घरवाले आर्मी में भेजना चाहते थे, साकिब ने चुना क्रिकेट:भाई बोला- फटे जूते में रणजी खेली; 30 लाख में सनराइजर हैदराबाद ने खरीदा

'साकिब सुबह 3 बजे उठकर घर से 10KM दूर दौड़ते हुए स्टेडियम के लिए निकल जाता था। घर में जब सभी लोग गहरी नींद में रहते थे, तब वो ग्राउंड में जाकर प्रेक्टिस करता था। मेरे भाई ने बहुत ज्यादा स्ट्रगल किया है। गांव वालों का भरोसा था कि आगे चलकर साकिब बहुत अच्छा करेगा, जिससे सिर्फ गांव नहीं पूरे जिले का भी नाम रोशन होगा।' ये कहना है साकिब हुसैन के बड़े भाई तालिब हुसैन का, जिन्होंने 10वीं क्लास से साकिब के क्रिकेट के प्रति लगाव को देखा है। IPL 2026 की मिनी ऑक्शन में साकिब को सनराइज हैदराबाद ने 30 लाख रुपए में खरीदा है। यह नीलामी मंगलवार को अबू धाबी में आयोजित की गई थी। साकिब को सनराइज हैदराबाद की टीम में जगह मिलते ही उनके घर पर लोगों का जमावड़ा लगा है। हालांकि, साकिब और उसके पिता अभी पटना में हैं। वो यहीं पर IPL के लिए प्रेक्टिस कर रहा है। साकिब के IPL में सिलेक्शन के बाद भास्कर की टीम गोपालगंज जिला मुख्यालय से 20KM दूर उसके घर पर पहुंची। इस दौरान साकिब के बड़े भाई और चाचा से बातचीत की। साकिब यहां तक कैसे पहुंचे, उन्होंने अपने जीवन में कितना संघर्ष किया है। साकिब के बचपन से लेकर IPL में पहुंचे तक की पूरी कहानी इस रिपोर्ट में पढ़िए... घरवाले चाहते थे साकिब आर्मी में जाए 21 साल के साकिब हुसैन का जन्म 2004 में गोपालगंज के सदर प्रखंड के दरगाह मोहल्ला में हुआ था। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। चेन्नई सुपर किंग में नेट बॉलर के रूप में पहले से चयनित साकिब का बेस प्राइस 30 लाख रुपए है। पिछले साल साकिब हुसैन को IPL टीम KKR ने 20 लाख रुपए में खरीदा था। पिता अली अहमद हुसैन अरब में स्लट्रिंग मजदूरी का काम करते थे। हालांकि, जब साकिब 11 साल के हुए तो उनके पिता 2015 में गांव वापस आ गए। यहीं पर खेती-बाड़ी कर अपना और अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं। साकिब के बड़े भाई तालिब हुसैन ने बताया, 'साकिब शुरू से ही स्पोटर्स में आगे था। उसे खेल-कूद बेहद पसंद था। वो बचन से ही मेहनती था। घरवालों का बहुत मन था कि साकिब आर्मी में जाए। उसके मन में बचपन से ही आर्मी में जाने की बात डाल दी गई थी। 2019 में साकिब ने 10वीं पास किया। इसके बाद वो सुबह-सुबह स्टेडियम में दौड़ लगाने के लिए जाया करता था।'​​​​​​ '2019 में पहली बार हाथ में लिया था बॉल' तालिब हुसैन ने आगे बताया, '2019 में ही एक दिन साकिब की तबीयत खराब हो गई। उसे उठने में लेट हो गया। उस दिन वो करीब 5 बजे दौड़ लगाने के लिए मिंज स्टेडियम पहुंचा। इस दौरान उसने ग्राउंड पर कुछ क्रिकेटर्स को प्रेक्टिस करते हुए देखा। उनलोगों ने साकिब से भी बॉलिंग करने के लिए कहा। तभी साकिब ने पहली बार अपने हाथ में बॉल लिया था।' 'साकिब ने जैसे ही बॉलिंग की, सामने वाला लड़का तुरंत आउट हो गया। ये देखकर सारे क्रिकेटर खुश हुए। उन्होंने साकिब से जिद किया की तुम भी हमारे साथ क्रिकेट खेला करो। करीब 2 साल तक इंटर की पढ़ाई खत्म होने तक साकिब ने बिना किसी को बताए क्रिकेट की प्रेक्टिस किया करता था।' इंटर तक पढ़ाई करने के बाद साकिब ने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए। गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में देवधारी गिरी टूर्नामेंट में उन्हें खेलने का मौका भी मिला। इसमें उनका बॉलिंग के लिए चयन हुआ। इसके बाद 2021 में पटना में होने वाले बिहार क्रिकेट लीग में शामिल हुए। फिर अंडर-19 खेलने चंडीगढ़ चले गए, जिसमें वह हाईएस्ट विकेट लिया था। '2021 में बिहार क्रिकेट लीग में शामिल हुए थे साकिब' तालिब हुसैन ने बताया, 'इसी बीच मिंज स्टेडियम में ही देवधारी गिरी टूर्नामेंट में खेलने के दौरान साकिब को बॉलिंग के लिए चयन किया गया था। टूर्नामेंट के आयोजक स्व.टूना गिरी, जावेद सिद्दीकी कुमार, साकेत और कोच रॉबिन जी को बॉलिंग अच्छा लगा। इसके बाद 2021 में पटना में बिहार क्रिकेट लीग में शामिल हुआ था। इसके बाद अंडर 19 खेलने चंडीगढ़ में हाईएस्ट विकेट लिए थे। नेशनल क्रिकेट एकेडमी बेंगलुरु में शामिल हुए।' 'साकिब ने पिछले साल अक्टूबर में रणजी ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ मैच में 10 विकेट लेकर बिहार को जीत दिलाई थी। टी20 में साकिब ने कुल 10 विकेट झटके हैं। उन्होंने हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मैचों में 5 विकेट लिए थे।' इस तरह से IPL के लिए सिलेक्ट हुए थे साकिब 'बेंगलुरु में साकिब को मुश्ताक अली ट्राफी खेलने का मौका भी मिल चुका है, जिसमें लाइव प्रसारण हुआ था। लाइव प्रसारण के दौरान ही IPL टीम ने बेहतर प्रदर्शन को देखकर ट्रायल के लिए नेट बॉलिंग लिए बुलाया गया था। साकिब की सफलता के पीछे कई शुभचिंतक का हाथ है। उनकी सफलता पर आज गर्व हो रहा है।' साकिब हुसैन- 2024 में KKR ने 20 लाख रुपए में खरीदा था IPL 2024 के ऑक्शन की लिस्ट में गोपालगंज के साकिब हुसैन को KKR ने 20 लाख रुपए में पहली बार खरीदा था। साकिब दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। वह चेन्नई सुपर किंग में नेट बॉलर के रूप में भी चयनित हुए थे। वह अब तक 6 फर्स्ट क्लास और 12 T20 मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट क्लास में उनके नाम 16 विकेट दर्ज हैं। IPL 2025 में भी साकिब का नाम ऑक्शन की लिस्ट में गया था, लेकिन उन्हें किसी टीम ने सिलेक्ट नहीं किया था। 2026 में साकिब को सनराइजर्स हैदराबाद ने 30 लाख में खरीदा वहीं, 2026 में तेज गेंदबाज साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने 30 लाख रुपए में खरीद लिया है। साकिब के नीलामी में चुने जाने की खबर मिलते ही उनके घर और पूरे मोहल्ले में खुशी का माहौल बन गया। लोगों ने टीवी पर यह खबर देखते ही एक-दूसरे को बधाई दी। इसके बाद घर के बाहर लोगों से खूब पटाखे फोड़े। परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य है। पिछली बार उनका बेस प्राइस 20 लाख रुपए था, जबकि इस बार यह 30 लाख रुपए रखा गया था। चाचा की ख्वाहिश- INDIA के लिए खेले साकिब चाचा अहमद हुसैन ने बताया, 'साकिब के IPL में सिलेक्शन होने से पूरे गांव के लोगों में खुशी है। बिहार के रनजी ट्रॉफी में उसने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था। 10 विकेट उसने लिए थे। इसके अलावा, मुश्ताक अली ट्राफी में भी उसने बेस्ट परफॉर्मेंस दिया था। हमारी ख्वाहिश है कि मेरा बेटा INDIA के लिए खेले और पूरे बिहार का नाम रौशन करे। मोहम्मद काबिल ने बताया, आज जो साकिब IPL में सिलेक्ट हुआ है, वो उसके मेहनत का नतीजा है। जमीन से जुड़े लड़के को यहां तक पहुंचाने में उसकी खुद की मेहनत और माता-पिता का हाथ है। इस कामयाबी के हकदार पेरेंट्स और उसके बड़े चाचा हैं। साकिब ने अपनी सफलता का श्रेय स्व.टूना गिरी,अपने माता-पिता, कोच और सभी शुभचिंतकों को दिया है। इस अवसर पर स्थानीय खेल प्रेमियों और क्रिकेट एसोसिएशन ने भी साकिब को बधाई दी है। चार भाईयो में तीसरे स्थान का साकिब बचपन से ही क्रिकेट के प्रति लगाव रखता था। धोनी ने की थी साकिब की तारीफ साकिब चेन्नई सुपर किंग्स के नेट बॉलर भी रह चुके हैं। इस दौरान उन्हें महेंद्र सिंह धोनी से मिलने का मौका मिला। साकिब ने अपनी बॉलिंग को लेकर धोनी से राय ली। इस पर धोनी ने कहा, ‘अच्छा हो रहा है, तुम में अच्छा टैलेंट है। तुम ऐसे ही करते रहो। बस मेहनत करते रहो, सिलेक्शन तुम्हारे हाथ में नहीं है।’ साकिब धोनी को अपना आइडल भी मानते हैं।

दैनिक भास्कर 18 Dec 2025 5:00 am

गोपालगंज के साकिब हुसैन को IPL में जगह:सनराइजर्स हैदराबाद ने 30 लाख रुपए में खरीदा, सऊदी अरब में मजदूरी करते हैं पिता

गोपालगंज के तेज गेंदबाज साकिब हुसैन को हाल ही में हुई आईपीएल 2026 की नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद ने 30 लाख रुपए में खरीदा है। साकिब जिले के सदर प्रखंड के दरगाह मोहल्ला के निवासी हैं। यह नीलामी अबू धाबी में आयोजित की गई थी। साकिब के नीलामी में चुने जाने की खबर मिलते ही उनके घर और पूरे मोहल्ले में खुशी का माहौल बन गया। लोगों ने टीवी पर यह खबर देखते ही एक-दूसरे को बधाई दी। साकिब के पिता अली अहमद हुसैन सऊदी अरब में मजदूरी करते हैं और फिलहाल अपने घर आए हुए हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति सामान्य है। 30 लाख रुपए रखा गया था बेस प्राइस साकिब पहले भी आईपीएल का हिस्सा रह चुके हैं। इस बार सनराइजर्स हैदराबाद में शामिल होने पर उनके प्रदर्शन को लेकर लोगों में उत्सुकता है। पिछली बार उनका बेस प्राइस 20 लाख रुपए था, जबकि इस बार यह 30 लाख रुपए रखा गया था। इंटर तक की पढ़ाई करने वाले साकिब अब तक 6 फर्स्ट क्लास और 12 टी20 मैच खेल चुके हैं। फर्स्ट क्लास में उनके नाम 16 विकेट दर्ज हैं। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में रणजी ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ मैच में 10 विकेट लेकर बिहार को जीत दिलाई थी। टी20 में साकिब ने कुल 10 विकेट झटके हैं। उन्होंने हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 5 मैचों में 5 विकेट लिए थे। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति था लगाव साकिब ने अपनी सफलता का श्रेय स्व टूना गिरी,अपने माता-पिता, कोच और सभी शुभचिंतकों को दिया है। इस अवसर पर स्थानीय खेल प्रेमियों और क्रिकेट एसोसिएशन ने भी साकिब को बधाई दी है। चार भाईयो में तीसरे स्थान का साकिब बचपन से ही क्रिकेट के प्रति लगाव रखता था। शहर के मिंज स्टेडियम में आर्मी की तैयारी के लिए दौड़ने जाता था, जहां क्रिकेट के खिलाड़ियों को देखकर उसके मन में भी यह तमन्ना जगी थी कि वह भी एक बेहतर क्रिकेटर बनकर परिवार और जिले का नाम रोशन करेगा। इंटर तक पढ़ाई करने के बाद साकिब ने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा और धीरे धीरे आगे बढ़ता गया। देवधारी गिरी टूर्नामेंट से हुई क्रिकेट की शुरुआत साकिब की क्रिकेट में शुरुआत उस वक्त से हुई जब वह मिंज स्टेडियम में हुए देवधारी गिरी टूर्नामेंट में खेलने के दौरान साकिब को बॉलिंग के लिए चयन किया गया था। बॉलिंग देखकर मौके पर मौजूद टूर्नामेंट के आयोजक स्व टूना गिरी, जावेद सिद्दीकी कुमार, साकेत और कोच रॉबिन जी को बॉलिंग अच्छा लगा और उन लोगो ने उनकी बॉलिंग देखकर सराहना की। टूना गिरी क्रिकेट एकेडमी से खेलने के बाद 2021 में पटना में होने वाले बिहार क्रिकेट लीग में शामिल हुआ। इसके बाद अंडर 19 खेलने चंडीगढ़ गया, जिसमें हाईएस्ट विकेट टेस्ट था। इसके बाद नेशनल क्रिकेट एकेडमी बैंगलोर में शामिल हुआ। साकिब को मुस्ताक अली ट्राफी खेलने का मौका भी मिल चुका है, जिसमें लाइव प्रसारण हुआ था। लाइव प्रसारण के दौरान ही आईपीएल टीम ने बेहतर प्रदर्शन को देखकर ट्रायल के लिए नेट बॉलिंग लिए बुलाया गया था।

दैनिक भास्कर 17 Dec 2025 12:56 pm

अरुणाचल प्रदेश में शांति की रीढ़ है असम राइफल्स: राज्यपाल

अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के.टी. परनाइक ने कहा कि निरंतर सतर्कता और मजबूत सुरक्षा व्यवस्था के माध्यम से असम राइफल्स ने अपने कार्यक्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित की है

देशबन्धु 17 Dec 2025 7:20 am

भिलाई स्टील प्लांट में सालभर में 31 बाइक चोरी,VIDEO:23 मेन गेट-ऑथराइज्ड पार्किंग से, मैनेजमेंट बोला- हमारी जिम्मेदारी नहीं, कर्मचारी बोले- पुलिस FIR तक सीमित

एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट, भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कर्मचारी बाइक चोरी की समस्या से जूझ रहे हैं। एक साल में 31 बाइक चोरी हो गईं। इनमें से 23 BSP की ऑथराइज्ड पार्किंग से चोरी हुईं। हर महीने 3-4 बाइक चोरी हो रही हैं। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस सिर्फ FIR दर्ज तक ही सीमित है। 7 नवंबर को BSP के RTS में कॉन्ट्रैक्ट वर्कर विपिन साहू की बाइक मेन गेट की पार्किंग से चोरी हो गई। उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न तो बाइक मिली है और न ही आरोपी। पुलिस को चोरी का CCTV फुटेज भी दिया, लेकिन पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पाई। भट्टी पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से हमने BSP प्रबंधन को पत्र लिखा है। वहीं BSP प्रबंधन का कहना है कि ठेका श्रमिक अपनी गाड़ियां गेट के सामने खड़े करते हैं। उन्होंने बाइक पास नहीं बनवाया है। ऐसे में चोरी की वारदात के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। देखिए पहले ये तस्वीरें... 19 बाइक मेन गेट के बाहर पार्किंग से गायब BSP कर्मचारियों के अनुसार, प्लांट परिसर और उसके आसपास दोपहिया वाहनों और साइकिल चोरी का सिलसिला लंबे समय से जारी है। दैनिक भास्कर डिजिटल ने BSP की पार्किंग से पिछले एक साल में हुई चोरी की वारदात की पड़ताल की, जिसमें कई तथ्य सामने आए। 1 जनवरी से 14 दिसंबर 2025 के बीच कुल 31 बाइक की चोरी हुई। इनमें सबसे ज्यादा 19 बाइक बीएसपी के मेन गेट के बाहर बनी पार्किंग से चोरी हुई हैं, जबकि 4 बाइक बीएसपी के बोरिया गेट की पार्किंग से गायब हुए। इसके अलावा गणेश पूजा के दौरान गणेश पंडाल से 2 बाइक चोरी हुईं। सेक्टर-1 गार्डन से भी 2 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। वहीं, प्लांट के अंदर बिलेट यार्ड कंट्रोल रूम के बाहर से 1 बाइक, सेक्टर-3 के चाइना मार्केट से 1 बाइक चोरी हुई। बीटीआई भवन की पार्किंग से 1 बाइक और आईआर विभाग कार्यालय के गेट के बाहर से 1 बाइक चोरी होने की जानकारी सामने आई है। इन बाइक के बारे में पुलिस सिर्फ FIR तक ही सीमित है। गाड़ियां बाइक मालिकों को वापस नहीं मिली। औसतन हर महीने 3 से 4 बाइक चोरी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी में 8 बाइक चोरी हुईं। फरवरी में 2, मार्च में 4, अप्रैल में 2, जून में 3, जुलाई में 2, अगस्त में 1, सितंबर में 2, अक्टूबर में 1, नवंबर में 4 और 14 दिसंबर 2025 तक 2 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। भिलाई स्टील प्लांट की पार्किंग से चोरी हुए इनके वाहन- भिलाई के भट्टी थाना क्षेत्र में जनवरी माह के दौरान कुल 8 बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। इनमें से 6 बाइक बीएसपी की पार्किंग से चोरी हुईं, जबकि एक बाइक चाइना मार्केट, सेक्टर-3 से और एक बाइक घर के बाहर से चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई है। फरवरी-2025 भट्टी थाना क्षेत्र में फरवरी माह के दौरान कुल 3 चोरी के मामले दर्ज किए गए। इनमें एक मामला बीएसपी मेन गेट के बाहर पार्किंग से बाइक चोरी का है, जबकि दो मामलों में घरों से चोरी की घटनाएं दर्ज की गई हैं। वहीं 26 फरवरी को हुई स्कूटी चोरी की रिपोर्ट 1 मार्च को थाने में दर्ज कराई गई। मार्च 2025 में भिलाई के भट्टी थाना क्षेत्र में दोपहिया वाहन चोरी के कुल 6 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 5 वाहन बीएसपी के अधिकृत पार्किंग क्षेत्र से चोरी हुए, जबकि 1 वाहन बोरिया मार्केट के पास सड़क किनारे से चोरी हुआ। अप्रैल–2025 अप्रैल 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 4 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 मामले बीएसपी के अधिकृत क्षेत्र से बाइक चोरी के, 1 मामला प्लांट के भीतर स्क्रैप कॉपर केबल चोरी का और 1 मामला घर के बाहर से स्कूटी चोरी का दर्ज किया गया। जून 2025 में भट्टी थाने में बाइक चोरी के कुल 2 मामले दर्ज किए गए। 30 जून को हुई बाइक चोरी की रिपोर्ट 4 जुलाई को दर्ज कराई गई। जुलाई-2025 जुलाई 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 3 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 बाइक चोरी बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से और 1 बाइक चोरी सेक्टर-1 के गार्डन से हुई। अगस्त-2025 अगस्त 2025 में थाने में चोरी का केवल 1 मामला दर्ज किया गया। 29 अगस्त को हुई स्कूटी चोरी की रिपोर्ट 2 सितंबर को दर्ज कराई गई। सितंबर-2025 सितंबर 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 6 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 बाइक चोरी गणेश पंडाल क्षेत्र से, 3 मामले घरों से चोरी के और 1 मामला बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से चोरी का दर्ज किया गया, जिसकी रिपोर्ट 2 सितंबर को दर्ज हुई। अक्टूबर-2025 अक्टूबर 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 4 मामले दर्ज किए गए। इनमें 1 बाइक चोरी सेक्टर-1 के गार्डन से हुई, जबकि शेष 3 मामलों में घरों से चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। दिसंबर-2025 5 दिसंबर: पावर प्लांट-1 (दक्ष पावर) में ठेका श्रमिक मनोज सोनी की बाइक मेन गेट पार्किंग से चोरी हो गई। 10 दिसंबर: आरसीएल विभाग में ठेका श्रमिक विनय बंछोर की बाइक मेन गेट पार्किंग से चोरी हो गई। दिसंबर 2025 में 14 दिसंबर तक चोरी के कुल 3 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 मामले बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से बाइक चोरी के और 1 मामला पार्क में घूमने आए मयंक साहू के वाहन चोरी का दर्ज किया गया। पुलिस बोली- BSP प्रबंधन को लिखा पत्र भिलाई भट्टी थाना प्रभारी राजेश कुमार साहू ने बाइक चोरी के मामलों पर कहा कि शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाती है। कुछ लोगों के वाहन पुलिस ने खोज कर भी दिए हैं। सभी मामलों पर अभी जांच की की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से हमने BSP प्रबंधन को पत्र लिखा है। BSP प्रबंधन से कहा गया है कि परिसर में CCTV कैमरे लगाए और सुरक्षा सुनिश्चित करें। ताकि मजदूरों और कर्मचारियों के वाहनों की चोरी ना हो। CISF प्लांट की सुरक्षा के लिए- प्रबंधन वहीं भिलाई स्टील प्लांट के PRO प्रशांत तिवारी ने कहा कि ठेका श्रमिक अपनी गाड़ियां गेट के सामने खड़े करते हैं। उन्होंने बाइक पास नहीं बनवाया है। ऐसे में चोरी के वारदात के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। उन्हें वहां बाइक पार्क नहीं करने के लिए भी कहा जा चुका है। बावजूद ठेका श्रमिक वहां बाइक पार्किंग कर रहे हैं। CISF प्लांट की सुरक्षा के लिए हैं। देश के बड़े प्रोजेक्ट्स में BSP का अहम योगदान बता दें कि जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के निर्माण में BSP का बड़ा योगदान है। एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े कारखाने, भिलाई इस्पात संयंत्र सहित स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के इस्पात संयंत्रों ने 16,000 टन स्टील की आपूर्ति की है। इसके अलावा BSP में उत्पादित स्टील का उपयोग बांद्रा-वर्ली सी-लिंक, मुंबई में अटल सेतु, अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग, हिमाचल प्रदेश में अटल सुरंग और राष्ट्रीय महत्व की कई अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के निर्माण में किया गया है। भिलाई में उत्पादित स्टील का उपयोग युद्ध-पोतों और आईएनएस विक्रांत के निर्माण में भी किया गया है। बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भी बड़ी मात्रा में टीएमटी बार्स की आपूर्ति की गई है। .............................. भिलाई स्टील प्लांट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ के स्टील से मिजोरम में बना 114-मीटर ऊंचा रेलवे-ब्रिज: देश में दूसरा सबसे ऊंचा, BSP के मटेरियल से बन चुके चिनाब ब्रिज,स्टैच्यू-ऑफ-यूनिटी, INS विक्रांत छत्तीसगढ़ का स्टील दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, INS विक्रांत बनाने के बाद मिजोरम की राजधानी आइजोल में नया इतिहास रचा है। भिलाई के BSP से भेजा गया 30-35 हजार टन लोहे से पियर ब्रिज बना है, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रिज है। जिसकी ऊंचाई 114 मीटर है। जबकि चिनाब रेलवे ब्रिज 359 मीटर ऊंचा है। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 16 Dec 2025 8:40 am

उदयपुर की मनस्वी अग्रवाल ने अंटार्कटिका पर फहराया तिरंगा:माइनस 60 डिग्री में 16,500 फीट ऊंचाई को छुआ, दुर्गम शिखर पर पहुंचने वाली पहली राजस्थानी महिला बनीं

उदयपुर की बेटी मनस्वी अग्रवाल ने अंटार्कटिका महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर पर भारतीय ध्वज फहराया। माउंट विन्सन मैसिफ पर पहुंचकर मानसी ने राजस्थान का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर बढ़ाया है। मनस्वी ने 12 दिसंबर को यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। वे इस दुर्गम शिखर पर पहुंचने वाली पहली राजस्थानी महिला बन गई हैं। इस दुर्गम शिखर पर आज तक राजस्थान से कोई भी नहीं जा पाया है। समुद्र तल से लगभग 5 हजार मीटर (करीब 16,500 फीट) की ऊंचाई स्थित विन्सन मैसिफ पृथ्वी के अंतिम छोर पर स्थित है। यह पर्वत शिखर पूर्णतः बर्फ से ढंका हुआ है। चारों ओर केवल बर्फ है और तापमान कई बार माइनस 60 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इन्हीं विषम परिस्थितियों के कारण इस शिखर पर सफलतापूर्वक आरोहण को पर्वतारोहण क्षेत्र में सबसे चुनौतीपूर्ण अभियानों में गिना जाता है। अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल में लिया एडवांस पर्वतारोहण का प्रशिक्षणमनस्वी अग्रवाल की यह उपलब्धि वर्षों के कठोर प्रशिक्षण और अनुशासन का परिणाम है। उन्होंने माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट, दिरांग (अरुणाचल प्रदेश) और हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट, दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) से मूलभूत एवं एडवांस पर्वतारोहण प्रशिक्षण सफलतापूर्वक प्राप्त किया है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अंतर्गत लगभग एक माह तक 6 हजार 500 मीटर ऊंची बर्फीली चोटियों पर रहकर कठिन अभ्यास करना होता है। ये दोनों संस्थान भारतीय सेना द्वारा संचालित हैं। विशेषज्ञों के अनुसार प्रतिवर्ष विश्वभर से अधिकतम 50 पर्वतारोही ही इस शिखर तक पहुंच पाते हैं। अब तक भारत से ’’10 से भी कम पर्वतारोही’’ विन्सन मैसिफ पर चढ़ने में सफल हुए हैं। इनमें अब मनस्वी अग्रवाल का नाम भी स्वर्ण अक्षरों में जुड़ गया है। इसके अलावा उन्होंने गुजरात सरकार द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद रॉक क्लाइम्बिंग संस्थान से भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है। वे इस क्षेत्र की प्रमाणित प्रशिक्षक भी हैं। सात महाद्वीपों के शिखरों का लक्ष्यमनस्वी इससे पहले इसी वर्ष ’’यूरोपीय महाद्वीप के सर्वोच्च शिखर माउंट एलब्रुस तथा अफ्रीकी महाद्वीप के सर्वोच्च शिखर माउंट किलीमजारो को भी सफलतापूर्वक फतह कर चुकी हैं। उनका लक्ष्य अगले वर्ष विश्व के सभी सातों महाद्वीपों के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचकर “सेवन समिट्स” चुनौती को पूर्ण करना है। 10 मीटर राइफल शूटिंग में प्रख्यात नेशनल शूटर रह चुकीपर्वतारोहण के साथ-साथ मनस्वी अग्रवाल का खेल और शिक्षा क्षेत्र में भी उत्कृष्ट रिकॉर्ड रहा है। वे 10 मीटर राइफल शूटिंग में प्रख्यात नेशनल शूटर रह चुकी हैं और भारतीय टीम के चयन के चार राउंड तक पहुंच चुकी हैं। उन्होंने गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी गांधीनगर से पांच वर्षीय कानून पाठ्यक्रम पूर्ण करने के बाद स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त की है। वर्तमान में वे पर्यावरणीय कानून विषय पर पीएच.डी. कर रही हैं। फिलहाल वे एक निजी लॉ कॉलेज में सहायक आचार्य के रूप में अध्यापन भी कर रही हैं। मनस्वी के पिता टी. आर. अग्रवाल राजस्थान वित्त सेवा के वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं। वे हाल ही अतिरिक्त निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मां सरोज गुप्ता मीरा गर्ल्स कॉलेज में इतिहास विभाग में वरिष्ठ आचार्य है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 7:01 pm

भिलाई में BSP की पार्किंग से 31 बाइक चोरी...VIDEO:ऑथराइज्ड-पार्किंग से चुरा ले गए, CCTV फुटेज सौंपने पर भी नहीं पकड़ाए, मैनेजमेंट बोला-हमारी जिम्मेदारी नहीं

एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट, भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कर्मचारी बाइक चोरी की समस्या से जूझ रहे हैं। एक साल में 31 बाइक चोरी हो गईं। इनमें से 23 BSP की ऑथराइज्ड पार्किंग से चोरी हुईं। हर महीने 3-4 बाइक चोरी हो रही हैं। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस सिर्फ FIR दर्ज तक ही सीमित है। 7 नवंबर को BSP के RTS में कॉन्ट्रैक्ट वर्कर विपिन साहू की बाइक मेन गेट की पार्किंग से चोरी हो गई। उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न तो बाइक मिली है और न ही आरोपी। पुलिस को चोरी का CCTV फुटेज भी दिया, लेकिन पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पाई। भट्टी पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से हमने BSP प्रबंधन को पत्र लिखा है। वहीं BSP प्रबंधन का कहना है कि ठेका श्रमिक अपनी गाड़ियां गेट के सामने खड़े करते हैं। उन्होंने बाइक पास नहीं बनवाया है। ऐसे में चोरी की वारदात के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। देखिए पहले ये तस्वीरें... 19 बाइक मेन गेट के बाहर पार्किंग से गायब BSP कर्मचारियों के अनुसार, प्लांट परिसर और उसके आसपास दोपहिया वाहनों और साइकिल चोरी का सिलसिला लंबे समय से जारी है। दैनिक भास्कर डिजिटल ने BSP की पार्किंग से पिछले एक साल में हुई चोरी की वारदात की पड़ताल की, जिसमें कई तथ्य सामने आए। 1 जनवरी से 14 दिसंबर 2025 के बीच कुल 31 बाइक की चोरी हुई। इनमें सबसे ज्यादा 19 बाइक बीएसपी के मेन गेट के बाहर बनी पार्किंग से चोरी हुई हैं, जबकि 4 बाइक बीएसपी के बोरिया गेट की पार्किंग से गायब हुए। इसके अलावा गणेश पूजा के दौरान गणेश पंडाल से 2 बाइक चोरी हुईं। सेक्टर-1 गार्डन से भी 2 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। वहीं, प्लांट के अंदर बिलेट यार्ड कंट्रोल रूम के बाहर से 1 बाइक, सेक्टर-3 के चाइना मार्केट से 1 बाइक चोरी हुई। बीटीआई भवन की पार्किंग से 1 बाइक और आईआर विभाग कार्यालय के गेट के बाहर से 1 बाइक चोरी होने की जानकारी सामने आई है। इन बाइक के बारे में पुलिस सिर्फ FIR तक ही सीमित है। गाड़ियां बाइक मालिकों को वापस नहीं मिली। औसतन हर महीने 3 से 4 बाइक चोरी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी में 8 बाइक चोरी हुईं। फरवरी में 2, मार्च में 4, अप्रैल में 2, जून में 3, जुलाई में 2, अगस्त में 1, सितंबर में 2, अक्टूबर में 1, नवंबर में 4 और 14 दिसंबर 2025 तक 2 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। भिलाई स्टील प्लांट की पार्किंग से चोरी हुए इनके वाहन- भिलाई के भट्टी थाना क्षेत्र में जनवरी माह के दौरान कुल 8 बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। इनमें से 6 बाइक बीएसपी की पार्किंग से चोरी हुईं, जबकि एक बाइक चाइना मार्केट, सेक्टर-3 से और एक बाइक घर के बाहर से चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई है। फरवरी-2025 भट्टी थाना क्षेत्र में फरवरी माह के दौरान कुल 3 चोरी के मामले दर्ज किए गए। इनमें एक मामला बीएसपी मेन गेट के बाहर पार्किंग से बाइक चोरी का है, जबकि दो मामलों में घरों से चोरी की घटनाएं दर्ज की गई हैं। वहीं 26 फरवरी को हुई स्कूटी चोरी की रिपोर्ट 1 मार्च को थाने में दर्ज कराई गई। मार्च 2025 में भिलाई के भट्टी थाना क्षेत्र में दोपहिया वाहन चोरी के कुल 6 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 5 वाहन बीएसपी के अधिकृत पार्किंग क्षेत्र से चोरी हुए, जबकि 1 वाहन बोरिया मार्केट के पास सड़क किनारे से चोरी हुआ। अप्रैल–2025 अप्रैल 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 4 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 मामले बीएसपी के अधिकृत क्षेत्र से बाइक चोरी के, 1 मामला प्लांट के भीतर स्क्रैप कॉपर केबल चोरी का और 1 मामला घर के बाहर से स्कूटी चोरी का दर्ज किया गया। जून 2025 में भट्टी थाने में बाइक चोरी के कुल 2 मामले दर्ज किए गए। 30 जून को हुई बाइक चोरी की रिपोर्ट 4 जुलाई को दर्ज कराई गई। जुलाई–2025 जुलाई 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 3 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 बाइक चोरी बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से और 1 बाइक चोरी सेक्टर-1 के गार्डन से हुई। अगस्त–2025 अगस्त 2025 में थाने में चोरी का केवल 1 मामला दर्ज किया गया। 29 अगस्त को हुई स्कूटी चोरी की रिपोर्ट 2 सितंबर को दर्ज कराई गई। सितंबर–2025 सितंबर 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 6 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 बाइक चोरी गणेश पंडाल क्षेत्र से, 3 मामले घरों से चोरी के और 1 मामला बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से चोरी का दर्ज किया गया, जिसकी रिपोर्ट 2 सितंबर को दर्ज हुई। अक्टूबर–2025 अक्टूबर 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 4 मामले दर्ज किए गए। इनमें 1 बाइक चोरी सेक्टर-1 के गार्डन से हुई, जबकि शेष 3 मामलों में घरों से चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। दिसंबर–2025 5 दिसंबर: पावर प्लांट-1 (दक्ष पावर) में ठेका श्रमिक मनोज सोनी की बाइक मेन गेट पार्किंग से चोरी हो गई। 10 दिसंबर: आरसीएल विभाग में ठेका श्रमिक विनय बंछोर की बाइक मेन गेट पार्किंग से चोरी हो गई। दिसंबर 2025 में 14 दिसंबर तक चोरी के कुल 3 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 मामले बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से बाइक चोरी के और 1 मामला पार्क में घूमने आए मयंक साहू के वाहन चोरी का दर्ज किया गया। पुलिस बोली- BSP प्रबंधन को लिखा पत्र भिलाई भट्टी थाना प्रभारी राजेश कुमार साहू ने बाइक चोरी के मामलों पर कहा कि शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाती है। कुछ लोगों के वाहन पुलिस ने खोज कर भी दिए हैं। सभी मामलों पर अभी जांच की की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से हमने BSP प्रबंधन को पत्र लिखा है। BSP प्रबंधन से कहा गया है कि परिसर में CCTV कैमरे लगाए और सुरक्षा सुनिश्चित करें। ताकि मजदूरों और कर्मचारियों के वाहनों की चोरी ना हो। CISF प्लांट की सुरक्षा के लिए- प्रबंधन वहीं भिलाई स्टील प्लांट के PRO प्रशांत तिवारी ने कहा कि ठेका श्रमिक अपनी गाड़ियां गेट के सामने खड़े करते हैं। उन्होंने बाइक पास नहीं बनवाया है। ऐसे में चोरी के वारदात के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। उन्हें वहां बाइक पार्क नहीं करने के लिए भी कहा जा चुका है। बावजूद ठेका श्रमिक वहां बाइक पार्किंग कर रहे हैं। CISF प्लांट की सुरक्षा के लिए हैं। देश के बड़े प्रोजेक्ट्स में BSP का अहम योगदान बता दें कि जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के निर्माण में BSP का बड़ा योगदान है। एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े कारखाने, भिलाई इस्पात संयंत्र सहित स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के इस्पात संयंत्रों ने 16,000 टन स्टील की आपूर्ति की है। इसके अलावा BSP में उत्पादित स्टील का उपयोग बांद्रा-वर्ली सी-लिंक, मुंबई में अटल सेतु, अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग, हिमाचल प्रदेश में अटल सुरंग और राष्ट्रीय महत्व की कई अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के निर्माण में किया गया है। भिलाई में उत्पादित स्टील का उपयोग युद्ध-पोतों और आईएनएस विक्रांत के निर्माण में भी किया गया है। बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भी बड़ी मात्रा में टीएमटी बार्स की आपूर्ति की गई है। .............................. भिलाई स्टील प्लांट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ के स्टील से मिजोरम में बना 114-मीटर ऊंचा रेलवे-ब्रिज: देश में दूसरा सबसे ऊंचा, BSP के मटेरियल से बन चुके चिनाब ब्रिज,स्टैच्यू-ऑफ-यूनिटी, INS विक्रांत छत्तीसगढ़ का स्टील दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, INS विक्रांत बनाने के बाद मिजोरम की राजधानी आइजोल में नया इतिहास रचा है। भिलाई के BSP से भेजा गया 30-35 हजार टन लोहे से पियर ब्रिज बना है, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रिज है। जिसकी ऊंचाई 114 मीटर है। जबकि चिनाब रेलवे ब्रिज 359 मीटर ऊंचा है। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:52 pm

अंजॉ में भीषण हादसा: 200 मीटर खाई से 6 शव बरामद, रेस्क्यू जारी

अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले में हुए भीषण सड़क हादसे के बाद चल रहा खोज और बचाव अभियान दूसरे दिन भी जारी है

देशबन्धु 13 Dec 2025 10:38 am

MP से विंटर शेड्यूल में सबसे ज्यादा त्बिलिसी की बुकिंग:डोमेस्टिक में पर्यटकों को लुभा रहा केरल; इस बार 30% ज्यादा बुक हुए न्यू ईयर सेलिब्रेशन टूर

इंडिगो क्राइसिस के बीच भी मध्यप्रदेश में न्यू ईयर सेलिब्रेशन की तैयारी शुरू हो गई है। क्रिसमस से शुरू होने वाले हॉलिडे सीजन के चलते घरेलू पर्यटन उद्योग में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। इंदौर के ट्रैवल एजेंट्स का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल 20 से 30 प्रतिशत ज्यादा पैकेज बुक हुए हैं। इंटरनेशनल ट्रैवल में इस साल नया ट्रेंड देखने को मिला है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर जैसे शहरों से इस साल त्बिलिसी के लिए ज्यादा क्रेज है। वहीं, डोमेस्टिक ट्रैवल में भी नया ट्रेंड है। इस साल गोवा से ज्यादा लोग केरल की तरफ जाना पसंद कर रहे हैं। ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अमोल कटारिया ने बताया कि पिछले साल यानी 2024 में टर्की और बाकू के लिए सबसे ज्यादा बुकिंग थी, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही इनकी बुकिंग में गिरावट देखने को मिली है। इस साल सबसे ज्यादा दुबई, श्रीलंका और थाईलैंड के लिए बुकिंग है। वहीं, एक नया डेस्टिनेशन उभरकर सामने आया है जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी। हमारे पास त्बिलिसी के पैकेज के लिए सबसे ज्यादा डिमांड है। टूर पैकेज के रेट बढ़े जरूर है लेकिन पर्यटकों की संख्या में कमी नहीं आई है। मुन्नार के लिए भी हो रही बुकिंगट्रैवल एजेंट प्रदीप काले ने बताया कि केरल में इस बार पर्यटक मुन्नार, एलेप्पी और कन्याकुमारी को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इन तीनों जगहों को मिलाकर एक सप्ताह का टूर पैकेज काफी लोकप्रिय हो रहा है। मुन्नार अपने हरे-भरे पहाड़ों और चाय बागानों के लिए जाना जाता है। एलेप्पी अपने शांत बैकवाटर हाउस बोट टूर के लिए मशहूर है, जबकि कन्याकुमारी में बीच और सूर्योदय का दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करता है। इसके अलावा कोवलम, वायनाड और वर्कला जैसे स्थान भी यात्रियों की सूची में शामिल हो गए हैं। होटल रेट घटे, पैकेज महंगेइंडस्ट्री एक्सपर्ट की मानें तो पिछले साल की तुलना में इस बार होटल रेट्स में कुछ गिरावट आई है, लेकिन ट्रैवल पैकेज महंगे हो गए हैं। इसका मुख्य कारण एयर फेयर और सर्विस चार्ज में बढ़ोतरी है। पैकेजों की कीमतें पांच से दस प्रतिशत तक बढ़ी हैं, लेकिन इसके बावजूद बुकिंग में कमी नहीं आई है। यात्रियों को अब पहले से बेहतर होटल, कम्फर्ट और सर्विस मिल रही है। वे अतिरिक्त खर्च करने के लिए तैयार हैं। बीच डेस्टिनेशन की मांग बढ़ीइस बार लोग हिमाचल, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश जैसे हिल स्टेशनों की तुलना में बीच डेस्टिनेशन को ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं। हालांकि, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में बर्फबारी शुरू हो चुकी है, लेकिन वहां का तापमान बहुत कम होने के कारण सैलानियों का रुझान घटा है। लोग अब आरामदायक और गर्म मौसम वाली जगहों पर छुट्टियां बिताना चाहते हैं, जहां ट्रैवल और घूमने दोनों में आसानी रहे। इन देशों में भी डिमांडविदेश घूमने की चाहत रखने वालों के बीच दुबई, सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और बाली जैसे स्थानों की मांग बढ़ी है। इनमें से दुबई और सिंगापुर की बुकिंग सबसे आगे है। दुबई के लिए इंदौर से शारजाह की डायरेक्ट फ्लाइट उपलब्ध होने से ट्रैवल टाइम कम हो गया है और यात्रियों के लिए यह एक बड़ा आकर्षण बन गया है। ट्रैवल एजेंसी के संचालक टीके जोस के अनुसार, मलेशिया, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देशों के लिए पैकेज अन्य डेस्टिनेशन की तुलना में सस्ते पड़ रहे हैं, जिससे फैमिली और कपल्स इन्हें ज्यादा पसंद कर रहे हैं। नवंबर से जनवरी तक शादी का सीजन होता है, इसलिए नवविवाहित जोड़े गोवा, केरल, बाली और सिंगापुर जैसी रोमांटिक जगहों का चुनाव कर रहे हैं। वहीं, फैमिली ट्रिप के लिए लोग केरल और दुबई को अधिक पसंद कर रहे हैं क्योंकि यहां बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी मनोरंजन और आराम की पूरी व्यवस्था रहती है। महंगी फ्लाइट होने से लक्षद्वीप में इंटरेस्ट कमएमपी से लक्षद्वीप की बुकिंग नहीं के बराबर हुई है। इसके पीछे का कारण एयरफेयर महंगा होना है। इंदौर से लक्षद्वीप जाने का किराया ही 30 हजार रुपए है। लक्षद्वीप में ज्यादा सुविधाएं भी नहीं हैं, इसलिए लोग वहां जाना कम पसंद कर रहे हैं। यूरोपियन कंट्री जाने का औसत पैकेज इस साल 1.75 लाख से 2 लाख रुपए तक का है। त्बिलिसी, अलमाटी, थाईलैंड, दुबई, सिंगापुर और बाकू का औसत पैकेज 70 से 80 हजार रुपए में मिल रहा है, जबकि ताशकंद, रूस का पैकेज 1 से 1.5 लाख रुपए में शुरू हो रहा है। इसी तरह बाली और वियतनाम का औसत पैकेज 80 से 90 हजार रुपए का है। इंदौर से विंटर वैकेशन के लिए 4 रात/5 दिन से लेकर 15 रात/16 दिन तक के पैकेज लोग ले रहे हैं। केरल को लेकर लगातार इनक्वायरीट्रैवल एजेंसियों के अनुसार लोकल टूरिज्म में सबसे ज्यादा बुकिंग पचमढ़ी, खजुराहो और पेंच के लिए है। इसके बाद ओंकारेश्वर, महेश्वर, उज्जैन और मांडू हैं। 21% बुकिंग केरल और गोवा के लिए है, जयपुर और जोधपुर के लिए 19%, मेघालय 17%, असम, अमृतसर 11%, साउथ 10% और पचमढ़ी, महेश्वर, खजुराहो, अजंता-एलोरा के लिए 6% यात्रियों ने बुकिंग कराई है। महंगी टिकट फिर भी बुकिंगट्रैवल एजेंट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष टीके जोश ने बताया कि रिवेंज टूरिज्म शुरू हुआ था, उसने अच्छी ऊंचाई को छुआ था। अभी देखने में आ रहा है कि वह ऊंचाई क्रॉस नहीं हुई है, लेकिन टूरिज्म इंडस्ट्री ने उसे मेंटेन किया हुआ है। न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए नए टूरिस्ट स्पॉट्स के लिहाज से लोगों ने फॉरेन टूर बनाए हैं। लोगों ने एक महीने पहले से ही बुकिंग शुरू कर दी थी। अब तक के ट्रेंड के हिसाब से इंटरनेशनल बुकिंग में 20% की बढ़ोतरी है। एमपी से यूरोप, अमेरिका और मलेशिया जैसे देशों की एयर टिकट महंगी हैं। इसके बावजूद लोग इंटरनेशनल बुकिंग ज्यादा करा रहे हैं। यह खबर भी पढ़ें... इंडिगो संकट से 350 से ज्यादा टूर टले…करोड़ों रुपए फंसे इंडिगो संकट के बाद से एमपी से घूमने जाने वाले टूरिस्ट को अपने प्लान की तारीखें बदलना पड़ रही हैं। ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन के अनुसार, एमपी के 350 से ज्यादा लोगों ने अपने टूर या तो पोस्टपोन किए हैं या फिर री-शेड्यूल किए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें...

दैनिक भास्कर 13 Dec 2025 5:30 am

अरुणाचल पर चीन का दावा भाजपा की गलती का नतीजा

चीन ने अपनी विस्तारवादी नीति और हड़पने वाली नीयत का परिचय देते हुए फिर से अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है

देशबन्धु 27 Nov 2025 3:13 am

Bigg Boss 18 : चुम दरांग को मिला अरुणाचल प्रदेश के सीएम का सपोर्ट

सलमान खान का पॉपुलर रियलिटी शो 'बिग बॉस 18' अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। हर कोई इस सीजन का विनर बनने के लिए पूरा जोर लगा रहा है। इन दिनों शो में 'टिकट टू फिनाले' टास्क चल रहा है। इस टास्क में विवियन डीसेना और चुम दरंग आमने-सामने खड़े हैं। वहीं ...

वेब दुनिया 10 Jan 2025 2:40 pm