अभी भी कई लोग साइबर क्राइम की शिकायत नहीं करते। कई लोग रेफरेंस से कॉल करके आते हैं। कहते हैं नाम उजागर हो जाएगा इससे अच्छा तो ये है कि हम रिपोर्ट नहीं करते है। अभी भी कई लोगों में झिझक है। इसलिए लोगों के बीच में जाकर ये बताना जरूरी है शेयरिंग इज केयरिंग । यह कहना है कि इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का। उन्होंने कहा कि हम शेयर करेंगे तभी केयर कर पाएंगे। दरअसल, अक्टूबर महीने को साइबर अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है। इसमें इंदौर पुलिस कमिश्नरेट के तहत शहर के 25 कॉलेजों के 125 स्टूडेंट्स के साथ प्रोग्राम किए गए और उन्हें साइबर फ्रॉड, साइबर क्राइम से बचाने के गुर बताए गए, ताकि वे अपने कॉलेज में दूसरे स्टूडेंट्स को भी साइबर क्राइम/फ्रॉड से बचाव के लिए अवेयर कर सके। कॉलेज लेवल पर कैंपेन चलाने के बाद अब नवंबर माह में स्कूल लेवल पर ये कैंपेन चलाया जाएगा और स्कूली स्टूडेंट्स को अवेयर किया जाएगा। बता दे कि कॉलेज लेवल पर जब स्टूडेंट्स जॉब के लिए प्रयास करते है कई बार उनके साथ फ्रॉड हो जाता है। कई बार सेक्सटॉर्शन का, डिजिटल अरेस्ट का भी शिकार हो जाते है। यूथ शेयर नहीं कर पाता है। ऐसी स्थिति में उन्हें अवेयर और जागरूक करने के लिए उन्हीं के माध्यम से उन्हीं के कॉलेज में अवेयरनेस क्रिएट करने के लिए साइबर यूथ कैंपेन चलाया गया था। 125 स्टूडेंट्स ने पूछे 1 हजार से ज्यादा सवाल इस साइबर यूथ कैंपेन में शहर के छोटे से लेकर बड़े 25 कॉलेजों के 125 स्टूडेंट्स को कैंपेन में शामिल किया गया। अलग-अलग समय पर स्टूडेंट्स को एडिशनल डीसीपी के ऑफिस बुलाया गया, जहां स्टूडेंट्स ने पॉडकास्ट के माध्यम से एडिशनल डीसीपी से सवाल किए। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि इन स्टूडेंट्स ने 1 हजार से ज्यादा सवाल पूछे। खासतौर पर साइबर बदमाश का कॉल आने पर, ब्लैकमेल करने पर, गलत फोटो बनाकर परेशान करने को लेकर कई सवाल स्टूडेंट्स ने पूछे थे। इन सभी विषयों को इस कैंपेन में शामिल किया गया, ताकि स्टूडेंट्स को इन घटनाओं से बचाने के लिए अवेयर किया जा सके। इसका उद्देश्य यह था कि जब स्टूडेंट्स पॉडकास्ट को देखेंगे तो वे साइबर फ्रॉड और साइबर क्राइम को लेकर अवेयर होंगे। इसके साथ ही उन्हें जानकारी दी गई है कि किस तरह की प्लेटफॉर्म अवेलेबल है, कहां-कहां वे शिकायत कर सकते हैं इसकी पूरी जानकारी उन्हीं दी गई है। इसके साथ ही उन्हें ये भी बताया कि होक्स कॉल आते हैं उन्हें कैसे पहचाना जा सकता है। अननोन लिंक, अननोन APK फाइल को कैसे पहचानें। ऐसी कई टेक्निकल बातों की जानकारी दी गई है, ताकि इस कैंपेन के माध्यम से वे एक डिजिटल कॉप बनकर लोगों को भी जागरूक कर सकें। स्कूली स्टूडेंट्स के लिए भी चलाया जाएगा कैंपेन इस कड़ी में अब कॉलेज के बाद स्कूली स्टूडेंट्स के लिए ये कैंपेन चलाया जाएगा। दंडोतिया ने बताया कि कई बार स्कूल के पेरेंट्स हमारे पास शिकायतें लेकर आते है। 6th क्लास से लेकर 8th क्लास तक की बच्चियां साइबर बुलिंग का शिकार हो जाती है। इसलिए लोगों को जागरूक करना है ताकि वे उनके साथ हुई साइबर क्राइम की घटना को शेयर कर सके। इसलिए अब आगामी 15 नवंबर से स्कूली बच्चों के लिए ये कैंपेन शुरू किया जाएगा। इसे साइबर यूथ विथ स्कूल्स के नाम से शुरू किया जाएगा। इसमें भी 25 स्कूलों के बच्चों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन-1930, पोर्टल cybercrime.gov.in, इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें। पुलिस कमिश्नरेट द्वारा Safe Clicks-AI Agentic solutions (Chatbot) भी बनाया गया है, जो साइबर फ्रॉड से बचने के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देता है। देखने के लिए इसकी वेबसाइट https://safeclicks.in पर भी जा सकते हैं। नहीं करते हैं साइबर फ्रॉड की शिकायतें दंडोतिया ने बताया कि अभी भी कई लोग उनके साथ हुई साइबर फ्रॉड की शिकायतें नहीं करते हैं। उनमें झिझक रहती है। इसलिए लोगों के बीच जाकर ये बताना जरूरी है कि शेयरिंग इज केयरिंग। मन की बात में पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि अगर आपके साथ फ्रॉड होता है तो तुरंत उसकी रिपोर्ट करें। दूसरों को भी बताए ताकि वे अपना उस अपराध से बचाव कर पाए और जागरूक हो पाए।
फरीदाबाद: जननायक जनता पार्टी द्वारा आज फरीदाबाद तिगांव विधानसभा क्षेत्र के रिवाजपुर गांव में आयोजित युवा योद्धा कार्यक्रम में नेताओं ने सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में युवा बेरोजगार हैं और अपराध बेलगाम है। रोज दिन दहाड़े गोलियां चल रही हैं। हरियाणा इस समय क्राइम कैपिटल बन चुका है। कार्यक्रम में पहुंचे दिग्विजय चौटाला और अजय सिंह चौटाला ने मंच से युवाओं के साथ संवाद किया। इस दौरान दिग्विजय चौटाला ने राज्य की कानून व्यवस्था और बेरोजगारी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार केवल दावे कर रही है, लेकिन विकास के नाम पर प्रदेश को कुछ नहीं मिल रहा है। प्रदेश पूरी तरह बदमाशों के हवाले है दिग्विजय चौटाला ने हरियाणा में बढ़ते क्राइम को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर सीधा निशाना साधा। कहा कि हरियाणा में हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि हर दिन गोलियां चल रही हैं, लूटपाट और हत्या की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए और उन्हें अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने प्रदेश को पूरी तरह बदमाशों के हवाले कर दिया है। अब तो बदमाश अमेरिका से धमकी देकर रंगदारी मांग रहे उन्होंने कहा कि हरियाणा आज 'क्राइम कैपिटल' बन चुका है, कारोबारी वर्ग फिरौती की धमकियों से परेशान है, और आम नागरिकों को पुलिस सुरक्षा में रहना पड़ रहा है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि यहां तक कि बदमाश विदेशों से कॉल कर फिरौती मांग रहे हैं - अमेरिका से धमकी आती है कि इतने पैसे वहां पहुंचा देना।
महानिदेशक पुलिस के द्वारा 180 DYSP रैंक के अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इस ट्रांसफर लिस्ट के अनुसार अजमेर में भी कई अफसर बदले गए हैं। अजमेर नॉर्थ सीओ के पद पर इटावा से शिवम जोशी को लगाया है। वहीं, सीओ साउथ के पद पर भीलवाड़ा से मनीष बड़गुर्जर को पोस्टिंग दी है। सीओ ट्रैफिक आयुष वशिष्ट का तबादला कर दिया, लेकिन उनकी जगह किसी को नहीं लगाया। ऐसे में ये पद खाली है। इसी प्रकार अरविंद कुमार को जीआरपी, रामसिंह को साइबर क्राइम, कैलाश चन्द खटीक को एससी-एसटी सेल में डीएसपी के पद पर लगाया है। वहीं, कृष्ण कुमार को डीग से नसीराबाद सीओ, झालावाड़ से अंशु जैन को किशनगढ़ ग्रामीण सीओ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह खबर भी पढ़ें : राजस्थान में 180 RPS अफसरों के ट्रांसफर:बीजेपी नेता से हिरासत में मारपीट मामले में विवादों में रहे डीएसपी को जोधपुर से बांसवाड़ा भेजा राजस्थान में 180 राजस्थान पुलिस सर्विस (RPS) के अफसरों के ट्रांसफर किए गए हैं। डीजीपी राजीव शर्मा की ओर से शनिवार देर रात ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई। बीजेपी नेता से मारपीट मामले में विवादों में रहे डीएसपी भूराराम खिलेरी को बांसवाड़ा भेजा गया है। (पूरी खबर पढ़ें )
महानिदेशक पुलिस के द्वारा 180 DYSP रैंक के अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इस ट्रांसफर लिस्ट के अनुसार अब सीकर सीओ सिटी की जिम्मेदारी धर्मेंद्र कुमार संभालेंगे। जो भरतपुर के भुसावर से ट्रांसफर होकर सीकर आएंगे। APO चल रहे जीवनलाल खत्री को अब सीकर साइबर क्राइम में डीवाईएसपी के पद पर लगाया गया है। एक महीने पहले इस पद पर करण सिंह को लगाया था। लेकिन उन्होंने यहां पर ड्यूटी जॉइन ही नहीं की थी। सीकर में पदस्थापित डीवाईएसपी अनुज डाल का ट्रांसफर टोंक जिले में कर दिया गया है। बता दें कि सीकर को पिछले कई महीनों से परमानेंट सीओ सिटी का इंतजार था। महिला अनुसंधान सैल सीओ के पास ही इस दौरान सीकर सीओ का चार्ज रहा। करीब 1 महीने पहले जारी हुई सूची में डीवाईएसपी करण सिंह का तबादला सीकर साइबर क्राइम में कर दिया गया था। लेकिन उन्होंने यहां पर ज्वाइन ही नहीं किया। अब जीवनलाल खत्री उनका साइबर क्राइम सीओ का पद संभालेंगे। यह खबर भी पढ़ें : राजस्थान में 180 RPS अफसरों के ट्रांसफर:बीजेपी नेता से हिरासत में मारपीट मामले में विवादों में रहे डीएसपी को जोधपुर से बांसवाड़ा भेजा राजस्थान में 180 राजस्थान पुलिस सर्विस (RPS) के अफसरों के ट्रांसफर किए गए हैं। डीजीपी राजीव शर्मा की ओर से शनिवार देर रात ट्रांसफर लिस्ट जारी की गई। बीजेपी नेता से मारपीट मामले में विवादों में रहे डीएसपी भूराराम खिलेरी को बांसवाड़ा भेजा गया है। (पूरी खबर पढ़ें )
जोधपुर के झालामंड स्थित राजस्थान हाईकोर्ट परिसर में बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन आज रविवार, 2 नवंबर को दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा वर्चुअल करेंगे। हाईकोर्ट कैंपस में करीब 13.50 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस आधुनिक भवन में अधिवक्ताओं के लिए सभी सुविधाओं के साथ ऑनलाइन प्रोसेस की व्यवस्था की गई है। समारोह में सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संदीप मेहता और जस्टिस विजय बिश्नोई सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे कार्यवाहक सीजे उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता राजस्थान हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा करेंगे। विशिष्ट अतिथियों में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य मननकुमार मिश्रा, राजस्थान सरकार के कानून मंत्री जोगाराम पटेल, राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी, राजस्थान सरकार के महाधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद और अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भरत व्यास शामिल होंगे। कार्यक्रम में अतिथियों का आगमन दोपहर 12 बजे होगा। बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के चेयरमैन भुवनेश शर्मा स्वागत भाषण देंगे, जबकि डिजिटलाइजेशन को-ऑर्डिनेटर डॉ. सचिन आचार्य संबोधन करेंगे। कार्यक्रम के दौरान बार काउंसिल ऑफ राजस्थान के पूर्व सदस्यों का सम्मान भी किया जाएगा। को-कन्वीनर राजेश पंवार धन्यवाद ज्ञापन करेंगे। आधुनिक सुविधाओं से लैस भवन राजस्थान बार काउंसिल के इस नवनिर्मित भवन का निर्माण अधिवक्ताओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। भवन में आधुनिकता के साथ ही सेमिनार हॉल और प्रशासनिक कार्यालयों की व्यवस्था की गई है। सबसे खास बात यह है कि इस भवन में पूरा प्रोसेस ऑनलाइन हो जाएगा, जिससे अधिवक्ताओं को काफी सुविधा होगी। यह डिजिटलाइजेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 12वीं बार काउंसिल के सदस्य 12वीं बार काउंसिल ऑफ राजस्थान में चेयरमैन भुवनेश शर्मा, वाइस चेयरमैन देवेंद्र सिंह राठौड़, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के को-चेयरमैन सुरेश चंद्र श्रीमाली समेत कई सदस्य हैं। महाधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद एक्स-ऑफिशियो सदस्य हैं। कन्वीनर जगमालसिंह चौधरी (सीनियर एडवोकेट), डिजिटलाइजेशन को-ऑर्डिनेटर डॉ. सचिन आचार्य (सीनियर एडवोकेट), को-कन्वीनर राजेश पंवार (सीनियर एडवोकेट) के अलावा सीनियर एडवोकेट सैयद शाहिद हसन, एडवोकेट नौरंग सिंह चौधरी, रणजीत जोशी, इंद्रराज चौधरी, कुलदीप कुमार शर्मा, रतनसिंह राव, घनश्याम सिंह राठौड़, सुशील कुमार शर्मा, चिरंजी लाल सैनी, डॉ. महेश शर्मा, राम प्रसाद सिंगारिया, हरेंद्र सिंह सिनसिनवार, योगेंद्र सिंह शक्तावत, जी.डी. बंसल और कपिल प्रकाश माथुर सदस्य हैं। विकास ढाका सहायक सचिव हैं। राज्यभर के अधिवक्ताओं की भागीदारी उद्घाटन समारोह में राज्यभर के वरिष्ठ अधिवक्ता, न्यायिक अधिकारी और बार एसोसिएशनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में भाग लेंगे। कार्यक्रम के बाद भोजन की व्यवस्था भी की गई है। यह भवन राजस्थान की कानूनी बिरादरी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो अधिवक्ताओं को बेहतर कार्य वातावरण और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा।
मैराथन ट्रैक पर न्यायपालिका का जोश... ‘जस्टिस फॉर ऑल’ थीम संग हाईकोर्ट ने मनाया 25 साल का जश्न
झारखंड हाईकोर्ट की 25वीं रजत जयंती के अवसर पर शनिवार को ‘न्याय सभी के लिए’ (‘जस्टिस फॉर ऑल’) थीम पर एक हाफ मैराथन का आयोजन किया गया। इस दौड़ में न्यायाधीश (जस्टिस), वकील, अधिकारी और स्टाफ ने एक साथ हिस्सा लिया, जो न्यायपालिका की एकजुटता का प्रतीक बना। मैराथन की शुरुआत सुबह 7 बजे हाईकोर्ट के प्रवेश द्वार संख्या-दो से हुई। यह दौड़ सेक्टर-3 गोलचक्कर (धुर्वा) तक गई और वापस हाईकोर्ट परिसर में आकर समाप्त हुई। 5 किलोमीटर की दौड़ में करीब 500 प्रतिभागियों ने भाग लिया। गेस्ट ऑफ ऑनर पूर्व जज तपन सेन थे। इसके साथ जस्टिस आनंद सेन व जस्टिस संजय प्रसाद मौजूद थे। स्पोर्ट्स कमेटी में जज के रूप में जस्टिस अनुभा रावत चौधरी (चेयरपर्सन) व जस्टिस दीपक रोशन शामिल रहे। अतिथि के रूप में झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के मधुकांत पाठक मौजूद थे। कुल 5 श्रेणियों में लोगों ने भाग लिया 5 श्रेणियों में दौड़ हुआ। इसमें पुरुष 50 वर्ष से कम, पुरुष 50 वर्ष से अधिक, महिला 50 वर्ष से अधिक, महिला 50 वर्ष से कम, सीनियर सिटीजंस शामिल थे। वकील, अफसर ने फिटनेस का फंडा बताया मैराथन में वकील जय प्रकाश, सीनियर एडवोकेट; राजेंद्र कृष्णा, चेयरमैन बार काउंसिल; प्रशांत पल्लव, एएसजीआई; सचिन कुमार, एडिशनल एजी; एके कश्यप, सीनियर एडवोकेट; ऋतु कुमार, अध्यक्ष, एडवोकेट एसोसिएशन; नवीन कुमार, महासचिव, एडवोकेट एसोसिएशन; अभय मिश्रा, एडवोकेट और रजिस्ट्री ऑफिस के ऑफिसर और स्टाफ फिटनेस के लिए दौड़े। मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान का पूरा परिवार दौड़ा इस कार्यक्रम में हाईकोर्ट के कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया, जिनमें उनके परिवार के सदस्य भी शामिल थे। मुख्य न्यायाधीश तरलोक सिंह चौहान, अमनदीप चौहान (प|ी), तराना चौहान (पुत्री), अमानत चौहान (पुत्री) शामिल हुए। जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद, जस्टिस राजेश शंकर, जस्टिस अनिल कुमार चौधरी, जस्टिस राजेश कुमार, जस्टिस गौतम कुमार चौधरी, जस्टिस अंबुज नाथ, जस्टिस प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, अन्य पारिवारिक सदस्यों में सारिका भूषण (जस्टिस दीपक रोशन की प|ी), आदित्य नाथ (जस्टिस अंबुज नाथ के पुत्र), दीपान्विता सेन (जस्टिस आनंद सेन की पत्नी), आकांक्षा चौधरी (जस्टिस अनिल कुमार चौधरी की पुत्री), अन्वेष चौधरी (जस्टिस अनिल कुमार चौधरी के पुत्र) शामिल थे।
आगरा के थाना सदर क्षेत्र की दो सगी बहनों के धर्मांतरण प्रकरण में जेल में बंद आरोपी ओसामा ने जमानत के लिए हाईकोर्ट में प्रार्थनापत्र दायर किया है। जैसे ही इसकी भनक साइबर क्राइम थाना पुलिस को लगी, पुलिस ने जमानत अर्जी खारिज कराने की तैयारी शुरू कर दी है। करीब तीन महीने पहले इस बड़े धर्मांतरण मामले का खुलासा तब हुआ था जब शाहगंज क्षेत्र की दो बहनों के पिता ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी। जांच में सामने आया कि फिरोजाबाद के गांव का रहने वाला महेंद्र सिंह धर्म बदलकर अब्दुल रहमान बन गया था और वह दिल्ली में धर्मांतरण गैंग चला रहा था। इसी गिरोह में कोलकाता निवासी ओसामा भी सक्रिय था। आरोप है कि उसने शाहगंज की दोनों सगी बहनों को अपने झांसे में लेकर धर्म परिवर्तन कराया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी अब्दुल रहमान समेत कुल 14 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब ओसामा की ओर से अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की है। साइबर क्राइम थाना पुलिस का कहना है कि यह गंभीर मामला है और वे जमानत का विरोध करेंगी। पुलिस पहले ही आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल कर चुकी है और मामले की सुनवाई जल्द शुरू होने वाली है।
प्रदेश में सावों के सीजन में वॉट्सऐप समेत कई सोशल मीडिया एप्स पर वेडिंग इनविटेशन भेजे जा रहे हैं। इन पर क्लिक करने के बाद लगातार लोगों के बैंक अकाउंट खाली होने के मामले दर्ज हो रहे हैं, जिसके बाद साइबर पुलिस ने भी मामलों को गंभीरता से लिया है। साइबर पुलिस ने ऐसे ठगी की वारदातों करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं आमजनों को भी ऐसे खतरों के प्रति आगाह किया है। पुलिस बोली- APK फाइल्स से रहे सावधानउप महानिरीक्षक पुलिस साइबर क्राइम विकास शर्मा ने बताया- अपराधी एक फर्जी फाइल, जिसका नाम अक्सर आमंत्रण.apk होता है, सोशल मीडिया एप्स पर शेयर कर रहे हैं। यूजर्स जैसे ही शादी के आमंत्रण या लोकेशन लिंक समझकर इस पर क्लिक करते हैं, यह एप्लिकेशन उनके मोबाइल में इंस्टॉल हो जाता है। यह कोई साधारण ऐप नहीं, बल्कि एक बैकडोर मैल-वेयर है, जो डिवाइस को हैक कर लेता है। एक बार इंस्टॉल होने के बाद यह मैल-वेयर मोबाइल में एक्टिव रहता है। बैकग्राउंड में काम करते हुए एसएमएस, संपर्क सूची, कैमरा और फाइल एक्सेस जैसी संवेदनशील अनुमतियां प्राप्त कर लेता है। इसके बाद यह गुप्त रूप से उपयोगकर्ता की व्यक्तिगत जानकारी, बैंकिंग डिटेल्स, ओटीपी और पासवर्ड को कलेक्ट करना शुरू कर देता है। साइबर अपराधी ऐसे डेटा का उपयोग करके बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं, जिससे आमजन की मेहनत कमाई खतरे में पड़ रही है। पुलिस ने 5 महत्वपूर्ण सुरक्षा सलाह दी विकास शर्मा ने बताया कि यदि कोई इस प्रकार की धोखाधड़ी का शिकार होता हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। सहायता के लिए साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए पुलिस मुख्यालय के हेल्पडेस्क नंबर 9256001930 या 9257510100 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
क्राइम सीन बना ऑफिस! 'लाइट बंद करने' की छोटी बात पर हत्या, डंबल से साथी को उतारा मौत के घाट
Man Killed Co worker with Dumbbell: पुलिस के अनुसार रात की शिफ्ट में काम करने वाले 2 कर्मचारियों के बीच लाइट बंद करने को लेकर तेज बहस हो गई जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई.
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने दो बदमाशों को पकड़ा:गाड़ी बुक करके की लूटने की कोशिश, कोर्ट ने भेजा जेल
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच सेक्टर 85 की टीम ने कैब गाड़ी को बुक करके लूटने की कोशिश करने की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट मे पेश करके जेल भेज दिया है। दिल्ली के वशिष्ठ पार्क के रहने वाले गौरव ने सेक्टर -31 थाना पुलिस को दी शिकायत दी है। जिसमें उसने बताया कि 27 अक्टूबर को उसकी गाड़ी को रैपिडो ऐप से अक्षय नामक युवक ने बुक किया था। गाड़ी को सागरपुर दिल्ली से फरीदाबाद के सेक्टर 88 के लिए बुक किया था। अक्षय ने अपने दोस्त को भी गाड़ी में बैठा लिया। जिसके बाद वह दिल्ली से फरीदाबाद के लिए निकल पड़े। जब वह सेक्टर 29 फरीदाबाद पहुंचे तो अक्षय ने उसकी गर्दन पर चाकू लगा दिया और गाड़ी को साइड में खड़ा करने के लिए बोला। जिसके बाद दोनों ने उसके साथ लूट करने की कोशिश की। जब उसने शोर मचाया तो काफी लोग वहां पर एकत्रित हो गए। जिनको देखकर वह मौके से फरार हो गए। पीड़ित की शिकायत पर सेक्टर 31 थाना में मामला दर्ज कर लिया गया। दिल्ली से दो युवक गिरफ्तार पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने जानकारी देते हुए अक्षय और उसके दोस्त बिमल को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अक्षय और बिमल गांव पुटुंग जिला दार्जिलिंग वेस्ट-बंगाल का रहने वाले है । पूछताछ में सामने आया कि अक्षय व बिमल दोनों को किसी से मिलने फरीदाबाद आना था, जिसके लिए अक्षय ने रैपिडो से गाड़ी को बुक किया था। और जब वो सेक्टर-29 पुल के पास पहुंचे तो उन्होंने शिकायतकर्ता के गले पर चाकू लगा दिया और लूटने की कोशिश की। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। जहां से उनको जेल भेज दिया गया।
पेंशनरों के जीवन प्रमाण पत्रों के लिए एक नवंबर से एक महीने का अभियान शुरू किया जाएगा। पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग की ओर से चौथा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) अभियान 30 नवंबर तक चलाया जाएगा। इसके तहत सभी जिलों और उप-मंडल मुख्यालयों को कवर किया जाएगा। इसमें 19 पेंशन वितरण बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, पेंशनभोगी कल्याण संघ, सीजीडीए, दूरसंचार विभाग, रेलवे, यूआईडीएआई और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का सहयोग रहेगा। इस वर्ष इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक अपने 1.8 लाख डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के माध्यम से सभी जिलों में डीएलसी शिविर आयोजित करेगा। इसमें सभी श्रेणी के पेंशनभोगियों को, चाहे उनका बैंक कोई भी हो, उनके घर तक डीएलसी सुविधा पहुंचाई जाएगी। आईपीपीबी के कर्मचारी मोबाइल के जरिए फिंगरप्रिंट और चेहरे के आधार पर डीएलसी बनाएंगे। साथ ही 19 पेंशन वितरण बैंक शहरों में कई स्थानों पर शिविर लगाएंगे। इनमें वृद्ध, दिव्यांग या बीमार पेंशनभोगियों के लिए घर जाकर सुविधा दी जाएगी। यही नहीं, कर्मचारियों की टीम अस्पतालों का दौरा भी करेगी। ताकि कोई पेंशन भोगी वंचित न रहे। अभियान के दौरान पंजीकृत पेंशनभोगी कल्याण संघ, बैंकों और आईपीपीबी के तालमेल से पेंशनभोगियों को जागरूक भी किया जाएगा। इसके लिए कई जगह सहायता शिविर आयोजित करने में इन संगठनों व बैंकों का सहयोग लिया जाएगा। एसएमएस, व्हॉट्सएप व बैनर आदि के माध्यम से पेंशनभोगियों को डीएलसी जमा करने के लिए सूचित करेंगे। स्थानीय संस्थान जागरूकता अभियान चलाएगा। इसका उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों में प्रत्येक पेंशनभोगी तक यह जानकारी पहुंचाना है। विभागीय दिशा निर्देशों के अनुसार जिलों और उप-मंडलों को कवर करते हुए यह अब तक का सबसे बड़ा डीएलसी अभियान होगा। इसमें फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के जरिए डीएलसी बनाए जाएंगे। साथ ही बुजुर्ग पेंशनरों को साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्ट जैसे खतरों से बचाने के लिए साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूक किया जाएगा। साइबर ठगी से बचाने के लिए कोई भी अज्ञात कॉल, लिंक और ऐप से बचने की सलाह दी जाएगी। बैंक या डाकघर जाने की परेशानी से मिलेगी मुक्ति केंद्र सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए जीवनयापन में सुगमता लाने के उद्देश्य से देशव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान शुरू किया है। इस अभियान का मुख्य फोकस फेस ऑथेंटिकेशन डिजिटल माध्यम से जीवन प्रमाण पत्र जमा करने पर है। ताकि बुजुर्गों को बैंक या डाकघर जाने की परेशानी से मुक्ति मिल सके। ग्रामीण डाक सेवक पेंशनर के घर जाकर बायोमेट्रिक प्रक्रिया से डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाने में मदद करेंगे। उन्हें इस प्रक्रिया को मोबाइल के माध्यम से भी समझाया जाएगा।
रेंज की कमान संभालने के बाद आईजी कैलाशचंद विश्नोई ने पुलिसिंग को सिर्फ अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे जनता के भरोसे से जोड़ने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। सीमावर्ती जिलों में बढ़ते अपराध, साइबर ठगी और स्थानीय गैंग की चुनौतियों के बीच उन्होंने पुलिस व्यवस्था में तकनीक और संवेदनशीलता दोनों को बराबर महत्व दिया है। डीग में पहले जहां प्रतिदिन औसतन 196 लोकेशन ट्रेस होते थे, वहीं अब घटकर केवल 19 रह गई है। पिछले तीन महीनों में 350 से अधिक साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही, गौहत्या अधिनियम के मामलों में वांछित आरोपियों की तलाश और कार्रवाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। आईजी विश्नोई का मानना है कि पुलिस की साख केवल अपराधियों से सख्ती में नहीं, बल्कि आमजन के साथ संवाद और विश्वास में है। पढ़िए पूरी बातचीत... पुलिस की साख केवल अपराधियों से सख्ती बरतने में नहीं, बल्कि आमजन से संवाद और विश्वास बनाने में है Q आप किसी नए जिले या रेंज की ज़िम्मेदारी संभालते हैं, तो पहले किस चीज़ को समझना जरूरी मानते हैं? A: मैं सबसे पहले वहां के मानव व्यवहार और स्थानीय ताने-बाने को समझने की कोशिश करता हूं। अपराध के आँकड़े या रिकॉर्ड केवल एक पहलू हैं, लेकिन असली तस्वीर वहां के लोगों की सोच और समस्याओं से बनती है। इसलिए शुरुआत में मैं जनता से संवाद बढ़ाता हूं। Q. अपने शुरुआती करियर के दिनों में कोई ऐसी घटना रही जिसने आपको पुलिसिंग की असल तस्वीर दिखाई हो? A: हां, एक बार एक गरीब मजदूर की चोरी की शिकायत को लेकर थाने में काफी देर तक सुनवाई नहीं हुई थी। तब मैंने देखा कि पुलिस की संवेदनशीलता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत हो सकती है। उस घटना ने मुझे सिखाया कि कानून का पालन जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है इंसानियत के साथ व्यवहार करना। तभी से मैंने तय किया कि पुलिसिंग केवल अपराध रोकना नहीं, बल्कि लोगों का भरोसा जीतना भी है। Q. अपराध नियंत्रण में कौनसी चुनौती गंभीर है- सीमावर्ती अपराध, साइबर ठगी या स्थानीय गैंग? A: तीनों चुनौतियां अपने-अपने स्वरूप में गंभीर हैं, लेकिन आज के समय में साइबर अपराध बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। अपराधी अब मोबाइल व नेटवर्क के ज़रिए लाखों लोगों को निशाना बना लेते हैं। इस के लिए टेक्नोलॉजिकल स्किल और त्वरित इंटेलिजेंस शेयरिंग पर काम कर रहे हैं। Q. आपको लगता है कि पुलिस और समाज के बीच भरोसे की दूरी अब भी एक चुनौती है? A: पहले से सुधार हुआ है, लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं कह सकते। समाज को अब पुलिस से डर नहीं, बल्कि विश्वास होना चाहिए। यही हमारी कोशिश है। हमने ‘जन संवाद’ और ‘थाना दिवस’ जैसी पहल शुरू की हैं, जहां आमजन सीधे अपने सुझाव और शिकायतें रख सकते हैं। Q. शिकायतकर्ता को समय पर न्याय मिले, इसके लिए आपने रेंज स्तर पर कौन-सी व्यवस्थाएं मजबूत की हैं? A: गंभीर मामलों में शिकायत की ट्रैकिंग सीधे रेंज स्तर से होती है। इसके अलावा, वाट्सऐप हेल्पलाइन और जनसुनवाई पोर्टल को और सक्रिय किया है। मेरा स्पष्ट निर्देश है कि हर पीड़ित बात प्राथमिकता से सुनी जाए। Q. अगर किसी थाने में आमजन की सुनवाई न हो तो आप एक आईजी के तौर पर कैसे हस्तक्षेप करते हैं? A: पीड़ित को न्याय न मिलना प्रशासनिक नहीं, बल्कि नैतिक असफलता है। हाल ही में धौलपुर-करौली के एक-एक और भरतपुर के थाना चिकसाना और गढ़ी बाजना एसएचओं काे अनुशासनहीनता मामले में हटाया है। Q. रेंज से जाते वक्त आप कैसी पहचान या बदलाव पीछे छोड़ना चाहेंगे? A: मैं चाहता हूं कि जब भी कोई व्यक्ति भरतपुर रेंज का नाम ले, उसे संवेदनशील, तकनीकी रूप से सशक्त और अनुशासित पुलिस व्यवस्था याद आए। अपराध पर नियंत्रण के साथ-साथ पुलिसकर्मियों में टीम भावना और आत्मविश्वास बढ़ाना प्राथमिकता है। मैं चाहता हूं कि यहां की पुलिस जनता से संवाद करने वाली, सुनने वाली और मददगार छवि के रूप में जानी जाए। Q. युवा जो पुलिस या सिविल सर्विस में आना चाहते हैं, उनसे क्या कहना चाहेंगे? A: सफलता तभी सार्थक है जब उससे समाज को कुछ अच्छा मिले। युवाओं से कहना चाहूंगा मेहनत करें सफलता जरूर हासिल होगी।
रजत जयंती पर ‘न्याय की दौड़’ में उतरेंगे जस्टिस, वकील व ऑफिसर
न्याय के मंदिर में आज एक नया इतिहास लिखा जाएगा। झारखंड हाईकोर्ट अपनी 25वीं रजत जयंती के अवसर को यादगार बनाने के लिए एक अनूठी पहल करने जा रहा है। हाईकोर्ट के इतिहास में पहली बार, जस्टिस (न्यायाधीश), वकील, ऑफिसर और स्टाफ एक साथ हाफ मैराथन में दौड़ेंगे। यह खास आयोजन आज शनिवार, 1 नवंबर को होगा, जिसकी थीम ‘जस्टिस फॉर ऑल’ (न्याय सभी के लिए) रखी गई है। कौन-कौन शामिल इस दौड़ में सिर्फ कर्मचारी ही नहीं, बल्कि माननीय जस्टिस, एडवोकेट और न्यायिक अधिकारी भी पसीना बहाते नजर आएंगे। ‘जस्टिस फॉर ऑल’ की भावना के साथ यह आयोजन एकता और स्वास्थ्य का संदेश देगा। फिटनेस के प्रति जागरूकता आएगी। मैराथन में महिलाओं की भागीदारी भी उत्साहवर्धक रहेगी, जो इस ऐतिहासिक अवसर को और भी सार्थक बनाएगी। महिलाओं की भागीदारी होगी खास आयोजकों ने बताया कि मैराथन में महिला स्टाफ और वकीलों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उनकी उपस्थिति न्यायपालिका में महिलाओं के सशक्त और महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करेगी। 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, हाईकोर्ट द्वारा मैराथन के बाद प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन होगा। गोलचक्कर तक दौड़ेगा न्याय का काफिला रजिस्ट्रार जनरल सत्यप्रकाश सिन्हा ने बताया कि मैराथन का मुख्य आकर्षण न्यायपालिका में स्वास्थ्य, एकता और टीम भावना को बढ़ावा देना है। मैराथन की शुरुआत सुबह 7 बजे हाईकोर्ट के प्रवेश द्वार संख्या-दो से होगी। यह दौड़ सेक्टर-3 गोलचक्कर (धुर्वा) तक जाएगी और वापस हाईकोर्ट में ही आकर समाप्त होगी। यह कुल 5 किलोमीटर की हाफ मैराथन होगी, जिसमें 500 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। एकता और स्वास्थ्य का संदेश देगा। फिटनेस के प्रति जागरूकता आएगी। मैराथन में महिलाओं की भागीदारी भी उत्साहवर्धक रहेगी, जो इस ऐतिहासिक अवसर को और भी सार्थक बनाएगी।
बदायूं में 11 पुलिसकर्मियों का तबादला:दो इंस्पेक्टर क्राइम, तीन दरोगा और 6 सिपाही हटाए गए
बदायूं में कानून व्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने पुलिस विभाग में लगातार दूसरे दिन फेरबदल किया है। शुक्रवार को दो इंस्पेक्टर क्राइम, तीन उपनिरीक्षक और छह सिपाहियों सहित कुल 11 पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया। इन तबादलों के तहत, कादरचौक थाने के इंस्पेक्टर क्राइम उरेन्द्रपाल सिंह को मूसाझाग का इंस्पेक्टर क्राइम बनाया गया है। वहीं, नगर थाने के निरीक्षक बाबूराम गौतम को उसहैत का इंस्पेक्टर क्राइम नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, उपनिरीक्षक रघुवीर सिंह को मुजरिया से पुलिस लाइन भेजा गया है। प्रमोद कुमार को वजीरगंज से फैजगंज बेहटा और रामेश्वर सिंह को कुंवरगांव से उघैती थाने में नई तैनाती मिली है। इसी क्रम में पांच पुरुष सिपाहियों और एक महिला सिपाही का भी तबादला किया गया है। एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने बताया कि यह कदम पुलिसिंग को चुस्त-दुरुस्त, सक्रिय और संवेदनशील बनाने के लिए उठाया गया है, ताकि जिले में कानून व्यवस्था मजबूत बनी रहे।
सिवनी में 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपए के हवाला डकैती मामले में निलंबित एसडीओपी पूजा पांडे और 10 अन्य पुलिसकर्मियों को शुक्रवार को रीवा और नरसिंहपुर जेल ट्रांसफर कर दिया गया है। सत्र न्यायालय ने इन सभी की न्यायिक हिरासत 13 नवंबर तक बढ़ा दी है। एसडीओपी पूजा पांडे की जमानत याचिका पहले ही खारिज हो चुकी है। एसडीओपी को रीवा और अन्य पुलिसकर्मियों को नरसिंगपुर भेजा आज निलंबित एसडीओपी पूजा पांडे को केंद्रीय जेल रीवा भेजा गया, जबकि एसआई अर्पित भैरम समेत अन्य 10 पुलिसकर्मियों को केंद्रीय जेल नरसिंगपुर स्थानांतरित किया गया। इससे पहले 17 अक्टूबर को जिला न्यायालय ने सभी 11 पुलिसकर्मियों को 14 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा था। सिवनी जेल के जेलर अजय वर्मा ने बताया कि नरसिंगपुर जेल भेजे गए पुलिसकर्मियों में प्रधान आरक्षक माखन इनवाती, रविंद्र उइके, राजेश जंघेला, आरक्षक योगेंद्र चौरसिया, नीरज राजपूत, जगदीश यादव, रितेश वर्मा, गनमैन केदार बघेल और सुभाष सदाफल शामिल हैं। क्राइम ब्रांच कर रही जांच इस मामले की जांच कर रही जबलपुर क्राइम ब्रांच के एएसपी और एसआईटी प्रभारी जितेंद्र सिंह सिवनी पहुंचे हैं। जांच दल हवाला कारोबारियों के नेटवर्क की तहकीकात कर रहा है। क्राइम ब्रांच एसडीओपी पूजा पांडे के मोबाइल से हुई वॉट्सऐप कॉल के डेटा का इंतजार कर रही है। डेटा मिलने के बाद संदिग्धों से पूछताछ की कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। बता दें कि, इन सभी 11 पुलिसकर्मियों पर 14 अक्टूबर को लखनवाड़ा पुलिस थाने में हवाला डकैती, अपहरण और आपराधिक षडयंत्र जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच और आगे की कार्रवाई लगातार जारी है। इसलिए किया ट्रांसफर यह ट्रांसफर सिवनी जेल में अन्य अपराधियों और इन पुलिसकर्मियों के बीच संभावित विवाद को देखते हुए किया गया है। जानकारी के अनुसार, सिवनी में कुछ आपराधिक मामलों में आरोपी पहले जेल में हैं, जिन्हें जेल भेजने में ये 11 पुलिसकर्मी सहयोगी रहे थे।
मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में शुक्रवार को आयरन मैन सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के मौके पर पुलिस प्रशासन ने 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया। कार्यक्रम शारदा पब्लिक स्कूल में बच्चों की जोश भरी मौजूदगी के बीच समाप्त हुआ। इस दौरान स्टूडेंट्स को राष्ट्रीय एकता और अखंडता की शपथ दिलाई गई। विद्यार्थियों ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के नारों के बीच एकता दौड़ लगाई। आयोजन का फोकस राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति जन जागरूकता बढ़ाना तथा युवाओं में देशभक्ति की भावना को बढ़ाना था। साइबर क्राइम से बचाव की दी जानकारी कार्यक्रम में चौकी प्रभारी धर्मेश यादव, सब इंस्पेक्टर मूलचंद धाकड़, आरक्षक वाजिद खान और रिटायर्ड फौजी सुनील चौधरी सहित पुलिस दल मौजूद दिखे। उन्होंने स्टूडेंट्स को साइबर क्राइम से बचाव संबंधी जरूरी जानकारी दी। उन्होंने स्टूडेंट्स को बताया कि सोशल मीडिया और इंटरनेट पर सतर्क रहें। किसी अजनबी लिंक या कॉल पर भरोसा न करें और अपने निजी डेटा की सुरक्षा खुद करें। स्कूल के हेडमास्टर ओमप्रकाश गेहलोत ने इस अवसर पर पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों में देशभक्ति, अनुशासन और समाज के प्रति जागरूकता को और मजबूत करते हैं। कार्यक्रम में स्कूल का पुरा स्टाफ और शिक्षकगण उपस्थित रहे। देखे तस्वीरें...
पंजाब को साइबर अटैक से बचाने के लिए अब सरकार नई रणनीति से जुटी है। जिसके तहत अब स्टेट साइबर क्राइम की नई इमारत तैयार की जाएगी, जिसमें कि अत्याधुनिक सुविधाएं, लैब और मानीटरिंग सेल और कंट्रोल रूम जैसी सुविधाएं होगी। मुलाजिमों की फिटनेस की सारी सुविधाओं से लैस होगी। करीब 18 महीने के समय में यह बनकर तैयार हो जाएगी। सरकार ने नई बिल्डिंग के निर्माण को मंजूरी दे दी है। उम्मीद है कि इस महीने एक प्राइवेट कंपनी को प्रोजेक्ट सौंपा जाएगा। जो कि सारे काम को तय समय में पूरा करेगी। पुलिस प्रोजेक्ट में नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगी। ऑपरेशन सिंदूर के समय भी हुए अटैक इस समय पंजाब समेत पूरे देश में साइबर अटैक का खतरा सबसे अधिक है। भारत-पाकिस्तान के बीच मई महीने में जब जंग चल रही थी, उस समय भी बॉर्डर पर लड़ाई के साथ साइबर अटैक हुए थे। इसके अलावा ठग रोजाना लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में पंजाब सरकार इस चीज से निपटने की रणनीति पर जुटी हुई है। इससे लोगों को फायदा होगा। वहीं, इस इमारत में ही मुख्य कंट्रोल रूम भी रहेगा, जहां से पूरे राज्य के जिलों की मॉनिटरिंग की जाएगी। इससे पहले गूगल जैसी कंपनियों से टाइअप कर पंजाब की पुलिस को हाटेक बनाने के प्रोजेक्ट पर पुलिस का प्राेजेक्ट चल रहा है। साइबर सुरक्षा पर रखा था बजट मौजूदा पंजाब सरकार साइबर सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है। वर्ष 2023-24 में पुलिस को कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ₹30 करोड़ साइबर अपराध से लड़ने के लिए निर्धारित किए गए थे। अलग से सभी जिलों में साइबर थाने बनाने की रणनीति बनी थी। वहीं, हर जिले में डीएसपी स्तर के अधिकारी तैनात किए गए। दूसरी तरफ, इस साल के बजट में ₹42.07 करोड़ साइबर सुरक्षा से संबंधित सेटअप के लिए रखे गए हैं।
राष्ट्रीय जस्टिस पार्टी ने रायबरेली में तीन दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रपाल पासी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने आगामी पंचायत और विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तैयार की। पार्टी ने 'सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन' के उद्देश्य से अपनी आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्रपाल पासी ने बताया कि इचौली बछरावां में आयोजित इस सम्मेलन का मुख्य लक्ष्य कार्यकर्ताओं को आगामी चुनावों के लिए सशक्त रूप से तैयार करना था। पासी ने इस अवसर पर कहा कि जस्टिस पार्टी शोषित, वंचित और समाज के निम्न तबके के लोगों के उत्थान के लिए काम करेगी। उन्होंने जोर दिया कि पार्टी का मुख्य एजेंडा इन वर्गों को सशक्त बनाना है। उन्होंने किसानों और युवाओं से जुड़े मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। पासी ने आश्वासन दिया कि यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है, तो किसानों को खाद और बिजली की समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। इसके अतिरिक्त, बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इस तीन दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने आगामी चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
भोजपुर जिले के बबुरा थाना पुलिस ने अवैध हथियार के साथ एक कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 2 देसी कट्टा और 4 कारतूस बरामद किया है। कार्रवाई थाना क्षेत्र के बंधु छपरा गांव में गुप्त सूचना के आधार पर की गई। गिरफ्तार बदमाश की पहचान बड़हरा थाना क्षेत्र के एकौना गांव निवासी राजेश राम के रूप में हुई है। भोजपुर पुलिस अधीक्षक राज ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि राजेश राम का आपराधिक इतिहास रहा है। 2023 में आरा टाउन थाना क्षेत्र में दर्ज एक आर्म्स एक्ट के मामले में आरोपित रह चुका है और उस मामले में जेल भी जा चुका है। आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज पुलिस के अनुसार, बबुरा थाना प्रभारी संजय कुमार को गुप्त सूचना मिली थी कि बंधु छपरा गांव में कुछ युवक अवैध हथियारों के साथ किसी बड़ी वारदात की साजिश रच रहे थे। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष संजय कुमार और दारोगा सुनीता कुमारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घेराबंदी कर छापेमारी शुरू की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से राजेश राम को धर पकड़ा। तलाशी में उसके पास से एक देसी कट्टा और 4 कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में राजेश ने स्वीकार किया कि उसके पास और भी हथियार छिपाकर रखे गए हैं। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर में छापेमारी कर एक और देसी कट्टा बरामद किया। पुलिस ने सभी बरामद हथियारों को जब्त करते हुए आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि हथियारों की आपूर्ति कहां से हुई और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अवैध हथियारों के खिलाफ अभियान तेज किया गया है और जिले में आपराधिक गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।
सोनीपत में पुलिस आयुक्त सोनीपत ममता सिंह, IPS (ADGP) ने बुधवार को गोहाना क्षेत्र में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इसके लिए मिनी सचिवालय गोहाना स्थित पुलिस उपायुक्त कार्यालय में गोहाना जोन के सभी थाना प्रभारियों की बैठक ली गई। ममता सिंह ने बैठक में क्षेत्र में अपराधों पर नियंत्रण, लंबित मामलों के शीघ्र निपटारे, नशा व अवैध शराब के विरुद्ध सख्त कार्रवाई, महिला सुरक्षा और साइबर अपराधों की रोकथाम जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही पुलिस अधिकारियों को व्यापक दिशा निर्देश दिए गए। थाना स्तर पर गश्त को सशक्त बनाने के निर्देशपुलिस आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि थाना स्तर पर गश्त को और अधिक सशक्त बनाया जाए। अपराध प्रवण क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाए और जनता के साथ संवाद को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता और जनसहयोग से ही अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूदबैठक में पुलिस उपायुक्त गोहाना भारती डबास, सहायक पुलिस आयुक्त सोनीपत मलकीत सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त मोहाना देवेन्द्र सिंह, गोहाना जोन के सभी थाना प्रभारी और संबंधित शाखाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।
दिल्ली हाईकोर्ट से ट्रांसफर होकर आए जस्टिस अरुण कुमार मोंगा ने बुधवार को राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर मुख्य पीठ में शपथ ग्रहण की। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने मुख्य न्यायाधीश के कक्ष में आयोजित समारोह में सुबह 10 बजे उन्हें पद की शपथ दिलाई। यह जस्टिस मोंगा की राजस्थान हाईकोर्ट में दूसरी पारी है। उल्लेखनीय है कि जस्टिस मोंगा का राजस्थान हाईकोर्ट से गहरा नाता रहा है। वे 1 नवंबर 2023 को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट में ट्रांसफर हुए थे और यहां करीब 8 महीने तक सेवाएं दीं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर जुलाई 2025 में उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट ट्रांसफर कर दिया गया था। 21 जुलाई 2025 को उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में छह अन्य न्यायाधीशों के साथ शपथ ली थी। प्रभावशाली न्यायिक करियर, 1991 से वकालात जस्टिस अरुण मोंगा का न्यायिक सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। जस्टिस मोंगा का जन्म 21 दिसम्बर 1968 को हुआ और प्रारंभिक शिक्षा पंजाब में हुई थी, जहां उनके पिता स्वयं एक न्यायिक अधिकारी थे। उन्होंने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्रथम श्रेणी में प्राप्त की और फिर पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान वे चंडीगढ़ के एक स्कूल में रसायन शास्त्र भी पढ़ाते थे। उन्होंने 1991 में चंडीगढ़ हाईकोर्ट में प्रथम पीढ़ी के वकील के रूप में वकालत शुरू की। वर्ष 1997-98 में दिल्ली स्थानांतरित हो गए, जहां उन्होंने करीब 20 वर्षों तक वकालत की। अक्टूबर 2018 में उन्हें पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। इसके बाद 1 नवंबर 2023 को वे राजस्थान हाईकोर्ट में स्थानांतरित हुए थे। गत 20 जुलाई दिल्ली हाईकोर्ट ट्रांसफर किया गया था। राजस्थान में न्यायिक सेवाओं को मिलेगी मजबूती जस्टिस मोंगा की राजस्थान हाईकोर्ट में वापसी से यहां की न्यायिक व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उनका विशाल अनुभव और विभिन्न उच्च न्यायालयों में काम करने का तजुर्बा राजस्थान हाईकोर्ट के लिए लाभदायक होगा। शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थान हाईकोर्ट के अन्य न्यायाधीश और वकील भी उपस्थित रहे। तीन जजों का हुआ था तबादला केंद्र के विधि व न्याय मंत्रालय ने दो सप्ताह पहले ही नोटिफिकेशन जारी कर राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस दिनेश मेहता व जस्टिस अवनीश झिंगन का ट्रांसफर दिल्ली हाईकोर्ट में कर दिया। वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट से जस्टिस अरुण मोंगा को वापस राजस्थान हाईकोर्ट भेजा गया। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इन 3 जस्टिस के ट्रांसफर के लिए केंद्र सरकार को अनुशंषा की थी। उसी पर भारत सरकार के विधि मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी जगन्नाथ श्रीवास्तव ने ट्रांसफर का नोटिफिकेशन जारी किया था।
राजस्थान हाईकोर्ट ने नाबालिग से रेप के दोषी आसाराम को 6 महीने की जमानत दी है। कार्यवाहक चीफ जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा और जस्टिस संगीता शर्मा की डिवीजन बेंच ने मंगलवार को जमानत याचिका पर सुनवाई की। याचिका मेडिकल आधार पर लगाई गई थी। आसाराम करीब दो महीने बाद जमानत पर फिर जेल से बाहर आएगा। आसाराम नाबालिग से रेप मामले में अप्रैल 2018 से आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। करीब 12 साल की कैद के बाद पहली बार 7 जनवरी 2025 को उसे मेडिकल कारणों से अंतरिम जमानत मिली थी। मेडिकल कारणों से मिली जमानत 29 अक्टूबर 2025 को राजस्थान हाईकोर्ट में आसाराम की सजा स्थगन और मेडिकल ग्राउंड पर जमानत की याचिका पर सुनवाई हुई थी। आसाराम की ओर से दिल्ली से आए सीनियर एडवोकेट देवदत्त कामत ने पैरवी की। राजस्थान सरकार की ओर से एडिशनल एडवोकेट जनरल (एएजी) दीपक चौधरी ने दलील रखीं। पीड़िता की ओर से एडवोकेट पीसी सोलंकी ने पैरवी की। सभी पक्षों को सुनने के बाद बेंच ने 6 महीने की जमानत दी है। अगस्त में याचिका खारिज 27 अगस्त को जस्टिस दिनेश मेहता और जस्टिस विनीत कुमार माथुर की खंडपीठ ने आसाराम की अंतरिम जमानत बढ़ाने की याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने अहमदाबाद के सरकारी अस्पताल के मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि आसाराम की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने या निरंतर चिकित्सकीय देखभाल की आवश्यकता नहीं है। कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की थी कि आसाराम ने पिछले 3 से 4 महीनों में इलाज के लिए कई यात्राएं कीं और विभिन्न शहरों के विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवाया, लेकिन किसी भी अस्पताल में नियमित रूप से फॉलो-अप नहीं कराया। जेल में आत्मसमर्पण 27 अगस्त के आदेश के बाद 30 अगस्त को आसाराम को जोधपुर सेंट्रल जेल में आत्मसमर्पण करना पड़ा था। उस समय आसाराम के वकील निशांत बोधा ने दलील दी थी कि प्रवचनकर्ता को 21 अगस्त को एम्स जोधपुर ले जाया गया था, जहां चिकित्सकों ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति में गिरावट आने की जानकारी दी थी। लेकिन हाईकोर्ट ने इस दलील को स्वीकार नहीं किया। .... आसाराम से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... आसाराम 235 दिन बाद फिर जेल में:जोधपुर में सरेंडर किया, जनवरी में जमानत मिली थी, रेप के केस में उम्रकैद काट रहा
एमेजन एमजीएम स्टूडियोज इंडिया ने अपनी आगामी थियेट्रिकल रिलीज फिल्म 'निशांची' का धमाकेदार फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज कर दिया है। अजय राय और रंजन सिंह द्वारा जार पिक्चर्स के बैनर तले, फ्लिप फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस की गई ये फिल्म एक रोमांचकारी ...
क्रिमिनल जस्टिस 4 में एक अलग अवतार में दिखीं बरखा सिंह, बोलीं- मैं खुद को साबित करना चाहती थी
बरखा सिंह भारतीय सिनेमा के सबसे होनहार चेहरों में से एक हैं। उन्होंने विभिन्न मंचों पर काम करते हुए, बाधाओं को पार किया है और अपने लिए एक रास्ता बनाया है। दर्शकों और आलोचकों को उनके किरदारों और अभिनय के तरीके से बेहद प्यार है। एक इंटरव्यू में बरखा ...
जस्टिस यशवंत वर्मा की बढ़ी मुश्किलें, 145 सांसदों ने महाभियोग के लिए लोकसभा स्पीकर को सौंपा लेटर
कैश कांड में घिरे जस्टिस यशवंत वर्मा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। संसद के मानसून सत्र का आगाज होते ही 145 लोकसभा सांसदों ने जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए लोकसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। सांसदों ने संविधान के अनुच्छेद 124, 217 और 218 के तहत यह कदम उठाया है
जस्टिस वर्मा केस: वकील ने न्यायमूर्ति को केवल 'वर्मा' कहा, सीजेआई ने लगाई फटकार
सीजेआई गवई ने वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को लगाई कड़ी फटकार नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बी.आर. गवई ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को कड़ी फटकार लगाई। नेदुमपारा ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा का जिक्र केवल वर्मा कहकर किया, जस्टिस वर्मा के आधिकारिक आवास के स्टोररूम में नकदी मिलने के आरोपों की चर्चा है। सीजेआई गवई ने नाराजगी जताते हुए कहा, क्या वह आपके दोस्त हैं? वे अभी भी जस्टिस वर्मा हैं। कुछ शिष्टाचार रखें। आप एक विद्वान जज का जिक्र कर रहे हैं। यह टिप्पणी तब आई जब नेदुमपारा ने जस्टिस वर्मा के बंगले से भारी मात्रा में नकदी मिलने के कथित मामले में दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने के लिए तीसरी बार याचिका दायर की थी। सीजेआई ने इस मामले को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने से इनकार करते हुए पूछा, क्या आप चाहते हैं कि याचिका को अभी खारिज कर दिया जाए? जिसके जवाब में वकील ने कहा, याचिका खारिज नहीं हो सकती। एफआईआर दर्ज होनी ही चाहिए। अब तो वर्मा भी यही चाहते हैं। एफआईआर और जांच जरूरी है। इस पर सीजेआई ने फिर से नेदुमपारा को शिष्टाचार बनाए रखने की हिदायत दी और याद दिलाया कि जस्टिस वर्मा अभी भी जज हैं। वकील नेदुमपारा की याचिका में बड़ा दावा नेदुमपारा की याचिका में दावा किया गया है कि 14 मार्च को जस्टिस वर्मा के बंगले के स्टोररूम में आग लगने के बाद वहां से जली हुई नकदी बरामद हुई थी। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार—जो दिल्ली पुलिस को नियंत्रित करती है—को तुरंत एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देना चाहिए। मई में सुप्रीम कोर्ट ने नेदुमपारा की ऐसी ही एक याचिका को खारिज कर दिया था। तब जस्टिस अभय एस. ओका (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा था कि इस मामले में इन-हाउस जांच चल रही है और उसकी रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजी गई है। बेंच ने नेदुमपारा को सलाह दी थी कि वे पहले इन अधिकारियों को अपनी मांग के लिए आवेदन दें। अगर कार्रवाई नहीं होती, तभी वे कोर्ट में वापस आ सकते हैं। मामला संसद को भेजा जा सकता है मार्च के अंत में भी सुप्रीम कोर्ट ने इसी तरह की एक याचिका खारिज करते हुए कहा था कि इन-हाउस जांच अभी चल रही है। अगर जांच में कुछ गलत पाया गया, तो एफआईआर दर्ज की जा सकती है या मामला संसद को भेजा जा सकता है। दूसरी ओर, जस्टिस वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इन-हाउस समिति के फैसले को चुनौती दी है। उनकी याचिका में कहा गया है कि समिति ने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम किया और उन्हें अपनी सफाई में बात रखने का उचित मौका नहीं दिया गया।
राणा नायडू सीजन 2: नए किरदारों के साथ क्राइम, एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तड़का
राणा नायडू सीजन 2' में गालियों में कमी और ड्रामा में बढ़ोतरी हुई है। अर्जुन रामपाल का 'रॉफ' और कृति खरबंदा जैसे नए किरदार कहानी को नया मोड़ देते हैं। राणा और नागा के किरदार पहले की तरह दमदार हैं, जो परिवार को मुश्किलों से निकालते हैं। सीरीज की ...
अनुराग कश्यप लेकर आए क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची, इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज
अनुराग कश्यप एक नई गहन क्रामइ ड्रामा फिल्म 'निशांची' लेकर आ रहे हैं। अमेजन एमजीएम स्टूडियो ने इस फिल्म का टीजर शेयर करते हुए इसकी थिएट्रिकल रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ये फिल्म हालात को हूबहू पर्दे पर उतारने वाली और ...
प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी रोमांचक इन्वेस्टीगेटिव क्राइम थ्रिलर 'स्टोलन' का दमदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर टीम के साथ 'स्टोलन' करण ...
सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...
क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्तसाउथ फिल्में,हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
Nikkhil Advani BirthdaySpecial :रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा
Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
Salman Khan फायरिंग केस में आया बिलकुल तड़कता-भड़कता अपडेट,मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा एक और पुख्तासबूत
Salman Khan फायरिंग केस मेंक्राइम ब्रांच को गुजरात से मिला बड़ा कनेक्शन, मामले में हुआ अबतक का सबसे सनसनीखेज खुलासा
रोंगटे खड़े कर देंगी सीरियल किलर्स पर बनी ये क्राइम-थ्रिलर, खून ख्राबार देखकर उड़ जाएगी रातों की नींद
रोंगटे खड़े कर देंगी सीरियल किलर्स पर बनी येक्राइम-थ्रिलर, खून ख्राबार देखकर उड़ जाएगी रातों की नींद
Salman Khan फायरिंग केस में आया नया मोड़! भाईजान कोमारना नहीं था शूटर्स का मकसद,क्राइम ब्रांच ने किया चौकाने वाला खुलासा
Salman Khan के घर हुई फायरिंग के मामले में आया नया मोड़,क्राइम ब्रांच कोपुर्तगाल से मिला बड़ा कनेक्शन, जाने क्या है मामला
Salman Khan के घर हुईफायरिंग के केस में क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, इस राज्य में पकड़े गए दोनों आरोपी
धमाकेदार बीतने वाला है अप्रैल का ये हफ्ता, क्राइम-थ्रिलर के साथ देशभक्ति का तड़का लगाने आ रही है ये धांसूफिल्में और सीरीज
मुंबई क्राइम ब्रांच का एक्शन, सलमान के घर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर दबोचे
Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.
सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जांच करेगी मुंबई क्राइम ब्रांच, इन धाराओं में दर्ज किया केस
Salman Khan firing case: बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार तड़के दो अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर दी। इस हमले के बाद हर कोई सलमान खान की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर कर रहा है। बांद्रा पुलिस ने दो अज्ञात शख्स के ...
April में OTT पर तहलका मचाने आ रही है ये धमाकेदार फिल्में और सीरीज, मिलेगा एक्शन से लेकर क्राइम-थ्रिलर तक का मजा
क्राइम-थ्रिलर कंटेंट देखने के है शौकीन! तो फौरन देख डाले UP के माफियाओं पर बनी येवेब सीरीज,खौफनाक कहानियां खड़े कर देंगी रोंगटे

