संघ शताब्दी वर्ष में आरएसएस के हुए 62,555 कार्यक्रम:25 लाख से ज्यादा स्वयंसेवकों की सहभागिता; सरकार्यवाह बोले- मणिपुर की परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण

जबलपुर में शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक का अंतिम दिन रहा। इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत लगातार तीनों दिन शामिल हुए। शहर के विजय नगर स्थित आरएसएस कार्यालय में हुई इस बैठक में विजयादशमी के अवसर पर देशभर में आयोजित कार्यक्रमों के आंकड़े पेश किए गए। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि संघ के शताब्दी वर्ष के निमित्त देशभर के धार्मिक, साहित्य, कला, उद्योग और अन्य क्षेत्रों के गणमान्य लोगों ने शुभकामनाएं दी हैं। वहीं, मणिपुर को लेकर उन्होंने कहा कि वहां की परिस्थितियां अभी चुनौतीपूर्ण हैं, पर जल्द ही वहां भी सुधार देखने को मिलेगा। विजयादशमी कार्यक्रमों के आंकड़े सरकार्यवाह ने बताया कि देशभर में आयोजित विजयादशमी कार्यक्रम संघ कार्य के विस्तार को दर्शाते हैं। कुल मिलाकर 62,555 विजयादशमी कार्यक्रम हुए। इनमें से लगभग 80% कार्यक्रम विजयादशमी के दिन ही संपन्न हुए, जबकि कुछ स्थानों पर स्थानीय कारणों से तारीखों में परिवर्तन किया गया। इन कार्यक्रमों में 32,45,141 स्वयंसेवक गणवेश में उपस्थित रहे। देशभर में 25,000 स्थानों पर पथ संचलन (मार्च पास्ट) आयोजित हुए, जिनमें 25,45,800 स्वयंसेवक गणवेश में सहभागी बने।देश का कोई भी भौगोलिक क्षेत्र अछूता नहीं रहा, अंडमान, लद्दाख, अरुणाचल, मेघालय और नागालैंड तक में कार्यक्रम हुए। नागपुर के आयोजन में विदेशी अतिथियों की उपस्थिति भी रही। 87,398 शाखाएं संचालित हो रही वर्तमान में देशभर में 55,052 स्थानों पर 87,398 शाखाएं संचालित हो रही हैं, जो पिछले साल से लगभग 15,000 अधिक हैं। इसके अलावा 32,362 साप्ताहिक मिलन भी आयोजित किए जाते हैं।पिछले कुछ वर्षों में विशेष प्रयासों से जनजातीय क्षेत्रों, श्रमजीवी वर्ग, कृषक, विद्यार्थी और व्यवसायी वर्गों में संघ कार्य का उल्लेखनीय विस्तार हुआ है। ‘वंदेमातरम्’ के 150 वर्ष दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि इस वर्ष राष्ट्रगीत ‘वंदेमातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि 1975 में जब गीत के 100 वर्ष हुए थे, तब देशभर में समितियां बनाई गई थीं, परंतु आपातकाल के कारण कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।उन्होंने कहा, वंदेमातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का मंत्र है। वर्तमान पीढ़ी को इसकी प्रेरक कथा बताना आवश्यक है। नक्सली गतिविधियों में सकारात्मक परिवर्तन सरकार्यवाह ने कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ में नक्सली गतिविधियों में सकारात्मक परिवर्तन दिख रहा है। कई नक्सली हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौट रहे हैं। उन्होंने युवाओं के संदर्भ में कहा कि आज भारत का युवा तकनीक और कौशल के माध्यम से देश के विकास में योगदान दे रहा है, लेकिन नशे की प्रवृत्ति चिंता का विषय बन रही है। अन्य जानकारी...

दैनिक भास्कर 2 Nov 2025 8:43 am

सरकार्यवाह ने मणिपुर हिंसा पर चिंता जताई:संघ ने कहा - हर बार बैन के बाद और मजबूत हुआ संगठन

आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संघ पर प्रतिबंध लगाने संबंधी बयान पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा- ‘संघ पर जब-जब प्रतिबंध लगाया गया, संगठन और अधिक निखरकर सामने आया है। अगर कोई चौथी बार भी कोशिश करना चाहता है, तो हम तैयार हैं।’ होसबोले शनिवार को जबलपुर में आयोजित आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की 3 दिवसीय बैठक के समापन सत्र में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। होसबोले ने कहा कि झारखंड-छत्तीसगढ़ में नक्सली गतिविधियां घटी हैं, कई नक्सली शस्त्र त्यागकर मुख्यधारा में लौट रहे हैं। मणिपुर की स्थिति पर उन्होंने कहा कि जल्द सुधार होगा। धर्मांतरण और नशे की बढ़ती समस्या पर भी चिंता जताई। उन्होंने कि स्कूलों में ड्रग्स की उपलब्धता गंभीर है। समाज और सरकार दोनों को रोकथाम में भूमिका निभानी होगी। लिव-इन रिलेशन को उन्होंने भारतीय मूल्यों के विपरीत कुरीति बताया।

दैनिक भास्कर 2 Nov 2025 5:14 am