मुख्य समाचार / चौथी दुनिया
मैंने तीन सदियाँ देखी हैं (22) : पत्रकारिता में मेरे गुरु सच्चिदानंद वात्स्यायन अज्ञेय
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय के साहित्य के बारे में खूब लिखा गया है ।उनके नयी कविता आंदोलन को लेकर न जाने कितने लोगों ने पीएचडी की होगी, उनके
4 Nov 2025 8:35 pm
मैंने तीन सदियाँ देखी हैं (21): तीन महारथी: यशपाल, दिनकर और बच्चन
इस बार राजनीति से हट कर उन तीन साहित्यकारों के बारे में लिखूंगा जिन्हें मैंने पढ़ा है,देखा है,सुना है और दो को मिला भी हूं कई बार । जिनसे मैं मिला हूं
2 Nov 2025 9:53 pm
अमर्त्य मतलब जो कभी भी मृत नही होता !
रविंद्रनाथ टागौर ने खुद यह नाम रखा क्योंकि इस बालक का जन्म शांतिनिकेतन में अपने नाना क्षितिमोहन के घर में 3 नवंबर 1933 को हुआ . आज वह 92 साल के हो रहे
2 Nov 2025 6:49 pm

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