जामताड़ा के लधना डैम पर शुक्रवार को बोट फेस्टिवल का आयोजन किया गया। जामताड़ा पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस उत्सव में धनबाद, गिरिडीह, देवघर और जामताड़ा सहित विभिन्न क्षेत्रों से हजारों नौकायन प्रेमी और पर्यटक पहुंचे। पूरा इलाका मेले जैसे उत्साह और स्पीड बोट्स की आवाज से गूंज उठा। कार्यक्रम स्थल पर पुलिस बल और जिला प्रशासन की पूरी टीम मुस्तैद रही। इससे भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई, जिससे पर्यटक बिना किसी परेशानी के रोमांच का आनंद ले सकें। फेस्टिवल में पांच लेटेस्ट एडवेंचर बोट शामिल गिरिडीह से आए वॉटर स्पोर्ट्स इंस्ट्रक्टर मोहम्मद सईद अख्तर ने बताया कि इस बार फेस्टिवल में पांच लेटेस्ट एडवेंचर बोट शामिल की गई थीं। इन बोट्स ने पर्यटकों को पानी पर विभिन्न प्रकार के रोमांचक अनुभव प्रदान किए। उपलब्ध गतिविधियों में बोटिंग बोट शामिल थी, जहां परिवार आराम से पानी पर तैरने का आनंद ले सकते थे। रिंगो राइड में दो लोग हाई-स्पीड थ्रिल का अनुभव कर रहे थे, जबकि डिस्को राइड में चार लोगों की टीम पानी के बीच घूमते हुए रोमांच का एहसास कर रही थी। बच्चों के लिए वॉटर रोलर सबसे आकर्षक इसके अतिरिक्त, छह लोगों के लिए बनाना राइड एक ग्रुप एडवेंचर प्रदान कर रही थी। बच्चों के लिए वॉटर रोलर सबसे आकर्षक गतिविधि थी, जिसमें वे पानी पर चलते हुए एक अनूठे रोमांच का अनुभव कर रहे थे। लधना डैम पूरे दिन पर्यटकों से भरा रहा, जहाँ उत्साह और रोमांच का माहौल बना रहा। जामताड़ा का यह बोट फेस्टिवल पूर्वी झारखंड का एक प्रमुख वाटर एडवेंचर हब बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उदयपुर में बनेगा वैदिक शिक्षा और पर्यटन का नया केंद्र, आठ हेक्टेयर में तैयार होगा गुरुकुल
संस्कृत शिक्षा के प्रोत्साहन को लेकर राज्य सरकार की बजटीय घोषणा अब धरातल पर उतरने लगी है। प्रदेश में चार संभागों- जयपुर, जोधपुर, अजमेर और भरतपुर में आदर्श वेद विद्यालय शुरू हो चुके हैं, जबकि उदयपुर सहित शेष तीन संभागों में 1 अप्रैल से कक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि उदयपुर, जयपुर और जोधपुर में वैदिक गुरुकुल और वैदिक पर्यटन केंद्र भी विकसित किए जा रहे हैं, जो भविष्य में वैदिक शिक्षा और भारतीय संस्कृति के प्रमुख आकर्षण बनेंगे। इन केंद्रों का संचालन पूरी तरह वैदिक परंपरा के अनुरूप होगा और यहां वही प्रशिक्षित व्यक्ति नियुक्त होंगे, जिन्हें वेदों व संस्कृत परंपराओं का गहन ज्ञान हो। उन्होंने बताया कि जोधपुर के थबूकड़ा, उदयपुर के सायरा (तरपाल) में भूमि आवंटित की जा चुकी है, जबकि जयपुर के लिए प्रक्रिया अंतिम चरण में है। प्रदेश के वेद विद्यालयों में फिलहाल अध्ययन-अध्यापन शुरू हो गया है, जहां विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें और छात्रावास सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। वेद और संस्कृत शिक्षा भारत की आत्मा हैं, इन्हें संस्थागत रूप देकर नई पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। -उदयपुर में वैदिक गुरुकुल के लिए 8.09 हैक्टेयर भूमि आवंटित : उदयपुर संभाग में वैदिक गुरुकुल और वैदिक पर्यटन केंद्र तहसील सायरा के ग्राम तरपाल में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 8.0950 हैक्टेयर भूमि शिक्षा विभाग को निशुल्क आवंटित की जा चुकी है। यहां पारंपरिक वेद अध्ययन, यज्ञ, अनुष्ठान और वैदिक पर्यावरण केंद्र के रूप में इसे तैयार किया जाएगा। मंत्री मदन दिलावर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उदयपुर का केंद्र पूरी तरह वैदिक स्थापत्य, जीवनशैली और गुरुकुल पद्धति को प्रतिबिंबित करे। विभागीय टीम अगले सप्ताह पतंजलि वैदिक गुरुकुल हरिद्वार, मेरठ वैदिक गुरुकुल और पुणे वैदिक संस्थान का अध्ययन कर लौटेगी, ताकि उदयपुर मॉडल को उसी मानक पर विकसित किया जा सके। हर वेद विद्यालय को 16.97 लाख स्वीकृत राज्य के सभी सातों संभागों में वेद विद्यालयों के लिए भूमि आवंटन हो चुकी है। जयपुर में 2.00875 हैक्टेयर, अजमेर में 2.5 हैक्टेयर, भरतपुर में 1.5 हैक्टेयर, कोटा में 2.5 हैक्टेयर, जोधपुर में 4.569 हैक्टेयर, उदयपुर के भटेवर में 2.16 हैक्टेयर और बीकानेर में 2.5 हैक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। हर विद्यालय के लिए 16.97 लाख रु. स्वीकृति फर्नीचर और छात्रावास मद में जारी की गई है। चार वेद विद्यालयों में अध्ययन शुरू, गूंजेंगे वैदिक मंत्र
झारखंड रजत जयंती वर्ष पर पर्यटन जागरूकता के लिए निकली साइकिल रैली, खेल मंत्री ने दिखाई हरी झंडी
झारखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्य में 15 दिनों तक कार्यक्रमों की शृंखला आयोजित की जा रही है
मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड ने ओरछा में ऐतिहासिक शहर श्रृंखला 2025– ओरछा सिटी एडिशन विषय पर एक पर्यटन कार्यशाला का आयोजन किया। गुरुवार को ओरछा स्थित होटल बेतवा रिट्रीट में यह कार्यक्रम में किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ओरछा के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और वास्तुकला महत्व को नई पहचान देना था। इसमें संरक्षण के उपायों पर चर्चा की गई और पर्यटन के माध्यम से स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया। यह तीन घंटे की कार्यशाला गुरुवार दोपहर आयोजित की गई। इस दौरान पर्यटन विभाग के अफसर निवेशकों को होटल उद्योग के लिए दी जा रही जमीनों की लीज के सवाल पर कुछ नहीं बोले। स्थानीय लोगों की मांग थी कि इस लीज को पाने के लिए टर्न ओवर और नेटवर्थ इतनी होती है कि स्थानीय व्यापारी की पहुंच से यह रोजगार के अवसर पूरी तरह दूर रह जाते हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए कि उत्तराखंड सरकार की तर्ज पर स्थानीय लोगों की सहभागिता ऐसे कामों में भी हो ताकि लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया हो सके। वहीं कार्यशाला के दौरान पर्यटन विभाग के अधिकारी पीपीपी मूड में स्थानीय लोगों की सहभागिता को एग्रीमेंट की शर्तों में बताते नजर आए, उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों को वरीयता दी जाएगी। स्थानीय व्यापारी बोले- बड़े निवेशकों को मिल रही सुविधाएं स्थानीय व्यापारी ऋषभ जैन ने कहा कि बड़े निवेशक, उद्यमी ओरछा में आएं और यहां का विकास करें। इसके लिए उनका स्वागत है। लेकिन पर्यटन विभाग इस पूरी व्यवस्था में स्थानीय लोगों की कितनी सहभागिता रख पा रहा है यह बड़ा सवाल है? उन्होंने कहा कि बड़े निवेश से बड़े स्टेकहोल्डर को फायदा हो रहा है, पर्यटन विभाग निवेशकों को सुविधाएं भी उपलब्ध करा रहा है। इन सबके बीच स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का संकट आ खड़ा हुआ है। कम आबादी में इस शहर मे लोक निर्माण के बीच स्थानीय व्यापारी को अब तक आर्थिक तौर पर सिर्फ घाटा ही हाथ लगा है। विस्थापन के बाद जिनका व्यापारर एक हजार रूपए था, वह 100 रूपए पर आकर रह गया है। ऐसे मे विभाग छोटे व्यापारी का ध्यान रख विकास हो तो बेहतर होगा। वहीं पर्यटन विभाग की दी जा रही जमीनों की लीज के सवाल पर विभाग के अधिकारी जवाब नहीं दे पाए। कलेक्टर बोले- ओरछा को ऐतिहासिक शहर श्रृंखला में शामिल कार्यशाला के दौरान कलेक्टर जमुना भिडे ने ओरछा को ऐतिहासिक शहर श्रृंखला में शामिल किए जाने को जिले के लिए गौरव का विषय बताया। उन्होंने कहा कि ओरछा की विश्वस्तरीय पहचान स्थापित करने के लिए स्थानीय नागरिकों और प्रशासन के बीच समन्वय आवश्यक है। भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश पटेरिया ने ओरछा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को पूरे देश के लिए गौरव का विषय बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम पर्यटन को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होते हैं। नगर परिषद ओरछा के अध्यक्ष शिशुपाल राजपूत ने ओरछा की स्वच्छता, सुंदरता और पर्यावरण संरक्षण को यहां के पर्यटन की वास्तविक पहचान बताया। पुलिस अधीक्षक डॉ. राय सिंह नरवरिया ने पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। उन्होंने जानकारी दी कि पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की गई है और पुलिस दल सदैव सतर्क हैं।
पाली जिला कलक्टर एलएन मंत्री की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला कलक्टर कार्यालय में रणकपुर जवाई बांध महोत्सव की बैठक आयोजित हुई। इसमें इस साल रणकपुर-जवाई महोत्सव 21-22 दिसम्बर को मनाने का निर्णय लिया गया। जीप सफारी, दीपोत्सव, काइट फ्लाइंग भी होगी जिला कलेक्टर ने बताया कि 21 व 22 दिसम्बर को जीप सफारी, दीपोत्सव, काइट फ्लाइंग, हैंडीक्रॉफ्ट प्रर्दशनी, पैरासिलिंग-हॉट एयर बैलून, कल्चर इवनिंग सहित तरह-तरह की गतिविधियां होगी। सहायक निदेशक पर्यटन सरिता फडौदा ने बताया कि 21 दिसम्बर को स्टार नाइट होगी। इसमें कबीर कैफे व डेजर्ट सिम्फनी पर चर्चा की जाएगी। 22 दिसम्बर को भी स्टार नाइट होगी। आगामी दिनों में अंतिम रूप दे दिया जाएगा। साथ ही फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन होगा। विजेता फोटोग्राफर्स को पुरस्कृत किया जाएगा। महोत्सव में विभिन्न मनोरंजक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी होगा। रेबारी समाज के कल्चर का प्रचार करेंगे महोत्सव में जिले के रेबारी जाति के लोगों की जीवन शैली एवं संस्कृति का प्रदर्श किया जाएगा। बैठक में उपस्थित सदस्यों के सुझावों के आधार पर जिले में रहने वाले रेबारी समाज की जीवन शैली तथा संस्कृति के प्रचार प्रसार किया जाएगा। महोत्सव के दौरान हस्तशिल्प उत्पाद प्रदर्शनी/ हाट बाजार के लिए व साफ-सफाई व चूना लाईन की व्यवस्था निकटतम शहरों से रणकपुर आने जाने तक बस की व्यवस्था के लिए रोडवेज को निर्देश दिए गए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ बजरंग सिंह , एडीएम ओम प्रभा, उपखंड अधिकारी देसूरी, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ मनोज पंवार, नगर निगम, नगर पालिका सादड़ी व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
ऋषिकेश में बंजी जंपिंग के दौरान एक युवक 55 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिर गया। पर्यटक बंजी जंपिंग के लिए हाइट से जंप कर रहा था। जंप के दौरान अचानक रस्सी टूट गई। हादसे में युवक गंभीर घायल हो गया। हादसा शिवपुरी स्थित थ्रिल फैक्ट्री एडवेंचर पार्क में हुआ। युवक को गंभीर हालत में ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। पहले देखिए हादसे से जुड़ी 3 तस्वीरें... अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा घटनाक्रम... जंप के दौरान टूटी रस्सीमुनि की रेती थाना प्रभारी प्रदीप चौहान ने बताया कि बुधवार की शाम हरियाणा के गुरुग्राम का रहने वाला सोनू कुमार (24) साहसिक खेलों का लुत्फ उठाने के लिए शिवपुरी पहुंचा था। थ्रिल फैक्ट्री नाम की बंजी जंपिंग कंपनी पहुंचकर बंजी जंपिंग की। जंप करने के दौरान रस्सी टूट गई और वह 55 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिर गया। घायल युवक ऋषिकेश एम्स में भर्तीथाना प्रभारी प्रदीप चौहान ने बताया- सोनू को गंभीर हालत में एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है, जहां पर उसका इलाज जारी है। घायल युवक सोनू यूटयूब व्लॉगर है। जो प्रमोशन वीडियो बनाने के लिए आया हुआ था। शिकायत मिलने के बाद होगी कार्रवाईथाना प्रभारी ने बताया कि कंपनी के खिलाफ पीड़ित पक्ष की तरफ से फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। अगर शिकायत मिलती है तो कंपनी के खिलाफ नियम अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिम्मेदार अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाईशिवपुरी में हुए इस हादसे के बाद स्थानीय लोग और पर्यावरण प्रेमी लगातार बंजी जंपिंग कंपनी, उसके स्टाफ पर भी कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। कंपनियां के सुरक्षा इंतजामों की मॉनिटरिंग न होने की बात भी कही जा रही है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की लापरवाही पर तुरंत रोक लगाई जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। टिहरी के जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा का कहना है कि हादसे के बाद जंपिंग साइट को बंद कर दिया गया है और इस हादसे को लेकर प्रथम दृष्टया जंपिंग मास्टर की लापरवाही सामने आ रही है। सोबत सिंह राणा का कहना है कि इस मामले में विभाग को भी जांच कराने के लिए एक पत्र लिखा गया है। इसके बाद एक कमेटी इस हादसे की जांच के साथ साइट के मानकों को भी चेक करेगी। घटना की जांच जारीबंजी जंपिंग कंपनी के जनरल मैनेजर राजेश ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि बंजी जंपिंग इंटरनेशनल स्टैंड के अनुसार लगी है। बंजी जंपिंग एक एडवेंचर गेम है, ऐसे में इसमें 1 प्रतिशत चांस घटना का रहता है, लेकिन इससे किसी को डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसमें सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है। बंजी जंपिंग का क्रेज केवल युवाओं में ही नहीं है। हाल ही में ब्रिटेन की 83 वर्षीय महिला ने शिवपुरी के एक बंजी सेंटर से बंजी जंपिंग की थी। उन्होंने 117 मीटर की ऊंचाई से कूदकर सबको हैरान कर दिया था।
इंग्लैंड में नौकरी लगवाने का झांसा देकर ट्रैवल एजेंट से ही फर्जी एजेंटों ने 36 लाख रुपए ठगे
एक ट्रेवल एजेंट के साथ दूसरे ट्रैवल एजेंट ने 36 लाख रुपए की ठगी कर दी। इस मामले में 8 महीने की जांच के बाद थाना डिवीजन- 5 की पुलिस ने तीन लोगों पर धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस सर्च किया है। मामले में एजुकेशन ओवरसीज एंड कंसलटेंट के मालिक हरजीत सिंह ने बताया कि साधू सुंदर नगर निवासी आरोपी राजकुमार व उसके साथियों के साथ उनके 2017 से व्यापारिक संबंध है। वह सभी एक दूसरे के साथ अपने कस्टमर को साझा करते थे। साल 2023 में उनके पास मालेरकोटला निवासी जसदीप कौर और जसलीन कौर आईं। जिन्होंने विदेश जाना था। इस मामले में उन्होंने जब आरोपी राज कुमार से बात की तो आरोपी ने खुद उन्हें कहा कि उसे इंग्लैंड में बतौर केयरटेकर की नौकरी के लिए दो लड़कियों की जरूरत है। जिस पर हरजीत सिंह ने जसदीप कौर और जसलीन कौर की फाइल लगवाने की बात कहते हुए आरोपियों को अलग-अलग समय पर 36 लाख रुपए दे दिए थे। लेकिन उसके बाद जब फाइल में कोई अपडेट नहीं हुआ तो उन्होंने बार-बार दोनों लड़कियों को विदेश भेजने की बात कही। लेकिन आरोपी टालमटोल करते रहे। कमिश्नर से शिकायत, केस दर्ज जब उन्होंने कंपनी के लाइसेंस की जानकारी खुद जुटाई तो खुलासा हुआ कि उनके साथ डील कर रही कंपनी का लाइसेंस नकली है। हरजीत ने आरोपियों से रुपए वापस मांगे तो उन्होंने इनकार कर दिया। हरजीत ने दोनों लड़कियों को अपने तरफ से 36 लाख रुपए लौटाए। हरजीत ने पुलिस कमिश्नर दफ्तर जाकर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी। पुलिस ने राजकुमार, अशोक, अभिषेक नेथियाल वासी साधू सुंदर नगर के खिलाफ केस दर्ज किया है। आईओ मोहनलाल ने बताया, अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
राजस्थान में संस्कृत शिक्षा के विस्तार के लिए रेवासा (सीकर) में संचालित आदर्श वेद आवासीय विद्यालय की तर्ज पर अब सरकार संभाग स्तर पर आदर्श वेद विद्यालय स्थापित करने का रही हैं। इसी कड़ी में पहले चरण में चार आदर्श वेद विद्यालय प्रारंभ हो गए हैं। संस्कृत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को विभागीय समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी। मंत्री दिलावर ने बताया कि जयपुर के हाथोज में 20, बाड़मेर के तारातरा मठ में 40, अजमेर के पुष्कर में 4 और भरतपुर के ग्राम पीली में 6 विद्यार्थियों का प्रवेश हो चुका है। इन सभी विद्यालयों में वर्तमान सत्र में अध्ययन-अध्यापन जारी है। शेष संभागों में प्रवेश प्रक्रिया जारी है। विद्यार्थियों को फ्री पाठ्य पुस्तकें भी उपलब्ध कराई गई हैं। मंत्री दिलावर ने बताया कि वेद विद्यालयों का संचालन अस्थायी भवनों में किया जा रहा है। जयपुर में राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, हाथोज में, अजमेर में पुष्कर स्थित राजकीय विद्यालय भवन में, बाड़मेर में तारातरा मठ, राजस्व ग्राम गोमरख धाम में भरतपुर में ग्राम पीली (तहसील नदबई) के राजकीय विद्यालय भवन में कक्षाएं संचालित हैं। अब दूसरे चरण में बीकानेर (आडसर बास, श्री डूंगरगढ़), उदयपुर (वल्लभनगर जनजातीय छात्रावास) और कोटा (देवली कला, चेचट) में भी संचालन शुरू होगा। प्रत्येक विद्यालय को 16.97 लाख रुपए की स्वीकृति जारीमंत्री दिलावर ने बताया- जिनके अस्थाई संचालन के लिए प्रत्येक विद्यालय को 16.97 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की गई है, जिससे छात्रावास और क्लासरूम फर्नीचर की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक विद्यालय में चार वेद शिक्षक और पांच विभागीय कार्मिकों की नियुक्ति की जा रही है। सभी सातों संभागों में वेद विद्यालयों की स्थाई स्थापना हेतु भूमि आवंटन भी प्राप्त हो चुका है। जहां जल्द ही निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही जयपुर, जोधपुर और उदयपुर में वैदिक गुरुकुल और वैदिक पर्यटन केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इन केंद्रों के विकास के लिए विभाग की टीम अगले सप्ताह पतंजलि वैदिक गुरुकुल (हरिद्वार), मेरठ वैदिक गुरुकुल और पुणे वैदिक गुरुकुल का अध्ययन दौरा करेगी। दिलावर ने बताया कि प्रदेश के 20 संस्कृत महाविद्यालयों में भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनमें से 16 महाविद्यालयों के भवनों का निर्माण दिसंबर 2025 से मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दो महाविद्यालयों के निर्माण के लिए कार्यादेश जारी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक और मंत्रालयिक संवर्ग के 1757 पदों पर पदोन्नति की जा चुकी है, जबकि सत्र 2025–26 के लिए पदोन्नति प्रक्रिया जारी है। सभी लंबित पदोन्नतियां जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएगी।
अपने झारखंड में प्राकृतिक पर्यटन भरपूर, बस समंदर का किनारा नहीं
झारखंड में बस समंदर का किनारा नहीं है। इसे छोड़ कर पर्यटन के सारे आयाम यहां हैं। झारखंड जितना संपन्न जमीन के अंदर है, उतना ही जमीन के ऊपर भी है। अब तक झारखंड को देवघर, बासुकीनाथ और रजरप्पा जैसे तीर्थस्थलों और जंगल-पहाड़ों के कारण ही प्रसिद्धि दी जाती रही है। पर ‘वनों की भूमि’ के नाम से प्रसिद्ध झारखंड अपने जंगलों, पहाड़ियों, पर्वतों और झरनों जैसी प्राकृतिक सुंदरता से तो भरपूर है ही, अब तो इसमें खनन टूरिज्म भी जुड़ गया है। झारखंड आनेवाले पर्यटकों के पैर कभी नहीं रुकते, क्योंकि यहां हर जिला, शहर और गांव में एक से बढ़कर एक खूबसूरत पर्यटक स्थल हैं, जो सैलानियों को लुभाते हैं। झारखंड में कई अनोखी चीजें हैं, जो हर लिहाज से अध्ययन और शोध के साथ देखने योग्य है। साहिबगंज जिले के मंडरो में फॉसिल पार्क का हाल ही में उद्घाटन हुआ है। इसका इतिहास लगभग 15 करोड़ साल पुराना है। यह मानव जीवन के उत्पति के इतिहास को दर्शाता है। राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थल आगे क्या
दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट के बाद मंगलवार को उदयपुर शहर के प्रमुख चौराहों और रेलवे स्टेशन पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। चौराहों पर पुलिस तैनात रही। बेरिकेडिंग लगा वाहनों को रोककर तलाशी ली गई। वाहनों के दस्तावेजों की जांच सहित अन्य पूछताछ की गई। चौपहिया वाहनों की डिग्गी खुलवाकर सामान को चेक किया जा रहा है। इसके साथ ही शहर के प्रमुख पर्यटनक स्थल और भीड़भाड़ इलाकों पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है। एक दिन पूर्व हुए ब्लॉस्ट के बाद देर रात उदयपुर के सिटी स्टेशन और राणा प्रतापनगर स्टेशन पर भी सर्च अभियान चलाया गया। रेलवे पुलिस फोर्स और जीआरपी की तरफ से स्टेशन पर संदिग्ध दिखने वाली वस्तुओं पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। सार्वजनिक स्थल और धार्मिक स्थलों पर निगरानी: एसपी उदयपुर SP योगेश गोयल ने बताया- दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद जिलेभर में निगरानी राखी जा रही है। इस संबंध में सभी थानाधिकारी और डीएसपी को निर्देशित किया गया है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थल और धार्मिक स्थलों पर विशेष निगरानी राखी जा रही है। पुलिस की टीम पूरी तरह मुस्तैद है।
मैथन डैम के गोगना छठ घाट के पास डीवीसी प्रबंधन के सहयोग से शुरू की गई एडवेंचर बोटिंग परियोजना का मंगलवार को स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया। इस विरोध प्रदर्शन के कारण परियोजना का उद्घाटन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदीप कुमार सोनू, निरसा विधायक अरूप चटर्जी और डीवीसी परियोजना प्रमुख सुमन कुमार सिंह को शामिल होना था। सुबह से ही गोगना बस्ती के सैकड़ों ग्रामीण काले झंडे लेकर डैम किनारे पहुंचे। उन्होंने डीवीसी प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने निरसा विधायक अरूप चटर्जी और डीवीसी निदेशक सुरेश कुमार का पुतला भी फूंका। बाहरी ठेकेदारों को क्षेत्र में काम नहीं करने दिया जाएगा: ग्रामीण ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि बाहरी ठेकेदारों को क्षेत्र में काम नहीं करने दिया जाएगा। उनका कहना है कि परियोजना में स्थानीय विस्थापितों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। ग्रामीणों का मुख्य आरोप है कि डीवीसी बाहरी एजेंसियों को ठेका देकर स्थानीय विस्थापित परिवारों की अनदेखी कर रहा है। उनकी मांग है कि डैम क्षेत्र में होने वाले सभी विकास कार्यों में विस्थापितों की प्रत्यक्ष भागीदारी सुनिश्चित की जाए। बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई थी इस मुद्दे पर चार दिन पहले निरसा विधायक अरूप चटर्जी और परियोजना प्रमुख सुमन कुमार सिंह की ग्रामीणों व स्थानीय नेताओं के साथ बैठक हुई थी। हालांकि, इस बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई थी। ग्रामीणों ने व्यापक आंदोलन करने की दी चेतावनी ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि जब तक विस्थापितों की भागीदारी पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक वे किसी भी नई परियोजना को शुरू नहीं होने देंगे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले दिनों में और भी व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से ‘घूमर महोत्सव’ का आयोजन किया जाएगा। जवाहर कला केंद्र की पारिजात 1 और 2 दीर्घा में 11 से 16 नवंबर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। जयपुर कथक केंद्र के संयोजन में होने वाली कार्यशाला में 12 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी हिस्सा ले सकेंगे। जवाहर कला केंद्र जयपुर की ओर से घूमर लोकनृत्य कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। ‘घूमर महोत्सव’ 19 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। प्रतिभागी करवा सकते हैं निशुल्क रजिस्ट्रेशनजवाहर कला केंद्र की पारिजात 1 और 2 दीर्घा में 11 से 16 नवंबर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक नृत्य गुरु अनिता प्रधान प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देंगी। कार्यशाला के दौरान पारिजात दीर्घा-1 व 2 में प्रतिभागी निशुल्क रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। गौरतलब है कि घूमर महोत्सव का उद्देश्य राजस्थान के गौरव घूमर नृत्य के वैभव से नई पीढ़ी को परिचित कराना और अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना है। अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्या को दैनिक भास्कर एप के सिविक इश्यू में पोस्ट करने के लिए क्लिक करें।
बॉलीवुड एक्टर शाम मशालकर ने हाल ही में जयपुर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने नाहरगढ़ किले के शीशमहल और जलमहल के पास स्थित खजाना महल घूमा। इन दोनों ही स्थलों की स्थापत्य कला, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक वैभव को देखा। गौरतलब है कि शाम मशालकर बॉलीवुड और हिंदी टेलीविजन जगत के जाने-माने अभिनेता हैं। वे ‘जब वी मेट’, ‘युवराज’, ‘लव स्टोरी 2050’ और ‘बचना ऐ हसीनों’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत चुके हैं। जयपुर की इमारतें राजस्थान की गौरवशाली संस्कृति और कला का उदाहरण शाम मशालकर ने कहा- जयपुर की ऐतिहासिक इमारतें राजस्थान की गौरवशाली संस्कृति और कला का जीवंत उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि नाहरगढ़ के शीशमहल की बारीक कांचकारी और स्थापत्य शैली ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया, वहीं खजाना महल में प्रदर्शित रत्नों, आभूषणों और प्राचीन कलाकृतियों के अद्भुत संग्रह को देखकर वे मंत्रमुग्ध रह गए। राजस्थान की पारंपरिक विरासत और हस्तकला की गहराई को समझ सकते खजाना महल के संस्थापक अनूप श्रीवास्तव ने इस अवसर पर बताया कि यह महल न केवल कला और इतिहास का संगम है, बल्कि यह एक ऐसा अनुभव केंद्र है। जहां लोग राजस्थान की पारंपरिक विरासत और हस्तकला की गहराई को करीब से समझ सकते हैं। अनूप श्रीवास्तव स्वयं फिल्म उद्योग से जुड़े हुए हैं। उन्होंने इस महल को कला, संस्कृति और सिनेमा के समागम के रूप में विकसित किया है। शाम मशालकर ने जयपुर भ्रमण के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यहां की स्थापत्य कला, रंगीन परंपराएं और लोकसंस्कृति वास्तव में अद्वितीय हैं। उन्होंने जयपुर को राजस्थान की आत्मा और भारतीय संस्कृति का दर्पण बताया।
समस्तीपुर के रास्ते दक्षिण भारत यात्रा के साथ ही ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए भारत गौरव पर्यटन ट्रेन चलेगी। 'देखो अपना देश, एक भारत श्रेष्ठ भारत' योजना के तहत ये ट्रेन चलाई जा रही है। आईआरसीटीसी के डिप्टी जनरल मैनेजर राजेश कुमार बताया कि यह ट्रेन 5 दिसंबर को सहरसा से खुलेगी। सुपौल, निर्मली, झंझारपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, दिलदारनगर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, प्रयागराज, छिवकी होते हुए तिरुपति बालाजी दर्शन के लिए पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन में सवार तीर्थ यात्रियों को बालाजी दर्शन के साथ ही पद्मावती मंदिर और रामेश्वर में रामनाथ स्वामी ज्योतिर्लिंग, मदुरै में मीनाक्षी मंदिर, कन्याकुमारी में कन्याकुमारी मंदिर एवं विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरूवनंतपुरम में पद्मनाभ स्वामी मंदिर, मल्लिका अर्जुन में मल्लिका अर्जुन ज्योतिर्लिंग का दर्शन कराएगी। घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना उद्देश्य राजेश कुमार ने आगे कहा कि इसका उद्देश्य घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना, संस्कृति एकीकरण को प्रोत्साहित करना और विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों के बीच भावनात्मक चुनाव को मजबूत करना है। यह यात्रा बिहार और पूर्वी भारत के श्रद्धालुओं, पर्यटकों के लिए दक्षिण भारत की आध्यात्मिक- सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव कराने का एक अनोखा अवसर प्रदान करेगा। एसी- 2 को भी जोड़ा गया पहली बार इस ट्रेन में वातानुकूलित दो श्रेणी को जोड़ा गया है। इस ट्रेन में स्लीपर के अलावा एक थर्ड एसी और कंफर्ट एसी 2 को शामिल किया गया है। तीर्थ स्थल पर घूमने के लिए टिकट बुकिंग के अनुसार व्यवस्था की जाएगी। ठहराव वाले स्थल पर एसी और सामान्य कमरे की व्यवस्था होगी। इस बार यात्रा के साथ एक डॉक्टर की टीम भी साथ में रहेगी। ट्रेन की बोगी में ही एक मंदिर का भी निर्माण कराया गया है। जहां तीर्थ यात्री भजन कीर्तन कर सकेंगे।
राजस्थान की लोक-संस्कृति, नारी-सशक्तिकरण और जनभागीदारी के प्रतीक घूमर महोत्सव की तैयारी शुरू कर दी गई है। पर्यटन विभाग ने महोत्सव को लेकर पोस्टर विमोचन भी किया है। संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच की अध्यक्षता में महोत्सव को लेकर समीक्षा बैठक हुई, जिसमें ट्रेनिंग सेशन, पार्टिसिपेंट्स के रजिस्ट्रेशन और महोत्सव की जगह के चयन पर चर्चा हुई। दरअसल डिप्टी सीएम दिया कुमारी की पहल पर राज्य सरकार द्वारा यह महोत्सव 19 नवम्बर (शनिवार) को सातों संभागीय मुख्यालयों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा, जिसमें राजस्थान की नृत्य परंपरा घूमर को नई रंगत और ऊर्जा के साथ प्रस्तुत किया जाएगा। संयुक्त निदेशक सुमिता सरोच ने बताया कि उदयपुर संभाग में 12 नवम्बर से डांस ट्रेनिंग शुरू होंगी। इस महोत्सव का उद्देश्य घूमर नृत्य की मौलिक भावना से नई पीढ़ी को परिचित कराना और महिलाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ना है। 12 वर्ष से अधिक उम्र की छात्राएं, युवतियां, गृहिणियां, स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं, डांस स्कूल की सदस्य और कॉलेज की छात्राएं इसमें भाग ले सकेंगी। पार्टिसिपेंट्स का रजिस्ट्रेशन दो कैटेगरी (व्यक्तिगत और सामूहिक) में होगा। इस प्रतियोगिता में केवल ग्रुप ही भाग ले सकेंगे, जिसमें कम से कम 20 और अधिकतम 25 मेंबर्स हो सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के लिए पर्यटन विभाग के संभागीय कार्यालयों में हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। इस दौरान पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना, सहायक निदेशक दिव्यानी वरडिया सहित विभाग से जुडे़ कई अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में रोटरी क्लब ऑफ उदयपुर मीरा, नारी चेतना संस्थान, सीएआईटी, जीतो, सकल जैन समाज महिला विंग, चक्र साधना ज्योतिष केंद्र, कथक आश्रम, विरासत फोक डांस शो, मानसी संस्थान, जैन सोशल ग्रुप संगिनी “अरहम”, अजब सेवा संस्थान, वोमेन बिज़नेस सर्किल, मीरा प्रकाश वर्मा फाउंडेशन सहित शहर की अनेक संस्थाओं और महिला समूहों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। इन संस्थाओं की ओर से रेखा सोनी, शुष्मा कुमावत, विजयलक्ष्मी गलुंडिया, विद्या वर्मा, चंद्रकला चौधरी, महेश अमेटा, रश्मि पगारिया, नवनीत छाबड़ा, शीतल गुप्ता, आचार्य अणिमा गोस्वामी और लव वर्मा उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के मरवाही वनमंडल में एक बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। मरवाही वनपरिक्षेत्र के रेंजर रमेश खैरवार को उनके पद से हटा दिया गया है। यह कार्रवाई जांच में गंभीर अनियमितताएं पाए जाने के बाद की गई। जांच दल ने रेंजर खैरवार के खिलाफ वित्तीय अनियमितता और सरकारी पैसे की हेरफेर जैसे गंभीर मामले पाए थे। उनकी कार्यशैली में नियमों की अनदेखी भी सामने आई, और उन्होंने जांच दल का सहयोग करने से भी इनकार किया। प्रशासनिक तौर पर, रमेश खैरवार को तत्काल प्रभाव से बिलासपुर सीसीएफ कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह, कटघोरा वनपरिक्षेत्र में पदस्थ रमेश कुमार साहू को मरवाही वनपरिक्षेत्र का नया रेंजर नियुक्त किया गया है। रमेश कुमार साहू को तुरंत कार्यभार संभालने को कहा गया हैं। इस संबंध में, प्रधान वनसंरक्षक (पीसीसीएफ) व्ही श्रीनिवास राव ने पत्र जारी कर ये निर्देश दिए हैं। खंडहर में तब्दील हुआ पर्यटन स्थल छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में स्थित राजमेरगढ़, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, अब सरकारी उपेक्षा का शिकार होता दिख रहा है। जिले की सबसे ऊंची चोटी पर करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए पर्यटन स्थल खंडहर में तब्दील हो गए हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने और सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा यहां बैगा कुटीर, रिसॉर्ट और सीसी रोड का निर्माण कराया गया था। हालांकि, ये सभी निर्माण कार्य अब जर्जर अवस्था में हैं। सीसी सड़क पर जगह-जगह सिर्फ गिट्टी ही बची है, जिससे इसका उपयोग करना मुश्किल हो गया है। सुरक्षा पर उठ रहे सवाल वहीं, रिसॉर्ट और बैगा कुटीर पूरी तरह से खंडहर बन चुके हैं। ये अधूरे पड़े निर्माण अब पर्यटकों को सुविधा देने के बजाय असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गए हैं। इससे यहां आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, काम की शुरुआत एक ठेकेदार से करवाई जाती है, फिर दूसरा ठेकेदार आगे का काम करता है, और इस प्रक्रिया के बावजूद काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
स्विमिंग पूल किनारे मोनालिसा का सिजलिंग अंदाज, वेकेशन से शेयर की बोल्ड तस्वीरें
भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा हिंदी टीवी इंडस्ट्री में भी अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी मोनालिसा की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। वह अपनी ग्लैमरस तस्वीरों से तहलका मचाती रहती हैं। मोनालिसा इन दिनों थाइलैंड में वेकेशन एंजॉय कर रही ...
गोवा में वेकेशन एंजॉय कर रहीं कृष्णा श्रॉफ, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
कृष्णा श्रॉफ निश्चित रूप से जानती हैं कि लोगों का ध्यान कैसे आकर्षित करना है- चाहे वह उनकी MMA चॉप्स हों या उनकी वेकेशन की तस्वीरें। कृष्णा इस दिनों गोवा की धूप और बीच पर छुट्टियां मना रही हैं। इसी बीच कृष्णा श्रॉफ ने सोशल मीडिया पर अपनी ट्रॉपिकल ...
कैंसर के ट्रीटमेंट जंग के बीच वेकेशन मनाने मालदीव पहुंचीं हिना खान, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
टीवी एक्ट्रेस हिना खान भले ही कैंसर से जंग लड़ रही हैं, लेकिन वह अपनी लाइफ को खुलकर जी रही हैं। इस गंभीर बीमारी से जंग लड़ते हुए वह लाइफ का हर पल एंजॉय कर रही हैं। हिना खान इन दिनों मालदीव में वेकेशन एंजॉय कर रही हैं। मालदीव में वेकेशन मनाते हुए ...
Tejasswi Praksh-Karan Kundrra नहीं हुए अलग,रोमांटिक वेकेशन एन्जॉय कर रहा है कपल करीबी दोस्त ने खोला राज
सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और उनकी पत्नी नतासा स्टेनकोविक के अलग होने की अफवाहें जोरों पर हैं। यह सब तब शुरू हुआ जब नतासा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से 'पांड्या' उपनाम हटा दिया। प्रशंसकों ने यह भी देखा कि वह आईपीएल मैचों के दौरान स्टैंड्स से गायब थीं। हालांकि, तमाम अटकलों के बावजूद इस जोड़े ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। दूसरी ओर, एक ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि हार्दिक विदेश में किसी अज्ञात स्थान पर छुट्टियां मना रहे हैं। विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़ें। इसे भी पढ़ें: Shabana Azmi ने Shashi Kapoor के साथ इंटीमेट सीन करने से किया था इंकार, सुपरस्टार ने कह दिया था एक्ट्रेस को 'बेवकूफ लड़की' | Read All About नताशा स्टेनकोविक से अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक पंड्या विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं हार्दिक पंड्या की पत्नी नतासा स्टेनकोविक के साथ निजी जिंदगी हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है। क्रिकबज द्वारा रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अलगाव की अफवाहों के बीच क्रिकेटर विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं। अभी लोकेशन का नाम सामने नहीं आया है। इसे भी पढ़ें: Anant Ambani और Radhika Merchant Pre-Wedding Party! तारों भरी रात से लेकर टोगा पार्टी तक, जानें इस बार क्या-क्या होगा खास यह बताया गया है कि इंडियन प्रीमियर लीग से अपनी टीम के बाहर होने के बाद क्रिकेटर ने देश छोड़ दिया। कठिन अवधि के बाद तरोताजा होने के लिए, उन्होंने विदेश में एक सप्ताह की छुट्टी का विकल्प चुना। हार्दिक के शीघ्र ही न्यूयॉर्क में टी20 विश्व कप 2024 के अभ्यास सत्र के लिए भारतीय टीम में फिर से शामिल होने की उम्मीद है। विशेष रूप से, आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस के लिए रोहित शर्मा की जगह हार्दिक के नेतृत्व की काफी आलोचना हुई। पूरे सीज़न में भारतीय क्रिकेटर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस बीच, वह पेशेवर असफलताओं से जूझ रहे थे। उनकी निजी जिंदगी सुर्खियों में आ गई। कुछ दिन पहले हार्दिक ने अपने सोशल मीडिया पर ढेर सारी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे। वीडियो में उन्हें पूल में तैरते हुए अच्छा समय बिताते हुए दिखाया गया, जबकि फोटो में वह एक खूबसूरत बैकग्राउंड के साथ पोज दे रहे थे। इसे छोटा और सरल रखते हुए, उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया था, रिचार्जिंग। पोस्ट के जवाब में, कई प्रशंसकों ने उनके टिप्पणी अनुभाग में बाढ़ ला दी, अपना अटूट समर्थन दिखाया और आगामी विश्व कप के लिए उनकी जय-जयकार की। एक यूजर ने लिखा, “हार्दिक पंड्या जल्द ही टी20 वर्ल्ड कप में वापस आ रहे हैं,” एक अन्य फैन ने लिखा, “हार्दिक टी20 में अपने पुराने मॉडल के साथ आएं और अपने नफरत करने वालों को चुप करा दें। जबकि एक तीसरे फैन ने लिखा, “मजबूत वापसी भाई।” इसके अतिरिक्त, एक प्रशंसक ने लिखा, अपना भाई शेर था और रहेगा तू टेंशन माउंट लेना रे। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, कोई बात नहीं हम सब आपके साथ हार्दिक हमारे हीरो हैं। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, हार्दिक भाई विश्व कप में वापसी करेगा। हार्दिका पंड्या की पत्नी नतासा ने अलगाव की अफवाहों पर प्रतिक्रिया दी दूसरी ओर, अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक की पत्नी को शनिवार को पहली बार शहर में देखा गया। अपनी नवीनतम आउटिंग में, उन्हें एक कैफे से बाहर निकलते समय एक करीबी दोस्त के साथ देखा गया था। जाने से पहले एक्ट्रेस ने शटरबग्स के लिए पोज दिए। दरअसल, एक पिता ने उनसे तलाक के बारे में पूछा। हालांकि, इसके जवाब में एक्ट्रेस ने सवाल को नजरअंदाज करने का फैसला किया और सम्मानजनक चुप्पी बनाए रखी. जाने से पहले, उसने बस इतना कहा, बहुत-बहुत धन्यवाद और अपनी प्रतीक्षारत कार की ओर बढ़ गई। अपनी नवीनतम आउटिंग के दौरान, जब वह अपने दोस्त के साथ एक कैफे से बाहर निकली, तो उसे गुलाबी शर्ट के साथ सफेद टॉप और शॉर्ट्स पहने देखा गया। दो महीने पहले एक नौका पर बॉलीवुड अभिनेत्री को प्रस्ताव देने के बाद, हार्दिक और नतासा ने लगभग चार साल पहले 31 मई, 2020 को शादी कर ली थी। उनके पहले बच्चे, अगस्त्य का जन्म 30 जुलाई, 2020 को हुआ था। अपनी तीसरी शादी की सालगिरह मनाते हुए, हार्दिक और नतासा ने उदयपुर में एक भव्य समारोह के साथ अपनी प्रतिज्ञाओं को भी नवीनीकृत किया था। View this post on Instagram A post shared by Hardik Himanshu Pandya (@hardikpandya93) View this post on Instagram A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)
शादी के तीन महीने बाद हनीमून पर निकलेRakul Preet Singh औरJackky Bhagnani, वेकेशन से वायरल हुई एक्ट्रेस की तस्वीरें

