राय और ब्लॉग्स / बूमलाइव
बूम ने जांच में पाया कि अमेरिकी एजेंसी राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) के वैज्ञानिक क्रिस एल्विज द्वारा 2003 में तैयार की गई कम्पोजि
बूम ने पाया कि यह स्क्रिप्टेड वीडियो Haunted Guru Ji नाम के एक यूट्यूब चैनल पर सितंबर 2025 को शेयर किया गया था. यह किसी भी तरह की कोई वास्तविक घटना का
बूम ने अपनी जांच में पाया कि सपा नेता अखिलेश यादव ने इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया था. इसे छेड़छाड़ करके बनाया गया है.
बूम ने पाया कि मंच पर उपस्थित बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और एक अन्य शख्स के चेहरों पर मनोहर लाल धाकड़ और चिन्मयानंद का चेहरा लगाकर मूल तस्वीर को एडिट किया
बूम ने जांच में पाया कि रेखा गुप्ता ने अपने भाषण के दौरान परिवार संभालने को लेकर पीएम मोदी पर कोई टिप्पणी नहीं की थी.
बूम ने जांच में पाया कि राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार में एनडीए से जुड़े नेता जीतन राम मांझी और चिराग पासवान पर निशाना साध रहे थे.
बूम ने जांच में पाया कि अंजना के 2 साल पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करते हुए इसे एआई की मदद से एडिट किया गया है.
एआई डिटेक्टर टूल DeepFake-O-Meter ने आमिर खान मुत्तकी के इस वीडियो के एआई से बने होने की पुष्टि की है.
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से छेड़छाड़ की गई है.
बूम ने पाया कि यह वीडियो बैंकॉक की राजधानी थाईलैंड का एक है. इसका भारत से कोई संबंध नहीं है.
बूम ने पाया कि यह वीडियो 25 अगस्त 2025 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में हुए एक विरोध प्रदर्शन का है, इसका भारत से कोई संबंध नहीं है.
बूम ने जांच में पाया कि मूल वीडियो में प्रशांत किशोर कुशवाहा समाज के लिए नहीं बल्कि भ्रष्ट नेताओं और अफसरों को चेतावनी देते हुए कह रहे थे कि अगर उनकी
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो बरेली में अगस्त 2025 में आयोजित उर्स-ए-रजवी के समापन के बाद बरेली जंक्शन पर जुटी भीड़ का है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई में मर्दानी फिल्म के सीन को रीक्रिएट किए जाने का है.
बूम ने पाया कि एडीसी लेह का डीपफेक वीडियो बनाकर गलत दावा किया गया है.
बूम ने पाया कि यह वीडियो 25 सितंबर 2025 की रात को राजस्थान के जयपुर में एक स्थानीय नेता नरेश मीणा के समर्थकों द्वारा निकाले गए मशाल जुलूस का है, जिसे
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान हरियाणा के सोनीपत का है. इसका वोट चोर, गद्दी छोड़ नारे से कोई संबंध नहीं है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ का है. अप्रैल 2025 में बमलेश्वरी मंदिर में संचालित रोपवे की ट्रॉली गिर गई थी.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो एशिया कप 2022 का है, जहां पाकिस्तान से मैच हारने के बाद अफगानी फैंस ने शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में तोड़फोड़ की थी.
बूम ने सोनम वांगचुक के 10 सितंबर 2025 को लेह में दिए 35 मिनट के इस पूरे भाषण को देखा और पाया कि उन्होंने लद्दाखी भाषा में कहीं भी हिंसा भड़काने वाला क
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो जून 2022 का है. इसका बरेली में हालिया विरोध प्रदर्शन और तौकीर रजा की गिरफ्तारी से कोई संबंध नहीं है.
सोनम वांगचुक के 18 माह पुराने वीडियो को संदर्भ से काटकर शेयर किया जा रहा है, असल में वांगचुक एक स्थानीय कॉमेडियन के कथन को सामने रख रहे थे.
बूम ने पाया कि मूल वीडियो में राहुल गांधी कह रहे हैं कि वोट चोरी में नरेंद्र मोदी और अमित शाह की मदद हिंदुस्तान का इलेक्शन कमिशन करता है.
बारावफात के मौके पर 'आई लव मोहम्मद' के बैनर को लेकर विवाद के पीछे की मुख्य वजह कानपुर पुलिस की एक एफआईआर है. जानिए इसमें क्या कहा गया है-
बूम ने पाया कि वीडियो एक प्रोफेशनल फ्रीडाइवर का है, जो समुद्र में 78 मीटर गहराई तक डाइव करने के बाद ऊपर आते समय बेहोश हो गए थे. इसका जुबीन गर्ग के निध
बूम ने जांच में पाया कि यह वीडियो अगस्त 2025 में गुजरात के अहमदाबाद में हुए पीएम मोदी के एक रोड शो का है.
बूम ने पाया कि भारत में वांछित इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक की मूल तस्वीर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से छेड़छाड़ की गई है.
बूम से बातचीत में कर्नाटक पुलिस ने बताया कि सांप्रदायिक दावा गलत है, आरोपी ट्रक चालक का नाम भुवनेश है.
बूम ने पाया कि यह घटना श्रीलंका के गेलियोया की है, जहां पारिवारिक विवाद के चलते एक 18 वर्षीय स्कूली छात्रा का अपहरण कर लिया गया था. भारतीय सोशल मीडिया
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2021 का है, तब उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किय
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो सिक्किम के गंगटोक में स्वतंत्रता दिवस को लेकर 12 अगस्त 2025 को आयोजित तिरंगा यात्रा का है.
बूम ने पाया कि जवाई बांध के गेट खोलने के दौरान बीजेपी विधायक और किसान नेता के बीच हुई अनौपचारिक बातचीत का वीडियो गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है.
बूम ने जांच में पाया कि तेज प्रताप यादव द्वारा भोजपुरी स्टार पवन सिंह के लिए की गई अभद्र टिप्पणी के क्रॉप्ड वीडियो को तेजस्वी यादव के डांस वीडियो के स
बूम ने पाया कि यह स्क्रिप्टेड वीडियो उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में रहने वाली एक कंटेंट क्रिएटर आरती गंगवार ने बनाया था. इसका पंजाब की बाढ़ से कोई स
बूम ने पाया कि कर्नाटक के रायचूर में हुई इस घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है. रायचूर पुलिस ने बूम से बताया कि पथराव करते आरोपी युवक मुस्लिम समुदाय से
बूम ने पाया कि यह वीडियो अगस्त 2025 का राजस्थान के उदयपुर का है, जहां अग्रवाल साड़ीज नाम की एक दुकान में प्रोमोशनल सेल के दौरान भारी भीड़ जमा हो गई थी
बूम ने पाया कि यह वीडियो जून 2025 का पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का है. स्वात नदी के किनारे पिकनिक मना रहे एक परिवार के कई सदस्य अचानक से आई ब
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश की पगला मस्जिद की दान पेटी से निकली दान राशि का है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि लैंडस्लाइड का यह वीडियो 2020 का और नॉर्वे केAltaशहरकाहै.
बूम ने पाया कि चीन के चॉन्गकिंग (Chongqing) शहर में अप्रैल 2025 में एक हुए एक ड्रोन लाइट शो की तस्वीर को एडिट कर गलत दावा किया गया है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो मुहर्रम के दौरान 7 जुलाई 2025 को अलीगढ़ के खैर में एक करतब प्रदर्शन का है.
बूम ने पाया कि यह वीडियो जुलाई 2025 में महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में हुई एक धार्मिक यात्रा का है. इसका बिहार में हो रही वोटर अधिकार यात्रा से कोई सं
बूम ने पाया कि यह वीडियो बिहार के किशनगंज स्थित बहादुरगंज थाना क्षेत्र का है, जहां चोरी के आरोप में इस लड़के के साथ मारपीट की गई थी.
राजस्थान के सवाई माधोपुर में बारिश के बाद के दृश्य के दावे से वायरल वीडियो AI Generated है.
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो 15 अगस्त 2011 का है. वीडियो में वह कांग्रेस पार्टी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आलोचना कर रहे हैं.
बूम ने पाया कि यह फोटो गुजरात से आम आदमी पार्टी विधायक गोपाल इटालिया के साथ एक अन्य शख्स की है, जिसे एडिट कर दिया गया है.
बूम ने पाया कि यह 'दलाल न्यूज' नाम के एक कॉमेडी प्लेटफॉर्म द्वारा तैयार किया गया स्क्रिप्टेड वीडियो है.
चमोली की कर्णप्रयाग पुलिस ने स्पष्ट किया है कि घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है. पुलिस के अनुसार आरोपी और पीड़िता दोनों ही हिंदू समुदाय से आते है

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