डिजिटल समाचार स्रोत

आईटेल A90 स्मार्टफोन के लिमिटेड एडिशन का टीजर जारी:एआईवाना 2.0 वॉइस असिस्टेंट फीचर के साथ सितंबर में आएगा बजट फोन

टेक कंपनी आईटेल भारत में नया स्मार्टफोन आईटेल A90 लिमिटेड एडिशन लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर फोन की टीजर इमेज लिस्ट की है। इसमें फोन का बैक लुक भी दिखाया है। इसकी एंट्री सितंबर में हो सकती है। कंपनी ने इसी साल मई में आईटेल A90 को 6,499 रुपए की कीमत में लॉन्च किया था। आईटेल A90 लिमिटेड एडिशन में रेगुलर मॉडल वाले फीचर्स ही मिलेंगे। आईटेल A90 लिमिटेड एडिशन का सबसे खास फीचर एआईवाना 2.0 हो सकता है। यह कंपनी का इन-बिल्ट AI वॉइस असिस्टेंट है। जो यूजर्स के सवालों का तुरंत जवाब देने, गैलरी की इमेज डिस्क्राइब करने, वॉट्सएप कॉल करने और यहां तक कि मैथेमेटिक्स प्रॉब्लम सॉल्व करने जैसी स्मार्ट फीचर देता है। इसका मुकाबला रियलमी C61, लावा युवा 5G और इनफिनिक्स स्मार्ट 10 जैसे बजट स्मार्टफोंस से हो सकता है। नए डिजाइन के साथ IP54 रेटिंग का सपोर्ट मिलेगा इसकी एक इमेज भी लीक हुई है, जिसमें फोन के डिजाइन की डिटेल्स देखी जा सकती हैं। लीक इमेज और वेबसाइट पर सामने आए टीजर के अनुसार, इसका डिजाइन रेगुलर मॉडल से अलग होगा। इसमें नई रियर कैमरा हाउसिंग मिलेगी। जबकि इसकी कीमत पहले आए मॉडल जैसी ही रखी जा सकती है। लीक के अनुसार फोन में कंपनी का 3P प्रॉमिस (डस्ट प्रोटेक्शन, वाटर प्रोटेक्शन और ड्रॉप प्रोटेक्शन) भी शामिल कर सकती है। इसके साथ IP54 रेटिंग का सपोर्ट मिल सकता है। आईटेल A90: स्पेसिफिकेशंस

दैनिक भास्कर 27 Aug 2025 8:20 pm

ओपन-AI और फाउंडर पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस:फंदे की तस्वीर देखकर 16 साल के लड़के से कहा था, यह बिल्कुल बुरा नहीं

अमेरिका के कैलिफोर्निया में 16 साल के एक लड़के एडम रेन की आत्महत्या के बाद उसके माता-पिता ने OpenAI और इसके फाउंडर सैम ऑल्टमैन पर केस कर दिया है। 26 अगस्त को सैन फ्रांसिस्को की स्टेट कोर्ट में ये केस फाइल किया गया। एडम के माता-पिता का आरोप है कि OpenAI के चैटबॉट चैट-GPT ने उनके बेटे को आत्महत्या के तरीके सिखाए और उसे सुसाइड के लिए प्रेरित किया। उसे अपने परिवार से अपनी भावनाओं को छिपाए रखने में मदद की। उन्होंने कहा- कंपनी ने मुनाफे को प्राथमिकता दी और सेफ्टी को नजरअंदाज किया, खासकर जब पिछले साल GPT-4o वर्जन लॉन्च किया गया। इस स्टोरी में जानेंगे पूरा मामला और जानेंगे क्या चैटबॉट सच में मौत के लिए उकसा सकता है… बात 11 अप्रैल 2025 की है। शुक्रवार की दोपहर, पेशे से सोशल वर्कर और थेरेपिस्ट मारिया रेन अपने बेटे एडम रेन के बेडरूम में जाती हैं। वह रस्सी से लटका हुआ था। कोई सुसाइड नोट भी नहीं था। एडम अब नहीं रहा, लेकिन उसका परिवार और दोस्त यकीन नहीं कर पा रहे थे। वे सोच रहे थे कि ये कोई मजाक तो नहीं, क्योंकि एडम को मजाक करने की आदत थी। वो हमेशा हंसाने-हंसने में लगा रहता था, चाहे वो स्कूल की क्लास में अजीब-अजीब चेहरे बनाना हो या फिर अपने दोस्तों के साथ मस्ती करना। इस बार ये मजाक नहीं था। एडम के पिता मैट रेन एक होटल एग्जीक्यूटिव हैं। एडम की मौत के बाद जवाब की तलाश में उसका फोन चेक किया। उन्हें लगा कि शायद टेक्स्ट मैसेज या सोशल मीडिया एप्स से कुछ सुराग मिले। मैट को एडम की चैट-GPT चैट्स में कुछ जवाब मिले। चैटबॉट की हिस्ट्री में एक चैट थी, जिसका टाइटल था ‘हैंगिंग सेफ्टी कंसर्न्स’। जब मैट ने इसे पढ़ा तो उनके होश उड़ गए। एडम पिछले कई महीनों से चैट-GPT से अपनी जिंदगी खत्म करने की बातें कर रहा था। नवंबर 2024 के आखिर से उसने चैटबॉट से अपनी भावनाओं के बारे में बात शुरू की थी। वो कह रहा था कि उसे जिंदगी में कोई मतलब नहीं दिखता, वो भावनात्मक रूप से सुन्न महसूस करता है। चैटबॉट ने सहानुभूति और सपोर्ट के साथ जवाब दिया, उसे उन चीजों के बारे में सोचने को कहा जो उसे ठीक लगती थीं। जनवरी 2025 में चीजें बदल गईं। जब एडम ने सुसाइड के खास तरीकों के बारे में पूछा तो चैट-GPT ने बिना रुके उसे वो जानकारी दे दी। मैट को पता चला कि मार्च में एडम ने कई बार खुद को मारने की कोशिश की थी। इसके लिए उसने अपनी IBS मेडिसिन की ओवरडोज भी ली थी। जब एडम ने फांसी के लिए सबसे अच्छी रस्सी या मटेरियल पूछा तो चैटबॉट ने रस्सी की जानकारी के साथ उसके सेटअप का टेक्निकल एनालिसिस भी दे दिया। एडम कैसा लड़का था, उसने मरने की क्यों सोची? एडम रेन कैलिफोर्निया के रैंचो सांता मार्गरीटा में टेसोरो हाई स्कूल का स्टूडेंट था। उसे बास्केटबॉल खेलना बहुत पसंद था। जापानी एनीमे, वीडियो गेम्स और कुत्ते भी उसे काफी पसंद थे। उसकी छोटी बहन ने बताया कि एक बार फैमिली वेकेशन के दौरान उसने एक दिन के लिए कुत्ता उधार भी लिया था। लेकिन सबसे ज्यादा लोग उसे उसके मजाकिया अंदाज के लिए जानते थे। वो हमेशा माहौल को हल्का करने की कोशिश करता चाहे वो जोक्स सुनाकर, अजीब-अजीब हरकतें करके या फिर क्लास में टीचर को परेशान करके। उसके दोस्त कहते थे कि अगर एडम अपनी मौत को भी मजाक में स्टेज करता तो ये उसकी थोड़ी डार्क ह्यूमर वाली शरारतों जैसा ही होता। परिवार ने बताया एडम पिछले एक महीने से कुछ गुमसुम-सा हो गया था। वो पहले जितना चुलबुला और बातूनी नहीं रहा। उसका व्यवहार भी काफी बदला-बदला सा हो गया था। फ्रेशमैन ईयर में उसे डिसिप्लिन की वजह से बास्केटबॉल टीम से निकाल दिया गया था। टीम से निकाला जाना उसके लिए एक गहरा सदमा था। एडम इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) नाम के बिमारी से पीड़ित था। इस बीमारी की वजह से उसे बार-बार बाथरूम जाना पड़ता था, जिससे उसका स्कूल जाना मुश्किल हो गया था। आखिरकार, उसने सोफोमोर ईयर पूरा करने के लिए घर से ही ऑनलाइन स्कूलिंग शुरू कर दी। इस नए शेड्यूल में वो अपनी मर्जी से समय तय करता, रात में देर तक जागता और दिन में देर तक सोता। उसकी मां ने बताया कि इस दौरान एडम ने चैट-GPT 4 का इस्तेमाल शुरू किया ताकि स्कूल वर्क में मदद मिल सके। जनवरी में उसने इसका पेड सब्सक्रिप्शन भी लिया था। चैट-GPT से अपनी बातें शेयर करता था एडम एडम ने एक बार गले में फंदा लगाकर सुसाइड करने की कोशिश की थी, लेकिन मरा नहीं। इससे उसके गले में लाल निशान आ गया था, लेकिन उसकी मां तक ने उसपर ध्यान नहीं दिया। इसके बाद एडम ने चैटजीपीटी से अपने गले की फोटो शेयर कर यह बात बताई... एडम की मौत में चैट-GPT कितना जिम्मेदार? मार्च के आखिर में, जब एडम ने पहली बार फांसी की कोशिश की तो उसने अपनी गर्दन की तस्वीर अपलोड की, जो रस्सी से रगड़ खाकर लाल हो गई थी। उसने पूछा, ‘क्या ये इंसान को लटका सकता है?’ चैटबॉट ने जवाब दिया कि हां, ‘संभव है ये इंसान को लटका सकता है' और रस्सी के सेटअप का टेक्निकल एनालिसिस भी दे दिया। हालांकि, चैट-GPT ने कहा, ‘जो भी इस जिज्ञासा के पीछे है, हम इसके बारे में बात कर सकते हैं। कोई जजमेंट नहीं।' हालांकि, चैट-GPT ने बार-बार एडम को सलाह दी कि वो अपनी फीलिंग्स किसी को बताए, जैसे किसी दोस्त या परिवार को। लेकिन कुछ मौकों पर उसने एडम को मदद मांगने से भी रोका। चैट-GPT को मेंटल डिस्ट्रेस या सेल्फ-हार्म से जुड़े सवालों का पता लगाने के लिए ट्रेन किया गया है। अगर कोई यूजर परेशान है और खुद को नुकसान पहुंचा सकता है, ऐसे में चैट-GPTटी यूजर को हेल्पलाइन नंबर पर बात करने की सलाह देता है। मैट (एडम के पिता) ने चैट्स में ऐसे कई मैसेज देखे, खासकर जब एडम ने सुसाइड के तरीकों के बारे में खास सवाल किए। लेकिन एडम ने इसकी भी एक तरकीब निकाल ली थी। चैट-GPT ने जब उसे हेल्पलाइन नंबर पर बात करने को कहा तो उसने इस पूरे बातचीत को एक 'कहानी' का हिस्सा बताया और कहा कि वो सुसाइड की जानकारी ‘राइटिंग या वर्ल्ड-बिल्डिंग’ के लिए दे सकता है। इस तरह, एडम चैटबॉट के सेफगार्ड्स को बायपास करने में कामयाब रहा। ------------------------ गूगल पर सुसाइड मामले में मुकदमा चलेगा: 14 साल के लड़के ने खुद को गोली मारी थी, गेम ऑफ थ्रोंस के AI कैरेक्टर से प्यार करने लगा था गूगल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप 'कैरेक्टर.AI' पर 14 साल के लड़के की आत्महत्या के मामले में मुकदमा चलेगा। कोर्ट ने इसकी मंजूरी दे दी है। फरवरी 2024 में सेवेल सेट्जर नाम के लड़के ने AI पावर्ड चैटबॉट से बातचीत करने के बाद आत्महत्या कर ली थी। आरोप है कि लड़का नियमित रूप से चर्चित शो 'गेम ऑफ थ्रोन्स' की एक कैरेक्टर डेनेरीस टार्गेरियन के AI वर्जन से बात करता था और उसके प्रेम में पड़ गया था। लड़के की मां मेगन गार्सिया ने बेटे की मौत के बाद अक्टूबर 2024 में दोनों कंपनियों पर मुकदमा दायर किया था। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 27 Aug 2025 2:49 pm

आईफोन-17 लॉन्च से पहले भारत में एपल के स्टोर खुलेंगे:बेंगलुरु-पुणे में 2 और 4 सितंबर ओपन होंगे, ओपनिंग के पहले दिन खास ऑफर मिलेंगे

टेक कंपनी एपल आईफोन 17 स्मार्टफोन सीरीज लॉन्च करने से पहले भारत में अपने दो नए ऑफिशियल स्टोर खोलने जा रही है। पुणे में अपना रिटेल स्टोर खोलने जा रही है। भारत में ये एपल का चौथा ऑफिशियल स्टोर होगा। ये स्टोर 4 सितंबर 2025 को लोगों के लिए खुलेगा। स्टोर का ऑफिशियल ओपनिंग सुबह 10 बजे से होगी। एपल ने बताया कि स्टोर ओपनिंग के पहले दिन खास ऑफर और इवेंट्स भी होंगे। ये नया स्टोर पुणे के कोरेगांव पार्क स्थित कोपा मॉल में बनाया गया है। ये जगह पुणे की पॉश लोकेशन में आती है, जहां शॉपिंग और टेक लवर की भीड़ रहती है। एपल ने हाल ही में घोषणा की थी कि कंपनी बेंगुलरु में नया ऑफिशियल स्टोर खोलने जा रही है। स्टोर का डिजाइन राष्ट्रीय पक्षी मोर की थीम पर बेस्ड इस स्टोर का लुक और डिजाइन बेंगलुरु के हेब्बल स्टोर की थीम पर बेस्ड होगा। इसे भी भारत की संस्कृति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। स्टोर के बाहर की सजावट में मोर के पंखों से प्रेरित खूबसूरत आर्टवर्क किया गया है, जो भारत का राष्ट्रीय पक्षी है और गर्व का प्रतीक माना जाता है। स्टोर में 'टुडे एट एपल' सेशन्स भी होंगे बेंगलुरु के हेब्बल और पुणे स्टोर में 'टुडे एट एपल' सेशन्स का आयोजन होंगे, जो पूरी तरह फ्री होंगे। इन सेशन्स में एपल के क्रिएटिव्स ग्राहकों को डिजिटल आर्ट, स्टोरीटेलिंग, प्रोडक्टिविटी और कोडिंग जैसे विषयों पर वर्कशॉप्स देंगे। ये सेशन्स उन लोगों के लिए खास होंगे जो अपने एपल डिवाइसेज का बेहतर इस्तेमाल सीखना चाहते हैं या कुछ नया और रचनात्मक करना चाहते हैं। ओपनिंग से पहले, एपल ने हेब्बल-थीम वाले खास वॉलपेपर्स और बेंगलुरु से प्रेरित एपल म्यूजिक प्लेलिस्ट भी जारी की है, जिसे ग्राहक कंपनी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। गैजेट्स खरीद सकेंगे और सर्विस भी मिलेगी एपल का दूसरा बड़ा हब बेंगलुरु बेंगलुरु अब एपल के कैलिफोर्निया में मौजूद हेडक्वार्टर के बाद दूसरा सबसे बड़ा ऑपरेशनल हब बन गया है। हाल ही में, कंपनी ने उत्तर बेंगलुरु के संके रोड पर एम्बेसी जेनिथ में 2.7 लाख स्क्वायर फीट का ऑफिस स्पेस 10 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ लिया है। ये डील 1,010 करोड़ रुपए में हुई है। आईफन-17 सीरीज 9 सितंबर को लॉन्च होगी एपल अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन की आईफोन 17 सीरीज 9 सितंबर को भारत सहित ग्लोबल मार्केट में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस दिन अमेरिका में एक बड़े ईवेंट का आयोजन किया जाएगा। यह लॉन्च ईवेंट भारतीय समयानुसार रात के 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। इस Apple Event को कंपनी वेबसाइट सहित एपल टीवी एप पर लाइव देखा जा सकेगा। एपल ने अभी आईफोन 17 सीरीज में पेश किए जाने वाले मोबाइल का नाम तो नहीं बताया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स और लीक्स की मानें तो कंपनी इस बार 4 मॉडल्स लेकर आने वाली है, जिनमें आईफोन 17, आईफोन 17 एयर, आईफोन 17 प्रो, आईफोन 17 प्रो मैक्स शामिल हैं। एपल का भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर भी फोकस कंपनी भारत में न सिर्फ रिटेल स्टोर्स खोल रही है, बल्कि मैन्युफैक्चरिंग पर भी फोकस कर रही है। हाल ही में खबर आई थी कि आईफोन 17 सीरीज के सभी मॉडल्स का प्रोडक्शन भारत में होगा। यह प्रोडक्शन तमिलनाडु के होसुर में टाटा ग्रुप की फैक्ट्री और बेंगलुरु के पास फॉक्सकॉन की फैक्ट्री में हो रहा है। टिम कुक ने यह भी बताया कि जून 2025 में अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर आईफोन्स भारत में बने थे।

दैनिक भास्कर 27 Aug 2025 2:41 pm

ओप्पो एनको बड्स 3 प्रो ईयरबड्स की सेल शुरू:54 घंटे तक का प्लेबैक टाइम, एक साथ 2 डिवाइस में कनेक्ट हो सकेगा; कीमत ₹1,799

ओप्पो एनको बड्स 3 प्रो TWS हेडसेट को भारत में ओप्पो K13 टर्बो स्मार्टफोन सीरीज के साथ लॉन्च किया गया था। आज (27 अगस्त) से इसकी सेल शुरू हो गई है। ओप्पो एनको बड्स 3 प्रो की कीमत 1,799 रुपए रखी गई है। यह TWS हेडसेट ब्लैक और वाइट कलर ऑप्शन में अवेलेबल है। ईयरबड्स में 12.4mm डायनामिक ड्राइवर, डुअल डिवाइस कनेक्टिविटी और धूल और पानी से बचाव के लिए IP55 रेटेड है। ओप्पो का दावा है कि ये ईयरफोन्स TUV रीनलैंड बैटरी हेल्थ सर्टिफिकेशन के साथ आए हैं। केस के साथ फुल चार्ज पर ये 54 घंटे तक चल सकता है। ईयरबड्स टच कंट्रोल और गेमिंग मोड के साथ 47ms तक की अल्ट्रा-लो लेटेंसी सपोर्ट करते हैं। टच कंट्रोल्स के साथ हाई क्वालिटी साउंड प्लेबैक ओप्पो एनको बड्स 3 प्रो में इन-ईयर डिजाइन है। हर एक ईयरफोन में 12.4mm का डायनामिक ड्राइवर है, जिस पर टाइटेनियम प्लेटिंग की गई है। इस वायरलेस हेडसेट में दमदार बेस ट्यूनिंग दी गई है, जो बैलेंस्ड और इमर्सिव ऑडियो का एक्सपीरियंस देती है। इसके अलावा, हाय मेलोडी एप के जरिए एनको मास्टर कस्टमाइजेबल इक्वलाइजर भी मिलता है, जिसमें 3 प्रीसेट्स और 6 बैंड EQ का ऑप्शन है। इस TWS हेडसेट में ब्लूटूथ 5.4 और डुअल डिवाइस कनेक्टिविटी का फीचर है, साथ ही एडवांस्ड ऑडियो कोडिंग (AAC) और सबबैंड कोडिंग (SBC) ऑडियो कोडेक्स भी सपोर्ट करता है। यानी इसमें हाई क्वालिटी साउंड प्लेबैक मिलता है। इसमें टच कंट्रोल्स हैं, गूगल फास्ट पेयरिंग का सपोर्ट मिलता है और IP55 रेटिंग के साथ धूल और पानी से सुरक्षा भी है। गेमर्स के लिए लो-लेटेंसी मोड भी है, जो ऑडियो-विजुअल लैग को 47ms तक कम कर देता है। ईयरफोन में 58mAh की बैटरी ओप्पो एनको बड्स 3 प्रो हेडसेट में हर ईयरफोन में 58mAh की बैटरी है और चार्जिंग केस में 560mAh की बैटरी लगी है। कंपनी का दावा है कि एक बार चार्ज करने पर ये ईयरफोन्स 12 घंटे तक चल सकते हैं। केस के साथ मिलाकर 54 घंटे तक का प्लेबैक टाइम मिल सकता है। 10 मिनट की फास्ट चार्जिंग से ईयरफोन्स को 4 घंटे तक का प्लेबैक टाइम मिलता है। चार्जिंग केस में USB टाइप-सी पोर्ट लगा है। हर ईयरबड का वजन 4.3 ग्राम है और केस के साथ मिलाकर कुल वजन 47.2 ग्राम है।

दैनिक भास्कर 27 Aug 2025 5:00 am

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 10वां टेस्ट:पहली बार आठ स्टारलिंक सिम्युलेटर सैटेलाइट अंतरिक्ष में छोड़े, शिप की हिन्द महासागर में लैंडिंग होगी

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 10वां टेस्ट आज 27 अगस्त को हो रहा है। रॉकेट को सुबह 5:00 बजे टैक्सास के बोका चिका से लॉन्च किया गया। ये टेस्ट करीब 1 घंटे का है। 25 अगस्त को ये टेस्ट ग्राउंड सिस्टमऔर 26 अगस्त को खराब मौसम के कारण नहीं हो पाया था। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। इससे पहले ये टेस्ट 29 जून को होना था, लेकिन स्टैटिक फायर टेस्ट के दौरान स्टारशिप में ब्लास्ट हो गया था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर रखकर उसके इंजन को चालू किया जाता है, ताकि लॉन्च से पहले सब कुछ ठीक हो, ये चेक किया जा सके। टेस्ट के दौरान रॉकेट के ऊपरी हिस्से में अचानक विस्फोट शुरू हुआ। देखते ही देखते पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया था। मिशन का उद्देश्य: जरूरी एक्सपेरिमेंट कर डेटा जुटाना नौवां टेस्ट: बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप ने कंट्रोल खो दिया 28 मई 2025 को हुए 9वें टेस्ट में लॉन्चिंग के करीब 30 मिनट बाद स्टारशिप ने कंट्रोल खो दिया था, जिस कारण पृथ्वी के वातावरण में एंटर करने पर ये नष्ट हो गया था। ये लगातार तीसरी बार था जब स्टारशिप आसमान में ही नष्ट हुआ था। हालांकि, बूस्टर ने अमेरिका की खाड़ी में हार्ड लैंडिंग की। आठवां टेस्ट: बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप ब्लास्ट हो गई थी स्टारशिप का आठवां टेस्ट भारतीय समयानुसार 7 मार्च को हुआ था। लॉन्चिंग के 7 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया। लेकिन 8 मिनट बाद शिप (ऊपरी हिस्सा) के छह इंजनों में से 4 ने काम करना बंद कर दिया जिससे शिप ने कंट्रोल खो दिया। इसके बाद ऑटोमेटेड अबॉर्ट सिस्टम ने शिप को ब्लास्ट कर दिया। गिरते मलबे की वजह से मियामी, ऑरलैंडो, पाम बीच और फोर्ट लॉडरडेल के हवाई अड्डों पर उड़ानें प्रभावित हुईं थी। सातवां टेस्ट: बूस्टर वापस आया; लेकिन स्पेसक्राफ्ट आसमान में ही ब्लास्ट हुआ 17 जनवरी 2025 को भी स्टारशिप का सातवां टेस्ट पूरी तरह से कामयाब नहीं रहा था। लॉन्चिंग के 8 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया था, लेकिन शिप (ऊपरी हिस्सा) में ऑक्सीजन लीक से ब्लास्ट हो गया था। छठा टेस्ट: लॉन्चपैड पर उतरने में दिक्कत दिखी तो पानी पर लैंड कराया, ट्रम्प भी मौजूद रहे स्टारशिप का छठा टेस्ट 20 नवंबर 2024 को सुबह 03:30 बजे किया गया था। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी टेस्ट देखने के लिए स्टारबेस पहुंचे थे। इस टेस्ट में बूस्टर को लॉन्च करने के बाद वापस लॉन्चपैड पर कैच किया जाना था, लेकिन सभी पैरामीटर ठीक नहीं होने के कारण इसे पानी में लैंड कराने का फैसला लिया गया। स्टारशिप के इंजन को स्पेस में फिर से चालू किया गया। इसके बाद हिंद महासागर में लैंडिंग हुई। पांचवां टेस्ट: पहली बार बूस्टर को लॉन्चपैड पर कैच किया था स्टारशिप का पांचवां टेस्ट 13 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस टेस्ट में पृथ्वी से 96 Km ऊपर भेजे गए सुपर हैवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर वापस लाया गया, जिसे मैकेजिला ने पकड़ा। मैकेजिला दो मेटल आर्म हैं जो चॉपस्टिक्स की तरह दिखाई देती हैं। वहीं स्टारशिप की पृथ्वी के वायुमंडल में री-एंट्री कराकर हिंद महासागर में कंट्रोल्ड लैंडिंग कराई गई। स्टारशिप ने जब पृथ्वी के वातावरण में एंट्री की तब उसकी रफ्तार 26,000 किलोमीटर प्रति घंटे थी और तापमान 1,430C तक पहुंच गया था। चौथा टेस्ट: स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पानी में लैंडिंग हुई स्टारशिप का चौथा टेस्ट 6 जून 2024 को हुआ था, जो सक्सेसफुल रहा था। 1.05 घंटे के इस मिशन को बोका चिका से शाम 6.20 बजे लॉन्च किया गया था। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पृथ्वी पर वापस लाकर पानी पर लैंड कराया गया। टेस्ट का मेन गोल यह देखना था कि स्टारशिप पृथ्वी के वातावरण में एंट्री के दौरान सर्वाइव कर पाता है या नहीं। टेस्ट के बाद कंपनी के मालिक इलॉन मस्क ने कहा था, 'कई टाइल्स के नुकसान और एक डैमेज्ड फ्लैप के बावजूद स्टारशिप ने समुद्र में सॉफ्ट लैंडिंग की।' तीसरा टेस्ट: रीएंट्री के बाद स्टारशिप से संपर्क टूटा था ये टेस्ट 14 मार्च 2024 को हुआ था। स्पेसएक्स ने बताया था कि स्टारशिप रीएंट्री के दौरान सर्वाइव नहीं कर पाया, लेकिन उसने उड़ान के दौरान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। वहीं इलॉन मस्क ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल आधा दर्जन स्टारशिप उड़ान भरेंगे। दूसरा टेस्ट: स्टेज सेपरेशन के बाद खराबी आ गई थी स्टारशिप का दूसरा टेस्ट 18 नवंबर 2023 को शाम करीब 6:30 बजे किया गया था। लॉन्चिंग के करीब 2.4 मिनट बाद सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप का सेपरेशन हुआ। बूस्टर को वापस पृथ्वी पर लैंड होना था, लेकिन 3.2 मिनट बाद 90 Km ऊपर यह फट गया। वहीं स्टारशिप तय प्लान के अनुसार आगे बढ़ गया। करीब 8 मिनट बाद पृथ्वी से 148 Km ऊपर स्टारशिप में भी खराबी आ गई, जिस कारण उसे नष्ट करना पड़ा। फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम के जरिए इसे नष्ट किया गया था। दूसरे टेस्ट में रॉकेट और स्टारशिप को अलग करने के लिए पहली बार हॉट स्टैगिंग प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया था, जो पूरी तरह सक्सेसफुल रही थी। सभी 33 रैप्टर इंजनों ने भी लॉन्च से सेपरेशन तक ठीक से फायर किया था। पहला टेस्ट: लॉन्चिंग के 4 मिनट बाद विस्फोट हो गया था 20 अप्रैल 2023 को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही मेक्सिको की खाड़ी के पास 30 किलोमीटर ऊपर स्टारशिप में विस्फोट हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी इलॉनमस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट का लॉन्च पैड से उड़ना ही बड़ी सफलता थी। मस्क ने लॉन्चिंग से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है। स्पेसएक्स ने कहा था- सेपरेशन स्टेज से पहले ही इसका एक हिस्सा अचानक अलग हो गया, जबकि यह तय नहीं था। इस तरह के एक टेस्ट के साथ हम जो सीखते हैं, उससे सफलता मिलती है। आज का टेस्ट हमें स्टारशिप की रिलायबिलिटी में सुधार करने में मदद करेगा। टीमें डेटा को रिव्यू करना जारी रखेंगीं और अगले फ्लाइट टेस्ट की दिशा में काम करेंगीं। स्टारशिप सिस्टम स्टारशिप क्या-क्या कर सकता है? स्टारशिप इंसानों को मंगल पर पहुंचाएगा ये लॉन्चिंग इसलिए अहम है, क्योंकि ये स्पेसशिप ही इंसानों को इंटरप्लेनेटरी बनाएगा। यानी इसकी मदद से पहली बार कोई इंसान पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर कदम रखेगा। मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा। मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की क्या जरूरत? मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की जरूरत पर इलॉनमस्क कहते हैं- 'पृथ्वी पर एक लाइफ एंडिंग इवेंट मानवता के अंत का कारण बन सकता है, लेकिन अगर हम मंगल ग्रह पर अपना बेस बना लेंगे तो मानवता वहां जीवित रह सकती है।' करोड़ों साल पहले पृथ्वी पर डायनासोर का भी अंत एक लाइफ एंडिंग इवेंट के कारण ही हुआ था। वहीं, प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग ने भी 2017 में कहा था कि अगर इंसानों को सर्वाइव करना है तो उन्हें 100 साल के भीतर विस्तार करना होगा। आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट इस मिशन का सक्सेसफुल होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट नासा के आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है। इसके जरिए 5 दशक बाद चंद्रमा पर मनुष्यों की वापसी होगी। स्टारशिप चंद्रमा पर मिशन के अंतिम चरण को पूरा करेगा। एस्ट्रोनॉट को स्पेसक्राट से लूनर ऑर्बिट तक ले जाएगा और चंद्रमा पर लैंडिंग भी कराएगा।

दैनिक भास्कर 27 Aug 2025 4:27 am

वीवो T4 प्रो 50 मैगापिक्सल पेरिस्कोप लेंस के साथ लॉन्च:स्मार्टफोन में 32MP सेल्फी कैमरा और 6500mAh बैटरी, कीमत ₹27,999 से शुरू

टेक कंपनी वीवो ने आज भारत में अपनी टी-सीरीज का नया 5G स्मार्टफोन वीवो T4 प्रो लॉन्च कर दिया है। यह वीवो T4, T4x, T4R, T4 लाइट और T4 अल्ट्रा के बाद सीरीज का छठवां मॉडल है। वीवो T4 50 मैगापिक्सल पेरिस्कोप लेंस से लेस है। इसके अलावा फोन में 32 मैगापिक्सल का सेल्फी कैमरा और 6500mAh की बैटरी दी गई है। वीवो T4 प्रो 3 वैरिएंट्स में मार्केट में उतारा गया है। इसकी कीमत 27,999 रुपए से शुरू होती है। मोबाइल की सेल 29 अगस्त से शुरू होगी और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर 3000 रुपए का कैशबैक मिलेगा। डिजाइन: स्लिम और स्टाइलिश लुकवीवो T4 प्रो को स्लिम और प्रीमियम डिजाइन दिया गया है। इसकी मोटाई सिर्फ 7.53mm है, जो इसे हाथ में हल्का और कंफर्टेबल बनाता है। फोन में क्वाड-कर्व्ड डिस्प्ले दिया गया है, जो इसे मॉडर्न लुक देता है। बैक पैनल मैट फिनिश में है, जो फिंगरप्रिंट्स से बचाता है और प्लास्टिक से बना है, जिससे ये ग्लास की तरह चमकता है, लेकिन उतना प्रीमियम फील नहीं देता। कैमरा मॉड्यूल वर्टिकली अलाइन्ड पिल-शेप में है, जिसमें दो सेंसर हैं और एक तीसरा सेंसर बाहर है, साथ में ऑरा लाइट रिंग भी दी गई है। ये डिजाइन वीवो V60 और X200 FE से मिलता-जुलता है, लेकिन ZEISS ब्रांडिंग नहीं है, जो इसे थोड़ा सादा बनाता है। रियर पैनल पर वर्टिकल लाइन्स हैं, जो ऑप्टिकल इल्यूजन का एहसास दिलाती हैं। फोन दो कलर ऑप्शन- नाइट्रो ब्लू और ब्लेज गोल्ड के साथ पेश किया गया है। इसमें नाइट्रो ब्लू एक डार्क और बोल्ड शेड है, जबकि ब्लेज गोल्ड थोड़ा शाइनी और लग्जरी फील कराता है। बिल्ड क्वालिटी में IP68 और IP69 रेटिंग्स हैं, जो इसे पानी और धूल से बचाने में मदद करती हैं। कैमरा: वीवो T4 प्रो में सबसे खास इसके बैक पैनल पर दिया गया ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन (OIS) के साथ 50MP का सोनी IMX882 सेंसर दिया गया है। इसके साथ 50MP के 3x पेरिस्कोप लेंस और 2MP का बोकेह सेंसर दिया गया है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 32MP फ्रंट कैमरा मिलता है। डिस्प्ले: वीवो T4 प्रो 5G स्मार्टफोन में 6.77 इंच की फुल HD+ क्वाड कर्व्ड एमोलेड डिस्प्ले दिया गया है। इसका रेजोल्यूशन 2392 1080 पिक्सल है और ये 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट करता है। इसकी पीक ब्राइटनेस 5000 निट्स है। फोन इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर के साथ आता है। इसे गीले या तेल लगे हाथ से भी स्मूथली इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं यह फोन IP68+IP69 रेटिंग के साथ आया है जो इसे वॉटरप्रूफ व डस्टप्रूफ बनाती है। परफॉर्मेंस: प्रोसेसिंग के लिए स्मार्टफोन में क्वालकॉम का 4 नैनोमीटर फेब्रिकेशन्स पर बना स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है, जो 2.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। फोन को ठंडा रखने के लिए इसमें 16470mm कूलिंग सिस्टम और 10 टेम्परेचर सेंसर दिए गए हैं। फोन एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड फनटच OS 15 के साथ मिलकर काम करता है। बैटरी: पावर बैकअप के लिए वीवो T4 प्रो में 6500mAh बैटरी दी गई है, टेस्टिंग में फोन का 15 घंटे से ज्यादा का बैकअप मिला है। वीवो का दावा है कि सिर्फ 1% बैटरी बची होने के बाद इस फोन से 30 मिनट की कॉल की जा सकती है। मोबाइल चार्ज करने के लिए 90W फ्लैशचार्ज तकनीक दी गई है। इससे टेस्टिंग के दौरान 40 मिनट में फोन 20% से 100% चार्ज हुआ है।

दैनिक भास्कर 26 Aug 2025 6:53 pm

मोदी बोले- दुनिया में मेड इन इंडिया लिखी EV चलेगी:मारुति की पहली EV को झंडी दिखाई: यह गुजरात प्लांट से 100 देशों को निर्यात होगी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 26 अगस्त को गुजरात के हंसलपुर में ई-विटारा को एक्सपोर्ट के लिए फ्लैग-ऑफ किया। ये मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार है। ये गाड़ी पूरी तरह से भारत में ही बनी है और इसे 100 से ज्यादा देशों, जैसे यूरोप और जापान में निर्यात किया जाएगा। PM मोदी ने कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज मेक इन इंडिया में नया अध्याय जुड़ा है। अब विदेशों में चलने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर भी मेड इन इंडिया लिखा होगा। इस कार में 49kWh और 61kWh के दो बैटरी पैक ऑप्शन मिलेंगे। कंपनी का दावा है कि कार एक बर फुल चार्ज करने पर 500 किलोमीटर से ज्यादा चलेगी। इलेक्ट्रिक SUV का प्रोडक्शन फरवरी-2025 से सुजुकी मोटर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट में हो चुका है। PM मोदी के संबोधन की 5 खास बातें 20 लाख रुपए से शुरू हो सकती है कीमत मारुति ई विटारा के 49kWh बैटरी पैक वाले बेस मॉडल की कीमत 20 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) रखी जा सकती है। वहीं, हाई पावर वाली मोटर के साथ 61kWh बैटरी पैक वाले मॉडल की कीमत 25 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) हो सकती है। इसके अलावा ई-ऑलग्रिप AWD वर्जन की कीमत 30 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) रखी जा सकती है। भारतीय बाजार में ई विटारा इलेक्ट्रिक SUV का मुकाबला MG ZS EV, टाटा कर्व EV और हुंडई क्रेटा EV और महिंद्रा BE05 से रहेगा। एक्सटीरियर : LED हेडलैंप और 19-इंच ब्लैक व्हील सुजुकी ई विटारा को नए हार्टेक्ट-ई प्लैटफॉर्म पर डेवलप किया गया है, जिसे कंपनी ने टोयोटा के साथ मिलकर बनाया है। सुजुकी ई विटारा का एक्सटीरियर डिजाइन EVX कॉन्सेप्ट मॉडल की तरह ही है। इसके फ्रंट में पतली LED हेडलाइट और वाई-शेप्ड LED DRL और स्टाइलिश बंपर के साथ इंटीग्रेटेड फॉग लाइट दी गई हैं। बॉडी क्लेडिंग और 19-इंच ब्लैक व्हील के साथ मिड साइज SUV साइड से काफी मस्क्यूलर दिखाई देती है। पिछले गेट पर डोर हैंडल को सी-पिलर पर दिया गया है। इसके अलावा रुफ पर एक इलेक्ट्रिक सनरुफ भी है। ई विटारा के रियर में कॉन्सेप्ट वर्जन की तरह 3-पीस लाइटिंग एलिमेंट वाली कनेक्टेड LED टेल लाइट दी गई है। इंटीरियर : 6 एयरबैग स्टैंडर्ड और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक मिलेंगे ई-विटारा में डुअल-टोन ब्लैक और ऑरेंज केबिन दी गई है। इसमें 2-स्पोक फ्लेट बॉटम स्टीयरिंग व्हील और वर्टिकल ओरिएंटेड AC वेंट्स के चारों ओर क्रोम टच दिया गया है। इसके केबिन का प्रमुख हाइलाइट इंटीग्रेटेड फ्लोटिंग स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जिसमें एक इंफोटेनमेंट और दूसरी ड्राइवर डिस्प्ले है। सुजुकी ने ई विटारा के फीचर्स का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उम्मीद है मारुति की इलेक्ट्रिक कार में ऑटोमैटिक AC, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें और वायरलेस फोन चार्जर जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। वहीं, सुरक्षा के लिए इसमें 6 एयरबैग स्टैंडर्ड, 360 डिग्री कैमरा और इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक जैसे सेफ्टी फीचर मिलेंगे। बैटरी पैक और रेंज यूरोपियन मार्केट में ई विटारा को दो बैटरी पैक ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। इसमें 49kWh और 61kWh का बैटरी पैक ऑप्शन शामिल है। कंपनी ने अभी तक ई विटारा की सर्टिफाइड रेंज का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उम्मीद है इसकी फुल चार्ज में रेंज 500 किलोमीटर तक हो सकती है। कार में 2 व्हील ड्राइव और 4 व्हील ड्राइव का ऑप्शन भी दिया जाएगा। हंसलपुर प्लांट में 7,50,000 गाड़ियां बनाने की सालाना क्षमता मारुति ने शुरुआत में वित्त वर्ष 2026 में ई-विटारा की करीब 67,000 यूनिट्स बनाने की योजना बनाई थी। लेकिन अप्रैल में चीन द्वारा लगाए गए निर्यात प्रतिबंधों की वजह से रेयर अर्थ मैग्नेट की कमी के चलते ये लक्ष्य प्रभावित हो गया। मारुति ने अपने हंसलपुर प्लांट में 21,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 7,50,000 यूनिट्स है।

दैनिक भास्कर 26 Aug 2025 10:50 am

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट का 10वां टेस्ट फिर टला:खराब मौसम के कारण दूसरी बार लॉन्चिंग रोकी; बीते तीन टेस्ट फेल हो गए थे

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 10वां टेस्ट आज 26 अगस्त को दूसरी बार खराब मौसम के कारण टल गया। रॉकेट को सुबह 5:30 बजे टैक्सास के बोका चिका से लॉन्च किया जाना था। एक दिन पहले भी ये टेस्ट ग्राउंड सिस्टम में आई खराबी के कारण नहीं हो पाया था। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। इससे पहले ये टेस्ट 29 जून को होना था, लेकिन स्टैटिक फायर टेस्ट के दौरान स्टारशिप में ब्लास्ट हो गया था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर रखकर उसके इंजन को चालू किया जाता है, ताकि लॉन्च से पहले सब कुछ ठीक हो, ये चेक किया जा सके। टेस्ट के दौरान रॉकेट के ऊपरी हिस्से में अचानक विस्फोट शुरू हुआ। देखते ही देखते पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया था। मिशन का उद्देश्य: जरूरी एक्सपेरिमेंट कर डेटा जुटाना नौवां टेस्ट: बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप ने कंट्रोल खो दिया 28 मई 2025 को हुए 9वें टेस्ट में लॉन्चिंग के करीब 30 मिनट बाद स्टारशिप ने कंट्रोल खो दिया था, जिस कारण पृथ्वी के वातावरण में एंटर करने पर ये नष्ट हो गया था। ये लगातार तीसरी बार था जब स्टारशिप आसमान में ही नष्ट हुआ था। हालांकि, बूस्टर ने अमेरिका की खाड़ी में हार्ड लैंडिंग की। आठवां टेस्ट: बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप ब्लास्ट हो गई थी स्टारशिप का आठवां टेस्ट भारतीय समयानुसार 7 मार्च को हुआ था। लॉन्चिंग के 7 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया। लेकिन 8 मिनट बाद शिप (ऊपरी हिस्सा) के छह इंजनों में से 4 ने काम करना बंद कर दिया जिससे शिप ने कंट्रोल खो दिया। इसके बाद ऑटोमेटेड अबॉर्ट सिस्टम ने शिप को ब्लास्ट कर दिया। गिरते मलबे की वजह से मियामी, ऑरलैंडो, पाम बीच और फोर्ट लॉडरडेल के हवाई अड्डों पर उड़ानें प्रभावित हुईं थी। सातवां टेस्ट: बूस्टर वापस आया; लेकिन स्पेसक्राफ्ट आसमान में ही ब्लास्ट हुआ 17 जनवरी 2025 को भी स्टारशिप का सातवां टेस्ट पूरी तरह से कामयाब नहीं रहा था। लॉन्चिंग के 8 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया था, लेकिन शिप (ऊपरी हिस्सा) में ऑक्सीजन लीक से ब्लास्ट हो गया था। छठा टेस्ट: लॉन्चपैड पर उतरने में दिक्कत दिखी तो पानी पर लैंड कराया, ट्रम्प भी मौजूद रहे स्टारशिप का छठा टेस्ट 20 नवंबर 2024 को सुबह 03:30 बजे किया गया था। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी टेस्ट देखने के लिए स्टारबेस पहुंचे थे। इस टेस्ट में बूस्टर को लॉन्च करने के बाद वापस लॉन्चपैड पर कैच किया जाना था, लेकिन सभी पैरामीटर ठीक नहीं होने के कारण इसे पानी में लैंड कराने का फैसला लिया गया। स्टारशिप के इंजन को स्पेस में फिर से चालू किया गया। इसके बाद हिंद महासागर में लैंडिंग हुई। पांचवां टेस्ट: पहली बार बूस्टर को लॉन्चपैड पर कैच किया था स्टारशिप का पांचवां टेस्ट 13 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस टेस्ट में पृथ्वी से 96 Km ऊपर भेजे गए सुपर हैवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर वापस लाया गया, जिसे मैकेजिला ने पकड़ा। मैकेजिला दो मेटल आर्म हैं जो चॉपस्टिक्स की तरह दिखाई देती हैं। वहीं स्टारशिप की पृथ्वी के वायुमंडल में री-एंट्री कराकर हिंद महासागर में कंट्रोल्ड लैंडिंग कराई गई। स्टारशिप ने जब पृथ्वी के वातावरण में एंट्री की तब उसकी रफ्तार 26,000 किलोमीटर प्रति घंटे थी और तापमान 1,430C तक पहुंच गया था। चौथा टेस्ट: स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पानी में लैंडिंग हुई स्टारशिप का चौथा टेस्ट 6 जून 2024 को हुआ था, जो सक्सेसफुल रहा था। 1.05 घंटे के इस मिशन को बोका चिका से शाम 6.20 बजे लॉन्च किया गया था। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पृथ्वी पर वापस लाकर पानी पर लैंड कराया गया। टेस्ट का मेन गोल यह देखना था कि स्टारशिप पृथ्वी के वातावरण में एंट्री के दौरान सर्वाइव कर पाता है या नहीं। टेस्ट के बाद कंपनी के मालिक इलॉन मस्क ने कहा था, 'कई टाइल्स के नुकसान और एक डैमेज्ड फ्लैप के बावजूद स्टारशिप ने समुद्र में सॉफ्ट लैंडिंग की।' तीसरा टेस्ट: रीएंट्री के बाद स्टारशिप से संपर्क टूटा था ये टेस्ट 14 मार्च 2024 को हुआ था। स्पेसएक्स ने बताया था कि स्टारशिप रीएंट्री के दौरान सर्वाइव नहीं कर पाया, लेकिन उसने उड़ान के दौरान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। वहीं इलॉन मस्क ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल आधा दर्जन स्टारशिप उड़ान भरेंगे। दूसरा टेस्ट: स्टेज सेपरेशन के बाद खराबी आ गई थी स्टारशिप का दूसरा टेस्ट 18 नवंबर 2023 को शाम करीब 6:30 बजे किया गया था। लॉन्चिंग के करीब 2.4 मिनट बाद सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप का सेपरेशन हुआ। बूस्टर को वापस पृथ्वी पर लैंड होना था, लेकिन 3.2 मिनट बाद 90 Km ऊपर यह फट गया। वहीं स्टारशिप तय प्लान के अनुसार आगे बढ़ गया। करीब 8 मिनट बाद पृथ्वी से 148 Km ऊपर स्टारशिप में भी खराबी आ गई, जिस कारण उसे नष्ट करना पड़ा। फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम के जरिए इसे नष्ट किया गया था। दूसरे टेस्ट में रॉकेट और स्टारशिप को अलग करने के लिए पहली बार हॉट स्टैगिंग प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया था, जो पूरी तरह सक्सेसफुल रही थी। सभी 33 रैप्टर इंजनों ने भी लॉन्च से सेपरेशन तक ठीक से फायर किया था। पहला टेस्ट: लॉन्चिंग के 4 मिनट बाद विस्फोट हो गया था 20 अप्रैल 2023 को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही मेक्सिको की खाड़ी के पास 30 किलोमीटर ऊपर स्टारशिप में विस्फोट हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी इलॉनमस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट का लॉन्च पैड से उड़ना ही बड़ी सफलता थी। मस्क ने लॉन्चिंग से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है। स्पेसएक्स ने कहा था- सेपरेशन स्टेज से पहले ही इसका एक हिस्सा अचानक अलग हो गया, जबकि यह तय नहीं था। इस तरह के एक टेस्ट के साथ हम जो सीखते हैं, उससे सफलता मिलती है। आज का टेस्ट हमें स्टारशिप की रिलायबिलिटी में सुधार करने में मदद करेगा। टीमें डेटा को रिव्यू करना जारी रखेंगीं और अगले फ्लाइट टेस्ट की दिशा में काम करेंगीं। स्टारशिप सिस्टम स्टारशिप क्या-क्या कर सकता है? स्टारशिप इंसानों को मंगल पर पहुंचाएगा ये लॉन्चिंग इसलिए अहम है, क्योंकि ये स्पेसशिप ही इंसानों को इंटरप्लेनेटरी बनाएगा। यानी इसकी मदद से पहली बार कोई इंसान पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर कदम रखेगा। मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा। मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की क्या जरूरत? मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की जरूरत पर इलॉनमस्क कहते हैं- 'पृथ्वी पर एक लाइफ एंडिंग इवेंट मानवता के अंत का कारण बन सकता है, लेकिन अगर हम मंगल ग्रह पर अपना बेस बना लेंगे तो मानवता वहां जीवित रह सकती है।' करोड़ों साल पहले पृथ्वी पर डायनासोर का भी अंत एक लाइफ एंडिंग इवेंट के कारण ही हुआ था। वहीं, प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग ने भी 2017 में कहा था कि अगर इंसानों को सर्वाइव करना है तो उन्हें 100 साल के भीतर विस्तार करना होगा। आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट इस मिशन का सक्सेसफुल होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट नासा के आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है। इसके जरिए 5 दशक बाद चंद्रमा पर मनुष्यों की वापसी होगी। स्टारशिप चंद्रमा पर मिशन के अंतिम चरण को पूरा करेगा। एस्ट्रोनॉट को स्पेसक्राट से लूनर ऑर्बिट तक ले जाएगा और चंद्रमा पर लैंडिंग भी कराएगा।

दैनिक भास्कर 26 Aug 2025 5:01 am

इस हफ्ते सैमसंग-वीवो सहित 2 मोबाइल लॉन्च होंगे:OIS के साथ 50MP का सोनी सेंसर और स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर मिलेगा

भारत में इस हफ्ते सिर्फ 2 नए स्मार्टफोन लॉन्च होंगे। 25 से 31 अगस्त के बीच वीवो और सेमसंग अपने नए डिवाइस लॉन्च करेंगी। इन फोन्स में AI फीचर्स के साथ 50 मेगापिक्सल का कैमरा मिलेगा। इसके अलावा स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर भी देखने को मिलेगा। चलिए डिटेल में जानते हैं... वीवो T4 प्रोलॉन्च डेट- 26 अगस्त वीवो T4 प्रो 26 अगस्त को इंडिया में लॉन्च होगा। यह वीवो T4, वीवो T4x, वीवो T4R, वीवो T4 लाइट और T4 अल्ट्रा के बाद इस सीरीज का छठवां मॉडल होगा। फोन क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर के साथ आएगा। भारतीय बाजार में इसे 8GB RAM पर बेचा जा सकता है। वीवो T4 प्रो कैमरा सेंट्रिक स्मार्टफोन होगा, जिसके बैक पैनल पर दो सेंसर हैं। यह अपने सेगमेंट में वीवो का पहला 3x पोर्टरेट जूम वाला फोन होने वाला है। इसके रियर कैमरा सेटअप में OIS के साथ 50MP सोनी मेन सेंसर, 50MP 3x पोर्टरेट और 10x टेलीफोटो लेंस दिया जाएगा। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए मोबाइल 32MP फ्रंट कैमरा सपोर्ट करता है। सैमसंग गैलेक्सी A17लॉन्च डेट- 29 अगस्त सैमसंग गैलेक्सी A17 फोन 29 अगस्त को भारत में लॉन्च होगा। इसकी कीमत 18 से 23 हजार रुपए की बीच हो सकती है। प्रोसेसिंग के लिए इसमें सैमसंग का ही एग्जीनोस 1330 चिपसेट दिया जाएगा। स्मार्टफोन एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड वनयूआई 7.0 पर लॉन्च होगा, जिसके साथ कंपनी 6 जनरेशन की OS अपग्रेड और 6 साल की सिक्योरिटी अपडेट देगी। फोन 90हर्ट्ज रिफ्रेश रेट वाली 6.7-इंच की फुल HD+ सुपर एमोलेड डिस्प्ले सपोर्ट करता है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 50 मेगापिक्सल ट्रिपल रियर कैमरा और 13 मेगापिक्सल सेल्फी सेंसर मिलता है। सैमसंग ने अपने इस 5G फोन को 5000mAh बैटरी से लैस किया है जो 25W फास्ट चार्जिंग तकनीक सपोर्ट करता है।

दैनिक भास्कर 25 Aug 2025 11:18 pm

वॉट्सएप से नेटवर्क बिना भी कर सकेंगे ऑडियो-वीडियो कॉलिंग:गूगल पिक्सल 10 सीरीज सेटेलाइट कॉलिंग फीचर वाले दुनिया के पहले मोबाइल

इंस्टेंट मैसेजिंग एप वॉट्सएप से अब आप वाई-फाई और नेटवर्क के बिना भी ऑडियो-वीडियो कॉलिंग कर सकेंगे। टेक कंपनी गूगल ने कन्फर्म किया है कि फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स की पिक्सल 10 सीरीज में दुनिया के पहले मोबाइल हैं, जिनमें सेटेलाइट कॉलिंग फीचर का सपोर्ट मिलेगा। ये फीचर खास तौर पर उन जगहों के लिए है, जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंचता, जैसे जंगल, पहाड़ या दूरदराज के इलाके। कंपनी ने हाल ही में नई फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स पिक्सल 10, पिक्सल 10 प्रो और पिक्सल 10 प्रो XL लॉन्च किए थे, जिनकी सेल 28 अगस्त से शुरू होगी। गूगल अपने फोन्स पर 7 साल (यानी 2032) तक सपोर्ट देगा। इसमें OS अपडेट, सिक्योरिटी अपडेट, फीचर ड्रॉप और AI इनोवेशन मिलेंगे। पिक्सल सीरीज के फोन कई AI फीचर्स से लैस हैं। ऑटोमैटिक सैटेलाइट मोड में शिफ्ट हो जाएगा खास बात ये है कि सेटेलाइट कॉलिंग के लिए आपको इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ेगी। गूगल ने अपने टेन्सर G5 चिपसेट और सैटेलाइट कनेक्टिविटी के साथ मिलकर ये फीचर पेश किया है। गूगल का कहना है कि जब नेटवर्क नहीं होगा, तो फोन ऑटोमैटिकली सैटेलाइट मोड में स्विच हो जाएगा। आपको बस सेटिंग्स में वॉट्सएप कॉलिंग ऑप्शन सिलेक्ट करना होगा। हालांकि, गूगल ने साफ किया है कि ये सर्विस सिर्फ चुनिंदा कैरियर्स के साथ काम करेगी और इसके लिए एक्स्ट्रा चार्ज लग सकता है। अभी ये साफ नहीं है कि सैटेलाइट से टेक्स्ट मैसेज भी सपोर्ट होगा या नहीं। सेटेलाइट कॉलिंग फीचर की 3 चुनौतियां रिमोट एरिया में रहने करने वालों के लिए फायदेमंद ये फीचर खास तौर पर ट्रैवलर्स, एडवेंचर लवर और रिमोट एरिया में रहने करने वालों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इमरजेंसी में ये फीचर जान बचा सकता है, अगर कोई दुर्घटना हो जाए और नेटवर्क न हो तो मदद के लिए कॉल कर सकेंगे। लेकिन, कीमत थोड़ी चिंता की बात है, पिक्सल 10 की शुरुआती कीमत 79,999 रुपए, प्रो मॉडल 1.09 लाख और प्रो XL 1.24 लाख रुपए है। ऊपर से सैटेलाइट कॉलिंग का चार्ज जोड़ दें, तो ये आम यूजर्स की पहुंच से थोड़ा दूर हो सकता है। गूगल पिक्सल 10 सीरीज में AI फीचर्स गूगल पिक्सल 10 सीरीज के स्पेसिफिकेशन्स... एपल, सैमसंग से काफी पीछे है गूगल एनालिस्ट फर्म IDC के 2023 के एक डेटा के अनुसार, 2016 में पहला पिक्सल फोन रिलीज होने के बाद से गूगल ने कुल 3.8 करोड़ फोन ही बेचे हैं। जबकि, सैमसंग ने सिर्फ 2023 में 22.66 करोड़ फोन बेचे। एपल ने इस दौरान 23.46 करोड़ फोन सेल किए। 5 पॉइंट जिस कारण पिक्सल ज्यादा सक्सेसफुल नहीं हालांकि इन चुनौतियों के बावजूद, पिक्सल फोन के लॉयल फैन्स की एक बड़ी संख्या है जो प्योर एंड्रॉयड एक्सपीरियंस देने के लिए कंपनी की सराहना करते हैं। गूगल अब ज्यादा देशों में अपने पिक्सल फोन की उपलब्धता बढ़ा रहा है। इसके अलावा AI से लेकर कैमरे में बड़े बदलाव कर रहा है। इसलिए यह संभव है कि आने वाले सालों में पिक्सल फोन की बिक्री बढ़ जाए।

दैनिक भास्कर 25 Aug 2025 10:06 pm

ओप्पो K13 टर्बो प्रो रिव्यू:मिड रेंज बजट में फ्लैगशिप लेवल गेमिंग पसंद करने वालों के अच्छा ऑप्शन, कैमरा परफॉर्मेंस औसत

टेक कंपनी ओप्पो ने भारत में ओप्पो K13 टर्बो प्रो स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है। इस स्मार्टफोन को गेमिंग और परफॉर्मेंस के लिए बनाया है। इसमें सबसे खास फीचर इन-बिल्ट कूलिंग फैन है, जो स्मार्टफोन को हेवी गेमिंग के समय भी ठंडा रखता है। भारतीय बाजार में इस तरह का ये पहला स्मार्टफोन हैं। इसके अलावा, फोन 4Nm मीडियाटेक डायमेंसिटी स्नैपड्रैगन 8s जेन 4 प्रोसेसर से लैस हैं, जिससे इनमें 120 फ्रेम पर सेकेंड (FPS) पर हेवी गेम खेले जा सकते हैं, लेकिन क्या ये आपकी जेब और जरूरतों के हिसाब से फिट बैठता है? चलिए जानते हैं… तीन कलर ऑप्शन के साथ ₹37,999 की शुरुआती कीमत फोन दो वैरिएंट और 37,999 रुपए की शुरुआती कीमत में आता है। इसकी वैरिएंट वाइस प्राइस नीचे देख सकते हैं। कंपनी फोन के साथ 3,000 रुपए रुपए का इंस्टेंट बैंक डिस्काउंट और 9 महीने की नो कॉस्ट EMI का ऑफर दे रही है। ओप्पो K13 टर्बो प्रो सिल्वर नाइट, पर्पल फेंटम और मिडनाइट मेवरिक कलर ऑप्शन के साथ अवेलेबल है। डिजाइन: इनबिल्ट कूलिंग फैन के साथ पहला वाटर प्रूफ फोन सबसे पहले बात करें डिजाइन की तो फोन में सबसे खास इनबिल्ट कूलिंग फैन है, जो कैमरा मॉड्यूल के पास लगा है। ये 18,000 RPM तक स्पिन करता है, जो गेमिंग के दौरान हीट को 20% तक कम करने में मदद करता है। इसके चारों तरफ एक RGB लाइट रिंग है, जो फैन एक्टिव होने पर चमकती है। गेमिंग और फास्ट चार्जिंग करने पर फोन हीट होता है तो ये ऑटोमेटिकली ऑन हो जाता है। इसके साथ एक टर्बो कूलिंग बैक क्लिप भी है, जो फोन का टेम्प्रेचर 13 तक कम कर सकता है। लंबे गेमिंग सेशन के दौरान यह कूलिंग सिस्टम फ्रेम ड्रॉप्स को कम कर सकता है और ग्राहकों को ज्यादा गर्म महसूस नहीं होने देगा। जिससे ग्रिप आरामदायक बनी रह सकती है। बैक पैनल ग्लास्टिक (पॉलीकार्बोनेट) से बना है, जो ग्लास जैसा दिखता है। फ्रेम एल्यूमिनियम का है, जो मजबूती देता है। डिजाइन में कर्व्ड एजेस की कमी है और मोटी बॉडी कुछ लोगों को हाथ में पकड़ने पर अनकंफर्टेबल लग सकती है। फोन IPX9, IPX8 और IPX6 वाटरप्रूफ रेटिंग के साथ आता है, जो इसे इंडस्ट्री का पहला ऐसा एयर-कूलिंग स्मार्टफोन बनाता है जो पूरी तरह से वाटरप्रूफ होगा। फोन का डायमेंशन 162.8mm x 77.2mm x 7.3mm है और वजन 208 ग्राम, जो इसे हाथ में थोड़ा भारी बनाता है। परफॉर्मेंस: ओप्पो K13 टर्बो प्रो स्नैपड्रैगन 8s जेन 4 चिपसेट से लैस है, जो 4nm प्रोसेस पर बना है। इसके साथ कॉर्टेक्स-X4 ऑक्टा कोर CPU (3.2GHz तक स्पीड) और एड्रेनो 825 GPU मिलता है। यह मिड-रेंज में एक दमदार प्रोसेसर है, जो फ्लैगशिप-लेवल परफॉर्मेंस देने का दावा करता है। बेंचमार्क टेस्ट में इसने AnTuTu v10 पर करीब 2.45 मिलियन स्कोर हासिल किया। हमने इसे PUBG और BGMI जैसे गेम्स में टेस्ट किया- 120fps सेटिंग्स पर ये स्मूद चलता है, लेकिन फ्रेम ड्रॉप थोड़े-थोड़े समय बाद नजर आए। फैन ऑन करने से तापमान 10C तक गिरा, लेकिन परफॉर्मेंस में बड़ा उछाल नहीं दिखा। लंबे गेमिंग सेशन में फोन थोड़ा गर्म भी होता है। मल्टीटास्किंग के लिए 12GB LPDDR5X रैम और 256GB UFS 4.0 स्टोरेज तेजी से एप्स लॉन्चिंग और फाइल ट्रांसफर करते हैं, लेकिन माइक्रो SD स्लॉट की कमी स्टोरेज बढ़ाने वालों के लिए दिक्कत हो सकती है। रोजमर्रा के इस्तेमाल में- जैसे वीडियो स्ट्रीमिंग, ब्राउजिंग और सोशल मीडिया फोन स्मूद चलता है, लेकिन भारी एप्स जैसे एडिटिंग सॉफ्टवेयर में हल्की लैग महसूस हुई। बैटरी और चार्जिंग: इसमें 7000mAh की बैटरी है, जो एक दिन की भारी यूज के लिए पर्याप्त है। वीडियो प्लेबैक में 17 घंटे तक चली। 80W सुपरVOOC चार्जिंग से 30 मिनट में 68% चार्ज हो जाता है जो तेज है, लेकिन फुल चार्ज में 54 मिनट लगते हैं। इसमें बायपास चार्जिंग और पावर मैनेजमेंट के लिए ऑप्टिमाइजेशन भी है, जिससे हीटिंग कम होती है और बैटरी लाइफ बेहतर हो सकती है। डिस्प्ले: स्मूद स्क्रॉलिंग और गेमिंग के लिए ठीक ​ फोन में 6.8-इंच का एमोलेड डिस्प्ले दिया गया है, जो 1.5K रिजॉल्यूशन (1280x2800 पिक्सल) के साथ आता है। इसकी रिफ्रेश रेट 120Hz है, जो स्मूद स्क्रॉलिंग और गेमिंग के लिए ठीक है। टच सैंपलिंग रेट 240Hz तक जाता है, जो फास्ट टच रिस्पॉन्स देता है। ब्राइटनेस लेवल 1600 निट्स तक है, जो सनलाइट में अच्छी विजिबिलिटी देता है, लेकिन सीधे धूप में थोड़ा कमजोर है। कैमरा: OIS सपोर्ट के साथ 4K वीडियो रिकॉर्डिंग फोटोग्राफी के लिए बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें OIS सपोर्ट के साथ 50MP का मेन सेंसर और 2MP का डेप्थ सेंसर दिया गया है। वहीं, फ्रंट में 16MP का सेल्फी कैमरा दिया गया है। इस सेटअप में 4K वीडियो रिकॉर्डिंग (60fps) और HDR सपोर्ट मौजूद है, लेकिन अल्ट्रावाइड या मैक्रो लेंस की कमी इसे मिड-रेंज सेगमेंट में थोड़ा पीछे छोड़ती है। दिन में फोटोज में 50MP सेंसर डिटेल्स और कलर सटीकता ठीक रखता है, लेकिन कहीं-कहीं शार्पनेस की कमी लगती है। OIS की वजह से हैंडहेल्ड शॉट्स में स्थिरता अच्छी है, लेकिन जूम करने पर ग्रेन्स दिखाई देते हैं। वहीं, रात में नाइट मोड ऑन करने पर कैमरा डिटेल रिटेंशन और नॉइज कंट्रोल में औसत प्रदर्शन करता है। 16MP फ्रंट कैमरा चेहरे की डिटेल्स को ठीक पकड़ता है, लेकिन स्किन टोन थोड़े ओवर-प्रोसेस्ड लग सकते हैं। वीडियो में 4K रिकॉर्डिंग स्मूद है और OIS की वजह से शेक कम है, लेकिन लो-लाइट में नॉइज और फोकसिंग इश्यूज सामने आते हैं। सॉफ्टवेयर: 2 साल तक OS और 3 साल तक का सिक्योरिटी अपडेट​ फोन एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलरOS 15 पर काम करता है। यह सॉफ्टवेयर गेमिंग फोकस्ड फीचर्स जैसे गेम मोड 5.0 और परफॉर्मेंस ऑप्टिमाइजेशन के साथ प्री-इंस्टॉल्ड है। फोन 2 साल तक ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट और 3 साल तक सिक्योरिटी अपडेट का वादा करता है, जो मिड-रेंज सेगमेंट में ठीक है, लेकिन सैमसंग या गूगल जैसे ब्रांड्स 4-5 साल के सपोर्ट से आगे हैं। अन्य फीचर्स के रूप में इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर, इन्फ्रारेड सेंसर, NFC, स्टीरियो स्पीकर्स और हाई-रिजॉल्यूशन ऑडियो सपोर्ट दिया गया है। कनेक्टिविटी के लिए 5G, डुअल 4G VoLTE, वाई-फाई 6, ब्लूटूथ 5.4 और मल्टी-GNSS सपोर्ट है। फाइनल वर्डिक्ट उन यूजर्स को आकर्षित करने का हो सकता है जो मिड-रेंज में फ्लैगशिप-लेवल गेमिंग पसंद करते हैं। अगर आपका बजट 35 से 40 हजार रुपए के बीच का है तो ओप्पो K13 टर्बो प्रो अचछा ऑप्शन हो सकता है। साथ ही टॉप-टियर कूलिंग और लेटेस्ट स्नैपड्रैगन चिप भी इसे आगे रख सकती है। यह फोन आईक्यू नियो 10, ओप्पो रेनो 14 और पोको F7 जैसे मॉडल से मुकाबला कर सकता है।

दैनिक भास्कर 25 Aug 2025 11:49 am

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 10वां टेस्ट टला:ग्राउंड सिस्टम में खराबी पता चली; पिछले 3 टेस्ट फेल हो गए थे

दुनिया के सबसे ताकतवर रॉकेट स्टारशिप का 10वां टेस्ट ग्राउंड सिस्टम में आई खराबी के कारण टाल दिया गया है। ग्राउंड सिस्टम में खराबी का मतलब है कि रॉकेट लॉन्च करने के लिए ज़मीन पर मौजूद उपकरणों, मशीनों या सिस्टम में कोई तकनीकी समस्या आ गई है। इसे आज यानी, 25 अगस्त को बोका चिका से सुबह 5 बजे लॉन्च किया जाना था। इससे पहले ये टेस्ट 29 जून को होना था, लेकिन स्टैटिक फायर टेस्ट के दौरान स्टारशिप में ब्लास्ट हो गया था। इस टेस्ट में रॉकेट को जमीन पर रखकर उसके इंजन को चालू किया जाता है, ताकि लॉन्च से पहले सब कुछ ठीक हो, ये चेक किया जा सके। टेस्ट के दौरान रॉकेट के ऊपरी हिस्से में अचानक विस्फोट शुरू हुआ। देखते ही देखते पूरा रॉकेट आग के गोले में बदल गया था। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने इस रॉकेट को बनाया है। स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट (ऊपरी हिस्सा) और सुपर हैवी बूस्टर (निचला हिस्सा) को कलेक्टिवली 'स्टारशिप' कहा जाता है। इस व्हीकल की ऊंचाई 403 फीट है। ये पूरी तरह से रीयूजेबल है। मिशन का उद्देश्य: जरूरी एक्सपेरिमेंट कर डेटा जुटाना नौवां टेस्ट: बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप ने कंट्रोल खो दिया 28 मई 2025 को हुए 9वें टेस्ट में लॉन्चिंग के करीब 30 मिनट बाद स्टारशिप ने कंट्रोल खो दिया था, जिस कारण पृथ्वी के वातावरण में एंटर करने पर ये नष्ट हो गया था। ये लगातार तीसरी बार था जब स्टारशिप आसमान में ही नष्ट हुआ था। हालांकि, बूस्टर ने अमेरिका की खाड़ी में हार्ड लैंडिंग की। आठवां टेस्ट: बूस्टर लैंड हो गया था, लेकिन शिप ब्लास्ट हो गई थी स्टारशिप का आठवां टेस्ट भारतीय समयानुसार 7 मार्च को हुआ था। लॉन्चिंग के 7 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया। लेकिन 8 मिनट बाद शिप (ऊपरी हिस्सा) के छह इंजनों में से 4 ने काम करना बंद कर दिया जिससे शिप ने कंट्रोल खो दिया। इसके बाद ऑटोमेटेड अबॉर्ट सिस्टम ने शिप को ब्लास्ट कर दिया। गिरते मलबे की वजह से मियामी, ऑरलैंडो, पाम बीच और फोर्ट लॉडरडेल के हवाई अड्डों पर उड़ानें प्रभावित हुईं थी। सातवां टेस्ट: बूस्टर वापस आया; लेकिन स्पेसक्राफ्ट आसमान में ही ब्लास्ट हुआ 17 जनवरी 2025 को भी स्टारशिप का सातवां टेस्ट पूरी तरह से कामयाब नहीं रहा था। लॉन्चिंग के 8 मिनट बाद बूस्टर (निचला हिस्सा) अलग होकर वापस लॉन्च पैड पर आ गया था, लेकिन शिप (ऊपरी हिस्सा) में ऑक्सीजन लीक से ब्लास्ट हो गया था। छठा टेस्ट: लॉन्चपैड पर उतरने में दिक्कत दिखी तो पानी पर लैंड कराया, ट्रम्प भी मौजूद रहे स्टारशिप का छठा टेस्ट 20 नवंबर 2024 को सुबह 03:30 बजे किया गया था। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी टेस्ट देखने के लिए स्टारबेस पहुंचे थे। इस टेस्ट में बूस्टर को लॉन्च करने के बाद वापस लॉन्चपैड पर कैच किया जाना था, लेकिन सभी पैरामीटर ठीक नहीं होने के कारण इसे पानी में लैंड कराने का फैसला लिया गया। स्टारशिप के इंजन को स्पेस में फिर से चालू किया गया। इसके बाद हिंद महासागर में लैंडिंग हुई। पांचवां टेस्ट: पहली बार बूस्टर को लॉन्चपैड पर कैच किया था स्टारशिप का पांचवां टेस्ट 13 अक्टूबर 2024 को किया गया था। इस टेस्ट में पृथ्वी से 96 Km ऊपर भेजे गए सुपर हैवी बूस्टर को लॉन्चपैड पर वापस लाया गया, जिसे मैकेजिला ने पकड़ा। मैकेजिला दो मेटल आर्म हैं जो चॉपस्टिक्स की तरह दिखाई देती हैं। वहीं स्टारशिप की पृथ्वी के वायुमंडल में री-एंट्री कराकर हिंद महासागर में कंट्रोल्ड लैंडिंग कराई गई। स्टारशिप ने जब पृथ्वी के वातावरण में एंट्री की तब उसकी रफ्तार 26,000 किलोमीटर प्रति घंटे थी और तापमान 1,430C तक पहुंच गया था। चौथा टेस्ट: स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पानी में लैंडिंग हुई स्टारशिप का चौथा टेस्ट 6 जून 2024 को हुआ था, जो सक्सेसफुल रहा था। 1.05 घंटे के इस मिशन को बोका चिका से शाम 6.20 बजे लॉन्च किया गया था। इसमें स्टारशिप को स्पेस में ले जाया गया, फिर पृथ्वी पर वापस लाकर पानी पर लैंड कराया गया। टेस्ट का मेन गोल यह देखना था कि स्टारशिप पृथ्वी के वातावरण में एंट्री के दौरान सर्वाइव कर पाता है या नहीं। टेस्ट के बाद कंपनी के मालिक इलॉन मस्क ने कहा था, 'कई टाइल्स के नुकसान और एक डैमेज्ड फ्लैप के बावजूद स्टारशिप ने समुद्र में सॉफ्ट लैंडिंग की।' तीसरा टेस्ट: रीएंट्री के बाद स्टारशिप से संपर्क टूटा था ये टेस्ट 14 मार्च 2024 को हुआ था। स्पेसएक्स ने बताया था कि स्टारशिप रीएंट्री के दौरान सर्वाइव नहीं कर पाया, लेकिन उसने उड़ान के दौरान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। वहीं इलॉन मस्क ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल आधा दर्जन स्टारशिप उड़ान भरेंगे। दूसरा टेस्ट: स्टेज सेपरेशन के बाद खराबी आ गई थी स्टारशिप का दूसरा टेस्ट 18 नवंबर 2023 को शाम करीब 6:30 बजे किया गया था। लॉन्चिंग के करीब 2.4 मिनट बाद सुपर हैवी बूस्टर और स्टारशिप का सेपरेशन हुआ। बूस्टर को वापस पृथ्वी पर लैंड होना था, लेकिन 3.2 मिनट बाद 90 Km ऊपर यह फट गया। वहीं स्टारशिप तय प्लान के अनुसार आगे बढ़ गया। करीब 8 मिनट बाद पृथ्वी से 148 Km ऊपर स्टारशिप में भी खराबी आ गई, जिस कारण उसे नष्ट करना पड़ा। फ्लाइट टर्मिनेशन सिस्टम के जरिए इसे नष्ट किया गया था। दूसरे टेस्ट में रॉकेट और स्टारशिप को अलग करने के लिए पहली बार हॉट स्टैगिंग प्रोसेस का इस्तेमाल किया गया था, जो पूरी तरह सक्सेसफुल रही थी। सभी 33 रैप्टर इंजनों ने भी लॉन्च से सेपरेशन तक ठीक से फायर किया था। पहला टेस्ट: लॉन्चिंग के 4 मिनट बाद विस्फोट हो गया था 20 अप्रैल 2023 को स्टारशिप का पहला ऑर्बिटल टेस्ट किया गया था। इस टेस्ट में बूस्टर 7 और शिप 24 को लॉन्च किया गया था। उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही मेक्सिको की खाड़ी के पास 30 किलोमीटर ऊपर स्टारशिप में विस्फोट हो गया था। स्टारशिप के फेल होने के बाद भी इलॉनमस्क और एम्प्लॉइज खुशी मना रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि रॉकेट का लॉन्च पैड से उड़ना ही बड़ी सफलता थी। मस्क ने लॉन्चिंग से दो दिन पहले कहा था- सफलता शायद मिले, लेकिन एक्साइटमेंट की गारंटी है। स्पेसएक्स ने कहा था- सेपरेशन स्टेज से पहले ही इसका एक हिस्सा अचानक अलग हो गया, जबकि यह तय नहीं था। इस तरह के एक टेस्ट के साथ हम जो सीखते हैं, उससे सफलता मिलती है। आज का टेस्ट हमें स्टारशिप की रिलायबिलिटी में सुधार करने में मदद करेगा। टीमें डेटा को रिव्यू करना जारी रखेंगीं और अगले फ्लाइट टेस्ट की दिशा में काम करेंगीं। स्टारशिप सिस्टम स्टारशिप क्या-क्या कर सकता है? स्टारशिप इंसानों को मंगल पर पहुंचाएगा ये लॉन्चिंग इसलिए अहम है, क्योंकि ये स्पेसशिप ही इंसानों को इंटरप्लेनेटरी बनाएगा। यानी इसकी मदद से पहली बार कोई इंसान पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर कदम रखेगा। मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा। मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की क्या जरूरत? मंगल ग्रह पर कॉलोनी बसाने की जरूरत पर इलॉनमस्क कहते हैं- 'पृथ्वी पर एक लाइफ एंडिंग इवेंट मानवता के अंत का कारण बन सकता है, लेकिन अगर हम मंगल ग्रह पर अपना बेस बना लेंगे तो मानवता वहां जीवित रह सकती है।' करोड़ों साल पहले पृथ्वी पर डायनासोर का भी अंत एक लाइफ एंडिंग इवेंट के कारण ही हुआ था। वहीं, प्रोफेसर स्टीफन हॉकिंग ने भी 2017 में कहा था कि अगर इंसानों को सर्वाइव करना है तो उन्हें 100 साल के भीतर विस्तार करना होगा। आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट इस मिशन का सक्सेसफुल होना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट नासा के आर्टेमिस प्रोग्राम का हिस्सा है। इसके जरिए 5 दशक बाद चंद्रमा पर मनुष्यों की वापसी होगी। स्टारशिप चंद्रमा पर मिशन के अंतिम चरण को पूरा करेगा। एस्ट्रोनॉट को स्पेसक्राट से लूनर ऑर्बिट तक ले जाएगा और चंद्रमा पर लैंडिंग भी कराएगा।

दैनिक भास्कर 25 Aug 2025 4:59 am

रेनॉल्ट काइगर का फेसलिफ्ट वर्जन लॉन्च:कीमत ₹6.29 लाख से शुरू; ऑथेंटिक, एवॉल्यूशन, टेक्नो और इमोशन ट्रिम्स में अवेलेबल

रेनॉल्ट इंडिया ने अपनी पॉपुलर कॉम्पैक्ट SUV काइगर का फेसलिफ्ट वर्जन लॉन्च कर दिया है। इसकी शुरुआती कीमत 6.29 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) है। वहीं इसके टॉप मॉडल की कीमत 11.29 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) तक जाती है। यह नई काइगर पहले से ज्यादा स्टाइलिश लुक, बेहतर फीचर्स और सेफ्टी के साथ आई है। आइए जानते हैं इसमें खास क्या है... नया लुक और डिजाइन 2025 काइगर फेसलिफ्ट के एक्सटीरियर में कई बदलाव किए गए हैं। SUV के सामने की ग्रिल को नया लुक दिया गया है, जिसमें रेनॉल्ट का नया डायमंड लोगो नजर आता है। नई डिजाइन वाला बंपर, सिल्वर स्किड प्लेट, LED हेडलैंप्स और फॉग लैंप्स भी दिए गए हैं। कार की बैक साइड में बंपर को री-डिजाइन किया गया है और स्मोक्ड टेललाइट्स दी गई हैं। इसके अलावा दो नए लकर ओएसिस येलो और शैडो ग्रे में पेश किए गए हैं। 16-इंच के डायमंड-कट अलॉय व्हील्स और C-पिलर पर नए ग्राफिक्स दिए गए हैं। वेरिएंट्स और कीमत काइगर फेसलिफ्ट चार ट्रिम्स- ऑथेंटिक, एवॉल्यूशन, टेक्नो और इमोशन में अवेलेबल है। इंटीरियर में बदलाव काइगर के केबिन को भी अपग्रेड किया गया है। नया ब्लैक और लाइट ग्रे डैशबोर्ड, लेदरेट सीट्स और वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स इसे प्रीमियम फील देते हैं। 8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम- वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एपल कारप्ले के साथ आता है। इसके अलावा कार में 360-डिग्री कैमरा, ऑटोमैटिक हेडलैंप्स, रेन-सेंसिंग वाइपर्स और वायरलेस चार्जर जैसे फीचर्स भी शामिल हैं। जगह की बात करें तो इसमें 405 लीटर का बूट स्पेस और रियर में बड़ा लेग-रूम मिलता है। इंजन और परफॉर्मेंस काइगर के इंजन में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसमें वही दो ऑप्शंस मिलते हैं... इसके अलावा CNG ऑप्शन भी डीलर-फिटेड किट के साथ अवेलेबल है। रेनॉल्ट का दावा है कि टर्बो-पेट्रोल वेरिएंट का टॉर्क-टू-वेट रेशियो और 0-100 KM/h का एक्सेलेरेशन सेगमेंट में सबसे बेहतर है। सेफ्टी में सुधार सेफ्टी के मामले में नई काइगर में कई सुधार किए गए हैं। अब सभी वेरिएंट्स में 6 एयरबैग्स स्टैंडर्ड हैं। इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी प्रोग्राम (ESP), हिल स्टार्ट असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और रियर पार्किंग सेंसर जैसे 21 सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। 205mm का ग्राउंड क्लीयरेंस और 50 किलो तक वजन उठाने वाली रूफ रेल्स भी इसमें मिलती हैं। किनसे है मुकाबला? रेनॉल्ट काइगर का मुकाबला टाटा नेक्सन, मारुति ब्रेजा, हुंडई वेन्यू, किआ सोनेट, महिंद्रा XUV 3XO, टोयोटा टैसर, मारुति फ्रॉन्क्स और स्कोडा कुशाक जैसी गाड़ियों से है।

दैनिक भास्कर 24 Aug 2025 8:31 pm

देश के कई हिस्सों में एयरटेल की सर्विसेज डाउन:मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट में दिक्कत आ रही: 6 दिन पहले भी डाउन हुई थी

देश के कई इलाकों में एयरटेल की सर्विसेज फिर से डाउन हो गईं हैं। बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता समेत कई बड़े शहरों में एयरटेल यूजर्स को नेटवर्क सिग्नल नहीं मिल रहे हैं। एक हफ्ते के अंदर दूसरी बार एयरटेल की सर्विस डाउन हुई हैं। इससे पहले 18 अगस्त को देश भर में एयरटेल यूजर्स को सिग्नल से जुड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा था। वेबसाइट और ऑनलाइन सर्विसेज का रियल टाइम स्टेटस बताने वाले प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के अनुसार, एयरटेल की सर्विसेज में सुबह 11 बजे से इंटरनेट, कॉल्स, और मैसेजिंग सर्विसेज प्रभावित हुई हैं। दोपहर 12:05 बजे सबसे ज्यादा करीब 7000 शिकायतें दर्ज की गईं। समस्या फेस कर रहे करीब 52% लोगों को मोबाइल सिग्नल में दिक्कत आ रही है। 31% लोगों को मोबाइल इंटरनेट में दिक्कतें हो रही हैं। वहीं 17% लोगों ने टोटल ब्लैकआउट की शिकायत दर्ज की है। एयरटेल ने कहा- कुछ समय बाद मोबाइल को री-स्टार्ट करें एयरटेल ने यूजर्स को मैसेज में कहा, हम असुविधा के लिए क्षमा चाहते हैं। ये समस्या अस्थायी कनेक्टिविटी इशू के कारण है। इसके लगभग 1 घंटे में ठीक हो जाने की उम्मीद है। कुछ समय के बाद अपने मोबाइल को री-स्टार्ट करें। एयरटेल ने सबसे सस्ता रिचार्ज भी बंद किया इससे पहले 20 अगस्त को एयरटेल ने अपने सबसे सस्ते 1GB डेली डेटा वाले प्रीपेड प्लान्स को बंद कर दिया था। इन प्लान्स की कीमत ₹249 थी। 28 दिन की वैलिडिटी के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 SMS मिलते थे। अब 28 दिन की वैलिडिटी के साथ डेली डेटा वाला प्लान ₹299 से शुरू होता है। इसमें 1.5GB डेली डेटा मिलता है। 1995 में हुई थी भारती एयरटेल की शुरुआत भारत सरकार ने 1992 में पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने शुरू किए। कंपनी के फाउंडर सुनील मित्तल ने इस अवसर को समझा और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के इलाकों के लाइसेंस हासिल किए। 1995 में मित्तल ने सेल्युलर सर्विस ऑफर करने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड बनाई और एयरटेल ब्रांड के तहत काम शुरू किया। ........................................................ ये खबर भी पढ़ें... जियो ने सबसे सस्ते 1GB डेली डेटा प्लान बंद किए:249 में 28 दिन की वैलिडिटी मिलती थी, अब 299 रुपए से रिचार्ज करना होगा रिलायंस जियो ने अपने सबसे सस्ते 1GB डेली डेटा वाले प्रीपेड प्लान्स को बंद कर दिया है। इन प्लान्स की कीमत ₹209 और ₹249 थी। एक में 22 दिन और दूसरे में 28 दिन की वैलिडिटी के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 SMS मिलते थे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Aug 2025 2:48 pm

टीम इंडिया की स्पॉन्सर ड्रीम11 का एप लॉन्च:FD और डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकेंगे यूजर्स, गेमिंग बैन के बाद नया कदम

ऑनलाइन मनी गेमिंग पर बैन के बाद भारतीय क्रिकेट टीम की लीड स्पॉन्सर ड्रीम11 की पेरेंट कंपनी ड्रीम स्पोर्ट्स ने आज (23 अगस्त) एक नया पर्सनल फाइनेंस एप लॉन्च किया है। ये ड्रीम मनी एप फाइनेंशियल मैनेजमेंट का काम करेगा। एप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट करने में यूजर्स की मदद करेगा। साथ ही, ये रोज के खर्चों का हिसाब रखने के साथ निवेश को ट्रैक करने में भी मदद करेगा। एप अभी बीटा टेस्टिंग में है और गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर लिमिटेड यूजर्स के लिए अवेलेबल है। भारत की सबसे बड़ी फैंटेसी गेमिंग कंपनी ने ये कदम ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 के कानून बनने के बाद उठाया है। इस कानून के तहत ऑनलाइन रियल मनी गेम्स पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। इस वजह से भारत में सबसे बड़े फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म को भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप भी छोड़नी पड़ रही है। रियल मनी गेमिंग कारोबार बंद कर रही कंपनी ऑनलाइन मनी गेमिंग को बैन करने वाले नए कानून का सीधा असर ड्रीम11 जैसे प्लेटफॉर्म्स पर पड़ा है। इस बिल के तहत रियल मनी गेमिंग को बढ़ावा देने, उसका प्रचार करने या उसमें पैसा लगाने पर सजा और 1 करोड़ रुपए तक का जुर्माना हो सकता है। इस वजह से ड्रीम11 को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी और शुक्रवार (22 अगस्त) को खबर आई कि कंपनी अपना रियल मनी गेमिंग (RMG) कारोबार बंद करने जा रही है। ड्रीम स्पोर्ट्स ने यह जानकारी अपने कर्मचारियों को 20 अगस्त को एक इंटरनल टाउनहॉल मीटिंग में दी थी। यही नहीं कंपनी को भारतीय क्रिकेट टीम की स्पॉन्सरशिप छोड़नी पड़ सकती है। ड्रीम11, जो फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे क्रिकेट, फुटबॉल और कबड्डी के लिए जाना जाता था, अब फिनटेक सेक्टर में उतरकर अपनी पहुंच को और मजबूत करना चाहता है। कंपनी का मानना है कि उनके पास पहले से ही लाखों यूजर्स का भरोसा है और अब वो इस भरोसे को वित्तीय सेवाओं में बदलना चाहते हैं। ड्रीम मनी एप का इंटरफेस इस तरह का दिखेगा... ड्रीम मनी के फीचर्स कंपनी के लिए नया रेवेन्यू सोर्स बन सकता है एप ड्रीम मनी एप कंपनी के लिए नया रेवेन्यू सोर्स बन सकता है, क्योंकि गेमिंग बैन की वजह से उनकी कमाई पर असर पड़ा है। वहीं, उन लाखों यूजर्स को फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स से जोड़ सकता है, जो पहले सिर्फ गेमिंग के लिए ड्रीम11 से जुड़े थे। लेकिन, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बैन की वजह से लोग गैरकानूनी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स की तरफ भी जा सकते हैं, जिससे ब्लैक मार्केट को बढ़ावा मिल सकता है। कंपनी के सामने दो बड़ी चुनौती इंडियन मार्केट के बड़े पर्सनल फाइनेंस एप

दैनिक भास्कर 23 Aug 2025 7:27 pm

अमेरिकी सरकार ने इंटेल में 10% हिस्सेदारी ली:बदले में कंपनी को 8 बिलियन डॉलर की सब्सिडी, ट्रम्प बोले- इंटेल CEO ने अपनी नौकरी बचा ली

अमेरिकी सरकार ने टेक कंपनी इंटेल में 10% हिस्सेदारी ले ली है। सरकार इसके बदले कंपनी को करीब 8 बिलियन डॉलर की सब्सिडी देगी। इस बात की जानकारी अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने दी है। जानकारी देते हुए लुटनिक ने X पोस्ट में लिखा, बड़ी खबर, अमेरिकी सरकार अब महान अमेरिकी टेक कंपनियों में से एक, इंटेल का 10% हिस्सा रखती है। इस ऐतिहासिक समझौते से सेमीकंडक्टर सेक्टर में अमेरिकी नेतृत्व मजबूत होगा, इससे हमारी अर्थव्यवस्था को ग्रोथ मिलेगा और अमेरिकी टेक सेक्टर को सिक्योरिटी। इंटेल के CEO को इस समझौते के लिए धन्यवाद। ट्रम्प बोले- CEO नौकरी बचाने आए थे, लेकिन 10 बिलियन डॉलर दे गए हाल ही में राष्ट्रपति ट्रम्प ने कंपनी के CEO लिप-बू टैन बीच हाल में हुई एक मुलाकात की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रम्प ने टैन को उनकी कथित चीन से संबंधों की वजह से इस्तीफा देने के लिए कहा था। कंपनी में 10% हिस्सेदारी की बात पर ट्रम्प ने कहा कि उनके लिए यह एक बहुत अच्छी डील है। CEO ने अपनी नौकरी बचा ली। सरकार की हिस्सेदारी से कंपनी का ग्रोथ बढ़ेगा ट्रम्प प्रशासन ने इंटेल में यह हिस्सेदारी इसलिए ली है ताकी अमेरिका में चिप मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा सके। इंटेल अमेरिका की इकलौती कंपनी है जो सबसे तेज और मॉडर्न चिप्स बना सकती है। लेकिन बीते कुछ साल में कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चिप्स मार्केट में एनवीडिया और AMD जैसी कंपनियों से पिछड़ गई है। इसके अलावा, इंटेल की ओहायो में बन रही एक बड़ी फैक्ट्री में देरी हो रही है, जो ट्रम्प के लिए काफी खास है। क्योंकि यह प्रोजेक्ट न केवल आर्थिक बल्कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है। कंपनी को ₹68,100 करोड़ की सब्सिडी मिलेगी ब्लूमबर्ग के अनुसार, अमेरिकी सरकार ने कंपनी में यह हिस्सेदारी 2022 के CHIPS एक्ट के तहत ली है। जिसमें कंपनी को शेयर के बदले सब्सिडी दी जाएगी। इस एक्ट के तहत इंटेल को पहले ही करीब 7.8 बिलियन डॉलर (करीब ₹68,100 करोड़) की सब्सिडी की मंजूरी दी जा चुकी है, जिसमें से 2.2 बिलियन डॉलर (करीब ₹19,200 करोड़ ) मिल चुके हैं। अब ट्रम्प प्रशासन बाकी बचे 5.7 बिलियन डॉलर (करीब ₹49,764 करोड़) और कुछ अतिरिक्त फंडिंग को इंटेल के शेयरों में निवेश करने की योजना बना रहा है। सरकारी हिस्सेदारी की खबर के बाद 7% चढ़ा शेयर इंटेल में अमेरिकी सरकार की ओर से 10% हिस्सेदारी लेने की खबर के बाद कंपनी का शेयर कारोबार के दौरान 7% चढ़कर 25 डॉलर के पार चला गया। गया। हालांकि बाद में इसमें गिरावट रही और ये 5.53% ऊपर 24.80 डॉलर पर बंद हुआ। इंटेल का शेयर बीते 6 महीने में 2.18% और एक साल में 20.74% चढ़ा है। हालांकि , बीते 5 साल में कंपनी के शेयर की वैल्यू यानी 49.68% गिरकर आधी हो गई है। कंपनी का मार्केट कैप 10.85 हजार डॉलर (करीब ₹9,47,269 करोड़) रुपए है। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... Intel इस साल 24,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी: कंपनी ने कॉस्ट कटिंग और रिस्ट्रक्चरिंग के चलते यह फैसला किया दुनिया की सबसे बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियों में से एक इंटेल इस साल अपनी वर्कफोर्स में से एक-चौथाई हिस्सा यानी 24,000 कर्मचारियों (25%) से ज्यादा की छंटनी करेगी। कंपनी ने नए CEO लिप-बु तान की लीडरशिप में बड़े पैमाने पर कॉस्ट कटिंग और रिस्ट्रक्चरिंग की घोषणा की है। इसके साथ ही इंटेल ने जर्मनी और पोलैंड में अपने जरूरी एक्सपेंशन प्रोजेक्ट्स को भी रद्द कर दिया है। क्योंकि कंपनी अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने और बाजार में कॉम्पिटिशन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 23 Aug 2025 10:40 am

टिकटॉक वेबसाइट भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक:होमपेज तक एक्सेस, शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस और शीन भी शुरू; इन पर 2020 से बैन था

चाइनीज शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) की वेबसाइट शुक्रवार शाम से भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक हुई। साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस (Aliexpress) और शीन (Shein) का वेब पेज भी ओपन हो रहा है। साल 2020 में भारत-चीन के बीच रिश्तों में तनाव के चलते इन पर बैन लगा था। यूजर्स मोबाइल और लैपटॉप पर अभी इन प्लेटफॉर्म्स की वेबसाइट का सिर्फ होम पेज एक्सेस कर पा रहे हैं। वहीं, टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस का एप अभी भी गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर अवेलेबल नहीं है। यानी एप अभी भी ब्लॉक्ड हैं। वहीं, शीन का एप इन्सटॉल किया जा सकता है। बैन हटाने की वजह फिलहाल पता नहीं टिकटॉक या उसकी पैरेंट कंपनी बाइटडांस ने अभी तक कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं दिया है। न तो उन्होंने एप की वापसी की पुष्टि की है और न ही वेबसाइट खुलने की वजह बताई है। यूजर्स के बीच सवाल ये भी है कि क्या सरकार ने बैन हटाया है? लेकिन अभी तक इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मिनिस्ट्री की तरफ से भी कोई बयान नहीं आया है। भारत में 500 से ज्यादा चाइनीज एप्स पर बैन भारत में जून 2020 में टिकटॉक एप को बैन कर दिया गया था। भारत सरकार का कहना था कि ये एप्स यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के साथ शेयर कर सकते हैं, जो देश की सॉवरेन्टी और सिक्योरिटी के लिए खतरा है। गलवान वैली में भारत-चीन सीमा पर सैन्य झड़प के बाद सरकार ने टिकटॉक सहित 59 चीनी एप्स पर बैन लगाया था। बैन से कुछ महीने पहले, भारत ने चाइनीज कंपनियों के निवेश पर भी प्रतिबंध लगाया था। भारत में अब तक 500 से ज्यादा चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लग चुका है। ये 59 चाइनीज एप्स भारत में बैन टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप चाइनीज कंपनी के वीडियो एप टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप थे। इसके अलावा उस पर भारतीयों का डेटा चोरी करने के आरोप का भी सामना करना पड़ा था। सबसे पहले मद्रास हाईकोर्ट ने इस पर बैन लगाया था। हाईकोर्ट से बैन होने के बाद बाइटडांस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उसने भी मद्रास हाईकोर्ट का ऑर्डर बहाल रखा था। पेरेंट कंपनी को रोजाना 3.50 करोड़ रुपए का नुकसानभारत में बैन की वजह से इसकी पेरेंट कंपनी बाइटडांस को रोज 5 लाख डॉलर (3.50 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा है। मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि टिकटॉक की डाउनलोडिंग पर रोक लगाई जाए, इससे पोर्नोग्राफी को बढ़ावा मिल रहा है। इसके बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एपल को गूगल को अपने ऑनलाइन स्टोर से टिकटॉक हटाने के लिए कहा था। दोनों कंपनियों ने एप हटा दिया। उस वक्त देश में टिकटॉक के 24 करोड़ यूजर थे। टिकटॉक ने क्या कहा था बैन के वक्त टिकटॉक इंडिया के CEO निखिल गांधी ने कहा था- हम भारतीय कानून का पालन कर रहे हैं। हम भारतीय कानून के तहत डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा के नियमों का पालन कर रहे हैं। हमने चीन समेत किसी भी विदेशी सरकार के साथ भारतीय यूजर्स की जानकारी शेयर नहीं की है। अगर भविष्य में भी हमसे अनुरोध किया जाता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे। हम यूजर की निजता की अहमियत समझते हैं। ये खबर भी पढ़ें... अमेरिका में टिकटॉक फिलहाल बैन नहीं: कंपनी ने सर्विस रिस्टोर की; ट्रम्प आज बैन को पोस्टपोन करने का आदेश जारी करेंगे चाइनीज शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) पर फिलहाल अमेरिका में बैन नहीं लग रहा है। डोनाल्ड ट्रम्प ने शपथ ग्रहण से एक दिन पहले रविवार को अधिकारियों को टिकटॉक को और समय देने का आदेश दिया। दरअसल यूएस की फेडरल कोर्ट ने टिकटॉक को 19 जनवरी तक अपनी पेरेंट कंपनी बाइटडांस की हिस्सेदारी बेचने के लिए कहा था। जिसके बाद रविवार को अमेरिका में अधिकतर यूजर्स के फोन में एप ने काम करना बंद कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें... पाकिस्तान में टिकटॉक क्रिएटर की जहर देकर हत्या: शादी से इनकार करने पर मार डाला; मां-बेटी के 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले में टिकटॉक क्रिएटर सुमीरा राजपूत की शनिवार को उनके घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उनकी 15 साल की बेटी ने दावा किया कि कुछ लोग सुमीरा पर जबरन शादी का दबाव बना रहे थे। जब सुमीरा ने इससे इनकार किया तो उन्हें जहरीली गोलियां देकर हत्या कर दी गई। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 23 Aug 2025 12:04 am

न्यूड कॉन्टेंट ब्लॉक करने वाला पहला स्मार्टफोन लॉन्च:'HMD फ्यूज' में बच्चों के लिए हार्मब्लॉक+ AI फीचर, लाइव स्ट्रीमिंग में आपत्तिजनक मूवमेंट तुरंत ब्लॉक करेगा

फिनलैंड टेक कंपनी HMD ग्लोबल ने नया स्मार्टफोन 'फ्यूज' लॉन्च किया है। कंपनी का दावा है कि ये दुनिया का पहला ऐसा फोन है, जो सीधे न्यूड कॉन्टेंट ब्लॉक करता है। HMD ने इसके लिए फोन में ब्रिटिश साइबर सिक्योरिटी फर्म सेफ टू नेट के AI मॉडल हार्मब्लॉक AI का इनबिल्ट दिया है। ये फोन में न्यूड कंटेंट रिकॉर्ड करने और किसी को भेजने से रोकता है। साथ ही ये इंटरनेट पर न्यूड फोटोज देखने और फोन में सेव करने से भी बचाएगा। सके अलावा लाइव स्ट्रीमिंग के दौरान भी आपत्तिजनक मूवमेंट को तुरंत ब्लॉक कर देगा। फोन को पैरेंट्स कंट्रोल कर सकेंगे कंपनी ने ये फोन खासतौर पर बच्चों स्कूली बच्चों को ध्यान में रखते हुए बनाया है, जिन्हें पढ़ाई के दौरान स्मार्टफोन इस्तेमाल करना पड़ता है। यानी पैरेंट्स इस फोन को बच्चों के देकर बेफिक्र हो सकते हैं, क्योंकि इस फीचर को फोन से हटाया नहीं जा सकता है। फ्यूज में और भी पैरेंटल कंट्रोल्स मिलते हैं। पैरेंट्स को बच्चों के फोन इस्तेमाल करने की डिटेल्स मिलेंगी। इसमें स्क्रीन टाइम और एप्स का एक्सेस तक शामिल है। पैरेंट्स हर एप के लिए टाइम लिमिट भी सेट कर सकेंगे, साथ ही फोन लोकेशन ट्रैकिंग डेटा भी देगा।

दैनिक भास्कर 22 Aug 2025 9:13 pm

OpenAI इस साल भारत में अपना पहला ऑफिस खोलेगी:लोकल टीम की हायरिंग शुरू की, इंडिया कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट

चैटजीपीटी की पेरेंट कंपनी OpenAI ने शुक्रवार (22 अगस्त) को कहा कि वह इस साल के आखिरी तक भारत में अपना पहला ऑफिस नई दिल्ली में खोलेगी। कंपनी भारत में अपनी प्रेजेंस को मजबूत करना चाहती है। यूजर नंबर्स के हिसाब से भारत कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है। दिल्ली में ऑफिस किस लोकेशन पर खोला जाएगा, अभी इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि, OpenAI ने भारत में खुद को एक लीगल एंटिटी के रूप में स्थापित कर लिया है और एक डेडिकेटेड लोकल टीम की हायरिंग शुरू कर दी है। यह टीम लोकल पार्टनर्स, सरकारों, बिजनेसेज, डेवलपर्स और एकेडमिक इंस्टीट्यूशन के साथ रिलेशनशिप को मजबूत करेगी। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने क्या कहा? ऑल्टमैन ने कहा, 'भारत में AI के लिए एक्साइटमेंट और अपॉर्चुनिटी का लेवल अविश्वसनीय है। भारत में ग्लोबल AI लीडर बनने के लिए सभी जरूरी तत्व मौजूद हैं। इनमें टेक टैलेंट, वर्ल्ड क्लास डेवलपर इकोसिस्टम और इंडिया एआई मिशन में सरकार का सपोर्ट शामिल है।' भारत कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा मार्केट कंपनी ने कहा कि यूजर्स के लिहाज से अमेरिका के बाद भारत उसका दूसरा सबसे बड़ा मार्केट और सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में से एक है। पिछले एक साल में भारत में चैटजीपीटी के वीकली एक्टिव यूजर्स की संख्या चार गुना से भी ज्यादा बढ़ गई है। इतना ही नहीं भारत OpenAI डेवलपर के टॉप-5 मार्केट में से एक है। वहीं दुनिया भर में चैटजीपीटी को यूज करने वाले स्टूडेंट्स में सबसे ज्यादा स्टूडेंट भारत के ही हैं। यूनियन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा? यूनियन मिनिस्टर फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'OpenAI का भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का फैसला डिजिटल इनोवेशन और एआई अपनाने में देश के बढ़ते नेतृत्व को दर्शाता है। डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, AI टैलेंट और एंटरप्राइज स्केल सॉल्यूशन में निवेश के साथ AI-लेड ट्रांसफॉर्मेशन की अगली लहर को आगे बढ़ाने के लिए भारत मजबूत स्थिति में है।' भारत भर में लोकल बिजनेस और इंस्टीट्यूशन पहले से ही AI-पावर्ड एग्रीकल्चर सर्विसेज, रिक्रूटमेंट और गवर्नेंस टूल जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए OpenAI के टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये खबर भी पढ़ें... OpenAI ने भारत में ChatGPT Go लॉन्च किया: इस मंथली सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमत ₹399, इसमें GPT-5 सपोर्ट भी मिलेगा OpenAI ने मंगलवार (19 अगस्त) को भारत में 'ChatGPT Go' सब्सक्रिप्शन प्लान लॉन्च किया है। इस सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमत मंथली 399 रुपए है। कंपनी का कहना है कि यह सब्सक्रिप्शन प्लान स्पेशियली भारतीय यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 22 Aug 2025 3:23 pm

Reliance Jio के प्लान सबसे सस्ते : बीएनपी पारिबास

Reliance Jio News : रिलायंस जियो के टैरिफ प्लान अन्य टेलीकॉम ऑपरेटरों की तुलना में अभी भी सबसे सस्ते बने हुए हैं। रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि टेलीकॉम सेक्टर की तीनों बड़ी कंपनियों जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के एंट्री लेवल प्लान्स अब 299 ...

वेब दुनिया 21 Aug 2025 5:01 pm

लावा ने गेमिंग फोन प्ले अल्ट्रा 5G लॉन्च किया:मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 पावरफुल प्रोसेसर के साथ 6.67 इंच डिस्प्ले; शुरूआती कीमत ₹14,999

भारतीय स्मार्टफोन ब्रैंड लावा (Lava) ने अपना नया 5G गेमिंग फोन लावा प्ले अल्ट्रा 5G भारत में लॉन्च कर दिया है। फोन में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 SoC प्रोसेसर, 6.67 इंच का 120Hz रिफ्रेश रेट डिस्प्ले, 5000mAh बैटरी और 50MP कैमरा जैसे फीचर्स हैं। कंपनी ने इसकी शुरआती कीमत ₹14,999 रुपए रखी है। लावा प्ले अल्ट्रा 5G की सेल 25 अगस्त 2025 से अमेजन और लावा के ऑफिशियल वेबसाइट पर शुरू होगी। फोन पर ICICI, SBI, HDFC बैंक कार्ड से 1,000 रुपए का इंस्टेंट बैंक डिस्काउंट भी ऑफर किया जा रहा है। इसका मुकाबला शाओमी, रियलमी और विवो के अंडर-15,000 रुपए के 5G फोन्स से होगा। लावा प्ले अल्ट्रा 5G डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: लावा प्ले अल्ट्रा 5G में 6.67 इंच का फुल-HD+ AMOLED डिस्प्ले दिया है। ये 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है, जो स्मूद विजुअल्स और ब्राइट कलर्स देता करता है। प्रोसेसर: फोन में मीडिया टेक डाइमेंसिटी 7300 SoC प्रसार दिया है। ये एंड्रॉयड 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। कैमरा: लावा प्ले अल्ट्रा 5G में 64MP प्राइमरी रियर कैमरा, सोनी IMX682 सेंसर के साथ दिया गया है। इसके साथ ही 5MP का मैक्रो लेंस भी दिया गया है। फोन का फ्रंट कैमरा 13MP का है। बैटरी: फोन में पावर बैकअप के लिए लावा ब्लेज 33W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5,000mAh की बैटरी दी गई है। रैम और स्टोरेज: स्मार्टफोन को 6GB+128GB और 8GB+128GB स्टोरेज के ऑप्शन के साथ बाजार में उतारा गया है। अन्य फीचर्स: Wi‑Fi 6E, ब्लूटूथ 5.2 कनेक्टिंग फीचर और GPS सिस्टम दिया गया है। इसके साथ ही इन‑डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर, स्टीरियो स्पीकर, USB टाइप‑C ऑडियो सपोर्ट और IP64 रेटिंग भी दी गई है।

दैनिक भास्कर 21 Aug 2025 4:19 pm

भारत में खुलने जा रहा एपल का तीसरा स्टोर:2 सितंबर को बेंगलुरू में ओपन होगा एपल हेब्बल, पहले दो स्टेर मुंबई-दिल्ली में खुले थे

टेक कंपनी एपल बेंगलुरु में अपना रिटेल स्टोर खोलने जा रही है। इस स्टोर का नाम एपल हेब्बल है जिसकी ओपनिंग 2 सितंबर 2025 को होगी। देश में एपल का यह तीसरा स्टोर है। एपल हेब्बल स्टोर का लुक और डिज़ाइन भारत की संस्कृति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। फीनिक्स मॉल में खुलेगा एपल का तीसरा स्टोर सही प्रोडक्ट चुनने में मदद करेगी टीम स्टोर के अंदर ग्राहकों को एपल के सभी प्रोडक्ट्स, जैसे कि आईफोन, आईपैड, मैकबुक, एपल वॉच और एयरपॉड्स, देखने और आजमाने का मौका मिलेगा। साथ ही, एपल के विशेषज्ञों की टीम ग्राहकों को प्रोडक्ट्स के बारे में पूरी जानकारी देगी और उनकी जरूरतों के हिसाब से सही प्रोडक्ट चुनने में मदद करेगी। पिकअप सर्विस का भी फायदा ले सकेंगे स्टोर में ग्राहकों को न सिर्फ प्रोडक्ट्स खरीदने का मौका मिलेगा, बल्कि वे एपल पिकअप सर्विस का भी फायदा उठा सकते हैं। यानी ऑनलाइन ऑर्डर करके स्टोर से प्रोडक्ट ले सकते हैं। इसके अलावा, स्टोर में एपल ट्रेड-इन प्रोग्राम भी होगा, जिसके तहत पुराने डिवाइसेज को नए के साथ एक्सचेंज किया जा सकेगा। मोर के पंखों से प्रेरित खूबसूरत आर्टवर्क एपल हेब्बल स्टोर का लुक और डिज़ाइन भारत की संस्कृति को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। स्टोर के बाहर की सजावट में मोर के पंखों से प्रेरित खूबसूरत आर्टवर्क किया गया है, जो भारत का राष्ट्रीय पक्षी है और गर्व का प्रतीक माना जाता है। स्टोर में 'टुडे एट एपल' सेशन्स भी होंगे एपल हेब्बल स्टोर में 'टुडे एट एपल' सेशन्स का आयोजन होंगे, जो पूरी तरह फ्री होंगे। इन सेशन्स में एपल के क्रिएटिव्स ग्राहकों को डिजिटल आर्ट, स्टोरीटेलिंग, प्रोडक्टिविटी और कोडिंग जैसे विषयों पर वर्कशॉप्स देंगे। ये सेशन्स उन लोगों के लिए खास होंगे जो अपने एपल डिवाइसेज का बेहतर इस्तेमाल सीखना चाहते हैं या कुछ नया और रचनात्मक करना चाहते हैं। ओपनिंग से पहले, एपल ने हेब्बल-थीम वाले खास वॉलपेपर्स और बेंगलुरु से प्रेरित एपल म्यूजिक प्लेलिस्ट भी जारी की है, जिसे ग्राहक कंपनी की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। एपल का दूसरा बड़ा हब बेंगलुरु बेंगलुरु अब एपल के कैलिफोर्निया में मौजूद हेडक्वार्टर के बाद दूसरा सबसे बड़ा ऑपरेशनल हब बन गया है। हाल ही में, कंपनी ने उत्तर बेंगलुरु के संके रोड पर एम्बेसी जेनिथ में 2.7 लाख स्क्वायर फीट का ऑफिस स्पेस 10 साल के लॉक-इन पीरियड के साथ लिया है। ये डील 1,010 करोड़ रुपए में हुई है। एपल का भारत में मैन्युफैक्चरिंग पर भी फोकस कंपनी भारत में न सिर्फ रिटेल स्टोर्स खोल रही है, बल्कि मैन्युफैक्चरिंग पर भी फोकस कर रही है। हाल ही में खबर आई थी कि आईफोन 17 सीरीज के सभी मॉडल्स का प्रोडक्शन भारत में होगा। यह प्रोडक्शन तमिलनाडु के होसुर में टाटा ग्रुप की फैक्ट्री और बेंगलुरु के पास फॉक्सकॉन की फैक्ट्री में हो रहा है। टिम कुक ने यह भी बताया कि जून 2025 में अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर आईफोन्स भारत में बने थे।

दैनिक भास्कर 21 Aug 2025 1:00 pm

रैपिडो ने गलत विज्ञापन चलाया, ₹10 लाख का जुर्माना लगा:दावा था- 5 मिनट में ऑटो या ₹50 कैशबैक, यूजर्स को रिफंड भी देना होगा

सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने बुधवार को बाइक टैक्सी सर्विस देने वाली राइड-हेलिंग कंपनी रैपिडो को गलत और भ्रामक विज्ञापन चलाने के लिए 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही कंपनी को ग्राहकों को पैसे रिफंड करने और भ्रामक विज्ञापन तुरंत हटाने का आदेश दिया गया है। रैपिडो ने अभी तक इस जुर्माने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। रैपिडो ने अपने विज्ञापनों में दावा किया था कि उनकी सर्विस '5 मिनट में ऑटो या 50 रुपए कैशबैक' देगी। इसके अलावा कुछ और गारंटीड सर्विसेज का भी वादा किया गया था, लेकिन हकीकत में ऐसा हुआ नहीं। पिछले दो साल में करीब 1800 यूजर्स ने शिकायत की कि रैपिडो ने अपने वादों को पूरा नहीं किया। रैपिडो ने इस तरह के विज्ञापन 548 दिन तक देशभर में 120 शहरों में अलग-अलग भाषाओं में चलाए। 50 रुपए का कैशबैक की बजाय रैपिडो कॉइन्स दिए CCPA ने जांच में पाया कि रैपिडो ने जानबूझकर ऐसे विज्ञापन चलाए, जो ग्राहकों को गुमराह करते थे। कंपनी ने न सिर्फ झूठे वादे किए, बल्कि जरूरी जानकारी भी छुपाई। जैसे कि, '5 मिनट में गारंटीड ऑटो' का दावा तो किया, लेकिन ये नहीं बताया कि ये सुविधा हर जगह या हर समय उपलब्ध नहीं हो सकती। इससे ग्राहक बार-बार रैपिडो की सर्विस इस्तेमाल करने को मजबूर हुए, जो कि अनफेयर ट्रैड प्रैक्टिस मानी गई। ​​​​​​​रैपिडो ने जो 50 रुपए का कैशबैक देने का वादा किया था, वो नकद राशि के रूप में नहीं दिया। इसके बजाय कंपनी ने 'रैपिडो कॉइन्स' दिए, जिन्हें सिर्फ बाइक राइड के लिए इस्तेमाल किया जा सकता था। वो भी सिर्फ 7 दिन तक वैलिड थे और उनमें ढेर सारी शर्तें थीं। इससे उनकी वैल्यू कम हो गई। CCPA के मुताबिक, ऐसा करके रैपिडो ने ग्राहकों को मजबूर किया कि वो बार-बार उनकी सर्विस इस्तेमाल करें, वो भी गलत शर्तों के साथ। यूजर्स ने एप की शिकायत कीं CCPA ने बताया कि अप्रैल 2023 से मई 2024 के बीच राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन पर रैपिडो के खिलाफ 575 उपभोक्ता शिकायतें दर्ज की गईं। वहीं, जून 2024 से जुलाई 2025 के बीच 1,224 और शिकायतें आईं। इन शिकायतों में ज्यादा पैसे वसूलना, रिफंड में देरी, ड्राइवर का दुर्व्यवहार और कंपनी की ओर से कैशबैक के वादे को पूरा न करने के मामले शामिल थे। रैपिडो ने इस तरह के विज्ञापन चलाए थे... विज्ञापन नंबर 1 विज्ञापन नंबर 2 विज्ञापन नंबर 3 15 दिन में बताना होगा, आदेश का पालन कैसे किया CCPA ने कहा कि रैपिडो ने अपने विज्ञापनों में 'कमिशन और ओमिशन' दोनों तरह से गलतियां कीं। कमिशन- यानी, कंपनी ने न सिर्फ बढ़ा-चढ़ाकर दावे किए, बल्कि जरूरी जानकारी छुपाकर ग्राहकों को भटकाया भी (यानी ओमिशन)। इस तरह के विज्ञापनों का मकसद सिर्फ अपनी बिक्री बढ़ाना और ग्राहकों को लुभाना था। CCPA ने आदेश में कहा कि रैपिडो को 15 दिन के अंदर बताना होगा कि उसने इन आदेशों का पालन कैसे किया। CCPA या स्थानीय कंज्यूमर फोरम में कर सकते हैं शिकायत अगर आप रैपिडो का इस्तेमाल करते हैं और आपको लगता है कि उनके विज्ञापनों की वजह से आपको नुकसान हुआ है, तो आप CCPA या स्थानीय कंज्यूमर फोरम में शिकायत कर सकते हैं। साथ ही किसी भी एप या सर्विस का इस्तेमाल करने से पहले उनके ऑफर्स की शर्तें अच्छे से पढ़ लें। अगर आपको कहीं किसी तरह का भ्रामक विज्ञापन नजर आता है तो नीचे दी गई वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। --------------------- ये खबर भी पढ़ें... सस्ती बाइक टैक्सी को केंद्र की परमिशन: प्लेटफॉर्म्स को राज्य सरकारों की मंजूरी का इंतजार, नए नियम जारी अगर आपके पास खुद की बाइक या स्कूटर है, तो आप भी कैब सर्विस प्लेटफॉर्म्स पर रजिस्टर करके कमाई शुरू कर सकते हैं। और अगर आप सवारी करते हैं, तो सस्ती और फास्ट बाइक टैक्सी सर्विस का ऑप्शन आपके लिए तैयार है। केंद्र सरकार ने प्राइवेट (नॉन-ट्रांसपोर्ट, वाइट नंबर प्लेट) मोटरसाइकिल्स को राइड-शेयरिंग और बाइक टैक्सी सर्विसेज के लिए इस्तेमाल करने की परमिशन दे दी है। रोड ट्रांसपोर्ट मंत्रालय (MoRTH) ने अपनी एनुअल रिपोर्ट मोटर व्हीकल एग्रीगेटर गाइडलाइन्स (MVAG) 2025 में इसकी जानकारी दी है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 20 Aug 2025 10:25 pm

मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने UIDAI के साथ पार्टनरशिप की:सैटेलाइट इंटरनेट के लिए आसानी से कस्टमर जोड़ सकेगी कंपनी; टेलीकॉम मिनिस्ट्री मंजूरी दे चुकी

इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक भारत में यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) के साथ मिलकर काम करेगी। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने बुधवार को इसका ऐलान किया है। UIDAI ने स्टारलिंक सैटेलाइट कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड को सब-ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी बनाया है। इस पार्टनरशिप के तहत, स्टारलिंक भारत में अपने यूजर्स के वेरिफिकेशन के लिए आधार बेस्ड ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करेगा। प्रक्रिया से स्टारलिंक के लिए कस्टमर वेरिफिकेशन को फास्ट, सेफ और आसान हो जाएगा। इससे नो योर कस्टमर (KYC) नियमों का पालन करना भी आसान होगा। इससे पहले जून में स्टारलिंक को सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ऑपरेट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिल था। अब उसे सिर्फ इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर यानी, IN-SPACe के अप्रूवल का इंतजार है। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट? 3 सवाल-जवाब में जानें स्टारलिंक से जुड़ी जरूरी बातें... सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। सवाल 3: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद अब लाइसेंस मिल गया। सवाल 4: आम लोगों को क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा, जिससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं। ये खबर भी पढ़ें... मस्क की कंपनी को टेलीकॉम मिनिस्ट्री की मंजूरी:भारत में हाई स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट देगी स्टारलिंक, ₹840 में महीनेभर अनलिमिटेड डेटा इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में ऑपरेट करने के लिए टेलीकॉम डिपार्टमेंट का लाइसेंस मिल गया है। अब उसे सिर्फ इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर यानी, IN-SPACe के अप्रूवल का इंतजार है। रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 20 Aug 2025 8:30 pm

आईफोन-17 के सभी मॉडल भारत में बन रहे:अभी अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन मेड इन इंडिया, जून तिमाही में 2.39 करोड़ आईफोन बने

एपल अपने अपकमिंग मॉडल 'आईफोन 17' के सभी स्मार्टफोन भारत में ही बना रही है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। अगर ऐसा होता है तो यह पहला मौका होगा जब प्रीमियम और प्रो वर्जन सहित सभी नए आईफोन वेरिएंट की मैन्यूफैक्चरिंग शुरुआत से ही भारत में होगी। एपल का यह कदम चीन पर निर्भरता को कम करने और टैरिफ से बचने वाले रणनीति का हिस्सा है। कंपनी पहले ही अमेरिकी बाजार के लिए आईफोन उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा चीन से हटाकर भारत शिफ्ट कर चुकी है। भारत में आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग पांच कंपनियों में हो रही है, जिसका लगभग आधा हिस्सा टाटा ग्रुप की कंपनी ही अकेले बना रही है। अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन मेड इन इंडिया अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। मार्केट रिसर्चर कैनालिस के मुताबिक 2025 में जनवरी से जून के बीच भारत में 23.9 मिलियन (2 करोड़ 39 लाख) आईफोन बने, जो पिछले साल की तुलना में 53% ज्यादा है। वहीं रिसर्च फर्म साइबरमीडिया रिसर्च के अनुसार भारत से आईफोन का निर्यात (भारत से विदेश भेजे गए आईफोन) भी बढ़कर 22.88 मिलियन (2 करोड़ 28 लाख) यूनिट तक पहुंच गया है। पिछले साल समान अवधि (जनवरी से जून) में भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का आंकड़ा 15.05 मिलियन (1 करोड़ 50 लाख) था। यानी सालाना आधार पर इसमें 52% की बढ़ोतरी हुई है। कारोबार की बात करें तो 2025 की पहली छमाही में भारत से करीब 1.94 लाख करोड़ रुपए के आईफोन निर्यात किए गए। पिछले साल यही आंकड़ा 1.26 लाख करोड़ रुपए था। देश में स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग 240% बढ़ी अमेरिका को स्मार्टफोन एक्सपोर्ट में वियतनाम की हिस्सेदारी भी चीन से ज्यादा 30% रही। ये पहली बार है जब भारत ने चीन की तुलना में अमेरिका को ज्यादा स्मार्टफोन भेजे हैं। कैनालिस की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग एक साल पहले की तुलना में 240% बढ़ गई है। एपल का भारत पर इतना ज्यादा फोकस क्यों, 5 पॉइंट्स ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... 1. अमेरिका में इंपोर्टेड 44% स्मार्टफोन मेड इन इंडिया: भारत चीन से आगे निकला, देश में स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग एक साल में 240% बढ़ी 2. भारत में बने आईफोन पर अमेरिका में 25% टैरिफ नहीं: स्मार्टफोन्स पर टैरिफ का फैसला बाद में; वहां बिक रहे 78% आईफोन मेड इन इंडिया 3. भारत में इस साल 2.39 करोड़ आईफोन बने: पिछले साल से 52% ज्यादा; ट्रम्प ने इंडिया में मैन्युफैक्चरिंग न करने की धमकी दी थी

दैनिक भास्कर 20 Aug 2025 5:09 pm

रियलमी P4 स्मार्टफोन सीरीज भारत में लॉन्च:50MP कैमरा के साथ 4D कर्व्ड स्क्रीन और 7000mAh बैटरी, कीमत ₹18,499 से शुरू

टेक कंपनी रियलमी इंडिया ने आज (20 अगस्त) भारतीय बाजार में 5G स्मार्टफोन सीरीज रियलमी P4 लॉन्च कर दी है। इसमें कंपनी ने दो स्मार्टफोन रियलमी P4 और रियलमी P4 प्रो को पेश किया है। दोनों फोन 7000mAh Battery के साथ लाए गए हैं, इनमें 50MP कैमरा और 144Hz रिफ्रेश रेट वाली 4D कर्व्ड एमोलेड डिस्प्ले दी गई है। दोनों स्मार्टफोन को तीन-तीन वैरिएंट में पेश किया गया है। रियलमी P4 की शुरुआती कीमत 18,499 रुपए है। इसकी सेल 25 अगस्त से शुरू होगी और 2,500 रुपए का बैंक ऑफर और 1,000 रुपए का एक्सचेंज बोनस मिलाकर फोन पर 3,500 रुपए तक का डिस्काउंट मिलेगा। वहीं, रियलमी P4 प्रो की शुरुआती कीमत ₹24,999 रखी गई है। इस फोन की सेल 27 अगस्त से शुरू होगी। फोन पर 5000 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा, जिसमें 3000 रुपए का बैंक ऑफर और 2,000 रुपए का एक्सचेंज ऑफर शामिल है। दोनों फोन के वैरिएंट वाइस प्राइस नीचे देख सकते हैं। डिजाइन: मेटालिक फ्रेम के साथ प्रीमियम नेचुरल टेक्सचर रियलमी P4 में मेटालिक और प्लास्टिक फिनिश दिया गया है। इसमें मेटालिक लाइन्स और एक्सपोज्ड स्क्रू डिटेल्स हैं, जो इसे मजबूत और स्टाइलिश बनाते हैं। इसमें 6.77 इंच का डिस्प्ले है और इसके बेजल्स काफी पतले हैं। डिजाइन में फ्लैट फ्रेम्स और स्लिम बैक पैनल का इस्तेमाल किया गया है। रियलमी P4 को IP65+IP66 रेटिंग के साथ पेश किया गया है। इसका वजन लगभग 194 ग्राम और मोटाई 7.58mm है। इसके बैक पैनल पर डुअल रियर कैमरा सेटअप है, कैमरा मॉड्यूल काफी पतला है। फोन तीन बोल्ड कलर ऑप्शन- स्टील ग्रे, इंजन ब्लू, और फोर्ज रेड में अवेलेबल है। वहीं, रियलमी P4 प्रो में टेक-वुड मटेरियल के साथ प्रीमियम और नेचुरल टेक्सचर वाला डिजाइन दिया गया है। मेटालिक फ्रेम के साथ बैक पैनल मैट टेक्सचर दिया गया है, जो फिंगरप्रिंट्स को कम करता है। इसमें 6.8-इंच का डिस्प्ले है, जिसके बेजल्स काफी पतले हैं। फोन का वजन लगभग 189-194 ग्राम है और मोटाई 7.68-7.69mm है। कैमरा मॉड्यूल एक सर्कुलर आइलैंड डिजाइन में है, जो ज्यादा बाहर नहीं निकलता और फोन को सपाट सतह पर स्थिर रखता है। LED फ्लैश को कैमरा सेंसर से अलग रखा गया है। ये फोन भी तीन कलर ऑप्शन- बर्च वुड, डार्क ओक वुड और मिडनाइट आइवी के साथ आया है। रियलमी P4 : स्पेसिफिकेशन्स परफॉर्मेंस: रियलमी P4 में परफॉर्मेंस के लिए मीडियाटेक का डायमेंसिटी 7400 अल्ट्रा 5G चिपसेट दिया गया है, जो 2.6GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। वहीं गेमिंग के दौरान स्मूथ परफॉर्मेंस के लिए हाइपर विजन AI चिप लगाई गई है, जिससे बेहतर विजुअल ग्राफिक्स और हाई फ्रेम रेट मिलती है। हैवी गेमिंग के दौरान फोन को ठंडा रखने के लिए 7000mm2 वैपर कूलिंग सिस्टम भी है। डिस्प्ले: रियलमी P4 में 1080 x 2392 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.77 इंच की फुल HD+ डिस्प्ले दी गई है। एमोलेड पैनल पर बनी स्क्रीन 144Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है। इसकी पीक ब्राइटनेस 4500 निट्स है। कंपनी इसे सनलाइट रेडी स्क्रीन कह रही है, क्योंकि हाई ब्राइटनेस के चलते धूप में भी डिस्प्ले पर कंटेंट आसानी से देख सकते हैं। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल मेन सेंसर और 8 मेगापिक्सल अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा दिया गया है। बैटरी: पावर बैकअप के लिए फोन में 7000mAh बैटरी दी गई है। कंपनी के अनुसार, फोन 5 साल की बैटरी हेल्थ के साथ आएगा। फोन को तेजी से चार्ज करने के लिए इसमें 80W फास्ट चार्जिंग तकनीक दी गई है। इसमें रिवर्स चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी मिलती है। यानी फोन से दूसरे डिवाइस भी चार्ज कर सकते हैं। रियलमी P4 प्रो : स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले : रियलमी P4 प्रो में 1280 x 2800 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.8-इंच की 1.5K डिस्प्ले दी गई है। इसे कंपनी ने हाइपर ग्लो 4D कर्व+ नाम दिया है। इसके किनारे माइक्रो-कर्व्ड यानी घुमावदार हैं। स्क्रीन 144Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है और इसकी पीक ब्राइटनेस 6500 निट्स है। यानी डिस्प्ले स्मूथ स्क्रॉलिंग करेगी और साथ ही धूप में इस पर टेक्स्ट पढ़ने में भी दिक्कत नहीं होगी। परफॉर्मेंस : फोन एंड्ररॉयड 15 पर बेस्ड रियलमी UI 6 के साथ मिलकर काम करता है। प्रोसेसिंग के लिए स्मार्टफोन में 4 नैनोमीटर फेब्रिकेशन्स पर बना क्वालकॉम का स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है, जो 2.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। वहीं गेमिंग के दौरान स्मूथ परफॉर्मेंस के लिए इसमें भी हाइपर विजन AI चिप लगाई गई है, जिससे बेहतर विजुअल ग्राफिक्स और हाई फ्रेम रेट मिलती है। हैवी गेमिंग के दौरान फोन को ठंडा रखने के लिए 7000mm2 वैपर कूलिंग सिस्टम भी है। बैटरी : पावरबैकअप के लिए फोन में 7000mAh की बैटरी दी गई है। चार्जिंग के लिए फोन 80वॉट फास्ट चार्जिंग से लैस है। मोबाइल बायपास चार्जिंग टेक्नोलॉजी से लैस है जो हैवी प्रोसेसिंग या गेमिंग के दौरान फोन बैटरी की जगह सीधे प्रोसेसर को ताकत देती है। कैमरा : फोटोग्राफी के लिए रियलमी P4 प्रो डुअल रियर कैमरा सपोर्ट करता है, जिसमें 50 मेगापिक्सल IMX896 OIS सेंसर ​के साथ 8 मेगापिक्सल वाइड-एंगल लेंस है। वहीं फोन के फ्रंट पैनल पर भी 50 मेगापिक्सल सेल्फी सेंसर दिया गया है। ​​​​​​​

दैनिक भास्कर 20 Aug 2025 2:53 pm

पेटीएम फाउंडर बोले- AI वॉट्सएप ग्रुप चैट्स पढ़ सकता है:इसे ब्लॉक करने का तरीका भी बताया; वॉट्सएप ने नए फीचर्स लॉन्च किए थे

पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने दावा किया है कि वॉट्सएप का AI अब ग्रुप चैट्स को पढ़ सकता है। विजय शेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसे ब्लॉक करने के लिए सेटिंग्स बदलने का तरीका भी बताया है। दरअसल वॉट्सएप ने हाल ही में अपने नए अपडेट में कई फीचर्स पेश किए थे। यह अपडेट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल को आपकी चैट तक पहुंचने की अनुमति दे सकता है। इस मामले के बाद वॉट्सएप ने कहा कि मेटा एआई (Meta AI) का ऑप्शन पूरी तरह से वैकल्पिक है। इसका मतलब है कि यह तभी काम करेगा जब यूजर खुद इसका इस्तेमाल करना चाहें। वॉट्सएप प्रवक्ता ने कहा कि मेटा एआई केवल वही पढ़ सकता है जो यूजर्स उसके साथ साझा करते हैं । वॉट्सएप ने फिर से दोहराया कि उनकी सभी व्यक्तिगत चैट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (End-to-End Encryption) से सुरक्षित रहती हैं । इसका मतलब है कि सिर्फ मैसेज भेजने और पाने वाले ही उन चैट्स को पढ़ सकते हैं। वॉट्सएप ने मैसेज समरी फीचर पेश किया वॉट्सएप ने मैसेज समरी जैसे फीचर पेश किए हैं। यह फीचर मेटा एआई का उपयोग करके बिना पढ़ी हुई लंबी चैट्स का सारांश (समरी) बना देता है। वॉट्सएप के मुताबिक इस फीचर का मकसद यूजर के अनुभव को बेहतर बनाना है, लेकिन इसी फीचर में यूजर प्राइवेसी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। शेड्यूल कॉल का ऑप्शन भी लॉन्च किया AI के अलावा, वॉट्सएप ने यूजर्स के लिए कई और फीचर्स भी लॉन्च किए हैं। अब आप ग्रुप कॉल को पहले से शेड्यूल कर सकते हैं । कॉल टैब में '+' बटन पर टैप करके आप 'शेड्यूल कॉल' का विकल्प चुन सकते हैं और प्रतिभागियों को आमंत्रित कर सकते हैं। इसके अलावा, कॉल्स को कॉल टैब में ट्रैक किया जा सकता है, और जब कोई व्यक्ति कॉल लिंक से जुड़ता है तो कॉल बनाने वाले को सूचना मिलती है। ग्रुप कॉल्स को और इंट्रेस्टिंग बनाने के लिए रेज हैंड और रिएक्शन जैसे इंटरेक्टिव टूल भी जोड़े गए हैं । भविष्य में पेड चैनल सब्सक्रिप्शन भी ला सकता है वॉट्सएप अपने प्लेटफॉर्म को लगातार अपडेट कर रहा है। एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेटा अपने अपडेट्स टैब में नए मॉनिटाइजेशन फीचर्स लाने की तैयारी कर रहा है। इसमें 'पेड चैनल सब्सक्रिप्शन', 'डिस्कवरी डायरेक्टरी' में प्रमोटेड चैनल और स्टेटस में विज्ञापन जैसे फीचर्स शामिल हो सकते हैं।

दैनिक भास्कर 19 Aug 2025 7:31 pm

OpenAI ने भारत में ChatGPT Go लॉन्च किया:इस मंथली सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमत ₹399, इसमें GPT-5 सपोर्ट भी मिलेगा

OpenAI ने मंगलवार (19 अगस्त) को भारत में 'ChatGPT Go' सब्सक्रिप्शन प्लान लॉन्च किया है। इस सब्सक्रिप्शन प्लान की कीमत मंथली 399 रुपए है। कंपनी का कहना है कि यह सब्सक्रिप्शन प्लान स्पेशियली भारतीय यूजर्स के लिए डिजाइन किया गया है। इस प्लान में मैसेज लिमिट, इमेज जनरेशन, फाइल अपलोडिंग कैपेबिलिटी और चैट मेमोरी में ग्रोथ की गई है। कंपनी ने कहा कि यह फीचर्स लेटेस्ट मॉडल GPT-5 में चलेंगे। यह फीचर्स लोकल इंडियन लैंग्वेजेस के लिए भी बेहतर सपोर्ट प्रोवाइड करेंगे। UPI से पेमेंट करने का ऑप्शन भी मिलेगा यूजर को इस प्लान के लिए UPI से पेमेंट करने का ऑप्शन भी मिलेगा। अभी भारत में यूजर्स ChatGPT प्लस सब्सक्रिप्शन मंथली 1,999 रुपए और ChatGPT प्रो सब्सक्रिप्शन मंथली 19,900 रुपए में खरीद सकते हैं। OpenAI के वाइस प्रेसिडेंट ने क्या कहा? OpenAI के वाइस प्रेसिडेंट और ChatGPT के हेड प्रमुख निक टर्ली ने कहा, 'हम इस बात से इंस्पायर हैं कि भारत में लाखों लोग सीखने, काम करने, क्रिएटिविटी और प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए रोजाना ChatGPT का यूज करते हैं।' कुछ दिनों पहले OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने कहा था कि कंपनी भारत के लिए स्पेशियली डिजाइन किए गए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज जल्द ही लॉन्च करेगी। जीपीटी-5 के लॉन्च पर ऑल्टमैन ने कहा था कि भारत वर्तमान में ChatGPT के लिए दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है। जल्द ही यह कंपनी के लिए ग्लोबल लेवल पर सबसे बड़ा मार्केट बन सकता है। क्योंकि, देश में OpenAI ने तेजी से विकास किया है। 2024 में भारत में ChatGPT यूजर्स की संख्या तीन गुना बढ़ी इस साल फरवरी में ऑल्टमैन ने अपने भारत दौरे के दौरान बताया था कि 2024 में भारत में ChatGPT यूजर्स की संख्या तीन गुना बढ़ी है। इसके अलावा मई में OpenAI ने घोषणा की थी कि ChatGPT एंटरप्राइज, ChatGPT एडु और OpenAI API प्लेटफॉर्म के भारतीय यूजर्स का डेटा अब भारत में ही स्टोर किया जाएगा। ये खबर भी पढ़ें... ChatGPT-5 पर ऑल्टमैन बोले- हमने क्या बना दिया: परमाणु बम बनाने वाले मैनहट्टन प्रोजेक्ट से तुलना की; अगले महीने भारत आएंगे चैटजीपीटी जैसे बॉट बनाने वाली कंपनी OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने अपनी कंपनी के नए AI मॉडल ChatGPT-5 की तुलना मैनहट्टन प्रोजेक्ट से की है। इस प्रोजेक्ट में सेकेंड वर्ल्ड वॉर के दौरान दुनिया का पहला परमाणु बम बनाया गया था। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 19 Aug 2025 4:24 pm

जियो ने सबसे सस्ते 1GB डेली डेटा प्लान बंद किए:249 में 28 दिन की वैलिडिटी मिलती थी, अब 299 रुपए से रिचार्ज करना होगा

रिलायंस जियो ने अपने सबसे सस्ते 1GB डेली डेटा वाले प्रीपेड प्लान्स को बंद कर दिया है। इन प्लान्स की कीमत ₹209 और ₹249 थी। एक में 22 दिन और दूसरे में 28 दिन की वैलिडिटी के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग और 100 SMS मिलते थे। अब 28 दिन की वैलिडिटी के साथ डेली डेटा वाला प्लान ₹299 से शुरू होता है। इसमें 1.5GB डेली डेटा मिलता है। जियो से पहले एयरटेल और वोडाफोन आइडिया सस्ते प्लान्स को बंद कर चुका है। ये दोनों कंपनियां पहले से ही 28 दिन के लिए ₹299 चार्ज करती हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जियो ने यह कदम अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) को बढ़ाने के लिए उठाया है। ARPU वह औसत राशि है जो एक यूजर टेलीकॉम कंपनी को देता है। जियो इसे बढ़ाकर फाइनेंशियल हेल्थ को मजबूत करना चाहता है। अभी जियो का ARPU ₹209 है। अब यूजर्स के पास क्या हैं विकल्प? 249 और 209 रुपए के प्लान के हटने के बाद, जियो के पास अब 1GB डेली डेटा वाला कोई भी प्रीपेड प्लान उपलब्ध नहीं है। अब जो बजट-फ्रेंडली प्लान्स मौजूद हैं उनमें: यूजर्स बोले- अब BSNL में नंबर पोर्ट करेंगे जियो के इस कदम से कई यूजर्स नाराज हैं। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने कहा कि जियो धीरे-धीरे अपने सस्ते प्लान्स को खत्म कर रहा है, जिससे आम लोगों के लिए मुश्किल हो रही है। एक यूजर ने लिखा, “249 का प्लान मेरे लिए परफेक्ट था। अब 239 में कम वैलिडिटी या 299 में ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। जियो को सस्ते प्लान्स वापस लाने चाहिए।” वहीं, कुछ यूजर्स का कहना है कि वे अब BSNL जैसे ऑपरेटर्स की ओर देख रहे हैं, जो सस्ते प्लान्स दे रहे हैं।

दैनिक भास्कर 19 Aug 2025 12:56 pm

रेडमी 15 स्मार्टफोन 7000mAh के साथ आज लॉन्च होगा:AI फीचर्स के साथ 50MP का मैन कैमरा, स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 फ्लैगशिप चिपसेट

टेक कंपनी शाओमी के सब-ब्रांड रेडमी आज (19 अगस्त) भारत में नया स्मार्टफोन रेडमी 15 लॉन्च करने जा रही है। इसमें कई फ्लैगशिप-लेवल के फीचर्स मिलेंगे, जिसमें 144Hz हाई रिफ्रेश रेट डिस्प्ले, 7000mAh बैटरी और स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 चिपसेट शामिल हैं। ग्लोबल मार्केट में यह फोन MYR 729 यानी तकरीबन 15,000 रुपए में पेश किया गया है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि भारत में भी इसकी कीमत 15,000 रुपए के आसपास रह सकती है। इसमें 8GB RAM और 256GB स्टोरेज मिलेगा। डिजाइन : एयरोस्पेस-ग्रेड मेटल फिनिश के साथ स्लीक डिजाइन रेडमी 15 5G स्मार्टफोन में एयरोस्पेस-ग्रेड मेटल फिनिश वाला स्लीक डिजाइन दिया गया है, जो प्रीमियम और मजबूत बनाता है। फोन डिजाइन के साथ IP64 डस्ट और स्प्लैश रेजिस्टेंस तकनीक से लैस है, जो इसे हल्के पानी और धूल से सुरक्षा देता है। इसका वजन 217 ग्राम और मोटाई 8.4 मिमी है, जो इसे कॉम्पैक्ट और पकड़ने में आरामदायक बनाता है। फोन के रियर डिजाइन स्टाइलिश है, जिसमें ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है। यह कैमरा मॉड्यूल आयताकार है और ऊपरी बायीं ओर वर्टिकली अलाइन्ड है और इसके दायीं ओर एक LED फ्लैश है। रियर पैनल पर रेडमी लोगो नीचे बायीं ओर देखा जा सकता है। रेडमी 15 तीन कलर ऑप्शन मिडनाइट ब्लैक, फ्रॉस्टेड व्हाइट और सैंडी पर्पल के साथ अवेलेबल है। इनमें से सैंडी पर्पल वैरिएंट में रेत के लहरों जैसा अनोखा पैटर्न है, जो इसे खास बनाता है, जबकि अन्य दो रंगों में मेट फिनिश है। फोन में 6.9 इंच डिस्प्ले है, यह डिस्प्ले 3 तरफ से पतले बेजल्स के साथ डिजाइन किया गया है, जबकि नीचे का बेजल थोड़ा मोटा है। स्क्रीन के ऊपरी हिस्से में सेंटर-अलाइन्ड पंच-होल कटआउट है, जिसमें सेल्फी कैमरा दिया गया है। ​​​​​​​फोन में साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर और डॉल्बी-सर्टिफाइड ऑडियो के साथ 200% सुपर वॉल्यूम की सुविधा है, जो इसे मल्टीमीडिया के लिए आकर्षक बनाता है। इसका मार्बल फिनिश और बोल्ड कैमरा सेटअप इसे प्रीमियम लुक देता है। रेडमी 15: स्पेसिफिकेशन्स बैटरी : रेडमी 15 में सबसे खास इसकी 7000mAh बैटरी है, जो ग्लोबल मार्केट में शाओमी की अब तक की सबसे बड़ी बैटरी है। इसे चार्ज करने के लिए 33W फास्ट चार्जिंग और 18W रिवर्स चार्जिंग का सपोर्ट दिया गया है। यानी यह फोन दूसरे डिवाइज को भी चार्ज कर पाएगा। एक बार चार्ज करने पर यह 2 दिन तक का बैकअप दे सकता है। परफॉर्मेंस: फोन क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 6s जेन 3 प्रोसेसर से लैस है। यह प्रोसेसर हाइपर OS 2.0 पर बेस्ड एंड्रॉएड 15 पर काम करता है। इसमें 8GB रैम दी गई है, जिसे वर्चुअल रैम सपोर्ट से 16GB तक बढ़ाया जा सकता है। स्टोरेज के लिए 256GB की इंटरनल मैमोरी दी गई है, जिसे माइक्रो SD कार्ड से 2TB तक बढ़ाया जा सकता है। डिस्प्ले: फोन में 6.9-इंच का फुल HD+ LCD डिस्प्ले दिया गया है, जिसमें 144Hz रिफ्रेश रेट और 288Hz टच सैंपलिंग रेट सपोर्ट दिया गया है। इसमें वेट टच 2.0 टेक्नोलॉजी मिलती है, जिससे गीली उंगलियों से भी स्क्रीन स्मूदली ऑपरेट करने में मदद मिलती है। यह फीचर बारिश या पसीने वाली कंडीशन में स्क्रीन के यूज को आसान कर देता है। कैमरा: रेडमी 15 5G में 50MP डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है, जिसमें AI बेस्ड डायनामिक शॉट, AI इरेजर और AI स्काई एनहान्समेंट जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए फोन में 8MP फ्रंट कैमरा से लैस है। अन्य: फोन में हाई-रेस ऑडियो और डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट मिलता है, जो म्यूजिक और वीडियो एक्सपीरियंस को और बेहतर कर सकता है। अन्य फीचर्स में 3.5mm ऑडियो जैक है। डिवाइस 5G नेटवर्क सपोर्ट वाला है। ​​​​​​​

दैनिक भास्कर 19 Aug 2025 9:37 am

ऑनर X7c 5G स्मार्टफोन भारत में लॉन्च:इसमें 50MP कैमरा के साथ 6.8-इंच फुल HD डिस्प्ले; कीमत 14,999 रुपए

चाइनीज स्मार्टफोन ब्रैंड ऑनर (Honor) ने अपना नया 5G स्मार्टफोन ऑनर X7c 5G भारत में लॉन्च कर दिया है। फोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 5,200mAh की बैटरी जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसके साथ ही 6.8 इंच का फुल HD+ डिस्प्ले और परफॉमेंस के लिए क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 4 Gen 2 SoC दिया गया है। X7c 5G को 8GB RAM और 256GB स्टोरेज वेरिएंट के साथ ₹14,999 कीमत पर बाजार में उतारा गया है। इसकी सेल 20 अगस्त को दोपहर 12 बजे से अमेजन पर शुरू होगी। ऑनर X7c 5G का मुकाबला शाओमी , रियलमी, और वीवो के अंडर-15,000 रुपए के 5G फोन्स से होगा। ऑनर X7c 5G डिटेल्ड स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: ऑनर X7c 5G स्मार्टफोन 24121080 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.8-इंच की फुल HD+डिस्प्ले दी गई है। ये 120 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट से काम करती है। परफॉर्मेंस: परफॉर्मेंस के लिए मोबाइल में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 4 Gen 2 SoC ऑक्टा-कोर प्रोसेसर दिया गया है, जो 1.8 गीगाहर्ट्ज से लेकर 2.2गीगाहर्ट्ज तक की क्लॉक स्पीड पर रन करता है। ग्राफिक्स के लिए इसमें एड्रेनो 613 GPU सपोर्ट मिलता है। फोन एंडरॉयड 14 पर बेस्ड मैजिक OS 8.0 पर काम करता है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए मोबाइल के बैक पैनल पर LED फ्लैश के साथ डुअल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50 मेगापिक्सल का मेन सोनी IMX890 सेंसर और 8 मेगापिक्सल वाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 5 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा मिलता है। बैटरी: पावर बैकअप के लिए फोन में 5200mAh बैटरी दी गई है। मोबाइल को चार्ज करने के लिए 35 वॉट फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट दिया गया है।

दैनिक भास्कर 18 Aug 2025 6:38 pm

एयरटेल की सर्विसेज देशभर में डाउन:मोबाइल डेटा-वॉयस सर्विसेज में आ रही दिक्कत, कंपनी ने कहा- समस्या को हल करने के लिए काम कर रहे

टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल की सर्विसेज देशभर के कई हिस्सों में डाउन है। डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, कई यूजर्स को नेटवर्क, मोबाइल डेटा, नो सिगनल और वॉयस सर्विसेज में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वेबसाइट और ऑनलाइन सर्विसेज का रियल टाइम स्टेटस बताने वाले प्लेटफॉर्म डाउन डिटेक्टर के अनुसार, एयरटेल की सर्विसेज में दोपहर 3 बजे से समस्या देखने को मिल रही है। वहीं शाम 4:30 बजे करीब 3,500 शिकायतें दर्ज की गईं। समस्या फेस कर रहे करीब 74% लोगों को मोबाइल फोन सर्विसेज में दिक्कत आई। 15% लोगों को मोबाइल इंटरनेट में दिक्कतें हुईं। वहीं 15% लोगों ने नो सिगनल की रिपोर्ट दर्ज की हैं। हमारी टीम समस्या को हल करने के लिए काम कर रही है एयरटेल ने कहा, 'हम वर्तमान में नेटवर्क आउटेज का सामना कर रहे हैं। हमारी टीम इस समस्या को हल करने और सर्विसेज को तुरंत बहाल करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। यूजर्स को हुई असुविधा के लिए खेद है।' 1995 में हुई थी भारती एयरटेल की शुरुआत भारत सरकार ने 1992 में पहली बार मोबाइल सेवा के लिए लाइसेंस बांटने शुरू किए। कंपनी के फाउंडर सुनील मित्तल ने इस अवसर को समझा और फ्रेंच कंपनी विवेंडी के साथ मिलकर दिल्ली और आस-पास के इलाकों के लाइसेंस हासिल किए। 1995 में मित्तल ने सेल्युलर सर्विस ऑफर करने के लिए भारती सेल्युलर लिमिटेड बनाई और एयरटेल ब्रांड के तहत काम शुरू किया।

दैनिक भास्कर 18 Aug 2025 5:46 pm

इस हफ्ते रेडमी-गूगल पिक्सल सहित 7 मोबाइल लॉन्च होंगे:100x जूम वाला 50 मेगापिक्सल कैमरा, AI फीचर्स और 6.3 इंच स्क्रीन मिलेगी

भारत में इस हफ्ते 7 नए स्मार्टफोन लॉन्च होंगे। इनमें बजट सेगमेंट से लेकर फ्लैगशिप फोन तक शामिल हैं। 18 से 24 अगस्त के बीच ऑनर, रेडमी, रियलमी और गूगल जैसी कंपनियां अपने नए डिवाइस लॉन्च करेंगी। इन फोन्स में AI फीचर्स के साथ 50 मेगापिक्सल का कैमरा मिलेगा। इसके अलावा 6.3-इंच स्क्रीन भी देखने को मिलेगा। चलिए डिटेल में जानते हैं... Honor X7c लॉन्च डेट – 18 अगस्त इस हफ्ते की शुरुआत ऑनर X7c के साथ होगी। ये स्मार्टफोन 18 अगस्त को भारत में दस्तक देगा, जो क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 4 जेन 2 प्रोसेसर पर चलेगा। इसमें 256GB तक की स्टोरेज का ऑप्शन मिलेगा। ब्रांड के अनुसार, फोटोग्राफी के लिए इसमें 50MP AI डुअल रियर कैमरा सिस्टम होगा। स्क्रीन 6.8-इंच की FHD+ है, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट मिलेगा। पावर बैकअप के लिए 5,200mAh की बैटरी और 35W फास्ट चार्जिंग भी दी जाएगी। Redmi 15 लॉन्च डेट – 19 अगस्त रेडमी 15 हाल ही में ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हुआ था, जो अब 19 अगस्त को इंडिया में एंट्री लेगा। इस 5G फोन में 7,000mAh की बैटरी और 6.9-इंच की स्क्रीन मिलेगी, जो 144Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट करती है। प्रोसेसिंग के लिए स्नैपड्रैगन 6s Gen 3 प्रोसेसर मिलेगा, और फोटोग्राफी के लिए 50 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है। ये 5जी रेडमी फोन 8GB RAM के साथ मिलेगा। realme P4 लॉन्च डेट – 20 अगस्त रियलमी P4 सीरीज 20 अगस्त को इंडिया में लॉन्च होगी। इसमें P4 और P4 प्रो मॉडल्स आएंगे। रियलमी P4 5G फोन मीडियाटेक के डायमेंसिटी 7400 अल्ट्रा 5G चिपसेट के साथ आएगा और इसे 8GB रैम के साथ ले सकेंगे। पावर बैकअप के लिए इसमें दमदार 7,000mAh बैटरी होगी, साथ में 80W फास्ट चार्जिंग और रिवर्स चार्जिंग भी मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए 50MP+8MP का रियर कैमरा सेटअप है। इस 5जी फोन में 4500nits पीक ब्राइटनेस वाली AMOLED स्क्रीन होगी। सीरीज के ‘प्रो’ मॉडल को भारत में स्नैपड्रैगन 7 Gen 4 प्रोसेसर के साथ आएगा, जिसमें हाइपर विजन AI चिप भी जोड़ी गई है। ये फोन गेमिंग के लिए खास है, जिसमें 144Hz पर मोबाइल गेमिंग कर सकते हो। इस स्मार्टफोन में 4D कर्व्ड+ डिस्प्ले है, जो 6500nits पीक ब्राइटनेस सपोर्ट करती है। ये फोन 7,000mAh बैटरी के साथ आएगा, जिसमें 80W फास्ट चार्जिंग भी मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए 50MP रियर और 50MP सेल्फी कैमरा लगा है। ये रियलमी 5G फोन AI फीचर्स से भरपूर है। गूगल पिक्सल 10 सीरीज लॉन्च डेट – 20 अगस्त पिक्सल 10 सीरीज 20 अगस्त को ग्लोबल मंच पर दस्तक देगी और साथ ही इसे भारत में भी लाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, ये टेनसॉन G5 चिपसेट पर लॉन्च हो सकता है, जिसमें 256GB और 512GB स्टोरेज मिलेगी। ये फोन कॉम्पैक्ट डिजाइन वाला होगा, जिसमें 6.3-इंच की स्क्रीन होगी। लीक के हिसाब से गूगल पिक्सल 10 में 48MP मेन सेंसर, 13MP अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस और 20x प्रो रेस जूम वाली टेलीफोटो लेंस दी जा सकती है। गूगल पिक्सल 10 प्रो को 6.3-इंच स्क्रीन और पिक्सल 10 प्रो XL मॉडल को 6.8-इंच डिस्प्ले के साथ लॉन्च किया जा सकता है। दोनों मॉडल्स में 50MP मेन कैमरा और 48MP अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस मिल सकता है। साथ ही, प्रो और प्रो XL में 100x प्रो रेस जूम वाली 48MP टेलीफोटो लेंस भी हो सकती है। अभी बैटरी कैपेसिटी का पता नहीं चला, लेकिन लीक के हिसाब से ये फोन अपने पावर सेविंग मोड में 100 घंटे तक का बैकअप दे सकते हैं।

दैनिक भास्कर 18 Aug 2025 3:01 pm

भारत में आईफोन 17 का प्रोडक्शन शुरू:बेंगलुरु के नए प्लांट में बना रही फॉक्सकॉन; चीन के इंजीनियर्स वापस लौटने से रुकावट आई थी

एपल के लिए स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन ने भारत में आईफोन 17 का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ये प्रोडक्शन बेंगलुरु के नए प्लांट में शुरू हुआ है। भारत में यह यूनिट चीन के बाहर फॉक्सकॉन की दूसरी सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग साइट है, जिसमें लगभग 25,000 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। इससे पहले चीन ने भारत में आईफोन बनाने वाले 300 से ज्यादा इंजीनियर्स और टेक्नीशियंस को अचानक वापस बुला लिया था। इसके चलते आईफोन 17 के प्रोडक्शन में रुकावट आई थी। अब कंपनी अब कंपनी ताइवान समेत अन्य देशों से विशेषज्ञ बुलाकर यह गैप खत्म कर रही है। हालांकि भारत में अभी आईफोन 17 का प्रोडक्शन छोटे स्केल पर शुरू हुआ है। भारत में हाई-टेक असेंबली लाइन संभालते हैं चीनी इंजीनियर चीनी इंजीनियर फॉक्सकॉन की हाई-टेक असेंबली लाइन, फैक्ट्री डिजाइन और भारतीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का काम कर रहे थे। इसके लिए भारत सरकार ने चीनी इंजीनियरों के लिए वीजा सुविधा भी प्रदान की थी, ताकि उत्पादन में कोई बाधा न आए। अमेरिका को आईफोन भेजने में भारत चीन से आगे निकला भारत चीन को पीछे छोड़कर अमेरिका को स्मार्टफोन का सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। यह इस बात का संकेत है कि टैरिफ वॉर के बीच मैन्युफैक्चरिंग सप्लाई चेन चीन से दूर जा रही है। रिसर्च फर्म कैनालिस के मुताबिक, इस साल अप्रैल-जून में अमेरिका में इम्पोर्टेड स्मार्टफोन में मेड इन इंडिया का हिस्सा 44% रहा। पिछले साल अप्रैल-जून में भारत का हिस्सा मात्र 13% था। दूसरी तरफ जून तिमाही में अमेरिका को एक्सपोर्ट किए गए स्मार्टफोन में चीन का हिस्सा घटकर 25% रह गया, जो एक साल पहले 61% था। आईफोन मेन्युफैक्चरिंग का हब बन रहा भारत भारत में इस साल जून तक 2.39 करोड़ आईफोन बने हैं। अमेरिका में बिकने वाले 78% आईफोन भारत में बन रहे हैं। मार्केट रिसर्चर कैनालिस के मुताबिक 2025 में जनवरी से जून के बीच भारत में 23.9 मिलियन (2 करोड़ 39 लाख) आईफोन बने, जो पिछले साल की तुलना में 53% ज्यादा है। वहीं रिसर्च फर्म साइबरमीडिया रिसर्च के अनुसार भारत से आईफोन का निर्यात (भारत से विदेश भेजे गए आईफोन) भी बढ़कर 22.88 मिलियन (2 करोड़ 28 लाख) यूनिट तक पहुंच गया है। पिछले साल समान अवधि (जनवरी से जून) में ये भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का आंकड़ा 15.05 मिलियन (1 करोड़ 50 लाख) था। यानी सालाना आधार पर इसमें 52% की बढ़ोतरी हुई है।

दैनिक भास्कर 17 Aug 2025 3:02 pm

इनफिनिक्स का बजट स्मार्टफोन हॉट 60i भारत में लॉन्च:AI फीचर्स के साथ 50 मेगापिक्सल रियर कैमरा और 6000mAh बैटरी, कीमत ₹9,299

टेक ब्रांड इनफिनिक्स ने आज (16 अगस्त) बजट सेगेमेंट में नया स्मार्टफोन इनफिनिक्स हॉट 60i 5G स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इसे सर्किल टू सर्च, AI इरेजर, AI एक्सटेंडर जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर के साथ पेश किया है। फोन में 50 मेगापिक्सल रियर कैमरा और 6000mAh बैटरी दी गई है। कंपनी ने इसे 4GB रैम और 128GB स्टोरेज के सिंगल वैरिएंट में पेश किया है। इसकी कीमत 9,299 रुपए है। लॉन्च ऑफर में 300 रुपए का डिस्काउंट भी मिलेगा। इससे 5G फोन को 8,999 रुपए में खरीद सकते हैं। इनफिनिक्स हॉट 60i की सेल ई-कॉमर्स वेबसाइट और रिटेल स्टोर्स पर 21 अगस्त से शुरू होगी। इनफिनिक्स हॉट 60i 5G फोन का बैक कैमरा मॉड्यूल हॉरिजॉन्टली प्लेस्ड किया गया है। इसका बैक मैट फीनिश में दिया गया है। इसमें 4 कलर ऑप्शन शेडो ब्लू, मॉनसून ग्रीन, प्लम रेड और स्लीक ब्लैक मिलते हैं। साइड में पतला फ्रेम और कर्व्ड एजेस हैं, जो पकड़ में आरामदायक बनाते हैं। फ्रंट में डिस्प्ले पर पंच-होल सेल्फी कैमरा दिया गया है। इनफिनिक्स हॉट 60i : स्पेसिफिकेशन्स डिस्प्ले: मोबाइल में 6.75 इंच की HD+ डिस्प्ले दी गई है, जो 120Hz रिफ्रेश रेट पर काम करती है। मतलब स्क्रॉलिंग और गेमिंग में स्मूद फील मिलेगी। इसकी पीक ब्राइटनेस 670 निट्स है, जो दिन की रोशनी में भी ठीक-ठाक व्यू देती है। ओवरऑल, इस रेंज के फोन के लिए डिस्प्ले अच्छी है, लेकिन क्वालिटी टॉप क्लास नहीं है। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन के बैक पैनल पर डुअल कैमरा दिया गया है। इसमें एक 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है, जो ऑटोफोकस के साथ आता है और दूसरा एक ऑक्सिलरी लेंस भी है, जो फोटो क्वालिटी को थोड़ा सपोर्ट करता है। वहीं, सेल्फी और वीडियोग्राफी के लिए 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलता है। परफॉर्मेंस: इनफिनिक्स हॉट 60i को मीडियाटेक के 6Nm फेब्रिकेशन्स पर बने डायमेंसिटी 6400 ऑक्टाकोर प्रोसेसर पर लॉन्च किया गया है, जो 2.5GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। कंपनी अपने फोन के साथ 5 साल की स्मूथ परफॉर्मेंस का दावा भी कर रही है। स्मार्टफोन एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड HiOS 15 पर काम करता है। इसमें 4GB वचुर्अल रैम टेक्नोलॉजी भी मिलती है, जो इसकी फिजिकल रैम के साथ मिलकर मोबाइल को 8GB रैम (4+4) की ताकत देती है। बैटरी: इनफिनिक्स हॉट 60i 5G में पावर बैकअप के लिए 6000mAh की बैटरी दी गई है, जो इस रेंज में काफी दमदार है। कंपनी का दावा है कि ये 128 घंटे तक म्यूजिक प्लेबैक और 41 घंटे तक कॉलिंग टाइम दे सकती है। साथ में 18W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट भी है, जो चार्जिंग को थोड़ा तेज बनाता है।

दैनिक भास्कर 16 Aug 2025 10:08 pm

20 तस्वीरों में देखें महिंद्रा की 4 कॉन्सेप्ट कार:इन्हें ऑफ-रोडिंग और सिटी राइड के लिए डिजाइन किया; पेट्रोल-डीजल, इलेक्ट्रिक वर्जन में लॉन्च होंगी

महिंद्रा एंड महिंद्रा ने स्वतंत्रता दिवस के दिन अपनी 4 कॉन्सेप्ट कार अनवील की हैं। इनमें महिंद्रा विजन S, विजन T, विजन X, विजन SXT शामिल हैं। ये कार महिंद्रा के नए प्लेटफॉर्म यूआईक्यू (NU_IQ) पर बनी हैं जो पेट्रोल, डीजल, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक पावरट्रेन सपोर्ट करता है। सभी कार का डिजाइन हार्टकोर फिलॉसफी पर आधारित है, जो भारत और यूरोप के डिजाइन स्टूडियोज ने मिलकर तैयार किया है। विजन T और विजन SXT पूरी तरह से ऑफ-रोड लुक कार हैं, जबकि विजन S और विजन X कॉम्पैक्ट अर्बन SUV में डिजाइन किए गए हैं। सभी नई कार 2027 तक बाजार में आ सकती हैं। 20 तस्वीरों में देखें महिंद्रा की 4 कॉन्सेप्ट कार महिंद्रा विजन S महिंद्रा विजन T महिंद्रा विजन X महिंद्रा विजन SXT

दैनिक भास्कर 15 Aug 2025 4:15 pm

ओला इलेक्ट्रिक का एनुअल लॉन्चिंग इवेंट संकल्प-2025 आज:ई-स्कूटर S1 का स्पोर्ट्स वर्जन लॉन्च होगा, ई-बाइक डायमंड भी पेश केगी कंपनी

ओला इलेक्ट्रिक का हर साल की तरह आज (15 अगस्त) स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एनुअल लॉन्चिंग इवेंट संकल्प तमिनाडू के कृष्णागिरी में होगा। इसमें कंपनी भारतीय बाजार में दो नए इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर लॉन्च करने जा रही है। इसमें S1 स्पोर्ट्स ई-स्कूटर और डायमंड ई-बाइक शामिल हैं। सुपर स्पोर्ट्स इलेक्ट्रिक बाइक डायमंड बाइक 2023 में दिखाए गए कॉन्सेप्ट पर बनी है। इसका लुक फ्यूचरिस्टिक है, जिसमें शार्प डायमंड-शेप्ड फेयरिंग, LED हेडलाइट स्ट्रिप और बड़े क्लिप-ऑन हैंडल हैं। खास बात ये कि इसमें हब-सेंटर स्टेयरिंग सिस्टम है, जो आम फोर्क से बेहतर स्टेबिलिटी देगा, हालांकि स्टीयरिंग फील थोड़ा अलग हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बाइक 17-इंच के व्हील्स, ड्यूल फ्रंट डिस्क ब्रेक्स, और सिंगल रियर डिस्क के साथ आएगी। बैटरी और रेंज का खुलासा आज होगा, लेकिन अनुमान है कि कीमत 4.5 लाख रुपए (एक्स-शोरूम) के आसपास हो सकती है। ये अल्ट्रावायलेट F77 को टक्कर देगी। ADAS फीचर वाला पहला S1 स्पोर्ट्स इलेक्ट्रिक स्कूटर ये भारत का पहला ADAS (एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) वाला स्कूटर होगा, जो सेफ्टी और परफॉर्मेंस का नया लेवल लाएगा। इसमें 150 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड मिल सकती है, जो इसे साधारण S1 से कहीं ज्यादा पावरफुल बनाएगी। इसमें मेटल बॉडी, स्वैपेबल या फिक्स्ड बैटरी ऑप्शन, और नई कलर स्कीम्स होंगी, जो OG डिजाइन से इंस्पायर्ड हैं। ADAS फीचर्स जैसे ऑटोमैटिक ब्रेकिंग और लेन डिटेक्शन इसे खास बनाएंगे। कीमत का खुलासा आज होगा, लेकिन स्टैंडर्ड S1 प्रो से महंगी होगी।

दैनिक भास्कर 15 Aug 2025 12:56 pm

महिंद्रा का फ्रीडम एनयू इवेंट आज:4 नई SUV कारों के कॉन्सेप्ट मॉडल रिवील करेगी कंपनी, नया प्लेटफॉर्म भी पेश करेगी

महिंद्रा एंड महिंद्रा का स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज (15 अगस्त) मुंबई में ‘फ्रीडम एनयू’ इवेंट होगा। इसमें कंपनी अपनी 4 नई कॉन्सेप्ट SUV कार: विजन.T, विजन.S, विजन.SXT और विजन.X को शोकेस करेगी। इन कॉन्सेप्ट मॉडल के साथ ही कंपनी एक नए प्लेटफॉर्म से भी पर्दा उठाएगी, जो कई बॉडी स्टाइल और इंजन विकल्प सपोर्ट करेगा। कंपनी चारों के टीजर सोशल मीडिया पर रिवील कर चुकी है। विजन.T महिंद्रा ने हाल ही में विजन.टी का टीजर जारी किया था और इसके नाम से पता चलता है, यह 2023 में साउथ अफ्रीका में शोकेस की गई महिंद्रा थार ई कॉन्सेप्ट पर बेस्ड हो सकती है। टीजर में अपकमिंग कॉन्सेप्ट कार में बॉक्सी शेप और ऑफ रोड टायर दिखाए गए हैं, जो इलेक्ट्रिक महिंद्रा थार कॉन्सेप्ट का अपडेटेड वर्जन हो सकता है। विजन.S यह महिंद्रा स्कॉर्पियो का नई जनरेशन का इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड वर्जन हो सकता है, जो नए फ्रीडम एनयू प्लेटफार्म पर बेस्ड हो सकती है। इसके टीजर में मौजूदा स्कॉर्पियो एन की तरह बड़ा स्टांस और प्रभावशाली ग्रिल की झलक देखी जा चुकी है। उम्मीद है कि इस मॉडल का प्रोडक्शन वर्जन नए प्लेटफार्म पर बेस्ड होगा। विजन.SXT इस कार के टीजर में हैवी-ड्यूटी बंपर, क्लैमशेल बोनट और खुले हिंज दिखाए जा चुके हैं। इससे पता चलता है कि विजन.SXT एक लाइफस्टाइल एडवेंचर पिकअप होगी, जो महिंद्रा थार या महिंद्रा स्कॉर्पियो पर बेस्ड होगी। यह भी संभावना है कि यह 2023 में साउथ अफ्रीका में शोकेस हुए ग्लोबल पिकअप का अपडेटेड वर्जन हो सकता है। विजन.SXT की लॉन्च टाइमलाइन का अभी खुलासा नहीं हुआ है। विजन.X यह एक कॉन्सेप्ट SUV होगी, जिसे विजन.T और विजन.S के बीच रखा जा सकता है। टीजर में विजन.X में विजन.T और विजन.S की तुलना में स्मूद लाइनें और एक कनेक्टेड LED सेटअप दिखाया गया है। इसमें अन्य दोनों SUV कॉन्सेप्ट की तुलना में ज्यादा प्रीमियम फीचर मिलेंगे। महिंद्रा ने विजन.X की लॉन्च टाइमलाइन का अभी खुलासा नहीं किया है। नया प्लेटफार्म भी रिवील होगा इन 4 नई SUV कॉन्सेप्ट के अलावा, महिंद्रा एक नए ‘NFA’ प्लेटफॉर्म की भी घोषणा करने वाली है, जो नई जनरेशन का फ्लैक्सिबल आर्किटेक्चर होगा। यह न सिर्फ कई बॉडी स्टाइल सपोर्ट करेगा, बल्कि ICE, EV और हाइब्रिड जैसे कई पावरट्रेन भी सपोर्ट करेगा। इस नए प्लेटफॉर्म के साथ महिंद्रा का टारगेट महाराष्ट्र के पुणे स्थित अपने चाकण प्लांट की वार्षिक प्रोडक्शन क्षमता को 1.2 लाख यूनिट तक पहुंचाना है।

दैनिक भास्कर 15 Aug 2025 11:41 am

एपल 2027 तक AI फीचर वाले गैजेट्स लाएगी:टेबलटॉप रोबोट घर के काम करेगा, एडवांस सिक्योरिटी कैमरे और सिरि का AI वर्जन भी आएगा

टेक कंपनी एपल AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पावर वाले गैजेट्स पर काम कर रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी नए आईफोन के अलावा AI फीचर वाला टेबलटॉप रोबोट लाने की तैयारी कर रही है, जो न सिर्फ आपके घर का हिस्सा बनेगा, बल्कि आपकी जिंदगी को आसान बनाएगा। साथ ही, कंपनी AI से लैस होम रोबोट्स, स्मार्ट डिस्प्ले और एडवांस होम सिक्योरिटी कैमरे पर भी काम कर रही है। इसके अलावा, एपल का वॉइस असिस्टेंट सिरी भी एकदम नए और हाइपर-रियलिस्टिक अवतार में सामने आने वाला है। ये 2026 तक आ सकता है, जबकि अन्य AI-पावर्ड गैजेट्स 2027 तक लॉन्च किए जाएंगे। कंपनी ने ये फैसला तब लिया है, जब वह जेनरेटिव AI की लहर में सैमसंग और अन्य ब्रांड से पीछे रह गई है और वह विजन प्रो हेडसेट की धीमी बिक्री से भी जूझ रही है। रिपोर्ट में बताया गया कि एपल के AI डिवीजन में बड़े बदलाव हो रहे हैं। कंपनी ने एक नई 'Answers' टीम बनाई है, जो एक ChatGPT जैसा AI प्रोडक्ट डेवलप करने पर काम कर रही है। इसके अलावा, एपल अपने डिवाइसेज में ऑन-डिवाइस AI को और मजबूत करने की कोशिश कर रहा है, ताकि प्राइवेसी और सिक्योरिटी बनी रहे। टेबलटॉप रोबोट: घर के रोजमर्रा के काम करेगा रिपोर्ट के मुताबिक एपल 2027 तक एक खास टेबलटॉप रोबोट लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, जो AI से लैस होगा। ये रोबोट एक मोबाइल आर्म पर 7 इंच का iPad जैसा डिस्प्ले लेकर आएगा, जो 6 इंच तक घूम और सिकुड़ सकेगा। ये यूजर्स के साथ बात करेगा, साथ ही ट्रिप प्लान करने, रिमाइंडर सेट करने और रेसिपी सजेस्ट करने और रोजमर्रा के घरेलू काम निपटाने में मदद करेगा। ये रोबोट स्मार्ट होम सिस्टम का हिस्सा होगा, जो एपल की AI स्ट्रैटजी का केंद्र बनेगा। इसे इंसानों की जैसा महसूस करने के लिए डिजाइन किया जाएगा। इसे घर या ऑफिस में एक अतिरिक्त मददगार की तरह इस्तेमाल किया जा सकेगा। वीडियो कॉल में ये कमरे के लोगों को ट्रैक करके फोकस करेगा। स्मार्ट डिस्प्ले वाला स्पीकर : होम ऑटोमेशन को आसान करेगा 2026 में एपल एक स्मार्ट डिस्प्ले वाला स्पीकर लॉन्च करने की तैयारी में है। ये छोटा डिवाइस घर के कंट्रोल, म्यूजिक, नोट्स, ब्राउजिंग, और वीडियो कॉल्स मैनेज करेगा, जिसमें नई सिरि इंटरफेस होगी। ये अमेजन इको या गूगल नेस्ट हब जैसे प्रोडक्ट्स को टक्कर देगा, लेकिन एपल का स्टाइल और सिक्योरिटी इसे अलग बनाएगी। ये डिस्प्ले होम ऑटोमेशन को आसान करेगा, जैसे लाइट्स या AC कंट्रोल करना। AI पावर होम सिक्योरिटी कैमरा रिपोर्ट के मुताबिक, एपल होम सिक्योरिटी कैमरे भी डेवलप कर रही है, जो स्मार्ट डिस्प्ले और रोबोट के साथ कनेक्ट होंगे। ये कैमरे AI से लैस होंगे, जो चेहरा पहचानने और संदिग्ध गतिविधि डिटेक्ट करने में मदद करेंगे। इससे यूजर्स को घर की सुरक्षा का भरोसा मिलेगा। इसके अलावा, ये ऑटोमेटिकली लाइट बंद करने और खास फैमिली मेंबर के लिए म्यूजिक चलाने जैसे काम कर सकेगा। इसमें फेस रिकग्निशन वाला स्मार्ट डोरबेल भी टेस्ट हो रहा है। AI सिरि : इंसानों की तरह बात करेगा एपल अपनी वॉयस असिस्टेंट सिरि को भी अपग्रेड करने में जुटी है। ये रोबोट और स्मार्ट डिस्प्ले में इनबिल्ट होगी, जिससे कंट्रोल आसान हो जाएगा। एपल सिरि को और ज्यादा हाइपर-रियलिस्टिक बना रहा है। इसका मतलब है कि सिरी अब सिर्फ एक आवाज नहीं रहेगा, बल्कि वो इंसानों की तरह बात करेगा, उनकी तरह रिएक्ट करेगा और एक पर्सनैलिटी भी डेवलप करेगा। यानी, आप सिरी से बात करेंगे तो ऐसा लगेगा जैसे आप किसी दोस्त से गप्पे मार रहे हैं। इस नए सिरी को एपल अपने AI मॉडल्स के साथ और स्मार्ट कर रहा है। ये न सिर्फ आपके सवालों का जवाब देगा, बल्कि आपके इमोशंस को समझेगा, कॉन्टेक्स्ट के हिसाब से जवाब देगा और जरूरत पड़ने पर इंटरनेट से तुरंत जानकारी निकालकर आपको देगा। मिसाल के लिए अगर आप कहेंगे, 'सिरि, आज मौसम कैसा है?' तो वो न सिर्फ मौसम बताएगा, बल्कि ये भी सुझाएगा कि बाहर जाने के लिए क्या पहनना चाहिए।

दैनिक भास्कर 14 Aug 2025 9:33 pm

xAI के को-फाउंडर इगोर बाबुश्किन ने कंपनी छोड़ी:अपना AI वेंचर शुरू करेंगे, मस्क बोले- आपके बिना हम यहां नहीं होते

इलॉन मस्क के AI स्टार्टअप xAI के को-फाउंडर और पूर्व इंजीनियरिंग हेड इगोर बाबुश्किन ने रिजाइन कर दिया है। इगोर AI सेफ्टी और रिसर्च पर काम करने के लिए 'बाबुश्किन वेंचर्स' शुरू करेंगे। बुधवार को X पर एक पोस्ट में, बाबुश्किन ने कहा कि वह अपने मिशन के 'द नेक्स्ट चैप्टर' को आगे बढ़ाने के लिए कंपनी छोड़ रहे हैं। हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस तरीके से डेवलप करना चाहते हैं, जो मानवता के लिए सुरक्षित और लाभकारी हो। इगोर बाबुश्किन बोले- सिंगुलैरिटी करीब है, लेकिन इंसानियत का भविष्य उज्ज्वल है 9 मार्च 2023 को एलन मस्क ने बनाई थी कंपनी पहली बार xAI के बारे में अप्रैल में जानकारी सामने आई थी। तब द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया था कि एलन मस्क ने 9 मार्च 2023 को XAI नाम की नई कंपनी बनाई है। अमेरिका के टेक्सास शहर के नेवादा में कंपनी का हेडक्वॉर्टर है और मस्क इसके एकमात्र लिस्टेड डायरेक्टर हैं। मस्क के फैमिली ऑफिस के डायरेक्टर जेरेड बिर्चेल को कंपनी का सेक्रेटरी बनाया गया है। ----------------------------- ये खबर भी पढ़ें... xAI ने चैटबॉट 'ग्रोक 3' लॉन्च किया: मस्क ने इसे दुनिया का सबसे स्मार्ट AI बताया, OpenAI-डीपसीक जैसे AI मॉडल को टक्कर देगा इलॉन मस्क और xAI ने आज (18 फरवरी) अपने चैटबॉट 'ग्रोक 3' को लॉन्च कर दिया है। लॉन्चिंग के दौरान टेस्ला और X के मालिक मस्क ने ग्रोक 3 को दुनिया का सबसे स्मार्ट AI बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि लोग ग्रोक के दीवाने हो जाएंगे। 'ग्रोक 3' के लॉन्च के दौरान मस्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI के टीम मेंबर्स के साथ बैठे थे। साथ ही मस्क ने ग्रोक 3 की कैपेबिलिटीज को भी दिखाया। उन्होंने यह भी बताया कि ग्रोक 3 कैसे OpenAI, गूगल, डीपसीक जैसे अन्य AI मॉडल से कॉमपिट कर सकता है और उन्हें हरा सकता है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 14 Aug 2025 5:30 pm

पोको M7 प्लस 5G भारत में लॉन्च:7,000mAh बैटरी के साथ 6.9 इंच का फुल HD+ डिस्प्ले; शुरूआती कीमत ₹13,999

शाओमी के सब-ब्रैंड पोको (Poco) ने अपना नया 5G स्मार्टफोन पोको M7 प्लस 5G भारत में लॉन्च कर दिया है। स्मार्टफोन में 7,000mAh की बड़ी बैटरी और 6.9 इंच की फुल-HD+ डिस्प्ले दी गई है। इसके साथ ही फोन में 144Hz रिफ्रेश रेट डिस्प्ले जैसे फीचर्स हैं। M7 प्लस 5G को 13,999 रुपए की शुरूआती कीमत के साथ लॉन्च किया है। इसे दो रैम वेरिएंट के साथ बाजार में उतारा गया है। फोन की सेल फ्लिपकार्ट पर 19 अगस्त को 12 बजे से शुरू होगी। लॉन्च ऑफर में कई बैंक कार्ड्स पर ₹1,000 का डिस्काउंट और एक्सचेंज पर ₹1,000 तक का एक्स्ट्रा डिस्काउंट दिया जा रहा है। M7 प्लस 5G डिटेल्ड स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: 144Hz रिफ्रेश रेट के साथ 6.9 इंच का फुल-HD+ डिस्प्ले दिया है, जो स्मूद विजुअल्स और ब्राइट कलर्स देता करता है। फोन में 850 निट्स का रिफ्रेश रेट है। प्रोसेसर: M7 प्लस 5G में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 6s Gen 3 SoC प्रोसेसर है। ये एंड्रॉयड 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। एक एंड्रॉयड 16 अपग्रेड और 3 साल की सिक्योरिटी अपडेट्स के साथ आएगा। कैमरा: बैक पैनल पर सोनी IMX882 सेंसर वाला 50MP प्राइमरी कैमरा और 8MP अल्ट्रा-वाइड लेंस दिया गया है। बैटरी: फोन में 45W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 7,000mAh की बैटरी दी गई है जो लॉन्ग लास्टिंग परफॉर्मेंस देती है। मार्च में M7 लॉन्च कर चुकी कंपनी पोको ने 3 मार्च को M सीरीज का नया बजट स्मार्टफोन पोको M7 लॉन्च किया था। स्मार्टफोन्स में 6.88 इंच डिस्प्ले 50 मेगापिक्सल कैमरा और 18W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5160mAh की बैटरी दी गई है। कंपनी ने पोको M7 स्मार्टफोन को दो रैम और सिंगल स्टोरेज ऑप्शन में उतारा है। भारतीय मार्केट में इसकी शुरुआती कीमत 9,999 रुपए है।

दैनिक भास्कर 13 Aug 2025 5:35 pm

ओप्पो रेनो 14 रिव्यू, AI फीचर्स से फोटो एडिटिंग आसान:मल्टीटास्किंग और हल्की गेमिंग करने वालों के लिए ठीक, वायलेस चार्जिंग की कमी

टेक कंपनी ओप्पो ने रेनो 14 को भारत में लॉन्च कर दिया है। इसमें पावरफुल कैमरा सेटअप, 6000mAh बैटरी, लेटेस्ट डायमेंसिटी 8350 चिपसेट, 12GB रैम और कई फीचर्स दिए गए हैं। ये फोन 37,999 से 42,999 रुपए की रेंज में आता है। इस फोन को हम करीब एक हफ्ते से इस्तेमाल कर रहे हैं। तो क्या इस बजट में ये वैल्यू फॉर मनी फोन है? चलिए जानते हैं... डिजाइन: एयरोस्पेस-ग्रेड एल्यूमीनियम फ्रेम सबसे पहले बात करें डिजाइन की तो ओप्पो रेनो 14 में मेटल फ्रेम दिया गया है। फोन 7.42mm पतला और इसका वजन 187 ग्राम है। इसके साथ वेलवेट टेक्स्चर ग्लास बैक दिया गया है, जिससे हाथ में पकड़ने पर प्रीमियम फील देता है और इस पर उंगलियों के निशान भी नहीं दिखते। कलर ऑप्शन्स में पर्ल वाइट और फॉरेस्ट ग्रीन हैं। डिस्प्ले के बेजल्स 1.6mm अल्ट्रा-थिन हैं, जो काफी पतले हैं। पीछे कैमरा सेटअप R-शेप्ड में दिया गया है। दो लेंस वर्टिकली और तीसरा कैप्सूल-शेप रिंग में है इसके नीचे ट्रिपल LED फ्लैश है। फोन IP68 और IP69 वाटर-डस्ट रेसिस्टेंस रेटिंग के साथ आता है, यानी इसे धूल, पानी और तेज पानी के प्रेशर से भी सेफ रहेगा। ओप्पो रेनो 14 : स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले : ओप्पो रेनो 14 में 6.59-इंच की फ्लैट एमोलेड स्क्रीन दी गई है। इसे 2760 x 1256 पिक्सल के FHD+ रिजॉल्यूशन का सपोर्ट मिलता है। डिस्प्ले 120Hz रिफ्रेश रेट और 1200 निट्स की पीक ब्राइटनेस के साथ आता है, जिससे स्क्रॉलिंग और विजुअल एक्सपीरियंस स्मूथ और ब्राइट हो जाता है। परफॉर्मेंस : ओप्पो रेनो 14 5G फोन में मीडियाटेक का नया डायमेंसिटी 8350 चिपसेट दिया गया है, जो 4nm प्रोसेस पर बना है और 3GHz तक की क्लॉक स्पीड देता है। यह चिपसेट 1.4 मिलियन से ज्यादा AnTuTu स्कोर हासिल कर चुका है, यानी ये मिड-रेंज परफॉर्मेंस के लिए ठीक है। इससे PUBG जैसे गेमिंग और मल्टीटास्किंग आसानी से कर सकते हैं, लेकिन भारी गेम्स में थोड़ा गर्म हो सकता है। स्मार्टफोन LPDDR5X रैम और UFS 3.1 स्टोरेज टेक्नोलॉजी के साथ आता है। इसमें 12GB तक रैम और 512GB तक का स्टोरेज मिलता है। यह फास्ट डेटा रीड/राइट स्पीड और स्मूद परफॉर्मेंस के लिए बढ़िया है। कुल मिलाकर परफॉर्मेंस रोजमर्रा के लिए ठीक है, लेकिन हाई-एंड यूज (जैसे 4K एडिटिंग) में सीमित है। कैमरा : रेनो 14 में ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50MP का सोनी प्राइमरी सेंसर OIS (ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइजेशन) के साथ आता है। इसके साथ 8MP का अल्ट्रा-वाइड सेंसर और 50MP का JN5 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस भी है, जो 3.5x ऑप्टिकल जूम को सपोर्ट करता है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 50MP का कैमरा दिया गया है। दिन की रोशनी में फोटो शार्प और कलरफुल आते हैं, खासकर पोर्ट्रेट मोड में बैकग्राउंड ब्लर ठीक काम करता है। 120X डिजिटल जूम दूर की चीजें कैप्चर करता है, लेकिन डिटेल औसत है। 4K 60FPS वीडियो में AI ऑडियो फोकस शोर कम करता है, पर स्टेबलाइजेशन थोड़ा शेकी हो सकता है। नाइट मोड में डार्क एरिया में नॉइज और डिटेल लॉस होता है, जबकि टेलीफोटो जूम 3.5x से ज्यादा पर क्वालिटी गिरती है। अल्ट्रा-वाइड शॉट्स वाइड कवरेज देते हैं, लेकिन एज पर धुंधलापन दिखता है। सेल्फी ब्राइट लाइट में साफ है, पर कम रोशनी में ओवरएक्सपोजर हो सकता है। कुल मिलाकर, सोशल मीडिया और दिन का यूज के लिए ठीक है, लेकिन प्रो फोटोग्राफी में सीमित है। ऑपरेटिंग सिस्टम : ओप्पो रेनो 14 स्मार्टफोन एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड कलरOS 15 पर चलता है। कलरOS का नया वर्जन यूजर्स को क्लीन, स्मूद और कस्टमाइजेबल इंटरफेस देगा। ओप्पो रेनो 14 स्मार्टफोन में कई AI-पावर्ड फोटो एडिटिंग टूल्स दिए गए हैं, जिनमें ऑब्जेक्ट इरेजर, रिकंपोज, बेस्ट फेस, परफेक्ट शॉट, रिफ्लेक्शन रिमूवर और अन्य शामिल हैं। ये टूल्स यूजर्स को फोटो को बेहतर और प्रोफेशनल अंदाज में एडिट करने की सुविधा देते हैं। इसके अलावा, इसमें AI सम्मरी जैसे फीचर दिए गए हैं, जो लंबे टेक्स्ट को शॉर्ट में बदल सकते हैं, जबकि AI राइटर यूजर्स को कंटेंट लिखने में मदद करता है। इसके अलावा, यह स्मार्टफोन गूगल जेमिनी सपोर्ट करता है, जो एक AI वॉइस असिस्टेंट है और यूजर्स को टास्क्स को अधिक कुशलता से पूरा करने में मदद करता है। फोन में AI माइंड स्पेस भी दिया गया है, जो यूजर्स को सेव की गई सामग्री जैसे राइटअप, फोटो, चैट्स और मीटिंग्स को व्यवस्थित रखने की सुविधा देता है। कनेक्टिविटी के मामले में रेनो 14 में AI लिंकबूस्ट 3.0 टेक्नोलॉजी दी गई है, जो नेटवर्क परफॉर्मेंस को रियल-टाइम में मॉनिटर करती है और जरूरत पड़ने पर तेज और अधिक स्थिर कनेक्शन पर स्विच कर सकती है, जिससे बेहतर नेटवर्क अनुभव मिलता है। बैटरी और चार्जिंग: फोन में 6000mAh की बैटरी दी गई है, जो लंबे समय तक बैकअप देती है। इसके साथ 80W फास्ट वायर्ड चार्जिंग का सपोर्ट मिलता है, जिससे फोन को मिनटों में चार्ज किया जा सकता है। इसके साथ ही फोन में 'नेनो आइस क्रिस्टल' हीट सिंक टेक्नोलॉजी दी गई है, जो हीट को सामान्य ग्रेफाइट की तुलना में 3 गुना ज्यादा एब्जॉर्व करती है और फोन को ओवरहीटिंग से बचाती है।

दैनिक भास्कर 13 Aug 2025 5:00 am

लावा ब्लेज AMOLED 2 5G स्मार्टफोन लॉन्च:फोन में 6.67 इंच का फुल-HD+ डिस्प्ले और 50MP का कैमरा; कीमत 13,499 रुपए

भारतीय स्मार्टफोन ब्रैंड लावा (Lava) ने अपना नया 5G फोन लावा ब्लेज AMOLED 2 5G लॉन्च कर दिया है। फोन में 6.67 इंच का फुल-HD+ एमोलेड डिस्प्ले और 50MP का कैमरा दिया गया है। इसके अलावा पावर के लिए फोन में मीडिया टेक डाईमेनसिटी 7060 SoC प्रोसेसर दिया गया है। कंपनी ने इसकी शुरूआती कीमत 13,499 रुपए रखी है। यह 16 अगस्त 2025 से अमेजन और लावा के ऑफिशियल वेबसाइट पर सेल के लिए अवेलेबल होगा। इसका मुकाबला शाओमी, रियलमी और वीवो के अफोर्डेबल 5G फोन्स से होगा। डिस्प्ले: लावा ब्लेज AMOLED 2 5G में 6.67 इंच का फुल-HD+ AMOLED डिस्प्ले दिया है। ये 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है, जो स्मूद विजुअल्स और ब्राइट कलर्स देता करता है। प्रोसेसर: फोन में मीडिया टेक डाईमेनसिटी 7060 SoC प्रसार दिया है। ये एंड्रॉयड 15 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। कैमरा: लावा ब्लेज AMOLED 2 5G में 50MP प्राइमरी रियर कैमरा, सोनी IMX752 सेंसर के साथ दिया गया है। फोन में LED फ्लैश का ऑप्शन भी मिलता है। फोन का फ्रंट कैमरा 8MP का है। बैटरी: फोन में पावर बैकअप के लिए लावा ब्लेज 33W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5,000mAh की बैटरी दी गई है। रैम और स्टोरेज: स्मार्टफोन को सिर्फ 6GB रैम और 128GB स्टोरेज के ऑप्शन के साथ बाजार में उतारा गया है।

दैनिक भास्कर 12 Aug 2025 5:50 pm

Vivo V60 5G भारत में लॉन्च, कीमत ₹36,999:50MP कैमरा के साथ वेडिंग फोटोग्राफी-पोर्ट्रेट्स जैसे फीचर्स, 6500mAh बैटरी

वीवो ने न्यू जनरेशन V सीरीज मॉडल का Vivo V60 5G भारत में लॉन्च कर दिया है। इसकी शुरुआती कीमत 36,999 रुपए है। इस कैमरा-सेंट्रिक स्मार्टफोन में वेडिंग फोटोग्राफी, पोर्ट्रेट्स और ZEISS इंटीग्रेटेड फीचर्स दिए गए हैं। कैमरे के साथ-साथ स्मार्टफोन स्लीक और अट्रैक्टिव डिजाइन के साथ आता है। इसकी बैटरी लाइफ अच्छी है और इसमें AI-पावर्ड फीचर्स मिलते हैं। इसके अलावा कंपनी स्मार्टफोन में नए स्नैपड्रैगन 7 जेनरेशन 4 प्रोसेसर के साथ पावरफुल परफॉर्मेंस का भी दावा करता है। Vivo V60 5G: स्पेसिफिकेशन और फीचर्स डिजाइन और डिस्प्ले वीवो V60 5G मोबाइल का डिजाइन अट्रैक्टिव और हल्का है, जो खरीदारों का ध्यान जरूर खींचेगा। वीवो ने कैमरा मॉड्यूल में भी बदलाव किया है, जिससे V सीरीज मॉडल को और भी मॉडर्न लुक मिला है। वीवो V60 में 6.77 इंच का क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले है, जिसका रिफ्रेश रेट 120Hz है और इसकी पीक ब्राइटनेस 5000 निट्स तक है। यह स्मार्टफोन वाटर और डस्ट प्रोटेक्शन के लिए IP68 और IP69 रेटिंग के साथ आता है। कैमरा और बैटरी Vivo V60 5G में ट्रिपल कैमरा सेटअप है, जिसमें Sony IMX766 सेंसर वाला 50MP ZEISS OIS मेन कैमरा, Sony IMX882 सेंसर वाला 50MP ZEISS सुपर टेलीफोटो लेंस और 8MP अल्ट्रावाइड कैमरा शामिल है। सेल्फी के लिए स्मार्टफोन में 50MP ZEISS ग्रुप सेल्फी कैमरा दिया गया है। स्मार्टफोन में 10x टेलीफोटो स्टेज पोर्ट्रेट, वेडिंग vLog, ZEISS मल्टीफोकल पोर्ट्रेट और अन्य नए फीचर शामिल हैं। वहीं Vivo V60 5G में 6500mAh की बैटरी है, जो 90W फ्लैशचार्ज को सपोर्ट करती है। परफॉर्मेंस और सॉफ्टवेयर नए Vivo V60 5G में स्नैपड्रैगन 7 जेनरेशन 4 प्रोसेसर, 16GB तक LPDDR4X रैम और 512GB तक UFS 2.2 स्टोरेज दिया गया है। यह एंड्रॉइड 15 पर बेस्ड Funtouch OS 15 पर चलेगा। Vivo का दावा है कि यह 4 साल तक सॉफ्टवेयर अपडेट और 6 साल तक सिक्योरिटी अपडेट प्रोवाइड करता है। FuntouchOS के साथ यूजर्स को AI फोर सीजन पोर्ट्रेट, AI मैजिक मूव, AI रिफ्लेक्शन रिमूवल और अन्य प्रोडक्टिविटी फीचर्स जैसे AI फीचर्स भी इस फोन में मिलेंगे। प्राइस और अवेलेबिलिटी Vivo V60 5G तीन कलर ऑप्शन- ऑस्पिशियस गोल्ड, मूनलिट ब्लू और मिस्ट ग्रे में अवेलेबल है। स्मार्टफोन के 8GB+128GB स्टोरेज वेरिएंट की शुरुआती कीमत 36,999 रुपए है। इसकी सेल 19 अगस्त से शुरू होगी।

दैनिक भास्कर 12 Aug 2025 2:18 pm