान सुधा अग्रहरि के रूप में हुई है। उसके दो बच्चे हैं, जिनमें बड़ी बेटी रीना अग्रहरि और छोटा बेटा विशाल अग्रहरि शामिल हैं। सुधा के पति गोरखपुर में मजदूरी करते हैं। जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले सुधा का गांव के ही एक व्यक्ति से विवाद हुआ था। इस संबंध में महिला ने परसा मलिक थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी। हालांकि, गांव के कुछ लोगों ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों के बीच सुलह-समझौता करा दिया था। सूत्रों के मुताबिक, यह विवाद पैसे के लेनदेन से संबंधित था। बताया जा रहा है कि महिला इस समझौते से संतुष्ट नहीं थी। घटना की सूचना मिलते ही परसा मलिक पुलिस के साथ नौतनवा सीओ अंकुर गौतम भी घटनास्थल पर पहुंचे। जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतरवाकर अपने कब्जे में ले लिया है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
बगही बघम्बरपुर में सोलर लाइट खराब:ग्रामीणों को परेशानी, शीघ्र मरम्मत की मांग
बेतिया के बैरिया प्रखंड क्षेत्र के बगही बघम्बरपुर पंचायत के वार्ड नंबर 6 में लगी सोलर लाइट लंबे समय से खराब पड़ी है। सोलर लाइट के नहीं जलने से इलाके में अंधेरा बना रहता है, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। खासकर रात के समय बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि सोलर लाइट पंचायत स्तर पर लगाई गई थी, लेकिन खराब होने के बाद अब तक इसकी मरम्मत नहीं कराई गई है। अंधेरे के कारण असामाजिक तत्वों की गतिविधियों का भी भय बना रहता है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित ग्रामीणों में नंदकिशोर प्रसाद, भरत महतो, बबलू कुमार, महेंद्र प्रसाद और ओमप्रकाश कुमार सहित अन्य लोगों ने संबंधित पदाधिकारी और पंचायत प्रतिनिधियों से अविलंब सोलर लाइट की मरम्मत कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे पंचायत कार्यालय पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि खराब सोलर लाइट की जांच कर जल्द से जल्द उसे दुरुस्त कराया जाए, ताकि वार्ड में पुनः रोशनी बहाल हो सके और लोगों को राहत मिल सके।
वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड कार्यालय के समक्ष बुधवार को अखिल भारतीय किसान महासभा ने राज्य स्तरीय आह्वान पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री बिहार के नाम एक ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा गया, जिसमें किसानों की विभिन्न मांगें शामिल थीं। धरना सभा की अध्यक्षता राम बहादुर सिंह ने की। इसमें अखिल भारतीय किसान महासभा के जिलाध्यक्ष सुमन कुमार और भाकपा माले के जिला सचिव जोगेंद्र राय भी उपस्थित थे। सरकार के दावों पर सवाल, किसानों ने उठाई समस्याएं सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सुमन कुमार ने सरकार के विकास के दावों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चार कृषि रोडमैप जारी होने के बावजूद किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से बर्बाद फसलों का उचित मुआवजा नहीं मिलता और न ही समय पर खाद-बीज उपलब्ध हो पाता है। किसानों को अपनी फसलें बिना न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के औने-पौने दामों पर व्यापारियों को बेचनी पड़ती हैं। मोंथा तूफान से नष्ट फसलों के लिए मुआवजा की मांग ज्ञापन के माध्यम से रखी गई प्रमुख मांगों में मोंथा तूफान से संपूर्ण बिहार में हुए धान व सब्जियों की फसल की भारी तबाही का मुआवजा तुरंत देना शामिल है। इसमें वैशाली जिले को कृषि इनपुट अनुदान योजना में शामिल कर तत्काल भुगतान की मांग की गई। 1000 रुपए प्रति क्विंटल बोनस के साथ धान खरीद करने की मांग इसके अतिरिक्त, सरकारी स्तर पर पैक्स एवं अन्य सहकारी संस्थाओं द्वारा एमएसपी सहित 1000 रुपए प्रति क्विंटल बोनस के साथ धान खरीद की गारंटी सुनिश्चित करने की मांग भी की गई। किसानों ने रबी फसल की बुवाई के लिए खाद और बीज सरकारी दाम पर तुरंत उपलब्ध कराने और खाद-बीज में जारी कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की। सरकारी नलकूपों को तत्काल चालू करने, कृषि कार्य हेतु मुफ्त बिजली देने जैसी मांगे शामिल सभी सरकारी नलकूपों को तत्काल चालू कर किसानों को कृषि कार्य हेतु मुफ्त बिजली देने, पटना-पूर्णिया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे में किसानों की बहुफसली जमीनों के अधिग्रहण पर रोक लगाने, नीलगाय एवं आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और 'बुलडोजर राज्य' पर रोक लगाने जैसी विभिन्न मांगें भी ज्ञापन में शामिल थीं। धरना सभा को महताब राय, महेश राय, उर्मिला देवी, नागेश्वर पासवान, कामेश्वर पासवान, प्रेम माझी, रामचंद्र सहनी, नारायण पासवान, विनोद राम, रामेश्वर राय, सुरेश बैठा, कृष्णा देवी, मिंटू कुमार सहित अनेक लोगों ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम में दर्जनों किसानों ने भाग लिया।
गायघाट में जदयू विधायक का जनसंवाद:ग्रामीणों ने पानी और सिंचाई बिजली की समस्या उठाई
मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट प्रखंड अंतर्गत दहिला पटशर्मा पंचायत के लोचा गांव में बुधवार शाम जदयू विधायक कोमल सिंह का जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान विधायक ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने पीएचईडी विभाग द्वारा लगाए गए बोरिंग और जलमीनार से अब तक पानी की आपूर्ति शुरू न होने की शिकायत की। किसानों ने बताया कि जाया-लोचा सहित आसपास के चवर क्षेत्रों में सिंचाई के लिए बिजली के खंभे तो गाड़ दिए गए हैं, लेकिन अब तक तार और ट्रांसफार्मर स्थापित नहीं किए गए हैं। इस कारण किसान दूर से तार लाकर खेतों की सिंचाई करने को मजबूर हैं, जबकि वे समय पर बिजली बिल का भुगतान कर रहे हैं। विधायक कोमल सिंह ने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से नोट किया। उन्होंने मौके पर ही संबंधित विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने विधायक का माला पहनाकर और तलवार भेंट कर स्वागत किया। सुनील सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में विजय प्रताप सिंह, कृष्ण जीवन सिंह, गंगा सिंह, कुमार, राजीव सिंह सहित दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।
रायसेन जिले के बेगमगंज में बुधवार को कक्षा ग्यारहवीं की एक नाबालिग छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना बुधवार शाम को हुई। छात्रा ने अपने कमरे में घर की छत से निकले कुंदे में दुपट्टे से फंदा बनाया और गैस सिलेंडर पर चढ़कर लटक गई। घटना का पता तब चला जब छात्रा का छोटा भाई स्कूल से शाम करीब पांच बजे घर पहुंचा। उसने आवाज लगाई और गेट की कुंडी भी खटखटाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से झांककर देखने पर उसने अपनी बहन को फंदे पर लटका देखा। इस भयावह दृश्य को देखकर भाई ने तुरंत पड़ोसियों को बुलाया। किराए से रहते थे भाई बहननगर के खिरिया नारायण दास मोहल्ले में किराए के मकान में रहने वाली यह छात्रा 16 वर्ष की थी और कक्षा 11वीं में पढ़ती थी। पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो देखा कि छात्रा ने पंखे के कुंदे से लटककर फांसी लगाई थी गले में फंदा कसा होने के कारण उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा बनाया। पुलिस ने दो किताबें भी जब्त की हैं, जिन पर कुछ नंबर और मेल आईडी लिखी हुई है। सांदीपिनी स्कूल में पढ़ती थी छात्रा थाना प्रभारी राजीव उइके ने बताया कि ग्राम झिरिया निवासी राजेश लोधी अपने बच्चों को बेगमगंज में रखकर पढ़ा रहे थे। उन्होंने खिरिया नारायण दास में महेश राय का मकान किराए पर लिया था। घटना के समय राजेश लोधी और उनकी पत्नी अपने गृह ग्राम झिरिया गए हुए थे। इसी दौरान उनकी बेटी ने यह कदम उठा लिया। मृतक बालिका सांदीपिनी विद्यालय में कक्षा 11वीं में अध्ययनरत थी। आत्महत्या का कारण अभी अज्ञात है। पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस मृतिका के मोबाइल से कॉल डिटेल सहित अन्य साक्ष्य जुटाने में लगी है और सभी पहलुओं पर पड़ताल कर रही है। मृतक बालिका के माता-पिता को घटना की सूचना दे दी गई है। गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
पीलीभीत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यालयों के समय में परिवर्तन करने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। नए निर्देशों के अनुसार, जिले के सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और सीबीएसई/आईसीएसई बोर्ड से संबद्ध विद्यालय अब सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित होंगे। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। इससे पहले, सुबह जल्दी खुलने वाले स्कूलों के कारण छोटे बच्चों को ठंड और कोहरे में स्कूल पहुंचने में काफी परेशानी हो रही थी। पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण पीलीभीत का न्यूनतम तापमान काफी नीचे गिर गया है। सुबह के समय घना कोहरा छाने से दृश्यता भी कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। इन परिस्थितियों को देखते हुए विद्यालय के समय में बदलाव आवश्यक हो गया था। जिलाधिकारी ने इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) और जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) को निर्देश दिए हैं। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई विद्यालय निर्धारित समय का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन के इस फैसले का अभिभावकों और शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है। अभिभावकों का कहना है कि 10 बजे से स्कूल खुलने से बच्चों को ठंड से बचाने और उन्हें तैयार करने में काफी राहत मिलेगी। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों तक शीतलहर का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। प्रशासन ने आम जनता से भी ठंड से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है।
संतकबीर नगर में सपा की महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रिया पाठक ने निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के बेशर्मी भरे बयान पर आक्रोशित नजर आईं। प्रिया पाठक ने संजय निषाद पर हमला बोलते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति अभद्र टिप्पणी करना कितना उचित है। प्रिया पाठक ने संजय निषाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, संजय निषाद कहते हैं कि आप लोग नकाब पर हंगामा कर रहे हैं, कहीं इधर-उधर छू दिए होते तो क्या होता। उन्होंने इस बयान को हंसते हुए दिया, जिस पर प्रिया पाठक ने टिप्पणी की कि उनका दिमाग खराब हो गया है। वे शराब के नशे में बात कर रहे हैं। उनका दिमागी संतुलन बिगड़ चुका है। इस मामले में प्रिया पाठक ने मेंहदावल थाना अध्यक्ष से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने संजय निषाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पाठक ने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं होती है, तो वे आगे की रणनीति पर विचार करेंगी। प्रिया पाठक ने कहा कि संजय निषाद एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री हैं, और महिलाओं के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने यह भी कहा कि संजय निषाद को महिलाओं के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करने का कोई हक नहीं है। पाठक ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह नीतीश कुमार द्वारा महिला के चेहरे से नकाब हटाने को गलत बताया गया था, क्योंकि चेहरा देखने के लिए महिला से खुद हटवाने को कहा जा सकता था, छूने की आवश्यकता नहीं थी। थाने पर उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उनके पत्र पर संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाएगी। सपा महिला सभा की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रिया पाठक ने एसओ सुरेंद्र कुमार सिंह को संजय निषाद पर एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया है।
कोहरे में बाइक डिवाइडर से टकराई, एक की मौत:दूसरा युवक गंभीर घायल, पुलिस ने अस्पताल में कराया भर्ती
मऊ जिले में एक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना सरायलखंसी थाना क्षेत्र के बढूआ गोदाम के पास बुधवार शाम करीब 8:30 बजे हुई, जब एक तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। जानकारी के अनुसार, घने कोहरे के कारण बदुवा गोदाम फोर लेन के पास बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक पर सवार दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में गुलशन कुमार पुत्र सीता यादव की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, मटेहू, जनपद गाजीपुर निवासी जितेंद्र कुमार पुत्र नंदलाल राजभर गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों और पुलिस ने दोनों घायलों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने गुलशन कुमार को मृत घोषित कर दिया, जबकि जितेंद्र कुमार की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के समय सड़क पर घना कोहरा छाया हुआ था, जिससे दृश्यता बेहद कम थी। इसी वजह से बाइक डिवाइडर से टकराई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है।
हरदोई में बढ़ती ठंड और शीतलहर के मद्देनजर बुधवार देर रात जिलाधिकारी अनुनय झा ने शहर के विभिन्न रैन बसेरों और अलाव केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया और रैन बसेरों में ठहरे लोगों तथा यात्रियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना। निरीक्षण की शुरुआत रेलवे गंज ईस्ट स्थित रैन बसेरे से हुई, जहां जिलाधिकारी ने ठहरे लोगों से व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके बाद, उन्होंने रेलवे स्टेशन पर बने रैन बसेरे का भी निरीक्षण किया और यात्रियों से सुविधाओं के बारे में पूछा। इस दौरान जरूरतमंदों को कंबल भी वितरित किए गए। जिलाधिकारी ने अलाव की स्थिति का जायजा लेते हुए उन्हें लगातार जलते रहने के निर्देश दिए। अगले चरण में, जिलाधिकारी नगर पालिका परिसर में स्थापित रैन बसेरा पहुंचे। यहां उन्होंने साफ-सफाई, ठहरने की व्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई यात्री बीमार होता है, तो उसे तत्काल दवा उपलब्ध कराई जाए और सफाई व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण के अंतिम पड़ाव में, जिलाधिकारी ने बस अड्डे पर बने रैन बसेरे का दौरा किया। यहां उन्होंने अलाव और कंबल वितरण की स्थिति का अवलोकन किया। कुछ स्थानों पर अलाव की संख्या कम पाए जाने पर, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को अतिरिक्त अलाव जलवाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि अलाव उपयुक्त स्थानों पर जलाए जाएं और रैन बसेरे के केयर टेकर रात में बस अड्डे पर सोने वाले लोगों को रैन बसेरे की जानकारी दें। मौसम विभाग के अनुसार, 16 दिसंबर को अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री और न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस दौरान दृश्यता 50 से 100 मीटर के बीच रही। विभाग ने 18 और 19 दिसंबर को अत्यधिक घना कोहरा छाए रहने की संभावना जताई है, जिससे ठंड में और वृद्धि हो सकती है। प्रशासन ने आम जनता से सतर्क रहने की अपील की है
मोतिहारी पुलिस द्वारा महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण के उद्देश्य से चलाए जा रहे 'मिशन अभया' के तहत बुधवार को संग्रामपुर प्रखंड के दमड़ी असरफी +2 उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान संग्रामपुर थाना प्रभारी धीरज कुमार ने छात्राओं और महिला शिक्षिकाओं से सीधा संवाद कर उन्हें सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। छात्राओं को संबोधित करते हुए थाना प्रभारी ने कहा कि समाज में सुरक्षित महसूस करने के लिए निडर होना आवश्यक है। उन्होंने छात्राओं को किसी भी असामाजिक तत्व या मनचलों से डरने के बजाय उनका डटकर सामना करने के लिए प्रेरित किया। थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि पुलिस प्रशासन हर कदम पर महिलाओं के साथ खड़ा है और किसी भी अप्रिय स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। संवाद के दौरान थाना प्रभारी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आपातकालीन स्थिति में डायल 112 की टीम कुछ ही मिनटों में मदद के लिए पहुंची है। विश्वास बहाली के लिए उन्होंने अपना व्यक्तिगत मोबाइल नंबर और थाने का सरकारी नंबर भी छात्राओं के साथ साझा किया। थाना प्रभारी ने जोर देकर कहा, किसी भी समस्या या छेड़खानी की शिकायत के लिए बिना किसी झिझक के कभी भी कॉल करें। आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और पुलिस तुरंत आपकी मदद के लिए उपस्थित होगी। इस मौके पर विद्यालय के प्राचार्य हरिनाथ प्रसाद सहित शिक्षक संतोष कुमार सिंह, रोहन पांडेय, मुकुल कुमार, स्वर्णलता, परवेज खान, सुष्मिता कुमारी, प्रमोद राम, शिखा कुमारी, इमरान और रंजन कुमार मौजूद रहे। वहीं, विद्यालय की छात्राओं में शिवानी, वंदना, शिल्पी, नंदनी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी और वर्षा कुमारी सहित सैकड़ों बच्चियों ने इस संवाद में हिस्सा लिया। छात्राओं ने पुलिस के इस प्रयास की सराहना की और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है।
पुलिस उपाधीक्षक रेलवे बलिया सावि रत्न गौतम ने बुधवार को जीआरपी थाना गाजीपुर सिटी का अर्धवार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीसीटीएनएस, मालखाना, शस्त्रागार और थाना कार्यालय के अभिलेखों का गहनता से अवलोकन किया। पाई गई कमियों को तत्काल दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए। उन्होंने रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माणाधीन कार्यों का भी जायजा लिया। पुलिस उपाधीक्षक ने लंबित विवेचनाओं की समीक्षा की और साक्ष्य संकलित कर गुण-दोष के आधार पर उनके शीघ्र निस्तारण का निर्देश दिया। उन्होंने थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों पर कड़ी निगरानी रखने तथा ट्रेन में होने वाली पत्थरबाजी और रेलवे ट्रैक अवरोध की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई के लिए कार्ययोजना बनाकर अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। महिला हेल्प डेस्क की समीक्षा करते हुए, महिलाओं की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए। शस्त्रों के रख-रखाव और पुलिसकर्मियों की संचालन दक्षता का भी परीक्षण किया गया, तथा इस संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए गए। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया गया, उनकी समस्याओं को सुना गया और उनके निस्तारण के लिए निर्देश दिए गए। थाना कार्यालय के रजिस्टरों के अवलोकन के बाद, रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, आउटर, पार्किंग, वेटिंग हॉल और सीसीटीवी कैमरों का सघन निरीक्षण किया गया। जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर सिटी को यात्रियों की सुरक्षा के लिए अलर्ट मोड पर रहने, संदिग्ध व्यक्तियों और ज्वलनशील पदार्थों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। उन्हें आरपीएफ के साथ समन्वय स्थापित कर सघन चेकिंग अभियान चलाने और दंगा नियंत्रण उपकरणों को सक्रिय अवस्था में रखने का भी निर्देश दिया गया।
ग्वालियर की कोतवाली थाना पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में सात साल से फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पर एक ही कृषि भूमि को फर्जी दस्तावेजों के जरिए कई लोगों को बेचने का आरोप है। पुलिस ने आरोपियों को ग्राम हस्तिनापुर से पकड़ा है। थाना प्रभारी मोहिनी वर्मा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीनों आरोपी हस्तिनापुर गांव में हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई, जिसने घेराबंदी कर मानसिंह पुत्र हीरालाल, लक्ष्मण पुत्र गणपत कुशवाह और शंकर पुत्र गणपत (सभी निवासी ग्राम तोर) को चाय की टपरी के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस टीम ने उन्हें थाना कोतवाली के अपराध क्रमांक 137/18 में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों से इस मामले में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। यह पूरा मामला ग्वालियर के पटेल नगर, सिटी सेंटर निवासी रेखा मिश्रा द्वारा न्यायालय में दिए गए परिवाद पत्र से शुरू हुआ था। रेखा मिश्रा ने आरोप लगाया था कि लक्ष्मण सिंह, अमतलाल, तेजसिंह, पिंका, मानसिंह और शंकर सिंह (निवासी ग्राम तौर, हस्तिनापुर, जमरोहा) ने उनकी ग्राम जमरोहा स्थित लगभग 4.944 हेक्टेयर कृषि भूमि के फर्जी दस्तावेज तैयार किए। आरोपियों ने धोखाधड़ीपूर्वक इस भूमि का विक्रय दर्शाया और रकम प्राप्त कर ली। इसके बाद उसी जमीन को दोबारा अन्य व्यक्तियों को बेच दिया गया। न्यायालय के आदेश पर 25 अप्रैल 2018 को थाना कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया था।
छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता आयोग ने टोयोटा कंपनी को 61.46 लाख रुपए का भुगतान करने का आदेश दिया है। यह आदेश इनोवा कार के दुर्घटनाग्रस्त होने पर एयरबैग न खुलने के कारण दिया गया है, जिसे आयोग ने विनिर्माण दोष (मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट) माना है। यह राशि कोरबा के रहने वाले सुमित अग्रवाल को दी जाएगी। दरअसल, सुमित अग्रवाल अपने भाई सुमित अग्रवाल की इनोवा कार से रायपुर से कोरबा लौट रहे थे। इस दौरान एक वाहन को बचाने के चक्कर में उनकी गाड़ी पलट गई। लेकिन कार का एयरबैग नहीं खुला। इस हादसे में अमित अग्रवाल को गंभीर चोटें आईं और इलाज के लिए करीब 36.83 लाख रुपए खर्च हुए थे। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, सीतामढ़ी के रहने वाले सुमित अग्रवाल रोड कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं। इसके अलावा उनके अलग-अलग दुकान भी है। 22 अप्रैल 2023 वो अपने भाई सुमित अग्रवाल के साथ रायपुर गए थे। 23 अप्रैल को वापस लौटने के दौरान ग्राम तरदा के पास सामने से आ रहे वाहन को बचाने के प्रयास में कार पलटकर पेड़ से टकरा गई। एयरबैग नहीं खुलने के कारण सुमित अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका इलाज रायपुर और हैदराबाद में चला। इस दौरान उनके 36.83 लाख रुपए खर्च हुए। बाद में भाई सुमित ने इनोवा कार के निर्माता टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी के खिलाफ कोरबा उपभोक्ता आयोग में शिकायत दर्ज कराई। कंपनी और बीमा पक्ष की दलील जिला आयोग के एकपक्षीय आदेश के खिलाफ टोयोटा किर्लोस्कर मोटर कंपनी ने छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता आयोग, बिलासपुर में अपील की। कंपनी के एडवोकेट ओम कुकरेजा ने एकपक्षीय फैसले पर आपत्ति जताई, जबकि बीमा कंपनी ने कार की मरम्मत के लिए डीलर को 12 लाख रुपए दिए थे। विशेषज्ञ की रिपोर्ट पेश नहीं की गई जबकि एयरबैग न खुलने के संबंध में कोई विशेषज्ञ रिपोर्ट नहीं ली गई थी। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद राज्य उपभोक्ता आयोग ने टोयोटा कंपनी के तर्कों को स्वीकार नहीं किया। आयोग ने अपने फैसले में सर्वेयर रिपोर्ट, कार डैमेज और अमित अग्रवाल की गंभीर चोटों को आधार मानते हुए कहा कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बावजूद एक भी एयरबैग का न खुलना कार में विनिर्माण दोष को दर्शाता है। 30 दिनों में मुआवजे का आदेश राज्य उपभोक्ता आयोग ने 28 नवंबर 2025 को दिए गए फैसले में टोयोटा कंपनी को आदेश दिया कि वह 30 दिनों के भीतर सुमित अग्रवाल को नई इनोवा कार या उसकी कीमत 23.83 लाख रुपए, इलाज पर खर्च हुई 36.53 लाख रुपए की राशि, शारीरिक और मानसिक पीड़ा के लिए 1 लाख रुपए और वाद व्यय के रूप में 10 हजार रुपए का भुगतान करे।
दिल्ली के झंडेवालान स्थित ऐतिहासिक श्री बाबा पीर रतननाथ जी महाराज पेशावर वाले मंदिर-दरगाह पर 29 नवंबर 2025 को हुई प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में सहारनपुर में श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में नारेबाजी की और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह मंदिर-दरगाह सदियों से सनातन परंपरा, अखंड राम नाम जप, लंगर सेवा और गौसेवा का प्रमुख केंद्र रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हालिया कार्रवाई के दौरान तुलसी वाटिका और लंगर हॉल सहित कई धार्मिक संरचनाओं को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे धार्मिक गतिविधियां बाधित हुईं। श्रद्धालुओं ने दावा किया कि इससे स्थानीय आस्था के साथ-साथ देश-विदेश में रहने वाले पंजाबी और हिंदू समाज की भावनाएं भी आहत हुई हैं। सेवादार लक्ष्मी नारायण ने बताया कि वर्ष 1947 में देश विभाजन के समय यह गद्दी पेशावर से दिल्ली लाई गई थी और उस दौरान पूरी भूमि विधिवत रूप से आवंटित की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की कार्रवाई में मंदिर की पावन भूमि पर कब्जा कर लिया गया, लंगर हॉल को ध्वस्त कर दिया गया और पूजा-अर्चना बुरी तरह प्रभावित हुई। दरगाह पर हुई बुलडोजर कार्रवाई के विरोध में सहारनपुर में पंजाबी समाज का आक्रोश स्पष्ट रूप से देखा गया। प्रदर्शनकारी भगवा झंडे लेकर भजन-कीर्तन करते हुए सड़कों पर उतरे और दरगाह की भूमि को सुरक्षित रखने की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप कर धार्मिक स्थल की भूमि को बचाने की अपील की। जिला प्रशासन को प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें बुलडोजर कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने और निष्पक्ष जांच की मांग की गई। इस दौरान महिला सेवादार और सत्यनारायण सेवादार ने भी अपनी बात रखी और कार्रवाई को अनुचित बताया। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन लोगों में गहरा आक्रोश साफ नजर आया।
अमृत-2 योजना के तहत सीहोर में बन रही पानी की टंकियों के निर्माण में बिजली चोरी का मामला सामने आया है। गुजरात की श्याम कंस्ट्रक्शन कंपनी पर बिजली विभाग ने 1 लाख 46 हजार रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई शिकायत मिलने के बाद की गई। नगर पालिका क्षेत्र में कुल 9 पानी की टंकियां बनाई जा रही हैं। जांच के दौरान पता चला कि गंज दशहरा मैदान और कलेक्टर बंगले के पास बालविहार मैदान में बन रही टंकियों के लिए न तो स्थायी और न ही अस्थायी बिजली कनेक्शन लिया गया था। इसके बावजूद मिक्सर मशीन, वेल्डिंग और अन्य मशीनें चोरी की बिजली से चलाई जा रही थीं। बिना अनुमति बिजली उपयोग कर रहा था ठेकेदारहैरानी की बात यह है कि यह निर्माण कार्य साल 2023 से चल रहा था और ठेकेदार पिछले दो साल से बिना अनुमति बिजली का इस्तेमाल कर रहा था। इस दौरान बिजली विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं। निर्माण स्थलों पर बाहर से आए मजदूर लंबे समय तक काम करते हैं। बिना वैध बिजली कनेक्शन के काम करने से मजदूरों की जान को खतरा बना हुआ था। बिजली विभाग ने कार्रवाई करते हुए बालविहार मैदान की टंकी पर 65,065 रुपये, पीडब्ल्यूडी के पीछे बनी टंकी पर 51,450 रुपये और गंज टंकी पर 30,378 रुपये का जुर्माना लगाया है। विभाग ने साफ किया है कि आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।
भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पवन पाटीदार का पहली बार बड़वानी जिले में आगमन हुआ। उन्होंने ठीकरी के प्रवेश द्वार से जिले में प्रवेश किया। बड़वानी पहुंचते ही उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि भाजपा ने ओबीसी वर्ग को कांग्रेस से अधिक प्रतिनिधित्व दिया है। जिला मीडिया प्रभारी सुनील भावसार ने बताया कि पाटीदार का काफिला शाम 5 बजे ठीकरी पहुंचा। जिला अध्यक्ष अजय यादव, पिछड़ा वर्ग मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेंद्र भावसार और जिला अध्यक्ष विकास धनगर ने उनका स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने ढोल-ताशों और आतिशबाजी के बीच उन्हें स्वागत मंच तक पहुँचाया। जगह-जगह हुआ स्वागत पाटीदार का काफिला कुआ, दवाना, लखन गांव फाटा, मेहगांव, तलवाड़ा और मंडवाड़ा होते हुए अंजड़ पहुंचा। अंजड़ में जटाशंकरी चौक पर उनका भव्य स्वागत किया गया और पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने उन्हें माता अहिल्याबाई का चित्र भेंट कर सम्मानित किया। पाटीदार ने भोंगली नदी किनारे स्थित माता अहिल्याबाई की मूर्ति का पूजन और माल्यार्पण भी किया। कार्यकर्ताओं ने की आतिशबाजी अंजड़ से उनका काफिला बड़वानी की ओर रवाना हुआ। रास्ते भर कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह आतिशबाजी की और फूल-मालाएं पहनाकर स्वागत किया। बड़वानी शहर में रात 8 बजे विभिन्न स्थानों पर प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत हुआ। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ओबीसी और आरक्षण पर दिया जोर रात्रि 8:30 बजे भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पवन पाटीदार ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से आते हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस की तुलना में प्रदेश और केंद्र में ओबीसी वर्ग को अधिक प्रतिनिधित्व दिया है। पाटीदार ने कहा कि भाजपा की नीति हर वर्ग के उत्थान और विकास की स्पष्ट है और कांग्रेस केवल जुमलेबाजी करती है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- हमारा दृष्टिकोण सिर्फ ओबीसी तक सीमित नहीं है। भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर काम करती है। लेकिन ओबीसी आरक्षण और उनके उत्थान के मामले में भाजपा ने स्पष्ट और ठोस कदम उठाए हैं।
गोरखपुर में पेंशनर्स डे के अवसर पर सीनियर सिटीजन एंड पेंशनर्स एसोसिएशन के तत्वावधान में बेतियाहाता स्थित प्रेमचंद पार्क में वरिष्ठ नागरिक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गोरखपुर नगर निगम के महापौर मंगलेश श्रीवास्तव मुख्य अतिथि तथा नगर आयुक्त गौरव सिंह सुगरवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिकों, पेंशनर्स और संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने भाग लिया। सम्मान समारोह में वरिष्ठ जनों को मिला सम्मानकार्यक्रम के दौरान बेतियाहाता क्षेत्र के लोकप्रिय पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी सोनू ने वरिष्ठ नागरिकों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। सम्मान पाकर वरिष्ठ जनों में उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम का संचालन शिवपूजन सिंह यादव ने किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता रत्नेश्वर शुक्ला ने की। मुख्य अतिथि महापौर मंगलेश श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि वरिष्ठ नागरिक समाज की अमूल्य धरोहर हैं। उनके अनुभव और मार्गदर्शन से समाज को दिशा मिलती है। उन्होंने कहा कि नगर निगम का दायित्व है कि शहर में रहने वाले वरिष्ठ जनों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उनकी समस्याओं के समाधान और सुविधाओं के विस्तार के लिए नगर निगम लगातार प्रयास करता रहेगा। डे केयर सेंटर को लेकर नगर आयुक्त की अहम जानकारीविशिष्ट अतिथि नगर आयुक्त गौरव सिंह सुगरवाल ने वरिष्ठ नागरिकों को संबोधित करते हुए बताया कि गोरखपुर क्लब के सामने वरिष्ठ जनों के लिए सीनियर सिटीजन डे केयर सेंटर संचालित किया जा रहा है। इस केंद्र में बैठने की सुविधा, स्वास्थ्य से जुड़ी मूलभूत व्यवस्था, मनोरंजन और देखरेख जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि सीनियर सिटीजन एंड पेंशनर्स एसोसिएशन की मांग पर डे केयर सेंटर का शुल्क घटाकर 500 रुपये वार्षिक कर दिया गया है, ताकि वरिष्ठ नागरिक कम खर्च में इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें। संगठन ने जताया आभारएसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नगर निगम और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शुल्क में की गई यह कमी वरिष्ठ नागरिकों के लिए बड़ी राहत है। संगठन ने भविष्य में भी वरिष्ठ जनों से जुड़ी सुविधाओं के विस्तार की मांग उठाने की बात कही।
वंडरलैंड फूड्स, भारत के प्रीमियम नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स उद्योग की एक प्रमुख कंपनी, उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में एक ग्रीनफील्ड नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करेगी। इस परियोजना में कंपनी लगभग 240 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्रस्तावित परियोजना के आंशिक वित्तपोषण के लिए आशा वेंचर्स फंड-I और ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट पीएलसी (यूनाइटेड किंगडम सरकार का उपक्रम) द्वारा कंपनी में 140 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) राकेश कुमार सिंह ने बुधवार को कंपनी के चेयरमैन राकेश कुमार गुप्ता को सेक्टर 8D में परियोजना के लिए 30,000 वर्ग मीटर औद्योगिक भूमि का आशय पत्र (लेटर ऑफ इंटेंट) प्रदान किया। इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ACEO) शैलेंद्र भाटिया और राजेश कुमार भी उपस्थित थे। कंपनी को भूमि का कब्जा मिलने के 24 महीनों के भीतर इस परियोजना में उत्पादन शुरू होने की संभावना है। कंपनी के संस्थापक राकेश कुमार गुप्ता के अनुसार, यह परियोजना समाज के कमजोर वर्ग से आने वाली 750 से अधिक महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगी। परियोजना के पूरी तरह से चालू होने पर इससे प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।

