मेरठ में 19 अक्तूबर की रात को तेजगढ़ी चौराहे पर व्यापारी से नाक रगड़वाने के मामले में चर्चा में आए भाजपा नेता विकुल चपराणा का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वायरल वीडियो में वह अपने फ्लैट में जुआ खेलते हुए नजर आ रहा है। 500 के नोटों की गड्डी लेकर बैठा है विकुल वायरल वीडियो विकुल के मयूर विहार स्थित फ्लैट का बताया जा रहा है। इसमें कुछ लोग ताश खेलते दिख रहे हैं, जबकि नीली टी-शर्ट पहने विकुल हाथ में 500-500 रुपये की गड्डी लेकर बैठा दिखाई दे रहा है। फिलहाल विकुल को भाजपा से निष्काषित कर गंभीर धाराओं में मुकदमा कर जेल भेज दिया गया है। मंत्री का नाम लेकर रगड़वाई थी नाक 19 अक्तूबर की रात तेजगढ़ी चौराहे के पास पार्किंग विवाद को लेकर विकुल चपराना का शास्त्रीनगर निवासी हैंडलूम व्यापारी सत्यम रस्तोगी से विवाद हुआ था। विवाद के दौरान विकुल ने ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर व्यापारी से अभद्रता की थी और उसे नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई थी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे थे। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। व्यापारी के भाई आदित्य रस्तोगी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था। हालांकि, शुरुआती धाराएं हल्की होने के कारण विकुल को तुरंत जमानत मिल गई थी। दोबारा किया था गिरफ्तार मामले के तूल पकड़ने के बाद पुलिस ने विकुल और उसके साथियों पर बलवा, जबरन वसूली, शीशा तोड़ने और रास्ता अवरुद्ध करने की गंभीर धाराएं बढ़ाईं। जांच में शामिल तीन आरोपियों—काजीपुर निवासी हैप्पी भड़ाना, शास्त्रीनगर सेक्टर-तीन निवासी आयुष शर्मा और सुबोध यादव को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। मुख्य आरोपी विकुल चपराना को 24 अक्तूबर को दोबारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पुलिस वीडियो की भी सत्यता की जांच कर रही है।
नर्मदापुरम संभाग में रबी फसलों की सिंचाई के लिए तवा नहर से पानी छोड़ने की तारीखें तय हो गई हैं। संभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि 3 नवंबर से हरदा जिले के लिए पानी छोड़ा जाएगा। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से सिवनी मालवा, इटारसी और सोहागपुर के लिए भी पानी छोड़ा जाएगा। यह बैठक सोमवार को नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी की अध्यक्षता में हुई। कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई बैठकसंभागीय जल उपयोगिता समिति की बैठक नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर कृष्ण गोपाल तिवारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक मिथिलेश कुमार शुक्ला, डीआईजी प्रशांत खरे, कलेक्टर नर्मदापुरम सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक साई कृष्ण एस थोटा, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु जैन, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता राजाराम मीना, उप संचालक कृषि जे आर हेडाऊ और विद्युत विभाग के जीएम विनोद सिंह भदोरिया उपस्थित रहे। हरदा और बैतूल के कलेक्टर सहित अन्य संबंधित अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। यह है पानी छोड़ने का शेड्यूल बारिश हुई तो बदल सकती हैं तारीखेंबैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि इस दौरान लगातार बारिश होती है, तो पानी छोड़ने की इन निर्धारित तिथियों में परिवर्तन किया जा सकेगा। तवा डैम 100% भरा, 50% नहरों की सफाई पूरीजल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता राजाराम मीना ने बताया कि तवा जलाशय की वर्तमान जल संग्रहण स्थिति 1949 एमसीएम है, जो उपलब्ध भराव का 100 प्रतिशत है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि नहरों की साफ-सफाई का कार्य 50 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है। नहरों पर सुरक्षा के निर्देश, अस्थायी कनेक्शन पर सख्तीकमिश्नर तिवारी ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को नहरों से पानी छोड़ने के लिए बेहतर प्रबंधन और सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पानी छोड़ने वाले स्थान से लेकर टेल क्षेत्र तक कुछ मुख्य बिंदुओं पर नहर की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों और होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। विद्युत विभाग के जीएम को निर्देशित किया गया कि किसानों द्वारा लिए जाने वाले अस्थायी कनेक्शन जल संसाधन विभाग की सहमति के बाद ही जारी किए जाएं। कमिश्नर ने स्थानीय स्तर पर सभी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत रखने के भी निर्देश दिए।
पाली शहर के लखोटिया तालाब का बिहारी घाट मंगलवार सुबह आस्था के रंग में रंगा नजर आया। लोक आस्था के छठ महापर्व के चौथे दिन आज सुबह छठ व्रतियों के उगते सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के साथ ही समापन हो गया। इसके बाद सभी छठ व्रतियों ने व्रत का पारण किया। मान्यता है कि सूर्योदय के समय अर्घ्य देने से सुख-समृद्धि, सौभाग्य, संतान प्राप्ति की मनोकामना और संतान की रक्षा का वरदान मिलता है। व्रतियों ने एक-दूजे को प्रसाद खिलाकर मुंह मीठा भी करवाया। शिकंजी पीकर व्रतियों ने व्रत खोला। मौसम में बदलाव के चलते मंगलवार सुबह सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। ऐसे में सूर्य उदय के समय पर व्रतियों ने तालाब के पानी में खड़े होकर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और व्रत का समापन किया। इससे पहले सुबह से ही लखोटिया के बिहारी घाट पर छठ माता के जैकारे सुनाई देने लगे। व्रतियों ने तालाब के पानी में स्नान कर हथेलियों पर सिंदूर और हल्दी लगाई। जैसे ही 6 बजकर 31 मिनट पर सूर्यदेव के उदय का टाइम हुआ। व्रतियों ने सूप में पानी, सुपारी व फूल सहित विभिन्न सामग्री रखकर मंत्रों का उच्चारण करते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर मंगल प्रार्थना की। भगवान सूर्य को मिठाई व फलों का भोग चढ़ाकर शीश नवाया। इस दौरान कई जनों ने व्रत करने वाले व्रतियों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। आयोजन समिति की ओर से यहां सभी में प्रसाद का वितरण किया गया। व्रतियों के लिए शिकंजी की व्यवस्था की गई। साथ ही सर्दी को देखते हुए सभी के लिए चाय की निशुल्क व्यवस्था की। बिहार संस्कृति सेवा समिति के सचिव अमरेन्द्र कुमार घोष ने बताया कि वे 26 साल से इस समिति से जुड़े हुए। इस बार भी शांतिपूर्ण ढंग से छठ महापर्व का आयोजन समिति की ओर से किया गया। व्रतियों ने किया पारणाव्रतियों ने सूर्य को अर्घ्य देने के बाद अदरक और गुड़ खाकर व्रत खोला। इसके बाद घर जाकर टेकुआ सहित विभिन्न प्रकार के व्यंजन थाली में सजाकर पारणा किया। व्रतियों ने सूप में रखे फल, मिठाई और अन्य सामग्री परिचितों व मित्रों में बांटी। मान्यता है कि प्रसाद जितना ज्यादा वितरित किया जाता है पूजा का फल उतना ही अधिक मिलता है। नहीं दिखे सूर्य देव, उगने के निर्धारित समय पर दिया अर्घ्यमौसम में हुए बदलाव के चलते सोमवार रात को भी रुक-रुक कर कई बार बरसात हुई। मंगलवार सुबह सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। ऐसे में आयोजकों के कहने पर तालाब में खड़े व्रतियों ने सूर्य उदय के समय 6 बजकर 31 मिनट पर सूर्यदेव को उदय मानते हुए अर्घ्य दिया और व्रत का समापन किया। कोई 2 घंटे तो कोई एक घंटे तक पानी में खड़ा रहामौसम बदलने से सर्दी का असर मंगलवार सुबह गत वर्ष से तेज रहा। उसके बाद भी व्रति महिलाओं की आस्था में कोई कमी नजर नहीं आई। किरण गुप्ता बताती है कि वह रात को बिहारी घाट पर ही अन्य महिलाओं के साथ रही। रात भजन छठ माता के भजन गाए। अलसुबह सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए तालाब के पानी में खड़ी हो गई। करीब दो घंटे तक पानी में खड़ी रही। उसके बाद अर्घ्य देकर बाहर आई। मौसम बदलने से इस बार सर्दी का असर कुछ तेज था लेकिन छठ मैय्या के आशीर्वाद से व्रत का समापन किया। शिकंजी पीकर खोला व्रतयहां हमें गुड़िया देवी मिली। उन्होंने बताया कि 36 घंटे का निर्जला उपवास व्रती महिलाएं रखती है। जो उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का समापन होता है। शिकंजी पीकर उन्होंने व्रत का समापन किया। समृद्धि, सौभाग्य, संतान प्राप्ति की मनोकामना और संतान, पति की रक्षी कामना को लेकर छठ पूजा करते है। फोटो में देखे पाली शहर की छठ पूजा
अमेठी में स्मार्ट बिजली मीटर लगने शुरू:28 हजार मीटर लगे, नए कनेक्शन पर खर्च तीन गुना बढ़ा
अमेठी जिले में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुल 3 लाख 81 हजार घरों में ये मीटर लगाए जाने हैं, जिनमें से अब तक 28 हजार मीटर स्थापित किए जा चुके हैं। शुरुआत में इन्हें शहरी क्षेत्रों में लगाया जा रहा है। स्मार्ट मीटर लगने के बाद एक किलोवाट के नए कनेक्शन की लागत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पहले शहरी उपभोक्ताओं को लगभग 1620 रुपए और ग्रामीण उपभोक्ताओं को 1172 रुपए देने होते थे। अब स्मार्ट मीटर के साथ शहरी उपभोक्ताओं को 6464 रुपए और ग्रामीण उपभोक्ताओं को 6216 रुपए चुकाने होंगे, जो पुरानी लागत से तीन गुना से अधिक है। लखनऊ की पोलरिस कंपनी को जिले में स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका मिला है। इस बीच, बिजली विभाग ने उन 66 हजार से अधिक उपभोक्ताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है, जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद बिल जमा नहीं किया था। विभाग की सख्ती के बाद 2336 लोगों ने अपना बकाया बिजली बिल जमा कर दिया है, जबकि शेष 64 हजार उपभोक्ताओं से वसूली की प्रक्रिया जारी है। बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता धर्म विजय ने बताया कि जिले में कुल 3 लाख 81 हजार घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं और अब तक 28 हजार मीटर लगाए जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए तीसरे और चौथे चरण में 14 गांवों की कुल 1857 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना (RR) ड्राफ्ट योजना को मंजूरी दे दी है। सरकार की मंजूरी के बाद जिला प्रशासन अब 17,000 परिवारों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। जिनकी भूमि और मकान ‘भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना में उचित मुआवजा और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम’ की धारा 21 के तहत अधिगृहीत किए जाएंगे। ड्राफ्ट योजना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि प्रभावित परिवारों को पुनर्वास क्षेत्र में आवासीय भूखंड का आवंटन और निर्धारित अवधि में भवन निर्माण पूरा होने के बाद ही उन्हें विस्थापन क्षेत्र से हटाया जाएगा। ये कार्य दो साल में पूरा करना होगा। छह गांवों की जमीन शामिलआर एंड आर ड्राफ्ट के अनुसार जिला प्रशासन ने 438 हेक्टेयर भूमि (437.99 हेक्टेयर) जमीन छह गांवों जिसमें मंगरौली, नीमका शाहजहांपुर, अलावलपुर, सदुल्लापुर, अहमदपुर चौरोली और जेवर बांगर में चिह्नित की है। जहां तीसरे और चौथे चरण में विस्थापित परिवारों के लिए पुनर्वास कॉलोनियां विकसित की जाएंगी। धारा-4 के होगी शुरुआतअधिसूचना के जारी होने के बाद छह गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। जिसकी शुरुआत धारा 4 के तहत सोशल इंपेक्ट असेसमेंट से होगी। इसके बाद धारा 11 के अंतर्गत सार्वजनिक अधिसूचना जारी की जाएगी, जिसमें भूमि के अधिग्रहण की औपचारिक सूचना दी जाएगी।
चंदौली में 7 साल की बच्ची की दुष्कर्म कर हत्या:शव भूसे में छिपाया, घर के पास खेलते वक्त लापता हुई थी
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मंगलवार को एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। नियामताबाद थाना क्षेत्र के सरने गांव में 7 साल की बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव को भूसे के ढेर में छिपा दिया था। पुलिस के अनुसार, बच्ची रात 8 बजे में घर के पास खेल रही थी और उसके बाद लापता हो गई। शाम तक परिजनों ने बच्ची की तलाश करने लगे तो 12:30 बजे भूसे के ढेर में उसका खून से सना शव मिला। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस बल मौके पर पहुंचा। चंदौली के एसपी और फोरेंसिक टीम ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह एक संगठित अपराध का मामला प्रतीत हो रहा है। मृतका के पिता ने बताया कि उनकी बेटी 8 बजे घर के पास खेल रही थी, जब वह लापता हो गई। उन्होंने अपनी बेटी को खोने पर गहरा दुख व्यक्त किया। नियामताबाद थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता के परिजनों की तहरीर पर POCSO एक्ट, बलात्कार और हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
सतना के कोलगवां थाना क्षेत्र में बिरला रोड स्थित आईटीआई के पास सोमवार देर रात दो सगे भाइयों पर चाकू से हमला कर दिया गया। इस जानलेवा हमले में बड़े भाई प्रलयंक त्रिपाठी (23) की मौत हो गई, जबकि छोटा भाई मयंक त्रिपाठी (22) घायल है। बताया जा रहा है कि दोनों भाई आईटीआई के पास गांजा खरीदने गए थे, जहां किसी बात पर विवाद होने के बाद अज्ञात हमलावरों ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। चित्रकूट-सेमरिया से लौटकर गए थे गांजा खरीदनेघायल मयंक त्रिपाठी (22) ने बताया कि सोमवार को उसका भाई प्रलयंक चित्रकूट से और वह खुद सेमरिया से सवारी लेकर बस स्टैंड पहुंचे थे। वहां से दोनों को नई बस्ती की सवारी मिली। सवारी उतारने के बाद, दोनों भाई आईटीआई के पास गांजा लेने गए, जहां किसी बात को लेकर उनका अज्ञात लोगों से विवाद हो गया। चाकू लगने से मौके पर गिरा बड़ा भाईविवाद बढ़ने पर अज्ञात हमलावरों ने दोनों भाइयों पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में प्रलयंक को गंभीर चोटें आईं और वह मौके पर ही गिर गया, जबकि मयंक भी घायल हो गया। घायल हालत में पहुंचे थाने, अस्पताल में मौतदोनों भाई किसी तरह घायल हालत में कोलगवां थाना पहुंचे, जहां से पुलिस उन्हें जिला अस्पताल ले गई। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने प्रलयंक त्रिपाठी को मृत घोषित कर दिया। घायल मयंक त्रिपाठी का इलाज जारी है। घटना के समय उनके साथ नई बस्ती का एक दोस्त शोभित पांडेय भी था, जो हमले में बाल-बाल बच गया। मृतक सिद्धार्थ नगर का निवासी था और भाइयों के साथ ऑटो चलाता था। पुलिस ने शुरू की आरोपियों की तलाशघटना की सूचना मिलते ही सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह सहित भारी पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंचा। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
लोक आस्था का पर्व छठ मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ पूरा हुआ। चार दिन तक चले इस पर्व में इंदौर में रहने वाले बिहार और पूर्वांचल के हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य की पूजा की। सुबह चार बजे से ही शहर के घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने लगे। दीपों की रोशनी और छठ मैया के गीतों से माहौल भक्ति से भर गया। कई जगह श्रद्धालुओं ने फुलझड़ियों और दीपों से घाटों को सजाया, जिससे पूरा वातावरण बहुत सुंदर दिखाई दिया। जब सूर्योदय का समय आया, तो व्रत रखने वाली महिलाएं और पुरुष जल में खड़े होकर हाथ जोड़ भगवान सूर्य से अपने परिवार की खुशहाली और सुख-शांति की प्रार्थना करने लगे। सूरज निकलते ही विजय नगर, तुलसी नगर, समर पार्क निपानिया, वेद मंदिर, सुखलिया, श्याम नगर, ड्रीम सिटी, कालानी नगर, पिपलियाहाना तालाब, अन्नपूर्णा रोड तालाब और सूर्य मंदिर (कैट रोड) जैसे घाटों पर श्रद्धालुओं ने “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र बोलकर अर्घ्य दिया। पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगदीश सिंह ने बताया कि अर्घ्य के बाद श्रद्धालुओं ने ठेकुआ, केला, सेब और अन्य फलों का प्रसाद बांटा। इसके बाद व्रती महिलाओं ने पीपल के पेड़ की पूजा की और 36 घंटे के निर्जला व्रत का पारण कर व्रत पूरा किया। तुलसी नगर में बनेगा स्थायी छठ घाट तुलसी नगर रहवासी संघ और पूर्वोत्तर समाज की ओर से मंदिर परिसर में मंगलवार सुबह श्रद्धालुओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया। बड़ी संख्या में महिलाएं व्रत रखकर पहुंचीं और परिवार व देश की तरक्की के लिए छठ मैया से प्रार्थना की। संघ ने बताया कि अगले साल की पूजा से पहले मंदिर परिसर में 205 फीट का स्थायी छठ घाट बनाया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा और सुरक्षा मिल सके। कार्यक्रम में राजेश तोमर, भगवान झा, आर.के. पटेल, सुलभ जैन, प्रमोद वाजपेई और श्रीमती शारदा सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे। सोमवार शाम को भी हजारों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी पहुंचे और श्रद्धालुओं के साथ पूजा में शामिल हुए थे।
बालाघाट में एम्बुलेंस कर्मियों की लापरवाही से मलेरिया पीड़ित 20 वर्षीय युवती गायत्री उईके की मौत हो गई। आरोप है कि एम्बुलेंस चालक और ईएमटी ने मरीज को अस्पताल ले जाने में देरी की। उन्होंने तेंदुआ देखने के लिए एम्बुलेंस रोकी और परिजनों से पैसे की मांग की। शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतिका की बहन सरिता मर्सकोले के अनुसार, एम्बुलेंस चालक ललित पवार और ईएमटी अनिल राहंगडाले ने पहले मरीज को मलाजखंड ले गए। इसके बाद लौंगूर घाटी के घने जंगल में तेंदुआ देखने के लिए एम्बुलेंस रोक दी। रात्रि लगभग 11:30 बजे उन्होंने परिजनों से 700 रुपS की मांग की और पैसे न मिलने तक वाहन आगे नहीं बढ़ाया। परिजनों द्वारा 600 रुपS देने के बाद ही एम्बुलेंस आगे बढ़ी। दरअसल, बैहर विकासखंड के ग्राम जत्ता निवासी गायत्री उईके और उसकी बहन राधिका उईके मलेरिया से पीड़ित थीं। उन्हें गत दिवस रात्रि 08:57 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरसा से जिला चिकित्सालय बालाघाट के लिए रेफर किया गया था। 108 एम्बुलेंस (क्रमांक सीजी-04-एनएस-2464) लगभग 10 बजे बिरसा पहुंची और रात्रि 10:15 बजे मरीज व परिजनों को लेकर बालाघाट के लिए रवाना हुई थी। रास्ते में चालक और ईएमटी मरीज को बालाघाट के निजी अस्पताल में ले जाने के लिए भी प्रेरित करते रहे, जबकि उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया था। इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए एम्बुलेंस चालक ललित पवार और ईएमटी अनिल राहंगडाले के खिलाफ बिरसा थाने में जबरन वसूली का प्रकरण दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कब क्या हुआ
आजाद नगर इलाके में सोमवार देर शाम एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अनिल (24) पुत्र प्रीतम अहिरवार निवासी इदरीश नगर के रूप में हुई है। वह करीब 15 दिन पहले ही आजाद नगर में किराए के मकान में रहने आया था। पुलिस को उसके कमरे से दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें एक युवती और उसके दोस्त का नाम लिखा है। आजाद नगर टीआई लोकेन्द्र भदौरिया के मुताबिक सोमवार देर शाम मकान मालिक ने युवक की मौत की सूचना दी थी। वह दिन में दोस्तों का कॉल नहीं उठा रहा था। इसके बाद दोस्त उसे देखने रूम पर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। जब दरवाजा खोला तो अनिल फंदे पर लटके मिला। उसके दोस्त पुलिस को जानकारी दिए बिना ही कमरे से चले गए। मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जांच में पता चला कि अनिल मूल रूप से भोपाल के गणेशपुरी इलाके का रहने वाला था और इंदौर के मंगलसिटी इलाके में स्थित एक बीपीओ कंपनी में काम करता था। उसके पिता सरकारी नौकरी में हैं।पुलिस ने रात में ही परिवार को मामले की जानकारी दे दी। पुलिस ने शुरू की जांच फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट की लिखावट और उसमें दर्ज नामों की पुष्टि के लिए फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। प्रेम प्रसंग का मामला पुलिस इसे प्रेम प्रसंग का मामला मानकर चल रही है। सुसाइड नोट से यह भी पता चला है कि अनिल जिस युवती से प्रेम करता था, वह किसी अन्य युवक के साथ मिलकर अनिल को चीट कर रही थी। युवक उसे डराता और धमकाता भी था।
आगर मालवा जिले में मंगलवार सुबह घना कोहरा छा गया। इसके कारण दृश्यता (विजिबिलिटी) घटकर मात्र 100 मीटर रह गई, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और चालकों को हेडलाइट जलाकर सावधानी से चलना पड़ा।जिले में शनिवार से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है। शनिवार, रविवार और सोमवार को रुक-रुककर बारिश हुई, जिससे पहले ही ठंडक बढ़ गई थी। देर रात से छाए घने कोहरे ने इस ठंडक को और बढ़ा दिया। पिछले 24 घंटों में जिले में औसतन 1.5 इंच बारिश दर्ज की गई है। इस मानसून सीजन में अब तक कुल 41.55 इंच औसत बारिश हो चुकी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बारिश के साथ कोहरे का यह मेल आने वाली फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। किसान अब मौसम के अगले बदलाव पर नजरें गड़ाए हैं।
पानीपत के मतलौड़ा अनाज मंडी में 9 अक्टूबर को दुकान नंबर 35 के ऊपर दो गुटों के बीच हुए संघर्ष में एक युवक की मौत के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रविवार देर शाम जोशी रोड, मतलौड़ा से पकड़े गए आरोपियों की पहचान मतलौड़ा निवासी राकेश और खेड़ी मुनक (जिला करनाल) निवासी युवक के रूप में हुई है। दोनों को सोमवार को अदालत में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। लेनदेन को लेकर हुआ था विवादथाना मतलौड़ा में खुखराना निवासी भीम सिंह ने दी शिकायत में बताया कि 9 अक्टूबर को अनाज मंडी की दुकान नंबर 35 के ऊपर दो पक्षों के बीच लेनदेन को लेकर बातचीत चल रही थी। एक पक्ष में जितेंद्र बाबा, सुरेंद्र नंबरदार, राकेश देशवाल, नवीन और विक्की सहित 15-20 युवक मौजूद थे, जबकि दूसरे पक्ष में अजीत गांव कवि की ओर से शुभम और विकास उर्फ विक्की (गांव नैन निवासी) शामिल थे। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई, जो देखते ही देखते झगड़े में बदल गई। इस दौरान एक पक्ष की ओर से गोली चला दी गई, जो एक युवक के कंधे पर लगी। अफरातफरी के बीच दूसरे पक्ष के युवक गुरजीत ने परखी से वार कर विकास उर्फ विक्की को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इलाज के दौरान युवक की मौतघटना के बाद दोनों घायलों को सिविल अस्पताल, पानीपत ले जाया गया। गंभीर हालत को देखते हुए विकास उर्फ विक्की को पीजीआई रोहतक रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हत्या की धाराओं में मामला दर्ज घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के खिलाफ झगड़े का मामला दर्ज किया। बाद में विकास उर्फ विक्की की मौत होने पर पुलिस ने हत्या की धाराएं जोड़ दीं। जांच के दौरान पुलिस ने रविवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से हथियार बरामदगी और अन्य आरोपियों की पहचान को लेकर पूछताछ की जाएगी।
बहादुरगढ़ में पटेल नगर रोड पर बुलडोजर से सब्जी की दुकानें हटाने के बाद चर्चा में आए एसीपी दिनेश कुमार को ट्रैफिक का चार्ज वापस लिए जाने के बाद अब उनके समर्थन में बहादुरगढ़ के लोग खुलकर सामने आ गए हैं।सोशल मीडिया पर शहरवासियों, आरटीआई कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री के ओएसडी व लोक कलाकार गजेंद्र फौगाट ने भी एसीपी के समर्थन में आए हैं। उन्होंने फेसबुक पर एसीपी का फोटो शेयर करते हुए लिखा कि कानून का पालन करना सबका कर्तव्य है, चाहे गरीब हो या अमीर। कानून का पालन करो तो पुलिस को जरूरत ही क्या है सख्ती की। अब लोगों के लिए भड़क लेने वाला पुलिस जवान दो बार सोचेगागजेंद्र फौगाट ने आगे लिखा कि आप सड़क पे कब्जा किए बैठे हो लेकिन क्योंकि गरीब हो तो पुलिस को कानून टूटने देना चाहिए। अमीर हो तो कर दो काम साले का। क्या गरीब के लिए देश में अलग कानून बनें हैं ? अच्छा काम करे तो तरीके पे उंगली उठा देंगे। बुरा करे तो पुलिस खराब है।फौगाट अपनी पोस्ट में आगे लिखते हैं कि ये ही हरियाणवी हैं। ऑस्ट्रेलिया, USA में कार में बैठते ही भाई बैल्ट लगा, पर्ची मिल जागी। भाई स्पीड लिमिट है। अरे तो क्या खराब करने को अपना ही देश है ?एक पुलिस अफसर थोड़ा अलग से सन्देश देने का तरीका अपना गया तो वो लोग भी ज्ञान देने लगे जो खुद ये कहते हैं कि यार पुलिस इन सड़क के कब्जों पे एक्शन ही नही लेती। खैर! अर्जुन अवार्डी खिलाड़ी एसीपी दिनेश को तो कोई और पोस्टिंग मिल जाएगी लेकिन आप लोगों के लिए भड़क लेने वाला पुलिस जवान दो बार सोचेगा । फौगाट ने अंत में स्पष्ट किया कि यह उनके व्यक्तिगत विचार हैं, न कि आधिकारिक बयान।सोमवार शाम को ट्रैफिक का चार्ज लिया गया वापसपटेल नगर में शुक्र बाजार के दौरान शुक्रवार के दिन बुलडोजर से सब्जी हटाने की वायरल वीडियो के बाद बने घटनाक्रम से सोमवार शाम एसीपी दिनेश कुमार को ट्रैफिक विभाग से हटाकर हेडक्वार्टर अटैच कर दिया गया था।इस फैसले के विरोध में शहर के लोग सोशल मीडिया पर लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि “अब कोई पुलिसकर्मी अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने से डरेगा।शहरवासियों और संगठनों का समर्थनबहादुरगढ़ के आरटीआई कार्यकर्ता सतपाल हाडा ने एक्स हैंडल पर मुख्यमंत्री, डीजीपी और सीएमओ कार्यालय को टैग करते हुए मांग की है कि एसीपी दिनेश कुमार को दोबारा ट्रैफिक विभाग की जिम्मेदारी दी जाए। उनका कहना है कि “बड़ी मुश्किल से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधरी थी, अब उनके हटने से फिर अराजकता बढ़ेगी।वहीं, बहादुरगढ़ सरपंच एसोसिएशन के प्रधान अशोक राठी ने कहा कि जो हुआ वह गलत है। हम एसीपी के साथ हैं। अतिक्रमण हटाना कानूनन सही कदम था। बहादुरगढ़ निवासी निशांत दलाल ने लिखा कि यह प्रशासन की नाकामी है। अब हालात फिर वैसे ही हो जाएंगे जैसे कांग्रेस सरकार के समय थे। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उन्हें दोबारा ट्रैफिक का चार्ज देकर सख्त और निष्पक्ष कार्रवाई की स्वतंत्रता दी जाए।अब जानिए पूरा मामलादरअसल, शुक्रवार को बहादुरगढ़ के पटेल नगर में सेक्टर-6 और पटेल नगर के डिवाइडिंग रोड पर शुक्र बाजार लगता है। यहां पर सैकड़ों की संख्या में सब्जी व अन्य सामान की पटरी अवैध रूप से लगती हैं। 200 फीट का रोड मात्र 5-6 फीट का रह जाता है। छह माह से लगातार चेतावनी देने के बाद भी जब लोग नहीं माने तो शुक्रवार को एसीपी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और पटरी व दुकानों को हटाना शुरू कर दिया।उन्होंने बुलडोजर से सब्जी की पटरी हटाते की एक रील अपने फेसबुक अकाउंट पर साझा कर दी। यह पोस्ट काफी वायरल हो गई और कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना लिया। गरीबों के साथ इस तरह कार्रवाई को नाजायज ठहराया गया। यह रील 56 लाख से ज्यादा व्यूज हो गए थे। विरोध हुआ तो उन्होंने इस रील को हटा लिया था। बाद में डीसीपी, सीपी व डीजीपी तक स्पष्टीकरण देना पड़ा और अंत में सोमवार शाम को दिनेश कुमार से ट्रैफिक का चार्ज वापस लेकर उन्हें झज्जर पुलिस हेडक्वार्टर से अटैच कर लिया गया।विवाद होने पर ACP ने खुद जाकर ली लोगों की रायवीडियो पर हुए विवाद के बाद रविवार शाम को काफी संख्या में लोग ACP के कहने पर पटेल नगर में इकट्ठा हुए। विनय दलाल ने कहा कि पटेल नगर रोड पर काफी समय से अतिक्रमण था, जिसकी कई बार शिकायत की गई थी। अब ACP ने कार्रवाई की है। मेडिकल इमरजेंसी में भी परेशानी होती थी।उन्होंने रेहड़ी-पटरी वालों की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की।पटेल नगर के एक अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि कई बार मरीज आते हैं, लेकिन एम्बुलेंस को पहुंचने का भी रास्ता नहीं रहता। पटरी वाले सड़क तक आ जाते हैं, जिससे जाम लग जाता है। जाम की वजह से सड़क की चौड़ाई मात्र पांच-छह फीट ही रह जाती है। यहां काफी संख्या में मीट की दुकानें भी हैं, और हम मांग करते हैं कि इन्हें भी हटाया जाए। हमने कई बार शिकायत दी है, मगर कोई समाधान नहीं होता।अब जानिए ACP दिनेश कुमार के वीडियो पर पुलिस अधिकारियों ने क्या कहा.... DCP बोले- इरादा सही था, लेकिन तरीका गलतबहादुरगढ़ के DCP मयंक मिश्रा ने कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो की जांच कराई गई। यह पटेल नगर की है। चौड़ी-चौड़ी सड़कों पर काफी अतिक्रमण हो रहा था। रोड पर जाम की शिकायतों पर पुलिस कार्रवाई करने गई थी। सही इरादा होने के बावजूद जो तरीका अपनाया गया, वह काफी गलत था। ACP को भविष्य में सतर्क रहने को कहा गया है। बहादुरगढ़ व झज्जर पुलिस पूरी तरह से संवेदनशील है।कमिश्नर बोलीं- उनकी मंशा किसी को दुख देने की नहींझज्जर की पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा- जैसा कि आप सब ये जानते हैं कि हम गरीबों का और परेशान लोगों का पूरा ध्यान रखते हैं। हम किसी की भावनाओं को आहत नहीं करते हैं। ACP दिनेश कुमार एक रिकॉर्ड होल्डर स्पोर्ट्सपर्सन हैं। उनकी मंशा किसी को दुख देने की नहीं है। फिर भी हम आश्वासन देते हैं कि किसी के साथ ज्यादती नहीं होगी। जनता से, दुकानदारों से और रेहड़ी वालों से ये उम्मीद है कि ये सड़कों पर इंक्रोचमेंट नहीं करेंगे, जिससे रोड यूजर्स को असुविधा नहीं होगी और हरेक का आवागमन अत्यंत सुरक्षित रहेगा।DGP बोले- बुलडोजर चलेगा तो मीम बनने थेDGP ओपी सिंह ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- ACP दिनेश एक अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर हैं। उन्होंने दर्जनों मेडल जीतकर खेल कोटे से पुलिस में भर्ती होकर नौकरी पाई है। उनके सामने सड़क को सड़क रखने का काम था, और जो साधन उपलब्ध था, उसी से अतिक्रमण हटाने लगे। जब सब्जी की टोकरी पर बुलडोजर चला तो इस घटना पर मीम बनना स्वाभाविक था। मैंने सीपी को कहा है कि फील्ड ऑफिसर्स को कैमरे से भरे वातावरण में अपना काम सावधानी से करने का प्रशिक्षण दिलाएं। फिर शायराना अंदाज में लिखा कि मुख्तसर सी जिंदगी के अजीब से अफसाने हैं, यहां तीर भी चलाने हैं और परिंदे भी बचाने हैं।अब जानिए एसीपी दिनेश को कैसे चढ़ा रील बनाने का शौकबहादुरगढ़ में आने के बाद रील्स बनाने का चढ़ा शौकदिनेश कुमार इंटरनेशनल बॉक्सर रह चुके हैं। दिलचस्प बात यह है कि बहादुरगढ़ में ACP बनने के बाद ही उन्हें रील्स बनाने का शौक चढ़ा। फरवरी 2025 में बहादुरगढ़ में बतौर ACP पदभार संभालने वाले दिनेश कुमार इससे पहले भी शहर में ट्रैफिक SHO के तौर पर काम कर चुके हैं। उस समय भी उन्होंने अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। हालांकि, वार्ड 27 के पार्षद के बेटे के साथ विवाद के बाद उनका तबादला कर दिया गया था। सब्जी वालों को JCB से खदेड़ने का वीडियो दिनेश ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। यह उनकी 100वीं रील थी। कांग्रेस ने इस वीडियो को अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए सवाल उठाए। इसके बाद DCP मयंक मिश्रा से लेकर DGP ओपी सिंह तक को सफाई देनी पड़ी।प्रमोशन मिलने के बाद रील बनानी शुरू कीएसएचओ से एसीपी बनने के बाद जब दिनेश कुमार बहादुरगढ़ आए, तो मार्च 2025 में उन्होंने सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाई। 'दिनेश कुमार बॉक्सर' नाम से उन्होंने इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया और रील्स बनानी शुरू कर दीं। अब तक उन्होंने 121 पोस्ट शेयर की हैं। उनकी कई रील्स लाखों व्यूज ले चुकी हैं - जैसे रेलवे रोड बाजार में दुकानदारों को समझाने वाली रील को 5.4 मिलियन व्यूज, जबकि ड्यूटी के दौरान बनाई गई रील को 3.6 मिलियन व्यूज मिले।एसीपी दिनेश कुमार ने अपनी 100वीं रील पटेल नगर में सब्जी की फड़ी लगाने वालों पर जेसीबी की कार्रवाई की पोस्ट की थी। वीडियो में दिनेश कुमार खुद जेसीबी से सब्जियों को हटवाते नजर आए। इस रील पर 5.6 मिलियन से ज्यादा व्यूज और 6 हजार से ज्यादा शेयर हो चुके थे।इससे पहले भी 2023 में हुए विवाद में बहादुरगढ़ से हुआ था तबादलाबहादुरगढ़ वार्ड 27 से नगर पार्षद कुलदीप राठी के पुत्र नीरज की कार पर ब्लैक फिल्म लगी होने के कारण 13 जुलाई 2023 को यातायात पुलिस ने 10 हजार रुपये का चालान कर दिया था। ट्रैफिक पुलिस पर नीरज की पिटाई का भी आरोप था। मेडिकल चेकअप में नीरज के कान का पर्दा फटा मिला था। इसके बाद उसके पिता पार्षद कुलदीप राठी द्वारा पुलिस से शिकायत पर कार्रवाई की मांग की थी। दूसरी ओर तत्कालीन एसएचओ दिनेश कुमार ने नीरज की पिटाई के आरोपों को सिरे से नकारा था। कई पार्षदों ने सीएम से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की तो 16 जुलाई 2023 को उनका तबादला कर दिया था।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (STR) की एकमात्र स्निफर डॉग 'टीना' का रविवार, 26 अक्टूबर को निधन हो गया। वह 17 अक्टूबर से बुखार और हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रही थी। उपचार के दौरान जबलपुर में उसने दम तोड़ दिया। सोमवार शाम को जबलपुर में पोस्टमार्टम के बाद स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स डॉग स्क्वाड प्रांगण में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में उसे फूलमाला और पुष्पचक्र अर्पित कर सहसम्मान अंतिम विदाई दी गई। उसकी शव यात्रा निकालकर उसे दफनाया गया। जबलपुर में उपचार के दौरान तोड़ा दम17 अक्टूबर से टीना बुखार और हीमोग्लोबिन की कमी से जूझ रही थी। उसे बेहतर उपचार के लिए इटारसी के अलावा नर्मदापुरम, भोपाल और फिर जबलपुर ले जाया गया था, लेकिन वह रिकवर नहीं हो सकी और 26 अक्टूबर को जबलपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलिजबलपुर में पोस्टमार्टम के बाद स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स जबलपुर डॉग स्क्वाड प्रांगण में उसका अंतिम संस्कार हुआ। एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) के पालन और क्षेत्र संचालक व उप संचालक के निर्देशानुसार, वन मंडल अधिकारी जबलपुर मिश्रा, डीएफओ संदीप फैलोज, उपवन मंडल अधिकारी जबलपुर सोलंकी, सहायक संचालक बोरी विनोद वर्मा, टीएसएफ प्रभारी अधिकारी जबलपुर खरे, रेंजर विजय बारस्कर, वनरक्षक कैलाश चरार, संतोष इरपचे, हैंडलर पदम सिंह राजपूत, विजय राजपूत, गुलाब सिंह राजपूत, रामविलास कहार और अन्य स्टाफ ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उसे विदाई दी। 2017 में जन्म, ग्वालियर में हुई थी ट्रेनिंगडॉग टीना का जन्म 10 सितंबर 2017 को हुआ था। 1 अप्रैल 2018 से दिसंबर 2018 तक, उसे 9 महीने का प्रशिक्षण राष्ट्रीय श्वान प्रशिक्षण केंद्र, सीमा सुरक्षा बल टेकनपुर, ग्वालियर में दिया गया था। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से हैंडलर अनूलाल भोवसरे (स्थाई कर्मी) और सुरक्षा श्रमिक राज नारायण भल्लवी को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था। टीना को बाघ, तेंदुआ और अन्य वन्य प्राणियों के अवशेषों की पहचान करने की ट्रेनिंग दी गई थी। STR और स्ट्राइक फोर्स में दी सेवाएंसफलतापूर्वक प्रशिक्षण के बाद, टीना को हैंडलर सहित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, नर्मदापुरम मटकुली मुख्यालय पर रखा गया। 2 जनवरी 2019 को, वरिष्ठ कार्यालय भोपाल के निर्देशानुसार, उसे क्षेत्रीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स नर्मदापुरम में वन्य प्राणी सुरक्षा के लिए स्थानांतरित किया गया, जहाँ पदम सिंह राजपूत और सेवाराम उईके को डॉग हैंडलर बनाया गया। अगले साल होना था रिटायरमेंट21 अक्टूबर 2020 तक वह स्ट्राइक फोर्स नर्मदापुरम में पदस्थापित रही और उसी दिन, वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशानुसार, उसे दोबारा सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम में भेजा गया। इसी साल 10 सितंबर 2025 को डॉग हैंडलर पदम सिंह राजपूत और सेवाराम उईके ने उसका जन्मदिन मनाया था। अगले वर्ष टीना का रिटायरमेंट होना था।
लखनऊ में ऑनलाइन ट्रेडिंग और आईपीओ में इंवेस्टमेंट के नाम पर HAL कर्मचारी से ठगों ने लाखों रुपए हड़प लिए। ठग खुद को सेबी रजिस्ट्रर्ड कंपनी बताकर ब्लॉक ट्रेड, कंपनी स्टॉक और आईपीओ ट्रेडिंग के नाम पर फर्जी प्लेटफॉर्म से लोगों को झांसे में ले रहे हैं। ठगों ने नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट एंड इन्वेस्टमेंट एचएनडब्ल्यू और स्टैंडर्ड चार्टर्ड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से वेबसाइट और वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर इनवेस्टरों से करोड़ों रुपए की ठगी का जाल फैला रखा है। इंदिरानगर निवासी चंद्र प्रकाश सिंह हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में जॉब करते हैं। उन्होंने बताया कि नुवामा वेल्थ के नाम से चल रहे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़कर निवेश शुरू किया था। एडवाइजर कंगना शर्मा ने दावा किया कि कंपनी सेबी रजिस्ट्रर्ड है और संस्थागत ट्रेडिंग में बेहतर रिटर्न देती है। इस तरह उनसे निवेश कराया और शुरू में अच्छा रिटर्न दिया। भरोसा होने पर दोस्तों पर परिचितों से 5.6 लाख इंवेस्ट कर दिया। कुछ समय बाद उनका ट्रेडिंग खाता फ्रीज कर दिया गया और अनफ्रीज कराने के लिए 2.5 लाख की मांग की गई। जब उन्होंने आपत्ति की तो सलाहकार ने उन्हें ग्रुप से ब्लॉक कर दिया। मेल पर कंपनी ने जवाब दिया जांच की जा रही है शिकायत के बाद जब चंद्र प्रकाश ने नुवामा सिक्योरिटीज के आधिकारिक हेल्पडेस्क को ईमेल किया। कंपनी की तरफ से जवाब मिला कि उनका ऐसे किसी ग्रुप या कर्मचारी से कोई संबंध नहीं है। कंपनी ने यह भी स्वीकार किया कि उनके लोगो का दुरुपयोग किया जा रहा है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। इसके बाद पीड़ित को स्टैंडर्ड चार्टर्ड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक और ग्रुप में जोड़ा गया। इस कंपनी का SC-ELITE नाम से ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है। पीड़ित ने बताया कि इस बार सलाहकार आराध्या मिश्रा ने निवेश के लिए प्रेरित किया और बताया कि ट्रेडिंग से भारी लाभ मिलेगा। भरोसा करके उन्होंने करीब ₹1.45 लाख जमा किए। शुरुआत में 11,737 निकाले भी लेकिन इसके बाद खाते से रुपए निकलना बंद हो गया। निवेश किए गए रुपए पर दिया कई गुना मुनाफा जब उन्होंने बार-बार संपर्क किया तो सलाहकार ने कहा कि उन्होंने 737% अंक पार कर लिए हैं, इसलिए पैसा निकालने से पहले कुल राशि का 10% यानी 1 लाख अग्रिम जमा करना होगा। जब पीड़ित ने आर्थिक स्थिति खराब बताते हुए इनकार किया तो उसे भी ग्रुप से ब्लॉक कर दिया गया। पीड़ित ने बताया कि ठगों ने अपने समूहों के नाम, वेबसाइट और नियम लगातार बदलते रहते हैं ताकि पकड़ में न आएं। उन्होंने मामले की शिकायत साइबर क्राइम में दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर साइबर थाना बृजेश यादव का कहना है कि पुलिस मुकदमा दर्ज करके रुपए फ्रीज कराने की कार्रवाई कर रही है।
आस्था और श्रद्धा के महापर्व छठ पर मंगलवार की सुबह प्रयागराज के घाटों पर भव्य दृश्य देखने को मिला। फाफामऊ, संगम, अरैल, बलुआ घाट, दारागंज सहित शहर के तमाम घाटों पर लाखों की संख्या में व्रती महिलाओं और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी ने उगते सूर्य को अर्घ अर्पित कर 36 घंटे के निर्जला उपवास का समापन किया। सुबह होते ही घाटों पर छठ मइया के जयकारे गूंज उठे। महिलाएँ पारंपरिक वेशभूषा में सजे हुए सिर पर डाला (टोकरी) रखे, अखंड ज्योति के साथ घाटों की ओर रवाना हुईं। घाटों पर पहुँचकर व्रतियों ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और घुटने तक पानी में खड़े होकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। संगम क्षेत्र में सूर्योदय के समय श्रद्धालुओं की भीड़ से पूरा इलाका भक्तिमय हो उठा। प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें भी लगातार निगरानी करती रहीं ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। श्रद्धालुओं में दिखी अपार श्रद्धा व्रती महिलाओं ने बताया कि छठ व्रत केवल पूजा नहीं बल्कि आत्मसंयम, पवित्रता और प्रकृति के प्रति सम्मान का प्रतीक है। यह पर्व हमें जल, वायु, सूर्य और मिट्टी के प्रति कृतज्ञता सिखाता है। एक व्रती महिला, सुषमा देवी दारागंज की रहने वाली का कहना है “छठ मइया की कृपा से हर साल परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। 36 घंटे का निर्जला व्रत कठिन जरूर है, लेकिन श्रद्धा के आगे यह कठिनाई बहुत छोटी लगती है।”
सोनभद्र में छठ महापर्व पर सुबह से उमड़ी भीड़:उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों ने किया व्रत पारण
सोनभद्र में नहाए खाए के साथ शुरू हुआ लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व का उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही मंगलवार को समापन हो गया। सुबह अर्घ्य देने के लिए छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा था। सूर्य देव की लालिमा जैसे ही बाहर आई व्रतियों ने अर्घ्य देना शुरू कर दिया। इस दौरान, व्रतियों ने 36 घंटे के कठिन निर्जला व्रत का पारण किया, जिसके बाद आस्था और भक्ति का माहौल पूरे जिले में छाया रहा। महापर्व के दौरान, सोमवार शाम को व्रतियों ने घाटों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया था। मंगलवार सुबह सूर्योदय से पहले ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु सोनभद्र मे प्रशासन द्वारा बनाए गए सोन नदी, रेणुका नदी, पोखरा,तालाबों सहित विभिन्न घाटों पर पहुंच गए थे, जहां उन्होंने उगते सूर्य को जल अर्पित किया। वही वही पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। एसपी और एडिशनल एसपी सहित विभिन्न स्थानों की पुलिस भी समय-समय पर चक्रमण करते रहे । इसके साथ ही विभिन्न घाटों पर पुलिस बल मुस्तैद रहा ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। और किसी भी प्रकार की दुर्घटनाएं ना हो सके इसके साथ ही, आयोजको द्वारा घाटों की साफ-सफाई और रोशनी की भी विशेष व्यवस्था की गई थी। तालाबों और नदियों के घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था, जहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। पूरे जिले में पारंपरिक भक्ति गीतों और छठ मइया के जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना रहा, वही रॉबर्ट्सगंज के छोटी नहर घाट पर बनारस से आए कलाकारों द्वारा भोर मे गंगा आरती का आयोजन किया गया था जहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे थे, वही घाटो पर आयोजकों द्वारा जगह-जगह प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया था छठ पूजा की कुछ और तस्वीरों देखें
छिंदवाड़ा के ग्राम रजोला में दूषित पानी से फैली बीमारी और प्रशासनिक लापरवाही के मामले में आखिरकार कार्रवाई हो गई है। ग्राम पंचायत रजोला के सचिव उमेश कुर्मी को लापरवाही का दोषी पाते हुए निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही जलप्रदाय व्यवस्था में लापरवाही करने वाले नल चालक पर भी कार्रवाई की गई है। इस गांव में 14 दिन पहले दूषित पानी पीने से 400 से अधिक लोग बीमार हो गए थे और इलाज के अभाव में एक 36 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी। 400 बीमार, 1 मौत के बाद भी नहीं उठाए थे कदम14 दिन पहले रजोला में दूषित पानी की शिकायत सामने आई थी, जिसके चलते गांव में उल्टी-दस्त के 400 से अधिक मरीज पाए गए थे। वहीं, इलाज के अभाव में 36 वर्षीय महिला दुर्गा चंद्रवंशी की मौत हो गई थी। इसके बाद भी पंचायत सचिव और जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था। हालात बिगड़ने पर प्रशासन हुआ था सक्रियहालात बिगड़ने पर एसडीएम अमरवाड़ा, सीईओ जनपद पंचायत अमरवाड़ा, पीएचई विभाग और स्वास्थ्य अमला सक्रिय हुआ था। पंचायत भवन में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया और सिंगोड़ी अस्पताल में डॉक्टरों की टीम तैनात की गई। लगातार पानी की जांच और पाइपलाइन लीकेज सुधार के निर्देश दिए गए थे। जांच में सामने आई सचिव की लापरवाहीजनपद पंचायत अमरवाड़ा के पत्र क्रमांक 3515 दिनांक 27 अक्टूबर 2025 के अनुसार, सचिव उमेश कुर्मी ने संबल योजना के तहत मृतक नरेश चंद्रवंशी (मृतक महिला के पति) का आवेदन 8 महीने देरी से प्रस्तुत किया था। इसके अलावा, वे नियमित रूप से पंचायत में उपस्थित नहीं रहते थे और ग्राम के कार्यों में उदासीनता दिखा रहे थे। ग्राम रजोला में हाल ही में फैली डायरिया और उल्टी-दस्त की स्थिति में सचिव की भूमिका को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई। सीईओ की अनुशंसा पर हुए निलंबितसीईओ जनपद पंचायत अमरवाड़ा ने प्रस्ताव भेजते हुए सचिव को निलंबित करने की अनुशंसा की, जिस पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की गई। निलंबन आदेश के अनुसार, सचिव उमेश कुर्मी को मध्यप्रदेश पंचायत सेवा (ग्राम पंचायत सचिव भर्ती एवं सेवा शर्तें) नियम 2011 के नियम 7 के तहत निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत अमरवाड़ा रहेगा और वे केवल जीवन निर्वाह भत्ते के पात्र होंगे। पेयजल व्यवस्था में सुधार जारी, पानी शुद्ध मिलापीएचई विभाग द्वारा अब ग्राम में नदी किनारे स्थित नलकूप से उच्च स्तरीय टंकी के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। एसडीओ पीएचई ने बताया कि नलकूप का पानी शुद्ध पाया गया है और रोजाना वाटर टेस्टिंग रिपोर्ट की निगरानी की जा रही है। गांव में चार स्थानों पर लीकेज सुधार का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।
चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य अभियंता का कार्यभार संभाल रहे सीबी ओझा अब नगर निगम (एमसी) के इंजीनियरिंग विंग का भी नेतृत्व करेंगे। इस संबंधी सेक्रेटरी लाेकल गवर्नमेंट की और से ऑर्डर ऑर्डर जारी कर दिए हैं। आज वह आधिकारिक तौर पर नगर निगम में अपना कार्यभार संभाल लेंगे।वह 2020 में चीफ इंजीनियर के तौर पदोन्नत हुए थे। इससे पहले संजय अरोड़ा को यहां से हटा दिया गया था। पहले चर्चा थी कि नगर निगम के ही सीनियर इंजीनियर कृष्ण कुमार को यह चार्ज दिया जाएगा। मगर ऐसा नहीं हुआ है। सीबी ओझा दूसरे यूटी प्रशासन के चीफ इंजीनियर हैं, जिन्हें नगर निगम चीफ इंजीनियर लगाया गया है। उनका कहना है कि प्रशासक की तरफ से जो भी ड्यूटी उनकी लगाई जाएगी। वह उसे तनदेही से निभाएंगे। चार दिन पहले ही हटाए गए हैं संजय अरोड़ा चार दिन पहले यानि कि 24 अक्तूबर 2025 को चंडीगढ़ नगर निगम के मुख्य इंजीनियर संजय अरोड़ा को प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के निर्देश पर पद से हटा दिया गया। कांग्रेस से संबंधित सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह और डिप्टी मेयर तरुणा मेहता ने आरोप लगाया था कि भाजपा पार्षदों के कहने पर इमानदार अधिकारी को हटा दिया गया है। जिसका वह विरोध करते हैं। जबकि भाजपा पार्षदों ने इसका खंडन किया था। संजय अरोड़ा यहां पर करीबन डेढ़ वर्ष तक तैनात रहे हैं। सीबी ओझा के सामने एमसी के वर्क काे लेकर हैं यह तीन बड़ी चुनौतियां
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग कर सोशल मीडिया पर रील बनाना दो सगे भाइयों को महंगा पड़ गया। रील वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों भाइयों हेमंत और देव चौधरी के खिलाफ धारा 125 बीएनएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। नगर कोतवाली क्षेत्र के निवासी हेमंत और देव चौधरी ने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक का इस्तेमाल कर फायरिंग की रील बनाई थी। इस रील को उन्होंने सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो गई। सीओ सिटी सिद्धार्थ के मिश्रा ने बताया कि 26 अक्टूबर को पुलिस के संज्ञान में एक वीडियो आया था, जिसमें दो युवक राइफल से फायरिंग करते दिख रहे थे। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों भाइयों को ढूंढ निकाला, उनसे पूछताछ की और उनके हथियार जब्त कर लिए। उनके खिलाफ 125 बीएनएस और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने लाइसेंसी बंदूक जब्त कर लाइसेंस निरस्तीकरण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। गौरतलब है कि हाल के दिनों में युवाओं में हथियारों का प्रदर्शन करते हुए रील बनाने का चलन बढ़ा है। ऐसे मामलों में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे।
महिला ने पति को प्रेमिका संग होटल में पकड़ा:अमरोहा में पत्नी ने चप्पलों से पीटा, पति फरार
अमरोहा के डिडौली क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति को उसकी प्रेमिका के साथ एक होटल में रंगे हाथों पकड़ लिया। गुस्साई पत्नी ने पति और उसकी प्रेमिका की चप्पलों से पिटाई कर दी। इस दौरान पति मौके से फरार हो गया। यह घटना हाईवे स्थित एक होटल में हुई, जहां पति अपनी प्रेमिका को बाइक पर लेकर पहुंचा था। पति पर शक होने पर पत्नी ने उसका पीछा किया और करीब दस मिनट बाद होटल पहुंच गई, जहां उसने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। जानकारी के अनुसार, डिडौली क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक विवाहित है और उसके चार बच्चे हैं। उसका गांव की ही एक पांच बच्चों की मां से प्रेम प्रसंग चल रहा था। यह प्रेम कहानी गांव में जगजाहिर थी। होटल में हंगामा होता देख मौके पर भीड़ जमा हो गई। मारपीट के दौरान पति वहां से भाग निकला। स्थानीय लोगों ने दोनों महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत किया और उन्हें घर भेज दिया। इस मामले की सूचना पुलिस को नहीं दी गई है। हालांकि, सीओ सिटी शक्ति सिंह ने इस मामले की जानकारी होने से इनकार किया है। चर्चा है कि यह होटल मुरादाबाद के एक सत्ता पक्ष से जुड़े नेता का है।
रतलाम ट्रैफिक पुलिस ने बुलेट और अन्य दोपहिया वाहनों में प्रतिबंधित और ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले फटाका साइलेंसर लगाने वाले चालकों के खिलाफ सोमवार को अभियान चलाया। पुलिस ने सड़क पर उतरकर रतलाम शहर और जावरा में ऐसे 125 से अधिक वाहनों की जांच की। इस दौरान 25 वाहनों में लगे फटाका साइलेंसर मौके पर ही खुलवाकर जब्त किए गए और चालकों पर चालानी कार्रवाई की गई। रतलाम शहर में 22 साइलेंसर जब्तशहर में ट्रैफिक थाना प्रभारी राजशेखर वर्मा, सूबेदार अनोखीलाल परमार और एएसआई सर्वेश द्विवेदी ने स्टाफ के साथ शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 100 से अधिक दो पहिया वाहनों की चेकिंग की। इसमें बुलेट समेत अन्य 22 वाहनों में अमानक (नियम विरुद्ध) फटाकेदार साइलेंसर लगे हुए पाए गए। पुलिस ने वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई की और मौके पर ही साइलेंसर वाहनों से निकलवा कर जब्त कर लिए। इस कार्रवाई में हेड कॉन्स्टेबल धीरेंद्र दिक्षीत, कॉन्स्टेबल नरेंद्र चौरे, भगतसिंह और विजय गोमे शामिल रहे। जावरा में भी 3 वाहनों पर कार्रवाईइसी तरह जावरा ट्रैफिक चौकी प्रभारी सूबेदार मोनिका ठाकुर और एएसआई समरथ वर्मा ने पुलिस फोर्स के साथ जावरा शहर में 25 से अधिक दो पहिया वाहनों की जांच की। यहां 3 वाहनों में अमानक फटाकेदार साइलेंसर पाए गए, जिन्हें जब्त कर चालानी कार्रवाई की गई। डीएसपी बोले- कार्रवाई जारी रहेगीट्रैफिक डीएसपी आनंदस्वरूप सोनी ने बताया कि फटाका साइलेंसर के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
छिंदवाड़ा शहर में धरम टेकड़ी जलागार से पानी सप्लाई करने वाली 400 एमएम की मेन राइजिंग लाइन में सोमवार को कालीबाड़ी रोड के पास लीकेज हो गया। नगर निगम इस पाइपलाइन की मरम्मत का काम आज, मंगलवार 28 अक्टूबर को करेगा, जिसके चलते पूरे दिन शहर के कई इलाकों में जलप्रदाय कार्य प्रभावित रहेगा। निगम ने नागरिकों से पानी का संयमपूर्वक उपयोग करने और भंडारण करने की अपील की है। मरम्मत के कारण इन टंकियों से सप्लाई रहेगी बाधितनगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार, पाइपलाइन मरम्मत कार्य के कारण शहर की कई पानी की टंकियों से सप्लाई बाधित रहेगी। इसमें मोक्षधाम टंकी, बीटीआई टंकी, खजरी टंकी, आर्केंस टंकी, वृद्धा आश्रम टंकी, जलतरंग टंकी, हाउसिंग बोर्ड टंकी, भायेदे कॉलोनी टंकी, सर्किट हाउस टंकी, परतला टंकी, पोआमा टंकी और देहात थाना टंकी से जुड़ी जलप्रदाय व्यवस्था शामिल है। इन वार्डों में नहीं आएगा पानीइन टंकियों से सप्लाई होने वाले वार्ड क्रमांक 2, 3, 4, 45, 47 और 48 में आज दिनभर जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। निगम की अपील: पानी स्टोर करें, संयम से करें उपयोगनगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे जल का उपयोग संयमपूर्वक करें और अपनी आवश्यकतानुसार पानी का भंडारण पहले से कर लें, ताकि मरम्मत कार्य के दौरान उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।
बस्ती में लोक आस्था का महापर्व छठ मंगलवार सुबह उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ संपन्न हो गया। शहर के अमहट घाट, पुरानी बस्ती स्थित निर्मलीकुंड, हर्रैया रोड के सरयू तट सहित ग्रामीण क्षेत्रों के तालाबों और नदियों के किनारे भक्तिमय माहौल रहा। चार दिवसीय इस पर्व में सोमवार शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के बाद, व्रतधारी महिलाओं ने मंगलवार तड़के उगते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की सुख-समृद्धि और संतानों के दीर्घायु की कामना की। अमहट घाट पर भोर से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाएं अपने परिजनों के साथ कलश, दूध, गन्ना, नारियल, फल और ठेकुआ से भरे डाले लेकर घाटों पर पहुंचीं। ‘छठ मइया के जयकारे’ और भक्ति गीतों से पूरा वातावरण गूंज उठा, जिससे घाटों पर एक अलौकिक छटा बिखर गई। सामाजिक संगठन भी जुटे सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। नगर पालिका द्वारा घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और बैरिकेडिंग की गई थी। निर्मलीकुंड और कुआनो तट पर भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए। कई सामाजिक संस्थाओं ने श्रद्धालुओं को प्रसाद, पानी और अन्य आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया। अर्घ्य अर्पित करने के बाद व्रतधारी महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण कर निर्जला व्रत का पारण किया। इस दौरान श्रद्धा, अनुशासन और स्वच्छता का अद्भुत संगम देखने को मिला। हल्की बूंदाबांदी के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ और वे बारिश से खुद को बचाते हुए अनुष्ठान पूरा करते दिखे। देखें छठ की तस्वीरें
पूर्वांचल विश्वविद्यालय में परीक्षा आवेदन शुरू:छात्र 3 नवंबर तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकेंगे
जौनपुर के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए परीक्षा आवेदन की तिथियां घोषित कर दी हैं। छात्र 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इनमें बीसीए, बीबीए, एलएलबी, बीपीईएस, बीएड, बीपीएड, एलएलएम और एमएड जैसे पाठ्यक्रम शामिल हैं। परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सत्र 2025-26 के संस्थागत और कैरी फॉरवर्ड छात्र-छात्राओं के लिए परीक्षा आवेदन फॉर्म ऑनलाइन भरे जाएंगे। आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 3 नवंबर निर्धारित की गई है। परीक्षा फॉर्म के सत्यापन और शुल्क जमा करने की प्रक्रिया 29 अक्टूबर से 4 नवंबर तक चलेगी। सभी छात्रों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी। बीसीए, बीबीए प्रथम सेमेस्टर (विश्वविद्यालय परिसर व संबद्ध महाविद्यालयों के लिए) तथा एलएलबी, बीपीईएस, बीएड, बीपीएड, एलएलएम और एमएड प्रथम सेमेस्टर (संबद्ध महाविद्यालयों के लिए) के छात्र समर्थ आईडी के माध्यम से समर्थ पोर्टल पर परीक्षा शुल्क जमा करते हुए आवेदन फॉर्म भरेंगे।
सिरसा में एक युवक पर उसी के दोस्त ने तेजधार हथियार कापा से हमला कर दिया। झगड़े में युवक के हाथ की उंगुली कट गई, जिससे वह घायल हो गया। यह झगड़ा महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास हुआ। आरोपी युवक घायल सुनील को दोस्ती के तौर पर बाइक लेकर आने के बहाने साथ लेकर गया था, उसी दौरान उस पर पीछे से हमला कर दिया। इसकी शिकायत सिटी थाना पुलिस को दी है। घायल सुनील के बयान पर पुलिस आरोपी सुखप्रीत के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अभी वह पकड़ा नहीं गया है, जिसकी तलाश जारी है। पुलिस को दी शिकायत में बाजीगर मोहल्ला निवासी सुनील ने बताया कि वह हरियाणा फ्रुट सब्जी मंडी दुकान में काम करता है। 24 तारीख को दोपहर 11.30 बजे वह पड़ोस के सुखप्रीत सिंह उसके साथ सिरसा मंडी में आया और उसे कहने लगा कि मेरे साथ चलना है और बाइक लेकर आना है। सुनील ने बताया कि उसने जानकार गुरप्रीत उर्फ गुरी से बाइक मांग ली और वह दोनों बाइक से शिव चौक चले गए। सुखप्रीत ने कहा कि यहां उसकी बाइक नहीं है। सुखप्रीत बोला कि उसने फोन किया है और गुरु तेज बहादुर नगर चलते हैं। वह सिविल अस्पताल के पास माता काली देवी मंदिर के पीछे महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के सामने पहुंचे। वह बाइक चला रहा था तो सुखप्रीत ने बाइक रूकवा लिया। डॉक्टरों ने किया रेफर सुनील ने शिकायत में बताया कि उसी समय सुखप्रीत ने पीछे से उसके सिर पर तेजधार हथियार कापा से वार कर दिया। सुखप्रीत ने दो से तीन बार वार किए, जिससे वह बाइक से नीचे गिर गया। उसके हाथ की ऊपरी उंगली कट गई। उसने बचाव में ईंट उठाई तो सुखप्रीत वहां से भाग गया। उसने दोस्त गुरप्रीत को बुलाया और उसे सिविल अस्पताल में लेकर गए। सूचना पर उसका भाई वहां पहुंच गए, पर डॉक्टरों ने उसे गंभीर हालत के चलते रेफर कर दिया।
लखनऊ में पुलिसकर्मी की सरकारी बाइक चोरी:ड्यूटी से लौटे आरक्षी ने घर के बाहर खड़ी की थी, FIR दर्ज
लखनऊ में चोरों के निशानों पर लगातार पुलिसकर्मी और अफसर है। अब पुलिसकर्मी की सरकारी बाइक भी सुरक्षित नहीं रही। गोमतीनगर के विनीत खंड में तैनात पुलिस आरक्षी (तकनीकी) बालकराम की सरकारी अपाचे मोटरसाइकिल (UP34G 0483) उनके घर के बाहर से चोरी हो गई। आरक्षी बालकराम लाजिस्टिक्स मुख्यालय पुलिस महानिदेशक कार्यालय में संबद्ध हैं। बालकराम ने बताया कि 26 अक्टूबर की रात ड्यूटी खत्म कर उन्होंने मोटरसाइकिल घर के बाहर खड़ी की थी। सुबह उठने पर बाइक गायब मिली। उन्होंने सुबह करीब 6 बजे UP-112 पर सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। आरक्षी बालकराम ने थाने में लिखित तहरीर दी है। इस पर गोमतीनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
चाईबासा में सोमवार देर रात नो-एंट्री के लिए चल रहा आंदोलन हिंसक हो गया। तांबो चौक पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच जबरदस्त झड़प हुई। प्रदर्शनकारी ग्रामीण लंबे समय से एनएच-220 और चाईबासा बाईपास पर दिन के समय भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि इन वाहनों की तेज रफ्तार से आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं, जिनमें अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को सैकड़ों ग्रामीण परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा के आवास का घेराव करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें तांबो चौक पर ही रोक दिया। इसके बाद भीड़ ने वहीं धरना शुरू कर दिया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी करने लगी। शाम तक चला धरना, रात में भड़की हिंसा ग्रामीणों ने तांबो चौक पर ही शाम तक धरना जारी रखा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने वहीं खाना बनाया, नृत्य-गान किया और प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की। जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, भीड़ का जोश और बढ़ता गया। देर रात पुलिस ने जब आंदोलनकारियों को हटाने की कोशिश की, तो स्थिति अचानक बिगड़ गई। नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इस बीच सदर एसडीपीओ की स्कॉर्पियो गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई। मौके पर भगदड़ मच गई और पूरे इलाके में अफरा-तफरी फैल गई। हालांकि किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन कई लोगों को हल्की चोटें आईं। स्थिति नियंत्रण में आया पर तनाव बरकरार झड़प के कारण कुछ घंटों तक मुख्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप रही। देर रात पुलिस ने हालात पर काबू पाया और सड़क खाली कराई। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन किसी अप्रिय घटना से बचाव के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उधर, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि जब तक दिन के समय भारी वाहनों की एंट्री पूरी तरह बंद नहीं की जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सड़क सुरक्षा और आम लोगों की जान बचाने के लिए है।
रायबरेली एसपी ने 15 पुलिसकर्मियों का किया तबादला:6 उप निरीक्षक, 2 मुख्य आरक्षी समेत कई आरक्षी शामिल
रायबरेली पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने देर रात 15 पुलिसकर्मियों के तबादले किए हैं। इनमें 6 उप निरीक्षक, 2 मुख्य आरक्षी और 7 आरक्षी शामिल हैं। मिली जानकारी के अनुसार, मिल एरिया थाना कोतवाली क्षेत्र की डिघीया चौकी में तैनात उप निरीक्षक भारत सिंह तोमर को प्रशासनिक अनुशासनहीनता के चलते निलंबित कर दिया गया है। उनके स्थान पर थाना कोतवाली नगर से उप निरीक्षक गौरव बालियान को डिघीया चौकी का प्रभार सौंपा गया है। अन्य उप निरीक्षकों में, सड़क कूल राम को महाराजगंज से भदोखर थाना, अभिजीत मिश्रा को खीरों थाना से ऊंचाहार थाना, रजत वर्मा को खीरों थाना से महराजगंज थाना और अशोक कुमार सिंह को चंद्रपुर थाना से शिवगढ़ थाना स्थानांतरित किया गया है। मुख्य आरक्षी अश्विनी कुमार राजवंशी को पुलिस लाइन से ऊंचाहार थाना भेजा गया है, जबकि मुख्य आरक्षी कपूर सिंह को गदागंज थाना से यूपी 112 में तैनात किया गया है। आरक्षी शिवपन यादव को कोतवाली थाना से सलोन थाना, शिवम कटारिया को यूपी 112 से पुलिस लाइन, संदीप कुमार को डलमऊ थाना से ऊंचाहार थाना, केशव कुमार को पुलिस लाइन से मिल एरिया थाना, अंकित मावी को पुलिस लाइन से यूपी 112 और रोहित कुमार को पुलिस लाइन से लालगंज थाना भेजा गया है। महिला आरक्षी अदिति पांडे को अभियोजन शाखा में यथावत रखा गया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह रायबरेली में सुरक्षा व्यवस्था और कानून के कड़ाई से पालन के लिए लगातार पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण और तैनाती कर रहे हैं।
फिरोजाबाद में टोल हाईवे पर मां की मौत:बाइक सवार ने बेटी के साथ सड़क पार कर रही महिला को मारी टक्कर
फिरोजाबाद में टोल हाईवे पर सोमवार रात एक सड़क हादसे में मां की मौत हो गई, जबकि उनकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई। जाजपुर बंबा के पास एक तेज रफ्तार अज्ञात बाइक सवार ने सड़क पार कर रही मां-बेटी को टक्कर मार दी थी। टक्कर के बाद बाइक सवार मौके से फरार हो गया। जानकारी के अनुसार, थाना टूंडला क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव निवासी 33 वर्षीय प्रीति अपनी 12 वर्षीय बेटी मुस्कान के साथ फिरोजाबाद में डॉक्टर को दिखाने आई थीं। इलाज के बाद वे घर लौटने के लिए टोल प्लाजा पर ऑटो से उतरी थीं और हाईवे पार कर रही थीं। इसी दौरान एक तेज रफ्तार अज्ञात बाइक सवार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने से मां-बेटी सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गईं। राहगीरों की सूचना पर पहुंची QRT मोबाइल टीम ने तत्काल घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल फिरोजाबाद भिजवाया। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान प्रीति की मौत हो गई, जबकि घायल बेटी मुस्कान का इलाज जारी है। पुलिस ने बताया कि मौके पर शांति व्यवस्था बनी हुई है और अज्ञात बाइक सवार की तलाश की जा रही है। इंस्पेक्टर अंजीश कुमार ने जानकारी दी कि अभी तक इस संबंध में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लखीमपुर खीरी में बेमौसम बारिश:धान कटाई के बीच रिमझिम बारिश से फसल नुकसान का डर
लखीमपुर खीरी में मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। मंगलवार सुबह से शुरू हुई बेमौसम रिमझिम बारिश ने सर्दी बढ़ा दी है। इससे धान की कटाई और बिक्री में जुटे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। सोमवार शाम को हुई बूंदाबांदी के बाद मंगलवार सुबह से जिले में हल्की बारिश जारी है। इस बारिश के कारण दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और हवा में ठंडक घुल गई है। सुबह के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा और लोगों ने गर्म कपड़ों का सहारा लिया। जिले में इस समय धान की कटाई और बिक्री का काम चल रहा है। कई किसानों का कटा हुआ धान अभी भी खेतों में पड़ा है, जबकि कुछ किसानों का धान ट्रॉलियों में भरकर मंडियों तक पहुंचने का इंतजार कर रहा है। बेमौसम बारिश के कारण किसानों को फसल खराब होने का डर सता रहा है। यदि बारिश का यह दौर लंबा चला, तो धान की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है, जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि अगर अगले एक-दो दिन और बारिश जारी रहती है, तो खेतों में पड़ा धान भीगकर सड़ने की स्थिति में पहुंच जाएगा, जिससे उनकी मेहनत बर्बाद हो जाएगी। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान भी जिले में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
गुना जिले के बजरंगगढ़ इलाके में चार साल पहले सरकारी जमीन के विवाद में हुए दोहरे हत्याकांड मामले में कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। पंचम अपर सत्र न्यायाधीश ओपी रघुवंशी ने मामले में सभी दस आरोपियों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। यह विवाद सतनपुर गांव में 700 वर्गफीट सरकारी जमीन पर कचरा डालने को लेकर हुआ था, जिसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर जानलेवा हमला कर दिया था, और दो लोगों की मौत हो गई थी। यह मामला वर्ष 2020 का है। बजरंगगढ़ थाना इलाके के सतनपुर गांव में 8 मई को जमीनी विवाद को लेकर झगड़ा हो गया था। अस्पताल में भर्ती सोनू जोशी (29) पुत्र कल्याण प्रसाद जोशी ने बजरंगगढ़ पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि गांव के जगदीश, रिंकू, नीलेश, परशराम, भैया, संजीव, श्रीलाल, परमसुख, अमोल सिंह और हल्के धाकड़ से शासकीय जमीन को लेकर रंजिश चल रही थी। उसी बात को लेकर सुबह कहासुनी हो गई थी। घर में घुसकर फरसा-लाठी से किया था हमलाशिकायत के मुताबिक, करीब 11 बजे जब सोनू और उसके परिवार के लोग ताऊ देवीलाल के घर बैठे थे, तभी रंजिश के चलते ये सभी लोग फरसा, लाठी, लुहांगी लेकर आए और घर में घुस कर गाली गलौच करने लगे। इसके बाद इन सभी ने मिलकर मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने फरसा, लाठी और लुहांगी से लक्ष्मीनारायण, देवीलाल, महेश, अवधेश, कल्याण प्रसाद, छोटू और दीपक की मारपीट कर दी। दो लोगों की हुई थी मौतसोनू ने बताया था कि सभी ने एक राय होकर जान से मारने की नीयत से घर में घुसकर मारपीट की, जिससे लक्ष्मीनारायण जोशी की जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। उसकी शिकायत पर पुलिस ने हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की। वहीं, गंभीर हालत में घायल अवधेश जोशी को ग्वालियर रेफर किया गया था, जहां दो दिन बाद 10 मई को इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। 700 वर्गफीट भूमि पर कचरे को लेकर था विवादसतनपुर गांव में 700 वर्गफीट शासकीय भूमि को लेकर यह विवाद अक्सर होता था। इसी भूमि पर गांव के ज्यादातर लोग कचरा डालते थे, जिससे मृतक लक्ष्मीनारायण जोशी का पूरा परिवार परेशान था। आरोप है कि सरपंच और सचिव ने कभी यहां सफाई तक नहीं कराई। कई बार पंचायत को मौखिक सूचना दी गई और सरपंच से भी निवेदन किया गया, लेकिन घूरा (कचरे का ढेर) नहीं हट सका। एक ही दिन में तीन बार हुआ था हमलाबताया गया कि घटना वाले दिन आरोपियों ने एक ही दिन में तीन बार हमला किया था। पहला हमला सुबह 8 बजे और दूसरा 9 बजे के लगभग किया गया, जिसमें परिवार के सदस्यों की पिटाई की गई। इसके बाद गुना में रहने वाला जोशी परिवार का देवीलाल अपने दामाद और बेटों को लेकर गांव पहुंचा। जब वे घर पर खाना खा रहे थे, तभी लक्ष्मीनारायण ने कहा कि वह आरोपी जगदीश धाकड़ को समझा देगा। लेकिन कुछ ही देर में 11:30 बजे के लगभग आरोपी 30 से 35 साथियों के साथ आ धमके और लक्ष्मीनारायण जोशी को इतना मारा कि वह गंभीर घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हमले में उनके परिवार के अन्य सदस्य भी घायल हुए थे। 10 आरोपियों को आजीवन कारावासपुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया और विवेचना के बाद कोर्ट में चालान पेश किया। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सभी 10 आरोपियों को दोषी माना। कोर्ट ने आरोपी जगदीश, रिंकू, नीलेश, परशराम, भैया, संजीव, श्रीलाल, परमसुख, अमोल सिंह और हल्के धाकड़ (सभी निवासी सतनपुर) को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। साथ ही सभी आरोपियों पर 18-18 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। शासन की ओर से पैरवी DPO हजारीलाल बैरवा के मार्गदर्शन में ADPO केजी राठौर ने की।
कन्नौज में लव जिहाद आरोपी से मुठभेड़, गोली लगी:हिंदू किशोरी को फंसाने का आरोप, अस्पताल में भर्ती
कन्नौज में हिन्दू किशोरी को प्रेम जाल में फंसाकर कुछ दिन साथ रखने के आरोपी की मंगलवार तड़के पुलिस से मुठभेड़ हो गई। इस दौरान एक गोली उसके पैर में लगने से वह घायल हो गया। पुलिस में उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। आरोप है कि मुस्लिम युवक द्वारा एक मुस्लिम युवती की मदद से हिन्दू लड़कियों को फंसाकर उनका शोषण किया जाता था। मामला तालग्राम थाना क्षेत्र के एक गांव का है। यहां की रहने वाली इंटरमीडिएट की एक छात्रा को प्रेम जाल में फंसाकर उसी के गांव का इमरान अपने साथ 4 अक्टूबर को भगा ले गया था। जिसकी शिकायत होने पर एक सप्ताह बाद पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया और कोर्ट में बयान कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। कुछ समय बाद इमरान ने अपने साथ किशोरी की हिजाब पहने हुए फोटो इंस्टा पर वायरल कर दी। जिस पर हैप्पी एनिवर्सरी लिखा हुआ था। ये फोटो सामने आने के बाद किशोरी के पिता ने तालग्राम थाने पर युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो पता चला आरोपी इमरान के सम्पर्क में कई हिन्दू लड़कियां हैं। जिनके साथ वह लव जेहाद का खेल खेल रहा था। उसके इस घिनौने खेल में किसी मुस्लिम युवती के भी शामिल होने की बात पता चली है। जोकि हिन्दू लड़कियों का इमरान से सम्पर्क कराती है। ऐसे में लव जेहाद के इस प्रकरण की पड़ताल करते हुए सीओ सिटी अभिषेक प्रताप अजेय ने थाना पुलिस को उसकी गिरफ्तारी के आदेश दिए। इमरान का पता न लगने पर पुलिस ने दो दिन पहले उसके पिता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। जिसकी जानकारी होने पर इमरान क्षेत्र में आया था। तालग्राम-अमोलर रोड पर पुलिस ने उसकी घेराबंदी की तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्यवाही में एक गोली इमरान के पैर में लगी। जिससे वह घायल होकर गिर गया और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। युवक को इलाज के लिए तालग्राम के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
सुल्तानपुर में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा मंगलवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं की आस्था बारिश पर भारी पड़ी। 25 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हुए इस चार दिवसीय पर्व का समापन प्रातःकाल ऊषा अर्घ्य के साथ हुआ। व्रती महिलाओं ने 36 घंटे के निर्जला उपवास के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित किया। उन्होंने परिवार की सुख-समृद्धि और संतान की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की। भोर होते ही जिलेभर में श्रद्धालु गोमती नदी के घाटों और तालाबों की ओर उमड़ पड़े। सुल्तानपुर शहर के सीताकुंड धाम स्थित घाट पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। महिलाएं सूप, डलिया, फल, गन्ना और अन्य पूजा सामग्री के साथ घाटों पर पहुंचीं और बेदी बनाकर पूजन की तैयारी में जुट गईं। ढोल-नगाड़ों और छठी मइया के भक्ति गीतों से पूरा माहौल गुंजायमान हो उठा। .... जैसे ही पूर्व दिशा में सूर्यदेव के दर्शन हुए, जय छठी मइया और सूरज देव के जयकारों से पूरा इलाका गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने जल में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। महिलाएं हाथ जोड़कर परिवार की मंगलकामना करती दिखीं। नगर प्रशासन और पुलिस विभाग ने भीड़ को देखते हुए घाटों पर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे। नगर पंचायत की ओर से सफाई और प्रकाश व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारी की गई थी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। बताते चले छठ पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए सुल्तानपुर स्वर्णकार समाज संगठन द्वारा सप्ताह भर से तैयारी की जा रही थी। नगर पालिका परिषद व पुलिस प्रशासन की ओर से सीताकुंड घाट को व्यवस्थित बनाने के लिए सप्ताह भर से कार्य संपादन किया गया। घाट के आसपास हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा वेदी निर्माण किया गया था जहां शहर के विभिन्न इलाकों से व्रतधारी महिलाएं सोलह श्रृंगार कर पूजन सामग्री, फल, प्रसाद लेकर परिजनों के साथ पहुंची। यहां धूप दीप व अन्य सामग्रियों के साथ छठ मैया की परंपरागत पूजा अर्चना की गई। व्यवस्थाओं के निरीक्षण करने पंहुचे अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव शुक्ल, अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह, उपजिलाधिकारी सदर बिपिन द्विवेदी, क्षेत्राधिकारी नगर सौरभ सामंत नगर कोतवाल धीरज कुमार, नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण कुमार अग्रवाल, स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष राजकुमार सोनी, सराफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष देवी प्रसाद सोनी, राजदेव शुक्ल आदि ने छठ माता के वेदी दर्शन कर आशीर्वाद लिया। गोमती मित्रों के विशेष इंतजाम गोमती मित्र मंडल के प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन द्वारा छठ पूजा में आने वाले श्रद्धालुओं, वृतधारियो के लिए विशेष इंतजाम किए गए दिनकर प्रताप सिंह सोनू सिंह समेत गोमती मित्र मंडल के दर्जनों वॉलिंटियर व्रतधारी महिलाओं की व्यवस्था में जुटे रहे। पुलिस व प्रशासन के पुख्ता इंतजाम पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह के निर्देश व अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह की अगुवाई में सीताकुंड घाट, वह गोमती नदी में विशेष इंतजाम किए गए। किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए गोमती नदी में एसडीआरएफ की टीम तैनात रही। सीताकुंड घाट व आने-जाने वाले रास्तों पर पुलिस के खासे इंतजाम किए गए। यहां भीड़ नियंत्रण, यातायात को सुगम बनाने, व्रतधारी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस सजग दिखाई दी। आस्था और पूजा मे सेल्फी की धूम आधुनिकता और सोशल मीडिया के इस दौर में व्रत हो या त्योहार या विशेष आयोजन नागरिकों की हाथ में कैमरे खूब चमकते दिखाई दे जाएंगे। आस्था के इस महापर्व छठ में भी व्रतधारियों, श्रद्धालुओं व दर्शनार्थियों ने मोबाइल फोन के कैमरे का खूब इस्तेमाल किया। आस्था और पूजा पर मोबाइल कैमरे और सेल्फी भारी दिखे व्रतधारी सुहागिन महिलाओं ने बेदी के साथ खूब सेल्फी ली। पारिवारिक जनों के साथ खूब फोटो खिंचवाई सीताकुंड घाट पर उमड़ी हजारों दर्शनार्थियों की भीड़ भी अपने मोबाइल के कैमरे में इस महत्वपूर्ण पल को कैद करती दिखाई दी।
शहर में मंगलवार सुबह से ही छठ पर्व की रौनक देखने को मिली। लगातार हो रही बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं हुआ। भोर होते ही महिलाएं और परिवार के लोग शहर के विभिन्न घाटों की ओर जाने लगे। गोरक्षघाट, रामघाट, तकियाघाट, भीमघाट और मानसरोवर घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। देखिए कुछ तस्वीरें... महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सज-धज कर नदी में खड़ी होकर सूर्य भगवान के उदय होने का इंतजार करती रहीं। आसमान में बादल छाए होने के कारण सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो पाए, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई। बीच-बीच में बारिश तेज होने लगी तो कुछ लोग इधर-उधर छतरी या पेड़ के नीचे जाकर बारिश से बचते दिखे। लेकिन पानी में खड़ी महिलाएं अटल श्रद्धा के साथ डटी रहीं और छठी मईया की पूजा पूरी श्रद्धा से करती रहीं। जब समय हुआ तो सभी महिलाओं ने सूर्य भगवान को साक्षी मानकर अर्घ्य दिया। चारों ओर “छठी मईया की जय” और “जय सूर्यदेव” के जयकारे गूंज उठे। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। भक्तों ने साझा किए अपने अनुभवदैनिक भास्कर से बातचीत में श्रद्धालु ऋतु ने बताया, “मैंने छठी मईया से जो मांगा था, वो मुझे मिल गया। बस अब यही कामना करती हूं कि मेरे पूरे परिवार पर छठी मईया की कृपा हमेशा बनी रहे।” वहीं मोहिनी ने बताया, “यह मेरा पहला साल है जब मैं छठ व्रत कर रही हूं। बचपन में जब सबको व्रत करते देखती थी, तो मेरा भी मन होता था कि मैं भी छठी मईया की पूजा करूं। आज उनके आशीर्वाद से मेरा यह सपना पूरा हो गया।” राप्ती किनारे उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़राप्ती नदी के तट पर हजारों की भीड़ उमड़ी थी। महिलाएं पूजा कर रही थीं तो वहीं आसपास युवा और बच्चे उत्साह में झूमते नजर आए। कुछ युवक डीजे पर बज रहे भक्ति गीतों और पारंपरिक छठ के गानों पर नाचते-गाते दिखे।
गाजीपुर में छठ पूजा का भव्य समापन:किन्नर समुदाय ने उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर दिखाई आस्था
गाजीपुर। सूर्य उपासना और लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन आज उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हुआ। चार दिनों तक चले इस कठिन निर्जला व्रत में आमजन अपने संतान और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए सूर्यदेव से प्रार्थना करते हैं। इस दौरान गाजीपुर के साईं मंदिर गंगा घाट पर एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। यहाँ किन्नरों के समुदाय ने पूरी श्रद्धा और पवित्रता के साथ व्रत रखकर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। किन्नर समुदाय ने बताया कि आमतौर पर लोग अपने पुत्रों और परिवार की खुशहाली के लिए व्रत रखते हैं, लेकिन उन्होंने यह व्रत अपने जजमानों की सुख-शांति और समृद्धि के लिए रखा। उनका कहना था— “हमारे जजमान ही हमारे परिवार हैं। जब वे खुश रहेंगे, तब ही हम भी खुश रहेंगे।” व्रत के दौरान किन्नरों ने पूरी आस्था के साथ वेदिका सजाई, गंगा घाट पर सूर्यदेव को जल अर्पित किया और भक्ति गीतों के माध्यम से प्रार्थना व्यक्त की। उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देकर हुआ व्रत समापन एक दिन पूर्व डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद, आज प्रातः किन्नरों ने उदयाचल सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर अपने व्रत का समापन किया। घाट पर सूर्योदय के समय किन्नरों की सामूहिक प्रार्थना और आस्था का दृश्य देखने योग्य था। पारंपरिक गीतों और मंगल स्वर से गूंजते घाटों ने यह संदेश दिया कि छठ केवल एक पर्व नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को जोड़ने वाला आस्था का उत्सव है। किन्नरों की भागीदारी ने इस पर्व की विविधता और सामूहिक भक्ति को और भी उजागर किया। तस्वीरें देखिए
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं सिरसा लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा आज मंगलवार को फतेहाबाद पहुंचेंगी। वह पहले अनाज मंडी स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेगी। इस दौरान कार्यकर्ताओं की समस्याएं भी सुनेंगी। इसके बाद सांसद सैलजा डीपीआरसी हॉल में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की मीटिंग लेंगी। मीटिंग में सांसद केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं व विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेंगी। इसके अतिरिक्त पिछली मीटिंग में दिए गए निर्देशों पर भी अधिकारियों से जवाब तलब करेंगी। इन योजनाओं की करेंगी समीक्षा डीआरडीए के सीईओ सुरेश कुमार ने बताया कि दिशा कमेटी की मीटिंग में सांसद कुमारी सैलजा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, एमपी लैड, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रु-अर्बन योजना, पीएमएफबीवाई, नेशनल हेल्थ मिशन जैसी योजनाओं की समीक्षा करेंगी। इसके अतिरिक्त दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी व ग्रामीण), स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, समेकित बाल विकास योजना, पीएमयूवाई, पीएमकेवीवाई, डिजीटल इंडिया, टेलीकॉम, रेलवे, राजमार्गों आदि से संबंधित कार्यक्रमों की जानकारी लेंगी।
सीतापुर में पुलिस ने 36 घंटे के भीतर सदरपुर क्षेत्र में नर्तकियों के साथ रोड होल्डअप कर हुई लूट की घटना का पर्दाफाश करते हुए 25 हजार रुपये के इनामी अपराधी को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। बदमाश के पैर में गोली लगने वह घायल हुआ है। बदमाश के कब्जे से लूटी गई नकदी, अवैध तमंचा, कारतूस और बिना नंबर की कार बरामद हुई है। इस पुलिस मुठभेड़ में एसओजी टीम और थाना सदरपुर पुलिस ने संयुक्त रूप से सफलता हासिल की। बीती 26 अक्टूबर की रात क्षेत्र के ग्राम रुसहन नहर पुल के पास कार सवार चार नर्तकियों से असलहे के बल लूट की वारदात हुई थी। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर मंगलवार भोर सुबह को मीरनगर और बढ़निया के बीच नहर पटरी पर बिना नंबर की कार को रोकने का प्रयास किया। पुलिस के रुकने के इशारे पर कार सवार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी जबकि उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। घायल बदमाश की पहचान 25,000 रुपये के इनामिया वांछित अपराधी श्रीचंद यादव उर्फ संजय पुत्र गोविन्द निवासी राजापुर इसरौली थाना थानगांव, सीतापुर के रूप में हुई। पुलिस ने मौके से 3480 रुपये नकद, एक 315 बोर तमंचा, तीन जिंदा व दो खोखा कारतूस, एक बिना नंबर की हुंडई कार असेंट और एक मोबाइल बरामद किया। गिरफ्तार अपराधी को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। फरार साथी की तलाश में पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि लूट की घटना का 36 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए बदमाश को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है शेष एक साथी की तलाश के लिए पुलिस टीम की लगातार दबिश दे रही है।
गोंडा। चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था का महापर्व छठपूजा का समापन आज उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हर्षोल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। जिले के 51 छठ घाटों पर लाखों महिलाओं और श्रद्धालुओं ने भगवान भास्कर और छठी मैया को अर्घ्य अर्पित किया। नहाय खाय से प्रारंभ होकर खरना,संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य तक चलने वाले इस पर्व में व्रती महिलाओं ने 36 से 48 घंटे तक निर्जला उपवास रखकर परिवार की मंगल कामना की। बीती शाम महिलाओं ने ढलते सूर्य को अर्घ्य दिया था वहीं आज भोर में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए नदी व तालाबों के किनारे आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। गोंडा जिले में सबसे अधिक भीड़ करनैलगंज के सरयू तट कटरा घाट पर देखने को मिली। आधी रात से ही श्रद्धालु घाट पर पहुंचने लगे थे। कई महिलाओं ने पूरी रात घाट पर ही भजन-कीर्तन करते हुए बिताई। भोर होते ही पूरा घाट श्रद्धालुओं से खचाखच भर गया। महिलाओं ने हाथों में डेवरा और पूजन सामग्री लेकर जल में खड़े होकर अर्घ्य अर्पित किया। वहीं श्रद्धालु दूध, गन्ना और प्रसाद लेकर सूर्यदेव को नमन करते नजर आए। रुक-रुक कर हो रही बारिश और ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। आस्था ने मौसम पर भारी पड़ते हुए घाटों को भक्तिमय वातावरण से भर दिया। नगर पालिका करनैलगंज द्वारा श्रद्धालुओं के लिए सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। छठ पूजा के अवसर पर करनैलगंज के भाजपा विधायक अजय सिंह ने भी आज प्रातः काल पूरे अजब पहुंचकर श्रद्धालुओं संग पूजन-अर्चन किया और पर्व की शुभकामनाएं दीं। वहीं नमो नमो क्रांति फाउंडेशन सहित कई समाजसेवी संगठनों ने श्रद्धालुओं के लिए कटरा घाट पर जलपान और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रहा। करनैलगंज की उपजिलाधिकारी नेहा मिश्रा और क्षेत्राधिकारी राजेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा। उनकी देखरेख में घाटों पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की गई। आस्था ने मौसम को दी मात रात से हो रही बारिश और ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। आधी रात से ही घाटों पर लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। कई महिलाओं ने पूरी रात भजन-कीर्तन करते हुए घाट पर ही व्यतीत की। भोर होते ही घाट छठी मईया के जयकारों से गूंज उठा।
लखीमपुर खीरी। शहर के पवित्र सेठ घाट नदी तट पर मंगलवार की अलसुबह आस्था, श्रद्धा और विश्वास का अद्भुत संगम देखने को मिला। सुबह 5 बजे से ही तट भजन-कीर्तन और “छठी माई” के जयकारों से गूंज उठा। हर ओर दीपों की लौ और व्रती महिलाओं के चेहरे पर भक्ति की आभा झलक रही थी। 36 घंटे का निर्जला व्रत रखने के बाद भी महिलाओं के चेहरे पर थकान का कोई असर नहीं था। पूजन की थाल सजाकर, फल-फूल और सूप में दीप रखकर महिलाएं नदी के जल में खड़ी हुईं और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपने पुत्रों की दीर्घायु, परिवार की सुख-समृद्धि और समाज की खुशहाली की कामना की। कई महिलाएं सोमवार की शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद तट पर ही रातभर रुकीं और भजन-कीर्तन करते हुए रात्रि जागरण किया। भजन-कीर्तन से गुंजायमान तट जैसे ही पूर्व दिशा में सूर्य की लालिमा दिखाई दी, पूरा वातावरण “छठी मईया की जय” के नारों से गुंजायमान हो उठा। श्रद्धालुओं के लिए छठ पूजा आयोजन समिति ने प्रसाद वितरण की विशेष व्यवस्था की। कई सामाजिक संस्थाओं ने भी चाय, बिस्किट और पानी वितरित कर सेवा की भावना दिखाई। तट पर इस बार आकर्षण का केंद्र रहे सेल्फी प्वाइंट, जहां श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ यादगार पल कैमरे में कैद करते नजर आए। आयोजन समिति ने जताया आभार आयोजन समिति के अध्यक्ष मृगंग उपाध्याय ने कहा, “प्रशासन, नगर पालिका और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। हम सभी का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने इस पुण्य पर्व में आकर छठ मईया से प्रदेश और देश की खुशहाली की प्रार्थना की।” तस्वीरें देखिए...
अजमेर में एक महिला को उसकी अश्लील फोटो से ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने जयपुर के एक युवक पर ब्लैकमेलिंग और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। पीड़िता की शिकायत पर अलवर गेट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अलवर गेट थाना पुलिस के अनुसार पीड़िता की ओर से शिकायत देकर बताया कि एक ग्रुप के जरिए उसकी जयपुर निवासी युवक से पहचान हुई थी। युवक ने 2023 में कॉल कर अपने बेटे के रिश्ते के लिए भांजी का बायोडाटा मांगा था। लेकिन कुछ दिनों बाद वापस कॉल कर मना कर दिया। लेकिन आरोपी ने अन्य लड़कों के रिश्ते बताने के लिए लगातार संपर्क करता रहा था। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि एक दिन आरोपी घर आ गया। जान पहचान होने पर आरोपी ने उसका गोल्ड लोन छुड़वा दिया था। लेकिन जब पैसों की जरूरत हुई तो आरोपी ने उसका गोल्ड लोन, तीन चेक व लिखा पढ़ी कर पैसे दिए थे। कुछ समय बाद आरोपी ने कॉल कर पैसे मांगे, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह पैसे नहीं दे पाई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी को उसने उसका गोल्ड बेचकर पैसे रखने के बोल दिया था। लेकिन आरोपी ने उसे चेक लगाने की धमकी देकर वीडियो कॉल किया और बाद में उसके अश्लील फोटो क्लिक कर लिए। ब्लैकमेल कर उसे अब लगातार परेशान किया जा रहा है। उसे जान से मारने की धमकी तक दी जा रही है। अलवर गेट थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
कौशाम्बी में ग्राम निधि में लाखों का घोटाला:पूर्व प्रधान पर आवास के नाम पर पैसे लेने का आरोप
कौशाम्बी जिले के विकास खंड कौशाम्बी की ग्राम पंचायत बेरुई में ग्राम पंचायत निधि में लाखों रुपये के घोटाले का खुलासा हुआ है। ग्रामीणों ने पूर्व प्रधान मोहम्मद इरफान पर सरकारी धन के दुरुपयोग और आवास योजना में अवैध वसूली का आरोप लगाया है। आरोप है कि पूर्व प्रधान मोहम्मद इरफान ने शासन की विकास निधि से मजदूरी और अन्य कार्यों के भुगतान सीधे अपने खाते में करा लिए। इससे सरकारी धन के दुरुपयोग का बड़ा मामला सामने आया है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान प्रधान मंजू देवी के नाम पर प्रधानी चल रही है, लेकिन वास्तविक रूप से सारा काम मोहम्मद इरफान ही दबंगई के बल पर करता है। ग्रामीणों ने यह भी खुलासा किया कि ग्राम पंचायत में आने वाली आवास योजना के तहत आवास दिलाने के नाम पर पूर्व प्रधान इरफान उनसे 20,000 रुपये की अवैध मांग करता है। ग्रामीणों राजाराम सरोज, घनश्याम मौर्य, हनुमान सरोज, संजय पांडेय, सुषमा देवी और रामकली देवी के अनुसार, जब किसी ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत करने की कोशिश की, तो पूर्व प्रधान ने मारपीट कर डराने-धमकाने की घटनाएं भी कीं। कुछ अन्य ग्रामीणों ने बताया कि ब्लॉक स्तर से जिला स्तर तक शिकायत के बावजूद भी अभी तक किसी भी अधिकारी ने दबंग ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है।
सूर्य उपासना व लोक आस्था का महापर्व छठ सिर्फ आम नहीं बल्कि खास लाेग भी बहुत ही आस्था के साथ मनाते हैं। यही कारण है कि प्रयागराज में छठ के मौके पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, उनकी पत्नी पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, महापौर गणेश केसरवानी, पूर्व एमएलसी व भाजपा की गंगापार की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान व अन्य जनप्रतिनिधि छठ पूजा में शामिल हुए। बलुआघाट बारादरी में आयोजित छठ पूजा में मंत्री नंदी खुद भक्ति भाव से पूजा का दउरा सिर पर उठाते हुए छठी मैया की पूजा की। मंत्री ने व्रती महिलाओं को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छठी मईया में इतना भक्ति का भाव होता है कि सभी लोग एक समान हैं। इस पर्व में कोई भेदभाव नहीं होता है। भगवान भास्कर से हम लोग देश, दुनिया, राज्य, परिवार में अमन चैन और खुशहाली का कामना करते है।
मऊ में कार बिजली पोल से टकराई:पेड़ पर लटकी, तीन लोग गंभीर रूप से घायल
मऊ जिले के सरायलखंसी थाना क्षेत्र के भलया मोड़ पर मंगलवार तड़के एक तेज रफ्तार चारपहिया वाहन बिजली के खंभे से टकराकर पेड़ पर लटक गया। इस हादसे में कार में सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसा मंगलवार सुबह करीब 2 बजे हुआ। बताया जा रहा है कि कार सवार लोग एक जन्मदिन की पार्टी से कासिमाबाद की ओर जा रहे थे, तभी वाहन अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकराया और फिर एक पेड़ पर जा लटका। घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत एंबुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय निवासी सुनील ने बताया कि भलया मोड़ पर तेज मोड़ होने के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थान पर पहले भी कई लोगों की जान जा चुकी है और प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए। सुनील ने यह भी बताया कि सड़क के दोनों ओर लगी झंडियां भी दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं।
छत्तीसगढ़ में अगले 3 दिनों तक चक्रवात 'मोंथा' का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने आज दक्षिण छत्तीसगढ़ के पांच जिलों नारायणपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कोंडागांव, कांकेर, धमतरी और गरियाबंद में ऑरेंज अलर्ट है। रायपुर और बिलासपुर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और हल्की बारिश होने की संभावना है। बस्तर में 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। यह अधिकतम 80 किमी तक पहुंच सकती है। कल यानी 29 अक्टूबर को रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के जिलों में भी तेज हवाओं और बारिश की संभावना है। पिछले 24 घंटे में बेलगहना में 30 मिमी, पिपरिया, कसडोल, अंतागढ़, छुईखदान और भिंभोरी में लगभग 10 मिमी बारिश दर्ज की गई। रायपुर में अधिकतम तापमान 32.5C और पेंड्रा में न्यूनतम तापमान 19C रिकॉर्ड किया गया। बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम, इस वजह से बारिश दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक गहरा अवदाब (मजबूत सिस्टम) बना हुआ है। इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। इस वजह से आज यानी 28 अक्टूबर को बस्तर संभाग के अधिकांश जिलों में 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। भारी बारिश भी होगी। अक्टूबर में अब तक 59 फीसदी ज्यादा बारिश छत्तीसगढ़ से मानसून 15 अक्टूबर तक लौट गया। मानसून सीजन 30 सितंबर को ही खत्म माना जाता है। इसलिए अक्टूबर में होने वाली बारिश मौसम विभाग सालाना वर्षा के रूप में रिकॉर्ड करता है। इस साल अब तक 1 से 26 अक्टूबर तक 89.4 मिमी पानी गिर चुका है। 26 दिन की औसत वर्षा 56.2 मिमी है। यानी औसत से 59 फीसदी ज्यादा पानी अब तक गिर चुका है। बारिश का फसलों पर पड़ेगा असर अगले कुछ दिनों में होने वाली बारिश और तेज हवा का असर फसलों पर पड़ेगा। खेतों में खड़ी फसल तेज हवा और बारिश के कारण खराब हो सकती है। जिन किसानों की फसल की कटाई हो चुकी है और उन्हें सुरक्षित भंडारण नहीं किया होगा तो फसल के भी भीगने की आशंका है। कृषि मौसम विभाग ने इस संबंध में किसानों को फसलों को बारिश से बचाने की सलाह दी।
अलवर के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में कैरवावाल गांव के पास एक भयानक सड़क हादसे ने 30 वर्षीय बीरबल की जान ले ली। पाइपों से लदे तेज़ रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक सवार बीरबल को ज़ोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। ग्रामीणों ने उसे फौरन मालाखेड़ा अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने अलवर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान बीरबल ने दम तोड़ दिया। बीरबल खरखड़ा से अपने गांव लौट रहा था, तभी यह दुर्घटना हुई। ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया। परिजनों को सूचना मिलते ही वे अस्पताल पहुंचे और शव देखकर फूट-फूटकर रोए। बीरबल प्राइवेट गाड़ी चलाता था, अविवाहित था और छह भाई-बहनों में सबसे बड़ा। उसकी मौत से परिवार शोक में डूब गया। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी भिजवाया और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
छठ पर्व के बाद घर वापसी करने वाले यात्रियों को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने एक और बड़ी राहत दी है। त्योहारों के मौसम में सामान्य ट्रेनों में बढ़ती भीड़ और टिकटों की भारी किल्लत को देखते हुए रेलवे ने छपरा–लोकमान्य तिलक टर्मिनस–गोमतीनगर के बीच अनारक्षित पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में एक-एक फेरा करेगी, ताकि छठ पर्व से लौट रहे यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा में सुविधा मिल सके। छपरा से होगी ट्रेन की शुरुआत — लखनऊ से होकर जाएगी स्पेशल ट्रेन पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि 05051 छपरा–लोकमान्य तिलक टर्मिनस पूजा अनारक्षित विशेष गाड़ी 28 अक्टूबर, 2025 को छपरा से रात 8:00 बजे रवाना होगी। यह ट्रेन मशरख, दिघवा दुबौली, थावे, पडरौना, रामकोला, कप्तानगंज, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा होते हुए लखनऊ पहुंचेगी। लखनऊ में यह ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए तीन प्रमुख स्टेशनों — गोमतीनगर, बादशाहनगर और ऐशबाग — पर रुकेगी। मुंबई से वापसी यात्रा 30 अक्टूबर से वापसी दिशा में 05052 लोकमान्य तिलक टर्मिनस–गोमतीनगर पूजा विशेष गाड़ी 30 अक्टूबर, 2025 को दोपहर 2:00 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनस से रवाना होगी। ट्रेन कल्याण, इगतपुरी, नासिक रोड, भुसावल, खंडवा, इटारसी, रानी कमलापति, बीना, झांसी, उरई, कानपुर सेंट्रल और ऐशबाग होते हुए अगले दिन शाम 4:45 बजे गोमतीनगर पहुंचेगी। लखनऊ में ट्रेन के ऐशबाग (3:45 बजे) और बादशाहनगर (4:12 बजे) स्टेशनों पर भी ठहराव रहेगा। त्योहार के बाद सफर आसान बनाने की कोशिश हर साल छठ पूजा के बाद बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से मुंबई, पुणे, गुजरात और दिल्ली की ओर बड़ी संख्या में लोग लौटते हैं। इस दौरान ट्रेनों में भारी भीड़ रहती है और सामान्य टिकट मिलना लगभग असंभव हो जाता है। ऐसे में रेलवे का यह कदम यात्रियों को राहत देने वाला है। लखनऊ सहित आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में यात्री इस ट्रेन के माध्यम से मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य शहरों की ओर जा सकेंगे।
लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र के मायानगर इलाके में एक युवती शादी तय होने के बाद अपने प्रेमी संग भाग गई। भाई का आरोप है कि बहन को उसका प्रेमी शादी का झांसा देकर भगा ले गया है।परिजनों के अनुसार, युवती की शादी पहले से तय थी। इस मामले को लेकर भाई ने हसनगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। हसनगंज में रहने वाले तालिब पुत्र मोहम्मद नफीस ने दी बताया कि उसकी बहन की शादी तय हो चुकी थी। इसके बावजूद कुकरैल नाले के पास रहने वाले अमित से उसकी बातचीत होती थी। परिवार ने कई बार मना किया, लेकिन वह नहीं माना। तालिब का आरोप है कि 27 अक्टूबर की रात करीब 2 बजे, अमित उसकी बहन को शादी का झांसा देकर घर से भगा ले गया। परिजनों को आशंका है कि उसके साथ कोई अनहोनी न हो जाए। पीड़ित ने इस मामले को लेकर हसनगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। अमित कर भगाने के आरोप कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
दुर्ग जिले में 3 नाबालिग लड़कों ने घर घुसकर 6 लाख की चोरी की है। शिक्षक नगर में रहने वाला पटैरिया परिवार 1 हफ्ते के लिए बाहर गया था। तभी सूने मकान को चोरों ने निशाना बनाया।चोर खिड़की की जाली तोड़कर घुसे और 50 ग्राम का सोने का बिस्किट, पीतल-कांसे के बर्तन चुराकर ले गए। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। चोरी का सामान आरोपियों ने एक महिला को बेचा था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है वहीं नाबालिग आरोपियों को भी पुलिस ने पकड़ा है। उनके कब्जे से सारा सामान जब्त किया गया। खिड़की जाली तोड़ कर अंदर घुसे नाबालिग मामला शिक्षक नगर दुर्ग का है, जहां के रहने वाले उमा शंकर पटैरिया (89 साल) ने 22 अक्टूबर को थाना दुर्ग कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके सुने मकान (मकान नंबर 385, गली नंबर 2, शिक्षक नगर) में 11 से 17 अक्टूबर 2025 के बीच अज्ञात चोरों ने खिड़की की जाली तोड़कर घुसपैठ की और 50 ग्राम का सोने का बिस्किट, पीतल व कांसे के बर्तन तथा टंकी समेत करीब छह लाख रुपए का सामान चोरी कर लिया। त्रिनयन एप की मदद से मिला सुराग पीड़ित परिवार की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। जांच के दौरान दुर्ग पुलिस ने त्रिनयन एप के माध्यम से तकनीकी विश्लेषण किया, जिसमें तीन विधि से संघर्षरत बालक संदिग्ध पाए गए। तीनों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर उन्होंने चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की। चोरी का माल महिला को बेचा, गिरफ्तार चोरी करने वाले नाबालिगों ने बताया कि चोरी किया गया सामान उन्होंने एक महिला राखी कसेर, (50 वर्ष) को बेच दिया है। पुलिस ने महिला आरोपी से पूछताछ की तो उसने चोरी का माल खरीदने की बात स्वीकार कर ली। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 50 ग्राम सोने का बिस्किट, एक पीतल का कोपर, एक पीतल का कलश, एक कांसे का कलश और एक पीतल की टंकी कुल मूल्य 6,58,800 रुपए बरामद किया। बाल सुधार गृह भेजे गए आरोपी महिला आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, जबकि तीनों बाल आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत कर बाल सुधार गृह भेजा गया। पुलिस के अनुसार इस पूरे प्रकरण के खुलासे में त्रिनयन एप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। त्रिनयन एप से मिले सुराग के आधार पर ही आरोपी तक पहुंचना संभव हुआ।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में लगातार हो रहे मवेशियों की मौत मामले में आधी-अधूरी जानकारी देने पर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भड़क गए। 27 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने राज्य सरकार को फटकारा भी है। कोर्ट ने पशुधन विकास विभाग के सचिव को कहा कि शपथ पत्र केवल खानापूर्ति है। इसमें गौशालाओं में रखे गए कुल मवेशियों की संख्या, चारे, पानी और चिकित्सा देखभाल की उपलब्धता, निरीक्षण की आवृत्ति, और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही जैसे जानकारी नहीं दी गई है। कोर्ट ने विस्तृत शपथपत्र के साथ ही गायों की मौत के सही कारणों और प्रबंधन की पूरी जानकारी मांगी है। बता दें कि चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच में 27 अक्टूबर को सुनवाई हुई। अब केस की अगली सुनवाई 19 नवंबर को होगी। लगातार हो रही मौतों पर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान दरअसल, हाईकोर्ट ने बिलासपुर जिले के बेलतरा और सुकुलकारी क्षेत्र में गायों की लगातार हो रही मौतों को लेकर खबरों पर संज्ञान लिया है। इस मामले को जनहित याचिका मानकर कोर्ट ने सुनवाई शुरू की है। प्रकरण की पिछली सुनवाई के दौरान पशुधन विकास विभाग के सचिव से शपथ पत्र मांगा गया था। प्रशासन की अव्यवस्था व मानटरिंग पर उठाए सवाल 27 अक्टूबर को सुनवाई के दौरान डिवीजन बेंच ने कहा कि मवेशियों की मौत की घटना 15 अक्टूबर को हुई थी, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने 23 अक्टूबर को खबर प्रकाशित होने और हाई कोर्ट के संज्ञान लेने के बाद तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। एक से अधिक स्थानों पर मवेशियों के सड़े-गले शव मिलना स्पष्ट रूप से बताता कि क्षेत्र में नियमित सुपरविजन की कमी है। इसके साथ ही मृत गायों के गौठान या निजी मालिकों से संबंधित होने के बारे में विरोधाभासी बयान दिया गया है। ग्रामीणों का मृत पशुओं के शवों को गांव से बाहर छोड़ देने की बात अपर्याप्त प्रबंधन और प्रशासनिक नियंत्रण की कमी को उजागर करता है। सिर्फ खानापूर्ति है सरकार की रिपोर्ट हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने पाया कि पशुधन विकास विभाग के सचिव द्वारा 26 अक्टूबर को दिया गया शपथ पत्र केवल खानापूर्ति है। इसमें गौशालाओं में रखे गए कुल मवेशियों की संख्या, चारे, पानी और चिकित्सा देखभाल की उपलब्धता, निरीक्षण की आवृत्ति, और संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही जैसे जानकारी नहीं दी गई है। गो-धाम योजना पर भी अमल के निर्देश सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने बताया कि मवेशियों के बेहतर देखभाल के लिए गोधाम योजना बनाई गई है, जिसे 6 अगस्त 2025 को सभी कलेक्टरों को भी भेजा गया है। हाई कोर्ट ने उम्मीद जताई कि संबंधित अधिकारी इस योजना को अक्षरश: लागू करेंगे।
बोकारो में छठ की शाम गोलीकांड:आईआरबी जवान की मौत, विवाद के बाद चली गोली, छठ में छुट्टी पर आया था घर
बोकारो जिले के चास थाना क्षेत्र स्थित आदर्श कॉलोनी, गायघाट में सोमवार देर शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक आईआरबी जवान की गोली लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान गिरिडीह में पदस्थापित अजय यादव उर्फ सोनू के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि वह छठ पूजा की छुट्टी मनाने के लिए कुछ दिनों पहले घर आया था। सोमवार की शाम किसी आपसी विवाद के दौरान गोली चली, जो सीधे अजय यादव के पेट में जा लगी। गोली लगने के बाद घरवालों और स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में घायल जवान को बोकारो जनरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की खबर मिलते ही इलाके में मातम छा गया। जवान की मौत की सूचना पूरे मोहल्ले में फैलते ही सैकड़ों लोग अस्पताल और घटना स्थल पर जुट गए। दो खोखे बरामद, पुलिस जांच में जुटी घटना की जानकारी मिलते ही चास थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखे बरामद किए हैं। हालांकि, गोली चलाने वाले व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। पुलिस आस-पड़ोस के लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि विवाद की वजह और गोली चलाने वाले का सुराग मिल सके। शुरुआती जांच में यह मामला किसी निजी विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच में जुटी है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इधर, स्थानीय लोगों ने दोषी की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। चास थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
आगरा में युवक ने किया सुसाइड:दुकान में फंदे से लटका मिला शव, फेसबुक पर अम्मा और चाचा पर लगाए आरोप
आगरा के सदर क्षेत्र के राजेश्वर मंदिर के पास गोस्वामी मार्केट में एसजी ग्राफिक्स की दुकान में दुकान स्वामी ने सोमवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजन शव को फंदे से उतार कर अपने घर एमपी पुरा गुम्मट ले गए। उसके बाद 112 नंबर पर फोन किया। खुदकुशी से पहले युवक ने फेसबुक पर अपनी दादी और दो चाचा के खिलाफ पोस्ट डाली थी। पुलिस जांच में जुटी हुई है। इंस्पेक्टर सदर विजय विक्रम सिंह ने बताया कि एमपीपुरा गुम्मट, ताजगंज निवासी 24 वर्षीय सचिन पुरी गोस्वामी के परिवार की राजेश्वर मंदिर के पास गोस्वामी मार्केट है। मार्केट में सचिन ने एसजी ग्राफिक्स के नाम से दुकान खोल रखी थी। शाम करीब पौने पांच बजे 112 पर खुदकुशी की सूचना आई थी। पुलिस मौके पर पहुंची। दुकान में फंदा लटका हुआ मिला। शव नहीं था। जानकारी करने पर पता चला कि परिजन सचिन को फंदे से उतारकर एसएन मेडिकल कॉलेज ले गए थे। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन शव घर ले गए। पहले ताजगंज पुलिस को सूचित किया। मामला सदर थाने का था इसलिए सदर थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस को छानबीन में पता चला है कि परिवार में संपत्ति का विवाद है। देर रात पुलिस को जानकारी मिली सचिन ने खुदकुशी से पहले फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी। जिसमें लिखा था कि रामकली अम्मो, राधे और छोटू जिस प्रकार मेरे बाप को तड़पा-तड़पा कर मार डाला उसके हिस्से पर कब्जा कर लिया। उसी प्रकार उसे मारने व जेल में डलवाने के लिए चिपटे हैं। यह तीनों लोग। दुकानों के किराए का विवाद पुलिस को प्रारंभिक छानबीन में पता चला कि सचिन के पिता तहसीलदार गोस्वामी का पांच साल पहले कैंसर से निधन हुआ था। संपत्ति का बंटवारा हो चुका है मगर दुकानों के किराए को लेकर विवाद है। पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। युवक का मोबाइल कब्जे में लिया जाएगा। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
बिहार में विधानसभा चुनाव का असर हरियाणा में भी है। यहां पर काफी प्रवासी बिहारी फैक्ट्री व मंडियों व अन्य कामकाज के लिए आए हुए हैं। अब छठ पूजा पर सभी प्रवासी बिहारी अपने राज्य के लिए बस या ट्रेन के जरिए रवानगी कर रहे हैं। यह चुनाव राजनीतिक सियासी तौर पर भी चर्चाओं का विषय बना हुआ है। हरियाणा से भी सीएम नायब सिंह से लेकर कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी सहित कई विधायक बिहार में चुनाव प्रचार के लिए जाकर आए हैं। विभिन्न पार्टी के नेता एक-दूसरे की सपोर्ट कर रहे हैं। जजपा से यूथ प्रदेशाध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने बिहार चुनाव पर तेजस्वी यादव के सपोर्ट में वीडियो जारी कर उनको ताऊ देवीलाल की नीतियों पर चलने वाला बताया है। इसे हरियाणवी और बिहारी के भाईचारे का नाम दिया है। दिग्विजय ने वीडियो जारी कर कहा कि बिहार इस देश की पाटलीपुत्र राजनीति का भाग्यविद्याता है। जब हम चौ. देवीलाल की सोच की बात करते हैं तो उसी सोच के साथ पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का नेतृत्व हमउम्र साथी तेजस्वी यादव कर रहे हैं। दिग्विजय बोले कि यहां के प्रवासी बिहारी हरियाणा की इक्नोमी को बड़ा प्रारूप देते हैं। हरियाणवी और बिहारी का भाईचारा तो मिसाल के तौर पर जाना जाता है। यहां रहने वाले सभी प्रवासी बिहार के लोग अपना-अपना एक-एक कीमती मतदान करे। यह बिहार के बदलाव की जरूरत है। सभी का इसमें योगदान रहेगा। युवा सोच के साथ बिहार में बदलाव लाना होगा। दिग्विजय बोले कि बिहार को एक पिछड़ा राज्य जरूर माना जाता है। बिहार को जॉब-एजुकेशन में आगे लाने, श्रेष्ठ बनाने के लिए एवं हरियाणवीं बिहारी भाईचारे को मजबूत बनाने के लिए बदलाव की जरूरत है। तेजस्वी यादव से टेलीफोनी बातचीत हुई है। उसमें तय हुआ कि बिहार को बदलने की उस लड़ाई में उनके साथ है।
मंगलवार भस्म आरती दर्शन:बाबा महाकाल का पंचामृत से पूजन कर भांग, चंदन से दिव्य श्रृंगार
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के कपाट मंगलवार तड़के भस्म आरती के दौरान खोले गए। सभा मंडप में सबसे पहले वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन किया गया। इसके बाद घंटी बजाकर भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप के चांदी के पट खोले गए। गर्भगृह के पट खोलकर पुजारियों ने भगवान महाकाल का श्रृंगार उतारा और पंचामृत पूजन के बाद कर्पूर आरती संपन्न की। त्रिनेत्रधारी भगवान महाकाल का चंदन से त्रिपुंड लगाया गया। रुद्राक्ष की माला और रजत मुकुट अर्पित कर दिव्य श्रृंगार किया गया। नंदी हाल में नंदी जी का स्नान, ध्यान और पूजन हुआ। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के बाद दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। इसके बाद भगवान को रजत चंद्र, त्रिशूल, मुकुट, भांग, चंदन, ड्रायफ्रूट और भस्म अर्पित की गई। शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाला और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगंधित पुष्पों से बनी फूलों की माला धारण कर भगवान महाकाल अलौकिक रूप में विराजमान हुए। फल और मिष्ठान का भोग लगाने के बाद झांझ, मंजीरे और डमरू की ध्वनि के बीच भगवान महाकाल की भस्म आरती संपन्न हुई। बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने आरती में शामिल होकर बाबा महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है कि भस्म अर्पण के बाद भगवान महाकाल निराकार से साकार रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं।
भाई भिंड में अवैध हथियार का बड़ा स्कोप है। यदि हम मजबूती की गारंटी दें तो लोग दोगुनी कीमत भी दे देंगे। माल तो है, लेकिन दूसरे राज्य से लेकर आने में ज्यादा रिस्क है। तू जगह तलाश, मैं भिंड में ही कारखाने का जुगाड़ करता हूं। यह बातचीत दो अवैध तस्कर दोस्तों की है, जिन्होंने भिंड में अवैध हथियार बनाने का कारखाना खोला। इसके लिए बकाया यूपी से 50 हजार में एक कारीगर भी हायर किया। कट्टा बनाने जगह के लिए एक महीने में दो साथियों को 40 हजार रुपए भी दे दिए। बाजार में दूसरे तस्करों से मिलने वाले अवैध हथियारों से इन कट्टों की दोगुनी कीमत रखी। दावा किया कि ये कट्टे ज्यादा सुरक्षित और पावरफुल हैं। पुलिस ने ऐसे 10 लोगों के नाम चिह्नित किए हैं, जिनमें से 6 लोग सलाखों के पीछे पहुंच चुके। तीन तस्वीरें देखिए... सबसे पहले जानिए पूरा घटनाक्रमएसएसपी डॉ. असित यादव ने बताया कि बरोही थाना प्रभारी अतुल भदौरिया को 21 अक्टूबर को सूचना मिली थी, एक व्यक्ति को अवैध हथियार के साथ अम्लेहड़ी तिराहे से पकड़ा। इसके पास थैले में चार कट्टे रखे हुए थे। उसने अपना नाम अजय गौर निवासी पिपरौली बताया। अजय गौर साथियों के साथ मौ के रुपावई गांव में कट्टे की फैक्ट्री संचालित कर रहा है। पुलिस ने इसकी निशानदेही पर दबिश दी और मौके से 7 कट्टे बरामद किए। इसके अलावा अजय गौर ने 5 कट्टे बेच दिए थे, जिनमें से एक कट्टा पुलिस ने तत्काल शिवा गौर को गिरफ्तार कर उससे बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि ये सभी लोग अवैध हथियारों का कारखाना पहले उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में चला रहे थे। करीब एक साल पहले वहां की पुलिस ने इनको पकड़ा था। इन्हें तब जेल भेज दिया गया था। यहां से छूटने के बाद मौ थाना क्षेत्र के रूपाबाई का पुरा गांव में इन्होंने यह काम शुरू किया। कट्टा बनाने गैस पाइप लाइन में डालने वाला पाइप का उपयोगभिंड में इन्होंने 19 सितंबर से काम शुरू किया। 7 अक्टूबर तक इन्होंने 22 कट्टे बनाए, जिनमें से कुछ को 9 और 10 हजार रुपए के भाव से बेच दिया। जांच में सामने आया कि ये कट्टा बनाने गैस की पाइप लाइन बिछाने में इस्तेमाल होने वाला पाइप का उपयोग करते थे। कट्टे की नली इसी पाइप की होती थी। यह लोग मजबूती की गारंटी देकर कहते थे कि कई फायर करने के बाद भी इसकी नली फटेगी नहीं। अब जानिए, यूपी से कारखाना भिंड शिफ्ट करने वाली बात पुलिस की पड़ताल में सामने निकलकर आया कि भिंड जिले के मेहगांव क्षेत्र का अभी तोमर, दोस्त अजय गौड़ निवासी पिपरौली से अगस्त महीने के आखिरी में मिला था। अभी को पता था कि अजय गौड़ अवैध हथियारों की तस्करी से जुड़ा हुआ है। उसने कहा कि भाई भिंड जिले में अवैध हथियारों का स्कोप बहुत है। यहां लोग चुपचाप हथियार खरीदते हैं। कट्टा अगर अच्छी क्वालिटी का मिले तो वे महंगे दामों में भी खरीदने के लिए तैयार हो जाते हैं। इस पर अभी ने कहा कि भाई जुगाड़ तो है, लेकिन अवैध हथियार को दूसरे राज्य से बार-बार भिंड लाना ज्यादा रिस्की होगा। 20 हजार रुपए महीने में जगह लीइस पर अभी तोमर ने जगह की तलाश शुरू कर दी। अभी ने दोस्त उमेश शर्मा निवासी रूपाबाई का पुरा को साथ मिलाया और ठिकाने का इंतजाम किया। उसने कहा कि इसके लिए उसे 20 हजार रुपए महीना मिलेगा। इस तरह आवश्यक सामग्री व मशीनरी के साथ आरोपियों ने 19 सितंबर से अवैध हथियार बनाने का कारोबार शुरू कर दिया। यूपी से 50 हजार रुपए में हथियार बनाने कारीगर बुलायाअजय गौड़ ने कारखाना अपने साथी अभी तोमर निवासी मेहगांव के साथ शुरू किया। इसके लिए वह मैनपुरी जिले से कारीगर राजेश उर्फ पूरन को 50 हजार रुपए माह में लेकर भिंड आ गया। कुछ ही दिनों में राजेश विश्वकर्मा ने 22 अवैध कट्टे तैयार कर दिए। दीपावली नजदीक आने पर राजेश काम बंद करके अपने गांव चला गया। वेतन में मिले पचास हजार रुपए भी ले गया। इन्होंने पांच कट्टे अलग-अलग लोगों को बेचे। पांच कट्टे मास्टरमाइंड अभी तोमर द्वारा बेचे गए। अभी तोमर 7 अक्टूबर को लावन गांव में अवैध हथियार से फायरिंग करने पर जेल चला गया है। अभी के जेल जाते ही रूपाबाई के पुरा में रहने वाले उमेश शर्मा का माथा ठनका। वह अब तक अपने खेत में हथियार बनवा रहा था। अभी के जेल जाते ही उमेश ने दोस्त बंटी शर्मा के घर में अवैध हथियार बनाने वाली मशीनों और कट्टों को छुपा दिया। हथियार बनाने वाला अभी फरारइस पूरे मामले में फैक्ट्री में अवैध हथियार बनाने वाला राजेश विश्वकर्मा फरार है। राजेश विश्वकर्मा अवैध हथियार बनाता था। दूसरा आरोपी बंटी शर्मा निवासी रूपाबाई का पुरा है। बंटी ने अपने खेतों की तिवरिया में 19 सितंबर से काम शुरू करने के लिए जगह दी थी। वहीं, किराए के तौर पर 20 हजार रुपए भी लिया था। जब अभी तोमर ने अवैध हथियार से लावन गांव में फायरिंग की, पुलिस ने अभी तोमर को पकड़ा, तो बंटी शर्मा को संदेह हो गया। इसके बाद उसने पूरा कारोबार इसी गांव के रहने वाले उमेश शर्मा के घर में शिफ्ट कर दिया। उमेश को भी किराए के तौर पर बीस हजार रुपए दिए गए थे। पुलिस ने उमेश शर्मा के घर से ही कारोबार पकड़ा है।
सवाई माधोपुर में दूसरे दिन भी बारिश का दौर जारी:रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं ने बढ़ाई लोगों ने ठिठुरन
सवाई माधोपुर जिले में बीते 24 घंटे से मौसम का मिजाज बदला-बदला नजर आ रहा है। सोमवार तड़के शुरू हुई रुक-रुक कर बारिश मंगलवार को भी जारी रही। लगातार हो रही बूंदाबांदी और ठंडी हवाओं ने लोगों को अक्टूबर में ठंडक का एहसास करा दिया है। मंगलवार सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे छाता थामे नजर आए, वहीं दफ्तर और बाजारों की ओर निकलने वाले लोग गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर हो गए। न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बारिश का असर 30 अक्टूबर तक देखने को मिल सकता है। मानसून की वापसी के बाद इस तरह की अचानक बारिश को मौसम वैज्ञानिक पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बता रहे हैं। इसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे पहुंच गया है।यहां बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री और अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बदले मौसम ने जहां लोगों को ठंड का एहसास कराया है, वहीं किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें भी खींच दी हैं। जिले में सरसों और चने की बुवाई शुरू होने से पहले खेतों में कटी और खलिहानों में रखी बाजरा व सोयाबीन की फसल बारिश से भीगने लगी है। इससे अनाज के खराब होने और गुणवत्ता प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है। कई ग्रामीण क्षेत्रों से खेतों में पानी भरने की भी जानकारी मिली है, जिससे अगली फसल की तैयारी में बाधा आ सकती है। शहर के कई इलाकों में बारिश के साथ हवा की गति बढ़ने से पेड़ों की पत्तियां झड़ने लगीं और कुछ स्थानों पर बिजली कटौती की स्थिति भी बनी रही। लोगों को सुबह-शाम की ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े व हीटर निकालने पड़े।
ग्वालियर में मशहूर बॉलीवुड गायक अदनान सामी पर धोखाधड़ी का आरोप लगा है। उनके खिलाफ जिला न्यायालय में एक परिवाद दायर किया गया है। कोर्ट ने इस मामले में इंदरगंज थाना पुलिस से स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। अधिवक्ता अवधेश सिंह तोमर के अनुसार शहर की लावन्या सक्सेना ने अदनान सामी का एक संगीत कार्यक्रम आयोजित करने के लिए उनकी टीम से संपर्क किया था। कार्यक्रम 27 सितंबर 2022 को होना तय हुआ था, जिसकी कुल राशि 33 लाख रुपए थी। इसमें से लावन्या सक्सेना ने 17 लाख 62 हजार रुपए बतौर एडवांस भुगतान किया था। सामी की टीम ने रद्द किया कार्यक्रम एडवांस मिलने के बाद अदनान सामी की टीम ने कार्यक्रम रद्द कर दिया और बाद में आयोजन करने की बात कही। जब लावन्या सक्सेना ने अपनी रकम वापस मांगी, तो अदनान सामी की टीम ने भुगतान करने से इंकार कर दिया। इसके बाद पीड़िता ने इंदरगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई, मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से भी संपर्क किया, लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिली। अंततः उन्होंने न्याय के लिए जिला न्यायालय में परिवाद दायर किया।
लखनऊ विश्वविद्यालय के निर्माण विभाग में बड़े खेल और भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच अधीक्षक पद पर तैनात प्रो. डीके सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते ही इस्तीफा की बात सामने आ रही है। हालांकि, इसका कारण निजी ही बताया गया है। LU के निर्माण विभाग पर आरोप लगा था कि बाजार में जो ईंट 8 रुपए में मिल रही है, उसे विश्वविद्यालय के निर्माण विभाग ने 240 रुपए की दर से खरीद की थी। बिजली के काम में भी 931 रुपए प्रति मीटर की दर से केबल खरीदी गई। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच शुरू की थी। विश्वविद्यालय के सूत्रों का कहना है कि जांच में मामला सही पाए जाने पर इस्तीफे का दबाव बनाया गया है। हालांकि, विश्वविद्यालय भी इस्तीफे का कारण निजी बता रहा है। इस्तीफे के बाद खाली हुए पद यानी निर्माण अधीक्षक पद की जिम्मेदारी प्राच्य संस्कृति विभाग के शिक्षक डॉ. श्यामलेश कमार तिवारी को सौंपी गई है। इस संबंध में कुलसचिव डॉ. भावना मिश्रा ने लेटर जारी कर दिया। जो काम नहीं हुए उनका भी भुगतान निविदा में सीसी रोड और 200 वर्गफीट कमरे के निर्माण का भी जिक्र किया गया था था। आरोप है कि दोनों काम हुए ही नहीं, पर इनका भुगतान हो गया है। ----------------------खबर ये थी... LU में ₹8 की ईंट ₹240 में खरीदी : निर्माण अधीक्षक-अवर अभियंता के खिलाफ शिकायत, PWD नियमों की अनदेखी का आरोप लखनऊ विश्वविद्यालय में निर्माण विभाग के कार्य अधीक्षक और अवर अभियंता विद्युत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इन पर PWD के नियमों को दरकिनार कर ₹8 की ईंट 240 रुपए में और 390 वाली केबल 931 रुपए में खरीदने की शिकायत हुई है। (पूरी खबर पढ़िए)
रोहतक में छठ पूजा का त्योहार मंगलवार सुबह धूमधाम से मनाया गया। पूर्वांचल सेवा समिति के सदस्यों ने छठ माई की पूजा के लिए खासतौर से भालौठ सब ब्रांच व गौकर्ण सरोवर में घाट तैयार किए, जहां सुबह उगते सूर्य को अर्घ देकर श्रद्धालुओं ने अपने 36 घंटे के उपवास को पूरा किया। घाट पर श्रद्धालुओं का जोश देखते ही बन रहा था। पूर्वांचल एकता सेवा समिति के सदस्यों ने बताया कि छठ पूजा का उत्सव कई दिन से चल रहा है। नहाय खाय के साथ शुरू हुए पर्व में खरना के बाद डूबते सूर्य को अर्घ दिया और आज सुबह उगते सूर्य को अर्घ देकर 36 घंटे के निर्जला उपवास को पूरा किया। छठ पूजा के दौरान लोगों में भाईचारा देखने को मिला। विधायक भारत भूषण बतरा पहुंचे बतौर मुख्यातिथिनहर पर बनाए गए घाट पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि स्थानीय विधायक भारत भूषण बतरा पहुंचे और छठ व्रतियों के साथ पूजा अर्चना करते हुए उगते सूर्य को अर्घ दिया। साथ ही विधायक ने श्रद्धालुओं को छठ पूजा की बधाई देते हुए आयोजकों की सराहना की। घाट पर पूजा करने वालों की लगी भीड़छठ पूजा के दौरान उगते सूर्य को जल अर्पित करने के लिए सुबह से ही घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। हजारों की संख्या में श्रद्धालु घाट पर पहुंच गए और पूरी श्रद्धा के साथ पूजा करते हुए नजर आए। नहर पर सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद रही। वहीं, फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर तैनात रही। पुत्र व पति की दीर्घायु के लिए रखा व्रत छठ पूजा पर्व पर महिलाओं ने 36 घंटे का निर्जल उपवास अपने पुत्र और पति की दीर्घायु की कामना करते हुए रखा। साथ ही भगवान सूर्य नारायण का ध्यान किया। छठ महापर्व पूर्वांचल का बहुत बड़ा त्योहार है। यह विशेषकर हिंदी भाषी प्रदेश जैसे-बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ, झारखंड, बंगाल, नेपाल, उड़ीसा, पंजाब व हरियाणा आदि में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र स्थित बागेश्वर धाम में सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां समोसे की दुकान पर खौलते तेल की कढ़ाई में गिरने से दो वर्षीय बच्चा बुरी तरह झुलस गया। उसे बचाने के प्रयास में दादी के हाथ भी जल गए। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बैलों के धक्के से दादी की गोद से फिसला जानकारी के अनुसार, किशनगढ़ (अजमेर, राजस्थान) निवासी हरिओम वैष्णव अपने दो साल के बेटे राघव और मां सरिता के साथ बागेश्वर धाम दर्शन करने आए थे। सोमवार शाम वे धाम परिसर में एक हाथ ठेला समोसे की दुकान पर पहुंचे थे। इसी दौरान पास में खड़े दो बैल आपस में लड़ने लगे। उनके भिड़ने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। उसी समय बैलों के धक्के से दादी की गोद में बैठा राघव फिसलकर खौलते तेल की कढ़ाई में जा गिरा। पोते को बचाने में दादी भी झुलसीं राघव को गिरता देख दादी सरिता ने तुरंत उसे निकालने की कोशिश की, लेकिन खौलते तेल के कारण उनके दोनों हाथ बुरी तरह झुलस गए। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की और धाम के सेवादारों ने एम्बुलेंस बुलाकर दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर बोले- बच्चे की हालत नाजुक जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में तैनात डॉ. रोशन द्विवेदी ने बताया कि बच्चे की हालत नाजुक है, उसका इलाज चल रहा है।हालांकि, वृद्ध महिला सरिता ने अपने हाथों का इलाज कराने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने की घटना की पुष्टि बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष श्रोत्रिय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि बैलों के आपसी झगड़े के दौरान धक्का लगने से बच्चा कढ़ाई में गिर गया था। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और मामले की जांच जारी है।
छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष में आयोजित होने जा रहे राज्योत्सव 2025 को इस बार बेहद भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को नवा रायपुर में आयोजित मुख्य समारोह में शामिल होंगे। कार्यक्रम स्थल पर इस बार अस्थायी पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) भी बनाया गया है, जहां से पीएम विजिट की मॉनिटरिंग की जाएगी। पीएम इसी अस्थाई कार्यालय में लंच भी लेंगे। बताया जा रहा है कार्यक्रम में करीब 1 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी। इसकी जिम्मेदारी भाजपा नेताओं को दी गई है। PM साढ़े तीन लाख परिवारों को देंगे घर की चाबी इस बार राज्योत्सव में पीएम मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत साढ़े तीन लाख परिवारों को घर की चाबी सौंपेंगे। साथ ही करीब 1250 करोड़ रुपए हितग्राहियों के खातों में अंतरित करेंगे। बस्तर, सरगुजा और अन्य जिलों के 5 से 10 हितग्राहियों को प्रधानमंत्री मंच से खुद चाबी प्रदान करेंगे। राज्य स्थापना दिवस समारोह को सफल और ऐतिहासिक बनाने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। कार्यक्रम की निगरानी की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम अरुण साव, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी और वन मंत्री केदार कश्यप को दी गई है। वहीं पार्टी संगठन की ओर से प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी और क्रेडा चेयरमैन भूपेंद्र सिंह सवन्नी को कार्यकर्ताओं की व्यापक उपस्थिति सुनिश्चित करने का दायित्व सौंपा गया है। अनुमान है कि इस आयोजन में करीब एक लाख लोग शामिल होंगे। पढ़े पीएम का मिनट टू मिनट शेड्यूल सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सख्त प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। एडीजी दीपांशु काबरा को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके साथ 5 से अधिक आईजी, 12 डीआईजी, और करीब 2000 पुलिस जवान तैनात रहेंगे। 29 अक्टूबर से फोर्स नवा रायपुर में तैनाती शुरू करेगी। 1 नवंबर से भारी वाहनों की नो एंट्री 1 नवंबर को भारी वाहनों और बसों की नो-एंट्री रहेगी। आम लोगों के मार्ग भी बदले जाएंगे। प्रधानमंत्री का रूट एयरपोर्ट से सेक्टर-24, फिर सत्य साईं अस्पताल, विधानसभा भवन और ट्राइबल म्यूजियम तक रहेगा। एयरपोर्ट का मुख्य द्वार बंद रहेगा और यात्रियों को पुराने टर्मिनल से आवाजाही करनी होगी। 16 पार्किंग स्थल बनाए गए भीड़ और जाम से बचने के लिए प्रशासन ने 16 पार्किंग स्थल बनाए हैं, जो मेला स्थल से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर होंगे। यहां 10 हजार बाइक, 5 हजार बसें और 3 हजार कारें पार्क की जा सकेंगी। पार्किंग से लोगों को लाने-ले जाने 100 ई-रिक्शे लगेंगे राज्योत्सव समारोह में आने वाले लोग कहीं भी ट्रैफिक जाम न फंसे और आने-जाने वालों को कोई दिक्कत न हो। इसलिए नवा रायपुर में 16 जगहों पर पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। ये सभी पार्किंग मेला स्थल से एक से सवा किमी दूरी पर हैं। पार्किंग से मेला स्थल पहुंचने के लिए लोगों को किसी भी तरह की तकलीफ न हो इसलिए वहां हर दिन 100 ई-रिक्शों के साथ ही बसें भी तैनात की जाएंगी। लोग इन पर निशुल्क यात्रा कर मेला स्थल में पहुंच सकेंगे। 30 स्टॉलों में सरकारी योजनाओं की झलक राज्योत्सव के दौरान छत्तीसगढ़ शासन की अलग-अलग योजनाओं और उपलब्धियों को दर्शाने के लिए 30 आकर्षक स्टॉलों की प्रदर्शनी लगाई जा रही है। इनमें सभी प्रमुख विभागों की योजनाएं प्रदर्शित होंगी। कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और संबंधित विभागीय मंत्रियों के बड़े कटआउट्स भी लगाए जाएंगे। सरकारी विभागों के साथ-साथ निजी व व्यवसायिक संस्थानों के स्टॉल भी आम जनता के लिए जानकारी का केंद्र बनेंगे, जहां लोग राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ले सकेंगे। शिल्पग्राम में झलकेगी लोकसंस्कृति की पहचान राज्योत्सव मेला ग्राउंड के दूसरे हिस्से में शिल्पग्राम और प्रदर्शनी क्षेत्र का निर्माण किया जा रहा है। यहां प्रदेश के कई जिलों से आए शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे और हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री भी कर सकेंगे। शिल्पग्राम में प्रवेश से लेकर निकास तक आगंतुकों को छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति और परंपरा की झलक देखने मिलेगी। नवा रायपुर की दिशा से आने वाले दर्शक पहले गेट से सीधे शिल्पग्राम में प्रवेश कर पाएंगे। फन पार्क बनेगा आकर्षण का केंद्र राज्योत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ फन पार्क और मीनाबाजार दर्शकों के लिए मुख्य आकर्षण रहेंगे। फन पार्क में मनोरंजक गेम जोन बनाए गए हैं, जबकि मीनाबाजार में पारंपरिक झूले और खेलों का आनंद लिया जा सकेगा। दर्शकों की सुविधा के लिए इनके समीप फूड कोर्ट तैयार किया गया है, जहां लोग स्थानीय और पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे।
यूपी की बड़ी खबरें:गोरखपुर में मां को पुकारते हुए मर गया मासूम सूरज, लाश लेकर जेल पहुंचे नाना
गोरखपुर के गुलरिहा इलाके में दो साल के मासूम सूरज की बीमारी से मौत हो गई। सूरज के माता-पिता एक साल पुराने जमीन विवाद के मारपीट केस में जेल में बंद हैं। वह और उसकी तीन साल की बहन नाना गिरधारी पटेल के पास रहते थे। करीब एक माह पहले सूरज अपनी मां से जेल में मिला था, तब से वह बार-बार मां को पुकारता रहता था। मां के पास जाने की जिद करते-करते वह बीमार पड़ा और सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत के बाद नाना गिरधारी पटेल सूरज का शव लेकर जेल पहुंचे, ताकि उसे आखिरी बार माता-पिता से मिलवा सकें। लेकिन, कानूनी पेंच की वजह से जेल प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने डुमरी नंबर दो, खपड़हवा चौकी के पास भटहट-बांसस्थान मार्ग पर शव रखकर जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची गुलरिहा पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। नाना गिरधारी का कहना है कि उन्होंने बार-बार प्रशासन से गुहार लगाई थी कि सूरज को उसकी मां के पास भेज दिया जाए, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर भेजा गया होता तो शायद सूरज आज जिंदा होता। पढ़ें पूरी खबर... AMU में कलमा पढ़ने से इनकार पर छात्र की पिटाई, पिस्टल की बट से सिर फोड़ा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के सिटी स्कूल के 11वीं के छात्र प्रशांत राठी की यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों ने बेरहमी से पिटाई कर दी। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों ने उससे कलमा पढ़ने को कहा, लेकिन इनकार करने पर उसे जमीन पर गिरा-गिराकर पीटा और पिस्टल की बट से सिर पर वार किया, जिससे वह लहूलुहान हो गया। अन्य छात्रों ने बीच-बचाव कर उसकी जान बचाई। घायल प्रशांत को जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद एएमयू प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने बताया कि मारपीट करने वाले छात्र यूनिवर्सिटी के वर्तमान या पूर्व छात्र बताए जा रहे हैं, जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “कलमा पढ़वाने” जैसी बात सामने नहीं आई है। वहीं, सिविल लाइंस थाना प्रभारी पंकज मिश्रा ने बताया कि यह मामला छात्रों के बीच आपसी विवाद का है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर... झांसी में रिटायर्ड फौजी के इकलौते बेटे ने सुसाइड किया, चाचा बोले- नौकरी न लगने से डिप्रेशन में जहर खाया झांसी में रिटायर्ड फौजी राजीव कुमार के इकलौते बेटे राहुल (24) ने सोमवार को जहर खा लिया और इलाज के दौरान झांसी मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। चाचा अजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि राहुल बीएलएड पास कर चुका था और टेट भी पास किया था, लेकिन नौकरी न लगने की वजह से वह लंबे समय से डिप्रेशन में था। 24 अक्टूबर की रात उसने छत पर जाकर जहरीला पदार्थ सेवन किया, जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर आए, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। राहुल जालौन के एट थाना क्षेत्र के पिरौना गांव का रहने वाला था। उसके पिता राजीव लगभग 6 साल पहले सेना से रिटायर्ड हुए थे और बेटे के साथ घर में रहते थे। परिवार ने बताया कि राहुल पढ़ाई में होनहार था और माता-पिता के लिए इकलौता संतान था। उसकी मौत के बाद पूरे घर में गहरा शोक छा गया है। पढ़ें पूरी खबर...
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की जमानत याचिका ED की स्पेशल कोर्ट ने खारिज कर दी है। चैतन्य बघेल को रायपुर केंद्रीय जेल में ही रहना होगा। चैतन्य बघेल की ओर से यह पहली जमानत याचिका थी। 24 अक्टूबर को हुई सुनवाई के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसे सोमवार को सुनाया गया । ED की स्पेशल कोर्ट ने कहा कि चैतन्य बघेल की रिहाई से जांच प्रभावित हो सकती है, इसलिए उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती। चैतन्य बघेल ने इससे पहले हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी, लेकिन किसी भी स्तर पर राहत नहीं मिल सकी। 17 अक्टूबर को हाई कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी को वैध बताया था, जिसके बाद यह याचिका विशेष अदालत में दायर की गई थी। चैतन्य बघेल मनी लॉन्ड्रिंग केस में 101 दिन से जेल में बंद है। चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले- ED दरअसल, शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चैतन्य बघेल को भी आरोपी बनाया है। आरोप है कि शराब घोटाले की रकम से चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले हैं। शराब घोटाले से मिले ब्लैक मनी को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट किया गया। ED के मुताबिक चैतन्य बघेल ने ब्लैक मनी को वाइट करने के लिए फर्जी निवेश दिखाया है। साथ ही सिंडिकेट के साथ मिलकर 1000 करोड़ रुपए की हैंडलिंग (हेराफेरी) की गई है। ED ने चैतन्य बघेल को मनी लॉन्ड्रिंग केस में जुलाई में गिरफ्तार किया था। बर्थडे के दिन चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी चैतन्य के वकीलों ने अदालत में इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया, लेकिन कोर्ट ने इस तर्क को खारिज कर दिया। गौरतलब है कि 18 जुलाई को ईडी ने उनके भिलाई स्थित घर से जन्मदिन के दिन उन्हें गिरफ्तार किया था। ईडी के अनुसार, कुल घोटाले में करीब 1,000 करोड़ रुपए को विभिन्न चैनलों के जरिए सफेद किया गया है। चैतन्य के प्रोजेक्ट में 13-15 करोड़ इन्वेस्ट ED ने अपनी जांच में पाया कि, चैतन्य बघेल के विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट (बघेल डेवलपर्स) में घोटाले के पैसे को इन्वेस्ट किया गया है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अकाउंटेंट के ठिकानों पर छापेमारी कर ED ने रिकॉर्ड जब्त किए थे। प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट राजेन्द्र जैन ने बताया कि, इस प्रोजेक्ट में वास्तविक खर्च 13-15 करोड़ था। जबकि रिकॉर्ड में 7.14 करोड़ ही दिखाया गया। जब्त डिजिटल डिवाइसेस से पता चला कि, बघेल की कंपनी ने एक ठेकेदार को 4.2 करोड़ कैश पेमेंट किया, जो रिकॉर्ड में नहीं दिखाया गया। फर्जी फ्लैट खरीदी के जरिए पैसों की हेराफेरी ED ने अपनी जांच में पाया है कि त्रिलोक सिंह ढिल्लो ने 19 फ्लैट खरीदने के लिए 5 करोड़ बघेल डेवलपर्स को ट्रांसफर किए। ढिल्लन ने ये फ्लैट अपने कर्मचारियों के नाम पर खरीदे लेकिन पेमेंट त्रिलोक ढिल्लो ने खुद दिया। ED ने जब ढिल्लन के कर्मचारियों से पूछताछ की तो कर्मचारियों ने बताया कि, ये फ्लैट की खरीदी उन्हीं के नाम पर हुई, लेकिन पैसे ढिल्लो ने दिए। ये सारा ट्रांजेक्शन 19 अक्टूबर 2020 को एक ही दिन हुआ। ED ने कहा कि ब्लैक को लीगल करने के लिए यह एक पूर्व-योजना के तहत किया गया लेन-देन था। इसका मकसद पैसे को छिपाकर चैतन्य बघेल तक पहुंचाना था। 5 करोड़ कैश के बदले फर्जी ट्रांसफर ED के मुताबिक भिलाई के एक ज्वेलर्स ने चैतन्य बघेल को 5 करोड़ रुपए उधार दिए, लेकिन ED की जांच में सामने आया कि जो 5 करोड़ रुपए चैतन्य की दो कंपनियों को लोन के रूप में दिया गया । बाद में इसी ज्वेलर्स ने बघेल की कंपनी से 6 प्लॉट खरीदे, जिसकी कीमत 80 लाख थी। ED ने बताया कि यह पैसा शराब घोटाले से आया हुआ कैश था। यह पैसा बैंक के जरिए ट्रांसफर किया गया। ताकि कैश को लीगल दिखाया जा सके। पैसा छुपाने के लिए फ्रंट कंपनियों का इस्तेमाल ED का दावा है कि चैतन्य बघेल ने घोटाले का पैसा पाने के लिए दूसरे लोगों और कंपनियों का इस्तेमाल किया ताकि ED और अन्य एजेंसियां ट्रैक न कर सकें। जैसे ढिल्लन सिटी मॉल में पैसा आया, फिर ढिल्लन ड्रिंक्स से कर्मचारियों को पैसा ट्रांसफर हुआ, फिर वही पैसा बघेल डेवलपर्स को दिया गया। ED का दावा है कि चैतन्य बघेल के पास 16.70 करोड़ के अवैध घोटाले के पैसे आए। अब जानिए चैतन्य बघेल तक कैसे पहुंची ED ? प्रवर्तन निदेशालय (ED) के वकील सौरभ पाण्डेय ने बताया था कि शराब घोटाले का जो इन्वेस्टिगेशन चल रहा था उसमें एविडेंस मिले हैं, जिसमें चैतन्य बघेल ने बहुत सारे पैसे को लेयरिंग की है। 1000 करोड़ का लेनदेन किया है। पप्पू बंसल ने अपने बयान में खुलासा किया है। शराब के घोटालों के पैसों को चैनलाइज्ड करके चैतन्य बघेल तक पहुंचाया जाता था। लिकर स्कैम का पैसा अनवर ढेबर के जरिए दीपेंद्र चावड़ा फिर वह पैसा केके श्रीवास्तव और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल औ उसके बाद चैतन्य बघेल के पास यह पैसा पहुंचता था। सौरभ पाण्डेय ने बताया था कि शराब घोटाले में जिन लोगों का इन्वॉल्वमेंट है उन लोगों के आपस में कनेक्शन है। अनवर ढेबर से मोबाइल चैट और रिकॉर्डिंग मिली है। चैतन्य बघेल तक पैसा पहुंचाया गया है। पूर्व सीएम के बेटे इसलिए हुई गिरफ्तारी बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने बताया था कि पप्पू बंसल के बयान को आधार मानते हुए चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी की गई है जो सही नहीं है। पप्पू बंसल के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट है और वह बाहर घूम रहे हैं। किसके दबाव में उन्होंने इस तरह का बयान दिया है यह आप समझ सकते हैं। रिजवी ने कहा था कि 2022 से शराब घोटाले मामले में जांच चल रही है, और आज चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी तक एक भी समन चैतन्य बघेल को नहीं दिया गया है। मार्च में जब उनके घर में रेड की गई थी तब उनके सभी डिजिटल डिवाइस जब्त कर लिए थे। जो डॉक्यूमेंट एजेंसी ने मांगी थी, उन्हें सभी डॉक्यूमेंट को चैतन्य के जरिए दिया गया है। वकील ने कहा था कि ED की जांच में चैतन्य बघेल ने लगातार सपोर्ट किया है, जांच में भी शामिल हुए हैं लेकिन एक बार भी उनका बयान नहीं लिया गया। सीधे उनकी अरेस्टिंग की गई है। कानून को ताक पर रखकर चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया गया है, उनका अपराध सिर्फ यही है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे हैं। जानिए क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 3200 करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। इस घोटाले में राजनेता, आबकारी विभाग के अधिकारी, कारोबारी सहित कई लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। A, B और C कैटेगरी में बांटकर किया गया घोटाला A: डिस्टलरी संचालकों से कमीशन 2019 में डिस्टलरी संचालकों से प्रति पेटी 75 रुपए और बाद के सालों में 100 रुपए कमीशन लिया जाता था। कमीशन को देने में डिस्टलरी संचालकों को नुकसान ना हो, इसलिए नए टेंडर में शराब की कीमतों को बढ़ाया गया। साथ ही फर्म में सामान खरीदी करने के लिए ओवर बिलिंग करने की राहत दी गई। B: नकली होलोग्राम वाली शराब को सरकारी दुकानों से बिकवाना C: डिस्टलरीज के सप्लाई एरिया को कम/ज्यादा कर अवैध धन उगाही करना .................................................. इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. शराब घोटाला...भूपेश के बेटे नहीं जाएंगे ED दफ्तर:बघेल बोले- कोई नोटिस नहीं मिला, बदनाम करना BJP का षड्यंत्र, 14 ठिकानों पर पड़ी थी रेड छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में छापेमारी के बाद ED ने पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को समन जारी किया है। ED ने 15 मार्च को चैतन्य को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि कोई नोटिस ही नहीं आया है, तो जाने का कोई सवाल ही नहीं उठाता। पढ़ें पूरी खबर
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के तीसरे दिन सोमवार शाम को बुरहानपुर में व्रतियों ने अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। इस अवसर पर ताप्ती नदी के राजघाट पर उत्तर भारत के रहने वाले समाजजनों की खासी भीड़ उमड़ी। व्रतियों ने पानी में खड़े होकर पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और सूर्य देव को जल अर्पित किया। शाम होते ही घाट पर जमा हुई भीड़सोमवार शाम होते ही ताप्ती नदी के राजघाट पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होने लगी। व्रतियों ने सूर्यास्त के समय पानी में खड़े होकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान व्रतियों ने पारंपरिक परिधान पहने हुए थे और उनके हाथों में फल, ठेकुआ व अन्य पूजन सामग्री से सजे सूप थे, जिनसे उन्होंने सूर्य देव को अर्घ्य दिया। समस्याओं से राहत और शांति का प्रतीक है अर्घ्यऐसी मान्यता है कि डूबते सूर्य को अर्घ्य देने से जीवन की समस्याओं से राहत मिलती है और सकारात्मकता आती है। यह अर्घ्य जीवन में शांति और नकारात्मकता के अंत का प्रतीक माना जाता है। महिलाओं ने कहा- सुख-शांति के लिए करते हैं पूजाउत्तर भारत के सरजू पंडित ने कहा कि ताप्ती नदी के किनारे घाट पर विधि-विधान से पूजा की गई। वहीं, पूजा करने आई महिलाओं ने कहा कि पति, परिवार की सुख-शांति के लिए यह पूजा अर्चना की जाती है। इस पर्व को लेकर महिलाओं में भी काफी उत्साह रहता है। समाज के सभी लोगों को सालभर इस पर्व का इंतजार रहता है। देखिए तस्वीरें...
पानीपत में आस्था के महापर्व छठ पूजा का समापन मंगलवार सुबह उगते हुए सूर्य को अर्ध्य अर्पित करने के साथ हुआ। शहर के घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। महिलाओं ने पारंपरिक विधि-विधान से भगवान सूर्य और छठी मैया की आराधना की। प्रमुख घाटों पर भक्तों की आस्था और उत्साह का देखने को मिला। शहर में सबसे अधिक भीड़ गुहाना रोड स्थित NFL घाट और असंध रोड स्थित रजवाह पर देखने को मिली। दोनों स्थानों पर सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। घाटों पर व्रती महिलाओं ने सूप में फल और दीप रखकर अर्ध्य दिया। परिवार के सदस्यों ने महिलाओं के साथ पूजा में भाग लेकर मंगलकामनाएं मांगी। महिलाओं ने 36 घंटे निर्जला व्रत रख की पूजा घाट पर पूजा कर रही पूजन और आरती ने बताया कि छठ पूजा के चौथे दिन का विशेष महत्व माना जाता है। उन्होंने कहा कि महिलाएं 36 घंटे का निर्जला व्रत पूरा कर उगते सूर्य को अर्ध्य देकर व्रत का समापन करती हैं। पूजा के दौरान भक्तों ने छठ मैया की जय और सूर्य भगवान की जय के जयकारे लगाए। घाटों पर पारंपरिक लोकगीतों और भजन की गूंज से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। प्रशासन की घाटों पर रही व्यवस्था शहर में प्रशासन की ओर से सुरक्षा और स्वच्छता के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। नगर निगम की टीम ने घाटों की सफाई की व्यवस्था की थी, वहीं पुलिस विभाग ने सुरक्षा के लिए पर्याप्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया। भक्तों की सुविधा के लिए अलग प्रवेश और निकास मार्ग बनाए गए। एनएफएल कॉलोनी, रजवाह, हडलाना रोड और सेक्टर 25 के छोटे घाटों पर भी श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में पूजा-अर्चना की। सूर्य को अर्ध्य देने के बाद श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को प्रसाद वितरित किया और पर्व की शुभकामनाएं दीं।
बुरहानपुर में वरिष्ठ नागरिक अधिकरण ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। अधिकरण ने अंसारी बहनों के 39 लाख रुपए सुरक्षित करने के लिए अब्दुल करीम और मोहम्मद अशफाक बंधुओं की खानका स्थित दुकान की बिक्री पर रोक लगा दी है। यह आदेश पीठासीन अधिकारी अजमेर सिंह गौड़ द्वारा 27 अक्टूबर 2025 को पारित किया गया। मामला दुकान सौदे के लिए 39 लाख रुपए लेने और बाद में मुकर जाने से जुड़ा है। 39 लाख लौटाने तक दुकान बेच या ट्रांसफर नहीं कर सकेंगेआदेश के अनुसार, अब्दुल करीम और मोहम्मद अशफाक बंधु, जो 'बुरहानपुर जलेबी सेंटर' के नाम से जाने जाते हैं, अपनी खानका स्थित 1030 वर्गफुट की दुकान (ब्लॉक नं. 31, प्लॉट नं. 105/1) का विक्रय या अंतरण (ट्रांसफर) तब तक नहीं कर सकते, जब तक वे अंसारी बहनों को 39 लाख रुपए की राशि हर्जाने सहित वापस नहीं कर देते। रुपए लेने के बाद मुकर गए थे आरोपीयह मामला अब्दुल करीम और मोहम्मद अशफाक बंधुओं द्वारा अंसारी बहनों से दुकान के सौदे के लिए 39 लाख रुपए लेने और बाद में राशि प्राप्त होने से इनकार करने से संबंधित है। अधिकरण के समक्ष उनकी यह दलील झूठी साबित हुई। वकीलों ने बताया महत्वपूर्ण कदमअंसारी बहनों के अधिवक्ता मनोज कुमार अग्रवाल और अजहर हुसैन ने बताया कि यह आदेश वरिष्ठ नागरिकों की संपत्ति सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि इससे वरिष्ठ नागरिकों की संपत्ति और जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करना और आसान हो जाएगा।
करनाल जिले की अनाज मंडी के बाद अब घरौंडा की नई अनाज मंडी में भी फर्जी गेट पास का बड़ा मामला सामने आया है। मामले ने यह साफ कर दिया है कि फर्जी गेट पास के जरिए न केवल सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है बल्कि हरियाणा के असली किसानों का हक भी छीना जा रहा है। घरौंडा मंडी में यह खेल खुलेआम ‘सर्वर डाउन’ के नाम पर खेला गया है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक जब मंडी में धान की ट्रालियां लाइन में खड़ी होती हैं तो किसानों को कहा जाता है कि सर्वर डाउन है, और इसी बहाने धड़ाधड़ फर्जी गेट पास काट दिए जाते हैं। जब सर्वर ‘ठीक’ होता है, तब असली किसानों के गेट पास बनाए जाते हैं, जबकि कई नामों पर पहले ही कई-कई गेट पास काट दिए जाते हैं। एक किसान के नाम पर कई गेट पास सूत्रों के अनुसार, एक किसान अधिकतम दो गेट पास ही कटवा सकता है, लेकिन मंडी में कई किसानों के नाम पर दर्जनों पास काटे जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि अगर मंडी के सीसीटीवी फुटेज निकलवाए जाएं, तो पूरा खेल सामने आ जाएगा। यह भी सामने आया है कि यह सब सिर्फ कंप्यूटर ऑपरेटर या कर्मचारी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें मंडी के अधिकारी, आढ़ती, किसान और राइस मिलर्स तक शामिल हैं। फर्जी गेट पास के पीछे सक्रिय मंडी गिरोह भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी और रतनमान पहले भी यह आरोप लगा चुके हैं कि मंडियों में संगठित गिरोह काम कर रहे हैं। गिरोह में हर सदस्य का हिस्सा तय होता है-कोई डेटा संभालता है, कोई पास बनवाता है, तो कोई माल को मिलों तक पहुंचाने का इंतजाम करता है। कागजों में धान की पैदावार और आवक दिखाई जाती है, लेकिन असलियत में धान दूसरे राज्यों से लाकर हरियाणा के पोर्टल पर चढ़ा दिया जाता है, ताकि सरकारी खरीद में फायदा उठाया जा सके। फर्जी पासों की लिस्ट से बड़ा घोटाला दैनिक भास्कर डिजीटल को विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई फर्मों के नाम से ऐसे गेट पास काटे गए हैं जिनमें लाखों क्विंटल फर्जी धान की एंट्री दर्ज है। इन फर्मों में सतपाल पंकज, रघुनाथ हरिकृष्ण, अशोक एंड सन्स, पवन सुरेंद्र और रक्षित ईपी जैसे नाम सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार, फर्म सतपाल पंकज के नाम से दर्ज पासों में किसान जसमेर (70 क्विंटल, गेटपास 723437), भारती (70 क्विंटल, 723993), अरुण (65 क्विंटल, 764881), महासिंह (85 क्विंटल, 783585) और माधी (70 क्विंटल, 721801) शामिल हैं। इसी तरह रघुनाथ हरिकृष्ण फर्म में राजेंद्र (70 क्विंटल, गेटपास 996827 व 996970), शक्ति सिंह (60 व 50 क्विंटल) और कुलदीप (70 व 75 क्विंटल) के नाम से पास काटे गए। अशोक एंड सन्स में दिलावर, आरती, विजेंद्र और कुलदीप जैसे नामों से एक ही दिन में कई पास दर्ज हैं। पवन सुरेंद्र फर्म में रिंकू, सुनहरा और कर्म सिंह के नाम पर पास बने हैं, जबकि रक्षित ईपी फर्म में तो एक ही किसान सुनहरा और जसमेर के नाम से कई गेट पास जारी किए गए-जिनमें वजन 65 से 90 क्विंटल तक दर्ज है। मंडी में हंगामा, किसानों ने लगाया जाम मार्किट कमेटी के वाइस चेयरमैन राजपाल ने गेटपास समय से न काटने पर अधिकारियों को सोमवार देर शाम को जमकर फटकार लगाई। किसानों की ट्रालियां मंडी गेट के बाहर खड़ी थीं, लेकिन शाम 5 बजे ही गेटपास काटना बंद कर दिया गया। इससे गुस्साए किसानों ने जीटी रोड पर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद किसानों को समझाकर जाम खुलवाया। जयपाल ने अधिकारियों से कहा कि किसानों की एंट्री रोकी क्यों जा रही है, उनकी समस्या का समाधान तुरंत किया जाए। जांच होगी, आरोप निराधार नहीं- सचिव जब फर्जी गेट पास के इस खेल को लेकर घरौंडा मार्किट कमेटी के सचिव चंद्रप्रकाश से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि ऐसा होना संभव नहीं है, लेकिन अगर ऐसा हुआ है, तो सभी गेट पासों की जांच करवाई जाएगी। हालांकि सूत्रों के अनुसार, यह घोटाला इतना बड़ा है कि जांच खुलते ही कई अधिकारी और मंडी से जुड़े लोग सवालों के घेरे में आ सकते हैं। हरियाणा के किसानों पर दोहरी मार इस फर्जीवाड़े का सबसे ज्यादा नुकसान हरियाणा के असली किसानों को हो रहा है। अध्यक्ष रतनमान के मुताबिक, यूपी और अन्य राज्यों से लाई गई धान को हरियाणा के किसानों के नाम पर पोर्टल में चढ़ाकर सरकारी खरीद दिखा दी जाती है। इससे असली किसानों की ट्रालियां मंडियों के बाहर घंटों लाइन में लगती हैं, लेकिन जब उनकी बारी आती है तो गेट पास कटने से मना कर दिया जाता है। देर से फसल बिकने पर किसानों को भाव भी कम मिलते हैं। भाकियू की मांग– मिलों में पीवी हो, असली आंकड़े आएंगे सामने भाकियू ने सरकार से यह मांग की है कि राइस मिलर्स में पीवी (फिजिकल वेरिफिकेशन) करवाया जाए, ताकि यह सामने आए कि कितनी धान वाकई किसानों से खरीदी गई और कितनी सिर्फ कागजों में दर्ज हुई। भाकियू का कहना है कि अगर यह जांच ईमानदारी से हो जाए तो पूरा फर्जी गेट पास रैकेट अपने आप बेनकाब हो जाएगा। गहराई तक फैला फर्जीवाड़ा, एक्शन कब होगा तय? घरौंडा की मंडी में सामने आए इस फर्जी गेट पास घोटाले ने सरकार की ई-खरीद प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हरियाणा में मंडियों के डिजिटलाइजेशन के बावजूद, अंदरखाने में भ्रष्टाचार का यह जाल न सिर्फ सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि किसानों की मेहनत का मजाक भी उड़ा रहा है। अब देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन इस पर कब सख्त कार्रवाई करता है और क्या इन फर्जी गेट पासों के पीछे बैठे असली खिलाड़ियों तक जांच पहुंच पाती है या नहीं।
संभागीय आयुक्त और कोटा विकास प्राधिकरण (KDA) के अध्यक्ष पीयूष समारिया ने केडीए की रस्टिक फार्म हाउस योजना की बुकलेट लॉन्च की। इस योजना के तहत 15 भूखंड फार्म हाउस के लिए उपलब्ध होंगे। योजना में आवेदन की अंतिम तिथि 14 नवंबर 2025 है। इस योजना से केडीए को 25 करोड़ से ज्यादा आय होने की संभावना है। भूखंडों का आवंटन लॉटरी के जरिए किया जाएगा। रस्टिक फार्म हाउस योजना कोटा-बूंदी एयरपोर्ट और प्रस्तावित नॉर्दन बाइपास के पास स्थित है। लैंडमार्क कोचिंग हब कुन्हाडी और नयापुरा बस स्टैंड से यहां के लिए सीधी एप्रोच है। योजना में दुकानों के लिए व्यवसायिक भूखंड और सुविधा क्षेत्र का भी प्रावधान है। 500 रुपए रखा आवेदन शुल्क योजना के तहत आवेदन फार्म सोमवार से मिलना शुरू हो गए। आवेदन एचडीएफसी बैंक कोटा की सभी शाखाओं, केडीए परिसर के काउंटर पर 500 रुपए शुल्क भुगतान कर प्राप्त किए जा सकेंगे। केडीए अध्यक्ष पीयूष समारिया एवं केडीए आयुक्त ममता तिवाडी ने योजना की बुकलेट रिलीज की। साथ ही, योजना के प्रचार-प्रसार के लिए गाड़ी को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। योजना को लॉन्च करते समय केडीए अध्यक्ष समारिया ने कहा कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। लॉन्चिंग कार्यक्रम में केडीए सचिव मुकेश चौधरी, निदेशक वित्त नीतू सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
विदिशा के एक 70 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता पर हुए हमले के मामले का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने संज्ञान लिया है। आयोग ने विदिशा पुलिस अधीक्षक (SP) को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट (ATR) प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। वकील ने एक भाजपा नेता और विधायक पर धमकाने और बाद में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा हमला करने का आरोप लगाया है। शिकायत के अनुसार, एक भाजपा नेता और विधायक ने शिकायतकर्ता की मां और बहन के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। शिकायतकर्ता, जो 70 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने आरोप लगाया कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं। सहकारी बैंक घोटाले पर सवाल उठाने के बाद से निशानाअधिवक्ता ने बताया कि उन्होंने पहले सोशल मीडिया पर विदिशा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 94 करोड़ रुपए के संदिग्ध लेनदेन को लेकर सवाल उठाए थे। उनका आरोप है कि इसके बाद से ही उन्हें निशाना बनाया जा रहा था। शोक सभा में धमकाया, अगले दिन हमलाशिकायत के मुताबिक, 24 अक्टूबर को एक शोक सभा के दौरान, उक्त भाजपा नेता ने अधिवक्ता को फिर से धमकाया और सोशल मीडिया पर कुछ भी पोस्ट करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। इसके अगले ही दिन, 25 अक्टूबर को हॉस्पिटल रोड पर एक अज्ञात व्यक्ति ने उन पर हमला कर दिया और थप्पड़ मारकर फरार हो गया। धमकियों से जुड़ा है हमलाअधिवक्ता ने आरोप लगाया कि यह हमला पूर्व में मिली धमकियों से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सुरक्षा प्रदान करने और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन आरोप है कि अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। NHRC ने मांगा CCTV फुटेज और CDRमामले की गंभीरता को देखते हुए, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो की अध्यक्षता वाली पीठ ने इसे मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 की धारा 12 के तहत संज्ञान में लिया है। आयोग ने एसपी विदिशा को दो सप्ताह के भीतर घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज, सीडीआर विवरण और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की फॉरेंसिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। आयोग बोला- प्रथम दृष्टया मानवाधिकार उल्लंघनआयोग ने कहा कि शिकायत में लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया मानवाधिकार उल्लंघन की श्रेणी में आते हैं। मानवाधिकार आयोग के इस हस्तक्षेप के बाद विदिशा पुलिस पर दबाव बढ़ गया है। अब देखना होगा कि वरिष्ठ अधिवक्ता को न्याय मिल पाता है या नहीं।
देश के सबसे बड़े छठ घाट बिलासपुर के अरपा तट पर छठ पर्व पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां छठ महापर्व की छटा देखते ही बन रही थी। इस मौके पर छठ व्रतियों ने वेदी बनाकर छठी मइया की पूजा-आराधना की, जिसके बाद उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य देकर अपना कठिन व्रत पूर्ण किया। ऐसी मान्यता है कि छठ पर्व पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बिलासपुर के घाटो में करीब 50 हजार श्रद्धालु पहुंचे थे। ऐसा अनुमान है। देखिए इस खास मौके का ड्रोन वीडियो... सूर्य देव के निकलने का घंटों इंतजार 28 अक्टूबर की सुबह 3 बजे से गाजे-बाजे के साथ लोग दउरी और गन्ना लेकर छठ घाट पहुंचे। पहले घाट छठी मइया का वेदी बनाया और फिर दौरा का पूजा की। विधि-विधान से पूजा आराधना करने के बाद वेदी को विसर्जित किया। जिसके बाद अरपा नदी में दीपदान कर व्रत करने वाले लोग पानी में उतरने लगे। इस दौरान सूर्य देव के निकलने का घंटों इंतजार करते रहे। नई सुहागिन महिलाओं ने की पूजा इस दौरान मन्नत पूरी होने वाली कई महिलाएं अपने घर से जमीन पर लोटते हुए और कुछ बिना चप्पल पहने नंगे पांव छठ घाट पहुंचे। मान्यता है कि नई सुहागिन भी पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए छठ का व्रत रखती हैं। सुरुज चले भिनुसार, दुअरिया छठ मैया के... 27 अक्टूबर की शाम और फिर अगले दिन सुबह अरपा स्थित छठ घाट पर छठ व्रती महिलाएं तांबे के लोटे में जल-दूध लेकर सूर्य देव को अर्घ्य दिया। भगवान की मंगलकामना की। फिर बैंड बाजे के साथ पुरुषों ने सिर पर दउरा रखा, तो महिलाएं छठ गीत सात घोड़ा पे सवार, सुरुज चले भिनुसार, दुअरिया छठ मैया के...,गाते हुए घर लौटीं। ऐसा ही नजारा गोंड़पारा, जबड़ापारा, कंस्ट्रक्शन कॉलोनी, मरीमाई मंदिर, कोनी का था। इस दौरान पूरे समय लोग छठी मइया की मंगल धुन के साथ उनकी आराधना में लीन नजर आए। खरना का प्रसाद लेकर किया कठिन व्रत छठ पर्व पर रविवार (26 अक्टूबर) को व्रतियों ने मिट्टी के चूल्हे में खरना का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। सोमवार (27 अक्टूबर) की शाम छठ घाट में सामूहिक रूप से डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की। मंगलवार (28 अक्टूबर) की सुबह उगते सूर्य की आराधना के साथ पर्व का समापन हुआ। महिलाओं ने 36 घंटे कठिन व्रत रखा। सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ ही उनकी उपासना पूर्ण हुई और व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया। अर्घ्य देने 101 लीटर दूध की व्यवस्था व्रतियों को अर्घ्य देने के लिए छठ पूजा समिति ने 101 लीटर दूध की व्यवस्था की। साथ ही घाट आने वाले सभी व्रतियों को समिति के द्वारा प्रसाद भी वितरित किया। व्रतियों के कपड़े बदलने का स्थान बनाया गया था। वहीं गौरेला, पेंड्रा से आए व्रतियों के रूकने और भोजन की व्यवस्था समिति द्वारा की गई थी। दर्शक पुल से सेल्फी लेते नजर आए। 2 बजे से ही घाट पर पहुंचने लगे श्रद्धालु 28 अक्टूबर की रात 2 बजे से ही गाजे-बाजे के साथ लोगों के दौरा और गन्ना लेकर छठ घाट पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान पहले घाट पर दौरा का पूजा की। जिसके बाद छठी मइया की विधि-विधान से पूजा-आराधना कर अरपा नदी में दीपदान कर व्रत करने वाले लोग एक-एक कर पानी के अंदर गए। कमर तक पानी के बीच उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। चार दिनी पर्व पर दिवाली सा नजारा चार दिनों तक मनाए जाने वाले इस पर्व पर दिवाली के बाद दूसरी दिवाली की झलक नजर आई। इस दौरान श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। करीब 1000 हजार मीटर के इस घाट में अर्घ्य देने वाली व्रतियों की भीड़ नजर आई। दावा किया जा रहा है कि आयोजन में 50 हजार से ज्यादा लोग छठ घाट पर पहुंचे थे।
समर्थन मूल्य पर मूंगफली खरीद को लेकर ऑनलाइन जारी हुए सभी 70 हजार टोकन का भौतिक सत्यापन होगा। जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने समर्थन मूल्य पर मूंगफली खरीद मामले में गलत ऑनलाइन गिरदावरी दर्ज करने की शिकायतों को गंभीर मानते हुए गिरदावरी का शत-प्रतिशत भौतिक सत्यापन करने के निर्देश उपखंड अधिकारियों को दिए हैं। अब गिरदावरी कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई होगी।जिला कलेक्टर वृष्णि ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वे मूंगफली खरीद को लेकर ऑनलाइन जारी हुए सभी 70 हजार टोकन का भौतिक सत्यापन करवाएं। साथ ही इसकी स्पष्ट रिपोर्ट मय खुद की टिप्पणी के भिजवाने के निर्देश दिए हैं। जिला कलेक्टर ने सभी एसडीएम को गिरदावरी कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाये जाने के संबंध में भी अपनी अनुशंसा भिजवाने के निर्देश दिए हैं। एसडीएम को देनी होगी शिकायत,तत्काल कार्रवाई होगी जिला कलेक्टर ने बताया कि कोई भी व्यक्ति गिरदावरी से संबंधित शिकायत संबंधित एसडीएम को प्रस्तुत करें, शिकायत पर तत्काल कार्रवाई होगी। जिला कलेक्टर ने बताया कि अब तक जो शिकायतें प्राप्त हुई हैं उनमें से कोलायत, खाजूवाला, लूणकरणसर, नोखा, हदां और श्री डूंगरगढ़ समेत 6 तहसीलों से रिपोर्ट प्राप्त हो गई है।सर्वाधिक शिकायत नोखा और श्री डूंगरगढ़ तहसील से मिली है। इस तरह की गड़बड़ियां समर्थन मूल्य के कारण फर्जीवाड़ा दरअसल, बीकानेर में मूंगफली का बाजार भाव चार से पांच हजार रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि मूंगफली का समर्थन मूल्य 7 हजार 263 रुपए है। ऐसे में फर्जी टोकन जारी करवाने के बाद इन टोकन को बीस से तीस हजार रुपए में बेचा जाता है। पिछले साल सरकार ने चालीस क्विंटल मूंगफली ही किसान से खरीदी थी। इस बार की मात्रा अब तक तय नहीं है।
मंदसौर जिले में सोमवार को भावांतर भुगतान योजना के तहत सोमवार को सोयाबीन की खरीदी की गई। भारी बारिश के बावजूद जिले की विभिन्न मंडियों में कुल 144 किसानों ने अपनी उपज बेची। यह खरीदी कलेक्टर अदिति गर्ग के निर्देशन में संपन्न हुई। भावांतर योजना के तहत मंदसौर मंडी में 24, पिपलिया में 6, दलौदा में 28, मल्हारगढ़ में 9, सीतामऊ में 23, सुवासरा में 6, शामगढ़ में 47 और गरोठ मंडी में 1 किसान ने अपनी फसल का विक्रय किया। पेयजल, छायादार स्थान, बैठने की व्यवस्थामंडियों में किसानों की सुविधा के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई थीं। इनमें पेयजल, छायादार स्थान, बैठने की व्यवस्था, तौल कांटा और नीलामी प्रक्रिया शामिल थी। प्रत्येक मंडी में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए थे, जहां प्रशिक्षित कर्मचारी किसानों को योजना से संबंधित जानकारी और आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे थे। कलेक्टर अदिति गर्ग के निर्देश पर सभी मंडियों में नोडल अधिकारी तैनात किए गए थे। इन अधिकारियों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि किसानों को उपज बेचने के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। देखिए मंडी में पहुंचे किसानों की तस्वीरें...
उमरिया जिले के पाली और नौरोजाबाद में छठ महापर्व का समापन हो गया। श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर तीन दिवसीय व्रत पूर्ण किया। इस दौरान सगरा तालाब और नौरोजाबाद के साईं मंदिर के पास बने तालाब में बड़ी संख्या में लोग जुटे। सुबह से ही महिलाएं अपने परिवार के साथ तालाबों पर पहुंचना शुरू हो गई थीं। उन्होंने सूर्य देव के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। इन क्षेत्रों में बिहार मूल के लोग बड़ी संख्या में कोयला खदानों और रेलवे में कार्यरत हैं, जो स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इस पर्व को उत्साहपूर्वक मनाते हैं। इस दौरान छठ मैया के गीत गूंजते रहे। नगरीय प्रशासन द्वारा भी छठ पर्व के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गईं। साफ-सफाई के साथ-साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। एक श्रद्धालु मंजू ने बताया कि यह व्रत तीन दिनों का होता है। इसे पति और बच्चों की सुख-समृद्धि तथा मनोकामना पूर्ति के लिए रखा जाता है। उनका मानना है कि छठी मैया सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। तस्वीरें देखिए...
मुरैना सिविल लाइन थाना पुलिस ने सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों के साथ वीडियो और फोटो पोस्ट करने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने युवक की पहचान कर पहले उस पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और फिर सोमवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। युवक ने अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर हथियारों के साथ कई पोस्ट किए थे। पुलिस ने उसके पास से एक अवैध बंदूक भी बरामद की है। 26 अक्टूबर को पुलिस ने लिया था संज्ञानसिविल लाइन थाना पुलिस ने सिकरौदा गांव निवासी अजय शर्मा नामक युवक को गिरफ्तार किया है। युवक द्वारा कई दिनों से फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर अवैध हथियारों के साथ खुद की पोस्ट की जा रही थीं। सोशल मीडिया पर युवक द्वारा किए गए इन पोस्ट को सिविल लाइन पुलिस ने 26 अक्टूबर को संज्ञान में लिया और युवक की तलाश व पहचान में जुट गई। आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज कर किया गिरफ्तारयुवक की पहचान होते ही पुलिस ने उस पर अवैध हथियारों के तहत आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया। इसके बाद सोमवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 315 बोर की होम मेड बंदूक भी बरामदसोशल मीडिया पर लगातार अवैध हथियारों के साथ पोस्ट करने वाले युवक अजय शर्मा को सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास से एक अवैध होम मेड 315 बोर की बंदूक भी मिली है। मेवाती होटल से हुई गिरफ्तारीसिविल लाइन थाना प्रभारी उदय भान सिंह यादव के अनुसार, अवैध हथियारों का सोशल मीडिया पर प्रदर्शन करने वाले युवक अजय शर्मा को सिकरौदा मेवाती होटल से गिरफ्तार कर अवैध हथियार भी बरामद किया है।
चंदौली में सास-बहू और पोते की सड़क हादसे में मौत हो गई। मंगलवार सुबह परिवार छठ पूजा के लिए घाट पर पैदल जा रहा था, तभी तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें रौंद दिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद मामा भांजे का शव गोद में लेकर रोता रहा। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर जुट गए और सड़क पर हंगामा करने लगे। सूचना पर सीओ कृष्ण मुरारी शर्मा पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और किसी तरह लोगों को शांत कराया। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद चालक ट्रक समेत फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है। हादसा मंगवार सुबह अलीनगर थाना क्षेत्र के पंचफेड़वा गांव के पास नेशनल हाईवे-19 पर हुआ। मृतकों की पहचान रेवसा-पंचफेड़वा निवासी कुमारी देवी (45), चांदनी देवी (30) और सौरभ कुमार (7) के रूप में हुई है। तस्वीरें देखिए- खबर अपडेट हो रही है....
दतिया के ग्रामीण क्षेत्रों में आज मंगलवार को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा विभिन्न फीडरों पर सुरक्षा की दृष्टि से मेंटेनेंस कार्य किया जाएगा, जिसके चलते सुबह से शाम तक अलग-अलग समय पर बिजली बंद रहेगी। कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 10:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक नयाखेड़ा और बसई सब-स्टेशन से निकलने वाले सभी 11 फीडरों से संबंधित क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बंद रहेगी। इसके अतिरिक्त, सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक गंधारी, शास्त्रीनगर, दुरसड़ा, रिछारी, पिपरौआकला, बेहरूका, खोडन, जिगना और रिछार आबादी फीडरों पर भी मेंटेनेंस कार्य होगा। इस अवधि में इन फीडरों से जुड़े क्षेत्रों में भी विद्युत आपूर्ति ठप रहेगी।
रतलाम जिले की जावरा पुलिस ने चोरी की योजना बनाते हुए राजस्थान के झालावाड़ की कंजर गैंग के दो कंजर चोरों को पकड़ा है। ये बदमाश एक इको कार में बैठकर जावरा शहर में चोरी की योजना बना रहे थे। पुलिस ने घेराबंदी कर इन्हें पकड़ा। पूछताछ में बदमाशों ने बाइक और पशु चोरी सहित कुल 13 वारदातों का खुलासा किया है। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एएसपी ग्रामीण विवेक कुमार ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि कंजर गिरोह के सदस्य जावरा शहर में इको कार में चोरी की योजना बना रहे हैं। सूचना पर थाना जावरा शहर पुलिस ने टीम बनाकर घेराबंदी कर दो आरोपियों को पकड़ा। झालावाड़ के रहने वाले हैं आरोपीपूछताछ में आरोपी राजू लाल कंजर (25) पिता जसवंत मेघवाल (निवासी सोमचढ़ी, थाना उन्हेल, जिला झालावाड़) ने बताया कि वह अपने साथी चंद्रपाल कंजर (26) (निवासी ग्राम टोकड़ा, थाना उन्हेल, जिला झालावाड़, राजस्थान) के साथ चोरी करने के उद्देश्य से जावरा आया था। पशु चोरी कबूली, 80 हजार में बेचे थेएएसपी विवेक कुमार ने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया कि लगभग 20-25 दिन पूर्व दोनों ने ग्राम कराड़िया से एक भैंस, दो पाड़ियां एवं एक बछड़ा चोरी किया था। इन पशुओं को उन्होंने देवगढ़ के जंगल में छुपाकर रखा था। बाद में उक्त पशु 80,000 रुपए में बेचे, जिसमें से 35,000 रुपए राजू लाल ने अपने पास रखे और 45,000 रुपए चंद्रपाल को दिए। ईंटों में छिपा रखे थे 40 हजार रुपएआरोपी ने यह भी बताया कि 40,000 रुपए की राशि उसने ग्राम राजल व खजूरी देवड़ा के बीच रोड किनारे शनि व सगस बावजी मंदिर के पास पड़ी ईंटों में छिपा रखी है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पूर्व में कई चोरी की घटनाओं में शामिल होना भी स्वीकार किया है। इन चोरियों में भी रहे शामिल आदतन अपराधी, MP-राजस्थान सीमा पर सक्रियपुलिस के अनुसार, आरोपी आदतन अपराधी हैं जो राजस्थान व मध्यप्रदेश की सीमा क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। इनके खिलाफ पूर्व से जिला रतलाम, मंदसौर तथा झालावाड़ में केस दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से बाइक व इको कार जब्त की है। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। एसपी ने दी बधाई, इनाम की घोषणाबदमाशों को पकड़ने और पुराने अपराधों का खुलासा करने पर एसपी अमित कुमार ने थाना जावरा शहर एवं थाना बरखेड़ा की पुलिस टीम को बधाई दी है। साथ ही टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है।
कनाडा के अबॉट्सफोर्ड में सोमवार को एक प्रतिष्ठित भारतीय कारोबारी की हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान पंजाब के लुधियाना जिले के दोराहा निवासी दर्शन सिंह सहसी (68) के रूप में हुई है। वे 'केनम इंटरनेशनल' कंपनी के अध्यक्ष थे, जो विश्व की सबसे बड़ी कपड़ों की रीसाइकलिंग कंपनियों में से एक मानी जाती है। पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह लगभग 9:30 बजे (कनाडा समय अनुसार) रिजव्यू और समिट ड्राइव के कोने पर गाड़ी में बैठे सहसी को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सहसी की जान जा चुकी थी। घटना के बाद पुलिस ने क्षेत्र में भारी सुरक्षा घेरा बना दिया और पास के तीन स्कूलों को सतर्कता के तौर पर कुछ देर के लिए बंद रखा गया। परिवार की पीड़ा दर्शन सिंह के बेटे अर्पन ने बताया कि उनके पिता की किसी से कोई रंजिश या विवाद नहीं था। उनका कहना है, “हमें समझ नहीं आ रहा कि ऐसा किसने और क्यों किया। न कोई धमकी, न ब्लैकमेल, न वसूली की मांग थी”। अर्पन ने कहा- “पापा पंजाब में किसान थे, फिर क्रूज शिप पर काम किया, इसके बाद कनाडा आकर बिजनेस शुरू किया। वे हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते थे।” बिजनेस और समाजसेवा जानकारी के मुताबिक, सहसी स्थानीय पंजाबी समुदाय के बीच आर्थिक मदद और समाजसेवा के लिए भी लोकप्रिय थे। बेटे ने कहा कि हर दिन कोई न कोई उनसे मदद मांगता, और पापा कभी किसी को मना नहीं करते थे। पुलिस की जांच, इलाके में तनाव अबॉट्सफोर्ड पुलिस ने हत्या के कारणों को लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में मामला टार्गेटेड हिंसा का लगता है, लेकिन वजह अभी स्पष्ट नहीं है। जांच आगे इंटीग्रेटेड होमिसाइड इन्वेस्टिगेशन टीम को सौंपी गई है। फिलहाल इलाके में तनाव है और पुलिस की चौकसी बनी हुई है।
अजमेर में बिजली वितरण का जिम्मा संभाल रही टाटा पावर ने मेंटेनेंस कार्य के लिए बिजली शटडाउन शेड्यूल जारी किया है। आज कई क्षेत्रों में 5 घंटे तक पावर कट होगा। अलग-अलग क्षेत्रों में सुबह 9 से दोपहर ढाई बजे के बीच बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी। बिजली संबंधी समस्या के लिए यहां करें कॉल टाटा पावर प्रबंधन ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं फील्ड इंजीनियरों के मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं। इन नंबर पर उपभोक्ता अपने सुझाव एवं शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सागर और दमोह जिले में फैले वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में अब चीतों को भी बसाया जाएगा। इसके लिए नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने सेंट्रल कैंपा फंड से बजट दे दिया है। टाइगर रिजर्व में चीतों के लिए 4 क्वारैंटाइन बोमा और 1 सॉफ्ट रिलीज बोमा तैयार किया जाएगा। मुहली, सिंहपुर और झापन रेंज को चीतों की बसाहट के लिए सबसे अनुकूल माना गया है। यह देश का ऐसा पहला टाइगर रिजर्व होगा, जहां बाघ, तेंदुए और चीते एक ही जगह पर देखे जा सकेंगे। 2010 में हुआ था पहला सर्वेवन विभाग सूत्रों के अनुसार, सिंहपुर रेंज को क्वारैंटाइन बोमा साइट के रूप में चुना जा सकता है। दरअसल, वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्ल्यूआईआई) ने देश में सबसे पहले सागर के इसी (तब नौरादेही अभयारण्य) टाइगर रिजर्व को चीतों के लिए चिह्नित किया था। वर्ष 2010 में यहां पहला सर्वे हुआ था। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के डीआईजी डॉ. वीवी माथुर और डब्ल्यूआईआई के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने डिप्टी डायरेक्टर डॉ. एए अंसारी के साथ वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व की तीनों रेंज मुहली, झापन और सिंहपुर का दो दिन तक मैदानी मुआयना भी किया था। कूनो के समय ही मिल चुकी थी मंजूरी: PCCFपीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) शुभ रंजन सेन ने बताया कि नौरादेही (अब टाइगर रिजर्व का हिस्सा) को शुरुआत से ही चीता आवास के रूप में चिह्नित किया गया था। जब कूनों में चीते लाए गए थे, तभी सर्वे के आधार पर नौरादेही में शिफ्टिंग की मंजूरी लगभग मिल चुकी थी। जो बजट मिला है, उससे 4 क्वारैंटाइन बोमा और 1 सॉफ्ट रिलीज बोमा के अलावा अन्य तैयारियां की जाएंगी। प्रदेश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्वटाइगर रिजर्व में काफी पहले चीतों के प्राकृतिक वास के प्रमाण मिले हैं। यहां घास के खुले मैदान हैं, जो नौरादेही से गांवों के विस्थापन के साथ और फैल रहे हैं। यहां चीते लंबी दौड़ लगाकर आसानी से शिकार कर सकते हैं। टाइगर रिजर्व का कोर एरिया 1414 वर्ग किमी और बफर एरिया 925.120 वर्ग किमी है। यह क्षेत्रफल के लिहाज से प्रदेश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। चीतों को रखने के लिए मैदान चिह्नित भी किए जा रहे हैं। शिकार के लिए चिंकारा, चीतल, काले हिरण मौजूदटाइगर रिजर्व में चीतों को शिकार के लिए चिंकारा, चीतल व काले हिरण पर्याप्त संख्या में हैं। यही वजह है कि यहां बाघों का कुनबा भी तेजी से बढ़ रहा है। अधिकारियों का मानना है कि यहां चीतों का बाघ-बाघिन से टकराव जैसी स्थिति बनने की आशंका कम है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में मां-बहन की गालियां देने पर 3 दोस्तों ने मिलकर अपने एक साथी को मार डाला। पहले गला घोंटकर पुल के नीचे फेंक दिया, लेकिन जब देखा कि वह अभी ज़िंदा है तो सिर को पत्थर से कुचला। मामला मामला बिरेझर चौकी क्षेत्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम मनीष कुमार मिथलेश (26) है, जो करगा गांव का रहने वाला था। तीनों दोस्तों ने सिर को इतना कुचला था कि मृतक की पहचान कर पाना मुश्किल था। तीनों दोस्तों ने शराब के नशे में हत्या की थी। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, 21 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे मुख्य आरोपी होमेश कुमार साहू अपने दोस्त चाहत यादव के साथ मनीष को शराब पिलाने के लिए चटौद-करगा नाला पुल के पास ले गया था। शराब पीने के दौरान मनीष ने किसी बात को लेकर होमेश से गाली-गलौज की। इस दौरान दोनों के बीच विवाद बढ़ गया। इसके बाद आरोपी होमेश साहू ने अपने गमछे से मनीष के गले को बांधकर दबाया। इसके बाद सिर पर कई बार वार किया, फिर मरा समझकर मनीष को गमछे से बांधकर पुल के नीचे फेंक दिया था, लेकिन मनीष जिंदा था। इसके कुछ देर बाद दोस्तों ने देखा कि वह जिंदा है तो फिर पत्थर से सिर पर इतना मारा की उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद मनीष का मोबाइल और बाइक वहीं फेंककर सभी आरोपी भाग गए थे, ताकि किसी को शक न हो। कैसे चला मर्डर का पता ? 22 अक्टूबर को करगा-चटौद पुल के नीचे मनीष की लाश मिली। इसके साथ ही बाइक भी लावारिश हालत में मिली थी। स्थानीय लोगों ने लाश मिलने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस ने प्रथम दृष्टया मर्डर केस फाइल कर जांच शुरू की। पूछताछ और मोबाइल के माध्यम से पता चला कि मृतक का नाम मनीष कुमार मिथलेश (26) है। इसके बाद पुलिस ने मनीष कुमार के परिजनों और अन्य लोगों से पूछताछ की। इस दौरान आखिरी बार होमेश साहू के साथ देखे जाने की सूचना मिली। पुलिस ने होमेश साहू को हिरासत में लिया। इस दौरान आरोपी से पूछताछ की गई। आरोपी ने पहले पुलिस को गुमराह किया, लेकिन बाद में कड़ाई से पूछताछ करने पर जुर्म कबूल कर लिया। गाली-गलौज करने पर रची मर्डर की साजिश धमतरी एसपी सूरज सिंह परिहार ने बताया कि जांच में पता चला है कि मनीष कुमार मिथलेश और होमेश कुमार साहू का पहले झगड़ा हुआ था। मनीष ने रायपुर से गांव लौटने पर होमेश से गाली-गलौज की थी। इसी वजह से दोनों के बीच अनबन चल रही थी। इसी को लेकर होमेश ने मनीष को मारने की साजिश रची। होमेश कुमार साहू ने शराब पिलाने के बहाने ले जाकर मनीष की हत्या कर दी। इस दौरान होमेश (19) ने मनीष के सिर को पत्थर से कुचला। चाहत यादव (19) ने गमछे से गला दबाया और मनीष कुमार साहू (21) ने गला दबाने में साथ दिया। खून लगे गमछे और मोबाइल को जलाने की थी प्लानिंग धमतरी एसपी सूरज सिंह परिहार ने बताया कि वारदात के दूसरे दिन मनीष कुमार साहू को खून लगे गमछे और मोबाइल को जलाने के लिए कहा था। इसके बाद मनीष कुमार साहू ने खून लगे कपड़े और गमछे को छिपाया था। साथ ही मृतक के मोबाइल को झाड़ियों में फेंक दिया था। धमतरी एसपी ने बताया कि साइबर और एफएसएल टीम की संयुक्त जांच से हत्याकांड की गुत्थी सुलझी। तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने हत्या के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की थी। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने सभी को जेल भेज दिया है। ...................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... धमतरी में युवक की पत्थर से कुचलकर हत्या:पुल के नीचे मिला शव, पिता के साथ रायपुर में रहता था,दीपावली के लिए आया था गांव छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक युवक की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई। उसका शव बिरेझर चौकी क्षेत्र के ग्राम चटौद करगा स्थित एक पुल के नीचे मिला। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पढ़ें पूरी खबर...
छिंदवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री राकेश सिंह के नाम से फर्जी लेटर पैड तैयार कर अपने तबादले का आदेश बनाने वाले तामिया के रोजगार सहायक दिनेश साहू को आखिरकार कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी लंबे समय से पुलिस से बचकर भाग रहा था। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर उसे शहर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी दिनेश साहू ने मंत्री राकेश सिंह के नाम का कूटरचित (फर्जी) लेटर पैड बनाकर अपने तबादले का आदेश तैयार किया था, ताकि वह मनचाही जगह पदस्थापना हासिल कर सके। इस पूरे मामले की शिकायत कुछ दिन पहले प्रशासन और पुलिस तक पहुंची थी। जांच में फर्जी पाए गए थे दस्तावेजपुलिस अधीक्षक अजय पांडे के निर्देशन में हुई जांच में दस्तावेजों को फर्जी पाया गया। जांच में दोषी पाए जाने के बाद कोतवाली थाना छिंदवाड़ा में दिनेश साहू और उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचना का प्रकरण दर्ज किया गया था। पुलिस से खेल रहा था आंख मिचोलीगिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लंबे समय से पुलिस से बचता फिर रहा था और लगातार इधर-उधर भागकर पुलिस से आंख मिचोली खेल रहा था। सोमवार को कोतवाली कोतवाल निरीक्षक आशीष धुर्वे को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी शहर में दिखाई दिया है। सूचना मिलते ही धुर्वे ने टीम के साथ घेराबंदी कर दिनेश साहू को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। कार्रवाई में इनकी रही भूमिकाइस कार्रवाई में कोतवाली टीम के निरीक्षक आशीष धुर्वे, उपनिरीक्षक नारायण बघेल, आरक्षक युवराज रघुवंशी और सागर डेहरिया की विशेष भूमिका रही। सिवनी का स्माइल भी है आरोपीगौरतलब है कि इससे पहले सिवनी के स्माइल की गिरफ्तारी भी पुलिस ने की थी, जिस पर फर्जी लेटर हेड तैयार करने और जारी करने का आरोप है। यही आरोपी छिंदवाड़ा में आदिवासी जमीन के स्थानांतरण प्रकरण का मुख्य आरोपी भी बताया जा रहा है, जिसकी जांच पुलिस कर रही है।
वाराणसी शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में टॉप-5 लाने की कवायद शुरू हो गयी है। इसी क्रम में वाराणसी नगर निगम ने स्वच्छता नियमावली-2021 लागू कर दी है। इसी के साथ 32 कार्यों के लिए जुर्माना तय कर दिया है। साथ ही नगर निगम के सभी विभागों द्वारा एक प्रकार की बुक द्वारा जुर्माना लगे जाएगा। जो धारा-46 के अंतर्गत आएगा। अभी तक नगर निगम में नियमावली -2017 के अंतर्गत जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान था। जिसमें गंदगी करने, अतिक्रमण करने, सड़कों पर मलबा फेंकने, खाली प्लाटों में कूड़ा फेंकने , अवैध विज्ञापनों, रोड कटिंग, अवैध पानी कनेक्शन, अवैध सीवर कनेक्शन के लिए अलग-अलग पर्ची से जुर्माना लिया जाता था। पुरानी जुर्माना बुक अमान्य घोषितनगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया - वाराणसी को राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में प्रथम स्थान पर लाने के लिए नगर निगम लगातार कवायद कर रहा है। इस क्रम में नगर निगम के सभी विभागाध्यक्षों से बैठक करने के बाद पुराने जुर्माना बुक को (स्वच्छता नियमावली- 2017) अमान्य घोषित किया गया है। साथ ही उसके अंतर्गत आने वाली जुर्माना राशि भी बदल दी गयी है। स्वच्छता नियमावली-2021 लागू, सड़क पर थूका तो देना होगा जुर्माना नगर आयुक्त ने बताया - इसी के साथ शहर बनारस में स्वच्छता नियमावली जारी कर दी गयी है। जिसके अंतर्गत 32 पाइंटों में जुर्माना वसूला जाएगा। इसमें नगर निगम की सीमा के भीतर वाहन चलाते समय या फिर खड़े वाहन से या किसी वाहन से यात्रा करते समय किसी सार्वजनिक या निजी सड़क या किसी सार्वजनिक या निजी परिसर में कूड़ा फेंकना/डालना या किसी ऐसे वाहन का चालक, अपने वाहन के किसी भी यात्री को थूकने या फिर इस तरह से अपशिष्ट फेंकने से मना नहीं करेगा। तो उसे 1000 जुर्माना देना होगा। बार-बार की गलती तो होगी FIR नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि यदि कोई भी नागरिक, संस्था, संस्थान कई बार नियमों का उल्ल्घंन करता है तो उससे बार-बार जुर्माना वसूला जायेगा, उसके बाद FIR की जाएगी। नगर आयुक्त ने सभी विभागाध्यक्षों, जोनल अधिकारियों, सहायक अभियन्ता, अवर अभियन्ता, स्वास्थ्य निरीक्षकों, राजस्व निरीक्षकों को नयी नियमावली की बुक दी गयी है। सभी को नियमानुसार शुरू करने के निर्देश भी दिए हैं। 32 पॉइंट में समझे जुर्माने की राशि, गंगा में नहीं डाल सकते पूजा सामग्री स्वच्छता नियमावली-2021 के अंतर्गत कोई भी पूजा सामाग्री जल स्रोतों में नहीं डाली जा सकती है। साथ ही खाली पड़े स्थान, प्लाट और जमीन पर कूड़ा फेकने या गंदगी करने पर भी जुर्माने का प्रावधान किया गया है। कुल 32 पॉइंट में समझे नयी नियमावली की जुर्माना राशि... 1. कोई खुली या रिक्त भूमि, खेल का मैदान या उद्यान में गंदगी करने पर पहली बार 500 रुपए का जुर्माना देना होगा। 2. किसी जल स्त्रोत के किनारे पर या फिर जलीय प्रणाली में जैसे नदी, जलमार्ग, सीवर, गंगा जल में पूजा-सामग्री को प्रवाहित करना, फेंकना सम्मिलित है। पर 750 रुपए का जुर्माना देना होगा। 3. सार्वजनिक रास्ते या निजी रास्ते अथवा किसी ऐसे खाली मैदान पर जो किसी सड़क, फुटपाथ, सड़क डिवाइडर वगैरह के पास हो पर गंदगी करने पर 500 रुपये जुर्माना देना होगा। 4. शैक्षणिक संस्थाएं, चिकित्सालय और अन्य स्वास्थ्य देखभाल सम्बन्धित संस्थाएं, धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक इमारतें के पास गंदगी करने पर 750 रुपए जुर्माना देना होगा। 5. जान-बूझकर अपने परिसर/संपत्ति में किसी भी अपशिष्ट, मलबे, गंदगी आदि को इस प्रकार रखना/जमा करना, रखने/जमा करने देना जिससे वह 24 घण्टे से अधिक समय तक उक्त परिसर में जमा रहे की स्थिति में 500 रुपए का जुर्माना देय होगा। 6. नगरीय स्थानीय निकाय की सीमा के भीतर वाहन चलाते समय या फिर खड़े वाहन से या किसी वाहन से यात्रा करते समय किसी सार्वजनिक या निजी सड़क या किसी सार्वजनिक या निजी परिसर में अपशिष्ट फेंकना/डालना या किसी ऐसे वाहन का चालक, अपने वाहन के किसी भी यात्री को थूकने या फिर इस तरह से अपशिष्ट फेंकने से मना नहीं करने देना। यदि ऐसा किया जाता है तो 1000 रुपए जुर्माना देना होगा। 7. प्रतिबंधित प्लास्टिक / थर्माकोल या किसी अन्य ऐसी सामग्री के उत्पादन, वितरण, भण्डारण या बिक्री में लिप्त होना जो प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है या ऐसी सामग्री जिसका उपयोग इन नियमों, केन्द्र या राज्य सरकारों के विनियमों के अधीन निर्बाधित/प्रतिबंधित है तो इस पर अधिनियम 2000 के अधीन स्थलीय जुर्माना लगेगा। 8. थूकना, पेशाब करना, मल त्यागना, जानवरों के खिलाने के उद्देश्य से खाद्य सामग्री को इस प्रकार छोड़ना/जमा करना जिससे कूड़ा-कचरा का बिखराव करने पर 250 रुपए का जुर्माना लगेगा। 9. किसी प्रकार के अपशिष्ट का दहन करना/उसे मिट्टी के अन्दर दबाना या फिर उसका दहन करने/मिट्टी के अन्दर दबाने का प्रयास करना या दहन करने या मिट्टी के अन्दर दबाने के माध्यम से किसी मार्ग के किनारे एकत्र स्थलों या किसी निजी या सार्वजनिक संपत्ति में किसी प्रकार के अपशिष्ट का निस्तारण करना। यह प्रतिषेध समस्त प्रकार के व्यक्तियों पर लागू होना, जिनमें सफाई कर्मचारी या नगरीय स्थानीय निकाय के अन्य कर्मचारी संविदा कर्मचारी, अपशिष्ट उत्थापक या सड़क पथ तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई और स्वच्छता कार्य में संलग्न कोई अन्य व्यक्ति सम्मिलित है तो 250रुपए का जुर्माना देना होगा। 10. बिना ढंके (अनकवर्ड) हुए किसी ट्रक या अन्य किसी वाहन को चलाना या उसको एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना जबकि उसमें अपशिष्ट/कूड़ा से भरा हो। ऐसा करने पर 2000 रुपए का जुर्माना देना होगा। 11. अपने पालतू जानवरों को किसी सार्वजनिक स्थान पर मलत्याग करने देकर सड़कों/पार्कों/सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा-कचरा करना फेंकने पर 500 रुपए का जुर्माना देना होगा। 12. किसी पालतू जानवर द्वारा खुले में मल त्याग किये जाने की स्थिति में स्वामी मल को अपने घर ले जायेगा ताकि इसका निस्तारण मल वाहन के माध्यम से बहाकर किया जा सके अन्यथा 500 रुपए के जुर्माना का प्राविधान किया गया है। 13. निर्माण एवं विध्वंश/अपशिष्ट या किसी प्रकार के अपशिष्ट को गंगा जल, नालियों, सड़कों के फुटपाथ, सरकारी या नगरीय स्थानीय निकाय से सम्बन्धित खुले मैदानों या सार्वजनिक मार्गों के किनारे जमा करना या फैलाने पर 3000 रुपए का जुर्माना किया जायेगा। 14. अपशिष्ट उत्सर्जकों द्वारा पृथक्करण, परिदान और संग्रहण किये जाने संबंधी उपबंध के अन्तर्गत अपृथक्कृत रूप से शुष्क, आर्द्र और घरेलू अपशिष्ट का परिदान किया जाना/सौंपा जाना और अपशिष्ट पृथक डिब्बों में न रखना। (अपशिष्ट उत्सर्जकों के लिये प्रतिमाह विहित प्रयोक्ता शुल्क के अतिरिक्त शास्ति की धनराशि प्रतिमाह प्रभारित की जायेगी।) इसके अन्तर्गत 200 रुपए प्रतिमाह जुर्माना का प्राविधान किया गया है। 15. निर्माण एवं विध्वंसक ठोस अपशिष्ट उत्सर्जकों द्वारा अपृथक्कृत निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट का परिदान किया जाना। ऐसे प्रत्येक उल्लंघन के लिए 2000 रुपए जुर्माना का प्राविधान किया गया है। 16. अपृथक्कृत उद्यान अपशिष्ट और पेड़ों की छाल और कतरनों का परिदान किया जाना। ऐसे प्रत्येक उल्लंघन के लिए 200 रुपए जुर्माना का प्राविधान किया गया है। 17. अपृथक्कृत मछली, मुर्गी और मांस अपशिष्ट का परिदान किया जाना। (अपशिष्ट उत्सर्जकों से प्रतिमाह लगने वाले शुल्कों के अतिरिक्त प्रतिमाह शास्ति की धनराशि प्रभारित की जायेगी। 750 रुपए प्रतिमाह जुर्माना वसूला जायेगा। 18. किसी थोक अपशिष्ट उत्सर्जक द्वारा अपृथक्कृत अपशिष्ट का भंडारण तथा परिदान किया जाना। अपशिष्ट उत्सर्जकों से प्रतिमाह लगने वाले शुल्कों के अतिरिक्त प्रति सप्ताह शासित की धनराशि प्रभारित की जायेगी। इसके अन्तर्गत 1000 रुपए प्रति सप्ताह जुर्माना वसूले जाने का प्राविधान किया गया है। 19. नगरीय स्थानीय निकाय में बिना रजिस्ट्रीकरण और बिना प्राधिकार के निकायों में अपशिष्ट संग्रहण किये जाने पर 500 रुपए प्रति अपराध जुर्माना का प्राविधान किया गया है। 20. नालों/मल नालियों/सोक पिट से सम्बन्धित उपबन्ध के अन्तर्गत निजी नालियों, सीवर लाइनों व घरेलू मल/मल, जल/ड्रेनेज वाटर को किसी गंगा जल, नालियों, मार्गों, खुले मैदान, जलस्रोतों, जल मार्गों, कृषि भूमि अथवा अन्य किन्हीं गैर अभिहित अव स्थानों पर प्रवाहित किया जाना या प्रवाहित किये जाने पर 500 रुपए जुर्माना किया जायेगा। 21. किसी ऐसी सामग्री को नाली के प्रवाह में आने दिया जाना जिससे नाली को क्षति पहुंचने की आशंका हो या फिर सार्वजनिक सीवर लाईन में उसके प्रवाह को बाधित किया जाने पर 500 रुपए जुर्माना किया जायेगा। 22. खुले नालों या मेनहोल में किसी ऐसी सामग्री को जमा किया जाना या जमा किये जाने देना जिसके कारण सीवर लाईनों में बाधा/जाम होने की स्थिति बने। यह उपबन्ध नगरीय स्थानीय निकाय के कर्मचारियों के लिये भी लागू है, जो खुले नालों में मार्गों की सफाई से निकला कूड़ा-करकट, सेप्टिक टैंक से निकली गाद अपशिष्ट उत्सर्जक के निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट आदि को जमा करते है तो 1000 रुपए जुर्माना देय होगा। 23. औद्योगिक गंदा जल अथवा विशेष रूप से किसी उद्योग, कुटीर (घरेलू) उद्योग वध-शालाओं और मांस बाजार दुग्धशाला और पशुपालन स्थल, कर्मशाला या गैरेज के क्रिया-कलाप की वजह से उत्सर्जित औद्योगिक क्षेत्र के गंदे पानी को ट्रीटमेंट के बिना उन्हें सार्वजनिक मल नालों में बहाने पर 5000 रुपए जुर्माना देय होगा। 24. किसी कर्मचारी/ठेकेदार/अभिकर्ता द्वारा समुचित सुरक्षात्मक उपकरण के बिना किसी व्यक्ति को सेप्टेज, गन्दे नाले और मल कुण्ड को अपने हाथ से कार्य करने देने पर 5000 रुपए जुर्माना देना होगा। 25. अपने स्वामित्व या नियंत्रण वाले परिसर में जल जमाव/अपशिष्ट क्षेपण/अस्वास्थ्यकर स्थितियों/अस्वच्छ स्थितियों/दरार आदि होने देना, जिससे रोगवाहक वायरस प्रजनित हो सके अथवा उनके लिए अनुकूल स्थितियां उत्पन्न करने पर 5000 रुपए जुर्माना लेगगा। 26. विक्रय स्थल पर किसी विक्रेता/फेरीवाला द्वारा अपृथक्कृत जैव नाशित और अन्य अपशिष्ट रखे जाने पर 25 रुपए प्रतिदिन जुर्माना वसूला जायेगा। 27. यदि कोई व्यक्ति या थोक अपशिष्ट उत्सर्जन कोई ऐसा आयोजन या जमावड़ा करता है जिससे सौ से अधिक व्यक्ति सम्मिलित हुए हैं और आयोजन समाप्त होने के 12 घण्टे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आयोजन स्थल को गंदा या अस्वच्छ रखता है तो स्वच्छता हेतु जमा धनराशि जब्त कर ली जायेगी। 28. नगरीय स्थानीय निकाय की सीमा से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति, परिवार, आवासीय सोसाइटी विनिर्दिष्ट/कालोनियां और थोक अपशिष्ट उत्सर्जक, यदि नगर निकाय की सीमाओं के भीतर अपशिष्ट आक्षेपित करते हैं तो 1000 रुपए प्रतिदिन जुर्माना वसूला जायेगा। 29. नगरीय स्थानीय निकाय की सीमा के अंचल और सीमांत ग्राम/ग्राम पंचायतें यदि नगरीय सीमाओं के भीतर अपशिष्ट आक्षेपित करते हैं तो 1000 रुपए प्रतिदिन तथा नगर निगम द्वारा की गयी कार्रवाई पर व्यय हुई लागत जुर्माना के रूप में वसूला जायेगा। 30. नगरीय स्थानीय निकाय अथवा इस नियमावली के अधीन उसके द्वारा नियुक्त किसी अभिकरण द्वारा स्थापित उपकरण, वाहनों, कंटेनरों, डिब्बों, हाथ-गाड़ी सामग्री पुनर्प्राप्ति सुविधा सहित किसी अवसंरचना को क्षतिग्रस्त करना या बिना अनुज्ञा के हटाने पर 2000 रुपए जुर्माना तथा नगर निगम द्वारा की गयी कार्रवाई पर व्यय हुई लागत जुर्माना के रूप में वसूला जायेगा। 31. नदियों/जलाशयों/नालों/जल-ग्रहण-क्षेत्रों आदि में अनुपयुक्त तरीके से मानव शव या पशुओं के शवों का निस्तारण करने पर 3000 रुपए जुर्माना वसूला जायेगा। 32 . यदि भण्डारा या लंगर आयोजित करने वाला/वाले कोई व्यक्ति या व्यक्ति समूह स्थल पर पृथक्कृत अपशिष्ट के लिए डिब्बे उपलब्ध नहीं कराते हैं तो 2000 रुपए जुर्माना देय होगा।
गोरखपुर के गुलरिहा इलाके में 2 साल के मासूम सूरज की बीमारी से मौत हो गई। उसके माता-पिता मारपीट के मामले में जेल में बंद हैं। मासूम और उसकी 3 साल की बहन नाना के पास रहते थे। इधर एक माह से सूरज जेल में बंद अपनी मां के पास जाने के जिद कर रहा था। इसी बीच वह बीमार पड़ा और उसकी मौत हो गई। सोमवार को दोपहर के समय नाना सूरज की लाश लेकर जेल पहुंचे। सूरज को दफनाने से पहले आखिरी बार उसके माता-पिता से मिलवाने के लिए जेल प्रशासन से अनुमति मांगी। लेकिन कानूनी दांव पेंच की वजह से जेल प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने डुमरी नंबर दो, खपड़हवा चौकी के पास भटहट-बांसस्थान मार्ग पर शव रखकर जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची गुलरिहा पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। अब जाने पूरा मामला पीपीगंज थाना क्षेत्र के पांचगांव निवासी राहुल पटेल (30) का 1 वर्ष पहले अपने चाचा गौरीशंकर पटेल से जमीन विवाद को लेकर झगड़ा हुआ था। मारपीट के मामले में दोनों पक्षों को चोटें आई थीं। गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने के बाद राहुल को उसी दिन गोरखपुर जिला जेल भेज दिया गया था। करीब छह महीने बाद उसकी पत्नी वंदना पटेल को भी इसी मामले में जेल भेजा गया। राहुल-वंदना का बेटा सूरज और एक बेटी शैलजा (3) दोनों गुलरिहा थाना क्षेत्र के डुमरी नंबर दो, रढवा टोला में अपने नाना गिरधारी पटेल के पास रह रहे थे। गिरधारी पटेल मजदूरी करके बच्चों का पालन-पोषण कर रहे थे। जेल में मां से मिलने के बाद बिगड़ी तबीयत करीब एक माह पहले गिरधारी पटेल छोटे सूरज को लेकर बिछिया जेल में बंद उसकी मां वंदना से मिलने गए थे। तभी से सूरज दिन-रात अपनी मां को याद करते हुए मां- मां पुकारता रहता था। कभी-कभी वह मां को खोजने घर से भी निकल पड़ता था। इसी तड़प के बीच सोमवार को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजन सूरज का शव लेकर जिला कारागार पहुंचे लेकिन जेल प्रशासन ने मुलाकात की अनुमति नहीं दी। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने डुमरी नंबर दो, खपड़हवा चौकी के पास भटहट-बांसस्थान मार्ग पर शव रखकर जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची गुलरिहा पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।नाना गिरधारी पटेल का कहना है कि उन्होंने प्रशासन से बार-बार गुहार लगाई थी कि छोटे सूरज को उसकी मां के पास रहने दिया जाए। पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अगर उसे मां के पास भेज दिया गया होता तो शायद आज सूरज जिंदा होता।
ग्वालियर में जमीन विवाद को लेकर एक युवक पर कातिलाना हमला करने वाले बदमाश को क्राइम ब्रांच ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि 10 हजार रुपए का इनामी आरोपी श्याम राठौर हजार बिस्तर अस्पताल (न्यू जेएएच) के पास किसी रिश्तेदार से मिलने आया है। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी की, लेकिन आरोपी भागने का प्रयास करने के बावजूद पकड़ा गया। यह वही आरोपी है, जिसने 1 मार्च 2025 को घोसीपुरा मुरार इलाके में एक युवक के सिर पर पिस्टल के बट से हमला किया था। हमले में युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जबकि आरोपी ने उसकी लग्जरी कार में भी तोड़फोड़ की थी। घटना के बाद से आरोपी फरार था और पिछले आठ महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था। क्राइम ब्रांच और मुरार पुलिस टीम ने पकड़ा सूचना मिलते ही एसएसपी धर्मवीर सिंह ने एएसपी अनु बेनीवाल और एएसपी सुमन गुर्जर को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद क्राइम ब्रांच और मुरार थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने सिविल ड्रेस में घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी श्याम पुत्र रमेश राठौर निवासी न्यू घोसीपुरा मुरार पर एसएसपी की ओर से 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है कि फरारी के दौरान वह कहां-कहां छिपा रहा और घटना में शामिल अन्य लोगों की भूमिका क्या रही। घेराबंदी से पहले भाग जाता था बदमाश श्याम राठौर हमला करने के बाद से ही फरार था। कई बार मुरार पुलिस को इसकी लोकेशन मिली, लेकिन जब तक पुलिस घेराबंदी कर पाती वह निकल जाता था। इस बार सटीक सूचना मिली और क्राइम ब्रांच ने तत्काल एक्शन लेकर आरोपी को पकड़ा है।ऐसे समझिए पूरा मामलाफरियाद अजय सिंह राणा निवासी घोसीपुरा मुरार ग्वालियर ने की थी कि उसका केशव यादव से डबरा की एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। 1 मार्च 2025 की सुबह वह अपनी फॉर्च्यूनर कार से अपने ड्राइवर राघवेन्द्र सिंह राणा को लेकर शनिदेव मंदिर मुरैना जा रहा था। घर से कुछ दूर घोसीपुरा तिराहे के पास केशव यादव अपनी फॉर्च्यूनर कार क्रमांक एमपी07-सीएच-6904 व अन्य दो थार गाड़ियों में अपने दोस्त श्याम राठौर, अभिजीत यादव, अंकित यादव, ध्रुव यादव, आकाश यादव, मन्नू परिहार व 3-4 अन्य साथियों के साथ लाठी डंडे लेकर खड़ा था। सभी लोगों ने एक राय होकर अजय को गालियां देर लाठी-डंडों में जान से मारने की नीयत से मारपीट की। केशव यादव और श्याम राठौर ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल का बट मेरी बाएं तरफ में आंख में मारा जिससे मेरी आंख से खून बहने लगा। अजय की मारपीट के बाद उसकी फॉर्च्यूनर कार में तोड़फोड़ की। फरियादी की रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ थाना मुरार में प्रकरण दर्ज है और विवेचना चल रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह सोमवार को गुना पहुंचे। उनके साथ राघौगढ़ विधायक और कांग्रेस जिलाध्यक्ष जयवर्धन सिंह भी मौजूद रहे। यहां उन्होंने कांग्रेस कार्यालय राजीव गांधी भवन में कार्यकर्ताओं और जिला समन्वय समिति के सदस्यों से मुलाकात की। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने बिहार में हुए SIR पर गंभीर सवाल उठाए, गणेशपुरा हत्याकांड की निंदा की और इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से छेड़छाड़ मामले पर भी प्रतिक्रिया दी। बिहार SIR पर उठाए सवालबैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए SIR के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा, “बिहार में SIR वर्ष 2003 में हुआ था। तब इसे पूरा करने में दो साल लगे थे। अब इन्होंने केवल एक महीने के अंदर लगभग 7- 8 करोड़ मतदाताओं का SIR कैसे कर लिया, यह समझ में नहीं आया। 62 लाख वोट कट गए और 20 लाख वोट जोड़ दिए। 5 लाख वोट ऐसे जोड़ दिए, जिन्होंने आवेदन ही नहीं दिया था। इन सब बातों पर शंका हम लोगों को होती है कि किस प्रकार की रिपोर्ट इन्होंने बनाकर दी।” उन्होंने कहा, “एक और बात सामने आई है कि जो SIR के मापदंड तय किए गए हैं, उसमें ये है कि जिसने 2003 के बाद पहली बार वोट दिया है, उनको ये प्रमाणित करना पड़ेगा कि वे यहां के नागरिक हैं और उनका वोट जुड़ना चाहिए। नागरिकता प्रमाणीकरण के लिए 11 डॉक्यूमेंट्स उन्होंने बताए हैं। लेकिन, उसमें उन्होंने आधार कार्ड को शामिल नहीं किया है, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने आधार कार्ड को शामिल करने का निर्देश दिया था। ये आपत्तिजनक है और सभी राजनैतिक दलों को इस मामले में प्रयास करना चाहिए।” सुप्रीम कोर्ट के फैसले में देरी पर जताई चिंताउन्होंने सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिका पर कहा, “हमे यह भी देखने की आवश्यकता है कि जो पिटिशन लगी हुई थी, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। ये भी हमारे लिए एक चिंता का विषय है, क्योंकि उसके आधार पर ही तो चुनाव हो रहा है। चुनाव हो जाएगा तो उसके बाद पूरा प्रकरण बेबुनियाद हो जाएगा। इसलिए हमें इस बात का दुख है कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैसला अभी नहीं लिया है।” MP में SIR पर कांग्रेस गंभीरमध्य प्रदेश में SIR के सवाल पर उन्होंने कहा, “जहां तक मध्यप्रदेश में SIR का सवाल है, कांग्रेस पार्टी इस मामले में बहुत गंभीर है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उसमें काफी पहल की है। हम लोगों का प्रयास है कि हर पोलिंग बूथ पर जो गैर वाजिब वोट जुड़े हुए हैं, वो काटे जाएं और जो छूट गए हैं, उन्हें जोड़ा जाए। ये हम लोगों का प्रयास है।” गणेशपुरा के दोषियों को फांसी देने की मांगदिग्विजय सिंह ने गुना के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के गणेशपुरा में हुए किसान की निर्मम हत्या की कड़ी निंदा की। उन्होंने मांग की कि इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले सभी दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि वह और उनके पुत्र जयवर्धन सिंह पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए 28 अक्टूबर (आज) को गणेशपुरा जाएंगे। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के साथ उनकी पूरी सहानुभूति है। इंदौर घटना पर बोले- सुरक्षा व्यवस्था पर सवालइंदौर में ऑस्ट्रेलिया की महिला खिलाड़ियों के साथ हुई छेड़खानी की घटना पर उन्होंने कहा, “कोई भी अगर इस प्रकार की घटना करता है, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन, ये घटना होने क्यों दी गई। स्थानीय पुलिस को पर्याप्त मात्रा में जो सुरक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए थी, वो क्यों नहीं कि गई, ये भी एक प्रश्न है।” कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर साधा निशानाकैलाश विजयवर्गीय द्वारा महिलाओं को बाहर जाने से पहले सूचना देने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा, “ये अपने आप में हमारे प्रदेश में जो कानून व्यवस्था है, वो कितनी समाप्त हो गई है कि मंत्री को यह कहना पड़ रहा है कि कोई भी महिला बिना प्रशासन को बताए बाहर न निकले। इसका क्या मतलब है। प्रशासन क्या क्या करेगा। गृह मंत्री पूरी तरह असफल हैं।”
पंजाब के पत्नी पत्नी के बीच होने वाला कलह जान का दुश्मन बन रहा है। छोटी छोटी बातों पर होने वाले झगड़ा आत्महत्या का कारण बन रहा है। आपसी झगड़ों से पति-पत्नी इतने परेशान हो रहे हैं कि वो आत्महत्या करने जैसा सख्त कदम भी उठा रहे हैं। महिलाओं की तुलना में मर्द पत्नी के साथ होने वाले झगड़ों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। नेशनल क्राइम ब्यूरो की लेटेस्ट रिपोर्ट को देखें तो पंजाब में पति पत्नी के बीच होने वाले झगड़ों के बाद आत्महत्या करने वालों में महिलाओं की तुलना में पुरुष की संख्या ज्यादा है। एनसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में पति-पत्नी की आपस में न बनने और झगड़ों के कारण 2023 में 185 लोगों ने आत्म हत्या की। जिसमें से 97 पुरुष और 88 महिलाएं हैं। अकेले लुधियाना शहर की बात करें तो यहां पर कुल 21 लोगों ने आपसी झगड़े के कारण जपनी जान गंवाई है जिसमें से 12 पुरुष व 9 महिलाएं शामिल हैं। शादी के बाद सेटलमेंट न होना बन आत्महत्या का सबसे बड़ा कारण शादी के बाद सेटलमेंट न होने के कारण पति पत्नी के बीच सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है। विवाद इतना ज्यादा हो जाता है कि दोनों अलग-अलग रहना शुरू कर देते हैं। जब पति पत्नी एक दूसरे से अलग हो रहे हैं तो वो आत्महत्या जैसा सख्त कदम उठा रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में एक साल में पति पत्नी के अलग होने से 110 लोगों ने आत्म हत्या की है। जिसमें 56 लड़के और 54 लड़कियां हैं। वहीं डाइवोर्स के कारण पुरुष ज्यादा आत्म हत्या कर रहे हैं। पंजाब में ऐसे चार लोगों ने आत्महत्या की है और वो चार के चार पुरुष ही हैं। एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर बन रहे आत्महत्या का कारण पति-पत्नी एक दूसरे के एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर से भी परेशान हैं। महिलाएं और पुरुष एक दूसरे के अफेयर को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। एक्स्ट्रा मेरिटल अफेयर के कारण पंजाब में एक साल में 30 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। जान गंवाने वालों में भी पतियों की संख्या पत्नियों की तुलना में ज्यादा है। 18 पतियों ने और 12 पत्नियों ने अपनी जान गंवाई है। फेमिली एडजस्टमेंट का इश्यू होता है सिविल अस्पताल लुधियाना के मनोचिकित्सक डॉ अरविंद गोयल बताते हैं कि शादी के बाद पति पत्नी के बीच झगड़े होना ये एक एडजस्टमेंट इश्यू होता है। जहां एडजस्टमेंट नहीं होती हे तो झगड़े शुरू हो जाते हैं। कई बार झगड़ों के कारण स्ट्रेस लेवल इतना ज्यादा हो जाता है कि वो आत्महत्या जैसा कदम उठा देते हैं। दोनों एडजस्टमेंट करें तो रुक सकती हैं ये आत्महत्याएं डॉ अरविंदर गोयल का कहना हे कि अगर शादी के बाद पति पत्नी दोनों को एक दूसरे के साथ एडजस्टमेंट करना चाहिए। अगर कोई इश्यू होता है तो उसे आपस में ही सोल्व कर लेना चाहिए। दोनों एडजस्टमेंट करते हैं तो आत्महत्या की नौबत ही नहीं आती है। मध्यम व उच्च वर्गीय परिवारों में होती है ये समस्याएं डॉ गोयल का कहना है कि शादी के बाद पति पत्नी में एडजस्टमेंट न होने की ज्यादा समस्याएं मध्यम व उच्च वर्गीय परिवारों में होती हे। निम्न वर्ग में ये समस्याएं कम होती हैं। निम्न वर्ग में आत्म हत्या करने का सबसे बड़ा कारण सिर्फ आर्थिक तंगी होती हे।
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में घर घुसकर सो रहे युवक का किसी ने गला काट दिया। घटना 14 अक्टूबर की है। अगले दिन सुबह जब पत्नी उठी तो पति की खून से सनी लाश देखकर रोने लगी जिसके बाद आसपास के सभी लोग देखने पहुंचे। मामला बचेली थाना क्षेत्र का है। हत्या की वारदात के 13 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को ढूंढ निकाला है। हत्यारा मृतक का करीबी था। उसी गांव का रहने वाला है। आरोपी ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की। पुलिस के मुताबिक, दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद था, जिसके बाद आरोपी ने घर घुसकर धारदार हथियार से युवक का गला काट दिया था। ये है पूरा मामला दरअसल, 15 अक्टूबर को मंझारपारा में नवाखाई का त्योहार था। इससे एक दिन पहले 14 अक्टूबर को गांव में खाने-पीने का आयोजन किया गया था। वहीं राजू कर्मा रात में अपने घर के आंगन में सो रहा था। इसी बीच तड़के सुबह करीब 4 बजे उसकी पत्नी उठी, उसने पति का गला कटा और खून जमीन पर फैला हुआ देखा। इसके बाद उसने इसकी जानकारी आस-पास के लोगों को दी। आपसी विवाद के चलते की हत्या रोने की आवाज सुनकर भी लोग इकट्ठा हुए। वहीं पुलिस को भी खबर की गई। जिसके बाद पुलिस इस मामले की जांच में जुटी। पुलिस को पता चला कि गांव के ही पोदिया कर्मा का राजू के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर पोदिया कर्मा को पकड़ा। उससे पूछताछ की। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल ली। पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल आरोपी ने पुलिस को बताया कि 14 अक्टूबर की रात में उसके घर में घुसा था और लोहे के किसी धारदार हथियार से उसका गला काट दिया था। वहीं पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। और उसे जेल भेज दिया है।
भीलवाड़ा में कार पलटी, 2 महिलाओं की मौत:NH-148 पर हुआ हादसा, खेत में जाकर गिरी गाड़ी
भीलवाड़ा में नेशनल हाईवे-148 पर तेज रफ्तार बेकाबू कार सड़क किनारे खेत में पलटी खा गई। हादसे में कार सवार 3 महिलाओं सहित 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां 2 महिलाओं की मौत हो गई। लक्ष्मीपुर के पास हुआ हादसायह हादसा सोमवार शाम करीब 7 बजे गुलाबपुरा थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे-148 पर लक्ष्मीपुर के पास हुआ। यहां एक तेज रफ्तार कार बेकाबू होकर पलटी खाती हुई खेत में जा गिरी। हादसे में कार सवार चंदा देवी (75) पत्नी नेमीचंद जैन निवासी करेरा एमपी, मंजू देवी (55) पत्नी अनिल जैन निवासी ग्वालियर, शिवकुमार गोयल (61) पिता प्रेमचंद गोयल कोटा, सीमा गोयल (52) पत्नी शिवकुमार गोयल घायल हो गए। इलाज के दौरान 2 महिलाओं ने तोड़ा दमहादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने एम्बुलेंस की मदद से घायलों को गुलाबपुरा अस्पताल भिजवाया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत बिगड़ने के चलते चंदा देवी और मंजू देवी को भीलवाड़ा के लिए रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।बताया जा रहा है कि कार सवार चारों लोग कोटा से जोधपुर जा रहे थे। इस दौरान लक्ष्मीपुर के निकट इनकी कार बेकाबू हो गई और पास ही में खेत में पलटी खा गई। क्रेन की मदद से खेत से बाहर निकाली कारफिलहाल पुलिस ने मृतक महिलाओं के शव को महात्मा गांधी अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया और उनके परिजनों को सूचित किया है, उनके आने के बाद इनका पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। इधर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कार को क्रेन की मदद से खेत से बाहर निकाल कर थाने भिजवाया। परिजनों के आने के बाद होगा पोस्टमॉर्टमगुलाबपुरा थाना प्रभारी हनुमान सिंह ने बताया कि फिलहाल हादसे को लेकर अभी तक कोई रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली है। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है उनके आने के बाद शवों का पोस्टमॉर्टम करवा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में चार दिनों तक चले आस्था, उपवास और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा का मंगलवार सुबह श्रद्धा और भक्ति के साथ समापन हो गया। शहर के विभिन्न घाटों पर व्रती महिलाओं और पुरुषों ने उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य की कामना की। सूर्योदय से पहले ही हजारों श्रद्धालु घाटों पर पहुँच गए थे। हर ओर ‘छठी मइया की जय’ और ‘सूर्य भगवान की जय’ के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। सुबह के समय शहर के महावीर पार्क नहर घाट, सेक्टर-7 में बने घाट, पुराना कोर्ट परिसर, छोटूराम नगर और विभिन्न कॉलोनियों में बनाए गए अस्थायी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। व्रतियों ने सूर्य देव को अर्घ्य दिया पुरुष सिर पर पूजन सामग्री से भरी टोकरी रखकर घाटों की ओर जाते दिखाई दिए। सूर्योदय के साथ ही व्रतियों ने जल और दूध से सूर्य देव को अर्घ्य दिया। इस अवसर पर माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया। छठ पूजा के अंतिम दिन ‘ऊषा अर्घ्य’ का विशेष महत्व होता है। परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है पुराना कोर्ट परिसर में छठ पूजा के आयोजक सुशील कुमार पाठक ने बताया कि इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने से परिवार में सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहती है। अर्घ्य देने के बाद व्रतियों ने कच्चे दूध, जल और प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का निर्जला व्रत समाप्त किया। पूजा के बाद एक-दूसरे को प्रसाद बांटकर पर्व की बधाइयां दी गईं। घाट पर की गई सफाई, प्रकाश व अन्य व्यवस्था वार्ड 22 के पार्षद प्रवीण कुमार ने बताया कि नगर परिषद की ओर से घाटों की सफाई, जल भराव, और प्रकाश व्यवस्था की विशेष देखरेख की गई थी। वहीं प्रशासन की ओर से सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए। महिला पुलिस कर्मियों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तैनात रही। 10 साल से व्रत रख रही हूंमहावीर पार्क निवासी सपना ने बताया कि वह 10 साल से यह व्रत रख रही है। 36 घंटे का अनुशासित व्रत रहता है। परिवार और बच्चों की सुख-समृद्धि की कामना के लिए यह व्रत रखती हूं। सूर्य देव को अर्घ्य देकर कामना की है कि मेरे परिवार के भगवान सुख-शांति बनाए रखे। परिवार के साथ छठ पूजा मनाने आई महावीर पार्क निवासी श्वेता मिश्रा ने बताया कि मैं अपने परिवार के साथ छठ पूजा मनाने आई हूं। घाट पर परिवार के साथ तीन-चार से छठ पूजा उत्सव में भाग ले रही हूं। उसे बहुत अच्छा लगता है। इससे परिवार और अपनी परंपरा से रूबरू और अपने त्योहारों के बारे सीखने को मिलता है। पूर्वांचल से आए परिवारों ने पूरे विधि-विधान से की पूजा बहादुरगढ़ में इस बार छठ पूजा का उत्सव पहले से अधिक भव्य दिखाई दिया। पूर्वांचल से आए हजारों परिवारों ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्ति संगीत के आयोजन भी किए गए। सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ ही छठ का यह पावन पर्व समाप्त हुआ, और शहर में उल्लास, संतोष और आस्था की छवि हर ओर बिखरी नजर आई।छठ पूजा के PHOTOS

