सीयू में ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी महिला वॉलीबॉल टूर्नामेंट आज से
बिलासपुर| गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में 10 से 14 दिसंबर तक ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी महिला वॉलीबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह 10 दिसंबर को सुबह 11 बजे स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित वॉलीबॉल कोर्ट में होगा। मुख्य अतिथि उप-मुख्यमंत्री अरुण साव हैं। अध्यक्षता कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल करेंगे। टूर्नामेंट में 13 राज्यों के 38 विश्वविद्यालयों के लगभग 400 प्रतिभागी शामिल होंगे। इसमें छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, असम, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मिज़ोरम शामिल हैं। इस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के 22 रैफरी भी भाग लेंगे।
पीथमपुर निवासी भारतीय सेना के अग्निवीर मनीष यादव अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। वे ऊर्जा उपकरणों के तकनीकी कार्य में लगे थे। मूल रूप से बिहार निवासी मनीष पिछले 20 सालों से पीथमपुर की वृंदावन कॉलोनी में रह रहे थे। यह घटना 3 दिसंबर की शाम अरुणाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में हुई। मनीष अपनी यूनिट के साथ नियमित तकनीकी कार्यों में व्यस्त थे, तभी यह हादसा हुआ। घटना की सूचना तत्काल परिवार को दी गई। मनीष के बड़े भाई मुन्ना यादव परिजनों और दोस्तों के साथ 3 दिसंबर की रात ही बिहार के लिए रवाना हो गया था। रिटायरमेंट के बाद धूमधाम से बहन की शादी कराना चाहते थे पारिवारिक मित्र हनी कुशवाह ने बताया कि अग्निवीर के तहत भारतीय सेना में चयन होने पर मनीष बहुत खुश थे। उन्होंने मनीष के साथ बचपन बिताया था। पिछली छुट्टियों में मनीष ने कहा था कि कुछ सालों बाद जब वे रिटायर होकर आएंगे, तो बहन की शादी धूमधाम से करेंगे। हनी ने यह भी बताया कि मनीष बचपन से ही अनुशासित और परिवार के प्रति जिम्मेदार थे। दोस्त बोले-कई सालों तक साथ क्रिकेट खेला मनीष के दोस्त जितेंद्र नागर के अनुसार, उन्होंने कई सालों तक मनीष के साथ क्रिकेट खेला था। मनीष की शहादत की सूचना उनके भाई के माध्यम से मिलने के बाद उनका मन उदास है। जितेंद्र ने बताया कि अंतिम संस्कार के बाद उन्होंने परिवार वालों से फोन पर चर्चा भी की है।
पीथमपुर की वृंदावन कॉलोनी में रहने वाले 22 वर्षीय मनीष यादव, जो भारतीय सेना में तकनीकी पद पर तैनात थे, अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। ऊर्जा उपकरणों पर काम करते समय हुए शॉर्ट सर्किट के कारण उन्हें तेज करंट लगा और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना 3 दिसंबर की शाम पर्वतीय क्षेत्र में हुई, जहां उनकी यूनिट नियमित तकनीकी कार्य कर रही थी। उनकी शहादत की खबर मिलते ही पीथमपुर में शोक की लहर फैल गई। मनीष मूल रूप से बिहार के निवासी थे, लेकिन पिछले 20 वर्षों से पीथमपुर की वृंदावन कॉलोनी में रह रहे थे। बिहार में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद 6 दिसंबर को सेना ने उनका पार्थिव शरीर विशेष विमान से बिहार स्थित पैतृक गांव भेजा। वहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। परिवार, ग्रामीण और सेना के जवानों की मौजूदगी में पूरा वातावरण भावुक हो उठा। पीथमपुर में गमगीन माहौल मनीष की शहादत की सूचना जैसे ही पीथमपुर पहुंची, वृंदावन कॉलोनी में लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होने लगे। देर रात तक मित्र, पड़ोसी और परिचित परिवार को सांत्वना देने पहुंचते रहे। स्थानीय लोगों ने कहा कि मनीष बचपन से ही अनुशासित, विनम्र और जिम्मेदार थे तथा सेना में भर्ती होना उनका सपना था। साल भर पहले ज्वाइन की थी सेना मनीष यादव ने 3 अप्रैल 2024 को 623 ईएमई बटालियन में अपनी सेवा शुरू की थी। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उन्हें अरुणाचल प्रदेश में तैनात किया गया था। उनके पिता श्रीराम यादव मजदूर हैं और मां गृहिणी। परिवार में तीन भाई और एक बहन है। साधारण परिवार से आने वाले मनीष ने अपने संघर्ष और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया था। जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक नगर पालिका अध्यक्ष सेवंती सुरेश पटेल, अशोक पटेल, देवेंद्र पटेल, समीर मेहर, मुकेश पांचाल, संदीप रघुवंशी, सरपंच अजहर सेठ, पप्पू असोलिया और राकेश असोलिया सहित कई जनप्रतिनिधियों ने मनीष की शहादत पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पीथमपुर में मनीष की स्मृति को हमेशा जीवित रखने के लिए स्मृति स्थल या श्रद्धांजलि सभा आयोजित की जाएगी।
हिसार जिले के उकलाना क्षेत्र के गांव प्रभुवाला की बेटी ने अरूणाचल प्रदेश के ईटानगर में आयोजित 42वीं एनटीपीसी सब-जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में दूसरा स्थान प्राप्त कर रजत पदक जीता। न्यू सीआर स्पोर्ट्स एकेडमी की कक्षा 10वीं की छात्रा के रजत पदक जीतने पर गांव व स्कूल में खुशी का माहौल है। पायल के पिता रामविलास ने बताया कि अरूणाचल प्रदेश में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तीरंदाजी स्पर्धा में हरियाणा के 8 खिलाड़ियों ने भाग लिया। जिनमें पायल समेत हिसार के 2 खिलाड़ी शामिल हुए। प्रतियोगिता में पायल ने फाइनल मैच तक बेहतर प्रदर्शन किया। स्कूल प्रबंधन ने किया सम्मानित न्यू सीआर स्कूल की मैनेजमेंट कमेटी की तरफ से स्कूल निदेशक रवि बिश्नोई एवं शारदा बिश्नोई ने पदक विजेता पायल को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उसकी कड़ी मेहनत, अनुशासन का परिणाम है। प्रधानाचार्या आशीष मौण ने कहा कि पायल का खेलों के साथ पढाई में भी बेहतर प्रदर्शन रहता है। जिसमें पायल के कोच संदीप और कोच प्रवीन व परिजनों का भी अहम योगदान रहा है।
जालंधर में नशा तस्कर 2 भाई गिरफ्तार:चिट्टा बरामद; सीमा पार नेटवर्क नेटवर्क से जुड़े होने का शक
जालंधर में सीआईए स्टाफ (देहात) ने नशा तस्करी के मामले में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 200 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला है कि दोनों के तार सीमा पार चल रहे ड्रग नेटवर्क से जुड़ सकता हैं। शनिवार को सीआईए टीम ने बस स्टैंड के पास चेकिंग के दौरान जब दो संदिग्ध युवकों को रोका और उनके बैग की तलाशी ली, तो उसमें से 200 ग्राम चिट्टा मिला। पूछताछ मे उनकी पहचान गुरबाज सिंह बाज और उसके छोटे भाई रछपाल सिंह, निवासी कलसियां खुर्द (तरनतारन), के रूप में हुई। दोनों को मौके पर काबू कर थाना मकसूदां में NDPS एक्ट की धारा 21 के तहत मामला दर्ज किया गया। एक आरोपी का रहा आपराधिक रिकॉर्ड टीम इंचार्ज पुष्पबाली और डीएसपी इंदरजीत सिंह सैनी के मुताबिक, जांच में खुलासा हुआ कि बड़े भाई गुरबाज का पहले भी नशा तस्करी का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। वह जुलाई 2023 में 50 ग्राम चिट्टा लेकर पकड़ा गया था और बाद में जमानत मिलने के बाद फिर से तस्करी में शामिल हो गया। पुलिस का मानना है कि इसी दौरान उसके संबंध सीमा पार सक्रिय ड्रग सप्लायर्स से बने। रछपाल सिंह, जो पेशे से ड्राइवर है और अरुणाचल प्रदेश की एक निजी कंपनी में काम करता है, उसने माना कि भाई के दबाव और लालच में आकर वह भी इस अवैध धंधे में शामिल हो गया। दोनों बस के जरिए अलग-अलग जगहों पर सप्लाई देने जाते थे। पुलिस विदेशी कनेक्शन की कर रही जांच सीआईए टीम अब दोनों भाइयों से पूछताछ कर उनके सप्लाई रूट, नेटवर्क और विदेशी कनेक्शन की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी बड़े ड्रग मॉड्यूल तक पहुंचने में अहम साबित हो सकती है।
अरुणाचल पर चीन का दावा भाजपा की गलती का नतीजा
चीन ने अपनी विस्तारवादी नीति और हड़पने वाली नीयत का परिचय देते हुए फिर से अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है

