महिलाओं के मोबाइल पर बैन : जब चौपाल संविधान से ऊपर बैठ जाए
राजस्थान के जालोर जिले के जसवंतपुरा क्षेत्र के गाजीपुरा गांव में आयोजित एक सामाजिक पंचायत के पंच-पटेलों ने महिलाओं और बेटियों के लिए कैमरा युक्त मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया। महिलाएं मोबाइल फोन को सार्वजनिक समारोहों के साथ-साथ पड़ोसियों के घर जाने के दौरान भी नहीं ले जा सकेंगी। यह पाबंदी किसी ... Read more
बलिया पुलिस ने दो खोए मोबाइल बरामद किए:ऑपरेशन मुस्कान के तहत कार्रवाई, धारकों को सौंपे गए
बेगूसराय जिले के बलिया पुलिस ने बुधवार को 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से दो खोए हुए मोबाइल बरामद किए। इन मोबाइलों को उनके वास्तविक धारकों को सौंप दिया गया है। थाना प्रभारी विकास कुमार राय ने बताया कि बड़ी बलिया निवासी वीरेंद्र कुमार, जो राजेंद्र साह के पुत्र हैं, का मोबाइल 21 नवंबर को थाना क्षेत्र में खो गया था। पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर यह मोबाइल बरामद किया। इसी प्रकार, जिले के फुलवरिया थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 26 निवासी सचिन कुमार, जो रामानंद चौधरी के पुत्र हैं, का भी एक मोबाइल खो गया था। पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान के जरिए यह मोबाइल बरामद कर सचिन को सौंप दिया। सचिन कुमार ने बताया कि उनका मोबाइल बाजार जाते समय खो गया था, जिसके संबंध में फुलवरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। वहीं, वीरेंद्र कुमार ने बताया कि उनका मोबाइल हाई स्कूल जाते समय गिर गया था, जिसकी सूचना बलिया थाने में दर्ज कराई गई थी।
बांसवाड़ा में बंद ढाबे के बाहर जुआ खेलते पांच गिरफ्तार:6 एंड्रॉयड मोबाइल और 41 हजार कैश बरामद
बांसवाड़ा एसपी सुधीर जोशी के निर्देशन में अवैध गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत राजतलाब थाना पुलिस ने जुआरियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस टीम ने ओजरिया सब्जी मंडी के पास एक बंद पड़े ढाबे के बाहर दबिश देकर घेराबंदी की और जुआ खेल रहे पांच अभियुक्तों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में बांसवाड़ा के स्थानीय निवासियों के साथ-साथ गुजरात के दाहोद जिले के दो आरोपी भी शामिल हैं, जो संगठित होकर हार-जीत का दांव लगा रहे थे। कार्यवाही के दौरान पुलिस ने मौके से दांव पर लगी 41,170 रुपए की नगद राशि बरामद की है। इसके साथ ही जुआरियों के कब्जे से 6 एंड्रॉइड मोबाइल फोन, ताश की दो गड्डियां और एक हिसाब की डायरी भी जब्त की गई है। थानाधिकारी देवीलाल मीणा के नेतृत्व में गठित टीम ने मुखबिर की सूचना पर इस कार्यवाही को अंजाम दिया। पुलिस ने मौके पर मिले साक्ष्यों को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से रिकॉर्ड कर जांच में शामिल किया है। ये आरोपी हुए गिरफ्तार पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें दिनेशचंद्र पिता शंकरलाल भोई निवासी उपला भोईवाड़ा, इमरान पिता फैजुल्ला पठान निवासी दाहोद, दौलत खान पिता रईस खान निवासी सूरजपोल, रियाद अहमद पिता तुफेल अहमद निवासी सूरजपोल और बजारिया अब्दुल वाहिद पिता गन्नी भाई निवासी दाहोद शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
हजारीबाग पुलिस ने नौ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये ठग फर्जी संस्था बनाकर मुद्रा लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे। पुलिस ने प्रतिबिंब ऐप पर मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए विनोबा भावे नगर सिंदूर से इन्हें पकड़ा। गिरफ्तार किए गए नौ ठगों में से छह तेलंगाना के निवासी हैं। एसपी अंजनी अंजन ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार को इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनके पास से एक चार पहिया वाहन, 27 मोबाइल फोन, भारी मात्रा में सिम कार्ड, रजिस्टर और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। दूसरे राज्यों से आकर हजारीबाग में बनाया था ठिकाना गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शिवानंद सिंह, नानावत महेश, सचिन कुमार, बनावत पवन, अखिल राठौर, कोडावत सचिन, सारंगी विष्णु, नाका शिवा और फरियादी अंसारी के रूप में हुई है। ये अपराधी दूसरे राज्यों से आकर हजारीबाग में अपना ठिकाना बनाकर साइबर ठगी कर रहे थे। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर अमित आनंद ने बताया कि इस संबंध में कोर्रा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस, गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। उन्होंने आम जनता से भी ऐसे मामलों में सतर्क रहने की अपील की और कहा कि हजारीबाग पुलिस साइबर अपराध के खिलाफ लगातार अभियान चलाती रहेगी।
प्रतापगढ़ में बुधवार को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने एक युवक-युवती को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। कार्यकर्ताओं ने तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दोनों को पुलिस को दिया गया। हिंदू संगठनों ने युवक पर 'लव जिहाद' का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि युवक के मोबाइल फोन की जांच में अश्लील वीडियो और मादक पदार्थों से संबंधित तस्वीरें व वीडियो मिले हैं। इस घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में बजरंग दल, विहिप और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी कोतवाली पहुंच गए। उन्होंने आरोपी युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलने पर डीएसपी गजेंद्र सिंह राव और शहर कोतवाल दीपक बंजारा ने मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने युवक और युवती से अलग-अलग पूछताछ की है। युवक का मोबाइल जब्त कर तकनीकी जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच की जा रही है। फिलहाल, कोतवाली परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
सोहना में एक मोबाइल दुकान का ताला तोड़कर चोरी करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से दो चोरी के मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी नशे का आदी है और उसने नशे की पूर्ति के लिए इस वारदात को अंजाम दिया। यह घटना सोहना की पंजाबी धर्मशाला के समीप स्थित एक मोबाइल दुकान में हुई। चोरी की सूचना मिलने पर सोहना शहर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। सीन-ऑफ-क्राइम टीम, फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ और डॉग स्क्वाड की मदद से घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। मौके पर मौजूद पीड़ित दुकानदार ने पुलिस को बताया कि रात में किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी दुकान का ताला तोड़कर मोबाइल फोन और अन्य पार्ट्स चोरी कर लिए थे। उसने इस संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत भी दी। नशे की जरूरत पूरा करने के लिए की चोरी मामले की जांच के दौरान, गुरुग्राम की अपराध शाखा सोहना की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को सोहना से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के लखनऊ जिले के मेवली गांव निवासी वकील के रूप में हुई है। उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस हिरासत के दौरान पूछताछ में आरोपी वकील ने स्वीकार किया कि वह नशे का आदी है और अपनी नशे की जरूरतों को पूरा करने के लिए उसने यह चोरी की थी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए। आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच में पता चला है कि उसके खिलाफ नूंह जिले में चोरी का एक मामला और गुरुग्राम जिले में शस्त्र अधिनियम के तहत एक मामला पहले से दर्ज है।
GRP मथुरा ने 3 चोरों को पकड़ा:50 हजार के आभूषण और मोबाइल फोन बरामद
मथुरा जंक्शन पर जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में रेलवे परिसर से चोरी करने वाले तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से लगभग 50 हजार रुपये मूल्य के चांदी के आभूषण और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। थाना प्रभारी यादराम सिंह ने बताया कि बरामद सामान जीआरपी मथुरा जंक्शन में दर्ज विभिन्न चोरी के मामलों से संबंधित है। बरामदगी में एक मोबाइल फोन, दो चांदी की चेन, एक जोड़ी ईयररिंग, एक चांदी का सिक्का और एक जोड़ी पायल शामिल हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रोहित (उम्र करीब 20 वर्ष), गुलशन (उम्र करीब 19 वर्ष) और राज (उम्र करीब 19 वर्ष) के रूप में हुई है। ये तीनों दिल्ली के विभिन्न इलाकों में रह रहे थे, जबकि इनके मूल पते हाथरस और एटा जनपद के हैं। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त रोहित के खिलाफ जीआरपी मथुरा जंक्शन थाने में चोरी और रेलवे अपराधों के आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। गुलशन और राज के खिलाफ भी बीएनएस की विभिन्न धाराओं में मामले पंजीकृत हैं। ये तीनों रेलवे यात्रियों को निशाना बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। जीआरपी मथुरा जंक्शन पुलिस की इस कार्रवाई से रेलवे यात्रियों में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से आगे की पूछताछ जारी है, जिससे अन्य चोरी की घटनाओं का खुलासा होने की संभावना है।
पश्चिमी सिंहभूम जिले की मनोहरपुर पुलिस ने प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से संगठन के प्रतिबंधित पर्चे और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। यह कार्रवाई 23 दिसंबर 2025 को हुई। मनोहरपुर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक मयंक प्रसाद सशस्त्र बल के साथ रामधानी चौक के पास गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि ग्राम नंदपुर, सुरीन टोला के पास दो संदिग्ध व्यक्ति किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम नंदपुर, सुरीन टोला पहुंची। पुलिस की गाड़ी देखते ही दोनों संदिग्ध खेतों की ओर भागने लगे। हालांकि, मुस्तैद पुलिस बल ने घेराबंदी कर उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दुर्जन जाते उर्फ दुर्गा जाते (29), पिता करम सिंह जाते, निवासी डिम्बुली टोला, मनोहरपुर; और विमल नाग (22), पिता पस्कल नाग, निवासी राईबेड़ा, गोईलकेरा के रूप में हुई है। स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में तलाशी लेने पर दुर्जन जाते के पास से लाल रंग का प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) संगठन का एक पर्चा मिला। विमल नाग के पास से एक काले रंग का कीपैड मोबाइल फोन जब्त किया गया।
दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के घोड़दौड़ निवासी विनोद दास (पिता बेचन दास) को माननीय न्यायालय द्वारा जारी गैर-जमानती वारंट (NBW) के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई सिंहवाड़ा थाना प्रभारी बसंत कुमार के नेतृत्व में बुधवार को की गई। पुलिस विनोद दास को न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है। थाना प्रभारी बसंत कुमार के नेतृत्व में पुलिस की सक्रियता बढ़ी है। क्षेत्र में रात्रि गश्त तेज होने से चोरी की घटनाओं पर काफी हद तक लगाम लगी है। देर रात तक गांव के चौकीदार और स्वयं थाना प्रभारी गश्त की कमान संभाले हुए हैं, जिससे चोर गिरोहों को अपने मंसूबों में कामयाबी नहीं मिल पा रही है। पुलिस की इस सक्रियता की ग्रामीणों ने सराहना की है। क्षेत्र में शांति का माहौल बना हुआ है। सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के सनहपूर, राजो, शंकरपुर, भरवाड़ा, अस्थुआ, कलिगांव, सिंहवाड़ा, रामपुरा, मनिकौली, कटासा और कटका सहित कई पंचायतों के ग्रामीणों ने बताया कि रात में पुलिस गश्ती तेज हो गई है। उनका कहना है कि जब भी रात को नींद खुलती है और वे घर से बाहर निकलते हैं, तो पुलिस और स्थानीय चौकीदार गश्त करते हुए दिख जाते हैं। हाल ही में, 20 नवंबर को हुई एक अन्य घटना में भी थाना प्रभारी बसंत कुमार ने त्वरित कार्रवाई की थी। करौनी निवासी सचिन साह से 3200 रुपए और एक मोबाइल फोन छीन लिया गया था। पुलिस ने लगातार जांच करते हुए इस मामले में एक व्यक्ति को लूटे गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी।
पलवल जिले में सीआईए हथीन टीम ने ऑनलाइन ठगी करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी एटीएम और फर्जी सिम का इस्तेमाल कर लोगों से धोखाधड़ी करते थे। पुलिस ने इनके पास से विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, कई सिम कार्ड और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। हथीन थाना पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीआईए हथीन प्रभारी पीएसआई दीपक गुलिया ने बताया कि 23 दिसंबर को उनकी टीम शहर में गश्त कर रही थी। शाम करीब पांच बजे उन्हें सूचना मिली कि बडेड का रहने वाला शहजाद और जुरहेड़ा का रहने वाला शाहिद लोगों को धोखा देकर उनके खातों में रुपए डलवाते हैं और फर्जी खातों और सिम का उपयोग कर एटीएम से रुपए निकालते हैं। नाकाबंदी के दौरान पकड़े गए आरोपी इस सूचना के आधार पर हथीन-उटावड़ बाईपास पर नाकाबंदी की गई। कुछ ही देर में मुखबिर द्वारा बताई गई लाल रंग की बाइक पर सवार दो युवक आते दिखे। पुलिस के रुकने के इशारे पर आरोपी भागने लगे, लेकिन उनकी बाइक फिसल गई और वे मौके पर ही पकड़ लिए गए।, तलाशी के दौरान, शहजाद से दो सिम कार्ड बरामद हुए। वहीं, शाहिद से जेके बैंक और यूको बैंक के दो एटीएम कार्ड, उनसे जुड़े सिम कार्ड, खाते की स्लिप और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। आरोपियों से बरामद सामान सील आरोपियों से एटीएम और सिम रखने के बारे में पूछताछ की गई, लेकिन वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। बरामद सामान को सील कर कब्जे में लिया गया है और आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
Isro lvm3 m6 bluebird launch: इसरो ने आज यानि 24 दिसंबर 2025 को एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. भारत के सबसे ताकतवर रॉकेट LVM3-M6 ने अमेरिका के ब्लू बर्ड ब्लॉक 2 सैटेलाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है.
अजमेर में फ्री फायर गेम में बच्चे फंस गए। उनकी मां (बैंक अकाउंटेंट) का मोबाइल हैक कर 10 लाख से ज्यादा रुपए निकाल लिए गए। अकाउंटेंट के बेटे ने गेम खेलते हुए एक व्यक्ति से दोस्ती की थी। इसके बाद इंस्टाग्राम पर बात करते हुए मां की मेल आईडी और मोबाइल का पासवर्ड दे दिया। महिला के पति कपड़ा व्यापारी राजकुमार पुत्र भगवानदास निवासी अजय नगर ने साइबर थाने में मंगलवार को मामला दर्ज करवाया। साइबर थाना सीओ शमशेर खां ने बताया कि कपड़ा व्यापारी की पत्नी सिम्मी बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंटेंट है। उनके 8 और 14 साल के दो बेटे हैं। बेटे अपनी मां के मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलते थे। मोबाइल अपने आप हो रहा था ऑपरेटकपड़ा व्यापारी ने बताया कि रविवार को पैसों की जरूरत होने पर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए पत्नी का मोबाइल लिया था। मोबाइल से पूरा डाटा और सारे कांटेक्ट नंबर डिलीट हो चुके थे। उन्होंने अपने अकाउंट से पत्नी के अकाउंट में करीब दो से तीन बार एक रुपए डाले लेकिन ट्रांजैक्शन का कोई मैसेज नहीं आया। इसके बाद मोबाइल अपने आप बंद होकर चालू हो गया। करीब 1 घंटे बाद मोबाइल में 10 लाख 85000 विड्रोल होने का मैसेज आया। अकाउंट में केवल 2 लाख रुपए ही बचे हैं। सोमवार को बैंक जाकर अकाउंट को बंद करवाया। ईमेल आईडी और पासवर्ड ठगों से किया था शेयरव्यापारी ने बताया कि इस दौरान बेटों ने बताया कि उनकी गेम खेलने के दौरान बेटे की एक अनजान व्यक्ति से बातचीत हुई थी। बेटा उस व्यक्ति से इंस्टाग्राम पर भी बात करने लग गया। उस व्यक्ति ने अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड बेटे को दे दिया। इसके बाद बेटे ने भी अपनी मां का ईमेल आईडी और पासवर्ड उस व्यक्ति को शेयर कर दिया। व्यापारी ने बताया कि इसके बाद ठग ने मेरी पत्नी के अकाउंट से रुपए निकालना शुरू कर दिया। रुपए निकलने का भी कोई मैसेज या ओटीपी नहीं आया। इस कारण रुपए निकलने का पता नहीं चला। मामले में साइबर थाना पुलिस जांच कर रही है।
भोजपुर जिले मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत आरा–पटना फोरलेन पर डुमरा और बलबतरा के समीप चौकीदार व दुकानदार से हुई लूटपाट की घटनाओं का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य की तलाश जारी है। दुकानदार से लूटा गया मोबाइल भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। यह सफलता पटना एसटीएफ और भोजपुर जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से मिली है। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी राज ने दी। दुकानदार से लूट के आरोपियों में ये शामिल एसपी के अनुसार दुकानदार से लूटपाट के मामले में गिरफ्तार आरोपितों में संदेश थाना क्षेत्र के चिल्होस गांव निवासी अनिल कुमार, नवादा थाना क्षेत्र के जवाहर टोला निवासी विकास कुमार उर्फ पीटन तथा कुंदन कुमार शामिल हैं। बताया गया कि 23 जुलाई 2025 को सुंदरपुर कुंड़िया गांव निवासी दुकानदार शत्रुघ्न प्रसाद आरा से बाजार कर बाइक से घर लौट रहे थे। इसी दौरान बलबतरा के समीप आरा–पटना फोरलेन पर तीन अलग-अलग बाइक सवार अपराधियों ने उनकी बाइक रुकवाई। पिस्टल का भय दिखाकर बदमाशों ने 35 हजार रुपए नकद और मोबाइल लूट लिया तथा सर्विस लेन के रास्ते पटना की ओर फरार हो गए थे। दुकानदार ने डकैती से संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी इस मामले में पीड़ित दुकानदार ने मुफस्सिल थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ डकैती अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद एसपी के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर पुलिस ने पहले अनिल कुमार को उसके गांव चिल्होस से लूटे गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर विकास उर्फ पीटन को गड़हनी से और कुंदन कुमार को जवाहर टोला से गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा नीरज कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। पूछताछ में दो अन्य बदमाशों के नाम सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। डुमरा पुल के पास से चौकीदार से लूट का आरोपी भी अरेस्ट इधर, डुमरा पुल के समीप चौकीदार मंतोष कुमार से हुई लूटपाट के मामले में भी पुलिस ने एक और वांछित आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश की पहचान शुभकरगंज गांव निवासी चुन्नू चौधरी के रूप में हुई है, जिस पर लूटी गई बाइक की खरीद-बिक्री में सहयोग करने का आरोप है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पूर्व में पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लूटी गई बाइक और मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। पुलिस का कहना है कि लूटपाट की घटनाओं में शामिल अन्य अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
देशभर में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अब साइबर अपराधियों ने ठगी का एक नया और खतरनाक तरीका अपनाया है। इस नए स्कैम में ठग व्हाट्सएप के जरिए आपके मोबाइल फोन को हैक कर रहे हैं। इंस्पेक्टर हरसिमरत, एसएचओ साइबर क्राइम, अमृतसर देहाती ने बताया कि स्कैमर व्हाट्सएप पर आपको एक APK फाइल भेजते हैं। यह फाइल देखने में बिल्कुल सामान्य लगती है। कभी शादी का निमंत्रण, कभी अंतिम संस्कार का कार्ड, तो कभी किसी कार्यक्रम का इनविटेशन। कई बार यह मैसेज किसी जान-पहचान वाले के नाम से भी आ सकता है। लेकिन जैसे ही आप इस फाइल को डाउनलोड या ओपन करते हैं, आपका मोबाइल फोन हैक हो सकता है। फोन हैक होते ही आपकी निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स, ओटीपी और सोशल मीडिया अकाउंट साइबर अपराधियों के कब्जे में चले जाते हैं, जिससे आपको भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है। इस साइबर ठगी से बचने के लिए आपको कुछ जरूरी सावधानियां अपनानी होंगी--- सबसे पहली और अहम बात – किसी भी अनजान या संदिग्ध APK फाइल को डाउनलोड न करें। दूसरी बात – अपने व्हाट्सएप की सेटिंग में जाकर ऑटोमैटिक मीडिया डाउनलोड का विकल्प तुरंत बंद करें। तीसरी बात – अगर कोई मैसेज संदिग्ध लगे, तो उसे बिना खोले तुरंत डिलीट करें। अगर फिर भी आप किसी साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो घबराएं नहीं। तुरंत अपने नजदीकी साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं या साइबर हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
हेल्थकेयर एट योर डोरस्टेप अभियान शुरू, 30 गांवों में पहुंचेगी मोबाइल वैन
उदयपुर | हेल्पेज इंडिया राजस्थान और महाराणा प्रताप वरिष्ठ नागरिक संस्थान उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में गवरी चौराहा स्थित पेंशनर भवन से ‘हेल्थकेयर एट योर डोरस्टेप’ अभियान के तहत चिकित्सा वाहन को रवाना किया गया। ओबेरॉय ग्रुप के सहयोग से प्राप्त इस वाहन को प्रदेश अध्यक्ष भंवर सेठ, निदेशक निलेश नलवाया और उपनिदेशक वंदना ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। निलेश नलवाया ने बताया कि मोबाइल वैन उदयपुर के 30 गांवों में बुजुर्गों और जरूरतमंदों को चिकित्सीय सेवाएं, दवाइयां और नियमित फॉलोअप उपलब्ध कराएगी। हेल्पेज इंडिया पिछले 10 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। उन्होंने बताया कि उदयपुर में पहले से संचालित मोबाइल स्वास्थ्य सेवा में भी वरिष्ठ नागरिक संस्थान और पेंशनर समाज का सहयोग रहा है। प्रमुख वक्ता भंवर सेठ ने कहा कि हेल्पेज इंडिया के कार्यों में संस्थान और पेंशनर समाज का निरंतर योगदान रहा है। फिजियोथैरेपी सेंटर की शुरुआत में भी संस्था का सहयोग रहा, जो आज भी सुचारु रूप से संचालित है। संस्थान अध्यक्ष चौसर लाल कछार ने परियोजना की आवश्यकता बताते हुए इसके विस्तार पर जोर दिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित रहे और सभी ने सहयोग का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में कुछ सदस्यों ने अपनी रचनाएं भी प्रस्तुत कीं।
जबलपुर में थाना माढ़ोताल पुलिस ने 30 से अधिक चोरी करने वाले शातिर चोर को गिरफ्तार किया है। चोर के पास से सोने-चांदी के जेवरात समेत, एलईडी टीवी, स्कूटी मिलकर कुल 9 लाख रुपए की कीमत के समान जब्त किए हैं। साथ ही चोर के पास से चोरी करने वाले औजार भी जब्त किए हैं। माढ़ोताल थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह पंवार ने आरोपी की गिरफ्तारी कर समान की जब्ती की। आरोपी अजय उर्फ गणेश काछी (40) पिता धनीराम काछी ग्राम बघोडी थाना कटंगी जिला जबलपुर का रहने वाला है। आरोपी के विरुद्ध जबलपुर जिले के विभिन्न थानों में चोरी, हत्या, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट, जुआ सहित कुल 31 अपराध पंजीबद्ध हैं। जब्त किया गया सामानसोने चांदी के जेवरात , दो स्मार्ट एलईडी टीवी, एक मोपेड एक्टिवा, कुल कीमती 9,00,000 रुपए एवं घटना में प्रयुक्त औजार कटर, पेंचकश पाना, सब्बल व हथोड़ी जब्त की है। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने चोरी हुई जगहों पर चोर के फिंगर प्रिंट लिए इसके बाद पहले चोरी के मामलों में पकड़े गए आरोपियों से मैच कराए। मुखबिर की सूचना पर पकड़ायाआरोपी गणेश काछी के फिंगर प्रिंट मैच होने के बाद मुखबिर की सूचना पर खमरिया थाना क्षेत्र के उमरिया से एक्टिवा स्कूटी के साथ पकड़ा गया। आरोपी ने पूछताछ में माढ़ोताल थाना क्षेत्र में 8 और संजीवनी नगर और गोहलपुर में चोरी करने की बात कबूली। उसने बताया कि चोरी किए हुए गहने एक्टिवा की डिक्की में हैं। एलईडी टीवी घर में हैं। साथ ही बताया कि उसने चोरी की नकदी से महंगे कपड़े खरीदे। बाकी के पैसे जुए में हार जाना बताया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। माढ़ोताल में पान दुकानदार के घर लाखों की चोरी12–13 अगस्त 2025थाना माढ़ोताल में 13 अगस्त 2025 को सुरेश कुमार चौरसिया (40), निवासी मां कृपा परिसर, ड्रीम लैंड फेज-2, कठौंदा रोड, माढ़ोताल ने रिपोर्ट दर्ज कराई। वह पान की दुकान संचालित करते हैं। 12 अगस्त की रात लगभग 1 बजे वह अपनी पत्नी रूपा चौरसिया के साथ पड़ोस की कॉलोनी स्थित ससुराल ड्रीम लैंड फेज-2 में राखी का त्योहार मनाने गए थे। दोपहर करीब 2 बजे घर लौटने पर देखा कि मेन गेट और अंदर के दरवाजे का ताला टूटा था। कमरे में सामान बिखरा हुआ था और अलमारी का लॉक भी टूटा मिला। अलमारी से सोने की मनचली, एक जोड़ी झुमकी, एक अंगूठी, बच्चों की चांदी की करधन, चार जोड़ी पायल, चार जोड़ी बिछिया, गुल्लक में रखे करीब 22 हजार रुपए और अन्य नगद रकम गायब थी। अज्ञात चोर द्वारा ताला तोड़कर चोरी किए जाने की रिपोर्ट पर धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। संस्कार सिटी में सूने मकान से करीब दो लाख की चोरी13 अक्टूबर 202513 अक्टूबर 2025 को प्रियंका शुक्ला (22), निवासी संस्कार सिटी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर की रात उनका घर सूना था।इसी दौरान अज्ञात व्यक्ति ने ताला तोड़कर घर से 15 हजार रुपये नकद, दो सोने की अंगूठियां, दो सोने की कान की बालियां, मंगलसूत्र की लॉकेट, नौ चांदी के सिक्के, छह चांदी की चूड़ियां, दो जोड़ी पायल, आठ बिछिया, एक चांदी की करधनी और एक जोड़ी चांदी के हाथ के कड़े चोरी कर लिए। सोने-चांदी के जेवरों की कीमत करीब 1.80 लाख रुपए बताई गई है। नकद सहित कुल चोरी लगभग 1.95 लाख रुपए की है।इस पर 711/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। धनवंतरी नगर में बंद मकान को बनाया निशाना6–7 अक्टूबर 20257 अक्टूबर 2025 को आनंद गिरी गोस्वामी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 6 अक्टूबर की रात करीब 9.30 बजे वह परिवार सहित ताला लगाकर धनवंतरी नगर स्थित साले के घर गए थे। सुबह 7.15 बजे लौटने पर देखा कि अलमारी के लॉक टूटे हुए थे। जांच करने पर एक सोने की चेन, दो सोने के कान के बाले, एक जोड़ी चांदी की पायल, 55 हजार रुपए नकद, 32 इंच की सोनी कंपनी की एलईडी टीवी, भरा हुआ एचपी गैस सिलेंडर, 20 साड़ियां और कपड़े चोरी पाए गए। कुल चोरी की कीमत लगभग 95 हजार रुपए बताई है। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 698/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया है। रिमझा में दिनदहाड़े चोरी, पड़ोसी ने दी सूचना12 अक्टूबर 2025 12 अक्टूबर 2025 को श्रृद्धा महोबिया, निवासी रिमझा ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 8 बजे पड़ोसी ने सूचना दी कि उनके घर का दरवाजा खुला है। भाई के साथ घर पहुंचने पर देखा कि घर में घुसकर अज्ञात व्यक्ति ने अलमारी से 35 हजार रुपये नकद, एक टीवी और सोने-चांदी के जेवर चोरी कर लिए हैं। चोरी गए सामान में मंगल सूत्र, दो अंगूठियां, दो जोड़ी बालियां, एक चेन, तीन चांदी की पायल और तीन चांदी की चूड़ियां शामिल हैं। कुल चोरी की कीमत लगभग 1.90 लाख रुपए बताई गई। इस पर अपराध 706/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। विद्यासागर कॉलोनी में बुजुर्ग के घर चोरी16–17 सितंबर 202519 सितंबर 2025 को फुल्लू लाल राय (75), निवासी विद्यासागर कॉलोनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 16 सितंबर की रात 11 बजे तक सब ठीक था। 17 सितंबर की सुबह पड़ोसी गुप्ता जी ने फोन कर बताया कि घर के गेट और अंदर के दरवाजे का ताला टूटा है। इंदौर से लौटकर देखने पर अलमारी का ताला भी टूटा मिला। अलमारी से एक सोने की पंचाली, दो कान के टॉप्स, एक सोने की अंगूठी, दो जोड़ी चांदी की पायल, 12 चांदी की चूड़ियां, 15 चांदी के सिक्के और करीब 5 हजार रुपए नकद चोरी पाए गए। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 663/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया। महोबिया के घर से सोने के जेवर और नकदी चोरी16 नवंबर 202518 नवंबर 2025 को सुरेश महोबिया ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर की रात 8.30 बजे लौटने पर घर का मेन दरवाजे का ताला टूटा मिला।अंदर गोदरेज अलमारी का ताला भी टूटा था और सामान बिखरा पड़ा था। जांच में एक सोने की चेन (करीब 5 ग्राम), दो सोने की अंगूठियां, बेटी की सोने की चेन (3–4 ग्राम) और 3 हजार रुपए नकद गायब पाए गए। कुल चोरी की कीमत करीब 90 हजार रुपए बताई गई। अपराध क्रमांक 784/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। गोहलपुर में एक्टिवा और जेवर चोरी26–27 नवंबर 2025थाना गोहलपुर में 30 नवंबर 2025 को आशीष राय (21), निवासी अमरखेरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 26-27 नवंबर की दरमियानी रात अज्ञात व्यक्ति ने घर के सामने लगे गेट का ताला तोड़कर प्रवेश किया। चोर घर से मोपेड एक्टिवा और भगवान के सोने-चांदी के जेवर चोरी कर ले गया। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 780/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। संजीवनी नगर में नकदी और एटीएम कार्ड चोरी 19 नवंबर 2025थाना संजीवनी नगर में 21 नवंबर 2025 को सूर्यकांत केसकर (72), अपराध क्रमांक 430/25 के आवेदक ने बताया कि 19 नवंबर को अज्ञात चोर ने घर का ताला तोड़कर अलमारी से 50 हजार रुपए नकद और एटीएम कार्ड चोरी कर लिया। चोरी किए गए एटीएम कार्ड से 36 हजार रुपए भी निकाल लिए गए। इस पर अपराध क्रमांक 430/25, धारा 331(4), 305-A बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
जयपुर में एसीबी ने मानसरोवर स्थित मीरा केशव महिला प्रशिक्षण महाविद्यालय की डायरेक्टर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एसीबी जयपुर को शिकायत मिली थी, जिसमें शिकायतकर्ता स्टूडेंट ने आरोप लगाया कि कॉलेज में अटेंडेंस पूरी नहीं होने के कारण महाविद्यालय की निदेशक भंवर कंवर उसे परेशान कर रही थी। बाद में निदेशक ने अटेंडेंस पूरी करने के एवज में 5000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने शिकायत मिलने के बाद मामले का सत्यापन कराया। इसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई। इसके बाद एसीबी ने ट्रैप की योजना बनाकर मंगलवार को कार्रवाई को अंजाम दिया। सत्यापन के बाद बिछाया ट्रैप, रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार एसीबी जयपुर एस.यू. फर्स्ट की पुलिस निरीक्षक अर्चना मीणा के नेतृत्व में टीम ने महाविद्यालय की निदेशक भंवर कंवर को 4500 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। ट्रैप के दौरान रिश्वत की राशि भी बरामद की गई। एसीबी टीम अब गिरफ्तार निदेशक से पूछताछ कर रही है। मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी। मोबाइल स्नेचिंग गैंग का किया पर्दाफाश, पावर बाइक से वारदात करते थे आरोपी सड़कों पर राहगीरों को मोबाइल छीनकर फरार होने वाले शातिर स्नैचरों पर पुलिस ने मोबाइल स्नेचिंग गैंग के आरोपी पकड़े। साइबर सेल, जिला विशेष टीम (DST), शिवदासपुरा, सांगानेर सदर और अशोक नगर थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कई मामलों का खुलासा किया है। डीसीपी साउथ राजर्षि राज (IPS) ने बताया- थाना शिवदासपुरा क्षेत्र में 20 से 22 दिसंबर के बीच चलाए विशेष अभियान के दौरान मोबाइल स्नैचिंग के पांच मामलों का खुलासा किया। पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पांच मोबाइल स्नैचरों को डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। आरोपियों से 34 मोबाइल फोन, 2 पावर बाइक और 7 अन्य मोटरसाइकिलें बरामद की। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पावर बाइक से वारदात करते थे। जयपुर के अलग-अलग इलाकों में 20 से 25 मोबाइल स्नेचिंग की घटनाएं कर चुके हैं। मामले में पुलिस ने मंडोर थाना फागी निवासी विकास हरिजन (20), सांगानेर निवासी अर्जुन हरिजन उर्फ बाबू (19), ग्राम महलां थाना मुकमपुरा निवासी महेश रैगर उर्फ पिंटू (2), थाना रेनवाल मांझी निवासी उदय वाल्मीकी (19) और सवाई माधोपुर हाल गोविंदपुरा सांगानेर निवासी सुरेश (19) को गिरफ्तार किया। 3 देसी कट्टे के साथ आरोपी गिरफ्तारडीसीपी साउथ राजर्षि राज (IPS) ने बताया- मोबाइल स्नेचिंग के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान मानसरोवर क्षेत्र में जिला विशेष टीम ने आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए एक आरोपी से 3 देसी कट्टे बरामद किए। मामले में इंद्रेश सैन उर्फ चिंटू को गिरफ्तार किया गया। 50 लाख रुपए कीमत के 248 मोबाइल फोन बरामद कर असली मालिकों को लौटाएजयपुर दक्षिण पुलिस द्वारा गुमशुदा मोबाइलों की बरामदगी के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अब तक करीब 50 लाख रुपए कीमत के 248 मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटाए जा चुके हैं। वांछित अपराधियों पर कार्रवाईपुलिस आयुक्त महोदय के निर्देश पर चलाए गए वांछित अपराधियों के अभियान के तहत 63 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंदू राष्ट्र की बात सुनने पर युवक को पीटा:लखीमपुर में मोबाइल पर सुन रहा था, दो पर मुकदमा दर्ज
लखीमपुर खीरी के सिंगाही थाना क्षेत्र के ग्राम उमरा में हिंदू राष्ट्र की चर्चा को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि दो युवकों ने एक ग्रामीण शिवप्रसाद राठौर के साथ लाठी-डंडों और लात-घूंसों से मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्राम उमरा निवासी शिवप्रसाद राठौर पुत्र जवाहर लाल राठौर ने थाने में दी गई तहरीर में बताया कि वह अपने मोबाइल फोन पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों और श्री बागेश्वर बाबा द्वारा हिंदू राष्ट्र बनाए जाने के आह्वान से संबंधित बातें सुन रहा था। इसी दौरान गांव के अमीनुद्दीन और राजू पुत्र सत्तार अली वहां पहुंचे। आरोप है कि दोनों ने शिवप्रसाद से विवाद करना शुरू कर दिया और कहा कि गांव में हिंदू राष्ट्र की कोई बात नहीं की जाएगी। इसी बात को लेकर कहासुनी हुई और फिर मारपीट शुरू हो गई। पीड़ित शिवप्रसाद का कहना है कि आरोपियों ने उसे लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा, जिससे उसके सिर और शरीर में कई गंभीर चोटें आईं। आरोपियों ने उसे गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी भी दी। शोरगुल सुनकर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो आरोपी वहां से फरार हो गए। घायल शिवप्रसाद ने थाने पहुंचकर पुलिस से शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
धौलपुर में शातिर चोर गिरफ्तार:2 मोबाइल फोन, चांदी के गहने बरामद
धौलपुर सदर थाना पुलिस ने एक मकान में हुई चोरी की वारदात का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में एक शातिर चोर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी का माल बरामद किया है। सदर थानाधिकारी महेश मीना के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिरों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए भूरापुरा निधेरा कला, कौलारी, धौलपुर निवासी अनिल (29) पुत्र हरीदेव को गिरफ्तार किया है।अनिल पर 2 दिसंबर की रात प्रबल बिहार कॉलोनी, मित्तल फैक्ट्री के पीछे, सदर थाना क्षेत्र में चोरी करने का आरोप है। शिकायतकर्ता राजवीर पुत्र कन्हैया (35) निवासी परमल विहार कॉलोनी ने 3 दिसंबर को सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि 2 दिसंबर की रात करीब 1-2 बजे अज्ञात चोर उनके घर का ताला तोड़कर अंदर घुस गया और बक्से से सामान चुरा लिया।राजवीर ने अपनी रिपोर्ट में एक कंदौनी, करीब 500 ग्राम वजनी तोड़िया, एक तोला वजनी मंगलसूत्र, दो मोबाइल फोन और 10 हजार रुपए नकद सहित 4 साड़ियां चोरी होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी अनिल के कब्जे से 2 मोबाइल फोन, चांदी की एक जोड़ी तोड़िया और चांदी के 14 बिछुए बरामद किए हैं।
करनाल में अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक ओर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए सीआईए-3 की टीम ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया, वहीं दूसरी ओर शहर थाना पुलिस ने स्नैचिंग की वारदात का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर काबू किया है। दोनों मामलों में पुलिस ने सबूत बरामद कर आगे की जांच शुरू कर दी है। ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत अवैध सट्टेबाजों पर कार्रवाई करते हुए जिला पुलिस की सीआईए-3 करनाल टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर रामनगर इलाके में दबिश दी। यह कार्रवाई एएसआई जंगशेर की अगुवाई में की गई। साथी के साथ मिलकर कर रहा था सट्टेबाजी मौके से रामनगर निवासी राहुल उर्फ छम्मा को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि आरोपी अपने एक साथी के साथ मिलकर दुबई और मुंबई लीग के टी-20 क्रिकेट मैचों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से मोबाइल फोन, लैपटॉप, सट्टेबाजी का रजिस्टर, चार्जर और अन्य उपकरण बरामद किए। मोबाइल और रजिस्टर की जांच में सट्टेबाजी से जुड़ी वॉट्सऐप चैट, ग्राहकों की एंट्री और लेन-देन का पूरा रिकॉर्ड मिला। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। स्नैचिंग की वारदात का खुलासा दूसरी कार्रवाई में जिला पुलिस करनाल की थाना शहर टीम ने स्नैचिंग की घटना का सफल खुलासा किया। एएसआई राजेश कुमार की अध्यक्षता में की गई कार्रवाई के दौरान तीन आरोपियों चिराग, सुभाष गेट निवासी शंकर मेहतू का बेटा, पवन कुमार, गांव कटेबाग निवासी पृथ्वी का बेटा और रमन, गांव जटपुरा निवासी सोहनलाल का बेटा को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। जांच अधिकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता मुकुल ने बताया था कि नमस्ते चौक के पास उससे मोबाइल फोन छीन लिया गया था। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ कर छीना गया मोबाइल फोन बरामद किया गया। रिमांड पूरा होने के बाद आरोपियों को फिर से अदालत में पेश कर जिला जेल भेज दिया गया है।
जमुई सदर अस्पताल में पावर कट:एक घंटे तक मोबाइल टॉर्च से हुआ मरीजों का इलाज
जमुई सदर अस्पताल एक बार फिर अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में है। मंगलवार सुबह इमरजेंसी वार्ड में एक घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रही, जिसके कारण मरीजों का इलाज मोबाइल टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बिजली गुल होने के कारण डॉक्टरों और उनके सहयोगियों को मोबाइल फोन की टॉर्च जलाकर मरीजों का उपचार करना पड़ा। इस दौरान आग से झुलसे एक युवक का इलाज भी मोबाइल की रोशनी में किया गया, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियां उजागर हुईं। बिजली आपूर्ति में तकनीकी खराबी के कारण समस्या बताया जा रहा है कि बिजली आपूर्ति में तकनीकी खराबी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। हालांकि, अस्पताल में महंगा जनरेटर मौजूद होने के बावजूद उसे चालू नहीं किया गया, जिससे इमरजेंसी वार्ड अंधेरे में डूबा रहा। यह स्थिति अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाती है। चार से पांच मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर मरीज का कर रहे उपचार वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि चार से पांच मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर मरीज का उपचार कर रहे हैं। मरीज के परिजन नुनु खान ने बताया कि बिजली न होने के कारण अंधेरे में ही इलाज किया गया, जिससे मरीज, डॉक्टर और कर्मचारियों सभी को काफी परेशानी हुई। तकनीकी समस्या के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी सदर अस्पताल के मैनेजर रमेश पांडेय ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तकनीकी समस्या के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी, जिसे जल्द ही ठीक कर लिया गया। हालांकि, इस घटना ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की आपातकालीन स्थितियों से निपटने की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इंदौर में पुलिसकर्मियों के मोबाइल हैक होने का मामला सामने आया है, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने सतर्कता बरतने की एडवाइजरी जारी की है। बताया गया कि हाल ही में कुछ पुलिसकर्मियों के मोबाइल पर APK फाइल आई थी, जिसे डाउनलोड करने के बाद उनका व्हाट्सएप हैक हो गया। इसके बाद हैक हुए नंबरों से उनके परिचितों को रुपए मांगने के मैसेज भेजे गए। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि आजाद नगर, लसूड़िया, तुकोगंज और चंदन नगर थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों के मोबाइल हैक होने की जानकारी मिली है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ई-चालान से जुड़ी एक फर्जी APK फाइल डाउनलोड करने के कारण उनके मोबाइल हैक हुए। इसके बाद साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप के जरिए फोन कॉन्टैक्ट में मौजूद लोगों से पैसे मांगने के मैसेज भेजे। एडिशनल डीसीपी दंडोतिया ने बताया कि इस तरह की फर्जी APK फाइलें पूरे प्रदेश में सक्रिय हैं। इसे देखते हुए क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने पुलिसकर्मियों के साथ-साथ आम नागरिकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। हैक किए गए मोबाइल नंबरों और साइबर गिरोह के स्रोत को लेकर जांच जारी है। उन्होंने चेतावनी दी कि किसी भी अनजान या संदिग्ध APK फाइल को डाउनलोड करने से बचना बेहद जरूरी है, क्योंकि इससे मोबाइल का डेटा फॉरवर्ड मोड में चला जाता है, जिसका साइबर अपराधी दुरुपयोग करते हैं।
नारनौल में 21 साल की लड़की घर से लापता:BA में पढ़ती है, घर से कॉलेज गई थी; मोबाइल भी ले गई साथ
महेंद्रगढ़ जिला के अटेली थाना क्षेत्र के गांव दुलोठ जाट से एक कॉलेज छात्रा के लापता होने का मामला सामने आया है। छात्रा के पिता ने इस संबंध में थाना अटेली में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गांव दुलोठ जाट निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी दूसरी संतान लड़की सरकारी कॉलेज नारनौल में बीए की छात्रा है। वह रोजाना की तरह 21 दिसंबर को सुबह करीब 10 बजे घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी, लेकिन देर शाम तक वापस घर नहीं पहुंची। जब काफी देर तक उसका कोई पता नहीं चला तो परिजनों की चिंता बढ़ गई। अपने स्तर पर की तलाश परिजनों ने पहले अपने स्तर पर रिश्तेदारी, जान-पहचान और संभावित स्थानों पर सिवानी की तलाश की, लेकिन कहीं से भी कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पिता ने थाना अटेली पहुंचकर बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। मोबाइल साथ लेकर गई शिकायत में बताया गया है कि घर से निकलते समय उसने नीले रंग की जींस, हल्के क्रीम रंग की जैकेट और पैरों में सफेद रंग के जूते पहने हुए थी। उसकी उम्र करीब 21 वर्ष है। वह अपने साथ मोबाइल फोन भी लेकर गई थी। पुलिस ने किया मामला दर्ज पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। छात्रा की तलाश के लिए आसपास के इलाकों, कॉलेज मार्ग और अन्य संभावित स्थानों पर पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने पुलिस से बेटी को जल्द से जल्द तलाश करने की गुहार लगाई है।
लुधियाना के चंडीगढ़ रोड स्थित नीची मंगली इलाके में सोमवार रात करीब 10 बजे मोबाइल स्नैचिंग का विरोध करना एक युवक को भारी पड़ गया। बाइक सवार दो नकाबपोश लुटेरों ने मोबाइल छीनने के बाद युवक पर चाकुओं से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसके कंधे और पांव पर करीब 15 टांके लगाए गए। घायल युवक की पहचान रोहित के रूप में हुई है। रोहित ने बताया कि वह सोमवार रात काम से लौटकर खाना खाने के लिए पैदल अपने कमरे की ओर जा रहा था। घर से कुछ ही दूरी पर वह फोन पर अपने परिजनों से बात कर रहा था तभी पीछे से बाइक पर सवार दो नकाबपोश युवक आए और अचानक उसका मोबाइल फोन छीन लिया। चाकू से किया हमला जब रोहित ने लुटेरों का विरोध किया तो दोनों ने उस पर चाकुओं से हमला कर दिया। जान बचाने के लिए रोहित ने मोबाइल छोड़ दिया और वहां से भागकर अपने कमरे में पहुंचा जहां उसने साथियों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में प्राथमिक उपचार और मेडिकल जांच के बाद रोहित ने मामले की शिकायत पुलिस चौकी मुंडिया में दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
चंडीगढ़ पुलिस के पास 27 सालों से लोगों का ऐसा सामान जब्त है, जो कि उन पर कोई मामला दर्ज होने पर जब्त हुआ था। लेकिन केसों में फैसला आने के 10 से 15 साल के बाद भी लोगों ने इसे छुड़ाया नहीं है। न किसी ने इन पर अपना दावा जताया है। सामान में नोकिया मोबाइल फोन, कंप्यूटर फ्लॉपी, लैपटॉप, गैस सिलेंडर, कढ़ाई, कटोरियां, बाल्टी व स्कूटर की स्टेपनी तक शामिल है। इसके बाद अब पुलिस ने लोगों को एक महीने में उक्त सामान पर दावा करने को कहा है। वरना एक महीने के बाद पुलिस द्वारा इस सारे सामान को नियमों के तहत नीलाम कर दिया जाएगा। इसके बाद लोग अपना दावा व ऐतराज दर्ज नहीं कर पाएंगे। दो वजह से नहीं आए लोग पुलिस के मुताबिक सेक्टर-17 थाने के मालखाने में सामान जब्त है। इस वजह से मालखाने में जगह की कमी पड़ रही है। दूसरा, लोग सामान लेने भी नहीं आए हैं। कानूनी माहिरों की मानें तो सामान न लेने आने के पीछे की दो वजह हैं। एक तो अधिकतर लोग बाहरी थे। सामान छोटा था, जिससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता था। दूसरा, उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि जब्त सामान उन्हें मिल सकता है। ऐसे में अब लोगों को अपने सामान के लिए सेक्टर-17 के थाने में संपर्क करना होगा, जहां पर उन्हें सारी कार्रवाई पूरी करनी होगी। चोरी से लेकर NDPS केस का है सामान पुलिस के मुताबिक जो सामान जब्त है, उसमें कॉपीराइट एक्ट, चोरी और धोखाधड़ी, नौकर द्वारा चोरी करना, इमिग्रेशन एक्ट, सेंध लगाकर चोरी, एक्सीडेंट, एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामले शामिल हैं। इन सभी मामलों का निपटारा हो चुका है। इसमें 17 के करीब लोग बरी हो चुके हैं, जबकि दो के करीब केस अनट्रेस हैं और एक-दो मामलों में मौत हो चुकी है। जबकि शेष केसों में दोषी करार दिए जा चुके हैं। वहीं, इन अपराधों में उक्त लोगों की सजा तक पूरी हो चुकी है। ऐसे में अब यह प्रक्रिया शुरू की गई है। याद रहे कि इससे पहले चंडीगढ़ पुलिस ने सभी थानों में पड़े सालों पुराने वाहनों का निपटारा किया है, क्योंकि नए कानून में इस चीज को लेकर सख्त नियम हैं। दूसरा मामला हाईकोर्ट पहुंचा था। ऐसे में इस चीज का निपटारा किया गया।
युवक से मोबाइल छीना, विरोध करने पर चाकू पर किया हमला
लुधियाना| नीची मांगली इलाके में सोमवार सुबह मोबाइल स्नैचिंग की वारदात सामने आई है। बदमाशों ने एक युवक से मोबाइल फोन छीन लिया और विरोध करने पर उस पर तेजधार चाकू से हमला कर दिया। घायल युवक ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पीड़ित की पहचान 20 वर्षीय रोहित के रूप में हुई है, जो मूल रूप से अयोध्या के कुमारगंज का रहने वाला है और फिलहाल नीची मांगली में किराए पर रह रहा है। वह हाईटेक सनमाइका नाम की कंपनी में काम करता है। रोहित के अनुसार सोमवार सुबह करीब 8 बजे वह होटल में खाना खाने के लिए निकला था। घर से करीब 500 मीटर दूर दो नकाबपोश युवकों ने उससे मोबाइल छीनने की कोशिश की। रोहित फोन पर बात कर रहा था और उसके पास टेक्नो कंपनी का मोबाइल था। विरोध करने पर बदमाशों ने चाकू से हमला कर उसे घायल कर दिया और मोबाइल लेकर फरार हो गए। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
बेतिया नगर के लादुराम गोला गंज नंबर दो निवासी मुकेश कुमार को मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने इस संबंध में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। यह घटना 17 दिसंबर को शाम 4:55 बजे हुई।मुकेश कुमार ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि उन्हें एक धमकी भरा कॉल आया था। पीड़ित ने मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की कॉल करने वाले ने खुद को विजय कुमार बताया और कहा कि वे नगर थाना कांड संख्या 499/25 में कोई पैरवी न करें, अन्यथा उन्हें जान से मार दिया जाएगा।इस धमकी के बाद से मुकेश कुमार और उनके परिजन दहशत में हैं। जब मुकेश कुमार आरोपी के घर पूछताछ करने गए, तो आरोपी ने उनके साथ धक्का-मुक्की और मारपीट भी की।पीड़ित ने मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
दतिया के उनाव थाना क्षेत्र में पुलिस ने जुए के खिलाफ कार्रवाई की है। गोवर्धन मंदिर के पास पहूज नदी किनारे संचालित एक जुए के अड्डे पर दबिश देकर 8 जुआरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से 22 दोपहिया वाहन, 12 हजार रुपए नकद और 6 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। जब्त की गई कुल सामग्री की कीमत लगभग 17 लाख रुपए आंकी गई है। आठ आरोपी गिरफ्तार, दो फरार उनाव थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि पहूज नदी के किनारे कई लोग ताश के पत्तों पर जुआ खेल रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस ने लांच पुलिस और साइबर सेल की टीम के साथ मिलकर मौके पर घेराबंदी कर कार्रवाई की। पुलिस को देखते ही कई जुआरी भाग गए, लेकिन पुलिस ने 8 आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज गिरफ्तार जुआरियों में झांसी और दतिया के लोग शामिल हैं। पकड़े गए आरोपियों के नाम बंटी गुर्जर, रवि शाक्यवार, मजीद खान, प्रशांत शिंगवानी, दीपक अहिरवार, अच्छेलाल रायकवार (सभी निवासी झांसी), आनंद शर्मा (दतिया) और विनोद कुशवाहा (झांसी) हैं। कार्रवाई के दौरान अखिलेश कुशवाहा, अंकित उनया, रमेश रैकवार और मंगल कुशवाहा (सभी दतिया निवासी) मौके से फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों पर जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
राजस्थान के जालोर जिले में पंचायत ने अजीब फरमान सुनाया है। 15 गांव की बहू-बेटियां को 26 जनवरी से कैमरे वाला फोन यूज करने पर बैन लगा दिया है। इतना ही नहीं सार्वजनिक समारोह से लेकर पड़ोसी के घर पर भी फोन ले जाने पर पाबंदी रहेगी। वह स्मार्ट फोन की जगह की-पैड फोन उपयोग में ले सकेंगी। समाज अध्यक्ष का कहना है कि ये फैसला इसलिए किया गया है कि महिलाओं के पास मोबाइल होने से बच्चे इसका उपयोग करते हैं। इससे आंखें खराब होने का डर रहता है। दरअसल, रविवार को जालोर जिले के चौधरी समाज सुंधामाता पट्टी की गाजीपुर गांव में बैठक हुई थी। 14 पट्टी के अध्यक्ष सुजनाराम चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में समाज की बहू-बेटियों के लिए ये निर्णय लिया गया है। पढ़ाई करने वाली बच्चियां घर में यूज कर पाएगी मोबाइल समाज अध्यक्ष सुजनाराम चौधरी ने बताया कि बैठक में पंच हिम्मताराम ने फैसला पढ़कर सुनाया। हिम्मतराम ने बताया कि देवाराम कारनोल वालों ने ये प्रस्ताव रखा था। इसमें सभी पंचों और लोगों ने चर्चा करते हुए निर्णय लिया कि 15 गांवों की बहू-बेटियां फोन पर बात करने के लिए की-पैड वाला फोन रखेंगी। इसके साथ ही पढ़ाई करने वाली बच्चियों को मोबाइल रखना अगर जरूरी होगा तो वे अपने घर में ही मोबाइल से पढ़ाई करेंगी। यानि वे घर में ही मोबाइल का यूज कर सकेंगी। शादी समारोह, सामाजिक कार्यक्रम और पड़ोसी के घर पर भी मोबाइल नहीं ले जा सकती हैं। समाज अध्यक्ष बोले- महिलाओं के पास मोबाइल होने से बच्चे उपयोग करते है समाज अध्यक्ष सुजनाराम ने बताया कि रविवार को हुई बैठक में मोबाइल के उपयोग को लेकर नियम लागू किए गए हैं। इसके पीछे कारण ये है कि महिलाओं के पास मोबाइल होने से उनके पास रहने वाले बच्चे इसका उपयोग करते हैं। इससे आंखें खराब होने का डर रहता हैं। इसलिए यह निर्णय जरूरी है। इन गांवों में 26 जनवरी से लागू होगा नियम ये नियम पट्टी में आने वाले जालोर जिले के गजीपुरा,पावली, कालड़ा, मनोजिया वास, राजीकावास, दातलावास, राजपुरा, कोड़ी, सिदरोड़ी, आलड़ी, रोपसी, खानादेवल, साविधर, भीनमाल के हाथमी की ढ़ाणी व खानपुर में लागू होगा।
धनबाद में साइबर अपराध का भंडाफोड़:5 गिरफ्तार, 38 एटीएम कार्ड और 10 मोबाइल फोन बरामद
धनबाद पुलिस ने बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 10 मोबाइल फोन, 38 एटीएम कार्ड, 16 सिम कार्ड और फिंगर प्रिंट क्लोन करने की सामग्री सहित साइबर अपराध में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए गए हैं। नगर अधीक्षक ऋत्विक श्रीवास्तव ने बताया कि वरीय पुलिस अधीक्षक से मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने होटल मैहर में छापेमारी की। इस अभियान में बैंक मोड़ थाना प्रभारी प्रवीण कुमार, एसआई तारिक वासिम, एसआई अभय कुमार, एसआई शबाज अंसारी और आरक्षी नरेंद्र कुमार सहित अन्य बल शामिल थे। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान सूरज चौहान (गौतम बुद्ध नगर, नोएडा), साहिल खा (सेक्टर 49 जीबीटी, उत्तर प्रदेश), पिंटू कुमार मंडल (बुधुडीह, गिरिडीह), बिकु साह (विक्रमगंज, रोहतास, बिहार) और बसंत कुमार मंडल (भूली ई ब्लॉक, धनबाद) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये लोग फर्जी तरीके से बैंक खाते खोलकर और एटीएम कार्ड बनाकर साइबर अपराध को अंजाम दे रहे थे। इनके पास से बरामद मोबाइल फोन में कई एटीएम कार्ड और बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनके खिलाफ विभिन्न राज्यों में साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि ये अपराधी फर्जी एपीके फाइल और एसएमएस के जरिए लोगों को ठग रहे थे। बरामद सामग्री में 10 मोबाइल, 38 एटीएम कार्ड, 6 हजार रुपए नकद, बैंक खातों के 203 पेज के फोटो, एक महिंद्रा स्कॉर्पियो, फिंगर प्रिंट क्लोन की सामग्री, एक एम-एटीएम और पेटीएम कंपनी की दो पीओएस मशीनें शामिल हैं। पुलिस ने इस मामले में बैंक मोड़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
भोपाल के हबीबगंज थाना इलाके में आरकेएमपी के पास बाइक सवार दो लुटेरों ने शनिवार को एक वेटरनरी डॉक्टर से मोबाइल लूट लिया। वारदात के बाद तेज रफ्तार से भाग रहे लुटेरों की बाइक आगे जाकर एक गाड़ी से टकराकर गिर गई। इससे दोनों लुटेरे घायल हो गए। राहगीरों ने उन्हें पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस के मुताबिक, दोनों लुटेरे ईरानी डेरा में रहते हैं। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि वह महंगे मोबाइल लूटकर मुंबई भेजते हैं, जहां से उन्हें दुबई भेजा जाता है। पुलिस उनके नेटवर्क की जांच कर रही है। शनिवार को डॉ. मोहित सिंह बघेल मूलतः निवासी भिंड का आरोपियों ने मोबाइल फोन झपट लिया था। फरियादी शासकीय पशु चिकित्सालय अनूपपुर में डॉक्टर हैं। घटना के दिन रात करीब साढ़े 10 बजे वह अपने साथी विशाल के साथ आरकेएमपी से पैदल बंसल-वन की तरफ जा रहे थे। भागने की कोशिश में गिरे थे बदमाश बाइक सवार दो बदमाशों ने मोहित के हाथ से मोबाइल झपट लिया। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे बदमाशों का पीछा किया गया तो उनकी तेज रफ्तार स्पोर्टस बाइक डीबी मॉल के सामने एक गाड़ी से टकरा गई। राहगीरों ने उन्हें पुलिस के हवाले किया। इस हादसे में दोनों लुटेरों को चोटें आईं हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राथमिक उपचार के बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी कर ली। जानिए कौन हैं गिरफ्तार आरोपी
इंदौर की लसूडिया पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर उसके रिश्तेदार के खिलाफ बंधक बनाकर रखने, मारपीट करने और धमकी देने के मामले में FIR दर्ज की है। पीड़िता के अनुसार आरोपी ने उसका मोबाइल छीना और उसे कई दिनों तक बंधक बनाकर रखा। लसूडिया पुलिस के अनुसार 21 वर्षीय युवती की शिकायत पर आनंद निवासी बिचोली मर्दाना के खिलाफ कार्रवाई की गई है। युवती ने बताया कि 11 दिसंबर को वह तुलसी क्लीनिक, केलोद कांकड़ में जॉब के सिलसिले में गई थी। इस दौरान आनंद वहां आया और कहा कि वह उससे प्यार करता है और शादी करना चाहता है। इसके बाद आरोपी ने युवती को जबरन बाइक पर बैठाया और उसका मोबाइल अपने पास रख लिया। आनंद ने उसे कुछ समय तक साथ घुमाया और फिर देवास में कमरे में रखा। इसके बाद चितोडगढ़ ले जाकर शादी के लिए दबाव बनाया और मारपीट की। आरोपी ने धमकी दी कि अगर शादी नहीं हुई तो परिवार के लोगों को जान से मार देगा। पीड़िता ने राहगीर की मदद से मोबाइल वापस लिया और परिवार से संपर्क किया। इसके बाद परिवार के लोग उसे लेने पहुंचे। टीआई तारेश सोनी ने बताया कि रात में आरोपी आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी एक फैक्ट्री में काम करता है और उसने पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपी ने मोबाइल अपने पास रखे होने के कारण युवती परिवार से संपर्क नहीं कर पा रही थी।
बेखौफ बदमाश:आधे घंटे के अंदर तीन मोबाइल फोन लूटे, भागते समय बाइक भिड़ी, लुटेरे गिरफ्तार
रजधानी में बेखौफ बदमाशों ने शनिवार की रात आधे घंटे में तीन थानाक्षेत्रों में मोबाइल फोन लूट की तीन वारदातें की। यह घटना टीटी नगर, गोविंदपुरा और आरकेएमपी स्थित बंसल-वन के सामने हुई। आरकेएमपी पर बाइक सवार दो लुटेरों ने एक वेटरनरी डॉक्टर से मोबाइल लूट लिया। वारदात उस समय हुई, जब डॉक्टर आरकेएमपी से अपने साथी के साथ पैदल जा रहे थे। तभी पीछे से आए लुटेरों ने झपट्टा मारकर मोबाइल लूट लिया। वारदात को अंजाम देकर भागते समय लुटेरों की बाइक आगे जाकर एक गाड़ी से टकराकर गिर गई। इसमें दोनों लुटेरे घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस लूट का मामला दर्ज किया है। हबीबगंज पुलिस के मुताबिक दोनों लुटेरे ईरानी डेरा में रहते हैं। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि वह महंगे मोबाइल लूटकर मुंबई भेजते हैं, जहां से उन्हें दुबई भेजा जाता है। पुलिस इस चेन की जांच कर रही है। डॉ. मोहित सिंह बघेल मूलत: भिंड के रहने वाले हैं। वह शासकीय पशु चिकित्सालय अनूपपुर में डॉक्टर हैं। शनिवार की रात करीब साढ़े 10 बजे वह अपने साथी विशाल के साथ आरकेएमपी से पैदल बंसल-वन की तरफ जा रहे थे। तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने मोहित के साथ से मोबाइल झपट लिया। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे बदमाशों का पीछा किया गया तो उनकी तेज रफ्तार स्पोर्टस बाइक डीबी मॉल के सामने एक गाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में दोनों लुटेरों को चोटें आईं हैं। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना में डॉ. मोहित भी गिरने के कारण घायल हो गए। पुलिस ने डॉ. बघेल की शिकायत पर लूट का मामला दर्ज किया है। इधर, वाहन चालकों पर सख्ती 25 जगह चेकिंग, हेलमेट न पहनने पर 195 के चालान रात में सुस्त दिखने वाली पुलिस ने रविवार को दिन भर वाहन चेकिंग अभियान चलाया। शहर के 25 स्थानों पर हेलमेट न पहनने, वाहन बीमा और रॉन्ग साइड वाहन चलाने सहित नियमों की जांच की गई। इस दौरान कुल 310 चालान किए गए और 1,67,500 रुपए का जुर्माना वसूला गया। इनमें 5 चालान रॉन्ग साइड वाहन चलाने और 195 दोपहिया वाहन चालकों के हेलमेट न पहनने पर किए गए। लुटेरों पर शिकंजा नहीं : राजधानी पुलिस दिन में तो वाहन चेकिंग अभियान चलाती है, लेकिन यह अभियान सिर्फ हेलमेट और ज्यादातर सीट बेल्ट तक सीमित रहता है। लुटेरे बिना नंबर की बाइक, स्कूटी पर फर्राटा भर रहे हैं। रात 10 बजे के बाद पुलिस बाजार तो बंद करवा देती है, लेकिन लुटेरों का बाजार इसी दौरान चालू हो जाता है।
ट्रांसपोर्टनगर स्थित आरटीओ कार्यालय में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारियों की मोबाइल जांच को लेकर गंभीर आरोप सामने आए हैं। दलालों से कथित मिलीभगत की जांच के नाम पर अफसरों ने कर्मचारियों के मोबाइल जब्त कर चैटिंग, कॉल डिटेल, ईमेल और तस्वीरें खंगालीं। इस दौरान एक महिला कर्मी की व्यक्तिगत तस्वीरें देखे जाने का आरोप है, जिससे वह रोने लगी। बावजूद इसके जांच नहीं रोकी गई। मामला उजागर होने के बाद इसकी शिकायत परिवहन विभाग के मुख्यालय तक पहुंच गई है। दरअसल, वर्तमान में ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ में ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ा काम नई एजेंसी के कर्मचारियों के जिम्मे है। इससे पहले आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी ने पूर्व में तैनात प्राइवेट कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार और दलालों से सांठगांठ के आरोप लगाते हुए पत्र लिखा था। इसके बाद पुरानी एजेंसी को हटाकर सिल्वर टच नामक नई संस्था के कर्मचारियों को तैनात किया गया। आरोप है कि नई एजेंसी के कर्मचारी भी लगातार अफसरों के दबाव और प्रताड़ना का सामना कर रहे हैं। जबरन मोबाइल जांच का आरोप प्राइवेट कर्मचारियों का कहना है कि बीते शनिवार डीएल सेक्शन में काम कर रहे कर्मचारियों के मोबाइल जबरन ले लिए गए। बिना किसी लिखित आदेश के उनका डाटा खंगाला गया, कॉल रिकॉर्ड और निजी बातचीत देखी गई। आरोप है कि एक महिला कर्मचारी की निजी तस्वीरें भी जांच के नाम पर देखी गईं, जबकि वह बार-बार आपत्ति जताती रही। महिला अफसरों के होते हुए भी सवाल परिवहन विभाग में परिवहन आयुक्त का पद महिला आईएएस किंजल सिंह के पास है, वहीं आईटी विंग की जिम्मेदारी भी महिला अधिकारी सुनीता वर्मा संभाल रही हैं। इसके बावजूद महिला कर्मी की निजता से जुड़े इस मामले ने विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि परिवहन आयुक्त स्तर से मामले में कोई हस्तक्षेप और कार्रवाई होती है या नहीं। पहले भी लगे थे आरोप, जांच नहीं हुई सूत्रों के मुताबिक इससे पहले जब डीएल का काम स्मार्ट चिप कंपनी के कर्मचारी देख रहे थे, तब भी उन पर दलालों से मिलीभगत के आरोप लगाए गए थे। हालांकि न तो किसी तरह की एफआईआर दर्ज हुई और न ही विभागीय स्तर पर ठोस जांच कराई गई। एकतरफा कार्रवाई करते हुए कर्मचारियों को हटा दिया गया था। आरटीओ प्रशासन ने आरोपों को नकारा आरटीओ (प्रशासन) संजय तिवारी का कहना है कि ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े काम में बाहरी दलालों की भूमिका की शिकायतें थीं। इसी कारण कर्मचारियों के मोबाइल जांचे गए। महिला कर्मी की निजी तस्वीरें देखे जाने का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
बठिंडा पुलिस ने मोबाइल चोरी करने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 10 चोरी के मोबाइल बरामद किए हैं। डीएसपी सिटी 2 सरबजीत सिंह बराड़ ने इसी पुष्टि की है। शिकायतकर्ता हरमंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके पिता अजीत रोड स्थित अपनी किराना दुकान पर बैठे थे। दो बाइक सवार व्यक्ति दुकान पर आए, कुछ सामान मांगा और बातों में उलझाकर दुकान से मोबाइल लेकर फरार हो गए। इस घटना का फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। इन आरोपियों को किया गिरफ्तार पुलिस ने इस मामले में गौरव कुमार निवासी थर्मल कॉलोनी, कोमल धीर, बंटी और पवन शर्मा निवासी नवी बस्ती को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के आधार पर चोरी के 10 मोबाइल बरामद किए गए हैं।
भिवानी जिले में पुलिस ने ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत पुलिस कर्मचारी से लूट और मारपीट मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। जिनसे बाइक और कार भी बरामद की है। भिवानी जिले में कार्यरत एक पुलिस कर्मचारी ने थाना सदर पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत में बताया गया था कि 2 अक्टूबर को वह ड्यूटी समाप्त कर अपने घर जा रहा था। इसी दौरान उसने जेबी गुप्ता अस्पताल के पास से एक कार ड्राइवर से लिफ्ट ली। कार ड्राइवर गांव तिगड़ाना से आगे कुछ दूर चलने पर पेशाब करने के बहाने गाड़ी से उतरा और फोन कर अपने अन्य साथियों को बुला लिया। कुछ ही देर में बाइक सवार 3 युवक मौके पर पहुंचे। जिनमें से दो युवक कार में बैठ गए। इसके बाद आरोपी शिकायतकर्ता को धनाना से मित्ताथल रोड की ओर ले गए। जहां कार में पीछे बैठे दो युवकों ने शिकायतकर्ता के साथ मारपीट कर उसकी जेब से रुपए और मोबाइल छीन लिए। कुछ दूर आगे खेतों में फेंक कर फरार हो गए। शिकायत के आधार पर थाना सदर भिवानी में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। चार आरोपी काबूथाना सदर भिवानी के अंतर्गत पुलिस चौकी गुजरानी मोड़ के इंचार्ज एएसआई देवेंद्र कुमार ने न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार कए गए आरोपियों की पहचान गांव बड़ेसरा निवासी अमन, राजेश, सागर और राहुल के रूप में हुई है। आरोपियों से बाइक व कार बरामदगिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस टीम ने आरोपियों की निशानदेही पर वारदात के दिन प्रयोग की गई एक बाइक और एक बलेनो कार बरामद की है। रिमांड अवधि पूर्ण होने के उपरांत आरोपियों को पुनः कोर्ट में पेश किया, जहां से कोर्ट ने उन्हें जिला कारागार सुनारिया रोहतक भेजने के आदेश दिए।
अबोहर में लूटपाट की घटनाओं में एक बार फिर वृद्धि देखने को मिल रही है। शनिवार रात मलोट रोड बाइपास पर तीन हथियारबंद लुटेरों ने एक बाइक सवार युवक पर तेजधार हथियारों से हमला कर उसका मोबाइल फोन और हजारों रुपए की नकदी लूट ली। घायल युवक को उसके एक जानकार ने सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। सरकारी अस्पताल में भर्ती गांव सरावां बोदला निवासी धर्मवीर ने बताया कि, शनिवार रात करीब 9 बजे वह अपनी बाइक पर शहर से गांव की ओर जा रहा था। जब वह मलोट रोड बाइपास पर पहुंचा, तो तीन हथियारबंद लोगों ने उसे घेर लिया और उसका मोबाइल तथा पर्स छीनने का प्रयास किया। तलवार से हमला कर किया घायल धर्मवीर के विरोध करने पर लुटेरों ने उस पर कापे और तलवारों से जानलेवा हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हमलावर उसका मोबाइल, पर्स और बाइक की चाबी लेकर फरार हो गए। धर्मवीर के अनुसार, उसके पर्स में लगभग 2500 रुपए नकद और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। घायल होने के बाद धर्मवीर ने सीड फार्म निवासी अपने एक परिचित से संपर्क किया, जिसने उसे अस्पताल पहुंचाया। घटना की सूचना पुलिस को दे दी गई है। धर्मवीर ने पुलिस प्रशासन से लुटेरों का पता लगाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
बुलंदशहर के खुर्जा नगर क्षेत्र में एक किशोरी को परेशान करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवक ने किशोरी के घर की छत पर मोबाइल नंबर लिखी पर्ची फेंकी और उसके साथ घर में घुसकर छेड़छाड़ भी की। पीड़िता ने अपने परिजनों के साथ खुर्जा कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। किशोरी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि आरोपी पिछले कुछ दिनों से लगातार उसका पीछा कर रहा था, जिससे वह परेशान थी। आरोप है कि आरोपी ने पीछा करते हुए उसके घर की छत पर मोबाइल नंबर लिखी पर्ची फेंकी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी उसके घर में घुस आया और उसके साथ अभद्रता व छेड़छाड़ की। घटना के बाद किशोरी ने परिजनों को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क किया। खुर्जा कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। जांच-पड़ताल के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में अब पर्यटन क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह प्रतिबंध हाई कोर्ट के निर्देशों के पालन में टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से लागू किया गया है। जंगल सफारी पर जाने वाले पर्यटकों को अपने मोबाइल फोन जिप्सी में लगे लॉकर में रखने होंगे। पर्यटन अधिकारी अंकित सोनी की ओर से जारी आदेश के अनुसार, 24 दिसंबर तक सभी पर्यटन जिप्सियों में 12 इंच लंबा, 8 इंच चौड़ा और 4 इंच ऊंचा लॉकर लगवाना अनिवार्य होगा। इन लॉकरों में पर्यटक पार्क में इंट्री से पहले अपने मोबाइल फोन सुरक्षित रख सकेंगे। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक जिप्सी पर 15 इंच लंबा और 6 इंच चौड़ा मोबाइल फोन प्रोहिबिटेड स्टीकर लगाना भी आवश्यक होगा। 24 दिसंबर से पार्क में मोबाइल प्रतिबंधित प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि 24 दिसंबर से पार्क में इंट्री से पहले पर्यटकों के लिए मोबाइल फोन लॉकर में रखना अनिवार्य होगा। आदेश का उल्लंघन करने वाले जिप्सी संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने बताया कि यह निर्णय वन्यजीवों की सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और न्यायालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में दवाओं के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की टीम ने सरस्वती मेडिकल स्टोर के संचालक खेमराज बानी के घर पर छापा मारा। 50 लाख रुपए की एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयां बरामद की गईं। दवाएं नकली हैं कि नहीं जांच की जा रही है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के मुताबिक जब्त की गई दवाइयों की मात्रा करीब 200 कार्टून है, जिन्हें ट्रक में भरकर ले जाया गया। कारोबारी ने इन नकली दवाओं को अपने घर के तीन अलग-अलग कमरों में छिपाकर रखा था। कारोबारी के बेटे के मोबाइल से अहम सुराग मिले हैं। जानिए क्या है पूरा मामला दरअसल, 16 दिसंबर को रायपुर और रायगढ़ से पहुंचे 4 अधिकारियों की टीम ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ में छापेमारी की थी। उस वक्त सरस्वती मेडिकल स्टोर और संचालक के घर से महज 2 लाख 24 हजार रुपए की दवाओं की जब्ती दिखाई गई। इसी बीच खाद्य एवं औषधि विभाग को पता चला कि उसी समय घर में लाखों रुपए की दवाइयां मौजूद थीं, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। इस पर कार्रवाई को लेकर खानापूर्ति और लापरवाही के आरोप लगे। कारोबारी के बेटे के मोबाइल से मिला बड़ा सुराग टीम ने जांच के दौरान कारोबारी के बेटे का मोबाइल फोन चेक किया। मोबाइल में नागपुर गोल्डन ट्रांसपोर्ट, गोगांव से पहले पकड़ी गई नकली दवाइयों की तस्वीरें मिलीं। इन्हीं तस्वीरों से जांच दल को सुराग मिला।इसके बाद घर के अंदर छिपाकर रखी गई दवाइयों तक टीम पहुंच सकी। शुरुआती जांच में नकली दवाओं के तार इंदौर और नागपुर से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। FDA ने जब्त की गई दवाइयों में से 3 दवाओं के सैंपल जांच के लिए रायपुर लैब भेज दिए हैं। साथ ही कारोबारी और उससे जुड़े अन्य लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। अधिकारी बोले- ज्यादातर दवाइयां जेनेरिक खाद्य एवं औषधि विभाग रायपुर के सहायक औषधि नियंत्रक संजय कुमार नेताम ने बताया कि यह कार्रवाई उच्च अधिकारियों के निर्देश पर की गई है। नकली दवाइयों के संदेह के आधार पर छापा मारा गया, जिसमें बड़ी मात्रा में दवाइयां मिलीं। उन्होंने बताया कि जब्त की गई दवाइयों में ज्यादातर जेनेरिक मेडिसिन शामिल हैं, जिनका बाजार में बड़े पैमाने पर उपयोग होता है। साथ ही 16 दिसंबर की पहली कार्रवाई में लापरवाही और कथित लेन-देन के आरोपों को लेकर रायपुर और रायगढ़ के 4 अधिकारियों पर विभागीय जांच की तलवार लटक रही है। ये दवाइयां हुईं जब्त
रेवाड़ी में कैब ड्राइवर को गोली मारकर कार लूटने के मामले में मुख्य आरोपी देवांशु और हथियार सप्लायर बंटी के बीच पुराना संबंध सामने आया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि कार लूट में इस्तेमाल किए गए हथियारों की खरीद से पहले ही दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे। शनिवार को पुलिस लूट के आरोपियों और हथियार सप्लायर को पूरे दिन साथ लेकर पूछताछ करती रही। माना जा रहा है कि पुलिस इस मामले में आज कोई बड़ा खुलासा कर सकती है। वहीं, पुलिस देवांशु और शुभम को आज कोर्ट में पेश करेगी। मोबाइल और टैबलेट में मिले देशभक्ति सॉन्ग पुलिस सूत्रों के अनुसार, रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी देवांशु के मोबाइल और टैबलेट की गहन जांच की गई। हालांकि, इनमें कोई भी संदिग्ध सामग्री बरामद नहीं हुई। मोबाइल और टैबलेट में अधिकतर देशभक्ति से जुड़े सॉन्ग व रील्स मिलीं। इस वजह से जांच अधिकारी देवांशु की पृष्ठभूमि और उसके इरादों को लेकर किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचने में असमंजस में हैं। ड्राइवर की जांघ में गोली मारना और फिर उसे किसी सुनसान जगह की बजाय शहर में छोड़ देना, साथ ही कार लूट के दौरान अपनाया गया तरीका भी पुलिस के लिए संदेह का कारण बना हुआ है। अभी कई सवालों के जवाब की तलाश रविवार (21 दिसंबर) को कार लूट के मुख्य आरोपी अजमेर निवासी देवांशु और आजमगढ़ निवासी शुभम का पांच दिन का रिमांड खत्म हो जाएगा। यदि मेरठ से हथियार सप्लायर बंटी की गिरफ्तारी को छोड़ दें, तो अभी भी पुलिस के कई सवाल ऐसे हैं, जिनके देवांशु और शुभम से पुलिस को सही जवाब नहीं मिल पाए हैं। जिनमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार देवांशु ने किस वारदात को अंजाम देने के लिए बंटी से हथियारों का सौदा किया था। सूत्रों की माने तो अभी तक की जांच में लुटेरों का कोई पुराना आपराधिक रिकार्ड भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। देवांशु ने 20 दिन पहले शुभम को बुलाया था कार लूट की वारदात से करीब 20 दिन पहले देवांशु ने शुभम को अपनी खनन कंपनी में नौकरी दिलाने के बहाने अजमेर बुलाया था। यहां से वे देवांशु शुभम को साथ लेकर दिल्ली पहुंचा। यहां से 15/16 दिसंबर की रात को किराए कैब ली और रास्ते में ड्राइवर को गोली मारकर कार लूट ली थी। शुभम और देवांशु में 2019 से दोस्ती है और अक्सर दोनों में बातचीत होती रही है।
कोंडागांव पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म मामले में आरोपी आदित्य दुबे को राजस्थान से गिरफ्तार कर पीड़िता को सकुशल बरामद कर लिया है। यह कार्रवाई 20 दिसंबर 2025 को की गई। पीड़िता की मां ने 8 नवंबर 2025 को विश्रामपुरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि 6 नवंबर 2025 को उनकी नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। इस रिपोर्ट पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 137(2) के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। मोबाइल लोकेशन से पुलिस ने राजस्थान में दी दबिश मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी सूचना तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जांच के दौरान पीड़िता की लगातार तलाश की जा रही थी। इसी क्रम में 18 दिसंबर 2025 को साइबर सेल कोंडागांव से प्राप्त संदिग्ध मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने जयपुर (राजस्थान) के थाना बगरू में दबिश दी। यहीं से पीड़िता को आरोपी के कब्जे से बरामद किया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान आदित्य दुबे (उम्र 19 वर्ष) के रूप में हुई है। वह राजेश दुबे का बेटा है और ग्राम माधोनगर, थाना बेवर, जिला मैनपुरी (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है। पीड़िता का झांसा देकर बनाए शारीरिक संबंध पीड़िता के कथन के अनुसार, आरोपी ने मोबाइल फोन के माध्यम से उससे संपर्क किया और शादी का प्रलोभन दिया। वह उसे पहले दिल्ली और फिर जयपुर जिले के बगरू ले गया, जहां उसने उसके साथ बार-बार शारीरिक संबंध बनाए। पीड़िता के बयान के आधार पर प्रकरण में भारतीय न्याय संहिता की धारा 64, 64(1)(ड), 67 तथा पॉक्सो एक्ट की धारा 6 जोड़ी गई। आरोपी को थाना विश्रामपुरी लाकर पूछताछ की गई, जहां उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। इसके पश्चात 20 दिसंबर 2025 को उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
बठिंडा पुलिस ने मूंगफली विक्रेता को लूटने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी रेहड़ी-पटरी वालों को निशाना बनाकर उनसे लूटपाट करते थे। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से चोरी के चार मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया है। डीएसपी सरबजीत सिंह ने बताया कि पिछले दिनों झुग्गी-झोपड़ी में मूंगफली बेचने वाले एक व्यक्ति से मूंगफली खरीदने के बहाने मारपीट कर पैसे और सामान लूटा गया था। पीड़ित के बयान के आधार पर थर्मल थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। लूटे गए चार मोबाइल और अन्य सामान बरामद पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल की गई कार भी बरामद कर ली गई है। आरोपियों से लूटा गया माल और चार मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। जांच में सामने आया है कि लूट में शामिल कुछ युवक प्राइवेट बैंकों से लोगों को लोन दिलवाने का काम करते हैं। ये आरोपी रात और सुबह के समय लोगों से लूटपाट करते थे। डीएसपी ने बताया कि आरोपियों ने गुन्याना, थर्मल और रामपुरा थाना क्षेत्रों में भी लूट की वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी, जिससे मामले में और खुलासे होने की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में दवाओं के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की टीम ने सरस्वती मेडिकल स्टोर के संचालक खेमराज बानी के घर पर छापा मारा। 50 लाख रुपए की एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयां बरामद की गईं। दवाएं नकली हैं कि नहीं जांच की जा रही है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के मुताबिक जब्त की गई दवाइयों की मात्रा करीब 200 कार्टून है, जिन्हें ट्रक में भरकर ले जाया गया। कारोबारी ने इन नकली दवाओं को अपने घर के तीन अलग-अलग कमरों में छिपाकर रखा था। कारोबारी के बेटे के मोबाइल से अहम सुराग मिले हैं। जानिए क्या है पूरा मामला दरअसल, 16 दिसंबर को रायपुर और रायगढ़ से पहुंचे 4 अधिकारियों की टीम ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ में छापेमारी की थी। उस वक्त सरस्वती मेडिकल स्टोर और संचालक के घर से महज 2 लाख 24 हजार रुपए की दवाओं की जब्ती दिखाई गई। इसी बीच खाद्य एवं औषधि विभाग को पता चला कि उसी समय घर में लाखों रुपए की दवाइयां मौजूद थीं, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। इस पर कार्रवाई को लेकर खानापूर्ति और लापरवाही के आरोप लगे। कारोबारी के बेटे के मोबाइल से मिला बड़ा सुराग टीम ने जांच के दौरान कारोबारी के बेटे का मोबाइल फोन चेक किया। मोबाइल में नागपुर गोल्डन ट्रांसपोर्ट, गोगांव से पहले पकड़ी गई नकली दवाइयों की तस्वीरें मिलीं। इन्हीं तस्वीरों से जांच दल को सुराग मिला।इसके बाद घर के अंदर छिपाकर रखी गई दवाइयों तक टीम पहुंच सकी। शुरुआती जांच में नकली दवाओं के तार इंदौर और नागपुर से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। FDA ने जब्त की गई दवाइयों में से 3 दवाओं के सैंपल जांच के लिए रायपुर लैब भेज दिए हैं। साथ ही कारोबारी और उससे जुड़े अन्य लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। अधिकारी बोले- ज्यादातर दवाइयां जेनेरिक खाद्य एवं औषधि विभाग रायपुर के सहायक औषधि नियंत्रक संजय कुमार नेताम ने बताया कि यह कार्रवाई उच्च अधिकारियों के निर्देश पर की गई है। नकली दवाइयों के संदेह के आधार पर छापा मारा गया, जिसमें बड़ी मात्रा में दवाइयां मिलीं। उन्होंने बताया कि जब्त की गई दवाइयों में ज्यादातर जेनेरिक मेडिसिन शामिल हैं, जिनका बाजार में बड़े पैमाने पर उपयोग होता है। साथ ही 16 दिसंबर की पहली कार्रवाई में लापरवाही और कथित लेन-देन के आरोपों को लेकर रायपुर और रायगढ़ के 4 अधिकारियों पर विभागीय जांच की तलवार लटक रही है। ये दवाइयां हुईं जब्त
ट्रेन में सफर के लिए जनरल का प्रिंट रखना जरूरी नहीं है। भारतीय रेलवे ने जनरल यानी अनरिजर्व्ड टिकट को लेकर फैले एक कन्फ्यूजन को दूर कर दिया है। रेलवे ने कहा कि UTS (अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटआउट लेना जरूरी नहीं है। यात्री सफर के दौरान अपने मोबाइल पर एप में 'शो टिकट' (Show Ticket) ऑप्शन का इस्तेमाल करके टिकट चेकिंग स्टाफ (TTE) को दिखा सकते हैं और यह पूरी तरह से वैलिड है। यह सफाई एक वायरल वीडियो के बाद आई है, जिसमें एक TTE एक यात्री से UTS एप से बुक किए गए टिकट का प्रिंटेड कॉपी मांगता दिख रहा था। इस वीडियो के कारण कई यात्रियों में यह भ्रम फैल गया था कि क्या अब उन्हें मोबाइल टिकट का भी प्रिंटआउट लेकर चलना होगा। रेलवे मंत्रालय ने कहा- एप में टिकट दिखाना ही काफी रेल मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी किया। मंत्रालय ने बताया कि UTS एप के 'शो टिकट' सेक्शन में दिखाया गया अनरिजर्वड टिकट यात्रा के लिए एक वैध प्रमाण (Valid Authority) है। यात्री उसी डिवाइस पर डिजिटल कॉपी दिखा सकते हैं, जिससे टिकट बुक किया गया है। हालांकि, अगर किसी यात्री ने खिड़की या ऑनलाइन बुकिंग के बाद उसका प्रिंट निकाल लिया है, तो उसे सफर के दौरान वह फिजिकल टिकट साथ रखना होगा। ऐसा कोई नियम नहीं है जो यात्री को इसका प्रिंटआउट लेने के लिए कहता हो। रेलवे ने यह भी कहा कि TTE द्वारा प्रिंटेड कॉपी की मांग करना गलत है। वंदे भारत में अब मिलेंगी रीजनल डिश वहीं, रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए वंदे भारत ट्रेनों में 'रीजनल डिश' (क्षेत्रीय व्यंजन) की शुरुआत कर रहा है। रेल मंत्रालय के मुताबिक, इस पहल का मकसद यात्रियों को उनके रूट के हिसाब से स्थानीय और पारंपरिक स्वाद उपलब्ध कराना है। अब ट्रेन में सफर के दौरान आपको महाराष्ट्र का कांदा पोहा से लेकर बिहार का मशहूर चंपारण चिकन और पनीर तक सर्व किया जाएगा। मेन्यू में चंपारण चिकन और मेथी थेपला शामिल नई लिस्ट के मुताबिक, पटना-रांची वंदे भारत में 'चंपारण पनीर' और पटना-हावड़ा रूट पर 'चंपारण चिकन' मिलेगा। गुजरात के रूट पर चलने वाली ट्रेनों में यात्रियों को मेथी थेपला और मसाला लौकी परोसी जा रही है। वहीं, केरल की वंदे भारत ट्रेनों में अप्पम, केरल पराठा और पालाडा पायसम जैसे पारंपरिक व्यंजन मिलेंगे। पश्चिम बंगाल के रूट पर कोशा पनीर और आलू पोतोल भाजा का स्वाद लिया जा सकेगा। सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने की कोशिश रेलवे का कहना है कि भारत की खान-पान की विविधता को दिखाने के लिए यह कदम उठाया गया है। दक्षिण भारत की ट्रेनों में दोंडाकाया करम पोडी फ्राई और आंध्र कोडी कूरा जैसे डिशेज शामिल किए गए हैं। ओडिशा जाने वाली ट्रेनों में आलू फूलकोपी उपलब्ध होगी। रेलवे का मानना है कि इससे न केवल यात्रियों को घर जैसा खाना मिलेगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा।
जिला पुलिस करनाल ने ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत नशीले कैप्सूल बेचने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि दूसरे मामले में स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को काबू कर उसके कब्जे से छीना गया मोबाइल बरामद किया गया। पहले मामले में स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट की टीम ने एएसआई देवी दयाल सिंह के नेतृत्व में मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई की। पुलिस टीम ने लखपत कॉलोनी, तरावड़ी क्षेत्र से भाटिया कॉलोनी, करनाल निवासी सुधीर कुमार को काबू किया। तलाशी के दौरान आरोपी के कब्जे से 512 नशीले कैप्सूल बरामद किए हुए। यूपी से खरीदकर लाया नशीले कैप्सूल जांच अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह नशीले कैप्सूल पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से खरीदकर लाया था। आरोपी के खिलाफ थाना तरावड़ी में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब इस अवैध नशा कारोबार में संलिप्त अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जांच कर रही है। स्नैचिंग की वारदात का खुलासा, आरोपी गिरफ्तार दूसरे मामले में थाना घरौंडा की पुलिस टीम ने स्नैचिंग की वारदात को सुलझाने में सफलता हासिल की है। सहायक उप निरीक्षक कर्मवीर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने विश्वसनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए तहसील घरौंडा के नजदीक से देवीपुर, करनाल निवासी अर्जुन को गिरफ्तार किया।
फाजिल्का के अबोहर में सीवरेज सफाई कर रहे एक प्रवासी मजदूर पर देर रात हमला कर लूटपाट की गई। हमलावरों ने मजदूर से मोबाइल फोन और नकदी छीन ली। बचाव करने पर उस पर कापे से हमला किया गया, जिससे उसका हाथ जख्मी हो गया। मूल रूप से बिहार निवासी अब्दुल साथियों के साथ अबोहर के वाटर वर्क्स में रहता है। वे शहर में रात में सुपर सक्शन मशीनों से सीवर की सफाई करते हैं, क्योंकि दिन में भारी ट्रैफिक होता है। इसी दौरान उनके साथ लूट पाट की घटना हुई। इसमें साथ जख्मी हो गया। लूट से बचाने गए साथी पर को लूटा और किया हमला अब्दुल ने बताया कि कल रात जब वे सीवरेज सफाई के लिए मशीन लेकर आए और सड़क पर बैरिकेड लगाने लगे तो उन्हें बैरिकेड नहीं मिला। जब वे आसपास बैरिकेड तलाश रहे थे, तभी चार युवक आए व उनके एक साथी से मारपीट कर पैसे छीनने लगे। अब्दुल ने जब अपने साथी का बचाव किया, तो हमलावरों ने उसका मोबाइल छीन लिया। इसके बाद हमलावर अब्दुल के पास मौजूद नकदी भी छीनने लगे। जब उसने पैसे देने से इनकार किया, तो एक युवक ने उस पर कापे से हमला कर दिया। बचाव में अब्दुल ने अपना हाथ आगे किया, जिससे उसकी हथेली कट गई और वह लहूलुहान हो गया। अब्दुल के शोर मचाने पर हमलावर लूटपाट कर मौके से फरार हो गए। अब्दुल की सूचना पर पीसीआर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
जालंधर में पड़ रही घनी धुंध अब आम लोगों की परेशानी के साथ-साथ अपराधियों के लिए भी मौका बनती जा रही है। ताजा मामला लंबा पिंड चौक इलाके का है, जहां धुंध का फायदा उठाकर एक्टिवा सवार लुटेरों ने एक युवक से नकदी और मोबाइल फोन लूट लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार लंबा पिंड निवासी बलजीत कुमार रोज की तरह काम खत्म कर अपने घर लौट रहे थे। जब वह अपने मोहल्ले के पास पहुंचे, तभी घनी धुंध का फायदा उठाते हुए एक्टिवा पर सवार लुटेरों ने उन्हें घेर लिया। आरोपियों ने बलजीत कुमार से करीब पांच हजार रुपए की नकदी और उनका मोबाइल फोन छीन लिया और मौके से फरार हो गए। रामा मंडी पुलिस मामले की कर रही जांच घटना के तुरंत बाद पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना रामा मंडी की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है और लुटेरों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कंपनी बाग के पास ड्यूटी से लौट रहे वेटर से मोबाइल छीना, पासवर्ड लेकर 4 हजार रुपए भी ट्रांसफर किए
भास्कर न्यूज | अमृतसर विजय नगर के मुर्गी खाने वाली गली में घर से काम पर जा रहे बाप-बेटे से बाइक सवार 2 नाकाबपोश गन प्वाइंट पर 5 हजार रुपए छीनकर ले गए। घटना शुक्रवार सुबह साढ़े 5 बजे की है, जब घनी धुंध थी। बाप-बेटे को बाइक के नंबर का भी पता नहीं चला। हालांकि मामले में पीड़ित ने विजय नगर पुलिस चौकी में शिकायत दी है। पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है। मनोहर शर्मा ने बताया कि साइकिल पर सवार होकर अपने घर शंभू कॉलोनी से न्यूज पेपर सेंटर कैरों मार्केट की तरफ आ रहे थे। साथ में उनका बेटा स्कूटी पर चल रहा था। इतने में बाइक सवार 2 नाकाबपोश आए और दोनों को पकड़ लिया और कहा जो भी है निकाल दो। जब शोर मचाया तो एक युवक ने पिस्तौल निकालकर माथे पर लगा दी और तकरीबन 5 हजार रुपए छीनकर फरार हो गए। जानकारी देते मनोहर शर्मा। सिविल लाइन इलाके में 2 दिन पहले रात को ड्यूटी से लौट रहे वेटर से लुटेरों ने मारपीट कर मोबाइल छीन लिया और पासवर्ड लेकर 4 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए। धरमिंदर सिंह उर्फ दीप निवासी किरायेदार मकान, सरस्वती मंदिर के पास, गुरु नानक एवेन्यू ने बताया कि 10 दिसंबर को रात सवा 2 बजे ड्यूटी के बाद पैदल कमरे की ओर जा रहा था। जब वह लॉरेंस चौक क्रॉस कर कंपनी बाग के पास पहुंचा, तभी बाइक पर सवार 2 युवक पीछे से आए और उसे रोक लिया। दोनों युवकों ने पहले मोबाइल छीन लिया फिर मारपीट कर ऑनलाइन पेमेंट करने वाले ऐप का पासवर्ड हासिल कर लिया और फरार हो गए। बाद में पता चला कि खाते से 4 हजार रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। पीड़ित ने बताया कि एक आरोपी जतिंदर सिंह उर्फ पप्पी निवासी कृष्णा कॉलोनी लुधियाना को पहचान लिया है।
जेल में चेकिंग में 5 मोबाइल मिले, 6 हवालातियों पर केस
भास्कर न्यूज | अमृतसर सेंट्रल जेल में चेकिंग के दौरान 5 मोबाइल बरामद किए गए। थाना इस्लामाबाद पुलिस ने इस मामले मेंे 6 हवालातियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान सुखबीर सिंह, गुरपाल सिंह, लवजीत सिंह,दिलबाग सिंह, नवजोत सिंह और रछपाल सिंह के रूप में हुई है। पुलिस को दी शिकायत में सहायक सुपरिंटेंडेंट साहिब सिंह ने बताया कि जेल में सर्च अभियान के दौरान 2 टच और 3 कीपैड वाले मोबाइल बरामद हुए। पुलिस ने बताया कि बरामद मोबाइलों की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है। भास्कर न्यूज | अमृतसर सांसद गुरजीत सिंह औजला ने शुक्रवार को नई दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अमृतसर और पंजाब से जुड़े कई अहम व लंबे समय से लंबित रेल संबंधित मुद्दों को रेल मंत्री के सामने उठाया। औजला ने लिखित मांगपत्र देते हुए 350वें शहीदी शताब्दी के अवसर पर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम हिंद दी चादर साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर रखने की मांग की। इसके अलावा सांसद ने अमृतसर–पुणे साप्ताहिक एसी एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने की मांग रखी। इसके अलावा सांसद ने कोटला गुजरां में डीएमयू ट्रेनों के स्टॉपेज को बहाल करने की भी मांग की।
प्रदेश के सभी स्कूलों में अब मोबाइल ऐप से लगेगी हाजिरी
स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी डीईओ को दिया आदेश छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी व जवाबदेह बनाने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब सभी शासकीय स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज की जाएगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने ‘विद्या समीक्षा केंद्र’ ऐप को पूरे प्रदेश में तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। फिलहाल यह व्यवस्था राज्य के 7 जिलों में बतौर पायलट प्रोजेक्ट लागू थी। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उपस्थिति की नियमित निगरानी और समयपालन में सुधार को देखते हुए सरकार ने इसे सभी जिलों में लागू करने का निर्णय लिया है। इस डिजिटल प्रणाली से यह कभी भी देखा जा सकेगा कि शिक्षक और विद्यार्थी समय पर स्कूल पहुंच रहे हैं या नहीं। शिक्षा विभाग ने सभी संभागीय संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को उनके यहां ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराना हर हाल में सुनिश्चित करने को कहा है। राज्य शासन का मानना है कि इससे स्कूलों की कार्यप्रणाली सुधरेगी। विद्यार्थियों को बेहतर व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। जवाबदेही तय करना सर्वोच्च प्राथमिकता: मंत्री स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की निरंतरता, गुणवत्ता और जवाबदेही तय करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विद्या समीक्षा केंद्र ऐप से शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी। लापरवाही पर प्रभावी नियंत्रण संभव होगा। इससे स्कूलों में अनुशासन बढ़ेगा और अध्ययन का वातावरण सुदृढ़ होगा।
नीमच पुलिस का ‘अभियान हर्ष’:5 राज्यों से 26 लाख के 160 मोबाइल बरामद, 71 लाख के 360 लौटाए
नीमच पुलिस की साइबर सेल टीम ने 'अभियान हर्ष' के तहत सफलता हासिल की है। पुलिस ने कई राज्यों से 160 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी बाजार कीमत लगभग 26 लाख 21 हजार 500 रुपए है। शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में एसपी अंकित जायसवाल ने ये मोबाइल उनके असली मालिकों को सौंपे। इस वर्ष 1 जनवरी 2025 से अब तक नीमच पुलिस कुल 71 लाख रुपए मूल्य के 360 मोबाइल फोन बरामद कर चुकी है। बरामद किए गए 160 मोबाइलों में मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से मिले फोन शामिल हैं। इन मोबाइलों की कीमत 8 हजार रुपए से लेकर 65 हजार रुपए तक है। साइबर सेल की टीम ने महीनों तक इन मोबाइलों को निरंतर सर्विलांस पर रखा। लोकेशन मिलने पर संबंधित राज्यों की पुलिस के सहयोग से इन्हें नीमच वापस लाया गया। नागरिकों ने अपने खोए हुए फोन और उसमें मौजूद महत्वपूर्ण डेटा वापस मिलने पर नीमच पुलिस का आभार व्यक्त किया। इस पूरी प्रक्रिया में केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा संचालित सीईआईआर पोर्टल की भूमिका महत्वपूर्ण रही। नागरिकों द्वारा पोर्टल और थानों में दर्ज शिकायतों पर पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई की। तुरंत करे थाने को सूचित एसपी अंकित जायसवाल ने इस उपलब्धि के लिए साइबर सेल प्रभारी प्रधान आरक्षक प्रदीप शिन्दे और उनकी टीम की सराहना की। मोबाइल गुम होने की स्थिति में तुरंत नजदीकी थाने या सीईआईआर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं, ताकि डिवाइस को समय रहते ब्लॉक और ट्रेस किया जा सके।
चंडीगढ़ के सेक्टर-22 में स्थित सबसे बड़ी मोबाइल मार्केट में शोरूम से चोरी करने वाले आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान मोहाली के गांव तोगा के रहने वाले सूरज के रूप में हुई है। अभी तक की पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने अकेले की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी ने अकेले चोर ने 10 लाख रुपए के मोबाइल चोरी कर लिए। मार्केट में उसने शोरूम के भीतर बनी कई दुकानों खंगाली। अंदर रखे कई महंगे मोबाइल चोरी कर लिए। इसके बाद दुकानों के लॉकर तोड़कर नकदी भी चुरा ली। घरवालों को करवाई शॉपिंग आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि उसने पहले सेक्टर 22 दुकानों की रेकी की थी उसके बाद मौका देखकर वीरवार सुबह तडके वारदात को अंजाम दे दिया। आरोपी ने जितने पैसे मोबाइल शॉप्स में चारी कर उठाए थे उनमें से कुछ की उसने अपने घरवालों को शॉपिंग करवा दी। अभी पुलिस को उसके पास से कुल 10 लाख जो दुकान का मालिक बता रहा उनकी बरामदगी नहीं हुई है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। अब पढ़िए वीडियो में क्या दिख रहा... एक ही शोरूम में बनी है दुकानें चोरी की घटना चंडीगढ़ के सेक्टर-22 की मोबाइल मार्केट में हुई। गुरुवार तड़के फेस पर मास्क लगाकर एक व्यक्ति मार्केट में घुस गया। इसके बाद उसने एक-एक कर दुकानों से चोरी की। सेक्टर-22 पुलिस चौकी और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट मौके पर पहुंचकर जांच की। दुकान के मालिक महेश ने बताया कि शोरूम में बनी करीब 6 दुकानें बनी हुई हैं। वहीं सेक्टर 22 मोबाइल मार्केट में करीब 10 शोरूम हैं। जिनमें मोबाइल की शॉप है। हर एक शोरूम के अंदर करीब 8 से 10 दुकानें बनी हुई हैं। इनमें मोबाइल खरीद-बेचने के साथ रिपेयरिंग का काम भी होता है।
अलीराजपुर बस स्टैंड स्थित कॉम्प्लेक्स की तलघर दुकान में आज शुक्रवार को एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है। यहां एक बाइक सवार अपनी बाइक स्टार्ट करते ही बेकाबू होकर सीधे दुकान के अंदर जा घुसा। घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। यह घटना तब हुई जब बाइक सवार ने अपनी मोटरसाइकिल स्टार्ट की। स्टार्ट होते ही बाइक बेकाबू हो गई और सीढ़ियों से उतरते हुए सीधे तलघर में बनी दुकान में घुस गई। इस हादसे में बाइक चालक को मामूली चोटें आई हैं। वहीं, दुकान को भी कुछ नुकसान पहुंचा है। पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसका वीडियो अब सामने आया है।
पंजाब के लुधियाना में नर्स हत्याकांड में अब नया खुलासा हुआ है। नर्स रेखा के पुराने मोबाइल ने इस मामले के कई राज खोले हैं। नर्स के मोबाइल में जो दस्तावेज मिले हैं, उसके हिसाब से बॉयफ्रेंड अमित निषाद ने नर्स की मर्जी के बगैर जबरन उसके घर में ही उसका रेप किया था। उसने रेखा को धमकी दी थी कि अगर उसने किसी को बताया तो उसे जान से मार देगा। मोबाइल में मिले दस्तावेजों के मुताबिक नर्स रेखा ने अपना मेडिकल करवाया और थाना मेहरबान में शिकायत दी। थाना मेहरबान में शिकायत को लेकर उसकी पुलिस कर्मियों से बहस भी हुई है। इसका एक वीडियो भी उसके पुराने मोबाइल में मिला है। यही नहीं मोबाइल में रेखा की तरफ से अमित निषाद के खिलाफ पुलिस कमिश्नर व साइबर सेल को लिखी शिकायतें भी मिली हैं। मोबाइल में मिली शिकायतों में रेखा ने अमित निषाद से खुद की और बच्चों की जान को भी खतरा बताया था। हालांकि मोबाइल में एक राजीनामा भी मिला, जिस पर 9 नवंबर 2024 की तारीख लिखी गई है। इस राजीनामा पर भी न तो रेखा के हस्ताक्षर हैं न ही अमित निषाद के और न ही किसी पुलिस अधिकारी के। मोबाइल में दो दस्तावेज और मिलेपुराने मोबाइल में दो दस्तावेज मिले, जिनमें लिखा गया है कि जो शिकायत मैंने अमित निषाद के खिलाफ थाने में दी है। उसे ही मेरा बयान समझकर आगे की कार्रवाई जाए। अमित निषाद व उसके दो दोस्त उसके घर आकर शिकायत वापस लेने को कह रहे हैं। वो धमकी दे रहे हैं कि अगर उसने शिकायत वापस नहीं ली तो वो उसे जान से मार देंगे। इसके अलावा दूसरे दस्तावेज में लिखा है कि उसने अमित निषाद के खिलाफ जो लिखित शिकायत दी थी उसे ही उसका बयान समझा जाए। इन दोनों दस्तावेजों पर भी किसी के हस्ताक्षर व तिथि नहीं लिखी गई है। मोबाइल में मिला राजीनामामोबाइल में एक दस्तावेज मिला है जिसके ऊपर आपसी सहमति लिखा है। इसमें लिखा है कि उसने अमित निषाद के साथ उसकी आपसी सहमति हो गई है। इसलिए अमित निषाद के खिलाफ उसने थाने में जो शिकायत दी है उस पर वो कार्रवाई नहीं करवाना चाहती है। इस पर 9 नवंबर 2024 की तिथि है लेकिन हस्ताक्षर इस पर भी किसी के नहीं हैं। नर्स रेखा के मोबाइल से मिले दस्तावेज... पुलिस कमिश्नर को लिखी शिकायत में लगाए गंभीर आरोपरेखा के पुराने मोबाइल में पुलिस कमिश्नर के नाम लिखी जो शिकायत मिली है उसमें लिखा है कि वो 30 अक्तूबर 2024 को अपने परिवार व अमित निषाद के साथ वैष्णो देवी गई थी। दो नवंबर को वहां से ट्रेन में वापस आए। रास्ते में वो बाथरूम में गई तो अमित निषाद ने उसके बच्चों से मोबाइल लिया और सारा डेटा फोटो वीडियो समेत अपने मोबाइल में ट्रांसफर कर दिया। डेटा ट्रांसफर करने के बाद उसने मोबाइल रिसेट कर दिया। लुधियाना पहुंचने के बाद अमित निषाद उसके घर रुक गया और रात में उसने कई बार उसके साथ जबरन रेप किया। उसके बाद अमित निषाद ने उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो वह उसे और उसके बच्चों को जान से मार देगा। शिकायत में यह भी लिखा है कि रेखा ने उसके अगले दिन मेडिकल करवाया और पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। उसने पुलिस कमिश्नर से अपील की है कि मेरे साथ हुए रेप, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने वाले अमित निषाद के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस शिकायत पर भी न तो कोई हस्ताक्षर हैं और न ही कोई तिथि लिखी है। साइबर सेल को लिखी शिकायत में भी लगाए गंभीर आरोपमोबाइल में एक शिकायत साइबर सेल को लिखी भी मिली। इस शिकायत में भी रेखा ने वही कहानी लिखी है जो कि पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में लिखी हे। इस शिकायत में उसने कुछ और बातें लिखी हैं। उसने लिखा है कि अमित निषाद ने उसका मोबाइल हैक करके उसके सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड भी ले लिए हैं। अगर वो पासवर्ड बदल रही है तो वो नहीं बदले जा रहे हैं। इसके अलावा उसने मोबाइल में से उसके गुगल पे व अन्य ऐप के पासवर्ड भी ले लिए हैं। उसे शक है कि अमित उसके सोशल मीडिया अकाउंट से फोटो व वीडियो लेकर उसे ब्लैकमेल कर सकता है। बेटी की मौत के समय की थी मददनर्स रेखा ने उस शिकायत में यह भी लिखा है कि उसकी बेटी की मौत मार्च 2024 में हुई थी। उसी दौरान अमित निषाद ने उसकी मदद की और उसका विश्वास हासिल कर दिया। उसके बाद उसका घर आना जाना शुरू हो गया था। उसकी का गलत फायदा उठाकर उसने ये सब किया है। नर्स ने शिकायतें पुलिस को दी या नहीं यह जांच का विषयनर्स के पुराने मोबाइल में जो शिकायतें मिली हैं उसने ये शिकायत उन पुलिस अधिकारियों को दी या नहीं यह अभी जांच का विषय है। इन शिकायतों पर तिथि कहीं भी नहीं लिखी है इसलिए शिकायतें जमा करवाई या नहीं इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। क्योंकि अधिकारी बिना तिथि के किसी शिकायत को नहीं लेते। नर्स रेखा के भाई ने क्या कहा... नर्स के मोबाइल में मिली पुलिस कमिश्नर को लिखी शिकायत... ॰॰॰॰॰॰॰॰॰ ये खबरें भी पढ़ें... लुधियाना की नर्स इंस्टा रील्स की शौकीन थी:बॉयफ्रेंड की वजह से पति को जेल कराई; प्राइवेट पार्ट काटा तो उसी ने होटल में हत्या की पंजाब के लुधियाना के नर्स के हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। जिस बॉयफ्रेंड ने उसकी हत्या की, उसी की वजह से नर्स की शादीशुदा जिंदगी बर्बाद हुई थी। यहां तक कि विवाद बढ़ने पर रेखा के पति को 3 महीने की जेल भी काटनी पड़ी। पूरी खबर पढ़ें... लुधियाना नर्स हत्याकांड, सबको गुमराह करता रहा बॉयफ्रेंड:पुलिस और डॉक्टरों से बोला- बदमाशों ने हमला किया पंजाब में लुधियाना के होटल में अपनी गर्लफ्रेंड रेखा का मर्डर कर भागा युवक अमित निषाद अस्पताल में डॉक्टरों और पुलिस को गुमराह करता रहा। वह अपना कटा हुआ प्राइवेट पार्ट लेकर अस्पताल पहुंचा था (पढ़ें पूरी खबर) लुधियाना के होटल में नर्स हत्याकांड: संबंध बनाते बॉयफ्रेंड ने कहा- मेरी सगाई कर दी; गुस्साई गर्लफ्रेंड ने प्राइवेट पार्ट काटा तो कत्ल कर डाला पंजाब के लुधियाना के इंडो-अमेरिकन रेस्टोरेंट में कत्ल की गई रेखा नर्स थी। उसका कत्ल कर भागा बॉयफ्रेंड अमित निशाद एंब्रॉयडरी का काम करता था। होटल में संबंध बनाते वक्त अमित ने रेखा को बता दिया कि घरवालों ने उसकी सगाई कर दी है। (पढ़ें पूरी खबर)
रेंडम मोबाइल नंबर के जरिए ठगी कर रहे थे साइबर अपराधी, दो गिरफ्तार
भास्कर न्यूज | गिरिडीह गिरिडीह जिले में साइबर क्राइम के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और कार्रवाई भी हो रही है। साइबर अपराधी हर बार नए-नए तरीके अपनाक र लोगों को ठग रहे हैं। साइबर थाना पुलिस ने ताराटांड, उसरी नदी पुल के झाड़ी में छिपकर साइबर अपराध करते हुए रोहित कुमार शर्मा (19) और रंजीत कुमार यादव (26) को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों आरोपी ग्राम प्रतापपुर, थाना जमुआ के निवासी हैं। साइबर डीएसपी आबिद खान ने बरवाड़ीह स्थित पुरानी पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता में बताया कि 14 दिसंबर को एसपी डॉ. बिमल कुमार को प्रतिविंब पोर्टल के माध्यम से सूचना मिली थी कि ताराटांड़ थाना क्षेत्र के उसरी नदी पुल के पास कुछ लोग छिपकर साइबर अपराध कर रहे हैं। सूचना के आधार पर एसपी ने साइबर डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी दल गठित किया और घटना की सत्यापन के बाद कार्रवाई का निर्देश दिया। डीएसपी आबिद खान ने बताया कि बुधवार शाम को छापामारी दल ने पुल के पास आरोपियों को साइबर ठगी करते हुए रंगे हाथ दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे फोन पे और गूगल पे पर रेंडम मोबाइल नंबर डालकर यूपीआई से लिंक अकाउंट पाने के बाद कॉल करके लोगों को झांसा देकर ठगी करते थे। इसके अलावा लोटस नी नामक ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से ठगी का पैसा अपने बैंक खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। पुलिस ने आरोपी से 2 मोबाइल फोन, 1 सेट और 1 मोटरसाइकिल जब्त किया। छापेमारी दल में पुलिस निरीक्षक सह साइबर थाना प्रभारी रामेश्वर भगत, पुलिस निरीक्षक चंद्रनाथ उरांव, साइबर, पुलिस निरीक्षक दिनेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक तेजनरायण प्रसाद और साइबर थाना के अन्य 6 पुलिसकर्मी थे। रैंडम नंबर से इस तरह से लोगों को ठगते हैं अपराधी साइबर ठग आजकल रैंडम मोबाइल नंबरों पर कॉल और मैसेज भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसके लिए ठग कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और विशेष ऐप की मदद से एक साथ हजारों नंबरों पर कॉल या मैसेज करते हैं। मैसेज में अक्सर लिखा होता है आपका बैंक खाता बंद हो जाएगा, आपने लॉटरी जीती है, केवाईसी अपडेट करें, आपके नाम पार्सल आया है या गलती से आपके खाते में पैसे आ गए हैं।ऐसे मैसेज और कॉल का उद्देश्य लोगों में डर या लालच पैदा करना होता है। जैसे ही व्यक्ति ठगों द्वारा दिए गए नंबर पर संपर्क करता है या लिंक पर क्लिक करता है, उससे ओटीपी, बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नंबर या यूपीआई पिन मांगा जाता है। जानकारी मिलते ही ठग कुछ ही मिनटों में खाते से पैसे निकाल लेते हैं।
सीएम ने 24 किट से लैस मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
मध्य प्रदेश में अब किसी भी अपराध की फॉरेंसिक जांच के लिए महीनों तक रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वारदात के तुरंत बाद मौके पर ही वैज्ञानिक जांच कर प्राथमिक रिपोर्ट देने के लिए 24 प्रकार की फॉरेंसिक जांच किट से लैस मोबाइल फॉरेंसिक वैन (एमएफवी) को जिलों में उतारा गया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 14 मोबाइल फॉरेंसिक वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वैन विभिन्न जिलों में तैनात की जाएंगी और किसी भी गंभीर अपराध या बड़ी घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचेंगी। यहां फिंगरप्रिंट, रक्त, सीमन, ड्रग्स सहित अन्य अहम सबूतों की वैज्ञानिक तरीके से जांच कर तुरंत प्राथमिक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। राज्य सरकार चरणबद्ध तरीके से कुल 213 मोबाइल फॉरेंसिक वैन जिलों में तैनात करेगी। फिलहाल पहले चरण में 57 वैन दी जा रही हैं। इन मोबाइल फॉरेंसिक वैन को नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी, गांधीनगर (गुजरात) ने तैयार किया है। पहले चरण में 57, कुल 213 वैन होंगी तैनात4 गुना बढ़ेगी जांच रफ्तारइन वैन के संचालन से अपराध जांच की रफ्तार चार गुना तक बढ़ सकती है। अब तक अधिकांश मामलों में सैंपल जांच के लिए लैब भेजने पड़ते थे, जिससे रिपोर्ट आने में कई बार महीनों लग जाते थे। देरी के कारण कई मामलों में सबूत कमजोर पड़ जाते थे और आरोपी छूट जाते थे। मोबाइल वैन के जरिए अब पुलिस को मौके पर ही फॉरेंसिक जांच की प्राथमिक रिपोर्ट मिल सकेगी। इसके अलावा मौके से मिलने वाले अहम सबूत नष्ट होने से भी बच सकेंगे। वैन में 24 तरह की किट
राजस्थान में बड़े पैमाने पर सट्टा कारोबार चल रहा है। जयपुर कमिश्नरेट की CST टीम ने बड़े सट्टा कारोबार का भंडाफोड़ किया। बगरू थाना क्षेत्र से क्रिकेट मैच पर लगाए जा रहे सट्टा कारोबार में चार सटोरियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 67 मोबाइल फोन, 02 लैपटॉप, 01 वाई-फाई सेटअप बॉक्स, 02 वाई-फाई राउटर, 15 मोबाइल चार्जर, 02 माउस, 02 की-बोर्ड, 01 एलईडी टीवी और 90 हजार रुपए नगद सट्टा राशि बरामद की गई है। यह कार्रवाई एडिशनल पुलिस कमिश्नर (संगठित अपराध) लाल मीना के नेतृत्व में सी.एस.टी. जयपुर की टीम ने की। पकड़े गए सट्टेबाज भारत और साउथ अफ्रीका के टी-20 क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे थे। हालांकि ये मैच रद्द हो गया था, लेकिन सट्टा नेटवर्क पूरी तरह एक्टिव था। पकड़े गए आरोपियों में विजय, सिद्धांत सोनी, जयकुमार और अक्षय मनशानी शामिल हैं। सिद्धांत सोनी चित्रकूट जयपुर, जयकुमार दौनाली मॉडल टाउन मालवीय नगर, विजय भगतानी अग्रवाल फॉर्म मानसरोवर और अक्षय मनशानी स्वर्णपथ मानसरोवर के रहने वाले हैं। ये आरोपी नामी सटोरिए भावेश बच्चनी और भानू शर्मा की लाइन लेकर अपने इस काले कारोबार को चला रहे थे। स्पेशल कमिश्नर (ऑपेरशन) राहुल प्रकाश ने बताया- आरोपी संगठित गिरोह बनाकर क्रिकेट मैचों पर सट्टा संचालन कर रहे थे। आरोपी जयपुर शहर के निवासी होने के बावजूद शहर से दूर किराये के फ्लैट लेकर खुले स्थानों पर सट्टा चला रहे थे। पूछताछ में सामने आया कि सट्टे की लाइन भावेश और भानू शर्मा नामक व्यक्तियों से ली जा रही थी, जिनकी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया- मोबाइल और इंटरनेट के जरिए लाइव मैच के भाव पर सट्टा लगाया जा रहा था। सीएसटी टीम के एएसआई कमल सिंह डागर और जितेंद्र को इस सट्टा नेटवर्क की पुख्ता सूचना मिली थी। इसके बाद कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने पूरी योजना के तहत बगरू इलाके के एक फ्लैट पर रेड की, जहां से पूरे सट्टा नेटवर्क का पर्दाफाश हो गया। पुलिस अब सट्टा नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और मास्टरमाइंड तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना है
जयपुर में मोबाइल चोरी की बढ़ती वारदातों पर लगाम कसते हुए क्राइम ब्रांच कमिश्नरेट, जयपुर की सी.एस.टी. टीम ने बजाज नगर थाना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अन्तरराज्यीय मोबाइल चोरी गैंग का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने करीब 22 लाख रुपए कीमत के 31 महंगे मोबाइल फोन बरामद किए हैं। स्पेशल कमिश्नर (ऑपेरशन) राहुल प्रकाश ने बताया- 17 दिसंबर को सी.एस.टी. को सूचना मिली कि बाहरी राज्यों से आए कुछ अपराधी भीड़भाड़ वाले इलाकों, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर मोबाइल फोन छीनने और चोरी करने का काम संगठित गैंग के रूप में कर रहे हैं। सूचना के आधार पर सी.एस.टी., डी.एस.टी. पूर्व और पुलिस थाना बजाज नगर की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को डिटेन/गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 7 आईफोन सहित कुल 31 महंगे मोबाइल फोन (24 विभिन्न कंपनियों के एंड्रॉयड फोन) बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 22 लाख रुपए है। पूछताछ में आरोपियों ने चोरी व छीने गए मोबाइल फोन को संगठित गिरोह के अन्य सदस्यों के माध्यम से बांग्लादेश में बेचने का खुलासा किया है। ये गैंग ना केवल जयपुर में बल्कि नागपुर, मुंबई, बैंगलोर, दिल्ली पटना सहित कई बड़े शहरों में मोबाइल स्नेचिंग की वारदात की है। आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न राज्यों में भी प्रकरण दर्ज होना सामने आया है। इस संबंध में पुलिस थाना बजाज नगर, जयपुर (पूर्व) में मामला दर्ज कर 02 आरोपियों सूरज महतो (30 वर्ष) पुत्र मंटू महतो, निवासी ग्राम नया टोला कल्याणी, पोस्ट महाराजपुर, ब्लॉक तालझाहरी, थाना तेलमारी, जिला साहेबगंज और को गिरफ्तार किया गया, जबकि 01 नाबालिग को डिटेन किया है। पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों और अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क की कड़ियों को लेकर पूछताछ कर रही है।
पंचकूला पुलिस ने स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देने वाले दो शातिर स्नैचरों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें पुलिस ने 2 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की। आरोपियों से मोबाइल छीनने की 3 वारदातों का खुलासा भी किया है। एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज ने बताया कि अक्टूबर माह में दो बाइक सवार युवकों ने सेक्टर-8 पंचकूला में सैर कर रही एक महिला की सोने की चेन स्नैच कर ली थी और मौके से फरार हो गए थे। इस संबंध में थाना सेक्टर-7 पंचकूला में स्नैचिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। रिमांड में हुआ खुलासा क्राइम ब्रांच सेक्टर-19 इन्चार्ज मुकेश सैनी की टीम ने पहले आरोपी सोहित निवासी राजीव कॉलोनी, पंचकूला को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान की गई गहन पूछताछ के आधार पर पुलिस ने दूसरे आरोपी सुशील उर्फ राहुल निवासी राजीव कॉलोनी, पंचकूला को भी गिरफ्तार कर लिया।सोने की चेन व मोबाइल बरामद डीसीपी क्राइम मनप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गई बाइक बरामद कर ली है। इसके अतिरिक्त छीनी गई सोने की चेन तथा पंचकूला व आसपास के क्षेत्रों से स्नैच किए गए तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों आरोपी पहले भी चोरी व स्नैचिंग के मामलों में जेल जा चुके हैं और जमानत पर बाहर आने के बाद दोबारा आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में मोबाइल के इस्तेमाल को लेकर पिता की डांट से आहत एक नाबालिग लड़की ने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मामला बांदे थाना क्षेत्र का है। परिजनों ने बताया कि पिता ने मोबाइल के अत्यधिक उपयोग पर बेटी को डांटा था। डांट के बाद नाबालिग काफी परेशान और चुपचाप रहने लगी थी। आज सुबह जब घर में कोई मौजूद नहीं था, तब उसने घर के अंदर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह परिजन किसी काम से बाहर गए हुए थे। जब वे वापस लौटे, तो उन्होंने बेटी को फांसी पर लटका पाया। उन्होंने तुरंत उसे नीचे उतारने की कोशिश की, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। बांदे थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई की और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण मोबाइल फोन को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है। पुलिस मामले की हर पहलू से गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का बयान पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक संवेदनशील मामला है। नाबालिग की आत्महत्या के पीछे मानसिक तनाव, पारिवारिक दबाव या अन्य कारण भी हो सकते हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। समाज के लिए चेतावनी यह घटना समाज के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। बच्चों पर जरूरत से ज्यादा दबाव, डांट-फटकार और संवाद की कमी कई बार घातक साबित हो सकती है। विशेषज्ञों की राय विशेषज्ञों का कहना है कि किशोर अवस्था में बच्चे भावनात्मक रूप से बेहद संवेदनशील होते हैं। ऐसे समय में उन्हें समझने, सुनने और सही मार्गदर्शन की सबसे अधिक जरूरत होती है।
इंदौर में गुरुवार को आरटीओ ने स्कूली बसों का चेकिंग अभियान चलाया। कनाड़िया क्षेत्र के स्कूलों में चल रही बसों की चेकिंग की गई। इस दौरान बच्चों से पूछा कि ड्राइवर तेज स्पीड में तो नहीं चलाते। ड्राइवर बस चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल तो नहीं करते। आरटीओ टीम ने बिना परमिट चल रही दो बसों को जब्त किया है। इनसे 90 हजार रुपए जुर्माना वसूला है। वहीं, दूसरे स्कूलों की सात बसों में अनियमितताएं पाए जाने पर 35 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। बच्चों और पालकों से लिया फीडबैकआरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि इंदौर आरटीओ द्वारा कनाड़िया रोड क्षेत्र के स्कूली वाहनों की जांच की गई। जांच में बसों के परमिट, फिटनेस, बीमा सहित सभी दस्तावेज चेक किए गए। वाहनों का निरीक्षण भी किया गया। जिसमें वाहन की फिटनेस और परमिट शर्तों की जांच की गई। फायर सेफ्टी उपकरण, स्पीड गवर्नर की भी जांच की गई। साथ ही बच्चों और उनके पालकों से फीडबैक भी लिया गया कि ड्राइवर बस तेज गति से तो नहीं चलाते है, या बस चलाते समय मोबाइल तो नहीं चलाते। शर्मा ने कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थान/स्कूल संचालकों को निर्देशित किया है कि वे अपने वाहन फिट होने एवं उनके समस्त आवश्यक दस्तावेज वैध होने पर ही सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए वाहनों को संचालन किया जाना सुनिश्चित करें। यह चेकिंग अभियान लगातार चलता रहेगा। मोटरयान अधिनियम का उल्लंघन पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चंडीगढ़ में सेक्टर-22 स्थित सबसे बड़ी मोबाइल मार्केट में शोरूम से चोरी हो गई। अकेले चोर ने 10 लाख रुपए के मोबाइल चोरी कर लिए। मार्केट में उसने शोरूम के भीतर बनी कई दुकानों खंगाली। अंदर रखे कई महंगे मोबाइल चोरी कर लिए। इसके बाद दुकानों के लॉकर तोड़कर नकदी भी चुरा ली। शोरूम मालिक का कहना है कि दुकानों की देखरेख के लिए उन्होंने एक केयर टेकर रखा हुआ है। यही दुकान का सारा काम देखते हैं। इनकी सूचना पर ही उन्हें चोरी के बारे में पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर जांच शुरू कर दी है। अब इस घटना से जुड़ी एक वीडियो भी सामने आई है। चोर दुकान में घुसते ही परफेक्ट लोकेशन पर पहुंचकर सामान उठाता है, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चोर पहले से भी दुकान से परिचित हो सकता है। अब पढ़िए वीडियो में क्या दिख रहा... एक ही शोरूम में बनी है दुकानेंचोरी की घटना चंडीगढ़ के सेक्टर-22 की मोबाइल मार्केट में हुई। गुरुवार तड़के फेस पर मास्क लगाकर एक व्यक्ति मार्केट में घुस गया। इसके बाद उसने एक-एक कर दुकानों से चोरी की। सेक्टर-22 पुलिस चौकी और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है। दुकान के मालिक महेश ने बताया कि शोरूम में बनी करीब 6 दुकानें बनी हुई हैं। वहीं सेक्टर 22 मोबाइल मार्केट में करीब 10 शोरूम हैं। जिनमें मोबाइल की शॉप्स है। हर एक शोरूम के अंदर करीब 8 से 10 दुकानें बनी हुई हैं। इनमें मोबाइल खरीद-बेचने के साथ रिपेयरिंग का काम भी होता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग से 34 मोबाइल फोरेंसिक गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये गाड़ी अपराध की जांच और सबूत जुटाने में पुलिस की मदद करेगी। इन्हें रवाना करने से पहले मुख्यमंत्री ने सभी गाड़ी का निरीक्षण किया और उनमें मौजूद सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2005 के बाद से राज्य में कानून-व्यवस्था को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है। अपराध और भ्रष्टाचार पर सख्ती बरती गई है। अब इन मोबाइल फोरेंसिक गाड़ी के शुरू होने से अपराध की जांच और तेज होगी। उन्होंने बताया कि पहले किसी अपराध के बाद सबूतों को फोरेंसिक लैब भेजने में काफी समय लग जाता था। इससे जांच में देरी होती थी और पीड़ित परिवार परेशान होते थे। लेकिन अब फोरेंसिक टीम सीधे घटना स्थल पर पहुंचकर वहीं जांच शुरू कर देगी। इससे समय बचेगा और दोषियों को जल्द सजा दिलाने में मदद मिलेगी। आधुनिक उपकरणों से लैस हैं गाड़ी मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी 34 गाड़ी आधुनिक जांच उपकरणों से लैस हैं। इससे हत्या, चोरी, डकैती जैसे गंभीर मामलों में साक्ष्य जुटाना आसान होगा। यह कदम पुलिस व्यवस्था को और मजबूत करेगा। बिहार सरस मेला का मुख्यमंत्री ने किया भ्रमण इसी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में लगे बिहार सरस मेला-2025 का भी भ्रमण किया। अधिकारियों ने बताया कि यह मेला 12 दिसंबर से 28 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है। इस मेले में बिहार के साथ-साथ दूसरे राज्यों के लोग भी अपने उत्पाद बेच रहे हैं। यहां हस्तशिल्प, लोककला और देसी व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई है। जीविका दीदियों की उत्पादों की सराहना मुख्यमंत्री ने मेले में लगे कई स्टॉलों का निरीक्षण किया। दुकानदारों ने बताया कि लोगों को उनके उत्पाद काफी पसंद आ रहे हैं और बिक्री अच्छी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरस मेला की अलग पहचान है। उन्होंने बताया कि सरकार ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। जीविका दीदियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। मेले में उनके उत्पादों को देखकर खुशी हुई।
चूरू के रतनगढ़ में तालुका विधिक सेवा समिति ने गुरुवार को एक मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन विधिक जागरूकता कार्यक्रमों और राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (रालसा) के नए अभियान 'न्याय आपके द्वार' के प्रचार-प्रसार के लिए शुरू की गई है। समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक और सदस्य संतोषकुमार इंदौरिया ने इस वैन को रवाना किया। इसका मुख्य उद्देश्य नालसा (राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण) और रालसा की विभिन्न योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना है। यह मोबाइल वैन 19 दिसंबर तक रतनगढ़ क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण इलाकों में उपलब्ध रहेगी। यह लोगों को कानूनी जागरूकता और रालसा की स्कीमों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगी। इसके अतिरिक्त, 21 दिसंबर को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का भी प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इस अवसर पर एडवोकेट मनीष चीनिया, खेमाराम प्रजापत, महावीर सिहाग, गौतम नाथोलिया, प्रकाश मारू, दीवानसिंह राठौड़, रोहिताशसिंह, सतीश मारू, जगदीशप्रसाद शर्मा, सुरेंद्र जायसवाल और एचसी हरीश सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

