डिजिटल समाचार स्रोत

रामपुर में महिलाओं को सशक्तिकरण, साइबर सुरक्षा पर किया जागरूक:एसीजेएम, एसपी और पुलिसकर्मियों ने दिए बचाव के अहम टिप्स

रामपुर में महिलाओं को सशक्तिकरण और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। मिशन शक्ति 5.0 के तहत आयोजित इस सेमिनार में एसीजेएम, पुलिस अधीक्षक और महिला पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को महत्वपूर्ण टिप्स, ट्रिक्स और तकनीकें समझाईं। यह जागरूकता कार्यक्रम थाना गंज में आयोजित किया गया था। इसमें एसीजेएम अम्ब्रीस कुमार, पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी नगर, समाजसेवी और महिला सुरक्षा दल के सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों पर जागरूकता बढ़ाना था। पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने उपस्थित महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों, सुरक्षा उपायों और साइबर अपराधों से बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे महिलाएं डिजिटल युग में सुरक्षित रह सकती हैं और अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकती हैं। कार्यक्रम का लक्ष्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना और उन्हें डिजिटल युग में सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करना था। मिशन शक्ति के इस चरण में महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी गई, साथ ही सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया। इस दौरान साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने और उनसे बचाव के लिए जागरूक किया गया। विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के फायदे और नुकसान, साइबर अपराध से बचने के उपाय, महिला संबंधी अपराध, सोशल साइट्स का सही इस्तेमाल, बैंकिंग सतर्कता, यातायात नियम और डिजिटल सतर्कता जैसे विषयों पर जानकारी दी गई। कार्यक्रम में विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की भी विस्तृत जानकारी दी गई, जिनमें 1930 (साइबर क्राइम), 1090 (वूमेन पावर लाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन), 108 (एम्बुलेंस सेवा), 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन), 112 (पुलिस आपातकालीन सेवा), 1098 (चाइल्ड लाइन) और 102 (स्वास्थ्य सेवा) शामिल हैं। महिलाओं से अपील की गई कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना खाता संख्या, पिन, ओटीपी या सीवीवी नंबर साझा न करें। धोखाधड़ी होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करने या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in/ पर शिकायत दर्ज करने की सलाह दी गई।

दैनिक भास्कर 19 Oct 2025 4:59 pm

बरेली में एसपी सिटी ने दी साइबर सुरक्षा की सलाह:सोशल मीडिया का करें इस्तेमाल, न बनें इसका शिकार

बरेली के एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में आयोजित साइबर क्राइम जागरूकता कार्यशाला में एसपी सिटी मानुष पारीक ने युवाओं से डिजिटल दुनिया की चुनौतियों के प्रति सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अब केवल संवाद का माध्यम नहीं रहा, बल्कि साइबर अपराधियों का एक आसान उपकरण बन चुका है। इसलिए इसका उपयोग सावधानी से करें और इसके शिकार न बनें। एमबीबीएस छात्रों को संबोधित करते हुए एसपी सिटी ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मुफ्त होते हैं, लेकिन हमारी प्रोफाइल और गतिविधियां उनके लिए 'डेटा' बन जाती हैं। इसी डेटा के माध्यम से लोग साइबर अपराध का शिकार बनते हैं। उन्होंने अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने, अज्ञात वीडियो कॉल उठाने और निजी जानकारी साझा करने से बचने की सलाह दी। मानुष पारीक ने वर्तमान पीढ़ी को जेनरेशन Z बताया, जो अपने दिन की शुरुआत और अंत सोशल मीडिया के साथ करती है। उन्होंने आगाह किया कि यह आभासी दुनिया न केवल हमारी सोच को प्रभावित करती है, बल्कि साइबर स्टॉकिंग, पिग-बुचरिंग, साइबर बुलिंग, डिजिटल अरेस्ट और साइबर एक्सटॉर्शन जैसे अपराधों का माध्यम भी बन चुकी है। एसपी सिटी ने साइबर सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इनमें अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करना, सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग्स मजबूत रखना, लोकेशन शेयरिंग बंद करना और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करना शामिल है। उन्होंने यह भी सलाह दी कि पासवर्ड हर महीने बदलें और नाम या जन्मतिथि आधारित पासवर्ड न रखें। एप्लिकेशन इंस्टॉल करते समय फुल एक्सेस न दें, सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग न करें और रात में वाई-फाई व इंटरनेट बंद रखें। साथ ही, ओटीपी या निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करने पर जोर दिया। मानुष पारीक ने लड़कियों को साइबर स्टॉकिंग से विशेष सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि किसी को भी निजी फोटो या वीडियो भेजना खतरनाक हो सकता है। यदि किसी अश्लील साइट पर आपकी फोटो या वीडियो नजर आए, तो घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत dmca.com या Cybercrime.gov.in पर शिकायत करें। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार के साइबर अपराध की स्थिति में 24 घंटे के भीतर शिकायत दर्ज की जा सकती है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 और 1090 उपलब्ध हैं। इसके अलावा, www.cybercrime.gov.in पर भी शिकायत की जा सकती है और प्राइवेसी उल्लंघन के मामलों में www.dmca.com का उपयोग किया जा सकता है।

दैनिक भास्कर 18 Oct 2025 12:47 pm

मानव शृंखला बना साइबर सुरक्षा का संदेश दिया, जागरूकता रैली निकाली

भास्कर न्यूज | सादुलपुर राजकीय कॉलेज की एनएसएस इकाई की ओर से शुक्रवार को साइबर सुरक्षा जागरूकता विषय पर व्याख्यान कार्यक्रम हुआ। डॉ. अनीता गोस्वामी ने साइबर क्राइम व अवेयरनेस विषय के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी देते हुए साइबर हैल्प लाइन 1930 के उपयोग के बारे में बताया। स्वयंसेवकों ने साइबर सुरक्षा जागरूकता का संदेश देते हुए कॉलेज परिसर में मानव श्रृंखला बनाई। नई किरण नशा मुक्ति केंद्र के सहयोग से नशा मुक्त भारत अभियान का संदेश प्रचारित करते हुए कॉलेज परिसर से सुभाष नगर मोहल्ले की गोद ली हुई बस्ती तक जागरूकता रैली निकाली गई। प्राचार्य जगबीर सिंह व मास्टर ट्रेनर डॉ. नरेश कुमार ने नशा मुक्ति केंद्र के कार्यकारिणी समिति के 10 प्रतिनिधि सखा-सखी छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति किट टी-शर्ट, जैकेट, कैंप, डायरी, पेन, बैग आदि वितरित किए। इस दौरान कई लोग मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 18 Oct 2025 4:14 am

सहारनपुर में साइबर सुरक्षा पर जागरूकता अभियान:डॉ. रक्षित टंडन ने छात्रों और पुलिसकर्मियों को अपराध से बचने के गुर सिखाए

सहारनपुर के जनमंच सभागार में शुक्रवार को राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें साइबर विशेषज्ञ डॉ. रक्षित टंडन ने स्कूली छात्रों, पुलिसकर्मियों और व्यापारियों को साइबर अपराधों से बचाव के उपाय बताए। कार्यक्रम का उद्घाटन पुलिस महानिदेशक, लखनऊ द्वारा ऑनलाइन माध्यम से किया गया। इस अवसर पर डीआईजी अभिषेक सिंह, एसएसपी आशीष तिवारी, एसपी सिटी व्योम बिंदल और एसपी ग्रामीण सागर जैन सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे। डॉ. रक्षित टंडन ने डिजिटल युग में इंटरनेट और सोशल मीडिया के जिम्मेदार उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने बच्चों को इंटरनेट पर किसी भी प्रकार की निजी जानकारी साझा न करने की सलाह दी। उन्होंने छात्रों को मिशन शक्ति अभियान के तहत प्रशिक्षित करते हुए अज्ञात लिंक, एप्लिकेशन (APK फाइल) या संदिग्ध मैसेज पर क्लिक करने से बचने को कहा, क्योंकि ये साइबर ठगी का माध्यम बन सकते हैं। साइबर विशेषज्ञ ने व्यापारियों को ऑनलाइन लेन-देन के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने फिशिंग कॉल, फर्जी वेबसाइटों और पेमेंट फ्रॉड जैसे अपराधों से बचने के लिए दो-स्तरीय सत्यापन (Two Factor Authentication) और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करने का सुझाव दिया। डीआईजी अभिषेक सिंह ने कहा कि साइबर ठगों से बचाव के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने सभी से डिजिटल सतर्कता अपनाने की अपील की। एसएसपी आशीष तिवारी ने डॉ. टंडन द्वारा बच्चों को सरल भाषा में समझाने की सराहना की और छात्रों से अपने अभिभावकों व बुजुर्गों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का आग्रह किया। एसएसपी ने यह भी कहा कि इंटरनेट पर कोई भी फोटो या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना चाहिए, क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक के जरिए इसका दुरुपयोग किया जा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि एआई के इस युग में सच और झूठ के बीच फर्क करना कठिन हो गया है, इसलिए सावधानी और जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।

दैनिक भास्कर 17 Oct 2025 5:16 pm

बलरामपुर से 'साइबर सुरक्षा संवाद' का शुरुआत:छात्रों-ग्रामीणों को ऑनलाइन ठगी से बचाने का उद्देश्य, सरगुजा IG बोले- OTP किसी से शेयर नहीं करें

बलरामपुर में सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) दीपक कुमार झा ने साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों, खासकर छात्रों और ग्रामीणों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक कर उन्हें ऑनलाइन ठगी से बचाना है। कार्यक्रम के दौरान साइबर ठगी के शिकार हुए पीड़ितों ने अपने अनुभव साझा किए। कई लोगों ने अपनी सूझबूझ और सतर्कता से समय पर ठगी की रिपोर्ट कर न केवल अपनी गंवाई हुई राशि वापस पाई, बल्कि दूसरों को भी सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया। आईजी दीपक झा ने कहा कि साइबर अपराध आधुनिक युग की एक गंभीर चुनौती बन चुके हैं। इनसे बचने का सबसे प्रभावी तरीका सतर्कता है। उन्होंने लोगों को किसी भी अनजान कॉल, लिंक, ओटीपी या ऐप (APK फाइल) को साझा न करने की सलाह दी। पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने की अपील आईजी ने बताया कि ठगी का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। वहीं, कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने कहा कि साइबर ठगी से बचाव के लिए जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है। संदिग्ध लिंक से बचाव की भी सलाह दी उन्होंने युवाओं से मिली जानकारी को अपने गांव, परिवार और मित्रों तक पहुंचाने का आग्रह किया। कलेक्टर ने मजबूत पासवर्ड के उपयोग और संदिग्ध लिंक से बचाव की भी सलाह दी। एसपी वैभव बेंकर ने बताया कि आजकल साइबर ठग फर्जी नौकरी, इनाम, वीडियो कॉल और नकली लिंक के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बलरामपुर पुलिस लगातार जनजागरूकता अभियान चला रही है और सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता सामग्री साझा कर रही है। एसपी ने स्टॉप-थिंक-टेक एक्शन का मंत्र अपनाने की अपील की।

दैनिक भास्कर 16 Oct 2025 8:37 pm

लोहारू कॉलेज में वित्तीय और साइबर सुरक्षा सत्र:छात्राओं को धोखाधड़ी से बचने के तरीके बताए, जैविक खेती के लिए प्रेरित किया

भिवानी जिले के लोहारू स्थित सावित्रीबाई फुले राजकीय महिला कॉलेज में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता और साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम कार्यवाहक प्राचार्य विचित्र सिंह के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में हरकोफेड पंचकूला के ए.आर.सी.एस. अरविंद हुड्डा और देवेंद्र सिवाच भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ नाबार्ड टीम के सदस्यों श्रीमती पिंकी, कुलदीप कुमार और दीपक कुमार ने वित्तीय साक्षरता सत्र के साथ किया। उन्होंने छात्राओं को धन प्रबंधन, बजट निर्माण, बचत, निवेश और ऋण प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। टीम ने बताया कि वित्तीय साक्षरता आर्थिक निर्णय लेने, भविष्य की योजना बनाने और वित्तीय धोखाधड़ी से बचने में सहायक होती है। जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया इसके बाद हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार से आए कृषि विशेषज्ञ डॉ. गुलाब सिंह ने छात्राओं को कृषि संबंधी तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने सरसों की बुवाई का उचित समय, बीजोपचार की आवश्यकता और जैविक खेती के लाभों पर प्रकाश डाला और छात्राओं को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया। साइबर सिक्योरिटी के उपाय बताए कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण साइबर सुरक्षा सत्र रहा। भिवानी साइबर सिक्योरिटी टीम के विशेषज्ञ विष्णु सिंह ने छात्राओं को इंटरनेट और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रहने के उपाय बताए। उन्होंने साइबर अपराधों के प्रकार, उनके कारण और उनसे बचाव के तरीकों की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही छात्राओं को संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करने, सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा न करने, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत साइबर सेल को देने की सलाह दी। इस अवसर पर लोहारू के डीएसपी संजीव गौड़ ने भी छात्राओं को संबोधित किया। उन्होंने साइबर अपराधों से जुड़े कानूनों, शिकायत प्रक्रिया और एक जागरूक नागरिक की भूमिका पर चर्चा की। डीएसपी गौड़ ने छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर दिए और उन्हें सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया।

दैनिक भास्कर 16 Oct 2025 2:53 pm