दिल्ली के नाइजीरियन गैंग से नशीले पदार्थ खरीदकर चाचा-भतीजे ने गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा तक नशा तस्करी का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर रखा था। चाचा बुद्धराम गोवा में बैठकर सौदे तय करता था, जबकि भतीजा सुरेश गुजरात में रहकर सप्लाई चेन संभालता था। दोनों ने मिलकर पिछले पांच साल में 200 करोड़ रुपए से अधिक का नशा सप्लाई किया और रकम हवाला के जरिए बाहर भेज दी। गोवा में चाचा बुद्धराम की गिरफ्तारी के बाद सुरेश के भी तस्कर होने का खुलासा हुआ। एएनटीएफ ने रिकॉर्ड खंगाला तो पता चला कि राजस्थान पुलिस के पास सुरेश विश्नोई के खिलाफ पांच साल में एक भी केस दर्ज नहीं हुआ। वह पुलिस की तस्करों की लिस्ट में भी शामिल नहीं था। बड़ा सवाल यह उठता है कि सुरेश इतने वर्षों तक बड़े पैमाने पर नशा सप्लाई करता रहा, लेकिन स्थानीय पुलिस को भनक क्यों नहीं लगी। फिलहाल एएनटीएफ को चाचा–भतीजे का नेटवर्क तोड़ने में बड़ी सफलता मिली है। राजस्थान पुलिस के पास तस्कर सुरेश के खिलाफ 5 साल में एक भी केस दर्ज नहीं गोवा में चाचा बुद्धराम की गिरफ्तारी के बाद सुरेश की भूमिका सामने आई। कड़ी को जोड़ते हुए एएनटीएफ टीम जालोर पहुंची। जांच में पता चला कि सुरेश गुजरात में रहकर नेटवर्क चला रहा है। इसके बाद तकनीकी निगरानी शुरू हुई। टीम को जानकारी मिली कि वह भारतमाला मार्ग का इस्तेमाल करते हुए दिल्ली-पंजाब के तस्करों से एमडी, हेरोइन और स्मैक खरीद कर गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा तक सप्लाई करता है। इस बीच सुरेश के रिश्तेदार से सूचना मिली कि वह सांचौर आने वाला है। वह गुजरात के एक तस्कर को 1.77 किलो एमडी और 763 ग्राम स्मैक सप्लाई करने वाला था। एएनटीएफ टीम उसे गुजरात के तस्कर के साथ पकड़ना चाहती थी। जाल बिछाया गया, लेकिन तस्कर मौके पर नहीं आया। सुरेश लौटने लगा तो टीम ने लगभग 30 किमी पीछा कर घर से दबोच लिया। सोमवार को वह पहली बार पुलिस के शिकंजे में आया। चाचा की लाइफस्टाइल देख बड़ा बनने की चाह में तस्कर बना एएनटीएफ की पूछताछ में पता चला कि सुरेश ने 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद सूरत में एसी-फ्रिज रिपेयरिंग का काम किया। काम छोटा लगा तो वह पिता के साथ हीरो की घिसाई के काम में उतर गया, लेकिन जिंदगी में जल्दी ऊंचा उठने की चाह ने उसे चाचा बुद्धराम के संपर्क में ला दिया। चाचा के करोड़ों के सौदे देखकर वह उसके जाल में फंस गया। वह महंगी गाड़ियां, ब्रांडेड कपड़े और तड़क-भड़क की जिंदगी पसंद करता था। उसकी इस लाइफस्टाइल पर रिश्तेदारों को भी शक होने लगा था। नाइजीरियन नेटवर्क से कॉकटेल बिज़नेस जांच में सामने आया कि सुरेश एमडी, हेरोइन और स्मैक- तीनों का ‘कॉकटेल नेटवर्क’ चलाता था। पहले मार्केट की डिमांड देखता- कब किस नशे की खपत ज्यादा है। उसके अनुसार दिल्ली के नाइजीरियन नेटवर्क से बड़ी मात्रा में खरीद करता था। पूरा भुगतान हवाला से करता था।
देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर की प्रक्रिया जारी है। भारत निर्वाचन आयोग इस एसआईआर प्रक्रिया की हर दिन मॉनिटरिंग कर रहा है और अधीनस्थों को जरुरी निर्देश जारी कर रहा है। भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी एसआईआर प्रक्रिया वर्किंग की रैंकिंग भी कर रहे है। जिसके आधार पर छत्तीसगढ़ 10वें नंबर पर है। सबसे ज्यादा अच्छा परफार्मेंस करने वाले राज्यों में गोवा पहले नंबर पर है। देश के 12 राज्यों में चल रही SIR प्रक्रिया चुनाव आयोग ने 17 नवंबर की दोपहर तीन बजे तक की स्थिति जारी की है। गणना पत्रक वितरण और डिजिटलाइज की रिपोर्ट के अनुसार देश के 12 राज्यों में कराई जा रही एसआईआर की कार्रवाई में छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर है। छत्तीसगढ़ में 97.67 प्रतिशत फॉर्म वितरित भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में 2 करोड़ 7 लाख 36 हजार 241 मुद्रित गणना फॉर्म है। इनमें से 97.67 प्रतिशत फॉर्म का वितरण हो चुका है। इनमें से 14 लाख 2 हजार 544 यानि 6.61 प्रतिशत डिजिटलाइज हो चुके है। 50 करोड़ 97 लाख मतदाताओं का SIR चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 12 राज्यों के 50 करोड़ 97 लाख 84 हजार 423 वोटर्स में से 50 करोड़ 11 लाख 75 हजार 907 मतदाताओं को गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं। इनमें से चार करोड़ 42 लाख 64 हजार 69 मतदाताओं की गणना पत्रकों का डिजिटलाइजेशन किया जा चुका है जो कुल मतदाता संख्या का 8.68 प्रतिशत है। सभी 12 राज्यों में गणना पत्रक वितरण का प्रतिशत 98.32 है। क्या है गणना पत्रक चुनाव आयोग के आदेश पर प्रदेश के सभी जिलों में गणना पत्रक बांटे जाने का काम बीएलओ कर रहे हैं। बीएलओ जो गणना पत्रक बांट रहे हैं, उसमें तय फार्मेट में चुनाव आयोग मतदाताओं का वेरिफिकेशन करा रहा है। इसमें 2003 में हुई एसआईआर के आधार पर वर्तमान मतदाता के माता-पिता, परिजनों, रिश्तेदारों की मतदाता सूची संख्या के आधार पर वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर शिफ्ट हुए, मृत हो चुके मतदाताओं की पहचान कर मतदाता सूची को फाइनल किया जाएगा। अब पढ़े किस राज्य में कितना प्रतिशत काम हुआ ..................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... SIR प्रक्रिया में विवाद…निर्वाचन आयोग से BLO की शिकायत: पार्षद ने लिखित शिकायत देकर हटाने मांग की, बीएलओ ने लगाया था धमकी देने का आरोप रायपुर में एसआईआर सर्वे के दौरान पार्षद और महिला बीएलओ के बीच विवाद हुआ है। इसके बाद निर्वाचन कर्मी के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। महंत लक्ष्मी नारायण दास वार्ड नंबर 42 के भाजपा पार्षद अंबर अग्रवाल ने बीएलओ निशा शर्मा के खिलाफ शिकायत की है। पढ़ें पूरी खबर...
मध्यप्रदेश में चुनाव आयोग की सख्ती के बाद अब तक कुल 9.72 प्रतिशत गणना पत्रकों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। चुनाव आयोग द्वारा इसको लेकर रोज की जा रही समीक्षा के आधार पर एमपी का नम्बर देश के 12 राज्यों में कराई जा रही एसआईआर की कार्यवाही में छठे नम्बर पर है। गोवा में सबसे अच्छा परफार्मेंस सामने आया है। यहां 35 प्रतिशत से अधिक डिजिटाइजेशन हो चुका है। चुनाव आयोग द्वारा सोमवार को दोपहर बाद तीन बजे तक की स्थिति में जारी गणना पत्रक वितरण और डिजिटाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार देश के राज्य 12 राज्यों में कराई जा रही एसआईआर की कार्यवाही में मध्य प्रदेश का परफॉर्मेंस छठे स्थान पर है। चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर गणना पत्र के वितरण और गणना पत्र के डिजिटाइजेशन को लेकर जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्य प्रदेश में गणना पत्रक वितरण 99.63% और डिजिटाइजेशन की कार्रवाई 9.72% हुई है। रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में 5 करोड़ 74 लाख 6 हजार 143 वोटर्स में से 5 करोड़ 71 लाख 94 हजार 700 वोटर्स को गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं। इसके साथ ही 55 लाख 81 हजार 488 गणना पत्रकों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। देश के 12 राज्यों में की जा रही एसआईआर की कार्रवाई की तुलनात्मक रिपोर्ट से पता चलता है कि मध्य प्रदेश की प्रोग्रेस छठे स्थान पर है और सबसे अच्छी स्थिति गोवा की है जहां 100% गणना पत्रक वितरण और 35.74% डिजिटाइजेशन का काम हो चुका है।इसके बाद राजस्थान में 98.85% गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं और 27.84% डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। तीसरे नंबर पर लक्षद्वीप है जहां 100% गणना पत्रक वितरण और 19.64% डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। पुडुचेरी चौथे स्थान पर है जहां 94.35 प्रतिशत गणना पत्रक बांटे गए हैं और 18.79 प्रतिशत डिजिटाइजेशन किया जा चुका है। 50 करोड़ 97 लाख मतदाताओं की हो रही SIR चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 12 राज्यों के 50 करोड़ 97 लाख 84 हजार 423 वोटर्स में से 50 करोड़ 11 लाख 75 हजार 907 मतदाताओं को गणना पत्रक बांटे जा चुके हैं। इनमें से चार करोड़ 42 लाख 64 हजार 69 मतदाताओं की गणना पत्रकों का डिजिटाइजेशन किया जा चुका है जो कुल मतदाता संख्या का 8.68 प्रतिशत है। सभी 12 राज्यों में गणना पत्रक वितरण का प्रतिशत 98.32 है। क्या है गणना पत्रकचुनाव आयोग के आदेश पर प्रदेश के सभी जिलों में गणना पत्रक बांटे जाने का काम बीएलओ कर रहे हैं। बीएलओ जो गणना पत्रक बांट रहे हैं, उसमें तय फार्मेट में चुनाव आयोग मतदाताओं का वेरिफिकेशन करा रहा है। इसमें 2003 में हुई एसआईआर के आधार पर वर्तमान मतदाता के माता-पिता, परिजनों, रिश्तेदारों की मतदाता सूची संख्या के आधार पर वेरिफिकेशन किया जा रहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर शिफ्ट हुए, मृत हो चुके मतदाताओं की पहचान कर मतदाता सूची को फाइनल किया जाएगा। एसआईआर में टिमरनी के बीएलओ का काम 100 प्रतिशत पूर्णउधर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आरपीएस जादौन ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण SIR–26 के अंतर्गत, विधानसभा क्षेत्र 134 टिमरनी के भाग संख्या 68, ग्राम खरतलाय में नियुक्त बूथ लेवल ऑफिसर हंस कुमार दिलारे द्वारा सारा कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण किया गया है। यह भी उल्लेखनीय है कि जिला हरदा में सर्वप्रथम 100% कार्य पूर्ण करने का दायित्व ग्राम खरतलाय में रोजगार सहायक पद पर नियुक्त BLO द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया है, जो सराहनीय है।
रांची के यात्रियों की लंबे समय से उठ रही यह मांग कि शहर से गोवा और जयपुर के लिए सीधी विमान सेवा शुरू हो, आज भी अधूरी है। हर साल एयरलाइंस कंपनियां स्लॉट बुक कर रही हैं, यात्रियों को आशा जगा रही हैं, लेकिन उड़ान शुरू होने से पहले ही योजना हवा-हवाई हो जा रही है। अक्टूबर में जारी विंटर शेड्यूल ने भी लोगों की उम्मीदों को बढ़ाया था। इंडिगो ने जयपुर, गोवा और कोलकाता के लिए स्लॉट मांगे थे, जिन्हें एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तुरंत उपलब्ध भी करा दिया। लेकिन अभी तक जयपुर और गोवा की उड़ानें शुरू नहीं हुईं। सिर्फ कोलकाता के लिए सुबह एक नई उड़ान शुरू की गई है, जबकि बाकी रूटों पर कोई विमान शुरू नहीं हो पाया। यह पहली बार नहीं है जब एयरलाइंस कंपनियों ने रांची के यात्रियों की उम्मीदों से खिलवाड़ किया हो। इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। अगस्त में एयर इंडिया ने रांची को नए कनेक्टिंग ट्रांजिट रूट्स से जोड़ने की योजना बनाई थी। इसके लिए रांची-बेंगलुरु-गुवाहाटी, रांची-हैदराबाद-वाइजैग और रांची-बेंगलुरु-त्रिवेंद्रम रूट्स के लिए स्लॉट मांगे गए थे। यह योजना भी कागजों से आगे नहीं बढ़ सकी। नतीजा रांची के विमान यात्रियों का इंतजार बढ़ता ही जा रहा है। ये ट्रांजिट विमान भी नहीं शुरू हुए फ्लाइट संख्या कहां से कहां तक चलनी थी आईएक्स-1117 रांची-दिल्ली-इंदौर आईएसक्स-2723 रांची-बेंगलुरु-गुवाहाटी आईएसक्स-2675 रांची-हैदराबाद-वाइजैग आईएक्स-2708 रांची-बेंगलुरु-त्रिवेंद्रम अगस्त माह में विमानन कंपनी एयर इंडिया ने रांची एयरपोर्ट से कनेक्टिंग ट्रांजिट फ्लाइट्स के लिए भी रांची एयरपोर्ट से स्लॉट मांगा था, लेकिन ये ट्रांजिट फ्लाइट्स भी शुरू नहीं की गई। ये विमान रांची-बेंगलुरु-गुवाहाटी, रांची-हैदराबाद-वाइजैग व रांची-बेंगलुरु-त्रिवेंद्रम के लिए थे। ये ट्रांजिट फ्लाइट भी शुरू नहीं किए गए। ऐसी कंपनियों को हो सकता है शोकॉज क्या हो रहा असरलंबी और महंगी पड़ रही यात्रा... आकासा एयर ने लिया स्लॉट, नहीं भरी उड़ान... झारखंड चैंबर के सिविल एविएशन उप समिति के चेयरमैन श्रवण राजगढ़िया ने कहा कि पिछले साल समर शेड्यूल में आकासा एयर ने बेंगलुरु और दिल्ली के लिए स्लॉट लिया था, लेकिन एक भी उड़ान नहीं भरी जा सकी। स्पाइसजेट रांची से दिल्ली और चेन्नई के लिए उड़ान भरना शुरू किया था, लेकिन कोरोनाकाल में इसे बंद कर दिया गया। यहां के लोगों को विमान सुविधाएं उनके मन मुताबिक नहीं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर एयरलाइन निर्धारित स्लॉट में उड़ान शुरू नहीं करती हैं, तो स्लॉट वापस ले लिए जाते हैं। एयरलाइंस कंपनियां सिर्फ टाइम स्लॉट बुक करा रहीं, रांची से गोवा और जयपुर की फ्लाइट अधर में अगर भारत में कोई एयरलाइन एयरपोर्ट स्लॉट ले लेती है लेकिन उन स्लॉट में ऑपरेशन शुरू नहीं करती, तो उसके कई दुष्प्रभाव होते हैं। डीजीसीए द्वारा स्लॉट वापस ले लिया जाता है। भविष्य में स्लॉट मिलने की प्राथमिकता कम हो जाती है, भीड़भाड़ वाले एयरपोर्ट पर स्लॉट मिलना कठिन होता है। लगातार स्लॉट का उपयोग न करने पर डीजीसीए एयरलाइंस को शोकॉज नोटिस भेज सकता है। नए स्लॉट देने से मना कर सकता है। एयरपोर्ट डायरेक्टर विनोद कुमार ने कहा कि एयरलाइंस कंपनियां एयरपोर्ट स्लॉट पहले से ले लेती हैं, लेकिन विमान लगातार अलग-अलग रूट या सेक्टर में बदलते रहते हैं। कई एयरलाइंस को लगता है कि जरूरत पड़ने पर उन्हें अतिरिक्त विमान आसानी से मिल जाएगा, लेकिन वर्तमान में कंपनियों के पास विमान की कमी है। स्लॉट लेने और उड़ान न शुरू करने का यह सिलसिला रांची के यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। गोवा और जयपुर जैसी लोकप्रिय मंजिलों तक पहुंचने के लिए यात्रियों को आज भी कोलकाता, दिल्ली या बेंगलुरु जैसे शहरों से होकर लंबी और महंगी यात्रा करनी पड़ती है। विमानन कंपनियों की उदासीनता पर अब सवाल उठने लगे हैं। एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया रांची के सलाहकार समिति सदस्य अजय मारू ने कहा कि जयपुर और गोआ के लिए सीधी उड़ान की मांग 3 वर्षों से की जा रही है। कम से कम सीधी उड़ान नहीं तो ट्रांजिट उड़ान जरूर देना चाहिए। रांची से देवघर के लिए विमान दो साल पहले शुरू हुआ था। इंडिगो ने इसे शुरू किया था, लेकिन बंद कर दिया गया।
गुना के युवा फिल्म निर्देशक माही दुबे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 20 नवंबर से 28 नवंबर तक गोवा में आयोजित होने वाले 56वे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (इफ्फी) में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। बता दें कि इफ्फी दक्षिण एशिया का एकमात्र एफ़आईएपीएफ मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव है, जिसका आयोजन भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, गोवा सरकार और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा 20 से 28 नवंबर तक गोवा में किया जा रहा है। इस वर्ष इफ्फी में जापान को कंट्री ऑफ फोकस, स्पेन को पार्टनर कंट्री और ऑस्ट्रेलिया को स्पॉटलाइट कंट्री चुना गया है, वहीं 81 देशों की चयनित 240 से अधिक फिल्में, जिनमें 13 विश्व प्रीमियर और 44 एशिया प्रीमियर भी शामिल हैं। ‘स्पेशल इनवाइटी’ सूची में शामिल होंगे माही दुबे भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) देश-विदेश के चुनिंदा फिल्मकारों, कलाकारों को उनकी प्रतिष्ठा के आधार पर 'स्पेशल इनवाइटी' के रूप में आमंत्रित किया जाता है उन्ही में माही दुबे भी सम्मिलित होंगे। इस चयन प्रक्रिया में क्यूरेशन टीम उन व्यक्तियों को प्राथमिकता देती है जिनका सिनेमा, कला, संस्कृति और फिल्म निर्माण में महत्वपूर्ण कार्य रहा हो या राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराही गई हों। गुना में जन्मे माही दुबे फिल्म निर्देशन, फिल्म एडिटिंग और सिनेमा और संस्कृति पर लेखन में काम करते हैं। उन्होंने फीचर फिल्म ‘टिकिट एक संघर्ष' का निर्देशन एवं अवे (2021), अल्टीमेट इन्वेसन (2022), हॉलीवुड लॉन्ड्रोमैट (2024) जेसी कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में एडिटिंग का कार्य किया हैं। हाल ही में उनके द्वारा 'नागरिक कर्तव्य' पर निर्मित एक शॉर्ट फिल्म को कई अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। 19 नवंबर को गोवा पहुंचेंगे माही फिल्म निर्देशक माही दुबे फ़िल्म महोत्सव में शामिल होने 19 नवंबर को गोवा पहुंचेंगे और 28 नवंबर तक महोत्सव रहेंगे। उनका यह चयन क्षेत्रीय सिनेमा और सांस्कृतिक विमर्श में मध्य प्रदेश की बढ़ती पहचान का प्रतीक है। माही को इस उपलब्धि पर उनके परिवारजनों, शुभचिंतकों एवं फिल्म जगत के लोगों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
पेंड्रा पुलिस ने दो अंतरराज्यीय शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 24 लीटर 840 एमएल मध्यप्रदेश निर्मित गोवा व्हिस्की और तस्करी में इस्तेमाल की गई एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है। यह कार्रवाई थाना पेंड्रा क्षेत्र में की गई। जब्त की गई शराब की खेप अवैध रूप से मध्यप्रदेश से लाई जा रही थी। पुलिस ने काले रंग की मोटरसाइकिल को भी जब्त कर लिया है, जिसका उपयोग शराब तस्करी के लिए किया जा रहा था। थाना प्रभारी आर.एस. सेंगर को सूचना मिली थी कि दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर मध्यप्रदेश से शराब लेकर कोटमी की ओर बिक्री के इरादे से जा रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल और उप पुलिस अधीक्षक श्याम कुमार सिदार के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई। टीम ने ग्राम अडी के पास घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को पकड़ा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जुग्नू कोल (40 वर्ष), पिता स्व. दाउ, निवासी फाटक टोला, जैतहरी, वार्ड क्रमांक 4, जिला अनूपपुर (मध्यप्रदेश) और सुनील कुमार गुप्ता (55 वर्ष), पिता स्व. बद्री प्रसाद, निवासी सिविल लाइन, वार्ड क्रमांक 5, जैतहरी, जिला अनूपपुर (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34(2) और 59(क) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
Goa Board HSSC: कक्षा 12वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा कल से होगी शुरू, यहां देखें डिटेल्स
गोवा बोर्ड एचएसएससी यानी कक्षा 12वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा 27 मई से शुरू होगी। परीक्षा का आयोजन उत्तरी गोवा, मापुसा केंद्र, डी.एम.एस पीवीसी एसएम, कुशे हायर सेकेंडरी स्कूल, असगाओ, बर्देज गोवा, साउथ
महाराष्ट्र पुलिस और गोवा के बाद Singham Again में इस राज्य के पुलिस ऑफिसर बनेंगे Ajay Devgan, जाने लेटेस्ट अपडेट
गो गोवा गॉन की रिलीज को 11 साल हुए पूरे, कुणाल खेमू बोले- मुझे बहुत खुशी और गर्व का कराती है एहसास
Film Go Goa Gone: राज और डी.के. द्वारा निर्देशित फिल्म गो गोवा गॉन ने अपनी रिलीज़ के 11 साल पूरे कर लिए हैं। दिलचस्प बात यह है कि ज़ॉम्बी एक्शन कॉमेडी ने न केवल अपनी मज़ेदार और आकर्षक कहानी से, बल्कि अपने बेहतरीन अभिनय और संवादों से भी दर्शकों का ...
मंगलवार को करीना, कृति और तब्बू की फिल्म का हुआ बुरा हाल, जाने The Goat Life और Family Star का कैसा है हाल
दूसरे हफ्ते में The Goat Life ने Crew को चटाई धूल, 'द फैमिली स्टार' के खाते में आए इतने करोड़
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जल्द ही माँ बनने की खुशखबरी सुनाएंगी The Goat Life फेम एक्ट्रेसAmala Paul, एक्ट्रेस ने शेयर कीगोदभराई की तस्वीरों
लोगों के सिर चढ़कर बोल रहाThe Goat Life का क्रेज, हाफ सेंचुरी मारने से बस चंद कदम दूर है Prithviraj Sukumaran की फिल्म
पृथ्वीराज सुकुमारन कीThe Goat Life ने तोड़ा साउथ की इस फिल्म का रिकॉर्ड, हफ्तेभर में 40 करोड़ के पार पहुंची फिल्म
मंडे को पृथ्वीराज सुकुमारन कीThe Goat Life ने करीना, कृति और तब्बू की फिल्म को दिया धोबी पछाड़, 5 वें दिन कमाए ओतने करोड़
पृथ्वीराज सुकुमारन की द गोट लाइफ का बॉक्स ऑफिस पर तूफान, तोड़े कई रिकॉर्ड
The Goat Life Box Office Collection: साउथ सुपरस्टार पृथ्वीराज सुकुमारन की मलयालम फिल्म 'द गोट लाइफ' ने रिलीज होते ही बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया है। सच्ची घटनाओं पर आधारित यह फिल्म बेन्यामिन के नॉवेल 'आदु जीविथम' पर आधारित है। इस फिल्म में ...
वीकेंड पर रॉकेट बनी पृथ्वीराज सुकुमारन की AadujeevithamThe Goat Life,तूफानी रफ़्तार से चौथे दिन फिल्म ने कमा डाले इतने करोड़
The Goat Life Review: पृथ्वीराज सुकुमारन की दमदार एक्टिंग बनी फिल्म की जान, दिल दहलाने वाली हैनजीब की कहानी

