24 अप्रैल, 2024 की सुबह कर्नाटक के हासन में लोग रोज की तरह जिला स्टेडियम में रनिंग और एक्सरसाइज करने पहुंचे। ये रोजाना जैसी सुबह नहीं थी। रनिंग ट्रैक पर सैकड़ों पेन ड्राइव बिखरे थे। लोगों ने पेन ड्राइव का कंटेंट देखा तो हासन से सांसद और JDS लीडर प्रज्वल रेवन्ना की करीब 3 हजार सेक्स क्लिप और फोटो नजर आईं। हंगामा मच गया, लोकल न्यूज चैनल में सिर्फ एक ने ये खबर चलाई क्योंकि ये कहानी यहां से शुरू नहीं हुई थी। ये क्लिप कई महीनों से कुछ चुनिंदा लोगों के पास मौजूद थी। इन वीडियो के बारे में सार्वजनिक तौर पर खुद प्रज्वल ने जून, 2023 में बेंगलुरु सिविल कोर्ट को बताया था। प्रज्वल 86 मीडिया संस्थानों और तीन लोगों के खिलाफ कोर्ट पहुंचे थे और इन वीडियो को पब्लिश करने या छापने पर रोक लगाने की मांग की थी। प्रज्वल का आरोप था कि ये एडिटेड हैं। तब नाम आया प्रज्वल के ही पूर्व ड्राइवर कार्तिक का। कार्तिक ने मार्च, 2023 में नौकरी छोड़ी और ये वीडियो बांट दिए। दैनिक भास्कर हासन पहुंचा और पीड़ितों से बात करने की कोशिश की। पढ़िए इन्वेस्टिगेटिव ग्राउंड रिपोर्ट... छानबीन में जो सामने आयाप्रज्वल के कथित वीडियो की छानबीन से पता चलता है कि वो अपनी पावर, पोजिशन, यानी सांसद और मजबूत राजनीतिक परिवार से होने का गलत इस्तेमाल कर रहा था। उसके टारगेट पर कथित तौर पर 4 तरह की महिलाएं और लड़कियां थीं… 1. ऐसे अफसर जिनके खिलाफ करप्शन केस चल रहे थे। कथित तौर पर उनकी पत्नियों को निशाना बनाया गया। वीडियो में कई ऐसी महिलाओं के होने की बात सामने आई है। इनमें कई पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। 2. ऐसी महिलाएं या लड़कियां, जो प्रज्वल से सांसद होने के नाते मदद मांगने आती थीं, उन्हें भी शिकार बनाया जा रहा था। हासन की एक महिला कारोबारी का नाम सामने आ रहा है। 3. ज्यादातर वीडियोज और फोटोज में जो महिलाएं पहचान में आई हैं, वे JDS की कार्यकर्ता हैं। एक जिला पंचायत सदस्य ने प्रज्वल के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई है। ऐसी ही एक JDS कार्यकर्ता के घर दैनिक भास्कर भी पहुंचा, लेकिन वो पहले ही गायब थीं। घरवाले कह रहे हैं कि वो नेपाल गई हैं। इस महिला ने भी पुलिस में शिकायत नहीं की है। 4. प्रज्वल ने अपने घर में काम करने वाली महिलाओं, फैमिली फ्रेंड और कई इंफ्लुएंशियल फैमिली की महिलाओं और लड़कियों को भी निशाना बनाया है। प्रज्वल के घर की एक मेड पहले ही FIR करवा चुकी हैं। एक और लड़की के फोटो-वीडियो सामने आए हैं, जो हासन के नामी डॉक्टर की नातिन है। इस डॉक्टर ने एचडी देवगौड़ा के साथ JDS की स्थापना करने में मदद की थी। वीडियो-फोटो करीब 3 हजार बताए जा रहे हैं। इनमें से कितने असली हैं और कितने नकली हैं, इनकी जांच होनी बाकी है। हालांकि कई वीडियो में प्रज्वल साफ नजर आ रहे हैं और वे खुद ही वीडियो शूट करते भी दिख रहे हैं। ज्यादातर फोटोज-वीडियो कॉल के स्क्रीन शॉट हैं। विक्टिम हासन, मैसुरु, होलेनरासीपुर और आस-पास के इलाकों की हैं। सिर्फ दो को छोड़कर अब तक कोई और सामने नहीं आई हैं। हासन में चुप्पी और बेंगलुरु में शोर...हासन कर्नाटक का एक सामान्य शहर है। इससे एक मजबूत राजनीतिक परिवार की लिगेसी जुड़ी है। देवगौड़ा परिवार यहीं से आगे बढ़ा और होलेनरासीपुर में आज भी उनका पुश्तैनी घर है। हालांकि ये वो घर भी है, जहां कथित तौर पर कुछ सेक्स वीडियो शूट किए गए हैं। इस घर में प्रज्वल के पिता होलेनरासीपुर के विधायक एचडी रेवन्ना रहते हैं। प्रज्वल हासन सिटी में सांसद निवास में रहता था। जानकारी के मुताबिक, कई वीडियोज में ये दोनों घर नजर आ रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि प्रज्वल के घर की दीवार और हासन एसपी के ऑफिस की दीवार एक है, यानी ये सब हासन एसपी के ऑफिस के बगल वाले घर में ही हो रहा था। हासन में सन्नाटा है, कांग्रेस के लोकल लीडर छोड़ दें तो BJP-JDS और आम लोग भी इस बारे में बात करने से बचते नजर आ रहे हैं। उसकी वजह भी है, पहली ये कि ये देवगौड़ा परिवार का गढ़ है। गढ़ भी ऐसा-वैसा नहीं, बल्कि यहां उनकी हुकूमत है। हासन के सोशल वर्कर मुबाशिर कहते हैं, ‘प्रज्वल रेवन्ना बहुत घमंडी आदमी है। वो एक्स PM का पोता और पूर्व मंत्री का बेटा है। उसके चाचा पूर्व CM हैं, लेकिन उसका कोई किरदार नहीं है। हासन में सब उससे डरते हैं। वो गन लेकर चलता है और किसी को भी धमका देता है।' फिलहाल प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है। कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर के मुताबिक, ‘अब इंटरपोल देखेगा कि उन्हें कैसे भारत वापस लाया जा सकता है। आरोपों के बाद प्रज्वल को 30 अप्रैल को JDS से सस्पेंड कर दिया गया था।’ पीड़ितों में कोई नेपाल चली गई, कोई घर में कैद, बाकी गायब26 अप्रैल को हासन में वोटिंग के तुरंत बाद प्रज्वल देश छोड़कर भाग गया था। उसके पिता एचडी रेवन्ना को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया है। उन पर एक विक्टिम के अपहरण का आरोप है। आरोप है कि उन्होंने महिला को SIT के पास जाने से रोकने की कोशिश की। प्रज्वल के खिलाफ पहली FIR 28 अप्रैल को एक महिला की शिकायत पर दर्ज की गई थी। ये महिला प्रज्वल के घर में मेड का काम करती थी। वीडियो वायरल होने के बाद महिला ने शिकायत की और अब कथित तौर पर वो बेंगलुरु में SIT की सुरक्षा में है। फिलहाल पीड़िता के घर पर ताला लगा है। एक अन्य शिकायत JDS कार्यकर्ता और जिला पंचायत सदस्य ने की है। वे भी अब सामने नहीं आ रही हैं। SIT की टीम शनिवार को उनके घर पहुंची थी। कथित तौर पर वे घर पर ही हैं, लेकिन किसी से भी बात नहीं कर रही हैं। जब हम उनके घर पर पहुंचे तो बताया गया वे अंदर ही हैं, लेकिन उनके परिवार के लोगों ने कहा कि वे यहां नहीं हैं। एक अन्य लड़की जिसके फोटो-वीडियो वायरल हैं, वो हासन के वल्लभ भाई रोड पर रहती हैं। इस लड़की ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है, वो पेशे से CA है। हम उसके घर पहुंचे तो हमारी मुलाकात लड़की की मां से हुई। उन्होंने बताया कि वो पशुपतिनाथ के दर्शन करने नेपाल गई है। हालांकि आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि वीडियो सामने आने के बाद से ही लड़की घर से गायब है। उसे गए हुए करीब 7 दिन हो चुके हैं। शनिवार को SIT की टीम भी उसके घर पहुंची थी। ज्यादातर पीड़ित फिलहाल सामने आने से घबरा रही हैं। इसके पीछे बदनामी और प्रज्वल रेवन्ना की फैमिली का रसूख दोनों ही वजह है। पीड़ित महिलाओं में ज्यादातर हिंदू, मैरिड और JDS की कार्यकर्ताहासन में हमारी मुलाकात जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ताराचंदन से हुई। वे उन चंद लोगों में शामिल हैं, जो हासन में होते हुए भी प्रज्वल के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। वे कहती हैं, 'जिन महिलाओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं, उनमें कुछ मेरी जानने वाली हैं। वे सभी अच्छे खानदान से हैं। फाइनेंशियली मजबूत हैं और ज्यादातर शादीशुदा हैं। उनके गले में मंगल सूत्र देखकर पता चलता है कि ज्यादातर महिलाएं हिंदू हैं। प्रज्वल वीडियो शूट करते वक्त मंगल सूत्र नहीं उतरवाता था। वीडियोज में दिख रहा है कि ज्यादातर पीड़ितों के शरीर पर कपड़े नहीं हैं, लेकिन उनका मंगल सूत्र नहीं उतरवाया गया।' ‘हम इसी बात से हैरान हैं कि इनके साथ ऐसा कैसे हो गया। कुछ लोगों को ये भी शंका हो रही है कि इन्हें कुछ खिलाया गया होगा। कोई लालच दिया गया होगा या डराया होगा। अब क्या हुआ है, ये तो SIT की जांच के बाद ही पता चलेगा।' हासन में ये सब होता रहा और किसी को पता नहीं चलातारा आगे बताती हैं, 'हमें इस घटना की जानकारी 4 अप्रैल को मिली थी। लोग बता रहे थे कि इस तरह के वीडियो सामने आ रहे हैं, लेकिन यकीन नहीं हो रहा था। एक-दो दिन बाद हमारे फोन में ही फोटो-वीडियो आने लगे। देखकर हैरान रह गए क्योंकि हासन में ऐसा कभी नहीं हुआ। जिन महिलाओं के वीडियो सामने आए, वे प्रतिष्ठित परिवारों से आती हैं। ऐसे में कुछ समझ में नहीं आ रहा कि ऐसा हुआ तो हुआ कैसे।' तारा कहती हैं, 'वीडियो में दिख रही कुछ महिलाओं से इस घटना के पहले ही मेरी मुलाकात हुई थी, लेकिन उन्होंने कोई जिक्र नहीं किया। उनका चेहरा भी देखकर ऐसा नहीं लगा कि उनका वीडियो बना है। ज्यादातर महिलाएं JDS से ही जुड़ी हैं। घटना के बाद से किसी महिला से बात नहीं हुई। कुछ का फोन स्विच ऑफ है। वे घर पर भी नहीं हैं। कहां गई हैं, ये किसी को पता नहीं।' सोशल वर्कर मुबाशिर भी कहते हैं, 'एडवोकेट देवराज और कार्तिक 6 महीने पहले इस मामले को सामने लाए थे, लेकिन तब किसी को नहीं पता था कि इतना बड़ा विस्फोट होने वाला है। हमें पता चला है कि जो महिलाएं उससे मदद मांगने गईं, उनका भी मिसयूज किया गया। यहां की महिलाएं डरी हुई हैं। हासन में लोग एक्स PM देवगौड़ा जी की इज्जत करते हैं। उनके रहते हुए ऐसा नहीं होना था।' हासन में कांग्रेस की कैंपेनिंग कमेटी के हेड और एडवोकेट देवराज गौड़ा बताते हैं, '400 से ज्यादा महिलाओं का मिसयूज किया गया है। वीडियो देखकर पता चल रहा है कि सिर्फ हासन की महिलाओं का यौन उत्पीड़न नहीं किया गया, बल्कि इसमें मैसुरु और कई दूसरी जगहों की महिलाएं भी शामिल थीं।’ ‘उसने कुछ वीडियो अपने घर पर बनाए और कुछ सरकारी बंगले पर बनाए। हासन के लोगों में प्रज्वल को लेकर बहुत गुस्सा है, इसलिए इस बार हासन से कांग्रेस जीतने वाली है।' प्रज्वल ने ड्राइवर कार्तिक की पत्नी पर नजर डाली और सब सामने आयाजानकारी के मुताबिक, दिसंबर 2023 में ड्राइवर कार्तिक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी पत्नी को प्रज्वल ने किडनैप कर लिया है। उसने आरोप लगाया था कि प्रज्वल की ओर से 13 एकड़ जमीन की मांग की गई थी। इसके बाद BJP नेता जी. देवराज गौड़ा ने 8 दिसंबर, 2023 को प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र को लेटर लिखा था। इसमें देवराज गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना और उनके परिवार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए थे। देवराज गौड़ा ने लिखा कि एचडी देवगौड़ा के परिवार के कई नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप हैं, जिनमें JDS के NDA उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना भी शामिल हैं। उनका दावा था कि 2,976 वीडियो वाली एक पेन ड्राइव है, जिसकी फुटेज में दिख रहीं कुछ महिलाएं सरकारी अधिकारी थीं। इन वीडियो का इस्तेमाल महिलाओं को सेक्शुअल एक्टिविटीज में शामिल रहने के लिए ब्लैकमेल करने के लिए हो रहा था। अगर हासन लोकसभा सीट से JDS उम्मीदवार को नॉमिनेट करते हैं, तो विपक्ष की ओर से इन वीडियो को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही हम एक ऐसी पार्टी के तौर पर कलंकित होंगे, जो दुष्कर्म करने वाले परिवार के साथ जुड़ी है। हमने जी. देवराज गौड़ा से बात करने की कोशिश की, लेकिन वे भी फिलहाल इस केस के बारे में बात करने से बच रहे हैं। केंद्रीय मंत्री बोले- आरोपों की जांच हो और कड़ी सजा मिलेकर्नाटक की धारवाड़ हुबली सीट से BJP कैंडिडेट और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रज्वल सेक्स स्कैंडल मामले में दैनिक भास्कर से बातचीत की। उन्होंने कहा, 'अगर उन्होंने गलती की है तो इसकी कड़ी सजा मिलनी चाहिए। SIT इसकी जांच कर रही है और उसकी रिपोर्ट सामने आने दीजिए। हम लोग पब्लिक लाइफ में है, हमें दूसरों के लिए उदाहरण बनना चाहिए, लेकिन जो आरोप उन पर लगे हैं, वे चिंतित करने वाले हैं।' उधर, PM नरेंद्र मोदी ने भी इस केस में चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि ऐसे लोगों को कठोर सजा देनी चाहिए। मोदी ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने जानबूझकर JDS सांसद को देश से बाहर जाने में मदद की। अगर उनके पास जानकारी थी तो उन्होंने एयरपोर्ट पर नजर क्यों नहीं रखी। राज्य सरकार को केंद्र सरकार को सूचना देनी चाहिए थी। इसका मतलब है कि ये कांग्रेस का राजनीतिक खेल है। उधर, कर्नाटक के पूर्व CM एचडी कुमारस्वामी ने कहा, 'चाहे मैं हूं या एचडी देवगौड़ा, हम हमेशा महिलाओं का सम्मान करते हैं। जांच से सारे तथ्य सामने आने दीजिए। गलती चाहे किसी की भी हो, उसे माफ करने का सवाल ही नहीं उठता। हालांकि प्रज्वल रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना ने इसे साजिश बताया है। उन्होंने कहा, 'मैं नहीं जानता ये कैसी साजिश है। मैं उन लोगों में से नहीं हूं, जो डर कर भाग जाऊं। उन्होंने जो वीडियो रिलीज किए हैं, वो 4-5 साल पुराने हैं।'...........................................ये खबरें भी पढ़ें
‘राहुल ऑन फायर’ पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक मई को ये ट्वीट किया था। इसमें कांग्रेस लीडर राहुल गांधी का एक वीडियो है। वीडियो में राहुल गरीब, किसान और बेरोजगार युवाओं की बात कर रहे हैं। फवाद का ये ट्वीट भारत में चुनावी मुद्दा बन गया। अगले दिन 2 मई को PM नरेंद्र मोदी गुजरात के आणंद में थे। उन्होंने एक रैली में कहा, ‘आज भारत में कांग्रेस कमजोर हो रही है। यहां कांग्रेस मर रही है और वहां पाकिस्तान रो रहा है। आपको पता चला होगा कि कांग्रेस के लिए अब पाकिस्तानी नेता दुआ कर रहे हैं।’ इसके बाद भी फवाद चौधरी ट्वीट करते रहे। दैनिक भास्कर के लिए राणा माल्ही ने इस्लामाबाद में उनसे बात की। फवाद ने राहुल गांधी के सपोर्ट, हिंदी में ट्वीट करने के साथ ही BJP के विरोध की वजह बताई। पढ़िए और देखिए पूरा इंटरव्यू… सवाल: आपको राहुल गांधी से क्या लगाव है कि इलेक्शन के दौरान उनके लिए ट्वीट कर रहे हैं?जवाब: राहुल गांधी जी से तो कोई लगाव नहीं है। मेरा सीधा उसूल है कि जहां पर भी एक्ट्रीमिस्ट होंगे, इंतिहा-पसंद होंगे, कट्टरपंथी होंगे, उनकी मुखालफत होनी चाहिए। हिंदुस्तान में तो ज्यादा लोगों को पता नहीं होगा, RSS की कट्टर अप्रोच पर ही मुझे तनकीद (आलोचना) का सामना नहीं करना पड़ता। पाकिस्तान के अंदर भी मजहबी जमातें हैं, मुस्लिम फंडामेंटलिस्ट जमातें हैं, चाहे तहरीक-ए-लब्बैक हो या कोई और, मैं उनके भी निशाने पर रहता हूं। नरेंद्र मोदी को रोकना बहुत जरूरी है। चाहे राहुल गांधी उन्हें रोकें, चाहे ममता बनर्जी रोकें, चाहे केजरीवाल जी रोकें। उनके मुकाबले पर जो भी खड़ा होता है, हिंदुस्तान के तमाम लिबरल्स चाहे हिंदू हों, मुसलमान हों, सिख हों, क्रिश्चियंस हों, उन्हें साथ देना चाहिए। सवाल: BJP लीडर अपने कैंपेन में कह रहे हैं कि पाकिस्तान के नेता कांग्रेस के मुरीद हैं। क्या इस वजह से आपकी ट्रोलिंग हो रही है?जवाब: बहुत ट्रोलिंग हो रही है। ये नई बात नहीं है। पुलवामा के बाद ‘ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट’ हुआ था, तभी से मैं BJP वालों का पसंदीदा सियासतदान हूं। BJP के लोग मुझे बहुत याद करते हैं। हालांकि मैं बहुत परवाह नहीं करता। मुझे तो रोज जान से मारने की धमकियां भी मिल जाती हैं। हमारी मजहबी तंजीमें भी देती हैं, वहां से भी आते हैं, पर ठीक है, अल्लाह ने जब तक जिंदगी दी है। (बालाकोट में भारत की एयरस्ट्राइक के बाद 27 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान एयरफोर्स ने जवाबी कार्रवाई की थी। इसे 'ऑपरेशन स्विफ्ट रिटॉर्ट' नाम दिया था।) सवाल: इंडिया में जब भी इलेक्शन होते हैं, पाकिस्तान का नाम जरूर आता है, इसकी क्या वजह है?जवाब: आपको हिंदुस्तान में ये बताना चाहिए कि पाकिस्तान में हिंदुस्तान को लेकर अब कोई दुश्मनी का भाव नहीं है। पाकिस्तान में हिंदुस्तानियों या भारत की बुराई करके आप वोट नहीं ले सकते। पाकिस्तान के लोग, खासकर पंजाबी तो ताल्लुकात बनाना चाहते हैं। सिंध बॉर्डर के लोग चाहते हैं कि मामला खुले और हम आपस में कारोबार और बात कर सकें। इस वक्त सबकॉन्टिनेंट में जो मसला है, वो BJP, RSS और हिंदू महासभा की मुस्लिमों के प्रति एक्ट्रीमिस्ट अप्रोच है। इसी वजह से पाकिस्तान भी हिंदुस्तान के इलेक्शन में इस्तेमाल किया जाता है। मुसलमानों के खिलाफ कट्टरपंथी नैरेटिव चल रहा है, उसकी वजह से पाकिस्तान वहां निशाना बनता है। पाकिस्तान में हिंदुस्तान के लिए कोई विरोध वाला सेंटिमेंट नहीं है। सवाल: आपने स्मृति ईरानी के लिए भी ट्वीट किया था। इस पर भी कहा गया कि आप उन्हें हराने के लिए दुआ कर रहे हैं?जवाब: स्मृति ईरानी हैं, कंगना हैं, योगी हैं, ये सब नफरत से बने हैं। ये तो नहीं है कि मुसलमान सारे बड़े अच्छे हैं और हिंदू सारे बुरे हैं या क्रिश्चियन सारे बुरे हैं। हर मजहब, कम्युनिटी में अच्छे और बुरे लोग होंगे, लेकिन क्या आप अपने नजरिए की बुनियाद पर सारी कम्युनिटी या धर्म को एक कर लें। स्मृति या कंगना तो क्या थीं। ये कुछ भी नहीं थीं। इनका तो नाम इस्तेमाल किया जाता है नफरत बढ़ाने के लिए। ठीक है ये एक्ट्रेस होंगी। उन्हें वही काम करना चाहिए, जो उनका काम है। न इन्हें हिस्ट्री का पता है, न इन्होंने जिंदगी में कभी किताबें पढ़ी हैं, न इन्हें राजनीति का पता है। ये समझती हैं कि नफरत की बुनियाद पर ये सब कर सकती हैं। मुझे उम्मीद है कि हिंदुस्तान के लोग इन्हें हराएंगे। सवाल: कांग्रेस लीडर राशिद अल्वी का कहना है कि आप नवाज शरीफ के दबाव में आकर ट्वीट कर रहे हैं, ताकि BJP को फायदा हो?जवाब: मैं राशिद अल्वी साहब और BJP के लोगों को बताना चाहता हूं, पाकिस्तान में भी बहुत से लोगों को लगता है कि अवाम बड़ी स्टूपिड है, इडियट है। उनको क्या पता। नरेंद्र मोदी, फवाद चौधरी के बयान को तकरीर कर देंगे तो लोग समझेंगे कि फवाद BJP या कांग्रेस को फायदा पहुंचाना चाहता है। मैं अल्वी साहब और BJP के स्पोक्सपर्सन्स से कहूंगा कि अपने लोगों को बेवकूफ न समझें। पाकिस्तान में आपने देखा कि लोगों ने कैसे वोट किया। कितने मुश्किल हालात में भी इमरान खान को वोट किया। वहां पर भी आम आदमी बड़ा अक्लमंद है। आप अवाम की अक्ल को अंडर एस्टीमेट न करें। उन्हें ये नहीं कहना कि मैं BJP की मुखालफत करूंगा, तो वो कांग्रेस को वोट नहीं देंगे। या मैं कांग्रेस को हिमायत करूंगा तो वे BJP को वोट देंगे। ये पैटर्न नहीं रहा अब। इसका मतलब है कि ऐसे बयान देने वाले लोग अवाम से जुड़े नहीं है। इन्हें पता नहीं है कि अवाम का शऊर किस बुलंदी पर है। सवाल: इंडिया में बातें हो रही हैं कि फवाद चौधरी पाकिस्तान में बैठकर कांग्रेस के लिए कैंपेन कर रहे हैं?जवाब: बात सीधी है, राहुल गांधी नरेंद्र मोदी से तो बहुत बेहतर हैं। अगर BJP दो तिहाई मेजॉरिटी से आती है, हिंदुस्तान का सेक्युलर आइन खत्म कर देगी। पाकिस्तान के अंदर भी देखिए। हम आइडियल जम्हूरियत तो नहीं हैं। हमने शुरू में एक धर्म को इतना ऊपर कर दिया कि उसकी वजह से पाकिस्तान मुसीबत में है। भारत में जो सेक्युलरिज्म था, उसकी जड़ें बड़ी गहरी हैं। अगर वो न रहा तो पूरा रीजन डिस्टैबलाइज हो जाएगा। सवाल: आप आजकल हिंदी में ट्वीट कर रहे हैं, इसका मकसद क्या है?जवाब: आप बात मानेंगे कि इस वक्त पाकिस्तान से सबसे ज्यादा जाना-माना कोई पॉलिटिशियन है हिंदुस्तान के अंदर, तो मैं ही हूं। हिंदी में मैं इसलिए ट्वीट करता हूं ताकि कट्टरपंथियों को ज्यादा तकलीफ हो। वे अंग्रेजी तो ज्यादा पढ़ नहीं सकते। इसलिए मैंने खास इंतजाम किया है। अब आप मेरे ज्यादा ट्वीट हिंदी में देखेंगे। सवाल: भारत में कांग्रेस की सरकार आती है, तो क्या कश्मीर पर पाकिस्तान का नैरेटिव बदलेगा?जवाब: हिस्टोरिकली कश्मीर का मसला तो कांग्रेस ने पैदा किया है। जवाहरलाल नेहरू कश्मीरी पंडित थे, उन्होंने अपनी उस ओरिजिन की मोहब्बत में हिंदुस्तान के बंटवारे का प्रिंसिपल ही तबाह कर दिया। आज अगर कश्मीर का मसला न होता तो पाकिस्तान और हिंदुस्तान कनाडा और अमेरिका की तरह मुल्क होते। मैं जवाहरलाल नेहरू जी का बहुत एहतराम करता हूं। वे पहले शख्स थे, जिन्होंने 1930 में स्वराज का नारा लगाया था। फैक्ट यही है कि ये उनकी बहुत बड़ी गलती थी कि कश्मीर के मुद्दे को उन्होंने पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच कॉन्फ्लिक्ट के तौर पर छोड़ दिया। मोहम्मद अली जिन्ना तो ऐसे हालात नहीं चाहते थे कि हम 75 साल से एक-दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं। वे तो गुजराती थे। उनका घर मुंबई में था। कश्मीर की वजह से एक टेंशन हो गई है। अब ये मामला सुलझाना जाहिर है कांग्रेस और BJP के बस की बात नहीं है। पीपुल्स पार्टी, PTI और PML (N) के बस की बात भी नहीं है। ये तो कलेक्टिव सारी जमातों को एक जगह आना पड़ेगा कि कैसे इसे आगे बढ़़ा सकते हैं। परवेज मुशर्रफ और अटल बिहारी वाजपेयी साहब ने एक कामयाब कोशिश की थी। मेरा ख्याल है कि उसी की बुनियाद पर आगे बढ़ा जा सकता है। सवाल: पाकिस्तान को भारत से खराब रिश्तों से नुकसान है या फायदा?जवाब: बहुत नुकसान है। आप देखिए कि पाकिस्तान की 65% पॉपुलेशन पंजाबी है। पंजाब की बाहर ओपनिंग ही नहीं है। खैबर पख्तूनख्वा अफगानिस्तान के साथ ट्रेड करता है। बलूचिस्तान ईरान के साथ ट्रेड करता है। सिंध के पास समंदर है। पंजाब की 65% पॉपुलेशन तो क्लोज डोर है। दोनों तरफ के पंजाब वाले परेशान हैं। इस तरफ भी आप देखिए कि वहां कोई बंदरगाह नहीं है। वे अपना माल कराची भेजेंगे, तो जल्दी जाएगा या मुंबई भेजेंगे तो जल्दी जाएगा। पंजाबियों को बहुत नुकसान हो रहा है इस बंदिश का। राजस्थान और थारपारकर की तो रिलेशनशिप है। ट्रेनें चलती थीं। हमारी समझौता एक्सप्रेस बंद हो गई। उधर से थार एक्सप्रेस बंद हो गई। इसे बहाल होना चाहिए। नफरत से आप कितनी देर और चलाएंगे। सवाल: आप इमरान खान की कैबिनेट में थे। क्या वे चाहते थे कि इंडिया के साथ रिश्ते अच्छे करें?जवाब: इमरान खान और जनरल बाजवा दोनों ही चाहते थे कि हिंदुस्तान के साथ रिश्ते बेहतर हों। दोनों का ख्याल था कि नरेंद्र मोदी इलेक्ट होकर आएंगे तो शायद बातचीत आगे बढ़े। उन्होंने तो आकर और उल्टा कर दिया। असल में जाहिर है कि नरेंद्र मोदी लोकल पॉलिटिक्स में हिंदू महासभा को बड़ा करना चाहते हैं, बड़ा कर भी दिया है। बाबरी मस्जिद गिराकर तारीख बदलना शुरू हो गया। इससे मसले बढ़ गए हैं। इमरान खान और जनरल बाजवा का एक कॉम्बिनेशन था, जिससे ताल्लुकात बहुत बेहतर हो सकते थे। मोदी जी ने अपनी जिद और लोकल पॉलिटिक्स की वजह से इसे जाया कर दिया। सवाल: पाकिस्तान की नई सरकार क्या भारत से बात करेगी?जवाब: ये नहीं कर सकते। आपको पता ही है कि इलेक्शन कैसे हुए हैं। मैंडेट तो इमरान खान को मिला था। जब एक गैर-इखलाकी गवर्नमेंट होगी, इतनी कमजोर हुकूमत होगी, तो कैसे हिंदुस्तान के साथ इस तरह के बड़े मुद्दों पर कोई ओपिनियन बना सकती है। इमरान खान का एक बयान आएगा, तो ये हुकूमत खत्म हो जाएगी। इस हुकूमत के पास अब ये मैंडेट नहीं होगा। मोदी ने मौका जाया कर दिया, अब उन्हें लंबा सफर तय करना होगा। सवाल: आपको यकीन है कि राहुल गांधी की पार्टी जीतेगी?जवाब: कह तो रहे हैं कि नरेंद्र मोदी आगे हैं, लेकिन जिस तरह वे छोटी-छोटी बातों पर घबरा रहे हैं। जिस तरह उन्होंने मेरे ट्वीट पर रिएक्शन दिया, मुझे लगता है मामला इतना सादा नहीं है। उन्हें नजर आ रहा है कि हिंदुस्तान की जनता कुछ और फैसला भी दे सकती है। सवाल: राहुल गांधी से कभी बात हुई है?जवाब: नहीं, कभी नहीं हुई। .......................................................... ये इंटरव्यू भी पढ़िए
साउथ मुंबई के पॉश इलाके महालक्ष्मी रेस कोर्स में टेंट का एक शहर बनाया गया था। 10 नवंबर 1995 से यहां बीजेपी का तीन दिवसीय महाधिवेशन 'यशोभूमि' का आयोजन होना था। इसमें भाग लेने के लिए बीजेपी के करीब सवा लाख कार्यकर्ता मुंबई पहुंचे थे। चारों तरफ लालकृष्ण आडवाणी के बड़े-बड़े कटआउट लगे थे। आडवाणी पिछले एक दशक से पार्टी के अध्यक्ष थे। उनकी रथयात्रा ने बीजेपी को हिंदुत्व के रूप में नई संजीवनी दी थी। आरएसएस भी आडवाणी से बहुत खुश था। सब जानते थे कि अगले चुनाव में आडवाणी ही पीएम पद के प्रत्याशी होंगे। विनय सीतापति अपनी किताब 'जुगलबंदी द बीजेपी बिफोर मोदी' में लिखते हैं कि जब आरएसएस ने 1986 में अटल बिहारी वाजपेयी को लीडरशिप से हटाया, तब से वे घर में झींगा और शराब युक्त शामों को ज्यादा तरजीह देने लगे थे। उल्लेख एनपी अपनी किताब 'वाजपेयी एक राजनेता के अज्ञात पहलू' में लिखते हैं कि महाधिवेशन के आखिरी दिन यानी 12 नवंबर की शाम सभी प्रतिनिधि अपने अध्यक्ष को सुनने के लिए आतुर थे। आडवाणी ने अपने भाषण में कहा- 1996 के लोकसभा चुनाव हम अटल बिहारी वाजपेयी की लीडरशिप में लड़ेंगे। वे ही हमारे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। ये सुनकर ही पूरे पंडाल में कुछ क्षण के लिए सन्नाटा छा गया। वहां मौजूद बहुत कम लोगों को ऐसी किसी घोषणा की उम्मीद थी। तभी सन्नाटे को तोड़ते हुए किसी ने जोर से नारा लगाया- अबकी बारी अटल बिहारी। पूरा पंडाल इस नारे से गूंज उठा। 'पीएम इन वेटिंग' सीरीज के आठवें एपिसोड में लालकृष्ण आडवाणी के किस्से। पीएम पद के लिए वो पहले वाजपेयी और फिर मोदी से कैसे पीछे रह गए... कराची में जन्मे आडवाणी, भारत आकर 14 साल की उम्र में संघ जॉइन किया 8 नवंबर 1927 को सिंध प्रांत के कराची शहर में लालकृष्ण आडवाणी का जन्म हुआ। उनके जन्म से दो साल पहले ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। आडवाणी अपनी जीवनी ‘माय कंट्री माय लाइफ’ में लिखते हैं कि मेरे मैट्रिकुलेशन करने के बाद मेरे पिता कराची से हैदराबाद (सिंध) आ गए थे। कॉलेज में प्रवेश लेने से पहले गर्मी की छट्टियों में मैंने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। टेनिस कोर्ट में मेरे रेगुलर पार्टनर में से एक मेरा दोस्त मुरली मुखी था, जो मेरी तरह करीब 14 साल का था। एक दिन ठीक खेल के बीच वह बोला, ‘मैं जा रहा हूं।' मैंने पूछा कहां जा रहे हो, अभी तो और खेलेंगे। उसने जवाब दिया कुछ दिन पहले ही मैं आरएसएस का स्वयंसेवक बन गया हूं। मैं शाखा में देर से नहीं पहुंच सकता, क्योंकि उस संगठन में समय की बड़ी पाबंदी होती है। आडवाणी लिखते हैं कि ‘मैंने मुरली से ही पहली बार संघ का नाम सुना था। मैंने उससे पूछा ‘संगठन’ क्या चीज है। उसने कहा- तुम मेरे साथ शाखा चलो समझ जाओगे। दो दिन बाद मैं उसके साथ शाखा गया। उन दिनों सिंध में मार्शल ला लगा होने के कारण सार्वजनिक स्थान पर शाखा नहीं लग सकती थी। इस कारण हम एक बंगले की छत पर गए। यह बंगला संघ के स्वयंसेवक राम कृपलाणी का था। अंत में हमने पंक्तिबद्ध होकर सावधान की मुद्रा में मातृभूमि की वंदना हेतु संघ प्रार्थना 'नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे' का गायन किया।’ पहली नौकरी संघ के 'ऑर्गेनाइजर' में की, पगार 350 रुपए थी आडवाणी का परिवार बंटवारे के बाद कराची से कच्छ में आकर रहने लगा था। उनके पिता कांडला के पास आदीपुर में सिंधु रीसेटलमेंट कॉर्पोरेशन में काम करते थे। अब वे रिटायर होने वाले थे। उनके बाद परिवार की जिम्मेदारी आडवाणी पर थी। संघ में काम करने के दौरान उन्होंने ये परेशानी पंडित दीनदयाल उपाध्याय को बताई। आडवाणी अपनी जीवनी में लिखते हैं कि दीनदयाल जी ने कहा कि तुम 'ऑर्गेनाइजर' में नौकरी कर लो। वह अपना जर्नल है। तुम लेखन में भी अच्छे हो तो तुम्हारा मन भी लग जाएगा। ये वो समय था जब 'ऑर्गेनाइजर' की बहुत कम कॉपी बिकती थीं। आडवाणी लिखते हैं, ‘मैंने 1960 में बतौर सहायक संपादक ऑर्गेनाइजर जॉइन किया। मेरी पहली पगार 350 रुपए महीना थी। 'ऑर्गेनाइजर' के संपादक केआर मलकाणी मुझे एक प्रचारक ही नहीं, राजस्थान में 'ऑर्गेनाइजर' के संवाददाता के रूप में भी जानते थे। एक दिन हमारे संपादक ने कहा कि हमारा अखबार नीरस है। इसमें फिल्मों के बारे में होना चाहिए। सवाल उठा सिनेमा कौन लिखेगा? मैंने कहा- मैं लिखूंगा। बचपन से मुझे सिनेमा में दिलचस्पी थी। मैंने सिनेमा पर लिखना शुरू किया।’ पहली बार मजबूरी में पार्टी अध्यक्ष बने, कोई दूसरा तैयार नहीं था भारतीय जनसंघ की स्थापना 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में एक छोटे से कार्यक्रम में की गई। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, प्रोफेसर बलराज मधोक और दीनदयाल उपाध्याय इसके संस्थापकों में थे। 1969 से 1972 तक अटल बिहारी वाजपेयी इसके अध्यक्ष रहे। 1972 की शुरुआत में अटल ने आडवाणी से कहा कि आप पार्टी अध्यक्ष बन जाओ। आडवाणी बोले कि मुझे भाषण देना तक नहीं आता है। मैं कैसे अध्यक्ष हो सकता हूं। ये वो समय था जो जनता के बीच शानदार भाषण देता था उसे ही प्रभावशाली लीडर माना जाता था। आडवाणी लिखते हैं, ‘मैं संकोची स्वभाव का था। अटल जी ने जोर देकर कहा, लेकिन अब तो आप संसद में बोलने लगे हैं। फिर संकोच कैसा? आडवाणी ने कहा, संसद में बोलना अलग बात है। हजारों लोगों के सामने भाषण देना अलग बात है। इसके अलावा पार्टी में कई वरिष्ठ नेता हैं। उनमें से किसी को पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। अटल ने पूछा कि आप ही बताइए दूसरा व्यक्ति कौन हो सकता है। आडवाणी ने कहा राजमाता क्यों नहीं? ग्वालियर की विजया राजे सिंधिया को राजमाता के नाम से जाना जाता था। अटल अब आडवाणी के सुझाव से सहमत हो गए। दोनों राजमाता को जनसंघ का अध्यक्ष बनाने के लिए ग्वालियर पहुंचे। काफी मान-मनौव्वल के बाद वो मान गईं। फिर बोलीं- आपको एक दिन का इंतजार करना होगा। मैं अपने जीवन के हर फैसले अपने आध्यात्मिक गुरु से पूछकर लेती हूं। वे दतिया में रहते थे। उनके आशीर्वाद के बिना ये संभव नहीं होगा। अगले दिन राजमाता दतिया गईं। अटल-आडवाणी की जोड़ी ग्वालियर में ही रुकी। दूसरे दिन लौटकर उन्होंने दुखद खबर सुनाई कि मेरे गुरुजी ने मुझे पार्टी अध्यक्ष बनने की अनुमति नहीं दी है।’ अटल ने फिर आडवाणी से पूछा बताइए अब क्या करें? आडवाणी ने कहा, हम महावीर जी को क्यों नहीं मनाते? प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी भाई परमानंद के पुत्र डॉ. भाई महावीर जनसंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उस समय राज्यसभा के सदस्य थे। अटल जी मान गए। दोनों जगन्नाथ राव जोशी के साथ महावीर से मिलने दिल्ली के पंत मार्ग स्थित उनके घर गए। बिना किसी अधिक मान-मनौव्वल के वे सहमत हो गए। फिर कुछ देर बाद उन्होंने कहा, एक क्षण प्रतीक्षा करें। मैं इस मामले में अपनी पत्नी से सलाह करना चाहता हूं। वे घर के अंदर गए और कुछ समय बाद लौटे। बोले- मेरी पत्नी इसके लिए सहमत नहीं हैं। अब अटल निराश हो चुके थे और बोले- हम और कोई प्रयास नहीं करेंगे, आपको ही 'हां' कहना होगा।’ इस तरह आडवाणी पहली बार पार्टी अध्यक्ष बने। उन्हें दिसंबर 1972 में भारतीय जनसंघ का अध्यक्ष बनाया गया और 1977 में जनता पार्टी में विलय तक वही पार्टी अध्यक्ष रहे। जनता पार्टी टूटने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी सहित जनसंघ के अन्य नेताओं ने 6 अप्रैल, 1980 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में भारतीय जनता पार्टी के नाम से नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान किया। अटल बिहारी वाजपेयी बीजेपी के पहले अध्यक्ष बने। अटल की अगुआई में हार मिली, आडवाणी ने कमान संभाली और हिंदुत्व का राग छेड़ा 1980 से 1986 तक अटल बिहारी वाजपेयी बीजेपी के अध्यक्ष रहे। उनके कार्यकाल में हुए 1984 के चुनावों में बीजेपी सिर्फ 2 सीटों पर सिमट गई। आरएसएस पर किताब लिखने वाले एजी नूरानी कहते हैं, ‘1984 के चुनाव में जब बीजेपी को सिर्फ दो सीटें मिली थीं तो आडवाणी बहुत बौखलाए हुए थे। उन्होंने ये तय किया कि पुराने वोट हासिल करने का सिर्फ एक ही तरीका है कि हिंदुत्व को दोबारा जगाया जाए। 1986 में आडवाणी पार्टी अध्यक्ष बने। 1989 में बीजेपी का पालमपुर प्रस्ताव पास हुआ जिसमें आडवाणी ने खुल कर बताया कि मैं उम्मीद करता हूं कि हमारी ये कोशिश वोटों में बदले।’ इसके बाद आडवाणी ने रामजन्मभूमि मुद्दे पर रथयात्रा निकाली। रथयात्रा में 8 मई 1990 से 5 जुलाई 1990 तक 59 दिनों में 45 हजार किलोमीटर की दूरी तय की गई। आजादी के बाद किसी भी राजनीतिक दल का ये सबसे बड़ा जनसंपर्क अभियान था। आडवाणी ने इसमें 770 बड़ी जन सभाओं को संबोधित किया। इस रथयात्रा में हिंदुत्व पर सवार होकर आडवाणी ने बीजेपी के लिए जबरदस्त समर्थन जुटाया। 1994-95 के आडवाणी को देखें तो वो प्रधानमंत्री के रूप में बीजेपी के स्वाभाविक उम्मीदवार थे। अटल लोकप्रिय जरूर थे, लेकिन पार्टी में बैकड्रॉप में चले गए थे। हालांकि 12 नवंबर 1995 को मुंबई में बीजेपी के महाधिवेशन में अटल को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करके आडवाणी ने सबसे चौंका दिया था। आडवाणी के भाषण के बाद अटल खड़े हुए। उन्होंने माइक थामा। फिर ऐलान किया कि चुनाव के बाद मैं नहीं, आडवाणी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके जवाब में आडवाणी ने कहा कि घोषणा की जा चुकी है। यह बीजेपी के दोनों शीर्ष नेताओं के लिए भावनात्मक पल था, लेकिन उस समय पार्टी के निर्विवादित नेता आडवाणी ऐलान कर चुके थे कि अटल ही लीडर होंगे। उल्लेख एनपी लिखते हैं कि भाषण के बाद जब अटल और आडवाणी एक साथ बैठे तो भौंहे उठाकर वाजपेयी ने कहा, 'ये क्या घोषणा कर दी आपने। कम से कम मुझसे एक बार तो बात कर लेते। आडवाणी ने जवाब दिया- अगर मैं आपसे पूछता तो आप मान जाते क्या?' इस बीच होटल पहुंचकर गोविंदाचार्य ने आडवाणी ने पूछा- आपने ये क्या कर दिया। कम से कम एक बार संघ से तो पूछना चाहिए था। पार्टी की दूसरी लीडरशिप से बात करनी चाहिए थी। आडवाणी ने कहा- अगर वे मना कर देते तो। गोविंदाचार्य बोले- हमारे पास दूसरा विकल्प भी था। हम अटल जी को रुकने के लिए कह देते, ताकि वे इस भूमिका के लिए और कठिन साधना कर तैयारी कर लेते। इस बार आडवाणी चुप रहे और कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद जब चुनाव हुए तो अटल ही पीएम पद का चेहरा बने। आडवाणी ने अटल को पीएम उम्मीदवार बनाने का फैसला क्यों किया? पहली वजह: हवाला कांड में आडवाणी का नाम 1991 में एक छात्र को गिरफ्तार किया गया तो हवाला का कुछ रुपया पकड़ा गया। इसके बाद ये केस सीबीआई को सौंपा गया। छापेमारी में उद्योगपति एसके जैन की एक डायरी मिली जिसमें कई वरिष्ठ सांसदों, मंत्रियों और बड़े अफसरों के नाम थे। ये वो नाम थे, जिन्हें रिश्वत दी गई थी। उस समय पीवी नरसिम्हा राव की सरकार थी। सुब्रमण्यम स्वामी उनकी सरकार में मंत्री थे। 29 जून, 1993 को सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि रिश्वत की रकम लालकृष्ण आडवाणी को भी दी गई है। फिर मीडिया में भी इस डायरी के हवाले से आडवाणी का नाम छापा गया। 16 जनवरी 1996 को सीबीआई ने चार्जशीट पेश की। इसमें आडवाणी का भी नाम था। उन पर 60 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप था। इसके बाद आडवाणी ने तुरंत नैतिकता के आधार पर सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। आडवाणी ने 1996 का लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा। अटल और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कहा कि आप चुनाव लड़ो, लेकिन आडवाणी अड़े रहे। जब वे कोर्ट से बरी हुए तो 1998 में उपचुनाव लड़कर वापस लोकसभा पहुंचे। दो दशक से ज्यादा समय से बीजेपी कवर करने वाले पत्रकार दिनेश गुप्ता कहते हैं कि आडवाणी रिश्वत लेने के आरोप से दबाव में थे। उन्हें आशंका थी कि कहीं हवाला कांड में उनका नाम आना वोटर को कांग्रेस की तरफ डायवर्ट न कर दे। आडवाणी ने अपनी मेहनत से रथयात्रा करके भाजपा की पहचान बनाई थी। वोटरों का ध्यान भाजपा की तरफ खींचा था। ऐसे में आडवाणी कभी नहीं चाहते थे कि उनके कारण बीजेपी किनारे आकर डूब जाए। यही कारण था कि उन्होंने अटल को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया। दूसरी वजह: हालात का अंदाजा था कि देश उन्हें पीएम नहीं बनाएगा विनय सीतापति अपनी किताब 'जुगलबंदी द बीजेपी बिफोर मोदी' में लिखते हैं कि आडवाणी के इस फैसले से वीएचपी के कई नेता नाराज थे। कई दिनों तक आरएसएस में बहस चलती रही कि वे ही पीएम बनेंगे, लेकिन आडवाणी अपने फैसले पर अडिग रहे। इस ऐलान के बाद वरिष्ठ पत्रकार स्वपन दास गुप्ता ने आडवाणी का इंटरव्यू किया था। उन्होंने पूछा अटल का नाम घोषित करने के लिए आपको किसने मोटिवेट किया। आडवाणी ने कहा कि हमें बढ़ते वोटों की जरूरत है। इसके लिए अटल जी की जरूरत है। सीतापति लिखते हैं कि एक बीजेपी नेता ने उन्हें बताया था कि तब आडवाणी की हिंदूवादी छवि सरकार बनाने में दिक्कत दे सकती थी। ये बात आडवाणी अच्छे से समझते थे। उस समय हम जानते थे कि सरकार बनाने के लिए हमें गठबंधन करना होगा। आडवाणी ने अटल को इसलिए चुना क्योंकि सहयोगी दल अटल को पसंद करते थे। इस बात की पुष्टि टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी ने भी की थी कि अगर आडवाणी पीएम होते तो टीएमसी कभी सरकार में शामिल नहीं होती। गुजरात दंगों के बाद मोदी को हटाना चाहते थे अटल, आडवाणी ने बचाया 27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा में 57 कारसेवकों को जला दिया गया। इसके बाद पूरे गुजरात में दंगे शुरू हो गए। कई लोग मारे गए। आरोप लगाया गया कि नरेंद्र मोदी सरकार इसे काबू नहीं कर पाई। इसे लेकर अटल और आडवाणी में विवाद भी हुआ। शांतनु गुप्ता अपनी किताब 'भारतीय जनता पार्टी: पास्ट, प्रेजेंट एंड फ्यूचर: स्टोरी ऑफ द वर्ल्डस लॉर्जेस्ट पॉलिटिकल पार्टी' में लिखते हैं कि जब गुजरात में दंगे हो रहे थे तो सीएम मोदी ने पड़ोसी राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र से मदद मांगी थी। तीनों राज्यों की कांग्रेस शासित सरकारों ने मदद करने से इनकार कर दिया था। ये बात आडवाणी जानते थे। कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और सीएम नरेंद्र मोदी ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। वाजपेयी ने कहा कि एक चीफ मिनिस्टर के लिए मेरा यही संदेश है कि वो राजधर्म का पालन करें। उधर से बगल में बैठे मोदी ने कहा, हम वही कर रहे हैं साहब। आडवाणी अपनी बाॅयोग्राफी ‘माय कंट्री माय लाइफ’ में लिखते हैं कि नरेंद्र मोदी को लेकर मुझमें और वाजपेयी में मतभेद था। ज्यादातर लोग चाह रहे थे कि नरेंद्र भाई को इस्तीफा देना चाहिए, लेकिन मैं खिलाफ था। मेरी राय में मोदी अपराधी नहीं, बल्कि राजनीति के शिकार थे। मैं मानता था कि एक साल से भी कम समय से पहले सीएम नरेंद्र मोदी को हटाना अन्यायपूर्ण होगा। दंगों के दो महीने बाद ही अप्रैल 2002 में बीजेपी की गोवा में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक थी। दिल्ली से उड़े विशेष विमान में पीएम वाजपेयी, आडवाणी, विदेश मंत्री जसवंत सिंह और संचार मंत्री अरुण शौरी थे। दो घंटे की यात्रा में चर्चा का सेंटर गुजरात और नरेंद्र मोदी था। जसवंत ने पूछा अटल जी आप क्या सोच रहे हैं। अटल बोले- कम से कम इस्तीफा ऑफर तो करते। तब आडवाणी ने कहा अगर नरेंद्र के पद छोड़ने से गुजरात की स्थिति में सुधार आता है तो मैं चाहूंगा उन्हें इस्तीफे के लिए कहा जाए। मुझे नहीं लगता राष्ट्रीय कार्यकारिणी इसके लिए मानेगी। आडवाणी लिखते हैं कि जैसे ही हम गोवा पहुंचे। मैंने नरेंद्र मोदी से कहा कि आप इस्तीफे का प्रस्ताव रखो। उन्होंने तुरंत मेरी बात मान ली। जब सब बोल चुके थे तो मोदी अपनी बात रखने के लिए उठे। गोधरा का घटनाक्रम बताया और अंत में कहा कि मैं इस कांड की जिम्मेदारी लेता हूं। मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। जैसे ही मोदी ने इस्तीफा कहा, सभागार में मौजूद सैकड़ों सदस्यों ने कहा- इस्तीफा मत दो। प्रमोद महाजन ने कहा कि इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। इसके बाद ये एपिसोड समाप्त हुआ। जिन्ना की तारीफ करने पर आडवाणी को इस्तीफा देना पड़ा आडवाणी जून 2005 में पाकिस्तान यात्रा पर गए थे। जब वे जिन्ना की मजार पर गए तो आडवाणी ने विजिटर बुक में लिखा- ‘अनेक लोग इतिहास पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं; लेकिन बहुत कम लोग वास्तव में इतिहास रचते हैं। कायदे-आजम मोहम्मद अली जिन्ना ऐसे ही विरले व्यक्ति थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम की अग्रणी प्रतिभाशाली नेता सरोजिनी नायडू ने जिन्ना के प्रारंभिक वर्षों में उन्हें 'हिंदू-मुस्लिम एकता का राजदूत’ कहा था। 15 अगस्त, 1947 को पाकिस्तान की संविधान सभा में जिन्ना ने आदर्श पंथनिरपेक्ष राज्य के समर्थन में एक सशक्त भाषण दिया था, जो उच्च कोटि का था। इस भाषण में उन्होंने कहा था कि ऐसे राज्य में प्रत्येक नागरिक अपना धर्म मानने के लिए स्वतंत्र होगा; लेकिन राज्य किसी नागरिक के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। इस महान व्यक्ति के प्रति मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।' जिन्ना को धर्मनिरपेक्ष और महान बताते ही भारत में विवाद छिड़ गया। तब संघ के प्रवक्ता राम माधव ने मीडिया से कहा था कि आडवाणी की यात्रा के बाद उनसे बातचीत की जाएगी। भारत आते ही उन पर इस्तीफे का दबाव बनाया गया। कुछ दिनों बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। आडवाणी की नाराजगी के बावजूद 2014 में मोदी को बड़ी जिम्मेदारी इतिहासकार और लेखक गौतम चिंतामणि अपनी किताब ‘राजनीति: ए बायोग्राफी ऑफ राजनाथ सिंह' में लिखते हैं, ‘2013 में पार्टी अध्यक्ष बनने के कुछ हफ्ते बाद ही राजनाथ सिंह ये समझ चुके थे कि पार्टी कैडर के बीच मोदी को BJP का नेतृत्व सौंपने का विचार मजबूत हो रहा है। हालांकि उन्हें पार्टी के अंदर मोदी के विरोध का भी अंदाजा था।' BJP की एक बड़ी लॉबी नरेंद्र मोदी को चुनावी चेहरा बनाने के लिए लामबंद हो चुकी थी। उधर आडवाणी खेमे को इस बात का अंदाजा था कि जून 2013 में होने वाली गोवा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी को लेकर कोई बड़ा ऐलान हो सकता है। इसके चलते आडवाणी समेत कई नेताओं ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया। गौतम चिंतामणि के मुताबिक, ‘इसी बीच BJP गठबंधन की बरसों पुरानी सहयोगी पार्टी JDU के मुखिया नीतीश कुमार ने राजनाथ को फोन किया और मोदी के नाम पर अपनी असहमति जताई। राजनाथ सिंह का कहना था कि BJP का संसदीय बोर्ड मोदी को कुछ अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपेगा। नीतीश इस पर भी नहीं माने।’ गौतम चिंतामणि लिखते हैं कि अगर बैठक में मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के निर्णय पर आम सहमति न बनती और बैठक बेनतीजा रहती तो गलत मैसेज जाता। इसलिए राजनाथ ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। बैठक के लिए मोदी जब गोवा पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत हुआ। तब के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने मोदी का समर्थन किया। आखिरकार 9 जून को राजनाथ ने चुनाव समिति के अध्यक्ष पद के लिए मोदी के नाम की घोषणा कर दी। आडवाणी का भावुक इस्तीफा, नीतीश ने गठबंधन तोड़ने की धमकी दी इस घोषणा के बाद नीतीश ने राजनाथ को फोन करके कहा कि उन्होंने गठबंधन से अलग होने का निर्णय ले लिया है। राजनाथ का कहना था कि चुनाव समिति की जिम्मेदारी देने के अलावा अभी कोई बड़ी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन नीतीश कुमार के लिए उसी पल सब साफ हो गया था जब राजनाथ ने मोदी को ‘नेता’ कहा था। इधर आडवाणी अपने ब्लॉग में शरशैया पर लेटे भीष्म पितामह का जिक्र कर रहे थे। अगले ही दिन यानी 10 जून को आडवाणी ने पार्टी के सभी पदों से अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने राजनाथ सिंह को पत्र में लिखा, 'पिछले कुछ समय से मैं अपने आप को पार्टी में सहज नहीं पा रहा हूं। मुझे नहीं लगता कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहार वाजपेयी ने जिस पार्टी को बनाया, खड़ा किया, ये वही पार्टी है। BJP दिशा भटक चुकी है। इस पत्र को मेरा इस्तीफा समझा जाए।' इसके बाद BJP के बड़े नेताओं की आडवाणी के घर तक दौड़ शुरू हो गई। राजनाथ ने कहा, ‘मैं ये इस्तीफा स्वीकार नहीं कर सकता। मोदी को चुनाव प्रचार समिति का चेयरमैन बनाने का फैसला सबकी सहमति से लिया गया था। ये बदला नहीं जाएगा।’ आडवाणी के घर पहुंचीं सुषमा स्वराज ने कहा, ‘मैं उनके इस्तीफे से हैरान हूं।’ हालांकि ये भी भरोसा जताया कि वे आडवाणी को मना लेंगी। आडवाणी के करीबी माने जाने वाले वेंकैया नायडू, पार्टी के तब के महासचिव अनंत कुमार और प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी भी आडवाणी के घर पहुंचे। आडवाणी को मनाने की कवायद सफल हुई। 11 जून को संघ प्रमुख मोहन भागवत से फोन पर बात करने के बाद आडवाणी ने इस्तीफा वापस ले लिया। बाद में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। आडवाणी को पार्टी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल कर लिया गया। इस तरह अटल से मोदी तक के सामने आडवाणी ‘पीएम इन वेटिंग’ ही रहे। **** पीएम इन वेटिंग सीरीज के अगले एपिसोड में एक ऐसे नेता की कहानी, जो पहले राजीव गांधी फिर सोनिया गांधी की वजह से पीएम इन वेटिंग ही रहे… **** ‘पीएम इन वेटिंग’ सीरीज के अन्य एपिसोड यहां पढ़िए... एपिसोड-1: तो क्या नेहरू की जगह सुभाष चंद्र बोस होते पीएम: पौत्र बोले- वो जिन्ना को भी मंजूर थे; 1943 में ही बनाई थी सरकार एपिसोड-2: मुसलमानों से पटेल बोले- दो घोड़ों की सवारी मत करिए:सरदार पटेल को PM बनाने से क्यों डरते थे गांधी; 4 बार रोका एपिसोड-3: मां पीएम थी, सरकार संजय गांधी चलाते थे:टारगेट के लिए कुंवारों तक की नसबंदी, झुग्गियों के सफाए में 400 मारे गए एपिसोड-4: देवीलाल ने PM पद ठुकराया, बोले- ताऊ ही रहने दो:बाद में उप-प्रधानमंत्री बनने के लिए अड़े; राज्यपाल को जड़ा था थप्पड़ एपिसोड-5: जगजीवन राम के बेटे की न्यूड तस्वीरें छपीं:पिता के हाथ से फिसली PM कुर्सी; क्या इंदिरा गांधी ने रची थी साजिश एपिसोड-6: कम्युनिस्ट नेता को पीएम बनाना चाहते थे राजीव गांधी:ज्योति बसु के खिलाफ हुई उनकी ही पार्टी; 3 बार पीएम बनने से रोका एपिसोड-7: लालू बोले- मुलायम PM बने तो मैं जहर खा लूंगा:सबसे ज्यादा सांसदों का साथ, सालभर में मिले 2 मौके; फिर कैसे पलटा खेल
'हम बातचीत के लिए तैयार लेकिन...', व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों से रिश्ते सुधारने के दिए संकेत
व्लादिमीर पुतिन ने 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में यूक्रेन युद्ध में लड़ रहे सैनिकों को याद किया. उन्होंने कहा- मैं विनम्रतापूर्वक हमारे नायकों, विशेष सैन्य अभियान में भाग लेने वालों और उन सभी का सम्मान करता हूं जो हमारी मातृभूमि के लिए लड़ रहे हैं.
भीषण गर्मी के बावजूद दोनों ही स्थानों पर पीएम मोदी को सुनने पहुंची भारी भीड़ ने क्षेत्र के भाजपा नेताओं में नया जोश भी भर दिया।
PM Modi MP Visit Analysis: जनता से खुद को जोड़ने में माहिर हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
स्थानीय बोली में बात करने से लोगों को लगता है कि ये अपने ही बीच का कोई आदमी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम राज्य में और अधिक उद्योग लाने का प्रयास कर रहे हैं. जब वेदांता-फॉक्सकॉन प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से गुजरात शिफ्ट हुआ, तब मेरी सरकार को सिर्फ 2 महीने हुए थे. लेकिन अब स्थिति बदल गई है. महाराष्ट्र उद्योग अनुकूल राज्य है और आने वाले समय में कई बड़े इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट यहां लगेंगे.
थर्ड अंपायर ने दिया आउट, मैदान छोड़ने को तैयार नहीं थे संजू सैमसन, स्टेडियम में हुआ भारी ड्रामा
नई दिल्ली: राजस्थान रॉयल्स के कप्तान और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज के दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आउट होने पर भारी बवाल मचा। मैदान पर जमकर ड्रामा देखने को मिला। दिल्ली के को ओनर पार्थ जिंदल से लेकर राजस्थान के डाइरेक्टर ऑफ क्रिकेट कुमार संगाकारा तक इस मामले में कूद पड़े। आखिर …
नई दिल्ली: राजस्थान रॉयल्स को में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हार झेलनी पड़ी है। अरुण जेटली स्टेडियम पर एक समय राजस्थान की मुट्ठी में मैच दिख रहा था। आखिरी 30 गेंदों पर की टीम को 63 रन बनाने थे। दिल्ली के गेंदबाज दबाव में दिख रहे थे। यहां से भी …
PM मोदी के साथ राष्ट्रपति मुर्मू की पुरानी फोटो गलत दावे से वायरल
ये फोटो साल 2022 में राष्ट्रपति पद का नामांकन दाखिल करने के दौरान ली गयी थी.
लोकसभा चुनाव से जोड़कर वायरल असम में वोटिंग फ्रॉड का पुराना वीडियो
ये घटना 2021 के असम विधानसभा चुनाव के दौरान हुई थी और इसका लोकसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है
तीसरे चरण में करीब 65% मतदान; बंगाल में हिंसा की छिटपुट घटनाएं; सपा ने लगाया UP में हेरफेर का आरोप
तीसरा चरण समाप्त होने के साथ ही 20 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों और 543 में से 282 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. पहले और दूसरे चरण में कुल वोटर टर्नआउट क्रमशः 66.14 प्रतिशत और 66.71 प्रतिशत रहा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जहां 25 सीटों पर चुनाव हुए.
पूर्व पीएम के पोते एनवी सुभाष ने कहा कि देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए वह सरकार को धन्यवाद देते हैं।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांवों में ग्रामीणों के बीच जनसम्पर्क अभियान चलाया
जैसे-जैसे खूंटी लोकसभा की तारीख नजदीक होते जा रही है। वैसे ही राजनीतिक दलों का प्रचार-प्रसार भी तेज पकड़ने लगा है। इसी कड़ी में मंगलवार को भाजपा...
अर्जुन मुंडा के पक्ष में सुदुरवर्ती गांवों में प्रचार अभियान चलाया
भाजपा से जुड़े आदिवासी नेताओं ने पार्टी प्रत्याशी अर्जुन मुंडा के पक्ष में मंगलवार को सुदुरवर्ती गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया। दीपक तिग्गा, पूनम...
झामुमो ने तोरपा प्रखंड के विभिन्न गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया
तोरपा प्रखंड के फटका पंचायत के फटका गांव एवं जरिया पंचायत के गुम्पीला, गौड़बेड़ा, उनुकदा सरगेला में मंगलवार को जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान...
भाजपा कांग्रेस को आदिवासियों की चिंता नहीं : बसंत लोंगा
तोरपा हिल चौक में निर्दलीय प्रत्याशी बसंत लोंगा ने अपने चुनाव कार्यालय का उदघाटन फीता काटकर किया। इस मौके पर वसंत लोंगा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी...
पुनर्मूल्यांकन की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने जैक मुख्यालय घेरा
राज्य भर से इंटरमीडिएट की परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को पुनर्मूल्यांकन की मांग को लेकर जैक मुख्यालय का घेराव किया। उग्र...
कांग्रेस नेताओं ने जिले के अलग-अलग हिस्सों में चलाया जनसंपर्क अभियान
खूंटी जिले के विभिन्न प्रखंडों में कांग्रेस नेताओं व स्थानीय महिलाओं ने कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा के समर्थन में जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों...
कर्रा के टिमड़ा हरिजनटोला में पानी के लिए हर दिन होता है सास-पतोहू में झगड़ा
कर्रा प्रखंड अंतर्गत टिमड़ा हरिजनटोली में दूर खेतों में बने डाड़ी से पानी लाने को लेकर हर दिन टोली के कई घरों में सास पतोहू में झगड़ा हो रहा है।...
मुरहू और आसपास के गांवों में कालीचरण ने चलाया जनसंपर्क अभियान
इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ने मंगलवार को मुरहू और आसपास के गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान चाय पर चर्चा करते...
Bilaspur Voting News: वोटिंग सुस्त, उम्मीदवारों में धकधकी
शुरुआत में युवा मतदाता, दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं सहित विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा आदिवासी मतदाताओं उत्साह देखा गया। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल स्थित आदर्श मतदान केन्द्र में 85 वर्षीय वरिष्ठ मतदाता सुदेश भाटिया ने मतदान कर एक आदर्श मतदाता होने का परिचय दिया।
स्वीप के तहत नौ मई तक चलेगी हॉकी प्रतियोगिता
स्वीप कार्यक्रम के तहत में सभी प्रखंड में तीन दिवसीय हॉकी मैच का आयोजन मंगलवार से शुरू की गयी। यह प्रतियोगिता 9 मई तक चलेगी। जिसमें महिलाओं एवं...
मतदान केंद्रों पर निर्धारित समय पर मतदान प्रकिया आरंभ करना सुनिश्चित करेंगे : उपायुक्त
लोक सभा आम चुनाव के मद्देनजर प्रशिक्षण कोषांग द्वारा खूंटी एवं तोरपा विधान सभा क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त मतदान दलों के अनुसार पोलिंग आफिसर का...
इंटर डिस्ट्रिक्ट वूमेंस अंडर-15 टूर्नामेंट में खूंटी विजेता
झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित जेएससीए इंटर डिस्ट्रिक्ट वूमेंस अंडर-15 टूर्नामेंट में मंगलवार को खूंटी और गिरीडीह के बीच मैच...
सड़क दुर्घटना में युवा किसान की मौत
रनिया थाना क्षेत्र के बलंगकेल मोड़ के पास एक स्कूटी के इमली पेड़ से टकराने के कारण स्कूटी सवार 24 वर्षीय किसान अंकुश बारला की मौके पर ही मौत हो...
ईटानगर, 8 मई . अरुणाचल प्रदेश में भाजपा ने मंगलवार को 28 असंतुष्ट पार्टी नेताओं को निष्कासित कर दिया, जिन्होंने टिकट से इनकार किए जाने के बाद 19 अप्रैल को पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था. राज्य भाजपा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, तार तारक की अध्यक्षता वाली भाजपा की ... Read more
नई दिल्ली, 8 मई . भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार रात 11.45 बजे जारी आंकड़ों के मुतािबक, लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 11 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 64.40 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें सबसे ज्यादा मतदान असम में हुआ. आयोग ने कहा कि असम (4 सीटें) में 81.61 प्रतिशत और सबसे ... Read more
अंतागढ़ टेप कांड: हाई कोर्ट ने की मंतूराम पवार की याचिका निराकृत
साल 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने मंतूराम पवार को प्रत्याशी बनाया था। ऐन वक्त पर उन्होंने नाम वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी को वाक ओवर दे दिया था। इस बीच एक सीडी सामने आई, जिसमें कथित तौर पर तत्कालीन कांग्रेस विधायक अमित जोगी, तत्कालीन मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के दामाद डा. पुनीत गुप्ता आदि के बीच बातचीत में सात करोड़ रुपये की डील की बात
Bilaspur Crime News: होटल का पता नहीं बताया तो ड्राइवर ने किसान की कर दी हत्या
मस्तूरी क्षेत्र के ग्राम फरहदा में रहने वाले लोचन धुरी किसान थे। उन्होंने ग्राम कर्रा स्थित अपने खेत में ग्रीष्मकालीन धान की फसल लगाई है। मंगलवार की सुबह वे खेत देखने के लिए कर्रा गए हुए थे।
Bilaspur Accident News: महिला को टक्कर मारकर सड़क पर गिरा बालक, बस के पहिए के नीचे आया सिर
कोतवाली क्षेत्र के करबला कोदू चौक के पास रहने वाले अरमान हसन फेरी लगाकर जेवर बेचते हैं। मंगलवार की दोपहर उनकी रिश्तेदार अस्पताल गई थी। इसी दौरान उनका बेटा रिजवान हसन उर्फ रिज्जू(13) स्कूटी लेकर रिश्तेदार को लेने के लिए दयालबंद की ओर चला गया।
सोशल मीडिया, दोस्ती और धोखा... 15 साल की लड़की से गैंग रेप, दो आरोपी गिरफ्तार
पीड़ित लड़की की उम्र 15 साल है. जबकि दोनों आरोपी करीब 20 साल के बताए जाते हैं. एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों में से एक लड़के ने इंस्टाग्राम पर पीड़िता से दोस्ती कर ली थी. फिर 30 अप्रैल को वह युवक उसे अपने घर ले गया, जहां उसने लड़की के साथ बलात्कार किया.
Ujjain Accident: नागदा उन्हेल रोड पर डंपर में घुसी कार, दो महिलाओं की मौत
पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात करीब 11 बजे कार में सवार कुछ लोग नागदा से उन्हेल की ओर आ रहे थे। इस दौरान एक डंपर चालक ने बाइक को टक्कर मार दी थी।
Bilapsur Crime News: वोट डालते समय वीडियो और फोटो बनाकर इंटरनेट मीडिया में किया प्रसारित, जुर्म दर्ज
एएसपी सिटी उमेश कश्यप ने बताया कि मंगलवार की सुबह कुछ लोगों ने वोटिंग के दौरान मतदान केंद्र के भीतर वोट डालते हुए ईवीएम का वीडियो बना लिया। साथ ही वीवीपीएटी के स्लीप का वीडियो और रील बनाकर इंटरनेट मीडिया में प्रसारित कर दिया।
Ambikapur News : मतदान करने आए लोगों पर मधुमक्खियों ने किया हमला
Ambikapur News : बलरामपुर रामानुजगंज जिले के एक मतदान केंद्र में उस समय भगदड़ मच गई जब वहां पास में स्थित एक विशाल पेड़ में डेरा डाले मधुमक्खियों ने ग्रामीण मतदाताओं पर हमला कर दिया। इस घटना में पांच लोग घायल हो गए जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमारे कर्मचारी स्टेडियम में विभिन्न स्थानों पर तैनात हैं. एक स्टैंड में हमने सार्वजनिक रूप से परेशानी पैदा करने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.
Bilaspur Accident News: डिवाइडर से टकराकर पलटी तेज रफ्तार कार, चार गंभीर
तोरवा क्षेत्र के पावर हाउस के पास तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई। आसपास के लोगों ने बताया कि कार की रफ्तार तेज थी। डिवाइडर से टकराने के बाद कार करीब चार बार सड़क पर पलटी।
IPL 2024: दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स की टीम आईपीएल 2024 में जीत के करीब आकर हार गई। कप्तान संजू सैमसन ने हार के बाद भी अपने टीम के खिलाड़ियों की तारीफ ही की। इसके साथ ही उन्होंने स्टब्स की बैटिंग मैच को राजस्थान की हार का कारण बता दिया।
केरल में West Nile Fever का खतरा, सभी जिलों में हाई अलर्ट
वेस्ट नाइल वायरस से घातक ‘न्यूरोलॉजिकल' रोग हो सकता है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह मुख्य रूप से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है.
समुद्र के रास्ते ईरान से भागने वाले सभी 6 मछुआरों को भारतीय तटरक्षक बल ने बचाया
जानकारी के अनुसार, इन मछुआरों की नाव का डीजल खत्म हो गया था और वे कोच्चि में पानी में फंसे हुए थे, जहां से भारतीय तटरक्षक बल ने उन्हें बचाकर तट पर लाया.
BJP के शासन में आदर्श आचार संहिता, ‘मोदी आचार संहिता’ में तब्दील हो गई है : ममता बनर्जी
पुरुलिया में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य शीर्ष नेता केवल खुद को ही हिंदू मानते हैं और वे अन्य समुदायों के बारे में नहीं सोचते हैं.
Janjgir-champa News : पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष तिवारी भाजपा में शामिल
नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष अजीतसेन तिवारी ने लोकसभा चुनाव के वोटिंग के पूर्व भाजपा का दामन थाम लिया। वे लंबे समय से कांग्रेस से जुडे हुए थे और नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष थे। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष संतोष अग्रवाल ने उन्हें भाजपा का गमछा पहनाकर पार्टी में शामिल कराया।
कोई 110 साल का बुजुर्ग तो कोई दिव्यांग... चुनाव के तीसरे चरण में बढ़-चढ़कर वोटिंग करने पहुंचे लोग
उत्तर प्रदेश के हाथरस में रात रानी ने अपनी दिव्यांग बेटी 27 वर्षीय कमला के साथ वोट डाला. रानी कमला को मतदान केंद्र के अंदर ले गईं.
Janjgir-champa News : सकरेली के दो बूथों में मात्र 196 मतदाताओं ने डाले वोट
सक्ती जिले के ग्राम पंचायत सकरेली (बा) के ग्रामीणों ने अंडरब्रिज बने बिना रेलवे फाटक को बंद किए जाने के विरोध में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया था और इस आशय का ज्ञापन भी जिला प्रशासन को सौंपा गया था। दोपहर 2 बजे तक यहां के मतदान केंद्रों में सन्नाटा पसरा था। इसकी सूचना मिलने पर कलेक्टर अमृत विकास तोपनो और एसपी अंकिता शर्मा ने समझाइश दी।
दिल्ली में BJP का मिशन 7: लोकसभा चुनाव के लिए ‘वॉर रूम’ में दिन रात चल रहा है काम
भाजपा के एक अन्य नेता ने बताया कि ये केंद्र प्रतिदिन सुबह 10 बजे से काम करना शुरू कर देते हैं ताकि पार्टी की निर्धारित योजनाओं और कार्यक्रमों का समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके.
Janjgir-champa News : नैला मार्ग में फुटपाथ पर सामान, जाम हुआ आम
व्यापारियों के द्वारा दुकानों के सामने फुटपाथ पर सामान और बोर्ड, फ्लैक्स बैनर लगा देने से ग्राहक सड़क पर बाइक खड़ी कर रहे हैं जिसके चलते सड़क पर जाम की स्थिति निर्मित हो जा रही है। खासकर यह स्थिति जांजगीर से नैला मार्ग पर निर्मित हो रही है। सड़क के दोनों ओर व्यापारी फुटपाथ में कब्जा कर रखे हैं।
DC vs RR: संजू सैमसन आउट या नॉट आउट? शाई होप के कैच पर कॉन्ट्रोवर्सी, कोच कुमार संगकारा भी गुस्सा
DC vs RR Sanju Samson out or Not Out:दिल्ली और राजस्थान के बीच मुकाबले में संजू सैमसन को आउट देने का फैसला विवादित रहा। फैसले से नाराज संजू ने मैदान छोड़ने से इनकार कर दिया।उन्होंने विरोध भी किया।
फिल्म जोली एलएलबी-3 शूटिंग के विरोध में दायर याचिका, कोर्ट में क्या हुआ
अजमेर। राजस्थान के अजमेर में फिल्माई जा रही जोली एलएलबी-3 फिल्म में न्यायालय और वकीलों की छवि धूमिल करने के मामले में दायर याचिका पर मंगलवार को फिल्म से जुड़ा कोई भी पक्ष उपस्थित नहीं हुआ। न्यायाधीश यश विश्नोई ने गम्भीरता से लिया और 8 अप्रैल को फिर तलब किया गया है। जिला बार एसोसिएशन […] The post फिल्म जोली एलएलबी-3 शूटिंग के विरोध में दायर याचिका, कोर्ट में क्या हुआ appeared first on Sabguru News .
Janjgir-champa News : लोकतंत्र के महापर्व में दिखा मतदाताओं का उत्साह
लोकसभा चुनाव को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह दिखा। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित प्रदेश के एक मात्र लोकसभा क्षेत्र जांजगीर-चांपा में 18 उम्मीदवार मैदान में थे। आज इन उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य ईवीएम में लाक हो गया। सुबह से मतदाताओं में मतदान को लेकर बहुत उत्साह देखा गया।
मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ. मतदान समाप्त होने का आधिकारिक समय शाम छह बजे था, हालांकि इससे पहले (छह बजे से पहले) मतदान केंद्र पहुंच कतार में लगे मतदाताओं को अवसर प्रदान करने के कारण इसमें इजाफा किया गया.
रूस वार जोन में अवैध तरीके से युवाओं को भेजने के मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, 24 अप्रैल को मुंबई से निजिल जॉबी बेनसन एंथोनी माइकल को भी गिरफ्तार किया गया था.
इलाहाबाद HC ने योगी सरकार के आदेश को पलटा, पुलिस उपाधीक्षक की अनिवार्य सेवानिवृत्ति का आदेश रद्द
अदालत के मुताबिक, ''इस तरह से, राज्य सरकार द्वारा पारित सात नवंबर, 2019 का आदेश टिकने योग्य नही हैं और यह कानून के उलट है, इसलिए इसे रद्द किया जाता है.''
वोटर्स की सुस्ती किसके लिए खतरा? 10 सवालों के जरिए समझें 284 सीटों का Analysis
चुनाव विश्लेषकों ने कहा कि जैसा सोचा जा रहा था, वैसा एकतरफा चुनाव बिल्कुल नहीं है, विपक्ष भी लड़ता दिख रहा है. महाराष्ट्र, बिहार और कर्नाटक जैसे कई टक्कर वाले राज्य में मुकाबला काफी नजदीकी हो गया है.
अखिलेश यादव पहुंचे सिद्धबाबा के मंदिर, BJP कार्यकर्ताओं ने किया विरोध; मंदिर धोया
अखिलेश यादव ने सोमवार को अपने कन्नौज दौरे में हर्ष कालीन सिद्ध पीठ बाबा गौरी शंकर महादेव मंदिर पहुंच कर भोले बाबा का विधिवत दर्शन एवं पूजन किया और बाबा का आशीर्वाद मांगा.
एक क्लिक में पढ़ें 8 मई, बुधवार की अहम खबरें
देश, दुनिया, राज्य, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन...
केंद्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की बनेगी सरकार: तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी ने प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियों, काला धन वापस लाने और गरीबों के खातों में 15 लाख रुपये जमा करने तथा किसानों की आय दोगुनी करने के अपने ‘वादों’ को पूरा नहीं किया.
कांग्रेस और इंडी अलायंस ने भगवान राम को नहीं छोड़ा, इनसे लोकतंत्र को है खतरा : इंद्रेश कुमार
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस का रवैया संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने का रहा है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र नष्ट कर दिया. ऐतिहासिक सत्य यह है कि जब भी जरूरत पड़ी तो देश की एकता-अखड़ता, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए राष्ट्रवादी और राजनीतिक लोगों ने भूमिका निभाई है.
भ्रामक विज्ञापन मामला: न्यायालय ने सुप्रीम कोर्ट पर आईएमए प्रमुख की टिप्पणियों को ‘अस्वीकार्य’ बताया
रोहतगी ने कहा कि पिछली सुनवाई में, उन्होंने अखबारों में प्रकाशित साक्षात्कार का मूल पाठ अदालत को सौंपा था. पीठ ने आईएमए के वकील से कहा, ‘‘आप नहीं कह सकते कि आप नहीं जानते.’’
कांग्रेस ने 'रन फॉर विकसित भारत' को रद्द करने की मांग की, आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया
5000 छात्रों के भाग लेने की उम्मीद के साथ देवेंद्र यादव का तर्क है कि प्रमुख भाजपा नेता कुलजीत चहल की विशेषता वाला यह कार्यक्रम स्पष्ट रूप से भाजपा के लिए चुनावी लाभ के रूप में कार्य करता है इसलिए इसे तत्काल रद्द करने की मांग की जाती है.
मणिपुर में बारिश-ओलावृष्टि का कहर, स्कूल-कॉलेज बंद, देखें तबाही की तस्वीरें। Photos
सीएम ने लोगों से की घर में रहने की अपील, कहा- मौसम को लेकर अपडेट रहें और सुरक्षित रहें.
शरद पवार नीत NCP ने अजित की पार्टी के खिलाफ 200 से अधिक शिकायतें दर्ज कराईं : रोहित पवार
बारामती लोकसभा सीट को राजनीतिक रूप से प्रभावशाली पवार परिवार का गढ़ माना जाता है. शरद पवार पहले भी कई बार बारामती लोकसभा सीट जीत चुके हैं. उनकी बेटी सुप्रिया सुले 2009 से बारामती की सांसद हैं और चौथी बार इस सीट से चुनाव मैदान में हैं.
PhonePe से मतदाताओं को रिश्वत दी गई : कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे का दावा
प्रियांक खड़गे ने बताया कि यह पहली बार है जब हम डिजिटल फ़ुटप्रिंट्स को ट्रैक करने में सक्षम होंगे. हालांकि, बीजेपी इससे इनकार करेगी और जो चाहे करने की कोशिश करेगी, कोई भी एक फोन से एक ग्राम पंचायत में एक समय में 250 लेनदेन नहीं करता है.
हैदराबाद, 8 मई . पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव के परिवार के सदस्यों ने यहां मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और दिवंगत नेता को भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. मंगलवार शाम को महाराष्ट्र से यहां पहुंचने के बाद नरसिम्हा राव के बेटे-बेटियों और पोते-पोतियों ने राजभवन में ... Read more
ओटावा: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की 2018 में हुई यात्रा को लेकर 6 साल बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। जस्टिन ट्रूडो और तत्कालीन कनाडाई रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन अमृतसर जा रहे थे, तब उन्हें बताया गया कि अगर वे तत्कालीन कांग्रेस के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से …
नासा चांद पर चलाएगा ट्रेन, ‘चंद्रमा एक्सप्रेस’के लिए ऐसे बिछाई जाएगी पटरी, क्यों पड़ी जरूरत
वॉशिंगटन: चांद पर आज के समय दुनिया की प्रमुख स्पेस एजेंसियां जा रही हैं। चीन ने शुक्रवार को चंद्रमा से जुड़ा एक मिशन लॉन्च किया है। वहीं नासा एक बार फिर चंद्रमा पर इंसानों को भेजकर वहां बस्तियां बसाना चाहता है। एक्सपर्ट्स दूसरे ग्रहों पर इंसानों के परिवहन का सबसे …
Mesh Rashifal Today 08 May 2024 Aaj Ka Rashifal Horoscope: राशि चक्र की यह पहली राशि है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा मेष राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि मेष मानी जाती है।
सीएम केजरीवाल को आज कोर्ट से लगा झटके पर झटका, SC से नहीं मिली राहत और न्यायिक हिरासत भी बढ़ी
नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में जेल में बंद अरविंद केजरीवाल को आज कोर्ट से एक के बाद एक झटके लगे हैं। दरअसल दिल्ली की एक अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मनीष सिसोदिया और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान पार्षद (एमएलसी) के. …
Aaj Ka Vrishabh Rashifal Taurus :राशि चक्र की यह दूसरी राशि है, इस राशि का चिन्ह ’बैल’ है। वृष राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा वृष राशि में गोचर कर रहा होता है।
बिहार की पांच लोकसभा सीट पर 60 प्रतिशत मतदान, झंझारपुर में सबसे कम वोटिंग
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने यहां संवाददाताओं बताया कि पांच संसदीय क्षेत्रों-- झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा और खगड़िया में शुक्रवार शाम छह बजे तक सम्पन्न मतदान के दौरान अनुमानत: 60 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला.
08 May, आज का मिथुन राशिफल : करियर में मिलेगी नई उपलब्धि,आर्थिक मामलों में रहेंगे भाग्यशाली
Gemini Daily Horoscope, Mithun Rashi Ka Rashifal :राशि चक्र की यह तीसरी राशि है। जिन जातकों के जन्म के समय चंद्रमा मिथुन राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि मिथुन मानी जाती है।
मतदान प्रतिशत बढ़ने से भाजपा की उम्मीदें भी बढ़ीं
-बड़े लक्ष्य को लेकर आशान्वित है भाजपा, कार्यकर्ताओं की बढ़ी सक्रियता -आने वाले चरणों...
लोकसभा चुनाव 2024: छत्तीसगढ़ में 68.19 फीसदी मतदान, एक व्यक्ति की मौत
अधिकारियों ने बताया कि तीसरे चरण के लिए कुल 77,592 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि मतदान ड्यूटी के लिए केंद्रीय बलों की लगभग 202 कंपनियों और जिला पुलिस बल तथा जिला रिजर्व गार्ड के 60 हजार से अधिक जवानों को तैनात किया गया है.
भीषण गर्मी को देखते हुए मूक प्राणियों के लिए चारा, दाना-पानी के निर्देश
अजमेर। राजस्थान के मुख्य सचिव के निर्देश पर सम्पूर्ण राज्य में मूक प्राणियों के सेवार्थ भीषण गर्मी को देखते हुएये चारा, दाना-पानी के निर्देश दिए गए हैं। अजमेर जिला परिषद पहुंचे आदेशों में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के शासन सचिव रवि जैन ने प्रदेश में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देशित […] The post भीषण गर्मी को देखते हुए मूक प्राणियों के लिए चारा, दाना-पानी के निर्देश appeared first on Sabguru News .
हार का डर या कुछ और...? मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को हटाकर क्या चली 'चाल'?
मायावती ने मंगलवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (Maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान 61 प्रतिशत से अधिक
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में मंगलवार को 11 राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेश दादर-नगर हवेली और दमन एवं दीव की 93 सीटों पर कुल मिलाकर शांतिपूर्ण ढंग से हुए मतदान में 61.57 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। मतदान के अंतिम आंकड़े इससे अधिक हो सकते हैं, पर इसका प्रतिशत पहले और दूसरे […] The post लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में मतदान 61 प्रतिशत से अधिक appeared first on Sabguru News .
देहरादून, 7 मई . अयोध्या में राम जन्मभूमि के पास अब जल्द ही उत्तराखंड भवन का काम शुरू होगा. मंगलवार को अयोध्यापुरी में उत्तराखंड सरकार को आवंटित की गई भूमि की रजिस्ट्री हो गई है. ऐसा करने वाला उत्तराखंड पहला प्रदेश बन गया है. भूमि आवंटन से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी करते हुए उत्तराखंड सरकार ... Read more
राजस्थान: पुलिस कॉन्स्टेबल की SP ने उतार दी पूरी खुमारी! युवक को फोन कर मसाज के लिए मांगी थी लड़की
राजस्थान के धौलपुर शहर में एक कॉन्स्टेबल को पुलिस अधीक्षक ने सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस कांस्टेबल ने एक युवक को फोन कर मसाज के लिए लड़की को भेजने की डिमांड की थी, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद ग्रामीणों ने एसपी ने शिकायत की।
Met Gala 2024: अतरंगी अंदाज में नजर आईं नताशा पूनावाला, पोशाक देखकर लोगों का सिर चकराया। Photos
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, दोबारा जन्म लेना और नया करना - ऐसी धारणाएं जो न केवल एक इंसान के रूप में हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं बल्कि ऐसे विषय हैं जो रचनात्मकता को आगे बढ़ाते हैं.
Ambikapur News : एक परिवार की पांच पीढ़ियों ने एक साथ किया मतदान
Ambikapur News : युवा, बुजुर्ग, पुरूष एवं महिलाओं के साथ दिव्यांग मतदाता मतदान के इस महापर्व में बढ़-चढ़ के हिस्सा लिए। लोकसभा चुनई तिहार 2024 के तहत जिले में सुबह सात बजे से मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। इसी कड़ी में लोकतंत्र के पर्व में हिस्सा लेने लोगों में ऐसा उत्साह भी देखने को मिला जहां कई पीढ़ियां एक साथ मतदान केन्द्रों में मतदान करने पहुंचे।
नमस्कार दोस्तों, इस लेख के माध्यम से हम आपके लिए भारत की अनूठी संस्कृति से जुड़े राजस्थान राज्य के भव्य हवा महल का इतिहास प्रस्तुत करते हैं। हवा महल हिंदी में और हवा महल से जुड़ी रोचक जानकारी सटीक रूप से बताने जा रहे हैं। इसके अलावा हम...
13 हजार से अधिक बूथ, 1 लाख कर्मचारी... दिल्ली में 25 मई को वोटिंग के लिए खास इंतजाम
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि 25 मई को होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. इस सिलसिले में सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मतदान के लिए केंद्र और दिल्ली सरकार के एक लाख से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में तैनात किये गए हैं.
पुलिसकर्मी पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला करने के मामले में 4 अरेस्ट
अजमेर। राजस्थान में अजमेर के किशनगढ़ की मदनगंज थाना पुलिस ने पुलिसकर्मी एवं परिजनों पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला करने के मामले में मंगलवार को चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। किशनगढ़ में पुलिस कांस्टेबल पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करने वाला दबंगाई पार्षद सहित चार आरोपियों की गिरफ्तारी ने कानून व्यवस्था की लाज रख […] The post पुलिसकर्मी पर कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला करने के मामले में 4 अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
आकाश आनंद अब न उत्तराधिकारी, न बसपा कॉर्डिनेटर, जानें मायावती ने भतीजे पर क्यों लिया एक्शन
कुछ दिनों पहले आजतक को दिए इंटरव्यू में आकाश आनंद ने पार्टी में अपनी भूमिका पर बात करते हुए कहा था कि बहुत लोगों को मौके दिए गए लेकिन नहीं चल पाया. मुझे इस बार यह जिम्मेदारी दी गई है, अगर मैं भी नहीं चला सका तो मुझे भी हटाया जा सकता है.
आकाश आनंद के पूर्ण परिपक्व न होने के मायावती को अचानक क्या दिखे सिम्पटम्स?
Mayawati removes Akash Anand as her successor: बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को नैशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया है। वह अब मायावती के उत्तराधिकारी भी नहीं रहेंगे। आकाश आनंद पर कुछ दिन पहले ही सीतापुर में एफआईआर दर्ज की गई थी। इसके बाद से मायावती ने उनकी रैलियों पर रोक लगा दी थी।
Haryana Political Crisis: लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण की वोटिंग के बाद हरियाणा की सियासी उठापठक चर्चा में आ गई है। बीजेपी ने 12 मार्च को जब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन किया था तब शायद इसकी उम्मीद नहीं की होगी, लेकिन अब तीन निर्दलिय विधायकों ने चुनावी समर के बीच में समर्थन खींच कर नायब सैनी सरकार को फंसा दिया है।
Ambikapur News : हवा के साथ तेज बारिश से पेड़ गिरे, आवागमन बाधित
Ambikapur News : सोमवार की दोपहर एकाएक तेज हवा के साथ जमकर हुई बारिश की वजह से नगर समेत जिले घर के अनेक ग्रामों में पेड़ों के गिरने से लोगों को काफी क्षति का सामना करना पड़ा। जगह-जगह लगे होर्डिंग्स के उड़ गए एवं मतदान केंद्र स्थलों के बाहर लगे राजनीतिक दलों के पंडाल धराशायी हो गए।
Video: आकाश आनंद का वो आखिरी भाषण जिसके बाद मायावती ने भतीजे की क्रैश लैंडिंग करवा दी
आकाश आनंद पर मायावती के एक्शन को लेकर माना जा रहा है कि सीतापुर का भाषण उनके करियर पर बड़ा ब्रेक लगा गया है। कम से कम इस लोकसभा चुनाव में तो आकाश आनंद का वो भाषण आखिरी साबित हो गया है।
रामगोपाल यादव का विवादित बयान, राममंदिर बेकार है, ऐसे नहीं बनते मंदिर
इटावा। समाजवादी पार्टी के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता प्रो.रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को लेकर एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होने कहा कि ये बेकार मंदिर है, ऐसे मंदिर नहीं बनता है। समाजवादी पार्टी के नेता के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेताओं ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की […] The post रामगोपाल यादव का विवादित बयान, राममंदिर बेकार है, ऐसे नहीं बनते मंदिर appeared first on Sabguru News .
Ambikapur crime News : दंपती व बच्चे को चारपहिया वाहन से कुचल जान लेने का प्रयास, चालक गिरफ्तार
Ambikapur crime News : सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाने की समझाइश देना एक युवक को इतना नागवार गुजरा की उसने परिवार के सदस्यों को चारपहिया वाहन से कुचल जान लेने की कोशिश की। घटना का सीसी कैमरे में कैद हो जाने से पूरी सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने आरोपित को हत्या के प्रयास के आरोप पर गिरफ्तार कर लिया है। आ
वीडियो में देखें जयपुर के 953 खिड़कियों वाले महल से जुड़े वो राज, जिन्हें जान आपके छूट जायेगें पसीने
हवामहल एक पांच मंजिला स्मारक है, जिसके मुख्य आधार से ऊंचाई 87 फीट (26.15 मीटर) है। महल की सबसे ऊपरी तीन मंजिलों की चौड़ाई एक कमरे जितनी है जबकि निचली दो मंजिलों के सामने एक खुला आंगन भी है, जो महल के पिछले हिस्से में बना है....