नर्मदापुरम में लापता दो भाइयों के शव अलग-अलग दिन रेलवे ट्रैक पर मिले। एक के सिर को इतनी बेरहमी से कुचला गया था कि पहचानने में काफी मुश्किलें आईं। आरोपियों ने वारदात को आत्महत्या में बदलने के लिए दोनों की बॉडी, मोबाइल और स्कूटी अलग-अलग दिशाओं में फेंके थे। परिजन ने एक भाई की मौत का पता लगने पर स्टेट हाईवे जाम किया तो हत्या का मास्टरमाइंड इस पूरे घटनाक्रम को ऑटो में बैठकर देखता रहा। उसने झूठी कहानी रचकर पुलिस को भी गुमराह किया। लेकिन अपनी ही कहानी में उसने चार ऐसी बातें बोल दीं, जिससे वह और उसके चार साथी सलाखों के पीछे पहुंच गए। चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या का मास्टरमाइंड अपने भाई-भाभी और भतीजी की हत्या कर चुका है। 20 साल की जेल काटकर बाहर आने पर दो लोगों की हत्या कर दी। उसके एक साथी ने भी अपनी ही चाची से प्रेम के चलते चाचा की हत्या कर दी थी। तब भी उसने हत्या को आत्महत्या में बदलने की काफी कोशिश की थी, हालांकि बच नहीं पाया। दैनिक भास्कर ने नर्मदापुरम एसपी साई कृष्णा थोटा से केस को सुलझाने की पूरी कहानी को समझा। पढ़िए, रिपोर्ट... 25 किलोमीटर की दूरी पर मिलीं दो भाइयों की लाशेंमनवाड़ा निवासी करण कीर (27) और शुभम कीर (22) चचेरे भाई थे। शुभम गोपाल बिल्डर्स की जेसीबी चलाता था, करण उसी जेसीबी पर हेल्पर का काम करता था। 17 दिसंबर की रात करीब 9:30 बजे दोनों स्कूटी से बैटरी डलवाने का कहकर घर से निकले थे, लेकिन अगले दिन सुबह 10 बजे तक वापस नहीं लौटे। उन दोनों के मोबाइल भी बंद आए। परिजन ने पुलिस को सूचना दी। 18 दिसंबर को करण कीर की लाश बांसखापा रेलवे फाटक के नजदीक ट्रैक पर मिली थी। सिर बुरी तरह कुचला हुआ था। हाथ पर लिखे नाम और फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर करने से उसकी पहचान हो पाई। 19 दिसंबर को परिजन ने शव नर्मदापुरम-पिपरिया स्टेट हाईवे पर तवा पुल के पास रखकर चक्काजाम किया। 20 दिसंबर की शाम को शुभम कीर की लाश भी बागड़ा तवा के जंगल में रेलवे ट्रैक के पास मिली। शरीर पर चोटों के निशान थे। दोनों के शव जहां मिले, उन जगहों में 25 किमी का अंतर था। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए आरोपियों तक पहुंची पुलिसमामले में पुलिस ने जांच शुरू की। 19 दिसंबर को पुलिस मनवाड़ा में ही मोहासा रोड पर स्थित ढाबा संचालक केवलराम कीर तक पहुंची। उसने बताया- मैं रात 12 बजे ढाबे पर था, तब 100 मीटर दूर चपालासर-मनवाड़ा तिराहे पर रेत कंपनी के कर्मचारी तीन गाड़ियों से आए थे। उन्होंने शुभम और करण से मारपीट की, फिर अपने साथ ले गए। इसकी सूचना मिलते ही परिजन ने चक्काजाम किया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। आंदोलन खत्म हुआ तो पुलिस ने फिर से केवलराम से बात की। पुलिस को पहले और अब की बातों में विरोधाभास नजर आया। चक्काजाम करने वाले इन लोगों पर केस दर्ज हुआ थापुलिस ने चक्काजाम में शामिल इंदल पिता घूड़िया कीर, सोलू पिता रामविलास कीर, विनेश पिता तेजराम कीर, दीपक पिता कालूराम कीर, राजू पिता देवचंद कीर, अमरसिंह पिता धोलू धोबी (सभी मनवाड़ा), राजा कीर निमसाड़िया, जित्तू कीर निवासी रजोन, प्रमोद कीर निवासी गुराड़िया मोती और अन्य के विरुद्ध केस दर्ज किया था। पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शन में रेत माफिया के लोग भी शामिल थे। ढाबा संचालक की बातों को पुख्ता करने टीम बनाई जांच के दौरान पुलिस को ढाबा संचालक केवलराम कीर पर शक हुआ। उसकी बातों को चेक करने एसडीओपी संजू चौहान के नेतृत्व में तीन अलग-अलग टीमें गठित की गईं। इनको माखननगर थाना प्रभारी अनूप उईके, सोहागपुर थाना प्रभारी ऊषा मरावी और सेमरी हरचंद चौकी प्रभारी आकाशदीप पचाया लीड कर रहे थे। मोबाइल की लोकेशन और सीडीआर से पकड़ा गया झूठपुलिस की टीमों ने तेजी से जांच शुरू की। करण और शुभम के मोबाइल की लोकेशन और सीडीआर निकलवाई गई। शुभम का मोबाइल रात 10 बजे स्विच ऑफ हुआ था, जबकि केवलराम कीर ने रात 12 बजे शुभम और करण का रेत कंपनी के कर्मचारियों से विवाद होने की बात कही थी। इस दौरान एक मोबाइल नंबर पहले मनवाड़ा में, कुछ देर बाद बागड़ा तवा और फिर बांसखापा में एक्टिव दिखा। यह नंबर सौरभ इवने का था। सिंगवाड़ा का रहने वाला सौरभ, केवलराम कीर के साले बंटीलाल का बेटा निकला। सौरभ के मोबाइल से ही रात 1 बजे सिंगवाड़ा के विजय को भी कॉल गया था। पुलिस ने विजय से संपर्क किया। 17-18 दिसंबर की रात सौरभ के कॉल आने का कारण पूछा। उसने बताया कि सौरभ के नंबर से दिनेश उर्फ दिन्नू ने बात की थी। बोला था कि बांसखापा रेलवे फाटक पर जाकर देखो। कोई पड़ा है क्या, लेकिन मैंने अनसुना कर दिया और सो गया। सख्ती से पूछताछ की तो सामने आ गया सचइस इनपुट पर केवलराम कीर से दोबारा पूछताछ की तो उसने बताया कि 17 दिसंबर को साला बंटीलाल, बंटी का लड़का सौरभ, भांजा नवल, सास बैजंती और दिनेश उर्फ दिन्नू, उसके घर मनवाड़ा आए थे। रात करीब 9 बजे पत्नी लक्ष्मीबाई का भांजे नवल कीर से विवाद हो गया था। इसके बाद ऩवल, दिनेश और सौरभ बाइक से धानाबाड गांव निकल गए। पीछे से पत्नी लक्ष्मीबाई, बेटी खुशी, नवल की पत्नी दिव्या, साला बंटी और सास बैजंती भी गांव के अमन कीर के ऑटो से धानाबाड के लिए निकले। रात करीब 10 बजे दोस्त अजय कीर उर्फ पोटा, केवलराम कीर के घर आया। कुछ देर बाद शुभम कीर अपने चचेरे भाई करण कीर को लेकर स्कूटी से केवलराम के घर पहुंचा। यहां पुरानी बातों को लेकर केवलराम का दोनों भाइयों से विवाद हो गया। डंडे से सिर पर मारा, बेरहमी से पिटाई कीअजय ने तत्काल नवल को कॉल कर बताया कि केवलराम का शुभम और करण से झगड़ा हो गया है। उधर, शुभम ने भी किसी को कॉल करने के लिए फोन निकाला। इसी दौरान केवलराम ने पीछे से शुभम के सिर पर डंडा मार दिया। शुभम जमीन पर गिर गया। ये देखकर करण वहां से भागा। इसी बीच नवल, दिनेश और सौरभ भी आ गए। सभी ने करण को पकड़ लिया। उसे मारा-पीटा। बेरहमी से मारपीट के चलते शुभम और करण बेहोश हो गए। शरीर में हलचल होने पर बका मारकर हत्या कीइसके बाद नवल, माखननगर पहुंचा और ऑटो लेकर आ गया। सबने मिलकर करण और शुभम को ऑटो में डाल दिया। शुभम के मोबाइल और स्कूटी को मोहासा औद्योगिक क्षेत्र में छोड़ दिया। इसके बाद बागड़ा तवा में रेलवे ट्रैक के पास पहुंचे। शुभम को रेलवे ट्रैक पर पटक दिया। उसके शरीर में हलचल हुई तो नवल और दिनेश ने बका मारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वे करण को ऑटो से उतारकर ट्रैक पर फेंकने ही वाले थे कि गश्त कर रहे रेलकर्मियों की टॉर्च चमचमाती दिखी। उन्होंने करण को वहां फेंकने का प्लान कैंसिल किया और जंगल के रास्ते से होते हुए 25 किमी दूर बांसखापा की तरफ ले गए। यहां करण को ट्रैक पर फेंक दिया, जिससे लगे कि उसने सुसाइड किया है। ऐसा कर वे दोनों भाइयों की हत्या की गुत्थी को उलझाना चाहते थे। शव फेंकने के बाद आरोपियों ने सोहागपुर के एक ढाबे पर तड़के 4-5 बजे मछली पार्टी की थी। हत्या कर सुसाइड बताने का अनुभवी है दिनेशदिनेश उर्फ दिन्नू इवने को हत्या की वारदात को आत्महत्या बताने का अनुभव है। उसने 10 साल पहले अपने चाचा देवी सिंह इवने की इसी प्रकार हत्या की थी। दिनेश उर्फ दिन्नू का अपनी चाची शकुनबाई से प्रेम संबंध था। देवी सिंह ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया था, तब दिनेश और शकुनबाई ने रस्सी से गला घोंटकर देवी सिंह की हत्या कर दी थी। उसके बाद देवी सिंह के शव को पेड़ से लटका दिया था। पुलिस को बताया कि देवी सिंह ने आत्महत्या की है। लेकिन पुलिस जांच में खुलासा हो गया था कि देवी सिंह ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी हत्या की गई है। मामले में शकुनबाई और दिनेश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। दिनेश जमानत पर बाहर आ गया था। भाई-भाभी और भतीजी का हत्यारा है केवलरामशुभम और करण की हत्या के मुख्य आरोपी केवलराम कीर (45) के खिलाफ 9 अपराध दर्ज हैं। इनमें हत्या और मारपीट के केस भी हैं। वह मूल रूप से रजौन गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ सबसे पहला केस 11 मई 2000 को हत्या, हत्या के प्रयास का दर्ज हुआ था। केवलराम ने अपने भाई, भाभी और भतीजी की हत्या की थी। केवलराम को 20 साल की सजा हुई थी। सजा पूरी कर वह जेल से बाहर आया था। इसके बाद उसने रजौन की जमीन बेचकर मोहासा मेन रोड पर मनवाड़ा में खेत खरीदा। इसमें मकान बनाया। लक्ष्मीबाई इवने से शादी के बाद वो मोहासा में ही रहने लगा। मकान के बाजू में ही उसने ढाबा खोल रखा था। केवलराम कीर अवैध शराब का कारोबार भी करता था। उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के केस भी दर्ज हैं। परिजन बोले- हत्यारों को दर्दनाक मौत मिलेशुभम और करण के घर में मातम छाया है। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। मां का कहना है कि जिस प्रकार से मेरे बेटे को मारा, उससे ज्यादा दर्दनाक मौत उन हत्यारों को मिले। वहीं, बहन ने कहा- हत्यारों को फांसी की सजा देना चाहिए ताकि शुभम और करण की आत्मा को शांति मिल सकें। ये खबर भी पढ़ें... दोस्त बना दुश्मन,1 घंटे पहले कहा था-गोली मारेंगे…और मार दी जबलपुर के सिहोरा में 11 दिसंबर को दोपहर 1 बजे बीच सड़क पर खुलेआम एक रेत ठेकेदार की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई। इसका एक खौफनाक वीडियो भी सामने आया था। जिसमें हत्यारे चिंटू ठाकुर को पहले दौड़ते हैं। फिर सड़क पर पटक का गोली मारते हुए दिखे। पढे़ं पूरी खबर...
लुधियाना की सबसे भीड़-भाड़ वाली घुमार मंडी मार्केट में शुक्रवार दोपहर पर्स स्नैचिंग की घटना सामने आई इंद्रप्रस्थ नगर की रहने वाली गीता ढीगड़ा अपने परिवार के साथ लोहड़ी की खरीदारी करने मार्केट आई हुई थीं। दोपहर करीब 1 बजे वे शैली स्टोर से रूप स्क्वेयर की ओर पैदल जा रही थी। तभी पीछे से एक युवक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर आया और उनका पर्स झपटकर फरार हो गया। पीड़िता के अनुसार पर्स में दो मोबाइल फोन आईफोन 15 और वीवो साथ ही करीब 10 हजार रुपए नकद थे। सीसीटीवी में पूरी वारदात रिकॉर्ड घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में साफ कैद हो गई। फुटेज में दिख रहा है कि महिला अपने परिवार के साथ सड़क किनारे चल रही थीं तभी एक बाइक सवार युवक भीड़भाड़ वाले इलाके से आराम से गुजरते हुए महिला का पर्स झपटकर तेज रफ्तार में निकल जाता है।सीसीटीवी वीडियो सामने आते ही पुलिस ने पीड़िता के बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। इलाके में दिनदहाड़े हुई इस वारदात से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पुलिस एक्शन में आरोपी काबू सूचना मिलते ही थाना 8 की पुलिस हरकत में आई और तत्काल जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज में दिखे बाइक नंबर के आधार पर छानबीन करते हुए पुलिस ने आरोपी को मोटरसाइकिल समेत गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार आरोपी से पूछताछ जारी है और जल्द ही चोरी किया गया सामान बरामद कर लिया जाएगा।
सूरत पुलिस को झांसा:पुलिसकर्मी मोबाइल चलाते रह गए, टॉयलेट के रोशनदान से भागा आरोपी
पुलिस कस्टडी से दुष्कर्म का आरोपी अर्धनग्न हालत में फरार हो गया। घटना कोतवाली थाने के पीछे स्थित त्रिमूर्ति होटल की है। आरोपी सूरत की एक नाबालिग लड़की को भगाकर पंधाना क्षेत्र में ले आया था। सूरत पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। गिरफ्तारी के बाद जांच के लिए सूरत पुलिस उसे खंडवा लेकर आई थी। पुलिसकर्मी होटल की पहली मंजिल के कमरे में रुके थे। आरोपी शौच के बहाने टॉयलेट गया, नल चालू किया और चिटकनी लगा दी। इसी दौरान पुलिसकर्मी मोबाइल में व्यस्त थे। आरोपी टॉयलेट के पीछे बने 22 फीट के रोशनदान से निकलकर फरार हो गया। कोतवाली पुलिस ने सूरत पुलिसकर्मी दिलुभा बोराना की शिकायत पर आरोपी पुष्पेंद्र उर्फ सोनू उर्फ दीपू पिता शिवराम सिंह गुर्जर (25), निवासी बाड़ीगांव, धौलपुर (राजस्थान) के खिलाफ पुलिस अभिरक्षा से भागने का केस दर्ज किया है। आरोपी वर्ष 2024 में सूरत में नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी था। वह लड़की को बमनगांव टिगरिया में डेढ़ साल तक साथ रखे रहा था। तीन दिन से सूरत पुलिस त्रिमूर्ति होटल के रूम नंबर 106 में ठहरी थी। रोशनदान का कांच निकालकर अर्धनग्न हालत में नीचे कूदा आरोपी के टॉयलेट में जाते ही पुलिसकर्मी मोबाइल में व्यस्त हो गए। इसका फायदा उठाकर गुर्जर ने नल चालू किया और अंदर से चिटकनी लगा ली। टॉयलेट की पिछली दीवार के 22 फीट के रोशनदान का कांच निकालकर वह साइड की छत पर पहुंचा। दुबला-पतला होने के कारण वह आसानी से निकल गया और नीचे कूदकर दौड़ लगा दी। भागते समय उसने सिर्फ अंडरवियर पहन रखा था। होटल कर्मचारियों ने शोर मचाया। पकड़ने की कोशिश में बोतल मारी, महिला को धक्का देकर भागा शोर सुनकर होटल गेट के पास मौजूद एक दुकानदार ने भाग रहे आरोपी के चेहरे पर पानी से भरी प्लास्टिक की बोतल मारी। आरोपी लड़खड़ाया लेकिन गिरा नहीं। उसने सामने खड़ी महिलाओं को धक्का दिया और बस स्टैंड होते हुए बड़ा कब्रिस्तान रोड की ओर भाग निकला। पुलिसकर्मियों ने पीछा किया, लेकिन आरोपी फरार हो गया।
धर्म कंडे के दफ्तर से नकदी व मोबाइल चोरी
लुधियाना| जसपाल बांगड़ इलाके में एक व्यक्ति को नहाने जाना भारी पड़ गया। शुक्रवार दोपहर करीब 12:26 बजे जसपाल बांगड़ स्थित एक धर्म कंडे पर चोरी की वारदात सामने आई। धर्म कंडे पर काम करने वाला हरदेश कुमार दफ्तर में बैठा था। इसी दौरान धूप निकलने पर वह नहाने के लिए चला गया। पीछे से मौके का फायदा उठाकर एक अज्ञात बाइक सवार युवक ने दफ्तर में घुसकर चोरी कर ली। जब हरदेश कुमार वापस लौटा और सीसीटीवी फुटेज चेक की, तो उसमें एक युवक सुनसान माहौल का फायदा उठाते हुए दफ्तर में दाखिल होता नजर आया। आरोपी वहां से 8,500 रुपए नकद और एक मोबाइल फोन चोरी कर फरार हो गया। पीड़ित ने मामले की शिकायत थाना साहनेवाल पुलिस को दे दी है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की जा रही है और जल्द उसे काबू कर लिया जाएगा।
आगरा में बस स्टैंड से मोबाइल और पर्स चोरी:डेबिट कार्ड से निकले 1.48 लाख, FIR दर्ज
आगरा में अलमास खान दिल्ली जाने के लिए ISBT बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान दो चोरों ने उसे बातों में लगाकर उसका मोबाइल और पर्स चोरी कर लिया। बाद में डेबिट कार्ड से 1.48 लाख और 15 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए। शिकायत पर थाना हरीपर्वत पुलिस केस दर्ज कर जांच में लगी है। टेढ़ी बगिया निवासी अलमास ने पुलिस को बताया कि एक दिसंबर को शाम 4 बजे वह आईएसबीटी पर दिल्ली जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। दो अनजान युवकों ने उन्हें बातों में लगाया और मोबाइल और पर्स चोरी करके ले गए। पर्स के अंदर पंजाब नेशनल बैंक का डेबिट कार्ड व अन्य सामान रखा था। नेहरू नगर नगर स्थित एटीएम मशीन से 1.48 लाख रुपये निकाल लिए और 15 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिए। दूसरे दिन उनका मोबाइल आगरा किले के पास हाथी घाट स्थित परचून की दुकान वाले को मिला। दुकानदार ने उनके एक परिचित के नंबर पर फोन करके जानकारी दी
फरीदाबाद एनआईटी-3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मरीज के परिजनों और अस्पताल के स्टाफ के बीच हुए विवाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो सामने आने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं और मरीजों के साथ व्यवहार को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। यह वीडियो कई दिन पुराना बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति मरीज के साथ अस्पताल के काउंटर पर खड़ा होकर स्टाफ से शिकायत कर रहा है कि मरीज को लगातार ब्लड आ रहा है और उसे तुरंत डॉक्टर की आवश्यकता है। वीडियो के कुछ हिस्सों में आवाज स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसके बाद काउंटर पर मौजूद महिला डॉक्टर यह कहते हुए नजर आती हैं कि डॉक्टर(मरीज को देख रहे) को सूचना दे दी गई है और इस तरह ऊंची आवाज में बात करने की जरूरत नहीं है। परिजनों ने की डॉक्टर को बुलाने की मांग इस पर मरीज के परिजन सवाल उठाते हैं कि आखिर किस डॉक्टर को जानकारी दी गई है और उसे तुरंत मौके पर बुलाने की मांग करते हैं। परिजन यह भी कहते हैं कि वे खुद भी अस्पताल से जुड़े हुए हैं। इसी बात को लेकर महिला डॉक्टर नाराज हो जाती हैं और कहती हैं कि वे अपनी तरफ से जो कर सकती थीं, कर चुकी हैं। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी बढ़ जाती है। महिला डॉक्टर ने की मोबाइल छीनने की कोशिश वीडियो में यह भी दिखाई देता है कि वीडियो रिकॉर्ड कर रहे व्यक्ति का मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की जाती है। इसी दौरान कई महिला कर्मचारी मौके पर पहुंच जाती हैं, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो जाता है। कुछ स्टाफ सदस्यों द्वारा मरीज के परिजन का हाथ पकड़ने की कोशिश करते हुए भी वीडियो में देखा जा सकता है। मरीज की पहचान नहीं हो पाई जिस मरीज को लेकर यह विवाद हुआ, उसकी फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आ सकी है। यह मरीज कहां का रहने वाला है और किस बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल आया था, इसका भी पता नहीं चल पाया है। वहीं, जिस महिला स्टाफ सदस्य के साथ परिजनों की बहस हुई, उसके बारे में भी अभी कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। डीन बोले- जांच करेंगे मामले को लेकर ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डीन डॉ. चव्हाण कालिदास दत्तात्रेय ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है और पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि जांच में किसी स्तर पर कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। डीन ने यह भी कहा कि अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों के इलाज का पूरा प्रयास किया जाता है और जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
करनाल जिले के असंध क्षेत्र में सड़क पर चलते समय महिला से मोबाइल फोन छीनकर फरार होने की वारदात का करनाल पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में पहले से जेल में बंद आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की और उसके कब्जे से छीना गया मोबाइल फोन बरामद कर लिया। जिला पुलिस करनाल के थाना असंध की टीम ने यह कार्रवाई सब इंस्पेक्टर यशराज की अगुवाई में की। पुलिस टीम ने गांव उपलाना करनाल निवासी अंग्रेज सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपी की निशानदेही पर छीना गया एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। सलवान चौक पर हुई थी वारदात जांच अधिकारी ने बताया कि असंध के सलवान चौक पर सड़क से गुजर रही एक महिला टीचर से आरोपी ने मोबाइल फोन छीन लिया था और मौके से फरार हो गया था। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान आरोपी की संलिप्तता सामने आने पर उसे प्रोडक्शन वारंट पर लिया गया। पहले से दर्ज हैं मामले पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी अंग्रेज सिंह के खिलाफ पहले भी स्नैचिंग के अन्य मामले दर्ज हैं। आरोपी की आपराधिक गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने उससे गहन पूछताछ की। पुलिस ने आरोपी को दोबारा माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से उसे जिला जेल भेज दिया गया। करनाल पुलिस ने साफ किया है कि छीना-झपटी और अन्य आपराधिक वारदातों में शामिल अपराधियों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
बारां: संदिग्ध गतिविधियों में लगे तीन व्यक्तियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, सात मोबाइल जब्त
बारां के नाहरगढ़ में संदिग्ध गतिविधियों में लगे तीन व्यक्तियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, उनके कब्जे से सात मोबाइल जब्त। गिरफ्तार व्यक्तियों में नाना पाटेगर, अजय कुमार और सिंग सुभाष शामिल हैं। पुलिस की कार्रवाई से स्थानीय सुरक्षा में मजबूती और कानून व्यवस्था पर विश्वास बढ़ा है।
बांका के सुईया थाना क्षेत्र में एक किसान का सिर कटा शव बरामद हुआ है। बैरधंधिया और छच्छीपुर गांव के बीच जंगल से गुरुवार रात को यह शव मिला। मृतक की पहचान बेलहर थाना क्षेत्र के झुकलिया गांव निवासी सुबोध कुमार सिंह (45) के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है, हालांकि हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। जानकारी के अनुसार सुबोध कुमार सिंह 24 दिसंबर बुधवार की शाम घर से यह कहकर निकले थे कि वह एक पार्टी में जा रहे हैं। उन्होंने अपना मोबाइल भी घर पर ही छोड़ दिया था। इसके बाद वह घर वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उनकी काफी खोजबीन की और आसपास के गांवों में भी पूछताछ की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। उनके लापता होने के बाद परिजनों ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना से जुड़ी 3 तस्वीरें देखिए.... स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दी 25 दिसंबर गुरुवार की रात को स्थानीय लोगों ने सुईया थाना क्षेत्र के जंगल में सिर कटा शव मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही सुईया थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और जांच-पड़ताल करते हुए महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए। पोस्टमॉर्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेजा प्राथमिक जांच में सामने आया है कि सुबोध कुमार सिंह की हत्या तेज धारदार हथियार से गला रेतकर की गई है। हत्या के बाद उनके शव को जंगल में फेंक दिया गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के लिए बांका सदर अस्पताल भेज दिया। मोबाइल घर पर छोड़कर पार्टी में जाने की बात कहकर निकले मृतक की पत्नी अर्चना कुमारी ने बताया कि उनके पति 24 दिसंबर बुधवार की शाम मोबाइल घर पर छोड़कर पार्टी में जाने की बात कहकर निकले थे। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटे तो परिवार वालों ने उनकी तलाश शुरू की। गुरुवार रात को उन्हें सुईया थाना क्षेत्र के जंगल से पति का सिर कटा शव बरामद होने की सूचना मिली। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। पत्नी ने बताया कि उनके पति की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। घटना के बाद पत्नी सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में मातम पसरा हुआ है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया इस संबंध में सुईया थाना अध्यक्ष कन्हैया झा ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस हर पहलू से जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
सोनीपत में बाइक सवारों ने मोबाइल छीना:बात करते हुए जा रहा था युवक; पीछे से आए झपटमार, नहीं लगा सुराग
सोनीपत के कुण्डली क्षेत्र में मोबाइल फोन छीनने की वारदात सामने आई है। युवक फोन पर बात करते हुए जा रहा था, तभी पीछे से आए बाइक सवार युवकों ने झपटा मारा और फोन छीन कर फरार हो गए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। झपटमारों की पहचान के प्रयास हो रहे हैं। कुंडली निवासी प्रवीन कुमार ने बताया कि शाम करीब 7:30 बजे वह चोपड़ा पेट्रोल पंप से कुण्डली गांव की ओर जा रहा था। इसी दौरान अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने झपट्टा मारकर उसका मोबाइल फोन छीन लिया और फरार हो गए। फोन पर बात करते समय हुई वारदात प्रवीन कुमार ने बताया कि वह अपने दोस्त सुनील से फोन पर बात कर रहा था, तभी अचानक पीछे से आए दो बाइक सवारों ने उसका VIVO 51 5G (रंग रेनबो फैंटेसी) मोबाइल छीन लिया। उन्होंने बताया कि फोन छीनने के बाद उसने शोर मचाया, पीछा भी किया, लेकिन घटना के बाद बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा शिकायत के आधार पर थाना कुण्डली पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी एसआई सतबीर ने बताया कि शिकायत प्राप्त होने के बाद वे मौके पर पहुंचे और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जांच में जुटी पुलिस पुलिस का कहना है कि बदमाशों की पहचान के लिए तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। आसपास के इलाकों में लगे कैमरों की मदद से बाइक सवारों की गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस ने जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का भरोसा दिलाया है।
करनाल जिले के गांव घोघड़ीपुर में खेतों में शराब पार्टी के बाद दो युवकों के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने का मामला सामने आया है। तीन दोस्त साथ निकले थे, लेकिन उनमें से केवल एक ही घर लौटा। हैरानी की बात यह रही कि घर लौटे युवक ने तीन दिन तक यह जानकारी परिजनों से छिपाए रखी कि दोनों लापता युवक उसी के साथ गए थे। परिवार वालों ने अपने स्तर पर तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दी गई, जिस पर जांच शुरू कर दी गई है। घर से जाते समय नहीं बताया, कहां जा रहे गांव जुंडला के राहुल ने बताया कि उसका भाई दीपक रविवार को दिन में करीब 11 बजे घर से निकला था। उसके साथ उसके दोस्त गुरमीत और विश्वास भी थे। दीपक ने घर पर यह नहीं बताया कि वह कहां जा रहा है। तीनों दोस्त वहां से करनाल की ओर निकल गए। कुछ समय बाद गुरमीत तो वापस घर लौट आया, लेकिन दीपक और विश्वास घर नहीं पहुंचे। देर शाम तक दोनों के न लौटने पर परिजनों को चिंता होने लगी। तीन दिन बाद खुला साथ जाने का राज राहुल ने बताया कि गुरमीत ने तीन दिन तक परिवार को यह तक नहीं बताया कि दीपक और विश्वास उसी के साथ गए थे। परिवार ने जब गुरमीत से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने पूरी बात बताई। पूछताछ में सामने आया कि गुरमीत, दीपक और विश्वास तीनों एक साथ ही करनाल गए थे और पूरे दिन साथ रहे। राशि ट्रांसफर कर खरीदी शराब और खाना जानकारी के अनुसार विश्वास ने अपने काम से गुरमीत के खाते में एक हजार रुपए ट्रांसफर करवाए थे। जहां-जहां गुरमीत ने कहा, वहां-वहां पैसे ट्रांसफर किए गए। इसके बाद करनाल में एक शराब की बोतल खरीदी गई। वहीं पर खाने-पीने का सामान लिया गया और भुगतान भी गुरमीत ने ही किया। शुरुआत में तीनों ने जुंडला में शराब पार्टी करने की योजना बनाई थी, लेकिन बाद में योजना बदल दी गई। घोघड़ीपुर नहर के पास खेतों में पार्टी तीनों दोस्त घोघड़ीपुर नहर के पास खेतों में एक ट्यूबवैल के कोठे के पास बैठकर शराब पार्टी करने लगे। इसी दौरान गुरमीत के पिता का फोन आया, जिस पर वह शाम के समय घर लौट गया। दीपक और विश्वास ने भी गुरमीत से कहा कि वह चला जाए, वे दोनों खुद ही बाद में घर आ जाएंगे। इसके बाद से ही दोनों का कोई पता नहीं चला। मोबाइल बंद होने से बढ़ा संदेह परिजनों ने दीपक और विश्वास के मोबाइल फोन पर कई बार कॉल की। शुरुआत में कॉल जाती रही, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। सोमवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे दीपक का मोबाइल फोन बंद हो गया, जबकि विश्वास का फोन रविवार शाम को ही बंद हो चुका था। इसके बाद परिवार ने जुंडला चौकी पुलिस को शिकायत दी। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जा रही है।
नोएडा में मोबाइल चोरी का वांछित गिरफ्तार, बड़ी मात्रा में मोबाइल और पार्ट्स बरामद
नोएडा के थाना सेक्टर-142 पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी और छिनैती के मामलों में वांछित चल रहे शातिर अपराधी को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है
देश जिस “विकसित भारत 2047” का सपना देख रहा है, उसकी बुनियाद आज गोद में पल रहे बच्चों पर टिकी है। लेकिन सवाल यह है कि क्या हम इस आने वाली जेनरेशन को सही दिशा दे पा रहे हैं। यह कहना है, भारत में बच्चों के लिवर ट्रांसप्लांट की शुरुआत करने वाली सीनियर पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (IAOP) की प्रेसिडेंट डॉ. नीलम मोहन का। डॉ नीलम मोहन से दैनिक भास्कर से इस बातचीत की। डॉ नीलम ने साफ शब्दों में कहा कि गलत परवरिश, गलत खान-पान और जरूरत से ज्यादा मोबाइल स्क्रीन बच्चों के दिमागी कनेक्शन बिगाड़ रही है। इसका असर सिर्फ शरीर पर नहीं, बल्कि बच्चों की सोच, इमोशन और व्यवहार पर भी पड़ रहा है। डॉ. नीलम ने कहा कि आज माता-पिता बच्चों से तुतली जुबान या प्यार से बात करना कम कर रहे हैं। इसकी जगह बच्चों के रोने पर फोन थमा देते हैं। इससे बच्चों में ह्यूमन इमोशंस विकसित नहीं हो पाते। वे इंसानों की बजाय इंस्ट्रूमेंट्स से जुड़ने लगते हैं। यही आने वाली जेनरेशन की सबसे बड़ी समस्या बनने वाली है। जब वो बड़े होंगे तो उनके ही माता पिता उनसे प्यार की उम्मीद करेंगे लेकिन जब आप बच्चों को प्यार, रेस्पेक्ट सिखाएंगे नहीं तो उनसे कैसे उम्मीद कर सकते हैं। बच्चों के एक मेटिरियल स्टिक चीज से जुड़ने से उनकी डिसीजन टेकिंग एबिलिटी, प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी, स्ट्रेस हैंडल करने की क्षमता, पेशेंस समेत जीन के लिए जरूरी अन्य स्किल से वो दूर होते जा रहे हैं। जन्म से लेकर दो साल तक बच्चे के दिमाग में तेजी से नए कनेक्शन बनते हैं। अगर इस समय मोबाइल दिया गया, तो ये कनेक्शन गलत दिशा में विकसित होते हैं। ऑटिज्म जैसी समस्याएं इसी वजह से बढ़ रही हैं। दो साल तक बच्चों को मोबाइल बिल्कुल नहीं देना चाहिए। सवाल: मोबाइल और स्क्रीन बच्चों के दिमाग पर कैसे असर डालते हैं? जवाब: डिजिटल स्क्रीन पर सब कुछ बहुत तेज होता है। बच्चा उसी स्पीड का आदी हो जाता है। उसे स्लो चीजें समझ ही नहीं आतीं। इससे व्यवहार में चिड़चिड़ापन आता है, ब्लड प्रेशर बढ़ता है और नींद प्रभावित होती है। बच्चे तुरंत रील, गेम, वीडियो से रिवॉर्ड के आदी हो जाते हैं। वे बोर होना ही नहीं सीखते, जबकि बोरियत से ही क्रिएटिविटी जन्म लेती है। इसलिए उनके अंदर की क्रिएटिविटी डेवलप ही नहीं हो पा रही हैं क्योंकि उन्हें सोचने का मौका ही नहीं मिल रहा है। उनका दिमाग हमेशा व्यस्त है। स्टडी से साबित हुआ है कि जो बच्चे एआई से होमवर्क करते हैं, उनकी क्रिएटिविटी कम हो जाती है। जबकि जो बच्चे खुद सोचकर काम करते हैं, उनमें ज्यादा विविधता और कल्पनाशीलता दिखती है। आज बच्चों को सब रेडीमेड मिल रहा है, इसलिए उनकी सोचने-समझने की क्षमता कमजोर हो रही है। छोटी सी समस्या में भी वे घबरा जाते हैं। सवाल: नई जेनरेशन को लेकर आपकी सबसे बड़ी चिंता क्या है? इससे उनकी सहनशीलता कम हो रही है, वे जल्दी गुस्सा करते हैं और छोटी समस्या में भी पैनिक करने लगते हैं। अगर यही हाल रहा, तो 2047 में देश को आगे बढ़ाने वाली पूरी पीढ़ी शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से भी कमजोर होगी। सवाल: मध्यप्रदेश में बच्चों की सेहत को लेकर स्थिति कितनी गंभीर है? जवाब: मध्यप्रदेश आज भी शिशु मृत्यु दर को लेकर चिंता का विषय है। देश में इंफेंट मॉर्टेलिटी रेट प्रति हजार 19 है, जबकि मध्यप्रदेश में यह करीब 60 प्रतिशत ज्यादा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि हमारी किशोरियां एनेमिक हैं। जब मां के शरीर में खून की कमी होगी, तो बच्चा कैसे स्वस्थ पैदा होगा? प्रदेश की करीब 55 प्रतिशत किशोरियों में एनीमिया है। यही कमजोरी आगे चलकर बच्चों में शारीरिक और मानसिक समस्याओं की वजह बनती है। नींव कमजोर होगी तो ऊपर की इमारत मजबूत नहीं हो सकती। सवाल: क्या यह समस्या सिर्फ गरीबी की वजह से है? जवाब: बिल्कुल नहीं। यह सिर्फ गरीबी की समस्या नहीं है, बल्कि जानकारी की कमी है। हमें यह ही नहीं पता कि सही खाना क्या होता है। हम दाल-चावल-रोटी खाकर सोच लेते हैं कि पूरा भोजन हो गया। जबकि थाली में सलाद, दही, फल, हरी सब्जियां और सीड्स व नट भी होने चाहिए। रोटी की मात्रा कम कर फल और सब्जियों की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। यही गलती हम बच्चों के साथ भी कर रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि भारत में सिर्फ 11 प्रतिशत महिलाएं ही बच्चों को सही पोषण दे पा रही हैं। सवाल: एक तरफ कुपोषण और दूसरी तरफ मोटापा, यह विरोधाभास क्यों? जवाब: यह बहुत बड़ा विरोधाभास है। एक तरफ बच्चों को सही पोषण नहीं मिल रहा और दूसरी तरफ करीब 8 प्रतिशत बच्चे मोटापे का शिकार हैं। यानी करीब 4 करोड़ बच्चे ओबेसिटी से जूझ रहे हैं। इसका कारण है, चीनी, मैदा, पैकेट फूड और जंक फूड। मोटापा अपने साथ डायबिटीज, हाई बीपी, हार्ट डिजीज और हड्डियों की बीमारियां लेकर आता है। माता-पिता को समझना होगा कि चीनी बच्चों के लिए जहर की तरह है। सवाल: बच्चों के लिए कैसी डाइट होनी चाहिए? जवाब: बच्चों को हेल्दी फैट जैसे घी, सरसों का तेल और ऑलिव ऑयल सीमित मात्रा में देना चाहिए। बेकरी प्रोडक्ट्स, मैदा वाले नूडल्स और पैक्ड फूड से बचना चाहिए। इसकी जगह होलग्रेन से बने खाद्य पदार्थ दें। फ्राइड फूड कम से कम दें। सबसे जरूरी बात यह है कि माता-पिता खुद इन आदतों को अपनाएं, क्योंकि बच्चे वही सीखते हैं जो वे देखते हैं। सवाल: बच्चों में लिवर की बीमारियां क्यों बढ़ रही हैं? सवाल: IAP इस दिशा में क्या कर रही है? जवाब: इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स अब “पोषण प्लस प्रोग्राम” शुरू करने जा रही है। IAP की देशभर में 393 ब्रांच हैं। हम एक ऐसा मोबाइल ऐप तैयार कर रहे हैं, जिसे हर माता-पिता मुफ्त में इस्तेमाल कर सकेंगे। इसमें वे बच्चे की उम्र और जानकारी डालकर जान पाएंगे कि बच्चे को क्या खाना देना चाहिए। इसके अलावा स्कूलों में जाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे, ताकि पोषण की सही समझ बचपन से ही विकसित हो सके।
गुलाब देवी रोड पर मोबाइल स्नैचिंग, आठ लुटेरों ने युवक को बनाया निशाना
जालंधर| गुलाब देवी रोड पर बेखौफ लुटेरों ने एक युवक से मोबाइल छीन लिया। हरदेव नगर निवासी पीड़ित राकेश कुमार ने बताया कि वह पैदल किसी काम से जा रहे थे। इस दौरान चार मोटरसाइकिल सवार होकर आए आठ युवकों ने उन्हें घेर लिया। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाते, लुटेरों ने उससे मोबाइल फोन झपट लिया और मौके से फरार हो गए। हमलावरों की संख्या अधिक होने के कारण चाहकर भी उनका मुकाबला नहीं कर पाया। मामले की जानकारी देते हुए एएसआई गोपाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने पीड़ित राकेश कुमार के बयानों के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। एएसआई गोपाल सिंह ने कहा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही हैं। आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीमें गठित की गई हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भागलपुर| पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में बुधवार की रात एक महिला मरीज के परिजन का मोबाइल चुरा लिया गया। घटना तब हुई जब परिजन अपना फोन चार्ज में लगाकर खाना खाने बैठे थे। तभी एक चोर आया और चार्ज से मोबाइल निकालकर भागने लगा। हालांकि, इसी दौरान पड़ोस के मरीज के परिजनों ने उसे देख लिया, तो चोर ने फिर मोबाइल चार्ज में लगा दिया और खाली हाथ निकलने की कोशिश की, लेकिन मोबाइल धारक ने उसे अस्पताल गार्ड के मदद से पकड़ लिया। और आरोपी युवक को बरारी पुलिस कैंप को सौंप दिया। रेकी करने के बाद मोबाइल चोरी करने आया था आरोपी मोबाइल धारक विक्रम ने बताया कि वह मोबाइल चार्ज में लगाकर खाना खा रहे थे, तभी एक युवक उनका फोन खोलकर ले जा रहा था। पड़ोस के ही मरीज के परिजनों ने उसे देख लिया, तो चोर ने फिर मोबाइल चार्ज में लगा दिया और भागने लगा। इसके बाद उसे पकड़ लिया गया। विक्रम के भाई सौरभ ने बताया कि पहले आरोपी युवक ने रेकी की, जिसके बाद उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। इधर, मौके पर पहुंचे बरारी थानाध्यक्ष बिट्टू कमल ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर थाना ले गए और उससे पूछताछ की जा रही है। हमारे समाचार लिखे जाने तक पीड़ित घटना से संबंधित आवेदन लिख रहे थे। घटना के बाद से पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी युवक दो दिन पहले जेल से बाहर निकला था। इससे पहले भी कई घटना मायागंज अस्पताल में मोबाइल चोरी की घट चुकी है. जिससे मरीज के परिजन में डर का मोहल बना रहता है.
मोबाइल चोर गिरोह का सदस्य गिरफ्तार:33 फोन और 50 से अधिक मोबाइल उपकरण बरामद
ग्रेटर नोएडा की थाना सेक्टर 142 पुलिस ने मोबाइल फोन चोरी और छिनैती करने वाले एक गिरोह के फरार सदस्य को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 33 चोरी के मोबाइल फोन और मोबाइल फोन के विभिन्न पार्ट्स बरामद किए हैं, जिनमें 63 डिस्प्ले, 72 फ्रेम और 84 बैटरियां शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमन कुमार के रूप में हुई है, जिसे सेक्टर 138 के एक पार्क से पकड़ा गया। अमन के गिरोह के तीन अन्य साथी – राजकुमार, कृष्ण कुमार और सुल्तान उर्फ मयंक – को मंगलवार को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उनके पास से एक चोरी की केटीएम बाइक, तीन स्मार्ट मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद हुआ था। अमन की गिरफ्तारी इन्हीं आरोपियों से पूछताछ के बाद हुई। एडिशनल डीसीपी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपी अमन मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता है। वह अपने साथियों से चोरी के मोबाइल फोन लेकर उनके पार्ट्स बेचता था। यह गिरोह मिलकर मोबाइल फोन चोरी या छिनैती करता था और फिर उनके पुर्जे अलग-अलग बेच देता था। घटनाओं को अंजाम देने के लिए वे चोरी की मोटरसाइकिल का भी इस्तेमाल करते थे। अमन के अन्य साथी राजकुमार (निवासी ग्राम शेखपुरी, थाना चांदपुर, जिला बिजनौर), कृष्ण कुमार (निवासी ग्राम बम्हैरा, थाना बकेवर, जिला इटावा) और सुल्तान उर्फ मयंक (निवासी ग्राम अदियापुर, थाना वेदपुरा, जिला इटावा) को 23 दिसंबर, 2025 को थाना सेक्टर 142 क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। उनके कब्जे से एक चोरी की मोटरसाइकिल (जिसके संबंध में थाना मयूर विहार, दिल्ली में एफआईआर दर्ज है), दो चाकू और तीन चोरी के मोबाइल फोन बरामद हुए थे। तभी से अमन फरार चल रहा था।
RGHS में गड़बड़ी रोकने की नई कवायद:अब लाभार्थी के रजिस्टर्ड मोबाइल पर मिलेगा हर माह का स्टेटमेंट
राजस्थान गर्वमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) योजना हो रही गड़बड़ी को दूर करने के लिए अब सरकार ने नई तकनीकी पहल शुरू की है। इसमें अब आरजीएचएस से जुड़े हर लाभार्थी को मोबाइल पर उसका मासिक स्टेटमेंट भेजा जाएगा, ताकि उसे पता रहे कि इस माह उसके आरजीएचएस कार्ड से क्या-क्या ट्रीटमेंट हुआ और क्या-क्या दवाईयां कितने रुपए में ली गई। इसका मुख्य उदेश्य उक्त लाभार्थी को ये ध्यान रहे कि उसके कार्ड का कहीं दूसरी जगह गलत उपयोग तो नहीं किया जा रहा। मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया- कई बार ऐसी शिकायतें सामने आती है कि किसी फार्मेसी, हॉस्पिटल या अन्य एजेंसी ने गलत बिल पेश करके योजना के तहत भुगतान उठा लिया। जबकि लाभार्थी ने ऐसा कोई उपचार या दवा ली ही नहीं होती है और ना ही उसे इसके बारे में कोई जानकारी है। इस अनियमितता पर अंकुश लगाने के लिए लाभार्थी को उसके द्वारा उपयोग की गई सेवाओं की पूरी जानकारी उसके मोबाइल पर उपलब्ध करवाने की पहल शुरू की है। ऐसे में कार्ड का दुरूपयोग होने पर लाभार्थी तत्काल हेल्पलाइन नंबर या आरजीएचएस ऑफिस में इसकी सूचना दे सकेगा और अनियमितता करने वाले हॉस्पिटल या फार्मेसी स्टोर के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी। हर महीने भेजा जाएगा स्टेट्स राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी के सीईओ हरजीलाल अटल ने बताया- आरजीएचएस कार्ड के उपयोग से संबंधित पारदर्शी एवं सटीक जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है। इस पहल के अंतर्गत अब सभी पंजीकृत लाभार्थियों को प्रत्येक माह उनके कार्ड पर किए गए कुल स्वास्थ्य व्यय की जानकारी एसएमएस के माध्यम से उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी। इस एसएमएस में लाभार्थी दवारा किए गए चिकित्सा व्यय का विवरण आईपीडी, डे केयर, ओपीडी, फार्मेसी एवं रिएम्बर्समेंट श्रेणियों के अनुसार स्पष्ट रूप से दर्शाया जाएगा।
जालोर में पंचों की ओर से महिलाओं के स्मार्ट फोन चलाने की पाबंदी को लिए फैसले को दोबारा ले लिया गया है। समाज के पंचों का कहना था कि ये फैसला बच्चों को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। लेकिन, इसे उल्टा लिया गया और अब इसे कैंसिल कर दिया गया है। दरअसल, जिले के चौधरी समाज सुंधामाता पट्टी में 21 दिसंबर को गजीपुर गांव में बैठक हुई थी। इस बैठक में 15 गांव की बहू-बेटियों को 26 जनवरी से कैमरे वाला फोन यूज करने पर बैन लगा दिया था। इस फैसले के बाद इसका कई जगह विरोध भी हुआ। इधर, इस फैसले को लेकर बुधवार को दोबारा गजीपुर गांव में पंचों की बैठक बुलाई गई और इस फैसले को कैंसिल करने का आदेश जारी किया गया। कैमरा वाले फोन पर लगाई थी पाबंदी, बच्चियों को भी घर में मोबाइल चलाने की दी थी सलाह 21 दिसंबर की बैठक में पंच हिम्मताराम ने फैसला पढ़कर सुनाया था। हिम्मतराम ने बताया था- देवाराम कारनोल वालों ने ये प्रस्ताव रखा था। इसमें सभी पंचों और लोगों ने चर्चा करते हुए निर्णय लिया कि 15 गांवों की बहू-बेटियां फोन पर बात करने के लिए की-पैड वाला फोन रखेंगी। इसके साथ ही पढ़ाई करने वाली बच्चियों को मोबाइल रखना अगर जरूरी होगा तो वे अपने घर में ही मोबाइल से पढ़ाई करेंगी। यानि वे घर में ही मोबाइल का यूज कर सकेंगी। शादी समारोह, सामाजिक कार्यक्रम और पड़ोसी के घर पर भी मोबाइल नहीं ले जा सकती हैं। समाज के पंच बोले- महिलाओं की शिकायत पर प्रस्ताव लिया था इधर, इस फैसले को लेकर कई जगह विरोध होने लगा। हालांकि कुछ लोग इसके समर्थन में थी लेकिन अधिकांश ने इसे गलत भी बताया था। इसे लेकर दोबारा बैठक हुई। इसमें नथाराम चौधरी ने बताया कि 21 दिसंबर को चौधरी समाज सुंधामाता पट्टी का सुंधा माता में कार्यक्रम था। सुंधा माता मंदिर में समाज की रसोई संचालित होती है। इसके लिए हर साल हर घर से 100-100 रुपए शामिल किए जाते है। इसी को लेकर ये कार्यक्रम भी था। समाज की महिलाओं ने हमें बताया था कि बच्चे स्कूल से आने के बाद मोबाइल देखने लग जाते हैं। न तो वे खाना खाते हैं और न पढ़ाई करते है। बच्चे पूरा दिन मोबाइल देखते रहते है। मोबाइल में ऐसे-ऐसे ऐप आ गए है कि वे वीडियो देखते रहते है। इससे उनका दिमाग और आंखें दोनों खराब हो रही है। इस पर सुझाव लिया गया था कि महिलाओं के पास स्मार्ट फोन नहीं होना चाहिए। एक महीने में स्थिति सुधारने के लिए दिया था समय उन्होंने बताया कि इसलिए इस सुझाव पर ये प्रस्ताव लिया गया था। 1 महीने का समय भी इसलिए दिया गया था कि जो हालात बन रहे है, वह सुधर जाए। नथाराम चौधरी ने बताया कि इस फैसले के लिए किसी पर जबरदस्ती नहीं थी। क्योंकि महिलाएं घर पर रहती है और स्कूल से आने के बाद बच्चे उनका फोन यूज करते है। ये फैसला बच्चों के लिए था। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी पर इसका असर न हो। रोजाना साइबर फ्रॉड के मामले आ रहे हैं। महिलाओं और बच्चियों के साथ शोषण हो रहा है। इसलिए एक महीने का समय दिया गया था कि एक महीने में हम इसे देख लेंगे। यदि सभी को अच्छा लगेगा तो 26 जनवरी से इसे लागू कर देंगे। लेकिन, लोगों ने इसे उल्टा ले लिया। किसी को अच्छा नहीं लगा इसलिए हम इस फैसले को कैंसिल कर रहे है। हमें ऐसा कोई काम करने की जरूरत नहीं है। ये फैसला सही था लेकिन लोगों ने इसे उल्टा ले लिया। वहीं इस मामले 14 पट्टी के समाज अध्यक्ष सुजनाराम चौधरी ने बताया कि समाज में यह फैसला अच्छा नहीं लगा। इसलिए बुधवार को हुई बैठक में इसे वापस लेकर कैंसिल कर दिया गया है। ये खबर भी पढ़ें.. राजस्थान में पंचों का मनमाना फैसला, महिलाएं स्मार्टफोन नहीं चलाएंगी:पढ़ने वाली बच्चियां भी समारोह और घर से बाहर मोबाइल नहीं ले जा सकेंगी राजस्थान के जालोर जिले में पंचायत ने मनमाना फैसला सुनाया है। 15 गांव की बहू-बेटियों को 26 जनवरी से कैमरे वाला फोन यूज करने पर बैन लगा दिया है। इतना ही नहीं सार्वजनिक समारोह से लेकर पड़ोसी के घर पर भी फोन ले जाने पर पाबंदी रहेगी। वह स्मार्ट फोन की जगह की-पैड फोन उपयोग में ले सकेंगी। (यहां पढ़ें पूरी खबर) ‘भाई दूसरे राज्य में, कैसे करूंगी वीडियो कॉल’:राजस्थान में पंचों का मनमाना फैसला, महिलाएं स्मार्टफोन नहीं चलाएंगी, सरपंच बोले- इस फैसले से महिलाएं पिछड़ेंगी पंचों को अधिकार नहीं कि मोबाइल यूज करने पर बैन लगाने का फरमान जारी करें। हमारे भाई व परिवार के कई लोग अन्य राज्यों में काम करते हैं। उनसे वीडियो कॉल पर बात कैसे करेंगे? मोबाइल पर रील और सीरियल देखती हूं। अब घर में ही जब निर्णय लिया गया है कि स्मार्टफोन का यूज नहीं होगा तो मैं भी नहीं करूंगी। (यहां पढ़ें पूरी खबर)
अमरोहा पुलिस ने नए साल से पहले 250 गुम हुए मोबाइल फोन उनके मालिकों को लौटा दिए हैं। इन मोबाइल फोन की कुल कीमत लगभग 52 लाख रुपए बताई गई है। पुलिस की इस कार्रवाई से मोबाइल मालिकों के चेहरों पर खुशी लौट आई है। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार आनंद ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें सभी मोबाइल स्वामियों को बुलाया गया और उन्हें एक-एक कर उनके गुम हुए फोन सौंपे गए। इस दौरान खोए हुए मोबाइल पाकर सभी मालिक काफी खुश नजर आए और उन्होंने पुलिस टीम का धन्यवाद किया। एसपी अमित कुमार आनंद ने प्रेस वार्ता में बताया कि जनपद की सर्विलांस और एसओजी की संयुक्त टीम ने पिछले एक वर्ष के दौरान इन 250 मोबाइल फोन को बरामद किया है। यह प्रयास नए साल से पहले लोगों के जीवन में खुशी लाने की एक पहल थी। सर्वाधिक मोबाइल फोन बरामद करने वाली टीम को पांच हजार रुपए का नकद इनाम भी दिया गया है। एसपी द्वारा नए साल से पहले किए गए इस कार्य की चारों ओर सराहना हो रही है। एसपी ने आम जनता से साइबर धोखाधड़ी के प्रति सतर्क रहने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। साइबर ठगी होने की स्थिति में तुरंत नजदीकी थाने में साइबर पुलिस को सूचित करें या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
बेगूसराय में मोबाइल दुकानदार का अपहरण का मामला सामने आया है। मारपीट के बाद कार सवार बदमाशों ने किडनैप कर लिया। पीड़ित की पहचान लोहिया नगर थाना क्षेत्र के पन्हास निवासी मनोज कुमार सिंह के पुत्र सुमित कुमार (23) के तौर पर हुई है। घटना 23 दिसंबर(मंगलवार) की रात की है। सूचना मिलते ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। सुमित मुफस्सिल थाना चौक के पास जेएसआरयू इंटरप्राइजेज नाम से मोबाइल दुकान चलाता था। इस संबंध में परिजनों ने बुधवार को थाने में आवेदन देकर सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई है। जबरन गाड़ी में डाल दिया परिजनों के मुताबिक रात करीब 10:40 बजे दुकान बंद करके घर जा रहा था। करीब 500 मीटर आगे बढ़ते ही फोर व्हीलर पर सवार बदमाशों में मारपीट करते हुए उसे गाड़ी पर बैठा लिया और फरार हो गए। काफी देर बाद जब वह घर नहीं पहुंचा तो खोजबीन शुरू की गई। उसका मोबाइल बंद था। अपने स्तर से पता लग रहे थे, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद लोहिया नगर थाने में आवेदन दिया गया। आवेदन मिलते ही पुलिस एक्टिव हो गई। सदर-वन डीएसपी आनंद कुमार पांडेय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। सुमित के साथ पहले मारपीट की गई, उसके बाद उसे जबरन व्हाइट कलर की कार में डाल दिया। परिजन अनहोनी की आशंका से सहमे हुए हैं। पुलिस जांच कर रही है सदर-वन डीएसपी आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि मंगलवार रात करीब 11 की घटना है। परिजनों ने आवेदन दिया है। जांच में सामने आया है कि मारपीट करते हुए सुमित कुमार को सफेद रंग की फोर व्हीलर गाड़ी से उठाकर ले जाया गया है। सभी पहलुओं पर अनुसंधान कर रहे हैं। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।
अशोकनगर जिले के चंदेरी क्षेत्र के सिरसोद गांव में बुधवार रात मोबाइल चार्ज करते समय करंट लगने से एक किशोर और उसके चाचा झुलस गए। हादसे में 15 वर्षीय अशोक आदिवासी का हाथ झुलस गया, जबकि उसके 24 वर्षीय चाचा शीलचंद्र आदिवासी को करंट का झटका लगने से सिर में चोट आई। दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां गुरुवार सुबह तक उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। अशोक जिस बोर्ड में मोबाइल लगा रहा था, उसी से उसे करंट लग गया और वह बोर्ड पर गिर गया। उसको गिरते देख उसके चाचा सीलचंद्र ने तुरंत उसे उठाने की कोशिश की। इस दौरान सीलचंद्र भी करंट की चपेट में आ गए। अन्य लोगों की नजर पड़ने पर उन्होंने तत्काल बिजली बंद कर दोनों को बचाया। करंट लगने से दोनों की हालत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें चंदेरी सिविल अस्पताल ले जाया गया।
अमृतसर के जिम में बॉडी बिल्डर और उसकी मंगेतर के बीच मारपीट हो गई। यह बहस ऑफिस में नेम प्लेट लगाने और फिर वीडियो बनाने को लेकर शुरू हुई। जिसके बाद बॉडी बिल्डर ने फोन छीनकर पटक दिया। इससे मंगेतर और बॉडी बिल्डर के बीच हाथापाई हो गई। इस दौरान जिम के दूसरे मुलाजिम भी आ गए। मारपीट में बॉडी बिल्डर की पगड़ी उतर गई। उसके बाल भी खींचे गए। इस बारे में बॉडी बिल्डर ने इसके CCTV फुटेज मीडिया को जारी कर दिए। जिसके बाद उसने मंगेतर और जिम की मैनेजर पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। हालांकि दूसरे पक्ष की तरफ से इस मामले में अभी कुछ नहीं कहा गया है। यह मामला रणजीत एवेन्यू स्थित ओलिंपियन जिम का है। घटना को लेकर बॉडी बिल्डर ने क्या कहा... वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर, वकील ने रोका तो मंगेतर के नाम प्रॉपर्टी खरीदीमीडिया से बातचीत में बॉडी बिल्डर अमनदीप सिंह ने कहा- मैं प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर हूं। वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर हूं। मैंने पिछले साल ओलिंपियन जिम बनाना शुरू किया था। इस दौरान मेरा एक केस चल रहा था। वकील ने मुझे कहा कि अपने नाम पर कोई प्रॉपर्टी मत लेना। कोई बिजनेस नहीं करना। इस वजह से मैंने अपना सारा बिजनेस और फ्लैट मंगेतर के नाम पर लिया था। मेरा तलाक का केस चल रहा था। 5 नवंबर को मैं उसे जीत गया। इस दौरान मैंने 2 फ्लैट खरीदे, वह भी अपने मंगेतर के नाम पर किए। सिर्फ शो करने के लिए मंगेतर को पार्टनर बनायाबॉडी बिल्डर ने कहा- मैंने ओलिंपियन जिम का प्रोजेक्ट शुरू किया तो वकील के कहे अनुसार अपने नाम पर नहीं किया। उस दौरान मैंने मंगेतर को एज ए पार्टनर रख लिया। जिम मैं पैसे की 100% इन्वेस्टमेंट मेरी है। ढाई करोड़ रुपया लगाया है। लोन भी लिया है। सारा पैसा मेरे अकाउंट से गया है। हर चीज का रिकॉर्ड है। मैंने सिर्फ शो करने के लिए इसके नाम पर 500 रुपए के स्टांप पर टेंपरेरी पार्टनरशिप की डीड बनाई थी। जैसे ही मैं केस जीत गया तो मैंने इसे कहा कि प्रॉपर्टी वाला सारा पेपरवर्क मेरे नाम पर वापस किया जाए। पिछले 6–8 महीने से इसके मन में लालच आ गया। मंगेतर ने स्टाफ प्रभाव में लिया, अकाउंट में 2-3 लाख का फर्क आयाबॉडी बिल्डर ने कहा- वह समझ गई कि सारे पेपर उसके नाम पर हैं। वह सोचने लगी कि जिम का काम भी चल रहा है। उसने स्टाफ को अपने प्रभाव में लेना शुरू कर दिया। जिम की सेल्स मैनेजर है, जो अकाउंट का भी काम करती है। पिछले 3 महीने से जिम में लॉस हो रहा था। जब मैंने इसकी इन्वेस्टिगेशन की तो देखा कि हर महीने 2-3 लाख का अकाउंट में फर्क आ रहा था। पैसे की घपलेबाजी की जा रही थी। सब चीजों के मेरे पास प्रूफ हैं। आज तक भी मैं अकाउंटेंट मैडम को कई बार मैसेज कर चुका हूं कि मुझे पिछले 3 महीने का पूरा रिकॉर्ड दिया जाए लेकिन कुछ नहीं दिया गया। 7 दिसंबर का टाइम दिया था कि सुबह आकर सारे अकाउंट का हिसाब दे दूंगी। उस दिन अकाउंटेंट हरप्रीत मेरी पेपर पार्टनर मनप्रीत को लेकर आ गई। इन्होंने मुझे उलझाना शुरू कर दिया। मुझे उकसाया, तू हिसाब नहीं ले सकता नेम प्लेट नहीं लगाने दीबॉडी बिल्डर ने कहा- इस दौरान दोनों ने मुझे उकसाना शुरू कर दिया कि अकाउंट का हिसाब तू नहीं ले सकता। जो भी नफा-नुकसान होगा, हम खुद देख लेंगे। इस दौरान मैं अपने ऑफिस के बाहर अपनी नेम प्लेट लगा रहा था। पहले किसी की नेम प्लेट नहीं थी। ऑफिस भी पहले बंद पड़ा था। इस दौरान इन्होंने कारपेंटर को धमकी देनी शुरू कर दी कि अगर नेम प्लेट लगाओगे तो मैं तुम्हारे खिलाफ केस कर दूंगी। जेल भिजवा दूंगी। इस दौरान मैं आ गया। मेरी जिम की मैनेजर हरप्रीत ने मेरी वीडियो बनानी शुरू कर दी। मैंने फोन छीना, इन्होंने CCTV की वॉयस रिकॉर्डिंग बंद कीबॉडी बिल्डर ने कहा- मेरे जिम और मेरे परिसर में मेरी ही वीडियो बनाई जा रही है। मैंने फोन पकड़ लिया। ये दोनों ने पहले ही सारी प्लानिंग कर रखी थी। मेरे जिम में सारे सीसीटीवी वॉयस रिकॉर्डिंग वाले हैं। इन्होंने पहले वॉयस रिकॉर्डिंग बंद कर दी। मैं फोन पर बात कर रहा था, इन्होंने मेरे ऑफिस में जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। हर 7 तारीख को मेरे जिम की इंस्टालमेंट जाती है। उस दिन इंस्टॉलमेंट बाउंस हो गई। जिस फोन को मैंने छीनकर नीचे पटका, वह मैंने ही खरीदकर दिया है। इन्होंने मेरी दस्तार पकड़कर खींची। फिर मेरे बाल खींचे। मैं इस मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के पास भी 10 दिसंबर को पेश होकर सारी बात रख चुका हूं। मेरी दस्तार और केशों की बेअदबी हुई है। ये मुझकर झूठे केस लगा रहे हैं। अकाल तख्त की तरफ से भी इसकी जांच की जा रही है। मैंने 2 बार तलाक लिया, मंगेतर ने झूठ बोलाबॉडी बिल्डर ने कहा- मैं मनप्रीत को 2015 में मिला था, उसी वक्त मेरा तलाक हो गया था। तब मैंने अमेरिकन डायवोर्स लिया था। अब 2025 में इंडियन तरीके से भी तलाक ले लिया। तब मनप्रीत ने भी कहा था कि मेरा तलाक हो गया है। मैंने कभी डायवोर्स पेपर के बारे में नहीं पूछा, अब पता चला कि इसने तलाक ही नहीं लिया है। मैंने उसके परिवार को भी बताया कि यह मेरी इज्जत नहीं कर रही है। मैंने पुलिस को भी शिकायत कर दी है।
हाल ही में हुई 2 घटनाएं याद कीजिए- 1. Wagon R का CNG सिलेंडर फटने से 5 की मौत। 2. एक्सप्रेस-वे पर 7 बसें और 3 कारों की टक्कर से 19 की मौत। प्रारंभिक जांच में कारों के CNG सिलेंडर फटने से आग लगी। हो सकता है इन कारों में जो CNG सिलेंडर लगे थे, उनकी टेस्टिंग में फर्जीवाड़ा किया हो। यानी CNG सिलेंडर को खोले बगैर और प्रॉपर टेस्ट किए बगैर ही उन्हें अगले 3 साल के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी कर दिया हो? क्योंकि, यूपी में ऐसा हो रहा है। एजेंसियां पैसा लेकर मोबाइल पर कारों के सिलेंडर देखकर उनके फिटनेस सर्टिफिकेट दे रही हैं। जब दैनिक भास्कर की टीम ने इन्वेस्टिगेशन किया तो ये बात सही साबित हो गई। पढ़िए, पूरा खुलासा… इन्वेस्टिगेशन के लिए हमने कानपुर शहर चुना, क्योंकि यह सीधे दिल्ली-नोएडा से जुड़ा है। यहां बगैर टेस्टिंग के CNG सिलेंडरों के फिटनेस सर्टिफिकेट देने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। हमने सबसे पहले कानपुर में CNG फिटनेस सेंटर्स की जानकारी जुटाई। यहां 3 एजेंसियां हैं, जिन्हें सरकार ने गाड़ियों के CNG फिटनेस करने के अधिकार दिए हैं। ये हैं वे 3 एजेंसी हमने बारी-बारी से तीनों एजेंसियों की हकीकत जानने की प्लानिंग की। इसके लिए एक ऐसी कार का इंतजाम किया, जिसके CNG सिलेंडर के फिटनेस सर्टिफिकेट को एक्सपॉयर हुए 6 महीने बीत चुके थे। इस कार और इसके डॉक्यूमेंट लेकर हम सबसे पहले कानपुर के फजलगंज स्थित पांडेय मोटर्स पर पहुंचे। ये गो ऑन ग्रीन कंपनी से जुड़े हैं। यहां हमें शैलेंद्र पांडेय मिले। यहां हमने ये जानने की कोशिश की कि गाड़ी का CNG सिलेंडर खोले बगैर फिटनेस सर्टिफिकेट बनाया जाता है या नहीं? रिपोर्टर: भैया गाड़ी की CNG फिटनेस करानी है… एक्सपॉयर हो चुकी है? शैलेंद्र पांडेय: सिलेंडर खोलें या न खोलें…? (जबकि नियमानुसार सिलेंडर खोलकर उसका हाइड्रोस्टेटिक टेस्ट अनिवार्य है, नहीं खोलने का सवाल ही खड़ा नहीं होता) रिपोर्टर: नहीं, इतना टाइम नहीं है… बस टेस्टिंग रिपोर्ट बन जाए…। शैलेंद्र पांडेय: ठीक है बन जाएगी… यह कंपनी फिटिंग है… इसलिए कोई दिक्कत नहीं है… बाहर से किट लगी होती तो टेस्ट करा सकते थे…। रिपोर्टर: क्या करना होगा…? कितना टाइम लगेगा…? शैलेंद्र पांडेय: बस 10 मिनट…। रिपोर्टर: ठीक है… बना दीजिए…। शैलेंद्र पांडेय ने CNG सिलेंडर और कार के 4-5 फोटो लिए, फिर हमसे गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) लिया। रिपोर्टर: बिना टेस्ट कराए ही करा रहे हैं… कोई दिक्कत तो नहीं होगी…? शैलेंद्र पांडेय: नहीं… सर्टिफिकेट के साथ आपको एक स्टील प्लेट देंगे… कोई मांगता है तो दिखा दीजिएगा…। रिपोर्टर: CNG नोजल के पास प्लेट लगाना नहीं पड़ेगा…? शैलेंद्र पांडेय: नहीं… इसमें लगाने की जगह नहीं है…। रिपोर्टर: कोई बता रहा था… सिलेंडर में ऑयल और गंदगी जमा हो जाती… दिक्कत तो नहीं होगी… बोलिए तो सिलेंडर खुलवा दें…? शैलेंद्र पांडेय: इसलिए हमने आपसे पहले ही पूछा- कंपनी फिटिंग है या बाहर की… बाहर की होती तो मैं आपको चेक कराने को बोलता भी… कंपनी फिटिंग में कोई दिक्कत नहीं है…। रिपोर्टर: दिल्ली-NCR में गाड़ी चलाने पर कोई दिक्कत तो नहीं होगी…? शैलेंद्र पांडेय: कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी… यह आपस की बात है… इसलिए बिना टेस्टिंग के कर दे रहे हैं… दूसरों को इतना नहीं समझाते…। रिपोर्टर: मेरा एक्सपॉयर ओवर तो नहीं हो गया है…? शैलेंद्र पांडेय: अभी 6 महीने पहले ही एक्सपॉयर हुआ है… इससे कोई दिक्कत नहीं है…। रिपोर्टर: नया सर्टिफिकेट कब से वैलिड होगा…? शैलेंद्र पांडेय: आज से… जैसे इंश्योरेंस होता… उसी तरह इसकी भी एक्सपायरी होती है… जिस दिन हुआ… उस दिन से मान्य होगा…। रिपोर्टर: बस दिक्कत यह है कि बाहर बहुत जाते हैं गाड़ी लेकर… कोई दिक्कत न हो। शैलेंद्र पांडेय: कोई दिक्कत नहीं होगी… RTO में कोई काम तो नहीं हो रहा गाड़ी का…? रिपोर्टर: नहीं, कोई काम नहीं हो रहा…। शैलेंद्र पांडेय: फिर तो बस आप 300 रुपए की प्लेट बनवा लेंगे… उससे भी काम चल जाएगा…। रिपोर्टर: क्या करना होगा…? कोई दिक्कत तो नहीं होगी सिलेंडर में…? शैलेंद्र पांडेय: इसमें कुछ भी नहीं करना है… हम आपको अभी पेपर बनाकर देंगे और एक प्लेट देंगे…। रिपोर्टर: गाड़ी लोन पर चल रही है… एक साल बाद खत्म होगा…। शैलेंद्र पांडेय: तब की तब देखी जाएगी… तब मेरे पास चले आना… आपसे कुछ पैसा लेंगे… उसका सर्टिफिकेट भी बनाकर दे देंगे… कुछ पैसा लेंगे बस… बहुत नहीं लेंगे। रिपोर्टर: …तो अभी बना दीजिए… उसका भी। शैलेंद्र पांडेय: अरे भैया… हर चीज की वैधता होती है… पाइप लाइन की 3 महीना होती है… अभी बनवाकर क्या करेंगे…? 3 महीने में एक्सपॉयर हो जाएगा…। रिपोर्टर: …तो क्या जिनके पास गाड़ी है… वो हर तीन महीने पर कराते हैं? शैलेंद्र पांडेय: यह सब शुरुआत में होता है… बाद में कोई नहीं कराता... कोई नहीं चेक करता। रिपोर्टर: RTO को भी पैसा जाता है क्या इसका…? शैलेंद्र पांडेय: सच बता रहे हैं… हम लोग सिर्फ पैसा देकर यह सब करा देते हैं… पहले 150 लेते थे… फिर 300 लेने लगे… अब अपना 400 लेते हैं…। रिपोर्टर: हम लोगों से कितना लेंगे…? शैलेंद्र पांडेय: अरे… यहां आपसे पैसे की कोई बात नहीं है… ज्यादा नहीं लेंगे…। रिपोर्टर: फिर भी कितना लेंगे…? शैलेंद्र पांडेय: अरे… 100-150 रुपए लेंगे… अपना, बाकी जो देना है… वहां (RTO में) वो लेंगे…। रिपोर्टर: टोटल कितना लगेगा…? शैलेंद्र पांडेय: 1000 रुपए लेंगे आपसे… कंपनी फिटिंग का 1400 रुपया लेते हैं… हम क्या सभी इतना ही लेते हैं… आपसे बात हुई है… इसलिए 1000 रुपए ही लेंगे…। रिपोर्टर: जिसकी एजेंसी है वो कमाता होगा…? शैलेंद्र पांडेय: हां वो लेता है एक्स्ट्रा पैसा… 1400 रुपए हम लोग लेते हैं… 900 रुपए उसको देते हैं… 500 रुपए हमें बच जाता है… आपसे हम बस 100 रुपए लेंगे… इसलिए आपको 1000 रुपए बताए… इसमें 100 रुपए हमारा बनेगा…। रिपोर्टर: ठीक है बना दीजिए…। शैलेंद्र पांडेय: ठीक है… अभी बना देंगे… कल सुबह आकर ले लीजिएगा…। रिपोर्टर: आज दे दीजिए… आज ही रात में दिल्ली निकलना है…। शैलेंद्र पांडेय: अच्छा… अभी कहां जा रहे हैं…? रिपोर्टर: अभी यहीं पास में कुछ काम है…। शैलेंद्र पांडेय: ठीक है… आधे घंटे बाद आइए… ले लीजिएगा…। गो ऑन ग्रीन कंपनी का सर्टिफिकेट दे दियाइसके बाद हमने शैलेंद्र पांडेय को 1000 रुपए ऑनलाइन पेमेंट किया। आधे घंटे बाद एक लड़का साइकिल से CNG फिटनेस सर्टिफिकेट और स्टील का टोकन लेकर आया। ये शैलेंद्र ने हमें दिया। ये सर्टिफिकेट गो ऑन ग्रीन कंपनी का था। अब बगैर कार के फिटनेस सर्टिफिकेटकार ले जाकर CNG सिलेंडर खोले बगैर तो हमने फिटनेस बनवा लिया। अब हमारे सामने सवाल था कि क्या ये काम कार ले जाए बगैर ही कराया जा सकता है? इसके जवाब के लिए हम कानपुर RTO ऑफिस के बाहर पहुंचे। यहां हमें दलाल राज सिंह मिला। इससे हमने 2 तरह की बातें कीं। पहली- कार नहीं लाए हैं। दूसरी- गो ऑन ग्रीन कंपनी के अलावा बाकी 2 अन्य कंपनी में किसी एक का सर्टिफिकेट बनवाना है। रिपोर्टर: भाई CNG फिटनेस बनवाना है… गाड़ी का…। दलाल राज सिंह: हां… हो जाएगा…। रिपोर्टर: …लेकिन गाड़ी यहां नहीं है… गाड़ी दिल्ली में है…। दलाल राज सिंह: सिलेंडर और गाड़ी के फोटो के साथ पेपर मंगा लीजिए… हो जाएगा। रिपोर्टर: हां… वो तो है मेरे पास… सब। दलाल राज सिंह: फिर हो जाएगा…। रिपोर्टर: कितना पैसा लग जाएगा…? दलाल राज सिंह: 1200 रुपए लगेंगे…। रिपोर्टर: तुरंत बन जाएगा न…? दलाल राज सिंह: हां, सिलेंडर की सफाई तो होनी नहीं है…। रिपोर्टर: नहीं, सिलेंडर में कोई दिक्कत नहीं है… बस पेपर न होने से दिक्कत करते हैं दिल्ली में…। दलाल राज सिंह: सिर्फ पेपर बनवाने का चार्ज अलग है… सफाई का चार्ज अलग है…। रिपोर्टर: किस कंपनी से कराएंगे…? दलाल राज सिंह: गो ऑन ग्रीन से होगा…। रिपोर्टर: गो ऑन ग्रीन से नहीं कराना है… उसका ऑनलाइन दिखता नहीं है… इसलिए फर्जी मान लेते हैं सब… और किसी से करा दीजिए…। दलाल राज सिंह: ठीक है… और किसी से करा देंगे…। रिपोर्टर: पैसा देख लीजिए… कुछ कम करा दीजिए…? दलाल राज सिंह: कागज तो अभी मिल जाएगा… लेकिन उसका स्टील प्लेट कल मिल पाएगा…। रिपोर्टर: शाम तक दे दीजिए…। दलाल राज सिंह: शाम तक नहीं मिल पाएगा… सुबह ही मिलेगा… 2 बजे के पहले आए होते तो आज ही मिल जाता…। रिपोर्टर: कितना पैसा लगेगा…? दलाल राज सिंह: 1200 रुपए दे दीजिएगा… सिलेंडर की सफाई कराएंगे तो उसका 400 रुपए अलग से देना होगा… टोटल 1600 रुपए लगेगा…। रिपोर्टर: अभी तो आपने 1200 रुपए बताया था…? दलाल राज सिंह: पेपर बनाने का 1200 रुपया लगेगा… 400 रुपए सफाई का है… जब सफाई करानी होगी तो वही पेपर दिखाकर सिलेंडर की सफाई हो जाएगी…। रिपोर्टर: अरे… जब सफाई करानी होगी… तब देखा जाएगा… अभी सिर्फ पेपर ही चाहिए… गैस डलवाने में दिक्कत हो रही है…। दलाल राज सिंह: यह आप समझो… हमें क्या… आप जैसे बोलोगे… वैसे करा देंगे। रिपोर्टर: अभी बस पेपर और स्टील प्लेट मिल जाए बनकर…। दलाल राज सिंह: हो जाएगा… आप 1100 रुपया दे दीजिएगा…। रिपोर्टर: भैया… पेपर में क्या-क्या देना होगा…? दलाल राज सिंह: गाड़ी की फोटो, RC और सिलेंडर नंबर की फोटो लगेगी…। रिपोर्टर: ठीक है… अभी दे देते हैं… कुछ एडवांस पैसे दे देते हैं… बाकी कल दे देंगे…। दलाल राज सिंह: ठीक है… दे दीजिए…। रिपोर्टर: अच्छा ये बताइए.. किस कंपनी का होगा… गो ऑन ग्रीन का नहीं कराना है…। दलाल राज सिंह: (साइड में जाकर किसी से फोन पर बात करने के बाद) FMS प्रोजेक्ट कंपनी का हो जाएगा…। रिपोर्टर: आपको मैंने पेपर भेज दिया फोन पर… अब बताइए और क्या लगेगा…? दलाल राज सिंह: ठीक है जाइए… कल आइएगा… इसके अलावा कुछ और लगेगा तो फोन कर दूंगा आपको…। FMS प्रोजेक्ट कंपनी का फिटनेस पेपर दे दियाअगले दिन सुबह दलाल राज सिंह ने वॉट्सऐप पर बारकोड भेजकर पेमेंट मांगा। हमने 1100 रुपए ट्रांसफर किए। कुछ देर बाद उसका फोन आया, कहा- पेपर बनकर आ गए हैं, ले जाइए। हम दलाल राज सिंह के पास पहुंचे। उसने FMS प्रोजेक्ट कंपनी का CNG फिटनेस सर्टिफिकेट और स्टील प्लेट दी। जिस पर गाड़ी, CNG सिलेंडर की फोटो प्रिंट थी। पेपर की वैधता 3 साल यानी 2028 तक की है। तीसरी कंपनी भी फर्जी तरीके से दे रही सर्टिफिकेटअब हमारे सामने सवाल था कि क्या कानपुर की तीसरी कंपनी भी फर्जी तरीके से CNG फिटनेस सर्टिफिकेट बनाकर दे रही? यह जानने के लिए हमने कानपुर RTO ऑफिस के बाहर बैठने वाले दलाल चंदन द्विवेदी से संपर्क किया। चंदन तीसरी कंपनी स्वास्तिक CNG गैस ऑटो सर्विस का सर्टिफिकेट बनाकर देने को तैयार हो गया। रिपोर्टर: कार का CNG टेस्टिंग सर्टिफिकेट बनवाना है… बन जाएगा क्या…? दलाल चंदन द्विवेदी: किस गाड़ी का है…? रिपोर्टर: Wagon R है… कितना खर्च आएगा…? लेकिन गाड़ी यहां नहीं है…? दलाल चंदन द्विवेदी: रुकिए… बात करके बताता हूं…। रिपोर्टर: क्या-क्या पेपर लगेंगे… और कितना पैसा लगेगा…? दलाल चंदन द्विवेदी: कब एक्सपायर हुआ है… गाड़ी कब की है…? रिपोर्टर: अभी 3 महीने पहले खत्म हुआ है… गाड़ी 4 साल पुरानी है…। दलाल चंदन द्विवेदी: (किसी से फोन पर बात करने के बाद) 1500 रुपया लगेगा…। रिपोर्टर: पेपर में क्या-क्या देना होगा…? दलाल चंदन द्विवेदी: फोन लग नहीं रहा है… कुछ देर रुकिए… अभी सब बताता हूं…। करीब 10 मिनट बाद… दलाल चंदन द्विवेदी: हां, भैया… 1500 रुपया लगेगा…। रिपोर्टर: किस कंपनी से कराएंगे… यह कंफर्म कीजिए…? दलाल चंदन द्विवेदी: किसी भी कंपनी से करा देंगे… उसमें क्या…? रिपोर्टर: गो ग्रीन या FMS से नहीं कराना है… किसी और से कराइए…। दलाल चंदन द्विवेदी: जिस कंपनी से बोलेंगे… उससे हो जाएगा…। रिपोर्टर: लेकिन समस्या यह है कि गाड़ी दिल्ली में है… फिर कैसे होगा…? दलाल चंदन द्विवेदी: आप मुझे बस गाड़ी की RC दे दो… गाड़ी की फोटो और CNG सिलेंडर की फोटो दे दीजिए… हो जाएगा…। रिपोर्टर: आप यहीं मिलोगे न… आप अपना नंबर दे दो… मैं फोन करके आऊंगा…। दलाल चंदन द्विवेदी: नंबर नोट कर लो… आप पेपर, फोटो और पैसा भेज देना… मैं बनवा दूंगा…। अब जानिए, क्या है CNG फिटनेस का सही तरीका?PESO (पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव्ज सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन) और CMVR (सेंट्रल मोटर व्हीकल रुल्स) ने गाड़ियों में लगे CNG सिलेंडरों में विस्फोट न हो, इसके लिए कुछ नियम अनिवार्य किए हैं। इसके तहत हर 3 साल में CNG सिलेंडर का हाइड्रो-स्टेटिक टेस्ट अनिवार्य है। इसमें गाड़ी में से CNG सिलेंडर को निकाला जाता है। फिर तय क्षमता 250 Kg प्रति वर्ग सेमी से डेढ़ गुना ज्यादा प्रेशर देकर यह देखा जाता है कि सिलेंडर में कोई लीकेज तो नहीं। अगर लीकेज मिला तो सिलेंडर रिजेक्ट कर दिया जाता है। क्योंकि, CNG भरने पर लीकेज बड़ा हो जाएगा और सिलेंडर फट सकता है। अगर लीकेज नहीं है तो फिर जंग, डेंट, वेल्डिंग और वॉल्व की हालत चेक करते हैं। अगर सभी ठीक हैं, तब अगले 3 साल के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट जारी किया जाता है। इस टेस्टिंग के लिए एजेंसियां नियुक्त की गई है। अब ये एजेंसियां ही बगैर टेस्टिंग के सर्टिफिकेट जारी कर रही हैं। CNG पंप पर इस सर्टिफिकेट के बगैर CNG नहीं डाली जाती। अब जानिए, उल्लंघन पर क्या कहता है कानून?सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट आयुष शुक्ला ने बताया- किसी भी तरह के फर्जी कागजात बनाना गंभीर अपराध है। इसके लिए भारतीय दंड संहिता (IPC) और नए भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत कई धाराएं (जैसे IPC 465, 467, 471; BNS 335, 336) हैं। जिनमें धोखा देने या नुकसान पहुंचाने के इरादे से झूठे दस्तावेज बनाना शामिल है। डीएम बोले- जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगेDM कानपुर जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा- फिलहाल ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है, लेकिन अगर बिना जांच किए गाड़ियों का CNG फिटनेस हो रहा है तो यह बेहद गंभीर विषय है। RTO ने कहा- संबंधित विभागों को पत्र लिखेंगेकानपुर RTO राजेंद्र सिंह ने कहा- CNG गाड़ियों और उनके पेपर की जांच तो RTO डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी है। लेकिन CNG हाइड्रा टेस्टिंग एजेंसियों के जांच की जिम्मेदारी अन्य विभागों की है। CNG टेस्टिंग एजेंसियां मौन, जवाब देने को तैयार नहींगो ऑन ग्रीन के मैनेजर अनुज ने कहा- हम इस पर कुछ नहीं बोल सकते। ऐसा नहीं हो सकता कि बिना टेस्ट किए सर्टिफिकेट बन जाए। स्वास्तिक CNG टेस्टिंग के मैनेजर सुमित से बात की तो उन्होंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया। FMS प्रोजेक्ट के मालिक और मैनेजर से संपर्क नहीं हो सका। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... चायपत्ती का रंग चढ़ाकर बना रहे देसी अंडे, यूपी में ठगी के नए तरीके का पहली बार कैमरे पर खुलासा गर्म पानी में 10 रुपए की चायपत्ती और 2 रुपए का कत्था मिलाइए… 210 रुपए के 30 हैदराबादी सफेद अंडे गर्म पानी में डालो और तत्काल निकाल लो… अब ये अंडे हल्के ब्राउन हो गए हैं… इस कलर को पक्का करने के लिए 10 रुपए का सरसों का तेल कपड़े पर लेकर अंडों पर मल दें… केवल 40 रुपए खर्च करके 210 रुपए के 30 अंडे अब 500 रुपए में बेचकर 250 रुपए का मुनाफा कमा लीजिए। आजकल उत्तर प्रदेश में ठगी का ये नया तरीका भी निकाल लिया गया है। यह गिरोह पोल्ट्री फॉर्म के सफेद अंडों को कलर करने के बाद देसी बताकर दोगुना कीमत पर बेच रहा। सर्दी से बचने, क्रिसमस मनाने और सेहत बनाने के लिए देसी अंडों की डिमांड खूब है। इसका फायदा उठाकर मार्केट में नकली देसी अंडे बेचे जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर
डिजिटल अरेस्ट व अन्य प्रकार की ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराने वाली गैंग का पर्दाफाश हुआ है। क्राइम ब्रांच ग्वालियर ने सायबर फ्रॉड के लिए खाते खरीदने-बेचने वाला गिरोह पकड़ा है। जिसमें एक ऑनलाइन कियोस्क संचालक समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस गैंग का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी उजागर हुआ है। गैंग के सदस्यों से कुल 84 एटीएम बरामद किए गए हैं। साथ ही 9 मोबाइल फोन जब्त हुए हैं। इन मोबाइल के माध्यम से रुपए का लेन-देन हुआ है। साथ ही इसमें चीन और नाइजिरिया में बैठे आकाओं के चैट भी हुई है। गैंग में अधिकांश युवा हैं, जो जल्द करोड़पति बनना चाहते थे। इसलिए वह ऑनलाइन ठगी के काम से जुड़े। आरोपी ऑनलाइन ठगी की राशि को क्रिप्टो करेंसी में कनवर्ट कर विदेश भेजते थे। चीन, नाइजिया और ब्रिटेन का कनेक्शन अभी तक पकड़ में आ चुका है। कियोस्क पर रोज मजदूरों की भीड़ से बढ़ा संदेह, छापे में खुलासा: नया बाजार में बाबा महाकाल के नाम से नरेंद्र सिंह सिकरवार का एमपी ऑनलाइन क्योस्क है। इस पर अधिकांश दिन मजदूरों की भीड़ लगती थी। इस पर आसपास के लोगों को संदेश हुआ। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। पुलिस ने मुखबिर तंत्र एक्टिव किया। 23 दिसंबर को पुलिस नया बाजार के ऑनलाइन कियोस्क पर साइबर क्राइम प्रभारी धर्मेंद्र कुशवाह के नेतृत्व में दबिश दी गई। कियोस्क द्वारा खोले गए बैंक खातों का रिकॉर्ड चेक किया, तो पाया कि उनमें ज्यादातर बैंक खाते बाहरी राज्यों से सायबर फ्रॉड में रिपोर्टेड हैं। कियोस्क संचालक से फ्रॉड के लिए उपयोग होने वाले फिनो पैमेंट बैंक के 84 एटीएम कार्ड की किट भी बरामद की गई। जांच में पीएनबी, एसबीआई, कोटक एवं यूनियन बैंक के खाते भी पकड़े हैं। ग्वालियर में खुले खाते उदयपुर में बिकते थे पुलिस ऐसे 100 खाताधारकों को पकड़ेगी कियोस्क संचालक नरेंद्र सिंह सिकरवार को जब पुलिस ने पकड़ा तो उसने पूछताछ में बताया कि इस गैंग के अन्य सदस्य हैं, जो बैंक खाता खुलवाने के साथ ही खरीदने व बेचने का कार्य करते है। पुलिस ने नरेंद्र के 5 साथियों को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता लगा कि सोनू जाटव ग्वालियर में म्यूल खाते खरीदने व बेचने का मास्टरमाइंड है। ग्वालियर में जितने भी म्यूल बैंक खाते खुलवाए जाते हैं, वह बैंक खाते इस व्यक्ति के द्वारा खरीदे जाते हैं। सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तकनीकी जानकारी के आधार पर सोनू जाटव को अभिरक्षा में लिया। सोनू ने बताया कि ग्वालियर से बैंक खाते वह उदयपुर में अपने साथी को बेचता था। उसने बताया कि साइबर फ्रॉड की राशि को क्रिप्टो करेंसी (यूएसडीटी) में कन्वर्ट करके विदेश भेजते थे। आरोपी के मोबाइल की चेट चेक की गई तो नाइजीरिया, चीन और ब्रिटेन आदि देशों में बातचीत होना पाया गया है। ग्वालियर के 100 के करीब बैंक खाते यह गैंग ऑनलाइन ठगी के लिए बेच चुकी है। अब पुलिस के रडार पर बैंक में खाता खुलवाने वाले ऐसे खाताधारक और बैंक के कर्मचारी है। भास्कर अलर्ट - लालच में न आएं, अपने दस्तावेज न दें मनी म्यूल आपको पहुंचा सकता है जेल डिजिटल लेनदेन के बढ़ते इस दौर में सायबर ठगी से बचने के लिए लोगों को अत्याधिक अलर्ट रहने की जरूरत है। आजकल साइबर ठग कम शिक्षित, गरीब एवं लालची लोगों को ‘मनी म्यूल’ बना रहे हैं। मनी म्यूल मतलब उनके बैंक खातों का उपयोग अवैध धन (धोखाधड़ी की कमाई) को छिपाने के लिए कर रहे हैं। ये ठग लोगों को कमीशन का लालच देकर या “घर बैठे नौकरी’ के बहाने नए खाते खुलवाते हैं, या खाते में पैसे मंगवाते हैं। फिर ठगी की इस रकम को वे दूसरे खातों में ट्रांसफर करवाते हैं। लोगों को इस संदर्भ में अत्याधिक अलर्ट रहना चाहिए। क्योंकि किसी अनजान व्यक्ति का आपके बैंक खाते में किया गया एक भी ट्रांजेक्शन आपको अपराधी बना सकता है। इससे न सिर्फ आपका खाता फ्रीज हो सकता है, बल्कि जेल भी हो सकती है। अपना खाता, सिम या ओटीपी कभी साझा न करें। कोई शक होने पर सायबर क्राइम पोर्टल या 1930 पर कॉल करें।- धर्मवीर सिंह, एसएसपी, ग्वालियर म्यूल बैंक खाता: ठगी की रकम छिपाने का सबसे आसान रास्ता म्यूल बैंक खाता: यह ऐसे व्यक्ति के नाम पर खुलवाया जाता है, जो खुद ठगी में सीधे शामिल नहीं होता, लेकिन उसका खाता ठगी की रकम के लेन-देन में उपयोग होता है। अक्सर यह खाते जरूरतमंद लोगों के नाम पर खुलवाए जाते हैं। ठग बच जाते हैं, लेकिन फंसता खाता धारक है। 25 हजार का बिकता है खाता: ठग लोगों को 2 से 5 हजार रुपए का लालच देकर उनके दस्तावेज लेते हैं। खाता खुलते ही ATM कार्ड, चेकबुक और मोबाइल नंबर ठग अपने पास रखते हैं। एजेंट ठगों को 10 से 25 हजार में एक खाता बेच देते हैं। मिलीभगत: इसमें बैंक का स्टॉफ भी मिला होता है। बैंक मित्र और कियोस्क ऑपरेटर केवायसी में गड़बड़ी करते हैं। बैंक कर्मचारी फील्ड वेरिफिकेशन नहीं करते हैं। बिना जांच के एटीएम, पासबुक तुरंत जारी कर देते हैं। इस मामले में बैंक की भूमिका भी संदेश में हैं।
चोरी-लूट के दो मामलों में 4 काबू, 11 मोबाइल व तीन बाइक बरामद
भास्कर न्यूज | लुधियाना शहर में चोरी और लूट की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए लुधियाना पुलिस की गश्त के दौरान बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों से चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की तीन मोटरसाइकिलें, 11 मोबाइल फोन और एक तेजधार हथियार बरामद किया है। दरेसी थाना के सब-इंस्पेक्टर हरपाल सिंह की टीम ने 23 दिसंबर को मुखबिर की सूचना पर दौलत कॉलोनी में दबिश देकर लक्की कुमार उर्फ बिल्ला (निवासी बसंत नगर) को काबू किया। तलाशी के दौरान आरोपी के पास से विभिन्न कंपनियों के तीन मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस के अनुसार आरोपी चोरी और छीना-झपटी की वारदातों का आदी है। वहीं सलेम टाबरी थाना के सब-इस्पेक्टर जतिंदर सिंह की टीम ने कादियां कट के पास नाकाबंदी कर एक बिना नंबर की चोरीशुदा बाइक पर सवार तीन युवकों मानव कुमार, मनप्रीत सिंह और कृष्णा कुमार (निवासी भट्टियां व निशांत बाग) को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से तीन चोरीशुदा मोटरसाइकिलें, आठ मोबाइल फोन और एक लोहे का दातर बरामद हुआ है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी गिरोह बनाकर वारदातों को अंजाम देते थे। फिलहाल पुलिस इनके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है और पूछताछ कर रही है कि बरामद सामान कहां से चोरी किया गया था।
महिलाओं के मोबाइल पर बैन : जब चौपाल संविधान से ऊपर बैठ जाए
राजस्थान के जालोर जिले के जसवंतपुरा क्षेत्र के गाजीपुरा गांव में आयोजित एक सामाजिक पंचायत के पंच-पटेलों ने महिलाओं और बेटियों के लिए कैमरा युक्त मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। महिलाएं मोबाइल फोन को सार्वजनिक समारोहों के साथ-साथ पड़ोसियों के घर जाने के दौरान भी नहीं ले जा सकेंगी। यह पाबंदी किसी ... Read more
बलिया पुलिस ने दो खोए मोबाइल बरामद किए:ऑपरेशन मुस्कान के तहत कार्रवाई, धारकों को सौंपे गए
बेगूसराय जिले के बलिया पुलिस ने बुधवार को 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से दो खोए हुए मोबाइल बरामद किए। इन मोबाइलों को उनके वास्तविक धारकों को सौंप दिया गया है। थाना प्रभारी विकास कुमार राय ने बताया कि बड़ी बलिया निवासी वीरेंद्र कुमार, जो राजेंद्र साह के पुत्र हैं, का मोबाइल 21 नवंबर को थाना क्षेत्र में खो गया था। पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर यह मोबाइल बरामद किया। इसी प्रकार, जिले के फुलवरिया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 26 निवासी सचिन कुमार, जो रामानंद चौधरी के पुत्र हैं, का भी एक मोबाइल खो गया था। पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के जरिए यह मोबाइल बरामद कर सचिन को सौंप दिया। सचिन कुमार ने बताया कि उनका मोबाइल बाजार जाते समय खो गया था, जिसके संबंध में फुलवरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। वहीं, वीरेंद्र कुमार ने बताया कि उनका मोबाइल हाई स्कूल जाते समय गिर गया था, जिसकी सूचना बलिया थाने में दर्ज कराई गई थी।
बांसवाड़ा में बंद ढाबे के बाहर जुआ खेलते पांच गिरफ्तार:6 एंड्रॉयड मोबाइल और 41 हजार कैश बरामद
बांसवाड़ा एसपी सुधीर जोशी के निर्देशन में अवैध गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत राजतलाब थाना पुलिस ने जुआरियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस टीम ने ओजरिया सब्जी मंडी के पास एक बंद पड़े ढाबे के बाहर दबिश देकर घेराबंदी की और जुआ खेल रहे पांच अभियुक्तों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में बांसवाड़ा के स्थानीय निवासियों के साथ-साथ गुजरात के दाहोद जिले के दो आरोपी भी शामिल हैं, जो संगठित होकर हार-जीत का दांव लगा रहे थे। कार्यवाही के दौरान पुलिस ने मौके से दांव पर लगी 41,170 रुपए की नगद राशि बरामद की है। इसके साथ ही जुआरियों के कब्जे से 6 एंड्रॉइड मोबाइल फोन, ताश की दो गड्डियां और एक हिसाब की डायरी भी जब्त की गई है। थानाधिकारी देवीलाल मीणा के नेतृत्व में गठित टीम ने मुखबिर की सूचना पर इस कार्यवाही को अंजाम दिया। पुलिस ने मौके पर मिले साक्ष्यों को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से रिकॉर्ड कर जांच में शामिल किया है। ये आरोपी हुए गिरफ्तार पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें दिनेशचंद्र पिता शंकरलाल भोई निवासी उपला भोईवाड़ा, इमरान पिता फैजुल्ला पठान निवासी दाहोद, दौलत खान पिता रईस खान निवासी सूरजपोल, रियाद अहमद पिता तुफेल अहमद निवासी सूरजपोल और बजारिया अब्दुल वाहिद पिता गन्नी भाई निवासी दाहोद शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
हजारीबाग पुलिस ने नौ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये ठग फर्जी संस्था बनाकर मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने प्रतिबिंब ऐप पर मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए विनोबा भावे नगर सिंदूर से इन्हें पकड़ा। गिरफ्तार किए गए नौ ठगों में से छह तेलंगाना के निवासी हैं। एसपी अंजनी अंजन ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से एक चार पहिया वाहन, 27 मोबाइल फोन, भारी मात्रा में सिम कार्ड, रजिस्टर और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। दूसरे राज्यों से आकर हजारीबाग में बनाया था ठिकाना गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शिवानंद सिंह, नानावत महेश, सचिन कुमार, बनावत पवन, अखिल राठौर, कोडावत सचिन, सारंगी विष्णु, नाका शिवा और फरियादी अंसारी के रूप में हुई है। ये अपराधी दूसरे राज्यों से आकर हजारीबाग में अपना ठिकाना बनाकर साइबर ठगी कर रहे थे। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर अमित आनंद ने बताया कि इस संबंध में कोर्रा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस, गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। उन्होंने आम जनता से भी ऐसे मामलों में सतर्क रहने की अपील की और कहा कि हजारीबाग पुलिस साइबर अपराध के खिलाफ लगातार अभियान चलाती रहेगी।
प्रतापगढ़ में बुधवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने एक युवक-युवती को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। कार्यकर्ताओं ने तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दोनों को पुलिस को दिया गया। हिंदू संगठनों ने युवक पर 'लव जिहाद' का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि युवक के मोबाइल फोन की जांच में अश्लील वीडियो और मादक पदार्थों से संबंधित तस्वीरें व वीडियो मिले हैं। इस घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में बजरंग दल, विहिप और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने आरोपी युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलने पर डीएसपी गजेंद्र सिंह राव और शहर कोतवाल दीपक बंजारा ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने युवक और युवती से अलग-अलग पूछताछ की है। युवक का मोबाइल जब्त कर तकनीकी जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच की जा रही है। फिलहाल, कोतवाली परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
बठिंडा के रामपुरा फूल में मॉर्निंग वॉक पर निकले एक प्रोफेसर का अपहरण कर लिया गया। अज्ञात बदमाशों ने उनके साथ लूटपाट का प्रयास किया और फिर उन्हें गुनियाना के ख्याली गांव के पास बेहोशी की हालत में फेंक कर फरार हो गए। यह घटना बीते कल सुबह रामपुरा फूल शहर में हुई। प्रोफेसर जब मॉर्निंग वॉक कर रहे थे, तभी एक कार में सवार तीन अज्ञात लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया। अपहरणकर्ताओं ने प्रोफेसर के साथ मारपीट की और उनसे लूटपाट करने की कोशिश की। उन्होंने प्रोफेसर के मोबाइल फोन के जरिए ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने का भी प्रयास किया। वापस ना लौटने पर बढ़ी परिजनों की चिंता जानकारी के अनुसार, बठिंडा के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन प्रोफेसर कृष्ण कुमार की पत्नी सुरेश कुमारी ने बताया कि उनके पति कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, पंजाबी यूनिवर्सिटी नेबरहुड कैंपस, रामपुरा फूल में प्रोफेसर हैं। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे अपनी स्कूटी पर घर से मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। उन्होंने स्कूटी को टी-पॉइंट पर खड़ा किया और पैदल वॉक शुरू की थी, लेकिन सुबह 9 बजे तक घर वापस नहीं लौटे। काफी देर तक कोई सुराग न मिलने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई। उन्होंने बताया कि करीब 9.30 बजे ख्याली गांव के सरपंच का फोन आया, जिन्होंने सूचना दी कि प्रोफेसर कृष्ण कुमार गुनियाना के ख्याली गांव के पास सड़क किनारे बेहोशी की हालत में पड़े मिले हैं। उनके कान से खून बह रहा था और कपड़े फटे हुए थे। स्थानीय लोगों ने मानवता दिखाते हुए उनसे घर का नंबर लेकर परिजनों को सूचना दी और तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। बैंक खातों को कराया होल्ड सुरेश कुमारी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने मोबाइल फोन के जरिए पैसे ट्रांसफर करने की बात भी की थी। इसी दौरान उनके मोबाइल पर ओटीपी आया, लेकिन घबराहट के कारण उन्हें कुछ समझ नहीं आया। उन्होंने बार-बार अपने पति को फोन किया, लेकिन दूसरी ओर से फोन नहीं उठाया गया। किसी अनहोनी की आशंका के चलते उन्होंने तुरंत अपने सभी बैंक खातों को होल्ड करवा दिया। सुरेश कुमारी के अनुसार आरोपियों ने प्रोफेसर से एप्पल कंपनी का मोबाइल फोन और जेब में रखे दो-चार सौ रुपए भी लूट लिए। वारदात के बाद फरार हो गए है एसपीडी जसमीत सिंह निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां उन्हों ने बताया हमारी तरफ से जांच पड़ताल की जा रही है। जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा पूरा मामला सामने लाया जाएगा।
GRP मथुरा ने 3 चोरों को पकड़ा:50 हजार के आभूषण और मोबाइल फोन बरामद
मथुरा जंक्शन पर जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में रेलवे परिसर से चोरी करने वाले तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से लगभग 50 हजार रुपये मूल्य के चांदी के आभूषण और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। थाना प्रभारी यादराम सिंह ने बताया कि बरामद सामान जीआरपी मथुरा जंक्शन में दर्ज विभिन्न चोरी के मामलों से संबंधित है। बरामदगी में एक मोबाइल फोन, दो चांदी की चेन, एक जोड़ी ईयररिंग, एक चांदी का सिक्का और एक जोड़ी पायल शामिल हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रोहित (उम्र करीब 20 वर्ष), गुलशन (उम्र करीब 19 वर्ष) और राज (उम्र करीब 19 वर्ष) के रूप में हुई है। ये तीनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रह रहे थे, जबकि इनके मूल पते हाथरस और एटा जनपद के हैं। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त रोहित के खिलाफ जीआरपी मथुरा जंक्शन थाने में चोरी और रेलवे अपराधों के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। गुलशन और राज के खिलाफ भी बीएनएस की विभिन्न धाराओं में मामले पंजीकृत हैं। ये तीनों रेलवे यात्रियों को निशाना बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। जीआरपी मथुरा जंक्शन पुलिस की इस कार्रवाई से रेलवे यात्रियों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से आगे की पूछताछ जारी है, जिससे अन्य चोरी की घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है।
पश्चिमी सिंहभूम जिले की मनोहरपुर पुलिस ने प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से संगठन के प्रतिबंधित पर्चे और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। यह कार्रवाई 23 दिसंबर 2025 को हुई। मनोहरपुर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक मयंक प्रसाद सशस्त्र बल के साथ रामधानी चौक के पास गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि ग्राम नंदपुर, सुरीन टोला के पास दो संदिग्ध व्यक्ति किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम नंदपुर, सुरीन टोला पहुंची। पुलिस की गाड़ी देखते ही दोनों संदिग्ध खेतों की ओर भागने लगे। हालांकि, मुस्तैद पुलिस बल ने घेराबंदी कर उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दुर्जन जाते उर्फ दुर्गा जाते (29), पिता करम सिंह जाते, निवासी डिम्बुली टोला, मनोहरपुर; और विमल नाग (22), पिता पस्कल नाग, निवासी राईबेड़ा, गोईलकेरा के रूप में हुई है। स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में तलाशी लेने पर दुर्जन जाते के पास से लाल रंग का प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन का एक पर्चा मिला। विमल नाग के पास से एक काले रंग का कीपैड मोबाइल फोन जब्त किया गया।
दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के घोड़दौड़ निवासी विनोद दास (पिता बेचन दास) को माननीय न्यायालय द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट (NBW) के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सिंहवाड़ा थाना प्रभारी बसंत कुमार के नेतृत्व में बुधवार को की गई। पुलिस विनोद दास को न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है। थाना प्रभारी बसंत कुमार के नेतृत्व में पुलिस की सक्रियता बढ़ी है। क्षेत्र में रात्रि गश्त तेज होने से चोरी की घटनाओं पर काफी हद तक लगाम लगी है। देर रात तक गांव के चौकीदार और स्वयं थाना प्रभारी गश्त की कमान संभाले हुए हैं, जिससे चोर गिरोहों को अपने मंसूबों में कामयाबी नहीं मिल पा रही है। पुलिस की इस सक्रियता की ग्रामीणों ने सराहना की है। क्षेत्र में शांति का माहौल बना हुआ है। सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के सनहपूर, राजो, शंकरपुर, भरवाड़ा, अस्थुआ, कलिगांव, सिंहवाड़ा, रामपुरा, मनिकौली, कटासा और कटका सहित कई पंचायतों के ग्रामीणों ने बताया कि रात में पुलिस गश्ती तेज हो गई है। उनका कहना है कि जब भी रात को नींद खुलती है और वे घर से बाहर निकलते हैं, तो पुलिस और स्थानीय चौकीदार गश्त करते हुए दिख जाते हैं। हाल ही में, 20 नवंबर को हुई एक अन्य घटना में भी थाना प्रभारी बसंत कुमार ने त्वरित कार्रवाई की थी। करौनी निवासी सचिन साह से 3200 रुपए और एक मोबाइल फोन छीन लिया गया था। पुलिस ने लगातार जांच करते हुए इस मामले में एक व्यक्ति को लूटे गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी।
पलवल जिले में सीआईए हथीन टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी एटीएम और फर्जी सिम का इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधड़ी करते थे। पुलिस ने इनके पास से विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, कई सिम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। हथीन थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीआईए हथीन प्रभारी पीएसआई दीपक गुलिया ने बताया कि 23 दिसंबर को उनकी टीम शहर में गश्त कर रही थी। शाम करीब पांच बजे उन्हें सूचना मिली कि बडेड का रहने वाला शहजाद और जुरहेड़ा का रहने वाला शाहिद लोगों को धोखा देकर उनके खातों में रुपए डलवाते हैं और फर्जी खातों और सिम का उपयोग कर एटीएम से रुपए निकालते हैं। नाकाबंदी के दौरान पकड़े गए आरोपी इस सूचना के आधार पर हथीन-उटावड़ बाईपास पर नाकाबंदी की गई। कुछ ही देर में मुखबिर द्वारा बताई गई लाल रंग की बाइक पर सवार दो युवक आते दिखे। पुलिस के रुकने के इशारे पर आरोपी भागने लगे, लेकिन उनकी बाइक फिसल गई और वे मौके पर ही पकड़ लिए गए।, तलाशी के दौरान, शहजाद से दो सिम कार्ड बरामद हुए। वहीं, शाहिद से जेके बैंक और यूको बैंक के दो एटीएम कार्ड, उनसे जुड़े सिम कार्ड, खाते की स्लिप और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। आरोपियों से बरामद सामान सील आरोपियों से एटीएम और सिम रखने के बारे में पूछताछ की गई, लेकिन वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। बरामद सामान को सील कर कब्जे में लिया गया है और आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
Isro lvm3 m6 bluebird launch: इसरो ने आज यानि 24 दिसंबर 2025 को एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. भारत के सबसे ताकतवर रॉकेट LVM3-M6 ने अमेरिका के ब्लू बर्ड ब्लॉक 2 सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है.
अजमेर में फ्री फायर गेम में बच्चे फंस गए। उनकी मां (बैंक अकाउंटेंट) का मोबाइल हैक कर 10 लाख से ज्यादा रुपए निकाल लिए गए। अकाउंटेंट के बेटे ने गेम खेलते हुए एक व्यक्ति से दोस्ती की थी। इसके बाद इंस्टाग्राम पर बात करते हुए मां की मेल आईडी और मोबाइल का पासवर्ड दे दिया। महिला के पति कपड़ा व्यापारी राजकुमार पुत्र भगवानदास निवासी अजय नगर ने साइबर थाने में मंगलवार को मामला दर्ज करवाया। साइबर थाना सीओ शमशेर खां ने बताया कि कपड़ा व्यापारी की पत्नी सिम्मी बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंटेंट है। उनके 8 और 14 साल के दो बेटे हैं। बेटे अपनी मां के मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलते थे। मोबाइल अपने आप हो रहा था ऑपरेटकपड़ा व्यापारी ने बताया कि रविवार को पैसों की जरूरत होने पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए पत्नी का मोबाइल लिया था। मोबाइल से पूरा डाटा और सारे कांटेक्ट नंबर डिलीट हो चुके थे। उन्होंने अपने अकाउंट से पत्नी के अकाउंट में करीब दो से तीन बार एक रुपए डाले लेकिन ट्रांजैक्शन का कोई मैसेज नहीं आया। इसके बाद मोबाइल अपने आप बंद होकर चालू हो गया। करीब 1 घंटे बाद मोबाइल में 10 लाख 85000 विड्रोल होने का मैसेज आया। अकाउंट में केवल 2 लाख रुपए ही बचे हैं। सोमवार को बैंक जाकर अकाउंट को बंद करवाया। ईमेल आईडी और पासवर्ड ठगों से किया था शेयरव्यापारी ने बताया कि इस दौरान बेटों ने बताया कि उनकी गेम खेलने के दौरान बेटे की एक अनजान व्यक्ति से बातचीत हुई थी। बेटा उस व्यक्ति से इंस्टाग्राम पर भी बात करने लग गया। उस व्यक्ति ने अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड बेटे को दे दिया। इसके बाद बेटे ने भी अपनी मां का ईमेल आईडी और पासवर्ड उस व्यक्ति को शेयर कर दिया। व्यापारी ने बताया कि इसके बाद ठग ने मेरी पत्नी के अकाउंट से रुपए निकालना शुरू कर दिया। रुपए निकलने का भी कोई मैसेज या ओटीपी नहीं आया। इस कारण रुपए निकलने का पता नहीं चला। मामले में साइबर थाना पुलिस जांच कर रही है।
भोजपुर जिले मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत आरा–पटना फोरलेन पर डुमरा और बलबतरा के समीप चौकीदार व दुकानदार से हुई लूटपाट की घटनाओं का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। दुकानदार से लूटा गया मोबाइल भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह सफलता पटना एसटीएफ और भोजपुर जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से मिली है। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी राज ने दी। दुकानदार से लूट के आरोपियों में ये शामिल एसपी के अनुसार दुकानदार से लूटपाट के मामले में गिरफ्तार आरोपितों में संदेश थाना क्षेत्र के चिल्होस गांव निवासी अनिल कुमार, नवादा थाना क्षेत्र के जवाहर टोला निवासी विकास कुमार उर्फ पीटन तथा कुंदन कुमार शामिल हैं। बताया गया कि 23 जुलाई 2025 को सुंदरपुर कुंड़िया गांव निवासी दुकानदार शत्रुघ्न प्रसाद आरा से बाजार कर बाइक से घर लौट रहे थे। इसी दौरान बलबतरा के समीप आरा–पटना फोरलेन पर तीन अलग-अलग बाइक सवार अपराधियों ने उनकी बाइक रुकवाई। पिस्टल का भय दिखाकर बदमाशों ने 35 हजार रुपए नकद और मोबाइल लूट लिया तथा सर्विस लेन के रास्ते पटना की ओर फरार हो गए थे। दुकानदार ने डकैती से संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी इस मामले में पीड़ित दुकानदार ने मुफस्सिल थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ डकैती अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद एसपी के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर पुलिस ने पहले अनिल कुमार को उसके गांव चिल्होस से लूटे गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर विकास उर्फ पीटन को गड़हनी से और कुंदन कुमार को जवाहर टोला से गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा नीरज कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पूछताछ में दो अन्य बदमाशों के नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। डुमरा पुल के पास से चौकीदार से लूट का आरोपी भी अरेस्ट इधर, डुमरा पुल के समीप चौकीदार मंतोष कुमार से हुई लूटपाट के मामले में भी पुलिस ने एक और वांछित आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश की पहचान शुभकरगंज गांव निवासी चुन्नू चौधरी के रूप में हुई है, जिस पर लूटी गई बाइक की खरीद-बिक्री में सहयोग करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पूर्व में पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लूटी गई बाइक और मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि लूटपाट की घटनाओं में शामिल अन्य अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
टोटो के लिए तय होंगे मार्ग, वाहनों में लगा होगा ड्राइवर का मोबाइल नंबर और नाम
रांची डीसी ने शहर को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में उठाए जा रहे निर्णयों की मंगलवार को समीक्षा की। डीसी ने समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को और अधिक प्रभावी एवं सतत बनाया जाए। उन्होंने टोटो परिचालन को लेकर पुलिस अधीक्षक (यातायात) एवं जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी ली। टोटो चालकों के लिए यूनिफॉर्म, मार्ग निर्धारण, परिचालन अनुशासन एवं वाहन के पीछे चालक का नाम व मोबाइल नंबर बड़े अक्षरों में अंकित कराने के निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने बिजली के खंभों पर लटके अव्यवस्थित तारों के संबंध में उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री द्वारा अब तक की गई पहल की समीक्षा की। उन्होंने निर्धारित समय-सीमा में बेतरतीब तारों को हटाने का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया, ताकि दुर्घटनाओं की आशंका समाप्त हो और शहर की छवि में सुधार हो। महिला सुरक्षा को लेकर बैठक में डीसी ने कहा कि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, प्रमुख बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, शिक्षण संस्थानों एवं रात्रिकालीन समय में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाए। उन्होंने नियमित पेट्रोलिंग, संवेदनशील स्थानों की पहचान करने का निर्देश दिया।
हेल्थकेयर एट योर डोरस्टेप अभियान शुरू, 30 गांवों में पहुंचेगी मोबाइल वैन
उदयपुर | हेल्पेज इंडिया राजस्थान और महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में गवरी चौराहा स्थित पेंशनर भवन से ‘हेल्थकेयर एट योर डोरस्टेप’ अभियान के तहत चिकित्सा वाहन को रवाना किया गया। ओबेरॉय ग्रुप के सहयोग से प्राप्त इस वाहन को प्रदेश अध्यक्ष भंवर सेठ, निदेशक निलेश नलवाया और उपनिदेशक वंदना ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। निलेश नलवाया ने बताया कि मोबाइल वैन उदयपुर के 30 गांवों में बुजुर्गों और जरूरतमंदों को चिकित्सीय सेवाएं, दवाइयां और नियमित फॉलोअप उपलब्ध कराएगी। हेल्पेज इंडिया पिछले 10 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। उन्होंने बताया कि उदयपुर में पहले से संचालित मोबाइल स्वास्थ्य सेवा में भी वरिष्ठ नागरिक संस्थान और पेंशनर समाज का सहयोग रहा है। प्रमुख वक्ता भंवर सेठ ने कहा कि हेल्पेज इंडिया के कार्यों में संस्थान और पेंशनर समाज का निरंतर योगदान रहा है। फिजियोथैरेपी सेंटर की शुरुआत में भी संस्था का सहयोग रहा, जो आज भी सुचारु रूप से संचालित है। संस्थान अध्यक्ष चौसर लाल कछार ने परियोजना की आवश्यकता बताते हुए इसके विस्तार पर जोर दिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे और सभी ने सहयोग का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में कुछ सदस्यों ने अपनी रचनाएं भी प्रस्तुत कीं।
जबलपुर में थाना माढ़ोताल पुलिस ने 30 से अधिक चोरी करने वाले शातिर चोर को गिरफ्तार किया है। चोर के पास से सोने-चांदी के जेवरात समेत, एलईडी टीवी, स्कूटी मिलकर कुल 9 लाख रुपए की कीमत के समान जब्त किए हैं। साथ ही चोर के पास से चोरी करने वाले औजार भी जब्त किए हैं। माढ़ोताल थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह पंवार ने आरोपी की गिरफ्तारी कर समान की जब्ती की। आरोपी अजय उर्फ गणेश काछी (40) पिता धनीराम काछी ग्राम बघोडी थाना कटंगी जिला जबलपुर का रहने वाला है। आरोपी के विरुद्ध जबलपुर जिले के विभिन्न थानों में चोरी, हत्या, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट, जुआ सहित कुल 31 अपराध पंजीबद्ध हैं। जब्त किया गया सामानसोने चांदी के जेवरात , दो स्मार्ट एलईडी टीवी, एक मोपेड एक्टिवा, कुल कीमती 9,00,000 रुपए एवं घटना में प्रयुक्त औजार कटर, पेंचकश पाना, सब्बल व हथोड़ी जब्त की है। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने चोरी हुई जगहों पर चोर के फिंगर प्रिंट लिए इसके बाद पहले चोरी के मामलों में पकड़े गए आरोपियों से मैच कराए। मुखबिर की सूचना पर पकड़ायाआरोपी गणेश काछी के फिंगर प्रिंट मैच होने के बाद मुखबिर की सूचना पर खमरिया थाना क्षेत्र के उमरिया से एक्टिवा स्कूटी के साथ पकड़ा गया। आरोपी ने पूछताछ में माढ़ोताल थाना क्षेत्र में 8 और संजीवनी नगर और गोहलपुर में चोरी करने की बात कबूली। उसने बताया कि चोरी किए हुए गहने एक्टिवा की डिक्की में हैं। एलईडी टीवी घर में हैं। साथ ही बताया कि उसने चोरी की नकदी से महंगे कपड़े खरीदे। बाकी के पैसे जुए में हार जाना बताया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। माढ़ोताल में पान दुकानदार के घर लाखों की चोरी12–13 अगस्त 2025थाना माढ़ोताल में 13 अगस्त 2025 को सुरेश कुमार चौरसिया (40), निवासी मां कृपा परिसर, ड्रीम लैंड फेज-2, कठौंदा रोड, माढ़ोताल ने रिपोर्ट दर्ज कराई। वह पान की दुकान संचालित करते हैं। 12 अगस्त की रात लगभग 1 बजे वह अपनी पत्नी रूपा चौरसिया के साथ पड़ोस की कॉलोनी स्थित ससुराल ड्रीम लैंड फेज-2 में राखी का त्योहार मनाने गए थे। दोपहर करीब 2 बजे घर लौटने पर देखा कि मेन गेट और अंदर के दरवाजे का ताला टूटा था। कमरे में सामान बिखरा हुआ था और अलमारी का लॉक भी टूटा मिला। अलमारी से सोने की मनचली, एक जोड़ी झुमकी, एक अंगूठी, बच्चों की चांदी की करधन, चार जोड़ी पायल, चार जोड़ी बिछिया, गुल्लक में रखे करीब 22 हजार रुपए और अन्य नगद रकम गायब थी। अज्ञात चोर द्वारा ताला तोड़कर चोरी किए जाने की रिपोर्ट पर धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। संस्कार सिटी में सूने मकान से करीब दो लाख की चोरी13 अक्टूबर 202513 अक्टूबर 2025 को प्रियंका शुक्ला (22), निवासी संस्कार सिटी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर की रात उनका घर सूना था।इसी दौरान अज्ञात व्यक्ति ने ताला तोड़कर घर से 15 हजार रुपये नकद, दो सोने की अंगूठियां, दो सोने की कान की बालियां, मंगलसूत्र की लॉकेट, नौ चांदी के सिक्के, छह चांदी की चूड़ियां, दो जोड़ी पायल, आठ बिछिया, एक चांदी की करधनी और एक जोड़ी चांदी के हाथ के कड़े चोरी कर लिए। सोने-चांदी के जेवरों की कीमत करीब 1.80 लाख रुपए बताई गई है। नकद सहित कुल चोरी लगभग 1.95 लाख रुपए की है।इस पर 711/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। धनवंतरी नगर में बंद मकान को बनाया निशाना6–7 अक्टूबर 20257 अक्टूबर 2025 को आनंद गिरी गोस्वामी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 6 अक्टूबर की रात करीब 9.30 बजे वह परिवार सहित ताला लगाकर धनवंतरी नगर स्थित साले के घर गए थे। सुबह 7.15 बजे लौटने पर देखा कि अलमारी के लॉक टूटे हुए थे। जांच करने पर एक सोने की चेन, दो सोने के कान के बाले, एक जोड़ी चांदी की पायल, 55 हजार रुपए नकद, 32 इंच की सोनी कंपनी की एलईडी टीवी, भरा हुआ एचपी गैस सिलेंडर, 20 साड़ियां और कपड़े चोरी पाए गए। कुल चोरी की कीमत लगभग 95 हजार रुपए बताई है। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 698/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया है। रिमझा में दिनदहाड़े चोरी, पड़ोसी ने दी सूचना12 अक्टूबर 2025 12 अक्टूबर 2025 को श्रृद्धा महोबिया, निवासी रिमझा ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 8 बजे पड़ोसी ने सूचना दी कि उनके घर का दरवाजा खुला है। भाई के साथ घर पहुंचने पर देखा कि घर में घुसकर अज्ञात व्यक्ति ने अलमारी से 35 हजार रुपये नकद, एक टीवी और सोने-चांदी के जेवर चोरी कर लिए हैं। चोरी गए सामान में मंगल सूत्र, दो अंगूठियां, दो जोड़ी बालियां, एक चेन, तीन चांदी की पायल और तीन चांदी की चूड़ियां शामिल हैं। कुल चोरी की कीमत लगभग 1.90 लाख रुपए बताई गई। इस पर अपराध 706/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। विद्यासागर कॉलोनी में बुजुर्ग के घर चोरी16–17 सितंबर 202519 सितंबर 2025 को फुल्लू लाल राय (75), निवासी विद्यासागर कॉलोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 16 सितंबर की रात 11 बजे तक सब ठीक था। 17 सितंबर की सुबह पड़ोसी गुप्ता जी ने फोन कर बताया कि घर के गेट और अंदर के दरवाजे का ताला टूटा है। इंदौर से लौटकर देखने पर अलमारी का ताला भी टूटा मिला। अलमारी से एक सोने की पंचाली, दो कान के टॉप्स, एक सोने की अंगूठी, दो जोड़ी चांदी की पायल, 12 चांदी की चूड़ियां, 15 चांदी के सिक्के और करीब 5 हजार रुपए नकद चोरी पाए गए। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 663/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया। महोबिया के घर से सोने के जेवर और नकदी चोरी16 नवंबर 202518 नवंबर 2025 को सुरेश महोबिया ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर की रात 8.30 बजे लौटने पर घर का मेन दरवाजे का ताला टूटा मिला।अंदर गोदरेज अलमारी का ताला भी टूटा था और सामान बिखरा पड़ा था। जांच में एक सोने की चेन (करीब 5 ग्राम), दो सोने की अंगूठियां, बेटी की सोने की चेन (3–4 ग्राम) और 3 हजार रुपए नकद गायब पाए गए। कुल चोरी की कीमत करीब 90 हजार रुपए बताई गई। अपराध क्रमांक 784/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। गोहलपुर में एक्टिवा और जेवर चोरी26–27 नवंबर 2025थाना गोहलपुर में 30 नवंबर 2025 को आशीष राय (21), निवासी अमरखेरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 26-27 नवंबर की दरमियानी रात अज्ञात व्यक्ति ने घर के सामने लगे गेट का ताला तोड़कर प्रवेश किया। चोर घर से मोपेड एक्टिवा और भगवान के सोने-चांदी के जेवर चोरी कर ले गया। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 780/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। संजीवनी नगर में नकदी और एटीएम कार्ड चोरी 19 नवंबर 2025थाना संजीवनी नगर में 21 नवंबर 2025 को सूर्यकांत केसकर (72), अपराध क्रमांक 430/25 के आवेदक ने बताया कि 19 नवंबर को अज्ञात चोर ने घर का ताला तोड़कर अलमारी से 50 हजार रुपए नकद और एटीएम कार्ड चोरी कर लिया। चोरी किए गए एटीएम कार्ड से 36 हजार रुपए भी निकाल लिए गए। इस पर अपराध क्रमांक 430/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
जयपुर में एसीबी ने मानसरोवर स्थित मीरा केशव महिला प्रशिक्षण महाविद्यालय की डायरेक्टर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी जयपुर को शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता स्टूडेंट ने आरोप लगाया कि कॉलेज में अटेंडेंस पूरी नहीं होने के कारण महाविद्यालय की निदेशक भंवर कंवर उसे परेशान कर रही थी। बाद में निदेशक ने अटेंडेंस पूरी करने के एवज में 5000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने शिकायत मिलने के बाद मामले का सत्यापन कराया। इसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई। इसके बाद एसीबी ने ट्रैप की योजना बनाकर मंगलवार को कार्रवाई को अंजाम दिया। सत्यापन के बाद बिछाया ट्रैप, रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार एसीबी जयपुर एस.यू. फर्स्ट की पुलिस निरीक्षक अर्चना मीणा के नेतृत्व में टीम ने महाविद्यालय की निदेशक भंवर कंवर को 4500 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। ट्रैप के दौरान रिश्वत की राशि भी बरामद की गई। एसीबी टीम अब गिरफ्तार निदेशक से पूछताछ कर रही है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी। मोबाइल स्नेचिंग गैंग का किया पर्दाफाश, पावर बाइक से वारदात करते थे आरोपी सड़कों पर राहगीरों को मोबाइल छीनकर फरार होने वाले शातिर स्नैचरों पर पुलिस ने मोबाइल स्नेचिंग गैंग के आरोपी पकड़े। साइबर सेल, जिला विशेष टीम (DST), शिवदासपुरा, सांगानेर सदर और अशोक नगर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कई मामलों का खुलासा किया है। डीसीपी साउथ राजर्षि राज (IPS) ने बताया- थाना शिवदासपुरा क्षेत्र में 20 से 22 दिसंबर के बीच चलाए विशेष अभियान के दौरान मोबाइल स्नैचिंग के पांच मामलों का खुलासा किया। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पांच मोबाइल स्नैचरों को डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। आरोपियों से 34 मोबाइल फोन, 2 पावर बाइक और 7 अन्य मोटरसाइकिलें बरामद की। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पावर बाइक से वारदात करते थे। जयपुर के अलग-अलग इलाकों में 20 से 25 मोबाइल स्नेचिंग की घटनाएं कर चुके हैं। मामले में पुलिस ने मंडोर थाना फागी निवासी विकास हरिजन (20), सांगानेर निवासी अर्जुन हरिजन उर्फ बाबू (19), ग्राम महलां थाना मुकमपुरा निवासी महेश रैगर उर्फ पिंटू (2), थाना रेनवाल मांझी निवासी उदय वाल्मीकी (19) और सवाई माधोपुर हाल गोविंदपुरा सांगानेर निवासी सुरेश (19) को गिरफ्तार किया। 3 देसी कट्टे के साथ आरोपी गिरफ्तारडीसीपी साउथ राजर्षि राज (IPS) ने बताया- मोबाइल स्नेचिंग के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान मानसरोवर क्षेत्र में जिला विशेष टीम ने आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए एक आरोपी से 3 देसी कट्टे बरामद किए। मामले में इंद्रेश सैन उर्फ चिंटू को गिरफ्तार किया गया। 50 लाख रुपए कीमत के 248 मोबाइल फोन बरामद कर असली मालिकों को लौटाएजयपुर दक्षिण पुलिस द्वारा गुमशुदा मोबाइलों की बरामदगी के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अब तक करीब 50 लाख रुपए कीमत के 248 मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटाए जा चुके हैं। वांछित अपराधियों पर कार्रवाईपुलिस आयुक्त महोदय के निर्देश पर चलाए गए वांछित अपराधियों के अभियान के तहत 63 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंदू राष्ट्र की बात सुनने पर युवक को पीटा:लखीमपुर में मोबाइल पर सुन रहा था, दो पर मुकदमा दर्ज
लखीमपुर खीरी के सिंगाही थाना क्षेत्र के ग्राम उमरा में हिंदू राष्ट्र की चर्चा को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि दो युवकों ने एक ग्रामीण शिवप्रसाद राठौर के साथ लाठी-डंडों और लात-घूंसों से मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्राम उमरा निवासी शिवप्रसाद राठौर पुत्र जवाहर लाल राठौर ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि वह अपने मोबाइल फोन पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और श्री बागेश्वर बाबा द्वारा हिंदू राष्ट्र बनाए जाने के आह्वान से संबंधित बातें सुन रहा था। इसी दौरान गांव के अमीनुद्दीन और राजू पुत्र सत्तार अली वहां पहुंचे। आरोप है कि दोनों ने शिवप्रसाद से विवाद करना शुरू कर दिया और कहा कि गांव में हिंदू राष्ट्र की कोई बात नहीं की जाएगी। इसी बात को लेकर कहासुनी हुई और फिर मारपीट शुरू हो गई। पीड़ित शिवप्रसाद का कहना है कि आरोपियों ने उसे लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा, जिससे उसके सिर और शरीर में कई गंभीर चोटें आईं। आरोपियों ने उसे गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी। शोरगुल सुनकर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो आरोपी वहां से फरार हो गए। घायल शिवप्रसाद ने थाने पहुंचकर पुलिस से शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
धौलपुर में शातिर चोर गिरफ्तार:2 मोबाइल फोन, चांदी के गहने बरामद
धौलपुर सदर थाना पुलिस ने एक मकान में हुई चोरी की वारदात का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में एक शातिर चोर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी का माल बरामद किया है। सदर थानाधिकारी महेश मीना के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिरों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए भूरापुरा निधेरा कला, कौलारी, धौलपुर निवासी अनिल (29) पुत्र हरीदेव को गिरफ्तार किया है।अनिल पर 2 दिसंबर की रात प्रबल बिहार कॉलोनी, मित्तल फैक्ट्री के पीछे, सदर थाना क्षेत्र में चोरी करने का आरोप है। शिकायतकर्ता राजवीर पुत्र कन्हैया (35) निवासी परमल विहार कॉलोनी ने 3 दिसंबर को सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि 2 दिसंबर की रात करीब 1-2 बजे अज्ञात चोर उनके घर का ताला तोड़कर अंदर घुस गया और बक्से से सामान चुरा लिया।राजवीर ने अपनी रिपोर्ट में एक कंदौनी, करीब 500 ग्राम वजनी तोड़िया, एक तोला वजनी मंगलसूत्र, दो मोबाइल फोन और 10 हजार रुपए नकद सहित 4 साड़ियां चोरी होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी अनिल के कब्जे से 2 मोबाइल फोन, चांदी की एक जोड़ी तोड़िया और चांदी के 14 बिछुए बरामद किए हैं।
करनाल में अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक ओर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सीआईए-3 की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया, वहीं दूसरी ओर शहर थाना पुलिस ने स्नैचिंग की वारदात का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर काबू किया है। दोनों मामलों में पुलिस ने सबूत बरामद कर आगे की जांच शुरू कर दी है। ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत अवैध सट्टेबाजों पर कार्रवाई करते हुए जिला पुलिस की सीआईए-3 करनाल टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर रामनगर इलाके में दबिश दी। यह कार्रवाई एएसआई जंगशेर की अगुवाई में की गई। साथी के साथ मिलकर कर रहा था सट्टेबाजी मौके से रामनगर निवासी राहुल उर्फ छम्मा को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि आरोपी अपने एक साथी के साथ मिलकर दुबई और मुंबई लीग के टी-20 क्रिकेट मैचों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन, लैपटॉप, सट्टेबाजी का रजिस्टर, चार्जर और अन्य उपकरण बरामद किए। मोबाइल और रजिस्टर की जांच में सट्टेबाजी से जुड़ी वॉट्सऐप चैट, ग्राहकों की एंट्री और लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड मिला। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। स्नैचिंग की वारदात का खुलासा दूसरी कार्रवाई में जिला पुलिस करनाल की थाना शहर टीम ने स्नैचिंग की घटना का सफल खुलासा किया। एएसआई राजेश कुमार की अध्यक्षता में की गई कार्रवाई के दौरान तीन आरोपियों चिराग, सुभाष गेट निवासी शंकर मेहतू का बेटा, पवन कुमार, गांव कटेबाग निवासी पृथ्वी का बेटा और रमन, गांव जटपुरा निवासी सोहनलाल का बेटा को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। जांच अधिकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता मुकुल ने बताया था कि नमस्ते चौक के पास उससे मोबाइल फोन छीन लिया गया था। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ कर छीना गया मोबाइल फोन बरामद किया गया। रिमांड पूरा होने के बाद आरोपियों को फिर से अदालत में पेश कर जिला जेल भेज दिया गया है।
जमुई सदर अस्पताल में पावर कट:एक घंटे तक मोबाइल टॉर्च से हुआ मरीजों का इलाज
जमुई सदर अस्पताल एक बार फिर अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में है। मंगलवार सुबह इमरजेंसी वार्ड में एक घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रही, जिसके कारण मरीजों का इलाज मोबाइल टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बिजली गुल होने के कारण डॉक्टरों और उनके सहयोगियों को मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर मरीजों का उपचार करना पड़ा। इस दौरान आग से झुलसे एक युवक का इलाज भी मोबाइल की रोशनी में किया गया, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियां उजागर हुईं। बिजली आपूर्ति में तकनीकी खराबी के कारण समस्या बताया जा रहा है कि बिजली आपूर्ति में तकनीकी खराबी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। हालांकि, अस्पताल में महंगा जनरेटर मौजूद होने के बावजूद उसे चालू नहीं किया गया, जिससे इमरजेंसी वार्ड अंधेरे में डूबा रहा। यह स्थिति अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाती है। चार से पांच मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर मरीज का कर रहे उपचार वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि चार से पांच मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर मरीज का उपचार कर रहे हैं। मरीज के परिजन नुनु खान ने बताया कि बिजली न होने के कारण अंधेरे में ही इलाज किया गया, जिससे मरीज, डॉक्टर और कर्मचारियों सभी को काफी परेशानी हुई। तकनीकी समस्या के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी सदर अस्पताल के मैनेजर रमेश पांडेय ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तकनीकी समस्या के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया गया। हालांकि, इस घटना ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की आपातकालीन स्थितियों से निपटने की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
केन्द्रीय कारागृह अलवर में जेल प्रशासन द्वारा की गई तलाशी के दौरान एक विचाराधीन बंदी के पास से निषिद्ध सामग्री के रूप में मोबाइल फोन और उसमें एक सिम कार्ड बरामद किया गया है। मामले में पुलिस थाना कोतवाली अलवर में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार 21 दिसंबर 2025 को शाम करीब 8:25 बजे उपाधीक्षक रविन्द्र उपाध्याय की मौजूदगी में केन्द्रीय कारागृह अलवर के वार्ड नंबर 4 में ड्यूटी स्टाफ की सहायता से तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी के दौरान वार्ड नंबर 4 की बैरिक नंबर 2 में निरुद्ध विचाराधीन बंदी रवि उर्फ भैरू पुत्र मुकेश (32), निवासी मानपुरा मोहल्ला बहरोड़, जिला कोटपूतली-बहरोड़ के बिस्तर और कपड़ों की तलाशी ली गई। इस दौरान बंदी के कपड़ों की थैली से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसमें एयरटेल कंपनी का सिम कार्ड लगा हुआ था। मोबाइल फोन का मॉडल केचड्डा ए-27 (गोल्डन रंग) बताया गया है। मोबाइल फोन की बरामदगी की प्रक्रिया का मौके पर वीडियो भी बनाया गया। जेल प्रशासन ने बरामद निषिद्ध सामग्री को जब्त कर सफेद कपड़े की थैली में पैकेट बनाकर सील किया और थाना कोतवाली अलवर में मामला दर्ज कराया। इससे पहले भी कई बार जेल में कई कैदियों के पास मोबाइल सिम कार्ड बरामद हो चुके है लेकिन अभी तक यह खुलासा पुलिस की तरफ से नहीं हुआ की जेल में मोबाइल जाते कैसे है।इससे पहले 2 अक्टूबर को भी पुलिस को बहरोड़ निवासी ही एक मुलजिम के पास मोबाइल सिम कार्ड मिला था जिसका मामला कोतवाली थाने में दर्ज है।
नारनौल में 21 साल की लड़की घर से लापता:BA में पढ़ती है, घर से कॉलेज गई थी; मोबाइल भी ले गई साथ
महेंद्रगढ़ जिला के अटेली थाना क्षेत्र के गांव दुलोठ जाट से एक कॉलेज छात्रा के लापता होने का मामला सामने आया है। छात्रा के पिता ने इस संबंध में थाना अटेली में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव दुलोठ जाट निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी दूसरी संतान लड़की सरकारी कॉलेज नारनौल में बीए की छात्रा है। वह रोजाना की तरह 21 दिसंबर को सुबह करीब 10 बजे घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी, लेकिन देर शाम तक वापस घर नहीं पहुंची। जब काफी देर तक उसका कोई पता नहीं चला तो परिजनों की चिंता बढ़ गई। अपने स्तर पर की तलाश परिजनों ने पहले अपने स्तर पर रिश्तेदारी, जान-पहचान और संभावित स्थानों पर सिवानी की तलाश की, लेकिन कहीं से भी कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पिता ने थाना अटेली पहुंचकर बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। मोबाइल साथ लेकर गई शिकायत में बताया गया है कि घर से निकलते समय उसने नीले रंग की जींस, हल्के क्रीम रंग की जैकेट और पैरों में सफेद रंग के जूते पहने हुए थी। उसकी उम्र करीब 21 वर्ष है। वह अपने साथ मोबाइल फोन भी लेकर गई थी। पुलिस ने किया मामला दर्ज पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। छात्रा की तलाश के लिए आसपास के इलाकों, कॉलेज मार्ग और अन्य संभावित स्थानों पर पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने पुलिस से बेटी को जल्द से जल्द तलाश करने की गुहार लगाई है।
लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित नीची मंगली इलाके में सोमवार रात करीब 10 बजे मोबाइल स्नैचिंग का विरोध करना एक युवक को भारी पड़ गया। बाइक सवार दो नकाबपोश लुटेरों ने मोबाइल छीनने के बाद युवक पर चाकुओं से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसके कंधे और पांव पर करीब 15 टांके लगाए गए। घायल युवक की पहचान रोहित के रूप में हुई है। रोहित ने बताया कि वह सोमवार रात काम से लौटकर खाना खाने के लिए पैदल अपने कमरे की ओर जा रहा था। घर से कुछ ही दूरी पर वह फोन पर अपने परिजनों से बात कर रहा था तभी पीछे से बाइक पर सवार दो नकाबपोश युवक आए और अचानक उसका मोबाइल फोन छीन लिया। चाकू से किया हमला जब रोहित ने लुटेरों का विरोध किया तो दोनों ने उस पर चाकुओं से हमला कर दिया। जान बचाने के लिए रोहित ने मोबाइल छोड़ दिया और वहां से भागकर अपने कमरे में पहुंचा जहां उसने साथियों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार और मेडिकल जांच के बाद रोहित ने मामले की शिकायत पुलिस चौकी मुंडिया में दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
चंडीगढ़ पुलिस के पास 27 सालों से लोगों का ऐसा सामान जब्त है, जो कि उन पर कोई मामला दर्ज होने पर जब्त हुआ था। लेकिन केसों में फैसला आने के 10 से 15 साल के बाद भी लोगों ने इसे छुड़ाया नहीं है। न किसी ने इन पर अपना दावा जताया है। सामान में नोकिया मोबाइल फोन, कंप्यूटर फ्लॉपी, लैपटॉप, गैस सिलेंडर, कढ़ाई, कटोरियां, बाल्टी व स्कूटर की स्टेपनी तक शामिल है। इसके बाद अब पुलिस ने लोगों को एक महीने में उक्त सामान पर दावा करने को कहा है। वरना एक महीने के बाद पुलिस द्वारा इस सारे सामान को नियमों के तहत नीलाम कर दिया जाएगा। इसके बाद लोग अपना दावा व ऐतराज दर्ज नहीं कर पाएंगे। दो वजह से नहीं आए लोग पुलिस के मुताबिक सेक्टर-17 थाने के मालखाने में सामान जब्त है। इस वजह से मालखाने में जगह की कमी पड़ रही है। दूसरा, लोग सामान लेने भी नहीं आए हैं। कानूनी माहिरों की मानें तो सामान न लेने आने के पीछे की दो वजह हैं। एक तो अधिकतर लोग बाहरी थे। सामान छोटा था, जिससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता था। दूसरा, उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि जब्त सामान उन्हें मिल सकता है। ऐसे में अब लोगों को अपने सामान के लिए सेक्टर-17 के थाने में संपर्क करना होगा, जहां पर उन्हें सारी कार्रवाई पूरी करनी होगी। चोरी से लेकर NDPS केस का है सामान पुलिस के मुताबिक जो सामान जब्त है, उसमें कॉपीराइट एक्ट, चोरी और धोखाधड़ी, नौकर द्वारा चोरी करना, इमिग्रेशन एक्ट, सेंध लगाकर चोरी, एक्सीडेंट, एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामले शामिल हैं। इन सभी मामलों का निपटारा हो चुका है। इसमें 17 के करीब लोग बरी हो चुके हैं, जबकि दो के करीब केस अनट्रेस हैं और एक-दो मामलों में मौत हो चुकी है। जबकि शेष केसों में दोषी करार दिए जा चुके हैं। वहीं, इन अपराधों में उक्त लोगों की सजा तक पूरी हो चुकी है। ऐसे में अब यह प्रक्रिया शुरू की गई है। याद रहे कि इससे पहले चंडीगढ़ पुलिस ने सभी थानों में पड़े सालों पुराने वाहनों का निपटारा किया है, क्योंकि नए कानून में इस चीज को लेकर सख्त नियम हैं। दूसरा मामला हाईकोर्ट पहुंचा था। ऐसे में इस चीज का निपटारा किया गया।
युवक से मोबाइल छीना, विरोध करने पर चाकू पर किया हमला
लुधियाना| नीची मांगली इलाके में सोमवार सुबह मोबाइल स्नैचिंग की वारदात सामने आई है। बदमाशों ने एक युवक से मोबाइल फोन छीन लिया और विरोध करने पर उस पर तेजधार चाकू से हमला कर दिया। घायल युवक ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पीड़ित की पहचान 20 वर्षीय रोहित के रूप में हुई है, जो मूल रूप से अयोध्या के कुमारगंज का रहने वाला है और फिलहाल नीची मांगली में किराए पर रह रहा है। वह हाईटेक सनमाइका नाम की कंपनी में काम करता है। रोहित के अनुसार सोमवार सुबह करीब 8 बजे वह होटल में खाना खाने के लिए निकला था। घर से करीब 500 मीटर दूर दो नकाबपोश युवकों ने उससे मोबाइल छीनने की कोशिश की। रोहित फोन पर बात कर रहा था और उसके पास टेक्नो कंपनी का मोबाइल था। विरोध करने पर बदमाशों ने चाकू से हमला कर उसे घायल कर दिया और मोबाइल लेकर फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
बेतिया नगर के लादुराम गोला गंज नंबर दो निवासी मुकेश कुमार को मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने इस संबंध में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह घटना 17 दिसंबर को शाम 4:55 बजे हुई।मुकेश कुमार ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि उन्हें एक धमकी भरा कॉल आया था। पीड़ित ने मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की कॉल करने वाले ने खुद को विजय कुमार बताया और कहा कि वे नगर थाना कांड संख्या 499/25 में कोई पैरवी न करें, अन्यथा उन्हें जान से मार दिया जाएगा।इस धमकी के बाद से मुकेश कुमार और उनके परिजन दहशत में हैं। जब मुकेश कुमार आरोपी के घर पूछताछ करने गए, तो आरोपी ने उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट भी की।पीड़ित ने मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
दतिया के उनाव थाना क्षेत्र में पुलिस ने जुए के खिलाफ कार्रवाई की है। गोवर्धन मंदिर के पास पहूज नदी किनारे संचालित एक जुए के अड्डे पर दबिश देकर 8 जुआरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से 22 दोपहिया वाहन, 12 हजार रुपए नकद और 6 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जब्त की गई कुल सामग्री की कीमत लगभग 17 लाख रुपए आंकी गई है। आठ आरोपी गिरफ्तार, दो फरार उनाव थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि पहूज नदी के किनारे कई लोग ताश के पत्तों पर जुआ खेल रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस ने लांच पुलिस और साइबर सेल की टीम के साथ मिलकर मौके पर घेराबंदी कर कार्रवाई की। पुलिस को देखते ही कई जुआरी भाग गए, लेकिन पुलिस ने 8 आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज गिरफ्तार जुआरियों में झांसी और दतिया के लोग शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों के नाम बंटी गुर्जर, रवि शाक्यवार, मजीद खान, प्रशांत शिंगवानी, दीपक अहिरवार, अच्छेलाल रायकवार (सभी निवासी झांसी), आनंद शर्मा (दतिया) और विनोद कुशवाहा (झांसी) हैं। कार्रवाई के दौरान अखिलेश कुशवाहा, अंकित उनया, रमेश रैकवार और मंगल कुशवाहा (सभी दतिया निवासी) मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों पर जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राजस्थान के जालोर जिले में पंचायत ने अजीब फरमान सुनाया है। 15 गांव की बहू-बेटियां को 26 जनवरी से कैमरे वाला फोन यूज करने पर बैन लगा दिया है। इतना ही नहीं सार्वजनिक समारोह से लेकर पड़ोसी के घर पर भी फोन ले जाने पर पाबंदी रहेगी। वह स्मार्ट फोन की जगह की-पैड फोन उपयोग में ले सकेंगी। समाज अध्यक्ष का कहना है कि ये फैसला इसलिए किया गया है कि महिलाओं के पास मोबाइल होने से बच्चे इसका उपयोग करते हैं। इससे आंखें खराब होने का डर रहता है। दरअसल, रविवार को जालोर जिले के चौधरी समाज सुंधामाता पट्टी की गाजीपुर गांव में बैठक हुई थी। 14 पट्टी के अध्यक्ष सुजनाराम चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में समाज की बहू-बेटियों के लिए ये निर्णय लिया गया है। पढ़ाई करने वाली बच्चियां घर में यूज कर पाएगी मोबाइल समाज अध्यक्ष सुजनाराम चौधरी ने बताया कि बैठक में पंच हिम्मताराम ने फैसला पढ़कर सुनाया। हिम्मतराम ने बताया कि देवाराम कारनोल वालों ने ये प्रस्ताव रखा था। इसमें सभी पंचों और लोगों ने चर्चा करते हुए निर्णय लिया कि 15 गांवों की बहू-बेटियां फोन पर बात करने के लिए की-पैड वाला फोन रखेंगी। इसके साथ ही पढ़ाई करने वाली बच्चियों को मोबाइल रखना अगर जरूरी होगा तो वे अपने घर में ही मोबाइल से पढ़ाई करेंगी। यानि वे घर में ही मोबाइल का यूज कर सकेंगी। शादी समारोह, सामाजिक कार्यक्रम और पड़ोसी के घर पर भी मोबाइल नहीं ले जा सकती हैं। समाज अध्यक्ष बोले- महिलाओं के पास मोबाइल होने से बच्चे उपयोग करते है समाज अध्यक्ष सुजनाराम ने बताया कि रविवार को हुई बैठक में मोबाइल के उपयोग को लेकर नियम लागू किए गए हैं। इसके पीछे कारण ये है कि महिलाओं के पास मोबाइल होने से उनके पास रहने वाले बच्चे इसका उपयोग करते हैं। इससे आंखें खराब होने का डर रहता हैं। इसलिए यह निर्णय जरूरी है। इन गांवों में 26 जनवरी से लागू होगा नियम ये नियम पट्टी में आने वाले जालोर जिले के गजीपुरा,पावली, कालड़ा, मनोजिया वास, राजीकावास, दातलावास, राजपुरा, कोड़ी, सिदरोड़ी, आलड़ी, रोपसी, खानादेवल, साविधर, भीनमाल के हाथमी की ढ़ाणी व खानपुर में लागू होगा।
देवास में साइबर ठगी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने क्रिप्टो निवेश के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने महज 13 दिनों में इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर ठगी गई 100 प्रतिशत राशि बरामद कर ली है। यह कार्रवाई देवास पुलिस की सतर्कता और तेज जांच का परिणाम मानी जा रही है। पुलिस के अनुसार, आनंद विहार कॉलोनी निवासी चेतनसिंह सोलंकी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने व्हाट्सएप के जरिए क्रिप्टो निवेश में भारी मुनाफे का लालच देकर उनसे किश्तों में 1 लाख 4 हजार 100 रुपये ठग लिए। शिकायत मिलते ही औद्योगिक क्षेत्र थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के निर्देशन और थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने तकनीकी साक्ष्य, डिजिटल ट्रांजैक्शन और बैंक खातों की जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान की। पुलिस ने उज्जैन निवासी बबलू मकवाना उर्फ अजय, लखन पंवार, राहुल तोमर, अरीब अली खान उर्फ अली और अलवहीद खान उर्फ रूमी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने ठगी की वारदात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उनके कब्जे से ठगी की गई पूरी रकम 1,04,100 रुपये के साथ 6 एंड्रॉइड मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनकी कीमत करीब 1,29,000 रुपये बताई गई है। इस तरह कुल 2,33,100 रुपये का मश्रूका जब्त किया गया है। पुलिस का कहना है कि साइबर ठगी के मामलों में आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
भोपाल के हबीबगंज थाना इलाके में आरकेएमपी के पास बाइक सवार दो लुटेरों ने शनिवार को एक वेटरनरी डॉक्टर से मोबाइल लूट लिया। वारदात के बाद तेज रफ्तार से भाग रहे लुटेरों की बाइक आगे जाकर एक गाड़ी से टकराकर गिर गई। इससे दोनों लुटेरे घायल हो गए। राहगीरों ने उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस के मुताबिक, दोनों लुटेरे ईरानी डेरा में रहते हैं। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि वह महंगे मोबाइल लूटकर मुंबई भेजते हैं, जहां से उन्हें दुबई भेजा जाता है। पुलिस उनके नेटवर्क की जांच कर रही है। शनिवार को डॉ. मोहित सिंह बघेल मूलतः निवासी भिंड का आरोपियों ने मोबाइल फोन झपट लिया था। फरियादी शासकीय पशु चिकित्सालय अनूपपुर में डॉक्टर हैं। घटना के दिन रात करीब साढ़े 10 बजे वह अपने साथी विशाल के साथ आरकेएमपी से पैदल बंसल-वन की तरफ जा रहे थे। भागने की कोशिश में गिरे थे बदमाश बाइक सवार दो बदमाशों ने मोहित के हाथ से मोबाइल झपट लिया। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे बदमाशों का पीछा किया गया तो उनकी तेज रफ्तार स्पोर्टस बाइक डीबी मॉल के सामने एक गाड़ी से टकरा गई। राहगीरों ने उन्हें पुलिस के हवाले किया। इस हादसे में दोनों लुटेरों को चोटें आईं हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी कर ली। जानिए कौन हैं गिरफ्तार आरोपी
इंदौर की लसूडिया पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर उसके रिश्तेदार के खिलाफ बंधक बनाकर रखने, मारपीट करने और धमकी देने के मामले में FIR दर्ज की है। पीड़िता के अनुसार आरोपी ने उसका मोबाइल छीना और उसे कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा। लसूडिया पुलिस के अनुसार 21 वर्षीय युवती की शिकायत पर आनंद निवासी बिचोली मर्दाना के खिलाफ कार्रवाई की गई है। युवती ने बताया कि 11 दिसंबर को वह तुलसी क्लीनिक, केलोद कांकड़ में जॉब के सिलसिले में गई थी। इस दौरान आनंद वहां आया और कहा कि वह उससे प्यार करता है और शादी करना चाहता है। इसके बाद आरोपी ने युवती को जबरन बाइक पर बैठाया और उसका मोबाइल अपने पास रख लिया। आनंद ने उसे कुछ समय तक साथ घुमाया और फिर देवास में कमरे में रखा। इसके बाद चितोडगढ़ ले जाकर शादी के लिए दबाव बनाया और मारपीट की। आरोपी ने धमकी दी कि अगर शादी नहीं हुई तो परिवार के लोगों को जान से मार देगा। पीड़िता ने राहगीर की मदद से मोबाइल वापस लिया और परिवार से संपर्क किया। इसके बाद परिवार के लोग उसे लेने पहुंचे। टीआई तारेश सोनी ने बताया कि रात में आरोपी आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी एक फैक्ट्री में काम करता है और उसने पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपी ने मोबाइल अपने पास रखे होने के कारण युवती परिवार से संपर्क नहीं कर पा रही थी।
बेखौफ बदमाश:आधे घंटे के अंदर तीन मोबाइल फोन लूटे, भागते समय बाइक भिड़ी, लुटेरे गिरफ्तार
रजधानी में बेखौफ बदमाशों ने शनिवार की रात आधे घंटे में तीन थानाक्षेत्रों में मोबाइल फोन लूट की तीन वारदातें की। यह घटना टीटी नगर, गोविंदपुरा और आरकेएमपी स्थित बंसल-वन के सामने हुई। आरकेएमपी पर बाइक सवार दो लुटेरों ने एक वेटरनरी डॉक्टर से मोबाइल लूट लिया। वारदात उस समय हुई, जब डॉक्टर आरकेएमपी से अपने साथी के साथ पैदल जा रहे थे। तभी पीछे से आए लुटेरों ने झपट्टा मारकर मोबाइल लूट लिया। वारदात को अंजाम देकर भागते समय लुटेरों की बाइक आगे जाकर एक गाड़ी से टकराकर गिर गई। इसमें दोनों लुटेरे घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस लूट का मामला दर्ज किया है। हबीबगंज पुलिस के मुताबिक दोनों लुटेरे ईरानी डेरा में रहते हैं। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि वह महंगे मोबाइल लूटकर मुंबई भेजते हैं, जहां से उन्हें दुबई भेजा जाता है। पुलिस इस चेन की जांच कर रही है। डॉ. मोहित सिंह बघेल मूलत: भिंड के रहने वाले हैं। वह शासकीय पशु चिकित्सालय अनूपपुर में डॉक्टर हैं। शनिवार की रात करीब साढ़े 10 बजे वह अपने साथी विशाल के साथ आरकेएमपी से पैदल बंसल-वन की तरफ जा रहे थे। तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने मोहित के साथ से मोबाइल झपट लिया। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे बदमाशों का पीछा किया गया तो उनकी तेज रफ्तार स्पोर्टस बाइक डीबी मॉल के सामने एक गाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में दोनों लुटेरों को चोटें आईं हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना में डॉ. मोहित भी गिरने के कारण घायल हो गए। पुलिस ने डॉ. बघेल की शिकायत पर लूट का मामला दर्ज किया है। इधर, वाहन चालकों पर सख्ती 25 जगह चेकिंग, हेलमेट न पहनने पर 195 के चालान रात में सुस्त दिखने वाली पुलिस ने रविवार को दिन भर वाहन चेकिंग अभियान चलाया। शहर के 25 स्थानों पर हेलमेट न पहनने, वाहन बीमा और रॉन्ग साइड वाहन चलाने सहित नियमों की जांच की गई। इस दौरान कुल 310 चालान किए गए और 1,67,500 रुपए का जुर्माना वसूला गया। इनमें 5 चालान रॉन्ग साइड वाहन चलाने और 195 दोपहिया वाहन चालकों के हेलमेट न पहनने पर किए गए। लुटेरों पर शिकंजा नहीं : राजधानी पुलिस दिन में तो वाहन चेकिंग अभियान चलाती है, लेकिन यह अभियान सिर्फ हेलमेट और ज्यादातर सीट बेल्ट तक सीमित रहता है। लुटेरे बिना नंबर की बाइक, स्कूटी पर फर्राटा भर रहे हैं। रात 10 बजे के बाद पुलिस बाजार तो बंद करवा देती है, लेकिन लुटेरों का बाजार इसी दौरान चालू हो जाता है।
ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारियों की मोबाइल जांच को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं। दलालों से कथित मिलीभगत की जांच के नाम पर अफसरों ने कर्मचारियों के मोबाइल जब्त कर चैटिंग, कॉल डिटेल, ईमेल और तस्वीरें खंगालीं। इस दौरान एक महिला कर्मी की व्यक्तिगत तस्वीरें देखे जाने का आरोप है, जिससे वह रोने लगी। बावजूद इसके जांच नहीं रोकी गई। मामला उजागर होने के बाद इसकी शिकायत परिवहन विभाग के मुख्यालय तक पहुंच गई है। दरअसल, वर्तमान में ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ा काम नई एजेंसी के कर्मचारियों के जिम्मे है। इससे पहले आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी ने पूर्व में तैनात प्राइवेट कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार और दलालों से सांठगांठ के आरोप लगाते हुए पत्र लिखा था। इसके बाद पुरानी एजेंसी को हटाकर सिल्वर टच नामक नई संस्था के कर्मचारियों को तैनात किया गया। आरोप है कि नई एजेंसी के कर्मचारी भी लगातार अफसरों के दबाव और प्रताड़ना का सामना कर रहे हैं। जबरन मोबाइल जांच का आरोप प्राइवेट कर्मचारियों का कहना है कि बीते शनिवार डीएल सेक्शन में काम कर रहे कर्मचारियों के मोबाइल जबरन ले लिए गए। बिना किसी लिखित आदेश के उनका डाटा खंगाला गया, कॉल रिकॉर्ड और निजी बातचीत देखी गई। आरोप है कि एक महिला कर्मचारी की निजी तस्वीरें भी जांच के नाम पर देखी गईं, जबकि वह बार-बार आपत्ति जताती रही। महिला अफसरों के होते हुए भी सवाल परिवहन विभाग में परिवहन आयुक्त का पद महिला आईएएस किंजल सिंह के पास है, वहीं आईटी विंग की जिम्मेदारी भी महिला अधिकारी सुनीता वर्मा संभाल रही हैं। इसके बावजूद महिला कर्मी की निजता से जुड़े इस मामले ने विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि परिवहन आयुक्त स्तर से मामले में कोई हस्तक्षेप और कार्रवाई होती है या नहीं। पहले भी लगे थे आरोप, जांच नहीं हुई सूत्रों के मुताबिक इससे पहले जब डीएल का काम स्मार्ट चिप कंपनी के कर्मचारी देख रहे थे, तब भी उन पर दलालों से मिलीभगत के आरोप लगाए गए थे। हालांकि न तो किसी तरह की एफआईआर दर्ज हुई और न ही विभागीय स्तर पर ठोस जांच कराई गई। एकतरफा कार्रवाई करते हुए कर्मचारियों को हटा दिया गया था। आरटीओ प्रशासन ने आरोपों को नकारा आरटीओ (प्रशासन) संजय तिवारी का कहना है कि ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े काम में बाहरी दलालों की भूमिका की शिकायतें थीं। इसी कारण कर्मचारियों के मोबाइल जांचे गए। महिला कर्मी की निजी तस्वीरें देखे जाने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
बठिंडा पुलिस ने मोबाइल चोरी करने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 10 चोरी के मोबाइल बरामद किए हैं। डीएसपी सिटी 2 सरबजीत सिंह बराड़ ने इसी पुष्टि की है। शिकायतकर्ता हरमंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके पिता अजीत रोड स्थित अपनी किराना दुकान पर बैठे थे। दो बाइक सवार व्यक्ति दुकान पर आए, कुछ सामान मांगा और बातों में उलझाकर दुकान से मोबाइल लेकर फरार हो गए। इस घटना का फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इन आरोपियों को किया गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में गौरव कुमार निवासी थर्मल कॉलोनी, कोमल धीर, बंटी और पवन शर्मा निवासी नवी बस्ती को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के आधार पर चोरी के 10 मोबाइल बरामद किए गए हैं।
भिवानी जिले में पुलिस ने ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत पुलिस कर्मचारी से लूट और मारपीट मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। जिनसे बाइक और कार भी बरामद की है। भिवानी जिले में कार्यरत एक पुलिस कर्मचारी ने थाना सदर पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत में बताया गया था कि 2 अक्टूबर को वह ड्यूटी समाप्त कर अपने घर जा रहा था। इसी दौरान उसने जेबी गुप्ता अस्पताल के पास से एक कार ड्राइवर से लिफ्ट ली। कार ड्राइवर गांव तिगड़ाना से आगे कुछ दूर चलने पर पेशाब करने के बहाने गाड़ी से उतरा और फोन कर अपने अन्य साथियों को बुला लिया। कुछ ही देर में बाइक सवार 3 युवक मौके पर पहुंचे। जिनमें से दो युवक कार में बैठ गए। इसके बाद आरोपी शिकायतकर्ता को धनाना से मित्ताथल रोड की ओर ले गए। जहां कार में पीछे बैठे दो युवकों ने शिकायतकर्ता के साथ मारपीट कर उसकी जेब से रुपए और मोबाइल छीन लिए। कुछ दूर आगे खेतों में फेंक कर फरार हो गए। शिकायत के आधार पर थाना सदर भिवानी में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। चार आरोपी काबूथाना सदर भिवानी के अंतर्गत पुलिस चौकी गुजरानी मोड़ के इंचार्ज एएसआई देवेंद्र कुमार ने न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार कए गए आरोपियों की पहचान गांव बड़ेसरा निवासी अमन, राजेश, सागर और राहुल के रूप में हुई है। आरोपियों से बाइक व कार बरामदगिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस टीम ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात के दिन प्रयोग की गई एक बाइक और एक बलेनो कार बरामद की है। रिमांड अवधि पूर्ण होने के उपरांत आरोपियों को पुनः कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने उन्हें जिला कारागार सुनारिया रोहतक भेजने के आदेश दिए।
अबोहर में लूटपाट की घटनाओं में एक बार फिर वृद्धि देखने को मिल रही है। शनिवार रात मलोट रोड बाइपास पर तीन हथियारबंद लुटेरों ने एक बाइक सवार युवक पर तेजधार हथियारों से हमला कर उसका मोबाइल फोन और हजारों रुपए की नकदी लूट ली। घायल युवक को उसके एक जानकार ने सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। सरकारी अस्पताल में भर्ती गांव सरावां बोदला निवासी धर्मवीर ने बताया कि, शनिवार रात करीब 9 बजे वह अपनी बाइक पर शहर से गांव की ओर जा रहा था। जब वह मलोट रोड बाइपास पर पहुंचा, तो तीन हथियारबंद लोगों ने उसे घेर लिया और उसका मोबाइल तथा पर्स छीनने का प्रयास किया। तलवार से हमला कर किया घायल धर्मवीर के विरोध करने पर लुटेरों ने उस पर कापे और तलवारों से जानलेवा हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हमलावर उसका मोबाइल, पर्स और बाइक की चाबी लेकर फरार हो गए। धर्मवीर के अनुसार, उसके पर्स में लगभग 2500 रुपए नकद और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। घायल होने के बाद धर्मवीर ने सीड फार्म निवासी अपने एक परिचित से संपर्क किया, जिसने उसे अस्पताल पहुंचाया। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। धर्मवीर ने पुलिस प्रशासन से लुटेरों का पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
ट्रेन में सफर के लिए जनरल का प्रिंट रखना जरूरी नहीं है। भारतीय रेलवे ने जनरल यानी अनरिजर्व्ड टिकट को लेकर फैले एक कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है। रेलवे ने कहा कि UTS (अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटआउट लेना जरूरी नहीं है। यात्री सफर के दौरान अपने मोबाइल पर एप में 'शो टिकट' (Show Ticket) ऑप्शन का इस्तेमाल करके टिकट चेकिंग स्टाफ (TTE) को दिखा सकते हैं और यह पूरी तरह से वैलिड है। यह सफाई एक वायरल वीडियो के बाद आई है, जिसमें एक TTE एक यात्री से UTS एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटेड कॉपी मांगता दिख रहा था। इस वीडियो के कारण कई यात्रियों में यह भ्रम फैल गया था कि क्या अब उन्हें मोबाइल टिकट का भी प्रिंटआउट लेकर चलना होगा। रेलवे मंत्रालय ने कहा- एप में टिकट दिखाना ही काफी रेल मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया। मंत्रालय ने बताया कि UTS एप के 'शो टिकट' सेक्शन में दिखाया गया अनरिजर्वड टिकट यात्रा के लिए एक वैध प्रमाण (Valid Authority) है। यात्री उसी डिवाइस पर डिजिटल कॉपी दिखा सकते हैं, जिससे टिकट बुक किया गया है। हालांकि, अगर किसी यात्री ने खिड़की या ऑनलाइन बुकिंग के बाद उसका प्रिंट निकाल लिया है, तो उसे सफर के दौरान वह फिजिकल टिकट साथ रखना होगा। ऐसा कोई नियम नहीं है जो यात्री को इसका प्रिंटआउट लेने के लिए कहता हो। रेलवे ने यह भी कहा कि TTE द्वारा प्रिंटेड कॉपी की मांग करना गलत है। वंदे भारत में अब मिलेंगी रीजनल डिश वहीं, रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए वंदे भारत ट्रेनों में 'रीजनल डिश' (क्षेत्रीय व्यंजन) की शुरुआत कर रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल का मकसद यात्रियों को उनके रूट के हिसाब से स्थानीय और पारंपरिक स्वाद उपलब्ध कराना है। अब ट्रेन में सफर के दौरान आपको महाराष्ट्र का कांदा पोहा से लेकर बिहार का मशहूर चंपारण चिकन और पनीर तक सर्व किया जाएगा। मेन्यू में चंपारण चिकन और मेथी थेपला शामिल नई लिस्ट के मुताबिक, पटना-रांची वंदे भारत में 'चंपारण पनीर' और पटना-हावड़ा रूट पर 'चंपारण चिकन' मिलेगा। गुजरात के रूट पर चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों को मेथी थेपला और मसाला लौकी परोसी जा रही है। वहीं, केरल की वंदे भारत ट्रेनों में अप्पम, केरल पराठा और पालाडा पायसम जैसे पारंपरिक व्यंजन मिलेंगे। पश्चिम बंगाल के रूट पर कोशा पनीर और आलू पोतोल भाजा का स्वाद लिया जा सकेगा। सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने की कोशिश रेलवे का कहना है कि भारत की खान-पान की विविधता को दिखाने के लिए यह कदम उठाया गया है। दक्षिण भारत की ट्रेनों में दोंडाकाया करम पोडी फ्राई और आंध्र कोडी कूरा जैसे डिशेज शामिल किए गए हैं। ओडिशा जाने वाली ट्रेनों में आलू फूलकोपी उपलब्ध होगी। रेलवे का मानना है कि इससे न केवल यात्रियों को घर जैसा खाना मिलेगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

