दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल के धर्मेंद्र ने सोमवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार विले पार्ले श्मशान भूमि में हुआ। धर्मेंद्र के निधन पर पवन सिंह ने फेसबुक पर उनके साथ फोटो शेयर कर लिखा है- धर्मेंद्र जी के जाने की खबर ने दिल को भीतर तक तोड़ दिया है। आज ऐसा लगता है मानो पर्दे से नहीं, जिंदगी से ही एक रौशन उजाला चला गया हो। मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला। सेट पर उनकी ममता, सरलता और इंसानियत आज भी याद करके आंखें नम हो जाती हैं। धर्मेंद्र ने भोजपुरी लड़के को पावर स्टार बना दिया पवन सिंह ने एक मंच पर पवन सिंह ने हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र के साथ अपने रिश्ते और संघर्ष के दिनों की याद ताजा की थी। उन्होंने बताया था कि कैसे एक दौर में वे इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए जूझ रहे थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें सीधे उस दिग्गज अभिनेता के साए में ला खड़ा किया, जिन्हें वे बचपन से पर्दे पर देखते और भगवान की तरह मानते आए थे। संघर्ष, स्ट्रगल और स्टारडम के इस सफर में धर्मेंद्र ने न सिर्फ उन्हें मौका दिया, बल्कि ऐसे शब्दों की सीख दी, जो आगे चलकर उनके करियर और स्वभाव का स्थायी हिस्सा बन गई। पवन के मुताबिक, भोजपुरी फिल्म के सेट पर हुई पहली मुलाकात ने उनकी सोच बदल दी। वे बताते हैं कि उस दिन उन्हें समझ आया कि बड़े स्टार होने का मतलब सिर्फ चमक–दमक नहीं, बल्कि जमीन से जुड़े रहना भी है। धर्मेंद्र की यही सीख, और पहला बड़ा ब्रेक, आज पवन सिंह के लिए जिंदगी का ऐसा किस्सा बन चुका है, जिसे वे हर मंच से दोहराना चाहते हैं, ताकि नए कलाकार भी इससे सीख ले सकें। पवन सिंह ने बताया था कि, जब मैं इंडस्ट्री में नया–नया था, तब सिर्फ एक तमन्ना थी कि किसी दिन बड़े पर्दे पर अपने हीरो के साथ काम करूं। बचपन से धर्मेंद्र जी को फिल्मों में देखता आया था, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि एक दिन उनके साथ एक ही फ्रेम शेयर कर पाऊंगा। लड़खड़ाते हुए धर्मेंद्र के पास पहुंचे पवन सिंह एक भोजपुरी फिल्म के लिए मुझे साइन किया गया और खबर मिली कि उसमें धर्मेंद्र जी भी काम कर रहे हैं। ये सुनते ही जैसे यकीन ही नहीं हुआ। शूटिंग के पहले दिन मैं सेट पर था, लेकिन हिम्मत ही नहीं पड़ रही थी कि उनकी वैनिटी वैन के पास जाऊं। अंदर से डर भी था और एक अजीब-सा संकोच भी कि पता नहीं क्या कहूंगा। उसी दौरान किसी ने आकर कहा- “धरम जी बुला रहे हैं।” इतना सुनते ही मेरे कदम लड़खड़ा गए। दिल की धड़कन तेज थी, हाथ पसीने से भीगे थे। जैसे-तैसे हिम्मत करके वैनिटी वैन के अंदर गया। उन्होंने मुस्कुराकर कहा, “आओ बेटा, बैठो।” उस पल लगा जैसे कोई अपना बुजुर्ग मुझे गले से लगा रहा हो। हमने शूट, किरदार और फिल्मों की बातें कीं। मैंने उन्हें बताया कि मैं स्ट्रगल से आया हूं, और ये मौका मेरे लिए कितना बड़ा है। उन्होंने बहुत सादगी से कहा कि मेहनत करते रहो, स्टार बन जाओ तो भी सिर झुकाकर चलना, लोगों से प्यार से बात करना, क्योंकि यही तुम्हें लंबी रेस का घोड़ा बनाएगा। डायलॉग भूलता तो कहते- टेंशन मत लो बेटा मेरे लिए सबसे बड़ा चमत्कार ये था कि उन्होंने सिर्फ सलाह ही नहीं दी, बल्कि सचमुच मुझे मौका भी दिया। उसी प्रोजेक्ट ने मेरे करियर को नया मोड़ दिया। सेट पर जब मैं सीन दे रहा होता था और कैमरे के ठीक सामने धर्मेंद्र जी खड़े होते थे, तो कई बार डायलॉग भूल जाता था, सिर्फ उन्हें देखता रह जाता था। वे हंसकर कहते, “टेंशन मत लो बेटा, आराम से बोलो।” आज भी जब पीछे मुड़कर देखता हूं, तो लगता है कि अगर उस समय धर्मेंद्र जी जैसा बड़ा स्टार मुझे सपोर्ट न करता, तो शायद मेरी जर्नी कुछ और होती। मेरे लिए वे सिर्फ सुपरस्टार नहीं, एक ऐसे गुरु हैं, जिन्होंने मुझे पहला बड़ा प्लेटफॉर्म दिया और सिखाया कि ऊंचाई पर पहुंचकर भी इंसान छोटा नहीं होना चाहिए। यही वजह है कि हर इंटरव्यू, हर स्टेज पर मैं ये किस्सा जरूर सुनाता हूं, ताकि लोग जान सकें कि मेरे जैसे लड़के की जिंदगी में धर्मेंद्र जी की क्या जगह है। --------------- ये खबर भी पढ़िए... एक्टर धर्मेंद्र का 89 साल की उम्र में निधन:अंतिम संस्कार के बाद विले पार्ले श्मशान घाट से निकलीं हेमा-ईशा; अमिताभ, सलमान-आमिर भी मौजूद रहे दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। 89 साल के धर्मेंद्र ने सोमवार दोपहर अपने घर पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार विले पार्ले श्मशान भूमि में हुआ, जिसमें सलमान खान, संजय दत्त, अमिताभ बच्चन, आमिर खान समेत कई सेलेब्स पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के निधन को एक युग के अंत का संकेत कहा है। धर्मेंद्र के परिवार ने उनके निधन की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की। दोपहर में उनके घर के बाहर एम्बुलेंस पहुंची थी और विले पार्ले श्मशान भूमि में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई थी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर एम्बुलेंस से श्मशान घाट पहुंचाया गया। पूरी खबर पढ़िए
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में निधन हो गया। दोपहर बाद मुंबई के विले पार्ले श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया गया। धर्मेंद्र का जन्म लुधियाना के साहनेवाल में हुआ था। इनके पिता गांव के सरकारी स्कूल में हेडमास्टर थे। आज धर्मेंद्र को पूरा देश ही-मैन के नाम से जानता है। धर्मेंद्र ने साहनेवाल में जिस घर में अपना बचपन बिताया, अब भी वो घर वैसा का वैसा है। हालांकि वह अपना पैतृक घर बेच चुके हैं और वहां पर नया घर बन चुका है। इसके बाहर अभी भी धर्मेंद्र हाउस लिखा है। पड़ोसियों का कहना है कि भाईदूज पर धर्मेंद्र यहां आए थे। हम हमेशा सरकारी स्कूल जाते थे। साथ ही पास के डेरे में लस्सी जरूर पीते थे। यहां रहने वाली बुजुर्ग महिला माया ने बताया कि मैं और धर्मेंद्र बचपन में साथ खेलते थे। जब भी धर्मेंद्र यहां आते थे मैं उन्हें राखी बांधती थी, लेकिन अब कहानी खत्म हो गई। यह कहते हुए माया के आंख में आंसू आ गए। धर्मेंद्र से जुड़े पल-पल के अपडेट्स जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...
‘बसंती, इन कुत्तों के सामने मत नाचना।’ और ‘कुत्ते...कमीने, मैं तेरा खून पी जाऊंगा।’ 70 के दशक में शोले फिल्म के ये डायलॉग नौजवानों की जुबां पर रच-बस गए थे। ‘कुत्ते, मैं तेरा खून पी जाऊंगा।’ धर्मवीर फिल्म का ये डायलॉग भी खूब हिट हुआ। फिल्म कातिलों के कातिल का वो डायलॉग जब धर्मेंद्र बोलते थे- ‘हम वो बला हैं, जो शीशे से पत्थर को तोड़ दें।’ तो सिनेमा हॉल में तालियां गूंज उठती थीं। धर्मेंद्र के डायलॉग में जोश, रोमांस और देसी तेवर कूट-कूटकर भरे होते थे। चलिए आज हम आपको धर्मेंद्र के 10 मशहूर डायलॉग के बारे में बता रहे हैं….
वो दौर जब मोहब्बत खतों में लिखी जाती थी और प्यार का इजहार गानों में किया जाता था, तब परदे पर एक मुस्कुराता चेहरा आया, नाम है धर्मेंद्र। उनकी आंखों की चमक, उनकी सादगी और उनके गानों का जादू बस दिल में उतर जाता था।धर्मेंद्र के गाने सिर्फ सुने नहीं गए, उन्हें महसूस किया गया, जिया गया और उन पर थिरका गया, जिन्हें कई पीढ़ियां सदियों तक याद रखेंगी। यह कहानी उन्हीं सुरों की महक की है, जो आज भी “पल पल दिल के पास” धड़कती है, जिन सुरों ने थिरकना सिखाया और दोस्ती की नई परिभाषा बनाई-
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया है। इसी बीच सोमवार को धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म इक्कीस से उनका लुक सामने आया है। साथ ही एक्टर की आवाज में एक वॉइस नोट भी शेयर किया गया, जिसने उनके फैंस को भावुक कर दिया। फिल्म के मेकर्स ने इंस्टाग्राम पर इक्कीस का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, पिता बेटों का पालन-पोषण करते हैं। महापुरुष राष्ट्र का निर्माण करते हैं। धर्मेंद्र जी, 21 वर्षीय अमर सैनिक के पिता के रूप में एक भावनात्मक शक्ति हैं। एक कालातीत किंवदंती हमें दूसरी कहानी सुनाती है। इस पोस्टर के बैकग्राउंड में धर्मेंद्र की आवाज भी है, जिसमें वह कहते हैं, यह मेरा बड़ा बेटा अरुण है और यह हमेशा 21 का ही रहेगा। वहीं, धर्मेंद की आवाज सुनकर उनके फैंस इमोशनल हो रहे हैं। बता दें, ‘इक्कीस’ का निर्देशन श्रीराम राघव ने किया है। यह एक वॉर ड्रामा है, जो सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की सच्ची कहानी पर आधारित है। अरुण खेत्रपाल भारत के सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता थे, जिन्होंने 1971 के भारत–पाक युद्ध में असाधारण वीरता दिखाई थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा अरुण खेत्रपाल की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता बने हैं। अगस्त्य नंदा की यह पहली थिएटर रिलीज फिल्म होगी। इससे पहले वे जोया अख्तर की ‘द आर्चीज’ में नजर आ चुके हैं, जो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी।
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का आज 89 साल की उम्र में निधन हो गया। पंजाब के छोटे से गांव नसराली में जन्में धर्मेंद्र एक सरकार स्कूल के हेडमास्टर के बेटे थे, जिन्हें आज पूरा देश ही-मैन के नाम से जानता है। 10वीं क्लास में दिलीप कुमार की फिल्म देखकर हीरो बनने का ख्वाब देखने वाले धर्मेंद्र एक टैलेंट हंट कॉम्पिटिशन ने धर्मेंद्र और हिंदी सिनेमा को आपस में ऐसा बांधा कि आज भी इन दोनों को अलग-अलग सोचना संभव नहीं है। ग्राफिक्स स्टोरी में जानिए कैसे हेडमास्टर के बेटे धर्मेंद्र बने हिंदी सिनेमा के स्टार-
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया। 89 साल के एक्टर ने सोमवार को घर पर ही अंतिम सांस ली। धर्मेंद्र 14वीं लोकसभा में साल 2004 से 2009 तक बीकानेर से सांसद रहे थे। सांसद रहते हुए वे काफी विवादों में रहे थे। यहां तक कि जब वे एक साल तक क्षेत्र में नहीं आए तो किसानों ने 'गुमशुदगी' के पोस्टर तक लगा दिए थे। इसी बीच वे 'हिटलर राज' की तारीफ करके विवादों में आ गए थे। सभी जानते थे कि धर्मेंद्र सांसद के रूप में बीकानेर बहुत कम रहे, लेकिन मुंबई में रहकर भी बीकानेर की सूरसागर समस्या का निराकरण करने में मुख्य भूमिका निभाई। कांग्रेस के रामेश्वर डूडी के सामने भाजपा ने धर्मेंद्र को उतारा था। कांटे की टक्कर को देखते हुए धर्मेंद्र ने बेटे बॉबी और सनी देओल को जनसभा के लिए बुलाया था। डूडी के सामने लड़ा था चुनावसाल 2004 में कांग्रेस ने अपने पूर्व सांसद रामेश्वर डूडी को फिर से मैदान में उतारा तो भाजपा ने एक कदम आगे बढ़ते हुए फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र को प्रत्याशी बना दिया था। जाट वोट बैंक पर तगड़ा उम्मीदवार सामने आने के बाद भी रामेश्वर डूडी ने धर्मेंद्र को कड़ी टक्कर दी। अंत में जब धर्मेंद्र और डूडी के बीच मुकाबला कांटे का हो गया तो धर्मेंद्र ने बेटों सनी और बॉबी देओल को बीकानेर बुलाया था। इन दोनों ने रेलवे स्टेडियम में एक जनसभा की थी। इसके बाद शहरी क्षेत्र में माहौल बदल गया और धर्मेंद्र 57 हजार वोटों से चुनाव जीत गए थे। खास बात यह थी कि बीकानेर शहर के अलावा सभी सीटों से धर्मेंद्र पीछे रहे थे। अकेले बीकानेर शहर से इतनी लंबी लीड ली थी कि सभी पांच विधानसभा सीटों का अंतर बराबर कर दिया था। डूडी को बताया था छोटा भाईधर्मेंद्र ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कभी रामेश्वर डूडी का नाम लेकर विरोध नहीं किया। उनकी कोई कमी नहीं गिनाई। बल्कि जहां भी उनसे पूछा जाता कि डूडी मजबूत उम्मीदवार हैं तो वो ये ही कहते थे कि रामेश्वर मेरे छोटे भाई जैसे हैं।उधर, डूडी ने भी अपने प्रचार में कभी धर्मेंद्र पर व्यक्तिगत हमला नहीं किया था। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन पर धर्म परिवर्तन करने सहित अनेक आरोप लगाए थे। सूरसागर के लिए किया था कामबीकानेर चुनाव प्रचार के दौरान धर्मेंद्र को सूरसागर की गंदगी हमेशा अखरती थी। उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस बारे में चर्चा की थी। बजट की समस्या आई तो वे स्वयं दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मिले और सूरसागर के लिए अतिरिक्त बजट दिलाया था।इतना ही नहीं, अपने सांसद कोटे से भी इस काम के लिए बजट दिया था। हालांकि सूरसागर की सफाई का सारा श्रेय तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को ही मिला था। गुमशुदा के पोस्टर से दुखी हुए थेसांसद के रूप में धर्मेंद्र बीकानेर बहुत कम आते थे। इस कारण बीकानेर शहर के स्थानीय लोगों ने उनके खिलाफ एक पोस्टर तैयार किया था। इसमें धर्मेंद्र के फोटो के ऊपर लिखा 'गुमशुदा'। इस पोस्टर को बड़ा मीडिया कवरेज मिला तो धर्मेंद्र दुखी हुए थे। उन्होंने तुरंत बीकानेर आने का निर्णय किया। वे दो-चार दिन बाद ही बीकानेर आए और सर्किट हाउस में ठहरे थे। यहां बिना किसी तामझाम के सभी कार्यकर्ताओं से और जनता से मिले थे। धर्मेंद्र ने कई पत्रकारों को पीड़ा बताई थी कि उनके लिए ऐसे पोस्टर लगाए गए थे। सुराना को बोले थे 'कोट वाले नेताजी'लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने तत्कालीन नेता मानिकचंद सुराना को उनका चुनाव प्रभारी बनाया था। ऐसे में सुराना ही उनके दिनभर के कार्यक्रम तय करते थे और उस कार्यक्रम के हिसाब से नहीं चलने पर नाराज होते थे।धर्मेंद्र कहीं भी जाते तो ये कहते कि 'कोट वाले नेताजी' से पूछ लो। सुराना हर वक्त कोट पहनते थे। कई बार उनकी और सुराना की तकरार भी होती, लेकिन वे सुराना को पूरा सम्मान देते थे। सुराना के अलावा भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य भी उनके चुनाव प्रचार के दौरान साथ में रहते थे। सांसद कोटे का पूरा उपयोगधर्मेंद्र ने आम सांसद की तरह अपने कोटे का पूरा उपयोग किया था। कोई भी समाज, संगठन या संस्थान उनसे वित्तीय सहयोग की अपील करती तो धर्मेंद्र निराश नहीं करते थे। आज भी बीकानेर में कई जगह धर्मेंद्र के नाम के बोर्ड लगे हुए हैं, जिसमें उनके सांसद कोटे का उपयोग हुआ था। आमतौर पर भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य और उनके निजी सचिव कमल व्यास की अनुशंसा पर धर्मेंद्र कोटे की राशि स्वीकृत कर देते थे। बीकानेर में है धर्मेंद्र के जबरदस्त फैनधर्मेंद्र ने बीकानेर से चुनाव तो साल 2004 में लड़ा था, लेकिन उनके दीवाने शुरू से रहे हैं। बीकानेर में एक युवा ने उनके नाम से मंदिर ही बना दिया। उसी युवक ने बाद में धर्मेंद्र स्टूडियो के नाम से अपना प्रतिष्ठान बनाया। इसके अलावा अमरसिंहपुरा में भी उनके फैन हैं। जो हर साल धर्मेंद्र का जन्मदिन सेलिब्रेट करते थे।
धर्मेंद्र के घर पहुंची एंबुलेंस:फिर तबीयत बिगड़ने की खबरें, घर के बाहर की गई बैरिकेडिंग
दिग्गज अभिनेता की तबीयत बिगड़ने की खबर आ रही है। सोमवार दोपहर को उनके घर में एम्बुलेंस पहुंची है, जिसके बाद से ही घर के बाहर सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है और बैरिकेडिंग की गई है। 12 नवंबर को हॉस्पिटल से हुए थे डिस्चार्ज दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को 12 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया है। वो दो दिन वैंटिलेटर पर थे। धर्मेंद्र को सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके चलते उन्हें 10 नवंबर को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद हेमा मालिनी ने पत्रकार सुभाष के. झा से कहा कि मेरे लिए यह समय बिल्कुल आसान नहीं था। धरमजी की सेहत हमारे लिए बहुत बड़ी चिंता है। उनके बच्चे भी रात–रात भर जाग रहे हैं। एक्ट्रेस ने आगे कहा, मैं कमजोर नहीं पड़ सकती, मेरे ऊपर बहुत जिम्मेदारियां हैं, लेकिन हां, मैं खुश हूं कि वह घर लौट आए हैं। हम सबको राहत मिली है कि अब वह अस्पताल से बाहर हैं। उन्हें अपने लोगों के बीच रहना चाहिए। बाकी सब ऊपरवाले के हाथ में है। कृपया हमारे लिए दुआ करें। पैपराजी पर भड़के सनी देओल गुरुवार सुबह सनी देओल मीडिया पर नाराज हो गए। सनी ने हाथ जोड़ते हुए फोटोग्राफर्स और पैपराजी से कहा- आपके घर में भी मां-बाप हैं, बच्चे हैं, आपको शर्म नहीं आती? इस दौरान सनी देओल ने कुछ अपशब्द भी कहे। धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. प्रतीत समदानी ने बताया कि एक्टर पिछले कई हफ्तों से कभी अस्पताल में भर्ती हो रहे थे, तो कभी घर लौट रहे थे। डिस्चार्ज के बाद परिवार ने प्राइवेसी की अपील की थी धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद परिवार ने प्राइवेसी की अपील करते हुए आधिकारिक बयान जारी कर कहा था- धर्मेंद्र जी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और अब वे घर पर आराम करेंगे। हम मीडिया और लोगों से अनुरोध करते हैं कि वे किसी तरह की अफवाह न फैलाएं और इस समय उनकी तथा परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करें। हम सभी का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने धर्मेंद्र जी की अच्छी हेल्थ और लंबी उम्र के लिए दुआ की। कृपया उनका सम्मान करें क्योंकि वे आप सभी से बहुत प्यार करते हैं। परिवार ने निधन की फर्जी खबरों पर नाराजगी जताई थी 11 नवंबर की सुबह मीडिया में एक्टर की निधन की फर्जी खबर आई थी, जिसके बाद उनकी बेटी ईशा देओल और पत्नी हेमा मालिनी ने नाराजगी जताई थी। ईशा ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा था- मीडिया पूरी तरह गलत खबरें फैला रहा है। पापा की हालत स्थिर है और वे रिकवर कर रहे हैं। हम सभी से निवेदन करते हैं कि हमारे परिवार की प्राइवेसी का सम्मान करें। पापा की जल्दी सेहतमंदी के लिए दुआ करने के लिए धन्यवाद। हेमा मालिनी ने भी निधन की खबरें सामने आने के बाद नाराजगी जताते हुए लिखा था- जो हो रहा है, वह माफ करने लायक नहीं है। जिम्मेदार चैनल किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में झूठी खबरें कैसे फैला सकते हैं जो इलाज का जवाब दे रहा है और ठीक हो रहा है? यह बेहद असम्मानजनक और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है। कृपया परिवार और उनकी निजता की आवश्यकता का सम्मान करें। मंगलवार सुबह धर्मेंद्र के निधन की खबर मीडिया में आने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया एक्स पर दुख जताया था। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट हटा ली थी। धर्मेंद्र 10 नवंबर को अस्पताल में भर्ती हुए थे। खबर मिलते ही बॉबी देओल फिल्म की शूटिंग छोड़कर मुंबई लौटे। वहीं सनी देओल भी लगातार हॉस्पिटल में मौजूद रहे। ईशा देओल, हेमा मालिनी भी कई बार हॉस्पिटल पहुंचे। इस दौरान धर्मेंद्र का परिवार बेहद भावुक नजर आया। 31 अक्टूबर को भी हुए थे अस्पताल में भर्ती धर्मेंद्र को 31 अक्टूबर को भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पत्रकार विक्की ललवानी ने अपनी पोस्ट में बताया था कि सांस लेने में तकलीफ होने के चलते धर्मेंद्र को ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। उन्हें ICU में रखा गया था। उनके सारे शरीर के पैरामीटर ठीक होने पर उन्हें कुछ ही घंटों में डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसी साल की शुरुआत में धर्मेंद्र की कॉर्निया ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई थी। उनकी बाईं आंख की पारदर्शी परत यानी कॉर्निया डैमेज हो गई थी, जिसके बाद उनका कॉर्निया ट्रांसप्लांट (केराटोप्लास्टी) किया गया था। धर्मेंद्र को साल 2015-2020 के बीच कई बार पीठ दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और कमजोरी की शिकायत हुई थी। उन्हें पीठ दर्द और थकान की वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। जल्द रिलीज होगी धर्मेंद्र की फिल्म धर्मेंद्र फिल्म इक्कीस में नजर आएंगे। ये फिल्म भारत-पाकिस्तान के बीच हुई जंग के यंग सोल्जर अरुण खेत्रपाल की कहानी है। अमिताभ बच्चन के नातिन अगस्त्य नंदा ने फिल्म में अरुण खेत्रपाल की भूमिका निभाई है, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता एम.एल.खेत्रपाल के रोल में हैं।
अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह की फिल्म दे दे प्यार दे 2 को रिलीज हुए 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन कमाई के मामले में यह हाल ही में रिलीज हुई अन्य फिल्मों से आगे बनी हुई है। फिल्म अब तक 61.85 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर चुकी है। सैकनिल्क के मुताबिक, फिल्म ने 10वें दिन (रविवार) को 4.50 करोड़ रुपए की कमाई की, जिसके बाद इसका कुल कलेक्शन 61.85 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं 21 नवंबर को रिलीज हुई ‘मस्ती 4’ ने अब तक 8.59 करोड़ रुपए और 120 बहादुर ने 10.14 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। ‘दे दे प्यार दे 2’ का 10 दिनों का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पहला दिन- 8.75 करोड़दूसरा दिन- 12.25 करोड़तीसरा दिन 13.75 करोड़चौथा दिन- 4.25 करोड़पांचवां दिन- 5.25 करोड़छठा दिन- 3.50 करोड़सातवां दिन- 3.35 करोड़आठवां दिन- 2.25 करोड़नौवां दिन- 4 करोड़दसवां दिन- 4.50 करोड़ टोटल कलेक्शन- 61.85 करोड़ रुपए 14 नवंबर को रिलीज हुई थी फिल्म दे दे प्यार दे 2 में अजय देवगन और रकुल प्रीत सिंह के अलावा आर माधवन, गौतमी कपूर, इशिता दत्ता, जावेद जाफरी और मीजान जाफरी भी हैं। फिल्म की कहानी 52 साल के तलाकशुदा एनआरआई इन्वेस्टर आशीष मेहरा (अजय देवगन) की है, जिससे 27 साल की आयशा (रकुल प्रीत सिंह) प्यार करने लगती है।
पंजाबी सिंगर हरजीत हरमन ने फेसबुक पोस्ट कर अपने जिंदा होने का सबूत दिया है। उन्होंने लिखा कि वह अभी जिंदा हैं, कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर व्यू लेने के चक्कर में हरमन सिद्धू की जगह उनको ही मृत करार दे दिया। अभी वाहेगुरु की कृपा से वह ठीक हैं और अपने चाहने वालों के लिए शो कर रहे हैं। हरजीत हरमन ने फेसबुक पर हरमन सिद्धू की फोटो पोस्ट कर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा- अलविदा वाई (भाई)। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने जिम्मेदारी न निभाते हुए नाम की गलती के चलते और जल्दबाजी में उनको ही मार दिया। ऐसे मामलों में लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की 2 दिन पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उनकी कार की एक ट्रक से टक्कर हो गई थी। पढ़ें हरजीत हरमन ने अपनी पोस्ट में क्या लिखा... मित्तरां दा नां चलदा से हिट हुए हरजीत हरमनपंजाब के नाभा में पैदा हुए हरजीत हरमन ने पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में 2002 से डेब्यू किया। उनकी पहली एलबम जंजीर थी। इसका गीत मित्तरां दा ना चलदा, इतना हिट हुआ कि पंजाब के बच्चे-बच्चे की जुबान पर चढ़ गया। इसके बाद हरजीत हरमन ने एक के बाद एक कई हिट सांग दिए। हरजीत हरमन 100 से ज्यादा गीत गा चुके हैं। इस दिनों हरजीत हरमन नए गीतों की रिलीजिंग से ज्यादा स्टेज शो करते हैं। रोजाना होने वाले अपने स्टेज शो की वीडियो अपने इंस्टा अकाउंट पर शेयर करते हैं। ट्रक में टक्कर लगने से हुई थी हरमन सिद्धू की मौतपंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की 2 दिन पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। हादसा शुक्रवार रात करीब 12 बजे हुआ। उनकी कार एक ट्रक से टकरा गई थी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हरमन सिद्धू मानसा से अपने गांव ख्याला जा रहे थे। मानसा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया और परिवार को सूचित किया। हरमन सिद्धू का उनके गांव ख्याला में अंतिम संस्कार किया गया।हरमन सिद्धू की मौत से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर है। ------------------------ यह खबर भी पढ़ें... पंजाबी सिंगर हरमन की एक्सीडेंट में मौत, घर लौटते वक्त ट्रक से टकराई कार, शूटिंग से लौट रहे थे; मिस पूजा संग हिट हुई थी जोड़ी पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की देर रात सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा शुक्रवार रात करीब 12 बजे हुआ। उनकी कार एक ट्रक से जा टकराई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। रात के वक्त हरमन सिद्धू मानसा से अपने गांव ख्याला जा रहे थे। (पूरी खबर पढ़ें)
टीवी इंडस्ट्री के पॉपुलर कपल में से एक अश्लेषा सावंत और संदीप बसवाना 16 नवंबर को शादी के बंधन में बंध गए हैं। दोनों पिछले 23 सालों से रिलेशनशिप में थे। कपल ने वृंदावन के चंद्रोदय मंदिर में एक इंटीमेट वेडिंग की है, जिसमें महज करीबी रिश्तेदार और दोस्त ही शामिल हुए थे। संदीप और अश्लेषा ने शादी के करीब एक हफ्ते बाद तस्वीरें पोस्ट कर विवाह सूत्र में बंधने की आधिकारिक घोषणा की है। कपल ने तस्वीरों के साथ लिखा है- और इस तरह, हम अपने नए सफर में कदम रख रहे हैं, मिस्टर और मिसेज के रूप में। परंपरा ने हमारे दिलों में अपनी जगह बना ली। हम अपने जीवन में मिले हर आशीर्वाद के लिए आभारी हैं। देखिए संदीप-अश्लेषा की शादी की तस्वीरें- 23 सालों से रिलेशनशिप में थे संदीप-अश्लेषा शादी के बाद ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में संदीप ने बताया है कि वो अप्रैल में वृंदावन गए थे, जहां उन्हें राधा-कृष्ण मंदिर से खास कनेक्शन महूसस हुआ। इस सफर ने उन्हें 23 सालों तक रिलेशनशिप में रहने के बाद शादी करने के लिए इंस्पायर किया। यही वजह है कि उन्होंने वृंदावन में ही शादी की है। संदीप ने ये भी बताया है कि इस शादी से उनके पेरेंट्स बेहद खुश हैं, क्योंकि वो लंबे समय से उनकी शादी का इंतजार कर रहे थे। एक्टर ने ये भी कहा कि वो लोगों को ये जवाब देते हुए थक चुके थे कि वो शादी क्यों नहीं कर रहे हैं। क्योंकि सास भी कभी बहू थी के सेट पर हुई पहली मुलाकात अश्लेषा सावंत और संदीप बसवाना की पहली मुलाकात पॉपुलर टीवी शो क्योंकि सास भी कभी बहू थी के सेट पर हुई थी। साथ काम करते हुए दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे और फिर रिलेशनशिप में आ गए। संदीप को आखिरी बार टीवी शो अपोलीना में देखा गया था, जबकि अश्लेषा इन दिनों झनक शो में नजर आ रही हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर को हाल ही में फिल्म ईथा की शूटिंग के सेट पर चोट लग गई थी। अब एक्ट्रेस ने खुद एक वीडियो जारी कर हेल्थ अपडेट दिया है। एक्ट्रेस ने बताया है कि उनकी मसल्स में चोट लगी है। लेकिन रेस्ट करने से वो ठीक हो जाएंगी। श्रद्धा कपूर का हाल ही में एक वीडियो सामने आया है। एक्ट्रेस ने वीडियो में पैर में बंधा प्लास्टर दिखाते हुए कहा है, मेरी पैर की चोट कैसी है, टर्मिनेटर बनकर घूम रही हूं। मसल्स फंटे हैं, ठीक हो जाएगा, बस थोड़ा रेस्ट करना है फिर मैं बिल्कुल ठीक हो जाऊंगी। डांस सीक्वेंस शूट करते हुए लगी थी चोट श्रद्धा कपूर बीते हफ्ते महाराष्ट्र के नासिक के पास स्थित औंधेवाड़ी में फिल्म ईथा की शूटिंग कर रही थीं, जो मशहूर लावणी डांसर और तमाशा कलाकार विठाबाई भाऊ नारायणगांवकर पर बन रही है। श्रद्धा के साथ लावणी डांस का सीक्वेंस शूट किया जा रहा था, जिसमें उन्हें तेज ताल में फास्ट स्टेप्स करने थे, तभी एक्ट्रेस को चोट लग गई। जिस समय चोट लगी, उस समय श्रद्धा लावणी डांसर के गेटअप में थीं। उन्होंने चमकीली नऊवारी साड़ी, भारी गहने और कमरपट्टा पहना था। रोकी गई फिल्म की शूटिंग श्रद्धा को चोट लगने के बाद फिल्म ईथा की शूटिंग रोक दी गई है। शूटिंग तब शुरू होगी, जब श्रद्धा का पैर पूरी तरह ठीक हो जाएगा। हालांकि श्रद्धा ने सुझाव दिया है कि शूटिंग रोकने की बजाए मुंबई में उनके क्लोजअप और इमोशनल सीन शूट कर लिए जाएं। उनकी सलाह पर अब मुंबई के मड आइलैंड में फिल्म का सेट तैयार किया जा रहा है। बता दें कि श्रद्धा कपूर के अलावा, इस फिल्म में रणदीप हुड्डा और मोहम्मद जीशान अय्यूब भी अहम भूमिका निभाएंगे। फिल्म का डायरेक्शन लक्ष्मण उतेकर कर रहे हैं और इसे दिनेश विजान की मैडॉक फिल्म्स द्वारा प्रोड्यूस किया जा रहा है।इस फिल्म में विठाबाई का किरदार निभाने के लिए श्रद्धा ने 51 किलो वजन बढ़ाया है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (IGM) में आज सोमवार से मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया। एक दिसंबर तक चलने वाले कार्यक्रमों हर दिन बॉलीवुड, सूफी और टीवी कलाकार अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रस्तुति देंगे। आज पहले ही दिन शाम को बॉलीवुड की सदाबहार अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे (60) अपनी मनमोहक प्रस्तुति देंगी। वे भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनकी दिव्य लीलाओं को जीवंत करने की कोशिश करेंगी। वे श्रीकृष्ण की लीलाओं पर बेस्ड नृत्य नाटिका से प्रस्तुत करेंगी। इस प्रस्तुति को गीता ग्रुप ऑफ आर्ट्स के सहयोग से तैयार किया गया है। इसके निर्देशक अर्पित शर्मा और प्रांजलि हैं। महोत्सव में आने को लेकर उत्साहित महोत्सव में आने को लेकर पद्मिनी कोल्हापुरे काफी उत्साहित है। कुछ दिन पहले अपना एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा, जय श्रीकृष्णा। कुरुक्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में 24 नवंबर को कृष्ण नाट्य प्रस्तुति देने आ रही हूं। गीता ग्रुप ऑफ आर्ट्स के साथ... इसके निर्देशक अर्पित शर्मा और प्रांजलि को इस शो में मुझे बुलाने के लिए धन्यवाद। डायरेक्टर जनरल, आर्ट एंड कल्चर अफेयर्स। भक्ति और कला की धरोहर 80 के दशक की आइकोनिक अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरे का नाम ही रोमांस, संगीत और नृत्य से जुड़ा रहा। उनका जन्म एक संगीतमय परिवार में हुआ। उनके पिता प्रसिद्ध संगीतकार पंडित पंढरीनाथ कोल्हापुरे थे। बचपन से ही उन्होंने चाइल्ड सिंगर के रूप में सफर शुरू किया। 2024 में गाया मेरे कन्हैया 2024 में रिलीज हुए उनके भजन मैं तेरी आंखों में डूबी रहूं मेरे कन्हैया उनके फैन के दिलों में बस गया। यह भजन उनकी कृष्ण भक्ति को भी दिखाता है। पुरानी फिल्मों में भी उनका कृष्ण धरती पे आजा तू गीत के साथ उनका भगवान कृष्ण से जुड़ाव दर्शाता है। परंपरा का सिलसिला पिछले साल मीनाक्षी शेषाद्री ने द्रौपदी डांस ड्रामा से दर्शकों को दिल जीता था। 2019 में अमीषा पटेल ने देवी रुक्मिणी के विवाह पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने रुक्मिणी का और अर्पित शर्मा ने श्रीकृष्ण का किरदार निभाया था। ड्रीम गर्ल भी दे चुकीं प्रस्तुति साल 2016 में 'ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी ने अपने नृत्य की प्रस्तुति दी थी। उन्होंने द्रौपदी नृत्य प्रस्तुति से महोत्सव में रस भर दिया था। आज भी उनकी तस्वीरें महोत्सव का आकर्षण बनी हुई हैं। इस बार पद्मिनी कोल्हापुरे की एंट्री से महोत्सव का रंग और भी निखर जाएगा।
हिंदी सिनेमा के दिग्गज लेखक सलीम खान ने 1970 और 1980 के दशक में शोले, जंजीर और सीता और गीता जैसी कई सुपरहिट फिल्में लिखी हैं। आज यानी सोमवार को सलीम खान अपना 90वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर फिल्म शोले के डायरेक्टर रमेश सिप्पी ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में उनसे जुड़ी कई यादें शेयर कीं। रमेश सिप्पी ने कहा कि सलीम और जावेद दोनों संग नाता मेरी पहली फिल्म अंदाज की मेकिंग के दौरान शुरू हुआ। मैं फिल्म के आधे रास्ते पर था जब सलीम साहब और जावेद साहब मेरे ऑफिस आए। उनसे मुलाकात हुई और फिर मैंने उन्हें स्टोरी डिपार्टमेंट में रखा। हमने उन्हें मासिक 750 रुपए का वेतन देना शुरू किया यानी दोनों को मिलाकर 1500 रुपए का पैकेज था। रमेश सिप्पी ने आगे बताया कि बाद में जब हम तीनों की जर्नी कामयाब रही और हमने साथ में आगे और भी काम किया तो वह रकम 10 लाख रुपए तक भी गई। साल 1971 में अप्रैल में फिल्म अंदाज की सफलता के तुरंत बाद, जुलाई में फिल्म सीता और गीता पर काम शुरू हो गया, जिससे उनकी यह साझेदारी तेजी से आगे बढ़ी। सलीम साहब का स्क्रीनप्ले विजन और डायलॉग्स पर जावेद का असर रमेश सिप्पी ने बताया कि सलीम-जावेद बतौर टीम की साझेदारी में दोनों का योगदान विशिष्ट था। वे दोनों ही बहुत अच्छे थे। डिस्कशन और स्क्रीनप्ले पर सलीम साहब काफी ज्यादा ध्यान देते थे और उनका योगदान प्रमुख था। हां, कुछ चीजों के लिए डायलॉग्स भी, लेकिन डायलॉग्स पर ज्यादा पकड़ जावेद साहब की थी। सलीम खान की मुख्य यूएसपी हमेशा स्क्रीनप्ले को लेकर रही। सिप्पी ने आगे बताया कि मैंने उन्हें जॉइंट राइटिंग का क्रेडिट दिया था, लेकिन जब डायलॉग पर भी बैठते थे, सुनते थे, तो कोई सजेशन इधर-उधर हुआ तो इन्कॉरपोरेट हो जाता था। आप सोचिए, उस दौर में साथ चलना बड़ा मुश्किल था, लेकिन हम तीनों एक टीम की तरह काम करते थे। वेस्टर्न सिनेमा से प्रेरणा और समान सोच रमेश सिप्पी ने बताया कि हम तीनों के लिए जो वेस्ट की फिल्में थीं, उनका हमारी जर्नी में काफी कॉन्ट्रीब्यूशन था, क्योंकि वो हमारी अपब्रिंगिंग का हिस्सा थीं। बेशक, हिंदी सिनेमा का सर्वश्रेष्ठ काम भी, चाहे वह मुगले-आजम हो, मदर इंडिया हो, या कोई भी बेहतरीन काम हम अच्छे सिनेमा के हमेशा शौकीन रहे। हम तीनों की सोच एक जैसी थी। इसीलिए साथ काम करने में मजा आ रहा था। जब सफलता मिली तो यह हमारे लिए और भी बड़ा प्रोत्साहन बना कि हम और आगे बढ़ें। मैंने और सलीम-जावेद के साथ मिलकर कुल चार-पांच फिल्मों पर काम किया, जिसके बाद यह जोड़ी अलग हुई। अंडरवर्ल्ड के उदय से 'अकेला' का जन्म रमेश सिप्पी ने बताया कि सलीम-जावेद के अलग होने के बाद, मैंने जावेद साहब के साथ 'सागर' और सलीम साहब संग फिल्म 'अकेला' की थी। फिल्म अकेला की कहानी डिस्कशन में टफ कहानी की बात हुई। बैठे, डिस्कशन हुई और जैसे स्क्रिप्ट बनती है, वैसे बनी। उस वक्त अंडरवर्ल्ड काफी एक्टिव था, खासकर बॉम्बे में। जब एक मजबूत अंडरवर्ल्ड होता है, तो उसके सामने खड़े होने के लिए एक मजबूत कॉप की जरूरत महसूस होती है। इसी जरूरत से अमिताभ बच्चन के उस मजबूत किरदार को बल मिला, जिसने फिल्म में जान डाल दी। सलीम खान के स्वभाव को लेकर रमेश सिप्पी ने बताया कि दिन में जब हम काम करते थे, तो कोई जाम-वाम की बात नहीं होती थी। डिस्कशन के बाद अगर रात को मीटिंग एक्सटेंड होती थी या रात को डिस्कशन के लिए बैठते थे, तो उसके बाद थोड़ी-बहुत बातचीत होती थी। हमने कभी ड्रिंक्स को काम से मिक्स नहीं किया, न जावेद साहब के साथ, न उनके साथ। रचनात्मक संघर्ष कम, आपसी सहमति ज्यादा सलीम साहब के साथ रचनात्मक संघर्ष (Creative Conflict) पर बात करते हुए रमेश सिप्पी ने बताया कि डिस्कशन हुआ करते थे, लेकिन कॉन्फ्लिक्ट बहुत कम हुआ। हम ज्यादातर चीजों पर सहमत हो जाते थे। अगर किसी एक का पॉइंट ऑफ व्यू स्ट्रांग हुआ, तो बाकी दो डिस्कशन करते थे और या तो वो मान जाता था या हम मान जाते थे। फाइनल डिसीजन हमेशा इसी बात पर होता था कि यही सही है क्योंकि फिल्म तो मुझे बनानी है। सलीम-जावेद जब तक साथ रहे तो उस दौर में अकेले ही लिखते थे और आजकल की तरह कोई बड़ी राइटिंग टीम नहीं रखते थे। रमेश सिप्पी ने बताया कि फिल्म दीवार में ‘तुम्हारे पास क्या है? मेरे पास मां है’, यह जो फेमस लाइन है, यह सलीम साहब ने लिखी थी। मौसी वाला सीन: एक रियल-लाइफ इंसीडेंट सलीम खान की लेखन शैली पर बात करते हुए रमेश सिप्पी ने बताया कि उनकी लेखन शैली में वास्तविक जीवन की घटनाओं को शामिल करने की आदत थी, जैसा कि ‘शोले’ के मौसी वाले सीन में हुआ। वो मौसी का सीन ऐसा था कि सलीम साहब अपने एक दोस्त के रिश्ते के लिए उस लड़की की मां से मिलने गए थे, जो कि उस रिश्ते के खिलाफ थीं। उनको समझाने गए, तो समझाते-समझाते ऐसी भी बातें हुईं कि 'हां, शराब तो पीते हैं' और 'एक तो वो है और वो है'... इस टाइप का सीन हुआ था वहां। यह एक रियल-लाइफ थिंग है। सलीम खान के निजी जीवन के बारे में बात करते हुए सिप्पी ने बताया कि उन्हें जन्मदिन पर किस तरह का सेलिब्रेशन पसंद था। उन्होंने बताया कि उनका सेलिब्रेशन आमतौर पर बहुत ही क्लोज होता था। मोस्टली जस्ट वन्स इन ए व्हाइल ही कोई बड़ा इवेंट होता था, बट ज्यादातर 8-10 या 12 लोग होते थे, कोई बहुत बड़ा नहीं। फिल्में फटाफट हुईं, 'शान' में लगा थोड़ा ज्यादा वक्त रमेश सिप्पी ने बताया कि शोले की स्क्रिप्ट सलीम-जावेद ने मिलकर 15 दिनों में लिख दी थी। इसके अलावा सीता और गीता भी फटाफट हो गई थी। हालांकि, फिल्म शान में थोड़ा ज्यादा वक्त लगा। शान में तकरीबन दो-तीन महीना लगा होगा क्योंकि वो एपिसोड्स थे, सीक्वेंसेस थे। वन लाइनर’ (कहानी का सार) तो क्लियर थी, लेकिन उसमें ट्रक का सीन है, एक्शन थे, तो उस हिसाब से काम करने में थोड़ा टाइम लगा। रमेश सिप्पी ने आगे बताया कि शान पर सब मिलजुल कर काम होता था। माहौल ऐसा होता था कि कोई एक सेंट्रलाइज्ड नहीं होता था, मिलकर बातें करते थे, मिलकर फ़ैसला होता था कि 'हां, ये अच्छा लगेगा'। उसको फिर डेवलप किया जाता था और अगर करेक्शन की जरूरत थी तो करते थे, वर्ना जैसे आ गया, फर्स्ट क्लास।
56वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) गुरुवार से गोवा में शुरू हो गया है। इस नौ दिन के मेगा इवेंट में 81 देशों की 240 से ज्यादा फिल्में दिखाई जा रही हैं। रविवार को फिल्म फेस्टिवल के दौरान एक्टर अनुपम खेर ने अपनी मास्टरक्लास ‘गिविंग अप इज नॉट अ चॉइस’ में सैकड़ों लोगों को अपनी बातों से बांधे रखा। सेशन की शुरुआत में अनुपम खेर ने अपनी फिल्म सारांश का किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि शूटिंग शुरू होने से कुछ दिन पहले ही उनसे फिल्म की लीड भूमिका छीन ली गई थी। इस फैसले से वे टूट गए और मुंबई छोड़ने का मन बना लिया। उन्होंने बताया कि जाने से पहले वे फिल्म के डायरेक्टर महेश भट्ट से आखिरी बार मिलने गए। अनुपम ने कहा कि जब भट्ट ने उनका रिएक्शन देखा, तो उन्होंने फैसला बदला और रोल वापस दे दिया। यह फिल्म उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। अनुपम ने कहा कि सारांश ने मुझे सिखाया कि कभी हार नहीं माननी चाहिए। हार की शुरुआत ही सफलता की पहली सीढ़ी होती है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे सभी मोटिवेशनल स्पीच मेरी अपनी जिंदगी के अनुभवों पर आधारित हैं। सेशन के दौरान अनुपम खेर ने अपनी लाइफ के कई उदाहरण दिए। उन्होंने बताया कि वे एक छोटे घर में 14 लोगों के साथ रहते थे। उनके दादा बहुत खुशमिजाज इंसान थे। उन्होंने सिखाया था कि खुशी बड़ी चीजों से नहीं, बल्कि छोटी-छोटी बातों से मिलती है। अनुपम खेर ने अपने बचपन की एक याद शेयर की। उनके पिता फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में क्लर्क थे। एक बार जब उन्होंने मार्कशीट देखी तो पता चला कि अनुपम क्लास में 60 में से 58वें नंबर पर थे। अनुपम ने बताया, “पापा नाराज नहीं हुए। उन्होंने कहा कि जो बच्चा हमेशा पहले आता है, उसे अपने रिजल्ट को बनाए रखने का दबाव रहता है, लेकिन जो 58वें नंबर पर है, उसके पास सुधार की बहुत जगह है। अगली बार 48वां नंबर लाना। अपनी ही बायोपिक के हीरो बनो: अनुपम खेरसेशन के दौरान अनुपम खेर ने समझाया कि पर्सनैलिटी का मतलब यह नहीं कि आप दूसरों जैसे बनें, बल्कि खुद से खुश रहें। उन्होंने लोगों से कहा कि खुद पर भरोसा रखें और अपनी लाइफ की कहानी के लीड कैरेक्टर बनें। अनुपम ने सवाल किया, “जिंदगी आसान क्यों होनी चाहिए? मुश्किलें ही आपकी बायोपिक को सुपरहिट बनाती हैं।” सेशन के आखिर में अनुपम ने कहा कि ‘गिविंग अप इज नॉट अ चॉइस’ सिर्फ एक लाइन नहीं, बल्कि मेहनत से भरी सच्चाई है। उन्होंने कहा, “अगर आप कुछ चाहते हैं, तो आपको मेहनत करनी होगी, त्याग करना होगा और खुद को समझाना होगा। निराशा आएगी, लेकिन अगर आप हार मान गए, तो कहानी वहीं खत्म हो जाती है।”
मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के घर एंटीलिया को लेकर कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि यह घर अंदर से कैसा दिखता है, उसमें क्या-क्या सुविधाएं हैं और वहां रहना कैसा होता है। यही सवाल एक्ट्रेस और कॉमेडियन अर्चना पूरन सिंह के मन में भी आया। हाल ही में जब वह अपने पति परमीत सेठी और दोनों बेटों के साथ दिल्ली घूमने पहुंचीं, तो उन्होंने इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश की। दरअसल, अर्चना पूरन सिंह का यह दिल्ली ट्रिप उनके यूट्यूब व्लॉग का हिस्सा था। इस यात्रा में उन्होंने और उनके परिवार ने दिल्ली की मशहूर लोकल डिशेज, खासकर छोले-भटूरे, ट्राई करने का फैसला किया। उनका पहला पड़ाव था कमला नगर, जो स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर है। यहां उन्होंने छोले-भटूरे का स्वाद लिया और ताजी छाछ का लुत्फ उठाया। इसके बाद वे पहाड़गंज के एक फेमस रेस्टोरेंट पहुंचे, जो 1950 से चल रहा है। वहां के मालिक ने बताया कि यह दुकान उनके दादा ने शुरू की थी। रेस्टोरेंट में अंबानी के कुक से मिलीं अर्चना यहीं अर्चना और उनके परिवार की मुलाकात एक ऐसे कुक से हुई जिसने न केवल बॉलीवुड स्टार्स शाहरुख खान और सलमान खान के लिए खाना बनाया था, बल्कि अंबानी परिवार के लिए भी काम किया था। उसने बताया कि छोले-भटूरे पकाने के शौक में वह श्रीलंका, बहरीन, दुबई, स्पेन और फ्रांस तक घूम चुके हैं। यह सुनकर अर्चना हैरान रह गईं और मुस्कुराते हुए बोलीं, “ये तो ऐसी जगह गए हैं, जहां मैं भी नहीं गई।” बातों-बातों में जब उस कुक ने बताया कि वह एक महीने तक अंबानी परिवार के घर एंटीलिया में रहे थे और वहीं खाना बनाते थे, तो अर्चना की जिज्ञासा और बढ़ गई। उन्होंने तुरंत पूछा, “भैया, अंदर से कैसा है एंटीलिया?” कुक ने जवाब दिया, “अच्छा है।” बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुकेश अंबानी के एंटीलिया की कीमत करीब 15,000 करोड़ रुपए है। इसमें 27 मंजिलें, तीन हैलीपैड, 168 कारों की पार्किंग, एक मंदिर, स्पा, जिम, थिएटर, आइसक्रीम पार्लर और यहां तक कि एक स्नो रूम भी है। कहा जाता है कि यह इमारत 8.0 तीव्रता तक के भूकम्प को झेलने के लिए डिजाइन की गई है।
एक्टर कमल हासन, सोनू सूद और सिंगर अदनान सामी ने विंग कमांडर नमांश स्याल के निधन पर शोक जताया है। स्याल की मौत शुक्रवार को दुबई एयर शो के दौरान हुई थी। कमल हासन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “विंग कमांडर नमांश स्याल की दुखद मौत से बेहद दुखी हूं। उन्होंने हमारे भारतीय वायुसेना के गर्व ‘तेजस’ को दुनिया के सामने पेश करते हुए अपना बलिदान दिया।” उन्होंने आगे लिखा, “भारत का एक बहादुर बेटा बहुत जल्दी चला गया। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इस असीम दुख की घड़ी में पूरा देश आपके साथ खड़ा है।” एक्टर सोनू सूद ने भी एक्स पर कमांडर स्याल की तस्वीरें और विमान दुर्घटना की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, “आज भारत ने विंग कमांडर नमांश स्याल को खो दिया, एक बहादुर तेजस पायलट, जिसने अपने देश के लिए उड़ान भरते हुए प्राण न्योछावर कर दिए। उनका साहस और बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। सच्चे हीरो को सलाम। जय हिंद।” सिंगर अदनान सामी ने भी श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “विंग कमांडर नमांश स्याल की दुखद मौत से बेहद दुखी हूं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।” बता दें कि शुक्रवार को दुबई एयरशो में क्रैश हुए तेजस एयरक्राफ्ट के पायलट नमांश स्याल की मौत हो गई। तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट LCAMk-1 फाइटर जेट हवा में कलाबाजियां कर रहा था। तभी हजारों दर्शकों और सैकड़ों कैमरों के सामने तेजस जमीन से जा टकराया। पिता भी भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी नगरोटा बगवां के रहने वाले विंग कमांडर नमांश स्याल अपने अनुशासन और बेहतरीन सेवा के लिए जाने जाते थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी भी एयर फोर्स में अधिकारी है। परिवार में एक 7 साल की बेटी और उनके माता-पिता हैं । नमांश के पिता जगन्नाथ स्याल भारतीय सेना के मेडिकल कोर से रिटायर हैं और हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में प्रिंसिपल हैं। मां बीना देवी हाउस वाइफ हैं। दुर्घटना के समय उनके माता-पिता हैदराबाद घूमने गए थे। वहां ही उन्हें ये जानकारी मिली। यूट्यूब पर एयर शो का वीडियो सर्च कर रहे थे पिता जगन्नाथ स्याल ने एक मीडिया ग्रुप से बात करते हुए कहा था, 'आखिरी बार अपने बेटे से गुरुवार को बात की थी। उसने मुझे अपना एयर शो टीवी या यूट्यूब पर देखने के लिए कहा था। शुक्रवार की शाम चार बजे मैं यूट्यूब पर एयर शो का वीडियो सर्च कर रहा था। तभी मैंने प्लेन क्रैश की रिपोर्ट देखी। एयर फोर्स के 6 अधिकारी हमारे घर पहुंचे और मैं समझ गया कि कुछ गड़बड़ हुई है।' इंडियन एयरफोर्स और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने X पर पोस्ट कर विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत पर दुख जताया।
साल 2005 में रिलीज हुई फिल्म वक्त में शेफाली शाह ने 6 साल बड़े एक्टर अक्षय कुमार की मां का किरदार निभाया था, जिस पर एक्ट्रेस ने पछतावा जाहिर किया है। शेफाली ने बताया है कि अमिताभ बच्चन ने उनके पति और इस के डायरेक्टर विपुल शाह को शेफाली को कास्ट करने का सुझाव दिया था। हालांकि शेफाली के पति नहीं चाहते थे कि वो ये रोल करें। हाल ही में टाइम्स नाऊ को दिए इंटरव्यू में शेफाली से फिल्म वक्त में हुई उनकी कास्टिंग पर सवाल किया गया। उनसे पूछा गया कि क्या ये उनके करियर का सेटबैक था। इस पर शेफाली ने कहा- 'बिल्कुल'। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके पति ने उनसे ये करवाया था। इस पर शेफाली ने कहा- 'नहीं, उन्होंने मुझसे कहा था कि ये मत करना। अमित जी (अमिताभ बच्चन) ने उन्हें सलाह दी थी कि आप शेफाली को इस रोल के लिए तैयार क्यों नहीं करते। उन्होंने कहा था, नहीं, मुझे नहीं लगता कि उस पर जमेगा।' आगे शेफाली ने कहा, 'एक दिन मैंने अपने बालों में पाउडर डाला और कहा कि देखो, मैं बूढ़ी और मैच्योर लग रही हूं। उन्होंने (विपुल शाह) ने कहा, मैंने तुमसे कहा था कि तुम ये मत करो। लेकिन मैंने कहा, नहीं मुझे करना है। मैंने अपनी ही कब्र खोदी।' शेफाली शाह ने बातचीत में कहा है कि इस फिल्म के बाद एक अच्छे रोल के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा था। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसी एक-दो फिल्मों के अलावा उन्हें अपने करियर की फिल्मों पर गर्व है, जिनमें गांधी माय फादर, द लास्ट लियर, वन्स अगेन, थ्री ऑफ अस जैसी फिल्में भी शामिल हैं। बता दें कि शेफाली शाह इन दिनों पॉपुलर सीरीज दिल्ली क्राइम के तीसरे सीजन में नजर आ रही हैं। ये सीरीज 13 नवंबर को नेटफ्लिक्स में रिलीज हुई है, जिसमें हुमा कुरैशी भी अहम किरदार निभा रही हैं। इस सीरीज के पिछले 2 सीजन बेहद हिट रहे हैं।
सुपरस्टार प्रभास की अपकमिंग फिल्म स्पिरिट आखिरकार फ्लोर पर आ गई है। फिल्म का मुहूर्त कार्यक्रम मेगास्टार चिरंजीवी की मौजूदगी में आयोजित किया गया, जहां पूरी टीम ने पहले शूटिंग शेड्यूल की शुरुआत की। ‘स्पिरिट’ को टी-सीरीज और भद्रकाली पिक्चर्स मिलकर बना रहे हैं। फिल्म का डायरेक्शन संदीप रेड्डी वांगा कर रहे हैं, जिन्होंने इससे पहले कबीर सिंह और एनिमल जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं। फिल्म में प्रभास के साथ पहली बार तृप्ति डिमरी नजर आएंगी। एनिमल में अपने दमदार प्रदर्शन के बाद, तृप्ति अब एक नई जोड़ी के रूप में प्रभास के साथ स्क्रीन शेयर करेंगी। फिल्म में विवेक ओबेरॉय और प्रकाश राज भी अहम भूमिकाओं में दिखेंगे। फिल्म स्पिरिट में प्रभास एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रहे हैं। यह फिल्म साल 2026 में रिलीज हो सकती है। दीपिका पादुकोण के कारण फिल्म सुर्खियों में आई बता दें कि स्पिरिट दीपिका पादुकोण की वजह से चर्चा में आई थी और इसका कारण उनके फिल्म में बाहर का होने का विवाद था। कथित तौर से दीपिका की तरफ से आठ घंटे की शिफ्ट, मोटी फीस, प्रॉफिट में हिस्सा और तेलुगु में डायलॉग न बोलने जैसी डिमांड शामिल थी। दीपिका 2024 के सितंबर में मां बनी हैं, इसलिए वो कथित तौर से हफ्ते में बस 5 दिन आठ घंटे की शिफ्ट चाहती थीं। एक्ट्रेस की इन सारी मांगों से संदीप खुश नहीं थे। जिसके बाद उनको फिल्म से बाहर किया गया था।
कृति सेनन इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म तेरे इश्क में के प्रमोशन में व्यस्त चल रही हैं। हाल ही में कृति प्रमोशन के लिए दिल्ली पहुंची थी। इस इवेंट में उनसे दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर सवाल किया गया था। इस पर एक्ट्रेस ने कहा कि इसे रोकने के लिए कुछ करना चाहिए, क्योंकि ये बदतर होता जा रहा है। प्रमोशनल इवेंट में कृति सेनन से प्रदूषण पर सवाल किया गया, तो उनकी टीम के सदस्य ने तुरंत सवाल पूछने वालीं पत्रकार से टोकते हुए कहा कि सिर्फ फिल्म से जुड़े सवाल ही किए जाएं। हालांकि एक्ट्रेस ने सवाल नजरअंदाज नहीं किया और कहा- “मुझे नहीं लगता कि कुछ भी कहने से कोई फायदा होगा। यह (प्रदूषण) लगातार बदतर होता जा रहा है। मैं दिल्ली से हूं और मुझे पता है कि पहले यह कैसा था, और यह और बिगड़ता जा रहा है। इसे रोकने के लिए कुछ करने की जरूरत है, वरना एक समय ऐसा आएगा जब हम अपने बगल में खड़े व्यक्ति को भी नहीं देख पाएंगे।” बता दें कि दिल्ली में हुए प्रमोशनल इवेंट में कृति सेनन के साथ धनुष और फिल्म के डायरेक्टर आनंद एल.राय भी पहुंचे थे। फिल्म तेरे इश्क में की टीम इंडिया गेट भी पहुंची थी। फिल्म तेरे इश्क में की शूटिंग दिल्ली में ही हुई है। फिल्म के ट्रेलर में भी दिल्ली के कई हिस्से नजर आए हैं। ये फिल्म 28 नवंबर को रिलीज होने के लिए शेड्यूल है। फिल्म का कंपोजिशन ए.आर.रहमान ने किया है। फिल्म में धनुष, शंकर के किरदार में हैं वहीं कृति सेनन ने मुक्ति का किरदार निभाया है।
पॉपुलर एक्टर रोनित रॉय ने सोशल मीडिया से ब्रेक ले लिया है। उन्होंने शनिवार को इसकी अनाउंसमेंट करते हुए कहा कि वो ये कदम परिवार के लिए उठा रहे हैं। साथ ही एक्टर ने फैंस से दूरी बनाने पर माफी मांगते हुए उम्मीद की है कि लोग उन्हें न भूलें। रोनित रॉय ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम से इसकी घोषणा करते हुए लिखा है, 'हैलो, जो मैं कहने वाला हूं, वह प्यार, समझ और कोमलता की जगह से आ रहा है। आप सब जानते हैं कि मैं आपसे प्यार करता हूं। मैं स्क्रॉल करता हूं, आपकी पोस्ट्स लाइक करता हूं, आपकी पोस्ट्स पर कमेंट करता हूं और जितने मैसेजेस का मैं जवाब दे सकता हूं, देता हूं।' आगे उन्होंने लिखा, 'जो कुछ भी मुझे मिला है, उसके लिए मैं अत्यंत आभारी हूं। मैं हर चीज को संजोकर रखता हूं। खासकर वह प्यार और सम्मान जो मुझे आप सब से मिला है, जिसे मैं संजोकर रखता हूं और अपने दिल के बहुत करीब रखता हूं। हालांकि, मैं जिंदगी के उस मुकाम पर पहुंच गया हूं जहां मुझे अपने और अपने परिवार के लिए नया रास्ता बनाना है। एक ऐसा रास्ता जो उम्मीद है कि मुझे एक बेहतर इंसान, रिश्तों में बेहतर और एक बेहतर अभिनेता की ओर ले जाएगा। यह रास्ता ऐसा है जिस पर मैं पहले नहीं चला हूं। आराम और पुरानी बुरी आदतों को पीछे छोड़ो। कूदो और दायरे से बाहर जीयो। डरावना है, मैं जानता हूं, लेकिन करना जरूरी है।' 'पूरी तरह डिजिटल दूरी मेरे मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत होने और अपने नए रूप को खोजने की असल वजह में से एक है (जिसे उम्मीद है कि आप सब और ज्यादा पसंद करेंगे)। इसलिए कुछ समय के लिए (पता नहीं कितने समय तक) कृपया माफ करें कि मैं सोशल मीडिया पर बिल्कुल भी सक्रिय नहीं रहूंगा।' आखिर में रोनित ने लिखा, 'कहने की जरूरत नहीं कि आपके प्यार से दूर रहकर जीना असंभव है, इसलिए जैसे ही व्यक्तिगत लक्ष्य पूरे हो जाएं और बेहतर आदतें अपनाई और अभ्यास की जाएं, मैं वापस आऊंगा। कृपया मुझे मत भूलना। आप सबको प्यार, और भगवान आप सबको आशीर्वाद दे।' ये पोस्ट करने के बाद रोनित रॉय ने अपना कमेंट सेक्शन भी बंद कर दिया है। रोनित रॉय के इंस्टाग्राम पर 1 मिलियन फॉलोवर्स हैं। करियर की बात करें तो रोनित रॉय आखिरी बार इसी साल रिलीज हुई काजोल स्टारर फिल्म मां में नजर आए हैं। रोनित रॉय ने एक्ट्रेस और मॉडल नीलम सिंह से शादी की थी, जिससे उन्हें एक बेटी आदोर और बेटा अगस्त्या है।
शनिवार को मुंबई में ग्लोबल पीस ऑनर्स 2025 का आयोजन हुआ है। जिसमें शाहरुख खान, रणवीर सिंह, विक्रांत मेस्सी समेत फिल्म इंडस्ट्री की कई हस्तियां शामिल हुई हैं। पॉपुलर सिंगर शंकर महादेवन ने देशभक्ति सॉन्ग सुनो गौर से दुनियावालों में परफॉर्मेंस दी। इस दौरान मंच पर नीता अंबानी, महाराष्ट्र CM देवेंद्र फणडवीस और उनकी पत्नी नम्रता फणडवीस, शाहरुख खान, विक्रांत मेस्सी, रणवीर सिंह भी मौजूद थे।
झीलों की नगरी उदयपुर में अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन रामा राजू मंटेना की बेटी नेत्रा मंटेना (एलिजाबेथ) और वामसी गडिराजू की रॉयल वेडिंग हो रही है। आज शादी के मुख्य कार्यक्रम होंगे। इस शादी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर अपनी गर्लफ्रेंड बेटिना एंडरसन के साथ शामिल हुए है। सिटी पैलेस में बॉलीवुड स्टार ने परफॉर्मेंस दी। बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित, जैकलीन फर्नांडीज, कृति सेनन समेत कई स्टार्स ने भी परफॉर्म किया। माधुरी दीक्षित ने जहां घूमर किया वहीं नोरा फतेही ने बॉलीवुड के गानों पर परफॉर्मेंस दी। 15 तस्वीरों में देखिए इस वेडिंग को....
द फैमिली मैन 3 की स्टारकास्ट ने हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। इस दौरान टीम ने रैपिड फायर राउंड में कुछ मजेदार जवाब दिए और बताया कि सेट पर सबसे पहले कौन रेडी हो जाता है। इसके अलावा टीम ने शूटिंग के दौरान हुई कुछ यादगार और अच्छी बातें भी शेयर कीं। क्या मनोज सर सेट पर सबसे जल्दी रेडी होते हैं? प्रियामणि: हां, बिल्कुल सही। मनोज- यह बात बिल्कुल सही है। जैसे ही मैं सेट पर पहुंचता हूं, सबसे पहले रेडी हो जाता हूं। मैं ऐसा इसलिए करता हूं ताकि बाद में जल्दीबाजी न करनी पड़े। इसलिए हमेशा पहले ही रेडी हो जाता हूं। क्या शारिब हर इमोशनल सीन से पहले कॉमेडी करते हैं? डीके: एक्शन बोलने तक यह लगातार कॉमेडी करता रहता है। मनोज: हां, एक-दो बार तो मैं गुस्सा भी हुआ हूं। मैंने इसे एक बार बहुत डांटा था। मैं कोई गंभीर सीन कर रहा था, तभी इसने कॉमेडी कर दी। प्रियामणि दूसरे टेक से पहले मैं डायरेक्टर को अपना सुझाव देती हैं? प्रियामणि- नहीं बिल्कुल नहीं क्या निम्रत अपने किरदार के लिए एक सीक्रेट नोटबुक रखती हैं? निम्रत: नहीं, नोटबुक तो रखती हूं, लेकिन यह कोई सीक्रेट नोटबुक नहीं है। क्या राज और डीके इम्प्रोवाइजेशन करने से पहले मना करते हैं? प्रियामणि- नहीं बिल्कुल नहीं। मनोज- इतनी आजादी किसी सेट पर नहीं होती जितनी इनके सेट पर होती है। वे हमेशा कहते हैं, जो भी आप कर रहे हैं वही करिए। बाकी उसको फिल्टर करना हमारा काम है। आप बस अपना काम आराम से कीजिए। अगर आप द फैमिली मैन में नहीं होते, तो किसका किरदार निभाते जेके या रुक्मा? मनोज: अगर मैं ये दोनों सीजन नहीं करता, तो मैं रुक्मा का किरदार निभाता। शारिब अगर आप विलेन होते तो किस तरह के विलेन होते और उसका क्या नाम होता? मनोज- मीरा का रोल निभाता।
एक्ट्रेस इंदिरा कृष्णन की हालिया रिलीज फिल्म ‘जटाधरा’ है। इसके अलावा वह टीवी शो ‘गंगा माई की बेटियां' में ठकुराइन दुर्गावती के दमदार किरदार में दिख रही हैं। आगे वह ‘रामायणम्' में कौशल्या की भूमिका में दिखेंगी। ‘रामायणम्' की खास बात यह है कि इस फिल्म के लिए बिना ऑडिशन दिए ही सलेक्ट हो गईं। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान एक्ट्रेस ने बताया कि उन्हें ‘दृश्यम’ और ‘बाहुबली’ जैसी फिल्मों के सशक्त रोल अधिक सूट करते हैं। पेश है इंदिरा कृष्णन से हुई बातचीत के कुछ और अंश.. ‘गंगा माई की बेटियां' में आपके किरदार ‘ठकुराइन दुर्गावती' की क्या खासियत है? दुर्गावती का किरदार पूरे शो में सबसे ज्यादा शेड्स वाला है। यह किरदार केवल नेगेटिव नहीं है, इसमें इमोशनल शेड्स भी हैं, गुस्सा है, एक जिद है, और यह अपनी बात पर एकदम जस्टिस करने वाली है, भले ही वह 110 लाइन की बात को एक लाइन में बोल दे। यह एक बहुत ही वजनदार रोल है। मैं इसे पूरी तरह नेगेटिव नहीं कहूंगी, पर हां, एक मां कभी-कभी स्वार्थी भी हो जाती है, कहीं-कहीं उसे दर्द भी होता है और यह सब शायद आगे शो में आएगा। यह किरदार बहुत शानदार है। इस शो का फील अलग है और इसमें एक नयापन है। ‘गंगा माई....’ में एक साथ तीन-चार कहानियां चल रही हैं और हर किरदार दूसरे किरदार से इंटरलिंक है। यह शो एक बहुत हिट कन्नड़ शो ‘पुट्टक्कना मक्कलु’ का रीमेक है, जो दर्शकों को एक फ्रेशनेस दे रहा है। दुर्गावती के किरदार के लिए कोई प्रेरणा ली या कुछ हद तक वैसी ही शख्सियत हैं? दुर्गावती के किरदार में बहुत गहराई है। वह अपने बेटे को बहुत चाहती है। उसके अपने सिद्धांत हैं। वह गांव की मुखिया (पंचायत की हेड) भी है। यह किरदार दिखाता है कि एक औरत कैसे घर और बाहर दोनों को अच्छे से संभालती है। मुझे लगता है कि किसी शो में इतने शेड्स किसी और किरदार को नहीं मिले हैं। हां, मैं असल जिंदगी में भी थोड़ी बोल्ड हूं। अगर मुझे कोई इंसान या बात पसंद नहीं आती, तो मैं उसे सामने से समझाती हूं। मैं पीठ पीछे कभी बात नहीं करती। मेरे कुछ अनुशासन और सिद्धांत हैं और शायद इसी वजह से मुझे इंडस्ट्री में 24 साल की कंसिस्टेंसी मिली है। मुझे लगता है, आजकल इंडस्ट्री के लोग डिसिप्लिन और प्रिंसिपल भूल गए हैं। आज इंडस्ट्री में कलाकारों में आपको किस चीज की कमी दिखती है? आजकल के एक्टर्स में मैंने देखा है कि वे सिर्फ अपनी लाइनें या डायलॉग्स पढ़ते हैं, पूरा सीन नहीं पढ़ते। इसकी वजह से किरदार उभर कर नहीं आता। अगर आप पूरा सीन पढ़कर परफॉर्म करते हैं, तो वह किरदार पूरी तरह जीवंत हो उठता है और आप बेहतर इंटरैक्शन कर सकते हैं। यह मैंने अपने सीनियर एक्टर्स और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के लोगों से सीखा है। मैं खुद भी पूरा सीन पढ़े बिना काम नहीं करती, भले ही मेरी कोई लाइन न हो। एक एक्टर को क्रिएटिवली इन्वॉल्व होना चाहिए और थोड़ी छूट मिलनी चाहिए ताकि वह अपने किरदार को एक अलग मुकाम पर ले जाए। ‘रामायणम्' में कौशल्या का रोल आपको कैसे मिला? इससे पहले ‘एनिमल' में मैंने रश्मिका मंदाना की मां का छोटा-सा रोल किया था। ‘रामायणम्' में मैंने रणबीर के साथ कौशल्या का किरदार निभाया है। मेरा रास्ता ‘एनिमल' फिल्म से ही खुला था। मैं जब रणबीर कपूर से मिली तो उन्होंने भी खुशी जताई कि मैं यह रोल कर रही हूं। मैंने कोई ऑडिशन नहीं दिया था। मेकर्स ने मुझे देखकर ही बोला था कि उन्हें इंदिरा जी ही चाहिए। मैंने केवल लुक टेस्ट दिया था, जिसमें मैं कौशल्या के रूप में एकदम परफेक्ट लगी। डायरेक्टर नितेश तिवारी जी का विजन और डायरेक्शन सेंस बहुत बढ़िया है, जिसकी वजह से मैंने यह किरदार बहुत स्मूथली निभाया। मेरे हिस्से की शूटिंग पूरी तरह से कंप्लीट हो चुकी है। मैं अलग-अलग तरह के किरदार करना चाहती हूं, मुझे लगता है कि लोगों को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिलता है और मुझे लाइफटाइम सारे रोल्स करने हैं, चाहे वे छोटे हों या बड़े, पर एक स्केच्ड कैरेक्टर निभाना चाहती हूं। मैं अपने दर्शकों को हमेशा कुछ नया देती हूं, जैसे मैंने ‘कृष्णादासी' में बहुत फेमस और खूबसूरत रोल किया था, जिसके लिए मुझे दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड भी मिला था। ‘रामायणम्' के सेट पर रणबीर कपूर के साथ आपका अनुभव कैसा रहा? रणबीर कपूर के साथ ऑनस्क्रीन और ऑफस्क्रीन दोनों तरह के रिश्ते अच्छे हैं। ऑफस्क्रीन हम बहुत बातें करते थे और उनसे मैंने सिनेमा के बारे में बहुत कुछ सीखा। उनका समर्पण, उनके सिद्धांत और उनकी ईमानदारी सीन में झलकती है। वे एक्टिंग में जोर नहीं डालते बल्कि बहुत सरलता व सहजता से काम करते हैं। वे अपने सह-कलाकारों को भी क्यू देते हैं और हर चीज में शामिल रहते हैं। वह बहुत सकारात्मकता फैलाने वाले और दयालु इंसान हैं। क्या अब फिल्मों की ओर अधिक रुख कर लिया है? नहीं ऐसा नहीं है। मैं टीवी कभी नहीं छोडूंगी, क्योंकि टीवी ने हमेशा मुझे इज्जत दी है और मेरा रोजी-रोटी इसी से चलती है लेकिन हां, अगर फिल्में मिलेंगी तो मैं फिल्में भी करूंगी। मैं एक आर्टिस्ट हूं और मेरे लिए बड़ा परदा या छोटा परदा में कोई फर्क नहीं है। मैंने जितनी मेहनत छोटे परदे पर की है, उतनी ही मेहनत बड़े परदे पर भी की है। हालिया रिलीज साउथ की फिल्म ‘जटाधारा' के बारे में बताइए? ‘जटाधारा' हाल ही में रिलीज हुई है और उसे बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। मुझे लगता है कि इंडस्ट्री में मेरे 24 साल के अनुभव का फायदा अब फिल्मों में मिल रहा है। हालांकि ‘जटाधारा' में रोल उतना पावरफुल नहीं था लेकिन मैं शो की प्राइम कास्ट में थी और काफी दिख रही हूं। मुझे लगता है कि मैं थोड़ी अंडररेटेड एक्ट्रेस रही हूं और बड़े पैमाने पर रोल्स कर सकती हूं। क्या ‘जटाधारा' के बाद साउथ से और ऑफर आने की उम्मीद है? हां, मुझे ‘जटाधारा' के रिस्पॉन्स के बाद ऑफर आने की उम्मीद है। हालांकि अभी तक तो नहीं आए हैं लेकिन मुझे लगता है कि जरूर आएंगे। फिलहाल, मैं ‘गंगा मैया की बेटियां' की शूटिंग में व्यस्त हूं। साउथ इंडस्ट्री में काम करने का अनुभव कैसा रहा? साउथ इंडस्ट्री में लोग बहुत अनुशासित हैं। वहां आपको अच्छे मौके मिलते हैं, आप अच्छे पैसे और नाम कमाते हैं और अच्छे ग्रुप के साथ काम करते हैं। मैं ‘दृश्यम’ या ‘बाहुबली’ जैसी कोई फिल्म करना चाहती हूं, जहां हर किरदार महत्वपूर्ण हो, जैसे ‘बाहुबली’ में राम्या कृष्णन जी का रोल। मेरा औरा, फेस और बॉडी लैंग्वेज मजबूत किरदारों के लिए अधिक सूट करता है।
'तारे जमीन पर' ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ और ‘कार्तिक कॉलिंग कार्तिक’ जैसी कई फिल्मों से अपनी खास पहचान बना चुके एक्टर विपिन शर्मा इन दिनों वेब सीरीज ‘महारानी 4’ और ‘फैमिली मैन 3’ में नजर आ रहे हैं। ‘महारानी 4’ में प्रधानमंत्री सुधाकर श्रीनिवास जोशी के किरदार को विपिन ने राजनीति और परिवार के बीच की जद्दोजहद को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया है। वहीं ‘द फैमिली मैन 3’ में भी उनकी खास भूमिका है। दोनों वेब सीरीज में काम मिलने के बारे में बात करते हुए विपिन कहते हैं यह सब दोस्ती और आपसी भरोसे का ही नतीजा है। हाल ही में विपिन ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की, पेश है कुछ प्रमुख अंश… सवाल- वेब सीरीज 'महारानी 4' में प्रधानमंत्री का किरदार निभाना आपके लिए कितना खास रहा और इस किरदार के लिए आपने किस तरह की तैयारी की? जवाब: इस किरदार की सबसे खास बात ये है कि मैं डायरेक्टर सुभाष कपूर से पिछले 15 साल से जुड़ा हूं। हमारी दोस्ती बहुत पक्की है। भले हमने पहले कभी साथ काम नहीं किया, लेकिन हमेशा संपर्क में रहे। सुभाष भाई ने कहा था कि जब कोई शानदार रोल मिलेगा, तो वो मुझे जरूर बुलाएंगे। और अब वही वादा पूरा हुआ। इसलिए मेरे लिए ये किरदार दोस्ती और भरोसे का नतीजा है। सवाल: प्रधान मंत्री के किरदार के लिए क्या आपने किसी को जेहन सोचा था? जवाब: प्रधान मंत्री के किरदार के लिए किसी और को सोचने की बजाय मैंने खुद को देखा। किरदार के कर्मों से नहीं, उसकी वजह से इंसान को महत्त्व देता हूँ। पॉलिटिशियन, गैंगस्टर, डॉक्टर या कोई भी हो, किरदार की असली अहमियत उसकी वजह में होती है। जिसे मैं अपनी अंदर की शक्ति से निभाने की कोशिश करता हूं। सवाल: 'महारानी 4' में काम करते वक्त हुमा कुरैशी के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा? आप तो उन्हें काफी समय से जानते हैं? जवाब: बहुत अच्छा रहा। हुमा बहुत ही दयालु और उदार इंसान हैं, अपने काम को लेकर बहुत समर्पित हैं। मैं उनसे पहली बार 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' की वर्कशॉप में मिला था। अनुराग कश्यप ने 10 दिन की वर्कशॉप रखी थी, वहीं हुमा पहली बार दिल्ली से आई थीं। उस फिल्म में उनका काम देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ था। इसके बाद हम दोनों ने ‘लव शव ते चिकन खुराना’ में भी साथ काम किया था, जो समीर शर्मा ने डायरेक्ट की थी। हालांकि उस फिल्म में हमारे बहुत सीन साथ नहीं थे। हमारा रिश्ता काफी पुराना है और हर बार मिलने पर यही बात होती थी कि एक दिन साथ काम करेंगे। आखिर जब .'महारानी 4' की पहली रीडिंग हुई, तो हम दोनों बहुत खुश थे कि अब सच में साथ काम करने का मौका मिला। सवाल: ‘द फैमिली मैन 3' के लिए आपको कैसे चुना गया, और इस सीरीज का हिस्सा बनना आपके लिए कितना मायने रखता है? जवाब: यह किस्सा काफी दिलचस्प है। दरअसल, फैमिली मैन की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। मैं एक स्क्रीनिंग में कृष्णा डी.के.) से मिला था। उन्होंने ‘शोर इन द सिटी’ नाम से एक शॉर्ट फिल्म बनाई थी। बाद में उसी नाम से फिल्म भी भी बनाई। उस शॉर्ट फिल्म की स्क्रीनिंग में ही मेरी मुलाकात कृष्णा से हुई, और वह फिल्म मुझे बहुत पसंद आई। मुझे जब किसी का काम अच्छा लगता है, तो मैं कोशिश करता हूं कि ऐसे लोगों से संपर्क बनाए रखूं। कृष्णा भी हमेशा मैसेज का जवाब देते थे, जबकि मुंबई में ज्यादातर लोग काम में इतने व्यस्त रहते हैं कि जवाब नहीं दे पाते। हम लंबे समय तक टच में रहे। फिर एक दिन अचानक उनका फोन आया कि तीन-चार दिन बाद शूट करना है, क्योंकि जिस एक्टर को रोल करना था, वह किसी वजह से नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने मुझसे कहा कि “तुम्हें आना होगा।” मैं तुरंत चला गया। शुरुआत में मेरा किरदार इतना बड़ा नहीं था, पहले सीजन 2 में चाय वाला सीन काफी मशहूर हो गया। फिर किरदार और भी विकसित हुआ, और अब हम सीजन 3 तक पहुँच गए हैं। यह सब दोस्ती और आपसी भरोसे का ही नतीजा है। सवाल: आपने कई बड़े निर्देशकों के साथ काम किया है। किसके साथ काम करना सबसे आसान रहा और फ्रीडम मिला? जवाब: अनुराग कश्यप के साथ काम करना बहुत सहज लगता है। वो ज्यादा जोर नहीं डालते कि सीन ऐसे ही करो। सुधीर मिश्रा भी ऐसे ही हैं। वो एक्टर को स्पेस देते हैं। दिबाकर बनर्जी के साथ भी मेरा अच्छा अनुभव रहा। लेकिन सुभाष कपूर के साथ काम करना तो बिल्कुल अलग ही तरह का रहा। उनसे मैंने बहुत कुछ सीखा। उनका काम करने का तरीका बहुत दिलचस्प है। वो आपको आपकी सीमाओं से बाहर ले जाते हैं। आपको नया तरीके से सोचने और करने के लिए प्रेरित करते हैं। यही बात मुझे बहुत अच्छी लगी और इस अनुभव का मैंने खूब आनंद लिया। सवाल: अपने आपने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में कुछ बताएं? जवाब: अभी मेरी एक फिल्म ‘किस-किस को प्यार करूं-2’ आएगा। इसके अलावा मैं अपना खुद का एक प्रोजेक्ट शुरू कर रहा हूं, जिसकी कहानी मैंने कोविड के दौरान लिखी थी। इस फिल्म को खुद ही प्रोड्यूस और डायरेक्ट कर रहा हूं। इसके अलावा फिल्म में एक खास किरदार भी निभा रहा हूं।
हरियाणवी लोक कलाकार और डांसर सपना चौधरी एक बार फिर सुर्खियों में है। सपना ने ये सुर्खियां किसी नए तरीके से नहीं, बल्कि अपने पुराने अंदाज में बटोरी है। दरअसल, सपना चौधरी ने काफी समय बाद डांस की प्रस्तुति दी है। हालांकि, ये प्रस्तुति उन्होंने कही लाइव स्टेज परफॉर्मेंस पर नहीं दी। बल्कि उन्होंने हरियाणा वेशभूषा में तैयार होकर हरियाणवीं गाने ‘हरियाणा में रौला’ पर घर पर ही डांस करके दी है। इसकी वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म फेसबुक पर पोस्ट की है। इसे देख कर फैंस अपने-अपने तरीकों से सपना के इस डांस की सरहाना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सपना की लोकप्रियता दिनों-दिन तेजी से बढ़ रही है। बता दें कि सपना की फैन फॉलोइंग अब सिर्फ हरियाणा तक सीमित नहीं रही। पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में भी उनके स्टेज शो का क्रेज देखते ही बनता है। वे अपने डांस मूव्ज, एक्सप्रेशन और दमदार परफॉर्मेंस की वजह से देशभर में फैंस की पसंदीदा स्टेज परफॉर्मर मानी जाती हैं। सपना चौधरी के 15 दिन में 6 गाने रिलीज... मां के निधन के बाद टूट चुकी थीं सपनाइसी साल 30 सितंबर को सपना की मां नीलम चौधरी का निधन हुआ। वे लंबे समय से पीलिया की बीमारी से जूझ रही थीं और दिल्ली के द्वारका स्थित निजी अस्पताल में भर्ती थीं। इलाज के दौरान तबीयत बिगड़ने पर देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली। अगले दिन उनका अंतिम संस्कार नजफगढ़ स्थित श्मशान घाट में किया गया था। इसमें सपना, उनके पति वीर साहू और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हुए थे। मां की मौत के बाद सपना भावनात्मक रूप से बहुत टूट गई थीं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी प्रोफाइल फोटो ब्लैक कर दी थी, ताकि लोग उनके दुख का अंदाजा लगा सकें। सपना की मौत की अफवाह से घबराए थे फैंसकरीब 3 साल पहले सोशल मीडिया पर सपना की मौत की झूठी अफवाह फैलाई गई थी। कहा गया कि सिरसा में एक सड़क हादसे में उनकी जान चली गई। इस अफवाह की वजह से उनके परिवार वाले और फैंस घबरा गए थे। लगातार फोन और संदेश आने से उनके घर में हड़कंप का माहौल बन गया था। एक इंटरव्यू में सपना ने कहा था कि इस तरह की अफवाहें कलाकारों के लिए सबसे अधिक परेशान करने वाली होती हैं, क्योंकि इससे परिवार मानसिक रूप से टूट जाता है। उन्होंने बताया कि इस प्रोफेशन में कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन मौत जैसी अफवाहें बेहद असंवेदनशील होती हैं। 24 जनवरी 2020 को की थी गुपचुप शादीसपना निजी जिंदगी को लेकर भी हमेशा चर्चा में रही हैं। उन्होंने 24 जनवरी 2020 को हरियाणवी सिंगर वीर साहू से मंदिर में गुपचुप शादी की थी। बाद में वीर ने फेसबुक पर वीडियो जारी करके शादी की जानकारी दी और बताया कि सपना एक बेटे की मां बन चुकी हैं।परिवार में एक मौत की वजह से वे खुशियां सार्वजनिक तौर पर नहीं मना पाए थे। गर्भवती होने को लेकर ट्रोल किए जाने पर सपना ने कहा था कि किसी के निजी जीवन में दखल देना गलत है और लोगों को उनके फैसलों का सम्मान करना चाहिए। छत्तीसगढ़ में शो के बाद बवाल, जान को खतराएक महीने पहले छत्तीसगढ़ के कोरबा में सपना चौधरी के शो के बाद हंगामा हो गया था। कार्यक्रम खत्म होने के बाद सपना होटल में आराम कर रही थीं। तभी नशे में धुत 4 युवकों ने दरवाजा तोड़ने की कोशिश की, गाली-गलौज की और गोली मारने की धमकी तक दे डाली। आरोपियों ने सपना की टीम के साथ मारपीट भी की। होटल मालिक की मदद से सपना और उनकी टीम को सुरक्षित निकाला गया। इस घटना की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कराई गई थी। --------------------ये खबर भी पढ़ें.... डांस करने पर लोग बोले- हरियाणा को बदनाम करेगी:प्रोग्राम देखने 13 लाख लोग जुटे, कभी सुसाइड की कोशिश की; अब सपना पर बनी फिल्म सिर पर छत बनी रहे, पेट भर जाए इस मजबूरी में सपना ने बहुत कम उम्र में स्टेज को अपना करियर बना लिया। डांस, बेबाकपन और साहस के दम पर पहले हरियाणा में उम्र और लिंग से परे हर किसी की जुबान पर छाईं और वहां से देश के कोने-कोने तक पहुंचीं। (पूरी खबर पढ़ें)
एक्टर विजय वर्मा और फातिमा सना शेख 'गुस्ताख इश्क' के जरिए जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आने वाले हैं। फिलहाल विजय और फातिमा फिल्म के प्रमोशन के लेकर बिजी हैं। इसी दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में मेंटल हेल्थ पर खुलकर बात की है। इसके अलावा विजय ने फातिमा की परमिशन से गुस्ताख इश्क के सेट पर हुए उनके मेडिकल कंडीशन एपिलेप्सी (मिर्गी) का किस्सा शेयर किया। दरअसल, दोनों ही स्टार मैशेबल इंडिया के पॉडकास्ट में पहुंचे थे। यहां पर विजय ने बताया कि कैसे फातिमा को पहले से पता चल गया था कि उनकी तबीयत बिगड़ने वाली है। विजय कहते हैं- ‘जब हम शूट कर रहे थे तो इसने मुझे और कुछ क्रू मेंबर्स को पहले ही बता दिया था कि अगर अटैक आता है तो हमें क्या करना है। राइट साइड करके लेटाना है। सिर के नीचे तकिया रखना है। मुंह पर कुछ नहीं होना चाहिए। सांस लेने के लिए स्पेस होना चाहिए। मुझे लगा कि शायद वो डराने के लिए ऐसा बोल रही है। उसी रात पैकअप के समय मैं शूटिंग के बीच में बाहर बैठकर किताब पढ़ रहा था, तभी मुझे अचानक एक आवाज सुनाई दी। मैं अंदर गया, तब तक फातिमा को दौरा पड़ चुका था।’ वो आगे कहते हैं- 'उस वक्त मैं खुद को बहुत कमजोर और असहाय महसूस कर रहा था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। मुझे वो सारी बातें याद आईं जो उसने मुझे बताई थीं। हमने शूट पर एक बेड खाली किया और उसे लेटा दिया। हवा आने की जगह बनाई। आसपास बहुत लोग थे, उन्हें कम करा दिया। मैं बस उसके सिर पर हाथ रख पास बैठ गया। ये कुछ देर तक चला। फिर हम उसे कार में होटल ले गए। जब वह होटल आई तो होश में थी, लेकिन उसे कुछ याद नहीं था।' बता दें कि फातिमा सना शेख ने रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में पहली बार मिर्गी के बारे में खुलकर बात की थी। उन्होंने बताया था कि कैसे इस बीमारी के साथ जीना आसान नहीं है। विजय और फातिमा के वर्कफ्रंट की बात करें तो एक्टर पिछले साल नेटफ्लिक्स की फिल्म 'मर्डर मुबारक' और सीरीज 'IC 814:द कंधार हाईजैक' में नजर आए थे। वहीं, फातिमा हाल ही में नेटफ्लिक्स की फिल्म 'आप जैसा कोई' और 'मेट्रो इन दिनों' में दिखी थीं।
31 अक्टूबर 1982 की बात है। तुर्किये की जानी-मानी सिंगर बर्गेन अपनी मां के साथ टैक्सी का इंतजार कर रही थीं। तभी अचानक उनके सामने एक शख्स आया, जिसने अपना चेहरा नकाब से ढक रखा था। बर्गेन कुछ कह पातीं, उससे पहले ही वह शख्स उनके ऊपर एसिड फेंक कर भाग गया। आनन-फानन में बर्गेन को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका लगातार 45 दिन तक इलाज चला। बर्गेन बुरी तरह जल गई थीं और उनकी एक आंख भी खराब हो गई थी। बचना मुश्किल ही नहीं, लगभग नामुमकिन था, लेकिन मां की दुआएं और फैंस का प्यार उन्हें मौत के मुंह से वापस ले आया। लेकिन फिर बर्गेन की गोली मारकर हत्या भी कर दी गई। इस घटना के बाद हर कोई सहम गया। सभी के मन में सवाल था कि आखिर सिंगर का किसी से ऐसा क्या विवाद था कि उनके ऊपर एसिड फेंका गया और जब वह इससे भी बच गईं तो उन्हें बीच कॉन्सर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले का खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया। आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर में पढ़िए तुर्किये की जानी-मानी सिंगर बर्गेन की हत्या की कहानी… बर्गेन का जन्म 15 जुलाई 1958 को तुर्किये में हुआ था। वह सात बच्चों में सबसे छोटी थीं। उनका बचपन प्यार, हंसी और संगीत से भरा हुआ था। घर में पैसे की कमी थी, लेकिन परिवार खुशहाल था और सभी उन्हें बहुत प्यार करते थे। हालांकि परिस्थितियां तब बदल गईं जब बर्गेन के माता-पिता का तलाक हो गया और परिवार बिखर गया। इसके बाद वह अपनी मां के साथ अंकारा चली गईं, जहां उन्होंने अपनी जिंदगी की नई शुरुआत की। बर्गेन का बचपन संगीत के बीच बीता इसलिए उन्होंने इसी में करियर बनाने का फैसला लिया। अंकारा आने के बाद उन्होंने संगीत सीखना शुरू किया। बर्गेन को गाने का अच्छा हुनर था और वह मैंडोलिन भी बहुत अच्छी तरह बजाती थीं। उनके टीचर्स और दोस्त हमेशा उनके टैलेंट की तारीफ करते। बर्गेन ने भी ठान लिया कि उन्हें सिंगर बनना है। इसके लिए उन्होंने अंकारा स्टेट कंजर्वेटरी में एडमिशन लिया और पियानो विभाग में पहला स्थान हासिल किया। धीरे-धीरे बर्गेन का संगीत पूरे तुर्किये में प्रसिद्ध हो गया, लेकिन बुलंदियों तक पहुंचना अभी बाकी था। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़कर तुर्किये के संघीय डाकघर (PTT) में नौकरी करना शुरू किया। इसी बीच 1977 में खबरें सामने आईं कि बर्गेन ने शादी कर ली है और उनके बच्चे भी हैं। हालांकि परिवार ने इन खबरों को महज अफवाहें बताया। बर्गेन अक्सर दोस्तों के साथ नाइटक्लब जाती थीं। एक रात जब वह दोस्तों के साथ एक क्लब में थीं और गाना गा रही थीं, तभी क्लब के मालिक को उनकी आवाज इतनी पसंद आई कि उन्होंने बर्गेन को क्लब में हमेशा के लिए गाने का ऑफर दे दिया। बर्गेन ने तुरंत इसे स्वीकार कर लिया। उन्होंने क्लब बैंड में शामिल होकर तुर्किये क्लासिकल म्यूजिक और पॉप गाना शुरू किया। उनकी आवाज में इतनी मिठास थी कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो जाते थे। धीरे-धीरे उन्हें वह कामयाबी मिलने लगी जिसकी चाह हर कोई करता है। इसी दौरान उनकी मुलाकात हालिस सर्बेस्ट नाम के एक व्यक्ति से हुई, जिसने उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। हालिस पहले से ही शादीशुदा था और उसके तीन बच्चे थे, लेकिन बर्गेन की सुंदरता के सामने वह खुद को रोक नहीं पाया। वह हर रात बर्गेन को फूल भेजता और क्लब में उनके प्रोग्राम देखने आता था। बर्गेन भी धीरे-धीरे उसकी ओर खिंचने लगीं और दोनों का रिश्ता बन गया। हालिस बर्गेन से शादी करके नई जिंदगी शुरू करना चाहता था। शुरुआत में बर्गेन थोड़ी झिझकीं, लेकिन अंततः वह मान गईं। दोनों ने शादी की, लेकिन यह शादी झूठी साबित हुई और बर्गेन को लगा कि उन्हें धोखा मिला है। आखिरकार बर्गेन ने फैसला किया कि वह हालिस से दूर हो जाएंगी। हालांकि हालिस उन्हें जाने नहीं देता था। धीरे-धीरे हालिस ने घरेलू हिंसा भी शुरू कर दी, जिससे बर्गेन की जिंदगी नर्क जैसी हो गई। ऐसे में उन्होंने हालिस को छोड़कर अपनी मां के पास अंकारा लौटने का फैसला किया। अंकारा में बर्गेन ने दोबारा करियर शुरू करने का फैसला किया। उन्होंने नॉर्वे के शहर बर्गेन से प्रेरित होकर ही अपना नाम बर्गेन रखा, जबकि उनका असली नाम कुछ और था। उन्होंने फिर से नाइटक्लब में गाना शुरू किया और कई जानी-मानी हस्तियों के साथ मंच शेयर किया। बर्गेन की आवाज में ऐसा जादू था कि पूरा अंकारा उनकी ओर खिंचता चला गया। उनकी जिंदगी बदलने लगी और अधूरे सपने भी पूरे होने लगे, लेकिन उनके मन में कहीं न कहीं हालिस का डर भी था और प्यार भी। बर्गेन को यही उम्मीद थी कि शायद वह एक दिन बदल जाएगा। हालांकि वह दिन कभी नहीं आया। दूसरी तरफ हालिस लगातार बर्गेन का पीछा करता रहा और जान से मारने की धमकियां देता रहा। 31 अक्टूबर 1982 को बर्गेन अपनी मां के साथ टैक्सी का इंतजार कर रही थीं, तभी अचानक उनके सामने एक नकाबपोश व्यक्ति आकर खड़ा हो गया। बर्गेन को डर महसूस हुआ और उसी क्षण उस शख्स ने उनके ऊपर एसिड फेंक दिया। बर्गेन का चेहरा और आंखें जल गईं। जैसे-तैसे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। बर्गेन ने 45 दिनों तक अस्पताल में मौत और जिंदगी के बीच संघर्ष किया। हमले की वजह से उनका चेहरा और शरीर जल गया था और उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। डॉक्टरों को उनकी जान बचाना भी मुश्किल लग रहा था। बर्गेन की मां, दोस्त और फैंस लगातार उनके ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहे थे। यही प्यार और समर्थन था जिसने बर्गेन को कठिन शारीरिक और मानसिक चोटों के बावजूद जीवित रखा। इस दौरान पुलिस ने हमलावर को पकड़ने के लिए जांच शुरू की। देश इस भयावह अपराध से हिल गया था और पुलिस पर दबाव था कि अपराधी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। आखिरकार पुलिस को सबूत मिले कि यह हमला किसी और ने नहीं, बल्कि बर्गेन के हसबैंड हालिस ने करवाया था। यह खबर सुनकर पूरे देश में सनसनी फैल गई। ये सोच ही बेहद डरावनी थी कि कोई व्यक्ति, जो कभी प्यार का दावा करता था, वो आज इतनी बेरहमी से हमला करवा सकता है। आखिरकार पुलिस ने हालिस को अरेस्ट कर लिया और अदालत ने उसे 13 साल जेल की सजा सुनाई। दूसरी ओर धीरे-धीरे बर्गेन उस भयानक एसिड हमले से ठीक होने लगीं। उन्होंने इस हमले को अपनी जिंदगी पर हावी नहीं होने दिया। एसिड अटैक में एक आंख खो देने के बावजूद बर्गेन ने गाना नहीं छोड़ा। उन्होंने मंच पर लौटकर अपने बालों की लट या विशेष डिजाइन वाले मेकअप से चोट छुपाते हुए फिर से गाना शुरू किया। बर्गेन ने गाने गाए और लिखे भी। उन्होंने कई एल्बम रिलीज किए। उनका संगीत उम्मीद की मिसाल बन गया। उन्होंने दिखाया कि कठिन समय को धैर्य और प्रयास से पार किया जा सकता है। बर्गेन ने अपने मंच का इस्तेमाल घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए भी किया। संगीतकार झांगिस ओश्कर के सहयोग से बर्गेन ने 1983 में शानदार वापसी की। 1985 में बर्गेन ने अपना एल्बम एन्सन सीवियर्स जारी किया। यह एल्बम बहुत सफल रहा और बर्गेन की हिम्मत और प्रतिभा का प्रमाण बना। 1986 के अंत में उन्होंने अपना अगला एल्बम आशी नाकार्डिने रिलीज किया, जिसकी एक मिलियन से ज्यादा कॉपियां बिकीं और बर्गेन ने कई पुरस्कार भी जीते। यह उनके लिए एक बड़ी जीत थी। इतने कठिन समय के बाद बर्गेन ने अपनी जगह फिर से हासिल कर ली। 1987 में बर्गेन ने पहली बार एक्टिंग में कदम रखा और Woman of Pain फिल्म में काम किया। बर्गेन को लगा कि अब उनकी जिंदगी धीरे-धीरे सही दिशा में जा रही है।दूसरी ओर 1988 में हालिस जेल से रिहा हो गया। फिर दोनों ने समझौता किया और अप्रैल 1989 में तलाक ले लिया। लेकिन 14 अगस्त 1989 को जब बर्गेन अपना नया एल्बम यिलर अफेतमेज प्रमोट करने अदाना गईं, तभी हालिस ने उन पर गोली चला दी, जिससे उनकी मौत हो गई। इस हमले में बर्गेन की मां भी घायल हुईं। हालिस हत्या के बाद विदेश भाग गया, लेकिन जर्मनी में पकड़ा गया। उसे 15 साल जेल की सजा सुनाई गई, जिसे अच्छे व्यवहार के कारण घटाकर 3 साल कर दिया गया। जर्मनी और तुर्किये में 16 महीने की हिरासत को ध्यान में रखते हुए उसे केवल सात महीने जेल काटनी पड़ी।
मॉडल मिहिका शर्मा पिछले कुछ समय से भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या के साथ रिलेशनशिप को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में दोनों की साथ में पूजा करते हुए फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस दौरान मिहिका डायमंड रिंग पहने नजर आईं, जिसके बाद से ही कयास लगाया जा रहा था कि दोनों ने इंगेजमेंट कर ली है। साथ ही ये भी खबरें आई थीं कि मिहिका प्रेग्रेंट हैं और दोनों जल्द शादी कर सकते हैं। अब इन खबरों पर मिहिका ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में उन्होंने एक बिल्ली की फोटो शेयर की और उस पर कैप्शन लिखा- 'मैं इंटरनेट देख रही हूं, यहां डिसाइड हो गया है कि मेरी सगाई हो गई है। लेकिन बता दूं मैं हर दिन अच्छी जूलरी पहनती हूं।' उन्होंने एक और पोस्ट शेयर करते हुए मजाक में लिखा कि प्रेग्नेंसी की अफवाहें अगली कड़ी हो सकती हैं। इसके लिए माहिका ने एक व्यक्ति की खिलौना वाली कार चलाते हुए फोटो अपलोड की और लिखा- 'क्या मैं प्रेग्नेंसी की खबरों को खारिज करने के लिए इसमें जाऊं?' बता दें कि इसी साल अक्टूबर में हार्दिक ने अपने जन्मदिन के मौके पर मिहिका से अपने रिश्ते को ऑफिशियल किया था। 2024 में नताशा स्टेनकोविच से हुआ तलाक हार्दिक पंड्या ने साल 2024 में सर्बियाई मॉडल नताशा स्टेनकोविच से तलाक लिया था। दोनों की मुलाकात 2020 में कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान हुई थी, जिसके बाद उन्होंने उसी साल शादी कर ली थी। 30 जुलाई 2020 को उनके बेटे अगस्त्य का जन्म हुआ। जुलाई 2024 में हार्दिक और नताशा ने आपसी सहमति से अलग होने का निर्णय लिया। अब हार्दिक और नताशा मिलकर अपने बेटे अगस्त्य की परवरिश कर रहे हैं।
सलमान खान ने अमाल मलिक को लगाई फटकार:शहबाज को कहा ‘चमचा’, बोले- अगर मैं होता तो दरवाजा खुलवा देता
रियलिटी शो बिग बॉस 19 के आने वाले वीकेंड का वार एपिसोड में सलमान खान कंटेस्टेंट अमाल मलिक को फटकार लगाते नजर आएंगे। हाल ही में शो के मेकर्स ने एक प्रोमो रिलीज किया, जिसमें सलमान अमाल के रवैये पर सवाल उठाते दिखे। उन्होंने कहा कि अमाल ने मालती चाहर के साथ ठीक तरह से बर्ताव नहीं किया। सलमान ने कहा, “अमाल, तुम्हारा रवैया मालती चाहर के प्रति बेहद गलत है। तुम कभी स्ट्रॉन्ग लोगों से नहीं भिड़ते, बस उनकी पीठ पीछे बातें करते हो। गौरव खन्ना, प्रणीत मोरे और फरहाना भट्ट से तुमने कभी आमने-सामने बात नहीं की।” जब अमाल ने बीच में टोका और कहा, “ऐसा नहीं हो सकता,” तो सलमान ने उन्हें रोकते हुए कहा, “अगर सुनना है तो सुनो, नहीं तो मैं चुप बैठ जाता हूं।” उन्होंने आगे कहा, “कई बार तुम्हारे झगड़े तुम्हारे दोस्त शहबाज की वजह से होते हैं। शहबाज, तुम्हें अब तक एहसास नहीं हुआ कि तुम अमाल को लेकर कितने पजेसिव हो गए हो। जिस दिन से तुम घर में आए हो, उसी दिन से तुम सिर्फ चमचा बनकर रह गए हो।” सलमान ने शहबाज को भी डांटा सलमान ने अमाल और शहबाज को बिग बॉस को पक्षपाती कहने पर भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा, “जो तमाशा तुम दोनों ने किया था कि बिग बॉस अनफेयर हैं, अगर मैं वहां होता तो मुख्य द्वार खुलवा देता और कोई विकल्प भी नहीं देता।” कुनिका शो से बाहर हो सकती हैं बिग बॉस से जुड़ी अपडेट देने वाले सोशल मीडिया पेजों के मुताबिक, बिग बॉस 19 अब अपने फिनाले के करीब है। आने वाले एपिसोड में प्रतियोगी कुनिका सदानंद शो से बाहर हो सकती हैं।
अमेरिकी रैपर ट्रैविस स्कॉट के मुंबई में हुए कॉन्सर्ट में चोरी की कई घटनाएं हुईं। मुंबई पुलिस के अनुसार, शो के दौरान कई लोगों के मोबाइल फोन और ज्वेलरी चोरी हो गईं। चोरी हुए सामान की कुल कीमत लगभग 18 लाख रुपए बताई जा रही है। यह कॉन्सर्ट 19 नवंबर को मुंबई के महालक्ष्मी रेस कोर्स में हुआ था, जहां हजारों फैंस स्कॉट के हिट गानों पर झूमते नजर आए। भीड़ का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में 24 मोबाइल फोन और 12 गोल्ड चेन चोरी होने की शिकायतें मिली हैं। कई लोग कॉन्सर्ट खत्म होने के बाद ताड़देव पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2) और 304 के तहत मामला दर्ज किया है। अब मामले की जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कॉन्सर्ट स्थल पर लगे CCTV फुटेज की जांच कर रही है ताकि चोरी करने वालों की पहचान की जा सके। पुलिस टीम चोरी गए सामान को बरामद करने और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। ट्रैविस स्कॉट का मुंबई कॉन्सर्ट उनके ‘सर्कस मैक्सिमस वर्ल्ड टूर 2025’ का हिस्सा था। इससे पहले उन्होंने दिल्ली में भी 18 और 19 अक्टूबर को परफॉर्म किया था। भारत में इस टूर को बुक माय शो लाइव इन इंडिया ने प्रोड्यूस और प्रमोट किया था। बता दें कि ट्रैविस स्कॉट अपने अलग म्यूजिक स्टाइल और जोश से भरे लाइव शो के लिए मशहूर हैं। उनके कई गाने जैसे सिको मोड, एंटीडोट, गूजबंप्स और हाईएस्ट इन द रूम, बिलबोर्ड हॉट 100 चार्ट में टॉप पर रहे हैं।
एक्टर कार्तिक आर्यन आज अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। जन्मदिन के मौके पर रविवार को वे मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचे। मंदिर में दर्शन करने के बाद कार्तिक ने फैंस के साथ फोटो क्लिक कराई। जो लोग उनका स्वागत करने आए थे, उन्होंने उनका गुलदस्ता स्वीकार किया। इस दौरान वहां मौजूद पैपराजी और फैंस ने कार्तिक को बर्थडे विश किया, जिसके लिए उन्होंने सबका धन्यवाद किया। 'प्यार का पंचनामा' से अपने करियर की शुरुआत की कार्तिक का असली नाम कार्तिक तिवारी है। उनका जन्म 22 नवंबर 1990 को ग्वालियर, मध्य प्रदेश में हुआ था। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने फिल्मों की ओर रुख किया। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत साल 2011 में लव रंजन की फिल्म प्यार का पंचनामा से की। इसके बाद उन्होंने आकाश वाणी (2013) और कांची (2014) में काम किया, लेकिन शुरुआती फिल्में खास सफल नहीं रहीं। साल 2015 में आई प्यार का पंचनामा 2 और 2018 की सोनू के टीटू की स्वीटी से उन्हें पहचान मिली। इसके बाद लुका छुपी और पति पत्नी और वो जैसी फिल्मों ने उन्हें स्टार बना दिया। कार्तिक ने धमाका (2021) और फ्रेडी (2022) जैसी थ्रिलर फिल्मों में भी अपनी एक्टिंग से सबको चौंकाया। वहीं, उनकी सुपरहिट फिल्मों में भूल भुलैया 2 (2022) और भूल भुलैया 3 (2024) शामिल हैं। हाल ही में उन्हें अपनी फिल्म चंदू चैंपियन में मुरलीकांत पेटकर का किरदार निभाने के लिए फिल्मफेयर अवार्ड्स 2025 में बेस्ट एक्टर अवॉर्ड मिला है। कबीर खान ने कार्तिक की मेहनत की तारीफ की हाल ही में फिल्म चंदू चैंपियन के डायरेक्टर कबीर खान ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में कार्तिक को बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिलने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “कार्तिक ने इस फिल्म के लिए जिस लेवल की मेहनत की, वैसी मेहनत बहुत कम एक्टर करते हैं। डेढ़ साल तक उन्होंने खुद को पूरी तरह रोल के हवाले कर दिया। बॉक्सिंग सीखी, स्विमिंग सीखी, और सबसे मुश्किल बिना पैरों के स्विमिंग सीखना भी। उन्होंने अपने शरीर को 37 प्रतिशत फैट से घटाकर सिर्फ 7 प्रतिशत तक लाया। ये किसी आम कलाकार के बस की बात नहीं।” जब उनसे पूछा गया कि कार्तिक आर्यन, जिनकी पहचान प्यार का पंचनामा और लुका छुपी जैसी हल्की-फुल्की फिल्मों के किरदारों से रही है, उन्हें चंदू चैंपियन जैसे गंभीर और चुनौतीपूर्ण रोल के लिए क्यों चुना गया, तो इस पर कबीर खान ने बताया कि उनके करियर की खासियत यही रही है कि वे हमेशा कलाकारों को उनकी सहज छवि से बाहर निकालते हैं। उन्होंने कहा, “जब मैंने न्यूयॉर्क में कैटरीना कैफ को लिया, तो वो उनके करियर का सबसे अलग रोल था। फिल्म काबुल एक्सप्रेस में जॉन अब्राहम, 83 में रणवीर सिंह और बजरंगी भाईजान में सलमान खान इन सबने अपने करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार निभाए। अब कार्तिक ने भी वैसा ही किया है। मेरे लिए यही सिनेमा का असली मजा है किसी एक्टर के अंदर वो रॉ मटीरियल देखना और उसे नए किरदार में ढाल देना।”
पंजाबी सिंगर हरमन सिद्धू की देर रात सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा शुक्रवार रात करीब 12 बजे हुआ। उनकी कार एक ट्रक से जा टकराई, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। रात के वक्त हरमन सिद्धू मानसा से अपने गांव ख्याला जा रहे थे। हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। मानसा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को सिविल अस्पताल पहुंचाया और परिवार को सूचित किया। हरमन सिद्धू का आज गांव ख्याला में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हरमन सिद्धू की मौत से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर है। कुछ महीनों में एक के बाद एक कई पंजाबी कलाकारों की मौत हो गई है। इनमें राजवीर जवंदा, जसविंदर भल्ला भी शामिल हैं। सिंगर मिस पूजा के साथ हिट रही जोड़ीसिंगर हरमन सिद्धू एक दशक पहले तक डुएट गीतों के दौर में अपने करियर के चरम पर रहे हैं। इनकी कैसेट पेपर ते प्यार को लोगों ने भरपूर प्यार दिया और रातों-रात अखाड़ों का सरताज बना दिया। मिस पूजा के साथ इनकी हिट जोड़ी रही। मिस पूजा के साथ इन्होंने कई म्यूजिक एलबम में काम किया। दूसरी पारी की करने वाले थे शुरुआतदोगाना सिंगिंग का दौर खत्म होने के बाद सिंगर हरमन सिद्धू अब नए दौर की सिंगिंग के हिसाब से पारी की शुरुआत करने वाले थे। उनके 2025 के अंत तक दो गीत रिलीज होने वाले थे। पारिवारिक सूत्र बताते हैं कि गीतों की शूटिंग पूरी हो चुकी थी। इन्हीं गीतों की शूटिंग और म्यूजिक के सिलसिले में सिद्धू मानसा गए थे और काम खत्म होने के बाद घर लौट रहे थे। पिता की डेढ़ साल पहले मौत, घर पर पत्नी, मां और बेटी छूटेपारिवारिक सूत्रों का कहना है कि हरमन के पिता का अभी डेढ़ साल पहले ही निधन हुआ है। घर पर अब उनकी मां, पत्नी और बेटी रह गए हैं। हरमन सिद्धू अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे।
एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ईथा पर काम कर रही हैं। यह फिल्म मशहूर लावणी डांसर और तमाशा कलाकार विठाबाई भाऊ नारायणगांवकर की बायोपिक है। फिल्म की शूटिंग महाराष्ट्र के नासिक के पास औंधेवाडी में चल रही थी। अब फिल्म की शूटिंग को लेकर मिड डे की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले हफ्ते डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर को शूटिंग रोकनी पड़ी, क्योंकि श्रद्धा के बाएं पैर की एक उंगली में फ्रैक्चर हो गया। चोट उन्हें उस समय लगी, जब वह लावणी डांस का एक सीन कर रही थीं। एक सूत्र ने बताया कि लावणी संगीत में तेज ताल और फास्ट स्टेप्स होते हैं। इस गाने को संगीतकार अजय गोगावले और अतुल गोगावले ने तैयार किया है। श्रद्धा इस गाने में चमकीली नऊवारी साड़ी, भारी गहनों और कमरपट्टा में नजर आने वाली थीं। उन्होंने युवा विठाबाई का रोल निभाने के लिए करीब 15 किलो वजन बढ़ाया था। डांस के एक स्टेप में उन्होंने सारा वजन बाएं पैर पर डाल दिया और उनका बैलेंस बिगड़ गया, जिससे उन्हें चोट लगी। श्रद्धा की चोट के बाद लक्ष्मण उतेकर ने नासिक का शूटिंग शेड्यूल कैंसिल कर दिया। हालांकि श्रद्धा चाहती थीं कि समय बर्बाद न हो। उन्होंने सुझाव दिया कि जिन सीन में मूवमेंट नहीं है, उन्हें मुंबई में शूट किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, टीम ने मुंबई के मड आइलैंड में सेट बनाकर क्लोज-अप और इमोशनल सीन की शूटिंग शुरू की, लेकिन दो दिन बाद श्रद्धा का दर्द बढ़ गया, इसलिए शूटिंग फिर रोकनी पड़ी। अब टीम दो हफ्ते बाद, उनके पूरी तरह ठीक होने के बाद, शूटिंग दोबारा शुरू करेगी। बता दें कि श्रद्धा कपूर के अलावा, इस फिल्म में रणदीप हुड्डा और मोहम्मद जीशान अय्यूब भी अहम भूमिका निभाएंगे। फिल्म का डायरेक्शन लक्ष्मण उतेकर कर रहे हैं और इसे दिनेश विजान की मैडॉक फिल्म्स द्वारा प्रोड्यूस किया जा रहा है।
फिल्ममेकर कबीर खान गोवा के पणजी में चल रहे 56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) में पहुंचे। इवेंट के दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में अपने प्रोजेक्ट्स और सलमान खान के साथ काम करने को लेकर जैसे कई मुद्दों पर बात की। कबीर खान ने अपनी फिल्म चंदू चैंपियन के लीड एक्टर कार्तिक आर्यन को फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 में बेस्ट एक्टर मिलने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, “कार्तिक ने इस फिल्म के लिए जिस लेवल की मेहनत की, वैसी मेहनत बहुत कम एक्टर करते हैं। डेढ़ साल तक उन्होंने खुद को पूरी तरह रोल के हवाले कर दिया। बॉक्सिंग सीखी, स्विमिंग सीखी, और सबसे मुश्किल बिना पैरों के स्विमिंग सीखना भी। उन्होंने अपने शरीर को 37 प्रतिशत फैट से घटाकर सिर्फ 7 प्रतिशत तक लाया। ये किसी आम कलाकार के बस की बात नहीं।” जब उनसे पूछा गया कि कार्तिक आर्यन, जिनकी पहचान प्यार का पंचनामा और लुका छुपी जैसी हल्की-फुल्की फिल्मों के किरदारों से रही है, उन्हें चंदू चैंपियन जैसे गंभीर और चुनौतीपूर्ण रोल के लिए क्यों चुना गया, तो इस पर कबीर खान ने बताया कि उनके करियर की खासियत यही रही है कि वे हमेशा कलाकारों को उनकी सहज छवि से बाहर निकालते हैं। उन्होंने कहा, “जब मैंने न्यूयॉर्क में कैटरीना कैफ को लिया, तो वो उनके करियर का सबसे अलग रोल था। फिल्म काबुल एक्सप्रेस में जॉन अब्राहम, 83 में रणवीर सिंह और बजरंगी भाईजान में सलमान खान इन सबने अपने करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण किरदार निभाए। अब कार्तिक ने भी वैसा ही किया है। मेरे लिए यही सिनेमा का असली मजा है किसी एक्टर के अंदर वो रॉ मटीरियल देखना और उसे नए किरदार में ढाल देना।” आने वाले प्रोजेक्ट्स पर कबीर खान ने बताया कि वे अगले महीने एक नई फिल्म की घोषणा करने वाले हैं। उन्होंने कहा, “ये कहानी बहुत दिलचस्प है और इसे बेहद अलग अंदाज में बनाया जा रहा है। अभी ज्यादा नहीं बता सकता, लेकिन ये मेरे अब तक के काम से थोड़ी हटकर होगी।” बजरंगी भाईजान 2 पर बोले कबीर खान सलमान खान के साथ फिर से काम करने के सवाल पर, कबीर ने कहा, “मेरी और सलमान की जोड़ी हमेशा खास रही है। बजरंगी भाईजान को आज दस साल हो गए हैं, लेकिन लोगों का प्यार आज भी वैसा ही है। लोग बार-बार पूछते हैं कि बजरंगी भाईजान 2 कब बनेगी। मैं और सलमान भी इस पर बात करते हैं, लेकिन हम दोनों मानते हैं कि ऐसी फिल्म की लीगेसी को बिगाड़ना नहीं चाहिए। अगर हमें कोई शानदार स्क्रिप्ट मिलती है, तो जरूर बनाएंगे।” मेरी फिल्मों में हमेशा सोशल लेयर रहती है: कबीर जब कबीर खान से पूछा गया कि उनकी फिल्मों में हमेशा सामाजिक या राजनीतिक परत देखने को मिलती है क्या वे कभी इससे अलग दिशा में, जैसे कॉमेडी या एक्शन जॉनर में कुछ नया करने का सोचते हैं? इस पर उन्होंने कहा, “मेरी फिल्मों में हमेशा एक सोशल या पॉलिटिकल लेयर रहती है, क्योंकि मुझे वैसा सिनेमा देखना पसंद है, इसलिए मैं वैसा ही बनाता हूं, लेकिन अगर किसी कहानी में बजरंगी भाईजान जैसी कॉमेडी होगी, तो वह अपने आप आ जाएगी और अगर कहानी में एक था टाइगर या फैंटम जैसा एक्शन होगा, तो वो भी आएगा। मैं कभी जॉनर के हिसाब से नहीं, कहानी के हिसाब से सोचता हूं। मेरे लिए मूल में हमेशा ह्यूमन स्टोरी होती है।” वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या कोई ऐसा एक्टर है जो उनकी बकेट लिस्ट में शामिल है, जिनके साथ वे भविष्य में काम करना चाहते हैं, तो कबीर बोले, “बहुत सारे हैं। शाहरुख खान हैं उन्होंने ट्यूबलाइट में मेरे साथ कैमियो किया था, लेकिन कभी पूरी फिल्म नहीं की। आमिर खान और रणबीर कपूर के साथ भी काम करना चाहता हूं।”
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या और गैंगस्टर लॉरेंस गिरोह से दोस्ती को लेकर सिंगर मनकीरत औलख ने चुप्पी तोड़ी है। एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि सिद्धू हत्याकांड में उन पर लगने वाले सारे आरोप निराधार हैं। पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दी है। मनकीरत ने कहा- जिस जेल की फोटो की वजह से उनका संबंध लॉरेंस से जोड़ा जाता है, वह शो 2014 में जेल प्रशासन ने ही करवाया था। वह भी उस शो में दिलप्रीत ढिल्लों समेत 8 कलाकारों के साथ परफॉर्मेंस देने गए थे। उनका यूनिवर्सिटी के के बाद लॉरेंस से कभी संपर्क नहीं रहा। वहीं, उन्होंने दावा किया कि म्यूजिक इंडस्ट्री में गैंगस्टर आ गए हैं। वे धमकाकर सिंगरों से गाने लेते हैं। कई बड़े सिंगरों ने उन्हें गाने दिए हैं। उन्होंने कनाडा से भारत शिफ्ट होने वजह भी बताई। सिंगर मनकीरत औलख की 6 अहम बातें... लॉरेंस और मेरा सेम बैच था, यूनिवर्सिटी के बाद टच में नहींमनकीरत औलख ने बताया कि लॉरेंस को वह DAV कॉलेज और यूनिवर्सिटी के टाइम में जानते थे, क्योंकि उनका सेम बैच था। उस समय लॉरेंस सोपू से और मैं इनसो से जुड़ा था। मैं हरियाणा के फतेहाबाद का रहने वाला हूं। मैंने कभी चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन राजनीति से जुड़ा था। मैं रेसलर भी रहा, लेकिन यूनिवर्सिटी के बाद से मेरा कभी लॉरेंस से संपर्क नहीं हुआ। मुझे पता नहीं क्यों उससे मेरा नाम जोड़ा जाता है। 2014 की फोटो उठा लेते हैं, उसके साथ कनेक्शन बना देते हैं। आपने भी पढ़े है। आपकी 10 साल पुरानी फोटो में कुछ आपके साथ पढ़ने वाले जज और IPS बन गए होंगे, कुछ गलत रास्ते पर चले गए होंगे। मीडिया को बस थोड़ा मसाला चाहिए, इसलिए मसाला बना दिया जाता है। बयान दिया और गैंगस्टरों के निशाने पर आयामोहाली में कत्ल किए यूथ अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा से दोस्ती के बारे में मनकीरत ने बताया कि यूनिवर्सिटी के समय से दोस्ती थी। वह सोपू से थे और बाद में सोपू व इनसो का अलायंस हो गया। उसी समय से विक्की से बहुत ज्यादा प्यार था। अब भाई हमारे बीच नहीं हैं। 7 अगस्त 2021 को जब उनकी हत्या हुई तो मैं सोकर उठा था, तभी मुझे इस बारे में फोन आया। 2021 में विक्की की हत्या के बाद गैंगवार बढ़ी और हालात गलत दिशा में चले गए। विक्की बड़े भाई जैसे थे। उनका आर्टिस्टों से भी बहुत प्यार था, चाहे करण औजला, एमी विर्क, रणजीत बावा हों, सब अच्छे भाई थे। उस समय प्रशासन ने कहा कि संस्कार में नहीं जाना है। मैं संस्कार में नहीं गया। पुलिस ने कहा था कि मुझे थ्रेट है। लेकिन मेरे से रहा नहीं गया और मैं यूनिवर्सिटी में कैंडल मार्च में जाकर कहा कि जिसने मारा है, उसे सजा मिलनी चाहिए। तब से गैंगस्टर मुझे टारगेट कर रहे हैं। बच्चे के पास गया, आरोप लगाया विदेश भाग गयासिद्धू मूसेवाला भाई जैसा था, बहुत प्यार था। मैं सिद्धू के घर भी गया था, जहां पर हमने एक सिंगर का गाना गाया। हम दोनों पर एक साथ FIR भी हुई थी, जो आज भी चल रही है। 2022 की बात है, जिस दिन सिद्धू की हत्या हुई, मैं चंडीगढ़ में अपने घर पर था। 29 मई 2022 को सिद्धू की मौत हुई और 2 जून को मैं कनाडा चला गया। 21 जून 2022 को कनाडा में मेरा बेटा हुआ। वह आज भी वह सीन याद कर रो पड़ते हैं कि मीडिया ने खबरें चला दीं कि मैं विदेश भाग गया हूं। 2-3 साल बहुत परेशान रहा। आर्टिस्ट हिट होने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ गाने गाते हैं, लेकिन मैंने कभी ऐसा नहीं किया। अगर कोई मेरे खिलाफ गाना गा दे, तो भी मैं हाथ जोड़ लेता हूं। पता नहीं क्यों मुझे इन मामलों में इन्वॉल्व किया गया। अगर सिद्धू और विक्की के पास सुरक्षा होती तो वे बच जाते। कनाडा भी अब सुरक्षित नहीं रहा मनकीरत ने कहा कि मैं कनाडा शिफ्ट होना चाहता था। शिफ्ट हुआ भी, लेकिन वहां रह नहीं पाए और वापस आए। अब कनाडा में भी फायरिंग हो रही है। वहां कोई सुरक्षित नहीं है। अगर पंजाब में हम सुरक्षित हैं तो इसका श्रेय पंजाब पुलिस को जाता है। सिद्धू के पास भी सुरक्षा होती तो वह बच जाते। विक्की के पास सिक्योरिटी होती तो बचाव हो जाता। खाकी पर फायर करना मुश्किल होता। कनाडा में सुरक्षा नहीं है, वहां बुलेटप्रूफ गाड़ी भी नहीं रख सकते। अब 2015–16 वाला कनाडा नहीं रहा है। दो तीन साल काफी परेशान रहा जब मनकीरत से पूछा गया कि बंबीहा गैंग के नाम से एक पोस्ट आई थी, जिसमें कहा गया था कि सिद्धू की मौत के पीछे मनकीरत हैं और वह गायकों की मुखबिरी कर गैंगस्टरों को जानकारी देते हैं तो मनकीरत ने कहा कि अगर मैं ऐसा होता तो कुछ नहीं बचता। मेरी पूरी जांच हुई और मुझे क्लीन चिट मिली। पंजाब पुलिस ने भी मुझसे पूछताछ की। मेरे और बब्बू मान के बारे में बहुत बातें कहीं गईं। गैंगस्टरों ने इंडस्ट्री पर कब्जा कर रखा हैमनकीरत ने कहा कि म्यूजिक इंडस्ट्री पर गैंगस्टरों ने कब्जा कर रखा है। वे डराकर गाने ले रहे हैं। कौन से गैंगस्टर इसमें शामिल हैं, इसमें मुझे मत घसीटा जाए। कई बार मुझ पर अटैक हो चुके हैं। गैंगस्टर कंपनियां खोल रहे हैं और कई बड़े सिंगरों ने उन्हें गाने भी दिए हैं। कलाकार एक कारोबारी व्यक्ति की तरह रोज कमाई करता है। वह जो गाता है एंटरटेनमेंट के लिए होता है। गैंग पर गाने को लेकर मनकीरत ने कहा- “जो दिखता है, वही बिकता है।” मेरे धार्मिक गाने भी हैं। जेल में रहकर पूरे देश में अपराध करा रहा लॉरेंसलॉरेंस बिश्नोई पंजाब का खतरनाक गैंगस्टर है। लॉरेंस का जन्म पंजाब के फजिल्का में हुआ। चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव हारने के बाद वह अपराध की दुनिया में उतर गया। इसके बाद उसने गैंगस्टर के साथ मिलकर अपराधों को अंजाम देना शुरू कर दिया। सिद्दू मूसेवाला की हत्या और सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने के बाद वह सुर्खियों में आया। उसका बठिंडा जेल का एक वीडियो वायरल हुआ था। लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह जेल में बंद रहने के दौरान भी गैंग चला रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक उसके करीब 500 शूटर हैं, जो भारत के अलावा कनाडा और कई दूसरे देशों में अपराध कर रहे हैं। सिद्धू मूसेवाला की मानसा में हुई हत्यासिद्धू मूसेवाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। उनका जन्म 11 जून 1993 को पंजाब के मानसा जिले के मूसा गांव में पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर के घर हुआ था। वो एक जाट परिवार से ताल्लुक रखते थे। 2016 में उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद वह पॉपुलर सिंगर बने। इस दौरान उन पर गानों के जरिए हथियारों को बढ़ावा देने के भी आरोप लगे। सिद्धू मूसेवाला का 29 मई 2022 को जवाहरके गांव में कत्ल कर दिया गया था। कत्ल की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ ने ली थी। पुलिस इस मामले में लॉरेंस-गोल्डी समेत 30 से ज्यादा गैंगस्टरों को नामजद कर चुकी है।
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के वर्चुअल टूर की तैयारी जोरो से चल रही है। अब इस टूर का एक पोस्टर भी रिलीज किया गया है। सोशल मीडिया पर रिलीज किए गए इस पोस्टर में सिद्धू मूसेवाला के टूर का नाम 'साइन टू गॉड' लिखा है। सिद्धू मूसेवाल के पिता बलकौर सिंह ने वर्चुअल टूर आर्गेनाइज कर रही टीम के सदस्यों से मिलकर उनकी तैयारियों की भी जानकारी ली। साइन टू गॉड नाम से सिद्धू मूसेवाला का एक गीत भी है। रिलीज किया गया पोस्टर AI की मदद से तैयार किया गया है। इसमें सिद्धू के सिग्नेचर लुक की झलक है। ये टूर 2026 में शुरू होगा। हांलाकि टूर में क्या होगा, कितने सॉन्ग होंगे, इसके बारे में बलकौर सिद्धू आने वाले दिनों में जानकारी देंगे। शुभदीप उर्फ सिद्धू मूसेवाला का जन्म 11 जून 1993 को मानसा जिला के मूसा गांव में हुआ था। 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की मानसा के जवाहरके गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से उनका परिवार सिद्धू के बर्थडे से लेकर समय-समय पर उनकी यादों से जुड़ा कोई न कोई इवेंट ऑर्गेनाइज करवाता है। सिद्धू के वर्चुअल टूर से जुड़े PHOTOS... इटली की टीम कर आर्गेनाइज रही होलोग्राम टूर ऑर्गेनाइजइंस्टाग्राम पर रिलीज किए गए सिद्धू मूसेवाला के वर्चुअल टूर के पोस्टर पर लिखा है कि इटली की टीम इस होलोग्राम टूर को आर्गेनाइज कर रही है। टीम की तैयारियां फाइनल हो चुकी हैं। इन तैयारियों को देखने के लिए सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह बीते दिनों इटली में टीम के सदस्यों से भी मिले और तैयारियों का जायजा लिया। हालांकि इस टूर में क्या होगा, वर्ल्डवाइड ये कैसे रिलीज होगा, इसमें सिद्धू के कौन से गाने शामिल होंगे। इसके बार में टीम ने अभी जानकारी शेयर नहीं की है। होलोग्राम टूर में कलाकार का 3D होलोग्राम स्टेज पर लाइव जैसा दिखाया जाता है। ऐसा लगता है जैसे वह कलाकार सच में स्टेज पर मौजूद हो। वह स्टेज पर परफॉर्म कर रहा हो। सिद्धू की मां बोली- सिद्धू के लिखे लिरिक्स ही रिलीज होंगेइंस्टा पर शेयर की गई एक पोस्ट में सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर ने उन आरोपों का खंडन किया है, जिनमें कहा जा रहा है सिद्धू के गीत AI से रिलीज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे ने इतने गीत लिखे हैं कि हमें AI की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उसका लिखा हुआ बहुत सा मैटर पड़ा है। हम जब भी रिलीज करेंगे उसकी कलम से लिखे हुए गीत ही रिलीज करेंगे। पिता बलकौर बोले- सिद्धू के गीत उसे 30 साल जिंदा रखेंगेAI के जरिए गीत जारी होने के सवाल पर पिता बलकौर सिंह ने कहा कि जो लोग मुकाबला नहीं कर पाते वो कुछ भी कहते रहते हैं। सिद्धू की कई रिकॉर्डिंग आज भी मौजूद हैं। इन्हें धीरे-धीरे रिलीज करेंगे। सिद्धू के फैंस उनके गीतों का इंतजार करते हैं। उनको सिद्धू के गीत अगले 30 साल तक मिलते रहेंगे। सिद्धू इतना लिखकर गया है कि वह लोगों को दिलों में अगले 30 साल तक जिंदा रहेगा। बर्थ डे पर रिलीज मूसा प्रिंट 100 मिलियन क्लब में पहुंचा थासिद्धू मूसेवाला के 32वें जन्मदिन पर रिलीज हुई उनके तीन गीतों की एल्बम मूस प्रिंट 4 महीने में ही 100 मिलियन व्यू क्लब में शामिल हो गई थी। मूसेवाला की मौत के बाद भी उनके फैंस में उनका पहले वाला ही क्रेज है।एल्बम मूसा प्रिंट में 3 गाने थे। इनमें 0008, नील और टेक नोट्स शामिल थे। इस एल्बम को रिलीज करते हुए उनके पिता बलकौर सिंह ने कहा था कि उनका मकसद है कि सिद्धू का शुरू किया गया ये सिलसिला थमे न। अभी सिद्धू के जितने भी गाने रिकॉर्ड हैं, उन्हें धीरे-धीरे रिलीज किया जा रहा है।
252 करोड़ के ड्रग्स मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर के भाई को समन किया गया है। मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने सिद्धांत को समन भेजा है। सिद्धांत को 25 नवंबर को अपना बयान दर्ज करवाना होगा। इससे पहले पॉपुलर इन्फ्लूएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को भी ANC ने समन किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एंटी नारोक्टिक्स सेल की घाटकोपर यूनिट ने ओरी को दूसरा समन भी भेजा है। इसके मुताबिक, उन्हें 26 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। श्रद्धा कपूर, नोरा का नाम भी आया, जानिए क्या है पूरा मामला इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एंटी नारकोटिक्स सेल ने अगस्त में दाऊद इब्राहिम के साथ काम करने वाले ड्रग तस्कर सलीम डोला के बेटे ताहेर डोला को दुबई से प्रत्यर्पित किया था। पूछताछ के दौरान ताहेर डोला ने बयान में कहा कि उसके द्वारा भारत और विदेशों में आयोजित होने वाली ड्रग्स पार्टियों में बॉलीवुड एक्टर्स, मॉडल्स, रैपर्स, फिल्ममेकर और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदार भी शामिल होते थे। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ताहेर डोला ने दावा किया है कि इन पार्टीज में ड्रग (मेफेड्रोन) सप्लाई की जाती है। इन पार्टी में शामिल होने वाले लोगों में श्रद्धा कपूर, भाई सिद्धार्थ कपूर, अलीशा पारकर (हसीना पारकर का बेटा), नोरा फतेही, ओरी उर्फ ओरहान अवात्रामणि, पॉपुलर फिल्ममेकर जोड़ी अब्बास-मस्तान, रैपर लोका और बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी भी शामिल हैं। बता दें कि श्रद्धा कपूर ने साल 2017 में रिलीज हुई दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर में हसीना का रोल प्ले किया था। जबकि उनके भाई सिद्धार्थ कपूर दाऊद इब्राहिम के रोल में थे।
वेटरन एक्ट्रेस हेलेन शुक्रवार को 87 साल की हो गईं। इस खास मौके को एक्ट्रेस ने फैमिली और करीबी दोस्तों के साथ सेलिब्रेट किया। हेलेन के बर्थडे सेलिब्रेशन में उनके पति सलीम खान पहुंचे। वहीं, सलीम खान की पहली पत्नी सलमा खान (सुशीला चरक) भी बर्थडे सेलिब्रेशन में शामिल हुईं। इसके अलावा सेलिब्रेशन में वेटरन एक्ट्रेस आशा पारेख, वहीदा रहमान ने शिरकत की। वहीं, एक्ट्रेस रेखा ने काफी स्टाइलिश अंदाज में सेलिब्रेशन में एंट्री ली। सोहेल खान भी बर्थडे सेलिब्रेशन में शामिल हुए। इस दौरान एक्टर ग्रे रंग की फुल स्लीव्स टीशर्ट और ब्लू डेनिम में दिखे। मुंबई के बांद्रा में हुए इस सेलिब्रेशन के दौरान एक्ट्रेस ने वहां मौजूद पैपराजी का मुस्कुराते हुए अभिवादन किया। हेलेन ने अपने खास दिन के लिए पर्पल रंग का सूट पहना था, जिसमें वो बहुत सुंदर लग रही थीं।
फैमिली मैन 3 का प्रीमियर हो चुका है। इस बार सीरीज में दो नए विलेन की एंट्री हुई है। निम्रत कौर, जो सीरीज में मीरा का किरदार निभा रही हैं और जयदीप अहलावत, जो रुक्मा बनकर श्रीकांत तिवारी से भिड़ते नजर आएंगे। सीरीज की स्टारकास्ट ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। आपने हमेशा पॉजिटिव किरदार निभाए हैं। इस बार आपको बॉस वाला किरदार मिला है। इस बारे में कुछ कहना चाहेंगी? निम्रत- देखिए, जब आप किसी ऐसे व्यक्ति के सामने खड़े होते हैं जो पहले से ही काफी स्मार्ट है और आपको उसे हराना है, तो आपको उससे भी ज्यादा चालाक होना पड़ेगा। राज और डीके ने जो यह किरदार लिखा है मीरा और रुक्मा वह एक तरह से मास्टरमाइंड पर आधारित है और देखना है कि कैसे वह श्रीकांत को टक्कर देती हैं। इसके बाद धीरे-धीरे कहानी आगे बढ़ती है। इस किरदार में कई रोमांचक पहलू हैं, जो आगे देखने को मिलेंगे। मुझे इस किरदार को निभाते हुए बहुत मजा आया, क्योंकि बार-बार आपको ऐसे चुनौतीपूर्ण किरदार करने का मौका नहीं मिलता। इससे पहले दो सीजन आ चुके हैं और दर्शकों ने किरदारों को पसंद किया। नए सीजन में आने के नाते क्या आपको अपनी जगह बनाने का कोई दबाव महसूस हुआ? निम्रत- काम करने का अनुभव बहुत मजेदार रहा। लेकिन कभी यह प्रेशर नहीं था कि मैं उम्दा कलाकारों के साथ काम कर रही हूं। हां, जब आप मनोज सर जैसे बड़े कलाकारों के साथ काम करते हैं, तो यह आपके लिए खुद में गर्व की बात होती है। किसी काम को करने से पहले मैं बस इतना सोचती हूं कि मैं अपने किरदार को और भी बेहतर बनाऊं, ताकि ऑडियंस उसे पसंद करे और उससे रिलेट कर पाए। बस एक वही घबराहट होती है। दर्शक हमेशा यह जानना चाहते हैं कि सुचि के दिमाग में क्या चल रहा है और वह क्या करना चाहती है। क्या इस सीजन में इसका जवाब मिलेगा? प्रियामणि- वैसे तो इसका सही उत्तर तो सीजन देखने पर ही पता चलेगा। सूची एक तरफ अपने परिवार को संभाल रही है और दूसरी तरफ श्रीकांत के झूठ को भी मैनेज कर रही है। पहले दो सीजन में वह पूरी कोशिश कर रही थी कि अपना और श्रीकांत का रिश्ता बचाया जाए। इस नए सीजन में इनके बीच और भी ज्यादा समस्याएं आ रही हैं। इस बार परिवार को भी खतरा है। देखना होगा कि श्रीकांत परिवार को बचा पाते हैं या नहीं। श्रीकांत को हमेशा जेके बचाते रहते हैं। इस बार तो समस्या और ज्यादा है। इस बार वे कैसे बचाएंगे? शारिब- देखिए, जेके जो कर सकता है वह तो करेगा ही। लेकिन मेरा बताना उतना मजेदार नहीं होगा जितना आपको यह सीजन देखकर पता चलेगा। आपकी वेब सीरीज के कई मीम्स बनते हैं। आपको इनमें से कौन सा सबसे पसंद है? शारिब- मुझे अपनी मीम्स बहुत पसंद हैं और मैं इन्हें देखकर काफी एंजॉय करता हूं। मैं सोचता हूं कि अगर मेरे काम के मीम्स बन रहे हैं, तो समझ लो मैं सही कर रहा हूं। मनोज बाजपेयी के साथ काम करते समय कितनी सतर्कता (विजिलेंस) बरतनी पड़ती है? क्योंकि वह अक्सर स्क्रिप्ट में बदलाव भी कर देते हैं। प्रियामणि- जब भी आप मनोज सर के साथ काम कर रहे होते हैं, तो सबसे जरूरी है कि आप पूरी तरह सतर्क रहें। वैसे तो हम लोग रिहर्सल करते हैं, लेकिन जब टेक आता है, तो डर तो लगता ही है। बड़ी बात यह है कि राज और डीके सर आमतौर पर कट नहीं बोलते। लेकिन अब धीरे-धीरे सब समझ में आने लगा है।मनोज- राज और डीके बहुत ही धैर्यवान हैं। पहले सीजन में भी ठीक थे, लेकिन इस बार के सीजन में डीके थोड़े ज्यादा विजिलेंट रहे। अगर मैं स्क्रिप्ट में कुछ अलग करता हूं, तो डीके कहते हैं, अभी एक और स्क्रिप्ट बन जाएगी। हालांकि, मैं ज्यादा बदलाव नहीं करता। आपका किरदार बहुत बॉस जैसा है। सेट पर इसका माहौल कैसा रहता था? नम्रत- मेरे सीन्स के दौरान हंसी-मजाक का समय बहुत कम था। मनोज- ये लोग थोड़े बोरिंग थे। डीके- मनोज हमेशा यही शिकायत करता था कि ये लोग सब लंदन जा रहे हैं, हमें क्यों नहीं ले जा रहे? इस बार हमने इन्हें नागालैंड ले जाकर शूट किया।
बॉलीवुड की आईकॉनिक फिल्म '1942: ए लव स्टोरी' की 56वें इंडियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में (IFFI) में शुक्रवार को स्क्रीनिंग गई। इस स्क्रीनिंग में फिल्म की विरासत और आरडी बर्मन के संगीत को श्रद्धांजलि दी गई। इस खास मौके पर फिल्म के स्टार जैकी श्रॉफ, अनुपम खेर मौजूद थे। इसके अलावा फिल्म के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा, राइटर कामना चंद्रा और प्रोड्यूसर मौजूद रहे। सभी ने फिल्म को लेकर अपनी यादें साझा की। स्क्रीनिंग से पहले जब जैकी श्रॉफ से गोवा को लेकर उनकी याद और खास पूछी गईं तो उन्होंने कहा-ऐसी कोई यादें नहीं है। मैं आपसे जो अभी बात कर रहा हूं, यही यादें हैं। मुझे याद नहीं रहता है। मैं भूल जाता हूं। मैं आगे की सोचता हूं। गोवा के बारे में बात करते हुए अनुपम खेर ने कहा- ‘ग्रेट ऑनर, मैं विधु विनोद, जैकी, कामना जी के साथ स्टेज शेयर कर रहा हूं। 1942 के रिलीज होने के 32 साल बाद ये मौका हम सबको मिला है। और 35 साल पहले विनोद के साथ हमने ये फिल्म शूट की थी। मैं गोवा की वाइब्रेशन को पसंद करता हूं। यहां जो लोगों में रिलैक्स करने का एटीट्यूड है, उसे पसंद करता हूं। मुझे यहां के लोगों से प्यार है। हमारे लिए इफ्फी 20205 बेहद महत्त्वपूर्ण है। वहीं 1942 अ लव स्टोरी को लिखने वाली कामना चंद्रा ने गोवा के बारे में बात करते हुए कहा- 'इतनी सुंदर जगह है कि यहां आकर दिल खुश हो जाता है।' फिल्म के डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा से जब पूछा गया तीन दशक पहले रिलीज हुई इस फिल्म से आज की जनरेशन से कैसे जुड़ाव महसूस करेगी? इस पर उन्होंने कहा- 'लव, ईमानदारी, अच्छाई, देश भक्ति हमेशा के लिए होता है। जय हिंद 40-50 साल पहले भी था और आज भी जय हिंद ही रहेगा। जब आप प्यार में पड़ते हैं तो आप महसूस करते हैं कि प्यार हुआ चुपके से। ये फीलिंग तब भी होती थी और आज भी है।' बता दें कि इफ्फी में खास स्क्रीनिंग के लिए फिल्म को 8K वर्जन में रिस्टोर किया गया है। इसके साउंड ट्रैक को एक सावधानीपूर्वक प्रक्रिया का उपयोग करके 5.1 साउंड में रीमास्टर किया गया है, जिसका एक हिस्सा इटली के बोलोग्ना स्थित L'Immagine Ritrovata में किया गया है। ये सिनेमैटिक हेरिटेज को संरक्षित करने वाली एक प्रमुख लैब है।
फरहान अख्तर की फिल्म ‘120 बहादुर’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म 1962 के भारत-चीन युद्ध में रेजांग ला की लड़ाई की वास्तविक कहानी पर आधारित है। इस फिल्म में 13वीं कुमाऊं रेजिमेंट की चार्ली कंपनी के 120 बहादुर भारतीय सैनिकों के बलिदान और साहस की कहानी को दिखाया गया है। जिन्होंने चीनी सेना की भारी टुकड़ियों का बहादुरी से सामना किया था। रजनीश ‘रैजी’ घई के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म का निर्माण रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर के एक्सेल एंटरटेनमेंट बैनर तले किया है। इस फिल्म में फरहान ने मेजर शैतान सिंह भाटी का किरदार निभाया है। इस फिल्म की लेंथ 2 घंटा 17 मिनट है। इस फिल्म को दैनिक भास्कर ने 5 में से 4.5 स्टार की रेटिंग दी है। फिल्म की कहानी क्या है? फिल्म की शुरुआत अमिताभ बच्चन की मजबूत, गंभीर और भावनात्मक वॉयसओवर से होती है, जो आपको सीधे उन दिनों में ले जाता है जब दो देशों की दोस्ती विश्वासघात में बदल चुकी थी और चीन ने बिना चेतावनी हमला बोला था। उसी विश्वासघात की दरारों में से यह कहानी जन्म लेती है। फिल्म की कहानी 1962 के भारत–चीन युद्ध की उस ऐतिहासिक लड़ाई पर आधारित है, जहां चुसुल सेक्टर में तैनात चार्ली कंपनी , जिसे अहीर कहा जाता था, अपनी पोस्ट की रक्षा कर रही थी। कंपनी की कमान मेजर शैतान सिंह भाटी के पास थी, और उनके साथ सिर्फ 120 भारतीय बहादुर मौजूद थे। इसी दौरान चीन की सेना बेहद बड़ी तादाद में भारतीय पोस्ट की ओर बढ़ती है और बिना किसी चेतावनी के हमला कर देती है। मुकाबला एकतरफा दिखने के बावजूद अहीर इलाके की समझ, ऊंचाई की पोजिशन और अपने अनुशासन के दम पर डटकर जवाब देते हैं। दुश्मन लगातार वेव में हमला करता है, लेकिन 120 जवान आखिरी दम तक अपनी चौकी बचाने की लड़ाई लड़ते हैं। फिल्म साफ तौर पर दिखाती है कि कैसे अत्यधिक संख्या में घिरे होने के बावजूद चार्ली कंपनी ने वीरता, अनुशासन और जज्बे का ऐसा उदाहरण पेश किया जो इतिहास में दर्ज हो गया। स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है? फरहान अख्तर ने मेजर शैतान सिंह भाटी के रूप में शांत दृढ़ता और गहरी तीव्रता का बेहतरीन मेल दिखाया है। उनका संयमित गुस्सा, नेतृत्व और भावनात्मक वजन,सब कुछ सीन को प्रभावशाली बनाता है। वह अहीर बॉयज के कमांडर के रूप में पूरी तरह विश्वसनीय लगते हैं। फिल्म की आत्मा बनते हैं स्पर्श वालिया, जो सिपाही राम चन्द्र यादव के रूप में शुरू से अंत तक सबसे बड़ा सरप्राइज साबित होते हैं। उनकी थकान, डर, उम्मीद और जज्बे का असर इतना असली है कि दर्शक तुरंत उनसे जुड़ जाते हैं, और क्योंकि कहानी उन्हीं की नजर से आगे बढ़ती है, उनका प्रदर्शन पूरी फिल्म को गहराई देता है। राशि खन्ना अपने सीमित, लेकिन भावनात्मक किरदार में गर्मजोशी लाती हैं, जबकि विक्की आहूजा और बाकी सपोर्टिंग कास्ट ने युद्ध की गंभीरता और सैनिकों की मानवीय कमजोरी को विश्वसनीय तरीके से स्क्रीन पर उतारा है। फिल्म का डायरेक्शन और तकनीकी पहलू कैसा है? निर्देशक रजनीश ‘रजी ’ घोष ने 1962 की इस ऐतिहासिक लड़ाई को सरल, साफ और भावनात्मक अंदाज में पेश किया है। अमिताभ बच्चन के प्रभावशाली वॉयसओवर से शुरुआत होते ही फिल्म माहौल बना लेती है। लोकेशन, आर्ट डायरेक्शन और युद्ध के पल काफी प्रामाणिक महसूस होते हैं। कैमरा वर्क लड़ाई की अफरा-तफरी और सैनिकों के डर-जज्बे को अच्छी तरह पकड़ता है। फिल्म का म्यूजिक कैसा है? बैकग्राउंड स्कोर दमदार है और कई दृश्यों में रोमांच बढ़ाता है। गाने उतने असरदार नहीं हैं, लेकिन फिल्म की कहानी के साथ पूरी तरह से मेल खाते हैं। और इसमें देशभक्ति का जज्बा देखने को मिलता है। फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं? 120 बहादुर अपने इमोशन, रिसर्च और रियल हीरोज के सम्मान की वजह से दिल तक पहुंचती है। कहानी सीधी है, अभिनय मजबूत है, और निर्देशन इसे गरिमा देता है। भारत–चीन युद्ध का जंग भारत के लिए बेशक दर्दनाक हार साबित हुई, लेकिन इसी हार के बीच एक ऐसी जीत भी छिपी थी जिसने पूरी दुनिया को भारतीय सैनिकों के साहस और जज्बे का एहसास कराया। यह फिल्म सीख देती है कि असली जीत हिम्मत और देशभक्ति की होती है।
फिल्ममेकर मुकेश भट्ट ने हाल ही में कहा था कि फिल्म सावी बनाम जिगरा विवाद पब्लिसिटी के लिए था। इसी को लेकर फिल्म सावी की लीड एक्ट्रेस दिव्या खोसला ने एक कॉल रिकॉर्डिंग शेयर की है, जिसमें उन्होंने मुकेश से इस बयान पर बात की और जिसमें मुकेश अपने पुराने बयान से पलटते नजर आए। गुरुवार को दिव्या ने यह ऑडियो रिकॉर्डिंग इंस्टाग्राम पर शेयर की। इसमें वह मुकेश से पूछती हैं कि क्या आपने कहा कि मैंने छिछोरी हरकत की है? मैंने आलिया की जिगरा वाली कॉन्ट्रोवर्सी को लेकर पब्लिसिटी स्टंट किया? इस पर मुकेश कहते हैं, “ना मेरे से किसी ने पूछा, ना मैंने किसी को बोला। यह सब कुछ लोग अपने फायदे के लिए बना रहे हैं।” दिव्या ने बताया कि उनके बर्थडे के दिन कई नेगेटिव रिपोर्ट सामने आई थीं। इस वजह से वह परेशान थीं। इस पर मुकेश कहते हैं कि यह सब प्लानिंग के तहत हुआ है और कोई उन्हें जानबूझकर टारगेट कर रहा है। उन्होंने कहा, “पहली बात, मुझे पता नहीं था कि आपका बर्थडे है और मैं ऐसी चीजें नहीं करता। तुम्हें पता है मैं कैसा हूं।” रिकॉर्डिंग में मुकेश यह भी कहते हैं कि यह रिएक्शन किसी दूसरी तरफ से आया हो सकता है। उन्होंने दिव्या से कहा कि वह इन चीजों से ऊपर उठें और अपना काम ध्यान से करें। उन्होंने कहा कि आगे उनके लिए सब अच्छा रहेगा। दिव्या ने रिकॉर्डिंग शेयर करते हुए लिखा कि जो बात उन्हें पता चली है, वह परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कई कलाकारों और फैंस को लॉबिंग और गेट-कीपिंग का सामना करना पड़ता है। उनके अनुसार यह सच सामने आना जरूरी है। दिव्या ने आगे लिखा, “मुझे मजबूरी में यह फोन कॉल शेयर करनी पड़ रही है ताकि लोग खुद सुन सकें कि कैसे कुछ ग्रुप करियर खराब करने की कोशिश करते हैं और टैलेंट को रोकते हैं। यह व्यवहार सामान्य नहीं होना चाहिए। अब समय है कि हम बोलें और इंडस्ट्री माफिया को एक्सपोज करें।” मुकेश भट्ट ने क्या कहा था? दरअसल, हाल ही में लेहरेन रेट्रो के साथ इंटरव्यू में जब मुकेश भट्ट से सावी और जिगरा विवाद पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता दिव्या ने पब्लिसिटी के लिए क्या किया? उन्होंने यह भी कहा कि जिगरा की कहानी महेश भट्ट की फिल्म गुमराह से इंस्पायर लगती है, जो खुद बैंकॉक हिल्टन से प्रेरित थी। वहीं सावी के लिए उन्होंने द नेक्स्ट थ्री डेज के राइट्स खरीदे थे और कहानी में जेंडर बदलाव किया गया था। मुकेश भट्ट ने आगे कहा कि आजकल मीडिया में दिखने के लिए लोग विवाद बनाते हैं। उनके मुताबिक, अगर किसी बड़ी स्टार जैसे आलिया भट्ट का नाम जोड़ दिया जाए, तो चर्चा जल्दी मिलती है। मुकेश ने कहा कि कई फिल्मों के थीम एक जैसे हो सकते हैं, लेकिन प्रेजेंटेशन अलग होता है। आलिया पर लगे आरोपों को उन्होंने खारिज किया और कहा कि वह इतनी बड़ी और समझदार एक्ट्रेस हैं कि उन्हें आइडिया कॉपी करने की जरूरत नहीं। जिगरा बनाम सावी विवाद क्या है? साल 2024 में दिव्या ने आरोप लगाया था कि जिगरा ने सावी की कॉपी की। उन्होंने कहा था कि दोनों फिल्मों में जेल से किसी को निकालने की थीम एक जैसी है। उन्होंने यह भी दावा किया था कि जिगरा के बॉक्स ऑफिस नंबर बढ़ा-चढ़ाकर दिखाए गए। दिव्या ने एक खाली थिएटर की फोटो शेयर कर कहा था कि टिकट बल्क में खरीदे जा रहे हैं ताकि कलेक्शन ज्यादा दिखे।
कोरियोग्राफर, फिल्ममेकर फराह खान पिछले कुछ समय से यूट्यूब ब्लॉगिंग में ज्यादा व्यस्त हैं। अपने कुक दिलीप के साथ बनाया गया उनका वीडियो लोगों के बीच काफी पॉपुलर है। दोनों की नोकझोंक और खाना बनाने का अंदाज फैंस को खूब भाता है। दोनों की जोड़ी इतनी हिट है कि उन्होंने साथ में कई ब्रांड एंडोर्समेंट भी कर लिया है। अब फराह ने एक पॉडकास्ट में यूट्यूब ब्लॉगिंग से होने वाली कमाई का खुलासा किया है। दरअसल, सोहा अली खान के ऑल अबाउट हर के हालिया एपिसोड में फराह मेहमान बनकर पहुंची थीं। यहां पर सोहा ने उनसे उनकी यूट्यूब जर्नी, ब्लॉगिंग का एक्सपीरियंस और उससे होने वाली कमाई के बारे में पूछा। इस पर फराह कहती हैं- 'कमाई बहुत अधिक है। इतनी फिल्में डायरेक्ट करने के बाद भी मैंने अपने पूरे करियर में, शायद एक साल में इतना पैसा नहीं कमाया है।' बता दें कि फराह ने साल 2024 में अपना चैनल शुरू किया था। फराह ने बताया कि उन्होंने कुकिंग से जुड़ा कुछ करने का फैसला किया। फिर उन्होंने वीडियो में मदद के लिए दिलीप को चुना और बोलने के लिए पंच लाइन दीं। दूसरे वीडियो व्लॉग तक आते-आते उन्हें यूट्यूब से सिल्वर बटन मिल चुका था। फराह ने यूट्यूब की तरफ से मिलने वाली क्रिएटिव फ्रीडम के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा-'यह मेरा चैनल है, इसलिए कोई भी ओटीटी प्लेटफॉर्म या प्रोडक्शन हाउस मुझे यह नहीं कह रहा है कि यह तो काटना ही पड़ेगा। न ही कोई टीवी चैनल कह रहा है कि आप केवल इस गेस्ट को ला सकते हैं। यह भेदभाव कि यह एक ए-लिस्टर है और दूसरा घटिया है, मुझे इससे नफरत थी।' फराह के वर्क फ्रंट की बात करें तो बतौर कोरियोग्राफर हाल ही में आई आर्यन खान की सीरीज 'बैड्स ऑफ बॉलीवुड' में उनका गाना गफूर आया था, जिसे काफी पसंद किया। वहीं, डायरेक्शन की बात करें तो साल 2020 में उनकी फिल्म हैप्पी न्यू ईयर आई थी, उसके बाद से उन्होंने कोई फिल्म डायरेक्ट नहीं की है।
गोवा के पणजी में 56वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) का आयोजन 20 से 28 नवंबर तक हो रहा है। एक्टर नंदमुरी बालकृष्ण फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए गुरुवार को गोवा पहुंचे। फिल्म फेस्टिवल के दौरान बालकृष्ण ने फिल्मों में बढ़ते टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर अपनी राय रखी। बातचीत के दौरान उन्होंने मौजूदा फिल्ममेकिंग प्रोसेस पर नाराजगी भी जताई। मीडिया से बात करते हुए बालकृष्ण ने कहा, “मैं NTR का बेटा हूं और उनकी विरासत को आगे बढ़ा रहा हूं। मुझे फिल्मों की समझ मेरे अनुभव से मिली है और मैं इस पर गर्व करता हूं। आजकल फिल्ममेकिंग पूरी तरह टेक्नोलॉजी पर चलती है।” उन्होंने आगे कहा कि उनकी फिल्में बड़ी दुनिया दिखाती हैं और इसलिए कहानी उनके लिए सबसे जरूरी होती है। बालकृष्ण के मुताबिक जरूरत पड़ने पर टेक्नोलॉजी इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन अब फिल्मों में हर जगह टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा, “आजकल हीरो सेट पर भी नहीं आते। ग्रीन मैट और ब्लू मैट के सामने शूट कर लेते हैं। मैं असली हूं, मैं डुप्लीकेट नहीं हूं।” बता दें कि IFFI की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान बालकृष्ण को फिल्म जगत में 50 साल पूरे करने के लिए सम्मानित भी किया गया। वर्क फ्रंट की बात करें तो बालकृष्ण की अपकमिंग फिल्म अखंड 2, 2021 की फिल्म अखंड का सीक्वल है। इसमें वो डबल रोल में नजर आएंगे। इस फिल्म में हर्षाली मल्होत्रा और संयुक्ता मेनन भी दिखाई देंगी। यह फिल्म 5 दिसंबर को दुनिया भर में रिलीज होगी। बता दें कि गोवा के पणजी में 56वां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया गुरुवार को शुरू हुआ। पहली बार IFFI का उद्घाटन एक भव्य परेड के साथ किया गया। ओपनिंग सेरेमनी में गोवा के राज्यपाल पी अशोक गजपति राजू, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, राज्य मंत्री सूचना और प्रसारण मंत्रालय डॉ. एल मुरुगन मौजूद रहे। इसके अलावा देश और विदेश की कई नामी हस्तियां शामिल हुईं। कार्यक्रम की शुरुआत सीएम ने तुलसी के पौधे में पानी देकर की। इस मौके पर सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सिनेमा अंतरराष्ट्रीय ऊंचाइयों पर पहुंच रहा है। पहली बार ओपनिंग सेरेमनी में शामिल किए गए परेड में आंध्र प्रदेश, हरियाणा और गोवा की झांकियां देखने को मिली। इस परेड में देश के अलग-अलग हिस्सों के लोक कलाकारों ने हिस्सा लिया। साथ ही, फिल्म स्टूडियो द्वारा प्रदर्शन और नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NFDC) द्वारा 50 सालों की स्पेशल ट्रिब्यूट शामिल था। बता दें कि IFFI की ग्रैंड ओपनिंग से पहले बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर, डायरेक्टर शेखर कपूर, एक्टर नंदमुरी बालकृष्ण ने फेस्टिवल में वेव्स फिल्म बाजार का उद्घाटन किया। IFFI 2025 में अनुपम खेर की 4 फिल्में प्रदर्शित होंगी, जिसे लेकर उन्होंने खुशी जताई है। एक्टर की जिन फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी, उनमें 'तन्वी द ग्रेट', 'द बंगाल फाइल्स', 1942 ए लव स्टोरी और 'कैलरी' शामिल हैं। 'कैलरी' एक कैनेडियन फिल्म है, जिसे इंडो-कैनेडियन फिल्ममेकर ईशा मरजारा ने लिखा और डायरेक्ट किया है, इसके साथ ही अनुपम की एक मास्टर क्लास भी यहां आयोजित की जाएगी। नौ दिनों तक चलने वाली इस फेस्टिवल में फिल्म स्क्रीनिंग, सांस्कृतिक कार्यक्रम और इंडस्ट्री से जुड़े इवेंट्स होंगे, जिसमें 80 से अधिक देशों की लगभग 200 फिल्में फेस्टिवल में दिखाई जाएंगी।
एक्टर अहान पांडे और एक्ट्रेस अनीत पड्डा इस साल अपनी पहली फिल्म सैयारा के रिलीज होने के बाद चर्चा में आए। इस सुपरहिट फिल्म में दोनों की ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री को लोगों ने बहुत पसंद किया। इसके बाद से सोशल मीडिया पर यह चर्चा शुरू हो गई कि दोनों रिलेशनशिप में हैं। हाल ही में फिल्ममेकर करण जौहर ने भी सानिया मिर्जा के टॉक शो में कहा था कि ये दोनों आगे चलकर बॉलीवुड का अगला “इट कपल” बन सकते हैं। अब अहान ने इन अफवाहों और रिलेशनशिप की चर्चाओं पर चुप्पी तोड़ी है। जीक्यू इंडिया को दिए इंटरव्यू में जब अहान से पूछा गया कि क्या वह सच में अनीत को डेट कर रहे हैं? तो इस पर अहान ने कहा, “अनीत मेरी बेस्ट फ्रेंड है। पूरा इंटरनेट सोचता है कि हम साथ हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। केमिस्ट्री हमेशा रोमांटिक नहीं होती। वह कम्फर्ट, सिक्योरिटी और समझ से भी बनती है। हमने एक-दूसरे को यही महसूस कराया। वह मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है, लेकिन मेरे और उसके बीच जैसा बॉन्ड है, वैसा और किसी के साथ नहीं होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म से पहले दोनों को पाउलो कोएल्हो की एक लाइन बहुत पसंद थी, “किसी सपने के सच होने की संभावना ही जिंदगी को दिलचस्प बनाती है।” अहान के मुताबिक, “हमने एक सपना साथ देखा था और वह सच हुआ।” अपने रिलेशनशिप स्टेटस पर अहान ने कहा, “मैं सिंगल हूं।” उन्होंने बताया कि उनकी पिछली गर्लफ्रेंड्स के मुताबिक वह एक ऐसे बॉयफ्रेंड हैं जिनकी लव लैंग्वेज एक्ट्स ऑफ सर्विस और ग्रैंड जेस्चर है। बता दें कि फिल्म सैयारा 18 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया भर में 570 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई की। वर्क फ्रंट की बात करें तो अहान अली अब्बास जफर की आने वाली एक्शन फिल्म की तैयारी में लगे हैं। इसमें उनके साथ एक्ट्रेस शरवरी भी होंगी। वहीं अनीत मैडॉक की हॉरर कॉमेडी यूनिवर्स की फिल्म शक्ति शालिनी में लीड रोल कर रही हैं।

