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वॉट्सएप अकाउंट हैक करने की नई ट्रिक सामने आई:CERT-In ने जारी की चेतावनी, हैकर्स घोस्ट पेयरिंग से पूरा कंट्रोल ले रहे; जानें कैसे बचें

भारतीय साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने वॉट्सएप यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने बताया कि हैकर्स वॉट्सएप के डिवाइस लिंकिंग फीचर का गलत इस्तेमाल करके अकाउंट हैक कर रहे हैं। इस नए कैंपेन को घोस्ट पेयरिंग नाम दिया गया है। जिसमें हैकर्स पासवर्ड या SIM स्वैप की जरूरत के बिना पूरा अकाउंट कंट्रोल कर लेते हैं। वे रीयल टाइम मैसेज पढ़ सकते हैं, फोटो-वीडियो देख सकते हैं और आपके कॉन्टैक्ट्स को मैसेज भी भेज सकते हैं। घोस्ट पेयरिंग कैंपेन क्या है और कैसे काम करता है CERT-In की एडवाइजरी के मुताबिक, यह एक हाई सिवियरिटी वाला यानी गंभीर अटैक है। हैकर्स वॉट्सएप के 'लिंक डिवाइस वाया फोन नंबर' फीचर का फायदा उठाते हैं। अटैक शुरू होता है जब आपको किसी ज्ञात कॉन्टैक्ट से मैसेज आता है। जैसे- Hi, check this photo। इसमें एक लिंक होता है जो फेसबुक स्टाइल प्रीव्यू दिखाता है। लिंक पर क्लिक करने पर एक फेक फेसबुक व्यूअर पेज खुलता है, जो कंटेंट देखने के लिए वेरिफिकेशन मांगता है। यहां यूजर से फोन नंबर डालने को कहा जाता है। जैसे ही आप नंबर डालते हैं, हैकर्स का डिवाइस आपके अकाउंट से लिंक हो जाता है। वे पेयरिंग कोड का इस्तेमाल करके हिडन डिवाइस की तरह एक्सेस ले लेते हैं। इसके बाद वे वॉट्सएप वेब की तरह सब कुछ देख और इस्तेमाल कर सकते हैं। हैकर्स को क्या-क्या मिल जाता है एक बार डिवाइस लिंक हो जाने पर हैकर्स को पुराने मैसेज पढ़ने की सुविधा, नए मैसेज रीयल टाइम में आने, फोटो-वीडियो और वॉइस नोट्स देखने और आपके कॉन्टैक्ट्स और ग्रुप्स में मैसेज भेजने की पावर मिल जाती है। यूजर को पता भी नहीं चलता, क्योंकि यह बैकग्राउंड में होता है। CERT-In ने कहा कि इस तरह पीड़ित अनजाने में हैकर्स को पूरा एक्सेस दे देते हैं। CERT-In ने एडवाइजरी में क्या कहा? एजेंसी की एडवाइजरी में लिखा है कि मैलिशियस एक्टर्स यानी हैकर्स वॉट्सएप के डिवाइस लिंकिंग फीचर का इस्तेमाल करके पेयरिंग कोड्स से अकाउंट हैक कर रहे हैं, वो भी ऑथेंटिकेशन की जरूरत के बिना। यह नया घोस्ट पेयरिंग कैंपेन, साइबर क्रिमिनल्स को पासवर्ड या SIM स्वैप के बिना पूरा कंट्रोल दे देता है। यह कैंपेन सबसे पहले चेकिया में देखा गया, लेकिन कंप्रोमाइज्ड अकाउंट्स से यह दुनिया भर में फैल सकता है। वॉट्सएप की ओर से इस खबर पर अब तक कोई रिस्पॉन्स नहीं आया है। घोस्ट पेयरिंग से खुद को कैसे बचाएं यूजर्स को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए यह कैंपेन तेजी से फैल सकता है, क्योंकि हैक हुए अकाउंट्स से नए टारगेट्स को मैसेज भेजे जा रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यूजर्स को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए। वॉट्सएप अगर कोई अपडेट जारी करता है तो उसे तुरंत इंस्टॉल करें। ये खबर भी पढ़ें... ट्रेन में जनरल टिकट का प्रिंट रखना जरूरी नहीं: रेलवे ने कहा- मोबाइल पर डिजिटल टिकट दिखाना काफी, वंदेभारत में मिलेगा पारंपरिक व्यंजन ट्रेन में सफर के लिए जनरल का प्रिंट रखना जरूरी नहीं है। भारतीय रेलवे ने जनरल यानी अनरिजर्व्ड टिकट को लेकर फैले एक कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है। रेलवे ने कहा कि UTS (अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटआउट लेना जरूरी नहीं है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 20 Dec 2025 7:55 pm

ट्रेन में जनरल टिकट का प्रिंट रखना जरूरी नहीं:रेलवे ने कहा- मोबाइल पर डिजिटल टिकट दिखाना काफी, वंदेभारत में मिलेगा पारंपरिक व्यंजन

ट्रेन में सफर के लिए जनरल का प्रिंट रखना जरूरी नहीं है। भारतीय रेलवे ने जनरल यानी अनरिजर्व्ड टिकट को लेकर फैले एक कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है। रेलवे ने कहा कि UTS (अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटआउट लेना जरूरी नहीं है। यात्री सफर के दौरान अपने मोबाइल पर एप में 'शो टिकट' (Show Ticket) ऑप्शन का इस्तेमाल करके टिकट चेकिंग स्टाफ (TTE) को दिखा सकते हैं और यह पूरी तरह से वैलिड है। यह सफाई एक वायरल वीडियो के बाद आई है, जिसमें एक TTE एक यात्री से UTS एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटेड कॉपी मांगता दिख रहा था। इस वीडियो के कारण कई यात्रियों में यह भ्रम फैल गया था कि क्या अब उन्हें मोबाइल टिकट का भी प्रिंटआउट लेकर चलना होगा। रेलवे मंत्रालय ने कहा- एप में टिकट दिखाना ही काफी रेल मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया। मंत्रालय ने बताया कि UTS एप के 'शो टिकट' सेक्शन में दिखाया गया अनरिजर्वड टिकट यात्रा के लिए एक वैध प्रमाण (Valid Authority) है। यात्री उसी डिवाइस पर डिजिटल कॉपी दिखा सकते हैं, जिससे टिकट बुक किया गया है। हालांकि, अगर किसी यात्री ने खिड़की या ऑनलाइन बुकिंग के बाद उसका प्रिंट निकाल लिया है, तो उसे सफर के दौरान वह फिजिकल टिकट साथ रखना होगा। ऐसा कोई नियम नहीं है जो यात्री को इसका प्रिंटआउट लेने के लिए कहता हो। रेलवे ने यह भी कहा कि TTE द्वारा प्रिंटेड कॉपी की मांग करना गलत है। वंदे भारत में अब मिलेंगी रीजनल डिश वहीं, रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए वंदे भारत ट्रेनों में 'रीजनल डिश' (क्षेत्रीय व्यंजन) की शुरुआत कर रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल का मकसद यात्रियों को उनके रूट के हिसाब से स्थानीय और पारंपरिक स्वाद उपलब्ध कराना है। अब ट्रेन में सफर के दौरान आपको महाराष्ट्र का कांदा पोहा से लेकर बिहार का मशहूर चंपारण चिकन और पनीर तक सर्व किया जाएगा। मेन्यू में चंपारण चिकन और मेथी थेपला शामिल नई लिस्ट के मुताबिक, पटना-रांची वंदे भारत में 'चंपारण पनीर' और पटना-हावड़ा रूट पर 'चंपारण चिकन' मिलेगा। गुजरात के रूट पर चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों को मेथी थेपला और मसाला लौकी परोसी जा रही है। वहीं, केरल की वंदे भारत ट्रेनों में अप्पम, केरल पराठा और पालाडा पायसम जैसे पारंपरिक व्यंजन मिलेंगे। पश्चिम बंगाल के रूट पर कोशा पनीर और आलू पोतोल भाजा का स्वाद लिया जा सकेगा। सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने की कोशिश रेलवे का कहना है कि भारत की खान-पान की विविधता को दिखाने के लिए यह कदम उठाया गया है। दक्षिण भारत की ट्रेनों में दोंडाकाया करम पोडी फ्राई और आंध्र कोडी कूरा जैसे डिशेज शामिल किए गए हैं। ओडिशा जाने वाली ट्रेनों में आलू फूलकोपी उपलब्ध होगी। रेलवे का मानना है कि इससे न केवल यात्रियों को घर जैसा खाना मिलेगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।

दैनिक भास्कर 20 Dec 2025 5:37 pm

गूगल ने कर्मचारियों को विदेश-यात्रा से बचने की सलाह दी:अमेरिका वापसी में हो सकती है 1 साल की देरी, H-1B वीजा होल्डर्स सबसे ज्यादा प्रभावित

गूगल ने अपने कुछ कर्मचारियों को अमेरिकी वीजा पर होने की वजह से अंतरराष्ट्रीय यात्रा करने से मना किया है। इसकी वजह अमेरिकी एम्बेसी और कॉन्सुलेट में वीजा स्टैंपिंग के लिए अपॉइंटमेंट में भारी देरी है। एक इंटरनल मेमो में कहा गया है कि कुछ जगहों पर यह डिले 12 महीने तक पहुंच गया है। अगर कर्मचारी बाहर जाते हैं तो अमेरिका वापस आने में लंबा समय लग सकता है। यह सलाह खासतौर पर H-1B वीजा होल्डर्स के लिए है, जो टेक इंडस्ट्री में बहुत इस्तेमाल होता है। मेमो में क्या कहा गया कंपनी के बाहर के इमिग्रेशन लॉ फर्म BAL इमिग्रेशन लॉ ने 18 दिसंबर को यह मेमो भेजा। इसमें लिखा है कि कई US एम्बेसी और कॉन्सुलेट में वीजा स्टैंपिंग अपॉइंटमेंट की वेटिंग 12 महीने तक हो गई है। अगर वीजा स्टैंप की जरूरत है तो देश छोड़कर जाना रिस्की हो सकता है। क्योंकि बाहर लंबे समय तक फंसने का खतरा है। यह प्रभाव H-1B, H-4, F, J और M वीजा पर पड़ रहा है। गूगल ने इस पर अभी कोई ऑफिशियल कमेंट नहीं किया है। देरी की मुख्य वजह क्या है ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने इस महीने H-1B वीजा एप्लीकेंट्स की वेटिंग बढ़ा दी है। इसमें सोशल मीडिया अकाउंट्स की स्क्रीनिंग भी शामिल है। स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि अब हर केस की अच्छी तरह जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। नई पॉलिसी के तहत ऑनलाइन प्रेजेंस रिव्यू हो रहा है, जिससे अपॉइंटमेंट्स कैंसिल हो रहे हैं और नए डेट मार्च 2026 तक मिल रहे हैं। भारत, आयरलैंड और वियतनाम जैसे देशों में यह समस्या ज्यादा है। पहले भी दी थी ऐसी सलाह सितंबर में भी गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने कर्मचारियों को विदेश यात्रा से बचने को कहा था। तब H-1B वीजा होल्डर्स को अमेरिका में ही रहने की सलाह दी गई थी। अब फिर से यही स्थिति बन गई है। इस साल ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन ने नए H-1B एप्लीकेशन पर 1 लाख डॉलर की फीस भी लगा दी है, जिससे प्रोग्राम पर और प्रेशर पड़ा है। H-1B वीजा क्या होता है और क्यों जरूरी H-1B वीजा हाई स्किल्ड वर्कर्स के लिए है, जो टेक कंपनियां जैसे गूगल, माइक्रोसॉफ्ट इस्तेमाल करती हैं। ज्यादातर कर्मचारी भारत और चीन से आते हैं। यह वीजा 3 साल का होता है और एक्सटेंड किया जा सकता है। लेकिन बाहर जाने पर नया स्टैंप लगवाना पड़ता है, जो अब मुश्किल हो गया है। टेक सेक्टर में हजारों कर्मचारी इससे प्रभावित हैं। आगे क्या हो सकता है देरी और बढ़ सकती है क्योंकि नई वेटिंग पॉलिसी पूरी तरह लागू हो रही है। कई अपॉइंटमेंट्स पहले से कैंसिल हो चुके हैं। कर्मचारियों को सलाह है कि अगर जरूरी न हो तो ट्रैवल प्लान कैंसिल करें। इमिग्रेशन एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि आने वाले महीनों में स्थिति और टाइट हो सकती है।

दैनिक भास्कर 20 Dec 2025 3:56 pm

टिकटॉक अमेरिका में बैन नहीं होगा:बैन से बचने के लिए बाइटडांस ने डील साइन की, अमेरिकी ग्रुप के पास होगा डेटा का कंट्रोल

पॉपुलर शॉर्ट वीडियो एप टिकटॉक ने अमेरिका में अपना कारोबार बेचने के लिए डील साइन की है। टिकटॉक की मूल कंपनी, चीन की बाइटडांस ने यह फैसला अमेरिका में एप पर संभावित बैन से बचने के लिए लिया है। इस डील के तहत टिकटॉक का अमेरिकी यूनिट अब अमेरिकी निवेशकों के नेतृत्व वाले एक वेंचर (ग्रुप) के पास होगा। बता दें कि भारत सरकार ने 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद टिकटॉक सहित 59 चाइनीज एप को बेन कर दिया था। बैन होने से बचने के लिए डील साइन की अमेरिकी सरकार लंबे समय से टिकटॉक को सुरक्षा के लिहाज से खतरा बता रही थी। बाइडन प्रशासन ने एक कानून पारित किया था, जिसके तहत बाइटडांस को जनवरी 2025 के मध्य तक अपना अमेरिकी कारोबार किसी गैर-चीनी कंपनी को बेचने का निर्देश दिया गया था। ऐसा न करने पर अमेरिका में टिकटॉक को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाता। इस डील के बाद अब अमेरिका में टिकटॉक के करीब 17 करोड़ यूजर्स को राहत मिलने की उम्मीद है। अमेरिकी निवेशकों का ग्रुप खरीदेगा रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिकटॉक को खरीदने वाले ग्रुप में अमेरिका के कई बड़े निवेशक और वित्तीय संस्थान शामिल हैं। इस डील की शर्तों के तहत, ऐप का डेटा मैनेजमेंट और एल्गोरिदम पर नियंत्रण अब अमेरिका स्थित यूनिट के पास ही रहेगा। इससे पहले अमेरिकी सांसदों ने चिंता जताई थी कि चीनी सरकार टिकटॉक के जरिए अमेरिकी नागरिकों के डेटा तक पहुंच बना सकती है और प्रोपेगेंडा फैला सकती है। जो बाइडन ने बिक्री से जुड़े कानून पर साइन किया था टिकटॉक पर बैन का मुद्दा अमेरिका में राजनीतिक रूप से काफी चर्चा में रहा है। जहां पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बिक्री से जुड़े कानून पर हस्ताक्षर किए। वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अपने रुख में बदलाव करते हुए कहा था कि टिकटॉक पर बैन लगाने से फेसबुक को फायदा होगा, जिसे वह 'जनता का दुश्मन' मानते हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों का दबाव बाइटडांस पर लगातार बना हुआ था। बाइटडांस के पास अभी भी चुनौतियां भले ही टिकटॉक ने बिक्री के समझौते पर दस्तखत कर दिए हैं, लेकिन इस डील को अभी भी अमेरिकी और संभवतः चीनी नियामकों (Regulators) की मंजूरी मिलना बाकी है। चीन ने पहले कहा था कि वह अपने एल्गोरिदम के जबरन निर्यात का विरोध करेगा। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या चीन की सरकार इस डील को अंतिम रूप देने की अनुमति देती है या नहीं। भारत में 500 से ज्यादा चाइनीज एप पर बैन भारत ने 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद टिकटॉक, वीचैट और हेलो जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित 59 चीनी मोबाइल एप्लिकेशन पर प्रतिबंध लगाया था। बैन से कुछ महीने पहले, भारत ने चाइनीज कंपनियों के निवेश पर भी प्रतिबंध लगाया था। भारत सरकार का कहना था कि ये एप यूजर्स का डेटा चीनी सरकार के साथ शेयर कर सकते हैं, जो देश की संप्रभुता और सुरक्षा के मद्देनजर खतरा हैं। भारत में अब तक 500 से ज्यादा चाइनीज एप पर प्रतिबंध लग चुका है। ये 59 चाइनीज एप भारत में बैन टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप चाइनीज कंपनी के वीडियो एप टिकटॉप पर पोर्नोग्राफी को बढ़ावा देने के आरोप थे। इसके अलावा उस पर भारतीयों का डेटा चोरी करने के आरोप का भी सामना करना पड़ा था। सबसे पहले मद्रास हाईकोर्ट ने इस पर बैन लगाया था। हाईकोर्ट से बैन होने के बाद बाइटडांस ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। उसने भी मद्रास हाईकोर्ट का ऑर्डर बहाल रखा था। पेरेंट कंपनी को रोजाना 3.50 करोड़ रुपए का नुकसान भारत में बैन की वजह से इसकी पेरेंट कंपनी बाइटडांस को रोज 5 लाख डॉलर (3.50 करोड़ रुपए) का नुकसान हो रहा है। मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को आदेश दिया था कि टिकटॉक की डाउनलोडिंग पर रोक लगाई जाए, इससे पोर्नोग्राफी को बढ़ावा मिल रहा है। इसके बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एपल को गूगल को अपने ऑनलाइन स्टोर से टिकटॉक हटाने के लिए कहा था। दोनों कंपनियों ने एप हटा दिया। उस वक्त देश में टिकटॉक के 24 करोड़ यूजर थे। टिकटॉक ने क्या कहा था बैन के वक्त टिकटॉक इंडिया के CEO निखिल गांधी ने कहा था- हम भारतीय कानून का पालन कर रहे हैं। हम भारतीय कानून के तहत डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा के नियमों का पालन कर रहे हैं। हमने चीन समेत किसी भी विदेशी सरकार के साथ भारतीय यूजर्स की जानकारी शेयर नहीं की है। अगर भविष्य में भी हमसे अनुरोध किया जाता है तो हम ऐसा नहीं करेंगे। हम यूजर की निजता की अहमियत समझते हैं। ये भी पढ़ें... टिकटॉक वेबसाइट भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक: होमपेज तक एक्सेस, शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस और शीन भी शुरू; इन पर 2020 से बैन था चाइनीज शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक (TikTok) की वेबसाइट शुक्रवार शाम से भारत में 5 साल बाद अनब्लॉक हुई है। साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग साइट अलीएक्सप्रेस (Aliexpress) और शीन (Shein) का वेब पेज भी ओपन हो रहा है। साल 2020 में भारत-चीन के बीच रिश्तों में तनाव के चलते इन पर बैन लगा था। यूजर्स मोबाइल और लैपटॉप पर अभी इन प्लेटफॉर्म्स की वेबसाइट का सिर्फ होम पेज एक्सेस कर पा रहे हैं। वहीं, टिकटॉक और अलीएक्सप्रेस का एप अभी भी गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर अवेलेबल नहीं है। यानी एप अभी भी ब्लॉक्ड हैं। वहीं, शीन का एप इन्सटॉल किया जा सकता है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 19 Dec 2025 5:36 pm

JSW-MG की कारें 1 जनवरी से 2% महंगी होंगी:इस साल तीसरी बार बढ़ाई कीमतें, रॉ मटेरियल कॉस्ट बढ़ने के कारण फैसला लिया

अगर आप MG की कार खरीदने का मन बना रहे हैं तो 31 दिसंबर तक खरीद लें। क्योंकि, JSW-MG मोटर इंडिया ने 1 जनवरी 2026 से अपनी कारों की कीमतों में 2% तक की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह बढ़ोतरी कंपनी के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। कंपनी ने रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के बढ़ने के कारण इस साल तीसरी बार यह फैसला लिया है। इससे पहले MG ने 1 जुलाई 2025 से अपनी कारों की कीमतों में 1.5% तक और 1 जनवरी 2025 से 3% तक का इजाफा किया था। तब भी MG ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल महंगा होना बताया था। MG इंडिया के लाइनअप में वर्तमान में कॉमेट EV, हेक्टर, हेक्टर प्लस, एस्टर, ग्लोस्टर, विंडसर EV और ऑल-इलेक्ट्रिक ZS EV शामिल हैं। 10 से 20 हजार रुपए महंगी हो सकती है कॉमेट EV कीमतों में बढ़ोतरी 2% तक होगी, जो मॉडल और वैरिएंट के हिसाब से अलग-अलग रहेगी। विंडसर EV पर करीब 30,000 से 37,000 रुपए तक बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे नई कीमतें 14.27 लाख से 18.76 लाख (एक्स-शोरूम) होंगी। कॉमेट EV पर 10,000 से 20,000 रुपए तक महंगी हो सकती है और कीमतें 7.64 लाख से 10.19 लाख तक पहुंच जाएंगी। बाकी मॉडल्स जैसे हेक्टर, ग्लोस्टर और एस्टर पर भी इसी अनुपात में बढ़ोतरी आएगी। कंपनी ने कहा कि ये बदलाव पूरे पोर्टफोलियो पर लागू होंगे। कितनी बढ़ेंगी कीमतें? क्यों बढ़ रही कीमतें? MG ने कारों की कीमत बढ़ाने के पीछे 4 मुख्य वजहें बताई हैं। कंपनी का कहना है कि वो कीमतें बढ़ाकर प्रोडक्शन कॉस्ट को थोड़ा कवर करेंगे, ताकि क्वालिटी और इनोवेशन में कोई कमी न आए। कच्चे माल की कॉस्ट: कंपनी ने बताया कि स्टील, लिथियम-आयन बैटरी और इलेक्ट्रॉनिक चिप्स जैसी चीजें महंगी हो गई हैं। सप्लाई चेन की दिक्कतें: ग्लोबल लॉजिस्टिक्स और शिपिंग की लागत बढ़ने से प्रोडक्शन कॉस्ट पर असर पड़ा रहा है। महंगाई और आर्थिक दबाव: इन्फ्लेशन और करेंसी वैल्यू में उतार-चढ़ाव ने भी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को प्रभावित किया है। EV फोकस: MG की ज्यादातर गाड़ियां अब इलेक्ट्रिक हैं और बैटरी प्रोडक्शन महंगा है। इस कॉस्ट को बैलेंस करने के लिए कीमतें बढ़ानी पड़ रही हैं। एमजी की कारों पर ₹1.50 लाख तक का डिस्काउंट दिसंबर में साल के अंत में सेल्स बढ़ाने के लिए अच्छे ऑफर्स दिए जा रहे हैं। EV मॉडल्स पर ZS EV में 1.25 लाख तक, कॉमेट EV पर 1 लाख तक और विंडसर EV पर 50,000 तक के बेनिफिट्स मिल रहे हैं। ICE मॉडल्स में प्री-फेसलिफ्ट हेक्टर पर 90,000 तक, ग्लोस्टर पर 4 लाख तक और एस्टर पर 50,000 तक के डिस्काउंट्स हैं। ये ऑफर्स 31 दिसंबर तक हैं। ये खबर भी पढ़ें... MG हेक्टर फेसलिफ्ट भारत में लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹11.99 लाख: SUV में नई हेक्सा ग्रिल और जेस्चर कंट्रोल वाली टच स्क्रीन, टाटा हैरियर-सफारी से मुकाबला JSW MG मोटर इंडिया ने आज (15 दिसंबर) भारत में अपनी पॉपुलर SUV हेक्टर का फेसलिफ्ट मॉडल लॉन्च कर दिया है। कार को न्यू डिजाइन क्रोम ग्रिल और टच स्क्रीन में जेस्चर कंट्रोल जैसे फीचर के साथ अपडेट किया गया है। 2025 ऑल-न्यू हेक्टर को पहले की तरह ही 5-सीटर और 7-सीटर वर्जन में उतारा गया है। 5 सीटर हेक्टर की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 11.99 लाख रुपए और 7-सीटर वर्जन की 17.30 लाख रुपए रखी गई है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 19 Dec 2025 3:21 pm

ग्रेवाइट नाम से आएगी निसान की सब-4 मीटर MPV:7-सीटर कार में 360° कैमरा जैसे सेफ्टी फीचर्स, मारुति अर्टिगा को टक्कर देगी

निसान मोटर इंडिया सब-4 मीटर सेगमेंट में नई कार उतारने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने आज (18 दिसंबर) कंफर्म कर दिया है कि रेनो ट्राइबर, मारुति अर्टिगा, मारुति XL6, किआ कैरेंस और किआ कैरेंस क्लाविस को टक्कर देने वाली ये कार ग्रेवाइट नाम से आएगी। कंपनी ने नई MPV का फर्स्ट लुक रिवील किया है। ये रेनो ट्राइबर के प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है और भारत में खासतौर पर डेवलप की गई है। भारत में इसे जनवरी 2026 में लॉन्च किया जाएगा और मार्च 2026 तक डिलीवरी शुरू होगी। कार में डिजिटल क्लस्टर और सेफ्टी के लिए 360 डिग्री कैमरा जैसे फीचर्स मिल सकते हैं। ये बजट 7-सीटर MPV सेगमेंट में निसान की नई एंट्री है। ये रेनो ट्राइबर की तरह बजट फैमिली कार होगी और इसकी एक्स-शोरूम कीमत 6 से 9 लाख रुपए के बीच हो सकती है। बुकिंग की जानकारी फिलहाल नहीं आई हैं। ट्राइबर की तरह सब-4 मीटर साइज में 7 सीट्स ग्रेवाइट की सबसे बड़ी खासियत इसका सब-4 मीटर साइज है, जिसमें 7 सीट्स के साथ फ्लेक्सिबल सीटिंग मिलेगी। थर्ड रो सीट्स रिमूवेबल होंगी, जिससे बूट स्पेस ज्यादा हो जाएगा। ये शहर में आसानी से चलने वाली और फैमिली यूज के लिए प्रैक्टिकल MPV होगी। रेनो ट्राइबर की तरह मॉड्यूलर सीटिंग सेटअप मिलेगा। एक्सटीरियर डिजाइन: स्लिम LED DRLs के साथ हनीकॉम्ब ग्रिल कार का डिजाइन कंपनी की अपकमिंग SUV टेक्टॉन की तरह होगा। इसके फ्रंट में हनीकॉम्ब डिजाइन वाली बोल्ड ग्रिल मिलेगी, जिसके बीच में निसान का लोगो है। वहीं बोनट पर ग्रेवाइट की बैजिंग दी गई है। स्लिम LED DRLs लाइट बार से कनेक्टेड हैं और हेडलैंप्स नए डिजाइन के साथ आएंगे। साइड प्रोफाइल में रूफ रेल्स, पुल टाइप डोर हैंडल्स और डुअल-टोन अलॉय व्हील्स दिखेंगे। सिल्हूट ट्राइबर जैसा ही है, लेकिन निसान स्टाइलिंग से अलग लुक मिलेगा। रियर में डिसकनेक्टेड टेल लाइट्स हैं, जिन्हें थिन क्रोम स्ट्रिप जोड़ेगी। टेलगेट पर GRAVITE लेटरिंग और सिंपल बंपर में C-शेप एलिमेंट होगा। कुल मिलाकर मॉडर्न और बोल्ड डिजाइन है। डायमेंशन सब-4 मीटर रखी गई है, कलर ऑप्शन की डिटेल लॉन्च पर आएगी। इंटीरियर: ट्राइबर से इंस्पायर्ड केबिन डिजाइन इंटीरियर ट्राइबर से इंस्पायर्ड होगा, लेकिन निसान के अपने कलर थीम और अपहोल्स्ट्री मिलेगी। डैशबोर्ड बेसिक लेआउट वाला होगा। स्टीयरिंग व्हील और सीट्स कॉम्फी होंगी। थर्ड रो तक AC वेंट्स दिए गए हैं। पैनोरमिक सनरूफ की उम्मीद कम है, लेकिन मैनुअल AC और अच्छा स्पेस मिलेगा। फुल इंटीरियर डिटेल अभी अनवील नहीं हुई है। फीचर्स: 8-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम कंफर्ट और कन्वीनियंस में 8-इंच टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलेगा, जो एंड्रॉएड ऑटो और एपल कार प्ले सपोर्ट करेगा। 7-इंच सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, वायरलेस फोन चार्जर, पुश बटन स्टार्ट-स्टॉप, कूल्ड स्टोरेज और सेकंड रो में स्लाइड-रिक्लाइन सीट्स जैसे फीचर्स आएंगे। रियर पैसेंजर्स के लिए AC वेंट्स और 6-स्पीकर साउंड सिस्टम भी होगा। कुल मिलाकर प्रैक्टिकल फीचर्स की लिस्ट अच्छी है। परफॉरमेंस: 1.0 लीटर का 3 सिलेंडर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन​​​​​​​ कार में परफॉर्मेंस के लिए 1.0 लीटर का 3 सिलेंडर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन मिलेगा, जो 72PS की पावर और 96Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए 5-स्पीड मैनुअल या 5-स्पीड AMT गियरबॉक्स ऑप्शनल होंगे। माइलेज की डिटेल लॉन्च पर आएगी, लेकिन ट्राइबर जैसी अच्छी फ्यूल एफिशिएंसी मिलने की उम्मीद है। बाद में CNG ऑप्शन भी आ सकता है। टर्बो पेट्रोल की संभावना कम है। सेफ्टी फीचर्स: 6 एयरबैग्स​​​​​​​ और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम ​​​​​​​ सेफ्टी में 6 एयरबैग्स, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिल स्टार्ट असिस्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), फ्रंट-रियर पार्किंग सेंसर्स और रियर पार्किंग कैमरा जैसे फीचर्स मिलेंगे। ये सेगमेंट में अच्छी सेफ्टी पैकेज देगी।

दैनिक भास्कर 18 Dec 2025 5:27 pm

कोहरे के कारण सड़क हादसों में 15 लोगों की मौत:110 गाड़ियां टकराईं, ड्राइविंग के दौरान बरतें 8 सावधानियां, ड्राइव से पहले चेक करें ये चीजें

खबर पढ़ने से पहले इन तस्वीरों को देखें... 1. यमुना एक्सप्रेस-वे ये मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे की हैं, जहां धुंध-कोहरे के कारण पर 8 बसें और 3 कारें टकरा गईं। गाड़ियों में आग लगने से 13 लोगों की जलकर मौत हो गई और 70 घायल हुए।​​​​​ 2. हापुड़ हादसा ये उत्तर प्रदेश के हापुड़ की है, यहां अनवरपुर के पास घने कोहरे और कम विजिबिलिटी की वजह से 6 गाड़ियां टकरा गईं। कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है। चार दिन में 110 गाड़ियां टकराईं, 15 लोगों की मौत देश के मैदानी इलाकों में घना कोहरा छा रहा है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और यूपी के 57 जिलों में बुधवार सुबह कोहरे के कारण सुबह 10 मीटर तक देखना मुश्किल था। यूपी में पिछले 5 दिन में कोहरे के कारण अलग-अलग सड़क हादसों में 110 गाड़ियां आपस में टकरा चुकी हैं। इनमें 15 लोगों की मौत हुई है। ऐसे में इस मौसम में अगर आप भी लॉन्ग ड्राइव पर जाने का प्लान कर रहे हैं तो पहले ये जान लीजिए कि सर्दियों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या क्यों बढ़ जाती है? साथ ही जानेंगे कि- सवाल-1: सर्दियों में सड़क हादसे क्यों बढ़ते हैं? जवाब- मुख्य वजह घना कोहरा और धुंध है। इससे नजर बहुत कम हो जाती है, ड्राइवर को आगे का वाहन भी ठीक से दिखाई नहीं देता। खासकर उत्तर भारत में दिसंबर-जनवरी में कोहरा इतना घना होता है कि विजिबिलिटी जीरो तक पहुंच जाती है। ऐसे में हादसे आम हो जाते हैं। सवाल-2: कोहरे में ड्राइविंग से पहले किन बातों का ख्याल रखना चाहिए? जवाब- सर्दी में घना कोहरा और फिसलन भरी सड़कें ड्राइविंग को चुनौतीपूर्ण बना देती हैं। ठंड से हाथ-पैर सुन्न पड़ते हैं और कार भी प्रभावित होती है। इसलिए घर से निकलने से पहले कुछ जरूरी चीजें चेक करें, ताकि हादसों से बचा जा सके। सवाल-3: कोहरे या धुंध में ड्राइविंग के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब- ड्राइविंग के लिए कोहरा सबसे चुनौतीपूर्ण मौसम होता है। इस मौसम में सड़क पर कुछ भी साफ दिखाई नहीं देता है। कई बार 1-2 मीटर के बाद सड़क पर कुछ भी दिखाई नहीं देता है। सड़क पर धुंध ही धुंध नजर आती है। इसलिए इस मौसम में ड्राइविंग करते वक्त अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर जब आप किसी हाइवे, एक्सप्रेस–वे या सिग्नल फ्री रोड से गुजर रहे हैं। इसके लिए रोड सेफ्टी से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स अपनाने चाहिए, जिससे सुरक्षित ड्राइव कर सकें और सड़क हादसों से बच सकें। आइए, इस ग्राफिक में दिए कुछ पॉइंट्स को विस्तार से समझते हैं... अपनी लेन में ही गाड़ी चलाएं: हाईवे पर टू-व्हीलर, 4-व्हीलर और बड़े वाहनों के लिए निर्धारित ड्राइविंग लेन होती हैं। कोहरे में विजिबिलिटी कम होने पर लेन चेंज करना जोखिम भरा हो सकता है। अपनी लेन में रहें, दुर्घटनाओं से बचें और दूसरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करें। कोहरे के समय हेडलाइट को लो-बीम पर रखें: कोहरे के समय गाड़ी की हेडलाइट लो-बीम पर रखनी चाहिए। लो-बीम हेडलाइट्स वाहन के सामने 50 से 75 मीटर के बीच रोशनी देने में मदद करती हैं। वहीं हाई-बीम पर लाइट फैल जाती है, जिससे कोहरे में सामने कुछ भी दिखाई नहीं देता है। शीशों पर धुंध जमने से रोकने के लिए डिफॉगर ऑन रखें: सर्दियों में बाहर का तापमान और गाड़ी के अंदर का तापमान अलग-अलग होता है। इससे गाड़ी की विंड स्क्रीन पर धुंध जमने लगती है। इससे विजिबिलिटी कम हो जाती है। डिफॉगर शीशों पर धुंध जमने से रोकता है। इसलिए कोहरे में ड्राइविंग के दौरान डिफॉगर ऑन रखना चाहिए। ओवरटेक करने की कोशिश न करें: कोहरे में जल्दबाजी दिखाना ठीक नहीं है। इसलिए अपनी लेन में ही चलें। दूसरे वाहनों को ओवरटेक करने की कोशिश न करें। आगे चल रही गाड़ियों से पर्याप्त दूरी बनाएं : घने कोहरे के समय आगे चल रही गाड़ियों से सामान्य से ज्यादा दूरी बनाकर रखें, जिससे सामने चल रही गाड़ी के अचानक ब्रेक लगाने पर आपको संभलने का पर्याप्त मौका मिल सके। कई बार इसकी वजह से भी एक्सीडेंट हो जाते हैं। सवाल-4: कोहरे के समय किस स्पीड में गाड़ी चलाना सही है? जवाब- अधिक कोहरे के बीच गाड़ी 40 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ज्यादा नहीं चलानी चाहिए। सवाल-5: कोहरे में गाड़ी चलाते समय किस तरह की गलतियां नहीं करनी चाहिए? जवाब- कोहरे में गाड़ी चलाते समय कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। जैसे कि-

दैनिक भास्कर 17 Dec 2025 1:09 pm

वर्ल्डकप विनिंग टीम को मिली टाटा सिएरा SUV:कार में ट्रिपल डिस्प्ले और सेफ्टी के लिए लेवल-2 ADAS, शुरुआती कीमत ₹11.49 लाख

टाटा मोटर्स ने हाल ही में लॉन्च SUV सिएरा का पहला बैच भारतीय महिला क्रिकेट टीम को गिफ्ट किया है। इवेंट में टाटा संस और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन और MD और CEO शैलेश चंद्र शामिल थे। कंपनी ने ऐलान किया था कि वह हर टीम मेंबर को सिएरा का टॉप मॉडल देगी। भारतीय वूमन्स टीम ने 2 नवंबर को नवी मुंबई के मैदान पर साउथ अफ्रीका की विमेंस टीम को 52 रन से मात देने के साथ इस ट्रॉफी को अपने नाम किया था। कार में ट्रिपल डिस्प्ले सेटअप, 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। कंपनी ने इसके साथ ही कार की बुकिंग शुरू कर दी है। सिएरा की डिलीवरी 15 जनवरी 2026 से शुरू होगी। टाटा ने हाल ही में नई सिएरा के सभी वैरिएंट की एक्स-शोरूम कीमतें रिवील की थीं, जो ₹11.49 लाख से शुरू होकर ₹21.29 लाख तक जाती हैं। इसका मुकाबला हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, स्कोडा कुशाक, फोक्सवैगन टाइगन, मारुति ग्रैंड विटारा, होंडा एलिवेट और MG एस्टर से है। एक्सटीरियर: 1990 मॉडल और नई सफारी से इंस्पायर्ड डिजाइन नई सिएरा का डिजाइन 1990 में आने वाले अपने पुराने मॉडल से इंस्पायर्ड है, लेकिन कंपनी ने ओवरऑल डिजाइन थीम मौजूदा लाइनअप में शामिल हैरियर और सफारी के जैसी रखी है। इसके फ्रंट में कनेक्टेड LED DRL जैसे मॉडर्न एलिमेंट्स दिए गए हैं। इनके बीच ब्लैक फिनीश ग्रिल और स्टाइलिश बंपर दिया गया है। फ्रंट हेडलाइट बंपर में इंटीग्रेट हैं। साइड से SUV वाला बॉक्सी डिजाइन पहले की तरह है, जिसमें आइकॉनिक ‘एल्पाइन विंडो’ डिजाइन मिलेगी, लेकिन इसमें ओरिजनल सिएरा की तरह सिंगल पेन ग्लास रूफ नहीं होगा, क्योंकि नई सिएरा 4 डोर कार है। मॉडर्न टच के लिए इसमें फ्लश डोर हैंडल और 19 इंच के स्टाइलिश मल्टी-स्पोक डुअल-टोन अलॉय व्हील हैं। रियर से सिएरा काफी सिंपल है और इसमें कनेक्टेड LED टेल लैंप्स दी गई है। इसमें सिल्वर स्किड प्लेट के साथ ग्लॉसी ब्लैक रियर बंपर दिया गया है, जो इसे पीछे से मॉडर्न लुक देता है। चारों ओर ग्लॉस ब्लैक फिनिश दी गई है। इंटीरियर: ट्रिपल स्क्रीन सेटअप वाली टाटा की पहली कार सिएरा का केबिन टाटा की मौजूदा कारों से काफी अलग है। इसके केबिन में ट्रिपल स्क्रीन सेटअप दिया गया है, जो एक पेनल पर इंटीग्रेटेड है और ये डैशबोर्ड की पूरी चौड़ाई तक फैला है। डैशबोर्ड पर कई जगह यलो हाइलाइट दिए गए हैं, जबकि AC वेंट्स काफी पतले हैं। इसमें इल्लुमिनेटेड लोगो के साथ 4-स्पोक स्टीयरिंग व्हील दिया गया है। डैशबोर्ड पर एक साउंडबार भी है। यानी, टाटा सिएरा भारत में पहली कार है, जिसमें साउंड बार दिया गया है। खास बात ये है कि बड़ी खिड़कियां और बड़ा पैनोरमिक सनरूफ केबिन को हवादार फील कराता है। पीछे की तरफ बेंच सीट दी गई हैं, जो 3 लोगों के बैठने के हिसाब से पर्याप्त चौड़ी है। यहां काफी लेग रूम भी मिलता है और इसके साथ 3 एडजस्टेबल हेडरेस्ट और एक सेंटर आर्मरेस्ट दिया गया है। फीचर्स: डुअल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल और लेवल-2 ADAS सिएरा SUV भी फीचर लोडेड है। इसमें तीन स्क्रीन, डुअल-जोन क्लाइमेट कंट्रोल, वायरलेस फोन चार्जर, JBL साउंड सिस्टम, वेंटिलेशन के साथ पावर्ड फ्रंट सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग, और पैनोरमिक सनरूफ जैसे फीचर दिए गए हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए इसमें 7 एयरबैग, EBD के साथ ABS, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर के साथ 360 डिग्री कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकर और लेवल 2 ADAS (एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम) जैसे सेफ्टी फीचर हैं। परफॉर्मेंस: 1.5 लीटर का नया T-GDI टर्बो पेट्रोल इंजन टाटा सिएरा को तीन इंजन ऑप्शन के साथ मार्केट में उतारा गया है। इसमें एक 1.5 लीटर का नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन है, जो 108PS की पावर और 145Nm का मैक्सिमम टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और 7 स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। वहीं दूसरा 1.5-लीटर का T-GDI टर्बो-पेट्रोल इंजन है, जो 160PS की पावर और 255Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इसके साथ 6-स्पीड ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के ऑप्शन मिलेगा। ये कंपनी के पोर्टफोलियो में बिल्कुल नया इंजन है। वहीं, तीसरा 1.5-लीटर की डीजल इंजन दिया गया है, जो 118PS की पावर और 260Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ 6-स्पीड मैुअल ट्रांसमिशन और 6-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलेगा। इसके अलावा इसमें इलेक्ट्रिक पावरट्रेन का ऑप्शन भी मिलेगा। ये खबर भी पढ़ें... चैंपियन बनने से महिला क्रिकेटरों की ब्रांड वैल्यू 50% बढ़ी: जेमिमा की वैल्यू ₹1.5 करोड़, शेफाली की 1 करोड़ से ज्यादा हो गई वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत की महिला क्रिकेट टीम के प्लेयर्स की ब्रांड वैल्यू में 50% से ज्यादा का इजाफा हुआ है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार टॉप परफॉर्मर्स जैसे स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स को अब इंडिविजुअल एंडोर्समेंट डील्स 1 करोड़ रुपए से ऊपर मिलने की उम्मीद है। कई ऐसे ब्रांड्स है जो इन्हें अपने कैंपेन का चेहरा बनाना चाहते हैं। इनमें कार कंपनियों से लेकर बैंक FMCG, एथलीजर, लाइफस्टाइल, ब्यूटी, पर्सनल केयर और एजुकेशन कंपनियां शामिल हैं। टॉप महिला क्रिकेटर्स अब उस स्पेस में भी एंटर कर रही हैं जो पहले मेल-डॉमिनेटेड माने जाते थे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 17 Dec 2025 10:30 am

वनप्लस 15R स्मार्टफोन और पैड गो 2 लॉन्च होंगे:50 मेगापिक्सल कैमरा और स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा, पावरबैकअप के लिए 7400mAh बैटरी

टेक कंपनी वनप्लस आज (17 दिसंबर) भारत में नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15R और मिड-रेंज टैबलेट वनप्लस पैड गो 2 लॉन्च करने जा रही है। कंपनी 12वीं एनवर्सरी के मौके पर बेंगलुरू में होने वाले इवेंट में दोनों डिवाइस को पेश करेगी। लॉन्च ईवेंट वनप्लस की ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम होगा। वनप्लस 15R को स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर, 7400mAh बैटरी और 50 मैगापिक्सल कैमरा के साथ उतारा जाएगा। फोन की कीमत 40 से 50 हजार रुपए के बीच हो सकती है। इस प्राइस रेंज में स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर वाला ये भारत में पहला फोन होगा। वहीं, वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंशन 7300-अल्ट्रा प्रोसेसर और 10,050mAh की बैटरी के साथ उतारा जाएगा। टैबलेट की कीमत 20 हजार रुपए के आसपास रखी जा सकती है। वनप्लस 15आर: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस 15R में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा। यह मोबाइल चिपसेट 3 नैनोमीटर प्रोसेस पर बना ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 3.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। ये पावरफुल और लैगफ्री प्रोसेसिंग देता है। वहीं, ग्राफिक्स के लिए फोन में एड्रेनो 830 GPU दिया गया है। फोन एंड्रॉएड 16 पर बेस्ड ColorOS 16 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आएगा। इसमें LPDDR5X रैम मिलेगी, जो स्मूथ मल्टीटास्किंग करने में मदद करती है। मोबाइल में UFS 4.1 स्टोरेज लगी है, जिससे फास्ट डाटा ट्रांसफर होता है। इसके अलावा फोन में NFC, वाई-फाई 7 और ब्लूटूथ 5.4 का सपोर्ट मिलेगा। बैटरी: कंपनी ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है कि वनप्ल्स 15R को 7400mAh बैटरी पर लॉन्च होगा। इसे चार्ज करने के लिए 80W सुपरवूक चार्जिंग तकनीक मिलेगी। इससे पहले वनप्लस का कोई भी फोन इतनी बड़ी बैटरी के साथ नहीं आया है। हाल ही में लॉन्च हुआ वनप्लस 15 स्मार्टफोन 7300mAh बैटरी पर लॉन्च हुआ था। वनप्लस 15R की बैटरी को सिलीकॉन नेनोस्टेक टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि 4 साल बाद भी इसकी बैटरी हेल्थ 80% से कम नहीं जाएगी। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए वनप्लस 15R के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन के साथ 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX906 मेन रियर सेंसर और 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन डिटेलमैक्स इंजन के साथ आएगा। इसमें अल्ट्रा क्लीयर मोड, क्लीयर बर्स्ट और क्लियर नाइट इंजन जैसे एडवांस फीचर्स मिलेंगे। डिस्प्ले: वनप्लस 15R में 28001272 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.83-इंच की 1.5K स्क्रीन मिलेगी। यह एमोलेड पैनल पर बनी डिस्प्ले 165Hz तक के हाई रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगी। इसके साथ 1800 निट्स की पीक ब्राइटनेस और 450PPI ऑटो डिमिंग मिलेगी। कंपनी ने बताया कि मोबाइल TUV राइनलैंड इंटेलीजेंट आई केयर 5.0 सर्टिफाइड है, जो अंधेरे में फोन चलाने पर भी आंखों को नुकसान से बचाने में मदद करेगा। स्क्रीन में इन-डिस्प्ले ​अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा। वनप्लस पैड गो 2: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 अल्ट्रा चिपसेट के साथ पेश किया जाएगा। यह मिड रेंज में गेमिंग और डेली यूज के लिए अच्छी परफॉर्मेंस देता है। कंपनी का दावा है कि टैबलेट को 4 साल वाली फ्लुएंसी सर्टिफिकेशन मिल चुकी है, यानी लंबे समय तक स्मूथ और भरोसेमंद परफॉर्मेंस मिलेगी। बैटरी: पावरबैकअप के लिए टैबलेट में 10,050mAh की बैटरी और 33 वॉट की सुपरवूक फास्ट चार्जिंग मिलेगी। कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज करने पर टैबलेट में 15 घंटे तक वीडियो चला सकते हैं, 53 घंटे म्यूजिक सुन सकते हैं या 60 दिन तक स्टैंडबाय पर रख सकते हैं। इसके साथ रिवर्स केबल चार्जिंग भी मिलेगी, यानी फोन या अन्य डिवाइस भी चार्ज कर सकते हैं। डिस्प्ले: फ्रंट में 12.1 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 900 निट्स है। डिस्प्ले को TUV राइनलैंड इंटेलिजेंस आई केयर 4.0 सर्टिफिकेशन भी मिला है, यानी लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर आंखों को नुकसान नहीं होगा। स्क्रीन को खास तौर पर ओपन केनवास मल्टीटास्किंग सॉफ्टवेयर के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है, यानी स्प्लिट स्क्रीन और कई विंडो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे। टैबलेट डॉल्बी विजन सपोर्ट के साथ आएगा। वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो कंपनी पहली बार वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो भी लॉन्च करेगी। ये स्टाइलस खास इसी टैबलेट के लिए बनाया गया है। इसे सिर्फ 10 मिनट चार्ज करने पर आधे दिन तक लिख और पेंट कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 17 Dec 2025 9:34 am

वनप्लस 15R स्मार्टफोन कल लॉन्च होगा:7400mAh बैटरी 50 MP कैमरा और स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा; वनप्लस पैड गो 2 भी पेश करेगी कंपनी

स्मार्टफोन मेकर वनप्लस कल यानी 17 दिसंबर को भारतीय मार्केट में अपना फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15R और मिड-रेंज टैबलेट 'वनप्लस पैड गो 2' लॉन्च करने जा रही है। कंपनी अपनी 12वीं एनिवर्सरी पर ये दोनों डिवाइसेज पेश करेगी। लॉन्च इवेंट बेंगलुरु में कल शाम 7:00 बजे होगा। वनप्लस 15R को स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर, 7400mAh बैटरी और 50 मेगापिक्सल कैमरा के साथ उतारा जाएगा। इसकी कीमत 40,000 से 50,000 रुपए के बीच हो सकती है। इस प्राइस रेंज में स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर वाला ये भारत में पहला स्मार्टफोन होगा। वहीं, 'वनप्लस पैड गो 2' को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300-अल्ट्रा प्रोसेसर और 10,050mAh की बैटरी के साथ उतारा जाएगा। टैबलेट की कीमत 20,000 रुपए के आसपास हो सकती है। वनप्लस 15R : स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस 15R में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा। यह मोबाइल चिपसेट 3 नैनोमीटर प्रोसेस पर बना ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 3.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। ये पावरफुल और लैग फ्री प्रोसेसिंग देता है। वहीं, ग्राफिक्स के लिए फोन में एड्रेनो 830 GPU दिया गया है। फोन एंड्रॉइड 16 पर बेस्ड कलर OS 16 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आएगा। इसमें LPDDR5X रैम मिलेगी, जो स्मूद मल्टीटास्किंग में मदद करती है। मोबाइल में UFS 4.1 स्टोरेज लगी है, जिससे फास्ट डेटा ट्रांसफर होता है। इसके अलावा फोन में NFC, WiFi 7 और ब्लूटूथ 5.4 का सपोर्ट मिलेगा। बैटरी: कंपनी ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है कि वनप्ल्स 15R को 7400mAh बैटरी के साथ पेश किया जाएगा। इसे चार्ज करने के लिए 80W सुपर VOOK चार्जिंग टेक्नीक मिलेगी। इससे पहले वनप्लस का कोई भी स्मार्टफोन इतनी बड़ी बैटरी के साथ नहीं आया है। हाल ही में लॉन्च हुआ वनप्लस 15 स्मार्टफोन 7300mAh बैटरी पर लॉन्च हुआ था। वनप्लस 15R की बैटरी को सिलीकॉन नैनोस्टेक टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि 4 साल बाद भी इसकी बैटरी हेल्थ 80% से कम नहीं जाएगी। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए वनप्लस 15R के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन के साथ 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX906 मेन रियर सेंसर और 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा वाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन डिटेलमैक्स इंजन के साथ आएगा। इसमें अल्ट्रा क्लीयर मोड, क्लीयर बर्स्ट और क्लियर नाइट इंजन जैसे एडवांस फीचर्स मिलेंगे। डिस्प्ले: वनप्लस 15R में 28001272 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.83-इंच की 1.5K स्क्रीन मिलेगी। यह एमोलेड पैनल पर बनी डिस्प्ले 165Hz तक के हाई रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगी। इसके साथ 1800 निट्स की पीक ब्राइटनेस और 450PPI ऑटो डिमिंग मिलेगी। कंपनी ने बताया कि मोबाइल TUV राइनलैंड इंटेलीजेंट आई केयर 5.0 सर्टिफाइड है, जो अंधेरे में भी इस्तेमाल से आंखों को नुकसान से बचाने में मदद करेगा। स्क्रीन में इन-डिस्प्ले ​अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा। वनप्लस पैड गो 2: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 अल्ट्रा चिपसेट के साथ पेश किया जाएगा। यह मिड रेंज में गेमिंग और डेली यूज के लिए अच्छी परफॉर्मेंस देता है। कंपनी का दावा है कि टैबलेट को 4 साल वाली फ्लुएंसी सर्टिफिकेशन मिल चुकी है, यानी लंबे समय तक स्मूद और भरोसेमंद परफॉर्मेंस मिलेगी। बैटरी: पावर बैकअप के लिए टैबलेट में 10,050mAh की बैटरी और 33 वॉट की सुपर VOOK फास्ट चार्जिंग मिलेगी। कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज करने पर टैबलेट में 15 घंटे तक वीडियो चला सकते हैं, 53 घंटे म्यूजिक सुन सकते हैं या 60 दिन तक स्टैंडबाय पर रख सकते हैं। इसके साथ रिवर्स केबल चार्जिंग भी मिलेगी, यानी फोन या अन्य डिवाइस भी चार्ज कर सकते हैं। डिस्प्ले: फ्रंट में 12.1 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 900 निट्स है। डिस्प्ले को TUV राइनलैंड इंटेलिजेंस आई केयर 4.0 सर्टिफिकेशन भी मिला है, यानी लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर आंखों को नुकसान नहीं होगा। स्क्रीन को खास तौर पर ओपन कैनवास मल्टीटास्किंग सॉफ्टवेयर के लिए ऑप्टीमाइज किया गया है, यानी स्प्लिट स्क्रीन और कई विंडो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे। टैबलेट डॉल्बी विजन सपोर्ट के साथ आएगा। वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो कंपनी पहली बार वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो भी लॉन्च करेगी। ये स्टाइलस खास इसी टैबलेट के लिए बनाया गया है। इसे सिर्फ 10 मिनट चार्ज करने पर आधे दिन तक लिख और पेंट कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 16 Dec 2025 3:34 pm

MG हेक्टर फेसलिफ्ट भारत में लॉन्च, शुरुआती कीमत ₹11.99 लाख:SUV में नई हेक्सा ग्रिल और जेस्चर कंट्रोल वाली टच स्क्रीन, टाटा हैरियर-सफारी से मुकाबला

JSW MG मोटर इंडिया ने आज (15 दिसंबर) भारत में अपनी पॉपुलर SUV हेक्टर का फेसलिफ्ट मॉडल लॉन्च कर दिया है। कार को न्यू डिजाइन क्रोम ग्रिल और टच स्क्रीन में जेस्चर कंट्रोल जैसे फीचर के साथ अपडेट किया गया है। 2025 ऑल-न्यू हेक्टर को पहले की तरह ही 5-सीटर और 7-सीटर वर्जन में उतारा गया है। 5 सीटर हेक्टर की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 11.99 लाख रुपए और 7-सीटर वर्जन की 17.30 लाख रुपए रखी गई है। ये नई इंट्रोडक्ट्री कीमत लिमिटेड यूनिट्स के लिए हैं। इसके बाद कार की कीमत बढ़ा दी जाएगी। हेक्टर का यह न्यू जनरेशन अपडेट नहीं है, इनके डिजाइन, केबिन थीम और कलर ऑप्शन में कुछ बदलाव किए गए हैं। कार की बुकिंग शुरू कर दी गई है। भारत में इसका मुकाबला टाटा हैरियर, टाटा सफारी, महिंद्रा स्कॉर्पियो एन, फेसलिफ्ट महिंद्रा XUV 7XO और हुंडई अल्कजार से है। खबर है कि एमजी 2026 में नई हेक्टर और हेक्टर प्लस के डीजल वेरिएंट फिर से पेश करेगी। 2025 एमजी हेक्टर फेसलिफ्ट: वैरिएंट वाइस प्राइस

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:37 pm

apple iphone 16 pro price drop : आईफोन 16 प्रो को 70,000 से कम में खरीदने का मौका, जानिए क्या हैं ऑफर्स

Flipkart की End of Season Sale 12 दिसंबर से 21 दिसंबर तक चल रही है। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स पर भारी छूट दी जा रही है। इस सेल में Apple का iPhone 16 Pro सबसे बड़े डील्स में से एक बनकर सामने आया है। बैंक ऑफर और एक्सचेंज बेनिफिट्स को मिलाकर यह प्रीमियम ...

वेब दुनिया 15 Dec 2025 3:47 pm

मोटोरोला एज 70 भारत में आज लॉन्च होगा:5.99mm अल्ट्रा-थिन डिजाइन के साथ 50MP सेल्फी कैमरा, एक्सपेक्टेड प्राइस ₹35,000

टेक कंपनी मोटोरोला आज (15 दिसंबर) भारतीय बाजार में नया प्रीमियम मिड-रेंज स्मार्टफोन मोटोरोला एज 70 लॉन्च करने जा रही है। लॉन्च इवेंट दोपहर 12 बजे शुरू होगा। स्मार्टफोन को भारत में अल्ट्रा-थिन डिजाइन के साथ पेश किया जाएगा। फोन सिर्फ 5.99mm पतला और इसका वजन 159 ग्राम होगा। इसमें एयरक्राफ्ट-ग्रेड एल्यूमिनियम फ्रेम, टेक्सचर्ड बैक पैनल और तीन पेनटोन-क्यूरेटेड कलर ऑप्शन के साथ पेश किया जाएगा। इसमें लिली पैड, गैजेट ग्रे और ब्रॉन्ज ग्रीन शामिल है। मोटोरोला एज 70 को 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा और 6.7 इंच डिस्प्ले के साथ उतारा जाएगा। इसमें IP68 और IP69 रेटिंग के साथ मिलिट्री-ग्रेड ड्यूरेबिलिटी मिलेगी। फोन की कीमत 35 हजार रुपए से शुरू हो सकती है। डिस्प्ले: मोटोरोला एज 70 में 6.7-इंच एक्सट्रीम एमोलेड डिस्प्ले दिया जाएगा। 1.5K पैनल पर बनी इस स्क्रीन की पीक ब्राइटनेस 4500निट्स तक जाती है। इसके साथ ब्राइटनेस और कलर क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए डॉल्बी एटमॉस सपोर्ट मिलेगा। स्क्रीन की सेफ्टी के लिए गोरिल्ला ग्लास 7i प्रोटेक्शन जाएगी और स्मार्ट वाटर टच सपोर्ट भी मिलेगा, जिससे यह पानी या बारिश में भी टच रिस्पॉन्स दे पाएगा। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 50MP अल्ट्रा-वाइड + मैक्रो विजन सेंसर का डुअल सेटअप मिलेगा। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 50MP का क्वाड पिक्सल फ्रंट कैमरा रहेगा। कैमरा एप में कई मोटो AI फीचर्स मिलेंगे। इसमें AI एक्शन शॉट, AI अडेप्टिव स्टेबिलाइजेशन, AI ग्रुप शॉट और AI सिग्नेचर स्टाइल आदि। खास बात यह है कि फोन सभी लेंस से 4K 60fps वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करेगा। परफॉरमेंस: मोटोरोला एज 70 में परफॉरमेंस के लिए स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 चिपसेट मिलेगा। इस प्रोसेसर के साथ आने वाला ये भारत में पहला स्मार्टफोन होगा। थर्मल मैनेजमेंट के लिए फोन में वेपोर कूलिंग चैंबर होगा। फोन एंड्रॉएड 16 पर बेस्ड हीलियो UI पर काम करेगा। इसके साथ ही ब्रांड 3 साल के OS अपडेट और 4 साल के सिक्योरिटी अपडेट देगा। AI इंटीग्रेशन फोन की सबसे बड़ी खासियत मानी जा सकती है। इसमें गूगूल जेमिनी, माइक्रोसॉफ्ट कोपाइलेड, परप्लेक्सिटी और मोटो AI का मल्टी-प्लेटफार्म सपोर्ट देगा। डिवाइस में AI इमेज स्टूडिया, AI प्लेलिस्ट स्टूडियो और मोटो AI असिस्ट जैसी कई सुविधाएं मिलेंगी, जिसमें मेमोरी कैप्चर, लाइव ट्रांसक्रिप्शन, कॉन्टेक्स्टुअल सजेशंस और स्मार्ट समरीजेशन जैसे फीचर शामिल हैं। इसके अलावा फोन में गूगल फोटोज के सर्किल टू सर्च, मैजिक इरेजर और मैजिक एडिटर का भी सपोर्ट होगा। डिवाइस Smart Connect 3.0 के जरिए फोन को पीसी मिररिंग, डिवाइस के बीच ऐप कंटिन्यूटी और टीवी पर कंटेंट कास्टिंग जैसी सुविधाएं मिलेंगी। पावर बैकअप: फोन में पावर बैकअप कि लिए 5000mAh की सिलीकॉन-कार्बन बैटरी दी जाएगी। यह बैटरी 31 घंटे की लगातार वीडियो प्लेबैक क्षमता का दावा करती है। वहीं, फोन को चार्ज करने के लिए 68W फास्ट चार्जिंग और 15W वायरलेस चार्जिंग का सपोर्ट मिलेगा।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 11:13 am

इंस्टाग्राम पर सिर्फ अपनी पसंद का वीडियो देख सकेंगे:एप में नया AI टूल 'योर एल्गोरिदम' लॉन्च, अमेरिका में अवेलेबल; भारत में जल्द आएगा

टेक कंपनी मेटा ने इंस्टाग्राम में रील्स फीड को और पर्सनलाइज्ड बनाने के लिए नया योर एल्गोरिदम (Your Algorithm) फीचर लॉन्च किया है। ये फिलहाल अमेरका में लॉन्च किया गया है, जल्द ही अन्य देशों में रोलआउट किया जाएगा। नया फीचर यूजर्स को अपनी रील्स फीड पर पूरा कंट्रोल देता है। AI की मदद से यूजर्स देख सकेंगे कि इंस्टाग्राम का एल्गोरिदम उनके लिए कौन-कौन से टॉपिक्स चुन रहा है। ये आपके इंटरेस्ट के अनुसार वीडियो दिखाएगा, साथ ही आप खुद ही टॉपिक्स एड या रिमूव कर सकेंगे। कंपनी का कहना है कि इससे रेकमेंडेशंस और भी पर्सनल हो जाएंगी, खासकर जब आपकी पसंद बदलती रहती है। पहले इंस्टाग्राम पर नोट इंटरस्टेड (Not Interested) या स्नूज (Snooze) जैसे ऑप्शंस थे, लेकिन वो लिमिटेड थे। AI एक्टिविटी एनालाइज कर आपके इंटरेस्ट की लिस्ट बनाएगा इंस्टाग्राम का AI एल्गोरिदम आपकी हाल की एक्टिविटी जैसे- वॉच टाइम, लाइक्स, शेयर्स को एनालाइज करके टॉप इंटरेस्ट्स की लिस्ट बनाता है। उदाहरण के लिए, ये कह सकता है कि आप क्रिएटिविटी, स्पोर्ट्स, फिटनेस और स्केटबोर्डिंग में इंटरेस्टेड हैं। ये लिस्ट AI से जेनरेटेड समरी के साथ आती है, जो आपकी पसंद को आसान शब्दों में बताती है। अपनी पसंद के टॉपिक सिलेक्ट कर सकेंगे योर एल्गोरिदम फीचर के 4 बड़े फायदे भारत में इंस्टाग्राम के 400 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं, जो रील्स पर घंटों समय बिताते हैं। ये फीचर यहां क्रिएटर्स और छोटे बिजनेस को खास फायदा देगा। आगे एक्सप्लोर फीचर आएगा इंस्टाग्राम का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले महीनों में योर एल्गोरिदम रील्स से आगे बढ़कर एक्सप्लोर टैब और एप के अन्य सेक्शंस में भी अवेलेबल होगा। Threads एप पर भी कुछ ऐसा प्लान है। कंपनी का टारगेट है कि आने वाले समय में यूजर्स को यह पूरा अधिकार मिले कि वो अपने पसंद के हिसाब से कंटेंट देख सके, न कि वो कंटेंट जो इंस्टाग्राम उन्हें दिखाता है।

दैनिक भास्कर 13 Dec 2025 4:20 pm

महिंद्रा XUV 7XO की बुकिंग 15 दिसंबर से शुरू होगी:मिडसाइस एसयूवी में ट्रिपल डिस्प्ले सेटअप मिलेगा, 5 जनवरी को लॉन्च होगी

महिंद्रा XUV 700 का फेसलिफ्ट मॉडल 5 जनवरी को भारत में लॉन्च होगा। महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने आज (12 दिसंबर) बताया कि कार की बुकिंग 15 दिसंबर से शुरू होगी। इसका टीजर जारी हो चुका है। खास बात ये है कि अपकमिंग प्रीमियम SUV ट्रिपल डिस्प्ले सेटअप के साथ XUV 7XO नाम से आएगी। वर्तमान में महिंद्रा XUV700 की कीमत 13.66 लाख रुपए से 23.71 लाख रुपए (एक्स-शोरूम पैन-इंडिया) के बीच है। अपकमिंग 2026 महिंद्रा XUV 7XO की कीमत इससे ज्यादा रखी जा सकती है। इसका मुकाबला महिंद्रा स्कॉर्पियो एन, टाटा सफारी, हुंडई अल्कजार और MG हेक्टर प्लस से होगा। डिजाइन: नए डुअल-पॉड LED प्रोजेक्टर हेडलैंप्स नई 2026 महिंद्रा XUV 7XO को टेस्टिंग के दौरान पहले भी कई बार भारतीय सड़कों पर देखा जा चुका है। इस के फ्रंट में अपराइट मल्टी-स्लेट ग्रिल, नए डुअल-पॉड LED प्रोजेक्टर हेडलैंप्स, शार्प एयर डैम और चौड़ी स्किड प्लेट के साथ न्यू डिजाइन बंपर दिया जाएगा। साइड में 18 इंच के नए अलॉय व्हील्स मिल सकते हैं। वहीं, रियर में कनेक्टेड LED टेललाइट और नए डिजाइन का बंपर मिलेगा। इस SUV को नए मोनोटोन और डुअल-टोन एक्सटीरियर कलर ऑप्शन के साथ उतारा जा सकता है। इंटीरियर और फीचर: ट्रिपल-डिस्प्ले सेटअप रियर वेंटिलेटेड सीटें XUV 7XO का इंटीरियर पहले जारी हुए स्पाय शॉट में नजर चुका है। महिंद्रा कार को नई टेक्नोलॉजी अपग्रेड के साथ उतारेगी। इसमें XEV 9e और अपकमिंग XEV 9S की तरह नया ट्रिपल-डिस्प्ले सेटअप दिया जाएगा। केबिन में लाइट कलर थीम के साथ बेज कलर्ड सीटें पहले की तरह मिलेंगी। फेसलिफ्ट XUV 7XO कार में नए ट्रिपल-स्क्रीन लेआउट के अलावा मसाजिंग फ्रंट सीटें, रियर वेंटिलेटेड सीटें (6-सीटर वैरिएंट), अपग्रेडेड 16-स्पीकर हार्मन कार्डन साउंड सिस्टम, मल्टी-कलर एम्बिएंट लाइटिंग और एक अतिरिक्त वायरलेस फोन चार्जर जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। कार में स्लाइडिंग मिडल रो सीटें भी मिल सकती है। इसके अलावा पहले की तरह स्टैंडर्ड मॉडल वाले फीचर मिलेंगे, जिसमें वायरलेस एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कारप्ले, वेंटिलेटेड फ्रंट सीटें, पैनोरमिक सनरूफ, मेमोरी के साथ पावर्ड ड्राइवर सीट और डुअल जोन क्लाइमेट कंट्रोल शामिल हैं। 2026 महिंद्रा XUV 7XO: सेफ्टी फीचर्स सेफ्टी के लिए इसमें 7 एयरबैग (6 स्टैंडर्ड), इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), ऑटो हेडलैंप, 360 डिग्री कैमरा, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), चाइल्ड आईएसओफिक्स माउंट, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक और लेवल 2 एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे फीचर दिए जा सकते हैं। इसमें ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, लेन कीप असिस्ट और फॉरवर्ड कोलिजन वार्निंग फीचर शामिल है। परफॉर्मेंस: डीजल इंजन के साथ ऑल व्हील ड्राइव ऑप्शन महिंद्रा XUV 7XO में मौजूदा मॉडल वाले इंजन ऑप्शन दिए जा सकते हैं। इसमें एक 2.0 लीटर का टर्बो पेट्रोल इंजन है, जो 200PS की पावर और 380Nm का टॉर्क जनरेट करता है। गियरबॉक्स की बात करें तो इंजन के साथ 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और 6-स्पीड ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलता है। इसं इंजन के साथ फ्रंट व्हील ड्राइव का ऑप्शन मिलता है। वहीं, दूसरा 2.2 लीटर का डीजल इंजन मिलेगा, जो 185PS की पावर और 450Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ भी 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन और 6-स्पीड ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन का ऑप्शन मिलता है। डीजल इंजन के साथ फ्रंट व्हील ड्राइव और ऑटोमेटिग गियरबॉक्स के साथ ऑल व्हील ड्राइव का ऑप्शन मिलेगा।

दैनिक भास्कर 12 Dec 2025 9:19 pm

भारत में सबसे सस्ती कन्वर्टिबल कार मिनी कूपर S लॉन्च:6.9 सेकंड में 0-100kmph की रफ्तार का दावा, कीमत ₹58.50 लाख

BMW के सब ब्रांड मिनी इंडिया ने आज (12 दिसंबर) भारतीय बाजार में नई मिनी कूपर S कन्वर्टिबल लॉन्च कर दी है। कंपनी की पिछले तीन महीनों में भारत आने वाली ये तीसरी कार है। इससे पहले अक्टूबर में JCW All4 और नवंबर में कंट्रीमैन SE All4 लॉन्च हुई थी। ये भारत में सबसे सस्ती कन्वर्टिबल कार है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 58.50 लाख रुपए है। कंपनी इसे फुली कंप्लीट बिल्ट यूनिट (CBU- यानी पूरी तरह से बनी बनाई) के रूप में बेचेगी। कंपनी का दावा है कि कार सिर्फ 6.9 सेकंड में 0-100kmph की रफ्तार पकड़ सकती है। कार में सबसे खास फीचर इसका इलेक्ट्रिक फैब्रिक रूफ है, जो 30kmph स्पीड पर 18 सेकंड में पूरी तरह खुल सकता है और 15 सेकंड में बंद हो सकता है। साथ ही 'सनरूफ मोड' में ये थोड़ा-सा पीछे खिसक सकता है, जिससे ओपन-एयर ड्राइविंग का एक्सपीरियंस ले सकते हैं। इसका मुकाबला फोक्सवैगन गोल्फ जीटीआई से है। एक्सटीरियर डिजाइन: 18-इंच अलॉय व्हील्स स्टैंडर्ड कार का लुक मिनी की आइकॉनिक स्टाइल पर बेस्ड है। फ्रंट में सर्कुलर LED हेडलाइट्स के साथ DRLs लगी हैं, और ऑक्टागोनल ग्रिल का आउटलाइन है, जो बीच में बॉडी-कलर्ड ट्रिम से अलग है। नीचे एयर डैम दिया गया है। साइड प्रोफाइल में 18-इंच अलॉय व्हील्स स्टैंडर्ड हैं और चारों तरफ प्लास्टिक क्लैडिंग लगी है, जो स्पोर्टी फील देती है। रियर में ट्रेडिशनल यूनियन जैक LED टेललाइट्स हैं और टेलगेट नीचे खुलती है जो 80kg तक वजन सहन कर सकती है। ये एक टेम्पररी सीट की तरह काम आती है। इस पर रेड 'S' बैजिंग भी लगी है। कलर ऑप्शंस में ब्लैक, व्हाइट और रेड जैसे स्टैंडर्ड शेड्स मिलेंगे। इंटीरियर डिजाइन: 9.4-इंच OLED टचस्क्रीन कार का केबिन प्रीमियम और मॉडर्न फील वाला है। फ्रंट सीट्स पावर्ड हैं और ड्राइवर सीट में मसाज फंक्शन भी मिलता है। डैशबोर्ड पर नया निटेड ब्लैक-एंड-बेज कलर स्कीम है, जो लग्जरी टच देता है। सेंटर में 9.4-इंच OLED टचस्क्रीन लगी है, जो वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो और एपल कारप्ले सपोर्ट करती है। स्टीयरिंग व्हील स्पोर्टी डिजाइन का है, लेकिन स्पेसिफिक डिटेल्स नहीं बताई गईं। सनरूफ की जगह फैब्रिक रूफ ही है, जो 'सनरूफ मोड' में काम करता है। बूट स्पेस 215 लीटर है, जो रूफ डाउन होने पर 160 लीटर रह जाता है। ये 4-सीटर केबिन है, जो लॉन्ग ड्राइव्स के लिए कम्फर्टेबल है। फीचर्स: हेड-अप डिस्प्ले और वायरलेस चार्जर​​​​​​​ कार में कई एडवांस्ड फीचर्स दिए गए हैं। कम्फर्ट के लिए हेड-अप डिस्प्ले, वायरलेस चार्जर और एम्बिएंट लाइट प्रोजेक्शन डैशबोर्ड पर मिलेगा। कन्वीनियंस में रियर-व्यू कैमरा और हरमन कार्डन साउंड सिस्टम है, जो म्यूजिक लवर्स को पसंद आएगा। एडवांस्ड फीचर्स में OLED स्क्रीन के साथ कनेक्टेड कार टेक शामिल है। ये सब मिलकर कार को फन-टू-ड्राइव बनाते हैं, खासकर कन्वर्टिबल यूजर्स के लिए। परफॉर्मेंस: 204hp पावरफुल इंजन 237kmph टॉप स्पीड मिनी कूपर S कन्वर्टिबल में परफॉर्मेंस के लिए 2-लीटर 4-सिलेंडर टर्बो-पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 204hp की पावर और 300Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ये 7-स्पीड डुअल-क्लच ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ फ्रंट-व्हील ड्राइव सेटअप पर चलती है। कंपनी का दावा है कि कार 0-100kmph की स्पीड सिर्फ 6.9 सेकंड में हासिल कर सकती है और इसकी टॉप स्पीड 237kmph है। माइलेज की ऑफिशियल फिगर नहीं बताई गई है, लेकिन प्रीमियम कन्वर्टिबल्स में ये 10-12kmpl के आसपास रहता है। सेफ्टी फीचर्स: रियर कैमरा और मल्टीपल एयरबैग्स सेफ्टी पर फोकस कम लगता है, क्योंकि डिटेल्स लिमिटेड हैं। स्टैंडर्ड फीचर्स में ABS, EBD, मल्टीपल एयरबैग्स और ESC जैसे बेसिक सिस्टम्स मिलेंगे। रियर-व्यू कैमरा भी है, जो पार्किंग में मदद करता है, लेकिन लेवल-2 ADAS या एडवांस्ड ड्राइवर असिस्ट जैसे फीचर्स का जिक्र नहीं है। मिनी का कहना है कि ये यूरो NCAP स्टैंडर्ड्स पर बेस्ड है, इसलिए बेसिक सेफ्टी कवर रहती है।

दैनिक भास्कर 12 Dec 2025 8:59 pm

टाटा सिएरा भारत में सबसे ज्यादा माइलेज वाली पेट्रोल कार:इंदौर नेट्रैक्स ट्रैक पर 29.9kmpl का नया माइलेज रिकॉर्ड बनाया, VW टाइगुन को पीछे छोड़ा

टाटा मोटर्स की हाल ही में लॉन्च हुई SUV सिएरा भारत में सबसे ज्यादा माइलेज वाली पेट्रोल कार बन गई है। कार ने इंदौर के नेट्रैक्स टेस्ट ट्रैक पर 30 नवंबर को हुए टेस्ट में 29.9kmpl का माइलेज हासिल किया, जो फ्यूल एफिशिएंसी का नया रिकॉर्ड है। इससे पहले ये रिकॉर्ड फॉक्सवैगन टाइगुन (29.8kmpl) के नाम था। हाइपरियन पेट्रोल इंजन वाली इस SUV ने लगभग 800 किमी की दूरी तय की, जो इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। यही नहीं कार ने 222kmph की टॉप स्पीड भी हासिल की। नेट्रैक्स ट्रैक पर लगातार 12 घंटे चलाई कार नेट्रैक्स ट्रैक पर टेस्ट 30 नवंबर को किया गया। इसमें पिक्सल मोशन की टीम के प्रोफेशनल ड्राइवर्स ने कार को सुबह 7 से शाम 7 बजे तक लगातार 12 घंटे तक चलाया गया। हालांकि, ड्राइवर बदलने के लिए छोटे-छोटे ब्रेक लिए गए, लेकिन बाकी समय कार लगातार चलती रही। टेस्ट के लिए नेट्रैक्स का बंद ट्रैक इस्तेमाल किया गया, जहां ट्रैफिक, सिग्नल या रोड की खराबी जैसी परेशानियां नहीं थीं। एवरेज स्पीड 65-70kmph रखी गई, ताकि इंजन अपने बेस्ट RPM रेंज में काम कर सके। कुल दूरी करीब 800 किलोमीटर रही। टाटा ने कहा है कि ये आंकड़े कंट्रोल्ड कंडीशंस में हैं, रियल-वर्ल्ड में माइलेज कम हो सकता है। टाटा का नया 1.5 लीटर हाइपरियन टर्बो-पेट्रोल इंजन टाटा सिएरा 3 इंजन ऑप्शन का साथ आती है। कार में जिस इंजन का टेस्ट किया वह टाटा का नया डेवलप किया गया 1.5 लीटर का 4 सिलेंडर TGDi हाइपरियन टर्बो-पेट्रोल इंजन है, जो 160PS की पावर और 255Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें एडवांस्ड कम्बशन सिस्टम, लो-फ्रिक्शन पार्ट्स और ब्रॉड टॉर्क बैंड है, जो फ्यूल को लंबे समय तक स्टेबल रखता है। ये इंजन 6-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ आता है। टेस्ट के दौरान कार ने 222kmph की टॉप स्पीड भी हासिल की, लेकिन ग्राहकों की सेफ्टी के लिए ये स्पीड 190kmph तक लिमिटेड होगी। सिएरा में अन्य दो इंजन ऑप्शन भी हैं, जिनमें 106PS पावर वाला 1.5 लीटर NA पेट्रोल इंजन और 1.5 लीटर का डीजल इंजन शामिल है। टाइगुन ने बनाया था 29.8kmpl के माइलेज का रिकॉर्ड इससे पहले फॉक्सवैगन टाइगुन के 1.0 TSI इंजन ने 2024 में 24 घंटे के रन में 29.8kmpl का माइलेज हासिल कर रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें 1,300 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय की गई थी। टाटा सिएरा ने कम समय में ही इसे पीछे छोड़ दिया। दोनों ही टेस्ट नेट्रैक्स पर हुए थे, जहां कंस्टेंट स्पीड पर मॉडर्न टर्बो-पेट्रोल इंजन की ताकत दिखी। लेकिन एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये फिगर्स सिटी या हाईवे पर वैलिड नहीं, जहां ब्रेकिंग और ट्रैफिक माइलेज को 20-25% तक कम कर देते हैं। ये खबर भी पढ़ें 22 साल बाद मॉडर्न लुक में टाटा सिएरा लॉन्च: शुरुआती कीमत ₹11.49, तीन स्क्रीन वाली टाटा की पहली SUV, हुंडई क्रेटा को टक्कर देगी टाटा मोटर्स ने आज (25 नवंबर) अपनी मोस्ट अवेटिंग SUV सिएरा को भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। सिएरा टाटा के लिए एक आइकॉनिक नाम है, जिसे 2003 में बंद कर दिया गया था। अब 22 साल बाद सिएरा ने मॉडर्न स्टाइल और फीचर के साथ वापसी की है। कार में 360 कैमरा और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) जैसे सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। नई सिएरा की इंट्रोडक्टरी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 11.49 लाख रुपए रखी गई है। इसकी बुकिंग 16 दिसंबर से शुरू होगी और डिलीवरी 15 जनवरी से की जाएगी। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 11 Dec 2025 7:44 pm

भारत में एपल का पांचवां ऑफिशियल रिटेल स्टोर खुला:नोएडा के DLF मॉल में मंथली किराया ₹45 लाख, आईफोन-आईपैड जैसे प्रोडक्ट्स मिलेंगे

एपल ने भारत में अपना पांचवां रिटेल स्टोर आज (11 दिसंबर) नोएडा के DLF मॉल ऑफ इंडिया में ओपन कर दिया है। यह दिल्ली NCR का दूसरा स्टोर है, दिल्ली में पहला स्टोर अप्रैल 2023 में खुला था। वहीं, 2025 में बेंगलुरु (2 सितंबर) और पुणे (4 सितंबर) के बाद एपल का भारत में यह तीसरा स्टोर ओपन हुआ है। CEO टिम कुक ने कहा था कि भारत में मुंबई-दिल्ली के अलावा 4 और स्टोर खोले जाएंगे। नोएडा स्टोर में आईफोन 17 सीरीज, M5-पावर्ड मैकबुक प्रो और 14 मैकबुक प्रो जैसे लेटेस्ट प्रोडक्ट्स मिलेंगे। कस्टमर्स नए फीचर्स ट्राई कर सकेंगे। स्पेशलिस्ट, क्रिएटिव्स, जीनियस और बिजनेस टीम्स एक्सपर्ट सपोर्ट देंगे। भारत में सबस महंगा स्टोर, मंथली किराया 45 लाख नोएडा का एपल का पांचवा रिटेल स्टोर भारत का सबसे महंगा स्टोर है। CRE मैट्रिक्स के सब-लीज डाक्यूमेंट्स से पता चला है कि, स्टोर का मंथली किराया लगभग 45.3 लाख रुपए है। एपल ने DLF मॉल ऑफ इंडिया के ग्राउंड फ्लोर पर 8,240 वर्ग फुट जगह ली है। लीज का पहला साल रेंट-फ्री रहेगा और इसके बाद कंपनी 263.15 रुपए प्रति स्क्वॉयर फीट के हिसाब से किराया देगी। इससे हर महीने करीब 45 लाख रुपए और सालाना लगभग 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का भुगतान करना होगा। पूरे लीज पीरियड में किराया लगभग 65 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। नोएडा एपल स्‍टोर क्‍यों खास है? नोएडा सेक्टर-18 स्थित DLF मॉल ऑफ इंडिया में खोला गया एपल स्टोर खास तौर पर युवाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है, क्योंकि नोएडा एक ऐसा शहर है, जहां देश के कई हिस्सों से लोग काम और नौकरी के लिए रहते हैं। यहां यूपी और दिल्ली के अलावा बिहार, उत्तराखंड, झारखंड और बंगाल से भी लोग बसे हुए हैं। शहर में युवा आबादी अच्छी-खासी है, जो IT और अन्य कंपनियों में काम कर रही है। इसलिए स्टोर युवाओं को एपल के प्रोडक्ट्स से जोड़ने और उन्हें कंपनी के करीब लाने में मदद कर सकता है। भारत में तेजी से बढ़ रही एपल की ग्रोथ एपल के लिए भारत लगातार महत्वपूर्ण बाजार के रूप में उभरा है। मार्केट ट्रैकर IDC के अनुसार, 2025 में कंपनी देश में 15 करोड़ आईफोन बेच सकती है। इससे एपल का मार्केट शेयर पहली बार 10% से ऊपर जा सकता है। सितंबर तिमाही में एपल भारत का चौथा सबसे बड़ा स्मार्टफोन विक्रेता बना, जहां कंपनी ने लगभग 5 मिलियन यूनिट की बिक्री के साथ 25% सालाना वृद्धि दर्ज की। कुक ने हाल के कई एनालिस्ट कॉल में भारत को स्टैंडआउट मार्केट बताया है जहां कंपनी ने लगातार 15 तिमाहियों से रिकॉर्ड राजस्व हासिल किया है। स्टोर में 'टुडे एट एपल' सेशन्स भी होंगे नोएडा स्टोर में 'टुडे एट एपल' सेशन्स का आयोजन होंगे, जो पूरी तरह फ्री होंगे। इन सेशन्स में एपल के क्रिएटिव्स ग्राहकों को डिजिटल आर्ट, स्टोरीटेलिंग, प्रोडक्टिविटी और कोडिंग जैसे विषयों पर वर्कशॉप्स देंगे। ये सेशन्स उन लोगों के लिए खास होंगे जो अपने एपल डिवाइसेज का बेहतर इस्तेमाल सीखना चाहते हैं या कुछ नया और रचनात्मक करना चाहते हैं। गैजेट्स खरीद सकेंगे और सर्विस भी मिलेगी

दैनिक भास्कर 11 Dec 2025 1:15 pm

2026 किआ सेल्टोस फेसलिफ्ट रिवील:मिड साइस SUV में 21 ऑटोनोमस ड्राइविंग सेफ्टी फीचर्स, एक्सपेक्टेड प्राइस ₹11 लाख

किआ मोटर्स इंडिया ने आज (10 दिसंबर) भारतीय बाजार में अपनी पॉपुलर मिड साइज SUV किआ सेल्टोस का न्यू जनरेशन मॉडल रिवील कर दिया है। कंपनी ने कार में न सिर्फ अंदर और बाहर के डिजाइन में बदलाव किए हैं, बल्कि कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में इसे कॉम्पिटिटिव बनाए रखने के लिए अपग्रेड फीचर भी दिए गए हैं। कार में सेफ्टी के लिए 21 ऑटोनोमस लेवल-2 एडवांस ड्राइविंग असिस्ट सिस्टम (ADAS) फीचर्स दिए गए हैं। इसमें स्मार्ट क्रूज कंट्रोल, फ्रंट कॉलिजन अवॉइडेंस असिस्ट, लेन कीपिंग असिस्ट, पार्किंग कॉलिजन अवॉइडेंस असिस्ट रिवर्स और क्लस्टर में ब्लाइंड व्यू मॉनिटर जैसे फीचर्स शामिल है। नई 2026 किआ सेल्टोस की बुकिंग 11 दिसंबर को रात 12 बजे से शुरू होगी। आप इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन 25,000 रुपए टोकन अमाउंट देकर बुक कर सकते हैं। कार की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 11.20 लाख रुपए हो सकती है, जिसका खुलासा 2 जनवरी को होगा। नई SUV की डिलीवरी जनवरी के बीच से शुरू होगी। इसका मुकाबला टाटा सिएरा, हुंडई क्रेटा, मारुति विक्टोरिस, फॉक्सवैगन टाइगन और स्कोडा कुशाक से है। एक्सटीरियर: 4.4 मीटर लंबाई के साथ सेगमेंट में सबसे बड़ी कार में से एक न्यू जनरेशन किआ सेल्टोस में कंपनी की नई डिजाइन थीम अपनाई गई है, जिससे यह मौजूदा मॉडल से अलग नजर आती है। इसका लुक पहले से कहीं ज्यादा बोल्ड, शार्प और प्रीमियम हो गया है। कार ब्रांड के K3 प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है। कार का साइज बढ़ाया गया है। ये अब पहले से 95mm लंबी और 30mm चौड़ी हो गई है। इसका व्हील बेस 80mm बढ़ाया गया है। हालांकी हाइट 10mm घटाई गई है। वहीं, बूट स्पेस में 14 लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जिससे ये 4.4 मीटर लंबाई के साथ अब सेगमेंट में सबसे बड़ी कार में से एक हो गई है। इंटीरियर: 64-कलर एम्बिएंट लाइटिंग और पैनोरमिक सनरूफ 2026 किआ सेल्टोस में कई नए फीचर दिए गए हैं जिसमें इंफोटेनमेंट सिस्टम और डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले के लिए डुअल 12.3-इंच डिस्प्ले शामिल है। इसमें 5-इंच स्क्रीन भी दी गई है जो इन दोनों स्क्रीन के बीच में पोजिशन की गई है। इसके अलावा इसमें मेमोरी सेटिंग्स के साथ 10-वे पावर-एडजस्टेबल ड्राइवर सीट, फ्रंट और रियर डैशकैम, डुअल-ज़ोन ऑटो एसी, 8-स्पीकर बोस साउंड सिस्टम, फ्रंट सीट वेंटिलेशन, 64-कलर एम्बिएंट लाइटिंग, पैनोरमिक सनरूफ, वायरलेस फोन चार्जर और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी जैसे फीचर भी दिए गए हैं। सेफ्टी: 6 एयरबैग स्डैंडर्ड और लेवल-2 ADAS फीचर्स सेफ्टी के लिए कार में 6 एयरबैग स्डैंडर्ड, फ्रंट, साइड और रियर पार्किंग सेंसर, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिल स्टार्ट असिस्ट, ISOFIX चाइल्ड सीट एंकरेज, 360-डिग्री कैमरा सिस्टम और लेवल-2 एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) दिया गया है। परफॉर्मेंस: तीन इंजन और पांच ट्रांसमिशन ऑप्शन 2026 किआ सेल्टोस में मैकेनिकली कोई भी बदलाव नहीं किया गया है। इसमें 3 इंजन और पांच ट्रांसमिशन ऑप्शन मिलते हैं। इसमें एक नया 1.5 लीटर का 4 सिलेंडर टर्बो GDI पेट्रोल इंजन दिया गया है, जो 160 PS की पावर और 253 NM का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन की बात करें तो इस इंजन के साथ 6 स्पीड iMT और 7 स्पीड DCT का ऑप्शन मिलता है। कार के साथ 1.5 लीटर का 4 सिलेंडर एडवांस्ड स्मार्टस्ट्रीम नॉर्मल पेट्रोल इंजन भी दिया गया है, जो 115 PS की पावर और 144 NM का टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन को दो ट्रांसमिशन ऑप्शन 6 स्पीड मैनुअल (6MT) और IVT ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। इसके अलावा 1.5 लीटर का एक 4 सिलेंडर रिफाइंड CRDi VGT डीजल इंजन का ऑप्शन भी दिया गया है। ये इंजन 116 PS की पावर और 250 NM का टॉर्क जनरेट करता है। इसे 6iMT और 6AT गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है।

दैनिक भास्कर 10 Dec 2025 9:09 pm

नथिंग फोन (3a) स्मार्टफोन का कम्यूनिटी एडिशन लॉन्च:90s के गेम्स से इंस्पायर्ड रेट्रो बैक डिजाइन, सिर्फ 1000 यूनिट बेचेगी कंपनी; कीमत ₹28,999

टेक कंपनी नथिंग ने फोन (3a) का कम्यूनिटी एडिशन लॉन्च कर दिया है। स्पेशल एडिशन स्मार्टफोन की सिर्फ 1000 यूनिट ही बनाई गई हैं। भारत में 28,999 रुपए की कीमत में बेचा जाएगा। इसकी सेल 13 दिसंबर 2025 को बेंगलुरु में स्पेशल ड्रॉप इवेंट में शुरू होगी। 90s के गेम्स से इंस्पायर्ड रेट्रो बैक डिजाइन इसकी सबसे बड़ी खासियत कम्यूनिटी-ड्रिवन डिजाइन है, जिसे यूजर्स की क्रिएटिविटी से बनाया गया है। यह 12GB रैम + 256GB स्टोरेज वैरिएंट मिलेगा, जो रेगुलर मॉडल में नहीं है। रेट्रो बैक डिजाइन 90s के गेम्स से इंस्पायर्ड है, जो फ्यूचरिस्टिक ग्लिफ इंटरफेस के साथ आता है। कस्टम लॉक-स्क्रीन क्लॉक क्लटर-फ्री UI देता है, जबकि 'डाइस' एक्सेसरी हिस्टोरिकल टच जोड़ती है। ब्लू-पर्पल वॉलपेपर्स ईस्टर एग्स से फन बढ़ाते हैं। ये सब मिलकर फोन को पर्सनल और कलेक्टिबल बनाते हैं, जो क्रिएटिव यूजर्स के लिए अच्छी चॉइस बन सकता है। कम्यूनिटी एडिशन प्रोजेक्ट के तहत डिजाइन किया फोन 2025 की शुरुआत में फोन (3a) लॉन्च होने के बाद, नथिंग ने 'कम्यूनिटी एडिशन प्रोजेक्ट' शुरू किया। इसमें दुनिया भर के क्रिएटर्स को इनवाइट किया गया कि वे हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, एक्सेसरीज और मार्केटिंग आइडियाज दें। 700 से ज्यादा एंट्रीज आईं, और चार विनर्स चुने गए। इन विनर्स ने मिलकर फोन को नया लुक दिया। नथिंग फोन (3a) कम्यूनिटी एडिशन: स्पेसिफिकेशंस डिजाइन के अलावा, नथिंग फोन (3a) कम्युनिटी एडिशन के स्पेसिफिकेशन रेगुलर वर्जन जैसे ही हैं।

दैनिक भास्कर 10 Dec 2025 3:22 pm

अमेजन भारत में 2030 तक ₹3.14 लाख करोड़ निवेश करेगी:AI पर फोकस, 1.4 करोड़ छोटे बिजनेस को फायदा होगा; 10 लाख जॉब्स क्रिएट होंगी

माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब अमेजन ने भी भारत में बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है। अमेजन ने घोषणा की है कि 2030 तक कंपनी भारत में 35 बिलियन डॉलर यानी 3.14 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश करेगी। यह निवेश AI ड्रिवन डिजिटाइजेशन, एक्सपोर्ट ग्रोथ और जॉब क्रिएशन पर फोकस्ड होगा। यह ऐलान अमेजन की सालाना SMBhav समिट में हुआ। जहां कंपनी ने छोटे बिजनेस और MSMEs को AI टूल्स देने का प्लान बताया। 2013 से अब तक अमेजन ने भारत में कुल 40 बिलियन डॉलर यानी 3.59 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसमें कर्मचारियों की सैलरी और इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है। अमेजन तीन सेक्टरों पर फोकस करेगी अमेजन का यह नया निवेश तीन मुख्य सेक्टरों में बंटा है। पहला- AI से डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को तेज करना। दूसरा- एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना ताकि मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स ग्लोबल मार्केट में पहुंचें। तीसरा- जॉब क्रिएशन के जरिए इकोनॉमी को बूस्ट करना। इस महीने ही अमेजन ने 12.7 बिलियन डॉलर (1.14 लाख करोड़ रुपए) के निवेश का ऐलान किया था, जो AI और AWS (अमेजन वेब सर्विसेज) पर था। इसमें तेलंगाना और महाराष्ट्र में डेटा सेंटर्स का एक्सपेंशन शामिल है। कुल मिलाकर 2030 तक यह निवेश लॉजिस्टिक्स, स्टोरेज और छोटे बिजनेस को सपोर्ट करने में लगेगा। की-स्टोन स्ट्रेटेजी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन ने अब तक 12 मिलियन यानी 1.2 करोड़ से ज्यादा छोटे बिजनेस को डिजिटाइज किया है और 20 बिलियन डॉलर यानी 1.79 लाख करोड़ रुपए के ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट एनेबल किए हैं। AI पर जोर, लाखों लोगों को फायदा अमेजन AI को भारत के लिए गेम चेंजर मान रही है। कंपनी का प्लान है कि 14 मिलियन यानी 1.4 करोड़ छोटे बिजनेस और सैकड़ों मिलियन शॉपर्स को AI के फायदे मिलें। इसमें LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) ट्रेनिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट शामिल है। साथ ही 4 मिलियन यानी 40 लाख गवर्नमेंट स्कूल स्टूडेंट्स को AI एजुकेशन और करियर एक्सप्लोरेशन दिया जाएगा। यह कदम भारत की नेशनल प्रायोरिटी से मैच करता है, जहां डिजिटल इनोवेशन को पुश दिया जा रहा है। अमेजन का कहना है कि AI से छोटे बिजनेस अपनी सेल्स, कस्टमर सर्विस और इन्वेंटरी मैनेजमेंट को बेहतर कर सकेंगे। एक्सपोर्ट को बूस्ट करने में नया कदम SMBhav समिट में अमेजन ने अपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया। यह पार्टनरशिप एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देने के इनिशिएटिव के तहत की गई है, जो डिजिटल एंटरप्रेन्योर्स को मैन्युफैक्चरर्स से जोड़ेगी। ताकि वे ग्लोबल सेलिंग कर सकें। इसके लिए 10 से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स में ऑन-ग्राउंड ऑनबोर्डिंग होगी, जैसे तिरुपुर, कानपुर और सूरत। यह पार्टनरशिप मैन्युफैक्चरिंग फोकस्ड है और छोटे बिजनेस को एक्सपोर्ट में मदद करेगी। माइक्रोसॉफ्ट के 17.5 बिलियन डॉलर (1.57 लाख करोड़ रुपए) के AI-क्लाउड निवेश के बाद अमेजन का यह ऐलान टेक जायंट्स की रेस को दिखाता है। 2030 तक 10 लाख जॉब्स क्रिएट करेंगे अमेजन के इमर्जिंग मार्केट्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने समिट में कहा, 'हम पिछले 15 सालों से भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बने हैं। अमेजन की ग्रोथ यहां आत्मनिर्भर और विकसित भारत की विजन से मैच करती है।' उन्होंने आगे बताया, 'हमने फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में स्केल पर निवेश किया है। जिससे लाखों जॉब्स क्रिएट हुए और मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स ग्लोबल हुए। आगे हम AI को लाखों भारतीयों के लिए डेमोक्रेटाइज करेंगे, 1 मिलियन यानी 10 लाख जॉब्स क्रिएट करेंगे और 2030 तक ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट को 80 बिलियन डॉलर यानी 7.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाएंगे।' 2013 से भारत में अमेजन का सफर अमेजन ने 2013 में भारत में अपना मार्केटप्लेस लॉन्च किया था। तब से कंपनी ने तेजी से ग्रोथ की है। 2024 की की-स्टोन स्ट्रेटेजी रिपोर्ट कहती है कि अमेजन ने 2.8 मिलियन यानी 28 लाख से ज्यादा डायरेक्ट, इंडायरेक्ट, इंड्यूस्ड और सीजनल जॉब्स सपोर्ट किए हैं। ई-कॉमर्स से 20 बिलियन डॉलर यानी 1.79 लाख करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट एनेबल हुए हैं। यह निवेश अमेजन के ग्लोबल स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जहां भारत को सबसे बड़ा मार्केट माना जा रहा है। पहले भी अमेजन ने लॉजिस्टिक्स और क्लाउड सर्विसेज में भारी निवेश किया, जो अब AI के साथ और मजबूत होगा। 2030 तक अमेजन का टारगेट क्या है? 2030 तक अमेजन का टारगेट है कि ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट 80 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएं, जो मौजूदा का चार गुना है। 1 मिलियन नई जॉब ऑपर्च्युनिटीज क्रिएट होंगी। AI से छोटे बिजनेस और स्टूडेंट्स को स्किल्स मिलेंगी, जो इकोनॉमी को बूस्ट करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, यह निवेश एक्सपोर्ट और जॉब्स से GDP में योगदान देगा। अमेजन का फोकस आत्मनिर्भर भारत पर है, जहां टेक से ग्रामीण इलाकों तक कनेक्टिविटी पहुंचेगी। ये खबर भी पढ़ें... माइक्रोसॉफ्ट भारत में ₹1.6 लाख करोड़ निवेश करेगी: AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होगा; CEO सत्य नडेला ने PM मोदी से मुलाकात के बाद ऐलान किया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव के बावजूद माइक्रोसॉफ्ट भारत में 17.5 अरब डॉलर (करीब ₹1.57 लाख करोड़) निवेश करने जा रही है। अमेरिकी टेक कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। फंड का इस्तेमाल AI, क्लाउड और डेटा सेंटर जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 10 Dec 2025 11:32 am

यूट्यूब CEO नील मोहन को टाइम CEO ऑफ-द-ईयर अवॉर्ड:टाइम मैगजीन ने मोहन की तुलना किसान से की; कहा- जो वो उगाएंगे, वही हम सब खाएंगे

भारतीय मूल के यूट्यूब के CEO नील मोहन को टाइम मैगजीन ने 2025 का CEO ऑफ द ईयर चुना है। 2023 से CEO बने नील ने यूट्यूब को ट्रांसफॉर्मेटिव एरा में लीड किया है। मैगजीन ने उन्हें कल्चरल आर्किटेक्ट कहा, जो अरबों लोगों का डेली कंजम्प्शन शेप करता है। टाइम ने लिखा मोहन फार्मर है, जो वो कल्टीवेट करेगा, वो हम खाएंगे। यूट्यूब इस साल अपनी 20वीं एनिवर्सरी मना रहा है। टाइम ने नील की किसान से तुलना की टाइम ने अपने स्टेटमेंट में लिखा यूट्यूब आज पूरी दुनिया का खाना बना रहा है। नील मोहन किसान हैं, जो वो उगाएंगे, वही हम सब खाएंगे। यूट्यूब एक खेत है। इसमें कोई अच्छी फसल बोता है, कोई जहरीली। खेत पूरा प्लैनेट बन चुका है, इसलिए जो भी उगेगा, वही सबकी प्लेट में आएगा। नील मोहन कौन हैं? नील मोहन 52 साल के हैं, 1973 में मिशिगन के एन आर्बर में जन्मे थे। 1980 के दशक में तमिल पैरेंट्स के साथ लखनऊ आए, जहां हिंदी और संस्कृत सीखा। संस्कृत को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग से कंपेयर किया। स्टैनफोर्ड से अंडरग्रेजुएट और MBA किया। उनके भाई अनुज की 30 साल की उम्र में स्विमिंग पूल एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। मोहन ने पाना करियर कंसल्टिंग से शुरू किया। उन्होंने नेटग्रेविटी जॉइन किया जो डबलक्लिक में मर्ज हुआ। 2007 में गूगल ने $3.1 बिलियन में डबलक्लिक खरीद लिया। नील मोहन की यूट्यूब में जर्नी डबलक्लिक डील से सुजैन वोझिक्की से मिले, जो बाद में यूट्यूब CEO बनीं। वोझिक्की ने उन्हें यूट्यूब में रिक्रूट किया। वोझिक्की के कैंसर डायग्नोसिस के समय मोहन ने जिम्मेदारियां संभालीं। 2023 में मोहन यूट्यूब के CEO बने। 2024 में वोझिक्की का निधन हो गया। टाइम ने कहा, मोहन क्वाइट-स्पोकेन, डेलिबरेटिव, हार्ड टू रफल हैं। मोहन को स्पोर्ट्स देखना, बेटियों के डांस रिसाइटल जाना पसंद है। कई बार वे क्रिएटर्स के वीडियो में भी आ जाते हैं।

दैनिक भास्कर 9 Dec 2025 9:06 pm

आईटेल A90 स्मार्टफोन का लिमिटेड एडिशन भारत में लॉन्च:मिलिट्री-ग्रेड मजबूती और 90Hz डिस्प्ले के साथ 13MP कैमरा, कीमत ₹7,299

टेक कंपनी आईटेल ने भारत में आईटेल A90 स्मार्टफोन के लिमिटेड एडिशन का 128GB स्टोरेज वैरिएंट लॉन्च कर दिया है। इसे 12GB रैम (4GB फिजिकल +8GB वर्चुअल) सपोर्ट के साथ मार्केट में उतारा गया है। आईटेल फोन को “3P प्रोमिस” के साथ लेकर आया है। जो इसे डस्ट, वॉटर और ड्रॉप रेसिस्टेंट बनाते हैं। फोन IP54 सर्टिफिकेशन और MIL-STD-810H मिलिट्री ग्रेड प्रोटेक्शन के साथ लॉन्च हुआ है, जिससे यह बारिश, धूल और छोटे-मोटे झटकों से सुरक्षित रहता है। कंपनी 100 दिन में फ्री स्क्रीन रिप्लेसमेंट भी ऑफर कर रही है। इसकी कीमत 7,299 रखी गई है और यह देशभर के रिटेल स्टोर्स पर 3 कलर ऑप्शन- स्पेस टाइटेनियम, स्टारलाइट ब्लैक, अरोरा ब्लू में अवेलेबल है। आईटेल A90 लिमिटेड एडिशन: स्पेसिफिकेशंस डिस्प्ले: आईटेल A90 में 6.6 इंच का HD+ IPS डिस्प्ले दिया गया है, जो 90Hz रिफ्रेश रेट पर काम करता है। इसमें ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले और डायनामिक बार जैसे फीचर्स मिलते हैं। जिससे यूजर को बैटरी, कॉल्स और नोटिफिकेशन जैसी जरूरी जानकारी बिना स्क्रीन को पूरी तरह ऑन किए मिल जाती हैं। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए फोन में 13MP का प्राइमरी रियर कैमरा दिया गया है, जो एडवांस इमेज प्रोसेसिंग और स्लाइडिंग जूम बटन के साथ फोटोज कैप्चर करता है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 8MP का फ्रंट कैमरा मिलता है। परफॉर्मेंस: स्मार्टफोन में परफॉर्मेंस के लिए ऑक्टा-कोर T7100 प्रोसेसर दिया गया है। फोन एंड्रॉएड 14 गो एडिशन ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है। मोबाइल में 4GB रैम के साथ 8GB वर्चुअल रैम का फ्यूजन सपोर्ट मिलता है, जिससे मल्टीटास्किंग और एप स्विचिंग स्मूद मिलती है। ये 128GB इंटरनल स्टोरेज के साथ अवेलेबल है। बैटरी: पावरबैक के लिए फोन में 5000mAh की बैटरी दी गई है, जिसे चार्ज करने के लिए 10W का चार्जर मिलता है, जबकि फोन 15W तक चार्जिंग का सपोर्ट करता है। अन्य: फोन IP54 रेटिंग के साथ आता है, जिससे यह डस्ट और स्प्लैश प्रूफ बनता है। सेफ्टी के लिए फोन में फेस अनलॉक और साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर जैसे फीचर्स दिए गए हैं। आईटेल A90 में DTS साउंड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जो यूजर को एक रिच, क्रिस्प और इमर्सिव ऑडियो का एक्सपीरियंस देता है।

दैनिक भास्कर 9 Dec 2025 8:09 pm

वनप्लस 15R स्मार्टफोन 7400mAh बैटरी के साथ आएगा:50 मेगापिक्सल कैमरा और स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा, वनप्लस पैड गो 2 भी लॉन्च होगा

टेक कंपनी वनप्लस भारत में नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन वनप्लस 15R और मिड-रेंज टैबलेट वनप्लस पैड गो 2 लॉन्च करने जा रही है। कंपनी 12वीं एनवर्सरी के मौके पर 17 दिसंबर को बेंगलुरू में होने वाले इवेंट में दोनों डिवाइस को पेश करेगी। लॉन्च ईवेंट वनप्लस की ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम होगा। वनप्लस 15R को स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर, 7400mAh बैटरी और 50 मैगापिक्सल कैमरा के साथ उतारा जाएगा। फोन की कीमत 40 से 50 हजार रुपए के बीच हो सकती है। इस प्राइस रेंज में स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर वाला ये भारत में पहला फोन होगा। वहीं, वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंशन 7300-अल्ट्रा प्रोसेसर और 10,050mAh की बैटरी के साथ उतारा जाएगा। टैबलेट की कीमत 20 हजार रुपए के आसपास रखी जा सकती है। वनप्लस 15आर: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस 15R में परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन 8 जेन-5 प्रोसेसर मिलेगा। यह मोबाइल चिपसेट 3 नैनोमीटर प्रोसेस पर बना ऑक्टा-कोर प्रोसेसर है जो 3.8GHz तक की क्लॉक स्पीड पर रन कर सकता है। ये पावरफुल और लैगफ्री प्रोसेसिंग देता है। वहीं, ग्राफिक्स के लिए फोन में एड्रेनो 830 GPU दिया गया है। फोन एंड्रॉएड 16 पर बेस्ड ColorOS 16 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आएगा। इसमें LPDDR5X रैम मिलेगी, जो स्मूथ मल्टीटास्किंग करने में मदद करती है। मोबाइल में UFS 4.1 स्टोरेज लगी है, जिससे फास्ट डाटा ट्रांसफर होता है। इसके अलावा फोन में NFC, वाई-फाई 7 और ब्लूटूथ 5.4 का सपोर्ट मिलेगा। बैटरी: कंपनी ने ऑफिशियल अनाउंसमेंट कर दी है कि वनप्ल्स 15R को 7400mAh बैटरी पर लॉन्च होगा। इसे चार्ज करने के लिए 80W सुपरवूक चार्जिंग तकनीक मिलेगी। इससे पहले वनप्लस का कोई भी फोन इतनी बड़ी बैटरी के साथ नहीं आया है। हाल ही में लॉन्च हुआ वनप्लस 15 स्मार्टफोन 7300mAh बैटरी पर लॉन्च हुआ था। वनप्लस 15R की बैटरी को सिलीकॉन नेनोस्टेक टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है। कंपनी का दावा है कि 4 साल बाद भी इसकी बैटरी हेल्थ 80% से कम नहीं जाएगी। कैमरा: फोटोग्राफी के लिए वनप्लस 15R के बैक पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन के साथ 50 मेगापिक्सल का सोनी IMX906 मेन रियर सेंसर और 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड एंगल लेंस शामिल है। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। फोन डिटेलमैक्स इंजन के साथ आएगा। इसमें अल्ट्रा क्लीयर मोड, क्लीयर बर्स्ट और क्लियर नाइट इंजन जैसे एडवांस फीचर्स मिलेंगे। डिस्प्ले: वनप्लस 15R में 28001272 पिक्सल रेजोल्यूशन वाली 6.83-इंच की 1.5K स्क्रीन मिलेगी। यह एमोलेड पैनल पर बनी डिस्प्ले 165Hz तक के हाई रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ आएगी। इसके साथ 1800 निट्स की पीक ब्राइटनेस और 450PPI ऑटो डिमिंग मिलेगी। कंपनी ने बताया कि मोबाइल TUV राइनलैंड इंटेलीजेंट आई केयर 5.0 सर्टिफाइड है, जो अंधेरे में फोन चलाने पर भी आंखों को नुकसान से बचाने में मदद करेगा। स्क्रीन में इन-डिस्प्ले ​अल्ट्रासोनिक फिंगरप्रिंट सेंसर भी मिलेगा। वनप्लस पैड गो 2: स्पेसिफिकेशंस परफॉर्मेंस: वनप्लस पैड गो 2 को मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7300 अल्ट्रा चिपसेट के साथ पेश किया जाएगा। यह मिड रेंज में गेमिंग और डेली यूज के लिए अच्छी परफॉर्मेंस देता है। कंपनी का दावा है कि टैबलेट को 4 साल वाली फ्लुएंसी सर्टिफिकेशन मिल चुकी है, यानी लंबे समय तक स्मूथ और भरोसेमंद परफॉर्मेंस मिलेगी। बैटरी: पावरबैकअप के लिए टैबलेट में 10,050mAh की बैटरी और 33 वॉट की सुपरवूक फास्ट चार्जिंग मिलेगी। कंपनी का दावा है कि फुल चार्ज करने पर टैबलेट में 15 घंटे तक वीडियो चला सकते हैं, 53 घंटे म्यूजिक सुन सकते हैं या 60 दिन तक स्टैंडबाय पर रख सकते हैं। इसके साथ रिवर्स केबल चार्जिंग भी मिलेगी, यानी फोन या अन्य डिवाइस भी चार्ज कर सकते हैं। डिस्प्ले: फ्रंट में 12.1 इंच की बड़ी स्क्रीन है, जिसकी पीक ब्राइटनेस 900 निट्स है। डिस्प्ले को TUV राइनलैंड इंटेलिजेंस आई केयर 4.0 सर्टिफिकेशन भी मिला है, यानी लंबे समय तक इस्तेमाल करने पर आंखों को नुकसान नहीं होगा। स्क्रीन को खास तौर पर ओपन केनवास मल्टीटास्किंग सॉफ्टवेयर के लिए ऑप्टिमाइज किया गया है, यानी स्प्लिट स्क्रीन और कई विंडो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे। टैबलेट डॉल्बी विजन सपोर्ट के साथ आएगा। वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो कंपनी पहली बार वनप्लस पेड गो 2 स्टाइलो भी लॉन्च करेगी। ये स्टाइलस खास इसी टैबलेट के लिए बनाया गया है। इसे सिर्फ 10 मिनट चार्ज करने पर आधे दिन तक लिख और पेंट कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 9 Dec 2025 6:51 pm

पोको C85 5G स्मार्टफोन भारत में लॉन्च:6.9-इंच 120Hz डिस्प्ले और 6,000mAh बैटरी; कीमत ₹12,499 से शुरू

शाओमी की सब-ब्रैंड पोको ने भारत में अपना नया बजट स्मार्टफोन C85 5G लॉन्च कर दिया है। C सीरीज का ये लेटेस्ट एडिशन 6.9 इंच HD+ डिस्प्ले और 6000mAh बैटरी के साथ आया है। कंपनी का दावा है कि 106 घंटे तक म्यूजिक प्लेबैक चलेगा। फोन की तीन कलर ऑप्शंस मिस्टिक पर्पल, स्प्रिंग ग्रीन और पावर ब्लैक के साथ बाजार में उतारा गया है। पोको C85 5G की सेल 16 दिसंबर दोपहर 12 बजे फ्लिपकार्ट पर शुरू होगी। कंपनी इंट्रोडक्टरी ऑफर में HDFC, ICICI या SBI कार्ड पर ₹1,000 डिस्काउंट दे रही है। C85 5G: डिस्प्ले और डिजाइन पोको C85 5G में 6.9 इंच की बड़ी HD+ स्क्रीन है, जो 7201600 पिक्सल रेजोल्यूशन और 120Hz रिफ्रेश रेट के साथ आती है। पीक ब्राइटनेस 810 निट्स तक जाती है। फोन 7.9mm पतला है और वजन 211 ग्राम है। बैक पर क्वाड-कर्व्ड डिजाइन है। वहीं फोन की IP64 रेटिंग धूल और बारिश के छींटों से बचाती है। फोन के साइड में फिंगरप्रिंट स्कैनर है। C85 5G: प्रोसेसर और स्टोरेज C85 5G में मीडियाटेक डायमेंसिटी 6300 चिपसेट दिया गया है, जो 6nm पर बना है। ये प्रोसेसर पावरफुल और बैटरी बचाने वाला है। इसका AnTuTu स्कोर 4.5 लाख से ज्यादा है। फोन में 128GB UFS 2.2 स्टोरेज दिया गया है जो एप्स और गेम्स को तेजी से खोलता है। माइक्रो SD कार्ड से 1TB तक बढ़ा सकते है। ड्यूल सिम + अलग SD कार्ड स्लॉट तीन चीजें एक साथ चला सकते हैं। C85 5G: बैटरी और चार्जिंग C85 की 6000mAh की बड़ी बैटरी नॉर्मल यूज में 2 दिन से ज्यादा चल सकती है। कंपनी का दावा है कि इसमें म्यूजिक प्लेबैक 106 घंटे तक मिलेगा। फोन में 33W फास्ट चार्जिंग दी गई है। फोन सिर्फ 28 मिनट में 50% चार्ज हो सकता है। फोन में 10W रिवर्स वायर्ड चार्जिंग भी है। C85 5G: कैमरा और सॉफ्टवेयर स्मार्टफोन में पीछे ड्यूल कैमरा सेटअप दिया गया है। इसमें 50MP का मेन सेंसर (f/1.8) + QVGA सेकंडरी सेंसर शामिल है। । फ्रंट में 8MP का सेल्फी कैमरा है जो वीडियो 1080p 30fps पर रिकॉर्ड कर सकता है। फोन का सॉफ्टवेयर हाइपरOS 2.2 पर एंड्रॉइड 15 पर काम करता है। पोको ने वादा किया है कि फोन में 2 साल के एंड्रॉइड अपडेट और 4 साल सिक्योरिटी पैच अपडेट दिए जाएंगे। कनेक्टिविटी और अन्य फीचर्स स्मार्टफोन की कनेक्टिविटी में 5G, Wi-Fi 5, ब्लूटूथ 5.4, 3.5mm जैक, USB Type-C पोर्ट दिए गए हैं। इसके अलावा फोन में एम्बिएंट लाइट, प्रॉक्सिमिटी, E-कंपास, एक्सेलेरोमीटर सेंसर दिए गए हैं।

दैनिक भास्कर 9 Dec 2025 3:18 pm

टाटा हैरियर और सफारी का पेट्रोल वर्जन आज लॉन्च होगा:1.5-लीटर TGDI टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ एडवांस सेफ्टी फीचर्स, क्रेटा और स्कॉर्पियो से मुकाबला

टाटा मोटर्स अपनी पॉपुलर फुल साइज SUV टाटा हैरियर और सफारी का पेट्रोल वर्जन आज (9 दिसंबर) लॉन्च करने जा रही है। कंपनी दोनों कारों को नए 1.5-लीटर TGDI टर्बो-पेट्रोल इंजन के साथ पेश करेगी। कंपनी ने ये इंजन पहली बार ऑटो एक्सपो 2023 में शोकेस किया था। ये इंजन 25 नवंबर को लॉन्च होने वाली नई SUV टाटा सिएरा में दिया जा सकता है। इसके अलावा, पेट्रोल वैरिएंट्स में कुछ नए फीचर भी मिल सकते हैं। टाटा सफारी का मुकाबला MG हेक्टर प्लस, महिंद्रा XUV700 और हुंडई अल्कजार से है। वहीं टाटा हैरियर की टक्कर MG हेक्टर और जीप कंपास से है। टाटा हैरियर और सफारी के पेट्रोल वैरिएंट्स की कीमत इनके डीजल मॉडल से कम हो सकती है। सफारी की डीजल वर्जन की कीमत 14.66 लाख रुपए से 25.96 लाख रुपए के बीच है। वहीं, हैरियर डीजल वर्जन की कीमत 14 लाख रुपए से 25.25 लाख रुपए के बीच है। परफॉर्मेंस : 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन टाटा सफारी और टाटा हैरियर में फिलहाल 2.0-लीटर का 4-सिलेंडर डीजल इंजन मिलता है, जो 170PS की मैक्सिमम पावर और 350Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। हैरियर इस इंजन के साथ मैनुअल ट्रांसमिशन में 16.80kmpl और ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में 14.60kmpl का माइलेज देती है। वहीं, सफारी में मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 16.30kmpl और ऑटोमेटिक गियरबॉक्स के साथ 14.50kmpl का क्लेम्ड माइलेज मिलता है। सेफ्टी के लिए लेवल-2 ADAS फीचर्स दोनों कार में सेफ्टी के लिए 360 कैमरा के साथ लेवल-2 ADAS फीचर्स मिलते हैं। इनमें लेन कीप असिस्ट, एडेप्टिव स्टीयरिंग असिस्ट, एडॉप्टिव क्रूज कंट्रोल, ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग, फॉरवर्ड कॉलिजन वॉर्निंग और हाई बीम असिस्ट जैसे फीचर्स शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 9 Dec 2025 11:43 am

स्टारलिंक ने भारत में प्राइसिंग को वेबसाइट ग्लिच बताया:कहा- मंथली ₹8,600 और हार्डवेयर किट ₹34,000 डमी डेटा था, असली कीमतें जल्द जारी होंगी

मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने क्लेरिफिकेशन दिया है कि उसने भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक की प्राइसिंग का ऐलान अभी नहीं किया है। कंपनी ने बताया कि स्टारलिंक की इंडिया वेबसाइट पर जो गलत प्राइसिंग दिखाई दे रही थी, वो एक ग्लिच के कारण थी। दरअसल, सोमवार को कंपनी की वेबसाइट पर स्टारलिंक की सर्विस के प्लान दिखाई दे रहे थे। जिसमें मंथली प्लान ₹8,600 और हार्डवेयर किट की प्राइसिंग ₹34,000 दिखाई दी थी। हालांकि, अब कंपनी ने क्लेरिफाई किया कि ये नंबर्स डमी टेस्ट डेटा थे और असली सर्विस अभी लाइव नहीं हुई है। भारत में सैटेलाइट इंटरनेट लॉन्च के लिए फाइनल अप्रूवल का इंतजार है। वेबसाइट पर क्या गलत दिखा था? स्टारलिंक इंडिया की वेबसाइट कुछ घंटों के लिए लाइव हो गई थी, जहां न्यू सब्सक्राइबर्स के लिए मंथली सर्विस प्राइस ₹8,600 और हार्डवेयर किट की कीमत ₹34,000 बताई गई। लेकिन कंपनी ने तुरंत इसे फिक्स कर दिया। स्पेसएक्स की वाइस प्रेसिडेंट लॉरेन ड्रेयर ने X पर पोस्ट शेयर कर बताया, 'स्टारलिंक इंडिया वेबसाइट अभी लाइव नहीं हुई है। प्राइसिंग भी अनाउंस नहीं की गई हैं और हम अभी इंडियन कस्टमर्स से कोई ऑर्डर नहीं ले रहे हैं। ये डमी टेस्ट डेटा था, जो वेबसाइट पर गलती से दिखाई दे गया था। असली प्राइसिंग इससे अलग होगी। ये गड़बड़ी कॉन्फिगरेशन ग्लिच की वजह से हुई थी, जो कुछ ही देर में ठीक भी कर दी गई।' स्टारलिंक का भारत में क्या प्लान है? स्टारलिंक भारत में हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट लाने की तैयारी में है। खासकर उन इलाकों में जहां टेरेस्ट्रीयल ब्रॉडबैंड कमजोर है। कंपनी का फोकस प्लग-एंड-प्ले इंस्टॉलेशन, 99.9% से ज्यादा अपटाइम, एक्सट्रीम वेदर रेसिस्टेंस और अनलिमिटेड डेटा कैप्स पर है। हालांकि, अभी सर्विस एक्टिवेट करने के लिए कंपनी को भारत सरकार से फाइनल अप्रूवल मिलना बाकी है। लॉरेन ड्रेयर ने कहा, 'हमारी टीम अप्रूवल्स पर फोकस्ड है। इंडिया के लोगों को स्टारलिंक के हाई-स्पीड इंटरनेट से कनेक्ट करने को उत्सुक हैं।' कंपनी ने बेंगलुरु में पेमेंट्स मैनेजर, अकाउंटिंग मैनेजर, सीनियर ट्रेजरी एनालिस्ट और टैक्स मैनेजर जैसी चार पोजिशन्स के लिए हायरिंग शुरू की है, जो इंटरनेशनल एक्सपेंशन प्लान का हिस्सा है। महाराष्ट्र सरकार के साथ LoI साइन किया महाराष्ट्र गवर्नमेंट ने हाल ही में स्टारलिंक के साथ लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) साइन किया। ये डील मुंबई में CM देवेंद्र फडणवीस और IT मिनिस्टर आशीष शेलार की मौजूदगी में हुई। LoI के तहत गड़चिरोली, नंदुरबार, धाराशिव और वाशिम जैसे रिमोट डिस्ट्रिक्ट्स में सर्विस डिप्लॉय होगी। ये गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशन्स, रूरल कम्युनिटीज और पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए होगा। CM फडणवीस ने कहा था, 'मुंबई में स्टारलिंक की वाइस प्रेसिडेंट लॉरेन ड्रेयर का स्वागत करना शानदार रहा। महाराष्ट्र पहला स्टेट है जो स्टारलिंक के साथ फॉर्मल पार्टनरशिप कर रहा। इलॉन मस्क की कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी ICT कंपनी है, जिसके पास सबसे ज्यादा कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स हैं।' स्टारलिंक का ग्लोबल एक्सपेशन स्टारलिंक स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो हजारों सैटेलाइट्स से ग्लोबल इंटरनेट कवरेज देता है। भारत में एंट्री लंबे समय से डिले हो रही थी, लेकिन अब अप्रूवल्स क्लियर होते दिख रहे हैं। ये सर्विस खासकर रूरल और अंडरसर्व्ड एरियाज के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है, जहां फाइबर या मोबाइल नेटवर्क कमजोर हैं। कंपनी का दावा है कि ये सर्विस एक्सट्रीम कंडीशन्स में भी काम करेगी, जैसे भारी बारिश या दूरदराज इलाके। भारत लॉन्च से स्टारलिंक की मार्केट वैल्यू और बढ़ेगी, क्योंकि यहां 1.4 बिलियन पॉपुलेशन है और डिजिटल डिवाइड बड़ा चैलेंज है। आगे क्या होगा, कब लॉन्च होगी सर्विस? स्टारलिंक जल्द फाइनल अप्रूवल्स लेने पर काम कर रही है। अप्रूवल मिलते ही वेबसाइट एक्टिवेट हो जाएगी और प्राइसिंग अनाउंस होंगी। महाराष्ट्र से शुरुआत हो सकती है, लेकिन नेशनल लेवल पर रोलआउट प्लान्ड है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये भारत की डिजिटल इकोनॉमी को बूस्ट देगा। कंपनी ने कहा कि असली प्राइसिंग कस्टमर्स को सूट करने वाली होगी, लेकिन अभी कोई टाइमलाइन नहीं दी। अगर सब ठीक रहा, तो 2026 की शुरुआत तक सर्विस स्टार्ट हो सकती है। ये खबर भी पढ़ें... स्टारलिंक मंथली ₹8,600 में अनलिमिटेड इंटरनेट देगी: 220+ Mbps की स्पीड; जियो-एयरटेल ₹1,600 में देते हैं 300 Mbps स्पीड वाला प्लान इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने भारत में अपने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक की प्राइसिंग का ऐलान कर दिया है। रेसीडेंशियल प्लान के लिए यूजर्स को ₹8,600 हर महीने देने होंगे। वहीं, हार्डवेयर के रूप में एक सैटेलाइट डिश किट लेनी होगी, जिसकी कीमत ₹34,000 है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 9 Dec 2025 9:21 am

हार्ले डेविडसन X440 T लॉन्च, कीमत 2.79 लाख:रोडस्टर बाइक में ABS के साथ ट्रैक्शन कंट्रोल फीचर, CVO स्ट्रीट ग्लाइड और रोड ग्लाइड भी पेश

हार्ले डेविडसन ने अपनी पॉपुलर रोडस्टर बाइक X440 सीरीज में नया वैरिएंट X440 T लॉन्च किया है। कंपनी ने इसे भी हीरो मोटोकॉर्प के साथ मिलकर बनाया है। बाइक X440 पर ही बेस्ड है, लेकिन इसके रियर डिजाइन को बदला गया है साथ ही कुछ नए फीचर्स भी जोड़े गए हैं। इसमें राइड-बाय-वायर थ्रॉटल के साथ राइडिंग मोड्स, स्विचेबल ABS और स्विचेबल ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे फीचर्स शामिल हैं। प्रीमियम रोडस्टर बाइक की भारत में एक्स-शोरूम कीमत 2.79 लाख रुपए रखी गई है, जो इसके लाइनप में सबसे महंगा है। कंपनी ने X440 के अन्य वैरिएंट विविड की कीमत में 25 हजार और S वैरिएंट की कीमत में 24,600 रुपए की कीमत में कटौती की है। इसके अलावा सबसे सस्ते और पुराने डेनिम वैरिएंट को डिस्कंटीन्यू कर दिया गया है। नई X440 T की बुकिंग शुरू कर दी गई है और जल्द ही डिलीवरी शुरू की जाएगी। इसे हार्ले-डेविडसन और हीरो प्रेमिया डीलरशिप्स से बेचा जाएगा। बाइक का मुकाबला रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350, येज्दी रोडस्टर, जावा 350, होंडा CB350 और ट्रायम्फ स्पीड 400 से है। डिजाइन: न्यू डिजाइन रियर प्रोफाइल X440 T में सबसे बड़ा बदलाव रियर डिजाइन में है, जो हार्ले की पुरानी XR1200 से इंस्पायर्ड है। इसमें न्यू डिजाइन रियर फेंडर को पतला किया गया है और टेल लाइट अंदर ही फिट की गई है। इसके अलावा रोडस्टर बाइक में नई रिब्ड (लाइन वाली) रियर सीट, रीडिजाइन ग्रैब हैंडल्स, पहले से ज्यादा चौड़ा और फ्लैट हैंडलबार, बार-एंड मिरर्स और न्यू डिजाइन एग्जॉस्ट मिलता है। बाइक में 4 नए कलर ऑप्शन मिलते हैं। टैंक, साइड पैनल और टेल पर अपडेटेड ग्राफिक्स हैं, जिससे ये स्टैंडर्ड X440 से अलग लगती है। फ्यूल टैंक पर 3D एम्ब्लेम की जगह स्टिकर्स लगाए गए हैं। न्यू हार्ले-डेविडसन X440 T में पहले की तरह स्क्वॉयरिश फ्यूल टैंक, LED DRLs के साथ गोल हेडलाइट, हेडलाइट के ऊपर राउंड स्पीडो मीटर, चौड़े हैंडलबार के साथ इंडिकेटर्स और मिरर्स दिए हैं। हेडलाइट में रिंग जैसा LED प्रोजेक्टर दिया गया है, जिसके ऊपर हार्ले-डेविडसन लिखा है। डायमेंशंस स्टैंडर्ड X440 जैसे ही हैं, लेकिन कर्ब वेट 1.5kg बढ़ाकर 192kg किया गया है। परफॉर्मेंस: सेफ राइडिंग के लिए स्विचेबल ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम X440 T में परफॉर्मेंस के लिए स्टैंडर्ड X440 वाली ही 440cc का सिंगल-सिलेंडर, एयर/ऑयल-कूल्ड इंजन दिया गया है, जो 30bhp की पावर और 40Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ राइड-बाय-वायर सिस्टम है। स्विचेबल रियर ABS और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे फीचर्स इसे सेफ और फन राइडिंग के लिए परफेक्ट बनाते हैं। राइड-बाय-वायर थ्रॉटल के साथ दो राइडिंग मोड्स- रोड और रेन मिलते हैं, जो अलग-अलग कंडीशंस में बाइक को कंट्रोल करते हैं। पैनिक ब्रेकिंग अलर्ट सिस्टम भी है, जो हार्ड ब्रेकिंग के दौरान इंडिकेटर्स को फ्लैश करता है। रोड मोड में फुल परफॉर्मेंस मिलती है, ABS और ट्रैक्शन कंट्रोल ऑफ रहते हैं। रेन मोड में टॉर्क करीब 10% कम हो जाता है और सेफ्टी फीचर्स ऑन रहते हैं। माइलेज की ऑफिशियल फिगर नहीं हैं, लेकिन यूजर्स रिव्यूज से 30-35kmpl की उम्मीद की जा सकती है। हार्ले-डेविडसन X440: ब्रेकिंग और फीचर्स हार्ले-डेविडसन X440 T में कंफर्ट राइडिंग के लिए फ्रंट टेलिस्कोपिक फोर्क्स और रियर ट्विन शॉक एब्जॉर्वर्स दिए गए हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम के साथ डुअल-चैनल ABS (फ्रंट और रियर में डिस्क ब्रेक) दिए गए हैं। बाइक में 18 इंच के फ्रंट और 17 इंच के रियर अलॉय व्हील हैं। इसमें स्मार्टफोन कनेक्टिविटी के साथ नेविगेशन, कॉल और मैसेज को मैनेज करने वाली एक TFT यूनिट दी गई है। इसके अलावा एक USB चार्जिंग सॉकेट भी दिया गया है। हार्ले-डेविडसन CVO स्ट्रीट ग्लाइड और रोड ग्लाइड भी लॉन्च हार्ले-डेविडसन का CVO (कस्टम व्हीकल ऑपरेशंस) डिपार्टमेंट क्रूजर बाइक्स को एडवांस और नया लुक देने के लिए जाना जाता है। अब कंपनी ने भारतीय बाजार में हार्ले-डेविडसन CVO स्ट्रीट ग्लाइड और CVO रोड ग्लाइड लॉन्च की है। स्ट्रीट ग्लाइड की एक्स-शोरूम कीमत 63.03 लाख रुपए और रोड ग्लाइड की कीमत 67.37 लाख रुपए रखी गई है। दोनों बाइक लक्जरी टूरिंग सेगमेंट में उतारी गई हैं। इनकी बुकिंग शुरू कर दी गई है, डिलीवरी जल्द शुरू होगी। हार्ले-डेविडसन CVO स्ट्रीट ग्लाइड हार्ले-डेविडसन CVO स्ट्रीट ग्लाइड

दैनिक भास्कर 8 Dec 2025 7:00 pm

चैटजीपीटी हेड बोले- एप में विज्ञापन दिखने की अफवाहें गलत:यूजर्स ने सोशल मीडिया पर चैटजीपीटी एप में एड दिखने का दावा किया था

सोशल मीडिया पर चैटजीपीटी में एड दिखने के दावों के बीच ओपनएआई के वाइस प्रेसिडेंट और चैटजीपीटी हेड निक टर्ले ने X पर पोस्ट करके साफ किया कि कंपनी चैटजीपीटी पर ऐड्स टेस्ट नहीं कर रही है। उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर जो भी स्क्रीनशॉट शेयर किए जा रहे हैं वे या तो फेक हैं या विज्ञापन नहीं हैं। कुछ यूजर्स ने सोशल मीडिया पर ऐड्स जैसे प्रॉम्प्ट्स के स्क्रीनशॉट शेयर किए थे। ओपनएआई के चीफ रिसर्च ऑफिसर मार्क चेन ने भी माना है कि चैटजीपीटी सजेशन्स विज्ञापन जैसे लगे, लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है। यूजर्स ने सोशल मीडिया पर विज्ञापन के स्क्रीनशॉट शेयर किए कुछ यूजर्स ने चैटजीपीटी एप में प्रॉम्प्ट्स में विज्ञापन दिखाने के स्क्रीनशॉट शेयर किए। टर्ले ने X पर लिखा, चैटजीपीटी में विज्ञापन की अफवाहों से कन्फ्यूजन हो रहा है। लेकिन विज्ञापन पर कोई लाइव टेस्ट नहीं किया जा रहा है। अगर ऐड्स लाएंगे तो थॉटफुल अप्रोच लेंगे। मार्क चेन ने कहा, जो भी ऐड जैसा लगे, उसे केयर से हैंडल करना चाहिए। लेकिन हमने मॉडल की प्रिसिजन सुधारने के लिए सजेशन्स बंद कर दिए। इससे यूजर्स की कन्फ्यूजन हुआ। बेहतर कंट्रोल्स पर काम कर रहे हैं ताकि यूजर्स इसे ऑफ कर सकें। सैम ऑल्टमैन ने रेड कोड दिया यह कंट्रोवर्सी तब आई जब ओपनएआई ने चैटजीपीटी सजेशन्स रोलआउट किए। यूजर्स को शॉपिंग और ऐप्स से जुड़े प्रॉम्प्ट्स दिखे, जो ऐड्स जैसे लगे। वहीं वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, CEO सैम ऑल्टमैन ने इंटरनल मेमो में चैटजीपीटी के लिए कोड रेड कॉल किया है। इससे हेल्थ, शॉपिंग पर AI एजेंट्स और पर्सनल असिस्टेंट पल्स जैसे प्रोजेक्ट्स पॉज हो गए। पहले कोड ऑरेंज मॉडल परफॉर्मेंस सुधारने के लिए था। ओपनएआई में कलर-कोड सिस्टम यूज होता है, रेड सबसे हाई प्रायोरिटी है। कोड रेड और कोड ऑरेंज का मतलब क्या है? कोड रेड और कोड ऑरेंज ओपनएआई कंपनी के अंदर इस्तेमाल होने वाले अलर्ट हैं। जैसे आर्मी में रेड अलर्ट सबसे खतरनाक होता है, वैसे ही कोड रेड मतलब सबसे हाई प्रायोरिटी यानी सब कुछ रोककर एक काम पर फोकस करो, ये बहुत जरूरी है। अभी सैम ऑल्टमैन ने चैटजीपीटी के लिए कोड रेड लगाया है, यानी सारे इंजीनियर्स सिर्फ चैटजीपीटी को बेहतर बनाने में लगे हैं। कोड ऑरेंज उससे थोड़ा कम सीरियस होता है। ये भी जरूरी है, लेकिन अभी रेड जितना नहीं। मतलब कंपनी के अंदर रंगों से पता चल जाता है कि कौन सा प्रोजेक्ट सबसे ऊपर है।

दैनिक भास्कर 8 Dec 2025 3:31 pm

स्टारलिंक मंथली ₹8,600 में अनलिमिटेड इंटरनेट देगी:डाउनलोड स्पीड 220+ Mbps तक होगी; इंस्टॉल करने के लिए हार्डवेयर ₹34,000 में मिलेगा

इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने भारत में अपने सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक की प्राइसिंग का ऐलान कर दिया है। रेसीडेंशियल प्लान के लिए यूजर्स को ₹8,600 हर महीने देने होंगे। वहीं, हार्डवेयर के रूप में एक सैटेलाइट डिश किट लेनी होगी, जिसकी कीमत ₹34,000 है। कंपनी ने कहा है कि यूजर्स को पहले 30 दिन के ट्रायल का मौका मिलेगा, अगर वो इससे संतुष्ट नहीं होंगे तो पुरा पैसा रिफंड हो जाएगा। सर्विस जनवरी 2026 तक शुरू हो सकती है। सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू होने से अनलिमिटेड डेटा के साथ 99.9% अपटाइम मिलेगा, जो ग्रामीण और दूरदराज इलाकों के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है। 220+ Mbps होगी डाउनलोड स्पीड सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचेगा इंटरनेट? 3 सवाल-जवाब में जानें स्टारलिंक से जुड़ी जरूरी बातें... सवाल 1: स्टारलिंक क्या है और ये खास क्यों है? जवाब: स्टारलिंक, स्पेसएक्स का प्रोजेक्ट है, जो सैटेलाइट्स के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। इसके सैटेलाइट्स पृथ्वी के करीब घूमते हैं, जिससे इंटरनेट तेज और स्मूथ चलता है। ये खासकर उन इलाकों के लिए फायदेमंद है, जैसे गांव या पहाड़, जहां आम इंटरनेट नहीं पहुंचता। सवाल 2: आम लोगों को क्या फायदा होगा? जवाब: स्टारलिंक से गांवों और दूर-दराज के इलाकों में इंटरनेट पहुंचेगा, जिससे ऑनलाइन एजुकेशन, टेलीमेडिसिन, और बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, टेलीकॉम मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ने से सस्ते और बेहतर प्लान्स मिल सकते हैं। सवाल 3: स्टारलिंक को लाइसेंस मिलने में इतना वक्त क्यों लगा? जवाब: स्टारलिंक 2022 से कोशिश कर रही थी, लेकिन सिक्योरिटी चिंताओं की वजह से देरी हुई। भारत सरकार ने डेटा सिक्योरिटी और कॉल इंटरसेप्शन जैसी शर्तें रखी थीं। स्टारलिंक ने इन शर्तों को माना, और मई 2025 में लेटर ऑफ इंटेंट मिलने के बाद अब लाइसेंस मिल गया।

दैनिक भास्कर 8 Dec 2025 2:19 pm

नेटफ्लिक्स का वॉर्नर ब्रदर्स को खरीदना बाजार के लिए खतरा:ट्रम्प ने चिंता जताई, बोले- मैं इस डील में शामिल रहूंगा; फेडरल अथॉरिटी डील की जांच कर रही

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने नेटफ्लिक्स और वॉर्नर ब्रदर्स के बीच हो रही मल्टी-बिलियन डॉलर डील पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि नेटफ्लिक्स का मार्केट शेयर पहले से ही बहुत बड़ा है, जो इस डील से और बढ़ सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि नेटफ्लिक्स का वॉर्नर ब्रदर्स को खरीदना बाजार के लिए खतरा भी हो सकता है। ट्रम्प ने साफ कहा कि वे इस डील से जुड़े फैसले में खुद शामिल रहेंगे। हॉलीवुड में एंटीट्रस्ट की चिंताओं के बीच फेडरल अथॉरिटी डील की जांच भी कर रही है। ट्रम्प की चिंता- OTT दिग्गजों का बढ़ता दबदबा ट्रम्प ने कहा कि नेटफ्लिक्स का मार्केट शेयर पहले से ही बहुत ज्यादा है और यह एक समस्या हो सकती है। उनका मानना है कि यह डील मीडिया लैंडस्केप को हिला देगी। OTT प्लेटफॉर्म्स का दबदबा बढ़ने से कॉम्पिटिशन कम हो सकता है, जो कंज्यूमर्स के लिए अच्छा नहीं है। हॉलीवुड में भी इस डील को लेकर विरोध हो रहा है। वहां कंसोलिडेशन की आशंका से एंटीट्रस्ट चिंताएं बढ़ गई हैं। फेडरल अथॉरिटी देख रही है कि क्या यह डील आगे बढ़नी चाहिए या नहीं। ट्रम्प का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब डील का रिव्यू चल रहा है। ट्रम्प का बयान इस डील में सीधा दखल ट्रम्प ने कहा कि मैं इस डील के फैसले में शामिल रहूंगा। व्हाइट हाउस का इस डील से सीधा कनेक्शन हो सकता है। वे चाहते हैं कि मार्केट में बैलेंस बना रहे। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि ट्रम्प ने नेटफ्लिक्स के को-सीईओ टेड सरेंडोस की तारीफ भी की। ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने मूवीज के इतिहास में सबसे शानदार काम किया है। ट्रम्प का यह रुख दिखाता है कि वे बिजनेस डील्स में पर्सनल टच रखना पसंद करते हैं। पहले भी उन्होंने कई मर्जर-एक्विजिशन में दखल दिया है। आगे क्या होगा, रेगुलेटरी चुनौतियां और संभावनाएं अभी इस डील को मंजूरी मिलना बाकी है। अगर फेडरल अथॉरिटी ने ग्रीन सिग्नल दिया, तो नेटफ्लिक्स का कंटेंट पोर्टफोलियो और मजबूत हो जाएगा। लेकिन एंटीट्रस्ट इश्यूज से डील में देरी या बदलाव हो सकता है। हॉलीवुड के लिए यह एक बड़ा शेकअप होगा। क्योंकि इस डील से कंटेंट क्रिएटर्स और स्टूडियोज पर असर पड़ सकता है। वहीं यह डील कंज्यूमर्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, अगर उन्हें ज्यादा कंटेंट एक ही जगह मिल जाए। लेकिन ट्रम्प की चिंता सही साबित हुई, तो डील रद्द भी हो सकती है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि OTT सेक्टर में कंसोलिडेशन जारी रहेगा, लेकिन रेगुलेशन टाइट होगा। यह खबर भी पढ़ें... नेटफ्लिक्स ने वॉर्नर ब्रदर्स स्टूडियो को खरीदने का ऐलान किया: ₹6.47 लाख करोड़ में डील हुई, इससे OTT प्लेटफॉर्म की कंटेंट लाइब्रेरी बढ़ेगी OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने वॉर्नर ब्रदर्स स्टूडियो को 72 बिलियन डॉलर यानी 6.47 लाख करोड़ रुपए में खरीदने का ऐलान किया है। ये डील एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक बड़ा मर्जर है, जो स्ट्रीमिंग और ट्रेडिशनल मीडिया को जोड़ेगी। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 8 Dec 2025 10:19 am

जोमैटो CEO दीपिंदर गोयल ने नया टेम्पल डिवाइस टीज किया:ब्रेन ब्लड फ्लो को रियल टाइम मॉनिटर करने और एजिंग स्लो करने का दावा

जोमैटो की पैरेंट कंपनी ईटर्नल के फाउंडर-सीईओ दीपिंदर गोयल ने अपना नया डिवाइस टेम्पल का टीजर इंस्टाग्राम पर शेयर किया। यह छोटा गोल्डन डिवाइस ब्रेन ब्लड फ्लो को रियल-टाइम मॉनिटर करता है। गोयल ने कैप्शन में लिखा, गेटिंग देयर। पहले उन्होंने इसे पहले माथे पर दाहिने ओर पहना था, जिससे सोशल मीडिया पर काफी क्यूरियोसिटी बढ़ी। डिवाइस गोयल के ग्रेविटी एजिंग हाइपोथेसिस पर रिसर्च का हिस्सा है। टेम्पल डिवाइस की डिटेल्स गोयल ने लिंक्डइन पर बताया कि टेम्पल एक एक्सपेरिमेंटल डिवाइस है जो ब्रेन फ्लो को एक्यूरेटली, रियल-टाइम और कंटीन्यूअस कैलकुलेट करता है। यह छोटा गोल्डन डिवाइस सिर पर लगता है। गोयल ने कहा कि यह उनके कंटिन्यू रिसर्च प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो ह्यूमन एग्जिस्टेंस एक्सप्लोरेशन पर काम करता है। पिछले दो साल से बायोलॉजी स्टडी कर रहे हैं ताकि एजिंग स्लो डाउन करने का तरीका ढूंढें। ग्रेविटी एजिंग हाइपोथेसिस क्या है? पिछले महीने गोयल ने लिंक्डइन पर सीरीज पोस्ट की, जिसमें ग्रेविटी एजिंग हाइपोथेसिस बताया। उन्होंने कहा कि ग्रेविटी डायरेक्टली ह्यूमन एजिंग को इन्फ्लुएंस कर सकती है। न्यूटन ने नाम दिया, आइंस्टीन ने कहा कि यह स्पेस-टाइम बेंड करता है। मैं कहता हूं कि ग्रेविटी लाइफस्पैन शॉर्ट करती है। गोयल ने तीन आइडियाज लिंक किए।अपराइट पोस्चर से ब्रेन ब्लड फ्लो में स्लाइट रिडक्शन, हाइपोथैलेमस और ब्रेनस्टेम न्यूरॉन्स की सेंसिटिविटी, और इन रीजन का एजिंग रेगुलेट करने में रोल। कस्टमर्स का ट्रस्ट खोना मेरा गेम नहीं गोयल ने कहा, मैं ईटर्नल के CEO के तौर पर नहीं, बल्कि एक क्यूरियस ह्यूमन के तौर पर शेयर कर रहा हूं। हाइपोथेसिस को डिवाइस प्रमोट करने के आरोप पर बोले, टेम्पल छोटी क्यूट कंपनी बनेगी, अगर बनेगी। ईटर्नल से तुलना नहीं है। हमने हाइपोथेसिस को मार्केटिंग गिमिक के लिए नहीं बनाया। कस्टमर्स का ट्रस्ट खोना मेरा गेम नहीं है। गोयल का एजिंग स्लो करने पर फोकस गोयल का कंटिन्यू रिसर्च प्रोजेक्ट एजिंग स्लो करने पर फोकस कर रहा है। टेम्पल डिवाइस ग्रेविटी हाइपोथेसिस को टेस्ट करने का टूल बनेगा। गोयल ने कहा कि यह साइंटिफिक लेकिन अनकन्वेंशनल है। रिसर्च जारी है, डिवाइस लॉन्च पर अपडेट देंगे।

दैनिक भास्कर 7 Dec 2025 8:02 pm

बजाज पल्सर N160 का नया वैरिएंट भारत में लॉन्च:अपडेटेड बाइक में गोल्डन USD फोर्क और सिंगल स्प्लिट-सीट, कीमत ₹1.24

बजाज ऑटो ने 160cc सेगमेंट में अपनी पॉपुलर बाइक पल्सर N160 का नया वैरिएंट लॉन्च किया है। इसमें गोल्डन कलर का इनवर्टेड USD फोर्क और सिंगल-सीट लेआउट दिया गया है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1,23,983 रुपए रखी गई है। नया वैरिएंट इसके टॉप वैरिएंट से 2000 सस्ता है। बाइक देशभर में सभी डिलरशिप पर अवेलेबल है। बाइक का मुकाबला TVS अपाचे RTR 160 4V , हाल ही में अपडेट की गई हीरो एक्सट्रीम 160R 4V, और 2025 यामाहा FZ-S Fi से है। कंपनी का कहना है कि ग्राहकों की डिमांड पर ये अपडेट लाया गया है। कंपनी की रिसर्च से पता चला कि कई ग्राहक सिंगल पीस सीट को ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि ये लॉन्ग राइड्स में कम्फर्ट देती है। पहले USD फोर्क सिर्फ टॉप वैरिएंट में था, लेकिन अब ये फीचर कीम कीमत में अवेलेबल हो गया है। कुल मिलाकर N160 के अब 4 वैरिएंट हो गए हैं। पल्सर N160: वैरिएंट्स वाइस प्राइस ​​​​​​​ डिजाइन: LED हेडलाइट के साथ गोल्डन पेंटेड इनवर्टेड फोर्क नए वैरिएंट में गोल्डन पेंटेड इनवर्टेड फोर्क (USD फोर्क) सबसे हाइलाइट फीचर है। ये फोर्क न सिर्फ लुक को प्रीमियम बनाता है, बल्कि हैंडलिंग को भी बेहतर करता है। सिंगल पीस सीट को वापस लाया गया है, जो पहले के लोअर वैरिएंट्स में था। बाइक का ओवरऑल डिजाइन एग्रेसिव है, जिसमें LED हेडलाइट और मस्कुलर फ्यूल टैंक शामिल हैं। कलर ऑप्शन में पहले की तरह ही 4 शेड्स हैं। इसमें पर्ल मेटालिक व्हाइट, रेसिंग रेड, पोलर स्काई ब्लू और ब्लैक कलर शामिल है। डायमेंशंस में कोई बदलाव नहीं है। पहले की तरह ही इसकी लंबाई 2212mm, चौड़ाई 744mm और व्हीलबेस 1352mm है। परफॉर्मेंस: 45-60kmpl का माइलेज नई पल्सर N160 में में कोई भी मैकैनिकली बदलाव नहीं किए गए है। इसमें परफॉर्मेंस के लिए 165 cc का सिंगल-सिलेंडर इंजन दिया गया है, जो 17 hp की मैक्सिमम पावर और 14.3 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन की बात करें तो इंजन को 5-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। सिटी राइडिंग में माइलेज करीब 45kmpl और हाईवे पर 60kmpl तक मिल सकता है। टॉप स्पीड 120kmph के आसपास है। पल्सर N160 : ब्रेकिंग और सस्पेंशन कंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक के फ्रंट में गोल्डन कलर के USD फोर्क्स और रियर में नाइट्रोक्स गैस-चार्ज्ड मोनोशॉक एब्जॉर्बर सस्पेंशन दिए गए हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए पल्सर N160 में डुअल चैनल ABS के साथ 300mm फ्रंट डिस्क ब्रेक दिए गए हैं और रियर में 230mm डिस्क ब्रेक मिलते हैं। वहीं, बाइक के दोनों तरफ 17 इंच के अलॉय दिए गए हैं। इनमें फ्रंट व्हील पर 100/80-17 सेक्शन और रियर व्हील 130/70-17 सेक्शन के ट्यूबलेस टायर मिलते हैं। फीचर्स: ब्लूटूथ कनेक्टेड LCD कंसोल और नेविगेशन बाइक में फुली डिजिटल LCD कंसोल दिया गया है, जो ब्लूटूथ से कनेक्ट होता है। कंपनी ने अपडेटेड बाइक में फुली डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया है। इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर को ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के जरिए बजाज राइड कनेक्ट एप से जोड़ा जा सकता है। इससे राइडर बाएं हाथ के स्विचगियर पर एक बटन का इस्तेमाल करके कॉल रिसीव या रिजेक्ट भी कर सकता है। ये डिस्प्ले फोन की बैटरी और सिग्नल की स्थिति दिखाता है। इसके अलावा, कंसोल स्पीडोमीटर, ओडोमीटर, टैकोमीटर, गियर पोजीशन इंडिकेटर, रियल टाइम फ्यूल एफिशिएंसी और एवरेज माइलेज भी देख सकते हैं। बाइक में डुअल-चैनल ABS के 3 मोड्स- सेफ्टी बढ़ाते हैं।​​​​​​​

दैनिक भास्कर 6 Dec 2025 10:28 pm

क्विक डिलीवरी एप्स पर जंक-फूड का ऑप्शन आधे से ज्यादा:10 में से 4 घर के बच्चे मंगवा रहे नूडल्स, चिप्स और चॉकलेट; पैरेंट्स बोले- वार्निंग लेबल लगे

भारत के शहरी इलाकों में जंक फूड का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोकलसर्कल्स के सर्वे के अनुसार, क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर बिकने वाले पैकेज्ड फूड आइटम्स में आधे से ज्यादा हाई फैट, शुगर, सॉल्ट (HFSS) वाले या अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड (UPF) हैं। सर्वे में 39% घरों ने बताया कि वे सॉफ्ट ड्रिंक्स, बिस्किट, चिप्स, नूडल्स जैसे आइटम रेगुलर खरीदते हैं, यानी हर 10 में 4 घर से जंक फूड ऑर्डर किया जा रहा है। खास बात ये है कि ऑर्डर करने वालों में बच्चे और यूवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। कोविड के बाद अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की सेल वैल्यू 10% से ऊपर पहुंच गई है, जो हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे मोटापा, डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ा रही है। रिपोर्ट में बताया कि हर 10 में से 9 पैरेंट्स ने जंक फूड पर रेड कोडिंग लगाने की मांग की है। जंक फूड का जेन Z में सबसे ज्यादा क्रेज रिपोर्ट के अनुसार, इन प्लेटफॉर्म्स पर हर दो में से एक आइटम जंक या हाई-फैट, हाई-शुगर, हाई-सॉल्ट (HFSS) वाला है। ये वही चीजें हैं जो बच्चे सबसे ज्यादा ऑर्डर करते हैं। इसमें बिस्किट, कोल्ड ड्रिंक, चिप्स, नूडल्स, चॉकलेट और आइसक्रीम शामिल है। ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर इतने ज्यादा ऑप्शन होने से बच्चों के लिए इनसे दूर रहना मुश्किल हो जाता है। रिपोर्ट में पाया गया कि जंक या अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड (UPF) की डिमांड कोविड के बाद 'V-शेप्ड' बढ़ रही है। खासकर जेन Z में ये ट्रेंड ज्यादा है, क्योंकि क्विक डिलीवरी और लो कॉस्ट की वजह से ये आसानी से मिल जाते हैं। 10 में से 9 पैरेंट्स एप्स पर रेड वार्निंग लेबल चाहते हैं लोकलसर्कल्स ने जुलाई-सितंबर 2024 के बीच देशभर के 277 जिलों में 42,000 से ज्यादा लोगों का सर्वे किया। इनमें से 39% माता-पिता ने बताया कि उनके बच्चे नियमित रूप से इन एप्स से जंक फूड मंगाते हैं। सर्वे में पता चला कि 10 में से 9 माता-पिता चाहते हैं कि एप्स पर भी रेड वार्निंग लेबल दिखाया जाए, ताकि बच्चे समझ सकें कि कौन-सी चीज स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। लेकिन फिलहाल, ज्यादातर एप्स ऐसी कोई जानकारी नहीं देते। स्वाद और अवेलेबलिटी की वजह से लत लग रही पिछले साल ICMR और NIN ने साफ कहा था कि UPF में फाइबर और पोषक तत्व में कम, लेकिन शुगर, नमक और तेल में अत्यधिक होते हैं। इनका स्वाद ऐसा होता है कि ये जल्दी लत लगा देते हैं और इनकी उपलब्धता पूरे देश में इतनी आसान है कि लोग इन्हें रोजमर्रा के खाने में शामिल करने लगे हैं। इकॉनोमिक सर्वे ने भी बताया कि भारत के 56% से ज्यादा रोगों की जड़ अस्वास्थ्यकर भोजन है, जिसमें जंक फूड मुख्य भूमिका निभा रहा है। अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड क्या है? अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड वे खाद्य पदार्थ होते हैं, जो इंडस्ट्रियल प्रोसेसिंग से तैयार किए जाते हैं। इनमें प्रिजर्वेटिव, इमल्सीफायर, आर्टिफिशियल फ्लेवर, कलर, एडेड शुगर, सेचुरेटेड फैट और नमक जैसी कई चीजें मिलाई जाती हैं। इनका उद्देश्य फूड को लंबे समय तक खराब होने से बचाना और उसे स्वाद व दिखने में अधिक आकर्षक बनाना होता है। आसान भाषा में कहें तो ये रेडी-टू-ईट फूड्स होते हैं, जिन्हें बार-बार गर्म करने या पकाने की जरूरत नहीं होती है। इनमें फ्रोजन फूड्स, शुगरी ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड मीट, इंस्टेंट नूडल्स, पिज्जा, बर्गर, मोमोज, फ्रेंच फ्राईज, चिप्स, नमकीन, कुकीज, केक और मफिन जैसे प्रोडक्ट्स शामिल होते हैं, जो दिखने और खाने में तो लाजवाब होते हैं, लेकिन स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक हैं।

दैनिक भास्कर 6 Dec 2025 8:17 pm

फोन में प्रोसेसर कौन सा चुनें, रैम कितनी जरूरी:नया फोन खरीदने से पहले इन 9 फीचर्स के बारे में जानिए

आज बाजार में हर बजट, हर जरूरत और हर यूजर के लिए फोन मिल रहा है। सिर्फ ब्रांड या विज्ञापन देखकर फोन खरीद लेना समझदारी नहीं है। अगर आप नया फोन लेने जा रहे हैं तो ये 9 बातें जानना जरूरी है। फोन में रैम, प्रोसेसर या डिस्प्ले चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें... 1. आपको कितनी RAM चाहिए? RAM फोन की एक्टिव मेमोरी है जो फोन को एक-एक काम तेजी से करने में मदद करती है। इसे रेस्टोरेंट के वेटर से समझें। रेस्टोरेंट में वेटर जितने ज्यादा होंगे, सर्विस उतनी तेज होगी। वैसे ही रैम जितनी ज्यादा होगी, फोन एक साथ अधिक एप्स खोलकर लैग (फंसेगा) नहीं करेगा। 15 हजार रुपए तक के फोन में 6 से 8GB रैम ठीक है। 2. प्रोसेसर क्या है... कैसे चुनें? प्रोसेसर फोन की स्पीड और क्षमता तय करता है। इस समय स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 और मीडियाटेक डाइमेंसिटी 9500 टॉप लेवल माने जाते हैं। प्रोसेसर का चिप साइज भी जरूरी होता है। यह नैनोमीटर में हाेता है। इसका आंकड़ा कम होना बेहतर है। जैसे 3nm चिप 4nm से आगे मानी जाती है। 3. एमोलेड-एलीसीडी डिस्प्ले में अंतर? LCD: ट्रेडिशनल डिस्प्ले होता है। सस्ता और बैकलाइट इस्तेमाल करता है (एक तरह की ट्यूबलाइट जैसी रोशनी)। AMOLED: यह हर पिक्सल खुद रोशन करता है। इसका फायदा है कि कलर ऑरिजनल लगते हैं और पावर कम खर्च होती है। फिल्में-सीरीज और डीप कॉन्ट्रास्ट के लिए एमोलेड बेहतर है। 4. रिफ्रेश रेट क्या होता है? रिफ्रेश-रेट बताती है कि स्क्रीन एक सेकेंड में कितनी बार खुद को अपडेट करती है। 60Hz यानी 60 बार/सेकंड, 90Hz/120Hz यानी ज्यादा स्मूद एनीमेशन और स्क्रॉलिंग। 144Hz/165Hz यानी गेमिंग के लिए और भी स्मूद, पर फोन का प्रोसेसर और गेम दोनों सपोर्ट करना चाहिए। 5. कैमरा में मेगापिक्सल क्या? मेगापिक्सल पिक्सल की संख्या बताते हैं। जैसे 1MP यानी 10 लाख पिक्सल। 50MP यानी 5 करोड़ पिक्सल। लेकिन फोटो की क्वालिटी सिर्फ मेगापिक्सल पर निर्भर नहीं करती। सेंसर का साइज और अपर्चर ज्यादा महत्वपूर्ण है। कम रोशनी में अच्छी फोटो का राज होता है बड़ा सेंसर और छोटा अपर्चर नंबर। 6. मेन और अल्ट्रावाइड कैमरा जानें प्राइमरी कैमरा मेन कैमरा होता है और सबसे बेहतर क्वालिटी देता है। अल्ट्रावाइड कैमरा ज्यादा चौड़ा एंगल कैप्चर करता है। ग्रुप फोटो या लैंडस्केप के लिए बढ़िया है। टेलीफोटो कैमरा 2x, 3x या 5x जूम देता है। दूर की चीजें साफ दिखती हैं और पोट्रेट फोटो क्वालिटी में आती है। 7. IP रेटिंग क्या होती है? IP Rating बताती है कि फोन धूल और पानी से कितनी सुरक्षा देता है। IP68 सबसे भरोसेमंद रेटिंग मानी जाती है। इसका मतलब है कि यह फोन 15 फीट पानी में 30 मिनट तक टिक सकता है। ध्यान रखें कि IP Rating का मतलब यह नहीं कि पानी से खराब होने पर वारंटी मिलेगी। 8. eSIM कैसे अलग होती है? eSIM फोन के अंदर लगी होती है और सॉफ्टवेयर से एक्टिव होती है। इंटरनेशनल ट्रैवल में इसका बड़ा फायदा है। आप नई कंट्री का eSIM ले सकते हैं, बिना अपनी असली SIM निकाले। वापस आने पर पुराने SIM या eSIM को आसानी से री-एक्टिव किया जा सकता है। 9. एआई फीचर्स क्या हैं? अब कई फोन एआई वाले काम अपने अंदर ही कर लेते हैं, वो भी बिना इंटरनेट की मदद से। जैसे टेक्स्ट एडिट करना, छोटी कमांड्स चलाना, फोटो प्रोसेसिंग आदि। एंड्राइड में यह गूगल के जेमिनी नैनो मॉडल से चलता है। जानकारी टेक एक्सपर्ट तुषार मेहता (को-फाउंडर athenil) के पॉडकास्ट के आधार पर है।

दैनिक भास्कर 6 Dec 2025 3:08 pm

नेटफ्लिक्स ने वॉर्नर ब्रदर्स स्टूडियो को खरीदने का ऐलान किया:₹6.47 लाख करोड़ में डील हुई, इससे OTT प्लेटफॉर्म की कंटेंट लाइब्रेरी बढ़ेगी

OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने वॉर्नर ब्रदर्स स्टूडियो को 72 बिलियन डॉलर यानी 6.47 लाख करोड़ रुपए में खरीदने का ऐलान किया है। ये डील एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक बड़ा मर्जर है, जो स्ट्रीमिंग और ट्रेडिशनल मीडिया को जोड़ेगी। कंपनी के मुताबिक, ये खरीदारी उनके कंटेंट को और मजबूत करेगी। नेटफ्लिक्स के CEO टेड सारंडोस ने कहा, 'ये डील हमारी ग्रोथ को नई ऊंचाई देगी। वॉर्नर की फिल्में और शोज हमारी लाइब्रेरी का हिस्सा बनेंगे, जिससे यूजर्स को ज्यादा ऑप्शन्स मिलेंगे।' ये ऐलान गुरुवार को कंपनी की बोर्ड मीटिंग के बाद किया गया। डील के तहत नेटफ्लिक्स, वॉर्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (WBD) के फिल्म-टीवी स्टूडियोज और स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म (HBO Max और HBO) को अपने साथ मिलाएगा। नेटफ्लिक्स कैश और स्टॉक से वॉर्नर ब्रदर्स को पेमेंट करेगी ये डील 72 बिलियन डॉलर की है, जिसमें ज्यादातर कैश पेमेंट होगा और बाकी नेटफ्लिक्स के शेयर से भी पेमेंट किया जाएगा। वॉर्नर ब्रदर्स डिस्कवरी का हिस्सा है, जो पहले ही कई बिडर्स के चक्कर में था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, डिज्नी और अमेजन ने भी बिड लगाई थी, लेकिन नेटफ्लिक्स ने सबसे ऊंची बोली लगाई। डील अगले साल की पहली तिमाही में पूरी होने की उम्मीद है, बशर्ते रेगुलेटरी अप्रूवल मिल जाए। नेटफ्लिक्स के पास अभी दुनियाभर में 30 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं, जबकि वॉर्नर ब्रदर्स 13 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को सर्विस देता है। ये मर्जर दोनों की ऑडियंस को एक प्लेटफॉर्म पर ले आएगा। नेटफ्लिक्स की शुरुआत DVD से, वॉर्नर ब्रदर्स की हॉलीवुड हिस्ट्री नेटफ्लिक्स 1997 में रीड हेस्टिंग्स ने DVD रेंटल से शुरू किया था। आज ये ग्लोबल स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है, जिसका रेवेन्यू 2024 में 35 बिलियन डॉलर यानी 3.14 लाख करोड़ रुपए रहा। कंपनी ओरिजिनल कंटेंट पर फोकस करती है, जैसे स्ट्रेंजर थिंग्स और द क्राउन। वहीं वॉर्नर ब्रदर्स 1923 में बनी थी, जो हॉलीवुड के पुराने स्टूडियो में से एक है। ये बैटमैन, हैरी पॉटर जैसी फ्रेंचाइजी की मालिक है। 2022 में वॉर्नर डिस्कवरी का मर्जर हुआ था, लेकिन कंपनी डेट और कॉम्पिटिशन से जूझ रही थी। नेटफ्लिक्स के लिए ये खरीदारी सस्ते में क्वालिटी कंटेंट हासिल करने का मौका है। डील से स्ट्रीमिंग मार्केट में नेटफ्लिक्स का दबदबा बढ़ेगा इस डील से स्ट्रीमिंग वॉर में नेटफ्लिक्स आगे निकल जाएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वॉर्नर की 10 हजार से ज्यादा फिल्में और शोज नेटफ्लिक्स पर आ जाएंगी, जो यूजर्स को प्लेटफॉर्म पर रोकने में मदद करेंगी। लेकिन ये डील एंटी-ट्रस्ट चिंताओं को बढ़ावा दे सकती है, क्योंकि मार्केट शेयर 40% से ऊपर चला जाएगा। वॉर्नर के चेयरमैन डेविड जसलेव ने कहा, 'नेटफ्लिक्स के साथ पार्टनरशिप से हमारी क्रिएटिविटी को नया प्लेटफॉर्म मिलेगा।' इंडस्ट्री एनालिस्ट्स मानते हैं कि ये मर्जर छोटे प्लेयर्स जैसे पैरामाउंट को प्रेशर देगा। ज्यादा ओरिजिनल कंटेंट, ग्लोबल एक्सपेंशन की प्लानिंग डील के बाद नेटफ्लिक्स 2026 तक 50 नए ओरिजिनल शोज लॉन्च करने का प्लान कर रहा है, जिनमें वॉर्नर की IP इस्तेमाल होगी। कंपनी इंडिया और एशिया में एक्सपेंड करेगी, जहां अभी 5 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये डील स्ट्रीमिंग को मेनस्ट्रीम बनाएगी, लेकिन प्राइवेसी और कंटेंट रेगुलेशन पर फोकस बढ़ेगा। नेटफ्लिक्स अब AI टूल्स से पर्सनलाइज्ड रिकमेंडेशन पर काम भी करेगा। ये खबर भी पढ़ें... वेबसाइट्स को साइबर-अटैक से बचाने वाली क्लाउडफ्लेयर फिर डाउन: जीरोधा, ग्रो, कैनवा यूज करने में दिक्कत हुई; 16 दिन में दूसरी बार डाउन वेबसाइट्स को साइबर अटैक से बचाने वाली क्लाउडफ्लेयर शुक्रवार को फिर से डाउन हो गई। इससे जीरोधा, ग्रो, कैनवा, डाउंडिटेक्टर, जूम, एंजेल वन, अपस्टॉक्स जैसे कई प्लेटफॉर्म्स प्रभावित हुए। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 5 Dec 2025 6:59 pm

मोदी-पुतिन की फोर्च्यूनर राइड सोशल मीडिया पर वायरल:जानें जपानी ब्रांड की सफेद कार ही क्यों इस्तेमाल की, SUV ऑनर्स के लिए प्राउड मोमेंट बता रहे लोग

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर को 23वें भारत-रूस समिट के लिए दो दिन के भारत दौरे पर पहुंचे। उन्हें रिसीव करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर खुद दिल्ली के पालम एयरपोर्ट आए। यहां से दोनों लीडर एक ही कार में बैठकर पीएम आवास पहुंचे। खास बात ये रही कि ये कोई बुलेटप्रूफ कार नहीं, बल्कि वाइट कलर की टोयोटा फॉर्च्यूनर थी। अब प्रधानमंत्री और रूसी राष्ट्रपति की ये राइड अब इंटरनेट और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जहां लोग फॉर्च्यूनर ओनर्स के लिए 'प्राउड मोमेंट' बता रहे हैं। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स इसे पश्चिमी देशों के लिए एक डिप्लोमैटिक सिग्नल मान रहे हैं। चलिए जानते हैं सफेद कलर की कार का ही इस्तेमाल क्यों किया गया, ये जापानी ब्रांड की कार क्यों यूज की गई। साथ ही इस कार के बारे में डिटेल में जानेंगे... मोदी-पुतिन ऑफिशियल कार छोड़ टोयोटा फॉर्च्यूनर में एक साथ बैठे आमतौर पर विदेशी मेहमानों के लिए रेंज रोवर या मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें इस्तेमाल होती हैं। वहीं, पुतिन हर विदेशी दौरे पर अपनी बुलेटप्रूफ लिमोजिन कार ऑरस सीनेट का इस्तेमाल करते हैं और पीएम मोदी की ऑफिशियल कारें रेंज रोवर (यूके मेड) और मर्सिडीज-मेबैक S650 गार्ड हैं। दोनों लीडर ने अपनी कारों को छोड़ टोयोटा फॉर्च्यूनर में एक साथ सफर किया। इसके पीछे प्रधानमंत्री की रेंज रोवर और पुतिन की बुलेटप्रूफ लग्जरी कार ऑरस सीनेट भी चल रही थीं। वाइट फॉर्च्यूनर क्यों? अफसरों का कहना है कि ऐसी गाड़ियां हाल ही में अपडेट हुए VIP फ्लीट का हिस्सा हैं, जो हाई-प्रोफाइल मूवमेंट्स के लिए सेफ्टी, एमिशन और ऑपरेशनल स्टैंडर्ड्स को पूरा करने के लिए मेंटेन की जाती हैं। सिक्योरिटी एजेंसियां VIP मूवमेंट्स के लिए अक्सर वाइट फॉर्च्यूनर इस्तेमाल करती हैं, क्योंकि ये मॉडल गवर्नमेंट फ्लीट्स में काफी यूज होती हैं, कन्वॉय में आसानी से घुल-मिल जाती हैं और हाई स्टेबिलिटी व ग्राउंड क्लीयरेंस देती हैं। यूनिफॉर्म कलर और स्टैंडर्ड लुक की वजह से गाड़ी लो प्रोफाइल रख पाती है, साथ ही सेफ्टी भी सुनिश्चित हो जाती है। सिक्योरिटी प्रोटोकॉल्स कन्वॉय में आमतौर पर आर्मर्ड व्हीकल्स होते हैं, लेकिन ऑपरेशनल फ्लेक्सिबिलिटी के लिए फॉर्च्यूनर और इनोवा जैसी सपोर्टिंग कारें भी जोड़ी जाती हैं। फॉर्च्यूनर का रेगुलर रजिस्ट्रेशन प्लेट ध्यान खींच गया, क्योंकि VIP मूवमेंट्स में ज्यादातर स्पेशल नंबर प्लेट्स या अनमार्क्ड गाड़ियां इस्तेमाल होती हैं। हालांकि, अफसरों ने ये नहीं बताया कि महाराष्ट्र रजिस्टर्ड फॉर्च्यूनर क्यों यूज हुई, लेकिन सिक्योरिटी एजेंसियां हाई-प्रोफाइल विज़िट्स के लिए कई स्टेट्स में फ्लीट रखती हैं। वेस्ट को मैसेज या प्रैक्टिकल वजह? डिफेंस एनालिस्ट कर्नल रोहित देव ने X पर पोस्ट किया, 'ये वेस्ट को मैसेज है।' बीजेपी स्पोक्सपर्सन शहजाद पूनावाला ने कहा, 'स्मार्ट लोग समझ जाएंगे क्यों।' एक यूजर ने लिखा, 'नो अमेरिकन, नो यूरोपियन, जापानीज कार। सिग्नलिंग शुरू!' ये कदम दिखाता है कि डिप्लोमेसी में सिंबॉलिक स्टेप्स कितने जरूरी होते हैं।

दैनिक भास्कर 5 Dec 2025 5:37 pm

वेबसाइट्स को साइबर-अटैक से बचाने वाली क्लाउडफ्लेयर फिर डाउन:जीरोधा, ग्रो, कैनवा यूज करने में दिक्कत हुई; 16 दिन में दूसरी बार डाउन

वेबसाइट्स को साइबर अटैक से बचाने वाली क्लाउडफ्लेयर शुक्रवार को फिर से डाउन हो गई। इससे जीरोधा, ग्रो, कैनवा, डाउंडिटेक्टर, जूम, एंजेल वन, अपस्टॉक्स जैसे कई प्लेटफॉर्म्स प्रभावित हुए। कंपनी ने कहा कि डैशबोर्ड और APIs में प्रॉब्लम है, इसके कारण आधे घंटे तक तक सिस्टम ठप रहा। इसके कारण रिक्वेस्ट फेल हुईं और यूजर्स को एरर मैसेज दिखे। यह नवंबर 18 के बाद दूसरा बड़ा आउटेज है। सर्वर डाउन होने की जानकारी देने वाली वेबसाइट डाउनडिटेक्टर पर 2,100 से ज्यादा रिपोर्ट्स आईं, जो दोपहर 1:50 बजे से शुरू हुईं। कैनवा, जूम जैसे प्लेटफॉर्म भी डाउन हुए क्लाउडफ्लेयर ने बताया कि आंतरिक सर्विस डिग्रेडेशन की वजह से डैशबोर्ड और APIs प्रभावित हैं। यूजर्स को वेबसाइट एक्सेस, सर्वर कनेक्शन और होस्टिंग में दिक्कत हो रही है। जीरोधा ने कहा कि सर्विस रिस्टोर हो गई। ग्रो ने भी कन्फर्म किया कि क्लाउडफ्लेयर आउटेज की वजह से इश्यू था। कैनवा, जूम, शॉपिफाई, वैलोरेंट, स्पॉटिफाई, चैटजीपीटी जैसे ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स भी डाउन हुए। आउटेज करीब 30 मिनट चला। 16 दिन में दूसरी बार डाउन हुआ क्लाउडफ्लेयर इससे पहले 18 नवंबर को क्लाउडफ्लेयर की वजह से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X, AI चैटबॉट चैटजीपीटी और कैनवा की सर्विसेज देशभर में डाउन हो गईं। ये सर्विसेज मंगलवार शाम करीब 5 बजे से रात 9 बजे तक डाउन रहीं। भारत समेत दुनियाभर में यूजर्स को लॉगिन, साइनअप, पोस्ट करने और देखने के अलावा प्रीमियम सर्विसेज सहित प्रमुख सुविधाओं का उपयोग करने में दिक्कत आई। सर्वर डाउन होने की जानकारी देने वाली वेबसाइट डाउनडिटेक्टर भी बंद रही। कौन सी सर्विसेज सबसे ज्यादा प्रभावित हुईं थीं 18 नवंबर को क्लाउडफ्लेयर डाउन होने से से 1.4 करोड़ से ज्यादा वेबसाइट्स प्रभावित हुई। इनमें X, चैटजीपीटी, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम, स्पॉटिफाई, कैनवा, क्लॉड AI, उबर, जूम शामिल थीं। क्लाउडफ्लेयर दुनिया की 20% से ज्यादा वेबसाइट्स को कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क, सिक्योरिटी और रूटिंग सर्विस देता है। एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया की हर पांचवीं वेबसाइट को क्लाउडफ्लेयर सर्विस देता है। क्लाउड सर्विसेज और साइबर सिक्योरिटी कंपनी है क्लाउडफ्लेयर क्लाउडफ्लेयर एक ग्लोबल क्लाउड सर्विसेज और साइबर सिक्योरिटी कंपनी है। यह डेटासेंटर्स, वेबसाइट और ईमेल सिक्योरिटी, डेटा लॉस से बचाव और साइबर खतरों से सुरक्षा देती है। कंपनी खुद को “इंटरनेट का इम्यून सिस्टम” बताती है। मतलब उसकी टेक्नोलॉजी अपने क्लाइंट्स और बाकी दुनिया के बीच में बैठकर रोजाना अरबों साइबर अटैक ब्लॉक करती है। साथ ही, अपनी ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर की मदद से यह इंटरनेट ट्रैफिक को तेज भी बनाती है। कंपनी हर तिमाही में 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4.42 हजार करोड़ रुपए) से ज्यादा की कमाई करती है। इसके करीब 3 लाख ग्राहक हैं। कंपनी चीन समेत 125 देशों में काम करती है।

दैनिक भास्कर 5 Dec 2025 4:41 pm