रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी दो दिवसीय जैसलमेर यात्रा के दूसरे दिन आज शुक्रवार को तनोट और लोंगेवाला का दौरा करेंगे। यहां वे सीमा पर तैनात जवानों से मुलाकात करेंगे और शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इसके बाद वे आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे। रक्षा मंत्री शाम तक दिल्ली लौट जाएंगे। गुरुवार शाम करीब 6:20 बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने शौर्य पार्क और कैक्टस पार्क का उद्घाटन किया, जहां भारतीय सेना के इतिहास और वीर जवानों की गाथाएं प्रदर्शित की गई हैं।इसके बाद उन्होंने लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ किया और सेना के बड़ाखाना (सामूहिक भोज) में शामिल होकर जवानों को संबोधित किया। कॉन्फ्रेंस को सेना ने “Year of Reforms” (सुधारों का वर्ष) का हिस्सा बताया जैसलमेर जिले में 23 से 25 अक्टूबर तक चल रही आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में देश की सुरक्षा व्यवस्था और सैन्य तैयारियों पर मंथन हो रहा है। इसमें थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, शीर्ष कमांडर्स और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। इस बार की कॉन्फ्रेंस को सेना ने “Year of Reforms” (सुधारों का वर्ष) का हिस्सा बताया है। इसमें सेना के संरचनात्मक सुधार, नई तकनीकों के इस्तेमाल और आधुनिक युद्ध की तैयारियों पर चर्चा की जा रही है। अग्निवीरों की स्थायी नियुक्ति बढ़ाने पर होगा फैसला मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी रक्षा मंत्री के समक्ष एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखेंगे —अग्निवीरों की स्थायी नियुक्ति 25% से बढ़ाकर 75% करने का।अग्निवीर योजना के तहत भर्ती हुआ पहला बैच अगले वर्ष अपनी चार साल की सेवा पूरी करेगा।ऐसे में उनकी पुनर्नियुक्ति और भविष्य की नीति तय करने को लेकर यह बैठक निर्णायक साबित हो सकती है। रक्षा मंत्रालय भी इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है ताकि प्रशिक्षित अग्निवीरों के अनुभव का उपयोग सेना में स्थायी रूप से किया जा सके। पूर्व सैनिकों की भूमिका पर भी चर्चा कॉन्फ्रेंस में वेटरन (पूर्व सैनिक) समुदाय के अनुभव के बेहतर उपयोग पर भी मंथन होगा।फिलहाल वे सीमित भूमिकाओं में कार्यरत हैं, जैसे आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी और ECHS (एक्स-सर्विसमैन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम),लेकिन अब सरकार चाहती है कि उनके कौशल का लाभ व्यापक स्तर पर उठाया जाए। तीनों सेनाओं में ‘जॉइंटनेस’ बढ़ाने पर फोकस कॉन्फ्रेंस में थलसेना, नौसेना और वायुसेना के बीच समन्वय बढ़ाने पर भी चर्चा होगी।इसमें साझा प्रशिक्षण, उपकरणों का मानकीकरण, लॉजिस्टिक सुधार, कर्मियों का आपसी स्थानांतरण और थिएटर कमांड्स की स्थापना के लिए तैयारी जैसे मुद्दे शामिल हैं। ऑपरेशनल तैयारियों और मिशन सुदर्शन चक्र की समीक्षा सेना की ऑपरेशनल तैयारियों की व्यापक समीक्षा की जाएगी।इसमें क्षतिग्रस्त उपकरणों की मरम्मत, आपात खरीद, गोला-बारूद भंडारण और मिशन सुदर्शन चक्र की प्रगति की समीक्षा शामिल है।यह मिशन तीनों सेनाओं और अन्य एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल सुनिश्चित करने के लिए शुरू किया गया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बड़ी बैठक यह कॉन्फ्रेंस मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना कमांडरों की पहली बड़ी बैठक है।इससे पहले इसका पहला चरण दिल्ली में आयोजित किया गया था।जैसलमेर बैठक इस वर्ष की दूसरी आर्मी कमांडर्स कॉन्फ्रेंस का दूसरा चरण है,जो सेना के शीर्ष नेतृत्व को वर्तमान सुरक्षा स्थिति और भविष्य की रणनीति पर विचार का अवसर दे रही है।
'हां, मैं मानता हूं कि आक्रोश में आकर उस समय मुझसे कुछ अपशब्द निकल गए। इसके लिए मैं पूरे समाज से खासकर पीड़ित से दिल से माफी मांगता हूं। मेरा किसी का अपमान करने या किसी से नाक रगड़वाने जैसी कोई मंशा नहीं थी। अफसोस की बात यह है कि इस वीडियो को जानबूझकर आधा काटकर, तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।' ये कहना है भाजपा नेता विकुल चपराणा का। जिन्होंने कपड़ा व्यापारी से नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई थी। घटना के 4 दिन के बाद मेरठ में राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर व्यापारी सत्यम रस्तोगी को अपमानित करने के आरोपी विकुल चपराणा का वीडियो सामने आया है। इसे विकुल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया। 3 मिनट के वीडियो में उन्होंने कहा-जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह अधूरा सच है। घटना की सही और असल हकीकत कुछ और है, जिसे फिलहाल केवल पुलिस ही जानती है। विकुल ने कहा-वह आक्रोश में अपने द्वारा बोले गए शब्दों के लिए माफी मांगते हैं, लेकिन सच कुछ और है, जो अब तक सामने नहीं आया है। अब विकुल चपराणा का सिलसिलेवार बयान पढ़िएसत्यम रस्तोगी ने मंत्री को बुरा भला कहाविकुल चपराणा ने कहा- आप सभी ने मेरा यह वीडियो जरूर देखा होगा, जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें ऐसा दिखाया जा रहा है कि मैं किसी व्यक्ति से जबरदस्ती नाक रगड़कर माफी मांगने को कह रहा हूं, लेकिन यह सच नहीं है। वहां पर सत्यम रस्तोगी का झगड़ा किसी और व्यक्ति से हुआ था। सत्यम रस्तोगी ने बीच में माननीय मंत्री जी को भला-बुरा कहा। तब मैंने कहा कि आप ऐसा क्यों कह रहे हैं। इसके बाद उन्होंने मेरे परिवार के बारे में भी बुरा-भला कहा। इसलिए मैंने उनसे कहा कि आप इन सबकी सार्वजनिक रूप से माफी मांगिए। आपने पब्लिक के सामने ये सब बातें बोली हैं तो आप ही माफी मांगिए। बाकी आपका और मेरा कोई विवाद नहीं है। मैं सत्यम रस्तोगी जी से माफी मांगता हूं: विकुल चपराणाविकुल चपराणा ने कहा- मैं सत्यम रस्तोगी जी से माफी मांगता हूं। बाकी मुख्य लोग मौके से फरार हो गए हैं। न अभी तक पुलिस ने, न प्रशासन ने, न मीडिया ने यह जानना चाहा कि वे लोग कौन थे। सभी चीजें जो सोशल मीडिया पर दिखाई जा रही हैं, वह पूरी तरह सच नहीं हैं। मैंने किसी से नाक रगड़कर माफी मांगने के लिए नहीं कहा था। मेरी सिर्फ इतनी गलती थी कि आक्रोश में आकर मैंने सत्यम रस्तोगी जी को अपशब्द कहे थे। मैं इसके लिए सभी लोगों से क्षमा चाहता हूं, पर मैं इसमें पूरी तरह गलत नहीं हूं। मैं मेडिकल थाने में रस्तोगी को बचाने गया थाविकुल चपराणा ने कहा- एक चीज यह भी है जिसकी जानकारी किसी को नहीं है, केवल पुलिस और प्रशासन को। जिस दिन यह घटना हुई, पुलिस और प्रशासन ने सत्यम रस्तोगी जी को मेडिकल थाने ले लिया था। जैसे ही मुझे सूचना मिली कि सत्यम रस्तोगी जी पर मुकदमा लिखा जा रहा है, मैं तुरंत मेडिकल थाने पहुंचा। मैं नहीं चाहता था कि दीपावली के शुभ अवसर पर किसी का दिन खराब हो या किसी का त्योहार खराब हो। मैंने वहां मेडिकल थाना प्रभारी शैलेष यादव जी से कहा कि मेरे और इनके बीच कोई विवाद नहीं है, आप इन्हें छोड़ दीजिए और जाने दीजिए। मेरी भावनाएं यही थीं कि मैंने वहां उनके लिए स्टैंड लिया। मेरे साथियों ने कोई तोड़फोड़ नहीं कीविकुल चपराणा ने कहा-इस सब में माननीय मंत्री जी को लेकर राजनीतिक पार्टियां इन्वाल्व कर रही हैं। इस पूरे विषय से माननीय राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर का कोई लेना-देना नहीं है। सच तो यह है कि न मैंने उन्हें छुआ, न धक्का दिया, न किसी तरह की जबरदस्ती की। उस घटनाक्रम में मेरे किसी भी साथी ने सत्यम रस्तोगी जी की गाड़ी को छुआ या फोड़ा हो तो पूरा वैश्य समाज जो कहे, मैं उसे करने के लिए तैयार हूं। आधे वीडियो को दिखाया जा रहाउन्होंने आगे कहा- जिस हिस्से में युवक शराब के नशे में गालियां दे रहा था, वह पूरी तरह से हटा दिया गया है। केवल वही हिस्सा दिखाया जा रहा है, जहां मैं गुस्से में आकर उस व्यक्ति से बात कर रहा हूं। इस अधूरे क्लिप के जरिए अब मुझे राजनीतिक बकरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। हर पार्टी अपने फायदे के लिए इस घटना को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है और मुझे गलत ठहराकर अपना राजनीतिक हित साधना चाह रही है। विकुल चपराणा ने कहा- मैं पूरे समाज से माफी मांगता हूं। मैं बस यही कहना चाहता हूं कि कृपया बिना सच्चाई जाने और बिना पूरी जांच किए किसी को दोषी न ठहराइए। मैं निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं। जिससे पूरी सच्चाई सामने आए और न्याय भावनाओं से नहीं, तथ्यों के आधार पर हो। मुझे इस पूरे घटनाक्रम का गहरा खेद है। मैं अपने समर्थकों, समाज और सत्यम रस्तोगी जी से एक बार फिर क्षमा चाहता हूं। मुख्य आरोपी विकुल चपराणा को मिली जमानतसत्यम रस्तोगी से मारपीट और नाक रगड़वाने के मामले में अब तक कुल 4 चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। सबसे पहले मुख्य आरोपी विकुल चपराणा गिरफ्तारी हुई थी। बाद में उसे जमानत मिल गई। उसके बाद बुधवार रात तीन अन्य आरोपी हैप्पी भड़ाना, आयुष शर्मा और सुबोध यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है। --------------- ये भी पढ़ें- टीचर ने बच्चे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, VIDEO:गोरखपुर में गर्दन पकड़कर घसीटा, 10 थप्पड़ जडे, दांत टूटा गोरखपुर में टीचर ने क्लास-3 के बच्चे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बाल नोचकर चेहरे पर 10 थप्पड़ जड़े। गर्दन पकड़कर घसीटते हुए घर के अंदर ले गया और जमीन पर गिराकर लात-घूंसों से मारा। मुक्का मारकर एक दांत तोड़ दिया। 30 मिनट बाद उसे छोड़ा। इसके बाद बच्चा घर पहुंचा। मां-पिता से पूरी बात बताई। मां-पिता शिकायत करने घर पहुंचे तो आरोपी उनसे झगड़ने लगा। इसके बाद घरवालों ने पुलिस को जानकारी दी। पढ़िए पूरी खबर...
लोक आस्था का महापर्व डाला छठ अब बस 1 ही दिनों की दूरी पर है। 25 अक्टूबर से आरंभ हो रहे इस पावन पर्व को लेकर गंगा घाटों पर चहल-पहल बढ़ गई है। श्रद्धालु पहले ही अपने-अपने पूजन स्थलों को सुरक्षित करने में जुट गए हैं। घाट किनारों पर मिट्टी का घेरा बनाकर, बांस-बल्ली गाड़कर और नाम लिखकर जगह घेरने का सिलसिला तेज हो गया है। घाटों पर ‘नाम लिखो, जगह घेरो’ की होड़ बीएलडब्लयू, भैंसासुर घाट से लेकर अस्सी घाट तक हर ओर एक ही नज़ारा देखने को मिल रहा है। श्रद्धालु घाट किनारे जाकर मिट्टी का घेरा बनाते हैं और उस पर अपना नाम लिख देते हैं ताकि जब डाला छठ का पूजन आरंभ हो, तो उन्हें जगह मिलने में दिक्कत न हो। अबकी बार तो यह परंपरा आदिकेशव घाट तक पहुँच गई है। यहां कई लोगों ने अपने नाम लिखकर घाट का क्षेत्र घेर लिया है। अस्सी घाट पर भी मचा है घेराबंदी का आलम अस्सी घाट, जो बनारस का सबसे प्रसिद्ध घाट माना जाता है, वहां भी श्रद्धालुओं ने बांस और बल्लियों की मदद से अपने-अपने हिस्से की जगह घेर ली है। बीच में नाम लिखकर लोग संकेत दे रहे हैं कि यह स्थान अब उनके पूजन के लिए सुरक्षित है। अस्सी से आगे के घाटों पर भी यही दृश्य देखने को मिल रहा है। कहीं मिट्टी से घेरा बना है तो कहीं बांसों से बाँधकर चारों ओर अवरोध खड़ा कर दिया गया है ताकि कोई और उस जगह पर प्रवेश न कर सके। आइए अब जानते हैं आस्थावान महिलाओं ने क्या कहा.... बबीता ने बताया कि घाट पर पूजा करने वालों की भीड़ हो जाती है इसलिए हम लोग एक दिन पहले ही मिट्टी से बेदी बना लेते हैं। उन्होंने बताया कि वह 10 वर्षों से छठ महापर्व का व्रत कर रही है पहले घाट पर व्यवस्थाएं बहुत ठीक नहीं थी लेकिन अब व्यवस्थाएं अच्छी कर दी गई है। सुमन तिवारी ने बताया कि बहुत भीड़ होने के कारण जगह नहीं मिलता है इसलिए हम लोग दो-तीन दिन पहले ही बेदी तैयार कर देते हैं सुबह शाम वहां पूजा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें पूजा करते हुए 32 साल हो गया। मेरा बचपन यही बीता है यही के रहने वाले हैं घाट पर पिछले 5 वर्षों में काफी बदलाव हुआ है। उन्होंने कहा कि छठ महाव्रत रखने के बाद ही मेरा बेटा हुआ। उन्होंने कहा कि छठ मां से हम जो मांगते हैं वह पूरा होता है। कौन है छठ मैया शास्त्रों में माता षष्ठी देवी को भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री माना गया है। इन्हें ही मां कात्यायनी भी कहा गया है, जिनकी पूजा नवरात्रि में षष्ठी तिथि के दिन की जाती है। षष्ठी देवी मां को ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में स्थानीय भाषा में छठ मैइया कहते हैं। छठी माता की पूजा का उल्लेख ब्रह्मवैवर्त पुराण में भी मिलता है। एक अन्य मान्यता के अनुसार, इन्हें सूर्यदेव की बहन भी माना गया है। क्यों करते हैं छठ माता की पूजा छठ पूजा का व्रत महिलाएं अपनी संतान की रक्षा और पूरे परिवार की सुख शांति का वरदान मांगने के लिए करती हैं। मान्यता अनुसार इस दिन निःसंतानों को संतान प्राप्ति का वरदान छठ मैया देती हैं। अब जानिए क्या है तिथि पंडित विकास पाण्डेय ने कहा - छठ महापर्व 25 अक्तूबर को नहाय-खाय से शुरू होगा। 26 को खरना, 27 को डूबते सूर्य को अर्घ्य और 28 अक्तूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। सूर्य उपासना का चार दिवसीय महापर्व नहाय-खाय के साथ 25 अक्टूबर से शुरू होगा। वहीं, 26 अक्टूबर को खरना पूजन के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू करेंगे। 27 अक्टूबर को सायंकालीन अर्घ्य के बाद घर पर महिला व्रती कोसी पूजन करेंगी। महिला व्रती दीया जलाकर व धूप जलाकर सामुहिक रूप से छठ गीत गाती हुई आराधना करेंगी। 28 अक्टूबर की सुबह प्रात: कालीन अर्घ्य के बाद शनिवार से शुरू चार दिवसीय पूजा अनुष्ठान मंगलवार को संपन्न हो जाएगा। उसके बाद सभी व्रती पारण कर उपवास तोड़ेंगे
छत्तीसगढ़ में चुनाव भले अभी दूर हो, लेकिन सियासी तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। देशभर में चुनाव आयोग को लेकर चल रहे उठा-पटक के बीच छत्तीसगढ़ में भी इसे लेकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने आयोग पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि आयोग अब एक स्वतंत्र संस्था नहीं, बल्कि केंद्र सरकार के अधीन विभाग की तरह काम कर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) से जुड़ी बैठकों में किसी भी राजनीतिक दल को शामिल नहीं किया। बघेल ने कहा, “लोकतंत्र का अस्तित्व राजनीतिक दलों से है। अगर किसी एक दल को ही तवज्जो दी जाएगी, तो भारत और चीन में क्या फर्क रह जाएगा? आयोग का रवैया निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है। कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी का कहना है कि आयोग की कार्यप्रणाली पूरी तरह कानूनी और पारदर्शी है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “किसी मतदाता का नाम सूची में सही है या नहीं, यह जांचना आयोग का दायित्व है। अगर कोई नाम गलत ढंग से जुड़ा है तो उसे हटाना गलत कैसे हो गया? कांग्रेस को पारदर्शिता से दिक्कत है, इसलिए वे बेबुनियाद आरोप लगा रही हैं।” क्या है विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) SIR यानी Special Intensive Revision मतदाता सूची को अपडेट करने की एक प्रक्रिया है। इसका मकसद हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में वोटरों की सटीक और अद्यतन सूची तैयार करना है। हाल ही में बिहार में SIR की प्रक्रिया 10 सितंबर 2025 को पूरी हुई थी। अब चुनाव आयोग इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी कर रहा है ताकि आने वाले चुनावों में वोटिंग सिस्टम और अधिक पारदर्शी हो सके। चुनाव आयोग ने सभी मुख्य चुनाव आयुक्तों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, चार से पांच दिनों में यह प्रक्रिया देशभर में शुरू हो जाएगी और तीन महीनों में पूरी हो सकती है। यह काम दो चरणों में होगा। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे राज्य, जहां जल्द ही बर्फबारी शुरू हो जाएगी, उन्हें शुरुआती चरण से फिलहाल बाहर रखा गया है। जहां कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं पर असर डालने की कोशिश बता रही है, वहीं भाजपा का कहना है कि यह प्रक्रिया चुनाव को निष्पक्ष बनाने की दिशा में एक जरूरी कदम है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में यह मुद्दा और गर्मा सकता है, क्योंकि चुनाव से पहले आयोग की विश्वसनीयता पर बहस विपक्ष की रणनीति का अहम हिस्सा बनती जा रही है। क्या कहा भूपेश बघेल और अरुण साव ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने अपनी पहचान खो दी है, SIR कर रहे हैं तो जितने भी राजनीतिक दल हैं, उनके साथ बैठक करनी चाहिए थी, किसके लिए कर रहे हैं, प्रजातंत्र तंत्र के लिए कर रहे हैं, लोकतंत्र का वजूद राजनीतिक दलों से है, निर्वाचन आयोग अब आयोग नहीं रहा, वो केंद्र सरकार के अधीन एक विभाग की तरह व्यवहार कर रहे हैं। वहीं, पलटवार करते हुए उप-मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस के नेता हमेशा से देश के संविधान, देश की सेना पर सवाल उठाने का काम लगातार करते रहे हैं, भूपेश बघेल वही कर रहे हैं। चुनाव आयोग जैसी संस्था आई है, उसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है कि किसी भी मतदाता जिसका नाम मतदाता सूची में डाला जाए, उसकी सत्यता की जांच करना और गलत ढंग से जो भी नाम जुड़े हैं, उनको हटाना ये कहां से गलत हो सकता है, आपकी सोच गलत है, इसलिए आप चुनाव आयोग पर निराधार आरोप लगा रहे हैं।
सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा मुझे चार माह से लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। डराया-धमकाया जा रहा है। मुझे ऑपरेशन थिएटर (OT) की पोस्टिंग से बेदखल करने की धमकी दी गई। मेरी मेडिकल लीव को लेकर झूठी अफवाहें फैलाई। मैं लगातार परेशानी झेल रही हूं और एमवाय अस्पताल में एडमिट रही। मानसिक प्रताड़ना से चार माह में मेरा वजन 22 किलो कम हो गया है। यह गंभीर आरोप इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज की पीजी फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट ने लगाए हैं। प्रसूति एवं स्त्री रोग (Obstetrics and Gynaecology) विभाग में पढ़ रही इस जूनियर डॉक्टर ने यूजीसी की राष्ट्रीय एंटी रैगिंग सेल में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। उसने आरोप लगाया है कि सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों ने मुझे अत्यधिक और रात की ड्यूटी करने को मजबूर किया। मुझे ऑपरेशन थिएटर की पोस्टिंग से बेदखल करने की धमकी दी और मेरे अवकाश को लेकर झूठी अफवाहें फैलाईं जिससे वह गहरी मानसिक परेशानी में चली गई। छात्रा ने बताया कि दबाव सहन न कर पाने के कारण उसे लंबी मेडिकल लीव लेनी पड़ी। खास बात यह कि जूनियर स्टूडेंट के परिवार ने भी माना कि मानसिक रूप से टूट चुकी थी और वर्तमान में उसका इलाज चल रहा है। एंटी रैगिंग कमेटी के ये हैं सदस्य एंटी रैगिंग कमेटी को की गई शिकायत में यह भी बताया कि बात काम के बोझ की नहीं है, बल्कि मानसिक रूप से किए गए अत्याचार की है। उसे बुरी तरह अपमानित किया गया। जिससे उसकी मानसिक स्थिति खराब हो गई है। शिकायत में चार सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के नाम एंटी रैगिंग सेल में दर्ज शिकायत में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों के नाम हैं। इन पर उसे डराने और उसके खिलाफ अपमानजनक माहौल बनाने का आरोप है। पीड़िता स्टूडेंट कहना है कि उसके सीनियरों ने एक वाट्सएप ग्रुप पर उसके बारे में गलत मैसेज चलाए गए और उसे “झूठी” बताया और लिखा कि उसकी मेडिकल लीव फर्जी है। उन्होंने चेतावनी दी थी कि वापसी के बाद उसे छह महीने तक ओटी ड्यूटी नहीं दी जाएगी और सजा के तौर पर अलग से नाइट शिफ्ट करनी होगी। स्टूडेंट का आरोप है कि लगातार प्रताड़ना के कारण मेरी तबीयत तेजी से बिगड़ी और चार महीनों में उसका वजन 22 किलो से अधिक घट गया। उसे चार दिनों तक एमवाय अस्पताल में एडमिट रहना पड़ा और हालत बिगड़ने पर वह घर लौट गई। एंटी रैगिंग कमेटी ने शुरू की जांच मेल के माध्यम से शिकायत मिलने के बाद एंटी रैगिंग कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। समिति की अध्यक्ष डॉ. पूनम देयसरकार ने पुष्टि की कि जूनियर स्टूडेंट ने शिकायत की है। कमेटी ने जांच प्रारंभ कर दी है। कमेटी पीड़िता और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों की पहचान कर उनके बयान दर्ज करेगी। इसके साथ जल्द ही अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय एंटी रैगिंग सेल और कॉलेज प्रशासन को सौंपेगी। उधर, डॉ. निलेश दलाल (HOD, प्रसूति व स्त्री रोग विभाग) का कहना है का मामला एंटी रैगिंग कमेटी के पास है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पाली शहर के राजेन्द्र नगर विस्तार स्थित त्रिलोचन महादेव मंदिर एवं बजरंग बलि के मंदिर में गुरुवार शाम को अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। शाम को आरती के बाद भगवान महादेव और बालाजी को अन्नकूट का भोग लगाया गया। उसके बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया।बजरंग मंडली के अध्यक्ष भंवर सिंह राजपुरोहित ने बताया कि इससे पहले सुबह से मंडली की टीम प्रसाद बनाने में जुटी रही। प्रसाद तैयार होने के बाद अन्नकूट के प्रसाद का भोग भगवान को लगाया गया। करीब 500 किलो अन्नकूट का प्रसाद बनाया गया। जिसमें सभी सब्जियों और फल डाले गए। इसके साथ ही दिन में भजन कीर्तन हुआ। जिसमें क्षेत्र की महिलाओं ने भजन गाए। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे। जिनमें अन्नकूट के प्रसाद का वितरण किया गया। अन्नकूट महोत्सव में भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील भंडारी भी पहुंचे। दर्शन कर उन्होंने भी प्रसाद ग्रहण किया।
जबलपुर हाईकोर्ट में 'हमारे शिक्षक' ऐप को लेकर गुरुवार को सुनवाई हुई। जिसमें सरकार की ओर से बताया गया कि प्रदेश के 73% शिक्षक ऐप का उपयोग कर रहे हैं। कोर्ट ने सरकार ने इसका रिकॉर्ड मांगा है। अब अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी। बता दें कि जबलपुर के शिक्षक मुकेश सिंह बरकड़े सहित अलग-अलग जिलों से 27 शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा विभाग की ई-अटेंडेंस प्रक्रिया को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। शिक्षकों ने ऐप से हाजिरी लगाने में कई समस्याएं गिनाई हैं। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि ऐप से अटेंडेंस लगाने को लेकर कई तरह की परेशानी आ रही हैं। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अंशुमान सिंह ने कोर्ट को बताया कि कई शिक्षकों के पास अच्छा स्मार्टफोन नहीं है। प्रतिमाह डाटा पैक खरीदना पड़ता है। प्रतिदिन मोबाइल की बैटरी चार्ज रखना, स्कूल में नेटवर्क कनेक्टिविटी नहीं होने की भी समस्या है। ऐप में सर्वर और चेहरा मिलान की भी परेशानी आ रही है। बायोमेट्रिक या उपस्थिति रजिस्टर रखने की मांग हाईकोर्ट को यह भी बताया गया कि जो शिक्षक ऐप से अटेंडेंस लगाने में सफल नहीं हो रहे हैं, उन्हें परेशानी आ रही है। स्कूल शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी शिक्षकों का वेतन बंद करने की धमकी देकर अटेंडेंस का उपयोग करने के लिए बाध्य कर रहे हैं। शिक्षकों ने मांग की गई है कि या तो बायोमेट्रिक मशीन या फिर पूर्व की भांति कर्मचारी रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज कराई जाए। शिक्षकों से मांगा हलफनामा जस्टिस एमएस भट्टी की एकल पीठ ने सभी याचिकाकर्ताओं को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर यह बताने को कहा है कि क्या उन्होंने ऐप के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करने का कोई प्रयास किया है। यदि हां तो क्या नेटवर्क कनेक्टिविटी की अनुपलब्धता के कारण वह ऐसा करने में असमर्थ रहे थे। कोर्ट ने सरकार से भी हलफनामे पर जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं के स्कूल का भी डाटा मांगा शासन की ओर से कोर्ट को बताया गया कि प्रदेश में 73% शिक्षक ऐप के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। कोर्ट ने संबंध में दस्तावेजों सहित रिकॉर्ड पेश करने के निर्देश सरकार को दिए हैं। कोर्ट ने सरकार से यह भी कहा है कि जिन स्कूलों में याचिकाकर्ता पदस्थ हैं, वहां अन्य कर्मचारी ई-अटेंडेंस लगा रहे हों, तो वह आंकड़े भी प्रस्तुत किए जाएं।
सतना में दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार, जेल भेजा:घर में घुसकर विवाहिता के साथ की थी ज्यादती
सतना जिले की नागौद पुलिस ने एक दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी पर एक विवाहित महिला के घर में घुसकर उसके साथ जबरदस्ती करने का आरोप है। पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के 24 घंटे के भीतर आरोपी को पकड़ा। आरोपी की पहचान और पीड़िता से जान-पहचान नागौद थाना प्रभारी अशोक पांडेय ने बताया कि आरोपी की पहचान सेवकलाल उर्फ लोहा सिंह (30 वर्ष) पुत्र रामस्वरूप उर्फ कल्लू बेल्दार, निवासी पीलीघाट-नागौद के रूप में हुई है। पीड़िता की जान-पहचान आरोपी से ईंट-भट्ठे पर काम करने के दौरान हुई थी। आरोपी ने पहले भी कई बार गलत हरकत करने का प्रयास किया था, लेकिन लोकलाज के डर से महिला ने शिकायत नहीं की थी। घर में घुसकर किया दुष्कर्म घटना 16 अक्टूबर की दोपहर की है, जब महिला अपने घर पर अकेली थी। तभी आरोपी सेवकलाल उसके घर में घुस आया और डरा-धमका कर उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी के जाने के बाद पीड़िता ने अपने पति को घटना के बारे में बताया, लेकिन त्योहार के कारण उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। 24 घंटे में हुई गिरफ्तारी एक सप्ताह बाद बुधवार शाम को पीड़िता ने नागौद थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की और चौबीस घंटे के अंदर आरोपी सेवकलाल उर्फ लोहा सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
कानपुर के कोयला नगर में होटल संचालक ने रिसेप्शनिस्ट को बंधक बनाकर रेप किया। विरोध करने पर मारपीट की और धमकाया। होटल संचालक के चंगुल से छूटने के बाद पीड़िता ने चकेरी थाने में तहरीर दी। इसके बाद चकेरी पुलिस ने आरोपी होटल संचालक के खिलाफ रेप समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके अरेस्ट कर लिया। हाथ-पैर बांधा और मुंह में कपड़ा ठूंसकर की हैवानियत चकेरी थाना क्षेत्र में रहने वाली 21 साल की युवती ने बताया कि वह एक साल से कोयला नगर स्थित होटल ट्विंकल गैलेक्सी में काम कर रही है। होटल के संचालक आदर्श विहार निवासी मनोज कुमार पटेल हैं। पीड़िता ने बताया कि संचालक मनोज कुमार पटेल की कुछ समय से उनके ऊपर नीयत खराब हो गई थी। मनोज पटेल ने पहले प्रेम का इजहार करते नजदीकी बढ़ाने का प्रयास किया। मैंने उनके प्रपोजल काे ठुकरा लिया और दूसरी नौकरी की तलाश में जुट गई थी। होटल संचालक से बातचीत भी कम कर दी थी। आरोप है कि होटल संचालक मनोज ने बीते बुधवार की देर रात को वह होटल में थीं। इस दौरान मनोज आया और जबरन उन्हें खींचकर कमरे में ले गया। फिर उनके हाथ पैर बांधकर दुष्कर्म किया। उसने चीखने का प्रयास किया तो मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। करीब पांच से छह घंटे बंधक बनाकर हैवानियत की। विरोध करने पर मारपीट की और धमकाते हुए कहा कि अगर किसी के सामने मुंह खोला तो उसे बदनाम कर देगा, किसी के सामने मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेगा। आरोपी के चंगुल से छूटने के बाद पीड़िता घर पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद अपनी मां के साथ थाने पहुंची और आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। इसके बाद चकेरी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके अरेस्ट कर लिया। चकेरी थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म और धमकाने समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर उसे पीएसी मोड़ बाईपास से गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपित के खिलाफ वर्ष 2020 में भी एक युवक को धमकाने और गाली गलौज करने का मामला दर्ज हो चुका है। आरोपित को जेल भेज दिया है।
कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के जसापुर गांव में गुरुवार देर रात एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या कर दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। आरोपी घटना के बाद से फरार है। मृतका की पहचान जसापुर निवासी राजू की पत्नी मोहिनी (35) के रूप में हुई है। वह दीपावली मनाने के लिए जयपुर से अपने घर आई थी। बताया जा रहा है कि परिवार के ही भतीजे कृष्णा ने शराब के नशे में गाली-गलौज शुरू कर दी। जब मोहिनी ने इसका विरोध किया, तो कृष्णा ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ डेरापुर राजीव सिरोही और थाना प्रभारी महेश कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। आरोपी कृष्णा घटना के बाद से ही फरार है। परिजनों ने के मुताबिक, मृतका मोहिनी व राजू के बीच मायके जाने को लेकर बहस हो रही थी। इसी बीच आरोपी कृ़ष्णा बीच में आकर मोहिनी से विवाद करने लगा और मारपीट के दौरान नाक में घूंसा मार दिया। जिससे मोहिनी की मौत हो गई।मंगलपुर थाना प्रभारी महेश कुमार ने शुक्रवार सुबह बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए हैं। पुलिस विवाद के वास्तविक कारण का पता लगाने में जुटी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि फरार आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गाजियाबाद में छठ पूजा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए पूरे जिले में 70 घाट ऐसे चिन्हित किए गए हैं जहां छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य मलिक ने इसके लिए सम्बंधित अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। साफ सफाई में लगाए कर्मचारी गाजियाबाद नगर निगम अधिकारी दीपावली महापर्व के बाद अब छठ की पूजा की व्यवस्था संभालने में जुट गया है। मुख्य अभियंता निर्माण नरेंद्र कुमार चौधरी, महाप्रबंधक जल कामाख्या प्रसाद आनंद, प्रभारी उद्यान डॉ अनुज, नगर स्वास्थ्य अधिकारी मिथिलेश द्वारा हिंडन छठ घाट पर लगातार सफाई करा रहे हैं। इसके अलावा इंदिरापुरम, मोहननगर, वसुंधरा, विजयनगर, कविनगर में प्रमुख घाट हैं। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा 70 से अधिक घाटों पर सफाई कराई जा रही है। पेयजल व लाइट की व्यवस्था नगर आयुक्त ने सभी छठ घाटों की मरम्मत का कार्य घाटों को जाने वाले मार्ग का मरम्मत कार्य, रंगा पुताई के लिए निर्देश दिए हैं। महा प्रबंधक जल द्वारा बताया गया सभी घाटों को पानी से भरने का कार्य किया जाएगा तथा हिंडन छठ घाट पर पानी की लाइन बिछाई जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य घाट पर 27 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। चेंजिंग रूम की व्यवस्था भी कराई जा रही है, जिसमें टेंट के माध्यम से 25 चेंजिंग रूम बनाए जा रहे हैं। 2 कंट्रोल रूम भी व्यवस्थित किए जाएंगे इसके अलावा आने वालों के लिए बैठने के लिए पांडाला लगाए जा रहे हैं।
बालाघाट के पुल पर बाइक बचाने में दो ट्रक भिड़े:केबिन में चालक फंसा; एक घंटे सड़क पर लगा रहा जाम
बालाघाट जिले में सड़क हादसों के बीच गुरुवार देर रात करीब 11 बजे वारासिवनी-रामपायली मार्ग पर स्थित मेंहदीवाड़ा पुल पर दो ट्रकों की टक्कर हो गई। इस भिड़ंत में दोनों वाहनों के अगले हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। घटना के कारण मार्ग पर घंटों तक आवागमन बाधित रहा। एक ट्रक का चालक केबिन में अपनी सीट में फंस गया, जिसे घंटों की मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। घायल चालक राजकुमार मात्रे ने बताया कि वह टेकाड़ी से सोडा खाली कर वारासिवनी की ओर आ रहा था। इसी दौरान एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में वारासिवनी की ओर से आ रहे दूसरे ट्रक से उसकी टक्कर हो गई। कान में हेडफोन लगाए था दूसरा चालक राजकुमार मात्रे ने बताया कि दूसरे ट्रक का चालक कान में हेडफोन लगाए हुए था और अपर-डिपर देने के बावजूद उसने ध्यान नहीं दिया। हालांकि, घटना के बाद से दूसरे ट्रक चालक का कोई पता नहीं चल सका है। आशंका है कि वह ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया। राजकुमार मात्रे के सिर, सीने और पैर में गंभीर चोटें आई हैं। समाजसेवी जावेद अली की कार से उन्हें वारासिवनी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उनका उपचार जारी है। रात 12 बजे खुला जाम मेंहदीवाड़ा निवासी मिस्त्री नावेद खान ने बताया कि भिड़ंत के कारण पुल पर दोनों ओर वाहनों का लंबा जाम लग गया। डायल 112 और पुलिस को सूचना देने के बावजूद, वे एक घंटे की देरी से मौके पर पहुंचे। देर रात 12 बजे के बाद क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाकर मार्ग को खुलवाया गया, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
बीटेक के छात्र को बीच सड़क पर पीटा, वीडियो:शिकायत करने पर घर जाकर ताऊ के साथ मारपीट
शिवपुरी जिले के खनियाधाना थाना क्षेत्र में 21 अक्टूबर को एक बीटेक छात्र की पहले सड़क पर पिटाई की गई, फिर उसे जबरन नर्सरी ले जाकर भी मारा गया। इतना ही नहीं, जब छात्र के परिजनों ने पुलिस से शिकायत की, तो आरोपियों ने घर पहुंचकर उसके ताऊ के साथ भी मारपीट कर दी। घटना का वीडियो अब सामने आया है। पुलिस ने अब तक केवल पहली वारदात पर ही एफआईआर दर्ज की है। पेट्रोल पंप पर की गई थी पिटाई जानकारी के अनुसार, प्रयागराज में बीटेक की पढ़ाई कर रहा 17 वर्षीय पीयूष शुक्ला दिवाली की छुट्टियों में अपने गांव पौठियाई आया हुआ था। 21 अक्टूबर को वह पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने गया था, तभी वहां मौजूद अरविंद यादव और आयुष सेन ने अपने 4-5 साथियों के साथ मिलकर उसकी सड़क पर पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो एक राहगीर ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया। जबरन नर्सरी ले जाकर दोबारा पीटा पीयूष के ताऊ बृजेंद्र शुक्ला के अनुसार, सड़क पर मारपीट करने के बाद आरोपी पीयूष को जबरन बाइक पर बैठाकर पास की नर्सरी ले गए, जहां उसे दोबारा पीटा गया। पुलिस ने इस मामले में केवल दो आरोपियों के खिलाफ सामान्य मारपीट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। शिकायत के बाद घर पहुंचे आरोपी बृजेंद्र शुक्ला ने बताया कि जब उन्होंने इस घटना का विरोध किया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो उसी रात आरोपी उनके घर पहुंच गए। उन्होंने वहां धमकी दी और मारपीट की। इसकी शिकायत भी थाने में की गई, लेकिन दूसरी वारदात की एफआईआर दर्ज नहीं की गई। पुलिस ने कहा- बच्चों का आपसी झगड़ा खनियाधाना थाना प्रभारी गब्बर सिंह गुर्जर ने मामले को बच्चों का आपसी झगड़ा बताते हुए कहा कि दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि घर जाकर धमकी देने या बृजेंद्र शुक्ला से मारपीट की कोई शिकायत नहीं मिली। वहीं, पीड़ित पक्ष का कहना है कि उन्होंने दूसरी घटना की लिखित शिकायत थाने में दी थी, लेकिन पुलिस ने उस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
लखनऊ में छठ महापर्व की तैयारियां तेज:गोमती तट पर घाटों की सफाई, सीएम योगी करेंगे शुभारंभ
लखनऊ के गोमती तट पर आस्था और उत्सव का संगम देखा जा रहा हैं,छठ महापर्व को लेकर घाटों पर तैयारियां तेज हो गईं हैं। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय सचिव वेद प्रकाश राय ने बताया कि छठ पूजा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं, घाटों की सफाई, जल की शुद्धता और प्रकाश व्यवस्था पूरी तरह सुनिश्चित की जा रही है। गोमती तट पर 90% कार्य पूरे हो चुके हैं और शेष अंतिम सजावट का काम चल रहा है। इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 अक्टूबर को शाम 4 बजे मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचकर ' छठ पूजा’ का शुभारंभ करेंगे। वेद प्रकाश राय ने बताया कि छठ महापर्व पूर्वांचल से आरंभ होकर आज पूरे विश्व में भक्ति और प्रकृति की आराधना का प्रतीक बन चुका है। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि सूर्य देव के माध्यम से ब्रह्मांडीय ऊर्जा का उत्सव है, जिसे हर जाति, धर्म और वर्ग का व्यक्ति समान श्रद्धा से मनाता है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 60 से अधिक देशों में प्रवासी भारतीयों ने छठ पर्व मनाया था, और वहां भी भोजपुरी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से समा बांधा था। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा 1982 में रखी गई इस परंपरा का ही परिणाम है कि आज छठ महापर्व वैश्विक स्तर पर मनाया जा रहा है। इधर, लखनऊ यूनिवर्सिटी आर्ट कॉलेज के छात्र नीरज अपने टीम के साथ घाटों को रंगीन रूप दे रहे हैं। वे तीन दिन से पेंटिंग और डिजाइन का कार्य कर रहे हैं ताकि घाटों की सुंदरता आस्था का प्रतिरूप बन सके। भक्तों की आस्था की मिसाल वहीं छठ पूजा के लिए बेदी सजाने आईं सुनीता चौबे ने बताया, हम पिछले 15 सालों से छठ मैया की पूजा कर रहे हैं। यह हमारी सासू मां की मन्नत थी, जो पूरी हुई तो तब से हर साल व्रत करते आ रहे हैं। गाजीपुर की मूल निवासी ममता राय ने कहा, मैं पिछले 8 साल से लखनऊ में छठ कर रही हूं। पहले घर की छत पर पूजा करती थी, लेकिन इस बार पहली बार लक्ष्मण घाट आई हूं। यहां की व्यवस्था देखकर काफी अच्छा लग रहा हैं । उन्होंने कहा कि यह पर्व बेटी-बेटे दोनों की मंगलकामना के लिए होता है। ‘छठ मैया की जय’ के जयघोष से गूंजा घाट वहीं देवरिया की रामदुलारी देवी ने अपनी भावनात्मक कहानी साझा करते हुए कहा, हमारे कुल में कभी संतान नहीं हो रही थी। गांव की एक बुजुर्ग महिला ने मां से कहा कि छठ मैया की पूजा करो। फिर उन्होंने छठ की विधि से पूजा की, और सालभर में मेरे भाई का जन्म हुआ। उसके बाद मैं पैदा हुई। तब से हमारे कुल में यह व्रत परंपरा बन गया।रामदुलारी ने बताया कि उनकी मां तीन दिन का कठिन व्रत रखती थीं, अब वे स्वयं हर साल छठ मैया का व्रत करती हैं। उन्होंने इस मौके पर छठ मैया कि भजन भी गाकर सुनाया।
अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में अब मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। कानपुर में धीरे-धीरे ठंड की दस्तक महसूस होने लगी है। सुबह और शाम के समय हल्की ठंडक लोगों को सर्दियों के आने का अहसास कराने लगी है, जबकि दोपहर में तेज धूप के कारण अभी भी गर्मी का असर बना हुआ है। अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री रहा चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि गुरुवार को अधिकतम तापमान 32.9 डिग्री सेल्सियस, जो सामान्य से 0.5 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस, जो सामान्य से 0.5 डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। अभी चार दिन नहीं होगी बारिश भारत मौसम विज्ञान विभाग से प्राप्त पूर्वानुमान के अनुसार अगले चार दिन बारिश की संभावना नहीं है। इस दौरान तापमान में 1 से 3 डिग्री तक का उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। डॉ. पांडेय के मुताबिक, ऊंचे बादलों की आवाजाही बढ़ने से रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है, वहीं दिन के समय हल्की गर्माहट बनी रहेगी। उत्तर-पश्चिमी हवाएं ला सकती हैं राहत वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि शाम के समय उत्तर-पश्चिमी हवाओं का आना जारी होगा, जो प्रदूषण के स्तर को कुछ हद तक कम कर सकती हैं। दिन के समय धूप खिली रहेगी, जबकि सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा छाया रह सकता है। अगर हवाओं की रफ्तार 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंची, तो शहर में वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिलेगा। 28 अक्टूबर से मौसम में बड़ा बदलाव संभव मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 28 अक्टूबर से उत्तर भारत में मौसम बदलने की संभावना जताई गई है। डॉ. पांडेय ने बताया कि 28 अक्टूबर से कानपुर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में बारिश होने के आसार हैं। ये बारिश ठंड को बढ़ा देगी और उसके बाद तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। शहरवासियों के लिए मौसम सलाह
हरियाणा के पंचकूला में यूपी के युवक को चाकू मारकर उससे कैश लूट लिया। पीड़ित की शिकायत पर पंचकूला सेक्टर-14 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। पंचकूला सेक्टर-1 वाटर वर्क्स के पास झुग्गी में रहने वाले रवि ने बताया कि मैं मूल रूप से यूपी के हरदाेई जिले में सडीला तहसील के बाला गांव का रहने वाला हूं। पंचकूला सेक्टर-9 में कुत्ते घुमाने का काम करता हूं। 23 अक्टूबर की शाम करीब 7 बजे काम साईकिल से सेक्टर-9 जा रहा था। लेबर चौक सेक्टर 16/17 गोल चक्कर के पास पहुंचा तो वहां 4 लड़के खड़े थे। उन लड़कों में एक एक लड़के ने मुझे रोक लिया तभी अन्य 3 लड़के भी वहां पर आ गए और मेरे को चौक पर बने बूथ की तरफ ले गए। वहां पर ले जाकर मेरे साथ मारपीट की और मेरी जेब मे रखे 1260 रुपए लूट लिए। जब मैंने विरोध किया तो इनमें से एक लड़के ने अपने हाथ में पकडे़ चाकू से मेरी बाई टांग पर चाकू से वार किया। जिससे मैं लहुलुहान हालात में बूथ के पास गिर गया। मेरे शोर मचाने पर वहां भीड़ इक्टठा होने लगी, भीड़ को देखकर ये सभी चारों लड़के मौके से चाकू सहित भाग गए।चल रही है जांच : ASI चिरंजीलाल पंचकूला सेक्टर-14 थाना के जांच अधिकारी ASI चिरंजीलाल ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर धारा 115(2), 118(1), 126(2), 309(4), 3(5) BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों को ट्रेस कर लिया जाएगा। घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी चेक किए जा रहे हैं।
ट्रेन में सफर कर रही महिला लापता:परिजनों ने की तलाश, नहीं लगा सुराग, सास ने दर्ज करवाई गुमशुदगी
ट्रेन में यात्रा कर रही एक महिला संदिग्ध हालत में अजमेर से नसीराबाद के बीच लापता होने का मामला सामने आया है। महिला के ट्रेन से उतरकर लापता होने पर परिजनों ने काफी तलाश की लेकिन सुराग नहीं लग सका। महिला की सास ने जीआरपी थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई है। जीआरपी थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जीआरपी थाना पुलिस के अनुसार गुजरात अरावली निवासी धन्नी बेन(70) पत्नी अशोक भाई ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। महिला ने बताया कि उसके बेटे रोहित की बहू रश्मि उसका बेटा आरव व जितेंद्र की पत्नी धमिष्ठा 20 अक्टूबर को अजमेर से सामलाजी रोड जाने के लिए जयपुर-आसरवा ट्रेन का जनरल टिकट लेकर चढ़े थे। रात 11:45 ट्रेन रवाना हुई ट्रेन में चढ़ते ही सो गए। रात 1 बजे छोटी बहू धर्मिष्ठा ने रश्मि के सीट पर नहीं होने की जानकारी दी। तब तक ट्रेन भीलवाड़ा से रवाना हो चुकी थी। पास बैठे यात्रियों ने रश्मि का नसीराबाद में उतरना बताया था। सभी ने वापस अजमेर जाकर रश्मि की तलाश की। लेकिन रश्मि का सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भरतपुर की सेवर सेंट्रल जेल में कल देर शाम एक कैदी की मौत हो गई। कैदी संजय बिहारी मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वहीं जेल अधीक्षक का कहना है की कैदी की मौत हार्ट अटैक आने के कारण हुई है। आज सुबह कैदी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। हार्ट अटैक से हुई कैदी की मौत जेल अधीक्षक परमजीत सिंह सिंधु ने बताया की कल देर शाम नरेश सिंघल नाम के कैदी की हार्ट अटैक आने से मौत हुई है। वह मर्डर के आरोप आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसके शव को कल देर शाम ही मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया था। आज उसके शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। संजय बिहारी मर्डर केस में सजा काट रहा था कैदी दरअसल भरतपुर के बहुचर्चित संजय बिहारी हत्याकांड नरेश सिंघल को कोर्ट ने दोषी ठहराया था। कोर्ट ने नरेश सिंघल को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 28 जनवरी 2023 को बेबी और नरेश सिंघल ने संजय बिहारी नाम के व्यक्ति को फोन कर अपने घर बुलाया था। जब संजय उनके घर पहुंचा तो वहां नरेश सिंघल, कृष्ण कुमार उर्फ बेबी और बिट्टू चाय पी रहे थे। संजय भी उनके पास जाकर बैठ गया। तभी अचानक बेबी वहां से उठकर अपने कमरे में गया और कट्टा लाकर संजय बिहारी को पीछे से गोली मार दी। दो आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हुई इलाज के दौरान संजय बिहारी की मौत हो गई। 19 सितंबर 2025 को जिला एवं सेशन न्यायाधीश केशव कौशिक ने फैसला सुनाते हुए कृष्ण कुमार उर्फ बेबी पर 60 हजार रुपए जुर्माना और आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वहीं नरेश सिंघल पर 50-50 का अर्थदंड और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
मानस भवन में आज से श्रीराम कथा का आयोजन किया जाएगा। आज यानी शुक्रवार से शुरू होकर कथा 30 अक्टूबर तक चलेगी। कथावाचक प्रणवपुरी महाराज रामकथा सुनाएंगे। उनकी विशेषता है कि वह हनुमंत शैली में खड़े होकर रामकथा का वाचन करते हैं। मानस भवन निर्माण एवं संचालन समिति के मंत्री सुनील अग्रवाल शुभम ने बताया कि दीप पर्व की पावन बेला में मानस भवन समिति द्वारा श्रीराम कथा का आयोजन किया जा रहा है। यह कथा 24 अक्टूबर से शुरू हो कर 30 अक्टूबर तक चलेगी। रोजाना शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक कथा का समय रहेगा। 30 अक्टूबर को कथा का विश्राम और प्रसाद वितरण होगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन के लिए धार्मिक उत्सव उप समिति बनाई गई है। समिति में ये लोग शामिल गोविंद अग्रवाल, जयनारायण सोनी, संजय तिवारी, नर्मदाशंकर भार्गव, अनिल भार्गव, राजेश अग्रवाल मारवाड़ी, रवि अग्रवाल रतलामी, अमिल गोयल, अतुल अग्रवाल, आलोक उपाध्याय और मदन सोनी को शामिल किया गया है। मंत्री सुनील अग्रवाल ने बताया कि महाकाल लोक उज्जैन के महामृत्युंजय मठ के पीठाधीश्वर प्रणवपुरी महाराज श्रीराम कथा का वाचन करेंगे। उनकी विशेषता यह है कि वे हनुमंत शैली में खड़े हो कर कथा का वाचन करते हैं। उन्होंने शहर के नागरिकों से कथा में शामिल होकर धर्मलाभ लेने की अपील की है।
झुंझुनूं शहर के बिजली उपभोक्ताओं को अब बार-बार होने वाले बिजली कटों से बड़ी राहत मिलने वाली है। बिजली निगम (डिस्कॉम) ने शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को पूरी तरह बदलने का फैसला किया है। अब शहर की बिजली सप्लाई एक ही केंद्र (जीएसएस) पर निर्भर नहीं रहेगी। डिस्कॉम ने एक बड़ी पहल करते हुए शहर की सभी 33 केवी लाइनों को रिंगमेन सिस्टम से जोड़ने की तैयारी पूरी कर ली है।इस नई व्यवस्था के तहत, अब एक जीएसएस की लाइन में फॉल्ट आने या बिजली कटौती होने पर भी शहर की सप्लाई दूसरे जीएसएस से तुरंत चालू रखी जा सकेगी। दो करोड़ की लागत से बनेगा रिंगमेन सिस्टम, दिसंबर तक होगा चालू फिलहाल झुंझुनूं शहर की लगभग पूरी बिजली सप्लाई 132 केवी मणिविहार जीएसएस से ही होती है। रीको 33 केवी जीएसएस ही ऐसा केंद्र है जो मणिविहार के अलावा 220 केवी पुरा की ढाणी जीएसएस से भी जुड़ा हुआ है। मणिविहार लाइन में फॉल्ट या कटौती होने पर पूरी शहर की बिजली गुल करनी पड़ती थी। इस समस्या के स्थायी समाधान के रूप में, डिस्कॉम ने अब रीको जीएसएस से हाउसिंग बोर्ड 33 केवी जीएसएस तक विशेष रिंगमेन लाइन बिछाने की योजना बनाई है। करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी यह रिंगमेन लाइन नवंबर में बिछाई जाएगी और इस पर लगभग दो करोड़ रुपए खर्च होंगे। डिस्कॉम अधिकारियों ने बताया कि इस सिस्टम के दिसंबर तक शुरू होने की उम्मीद है। डुअल-सोर्स सप्लाई से मिलेगी निर्बाध बिजली रिंगमेन सिस्टम बनने के बाद शहर की सभी 33 केवी लाइनें दो बड़े स्रोतों से जुड़ जाएंगी, जिससे बिजली आपूर्ति पूरी तरह 'डुअल-सोर्स' से संचालित होगी। 132 केवी मणिविहार जीएसएस 220 केवी पुरा की ढाणी जीएसएस रीको जीएसएस को हाउसिंग बोर्ड 33 केवी लाइन से जोड़ने के बाद अब बिजली 220 केवी पुरा की ढाणी और 132 केवी मणिविहार से समानांतर रूप से संचालित होगी। एसई महेश टीबड़ा के अनुसार, इससे फाल्ट की स्थिति में भी सप्लाई प्रभावित नहीं होगी, और मणिविहार जीएसएस ठप होने पर भी शहर अंधेरे में नहीं डूबेगा। दो नए जीएसएस की मंजूरी, 20 हजार उपभोक्ताओं को सीधा लाभ शहर में बिजली व्यवस्था को और सशक्त बनाने के लिए डिस्कॉम ने दो नए 33 केवी जीएसएस भी मंजूर किए हैं। इन केंद्रों पर करीब छह करोड़ रुपए खर्च होंगे। इन परियोजनाओं से शहर के 20 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। कलेक्ट्रेट के पास GSS :- माननगर, रोड नंबर एक, दो और तीन, बाकरा मोड़, किसान कॉलोनी, न्यू कॉलोनी, बस डिपो, हवाई पट्टी, रेलवे स्टेशन और पंचायत समिति क्षेत्र। अफसाना जोहड़ क्षेत्र GSS :- चूरू रोड, नयासर रोड, बिसाऊ रोड, पीपली चौक और सगीरा सर्किल क्षेत्र। एसई महेश टीबड़ा ने बताया कि दो नए जीएसएस के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इनके बन जाने के बाद शहर की बिजली संरचना और भी मजबूत हो जाएगी। आने वाले वर्षों में झुंझुनूं शहर के लिए यह एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि साबित होगी, जिससे उपभोक्ताओं को फाल्ट, ट्रिपिंग और कटौती की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी।
यमुनानगर के जगाधरी स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गई। परिजनों मामले में डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। सूचना मिलते ही जगाधरी सिटी थाना पुलिस और डीएसपी मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। करीब एक घंटे के हंगामे के बाद परिजन पुलिस के आश्वासन पर शांत हुए। पुलिस ने जच्चा बच्चा के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी में पहुंचाया। मृतका की पहचान 28 वर्षीय कोमल निवासी अशोक विहार के रूप में हुई है। डीएसपी राजीव मिगलानी ने बताया कि डिलीवरी के दौरान जच्चा बच्चा का आरोप है। बॉडी का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। उसके बाद जैसी कार्रवाई होगी अमल में लाई जाएगी। फिलहाल परिजनों को शांत कराया। मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
पानीपत के मतलौड़ा अनाज मंडी में एक पुराने लेनदेन के मामले में हुई पंचायत के दौरान हुए विवाद में घायल हुए युवक विक्की गुर्जर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। यह घटना 9 अक्टूबर को हुई थी, जिसमें गोली और चाकू चलने से विक्की गंभीर रूप से घायल हो गया था। पुलिस ने इस मामले में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, 9 अक्टूबर को मतलौड़ा की अनाज मंडी में पुराने पैसों के लेनदेन को लेकर एक पंचायत बुलाई गई थी। पहले यह पंचायत एक अन्य दुकान में हुई, लेकिन कोई फैसला न होने पर इसे दोबारा दुकान नंबर 35 में बैठाया गया। इस दौरान पैसों के लेनदेन को लेकर दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई। बहस के बीच एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर गोली चला दी। इसके बाद चाकूबाजी की घटना भी हुई, जिसमें गांव नैन निवासी विकास उर्फ विक्की गुर्जर और अजीत सिंह उर्फ जीता घायल हो गए। दोनों घायलों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गंभीर हालत होने के कारण विकास उर्फ विक्की को पीजीआई रोहतक भेज दिया गया था। 23 अक्टूबर को विकास उर्फ विक्की ने इलाज के दौरान पीजीआई रोहतक में उन्होंने दम तोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मतलौड़ा निवासी दीपक, सोनू, खुखराना निवासी शुभम और खंडरा निवासी विकास उर्फ विक्की सहित चार युवकों को गिरफ्तार किया था। गहन पूछताछ के दौरान, गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपने साथी जीतू और अन्य के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
भगवान श्री राम की नगरी में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक और वीडियो सामने आया है। राम जन्मभूमि निकास द्वार के पास ठेले पर प्रसाद बेच रहे एक युवक की सिपाही द्वारा बेरहमी से पिटाई किए जाने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बताया जा रहा है कि घटना श्रीराम अस्पताल के सामने की है। वीडियो में दिख रहा है कि सिपाही अनूप पांडेय का सिपाही, जो राम जन्मभूमि सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात है, ठेले वाले युवक पर पहले झापड़ बरसाता है और फिर डंडे से पिटाई करता है। जब ठेले वाला गिरकर संभलने की कोशिश करता है, तो सिपाही उसका ठेला पलट देता है। ठेले पर रखे प्रसाद, फूल-माला और अन्य सामान सड़क पर बिखर जाते हैं। इससे गरीब युवक को हजारों रुपए का नुकसान हुआ बताया जा रहा है। घटना के समय वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने पूरी वारदात का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में लोग सिपाही की इस करतूत पर नाराजगी जाहिर करते नजर आ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि “राम जन्मभूमि आने वाले श्रद्धालु इन ठेलों से प्रसाद खरीदते हैं, लेकिन पुलिसकर्मी अक्सर इन्हें हटाने या डराने के लिए मारपीट करते हैं। इस बार तो हद हो गई, सिपाही ने गरीब का ठेला ही पलट दिया।” घटना से अयोध्या पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि जहां भगवान राम का मंदिर करुणा और न्याय का प्रतीक है, वहीं उनके द्वार पर इस तरह की बर्बरता अस्वीकार्य है। पुलिस विभाग की ओर से अभी तक इस वायरल वीडियो पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। हालांकि वायरल वीडियो की पुष्टि दैनिक भास्कर नहीं कर रहा है। इससे पहले नगर निगम की टीम का भी वीडियो वायरल हो चुका है।
पीलीभीत में सड़क हादसा, एक की मौत:कार पलटने से भाई दूज पर ससुराल आए युवक की जान गई, छह घायल
पीलीभीत-बीसलपुर मार्ग पर बृहस्पतिवार देर रात एक तेज रफ्तार कार पलटने से एक युवक की मौत हो गई। हादसे में कार सवार छह अन्य लोग घायल हो गए। यह घटना जियोरहा कल्यायनपुर गांव के पास हुई। मृतक की पहचान मोहल्ला छोटा खुदागंज निवासी प्रेम कुमार (30) के रूप में हुई है। वह भाई दूज पर अपनी पत्नी प्रीति और दो वर्षीय बच्ची के साथ बरखेड़ा थाना क्षेत्र के आमडार गांव स्थित अपनी ससुराल आए थे। देर रात परिवार ने नानकमत्ता घूमने का कार्यक्रम बनाया था। प्रेम कुमार के साथ कार में परिवार और रिश्तेदारी के छह अन्य लोग — मोहन स्वरूप, सुरेश कुमार, सूरज, जितेंद्र, सोमपाल और दयाशंकर (सभी निवासी आमडार) — सवार थे। जियोरहा कल्यायनपुर के बीच मोड़ पर कार बेकाबू होकर पलट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार तेज रफ्तार में थी और नियंत्रण खोने के बाद तीन-चार बार पलटते हुए करीब 100 मीटर तक घिसटती चली गई। यह सड़क किनारे लगी रेलिंग से टकराकर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे उसके तीन टायर फट गए। हादसे में प्रेम कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य सभी सवार घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। घायलों को सीएचसी बरखेड़ा ले जाया गया, जहां से मोहन स्वरूप को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी प्रगति चौहान और थानाप्रभारी परमेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच शुरू कर दी है।
भारतीय वायुसेना में अधिकारी प्रदीप नैन के खाते से ठगों ने 2.70 रुपए ठग गए। अधिकारी ने 51,500 रुपए के लालच में 2.82 रुपए गवां दिए। हिसार के अग्रोहा के रहने वाले प्रदीप नैन ने साइबर थाना पुलिस को शिकायत दी है। प्रदीप नैन ने बताया कि वह 2 माह के अर्जित अवकाश पर हूं। मैं अपने फोन पर टेलीग्राम चलाता हूं। शिकायत में बताया कि मैं अपने मोबाइल मे टेलीग्राम देख रहा था तब उस दिन मेरी आईडी पर टेलीग्राम आईडी पर रश्मिका शर्मा का मैसेज आया, जिसने मुझे टेलीग्राम पर रेस्टोरेंट रिव्यू के टास्क पूरे करने पर 50 रुपए प्रति टास्क देने का आश्वासन दिया जब मैंने हां कहा तो रश्मिका शर्मा ने मेरी आईडी जनरेट कर दी। इसके बाद मेरी आईडी पर रेस्टोरेंट रिव्यू करने बारे 5 टास्क प्राप्त हुए, जिनको मैंने रिव्यू कर दिया। पैसे बढ़ने के लालच में मैं आ गया और इसी तरह कई टास्क करवाए और 2.70 रुपए गवा दिए। जब मैं रुपए खाते में ट्रांसफर करने लगा तो वह हुए नहीं। पुलिस ने इस संबंध में बीएनएस की धारा 318(4) और 61 के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। जानिए पुलिस को दी शिकायत में क्या कहा... फोन पर टेलीग्राम चलाता हूं : प्रदीप नैन ने बताया कि वह 30 साल का है और जींद के गांव दनोदा कर रहने वाला है और अभी कृष्णा कालोनी अग्रोहा में रहता है। मैं 2 माह के अर्जित अवकाश पर हूं। मैं अपने मोबाइल पर टेलीग्राम चलाता हूं है। 27 सितंबर को मैं अपने मोबाइल में टेलीग्राम देख रहा था तब उस दिन मेरी आईडी पर टेलीग्राम आईडी रश्मिका शर्मा से मैसेज आया। जिसने मुझे टेलीग्राम पर रेस्टोरेंट रिव्यू के टास्क पूरे करने पर 50 रुपए प्रति टास्क देने का आश्वासन दिया। मैंने हां कही तो रश्मिका शर्मा ने मेरी आईडी जनरेट कर दी। टास्क पूरा करने को कहा : इसके बाद मेरी आईडी पर रेस्टोरेंट रिव्यू करने बारे 5 टास्क प्राप्त हुए। जिनको मैने रिव्यू कर दिया। इसके बाद रश्मिका शर्मा ने 1000 रुपए के बदले लाभ सहित 1300 रुपए दिये जाने का आश्वासन दिया व टेलिग्राम आईडी महेश थापा से चैट पर बात करने बारे कहा। मैंने रश्मिका शर्मा के कहने पर टेलीग्राम आईडी महेश थापा से चैट की। इसके बाद इनके कहने पर मैंने अपने बैंक खाते से 1000 रुपए टास्क पर लगा दिया। इस तरह 6 टास्क पूरे करने के बाद खाता में लाभ सहित 1450 रुपए प्राप्त हुए। फिर से टेलीग्राम पर टास्क दिया : इसके बाद फिर से इसी प्रकार इन्होंने मुझे टेलीग्राम पर टास्क दिया, जिनमें मैंने 3000 रुपए लगाए। 3,000 रुपए के बदले मुझे लाभ सहित 4,100 रुपए प्राप्त हुए। इस प्रकार मेरा रश्मिका शर्मा व महेश थापा पर विश्वास बढ़ गया। इसके बाद मुझे आगे टास्क मिलने लगे जिन पर मैने अलग-अलग दिनांक को अलग अलग ट्रांजैक्शन से कुल 2,82,282 रुपए टास्क पर बताए यूपीआई आईडी पर लगा दिए। प्रदीप नैन ने बताया कि 12 बार अलग-अलग यूपीआई आइडी पर कभी 5 हजार, कभी 15 हजार तो कभी 50 हजार रुपए टास्क के नाम पर लगवा दिए। रुपए खाते में ट्रांसफर नहीं हुए : 2,82,282 रुपए लगाने के बाद मेरी आईडी पर लाभ सहित कुल रकम 3,33,782 रुपए दिखाने लगा। जिनको मैं अपने बैंक खाता में ट्रांसफर करने लगा लेकिन ये पैसे मेरे बैंक खाता मे ट्रांसफर नहीं हुए। इसके मैंने महेश थापा से बात की तो उसने मुझे टेलीग्राम सर्विस क्लाइंट से बात करने बारे कहा। मैंने बात की तो उसने कहा आपकी शिकायत सोल्व कर दी है। एक से दो दिन मे आपके बैंक खाता में पैसे आ जाएंगे। लेकिन रुपए नहीं आए। तब शक हुआ कि मेरे साथ फ्रॉड हुआ है।
बलरामपुर जिले में 11 आयुर्वेदिक अस्पतालों का निर्माण कार्य डेढ़ साल बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। इनमें से छह अस्पतालों के लिए भूमि का चयन हो चुका है, लेकिन निर्माण अभी तक अधर में लटका हुआ है। बाकी पांच अस्पतालों के लिए जमीन भी नहीं मिल पाई है। नगर के चारों दिशाओं—नहर बालागंज (पूर्व), पुरैनिया तालाब (उत्तर), बहादुरपुर (दक्षिण) और हरिहरगंज (पश्चिम) में अस्पताल संचालित हैं। सभी किराए के भवनों में चल रहे हैं, जिससे डॉक्टरों और कर्मचारियों को सीमित स्थान और संसाधनों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दवाओं के भंडारण और मरीजों के बैठने की उचित व्यवस्था न होने से लोग इन अस्पतालों तक पहुंचने में हिचकिचाते हैं। भूमि मिलने के बावजूद निर्माण में देरी मार्च 2024 में हरिहरगंज और फरेंदा में अस्पताल निर्माण के लिए जमीन मिली थी। इसके अलावा भारत-नेपाल सीमा के पास मोतीपुर, बनकटवा, नेवलगंज और संझवल प्रेमनगर में भी भूमि चिन्हित की गई। बावजूद इसके डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद इन स्थानों पर निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। पांच अस्पतालों के लिए अब भी जमीन की तलाश बलरामपुर नगर, नहर बालागंज, बहादुरपुर, गौरा चौराहा और रेहराबाजार में अस्पताल निर्माण के लिए जमीन अभी नहीं मिली है। इसके लिए ग्राम प्रधानों और उप जिलाधिकारी से संपर्क किया जा रहा है। कुछ प्रधान भूमि उपलब्ध कराने में असमर्थता जता चुके हैं। अधिकारियों का कहना: मंजूरी मिलने के बाद निर्माण शुरू क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. दिग्विजय नाथ ने बताया कि छह अस्पतालों के निर्माण के लिए चयनित जमीन का प्रस्ताव निदेशालय को भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि मंजूरी मिलने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा और स्थायी भवन बन जाने पर मरीजों को उपचार में अधिक सुविधा मिलेगी।
बुरहानपुर के नेपानगर में महालक्ष्मी समाजसेवी संस्था छत्रपति शिवाजी मंडल द्वारा आयोजित पांच दिवसीय महालक्ष्मी महोत्सव का समापन हो गया है। धनतेरस से शुरू हुआ यह उत्सव भाईदूज, गुरुवार रात माता लक्ष्मी की विदाई के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई। धनतेरस पर 21 जोड़ों ने मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित की थी। भाईदूज के दिन माता को विदाई दी गई। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में महिला, पुरुष और बच्चों ने भाग लिया, जो धार्मिक गीतों पर नाचते-गाते हुए चल रहे थे। संस्था के नामदेव भोयटे ने बताया कि शोभायात्रा शिवाजी नगर से शुरू होकर मनोज टॉकीज होते हुए ताप्ती नदी पहुंची, जहां माता की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस वर्ष आयोजन की खास बात यह रही कि इसमें गुलाल का उपयोग नहीं किया गया। सभी ने फूलों से माता का स्वागत और विदाई की। भोयटे ने बताया कि यह आयोजन पिछले 14 वर्षों से लगातार किया जा रहा है, और इस बार फूलों का उपयोग कर समाज को एक संदेश दिया गया। महोत्सव के दौरान प्रतिदिन विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को संजय पंवार की ओर से शीतल पेय का वितरण भी किया गया। इसी तरह, भवानी नगर में भी जय भवानी समाजसेवी समिति द्वारा महालक्ष्मी की स्थापना की गई थी। यहां से भी गुरुवार रात एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जो विट्ठल मंदिर होते हुए ताप्ती नदी पहुंची। शोभायात्रा के दौरान की तस्वीरें
रायबरेली में पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह के निर्देश पर बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों के तबादले किए गए हैं। इन आदेशों के तहत 60 से अधिक उप निरीक्षक, मुख्य आरक्षी और आरक्षी स्तर के कर्मियों का स्थानांतरण हुआ है। तबादला सूची के अनुसार, उप निरीक्षक अशोक कुमार पाठक को अपराध शाखा से नसीराबाद थाना भेजा गया है। उप निरीक्षक दिनेश चंद्र और मोहम्मद आरिफ को डीह थाना में नई तैनाती मिली है। उप निरीक्षक राजवीर सिंह को गुरूबक्शगंज थाना स्थानांतरित किया गया है। मुख्य आरक्षियों में छविराम सिंह को पुलिस लाइन से खीरों थाना, धनंजय सिंह को कोतवाली नगर से यातायात शाखा और नरेश को पुलिस लाइन से चन्दापुर थाना कार्यालय भेजा गया है। महिला मुख्य आरक्षी प्रीती सिंह को न्यायालय सुरक्षा से अभियोजन शाखा में स्थानांतरित किया गया है। मुख्य आरक्षी राम प्रसाद वर्मा को वीआईपी सेल से जगतपुर थाना और रणजीत प्रसाद को कोतवाली नगर से अभियोजन शाखा में भेजा गया है। रणजीत प्रसाद का पूर्व में कोतवाली नगर किया गया स्थानांतरण परिवर्तित कर अभियोजन शाखा में किया गया है। मुख्य आरक्षी सावन सिंह को शिवगढ़ थाना और विनोद कुमार को चन्दापुर थाना से यातायात शाखा भेजा गया है। आरक्षियों में अदिति पाण्डेय (महिला आरक्षी) को अभियोजन शाखा से जगतपुर थाना भेजा गया है। अरविंद को सलोन थाना से गदागंज थाना, अखिल प्रताप सिंह को कोतवाली नगर से जगतपुर थाना और अचल पाल को लालगंज क्षेत्राधिकारी कार्यालय से गदागंज थाना में नई तैनाती मिली है। आरक्षी अतुल कुमार को यूपी-112 से शिवगढ़ थाना, अवधेश कुमार यादव को पुलिस लाइन से भदोखर थाना, अभिषेक यादव को यातायात शाखा से हरचन्दपुर थाना और अवनीश सिंह को पुलिस लाइन से CCTNS खीरों थाना भेजा गया है। आरक्षी स०पु० अनिल तिवारी को गणना कार्यालय से पुलिस लाइन और दिनेश सिंह को नसीराबाद थाना से डीह थाना में स्थानांतरित किया गया है। आरक्षी जितेन्द्र को भदोखर थाना से लालगंज थाना भेजा गया है। महिला आरक्षी ज्योति चौधरी को अपराध शाखा से हरचंदपुर थाना भेजा गया है। आरक्षी हिमांशु राजपूत का पूर्व में यूपी-112 किया गया स्थानांतरण परिवर्तित करते हुए उन्हें ऊँचाहार थाना कार्यालय में तैनात किया गया है। आरक्षी हरेंद्र सिंह को सलोन थाना से हरचन्दपुर थाना, किशन कुशवाहा को लालगंज थाना से डलमऊ थाना, कुनाल सोनकर को लालगंज थाना से हरचन्दपुर थाना और मोहित कुमार वर्मा को अभियोजन शाखा से खीरों थाना भेजा गया है।
सिद्धार्थनगर में 134 लक्ष्मी प्रतिमाओं का विसर्जन:शांतिपूर्ण माहौल में शुक्रवार सुबह तक हुआ संपन्न
सिद्धार्थनगर में दीपावली पर्व के समापन के बाद माता लक्ष्मी की प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक चले इस धार्मिक अनुष्ठान में जिलेभर से कुल 134 मूर्तियों का विसर्जन विभिन्न घाटों पर किया गया। श्रद्धालुओं ने मां लक्ष्मी से आने वाले वर्ष में सुख-समृद्धि की कामना की। विसर्जन कार्यक्रम जिले के सभी प्रमुख क्षेत्रों में आयोजित हुए। इनमें शोहरतगढ़ के बाणगंगा और डोइया घाट, इटवा, बढ़नी, सिद्धार्थनगर मुख्यालय का फजिहतवा नाला, बांसी, डुमरियागंज, पलटा देवी और चिल्हिया जैसे स्थान शामिल थे। भक्तों ने पूरे रीति-रिवाज के साथ प्रतिमाओं का विसर्जन किया। नगर और ग्रामीण इलाकों में जगह-जगह ढोल-नगाड़ों, भजन-कीर्तन और जयकारों के बीच श्रद्धालु देवी को विदा करते नजर आए। विसर्जन यात्रा के दौरान भक्तों में अपार उत्साह देखा गया। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में आरती की थाल लेकर चल रही थीं, वहीं युवा जय माता दी और लक्ष्मी माता की जय के जयकारे लगा रहे थे। प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जिला प्रशासन ने सभी थाना प्रभारियों, एसडीएम और सीओ स्तर के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में गश्त करने के निर्देश दिए थे। संवेदनशील घाटों पर पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई थी। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जलाशयों पर गोताखोरों की टीमें भी तैनात रहीं। नगर सिद्धार्थनगर के फजिहतवा नाला पर सर्वाधिक भीड़ देखी गई, जहां देर रात तक श्रद्धालु प्रतिमाओं का विसर्जन करते रहे। शोहरतगढ़ के बाणगंगा नदी और डोइया घाट पर भी सुबह तक भक्तों की भीड़ लगी रही। इसी प्रकार इटवा, बढ़नी, बांसी, डुमरियागंज, पलटा देवी और चिल्हिया क्षेत्रों में भी देर रात और सुबह तक लक्ष्मी मूर्तियों का विसर्जन किया गया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी प्रमुख रूप से दिया गया। कई सांस्कृतिक समितियों और युवाओं ने मिट्टी की मूर्ति - स्वच्छ विसर्जन का नारा लगाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया।
सवाईमाधोपुर में फेस्टिवल सीजन के बाद हवा में हुआ सुधार:एक दिन में AQI लेवल घटकर 257 से 148 पर पहुंचा
सवाई माधोपुर में फेस्टिवल सीजन बीतने के साथ ही अब हवा के हाल भी सुधरने लगे है। दीपावली और गोवर्धन पर्व के बाद जहां सवाई माधोपुर में AQI लेवल कमजोर श्रेणी में पहुंच गया था। अब वह मध्यम श्रेणी में आ गया है। सवाई माधोपुर में रविवार को यहां AQI लेवल 157 था। जिसमें 3 दिन 100 की बढ़ोतरी हुई थी। यहां दीपावली के बाद AQI लेवल कमजोर श्रेणी में पहुंच गया था। गुरुवार को साहू नगर स्टेशन पर AQI लेवल 257 दर्ज किया गया था। जिसमें शुक्रवार को सुधार देखा गया। 24 घंटे में AQI लेवल में 109 का घटाव हुआ और यह 148 पर पहुंच गया। यहां शुक्रवार सुबह AQI लेवल 148 दर्ज किया, जो एक राहत भरी खबर है। दीपावली जाते ही बढ़ने लगी सर्दीसवाई माधोपुर में दीपावली बीतने के साथ ही सर्दी अपना तेवर दिखाने लगी। यहां गुरुवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां अब सुबह, शाम और रात ठंड महसूस होने लगी है। वहीं दिन धूप की गर्मी महसूस होने लगी है। सुबह शाम में लोग ऊनी कपड़े पहने नजर आने लगे हैं। जबकि दिन में यहां तेज धूप महसूस हो रही है।
बागपत में एक घर से 40 बकरियां चोरी:पीड़ित ने थाने में दर्ज कराई शिकायत, पुलिस जांच में जुटी
बागपत जनपद के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के डोला गांव में एक घर से 40 बकरियां चोरी हो गईं। पीड़ित इसरार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इसरार के अनुसार, चोरी की यह वारदात देर रात करीब 3 बजे हुई। चोर उनके घर में घुसे, जहां उनके पिता सो रहे थे और बकरियां भी मौजूद थीं। घर में कुछ कुत्ते भी थे, जिन्हें चोरों ने कुछ खिला दिया था, जिससे वे भौंक नहीं पाए। पीड़ित इसरार बकरी पालन करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उन्होंने बताया कि इस चोरी से उन्हें करीब 3 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने पुलिस से जल्द कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा करेंगे। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिन्होंने पीड़ित परिवार के साथ हुई इस घटना का जल्द खुलासा करने की मांग की है।
नर्मदापुरम जिले में पिछले तीन दिनों से मौसम में लगातार बदलाव देखा जा रहा है। आसमान में बादल छाए रहने के कारण दिन और रात दोनों समय के तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। अक्टूबर के तीसरे सप्ताह में महसूस की गई गुलाबी ठंड का असर अब कम हो गया है और रात में गर्मी का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग ने जिले में अगले पांच दिनों तक बादल छाए रहने के साथ गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। कई हिस्सों में छाए रहे बादल गुरुवार को जिले के कई हिस्सों में दिनभर बादल छाए रहे, जिससे धूप कम निकली। हालांकि शुक्रवार को मौसम साफ रहा और सुबह से धूप खिली हुई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रमेंद्र कुमार ने बताया कि अरब सागर से आ रही नमी, कर्नाटक की ओर बने कम दबाव के क्षेत्र और उत्तर प्रदेश की ओर से बन रहे ऊपरी हवाओं के चक्रवात का असर प्रदेश के कई हिस्सों पर दिखाई दे रहा है। इसी कारण नर्मदापुरम जिले में भी हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और 27 अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ बनने की संभावना है। यदि यह प्रभावशाली रहा तो अक्टूबर के अंत तक जिले में बादल छाए रह सकते हैं और हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है। जिले में बीते दिनों ऐसा रहा तापमान जिले में पिछले तीन दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। 20 अक्टूबर से रात का तापमान लगातार बढ़ रहा था, लेकिन शुक्रवार को इसमें हल्की गिरावट दर्ज की गई।शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो एक दिन पहले के मुकाबले 0.3 डिग्री कम है। गुरुवार को 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था।वहीं, गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि एक दिन पहले बुधवार को यह 33.6 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में हल्की गिरावट और बढ़ोतरी का क्रम जारी रह सकता है। अगले पांच दिनों तक गरज-चमक के साथ हल्की बारिश और बौछारों की संभावना बनी रहेगी।
प्रयागराज में दीपावली और छठ पर्व को लेकर उत्तर मध्य रेलवे ने अभूतपूर्व तैयारियां की हैं। दीपावली का त्योहार संपन्न होने के बाद अब छठ पर्व की ओर लोगों का रुख बढ़ गया है। इस दौरान अपने घरों से वापस लौट रहे यात्रियों की भीड़ ने ट्रेनों में अतिरिक्त दबाव पैदा कर दिया है। इसी को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने व्यापक इंतज़ाम किए हैं, ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो। उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि दीपावली के बाद अब छठ पर्व के लिए यात्रा करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की दिशा में जाने वाले यात्रियों की भीड़ काफी अधिक है। इसी वजह से रेलवे द्वारा विशेष ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। अब तक उत्तर मध्य रेलवे द्वारा इस त्योहार सीजन में लगभग 350 विशेष ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं। वहीं छठ पर्व और उसके बाद वापसी की भीड़ को देखते हुए करीब 650 और ट्रेनें नोटिफाई की गई हैं, जिन्हें आने वाले दिनों में संचालित किया जाएगा। ये ट्रेनें उत्तर मध्य रेलवे की अपनी हैं—यानी जो मंडल से ओरिजिनेट, टर्मिनेट या इसी क्षेत्र की ओनिंग में हैं। इसके अलावा, उत्तर मध्य रेलवे की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि पश्चिमी और उत्तर भारत से आने वाली अनेक ट्रेनें पूर्वी भारत की ओर जाते हुए प्रयागराज मंडल से होकर गुजरती हैं। ऐसी लगभग 5000 ट्रेनें या तो संचालित की जा चुकी हैं या नोटिफाई की गई हैं, जिनमें से 2400 से अधिक ट्रेनें पहले ही मंडल से होकर गुजर चुकी हैं। इस तरह कुल मिलाकर यात्रियों को 5500 ट्रेनों की बड़ी सौगात मिली है। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने प्रयागराज सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर विशेष होल्डिंग एरिया विकसित किए हैं। महाकुंभ के दौरान बनाए गए यात्री आश्रय शेड अब दोबारा चालू कर दिए गए हैं, जिनमें यात्रियों के विश्राम और प्रतीक्षा की पूरी व्यवस्था है। जहां स्थायी शेड उपलब्ध नहीं हैं, वहां अस्थायी टेंट लगाकर टेंपरेरी शेड तैयार किए गए हैं।
रात 11 बजे का टाइम था, हम सब सो रहे थे। एक साथ सादा वर्दी में पुलिस वाले आए। पहले मेरे घरवालों (पति) को उठाया गिरेबान पकड़कर, फिर पीछे से पकड़ लिया ताकि वो भाग न पाएं। उन्होंने मुझे आवाज दी कि मुस्कान बाहर निकलकर आ मैं बाहर आई तो देखा कि वो गिरफ्तार हैं। कम से कम आठ-10 लोगों से ज्यादा थे। वो मेरे जेठ शाहरुख व ससुर असलम को ले गई। पता नहीं किसी ने क्या मुखबिरी दी जो मेरे पति व जेठ को फंसा दिया। ये शब्द हैं गोकशी की घटना के बाद पुलिस द्वारा एनकाउंटर में पकड़े गए मुजाहिद की पत्नी मुस्कान के। पुलिस का कहना है कि मुजाहिद समेत उसके भाई शाहरुख और पिता असलम को एनकाउंटर में गिरफ्तार किया है। इन तीनों ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी और बचाव में पुलिस टीम द्वारा की गई फायरिंग में तीनों घायल हो गए। हालांकि परिजनों का यह बयान पुलिस के एनकाउंटर को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। फेरी लगाकर कबाड़ खरीदता है परिवार पकड़े गए तीनों आरोपी शहर समेत आसपास इलाके में गली-गली आवाज देकर कबाड़ा खरीदने का काम करते हैं। इस कबाड़े को एकत्र करके कबाड़ के थोक विक्रेता के यहां पहुंचाते हैं और वहां से हुई कमाई से पूरे परिवार का पेट पलता है। कबाड़ खरीदने के लिए दिया गया इलेक्ट्रानिक कांटा समेत ठेला भी कबाड़ा व्यापारी का दिया हुआ है। शाहरुख टीबी का पेशेंट आरोपी असलम के तीन बेटे हैं। एक बेटा जावेद हत्या के मामले में जेल में बंद है। यह परिवार मूल रूप से कुंवरगांव थाना क्षेत्र के दुगरैया गांव का रहने वाला है। हालांकि जावेद का नाम हत्या के मुकदमे में शामिल होने के बाद गांव से शहर के नवादा इलाके में तकरीबन डेढ़ साल पहले आकर बस गया है। आरोपी शाहरुख टीबी का पेशेंट है, उसकी शादी नहीं हुई है। मुजाहिद के परिवार में पत्नी मुस्कान के अलावा दो बेटे जाहिद, शाहिद व एक बेटी चंदो (सभी की उम्र पांच साल से कम) हैं। मां बोली, गोकशी करते तो बेहाल न होतेमुजाहिद की मां व असलम की पत्नी पूतो का कहना उनके पति व बेटे बेकसूर हैं। अगर वो गोकशी करते होते तो क्या हम ऐसे हाल में रह रहे होते। अपना घर तक हमारे पास रहने को नहीं है। पुलिस ने बेवजह झूठा केस लगाया है। इधर, सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि तीनों आरोपी मुठभेड़ के बाद पकड़े गए हैं और उन्होंने पूछताछ में बीआरबी स्कूल के पीछे गोवध करने का गुनाह कबूला है। जानिए क्या है पूरा मामला... थाना सिविल लाइंस इलाके में बरेली रोड पर बीआरबी स्कूल के पीछे खेतिहर इलाके में बुधवार को गोवंश के अवशेष मिले थे। हिंदूवादी संगठनों ने थाना पुलिस पर तस्करों को सरपरस्ती देने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। गोवंश का कटा हुआ सिर लेकर पैदल मार्च निकाला और इसी सिर को सड़क पर रखकर हाइवे जाम कर दिया। इतना ही नहीं एक गौसेवक अपने सिर पर गोवंश का कटा हुआ सिर रखकर उसे अंतिम संस्कार को ले गया। इस पूरे घटनाक्रम के वीडियो सामने आए तो पूरा सिस्टम हिलकर रह गया। वहीं सिविल लाइंस पुलिस समेत एसओजी टीम व सदर कोतवाली पुलिस ने असलम समेत उसके दोनों बेटों को गोवध का आरोप बताते हुए एनकाउंटर में गिरफ्तारी दिखाई है। असलम समेत उसके बेटों पर पूर्व में गोमांस तस्करी का मुकदमा भी है।
पानीपत के इसराना थाना क्षेत्र में प्रदीप हत्याकांड से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है। पुलिस ने नहर में फेंकी गई मोटरसाइकिल को बरामद कर लिया है। इस मामले में एक आरोपी श्रवण पहले ही गिरफ्तार हो चुका है, जबकि मुख्य आरोपी अंकुश उर्फ बहादुर फरार है। पुलिस के अनुसार, 10 सितंबर को बुडशाम निवासी प्रदीप अपनी ड्यूटी से लौट रहा था। हड़ताड़ी गांव के पास उसे अंकुश उर्फ बहादुर मिला। दोनों ने पशु अस्पताल के पास बैठकर शराब पी। कुछ देर बाद श्रवण और सोनू भी वहां आ गए। सोनू के जाने के बाद प्रदीप और अंकुश उर्फ बहादुर के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद तीनों प्रदीप की मोटरसाइकिल पर बैठकर नहर ठेके पर चले गए। वहां श्रवण ने प्रदीप के हाथ पकड़े और अंकुश उर्फ बहादुर ने परने से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सबूत मिटाने के लिए आरोपियों ने प्रदीप के शव और उसकी मोटरसाइकिल को नहर में फेंक दिया था। मामला संज्ञान में आने पर पानीपत नारकोटिक्स विभाग ने कार्रवाई करते हुए हड़ताड़ी निवासी श्रवण को हिरासत में लिया। पूछताछ में श्रवण ने अंकुश उर्फ बहादुर के साथ मिलकर प्रदीप की हत्या करने और शव व मोटरसाइकिल नहर में डालने की बात कबूल की। प्रदीप की मां रानी ने 13 सितंबर को थाना समालखा में बेटे के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई थी। गिरफ्तार आरोपी श्रवण की निशानदेही पर पुलिस ने आज मोटरसाइकिल को नहर से बरामद कर लिया है। मुख्य आरोपी अंकुश उर्फ बहादुर की तलाश जारी है।
सीवर लाइन का हैंडओवर लटका:पैडलेगंज-आरकेबीके रिंग रोड पर बना है; GDA ने किया इनकार
पैडलेगंज से आरकेबीके तक रागढ़ताल के किनारे बने रिंग रोड पर जल निगम नगरीय की ओर से बनाई गई सीवर लाइन का हैंडओवर फिलहाल लटक गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने इसकी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। जल निगम को पत्र लिखकर अपनी मंशा साफ कर दी है। प्राधिकरण ने बताया है कि सीवर लाइन का रखरखाव वह नहीं करता। इसे नगर निगम को हैंडओवर किया जाना चाहिए।इसी तरह इस रोड के फुटपाथ पर बनाए गए केसी ड्रेन को भी गुणवत्ता के मामले में संतुष्ट न होने के कारण प्राधिकरण ने हैंडओवर नहीं लिया है। जल निगम इस मामले में अब नगर निगम से संपर्क कर सकता है। GDA ने कहा है कि वह अपनी योजनाओं में भी सीवर लाइन का हैंडओवर नगर निगम को ही करते हैं। बांध के साथ बनाई गई है इंटरसेप्टिक सीवर लाइन जल निगम नगरीय की ओर से 35.42 करोड़ रुपये की लागत से रामगढ़ताल के किनारे पैडलेगंज से आरकेबीके (अब स्मार्ट व्हील्स) तक बांध व इंटरसेप्टिक सीवर लाइन का निर्माण किया गया है। अप्रैल में इस परियोजना का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। लेकिन अभी तक इसका हस्तांतरण नहीं हो सका है। हैंडओवर न होने से जल निगम के अधिकारियों में इसके रख-रखाव को लेकर चिंता बढ़ गई है।इस परियोजना के तहत 2.5 किलोमीटर बांध बनाकर इसकी बोल्डर पिचिंग कराई गई है। इसके अलावा 3.10 किलोमीटर लंबी इंटरसेप्टिक सीवर लाइन डालकर आसपास की कालोनियों से आने वाली 26 नालियों का इंटरसेप्शन किया गया है। दावा है कि इस पाइप लाइन के जरिए रामगढ़ताल में गिरने वाला नालियों का पानी पंपिंग स्टेशन से पंप कर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर भेजी जाती है। जल निगम ने लिखा था GDA को पत्रकार्यदायी संस्था जल निगम नगरीय ने GDA को पत्र लिखकर इसका हैंडओवर लेने को कहा था। लेकिन प्राधिकरण ने यह स्पष्ट किया है कि सीवर लाइन की देखरेख का काम उनका नहीं है। वे फुटपाथ का हैंडओवर लेने को तेयार हैं। लेकिन उसके साथ बनाए गए केसी ड्रेन की गुणवत्ता को लेकर शिकायत होने के बाद उसका हैंडओवर भी लटका है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बताया कि अधिशासी अभियंता के साथ GDA के अधिकारियों ने 4 सितंबर को परियोजना का निरीक्षण किया था। लेकिन प्राधिकरण ने अब तक हैंडओवर की प्रक्रिया शुरू नहीं की। इस बारे में GDA से कोई जानकारी भी नहीं मिली है।
ललितपुर के मड़ावरा में उप जिलाधिकारी (SDM) ने एक खाद विक्रेता की दुकान और गोदाम पर छापा मारा। यह कार्रवाई नामचीन कंपनियों की खाली बोरियों में घटिया खाद की रिपैकिंग कर बेचे जाने की शिकायत पर की गई। निरीक्षण के दौरान स्टॉक और अभिलेखों में लगभग एक हजार बोरियों का बड़ा अंतर पाया गया। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी अमनदीप डुली से खाद में फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। शिकायत में बताया गया था कि सीमावर्ती क्षेत्रों के खाद कारोबारी अधिक दामों पर उर्वरक बेच रहे हैं और तस्करी भी कर रहे हैं, जिससे किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। खाद की कमी का फायदा उठाने के लिए कारोबारी कई तरह की धांधली कर रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अंकुर श्रीवास्तव और उप जिलाधिकारी मड़ावरा शैलेंद्र चौधरी को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। निर्देशों के क्रम में बीती देर रात उप जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार चौधरी पुलिस बल के साथ साढूमल स्थित जय लंकेश इंटरप्राइजेज नामक खाद विक्रेता की दुकान और गोदाम पर पहुंचे। उन्होंने बारीकी से निरीक्षण किया और खाद के स्टॉक तथा अभिलेखों में दर्ज बोरियों की संख्या में भारी अंतर पाया। इसके बाद उन्होंने खाद विक्रेता के अभिलेखों को जब्त कर लिया। उप जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि निरीक्षण में लगभग एक हजार बोरियों का स्टॉक कम मिला है। इस संबंध में जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। उनके निर्देशों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कौशांबी में सड़क हादसे में मामा-भांजे की मौत:सगाई से लौटते समय अनियंत्रित बाइक डिवाइडर से टकराई
कौशांबी में गुरुवार देर रात एक सड़क हादसे में मामा-भांजे की मौत हो गई। यह हादसा मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के तेजमती अस्पताल के समीप हुआ, जब उनकी मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। महेवाघाट थाना क्षेत्र के अलवारा गांव निवासी विकास (20 वर्ष) अपने मामा सोनू (22 वर्ष) की सगाई में शामिल होने मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के छिकतपुर गांव गया था। सगाई कार्यक्रम समाप्त होने के बाद दोनों देर रात किसी काम से मंझनपुर आए थे। छिकतपुर लौटते समय तेजमती अस्पताल के समीप उनकी मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि विकास और उसके मामा सोनू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना से परिवार में सगाई की खुशियां मातम में बदल गईं। मृतक विकास अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। हादसे की खबर से परिजनों में गहरा शोक व्याप्त है।
रायबरेली पुलिस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आपत्तिजनक तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मोहम्मद इद्रीस के रूप में हुई है, जिसे नसीराबाद थाना क्षेत्र के कुंवरमऊ गांव से पकड़ा गया है। पुलिस के अनुसार, मोहम्मद इद्रीस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग कर इन तस्वीरों को बनाया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया था। हिंदू युवा वाहिनी (हियुवा) के नेता और योगी सेवक जितेंद्र सिंह ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। 4 तस्वीरें देखिए... शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की, उसके सोशल मीडिया अकाउंट को डिलीट कराया और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जितेंद्र सिंह ने लगभग एक वर्ष पूर्व भी एक अन्य मामले में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का आरोप था। उस मामले की जांच अभी भी जारी है, जिसमें प्रथम दृष्टया देश विरोधी गतिविधि का मामला सामने आया था।
हमीरपुर में बस की टक्कर से शिक्षक की मौत:सुमेरपुर में एनएच पर हादसा, चालक बस छोड़ फरार
हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार रात एक सड़क हादसे में बाइक सवार शिक्षक कुलदीप यादव (26) की मौत हो गई। परिवहन निगम की बस ने कुंडौरा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे के बाद बस चालक बस छोड़कर फरार हो गया। कुलदीप यादव सुमेरपुर के पशु बाजार के पास रहते थे और मावईजार गांव के कंपोजिट विद्यालय में शिक्षक थे। वह अपनी बाइक से सजेती जा रहे थे। मुख्यालय की ओर से आ रही हमीरपुर डिपो की बस ने उन्हें टक्कर मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद बस चालक बस को सुमेरपुर बस स्टैंड के पास छोड़कर फरार हो गया। बस में सवार यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ा। पुलिस ने कुलदीप के शव को मोर्चरी में रखवा दिया है और आज शुक्रवार को उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। मृतक अविवाहित था और अपने दो भाइयों में सबसे बड़ा था। उनके पिता हरिनारायण यादव और मां सरोज यादव गहरे सदमे में हैं। पुलिस फरार चालक की तलाश कर रही है।
प्रयागराज के सिविल लाइन में सरेआम एक मीडिया कर्मी LN सिंह उर्फ़ पप्पू की एक चाकू 20 से अधिक वार करके उसकी हत्या का दी जाती है। इस घटना से पूरे शहर में सनसनी फ़ैल जाती है। कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे, पूरे अस्पताल परिसर में भरी पुलिस फोर्स के साथ सभी पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, परिजनों को समझाते बुझाते रहे उनकी मांग थी की उनको न्याय मिले जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो आरोपियों की तलाशी में पुलिस पुरे शहर में छापेमारी करती रही। पुलिस सायरन चारो तरफ गूंजता रहा, इसी बीच पुलिस द्वारा एक आरोपी को मुठभेड में पैर में 3 गोली मारी और जिसको लेकर पुलिस की गाड़ी अस्पताल पहुंची। देखें तस्वीरें... घटना के बाद पूरे अस्पताल में भारी पुलिस मौजूद रही मौके पर परिजनों में आक्रोश रहा लोग भरी संख्या में अस्पताल में मौजूद रहे जिसके बाद पुलिस परिजनों को समझाती बुझाती रही मामला वकीलों और पत्रकारों से जुड़े होने की वजह से पुलिस सतर्क रही भारी फोर्स के साथ सभी पुलिस अधिकारी भो मौजूद रहे। पुलिस द्वारा एक आरोपी को मारे जाने के बाद परिजन का आक्रोश कुछ शांत हुआ तब परिजनों ने अस्पताल छोड़ा जिसके बाद अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है की CCTV के माध्यम से जांच की जा रही है अन्य की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह छापेमारी की जा रही है।
ललितपुर जिला कारागार में गुरुवार को भाईदूज के अवसर पर 117 बहनों और 56 बच्चों ने 80 बंदियों से मुलाकात की। इस दौरान बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाया और उनसे अपराध छोड़कर अच्छा जीवन जीने का उपहार मांगा। सुबह से शाम तक चली मुलाकातों में, पहली पाली में 48 बंदियों से मिलने के लिए 64 बहनें और 31 बच्चे पहुंचे। बहनों ने अपने भाइयों को तिलक लगाया, जिसके बाद भाइयों ने कानून का पालन करने और भविष्य में कोई भी गैर-कानूनी कार्य न करने का संकल्प लिया। 3 तस्वीरें देखिए... दोपहर की दूसरी पाली में 32 बंदियों से मुलाकात करने के लिए 53 महिलाएं और 25 बच्चे आए। इस दौरान भी बहनों ने बारी-बारी से अपने भाइयों को टीका लगाया। जेल प्रशासन द्वारा मुलाकात के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं, जिसमें बंदियों के बैठने का इंतजाम भी शामिल था। जेल अधीक्षक शिवमूरत सिंह, डिप्टी जेलर प्रिंस बाबू और डिप्टी जेलर शकुंतला देवी ने इन व्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सतना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एसडीओपी नागौद रघु केसरी के भाई रवि केसरी से मारपीट और रंगदारी मांगने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह घटना बुधवार देर रात रैगांव मोड़ के पास एक ढाबे के सामने हुई थी। पुलिस को दी गई शिकायत में फरियादी रवि केसरी ने बताया कि आरोपियों ने उनसे 5 हजार रुपए की रंगदारी मांगी थी। रुपए देने से इनकार करने पर ढाबा संचालक और उसके साथियों ने उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तारशिकायत के आधार पर पुलिस ने ढाबा मालिक रवि उर्फ रविराज सिंह (29), उसके बड़े भाई लकी उर्फ पुष्पराज सिंह (34), बालेन्द्र अहिरवार (20) और सुनील प्रजापति (25) को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। इन सभी को गुरुवार शाम न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। गाड़ी पार्क करने बदले मांगे 5 हजार टीआई योगेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि रवि केसरी अपनी कार से पत्नी और परिजनों के साथ सतना से नागौद जा रहे थे। बुधवार रात करीब 11:30 बजे देवरा स्थित मामा ढाबा के सामने उन्होंने गाड़ी रोकी और बाथरूम गए। वापस आकर कार में बैठने लगे, तो ढाबा मालिक रवि सिंह ने गाड़ी खड़ी करने के एवज में 5 हजार रुपये की मांग की। मना करने पर रवि सिंह ने अपने 4-5 साथियों को बुलाकर रवि केसरी के साथ मारपीट शुरू कर दी और उनकी कार को भी नुकसान पहुंचाया। रवि केसरी किसी तरह जान बचाकर नागौद पहुंचे। वहां सिविल अस्पताल में उपचार कराने के बाद देर रात सिविल लाइन थाने लौटकर घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई। मारपीट में रवि केसरी के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 119(1), 296, 115(2), 351(3) और 3/5 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
जैसलमेर जिले में मौसम के 2 अलग-अलग तेवर देखने को मिल रहे हैं। दिन में तेज धूप से गर्मी का असर बढ़ गया है, जबकि रात में हल्की सर्दी लोगों को राहत दे रही है। जिले का अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री और न्यूनतम 20.7 डिग्री दर्ज हुआ। दिन और रात के तापमान में करीब 16 डिग्री का अंतर दर्ज किया गया। मौसम विभाग की माने तो आगामी 4 से 5 दिनों तक जिले में मौसम में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट संभव है। अधिकतम तापमान स्थिर रहने की संभावना है। दिन में तेज धूप ने किया परेशानजैसलमेर में सुबह से आसमान पूरी तरह साफ रहा और दोपहर में तेज धूप खिली, जिससे लोगों को गर्मी ने बेहाल कर दिया। शाम ढलते ही मौसम सुहावना हो गया। वहीं किसान इन दिनों रबी फसलों की बुवाई में जुटे हुए हैं। सरसों और चने की बुवाई जोरों पर है। जैसलमेर पहुंचे गुजराती पर्यटक दोपहर की गर्मी से परेशान दिखे, हालांकि शाम होते ही उन्होंने ठंडी हवाओं का आनंद लिया। आगे चार-पांच दिन रहेगा शुष्क मौसमकृषि मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने बताया कि आगामी 4 से 5 दिनों तक जिले में मौसम में कोई विशेष बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट संभव है। अधिकतम तापमान स्थिर रहने की संभावना है।
कानपुर देहात में सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत:सिंहपुर शिवली गांव में कार ने मारी टक्कर, एक घायल
कानपुर देहात के शिवली क्षेत्र में एक सड़क हादसे में बाइक सवार 50 वर्षीय व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना गुरुवार शाम सिंहपुर शिवली गांव के पास हुई, जब एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक की पहचान सिंहपुर शिवली गांव निवासी बब्बू पुत्र स्व. मुंशी लाल के रूप में हुई है। वह अपने दामाद के भाई मेघनाद के साथ सखरेज बाजार से घरेलू सामान लेकर लौट रहे थे। बाइक मेघनाद चला रहा था। पांडु नदी के पास औनहां की तरफ से आ रही एक ट्रेवर कार (यूपी 32 एमजेड) ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बब्बू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि मेघनाद गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा, जिसके बाद परिजनों में शोक व्याप्त हो गया। पुलिस ने घायल मेघनाद को अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और फरार चालक की तलाश कर रही है। मृतक बब्बू के परिवार में उनकी पत्नी बेबी, पुत्र अर्जुन, करन, आर्यन और पुत्रियां सलोनी व निधि हैं।
हरदोई में पुलिस मुठभेड़ में दो बदमाश गिरफ्तार:पैर में गोली मारकर दबोचे गए, 25-25 हजार का था इनाम
हरदोई में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गुरुवार रात कोतवाली देहात पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 25-25 हजार रुपये के दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया। इनके पास से एक पिकअप वाहन, 14 हजार रुपये नकद, दो 315 बोर के तमंचे, दो जिंदा और चार खोखा कारतूस बरामद हुए हैं। सीओ अजीत चौहान ने बताया कि पुलिस टीम इटौली पुल के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। सीतापुर की ओर से आ रही एक संदिग्ध पिकअप को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक वाहन लेकर भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर रंजीतपुरवा के पास घेराबंदी की। खुद को घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में मेवाराम (जनकपुर निवासी) और अभिषेक (हरिपुरग्रन्ट निवासी) के पैरों में गोली लगी, जिससे वे घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को पकड़कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। ये दोनों बदमाश मुकदमा संख्या 559/25 धारा 309(6) बीएनएस में वांछित थे और इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। इस मामले में एक अन्य आरोपी लव कुमार (टिकरा निवासी) को 23 अक्टूबर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसके पास से 8500 रुपये नकद बरामद हुए थे। गिरफ्तार बदमाश मेवाराम पर दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट सहित कई अन्य धाराओं में पहले से ही मामले दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार यादव, उपनिरीक्षक अनुराग सिंह और पंकज कुमार सहित कई पुलिसकर्मियों की टीम ने यह कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
लखनऊ में किशोरी के साथ दोस्त ने रेप किया। दोनों की दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। दोस्ती का हवाला देकर युवक ने किशोरी को मिलने बुलाया और फिर नशीला पदार्थ देकर उसके साथ रेप किया। पीड़ित ने इस मामले में विभूति खंड थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को पकड़ लिया गया है। आशियाना निवासी किशोरी इंटर की छात्रा है। कुछ दिन पहले उसकी इंस्टाग्राम पर इंदिरानगर सेक्टर-10 निवासी तौकीर आलम से जान-पहचान हुई थी। बातचीत के बाद दोनों में दोस्ती हो गई। तौकीर आलम ने बुधवार को छात्रा को मिलने के लिए बुलाया। विभूति खंड स्थित डीएलएफ माई पैड में वह उससे मिलने पहुंची। मौके से पकड़ा गया आरोपी आरोप है कि कमरे में आरोपी ने छात्रा को कुछ पिलाया, जिससे वह बदहवास हो गई। इसी बीच तौकीर ने उसके साथ रेप किया। घरवालों को किसी तरह घटना की भनक लग गई। वे मौके पर पहुंचे और आरोपी को वहीं से पकड़ लिया। किशोरी की हालत खराब थी। होश आने पर उसने पूरी घटना बताई। किशोरी के पिता की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया। इंस्पेक्टर विभूति खंड अमर सिंह ने बताया कि आरोपी पर रेप और पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज हुआ है। जल्द ही पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में ट्रांसपोर्टर की दबंगई का मामला सामने आया है। दुर्ग से अपने परिवार के साथ भिलाई के मॉल में मूवी देखने आई महिला के साथ ट्रांसपोर्टर ने पहले तो अश्लील हरकत की फिर बाहर निकलते ही महिला के बेटे और उसके पति को मारा। बताया जा रहा है सीट पर बैठने को लेकर विवाद हुआ था। मामला स्मृति नगर चौकी का है। सूचना पर पहुंची पुलिस के साथ भी ट्रांसपोर्टर और उसके रिश्तेदारों ने मारपीट की। पुलिस जैसे-तैसे आरोपियों को पकड़कर थाने लाई तो यहां पर भी दंबगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। इस दौरान 3 पुलिसकर्मियों को चोट आई है। इनमें एक पुलिसकर्मी का हाथ फ्रैक्चर हुआ है, एक की उंगली टूटी है। तीन पुलिस कर्मियों को आई चोट पुलिस ने बताया कि मॉल के पास बीच-बचाव कर रहे प्रधान आरक्षक पकंज चौबे के साथ धक्का मुक्की की गई। जिससे वो नीचे गिर गए और उनको चोट लग गई। इसके बाद जब 15 से 20 लोग थाने आए। यहां पर विवाद के दौरान सिपाही कौशलेंद्र के साथ मारपीट की। इस मारपीट से सिपाही कौशलेंद्र का हाथ फैक्चर हो गया। पुलिस चौकी में ही आरोपियों ने मुंशी आत्मराम कोसले के साथ भी मारपीट की। इससे उनकी उंगली टूट गई है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर गुरुवार (23 अक्टूबर) को कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। बैठने को लेकर हुआ विवाद, इसके बाद की छेड़खानी 22 अक्टूबर की रात दुर्ग की रहने वाली एक महिला अपने पति और बेटे के साथ मॉल के सिनेमा हॉल में फिल्म देखने पहुंची थी। इसी दौरान कोहका निवासी ट्रांसपोर्टर सुजीत साव भी अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ फिल्म देखने आया था। सीट पर बैठने को लेकर महिला और सुजीत साव के बीच विवाद हो गया। इसी दौरान आरोपी ने महिला के साथ अश्लील हरकत कर दी। विरोध करने पर महिला और उसका परिवार थिएटर से बाहर निकल आया और पुलिस को सूचना दी। पेट्रोलिंग टीम के साथ भी धक्का-मुक्की महिला की शिकायत पर थोड़ी देर में स्मृति नगर चौकी की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन आरोपी ने वहीं मॉल के बाहर महिला के बेटे से मारपीट कर दी। पुलिस के मुताबिक सुजीत ने फोन कर अपने कुछ साथियों को भी बुला लिया था, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया। बीच-बचाव के दौरान प्रधान आरक्षक पंकज चौबे से भी धक्का-मुक्की की गई। पुलिस चौकी में भी जारी रही दबंगई स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़कर स्मृति नगर चौकी लेकर आ गई। लेकिन यहां भी आरोपियों की दबंगई जारी रही। पुलिस के अनुसार चौकी में आरोपी सुजीत साव और उसके साथी अंदर घुस आए और वहां मौजूद मुंशी आत्माराम और आरक्षक कौशलेंद्र पर हमला कर दिया। इस दौरान आरक्षक का हाथ फ्रैक्चर हो गया और मुंशी आत्माराम की एक उंगली टूट गई। पुलिस ने दर्ज किया मामला पुलिस ने तत्काल सभी आरोपियों को काबू में लेकर उनके खिलाफ महिला से छेड़छाड़, मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। इस मामले में आला अफसरों के निर्देश पर आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई। पुलिस ने आरोपियों को घेराबंदी कर पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत साव (49 साल), सुजीत कुमार (32 साल), शिवपूजन कुमार (20 साल), सागर साव (29 साल) और जिगर साव (28 साल) शामिल हैं। पूछताछ में सभी आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया। उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक रिमांड में केंद्रीय जेल दुर्ग भेज दिया गया। सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई वारदात घटना मॉल के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो चुकी है, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि देर रात 11 बजे से करीब 1 बजे तक मॉल और चौकी दोनों जगह हंगामा चलता रहा। पुलिस ने गिरफ्तार हुए सभी आरोपियों का जुलूस निकाला और उसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। ..................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... हिस्ट्रीशीटर ने युवक को पीटा, पत्नी का पैर चुमवाया...VIDEO:युवती ने भी जमकर बरसाए डंडे, आरोपी बोला-रायपुर शहर का बाप हूं, पिस्टल दिखाकर डराया रायपुर में हिस्ट्रीशीटर बदमाश ने अपनी पत्नी और दोस्तों के साथ मिलकर एक युवक की जमकर मारपीट की है। बदमाश ने युवक से माफी मंगवाई, फिर अपनी पत्नी का पैर चुमवाया। जान से मारने की धमकी भी दी। पिटाई का वीडियो भी सामने आया है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
गोंडा जिले में मूर्ति विसर्जन कर लौट रहे तीन बाइक सवार युवकों को एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने रौंद दिया। यह हादसा नवाबगंज थाना क्षेत्र के कटी चौराहे के पास देर रात हुआ है। हादसे में तीनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें से एक की हालात नाजुक बताई जा रही है। सरयू नदी अयोध्या में मां लक्ष्मी और गणेश की प्रतिमा विसर्जित कर वजीरगंज लौट रहे पंकज मिश्र (28), पंकज पाल (18) और अजय पाल (20) निवासी ग्राम सिरसा इस दुर्घटना का शिकार हुए। सड़क पर गिरने से तीनों को गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों की सूचना पर नवाबगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। देखें 3 तस्वीरें... पुलिस ने सरकारी एंबुलेंस से तीनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज पहुंचाया जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। 28 वर्षीय पंकज मिश्रा की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए अयोध्या दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवाबगंज के अधीक्षक डॉ. राम मोहन सिंह ने बताया कि पंकज मिश्र के सिर और दाहिने हाथ में गंभीर चोटें आई हैं जिसके कारण उन्हें रेफर किया गया। अन्य दो घायल, पंकज पाल और अजय पाल, को भी बेहतर इलाज के लिए गोंडा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। नवाबगंज थानाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि गंभीर रूप से घायल युवक को अयोध्या के दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है ताकि दुर्घटना करने वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली की पहचान हो सके। परिजनों द्वारा तहरीर दी गई है, जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
जयपुर इस शनिवार सुरों और संगीत की सुरमई शाम का गवाह बनेगी, जब पद्मश्री कविता कृष्णमूर्ति अपनी मधुर आवाज से शहरवासियों को मंत्रमुग्ध करेंगी। अवसर होगा, ‘सृजन द स्पार्क जयपुर’ की ओर से आयोजित विशेष कार्यक्रम ‘ ए मैलोडियस इवनिंग विद कविता कृष्णामूर्ति’ का, जो 25 अक्टूबर को बिड़ला सभागार में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में बॉलीवुड और भारतीय शास्त्रीय संगीत की जानी-मानी गायिका कविता कृष्णमूर्ति अपने कालजयी गीतों से समां बांधेंगी। उनके साथ मंच पर जाने-माने गायक चेतन राणा संगत करेंगे, जो शाम को और भी सुरीला बना देंगे। ‘सृजन द स्पार्क जयपुर’ के चीफ पैट्रन आईपीएस प्रसन्ना खमेसरा, चेयरमैन राजेश नवलखा, प्रेसीडेंट सुरेश ढड्ढा और कार्यक्रम सहायक विनय चोरडिया इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। आयोजन से जुड़ी जानकारी देते हुए प्रसन्ना खमेसरा ने बताया कि इस अवसर पर भारतीय संगीत के प्रख्यात वायलिन वादक, पद्मविभूषण डॉ. एल. सुब्रमण्यम को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड 2025’ से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि डॉ. एल. सुब्रमण्यम भारतीय संगीत की उस विरासत के प्रतीक हैं, जिन्होंने देश की सीमाओं से परे जाकर अपनी कला से भारत का नाम ऊंचा किया है। इसके साथ ही कार्यक्रम में उभरते युवा कलाकारों को भी मंच प्रदान किया जाएगा, जिनमें वायलिनिस्ट उद्दव खंडेलवाल, सिंगर हिमांगी छाबरा और तालवादक हिरेन परदल शामिल हैं।
सातवीं पास युवा किसान गेंदे के फूलों की खेती कर हर साल करीब चार लाख रुपए तक कमा रहा है। इसके अलावा, सब्जियों को मिलाकर हर साल 10 लाख रुपए की कमाई कर रहा है। वह मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र में फूलों की सप्लाई करता है। इस बार दैनिक भास्कर की स्मार्ट किसान सीरीज में बात बड़वानी के सेंधवा से 35 किलोमीटर दूर चाचरिया के नवाड फलिया के रहने वाले सुनील अलावे की। सुनील चार एकड़ जमीन में फूलों की खेती करते हैं। दूर-दूर से उन्हें ऑर्डर मिलते हैं। उनकी सफलता की कहानी खुद सुनील की जुबानी जानते हैं… यूट्यूब और दूसरे किसानों से सीखे गुर…30 साल के किसान सुनील बताते हैं कि 7वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। परिवार में माता-पिता, पत्नी और छोटा भाई है। सभी लोग खेती में हाथ बंटाते हैं। पिता की पांच एकड़ जमीन है। वह पारंपरिक फसल कपास और सोयाबीन) करते थे। पांच साल पहले उन्होंने आसपास के किसानों को सब्जी और फूलों की खेती करते देखा था। इसके बाद इस खेती में हाथ आजमाया। साल 2018 में खेती शुरू की। सब्जियों की खेती भी कर रहे थे। कोरोना के कारण ज्यादा ध्यान दिया। पहले स्थानीय स्तर पर बीज खरीदकर करीब एक हजार पौधे लगाए। अच्छा उत्पादन नहीं मिला। नुकसान भी हुआ। फिर भी हार नहीं मानी। अलग-अलग नर्सरी से जानकारी ली। किसानों से खेती के गुर सीखे। महाराष्ट्र के पुणे से ड्रीम येलो वैरायटी के 10 हजार पौधे बुलाए। इसके अलावा, रतलाम से किमको ओ प्लस वैरायटी के पौधे बुलाए। इसके बाद मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद मल्चिंग पद्धति से खेती शुरू की। सिंचाई के लिए ड्रिप का इस्तेमाल किया। साल 2020 के बाद से लगातार फूलों की खेती कर रहे हैं। सालभर एक एकड़ में फूल उगाते हैं। इसके अलावा तरबूज, खीरा, ककड़ी समेत अन्य सब्जियों की खेती करते हैं। त्योहारी सीजन को देखते हुए फूलों की खेती को बढ़ा देते हैं। नवरात्रि से पहले करीब तीन एकड़ में गेंदा लगाते हैं, जिससे नवरात्रि, दशहरा, दिवाली पर अच्छा मुनाफा मिलता है। मध्यप्रदेश समेत महाराष्ट्र तक सप्लाईसुनील ने बताया कि वर्तमान में फूल खरगोन, बड़वानी, इंदौर समेत महाराष्ट्र में भी सप्लाई किए जाते हैं। खरगोन जिला मुख्यालय पर रोजाना 40 से 50 किलो फूल भेजते हैं। दिवाली जैसे त्योहारों पर दूर-दूर से ऑर्डर मिलते हैं। हर साल तीन से चार एकड़ में फूलों की खेती करते हैं, जिस पर करीब एक लाख रुपए का खर्च आता है। खेती के लिए महाराष्ट्र से तैयार पौधे लाकर रोपाई करते हैं। फसल को कीटों से बचाने के लिए दो से तीन बार दवा का छिड़काव किया जाता है। गेंदे की फसल 90 दिनों में तैयार हो जाती है। 60 दिन में उत्पादन शुरू हो जाता है। इसका उत्पादन करीब दो महीने तक चलता है, जो आमतौर पर नवरात्रि से लेकर दीपावली के बाद तक जारी रहता है। हमसे प्रेरणा लेकर आसपास के 20 से अधिक किसानों ने भी फूलों की खेती शुरू कर दी है। महाराष्ट्र में तीन एकड़ खेती में गेंदा उगायासुनील अलावे ने बताया कि इस साल करीब 150 किमी नंदुरबार जिले के दौंडाइचा के पास करीब तीन एकड़ खेत किराए पर लिया है। वहां सिर्फ गेंदे की खेती की है। वहां से करीब 30 से 40 क्विंटल से ऊपर उत्पादन होने की उम्मीद है, जिससे करीब 4 लाख रुपए तक मुनाफा होगा। दिवाली पर करीब 20 क्विंटल से अधिक का उत्पादन हो चुका है। करीब 80 से 100 प्रति किलो तक का भाव मिला है। पौधों को फफूंद से बचाने की चुनौतीगेंदे के पौधों में केवल फफूंद रोग लगता है। इससे इसके पत्तों पर सफेद रंग की परत जमने लगती है। इसके अलावा तने के अंदर काले रंग का रोग शुरू होता है। हालांकि, यह रोग कभी-कभी आता है। तने काले होने का रोग लगने के बाद से फसलें चौपट होने लगती हैं, जबकि सफेद रंग की फफूंदी कई बार हो जाती है, लेकिन वह आसानी से सही हो जाती है। जून-जुलाई में लगाए जाते हैं पौधेजून के आखिरी और जुलाई के शुरुआती दिनों में गेंदा फूल के पौधे लगाए जाते हैं, जो अगस्त के आखिरी दिनों में फूल देने लगते हैं। इसके बाद ढाई महीने तक इन पौधों से फूल मिलता रहता है। सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में भी कुछ दिनों तक फूल लगते रहते हैं। शुरुआती दिनों में अधिक फूल टूटते हैं। अगस्त के महीने में भी लगा दिए फूलों की डिमांड बाजार में 12 महीने बनी रहती है। इस वजह से दो महीने के अंतर से फूलों की खेती करते रहते हैं। अगस्त के महीने में भी नए पौधे लगाए, जो अक्टूबर तक फूल देने लगते हैं। शादी का सीजन शुरू होते ही फूलों की डिमांड अधिक हो जाती है। इसमें गेंदा के साथ और भी कई प्रकार के फूलों की मांग रहती है। मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.6 तक होना चाहिएठंड के मौसम में गेंदा की बढ़ोतरी और फूलों की गुणवत्ता दोनों अच्छी होती है। इस वजह से यह मौसम इसके लिए अनुकूल माना गया है। वैसे इसकी खेती मानसून, सर्दी और गर्मी तीनों मौसम में की जा सकती है। गेंदा की खेती सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। गेंदा के लिए मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.6 के बीच होना चाहिए। गेंदा की फसल को धूप की बहुत जरूरत होती है। छांव में होने पर इसके पौधों में बढ़ोतरी अच्छी होती है, लेकिन फूल नहीं लगते, इसलिए गेंदा की खेती खुले जगह पर करनी चाहिए। ये भी पढ़ें... MP का किसान उगा रहा विदेशी G9 केला संतरे की खेती के लिए फेमस पांढुर्णा में केले की खेती भी होने लगी है। यहां किसान ने विदेशी किस्म G9 (ग्रैंड नैने) केला लगाया है। शुरुआत एक एकड़ से की है। इसमें करीब सवा लाख रुपए खर्च आया है। पहली बार में ही 4 से 5 लाख मुनाफे की उम्मीद है। पढ़ें पूरी खबर...
उन्नाव जिले के बांगरमऊ क्षेत्र में एकतरफा प्यार में पागल एक युवक ने अपनी चचेरी बहन की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी। यह घटना उस समय हुई, थी जब किशोरी अपनी बुआ के साथ पुलिस चौकी में शिकायत कर घर लौट रही थी। तभी वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। मां को हिरासत में लेकर मामले की पूछताछ जारी है। फिलहाल आरोपी अभी पुलिस की पहुंच से दूर है। वह अपना मोबाइल मां के पास छोड़कर फरार हो गया। पुलिस संभावित ठिकानों पर तलाश में जुटी है। क्या था पूरा मामला बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी से उसका चचेरा भाई राजेश की पहले किशोरी के साथ दोस्ती थी। राजेश दिल्ली में रहकर निजी नौकरी करने लगा, इसी बीच किशोरी गांव के ही किसी के युवक के संपर्क में आई, उससे बातचीत शुरू कर दी। दिवाली पर राजेश दिल्ली से घर आया, तो किशोरी ने उसे इग्नोर करना शुरू कर दिया था। कोई बात नहीं की। तभी राजेश को जानकारी मिली कि किशोरी अब गांव के ही दूसरे युवक से बात करती है। उसे यह नागवार लगा। उसने किशोरी से बात कर दोस्ती के लिए दबाव बनाना चाहा, मामले में कहा सुनी भी हुई। लेकिन किशोरी इसके खिलाफ थी। परिजनों के अनुसार, राजेश उसे बदनाम करने की धमकी देता था। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे राजेश ने फिर से किशोरी पर दोस्ती का दबाव बनाया, तो दोनों परिवारों में झगड़ा हो गया। परेशान होकर किशोरी अपनी बुआ के साथ चौकी पहुंची और राजेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत दर्ज कराने के बाद जब दोनों घर लौट रहे थे, तो रास्ते में ग्राम प्रधान के घर के पास राजेश ने किशोरी को रोक लिया। उसने चाकू से उसका गला रेत दिया और सीने व पीठ पर कई वार किए। लहूलुहान किशोरी मौके पर गिर पड़ी। बुआ के शोर मचाने पर लोग पहुंचे और उसे बांगरमऊ सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाया, जिसके उसके सर,पेट, गले में गहरे 7 घाव मिले है। जिससे उसकी मौत की पुष्टि हुई है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए सूचना मिलने पर एसएसपी प्रेमचंद और सीओ संतोष कुमार सिंह मौके पर पहुंचे थे। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया, जिसकी लोकेशन सफीपुर के पास मिली, लेकिन फोन उसकी मां के पास बरामद हुआ। पुलिस ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है। कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत ने बताया कि किशोरी की गांव के ही एक अन्य युवक से दोस्ती थी। आरोपी ने दोनों की तस्वीरें खींच ली थीं और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर किशोरी को ब्लैकमेल कर रहा था। किशोरी द्वारा विरोध और शिकायत करने पर उसने उसकी हत्या कर दी। ग्रामीणों के मुताबिक, आरोपी कई साल से दिल्ली में रहकर नौकरी कर रहा था। दिवाली पर घर आने के बाद जब उसे किशोरी की किसी और से दोस्ती का पता चला, तो वह भड़क गया। किशोरी के इंकार और शिकायत करने से नाराज होकर उसने दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दे डाला।
भारतीय रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल छठ पर्व पर रेल यात्रियों की यात्रा को सुगम बना रहा है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रिकॉर्ड संख्या में विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इन ट्रेनों के संचलन से मार्गवर्ती स्टेशनों के यात्रियों को भी अपने गन्तव्य तक आने-जाने में बहुत सुविधा हो रही है। इसी क्रम में, वाराणसी मंडल द्वारा छठ पर्व पर यात्रियों की सुविधा के लिए 24 अक्टूबर, 2025 को निम्नलिखित पूजा विशेष गाड़ियों का संचालन किया जाएगा। ये ट्रेनें बलिया सहित विभिन्न स्टेशनों से होकर गुजरेंगी। 24 अक्टूबर, 2025 को बलिया से उधना (09042) विशेष गाड़ी रात 11:30 बजे वाया गाजीपुर सिटी, औडिहार, जौनपुर, वाराणसी चलाई जाएगी। इसी दिन, छपरा से जालना (07652) विशेष गाड़ी रात 10:15 बजे वाया बलिया, गाजीपुर सिटी, औडिहार, बनारस चलेगी। छपरा से उधना (05115) विशेष गाड़ी 24 अक्टूबर, 2025 को शाम 5:45 बजे वाया बलिया, वाराणसी, प्रयागराज छिवकी रवाना होगी। कोलकाता से बनारस (05048) विशेष गाड़ी उसी दिन सुबह 8:25 बजे वाया छपरा, बलिया, गाजीपुर सिटी, वाराणसी चलाई जाएगी। प्रतिदिन चलने वाली पाटलिपुत्र से बलिया (05297) विशेष गाड़ी 24 अक्टूबर, 2025 को सुबह 8:15 बजे वाया छपरा, गौतमस्थान, मांझी, सहतवार चलेगी। वहीं, बलिया से पाटलिपुत्र (05298) विशेष गाड़ी दोपहर 1:00 बजे वाया सहतवार, मांझी, गौतमस्थान, छपरा रवाना होगी। छठ पर्व पर यात्रियों की सुविधा के लिए वाराणसी मंडल के छपरा और बनारस रेलवे स्टेशनों पर अस्थायी यात्री आश्रय स्थल और पैसेंजर होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। इन स्थलों पर यात्रियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इन सुविधाओं में विद्युत प्रकाश, पंखे, शुद्ध पेयजल, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, मोबाइल यूटीएस टिकटिंग, प्राथमिक चिकित्सा और गाड़ियों की जानकारी के लिए जन संबोधन स्पीकर तथा वीडियो पैनल शामिल हैं। सर्कुलेटिंग एरिया को वाहन मुक्त रखने के व्यापक प्रबंध किए गए हैं, ताकि त्योहारों के दौरान यात्रियों का आवागमन सुगम हो सके।
शिवपुरी जिले के खनियाधाना थाना क्षेत्र के ग्राम देवरी में एक दलित परिवार के खेत में दबंगों ने भैंसें घुसाकर मूंगफली की फसल चरवा दी। जब परिवार ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने बुजुर्गों और महिलाओं के साथ जमकर मारपीट की। घटना की शिकायत पर पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और एससी-एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खेत में भैंसें चराने का विरोध किया तो की मारपीट जानकारी के अनुसार, ग्राम देवरी निवासी 65 वर्षीय रतनलाल जाटव 23 अक्टूबर की दोपहर करीब एक बजे अपने खेत पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि खेत में कटी हुई मूंगफली की फसल को भैंसें चर रही थीं। पास जाकर देखा तो भूरा लोधी और माखन लोधी भैंसों को फसल चरवा रहे थे। विरोध करने पर गाली-गलौज और हमला रतनलाल ने जब इसका विरोध किया, तो दोनों आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। शोर सुनकर दिनेश लोधी, शिवम लोधी और रविंद्र लोधी भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद पांचों ने मिलकर रतनलाल को बेरहमी से पीटा। महिलाओं और युवकों से भी की मारपीट रतनलाल की पत्नी पार्वती बीच-बचाव करने आईं तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट की। उनकी बहू नेहा जाटव को भी पीटा गया और उसकी साड़ी फाड़ दी गई। इस दौरान जब रतनलाल के बेटे छोटेलाल और जगत सिंह खेत पर पहुंचे, तो उन पर भी लाठी-डंडों से हमला किया गया। पुलिस ने दर्ज किया मामला पीड़ित परिवार ने थाने पहुँचकर पूरी घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भूरा लोधी, माखन लोधी, रविंद्र लोधी, शिवम लोधी और दिनेश लोधी के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में दिव्यांग भाई की पेंशन के लिए हत्या कर दी गई। पिता की तहरीर पर मृतक के भाई और पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दोनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दोनों से पूछताछ चल रही है। पहले इस घटना को पुलिस संदिग्ध मान रही थी। पिता के आगे आने पर छोटे भाई की करतूत सामने आई। खोराबार थाना क्षेत्र के डुमरी गांव के बखरिया टोला में बुधवार की शाम 45 वर्षीय रामनिवास निषाद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मामले की जांच आगे बढ़ी तो भाई ही हत्या का आरोपी निकला। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि दिव्यांग रामनिवास की पेंशन की रकम उसका छोटा भाई अमरजीत निषाद और उसकी पत्नी श्यामरथी देवी शराब पीने में खर्च करते थे। दोनों शराब के लती थे। यह बातें मृतक के छोटे भाई ने पुलिस की पूछताछ बताया। छोटे भाई और उसकी पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसने खुद के रुपये खर्च कर राम निवास का दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाया था। भाई ने वादा किया था कि पेंशन की आधी रकम वह मुझे देगा, लेकिन इस बार वह सारा रुपये खुद खर्च कर रहा था। इसलिए उसपर हमला किया। पिता ने छोटे बेटे-बहू के खिलाफ दी तहरीर मृतक राम निवास के पिता गणपति निषाद ने इस मामले में छोटे बेटे अमरजीत निषाद और उसकी पत्नी श्यामरथी देवी के खिलाफ हत्या की तहरीर दी थी। पुलिस ने दोनों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर हिरासत में ले लिया। गणपति निषाद ने पुलिस को बताया कि उनका बड़ा बेटा रामनिवास शादीशुदा था, लेकिन उसकी पत्नी और बेटा दोनों उसके साथ नहीं रहते थे। वह गांव में मजदूरी करता था और दिव्यांग पेंशन भी प्राप्त करता था। मजदूरी और पेंशन से मिली रकम वह अपने छोटे भाई अमरजीत को देता था, जिससे उनका खर्च चलता था। पति-पत्नी पीते थे शराब पिता के अनुसार, अमरजीत और उसकी पत्नी अक्सर शराब पीते थे और परिवार के लोगों से मारपीट करते थे। इसी कारण गणपति निषाद पिछले 10 वर्षों से अलग मकान में रह रहे थे। कुछ दिन पहले रामनिवास ने अपनी दिव्यांगता पेंशन की 3000 रुपए बैंक से निकालकर खुद खर्च कर लिए थे। इस बात से नाराज़ होकर अमरजीत और उसकी पत्नी ने उससे विवाद किया। आरोप है कि 21 अक्टूबर को दिन में दोनों ने लाठी-डंडे से रामनिवास की पिटाई की। शाम को फिर शराब के नशे में मारपीट कर कमरे में बंद कर दिया। पिता का कहना है कि विरोध करने पर उन्हें भी धमकाया गया और जान से मारने की धमकी दी गई। अगली सुबह जब ग्रामीणों की मदद से दरवाजा खोला गया तो रामनिवास मृत पाए गए। उनके सिर से खून बहा हुआ था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और तहरीर के आधार पर गुरुवार को दोनों आरोपियों पर केस दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया। इस संबंध में खोराबार थाना प्रभारी इत्यानंद पांडेय ने बताया- केस दर्ज कर आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। दोनों से पूछताछ चल रही है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के जिलों में अगले पांच दिन तक बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और कांकेर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे मौसम में हल्की ठंडक बनी रहेगी। 26 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है। इस दौरान रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के कुछ हिस्सों में भी गरज चमक के साथ बिजली गिर सकती है, बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में बारिश से धान की खड़ी फसलों को नुकसान का खतरा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर एरिया के कारण प्रदेश में बारिश के हालात बन रहे हैं। अगले 48 घंटों तक न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा, लेकिन इसके बाद रात के तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। गुरुवार को अंबिकापुर जिले में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। वहीं, अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री सेल्सियस के साथ राजनांदगांव में दर्ज किया गया। बारिश की वजह से फसल पर असर अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में होने वाली बारिश का असर खेतों की खड़ी फसलों पर पड़ सकता है। जिन इलाकों में धान की कटाई हो चुकी है, लेकिन फसलें अभी खेतों में ही पड़ी हैं, वहां उनके खराब होने का खतरा बना रहेगा। अक्टूबर में अब तक 64% ज्यादा बरसा पानी इस बार अक्टूबर में अब तक सामान्य से 64% अधिक बारिश दर्ज की गई है। आमतौर पर 22 अक्टूबर तक राज्य में औसतन 49.3 मिमी वर्षा होती है, लेकिन इस बार अब तक 80.7 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। बलरामपुर में सामान्य से 52% ज्यादा बारिश प्रदेश में अब तक 1167.4 मिमी औसत बारिश हुई है। बेमेतरा जिले में अब तक 524.5 मिमी पानी बरसा है, जो सामान्य से 50% कम है। अन्य जिलों जैसे बस्तर, राजनांदगांव, रायगढ़ में वर्षा सामान्य के आसपास हुई है। जबकि बलरामपुर में 1520.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 52% ज्यादा है। ये आंकड़े 30 सितंबर तक के हैं।
अलवर में एनईबी थाने के एएसआई देवी सहाय ने एक ठेला संचालक और उसके बेटे से मारपीट की। एएसआई ने ठेला संचालक के बेटे के थप्पड़ जड़ दिया, जिससे उसके मुंह से ब्लड आने लग गया। घटना का एक वीडियो भी शेयर हो रहा है। घटना बुधवार रात की बताई जा रही है। आईसीआईसीआई बैंक के यूनिट हेड आकाश सैनी और उनके पिता ने एनईबी थाने के एएसआई पर अभद्र व्यवहार और मारपीट का आरोप लगाया है। सिविल ड्रेस में एएसआई ने धमकाया पीड़ित आकाश के पिता सत्यवीर ने बताया कि वे फास्ट-फूड का ठेला लगाते हैं, वे बुधवार रात करीब 10 बजे सामान को समेटकर बेटे के साथ ठेला लेकर जाने वाले थे, तभी एक पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में आया और बिना बताए गाली-गलौज की। एएसआई ने कहा कि कि यहां से ठेला हटाओ। हमने कहा कि जा ही रहे हैं, लेकिन एएसआई ने लगातार अपशब्द कहे। पैसा वसूलने के लिए धमकी, थप्पड़ जड़ा सत्यवीर ने बताया कि जब उनका बेटा आकाश पुलिसकर्मी की हरकत का वीडियो बनाने लगा, तो वह भड़क गया और अचानक थप्पड़ और लात मारने लगा। मारपीट के दौरान आकाश के मुंह से खून निकल आया। इसी बीच थप्पड़ लगने के बाद आकाश ने भी गुस्से में गाली गलौज की। इसके बाद एएसआई आकाश को पकड़कर थाने ले गया और 151 में बंद कर दिया। जबकि देवी सहाय वहां हमें धमकाने के बहाने पैसा वसूलने आया था आकाश ने कहा कि एएसआई शराब के नशे में था। पूरी घटना का वीडियो अब सामने आ चुका है, जिसमें एएसआई द्वारा की गई मारपीट और बदसलूकी साफ नजर आ रही है। फिलहाल इस मामले में पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन लोगों में पुलिस की इस हरकत को लेकर गहरा आक्रोश है।
अलीगढ़ के इगलास में अलीगढ़-मथुरा मार्ग पर नायरा पेट्रोल पंप के पास शुक्रवार सुबह करीब 4:30 बजे एक बड़ा हादसा हो गया। सीमेंट के पैकेटों से लदा एक अनियंत्रित ट्रेलर सड़क पर पलट गया। इस दुर्घटना में ट्रेलर में लदे सीमेंट के पैकेट सड़क पर बिखर गए, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और तुरंत यातायात व्यवस्था को संभाला। पुलिस ने क्रेन और जेसीबी की मदद से घंटों की मशक्कत के बाद ट्रेलर के केबिन में फंसे चालक को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी। इंस्पेक्टर सुभाष कठेरिया ने बताया कि घटना के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल, ट्रेलर कहां से आ रहा था और कहां जा रहा था, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। स्थानीय निवासियों ने इस तरह के हादसों के लिए अलीगढ़-मथुरा रोड पर फुटपाथ न होने और सड़क के किनारे की जगह के ऊंचे-नीचे होने को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि रात के समय बड़े वाहनों के चालकों को सड़क के किनारों का सही अंदाजा नहीं हो पाता है। जब वे दूसरे वाहन को साइड देने के लिए गाड़ी को थोड़ा भी सड़क से नीचे उतारते हैं, तो वाहन अनियंत्रित होकर पलट जाता है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि सड़क की मरम्मत और निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की है, लेकिन लगातार हो रहे हादसों के बावजूद विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इगलास पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अलीगढ़ भेज दिया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने गुरुवार को अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा की है। इस घोषणा में नीमच के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार को पिछड़ा वर्ग मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति के साथ ही पाटीदार नीमच जिले के एक प्रमुख नेता बन गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने दीपावली के तीसरे दिन प्रदेश भाजपा की नई कार्यकारिणी घोषित की थी। इसमें चार प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं, जिनमें नीमच जिले के पवन पाटीदार भी शामिल हैं। पवन पाटीदार को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी विधानसभा चुनाव में जिले में भाजपा को मिली जीत के परिणाम स्वरूप मिली है। उनके भाजपा जिलाध्यक्ष कार्यकाल के दौरान, पार्टी ने जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर हजारों वोटों से जीत हासिल की थी। इसके अतिरिक्त, लोकसभा, जनपद पंचायत, जिला पंचायत और ग्राम पंचायत चुनावों में भी भाजपा को बड़ी सफलता मिली थी। इस नई जिम्मेदारी के बाद, पवन पाटीदार अब प्रदेश स्तर की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उनका कद नीमच के अन्य नेताओं की तुलना में काफी बढ़ गया है। वे सीधे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कई बड़े नेताओं के संपर्क में रहेंगे, जिससे 2028 के विधानसभा चुनावों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। भाजपा कार्यकर्ताओं की सहनशीलता का परिणाम अपनी नियुक्ति पर पाटीदार ने कहा कि यह नीमच जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं की सहनशीलता का परिणाम है, जिसके कारण उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी संगठन ने दी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे पूरी जिम्मेदारी और लगन से इसका निर्वहन करेंगे और संगठन को हर मोर्चे पर मजबूत करने का प्रयास करेंगे। भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही पवन पाटीदार का नाम पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। संगठन और राजनीति में उनके विरोधियों को भी इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद नहीं थी।
बुरहानपुर के ग्राम गोराड़िया स्थित राम मंदिर परिसर में दीपावली के उपलक्ष्य में एक विशाल कबड्डी स्पर्धा गुरुवार से शुरू हुई। इस स्पर्धा में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की कुल 44 टीमें भाग ले रही हैं। शुक्रवार को स्पर्धा के दूसरे दिन 22 टीमों के बीच मुकाबले होंगे। इसके बाद दो राउंड में मैच खेले जाएंगे और शाम को फाइनल मुकाबला आयोजित किया जाएगा। विजेता टीम को 21,001 रुपये का पहला पुरस्कार दिया जाएगा। उपविजेता टीम को 15,001 रुपये और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को 5,001 रुपये का पुरस्कार मिलेगा। इस आयोजन को लेकर गांव में काफी उत्साह देखा जा रहा है। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग कबड्डी स्पर्धा देखने पहुंच रहे हैं। इन टीमों के बीच आज मुकाबलेशुक्रवार को जिन 22 टीमों के बीच मुकाबले होंगे, उनमें झिरमिटी, दस घाट, रगाई, चिकलधरा, गोराड़िया, घाघरला, पांच ईमली, नया मोहल्ला, गांगुखेड़ा (महाराष्ट्र), आदिवासी विंग गोराड़िया, राम राज्य घाघरला, आकोट, मझगांव, बजरंग मंडल झिरमिटी, सिंधखेड़ा, टिगरिया, हनुमान चौक गोराड़िया, जय बुलेट बाबा मजगांव, हंगामा आर्मी, बजरंग मंडल दूधिया, खड़की और अंबाड़ा शामिल हैं।
करनाल जिले के एक गांव की 12 साल की बच्ची ने पूर्व स्कूल ड्राइवर पर छेड़छाड़ और मैसेज के जरिए परेशान करने का आरोप लगाया है। बच्ची ने यह शिकायत सीधे बाल कल्याण समिति करनाल को व्हाट्सऐप के माध्यम से दी। समिति ने मामला गंभीर मानते हुए थाना कुंजपुरा पुलिस को आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए। बाल कल्याण समिति करनाल को बीती 23 अक्तूबर को एक नाबालिग बच्ची ने अपने मोबाइल नंबर से समिति के चेयरमैन के मोबाइल नंबर पर व्हाट्सऐप के जरिए संदेश भेजा। बच्ची ने बताया कि मानपुर गांव का निवासी एक व्यक्ति, जो पहले उसके स्कूल में ड्राइवर था, उसे मैसेज कर परेशान करता है और उसके साथ गलत तरीके से टच भी कर चुका है। बच्ची ने अपनी उम्र 12 वर्ष बताई। कमेटी ने लिया संज्ञान, पुलिस को दिए निर्देश चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने बच्ची की शिकायत को जेजे एक्ट की धारा 2(14) और पॉक्सो एक्ट की धारा 8 के अंतर्गत गंभीर मामला मानते हुए तुरंत एक्शन लिया। समिति की सदस्य सुषमा और चेयरमैन चंद्र प्रकाश द्वारा हस्ताक्षरित आदेश में थाना कुंजपुरा प्रभारी को आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिला बाल संरक्षण अधिकारी करनाल को बच्ची की काउंसलिंग करवाने और रिपोर्ट समिति को भेजने के आदेश दिए गए। थाना कुंजपुरा में दर्ज हुआ केस बाल कल्याण समिति से प्राप्त शिकायत ईमेल के माध्यम से थाना कुंजपुरा को बीती 23 अक्तूबर को भेजी गई। पुलिस की महिला उपनिरीक्षक गीता ने रिपोर्ट में बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ धारा 78 बीएनएस, 8 और 12 पॉक्सो एक्ट 2012 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल बच्ची की काउंसलिंग और आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर आगे की कार्रवाई जारी है।
21 अक्टूबर से शुरू हुआ रतनगढ़ मेला गुरुवार की शाम को निर्विघ्न संपन्न हो गया। कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने मेले के समापन की आधिकारिक घोषणा कर दी है। इन तीन दिनों के भीतर 25 लाख श्रद्धालुओं ने माता और कुंअर बाबा का आशीर्वाद लेने पहुंचे। प्रशासन के अनुसार बुधवार को लगभग 10 लाख भक्त माता के दर्शन कर सकुशल लौटे थे, जबकि गुरुवार को संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और बुंदेलखंड के अलावा अन्य प्रदेशों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में माता के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे। इसके साथ ही मंदिर से लगभग 5 किलोमीटर दूर स्थित मरसैनी गांव सहित आस-पास के क्षेत्र भी श्रद्धालुओं से भर गए। गुरुवार को और 15 लाख भक्तों के दर्शन करने का दावा प्रशासन ने किया है। मेला खास तौर पर सर्पदंश पीड़ितों के लिए भी महत्वपूर्ण रहा। इस दौरान कुल 7 हजार से अधिक लोगों के बंध काटे गए। हालांकि प्रशासन का मानना है कि वास्तविक संख्या इससे ज्यादा हो सकती है क्योंकि कई श्रद्धालु बिना स्ट्रेचर के भी बंध कटवाने पहुंचे। ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी मेला क्षेत्र में सुरक्षा व व्यवस्था के लिए कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े और पुलिस अधीक्षक के निर्देश में करीब 1500 से अधिक कर्मचारी तथा 2 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। 40 सेक्टरों में मेला क्षेत्र को बांटकर 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों एवं ड्रोन की मदद से निगरानी की गई। अलग-अलग मार्गों पर पार्किंग और आवागमन के बेहतर इंतजाम किए गए ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा हो। स्वच्छता, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधाएं भी पूरी की गईं। एसडीआरएफ टीम ने नदी किनारे पेट्रोलिंग की, और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए विशेष टीमें तैनात रहीं। प्रशासन ने बताया कि इस बार मेले में कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई और सभी श्रद्धालु शांति और अनुशासन के साथ माता के दर्शन करके लौटे। भाई दूज के इस पावन अवसर पर रतनगढ़ मेले ने धार्मिक आस्था के साथ-साथ क्षेत्रीय पर्यटन को भी मजबूती दी।
रतलाम नगर निगम के उपायुक्त करुणेश दंडोतिया को उज्जैन कमिश्नर आशीष सिंह ने निलंबित कर दिया है। नगर निगम से मिलने वाली मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा कल्याणी पेंशन योजना में पात्र हितग्राही को लाभ नहीं देने पर कलेक्टर मिशा सिंह के प्रस्ताव पर कार्रवाई की गई है। किरण टॉकीज क्षेत्र निवासी मधुसुदन अग्रवाल ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि जवाहर नगर निवासी मीना मिश्रा पति स्व. मथुरानाथ मिश्रा को मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा कल्याण योजना के तहत अक्टूबर 2024 तक पेंशन मिलती रही। इसके बाद पेंशन बंद कर दी। फिर से पेंशन चालू करवाने के लिए शिकायत की तो नगर निगम द्वारा महिला के पति का आधार कार्ड और वोटर आईडी मांगा। जबकि महिला के पति की मृत्यु 1985 में ही हो चुकी थी। इसलिए उनके आधार और वोटर आईडी की आवश्यकता ही नहीं थी। समीक्षा में पाया कि पोर्टल पर मृतक के जन्म दिनांक से संबंधित दस्तावेजों की जरुरत नहीं होने के बाद भी इन्हें मांगा गया था। लगातार लगवाए चक्कर नगर निगम में दोबारा पेंशन शुरू करने के लिए लगातार महिला को चक्कर लगवाए गए। पर चक्कर लगवाए गए। महिला को पहले से पेंशन मिलती थी। इसके बावजूद योजना के प्रभारी उपायुक्त करुणेश दंडोतिया ने महिला के पति का आधार कार्ड व वोटर आईडी कार्ड मांगकर परेशान किया। शिकायत कलेक्टर मिशा सिंह से संभागायुक्त आशीष सिंह तक पहुंची तो दंडोतिया को निलंबित कर दिया।
बाड़मेर में स्मैक के साथ बदमाश गिरफ्तार:पुलिस को देख दुकान में छिपने की करने लगा था कोशिश
बाड़मेर जिले की धोरीमन्ना पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ कार्रवाई करत हुए 8.33 ग्राम अवैध मादक पदार्थ स्मैक बरामद की। वहीं एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से अवैध मादक-पदार्थ की खरीद-फरोख्त को लेकर पूछताछ कर रही है। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- राजस्थान पुलिस मुख्यालय व जोधपुर रेंज आईजी की ओर से मादक पदार्थो की रोकथाम एवं वांटेड आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए एएसपी जसाराम बोस व डीएसपी सुखराम विश्नोई के सुपरविजन में थानाधिकारी बगडूराम के नेतृत्व में टीम बनाई गई। टीम ने धोरीमन्ना कस्बे में गश्त कर रही थी। इस दौरान गुड़ामालानी जाने वाली रोड पर पहुंचे, पुलिस को देखकर एक व्यक्ति दुकान के अंदर छुपने का प्रयास करने लगा। पुलिस को संदेह होने पर युवक को डिटेन किया गया। नाम-पता पूछने पर उसने अपना नाम सुखराम पुत्र सोनाराम निवासी गोदारों की बेरी पुरावा धोरीमन्ना होना बताया। इस पुलिस ने सुखराम की तलाशी लेने पर उसके पास 8 ग्राम 33 मिलीग्राम स्मैक मिली। इस पर उसको गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मादक पदार्थ को जब्त कर आरोपी सुखराम के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। वहीं मादक-पदार्थ कहां से लेकर आया और किसको देने वाला था इसको लेकर पूछताछ कर रही है। कार्रवाई में हैड कांस्टेबल दुर्गाराम, कांस्टेबल आसूराम, सांगाराम शामिल रहे।
शुक्रवार के भस्म आरती दर्शन:भगवान महाकाल को रजत त्रिनेत्र, त्रिपुण्ड और त्रिशूल अर्पित कर श्रृंगार
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में शुक्रवार तड़के भस्म आरती के दौरान मंदिर के कपाट खोले गए। सबसे पहले सभा मंडप में वीरभद्र जी के कान में स्वस्ति वाचन कर घंटी बजाकर भगवान से आज्ञा लेकर सभा मंडप वाले चांदी के पट खोला गया। गर्भगृह के पट खोलकर भगवान का श्रृंगार उतार कर पंचामृत पूजन के बाद कर्पूर आरती की गई। नंदी हाल में नंदी जी का स्नान,ध्यान, पूजन किया गया। जल से भगवान महाकाल का अभिषेक करने के पश्चात दूध, दही, घी, शक़्कर शहद फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया। भगवान महाकाल का रजत चंद्र, त्रिशूल मुकुट और आभूषण अर्पित कर श्रृंगार किया। भांग चन्दन ड्रायफ्रूट और भस्म चढ़ाई गई। शेषनाग का रजत मुकुट रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला के साथ-साथ सुगन्धित पुष्प से बनी फूलों की माला भगवान महाकाल ने धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। महा निर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल को भस्म अर्पित की गई। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार से साकार रूप में दर्शन देते है।
बांसवाड़ा जिले के उदयपुर मार्ग पर स्थित चंदूजी का गढ़ा तीर-कमान के लिए प्रसिद्ध है। इसकी सप्लाई राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के क्षेत्रों में लगने वाले मेलों में की जाती है। तीर की लकड़ी के लिए इसकी खेती की जाती है। जिसे स्थानीय भाषा में हराड़ी कहा जाता है और बांस की लकड़ी से कमान बनाई जाती है।राजस्थान की प्रतियोगिता परीक्षाओं में इससे जुड़े सवाल भी पूछे जाते हैं। वर्ष 2016 में RAS-प्री सहित अन्य परीक्षाओं में चंदूजी का गढ़ा किसके लिए प्रसिद्ध है ऐसे प्रश्न पूछे गए है। यह गांव जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर की दूरी पर उदयपुर मुख्य मार्ग पर स्थित है। नहीं मिलता बीज, फिर भी होती है खेतीपूर्वजों के समय से सालों पहले इसका बीज बोया हुआ है, वर्तमान में कही भी इसका बीज नहीं मिलता है। गन्ने की तरह इसकी खेती होती है और पहले से बोयी हुई खेती की जड़ों को उखाड़ कर वापस रोप दिया जाता है।बारिश के मौसम में इसकी रोपाई होती है और एक साल बाद हर साल दिवाली के समय यह तैयार हो जाती है। तब उसको जड़ से तोड़ा जाता है। उसके बाद वापस उसका उत्पादन शुरू हो जाता है। वही इससे होने वाली आय से इन परिवारों का गुजारा होकर जीवन-यापन होता है। 'तीर-कमान बनाना है पुश्तैनी काम'गांव के मणिलाल तीरगर व चेतन तीरगर ने बताया कि तीर-कमान बनाना उनका पुश्तैनी काम है, जिसे वह वर्षों से करते आ रहे है। चंदूजी का गढ़ा में तीरगर समाज के 215 मकान है। जिसमे से वर्तमान में करीब 15 से 20 घरों के लोग यह कार्य करते है। बाकी लोग अन्य कार्य करते है। मेलों में रहता है खास आकर्षणचंदूजी का गढ़ा के तीर-कमान की सप्लाई गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र व राजस्थान के क्षेत्रों में लगने वाले मेलों में की जाती है। वहां यह लोग दुकान लगाकर इसे बेचते हैं। वहीं इसके कच्चे माल को मध्यप्रदेश के कुछ व्यापारी ले जाते है। चंदूजी का गढ़ा बस स्टैंड के पास बने एक घर के सामने प्रतिदिन दुकान भी लगाते हैं। वहां रास्ते से गुजरने वाले लोग इसे खरीदते है। अब बनाने लगे मॉडर्न धनुषतीर-कमान बनाने वाले लोगों ने बताया कि पहले वह सीधे ही लकड़ी का धनुष बनाते थे। लेकिन कुछ वर्षों पहले जयपुर में एक कैम्प में गए थे, वहां आधुनिक व मॉडर्न धनुष को देखने के बाद यहां नए तरीके से फोल्डिंग सिस्टम से भी तीर-कमान बनाने लगे हैं।वही इसकी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर 7 हजार तक कीमत बताई जाती है, लेकिन उसी तीर-कमान को यह 2500 रुपए में बेचते है। सरकार परिचय पत्र दे तो बने बाततीर-कमान बनाने वाले इन कारीगरों की सरकार से मांग है कि उन्हें इस कार्य के लिए विशेष रूप से कुछ सुविधाएं दी जाए। इसके कारोबार को बढ़ाने के लिए लोन दिया जाए। अन्य राज्यों में सप्लाई के लिए जाते है तो उन्हें पुलिस की ओर से भी परेशान किया जाता है और प्रशासन की ओर से उनको विशेष परिचय पत्र जारी किए जाए। जिससे बाहर दुकान लगाने के लिए जाने पर कोई रोकथाम नहीं करे। सरकारी मेलों के लिए उद्योग विभाग से जानकारी दिलवाई जाए और मेलों उनकी स्टॉल लगवाने की व्यवस्था की जाए। 4 बार मेडल जीते चुके धूलजी तीरगरचंदूजी का गढ़ा निवासी धूलजी तीरगर ने तीरंदाजी में 4 मेडल जीतकर देश दुनिया में गांव का रोशन किया है। वह अभी चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पुलिस थाने पर एएसआई के रूप में सेवारत है। बचपन से ही उनका तीरंदाजी का हुनर रहा है, लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने से आगे नहीं जा पाए। तीरंदाजी बचपन से उनके खून में है। उन्होंने 3 बार राज्य स्तरीय पुलिस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल और 1 बार कांस्य पदक हासिल किया है। वही कई नेशनल प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया। धूलजी तीरगर ने बताया कि शुरू से ही आर्थिक स्थिति कमजोर थी, जिससे आगे नहीं बढ़ पाए। पुलिस में चयन होने के बाद कई वर्षों तक देसी धनुष से प्रेक्टिस कर इन प्रतियोगिताओं में मेडल जीते है।
श्रीगंगानगर के किसान ने स्मार्ट फार्मिंग से अमरूद (सफेदा) की खेती कर 10 लाख का मुनाफा कमाया है। उन्होंने इसकी खेती के लिए खुद सोशल मीडिया से जानकारी जुटाई। जैविक खेती के जरिए 1 बीघा में 90 क्विंटल अमरूद उगाए इसके बाद धीरे-धीरे उत्पादन बढ़ाते हुए साढ़े 4 बीघा में 10 टन अमरूद उगा रहे हैं। अब व्यापारी सीधे खेत से ही 50 किलो के अमरूद खरीदने आते हैं। किसान मनोहर लाल बताते हैं- पारंपरिक खेती से मुनाफा कम होता है। र पहले 1 बीघा फिर साढ़े 4 बीघा पर अमरूद की जैविक खेती शुरू की। इस बार खेती-किसानी में श्रीगंगानगर के चक 9 एलएलजी के 48 साल के किसान मनोहरलाल कुलड़िया की कहानी… मनोहर बताते हैं- साल 2020 में साहुवाला (श्रीगंगानगर) के एक किसान ने उन्हें अमरूद की खेती करने का सुझाव दिया था। इसके बाद उन्होंने यूट्यूब पर अमरूद की खेती के बारे में देखना और आसपास इसकी जानकारी जुटाना शुरू किया। अमरूद की खेती से जुड़े वीडियोज भी देखे। पौध मंगाने के लिए हरियाणा के हिसार में बालाजी नर्सरी से संपर्क किया। मनोहर बताते हैं- यहां से उन्होंने सफेदा अमरूद की फोर्ड वैरायटी के पौधे मंगवाए। जैविक खाद का इस्तेमाल कर उन्होंने पौधे लगाए। करीब 2 साल बाद पौधों पर फल लगने शुरू हुए और पहले ही साल में 10 लाख रुपए की कमाई हो गई। अब एक बीघा से करीब 90 क्विंटल अमरूद का उत्पादन होता है। साढ़े चार बीघा में कुल करीब 10 टन अमरूद तैयार होता है। व्यापारी खेत पर आकर खरीदते हैं अमरूद मनोहर बताते हैं- व्यापारी खुद खेत पर आकर 50 किलो के हिसाब से अमरूद खरीदते हैं। मनोहरलाल का अमरूद श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ सहित पूरे राजस्थान में सप्लाई होता है। मनोहरलाल ने बताया- सफेदा अमरूद में नरम बीज होते हैं, जिसे आसानी से खाया जा सकता है। यह किस्म सबसे मीठे अमरूद देती है और इसमें कीड़े भी नहीं लगते। फल चिकने और चमकदार होते हैं। पकने पर बाहर से हल्का पीला और अंदर से सफेद गूदा होता है। एक फल का औसत वजन 150-200 ग्राम होता है। व्यापारी बोले- सफेदा सबसे बेस्ट किस्म श्रीगंगानगर से अमरूद लेने आए व्यापारी नानक सिंह ने बताया- सफेदा अमरूद खाने में सबसे बेस्ट है। इसके बीज नरम होने के कारण इसकी खरीदारी ज्यादा होती है। सीधे खेत से अमरूद लेने में फायदा होता है। ताजा अमरूद पौधों से तोड़कर, इसे पेटियों में पैक कर बेचने के लिए ले जाते हैं। यह अमरूद पूरी तरह से जैविक है और इसमें कीड़े, मच्छर, मक्खी वगैरह भी नहीं लगते। हर पेड़ से 150 किलो तक फल मनोहर बताते हैं- सफेदा अमरूद की किस्म साल भर फल दे सकती है, लेकिन मुख्य फसल सर्दियों में आती है। एक पौधे से कम से कम 100 से 150 किलो फल हर साल प्राप्त होते हैं। साथ फलों की शेल्फ लाइफ अच्छी होती है, जो ट्रांसपोर्ट और बाजार के लिए अच्छी है। यह किस्म अमरूद की खेती के लिए शुरुआती किसानों के लिए भी आसान है, क्योंकि यह कम रखरखाव वाली है। --- खेती-किसान से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... बेंगलुरु के फूलों की वैराइटी ने किसान को बनाया लखपति:पिता का कर्ज चुकाने के लिए छोड़ी पढ़ाई; गेंदे की खेती से 3 लाख की कमाई चित्तौड़गढ़ का एक किसान साधारण फूलों की खेती से लखपति बन गया है। ये युवा किसान खेती के नए तरीकों के कारण भी गांव का रोल मॉडल है। (ये खबर भी पढ़ें)
रतलाम के सैलाना रोड स्थित होटल प्रेम वाटिका में खाना खाने गए रतलाम के कांग्रेस नेता संजय दवे व इनके बेटों का विवाद होटल के सीईओ से हो गया। कांग्रेस नेता के बेटों ने होटल के सीईओ के साथ गाली गलौच कर मारपीट की। हंगामा व मारपीट की घटना होटल में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। खाने की टेबल को लेकर हुआ विवाददरअसल पूरा विवाद खाने की टेबल पर बैठने को लेकर हुआ। कांग्रेस नेता संजय दवे अपनी पत्नी कांग्रेस नेत्री प्रेमलता दवे, बेटे यश (बिट्टू) दवे व मानस दवे व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ गुरुवार रात रतलाम सिटी से बाहर सैलाना रोड स्थित होटल पर खाना खाने पहुंचे। यहां पर बड़ी टेबल खाली नहीं होने पर दूसरी टेबल पर बैठने को कहा। आधे घंटे तक इंतजार कराया। फिर कहा कि होटल के नीचे तलघर में बैठ जाओ। इस दौरान होटल के सीईओ राजेश पाटीदार से विवाद हो गया। बेटों ने कहा बाहर निकल कर देख होटल में हंगामे का सीसीटीवी भी गुरुवार देर रात सामने आया। वीडियो में सुनाई दे रहा है कि कांग्रेस नेता के बेटे होटल के सीईओ को कह रहे है बाहर निकलकर देख। औकात भूला दूंगा एक मिनट में। जानता नहीं है। बुला ले किसी भी मायका लाल को। इतनी अकड़ अपने पास रखना। जानता नहीं है दो मिनट भी नहीं लगेंगे। यश दवे (बिट्टू) कहता है कि नाम सुना है कि नहीं मेरा। मैनेजमेंट देखते हो ना फ्री में किसी को नहीं खिला रहे हो। तोक कर भड़ीक दूंगा यहीं दो बार। सोच समझ कर बात करना आज के बाद। कांग्रेस नेता संजय दवे ने भी काउंटर पर रखी स्वीप मशीन होटल के सीईओ पर फेक गाली दी। यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया। कांग्रेस नेता समेत दोनों बेटों पर केस हंगामे के बाद होटल का सीईओ राजेश पाटीदार निवासी डेलनपुर होटल मालिक अमृत पाटीदार, दोस्त गोपाल चौधरी एवं राहुल पाटीदार के साथ रात में धामनोद पुलिस चौकी पहुंचे। संजय दवे, बिट्टू दवे व मानस दवे के खिलाफ शिकायत की। शिकायत में बताया कि गुरुवार रात करीब 8.30 बजे मैं काउंटर पर ही होटल मैनेजर पवन पाटीदार के पास खड़ा था। तभी वहां पर संजय दवे और उसके दोनों लड़के बिट्टू दवे और मानस दवे काउंटर पर आकर टेबल पर बैठे लोगो को उठाने और उनकी फैमिली को बैठाने की बात पर बहस करने लगे, तो मैने कहा कि मैं आपके लिए दूसरी टेबल का इंतजाम कर देता हूं। हम किसी कस्टमर को टेबल से नहीं उठा सकते तो यह लोग फिर भी नहीं मान रहे थे और कह रहे थे कि हमें वहीं बड़ी टेबल पर फैमिली के साथ बैठना है। तब मैने कहा कि आप थोड़ा इंतजार करो। हम आपके लिए कुछ करते हैं। इस बात पर संजय दवे और उसके दोनों लड़के गाली गलौच करने लगे। गाली देने से मना किया तो यह तीनों बाहर निकल कर मारने की धमकी देने लगे। संजय दवे ने पेटीएम की स्वीप करने वाली पोस मशीन मेरे ऊपर फेंकी। मशीन टूट गई। पीछे ले जाकर मारपीट की राजेश पाटीदार ने शिकायत में बताया कि मैं पीछे के कमरे में जाने लगा तो बिट्टू दवे मुझे खींच कर पीछे ले गया। उसके पीछे मानस दवे भी आ गया। हाथ मुक्के थप्पड़ों से मारपीट करने लगे। मारपीट में मुझे गाल, पीठ और कान पर चोटें आई हैं। राजेश पाटीदार की शिकायत पर धामनोद चौकी पर संजय दवे इनके बेटे यश (बिट्टू) दवे व मानस दवे के खिलाफ मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया। कांग्रेस नेता संजय दवे इनके बेटे यश दवे (बिट्टू) व मानस दवे काउंटर पर पहुंचे। यहां पर होटल के सीईओ राजेश पाटीदार के साथ गाली गलौच की। होटल में हंगामे व मारपीट की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। हमें इंतजार करवाकर कहा जाना है तो जाओ यश (बिट्टू) दवे ने बताया हम परिवार समेत खाना खाने पहुंचे थे। पहले वेटिंग के चलते आधा घंटा इंतजार कराया। टेबल खाली हुई तो हमें बैठने के लिए कहा। सफाई के बाद हम बैठते उसके पहले दूसरा परिवार आकर बैठ गया। हमने इस पर आपत्ति ली तो कहा कि तलघर में जाकर खा लो। नहीं तो जाओ। इस बर्ताव पर ठीक से बात करने को कहा तो होटल के सीईओ, मैनेजर समेत अन्य कर्मचारी विवाद कर धक्का-मुक्की करने लगे। शुक्रवार सुबह होटल के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। पूर्व मंत्री के बेटे है संजय दवे संजय दवे पूर्व पार्षद रह चुके है। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे स्व. पंडित मोतीलाल दवे के बेटे है। मोतीलाल दवे कांग्रेस के विधायक रहने के अलावा प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री भी रह चुके है। इसके अलावा संजय दवे की पत्नी प्रेमलता दवे महापौर व शहर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी भी रह चुकी है।
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और बीजापुर जिले की सरहद पर बसे अबूझमाड़ के गांव में फूड पॉइजनिंग होने से 5 ग्रामीणों की मौत हो गई। जबकि 25 से ज्यादा ग्रामीण बीमार हैं। सभी ग्रामीण डूंगा गांव में तेरहवीं में गए थे, जहां खाने खाने के बाद उनकी हालत बिगड़ी और 1 हफ्ते के अंदर ही 5 लोगों की मौत हो गई। इनमें 2 महीने की बच्ची और 2 महिलाएं भी शामिल है। उल्टी दस्त से शुरू हुआ था मामला दरअसल, यह मामला नारायणपुर जिले के ओरछा ब्लॉक के डूंगा गांव के घोट पारा का है। 14 अक्टूबर को इस गांव में एक ग्रामीण के घर तेरहवीं का कार्यक्रम था। जिसमें पूरा गांव शामिल हुआ था। यहां खाना खाने के बाद अचानक ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ने लग गई थी। ग्रामीणों को उल्टी-दस्त की शिकायत हुई। गांव वाले गांव में ही सिरहा गुनिया से इलाज करवा रहे थे। 5 मौत हुई, इनमें 1 मासूम भी जिसके बाद 14 अक्टूबर से लेकर 20 अक्टूबर के बीच 2 महीने की बच्ची बेबी, बुधरी (25), बुधराम (24), लख्खे (45) और उर्मिला (25) की मौत हो गई। साथ ही करीब 25 ग्रामीण बीमार हो गए। इनमें से 20 से ज्यादा ग्रामीण फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए थे। वहीं जैसे ही ग्रामीणों की मौत और बीमार होने की खबर मिली तो नारायणपुर और बीजापुर जिले की स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची। यहां स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। ये गांव इन दोनों जिले के बॉर्डर पर है, इसलिए दोनों जिलों से स्वास्थ्य विभाग की टीम निकली थी। अफसर बोले- मेडिकल कैंप लगाकर सभी का इलाज किया नारायणपुर CMHO डॉ टीआर कंवर के मुताबिक, दूषित खाना खाने से ग्रामीणों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि, ग्रामीणों का मेडिकल चेकअप किया गया। जिसमें 20 ग्रामीण उल्टी-दस्त से ग्रसित मिले। 2 ग्रामीणों को मलेरिया की शिकायत थी, जबकि अन्य 3 ग्रामीण किसी दूसरी बीमारी से जूझ रहे थे। इनमें से 1 महिला को भैरमगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया है। ......................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... शादी में बूंदी और खाना खाकर 96 लोग बीमार: इनमें 69 बच्चे, 5 की हालत गंभीर; बिलासपुर और कोरबा में चल रहा इलाज छत्तीसगढ़ में एक ही दिन में 96 लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए है, इसमें 69 बच्चे शामिल है। बिलासपुर में कोनी थाना क्षेत्र के तुर्काडीह में गुरुवार को शादी घर में आलू-लौकी और भिंडी की सब्जी बनी थी। जिसे खाने के बाद 45 लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी। इनमें 26 बच्चे शामिल है, वहीं 2 की हालत गंभीर है जो ICU में है। पढ़ें पूरी खबर...
गोरखपुर में एक कबाड़ की दुकान में आग लग गई, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। लोग चिल्लाने लगे और शोर सुनकर आस-पास के लोग आग बुझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इस दौरान लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड को कॉल करके मदद मांगी। आसपास के घरों में रहने वाले लोग भी बाहर निकल आए। उन्हें डर था कि आग उनके घर तक कहीं फैल न जाए। मूर्ति विसर्जन के चलते फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर थोड़ी देर में पहुंची। लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। शुरुआती जांच में आग पटाखे की चिंगारी से लगी हो सकती है। फायर ब्रिगेड टीम इसकी जांच कर रही है। यह घटना गुरुवार रात तिवारीपुर थाना क्षेत्र की है। पढ़िए पूरी खबर... कानपुर में बीच सड़क प्रेमी-प्रेमिका के बीच चले लात-घूंसे, बचाने पहुंचे युवक को लड़की के बॉयफ्रेंड ने पीटा कानपुर में गुरुवार देर रात किदवई नगर स्थित गीता पार्क में प्रेमी-प्रेमिका के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। पार्क में शुरू हुई कहासुनी के बाद दोनों के बीच लात-घूंसे चले। लगभग 15 मिनट तक पार्क के बाहर दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। मारपीट के दौरान सड़क पर लोगों का जमावड़ा लग गया। बीच-बचाव के लिए आए एक युवक को युवती के बॉयफ्रेंड ने पीट दिया। हंगामे की जानकारी मिलने पर किदवई नगर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक दोनों लोग भाग चुके थे। पढ़िए पूरी खबर... तौकीर के करीबी नफीस ने वक्फ संपत्ति हड़पी, एक और केस दर्ज; इंस्पेक्टर का हाथ काटने की धमकी भी दी थी तौकीर रजा का करीबी फर्जी डॉक्टर नफीस अब वक्फ संपत्ति घोटाले में फंस गया है। नफीस और उसकी पत्नी फरहत बेगम पर आरोप है कि उन्होंने मिलकर वक्फ की जमीन हड़प ली। एसएसपी अनुराग आर्य के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। यह वही नफीस है, जिसने 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर हटाने पहुंची पुलिस से बदसलूकी की थी और इंस्पेक्टर का हाथ काटने की धमकी दी थी। पढ़िए पूरी खबर...
बहादुरगढ़ में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। शुक्रवार सुबह बहादुरगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 320 दर्ज किया गया, जो ‘रेड कैटेगरी’ यानी बहुत खराब स्तर में आता है। प्रदूषण का यह स्तर देश में धारूहेड़ा के बाद दूसरे स्थान पर है। लगातार दूसरे दिन शहर की हवा खतरनाक श्रेणी में बनी हुई है। सुबह से ही स्मॉग छाया हुआ है, जिससे दृश्यता कम हो गई है। लोगों को सांस लेने में कठिनाई और आंखों में जलन की शिकायतें बढ़ गई हैं।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। गुरुवार को टीम ने गांव गुभाना में छापेमारी कर 11 अवैध भट्ठियां पकड़ीं, जो एल्यूमीनियम वेस्ट पिघलाकर प्रदूषण फैला रही थीं। इन इकाइयों को तुरंत बंद कराया गया है और उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। धूल और कूड़ा जलना बना मुख्य कारणसड़कों पर उड़ती धूल, खुले में जलते कूड़े और निर्माण कार्यों से निकलने वाले सूक्ष्म कणों के कारण शहर की हवा लगातार दूषित हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि हालात ऐसे ही बने रहे तो जल्द ही ग्रेप-3 (GRAP-3) के तहत और कड़ी पाबंदियां लागू की जा सकती हैं। फिलहाल ग्रेप-2 के तहत उपाय पहले से प्रभावी हैं, जिनमें निर्माण कार्यों पर नियंत्रण और सड़कों पर पानी का छिड़काव जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं। लोगों से सावधानी बरतने की अपीलब्रह्मशक्ति अस्पताल से डा. मनीष शर्मा ने लोगों से सलाह दी है कि वे सुबह और शाम के समय बाहर निकलने से बचें, विशेषकर बुजुर्ग, बच्चे और सांस के मरीज। बाहर निकलते समय एन-95 मास्क पहनने और घरों में एयर प्यूरीफायर या गीले कपड़े के इस्तेमाल से हवा को साफ रखने की सलाह दी गई है।बहादुरगढ़ में प्रदूषण का स्तर हर दिन नए खतरे की ओर इशारा कर रहा है। प्रशासन की कार्रवाई जारी है, लेकिन बढ़ते धूलकणों और खुले में कचरा जलाने पर रोक के बिना राहत मिलना फिलहाल मुश्किल दिख रहा है।
सागर के कोतवाली थाना क्षेत्र के पुरव्याऊ इलाके में पुरानी रंजिश में युवक पर दो युवकों ने चाकुओं से हमला कर दिया। हमले में युवक गंभीर घायल हुआ है। उसे पेट, पीठ और कान के पास घाव लगे हैं। वारदात की शिकायत पर पुलिस ने दो युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है। पुलिस के अनुसार, घायल निर्भय पिता राजाराम रैकवार उम्र 27 साल निवासी पुरव्याऊ टौरी ने शिकायत करते हुए बताया कि वह शाम करीब 7.30 बजे खिरका से पैदल घर जा रहा था। तभी गणेश मंदिर के पास पुरानी रंजशि को लेकर ऋषि रैकवार और गौरव रैकवार मिले। उन्होंने गालीगलौज शुरू कर दी। गालियां देने से मना किया तो दोनों ने जेब से चाकू निकाले और हमला कर दिया। चाकूबाजी में चाकू पेट, पीठ और कान के पास लगा। जिससे खून निकले लगा। विवाद होते देख आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। बीचबचाव कर मामला शांत कराया। दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज घटनाक्रम की सूचना पर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और घायल को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। जहां उसका उपचार चल रहा है। मामले की शिकायत पर पुलिस ने ऋषि और गौरव के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है। परिवार के लोगों ने बताया कि कुछ महीने पहले धार्मिक आयोजन कराया था। आयोजन के दौरान ही आरोपियों से घायल युवक की कहासुनी हुई थी। इसी बात की रंजिश में उन्होंने वारदात को अंजाम दिया है।
सागर की मोतीनगर थाना पुलिस ने चार स्थानों पर संचालित हो रहे जुआ फड़ों पर दबिश देकर 26 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से 35 हजार रुपए से अधिक नकद और ताश पत्ते बरामद किए गए हैं। पुरानी कॉफी फैक्ट्री, पगारा स्थित कक्कू ढाबा के पीछे, संजय ड्राइव रोड और मछरयाई में कार्रवाई कर जुआरियों को पकड़कर पुलिस थाने लेकर पहुंची। जहां जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है। 9 जुआरियों को पकड़ापुलिस के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिली थी कि कक्कू ढाबा के पीछे पगारा रोड सुभाषनगर वार्ड में कुछ लोग ताश पत्तों पर हार-जीत का दाव लगा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम गठित कर कार्रवाई के लिए रवाना की। टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी कर दबिश दी। कार्रवाई में 9 जुआरियों को पकड़ा गया। इसी तरह पुरानी कॉफी फैक्ट्री में जुआ फंड संचालित होने की सूचना पर पुलिस ने दबिश दी। पुलिस आते देख जुआरी भागने लगे। जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। कार्रवाई में 10 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा संजय ड्राइव रोड और मछरयाई कांच मंदिर के पास से जुआरियों को पकड़ा गया है।कार्रवाई में ये जुआरी पकड़ाएपुलिस के अनुसार, कार्रवाई के दौरान जुआरी सूरज जाटव, जितेन्द्र जैन, गोलू श्रीवास्तव, आर्न तिवारी, राज पटेल, प्रयांश श्रीवास्तव, सतीष प्रजापति, निशांत दीक्षित, अंकित सेन और अमित जैन, अरविंद विश्वकर्मा, विनोद विश्वकर्मा, शंकर यादव, शिवराम यादव, सोनू यादव, केशरी यादव, श्याम दुबे, कुंदन विश्वकर्मा, राम दुबे समेत अन्य को गिरफ्तार किया गया है। मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि 4 स्थानों पर जुआ फड़ों पर कार्रवाई कर 26 जुआरी पकड़े हैं। सभी जुआरियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
छिंदवाड़ा में कई इलाकों में पांच घंटे रहेगी बिजली बंद:नई आबादी और सोनपुर फीडर पर होगा रखरखाव का काम
छिंदवाड़ा शहर में शुक्रवार, 24 अक्टूबर को कई क्षेत्रों में बिजली गुल रहेगी। विद्युत वितरण कंपनी, छिंदवाड़ा (शहर संभाग) के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि मानसून पूर्व रख-रखाव कार्यों के चलते नई आबादी फीडर और सोनपुर फीडर से जुड़े सभी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति अस्थायी रूप से बाधित रहेगी। सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक बंद रहेगी बिजली 11 के.व्ही. नई आबादी फीडर (फीडर कोड–7079) से जुड़े क्षेत्रों में शुक्रवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक बिजली बंद रहेगी। इस फीडर की कुल लंबाई 7.14 किलोमीटर है और इसमें 35 ट्रांसफॉर्मर जुड़े हुए हैं। इस दौरान पी.जी. कॉलेज, इंद्रपुरी, नरसिंहपुर नाका, नई आबादी, हलदुलकर, जैन मंदिर रोड, सिवनी प्राणमोती रोड, गणेश कॉलोनी, संकट मोचन, होटल अभिमन्यु, खुशी रजवाड़ा लॉन, स्टेट बैंक कॉलोनी, गिरजा देवी कॉलोनी, कन्या शिक्षा परिसर, पॉलीटेक्निक कॉलेज, केन्द्रीय विद्यालय, एस.पी. ऑफिस, श्रीवास्तव कॉलोनी, रामबाग, इंदिरा नगर, कृष्णा मंदिर, पूजा शिवि लॉन और सिवनी प्राणमोती क्षेत्र की विद्युत सप्लाई प्रभावित रहेगी। कंपनी ने बताया कि यह कार्य आवश्यक मेंटेनेंस और लाइन सुधार के लिए किया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर बिजली कटौती का समय बढ़ाया या घटाया भी जा सकता है। सोनपुर फीडर के इलाकों में सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक कटौती इसी तरह, सोनपुर फीडर (फीडर कोड–7200) के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की बिजली सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक बंद रहेगी। प्रभावित इलाकों में प्रियदर्शिनी कॉलोनी, सिद्धिविनायक कॉलोनी, साईं वाटिका, फ्रेंड्स कॉलोनी, आनंद नगर और डमरूटोला शामिल हैं। 1912 पर करें शिकायत कंपनी ने नागरिकों से अपील की है कि रख-रखाव कार्य के दौरान धैर्य बनाए रखें और किसी भी प्रकार की बिजली संबंधी शिकायत या आपात स्थिति में टोल फ्री नंबर 1912 पर संपर्क करें।
छिंदवाड़ा जिला पंचायत कार्यालय में फर्जी पत्र का सनसनीखेज मामला अब तेजी से खुलने लगा है। यह मामला 19 सितंबर को सामने आया था, जब तामिया जनपद के ग्राम रोजगार सहायक (जीआरएस) का तबादला रोकने के लिए राज्य के प्रभारी मंत्री राकेश सिंह के नाम से फर्जी पत्र तैयार किया गया था। इससे पहले भी छत्तीसगढ़ की राज्यपाल रही अनुसुईया उइके के नाम से फर्जी लेटर के उपयोग का मामला सामने आ चुका है। मंत्री के नाम से तैयार किया गया था फर्जी पत्र फर्जी पत्र में मंत्री राकेश सिंह के लेटरहेड और हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया गया था। जिला पंचायत ने जब इस पत्र की पुष्टि करने की कोशिश की, तो इसकी सत्यता पर संदेह हुआ। इसके बाद अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी (एडिशनल सीईओ) पी. राजोदिया ने पूरे मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस को भेज दी थी। फर्जी लेटर से रुका था तबादला कोतवाली निरीक्षक आशीष कुमार ने बताया कि तामिया जनपद के ग्राम रोजगार सहायक दिनेश साहू का तबादला खापासानी पंचायत के लिए किया गया था। लेकिन 20 जुलाई को कलेक्टर के नाम एक पत्र प्रस्तुत किया गया जिसमें प्रभारी मंत्री का लेटरहेड और हस्ताक्षर लगे हुए दिखाए गए। इसी पत्र के आधार पर दिनेश साहू का तबादला रोक दिया गया, और वे अब भी तामिया में ही पदस्थ हैं। पुलिस ने सिवनी के इस्माइल को किया गिरफ्तार जांच के दौरान पुलिस ने लेटर तैयार कराने के शक में इस्माइल पिता यासीन (44 वर्ष), निवासी ग्राम कमली थाना छपारा, जिला सिवनी को हिरासत में लिया है। वर्तमान में वह छिंदवाड़ा के हड्डी गोदाम, जिंदल हॉस्पिटल के पीछे रह रहा था। गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने उसे तीन दिन की रिमांड पर लिया है। कोतवाली पुलिस का कहना है कि इस्माइल से पूछताछ में फर्जीवाड़े के और भी कड़ियों के खुलासे की संभावना है। जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य आरोपी भी गिरफ्त में आ सकते हैं। जमीन कन्वर्जन में भी रहा सक्रिय पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस्माइल जमीन कन्वर्जन के धंधे में सक्रिय था। उसने छिंदवाड़ा में कई आदिवासियों की जमीन को कन्वर्ट कर सामान्य करवाया था। इसी दौरान वह कई रसूखदार लोगों के संपर्क में आया। इतना ही नहीं, जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने कार्रवाई करने वाली टीम को ही तबादले की धमकी दे दी। सूत्रों के मुताबिक, रिमांड के दौरान इस्माइल से कई और फर्जीवाड़ों का पर्दाफाश हो सकता है। गिरफ्तारी के वक्त दे रहा था दीपावली का तोहफा पुलिस ने बताया कि जब इस्माइल को गिरफ्तार किया गया, उस वक्त वह एक बड़े अधिकारी को दीपावली का तोहफा देने जा रहा था। बंडोल थाना क्षेत्र से उसे पकड़ा गया और उसकी गाड़ी से करीब एक लाख रुपए नकद बरामद किए गए। जल्द होंगे अन्य खुलासे कोतवाली निरीक्षक आशीष कुमार ने बताया कि पुलिस अब इस्माइल से पूछताछ के जरिए यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फर्जी पत्र तैयार करने में किन लोगों की भूमिका रही। इस मामले में दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।
कोटा में आज चार घंटे तक बिजली कटौती:मेंटेनेंस काम को लेकर नहीं होगी सप्लाई, शटडाउन शेड्यूल जारी
शहर की बिजली व्यवस्था का कार्य संभाल रही निजी बिजली कंपनी KEDL की ओर से विद्युत लाइनों के रखरखाव का कार्य जारी है इसी के चलते आज शहर के अलग-अलग इलाकों में मेंटेनेंस के चलते 2 घंटे से लेकर से 6 घंटे तक बिजली की कटौती की जाएगी। इन इलाकों में की जाएगी बिजली कटौती सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक: राजभवन रोड, सिविल लाइन नयापुरा इलाके में 4 घंटे की बिजली कटौती की जाएगी। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक: पाटन रोड, खातियों का चौराहा और आसपास का क्षेत्र की 3 घंटे बिजली कटौती। सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक: मस्जिद गली, सब्जी मंडी जंक्शन इलाके में 4 घंटे बिजली कटौती रहेगी। दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक: श्रीनाथ रेजीडेंसी, जीएमए टाउनशिप, माहेश्वरी रिसॉर्ट, श्रीनाथ आवास, गुरुद्वारा के पास, बड़गांव, गुरुश्रद्धा विहार, सतनाम विहार, गुरुद्वारा के सामने, जसवंत विहार, अग्रवाल मैरिज हॉल के पास, नांता फार्म इलाके की 4 घंटे बिजली कटौती।
'हम शादी के बाद बहुत परेशान रहते थे। मेरे ऊपर जिन्न की सवारी आई। उसने कहा- मेरा स्थान बनवा दो। मेरी जगह खाली कर दो। हमने उसका स्थान बनवा दिया। जिन्न ने यह क्षेत्र कब्रिस्तान बताया था। हम हिंदू हैं, जय श्रीराम की पूजा करते हैं, लेकिन उस समय डरकर मजार बनवा दी।' ये बातें मिर्जापुर के कुशहां गांव की रहने वाली संतोषी सिंह ने कहीं। उनके परिवार ने मजार बनवाई थी, जिसे गांववालों ने बुधवार रात को ढहा दिया। मामले की सच्चाई जानने के लिए दैनिक भास्कर टीम जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर कुशहां गांव पहुंची। मजार बनवाने वाले परिवार से बातचीत की। पढ़िए रिपोर्ट... पूरा मामला पढ़िएकुशहां गांव की आबादी 4 हजार हैं। इनमें सिर्फ राजपूतों की संख्या 1100 से अधिक है। इसके अलावा ब्राह्मण, बिंद, हरिजन और नाई समाज के लोग रहते हैं। गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है। गांव से लगा एक सार्वजनिक तालाब है। भास्कर टीम पहुंची तो तालाब किनारे की जमीन पर मजार की ईंटें और मलबा बिखरा हुआ था। गांववालों ने बताया, 'बंजर जमीन पर निवास सिंह और उनके चाचा राम नारायण सिंह ने बुधवार सुबह मजार बनवाई। इसे उसी दिन रात में हम लोगों ने ढहा दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया था। गांव में माहौल शांत है। हालांकि, पुलिसवाले अभी तैनात है। आने-जाने वाले पर नजर रख रहे हैं। चार बेटे, 1 की किडनी फेल होने से मौतगांव वालों ने बताया, 'निवास सिंह के चार बेटों में बड़ा रवि सिंह (45) गांव में रहकर खेती करता है। वहीं शरद सिंह (42), सिंटू (40) सिंह सूरत में रहकर नौकरी करते हैं, जबकि संदीप सिंह (32) की नौ महीने पहले किडनी फेल होने से मौत हो गई थी। संदीप की मौत के पहले से ही परिवार छोटी-मोटी बीमारियों से परेशान था। संदीप की मौत होने के बाद उन्हें लगने लगा कि जिन्न का प्रभाव है। इस अंधविश्वास में वो तांत्रिकों का चक्कर लगाने लगे। हालांकि, वे किस तांत्रिक के चक्कर में पड़ते थे, इसे गांववालों ने नहीं बताया। इशारों में यह जरूर कहा कि परिवार किसी मुस्लिम तांत्रिक के चक्कर में फंसा था। उसी की सलाह पर मजार बनवाई। बहू बोली- डरकर मजार बनवा दीमजार बनाने वाले निवास सिंह की बड़ी बहू संतोषी ने बताया कि हम बहुत परेशान रहते थे। 15-16 साल बाद जब शादी करके आई तब से जिन्न की सवारी आई। उसने (जिन्न) कहा- मेरा स्थान बना दो, मेरी जगह खाली कर दो। हमने उसका स्थान बनवा दिया। जिन्न ने यह क्षेत्र कब्रिस्तान बताया था। संतोषी ने बताया- हम हिंदू हैं, जय श्रीराम की पूजा करते हैं। लेकिन उस समय डर और परेशानी में मजार बनवा दी। अब पूरा गांव हमें पागल कहता है। अपमानित करता है। लोगों ने इसका विरोध करके मजार को तोड़ दी। यहां आकर सब सनातन धर्म की बात करते हैं। जय श्री राम का नारा लगाते हैं। हिंदू क्षत्रिय वाहिनी संगठन के जिलाध्यक्ष मुन्ना सिंह गहरवार ने बताया- हमारी बिरादरी के निवास सिंह ने मजार बनवाई थी। जबकि मुस्लिम वर्ग के लोग उनके गांव में निवास नहीं करते। काफी पूछने पर निवास सिंह ने बताया कि हमारे परिवार के लोग परेशान और बीमार चल रहे हैं। इससे निजात पाने के लिए मजार बनवाई। मजार के नाम पर कमाने-खाने का धंधा किया जा रहा। गांव के रहने वाले प्रमोद सिंह कहते हैं- हमारे गांव में मजार बना दी गई। जबकि यहां तो कोई मुसलमान परिवार भी नहीं है। मजार बनाए जाने की जानकारी जैसे ही गांव वालों को मिली, तो 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के आने पर आरोपी परिवार ने कहा- हम लोग परेशान रहते हैं। तभी हम लोगों ने मजार बनवा दी। गांव वाले बोले- पीढ़ी बर्बाद हो जाती, इसलिए मजार ढहाई गांव के दीपक सिंह ने बताया- यह राजपूतों का गांव है। यहां मजार बनाई जा रही, लेकिन कंफर्म नहीं हो पा रहा था। बच्चों को पता लगाने के लिए भेजा तो उन्होंने मजार बनते देखी। उस पर चादर भी चढ़ी थी। कंफर्म हो गया कि गांव में एक राजपूत परिवार ऐसा भी है, जो भ्रमित है। पूरे गांव को इकट्ठा कर बातचीत की गई। इसमें हल निकाला गया कि ऐसा होने से हमारी आने वाली पीढ़ी और समाज सब बर्बाद हो जाएगा। यह हमारे धर्म के खिलाफ साजिश है। इसके बाद गांव वालों ने मजार को ध्वस्त कर दिया। अब बड़ा सवाल- हिंदू परिवार ने मजार क्यों बनवाई मजार बनवाने के पीछे गांव वालों की दो राय है। कुछ लोग दबी जुबान से यह कह रहे हैं कि मजार झाड़-फूंक करके कमाई करने के लिए बनवाई गई थी। वहीं कुछ गांव वाले तर्क देते हैं कि निवास सिंह गांव में आयुर्वेदाचार्य का बोर्ड लगाकर दवा देने का काम करते हैं। कुछ महीने पहले वह एक नर्स की मदद से महिलाओं का अवैध गर्भपात भी करवाते थे। वह लोगों का बिना डिग्री इलाज करते हैं। गांव के ही जनार्दन सिंह ने कहा कि मजार बनाने वालों का मकसद कोई धर्म परिवर्तन नहीं, बल्कि अंधविश्वास और पारिवारिक परेशानी थी। परिवार में एक बेटे की किडनी फेल होने से मौत हो गई थी। उसी के बाद किसी ने सलाह दी होगी कि मजार बनवा दो। पुलिस बोली- परिवार ने झाड़-फूंक के लिए चबूतरा बनवाया सीओ लालगंज अशोक कुमार सिंह ने बताया- गांव के ही राम नारायण सिंह उर्फ शोभा सिंह पुत्र राजधर सिंह और रवि सिंह पुत्र निवास सिंह ने अंधविश्वास में आकर अपने घर में झाड़-फूंक के लिए एक चबूतरा बनाया था। गांव वालों के विरोध के बाद स्वयं राम नारायण सिंह और निवास सिंह ने उस चबूतरे को हटा दिया। हालांकि, इस मामले में पुलिस ने निवास सिंह, बेटे रवि सिंह और निवास के चाचा राम नारायण सिंह को थाने में बुलाकर पूछताछ की। इसके अलावा मजार बनाने वाले मध्य प्रदेश के युवक को हिरासत में लिया है।--------------------------- ये खबर भी पढ़ें... बहू बोली- मौलाना तौकीर रजा माफिया, उसकी बीवी पाकिस्तानी, बरेली बवाल के बाद मुझे धमकियां मिल रहीं बरेली में बवाल के बाद से मौलाना तौकीर रजा के खानदान की बहू निदा खान को धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने 4 मिनट 24 सेकेंड का वीडियो जारी कर सुरक्षा की गुहार लगाई है। निदा खान ने कहा, मुझे लगातार फोन कॉल्स और सोशल मीडिया पर धमकियां मिल रही हैं। पढ़ें पूरी खबर...
गुना जिले की चांचौड़ा पुलिस ने राजस्थान से भागकर आए एक प्रेमी जोड़े को पकड़ा है। युवक राजस्थान से नाबालिग को अपने साथ लाया था। रात्रि गश्त के दौरान कपल को पुलिस ने पकड़ लिया। चांचौड़ा पुलिस ने बताया कि SP अंकित सोनी के द्वारा जिले में चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाए जाने के लिए अधीनस्थ पुलिस फोर्स को अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी रात्रि गश्त किए जाने के लिए सख्ती से निर्देशित किया गया है। निर्देशानुसार गुना पुलिस द्वारा सभी थाना क्षेत्रों में पूरी मुस्तैदी और सतर्कता से रात्रि गस्त की जा रही है। इसी तहत जिले के चांचौड़ा थाना पुलिस ने गश्त के दौरान राजस्थान से भागकर आये एक लड़के और नाबालिग लड़की को संरक्षण में लेकर सकुशल उनके परिजनों तक पहुंचा दिया है। शादी करने के लिए घर से भागे मिली जानकारी के अनुसार चांचौड़ा पुलिस रात्रि गश्त कर रही थी। इसी दौरान एक जगह एक लड़का-लड़की बैठे हुए दिखाई दिए। पुलिस द्वारा उनके पास जाकर पूछताछ करने पर लड़के की उम्र 18 साल, तो लड़की की उम्र 14 साल बताई गई। उनके द्वारा बताया कि वह अपने परिवार वालों को बिना बताए घर से भागकर शादी करने के लिए आए हैं। इसके बाद पुलिस द्वारा दोनों को अपने संरक्षण में लेकर उनके परिजनों की जानकारी ली। पुलिस ने परिजनों को सौंपापुलिस ने उनके परिजनों और राजस्थान के संबंधित थाना पुलिस को उनके चांचौड़ा में पकड़े जाने की सूचना दी गई। इसके बाद राजस्थान पुलिस और लड़का-लड़की के परिजनों के चांचौड़ा थाने पहुंचे। यहां चांचौड़ा थाना प्रभारी TI मनोज मेहरा और पुलिस स्टाफ द्वारा दोंनो को अग्रिम कार्यवाही के लिए उनके परिजनों के सामने विधिवत राजस्थान पुलिस को सौंप दिया है।
लुधियाना सीपी दफ्तर में लगी साइबर सेफ्टी कियोस्क मशीन:जागरूकता की कमी से शोपीस बनेने को मजबूर
लुधियाना पंजाब पुलिस के डीजीपी साइबर क्राइम की तरफ से प्रदेश के प्रमुख शहरों में बड़ी उम्मीदों के साथ शुरू की गई साइबर सेफ्टी कियोस्क मशीनों पर अब सवाल उठने लगे हैं। डिजिटल फ्रॉड पर लगाम लगाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विधि विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) द्वारा निर्मित इन हाईटेक मशीनों को पुलिस कमिश्नर दफ्तर, लुधियाना जैसे प्रमुख स्थानों पर स्थापित तो कर दिया गया था। लेकिन हकीकत यह है कि उद्घाटन के कुछ ही समय बाद ये कियोस्क जनता के लिए 'शोपीस' बनकर रह गए हैं। कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा और पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा द्वारा धूमधाम से किए गए उद्घाटन के बावजूद आम जनता में इन मशीनों के उपयोग और महत्व को लेकर जागरूकता की कमी देखने को मिल रही है। सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल:मशीनें स्थापित करने के बाद पुलिस या प्रशासन की तरफ से कोई ठोस और व्यापक जागरूकता अभियान क्यों नहीं चलाया गया अगर सरकार साइबर ठगी से बचाव के लिए गंभीर है तो लाखों रुपए की इन मशीनों को सिर्फ कुछ ही लोगों तक क्यों सीमित रखा गया लोग आज भी मोबाइल स्कैनिंग या अपनी निजी जानकारियों के लिए किसी सरकारी मशीन पर भरोसा करने से कतरा रहे हैं। इसके लिए पुलिस को लोगों को विश्वास में लेना ज़रूरी था जो नहीं किया गया। दिखावे की राजनीति क्या यह पहल सिर्फ प्रेस कॉन्फ्रेंस और फ़ोटो खिंचवाने तक सीमित थी सवाल उठता है कि जब मशीनें उपलब्ध हैं तो पुलिस कमिश्नर दफ्तर के सामने भी लोग इनका इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहे हैं क्या सरकार और पुलिस अपनी ज़िम्मेदारी पूरी तरह निभा रहे हैं या सिर्फ कागज़ों पर ही काम हो रहा है ठगी रोकने का दावा खोखला इन कियोस्क का मुख्य उद्देश्य खतरनाक मैलवेयर,वायरस,बैकडोर और भारत सरकार द्वारा बैन किए गए ऐप्स की पहचान करना है। यह मोबाइल को USB से जोड़कर स्कैन करता है और वायरस हटाने का विकल्प देता है। तकनीक शानदार है लेकिन जब तक लोग इसका उपयोग नहीं करेंगे तब तक साइबर ठगी का खतरा जस का तस बना रहेगा। मंत्री अरोड़ा ने दावा किया था कि आने वाले दिनों में इन मशीनों को बढ़ाया जाएगा लेकिन जब मौजूदा मशीनें ही इस्तेमाल के अभाव में धूल फांक रही हैं तो इनकी संख्या बढ़ाने का क्या औचित्य है प्रशासन को समझना होगा कि सिर्फ मशीनें इंस्टॉल कर देना ही 'साइबर सेफ्टी' नहीं है बल्कि लोगों को इनके उपयोग के लिए प्रेरित करना और जागरूक करना भी उतना ही ज़रूरी है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) बिलासपुर जोन के बॉक्सिंग रिंग में स्पोर्ट्स ऑफिसर के बर्थडे सेलिब्रेशन और शराब-चिकन पार्टी पर हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है। गुरुवार (23 अक्टूबर) को छुट्टी के दिन भी हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने रेलवे जोन के महाप्रबंधक से शपथपत्र के साथ जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि मामला सामने आने पर दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। बता दें कि दैनिक भास्कर ने बिलासपुर SECR जोन के बॉक्सिंग रिंग में स्पोर्ट्स ऑफिसर ने अपना बर्थ-डे सेलिब्रेशन में शराब और चिकन पार्टी की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसे हाईकोर्ट ने जनहित याचिका मानकर सुनवाई शुरू की है। केस की अगली सुनवाई 31 अक्टूबर को होगी। अब जानिए पूरा मामला दरअसल, कुछ दिन पहले बिलासपुर रेलवे जोन के स्पोर्ट्स सेल प्रभारी श्रीकांत पहाड़ी ने अपना और साथी कोच देवेंद्र यादव का जन्मदिन बॉक्सिंग क्लब में मनाया था। इस बर्थ डे सेलिब्रेशन में दोनों अफसरों ने अपने साथी कोच और खिलाड़ियों को भी बुलाया। इस मौके पर सभी ने मछली फ्राई और चिकन बनाया, जिसके बाद बॉक्सिंग रिंग में ही जमकर बीयर और शराब पी। इस दौरान उन्होंने कुछ तस्वीरें भी क्लिक कराई, जिन्हें कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। वायरल हो रही तस्वीरों में अधिकारी हाथ में शराब से भरी बोतल और गिलास दिखाते नजर आए। जिस पर खिलाड़ियों का कहना था कि जिस बॉक्सिंग रिंग की हम पूजा करते हैं, उसे अफसरों ने मयखाना बना दिया। वायरल तस्वीरों में देखा जा सकता है कि खिलाड़ियों के मेट के ऊपर मछली-चिकन रखा हुआ है। बताया जा रहा है बिना अनुमति के जोन के स्पोर्ट्स प्रभारी ने बर्थ-डे सेलिब्रेट किया था। खिलाड़ियों के मेट को बनाया सेंटर टेबल पार्टी के दौरान खेल अधिकारियों ने टेबल की जगह खिलाड़ियों के मेट का उपयोग किया। चारों तरफ कुर्सियां लगाई गईं और बीच में सेंटर टेबल की तरह मेट रख दिया। इसके ऊपर शराब से भरी गिलास, बीयर की बोतल और चखना रखा गया और घंटों तक पार्टी की गई। पार्टी में बॉक्सिंग कोच भी शामिल बॉक्सिंग रिंग में चल रही पार्टी में अलग-अलग खेलों के साथ बॉक्सिंग कोच नागू भी पहुंचे थे। इसके अलावा गर्ल्स कोच देवेंद्र यादव, असिस्टेंट कोच सुमित, बॉयज कोच श्रवण बिस्नोई, असिस्टेंट कोच नितिन साक्या, खिलाड़ी विकास ठाकुर और अन्य खेल विभाग के लोग पार्टी में शामिल थे। हाईकोर्ट ने GM से शपथपत्र के साथ मांगा जवाब हाईकोर्ट में दिवाली अवकाश चल रहा है। इसके बाद भी चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने इस जनहित याचिका की सुनवाई की। इस दौरान डिवीजन बेंच में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश ने मामले की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा। जिस पर कोर्ट ने महाप्रबंधक को अगली सुनवाई की तारीख से पहले विधिवत शपथ पत्र के रूप में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है, जिसमें ऐसी जांच के परिणाम और दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्रस्तावित या की गई कार्रवाई का उल्लेख करना होगा। ............................ इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... बिलासपुर SECR के बॉक्सिंग रिंग में चिकन-शराब पार्टी:स्पोर्टस ऑफिसर्स ने खिलाड़ियों के मेट पर नॉनवेज रखा; खिलाड़ी बोले- इसकी हम पूजा करते है बिलासपुर SECR जोन के बॉक्सिंग रिंग में स्पोर्ट्स ऑफिसर ने अपना बर्थ-डे सेलिब्रेट किया, जहां शराब और कबाब परोसी गई। बर्थडे में पहुंचे अन्य अधिकारियों ने स्पोर्ट्स रिंग पर बैठकर खूब शराब पी और नॉनवेज बनाकर खाया। इस पार्टी की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिस पर खिलाड़ियों ने ऑब्जेक्शन लिया है। पढ़ें पूरी खबर...
दतिया में कई स्थानों पर बिजली कटौती:मेंटेनेंस के कारण अलग-अलग समय पर सप्लाई रहेगी ठप
दतिया में विद्युत वितरण कंपनी द्वारा आज जिले के विभिन्न फीडरों पर मेंटेनेंस करेगी। मेंटेनेंस के दौरान दतिया शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के फीडरों से संबंधित क्षेत्रों में अलग - अलग समय पर बिजली सप्लाई बंद रहेगी। कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सुबह 8 बजे से 10 बजे तक लाला का ताल, होटल मोटल, तरन तारण, गोविंद गंज, पठ्ठा पुरा, टाउनहॉल, पुरानी जेल, हड़ापहाड़ 132 केवी सब स्टेशन। सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक बस स्टैंड, स्टेडियम, उपभोक्ता फोरम, दतिया-झांसी वायपास, सीतासागर के पीछे, माइकल सिटी, उनाव रोड, गंजी के हनुमान, पिंक मैरिज हाउस, गिल फार्म हाउस, हमीर सिंह नगर, लॉर्ड कृष्णा स्कूल, हवाई पट्टी। दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक हनुमान गढ़ी, दूध डेयरी, फिल्टर प्लांट, राजघाट तिराहा, कृष्णा पैलेस, कचहरी, बुंदेला कॉलोनी, सिविल लाइंस, लाला का ताल, फिल्टर, हनुमान गढ़ी, हॉलीक्रॉस स्कूल, खलकापुरा, इमलीपुरा, पीतांबरा पीठ, भैरव मंदिर, नजर बाग, राजगढ़ चौराहा, टेलीफोन एक्सचेंज, तिगैलिया, होलीपुरा, भदौरिया की खिडक़ी, कुईयापुरा एवं जानकी निवास से संबंधित क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बंद रहेगी। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 10.30 से शाम 4.30 तक उदगवां, बगेदरी सब स्टेशन से निकलने वाले 11 केवी फीडर से संबंधित क्षेत्रों और चिरूला, डगरई, नवोदय, बीकर - 1, परासरी, गुजर्रा, सरसई, सिलोरी, क्रेशर/परासुरा एवं उरीना आबादी क्षेत्रों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक बिजली सप्लाई बंद रहेगी।
बुरहानपुर के नेपानगर में शुक्रवार, 24 अक्टूबर को बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। 33 केवी नेपानगर फीडर पर मेंटेनेंस और 33/11 केवी न्यू सब स्टेशन से निकलने वाले 11 केवी चांदनी घरेलू फीडर के निर्माण कार्य के कारण सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक विद्युत प्रदाय बंद रहेगा। इससे 33/11 केवी उपकेंद्र मातापुर और 33/11 केवी उपकेंद्र नेपानगर ग्रिड के समस्त 11 केवी फीडर प्रभावित होंगे। इनमें मातापुर क्षेत्र, पांधार एरिया, गिट्टी खदान, हिल टॉप, सी टाइप एरिया, व्यापारी कॉलोनी, मातापुर मार्केट, कॉन्ट्रैक्टर कॉलोनी, राजीव नगर, राहुल नगर, न्यू कॉलोनी, मसक ब्रिज, डी1 एरिया, हिंदी स्कूल के पीछे, भातखेड़ा, अंधारवाड़ी, नावथा, बदनापुर, मासक एरिया, 7 नंबर गेट, बुधवार मार्केट, आदर्श कॉलोनी, एमजी नगर, भवानी नगर, बीड कॉलोनी, तहसील कॉलोनी, बोरसल, रतागढ़ और चांदनी क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में घरेलू और सिंचाई दोनों तरह की बिजली आपूर्ति बंद रहेगी। इसके अतिरिक्त, असीर वितरण केंद्र के अंतर्गत आने वाले हसनपुरा, दहीनाला और असीर क्षेत्रों में भी घरेलू और सिंचाई विद्युत प्रदाय बाधित रहेगा। नेपानगर वितरण केंद्र के सहायक यंत्री आरके पाटिल ने बताया कि आवश्यकतानुसार बिजली कटौती के समय में वृद्धि या कमी की जा सकती है।
देश में पुलिस प्रणाली लागू हुए 160 साल से ज्यादा हो गए हैं। पुलिस ने भाले-तीर कमान से लेकर नए आधुनिक हथियारों का सफर तय किया। पुराने हथियारों का स्थान नए और अधिक प्रभावी हथियारों ने ले लिया है। इससे पुलिस की कार्यक्षमता और सुरक्षा में सुधार हुआ है। दरअसल, 12 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक सीतापुरा के जेईसीसी में एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में ब्रिटिश काल से लेकर लेटेस्ट भारतीय पुलिस के हथियार दिखाए गए। इस प्रदर्शनी में बताया गया कि 1861 के पुलिस अधिनियम के तहत ब्रिटिश साम्राज्य की ओर से पुलिस प्रणाली स्थापित की गई। इसमें समय के साथ कई सुधार किए गए। धीरे-धीरे प्रणाली में सुधार के साथ पुलिस बलों को आधुनिक हथियारों से लैस किया गया। 1860 के बाद भारतीय पुलिस को आधुनिक हथियारों से लैस करने के पीछे कई कारण थे। इसलिए 1860 में अंग्रेजों ने दंड देने के लिए इंडियन पीनल कोर्ट (IPC) कानून लाई। पुलिस के जवानों को हथियार दिए गए। जो समय के साथ अपग्रेड होते गए। आज दैनिक भास्कर में जानिए कब-कैसे, कौन-से हथियारों से अपग्रेड हुई पुलिस... खानचेदार गन (16वीं शताब्दी मैच लॉक गन) 16वीं सदी की 'खानचेदार गन' एक प्रकार की भारतीय मैच लॉक गन है। विशेष रूप से मुगल साम्राज्य में लोकप्रिय इस बंदूक में बारुद और गोली को बंदूक के सिरे (मजल) से भरा जाता था। इसमें एक धीमी जलने वाली रस्सी (मैच) का यूज करके बारुद को जलाया जाता था। इसका यूज शिकार और युद्ध दोनों में होता था। यह भारत में 19वीं सदी के मध्य तक एक पसंदीदा हथियार बनी रही। योद्धा रक्षक कवच (17वीं शताब्दी)17वीं शताब्दी के अंत तक घुड़सवार और पैदल सेना दोनों के लिए प्लेट कवच का यूज होता था। यह कवच 'थ्री-क्वार्टर' प्लेट कवच के रूप में विकसित हुआ, जो शरीर के बड़े हिस्से को ढकता था। यह कवच पिस्तौल और छोटी कार्बाइन की गोलियों को रोकने में सक्षम था। इसे योद्धा रक्षक कवच कहते थे। चांदी के रंग का हेलमेट (ग्रीक शैली), कांस्य/पीतल के रंग की ब्रेस्ट प्लेट, काले और कांस्य रंग के बड़े-छोटे ढाल, लोहे व लकड़ी के बने धनुष-बाण का यूज किया जाता था। यह कवच और हथियार पारंपरिक भारतीय युद्ध में व्यक्तिगत सुरक्षा और हाथापाई के लिए यूज किए जाते थे। लमछड़ बड़ी (ऊंट गन) 17वीं-18वीं शताब्दी की सैन्य रणनीति में लमछड़ बड़ी अच्छा उदाहरण है। इसे आमतौर पर ऊंट गन (केमल गन) के नाम से जाना जाता है। ये लंबी ओर भारी बंदूक विशेष तौर पर रेगिस्तानी युद्ध और ऊंटों पर यूज के लिए डिजाइन की गई थी। इसे मैच लॉक मस्कट गन की श्रेणी में रखा जाता है। जिसे विशेष रूप से ऊंटों की काठी पर टिका कर फायर करने के लिए बनाया गया था। इस बंदूक की सबसे विशिष्ट विशेषता इसकी 94 इंच (करीब 7.8 फीट) की असाधारण लम्बाई है। इसकी बैरल आमतौर पर लोहे या पीतल की बनी होती थी। गन पाउडर फ्लास्कगन पाउडर फ्लास्क बारूद रखने का एक छोटा पोर्टेबल कंटेनर होता है। जिन्हें बारूद रखने के लिए डिजाइन किया गया है। ये लोडिंग बंदूकों का एक अनिवार्य हिस्सा था। 16वीं शताब्दी से 19वीं शताब्दी तक सभी प्रकार के हथियारों को चार्ज करने और प्राइम करने के लिए पाउडर फ्लास्क जरूरी थे। 17वीं-18वीं शताब्दी में फ्लास्कों में सामान्यत: सींग, लकड़ी, धातु (ब्रास, तांबा, लोहे की फिटिंग्स) और हाथ से नक्काशी किया गया हाथीदांत और चमड़ा/लेदर से बने होते थे। 18वीं शताब्दी का विंटेज तमंचा 18वीं शताब्दी का लंदन में निर्मित रिवॉल्वर 'विंटेज तमंचा' है। ये 7 बैरल वाला हाथ से संचालित रिवॉल्वर है। राइफल्स बैरल इसे अधिक सटीक बनाती है। 7 बैरल डिजाइन एक ही बार में कई गोलियां फायर करने की क्षमता प्रदान करता है। ये डिजाइन नजदीकी फायर पावर के लिए बनाया गया था, लेकिन जटिलता और रीकॉइल के कारण बहुत ज्यादा सफल नहीं रहा। पिस्तौल हुकवे अलार्मवे (Pistolet Hukowy Alarmowy)पिस्तौल हुकवे अलार्मवे को एक साथ से इस्तेमाल के लिए डिजाइन किया गया था। तुर्की में बनी इस पिस्तौल का यूज समुद्री/बोटिंग सिग्नल, रसोई या औद्योगिक अलार्म या व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए किया जाता था। टोपीदार गन (18वीं शताब्दी सिंगल बैरल मजल लोड)18वीं सदी की 'टॉपीडार गन' एक प्रकार की सिंगल बैरल मजल लोड बंदूक है। इसका डिजाइन यूरोपीय और मध्य पूर्वी प्रभाव को दर्शाता है। ये मैच लॉक गन के बाद की तकनीक है। इसमें फ्लिंटलॉक और परकशन प्रणाली (बंदूकों में बारूद को जलाने की विधियां) का उपयोग किया गया है। ये मैच लॉक गन से अधिक विश्वसनीय और तेज है। ये 64 इंच लम्बी बंदूक सटीकता और लंबी दूरी की फायरिंग के लिए उपयुक्त है। बंदूक तोडे़दार (18वीं शताब्दी, जयपुर)18वीं सदी की 'बंदूक तोड़ेदार' एक प्रकार की भारतीय मैच लॉक मस्कट बंदूक है, जिसे तोरादार भी कहते हैं। ये विशेष रूप से जयपुर से संबंधित है। ये बंदूकें अपनी विशिष्ट बनावट, लंबे बैरल और सजावटी कारीगरी के लिए जानी जाती थी। 71 इंच लंबी इस बंदूक में गोल्डन वर्क किया गया है। सैन्य उपकरण के साथ-साथ कला और स्थिति का प्रतीक भी है। एंटीक मजल लोडर (सिंगल बैरल स्टिक गन)19वीं सदी की 'एंटीक मजल लोडर' एक प्राचीन हथियार है, जिसे थूथन (बैरल का अगला सिरा) से लोड किया जाता था। थूथन के जरिए बारुद और गोली को बैरल में डाला जाता था। इस बंदूक की प्रक्रिया बहुत धीमी थी, क्योंकि इसमें एक गोली दागने के बाद फिर से लोड करना पड़ता था। इसके सरल और सीधे डिजाइन की वजह से 'स्टिक गन' शब्द यूज किया जाता था। ये एक पारम्परिक भारतीय हथियार है, जिसे स्वयं की रक्षा (गैर सैन्य उपयोग) के लिए डिजाइन किया गया था। विनटेज रिवॉल्वर (.476 बोर)विनटेज रिवॉल्वर (.476) बोर एक ऐतिहासिक ब्रिटिश सर्विस रिवॉल्वर है। इसे 19वीं सदी के अंत में ब्रिटिश सेना और पुलिस इस्तेमाल करती थी। इसे कनाडा की नॉर्थ-वेस्ट माउंटेड पुलिस भी इस्तेमाल करती थी। ब्रिटिश साम्राज्य के युद्धों के दौरान भी एक लोकप्रिय हथियार था। यह एक हैंडगन थी, जो इस्तेमाल के बाद खाली कारतूसों को खुद ही बाहर निकाल देती थी। इसकी पहचान इसकी दमदार बनावट और ऐतिहासिक महत्व से होती है। हालांकि इसे .476 बोर कहा जाता था, लेकिन इसका वास्तविक बोर व्यास .450 इंच के करीब था। रिवॉल्वर .32 बोर यूएसए मार्क ये संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में बनी .32 बोर की लॉन्ग बैरल वाली रिवॉल्वर है। इसका निर्माण 19वीं शताब्दी में किया गया। 21.5 इंच की लंबी बैरल रिवॉल्वर को अधिक सटीकता और मारक क्षमता के लिए जाना जाता है। रिवॉल्वर .32 का उपयोग पुलिस, आत्मरक्षा और टारगेट शूटिंग के लिए किया जाता रहा है। विंटेज रिवॉल्वर .32 बोर (6 बैरल)19वीं शताब्दी का विंटेज रिवॉल्वर .32 बोर (6 बैरल) एक ऐतिहासिक हथियार है। क्लासिक बनावट, ऐतिहासिक महत्व और विश्वसनीयता के लिए इसको सराहा जाता है। यह 6 राउंड क्षमता वाली .32 कैलिबर रिवॉल्वर होती है। विंटेज रिवॉल्वर की बैरल की लंबाई 4.50 इंच होती है। ये सिंगल-ऐक्शन या डबल-ऐक्शन दोनों प्रकार के होते है। ब्रीच-लोडिंग पिस्तौल (.455 बोर 4 बैरल)इंग्लैंड के लैंकेस्टर में बनी .455 बोर की चार बैरल वाली ब्रीच-लोडिंग पिस्तौल है। 19वीं सदी में चार्ल्स लैंकेस्टर ने इस ऐतिहासिक हैंडगन को बनाया था। इसमें एक साथ चार बैरल थे, जो इसे एक ही बार में चार गोलियां दागने की क्षमता देते हैं। इस पिस्तौल में गोलियां आगे से नहीं, बल्कि पीछे से डाली जाती थीं। ये पिस्तौल .455 बोर कैलिबर के लिए बनाई गई, जो ब्रिटिश सिविल व कुछ सैन्य प्रयोगों में लोकप्रिय था। मशीनगन 08 (एमजी 08)मशीनगन 08 (एमजी 08) जर्मन की ओर से बनी वाटर कूल्ड मशीनगन थी। इसे प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मन साम्राज्य ने यूज किया था। इसका नाम मशीनगन 08 रखा गया, क्योंकि 1908 में जर्मन सेना की ओर से आधिकारिक रूप से अपनाई गई थी। इस मशीनगन का वजन करीब 69 किलोग्राम व लंबाई 1175 मिमी है। कूलिंग सिस्टम से भरा बैरल जैकेट (वाटर जैकेट) इसे गरम नहीं होने देता। यह मैक्सिम गन डिजाइन का एक संशोधित संस्करण था। इसकी फायरिंग दर 500-600 राउंड प्रति मिनट थी। अधिकतम रेंज करीब 3500-4500 मीटर थी। इसे A7V जैसे वाहनों पर लगाया जाता था। प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में भारी मात्रा में इसका प्रयोग किया गया था। युद्ध के दौरान सभी प्रमुख मोर्चों- पश्चिमी, पूर्वी और अफ्रीकी पर उपयोग किया गया था। यह इतनी प्रभावी थी कि ब्रिटिश और फ्रेंच सेनाओं ने भी इसके कई संस्करणों को अपनाया या कॉपी किया। 84 एमएम राकेट लॉन्चर84 एमएम राकेट लॉन्चर 113 सेंटीमीटर लम्बी और 16.1 किग्रा का होता है। ये स्वीडन का बना हुआ हथियार है। ब्रिज लोडेड होने के कारण बाहर का धक्का नहीं लगता है। टैंक के खिलाफ प्लाटून का बेहतरीन हथियार है। ये हल्के बख्तरबंद वाहनों के खिलाफ प्रभावी है। कवच भेदी (Shaped Charge) सिरों के कारण बख्तरबंद को लाइन-ऑफ-डेप्थ पर हिट करता है। SLR राइफल (7.62 MM)यह एक सेमी-ऑटोमैटिक राइफल है जो गैस-ऑपरेटेड हथियार है। यानी एक फायर के बाद उत्पन्न गैस का यूज अगले राउंड को चैम्बर में स्वचालित रूप से लोड करने के लिए किया जाता है। इसकी संरचना मजबूत धातु और लकड़ी और पॉलीमर के बट (Stock) से बनी है। इसे 1960 के दशक में भारतीय सेना में शामिल किया गया था। इसने ब्रिटिश-युग की ली-एनफील्ड राइफलों की जगह ली। इसका निर्माण मुख्य रूप से ऑर्डनेंस फैक्ट्री तिरुचिरापल्ली (OFT) में किया गया। यह दशकों तक भारतीय सेना की रीढ़ की हड्डी बनी रही। ये पैदल सेना का एक मानक सर्विस राइफल था, जो लंबी दूरी पर मजबूत मारक क्षमता प्रदान करता है। 45.85 इंच लंबी इस राइफल की 20 राउंड मैगजीन कैपेसिटी है। इन्सास राइफल (5.56 MM)इन्सास (INSAS) राइफल का मतलब इंडियन स्मॉल आर्मस सिस्टम है। यह भारत का पहला स्वदेशी असॉल्ट राइफल सिस्टम है। ये राइफल गैस-संचालित तकनीक पर आधारित है। इसका डिजाइन सोवियत AKM और पश्चिमी FN FAL राइफलों की विशेषताओं को मिलाकर बनाया गया है। इसमें विशेष रूप से थ्री-राउंड बर्स्ट फायरिंग का विकल्प होता है, जो गोला-बारूद की बचत करता है। इसका विकास 1980 के दशक में शुरू हुआ। करीब 10 साल बाद इसे सेना में शामिल किया गया। इसका निर्माण राइफल फैक्ट्री ईशापुर (RFI) और ऑर्डनेंस फैक्ट्रियों में होता है। SLR की जगह भारतीय सेना का मानक असॉल्ट राइफल बन गया है। इसका यूज मेन रुप से पैदल सेना के क्लोज-क्वार्टर कॉम्बैट और सामन्य युद्ध दोनों में किया जाता है। यह भारत का पहला स्वदेशी असॉल्ट राइफल सिस्टम है। 960 मिमि लंबी राइफल की इफेक्टिव रेंज 400 मीटर और मैग्जीन कैपेसिटी 20 राउंड है। 7.62x39 MM TAR (तिरुचिरापल्ली)7.62x39 MM TAR (तिरुचिरापल्ली) एक भारतीय असॉल्ट राइफल है। जिसे ऑर्डनेंस फैक्ट्री तिरुचिरापल्ली (OFT) बनाती है। इसका पूरा नाम त्रिची असॉल्ट राइफल है। यह 7.62x39 मिमी के शक्तिशाली कारतूस का यूज करती है, जो एके-47 में भी यूज होता है। इसका मॉड्यूलर डिजाइन इसे विभिन्न अभियानों के लिए उपयुक्त बनाता है। मॉड्यूलर डिजाइन होने के कारण आवश्यकतानुसार अलग-अलग हिस्सों में बदला जा सकता है। यह सिंगल और बर्स्ट (लगातार कई गोलियां) फायरिंग मोड दोनों में काम करती है। वजन कम होने के कारण सैनिक इसे आसानी से संभाल सकते है। जिससे दुश्मन पर घातक हमला किया जा सकता है। इसका मेन यूज आतंकवाद-रोधी और उग्रवाद-रोधी अभियानों में किया जाता है। इसका यूज सीमा सुरक्षा बल, राज्य पुलिस बल और एंटी नक्सल ऑपरेशन में किया जात है। इसकी प्रभावी रेंज 350 मीटर और मैगजीन कैपेसिटी 30 राउंड है। इन्सास लाइट मशीन गन (5.56 MM)ये इन्सास (INSAS) राइफल का स्क्वाड ऑटोमैटिक वेपन संस्करण है। ये राइफल की तुलना में एक भारी और लम्बा बैरल होता है, जो निरंतर फायरिंग के दौरान अधिक गर्मी झेल सकता है। गैस-संचालित तकनीक पर आधारित इसमें बेहतर स्थिरता के लिए बाइपॉड लगा होता है। यह पैदल सेना की टीम को सप्रेसिव फायर (दबाने वाली आग) प्रदान करने और दुश्मन के अग्रिमों को रोकने के लिए यूज किया जाता है। 1050 मिमि लंबी मशीन गन की इफेक्टिव रेंज 700 मीटर और मैग्जीन कैपेसिटी 30 राउंड है। ज्वाइंट वेंचर प्रोटेक्टिव कार्बाइनये एक आधुनिक सब-मशीन गन है। जो कानपुर ऑर्डनेंस फैक्ट्री में बनी है। इसे विशेष रूप से काउंटर-इंसर्जेंसी, आतंकवाद-विरोधी अभियानों और क्लोज-क्वार्टर बैटल में यूज के लिए डिजाइन किया गया है। यह कार्बाइन बुलेट प्रूफ लक्ष्य व स्टील को भी भेदने में सक्षम है। इसे 200 मीटर दूर खड़े दुश्मन पर भी अचूक निशाना साधा जा सकता है। इसकी मैग्जीन कैपेसिटी 30 राउंड है। मीडियम मशीन गन (MMG 7.62 MM)यह एक मध्यम मशीन गन (एमएमजी) के रूप में काम करता है। इसमें 7.62x51MM NATO जैसे मजबूत कारतूस का यूज होता है। इसे ट्राइपॉड पर लगाया जाता है, जिससे स्थिरता और लम्बी रेंज की सटीकता सुनिश्चित करता है। इसका यूज लम्बी दूरी पर भारी और निरंतर दमनकारी आग के लिए किया जाता है। जो पैदल सेना को आगे बढ़ने के लिए कवर प्रदान करता है। इसकी लम्बाई 45.5 इंच, ट्राइपॉड के साथ 1 हजार मीटर इफेंक्टिव रेंज होती है। इसकी मैंगजीन कैपेसिटी 30 राउंड है। ऑटो पिस्तौल (9MM)यह 9 MM का एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल है। यह ब्राउनिंग हाई-पावर के डिजाइन पर आधारित है। यह एक रिकॉइल ऑपरेटेड हथियार है, जिसे व्यक्तिगत रक्षा के लिए बनाया गया है। यह भारतीय सशस्त्र बलों और पुलिस बलों में अधिकारियों का मानक साइडआर्म है। इसकी इफेंक्टिव रेंज 50 मीटर और मैंगजीन कैपेसिटी 13 राउंड है। ग्लॉक पिस्तौलऑस्ट्रियाई ग्लॉक कंपनी की ओर से निर्मित यह एक कॉम्पैक्ट सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल है। यह अपनी पॉलीमर फ्रेम, हल्के वजन और सेफ एक्शन ट्रिगर सिस्टम के लिए विश्व प्रसिद्ध है। इसका यूज अक्सर विशेष बलों, खुफिया एजेंसियों और उच्च-सुरक्षा कर्मियों की ओर से छिपाकर ले जाने और बैकअप हथियार के रुप में किया जाता है। इसकी इफेंक्टिव रेंज 50 मीटर और मैंगजीन कैपेसिटी 15 राउंड है। स्नाइपर राइफलस्नाइपर राइफल एक उच्च-सटीक, लंबी दूरी की राइफल होती है। सैन्य स्नाइपर्स से एंटी-पर्सनल, एंटी-मटेरियल और निगरानी के लिए उच्च सटीकता, विश्वसनीयता, गतिशीलता, छिपाव और प्रकाशिकी जैसी आवश्यकताओं को पूरा किया जाता है। जिसमें लम्बी दूरी के लक्ष्य को भेदने के लिए ऑप्टिकल टेलीस्कोप लगा होता है। यह राइफल आमतौर पर बोल्ट-एक्शन तंत्र का यूज करती है। जो अत्यंत सटीक और मजबूत होता है। इसका यूज दुश्मन के प्रमुख कर्मियों या उपकरणों को लम्बी दूरी से सटीकता के साथ खत्म करने के लिए स्नाइपर्स से किया जाता है। इसकी इफेंक्टिव रेंज 800 से 1300 मीटर और मैंगजीन कैपेसिटी 5 राउंड होती है। 12 बोर पम्प एक्शन गनयह राइफल फैक्ट्री ईशापुर से निर्मित एक विश्वसनीय शॉटगन है। यह हथियार पम्प एक्शन तकनीक पर काम करता है। जहां प्रत्येक शॉट के बाद कारतूस को मैनुअल क्रिया से लोड किया जाता है। इसकी कुल लंबाई 1020 MM है। यह 12 बोर के कारतूसों का यूज करता है और इसकी मैगजीन कैपेसिटी 4 राउंड है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण उपयोगिता कम दूरी के मुकाबले और भीड़ नियंत्रण में है। इसकी 40 गज की प्रभावी रेंज और उत्कृष्ट रोक शाक्ति इसे प्रभावी बनाती है। इसका यूज पुलिस और सुरक्षा बलों की ओर से पेलेट फायर करने के लिए भी किया जाता है। एके-47 राइफलपुलिस बल आधुनिक असॉल्ट राइफलों का यूज कर रही है। यह राइफल पहली बार 1947 में बनी थी। इसका पूरा नाम Automatic Kalashnikov-47 है। फुल लोड होने के बाद भी इस राइफल का ज्यादा से ज्यादा वजन करीब 4 KG होता है। इसके जरिए एक मिनट में करीब 600 राउंड फायर किए जा सकते हैं।
सिरसा जिले में एक व्यक्ति ने बाइक बरामद करवाने के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग तक को शिकायत भेज दी। कारण है कि उसकी शिकायत पर स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित को कई दिन तक झांसे में रखा। उसे न बाइक वापस दिलाई, न ही पैसे दिए। आखिर उसने इसकी शिकायत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन को दी, जिस पर केस दर्ज किया गया। यह मामला गांव निरबाण का है। शिकायतकर्ता राजेंद्र का आरोप है कि पहले उसने सीएम विंडो को शिकायत दी थी। उस पर भी कोई एक्शन नहीं लिया गया। वह काफी समय से पुलिस के पास चक्कर लगा रहा है। वह काफी समय से बीमार रहता है और इलाज के पैसों की जरूरत थी। उसकी पत्नी ने सुशील से पैसे ले लिए। वो पैसे बाद में चुका भी दिए, पर बाइक नहीं दिया। दो से चार दिन में आकर ले जाना शिकायत में गांव निरबाण के राजेंद्र ने बताया कि वह मजदूरी करता है। करीब डेढ़ साल पहले इंद्रा विकास कॉलोनी के सुशील व उसकी पत्नी सुमन से 35 हजार रुपए लिए थे। बदले में उसने अपना बाइक व उसके कागज उनके पास गिरवी रख दिए थे। करीब 6 माह बाद उसने उधार लिए 35 हजार रुपए सुशील व सुमन को वापस दे दिए। उसने दोनों से अपना बाइक मांगा, तो सुशील कहने लगा कि बाइक कोई जानकार लेकर गया हुआ है। दो से चार दिन में आकर ले जाना। आरोप- लोन की किस्तें भी उसने भरी राजेंद्र का आरोप है कि जब वह तीन से चार दिन बाद अपना बाइक लेने गया, तो सुशील ने बाइक देने से मना कर दिया और बोला कि तेरा बाइक नहीं देता, जो करना है कर। उसका बाइक लोन पर था, जिसकी सारी किस्तें भी उसने भरी हुई है। उसने बाइक वापस दिलाने बारे सीएम विंडो में शिकायत दी थी, जिसकी कार्रवाई सदर थाना पुलिस ने की। पुलिस ने कहा कि सुशील व सुमन का पता लिखकर देना, उसे उसका बाइक वापस दिला देंगे। यह कहकर दरखास्त को दाखिल कर दिया और कहा कि कार्रवाई तो हमें ही करनी है। मगर पुलिस ने उसका बाइक बरामद नहीं करवाया।
सीकर में गुलाबी सर्दी लगातार जारी है। आज सीकर में दूसरे दिन भी न्यूनतम तापमान 13 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है। सुबह कई इलाकों में हल्की धुंध सी छाई रही। अब सीकर में गुलाबी सर्दी और बढ़ सकती है। सीकर में तापमान में 1 से 2 डिग्री की गिरावट दर्ज हो सकती है। सीकर के कृषि अनुसंधान केंद्र फतेहपुर पर आज सुबह न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री दर्ज किया गया है। इससे पहले यहां गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री और अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री दर्ज किया गया है। सीकर में दोपहर के समय तो धूप में थोड़ी तेजी रहती है। लेकिन सुबह और रात के समय लोगों को गुलाबी सर्दी का एहसास हो रहा है। मौसम एक्सपर्ट्स का मानना है कि प्रदेश के मौसम में एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होने जा रहा है। हालांकि इस वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर सीकर में नहीं रहेगा। लेकिन सीकर सहित प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट होने की संभावना है। लेकिन अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक सीकर में 26 अक्टूबर तक मौसम को लेकर कोई भी अलर्ट नहीं है। सीकर में ज्यादातर समय मौसम साफ रहने का अनुमान है। हालांकि तापमान में गिरावट होती है तो गुलाबी सर्दी का असर बढ़ सकता है। सीकर में 7 दिनों में न्यूनतम तापमान
मामूली विवाद में जम कर चली लाठियां:मुरैना की राठौर कॉलोनी में पथराव, दो घायल, वीडियो आया सामने
मुरैना के कोतवाली थाना क्षेत्र की राठौर कॉलोनी में दो पक्षों में बुधवार देर रात मामूली कहा सुनी पर विवाद हो गया विवाद इतना बड़ गया कि दोनों तरफ से लाठियां खींच आई पथराव भी हुआ। इस घटना में दो लोग घायल होना बताया जा रहा है। किसी व्यक्ति ने इस घटना का वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया । वायरल वीडियो बुधवार देर रात राठौर कॉलोनी का बताया गया है इस वीडियो में दो पक्ष लंबू राठौर निवासी बड़मन गांव और प्रकाश राठौर निवासी बरेठा गांव के रहने वाले है। वर्तमान में यह राठौर कॉलोनी के बड़े पीपल वाली गली में रहते हैं। दोनों पड़ोसी हैं। दोनों ने पहले शराब पी फिर किसी बात को लेकर बहस हो गई। बाद में वह बहस इतनी बड़ गई कि दोनों लोगों ने घर से लाठियां निकाल कर लड़ना शुरू कर दिया देखते ही देखते दोनों के परिजन भी इस लड़ाई में शामिल हो गए। एक दूसरे पर जम कर लाठियां बरसाई गई। दोनों तरफ से पथराव भी हुआ। इस घटना में दो लोग घायल हुए है । शहर कोतवाली क्षेत्र में लगातार घटनाएं बड़ी है दो दिन में ही राठौर कॉलोनी में दो बड़ी घटनाओं का होना शहर में बिगड़ती कानून व्यवस्था को बयान कर रही है। घटना 1 राकेश राठौर के घर में हथियार से लैस एक दर्जन से अधिक बदमाश दिन दहाड़े जबरन घुसे गोलियां चलाई तोड़फोड़ की। पुलिस ने मामला दर्ज किया पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया लेकिन मुखिया सूरज राठौर अभी भी फरार है। घटना 2 राठौर कॉलोनी में ही दो पक्षों में मामूली विवाद में लाठियां और पथराव की घटना काफी देर तक होती रही लेकिन पुलिस नदारद दिखी। वीडियो सामने आने के बाद भी पुलिस को अभी तक घटना की जानकारी नहीं । वीडियो के आधार पर जांच जारी टीआई शहर कोतवाली अमित सिंह भदौरिया के अनुसार अभी उनके पास यह वीडियो आया है जांच कराएंगे पता करेंगे कि घटना में कौन कौन जिम्मेदार हैं। नियमानुसार कार्यवाही करेंगे।
वाराणसी के सरैया में रहने वाले नौशाद का शव आज मिला था। नौशाद अपने भाई बहनों में चौथे नंबर का था और नशे का आदि था। वह नशे के लिए कफ सिरप लेता था। जिसे छुड़ाने के लिए उसकी बहन शहजादी पिछले 15 दिनों से दवा दे रही थी। लेकिन बुधवार की रात बिना दवा पिए ही नौशाद अपने कबाड़ के काम पर निकल गया। सुबह उसकी रक्तरंजित लाश घर आयी तो कोहराम मच गया। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। जहां से देर शाम परिजनों को शव दे दिया गया। शहजादी सबसे बड़ी हैं। जो मां के एक साल पहले मरने के बाद से अपने तीन भाइयों का ख्याल रख रही थी। उसके भाई नशा करते थे। नौशाद और उनकी बॉन्डिंग बहुत अच्छी थी। शहजादी का अब रो-रो के भाइयों के हत्यारों को सजा और भाई को इंसाफ की मांग कर रही हैं। कबाड़ बीनकर अपनी लाइफ जीने वाले। किसी से बात न करने वाले नौशाद की हत्या आखिर क्यों की गयी ? क्या नौशाद अभी भी नशा कर रहा था ? इन सब बातों की तह तक जाने के लिए दैनिक भास्कर पहले घटनास्थल और फिर नौशाद के घर पहुंचा। पेश है ग्राउंड रिपोर्ट... सबसे पहले जानिए घटनास्थल पर हमने क्या देखा और वहां के लोगों ने क्या बताया ?... जलालीपुरा चुंगी मैदान में मिली थी लाश सरैया के नौशाद की लाश जलालीपुरा चुंगी के पीछे स्थित मैदान में मिली थी। इस मैदान में लाश की जगह पर खून बिखरा हुआ था और नौशाद का चेहरा खून से सना हुआ था। बगल में एक पटिया भी पड़ी थी। हम जब वहां पहुंचे तो पटिया और लाश पुलिस अपने कब्जे में लेकर जा चुकी थी। इस मैदान में एक छोटा हाथी (पिकअप वाहन) पार्क था। हर तरफ कफ सिरप की शीशियां इस मैदान के हर तरफ कई नाम के कफ सिरप पड़े हुए थे। कुछ बोतलें नई थीं तो कुछ बोतलें पुरानी थीं। कोडीन और कई अन्य नाम के सिरप की शीशियां थीं। नौशाद भी नशे का लती था और कफ सीरप और सुलेशन का नशा करता था। हमेशा तीन चार लोग बैठे रहते हैं इस मैदान से गुजर रहीं महिला परवीन ने बिना कैमरे पर आये बताया- बगल में डॉक्टर साहब हैं उनके यहां हर दस दिन में आती हूं। आज पहली बार है चार सालों में जब यह मैदान खाली मिला है। वरना यहां तीन से चार लड़के बैठे दिखाई देते थे। जो कुछ पीते रहें। या सिगरेट फूंकते रहे। सीसीटीवी फुटेज के लिए डीवीआर ले गयी पुलिस बगल में मौजूद डॉक्टर साहब के मकान में तीन कैमरे लगे हैं। एक अन्य मकान में एक कैमरा मैदान की तरफ लगा है। पुलिस दोनों मकान के डीवीआर ले गयी है। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने हमें कैमरा दिखाया है उसमें एक बैगनी कलर की शर्ट पहने लड़के से नौशाद का झगड़ा हो रहा है। वो कौन है हम नहीं जानते। अब जानिए नौशाद की बहन शहजादी ने क्या कहा ?... हमारा भाई बहुत मासूम था वाराणसी के सरैया इलाके में रेलवे लाइन के किनारे कूड़ा बीनने वालों की बस्ती है। जो टीन पर प्लास्टिक लगाकर रहते हैं। जायदातर लड़के कूड़ा बीनते हैं। उन्हीं में से एक है नौशाद। बहन शाहजादी ने बताया- हमारी ससुराल इसी मोहल्ले में हैं। मै अपने घर का काम करके पिछले एक साल से अपनी घर आ जाती हूं और भाइयों का ख्याल रखती हूं। हमारा भाई नौशाद बहुत मासूम था। उससे मेरी बॉन्डिंग बहुत अच्छी थी। रात में खाना भेजा था शहजादी ने बताया - बुधवार की सुबह मै दवा लेने के लिए अस्पताल चली गयी थी। वहां से लौटने में देर हो गयी थी। वहां से लौटी खाना बनाया तो अपने बच्चे को भेजा की जाओ नौशाद को यह सब्जी पूड़ी दे आओ पर वो घरपर नहीं मिला। इमरान ने बताया - की पैसा लेकर घर से कहीं गया। दवा नहीं पिला पाई थी शहजादी ने बताया - मेरे छोटे तीनों भाई नशे के आदि हैं। वो सिरप और सुलेशन सूंघते हैं। पिछले 15 दिन से तीनों को नशा छुड़ाने की दवा पीला रही हूं। कल नौशाद रात में घर नहीं आया तो उसे दवा भी नहीं पिला पाई। मेरा भाई हमें छोड़कर चला गया। हमें इंसाफ चाहिए शहजादी की आंखों में अब आंसू तैरने लगे थे। शहजादी ने कहा - हमारा भाई चला गया है। हमें अब कुछ नहीं इंसाफ चाहिए। जिसने मेरे भाई को मारा है। उसे उससे भी बुरी मौत मिले। बस हमे और कुछ नहीं चाहिए। अब जानिए मोहल्ले के लड़के इमरान ने सुबह चुंगी के मैदान में क्या देखा ?... इमरान ने सबसे पहले देखी थी लाश इसी इलाके में रहने वाले इमरान ने सबसे पहले लाश देखी थी। इमरान (14) ने बताया - रोजाना मै रत दस बजे के बाद अपनी ट्राली लेकर कबाड़ ढूंढने निकलता हूं। बुधवार की रात भी 10 बजे निकला था। मै जब सुबह 6 बजे के करीब जलालीपुरा चुंगी वापसी में पहुंचा तो अंदर मैदान में भी गया क्योंकि वहां लोग कूड़ा फेंकते हैं। वहां पहुंचा तो कूड़ा था जिसमें कार्टून पड़ा हुआ था। मै कार्टून उठा ही रहा था कि मेरी नजर वहां पड़ी लाश देखी। जिसे देखकर मै वहां से भागा और सीधे घर आ गया। नौशाद को ढूंढ रहे थे लोग इमरान ने बताया - यहां उसके घर वाले नौशाद को ढूंढ रहे थे क्योंकि वो घर नहीं पहुंचा था। हमने बताया कि वहां एक लाश पड़ी है। जिसपर उसकी बहन शहजादी और छोटा भाई मोनू और मोहल्ले के लोग पहुंचे तो शहजादी ने कपड़ों से अपने भाई को पहचान लिया। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... वाराणसी में युवक की सिर कूचकर हत्या:मैदान में खून से लथपथ शव मिला, CCTV में 2 युवकों के साथ दिखा वाराणसी में एक युवक की सिर कूचकर हत्या कर दी गई। युवक बुधवार रात घर से कबाड़ बीनने के लिए निकला था। गुरुवार सुबह उसका शव घर से 500 मीटर दूर जैतपुरा के जलालीपुरा चुंगी के पीछे मैदान में पड़ा मिला। खेलने पहुंचे बच्चों ने शव देखकर शोर मचाया। पुलिस को सूचना दी। पढ़ें पूरी खबर...
लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में पंचकर्म का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रोजेक्ट, सीएम योगी के निर्देशों के बाद भी गति नहीं पकड़ रहा है। इसी साल जुलाई में खुद सीएम योगी ने विभागीय अफसरों को बिना देर किए इसका प्रस्ताव बनाकर अनुमोदन कराने के निर्देश दिए थे पर ढाई महीने बीत जाने के बाद भी अब तक प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। जिसके चलते कई सालों से अटके इस प्रोजेक्ट के साकार रूप लेने की उम्मीद एक बार फिर धूमिल होती दिख रही थी। करीब 45 करोड़ की लागत से 2 एकड़ जमीन पर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम स्टेट ऑफ आर्ट मॉडल आयुर्वेद पंचकर्म वेलनेस यूनिट और रिसर्च सेंटर बनाने का प्रोजेक्ट लंबे समय से अटका है। कई बार इसको लेकर ऐलान किया गया पर अभी तक प्रस्ताव बनाकर शासन से इसका अनुमोदन नहीं हासिल हुआ। अब से करीब 20 साल पहले यानी 2005 में आयुर्वेद के इस टॉप क्लास सेंटर को बनाने की पहल हुई थी। लेकिन, समय के साथ प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में रहा पर विश्वविद्यालय प्रशासन के शिथिल रवैये के चलते काम शुरू नहीं हो सका। सीएम ने प्रोजेक्ट से जुड़ा प्रस्ताव बनाने के दिए थे निर्देश 14 जुलाई को सीएम योगी ने KGMU आने वाले आयुर्वेद के मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के मकसद से यहां सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रोजेक्ट को लेकर रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद 29 और 30 जुलाई को चिकित्सा शिक्षा और आयुष विभाग के शीर्ष अफसरों की एक अहम बैठक हुई। इसमें KGMU की तरफ से रजिस्ट्रार अर्चना गहरवार भी शामिल हुई। बैठक के दौरान इससे जुड़े पुराने प्रस्ताव को नए सिरे बनाकर विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद से पारित करके शासन को भेजने के निर्देश दिए गए। पूर्व राष्ट्रपति ने KGMU दौरे पर उठाया था मामला साल 2012 में देश के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने KGMU का दौरा किया था। कॉन्वोकेशन के दौरान उन्होंने आधुनिक मेडिसिन के साथ आयुष और ट्रेडिशनल हेल्थ केयर को बढ़ावा देने पर जोर दिया था। उन्होंने KGMU में आने वाले मरीजों का हर विधा से इलाज करने की बात कही थी। सीएम ने बिना देर किए प्रोजेक्ट लाने के दिए निर्देश KGMU के आयुष विभाग के प्रभारी डॉ.सुनीत कुमार मिश्रा ने बताया कि आयुर्वेद में कई असाध्य रोगों को जड़ से खत्म करने की क्षमता है। KGMU में ये सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खुलेगा तो बड़ी तादाद में मरीजों को इसका फायदा मिल सकेगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर सीएम योगी ने निर्देशित किया है। शासन भी इसको लेकर प्रयासरत है। खुद कुलपति जी ने इसे बिना देरी किए अमल में लाने को कहा है। उम्मीद है कि बहुत जल्द शासन से अनुमोदन मिलने के बाद काम शुरू हो सकेगा। अब तक KGMU से नहीं मिला प्रस्ताव आयुष विभाग के सचिव रंजन कुमार ने बताया कि KGMU के कार्य परिषद की बैठक से इससे जुड़ा प्रस्ताव बनाकर शासन भेजने की बात कही गई थी। पर अभी तक वहां से प्रस्ताव मिला है। इस बाबत KGMU प्रशासन ही अपडेट शेयर कर सकेगा। अब एक नजर इस प्रोजेक्ट के टाइम लाइन पर... ------------- यह खबर भी पढ़िए... 'पेशाब चटवाने के बजाय धुलवा भी सकते थे':लखनऊ के लोगों में गुस्सा, बोले- काली टोपी और लाठी लेकर घूमता था आरोपी लखनऊ में दलित बुजुर्ग से मंदिर में पेशाब चटवाने का मामला तूल पकड़ने लगा है। आरोपी स्वामीकांत गिरफ्तार हो चुका है। बुजुर्ग के घर नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। वहीं, ग्रामीणों में घटना के बाद काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि आरोपी दबंग है। पूरी खबर पढ़ें
मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र में गुरुवार देर रात जमीन विवाद और पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। लालगंज मोड़ के पास हुई इस घटना में चार लोग घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नईगढ़ी में एडमिट कराया गया है। पुलिस ने बताया है कि डिहिया गांव निवासी श्रीनिवास पटेल (65), अमृतलाल पटेल (48), लालजी पटेल (45) और दयानंद पूरी (62) नईगढ़ी बाजार से अपने गांव लौट रहे थे। इसी दौरान लालगंज मोड़ के समीप बाइक सवार कुछ लोगों ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी, जिससे वे जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद आरोपियों ने उनके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। राजीव पटेल का नाम आया सामने घायल श्रीनिवास पटेल ने बताया कि राजीव पटेल और उसके तीन-चार साथियों ने पुरानी जमीनी रंजिश के चलते उन पर हमला किया। इस हमले में सभी घायलों को चोटें आई हैं। आसपास मौजूद लोगों ने हस्तक्षेप कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। बयान के आधार पर कार्रवाई करेंगे प्रधान आरक्षक रामकुमार भास्कर ने बताया कि पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ शहर में छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं। शनिवार, 25 अक्टूबर से नहाय-खाय के साथ महापर्व की शुरुआत होगी। विभिन्न स्थानों पर छठ पूजा घाटों को सजाने-संवारने का कार्य तेजी से चल रहा है। कोई मिट्टी और ईंट से वेदी बना रहा है, तो कोई सीमेंट और कन्क्रीट से। तैयार वेदियों पर पेंट कर उन्हें आकर्षक रूप दिया जा रहा है। नगर परिषद की ओर से भी सफाई अभियान चलाया जा रहा है, ताकि श्रद्धालु स्वच्छ वातावरण में पूजा कर सकें। पूर्वांचल समाज की बड़ी आबादी वाले बहादुरगढ़ में हर साल की तरह इस बार भी 20 से 22 छठ पूजा घाट तैयार किए जा रहे हैं। मुख्य घाट महाबीर पार्क के पास जलघर के समीप स्थित नहर पर बनाया जा रहा है। यहां विशेष रूप से पानी छोड़ा जाएगा, ताकि व्रती सुरक्षित रूप से सूर्य देव को अर्घ्य दे सकें। सुरक्षा के होंगे अतिरिक्त प्रबंध नगर परिषद ने घाट की सफाई पूरी कर ली है और पानी की व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा के लिए पुलिस की ओर से अतिरिक्त प्रबंध किए जाएंगे। पूर्वांचल समाज के प्रतिनिधि प्रदीप सिन्हा ने बताया कि छठ पर्व यहां हर साल की तरह श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। 27 और 28 अक्टूबर को व्रती क्रमशः अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। छठ पूजा की खरीदारी जोरों पर फिलहाल बाजारों में छठ पूजा की खरीदारी जोरों पर है। सब्जी मंडी के पास छठ पूजा से जुड़ा विशेष बाजार सज चुका है, जहां बांस की डलिया, सूप, ठेकुआ बनाने का सामान, फल, पूजा सामग्री आदि की दुकानें लगी हैं।बहादुरगढ़ में लगभग 7 से 8 हजार फैक्ट्रियां हैं, जिनमें देश का सबसे बड़ा फुटवियर पार्क भी शामिल है। यहां 2 से 3 लाख वर्कर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काम करते हैं, जिनमें अधिकांश लोग बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं। ऐसे में छठ पूजा उनके लिए घर-परिवार और आस्था से जुड़ा सबसे विशेष पर्व है। बहुत से वर्कर अपने गृह नगर लौटकर परिवार के साथ यह त्योहार मनाने की तैयारी कर रहे हैं। छठ पूजा का चार दिवसीय क्रम-नहाय-खाय (25 अक्टूबर, शनिवार)- छठ पूजा का पहला दिन, जब व्रती स्नान कर व्रत की शुरुआत करते हैं और घर की साफ-सफाई करते हैं।खरना (26 अक्टूबर, रविवार)- दूसरे दिन व्रती दिनभर उपवास रखकर शाम को खीर, रोटी और केले का प्रसाद ग्रहण करते हैं।संध्या अर्घ्य (27 अक्टूबर, सोमवार)- तीसरे दिन व्रती अस्ताचलगामी सूर्य को जल अर्पित करते हैं।उषा अर्घ्य (28 अक्टूबर, मंगलवार)- अंतिम दिन व्रती उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करते हैं।

