मोहनलालगंज के साहू सोसाइटी गौरा में बुधवार को साइबर सुरक्षा जागरूकता चौपाल का आयोजन किया गया। पुलिस उपायुक्त दक्षिणी निपुण अग्रवाल के निर्देशन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। चौपाल में नागरिकों को साइबर अपराधों से बचने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। लोगों को ऑनलाइन बैंकिंग, यूपीआई और कार्ड फ्रॉड से सावधान रहने की सलाह दी गई। फर्जी कस्टमर केयर नंबर से बचने और ओटीपी शेयर न करने पर विशेष जोर दिया गया। सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी और धोखाधड़ी वाले मैसेज से सतर्क रहने को कहा गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत 1930 हेल्पलाइन पर संपर्क करें। बच्चों और युवाओं को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग के बारे में भी जागरूक किया गया। सुरक्षा के अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की गई। किरायेदार, घरेलू सहायक और सुरक्षा गार्ड्स का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से कराने की सलाह दी गई। इससे असामाजिक तत्वों से बचा जा सकेगा और अपराध की संभावनाएं कम होंगी। कार्यक्रम में थाना मोहनलालगंज के अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। अपर पुलिस उपायुक्त रल्लापल्ली बसंथ कुमार के पर्यवेक्षण और सहायक पुलिस आयुक्त मोहनलालगंज रजनीश वर्मा की अगुवाई में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
श्रीगंगानगर में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह कार्यक्रम सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर राष्ट्रीय और जन सुरक्षा के लिए आयोजित किया गया। रैली महाराजा गंगासिंह चौक से शुरू हुई। यह भगतसिंह चौक और बीरबल चौक होते हुए सुखाड़िया सर्किल पर समाप्त हुई। इस रैली में शहर के विभिन्न स्कूलों के करीब 350 छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर प्रसाद शर्मा, त्वरित अनुसंधान इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर लाल और साइबर थाना के थानाधिकारी कुलदीप वालिया मौजूद रहे। साइबर थाना, कोतवाली थाना, जवाहरनगर थाना और यातायात शाखा का पुलिस स्टाफ भी उपस्थित था। रैली में भाग लेने वाले प्रमुख स्कूलों में भोपालवाला आर्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल, श्री गुरुनानक खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल, राजकीय बालिका स्कूल मटका चौक, राजकीय महात्मा गांधी स्कूल और अन्य कई स्कूल शामिल थे।
ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट में साइबर सुरक्षा जागरूकता सत्र
अमृतसर| ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के स्कूल ऑफ लीगल स्टडीज में साइबर सुरक्षा जागरूकता सत्र करवाया गया। इस सत्र को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अमृतसर के सचिव अमरदीप सिंह बैंस ने संबोधित किया। बैंस ने आज की तकनीक-केंद्रित दुनिया में बढ़ रहे साइबर अपराधों और डिजिटल धोखाधड़ी के खतरों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने फिशिंग, पहचान की चोरी सिम स्वैप, रैनसमवेयर और सोशल मीडिया ठगी जैसे आम साइबर अपराधों के बारे में बताया। उन्होंने सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार के लिए महत्वपूर्ण ‘क्या करें और क्या न करें' के सुझाव दिए। बैंस ने इस बात पर जोर दिया कि मजबूत पासवर्ड, दो-स्तरीय प्रमाणीकरण और वित्तीय लेनदेन में सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। उन्होंने चेतावनी दी कि साइबर सुरक्षा की सबसे कमजोर कड़ी मानव लापरवाही है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से ऑनलाइन सतर्क रहने और किसी भी साइबर घटना की तुरंत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर रिपोर्ट करने का आग्रह किया।
गोसाईगंज के सहायक पुलिस आयुक्त ने व्यापार मंडल के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक में व्यापारियों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा हुई। एसीपी ने मुख्य बाजारों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए विशेष उपायों पर चर्चा की। साथ ही यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए व्यापारियों से सुझाव मांगे। बैठक में विशेष साइबर जागरूकता अभियान पर भी ध्यान दिया गया। व्यापारियों को डिजिटल अरेस्ट और साइबर फ्रॉड से बचाव के बारे में जानकारी दी गई। पुलिस और व्यापारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया।
बैंकिंग, साइबर सुरक्षा पर जागरूकता सेमिनार
उदयपुर| कृषि महाविद्यालय और इंडियन बैंक के संयुक्त आयोजन में बैंकिंग और साइबर सुरक्षा पर एक दिवसीय सेमिनार हुआ। मुख्य अतिथि प्रो. मनोज महला और विशिष्ट अतिथि डॉ. लोकेश गुप्ता, डॉ. एस.एस. लखावत, पवन गुप्ता और नीतेश दोशी थे। कार्यक्रम में 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें बैंकिंग उत्पादों और साइबर सुरक्षा से जुड़ी जानकारी दी गई। इंडियन बैंक की फतहपुरा शाखा प्रबंधक शिखी शर्मा का आयोजन में विशेष योगदान रहा।
बलौदाबाजार जिला पुलिस साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चला रही है। पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में ग्राम घटमडवा, गिधौरी और नगर पंचायत पलारी में साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। पुलिस टीम ने लोगों को साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्हें लुभावनी स्कीमों से दूर रहने की सलाह दी गई। अजनबी कॉल्स को अटेंड न करने और अनधिकृत लिंक पर क्लिक न करने की हिदायत दी गई। किसी को भी बैंक डिटेल्स न देने की चेतावनी दी गई। साइबर ठगी का शिकार होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत कॉल करने को कहा गया। अनधिकृत वेबसाइट्स और एप्स से दूर रहने की हिदायत स्कूली बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई। उन्हें संदिग्ध कॉल्स और मैसेज से बचने को कहा गया। अनधिकृत वेबसाइट्स और एप्स से दूर रहने की हिदायत दी गई। सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी न शेयर करने और पासवर्ड सुरक्षित रखने पर जोर दिया गया। पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी अक्सर फोन कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया के जरिए लोगों को ठगते हैं। जिले भर में यह जागरूकता अभियान जारी रहेगा। इससे लोग साइबर ठगी से खुद को बचा सकेंगे। कार्यक्रम में स्थानीय नागरिक, शिक्षक और छात्र शामिल हुए। सभी ने पुलिस की इस पहल की सराहना की। उन्होंने साइबर सुरक्षा की जानकारी को उपयोगी बताया।
कोंडागांव में छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव वर्ष 2025 के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना के निर्देश पर जिले के तीन स्कूलों में यह कार्यक्रम हुए। 18 से 20 अगस्त के बीच शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मसोरा, बम्हनी और बड़ेडोंगर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। छात्र-छात्राओं ने वाद-विवाद प्रतियोगिता, रंगोली और कुर्सी दौड़ जैसी गतिविधियों में हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने बच्चों को साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता की जानकारी दी। गुड टच-बैड टच के बारे में भी बताया गया इसके साथ ही पोषण, आत्मरक्षा और बाल अधिकारों पर मार्गदर्शन किया। पॉक्सो एक्ट और गुड टच-बैड टच के बारे में भी बताया गया। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग से परियोजना अधिकारी मनीष कुमार मेश्राम मौजूद रहे। पर्यवेक्षक बबीता चौधरी, पुष्पा वर्मा और निधि वर्मा ने भी शिरकत की। बड़ेडोंगर से परियोजना अधिकारी सुनीता शर्मा और पर्यवेक्षक मालती कोर्राम उपस्थित थीं।