राय और ब्लॉग्स / पत्रिका
गुलाब कोठारी हमारे लोकतंत्र ने अलग तरह की करवट बदलनी शुरू कर दी है। जो जनता के द्वारा तो था किन्तु जनता के लिए साबित नहीं हुआ। जनता का भी नहीं रहा। यह
भारत में रह रहे अनधिकृत गैरमुस्लिमों को फायदा यह उन लोगों के लिए राहत है जो अन्य देशों में गैर मुस्लिम प्रताड़ित होकर शरणार्थियों के तौर पर देश में रह
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग पर दबाव शादियों में फिजूल खर्च होता है। धनाड्य वर्ग के लोग शादी में बढ— चढ कर खर्च करते हैं। उन्हें लोगों से अपनी तारीफ सुनना
पहले खूब महंगा किया, फिर दी आंशिक राहत गरीबों पर महंगाई की मार पड़ रही है। सरकार ने पहले तो गरीबों को फ्री गैस कनेक्शन और सस्ते सिलेंडर उपलब्ध करवाए।
राजस्थान की युवा पीढ़ी की आंखों की चमक लौटने लगी है। सरकारी नौकरी पाने के सपने देखने वाली ये आंखें पिछले एक दशक में धुंधला गई थीं। नकल के दंश की पीड़ा
अंगदान का महत्त्व रेल हादसे में अपने दोनों हाथ गवां चुके दिल्ली के पेंटर से ज्यादा कौन समझ पाएगा? इसे चिकित्सा विज्ञान का करिश्मा ही कहा जाएगा जिसमें
अमरीका जिम्मेदार पिछले दो वर्ष से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। युद्ध में निर्दोष लोगों की जान जा रही है। इसके लिए अमरीका की कूटनीति एवं संयु
ऑनलाइन लेन-देन को सुरक्षित बनाने की जरूरत भारत को 'पेमेंट करो' के बदले 'पेटीएम करो' का नारा देने वाली कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को
Gulab Kothari Article शरीर ही ब्रह्माण्ड: शरीर स्वयं में ब्रह्माण्ड है। वही ढांचा, वही सब नियम कायदे। जिस प्रकार पंच महाभूतों से, अधिदैव और अध्यात्म स
देश की सबसे बड़ी पंचायत लोकसभा हो या फिर राज्यों की विधानसभाएं। जनता इन विधायी संस्थाओं में अपने प्रतिनिधियों का चुनाव इसी उम्मीद में करती हैं कि वे उ
इंटरनेट के बढ़ते प्रसार और दुनिया में इंटरनेट पर बढ़ती निर्भरता के साथ साइबर हमलों का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। चिंता इस बात की है कि पिछले कुछ
मिलते हैं ज्यादा अवसर अंग्रेजी एक वैश्विक भाषा है जो विभिन्न देशों, संस्कृतियों और क्षेत्रों के बीच संचार का माध्यम है। अंग्रेजी में शिक्षा प्राप्त कर
आम चुनाव के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिरता के आसार धुंधला गए हैं। दो साल पहले इमरान खान की सरकार गिरने के बाद भारत के इस पड़ोसी देश में सत्ता के ल
- प्रदीप सिंह मेहता महासचिव, कट्स इंटरनेशनल आजकल बिस्किट बहुत से लोगों के अल्पाहार का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं। चूंकि बिस्किट युवा पीढ़ी के पारंपरिक भो
- गिरीश्वर मिश्र पूर्व कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा देश को अगले तीन दशकों के बीच यानी स्वतंत्रता की शताब्दी मनाते वक
घोर लापरवाही, नियमों की अनदेखी और जिम्मेदारों का आंखें मूंदना। जांच के आदेश और कभी पुनरावृत्ति नहीं होने देने का भरोसा देने की सरकारों की प्रवृत्ति। ह
वैश्विक स्तर पर यह होता आया है कि जब किसी देश में चुनाव नजदीक होते हैं तो अधिकांश निवेशक राजकोषीय लापरवाही का सामना करते हैं। यह इसलिए क्योंकि अधिकांश
तकनीक का जैसे-जैसे ज्यादा इस्तेमाल होने लगा है, देश के विभिन्न राज्यों के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं पेपर लीक हुए बिना कराने की चुनौती भी बढ़ गई है। तमाम
प्रो. हिमांशु राय निदेशक, आइआइएम इंदौर कल्पना करें कि एक पर्वतारोही है। पर्वत पर भरपूर जुनून से पूर्ण चढ़ाई के समय, वह तेज हवाओं और अप्रत्याशित मौसम क
डॉ. सचिन बत्रा सलाहकार, मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया दिल्ली दुनिया के विभिन्न देशों में पुलिस भी अपराधों की रोकथाम के लिए इन्वेस्टिगेटिव ऐप विकसित कर रही
जागरूकता व मानवता की आवश्यकता इसके लिए सभी आयु के लोगों में जागरूकता एवं मानवता की आवश्यकता है। ऐसे हादसे लापरवाही की वजह से ही होते हैं। गाडी चलाते स
राज कुमार सिंह लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं जिस मुख्यमंत्री ने दोपहर को त्यागपत्र दिया, उसी ने शाम को फिर शपथ ले ली। यह कीर्तिमान विश्व के सबसे बड़े लोकतंत
राजनीति में धर्म और जाति पर अधिक फोकस वर्तमान परिदृश्य में राजनीतिक विचारधारा बदल चुकी है। पहले सरकार शिक्षा,स्वास्थ्य,जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं पर बल
डॉ. सुभाष सरकार केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री आज की चुनौतियों भरे शैक्षणिक परिदृश्य में जब परीक्षाएं किसी पर्वत की ऊंची चोटी पर चढ़ाई के समान श्रमसाध्य
युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे अंतरिम बजट से जनता को उम्मीद है कि मंहगाई और बढते टैक्स से राहत मिलेगी। युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित हो
राज कुमार सिंह लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी की दूसरी यात्रा १४ जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई है और २० मार्च को मुम्बई में समाप्त हो
हवाई सेवा में जटिलताएं बढाती हैं असंतोष को हवाई यातायात में विस्तार के साथ यात्रियों की संख्या में बढोतरी हुई है। हवाई यात्रा प्रक्रियाओं,जैसे बुकिंग,
मिलिंद कुमार शर्मा प्रोफेसर, प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग, एमबीएम विश्वविद्यालय, जोधपुर यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि आर्टिफिशियल इंट
बढ़ती महंगाई में खर्च चलाना मुश्किल दिनोंदिन बढ़ती महंगाई के दौर में बिना कर्ज लिए घर चलाना मुश्किल सा बनता जा रहा है। सीमित कमाई होने से हरेक परिवार
सभी निभाएं जिम्मेदारी पर्यटन स्थलों से होने वाली आमदनी उनकी सुरक्षा और संरक्षण पर ही खर्च की जाए। इसके अतिरिक्त भामाशाहों को भी आगे आकर सहयोग करना चाह
काउंसलिंग जरूरी आजकल आए दिन अखबारों में कोकीन, गांजा और स्मैक की तस्करी करने वाले बदमाश तस्कर पकड़े जा रहे हैं। यह अच्छी खबर के साथ-साथ चिंता का विषय
Gulab Kothari Article शरीर ही ब्रह्माण्ड: शरीर स्वयं में ब्रह्माण्ड है। वही ढांचा, वही सब नियम कायदे। जिस प्रकार पंच महाभूतों से, अधिदैव और अध्यात्म स
अजीत रानाडे लेखक वरिष्ठ अर्थशास्त्री हैं (द बिलियन प्रेस) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपनी एक रिपोर्ट में भारत के लगातार बढ़ते कर्ज (केन्द्र और राज्य
आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस संयुक्त राष्ट्र दुनिया के सारे देशों से आतंकवाद के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस जैसे अंतरराष्ट्रीय चार्टर पर अमल करवाए। इंटरपोल और अंत
मिलिंद कुमार शर्मा प्रोफेसर, प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग, एमबीएम विश्वविद्यालय, जोधपुर अंतरिक्ष में कृत्रिम उपग्रहों की बढ़ती संख्या प
समस्याओं की मिलती है जानकारी पदयात्राएं लोगों की समस्याओं से रूबरू होने का अच्छा तरीका हैं। अगर नेता बड़ा है तो पदयात्रा वाली सड़कें ठीक हो जाती हैं।
कठोर कदम जरूरी सरकार को अपराधों की रोकथाम के लिए कठोर से कठोर कदम उठाने चाहिए। अपराधी को तत्काल कठोर से कठोर सजा सुनाकर दंडित किया जाना चाहिए, ताकि दो
डॉ. एन.के. सोमानी अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार बांंग्लादेश का संसदीय चुनाव महाशक्तियों की कूटनीतिक पैंतरेबाजी के बीच फंसता दिखाई दे रहा है। अमरीका औ
नवनीत शर्मा हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में अध्यापनरत ...................................................................... इस चराचर जगत में