सूरत के सीके पीठावाला स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान इतिहास रच दिया गया। मेघालय की ओर से खेलते हुए 25 वर्षीय आकाश चौधरी ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 11 गेंदों पर नाबाद 50 रन बनाए और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। तेज गेंदबाज रहे आकाश ने 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 8 बॉल पर लगातार 8 सिक्स लगा दिए। आकाश चौधरी की इस उपलब्धि पर दैनिक भास्कर ने उनसे बातचीत की। आकाश ने इस मुकाम तक पहुंचने के संघर्ष के बारे में बताया। मैं आमतौर पर तेज गेंदबाज हूं- आकाश एक साधारण परिवार से होने के बावजूद आकाश ने अपने सपने को जिंदा रखा। उन्होंने कहा, मेहनत तो पहले से ही चल रही थी, लेकिन यह नहीं सोचा था कि अचानक से मैं रिकॉर्ड बना लूंगा। क्योंकि मैं आमतौर पर तेज गेंदबाज हूं। मुझे बल्लेबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिलता। इस मैच में मुझे बल्लेबाजी का अच्छा मौका मिला। ओवर भी कम थे। इसे महादेव की कृपा ही कह सकते हैं कि उस समय मेरी बल्लेबाजी टीम के लिए काम आई। तीसरा सिक्स लगाने के बाद, 6 सिक्स लगाने का फैसला कियाउस समय हमारी टीम बहुत अच्छी स्थिति में थी। इसलिए हमारा प्लान जल्द से जल्द टीम के लिए रन बनाने का था। मेरा इरादा कम गेंदों में ज्यादा से ज्यादा रन बनाने का था। पहले दो छक्के लग गए। इसके बाद मैने तीसरे सिक्स जमाया, तो मेरे मन में आया कि अब मुझे छह छक्के लगाने की कोशिश करना चाहिए। हालांकि, सातवें और आठवें सिक्स के बारे में मैने नहीं सोचा था। मेरा माइंडसेट अच्छा था और मैं मैच को एन्जॉय कर रहा थाजब कोई तेज गेंदबाज बल्लेबाजी करने मैदान में उतरता है और सामने भी एक तेज गेंदबाज होता है, तो उस समय उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है। इस बारे में आकाश ने कहा- उस समय मेरा माइंडसेट बहुत रिलैक्स था, क्योंकि पिछले मैच में भी बिहार के खिलाफ मेरी बल्लेबाजी अच्छी थी। उसमें भी मैंने चार छक्के लगाए थे। इसलिए मेरा माइंडसेट अच्छा था। मैं इस मैच को भी एन्जॉय कर रहा था। किस्मत से मैं छह छक्के लगाने में सफल रहा। 'मैं स्कूल क्रिकेट में खेलता था'अपने संघर्ष के बारे में आकाश ने बताया- मैं स्कूल क्रिकेट से आया हूं। पहले मैं केवी केंद्रीय विद्यालय क्लस्टर, रीजनल खेलता था। शिलांग में जो इंटर-स्कूल होते हैं, वहां एसोसिएशन ने मेरा साथ दिया। वहां से मैं NCA (नेशनल क्रिकेट एकेडमी) कैंप में गया। वहां से स्टेट खेला। फिर नॉर्थ-ईस्ट की टीम बनी तो अंडर-19 मे भी मैं शामिल रहा। इससे मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति भी सुधरी। क्योंकि मैच फीस आने लगी थी। मैं ये नहीं कहूंगा कि मैंने कोई बहुत खतरनाक संघर्ष किया। क्योंकि थोड़ा बहुत संघर्ष तो हर किसी की जिंदगी में होता है। पिताजी वेल्डिंग करते हैं और मां सिलाईअपनी ट्रेनिंग के बारे में आकाश ने बताया कि मैंने बचपन में कभी प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं ली। मैं टेनिस बॉल से खेलता था। मेरे पिता वेल्डिंग का काम करते हैं। मां सिलाई करती हैं तो यह सामान्य बात है कि ऐसी स्थिति में मैं प्रोफेशन ट्रेनिंग नहीं ले सकता था। हम तीन भाई-बहन हैं। मेरी एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। मेरी बड़ी बहन ने भी मेरे लिए बहुत मेहनत की है। मेरी मां भी घरखर्च के पैसों के लिए बहुत मेहनत करती थीं। तभी हमारे घर का खर्च चल पाता था। मेरा लक्ष्य अपने 100 फर्स्ट क्लास विकेट पूरे करना है IPL और टीम इंडिया के लिए खेलने के अपने सपने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा- एक तेज गेंदबाज के तौर पर सबसे पहले मुझे टीम को जिताना होगा। यह मेरे दिमाग में सबसे पहले है। मैं तेज गेंदबाजी में ही रहना चाहता हूं। अभी मेरा पहला लक्ष्य अपने 100 फर्स्ट क्लास विकेट पूरे करना है। इससे थोड़ा दूर हूं। पहला और अंतिम लक्ष्य भारत के लिए खेलना और आईपीएल खेलना है। क्योंकि आईपीएल का मंच मुझे वो सब कुछ दे सकता है जो मैं चाहता हूं। फर्स्ट क्लास में सबसे तेज फिफ्टीआकाश चौधरी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड बनाया है। सबसे तेज फर्स्ट क्लास का रिकॉर्ड इंग्लिश काउंटी क्रिकेट टीम लीसेस्टरशायर के वेन नाइट के नाम था, जिन्होंने 2012 में 12 गेंदों में 50 रन बनाए थे। श्रीलंका के क्लाइव इनमैन ने 1965 में 13 गेंदों में अर्धशतक बनाया था। समय के लिहाज से यह दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है। आकाश ने यह अर्धशतक 9 मिनट में पूरा किया, जबकि इनमैन ने सिर्फ 8 मिनट में 50 रन बनाए थे। 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाने वाले तीसरे खिलाड़ीआकाश फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगातार छह गेंदों पर छह छक्के लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए। गैरी सोबर्स 1968 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने ग्लेमोर्गन और नॉटिंघमशायर के बीच मैच में मैल्कम नैश द्वारा फेंके गए एक ओवर में यह उपलब्धि हासिल की थी। इसके बाद रवि शास्त्री ने 1984-85 में यह उपलब्धि हासिल की। 25 वर्षीय आकाश कुमार 2019 से फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं। अब तक उन्होंने 30 मैचों में 14.37 की औसत से 503 रन बनाए हैं । स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में युवराज सिंह ने 6 छक्के लगाए थे2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह ने 6 छक्के लगाए थे। उन्होंने एंड्रयू फ्लिंटॉफ से बहस के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर की लगातार 6 बॉल पर 6 छक्के जड़े थे।
ऑलराउंडर शम्स मुलानी के 5 विकेट के दम पर मुंबई ने रणजी ट्रॉफी के तीसरे राउंड में हिमाचल प्रदेश पर पारी और 120 रनों की जीत दर्ज की। इस जीत के साथ मुंबई की टीम एलीट ग्रुप डी के टॉप पर पहुंच गई है। 4 मैचों के बाद मुंबई के पास 17 अंक हैं। मुलानी ने सीजन में तीसरी बार 5 विकेट झटके। इससे पहले, जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ के खिलाफ 5 विकेट लिए थे। इधर, प्लेट ग्रुप के मुकाबले में मेघालय ने अरुणाचल प्रदेश पर पारी और 446 रनों की बड़ी जीत हासिल की। इस मुकाबले में आकाश चौधरी ने 8 गेंदों पर लगातार 8 छक्के लगाए थे। मुंबई की ओर से मुशीर खान प्लेयर ऑफ द मैच रहे। उन्होंने 112 रन की पारी खेली। साथ ही 3 विकेट भी झटके। मुशीर को पहली पारी में एक और दूसरी पारी में 2 विकेट मिले हैं। मेघालय के अर्पित भाटवारा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। अर्पित ने 207 रन की पारी खेली थी। मेघालय ने अरुणाचल प्रदेश को 446 रन से हरायारणजी ट्रॉफी के मुकाबले में मेघालय ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अरुणाचल प्रदेश को पारी और 446 रन के बड़े अंतर से हराया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मेघालय ने शानदार शुरुआत की। टीम ने अर्पित भटेवरा 207, राहुल दलाल 144 और किशन लिंगदोह के 119 रन की मदद से पहली पारी में 628 रन पर पारी घोषित की। जवाब में अरुणाचल प्रदेश की टीम पहली पारी में 73 पर ऑलआउट हो गई। फॉलोऑन खेलने उतरी अरुणाचल की टीम दूसरी पारी में भी संघर्ष करती नजर आई। टीम दूसरी पारी में भी 109 रन पर ऑलआउट हो गई। आंध्र प्रदेश ने तमिलनाडु को 4 विकेट से हरायाआंध्र प्रदेश ने तमिलनाडु को 4 विकेट से हराकर शानदार जीत दर्ज की। तमिलनाडु ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 182 रन बनाए। जवाब में आंध्र प्रदेश ने अपनी पहली पारी में 177 रन बनाए। बल्लेबाज रिकी भुई ने शानदार 102 रन बनाए, जबकि केवी सचिन ने 58 रन का योगदान दिया। तमिलनाडु की ओर से आर साई किशोर ने 5 विकेट लिए। दूसरी पारी में तमिलनाडु की टीम 195 रन पर सिमट गई, जिससे आंध्र को जीत के लिए 201 रन का लक्ष्य मिला। जवाब में आंध्र प्रदेश ने 4 विकेट शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।
बरेली एक बार फिर राष्ट्रीय खेल मंच पर युवा प्रतिभाओं की मेजबानी करेगा। 69वीं राष्ट्रीय विद्यालयीय वॉलीबॉल अंडर-17 बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन पी.एम. श्री राजकीय इंटर कॉलेज, बरेली में 11 से 15 नवंबर 2025 तक किया जाएगा। यह शहर दूसरी बार इस स्तर की प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। यह प्रतियोगिता स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SGFI) के तत्वावधान में आयोजित होगी। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यालय स्तर पर छिपी खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना और उन्हें भविष्य की बड़ी प्रतिस्पर्धाओं के लिए तैयार करना है। संयुक्त शिक्षा निदेशक राकेश कुमार और जिला विद्यालय निरीक्षक अजीत कुमार ने रविवार को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कुल 45 प्रदेशों की बालक एवं बालिका टीमें हिस्सा लेंगी। इनमें 12 केंद्र शासित प्रदेश और 13 यूनिट्स शामिल हैं, जिससे कुल 70 टीमें बनेंगी। प्रतियोगिता में 836 खिलाड़ी, 146 टीम मैनेजर और कोच भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रदेशभर से आ रहे प्रतिभागियों और अधिकारियों के लिए उत्कृष्ट आवास, भोजन और सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। इस प्रतियोगिता में अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम की टीमें शामिल नहीं होंगी। केंद्र शासित प्रदेशों में से अंडमान-निकोबार, दमन एवं दीव, और दादरा एवं नगर हवेली भी इस बार प्रतिभाग नहीं कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, डी.ए.वी. यूनिट भी प्रतियोगिता से अनुपस्थित रहेगी। आयोजन स्थल पी.एम. श्री राजकीय इंटर कॉलेज को खेल महोत्सव के अनुरूप सजाया जा रहा है। मैदानों की मरम्मत, खिलाड़ियों के आवास, भोजन, सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्थाएँ पूरी कर ली गई हैं। उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों की रंगारंग मार्चपास्ट, राज्य ध्वज परेड और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ विशेष आकर्षण का केंद्र होंगी। प्रेसवार्ता के दौरान कोच शाहिद खान एवं नईम खान, मंडलीय उप शिक्षा निदेशक मुन्ने अली और पी.एम. श्री राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ओम प्रकाश राय उपस्थित रहे।
आपने लगातार 6 छक्कों के रिकॉर्ड के बारे में सुना ही होगा। 2008 में युवराज सिंह ने टी-20 वर्ल्डकप में लगाए थे। रवि शास्त्री भी रणजी ट्रॉफी में लगा चुके हैं। अब एक नया रिकार्ड बना है। सिर्फ ओवर में छह छक्के नहीं लगे। ओवर समेत आठ गेंदों पर लगातार आठ छक्के मारे गए। क्रिकेट के इतिहास का यह बड़ा रिकार्ड रविवार को सूरत में रणजी ट्रॉफी के मैच में बना। यह कारनामा किया है मेघालय के बल्लेबाज आकाश कुमार चौधरी ने। 25 साल के आकाश ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 14 बॉल पर नाबाद 50 रनों की पारी खेली। इसी के साथ वे फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। आकाश ने इंग्लैंड के वेन नाइट के 12 बॉल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा। वीडियो में देखिए आकाश के लगातार 8 छक्के फर्स्ट क्लास में सबसे तेज फिफ्टीआकाश चौधरी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज फिफ्टी का रिकॉर्ड बनाया है। इससे सबसे तेज फर्स्ट-क्लास अर्धशतक का रिकॉर्ड इंग्लिश काउंटी क्रिकेट टीम लीसेस्टरशायर के वेन नाइट के नाम था, जिन्होंने 2012 में 12 गेंदों पर 50 रन बनाए थे। श्रीलंका के क्लाइव इनमैन ने 1965 में 13 गेंदों पर अर्धशतक जमाया था। समय के लिहाज से वे सबसे तेज फिफ्टी लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। आकाश ने 9 मिनट में यह अर्धशतक बनाया, जबकि इनमैन ने सिर्फ 8 मिनट में 50 रन पूरे किए थे। 6 बॉल पर 6 छक्के लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी आकाश फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगातार 6 बॉल पर 6 सिक्स लगाने वाले तीसरे ही प्लेयर बने। सबसे पहले गैरी सोबर्स ने 1968 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एक ओवर में लगातार छह छक्के मारे थे। उन्होंने यह कारनामा ग्लैमरगन और नॉटिंघमशायर के बीच मैच में मैल्कम नैश के एक ओवर में किया था। फिर 1984-85 में रवि शास्त्री ने यह कारनामा किया। 2019 से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं 25 साल के आकाश कुमार 2019 से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेल रहे हैं। अब तक उन्होंने 30 मैचों में 503 रन बनाए हैं और उनका औसत 14.37 रहा है। स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में युवराज सिंह ने 6 छक्के लगाए थे2007 के टी-20 वर्ल्ड में इंग्लैंड के खिलाफ युवराज सिंह ने 6 छक्के लगाए थे। उन्होंने एंड्रयू फ्लिंटॉफ से बहस के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर की लगातार 6 बॉल पर 6 छक्के जड़ें थे। ---------------------------------------------- क्रिकेट से जुड़ी यह खबर भी पढ़िए... आखिरी ओवर में 12 रन नहीं बना सकी वेस्टइंडीज न्यूजीलैंड ने रविवार को नेल्सन में खेले गए तीसरे टी-20 मुकाबले में वेस्टइंडीज को 9 रन से हरा दिया। कीवी टीम ने इसी के साथ 5 मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली। न्यूजीलैंड टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 178 रन बनाए, जिसके जवाब में कैरेबियाई टीम 19.5 ओवर में 168 रन पर ऑलआउट हो गई। पढ़ें पूरी खबर
लखीसराय के दो ताइक्वांडो खिलाड़ी, अमीशा पटेल और आदित्य शिवम, का चयन 69वीं एसजीएफआई नेशनल ताइक्वांडो चैम्पियनशिप के लिए हुआ है। दोनों खिलाड़ी अब राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगे। लखीसराय ताइक्वांडो सचिव सह कोच बादल गुप्ता ने बताया कि हाल ही में जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र की अध्यक्षता में हुई जिला स्तरीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता में दोनों खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद मुंगेर प्रमंडलीय विद्यालय खेल प्रतियोगिता में भी उन्होंने बेगूसराय, शेखपुरा और जमुई के खिलाड़ियों को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। अमीशा पटेल (U-14 बालिका वर्ग) ने पटना, सारण और पूर्णिया प्रमंडल की खिलाड़ियों को पराजित कर मुंगेर प्रमंडल के लिए स्वर्ण पदक जीता। वहीं, आदित्य शिवम (U-17 बालक वर्ग) ने पटना और सारण प्रमंडल के खिलाड़ियों को मात देकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अमीशा पटेल U-14 वर्ग में लुधियाना में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी, जबकि आदित्य शिवम U-17 वर्ग में ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) में आयोजित होने वाले नेशनल में खेलेंगे। इस सफलता पर खिलाड़ियों के अभिभावकों ने गर्व व्यक्त किया। अमीशा पटेल के पिता अशोक कुमार ने कहा, अमीशा पहले भी एसजीएफआई नेशनल में जा चुकी है, और इस बार हमें पूरा विश्वास है कि वह बिहार के लिए स्वर्ण पदक लेकर लौटेगी। आदित्य शिवम के पिता कुमार भारत ने कहा, यह उसका पहला नेशनल गेम है, लेकिन हमें भरोसा है कि वह शानदार प्रदर्शन करेगा। कोच बादल गुप्ता ने बताया कि दोनों खिलाड़ी लखीसराय खेल भवन में नियमित अभ्यास करते हैं और राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीतने की तैयारी में जुटे हैं। जिला खेल पदाधिकारी रवि कुमार ने कहा, लखीसराय के खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि ये दोनों खिलाड़ी नेशनल चैम्पियनशिप में बिहार का नाम रोशन करेंगे।
फतेहाबाद जिले के टोहाना की मानवी बिश्नोई ने अरुणाचल प्रदेश में आयोजित स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है। टोहाना स्थित बजरंगबली बॉक्सिंग अकादमी की इस बॉक्सर ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। बजरंगबली बॉक्सिंग क्लब के संचालक विनय वर्मा और बॉक्सिंग कोच महेश कुमार डांगरा ने मानवी की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मानवी बचपन से ही खेलकूद में रुचि रखती हैं और पिछले तीन साल से कोच महेश कुमार डांगरा के नेतृत्व में बजरंगबली बॉक्सिंग अकादमी में नियमित रूप से सुबह-शाम अभ्यास कर रही है। मानवी बिश्नोई गांव ठरवा की मूल निवासी हैं। उनके पिता संदीप कुमार ठरवा में अपना निजी व्यवसाय करते हैं। इन लोगों ने मानवी को दी बधाई इस अवसर पर टोहाना के कई प्रमुख मुक्केबाजों और मुक्केबाजी प्रशिक्षकों ने मानवी बिश्नोई को बधाई दी। बधाई देने वालों में पूर्व बॉक्सिंग कोच रणधीर सिंह, दुर्गा महाविद्यालय के प्रिंसिपल रणधीर सिंह, बॉक्सिंग प्रभारी जरनैल सिंह, बॉक्सिंग कोच ज्योति वर्मा, रंगा, राहुल और आशीष डांगरा शामिल थे। इसके अतिरिक्त, टोहाना खंड शिक्षा अधिकारी सत्यपाल सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी संगीता बिश्नोई, एसएमओ कुणाल वर्मा, चिराग वर्मा, नगर परिषद सचिव मनीष कुमार, डॉ. शिव सचदेवा, रामकुमार भाकर, राम दिया सोनी और अंजू वर्मा सहित कई समाजसेवियों ने भी विजेता को शुभकामनाएं दीं।
जवाहर कला केंद्र, जयपुर की ओर से आयोजित तीन दिवसीय ‘म्यूजिकल सिम्फनी’ कार्यक्रम के अंतिम दिन की प्रस्तुति अद्भुत रही। जिसके जरिए कलाकारों ने संगीत के सौंदर्य से कलाप्रेमियों को सराबोर करते हुए सभी को नई ऊर्जा और सकारात्मकता से भर दिया। मंच उन कलाकारों के नाम रहा जो भावनाओं के साथ दुनिया को देखते हैं और नकारात्मकता के अंधेरे की उनके जीवन की कोई जगह नहीं है। दरअसल, रंगायन के मंच पर पंजाब, गुजरात और अरुणाचल प्रदेश से आए दृष्टिबाधित 10 कलाकारों के तीन बैंड्स की परफॉरमेंस हुई। हारमोनी नामक इस परफॉरमेंस ने सभी को भावविभोर कर दिया। संगीत और संवेदना के संगम से सजी इस शाम में कलाकारों ने संगीत के माध्यम से एकता, उत्साह और आत्मविश्वास का सुंदर संदेश दिया। ‘आज मौसम बड़ा बेईमान है’ गीत ने माहौल को किया जीवंत गुजरात से आए कलाकारों ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए लता मंगेशकर के लीजेंड्री गीतों को अपनी प्रस्तुति में शामिल किया। अंकिता चौहान और राजेश ठाकुर ने ‘नैनों में बदरा छाए’ गीत से मिठास घोली। इसके बाद ‘आज मौसम बड़ा बेईमान है’ गीत ने माहौल को जीवंत कर दिया। इसके बाद भक्तिमय माहौल बनाते हुए उन्होंने ‘राम आएंगे तो अंगना सजाएंगे’ भजन की प्रस्तुति दी गई। राजस्थानी गीतों का सुरीला मैशअप किया प्रस्तुत वहीं, राजस्थानी गीतों का सुरीला मैशअप पेश कर कलाकारों ने राजस्थानी संस्कृति के रंग में सभी को रंग दिया। इस प्रस्तुति में संजय जाधव ने तबले पर और सुजीत परमार ने ऑक्टोपैड पर संगत की। चंडीगढ़ से आए कलाकारों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध इसके बाद कार्यक्रम का रुख पंजाब की ओर हुआ और चंडीगढ़ से आए कलाकारों ने ‘मैं तैनूं समझावां की’ गीत से शुरुआत की। कलाकार मंगलेश कुमार ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए वोकल के साथ की-बोर्ड और ढोलक पर संगत की, उनके इस कौशल ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मधुर बांसुरी वादन से श्रोताओं का मन मोह लिया रोमी कुमार ने गायन के साथ मधुर बांसुरी वादन से श्रोताओं का मन मोह लिया। इसके बाद 'दो दिल मिल रहे हैं' और ‘लंबी जुदाई’ जैसे गीतों की प्रस्तुति दी और ‘माहियां वे’, ‘अंबर तो आई हुई हूर सोनिये’ , ‘की बनूं दुनिया दां, सच्चे बादशाह’ और ‘छल्ला’ जैसे पंजाबी लोकगीतों से उन्होंने शाम में विविध संस्कृति के रंग भर दिए। नॉर्थ-ईस्ट से आए लेट नाइट मेलोडीज बैंड द्वारा दी अंतिम प्रस्तुति कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति नॉर्थ-ईस्ट से आए लेट नाइट मेलोडीज बैंड द्वारा दी गई। अरुणाचल प्रदेश के कलाकार न्योन्योक तलोम ने ‘जा जिन जा’ लोकगीत से शुरुआत करते हुए माहौल में पूर्वोत्तर की लोकधुनों की मिठास घोल दी। इसके बाद उन्होंने राजस्थान की झलक पेश करते हुए लोकप्रिय गीत ‘चौधरी’ गाया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। ‘रूप तेरा मस्ताना’, ‘प्यार तेरा दीवाना’ जैसे सदाबहार गीतों से शाम हुई रंगीन साथ ही उन्होंने ‘रूप तेरा मस्ताना’, ‘प्यार तेरा दीवाना’ जैसे सदाबहार गीतों से शाम को रूमानी रंग दिया। इन बेमिसाल कलाकारों ने असम के प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग को ट्रिब्यूट देते हुए ‘जाने क्या चाहे मन’, ‘फिर दिल क्या करे’ और ‘जरा सी दिल में दे जगह’ जैसे गीतों से शाम को यादगार बना दिया। कुनाल देव ने रैपिंग, क्लैप बॉक्स पर विक्रम धमाई, की-बोर्ड पर प्रीतम ने संगत की।
Bigg Boss 18 : चुम दरांग को मिला अरुणाचल प्रदेश के सीएम का सपोर्ट
सलमान खान का पॉपुलर रियलिटी शो 'बिग बॉस 18' अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। हर कोई इस सीजन का विनर बनने के लिए पूरा जोर लगा रहा है। इन दिनों शो में 'टिकट टू फिनाले' टास्क चल रहा है। इस टास्क में विवियन डीसेना और चुम दरंग आमने-सामने खड़े हैं। वहीं ...

