निवेश के लिए हैदराबाद में सीएम करेंगे चर्चा:राजधानी में बड़ा बायोटेक सेंटर बनाएगी मप्र सरकार
22 नवंबर को हैदराबाद में होने वाले निवेश आयोजन में बड़ी बायोटेक कंपनियों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सीधी चर्चा करेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग को बायोटेक क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के निर्देश दिए हैं। उनका मानना है कि मप्र में बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई संभावनाएं हैं। हैदराबाद में होने वाले आयोजन के लिए बायोटेक सेक्टर की कई कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की योजना राजधानी में एक बड़ा बायोटेक सेंटर स्थापित करने की है। शहर में आइसर, मैनिट, निरेह, एम्प्री और भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान जैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े संस्थान मौजूद हैं। भोपाल, मंडीदीप और पीथमपुर में कई बड़ी फार्मा यूनिट्स मौजूद हैं। आईटी पर भी फोकस हैदराबाद में डेल, गूगल, आईबीएम, टीसीएस, विप्रो, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल, एचसीएल जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के कैंपस हैं। इसलिए आयोजन में आईटी, ड्रोन, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर और एनिमेशन ग्राफिक्स नीतियों का प्रेजेंटेशन करके निवेश आकर्षित किया जाएगा। इसके लिए अलग राउंड टेबल सत्र होगा। उद्योग और पर्यटन की निवेश नीतियां भी सामने रखी जाएंगी। निवेशकों से सीएम वन टू वन बात करेंगे। बेंगलुरू में प्रदेश को टियर II शहरों का इनोवेशन हब बताया एमपीएसईडीसी ने बेंगलुरु टेक समिट में पवेलियन लगाकर मप्र को टियर II शहरों का बड़ा इनोवेशन हब बताया है। पवेलियन में 15 आईटी पार्क, 6 आईटी एसईजेड और 1200 टेक स्टार्टअप के बारे में जानकारी दी गई है।
बिरयानी बेचने वाले रडार पर... यहां इनकम टैक्स मार रही छापा, बड़े से बड़े ब्रांड्स भी गिरफ्त में
Income Tax Raid On Hyderabadi Biryani Hotel Chains: हैदराबाद की कई मुख्य बिरयानी होटल चेंस इन दिनों इनकम टैक्स की रडार पर हैं. टैक्स चोरी को लेकर इन होटल चेंस पर छापेमारी की जा रही है.
IPL 2026: आईपीएल 2026 को लेकर 15 नवंबर से चर्चे चरम पर पहुंच गए हैं. सभी टीमों ने अपनी रिलीज और रिटेन खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की. कुछ टीमों के फैसले बड़ा मुद्दा बन गए. एक तरफ रवींद्र जडेजा और केएल राहुल के स्वैप के चर्चे थे तो दूसरी तरफ मोहम्मद शमी का सरप्राइज ट्रेड सभी को हैरान कर गया. अब अमित मिश्रा ने भी इस फैसले पर अपने विचार रखे हैं.
सऊदी अरब में दर्दनाक हादसे का शिकार हुए 44 हज यात्री, परिजनों ने भारत सरकार से लगाई शव लाने की गुहार
Hyderabad Haj pilgrims: पीड़ित परिजनों ने भारत सरकार से मृतकों के शव हैदराबाद लाने की बात कही है और अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो मदीना में ही उनको दफन करने की व्यवस्था की जाए. हैदराबाद की अल मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के जरिए 20 और फ्लाई जोन टूर्स एंड ट्रैवल्स के जरिए 24 लोग 9 नवंबर को जहाज से मक्का के लिए रवाना हुए थे.
दिल्ली कार ब्लास्ट से सुर्खियों में आई फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। महू निवासी जवाद के भाई हमूद सिद्दीकी को पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। उसे 16 नवंबर को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। आरोप है कि हमूद ने चिटफंड कंपनी खोलकर पैसा दोगुना करने का झांसा दिया, फिर लोगों से निवेश करवाया। इसके बाद रुपए लेकर भाग गया। इस मामले में पुलिस उसको 25 साल से तलाश रही थी। जवाद फरीदाबाद की उस अल फलाह यूनिवर्सिटी का संस्थापक चेयरमैन है, जिसमें धमाके का मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी पढ़ाता था। वह अल फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट का संचालक भी है। चिटफंड कंपनी खोली, निवेश का पैसा लेकर भागा थामहू थाने के टीआई कमल सिंह गेहलोद ने बताया- साल 2000 में जवाद ने अपने भाई हमूद के साथ मिलकर उसी के नाम पर चिटफंड कंपनी खोली थी। लोगों को पैसा दोगुना करने का लालच देकर इसमें इन्वेस्टमेंट कराया। सेना के रिटायर्ड कर्मचारी और मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस (MES) में काम करने वाले को भी फंसाया। इसके बाद सारा पैसा लेकर दोनों भाई परिवार समेत महू से भाग निकले। कंपनी में निवेश करने वाले लोगों ने मामले में पुलिस में केस दर्ज कराया था। हैदराबाद में शेयर ट्रेडिंग कारोबार कर रहा था हमूदटीआई गेहलोद का कहना है कि हमूद हैदराबाद में शेयर ट्रेडिंग का कारोबार कर रहा था। पुलिस ने सिद्दीकी परिवार के रिश्तेदारों से उसकी जानकारी निकाली। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ा। पुलिस अदालत से रिमांड पर लेकर हमूद से पूछताछ करेगी। जानकारी निकालेगी कि महू छोड़ने के बाद वह किन लोगों से संपर्क में रहा? उसकी आय किन-किन रास्तों से आती रही? दो दिन पहले बुरहानपुर आई थी एनआईए की टीम10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास हुंडई i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 13 लोगों की जान चली गई थी। इस सिलसिले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की एक टीम जांच के लिए 15 नवंबर को बुरहानपुर भी आई थी। हालांकि, टीम ने स्थानीय पुलिस अफसरों से संपर्क नहीं किया था। पिता शहर काजी रहे, सौतेला भाई जेल जा चुका हैजवाद का परिवार करीब 25 साल पहले महू के कायस्थ मोहल्ले में रहता था। उसके दो भाई भी यहीं पढ़े-लिखे हैं। पिता मोहम्मद हम्माद सिद्दीकी महू के शहर काजी रह चुके हैं। उसका सौतेला भाई अफाम हत्या के मामले में जेल जा चुका है।जवाद ने इंदौर के गोविंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (GSITS) से बीटेक की डिग्री ली थी। इससे पहले वह महू के क्रिश्चियन मिशनरी स्कूल राजेश्वर विद्यालय से 11वीं तक पढ़ा था। उसने सिविल सर्विसेज परीक्षा में तीन बार इंटरव्यू तक दिया, लेकिन सिलेक्शन नहीं हो सका था। अल फलाह यूनिवर्सिटी में 3 कॉलेज, 600 बेड का अस्पतालअल फलाह यूनिवर्सिटी के तहत तीन कॉलेज संचालित हैं- अल फलाह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ब्राउन हिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी और अल फलाह स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग। यूनिवर्सिटी परिसर में ही 600 बिस्तरों वाला अस्पताल भी है, जहां मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले डॉक्टर ही इलाज करते थे। साल 2015 में यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) द्वारा इसे मान्यता दी गई थी। पिता के नाम पर है मकानमहू में जवाद के परिवार का मकान कायस्थ मोहल्ले में बना है। चार मंजिला इमारत में 25 से ज्यादा खिड़कियां हैं। एक बड़ा तलघर भी है। 90 के दशक में बने इस मकान को स्थानीय लोग मौलाना की बिल्डिंग के नाम से जानते हैं। मकान जवाद के पिता हम्माद के नाम पर हैं, उनकी 1995 में मौत हो चुकी है। मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... दिल्ली कार ब्लास्ट मामले का महू से कनेक्शन दिल्ली में हुए कार ब्लास्ट और हरियाणा के फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक के मामले में एक नया मोड़ आया है। जांच में सामने आया है कि आतंकी साजिश के आरोपों से घिरी अल-फलाह यूनिवर्सिटी का चेयरमैन जवाद अहमद सिद्दीकी मूल रूप से महू का रहने वाला है। पढ़ें पूरी खबर... दिल्ली ब्लास्ट-NIA ने आतंकी डॉ. उमर को सुसाइड बॉम्बर माना दिल्ली में लाल किले के पास चांदनी चौक में 10 नवंबर को हुंडई i20 कार में ब्लास्ट सुसाइड अटैक ही था। NIA ने रविवार को बताया कि कार चला रहा डा. उमर उल नबी एक आत्मघाती हमलावर (सुसाइड बॉम्बर) था। यह पहली बार है, जब किसी सुरक्षा एजेंसी ने ऑफिशियल तौर पर इसकी पुष्टि की है। पढे़ं पूरी खबर...
दिल्ली धमाके के बाद सुर्खियों में आई अल फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जवाद सिद्दीकी के भाई हमूद सिद्दीकी को महू पुलिस ने रविवार को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया। महू न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। जवाद सिद्दीकी के महू निवासी होने की जानकारी के बाद पुलिस हरकत में आई और उसके परिवार के पुराने रिकॉर्ड खंगाले थे। जवाद का भाई हमूद ठगी के मामले में 25 साल से फरार था। दिल्ली धमाकों का मुख्य आरोपी डॉ. उमर नबी अल फलाह यूनिवर्सिटी का ही छात्र था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हमूद हैदराबाद में शेयर ट्रेडिंग का काम करता था। महू छोड़ने के बाद हमूद किन लोगों के संपर्क में रहा, यह जानकारी भी जुटाई जा रही है। हमूद की गिरफ्तारी को लेकर स्थानीय पुलिस कुछ भी कहने से इनकार कर रही है। रिटायर्ड कर्मचारियों से की थी ठगी। हमूद ने महू में साल 2000 में एक निजी बैंक बनाकर सैकड़ों लोगों के साथ राशि दोगुनी करने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की थी। हमूद ने सबसे ज्यादा सेना से रिटायर्ड कर्मचारी, एमईएस विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को निशाना बनाया था। इसके बाद महू से परिवार सहित फरार हो गया था।
एमजीएम के 6 विद्यार्थी राष्ट्रीय सब जूनियर जूडो प्रतियोगिता को हैदराबाद रवाना, दी शुभकामना
बोकारो | हैदराबाद में 18 से 20 नवंबर तक राष्ट्रीय सब जूनियर जूडो प्रतियोगिता में एमजीएम हायर सेकेंड्री स्कूल के विद्यार्थी अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। इसमें सत्यम केसरी, अमन कुमार, अर्पित टोप्पो, साक्षी सिंह सोलंकी, प्रियदर्शनी सिंह व अनन्या कुमारी मेडल जीतने के लिए दम दिखाएंगे। प्राचार्य डॉ. जोशी वर्गीस ने कहा कि डीएवी सेक्टर-6 में राज्य स्तरीय जूडो प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। इसमें एमजीएम के इन खिलाड़ियों ने अपने वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया था। बेहतर प्रदर्शन के आधार पर इनका चयन राष्ट्रीय सब जूनियर जूडो प्रतियोगिता के लिए हुआ। इससे स्कूल में हर्ष का माहौल है। कहा कि शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में विद्यार्थी राज्य व राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिता में मेडल जीत रहे हैं। उप प्राचार्य राखी बनर्जी, हेड मिस्ट्रेस सपना जोशी, एकेडमिक इंचार्ज जार्ज जोसफ, राजीव सिंह, मीनाक्षी आदि ने शुभकामनाएं दी।
हैदराबाद से जबलपुर लाए गए 57 घोड़ों को लेकर नया खुलासा हुआ है। इनमें से अब तक 19 घोड़ों की मौत हो चुकी है। ऐसे में 38 घोड़े रैपुरा के अस्तबल में होने चाहिए थे, लेकिन गुरुवार को पशुपालन विभाग की गिनती में पता चला कि 14 घोड़े गायब हैं। इस मामले में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में केस भी पेंडिंग है। मई 2025 में रायपुर निवासी सचिन तिवारी ने ट्रकों के माध्यम से 57 घोड़ों को हैदराबाद से जबलपुर लाया और उन्हें पनागर के रैपुरा स्थित फॉर्म हाउस में रखा। धीरे-धीरे 19 घोड़ों की मौत हो गई। तत्कालीन कलेक्टर दीपक सक्सेना ने इस मामले की जांच कराई थी, लेकिन सही जानकारी नहीं मिल पाई कि घोड़े क्यों और किस उद्देश्य से हैदराबाद से लाए गए थे। घोड़ा मालिक सचिन ले गया घोड़े पशु चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर प्रफुल्ल मून ने कहा कि वर्तमान में 14 घोड़े लापता हैं। डिप्टी डायरेक्टर डॉ प्रफुल्ल मून के मुताबिक सचिन तिवारी ने 14 घोड़े किसी और अन्य स्थान पर रख दिए हैं, जिसको लेकर पत्राचार भी किया गया लेकिन सचिन तिवारी ने उसका जवाब नहीं दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में हॉर्सफार्म हाउस में 23 घोड़े उपलब्ध हैं, जिनकी सतत निगरानी भी की जा रही है वर्तमान में सभी घोड़े स्वस्थ हैं। कलेक्टर ने कहा- एफआईआर करवाई जाएगी कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं। कलेक्टर का कहना है कि वेटरनरी की टीम को मौके पर भेज कर जांच करवाई जाएगी, इससे पहले घोड़े के मालिक सचिन तिवारी को भी नोटिस देकर जवाब मांगा गया था, लेकिन उन्होंने जानकारी नहीं दी है, आज एक बार फिर से वेटरनरी की टीम को मौके पर भेज कर सचिन तिवारी से पूछताछ की जाएगी कि आखिर घोड़े कहां गायब हुए हैं। कलेक्टर कहना है कि अगर सचिन तिवारी ने जानबूझकर घोड़े गायब किए हैं तो उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जाएगी। 41 फीमेल और 16 मेल घोड़े थे जानकारी के मुताबिक, 1 घोड़ें में गैलेंडर नामक घातक बीमारी होने की पुष्टि हुई। पशुपालन विभाग के अनुसार यह बीमारी घोड़ों के लिए जानलेवा होती है। विभाग की टीम लगातार बीमार घोड़ों का इलाज कर रही थी और उन्हें अलग रखा गया था, लेकिन इसके बावजूद मौतें रुक नहीं पाई। लाए गए घोड़ों में 18 थोर ब्रीड के थे, जिनमें 12 मेल और 6 फीमेल थे। वहीं, 39 मारवाड़ी नस्ल के घोड़े थे, जिनमें 4 मेल और 35 फीमेल शामिल थे। कुल मिलाकर 41 फीमेल और 16 मेल घोड़े थे। ये दोनों नस्लें उच्च गुणवत्ता की मानी जाती हैं और इनकी कीमत लाखों तक होती है। इन घोड़ों का अधिकतर उपयोग रेस में किया जाता है। PETA का आरोप- सट्टे से जुड़ा मामला PETA से जुड़ी पशु अधिकार कार्यकर्ता सिमरन ईशर ने आरोप लगाया है कि ये घोड़े हैदराबाद के Horse Power Super League (HPSL) चलाने वाले सुरेश पलादुगू और उसके सहयोगियों के हैं। उन्होंने बताया कि हैदराबाद रेसकोर्स में इन घोड़ों से रेस करवाई जाती थी और उस पर फिलीपींस में ऑनलाइन सट्टा खिलाया जाता था। फिलीपींस सरकार को जब सट्टे की जानकारी मिली, तो उन्होंने भारत सरकार को सतर्क किया। इसके बाद तेलंगाना सरकार ने उस रेस को बंद करवा दिया। गिरफ्तारी से बचने के लिए सुरेश पलादुगू ने 154 घोड़ों को देशभर में अलग-अलग स्थानों पर भेज दिया, जिनमें से 57 घोड़े जबलपुर लाए गए।
पर्दे पर आएगी हैदराबाद रेप केस की सच्ची तस्वीर, दिखेगी करीना-आयुष्मान की धमाकेदार जोड़ी
सच्ची कहानियों को संजीदगी से पर्दे पर उतारना मेघना गुलजार बेहतरीन तरीके से जानते हैं. फिल्म मेकर ने दीपिका पादुकोण के साथ छपाक, इरफान खान के साथ तलवार बना चुकी हैं. अब डायरेक्टर ने अब हैदराबाद में 2019 के दौरान हुए एक जघन्य अपराध को अपनी फिल्म की कहानी के लिए चुना है.
एसएस राजामौली सोमवार सुबह लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान अपना वोट डालने के लिए निकले। फिल्म निर्माता न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए हैदराबाद के मतदान केंद्रों पर तेलुगु सितारों की कतार में शामिल हुए, बल्कि उन्होंने मतदान के बाद अपनी और पत्नी राम राजामौली की एक तस्वीर भी साझा की। एसएस राजामौली का ट्वीट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर फिल्म निर्माता ने उन परिस्थितियों का भी खुलासा किया जिनके तहत वह मतदान केंद्र पर पहुंचे। उन्होंने वोट डालने के बाद अपनी और रमा की स्याही लगी उंगलियां दिखाते हुए एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, “दुबई से उड़ान भरी… हवाईअड्डे से सीधे मतदान केंद्र पहुंचे, इसलिए थका हुआ लग रहा हूं… हो गया! आप? हैदराबाद में सेलेब्स ने डाला वोट चौथे चरण के लिए मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ और सभी लोकसभा क्षेत्रों में शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। इससे पहले सोमवार को, ऑस्कर विजेता संगीतकार एमएम कीरावनी हैदराबाद के जुबली हिल्स में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने के लिए निकले। वोट डालने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''आपको वोट देना होगा क्योंकि आप लोकतंत्र में हैं।'' उनसे पहले, दिग्गज अभिनेता चिरंजीवी ने पत्नी सुरेखा कोनिडेला के साथ लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अभिनेता ने सोमवार सुबह मीडिया से बात करते हुए नागरिकों को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया। चिरंजीवी ने कहा, मैं लोगों से अपने वोट देने के अधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध करता हूं। कृपया आएं और अपनी शक्ति का उपयोग करें। सिर्फ वह ही नहीं, जूनियर एनटीआर और फिल्म निर्माता तेजा भी सोमवार को तेलंगाना में मतदान केंद्र पर पहुंचे। 'मैं राजनीतिक तौर पर किसी भी पार्टी से जुड़ा नहीं हूं'- अल्लू अर्जुन इससे पहले दिन में अभिनेता अल्लू अर्जुन अपना वोट डालने के लिए हैदराबाद के मतदान केंद्र पर पहुंचे। वोट डालने के बाद मीडिया से बात करते हुए अर्जुन ने कहा, कृपया अपना वोट डालें। यह देश के सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है। आज हमारे जीवन के अगले पांच वर्षों के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है। एक बड़ा मतदाता होगा। मतदान प्रतिशत, क्योंकि अधिक से अधिक लोग मतदान करने के लिए बाहर आ रहे हैं, मैं आपको बताना चाहता हूं; मैं राजनीतिक रूप से किसी भी पार्टी से जुड़ा नहीं हूं, मैं सभी पार्टियों के प्रति तटस्थ हूं।''
रजाकार इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज, फिल्म में दिखेगी हैदराबाद नरसंहार की कहानी
Razakar The Silent Genocide of Hyderabad: 1947 में भारत को आज़ादी मिली, इसके बाद हैदराबाद में एक नरसंहार हुआ। इसके बारे में ना लोगों को ज्यादा पता है और ना ही किसी ने बताया। अब इस नरसंहार पर आधारित फिल्म 'रजाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' पैन ...

