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जालंधर में पुलिस अफसरों के ट्रांसफर:फिल्लौर के DSP सरवन सिंह को ACP क्राइम की जिम्मेदारी, कैंट ACP बबनदीप को होशियारपुर भेजा

पंजाब के DGP गौरव यादव ने पंजाब में कई पुलिस अफसरों का ट्रांसफर किया है। कई को प्रोमोट किया गया है तो कुछ को उसी पद पर एक एरिया से दूसरी जगह में भेजा गया है।जालंधर कमिश्नरेट और रूरल में 5 अफसरों को इधर-उधर किया गया है। एक को प्रोमोट कर जालंधर भेजा गया है, जबकि 2 अधिकारियों की होशियारपुर और SAS नगर में बदली की गई है। DGP गौरव यादव की तरफ से पत्र जारी कर कहा गया है कि सभी अधिकारी तुरंत अपने स्टेशन पर रिपोर्ट करेंगे। जालंधर के इन अफसरों को बदला गयाACP होमिसाइड एंड फोरेंसिक भरत मसीह को DSP सदर फिल्लौर लगाया गया है। फिल्लौर के DSP सदर सरवण सिंह को ACP PBI इकनॉमिक आफेंस, होमिसाइड, फोरेंसिक और साइबर क्राइम जालंधर में तैनात किया है। वेस्ट के एसीपी सरवनजीत सिंह को एसीपी कैंट लगाया गया है। एसीपी बबनदीप सिंह को जालंधर कैंट से बदलकर डीएसपी हेडक्वार्टर होशियारपुर लगाया गया है। एसीपी स्पेशल क्राइम सेंट्रल अमनदीप सिंह को एसएएस नगर में डीएसपी नारकोटिक्स लगाया गया है। शाहकोट के डीएसपी सुखपाल सिंह को नकोदर का डीएसपी लगाया गया है। इसी तरह नकोदर के डीएसपी सुखपाल सिंह को डीएसपी शाहकोट नियुक्त किया गया है। इसके अलावा कमलेश कौर को प्रोमोट कर एसीपी PBI होमिसाइड एंड फोरेंसिक जालंधर बनाया गया है। जालंधर में RTA का भी ट्रांसफर, कई IPS, PPS, IAS-PCS बदले जालंधर में पुलिस के साथ-साथ कई प्रशासनिक फेरबदल भी किए गए हैं। सरकार ने जालंधर RTA (रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी) बलवीर राज की बदली कर दी है। इसके साथ ही कई IPS, PPS, IAS-PCS अधिकारियों के भी तबादले किए गए हैं।

दैनिक भास्कर 28 Nov 2025 3:59 pm

केंद्र की तरह राजस्थान साइबर क्राइम कंट्रोल सेंटर बनाएं:हाईकोर्ट के निर्देश, कहा- म्यूल अकाउंट-UPI से फ्रॉड अनियंत्रित, टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग, बुजुर्ग से हुई थी 2 करोड़ की ठगी

जोधपुर स्थित राजस्थान हाईकोर्ट ने साइबर फ्रॉड और ‘डिजिटल अरेस्ट’ के बढ़ते मामलों पर कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने राज्य सरकार, पुलिस और बैंकों के लिए व्यापक निर्देश जारी किए हैं। जस्टिस रवि चिरानिया की एकलपीठ ने जोधपुर के बुजुर्ग दंपती से 2 करोड़ 2 लाख रुपए की ठगी मामले में दो आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज करते हुए यह रिपोर्टेबल जजमेंट सुनाया। कोर्ट ने कहा- इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग से होने वाले साइबर क्राइम ने समाज, अर्थव्यवस्था और कानून-व्यवस्था के सामने गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है।​ हाईकोर्ट ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को निर्देश दिए कि वे भारतीय साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की तर्ज पर राजस्थान साइबर क्राइम कंट्रोल सेंटर (R4C) की स्थापना के लिए अधिसूचना जारी करें। कोर्ट के आदेश के मुताबिक किसी भी व्यक्ति के नाम पर 3 से अधिक SIM कार्ड जारी करने पर नियंत्रण के लिए विस्तृत SOP (स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) बनेगी। इसके अलावा 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए स्कूल में मोबाइल फोन, ऑनलाइन गेम्स और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर गृह विभाग को शिक्षा विभाग व अभिभावक संगठनों के साथ मिलकर विस्तृत SOP बनाने को कहा है। 9 खातों में ट्रांसफर कराए 2.02 करोड़ रुपएमामला साइबर पुलिस थाना जोधपुर की एक FIR से जुड़ा है। इसमें गुजरात निवासी आरोपियों अदनान हैदर और राहुल जगदीश जाधव पर जोधपुर के 84 वर्षीय दंपती से 2 करोड़ रुपए की ठगी का आरोप है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आरोपियों ने खुद को मुंबई साइबर पुलिस, ईडी और सीबीआई अधिकारी बताकर 29 अप्रैल से 8 मई 2025 के बीच वृद्ध दंपती को ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखने जैसी स्थिति बना दी और 9 बैंक खातों में कुल 2 करोड़ 2 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। कोर्ट ने रिकॉर्ड से यह तथ्य नोट किया कि इनमें से 45 लाख रुपए सीधे इन दोनों याचिकाकर्ताओं के खातों में गए, जिसे इन दोनों के वकील भी नकार नहीं सके।​ कोर्ट जमानत देने के पक्ष में नहींयाचिकाकर्ताओं के वकील ने दलील दी कि वे निर्दोष हैं। FIR में बताई गई राशि उन्होंने नहीं ली और दर्ज केस मजिस्ट्रेट ट्रायबल हैं, इसलिए उन्हें जमानत दी जाए। सरकारी वकील ने विरोध करते हुए कहा कि यह अधिक उम्र के दंपती पर गंभीर आर्थिक हमला है। जांच शुरुआती चरण में है और गिरोह के अन्य बदमाश अभी पकड़े जाने बाकी हैं। कोर्ट ने माना कि BNS की जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज है। उनमें से कुछ में 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। साइबर टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग से होने वाली ‘डिजिटल अरेस्ट’ जैसी ठगी के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इन परिस्थितियों में कोर्ट ने कहा- वह बिना मेरिट पर अंतिम राय दिए, वर्तमान में जमानत देने के पक्ष में नहीं है। कोर्ट ने दोनों जमानत आवेदनों को खारिज कर दिया।​ साइबर क्राइम पर कोर्ट ने जताई बड़ी चिंताकोर्ट ने आदेश में विस्तार से लिखा कि आम पुलिस फोर्स पारंपरिक अपराधों की तरह साइबर अपराधों की जांच करने में तकनीकी ज्ञान के अभाव के कारण पिछड़ रही है। कोर्ट के सामने प्रस्तुत संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट और केंद्र की एजेंसियों के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2019 से 2024 के बीच साइबर वित्तीय शिकायतों में कई गुना बढ़ोतरी हुई, लेकिन FIR में कन्वर्जन और फ्रॉड मनी को फ्रीज करने का प्रतिशत अभी भी बहुत कम है। कोर्ट ने यह भी रेखांकित किया कि डिजिटल फ्रॉड की रकम कुछ ही मिनटों में कई खातों के जरिए क्रिप्टो में बदलकर विदेश भेज दी जाती है। इसे सामान्य पुलिस अधिकारी ट्रांजैक्शन ट्रेस नहीं कर पाते।​ निर्देश: राजस्थान में R4C और IT इंस्पेक्टर की व्यवस्थाहाईकोर्ट ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को निर्देश दिए कि वे भारतीय साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) की तर्ज पर राजस्थान साइबर क्राइम कंट्रोल सेंटर (R4C) की स्थापना के लिए अधिसूचना जारी करें। यह केंद्र-राज्य में साइबर अपराधों की रोकथाम, जांच और कोआर्डिनेशन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में काम करेगा और I4C के साथ तालमेल में कार्य करेगा। कोर्ट ने गृह विभाग और कार्मिक विभाग को मिलकर DG साइबर के अधीन विशेष IT इंस्पेक्टर की भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए, जो केवल साइबर मामलों की जांच करेंगे और उन्हें अन्य शाखाओं में सामान्य रूप से ट्रांसफर नहीं किया जाएगा।​ बैंकों, फिनटेक कंपनियों और ATM पर सख्त गाइडलाइनकोर्ट ने कहा कि साइबर ठगी के ज्यादातर मामले बैंकिंग सिस्टम के दुरुपयोग से जुड़े हैं, इसलिए बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर कड़ी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। आदेश के अनुसार, सभी बैंक और फिनटेक कंपनियां ‘म्यूल अकाउंट’ और संदिग्ध ट्रांजैक्शंस पकड़ने के लिए RBI की ओर से डवलप किए गए ‘Mule Hunter’ जैसे AI टूल्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। साथ ही संदिग्ध या कम लेनदेन वाले खातों की KYC दोबारा कराएं। अदालत ने यह भी कहा कि जिन खाताधारकों की वार्षिक ट्रांजैक्शन 50 हजार रुपए से कम है। डिजिटल साक्षरता कम है या गतिविधि संदिग्ध लगती है। उनके लिए इंटरनेट बैंकिंग व UPI लिमिट्स पर सख्त कंट्रोल किया जा सकता है। बशर्ते यह काम कानून के अनुरूप किया जाए।​ ‘डिजिटल अरेस्ट’ से बचाव के लिए खास SOP: ‘बैंक अफसर घर जाकर करें वेरिफाई’हाईकोर्ट ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ के मामलों को रोकने के लिए अलग से मानक कार्यप्रणाली (SOP) बनाने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा- सभी बैंक, वित्तीय संस्थान और फिनटेक कंपनियां ऐसे मामलों के लिए संयुक्त SOP जारी करें और बुजुर्गों या संवेदनशील ग्राहकों के अकाउंट से अचानक बड़े लेनदेन होने पर 48 घंटे के भीतर उनके घर जाकर भौतिक सत्यापन अनिवार्य रूप से करें। साथ ही बैंकों को ऐसे ग्राहकों की पहचान कर उनकी निगरानी, काउंसलिंग और साइबर जागरूकता कार्यक्रम चलाने को कहा गया है, खासकर जब उनकी फिक्स डिपॉजिट अचानक तोड़ी जा रही हों।​ गिग वर्कर्स, SIM कार्ड, डिजिटल डिवाइस और सोशल मीडिया पर नियंत्रणकोर्ट ने राज्य में बिकने वाले सभी डिजिटल डिवाइसेज (नए और सेकेंड हैंड दोनों) की बेचने-रजिस्ट्रेशन को DG साइबर की निगरानी में लाने के निर्देश दिए। इसके लिए एक ऑनलाइन सिस्टम विकसित किया जाएगा। आदेश के मुताबिक किसी भी व्यक्ति के नाम पर 3 से अधिक SIM कार्ड जारी करने पर नियंत्रण के लिए विस्तृत SOP बनेगी। कॉल सेंटर/बीपीओ को DG साइबर के साथ रजिस्ट्रेशन व आचरण संहिता का पालन करना होगा। कोर्ट ने प्लेटफॉर्म आधारित गिग वर्कर्स (जैसे ओला, उबर, स्विगी, जोमैटो डिलीवरी पार्टनर) के लिए अनिवार्य पुलिस वेरिफिकेशन, कॉमन यूनिफॉर्म व QR कोड सहित ID कार्ड और राज्य परिवहन विभाग व DG साइबर के साथ डबल रजिस्ट्रेशन को भी जरूरी किया है।​ स्कूलों, बच्चों और डेटा प्रोटेक्शन पर निर्देशहाईकोर्ट ने गृह विभाग को शिक्षा विभाग व अभिभावक संगठनों के साथ मिलकर 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए स्कूल में मोबाइल फोन, ऑनलाइन गेम्स और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर विस्तृत SOP बनाने को कहा है। कोर्ट ने डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट-2023 और उसके नियमों-2025 का राज्य स्तर पर सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही सभी सरकारी विभागों में डिजिटल ट्रांजैक्शंस का मासिक ऑडिट कराने के भी निर्देश दिए। वहीं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को ‘साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस सेल’ बनाने और जिला व तालुका स्तर तक IT विशेषज्ञों व साइबर कानून जानकार वकीलों के जरिए जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी गई।​

दैनिक भास्कर 28 Nov 2025 2:48 pm

गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे:नशा, धर्मांतरण, नक्सलवाद और साइबर क्राइम पर तैयार होगी देश की रणनीति

छत्तीसगढ़ में डीजी कांफ्रेंस की शुरुआत आज दोपहर ढाई बजे से होगी। इसमें शामिल होने के लिए पूरे देश से पुलिस और एजेंसियों के अफसर रायपुर पहुंचने लगे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को ही रात में 11 बजे रायपुर पहुंच गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार की शाम को 8 बजे रायपुर पहुंचेंगे। अगले दिन वे सुबह आठ बजे से लेकर रात में 10 बजे तक मीटिंग लेंगे। इस मीटिंग के लिए विशेष तौर पर एक अस्थाई हॉल आईआईएम के खेल मैदान में तैयार किया गया है। इसे ऐसा बनाया गया है कि अंदर की आवाज बाहर न आ पाए। साउंड प्रूफ इस हॉल में सिर्फ एनएसजी के द्वारा तैयार की गई सूची के लोग ही शामिल हो पाएंगे। सबसे खास बात ये है कि हर अफसर को सुबह 6 बजे योगा करना है और 8 बजे आईआईएम पहुंच जाना है। 30 नवंबर को पीएम मोदी राज्य के कुछ बच्चों से मिलेंगे। ये 9 से 12वीं कक्षा के छात्र होंगे। इसी दिन शाम 5 बजे पीएम मोदी रायपुर से रवाना हो जाएंगे। विदेशी मेहमान भी आएंगे...कुछ विदेशी अफसरों को भी ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है। वे अपने देश की पुलिसिंग के बारे में बताएंगे। ऐसे कुछ प्रेजेंटेशन भी रखे गए हैं। शुक्रवार को कार्यक्रम की शुरुआत आईबी के चुनिंदा अफसरों के सम्मान से होगी। इन अफसरों ने देश को बचाने के लिए ऐसे इनपुट दिए कि बड़ी घटनाओं को रोका जा सका। 30 को पीएम मोदी जांबाज पुलिस अफसरों को सम्मानित करेंगे। बच्चों से मिलेंगे मोदी, नहीं होगा रोड शो अचानक से पीएमओ से संदेश आया है कि मोदी 25-30 बच्चों से मिलेंगे। ये बच्चे 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र होंगे। इन बच्चों को पूरे राज्य से एकत्रित किया जा रहा है। इसके अलावा मोदी का रोड शो कैंसिल कर दिया गया है। वे भाजपा कार्यालय भी नहीं जाएंगे। राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को ही मिलने का समय मिला है।

दैनिक भास्कर 28 Nov 2025 4:00 am

शहडोल जिला न्यायालय में संविधान दिवस पर संवाद:जस्टिस बोले- न्याय का अधिकार संविधान से ही संभव; संवैधानिक मूल्यों के पालन की अपील

शहडोल जिला और सत्र न्यायालय परिसर में संविधान दिवस के अवसर पर एक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का थीम संविधान: एक जीवंत दस्तावेज था। प्रभारी प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश दीपाली शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। मंच पर उनके साथ विशेष न्यायाधीश शिवभूषण शर्मा, प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश कमलेश कोल, प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय केपी सिंह और सीजेएम राजेंद्र सिंह सिंगार सहित कई न्यायिक अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत सभी न्यायाधीशों के स्वागत और संविधान की उद्देशिका के सामूहिक वाचन से हुई। न्याय का अधिकार संविधान से ही संभव हुआ अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए न्यायाधीश दीपाली शर्मा ने कहा कि संविधान दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह न्याय व्यवस्था को प्रभावी बनाने में अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। उन्होंने जोर देकर कहा, न्याय का अधिकार और नैसर्गिक न्याय का सिद्धांत संविधान से ही संभव है। अंतिम पंक्ति में खड़े पक्षकार तक मौलिक अधिकार पहुंचें, यही हमारी जिम्मेदारी है। जिला वकील संघ के अध्यक्ष राकेश सिंह बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि यदि हम समता, समानता, न्याय और बंधुत्व को अपने जीवन में अपना लें, तो वास्तविक न्याय स्थापित हो सकता है। उन्होंने अधिवक्ताओं से संवैधानिक मूल्यों को व्यवहार में लाने का आह्वान किया। संविधान दिवस को राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाने की आवश्यकता बताई कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने भी संविधान की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रवीण सराफ ने संविधान दिवस को राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाने की आवश्यकता बताई, जबकि महेंद्र सराफ ने इसे केवल कानूनों का संग्रह नहीं, बल्कि देश की आत्मा की आवाज बताया। वरिष्ठ वकील अजय नामदेव ने कहा कि भारत का संविधान विश्व के श्रेष्ठ संविधानों की अच्छी बातों को समाहित कर बनाया गया है। कार्यक्रम के दौरान न्याय के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिवक्ताओं को सम्मानित किया गया। प्रभारी प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश दीपाली शर्मा ने सभी चयनित अधिवक्ताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए। सम्मानित होने वालों में रमेश त्रिपाठी, अमरेश श्रीवास्तव, शरद उदानिया, मनोज सोनी, नीरज अग्रवाल, अजय मिश्रा और संतोष जाटव सहित बड़ी संख्या में वकील शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन वकील सुमित शर्मा ने किया, जबकि वरिष्ठ वकील सतीश पाठक ने आभार व्यक्त किया।

दैनिक भास्कर 27 Nov 2025 9:35 am

डॉ. शाहीन के फिर खंगाले गए कानपुर के दस्तावेज:क्राइम ब्रांच की टीम आज भी मेडिकल कॉलेज में कर सकती जांच, नजदीकियों की कुंडली खंगाली

गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM), कानपुर में तैनात फिजियोथैरेपी विभाग की डॉ. शाहीन सईद पर कार्रवाई का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार शाम को क्राइम ब्रांच की दो सदस्यीय टीम मेडिकल कॉलेज पहुंची और विभाग में जमा अभिलेखों की लंबी जांच-पड़ताल की।टीम ने विभागाध्यक्ष और शिक्षकों के साथ भी विस्तृत वार्ता की। दस्तावेज मौके पर जब्त करने की बजाएं, उनसे जुड़े बिंदुओं को नोट कर वापस लौट गई। एनजीओ से संबंधों पर भी सख्त निगरानी जांच एजेंसियों के निशाने पर अब डॉ. शाहीन के एनजीओ से जुड़े संपर्क भी हैं।सूत्रों के अनुसार, उनकी संस्था के जरिए कई पदाधिकारियों का मेडिकल कॉलेज के साथ संपर्क रहा है, जिनके विषय में अब विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।क्राइम ब्रांच जानना चाहती है कि इन एनजीओ के साथ कॉलेज का क्या व्यवहार रहा और क्या किसी प्रकार के आर्थिक या पेशेवर लाभ जुड़े थे। नौकरी की प्रक्रिया खंगाल रही पुलिस डॉ. शाहीन कब और किन परिस्थितियों में मेडिकल कॉलेज से जुड़ीं, उनका चयन किस पद के लिए हुआ और समय के साथ जिम्मेदारियों में कैसे बदलाव आया—इन सभी पहलुओं की विस्तृत फाइलें जांच टीम ने देखीं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि उनकी नियुक्ति के समय किसने सिफारिश की और प्रशासन ने किन कागजात के आधार पर अनुमति दी। 2006 से अब तक के रिकॉर्ड की छानबीन जारी है। पुराने मामलों पर भी एजेंसियों की नजर डॉ. शाहीन पहले भी कई नियुक्तियों व गतिविधियों को लेकर विवादों में रही हैं।टीम इस बात की जांच कर रही है कि जो आरोप पूर्व में लगे, वे कितने सही थे और कौन उनसे लाभान्वित हुआ। जांच एजेंसियों ने डॉ. शाहीन से पूछताछ के लिए सवालों का एक विस्तृत सेट तैयार कर लिया है। संभावना है कि उन्हें जल्द ही कानपुर या लखनऊ में बुलाया जा सकता है।डॉ. शाहीन से ये सवाल हो सकते हैंजांच एजेंसियों ये पूछ सकती हैं कि उन्होंने किन व्यक्तियों को अपने साथ जोड़ा?, एनजीओ के माध्यम से क्या-क्या गतिविधियां संचालित कीं?, क्या किसी बाहरी ?व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज तक पहुंचा कर कोई लाभ दिलाया गया? जांच टीमें इस बात की भी पड़ताल कर रही हैं कि शाहीन के संपर्क से किस-किस ने फायदा उठाया और क्या बदले में उन्हें कोई सहयोग मिला। पुराने सहयोगियों पर भी सवाल उठ रहे सोशल नेटवर्किंग और फोन संपर्कों की गहन निगरानी शुरू हो चुकी है। कई पुराने साथी जांच के दायरे में आ चुके हैं। दिल्ली व अन्य शहरों में भी पुलिस टीमें सक्रिय हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी अपने स्तर से जांच सेल को सक्रिय कर दिया है।कई शिक्षकों और कर्मचारियों से तथ्य जुटाए जा रहे हैं। सभी विभागाध्यक्षों को भी सतर्क किया गया है कि यदि किसी प्रकार की संदिग्ध जानकारी हो तो तत्काल रिपोर्ट करें।

दैनिक भास्कर 27 Nov 2025 9:32 am

नेहा सिंह राठौड़ विवाद पर जस्टिस मार्कंडेय काटजू की टिप्पणी : नेहा सिंह राठौड़ का हाल का बा ?

नेहा सिंह राठौड़ को लेकर जस्टिस मार्कंडेय काटजू की हालिया टिप्पणी। विवाद, पृष्ठभूमि और मौजूदा हालात पर एक नज़र।

हस्तक्षेप 27 Nov 2025 7:55 am

कपड़े उधार लेकर ऑडिशन देती थीं:पहली फिल्म से 3000 रुपए मिले, रसिका दुग्गल बोलीं- दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर ने ब्लॉकबस्टर जैसा अनुभव दिया

रसिका दुग्गल बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से हैं, जिन्होंने अपनी बेहतरीन एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता है। छोटे शहर जमशेदपुर से बड़े पर्दे तक उनका सफर मेहनत, लगन और हिम्मत की कहानी है। ‘मिर्जापुर’, ‘मंटो’ और ‘दिल्ली क्राइम’ जैसे प्रोजेक्ट्स में उनके दमदार किरदारों ने उन्हें अलग पहचान दी। हालांकि करियर के शुरुआती दौर में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कई प्रोड्यूसर्स ने कहा कि वे “सेलेबल” नहीं हैं, यहां तक कि एक डायरेक्टर ने उनसे असम्मानजनक व्यवहार भी किया था। लेकिन रसिका ने ऐसे लोगों से हमेशा दूरी बनाए रखी और अपने काम पर ध्यान दिया। किराया भरने की चिंता और बार-बार रिजेक्शन झेलने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। रसिका का मानना है कि सफलता का मतलब शोहरत नहीं, बल्कि हर दिन खुद को नए रूप में गढ़ने का साहस है। आज की सक्सेस स्टोरी में जानिए रसिका दुग्गल के करियर और निजी जीवन की कुछ अनकही और खास बातें, उन्हीं की जुबानी… भागदौड़ भरी जीवनशैली से बहुत दूर थी मैंने अपनी शुरुआती पढ़ाई जमशेदपुर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से की। इसके बाद दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज से गणित में ऑनर्स किया, फिर मुंबई के सोफिया कॉलेज से सोशल कम्युनिकेशन मीडिया में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया और आखिर में पुणे के एफटीआईआई से अभिनय में डिप्लोमा लिया। अब इंडस्ट्री में लगभग 20 साल हो गए हैं। मेरा बचपन जमशेदपुर जैसे छोटे शहर में बीता, जहां सब कुछ वॉकिंग डिस्टेंस पर था और ट्रैफिक की टेंशन नहीं थी। मुंबई आकर समय देखकर ही निकलना पड़ता है, ये एक अलग ही अनुभव था। मेरा बचपन बहुत साधारण था, कोई बड़ा सपना या पागलपन नहीं था, बस घर, स्कूल और दोस्तों के साथ समय बिताना था। कहते हैं सफलता के लिए रंगीन बचपन जरूरी होता है, लेकिन मेरा नॉर्मल बचपन था और मैं उस रैट रेस से कोसों दूर थी (भागदौड़ भरी जीवनशैली से बहुत दूर थी), जहां कुछ हासिल करने का पागलपन रहता है। एक्टिंग के बारे में कभी नहीं सोचा था मैंने ऐसे कभी नहीं सोचा था कि एक्टर ही बनना है, लेकिन जिसमें भी मुझे मौका मिलता, मैं वो बड़े मजे से करती थी। एक्टिंग को मैं आगे चलकर करियर बनाऊंगी, ये कभी नहीं सोचा था। न फैमिली में कोई ऐसा उदाहरण था सब बिजनेस लाइन से थे। कुछ लोग होते हैं ना, जो बचपन से एक्टर बनने का सपना देखते हैं और बाथरूम में शैंपू की बोतल पकड़कर अपनी विनिंग स्पीच दे रहे होते हैं, वैसा नहीं था मेरे साथ। जब मैं दिल्ली में एलएसआर कॉलेज में ड्रामैटिक सोसाइटी का हिस्सा थी, तो स्टेज पर परफॉर्म करना मुझे अच्छा लगता था, पर उसमें करियर बनाने का नहीं सोचा था। 26 साल बाद एफटीआईआई में एक्टिंग कोर्स फिर से शुरू हो रहा था सोफिया कॉलेज से पढ़ने के बाद मैंने एकेडमिक रिसर्च प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू किया था, लेकिन मैं जानती थी कि इस फील्ड में आगे बढ़ना है तो मुझे सोशल साइंस में हायर एजुकेशन लेनी पड़ेगी और तब लगा कि शायद ये मेरे लिए नहीं बना है। जब आप यंग लाइफ में बहुत कुछ कर चुके होते हो न, तब जब आपको सही चीज मिलती है तो अंदर से एक फीलिंग आती है कि ‘यार, ये बाकियों से अलग है’ और एक्टिंग में मुझे ऐसा ही फील हुआ। फिर लखनऊ से मुझे एक रिसर्च असिस्टेंट की जॉब का ऑफर आया और मैं चली गई। वहां का प्रोजेक्ट खत्म हुआ तो एक और मेल आया कि मुंबई में ‘पुकार’ नामक ऑर्गनाइजेशन जेंडर एंड पब्लिक स्पेस पर रिसर्च कर रहा है और उन्हें असिस्टेंट चाहिए। तो मैं वहां चली गई। एक दिन मैंने अखबार में पढ़ा कि एफटीआईआई 26 साल बाद अपना एक्टिंग कोर्स फिर से शुरू कर रहा है, तो मैंने भी अप्लाई करने का सोचा। 500 एप्लिकेंट्स थे और 20 सीटें ही थीं मैंने एफटीआईआई के बारे में अपने दोस्तों से बहुत कुछ सुन रखा था कि वहां के कैंपस में लोग सिनेमा को ब्रीद करते हैं, वहां के ‘विजडम ट्री’ के नीचे बैठते ही आइडियाज आते हैं, कैंपस में बड़े-बड़े फिल्ममेकर्स की रूह आज भी घूमती है। दिलचस्पी हुई, तो मैंने अप्लाई किया। करीब 500 एप्लिकेंट्स थे और 20 सीटें ही थीं। 4 राउंड का एग्जाम था और आखिरी राउंड में हमारा वर्कशॉप था। उस वर्कशॉप में ऐसे लोग थे जो 14 साल से थिएटर से जुड़े थे और मैं एलएसआर में तीन नाटक करके आई थी! मुझे पक्का यकीन था कि नहीं होगा, बस एक्सपीरियंस लेकर लौट जाऊंगी, लेकिन लकीली मेरा सिलेक्शन हो गया, क्योंकि वे अपने सिलेक्शन में डायवर्सिटी ढूंढ रहे थे। मैंने वर्क-वाइज भी अलग-अलग तरह की चीजें की थीं, एक्टिंग के अलावा भी। और मुझे लगता है कि डायवर्सिटी बहुत जरूरी है एक एक्टर की लाइफ में। टॉप उधार मांगा, मेकअप किया और ऑडिशन देने पहुंच गई मेरी फ्रेंड फिल्म अनवर में एडी थी, तो वो एक फिल्म के छोटे से रोल के लिए ऑडिशन ले रही थी। मुझे पता चला तो मैंने पूछा कि मैं भी साथ चलूं क्या, क्योंकि एफटीआईआई से निकलने के बाद मुझे लगा था कि ऐसे अनुभव जरूरी हैं। मैंने किसी लड़की का टॉप उधार मांगा, मेकअप किया और पहुंच गई ऑडिशन देने। डायरेक्टर को मैं पसंद आ गई और बाई चांस मुझे वो फिल्म मिल गई। फिर एक महीने बाद एफटीआईआई का कोर्स पूरा होने वाला था, तो लगा कि अब सफर आसान होगा, बढ़िया अवसर मिलेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रिजेक्शन हमारे बीच जोक बन गया था मैं मुंबई शिफ्ट हुई। वहां ओशिवरा में ‘श्रीजी’ नाम की जगह के ऊपर स्टूडियो बने हुए थे जहां विज्ञापन फिल्मों की शूटिंग होती थी। तब ऐड मतलब आज के इन्फ्लुएंसर जैसा था पैसे भी ठीक मिलते थे और विजिबिलिटी भी। हम रोज मेकअप लगाकर धूप में बैठकर ऑडिशन देते, फिर दो घंटे बाद रिजल्ट आता कि ‘रिजेक्ट’। मैं चार लड़कियों के साथ रहती थी एक राइटर, एक डायरेक्टर। हम सब रोज सुबह काम की तलाश में निकलते और शाम को रिजेक्ट होकर लौटकर अपनी कहानियां शेयर करते। इतना रिजेक्शन देखा कि हमारे बीच एक जोक बन गया था कि जिस दिन सिलेक्शन का कॉल आएगा, हम कहेंगे कि “हम नहीं आ सकते, हमें ऑडिशन देने जाना है!” हमेशा टेंशन रहती थी कि रेंट कैसे भरेंगे मुंबई में मैं एक फ्लैट में चार लड़कियों के साथ रहती थी, लेकिन इसके अलावा भी कई लोग इलीगल तरीके से रहते थे। सुबह उठती तो हॉल में 4-5 लोग सोए मिलते थे। जिनके पास अपना घर नहीं होता, वो एफटीआईआई वाले आकर हमारे साथ रहते थे। मेरा दिन शुरू होता था मेकअप करके ऑडिशन के लिए जाने की सोच से, क्योंकि मेरा मोटिवेशन यही था कि रेंट टाइम पर देना है। जब से मैंने घर छोड़ा, कभी भी पैसे घर वालों से नहीं मांगे, लेकिन ये तो लगता था कि जरूरत पड़ने पर मदद मिल जाएगी। एक बार मैं थिएटर में काम कर रही थी, नाटक में मैं जूलियट बनी थी और आर्य बब्बर रोमियो। थिएटर की आमदनी बहुत कम थी। तभी एक लड़का आया और बताया कि श्री जी के 98 नंबर के स्टूडियो में ऐड के लिए ऑडिशन चल रहे हैं। मैंने पूछा कि नाटक की रिहर्सल शुरू होने में कितना समय है, बोला 20 मिनट। मैं भागी और ऑडिशन दिया, फिर वापस आकर नाटक में परफॉर्म किया। रेंट भरना ही मेरी सबसे बड़ी वजह थी तब। पहली फिल्म के लिए 3000 रुपए मिले थे अनवर के बाद मुझे अनुराग कश्यप की फिल्म ‘नो स्मोकिंग’ मिली थी। जब मेरा सिलेक्शन हुआ, तो प्रोड्यूसर ने बुलाया और कहा कि आकर पैसों पर बात कर लो। मैं गई, तो उन्होंने पूछा, “कितने पैसे लोगी?” मैंने थोड़ी हिम्मत करके कहा कि प्रतिदिन 7500 रुपए। वो बोले, “अरे, ये तो बहुत ज्यादा है, थोड़ा कम करो।” घर आकर मैंने अपने दोस्त दीपक डोबरियाल को बताया, तो वो हंसने लगा और बोला, “तूने इतना मांग भी लिया!” फिर बात तय हुई और मुझे प्रतिदिन 5000 रुपए मिले। जबकि पहली फिल्म ‘अनवर’ के लिए तो सिर्फ 3000 रुपए प्रतिदिन मिले थे। डायरेक्टर ने कहा- खड़ी हो जाओ, मुझे देखना है मुझे रैंडम मीटिंग्स में जाने से डर लगता था, क्योंकि पहले से ही इंडस्ट्री के कास्टिंग काउच वगैरह के बारे में बहुत कुछ सुन रखा था । अगर किसी से काम मांगने जा रहे हैं, तो बैकग्राउंड भी चेक करना पड़ता है ताकि काम भी न छूटे, बहुत मुश्किल सिचुएशन होती थी। एक बार एक डायरेक्टर ने मुझे फिल्म की कहानी सुनाने के लिए मैरियट होटल के कॉफी शॉप में बुलाया। बातचीत के दौरान उसने कहा, “एक बार खड़ी हो जाओ, मुझे देखना है।” मैंने कहा, “आपको क्या देखना है? सॉरी, मैं नहीं कर सकती।” इतना भी कोई डेस्परेशन नहीं है काम का, मैं ऐसे घटिया लोगों के साथ कोई फिल्म नहीं करना चाहूंगी। खुद को रीइन्वेंट करते रहना चाहिए मेरे लिए सफलता का मतलब सिर्फ नाम या शोहरत नहीं है। मुझे तब लगता है कि कुछ हासिल किया है जब मैं अपना काम दिल से कर पाऊं और वो मुझे सच्ची खुशी दे। अगर हर दिन कुछ नया सीखने को मिले, कुछ नया खोजने को मिले, तो वही मेरे लिए सक्सेस है। मुझे लगता है कि इंसान को बार-बार खुद को रीइन्वेंट करते रहना चाहिए, क्योंकि वहीं से आगे बढ़ने की असली प्रेरणा मिलती है। और ऐसा तभी हो सकता है जब आप रिस्क लेने की हिम्मत रखें, डरने के बजाय नए अनुभवों को अपनाने की कोशिश करें। इंटीमेट सीन कहानी की जरूरत थी, सेंसशनलाइज नहीं किया गया रसिका दुग्गल ने अपने एक्टिंग करियर में कई फिल्मों और वेब सीरीज में दमदार भूमिका निभाई है। खास करके वेब सीरीज 'मिर्जापुर' में बीना त्रिपाठी की भूमिका ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। इस सीरीज में उनके इंटीमेट सीन की भी खूब चर्चा हुई। उस सीन के बारे में रसिका कहती हैं- वो सीन स्क्रिप्ट के पॉइंट ऑफ व्यू से जरूरी था। उसे जबरदस्ती या सेंसशनलाइज करने के लिए नहीं डाला गया था। पुनित कृष्ण जो राइटर हैं, उन्होंने हर किरदार को बहुत सेंसिटिवली बिल्ड किया था। रही बात इंटिमेट सीन की तो पुनित, गुरमीत और करण ने शूट से पहले मुझे हर शॉट के बारे में बताया। सेट पर कौन मौजूद होगा, क्लोज सेट रहेगा, ये सारी बातें पहले ही डिस्कस हो गई थीं, जो मेरे कंफर्ट के लिए जरूरी थीं। अब तो इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर आ गए हैं, लेकिन तब नहीं थे। दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर ने ब्लॉकबस्टर सी फील दी मेरे करियर का टर्निंग पॉइंट नंदिता दास की फिल्म मंटो से आया। उससे पहले इरफान खान और तिलोत्तमा के साथ 'किस्सा' जैसी खास फिल्में कीं, पर मंटो ने नया रास्ता दिखाया। उस समय कई डायरेक्टर्स मुझे प्रोजेक्ट में लेना चाहते थे, लेकिन प्रोड्यूसर्स ने कहा- मैं सेलेबल नहीं हूं। फिर नंदिता ने मुझमें भरोसा जताया और मंटो में सफिया मंटो का रोल दिया। यही निर्णायक मोड़ रहा। उसके बाद दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर जैसे शो आए, जिसने बड़े ऑडियंस के सामने मेरी पहचान बनाई और ब्लॉकबस्टर सी फील दी। —----------------- पिछले हफ्ते की सक्सेस स्टोरी पढ़िए... शेखर कपूर-फिरोज नाडियाडवाला करने वाले थे लॉन्च:एक्सीडेंट ने बदली किस्मत, प्रियदर्शन ने दिया मौका, मुकेश ऋषि बोले- हर स्टार का विलेन रहा हूं फिल्मों में अपने खलनायक किरदारों से घर-घर पहचान बनाने वाले मुकेश ऋषि की कहानी संघर्ष और लगन की मिसाल है। कठुआ (जम्मू-कश्मीर) में 19 अप्रैल 1956 को जन्मे मुकेश शुरू से ही स्पोर्ट्स और फिटनेस के शौकीन थे। स्कूल के दिनों में वे तेज गेंदबाज रहे और पढ़ाई के बाद चंडीगढ़ से एम.ए. किया। पूरी खबर पढ़ें....

दैनिक भास्कर 27 Nov 2025 4:00 am

पीथमपुर में पुलिस का पैदल मार्च निकला:CSP बोले- क्राइम कंट्रोल और सुरक्षा की भावना को मजबूत करने किया भ्रमण

औद्योगिक नगर पीथमपुर के सेक्टर एक थाना क्षेत्र में आज नगर पुलिस अधीक्षक (CSP) रवि सोनैर के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला गया। यह मार्च घनी रहवासी बस्तियों से होकर गुजरा। CSP रवि सोनैर ने बताया कि यह पैदल मार्च सेक्टर एक थाना क्षेत्र के छत्रछाया कॉलोनी, जय नगर और तीन बत्ती चौराहे से होता हुआ निकला। इस दौरान उनके साथ सेक्टर एक थाना प्रभारी ओम प्रकाश अहीर और पुलिस बल भी मौजूद था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मार्च पुलिस की नियमित प्रक्रियाओं का हिस्सा है। इसका उद्देश्य क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति दर्ज कराना, अपराधों पर नियंत्रण स्थापित करना और आम जनता के बीच सुरक्षा की भावना को मजबूत करना है। इस प्रकार के पैदल मार्च पूरे पीथमपुर अनुभाग में विभिन्न समय पर आयोजित किए जाते हैं। इन मार्चों में संबंधित थाना प्रभारी सहित पूरा पुलिस बल शामिल होता है।

दैनिक भास्कर 26 Nov 2025 9:04 pm

ड्र्रग केस के आरोपी मोनिस को सुप्रीम कोर्ट से जमानत:क्राइम ब्रांच पहुंचा, ड्रग तस्करों ने इससे ही ड्रग्स की खरीददारी करना बताया था

राजधानी भोपाल के बहुचर्चित ड्रग्स केस से घिरे जिम संचालक मोनिस खान बुधवार को वकीलों के साथ क्राइम ब्रांच पहुंचा। उसे सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। वह कागजी खानापूर्ती के लिए क्राइम पहुंचा था। इस दौरान उसने ड्रग्स केस की बात नकार दी। उसने तस्करी के धंधे से किसी तरह का लेनादेना नहीं होने की बात कही। जबकि उसका नाम कुख्यात ड्रग तस्कर आशु हसन ने पूछताछ में लिया था। आशु ने इस बात का खुलासा किया था कि एमडी ड्रग्स मोनिस से ही खरीदता था। पुलिस उसे लंबे समय से तलाश रही थी। हालांकि मोनिस ने बताया कि वे काम के सिलसिले में विदेश गया था। वहां से लौटने के बाद सुप्रीमकोर्ट से जमानत ली और कागजी कार्रवाई के लिए क्राइम ब्रांच आया है। मोनिस खान ने कहा, ‘मेरा ड्रग्स मामले में कोई संबंध नहीं है। मैं बिजनेसमैन हूं। मेरे द्वारा इस प्रकार का कोई काम नहीं किया गया है। मुझे न्याय पालिका पर पूरा भरोसा है। आरोपी सैफ उद्दीन ने क्या किया था खुलासा ड्रग को जिम आने वाले युवक-युवतियों को वेट लॉस की दवा बताकर खपाता था। मोनिस के जिम की भोपाल में तीन ब्रांच हैं, जहां हाई प्रोफाइल लोग भी जाते हैं। इसका खुलासा 18 जुलाई 2025 को सबसे पहले गिरफ्तार किए गए सैफउद्दीन ने पूछताछ में किया था। मोनिस जिम संचालन करने से पहले फिटनेस ट्रेनर भी रह चुका है। क्राइम ब्रांच ने मेमोरेंडम के आधार पर मोनिस को आरोपी बनाया। लेकिन केस में नाम आने के बाद वह मलेशिया चला गया।

दैनिक भास्कर 26 Nov 2025 6:30 pm

फरीदाबाद में 25.33 लाख की लूट का खुलासा:क्राइम ब्रांच ने तीन आरोपी दबोचे, 21 लाख कैश और बाइक बरामद

फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ सिटी थाना क्षेत्र में सोमवार शाम करीब 7 बजे हुए 25 लाख 33 हजार रुपए की लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने कार्रवाई करते हुए नारियल गांव के रहने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके कब्जे से लुटे हुए 21 लाख रुपए कैश और वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। बाइक सवार युवकों ने लूटा था कैश से भरा बैग एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि 23 नवंबर की शाम रोहित कंसल नाम के युवक से सीही रोड गेट, सिंगला धर्मशाला के पास बाइक सवार तीन से पांच युवकों ने 25.33 लाख रुपए से भरा बैग लूट लिया था। आरोपियों ने रोहित की स्कूटी को बाइक से टक्कर मारकर गिराया और किसी नुकीले हथियार से उसके सिर पर हमला कर बैग छीनकर फरार हो गए। पहले से घात लगाए बैठे थे आरोपी जांच में सामने आया कि यह रकम लोहा व्यापारी जय भगवान की थी। व्यापारी ने पैसे अपने CA नितिन को घर भेजने के लिए दिए थे, जिसके बाद नितिन ने अपने ऑफिस के असिस्टेंट रोहित कंसल को बैग देकर घर भेजा। इसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। पूरे मामले में खुलासा हुआ कि लूट की साजिश व्यापारी के पहचान के ही नवीन भारद्वाज ने रची थी, क्योंकि नवीन भारद्वाज जय भगवान को पहले से ही जानता था उसकी कंपनी से इसका कुछ काम को लेकर के बातचीत भी हुआ करती थी और उसके साथ उठना बैठना भी था। दो युवक अभी भी फरार जय भगवान के घर आता-जाता रहता था। जिससे पैसों की आवाजाही के बारे में अच्छी तरह जानता था। नवीन ने अपने दो दोस्त अभिषेक उर्फ अभि और दूसरे अभिषेक और एक अन्य साथी के साथ मिलकर योजना बनाई। इनके साथ दो और युवक, कपिल और संजीव भी शामिल थे, जो फिलहाल फरार हैं। लूट के बाद नवीन ने 20 लाख रुपए अपने पास रख लिए और 50-50 हजार रुपए दोनों अभिषेक को दे दिए। शेष रकम कपिल और संजीव को दी गई। आरोपियों से 21 लाख रुपए की रिकवरी पुलिस ने तीनों गिरफ्तार आरोपियों से 21 लाख रुपए की रिकवरी कर ली है और आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारी सामने आई है। एसीपी क्राइम ने बताया कि फरार आरोपी कपिल और संजीव के खिलाफ पहले से लड़ाई-झगड़े के मामले दर्ज हैं, जबकि गिरफ्तार तीन आरोपियों का यह पहला बड़ा अपराध है। पुलिस आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड लेकर बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी

दैनिक भास्कर 26 Nov 2025 3:27 pm

SC में बड़ा दिन: चीफ जस्टिस की बेंच में बैठे विदेशी जज, फिर एक केस में CJI बोले- हम हिंदी में बात करेंगे

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सूर्यकांत आज कई विदेशी जजों के साथ बेंच में बैठे दिखे. इसी दौरान एक केस सामने आया, जब वकील की बात सुनकर चीफ जस्टिस को कहना पड़ा कि फिर मैं हिंदी में बोलूंगा. वकील को हिंदी नहीं आती थी.

ज़ी न्यूज़ 26 Nov 2025 1:24 pm

सागर में डॉ. गौर की 156वीं जयंती आज:सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा होंगे मुख्य अतिथि; तीन बत्ती से निकलेगी शोभायात्रा

डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के संस्थापक दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर की 156वीं जयंती बुधवार को मनाई जाएगी। मुख्य समारोह में सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के न्यायमूर्ति सतीश चन्द्र शर्मा मुख्य अतिथि होंगे। सुबह 8.30 बजे तीनबत्ती तिराहे पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वायएस ठाकुर गौर मूर्ति पर माल्यार्पण और उद्बोधन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। इसके बाद भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। कुलपति के उद्बोधन के बाद सुबह 8.40 बजे से परंपरानुसार गौर शोभायात्रा शुरू होगी। यह यात्रा बैंड-बाजे के साथ गौर अध्ययन केन्द्र और गौर जन्म स्थली होकर तीन मढ़िया, बस स्टैंड, गोपालगंज से स्वीडिश मिशन होते हुए विश्वविद्यालय परिसर पहुंचेगी। यहां गौर मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद गौर समाधि प्रांगण में पुष्पांजलि कार्यक्रम होगा। सुबह 10.30 बजे गौर मैदान में मुख्य समारोहविश्वविद्यालय के गौर मैदान में मुख्य समारोह सुबह 10.30 बजे से आयोजित होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलाधिपति व पूर्व आईपीएस कन्हैयालाल बेरवाल करेंगे। सारस्वत उद्‌बोधन कुलपति प्रो. वायएस ठाकुर देंगे। संगीत विभाग के छात्र-छात्राएं सरस्वती वंदना प्रस्तुत करेंगे। ये विशिष्ट अतिथि रहेंगे मौजूदकार्यक्रम में सागर लोकसभा की सांसद डॉ. लता वानखेड़े, कैबिनेट मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, सागर विधायक शैलेन्द्र जैन, नरयावली विधायक प्रदीप लारिया और राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रो. जीएस वाजपेयी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। सिंगल गर्ल चाइल्ड और दिव्यांग छात्र को मिलेगी 25 हजार की मददकार्यक्रम में एक नई पहल के तहत सिंगल गर्ल चाइल्ड और दिव्यांग श्रेणी के स्नातक प्रथम वर्ष के एक-एक मेधावी विद्यार्थी को 25,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। यह राशि गौर पीठ के तहत प्राप्त दान से दी जाएगी। इसके अलावा, विश्व के सर्वश्रेष्ठ 2% वैज्ञानिकों की सूची में शामिल विवि के शिक्षकों का सम्मान होगा। शिक्षकों द्वारा लिखित पुस्तकों का विमोचन और मेधावी छात्रों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। शाम 6 बजे सांस्कृतिक संध्या, शरद शर्मा देंगे प्रस्तुतिगौर समाधि प्रांगण में शाम 6 बजे से सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। इसमें इंडियन आइडल के प्रसिद्ध कलाकार शरद शर्मा और वैशाली रैकवार अपनी संगीतमयी प्रस्तुति देंगे। साथ ही विवि के विद्यार्थी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। कार्यक्रम के दौरान वाहनों की पार्किंग भूगर्भ शास्त्र परिसर, सुरक्षा विभाग, भूगोल विभाग, कंप्यूटर विभाग, प्राणी विज्ञान विभाग और स्टेट बैंक परिसर में की जाएगी।

दैनिक भास्कर 26 Nov 2025 8:16 am

जस्टिस सूर्यकांत के CJI बने पर बांटी मिठाई:हिसार ब्राह्मण सभा ने मनाया जश्न, प्रधान बोले-सर्वोच्च न्यायिक पद पर सुशोभित होना गर्व की बात

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में जस्टिस सूर्यकांत की नियुक्ति पर हिसार मे जिला ब्राह्मण सभा हिसार में उत्साह और खुशी का माहौल देखने को मिला। इस उपलक्ष्य में सभा द्वारा एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सदस्यों ने एक-दूसरे को मिठाई बांटकर प्रसन्नता व्यक्त की। सभा के प्रधान रतन लाल शर्मा ने कहा कि हरियाणा के गांव पेटवाड़ के बेटे सूर्यकांत भारद्वाज का देश के सर्वोच्च न्यायिक पद पर सुशोभित होना पूरे प्रदेश और देश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत अपने साथ दो दशकों से अधिक का समृद्ध न्यायिक अनुभव लेकर आए हैं। उनके कार्यकाल में आर्टिकल 370 के मुद्दे से लेकर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, लोकतंत्र, भ्रष्टाचार निरोधक मामलों, पर्यावरण संरक्षण और लैंगिक समानता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कई ऐतिहासिक फैसले शामिल रहे हैं, जिनसे देश की न्याय व्यवस्था को नई दिशा मिली है। हर साल अपने गांव आना नहीं भूलते जस्टिस सूर्यकांत : शर्मा उन्होंने यह भी कहा कि जस्टिस सूर्यकांत अपनी व्यस्तता के बावजूद वह हर साल अपने गांव आना नहीं भूलते और सामाजिक व पारिवारिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय भागीदारी निभाते हैं। इससे उनकी सरलता और विनम्रता का पता चलता है। कार्यक्रम में पूर्व प्रधान पृथ्वी घिराईया, महासचिव राजेन्द्र अग्निहोत्री, कुलभूषण शर्मा, शिवशंकर शर्मा, हरिकिशन शर्मा, गोपी राम, रविंद्र शाण्डिल्य, जयप्रकाश, सज्जन शर्मा, वेदप्रकाश, जगदीश शास्त्री, पुरुषोत्तम शर्मा, डॉ. सज्जन शर्मा और चंचल शर्मा सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 25 Nov 2025 6:55 pm

CJI बने हरियाणा के जस्टिस सूर्यकांत का पहला इंटरव्यू:बोले- मैं तुम्हें कोर्ट में देख लूंगा... यह भरोसा बनाए रखना सबसे बड़ी जिम्मेदारी

जस्टिस सूर्यकांत ने सुप्रीम कोर्ट के 53वें चीफ जस्टिस बनने के बाद दैनिक भास्कर को अपना पहला इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि न्याय किसी वर्ग का विशेषाधिकार नहीं बल्कि सभी नागरिकों का अधिकार है। उनकी पहली प्राथमिकता न्याय को तेज, सरल और सबके लिए सुलभ बनाना है। उन्होंने टेक्नोलॉजी के सही उपयोग, कोर्ट पर विश्वास बनाए रखने, मीडिएशन को मजबूत करने और कमजोर वर्ग तक न्याय पहुंचाने को अपनी न्यायिक दृष्टि का केंद्र बताया। 10 फरवरी 1962 को हिसार में जन्मे सूर्यकांत ने करियर की शुरुआत हिसार जिला अदालत से की थी। वकालत शुरू करने के बाद 1984 में वे कम उम्र में हरियाणा के एडवोकेट जनरल बने। 2004 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के जज, 2017 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और 2019 में सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए। वे हरियाणा से आने वाले पहले CJI हैं। उनका कार्यकाल 15 महीने का होगा। सवाल-जवाब के जरिए पढ़िए, जस्टिस सूर्यकांत का इंटरव्यू.. सवाल- सीजेआई के रूप में आपकी प्राथमिकताएं क्या रहेंगी?जवाब: न्याय कुछ लोगों का विशेषाधिकार नहीं है, यह सबका अधिकार है। मेरी पहली प्राथमिकता यही होगी कि न्याय जल्दी और आसानी से लोगों तक पहुंचे। कतार में खड़े आखिरी व्यक्ति तक न्याय पहुंच जाए, यही राष्ट्रसेवा है। सवाल- टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कोर्ट में कहां तक होना चाहिए?जवाब: टेक्नोलॉजी का उपयोग लोगों तक न्याय की पहुंच बढ़ाने के लिए होना चाहिए, न कि उन्हें दूर करने के लिए। लोगों को महसूस होना चाहिए कि टेक्नोलॉजी उनका काम आसान करती है। सुनवाई से लेकर फैसले की कॉपी तक सब आसानी से उपलब्ध होना चाहिए। सवाल- कोर्ट में विश्वास बनाए रखने के लिए आपकी सोच क्या है?जवाब: लोगों को नहीं लगना चाहिए कि कोर्ट उनकी पहुंच से दूर है या वे अपनी बात नहीं रख सकते। फाइल में भले मामला अटक जाए, लेकिन न्याय रुकना नहीं चाहिए। जल्दी न्याय मिलने से लोगों का विश्वास मजबूत होगा। मैं तुम्हें कोर्ट में देख लूंगा.... लोगों का यह भरोसा कायम रखना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। सवाल- मीडिएशन (आपसी समाधान) को कैसे मजबूत करेंगे?जवाब: सहमति आधारित समाधान, समझौता नहीं बल्कि न्याय का एक त्वरित और प्रभावी तरीका है। इससे लंबी कोर्ट-कचहरी प्रक्रिया से राहत मिलती है। मेरा प्रयास रहेगा कि इसे और मजबूत किया जाए ताकि लोगों को जल्दी और सुलभ न्याय मिल सके। सवाल- आपके अनुसार न्याय की सफलता का पैमाना क्या है?जवाब: न्याय की वास्तविक सफलता यह है कि कानून समाज के सबसे कमजोर व्यक्ति तक कितनी मजबूती से पहुंचता है। जब सबसे वंचित व्यक्ति भी पूरे विश्वास के साथ कोर्ट पहुंचकर न्याय पा ले, यही न्यायपालिका की सफलता है। केस लिस्टिंग सिस्टम में बड़ा सरप्राइज आएगा24 नवंबर को शपथ के बाद चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने कहा था कि उनका पहला फोकस देश की अदालतों में लंबित मामलों को कम करना होगा। उन्होंने संकेत दिया कि 1 दिसंबर को केस लिस्टिंग सिस्टम में बड़ा सरप्राइज आएगा, जिससे सभी संतुष्ट होंगे। सूर्यकांत ने मीडिएशन को भी गेम चेंजर बताया, जो कोर्ट का बोझ तेजी से कम कर सकता है। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां बड़े भाई देवकांत ने बताया कि चीफ जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं। वे कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। पिता ने रामायण को हरियाणवी में लिखा थाऋषिकांत ने बताया कि पिता मदन गोपाल संस्कृत के टीचर और अच्छे साहित्यकार थे। उन्होंने हरियाणवी में रामायण लिखी थी, जिसके लिए उन्हें हिंदी साहित्य अकादमी से सूरदास पुरस्कार मिला था। इसके साथ-साथ उन्होंने 14 पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें पंडित लख्मीचंद पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... जस्टिस सूर्यकांत के CJI बनने पर हरियाणा में जश्न:हिसार में सेशन जज नताशा ने डांस किया; प्रदेश से इस पद पर पहुंचने वाले पहले व्यक्ति हरियाणा के हिसार के रहने वाले जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को देश के 53वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) के रूप में शपथ ली। वह हरियाणा के ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो CJI बने हैं। सोमवार सुबह करीब 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें शपथ दिलाई। (पूरी खबर पढ़ें)

दैनिक भास्कर 25 Nov 2025 1:06 pm

हिसार में CJI के गांव में मनी दिवाली:रंग-बिरंगी रोशनी से सजे घर; जनवरी में आ सकते हैं चीफ जस्टिस सूर्यकांत

चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया(CJI) सूर्यकांत जनवरी में हरियाणा आ सकते हैं। सूचना है कि वे 10 से 12 जनवरी के बीच हिसार आ सकते हैं। इस दौरान वे अपने गांव पेटवाड़ में परिवार के साथ बैठकर भोजन करेंगे और प्रशासनिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे। सूर्यकांत ने एक दिन पहले ही CJI की शपथ ली है। इस बीच रात को उनके गांव पेटवाड़ में दिवाली पर्व की तरह ही घरों पर रंग बिरंगी लाइटिंग की गई। गांव के बेटे की उपलब्धि से ग्रामीण उत्साहित हैं। जानकारी अनुसार CJI सूर्यकांत हिसार दौरे के दौरान नारनौंद और बरवाला में ज्युडिश्यरी कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन कर सकते हैं। जस्टिस सूर्यकांत के चीफ जस्टिस बनने पर उनके गृह जिले में दो और कोर्ट स्थापित होगी। इससे पहले हिसार और हांसी में ही ज्युडिश्यरी कॉम्पलेक्स बने हुए हैं। इसे बढ़ाकर अब 4 किया जाएगा। भाई बोले- सूर्यकांत का आना तय, कार्यक्रम में फेरबदल संभव चीफ जस्टिस सूर्यकांत के बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि ऋषिकांत ने बताया कि अभी डेट संभावित है इसमें फेरबदल भी हो सकता है मगर अब तक जो कार्यक्रम बन रहा है उसमें 10 जनवरी के आसपास उनके आने की संभावना बन रही है। वह गांव में भी आएंगे और यही परिजनों व मित्रों के साथ भोजन करेंगे। गांव में दिवाली मनाई गईवहीं चीफ जस्टिस के गांव में सोमवार रात दिवाली मनाई गई। घर-घर दीपक जलाए गए। जस्टिस के परिवार ने देसी घी के दीपक घर पर जलाए। चीफ जस्टिस इस दौरान गांव में आतिशबाजी भी की गई। वहीं दिन में महिलाओं ने गांव में मंगल गीत गाए और गांव में देसी घी के लड्‌डू बांटे गए थे। चीफ जस्टिस के गांव की 2 तस्वीरें... ज्युडिश्यरी कॉम्पलेक्स बनने से ये फायदा होगा हिसार बार के प्रधान संदीप बूरा ने बताया कि नारनौंद और बरवाला में न्यायिक परिसर बनने से हांसी और हिसार न्यायिक परिसर पर दबाव कम होगा। वहीं लोगों को न्याय में मिलने वाली देरी से भी निजात मिलेगी। इतना ही नहीं रोजगार की तलाश में हिसार न्यायालय जाने वाले युवा वकीलों एवं अन्य लोगों को भी अपने उपमंडल में रोजगार उपलब्ध होगा, जिससे आने वाले समय में युवा पीढ़ी में भी वकालत के प्रति ओर रुझान बढ़ेगा। न्यायिक परिसर हिसार जाने में सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्गों व महिलाओं को होती है। बरवाला और नारनौंद में कोर्ट बनने से महिलाओं व बुजुर्गों को अपने घर पास ही न्याय की उम्मीद बढ़ेगी।

दैनिक भास्कर 25 Nov 2025 9:49 am

​​​​​​​बहादुरगढ़ बार एसोसिएशन ने CJI जस्टिस सूर्यकांत को दी बधाई:कोर्ट परिसर में बांटे लड्डू, विक्रम बोले- हरियाणा के लिए गौरवपूर्ण क्षण

भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश बनने पर हरियाणा में खुशी का माहौल है। झज्जर जिले के बहादुरगढ़ कोर्ट परिसर में वकील विक्रम सिंह छिल्लर ने बहादुरगढ़ बार एसोसिएशन के वकीलों के साथ मिलकर लड्डू बांटकर नवनियुक्त CJI जस्टिस सूर्यकांत को बधाई दी और खुशी जताई। उन्होंने कहा कि यह क्षण हरियाणा के लिए गौरवपूर्ण है, क्योंकि सूर्यकांत राज्य की मिट्टी से उठकर देश के सर्वोच्च न्यायिक पद तक पहुंचे हैं। विक्रम सिंह छिल्लर ने बताया कि राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सूर्यकांत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई और खास बात यह रही कि उन्होंने हिंदी में शपथ ली। यह शपथ ग्रहण इसलिए भी ऐतिहासिक रहा, क्योंकि इसमें भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश सहित सुप्रीम कोर्ट के कई जज शामिल हुए। हिसार जिले में हुआ जन्मे जस्टिस सूर्यकांत उन्होंने कहा कि जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 1962 में हरियाणा के हिसार जिले के पेटवार गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता मदन गोपाल शर्मा संस्कृत शिक्षक थे। उन्होंने 1981 में हिसार के सरकारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय से स्नातक और 1984 में एमडीयू रोहतक से विधि स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 2011 में उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एलएलएम किया। विक्रम छिल्लर ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत दो कार्य कालों तक राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के सदस्य रहे। उन्होंने कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कानूनी सम्मेलनों में भाग लिया। 5 अक्टूबर 2018 को वे हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने। 9 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने उन्हें सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत करने की सिफारिश की और 24 मई 2019 को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ ली। कार्यक्रम में ये रहे शामिल इस मौके पर बार के पूर्व प्रधान सतीश छिकारा, संजय शर्मा, संजय गुलिया, संदीप सोलंकी, उमेद सिंह दहिया, उमेद सिंह, देव कौशिक, मनोज बिरला, सुनील शर्मा, अशोक अहलावत, सुमित देशवाल, सुखबीर सुहाग, साहिल, तुषार, विनोद कौशिक सहित कई वकील मौजूद रहे। जस्टिस सूर्यकांत के मुख्य न्यायाधीश बनने की खुशी के फोटो

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 1:29 pm

छात्र वंश की मौत, स्कूल स्टाफ पर हत्या का आरोप:आगरा फोरेंसिक टीम करेगी जांच, क्राइम सीन होगा रीक्रिएट

औंछा बाईपास रोड स्थित सुदिति ग्लोबल एकेडमी में नौवीं कक्षा के छात्र वंश की संदिग्ध मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। छात्र के पिता केशव कश्यप की शिकायत पर स्कूल के एमडी लव मोहन और स्टाफ के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। शनिवार सुबह वंश के पिता केशव कश्यप को एक अज्ञात नंबर से फोन आया कि उनके बेटे को स्कूल में चोट लगी है और उसे अस्पताल ले जाया जा रहा है। जब वे जिला अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि वंश को एक निजी नर्सिंग होम में स्थानांतरित कर दिया गया है। कुछ देर बाद स्कूल प्रबंधन वंश को गंभीर हालत में लेकर आया। उसके मुंह से झाग निकल रहा था और वह बोलने की स्थिति में नहीं था। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए तुरंत सैफई या आगरा रेफर करने की सलाह दी। इसके बाद वंश को सैफई मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत बेहद नाजुक बताई। परिजनों का आरोप है कि एमडी लव मोहन के दबाव में वंश को आगरा रेफर कराया गया, जबकि उसकी स्थिति पहले से ही बिगड़ चुकी थी। रास्ते में ही वंश की मौत हो गई। शव को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसे मृत घोषित किया गया। परिजन इस मौत को संदिग्ध मान रहे हैं। उनका कहना है कि जब वे स्कूल पहुंचे, तो गार्ड ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। काफी बहस के बाद प्रिंसिपल ने कुछ सीसीटीवी फुटेज दिखाए, जिनमें वंश चलता हुआ दिखाई दे रहा था। हालांकि, वह फुटेज नहीं दिखाया गया जिसमें उसके गिरने का स्थान स्पष्ट हो सके, जिससे परिवार का संदेह और बढ़ गया। पुलिस ने सभी सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, वंश की तीन पसलियां टूटी हुई मिली हैं और उसके सिर पर भी गंभीर चोटें पाई गई हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। इस रहस्य को सुलझाने के लिए आगरा की फोरेंसिक टीम जल्द ही स्कूल पहुंचकर क्राइम सीन को रीक्रिएट करेगी, ताकि मौत के कारणों का स्पष्टीकरण हो सके।

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 10:28 am

सम्राट को गृहमंत्री बनाने के लिए कैसे माने नीतीश:नेपाल हिंसा के बाद लिखी स्क्रिप्ट, शाह के साथ 2 बैठक; क्राइम कंट्रोल पर सबसे लंबी बात

बिहार की नई सरकार में सबसे बड़ा राजनीतिक मैसेज किसी मंत्रालय ने दिया है तो वो है गृह विभाग। ये विभाग 20 साल से नीतीश कुमार के पास रहा और अब सम्राट चौधरी को सौंपा गया है। ये सिर्फ विभाग की अदला-बदली भर नहीं है, बिहार में पॉवर ट्रांसफर की तरफ इशारा भी है। यह पॉवर ट्रांसफर अचानक नहीं हुआ है, लंबे समय से बीजेपी के भीतर यह मांग उठ रही थी कि राज्य में कानून व्यवस्था की जवाबदेही अब मुख्यमंत्री से हटकर पार्टी के हाथ आए। ताकि, यहां यूपी की तरह एक रोल मॉडल लागू किया जा सके। इसके लिए कई बार बिहार में योगी के पोस्टर तक लगाए गए। बड़ी बात है कि पॉवर का यह ट्रांसफर अचानक नहीं हुआ है। इसकी पटकथा दिल्ली में नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मुलाकात के साथ ही लिख दी गई थी। सितंबर 2025 में नेपाल में Gen-Z आंदोलन, सीमा पार तस्करी, चिकन नेक सुरक्षा, कट्टरपंथी नेटवर्क, अवैध हथियार कारोबार की संवेदनशीलता के चलते ये फैसला लिया गया। शाह से नीतीश की दो मुलाकात के बाद इस पर अंतिम मुहर लग गई। बिहार में सुरक्षा के किन मुद्दों पर नीतीश माने, किस तरह शाह ने उन्हें पूरी स्ट्रेटजी बताई और किस तरह का एक्शन आगे बीजेपी प्लान कर रही है...पढ़िए एक्सक्लूसिव रिपोर्ट अब जानिए कैसे हुआ यह फैसला...अमित शाह की बैठकों ने बदला गेम सूत्र बताते हैं कि यह फैसला 48 घंटे में नहीं लिया गया। बल्कि यह दो महीने की रणनीति का परिणाम है। चुनाव की घोषणा से पहले दिल्ली में सितंबर में गृह मंत्री अमित शाह, नीतीश कुमार और बीजेपी टॉप लीडरशिप के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में बिहार में बढ़ते साइबर-क्राइम, हथियार तस्करी और संगठित अपराध पर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें रिपोर्ट दी गई कि 60% बड़े गैंग बॉर्डर इलाकों से चल रहे हैं। बैठक में यह भी माना गया कि बिहार का अगला राजनीतिक नैरेटिव विकास नहीं—सुरक्षा और शासन होने वाला है। ऐसे में बिहार की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए त्वरित निर्णय लेने होंगे। इसके लिए जवाबदेह चेहरा भी तय करना होगा। इसी बैठक में सम्राट चौधरी को जवाब देह चेहरे के रूप में सामने लाया गया। क्योंकि वह बिहार में हार्ड लाइनर के रूप में जाने जाते हैं और लगातार बिहार में यूपी के योगी मॉडल को लागू करने की बात कहते रहे हैं। उन्होंने भी योगी की स्टाइल में ही डायलॉग दिया था-अपराधी या तो जेल में होंगे या कब्र में। इसके बाद ही नीतीश ने गृह मंत्रालय देने की सहमति जता दी। हालांकि आईपीएस के ट्रांसफर की पॉवर उन्होंने खुद अपने पास ही रखी है। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा का दिया गया हवाला...4 पॉइंट में समझिए... 1. नेपाल में Gen-Z आंदोलन और बिहार की सीमा बिहार की 729 किमी लंबी खुली नेपाल सीमा दिल्ली के लिए हमेशा ‘सॉफ्ट ज़ोन’ रही है। 8-9 सितंबर 2025 की रात नेपाल पुलिस की फायरिंग में 21 युवाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद नेपाल में Gen-Z का बेरोजगारी को लेकर आंदोलन उग्र हो गया था। पुलिस थानों, मंत्री आवासों और प्रशासनिक भवनों पर हमले हुए। भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताई कि इस अस्थिरता का असर सबसे पहले बिहार के सीमावर्ती जिलों सीतामढ़ी, अररिया, किशनगंज, मधुबनी पर पड़ सकता है। पहले भी नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता से बिहार में फेक करेंसी, ड्रग सप्लाई, मानव तस्करी और हथियार का नेटवर्क बढ़ता रहा है। इंटेलिजेंस ब्यूरो ने सितंबर की रिपोर्ट में चेतावनी दी कि अगले 18 महीनों में बिहार-नेपाल सीमा सबसे संवेदनशील रहेगी। इसलिए केंद्र एक आक्रामक, तेज-फैसला लेने वाला गृह मंत्री चाहता था, जो पुलिस मशीनरी को स्पीड पर चलाए। केंद्रीय गृह मंत्री से लगातार संपर्क में रहे और दिल्ली में होने वाली बैठकें अटेंड कर सके। दरअसल, नीतीश गृहमंत्री की बैठक में दिल्ली नहीं जाते हैं, वे प्रदेश से डीजीपी को ही भेजते रहे हैं। नेपाल से जुड़े इस मुद्दे में नीतीश संवेदनशीलता को जानते हैं इसलिए वे राजी हो गए। 2. चिकन नेक: बांग्लादेश और पूर्वी भारत बिहार में राष्ट्रीय सुरक्षा का बफर स्टेट सिलीगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक कहा जाता है। भारत के पूर्वोत्तर को देश से जोड़ने वाला 22 किमी का संकरा इलाका है। अगर भारत की सुरक्षा का नक्शा बनाएं तो बिहार उसका बैक सपोर्ट है। 2023–24 में बांग्लादेश से धार्मिक कट्टरपंथी संगठनों, नकली नोट रैकेट और रोहिंग्या घुसपैठ के मामले बढ़े। और ये घुसपैठ बिहार के रास्ते ही हो रही थी। केंद्र को राज्यों के सहयोग की जरूरत थी, जहां गृह विभाग सब कुछ तय करता है। राजनीतिक रूप से भी बीजेपी यह चाहती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा का क्रेडिट उसे अकेले मिले। सम्राट चौधरी राष्ट्रवाद के चेहरे हैं, उनके भाषणों में पाकिस्तान, बांग्लादेश, सुरक्षा नियमित विषय रहते हैं। उनके आने के बाद बिहार ATS, STF और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय को तेज किया जा सकता है। यही वजह है कि बीजेपी समर्थक नेताओं ने कहा, बिहार अब सिर्फ राज्य नहीं—नेशनल सिक्योरिटी बेल्ट बन गया है। अब बीजेपी इसे सीधे सेंट्रल से हैंडल करेगी। 3. बिहार नं-1 लॉ-एंड-ऑर्डर स्टेट बनाने का लक्ष्य बीजेपी जानती है कि उद्योग, FDI और स्टार्टअप तब तक नहीं आएंगे जब तक अपराध का ग्राफ नहीं गिरता। 2022 NCRB के अनुसार बिहार में क्राइम पेंडेंसी रेट 88% है। सम्राट चौधरी कई बार कैबिनेट बैठक में कह चुके हैं पुलिस काम करेगी, बहाने नहीं। उनकी पॉलिटिक्स सीधी है, या तो अपराध कम करो या हटो। एनसीआरबी के अनुसार बिहार हिंसक अपराधों में आगे है। यह हत्या व हत्या-प्रयास में लगातार देश के शीर्ष 5 राज्यों में गिना जाता है। बिहार में अपराध का स्वरूप ज़्यादा गंभीर है, यही उसकी सबसे बड़ी चुनौती है। इस इमेज को खत्म करने के लिए सम्राट चौधरी को बड़ा चेहरा बनाया गया है। नीतीश ने भी सहमति जताई और लक्ष्य यह रखा गया कि लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन करने के मामले बिहार को नंबर वन स्टेट बनाया जाए ताकि 2029 तक इसका मैसेज दिया जा सके। 4. सम्राट ‘हार्ड-लाइनर’ हैं इसी बात पर नीतीश को मनाया गया नीतीश कुमार प्रशासनिक, संयमित और संस्थागत शासन चलाते हैं। बीजेपी ने यह तर्क दिया कि अब सोशल मीडिया ट्रोल-ड्रिवन नैरेटिव और हिंसक अपराधों से निपटने के लिए अब ‘हार्ड-लाइन’ छवि वाली पॉलिटिक्स की जरूरत। बीजेपी ने यही प्रस्ताव नीतीश के सामने रखा। इसके लिए सम्राट की वर्किंग के उदाहरण भी दिए गए, जिसमें उन्होंने पंचायत राज मंत्री पद पर 4 महीने में 263 भ्रष्टाचार के आरोपी सस्पेंड किए। प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए पोस्टर वॉर, सड़क आंदोलन, पगड़ी राजनीति से बीजेपी को आक्रामक बनाया। डिप्टी सीएम रहते हुए फील्ड-इंस्पेक्शन, नाइट-पेट्रोलिंग की। इस हिसाब से बीजेपी ने सम्राट को एक्टिव शासक के रूप में प्रजेंट किया। जिस पर नीतीश को भी यह समझ में आया कि उम्र के हिसाब से अब हार्ड पॉलिटिक्स उन पर सूट भी नहीं करेगी। इसीलिए नीतीश विभाग छोड़ने को तैयार हो गए। हालांकि इसमें भी नीतीश ने बुद्धिमानी कि अगर लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ा तो अब जवाबदेह बीजेपी होगी। जबकि आईपीएस के ट्रांसफर की जिम्मेदारी उन्होंने खुद अपने पास रखी। इससे यह तो स्प्ष्ट हो गया कि नीतीश भले ही गृह विभाग दे दिया है लेकिन बिना उनकी मर्जी से सम्राट बड़े फैसले नहीं ले पाएंगे। रेगुलर लॉ एंड ऑर्डर में वह आक्रामक फैसले ले सकते हैं।

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 5:21 am

जस्टिस सूर्यकांत आज 53वें CJI पद की शपथ लेंगे:समारोह में 7 देशों के मुख्य न्यायाधीश शामिल होंगे; 14 महीने का होगा कार्यकाल

जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को देश के 53 वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन में होने वाले इस समारोह में ब्राजील समेत सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज भी मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतने बड़े अंतरराष्ट्रीय न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश और उनके परिवार के सदस्य शामिल होंगे। वर्तमान CJI बीआर गवई का कार्यकाल रविवार 23 नवंबर को खत्म हो गया। उनके बाद अब जस्टिस सूर्यकांत यह जिम्मेदारी संभालेंगे। जस्टिस सूर्यकांत 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे और उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए। ------------ ये खबर भी पढ़ें... जस्टिस सूर्यकांत के भाई बोले- पिता जातिगत के खिलाफ रहे, चारों बेटों के नाम के पीछे कांत जोड़ा जस्टिस सूर्यकांत के भाई ऋषिकांत ने बताया कि शुरू से ही वह संयुक्त परिवार में रहे हैं। पिता और दो ताऊ सभी एक साथ रहते थे। पिता जातिगत भेदभाव में विश्वास नहीं रखते थे। उनके परदादा टीचर थे। पिता भी संस्कृत के टीचर रहे। इसलिए चारों भाइयों का ऋषिकांत, शिवकांत, देवकांत और सूर्यकांत नाम रखा, ताकि समाज में एक अलग पहचान बने। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 5:10 am

जस्टिस सूर्यकांत आज बनेंगे CJI:हरियाणा से पहले चीफ जस्टिस होंगे, पूरा परिवार दिल्ली रवाना, राष्ट्रपति संग भोजन करेंगे

जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को देश के 53वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) बनेंगे। वह हरियाणा के ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो CJI बनेंगे। सोमवार सुबह राष्ट्रपति भवन में उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस कार्यक्रम में सूर्यकांत का पूरा कुनबा शामिल होगा। सूर्यकांत का परिवार एक दिन पहले रविवार को दिल्ली रवाना हो गया था। दैनिक भास्कर एप से बातचीत में उनके बड़े भाई डॉ. शिवकांत ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में पूरे परिवार को बुलाया है। तीनों भाई, उनकी पत्नियां, बच्चे, बेटी-दामाद, बहन का परिवार, गांव के लोग, उनके पिता के मित्र, सभी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। भाई शिवकांत ने बताया कि तीनों भाई व पत्नियां व बच्चे राष्ट्रपति के साथ भोज में भी शामिल होंगे। उसके लिए जो ड्रेस कोड होगा, वह पहनकर जाना होगा। हालांकि, भाई ने नहीं बताया कि ड्रेस कोड क्या होगा। वहीं हिसार में सीजेआई की शपथ से पहले डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन हवन यज्ञ का कार्यक्रम करेगा। इसके बाद ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाएगा। सीजेआई की शपथ लेते ही ढोल बजाकर मिठाई बांटी जाएगी। हिसार से जस्टिस सूर्यकांत का विशेष जुड़ाव रहा... जस्टिस सूर्यकांत के बारे में उनके भाई की अहम बातें...

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 5:00 am

इंडियन जस्टिस रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा:पुलिस की लापरवाही से 15 हजार बच्चों को नहीं मिल रहे मां-बाप, 72 बच्चे 12 से 18 साल के हुए...

मप्र में 18 साल से कम उम्र के 15 हजार से अधिक बच्चों को न्याय का इंतजार है। ये वे मामले हैं, जिनमें परिवार त्यागी बच्चे, अनाथ बच्चे या प्रताड़ित बच्चे शामिल हैं। हाल ही में सामने आई इंडियन जस्टिस रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ। रिपोर्ट के अनुसार इसकी बड़ी वजह है बच्चों को रेस्क्यू करके बाल कल्याण समिति और जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश करने वाली पुलिस यूनिट में करीब 40% पद खाली है। 60% में से आधे पुलिसकर्मी दूसरे काम में व्यस्त रहते हैं। जिसकी वजह से न तो रेस्क्यू हो पाता है और न ही इन्हें घर पहुंचा पा रहे हैं। इसमें ऐसे बच्चे भी शामिल हैं, जिन्हें समय पर लीगल फ्री नहीं किया जा रहा है। सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) ने इस संबंध में 6 महीने पहले मप्र एवं महिला एवं बाल विकास विभाग से सवाल–जवाब भी किया था। पूरी सूची जारी करके बताया था कि मप्र में करीब 150 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें अब तक विधिमुक्त (लीगल फ्री) नहीं किया गया है। इसके बाद विभाग की तरफ से कुछ बैठकें की गई, लेकिन संख्या घटने की बजाय बढ़ गई है। अब मप्र के 50 जिलों के मिलाकर करीब 180 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें लीगल फ्री होने का इंतजार है। इनमें से करीब 40% बच्चे लीगल फ्री होने के इंतजार में 12 से 18 साल की आयु में पहुंच गए हैं और उन्हें अब कोई गोद लेने को तैयार नहीं है। गोदनामे पर भी काम नहीं हो रहा है। विभागीय मंत्री निर्मला भूरिया का कहना है कि कार्रवाई हो रही है। दो दिन पहले केंद्रीय महिला बाल विकास की समिति आई थी। उसने बजट पर भी आपत्ति जताई है। सबसे अधिक बच्चे इंदौर संभाग के, भोपाल नंबर 2 मप्र में विधिमुक्त होने का इंतजार कर रहे 180 बच्चों में से सबसे अधिक इंदौर संभाग में हैं और इसके बाद भोपाल संभाग के बच्चे हैं। नर्मदापुरम संभाग का तो यह है ​कि यहां न तो बालिका गृह है और न ही बालक का गृह है। ​इस चक्कर में यहां के बच्चों को भोपाल या जबलपुर भेजा रहा है। क्योंकि निजी संस्थाओं को सरकार ने फंड देना बंद कर दिया, जिसकी वजह से अब इन्हें सरकारी संस्थाओं में रखना पड़ रहा है। मप्र की सरकारी संस्थाओं में लगभग दोगुने बच्चे हो गए हैं। छिंदवाड़ा, जब​लपुर, बेतूल, भिंड, ग्वालियर, कटनी, मुरैना, नरसिंहपुर, नीमच, राजगढ़, रतलाम, गुना, शिवपुरी, मंदसौर, नीमच समेत दूसरे जिलों में 5 से 15 बच्चे तक ऐसे हैं, जिन्हें लीगल फ्री नहीं किया गया है। बच्चों को विधिमुक्त करने का काम जिलों में बाल कल्याण स​मिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा किया जाता है। मार्च में सभी इनकी नियुक्ति का काम पूरा हो गया, लेकिन विधिमुक्त हाेने का काम अधूरा है।

दैनिक भास्कर 24 Nov 2025 4:17 am

युद्ध और आंतकवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाए UN:लखनऊ के अंतरराष्ट्रीय चीफ जस्टिस सम्मेलन में घोषणा पत्र जारी किया, मेयर रहीं मौजूद

CMS में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 26वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन पर रविवार को न्यायविदों और कानूनविदों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार करने पर सहमति जतायी। देशों के बीच आपसी युद्ध और हिंसा को रोके। संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध, आतंकवाद और उग्रवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाए। सम्मेलन में शामिल 52 देशों के 160 से अधिक न्यायाधीशों और कानूनविदों के साथ विभिन्न देशों से आए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष व प्रतिष्ठित हस्तियों ने मेयर सुषमा खर्कवाल की अगुवाई में सर्वसम्मति से लखनऊ में घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में न्यायविदों व कानूनविदों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में तत्काल सुधार का आह्वान किया है। सभी ने भावी पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण एवं शान्तिपूर्ण विश्व व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये दुनिया के सभी देश एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की अपील की। गोमतीनगर के विशाल खण्ड स्थित सीएमएस में रविवार की शाम न्यायविद और कानून विदों के सम्मान में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए। मेयर ने जारी किया घोषणा पत्र मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि मुख्य न्यायाधीशों व अन्य अतिथियों ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप सारे विश्व में एकता एवं शांति स्थापना के लिये सर्वसम्मति से जो लखनऊ घोषणा पत्र जारी किया है। इसके माध्यम से भावी पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य का अधिकार अवश्य ही मिलेगा। एकता, शान्ति व समता की भावना आधारित नवीन विश्व व्यवस्था का निर्माण होगा। विश्व एकता व विश्व शान्ति के लिये ठोस कदम उठाएं सभी ने एक स्वर से कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य संयुक्त राष्ट्र में अविलम्ब सुधार की तत्काल आवश्यकता है। एक नई विश्व व्यवस्था के गठन तक हमारा प्रयास निरन्तर जारी रहेगा। घोषणा पत्र में सभी ने विश्व एकता व विश्व शान्ति के लिये ठोस कदम उठाने की जरूरत बतायी। साथ ही मूलभूत अधिकारों, सभी धर्मों का आदर करने एवं विद्यालयों में नागरिक शिक्षा, शान्ति शिक्षा और अन्तर सांस्कृतिक समझ की शिक्षा देने के लिए भी कहा। न्यायविदों ने संकल्प व्यक्त किया कि वे अपने-अपने देश जाकर अपनी सरकार के सहयोग से इस मुहिम को आगे बढायेंगे। जिससे विश्व के सभी नागरिकों को नवीन विश्व व्यवस्था की सौगात मिल सके। 20 से 23 नवम्बर तक सीएमएस कानपुर रोड में आयोजित विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 26वां अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को खत्म हुआ। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 पर आधारित यह सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित था। सीएमएस प्रबन्धक प्रो. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि परिचर्चा में दुनिया भर के न्यायविदों व कानूनविदों ने विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य की जो अलख जगाई है। विभिन्न देशों के बीच संवाद कायम करने, गरीबी, अशिक्षा, आतंकवाद, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक समस्याओं के समाधान प्रस्तुत करने एवं संयुक्त राष्ट संघ में रचनात्मक बदलाव के साथ ही आने वाली पीढ़ियों को न्याय आधारित विश्व व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु सभी देशों को प्रेरित करेगा। सीएमएस के हेड कम्युनिकेशंस ऋषि खन्ना ने बताया कि सम्मेलन के तहत रविवार को बिल्डिंग टुमारोज लीगल आर्किटेक्चर: इन्हैन्स्ड आर्बिट्रेशन एण्ड ज्यूडिशियल कार्पोरेशन विषय पर चर्चा हुई। मांग पत्र में ये रहे मुख्य बिन्दु 1-संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध, आतंकवाद और उग्रवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाएं। 2-विश्व संसद की स्थापना पर विचार करें। 3-भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएं और अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार न्यायालय की स्थापना पर विचार करें। 4-जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में किये गए समझौतों के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिये त्वरित कदम उठाएं। 5-इंसान और पृथ्वी के हित में सामूहिक विनाश के हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाएं

दैनिक भास्कर 23 Nov 2025 7:42 pm

देश में 1 दिसंबर से केस लिस्टिंग का नया सिस्टम:जस्टिस सूर्यकांत बोले- मेरा फोकस अदालतों में पेंडिंग केसों की संख्या कम करना; कल शपथ ग्रहण

जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के 53वें CJI के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में संकेत दिए कि वे 1 दिसंबर को देश को सरप्राइज देंगे। उन्होंने केवल इतना इशारा किया कि सरप्राइज केसों की लिस्टिंग को लेकर है। लिस्टिंग की व्यवस्था इतनी अच्छी होगी कि सब इसका स्वागत करेंगे। देश के सबसे बड़े ज्यूडिशियल ऑफिस का चार्ज संभालने से पहले, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डेजिग्नेटेड, जस्टिस सूर्यकांत ने शनिवार को कहा कि उनका मेन फोकस देश की अदालतों में पेंडिंग केसों की भारी संख्या को कम करना होगा। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के उन मामलों का निपटारा करेंगे, जो हाईकोर्ट में लास्ट स्टेज में हैं और सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के कारण लटके हैं। जस्टिस सूर्यकांत ने मीडिएशन को भी एक गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि यह लिटिगेंट्स को कोर्ट के बाहर तेजी से सेटलमेंट दिला सकता है। अगर पेंडिंग और प्री-लिटिगेशन केस मीडिएशन से सुलझाए जाते हैं, तो कोर्ट पर बोझ काफी कम हो जाएगा। जस्टिस सूर्यकांत दिल्ली में अपने सरकारी आवास पर लीगल जर्नलिस्ट्स के एक ग्रुप को एड्रेस कर रहे थे। जस्टिस सूर्यकांत की बकेटलिस्ट में क्या-क्या शपथ ग्रहण में 7 देशों के चीफ जस्टिस और उनके परिवार आएंगे राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतनी बड़ी संख्या में दूसरे देशों के न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के चीफ जस्टिस उनके साथ आए परिवार के सदस्य शामिल होंगे। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा CJI पद के शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र बनकर तैयार हो गए हैं। जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए।

दैनिक भास्कर 23 Nov 2025 9:44 am

सीजेआई की शपथ लेने से पहले जस्टिस सूर्यकांत ने बताई अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता

भारत के नामित प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने शपथ ग्रहण से पहले मीडिया से मुलाकात की और कहा कि सुप्रीम कोर्ट और पूरे देश में मुकदमों के बढ़ते बोझ को घटाने के लिए समानांतर योजनाएं लागू करेंगे

देशबन्धु 23 Nov 2025 9:10 am

राजस्थान में कानून-व्यवस्था पर होगी निगरानी:9 एडीजी को रेंज प्रभारी लगाया, क्राइम कंट्रोल पर देंगे विशेष ध्यान

राजस्थान में कानून-व्यवस्था पर निगरानी और क्राइम कंट्रोल को ओर अधिक मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी हुए आदेश से 9 एडीजी अफसरों को रेंज प्रभारी नियुक्त किया गया है। एडीजी कानून-व्यवस्था ने शनिवार रात एक आदेश जारी किए हैं। आदेश के अनुसार, एडीजी प्रशाखा माथुर को जयपुर कमिश्नरेट का प्रभारी बनाया गया है। बीजू जॉर्ज जोसफ को बीकानेर रेंज, संजीव कुमार नार्जरी को उदयपुर रेंज और विशाल बंसल को जोधपुर कमिश्नरेट की जिम्मेदारी दी गई है। इसी तरह एस. सेंगाथिर को जयपुर रेंज का प्रभारी नियुक्त किया गया है। बिपिन कुमार पाण्डेय को भरतपुर रेंज, रूपिन्दर सिंघ को अजमेर रेंज और भूपेन्द्र साहू को जोधपुर रेंज का कार्यभार सौंपा गया है। बी.एल. मीणा को कोटा रेंज का प्रभारी बनाया गया है। नियुक्ति के बाद सभी अधिकारियों को अपने-अपने रेंज में कानून-व्यवस्था की स्थिति और अपराध नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।

दैनिक भास्कर 23 Nov 2025 8:43 am

बुलंदशहर में दरोगा ने पति की कमर में तमंचा खोसा:शिकायत लेकर गई पत्नी को क्राइम सीन समझाया; फिर रटाए सवाल पूछे

बुलंदशहर में एक दरोगा की दबंगई सामने आई है। एक महिला खुर्जा के नव दुर्गा मंदिर पुलिस चौकी पहुंची। पुलिस से कहने लगी- मेरा पति तमंचा लेकर घूमता है। इस पर दरोगा ने कहा- इधर आओ। जैसे कह रहा हूं, वैसे कहना। दरोगा ने महिला के सबसे पहले पूरा सीन समझाया। महिला को क्या कहना है, ये बात फिल्मी डायलॉग की तरह रटाया। फिर उसके पति को पास बुलाया। कमर में तमंचा खोसा और जेब में कारतूस डाल दिए। मामला खुर्जा कोतवाली क्षेत्र का है। पहले मामले को जानते हैं…उस्मानपुर गांव में अजय सोलंकी (40) अपनी पत्नी पूजा (35) के साथ रहता है। शनिवार रात करीब 9 बजे पूजा ने 112 पर पुलिस को सूचना दी कि उसका पति तमंचा लेकर घूम रहा है। इसके बाद वो नवदुर्गा मंदिर चौकी पहुंची। इस पर पति को पुलिस पकड़ लाई। अजय के पास से तमंचा बरामद हुआ। यहां चौकी प्रभारी मनीष कुमार ने फिल्मी अंदाज में सीन क्रिएट किया। उसकी पत्नी को बताया कि कैसे और क्या बोलना है? पढ़िए दरोगा ने महिला को पूरा सीन कैसे समझाया… दरोगा- सुनो, तुम इधर आ जाओ। हम पूछेंगे कि तुम्हारा नाम क्या है? नाम तेज बताना। पति का नाम क्या है? उम्र कितनी है? कहां की रहने वाली हो? क्या हुआ जब पूछूंगा तो कहना- ये मेरा पति है। तमंचा लेकर घूम रहा। जितना बोला है उतना ही कहना, ठीक है। ज्यादा बकवास नहीं। ​​​​​​दरोगा महिला के पति से- तू कहना कि साहब गलती हो गई। पति- साहब ऐसे घूमा नहीं, लेकिन.... दरोगा- गलती हुई है या जानबूझकर लेकर घूम रहा। पति- हां, साहब बिल्कुल गलती हुई है। दरोगा- यही कहना है कि साहब गलती हो गई। मुझे माफ कर दो। अब नहीं करूंगा। इसके बाद दरोगा तमंचा लेकर महिला के पति की कमर में खोस देता है और कारतूस जेब में डाल दिए। दरोगा- आओ, दीवान जी इधर आ जाओ। इसके बाद एक सिपाही फोन से वीडियो बनाने लगता है। फिर दरोगा पूछताछ करने लगता है। दरोगा महिला से- क्या हुआ 112 पर क्यों सूचना दी थी आपने? महिला- साहब ये मेरा पति है। दरोगा- क्या नाम है तुम्हारा? महिला- पूजा। दरोगा- पूजा, क्या हुआ था? महिला- ये मुझे पिस्टल लेकर मारने की कोशिश कर रहे थे। दरोगा- पिस्टल कहा है? महिला- इसके पास है। दरोगा- तलाशी लो इसकी। तलाशी लेने के बाद दरोगा उसकी कमर से पिस्टल निकालता है। और कारतूस गिनता है। एक, दो, तीन, चार, पांच। दरोगा- क्यों लेकर घूम रहा था तमंचा? पति- मैं जंगल में था, तो सुरक्षा के लिए लिया था। दरोगा- क्या नाम है तेरा? पति- अजय सोलंकी। दरोगा- ये तेरे को पता है नहीं है कि तमंचा रखना अपराध है? पति- आत्म सुरक्षा के लिए रखा था।------------------------- ये खबर भी पढ़ें...'मेरे सामने बच्चे की चोट पर फेवीक्विक लगाया':मेरठ में पिता बोले- मुझसे ही मंगवाया, भगवान किसी के बेटे को ऐसा दर्द न दें बच्चे का खून देखकर मैं घबरा गया था। जल्दी से अस्पताल भागा। अस्पताल स्टॉफ ने बताया- घाव गहरा है। उसे असहनीय दर्द हो रहा था। मैंने टांके का विकल्प पूछा। मुझे क्या पता था वे ऐसा करेंगे। मुझसे ही फेवीक्विक मंगाया। मेरे सामने ही बच्चे की आंख के ऊपर लगी चोट पर फेवीक्विक लगा दिया। ये कहना है ढाई साल के मासूम मनराज के पिता सरदार जसपिंदर सिंह का। मेरठ के सरदार जसपिंदर के बेटे की चोट पर भाग्यश्री अस्पताल में फेवीक्विक डाल कर चिपका दिया गया था। अस्पताल की इस लापरवाही की वजह से बच्चा रात भर दर्द से तड़पता रहा। उसकी तकलीफ बयां करते हुए पिता की आंखें भर आईं। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 10:40 pm

₹5.90 लाख की ब्राउन शुगर के साथ पकड़ाया ड्राइवर:सस्ते में लाकर शहर में महंगे दाम पर बेचता था; क्राइम ब्रांच ने घेरकर दबोचा

क्राइम ब्रांच ने पांचवीं पास एक बदमाश को पकड़ा है। उसके पास से 50.92 ग्राम ब्राउन शुगर मिली, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 5 लाख 90 हजार रुपए है। वह गार्डन में घूमता हुआ मिला था। फिलहाल क्राइम ब्रांच उससे पूछताछ कर रही है। डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि अवैध मादक पदार्थों की सप्लाई करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में मुखबिर से सूचना मिली कि लोखंडे पुल के पास सरस्वती नदी गार्डन में एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा है। सूचना पर टीम तुरंत मौके पर पहुंची और उसे घेर लिया। टीम को देखकर वह भागने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। टीम ने पूछताछ की तो उसने अपना नाम अब्दुल खालिद पिता मो.इलयास, बालाराम की कुटिया नागदा उज्जैन का होना बताया। उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 50.92 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई। टीम ने केस दर्ज कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि ज्यादा पैसा कमाने के लिए वह यह काम कर रहा था। वह सस्ते दाम पर ब्राउन शुगर लाता था और शहर में नशा करने वालों को महंगे दामों में बेचा करता था। वह पांचवीं तक पढ़ा हुआ और पेशे से ड्राइवर है, दैनिक वेतन पर ड्राइवरी करता है। टीम उससे ओर भी जानकारी निकाल रही है। बता दें कि जनवरी से अब तक क्राइम ब्रांच की टीम 5 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स बरामद कर चुकी है। प्रतापगढ़ की मिली लिंक डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि वह पहले भी इंदौर में आकर लोगों को ड्रग्स की सप्लाई कर चुका है। इसकी लिंक राजस्थान के प्रतापगढ़ की मिली है। वह प्रतापगढ़ में किससे ड्रग्स लेकर आता था, उसकी तलाश भी की जा रही है। उसे भी जल्द पकड़ा जाएगा। आरोपी मूल रूप से नागदा उज्जैन का रहने वाला है। प्रतापगढ़ और अन्य जिलों से ड्रग्स लेकर इंदौर में सप्लाई करने आता था। पूरी प्लानिंग के साथ अब्दुल खालिद को पकड़ा गया है।

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 2:51 pm

CJI का शपथ ग्रहण-7 देशों के मुख्य न्यायाधीश आएंगे:सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में ऐसा पहली बार; जस्टिस सूर्यकांत 53वें चीफ जस्टिस होंगे

जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतनी बड़ी संख्या में दूसरे देशों के न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के चीफ जस्टिस उनके साथ आए परिवार के सदस्य शामिल होंगे। मौजूदा CJI गवई का कार्यकाल 23 नवंबर को खत्म हो रहा है। अगले CJI जस्टिस सूर्यकांत 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीने का होगा। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा CJI पद के शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र बनकर तैयार हो गए हैं। जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए।

दैनिक भास्कर 22 Nov 2025 1:27 pm

अनुराग कश्यप की क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची का फर्स्ट लुक पोस्टर आया सामने, इस दिन सिनेमाघरों में देगी दस्तक

एमेजन एमजीएम स्टूडियोज इंडिया ने अपनी आगामी थियेट्रिकल रिलीज फिल्म 'निशांची' का धमाकेदार फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज कर दिया है। अजय राय और रंजन सिंह द्वारा जार पिक्चर्स के बैनर तले, फ्लिप फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस की गई ये फिल्म एक रोमांचकारी ...

वेब दुनिया 31 Jul 2025 2:27 pm

क्रिमिनल जस्टिस 4 में एक अलग अवतार में दिखीं बरखा सिंह, बोलीं- मैं खुद को साबित करना चाहती थी

बरखा सिंह भारतीय सिनेमा के सबसे होनहार चेहरों में से एक हैं। उन्होंने विभिन्न मंचों पर काम करते हुए, बाधाओं को पार किया है और अपने लिए एक रास्ता बनाया है। दर्शकों और आलोचकों को उनके किरदारों और अभिनय के तरीके से बेहद प्यार है। एक इंटरव्यू में बरखा ...

वेब दुनिया 23 Jul 2025 2:18 pm

अनुराग कश्यप लेकर आए क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची, इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज

अनुराग कश्यप एक नई गहन क्रामइ ड्रामा फिल्म 'निशांची' लेकर आ रहे हैं। अमेजन एमजीएम स्टूडियो ने इस फिल्म का टीजर शेयर करते हुए इसकी थिएट्रिकल रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ये फिल्म हालात को हूबहू पर्दे पर उतारने वाली और ...

वेब दुनिया 16 Jun 2025 6:07 pm

अभिषेक बनर्जी की क्राइम थ्रिलर स्टोलन का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज, इस दिन प्राइम वीडियो पर दस्तक देगी फिल्म

प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी रोमांचक इन्वेस्टीगेटिव क्राइम थ्रिलर 'स्टोलन' का दमदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर टीम के साथ 'स्टोलन' करण ...

वेब दुनिया 28 May 2025 2:05 pm

सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म

बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...

वेब दुनिया 7 Mar 2025 3:25 pm

क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज

web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...

वेब दुनिया 24 Feb 2025 3:20 pm

क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।

वेब दुनिया 8 Nov 2024 11:01 am

Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर

Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर

समाचार नामा 13 Jun 2024 10:00 am

गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलर सीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम

गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम

समाचार नामा 25 May 2024 10:00 am

Criminal Justice Season 4 | क्रिमिनल जस्टिस सीज़न 4 में माधव मिशा के रूप में वापसी करेंगे पंकज त्रिपाठी | Watch Video

डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)

प्रभासाक्षी 17 May 2024 12:57 pm

सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया

सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।

प्रभासाक्षी 7 May 2024 2:37 pm

Nikkhil Advani Birthday Special : रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा

Nikkhil Advani BirthdaySpecial :रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा

समाचार नामा 28 Apr 2024 9:00 am

Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी

Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी

मनोरंजन नामा 26 Apr 2024 9:15 am

Salman Khan Firing Case: मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय से अनमोल बिश्नोई के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया

सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।

प्रभासाक्षी 25 Apr 2024 2:57 pm

Salman Khan फायरिंग केस में आया बिलकुल तड़कता-भड़कता अपडेट, मुंबई क्राइम ब्रांच के हाथ लगा एक और पुख्ता सबूत

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मनोरंजन नामा 22 Apr 2024 3:00 pm

Salman Khan फायरिंग केस में क्राइम ब्रांच को गुजरात से मिला बड़ा कनेक्शन, मामले में हुआ अबतक का सबसे सनसनीखेज खुलासा

Salman Khan फायरिंग केस मेंक्राइम ब्रांच को गुजरात से मिला बड़ा कनेक्शन, मामले में हुआ अबतक का सबसे सनसनीखेज खुलासा

समाचार नामा 22 Apr 2024 2:50 pm

रोंगटे खड़े कर देंगी सीरियल किलर्स पर बनी ये क्राइम-थ्रिलर, खून ख्राबार देखकर उड़ जाएगी रातों की नींद

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मनोरंजन नामा 22 Apr 2024 8:17 am

Salman Khan फायरिंग केस में आया नया मोड़! भाईजान को मारना नहीं था शूटर्स का मकसद, क्राइम ब्रांच ने किया चौकाने वाला खुलासा

Salman Khan फायरिंग केस में आया नया मोड़! भाईजान कोमारना नहीं था शूटर्स का मकसद,क्राइम ब्रांच ने किया चौकाने वाला खुलासा

मनोरंजन नामा 18 Apr 2024 6:21 am

Salman Khan के घर हुई फायरिंग के केस में क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, इस राज्य में पकड़े गए दोनों आरोपी

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समाचार नामा 16 Apr 2024 8:43 am

धमाकेदार बीतने वाला है अप्रैल का ये हफ्ता, क्राइम-थ्रिलर के साथ देशभक्ति का तड़का लगाने आ रही है ये धांसू फिल्में और सीरीज

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मनोरंजन नामा 16 Apr 2024 8:30 am

मुंबई क्राइम ब्रांच का एक्शन, सलमान के घर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर दबोचे

Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.

आज तक 16 Apr 2024 8:04 am

Salman Khan के घर हुई फायरिंग में क्राइम ब्रांच के हाथ लगी बड़ी सफलता, नवी मुंबई में पकड़े गए 2 संदिग्ध

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मनोरंजन नामा 15 Apr 2024 3:30 pm

सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जांच करेगी मुंबई क्राइम ब्रांच, इन धाराओं में दर्ज किया केस

Salman Khan firing case: बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर रविवार तड़के दो अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर दी। इस हमले के बाद हर कोई सलमान खान की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर कर रहा है। बांद्रा पुलिस ने दो अज्ञात शख्स के ...

वेब दुनिया 15 Apr 2024 11:27 am

April में OTT पर तहलका मचाने आ रही है ये धमाकेदार फिल्में और सीरीज, मिलेगा एक्शन से लेकर क्राइम-थ्रिलर तक का मजा

April में OTT पर तहलका मचाने आ रही है ये धमाकेदार फिल्में और सीरीज, मिलेगा एक्शन से लेकर क्राइम-थ्रिलर तक का मजा

मनोरंजन नामा 1 Apr 2024 12:02 pm

क्राइम-थ्रिलर कंटेंट देखने के है शौकीन! तो फौरन देख डाले UP के माफियाओं पर बनी ये वेब सीरीज, खौफनाक कहानियां खड़े कर देंगी रोंगटे

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मनोरंजन नामा 31 Mar 2024 2:30 pm