भारतमाला प्रोजेक्ट:मुआवजा घोटाले की जांच में दो तहसीलदार भी, जमीन दलालों को पहुंचाते थे फायदा
प्रशासन ने मंगाई दावा-आपत्ति, 15 तक करेंगे शिकायत भारतमाला प्रोजेक्ट में मुआवजा फर्जीवाड़े की जांच का दायरा बढ़ते ही जा रहा है। ईओडब्ल्यू को मिले दस्तावेजों से पता चला कि जिस सिंडिकेट ने अभनपुर के गांवों में जमीन मुआवजे का खेल किया उन्होंने ने ही धरमपुरा समेत कई जगहों की बेशकीमती जगहों पर भी जमीन दस्तावेजों में हेरफेर कर करोड़ों की जमीन अपने नाम पर करने के साथ ही उसे बेच भी दी। ईओडब्ल्यू की टीम ने जमीन दलाल हरमीत सिंह खनूजा और उसके साथी आशीष तिवारी उर्फ आशीष दास महंत, कारोबारी विजय जैन और निलंबित अफसरों के रिश्तेदारों के नाम पर हुए जमीन नामांतरण की जांच शुरू कर दी है। इनके नाम से पिछले पांच साल में हुए जमीन नामांतरण के एक-एक दस्तावेजों की जांच की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करीब 100 करोड़ की जमीन की खरीदी-बिक्री की गई है। इस जांच में रायपुर में रहे तत्कालीन तहसीलदार मनीष देव साहू और अजय चंद्रवंशी का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। दोनों ने जमीन दलालों की नियमों के खिलाफ जाकर मदद की। दोनों अफसरों का जमीन दलालों से मधुर संबंध था। भू-माफिया अक्सर उनके दफ्तर में देखे जाते थे। मिलीभगत का खुलासा होने के बाद दोनों का ट्रांसफर रायपुर के बाहर कर दिया गया था। लेकिन दोनों अपने रसूख का इस्तेमाल कर राजधानी में ही जमे रहे। मनीष देव साहू ने एक बार फिर रायपुर वापसी की है। वे नजूल तहसीलदार के पद पर काम कर रहे हैं। नवा रायपुर में जमीन सौदे भी हुए बंदभारतमाला प्रोजेक्ट में जैसे-जैसे जांच तेज होती जा रही है इससे जुड़े लोग अंडरग्राउंड होते जा रहे हैं। ईओडब्ल्यू की छापेमारी के डर से करीब 7 भूमाफिया और कारोबारी छत्तीसगढ़ छोड़े चुके हैं। इसके अलावा जिन 5 अफसरों को निलंबित किया गया था वे भी राज्य में नहीं है। ईओडब्ल्यू ने जब उनके घरों में छापे मारे थे कोई भी मौके पर नहीं मिला था। इस मामले में अब ईडी की इंट्री होने के बाद जमीन दलालों का डर और बढ़ गया है। नवा रायपुर के गांवों के साथ ही एयरपोर्ट के चारों ओर के गांवों में जमीन की खरीदी-बिक्री लगभग बंद है। कोई भी कर सकता है शिकायतरायपुर संभाग के अंतर्गत रायपुर, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद एवं बलौदाबाजार-भाटापारा में सरकारी और गैर-शासकीय परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान जो फर्जीवाड़ा किया गया है उसकी शिकायत या किसी भी तरह की आपत्ति अपना पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर तथा प्रमाणिक दस्तावेजों के साथ15 मई को शाम 5ः30 बजे तक संबंधित जिला कार्यालय या संभागीय आयुक्त कार्यालय रायपुर में कर सकते हैं। सभी जिलों में मुआवजे से संबंधित प्रकरण www.raipur.gov.in पर अपलोड करने के साथ ही कलेक्टर कार्यालय, एसडीएम दफ्तर, तहसील कार्यालय, जनपद पंचायत एवं पंजीयक कार्यालयों के सूचना पटल पर चस्पा कर दी गई है। कमिश्नर इन बिंदुओं पर कर रहे जांच{ ज्यादा मुआवजा लेने के लिए मूल खसरे को छोटे-छोटे भूखंडों में कृत्रिम रूप से विभाजित कर मुआवजा प्रकरण तैयार किया गया। { जमीन अधिग्रहण अधिसूचना जारी होने के बाद हस्तांतरण, बंटवारा, डायवर्सन, नए निर्माण आदि को मुआवजे में शामिल किया। { पहले की तारीख में यानी तय समय के पहले ही फर्जी नामांतरण या बंटवारा प्रकरण बनाकर मुआवजा प्राप्त कर लिया गया।0. मुआवजा पत्रक बनाते समय जमीन पर स्थित संपत्तियों का सही विवरण प्रस्तुत नहीं किया गया। इस वजह से फर्जीवाड़ा हुआ।
लघु नाटिका हमारा विद्यालय हमारा मान' की प्रस्तुति दी
जालंधर| पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल में दूसरी से पांचवी क्लास तक के विद्यार्थियों के लिए अंग्रेजी कविता पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें दूसरी व तीसरी कक्षा के बच्चों के लिए सामूहिक कविता पाठ प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस कविता पाठ प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में अध्यापिका सोनू कपूर, अरविंदर कौर, दिव्य ज्योति चोपड़ा और शिवानी टंडन शामिल थीं। दूसरी और तीसरी कक्षा के बच्चे बड़े आत्मविश्वास के साथ मंच पर आए और उन्होंने अपने समूह में कविताएं सुनाईं। वहीं इस दौरान दूसरी से पांचवीं तक के विद्यार्थियों ने लघु नाटिका हमारा विद्यालय हमारा मान प्रस्तुत किया। द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी की समूह काव्य पाठ प्रतियोगिता के परिणाम में प्रथम स्थान-दूसरी सी, द्वितीय स्थान- दूसरी बी एवं डी की कविताएं तथा तृतीय स्थान-दूसरी ए एवं दूसरी एच की कविताएं रहीं।तीसरी कक्षा की समूह कविता पाठ प्रतियोगिता में प्रथम तीसरी सी व डी की कविता रही। द्वितीय स्थान पर तीसरी बी एवं तीसरी एफ की कविताएं रहीं। तृतीय स्थान पर तीसरी ए व जी की कविता रही। इसी तरह चौथी कक्षा की अंग्रेजी कविता पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर अर्शिता ,ब्रह्मगीत और पहल रहे। दूसरे स्थान पर तश्वी, कायना और दीपांश पर रहे और तीसरा स्थान पर मिहर, प्रियांशी, आरव और धनु ने पाया। पांचवीं कक्षा में पहला स्थान पर पावनी, जीवंतिका, सुरलगन कौर और काव्या रहीं। दूसरे स्थान पर मनसीरत, आदिया, काव्या, कैलिस्टा, मन्नत और प्रभजोत कौर रहीं। तीसरे स्थान पर रिद्धि, रधियान, प्रणय व गुरमन रहे।प्रिंसिपल डॉ रश्मि विज ने सभी विजेता छात्रों और शिक्षकों को बधाई दी। इस अवसर पर सुपरवाइजर गार्गी शर्मा, कोऑर्डिनेटर कविता, रश्मि भल्ला भी उपस्थित रहीं।
मुख्यमंत्री सुशासन फेलोशिप... एमबीए कार्यक्रम के लिए 11 मई तक आवेदन
कवर्धा| राज्य में सुशासन को बढ़ावा देने के लिए लगातार नवाचार व प्रभावी नीतियों पर जोर दे रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री गुड गवर्नेंस फेलो योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना का उद्देश्य राज्य के प्रतिभाशाली युवाओं को गवर्नेंस के क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा, व्यावहारिक अनुभव प्रदान कर एक दक्ष उत्तरदायी प्रशासनिक पीढ़ी तैयार करना है। लोक नीति और सुशासन में दो वर्षीय एमबीए कार्यक्रम के लिए 11 मई तक आवेदन मंगाए गए हैं। आवेदन के लिए आईआईएम रायपुर की वेबसाइट iimraipur.ac.in/mba- ppg/ का अवलोकन कर सकते हैं।
हीरामंडी को लेकर संजय लीला भंसाली ने खोले ये राज़
संजय लीला भंसाली की बहुप्रतीक्षित सीरीज़ हीरामंडी नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो गई है, जिसमें सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, और मनीषा कोईराला जैसे सितारों की कास्ट शामिल है। इस श्रृंखला ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, हालांकि भंसाली ने खुलासा किया कि उनकी प्रारंभिक कास्टिंग विकल्प फाइनल कास्ट से अलग थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने मूल रूप से हीरामंडी को रेखा, करीना कपूर और रानी मुखर्जी के साथ एक फिल्म के रूप में देखा था। हालांकि, स्टोरी के बड़े होनेके कारण इसे फिल्म के बजाय एक सीरीज़ में बदल दिया गया। भंसाली ने बताया कि वह पिछले 18 वर्षों से हीरामंडी के कॉसेप्ट पर काम कर रहे थे। श्रृंखला स्वतंत्रता से पहले के लाहौर में स्थित हीरा मंडी जिले में दरबारऔर नवाबों पर है। शुरू में, कास्टिंग ने वर्षों में कई बदलावों का सामना किया, जिसमें माहिरा खान, इमरान अब्बास, और फवाद खान जैसे नाम विभिन्न समयों पर विचार किए गए। अंततः, प्रोडक्शन ने एक नई कास्ट पर फैसला किया । हीरामंडी एक पीरियड ड्रामा है जिसका निर्देशन संजय लीला भंसाली और मिताक्षरा कुमार ने किया है। कहानी लाहौर के हीरा मंडी जिले में तवायफों के जीवन पर है, फिल्म की कहानीब्रिटिशकाल के दौरान की कहानी है, जहां एक वैश्यालय की महिलाएं आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लड़ रही होती हैं।। प्रमुख अभिनेताओं के साथ, श्रृंखला में मनीषा कोईराला, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख, महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फरदीन खान, शेखर सुमन और अध्ययन सुमन भी नवाबों की भूमिका में हैं। जियो फाइबर को कड़ी टक्कर दे रहा है एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर, जानिए सभी फ्री ओटीटी प्लान्स की लिस्ट ₹10,000 से कम में मिलेंगे ये 5 बेहतरीन स्मार्ट टीवी, पूरा दिन देखने का मन करेगा जियो सिनेमा के दो नए प्रीमियम प्लान लॉन्च, सिर्फ ₹29 में मिलेंगे इतने फायदे