करनाल के सीतामाई गांव का एक ट्रक ड्राइवर आंध्र प्रदेश में संदिग्ध हालात में मृत मिला। वह करीब तीन सप्ताह पहले दवाई की खेप लेकर करनाल से विजयवाड़ा गया था। परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई है। जीपीएस से ट्रक का लोकेशन मिलने के बाद जब परिवार ने ट्रांसपोर्टर से पूछताछ की तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला। आखिरकार विशाखापट्टनम से सूचना मिली कि ड्राइवर की लाश रेलवे लाइन के पास मिली है और अब डेडबॉडी विशाखापटनम में अस्पताल के मोर्चुरी हाउस में है। पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत पुलिस को की है और पुलिस ने शिकायत के आधार पर हत्या की धाराओं में जीरो एफआईआर की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दो साल से सोनीपत में परिवार सहित रह रहा था ट्रक ड्राइवर गांव सीतामाई निवासी संजीव कुमार करीब दो साल से अपने परिवार सहित सेक्टर-23 सोनीपत में किराए के मकान में रह रहा था। उसके पास ट्रक है, जिसे वह खुद चलाता था। परिवार के मुताबिक, संजीव करीब 13 या 14 अक्टूबर को निसिंग स्थित श्याम लाल ट्रांसपोर्ट से करनाल से दवाई लेकर विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) गया था। ढाबे पर मिली खड़ी गाड़ी, मोबाइल बंद था मृतक के चाचा सुनील कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि ट्रक में लगा जीपीएस सिस्टम उनके फोन से जुड़ा हुआ था। जीपीएस के अनुसार, ट्रक 29 अक्टूबर से आंध्र प्रदेश के नाकापल्ली इलाके में स्थित 'शेर पंजाबी फैमिली ढाबा' पर खड़ा दिखा रहा था। उसी दिन से संजीव का मोबाइल नंबर लगातार बंद बताने लगा। परिजनों ने जब ट्रांसपोर्टर श्याम लाल से संपर्क किया तो उसने कहा कि माल दूसरी गाड़ी में भेज दिया गया है, लेकिन ड्राइवर कहां है, इसकी उसे कोई जानकारी नहीं है। संजीव के परिवार ने और गांववालों ने श्याम लाल से बार-बार संपर्क किया, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इस दौरान परिजनों ने करनाल पुलिस को भी मामले की जानकारी दी। परिवार लगातार जीपीएस ट्रैकिंग से गाड़ी का लोकेशन देखता रहा, जो ढाबे पर स्थिर दिख रही थी। विशाखापट्टनम से आया फोन, रेलवे लाइन के पास मिली लाश 6 नवंबर की शाम को संजीव की पत्नी नीलम को एक अनजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने बताया कि विशाखापट्टनम के पास रेलवे लाइन के पास एक व्यक्ति की लाश मिली है, जो संभवतः संजीव की है। कॉलर ने यह भी बताया कि डेडबॉडी सरकारी अस्पताल विशाखापट्टनम में रखी गई है। यह सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार ने जताई हत्या की आशंका, ट्रांसपोर्टर पर लगाए आरोप संजीव के चाचा सुनील कुमार निवासी सीतामाई ने पुलिस चौकी सीतामाई में दी शिकायत में आरोप लगाया कि उनके भतीजे संजीव की हत्या श्याम लाल ट्रांसपोर्टर और उसके साथियों ने मिलकर करवाई है। सुनील ने बताया कि ट्रांसपोर्टर शुरू से ही जानकारी छिपा रहा था और जबरन बात को टालता रहा। उन्होंने पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला आंध्र प्रदेश भेजा शिकायत मिलने पर पुलिस चौकी सीतामाई प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने मामले की जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि घटना स्थल आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा क्षेत्र में आता है। इसलिए थाना निगदु, जिला करनाल पुलिस ने मामला जीरो एफआईआर के रूप में दर्ज किया है और संबंधित दस्तावेजों के साथ मामला जीआरपी विजयवाड़ा थाना विशाखापट्टनम को भेजा जा रहा है।
सुकमा जिले में मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। कोंटा थाना पुलिस ने आंध्र प्रदेश सीमा पर कार्रवाई कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया और उनके पास से 16.3 किलो गांजा बरामद किया। बरामद गांजे की अनुमानित कीमत लगभग 1.63 लाख रुपये बताई गई है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ओडिशा के कालीमेला क्षेत्र से दो युवक बस के जरिए गांजा लेकर आंध्र प्रदेश जा रहे हैं। सूचना मिलते ही कोंटा थाना प्रभारी सलीम खाखा ने टीम गठित कर कोंटा बस स्टैंड और छत्तीसगढ़-आंध्र सीमा चिरमूड़ पर घेराबंदी की। पुलिस को देख भागने लगे दोनों संदिग्ध जांच के दौरान दो संदिग्ध युवकों ने पुलिस को देखकर अपने बैग फेंककर भागने की कोशिश की, लेकिन जवानों ने उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में उनकी पहचान मोहम्मद रसूलबाबा (23) और टी. मोहन राव (22), दोनों तेलंगाना निवासी के रूप में हुई। तलाशी में उनके बैग से 16.3 किलो अवैध गांजा मिला। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20(ख)(ii)(ख) के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। अदालत ने उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
कानपुर शहर में नशे का भारी भरकम नेक्सेस संचालित करने वाले ड्रग्स माफिया राजकुमार शर्मा उर्फ बउआ लिंडा को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी आईआईटी, सिविल सर्विसेज जैसी तैयारी करने वाले मेधावियों को अपना टारगेट बनाते थे। क्राइम ब्रांच की टीम ने ड्रग्स माफिया की निशानदेही पर 15 लाख का 77 किलो गांजा बरामद किया है। माफिया उड़ीसा व आंध्र प्रदेश से मादक पदार्थ लेकर आते थे। हैरान करने वाली बात यह है कि इतने बड़े सिंडीकेट की भनक काकादेव पुलिस को नहीं लगी। डीसीपी क्राइम अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लंबे समय से काकादेव स्थित कोचिंग मंडी में बड़े पैमाने में मादक पदार्थों की तस्करी की जानकारियां मिल रहीं थी। जिस पर एडीसीपी क्राइम अंजलि विश्वकर्मा व एसीपी स्वरूप नगर सुमित सुधाकर रामटेके के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। क्राइम ब्रांच टीम ने नशे का सिंडीकेट संचालित करने वाले शास्त्री नगर निवासी राजकुमार शर्मा उर्फ बउआ लिंडा को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही से 77 किलो गांजा बरामद किया। एसीपी सुमित सुधाकर रामटेके ने बताया कि आरोपी बड़े पैमाने में काकादेव स्थित कोचिंग मंडी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतिभागियों को निशाना बनाता था। कोचिंग मंडी व मलिन बस्तियों में भारी मात्रा में मादक पदार्थ की खपत करता था। इसके साथ ही बर्रा, कल्याणपुर, चकेरी, जाजमऊ के साथ–साथ आसपास के जनपदों में भी मादक पदार्थों की बड़े पैमाने में तस्करी की जाती थी। शातिर के खिलाफ दर्ज है 12 मुकदमे एसीपी स्वरूप नगर ने बताया कि पूछताछ में राजकुमार शर्मा ने बताया कि आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से ट्रकों में मादक पदार्थों का जखीरा आता है। इसके बाद वह गोरखपुर, नेपाल, बिहार व अयोध्या से कारों में भरकर मादक पदार्थ शहर में लाया जाता था। एसीपी ने बताया कि आरोपी के पास से 77 किलो गांजा बरामद किया है, यह गांजा आरोपी बिहार बॉर्डर से लेकर आया था। आरोपी के खिलाफ कल्याणपुर, काकादेव, नवाबगंज, पनकी, सीसामऊ व रेऊना समेत अन्य थानों में 12 मुकदमे दर्ज है। गैंग से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना बाढ़ पीड़ितों के मदद के लिए आगे आए सोनू सूद, जरूरतमंदों को प्रदान की सहायता
Sonu Sood : आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में आई भयानक बाढ़ के मद्देनजर रखते हुए, बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने बहुत जरूरी सहायता की पेशकश की है। एक वीडियो में, सोनू सूद ने बाढ़ पीड़ितों के लिए अपनी गहरी चिंता व्यक्त की और संकट के समय में ...
आंध्र प्रदेश की इस जगह पर जोरो-शोरो पर चल रही है Pushpa 2 की शूटिंग,रश्मिका मंदाना ने साझा की तस्वीर

