बैढन में युवती का वीडियो बनाते युवक को पकड़ा:मौके पर नहीं पहुंची पुलिस; मोबाइल से हटाकर छोड़ा
सिंगरौली जिले के बैढन में काली मंदिर रोड पर मंगलवार को एक युवक को युवती का वीडियो बनाते हुए लोगों ने पकड़ लिया। युवक बाइक पर सवार था और सड़क से गुजर रही युवती का मोबाइल से वीडियो बना रहा था। युवती ने विरोध किया, लेकिन युवक नहीं माना। युवती की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोग और दुकानदार मौके पर पहुंच गए। लोगों ने युवक को रोककर उसका मोबाइल फोन चेक किया। मोबाइल में युवती का वीडियो मिलने पर लोगों ने नाराजगी जताई और युवक से वीडियो तुरंत डिलीट करवाया। मौके पर पहुंची ही नहीं पुलिस बताया जा रहा है कि युवक प्रधानमंत्री आवास, गनियारी क्षेत्र का रहने वाला है। लोगों ने डायल 112 पर पुलिस को फोन किया, लेकिन काफी देर तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। पुलिस के न आने पर लोगों ने युवक को समझाया और चेतावनी दी कि आगे से ऐसी हरकत न करे। युवक ने माफी मांगी, जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया। इलाके में बढ़ रही हैं ऐसी घटनाएं स्थानीय लोगों का कहना है कि काली मंदिर रोड और पुराने यातायात चौराहे के आसपास इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। यहां स्कूल होने के कारण छात्राओं को परेशानी होती है। लोगों ने पुलिस से इलाके में गश्त बढ़ाने और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
ग्वालियर की दर्पण कॉलोनी में रहने वाले एक बुजुर्ग के साथ उनके ड्राइवर ने धोखाधड़ी की। ड्राइवर ने मालिक के मोबाइल से ऑनलाइन किस्तों में 16 लाख 5 हजार रुपए अपने दोस्त के खाते में ट्रांसफर कर दिए और बुजुर्ग को इस बात की भनक तक नहीं लगी। मामले का खुलासा तब हुआ जब बेंगलुरु में रहने वाली बुजुर्ग की बेटी को किसी कारणवश शक हुआ। वह ग्वालियर आईं और जांच के बाद थाटीपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों से पूछताछ जारी है। 70 वर्षीय मोहन सिंह नेगी दर्पण कॉलोनी में रहते हैं और शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी बेटी अपने पति के साथ बाहर रहती है। बुजुर्ग होने के कारण मोहन सिंह नेगी ने थाटीपुर निवासी अमन राज को ड्राइवर रखा हुआ था, जो घर के अन्य काम भी करता था। अमन राज ने किसी तरह मोहन सिंह नेगी के मोबाइल का पासवर्ड देख लिया। जब भी मोहन सिंह थोड़ी देर के लिए घर में कहीं और होते, अमन राज मौके का फायदा उठाकर मालिक के मोबाइल से अपने दोस्त हर्ष जनेरिया निवासी मुरार के खाते में पैसे ट्रांसफर कर देता था। 2 अक्टूबर से 30 नवंबर तक अमन राज ने कुल 16 लाख 5 हजार रुपए हर्ष जनेरिया को ट्रांसफर किए। आरोपी अमन राज कितना शातिर था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह पैसे ट्रांसफर करने के बाद बैंक से आने वाले मैसेज तुरंत डिलीट कर देता था, ताकि किसी को पता न चले। हालांकि, उसकी यह करतूत ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकी। थाटीपुर थाने के टीआई विपेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूछताछ पूरी होने के बाद यह स्पष्ट होगा कि उसने किस तरह पासवर्ड देखा और कब-कब रुपए ट्रांसफर किए, साथ ही कितनी रकम खर्च की गई।
मेरठ रेंज में 10.5 करोड़ रुपये फ्रीज:हापुड़ में साइबर ठगी पर बड़ी कार्रवाई, 2001 मोबाइल नंबर ब्लॉक
हापुड़ में साइबर अपराधों पर लगाम कसने और पीड़ितों को त्वरित राहत दिलाने के लिए मेरठ परिक्षेत्र में व्यापक स्तर पर प्रभावी कार्रवाई की गई है। डीआईजी मेरठ रेंज कलानिधि नैथानी के निर्देशन में 1 अप्रैल 2025 से 7 दिसंबर 2025 तक चले विशेष अभियान में मोबाइल नंबर, IMEI, म्यूल बैंक खातों और साइबर फ्रॉड मामलों पर कड़ा प्रहार किया गया। एनसीआरपी (नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल) पर दर्ज शिकायतों के आधार पर 2001 मोबाइल नंबर और 259 IMEI नंबर ब्लॉक किए गए। यह कार्रवाई मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और हापुड़ जनपदों में की गई। इसके अलावा प्रतिबिम्ब पोर्टल पर चिह्नित 761 संदिग्ध मोबाइल नंबरों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। म्यूल खातों पर सख्ती, 10.5 करोड़ रुपए फ्रीज साइबर ठगी में इस्तेमाल होने वाले म्यूल बैंक खातों पर भी सख्त रुख अपनाया गया। कुल 1286 म्यूल खातों की पहचान की गई, जिनमें से 290 खातों को डेबिट फ्रीज कराया गया। इन खातों में मौजूद 10.5 करोड़ रुपए की धनराशि लीन/फ्रीज कराई गई है, जिससे पीड़ितों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ी है। ₹5 लाख से अधिक के मामलों में 90 एफआईआर ₹5 लाख या उससे अधिक की धनराशि वाले मामलों में 90 एफआईआर दर्ज की गईं। वहीं एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज कुल 7805 शिकायतों का निस्तारण किया गया, जो साइबर अपराधों में त्वरित कार्रवाई का संकेत है। 1814 साइबर जागरूकता कार्यक्रम कार्रवाई के साथ-साथ जनजागरूकता पर भी विशेष ध्यान दिया गया। मेरठ परिक्षेत्र में 1814 साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमें स्कूलों, बस स्टैंड, गांवों और सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को फिशिंग, फेक लोन ऐप, डिजिटल अरेस्ट, संदिग्ध कॉल और ऐप्स से बचाव की जानकारी दी गई। डीआईजी के निर्देश, पीड़ितों को राशि लौटाने पर जोर डीआईजी मेरठ रेंज ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एनसीआरपी पोर्टल पर प्राप्त हर शिकायत का समयबद्ध निस्तारण किया जाए, म्यूल खातों पर तुरंत कार्रवाई हो और फ्रीज की गई धनराशि को न्यायालय के आदेश से पीड़ितों को वापस दिलाने के प्रयास तेज किए जाएं। पुलिस की अपील पुलिस ने आमजन से अपील की है कि साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत NCRP पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करें, ताकि समय रहते कार्रवाई कर आर्थिक नुकसान से बचा जा सके।
रायपुर के सिलतरा में मोबाइल शॉप में चोरी करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 27 नवंबर को चोर दीवार में छेद कर अंदर घुसे थे। उन्होंने दुकान में रखें 57 मोबाइल फोन पार कर दिया था। इसका CCTV भी सामने आया है। मामला धरसींवा थाना क्षेत्र का है। चोरों ने यह वारदात उस वक्त की जब दुकान मालिक शॉप में ताला लगाकर रिश्तेदार की शादी में गया था। तभी चोर अंदर घुसे थे। व्यापारी की शिकायत के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी, जिन्हें 13 दिसंबर को पकड़ा गया। दुकान का सारा सामान बिखरा था दुकान संचालक हेमंत वर्मा ने अपनी शिकायत में बताया था कि वह अपने बड़े भाई गजेन्द्र वर्मा के साथ दुकान चलाते हैं। उनकी दुकान पुराना बस स्टैंड स्थित अटल व्यवसायिक परिसर कॉम्प्लेक्स में बनी है। 27 नवंबर की दोपहर करीब 3 बजे परिवार में शादी होने के कारण दुकान बंद कर दुर्ग चले गए थे। अगले दिन सुबह जब वे दुकान पहुंचे और अंदर गए तो देखा कि रैक में रखे कई मोबाइल फोन गायब थे। इसके अलावा दुकान का सामान बिखरा हुआ था। पुलिस ने आसपास CCTV की जांच दुकान के पीछे जाकर देखने पर पता चला कि चोर पिछली दीवार में बड़ा गोलाकार छेद बनाकर चोरी किए है। चोर दीवार तोड़कर अंदर घुसे और अलग-अलग कंपनियों के कुल 57 एंड्रॉयड मोबाइल अपने साथ ले गए। टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, मुखबिरों से जानकारी जुटाई और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की लोकेशन उड़ीसा-आंध्र प्रदेश सीमा पर चिन्हांकित की। पुलिस टीम ने वहां दबिश देकर दोनों आरोपियों भगतराम डोंगरी उर्फ रवि और मुशीर खान को गिरफ्तार कर लिया। उड़ीसा और महाराष्ट्र के रहने वाले है आरोपी पूछताछ में दोनों ने सिलतरा के अलावा खमतराई क्षेत्र के गोंदवारा स्थित एक अन्य मोबाइल दुकान में चोरी की वारदात को भी कबूला, जिसके संबंध में पहले से अपराध दर्ज है। दोनों आरोपी मूलतः उड़ीसा और महाराष्ट्र के निवासी हैं और पूर्व में भी चोरी-नकबजनी के मामलों में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चोरी के 19 मोबाइल बरामद कर कुल तीन लाख रुपए का माल जब्त किया है।
सोनीपत के सांदल कलां में गांव 22 वर्षीय आदित्य की किडनैपिंग और मर्डर केस का खुलासा पुलिस ने कुछ घंटों में ही कर दिया। बेहद चालाकी से पुलिस और परिवार को गुमराह करने की कोशिश कर रहा हत्यारोपी दीवार पर हुए पिंक वाइट वॉश से पकड़ा गया। असल में आदित्य को उसके दोस्त व पड़ोसी विश्वामित्र ने जिस कमरे में रखा, उसकी दीवार पर गुलाबी रंग का वाइट वॉश था। आदित्य के परिवार से फिरौती मांगने के लिए विश्वामित्र ने इसी कमरे से वीडियो बनाकर भेजा था। आदित्य 10 दिसंबर को दोपहर में गायब हुआ था, जबकि रात तक उसके मोबाइल की लोकेशन गांव में ही मिली। इसी आधार पर पुलिस को शक था कि किसी मामले में किसी जान पहचान वाले या नजदीकी का ही हाथ है। जांच की तो वही निकला। पुलिस ने जब वीडियो में नजर आ रही दीवार के रंग की पहचान करवाई तो यह विश्वामित्र के कमरे की निकली। आरोपी ने आदित्य से करीब 20-25 हजार रुपए उधार लिए थे। उसकी के लेन-देन को लेकर विवाद हुआ। जिसमें गाली देने को लेकर बात बढ़ी और हत्या तक पहुंच गई। उसके बाद आरोपी ने पुलिस व परिवार को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पकड़ा गया। सिलसिलेवार पढ़े आदित्य की किडनैपिंग-फिरौती के ड्रामे और मर्डर की कहानी... आदित्य के दोस्त शिवम को भेजा गया मैसेज... अब जानिए…कैसे आरोपी एक गलती की वजह से फंस गया दिल्ली में मिला शव, जांच तेज12 दिसंबर को आदित्य का शव दिल्ली में मुनक नहर से बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी। पुलिस के पास आरोपी द्वारा भेजी गई फिरौती मांगने की वीडियो, मैसेज के अलावा आदित्य के मोबाइल की लोकेशन थी।आदित्य 10 दिसंबर को दोपहर में लापता हुआ, लेकिन उसके मोबाइल की लोकेशन रात तक गांव में ही थी। उससे पुलिस को शक हुआ कि किसी नजदीकी की ही हाथ है। पुलिस ने टेक्निकल इंटेलिजेंस, कॉल डिटेल और मैसेज ट्रैकिंग के आधार पर जांच आगे बढ़ाई। पिंक वाइट वॉश बना पुलिस के लिए अहम सुरागहत्या के बाद आरोपी ने फिरौती मांगने के लिए वीडियो बनाया। फोटो और वीडियो के बैकग्राउंड में पिंक कलर की वाइट वॉश साफ दिखाई दे रही थी। पुलिस की आठ टीमों को यहीं से आरोपी तक पहुंचने का अहम सुराग मिला। मोबाइल लोकेशन और आसपास के घरों की जांच के दौरान पिंक कलर की सफेदी विश्वामित्र के घर के एक कमरे में पाई गई। पुलिस को पहले ही दिन आरोपी के बारे में संदेह हो गया था, लेकिन ठोस सबूत के बिना नाम उजागर करना पुलिस के लिए चुनौती बना रहा। मोबाइल पासवर्ड जानता था आरोपीDCP प्रबीना पी. के अनुसार आदित्य और विश्वामित्र के दोस्ताना संबंध थे। इसी कारण विश्वामित्र को आदित्य के मोबाइल का पासवर्ड और ऑपरेटिंग की पूरी जानकारी थी। इसका फायदा उठाकर उसने आदित्य के मोबाइल से उसके दोस्त शिवम को मैसेज भेजे। सबसे पहले “बैटरी खत्म हो गई” का मैसेज भेजा गया, ताकि परिवार रात में उसकी तलाश न करे और पुलिस में शिकायत दर्ज न हो। आठ टीमों की मेहनत के बाद गिरफ्तारीDCP क्राइम नरेंद्र सिंह और डीसीपी पूर्वी जोन प्रबीना पी. की निगरानी में पुलिस की आठ टीमें गठित की गईं। सीएजी यूनिट के अजय धनखड़, सीआईए बीर सिंह और सीआईए गनौर के इंचार्ज मुकेश ने संयुक्त रूप से जांच को आगे बढ़ाया। आखिरकार शनिवार को विश्वामित्र को गांव सांदल कलां से दोपहर करीब 2:30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी विश्वामित्र ने MDU से म्यूजिक में MA कीआरोपी विश्वामित्र गांव सांदल कलां में ही आदित्य का पड़ोसी है। उसने सोनीपत के सीआरए कॉलेज से ग्रेजुएशन की। एमडीयू यूनिवर्सिटी से म्यूजिक में MA की। कॉलेज के दिनों में वह यूथ फेस्टिवल में काफी सक्रिय रहा और धार्मिक कार्यक्रमों में गायन करता था। गायन के क्षेत्र में सफलता न मिलने के कारण वह वर्तमान में मनी बॉक्स फाइनेंस लिमिटेड कंपनी में रिलेशनशिप मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था। वह शादीशुदा है, खुद को लीड सिंगर और गिटारिस्ट के रूप में प्रस्तुत करता रहा है। उसके पिता भी संगीत से जुड़े रहे हैं। उसका एक भाई सोनीपत में एडवोकेट है। आदित्य FCI गोदाम में इलेक्ट्रिशियन थाआदित्य ने 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद इलेक्ट्रीशियन ट्रेड से ITI की थी। इसके बाद वह सोनीपत में फूड कापोर्रेशन के गोदाम में बतौर इलेक्ट्रीशियन कार्यरत था। उसका भाई अभिषेक भी एक कंपनी में इलेक्ट्रिशियन के रूप में काम करता है। पिता सोमपाल का पुश्तैनी काम बिजली की मोटर बांधने का रहा है और करीब एक एकड़ जमीन पर खेती-बाड़ी भी करते थे, जिसे अब बेच दिया गया है। घर में एक दिव्यांग बहन है। दिवाली पर मिली थी नई बाइकनौकरी लगने के बाद आने-जाने में परेशानी को देखते हुए आदित्य के भाई अभिषेक ने दिवाली पर अपने पैसों से उसे नई बाइक दिलवाई थी। करीब एक महीने पहले पिता ने पुराना ट्रैक्टर भी खरीदा था, जिसको लेकर आदित्य काफी खुश था और दोस्तों को पार्टी देने की बात कर रहा था। ------------------------------------ ये खबर भी पढ़ें :- सोनीपत में ₹20 हजार के लिए दोस्त की हत्या की:सिर में रॉड मारकर नहर में फेंका शव; गुमराह करने को किडनैपिंग-फिरौती का मैसेज भेजा हरियाणा में सोनीपत के रहने वाले आदित्य की उसके दोस्त ने ही हत्या की थी। शनिवार को सोनीपत पुलिस ने आदित्य के पड़ोसी सांदल कलां निवासी विश्वामित्र को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि विश्वामित्र ने 20 हजार रुपए के लेन-देन में आदित्य को फोन कर बुलाया था। घर से आने के आधे घंटे बाद ही सिर में रॉड मारकर हत्या कर दी। पढ़ें पूरी खबर...
नूंह विधानसभा से कांग्रेस के विधायक आफताब अहमद का मोबाइल फोन हैक किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। विधायक आफताब अहमद ने स्वयं इस संबंध में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक सूचना जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है। विधायक आफताब अहमद ने कहा कि शरारती तत्वों द्वारा उनके मोबाइल फोन और वॉट्सऐप अकाउंट को हैक कर लिया गया है। विधायक ने साइबर ठगी बताया विधायक ने कहा कि उनके नाम से लोगों को मनमाने और भ्रामक संदेश भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही पैसों की मांग भी की जा रही है। विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस तरह के किसी भी संदेश पर बिल्कुल विश्वास ना करें और कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की धनराशि ना भेजें। विधायक आफताब अहमद ने कहा यह पूरी तरह एक साइबर अपराध है और इसका उद्देश्य लोगों को भ्रमित कर ठगी करना है। समर्थकों और आम जनता से अपील मैसेज नजरअंदाज करने की अपील उन्होंने अपने साथियों, समर्थकों और आम जनता से अपील की है कि ऐसे किसी भी कॉल या मैसेज को तुरंत नजर अंदाज करें और सतर्क रहें। विधायक ने यह भी जानकारी दी कि इस मामले को लेकर साइबर सेल और संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है तथा आवश्यक कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
पन्ना में किसानों से खाद के नाम पर हो रही अवैध वसूली पर प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने कड़ा रुख अपनाया है। शनिवार को कलेक्ट्रेट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह मुद्दा उठने पर कि किसानों से प्रति बोरी खाद पर 8 रुपए अवैध रूप से वसूले जा रहे हैं, मंत्री ने तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने विपणन अधिकारी एसएल धुर्व पर कार्रवाई के निर्देश दिए। आरोप है कि इस अवैध वसूली के माध्यम से पूरे पन्ना जिले के किसानों से लाखों रुपए वसूले गए हैं। मामला सामने आते ही प्रभारी मंत्री परमार ने मौके पर ही मोबाइल फोन पर विपणन अधिकारी एसएल धुर्वे को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों का शोषण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रभारी मंत्री इंदर सिंह परमार ने अधिकारियों को इस पूरे मामले की तत्काल जांच करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
झांसी में युवती ने किया सुसाइड:बहन ट्यूशन पढ़ाकर लौटी तो फंदे पर लटकी थी, अब मोबाइल से खुलेगा राज
झांसी में रिश्ता पक्का होने के बाद एक युवती ने शुक्रवार शाम सुसाइड कर लिया। घटना के समय उसकी बड़ी बहन ट्यूशन पढ़ाने गई हुई थी और युवती घर में अकेली थी। जब बड़ी बहन वापस लौटी तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। दरवाजा खटखटाने के बाद जब कोई जवाब नहीं मिला तो परिजनों को सूचना दी गई। इसके बाद परिजनों ने दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो युवती चादर का फंदा बनाकर पंखे से लटकी हुई थी। आनन-फानन में परिजन उसे नीचे उतारकर मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की और युवती का मोबाइल फोन जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है। परिजन आत्महत्या के कारणों के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाए हैं। पुलिस का कहना है कि मोबाइल की जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा। मामले की जांच जारी है। यह मामला नवाबाद थाना क्षेत्र के तालपुरा स्थित कछियाना मोहल्ले का है। विस्तार से पढ़िए पूरा मामला.... LLB कर चुकी थी दीपामृतका का नाम दीपा भारती (25) पुत्र मुन्ना लाल भारती था। वह तालपुरा स्थित कछियाना मोहल्ले में रहने वाली थी। मृतका के मामा प्रेमचंद ने बताया- दीपा एलएलबी पास थी। वह अपनी बड़ी बहन रीना के साथ घर पर रहती थी। शुक्रवार शाम को रीना ट्यूशन पढ़ाने गई थी, जबकि दीपा घर पर अकेली थी। शाम करीब 6:30 बजे जब रीना घर लौटी, तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। आवाज देने पर भी दीपा की ओर से कोई जवाब नहीं आया। शक होने पर दरवाजा तोड़ा गया, तो दीपा पंखे से फंदा लगाकर लटकी हुई मिली। परिजन तुरंत उसे नीचे उतारकर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दीपा को मृत घोषित कर दिया। माता-पिता की हो चुकी है मौतदीपा के पिता मुन्ना लाल वकील थे। उनकी 10 साल पहले मौत हो गई थी, जबकि दीपा की मां ऊषा की 15 साल पहले मौत हो चुकी है। 4 बहनों में दीपा सबसे छोटी थी। बड़े भाई की शादी हो चुकी है। वह परिवार के साथ अगल रहता है। दीपा की 2 बहनों की शादी हो चुकी है। अब दीपा अपनी बहन रीना के साथ रहती थी। पिछले दिनों उसकी शादी तय हो गई थी। जब जल्द ही शादी की डेट फाइल होने वाली थी। ------------ ये भी पढ़ें- बच्ची को उठा ले जाने वाले भेड़िए को गोली मारी:मां के बगल में सो रही थी; बहराइच में अब तक 5 भेड़िए मारे गए यूपी में शनिवार तड़के मां के बगल में सो रही एक साल की बच्ची को खाने वाले भेड़िया को वन विभाग ने मार गिराया। शिकार करने के 13 घंटे में उसे ट्रैक कर गोली मारी गई। शूटर ने राइफल से एक गोली मारी और भेड़िया ढेर हो गया। शनिवार सुबह साढ़े 3 बजे यही भेड़िया बच्ची को जबड़े में दबा ले गया था। बच्ची की चीख सुनकर मां जाग गई। मां चिल्लाते हुए पीछे-पीछे दौड़ी, लेकिन भेड़िया गन्ने के खेत में घुस गया। पढ़िए पूरी खबर...
लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री बेचने के आरोप में पुलिस ने डीजल कॉलोनी निवासी मनराज मीना के खिलाफ FIR दर्ज की है। यह कार्रवाई आलमबाग थाने में तैनात दरोगा अवनीश यादव की तहरीर पर की गई। दरोगा अवनीश यादव के मुताबिक, तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो, हैदराबाद ने 15 सितंबर को पुलिस महानिदेशक मुख्यालय और यूपी साइबर क्राइम मुख्यालय को पत्र भेजकर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चाइल्ड पोर्न वीडियो की बिक्री की सूचना दी थी। मामले की जांच 24 अक्तूबर को दरोगा इंद्रपाल सिंह को सौंपी गई। बेटा करता था पिता के मोबाइल नम्बर का इस्तेमाल पत्र में दर्ज दो मोबाइल नंबरों की जांच करने पर पता चला कि ये नंबर आलमबाग की डीजल कॉलोनी निवासी हरिकेश मीना के नाम पर हैं। पूछताछ के लिए बुलाने पर हरिकेश अपने बेटे मनराज के साथ थाने पहुंचे। पूछताछ में सामने आया कि दोनों मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल मनराज करता है। पुलिस ने चेतावनी देकर छोड़ा पुलिस ने मनराज के मोबाइल की जांच की, जिसमें पोर्न से जुड़ी संदिग्ध चैट और रुपए के लेनदेन से संबंधित मैसेज मिले। पुलिस ने चैट और मैसेज के स्क्रीनशॉट लेकर दोनों को हिदायत देकर छोड़ दिया। पुलिस सबूत जुटाने में लगी एडिशनल इंस्पेक्टर फूलचंद ने बताया कि फिलहाल आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिले हैं। विवेचना के दौरान सभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। साक्ष्य पूरे होने पर आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी।
झज्जर पुलिस की साइबर सेल टीम ने एक महीने में गुम हुए 13 लाख की कीमत के मोबाइल फोन बरामद किए हैं। आज (शनिवार को) लघु सचिवालय में स्थित पुलिस साइबर क्राइम सेल में करीब 30 गुमशुदा मोबाइल फोन उनके मालिकों के हवाले किए। साइबर इंचार्ज उप निरीक्षक अभिषेक ने बताया कि साइबर सेल की टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटा कर बीते 1 महीने में आमजन के गुम हुए करीब 13 लाख रुपए कीमत के CEIR पोर्टल से ट्रेस किए गए 52 मोबाइल फोन को ढूंढा है। आज मोबाइल फोन मालिकों को कार्यालय में बुलाकर उन्हें उनके गुम हुए मोबाइल सौंप दिए गए। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने पुलिस का आभार जताया। वहीं मोबाइल फोन ढूंढने में अहम भूमिका निभाने वाली साइबर सेल की टीम में तैनात सिपाही कविंद्र के कार्य की प्रशंसा की। एक माह में ढूंढ़ निकाले 52 मोबाइल साइबर सेल इंचार्ज अभिषेक ने बताया कि जिला पुलिस की साइबर सेल ने बीते 1 महीने में अब तक CEIR पोर्टल पर प्राप्त मोबाइल गुम की शिकायतों की मॉनिटरिंग करते हुए करीब 13 लाख कीमत के गुम करीब 52 मोबाइल को ट्रेस करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने CEIR पोर्टल के विषय में बताया कि भारत सरकार द्वारा चलाए गए इस पोर्टल की खासियत यह है कि इस पर शिकायत रजिस्टर्ड करने उपरांत मोबाइल का आईएमईआई नंबर ब्लॉक हो जाता है और मोबाइल ट्रेस होने के बाद शिकायतकर्ता को सूचना दे दी जाती है। मोबाइल गुम होने पर CEIR पर दर्ज कराएं शिकायत साइबर इंचार्ज ने आमजन से भी आह्वान किया कि वे अपने मोबाइल फोन को पूरी तरह सुरक्षित रखें और किसी अनजान व्यक्ति को ना सौंपे ताकि अपराधी किस्म के लोग उनका फायदा न उठा पाए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मोबाइल गुम होने पर तुरंत उसकी सूचना ई-दिशा केंद्र या अटल सेवा केंद्र के माध्यम से CEIR पोर्टल पर दर्ज कराएं।
राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर शनिवार को फलोदी नगर परिषद परिसर से जिला स्तरीय कार्यक्रम 'बढ़ता राजस्थान–हमारा राजस्थान' और सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजराज सिंह चारण, एसीईओ गौतम चौधरी, उपखंड अधिकारी पूजा चौधरी, जिला परिवहन अधिकारी विनोद कुमार लेगा और परिवहन निरीक्षक दिनेश बोहरा ने हरी झंडी दिखाकर विकास रथों को रवाना किया। एसीईओ गौतम चौधरी ने बताया कि 'बढ़ता राजस्थान–हमारा राजस्थान' विकास रथ जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इन मोबाइल एलईडी रथों के माध्यम से राज्य सरकार के पिछले दो वर्षों के उल्लेखनीय विकास कार्यों, लोक कल्याणकारी योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाएगी। इसी क्रम में परिवहन विभाग द्वारा एक ऑटो/वाहन रैली का भी आयोजन किया गया, जिसे ध्वज दिखाकर रवाना किया गया। ये रैली नगर परिषद परिसर से शुरू होकर मेजर शैतान सिंह स्टेडियम पर समाप्त हुई, जिसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा का संदेश देना था। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने इस दौरान आमजन से यातायात नियमों का पालन करने, वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट का अनिवार्य उपयोग करने, निर्धारित गति सीमा में वाहन चलाने और सुरक्षित एवं जिम्मेदार वाहन संचालन का आह्वान किया। इस रैली में जनप्रतिनिधि मेघराज कल्ला, शिव पंचारिया, महिपाल कोठारी सहित कई शहरवासी शामिल हुए।
कोडरमा जिले के तिलैया थाना क्षेत्र में साइबर ठगी के दो अलग-अलग मामलों में कुल 40 हजार रुपए की धोखाधड़ी हुई है। इनमें डोमचांच थाना क्षेत्र के तेतरियाडीह गांव निवासी दिनेश प्रजापति से 36,500 रुपए और तिलैया थाना क्षेत्र की एक स्कूली छात्रा से 3,500 रुपए ठगे गए हैं। दिनेश प्रजापति ने बताया कि गुरुवार रात अचानक उनका मोबाइल फोन हैक हो गया और काम करना बंद कर दिया। कई प्रयासों के बाद भी फोन ठीक नहीं हुआ। उन्होंने हाल ही में जिस दुकान से फोन खरीदा था, वहां जाकर दिखाया। दुकानदार ने फोन की जांच के बाद बताया कि सिम में समस्या है। इसके बाद जब दिनेश पैसे निकालने एटीएम गए, तो उन्हें पता चला कि उनके खाते से 36,500 रुपए निकाले जा चुके हैं। दिनेश के खाते में कुल 45,500 रुपए थे, जिनमें से अब केवल 9,000 रुपए बचे थे। शेष राशि भी निकल जाने के डर से उन्होंने उसे तुरंत निकाल लिया। उन्होंने इस घटना की सूचना तिलैया पुलिस को दे दी है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। व्हाट्सएप पर एक वीडियो कॉल आया वहीं, साइबर ठगी का एक अन्य मामला भी सामने आया है, जिसमें एक स्कूली छात्रा को 'डिजिटल अरेस्ट' कर उसके खाते से 3,500 रुपए ठग लिए गए। पीड़ित छात्रा ने बताया कि वह घर पर मोबाइल फोन देख रही थी, तभी उसे व्हाट्सएप पर एक वीडियो कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने मास्क लगाए एक पुलिस अधिकारी के रूप में खुद को प्रस्तुत किया और अपने कार्यालय में बैठा हुआ था। उस व्यक्ति ने छात्रा को किसी मामले में संलिप्त होने की धमकी दी और दो बार में 2,000 रुपए और 1,500 रुपए अपने खाते में मंगवा लिए। इस घटना के बाद छात्रा को अपनी ठगी का एहसास हुआ।
मैनपुरी के बिछवां थाना क्षेत्र में एक महिला का नहाते समय वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी है। पुलिस अधीक्षक मैनपुरी द्वारा चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। बिछवां थाने में आरोपी के खिलाफ मु.अ.सं. 373/2025 के तहत धारा 77, 79, 308(2), 352, 351(2), 64(1), 123 बीएनएस और 67ए आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसकी निजता का उल्लंघन करते हुए वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया। मामले की जांच प्रभारी निरीक्षक कर रहे थे। पुलिस अधीक्षक के निर्देश, अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश और क्षेत्राधिकारी भोगांव के पर्यवेक्षण में बिछवां पुलिस ने वांछित अभियुक्त नितिन चौहान उर्फ छोटू (उम्र करीब 25 वर्ष) को गिरफ्तार किया। नितिन चौहान पुत्र रामबरन उर्फ गुड्डन, नगला भगत थाना बिछवां का निवासी है। उसे ग्राम हन्नूखेड़ा में एक बंद खोखे के सामने से पकड़ा गया। पुलिस ने आरोपी के पास से एक क्षतिग्रस्त मोबाइल फोन बरामद किया है। जांच में यह भी सामने आया है कि नितिन चौहान के खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें वह वांछित था। गिरफ्तार अभियुक्त को नियमानुसार माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि महिला अपराधों के मामलों में सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी और पीड़िताओं की पहचान पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी।
महेंद्रगढ़ जिला के कनीना में एक 42 वर्षीय होटल मालिक की होटल में कुर्सी पर बैठे-बैठे अचानक मौत हो गई। होटल मालिक की मौत से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में वह मोबाइल देखते-देखते कुर्सी से नीचे लुढक जाता है। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। माना जा रहा है कि होटल मालिक का हार्ट फेल हुआ है। जानकारी अनुसार, कनीना के गांव गाहड़ा का होटल मालिक सुनील शर्मा ने सूरज होटल के नाम से एक होटल कनीना में किया हुआ है। यह होटल उसने किराये पर दे रखा है। उसका मुख्य काम पशु आहार बनाने का है। वहीं उसने राजस्थान में कंस्ट्रक्शन के ठेके भी लिए हुए हैं। खाना खाने के बाद टहलने गया शुक्रवार रात को करीब साढ़े सात बजे सुनील कुमार अपने घर से खाना खाने के बाद टहलने के लिए निकला था। टहलने के बाद वह अपने होटल में चला गया। जहां पर वह काउंटर की कुर्सी पर जाकर बैठ गया। कुर्सी पर बैठने के बाद वह अपने मोबाइल को देखने लग गया। कुर्सी पर झूलते झूलते आई मौत वह शाम को साढ़े सात बजे होटल में आया। जिसके बाद वह कुर्सी पर झूलते झूलते मोबाइल देखने लगा। करीब दो से तीन मिनट उसने मोबाइल देखा है। इस दौरान वह लगातार कुर्सी पर झूलता रहा। उसने अपने पांव को किसी टेबल के सहारे ऊपर रखा हुआ था। तीन मिनट मोबाइल देखने के बाद उसको नींद आने जैसा दिखाई दिया। जिसके बाद वह एक दो बार हिला डुला। जिसके बाद वह कुर्सी से नीचे गिर गया। नीचे गिरा देख उठाया उसको कुर्सी से नीचे गिरा देखकर वहां पर मौजूद किरायेदार व अन्य कर्मचारियों ने उसको उठाया। जिसके बाद वे उसको अस्पताल में लेकर गए। जहां पर डाक्टरों ने सुनील कुमार को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उसके परिजनों व पुलिस को सूचना दी गई। आज होगा पोस्टमॉर्टम मृतक का आज कनीना के अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। मृतक तीन बच्चों का पिता है। जिसमें दो लड़के व एक लड़की है। बड़े लड़के की उम्र करीब 15 साल है, जबकि दूसरी लड़की की उम्र 13 साल व उससे छोटा एक ओर लड़का है।
करनाल जिला के इन्द्री थाना क्षेत्र में नौरता गांव के पास बजरी से भरा ट्रक लेकर जा रहे चालक से बदमाशों ने ट्रक और मोबाइल छीनकर फरार हो गए। घटना उस समय हुई जब शिकायतकर्ता करनाल की ओर जा रहा था। सामने बिना नम्बर की काली स्कारपियो आई और उसमें बैठे अज्ञात लोगों ने ट्रक रुकवाकर घटना को अंजाम दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। जिसके बाद पुलिस ने मौका मुआयना किया और शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पौंटा साहिब से बजरी लोड कर करनाल जा रहा था चालकजगाधीर निवासी मतलूब ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह रेत-बजरी का काम करता है। शुक्रवार रात को वह ट्रक नम्बर में बजरी लोड करके पौंटा साहिब से करनाल के लिए चला था। जब वह नौरता गांव से थोड़ा आगे पहुंचा तो बिना नम्बर की काली स्कारपियो में आए अज्ञात लोगों ने उसकी गाड़ी रोक ली। आरोपियों ने ट्रक और उसका मोबाइल छीन लिया और मौके से फरार हो गए। मतलूब ने बताया कि उसके ट्रक की कीमत करीब 12 लाख रुपए है। इस घटना के बाद से ही वह दहशत में है। उसने पुलिस से अपील की है कि जल्द से जल्द चोरों का पता लगाया जाए। थाने में दी शिकायत पर दर्ज हुआ मामलामतलूब द्वारा दी गई शिकायत पर हेड कांस्टेबल जितेन्द्र कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता ने ट्रक छीनकर ले जाने की घटना की शिकायत दी है। मामले में थाना इन्द्री में दर्ज किया गया है। शिकायत में आरोपी नामपता नामालुम व्यक्ति बताए गए हैं। आरोपियों की तलाश जारी है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
गढ़वा पुलिस ने बरामद 53 मोबाइल फोन लोगों को लौटाए, मेराल थाना के प्रभारी हुए सम्मानित
भास्कर न्यूज | गढ़वा जिले में अपराध नियंत्रण और जनसेवा की दिशा में गढ़वा पुलिस लगातार बेहतर कार्य कर रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को गढ़वा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए विभिन्न थाना क्षेत्रों से बरामद कुल 53 मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को लौटा दिए। मोबाइल प्राप्त करने के बाद लाभार्थियों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने गढ़वा पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गढ़वा एसपी अमन कुमार ने बताया कि खोए और चोरी हुए मोबाइल फोन की बरामदगी के लिए पुलिस विशेष अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि यदि किसी नागरिक का मोबाइल खो जाता है या चोरी हो जाता है, तो वह तुरंत सीईआईआर पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। पोर्टल पर शिकायत दर्ज होते ही पुलिस नेटवर्क के माध्यम से मोबाइल की खोज शुरू कर देती है। इसी तकनीक और त्वरित कार्रवाई का परिणाम है कि इतने बड़े पैमाने पर मोबाइल वापस मिल पाए हैं। बरामद मोबाइल फोन में मेराल से 20, रंका से 6, धुरकी से 5, नगर उंटारी और चिनिया से 4–4, मझिआंव और रमकंडा से 3–3, बर्डीहा, बिशुनपुरा और भवनाथपुर से 2–2, जबकि केतार और बड़गड़ से 1–1 मोबाइल फोन शामिल हैं। पुलिस ने सभी मोबाइल फोन सही सत्यापन के बाद उनके मालिकों को सौंपे। बरामदगी अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मेराल थाना प्रभारी विष्णुकांत को एसपी अमन कुमार द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान मिलने पर थाना प्रभारी ने इसे पुलिस टीम के प्रयास का नतीजा बताया। मोबाइल मिलने के बाद लाभार्थियों ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि गढ़वा पुलिस द्वारा उठाया गया यह कदम न केवल भरोसा बढ़ाने वाला है, बल्कि आम जनता के प्रति पुलिस की संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।
चोर गिरोह के 3 सदस्य पकड़े, चोरी की दो बाइक और 9 मोबाइल फोन बरामद
सलेम टाबरी थाना पुलिस ने इलाके में लगातार हो रही स्नैचिंग और बाइक चोरी की वारदातों पर कार्रवाई करते हुए एक सक्रिय गिरोह के तीन सदस्यों को काबू किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की दो बाइक, नौ स्नैच किए गए मोबाइल फोन और वारदातों में इस्तेमाल होने वाला एक लोहे का दांत (हथियार) बरामद किया है। पुलिस के अनुसार यह गिरोह पिछले कई महीनों से इस इलाके में लगातार अपराधिक वारदात कर रहा था। पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरोह का मुख्य आरोपी केतन उर्फ चेतन कुमार है, जो वर्ष 2020 से अब तक विभिन्न थानों में चोरी के चार से अधिक मामलों में नामजद रह चुका है। पुलिस के अनुसार, आरोपी हर बार जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद फिर से आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाता था और वारदातों को अंजाम देता था। तीनों आरोपी सलेम टाबरी के पीलू बंदा क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जांच अधिकारी के मुताबिक आरोपी नशे के आदि हैं और चोरी व स्नैचिंग से मिलने वाले पैसों से नशा खरीदते थे। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि आरोपी नशा कहां से प्राप्त करते थे और इस नेटवर्क का फैलाव कितना है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
ऑपरेशन साइबर वज्रप्रहार 2.0 : ऑनलाइन ठगी करने वाला युवक गिरफ्तार, मोबाइल जब्त
सवाई माधोपुर में ऑपरेशन साइबर वज्रप्रहार 2.0 के तहत मानटाउन पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले युवक रवि सैन को खैरदा से गिरफ्तार किया। उसके पास से ठगी में इस्तेमाल मोबाइल जब्त किया गया। आरोपी पैसा डबल करने का लालच देकर लोगों को धोखा देता था। पुलिस ने BNS और IT एक्ट की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है।
कुण्डेरा पुलिस ने साइबर ठगी करने वाले आरोपी को मोबाइल सहित किया गिरफ्तार
कुण्डेरा पुलिस ने विशेष एंटी वायरस अभियान के दौरान ऑनलाइन जुए में जीत का झांसा देकर ठगी करने वाले एक साइबर अपराधी को मोबाइल सहित गिरफ्तार किया। आरोपी ने ओडिशा और तमिलनाडु के दो पीड़ितों से कुल 29,478 रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने उसके खातों व मोबाइल से महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
फरीदाबाद के खेड़ीपुल थाना क्षेत्र स्थित सेक्टर-75 पाम सोसाइटी में 20 वर्षीय छात्र ने 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। हादसे के समय घर पर कोई मौजूद नहीं था। सोसाइटी के लोगों ने तुरंत छात्र के माता-पिता और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसके मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले में सुसाइड के कारणों की छानबीन में लगी है। पढ़ाई में अच्छा था छात्र, परिवार सदमे में छात्र मानव जोशी अपने पिता समीर और मां के साथ पाम सोसाइटी की 14वीं मंजिल पर रहता था। वह एक निजी संस्थान में बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसके पिता और मां दिल्ली की निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। पिता समीर ने बताया कि उनका बेटा पढ़ाई में अच्छा था और उसने कभी किसी तनाव की बात नहीं की। सुबह भी मानव की अपने पिता से बातचीत हुई थी, लेकिन उसने किसी तरह की चिंता या परेशानी का जिक्र नहीं किया। रात को 14वीं मंजिल से कूदा रात करीब साढ़े आठ बजे सोसाइटी के लोगों ने समीर को फोन कर बताया कि मानव ने बालकनी से छलांग लगा दी है और उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है। समीर तुरंत अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया। इस अचानक हुई घटना से परिवार पूरी तरह सदमे में है और उन्हें समझ नहीं आ रहा कि मानव ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस कर रही है गहराई से जांच पुलिस के अनुसार, मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। आत्महत्या के कारणों का अभी तक कोई स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने छात्र का मोबाइल फोन कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया। फिलहाल पुलिस आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच कर रही है।
लुधियाना पुलिस ने शहर में बढ़ रही स्नैचिंग और बाइक चोरी की वारदातों पर कार्रवाई की है। एसीपी नॉर्थ और सलैम टाबरी थाना प्रभारी की टीम ने एक सक्रिय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी का सामान भी बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों से दो चोरी की बाइक, नौ स्नैच किए गए मोबाइल और वारदातों में इस्तेमाल किया जाने वाला एक लोहे का दात (हथियार) बरामद किया है। यह गिरोह पिछले कई महीनों से इलाके में लगातार आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा था। जमानत पर जेल से निकला, फिर की वारदात गिरोह के मुख्य आरोपी की पहचान केतन (चेतन) कुमार के रूप में हुई है। उसके खिलाफ वर्ष 2020 से अब तक विभिन्न थानों में चोरी के चार से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, वह हर बार जमानत पर बाहर आकर दोबारा आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाता था। मामले की जांच कर रही पुलिस तीनों आरोपी सलैम टाबरी के पीलू बंदा क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी नशे के आदी हैं और चोरी व स्नैचिंग से मिले पैसों से नशा खरीदते थे। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि वे नशा कहां से प्राप्त करते थे और इस नेटवर्क का विस्तार कितना है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग पुलिस ने गुजरात के अहमदाबाद से 55 वर्षीय लुटेरे दूल्हे, बिरेन कुमार सोलंकी, को गिरफ्तार किया है। बिरेन के तीन बच्चे हैं, जिनमें सबसे बड़े की उम्र 35 साल है। उसने खुद को कुंवारा बताकर अब तक चार शादियां की हैं। मामला तब सामने आया जब दुर्ग की एक महिला टीचर ने बिरेन से शादी की। दोनों का चार साल का रिश्ता रहा और 2023 में शादी हुई। शादी के समय बिरेन गुजरात से अकेले बिना बारात आए, और ट्रेन की टिकट नहीं मिलने का बहाना बनाया। शादी के बाद बिरेन कई दिनों तक शिक्षिका को भ्रमित करता रहा और उनके 32 लाख रुपए कैश और 12 लाख के जेवर चुरा लिए। शिकायत मिलने पर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया और बिरेन को गुजरात से गिरफ्तार किया। पीड़िता ने बताया कि बिरेन खुद को कुंवारा बताकर महिलाओं के साथ धोखाधड़ी कर उन्हें लूटता रहा। उसे फंसाने के बाद ही उसने चौथी शादी की थी। यह मामला मोहन नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा है। दुर्ग की शिक्षिका को कुंवारा बताकर चौथी शादी की गुजरात के बिरेन कुमार सोलंकी ने 2019 में अपनी तीसरी शादी के लिए विज्ञापन दिया था। इस विज्ञापन को देखकर दुर्ग की एक शिक्षिका ने उनसे शादी की बातचीत आगे बढ़ाई। सोलंकी ने खुद को अविवाहित और एक प्राइवेट कंपनी में उच्च पद पर कार्यरत बताया। सोलंकी द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर शिक्षिका शादी के लिए तैयार हो गई। 2019 में वह अहमदाबाद, गुजरात गई और वहां बिरेन कुमार सोलंकी से मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान दोनों ने एक साल के भीतर शादी करने के लिए सहमति जताई। पहले लिव इन में रहने का दिया झांसा मुलाकात के बाद जब शिक्षिका दुर्ग वापस आई, तो आरोपी ने उन्हें कहा कि जब तक सामाजिक रीति-रिवाज अनुसार शादी नहीं होगी, हम लिव-इन रिलेशनशिप में रहेंगे। इस पर शिक्षिका ने हामी भर दी। नवंबर 2019 में आरोपी पहली बार दुर्ग आया और कुछ दिनों तक शिक्षिका के साथ रहा। इसके बाद वह नियमित रूप से 1-2 महीने के अंतराल पर अहमदाबाद जाती रहीं और वहां दोनों निजी होटल में ठहरते। साल 2020 से अप्रैल 2023 तक दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रहे। इस दौरान सोलंकी ने यह जानकारी छुपाई कि वह पहले से कई महिलाओं से शादी कर चुका है। बिना बारात और परिवार के पहुंचा दुर्ग, होटल में शादी की शादी 3 मई 2023 को दुर्ग के एक होटल में तय हुई। आरोपी ने बहाना बनाया कि ट्रेन की टिकट नहीं मिल रही है, इसलिए परिवार में से कोई नहीं आ पाएगा। वह कार से बिना बारात और परिवार के अकेले गुजरात से आया और दोनों की शादी हुई। शादी के बाद जब शिक्षिका आरोपी के साथ गुजरात गई, तब भी उसने अपने पैतृक घर ले जाने या रिश्तेदारों से मिलाने से परहेज किया। बाद में पता चला कि जिस पैतृक गांव का नाम आरोपी देता था, वहां उसका कोई घर या रिश्तेदार ही नहीं हैं। शादी के बाद वह उसे एक अन्य घर ले गया और एक सप्ताह रहने के बाद शिक्षिका को दुर्ग वापस भेज दिया। 18 लाख बैंक ट्रांजैक्शन, 5 लाख कैश और 12 लाख के जेवर हड़पे आरोपी ने 2020 में लोन लेकर मकान खरीदने की बात कह कर हर महीने किश्त की राशि अपने बैंक खाते में मंगवाता था। झांसा देता था कि वो घर बाद में उसके नाम कर देगा। इसके अलावा 2021 से 2024 के बीच यूपीआई और बैंक ट्रांसफर से लगभग 18 लाख रुपए, अलग-अलग मौकों पर करीब 5 लाख रुपए कैश, सोने के गहने गिरवी रखवाकर 1.3 लाख का गोल्ड लोन, जिसकी किस्तें अभी भी शिक्षिका भर रही है। इसके अलावा साल 2024 में दुर्ग में घर पर आते समय आरोपी शिक्षिका के 12 लाख रुपए के जेवरात और मोबाइल चोरी करके गुजरात भाग गया। तीसरी शादी के एक महीने बाद ही चौथी शादी कर ली दुर्ग की शिक्षिका से आरोपी की तीसरी शादी थी। इसके बाद जून 2023 में आरोपी ने चौथी शादी गुजरात की सरकारी डॉक्टर से की। इसकी जानकारी शिक्षिका को हुई। जब बात खुली तो उससे पहले की दो शादी के बारे में भी पता चला। वहीं तीन बड़े-बड़े बच्चों की भी पोल खुली। बच्चों की उम्र लगभग 35 वर्ष, 27 वर्ष, एवं 25 वर्ष है। आरोपी का केवल एक ही पत्नी के साथ तलाक हुआ था। शिक्षिका ने बताया कि जब भी वो पैसों की बात करती थी तो वो हमेशा गाली-गलौच करते हुए कहता है कि हमारा तुम्हारा कोई संबंध नहीं है। साथ ही कहता था कि घर और जेवर बेच दिया है। आधार कार्ड और वोटर कार्ड भी अलग-अलग पीड़ित शिक्षिका के मुताबिक आरोपी बिरेन कुमार सोलंकी अपना नाम और पता भी बदलता रहता है। बिरेन के पिता ने उसका नाम दिलीप सिंह झाला रखा था। उसकी पूर्व की दोनों पत्नियों के बच्चे अपने पिता के नाम के आगे झाला लिखते हैं। उसका वोटर आईडी और आधार कार्ड भी अलग-अलग नामों से है। मोहन नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। शिक्षिका ने इस पूरे मामले में सरकारी महिला डॉक्टर की भी शिकायत की है, पुलिस उस डॉक्टर की भूमिका की भी जांच कर रही है। ............................. इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... 75 का दूल्हा...45 की दुल्हन ने लिए 7 फेरे: मूंछों पर ताव देकर कहा- पहली मुलाकात में दिल दे बैठा; मोहल्लेवालों ने कराई शादी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गुरुवार की रात 75 साल के बुजुर्ग ने 45 साल की महिला से लव मैरिज की है। करवाचौथ से एक दिन पहले शिव मंदिर में सात फेरे लिए। वरमाला और मांग भरकर सभी रस्म निभाई। शादी के बाद बुजुर्ग अपनी मूंछों पर ताव देते नजर आया। पढ़ें पूरी खबर...
बुडैल एरिया में अपराधी बेखौफ हैं। नशे के लिए वह आते जाते लोगों से मारपीट करते हैं और पैसे व वाहन छीन लेते हैं। यह उनका लगभग रोज का काम हो गया है। यहां पर पुलिस भी दोहरा मापदंड अपना रही है। यहां पर एक बजुर्ग से एक बार ही बल्कि तीन बार लूट की घटना हुई है। वह बार बार पुलिस के पास शिकायत लेकर जा रहा है मगर उसकी कोई सुनवाई नहीं ओर दूसरी तरफ इसी एरिया में सिपाही पर हमला कर घायल करने वालों को पुलिस ने कुछ ही समय में गिरफ्तार कर लिया। कई चक्कर काटे नहीं मिला न्याय.... गश्त पर पुलिस मुलजिमों पर ही कर दिया हमला, सिर में लगे 21 टांके नशेडी जब पुलिस मुलाजिमों को कुछ नहीं समझते और उन पर जानलेवा हमला कर सकते हैं तो आम लोगों का क्या हाल करते होंगे। बुडैल में चार नशेड़ी जो सार्वजनिक जगह पर हंगामा कर रहे थे उनको मुलाजिमों ने वहां से जाने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने मुलाजिमों को गालियां निकालनी शुरु कर दी और विरोध करने पर हमला कर दिया। यहां तक एक मुलाजिम के सिर पर ईंट से इस कदर प्रहार किया कि उसके सिर पर जीएमसीएच-32 में 22 टांके लगे हैं। घायल मुलाजिम की पहचान हैडकांस्टेबल हंसदीप के रूप में हुई है जबकि उसका साथी कांस्टेबल सुरिंदर के भी काफी चोटे लगी है। इस मामले में सेक्टर-34 थाना पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कर वीरवार तड़के से पहले तीन को अरेस्ट कर लिया था। हमलावरों की पहचान बुडैल के रहने वाले 27 साल के संजय, 37 साल के आशू और 28 साल के संजय के रूप में हुई है। अभी इनका एक ओर साथी भागा हुआ है, जिसको पुलिस ने पकड़ना है। तीनों हमलावरों को वीरवार को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में आज पेश किया जाएगा। बाइक पर गश्त कर रहे थे दोनों मुलाजिम.....
कपूरथला में सांझ केंद्र की एक सफाई सेविका के घर दिनदहाड़े चोरी हो गई। चोर लाखों रुपए के गहने और नकदी लेकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना सिटी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी एएसआई सुखजिंदर सिंह ने बताया कि चोरों की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। टावर कॉलोनी, औजला फाटक के पास क्वार्टर नंबर 26 में रहने वाली पीड़ित महिला मनप्रीत कौर पत्नी परविंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी है। मनप्रीत कपूरथला सिटी थाना के सांझ केंद्र में सफाई कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं, जबकि उनके पति परविंदर सिंह दाना मंडी में निजी नौकरी करते हैं। बॉलकनी के दरवाजे की कुंडी तोड़कर घुसे चोर मनप्रीत कौर ने बताया कि 10 दिसंबर को सुबह 9 बजे वह और उनके पति घर को ताला लगाकर अपनी ड्यूटी पर चले गए थे। शाम 5 बजे जब वह ड्यूटी खत्म कर अपने क्वार्टर नंबर 26 लौटीं तो बाहरी दरवाजे पर ताला लगा था। अंदर जाने पर उन्होंने देखा कि दोनों बेडरूम की अलमारियों का सामान बिखरा पड़ा था। बालकनी के दरवाजे की कुंडी और जाली भी टूटी हुई थी। आशंका है कि चोर बालकनी के दरवाजे की कुंडी तोड़कर घर में घुसे थे। बेटी के जेवर भी ले गए चोरचोर अलमारी में रखे सोने और चांदी के गहने, बेटी के चांदी के कंगन और झांझर, एक सोने की चेन, एक चांदी की चेन, कान के टॉप्स (2 ग्राम सोना) और 5000 रुपए उठा ले गए। मनप्रीत कौर ने बताया कि उनके भाई आकाशदीप सिंह (जो उनके साथ रहते हैं) का ओपो ए-78 मॉडल का मोबाइल फोन भी चोरी हो गया है।
करनाल शहर के मीरा घाटी चौक के पास लगे एक्सिस बैंक के एटीएम में उपभोक्ताओं के साथ बड़े फ्रॉड किए जाने का मामला सामने आया है। उपभोक्ताओं का एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया और बिना पैसे निकले ही खातों से रुपए कट गए। मशीन खुली पड़ी मिली, जिससे साफ माना जा रहा है कि किसी व्यक्ति ने मशीन के साथ छेड़छाड़ की है। एटीएम की दीवार पर एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ मिला, जिस पर उपभोक्ताओं को मशीन में दिक्कत आने पर संपर्क करने के लिए कहा गया था। कई लोगों ने इस नंबर पर कॉल भी किया, लेकिन वह नंबर भी फ्रॉड करने वाले का निकला। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। लोन का 50 हजार था खाते में, कार्ड फंसा तो उड़े सभी पैसे चांद सराय धोबी घाट की पिंकी ने बताया कि वह एटीएम से पैसे निकालने आई थी। जैसे ही उसने कार्ड मशीन में डाला, वह वापस नहीं आया और अंदर ही फंस गया। एटीएम के भीतर दीवार पर एक मोबाइल नंबर लिखा मिला, जिस पर कॉल किया गया। सामने वाले ने कहा कि दोपहर बाद आधार कार्ड लेकर आना, कार्ड मिल जाएगा। पिंकी ने कहा कि यह नंबर फ्रॉड करने वाले का ही है। उसके खाते में घर बनाने के लिए लिए गए 50 हजार रुपए के लोन की रकम थी, जो अब खाते से गायब हो गई। अकाउंट से निकले 16,500, फोन पर कोड डालने को किया मजबूर ग्राहक अनिल कुमार ने बताया कि उनके खाते से 16,500 रुपए कट गए। उनका कार्ड भी मशीन में फंस गया था। दीवार पर लिखे नंबर पर कॉल किया तो फोन उठाने वाले ने एटीएम में एक कोड डालने के लिए कहा। कोड डालते ही खाते से पैसे निकल गए। अनिल ने कहा कि यहां एटीएम के अंदर ही फ्रॉड हो रहे हैं और नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। एटीएम मशीन खुली मिली, पुलिस तकनीकी जांच में जुटी सिटी थाना के सब इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि उन्हें मीरा घाटी चौक के पास एटीएम में कार्ड फंसने और पैसे कटने की जानकारी मिली थी। टीम मौके पर पहुंची तो एटीएम मशीन खुली हुई मिली। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है। एटीएम के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जाएगा ताकि फ्रॉड करने वाले तक पहुंचा जा सके। एटीएम बूथ की दीवार पर लिखे मोबाइल नंबर की भी विवरण निकाला जाएगा। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में एटीएम से छेड़छाड़ की आशंका है। पीड़ितों से शिकायत लेकर मामला दर्ज किया जाएगा और आरोपियों की पहचान कर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
करौली जिले की सपोटरा पुलिस ने रानेटा घाटी से दो स्मैक तस्करों को 4.93 ग्राम अवैध स्मैक और दो मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया। ऑपरेशन स्मैक आउट के तहत कार्रवाई से नशा तस्करी पर नियंत्रण और पुलिस की सतर्कता स्पष्ट हुई।
गुरुग्राम के बसई चौक इलाके में एक मोबाइल रिपेयर शॉप से चोरी की घटना सामने आई है। एक चोर ग्राहक बनकर दुकान में घुसा और कुछ ही मिनटों में चार मोबाइल लेकर फरार हो गया। यह पूरी वारदात दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। बसई चौक स्थित दुकान पर उस समय मालिक मौजूद नहीं था, केवल एक रिपेयर करने वाला कर्मचारी काम देख रहा था। इसी दौरान एक युवक दुकान में घुसा और मोबाइल देखने की बात कही। कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद उसने मौका पाकर डिस्प्ले पर रखे चार मोबाइल फोन उठा लिए। जब कर्मचारी दूसरे काम में व्यस्त था, तो चोर आसानी से दुकान से बाहर निकल गया। सीसीटीवी में कैद हुई वारदात सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक युवक मोबाइल ठीक कराने के बहाने दुकान में दाखिल हुआ। इसके बाद वह मोबाइल उठाता दिख रहा है। दुकान मालिक हर्षित ने बताया कि वह और उनका भाई दुकान से बाहर गए हुए थे। उनकी गैरमौजूदगी में चोर ने वारदात को अंजाम दिया। फुटेज खंगालने पर चोरी का पता चला फोन गायब मिलने पर जब सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई, तो चोरी का मामला सामने आया। हर्षित के अनुसार चोर का व्यवहार ऐसा था कि कोई उस पर शक नहीं कर सकता था। उन्होंने इस संबंध में सेक्टर 9 थाने में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। चोरी की घटना बढ़ने से दुकानदार परेशान घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है। पास में दुकान चलाने वाले सुंदर ने बताया कि बसई चौक और आसपास के इलाकों में ऐसी चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन पुलिस की ओर से ठोस कार्रवाई न होने के कारण चोर बेखौफ घूम रहे हैं।
सवाई माधोपुर पुलिस की बड़ी कार्यवाही: साइबर ठगी के आरोपी गिरफ्तार, मोबाइल और सिम जब्त
सवाई माधोपुर पुलिस ने साइबर ठगी के आरोपी दिलराज प्रजापत को गिरफ्तार किया। आरोपी के कब्जे से एंड्रॉइड मोबाइल और सिम जब्त किए गए। राष्ट्रीय साइबर शिकायत पोर्टल पर उसके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज थीं। पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त संदेश देती है।
बेटी– अर्थी पर लेटे पिता का सिर सहला रही थी, बेटा रोते हुए अंतिम पलों को अपने मोबाइल पर कैद कर रहा था। पिता का गला रूंधा हुआ था। बोले– वो हमारा खिलौना था, जो टूट गया। अब हम कहीं के नहीं रहे। हमारी 70 साल की अवस्था हो चुकी है। भगवान जो करे सो करे। हमारा तो एक ही बच्चा था। उसके दो बच्चे हैं। पोती 14 साल की और पोता 11 साल का। गम और रुंधे गले से कॉन्स्टेबल प्रद्युम्न दीक्षित के पिता बल्लभ दीक्षित बस इतना ही कहते रहे। घर का खिलौना, टूट गया। सागर जिले के बांदरी थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह पुलिस की गाड़ी सामने से आ रहे कंटेनर से टकराई। हादसा इतना भीषण था कि चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। इनमें से एक कॉन्स्टेबल प्रद्युम्न दीक्षित भी। गुरुवार को हादसे में जान गंवाने वाले परिमाल सिंह तोमर को मुरैना जिले के ग्राम नख्ती, डॉग मास्टर विनोद शर्मा को मुरैना के जौरा, प्रद्युम्न दीक्षित को भिंड के फूप और अनिल सिंह कौरव को भिंड के टेकोन गांव में अंतिम विदाई दी गई। दैनिक भास्कर की टीम हादसे में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के अंतिम यात्रा में शामिल हुई और परिवार से बात की। पढ़िए रिपोर्ट... सबसे पहले जानिए इस दर्दनाक हादसे के बारे में…मुरैना जिले का बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड बालाघाट में ड्यूटी पर तैनात था। पुलिसकर्मी नक्सल विरोधी अभियान में शामिल हुए थे। वहां से वे बीडी-डीएस वाहन में सवार होकर मंगलवार रात वापस मुरैना के लिए रवाना हुए थे। इसी दौरान सागर में नेशनल हाईवे पर बांदरी के पास झिंझनी घाटी पर सामने से आ रहे कंटेनर से पुलिस वाहन की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि डॉग मास्टर समेत चार जवानों की जान चली गई। मृतक प्रद्युमन दीक्षित, अमन कौरव, ड्राइवर परमलाल तोमर और डॉग मास्टर विनोद शर्मा के शव को गुरुवार सुबह उनके पैतृक गांव ले जाया गया। वहीं, आरक्षक राजीव चौहान (निवासी मुरैना) की हालत गंभीर होने पर एयरलिफ्ट कर दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल ले जाया गया। टीम में शामिल डॉग सुरक्षित है। जानकारी के मुताबिक, NH- 44 पर अंडरब्रिज का निर्माण कार्य चल रहा है। इस कारण से बांदरी के पास हाईवे का ट्रैफिक वन वे हो गया है। इसी के चलते आमने-सामने से भिड़ंत हो गई। 11 साल के बेटे ने दी मुखाग्निभिंड के फूप कस्बे में बुधवार दोपहर करीब 12 बजे जवान प्रद्युम्न दीक्षित का पार्थिव शरीर पहुंचते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। गली-मोहल्लों में चीख-पुकार और रोने की आवाजें गूंज उठीं। पार्थिव शरीर पहुंचते ही परिजन, रिश्तेदार और ग्रामीण अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े। इस दौरान भावुक दृश्यों ने हर किसी की आंखें नम कर दीं। बेटे ओम ने पिता को मुखाग्नि दी। बेटी रौनक ने सहलाया पिता का सिर, बेटे ओम ने रिकॉर्ड किए अंतिम पलअंतिम दर्शन के दौरान बेटी रौनक अपने आप को संभाल नहीं सकी। जब वह पिता के पास पहुंची तो सेज पर रखे पिता के सिर को सहलाते हुए फफक पड़ी। उसके आंसू गिरते ही मौजूद हर व्यक्ति का दिल भर आया। इधर, बेटा ओम भी अपने पिता को अंतिम बार कैमरे में कैद करने से खुद को रोक नहीं पाया। उसने रोते हुए अपने मोबाइल से करीब डेढ़ मिनट का वीडियो बनाया, ताकि पिता की यादें हमेशा उसके साथ रहें। मेहंदी लगे हाथों से पत्नी अनीता ने किया चरण स्पर्शघर के अंदर पत्नी अनीता का रो-रोकर बुरा हाल था। जैसे ही अर्थी आगे बढ़ने लगी, परिजनों ने उसे रोका और अर्थी जमीन पर रखा। अनीता तेजी से आगे बढ़ी और मेहंदी लगे हाथों से पति के चरणों को स्पर्श किया। करीब दो मिनट तक वह अपने पति के पैरों से लिपटी रही। साथ आई महिलाओं और परिजनों ने बड़ी मुश्किल से उसे संभाला और घर के भीतर ले गए। दैनिक भास्कर से चर्चा करते हुए अनीता ने बताया मंगलवार दोपहर पति से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि बुधवार तक घर पहुंच जाऊंगा, लेकिन लौटते समय हादसा हो गया और मुझे इसकी जानकारी भी किसी ने नहीं दी। मेरे पिता ने फोन कर पूछा कि हादसा कैसे हुआ, तब मुझे पता चला। मंगलवार को ही मैंने हाथों में मेहंदी लगाई थी और बुधवार को पति की मौत की खबर मिली। मां-पिता बोले- बेटा ही तो घर का सहारा थामां ने रोते हुए कहा, “मेरा बेटा मेरा हृदय का टुकड़ा था। वह मुझसे बिछड़ गया, अब मैं कैसे जिंदा रहूंगी? ”पिता बल्लभ दीक्षित ने कहा, “मुझे अपने बेटे पर गर्व था। वह हंसमुख और मिलनसार था। मेरे बुढ़ापे का सहारा था। मेरी लाठी टूट गई, मेरे घर का खिलौना चला गया। मैं इस बोझ के साथ कैसे जीउंगा? बिटिया रौनक बोली- पापा ने कहा था, ‘घर आ रहा हूं’बेटी रौनक ने बताया, “परसों वीडियो कॉल पर बात हुई थी। पापा ने कहा था कि मैं घर आ रहा हूं, बालाघाट से निकल चुका हूं।” इतना कहते ही वह फफक पड़ी। निर्माण एजेंसी पर आरोप - अधूरी सड़क ने ली जानप्रद्युम्न के साथियों में से एक विवेक भदौरिया, जो मुरैना से पार्थिव शरीर लेकर आए, उन्होंने हाईवे निर्माण एजेंसी को हादसे का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया- “मालथौन थाना क्षेत्र में हाईवे का निर्माण चल रहा है। फोरलेन के साथ अचानक सड़क सिंगल लेन हो जाती है। सामने से आ रहे हैवी वाहन से बीडीएस का वाहन टकरा गया, क्योंकि दूसरी लेन तैयार ही नहीं थी। यह हादसा अधूरी सड़क और लापरवाही के कारण हुआ है। पूरा दोष निर्माण एजेंसी का है। पड़ोसी बोले- कहा था बच्चे सड़क पर नहीं निकलें, ध्यान रखनामृतकों में शामिल आरक्षक प्रद्युम्न दीक्षित मुरैना पुलिस लाइन के क्वार्टर्स में परिवार के साथ रहते थे। हादसे के बाद उनके पड़ोसियों ने नम आंखों से अपनी यादें साझा कीं। हालांकि उन्होंने कहा- वे कैमरे के सामने अपने जज्बात जाहिर नहीं करना चाहते। पड़ोसी ने कहा- प्रद्युम्न दीक्षित हमारे सीनियर रहे हैं। 2014 से वह इसी क्वार्टर में रह रहे हैं, तब से हमारे पड़ोसी हैं। वह पड़ोसी नहीं परिवार की तरह ही सबसे मिलते थे, प्यार करते थे। खुशमिजाज इंसान थे। अभी बालाघाट में ड्यूटी के लिए 30 अक्टूबर को गए थे, तब मिलने आए और बोले- 'मैं कुछ दिनों के लिए बालाघाट जा रहा हूं। घर का और बच्चों का ध्यान रखना। बच्चे बाहर सड़क पर अधिक ना निकलें, यह देखते रहना।' अभी एक दिन पहले ही फोन पर बात हुई थी, बोल रहे थे कि कल आ जाऊंगा। पता नहीं था कि उनके हमेशा चले जाने की खबर आएगी। ‘उन्हें देखकर ड्यूटी की थकान मिट जाती थी’दूसरे पड़ोसी ने कहा- वे मजाक बहुत करते थे, हमेशा खुशनुमा मुस्कुराता हुआ चेहरा रहता था। उन्हें देख ड्यूटी की थकान मिट जाती थी। कभी एहसास नहीं हुआ कि वह पड़ोसी हैं या सीनियर हैं। हमेशा पारिवारिक स्नेह की तरह ही मिलते थे। बच्चों के लिए अधिक चिंतित रहते थे। सभी क्वार्टर्स के बच्चों को स्नेह करना, समझाइश देना, पढ़ाई की बातें करना यही खास था उनमें। दो दिन पहले फोन आया था। घर के हालचाल पूछे और बोले- बस दो दिन बाद आ जाऊंगा फिर मिलकर बैठेंगे। पर पता नहीं था कि आखिरी बार उनकी आवाज सुन रहा हूं। अब उनके साथ बैठना सिर्फ सपना ही रह गया। पिता बोले- कॉल आया बेटे की गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया हैमृतक परिमाल के पिता भगवान सिंह तोमर का कहना है कि बुधवार सुबह करीब 10 बजे घर पर था। पुलिस का कॉल आया कि एक्सीडेंट हो गया है। इसके बाद भागे–भागे अस्पताल पहुंचे, जहां बच्चे की मौत की सूचना मिली। परिमाल के भाई भानू ने शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग करते हुए कहा– भाई और बाकी जवानों की ऑन ड्यूटी मौत हुई है। इन्हें भी सम्मान मिलना चाहिए। ये देश के लिए ड्यूटी कर रहे थे। ड्यूटी तो ड्यूटी होती है। भाई को मिले शहीद का दर्जामृतक विनोद शर्मा के भाई मनोज शर्मा ने भी शहीद दर्जा देने की मांग की। वे बोले – तीन दिन पहले बात हुई थी। बोला कि काम खत्म कर दो तीन दिन में वापस आ रहा हूं। कल सुबह पुलिस के माध्यम से उनकी मौत की खबर पता चली। भाई ऑन ड्यूटी था, उसे शहीद का दर्जा तो मिलना ही चाहिए। विनोद के जीजा सोनू शर्मा ने बताया कि भाई साहब से दो दिन पहले मेरी बात हुई थी। मैंने पूछा– काफी लंबी ड्यूटी वहां पर हो गई है, कब लौट रहे हैं। उन्होंने कहा– 2 दिनों बाद यहां से रिलीव हो रहे हैं। दोबारा भिंड आ रहा हूं। रात या सुबह कम निकलेंगे, अभी पता नहीं। बुधवार सुबह पुलिस का कॉल आया। बताया कि सागर के मालथौन के पास एक्सीडेंट हो गया है, आप जल्दी आ जाइए। हम निकले तो दतिया के पास हाईवे पर जाम लगा था। पुलिस और प्रशासन की गाड़ियां हमारे आगे चल रही थीं। मृतक विनोद शर्मा की बड़ी बहन लक्ष्मी ने बताया कि मैं हरियाणा में जॉब करती हूं। सुबह सूचना मिली कि पुलिस वैन का एक्सीडेंट हो गया है। मैंने इंटरनेट पर खबरें सर्च की तो भाई की मौत की खबर मिली। वो मेरा छोटा भाई था। करीब 7 महीने से उससे बात नहीं हो पाई थी। उसे देखा भी नहीं था। पता नहीं था कि वो ऐसे मिलेगा। विनोद के दोस्त सावन तिवारी ने बताया कि वो बचपन का साथी है। 25 तारीख को वीडियो कॉल किया था। बोला बहुत लंबा समय हो गया यार मिलने आना है। याद आ रही है। ऐसे मिलेगा, यह मालूम नहीं था। कुलदीप ने कहा– जौरा आने की बात कही थी। बोला था बच्चों को भी लेकर आऊंगा। एक–एक लाख की तत्काल आर्थिक सहायता दीडीआईजी चंबल रेंज सुनील कुमार जैन का कहना है कि पीड़ित परिवारों को 1–1 लाख रुपए की तत्काल आर्थिक सहायता दी है। यह एक एक्सीडेंटल मृत्यु है।
लखनऊ की मड़ियांव पुलिस ने गुम और चोरी हुए 72 मोबाइल फोन रिकवर किए हैं। इनकी कीमत करीब 10 लाख से ज्यादा की बताई जा रही है। गुरुवार को महानगर थाने में उन लोगों को बुलाकर फोन दे दिए गए जिनका फोन खो गया था। अपने फोन दोबारा पाकर सब काफी खुश हुए। एक महिला ने कहा- योगीराज में यह संभव है। एडीसीपी नॉर्थ गोपीनाथ सोनी ने बताया- मड़ियांव पुलिस ने खोए हुए मोबाइल बरामद किए गए हैं। मड़ियांव पुलिस काफी लंबे समय से चोरी और मिस हुए फोन की लोकेशन ट्रैक कर रही थी। जानकारी मिलते ही प्रदेशभर से फोन रिकवर किए गए। पीड़ितों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायत करवाई थी। फोन आया कि आपका फोन मिल गया है पल्लवी सिंह जोगिया ने बताया- उनके बेटे का मोबाइल फोन आईआईएम इंस्टीट्यूट के पास से गुम हो गया था। मोबाइल गायब हुए 1 साल 2 महीने हो गए थे। मंगलवार को पुलिस ने फोन कर बताया कि आपके मोबाइल मिल गया है। आकर थाने में ले लें। यह बात सुनकर काफी खुशी हुई। धन्यवाद लखनऊ पुलिस का जिन्होंने फोन बरामद किया। बाकी सीएम योगीजी तो हैं, यह सब संभव है। यह पहला अनुभव था तब जानकारी हुई कि खोया हुआ मोबाइल फोन वापस मिल जाता है। 2 साल पहले मोबाइल छिना था, आज मिला अमन वर्मा ने बताया- करीब 2 साल पहले इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर खड़ा था। तब एक लड़का किसी को कॉल करने के लिए मदद मांगा। मोबाइल लेकर कॉल करके वहीं आसपास टहल रहा था। तभी दो युवक एक बाइक से आए वह उनके साथ बैठकर भाग गया। जिसकी शिकायत पुलिस से की। मंगलवार को पुलिस की कॉल आई तब काफी अच्छा लगा। अपना खोया हुआ मोबाइल 2 साल बाद मिला। पब्लिक का पुलिस पर भरोसा बढ़ेगा अलीगंज की रहने वाली रेनू ने बताया- करीब 1 महीने पहले वह घर के पास एक नर्सरी में गई थीं। वहां से उनका फोन गायब हो गया था। जिसकी शिकायत उन्होंने कराई थी। करीब 1 महीने 4 दिन बाद फोन मिलने की सूचना मिली। जिससे काफी खुशी हुई। यह मड़ियांव पुलिस का काफी सराहनीय काम है। इससे पहले भी मोबाइल खोया था लेकिन कभी नहीं मिला। इसे पब्लिक का पुलिस पर भरोसा बढ़ेगा।
औरंगाबाद में बुधवार देर रात 2 बाइकों की टक्कर हो गई। हादसे में 3 युवक घायल हो गए। हालत गंभीर बनी हुई है। इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। घटना रिसियप थाना क्षेत्र के सड़सा गांव के पास एनएच-139 की है।टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। घायल युवकों की पहचान अंबा निवासी रवि सोनी, प्रिंस कुमार और सड़सा गांव के गोलू कुमार के तौर पर हुई है। जानकारी के अनुसार रवि और प्रिंस बाइक से मोबाइल खरीदने औरंगाबाद गए थे। घर लौटते समय हादसे के शिकार हो गए। दूसरी बाइक पर गोलू सवार था। घर से खाना लेकर बगीचा होटल में अपने भाई को देने जा रहा था। स्थानीय लोगों में रोष हादसे के बाद मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। जानकारी मिलने के बाद परिवार के सदस्य भी पहुंचे। पुलिस टीम ने तीनों को सदर अस्पताल पहुंचा। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त वाहन को जब्त कर लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएच-139 पर तेज रफ्तार और लापरवाही से ड्राइविंग के कारण ऐसे हादसे अक्सर हो रहे हैं। पुलिस ने वाहन चालकों से सड़क पर सावधानी बरतने की अपील की है।
सिरसा जिले में एक लड़की के मिसिंग होने का मामला सामने आया है। जब लड़की के बारे में उसकी लाइब्रेरी में पता किया, तो वहां भी नहीं पहुंची। युवक और उसके रिश्तेदार पर बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाया है। लड़की के पास मोबाइल फोन होने के बारे में स्पष्ट नहीं है। इसके बिना उसकी लोकेशन ट्रैस कर पाना मुश्किल होगा। हालांकि, मामले में पुलिस ने लड़की के पिता के बयान पर युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और उसकी तलाश में जुटी है। मगर अभी तक लड़की को कोई पता नहीं चल पाया है। इससे उसके परिवार की चिंता बढ़ गई है और लगातार पुलिस थाने में संपर्क कर उसे तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। रिश्तेदारी से नहीं लगा सुराग पुलिस को दी शिकायत में जिले के एक गांव के व्यक्ति ने बताया कि उसकी बेटी सुबह 11 बजे लाइब्रेरी के लिए गई थी। वह रोजाना की भांति दोपहर 2 बजे तक वापस घर आती थी और आने के बाद खाना खाती थी। तीन दिन पहले वह घर नहीं आई और न ही लाइब्रेरी में मिली। उन्होंने उसके बारे में आसपास व रिश्तेदारी में पता किया, पर कोई सुराग नहीं लगा। केस दर्ज कर तलाश में जुटी पुलिस उन्हें शक है कि गांव का ही एक युवक उसे बहला-फुसलाकर ले गया है। उसके साथ उस युवक का रिश्तेदार भी शामिल है। यह पता चलने के बाद पुलिस को शिकायत दी है। ऐसे में पुलिस से मांग की है कि उनकी बेटी को तलाशा जाए।
फसलों का उचित दाम और समय से भुगतान करने पर दिया गया जोर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में कृषि एवं वनोपज क्षेत्र में अत्यधिक संभावनाएं हैं। किसानों को आधुनिक और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। किसानों को फसलों का उचित दाम मिले और समय पर भुगतान हो, ऐसी व्यवस्था हो। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार को झारखंड विधानसभा में सिद्धो-कान्हू कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (सिद्धोकोफेड) के निदेशक मंडल की चतुर्थ बैठक हुई।इस दौरान सीएम ने किसानों के लिए स्पेशल मोबाइल ऐप एवं कृषि पोर्टल विकसित करने का निर्देश दिया। कहा कि किसान पाठशाला और वीडियो आधारित प्रशिक्षण से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य किसानों को खेती के प्रत्येक चरण में उत्पादन, भंडारण, प्रसंस्करण से लेकर विपणन तक पूर्ण सहयोग प्रदान करना है। सरकार आधुनिक तकनीक, उन्नत बीज, बेहतर सिंचाई सुविधा और बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार काम कर रही है। जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसान समूहों को दें मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती-किसानी राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने जल स्रोतों के संरक्षण और चेक डैमों की मरम्मत एवं देखरेख की आवश्यकता पर बल दिया। सुझाव दिया कि इन जल संरचनाओं की देखरेख की जिम्मेदारी किसान समूहों या जल सहिया समितियों को सौंपी जाएं, ताकि स्थानीय स्तर पर स्वामित्व और जवाबदेही, दोनों सुनिश्चित हो सकें। इस पहल से ग्रामीण आजीविका को भी स्थायी आधार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के वनोपज उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए ठोस एवं निर्णायक पहल कर रही है। कृषि वनोपज के उत्पादन, संकलन और प्रसंस्करण को मिलेगा बढ़ावा बैठक में सिद्धकोफेड द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 एवं 2026-27 के लिए विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों, बजट एवं कार्य योजनाओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। इस दौरान लाह, बीज, तसर सहित राज्य के प्रमुख कृषि वनोपज उत्पादों के उत्पादन, संकलन, प्रसंस्करण एवं विपणन को बढ़ावा देने से संबंधित नीतिगत निर्णय लिए गए। बैठक में कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, मुख्य सचिव अविनाश कुमार, कृषि सचिव अबु बक्कर सिद्दीक, जल संसाधन सचिव प्रशांत कुमार, कल्याण सचिव कृपानंद झा, उद्योग सचिव अरवा राजकमल भी उपस्थित थे।
अभियान:एसआईआर खत्म, अब जनगणना की तैयारी मोबाइल पर अपलोड होगी हर घर की हिस्ट्री
राज्य में एसआईआर का फील्ड वर्क लगभग पूरा हो गया है। अब दावा आपत्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अलबत्ता करीब डेढ़ माह से एसआईआर में जुटे मैदानी अमले को अब जनगणना के कार्य में लगाया जाएगा। 2011 की जनगणना के दौरान फील्ड के अमले को 8-10 पेज का प्रोफार्मा भरना पड़ता था। इस बार जनगणना करने वाली टीम अपने मोबाइल या टैब में पूरी प्रक्रिया करेगी। फील्ड में जनगणना को लेकर कागज पर किसी तरह का कोई काम नहीं किया जाएगा। सबकुछ ऑन लाइन होगा। इस प्रक्रिया में किसी तरह की गड़बड़ी या तकनीकी दिक्कत तो नहीं है? इसका परीक्षण करने राजधानी सहित राज्य के कई शहरों में प्री जनगणना टेस्ट कराया जा रहा है। रायपुर में इसकी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अफसरों के अनुसार प्रारंभिक जांच के दौरान किसी तरह की कोई गंभीर या बड़ी तकनीकी दिक्कत सामने नहीं आई है। इस वजह से ये माना जा रहा है कि प्री जनगणना के फार्मेट में ही काम शुरू किया जाएगा। अगले साल यानी अप्रैल 2026 से जनगणना-2027 का काम शुरू कर दिया जाएगा। 2011 तक जनगणना का फार्मेट लगभग पुराने पैटर्न पर था। इस बार इसमें पूरी तरह से बदलाव किया जा रहा है। पिछली जनगणना तक 28 से 30 बिंदुओं की जानकारी लेने के लिए एक-एक घर में आठ से दस पेज का एक प्रोमार्मा भरना पड़ता था। इस बार जनणना पूरी तरह डिजिटली होगी। यानी मोबाइल एप और आनलाइन वेबसाइट के माध्यम से जनगणना होगी। प्रगणकों को उनके मोबाइल में एक एप डाउनडोल कराया जाएगा। उस एप में वे लोगों की पूरी जानकारी लेंगे और उसी समय अपलोड करेंगे। इससे पहले जहां एक व्यक्ति की जानकारी भरने में 15 से 20 मिनट का वक्त लगता था, वह आधे से भी कम समय में पूरा हो जाएगा। पहले चरण में गिनेंगे केवल मकानजनगणना का काम दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में हर शहर और गांव के एक-एक घर की गिनती की जाएगी। दूसरे चरण में मैदानी टीम घर-घर जाकर हर घर के एक-एक सदस्य की जानकारी लेंगे। 2011 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश की जनसंख्या 2.55 करोड़ है। मकानों की गिनती के पूर्व राज्य सरकार को राज्य, जिला, नगरीय निकायों के लिए जनगणना अधिकारियों की नियुक्ति करनी होगी। जनगणना में लगने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। वार्ड 52 में की गई प्री जनगणना केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय और जनगणना निदेशालय के निर्देश पर रायपुर नगर निगम के जोन-10 के डॉ. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड (क्रमांक 52) को प्री टेस्ट जनगणना (पूर्व परीक्षण) के लिए चुना गया है। जनगणना निदेशालय के अधिकारी हीरेन्द्र सिंहा के नेतृत्व में जोन-10 की जनगणना पूर्व गणना हुई। नगर निगम आयुक्त विश्वदीप के निर्देश पर वार्ड के 8000 मकानों की पहले लिस्टिंग की गई। फिर इन मकानों में रहने वाले करीब 28 हजार लोगों की जनगणऩा की गई। जनगणना में इस तरह की जानकारी पूछी जाएगी मकान मालिक का नाम और पारिवार के सदस्यों जानकारी नाम, लिंग, आयु, जन्मतिथि और जन्मस्थान। {आर्थिक और शैक्षणिक जानकारी, व्यवसाय, शिक्षा का स्तर, साक्षरता राष्ट्रीयता। {घर का पता, रहने की अवधि। मकान कच्चा है या पक्का। कमरों की संख्या, बिजली है या नहीं। {शौचालय, खाना पकाने गैस में बनाते हैं या चूल्हें में। {टीवी, टेलीफोन, कंप्यूटर, मोबाइल, वाहन जैसी संपत्ति है या नहीं: यह पूरी तरह से डिजिटल होगी। एसआईआर के फील्ड वर्क का आज आखिरी दिन छत्तीसगढ़ में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के फील्ड वर्क का आज आखिरी दिन है। एसआईआर प्रोग्राम के तहत घर-घर जाकर लोगों से गणना प्रपत्र भरने और उन्हें निर्वाचन आयोग में जमा करने के फील्ड वर्क 11 दिसंबर को खत्म हो जाएगा। इसके बाद बीएलओ, बीएलए समेत इस काम में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों का फील्ड वर्क खत्म हो जाएगा। तीन महीने के रेस्ट के बाद शुरू होने वाली जनगणना में शिक्षा, राजस्व, नगरीय निकाय, जिला प्रशासन और राज्य शासन के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी। एसआईआर में काम करने वाले बीएलओ और बीएलए को जनगणना में भी फील्ड वर्क करना होगा। सीएस को लिखी चिट्ठीजनगणना की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इसके लिए मुख्य सचिवों को पत्र लिखा गया है। जनगणना अधिकारियों की नियुक्ति के बाद अधिकारियों और जनगणना प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों का प्रशिक्षण होगा। इसके बाद अगले साल अप्रैल से जनगणना का पहला चरण शुरू होगा।कार्तिकेय गोयल, निदेशक जनगणना छग
मोबाइल दुकान चोरी का खुलासा, 3 गिरफ्तार:जमुई पुलिस ने 29 मोबाइल फोन किए बरामद
जमुई पुलिस ने मोबाइल दुकानों में हुई चोरी की घटनाओं का सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और कुल 29 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। ये चोरियां 31 अक्टूबर और 2 नवंबर को टाउन थाना क्षेत्र में हुई थीं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो नाबालिग और एक बालिग युवक शामिल हैं। बालिग आरोपी की पहचान लखीसराय जिले के हलसी थाना निवासी ईगलेश कुमार (पिता श्री माहतो) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि चोरी के मोबाइल फोन की खरीद-बिक्री में शामिल दो अन्य नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है। इस चोरी कांड में शामिल एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है, जिसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। तकनीकी इनपुट के आधार पर मामलों का सफल उद्भेदन किया पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने बुधवार को समाहरणालय स्थित SP कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि टाउन थाना गेट के सामने स्थित वाजीद मोबाइल दुकान और गणेश मोबाइल सेंटर में दीवार काटकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत और तकनीकी इनपुट के आधार पर इन मामलों का सफल उद्भेदन किया। विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया था एसपी दयाल ने जानकारी दी कि चोरी की सूचना मिलते ही एसडीपीओ सतीश सुमन के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया था। इस टीम में टाउन थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार, एसआई विवेक कुमार यादव, एसआई अखिलेश कुमार, एसआई उदय कुमार, एसआई धीरज कुमार, एसआई निकेश कुमार, जिला आसूचना इकाई तथा जमुई थाना सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। आरोपियों को गिरफ्तार किया और चोरी गए मोबाइल फोन बरामद किए पुलिस ने तकनीकी निगरानी और गोपनीय इनपुट के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया और चोरी गए मोबाइल फोन बरामद किए। एसपी ने कहा कि शहर में चोरी की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्रिय है और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले में शामिल फरार आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। साथ ही, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए शहर में गश्ती व्यवस्था और मजबूत की जाएगी।
कैमूर में कुदरा थाना क्षेत्र के पसपीपरा रोड स्थित खलसा नहर पुल के पास हुए लूटकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में एक आरोपी को लूटे गए मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया है। यह घटना 19 अक्टूबर 2025 की शाम करीब 6:30 बजे हुई थी। भदौला निवासी शत्रुधन कुमार अपनी मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे, तभी चार अज्ञात अपराधियों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया। अपराधियों ने शत्रुधन कुमार के साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए उनका सैमसंग गैलेक्सी ए-34 मोबाइल फोन, पांच हजार रुपए नकद और उनकी टीवीएस मोटरसाइकिल (रजिस्ट्रेशन संख्या BR24AG-6778) छीन ली थी। कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था इस घटना के संबंध में कुदरा थाना में कांड संख्या 418/25 दिनांक 20.10.2025 के तहत बीएनएस की धारा 309(4)/3(5) में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तकनीकी अनुसंधान का सहारा लिया, जिससे महत्वपूर्ण सुराग मिले। मोबाइल बरामद किया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने लूटा गया मोबाइल बरामद किया और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक की पहचान खरहना, थाना कुदरा निवासी नीरज कुमार (उम्र लगभग 19 वर्ष), पिता शिवजी राम के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन बरामद किया है। पुलिस फरार हुए अन्य तीन अपराधियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
हरियाणा के पंचकूला जिले में एक बुजुर्ग बुधवार की शाम को टावर पर चढ़ गया। बुजुर्ग टावर को अपने एरिया से हटवाना चाहता है। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बुजुर्ग को समझाकर टावर उतारा गया। पिंजौर की भोगपुर कॉलोनी में बुधवार की शाम करीब 5 बजे बुजुर्ग टावर पर चढ़ गया। बुजुर्ग के टावर पर चढ़ने की सूचना मिलते ही पुलिस की ईआरवी टीम मौके पर पहुंची। आसपास में पूछताछ की गई तो बुजुर्ग की पहचान प्रीतपाल के तौर पर हुई। बुजुर्ग के साथ पुलिस की ERV-525 टीम इंचार्ज प्रवीण ने संवाद शुरू किया तो बुजुर्ग ने कहा कि पहले यहां से टावर को हटवाओ, तभी नीचे से उतरेगा। टीम ने समझाया कि इसके लिए वे डीसी से बात करवाते हैं। जिसके बाद बुजुर्ग ने कहा कि उसे अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। जिसके बाद टीम ने उसे मौके से ही टावर कंपनी के अधिकारियों से फोन पर बात करने की बात कही। 12 दिसंबर को आएगी कंपनी की टीम जिसके बाद बुजुर्ग प्रीतपाल नीचे उतरे। उनके नीचे उतरने के बाद टीम ने टावर कंपनी के अधिकारियों से बात की और बुजुर्ग की समस्या का समाधान के लिए बुलाया। जिस पर कंपनी की ओर से 12 दिसंबर को बुजुर्ग के घर पहुंचने का आश्वासन दिया गया है। 3 प्वाइंट में समझिए बुजुर्ग और टावर की कहानी एयरटेल नेटवर्क का है टावर : पिंजौर के जिस टावर को लेकर बुजुर्ग टावर पर चढ़ा है, उसे इंडस कंपनी ने यहां पर लगाया है। टावर पर एयरटेल कंपनी का नेटवर्क लगा है। बुजुर्ग का कहना कि मोबाइल टावर से कैंसर की किरणें निकलती हैं, इसलिए उनके एरिया से इसे बाहर किया जाए। सीमेंट कंपनी से रिटायर हैं बुजुर्ग: पिंजौर की भोगपुर कॉलोनी निवासी प्रीतपाल हिमाचल प्रदेश में ACC सीमेंट कंपनी में जॉब करते थे। 6 साल पहले वे कंपनी से रिटायर हुए हैं। उनका एक बेटा है, जो ऑटोमोबाइल कंपनी में सर्विस मैनेजर है। 5 माह पहले भी टावर चर चढ़े : बुजुर्ग प्रीतपाल टावर हटाने की मांग को लेकर 5 माह पहले भी टावर पर चढ़ गए थे। जिस पर भी उन्हें समझाकर टावर से उतारा गया था। जब भी कोई टेक्नीशियन टावर को चेक करने के लिए आते हैं तो बुजुर्ग टावर पर चढ़ जाते हैं। रिश्तेदार के प्लाट में लगा : बुजुर्ग प्रीतपाल जिस टावर का विरोध कर रहे हैं, वो उनके ही रिश्तेदार के प्लाट में लगा हुआ है। प्रीतपाल की पुत्रवधू के अनुसार वो जिन लोगों के साथ बैठते हैं, उनसे चर्चा में बुजुर्ग के दिमाग में बैठ गया है कि टावर से कैंसर होता है। उसके बाद से उन्होंने टावर का विरोध शुरू कर दिया है।
कानपुर देहात पुलिस ने 11 जुआरी को किया गिरफ्तार:1.27 लाख नकदी, 9 मोबाइल और 5 बाइक बरामद
कानपुर देहात के भोगनीपुर पुलिस ने देर रात छापेमारी कर 11 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 1,27,385 रुपए नकद, 9 मोबाइल फोन और 5 मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। मुखबिर की सूचना पर भोगनीपुर थाना पुलिस ने रैगवां-मांचा रोड पर स्थित एक बंद भट्टे पर छापा मारा। थाना प्रभारी के नेतृत्व में पहुंची टीम ने मौके से 11 लोगों को जुआ खेलते हुए रंगे हाथ पकड़ा। सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर जुआ अधिनियम की धारा 13 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राहुल, रिंकू, कल्यान, मोहित, रवि, अमित पाल, अंकित कुमार, बलराम गुप्ता, बृजेश कुमार, रविन्द्र और जयवेन्द्र शामिल हैं। पूछताछ के दौरान सभी ने जुआ खेलने की बात स्वीकार की। पुलिस के अनुसार, कुछ आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी है। कल्यान, मोहित, रवि और अमित के खिलाफ पहले भी जुआ अधिनियम सहित अन्य धाराओं में कई मामले दर्ज हैं।
गुरुग्राम में विदेशी करेंसी एक्सचेंज के बहाने होटल बुलाकर एक व्यक्ति से 23.48 लाख रुपए और महंगे मोबाइल लूट लिए। मामले की छानबीन करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।आरोपियों ने उसे बेहतर रेट का लालच देकर एक बड़े होटल में बुलाया था। जैसे ही वह होटल के कमरे में पहुंचा, तो अंदर मौजूद बदमाशों ने हथियार दिखाकर उसे डराया। आरोपियों ने उसके पास से बैग में रखी करेंसी निकाल ली। जिसकी कुल वैल्यू 23 लाख 48 हजार रुपए बनती है। लूट की इस वारदात को अंजाम देकर आरोपी मौके से फरार हो गए। काफी देर बाद पीड़ित ने होटल स्टाफ को जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया गया। चार मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया शिकायत मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। तकनीकी जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 4 मुख्य आरोपियों को दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कर ली गई है। पुलिस ने इनके कब्जे से लूट की गई राशि का बड़ा हिस्सा बरामद किया है। होटल या एकांत स्थान पर बुलाकर करते हैं लूट पूछताछ में पता चला है कि यह गिरोह पिछले कई महीनों से गुरुग्राम और दिल्ली-एनसीआर में विदेशी मुद्रा बदलने के नाम पर लोगों को फंसाकर लूट की वारदातों को अंजाम दे रहा था। ये लोग सोशल मीडिया और लोकल एजेंट्स के जरिए पीड़ितों को लुभाते थे और होटल या एकांत स्थान पर बुलाकर लूटपाट करते थे। पुलिस ने इनके खिलाफ पहले भी कई थानों में लूट, डकैती और ठगी के मुकदमे दर्ज होने की जानकारी दी है। आरोपियों से पूछताछ कर रही पुलिस पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि इस गिरोह के बारे में पुलिस गहन जांच कर रही है। गुरुग्राम पुलिस पूरी चेन तोड़ेगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि विदेशी मुद्रा बदलने के लिए हमेशा अधिकृत बैंक या लाइसेंस प्राप्त एक्सचेंज काउंटर का ही उपयोग करें। किसी अनजान व्यक्ति के साथ होटल या एकांत जगह पर सौदा करने से बचें। उन्होंने बताया कि थोड़ी देर में इसकी जानकारी शेयर की जाएगी।
इंदौर के भंवरकुआ इलाके में एक इलेक्ट्रानिक दुकान पर काम करने वाले निजी फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी को अचानक हार्ट अटैक आ गया। वह गश खाकर गिर गए। उन्हें उपचार के लिए नजदीक के अस्पताल ले जाया गया। यहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम किया है। घटना मंगलवार दोपहर की है, बुधवार को इसका VIDEO सामने आया।भंवरकुआं पुलिस के मुताबिक मृतक का नाम शिवनारायण मालवीय(31) निवासी मूसाखेड़ी है। वह तीन ईमली के पास अजय इंटरप्राइजेस नाम की मोबाइल दुकान में काम करते हैं। काम के दौरान वह एक कस्टमर को मोबाइल फाइनेंस करने के लिए अपने मोबाइल से लॉगिन कर रहे थे। इस दौरान गश खाकर वहीं गिर गए। उन्हें उपचार के लिए साथी जूपिटर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उनकी मौत हो गई।भाई रामगोपाल ने बताया कि सुबह तक उसका भाई ठीक था। घर से अच्छे से निकला इसके बाद दोपहर में अचानक उनके यहां काम करने वाले युवक ने उन्हें बताया कि वह चक्कर खाकर गिर गया। फिलहाल पीएम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा लेकिन प्रारंभिक तौर पर साइलेंट अटैक की बात कही गई है। 3 तस्वीरों में देखिए युवक को इस तरह आया अटैक... परिवार में दो बच्चे, कन्नौद में होगा अंतिम संस्कारशिवनारायण के परिवार में एक 5 साल और एक ढाई साल का बेटा है। बड़े भाई रामगोपाल नजदीक ही अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके पिता की 10 साल पहले मौत हो चुकी है। परिवार मूल रूप से कन्नोद के पास महुरिया ग्राम का रहने वाला है। परिवार ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार वहीं किया जाएगा। ये खबरें भी पढ़ें... 1. इंदौर में राह चलते प्रॉपर्टी कारोबारी को हार्ट अटैक...VIDEO इंदौर में सड़क पर जा रहे प्रॉपर्टी कारोबारी को हार्ट अटैक आ गया। पल भर में उसकी मौत हो गई। वह स्कूटी का टायर पंक्चर होने पर उसे धक्का देकर ले जा रहा था। इसी दौरान वह अचानक गिरा और फिर नहीं उठा। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।पूरी खबर पढ़ें 2. पेट्रोल पंप पर खड़े-खड़े गिरा युवक, मौत, VIDEO इंदौर में पेट्रोल पंप पर गाड़ी में फ्यूल डलवा रहा युवक अचानक जमीन पर गिरा और बेहोश हो गया। पंपकर्मियों ने उसे उठाया। मुंह पर पानी के छींटे मारे। जब वह होश में नहीं आया तो उसे अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला विजयनगर इलाके में भारत पेट्रोलियम के पंप पर सोमवार सुबह की है।पूरी खबर पढ़ें
फतेहाबाद जिले में टोहाना के नेशनल हाईवे 148 बी पर मंगलवार देर रात एक डंपर बेसहारा पशु को बचाने के प्रयास में डिवाइडर पर चढ़ गया। इस हादसे में डंपर को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। घटना चंडीगढ़ रोड स्थित हर्बल पार्क के सामने हुई। हादसे के बाद अज्ञात व्यक्ति मोबाइल छीनकर फरार हो गया। ट्रैफिक पुलिस इंचार्ज करमचंद के नेतृत्व में मौके पर पहुंची पुलिस ने यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए वाहनों को साइड से निकाला। झज्जर निवासी डंपर चालक रघुवीर ने बताया कि वह पंजाब के तलवंडी से फ्लाई ऐश (राख) लेकर राजस्थान जा रहा था। अचानक गाड़ी के सामने आया पशु रघुवीर के अनुसार, देर रात अचानक एक बेसहारा पशु डंपर के आगे आ गया। पशु को बचाने की कोशिश में डंपर बेकाबू होकर डिवाइडर पर चढ़ गया। चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई। चालक ने यह भी बताया कि सड़क पर साइन बोर्ड न होने के कारण गाड़ी फुटपाथ पर चढ़ गई, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ। डंपर में 38 टन राख भरी थी, जिसे आगे ले जाना था। अब इस सामान को दूसरे वाहन की सहायता से गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। रघुवीर ने बताया कि हादसे के बाद देर रात्रि एक अज्ञात व्यक्ति उसके मालिक से फोन पर बात करने का बहाना बनाकर उसका मोबाइल छीनकर फरार हो गया।
दरभंगा में बिहार पुलिस “चालक सिपाही” के पदों पर चयन/भर्ती के लिए आज परीक्षा है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। अनुमंडल पदाधिकारी सदर विकास कुमार ने बताया कि केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से एग्जाम एकल पाली में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक होगी। परीक्षा शहर क्षेत्र स्थित कुल 22 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी, जिनमें बीकेडी बालक उच्च विद्यालय, एमएल अकादमी, मिल्लत कॉलेज, सीएम कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, एमएलएसएम कॉलेज, केएस कॉलेज, एमएआर महिला विद्यालय, एचबी सोगरा हसन मेमोरियल, मारवाड़ी हाई स्कूल,एमकेपी विद्यापति हाई स्कूल,एमआरएम कॉलेज समेत अन्य संस्थान शामिल हैं। सदर SDO ने बताया कि परीक्षा दिवस पर केंद्रों के आसपास 200 मीटर की परिधि में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा-163 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेगी। यह आदेश सुबह 7 बजे से परीक्षा प्रक्रिया खत्म होने तक प्रभावी रहेगा। लाउडस्पीकर का उपयोग करना मना पांच या उससे अधिक व्यक्तियों का समूह में इकट्ठा होना,किसी प्रकार के हथियार जैसे लाठी, भाला, गड़ासा, चाकू, आग्नेयास्त्र आदि लेकर चलना,सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक लाउडस्पीकर का उपयोग,परीक्षार्थी व परीक्षा कर्मियों की ओर से मोबाइल फोन या कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना ये सब प्रतिबंधित किया गया है। सरकारी पदाधिकारी, पुलिस बल, ड्यूटी पासधारी कर्मी, शांतिपूर्ण धार्मिक कार्यक्रम, अंतिम यात्रा व शादी-विवाह कार्यक्रम को छुट रहेगा। जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने परीक्षा को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त रूप से संपन्न कराने के लिए सभी केंद्राधीक्षकों को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि सभी केंद्राधीक्षक और कर्मी सुबह 7:30 बजे तक अनिवार्य रूप से उपस्थित हों। अभ्यर्थी केवल e-Admit Card और पहचान पत्र के साथ प्रवेश करेंगे। फ्रिस्किंग की जाएगी और किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। एडमिट कार्ड के साथ रिकॉर्ड की जाएगी परीक्षा कक्ष में अभ्यर्थियों की फोटो और वीडियो उनके एडमिट कार्ड के साथ रिकॉर्ड की जाएगी। परीक्षा 2 घंटे की होगी, जिसमें 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्न शामिल हैं। ईधर SDO ने बताया कि बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (BBOSE) की प्रथम माध्यमिक (जून 2025) और द्वितीय माध्यमिक (दिसंबर 2025) परीक्षा 15 से 23 दिसंबर तक दो पालियों में आयोजित होगी। इसके लिए 2 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं। 1. प्लस टू देश रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद बालिका उच्च विद्यालय 2. मारवाड़ी उच्च विद्यालय, दरभंगा इन परीक्षा केंद्रों के आसपास भी धारा-163 के तहत निषेधाज्ञा लागू रहेगी।
पाली में मंदिर में चोरी:चांदी की कवच-छत्र चुराया; ऑनलाइन कैमरे से मुंबई में मोबाइल पर गया अलर्ट
पाली के तखतगढ़ थाना एरिया के पावा गांव में चोरों ने बीती रात पावा गांव के सती माता मंदिर में चोरी की घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई और मुंबई में रहने वाले बाबूलाल के मोबाइल पर आया अलर्ट, उन्होंने तुरंत गांव के समाजबंधुओं को फोन कर सूचना दी। चोर मंदिर से करीब 3 किलो वजनी चांदी की कवच, चांदी का छत्र तथा चोरी कर ले गए। पूरी घटना मंदिर परिसर में लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई है, जिसमें 2 चोर मंदिर में घुसते, मूर्ति पर से कवच निकालते और दानपात्र को तोड़ने का प्रयास करते साफ दिखाई दे रहे हैं। फुटेज के आधार पर पुलिस चोरों की तलाश में है। मुंबई में रहने वाले बाबूलाल के मोबाइल पर आया अलर्ट मंदिर के ऑनलाइन कैमरे लगा रखे है। घटना के समय मंदिर कमेटी पदाधिकारी बाबूलाल ब्राह्मण मुंबई में थे। रात में कैमरों की निगरानी के दौरान अचानक मोबाइल पर संदिग्ध मूवमेंट दिखाई दी। उन्होंने तुरंत गांव के समाजबंधुओं को फोन कर सूचना दी। इस पर संजय कुमार, भरत कुमार, प्रकाश कुमार, मोहनलाल, रामलाल, कैलाश कुमार सहित कई ग्रामीण मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को अवगत कराया। रात 3 बजे ही पहुंची पुलिस चोरी की सूचना मिलते ही तखतगढ़ पुलिस सक्रिय हो गई। रात करीब 3 बजे पुलिस टीम गांव पहुंची और जांच शुरू की। थाना अधिकारी शैतान सिंह चारण के साथ पहुंचे पुलिसकर्मियों ने मंदिर परिसर व आसपास की गलियों का निरीक्षण किया। पुलिस ने मौके पर ही सर्च ऑपरेशन चलाया और मुख्य रास्तों पर तलाशी तेज कर दी।
पंचकूला में एक रेस्टोरेंट के बाहर खड़ी कार से कर्नल की पत्नी का बैग चोरी कर लिया गया। पीड़िता की शिकायत पर पंचकूला सेक्टर-5 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं लगा है। पंचकूला के सेक्टर-8 निवासी कर्नल डीवी छिब्बर की पत्नी कचंन छिब्बर ने बताया कि वह सेक्टर-9 के सागर रत्ना रेस्टोरेंट में गई थी। जहां पर उनकी किट्टी पार्टी चल रही थी। पार्टी से लौटी तो उन्होंने देखा कि कोई कार से उसका बैग चोरी कर ले गया। जिसमें उनका मोबाइल फोन और 5 हजार रुपए रखे थे। सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस पीड़िता के अनुसार बैग में उनके कुछ पर्सनल आइटम रखे हुए थे। जिन्हें चोर लेकर चला गया। उन्होंने आसपास के दुकानदारों से भी पता किया, लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया। जिसके बाद वे सेक्टर-10 पुलिस चौकी पहुंची, जहां पर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। पंचकूला सेक्टर-5 थाना पुलिस के जांच अधिकारी ASI संजीव कुमार ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर चोरी का मामला दर्ज कर लिया गया है। वे पार्किंग एरिया के आसपास में लगे सीसीटीवी की फुटेज चेक करवा रहे हैं। हालांकि अभी कोई सुराग नहीं लगा है। उनकी टीम जल्द आरोपियों का सुराग लगाने का प्रयास कर रही है।
बच्चों को मोबाइल की लत से बचाएं और रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ें : डीईओ
भवन्ज एसएल पब्लिक स्कूल में 113वां मासिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘एक सुरमई शाम-शिक्षकों के नाम’ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करना और उभरती प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना था। मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार उपस्थित रहे। उनकी धर्मपत्नी किरन शर्मा ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसके बाद मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। भवन्ज कला केंद्र के समन्वयक विनोद शर्मा ने बताया कि इस सांस्कृतिक श्रृंखला की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई थी, जो आज 113वें पड़ाव तक पहुंच चुकी है। इस अवसर पर राज कुमार ठाकुर ने अपनी स्वरचित कविता ‘क्या ये शिक्षक गा सकते हैं’ प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन जीत लिया। संगीत प्रस्तुतियों की शुरुआत राकेश गुलाटी ने गीत ‘भरी दुनिया में आ के दिल’ से की। इसके बाद राज कुमार ठाकुर ने ‘हम बेवफा हरगिज न थे’, मनीष ने ‘पुकारता चला हूं मैं’ और ‘क्या हुआ तेरा वादा’ सुनाया। हरप्रीत ने ‘अजनबी कौन हो तुम’ और ‘दिल हूम हूम करे’ की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। युगल और समूह गीतों में ‘जानेमन तेरे दो नयन’, ‘मैं दुनिया भुला दूंगा’ और ‘हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें’ ने पूरे सभागार को तालियों से गूंजा दिया। मुख्य अतिथि राजेश कुमार शर्मा ने भवन्ज प्रबंधन समिति का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षकों और अभिभावकों को प्रेरित किया कि वे बच्चों को मोबाइल की अत्यधिक लत से बचाएं और उन्हें रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ें। उन्होंने शिक्षकों से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान देने का आह्वान किया। भवन्ज के अध्यक्ष अविनाश महेन्द्रू ने सभी कलाकारों की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।
मधेपुरा पुलिस ने मंगलवार को एक अंतरराज्यीय मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश कर छह बदमाशों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके कब्जे से 48 चोरी के मोबाइल फोन, 17,950 रुपये नकद और दो मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। उदाकिशुनगंज में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी संदीप सिंह ने पूरी कार्रवाई की जानकारी दी। सब्जी खरीदते समय चोरी हुआ था युवक का मोबाइल एसपी ने बताया कि पूरे मामले की शुरुआत 7 दिसंबर को हुई। रतवारा थाना क्षेत्र के सोनामुखी निवासी वकील भगत ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बाजार में सब्जी खरीदते समय उनका ओपो कंपनी का मोबाइल चोरी हो गया। इस पर रतवारा थाना में कांड संख्या 79/25 दर्ज किया गया और जांच शुरू हुई। सूचना मिलते ही बनी विशेष टीम 8 दिसंबर को रतवारा थानाध्यक्ष को इनपुट मिला कि मोबाइल चोरी करने वाला एक संगठित गिरोह क्षेत्र में सक्रिय है। इस पर एएसपी के निर्देश पर थानाध्यक्ष साजन पासवान के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने मानवीय और तकनीकी इनपुट का उपयोग करते हुए लगातार छापेमारी की और छह बदमाशों को विभिन्न जगहों से गिरफ्तार कर लिया। झारखंड–बिहार के युवक गिरफ्तार, चोरी कर करते थे साइबर अपराध गिरफ्तार बदमाश झारखंड और बिहार के निवासी हैं। इनमें शामिल हैं— पूछताछ में इन युवकों ने चोरी की घटनाओं में संलिप्तता स्वीकार की। साथ ही यह भी खुलासा किया कि मोबाइल छीनने के बाद वे साइबर क्राइम को अंजाम देते थे। 48 मोबाइल, नकद और दो बाइक बरामद गिरोह के पास से कुल 48 मोबाइल फोन, 17,950 रुपये नकद और दो मोटरसाइकिल बरामद की गई हैं। एसपी ने बताया कि सभी अभियुक्तों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी कर ली गई है और उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा चुका है।यह पूरी कार्रवाई पुलिस मुख्यालय और कोसी रेंज के डीआईजी के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा थी। मधेपुरा पुलिस ने दावा किया है कि गिरोह की गिरफ्तारी के बाद जिले में मोबाइल चोरी और उससे जुड़े साइबर अपराधों पर लगाम लगेगी।
जबलपुर पुलिस ने अवैध हथियारों और कारोबार पर नकेल कसने के अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की है। बरगी थाना पुलिस ने नागपुर से कारतूस बेचने आए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 14 कारतूस, पांच मोबाइल और एक स्कॉर्पियो जब्त किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोन-4 अंजना तिवारी और नगर पुलिस अधीक्षक बरगी अंजुल अयंक मिश्रा के मार्गदर्शन में की गई। बरगी थाना प्रभारी, प्रशिक्षु डीएसपी हेमंत कुमार ने बताया कि 8 दिसंबर 2025 को मुखबिर से सूचना मिली थी। मुखबिर ने बताया था कि मंडला बायपास रोड स्थित परमेश्वर ढाबा पर एक काले रंग की बिना नंबर की स्कॉर्पियो (जिस पर महाकाल लिखा था) में कुछ लोग अवैध कारतूस बेचने के लिए ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने ढाबे पर दबिश दी। वहां स्कॉर्पियो वाहन के पास पांच संदिग्ध आरोपी बैठे मिले। पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे, लेकिन घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने नागपुर से कारतूस बेचने के लिए जबलपुर आने की बात स्वीकार की। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में उजैर परवेज (38 वर्ष, राय आसियाना अपार्टमेंट, मनकापुर, नागपुर), कासिफ खान (28 वर्ष, प्रशांत कॉलोनी, गिट्टी खदान, नागपुर), असमित खोटे (26 वर्ष, पांच पावली, नागपुर), शुभम कोटांगले (25 वर्ष, बेझनबाग, जरीपटका, नागपुर) और जयघोस टेम्बुरने (30 वर्ष, धम्मदीप नगर, विनाकी लेआउट, नागपुर) शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल 14 कारतूस, वीवो, नार्जो, रियलमी और एपल ब्रांड के पांच मोबाइल और एक काली स्कॉर्पियो वाहन (रजिस्ट्रेशन नंबर MH 35 P 7202) जब्त किया है। सभी आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 27 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मुल्लांपुर दाखा में लुधियाना-फिरोजपुर मुख्य मार्ग पर सोमवार शाम एक फल विक्रेता से तलवार की नोक पर 4200 रुपए और एक मोबाइल फोन लूट लिया गया। दो अज्ञात लुटेरों ने इस वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित अमरनाथ ने बताया कि वह अपनी रेहड़ी पर फल बेचने के बाद शाम को घर लौट रहा था, तभी यह घटना हुई। अमरनाथ के अनुसार, जब वह मुख्य सड़क से अपने घर की ओर मुड़ने की तैयारी कर रहा था, तभी बाइक सवार दो युवकों ने उसे रोक लिया। एक युवक ने कपड़े से अपना चेहरा ढका हुआ था, जबकि दूसरे का चेहरा खुला था। अमरनाथ ने पुलिस को बताया कि वह खुले चेहरे वाले युवक को पहचान सकता है। तलवार से हमला करने की कोशिश अमरनाथ ने बताया कि, बाइक से उतरकर एक युवक ने बिना कुछ कहे उस पर तलवार से हमला करने की कोशिश की। अमरनाथ ने खुद को बचाते हुए पीछे हटने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान दूसरे युवक ने उसकी गर्दन पर तलवार रख दी। लुटेरों ने उसकी जेब से 4200 रुपए नकद और रेहड़ी में रखा मोबाइल फोन छीन लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना के तुरंत बाद, अमरनाथ ने शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। स्थानीय निवासियों ने तत्काल पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलते ही थाना दाखा की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश के लिए नाकाबंदी भी की गई है। अमरनाथ ने पुलिस से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने और क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
धनबाद में तीन साइबर अपराधी गिरफ्तार:फर्जी ऐप्स और लिंक भेजकर करते थे ठगी, 8 मोबाइल बरामद
धनबाद साइबर पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी शहर के विभिन्न हिस्सों में किराए के मकान लेकर ठगी को अंजाम देते थे। पुलिस ने इनके पास से 8 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड और दो बाइक बरामद की हैं। तीनों लंबे समय से साइबर ठगी में सक्रिय थे ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में टुंडी थाना क्षेत्र के सचिन कुमार, महेश मंडल और तोपचांची थाना क्षेत्र के विनोद कुमार महतो शामिल हैं। ये तीनों लंबे समय से साइबर ठगी में सक्रिय थे। ऐप्स व लिंक भेजकर लोगों के मोबाइल से निजी जानकारी चुराते थे पुलिस के अनुसार, यह गिरोह पहले टुंडी क्षेत्र में सक्रिय था, लेकिन पुलिस का दबाव बढ़ने पर इन्होंने अपना ठिकाना बदलकर शहरी इलाकों में किराए के मकान ले लिए थे। अपराधी फर्जी APK फाइल, RTO चालान और SBI रिवॉर्ड जैसे नकली ऐप्स व लिंक भेजकर लोगों के मोबाइल से निजी जानकारी चुराते थे। जानकारी मिलने के बाद वे पीड़ितों को साइबर ठगी का शिकार बनाते थे। गिरफ्तार आरोपियों में 21 वर्षीय सचिन कुमार खुद को छात्र बताता है, लेकिन पुलिस के मुताबिक वही इस गिरोह का मास्टरमाइंड है। महेश मंडल पहले भी साइबर अपराध के एक मामले में तिहाड़ जेल जा चुका है। ये तीनों मिलकर ठगी का एक बड़ा नेटवर्क चला रहे थे। पुलिस अब जब्त किए गए मोबाइल फोन और सिम कार्ड की जांच कर रही है, ताकि ठगी के शिकार हुए अन्य लोगों का पता लगाया जा सके और इस गिरोह के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।
सोनीपत पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। साइबर थाना सोनीपत की टीम ने तकनीकी जांच और लगातार निगरानी के बाद पंजाब के मोहाली से गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर साइबर फ्रॉड नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। आरोपियों द्वारा जॉब ऑफर का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपए हड़पने की शिकायतें मिली थीं। फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ सोनीपत पुलिस आयुक्त ममता सिंह, IPS, ADGP के मार्गदर्शन में और पुलिस उपायुक्त पश्चिम एवं साइबर कुशल पाल सिंह के नेतृत्व में साइबर थाना टीम ने गहन जांच करते हुए गिरोह का खाका तैयार किया। पुलिस ने मोहाली में रेड कर कॉल सेंटर चला रहे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो ऑनलाइन जॉब ऑफर के नाम पर लोगों को निशाना बनाते थे। आरोपियों से साइबर थाना पुलिस ने 1 लाख 35 हजार रुपए कैश, 12 मोबाइल और 10 लैपटॉप बरामद किए हैं। आरोपियों को एक गिरोह लंबे समय से एक्टिव था और वह हरियाणा, पंजाब ,उत्तर प्रदेश और स्थानीय निवासियों को साइबर ठगी का शिकार बना रहे थे। शिकायतकर्ता से ऐसे की गई थी ठगी शिकायतकर्ता गोपाला कृष्णा, निवासी सेक्टर-13 सोनीपत ने बताया कि उन्हें www.Find2Career.com नाम की फर्जी कंसल्टेंसी से 12 जुलाई 2025 को नौकरी का झांसा देकर कॉल आया। रजिस्ट्रेशन फीस, इंटरव्यू, टेक्निकल टेस्ट और प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर उनसे करीब ₹5,00,000 की ठगी की गई। कॉल और ईमेल पर संतोषजनक जवाब न मिलने के बाद वह पुलिस के पास पहुंचे, जहां मामले की जांच शुरू की गई। तकनीकी जांच से पकड़े गए आरोपी साइबर थाना प्रबंधक निरीक्षक बसंत कुमार के नेतृत्व में ASI नवदीप, ASI विनीत, मुख्य सिपाही प्रदीप, सिपाही विकास और SPO दिनेश की टीम ने आरोपी गिरोह की लोकेशन ट्रेस की। पुलिस ने मोहाली में दबिश देकर शिवम (बनारस), राहुल (द्वारका सेक्टर-8), मनोज (कैथल) और फैज (संगम विहार) को गिरफ्तार किया। न्यायालय में पेश कर भेजा जेल आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की। उनके कब्जे से मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और नकदी से साइबर फ्रॉड नेटवर्क की गहराई से जांच जारी है। पूछताछ के बाद चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। साइबर अपराध से बचने की पुलिस सलाह एसीपी साइबर राजदीप मोर प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए और नागरिकों को जागरूक करते हुए कहा कि किसी अनजान कॉल, लिंक या मैसेज पर विश्वास न करें। केवल भरोसेमंद और प्रमाणित वेबसाइट/एप का ही उपयोग करें। नौकरी दिलाने के नाम पर अग्रिम भुगतान मांगने वालों से सतर्क रहें। लालच या फर्जी ऑफरों के झांसे में न आएं। यदि कोई भी साइबर अपराध का शिकार हो तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत कॉल करें।
बालोतरा पुलिस ने ऑनलाइन जुआ-सट्टा गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से ऑनलाइन सट्टेबाजी में इस्तेमाल किए जा रहे दो मोबाइल और लाखों रुपए का हिसाब-किताब बरामद किया है। डीएसटी बालोतरा से मिली पुख्ता सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई, जो सट्टा-जुआ के खिलाफ लगातार चौथी कार्रवाई है। भारत-दक्षिण अफ्रीका मैच पर सट्टा लग रहा था बालोतरा थानाधिकारी हिंगलाजदान ने बताया- देर रात डीएसटी टीम को सूचना मिली थी कि पंचायत समिति के पास ऑनलाइन आईडी के माध्यम से भारत-दक्षिण अफ्रीका वनडे मैच पर सट्टा लगाया जा रहा था। इस सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आरोपी रवि को हिरासत में ले लिया। नई आईडी बनाकर लोगों को जोड़ता था आरोपी पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी रवि मास्टर आईडी का उपयोग करता था। वह ग्राहकों के लिए नई क्लाइंट आईडी और पासवर्ड बनाता था। इसके माध्यम से वह लोगों को क्रिकेट मैच पर दांव लगाने के लिए जोड़ता था, जिससे वह खुद पैसे कमाता था। मोबाइल में मिला लाखों का रिकॉर्ड पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल जब्त किए हैं। इन मोबाइल में लाखों रुपए की ऑनलाइन सट्टेबाजी का पूरा रिकॉर्ड मिला है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान रवि पुत्र परमानंद खत्री, निवासी गांधीपुरा, बालोतरा के रूप में हुई है। थानाधिकारी ने बताया- आरोपी से पूछताछ जारी है। इसका उद्देश्य उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य सहयोगियों और संभावित गिरोह का पता लगाना है। पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन सट्टा गिरोह के खिलाफ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
यमुनानगर में थाना गांधीनगर में विदेश भेजकर नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। आस्ट्रेलिया भेजने के झांसे में एक युवक से आरोपियों ने करीब 11.65 लाख रुपए ठग लिए, जबकि कुल 20 लाख रुपए की डिमांड की गई थी। पुलिस ने शिकायत के बाद चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी और इमिग्रेशन एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता अजय कुमार ने बताया कि जगाधरी वर्कशॉप में काम करने वाले उसके जानकार रितेश सैनी ने अप्रैल महीने में उसकी मुलाकात ग्लोबल इंफोटेक कंपनी के लोगों से कराई थी। कंपनी वालों ने दावा किया कि उनका आस्ट्रेलिया की कंपनियों से टाइअप है और वीजा लगते ही दिल्ली के महिपालपुर स्थित शांति पैलेस होटल में आस्ट्रेलियाई कंपनी के साथ जॉब एग्रीमेंट कराकर उसे विदेश भेज देंगे। मीटिंग के लिए दिल्ली में बुलाया विश्वास दिलाने के लिए आरोपियों ने अपने आधार-पैन कार्ड दिखाए और यह भी बताया कि दो आरोपी रमनदीप कौर और तरणप्रीत सिंह तो यमुनानगर के ही रहने वाले हैं। इसके बाद उसने अपना पासपोर्ट, शैक्षणिक दस्तावेज और पहले चरण में डेढ़ लाख रुपए नकद व गूगल पे से दिए। इसके बाद मई महीने में कई किस्तों में कुल दस लाख पैंसठ हजार रुपए रमनदीप कौर और तरणप्रीत सिंह के बैंक खातों में जमा कराए। जोकि कुल राशी 11 लाख 65 हजार रुपए बनती है। जून के पहले सप्ताह में आरोपियों ने फोन करके बताया कि वीजा लग गया है और 10 जून को दिल्ली के शांति पैलेस होटल में दोपहर 12 बजे मीटिंग है, जहां टिकट-पासपोर्ट सौंपकर फ्लाइट से भेज दिया जाएगा। होटल में पहुंचने पर आरोपियों के फोन बंद अजय ने बताया कि वह तय तारीख को दिल्ली पहुंचा तो होटल में न कोई मीटिंग थी, न कोई आस्ट्रेलियाई अधिकारी। साथ गए अन्य लोगों ने भी कमरे बुक कराए, लेकिन आरोपी वहां नहीं आए और उनके फोन बंद हो गए। यमुनानगर लौटकर जब अजय कंपनी के कन्हैया साहिब चौक वाले ऑफिस पहुंचा तो वहां भी ताला लटक रहा था। इसके बाद उसे एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो गई है। पुलिस ने शिकायत की जांच के अजय कुमार (मोहाली), प्रदीप सिंह (डेराबस्सी), रमनदीप कौर और तरणप्रीत सिंह (दोनों यमुनानगर) के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(2), 318(4) तथा इमीग्रेशन एक्ट की धारा 10 व 24 के तहत थाना गांधीनगर में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दतिया में भांडेर के चिरगांव रोड स्थित पोला पहाड़ हनुमान मंदिर में सोमवार दोपहर एक युवक अचानक मंदिर परिसर में घुसा और श्री हनुमान महाराज की प्रतिमा को तोड़कर खंडित कर दिया। वहां रह रहे महंत पप्पू बाबा ने जब आरोपी को रोकने की कोशिश की, तो युवक ने उनके साथ अभद्रता की और हाथापाई करते हुए उनका मोबाइल भी तोड़ दिया। अचानक हुई घटना से महंत सहम गए और स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंचने लगे। प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के बाद युवक भाग गया मंदिर पर मौजूद भक्तों ने बताया कि घटना दोपहर करीब 1 बजे की है। युवक बेहद उग्र अवस्था में दिखाई दे रहा था और किसी की बात नहीं सुन रहा था। प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के बाद वह मौके से भाग निकला। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग बड़ी संख्या में मंदिर पर जमा हो गए। प्रतिमा को खंडित किए जाने की खबर फैलते ही श्रद्धालुओं में नाराजगी फैल गई। मंदिर के महंत ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी और लिखित आवेदन भी दिया। महंत के अनुसार आरोपी की पहचान हसापुर निवासी राघवेंद्र पाल के रूप में हुई है। महंत ने बताया कि आरोपी मंदिर में घुसते ही प्रतिमा को तोड़ने लगा। रोकने पर उसने उन पर हमला करने की कोशिश की और मोबाइल छीनकर फेंक दिया। जिससे वह टूट गया। शाम करीब 4 बजे महंत और स्थानीय भक्तों का समूह भांडेर थाने पहुंचा और कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा। भीड़ बढ़ने के बाद पुलिस भी सक्रिय हुई और तुरंत मंदिर पहुंचकर स्थिति की जांच की।
हाथरस। पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) प्रभारी धीरज गौतम पर युवकों के साथ मारपीट करने और मोबाइल फोन तोड़ने का आरोप लगा है। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के मंडी समिति परिसर का है, जहां एसओजी प्रभारी का निवास है। जानकारी के अनुसार रविवार देर रात कुछ युवक अपने परिचित के यहां कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने अपनी गाड़ी मंडी समिति परिसर में खड़ी कर दी। इसी दौरान विवाद बढ़ा और आरोप है कि एसओजी प्रभारी ने युवकों से अभद्रता करते हुए मारपीट की। वीडियो बनाने पर उनके मोबाइल फोन भी तोड़ दिए गए। पीड़ित युवक विकास कुशवाहा का कहना है कि वह अपने जीजा के कार्यक्रम में शामिल होने गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि एसओजी प्रभारी ने गंदी गालियां देते हुए धक्का-मुक्की की। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद युवकों ने पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। धीरज गौतम ने आरोपों से इनकार किया उधर, एसओजी प्रभारी धीरज गौतम ने सभी आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि कुछ युवक उस समय परिसर में आतिशबाजी कर रहे थे और शराब के नशे में हंगामा कर रहे थे। उन्होंने केवल उन्हें रोका था, किसी से मारपीट नहीं की। गौतम ने बताया कि घटना के समय वह अपने आवास पर बिना वर्दी के थे। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। मामला फिलहाल जांच में बताया जा रहा है।
सवाई माधोपुर में ट्रेन से मोबाइल चुराने वाला पकड़ा:GRP ने फोन भी बरामद किया; स्लीपर से चुराकर भागा था
सवाई माधोपुर की जीआरपी थाना पुलिस ने ट्रेन से मोबाइल चुराने के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने रामअवतार उर्फ सुदामा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी किया गया 5G मोबाइल भी बरामद किया है। सवाई माधोपुर जीआरपी थानाधिकारी हरिमन मीणा ने बताया कि रेलवे में बढ़ती संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शीर्ष अधिकारियों के निर्देश पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर जीआरपी पुलिस की ओर से अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थानाधिकारी हरिमन मीणा CI के नेतृत्व में गठित टीम के ASI ओमप्रकाश, कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार, कॉन्स्टेबल मखनलाल ने टेक्निकल एनालिसिस और कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी रामअवतार उर्फ सुदामा (27) पुत्र रज्जो निवासी सिरसौदा, थाना रूपवास, जिला भरतपुर को 7 दिसंबर 2025 को गिरफ्तार किया। आरोपी के कब्जे से चोरी गया ओप्पो 5G मोबाइल बरामद किया गया। पूछताछ में आरोपी ने डेढ़ासरावा एक्सप्रेस के कोच S/7 से मोबाइल चोरी करना स्वीकार किया। मामले में आरोपी को आज सोमवार को न्यायालय एसीजेएम रेलवे कोर्ट, कोटा में पेश किया जाएगा।
कल्पना करें... किसी के पास ऐसा सीक्रेट वेपन हो कि वो जब चाहे आपके फोन में झांक सके। पर्सनल मैसेज के साथ बैंक OTP जैसे मैसेज पढ़ सके। जब चाहे आपकी बात सुन सके। आपकी लोकेशन जान सके और आपके फोन में मौजूद फोटो-वीडियो देख सके। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ ऐसा ही हो सकता है संचार साथी मोबाइल एप से, जिसे सरकार ने हर मोबाइल पर इंस्टॉल करने का निर्देश दिया है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा कि यह कदम लोगों की प्राइवेसी पर सीधा हमला है। यह एक जासूसी एप है। सरकार हर नागरिक की निगरानी करना चाहती है। इस स्टोरी में जानेंगे कि संचार साथी मोबाइल एप क्या है? इसका विरोध क्यों हो रहा है? क्या इससे जासूसी की जा सकती है और क्या ये लोगों की प्राइवेसी पर हमला है? सवाल 1: संचार साथी मोबाइल एप क्या है, यह एप मेरे लिए कैसे फायदेमंद है? जवाब: यह केंद्र सरकार का एक डिजिटल सेफ्टी प्रोजेक्ट है। इसे 17 जनवरी 2025 को लॉन्च किया गया था। इसे गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। वेबसाइट पर भी ये मौजूद है। इसके जरिए आम लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। जैसे… सवाल 2: संचार एप का विरोध क्यों हो रहा है, यह मेरे फोन में क्या-क्या डेटा देख सकता है? जवाब: 1 दिसंबर 2025 को एक सरकारी प्रेस रिलीज आई। कहा गया, “अब हर नए स्मार्टफोन में सरकार का साइबर सिक्योरिटी एप ‘संचार साथी’ पहले से इंस्टॉल रहेगा। 90 दिन में सभी कंपनियों को लागू करना होगा। इसे डिसेबल नहीं किया जा सकेगा।” पहले तो किसी ने ध्यान नहीं दिया। फिर कुछ एक्सपर्ट्स ने एप की परमिशन लिस्ट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर डाले। इसमें बताया गया कि ये एप कैमरा, माइक, कीबोर्ड, मैसेज, कॉल लॉग, लोकेशन जैसी परमिशन मांगता है, जिन्हें यूजर ऑफ नहीं कर सकते। सवाल 3: क्या इस एप से मेरी निगरानी या जासूसी हो सकती है? जवाब: एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये संभव है। संचार साथी एप को फोन के कई हिस्सों तक एक्सेस चाहिए, जो IMEI चेक से कहीं ज्यादा है। इसका सर्वर भी यही है। सवाल 4: एप जो डेटा लेता है, उसे कितने समय तक रखा जाता है? जवाब: संचार साथी की प्राइवेसी पॉलिसी कहती है कि डेटा सुरक्षित रखा जाएगा और कानूनी जरूरत पर शेयर होगा, लेकिन कितने समय तक स्टोर रहेगा, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। एक्सपर्ट का मानना है कि इससे प्राइवेसी रिस्क बढ़ सकता है। सवाल 5: क्या एप में कोई ऐसी अनुमति है जिसके बिना भी ये चल सकता है? जवाब: संचार साथी एप के कोर फंक्शन IMEI वेरिफिकेशन, खोए फोन की रिपोर्टिंग, फ्रॉड कॉल/SMS रिपोर्टिंग, SIM चेक है। इसके लिए मुख्य रूप से डिवाइस आइडेंटिफायर्स (IMEI), फोन स्टेट (कॉल/SMS), लोकेशन (ट्रैकिंग) और नेटवर्क एक्सेस काफी हैं। लेकिन एप गूगल प्ले और एप स्टोर लिस्टिंग के अनुसार कैमरा, माइक, स्टोरेज, कीबोर्ड जैसी ब्रॉड अनुमतियां मांगता है, जो IMEI चेक या फ्रॉड रिपोर्ट के बिना भी एप को बेसिक रन करने देती हैं। DoT पॉलिसी में इन्हें सपोर्टिंग फीचर्स कहा गया है। सवाल 6: क्या पहले भी जासूसी के मामले आए हैं? जवाब: 2023 में पेगासस स्पाइवेयर केस आया था। ये इजराइल के NSO ग्रुप का टूल था, जो फोन में घुसकर मैसेज, कैमरा, माइक एक्सेस करता था। आरोप लगाए गए थे कि भारत सरकार ने पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए बेहद खतरनाक पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया है। एमनेस्टी इंटरनेशनल और द वॉशिंगटन पोस्ट की नई जांच में ये खुलासा हुआ था। ये स्पाइवेयर मैसेज और ईमेल पढ़ सकता था, फोटो देख सकता था, कॉल सुन सकता था, लोकेशन ट्रैक कर सकता था, यहां तक कि कैमरा चालू करके वीडियो रिकॉर्डिंग भी कर सकता था। हालांकि ये पेगासस एक स्पाइवेयर था जिसे चुपचाप से फोन में छोड़ दिया जाता था। सरकार का संचार साथी एप डिजिटल सेफ्टी प्रोजेक्ट है। ये फोन में पहले से इंस्टॉल होकर आएगा। अभी इसे गूगल प्ले स्टोर और एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यानी, ये स्पाइवेयर नहीं है। सरकार इसे नागरिकों को बेहतर सर्विस देने के लिए लाई है। हालांकि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि इसका इस्तेमाल भी स्पाइवेयर की तरह हो सकता है। सवाल 7: कई सारे एप्स हैं, जो ऐसी परमिशन मांगते है, संचार एप का विरोध क्यों? जवाब: विरोध और चिंताएं मुख्य रूप से दो फैक्टर्स पर निर्भर करती हैं- बड़ी और स्थापित कंपनियां जैसे गूगल या एपल आमतौर पर डेटा प्राइवेसी पॉलिसीज में ज्यादा पारदर्शिता रखती हैं और सख्त नियमों के तहत काम करती हैं। हां, सैद्धांतिक रूप से किसी भी एप से जासूसी हो सकती है, यदि उसके पास आवश्यक अनुमतियां हैं। इसी वजह से संचार एप के मामले में आलोचकों का तर्क है कि सरकार द्वारा अनिवार्य रूप से इंस्टॉल किया गया एप निगरानी का रास्ता खोल सकता है। डर है कि इस डेटा का उपयोग व्यक्तिगत स्तर पर नागरिकों की निगरानी के लिए किया जा सकता है, न कि केवल धोखाधड़ी रोकने के लिए। सवाल 8: क्या एप को अन इंस्टॉल किया जा सकता है या यह जबरन रहेगा? जवाब: पहले ये खबरें थीं कि इसे अन इंस्टॉल नहीं किया जा सकेगा। इसी वजह से इसका ज्यादा विरोध हो रहा था। हालांकि आज दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ये साफ किया कि एप को अन इंस्टॉल कर सकेंगे। सवाल 9: मोबाइल कंपनियों के पास क्या विकल्प, एपल क्या करेगा? जवाब: मोबाइल कंपनियों को 90 दिन का समय दिया गया है। नए फोन में संचार एप को प्री इंस्टॉल करके देना होगा। वहीं पुराने फोन पर सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए यह एप इंस्टॉल किया जाएगा। कंपनियों को 120 दिनों में कंप्लायंस रिपोर्ट जमा करनी होगी। ये टेलिकॉम साइबर सिक्योरिटी रूल्स, 2024 के तहत है, लेकिन कंपनियों के पास क्या विकल्प हैं? सवाल 10: यूजर्स को प्राइवेसी के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? जवाब: संचार साथी एप अभी पूरी तरह वैकल्पिक है, इसलिए अगर आपको लगता है कि ये आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा है तो इसे डाउनलोड करने से बचें। पुराने फोन में ऑटो सॉफ्टवेयर अपडेट बंद कर दें। प्राइवेसी सेटिंग्स में कैमरा, माइक, लोकेशन, SMS और कॉल लॉग की परमिशन को “आस्क एवरी टाइम” कर दें। हर रीस्टार्ट के बाद बैटरी यूजेज चेक करें कि एप बैकग्राउंड में तो नहीं चल रहा। ---------------- ये खबर भी पढ़ें... संचार साथी एप पर प्रियंका बोलीं-सरकार जासूसी करना चाहती है: सरकार ने कल कहा था- सभी मोबाइल में इंस्टॉल होगा; आज बोली- डिलीट कर सकते हैं सभी मोबाइल फोन में साइबर सिक्योरिटी एप 'संचार साथी' को प्री-इंस्टॉल करने के दूरसंचार विभाग (DoT) के आदेश पर विवाद बढ़ने के बाद मंगलवार को केंद्र सरकार की सफाई आई। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ये कंपलसरी नहीं है। चाहे तो यूजर इसे डिलीट कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें...
अब हर नए स्मार्टफोन में साइबर सिक्योरिटी एप 'संचार साथी' प्री-इन्स्टॉल (पहले से डाउनलोड) मिलेगा। केंद्र सरकार ने स्मार्टफोन कंपनियों को आदेश दिया कि वे स्मार्टफोन में सरकारी साइबर सेफ्टी एप को पहले से इंस्टॉल करके बेचें। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ये आदेश आज सामने आया है। इसमें एपल, सैमसंग, वीवो, ओप्पो और शाओमी जैसी मोबाइल कंपनियों को 90 दिन का समय दिया गया है। इस एप को यूजर्स डिलीट या डिसेबल नहीं कर सकेंगे। पुराने फोन पर सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए यह एप इन्स्टॉल जाएगा। हालांकि यह आदेश फिलहाल पब्लिक नहीं किया गया है, बल्कि चुनिंदा कंपनियों को निजी तौर पर भेजा गया है। इसका मकसद साइबर फ्रॉड, फर्जी IMEI नंबर और फोन की चोरी को रोकना है। एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने कहा, 'यह एप फर्जी IMEI से होने वाले स्कैम और नेटवर्क मिसयूज को रोकने के लिए जरूरी है।' संचार साथी एप क्या है, कैसे करेगा मदद डुप्लीकेट IMEI नंबर से बढ़ रहा साइबर क्राइम भारत में 1.2 अरब से ज्यादा मोबाइल यूजर्स हैं, जो दुनिया का सबसे बड़ा मार्केट है, लेकिन फर्जी या डुप्लीकेट IMEI नंबर की वजह से साइबर क्राइम बढ़ रहा है। IMEI एक 15 डिजिट का यूनिक कोड होता है, जो फोन की पहचान करता है। अपराधी इसे क्लोन करके चोरी के फोन को ट्रैक से बचाते हैं, स्कैम करते हैं या ब्लैक मार्केट में बेचते हैं। सरकार का कहना है कि यह एप पुलिस को डिवाइस ट्रेस करने में मदद करेगा। सितंबर में DoT ने बताया था कि 22.76 लाख डिवाइस ट्रेस हो चुके हैं। कंपनियों पर असर, ऐपल-सैमसंग को दिक्कत हो सकती इंडस्ट्री सोर्सेज कहते हैं कि पहले से कंसल्टेशन न होने से कंपनियां परेशान हैं। खासकर एपल के लिए मुश्किल है, क्योंकि कंपनी की पॉलिसी में गवर्नमेंट या थर्ड-पार्टी एप प्री-इंस्टॉलेशन पर पाबंदी है। पहले भी एपल का एंटी-स्पैम एप पर रेगुलेटर से टकराव हुआ था। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि एपल सरकार से नेगोशिएशन कर सकती है। एपल यूजर्स को वॉलंटरी प्रॉम्प्ट देने का सुझाव भी दे सकता है। हालांकि, अभी तक किसी भी कंपनी ने आदेश के बारे में कोई कमेंट नहीं किया है। यूजर्स की सीधा फायदा मिलेगा यूजर्स को सीधा फायदा मिलेगा। चोरी का फोन होने पर IMEI चेक करके तुरंत ब्लॉक कर सकेंगे। फ्रॉड कॉल रिपोर्ट करने से स्कैम कम होंगे, लेकिन एप डिलीट न होने से प्राइवेसी ग्रुप्स सवाल उठा सकते हैं। यूजर कंट्रोल कम होगा। भविष्य में एप और फीचर्स जुड़ सकते हैं, जैसे बेहतर ट्रैकिंग या AI बेस्ड फ्रॉड डिटेक्शन। DoT का कहना है कि यह टेलीकॉम सिक्योरिटी को नेक्स्ट लेवल पर ले जाएगा। ये खबर भी पढे़ं सुप्रीम कोर्ट बोला- वॉट्सएप क्यों, स्वदेशी एप अपनाएं:सोशल मीडिया अकाउंट्स को सस्पेंड-ब्लॉक करने के नियम बनाने की मांग थी, याचिका खारिज सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को उस याचिका खारिज कर दिया, जिसमें देशभर में सोशल मीडिया अकाउंट्स को सस्पेंड या ब्लॉक करने के नियम बनाने की मांग थी। याचिकाकर्ता चाहते थे कि सोशल मीडिया कंपनियां अकाउंट सस्पेंड या ब्लॉक करने में साफ प्रक्रिया, पारदर्शिता और संतुलन रखें। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने अनुच्छेद 32 के तहत कहा कि वॉट्सएप तक पहुंच को मौलिक अधिकार कैसे कहा जा सकता है। पूरी खबर पढ़ें...
जल्द ही आप घर बैठे आधार कार्ड में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदल सकेंगे। आधार को रेगुलेट करने वाली संस्था यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने नई डिजिटल सर्विस की घोषणा की है। इसके जरिए यूजर्स आधार एप पर OTP वेरिफिकेशन और फेस ऑथेंटिकेशन से अपना मोबाइल नंबर अपडेट कर पाएंगे। इस सर्विस से दूरदराज इलाकों में रहने वाले लोग और सीनियर सिटिजन को आसानी होगी। नई सर्विस कैसे काम करेगी? UIDAI के मुताबिक मोबाइल अपडेट करने की प्रोसेस काफी सिंपल रखा गया है। इसके लिए कोई डॉक्यूमेंट या फिजिकल विजिट की जरूरत नहीं है। पूरी प्रोसेस कुछ मिनटों में हो जाएगी। आधार मोबाइल अपडेट क्यों जरूरी है? आधार कार्ड देश की सबसे बड़ी आइडेंटिटी सर्विस है, जिसमें 130 करोड़ से ज्यादा लोगों का डेटा जुड़ा हुआ है। मोबाइल नंबर इसका सबसे अहम हिस्सा है, क्योंकि इसी से OTP के जरिए बैंक अकाउंट, सरकारी सब्सिडी, इनकम टैक्स वेरिफिकेशन और डिजिटल सर्विसेज जैसे डिजीलॉकर तक एक्सेस मिलता है। अगर नंबर पुराना हो जाए या खो जाए तो कई समस्याएं हो सकती हैं। अभी तक इसे अपडेट करने के लिए एनरोलमेंट सेंटर जाना पड़ता था, जहां बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और लंबी कतारों का झंझट होता है। लेकिन अब UIDAI डिजिटल तरीके से इसे आसान बनाने जा रहा है। UIDAI ने पिछले महीने AADHAAR एप लॉन्च किया था एक महीने पहले UIDAI ने आधार कार्ड का नया मोबाइल एप लॉन्च किया था। इसमें यूजर एक ही फोन में 5 लोगों के आधार रख सकते हैं। इसमें आधार की सिर्फ वही जानकारी शेयर करने का ऑप्शन है, जो जरूरी होते हैं। इस ऐप में आप UPI में जिस तरह स्कैन कर पेमेंट करते है, उसी तरह आधार डिटेल्स शेयर कर सकते हैं। एप को ज्यादा सिक्योर बनाने के लिए इसमें फेस ऑथेंटिकेशन जैसे फीचर्स जोड़े गए हैं। आधार के नए एप के फीचर्स पुराना आधार एप पहले से था, फिर नया क्यों लाया गया? पुराना mAadhaar और नया आधार एप का मकसद आधार को डिजिटल तरीके से यूज करना है, लेकिन फोकस अलग-अलग है... नए एप से यूजर्स को क्या फायदा मिलेगा? 2009 में शुरू हुआ था आधार आधार 2009 में शुरू हुआ था। अब 1.3 अरब यानी 130 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास आधार हैं। पहले पेपर कार्ड था, फिर mAadhaar एप आया। अब डिजिटल इंडिया के तहत फुली डिजिटल एप लाया गया है। सरकार की कोशिश है कि हर सर्विस ऑनलाइन हो जाए। --------------------------- देश में 6 करोड़ मृतकों के आधार कार्ड एक्टिव: पश्चिम बंगाल में 34 लाख ID धारक अब जिंदा नहीं; UIDAI ने सर्वे शुरू किया देश में जनवरी 2009 में आधार कार्ड लागू हुआ था। हर नागरिक को आधार नंबर जारी करने की शुरुआत के 15 साल हो चुके हैं। इस दौरान 142 करोड़ से अधिक आधार कार्ड जारी हुए, लेकिन 8 करोड़ से ज्यादा धारकों की मौत के बावजूद 1.83 करोड़ कार्ड ही निष्क्रिय हो पाए हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

