साइबर सुरक्षा के लिए जागरूक किया
जेवरतला रोड| सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर रन फार यूनिटी का कार्यक्रम पुलिस चौकी पिनकापार के नेतृत्व में आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सुरक्षा, नशा मुक्ति एवं साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता का संदेश दिए गए। चौकी प्रभारी पिनकापार एवं अन्य स्टाफ, शासकीय प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला पिनकापार के स्कूली बच्चों, छात्र-छात्राओं, शिक्षक शिक्षिकाओं, जनपद सदस्य नरेश कुमार सोनी, सरपंच तारन रजक, स्कूल शिक्षा समिति के अध्यक्ष इंदु भुआर्य, जागृत देवांगन , जगदीश देवांगन, अंग्रेज प्रजापति, ग्राम मुजगहन के सिवना उपस्थित थे।
मेरठ में साइबर सुरक्षा कार्यक्रम:महिलाओं, युवाओं को डिजिटल सुरक्षा की जानकारी दी गई
मेरठ में मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के सुभाष चंद्र प्रेक्षागृह में साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। शनिवार को हुए इस कार्यक्रम में साइबर अपराधों की रोकथाम, ऑनलाइन सुरक्षा और डिजिटल साक्षरता पर विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम में एडीजी जोन और पुलिस डीआईजी परिक्षेत्र सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। उत्तर प्रदेश के डीजीपी और एडीजी कानून व्यवस्था ने ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित किया। वक्ताओं ने बढ़ते साइबर अपराधों के मद्देनजर डिजिटल सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं, विद्यार्थियों, समाज के विभिन्न वर्गों और पुलिस बल को ऑनलाइन ठगी, डेटा सुरक्षा, सोशल मीडिया व ई-बैंकिंग से जुड़ी सुरक्षा सावधानियों के प्रति जागरूक करना था। विशेषज्ञों ने बताया कि साइबर अपराधी लगातार नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं, इसलिए सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मिशन शक्ति 5.0 केवल महिला सशक्तिकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रतिभागियों को साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 और cybercrime.gov.in पोर्टल के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई। अधिकारियों ने सभी से स्वयं जागरूक रहने और दूसरों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की अपील की, ताकि एक सुरक्षित और साइबर-प्रबुद्ध समाज का निर्माण हो सके।
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ में सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक झा साइबर सुरक्षा संवाद एवं जन-जागरूकता अभियान कार्यक्रम में शामिल हुए। यह कार्यक्रम चौघड़ा में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर जिले की पुलिस अधीक्षक रत्ना सिंह भी मंच पर उपस्थित थीं। कार्यक्रम की शुरुआत में एसपी रत्ना सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंट कर आईजी दीपक झा का स्वागत किया। इसके बाद सीएसपी दीपिका मिंज ने साइबर अपराध से जुड़ी घटनाओं को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे छोटी-छोटी असावधानियां ऑनलाइन ठगी का शिकार बना सकती हैं और इनसे बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। पुलिस ने लोगों को साइबर ठगों से अलर्ट रहने की दी सलाह मिंज ने उदाहरणों के माध्यम से साइबर अपराधियों के नए तरीकों की जानकारी दी और लोगों को 'क्लिक करने से पहले सोचें' का संदेश दिया। इसी क्रम में रमेश यादव ने अपने साथ हुई एक साइबर ठगी की घटना साझा करते हुए सभी को सावधान रहने की सलाह दी। आईजी बोले- बैंक डिटेल्स और पासवर्ड किसी से शेयर न करें इस अवसर पर आईजी दीपक झा ने युवाओं, विद्यार्थियों और आम नागरिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में 'साइबर सुरक्षा, आत्म-सुरक्षा' के समान महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों से अपनी निजी जानकारी, बैंक डिटेल्स और पासवर्ड किसी के साथ साझा न करने और संदिग्ध लिंक या कॉल से हमेशा सावधान रहने का आग्रह किया। साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी मंच संचालन शिव चौधरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित पुलिस अधिकारियों एवं विशेषज्ञों ने साइबर अपराध से बचाव और डिजिटल सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में साइबर जागरूकता बढ़ाना और सुरक्षित डिजिटल व्यवहार को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम में एसडीओपी एलेक्स टोप्पो, कोतवाली प्रभारी सुनील तिवारी, चिरमिरी थाना प्रभारी विजय सिंह सहित जिले के कई पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। साथ ही डीईओ आर.पी. मिरे, पंकज जैन संचेती, संजीव ताम्रकार, आनंद अग्रवाल, जयचंद बोथरा, मनीष अग्रवाल, गणेश सोनी सहित नगर के कई गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।
एमजीएम में मनाया गया साइबर सुरक्षा जागरुकता माह
सिटी रिपोर्टर | बोकारो एमजीएम हायर सेकेंड्री स्कूल सेक्टर-4एफ में साइबर क्लब की ओर से साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस माह मनाया जा रहा है। इसके परिप्रेक्ष्य में साइबर जागृत भारत विषय पर साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस क्विज का आयोजन किया गया। प्राचार्य फादर डॉ. जोशी वर्गीस ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कहा कि साइबर अपराध कंप्यूटर, इंटरनेट अथवा नेटवर्क उपकरण का उपयोग कर की जाने वाली आपराधिक गतिविधि है। इसमें हैकिंग, फिशिंग, वित्तीय धोखाधड़ी आदि शामिल हैं। साइबर अपराधी व्यक्ति, संस्थान आदि के नेटवर्क को लक्षित करते हैं। इसके परिणाम वित्तीय नुकसान हो सकता है। इसलिए लोगों को साइबर सुरक्षा के उपाय की जानकारी होनी चाहिए। साइबर सुरक्षा कंप्यूटर, नेटवर्क, साफ्टवेयर व डेटा को डिजिटल हमले से बचाने की प्रक्रिया है। इसका उद्देश्य संवेदनशील जानकारी को हैकर्स या अनधिकृत पहुंच से सुरक्षित रखना है।

