'भगवान विष्णु से पूछो...', बयान पर घिरे चीफ जस्टिस गवई तो दी सफाई- सभी धर्मों का करता हूं सम्मान
CJI BR Gavai: खजुराहो में भगवान विष्णु की मूर्ति को लेकर CJI बीआर गवई ने एक टिप्पणी की थी, जिसके बाद सोशल पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे थे, अब जस्टिस गवई ने इसपर सफाई दी है.
खरगोन जिले के नवागत एसपी रवींद्र वर्मा ने बुधवार रात जिले के पांच थाने और चौकियों का दौरा कर कानून-व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने थाना प्रभारियों और स्टाफ से सीधे चर्चा कर क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था, अपराध की स्थिति और त्योहारी सीजन को लेकर जरूरी निर्देश दिए। एसपी वर्मा ने मेनगांव थाना, गोगावां क्षेत्र में शीतला माता मंदिर, अहिरखेड़ा चौकी, बिस्टान और भगवानपुरा थाना का निरीक्षण किया। उन्होंने हर स्थान पर क्राइम फाइलों की समीक्षा की और थानों में उपलब्ध सुरक्षा संसाधनों की जांच की। सीसीटीवी कैमरे सुधारने के निर्देश निरीक्षण के दौरान एसपी ने थानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की स्थिति देखी और जहां जरूरी हो, उन्हें तुरंत ठीक कराने के निर्देश दिए। उन्होंने हवालात, शस्त्रागार, बलवा ड्रिल सामग्री और अन्य सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की। असामाजिक तत्वों पर नजर रखें एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को क्षेत्र में सक्रिय बदमाशों, गुंडा तत्वों और संवेदनशील स्थानों पर विशेष नजर रखने को कहा। उन्होंने एनसीआरपी पोर्टल, सीसीटीएनएस और समंस-वारंट से जुड़ी जानकारी भी ली। त्योहारों को लेकर सतर्कता के निर्देश आगामी त्योहारों को देखते हुए एसपी ने स्टाफ को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा। उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल पूरी तरह तैयार रहे। यह अधिकारी भी रहे मौजूद निरीक्षण के दौरान एएसपी बिट्टू सहगल, एसडीओपी भीकनगांव राकेश आर्य सहित संबंधित थाना और चौकियों के प्रभारी मौजूद रहे। सभी से एसपी ने फील्ड की स्थिति पर फीडबैक लिया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। देखें एसपी के निरीक्षण की तस्वीरें...
भोजपुर के करनामेपुर थाना पुलिस ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की है। दो अपराधियों को अवैध हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। छापेमारी रामदत्तही गांव स्थित काली मंदिर के पास की गई। जहां दोनों क्राइम की साजिश रच रहे थे। एक देसी कट्टा, जिंदा कारतूस, बाइक और 2 मोबाइल बरामद हुआ है। पहचान बक्सर के छोटका विशुपुर निवासी ऋषिकेश कुमार तिवारी और शाहपुर थाना क्षेत्र के ईश्वरपुरा निवासी हरीओम सिंह के तौर पर हुई है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई एसपी राज ने बताया कि करनामेपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि काली मंदिर के पास दो व्यक्ति हथियार के साथ मौजूद है। अपराध का साजिश रच रहे हैं। सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष कन्हैया कुमार ने पुलिस बल के साथ छापेमारी की। तलाशी के दौरान दोनों के पास से हथियार मिला। आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अपराधियों से पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या उनका संबंध किसी हालिया घटना से है। एसपी ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत नजदीकी थाना या कंट्रोल रूम को दें। ताकि अपराध पर समय रहते कार्रवाई की जा सके।
राहत:मप्र पुलिस ने शुरू किया साइबर फाइनेंशियल क्राइम मिटिगेशन सेंटर
महीनेभर में 70 करोड़ रुपए ठगों तक जाने से रोके इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) की तर्ज पर पहली बार मप्र पुलिस ने खुद का साइबर फ्रॉड मिटिगेशन सेंटर शुरू किया है। इस सेंटर में केवल मप्र के फरियादियों के होल्ड किए गए बैंक खातों का पैसा रिलीज करवाने की प्रक्रिया पर काम होगा। ठगी के दो घंटे के भीतर नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाने वाले मप्र के फरियादी से इस सेंटर की टीम खुद बात करेगी। उन्हें एक फॉर्म देगी जिसे लोकल थाने में जमा करना होगा। इसके आगे की प्रक्रिया यह टीम लोकल थाने के स्टाफ से पूरी करवाएगी, ताकि जल्द से जल्द फरियादी को राशि वापस मिल सके। महीनेभर पहले शुरू हुए इस सेंटर ने होल्ड कैपेसिटी की दर 10% से बढ़ाकर 28% तक कर दी है। इससे अब तक करीब 70 करोड़ रुपए साइबर ठगों की जेब में जाने से बचाए जा चुके हैं। 1100-1200 शिकायतें रोजाना आती हैं एनसीआरपी पोर्टल पर हिंदी-अंग्रेजी दोनों भाषाएं जानने वाले पुलिसकर्मी एसपी स्टेट साइबर प्रणय नागवंशी ने बताया कि साइबर फ्रॉड का शिकार होने वाले मप्र के लोगों को सहूलियत देने के लिए इस मिटिगेशन सेंटर की शुरुआत की गई है। डिपो चौराहा स्थित साइबर मुख्यालय में इसके लिए 4 पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया है। इनकी नियुक्ति के लिए विभाग से सब-इंस्पेक्टर स्तर के अफसरों से आवेदन मंगवाए गए थे। इसके बाद इंटरव्यू हुआ और उन्हीं लोगों का चयन किया गया, जो हिंदी-अंग्रेजी भाषा अच्छे से जानते हों। मप्र में एनसीआरपी या 1930 हेल्पलाइन नंबर के जरिए रोजाना करीब 1100-1200 शिकायतें दर्ज होती हैं। शिकायत पहुंचते ही सक्रिय हो जाती है टीम साइबर फ्रॉड की शिकायत जैसे ही एनसीआरपी पोर्टल पर आती है, उसकी जानकारी संबंधित प्रदेश की साइबर पुलिस को नजर आने लगती है। जैसे- मप्र के किसी जिले से कोई शिकायत करता है तो उसकी जानकारी मप्र साइबर पुलिस को दिखने लगती है। यह शिकायत अब मिटिगेशन सेंटर की मप्र टीम देखेगी। इसमें पैसा किस खाते से निकला और किस-किस खाते में गया यह भी दिखता है। टीम 7-8 लेयर तक के बैंक खातों या मर्चेंट की रकम का ट्रांजेक्शन रुकवा देती है। दो घंटे का गोल्डन ऑवर किसी भी रकम को रुकवाने के लिए दो घंटे का गोल्डन ऑवर माना जाता है। यदि इस गोल्डन ऑवर में शिकायत की गई है तो यह टीम फौरन संबंधित फरियादी से बात करेगी। इसके बाद उन्हें एक फॉर्म भेजेगी और उसे भरकर लोकल साइबर नोडल थाने में जमा करवाने के लिए कहेगी। इसके बाद मिटिगेशन सेंटर की टीम संबंधित थाना स्टाफ से बात करेगी कि जल्द से जल्द आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी करवाएं। फ्रीज हुए खाते में भी मदद एसपी ने बताया कि ऐसे भी रोजाना 4-5 मामले आते हैं, जिसमें कोई जालसाज ने ठगी गई रकम से कोई सामान खरीदने के लिए पैसे किसी व्यापारी के खाते में ट्रांसफर किए। फरियादी ने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत की तो पुलिस व्यापारी के खाते को भी होल्ड करवा देती है। ऐसे में व्यापारी अपने खाते का होल्ड खुलवाने के लिए पुलिस की मदद लेता है। इसमें भी टीम मदद करेगी।
अडानी आदेश : जस्टिस काटजू का 'स्वतंत्र' मीडिया की जांच का आह्वान
अडानी आदेश और भारत का तथाकथित 'स्वतंत्र' मीडिया : जस्टिस काटजू का 'स्वतंत्र' मीडिया की जांच का आह्वान
अंगडिया कर्मचारी से 2.5 करोड़ की लूट : मुंबई क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपी को दबोचा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लुटेरों ने कार का दरवाजा खोलते ही कर्मचारियों पर हमला कर दिया, उन्हें रस्सियों से बांध दिया और बैग में रखे करीब 2.5 करोड़ रुपये लेकर फरार हो गए।
हिसार जिले के हांसी में पुलिस ने महिला सुरक्षा को लेकर विशेष अभियान चलाया। पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन के नेतृत्व में एसडी कॉलेज में आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। थाना महिला प्रबंधक इंस्पेक्टर सरोज ने छात्राओं को आत्मरक्षा के व्यावहारिक उपाय बताए। विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम पुलिस ने शहर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में कार्यक्रम आयोजित किए। हिन्दू हाई स्कूल में इंस्पेक्टर सदानंद, आईटीआई भकलाना में इंस्पेक्टर मंदीप और आईटीआई हांसी में सब इंस्पेक्टर सुमेर ने छात्राओं को जागरूक किया। इंस्पेक्टर सरोज ने छात्राओं को कलाई पकड़ से छुटकारा पाने के तरीके सिखाए। गला पकड़ने की स्थिति में बचाव और घुटने-हथेली से वार जैसी तकनीक भी बताईं। तस्करी से बचाव के उपाय समझाए छात्राओं को खतरे की स्थिति में डायल-112 या पुलिस हेल्पलाइन पर संपर्क करने की सलाह दी गई। पुलिस अधिकारियों ने साइबर अपराध, छेड़छाड़ और मानव तस्करी से बचाव के उपाय समझाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि पीड़िता की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। लड़कियों का आत्मनिर्भर होना जरूरी एसपी अमित यशवर्धन ने कहा कि लड़कियों का आत्मनिर्भर होना जरूरी है। उनका लक्ष्य है कि हांसी की हर बेटी सुरक्षित महसूस करे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्राओं ने हिस्सा लिया। छात्राओं ने कहा कि यह प्रशिक्षण उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। उनसे अपील की गई कि वे अपने परिवार और सहेलियों को भी आत्मरक्षा का महत्व समझाएं।
राजस्थान पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कुमार शर्मा ने भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों को साफ और कड़ा मैसेज दिया। कहा- फील्ड पोस्टिंग में ईमानदार को प्राथमिकता मिलेगी, भ्रष्ट अफसरों की फील्ड पोस्टिंग नहीं लगाई जाएगी। DGP राजीव कुमार शर्मा ने मंगलवार को बाड़मेर में जोधपुर रेंज के पुलिस अधीक्षकों की क्राइम मीटिंग ली। इसके बाद प्रेसवार्ता में उन्होंने राजस्थान पुलिस से संबंधित महत्वपूर्ण बातें कहीं। DGP ने की 5 महत्वपूर्ण बातें.. नवाचार से ज्यादा जरूरी बेसिक पुलिसिंग डीजीपी ने कहा- नवाचार से जरूरी बेसिक पुलिसिंग है। गश्त की व्यवस्था, लोगों से जुड़ाव, क्राइम कंट्रोल, जन सहयोग जरूरी है। लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बनाए रखने की जरूरत है। लोग हम पर विश्वास करेंगे तो हमें आसपास हो रही गतिविधियों की सूचना समय पर देंगे। पुलिस का सारा स्टाफ फील्ड में भी सक्रिय रहे। ताकि लोग भरोसा कर सकें। केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर लगातार कई केंद्रीय संस्थान समय-समय पर इस बारे में गहन रिसर्च कर रहे हैं कि पुलिस के सामने क्या चुनौतियां आ रही हैं। कौन सी नई टेक्नोलॉजी चाहिए। क्या तौर-तरीके बदलने की जरूरत है। हर साल राज्यों की इसकी जानकारी दी जाती है। संसाधन दिए जाते हैं। अच्छी तकनीक एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचती है। डीजीपी ने एसआई भर्ती में नकल गिरोह के सवाल पर कहा- गलत चीज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी एसओजी छोटी से छोटी शिकायत पर गंभीर है। ऐसे कृत्य में कोई व्यक्ति लिप्त है, उस पर कार्रवाई करना हमारा प्रमुख दायित्व है। CLG सदस्यों में युवाओं को शामिल करें डीजीपी ने कहा- हम जनता से जुड़ने के प्रयास कर रहे हैं। रात्रि चौपाल के जरिए लोगों तक पहुंच सकते हैं। युवाओं को ज्यादा से ज्यादा साथ जोड़ना चाहेंगे। हम चाहेंगे 18 से 25 साल के युवा हमारे साथ जुड़ें। हम थानाधिकारियों को कह रहे हैं कि सीएलसी सदस्यों में युवाओं को शामिल करें। उनके साथ खेलकूद गतिविधियों मे शामिल हों। करियर के लिए उनका मार्गदर्शन करें। युवा सक्षम हैं। उसमें एनर्जी है। उसकी एनर्जी को यूज करें। उसे गाइड करें। युवा थानों में जाएं और अधिकारियों से बात करें। गाइडेंस लें। युवा फर्जी पेपर खरीदने और नकल करने की दिशा में चले जाते हैं। उन्हें चाहिए कि मां-बाप का पैसा अच्छे काम में खर्च करें। युवाओं को उल्टा रास्ता छोड़कर सीधा रास्ता अपनाना चाहिए। क्राइम बैठक में जोधपुर रेंज आईजी राजेश मीणा DIG कुंवर राष्ट्रदीप, बाड़मेर एसपी सहित जोधपुर रेंज के जैसलमेर, बालोतरा, जालौर, सिरोही, जोधपुर ग्रामीण फलोदी पाली के एसपी मौजूद रहे।
भागलपुर के सुल्तानगंज में पुलिस ने अपराध की योजना बना रहे चार युवकों को गिरफ्तार किया है। सुल्तानगंज थाना प्रभारी संजय कुमार मंडल के मुताबिक, रेलवे स्टेशन के पास से एक बालिग और तीन नाबालिग को पकड़ा गया। डायल 112 की पुलिस टीम को नगर परिषद क्षेत्र के एक मोहल्ले में कुछ युवकों के जमा होने की सूचना मिली थी। पकड़े गए नाबालिगों में से दो हाई स्कूल के छात्र हैं। पुलिस की छापेमारी के दौरान एक युवक भाग निकला। लेकिन पकड़े गए छात्रों की मदद से पुलिस ने भागे हुए छात्र को भी गिरफ्तार कर लिया। निशानदेही पर किराना की दुकान से देसी कट्टा, 3 कारतूस बरामद आरोपियों की निशानदेही पर स्टेशन के पास स्थित एक किराना दुकान से एक देशी कट्टा और तीन गोलियां बरामद हुईं। छात्रों के परिजनों ने बताया कि उन्हें फोन कर मोहल्ले में एक जगह बुलाया गया था। विधि व्यवस्था डीएसपी नवनीत कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग आपराधिक घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। सूचना की पुष्टि के बाद कार्रवाई की गई। दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह और एक बालिग को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सोनीपत में पुलिस आयुक्त सोनीपत, ममता सिंह, IPS (ADGP) के कुशल नेतृत्व में साइबर जागरूकता अभियान निरंतर जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक बसंत कुमार ने अपनी पुलिस टीम के साथ जैन विद्या मंदिर स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर छात्राओं को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम में लगभग 80 छात्राओं और स्टाफ ने भाग लिया। साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक बसंत कुमार ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज के डिजिटल युग में साइबर अपराध दिन-प्रतिदिन नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने का माध्यम बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे बचने का सबसे प्रभावी तरीका सतर्कता और जागरूकता है। प्रमुख जानकारी व सुझाव... सावधान रहने योग्य मुख्य बिंदू... जागरूकता कार्यक्रम के अंत में उपस्थित विद्यार्थियों व विद्यालय प्रबंधन ने साइबर थाना की टीम का आभार व्यक्त करते हुए ऐसे अभियानों को समय-समय पर आयोजित करने की मांग की।
हिसार जिले के राजकीय कन्या महाविद्यालय उगालन में मंगलवार को छात्राओं के लिए एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में साइबर क्राइम, महिला सुरक्षा, नशा मुक्ति तथा यातायात नियमों की जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम इंस्पेक्टर मंदीप चहल के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य अरूण कुमार ने की। इंस्पेक्टर मंदीप चहल ने छात्राओं को साइबर अपराध से बचने के उपाय बताए। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग में छात्राओं को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, पासवर्ड और सोशल मीडिया अकाउंट्स को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। साइबर ठगी के मामलों से बचने के लिए जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। नशे से दूर रहकर अपने करियर पर ध्यान दें- संदीप हेड कॉन्स्टेबल संदीप कुमार ने नशा मुक्ति और यातायात नियमों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहकर अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। साथ ही यातायात नियमों का पालन करके न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जान भी बचाई जा सकती है। महिला पुलिसकर्मी शिक्षा व रविन्द्र कौर ने छात्राओं को दुर्गा शक्ति ऐप की जानकारी दी। उन्होंने विस्तार से बताया कि किस प्रकार यह ऐप महिलाओं की सुरक्षा में सहायक है और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त की जा सकती है। ट्रैफिक इंचार्ज रूप सिंह ने छात्राओं को यातायात नियमों का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हेलमेट, सीट बेल्ट और ट्रैफिक सिग्नल का पालन करना बेहद जरूरी है। नशा मुक्ति अभियान संयोजक हेमन्त कुमार पुनिया ने छात्राओं को समाज में नशा मुक्त वातावरण बनाने की दिशा में उनकी भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छात्राएं अपने परिवार और समाज को जागरूक करने में अहम योगदान दे सकती हैं। कार्यक्रम में कॉलेज का पूरा स्टाफ मौजूद रहा और छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया। अंत में प्राचार्य अरूण कुमार ने पुलिस विभाग और अन्य वक्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्राओं के व्यक्तित्व विकास और समाज को सही दिशा देने में सहायक सिद्ध होंगे।
तेजी से डिजिटल होती जिंदगी में जहां मोबाइल और इंटरनेट ने नई सहूलियतें दी हैं, वहीं साइबर अपराधियों ने भी अपने जाल फैलाने शुरू कर दिए हैं। आमजन को खतरों से सतर्क करने के लिए हिसार जिले के हांसी में विशेष साइबर क्राइम जागरूकता अभियान चलाया गया। साइबर अपराधों से बचाव के गुर सिखाए एसपी अमित यशवर्धन के दिशा-निर्देश पर थाना प्रबंधक नारनौंद सब-इंस्पेक्टर बलवान ने खेड़ी चौपटा स्थित भागमल नर्सिंग कॉलेज में और थाना प्रबंधक बास इंस्पेक्टर मंदीप चहन ने आईटीआई भकलाना में विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से बचाव के गुर सिखाए। पुलिस का स्टूडेंट से सीधा संवाद कार्यक्रम में विद्यार्थियों से सीधे संवाद करते हुए अधिकारियों ने बताया कि पढ़ाई, मनोरंजन और जानकारी हासिल करने के लिए इंटरनेट और मोबाइल का सही उपयोग जरूरी है, लेकिन धोखेबाज इसी तकनीक का दुरुपयोग कर लोगों की मेहनत की कमाई लूटने का काम करते हैं। ऑनलाइन फ्रॉड सबसे बड़ा खतरा अधिकारियों ने विस्तार से समझाया कि ऑनलाइन फ्रॉड सबसे बड़ा खतरा है। इसमें अपराधी फर्जी लिंक, लॉटरी, जॉब ऑफर या स्कॉलरशिप के नाम पर पैसे ऐंठ लेते हैं। सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर दोस्ती करना और फोटो-वीडियो का दुरुपयोग करना आम बात हो गई है। गेमिंग एप्स में इन-ऐप खरीददारी के बहाने बैंक डिटेल ली जाती है। वहीं, फर्जी वेबसाइट बनाकर शैक्षणिक फॉर्म और एडमिशन फीस के नाम पर भी ठगी की जाती है। संदिग्ध कॉल और ई-मेल से दूरी बनाएं पुलिस अधिकारियों ने बचाव के उपाय बताते हुए कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंक डिटेल, पासवर्ड या ओटीपी कभी न बताएं। संदिग्ध कॉल और ई-मेल से दूरी बनाएं। सोशल मीडिया पर अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स मजबूत रखें और संदिग्ध वेबसाइट पर कार्ड डिटेल न डालें। यदि किसी के साथ ठगी हो जाती है तो तुरंत शिकायत दर्ज कराना बेहद जरूरी है। समाज को जागरूक करना उद्देश्य एसपी अमित यशवर्धन ने कहा कि देश का भविष्य युवा पीढ़ी है। यदि विद्यार्थी साइबर क्राइम के खतरों को समझकर सतर्क रहेंगे, तो वे खुद भी सुरक्षित रहेंगे और समाज को भी सुरक्षित रखेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करना भी है। इसी उद्देश्य से हांसी पुलिस लगातार स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाती रहेगी।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट प्रमोशन में आरक्षण मामले में आज फिर सुनवाई करेगा। प्रकरण चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा की डिवीजन बैंच सुनेगी। एक हफ्ते पहले हुई सुनवाई में राज्य सरकार ने जवाब पेश किया था, जिसे याचिकाकर्ता ने अधूरा बताया था। वहीं सरकार ने नई प्रमोशन पॉलिसी को लागू करने के लिए अंतरिम राहत मांगी थी। इस कारण हाईकोर्ट ने सुनवाई के लिए आज की तारीख मुकर्रर की है। जनहित याचिका पर राज्य सरकार की तरफ से जबाव पेश करते हुए अधिवक्ताओं ने पिछली सुनवाई में नई और पुरानी पॉलिसी में अंतर बताया गया था, जिस पर याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि सरकार क्रीमी लेयर, क्वांटिफायबल डेटा पर जवाब नहीं दे रही है। कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया जवाब अधूरा है। इससे पहले 14 अगस्त को सुनवाई हुई थी, तब राज्य सरकार ने यह कहते हुए समय मांगा था कि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ताओं सीएस वैद्यनाथन और तुषार मेहता को हाईकोर्ट में बहस के लिए नियुक्त किया गया है। सरकार से ली थी अंडरटेकिंग हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से एक अंडरटेकिंग भी ली है, जिसके तहत सरकार ने नई प्रमोशन पॉलिसी को तब तक लागू नहीं करने का वादा किया है। जब तक कोर्ट अंतिम फैसला न दे दे। यानी फिलहाल नई पॉलिसी लागू नहीं की जा सकती है। सरकार ने नई प्रमोशन पॉलिसी में कुछ बदलाव किए हैं, जो कर्मचारी वर्ग में आरक्षण के नियमों को प्रभावित कर सकते हैं। सरकार का कहना है कि यह पॉलिसी कर्मचारियों के हित में है और इसके लागू होने से सभी वर्गों को उचित मौका मिलेगा। वहीं, याचिकाकर्ता इस पॉलिसी के खिलाफ हैं और उन्हें लगता है कि इससे कुछ वर्गों का नुकसान हो सकता है। दलील- नए सिरे से पुरानी नीति लागू की यथास्थिति का ऑर्डर होते हुए भी प्रमोशन कैसे
प्रदेश के पुलिस विभाग के DGP राजीव शर्मा जोधपुर से बाड़मेर के लिए रवाना हुए। DGP से जोधपुर पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश, ग्रामीण SP नारायण टोगस, DCP विनीत बंसल ने मुलाकात की। इस दौरान DGP को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहां से DGP बाड़मेर के लिए रवाना हुए। बता दें कि DGP जोधपुर और बाड़मेर के दौरे पर है। यहां बाड़मेर में जोधपुर संभाग के अपराधों पर समीक्षा बैठक करेंगे। इसके अलावा संगठित अपराध, साइबर क्राइम से लेकर पुलिस विभाग की विभिन्न योजनाओं और कानून व्यवस्थाओं को नियंत्रित करने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। DGP बुधवार को जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के काम काज की समीक्षा करेंगे। यहां शहर की कानून व्यवस्थाओं से लेकर विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसको लेकर यहां के अधिकारी भी तैयारी में जुटे हुए हैं।
मुरादाबाद क्राइम ब्रांच की टीम को अमरोहा के डिडौली में जांच के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। डेढ़ करोड़ रुपये की चोरी के मामले में जांच कर रही टीम जब घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची, तो आरोपियों के कर्मचारियों ने उन पर कुत्ते छोड़ दिए। मामला मुरादाबाद के लाजपतनगर निवासी कारोबारी वसीम और बासित अली से जुड़ा है। उन्होंने अजीम, अब्दुल रब, अब्दुल हई और अब्दुल सुबूर के खिलाफ डिडौली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप है कि इन लोगों ने उनके घर का ताला तोड़कर जेवर, जरूरी कागजात और लाइसेंसी पिस्टल चोरी कर ली। शुरुआत में जांच अमरोहा पुलिस कर रही थी। बाद में डीआईजी के आदेश पर मामला मुरादाबाद क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया। क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अभितेंद्र सिंह जब वादी के साथ फैक्ट्री का निरीक्षण करने पहुंचे, तो उन्हें अंदर जाने से रोक दिया गया। पुलिस ने जब सीढ़ी के जरिए अंदर जाने का प्रयास किया तो आरोपियों के कर्मचारियों ने सीढ़ी छीन ली और टीम पर कुत्ते छोड़ दिए। आरोपियों ने डायल 112 को भी सूचना दे दी। हालात को देखते हुए अमरोहा से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। अंधेरा होने के कारण क्राइम ब्रांच की टीम बिना निरीक्षण किए वापस लौट गई। डिडौली थाना प्रभारी का कहना है कि मुरादाबाद पुलिस टीम को सहयोग के लिए पुलिस बल उपलब्ध कराया गया था, लेकिन कुत्ते छोड़ने की घटना उनकी जानकारी में नहीं है।
बिना सूचना थाना क्षेत्रों में दबिश, क्राइम ब्रांच के चार आरक्षकों को सस्पेंड किया
अनुशासनहीनता के आरोपों में क्राइम ब्रांच के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। अफसरों को सूचना मिली थी कि उनका थाना क्षेत्रों में घूमना संदेह के दायरे में है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी के तहत यह कार्रवाई की गई है। जानकारी के मुताबिक अधिकारियों को बिना सूचना दिए बिना चार पुलिसकर्मियों ने शुक्रवार को एक स्थान पर दबिश दी थी। इसके बाद यह जानकारी रोजनामचे में दर्ज हुई थी। संदेहास्पद आचरण के चलते क्राइम ब्रांच में पदस्थ आरक्षक, शैलेंद्र रावत, सतेंद्र सोनी, सुशील सिंह और आलोक मिश्रा को सस्पेंड किया गया है। डीसीपी अखिल पटेल का कहना है कि ऐसा आचरण संदिग्ध लगता है। किसी भी पुलिसकर्मीके ऐसे आचरण पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति है।
प्रतापगढ़ में विश्व चाइल्ड मैरिज फ्री अभियान के तहत गायत्री सेवा संस्थान और जस्ट राइट टीम ने एक्सेस टू जस्टिस कार्यक्रम का आयोजन किया। ये अभियान 12 से 14 सितंबर तक जिले में चला। रोकड़िया हनुमान और गोतमेश्वर महादेव मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम गायत्री सेवा संस्थान के जिला प्रभारी रामचन्द्र मेघवाल के मार्गदर्शन में हुआ। काउंसलर पूजा राजपूत और अंतिम बाला ने श्रद्धालुओं को बाल विवाह और बाल संरक्षण की जानकारी दी। वक्ताओं ने बताया कि बाल विवाह बच्चों के शिक्षा के अधिकार को छीन लेता है। ये उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। बालिकाओं की शिक्षा रुक जाती है। इससे कुपोषण और घरेलू हिंसा का जोखिम बढ़ता है। कार्यक्रम में मौजूद श्रद्धालुओं और पंडितों ने प्रतिज्ञा ली। वे अपने परिवार और समाज में बाल विवाह नहीं होने देंगे। बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे। बाल विवाह की सूचना मिलने पर तुरंत प्रशासन और चाइल्डलाइन 1098 को सूचित करेंगे। वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है। इसे रोकने के लिए सामाजिक सहयोग आवश्यक है। श्रद्धालुओं ने बच्चों को सुरक्षित वातावरण देने का संकल्प लिया। सभी ने बाल विवाह रोकने, शिक्षा को बढ़ावा देने और बाल अधिकारों की रक्षा में योगदान का वादा किया।
फरीदाबाद बदरपुर बार्डर क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली से दो नशा तस्कर नाइजीरियन लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों ही दिल्ली में रहकर फरीदाबाद में नशा सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उनको जेल भेज दिया गया है। दिल्ली में रहकर नशा बेच रहे थे फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि, बदरपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने 10 सिंतबर को फरीदाबाद के रहने वाले लक्ष्य नामक आरोपी को 11.27 ग्राम MDMA ( नशा) के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि लक्ष्य दिल्ली में रहने वाले नाइजीरियन अकपुतौका इमेगासिम से खरीद कर लाया था। पुलिस ने अकपुतौका इमेगासिम को गिरफ्तार कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। दो नाइजीरियन गिरफ्तार पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस को पता चला कि अकपुतौका इमेगासिम ने इस नशा को चंद्र विहार वेस्ट दिल्ली में रहने वाले दूसरे नाइजीरियन विक्टर ओकाफोरो व जॉन इरियाकनू ओलुना से खरीदा है। पुलिस ने कार्रवाही करते हुए ओकाफोरो व जॉन इरियाकनू ओलुना को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया । दोनों ही आरोपी नाइजीरिया के आनंबरा राज्य उली इलाके के रहने वाले है और चंद्र विहार वेस्ट दिल्ली में किराए पर रह रहे थे। कोर्ट ने जेल भेजा बदरपुर बार्डर क्राइम ब्रांच टीम का जांच में पता चला कि पिछले काफी समय से दोनों नशा बेचने का धंधा कर रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट मे पेश किया जंहा से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
बांसवाड़ा जिले का नया कोर्ट भवन का लोकार्पण रविवार को किया जाएगा। राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस श्रीराम कल्पाती राजेंद्रन कोर्ट भवन का लोकार्पण करेंगे। 4 मंजिला इस भवन का कुल क्षेत्रफल 2 लाख 5 हजार वर्गफीट है, जिसमें 1 लाख वर्गफीट में निर्माण हुआ है। भवन में ग्राउंड फ्लोर पर डीजे कोर्ट और ऊपर की चारों मंजिलों पर 4-4 कोर्ट को मिलाकर 17 कोर्ट संचालित होगी। जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम सुरेश प्रसाद ने बताया कि इस अवसर पर संरक्षक न्यायाधिपति (बांसवाड़ा न्यायक्षेत्र) न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर सुनील बेनीवाल भी उपस्थित रहेंगे। नए भवन में जज और वकीलों के लिए अलग-अलग लिफ्टनए भवन में न्यायाधीश व अधिवक्ताओं के लिए अलग लिफ्ट सहित कुल 5 लिफ्ट लगाई है। सभी कमरों और वेटिंग हॉल में सेंट्रल एसी है। डीजे कोर्ट में चार सेंट्रल एसी और 8 पंखे लगाए हैं, जबकि अन्य 16 कोर्ट में 3-3 सेंट्रल एसी और 6-6 पंखे हैं। हर कोर्ट में पर्सनल पेंट्री रूम है। भवन में फायर फाइटिंग सिस्टम, आपातकालीन सीढ़ियां, बैठक, पेयजल और जनरेटर सुविधा भी उपलब्ध है। 20 हजार वर्गफीट में अधिवक्ताओं के लिए 1.88 करोड़ से टीनशेड बनाएंगे पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन वीरेंद्र शाह ने बताया कि कोर्ट परिसर के मुख्य द्वार के पास 20 हजार वर्गफीट क्षेत्र में अधिवक्ताओं के लिए 1.88 करोड़ से टीनशेड लगाया जाएगा। टेंडर हो चुका है और जल्द ही वर्क ऑर्डर जारी किए जाएंगे। जमीन को सीमेंटेड किया जा रहा है। टीनशेड में पंखे और लाइट की व्यवस्था की जाएगी। एक माह में काम पूरा करने का लक्ष्य है। महिला और पुरुष बंदियों के लिए अलग लॉकअप कोर्ट परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय के पीछे महिला और पुरुष बंदियों के लिए अलग-अलग लॉकअप बनाए है। दोनों लॉकअप में पंखे, लाइट और पेयजल की व्यवस्था है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति डॉ गौतम चौधरी ने हिन्दी में कानून का ऐसा मील का पत्थर रखा, जो वादकारी को उसकी भाषा में न्याय का कीर्तिमान बन गया। जी हां, उन्होंने अपने छह साल के कार्यकाल में हिन्दी में 27846 निर्णय व आदेश लिखाए हैं। इसी दौरान उन्होंने 51656 ऐसे निर्णय व आदेश भी किए, जो अंग्रेजी व मिलीजुली भाषा में हैं। स्थानीय ब्वायज हाईस्कूल के अंग्रेजी माध्यम के छात्र रहे डॉ गौतम चौधरी को हिन्दी के प्रति प्रेम पिता की प्रेरणा से तब बढ़ा, जब पिता जी ने उन्हें हिन्दी विषय में नंबर कम आने के लिए मातृभाषा के प्रति सजग किया था। तभी तो वह अंग्रेजी में आए प्रार्थना पत्रों, याचिकाओं और उनके समर्थन व विरोध में नजीरों के तौर पर प्रस्तुत सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालयों के निर्णयों को अपने निर्णय या आदेश में सरलता से पिरो देते हैं। वह इसका श्रेय स्वयं नहीं लेते बल्कि अपने निजी सचिवों व अन्य स्टॉफ को देते हैं। कहते हैं कि वादकारी को इस तरह त्वरित न्याय देना उनके सहयोग के बिना संभव नहीं है। न्यायमूर्ति डॉ गौतम चौधरी ने गोरखपुर के चर्चित डॉ कफील खान के मामले में भी हिन्दी में ही निर्णय दिया तो ठोस आधार के बिना किसी व्यक्ति को हिरासत में लेने को मूल अधिकारों का हनन करार देने वाला चर्चित निर्णय भी हिन्दी में ही लिखाया था। यही नहीं, वरिष्ठ न्यायाधीश के साथ दो सदस्यीय खंडपीठ में आपराधिक अपीलों पर सुनवाई के बाद उनके लंबे लंबे निर्णय हिन्दी में ही स्वयं लिखाए। छह वर्ष के कार्यकाल में जस्टिस चौधरी के हिन्दी में निर्णयों और आदेशों का लेखा जोखा जमानत अर्जी 18049 अग्रिम जमानत 1196 जमानत कैंसिलेशन 493 अग्रिम जमानत कैंसिलेशन 94 गिरफ्तारी पर रोक आदि की अर्जियां 5578 सीआरपीसी की धारा 483 की अर्जियां 16 आपराधिक निगरानी याचिका 679 आपराधिक निगरानी याचिका (डिफेक्टिव) 136 अनुच्छेद 227 के तहत मामले 143 बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका 120 नए आपराधिक कानून (बीएनएसएस) के तहत अग्रिम जमानत 808 सिविल मिसलेनियस रिट याचिका 295 नए आपराधिक कानून (बीएनएसएस) के तहत गिरफ्तारी पर रोक आदि की अर्जियां 97 आपराधिक याचिका 87 आपराधिक अपील 46 आपराधिक अपील (डिफेक्टिव) 15 अन्य - 24 कुल - 27846 इसी दौरान अंग्रेजी व मिलीजुली भाषा में कुल 51656 निर्णय व आदेश चार दशक पूर्व शुरू हुई थी हिन्दी में न्याय की परंपरा इलाहाबाद हाईकोर्ट में हिन्दी में न्याय यानी निर्णय व आदेश की शुरुआत अस्सी के दशक में न्यायमूर्ति प्रेमशंकर गुप्त ने की थी। उन्होंने 15 साल के अपने कार्यकाल में चार हजार से अधिक निर्णय व आदेश हिन्दी में किए थे। उसके बाद न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय, न्यायमूर्ति रामसूरत सिंह, न्यायमूर्ति गिरधारी लाल यादव, न्यायमूर्ति आरबी मेहरोत्रा, न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने इस परंपरा को जीवंतता प्रदान की। न्यायमूर्ति शंभूनाथ श्रीवास्तव ने तो प्रतिदिन सुबह 10 से 11 बजे तक सभी आदेश व निर्णय हिन्दी में ही करने का नियम बनाया हुआ था। उन्होंने बतौर छत्तीसगढ़ के लोकायुक्त आठ सौ से अधिक मामले हिन्दी में ही निर्णीत किए। वर्तमान में न्यायमूर्ति डॉ गौतम चौधरी की तरह न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी व न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने भी वादकारी को उसकी भाषा में न्याय देकर इस परंपरा को और मजबूती दी।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की मॉनिटरिंग में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। राजस्थान हाईकोर्ट विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर इस न्यायिक पहल का शुभारंभ किया। जस्टिस डॉ. भाटी ने अपने उद्बोधन में कहा- लोक अदालत एक ऐसा पर्व है, जिसमें विधि जगत आम नागरिक की उस आखिरी कड़ी से जुड़ने का प्रयास करता है। यहां उनकी मर्जी और समझाइश से सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने का प्रयास होता है। इससे समाज में संतुष्टि और सद्भावना बढ़ती है। जस्टिस भाटी ने कहा- राजस्थान की न्यायपालिका सब तरफ से लोक अदालत के लिए बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। उसी का परिणाम है कि आज लोक अदालत में पूरे राजस्थान में दूरदराज से लेकर जोधपुर, जयपुर में हजारों मुकदमे निस्तारित होने की संभावना दिखी। इस पूरे प्रयास में सभी अधिवक्तागण व न्यायाधीशगण मिलकर अथक प्रयास कर रहे हैं। चार बेंचों में हुई सुनवाई राजस्थान हाईकोर्ट विधिक सेवा समिति के सचिव कमल छंगाणी ने बताया- इस लोक अदालत में राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में 4 बैंचों का गठन किया गया था। बेंच संख्या 1 में जस्टिस मुकेश राजपुरोहित अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील राजेश जोशी सदस्य के रूप में कार्य किया। बेंच संख्या 2 में जस्टिस संदीप तनेजा अध्यक्ष और वरिष्ठ वकील धीरेंद्र सिंह चम्पावत सदस्य थे। बेंच संख्या 3 में जस्टिस बिपिन गुप्ता अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष सिसोदिया ने सदस्य के रूप में कार्य किया। बेंच संख्या 4 में जस्टिस रवि चिरानिया अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. अशोक सोनी सदस्य के रूप में शामिल थे। 9.40 करोड़ रुपए के अवॉर्ड पारित सभी बेंचों ने पक्षकारों के बीच समझाइश करवाकर विभिन्न प्रकृति के कुल 286 प्रकरणों का निस्तारण किया। इन मामलों में कुल 9 करोड़ 40 लाख 46 हजार 757 रुपए के अवॉर्ड पारित किए गए। यह राशि विभिन्न प्रकार के विवादों के समाधान के रूप में निर्धारित की गई। प्रदेश में 498 बैचों का गठन प्रदेशभर की अदालतों में कुल 498 बैंचों का गठन किया गया था। इसमें प्री-लिटिगेशन के करीब 6.65 लाख प्रकरण और न्यायालयों में लंबित 2.63 लाख सहित करीब कुल साढ़े 9 लाख मुकदमों को सुनवाई के लिए चिह्नित किया गया था। आमजन को सस्ता, सुलभ और त्वरित न्याय उपलब्ध कराना इस पहल का मुख्य उद्देश्य है। वैधानिक दर्जा प्राप्त है लोक अदालत लोक अदालतों को विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के अंतर्गत वैधानिक दर्जा प्राप्त है। इनके द्वारा दिया गया निर्णय सिविल न्यायालय का आदेश माना जाता है तथा यह अंतिम और सभी पक्षों पर बाध्यकारी होता है। यह व्यवस्था न्यायालयों में लंबित मामलों की संख्या कम करने और न्याय व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ब्यावर में जिला पुलिस अधीक्षक रतन सिंह की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अपराध गोष्ठी आयोजित की गई। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र शर्मा सहित जिले के सभी वृत्ताधिकारी और थानाधिकारी उपस्थित रहे। एसपी ने जिले में संपत्ति संबंधी अपराधों को रोकने और बरामदगी बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए योजनाबद्ध कार्रवाई करने को कहा गया। साइबर अपराधों पर नियंत्रण और जनता को जागरूक करने पर भी जोर दिया गया। सड़क सुरक्षा के लिए ब्लैक स्पॉट की पहचान कर सुरक्षा बोर्ड और स्पीड ब्रेकर लगाने के निर्देश दिए गए। टॉप-10 और इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। बैठक में अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशंसा पत्र और केस रिवार्ड से सम्मानित किया गया। एसपी ने स्पष्ट किया कि बेहतर कार्य करने वालों को आगे भी पुरस्कृत किया जाएगा। साथ ही, कमजोर प्रदर्शन करने वाले थानाधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। पुलिस मुख्यालय के निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और विशेष अभियानों को प्रभावी ढंग से चलाने की हिदायत दी गई।
छिंदवाड़ा में साइबर ठगी, डिजिटल फ्रॉड और ऑनलाइन अपराधों के बढ़ते खतरे को लेकर जागरूकता करने शनिवार को साइबर क्राइम प्रिवेंशन एवं अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों, विशेषज्ञों और अतिथियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें साइबर अवेयरनेस से संबंधित पोस्टरों के लोकार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम का मंच संचालन FDDI की छात्राओं गाथा और दिव्यांशी ने प्रभावशाली ढंग से किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में FDDI छिंदवाड़ा के सेंटर इंचार्ज डॉ. अरित्रा दास, एचओडी फैशन डिजाइन विभाग श्रद्धा जलोया तथा एचओडी फुटवियर विभाग डॉ. पंकज दुबे की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में कुवैत से पधारे शेख मुहम्मद रफीक, छिंदवाड़ा से सलीमुद्दीन तथा सूफी अब्दुल तहसीन सहित फाउंडेशन की टीम से भोपाल के प्रोफेसर डॉ. एम.आर. अलोने, दीपक वर्मा एवं इंद्रपाल रघुवंशी भी कार्यक्रम में शामिल हुए। साइबर सुरक्षा पर केंद्रित जागरूकता सत्रकार्यक्रम की शुरुआत में तरुण तिवारी ने कहा कि आज की डिजिटल दुनिया में साइबर सुरक्षा न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। ऑनलाइन लेन-देन, सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली जानकारी और डिजिटल पहचान की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। रामकुमार चंदेरे ने साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों, उनके स्वरूप और उनसे बचाव के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सावधानी, सतर्कता और तकनीकी जानकारी ही डिजिटल सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार है। मोहित कनोजिया (मास्टर ट्रेनर, NIIT फाउंडेशन) ने तकनीकी पहलुओं को सरल भाषा में समझाते हुए बताया कि कैसे साइबर अपराधी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग कर आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने पासवर्ड सुरक्षा, दो-स्तरीय प्रमाणीकरण तथा सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करने पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। मोहित चंद्रवंशी (साइबर सेल विशेषज्ञ, छिंदवाड़ा पुलिस) ने पुलिस की कार्यप्रणाली, साइबर अपराधों की पहचान तथा रिपोर्टिंग की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देना आवश्यक है ताकि अपराधियों पर नियंत्रण पाया जा सके। क्षितिज शुक्ला (ब्रांच मैनेजर, एक्सिस बैंक, छिंदवाड़ा) ने डिजिटल बैंकिंग से जुड़ी धोखाधड़ी की घटनाओं का विस्तार से विश्लेषण करते हुए सुरक्षित लेन-देन की विधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें, ओटीपी साझा न करें और संदिग्ध गतिविधि होते ही तुरंत बैंक से संपर्क करें। पैनल चर्चा में सवाल-जवाब से मिली व्यावहारिक सीखकार्यक्रम के अंतिम चरण में पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने साइबर अपराधों से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे। वक्ताओं ने हर सवाल का विस्तार से उत्तर दिया और डिजिटल सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया। साइबर सुरक्षित समाज की दिशा में एक कदमसमापन सत्र में एडवोकेट कीर्ति तिवारी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जय हो फाउंडेशन) ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए साइबर सुरक्षित समाज निर्माण के लिए प्रेरक स्लोगन साझा किए। उन्होंने कहा कि सजगता, जानकारी और सहयोग से ही डिजिटल अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इस अवसर पर जय हो फाउंडेशन द्वारा साइबर सिक्योरिटी टूलकिट वितरित किए गए, जिससे छात्रों को साइबर सुरक्षा के व्यावहारिक उपायों की जानकारी मिल सके। इसके साथ ही फाउंडेशन के अध्यक्ष तरुण तिवारी और सचिव रामकुमार चंदेरे ने छात्रों द्वारा तैयार किए गए जागरूकता पोस्टरों का लोकार्पण कराया।
मंदसौर के ड्रग्स तस्कर को इंदौर की क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा। वह इंदौर में MD ड्रग्स की सप्लाई करता था। टीम आरोपी से जानकारी निकाल रही है कि वह इंदौर में किस-किस को ड्रग्स की सप्लाई करता था। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि इंदौर शहर में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और उनकी गतिविधियों में संलिप्त बदमाशों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि 9 सितंबर को क्राइम ब्रांच को मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति सुपर कॉरिडोर टिगरिया बादशाह रोड के बीच अवैध मादक पदार्थ की सप्लाई करने आने वाला है, मुखबीर की सूचना पर टिगरिया बादशाह रोड पहुंची टीम ने मुखबीर के बताए हुलिए के आधार पर संदिग्ध व्यक्ति की घेराबंदी कर उसे रोककर पूछताछ कर तलाशी ली। पकड़ाए व्यक्ति ने अपना नाम समीर शाह (32) निवासी गली नंबर 6 चंदन नगर होना बताया, उससे करीब 61 ग्राम ब्राउन शुगर मिली। जिसे जब्त किया। पूछताछ में उसने एमडी ड्रग्स हारून गजनबी निवासी नगरी गांव दलोरा मंदसौर से लाना बताया था। इस पर क्राइम ब्रांच की दो टीम बनाकर हारून की पतारसी के लिए भेजी। तकनीकी विश्लेषण एवं मुखबीर सूचना पर आरोपी हारून रसीद गजनबी (50) निवासी नगरी गांव मंदसौर को पकड़ा। उससे पूछताछ करने पर अपना जुर्म स्वीकार किया। हारून को भी टीम ने गिरफ्तार किया। उसे कोर्ट पेश कर पुलिस रिमांड लिया है। टीम उससे पूछताछ कर रही है।
मुंगेर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन न्यायाधीश मुंगेर न्याय मंडल सोरेंद्र पांडे ने किया। इस दौरान जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार गुप्ता, डीएम निखिल धनराज निप्पणीकर और एसपी सैयद इमरान मसूद भी मौजूद रहे। लोक अदालत में बैंकिंग, दावा, बीमा, मोटरयान दुर्घटना, वैवाहिक विवाद, बिजली और पानी बिल से जुड़े मामलों का निपटारा किया जाएगा। न्यायिक प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए 11 पीठों का गठन किया गया है। विभिन्न मामलों के लिए 13 अलग-अलग टेबल लगाए गए हैं। दिल के करीब है लोक अदालत-चीफ जस्टिस चीफ जस्टिस ने मीडिया को बताया कि लोक अदालत उनके दिल के करीब है। उन्होंने कहा कि यहां लोग बिना वकील और कोर्ट फीस के अपने मामलों का निपटारा करा सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य न्यायालयों में लंबित मामलों को आपसी सहमति से निपटाना है। इससे लोगों को लंबी मुकदमेबाजी से राहत मिलेगी। वकील भवन का किया उद्घाटन इस अवसर पर न्यायालय परिसर में नवनिर्मित तीन मंजिला वकील भवन का भी उद्घाटन चीफ जस्टिस ने किया। न्यायपालिका और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि लोक अदालत त्वरित और कम खर्च पर न्याय दिलाने का सशक्त माध्यम है।
एमेजन एमजीएम स्टूडियोज इंडिया ने अपनी आगामी थियेट्रिकल रिलीज फिल्म 'निशांची' का धमाकेदार फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज कर दिया है। अजय राय और रंजन सिंह द्वारा जार पिक्चर्स के बैनर तले, फ्लिप फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस की गई ये फिल्म एक रोमांचकारी ...
क्रिमिनल जस्टिस 4 में एक अलग अवतार में दिखीं बरखा सिंह, बोलीं- मैं खुद को साबित करना चाहती थी
बरखा सिंह भारतीय सिनेमा के सबसे होनहार चेहरों में से एक हैं। उन्होंने विभिन्न मंचों पर काम करते हुए, बाधाओं को पार किया है और अपने लिए एक रास्ता बनाया है। दर्शकों और आलोचकों को उनके किरदारों और अभिनय के तरीके से बेहद प्यार है। एक इंटरव्यू में बरखा ...
जस्टिस यशवंत वर्मा की बढ़ी मुश्किलें, 145 सांसदों ने महाभियोग के लिए लोकसभा स्पीकर को सौंपा लेटर
कैश कांड में घिरे जस्टिस यशवंत वर्मा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। संसद के मानसून सत्र का आगाज होते ही 145 लोकसभा सांसदों ने जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए लोकसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। सांसदों ने संविधान के अनुच्छेद 124, 217 और 218 के तहत यह कदम उठाया है
जस्टिस वर्मा केस: वकील ने न्यायमूर्ति को केवल 'वर्मा' कहा, सीजेआई ने लगाई फटकार
सीजेआई गवई ने वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को लगाई कड़ी फटकार नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बी.आर. गवई ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को कड़ी फटकार लगाई। नेदुमपारा ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा का जिक्र केवल वर्मा कहकर किया, जस्टिस वर्मा के आधिकारिक आवास के स्टोररूम में नकदी मिलने के आरोपों की चर्चा है। सीजेआई गवई ने नाराजगी जताते हुए कहा, क्या वह आपके दोस्त हैं? वे अभी भी जस्टिस वर्मा हैं। कुछ शिष्टाचार रखें। आप एक विद्वान जज का जिक्र कर रहे हैं। यह टिप्पणी तब आई जब नेदुमपारा ने जस्टिस वर्मा के बंगले से भारी मात्रा में नकदी मिलने के कथित मामले में दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने के लिए तीसरी बार याचिका दायर की थी। सीजेआई ने इस मामले को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने से इनकार करते हुए पूछा, क्या आप चाहते हैं कि याचिका को अभी खारिज कर दिया जाए? जिसके जवाब में वकील ने कहा, याचिका खारिज नहीं हो सकती। एफआईआर दर्ज होनी ही चाहिए। अब तो वर्मा भी यही चाहते हैं। एफआईआर और जांच जरूरी है। इस पर सीजेआई ने फिर से नेदुमपारा को शिष्टाचार बनाए रखने की हिदायत दी और याद दिलाया कि जस्टिस वर्मा अभी भी जज हैं। वकील नेदुमपारा की याचिका में बड़ा दावा नेदुमपारा की याचिका में दावा किया गया है कि 14 मार्च को जस्टिस वर्मा के बंगले के स्टोररूम में आग लगने के बाद वहां से जली हुई नकदी बरामद हुई थी। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार—जो दिल्ली पुलिस को नियंत्रित करती है—को तुरंत एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देना चाहिए। मई में सुप्रीम कोर्ट ने नेदुमपारा की ऐसी ही एक याचिका को खारिज कर दिया था। तब जस्टिस अभय एस. ओका (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा था कि इस मामले में इन-हाउस जांच चल रही है और उसकी रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजी गई है। बेंच ने नेदुमपारा को सलाह दी थी कि वे पहले इन अधिकारियों को अपनी मांग के लिए आवेदन दें। अगर कार्रवाई नहीं होती, तभी वे कोर्ट में वापस आ सकते हैं। मामला संसद को भेजा जा सकता है मार्च के अंत में भी सुप्रीम कोर्ट ने इसी तरह की एक याचिका खारिज करते हुए कहा था कि इन-हाउस जांच अभी चल रही है। अगर जांच में कुछ गलत पाया गया, तो एफआईआर दर्ज की जा सकती है या मामला संसद को भेजा जा सकता है। दूसरी ओर, जस्टिस वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इन-हाउस समिति के फैसले को चुनौती दी है। उनकी याचिका में कहा गया है कि समिति ने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम किया और उन्हें अपनी सफाई में बात रखने का उचित मौका नहीं दिया गया।
राणा नायडू सीजन 2: नए किरदारों के साथ क्राइम, एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तड़का
राणा नायडू सीजन 2' में गालियों में कमी और ड्रामा में बढ़ोतरी हुई है। अर्जुन रामपाल का 'रॉफ' और कृति खरबंदा जैसे नए किरदार कहानी को नया मोड़ देते हैं। राणा और नागा के किरदार पहले की तरह दमदार हैं, जो परिवार को मुश्किलों से निकालते हैं। सीरीज की ...
प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी रोमांचक इन्वेस्टीगेटिव क्राइम थ्रिलर 'स्टोलन' का दमदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर टीम के साथ 'स्टोलन' करण ...
सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...
क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज
web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...
क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
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Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
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